diff --git a/Dictionary_sa.mk b/Dictionary_sa.mk new file mode 100644 index 00000000..e7b3f3a8 --- /dev/null +++ b/Dictionary_sa.mk @@ -0,0 +1,20 @@ +# -*- Mode: makefile-gmake; tab-width: 4; indent-tabs-mode: t -*- +# +# This file is part of the LibreOffice project. +# +# This Source Code Form is subject to the terms of the Mozilla Public +# License, v. 2.0. If a copy of the MPL was not distributed with this +# file, You can obtain one at http://mozilla.org/MPL/2.0/. +# + +$(eval $(call gb_Dictionary_Dictionary,dict-sa,dictionaries/sa_IN)) + +$(eval $(call gb_Dictionary_add_root_files,dict-sa,\ + dictionaries/sa_IN/sa_IN.aff \ + dictionaries/sa_IN/sa_IN.dic \ + dictionaries/sa_IN/hyph_sa_IN.dic \ + +)) + +# vim: set noet sw=4 ts=4: + diff --git a/sa_IN/hyph_sa_IN.dic b/sa_IN/hyph_sa_IN.dic new file mode 100644 index 00000000..2dfd0fb9 --- /dev/null +++ b/sa_IN/hyph_sa_IN.dic @@ -0,0 +1,116 @@ +UTF-8 +LEFTHYPHENMIN 3 +RIGHTHYPHENMIN 4 +COMPOUNDLEFTHYPHENMIN 2 +COMPOUNDRIGHTHYPHENMIN 3 + +% GENERAL RULE +% Do not break either side of ZERO-WIDTH JOINER (U+200D) +2‍2 +% Break after ZERO-WIDTH NON JOINER (U+200C) +‌1 +% Break before or after any independent vowel. +1अ1 +1आ1 +1इ1 +1ई1 +1उ1 +1ऊ1 +1ऋ1 +1ॠ1 +1ऌ1 +1ॡ1 +1ए1 +1ऐ1 +1ओ1 +1औ1 +% Break after any dependent vowel but not before. +ा1 +ि1 +ी1 +ु1 +ू1 +ृ1 +ॄ1 +ॢ1 +ॣ1 +े1 +ै1 +ो1 +ौ1 +% Break before or after any consonant. +1क +1ख +1ग +1घ +1ङ +1च +1छ +1ज +1झ +1ञ +1ट +1ठ +1ड +1ढ +1ण +1त +1थ +1द +1ध +1न +1प +1फ +1ब +1भ +1म +1य +1र +1ल +1ळ +1व +1श +1ष +1स +1ह +% Do not break before chandrabindu, anusvara, visarga, avagraha +% and accents. +2ँ +2ं +2ः +2ऽ +2॑ +2॒ +% Do not break either side of virama (may be within conjunct). +2्2 +अति1 +अधि1 +अन1 +अनु1 +अन्1 +अप1 +अपि1 +अभि1 +अव1 +1इय +उद्1 +उप1 +1का +चिर्1 +1त्र +1त्व +दुर्1 +दुस्1 +नि1 +निर्1 +निस्1 +पर1 +परि1 +प्र1 +प्रति1 +1ली +1वत् +वि1 +सम्1 +सु1 + diff --git a/sa_IN/sa_IN.aff b/sa_IN/sa_IN.aff new file mode 100644 index 00000000..16e69460 --- /dev/null +++ b/sa_IN/sa_IN.aff @@ -0,0 +1,360 @@ +SET UTF-8 +MAXCPDSUGS 0 + +TRY आईऊऐऔखघछझठढणनथधफभशषक्षज्ञ + +IGNORE ॑ + +BREAK 35 +BREAK - +BREAK ऽ$ +BREAK ः$ +BREAK ाः$ +BREAK ैः$ +BREAK ं$ +BREAK ां$ +BREAK े$ +BREAK ेन$ +BREAK ्स$ +BREAK ्य$ +BREAK ैव$ +BREAK ेण$ +BREAK ीय$ +BREAK त्व$ +BREAK च$ +BREAK ता$ +BREAK ति$ +BREAK तः$ +BREAK तं$ +BREAK त्$ +BREAK तु$ +BREAK म्$ 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+अकादम्याः +अकादेमी +अकादेशः +अकादेशे +अकाम +अकामं +अकामः +अकामकर्शनः +अकामत +अकामतः +अकामतस्तु +अकामतो +अकामयत +अकामयन्त +अकामयेतां +अकामयेताम् +अकामस्य +अकामहतत्वं +अकामा +अकामां +अकामाः +अकामानां +अकामायां +अकामायाः +अकामि +अकामे +अकामेन +अकामो +अकाम् +अकाय +अकायं +अकायम् +अकार +अकारं +अकारः +अकारञ्चाप्युकारञ्च +अकारण +अकारणं +अकारणगुणोत्पन्ना +अकारणत्वात् +अकारणपरित्यक्ता +अकारणमेव +अकारणम् +अकारणस्य +अकारणात् +अकारणे +अकारणेति +अकारप्रत्ययः +अकारयत् +अकारयन् +अकारलोपः +अकारलोपश्च +अकारलोपस्य +अकारलोपे +अकारलोपो +अकारश्च +अकारश्चान्तादेशः +अकारश्चाप्युकारश्च +अकारश्चास्य +अकारस्तु +अकारस्य +अकारस्योदात्तत्वम् +अकारा +अकारात् +अकारादयः +अकारादयो +अकारादि +अकारादिक्रमेण +अकारादिक्षकारान्तं +अकारादिक्षकारान्ता +अकारादिवर्णानुक्रमः +अकारादिषु +अकारादिस्वराः +अकारादेश +अकारादेशो +अकारादौ +अकाराद्यनुक्रमेण +अकाराद्या +अकारान्त +अकारान्तं +अकारान्तः +अकारान्तस्य +अकारान्तात् +अकारान्तादङ्गादुत्तरस्य +अकारान्तादिति +अकारान्तो +अकारान्तोत्तरपदो +अकारान्तोऽपि +अकारि +अकारिषं +अकारिषमिति +अकारिषम् +अकारी +अकारीति +अकारीत् +अकारे +अकारेण +अकारो +अकार्क्षीत् +अकार्पण्यं +अकार्पण्यम् +अकार्य +अकार्यं +अकार्यः +अकार्यकरणे +अकार्यकारिणां +अकार्यत्वाच्च +अकार्यत्वात् +अकार्यमपि +अकार्यमेव +अकार्यम् +अकार्यस्य +अकार्याणां +अकार्ये +अकार्येषु +अकार्य्यं +अकार्षं +अकार्षम् +अकार्षीः +अकार्षीत् +अकार्षुः +अकार्ष्म +अकाल +अकालः +अकालकं +अकालकुसुमानीव +अकालजं +अकालपलितं +अकालप्रसवा +अकालमरणं +अकालमृत्युः +अकालमृत्युशमनं +अकालमृत्युहरणं +अकालयन्त +अकालस्ते +अकालात् +अकाली +अकालीदलम् +अकालीदलस्य +अकाले +अकालेऽतिप्रसङ्गाच्च +अकालेऽपि +अकालेऽप्यथवा +अकालो +अका॑रि +अकि +अकिंचन +अकिंचनः +अकिंचना +अकिंचित्करतां +अकिञ्चन +अकिञ्चनः +अकिञ्चनस्य +अकिञ्चनानां +अकिञ्चनो +अकिञ्चित्करत्वात् +अकिञ्चित्करस्य +अकित +अकितः +अकिति +अकितोऽभ्यासस्य +अकिमेनिड् +अकिरत् +अकिरा +अकिल्विषाः +अकीर्तिं +अकीर्तिः +अकीर्तिकरम् +अकीर्तेः +अकु +अकुटिलं +अकुतोभयः +अकुतोभयम् +अकुत्सिते +अकुरुत +अकुरुतम् +अकुरुतां +अकुरुताम् +अकुर्म +अकुर्म्म +अकुर्वंस् +अकुर्वत +अकुर्वतः +अकुर्वतां +अकुर्वतो +अकुर्वत॒ +अकुर्वन् +अकुर्वन्नपि +अकुर्वन्निति +अकुर्वन्विहितं +अकुर्वाणः +अकुर्वि +अकुर्व्वन् +अकुलं +अकुलवीरं +अकुला +अकुलीनः +अकुलीनोऽपि +अकुले +अकुशल +अकुशलं +अकुशलः +अकुशलम् +अकुशलस्य +अकुशला +अकुशलाः +अकुशले +अकुशलो +अकुसीदस्य +अकुहविसर्जनीयानां +अकूटं +अकूटैरायुधैर्यान्ति +अकूपार +अकूपारं +अकूपारः +अकूपारस्य +अकूपाराय +अकूपारो +अकृ +अकृक्षत +अकृक्षतेति +अकृक्षत् +अकृक्षाताम् +अकृच्छ्रं +अकृच्छ्रे +अकृच्छ्रेण +अकृञः +अकृणुत +अकृणुतम् +अकृणोः +अकृणोतन +अकृणोत् +अकृणोदु +अकृणोद् +अकृणोरु +अकृणोर् +अकृण्वत +अकृण्वन् +अकृण्वन्नमृतस्य +अकृत +अकृतं +अकृतः +अकृतकारं +अकृतज्ञा +अकृतबुद्धित्वात् +अकृतभवनन्यासाः +अकृतम् +अकृतव्यूहपरिभाषया +अकृतव्यूहपरिभाषाया +अकृतव्यूहा +अकृतव्यूहाः +अकृतव्रण +अकृता +अकृतात्मनां +अकृतात्मानः +अकृतानि +अकृताभ्यागम +अकृताभ्यागमकृतविप्रणाशप्रसङ्गपरिहारमुक्तस्यार्थस्य +अकृतायां +अकृतार्थ +अकृतार्थं +अकृतार्थः +अकृतार्थेऽपि +अकृतार्यभटः +अकृती +अकृते +अकृतेति +अकृतेन +अकृतेपि +अकृतेऽपि +अकृतो +अकृत् +अकृत्य +अकृत्यं +अकृत्यान् +अकृत्रिम +अकृत्रिमं +अकृत्रिमः +अकृत्रिमत्त्वात् +अकृत्रिमपवित्रभूपरिग्रहः +अकृत्रिममनाद्यन्तं +अकृत्रिमा +अकृत्रिमाः +अकृत्रिमार्थे +अकृत्वा +अकृत्वापि +अकृत्वैव +अकृत्सार्व +अकृत्सार्वधातुकयो +अकृत्सार्वधातुकयोः +अकृत्सार्वधातुकयोरिति +अकृत्सार्वधातुकयोर्दीर्घः +अकृत्स्न +अकृत्स्नविदः +अकृत्स्ना +अकृत्स्नो +अकृथाः +अकृद्यकारे +अकृन्तत् +अकृन्तन् +अकृन्तन्नवयन् +अकृन्तन्नवयन्या +अकृपन्त +अकृशं +अकृशस्यापि +अकृशाश्वः +अकृषत +अकृषाताम् +अकृषि +अकृष्ट +अकृष्टं +अकृष्टपच्यम् +अकृष्टपच्या +अकृष्टपच्याः +अकृष्टा +अकृष्टे +अकृष्ण +अकृष्णं +अकृष्णः +अकृ॑णोः +अकृ॑णोत् +अकृ॑णोदु +अकृ॑ण्वत +अकृ॑ण्वन् +अकॅडमी +अके +अकें +अकेडमी +अकेतवे +अकेन +अकेनोर्भविष्यदाधमर्ण्ययोः +अकेला +अकेली +अकेले +अकेशा +अकेशिया +अको +अकोः +अकोणो +अकोपो +अकोरत् +अकोला +अकोलामण्डलं +अकोलामण्डलम् +अकोषि +अकोषीत् +अकोऽकि +अकौशलम् +अक् +अक्क +अक्कमहादेवी +अक्का +अक्के +अक्खिदत् +अक्खिद्रा +अक्टुबर +अक्टुबर् +अक्टूबर +अक्टोबर +अक्टोबरमासतः +अक्टोबरमासस्य +अक्टोबरमासे +अक्टोबर् +अक्टोबर्मासस्य +अक्त +अक्तं +अक्तः +अक्तम् +अक्तया +अक्तवः +अक्ता +अक्ताः +अक्ति +अक्तुं +अक्तुः +अक्तुबर +अक्तुभिः +अक्तुम् +अक्तुरिति +अक्तुऽभिः +अक्तून् +अक्तूबर +अक्ते +अक्तो +अक्तोः +अक्त्वा +अक्बरः +अक्बरपुरम् +अक्बरस्य +अक्बर् +अक्र +अक्रंसत +अक्रः +अक्रत +अक्रतुः +अक्रन् +अक्रन्कर्म +अक्रन्दः +अक्रन्दत् +अक्रन्ददग्निः +अक्रन्दद् +अक्रन्निति +अक्रन्निमं +अक्रन्न् +अक्रम +अक्रमं +अक्रमः +अक्रमणं +अक्रमत +अक्रमम् +अक्रमाच्छेफसो +अक्रमातिशयोक्तिः +अक्रमीत् +अक्रमीदभि +अक्रमीद् +अक्रमुः +अक्रमे +अक्रमेण +अक्राक्षीत् +अक्रान् +अक्रान्त्समुद्रः +अक्रामत् +अक्रि +अक्रिय +अक्रियः +अक्रियत +अक्रियन्त +अक्रियमाणस्य +अक्रियमाणे +अक्रिया +अक्रियायां +अक्रीडत् +अक्रीणन् +अक्रीणात् +अक्रीतं +अक्रुक्षत् +अक्रुध्यत +अक्रुध्यत् +अक्रुध्यन् +अक्रूर +अक्रूरं +अक्रूरः +अक्रूरश्च +अक्रूरस्तु +अक्रूरस्य +अक्रूरागमनं +अक्रूराय +अक्रूरे +अक्रूरेण +अक्रूरेति +अक्रूरो +अक्रूरोऽपि +अक्रो +अक्रोध +अक्रोधं +अक्रोधः +अक्रोधन +अक्रोधनः +अक्रोधनश्च +अक्रोधना +अक्रोधनाः +अक्रोधनैः +अक्रोधनो +अक्रोधादयः +अक्रोधेन +अक्रोधो +अक्रौ +अक्र॑त +अक्र॑न्दद॒ग्निः +अक्र॑मुः +अक्ल +अक्लिष्ट +अक्लिष्टं +अक्लिष्टा 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+अखण्डमण्डलाकारं +अखण्डम् +अखण्डयत् +अखण्डवस्त्वनवलम्बनेन +अखण्डस्य +अखण्डा +अखण्डानन्द +अखण्डानन्दः +अखण्डानन्दस्य +अखण्डित +अखण्डितं +अखण्डितः +अखण्डितम् +अखण्डिता +अखण्डे +अखण्डेति +अखण्डैकरसं +अखण्डैकरसः +अखण्डैकरसत्वेन +अखण्डैकरसा +अखण्डैकरसो +अखण्डो +अखनत् +अखनत्ऽ +अखनन् +अखर्वगर्वस्मितदन्तुरेण +अखर्वेण +अखा +अखाते +अखादत् +अखाभगतः +अखि +अखिल +अखिलं +अखिलः +अखिलभारत +अखिलभारतस्य +अखिलभारतीय +अखिलमपि +अखिलमिति +अखिलम् +अखिलस्य +अखिला +अखिलां +अखिलाः +अखिलात्मनि +अखिलानां +अखिलानि +अखिलान् +अखिले +अखिलेति +अखिलेन +अखिलेषु +अखिलैः +अखिलो +अखेदं +अख्तर +अख्य +अख्यत +अख्यत् +अख्यदा +अख्यद् +अख्यन् +अख्यम् +अख्यातिः +अख्यातिवादनिरासः +अख्यातिवादी +अख्यातिवादोत्थापनम् +अख्य॒दा +अग +अगं +अगः +अगच्छ +अगच्छं +अगच्छः +अगच्छत +अगच्छतम् +अगच्छतां +अगच्छताम् +अगच्छति +अगच्छत् +अगच्छद् +अगच्छद्वडवा +अगच्छन् +अगच्छन्न् +अगच्छम् +अगणयन् +अगणित +अगणितसृणिभिः +अगणिता +अगणिताः +अगण्यानि +अगतं +अगतः +अगता +अगतासून् +अगति +अगतिं +अगतिः +अगतिका +अगतीनां +अगते +अगतेः +अगतो +अगत्य +अगत्या +अगत्वा +अगद 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+अगोह्य +अगोह्यम् +अगोह्यस्य +अगौ +अगौः +अग् +अग्गदो +अग्न +अग्नः +अग्नआयाहि +अग्नम् +अग्नय +अग्नयः +अग्नयःऽ +अग्नयश् +अग्नयश्च +अग्नयस् +अग्नये +अग्नयेऽनीकवते +अग्नयेऽनुब्रूहि +अग्नयो +अग्ना +अग्नामरुतौ +अग्नायी +अग्नायीम् +अग्नावग्निरिति +अग्नावग्निश्चरति +अग्नावपि +अग्नावाधायेत्यन्तं +अग्नाविति +अग्नाविव +अग्नाविष्णुभ्यां +अग्नाविष्णुभ्यामिदम् +अग्नाविष्णू +अग्नावेव +अग्नाव् +अग्नाशय +अग्नाशयः +अग्नाशयस्य +अग्ना॑विष्णू॒ +अग्नि +अग्निँ +अग्निं +अग्निः +अग्निःऽ +अग्निकः +अग्निकम्पिताः +अग्निकर्म +अग्निकर्मणि +अग्निकर्म्म +अग्निकल्पो +अग्निकाण्डे +अग्निकारी +अग्निकार्य +अग्निकार्यं +अग्निकार्यविधिः +अग्निकार्ये +अग्निकार्योक्तमाचरेत् +अग्निकार्य्यं +अग्निकुण्ड +अग्निकुण्डं +अग्निकुण्डस्य +अग्निकुण्डे +अग्निकुमाररसः +अग्निकुमारशब्दे +अग्निके +अग्निकेतुश्च +अग्निको +अग्निकोणमें +अग्निकोणे +अग्निक्रीडा +अग्निगर्भः +अग्निगोदानो +अग्निगोलकस्य +अग्निचयनं +अग्निचयनम् +अग्निचयनस्य +अग्निचयने +अग्निचितः +अग्निचिति +अग्निचितिः +अग्निचित् +अग्निचिदत्र +अग्निचिद् +अग्निचिन् +अग्निजले +अग्निजा +अग्निजार +अग्निजारवृक्षः +अग्निजिह्वा +अग्निजिह्वाः +अग्निजिह्वो +अग्निज्वाला +अग्निज्वालो +अग्निञ्च +अग्नितः +अग्नितप्तं +अग्नितप्तेन +अग्नितीर्थं +अग्नितीर्थमिति +अग्नितीर्थस्य +अग्नितीर्थे +अग्नितो +अग्नित्वं +अग्निदग्ध +अग्निदग्धं +अग्निदग्धा +अग्निदग्धाः +अग्निदग्धाश्च +अग्निदत्तो +अग्निदमनी +अग्निदा +अग्निदाह +अग्निदाहं +अग्निदाहे +अग्निदाहो +अग्निदीपनत्वम् +अग्निदेव +अग्निदेवः +अग्निदेवता +अग्निदेवताके +अग्निदेवत्यं +अग्निदेवत्यम् +अग्निदेवत्या +अग्निदेवत्याः +अग्निदेवत्यानुष्टुप् +अग्निदेवत्ये +अग्निदेवस्य +अग्निदो +अग्निदोगरदश्चैव +अग्निधाने +अग्निना +अग्निनाग्निः +अग्निनाग्ने +अग्निनाऽग्निः +अग्निनेत्राः +अग्निनेत्रेभ्यो +अग्निनेन्द्रेण +अग्निनेव +अग्निनैव +अग्निपद +अग्निपदादिभ्य +अग्निपर्वतः +अग्निपुत्रः +अग्निपुरा +अग्निपुराण +अग्निपुराणम् +अग्निपुराणस्य +अग्निपुराणे +अग्निपुराणो +अग्निपुराने +अग्निपुराले +अग्निपूजा +अग्निपृथिव्यौ +अग्निप्रणयनं +अग्निप्रणयनम् +अग्निप्रणयने +अग्निप्रवेशं +अग्निप्रवेशनं +अग्निप्रवेशे +अग्निप्रस्तरः +अग्निभय +अग्निभयं +अग्निभिः +अग्निभिर् +अग्निभिर्ब्रह्म +अग्निभूत +अग्निभूतम् +अग्निभेदे +अग्निभ्य +अग्निभ्यः +अग्निभ्याम् +अग्निभ्यो +अग्निम +अग्निमग्न +अग्निमग्निं +अग्निमग्निम् +अग्निमत्येव +अग्निमद्य +अग्निमद्येति +अग्निमध्ये +अग्निमन्थः +अग्निमन्थने +अग्निमन्थवृक्षः +अग्निमन्थवृक्षे +अग्निमन्थो +अग्निमभि +अग्निमय +अग्निमयक्षत +अग्निमवसे +अग्निमश्वत्थादधि +अग्निमादधीयाताम् +अग्निमाधाय +अग्निमान् +अग्निमान्द्यं +अग्निमान्द्यम् +अग्निमान्द्ये +अग्निमान्‌ +अग्निमामादं +अग्निमारुतम् +अग्निमारुतसम्भव +अग्निमारुते +अग्निमाविशते +अग्निमिति +अग्निमित्रः +अग्निमिध्वा +अग्निमिन्द्रं +अग्निमिन्धः +अग्निमिन्धत +अग्निमिन्धते +अग्निमिन्धे +अग्निमिन्धो +अग्निमिव +अग्निमीडे +अग्निमील +अग्निमीले +अग्निमीळे +अग्निमीळेऽग्निं +अग्निमुखप्रयोगः +अग्निमुखविधिः +अग्निमुखा +अग्निमुखान् +अग्निमुखी +अग्निमुखो +अग्निमुद्वास्य +अग्निमुपतिष्ठते +अग्निमुपसमाधाय +अग्निमें +अग्निमेव +अग्निम् +अग्निम्̇ +अग्निम्‌ +अग्नियों +अग्नियोगः +अग्निरग्रे +अग्निरजायत +अग्निरत्र +अग्निरत्रिं +अग्निरनुष्टुप् +अग्निरपि +अग्निरवमो +अग्निरश्विना +अग्निरसि +अग्निरस्मि 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+अग्निष्वात्तास्तथैव +अग्निष्वात्तास्तु +अग्निष्व् +अग्निसंबन्धि +अग्निसंयोगस्य +अग्निसंयोगात् +अग्निसन्दीपनं +अग्निसमीपे +अग्निसात् +अग्निसात्सम्पद्यते +अग्निसाद्भवति +अग्निसे +अग्निसोमौ +अग्निस् +अग्निस्तत्र +अग्निस्तम्भनं +अग्निस्तम्भनमुत्तमम् +अग्निस्तस्य +अग्निस्तिग्मेन +अग्निस्तिग्मेनेति +अग्निस्तु +अग्निस्ते +अग्निस्तोकः +अग्निस्त्रिष्टुप् +अग्निस्थं +अग्निस्थाने +अग्निस्थापन +अग्निस्थालीं +अग्निस्थो +अग्निस्वात्ता +अग्निहोत्र +अग्निहोत्रं +अग्निहोत्रचन्द्रिका +अग्निहोत्रदर्शपूर्णमासज्योतिष्टोमादयस्तैर्बहुलां +अग्निहोत्रफलं +अग्निहोत्रफला +अग्निहोत्रमिव +अग्निहोत्रमेव +अग्निहोत्रम् +अग्निहोत्ररता +अग्निहोत्रशब्दस्य +अग्निहोत्रशब्दो +अग्निहोत्रस्य +अग्निहोत्रहवणी +अग्निहोत्रहवणीं +अग्निहोत्रहवण्या +अग्निहोत्रहवण्यां +अग्निहोत्राणि +अग्निहोत्रात् +अग्निहोत्रादयः +अग्निहोत्रादि +अग्निहोत्रादिकं +अग्निहोत्रादिकर्म +अग्निहोत्रादिकर्माणि +अग्निहोत्रादीनां +अग्निहोत्रादीनि +अग्निहोत्रादेः +अग्निहोत्रादौ +अग्निहोत्राद् +अग्निहोत्राय +अग्निहोत्रार्थं +अग्निहोत्रिणः +अग्निहोत्रिणि 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+अघमखिलमपास्यन् +अघमर्षण +अघमर्षणं +अघमर्षणम् +अघमर्षणसूक्तेन +अघमेव +अघम् +अघयति +अघवन् +अघशँस +अघशंस +अघशंसं +अघशंसः +अघशंसहा +अघशंसऽहा +अघशंसाय +अघशꣳस +अघसत् +अघसन् +अघस्य +अघऽयतः +अघऽयवः +अघऽयोः +अघऽशंसः +अघा +अघाः +अघात् +अघानां +अघानि +अघानिष्यत +अघाय +अघायत +अघायतः +अघायति +अघायवः +अघायवो +अघायुः +अघायुरिन्द्रियारामो +अघायोः +अघाय॒तः +अघासु +अघासुरवधवर्णनम् +अघासुरो +अघि +अघिमास +अघुक्षत् +अघुषत् +अघृणिः +अघे +अघेन +अघो +अघोः +अघोयत्र +अघोर +अघोरं +अघोरः +अघोरचक्षुः +अघोरचक्षुरपतिघ्न्येधि +अघोरस्य +अघोरहृदयाय +अघोरा +अघोराः +अघोराय +अघोरास्त्रं +अघोरास्त्रेण +अघोरे +अघोरेण +अघोरेभ्य +अघोरेभ्यः +अघोरेभ्योऽथ +अघोरो +अघोष +अघोषः +अघोषयत् +अघोषयन् +अघोषा +अघोषाः +अघोषाश्च +अघोषीत् +अघोषे +अघोस् +अघौघसंक्षयं +अघ्नत +अघ्नन् +अघ्निया +अघ्नियासु +अघ्निये +अघ्न्यम् +अघ्न्या +अघ्न्याः +अघ्न्यादयश्च +अघ्न्यानां +अघ्न्यानाम् +अघ्न्यायाः +अघ्न्ये +अघ्न्येयं +अघ्न्ये॒ +अघ्रात् +अङ +अङादेशः +अङि +अङितश्च +अङिति +अङित्त्वात् +अङ् +अङ्क +अङ्कं +अङ्कः +अङ्कगणना +अङ्कगणितम् +अङ्कणे +अङ्कति +अङ्कते +अङ्कन +अङ्कनं +अङ्कनम् +अङ्कने +अङ्कपरिवर्तकम् +अङ्कपरिवर्तनम् +अङ्कमारोपयामास +अङ्कमारोप्य +अङ्कम् +अङ्कयति +अङ्कयित्वा +अङ्कयेत् +अङ्कयोः +अङ्करः +अङ्कशास्त्रे +अङ्कसं +अङ्कसंज्ञा +अङ्कसम् +अङ्कस्य +अङ्का +अङ्काः +अङ्कात् +अङ्कानां +अङ्कानि +अङ्कान् +अङ्कान्ते +अङ्काभावे +अङ्कित +अङ्कितं +अङ्कितः +अङ्कितम् +अङ्किता +अङ्किताः +अङ्कितानि +अङ्कितेन +अङ्कीयक्षेत्रे +अङ्कीयतालकम् +अङ्कीयतालकस्य +अङ्कीयभारतम् +अङ्कीयभारतस्य +अङ्कु +अङ्कुपं +अङ्कुर +अङ्कुरं +अङ्कुरः +अङ्कुरस्य +अङ्कुरस्यापि +अङ्कुरस्याभिनिर्वृत्तिर्भवति +अङ्कुरा +अङ्कुराः +अङ्कुराणां +अङ्कुरादिकं +अङ्कुरादौ +अङ्कुरानर्पयेद् +अङ्कुरान् +अङ्कुराय +अङ्कुरार्पण +अङ्कुरार्पणं +अङ्कुरार्पणकादूर्ध्वं +अङ्कुरार्पणपूर्वं +अङ्कुरार्पणमारभ्य +अङ्कुरार्पणहीने +अङ्कुरित +अङ्कुरितः +अङ्कुरितो +अङ्कुरे +अङ्कुरैरिव +अङ्कुरो +अङ्कुश +अङ्कुशं +अङ्कुशः +अङ्कुशाय +अङ्कुशेन +अङ्कुशो +अङ्के +अङ्केन +अङ्केनादाय +अङ्केषु +अङ्केितसंख्या +अङ्कैः +अङ्कैस् +अङ्को +अङ्कों +अङ्कोठवृक्षः +अङ्कोठवृक्षे +अङ्कोल +अङ्कोलं +अङ्कोलस्य +अङ्कौ +अङ्क्ता +अङ्क्ताम् +अङ्क्ते +अङ्क्त्वा +अङ्क्यते +अङ्ग +अङ्गं +अङ्गः +अङ्गकानि +अङ्गकार्ये +अङ्गकोरवाटम् +अङ्गगात्र +अङ्गगुणविरोधे +अङ्गग्रहणं +अङ्गच् +अङ्गजा +अङ्गजातं +अङ्गञ्च +अङ्गणं +अङ्गणम् +अङ्गणे +अङ्गतया +अङ्गति +अङ्गतीत्यग्निः +अङ्गत्वं +अङ्गत्वम् +अङ्गत्वे +अङ्गत्वेन +अङ्गद +अङ्गदं +अङ्गदः +अङ्गदस्तु +अङ्गदस्य +अङ्गदी +अङ्गदे +अङ्गदेन +अङ्गदेशे +अङ्गदैः +अङ्गदो +अङ्गनं +अङ्गनम् +अङ्गना +अङ्गनाः +अङ्गनाओ +अङ्गनाओं +अङ्गनादिगुणयुक्तो +अङ्गनानां +अङ्गनानाम् +अङ्गनायाः +अङ्गनि +अङ्गने +अङ्गन्यासं +अङ्गन्यासः +अङ्गन्यासकरन्यासौ +अङ्गप्रत्यारोपणम् +अङ्गभावं +अङ्गभूत +अङ्गभूतं +अङ्गभूतः +अङ्गभूतम् +अङ्गभूतस्य +अङ्गभूता +अङ्गभूताः +अङ्गभूतानां +अङ्गमङ्गं +अङ्गमन्ये +अङ्गमस्य +अङ्गमिति +अङ्गमेव +अङ्गम् +अङ्गयुक्तं +अङ्गरचनाविज्ञानी +अङ्गराग +अङ्गरागं +अङ्गरागः +अङ्गरागेण +अङ्गराज +अङ्गराजेन +अङ्गराजो +अङ्गरेखाः +अङ्गवत् +अङ्गविकारः +अङ्गविद्या +अङ्गवृत्तपरिभाषया +अङ्गवृत्ते +अङ्गशब्दस्य +अङ्गशब्दे +अङ्गसंज्ञक +अङ्गसंज्ञा +अङ्गस्य +अङ्गस्येति +अङ्गस्येत्यधिकृत +अङ्गस्येत्यधिकृतम् +अङ्गस्येत्याधिकृत +अङ्गहार +अङ्गहारः +अङ्गहीनं +अङ्गहीना +अङ्गहीने +अङ्गहीनो +अङ्गहोमं +अङ्गहोमे +अङ्गह्ारः +अङ्गा +अङ्गाः +अङ्गाइं +अङ्गाङ्गिभावेन +अङ्गात् +अङ्गात्कल्याणे +अङ्गादङ्गात् +अङ्गादङ्गात्संभवसि +अङ्गादङ्गात्सम्भवसि +अङ्गादङ्गादिति +अङ्गादि +अङ्गादिति +अङ्गाद् +अङ्गाधिकारे +अङ्गानाँ +अङ्गानां +अङ्गानामङ्गिना +अङ्गानामपूर्वप्रयुक्तत्वम् +अङ्गानाम् +अङ्गानि +अङ्गानीति +अङ्गान् +अङ्गान्यन्या +अङ्गान्यभूषितान्येव +अङ्गान्यस्य +अङ्गान्यस्यास्तु +अङ्गान्येतानि +अङ्गान्य् +अङ्गाय +अङ्गार +अङ्गारं +अङ्गारः +अङ्गारक +अङ्गारकं +अङ्गारकः +अङ्गारकस्य +अङ्गारकाय +अङ्गारके +अङ्गारको +अङ्गारधानिका +अङ्गारपांशुवर्षे +अङ्गारम् +अङ्गारवत् +अङ्गारस्य +अङ्गारा +अङ्गाराः +अङ्गाराणां +अङ्गारान् +अङ्गारिणी +अङ्गारीयाणि +अङ्गारे +अङ्गारेण +अङ्गारेषु +अङ्गारैः +अङ्गारैर् +अङ्गारोपरि +अङ्गावबद्धास्तु +अङ्गाश्रितास्त्वलङ्कारा +अङ्गि +अङ्गिका +अङ्गिकाभाषा +अङ्गित्वं +अङ्गित्वानुपपत्तेश्च +अङ्गिनं +अङ्गिनः +अङ्गिनां +अङ्गिनि +अङ्गिनो +अङ्गिर +अङ्गिरः +अङ्गिरःऽतमः +अङ्गिरःऽभिः +अङ्गिरःऽभ्यः +अङ्गिरस +अङ्गिरसं +अङ्गिरसः +अङ्गिरसश् +अङ्गिरसश्च +अङ्गिरसा +अङ्गिरसां +अङ्गिरसांसंक्रोशः +अङ्गिरसान्त्वा +अङ्गिरसामयनं +अङ्गिरसाम् +अङ्गिरसे +अङ्गिरसो +अङ्गिरस् +अङ्गिरस्तम +अङ्गिरस्तमः +अङ्गिरस्वत् +अङ्गिरस्वद् +अङ्गिरस्वान् +अङ्गिरा +अङ्गिराः +अङ्गिराश्च +अङ्गिराश्चैव +अङ्गिरो +अङ्गिरोभिः +अङ्गिरोभिर् +अङ्गिरोभिश् +अङ्गिरोभ्य +अङ्गिरोभ्यः +अङ्गिरोभ्यो +अङ्गिर॒ +अङ्गिर॒स्वत् +अङ्गि॑रःऽतमः +अङ्गि॑रःऽभिः +अङ्गि॑रःऽभ्यः +अङ्गि॑रसः +अङ्गि॑रसाम् +अङ्गि॑रसो +अङ्गि॑रसो॒ +अङ्गि॑रस्वान् +अङ्गि॑राः +अङ्गि॑रा॒ +अङ्गी +अङ्गीकरोति +अङ्गीकरोतु +अङ्गीकरोमि +अङ्गीकरोषि +अङ्गीकर्तव्यः +अङ्गीकर्तुं +अङ्गीकर्तुम् +अङ्गीकार +अङ्गीकारं +अङ्गीकारः +अङ्गीकारे +अङ्गीकार्यमिति +अङ्गीकुरु +अङ्गीकुर्मः +अङ्गीकुर्वन्ति +अङ्गीकृत +अङ्गीकृतं +अङ्गीकृतः +अङ्गीकृतत्वात् +अङ्गीकृतम् +अङ्गीकृतवती +अङ्गीकृतवन्तः +अङ्गीकृतवान् +अङ्गीकृतशरीरद्वयः +अङ्गीकृता +अङ्गीकृताः +अङ्गीकृतानि +अङ्गीकृते +अङ्गीकृत्य +अङ्गीकृत्यापि +अङ्गीक्रियते +अङ्गीक्रियन्ते +अङ्गीचकार +अङ्गीचक्रुः +अङ्गीचक्रे +अङ्गीति +अङ्गीभूतयोगमाहात्म्यमेवोक्तं +अङ्गीरसः +अङ्गु +अङ्गुल +अङ्गुलं +अङ्गुलः +अङ्गुलमण्डलम् +अङ्गुलम् +अङ्गुलय +अङ्गुलयः +अङ्गुलयो +अङ्गुलस्य +अङ्गुला +अङ्गुलानां +अङ्गुलानि +अङ्गुलायां +अङ्गुलि +अङ्गुलिं +अङ्गुलिः +अङ्गुलिनामैतत् +अङ्गुलिभिः +अङ्गुलिभ्यां +अङ्गुलिमुद्रा +अङ्गुलिमूले +अङ्गुलियों +अङ्गुलिविन्यासः +अङ्गुली +अङ्गुलीं +अङ्गुलीः +अङ्गुलीअअं +अङ्गुलीनां +अङ्गुलीभिः +अङ्गुलीभिरिव +अङ्गुलीभ्यां +अङ्गुलीयं +अङ्गुलीयकं +अङ्गुलीयकम् +अङ्गुलीयम् +अङ्गुलीयाः +अङ्गुलीषु +अङ्गुले +अङ्गुलेः +अङ्गुलेन +अङ्गुलेर्दारुणि +अङ्गुलैः +अङ्गुलौ +अङ्गुल्यः +अङ्गुल्यग्रलघुक्रियाप्रविलयिन्यादीयमाने +अङ्गुल्यग्रे +अङ्गुल्यग्रेण +अङ्गुल्यग्रेषु +अङ्गुल्यश्च +अङ्गुल्या +अङ्गुल्यां +अङ्गुल्याः +अङ्गुल्यादिभ्यष्ठक् +अङ्गुल्यो +अङ्गुल्योरेव +अङ्गुल्यौ +अङ्गुळी +अङ्गुष्टस्य +अङ्गुष्टेन +अङ्गुष्ठ +अङ्गुष्ठं +अङ्गुष्ठः +अङ्गुष्ठतर्जनीभ्यां +अङ्गुष्ठपर्व +अङ्गुष्ठमात्र +अङ्गुष्ठमात्रं +अङ्गुष्ठमात्रः +अङ्गुष्ठमात्रो +अङ्गुष्ठमूलस्य +अङ्गुष्ठमूले +अङ्गुष्ठम् +अङ्गुष्ठस्य +अङ्गुष्ठाग्रं +अङ्गुष्ठाग्रे +अङ्गुष्ठाग्रेण +अङ्गुष्ठाङ्गुलियोगेन +अङ्गुष्ठादि +अङ्गुष्ठादिकनिष्ठान्तं +अङ्गुष्ठानामिकाभ्यां +अङ्गुष्ठाभ्यां +अङ्गुष्ठे +अङ्गुष्ठेति +अङ्गुष्ठेन +अङ्गुष्ठेनोपमध्यमया +अङ्गुष्ठो +अङ्गुष्ठौ +अङ्गे +अङ्गेअङ्गे +अङ्गेति +अङ्गेन +अङ्गेनाङ्गं +अङ्गेभ्य +अङ्गेभ्यः +अङ्गेभ्यो +अङ्गेर्नलोपश्च +अङ्गेषु +अङ्गेष्वाभरणं +अङ्गेऽङ्गे +अङ्गे॒ +अङ्गै +अङ्गैः +अङ्गैः॑ +अङ्गैरन्तर्निहितवचनैः +अङ्गैर् +अङ्गैश्च +अङ्गैस् +अङ्गो +अङ्गों +अङ्गोपाङ्गानि +अङ्गोपेता +अङ्गोला +अङ्गौ +अङ्ग् +अङ्ग्धि +अङ्ग्यकरोत् +अङ्ग्यते +अङ्ग्याः +अङ्ग्रेजी +अङ्घते +अङ्घारिरसि +अङ्घो +अङ्घ्रि +अङ्घ्रिः +अङ्घ्रिणा +अङ्घ्री +अङ्धि +अङ्प्रत्ययः +अङ्विधौ +अङ्‌गिरा +अच +अचं +अचः +अचकथत् +अचकमत +अचकलत् +अचकाणत् +अचकात् +अचकाद् +अचकासीत् +अचक्रया +अचक्रे +अचक्षुः +अचक्षुर्विषयं +अचक्षुर्विषये +अचचेष्टत् +अचञ्चलः +अचञ्चला +अचञ्चले +अचति +अचतुर +अचतुरः +अचतुरविचतुरेत्यादिना +अचतुर्थाश्रमीति +अचतुर्वदनो +अचपला +अचम् +अचर +अचरं +अचरः +अचरत् +अचरन्ती +अचरम +अचरांश्च +अचरित्वा +अचल +अचलं +अचलः +अचलति +अचलत् +अचलत्वं +अचलत्वादेव +अचलनाय +अचलन्ती +अचलमचलमाक्रम्याक्रम्य +अचलमिति +अचलम् +अचलसिंहस्य +अचलस्य +अचला +अचलां +अचलाः +अचलानन्दः +अचलानां +अचलानि +अचलाश्च +अचले +अचलेन +अचलो +अचश्च +अचष्ट +अचस्तास्वत् +अचस्तास्वत्थल्यनिटो +अचस्तास्वदिति +अचा +अचां +अचाकशम् +अचाञ्चल्यम् +अचानक +अचापलं +अचापलम् +अचापि +अचामादेः +अचामादेरचः +अचार +अचारिषं +अचारिषम् +अचारुः +अचार्य +अचालयत् +अचि +अचिंतयत् +अचिकीर्तत् +अचिक्रदत् +अचिक्रददिन्द्रस्य +अचिक्रदद् +अचिक्रदद्वने +अचिक्रदद्वृषा +अचिचेष्टत् +अचित +अचितः +अचिति +अचित् +अचित्त +अचित्तं +अचित्तहस्तिधेनोष्ठक् +अचित्तान् +अचित्तिम् +अचित्ती +अचित्त्या +अचिद् +अचिध्वं +अचिध्वम् +अचिनवम् +अचिनुत +अचिनोत् +अचिन्तयं +अचिन्तयच् +अचिन्तयच्च +अचिन्तयञ्च +अचिन्तयतः +अचिन्तयत् +अचिन्तयन् +अचिन्तयन्ती +अचिन्तयित्वा +अचिन्तितानि +अचिन्तिय +अचिन्तिया +अचिन्त्य +अचिन्त्यं +अचिन्त्यः +अचिन्त्यकर्मा +अचिन्त्यमहिमा +अचिन्त्यम् +अचिन्त्यरचनारूपं +अचिन्त्यरूपं +अचिन्त्यरूपम् +अचिन्त्या +अचिन्त्याः +अचिन्त्याव्यक्तरूपाय +अचिन्त्ये +अचिन्त्यो +अचिन्त्योऽयं +अचिन्वत +अचिन्वन् +अचिर +अचिरं +अचिरज्वरितस्यापि +अचिरमेव +अचिरा +अचिराच्च +अचिरात् +अचिरात्तु +अचिरादिति +अचिरादेव +अचिराद् +अचिराल्लभते +अचिरेण +अचिरेणातिचक्राम +अचिरेणैव +अचिरोपनतां +अचिरोपपन्नस्य +अचिहात् +अचि॑क्रदत् +अचि॑क्रद॒द्वृषा॒ +अचि॑त्ती॒ +अचि॑ध्वम् +अची +अचीकणत् +अचीकमत +अचीकरत +अचीकरत् +अचीकृतत् +अचीक्लृपं +अचीति +अचीत्यनुवर्तते +अचीत्युच्यते +अचीत्येव +अचु +अचुच्यवत् +अचुच्यवीतन +अचुच्यवुः +अचुच्यवुर् +अचु॑च्यवुः +अचू +अचूचुरत् +अचे +अचेत +अचेतः +अचेतन +अचेतनं +अचेतनः +अचेतनचित्तस्य +अचेतनत्वं +अचेतनत्वात् +अचेतनत्वेन +अचेतनम् +अचेतनश्च +अचेतनस्य +अचेतना +अचेतनाः +अचेतनात् +अचेतनानां +अचेतनानामपि +अचेतनानि +अचेतनाया +अचेतनायाः +अचेतने +अचेतनेति +अचेतनेषु +अचेतनेष्वपि +अचेतनेऽपि +अचेतनो +अचेतस +अचेतसः +अचेतसो +अचेताः +अचेति +अचेष्ट +अचेष्टन्त +अचेो +अचे॑ति +अचैतन्यं +अचैव +अचैषीत् +अचो +अचों +अचोदना +अचोदयः +अचोदयत् +अचोदसः +अचोदसो +अचोदितं +अचोद्यमानानि +अचोरं +अचोऽन्त्यादि +अचोऽपवादः +अचोऽस्पृष्टा +अचौक्षा +अच् +अच्कावशक्तौ +अच्च +अच्चकन्याजलपातः +अच्चयमासादयति +अच्चयम् +अच्चरिअं +अच्चरिअम् +अच्चाहिदं +अच्छ +अच्छं +अच्छः +अच्छगत्य +अच्छटिकां +अच्छति +अच्छन्दसि +अच्छन्दोमम् +अच्छब्दलोपश्छान्दसः +अच्छम् +अच्छम्बट्कारम् +अच्छरिअं +अच्छरीअं +अच्छळीअं +अच्छा +अच्छात् +अच्छान् +अच्छान्त +अच्छाभि +अच्छाभेरर्थे +अच्छाभेराप्तुमिति +अच्छायं +अच्छायः +अच्छायम् +अच्छावाक +अच्छावाकं +अच्छावाकः +अच्छावाकशब्दे +अच्छावाकशस्त्रे +अच्छावाकसाम +अच्छावाकसामम् +अच्छावाकस्य +अच्छावाकस्योक्थं +अच्छावाकाय +अच्छावाकीयम् +अच्छावाकीयाम् +अच्छावाको +अच्छा॑ +अच्छा॒ +अच्छा॒भि +अच्छि +अच्छित्त +अच्छिदत् +अच्छिद्यत +अच्छिद्र +अच्छिद्रं +अच्छिद्रः +अच्छिद्रम् +अच्छिद्रा +अच्छिद्राः +अच्छिद्राणि +अच्छिद्रावधारणं +अच्छिद्रे +अच्छिद्रेण +अच्छिनः +अच्छिनत् +अच्छिन्न +अच्छिन्नं +अच्छिन्नपत्राः +अच्छिन्नस्य +अच्छिन्ना +अच्छिन्नानि +अच्छिन्नो +अच्छि॑द्रा +अच्छि॑द्रा॒ +अच्छि॑द्रेण +अच्छि॑न्नपत्राः +अच्छी +अच्छीहिं +अच्छे +अच्छेति +अच्छेद्य +अच्छेद्यं +अच्छेद्यः +अच्छेद्योऽयमदाह्योऽयमक्लेद्योऽशोष्य +अच्छेद्योऽयमदाह्योऽयम् +अच्छेद्योऽयम् +अच्छेरं +अच्छेहीत्य् +अच्छैति +अच्छैत्सीत् +अच्छो +अच्छोक्तिभिः +अच्छोद +अच्छोदं +अच्छोदा +अच्छोद्य +अच्छ॑ +अच्परकत्वाभावात् +अच्प्रत्यन्वव +अच्प्रत्यन्ववपूर्वात्सामलोम्नः +अच्प्रत्ययः +अच्प्रत्यये +अच्प्रत्ययो +अच्यते +अच्यु +अच्युत +अच्युतं +अच्युतः +अच्युतक्षितये +अच्युतक्षित् +अच्युतक्षित्तमः +अच्युतक्षिदसि +अच्युतत् +अच्युतदासः +अच्युतपाजा +अच्युतमना +अच्युतम् +अच्युतरायः +अच्युतस्य +अच्युता +अच्युताः +अच्युतानंत +अच्युतानन्त +अच्युतानि +अच्युताय +अच्युताष्टकम् +अच्युते +अच्युतेति +अच्युतो +अच्यु॑तः +अच्यु॑तम् +अच्यु॑ता +अच्योतीत् +अच्योष्ट +अच्वेः +अच्वेरिति +अच्वौ +अच्सन्धि +अच्सन्धिप्रकरणम् +अच॑रन्ती॒ +अछ +अछा +अछि +अछिद्र +अछिद्रं +अछिद्रा +अछे +अछेोपस्य +अज +अजं +अजः +अजउत्त +अजउत्तस्स +अजउत्तो +अजकनाशं +अजकर्णः +अजकस्तस्य +अजकस्य +अजका +अजक्षत् +अजक्षीत् +अजक्षीरम् +अजक्षीरेण +अजग +अजगणत् +अजगन् +अजगन्त +अजगन्धा +अजगन्धिका +अजगर +अजगरं +अजगरः +अजगरसर्पे +अजगरा +अजगराः +अजगरे +अजगरेण +अजगरो +अजगल्लिका +अजगवं +अजग्रन्थत् +अजग्रभम् +अजघ्निवाꣳसम् +अजड +अजडं +अजडः +अजडा +अजडात्मा +अजडो +अजति +अजते +अजत्वं +अजत्वम् +अजत्वेन +अजथ +अजथ्या +अजदकोणः +अजन +अजनं +अजनत् +अजनन् +अजनन्त +अजनपदार्थ +अजनयं +अजनयः +अजनयत् +अजनयद् +अजनयन् +अजनयन्त +अजनयम् +अजनयस्त्वं +अजनि +अजनिढ्वं +अजनिष्ट +अजनिष्ठा +अजनीति +अजन् +अजन्त +अजन्तः +अजन्तनपुंसकलिङ्गप्रकरणम् +अजन्तनपुंसकलिङ्गे +अजन्तपुंलिङ्गप्रकरणम् +अजन्तपुलिङ्ग +अजन्तपुल्लिङ्ग +अजन्तस्त्रीलिङ्गप्रकरणम् +अजन्तस्त्रीलिङ्गे +अजन्तस्य +अजन्तस्येति +अजन्ता +अजन्ताकारवत्त्वाभावात् +अजन्तागुहाः +अजन्ताङ्गस्य +अजन्तानां +अजन्ति +अजन्मनि +अजन्मा +अजन्मानं +अजन्य +अजन्यं +अजपदः +अजपा +अजपाणिग्रहणः +अजपाल +अजपेयं +अजब +अजबस्ति +अजभुजस्य +अजमव्ययं +अजमिति +अजमीढ +अजमीढः +अजमीढस्य +अजमीढो +अजमेर +अजमेरमण्डलं +अजमेरमण्डलम् +अजमेरु +अजमेरू +अजमेषावनड्वाहं +अजमोदा +अजमोदादिकं +अजमोदायाम् +अजम् +अजय +अजयंस्ते +अजयः +अजयत +अजयत् +अजयत्साकमिन्द्रः +अजयद् +अजयन् +अजयपालः +अजयमेरु +अजयमेरुः +अजयमेरुदुर्गं +अजयमेरुदुर्गस्य +अजयमेरुदुर्गे +अजयमेरुप्रासादे +अजयमेरुम् +अजयमेरू +अजयमेरोः +अजयमेरौ +अजयराजः +अजयराजस्य +अजयस्तु +अजयस्त्वाह +अजया +अजयो +अजय् +अजय्यं +अजय्यः +अजर +अजरं +अजरः +अजरठत्वं +अजरत् +अजरम् +अजरयू +अजरश्चामरश्चैव +अजरसी +अजरस्य +अजरा +अजराः +अजराणि +अजरामरः +अजरामरतां +अजरामरवत् +अजरामरा +अजराय +अजरासः +अजरासस्ते +अजरे +अजरेखा +अजरेखायां +अजरेभिः +अजरो +अजरौ +अजर्घा +अजर्घाः +अजर्बैजान +अजर्बैजानी +अजर्यं +अजर्यम् +अजरꣳ +अजले +अजलोमानि +अजलोमैः +अजवाइन +अजविलापः +अजवीथी +अजवीथ्याश्च +अजशृङ्गी +अजशृङ्ग्यां +अजश्च +अजस +अजस् +अजस्तमांस्यप +अजस्तु +अजस्तुन्दं +अजस्य +अजस्येव +अजस्र +अजस्रं +अजस्रः +अजस्रमनुपक्षीणम् +अजस्रमिति +अजस्रमेव +अजस्रम् +अजस्रया +अजस्रा +अजस्रेण +अजस्रैः +अजस्वयंवराभिगमनः +अजस्स +अजहत्स्वार्था +अजहत्स्वार्थायां +अजहलत् +अजहल्लक्षणा +अजहात् +अजहिताम् +अजहुँ +अजहुः +अज़ +अजा +अजां +अजाः +अजाक्षीरं +अजाक्षीरे +अजाक्षीरेण +अजागः +अजागरीत् +अजागरुः +अजागर्भवान् +अजागलस्तनस्येव +अजागारि +अजाजी +अजात +अजातं +अजातः +अजातदन्ता +अजातमनिरुद्धं +अजातशत्रु +अजातशत्रुं +अजातशत्रुः +अजातशत्रुणा +अजातशत्रो +अजातशत्रोः +अजातश्चास्मि +अजातस्य +अजातस्यैव +अजाता +अजाताञ् +अजातान् +अजातायां +अजाति +अजातिवाद +अजाते +अजातेः +अजातो +अजातौ +अजात् +अजात्या +अजादधिकं +अजादयः +अजादावपि +अजादावुत्तरपदे +अजादि +अजादिः +अजादित्वात् +अजादिभिः +अजादिलक्षणे +अजादिषु +अजादी +अजादीनां +अजादुग्धं +अजादुग्धेन +अजादे +अजादेः +अजादेरिति +अजादेर्द्वितीयस्य +अजादेशः +अजादेशस्य +अजादेशो +अजादौ +अजाद्यत +अजाद्यतष्टाप् +अजाद्यदन्तम् +अजाद्योः +अजानत +अजानतः +अजानता +अजानतां +अजानती +अजानत् +अजानद्भिः +अजानन् +अजानन्त +अजानन्तः +अजानन्तो +अजानन्त्या +अजानन्निव +अजानां +अजानात् +अजानानः +अजानानाः +अजानामल्पकायत्वात् +अजानाम् +अजानि +अजान् +अजान्त्री +अजापयः +अजापुरीषप्रतिमो +अजामि +अजामिं +अजामितायै +अजामित्वाय +अजामित्वायाथो +अजामिम् +अजामिलो +अजामिलोपाख्यानम् +अजामिलोपाख्याने +अजामिलोऽपि +अजामीति +अजामीन् +अजामूत्रेण +अजामेकां +अजामेकाम् +अजाम् +अजाय +अजायत +अजायतेति +अजायत् +अजायथाः +अजायन्त +अजायन्त॒ +अजायमानः +अजायमानो +अजाया +अजायां +अजायाः +अजायै +अजार +अजारीत् +अजार्कोदयात् +अजावयः +अजाविकं +अजाविकम् +अजाविकानां +अजाविके +अजाविको +अजाविभ्यां +अजावीनां +अजाश्च +अजाश्व +अजाश्वः +अजाश्वयोर्मुखं +अजासि +अजा॑मिम् +अजा॑यत +अजि +अजिग्रहत् +अजिघांसत् +अजिघांसन् +अजिघाम्̇सन् +अजिघाꣳसन् +अजिघ्रपत् +अजिघ्रिपत् +अजिजीवत् +अजिज्ञपत् +अजिज्ञासोरपि +अजिण्ठा +अजित +अजितं +अजितः +अजितगढमण्डलम् +अजितनाथ +अजितनाथः +अजितनाथस्य +अजितनाथेन +अजितम् +अजितसिंह +अजितसिंहः +अजितसिंहनगरमण्डलम् +अजितसिंहनगरम् +अजितसेनः +अजितसेनो +अजितस्य +अजिता +अजितां +अजितात्मा +अजिताय +अजितायै +अजिति +अजिते +अजितेन्द्रियः +अजितो +अजित्वा +अजिन +अजिनं +अजिनफला +अजिनम् +अजिनानि +अजिनान्तस्योत्तरपदलोपश्च +अजिनि +अजिने +अजिनैः +अजिन्वतम् +अजिन्वत् +अजिर +अजिरं +अजिरः +अजिरम् +अजिरवती +अजिरशोचिषः +अजिरा +अजिराः +अजिरासः +अजिरासो +अजिरे +अजिवृरीभ्यो +अजिव्रज्योश्च +अजिहत +अजिहीत +अजिह्मं +अजिह्मामशठां +अजिह्वः +अजी +अजीगः +अजीगणत् +अजीगमत् +अजीगमम् +अजीगरिति +अजीगर्त +अजीजनः +अजीजनत् +अजीजनद् +अजीजनन् +अजीजनन्नमृतं +अजीजनो +अजीजपत् +अजीजवत् +अजीजिवत् +अजीत +अजीता +अजीतिम् +अजीम +अजीर्ण +अजीर्णं +अजीर्णः +अजीर्णता +अजीर्णपित्तातपपीडितेषु +अजीर्णभोजी +अजीर्णम् +अजीर्णस्य +अजीर्णा +अजीर्णी +अजीर्णे +अजीर्णेन +अजीर्यताममृतानामुपेत्य +अजीव +अजीवत् +अजीहरत् +अजी॑जनन् +अजी॑जनो॒ +अजु +अजुए +अजुत्तं +अजुन +अजुनस्य +अजुर्य +अजुर्यं +अजुर्यम् +अजुली +अजुषत 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+अज्ञातकर्तृका +अज्ञातचर्यां +अज्ञाततत्त्वार्थज्ञानमेव +अज्ञाततया +अज्ञाततिथीनां +अज्ञातभर्तृव्यसना +अज्ञातमेव +अज्ञातम् +अज्ञातयौवना +अज्ञातवासं +अज्ञातवासः +अज्ञातवासे +अज्ञातस्य +अज्ञाता +अज्ञाताः +अज्ञातात्मस्वरूप +अज्ञातानां +अज्ञातानि +अज्ञातार्थे +अज्ञाते +अज्ञातेन +अज्ञातो +अज्ञात्वा +अज्ञात्वापि +अज्ञात्वेति +अज्ञात्वैव +अज्ञान +अज्ञानं +अज्ञानकार्यं +अज्ञानकृत +अज्ञानकृतं +अज्ञानचक्षुर्नेक्षेत +अज्ञानजं +अज्ञानजम् +अज्ञानतः +अज्ञानतस्तदर्द्धम् +अज्ञानतस्त्वेतदर्द्धम् +अज्ञानता +अज्ञानतिमिरांधस्य +अज्ञानतिमिरान्धस्य +अज्ञानतो +अज्ञानतोऽर्द्धम् +अज्ञानप्रभवो +अज्ञानभूः +अज्ञानमपि +अज्ञानमिति +अज्ञानमेव +अज्ञानम् +अज्ञानराशिः +अज्ञानरूपी +अज्ञानलक्षणं +अज्ञानवशात् +अज्ञानविमोहिताः +अज्ञानसंमोहः +अज्ञानसम्मोहः +अज्ञानसे +अज्ञानस्य +अज्ञाना +अज्ञानां +अज्ञानाच्च +अज्ञानाज्ज्ञानतो +अज्ञानात् +अज्ञानात्तु +अज्ञानात्प्राश्य +अज्ञानादथ +अज्ञानादथवा +अज्ञानादर्थलोभाद्वा +अज्ञानादर्द्धम् +अज्ञानादि +अज्ञानादिति +अज्ञानादेव +अज्ञानाद् +अज्ञानाद्यत्कृतं +अज्ञानाद्यदि +अज्ञानाद्वा +अज्ञानान्धस्य +अज्ञानान्न +अज्ञानामिति +अज्ञानाम् +अज्ञानाय +अज्ञानिनः +अज्ञानिना +अज्ञानिनां +अज्ञानिनो +अज्ञानिभिः +अज्ञानियों +अज्ञानी +अज्ञाने +अज्ञानेति +अज्ञानेन +अज्ञानेनावृतं +अज्ञानेनावृतो +अज्ञानेनेति +अज्ञाय +अज्ञायि +अज्ञासिषम् +अज्ञासीत् +अज्ञा॑ता +अज्ञे +अज्ञेन +अज्ञेभ्यो +अज्ञेय +अज्ञेषु +अज्ञो +अज्ञोऽपि +अज्म +अज्मनि +अज्मन् +अज्मम् +अज्मल् +अज्मेषु +अज्मे॑षु +अज्म॑ +अज्म॑न् +अज्म॒न्ना +अज्य +अज्यतिभ्यां +अज्यते +अज्यमानः +अज्यमाना +अज्यसे +अज्या +अज्रान् +अज्रा॑न् +अज्वलत् +अज्वालीत् +अज॑गन् +अज॑निष्ट +अज॑यः +अज॑स्रः +अज॑स्रम् +अज॑स्रा +अझ +अझं +अझझदौ +अझमगढ +अझमगढमण्डलम् +अझये +अझरेखा +अझे +अझै +अझैः +अझैौ +अझो +अझ् +अञ +अञः +अञि +अञो +अञोऽपवादः +अञौ +अञ् +अञ्च +अञ्चति +अञ्चतीति +अञ्चते +अञ्चतेः +अञ्चतेश्चोपसंख्यानम् +अञ्चतौ +अञ्चन् +अञ्चन्तीति +अञ्चयति +अञ्चल +अञ्चलं +अञ्चलः +अञ्चलम् +अञ्चलस्य +अञ्चलानि +अञ्चले +अञ्चाहिदं +अञ्चित +अञ्चितं +अञ्चितः +अञ्चिता +अञ्चित्वा +अञ्चु +अञ्चेः +अञ्चेर्लुक् +अञ्चेश्छन्दस्यसर्वनामस्थानम् +अञ्चो +अञ्चोऽनपादाने +अञ्च् +अञ्ज +अञ्जः +अञ्जः॑ +अञ्जत +अञ्जते +अञ्जन +अञ्जनं +अञ्जनः +अञ्जनञ्च +अञ्जनञ्चैव +अञ्जनता +अञ्जनभेदे +अञ्जनम् +अञ्जनवत् +अञ्जनस्य +अञ्जना +अञ्जनागिरिः +अञ्जनाचलशृङ्गारमञ्जलिर्मम +अञ्जनादि +अञ्जनानि +अञ्जनाभं +अञ्जनाभाः +अञ्जनाभ्यञ्जने +अञ्जनायां +अञ्जनावती +अञ्जनिका +अञ्जनी +अञ्जने +अञ्जनेन +अञ्जनो +अञ्जन् +अञ्जन्कृदरं +अञ्जन्ति +अञ्जन्तु +अञ्जयः +अञ्जयति +अञ्जलयो +अञ्जलावुपस्तीर्य +अञ्जलि +अञ्जलिं +अञ्जलिः +अञ्जलिना +अञ्जलिम् +अञ्जलिश्च +अञ्जली +अञ्जलौ +अञ्जस +अञ्जसा +अञ्जसि +अञ्जसी +अञ्जानः +अञ्जावमण्डलम् +अञ्जाव् +अञ्जि +अञ्जिता +अञ्जिभिः +अञ्जिम् +अञ्जियो +अञ्जिषु +अञ्जिऽभिः +अञ्जु +अञ्जुना +अञ्जू +अञ्जे +अञ्जेः +अञ्जो +अञ्जोवैरूपम् +अञ्ज्येताय +अञ्ञन्तं +अञ्ञोऽधिकरणम् +अञ्ञ्यो +अञ्प्रत्ययः +अञ्प्रत्ययो +अट +अटच् +अटत +अटति +अटतीति +अटते +अटनं +अटनम् +अटन् +अटन्तः +अटन्ति +अटन्ती +अटमानः +अटमाना +अटल +अटलबिहारी +अटलबिहारीवाजपेयी +अटलांटिक +अटलान्टा +अटवी +अटवीं +अटवीम् +अटवीषु +अटव्यः +अटव्यरण्यं +अटव्यां +अटव्य् +अटसि +अटा +अटाट्यते +अटाट्या +अटामि +अटि +अटिटिषति +अटितवान् +अटितुं +अटित्वा 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+अणिमाद्यैश्वर्योपपन्नाः +अणिमानं +अणी +अणीमाण्डव्य +अणीय +अणीयसामणीयांसं +अणीयांसं +अणीयांसो +अणीयान् +अणीयोर्ध्वा +अणु +अणुं +अणुः +अणुओं +अणुक +अणुकः +अणुग्गहिदो +अणुता +अणुत्व +अणुत्वं +अणुत्वस्य +अणुत्वे +अणुत्वेन +अणुदित् +अणुदित्सवर्णस्य +अणुपरिमाणं +अणुपरिमाणस्य +अणुपरिमाणेति +अणुपरिमाणो +अणुभाष्यम् +अणुमदं +अणुमात्रं +अणुमात्रमपि +अणुरपि +अणुरात्मेति +अणुरिति +अणुविज्ञानस्य +अणुशक्तेः +अणुशो +अणुश्च +अणुषु +अणुसरइ +अणुसरदि +अणुसूए +अणू +अणूनां +अणूनाम् +अणूनि +अणृगयनादिभ्यः +अणे +अणेण +अणेव +अणो +अणोः +अणोपदेशत्वात् +अणोरणीया +अणोरणीयांसं +अणोरणीयान् +अणोरणीयान्महतो +अणोरपि +अणोलुक् +अणोऽधिकरणम् +अणोऽपवादः +अणोऽप्रगृह्यस्य +अणोऽप्रगृह्यस्यानुनासिकः +अणौ +अण् +अण्ग्रहणं +अण्च +अण्टार्कटिका +अण्टार्क्टिका +अण्टार्क्टिकाखण्डः +अण्ठते +अण्ड +अण्डं +अण्डः +अण्डकं +अण्डकानि +अण्डकोश +अण्डकोशः +अण्डकोष +अण्डकोषः +अण्डकोषे +अण्डच् +अण्डज +अण्डजं +अण्डजः +अण्डजा +अण्डजाः +अण्डजानां +अण्डजानि +अण्डजान् +अण्डजे +अण्डन् +अण्डमध्ये +अण्डमान +अण्डमाननिकोबारद्वीपसमूहः +अण्डमाननिकोबारद्वीपसमूहस्य +अण्डमानमण्डलम् +अण्डमान् +अण्डम् +अण्डयोर्दृषदुपले +अण्डस्य +अण्डस्यान्तस्त्विमे +अण्डाकारं +अण्डाकारस्य +अण्डात् +अण्डानां +अण्डानि +अण्डे +अण्डेषु +अण्डोरा +अण्ड् +अण्ण +अण्णÏष्ष +अण्णं +अण्णदो +अण्णधा +अण्णन्ते +अण्णस्स +अण्णहा +अण्णा +अण्णाण +अण्णामलै +अण्णे +अण्णेसामि +अण्णो +अण्णोण्णं +अण्प्रकरणे +अण्प्रत्ययः +अण्प्रत्ययो +अण्यते +अण्यदर्थे +अण्यन्ते +अण्वं +अण्वं॒ +अण्वपि +अण्वानि +अण्वा॑नि +अण्वी +अण्वीभिः +अण्वीभिस्तना +अण्वी॑भि॒स्तना॑ +अण्व्य +अण्व्यः +अण्व्या +अण्व्या॑ +अण्व्यो +अण्हिलपाटणे +अण्‌ +अत +अतं +अतः +अतःपर +अतःपरं +अतःपरमिति +अतःप्रभृति +अतःयोत्स्यमानान् +अतःशब्देन +अतःशब्दो +अतःशिष्यस्तेऽहं +अतः॑ +अतः॒ +अतइति +अतऊर्द्ध्वं +अतए +अतएच +अतएव +अतएवं +अतएवा +अतएवाग्रे +अतएवाचेतसो +अतएवाजं +अतएवात्र +अतएवायं +अतएवास्य +अतएवाह +अतएवेति +अतएवेत्यादि +अतएवोक्तं +अतएवोक्तम् +अतक्षत +अतक्षत् +अतक्षन् +अतक्षम् +अतक्षिषुः +अतक्षीत् +अतच् +अतच्प्रत्ययः +अतत +अततक्षत् +अतति +अततीति +अतत् +अतत्त्वं +अतत्त्ववित् +अतत्त्वार्थवत् +अतत्त्वार्थवदल्पं +अतत्त्वार्थवदल्पञ्च +अतत्त्वे +अतत्त्वेभ्यः +अतत्प्रकृतित्वात् +अतत्वरत् +अतत्स्थं +अतत्स्वभावस्य +अतथा +अतथाः +अतथ्यं +अतदर्थे +अतद् +अतद्गुणः +अतद्गुणालङ्कारः +अतद्धित +अतद्धितलुकि +अतद्धिते +अतद्रूपस्य +अतद्व्यावृत्तिरूपेण +अतद्‌ +अतध +अतनं +अतनशीलोऽश्व +अतनिष्ट +अतनिष्ठाः +अतनीत् +अतनु +अतनुः +अतनुत +अतनुताम् +अतनुना +अतनुम् +अतनुषु +अतनोः +अतनोत् +अतन्त्रं +अतन्द्रः +अतन्द्रचन्द्राभरणा +अतन्द्रासः +अतन्द्रासो +अतन्द्रितः +अतन्द्रिता +अतन्द्रिताः +अतन्द्रितो +अतन्द्रो +अतन्वत +अतपत् +अतपव +अतपस्काय +अतप्त +अतप्ततनूर्न +अतप्यत +अतप्यमाने +अतप्व +अतम +अतमि +अतमेरुः +अतम् +अतर +अतरं +अतरः +अतरत् +अतरन् +अतर्कितं +अतर्कितः +अतर्किते +अतर्कितोपपन्नं +अतर्पयत् +अतर्पीत् +अतल +अतलं +अतले +अतव्यान् +अतश् +अतश्च +अतश्चतुर्मुखसृज्यमात्रविषय +अतश्चराचरं +अतश्चलन्ति +अतश्चलात् +अतश्चात्र +अतश्चायं +अतश्चायनेऽपि +अतश्चित्तं +अतश्चेति +अतश्चेत्यादि +अतश्चैव +अतष्ट +अतष्टाप् +अतस +अतसं +अतसा +अतसि +अतसी +अतसीकुसुमश्यामं +अतसीनां +अतसीनाम् +अतसीपुष्पसंकाशं +अतसुच् +अतसेषु +अतस् +अतस्त +अतस्तं +अतस्तज्ज्ञानार्थं +अतस्ततः +अतस्ततो +अतस्तत् +अतस्तत्र +अतस्तत्रापि +अतस्तत्रैव +अतस्तथा +अतस्तदनुसारेण +अतस्तदपि +अतस्तदर्थं +अतस्तदर्थे +अतस्तदा +अतस्तदेव +अतस्तदैक्यान्तरमत्र +अतस्तद् +अतस्तद्देवताकाः +अतस्तद्विपरीतो +अतस्तमेव +अतस्तया +अतस्तयोः +अतस्तरत् +अतस्तव +अतस्तवापि +अतस्तस्मिन् +अतस्तस्य +अतस्तस्या +अतस्तस्यां +अतस्तस्याः +अतस्तस्यापि +अतस्तस्यैव +अतस्ता +अतस्तां +अतस्ताः +अतस्तानि +अतस्तान् +अतस्ताभ्यां +अतस्तासां +अतस्तु +अतस्ते +अतस्तेन +अतस्तेनानुपातः +अतस्तेनैव +अतस्तेषां +अतस्तेषु +अतस्तेऽपि +अतस्तैः +अतस्तौ +अतस्त्वं +अतस्त्वमपि +अतस्त्वमेव +अतस्त्वमेवैतान्हत्वा +अतस्त्वम् +अतस्त्वया +अतस्त्वा +अतस्त्वां +अतस्त्वितरज्ज्यायो +अतस्मिंस् +अतस्मिंस्तदिति +अतस्मिंस्तद्बुद्धिः +अतस्मिन् +अतस्य +अतस्या +अतस्यां +अतस्स +अतस्सिद्धं +अता +अतां +अताडयत् +अतादृशि +अतानि +अतानीत् +अतापि +अताप्सीत् +अताम् +अतायि +अतायिष्ट +अतारि +अतारिष्टाम् +अतारिष्म +अतारीत् +अतार्प्सीत् +अता॑रिष्म +अता॑रिष्म॒ +अति +अतिं +अतिः +अतिकटुः +अतिकठिने +अतिकष्टं +अतिकष्टेन +अतिकाय +अतिकायं +अतिकायः +अतिकायो +अतिकारुण्यसुधाभिवृष्ट्या +अतिकृच्छ्रं +अतिकृच्छ्रः +अतिकृच्छ्रम् +अतिकेशा +अतिकेशी +अतिक् +अतिक्रम +अतिक्रमं +अतिक्रमः +अतिक्रमण +अतिक्रमणं +अतिक्रमणम् +अतिक्रमणे +अतिक्रमति +अतिक्रमते +अतिक्रमम् +अतिक्रमितुं +अतिक्रमे +अतिक्रमेण +अतिक्रम्य +अतिक्रान्त +अतिक्रान्तं +अतिक्रान्तः +अतिक्रान्तम् +अतिक्रान्तवान् +अतिक्रान्तश्च +अतिक्रान्तस्य +अतिक्रान्ता +अतिक्रान्ताः +अतिक्रान्तानां +अतिक्रान्तानि +अतिक्रान्तान् +अतिक्रान्तायां +अतिक्रान्ते +अतिक्रान्तेन +अतिक्रान्तेषु +अतिक्रान्तो +अतिक्रान्तौ +अतिक्रामति +अतिक्रामन्ति +अतिक्रामेत् +अतिक्राम्यति +अतिक्रुद्धः +अतिक्रुष्टाय +अतिक्लिन्नं +अतिक्लेशेन +अतिक्षिपति +अतिक्षिप्रं +अतिक्षुद्रं +अतिखट्वः +अतिगच्छति +अतिगण्डः +अतिगन्धः +अतिगम्भीरं +अतिगम्भीरस्य +अतिगम्भीरा +अतिगाहेमहि +अतिगुप्तं +अतिगुह्यं +अतिगुह्यतमं +अतिग्राह्यग्रहः +अतिग्राह्या +अतिग्राह्याः +अतिघोरं +अतिघोरा +अतिघोरैः +अतिङ +अतिङः +अतिङिति +अतिङ् +अतिचक्राम +अतिचार +अतिचारं +अतिचारी +अतिचारे +अतिचिरं +अतिच् +अतिच्छत्रा +अतिच्छन्दसं +अतिच्छन्दसम् +अतिच्छन्दसर्चा +अतिच्छन्दसा +अतिच्छन्दसोत्तमया +अतिच्छन्दा +अतिच्छन्दाः +अतिछन्दा +अतिजगती +अतिजरसं +अतिजिह्मे +अतितत् +अतितरन्ति +अतितरां +अतितराम् +अतितव +अतिता +अतितीक्ष्ण +अतितीक्ष्णं +अतितीक्ष्णः +अतितीक्ष्णा +अतितीक्ष्णो +अतितुभ्यम् +अतितृष्णा +अतित्ययमादेशो +अतित्वं +अतित्वत् +अतित्वमिति +अतित्वम् +अतित्वयि +अतित्वयोः +अतित्वाकम् +अतित्वान् +अतित्वाभिः +अतित्वाभ्याम् +अतित्वाम् +अतिथयः +अतिथयश्च +अतिथये +अतिथयो +अतिथि +अतिथिं +अतिथिः +अतिथिग्वम् +अतिथिग्वस्य +अतिथिग्वाय +अतिथिदेवो +अतिथिना +अतिथिपूजनं +अतिथिपूजा +अतिथिभ्यः +अतिथिभ्यो +अतिथिभ्योऽग्र +अतिथिमिति +अतिथिमुषर्बुधमिति +अतिथिम् +अतिथियों +अतिथिरुवाच +अतिथिरूपेण +अतिथिर् +अतिथिर्दुरोण +अतिथिर्यस्य +अतिथिवत् +अतिथिवत्पूज्यं +अतिथिवर्णनः +अतिथिषु +अतिथिसत्कारः +अतिथिस्तु +अतिथिऽग्वम् +अतिथी +अतिथीनां +अतिथीनेवाग्रे +अतिथीन् +अतिथे +अतिथेः +अतिथेरातिथ्यमसि +अतिथेर्ञ्यः +अतिथौ +अतिदग्धे +अतिदाने +अतिदाहाद् +अतिदिशति +अतिदिश्यते +अतिदिश्यन्ते +अतिदीर्घः +अतिदीर्घम् +अतिदीर्घा +अतिदुःखं +अतिदुःखेन +अतिदुर्लभं +अतिदुष्करं +अतिदूरं +अतिदूरम् +अतिदूरात् +अतिदूरे +अतिदेश +अतिदेशः +अतिदेशश्च +अतिदेशसूत्रम् +अतिदेशस्य +अतिदेशाच्च +अतिदेशात् +अतिदेशे +अतिदेशेन +अतिदेशो +अतिदेशोऽधिकारश्च +अतिदेशोऽयम् +अतिद्र +अतिद्रुत +अतिद्रुतः +अतिधृतिः +अतिनामा +अतिनिद्रा +अतिनीय +अतिनु +अतिनेदन्ते +अतिपत्तौ +अतिपदा +अतिपदिति +अतिपद्यते +अतिपात +अतिपातः +अतिपातने +अतिपादयानि +अतिपापं +अतिपारय +अतिपारयतु +अतिपारयितुम् +अतिप्रत्ययः +अतिप्रभूतं +अतिप्रवृत्तं +अतिप्रवृत्तिः +अतिप्रवृत्ते +अतिप्रवृद्धो +अतिप्रसङ्ग +अतिप्रसङ्गः +अतिप्रसङ्गस्तु +अतिप्रसङ्गस्य +अतिप्रसङ्गात् +अतिप्रसङ्गादिति +अतिप्रसङ्गाभावात् +अतिप्रसङ्गो +अतिप्रसिद्धः +अतिप्रसिद्धम् +अतिप्रसिद्धा +अतिप्राचीनं +अतिप्राचीनः +अतिप्राचीनम् +अतिप्राचीना +अतिप्रिय +अतिप्रियं +अतिप्रियः +अतिप्रीतिः +अतिप्रौढा +अतिबल +अतिबलः +अतिबला +अतिबलायां +अतिबहु +अतिबाहुल्येन +अतिबृहत् +अतिभक्त्या +अतिभवकानिति +अतिभवती +अतिभवन्ती +अतिभाति +अतिम +अतिमत् +अतिमधुरत्वम् +अतिमम +अतिमयोः +अतिमहता +अतिमहती +अतिमहतीं +अतिमहत् +अतिमहान् +अतिमह्यम् +अतिमा +अतिमात्र +अतिमात्रं +अतिमात्रकार्पण्यम् +अतिमात्रकृपणो +अतिमात्रम् +अतिमात्रस्विन्नसर्वगात्रः +अतिमात्रा +अतिमात्रेत्यादिना +अतिमात्रौ +अतिमान +अतिमानं +अतिमानः +अतिमानिता +अतिमानी +अतिमान् +अतिमाभ्याम् +अतिमाम् +अतिमाल +अतिमालः +अतिमुक्तः +अतिमुक्तक +अतिमुक्तकः +अतिमुक्तो +अतिमुक्त्यै +अतिमुच्य +अतिमुच्यत +अतिमुच्यते +अतिमूत्रे +अतिमूर्तिनाम्न्येकाहे +अतिमृत्युमेति +अतियदर्यो +अतियन्ति +अतियुवत् +अतियुवभ्यम् +अतियुवया +अतियुवा +अतियुवान् +अतियुवाम् +अतियुष्मत् +अतियुष्माम् +अतियूयम् +अतियोगे +अतियोगेन +अतिरंजित +अतिरः +अतिरक्ता +अतिरतम् +अतिरतिक्रमणे +अतिरत् +अतिरथः +अतिरप्पिळ्ळी +अतिरभसकृतानां +अतिरमणीयं +अतिरम् +अतिरसा +अतिरहस्यं +अतिराजा +अतिरात्र +अतिरात्रं +अतिरात्रः +अतिरात्रफलं +अतिरात्रम् +अतिरात्रश्चतुर्विंशं +अतिरात्रश्चत्वारोऽभिप्लवाः +अतिरात्रस् +अतिरात्रस्त्रयः +अतिरात्रस्य +अतिरात्रा +अतिरात्राव् +अतिरात्रे +अतिरात्रेण +अतिरात्रो +अतिरात्रोऽभिप्लवः +अतिरात्रौ +अतिरि +अतिरिक्त +अतिरिक्तं +अतिरिक्तः +अतिरिक्ततमा +अतिरिक्ततया +अतिरिक्तत्वे +अतिरिक्तम् +अतिरिक्तस्य +अतिरिक्ता +अतिरिक्ताः +अतिरिक्तानि +अतिरिक्ते +अतिरिक्तेति +अतिरिक्तो +अतिरिक्तोक्थानि +अतिरिक्तोक्थे +अतिरिच्य +अतिरिच्यत +अतिरिच्यते +अतिरिच्यन्ते +अतिरिच्येत +अतिरिच्येते +अतिरिति +अतिरूक्षः +अतिरूपवती +अतिरूपेण +अतिरेक +अतिरेकः +अतिरेकलाभः +अतिरेके +अतिरोहति +अतिरोहितार्थमन्यत् +अतिलक्ष्मीः +अतिलघु +अतिलवणं +अतिलुब्धः +अतिलोभादसत्याद्वा +अतिव +अतिवदति +अतिवयम् +अतिवयाः +अतिवर्णाश्रमी +अतिवर्तते +अतिवर्तन्ते +अतिवर्तेत +अतिवादांस्तितिक्षेत +अतिवाहनं +अतिवाहयन्ति +अतिवाहिताः +अतिवाह्य +अतिविदाही +अतिविद्धा +अतिविशदतया +अतिविशालं +अतिविशालः +अतिविशिष्टं +अतिविशिष्टम् +अतिविशिष्टा +अतिविषा +अतिविषायां +अतिविषायाम् +अतिविस्तरः +अतिविस्तरेण +अतिविस्तृत +अतिविस्तृतं +अतिविस्तृतः +अतिवृत्तः +अतिवृत्तो +अतिवृद्धं +अतिवृद्धः +अतिवृद्धे +अतिवृष्टि +अतिवृष्टिः +अतिवृष्टिरनावृष्टिः +अतिवृष्टिरनावृष्टिर्मूषकाः +अतिवृष्टौ +अतिवृष्ट्या +अतिवृष्ट्याः +अतिवेगेन +अतिवेलं +अतिवेले +अतिव्यथने +अतिव्ययकर्तारं +अतिव्यवायशीलो +अतिव्यवायाज्जायन्ते +अतिव्यवायिनो +अतिव्याधी +अतिव्याप्ति +अतिव्याप्तिः +अतिव्याप्तिरिति +अतिव्याप्तिवारकवार्तिकम् +अतिव्याप्तिवारणाय +अतिव्याप्तेः +अतिव्याप्तेरथाव्याप्तेर्न +अतिव्यायामतः +अतिव्रज्य +अतिश +अतिशंसन्ति +अतिशक्वरी +अतिशक्वर्यौ +अतिशदन्ताया +अतिशदन्तायाः +अतिशब्दः +अतिशब्दो +अतिशय +अतिशयं +अतिशयः +अतिशयन +अतिशयम् +अतिशयश्च +अतिशयस्य +अतिशयार्थं +अतिशयार्थे +अतिशयित +अतिशयितं +अतिशयितः +अतिशयिता +अतिशयिते +अतिशयितेति +अतिशयितो +अतिशये +अतिशयेन +अतिशयैः +अतिशयो +अतिशयोक्ति +अतिशयोक्तिः +अतिशयोक्तिसरः +अतिशयोक्तौ +अतिशयोक्त्यलंकारः +अतिशयोक्त्यलङ्कारः +अतिशयोक्त्या +अतिशय्य +अतिशायन +अतिशायने +अतिशीघ्र +अतिशीघ्रं +अतिशीघ्रतया +अतिशीतं +अतिशीतेन +अतिशून्ये +अतिशेते +अतिशेरते +अतिश्रिये +अतिश्रीः +अतिश्रेष्ठ +अतिश्लक्ष्णः +अतिश्वी +अतिष्ठं +अतिष्ठत +अतिष्ठत् +अतिष्ठदेकपादेन +अतिष्ठद् +अतिष्ठन् +अतिष्ठन्त +अतिष्ठन्तीनाम् +अतिष्ठा +अतिष्ठाः +अतिष्ठिपत् +अतिसं +अतिसंदध्यात् +अतिसक्रियता +अतिसखीनि +अतिसखेरागच्छति +अतिसन्दध्यात् +अतिसन्धत्ते +अतिसफलम् +अतिसरति +अतिसर्गः +अतिसर्जने +अतिसर्पति +अतिसर्पेत् +अतिसर्वाय +अतिसार +अतिसारं +अतिसारः +अतिसारकी +अतिसारश्च +अतिसारस्य +अतिसाराधिकारः +अतिसारी +अतिसारे +अतिसारेण +अतिसारो +अतिसुन्दर +अतिसुन्दरं +अतिसुन्दरमन्यत्र +अतिसुन्दरम् +अतिसुन्दरी +अतिसुरभि +अतिसूक्ष्म +अतिसूक्ष्मं +अतिसूक्ष्मः +अतिसृजति +अतिसृज्य +अतिसृष्टं +अतिसृष्टो +अतिस्त्रये +अतिस्त्रिणा +अतिस्त्रियः +अतिस्त्रिया +अतिस्त्रियौ +अतिस्त्रीणाम् +अतिस्त्रे +अतिस्त्रेः +अतिस्त्रौ +अतिस्थूलं +अतिस्थूलम् +अतिस्थूलस्य +अतिस्नेहः +अतिस्नेहेन +अतिस्रुतः +अतिस्वप्नं +अतिस्वप्नशीलस्य +अतिहरेद् +अतिहाय +अतिहितं +अतिह्रस्वम् +अतिह्रस्वा +अतिऽअविम् +अति॑ +अति॑थिं +अति॑थिं॒ +अति॑थिः +अति॑थिम् +अति॑ऽअविम् +अति॒ +अती +अतीत +अतीतं +अतीतः +अतीतकाले +अतीतकुलकोटीनां +अतीतमनागतं +अतीतम् +अतीतसमये +अतीतस्य +अतीता +अतीतां +अतीताः +अतीतादि +अतीतादौ +अतीतानां +अतीतानागत +अतीतानागतं +अतीतानागतज्ञानं +अतीतानागतयोः +अतीतानागता +अतीतानागतानां +अतीतानागते +अतीतानागतेषु +अतीतानागतेष्विह +अतीतानि +अतीतान् +अतीतायां +अतीति +अतीतृपन्त +अतीते +अतीतेति +अतीतेन +अतीतेषु +अतीतेऽध्वनि +अतीतेऽप्यध्वनि +अतीतो +अतीत्य +अतीत्यनुवर्तते +अतीन्द्रः +अतीन्द्रिय +अतीन्द्रियं +अतीन्द्रियः +अतीन्द्रियत्वात् +अतीन्द्रियत्वेन +अतीन्द्रियमिति +अतीन्द्रियमित्युक्तत्वात् +अतीन्द्रियम् +अतीन्द्रियस्य +अतीन्द्रिया +अतीन्द्रियाः +अतीन्द्रियाणां +अतीन्द्रियार्थद्रष्टा +अतीन्द्रिये +अतीन्द्रियेष्वप्युपपन्नदर्शनो +अतीन्द्रियो +अतीन्द्रियोऽसौ +अतीयात् +अतीर्थे +अतीव +अतीवसुन्दरं +अतीवसुन्दरः +अतीवानन्ददायकं +अतीवानन्दाय +अतीषङ्गः +अतीषङ्गाणां +अतीसार +अतीसारं +अतीसारः +अतीसारनिदानम् +अतीसारे +अतीसारेषु +अतीसारो +अतीहि +अतु +अतुः +अतुल +अतुलं +अतुलः +अतुलम् +अतुला +अतुलां +अतुलोपमाभ्याम् +अतुल्य +अतुल्यं +अतुल्यः +अतुल्यत्वात् +अतुल्यम् +अतुल्या +अतुल्ये +अतुष्टस्य +अतुष्टिः +अतुसादौ +अतुसि +अतुसिति +अतुस् +अतू +अतूर्तपन्थाः +अतूर्तो +अतृ +अतृणत् +अतृणे +अतृणेट् +अतृन् +अतृपं +अतृपत् +अतृप्त +अतृप्तः +अतृप्तस्य +अतृप्ता +अतृप्तिः +अतृप्तो +अतृष्या +अते +अतेः +अतेजसम् +अतेरकृत्पदे +अतेर्धातुलोप +अतेि +अतेो +अतैजसानि +अतैत्त्वम् +अतैलपक्वं +अतैव +अतैवोक्तं +अतो +अतोत्र +अतोन +अतोन्यथा +अतोपि +अतोलोपयलोपौ +अतोषयन् +अतोहं +अतोऽ +अतोऽग्रे +अतोऽटि +अतोऽत्र +अतोऽत्रापि +अतोऽत्रैव +अतोऽधिकं +अतोऽधुना +अतोऽनन्तरं +अतोऽनन्तेन +अतोऽनुक्तेषु +अतोऽनुपातः +अतोऽनुपातो +अतोऽनुमीयते +अतोऽनेन +अतोऽन्य +अतोऽन्यतमं +अतोऽन्यतमेन +अतोऽन्यत्र +अतोऽन्यथा +अतोऽन्यथेति +अतोऽन्यदार्तम् +अतोऽन्यद् +अतोऽन्यानि +अतोऽन्यापि +अतोऽन्ये +अतोऽन्येषां +अतोऽन्येषु +अतोऽन्यो +अतोऽपि +अतोऽप्युत्तरि +अतोऽभोक्ता +अतोऽम् +अतोऽयं +अतोऽयमपि +अतोऽयमर्थः +अतोऽयमेव +अतोऽर्थं +अतोऽवगम्यते +अतोऽवश्यं +अतोऽसूनां +अतोऽसौ +अतोऽस्ति +अतोऽस्माकं +अतोऽस्मात् +अतोऽस्माभिः +अतोऽस्मि +अतोऽस्मिन् +अतोऽस्य +अतोऽस्या +अतोऽस्याः +अतोऽह +अतोऽहं +अतोऽहङ्कार +अतोऽहमपि +अतोऽहमेव +अतो॑ +अतो॒ +अतौ +अत् +अत्कं +अत्कम् +अत्के +अत्के॑ +अत्क॑म् +अत्त +अत्तं +अत्तः +अत्तणो +अत्तन +अत्तनो +अत्तभवं +अत्तवे +अत्तव्यम् +अत्तहोदीए +अत्ता +अत्ताए +अत्ताणं +अत्ताणअं +अत्तात् +अत्तारं +अत्तावर +अत्ति +अत्तिका +अत्तिमब्बा +अत्तीति +अत्तु +अत्तुं +अत्तुम् +अत्ते +अत्तेति +अत्तो +अत्त्यन्नं +अत्त्य् +अत्त्रिणः +अत्त्वं +अत्त्वे +अत्त॑वे +अत्थ +अत्थं +अत्थि +अत्थो +अत्न +अत्नत +अत्पूर्वस्य +अत्मनि +अत्मा +अत्मानं +अत्य +अत्यं +अत्यंत +अत्यंतं +अत्यं॒ +अत्यः +अत्यः॑ +अत्यइव 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+अत्यय +अत्ययं +अत्ययः +अत्ययतो +अत्ययमत्ययतो +अत्ययम् +अत्ययात् +अत्ययी +अत्यये +अत्ययेन +अत्ययो +अत्यरिच्यत +अत्यरिच्यन्त +अत्यर्थ +अत्यर्थं +अत्यर्थप्रियत्वेन +अत्यर्थमत्प्रियत्वेन +अत्यर्थमिति +अत्यर्थम् +अत्यर्थे +अत्यर्धांशं +अत्यल्प +अत्यल्पं +अत्यल्पः +अत्यल्पमपि +अत्यल्पमिदमुच्यते +अत्यल्पम् +अत्यल्पा +अत्यल्पाः +अत्यल्पे +अत्यवर्तत +अत्यशनानशनरहितः +अत्यशिष्यत +अत्यश्नतः +अत्यष्टि +अत्यष्टिः +अत्यष्टी +अत्यस्त +अत्यस्मत् +अत्यस्य +अत्यहं +अत्यहम् +अत्यह्नः +अत्या +अत्याः +अत्याः॑ +अत्याक्रम्य +अत्याक्रम्याश्राव्याह +अत्याक्षीत् +अत्यागं +अत्यागिनां +अत्यागिनाम् +अत्यागे +अत्याचार +अत्याचारं +अत्याचारः +अत्याचारस्य +अत्याचारात् +अत्याचारान् +अत्याजि +अत्यादय +अत्यादयः +अत्यादरेण +अत्यादीति +अत्याधानं +अत्यानन्दा +अत्यान् +अत्यायः +अत्यायतं +अत्यायन् +अत्यायमीयुरिति +अत्यारूढं +अत्यारूढो +अत्यावत् +अत्यावभ्यम् +अत्यावयि +अत्यावश्यक +अत्यावश्यकं +अत्यावश्यकः +अत्यावश्यकम् +अत्यावश्यकी +अत्यावान् +अत्यावाम् +अत्यावेशः +अत्याशितोऽधृतिः +अत्याश्चर्यं +अत्याश्चर्यमिदं +अत्याश्रमिभ्यः +अत्यासः +अत्यासो +अत्याहारः +अत्याहितं +अत्याहितम् +अत्या॑ +अत्या॑ः +अत्या॑सो॒ +अत्यु +अत्युक्तिः +अत्युक्त्यलङ्कारः +अत्युग्रं +अत्युग्रतपसं +अत्युच्च +अत्युच्चपदाध्यासः +अत्युच्चा +अत्युच्चाः +अत्युच्चे +अत्युच्चै +अत्युच्चैः +अत्युच्छ्रितं +अत्युत्कटं +अत्युत्कटैः +अत्युत्कृष्टं +अत्युत्कृष्टः +अत्युत्कृष्टा +अत्युत्तम +अत्युत्तमं +अत्युत्तमः +अत्युत्तमतया +अत्युत्तमनेपथ्यसङ्गीतनिदेशकप्रशस्तिः +अत्युत्तमम् +अत्युत्तमसङ्गीतनिदेशकप्रशस्तिः +अत्युत्तमसङ्गीतनिदेशनार्थं +अत्युत्तमसङ्गीतप्रशस्तिः +अत्युत्तमा +अत्युत्तमाभिनेत्री +अत्युत्साहेन +अत्युन्नत +अत्युन्नतं +अत्युन्नतः +अत्युन्नता +अत्युन्नते +अत्युष्ण +अत्युष्णं +अत्युष्णः +अत्युष्णत्वम् +अत्युष्णमतिशीतं +अत्युष्णा +अत्युष्णाः +अत्यूर्द्ध्वन्तु +अत्येति +अत्यो +अत्यो॒ +अत्य् +अत्य॑म् +अत्य॑रिच्यत +अत्र +अत्रं +अत्रः +अत्रच +अत्रत +अत्रतु +अत्रत्य +अत्रत्यं +अत्रत्यः +अत्रत्यम् +अत्रत्यशिवः +अत्रत्यस्य +अत्रत्या +अत्रत्यां +अत्रत्याः +अत्रत्यानां +अत्रत्यानि +अत्रत्ये +अत्रत्येषु +अत्रत्यो +अत्रन् +अत्रन्प्रत्ययः +अत्रपि +अत्रभवतः +अत्रभवता +अत्रभवती +अत्रभवान् +अत्रय +अत्रयः +अत्रये +अत्रसन् +अत्रस्थ +अत्रस्थं +अत्रस्थः +अत्रस्थजनानां +अत्रस्था +अत्रस्थाः +अत्रस्थानां +अत्रस्नू +अत्रस्य +अत्रहि +अत्रा +अत्रांतरे +अत्राकारादेशः +अत्रागच्छ +अत्रागतः +अत्रागतो +अत्रागत्य +अत्रागमने +अत्रागमसम्मतिमाह +अत्राचार्येण +अत्राञ्जनाभ्यञ्जने +अत्राडभावः +अत्राडभावो +अत्राणि +अत्राण्तरे +अत्रात +अत्रातिशयोक्तिः +अत्रातिशयोक्तिरलंकारः +अत्रातिशयोक्त्यलंकारः +अत्रात्र +अत्रादि +अत्रादिपदेन +अत्रादिशब्देन +अत्रादौ +अत्राद्य +अत्राद्यं +अत्राद्ये +अत्राद्यो +अत्राद्योदाहरणे +अत्राधिकरणे +अत्राधिकारिणः +अत्राधिकारे +अत्राध्यायानुसारं +अत्रानुक्तं +अत्रानुक्तमपि +अत्रानुक्तविशेषशान्तिषु +अत्रानुक्रमणिका +अत्रानुक्रम्यते +अत्रानुगोदं +अत्रानुनासिकः +अत्रानुप्रासः +अत्रानुप्रासोपमालंकारः +अत्रानुप्रासोलंकारः +अत्रानुभावा +अत्रानुभावाः +अत्रानुरूपं +अत्रानेन +अत्रान्तर +अत्रान्तरं +अत्रान्तरे +अत्रान्तर्गतो +अत्रान्ते +अत्रान्या +अत्रान्ये +अत्रान्येषामपि +अत्रान्येषामपीति +अत्राप +अत्रापमण्डलं +अत्रापमण्डले +अत्रापराधानां +अत्रापरे +अत्रापरो +अत्रापवादः +अत्रापवादमाह +अत्रापि +अत्रापिअहं +अत्रापीति +अत्राप्य +अत्राप्यतिदेशकरणं +अत्राप्यागमः +अत्राप्युदाहरंतीममितिहासं +अत्राप्युदाहरन्तीमं +अत्राप्युदाहरन्तीममितिहासं +अत्राप्य् +अत्राप्रस्तुतेन +अत्राप्सीत् +अत्राभिधायाः +अत्राभिधीयते +अत्राय +अत्रायं +अत्रायत +अत्रायमभिप्रायः +अत्रायमभिसन्धिः +अत्रायमर्थः +अत्रायमाशयः +अत्रायमाशयो +अत्रारण्ये +अत्रार्थ +अत्रार्थं +अत्रार्थः +अत्रार्थाः +अत्रार्थान्तरं +अत्रार्थान्तरन्यासः +अत्रार्थान्तरन्यासो +अत्रार्थान्तरन्यासोलंकारः +अत्रार्थे +अत्रार्थेऽण् +अत्रार्या +अत्रार्ये +अत्रावसरे +अत्राविद्या +अत्रासीत् +अत्रासौ +अत्रास्ति +अत्रास्तीति +अत्रास्ते +अत्रास्मिन् +अत्रास्मिन्काले +अत्रास्मिन्नर्थे +अत्रास्य +अत्रास्यां +अत्राह +अत्राहं +अत्राहममुकः +अत्राहु +अत्राहुः +अत्राहेति +अत्राह॑ +अत्राह॒ +अत्राऽन्तरे +अत्राऽन्येषामपीति +अत्राऽपि +अत्राऽर्थान्तरन्यासालङ्कारः +अत्राऽस्मिन् +अत्राऽह +अत्राऽऽगत्य +अत्राऽऽपस्तम्बः +अत्राऽऽपस्तम्बेन +अत्रा॑ +अत्रा॒ +अत्रि +अत्रिं +अत्रिः +अत्रिः॑ +अत्रिचतूरात्रः +अत्रिणः +अत्रिणम् +अत्रिणा +अत्रिनेत्रसमुद्भव +अत्रिभृगुकुत्सवसिष्ठगोतमाङ्गिरोभ्यश्च +अत्रिम् +अत्रिरुवाच +अत्रिर् +अत्रिर्नाम +अत्रिर्वसिष्ठः +अत्रिर्वसिष्ठो +अत्रिवत् +अत्रिश्च +अत्रिश्चैव +अत्रिसंहिता +अत्रिस्मृतिः +अत्रिस्मृतौ +अत्रिऽवत् +अत्रि॑म् +अत्रि॒वत्सु॒ते +अत्री +अत्रीणां +अत्रु +अत्रे +अत्रेः +अत्रेण +अत्रेति +अत्रेतिहासं +अत्रेतिहासमाचक्षते +अत्रेत्यस्य +अत्रेत्यादि +अत्रेत्यादिना +अत्रेद +अत्रेदं +अत्रेदमनुसन्धेयं +अत्रेदमवधेयं +अत्रेदमवधेयम् +अत्रेदमाख्यानं +अत्रेदमाख्यानम् +अत्रेदानीं +अत्रेयं +अत्रेयमनुक्रमणिका +अत्रेयमाख्यायिका +अत्रेव +अत्रेस्तु +अत्रेोपपतिः +अत्रेोपपत्तिः +अत्रै +अत्रैः +अत्रैक +अत्रैकं +अत्रैकः +अत्रैकस्य +अत्रैकस्या +अत्रैकस्यैव +अत्रैका +अत्रैके +अत्रैतदुक्त +अत्रैतदुक्तं +अत्रैतदेकशतं +अत्रैते +अत्रैव +अत्रैवं +अत्रैवार्थे +अत्रैवेति +अत्रैवोत्तरदिग्भागे +अत्रैवोदाहरंतीममितिहासं +अत्रैवोदाहरन्तीमं +अत्रैवोदाहरन्तीममितिहासं +अत्रैष +अत्रै॒व +अत्रो +अत्रोक्तं +अत्रोक्तम् +अत्रोक्ता +अत्रोक्थानि +अत्रोच्यत +अत्रोच्यते +अत्रोत्तरं +अत्रोत्तरमाह +अत्रोत्तरम् +अत्रोत्तरवाक्यार्थस्य +अत्रोत्तरार्धे +अत्रोत्प्रेक्षते +अत्रोत्प्रेक्षा +अत्रोत्प्रेक्षालंकारः +अत्रोत्प्रेक्षालङ्कारः +अत्रोदात्तो +अत्रोदाहरणं +अत्रोदाहरणमाह +अत्रोदाहरणम् +अत्रोदाहरणे +अत्रोदाहरणेषु +अत्रोदाहरन्ति +अत्रोद्देशक +अत्रोद्देशकः +अत्रोप +अत्रोपदधाति +अत्रोपपति +अत्रोपपतिः +अत्रोपपत्ति +अत्रोपपत्तिः +अत्रोपपत्तिमाह +अत्रोपपत्तिस्तु +अत्रोपपत्तिस्त्रैराशिकेन +अत्रोपपत्त्यर्थ +अत्रोपपत्त्यर्थं +अत्रोपपात्तः +अत्रोपपात्तिः +अत्रोपमया +अत्रोपमा +अत्रोपमालंकारः +अत्रोपमालङ्कार +अत्रोपमालङ्कारः +अत्रोपमालङ्कारौ +अत्रोपमावाचकलुप्तोपमालङ्कारौ +अत्रोपमेयस्य +अत्रोपलब्धिरेव +अत्रोपषतः +अत्रोपष्टम्भकमाह +अत्रोपायं +अत्रोभयं +अत्रोभयत्र +अत्रोभयत्रापि +अत्र् +अत्र॑ +अत्र॑ये +अत्र॒ +अत्व +अत्वं +अत्वपररूपटाप्सु +अत्वम् +अत्वरमाण +अत्वसन्तस्य +अत्वे +अत्सारीत् +अत्सि +अत्स्मृदॄत्वरप्रथम्रदस्तॄस्पशाम् +अत्स्यति +अत्स्यन्नं +अत्स्यामि +अत्ऽभिः +अत्ऽभ्यः +अत॑ +अत॑ः +अत॒ः +अथ +अथं +अथः +अथक +अथकारः +अथकिम् +अथग् +अथच +अथच् +अथणी +अथणीविधानसभाक्षेत्रम् +अथत +अथति +अथतो +अथप्रत्ययः +अथबा +अथम +अथय +अथयं +अथर +अथरसोऽहम् +अथर् +अथर्त्विजो +अथर्य +अथर्व +अथर्वण +अथर्वणं +अथर्वणः +अथर्वणवेदः +अथर्वणसंहितायां +अथर्वणस्य +अथर्वणा +अथर्वणां +अथर्वणाम् +अथर्वणि +अथर्वणे +अथर्वणो +अथर्वन् +अथर्वपरिशिष्टः +अथर्वपरिशिष्टे +अथर्वभिर् +अथर्वभिश् +अथर्वव +अथर्ववे +अथर्ववेद +अथर्ववेदं +अथर्ववेदः +अथर्ववेदभाध्ये +अथर्ववेदभाप्ये +अथर्ववेदभाये +अथर्ववेदभाष्यभूमिका +अथर्ववेदभाष्यम् +अथर्ववेदभाष्ये +अथर्ववेदमाष्यभूमिका +अथर्ववेदसंहिता +अथर्ववेदस्तु +अथर्ववेदस्य +अथर्ववेदाय +अथर्ववेदीय +अथर्ववेदे +अथर्ववेदो +अथर्वशिखा +अथर्वशिखोपनिषत् +अथर्वशिर +अथर्वशिरः +अथर्वशिरसा +अथर्वशिरसि +अथर्वशिरसोऽध्येता +अथर्वशिरस्सारः +अथर्वशिरोपनिषत् +अथर्वसंहिता +अथर्वसंहिताभाष्य +अथर्वसंहिताभाष्ये +अथर्वसंहिताय +अथर्वसंहिताया +अथर्वसंहितायां +अथर्वसंहितायाः +अथर्वसम्हिताभाष्ये +अथर्वस्य +अथर्वा +अथर्वाङ्गिरस +अथर्वाङ्गिरसं +अथर्वाङ्गिरसः +अथर्वाङ्गिरसस् +अथर्वाङ्गिरसो +अथर्वाङ्गिराः +अथर्वाङ्गिरोभिर् +अथर्वाङ्गिरोभ्यस्स्वाहा +अथर्वाङ्गिरोविदं +अथर्वाचार्यः +अथर्वाण +अथर्वाणं +अथर्वाणः +अथर्वाणम् +अथर्वाणो +अथर्वावोचत्स्वां +अथर्व्व +अथर्व्ववेदे +अथर्षयः +अथव +अथवं +अथवक्ष्ये +अथवा +अथवाग्निः +अथवात्र +अथवानेन +अथवान्य +अथवान्यप्रकारेण +अथवापि +अथवायं +अथवास्य +अथवाहं +अथवाऽत्र +अथवाऽनेन +अथवाऽपि +अथवे +अथवेति +अथवेत्यादि +अथवेत्यादिना +अथवैकमेव +अथवैनं +अथवैवं +अथशब्द +अथशब्दः +अथशब्दस्तथाशब्दपर्यायः +अथशब्दस्य +अथशब्देन +अथशब्दो +अथस्य +अथऽशुभजन्मकथनाध्यायः +अथा +अथाकर्ण्य +अथाकामयत +अथाकामयमान +अथाकामयमानः +अथाकामयमानो +अथागतं +अथागत्य +अथागम्य +अथागस्त्यप्रश्नः +अथाग्नये +अथाग्निं +अथाग्निः +अथाग्निदत्तो +अथाग्नेः +अथाग्नौ +अथाग्रहस्ते +अथाग्रे +अथाग्रेणाग्निं +अथाङ्गदो +अथाङ्गिरसमग्रण्यमुदाहरणवस्तुषु +अथाचम्य +अथाचार्यः +अथाजगाम +अथाजस्य +अथाजिनाषाढधरः +अथाज्ञया +अथाज्यं +अथाज्यभागौ +अथाज्याहुतीरुपजुहोति +अथात +अथातः +अथातश् +अथातश्चतुर्षु +अथातस्संप्रवक्ष्यामि +अथातस्सप्तपाकयज्ञानाम् +अथातो +अथात् +अथात्मन +अथात्मनः +अथात्मना +अथात्मनि +अथात्मनो +अथात्मानं +अथात्र +अथात्रापि +अथात्रेयो +अथात्रैव +अथात्‌ +अथाददे +अथादाय +अथादित्य +अथादित्या +अथादृश्यत +अथादौ +अथाद्भुतानि +अथाद्यापि +अथाधिदैवतं +अथाधिदैवतम् +अथाधुना +अथाध्यात्मं +अथाध्यात्ममिदमेव +अथाध्यात्मम् +अथाध्याप्यः +अथाध्यायशेषस्य +अथाध्वनि +अथाध्वर्यवे +अथाध्वर्युं +अथाध्वर्युः +अथाध्वर्यो +अथान +अथानन्तर +अथानन्तरं +अथानन्तरमेव +अथानन्तरम् +अथानयोः +अथानुमानं +अथानुमानम् +अथानेकं +अथानेन +अथानेनैव +अथान्तरं +अथान्तरस्यां +अथान्तरा +अथान्तरिक्षे +अथान्तरेण +अथान्ते +अथान्धकारं +अथान्नं +अथान्नमाह +अथान्य +अथान्यं +अथान्यः +अथान्यच्च +अथान्यञ्च +अथान्यतमे +अथान्यतमो +अथान्यत् +अथान्यत्ते +अथान्यत्र +अथान्यत्रापि +अथान्यत्राप्युक्तं +अथान्यत्राप्युक्तम् +अथान्यत्संप्रवक्ष्यामि +अथान्यत्सम्प्रवक्ष्यामि +अथान्यथा +अथान्यदपि +अथान्यदाह +अथान्यदुदाहरणम् +अथान्यद्धनुरादाय +अथान्यद्वनुरादाय +अथान्यप्रकार +अथान्यस्मिन् +अथान्यस्मिन्नहनि +अथान्या +अथान्यां +अथान्यानि +अथान्यान् +अथान्ये +अथान्येन +अथान्येषां +अथान्यो +अथान्योन्यं +अथान्योऽनुपातः +अथाप +अथापदि +अथापरं +अथापरः +अथापरम् +अथापराह्णे +अथापरे +अथापरेण +अथापरेद्युः +अथापरो +अथापश्यं +अथापश्यत् +अथापश्यत्स +अथापश्यदृषीन् +अथापि 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+अथाष्टादशोऽध्यायः +अथाष्टाविंशतितमं +अथाष्टाविंशोऽध्यायः +अथाष्टौ +अथासने +अथासां +अथासाद्य +अथासुरा +अथासौ +अथास्तमित +अथास्ति +अथास्तु +अथास्मभ्यं +अथास्मा +अथास्माकं +अथास्मिन् +अथास्मिन्नन्तरे +अथास्मिन्न् +अथास्मै +अथास्य +अथास्या +अथास्यां +अथास्याः +अथास्यै +अथाह +अथाहं +अथाहाग्नये +अथाहुः +अथाहूय +अथाऽतो +अथाऽत्र +अथाऽनन्तर +अथाऽनन्तरं +अथाऽन्तर्दशाध्यायः +अथाऽन्यं +अथाऽन्यत् +अथाऽन्यत्ते +अथाऽन्यदपि +अथाऽन्या +अथाऽन्ये +अथाऽपरं +अथाऽपि +अथाऽप्युदाहरन्ति +अथाऽप्रकाशग्रहफलाध्यायः +अथाऽयं +अथाऽर्गलाध्यायः +अथाऽष्टकवर्गफलाध्यायः +अथाऽष्टमं +अथाऽष्टवर्गायुर्दायाध्यायः +अथाऽष्टादशं +अथाऽसौ +अथाऽस्य +अथाऽह +अथाऽहं +अथाऽऽययौ +अथाऽऽह +अथाऽऽहुः +अथा॑ +अथा॒ +अथि +अथितं +अथु +अथुच् +अथुसि +अथू +अथे +अथेतर +अथेतरस्य +अथेतराः +अथेतरे +अथेतरेषां +अथेति +अथेत्थं +अथेत्ययमधिकारार्थः +अथेत्यर्थः +अथेत्या +अथेत्यादि +अथेत्यादिना +अथेदं +अथेदम् +अथेदानी +अथेदानीं +अथेदानीम् +अथेध्मात्समिधमाददान +अथेन +अथेन्द्र +अथेन्द्रः +अथेन्द्रशब्देन +अथेन्द्रस्य +अथेन्द्रियक्षोभमयुग्मनेत्रः +अथेन्द्रो 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+अथैतेषु +अथैतैरेव +अथैतौ +अथैत्य +अथैन +अथैनँ +अथैनं +अथैनमन्वीक्षेताप्रतिरथशाससौपर्णैः +अथैनमभिमृशति +अथैनमाचामति +अथैनमाददते +अथैनमुपतिष्ठते +अथैनमेते +अथैनम् +अथैना +अथैनाँ +अथैनां +अथैनान् +अथैनामभिपद्यते +अथैने +अथैनौ +अथैनꣳ +अथैभ्यः +अथैभ्यो +अथैव +अथैवं +अथैवमपि +अथैवमुक्ते +अथैवम् +अथैष +अथैषा +अथैषां +अथैषु +अथैषो +अथैौ +अथो +अथोक्तं +अथोचे +अथोच्यते +अथोच्येत +अथोज्जगाम +अथोत +अथोत्क्रुष्टं +अथोत्तर +अथोत्तरं +अथोत्तरः +अथोत्तरतः +अथोत्तरतो +अथोत्तरम् +अथोत्तरस्मै +अथोत्तरायणे +अथोत्तरार्धे +अथोत्तरे +अथोत्तरेण +अथोत्तीर्य +अथोत्थाय +अथोत्पत्तिप्रकरणं +अथोदाहरणम् +अथोदाहरणानि +अथोदिते +अथोद्गाता +अथोद्गातारं +अथोद्गात्रे +अथोद्धरति +अथोद्धृत्य +अथोन्नतादूनयुताच्चरेण +अथोपगूढे +अथोपतिष्ठते +अथोपनयनं +अथोपनयनम् +अथोपनिन्ये +अथोपनिष्क्रम्य +अथोपपदाध्यायः +अथोपपातकानि +अथोपमानपरिच्छेदः +अथोपयन्तारमलं +अथोपरि +अथोपविश्य +अथोपविष्टे +अथोपसंहारः +अथोपसंहाराध्यायः +अथोपेत्य +अथोपोष्य +अथोभयोः +अथोभौ +अथोमा +अथोरुदेशादवतार्य +अथोर्ध्वं +अथोवाच +अथोशब्दः +अथोऽनन्तरं +अथो॑ +अथो॒ +अथ् +अथ्थि +अथ्लेटिक्स् +अथ॑ +अथ॑र्वणः +अथ॑र्वा +अथ॑र्वाणो॒ +अथ॒ +अद +अदं +अदः +अदःकृत्य +अदक्षिण +अदक्षिणं +अदक्षिणम् +अदक्षिणा +अदग्ध +अदग्धं +अदण्ड्यः +अदण्ड्या +अदण्ड्याः +अदण्ड्यान् +अदण्ड्यान्दण्डयन्राजा +अदण्ड्यो +अदती +अदत् +अदत्त +अदत्तं +अदत्तदाना +अदत्तन्तु +अदत्तम् +अदत्तस्य +अदत्ता +अदत्तादानं +अदत्तादाननिरतः +अदत्तादायी +अदत्तानामुपादानं +अदत्तानि +अदत्ताम् +अदत्त्वा +अदत्त्वैव +अदत्वा +अददं +अददत् +अददन् +अददरत् +अददा +अददां +अददाः +अददात +अददात् +अददाद् +अददुः +अददुस् +अददृहन्त +अदद् +अदधत +अदधत् +अदधाः +अदधात् +अदधादिन्द्रे +अदधाद् +अदधुः +अदधुरिति +अदधुर् +अदधुर्ज्योतिरहन्बृहस्पतिर्भिनदद्रिं +अदन +अदनं +अदनम् +अदनशीलं +अदनीयं +अदनीये +अदने +अदन् +अदन्त +अदन्तं +अदन्तः +अदन्तकः +अदन्तचुरां +अदन्तत्वात् +अदन्तत्वाभावात् +अदन्तप्रकरणम् +अदन्तस्य +अदन्ता +अदन्ताः +अदन्तात् +अदन्तादङ्गात् +अदन्तादिति +अदन्ताश्च +अदन्ति +अदन्तिका +अदन्तीति +अदन्तु +अदन्तो +अदन्त्य् +अदब्ध +अदब्धं +अदब्धः +अदब्धम् +अदब्धव्रतप्रमतिर् +अदब्धस्तनूपा +अदब्धस्य +अदब्धस्सू +अदब्धा +अदब्धाः +अदब्धानि +अदब्धायो +अदब्धासः +अदब्धासो +अदब्धेन +अदब्धेभिः +अदब्धो +अदभ्यस्तात् +अदभ्र +अदभ्रं +अदभ्रम् +अदमि +अदम् +अदम्भित्वं +अदम्भित्वम् +अदय +अदयं +अदयः +अदयो +अदर +अदरिद्रासीत् +अदरिद्रीकृता +अदरिद्रीत् +अदरेखा +अदर्दः +अदर्श +अदर्शं +अदर्शत् +अदर्शन +अदर्शनं +अदर्शनमिति +अदर्शनम् +अदर्शनस्य +अदर्शनात् +अदर्शनात्‌ +अदर्शनादापतितः +अदर्शनादिति +अदर्शनाद् +अदर्शने +अदर्शनेन +अदर्शम् +अदर्शयत् +अदर्शयन् +अदर्शयित्वा +अदर्शि +अदशत् +अदश् +अदश्च +अदस +अदसः +अदसस्तु +अदसो +अदसोऽद्रेः +अदसोऽसेर्दादु +अदस् +अदस्तमसि +अदस्यति +अदहः +अदहत् +अदा +अदां +अदाः +अदातरि +अदाता +अदाताम् +अदातारं +अदातारः +अदातुः +अदात् +अदात्कामः +अदादयः +अदादि +अदादिः +अदादिगण +अदादिगणः +अदादिति +अदादित्वाच्छपो +अदादित्वात् +अदादिप्रकरणम् +अदादिवच्च +अदादिवद्भावात् +अदादेशः +अदादेशे +अदादौ +अदाद् +अदानं +अदानम् +अदानशीलाः +अदानानि +अदानाय +अदानि +अदाने +अदान्मे +अदापयत् +अदाप् +अदाभ्य +अदाभ्यं +अदाभ्यः +अदाभ्यग्रहः +अदाभ्यम् +अदाभ्या +अदाभ्याम् +अदाभ्ये +अदाभ्येन +अदाभ्यो +अदाम +अदाम् +अदाय +अदायि +अदायिषाताम् +अदारसृक् +अदारसृत् +अदारसृद्भवत +अदाव +अदाशुषः +अदासं +अदासी +अदासीं +अदासीत् +अदासो +अदास्त +अदास्यत +अदास्यत् +अदाहि +अदाह्यः +अदा॑भ्यः +अदा॑भ्यम् +अदा॑शुषो॒ +अदि +अदिं +अदिः +अदिक्कन्दो +अदिक्षत् +अदिग्ध +अदित +अदितः +अदितये +अदिति +अदितिं +अदितिः +अदितित्वे +अदितिदेवत्या +अदितिनन्दनाः +अदितिमुद्रा +अदितिम् +अदितिरदीना +अदितिरसि +अदितिरिति +अदितिरुवाच +अदितिर् +अदितिर्जनयामास +अदितिर्जातमदितिर्जनित्वम् +अदितिर्दितिर्दनुः +अदितिर्दितिर्दनुश्चैव +अदितिर्देवकी +अदितिर्देवता +अदितिर्देवमाता +अदितिर्देवी +अदितिर्द्यौः +अदितिर्द्यौरदितिरन्तरिक्षमिति +अदितिर्ह्यजनिष्ट +अदितिश्च +अदितिष्ट्वा +अदितिस् +अदितिस्ते +अदितिस्त्वा +अदितिꣳ +अदिती +अदिते +अदितेः +अदितेरपि +अदितेर् +अदितेर्दक्षो +अदितेश्च +अदितेस्तु +अदितेऽनुमन्यस्व +अदितेऽनुमन्यस्वेति +अदिते॒ +अदितौ +अदित् +अदित्य +अदित्या +अदित्यां +अदित्याः +अदित्यास् +अदित्यास्त्वगसि +अदित्यास्त्वा +अदित्यास्त्वोपस्थे +अदित्यै +अदित्यो +अदित्सन्तं +अदिद्युतत् +अदिद्युतत्सवीमनि +अदिप्रभृतिभ्य +अदिप्रभृतिभ्यः +अदिमत्तं +अदिमेत्तं +अदिलाबादमण्डलम् +अदिलाबाद् +अदिवास्वापी +अदिव्या +अदिशदिभूशुभिभ्यः +अदिषाताम् +अदिषि +अदि॑तये +अदि॑तये॒ +अदि॑तिं +अदि॑तिः +अदि॑तिः॒ +अदि॑तिम् +अदि॑तिर्जा॒तमदि॑ति॒र्जनि॑त्वम् +अदि॑ति॒ः +अदि॑तेः +अदि॑त्याः +अदि॑त्यै॒ +अदीक्षन्त +अदीक्षित +अदीक्षितः +अदीक्षितस्य +अदीक्षिता +अदीक्षितानां +अदीक्षितो +अदीदिपत् +अदीदेः +अदीदेत् +अदीधयुः +अदीधरत् +अदीधेत् +अदीन +अदीनं +अदीनः +अदीना +अदीनां +अदीनाः +अदीनाया +अदीनायाम् +अदीनो +अदीपि +अदीपिष्ट +अदीयत +अदीयमाना +अदीर्घ +अदीर्घकाले +अदीर्यत +अदीव्यत् +अदु +अदुः +अदुःखं +अदुःखासुखवेदनीयं +अदुःखासुखा +अदुक्षत् +अदुग्ध +अदुग्धा +अदुग्धाः +अदुद्रुवत् +अदुपदेशात् +अदुपदेशाल्लसार्वधातुक +अदुपदेशाल्लसार्वधातुकानुदात्तत्वे +अदुपधोऽयम् +अदुर्मङ्गलीः +अदुष्ट +अदुष्टं +अदुष्टत्वेन +अदुष्टस्य +अदुष्टा +अदुष्टां +अदुष्टे +अदुस् +अदुहत +अदुहत् +अदुहन् +अदुह्र +अदुह्रन् +अदुह्वहि +अदूर +अदूरदशाः +अदूरभव +अदूरभवं +अदूरभवः +अदूरभवश्च +अदूरभवो +अदूरे +अदूषितं +अदूषितानां +अदृ +अदृंहत् +अदृक्षत +अदृढं +अदृढहृदयत्वकृतमित्यर्थः +अदृढा +अदृपत् +अदृशन् +अदृशन्न् +अदृश्य +अदृश्यं +अदृश्यः +अदृश्यत +अदृश्यतां +अदृश्यत्वं +अदृश्यत्वादिगुणको +अदृश्यत्वे +अदृश्यन्त +अदृश्यन्ती +अदृश्यन्त्या +अदृश्यमाना +अदृश्यमाने +अदृश्यम् +अदृश्यरूपा +अदृश्यरूपाः +अदृश्यस्य +अदृश्या +अदृश्यां +अदृश्याः +अदृश्यानां +अदृश्यानि +अदृश्याय +अदृश्याश्च +अदृश्ये +अदृश्येतां +अदृश्येन +अदृश्यैः +अदृश्यो +अदृश्योऽपि +अदृश्यौ +अदृश्रन् +अदृश्रन्नस्य +अदृश्रन्न् +अदृश्रमस्य +अदृश्रम् +अदृष्ट +अदृष्टं +अदृष्टः +अदृष्टकल्पना +अदृष्टत्वात् +अदृष्टद्वारा +अदृष्टनर +अदृष्टपूर्व +अदृष्टपूर्वं +अदृष्टपूर्वमिति +अदृष्टपूर्वम् +अदृष्टपूर्वा +अदृष्टपूर्वाणि +अदृष्टमपि +अदृष्टमिति +अदृष्टमेव +अदृष्टम् +अदृष्टवशात् +अदृष्टस्य +अदृष्टहा +अदृष्टा +अदृष्टाः +अदृष्टादेः +अदृष्टादेव +अदृष्टानियमात् +अदृष्टान् +अदृष्टाय +अदृष्टार्थं +अदृष्टार्थः +अदृष्टार्थेषु +अदृष्टार्थो +अदृष्टे +अदृष्टेति +अदृष्टेन +अदृष्टो +अदृष्ट्वा +अदृष्ट॒हा +अदृ॑श्रमस्य +अदृ॑ष्टाः +अदृ॑ष्टा॒ +अदे +अदेः +अदेङ् +अदेङ्गुणः +अदेदिष्ट +अदेयं +अदेयमपि +अदेया +अदेर्नुम् +अदेर्लुङि +अदेवं +अदेवः +अदेवमातृको +अदेवम् +अदेवस्य +अदेवाः +अदेवीः +अदेवीत् +अदेवीर् +अदेश +अदेशः +अदेशकालात् +अदेशकाले +अदेशस्थो +अदेशितशिक्षा +अदेशे +अदेशेति +अदेस्त्रिनिश्च +अदे॑वः +अदे॑वम् +अदे॑वीः +अदैवं +अदो +अदोष +अदोषं +अदोषः +अदोषो +अदोषौ +अदोहम् +अदोहि +अदोऽनन्ने +अदोऽनुपदेशे +अदौ +अद् +अद्ड् +अद्ड्डतरादिभ्यः +अद्द् +अद्ध +अद्धं +अद्धा +अद्धातयः +अद्धि +अद्धे +अद्धेति +अद्ब्धस्सुरभिन्ता꣡राः꣢ +अद्भः +अद्भयः +अद्भि +अद्भिः +अद्भिरग्मत +अद्भिरभ्युक्ष्य +अद्भिररिक्तेन +अद्भिरवोक्ष्य +अद्भिरिति +अद्भिरेव +अद्भिर् +अद्भिर्गात्राणि +अद्भिर्वा +अद्भिर्विश्वस्य +अद्भिश्च +अद्भिस्तु +अद्भुत +अद्भुतं +अद्भुतः +अद्भुतम् +अद्भुतरसः +अद्भुतरसस्य +अद्भुतवृत्तिं +अद्भुतशान्तिः +अद्भुतशान्तौ +अद्भुतश्च +अद्भुतसागर +अद्भुतसागरः +अद्भुतसागरे +अद्भुतस्य +अद्भुता +अद्भुताः +अद्भुतानां +अद्भुतानि +अद्भुताय +अद्भुते +अद्भुतेयं +अद्भुतेषु +अद्भुतो +अद्भु॑तः +अद्भु॑तम् +अद्भु॑तो॒ +अद्भूतं +अद्भूतम् +अद्भूतरसः +अद्भ्य +अद्भ्यः +अद्भ्यश्च +अद्भ्यस् +अद्भ्यस्त्वा +अद्भ्यस्त्वौषधीभ्यः +अद्भ्यो +अद्भ्योऽग्निर्ब्रह्मतः +अद्म +अद्मरः +अद्मसत् +अद्मि +अद्य +अद्यं +अद्यः +अद्यत +अद्यतन +अद्यतनं +अद्यतनः +अद्यतनजगति +अद्यतनम् +अद्यतनस्य +अद्यतना +अद्यतनाः +अद्यतनी +अद्यतनीयाः +अद्यतने +अद्यतन्या +अद्यतन्यां +अद्यते +अद्यतेऽत्ति +अद्यत् +अद्यत्वे +अद्यत्वेऽपि +अद्यपर्यन्तं +अद्यपर्यन्तम् +अद्यपि +अद्यप्रभृति +अद्यप्रभृत्यहं +अद्यमानानि +अद्यम् +अद्ययावत् +अद्यश्वीनं +अद्यश्वीना +अद्यश्वीनावष्टब्धे +अद्यसुत्या +अद्यसुत्यां +अद्यस्तोत्रियस्यानुरूपं +अद्यस्य +अद्या +अद्याग्रेण +अद्यात् +अद्यादिति +अद्याद् +अद्यान् +अद्यान्वचारिषं +अद्यापि +अद्यापीति +अद्यापीदं +अद्यायं +अद्यारभ्य +अद्यावधि +अद्यासि +अद्यास्तमेतु +अद्यास्माकं +अद्यास्मि +अद्यास्मिन् +अद्यास्मिन्दिने +अद्यास्मिन्द्यवि +अद्यास्मिन्नहनि +अद्यास्मिन्यज्ञे +अद्यास्य +अद्याहं +अद्याह्नः +अद्याऽपि +अद्याऽहं +अद्युः +अद्युतत् +अद्यूत्ये +अद्ये +अद्येति +अद्येत्यादि +अद्येत्यादिदेशकालौ +अद्येदानीं +अद्येन +अद्येमां +अद्येयं +अद्येव +अद्येह +अद्यैनं +अद्यैव +अद्यैवं +अद्यैवाहं +अद्यैवेति +अद्योढा +अद्योतिष्ट +अद्योद्यानलतामिमां +अद्यौत् +अद्र +अद्रयः +अद्रयो +अद्रवं +अद्रवत् +अद्रव्य +अद्रव्यं +अद्रव्यत्वं +अद्रव्यत्वात् +अद्रव्यप्रकर्षे +अद्रष्टृकं +अद्रा +अद्राक्षं +अद्राक्षम् +अद्राक्षम्‌ +अद्राक्षीत् +अद्राक्षीत्स +अद्राक्षीद्भगवान् +अद्राक्षीद्राजा +अद्राग् +अद्राप्सीत् +अद्राष्टां +अद्रि +अद्रिं +अद्रिं॑ +अद्रिः +अद्रिः॑ +अद्रिका +अद्रिजा +अद्रिजाः +अद्रिणा +अद्रितनया +अद्रिदुग्धः +अद्रिभि +अद्रिभिः +अद्रिभिरभ्यर्ष +अद्रिभिर् +अद्रिमस्ता +अद्रिम् +अद्रिरसि +अद्रिरिति +अद्रिर् +अद्रिव +अद्रिवः +अद्रिवो +अद्रिसंहतं +अद्रिऽभिः +अद्रिऽवः +अद्रि॑णा +अद्रि॑भिः +अद्रि॑म् +अद्रि॑ऽभिः +अद्री +अद्रीणां +अद्रुहः +अद्रुहा +अद्रुहे +अद्रुहोऽपि +अद्रे +अद्रेः +अद्रेः॑ +अद्रोह +अद्रोहः +अद्रोहेण +अद्रोहेणैव +अद्रोहो +अद्रौ +अद्रौ॑ +अद्र्यादेशः +अद्र॑यः +अद्र॑यो॒ +अद्व +अद्वके +अद्वन्द्वे +अद्वय +अद्वयं +अद्वयः +अद्वयतारक +अद्वयतारकोपनिषत् +अद्वयमिद्वये +अद्वयम् +अद्वयस्य +अद्वया +अद्वयाः +अद्वये +अद्वयेन +अद्वारेण +अद्वारेणौपासनं +अद्वि +अद्वितीय +अद्वितीयं +अद्वितीयः +अद्वितीयत्वं +अद्वितीयमिति +अद्वितीयम् +अद्वितीयस्य +अद्वितीया +अद्वितीयाः +अद्वितीये +अद्वितीयो +अद्विर्वचनं +अद्विषन् +अद्विषुः +अद्वेषः +अद्वेषे +अद्वेषो +अद्वेष्टा +अद्वेष्टेति +अद्वेष्टेत्यादिना +अद्वै +अद्वैत +अद्वैतं +अद्वैतः +अद्वैतकथाप्रसङ्गेनोक्तम् +अद्वैतगुरुपरम्परा +अद्वैतदर्शनं +अद्वैतदर्शनम् +अद्वैतदर्शनस्य +अद्वैतप्रकरणम् +अद्वैतमते +अद्वैतमिति +अद्वैतमेव +अद्वैतम् +अद्वैतवादः +अद्वैतवादस्य +अद्वैतवादिनः +अद्वैतवादी +अद्वैतवेदान्तः +अद्वैतवेदान्तस्य +अद्वैतवेदान्ते +अद्वैतसिद्धान्तः +अद्वैतसिद्धिः +अद्वैतसिद्धिसिद्धान्तसारः +अद्वैतसिद्धौ +अद्वैतस्य +अद्वैतहानिः +अद्वैता +अद्वैतानंद +अद्वैतानन्द +अद्वैतानन्दः +अद्वैतानुभूतिः +अद्वैतिनः +अद्वैतिनां +अद्वैते +अद्वैतेति +अद्वैधं +अद्वैध्यं +अद्व॑याः +अद्‌भुतं +अद॑धुः +अद॑ब्धः +अद॑ब्धव्रतप्रमति॒र्वसि॑ष्ठः +अद॑ब्धस्य +अद॑ब्धाः +अद॑ब्धासः +अद॑ब्धेभिः +अद॑ब्धो +अद॑ब्धो॒ +अद॑र्शि +अध +अधं +अधः +अधःकाये +अधःपतनं +अधःपतनम् +अधःपतने +अधःपातन +अधःपुष्पी +अधःप्रदेशे +अधःप्रस्थापिताश्वेन +अधःशय्या +अधःशाखं +अधःशाखम् +अधःशायी +अधःशिरसी +अधःशिरा +अधःस्थं +अधःस्थितं +अधःस्थिता +अधःस्थिते +अधःस्थितेन +अधःस्वरूपयोरस्त्री +अधति +अधत्त +अधत्तं +अधत्तम् +अधन +अधनं +अधनस्य +अधना +अधनानां +अधनो +अधन्यस्य +अधन्या +अधन्विषुः +अधम +अधमं +अधमः +अधमत् +अधमम् +अधमर्ण +अधमर्णः +अधमर्णस्य +अधमर्णेन +अधमर्णो +अधमा +अधमां +अधमाः +अधमानां +अधमानि +अधमास्तु +अधमे +अधमो +अधमोत्तममध्यमाः +अधमोत्तममार्गेण +अधयत् +अधर +अधरं +अधरः +अधरक +अधरकः +अधरत +अधरत् +अधरमधु +अधरम् +अधरस्मिन् +अधरस्य +अधरा +अधरां +अधराक् +अधराग् +अधराचः +अधराचीः +अधराञ्चः +अधरात् +अधराद् +अधरान् +अधरान्त्सपत्नान् +अधरामृतं +अधरे +अधरेण +अधरेति +अधरेद्युः +अधरो +अधरोत्तरं +अधरोत्तरम् +अधरोत्तरयोगेन +अधरोत्तरे +अधरोष्ठ +अधरोष्ठं +अधरोष्ठः +अधरोष्ठस्य +अधरोष्ठे +अधरौ +अधर्म +अधर्मं +अधर्मः +अधर्मचर्यया +अधर्मचारिणौ +अधर्मजन्यं +अधर्मज्ञा +अधर्मतः +अधर्मदण्डनं +अधर्मबहुला +अधर्ममिति +अधर्मम् +अधर्मयोः +अधर्मशब्दे +अधर्मश्च +अधर्मस्तु +अधर्मस्य +अधर्मा +अधर्माचरण +अधर्माच्च +अधर्माच्चेति +अधर्माज्जुगुप्सते +अधर्माणां +अधर्मात् +अधर्मात्मा +अधर्मादि +अधर्मादीनि +अधर्माद् +अधर्मापेक्षं +अधर्माभिभवात् +अधर्माभिभवात्कृष्ण +अधर्माय +अधर्मिष्ठं +अधर्मी +अधर्मे +अधर्मेण +अधर्मेति +अधर्मो +अधर्मोऽपि +अधर्मोऽभिभवति +अधर्मौ +अधर्म्म +अधर्म्मं +अधर्म्मः +अधर्म्मस्य +अधर्म्माय +अधर्म्मे +अधर्म्यं +अधर्म्यमयशस्यं +अधर्म्याद् +अधवा +अधविष्ट +अधश् +अधश्च +अधश्चेति +अधश्चोर्ध्वं +अधश्शिराः +अधस् +अधस्ततः +अधस्तदा +अधस्तन +अधस्तने +अधस्तनेन +अधस्तले +अधस्ता +अधस्ताच् +अधस्ताच्च +अधस्ताज्ज्वालयेदग्निं +अधस्तात् +अधस्तात्कुञ्चनेनाशु +अधस्तात्ता +अधस्तादपि +अधस्तादिति +अधस्तादुपरिष्टाच्च +अधस्ताद् +अधस्ताद्गच्छन्ति +अधस्ताद्दिशि +अधस्तान् +अधस्तु +अधस्पदं +अधस्पदम् +अधा +अधाः +अधाक्षीत् +अधातां +अधाताम् +अधातुः +अधातुरिति +अधातोः +अधातोरिति +अधात् +अधाद् +अधानि +अधाम् +अधायि +अधार +अधारयः +अधारयत् +अधारयन् +अधारयन्त +अधाराः +अधारि +अधार्मिक +अधार्मिका +अधार्मिकाणां +अधार्मिको +अधावत् +अधावन् +अधावीत् +अधासीत् +अधा॑ +अधा॑यि +अधा॑रयः +अधा॑रयत् +अधा॑रयन् +अधा॒ +अधि +अधिं +अधिः +अधिअं +अधिअरणमंडवं +अधिक +अधिकं +अधिकः +अधिककालं +अधिकजनाः +अधिकतम +अधिकतमं +अधिकतमः +अधिकतमसङ्ख्या +अधिकतमा +अधिकतमाः +अधिकतमानि +अधिकतया +अधिकतर +अधिकतरं +अधिकतरः +अधिकतरस्तेषां +अधिकता +अधिकत्वं +अधिकदशाः +अधिकन्तु +अधिकपठनाय +अधिकपाठः +अधिकपाठाणि +अधिकपाठानि +अधिकप्रमाणेन +अधिकमपि +अधिकमस्ति +अधिकमाकरे +अधिकमात्रायां +अधिकमास +अधिकमिति +अधिकमेव +अधिकम् +अधिकयोः +अधिकरण +अधिकरणं +अधिकरणम् +अधिकरणयोः +अधिकरणवाचिनश्च +अधिकरणवाचिना +अधिकरणविचाले +अधिकरणसिद्धान्तः +अधिकरणस्य +अधिकरणाच्च +अधिकरणाच्चेति +अधिकरणानि +अधिकरणान्तरं +अधिकरणार्थे +अधिकरणिक +अधिकरणिकः +अधिकरणे +अधिकरणेषु +अधिकरणैतावत्त्वे +अधिकरोति +अधिकवाचनाय +अधिकविचाराः +अधिकविवरणार्थं +अधिकविवरणार्थम् +अधिकसङ्ख्यया +अधिकसङ्ख्याकाः +अधिकसमयं +अधिकस् +अधिकस्य +अधिका +अधिकां +अधिकांश +अधिकांशं +अधिकांशः +अधिकांशतः +अधिकांशाः +अधिकांशेषु +अधिकाः +अधिकाई +अधिकाग्रभागहारम् +अधिकाङ्गाश्च +अधिकात् +अधिकाधिक +अधिकाधिकं +अधिकाधिकाः +अधिकाधिकानां +अधिकाध्ययनाय +अधिकानां +अधिकानाम् +अधिकानि +अधिकान् +अधिकार +अधिकारं +अधिकारः +अधिकारको +अधिकारप्रयोजनभाष्यम् +अधिकारम् +अधिकारविधिः +अधिकारश्च +अधिकारसूत्रम् +अधिकारस्य +अधिकारा +अधिकाराः +अधिकाराणां +अधिकारात् +अधिकारादपेतस्य +अधिकारादेव +अधिकारानधिकारविषयः +अधिकारान् +अधिकाराय +अधिकारार्थः +अधिकारावधौ +अधिकारि +अधिकारिण +अधिकारिणं +अधिकारिणः +अधिकारिणमाह +अधिकारिणश्च +अधिकारिणा +अधिकारिणां +अधिकारिणाम् +अधिकारिणि +अधिकारिणी +अधिकारिणे +अधिकारिणो +अधिकारिभिः +अधिकारिभेदेन +अधिकारिभ्यः +अधिकारियों +अधिकारी +अधिकारीति +अधिकारे +अधिकारेण +अधिकारेषु +अधिकारो +अधिकारों +अधिकारोऽयं +अधिकारोऽयमिति +अधिकारोऽयम् +अधिकारोऽस्ति +अधिकार्थ +अधिकार्थे +अधिकालंकारः +अधिकुमारि +अधिकृत +अधिकृतं +अधिकृतः +अधिकृतजालपुटम् +अधिकृतजालस्थानम् +अधिकृततया +अधिकृतत्वात् +अधिकृतभाषा +अधिकृतभाषाः +अधिकृतरूपेण +अधिकृतस्य +अधिकृता +अधिकृताः +अधिकृतानां +अधिकृते +अधिकृतेन +अधिकृतो +अधिकृत्य +अधिकृत्येति +अधिके +अधिकेति +अधिकेन +अधिकेभ्यः +अधिकेषु +अधिकैः +अधिको +अधिकोपदेशात्तु +अधिकौ +अधिक्रामति +अधिक्रियत +अधिक्रियते +अधिक्रियन्ते +अधिक्रियेत +अधिक्षिप्तः +अधिक्षियन्ति +अधिक्षेप +अधिक्षेपे +अधिगच्छ +अधिगच्छत +अधिगच्छति +अधिगच्छतीत्यन्तम् +अधिगच्छेत् +अधिगत +अधिगतं +अधिगतः +अधिगतवान् +अधिगता +अधिगताः +अधिगति +अधिगतिः +अधिगते +अधिगतो +अधिगत्य +अधिगम +अधिगमं +अधिगमः +अधिगमय +अधिगमयति +अधिगमस्य +अधिगमेन +अधिगमो +अधिगम्य +अधिगम्यते +अधिगम्यन्ते +अधिग्रहणम् +अधिचरम् +अधिजगाते +अधिजगिरे +अधिजगे +अधिजागरत् +अधिजातो +अधिजिगमिषति +अधिजिगांसते +अधिजिगापयिषति +अधिज्यं +अधिज्यधन्वा +अधित +अधितिष्ठ +अधितिष्ठति +अधितिष्ठतीति +अधितिष्ठतु +अधितिष्ठन्ति +अधितिष्ठसि +अधितिष्ठेत् +अधित्यका +अधित्यकायां +अधित्यकायामिव +अधित्यकासु +अधिथा +अधिथाः +अधिदेव +अधिदेवं +अधिदेवः +अधिदेवतम् +अधिदेवता +अधिदेवतां +अधिदेवने +अधिदैव +अधिदैवं +अधिदैवतं +अधिदैवतमध्यात्मं +अधिदैवतम् +अधिदैवम् +अधिदैवे +अधिधाः +अधिनाके +अधिनि +अधिनिधाय +अधिनियम +अधिनियमः +अधिनियमस्य +अधिनियमानुसारं +अधिनियमेन +अधिप +अधिपः +अधिपतय +अधिपतयः +अधिपतयस् +अधिपतये +अधिपतयो +अधिपति +अधिपतिं +अधिपतिः +अधिपतिना +अधिपतिम् +अधिपतिरसि +अधिपतिरासीत् +अधिपतिर् +अधिपतिश् +अधिपतिश्च +अधिपतीन् +अधिपते +अधिपतेः +अधिपतौ +अधिपत्नी +अधिपत्न्य् +अधिपत्यम् +अधिपरी +अधिपस्य +अधिपा +अधिपाः +अधिपालेन्तु +अधिपूरुषः +अधिपे +अधिप्रजायते +अधिप्रज्ञं +अधिबलम् +अधिब्रवीतु +अधिब्रुवन् +अधिब्रुवन्तु +अधिब्रूहि +अधिभूः +अधिभूत +अधिभूतं +अधिभूतमिति +अधिभूतम् +अधिमन्थे +अधिमा +अधिमात्र +अधिमात्रं +अधिमास +अधिमासः +अधिमासकाः +अधिमासकैः +अधिमासशेषं +अधिमासस्य +अधिमासा +अधिमासाः +अधिमासे +अधिमासैः +अधिमुक्ति +अधियज्ञ +अधियज्ञं +अधियज्ञः +अधियज्ञेन +अधियज्ञो +अधियज्ञोऽहमिति +अधियज्ञोऽहमेवात्र +अधिरजनि +अधिरथं +अधिराज +अधिराजं +अधिराजः +अधिराजम् +अधिराजो +अधिराज्य +अधिराट् +अधिरीश्वर +अधिरीश्वरे +अधिरुह्य +अधिरुह्येति +अधिरूढं +अधिरूढः +अधिरूढा +अधिरूढो +अधिरोप्य +अधिरोह +अधिरोहति +अधिरोहन्ति +अधिरोहिणी +अधिलोकं +अधिवक्ता +अधिवक्तुः +अधिवचनं +अधिवद +अधिवर्ष +अधिवर्षः +अधिवर्षम् +अधिवसति +अधिवसन्ति +अधिवसेयुः +अधिवाकाय +अधिवास +अधिवासं +अधिवासः +अधिवासदिने +अधिवासनं +अधिवासनम् +अधिवासयति +अधिवासयतु +अधिवासयत्वस्माकं +अधिवासादिकं +अधिवासितं +अधिवासे +अधिवास्य +अधिविन्नस्त्रियै +अधिविन्ना +अधिविश्वे +अधिवृक्क +अधिवृक्कग्रन्थिः +अधिवृक्षसूर्ये +अधिवेशन +अधिवेशनम् +अधिवेशने +अधिव॒क्ता +अधिशब्द +अधिशब्दः +अधिशब्दस्य +अधिशय्य +अधिशिरोऽवसिञ्चति +अधिशीङ् +अधिशीङ्स्थासां +अधिशे +अधिशेति +अधिशेते +अधिशेरते +अधिशेष +अधिश्रयणकाले +अधिश्रयति +अधिश्रित +अधिश्रितं +अधिश्रितः +अधिश्रितम् +अधिश्रित्य +अधिश्रीयमाणम् +अधिषवणचर्म +अधिषवणचर्मणि +अधिषवणफलकयोः +अधिषवणफलके +अधिषवणे +अधिषवण्या +अधिषातां +अधिषाताम् +अधिष्टानं +अधिष्ठा +अधिष्ठातरि +अधिष्ठाता +अधिष्ठातारं +अधिष्ठातृ +अधिष्ठातृतया +अधिष्ठातृत्वं +अधिष्ठातृत्वम् +अधिष्ठातृत्वेन +अधिष्ठात्रा +अधिष्ठात्री +अधिष्ठान +अधिष्ठानं +अधिष्ठानतया +अधिष्ठानत्वेन +अधिष्ठानपदं +अधिष्ठानभूतं +अधिष्ठानमिति +अधिष्ठानम् +अधिष्ठानरूप +अधिष्ठानसमं +अधिष्ठानस्य +अधिष्ठाना +अधिष्ठानात् +अधिष्ठानादयः +अधिष्ठानादि +अधिष्ठानादिभिः +अधिष्ठानादिवर्गाढ्यं +अधिष्ठानादीनां +अधिष्ठानादीनि +अधिष्ठानानि +अधिष्ठानानुपपत्तेश्च +अधिष्ठानावशेषो +अधिष्ठाने +अधिष्ठाय +अधिष्ठास्यति +अधिष्ठित +अधिष्ठितं +अधिष्ठितः +अधिष्ठितम् +अधिष्ठितवान् +अधिष्ठिता +अधिष्ठिताः +अधिष्ठितानि +अधिष्ठिते +अधिष्ठितो +अधिष्ठीयते +अधिस्त्रि +अधिहरि +अधिऽपाः +अधि॑ +अधि॑पतयो॒ +अधि॑पतय॒ +अधि॒ +अधि॒पा +अधि꣣ +अधी +अधीगर्थ +अधीगर्थदयेशां +अधीगर्थदयेशाम् +अधीत +अधीतं +अधीतः +अधीतम् +अधीतवती +अधीतवन्तः +अधीतवान् +अधीतविद्यः +अधीतवेद +अधीतवेदं +अधीतवेदः +अधीतवेदस्य +अधीतवेदो +अधीतवेदोऽस्मि +अधीतस्य +अधीता +अधीताः +अधीतानि +अधीताम् +अधीति +अधीतिः +अधीती +अधीते +अधीतेषु +अधीतो +अधीतौ +अधीत् +अधीत्य +अधीत्युपरिभावमैश्वर्यं +अधीध्वं +अधीध्वे +अधीन +अधीनं +अधीनः +अधीनतया +अधीनम् +अधीनराजाः +अधीना +अधीनाः +अधीने +अधीनो +अधीमहे +अधीय +अधीयत +अधीयते +अधीयन् +अधीयन्त +अधीयन्ते +अधीयाते +अधीयात् +अधीयान +अधीयानः +अधीयानस्य +अधीयानाः +अधीयानेषु +अधीयानो +अधीयीत +अधीयीय +अधीयीरन् +अधीये +अधीर +अधीरं +अधीरः +अधीरा +अधीराः +अधीरे +अधीरो +अधीव +अधीवहे +अधीवासं +अधीवासम् +अधीवासेन +अधीश +अधीशः +अधीशाः +अधीशो +अधीश्वर +अधीश्वरः +अधीश्वरे +अधीषे +अधीष्ट +अधीष्टं +अधीष्टः +अधीष्टे +अधीष्टो +अधीष्व +अधीहि +अधु +अधुः +अधुक्षः +अधुक्षत +अधुक्षताम् +अधुक्षत् +अधुक्षथाः +अधुक्षध्वम् +अधुक्षन् +अधुक्षन्त +अधुक्षाताम् +अधुक्षाथाम् +अधुक्षामहि +अधुक्षावहि +अधुक्षि +अधुग्ध्वम् +अधुन +अधुना +अधुनातन +अधुनातनं +अधुनातनकालेऽपि +अधुनातने +अधुनापि +अधुनावधि +अधुनास्य +अधुनाहं +अधुनाऽपि +अधुनाऽहं +अधुनीत +अधुनेति +अधुनेत्यादि +अधुनैव +अधुरं +अधुि +अधूनुत +अधूनुतम् +अधूनोत् +अधूम +अधूषत +अधृत +अधृतं +अधृतः +अधृतेव +अधृत्वा +अधृष्ट +अधृष्टः +अधृष्टाः +अधृष्टाकार्ययोः +अधृष्यं +अधृष्यः +अधृष्या +अधृष्यां +अधृष्याः +अधृ॑ष्टाः +अधे +अधेः +अधेति +अधेनुम् +अधेन्वा +अधेरुपरिस्थम् +अधेि +अधै +अधैर्यं +अधैि +अधो +अधोक् +अधोक्षज +अधोक्षजं +अधोक्षजः +अधोक्षजम् +अधोक्षजाय +अधोक्षजे +अधोक्षजो +अधोगता +अधोगति +अधोगतिं +अधोगतिः +अधोगतिमपानं +अधोगते +अधोगतौ +अधोगमनं +अधोगमनम् +अधोगमास्तु +अधोगामी +अधोगिति +अधोगृहे +अधोगे +अधोञ्चनाः +अधोदन्ते +अधोदृष्टिः +अधोदेशे +अधोधः +अधोभाग +अधोभागं +अधोभागः +अधोभागात् +अधोभागे +अधोभागो +अधोभाण्डे +अधोमुख +अधोमुखं +अधोमुखः +अधोमुखम् +अधोमुखस्य +अधोमुखा +अधोमुखाः +अधोमुखानि +अधोमुखान् +अधोमुखी +अधोमुखीं +अधोमुखे +अधोमुखेन +अधोमुखो +अधोमुखौ +अधोरामः +अधोरामौ +अधोरूढानि +अधोर्ध्वं +अधोलिखित +अधोलिखितं +अधोलिखिताः +अधोलिखितानां +अधोलिखितानि +अधोष्ट +अधोऽधः +अधोऽधस्त्रिधा +अधोऽधो +अधोऽपि +अधोऽवलोक्य +अधौतं +अधौतेन +अध् +अध्द्यर्ध +अध्य +अध्यः +अध्यक्ष +अध्यक्षं +अध्यक्षः +अध्यक्षतां +अध्यक्षतायां +अध्यक्षतायाम् +अध्यक्षत्वं +अध्यक्षत्वेन +अध्यक्षपदं +अध्यक्षपदे +अध्यक्षप्रचार +अध्यक्षम् +अध्यक्षरूपेण +अध्यक्षस्थानं +अध्यक्षस्थानम् +अध्यक्षस्य +अध्यक्षा +अध्यक्षाः +अध्यक्षाणां +अध्यक्षान् +अध्यक्षाय +अध्यक्षीय +अध्यक्षे +अध्यक्षेण +अध्यक्षो +अध्यक्षों +अध्यगात् +अध्यगीषत +अध्यगीषाताम् +अध्यगीष्ट +अध्यगीष्यत +अध्यग्न्यध्यावाहनिकं +अध्यङ् +अध्यजीगपत् +अध्यण्डा +अध्यतिष्ठत् +अध्यधत्तम् +अध्यधि +अध्यय +अध्ययः +अध्ययन +अध्ययनं +अध्ययनकाले +अध्ययनकेन्द्राणि +अध्ययनतः +अध्ययनतोऽविप्रकृष्टाख्यानाम् +अध्ययनमपि +अध्ययनमात्रवतः +अध्ययनम् +अध्ययनविधिः +अध्ययनविधिना +अध्ययनस्य +अध्ययनात् +अध्ययनात्पराजयते +अध्ययनाध्यापनं +अध्ययनानन्तरं +अध्ययनाय +अध्ययनार्थं +अध्ययनार्थम् +अध्ययनावसरे +अध्ययने +अध्ययनेन +अध्ययनेषु +अध्ययै +अध्यर्थे +अध्यर्द्ध +अध्यर्द्धेडं +अध्यर्ध +अध्यर्धं +अध्यर्धपूर्वाद् +अध्यर्धम् +अध्यर्धशाण्यम् +अध्यर्धा +अध्यर्धांशं +अध्यर्धे +अध्यर्धेडं +अध्यर्धेन +अध्यर्धेळं +अध्यवसानम् +अध्यवसाय +अध्यवसायं +अध्यवसायः +अध्यवसायश्च +अध्यवसायस्य +अध्यवसाये +अध्यवसायो +अध्यवसितप्राधान्यमिति +अध्यवसितप्राधान्ये +अध्यवसीयते +अध्यवस्य +अध्यवस्यति +अध्यशनं +अध्यशनम् +अध्यशेत +अध्यस्त +अध्यस्तं +अध्यस्तम् +अध्यस्तस्य +अध्यस्यते +अध्या +अध्याक्रान्ता +अध्यागच्छति +अध्यात्म +अध्यात्मं +अध्यात्मगुरुः +अध्यात्मचेतसा +अध्यात्मज्ञाननित्यत्वं +अध्यात्मज्ञाननित्यत्वम् +अध्यात्मनि +अध्यात्मनित्या +अध्यात्मनित्याः +अध्यात्मपक्षे +अध्यात्मबहिर्धा +अध्यात्ममधिदैवं +अध्यात्ममधिभूतं +अध्यात्ममरूपसंज्ञी +अध्यात्ममार्गदर्शकः +अध्यात्ममिति +अध्यात्मम् +अध्यात्मयोगाधिगमेन +अध्यात्मरतिरासीनो +अध्यात्मरामायण +अध्यात्मरामायणम् +अध्यात्मरामायणे +अध्यात्मविद्या +अध्यात्मविद्याधिगमः +अध्यात्मशास्त्रोदितेषु +अध्यात्मसंज्ञितम् +अध्यात्मस्य +अध्यात्मा +अध्यात्मिकं +अध्यात्मिकान् +अध्यात्मे +अध्यात्मेति +अध्यात्मोपनिषत् +अध्यान +अध्याप +अध्यापक +अध्यापकं +अध्यापकः +अध्यापकरूपेण +अध्यापकस्य +अध्यापका +अध्यापकाः +अध्यापकानां +अध्यापकाश्च +अध्यापके +अध्यापकेन +अध्यापको +अध्यापकोपदेशक +अध्यापकोपदेशको +अध्यापकोपदेशकौ +अध्यापन +अध्यापनं +अध्यापनञ्च +अध्यापनमध्ययनं +अध्यापनम् +अध्यापनस्य +अध्यापने +अध्यापनेन +अध्यापय +अध्यापयति +अध्यापयत् +अध्यापयन् +अध्यापयन्ति +अध्यापयामास +अध्यापयेत् +अध्यापयेद्वा +अध्यापिका +अध्यापितस्योशनसापि +अध्यापिता +अध्यापिपत् +अध्यापिपयिषति +अध्याप्य +अध्याभरत् +अध्याय +अध्यायं +अध्यायः +अध्यायद्वयं +अध्यायपरिसमाप्तेः +अध्यायपर्य्यन्तं +अध्यायपर्य्यन्तम् +अध्यायफलकानि +अध्यायमारभ्य +अध्यायम् +अध्यायस +अध्यायसमाप्ति +अध्यायसूची +अध्यायस् +अध्यायस्य +अध्याया +अध्यायाः +अध्यायात् +अध्यायादिं +अध्यायादौ +अध्यायानां +अध्यायानामुपाकर्म +अध्यायानुवाकयोः +अध्यायानुवाकयोर्लुक् +अध्यायान् +अध्यायान्ता +अध्यायान्ते +अध्यायार्थं +अध्यायार्थनिगमनम् +अध्यायार्थमुपसंहरति +अध्यायावधि +अध्यायिन्यदेशकालात् +अध्याये +अध्यायेषु +अध्यायेष्वेवर्षेः +अध्यायैः +अध्यायो +अध्यायों +अध्यायोपसंहारः +अध्यायौ +अध्यारूढो +अध्यारोप +अध्यारोपः +अध्यारोपापवादाभ्यां +अध्यारोपो +अध्यारोप्य +अध्यारोहन्ति +अध्याशयेन +अध्यास +अध्यासः +अध्यासते +अध्यासभाष्यम् +अध्यासवत् +अध्यासस्य +अध्यासाभावे +अध्यासित +अध्यासितं +अध्यासितः +अध्यासिता +अध्यासितुं +अध्यासिते +अध्यासीत +अध्यासे +अध्यासो +अध्यास्त +अध्यास्ते +अध्यास्य +अध्याहार +अध्याहारः +अध्याहारे +अध्याहारेण +अध्याहारो +अध्याहार्यम् +अध्युत्तरपदात् +अध्युत्तरस्मिन् +अध्युत्त॑रस्मि॒न्विश्वे॑ +अध्युत्थितः +अध्युद्भृतम् +अध्युद्भृता +अध्युपेक्षितुम् +अध्युवास +अध्यूढः +अध्यूध्नीं +अध्यूहति +अध्यूहन्ति +अध्ये +अध्येतव्य +अध्येतव्यं +अध्येतव्यम् +अध्येतव्या +अध्येता +अध्येतारः +अध्येतारश्च +अध्येतारौ +अध्येतास्महे +अध्येति +अध्येतीति +अध्येतु +अध्येतुं +अध्येतुम् +अध्येतृणां +अध्येतृधर्माः +अध्येतॄणां +अध्येयम् +अध्येषणा +अध्येष्यत +अध्येष्यते +अध्येष्यामहे +अध्यै +अध्यैत +अध्यैत् +अध्यैन् +अध्यैमहि +अध्यैयत +अध्यैयाताम् +अध्यैयि +अध्यैवहि +अध्यैष्ट +अध्यैष्यत +अध्योषधीभ्यः +अध्य् +अध्य॑तिष्ठत् +अध्र +अध्रजन् +अध्रिगु +अध्रिगुः +अध्रिगू +अध्रिगो +अध्रियत +अध्रियन्त +अध्रुक् +अध्रुव +अध्रुवं +अध्रुवम् +अध्रुवा +अध्रुवाणि +अध्रुवे +अध्रुवेण +अध्व +अध्वगः +अध्वगा +अध्वगानां +अध्वगेषु +अध्वन +अध्वनः +अध्वना +अध्वनां +अध्वनामध्वपते +अध्वनामिति +अध्वनाम् +अध्वनि +अध्वनीनः +अध्वनीनोऽध्वगोऽध्वन्यः +अध्वने +अध्वनो +अध्वन् +अध्वन्यः +अध्वन्यध्वनि +अध्वन्येन +अध्वपते +अध्वपरिमाणे +अध्वभिः +अध्वभिर् +अध्वयों +अध्वर +अध्वरं +अध्वरः +अध्वरमिति +अध्वरम् +अध्वरशब्दस्य +अध्वरश्रियः +अध्वरस्य +अध्वरा +अध्वराणां +अध्वराणाम् +अध्वरादीनां +अध्वरान् +अध्वराय +अध्वरीयताम् +अध्वरे +अध्वरेषु +अध्वरेष्व् +अध्वरो +अध्वर्य +अध्वर्यन्तः +अध्वर्यव +अध्वर्यवः +अध्वर्यवे +अध्वर्यवो +अध्वर्यु +अध्वर्युं +अध्वर्युः +अध्वर्युकर्तृकं +अध्वर्युकषाययोर्जातौ +अध्वर्युक्रतुरनपुंसकम् +अध्वर्युग्रहणं +अध्वर्युणा +अध्वर्युप्रतिप्रस्थातारौ +अध्वर्युप्रेषितो +अध्वर्युब्रह्मयजमानाः +अध्वर्युभिः +अध्वर्युम् +अध्वर्युयजमानौ +अध्वर्युराह +अध्वर्युरिति +अध्वर्युरुपवीती +अध्वर्युरेव +अध्वर्युर् +अध्वर्युर्गृहपतिं +अध्वर्युर्जपति +अध्वर्युर्यजमानं +अध्वर्युर्यजमानश्च +अध्वर्युर्वा +अध्वर्युर्होतारं +अध्वर्युश्च +अध्वर्युऽभिः +अध्वर्यू +अध्वर्यो +अध्वर्योः +अध्वर्योअ +अध्वर्योअद्रि +अध्वर्योर् +अध्वर्योर्वा +अध्वर्यौ +अध्वर्य्युः +अध्वर्य्वादयः +अध्वश्रमेण +अध्वसु +अध्वा +अध्वानं +अध्वानः +अध्वानमार्गं +अध्वानम् +अध्वानो +अध्वानौ +अध्वा॑ +अध्वा॑नम् +अध्वेति +अध्व॑नः +अध्व॑ने +अध्व॑नो +अध्व॑नो॒ +अध्व॑न् +अध्व॑र्यवः +अध्व॑र्यवो॒ +अध्व॑र्यो॒ +अध्व॒रं +अध्व॒रम् +अध्व॒रस्य॒ +अध्व॒रे +अध्व॒रेषु॑ +अध्व॒रेषु॒ +अध्व॒रेष्वीड्य॑ +अध्व꣣रे꣢ +अध॑ +अध॑रम् +अध॑रात् +अध॒ +अन +अनं +अनंत +अनंतं +अनंतः +अनंतर +अनंतरं +अनंतरम् +अनंता +अनंताय +अनंतो +अनंशो +अनंशौ +अनंसिष्टाम् +अनंसीत् +अनंस्त +अनः +अनः॑ +अनक +अनकः +अनक्तन +अनक्ति +अनक्तीति +अनक्तु +अनक्त्य् +अनक्ष +अनक्षन् +अनक्षरं +अनक्षे +अनग्नाविव +अनग्नाव् +अनग्नि +अनग्निः +अनग्निकस्य +अनग्निज्वलनं +अनग्निज्वलने +अनग्नित्रा +अनग्निदग्धजं +अनग्निदग्धा +अनग्निदग्धाः +अनग्निरनिकेतः +अनग्निर्दीप्यते +अनग्नौ +अनग्लोपे +अनघ +अनघं +अनघः +अनघा +अनघाः +अनघाय +अनघे +अनघेति +अनघो +अनङादेशः +अनङि +अनङ् +अनङ्ग +अनङ्गं +अनङ्गः +अनङ्गजीवनम् +अनङ्गणो +अनङ्गतापप्रशमाय +अनङ्गमञ्जरी +अनङ्गमञ्जरीम् +अनङ्गम् +अनङ्गसेना +अनङ्गस्य +अनङ्गहर्षः +अनङ्गाय +अनङ्गीकारात् +अनङ्गीकारे +अनङ्गीकृत्य +अनङ्गेति +अनङ्गेन +अनङ्गो +अनङ्गोपेता +अनङ्गोपेताये +अनच +अनचि +अनचिचेति +अनच् +अनज +अनजादौ +अनज्मि +अनञः +अनञ् +अनञ्पूर्वे +अनञ्समासे +अनटत् +अनट् +अनट्प्रत्ययेन +अनडि +अनडुः +अनडुत्सहितां +अनडुद्दः +अनडुद्भिः +अनडुद्भ्यस्त्वं +अनडुह +अनडुहः +अनडुहा +अनडुहि +अनडुही +अनडुहो +अनडुह् +अनड् +अनड्वन् +अनड्वान् +अनड्वान्दक्षिणा +अनड्वाह +अनड्वाहं +अनड्वाहः +अनड्वाहमन्वारभामहे +अनड्वाहम् +अनड्वाही +अनड्वाहो +अनड्वाहौ +अनणु +अनणुषु +अनत +अनतः +अनति +अनतिक्रमणीयं +अनतिक्रमणीया +अनतिक्रमणीयात्ते +अनतिक्रमणीयो +अनतिक्रम्य +अनतिदाहाय +अनतिदूरे +अनतिपादायैव +अनतीति +अनत् +अनत्यन्तगतौ +अनत्याधान +अनत्याधाने +अनथैव +अनदता +अनद्धा +अनद्धापुरुषमीक्षते +अनद्यतन +अनद्यतने +अनधः +अनधि +अनधिकार +अनधिकारः +अनधिकारिणा +अनधिकारी +अनधिकारे +अनधिकृताः +अनधिगत +अनधिगतः +अनधिगतपरिमलापि +अनधिगतेति +अनधिष्ठिते +अनधीत्य +अनधीयन् +अनधो +अनध्याय +अनध्यायं +अनध्यायः +अनध्यायस्तु +अनध्यायाः +अनध्याये +अनध्यायेषु +अनध्यायो +अनध्वनि +अनन +अननं +अननतरं +अननु +अननुगमात् +अननुगमेन +अननुनासिकः +अननुबन्धकग्रहणे +अननुभाषणम् +अननुभूत +अननुभूतत्वात् +अननुभूते +अननूयाजपक्षे +अनने +अनन् +अनन्त +अनन्तं +अनन्तः +अनन्तकः +अनन्तकाः +अनन्तकालं +अनन्तकुमारः +अनन्तकृष्ण +अनन्तकृष्णशर्मा +अनन्तकोटि 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+अनम्नत +अनम्राः +अनय +अनयं +अनयः +अनयत +अनयति +अनयत् +अनयथाः +अनयदासनरज्जुपरिग्रहे +अनयद् +अनयद्रितो +अनयन् +अनयन्त +अनयर्चा +अनया +अनयापि +अनयेति +अनयेन +अनयैव +अनयैवावृता +अनयो +अनयोः +अनयोरतिशयेन +अनयोरनवद्याङ्गि +अनयोरन्तरं +अनयोरन्तरम् +अनयोरपि +अनयोरिति +अनयोरेव +अनयोरैक्यं +अनयोर् +अनयोर्घातः +अनयोर्घाते +अनयोर्द्वयोः +अनयोर्न +अनयोर्भेदः +अनयोर्मध्ये +अनयोर्मपर्यन्तस्य +अनयोर्योगः +अनयोर्योगे +अनयोर्वा +अनयोर्हि +अनयोश्च +अनयोस् +अनयोस्तु +अनर +अनरण्यः +अनरण्यस्य +अनरण्येन +अनरण्यो +अनर्काभ्युदिते +अनर्गलं +अनर्गलः +अनर्घ +अनर्घराघवम् +अनर्घराघवे +अनर्घ्यमर्घ्येण +अनर्चयित्वा +अनर्चितं +अनर्तिषुः +अनर्थ +अनर्थं +अनर्थः +अनर्थक +अनर्थकं +अनर्थकः +अनर्थकत्वात् +अनर्थकम् +अनर्थकम्‌ +अनर्थकश् +अनर्थकस्य +अनर्थका +अनर्थकाः +अनर्थकानां +अनर्थकानि +अनर्थकास्तु +अनर्थके +अनर्थकेन +अनर्थको +अनर्थकौ +अनर्थक्यम्‌ +अनर्थज्ञोऽल्पकण्ठश्च +अनर्थम् +अनर्थस्य +अनर्थहेतुभावो +अनर्था +अनर्थाः +अनर्थान्तरम् +अनर्थाय +अनर्थिका +अनर्थिकैव +अनर्थित्वान्मनुष्याणां +अनर्थे +अनर्थो +अनर्थ्यानां +अनर्पितं +अनर्वणाम् +अनर्वन् +अनर्वम् +अनर्वा +अनर्वाणं +अनर्वाणः +अनर्वाणम् +अनर्ह +अनर्हं +अनर्हः +अनर्हता +अनर्हम् +अनर्हा +अनर्हेषु +अनल +अनलं +अनलंकृतमात्मानं +अनलः +अनलङ्कृती +अनलम् +अनलसः +अनलसा +अनलसाः +अनलस्य +अनला +अनलाय +अनले +अनलेन +अनलो +अनल्प +अनल्पं +अनल्पः +अनल्पा +अनल्पे +अनल्पेन +अनल्पैः +अनल्विधाविति +अनल्विधौ +अनव +अनवः +अनवकाश +अनवकाशं +अनवकाशत्वात् +अनवकाशा +अनवकाशो +अनवक्लृप्त्य् +अनवखण्डिता +अनवगत +अनवगते +अनवग्रहश्चरति +अनवच्छिन्नं +अनवच्छिन्नस्य +अनवच्छिन्ना +अनवच्छिन्ने +अनवतप्ते +अनवद्य +अनवद्यं +अनवद्यः +अनवद्यम् +अनवद्यरूपाः +अनवद्यस्य +अनवद्या +अनवद्यां +अनवद्याः +अनवद्यानि +अनवद्याभिः +अनवद्यैः +अनवद्यैरभिद्युभिर्मखः +अनवधानं +अनवधानता +अनवधानम् +अनवधाने +अनवधानेन +अनवधारण +अनवधिक +अनवधिकातिशय +अनवधिकातिशयं +अनवन +अनवने +अनवन्त +अनवभ्रराधसः +अनवयवेन +अनवर +अनवरत +अनवरतं +अनवरतः +अनवरतम् +अनवरते +अनवरतेति +अनवरुद्धस्यावरुद्ध्यै +अनवरुद्धा +अनवलोकयन् +अनवश्रुता +अनवश्रुतेन +अनवसरे +अनवस्तीर्य +अनवस्ते +अनवस्था +अनवस्थां +अनवस्थानं +अनवस्थानात् +अनवस्थाने 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+अनाकुलं +अनाकुलः +अनाकृतः +अनाकृष्टस्य +अनाक्रम्य +अनाक्रान्ता +अनाख्यं +अनाख्यमनभिव्यक्तं +अनाख्याय +अनागच्छति +अनागत +अनागतं +अनागतः +अनागतत्वात् +अनागतमतिक्रान्तं +अनागतमतीतं +अनागतम् +अनागतवतीं +अनागतविधाता +अनागतविधानं +अनागतस्य +अनागता +अनागतां +अनागतादिलिङ्गेन +अनागतानां +अनागतानि +अनागतायां +अनागताश्च +अनागते +अनागतेषु +अनागतेऽध्वनि +अनागमं +अनागमन्तु +अनागमे +अनागसं +अनागसः +अनागसम् +अनागसां +अनागसि +अनागसे +अनागसो +अनागा +अनागाः +अनागान् +अनागामिफलं +अनागामी +अनागास्त्वं +अनागास्त्वे +अनागूर्त्यै +अनाग्नेयं +अनाघ्रात +अनाघ्रातं +अनाङ्गिरसे +अनाचमिकमिवमीनामिति +अनाचारः +अनाचाररूपा +अनाचारा +अनाज +अनाज्ञातं +अनाज्ञाते +अनातताय +अनाति +अनातीति +अनातुरः +अनातुरम् +अनातुरा +अनात् +अनात्म +अनात्मज्ञ +अनात्मज्ञः +अनात्मत्वं +अनात्मन +अनात्मनः +अनात्मनस्तु +अनात्मनि +अनात्मनी +अनात्मनो +अनात्मन्यात्मविज्ञानं +अनात्मन्य् +अनात्मबन्धः +अनात्मवन्तः +अनात्मवान् +अनात्मविदः +अनात्मविदमुक्तोऽपि +अनात्मविदो +अनात्मसु +अनात्मा +अनात्मान +अनात्मानः +अनात्मीयेषु +अनात्मेति +अनात्म्ये +अनाथ +अनाथं +अनाथः +अनाथनाथ +अनाथन्त +अनाथपिण्डदस्य +अनाथपिण्डदस्यारामे +अनाथपिण्डदेन +अनाथपिण्डदो +अनाथम् +अनाथवत् +अनाथशरणाय +अनाथस्य +अनाथा +अनाथां +अनाथाः +अनाथानां +अनाथानामहं +अनाथान् +अनाथाय +अनाथाया +अनाथे +अनाथो +अनाथोऽपि +अनाद +अनादयः +अनादये +अनादर +अनादरं +अनादरः +अनादरात् +अनादरे +अनादरेण +अनादरो +अनादानं +अनादाविह +अनादि +अनादिं +अनादिः +अनादिकर्मक्लेशवासनाचित्रा +अनादिकालप्रवृत्ता +अनादिकालमारभ्य +अनादिकालात् +अनादिकालादेव +अनादितः +अनादितया +अनादित्व +अनादित्वं +अनादित्वमिति +अनादित्वम् +अनादित्वाच्च +अनादित्वात् +अनादित्वादिति +अनादित्वाद् +अनादित्वान्निर्गुणत्वात् +अनादित्वान्निर्गुणत्वात्परमात्मायमव्ययः +अनादित्वे +अनादित्वेन +अनादित्वेऽपि +अनादिना +अनादिनिधन +अनादिनिधनं +अनादिनिधनः +अनादिनिधनम् +अनादिनिधना +अनादिनिधने +अनादिनिधनो +अनादिबन्धनस्त्वेको +अनादिमति +अनादिमत् +अनादिमत्परं +अनादिमदिति +अनादिमध्यनिधन +अनादिमध्यनिधनं +अनादिमध्यनिधनो +अनादिमध्यपर्यन्तं +अनादिमध्यान्तं +अनादिमध्यान्तम् +अनादिमायया +अनादिम् +अनादिरर्थैः +अनादिरात्मा +अनादिरादिर्विश्वस्य +अनादिरिति +अनादिरेष +अनादिर् +अनादिश्च +अनादिश्रीकृष्णनारायण +अनादिश्रीकृष्णनारायणं +अनादिश्रीकृष्णनारायणः +अनादिश्रीकृष्णनारायणस्य +अनादिश्रीकृष्णनारायणाय +अनादिश्रीकृष्णनारायणे +अनादिश्रीकृष्णनारायणेन +अनादिश्रीकृष्णनारायणो +अनादिश्रीकृष्णनारायणोऽहं +अनादिष्टं +अनादिष्टेषु +अनादिसिद्धः +अनादिस्वरूप +अनादी +अनादीति +अनादृतः +अनादृतास्तु +अनादृते +अनादृत्य +अनादृत्यैव +अनादे +अनादेः +अनादेयं +अनादेयस्य +अनादेश +अनादेशः +अनादेशपरिभाषया +अनादेशे +अनादौ +अनाद्य +अनाद्यं +अनाद्यनन्तं +अनाद्यन्तं +अनाद्यन्तमजं +अनाद्यन्ता +अनाद्यम् +अनाद्यविद्यया +अनाद्यविद्या +अनाधृष्टं +अनाधृष्टमस्यनाधृष्यं +अनाधृष्टम् +अनाधृष्टा +अनाधृष्टाः +अनाधृष्टानि +अनाधृष्टासः +अनाधृष्टासि +अनाधृष्टिः +अनाधृष्टेति +अनाधृष्यं +अनाधृष्यः +अनाधृष्यम् +अनाधृष्या +अनाधृष्याः +अनाधृष्याय +अनाधृष्यास्तपसा +अनाधृष्यो +अनाध्द्याने +अनाध्याने +अनानतः +अनानताः +अनानसफलम् +अनानसफलरसः +अनाना +अनानि +अनाप +अनापत्तिः +अनापत्तिर्ग्लानः +अनापत्तिस्तेनोपायेन +अनापदि +अनापद्यपि +अनापि +अनापिः +अनाप्तः +अनाप्तम् +अनाप्ता +अनाप्ताः +अनाप्तोक्ते +अनाप्यक +अनाप्यकः +अनाभासं +अनाभोगात्मिका +अनाम +अनामक +अनामकम् +अनामय +अनामयं +अनामयत्वं +अनामयम् +अनामया +अनामयाय +अनामयित्नुभ्यां +अनामा +अनामामध्यमारभ्य +अनामामूलमारभ्य +अनामायां +अनामि +अनामिकया +अनामिका +अनामिकां +अनामिकाभ्यां +अनामिकाया +अनामिकायां +अनामिकायाः +अनामिके +अनामिति +अनामृणः +अनामृतं +अनामे +अनाम् +अनाम्नवतिनगरीणामिति +अनाम्नातेषु +अनायके +अनायतनः +अनायतना +अनाया +अनायातं +अनायास +अनायासं +अनायासः +अनायासप्रदायीनि +अनायासेन +अनायासेनैव +अनायि +अनायुक्तो +अनायुष्यं +अनार +अनारत +अनारतं +अनारतम् +अनारब्धकार्ये +अनारब्धफलानां +अनारभ्य +अनारभ्या +अनारम्भः +अनारम्भणे +अनारम्भात् +अनारम्भे +अनारम्भो +अनाराध्य +अनाराशंसाः +अनारोग्यं +अनारोग्यस्य +अनारोपितं +अनार्कली +अनार्तवं +अनार्ता +अनार्त्तवं +अनार्य +अनार्यं +अनार्यः +अनार्यजुष्टमस्वर्ग्यमकीर्तिकरमर्जुन +अनार्यजुष्टम् +अनार्या +अनार्यां +अनार्याः +अनार्यैः +अनार्य्य +अनार्ष +अनार्षे +अनालम्बन +अनालम्भुका +अनालोक्य +अनालोचने +अनालोचितः +अनालोच्य +अनावन् +अनावरणं +अनावश्यक +अनावश्यकं +अनावश्यकम् +अनाविद्धया +अनाविलं 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+अनित्याश्च +अनित्ये +अनित्येति +अनित्येन +अनित्येषु +अनित्यो +अनित्योऽयं +अनित्योऽस्ति +अनिदं +अनिदिता +अनिदितां +अनिदितामिति +अनिदिताम् +अनिद्र +अनिद्रं +अनिद्रम् +अनिद्रा +अनिद्रौ +अनिधनं +अनिधाय +अनिधायैव +अनिध्मः +अनिध्मो +अनिनस्मन्ग्रहणान्यर्थवता +अनिन्दा +अनिन्दित +अनिन्दिता +अनिन्दिते +अनिन्दितैः +अनिन्द्यं +अनिन्द्या +अनिन्द्राः +अनिपद्यमानम् +अनिपुणः +अनिप्रत्ययः +अनिबद्धं +अनिबाधे +अनिभृष्टमसि +अनिभृष्टम् +अनिमानः +अनिमित्त +अनिमित्तं +अनिमित्तः +अनिमित्ततो +अनिमित्तम् +अनिमित्तरुजो +अनिमित्तस्य +अनिमित्ता +अनिमित्तो +अनिमिषं +अनिमिषः +अनिमिषा +अनिमिषेण +अनिमिषो +अनिमेषं +अनिमेषम् +अनिय +अनियत +अनियतं +अनियतविपाकस्य +अनियतवृत्तय +अनियता +अनियताः +अनियतानि +अनियतासु +अनियते +अनियतेति +अनियन्त्रितः +अनियम +अनियमः +अनियमात् +अनियमाधिकरणम् +अनियमे +अनियमेन +अनियमो +अनियम्य +अनियुक्तो +अनियोगे +अनियोगेन +अनिरस्ता +अनिरा +अनिराः +अनिराकरणात् +अनिराकृत +अनिराकृतः +अनिरामेतामित्यादिना +अनिराम् +अनिरुक्त +अनिरुक्तं +अनिरुक्तः +अनिरुक्तम् +अनिरुक्ता +अनिरुक्ते +अनिरुक्तो +अनिरुद्ध +अनिरुद्धं +अनिरुद्धः +अनिरुद्धश्च +अनिरुद्धसंहिता +अनिरुद्धसंहितायां +अनिरुद्धसंहितायाः +अनिरुद्धस्तु +अनिरुद्धस्य +अनिरुद्धा +अनिरुद्धात् +अनिरुद्धाय +अनिरुद्धे +अनिरुद्धेन +अनिरुद्धो +अनिरुप्ते +अनिरुवाच +अनिरूपयन् +अनिरोधमनुत्पादमनुच्छेदमशाश्वतम् +अनिर्ज्ञातं +अनिर्णयपर्यवसितां +अनिर्णीतः +अनिर्दशाया +अनिर्दशाहां +अनिर्दाहाय +अनिर्दिष्ट +अनिर्दिष्टं +अनिर्दिष्टानि +अनिर्दिष्टार्थाः +अनिर्दिष्टे +अनिर्देशे +अनिर्देश्य +अनिर्देश्यं +अनिर्देश्यत्वं +अनिर्देश्यम् +अनिर्देश्यवपुः +अनिर्देश्या +अनिर्मार्गाय +अनिर्मोक्षः +अनिर्मोक्षप्रसङ्गः +अनिर्मोक्षप्रसङ्गात् +अनिर्याच्याग्निं +अनिर्वचनीय +अनिर्वचनीयं +अनिर्वचनीयख्यातेर्निरूपणम् +अनिर्वचनीयताख्यातिस्थापनम् +अनिर्वचनीयत्वं +अनिर्वचनीयम् +अनिर्वचनीयस्य +अनिर्वचनीया +अनिर्वर्णनीयं +अनिर्वाच्य +अनिर्वाच्यं +अनिर्वाच्यत्वे +अनिर्वाच्या +अनिर्वाणोऽपि +अनिर्विण्णः +अनिर्विण्णचेतसा +अनिर्विण्णत्वहेतुश्च +अनिर्विण्णम् +अनिर्वृतं +अनिर्वेदं +अनिर्वेदः +अनिर्वेदेन +अनिर्वेदो +अनिल +अनिलं +अनिलः +अनिलशब्दे +अनिलश्चानलश्चैव +अनिलस्य +अनिला +अनिलाः +अनिलाय +अनिले +अनिलेति +अनिलेन +अनिलो +अनिल् +अनिवर्तिका +अनिवर्ती +अनिवारणात् +अनिवारितमन्नाद्यं +अनिवार्य +अनिवार्यं +अनिवार्यः +अनिवार्यतया +अनिवार्यता +अनिवार्यत्वेन +अनिवार्यमस्ति +अनिवार्यम् +अनिवार्यरूपेण +अनिवार्या +अनिवार्याः +अनिवृत्तं +अनिवृत्तः +अनिवृत्तिः +अनिवृत्ते +अनिवृत्तेः +अनिवृत्तौ +अनिवेद्य +अनिवेद्यं +अनिश +अनिशं +अनिशमपि +अनिशम् +अनिशितः +अनिशितसर्गा +अनिशिता +अनिश्चयः +अनिश्चये +अनिश्चित +अनिश्चितः +अनिश्चितता +अनिश्चितप्रज्ञतया +अनिश्चिता +अनिश्चिते +अनिश्चित्य +अनिष्ट +अनिष्टं +अनिष्टः +अनिष्टतया +अनिष्टत्वात् +अनिष्टप्राप्तौ +अनिष्टमपि +अनिष्टमिति +अनिष्टमिष्टं +अनिष्टम् +अनिष्टम्‌ +अनिष्टवारणाधिकरणम् +अनिष्टविध्याभासे +अनिष्टस्य +अनिष्टा +अनिष्टादिकारिणामपि +अनिष्टादिकार्यधिकरणम् +अनिष्टानां +अनिष्टानि +अनिष्टृतः +अनिष्टे +अनिष्टेषु +अनिष्टोऽस्य +अनिष्ट्वा +अनिष्ठा +अनिष्पक्षे +अनिष्पत्तौ +अनिष्पन्दाः +अनिष्पन्ने +अनिसृष्ट +अनी +अनीक +अनीकं +अनीकम् +अनीकवते +अनीकवान् +अनीकस्थ +अनीकस्य +अनीका +अनीकानां +अनीकानि +अनीकिनी +अनीके +अनीकेन +अनीकेनेन्द्रो +अनीकेषु 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+अनुत्पन्नेषु +अनुत्पन्नो +अनुत्पन्नोऽयमुत्पादः +अनुत्पाद +अनुत्पाद्य +अनुत्सहन्तीयो +अनुत्सूत्रपदन्यासा +अनुत्सृज्य +अनुत्सेकः +अनुत्सेको +अनुदः +अनुदक +अनुदके +अनुदन्त +अनुदरा +अनुदा +अनुदात्त +अनुदात्तं +अनुदात्तः +अनुदात्तउइतः +अनुदात्तङित +अनुदात्तङितः +अनुदात्तडित +अनुदात्ततर +अनुदात्ततरः +अनुदात्तत्वं +अनुदात्तत्वम् +अनुदात्तत्वस्य +अनुदात्तत्वात् +अनुदात्तत्वे +अनुदात्तमिति +अनुदात्तम् +अनुदात्तश्च +अनुदात्तस्य +अनुदात्तस्येति +अनुदात्ता +अनुदात्ताः +अनुदात्तात् +अनुदात्तादेः +अनुदात्तादेरञ् +अनुदात्तादेश्च +अनुदात्ते +अनुदात्तेत +अनुदात्तेतः +अनुदात्तेतश्च +अनुदात्तेतो +अनुदात्तेतौ +अनुदात्तेत् +अनुदात्तेत्त्वात् +अनुदात्तेत्वात् +अनुदात्तो +अनुदात्तोपदेश +अनुदात्तोपदेशवनतितनोत्यादीनामनुनासिकलोपो +अनुदात्तोपदेशानां +अनुदात्तौ +अनुदान +अनुदानं +अनुदानम् +अनुदित +अनुदिते +अनुदिनं +अनुदिनम् +अनुदिवसं +अनुदिशति +अनुदिश्य +अनुदृश्य +अनुदृष्टि +अनुदेयी +अनुद्दिश्य +अनुद्धत +अनुद्धतं +अनुद्धतमना +अनुद्धता +अनुद्धताः +अनुद्धते +अनुद्धतो +अनुद्धृतघृतं +अनुद्धृत्य +अनुद्धृतꣳ +अनुद्यमने +अनुद्यूतपर्वणि +अनुद्रुतः +अनुद्रुतस्तया +अनुद्रुतो +अनुद्रुत्य +अनुद्रे +अनुद्विग्नमनाः +अनुद्वेगकरं +अनुद्वेगकरा +अनुद्वेगेति +अनुधावति +अनुधावनं +अनुधावन् +अनुधावन्ति +अनुध्यायन् +अनुन +अनुनय +अनुनयं +अनुनयः +अनुनयति +अनुनये +अनुना +अनुनाद +अनुनासि +अनुनासिक +अनुनासिकं +अनुनासिकः +अनुनासिकपक्षे +अनुनासिकलोपः +अनुनासिकलोपे +अनुनासिकलोपो +अनुनासिकसन्धिः +अनुनासिकस्य +अनुनासिकस्येति +अनुनासिका +अनुनासिकाः +अनुनासिकात् +अनुनासिकान्तस्य +अनुनासिके +अनुनासिको +अनुनिष्पादिनः +अनुनीतः +अनुनीता +अनुनीतोऽपि +अनुनीय +अनुनेतुं +अनुनेषि +अनुन्मत्ता +अनुन्मादाय +अनुप +अनुपकारिणे +अनुपक्षीणं +अनुपक्षीणम् +अनुपगतका +अनुपगतकानां +अनुपघ्नन् +अनुपतति +अनुपथ +अनुपद +अनुपदं +अनुपदमेव +अनुपदम् +अनुपदसर्वान्नायानयं +अनुपदस्यद् +अनुपदी +अनुपदीना +अनुपदे +अनुपद्यन्वेष्टा +अनुपधाया +अनुपनीत +अनुपनीतस्य +अनुपपत्ति +अनुपपत्तिं +अनुपपत्तिः +अनुपपत्तिरिति +अनुपपत्तिरेव +अनुपपत्तेः +अनुपपत्तेस्तु +अनुपपत्त्यभावात् +अनुपपत्त्या +अनुपपदस्यावकाशः +अनुपपद्यमान +अनुपपद्यमानं +अनुपपन्न +अनुपपन्नं +अनुपपन्नः +अनुपपन्नमिति +अनुपपन्नम् +अनुपपन्ना +अनुपपन्ने +अनुपम +अनुपमं +अनुपमः +अनुपमम् +अनुपमा +अनुपमां +अनुपमे +अनुपम् +अनुपयुक्त +अनुपयुक्तं +अनुपयुक्ता +अनुपयोगात् +अनुपयोगी +अनुपरतः +अनुपरतिश्चघ्नतोऽपि +अनुपराभ्यां +अनुपरिक्रामं +अनुपरिक्रामम् +अनुपरिहारम्̇ +अनुपरिहारꣳ +अनुपरेहि +अनुपलब्ध +अनुपलब्धम् +अनुपलब्धस्य +अनुपलब्धा +अनुपलब्धावपि +अनुपलब्धि +अनुपलब्धिः +अनुपलब्धिपरिच्छेदः +अनुपलब्धिरिति +अनुपलब्धिरेव +अनुपलब्धे +अनुपलब्धेः +अनुपलब्धेर् +अनुपलब्धौ +अनुपलब्ध्यलङ्कारः +अनुपलब्ध्या +अनुपलभमाना +अनुपलभ्य +अनुपलभ्यमानं +अनुपलभ्यमानत्वात् +अनुपलम्भ +अनुपलम्भः +अनुपलम्भस्य +अनुपलम्भात् +अनुपलम्भाद् +अनुपलम्भे +अनुपलम्भो +अनुपलाभाय +अनुपश्य +अनुपश्यता +अनुपश्यति +अनुपश्यन्ति +अनुपश्यामि +अनुपसंपन्नो +अनुपसंहारी +अनुपसर्ग +अनुपसर्गं +अनुपसर्गक +अनुपसर्गत्वान्न +अनुपसर्गस्य +अनुपसर्गाज्ज्ञः +अनुपसर्गातिति +अनुपसर्गात् +अनुपसर्गात्फुल्लक्षीबकृशोल्लाघाः +अनुपसर्गादिति +अनुपसर्गाद्वा +अनुपसर्गे +अनुपसर्जन +अनुपसर्जनात् +अनुपसृष्टस्य +अनुपस्थितः +अनुपस्थितिः +अनुपस्थितौ +अनुपहतं +अनुपहते +अनुपहिंसितः +अनुपहिंसिता +अनुपहिंसिताः +अनुपहिंसितैः +अनुपाकृतमांसानि +अनुपात +अनुपातः +अनुपातागत +अनुपातात् +अनुपाती +अनुपाते +अनुपातेन +अनुपातेनैकस्मिन् +अनुपात्तस्य +अनुपात्यये +अनुपादान +अनुपादानं +अनुपादाने +अनुपादाय +अनुपादीयमाने +अनुपानं +अनुपानम् +अनुपानान्यनेकानि +अनुपाने +अनुपाय +अनुपायेन +अनुपालनं +अनुपुष्यास्म +अनुपूर्वं +अनुपूर्वः +अनुपूर्वक +अनुपूर्वम् +अनुपूर्वशः +अनुपूर्वात् +अनुपूर्वेण +अनुपृष्ठं +अनुपेतः +अनुपेयं +अनुपोष्य +अनुप्रजायन्ते +अनुप्रतिगृणश्च +अनुप्रतितिष्ठति +अनुप्रतिपेदिरे +अनुप्रदान +अनुप्रदास्यामि +अनुप्रपद्येते +अनुप्रपन्नाः +अनुप्रयच्छ +अनुप्रयाता +अनुप्रयुक्तमनोविज्ञानस्य +अनुप्रयुज्यते +अनुप्रयोग +अनुप्रयोगः +अनुप्रयोगे +अनुप्रयोगो +अनुप्रवचन +अनुप्रवचनादिभ्यश्छः +अनुप्रवचनीयम् +अनुप्रविशति +अनुप्रविश्य +अनुप्रविष्टं +अनुप्रविष्टा +अनुप्रविष्टाः +अनुप्रवेशं +अनुप्रवेशे +अनुप्रश्नः +अनुप्रस्थ +अनुप्रहरति +अनुप्रहरेदिति +अनुप्रहृत्य +अनुप्राणन्ति +अनुप्राणिहि +अनुप्राप्तं +अनुप्राप्तः +अनुप्राप्ता +अनुप्राप्तो +अनुप्राप्य +अनुप्रास +अनुप्रासः +अनुप्रासश्च +अनुप्रासालङ्कारः +अनुप्रेष +अनुप्रेषणम् +अनुप्रेषणानि +अनुप्रेषित +अनुप्रेषितम् +अनुप्लवन्ते +अनुबद्धः +अनुबद्धशिरःपादेन +अनुबद्धा +अनुबद्धोऽनुषङ्गसिद्धः +अनुबध्नन्ति +अनुबध्नाति +अनुबध्यत +अनुबध्यते +अनुबन्ध +अनुबन्धं +अनुबन्धः +अनुबन्धचतुष्टयम् +अनुबन्धमिति +अनुबन्धम् +अनुबन्धलोपे +अनुबन्धविशेषः +अनुबन्धश्च +अनुबन्धस्य +अनुबन्धा +अनुबन्धाः +अनुबन्धादिभ्यः +अनुबन्धि +अनुबन्धी +अनुबन्धे +अनुबन्धेन +अनुबन्धो +अनुबभूव +अनुबभूवे +अनुब्राह्मण +अनुब्राह्मणं +अनुब्राह्मणादिनिः +अनुब्राह्मणी +अनुब्रुवन्न् +अनुब्रूयात् +अनुब्रूयाद् +अनुब्रूहि +अनुब्रूहीति +अनुभ +अनुभय +अनुभव +अनुभवं +अनुभवः +अनुभवत +अनुभवतः +अनुभवति +अनुभवतीति +अनुभवतु +अनुभवनं +अनुभवन् +अनुभवन्तः +अनुभवन्ति +अनुभवन्ती +अनुभवन्तीत्यर्थः +अनुभवन्तु +अनुभवविरोधः +अनुभवविरोधात् +अनुभवश्च +अनुभवसिद्ध +अनुभवसिद्धं +अनुभवसिद्धत्वात् +अनुभवस्य +अनुभवाः +अनुभवात् +अनुभवानां +अनुभवानाम् +अनुभवान् +अनुभवापलापे +अनुभवामः +अनुभवामि +अनुभविता +अनुभवितुं +अनुभवितुम् +अनुभविष्यति +अनुभविष्यामि +अनुभवी +अनुभवे +अनुभवेति +अनुभवेत् +अनुभवेन +अनुभवेनैव +अनुभवेयम् +अनुभवैः +अनुभवो +अनुभवोऽपि +अनुभाग +अनुभाव +अनुभावः +अनुभावयति +अनुभावयन् +अनुभावविभावाभ्यां +अनुभावस्य +अनुभावा +अनुभावाः +अनुभावाश्च +अनुभावास्तु +अनुभाविनः +अनुभाविनां +अनुभावी +अनुभावेन +अनुभावैः +अनुभावो +अनुभाव्य +अनुभाष्य +अनुभू +अनुभूत +अनुभूतं +अनुभूतः +अनुभूतमिदं +अनुभूतम् +अनुभूतवती +अनुभूतवन्तः +अनुभूतवान् +अनुभूतविषयस्य +अनुभूतविषयासंप्रमोषः +अनुभूतस्य +अनुभूता +अनुभूताः +अनुभूतानि +अनुभूति +अनुभूतिं +अनुभूतिः +अनुभूते +अनुभूतेः +अनुभूतो +अनुभूय +अनुभूयत +अनुभूयताम् +अनुभूयते +अनुभूयन्ते +अनुभूयमानं +अनुभूयमानः +अनुभूयमानत्वात् +अनुभूयमानम् +अनुभूयमानस्य +अनुभूयमाना +अनुभूयमाने +अनुभूयेति +अनुभूयेते +अनुभ्राता +अनुम +अनुमः +अनुमण्डलानि +अनुमत +अनुमतं +अनुमतः +अनुमतगमना +अनुमतम् +अनुमतये +अनुमतवान् +अनुमता +अनुमति +अनुमतिं +अनुमतिः +अनुमतिम् +अनुमतिर् +अनुमती +अनुमते +अनुमतेऽनुमन्यस्व +अनुमतो +अनुमतौ +अनुमत्या +अनुमत्यै +अनुमदन्ति +अनुमदन्तु +अनुमन्ता +अनुमन्तृतया +अनुमन्त्रणं +अनुमन्त्रणम् +अनुमन्त्रयत +अनुमन्त्रयते +अनुमन्त्रयेत +अनुमन्त्र्य +अनुमन्यतां +अनुमन्यताम् +अनुमन्यते +अनुमन्यन्ते +अनुमन्यस्व +अनुमन्यामहे +अनुमन्येत +अनुममार +अनुमरणं +अनुमरणे +अनुमा +अनुमातुं +अनुमाद्यः +अनुमाद्यासः +अनुमान +अनुमानं +अनुमानखण्ड +अनुमानखण्डः +अनुमानखण्डम +अनुमानखण्डम् +अनुमानखण्डे +अनुमानगतार्थत्वादिति +अनुमानतः +अनुमाननिरूपणम् +अनुमानन्तु +अनुमानपरिच्छेदः +अनुमानपरीक्षा +अनुमानप्रकारमाह +अनुमानप्रकारस्तु +अनुमानभेदे +अनुमानमपि +अनुमानमस्ति +अनुमानमिति +अनुमानमेव +अनुमानम् +अनुमानम्‌ +अनुमानसरः +अनुमानस्य +अनुमानस्यापि +अनुमाना +अनुमानाख्यद्वितीयखण्डे +अनुमानाच्च +अनुमानात् +अनुमानादि +अनुमानादिना +अनुमानादेव +अनुमानाद् +अनुमानानां +अनुमानानि +अनुमानाय +अनुमानालङ्कारः +अनुमानितम् +अनुमानी +अनुमाने +अनुमानेति +अनुमानेन +अनुमानेनेति +अनुमानेनैव +अनुमानेऽपि +अनुमानैः +अनुमान्य +अनुमापयति +अनुमाय +अनुमायां +अनुमास्यामहे +अनुमि +अनुमित +अनुमितं +अनुमितः +अनुमितम् +अनुमिता +अनुमिति +अनुमितिं +अनुमितिः +अनुमितिरिति +अनुमितिसामान्य +अनुमिते +अनुमितेः +अनुमितो +अनुमितोऽपि +अनुमितौ +अनुमित्या +अनुमित्यादौ +अनुमिनोति +अनुमिनोमि +अनुमीयत +अनुमीयते +अनुमीयन्ते +अनुमीयेत +अनुमृश्य +अनुमेति +अनुमेने +अनुमेय +अनुमेयं +अनुमेयः +अनुमेयम् +अनुमेयस्य +अनुमेया +अनुमेये +अनुमेयो +अनुमोदन +अनुमोदनं +अनुमोदनम् +अनुमोदना +अनुमोदनेन +अनुमोदयति +अनुमोदयन्ति +अनुमोदामहे +अनुमोदित +अनुमोदितं +अनुमोदितम् +अनुमोदिता +अनुमोदिताः +अनुमोदितो +अनुमोदे +अनुमोद्य +अनुम् +अनुम्लोचा +अनुयन्ति +अनुययौ +अनुया +अनुयागः +अनुयाजा +अनुयाजाः +अनुयाजानां +अनुयाजान् +अनुयाजाश्च +अनुयाजेषु +अनुयाजैश् +अनुयाजौ +अनुयातः +अनुयातश्च +अनुयाता +अनुयाति +अनुयातौ +अनुयान्ति +अनुयायिनः +अनुयायिना +अनुयायिनां +अनुयायिनी +अनुयायिभिः +अनुयायी +अनुयास्यति +अनुयास्यन्ति +अनुयुक्त +अनुयुञ्जीत +अनुयोग +अनुयोगं +अनुयोगः +अनुयोगभाष्यम् +अनुयोगी +अनुयोगे +अनुर +अनुरक्त +अनुरक्तं +अनुरक्तः +अनुरक्तश्च +अनुरक्तस्य +अनुरक्ता +अनुरक्ताः +अनुरक्ताश्च +अनुरक्तिः +अनुरक्तो +अनुरक्षण +अनुरज्यते +अनुरणनरूपं +अनुरथ्यासु +अनुराग +अनुरागं +अनुरागः +अनुरागपरा +अनुरागवती +अनुरागवन्तमपि +अनुरागव्रज्या +अनुरागस्य +अनुरागा +अनुरागात् +अनुरागी +अनुरागे +अनुरागेण +अनुरागो +अनुराधा +अनुराधाः +अनुराधायां +अनुराधासु +अनुराधे +अनुरीयमाणाः +अनुरुध्य +अनुरुध्यते +अनुरूप +अनुरूपं +अनुरूपः +अनुरूपमिदं +अनुरूपम् +अनुरूपश्च +अनुरूपा +अनुरूपां +अनुरूपाः +अनुरूपान् +अनुरूपाभ्याम् +अनुरूपाय +अनुरूपे +अनुरूपेण +अनुरूपो +अनुरूपौ +अनुरोध +अनुरोधं +अनुरोधः +अनुरोधी +अनुरोधेन +अनुरोहो +अनुर्यत्समया +अनुर्लक्षणे +अनुलक्ष्य +अनुलग्नं +अनुलिप्तं +अनुलिप्ता +अनुलिप्ते +अनुलिप्य +अनुलिम्पति +अनुलेपनं +अनुलेपनम् +अनुलेपनानि +अनुलोम +अनुलोमं +अनुलोमः +अनुलोमगतिः +अनुलोमगानि +अनुलोमजाः +अनुलोमता +अनुलोमनं +अनुलोमम् +अनुलोमयति +अनुलोमविलोमाभ्यां +अनुलोमविलोमेन +अनुलोमा +अनुलोमाः +अनुलोमे +अनुलोमेन +अनुलोमो +अनुल्बणं +अनुल्बणम् +अनुव +अनुवंश +अनुवंशं +अनुवचन +अनुवत्सरः +अनुवदति +अनुवदते +अनुवदन्ति +अनुवनं +अनुवन्धः +अनुवर्तत +अनुवर्तताम् +अनुवर्तते +अनुवर्तन +अनुवर्तनं +अनुवर्तनम् +अनुवर्तनीयमित्यभिप्रायेणअहरागमे +अनुवर्तन्ते +अनुवर्तमान +अनुवर्तमानः +अनुवर्तमानम् +अनुवर्तमानाः +अनुवर्तमाने +अनुवर्तयति +अनुवर्तयन्ति +अनुवर्तयेत् +अनुवर्तस्व +अनुवर्तितः +अनुवर्तितम् +अनुवर्तितवान् +अनुवर्तिता +अनुवर्तेत +अनुवर्तेरन् +अनुवर्त्मानं +अनुवर्त्मानः +अनुवर्त्य +अनुवर्त्याः +अनुवव्राज +अनुवषट् +अनुवषट्करोति +अनुवषट्कारे +अनुवषट्कुर्याद् +अनुवषट्कृते +अनुवसति +अनुवा +अनुवाक +अनुवाकं +अनुवाकः +अनुवाकसूत्रम् +अनुवाकस्य +अनुवाकहता +अनुवाकाः +अनुवाके +अनुवाकेन +अनुवाको +अनुवाक्या +अनुवाक्ये +अनुवाच्य +अनुवातं +अनुवाति +अनुवाद +अनुवादं +अनुवादः +अनुवादक +अनुवादकः +अनुवादकार्यं +अनुवादप्रदीपः +अनुवादमात्रम् +अनुवादम् +अनुवादश्च +अनुवादस्य +अनुवादा +अनुवादाः +अनुवादात् +अनुवादि +अनुवादी +अनुवादे +अनुवादेन +अनुवादो +अनुवादौ +अनुवास +अनुवासन +अनुवासनं +अनुवासनम् +अनुविचरन्ति +अनुविचरन्तो +अनुवित्त्यै +अनुविदधाति +अनुविद्धं +अनुविद्धमिव +अनुविद्य +अनुविधानम्‌ +अनुविधानात्‌ +अनुविधीयते +अनुविधीये +अनुविभागे +अनुवीक्षस्व +अनुवृत्त +अनुवृत्तं +अनुवृत्तः +अनुवृत्तम् +अनुवृत्तस्य +अनुवृत्ता +अनुवृत्ति +अनुवृत्तिं +अनुवृत्तिः +अनुवृत्तेः +अनुवृत्तो +अनुवृत्तौ +अनुवृत्त्या +अनुवृद्धयः +अनुवेद +अनुवेलं +अनुव्यचलत् +अनुव्यवसायस्य +अनुव्यवसाये +अनुव्याख्यानम् +अनुव्याहरेद् +अनुव्रजति +अनुव्रजन्ती +अनुव्रजेत् +अनुव्रज्य +अनुव्रज्या +अनुव्रतः +अनुव्रता +अनुव्रतां +अनुव्रताय +अनुशंसति +अनुशंसन्ति +अनुशंसा +अनुशतिक +अनुशतिकादिः +अनुशतिकादित्वादुभयपदवृद्धिः +अनुशतिकादीनां +अनुशतिकादीनाञ्च +अनुशब्दः +अनुशब्दो +अनुशय +अनुशयः +अनुशया +अनुशयी +अनुशयीत +अनुशये +अनुशस्यते +अनुशा +अनुशाधि +अनुशाला +अनुशासति +अनुशासन +अनुशासनं +अनुशासनपर्व +अनुशासनपर्वणि +अनुशासनम् +अनुशासनस्य +अनुशासने +अनुशासनेन +अनुशासितः +अनुशासितारं +अनुशास्ति +अनुशास्तु +अनुशास्य +अनुशिष्ट +अनुशिष्टं +अनुशिष्टः +अनुशिष्टा +अनुशिष्टो +अनुशिष्टौ +अनुशिष्यते +अनुशिष्यात् +अनुशीलन +अनुशीलनं +अनुशीलनेन +अनुशुश्रुम +अनुशेते +अनुशेरत +अनुशेरते +अनुशोचति +अनुशोचनं +अनुशोचने +अनुशोचन्ति +अनुशोचसि +अनुशोचामि +अनुशोचितुम् +अनुश्राव्य +अनुश्रूयते +अनुश्लोकेन +अनुष +अनुषक्तं +अनुषक्तम् +अनुषग़्गः +अनुषङ्ग +अनुषङ्गः +अनुषङ्गपादः +अनुषङ्गस्य +अनुषङ्गापादः +अनुषङ्गेण +अनुषङ्गो +अनुषजति +अनुषज्जते +अनुषज्यते +अनुष्का +अनुष्टप् +अनुष्टु +अनुष्टुक् +अनुष्टुग् +अनुष्टुप +अनुष्टुप् +अनुष्टुप्च +अनुष्टुप्छन्दः +अनुष्टुप्छन्दसा +अनुष्टुप्छन्दसे +अनुष्टुप्श्लोकम् +अनुष्टुप्सु +अनुष्टुबाग्नेयी +अनुष्टुब् +अनुष्टुब्गर्भा +अनुष्टुब्वृत्तम् +अनुष्टुभ +अनुष्टुभं +अनुष्टुभः +अनुष्टुभम् +अनुष्टुभा +अनुष्टुभि +अनुष्टुभे +अनुष्टुभो +अनुष्टुभौ +अनुष्टुभ् +अनुष्टुवन्ति +अनुष्ट्प् +अनुष्ठाः +अनुष्ठातरनु +अनुष्ठातरि +अनुष्ठाता +अनुष्ठातानु +अनुष्ठातारः +अनुष्ठातारम् +अनुष्ठातुं +अनुष्ठातॄणां +अनुष्ठातॄन् +अनुष्ठान +अनुष्ठानं +अनुष्ठानम् +अनुष्ठानवैकल्यादिना +अनुष्ठानस्य +अनुष्ठानात् +अनुष्ठानानि +अनुष्ठानाय +अनुष्ठाने +अनुष्ठानेन +अनुष्ठानेषु +अनुष्ठाय +अनुष्ठास्यति +अनुष्ठित +अनुष्ठितं +अनुष्ठितः +अनुष्ठितम् +अनुष्ठितस्य +अनुष्ठिता +अनुष्ठिताः +अनुष्ठितात् +अनुष्ठितानि +अनुष्ठिते +अनुष्ठितेन +अनुष्ठीयताम् +अनुष्ठीयते +अनुष्ठीयन्ते +अनुष्ठीयमानं +अनुष्ठीयमानानां +अनुष्ठीयमाने +अनुष्ठु +अनुष्ठेय +अनुष्ठेयं +अनुष्ठेयः +अनुष्ठेयत्वेन +अनुष्ठेयम् +अनुष्ठेयस्य +अनुष्ठेया +अनुष्ठेयाः +अनुष्ठेयानि +अनुष्ठेये +अनुष्ठ्यास्य +अनुष्णः +अनुष्णा +अनुष्य +अनुष्यन्दते +अनुष्वधं +अनुष्वधम् +अनुसंचरति +अनुसंततानि +अनुसंतत्यै +अनुसंतनोति +अनुसंदधानः +अनुसंदधाना +अनुसंधत्स्व +अनुसंधान +अनुसंधानं +अनुसंधाय +अनुसंधेयाः +अनुसंवत्सर +अनुसंवत्सरं +अनुसंवरण +अनुसखा +अनुसन्ततानि +अनुसन्दधाति +अनुसन्धाता +अनुसन्धान +अनुसन्धानं +अनुसन्धानकेन्द्रस्य +अनुसन्धानपरिषदः +अनुसन्धानपरिषद् +अनुसन्धानम् +अनुसन्धानस्य +अनुसन्धाने +अनुसन्धानेन +अनुसन्धाय +अनुसन्धीयते +अनुसन्धेयः +अनुसन्धेयम् +अनुसन्धेया +अनुसमाहर +अनुसमाहरतां +अनुसमाहरताम् +अनुसर +अनुसरण +अनुसरणं +अनुसरणम् +अनुसरणीयः +अनुसरणीया +अनुसरणीयाः +अनुसरणे +अनुसरति +अनुसरन् +अनुसरन्तः +अनुसरन्ति +अनुसरामः +अनुसर्तव्यः +अनुसर्तव्याः +अनुसर्तुं +अनुसर्तुम् +अनुसवनं +अनुसवनम् +अनुससार +अनुसामम् +अनुसार +अनुसारं +अनुसारम् +अनुसारेण +अनुसूचित +अनुसूचितजनाङ्गस्य +अनुसूचितजातीयानां +अनुसूचितभाषाः +अनुसूची +अनुसूया +अनुसूये +अनुसूर्लक्ष्यलक्षणे +अनुसृतः +अनुसृतम् +अनुसृतवन्तः +अनुसृतवान् +अनुसृताः +अनुसृत्य +अनुसृष्ट +अनुसृष्टो +अनुसेषिधत् +अनुस् +अनुस्तरणीं +अनुस्तरण्या +अनुस्तौति +अनुस्फुरं +अनुस्मर +अनुस्मरन् +अनुस्मराम्यहं +अनुस्मरेत् +अनुस्मारयति +अनुस्मृतिः +अनुस्मृतेश्च +अनुस्मृत्य 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+अन्तर्याम्यधिदैवादिषु +अन्तर्याम्यमृतः +अन्तर्ये +अन्तर्यो +अन्तर्य्यामी +अन्तर्राष्ट्रिय +अन्तर्राष्ट्रीय +अन्तर्लक्ष्यं +अन्तर्लोमः +अन्तर्वत् +अन्तर्वत्नी +अन्तर्वत्नीं +अन्तर्वत्पतिवतोर्नुक् +अन्तर्वर्तिनी +अन्तर्वर्तिनीं +अन्तर्वावत् +अन्तर्विभाति +अन्तर्विवरेणेक्षन्ति +अन्तर्विश्वानि +अन्तर्विषमया +अन्तर्विषयाः +अन्तर्वेदि +अन्तर्वेदी +अन्तर्वेदीं +अन्तर्वेद्यां +अन्तर्वेद्य् +अन्तर्हण्यते +अन्तर्हत्य +अन्तर्हत्वा +अन्तर्हित +अन्तर्हितं +अन्तर्हितः +अन्तर्हितनामैतत् +अन्तर्हितवान् +अन्तर्हिता +अन्तर्हिताः +अन्तर्हितानि +अन्तर्हितान् +अन्तर्हितायां +अन्तर्हिते +अन्तर्हितो +अन्तर्हित्यै +अन्तर्हृदये +अन्तर्हृदा +अन्तर्हृदि +अन्तलोपः +अन्तलोपे +अन्तवचने +अन्तवत् +अन्तवत्तु +अन्तवत्त्वमसर्वज्ञता +अन्तवदिति +अन्तवन्त +अन्तवन्तः +अन्तवान् +अन्तशब्दः +अन्तशय्या +अन्तशो +अन्तश् +अन्तश्च +अन्तश्चरति +अन्तश्चरसि +अन्तश्चराणां +अन्तश्छिद्राणि +अन्तस् +अन्तस्तद्धर्मोपदेशात् +अन्तस्तु +अन्तस्ते +अन्तस्तोयं +अन्तस्थ +अन्तस्थं +अन्तस्थः +अन्तस्था +अन्तस्थाः +अन्तस्य +अन्तहरे +अन्तहोमं +अन्ता +अन्ताः +अन्ताच +अन्ताच्च +अन्तात् +अन्तात्यन्ताध्वदूरपारसर्वानन्तेषु +अन्तादिवच्च +अन्तादी +अन्तादेश +अन्तादेशः +अन्तादेशे +अन्ताद् +अन्तानां +अन्तानि +अन्तान् +अन्ताम् +अन्ताय +अन्तारचना +अन्ताराष्ट्रिय +अन्ताराष्ट्रियं +अन्ताराष्ट्रियः +अन्ताराष्ट्रियक्रीडायां +अन्ताराष्ट्रियचरितम् +अन्ताराष्ट्रियमातृभाषादिनम् +अन्ताराष्ट्रियमानकपुस्तकसङ्ख्या +अन्ताराष्ट्रिययोगदिवसः +अन्ताराष्ट्रियवर्षम् +अन्ताराष्ट्रियवाताटोत्सवः +अन्ताराष्ट्रियवाताटोत्सवस्य +अन्ताराष्ट्रियविमानस्थानकं +अन्ताराष्ट्रियविमानस्थानकम् +अन्ताराष्ट्रियविशेषदिनम् +अन्ताराष्ट्रियवृद्धदिवसः +अन्ताराष्ट्रियस्तरे +अन्ताराष्ट्रियाः +अन्ताराष्ट्रिये +अन्ताराष्ट्रीय +अन्ताराष्ट्रीययोगदिवसः +अन्तावयव +अन्तावस्थायाम् +अन्ताष्ट्रियविमानस्थानकं +अन्ता॑न् +अन्ति +अन्तिक +अन्तिकं +अन्तिकः +अन्तिकतमः +अन्तिकतमम् +अन्तिकनामैतत् +अन्तिकबाढयोर्नेदसाधौ +अन्तिकम् +अन्तिकशब्दस्य +अन्तिकस्य +अन्तिका +अन्तिकात् +अन्तिकादागतः +अन्तिकाद् +अन्तिके +अन्तिकेन +अन्तितः +अन्तितो +अन्तिम +अन्तिमं +अन्तिमः +अन्तिमकाले +अन्तिमक्रीडायां +अन्तिमचरणे +अन्तिमदिनानि +अन्तिमदिने +अन्तिमदिनेषु +अन्तिमपुनरावृत्तिः +अन्तिमभागः +अन्तिमभागे +अन्तिमम् +अन्तिमयात्रा +अन्तिमवारं +अन्तिमश्वासपर्यन्तं +अन्तिमसंस्कारः +अन्तिमसमये +अन्तिमस्य +अन्तिमा +अन्तिमाः +अन्तिमानि +अन्तिमानुच्छेदः +अन्तिमे +अन्तिमेषु +अन्तिमो +अन्ति॑ +अन्ति॑तः +अन्ति॒ +अन्तु +अन्ते +अन्तेगुरुः +अन्तेन +अन्तेनैवान्तं +अन्तेभ्यः +अन्तेवासि +अन्तेवासिका +अन्तेवासिनः +अन्तेवासिनम् +अन्तेवासिनि +अन्तेवासिनीये +अन्तेवासिनीयो +अन्तेवासिषु +अन्तेवासी +अन्तेवासीनां +अन्तेषु +अन्तेऽपि +अन्तेऽवसाने +अन्तो +अन्तोदात्त +अन्तोदात्तं +अन्तोदात्तः +अन्तोदात्तता +अन्तोदात्ततास्य +अन्तोदात्तताऽस्य +अन्तोदात्तत्वं +अन्तोदात्तत्वम् +अन्तोदात्तत्वे +अन्तोदात्तप्रकरणे +अन्तोदात्ता +अन्तोदात्ताः +अन्तोदात्तात् +अन्तोदात्तानि +अन्तोदात्तो +अन्तोदात्तोऽपि +अन्तोदात्तौ +अन्तोन् +अन्तोन्नता +अन्तोऽवत्याः +अन्तोऽस्त्री +अन्तौ +अन्त् +अन्त्य +अन्त्यं +अन्त्यः +अन्त्यकाले +अन्त्यज +अन्त्यजः +अन्त्यजा +अन्त्यजाः +अन्त्यजानां +अन्त्यजैः +अन्त्यजो +अन्त्यते +अन्त्यधनम् +अन्त्यफलज्या +अन्त्यभागे 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+अन्धकारव्रज्या +अन्धकारश्च +अन्धकारस्य +अन्धकारात् +अन्धकारी +अन्धकारे +अन्धकारेण +अन्धकारो +अन्धकूपे +अन्धके +अन्धकेन +अन्धको +अन्धकोऽपि +अन्धतमसं +अन्धतमसम् +अन्धता +अन्धतामिस्रं +अन्धत्वं +अन्धन्तमः +अन्धपरम्परा +अन्धपरम्पराप्रसङ्गात् +अन्धमूषा +अन्धमूषागतं +अन्धम् +अन्धयः +अन्धयति +अन्धविश्वासः +अन्धविश्वासस्य +अन्धस +अन्धसः +अन्धसस् +अन्धसस्पते +अन्धसा +अन्धसी +अन्धसेति +अन्धसो +अन्धस् +अन्धस्य +अन्धस्वतीर् +अन्धस्वत्यो +अन्धा +अन्धांसि +अन्धां॑सि +अन्धाः +अन्धानां +अन्धाम् +अन्धाय +अन्धाश्च +अन्धाश्चक्षूंषि +अन्धी +अन्धीकरोति +अन्धीगुः +अन्धु +अन्धुः +अन्धे +अन्धेन +अन्धेनैव +अन्धेरी +अन्धेरे +अन्धो +अन्धोऽध्वर्युः +अन्धोऽपि +अन्धो॒ +अन्धौ +अन्ध॑सः +अन्ध॑सा +अन्न +अन्नँ +अन्नं +अन्नं॑ +अन्नं॒ +अन्नः +अन्नकरणं +अन्नका +अन्नकामः +अन्नकामस्य +अन्नकाले +अन्नको +अन्नगन्धिः +अन्नजां +अन्नञ्च +अन्नत्वं +अन्नद +अन्नदः +अन्नदस्य +अन्नदा +अन्नदाता +अन्नदान +अन्नदानं +अन्नदानम् +अन्नदानय्य +अन्नदानय्यः +अन्नदानस्य +अन्नदानात्परं +अन्नदानानि +अन्नदाने +अन्नदानेन +अन्नदो +अन्नद्र +अन्ननलिका +अन्ननाम +अन्ननामसु +अन्ननामैतत् +अन्नन्त +अन्नन्तं +अन्नन्तस्य +अन्नन्ताद् +अन्नन्तानां +अन्नपत +अन्नपते +अन्नपतेऽन्नस्य +अन्नपानं +अन्नपानादि +अन्नपानादिकं +अन्नपानानि +अन्नपाने +अन्नपानैर्नयेच्छान्तिं +अन्नपानौषधं +अन्नपि +अन्नपूर्णा +अन्नपूर्णाष्टकम् +अन्नपूर्णास्तोत्रम् +अन्नपूर्णे +अन्नपूर्णेश्वरी +अन्नप्रकिरणं +अन्नप्रदानमारामः +अन्नप्रदानमारामाः +अन्नप्राशन +अन्नप्राशनम् +अन्नप्राशनसंस्कारः +अन्नम +अन्नमत्ति +अन्नमदनीयं +अन्नमदन्ति +अन्नमदामेति +अन्नमद्यते +अन्नमन्नमेव +अन्नमन्नार्थिभ्यः +अन्नमपि +अन्नमय +अन्नमयं +अन्नमयः +अन्नमयादीनां +अन्नमयो +अन्नमशितं +अन्नमसृजन्त +अन्नमाचार्य +अन्नमाचार्यः +अन्नमादाय +अन्नमायुः +अन्नमाश्रित्य +अन्नमिच्छन् +अन्नमिति +अन्नमिव +अन्नमिष्टं +अन्नमूर्जस्करं +अन्नमेव +अन्नमेवावरुन्धे +अन्नमेषां +अन्नम् +अन्नम्̇ +अन्नम्भट्टः +अन्नयुक्त +अन्नये +अन्नरसं +अन्नरसेन +अन्नलाभाय +अन्नवति +अन्नवती +अन्नवत् +अन्नवत्यो +अन्नवन् +अन्नवन्तं +अन्नवन्तः +अन्नवन्तो +अन्नवानन्नादो +अन्नवान् +अन्नविकारेभ्यश्च +अन्नव्यापिन् +अन्नशेषं +अन्नशेषैः +अन्नसंभजने +अन्नसत्रं +अन्नसत्राणि +अन्नस्य +अन्नस्यान्नस्य +अन्नस्यान्नस्यावरुद्ध्यै +अन्नस्यावरुद्ध्यै +अन्नहीनो +अन्ना +अन्नाण्णः +अन्नात् +अन्नात्पुरुषः +अन्नाद +अन्नादं +अन्नादः +अन्नादम् +अन्नादष्टगुणं +अन्नादा +अन्नादाः +अन्नादि +अन्नादिकं +अन्नादिकम् +अन्नादिति +अन्नादिना +अन्नादिभिः +अन्नादीनां +अन्नादीनि +अन्नादीन् +अन्नादे +अन्नादेः +अन्नादेव +अन्नादो +अन्नादौ +अन्नाद् +अन्नाद्ध्येव +अन्नाद्भवंति +अन्नाद्भवन्ति +अन्नाद्भूतानि +अन्नाद्य +अन्नाद्यं +अन्नाद्यकामः +अन्नाद्यकामस्य +अन्नाद्यकामो +अन्नाद्यमस्मा +अन्नाद्यम् +अन्नाद्यस्य +अन्नाद्यस्यावरुद्धिस् +अन्नाद्यस्यावरुद्धिस्साम +अन्नाद्यस्यावरुद्ध्यै +अन्नाद्यस्यावरुध्यै +अन्नाद्यस्यैवावरुद्ध्यै +अन्नाद्या +अन्नाद्याद् +अन्नाद्याय +अन्नाद्ये +अन्नाद्येन +अन्नाद्रेतः +अन्नाद्वै +अन्नानां +अन्नानाम् +अन्नानि +अन्नापि +अन्नाभावे +अन्नाय +अन्नार्थं +अन्नार्थी +अन्नावपीडितं +अन्नाहारी +अन्ना॑ +अन्निः +अन्निति +अन्नी +अन्ने +अन्नेति +अन्नेन +अन्नेनापि +अन्नेनैव +अन्नेषु +अन्ने॑ +अन्नैः +अन्नैः॑ +अन्नैश्च +अन्नो +अन्नों +अन्नोदकं +अन्नोपपत्तिः +अन्न॑मे॒वाव॑रुन्धे +अन्न॑म् +अन्न॑व्विँ॒राट् +अन्न॑स्य +अन्न॒मव॑ +अन्न॒व्वैँ +अन्नꣳ +अन्म +अन्मकालमें +अन्मकाळमें +अन्य +अन्यं +अन्यः +अन्यकाले +अन्यकृतं +अन्यकृतस्यैनसोऽवयजनमसि +अन्यकृतानि +अन्यकृतेन +अन्यके +अन्यकेषाम् +अन्यक्षेत्राणि +अन्यक्षेत्रे +अन्यक्षेत्रेषु +अन्यग्रन्थाः +अन्यच +अन्यच् +अन्यच्च +अन्यच्चापि +अन्यच्चाह +अन्यच्छृणु +अन्यजन्मनि +अन्यजम्बुद्वीपीयानां +अन्यञ्च +अन्यत +अन्यतः +अन्यतम +अन्यतमं +अन्यतमः +अन्यतमत्वं +अन्यतमत्वेन +अन्यतमद् +अन्यतममस्ति +अन्यतमम् +अन्यतमश्च +अन्यतमस्मिन् +अन्यतमस्य +अन्यतमा +अन्यतमाः +अन्यतमानि +अन्यतमे +अन्यतमेन +अन्यतमो +अन्यतमौ +अन्यतया +अन्यतर +अन्यतरं +अन्यतरः +अन्यतरकर्मज +अन्यतरतः +अन्यतरतो +अन्यतरत् +अन्यतरत्र +अन्यतरद् +अन्यतरया +अन्यतरस्मिन् +अन्यतरस्य +अन्यतरस्या +अन्यतरस्यां +अन्यतरस्यांग्रहणं +अन्यतरस्यामिति +अन्यतरस्याम् +अन्यतरा +अन्यतराभावे +अन्यतरे +अन्यतरेण +अन्यतरेद्युः +अन्यतरो +अन्यतश्च +अन्यतस् +अन्यतस्तु +अन्यता +अन्यतीर्थे +अन्यतु +अन्यते +अन्यतो +अन्यतोदन् +अन्यतोभुवः +अन्यतोऽपि +अन्यतोऽरण्याय +अन्यत् +अन्यत्कर्तुं +अन्यत्कारकः +अन्यत्कार्मुकमादाय +अन्यत्किं +अन्यत्किमपि +अन्यत्तु +अन्यत्तुल्यम् +अन्यत्ते +अन्यत्पूर्ववत् +अन्यत्र +अन्यत्रमना +अन्यत्रा +अन्यत्रान्त्येभ्यो +अन्यत्रान्यत्र +अन्यत्रापद्भ्यः +अन्यत्रापि +अन्यत्रापीति +अन्यत्राप्युक्तं +अन्यत्राप्युक्तम् +अन्यत्राभावाच्च +अन्यत्राऽपि +अन्यत्रे +अन्यत्रेति +अन्यत्रेतो +अन्यत्रैव +अन्यत्व +अन्यत्वं +अन्यत्वकारणं +अन्यत्वम् +अन्यत्वस्य +अन्यत्वात् +अन्यत्वे +अन्यत्वेन +अन्यत्समानम् +अन्यत्सर्व +अन्यत्सर्वं +अन्यत्सुगमम् +अन्यत्स्पष्टम् +अन्यत्‌ +अन्यथ +अन्यथति +अन्यथा +अन्यथाकरणे +अन्यथाकारं +अन्यथाकारम् +अन्यथाख्याति +अन्यथाख्यातिः +अन्यथाख्यातिरिति +अन्यथाख्यातिवादनिरासः +अन्यथाख्यातेर्निरासः +अन्यथाख्यातौ +अन्यथात्वं +अन्यथात्वाधिकरणम् +अन्यथात्वे +अन्यथानवस्थानात् +अन्यथानुपपत्त्या +अन्यथानुमितौ +अन्यथान्यत्र +अन्यथापि +अन्यथाभाव +अन्यथाभावः +अन्यथाभावे +अन्यथाभावो +अन्यथाभूतस्य +अन्यथावश्यं +अन्यथासिद्धत्वात् +अन्यथासिद्धिः +अन्यथासिद्धिशून्यस्य +अन्यथास्थितस्य +अन्यथास्य +अन्यथाहं +अन्यथाऽतिप्रसङ्गात् +अन्यथाऽपि +अन्यथाऽयं +अन्यथे +अन्यथेति +अन्यथेत्यादि +अन्यथै +अन्यथैव +अन्यथैवं +अन्यथैवंकथमित्थंसु +अन्यथैवोपपत्तेः +अन्यथोक्तं +अन्यथ् +अन्यद +अन्यदतः +अन्यदतो +अन्यदन्यत् +अन्यदपि +अन्यदपीति +अन्यदप्याह +अन्यदर्थः +अन्यदा +अन्यदादत्त +अन्यदादाय +अन्यदापि +अन्यदाशा +अन्यदाशीः +अन्यदास्था +अन्यदास्थितः +अन्यदाऽपि +अन्यदिति +अन्यदिदं +अन्यदिव +अन्यदीयं +अन्यदीयः +अन्यदीया +अन्यदीये +अन्यदीयेन +अन्यदुक्तम् +अन्यदुत्सुकः +अन्यदुदाहरणं +अन्यदुदाहरणम् +अन्यदूतिः +अन्यदेकं +अन्यदेति +अन्यदेव +अन्यदेवं +अन्यदेवता +अन्यदेवताः +अन्यदेवताभक्ता +अन्यदेवताभक्ताः +अन्यदेवस्य +अन्यदेवास्य +अन्यदेवाहुः +अन्यदेवाहुर्विद्ययाऽन्यदाहुरविद्यया +अन्यदेवेति +अन्यदेवेषु +अन्यदेशं +अन्यदेशस्य +अन्यदेशानां +अन्यदेशीय +अन्यदेशीयपादकन्दुकक्रीडालवः +अन्यदेशीयराजनेतारः +अन्यदेशीयवैज्ञानिकाः +अन्यदेशीयवैद्याः +अन्यदेशीयसाम्राज्यानि +अन्यदेशीयानां +अन्यदेशे +अन्यदेशेभ्यः +अन्यदेशेषु +अन्यद् +अन्यद्गतम् +अन्यद्धनं +अन्यद्धि +अन्यद्यजतं +अन्यद्रागः +अन्यद्रूपं +अन्यद्वस्तु +अन्यद्वा +अन्यद्विवरणं +अन्यद्विषुरूपे +अन्यद्वेति 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+अपरिग्रहाच्चात्यन्तमनपेक्षा +अपरिग्रहे +अपरिचित +अपरिचितः +अपरिचिता +अपरिच्छिन्न +अपरिच्छिन्नं +अपरिच्छिन्नः +अपरिच्छिन्ना +अपरिज्ञानात्‌ +अपरिणामित्वं +अपरिणामित्वात् +अपरिणामित्वेन +अपरिणामित्वेनेति +अपरिणामिनः +अपरिणामिनी +अपरिणामी +अपरिणायके +अपरित्यज्य +अपरिदृष्टाः +अपरिनिर्मितवशवर्तिनः +अपरिनिर्वृतानां +अपरिपक्वकषायत्त्वात् +अपरिमाण +अपरिमाणबिस्ताचितकम्बल्येभ्यो +अपरिमाणम् +अपरिमाणा +अपरिमित +अपरिमितं +अपरिमितः +अपरिमितम् +अपरिमितस्य +अपरिमितस्यावरुद्ध्यै +अपरिमिता +अपरिमितां +अपरिमिताः +अपरिमिताद् +अपरिमितानां +अपरिमितानि +अपरिमितान् +अपरिमिताभिः +अपरिमिताय +अपरिमिताश्च +अपरिमिते +अपरिमितैः +अपरिमितो +अपरिमेयां +अपरिमेयाम् +अपरिवर्गम् +अपरिवर्तनीयः +अपरिष्कृतम् +अपरिस्पन्दाः +अपरिहाणाय +अपरिहार्य +अपरिहार्यत्वात् +अपरिहार्यम् +अपरिहार्या +अपरिहार्ये +अपरिह्वृताः +अपरिह्वृताश्च +अपरी +अपरीक्षित +अपरीक्षितकारकम् +अपरीक्ष्य +अपरीताः +अपरीतासः +अपरीषु +अपरुद्धं +अपरुद्धो +अपरुध्यमानो +अपरुषः +अपरुषा +अपरे +अपरेज्जुकातो +अपरेण +अपरेणाग्निं +अपरेणापि +अपरेणाहवनीयं +अपरेणाहवनीयम् +अपरेणाऽऽहवनीयं +अपरेणोत्तरवेदिं +अपरेति +अपरेतु +अपरेद्युः +अपरेद्युर् +अपरेद्युर्विकृते +अपरेद्युश्च +अपरेधतुः +अपरेधुः +अपरेयमितस्त्वन्यां +अपरेषां +अपरेषु +अपरेहि +अपरेऽपि +अपरेऽहनि +अपरेऽह्नि +अपरै +अपरैः +अपरैरपि +अपरैव +अपरैश्च +अपरैषुकामशमः +अपरैस्तत्र +अपरो +अपरोक्ष +अपरोक्षं +अपरोक्षज्ञानं +अपरोक्षतया +अपरोक्षता +अपरोक्षत्वं +अपरोक्षत्वात् +अपरोक्षा +अपरोक्षानुभूतिः +अपरोक्षे +अपरोक्षेति +अपरोक्षेशदृष्टिस्तु +अपरोपि +अपरोऽपि +अपरौ +अपर्णा +अपर्णादेवी +अपर्यन्तं +अपर्यन्तः +अपर्यन्ता +अपर्याप्त +अपर्याप्तं +अपर्याप्तः +अपर्याप्तमपरिमितमित्यर्थः +अपर्याप्तमिति +अपर्याप्तमित्यन्वये +अपर्याप्तम् +अपर्य्याप्तं +अपर्वणि +अपर्वन् +अपलपति +अपलाप +अपलापः +अपलायनम् +अपलाषी +अपलोड +अपवक्ता +अपवत् +अपवदति +अपवदते +अपवदिता +अपवदितुं +अपवरके +अपवर्ग +अपवर्गं +अपवर्गः +अपवर्गप्राप्तावेककारणस्य +अपवर्गप्राप्तितात्पर्येण +अपवर्गस्य +अपवर्गात् +अपवर्गे +अपवर्गो +अपवर्तन +अपवर्तनं +अपवर्तनम् +अपवर्तनस्य +अपवर्तनाङ्क +अपवर्तनाङ्कः +अपवर्तिताः +अपवर्तितौ +अपवर्त्य +अपवा +अपवाति +अपवाद +अपवादं +अपवादः +अपवादत्वात् +अपवादप्रकरणम् +अपवादमाह +अपवादरूपेण +अपवादविषये +अपवादस्य +अपवादा +अपवादाः +अपवादे +अपवादेन +अपवादैः +अपवादैरिवोत्सर्गाः +अपवादो +अपवादोऽथ +अपवादोऽयं +अपवादौ +अपवारणे +अपवारितं +अपवार्य +अपवाह +अपवाहः +अपवाहयति +अपवाह्य +अपवित्र +अपवित्रं +अपवित्रः +अपवित्रा +अपवित्रे +अपवित्रो +अपविद्धं +अपविद्धः +अपविद्धगदो +अपविद्धानि +अपविध्य +अपवृज्यते +अपवृत्ते +अपव्याख्यानं +अपव्रतेन +अपशब्द +अपशब्दः +अपशब्दा +अपशब्दान् +अपशब्दे +अपशब्दो +अपशवो +अपशव्यं +अपशव्यो +अपशिरसा +अपशुः +अपशुर् +अपशुष्का +अपशूद्राधिकरणम् +अपशोकमनाः +अपश् +अपश्च +अपश्चात्तापिनः +अपश्चोत्पूय +अपश्य +अपश्यं +अपश्यंस् +अपश्यंस्तां +अपश्यंस्ते +अपश्यच्च +अपश्यज् +अपश्यत +अपश्यतः +अपश्यता +अपश्यतां +अपश्यतामप्सरसां +अपश्यताम् +अपश्यती +अपश्यतो +अपश्यत् +अपश्यत्तं +अपश्यत्तत्र +अपश्यत्तेन +अपश्यत्स +अपश्यत्सा +अपश्यत्स्वर्गस्य +अपश्यद् +अपश्यद्देवदेवस्य +अपश्यन् +अपश्यन्त +अपश्यन्तः +अपश्यन्ती +अपश्यन्तो +अपश्यन्त् +अपश्यन्त्याः +अपश्यन्देवात्मशक्तिं +अपश्यन्निति +अपश्यन्न् +अपश्यम् +अपश्याम +अपष्ठु +अपस +अपसं +अपसः +अपसम् +अपसर +अपसरणं +अपसरणमेव +अपसरणे +अपसरत +अपसरति +अपसरतु +अपसरेद् +अपसर्प +अपसर्पणं +अपसर्पत +अपसर्पति +अपसर्पन्तु +अपसर्पाः +अपसर्पिणी +अपसलवि +अपसव्य +अपसव्यं +अपसव्यगं +अपसव्यम् +अपसव्ये +अपसव्येन +अपससार +अपसस् +अपसा +अपसां +अपसाम् +अपसार +अपसारं +अपसारके +अपसारणं +अपसारणे +अपसारय +अपसारयति +अपसारयतु +अपसारयन्ति +अपसारयितुं +अपसारिता +अपसारिते +अपसार्य +अपसार्यते +अपसि +अपसिद्धान्त +अपसिद्धान्तः +अपसिद्धान्तात् +अपसूति +अपसृतं +अपसृतम् +अपसृत्य +अपसेध +अपसेधति +अपसेधन् +अपसेधन्दुरिता +अपसेव +अपसो +अपसौरिका +अपस् +अपस्करो +अपस्किरते +अपस्तमः +अपस्पशत् +अपस्पृधेथां +अपस्पृधेथामानृचुः +अपस्पृधेथाम् +अपस्फुरन्ती +अपस्मरति +अपस्मार +अपस्मारं +अपस्मारः +अपस्माररोगः +अपस्मारविनाशाय +अपस्मारविषोन्मादशोषालक्ष्मीज्वरापहम् +अपस्मारस्य +अपस्माराधिकारः +अपस्मारी +अपस्मारे +अपस्मारो +अपस्मारोपरिस्थितम् +अपस्यः +अपस्यवः +अपस्या +अपस्याः +अपस्युवः +अपस्युवो +अपस्यो +अपस्वरं +अपस्विनः +अपह +अपहत +अपहतं +अपहतपाप्मत्वादि +अपहतपाप्मत्वादिगुणाष्टकारोपं +अपहतपाप्मा +अपहतमिति +अपहतम् +अपहता +अपहताः +अपहतिः +अपहते +अपहतेति +अपहतो +अपहतोऽररुः +अपहत्य +अपहत्याभयेऽनाष्ट्र +अपहत्यै +अपहन्ता +अपहन्ति +अपहन्तीति +अपहन्तु +अपहरण +अपहरणं +अपहरणम् +अपहरणे +अपहरति +अपहरतो +अपहरन् +अपहरन्ति +अपहरेयुः +अपहर्तुं +अपहसितं +अपहाय +अपहार +अपहारः +अपहारे +अपहारो +अपहास्यं +अपहृत +अपहृतं +अपहृतः +अपहृतचित्ताः +अपहृतचेतसाम् +अपहृतज्ञानाः +अपहृतम् +अपहृतवन्तः +अपहृतवान् +अपहृता +अपहृताः +अपहृतानि +अपहृते +अपहृत्य +अपह्नव +अपह्नवः +अपह्नवे +अपह्नुति +अपह्नुतिः +अपह्नुतिरपह्नुत्य +अपह्नुतिसरः +अपह्नुतिसरः‍‍ +अपह्नुते +अपह्नुत्यलङ्कारः +अपह्नुवते +अपऽगूळ्हम् +अपऽघ्नन् +अपा +अपाँ +अपां +अपांनपात् +अपांपतिः +अपांसि +अपां॑ +अपां॑सि +अपां॑सि॒ +अपाः +अपाक +अपाकं +अपाकः +अपाकजास्तु +अपाकरणं +अपाकरणम् +अपाकरणस्य +अपाकरोति +अपाकर्तुं +अपाकर्तुम् +अपाकी +अपाकुरु +अपाकृत +अपाकृतं +अपाकृतः +अपाकृतमस्ति +अपाकृतम् +अपाकृता +अपाकृतानि +अपाकृत्य +अपाक् +अपाक्रामत् +अपाक्रामन् +अपाक्रियताम् +अपाक्रियते +अपाक्रियन्ताम् +अपाक्षीत् +अपागच्छत् +अपागूहन्नमृतां +अपाग् +अपाग्ने +अपाघशंसं +अपाघ्नत +अपाघ्नते +अपाङ् +अपाङ्क्तेयास्तु +अपाङ्ग +अपाङ्गं +अपाङ्गः +अपाङ्गतरले +अपाङ्गयोः +अपाङ्गे +अपाङ्गेन +अपाङ्गो +अपाङ्गौ +अपाच +अपाचि +अपाचीने +अपाच् +अपाच्च +अपाच्चतुष्पाच्छकुनिष्वालेखने +अपाच्यम् +अपाटवे +अपाठयत् +अपाणिनीयः +अपाणिपादः +अपाणिपादो +अपाणीति +अपातयत् +अपातयन् +अपाताम् +अपाति +अपात् +अपात्येति +अपात्रं +अपात्रव्ययकारी +अपात्रीकरणं +अपात्रे +अपात्रेभ्यः +अपात्रेभ्यश्च +अपादं +अपादः +अपादधानि +अपादा +अपादादौ +अपादान +अपादानं +अपादानमुत्तराणि +अपादानम् +अपादानसंज्ञा +अपादानसञ्ज्ञं +अपादानस्य +अपादाने +अपादाय +अपादि +अपादु +अपादेति +अपाद् +अपाद्वदः +अपाधमत् +अपान +अपानं +अपानः +अपानदा +अपानप्राणयोरैक्यं +अपानप्राणयोर्मध्ये +अपानमुद्रा +अपानमूर्ध्वमुत्थाप्य +अपानम् +अपानवायु +अपानवायुना +अपानश्च +अपानस्य +अपाना +अपानाः +अपानान् +अपानाय +अपानाव् +अपानिति +अपानुदन्त +अपानुदो +अपाने +अपानेन +अपानेऽपानवृत्तौ +अपानो +अपानोऽपानान्मृत्युः +अपानौ +अपान्तरतमा +अपान्तरतमो +अपान्तु +अपान्य +अपाप +अपापं +अपापः +अपापकाशिनी +अपापम् +अपापविद्धं +अपापविद्धम् +अपापा +अपापां +अपापाः +अपापाचो +अपापानां +अपापे +अपापो +अपाम +अपामग्नेश्च +अपामतिं +अपामनीके +अपामपि +अपामसि +अपामह +अपामायतनम् +अपामार्ग +अपामार्गं +अपामार्गः +अपामार्गस्तु +अपामार्गस्य +अपामार्गे +अपामार्गेण +अपामार्गो +अपामार्गोऽश्वगन्धा +अपामिति +अपामिदं +अपामिव +अपामीवां +अपामीवामप +अपामुत +अपामुपस्थे +अपामूर्मिं +अपामेव +अपामोज्मानं +अपामोषधयो +अपामोषधीनां +अपामोषधीनाꣳ +अपाम् +अपाम्̇ +अपाय +अपायं +अपायः +अपायति +अपायदुःखविश्रामं +अपायम् +अपाययत् +अपायस्य +अपाया +अपायाः +अपायाज्जवनैरश्वैः +अपायात् +अपायान् +अपायाभावतः +अपायि +अपाये +अपायो +अपार +अपारं +अपारः +अपारम् +अपारयन् +अपारयन्ती +अपाररुं +अपारा +अपारां +अपाराधम् +अपारिजातां +अपारीत् +अपारुष्यं +अपारे +अपार्थ +अपार्थं +अपार्थः +अपार्थकं +अपार्थकम् +अपार्थम् +अपालनं +अपालने +अपालयत् +अपालयन् +अपाला +अपालायाः +अपावधीं +अपावधीत् +अपावधीꣳ +अपावर्तनम् +अपावीत् +अपावृणु +अपावृणोत् +अपावृत +अपावृतं +अपावृतम् +अपावृता +अपावृत्तं +अपावृत्य +अपावृधि +अपाशोऽसि +अपाश्या +अपाश्रयः +अपासीत् +अपास्तं +अपास्तम् +अपास्पाः +अपास्मत्तम +अपास्य +अपास्यति +अपास्याः +अपाहत +अपाहन् +अपाहरन् +अपा॑ +अपा॑क् +अपा॑मार्ग॒ +अपा॑म् +अपा॑वधीत्त्वे॒षं +अपा॑वधी॒त्स्वाहा॑ +अपा॒रे +अपाꣳ +अपि +अपिं +अपिंशत +अपिंशत् +अपिंशन् +अपिः +अपिकक्ष +अपिकारेण +अपिकृन्तति +अपिकृन्तामि +अपिकृन्तामीति +अपिगच्छ +अपिगच्छन्ति +अपिगृह्य +अपिच +अपिचेति +अपिचेदिति +अपिच्च +अपिजग्राह +अपित +अपितर्हि +अपितु +अपित् +अपित्त्वेन +अपित्वबादेधर्मेषु +अपित्वम् +अपित्वासीरेव +अपिदधाति +अपिधान +अपिधानं +अपिधानम् +अपिधाना +अपिधानानि +अपिधाय +अपिन +अपिनद्धम् +अपिनयति +अपिना +अपिनाम +अपिन्वत +अपिन्वतम् +अपिन्वत् +अपिपः +अपिपातयति +अपिपीडत् +अपिप्रयं +अपिप्राणी +अपिबः +अपिबच्छचीभिः +अपिबत् +अपिबन् +अपिबो +अपियन्ति +अपिरत्र +अपिरवधारणे +अपिरिप्ताय +अपिरेवार्थे +अपिर्विरोधे +अपिवत् +अपिवा +अपिशब्द +अपिशब्दः +अपिशब्दस्य +अपिशब्दात् +अपिशब्दार्थः +अपिशब्देन +अपिशब्दो +अपिशर्वरत्वम् +अपिशर्वराणाम् +अपिशर्वर्या +अपिशलिः +अपिशलेः +अपिशसो +अपिसृजति +अपिसृजन्ति +अपिसृज्य +अपिस्मसीत्य् +अपिस्समुच्चये +अपिहि +अपिहित +अपिहितं +अपिहितम् +अपि॑ +अपि॑न्वतम् +अपि॑बः +अपि॒ +अपी +अपीच्यं +अपीच्यः +अपीच्यम् +अपीच्ये +अपीच्येन +अपीडयत् +अपीडयन् +अपीड्यत +अपीत +अपीति +अपीतिं +अपीतिः +अपीतौ +अपीत्यर्थः +अपीत्याह +अपीत्य् +अपीत्वा +अपीदं +अपीदम् +अपीदानीं +अपीपचत् +अपीपतत् +अपीपरो +अपीपवत् +अपीपिडत् +अपीपेत् +अपीप्यत् +अपीप्यन् +अपीया +अपीलोः +अपीव +अपीष्यते +अपीह +अपीहि +अपु +अपुः +अपुण्य +अपुण्यं +अपुण्यशीलेषूपेक्षाम् +अपुण्यस्य +अपुत्त्रस्य +अपुत्त्रा +अपुत्त्रो +अपुत्र +अपुत्रः +अपुत्रता +अपुत्रधनं +अपुत्रया +अपुत्रस्य +अपुत्रा +अपुत्रां +अपुत्राः +अपुत्राणां +अपुत्रादीनामिति +अपुत्राया +अपुत्रायां +अपुत्रेण +अपुत्रेणैव +अपुत्रो +अपुत्रोऽनेन +अपुत्रोऽपि +अपुत्रोऽहं +अपुनःस्मरणं +अपुनत +अपुनरागमनाय +अपुनरावृत्तये +अपुनरावृत्ति +अपुनरावृत्तिं +अपुनरावृत्तिम् +अपुनर्गेयाः +अपुनर्भवं +अपुनर्भवम् +अपुनर्मारका +अपुरि +अपुरीति +अपुरुषं +अपुरोरुक्कं +अपुरोऽनुवाक्यावन्तो +अपुव्वं +अपुषत् +अपुष्पा +अपुष्पाः +अपुष्यत् +अपू +अपूजयत् +अपूजयन् +अपूजयित्वा +अपूजिता +अपूजितो +अपूज्यपूजने +अपूज्या +अपूज्यो +अपूता +अपूतो +अपूप +अपूपं +अपूपः +अपूपभक्षणं +अपूपमयं +अपूपमयम् +अपूपम् +अपूपवान् +अपूपस्य +अपूपऽवान् +अपूपा +अपूपाः +अपूपादि +अपूपादीनि +अपूपानां +अपूपान् +अपूपापिहितान् +अपूपीयम् +अपूपैः +अपूप्यम् +अपूरयत् +अपूरयन् +अपूरि +अपूरिष्ट +अपूर्ण +अपूर्णं +अपूर्णः +अपूर्णता +अपूर्णमेव +अपूर्णम् +अपूर्णलेखः +अपूर्णलेखाः +अपूर्णसुकृतं +अपूर्णा +अपूर्णानि +अपूर्णे +अपूर्ब्बं +अपूर्यत +अपूर्व +अपूर्वं +अपूर्वः +अपूर्वकस्य +अपूर्वता +अपूर्वत्वं +अपूर्वत्वात् +अपूर्वत्वाद् +अपूर्वत्वे +अपूर्वदेहान्नित्योऽपि +अपूर्वपतिः +अपूर्वपदादन्यतरस्यां +अपूर्वप्रयुक्ता +अपूर्वमस्ति +अपूर्वमिति +अपूर्वमिव +अपूर्वमेव +अपूर्वम् +अपूर्वम्‌ +अपूर्वविधिः +अपूर्वस्य +अपूर्वस्येति +अपूर्वा +अपूर्वां +अपूर्वाः +अपूर्वाणां +अपूर्वाणि +अपूर्वानन्दः +अपूर्वी +अपूर्वे +अपूर्वेण +अपूर्वेति +अपूर्वेयं +अपूर्वो +अपूर्व्य +अपूर्व्यम् +अपूर्व्या +अपूर्व्ये +अपूर्व्येति +अपूर्व्वं +अपू॑र्व्या +अपृक्त +अपृक्तं +अपृक्तमिति +अपृक्तस्य +अपृक्ते +अपृक्थाः +अपृच्छं +अपृच्छच्च +अपृच्छत +अपृच्छतां +अपृच्छत् +अपृच्छत्तं +अपृच्छद् +अपृच्छन् +अपृच्छन्त +अपृणत् +अपृणन्तम् +अपृणा +अपृणात् +अपृणा॒ज्जाय॑मानः +अपृथक् +अपृथक्त्वेऽपि +अपृष्ट +अपृष्टः +अपृष्टो +अपृष्टोऽपि +अपृष्ट्वा +अपे +अपेः +अपेक्ष +अपेक्षं +अपेक्षः +अपेक्षणीयं +अपेक्षणीयम् +अपेक्षत +अपेक्षते +अपेक्षन्ते +अपेक्षमाणः +अपेक्षम्‌ +अपेक्षया +अपेक्षयैव +अपेक्षा +अपेक्षां +अपेक्षाः +अपेक्षाकृत +अपेक्षानुगुणं +अपेक्षानुसारं +अपेक्षाबुद्धि +अपेक्षाबुद्धिजन्या +अपेक्षाबुद्धिजा +अपेक्षाबुद्धिनाशाच्च +अपेक्षामहे +अपेक्षायां +अपेक्षायाम् +अपेक्षि +अपेक्षित +अपेक्षितं +अपेक्षितः +अपेक्षितक्रियं +अपेक्षितफलदानेन +अपेक्षितमस्ति +अपेक्षितम् +अपेक्षितसंख्याकाणि +अपेक्षितस्तु +अपेक्षितस्य +अपेक्षिता +अपेक्षिताः +अपेक्षितानि +अपेक्षिते +अपेक्षितो +अपेक्षितोपायतैव +अपेक्षे +अपेक्ष्य +अपेक्ष्यत +अपेक्ष्यते +अपेक्ष्यन्ते +अपेक्ष्या +अपेक्ष्यो +अपेजते +अपेत +अपेतः +अपेतपूतिमांसानां +अपेतमप्यस्ति +अपेतम् +अपेता +अपेतापोढमुक्तपतितापत्रस्तैरल्पशः +अपेति +अपेतेति +अपेतो +अपेत् +अपेत्य +अपेन +अपेन्द्र +अपेमं +अपेय +अपेयं +अपेयः +अपेयम् +अपेया +अपेरल्लोपः +अपेशसे +अपेहि +अपेहिवाणिजा +अपेो +अपे॑त॒ +अपे॒शसे॑ +अपैति +अपैतु +अपैशुनं +अपैशुनम् +अपो +अपोढ +अपोणप्तॄया +अपोदीचो +अपोद्धारे +अपोद्धृत्य +अपोद्धृत्यैव +अपोद्यते +अपोनपात् +अपोनप्तृ +अपोनप्त्रीयं +अपोनप्त्रीये +अपोर्णु +अपोर्णुते +अपोर्ण्वीत +अपोलो +अपोवाह +अपोषयत् +अपोह +अपोहः +अपोहति +अपोहनं +अपोहनम् +अपोह्य +अपोऽपवादः +अपोऽशान +अपो॒ +अपौरुषेय +अपौरुषेयं +अपौरुषेयः +अपौरुषेयता +अपौरुषेयत्वं +अपौरुषेयत्वम् +अपौरुषेयत्वात् +अपौरुषेयत्वेन +अपौरुषेयम् +अपौरुषेयाः +अपौरुषेये +अपौरुषेयो +अपौहत् +अप् +अप्त +अप्ति +अप्तुः +अप्तुरः +अप्तुरम् +अप्तुराज्यस्य +अप्तुर् +अप्तृन् +अप्तोर्याम +अप्तोर्यामः +अप्तोर्यामस्य +अप्तोर्यामे +अप्त्यस्य +अप्न +अप्नः +अप्नः॑ +अप्नवानः +अप्नवानो +अप्नस्वती +अप्नस्वतीम् +अप्ने +अप्प +अप्पं +अप्पणो +अप्पतिः +अप्पमत्ता +अप्पयदीक्षित +अप्पयदीक्षितः +अप्पयदीक्षितस्य +अप्पय्यदीक्षित +अप्पय्यदीक्षितः +अप्पय्यदीक्षितव्याख्यासहितम् +अप्पय्यदीक्षितेन +अप्पा +अप्पाणं +अप्पूरणीप्रमाण्योः +अप्पेइ +अप्प्रत्ययः +अप्प्रत्ययो +अप्प्लिचतिओन् +अप्य +अप्यः +अप्यकार्यशतं +अप्यत्र +अप्यथ +अप्यद्य +अप्यधिकारः +अप्यनु +अप्यनेन +अप्यन्यत्र +अप्यन्यपुष्टा +अप्यन्ये +अप्यप्रसिद्धं +अप्यब्धिपानान्महतः +अप्यभावात् +अप्यभावे 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+अप्रणोद्योऽतिथिः +अप्रतः +अप्रतर्क्यं +अप्रतर्क्यमनिर्देश्यं +अप्रतर्क्यमविज्ञेयं +अप्रता +अप्रति +अप्रतिकार्यं +अप्रतिगृह्णतो +अप्रतिधृष्टशवसम् +अप्रतिधृष्याय +अप्रतिपत्ति +अप्रतिपत्तिः +अप्रतिपत्तिर्जडता +अप्रतिबद्धं +अप्रतिबन्धः +अप्रतिबन्धे +अप्रतिबन्धेन +अप्रतिब्रुवतः +अप्रतिभा +अप्रतिम +अप्रतिमं +अप्रतिमः +अप्रतिमप्रभाव +अप्रतिमा +अप्रतिरथं +अप्रतिरथः +अप्रतिरथम् +अप्रतिषिद्धं +अप्रतिषिद्धम् +अप्रतिषिद्धा +अप्रतिषेध +अप्रतिषेधः +अप्रतिषेधात् +अप्रतिष्कुत +अप्रतिष्कुतः +अप्रतिष्ठं +अप्रतिष्ठः +अप्रतिष्ठा +अप्रतिष्ठानो +अप्रतिष्ठित +अप्रतिष्ठितः +अप्रतिष्ठितत्वात् +अप्रतिष्ठिता +अप्रतिष्ठितो +अप्रतिष्ठे +अप्रतिष्ठो +अप्रतिसंक्रमा +अप्रतिसंक्रमायास् +अप्रतिसंविदिता +अप्रतिसंस्कृता +अप्रतिसङ्क्रमा +अप्रतिहत +अप्रतिहतं +अप्रतिहतः +अप्रतिहतम् +अप्रतिहता +अप्रतिऽइतः +अप्रतिऽइतम् +अप्रतिऽस्कुतः +अप्रती +अप्रतीकारं +अप्रतीकालम्बनान्नयतीति +अप्रतीक्षमायन्ति +अप्रतीक्षम् +अप्रतीत +अप्रतीतं +अप्रतीतः +अप्रतीतम् +अप्रतीतस्य +अप्रतीता +अप्रतीति +अप्रतीते +अप्रतीतेः +अप्रतीत्तम् +अप्रतीत्य +अप्रतीत्यापि +अप्रतीनि +अप्रतेः +अप्रतेरिति +अप्रतो +अप्रत्ता +अप्रत्यक्ष +अप्रत्यक्षं +अप्रत्यक्षः +अप्रत्यक्षत्वात् +अप्रत्यक्षम् +अप्रत्यक्षस्य +अप्रत्यक्षा +अप्रत्यक्षाः +अप्रत्यक्षे +अप्रत्यक्षो +अप्रत्यय +अप्रत्ययं +अप्रत्ययः +अप्रत्ययस्य +अप्रत्ययस्येति +अप्रत्ययात् +अप्रत्यये +अप्रत्ययो +अप्रत्यसुरस्य +अप्रत्यागच्छति +अप्रत्यादिभिरिति +अप्रत्युत्थायिनः +अप्रथन्त +अप्रथमा +अप्रथमान्तेन +अप्रथमासमानाधिकरणे +अप्रथयत् +अप्रथयन् +अप्रथेतां +अप्रथेताम् +अप्रदक्षिणं +अप्रदाता +अप्रदाने +अप्रदानेन +अप्रदाय +अप्रदाहाय +अप्रदुष्टां +अप्रधान +अप्रधानं +अप्रधानः +अप्रधानतया +अप्रधानभूतो +अप्रधानम् +अप्रधानस्य +अप्रधाने +अप्रधृष्यश्च +अप्रपादाय +अप्रबुद्धत्त्वात् +अप्रबुद्धा +अप्रबुद्धे +अप्रमत्त +अप्रमत्तं +अप्रमत्तः +अप्रमत्तश्च +अप्रमत्तश्चरिष्यति +अप्रमत्तस्तदा +अप्रमत्ता +अप्रमत्ताः +अप्रमत्तेन +अप्रमत्तो +अप्रमा +अप्रमां +अप्रमाण +अप्रमाणं +अप्रमाणत्वात् +अप्रमाणत्वे +अप्रमाणम् +अप्रमाणस्य +अप्रमाणा +अप्रमाणाः +अप्रमाणात्मकेन +अप्रमाणानि +अप्रमाणेन +अप्रमाद +अप्रमादं +अप्रमादः +अप्रमादरतो +अप्रमादश्च +अप्रमादी +अप्रमादे +अप्रमादेन +अप्रमादो +अप्रमाद्यन् +अप्रमावत् +अप्रमूराः +अप्रमृष्यः +अप्रमेय +अप्रमेयं +अप्रमेयः +अप्रमेयबलं +अप्रमेयमनादिं +अप्रमेयमनाधृष्यं +अप्रमेयमसंख्येयं +अप्रमेयमसंख्येयमित्याख्यातं +अप्रमेयमिति +अप्रमेयम् +अप्रमेयस्य +अप्रमेयस्येति +अप्रमेया +अप्रमेयाः +अप्रमेयाय +अप्रमेये +अप्रमेयो +अप्रयच्छतो +अप्रयच्छन् +अप्रयतेन +अप्रयत्न +अप्रयत्नेन +अप्रयाणरहितैः +अप्रयासेन +अप्रयुक्त +अप्रयुक्तं +अप्रयुक्ता +अप्रयुक्ताः +अप्रयुक्तानि +अप्रयुच्छन् +अप्रयुज्यमानेऽपि +अप्रयो +अप्रयोग +अप्रयोगः +अप्रयोगे +अप्रयोजक +अप्रयोजकं +अप्रयोजकः +अप्रयोजकत्वं +अप्रयोजकत्वा +अप्रयोजकत्वाच्च +अप्रयोजकत्वात् +अप्रयोजकत्वादिति +अप्रयोजकम् +अप्रवर्तमानश्च +अप्रविष्टं +अप्रवीता +अप्रवृत्तफले +अप्रवृत्ति +अप्रवृत्तिः +अप्रवृत्तिश्च +अप्रवृत्ते +अप्रवृत्तेः +अप्रवृत्तौ +अप्रवृत्त्या +अप्रवेदे +अप्रशस्तं +अप्रशस्ता +अप्रशस्तानि +अप्रशस्तान् +अप्रशस्ते +अप्रशान् +अप्रसक्तेः +अप्रसग़्गः +अप्रसङ्गः +अप्रसन्नमनाः +अप्रसन्ना +अप्रसव +अप्रसादं +अप्रसिद्ध +अप्रसिद्धं 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+अप्राप्ति +अप्राप्तिः +अप्राप्ते +अप्राप्तेः +अप्राप्तेर्वा +अप्राप्तेऽपि +अप्राप्तो +अप्राप्तौ +अप्राप्त्या +अप्राप्नुवन् +अप्राप्नोत् +अप्राप्य +अप्राप्यं +अप्राप्यम् +अप्राप्यैव +अप्रामाणिक +अप्रामाणिकं +अप्रामाणिकत्वं +अप्रामाणिकत्वात् +अप्रामाण्य +अप्रामाण्यं +अप्रामाण्यमिति +अप्रामाण्यम् +अप्रामाण्ये +अप्रायि +अप्रायुवः +अप्रार्थयत् +अप्रार्थितानि +अप्राशस्त्यं +अप्राशस्त्ये +अप्रिय +अप्रियं +अप्रियः +अप्रियम् +अप्रियस्य +अप्रियस्यापि +अप्रिया +अप्रियाणि +अप्रियाण्यपि +अप्रियाण्य् +अप्रियादिषु +अप्रियान् +अप्रियावेदने +अप्रिये +अप्रियैः +अप्रियो +अप्रिल +अप्रिल् +अप्रीणात् +अप्रीति +अप्रीतिः +अप्रीतौ +अप्रे +अप्रेषयं +अप्रेषयत् +अप्रै +अप्रैल +अप्रैौ +अप्रोक्षितं +अप्रौढां +अप्र॑चेताः +अप्र॑जाः +अप्र॑तिष्कुतः +अप्र॑तिष्कुत॒ +अप्र॑तिऽइतः +अप्र॑तिऽइतम् +अप्र॑तिऽस्कुतः +अप्र॑तीतः +अप्र॑युच्छन् +अप्र॑ऽचेताः +अप्र॑ऽयुच्छन् +अप्लवः +अप्लुत +अप्लुतवदुपस्थिते +अप्लुतात् +अप्लुतादिति +अप्लुते +अप्लोष्ट +अप्वा +अप्वे +अप्स +अप्सः +अप्सः॑ +अप्सर +अप्सरः +अप्सरःसु +अप्सरस +अप्सरसं +अप्सरसः +अप्सरसश्च +अप्सरसा +अप्सरसां +अप्सरसाम् +अप्सरसो +अप्सरस् +अप्सरस्सु +अप्सरा +अप्सराः +अप्सराएँ +अप्सराओं +अप्सराणां +अप्सराभोजसंवादे +अप्सराभ्यो +अप्सरायते +अप्सरासु +अप्सरो +अप्सरोगणसंकीर्णं +अप्सरोगणसंकीर्णे +अप्सरोगणसेवितः +अप्सरोभिः +अप्सरोभिश्च +अप्सरोभेदे +अप्सरोविशेषः +अप्सव्यः +अप्सा +अप्साः +अप्साइन्द्रा +अप्साम् +अप्सु +अप्सुजा +अप्सुजित् +अप्सुजो +अप्सुयोनिः +अप्सुयोनिर् +अप्सुयोनिर्वा +अप्सुषदं +अप्सुषदो +अप्सुषद् +अप्सुऽजित् +अप्सूदकेषु +अप्सो +अप्स्वग्ने +अप्स्वन्तः +अप्स्वन्तरमृतमप्सु +अप्स्वन्तरा +अप्स्वन्तर्देवतास्ता +अप्स्वन्तर्नृचक्षा +अप्स्विति +अप्स्वेव +अप्स्व् +अप्ऽतुरः +अप्ऽतुरम् +अप्ऽसु +अप्‌ +अप॑ +अप॑त्यम् +अप॑रः +अप॑रम् +अप॑रिऽह्वृताः +अप॑श्यं +अप॑श्यम् +अप॑सा +अप॑ऽगूळ्हम् +अप॒ +अप॒बाध॑मानः +अप॒स्युवः॑ +अफ +अफगान +अफगानस्थान +अफगानिस्तान +अफगानिस्तानम् +अफगानिस्तान् +अफगानिस्थान +अफगानिस्थानं +अफगानिस्थानम् +अफगानिस्थानस्य +अफगानिस्थाने +अफघानिस्तानम् +अफघानिस्तानस्य +अफजलखानः +अफजल् +अफज्या +अफझलपुरविधानसभाक्षेत्रम् +अफल +अफलं +अफलः +अफलप्रेप्सुना +अफलस्तु +अफलस्य +अफला +अफलाः +अफलाकाङ्क्षिभिः +अफलाकाङ्क्षिभिर्यज्ञो +अफलाकाङ्क्षिभिर्युक्तैः +अफलानि +अफलामपुष्पाम् +अफलेति +अफलेत्यादि +अफसर +अफ़्शारीय +अफालकृष्टाश्चानुप्ता +अफेन् +अफ् +अफ्जल् +अफ्रिका +अफ्रीका +अफ्रो +अब +अबक +अबज +अबजं +अबजत्रिभुजं +अबजत्रिभुजे +अबजदे +अबजा +अबतुल्यं +अबद्धं +अबद्धः +अबद्धम् +अबद्धा +अबद्धो +अबधिरो +अबध्नत +अबध्नन् +अबध्नन्पुरुषं +अबध्नात् +अबध्नीत +अबध्यं +अबध्याञ्च +अबनिन्द्रनाथठाकुरः +अबनीन्द्रनाथ +अबन्तः +अबन्धुना +अबन्ध्यं +अबभासत् +अबभुजः +अबभुजस्य +अबभुजो +अबभुजोपरि +अबभ्राजत् +अबम् +अबरेखा +अबरेखायां +अबल +अबलं +अबलः +अबलस्य +अबलस्वकुलाशिनो +अबला +अबलां +अबलाः +अबलानां +अबले +अबलेन +अबलो +अबस्य +अबहुगणात् +अबहुत्वे +अबहुव्रीह्यशीत्योः +अबा +अबादय +अबादयः +अबादयोऽपि +अबादयोऽपीति +अबादयोऽबाद्यभिमानिनः +अबादिभोगादप्यतिशयेन +अबादिभ्यो +अबादीनामनागन्तुकधर्माश्चेति +अबाध +अबाधं +अबाधः +अबाधकान्यपि +अबाधत +अबाधन्त +अबाधश्च +अबाधित +अबाधितं +अबाधितः +अबाधितविषयत्वम् +अबाधितार्थकत्वं +अबाधिते +अबाधितेति +अबाधे +अबाध्यत्वं +अबान्धवं +अबि +अबिनासी +अबिन्धनं 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+अब्भक्ष +अब्भक्षः +अब्भक्षा +अब्भक्षैर्वायुभक्षैश्च +अब्भक्षो +अब्भन्तरं +अब्भ्र +अब्र +अब्रवं +अब्रवम् +अब्रवीच +अब्रवीच् +अब्रवीच्च +अब्रवीत +अब्रवीतन +अब्रवीतु +अब्रवीत् +अब्रवीत्तं +अब्रवीत्तत्र +अब्रवीत्तु +अब्रवीत्परुषं +अब्रवीत्प्राञ्जलिर्वाक्यं +अब्रवीत्स +अब्रवीदथ +अब्रवीदन्तर्विश्वानि +अब्रवीदिति +अब्रवीदेतास्वेव +अब्रवीद् +अब्रवीद्यथायतनं +अब्रवीद्वचनं +अब्रवीद॒न्तर्विश्वा॑नि +अब्रवीन् +अब्रवीन्न +अब्रवीन्मधुरं +अब्रवीन्मां +अब्रवीन्मे +अब्रवील्लक्ष्मणं +अब्रवील्लक्ष्मणः +अब्रह्म +अब्रह्मचारी +अब्रह्मण्यं +अब्रह्मण्यमवध्योक्तौ +अब्रह्मण्यम् +अब्रह्मता +अब्रह्मदत्तं +अब्रह्मा +अब्राहम +अब्राहम् +अब्राह्मण +अब्राह्मणः +अब्राह्मणमानयेत्युक्ते +अब्राह्मणस्य +अब्राह्मणा +अब्राह्मणाः +अब्राह्मणादध्ययनमापत्काले +अब्राह्मणानां +अब्राह्मणास्तु +अब्राह्मणो +अब्रुवं +अब्रुवंश्च +अब्रुवंश्चेतयध्वमिति +अब्रुवंस् +अब्रुवत +अब्रुवन् +अब्रुवन्न +अब्रुवन्नयं +अब्रुवन्न् +अब्रूतां +अब्रूताम् +अब्लिङ्गैः +अभ +अभं +अभः +अभअं +अभक्त +अभक्तं +अभक्तः +अभक्तत्वे +अभक्तनिन्दापूर्वकं +अभक्तम् 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+अभवन्परासुराः +अभवम् +अभवाम +अभवाय +अभवाव +अभविता +अभविष्यः +अभविष्यत +अभविष्यति +अभविष्यत् +अभविष्यद् +अभविष्यन् +अभवो +अभव्यः +अभव्या +अभव्यो +अभव॒द्वयो॑भि॒र्यदे॑नं॒ +अभस्त्रका +अभस्त्रिका +अभा +अभाः +अभाक्षीत् +अभाग +अभागं +अभागः +अभागम् +अभागा +अभागी +अभागे +अभाजनं +अभाजि +अभाजितं +अभाजीति +अभात् +अभाने +अभायः +अभार्यः +अभार्यो +अभार्षीत् +अभाव +अभावं +अभावः +अभावज्ञानं +अभावज्ञाने +अभावतः +अभावत् +अभावत्वं +अभावत्वमिति +अभावत्वात् +अभावनम् +अभावनिर्णयः +अभावपक्ष +अभावप्रत्यक्षे +अभावप्रत्ययालम्बना +अभावम् +अभावयतः +अभावयन् +अभावरूपस्य +अभाववति +अभावविरहात्मत्वं +अभावश् +अभावश्च +अभावश्चेति +अभावस्तद्विपरीतः +अभावस्तु +अभावस्य +अभावस्यापि +अभावस्येति +अभावस्यैव +अभावा +अभावाः +अभावाख्यं +अभावाच्च +अभावाच्चार्यसत्यानां +अभावात +अभावात् +अभावात्‌ +अभावादिति +अभावादेव +अभावाद् +अभावाधिकरणम् +अभावान् +अभावान्न +अभावाभावस्य +अभावाय +अभावार्थे +अभावि +अभाविष्यत +अभावे +अभावेति +अभावेन +अभावेषु +अभावेऽपि +अभावो +अभावोपलम्भे +अभावोऽपि +अभावोऽस्ति +अभावोऽस्तीति +अभाषत +अभाषि 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+अभिचाराभिशापाभ्यां +अभिचाराय +अभिचारे +अभिचारेण +अभिचारेषु +अभिचारो +अभिजगाम +अभिजग्मुः +अभिजन +अभिजनः +अभिजनवतो +अभिजनवान् +अभिजनश्च +अभिजनेन +अभिजनो +अभिजनोऽस्य +अभिजयति +अभिजयेयम् +अभिजात +अभिजातं +अभिजातः +अभिजातस्य +अभिजातस्येव +अभिजानन्ति +अभिजानाति +अभिजानामि +अभिजानाम्यहं +अभिजानासि +अभिजायते +अभिजि +अभिजिघ्रति +अभिजित +अभिजितं +अभिजितः +अभिजितम् +अभिजितस्य +अभिजिता +अभिजिति +अभिजितो +अभिजित् +अभिजित्य +अभिजित्या +अभिजित्यै +अभिजित्स्वरसामन् +अभिजिद् +अभिजिद्विश्वजिद्भ्यां +अभिजिन् +अभिजिन्नक्षत्रस्य +अभिजिन्नाम +अभिजिहर्ति +अभिजुहुयात् +अभिजुहोति +अभिजुहोमीति +अभिज्ञ +अभिज्ञः +अभिज्ञा +अभिज्ञाः +अभिज्ञातः +अभिज्ञातम् +अभिज्ञातवान् +अभिज्ञाताः +अभिज्ञातुं +अभिज्ञान +अभिज्ञानं +अभिज्ञानञ्च +अभिज्ञानम् +अभिज्ञानशकुन्तले +अभिज्ञानशाकुन्तल +अभिज्ञानशाकुन्तलं +अभिज्ञानशाकुन्तलम् +अभिज्ञानशाकुन्तलस्य +अभिज्ञानशाकुन्तले +अभिज्ञानस्य +अभिज्ञानानि +अभिज्ञानेन +अभिज्ञाय +अभिज्ञायते +अभिज्ञावचने +अभिज्ञाश्छेदपातानां +अभिज्ञु +अभिज्ञो +अभित +अभितः +अभितःपरितः +अभितप्तमयोऽपि +अभितप्तस्य +अभितप्ताया +अभितष्ठौ +अभितस् +अभितिष्ठ +अभितुष्टाव +अभितृणवत्यो +अभितो +अभितोऽहनी +अभित्त +अभित्त्यै +अभित्थाः +अभित्यक्तं +अभित्वा +अभित्वाशू +अभिदक्षिणं +अभिदग्धे +अभिदत् +अभिदधति +अभिदधत्य् +अभिदधाति +अभिदध्यात् +अभिदा +अभिदासतः +अभिदासति +अभिदासते +अभिदासत्य् +अभिदासदग्ने +अभिदुद्राव +अभिद्यव +अभिद्यवः +अभिद्यवो +अभिद्युभिः +अभिद्युम्नं +अभिद्युम्नम् +अभिद्रवत +अभिद्रवति +अभिद्रवन्ति +अभिद्रुत्य +अभिद्रुह्यति +अभिद्रोणानि +अभिद्रोहेण +अभिधत्ते +अभिधया +अभिधर्म +अभिधर्मकोशकारिका +अभिधर्मकोशे +अभिधर्मदीप +अभिधर्मदीपः +अभिधर्मदीपे +अभिधर्मसमुच्चयभाष्य +अभिधर्मे +अभिधा +अभिधातुं +अभिधातुम् +अभिधान +अभिधानं +अभिधानचिन्तामणि +अभिधानञ्च +अभिधानत्वात् +अभिधानप्पदीपिका +अभिधानम् +अभिधानम्‌ +अभिधानस्य +अभिधानस्येति +अभिधानात् +अभिधानात्‌ +अभिधानानि +अभिधानीं +अभिधाने +अभिधानेन +अभिधाय +अभिधायक +अभिधाया +अभिधायाः +अभिधायेति +अभिधारयति +अभिधाव +अभिधावति +अभिधावन्ति +अभिधावृत्तिमातृका +अभिधावृत्त्या +अभिधाव्यापारेण +अभिधास्यति +अभिधास्यते +अभिधास्ये +अभिधीयत +अभिधीयतां +अभिधीयताम् +अभिधीयते +अभिधीयन्ते +अभिधीयमान +अभिधीयमानः +अभिधीयेते +अभिधेति +अभिधेय +अभिधेयं +अभिधेयः +अभिधेयम् +अभिधेयस्य +अभिधेया +अभिधेयायां +अभिधेये +अभिधेयेन +अभिधेयो +अभिध् +अभिध्या +अभिध्याय +अभिध्यायन् +अभिध्योपदेशाच्च +अभिनं +अभिनंद्य +अभिनः +अभिनत् +अभिनत्पर्वतानाम् +अभिनन्दः +अभिनन्दति +अभिनन्दन +अभिनन्दनं +अभिनन्दनः +अभिनन्दननाथ +अभिनन्दननाथः +अभिनन्दननाथस्य +अभिनन्दनम् +अभिनन्दनस्य +अभिनन्दनानि +अभिनन्दन्ति +अभिनन्दयति +अभिनन्दस्य +अभिनन्दा +अभिनन्दाः +अभिनन्दितवान् +अभिनन्द्य +अभिनय +अभिनयं +अभिनयः +अभिनयति +अभिनयम् +अभिनयस्य +अभिनयान्परिचेतुमिवोद्यता +अभिनयाय +अभिनयार्थं +अभिनये +अभिनयेन +अभिनयो +अभिनव +अभिनवं +अभिनवः +अभिनवकौस्तुभमाला +अभिनवक्रीडातरंगिणी +अभिनवक्रीडातरङ्गिणी +अभिनवगुप्त +अभिनवगुप्तं +अभिनवगुप्तः +अभिनवगुप्तव्याख्या +अभिनवगुप्तस्य +अभिनवगुप्तेन +अभिनवभारती +अभिनवराजलक्ष्मीटीकोपेता +अभिनवराजलक्ष्मीविराजितम् +अभिनवरूपा +अभिनवा +अभिनवानि +अभिनवे +अभिनवेन +अभिनवैः +अभिनवो +अभिनि +अभिनिधनं +अभिनिधान +अभिनिर्दिशेत् +अभिनिर्वर्तयति +अभिनिर्वर्तयितुम् +अभिनिर्वर्तयेद् +अभिनिर्वर्त्येति +अभिनिर्हरन्ति +अभिनिविशते +अभिनिविशन्ते +अभिनिविशश्च +अभिनिविष्ट +अभिनिविष्टाः +अभिनिवेश +अभिनिवेशः +अभिनिवेशमयात् +अभिनिवेशावेशवशात् +अभिनिवेशेन +अभिनिवेशो +अभिनिष्क्रमणपरिवर्तः +अभिनिष्क्रम्य +अभिनिष्क्रामति +अभिनिष्टानो +अभिनिष्पद्यत +अभिनिसः +अभिनिस्तानो +अभिनीत +अभिनीतं +अभिनीततरं +अभिनीतम् +अभिनीतवती +अभिनीतवान् +अभिनीय +अभिनीयन्ते +अभिनेतः +अभिनेता +अभिनेतारः +अभिनेतुम् +अभिनेत्री +अभिन्दन् +अभिन्न +अभिन्नं +अभिन्नः +अभिन्नतया +अभिन्नत्वे +अभिन्नभेदनं +अभिन्नमिति +अभिन्नम् +अभिन्नस्य +अभिन्ना +अभिन्नाः +अभिन्ने +अभिन्नेन +अभिन्नेऽपि +अभिन्नो +अभिन्नोऽपि +अभिन्नौ +अभिपतति +अभिपतने +अभिपत्य +अभिपद्य +अभिपद्यमानानां +अभिपन्नं +अभिपन्ना +अभिपन्नो +अभिपवते +अभिपवन्ते +अभिपश्यति +अभिपश्यन्ति +अभिपश्यामि +अभिपित्वे +अभिपित्वेषु +अभिपूजिते +अभिपूज्य +अभिपूर्वं +अभिपूर्वम् +अभिपूर्वस्य +अभिपूर्वाणाम् +अभिपूर्वात् +अभिपूर्वो +अभिपेतुः +अभिपेदे +अभिप्र +अभिप्रगायत +अभिप्रतारिन्बहुधा +अभिप्रती +अभिप्रत्यतिभ्यः +अभिप्रधर्षणे +अभिप्रयन्ति +अभिप्रयाति +अभिप्रवः +अभिप्रवृत्तः +अभिप्रवृत्तोऽपि +अभिप्रव्रजन्ति +अभिप्रस्थापयांचकार +अभिप्रा +अभिप्राप्तुं +अभिप्राय +अभिप्रायं +अभिप्रायः +अभिप्रायभेदः +अभिप्रायम् +अभिप्रायस्तु +अभिप्रायस्य +अभिप्राया +अभिप्रायाः +अभिप्रायान् +अभिप्रायुञ्जत +अभिप्राये +अभिप्रायेण +अभिप्रायेणाह +अभिप्रायो +अभिप्रियं +अभिप्रियम् +अभिप्रिया +अभिप्रियाणि +अभिप्रेत +अभिप्रेतं +अभिप्रेतः +अभिप्रेतम् +अभिप्रेता +अभिप्रेतां +अभिप्रेताः +अभिप्रेतार्थसिद्ध्यर्थं +अभिप्रेते +अभिप्रेत्य +अभिप्रेयन्ते +अभिप्रेरणा +अभिप्रेरणाया +अभिप्रैति +अभिप्लव +अभिप्लवं +अभिप्लवः +अभिप्लवते +अभिप्लवपृष्ठ्याहानि +अभिप्लवम् +अभिप्लवषडहप्रकरणम् +अभिप्लवषडहस्य +अभिप्लवषडहे +अभिप्लवस् +अभिप्लवस्य +अभिप्लवाः +अभिप्लवात् +अभिप्लवान् +अभिप्लवे +अभिप्लवेन +अभिप्लवो +अभिप्लवौ +अभिप्लुत्य +अभिब्रह्मीः +अभिभञ्जतीनां +अभिभर्त्सनं +अभिभव +अभिभवं +अभिभवः +अभिभवत +अभिभवति +अभिभवतीति +अभिभवतीत्यर्थः +अभिभवतु +अभिभवनं +अभिभवन् +अभिभवन्ति +अभिभवप्रादुर्भावौ +अभिभवसि +अभिभवात् +अभिभवामि +अभिभविता +अभिभवितारम् +अभिभवितुं +अभिभवितुम् +अभिभवित्री +अभिभवे +अभिभवेम +अभिभवेयुः +अभिभवो +अभिभाः +अभिभावी +अभिभाषेत +अभिभुवे +अभिभूः +अभिभूत +अभिभूतं +अभिभूतः +अभिभूतरं +अभिभूतवान् +अभिभूता +अभिभूताः +अभिभूति +अभिभूतिः +अभिभूतिम् +अभिभूतिऽओजाः +अभिभूते +अभिभूत्यै +अभिभूत्योजाः +अभिभूत्य् +अभिभूय +अभिभूयते +अभिभूयमानैरिति +अभिभूयेतरं +अभिभूरसि +अभिभूर् +अभिभूश् +अभिम +अभिमंत्र्य +अभिमत +अभिमतं +अभिमतः +अभिमतफलं +अभिमतम् +अभिमतस्य +अभिमता +अभिमताः +अभिमतानि +अभिमते +अभिमतेन +अभिमतो +अभिमनल्य +अभिमनस् +अभिमनायते +अभिमन्त्य +अभिमन्त्रणं +अभिमन्त्रणम् +अभिमन्त्रयत +अभिमन्त्रयते +अभिमन्त्रयित्वा +अभिमन्त्रयेत +अभिमन्त्रित +अभिमन्त्रितं +अभिमन्त्र्य +अभिमन्त्र्याथ +अभिमन्थति +अभिमन्य +अभिमन्यत +अभिमन्यते +अभिमन्यन्ते +अभिमन्यु +अभिमन्युं +अभिमन्युः +अभिमन्युना +अभिमन्युरर्जुनतः +अभिमन्युवधपर्वणि +अभिमन्युश्च +अभिमन्येत +अभिमन्यो +अभिमन्योः +अभिमन्योर्विनाशेन +अभिमन्यौ +अभिमर्शनं +अभिमातिं +अभिमातिः +अभिमातिघ्ने +अभिमातिम् +अभिमातिषाहः +अभिमातिषाहम् +अभिमातिहा +अभिमातिहेत्य् +अभिमातिऽसहः +अभिमातिऽसहम् +अभिमातीः +अभिमातीनां +अभिमातीन् +अभिमातीर्जयेम +अभिमान +अभिमानं +अभिमानः +अभिमानधनस्य +अभिमानश्च +अभिमानस्य +अभिमाना +अभिमानात् +अभिमानिनः +अभिमानिनां +अभिमानिव्यपदेशस्तु +अभिमानी +अभिमाने +अभिमानेन +अभिमानो +अभिमानोऽहङ्कारः +अभिमुख +अभिमुखं +अभिमुखः +अभिमुखम् +अभिमुखा +अभिमुखाः +अभिमुखी +अभिमुखीकरणाय +अभिमुखीकृतः +अभिमुखीकृत्य +अभिमुखे +अभिमुखो +अभिमुखौ +अभिमुख्येन +अभिमृशति +अभिमृशन्ति +अभिमृशेत् +अभिमृश्य +अभियं +अभियंत्रण +अभियन्ता +अभियन्ति +अभियन्तु +अभियन्तृ +अभिययुः +अभिययौ +अभिया +अभियाचना +अभियाचनाः +अभियाता +अभियाति +अभियान +अभियानं +अभियानम् +अभियानस्य +अभियाने +अभियान्त्रिकी +अभियाम +अभियास्यत्कर्म +अभियुक्त +अभियुक्तं +अभियुक्तः +अभियुक्ततरैरन्यैरन्यथैवोपपाद्यते +अभियुक्तस्तथान्येन +अभियुक्तस्य +अभियुक्ता +अभियुक्ताः +अभियुक्तानां +अभियुक्ताय +अभियुक्तैः +अभियुक्तो +अभियुक्तोऽभियोगस्य +अभियुजः +अभियुजो +अभियुज्यते +अभियुञ्जीत +अभियोक्ता +अभियोग +अभियोगं +अभियोगः +अभियोगम् +अभियोगस्य +अभियोगाः +अभियोगी +अभियोगे +अभिरक्षति +अभिरक्षतु +अभिरक्षन्ति +अभिरक्षन्तु +अभिरतः +अभिरता +अभिरताः +अभिरतिः +अभिरतो +अभिरभागे +अभिरमते +अभिरम्यतामिति +अभिराज +अभिराम +अभिरामं +अभिरामः +अभिरामराघवे +अभिरामा +अभिरुचि +अभिरुचिः +अभिरुचितेषु +अभिरुह्य +अभिरूचिः +अभिरूप +अभिरूपं +अभिरूपः +अभिरूपक +अभिरूपतरा +अभिरूपभूयिष्ठा +अभिरूपम् +अभिरूपा +अभिरूपाभिर् +अभिरूपाम् +अभिरूपे +अभिरूपो +अभिलक्ष्य +अभिलपति +अभिलप्यते +अभिललाप +अभिलषणीया +अभिलषति +अभिलषन् +अभिलषन्ति +अभिलषसि +अभिलषामि +अभिलषित +अभिलषितं +अभिलषितम् +अभिलषितस्य +अभिलष्यते +अभिला +अभिलापः +अभिलापेन +अभिलावः +अभिलाष +अभिलाषं +अभिलाषः +अभिलाषमुदीरितेन्द्रियः +अभिलाषम् +अभिलाषा +अभिलाषाः +अभिलाषान् +अभिलाषिणी +अभिलाषी +अभिलाषुकः +अभिलाषे +अभिलाषेण +अभिलाषो +अभिलाषोपनीतं +अभिलिख्य +अभिलेख +अभिलेखः +अभिलेखनार्थं +अभिलेखाः +अभिलेखानां +अभिलेखानि +अभिलेखे +अभिलेखेषु +अभिवंद्य +अभिवत् +अभिवदति +अभिवदन्ति +अभिवदन्त्यस्थूलमनणु +अभिवदन्त्यस्थूलमनण्वह्रस्वमदीर्घम् +अभिवन्द्य +अभिवर्तः +अभिवर्तो +अभिवर्धते +अभिवर्धने +अभिवर्धयति +अभिवर्षति +अभिवर्षतु +अभिवहति +अभिवहन्ति +अभिवहन्तीं +अभिवाञ्छितं +अभिवादन +अभिवादनं +अभिवादनमत्र +अभिवादनम् +अभिवादनशीलस्य +अभिवादनस्तुत्योः +अभिवादने +अभिवादय +अभिवादयति +अभिवादयते +अभिवादयमानं +अभिवादयितुं +अभिवादये +अभिवाद्य +अभिवाद्या +अभिवान् +अभिवान्यायै +अभिवावृते +अभिविख्याप्य +अभिविख्येषम् +अभिविज्वलन्ति +अभिविधि +अभिविधिः +अभिविधौ +अभिविनीतः +अभिविपश्यति +अभिवीक्ष्य +अभिवीरः +अभिवीरो +अभिवृत्य +अभिवृद्धं +अभिवृद्धः +अभिवृद्धये +अभिवृद्धि +अभिवृद्धिं +अभिवृद्धिः +अभिवृद्धिम् +अभिवृद्ध्यर्थं +अभिवृष्टा +अभिवृष्य +अभिव्य +अभिव्यक्त +अभिव्यक्तं +अभिव्यक्तः +अभिव्यक्तस्य +अभिव्यक्ता +अभिव्यक्ताः +अभिव्यक्ति +अभिव्यक्तिं +अभिव्यक्तिः +अभिव्यक्तिकारणं +अभिव्यक्तिरिति +अभिव्यक्तिर् +अभिव्यक्तेः +अभिव्यक्तेरित्याश्मरथ्यः +अभिव्यक्तो +अभिव्यक्तौ +अभिव्यज्यते +अभिव्यज्यन्ते +अभिव्यञ्जक +अभिव्यञ्जयति +अभिव्यनक्ति +अभिव्याप्त +अभिव्याप्तिं +अभिव्याप्तिः +अभिव्याप्तौ +अभिव्याप्नोति +अभिव्याप्य +अभिव्याहृत्य +अभिव्लग्य +अभिशप्तः +अभिशप्ता +अभिशस्त +अभिशस्तं +अभिशस्तः +अभिशस्तस्तथा +अभिशस्तस्य +अभिशस्ता +अभिशस्तिं +अभिशस्तिपा +अभिशस्तिपाः +अभिशस्तिपावा +अभिशस्तिमरातिम् +अभिशस्तिहा +अभिशस्तीः +अभिशस्ते +अभिशस्तेः +अभिशस्तेरमुञ्चः +अभिशस्तेर् +अभिशस्तो +अभिशस्त्या +अभिशस्त्याः +अभिशस्यमानं +अभिशापः +अभिशापादहं +अभिशापे +अभिशापो +अभिशापोऽप्रजाः +अभिशोचीः +अभिशौरि +अभिश्रियः +अभिश्रियम् +अभिश्रिया +अभिश्रीः +अभिषक्तः +अभिषङ्गः +अभिषत्वा +अभिषव +अभिषवं +अभिषवः +अभिषववेलायामुपरवेषु +अभिषवशब्दं +अभिषवार्थं +अभिषवे +अभिषह्य +अभिषाचः +अभिषिक्त +अभिषिक्तं +अभिषिक्तः +अभिषिक्तश्च +अभिषिक्तस्तदा +अभिषिक्तस्तु +अभिषिक्तस्य +अभिषिक्ता +अभिषिक्ते +अभिषिक्तो +अभिषिच्य +अभिषिच्यस्व +अभिषिच्याथ +अभिषिञ्चति +अभिषिञ्चन्तु +अभिषिञ्चयेत् +अभिषिञ्चस्व +अभिषिञ्चामि +अभिषिञ्चेत् +अभिषिषिक्षति +अभिषिषेणयिषति +अभिषुणुत +अभिषुणोति +अभिषुण्वन्ति +अभिषुतं +अभिषुतः +अभिषुतम् +अभिषुतसोमाः +अभिषुतस्त्वं +अभिषुतस्य +अभिषुता +अभिषुताः +अभिषुतानां +अभिषुतान् +अभिषुते +अभिषुतेन +अभिषुतेषु +अभिषुतो +अभिषुत्य +अभिषुत्याहवनीये +अभिषुवति +अभिषुषाव +अभिषूयते +अभिषूयमाण +अभिषूयमाणः +अभिषूयमाणस्य +अभिषूयमाणाः +अभिषेक +अभिषेकं +अभिषेकः +अभिषेकदिने +अभिषेकनाटकम् +अभिषेकम् +अभिषेकसाधनानां +अभिषेकस्य +अभिषेकाय +अभिषेकार्थं +अभिषेकार्था +अभिषेके +अभिषेकेण +अभिषेको +अभिषेक्तुं +अभिषेक्ष्यति +अभिषेचनं +अभिषेचनम् +अभिषेचनीयः +अभिषेचनीयस्य +अभिषेचनीये +अभिषेचय +अभिषेचयितुं +अभिषेणयति +अभिष्ट +अभिष्टय +अभिष्टयः +अभिष्टये +अभिष्टव +अभिष्टवस्य +अभिष्टवे +अभिष्टिः +अभिष्टिकृत् +अभिष्टिभिः +अभिष्टिरोजसा +अभिष्टिऽभिः +अभिष्टुत +अभिष्टुतः +अभिष्टुतो +अभिष्टुमः +अभिष्टुयात् +अभिष्टुवन्ति +अभिष्टूय +अभिष्टौ +अभिष्टौति +अभिष्टौमि +अभिष्ठितो +अभिष्णक् +अभिष्य +अभिष्यति +अभिष्यन्दस्य +अभिष्यन्दि +अभिष्यन्दीनि +अभिष्याम +अभिसंगच्छन्ते +अभिसंगृणन्तु +अभिसंधानस्य +अभिसंधाय +अभिसंधायेति +अभिसंधिः +अभिसंपद्यते +अभिसंपद्यन्ते +अभिसंपवते +अभिसंबन्धः +अभिसंबन्धो +अभिसंविशध्वम् +अभिसंविशन्ति +अभिसंविशन्तु +अभिसंस्करोति +अभिसत्वा +अभिसन्धाय +अभिसन्धिः +अभिसन्धिवैषम्यात्तु +अभिसन्धौ +अभिसमयालङ्कारे +अभिसमाचारिकान् +अभिसमायन्ति +अभिसमावृत्य +अभिसम्पद्यते +अभिसम्पद्यन्ते +अभिसम्पातः +अभिसम्पादयति +अभिसम्बध्यते +अभिसरणपरा +अभिसरति +अभिसरेत् +अभिससार +अभिसारयते +अभिसारिका +अभिसारिकाः +अभिसारिकाणां +अभिसारिणी +अभिसुसूषति +अभिसृत्य +अभिसृप्ताय +अभिसोमा +अभिसोमास +अभिसोमासः +अभिस्तृणीहि +अभिस्रवन्तु +अभिस्वरा +अभिस्वरे +अभिहतं +अभिहतः +अभिहता +अभिहताः +अभिहते +अभिहतो +अभिहत्य +अभिहन्ति +अभिहन्यात् +अभिहवः +अभिहारः +अभिहित +अभिहितं +अभिहितः +अभिहितत्वात् +अभिहितम् +अभिहितवान् +अभिहितह् +अभिहिता +अभिहिताः +अभिहितान्वयवादः +अभिहितान्वयवादिनः +अभिहितान्वयवादे +अभिहिते +अभिहितेन +अभिहितो +अभिहितौ +अभिहुतः +अभिहुत्य +अभिह्रुतः +अभिह्वयति +अभिऽदासति +अभिऽदासात् +अभिऽद्यवः +अभिऽपित्वे +अभिऽभूः +अभिऽभूते +अभिऽमातिम् +अभिऽमातीः +अभिऽयुजः +अभिऽशस्तेः +अभिऽश्रियः +अभिऽस्तुतः +अभि॑नत् +अभि॒ष्टिः +अभि꣢ +अभी +अभीः +अभीक +अभीकं +अभीकः +अभीके +अभीक्ष्ण +अभीक्ष्णं +अभीक्ष्णम् +अभीक्ष्णशः +अभीतक +अभीतवदनः +अभीता +अभीति +अभीतो +अभीत्वर्यै +अभीनवन्ते +अभीनोवा +अभीनोवाज +अभीन्धताम् +अभीपतो +अभीपादस्य +अभीप्सता +अभीप्सन्तीर् +अभीप्सित +अभीप्सितं +अभीप्सितम् +अभीप्सितां +अभीमं +अभीमाँल्लोकाञ् +अभीमृतस्य +अभीरवः +अभीरवो +अभीरुः +अभीरुणम् +अभीव +अभीवर्त +अभीवर्तं +अभीवर्तः +अभीवर्तकालेयानुकल्पे +अभीवर्तम् +अभीवर्तस्य +अभीवर्तेन +अभीवर्तो +अभीवर्तौ +अभीवृता +अभीशवः +अभीशुभिः +अभीशू +अभीशूनां +अभीशूनाम् +अभीषहा +अभीषाहाः +अभीषु +अभीषुः +अभीषुणः +अभीष्ट +अभीष्टं +अभीष्टः +अभीष्टकाले +अभीष्टदेवः +अभीष्टदेवे +अभीष्टम् +अभीष्टसिद्धये +अभीष्टसिद्धिं +अभीष्टस्य +अभीष्टा +अभीष्टां +अभीष्टाः +अभीष्टानि +अभीष्टान् +अभीष्टे +अभीष्टेति +अभीहि +अभु +अभुक् +अभुक्त +अभुक्तं +अभुक्तमूलशान्त्यध्यायः +अभुक्तवत्सु +अभुक्ता +अभुक्तायां +अभुक्ते +अभुक्त्वा +अभुङ्क्त +अभुञ्जत +अभुञ्जतः +अभुञ्जानस्य +अभुवन् +अभुवम् +अभू +अभूः +अभूच्च +अभूत +अभूतं +अभूतः +अभूततद्भाव +अभूततद्भावः +अभूततद्भावे +अभूतन +अभूतपूर्व +अभूतपूर्वं +अभूतपूर्वः +अभूतपूर्वम् +अभूतम् +अभूतवादी +अभूतस्य +अभूता +अभूतां +अभूतानां +अभूतामिति +अभूताम् +अभूताहरणं +अभूतेति +अभूतेन +अभूतेनापवादेन +अभूतो +अभूतोपमा +अभूत् +अभूत्यै +अभूत्वा +अभूदभूमिः +अभूदिति +अभूदु +अभूदुषा +अभूद् +अभूद्देवः +अभून् +अभून्नो +अभून्मम +अभूम +अभूमागन्म +अभूमादर्श्म +अभूमि +अभूमिः +अभूमिष्ठं +अभूमेति +अभूयत +अभूर् +अभूव +अभूवं +अभूवन् +अभूवन्निति +अभूवन्न् +अभूवम् +अभूषन् +अभूषि +अभू॑त् +अभू॑दि॒दं +अभू॑दु +अभृत +अभृतं +अभृतका +अभृतानां +अभृशो +अभे +अभेः +अभेद +अभेदं +अभेदः +अभेदका +अभेदत्व +अभेददर्शनं +अभेदप्राधान्य +अभेदम् +अभेदरूपकं +अभेदविवक्षायां +अभेदव्यवहारं +अभेदश्च +अभेदस्तु +अभेदस्य +अभेदस्यापि +अभेदात् +अभेदाद् +अभेदि +अभेदे +अभेदेति +अभेदेन +अभेदेनेति +अभेदेनैव +अभेदेपि +अभेदेऽपि +अभेदेऽपीति +अभेदो +अभेदोपचारात् +अभेदोपचारेण +अभेदोऽपि +अभेद् +अभेद्य +अभेद्यं +अभेद्यः +अभेद्यकवचं +अभेद्या +अभेद्याः +अभेद्ये +अभेरि +अभेरिरागः +अभेर्मुखम् +अभेश्चाविदूर्ये +अभैत्सीत् +अभैषीत् +अभैषुः +अभो +अभोक्ता +अभोजनं +अभोजनम् +अभोजने +अभोजनेन +अभोजयत् +अभोज्यं +अभोज्याः +अभोज्यानान्तु +अभोज्यानि +अभौ +अभौतिकं +अभ् +अभ्य +अभ्यंतरं +अभ्यंतरे +अभ्यः +अभ्यक्त +अभ्यक्तं +अभ्यक्रन्दत् +अभ्यक्रमीदिषोऽच्छा +अभ्यगच्छत +अभ्यगच्छत् +अभ्यगच्छन्त +अभ्यगात् +अभ्यगायत +अभ्यग्नि +अभ्यग्रं +अभ्यङ्क्ते +अभ्यङ्क्ष्व +अभ्यङ्ग +अभ्यङ्गं +अभ्यङ्गः +अभ्यङ्गस्नानं +अभ्यङ्गे +अभ्यङ्गेन +अभ्यङ्गो +अभ्यङ्गोद्वर्तनं +अभ्यचक्षत +अभ्यच्य +अभ्यच्र्य +अभ्यजयत् +अभ्यजायत +अभ्यज्य +अभ्यञ्जन +अभ्यञ्जनं +अभ्यञ्जनम् +अभ्यञ्जने +अभ्यतपत् +अभ्यतप्यत +अभ्यतिरिच्यते +अभ्यतृणत् +अभ्यद्रवत +अभ्यद्रवत् +अभ्यद्रवद्रणे +अभ्यद्रवन्त +अभ्यधात् +अभ्यधायि +अभ्यधावच्च +अभ्यधावत +अभ्यधावत् +अभ्यधावन्त +अभ्यधिक +अभ्यधिकं +अभ्यधिकः +अभ्यधिकम् +अभ्यधिके +अभ्यध्यायत् +अभ्यध्यायन् +अभ्यनन्दत् +अभ्यनन्दन् +अभ्यनुजानाति +अभ्यनुजानातु +अभ्यनुजानीहि +अभ्यनुज्ञा +अभ्यनुज्ञातः +अभ्यनुज्ञाता +अभ्यनुज्ञातुमिच्छामि +अभ्यनुज्ञाप्य +अभ्यनुज्ञाय +अभ्यनुज्ञायां +अभ्यनूषत +अभ्यन्तर +अभ्यन्तरं +अभ्यन्तरः +अभ्यन्तरगतैः +अभ्यन्तरम् +अभ्यन्तरा +अभ्यन्तराः +अभ्यन्तरे +अभ्यन्तरेण +अभ्यपद्यत +अभ्यप्लवन्त +अभ्यभवन् +अभ्यभाषत +अभ्यभि +अभ्यभूत् +अभ्यमन्त +अभ्यमितः +अभ्यमित्र +अभ्यमित्राच्छ +अभ्यमित्रीणः +अभ्यमित्रीयः +अभ्यमित्र्यः +अभ्यमी +अभ्यमीति +अभ्यम् +अभ्ययात् +अभ्ययुः +अभ्ययुञ्जत +अभ्यर्च +अभ्यर्चत +अभ्यर्चनं +अभ्यर्चन्ति +अभ्यर्चन्त्यर्कैः +अभ्यर्चयेत् +अभ्यर्च्च्य +अभ्यर्च्य +अभ्यर्ण +अभ्यर्णा +अभ्यर्थनं +अभ्यर्थनम् +अभ्यर्थना +अभ्यर्थनाभङ्गभयेन +अभ्यर्थये +अभ्यर्थितः +अभ्यर्थितो +अभ्यर्थिनः +अभ्यर्थी +अभ्यर्थे +अभ्यर्थ्य +अभ्यर्थ्यमाना +अभ्यर्ष +अभ्यर्षत +अभ्यर्षन्ति +अभ्यर्षसि +अभ्यर्हितं +अभ्यव +अभ्यवज्वालितम् +अभ्यवज्वाल्यमानम् +अभ्यवर्तत +अभ्यवर्तन्त +अभ्यवर्धत +अभ्यवर्षत +अभ्यवर्षन् +अभ्यवर्षन्त +अभ्यवहरति +अभ्यवहार +अभ्यवहारः +अभ्यवादयत +अभ्यवायन् +अभ्यश्नुते +अभ्यश्राम्यद् +अभ्यषिञ्चत +अभ्यषिञ्चत् +अभ्यषिञ्चन् +अभ्यषिञ्चन्त +अभ्यषुणोत् +अभ्यषेणयत् +अभ्यष्टौत् +अभ्यसनीयः +अभ्यसन्ति +अभ्यसूयकाः +अभ्यसूयति +अभ्यसूयन्तः +अभ्यसूया +अभ्यसेतां +अभ्यसेत् +अभ्यस्त +अभ्यस्तं +अभ्यस्तः +अभ्यस्तत्वात् +अभ्यस्तत्वाददादेशे +अभ्यस्तम् +अभ्यस्तवान् +अभ्यस्तसंज्ञे +अभ्यस्तस्य +अभ्यस्तस्वरः +अभ्यस्ता +अभ्यस्ताः +अभ्यस्तात् +अभ्यस्तानां +अभ्यस्तानामादिः +अभ्यस्तानामादिरित्याद्युदात्तत्वं +अभ्यस्तानामादिरुदात्तो +अभ्यस्तु +अभ्यस्तुं +अभ्यस्ते +अभ्यस्तो +अभ्यस्थाद्विश्वाः +अभ्यस्पृशन्त +अभ्यस्य +अभ्यस्यति +अभ्यस्यते +अभ्यस्यन्ति +अभ्यस्यमानं +अभ्यस्यमानो +अभ्यहन्यन्त +अभ्या +अभ्यां +अभ्याख्यास्यन्ति +अभ्यागच्छति +अभ्यागत +अभ्यागतं +अभ्यागतः +अभ्यागतस्य +अभ्यागताः +अभ्यागतान् +अभ्यागतो +अभ्यागतोऽतिथिश्चाग्निः +अभ्यागमः +अभ्यागमत् +अभ्यागमे +अभ्याघाती +अभ्याघातेषु +अभ्याघ्नन् +अभ्याजगाम +अभ्यातन्वत +अभ्यातर +अभ्यातानाद्युत्तरतन्त्रम् +अभ्यातानानि +अभ्यातानान्तं +अभ्यातानैर् +अभ्यात्मं +अभ्यादधाति +अभ्यादाने +अभ्याधापयन्वाचयति +अभ्यापतत्यमितधाम्नि +अभ्यायच्छत् +अभ्यायच्छसि +अभ्याययौ +अभ्यारब्धवत् +अभ्यारभते +अभ्यारभ्य +अभ्यारम्भेण +अभ्यारम्भैर् +अभ्यारम्भो +अभ्यारूढः +अभ्यारोहति +अभ्यारोहत् +अभ्यारोहन्ति +अभ्यावर्तस्व +अभ्यावर्ती +अभ्याववृत्स्व +अभ्यावहेत् +अभ्यावृत्तः +अभ्यावृत्तिः +अभ्यावृत्य +अभ्याश +अभ्याशं +अभ्याशादागतः +अभ्याशे +अभ्याशो +अभ्यास +अभ्यासं +अभ्यासः +अभ्यासकार्य +अभ्यासकार्यम् +अभ्यासकाले +अभ्यासक्रमः +अभ्यासक्रमस्य +अभ्यासक्रमेण +अभ्यासङ्ग्यः +अभ्यासचुत्वे +अभ्यासदीर्घः +अभ्यासबलेन +अभ्यासम् +अभ्यासयोगयुक्तेन +अभ्यासयोगेन +अभ्यासलोप +अभ्यासलोपः +अभ्यासलोपश्च +अभ्यासविकारेषु +अभ्यासवैराग्याभ्यां +अभ्यासवैराग्ये +अभ्यासश्च +अभ्यासस्तु +अभ्यासस्य +अभ्यासस्यात +अभ्यासस्यासवर्णे +अभ्यासस्येति +अभ्यासस्येत्यनुवर्तते +अभ्यासहलादिशेषौ +अभ्यासह्रस्वे +अभ्यासाः +अभ्यासाकारस्य +अभ्यासाच +अभ्यासाच्च +अभ्यासात् +अभ्यासात्परस्य +अभ्यासादिति +अभ्यासादुत्तरस्य +अभ्यासाद् +अभ्यासाद्रमते +अभ्यासाय +अभ्यासार्थं +अभ्यासार्थे +अभ्यासी +अभ्यासे +अभ्यासेण +अभ्यासेणः +अभ्यासेति +अभ्यासेन +अभ्यासेनेति +अभ्यासेऽपीति +अभ्यासेऽप्यसमर्थोऽसि +अभ्यासो +अभ्यासोत्तरखण्डे +अभ्यासोऽपि +अभ्याहतं +अभ्याह्वयते +अभ्यु +अभ्युक्षणं +अभ्युक्षणम् +अभ्युक्ष्य +अभ्युत्क्रामन्ति +अभ्युत्थान +अभ्युत्थानं +अभ्युत्थानमधर्मस्य +अभ्युत्थानम् +अभ्युत्थाय +अभ्युत्थायाहोरात्रयोः +अभ्युत्थितः +अभ्युत्थितो +अभ्युदय +अभ्युदयं +अभ्युदयः +अभ्युदयम् +अभ्युदयाय +अभ्युदये +अभ्युदितं +अभ्युदितः +अभ्युदितम् +अभ्युदिते +अभ्युदियात् +अभ्युदियाद् +अभ्युदेति +अभ्युदैति +अभ्युद्गः +अभ्युद्गते +अभ्युद्धरति +अभ्युद्धरेत्तदपि +अभ्युद्यतं +अभ्युद्यतानि +अभ्युद्यते +अभ्युद्यन्ति +अभ्युद्ययौ +अभ्युन्नता +अभ्युप +अभ्युपगच्छता +अभ्युपगच्छति +अभ्युपगच्छन्ति +अभ्युपगत +अभ्युपगतं +अभ्युपगतः +अभ्युपगतम् +अभ्युपगता +अभ्युपगतानि +अभ्युपगते +अभ्युपगन्तव्यं +अभ्युपगन्तव्यः +अभ्युपगन्तव्यमिति +अभ्युपगन्तव्यम् +अभ्युपगम +अभ्युपगमः +अभ्युपगममात्रेण +अभ्युपगमवादेन +अभ्युपगमात् +अभ्युपगमात्‌ +अभ्युपगमे +अभ्युपगमेन +अभ्युपगमेऽपि +अभ्युपगमेऽप्यर्थाभावात् +अभ्युपगम्य +अभ्युपगम्यत +अभ्युपगम्यते +अभ्युपगम्यन्ते +अभ्युपगम्यमाने +अभ्युपगम्यवादरूपमुच्यते +अभ्युपगम्यापि +अभ्युपपत्तिः +अभ्युपपत्तिरनुग्रहः +अभ्युपाय +अभ्युपायः +अभ्युपेतं +अभ्युपेतः +अभ्युपेतम् +अभ्युपेत्य +अभ्युपेत्याशुश्रूषा +अभ्युपेत्याशुश्रूषाप्रकरणम् +अभ्युपेत्याह +अभ्युपेयते +अभ्युपेयम् +अभ्युपेयात् +अभ्युपैति +अभ्युवाच +अभ्यूष +अभ्यूह्य +अभ्ये +अभ्येति +अभ्येतु +अभ्येतुं +अभ्येत्य +अभ्येनं +अभ्येहि +अभ्यो +अभ्योजसा +अभ्योप्य +अभ्य् +अभ्र +अभ्रं +अभ्रंलिहो +अभ्रः +अभ्रक +अभ्रकं +अभ्रकद्रुति +अभ्रकम् +अभ्रकस्य +अभ्रके +अभ्रघनः +अभ्रच्छाया +अभ्रच्छायेव +अभ्रजा +अभ्रति +अभ्रपुष्पमपि +अभ्रमं +अभ्रमत् +अभ्रमिव +अभ्रमीत् +अभ्रम् +अभ्रलिप्ती +अभ्रवर्षाः +अभ्रशत् +अभ्रसत्त्व +अभ्रसत्त्वं +अभ्रसत्वं +अभ्रस्य +अभ्रा +अभ्राक्षीत् +अभ्राट् +अभ्राणां +अभ्राणि +अभ्राणीव +अभ्रातर +अभ्रातृका +अभ्रातृकां +अभ्रातृको +अभ्रातृघ्नीं +अभ्रातृव्यः +अभ्रातृव्यो +अभ्रातेव +अभ्रात् +अभ्रादिव +अभ्रान्त +अभ्रान्तः +अभ्रान्तस्य +अभ्रान्ते +अभ्रि +अभ्रिं +अभ्रिः +अभ्रिमादत्ते +अभ्रिम् +अभ्रियस्येव +अभ्रियाय +अभ्रिये +अभ्रिरसि +अभ्रिर् +अभ्रे +अभ्रेण +अभ्रेषं +अभ्रेषम् +अभ्रेषु +अभ्रैः +अभ्रो +अभ्र्या +अभ्वं +अभ्वः +अभ्वम् +अभ्वा +अभ्वात् +अभ्वा॑त् +अभ्व॑म् +अभ॑यं +अभ॑यं॒ +अभ॑यतमेन +अभ॑यम् +अभ॑रत् +अभ॑वः +अभ॑वत् +अभ॑वन्न् +अभ॑व॒न्परासु॑रा॒ +अम +अमं +अमंगल +अमंगलं +अमंसत +अमंस्त +अमंहत +अमः +अमङ्गल +अमङ्गलं +अमङ्गलम् +अमङ्गलानां +अमङ्गलाभ्यासरतिं +अमङ्गले +अमङ्गल्यं +अमच +अमच् +अमच्च +अमच्चरक्खसस्स +अमच्चस्स +अमच्चेण +अमच्चो +अमजद +अमज्जयत् +अमत +अमतं +अमतः +अमतम् +अमता +अमति +अमतिं +अमतिः +अमतिम् +अमतीर् +अमते +अमतेः +अमतो +अमत्या +अमत्र +अमत्रं +अमत्रः +अमत्रम् +अमत्रे +अमत्रो +अमत्सत +अमत्सरी +अमथ्नात् +अमदः +अमदत् +अमदन् +अमदयत्सहकारलता +अमदा +अमदावाद +अमद॒न्ननु॑ +अमन +अमनसो +अमनस्कं +अमनस्ता +अमनस्त्वं +अमना +अमनीभाव +अमनुत +अमनुष्य +अमनुष्यकर्तृके +अमनुष्ये +अमन् +अमन्त +अमन्तत्वात् +अमन्तत्वेन +अमन्तवो +अमन्ति +अमन्त्रं +अमन्त्रकं +अमन्त्रमधिकारस्तु +अमन्त्रवन्तं +अमन्त्रस्य +अमन्त्रिका +अमन्त्रे +अमन्थत +अमन्थद् +अमन्दं +अमन्दः +अमन्दत +अमन्दत् +अमन्दन् +अमन्दिषुः +अमन्महि +अमन्यत +अमन्यतेति +अमन्यत् +अमन्यन्त +अमन्यमानान् +अमन्वत +अमपि +अमम +अममा +अममार्जत् +अमम्रदत् +अमम्रिमोजोमानीं +अमय +अमयति +अमया +अमये +अमर +अमरं +अमरः +अमरकण्टक +अमरकण्टकम् +अमरकण्टके +अमरकोश +अमरकोशः +अमरकोशस्य +अमरकोशे +अमरकोष +अमरकोषः +अमरकोषे +अमरजानदी +अमरटीका +अमरटीकायां +अमरणं +अमरणधर्मन् +अमरणधर्मा +अमरणधर्माणं +अमरणधर्माणः +अमरणधर्माणम् +अमरणधर्माणो +अमरणस्य +अमरणाय +अमरताडितदुन्दुभिसुन्दरं +अमरत्व +अमरत्वं +अमरत्वस्य +अमरनाथ +अमरनाथः +अमरनाथयात्रायाम् +अमरनाथस्य +अमरभरतौ +अमरभारती +अमरम् +अमरवाणी +अमरविवेकव्याख्यासहितः +अमरश्च +अमरसिंह +अमरसिंहः +अमरसिंहस्य +अमरसिंहो +अमरस्तु +अमरा +अमराः +अमराणां +अमरान् +अमरावति +अमरावती +अमरावतीं +अमरावतीमण्डलं +अमरावतीमण्डलम् +अमरावत्यां +अमरी +अमरीं +अमरीका +अमरीकी +अमरीणां +अमरु +अमरुः +अमरुक +अमरुकम् +अमरुकस्य +अमरुशतकम् +अमरुशतके +अमरे +अमरेण +अमरेली +अमरेलीमण्डलम् +अमरेशं +अमरेषु +अमरैः +अमरैरपि +अमरो +अमरोः +अमरोक्तिमाह +अमर् +अमर्त्य +अमर्त्यं +अमर्त्यः +अमर्त्यममरणधर्माणम् +अमर्त्यम् +अमर्त्यसेनः +अमर्त्यस्य +अमर्त्या +अमर्त्याः +अमर्त्ये +अमर्त्येन +अमर्त्येषु +अमर्त्यो +अमर्मणः +अमर्यः +अमर्यश्च +अमर्यादं +अमर्ष +अमर्षं +अमर्षः +अमर्षणः +अमर्षयोः +अमर्षवशमापन्नः +अमर्षवशमापन्नो +अमर्षशून्येन +अमर्षात् +अमर्षिणा +अमर्षी +अमर्षे +अमर्षेण +अमर्षोऽसहिष्णुता +अमल +अमलं +अमलः +अमलम् +अमला +अमलां +अमलाः +अमलानन्दः +अमलान् +अमलामवलोक्य +अमले +अमलेति +अमलेन +अमलैः +अमवत् +अमवन्तः +अमवान् +अमवास्या +अमहान् +अमहीयन्त +अमहीयव +अमऽवत् +अमऽवान् +अमा +अमां +अमांसाशी +अमाअन्ती +अमाक्षिकं +अमागमः +अमागमे +अमाङ्क्षीत् +अमाजुरो +अमात् +अमात्य +अमात्यं +अमात्यः +अमात्यप्रभृतीः +अमात्यमध्ये +अमात्यराक्षसस्य +अमात्यसम्पदा +अमात्यस्य +अमात्या +अमात्याः +अमात्याद्याः +अमात्यानां +अमात्यानामाज्ञा +अमात्यान् +अमात्याश्च +अमात्ये +अमात्येन +अमात्येषु +अमात्यै +अमात्यैः +अमात्यैश्च +अमात्यो +अमात्यौ +अमात्र +अमात्रया +अमात्रिकः +अमात्सर्यं +अमादयन् +अमादिषुः +अमादेशः +अमाद्यदिन्द्रः +अमानं +अमानि +अमानित्वं +अमानित्वमदम्भित्वं +अमानित्वमदम्भित्वमहिंसा +अमानित्वमदम्भित्वम् +अमानित्वमिति +अमानित्वमित्यादि +अमानित्वमित्यादिना +अमानित्वम् +अमानित्वादि +अमानित्वादिकम् +अमानित्वादिभिः +अमानित्वादीनां +अमानिनि +अमानिनीति +अमानिनो +अमानी +अमानुषं +अमानुषः +अमानुषम् +अमानुषा +अमानुषाणां +अमानुषाणि +अमानुषी +अमानुषीषु +अमानुषेण +अमान् +अमान्त +अमान्तकाल +अमान्ती +अमान्य +अमान्यं +अमान्यः +अमाय +अमायया +अमाययैव +अमाया +अमायां +अमायाञ्च +अमायिनः +अमायुं +अमायुक्ता +अमारयत् +अमार्क्षीत् +अमार्गे +अमार्गेण +अमार्ट् +अमार्ड् +अमावसी +अमावसोस्तु +अमावस्यदन्यतरस्याम् +अमावस्या +अमावस्यां +अमावस्यायां +अमावा +अमावासी +अमावास्यः +अमावास्यकः +अमावास्यया +अमावास्या +अमावास्यां +अमावास्याचतुर्दश्योः +अमावास्याथ +अमावास्यादिनं +अमावास्यादिने +अमावास्यान्ते +अमावास्याम् +अमावास्याया +अमावास्यायां +अमावास्यायाः +अमावास्यायामपराह्णे +अमावास्यायाम् +अमावास्यायै +अमावास्याविकारः +अमावास्ये +अमावास्येति +अमावास्योपरि +अमावे +अमाव् +अमाशब्दो +अमासि +अमासिष्टाम् +अमासीत् +अमासोमसमायोगे +अमास्त +अमास्नानं +अमि +अमिं +अमिः +अमिअ +अमिक्षा +अमित +अमितं +अमितः +अमितम् +अमितविक्रमः +अमितस्य +अमिता +अमितां +अमिताः +अमितानि +अमितान्योधयेद्यस्तु +अमिताभ +अमिताभः +अमिताभस्य +अमिताभ् +अमिति +अमितो +अमितौजा +अमितौजाः +अमित्र +अमित्रं +अमित्रः +अमित्रजिन्मित्रजिदोजसा +अमित्रम् +अमित्रयन्तम् +अमित्रस्य +अमित्रहन् +अमित्रहा +अमित्रऽहा +अमित्रा +अमित्रांश्च +अमित्राः +अमित्राणां +अमित्राणाम् +अमित्रादपि +अमित्रानिति +अमित्रान् +अमित्राश्च +अमित्रास्तत्कुलीनाश्च +अमित्रियम् +अमित्रे +अमित्रेभ्यः +अमित्रेभ्यो +अमित्रेषु +अमित्रो +अमिदत् +अमिनः +अमिनक्षि +अमिनती +अमिनन्त +अमिना +अमिनात् +अमिन् +अमिमत +अमिमीत +अमिलताम् +अमिलत् +अमिश्रणे +अमिहोत्रं +अमि॑ता +अमि॑नती॒ +अमि॑मीत +अमी +अमीति +अमीन +अमीनो +अमीन् +अमीभिः +अमीभिरिति +अमीभ्यः +अमीमदन्त +अमीमपत् +अमीमांस्यानि +अमीमृजत् +अमीमेत् +अमीयेताम् +अमीर +अमीरियराज्यानि +अमीर् +अमीवचातनः +अमीवचातनीः +अमीवहा +अमीवा +अमीवां +अमीवाः +अमीवानां +अमीवाम् +अमीषा +अमीषां +अमीषामपि +अमीषाम् +अमीषु +अमी॑मदन्त +अमी॑वा +अमी॑वाः +अमी॑वाम् +अमी॑वा॒ +अमु +अमुं +अमुंल् +अमुक +अमुकं +अमुकः +अमुकगोत्र +अमुकगोत्रः +अमुकगोत्रस्य +अमुकगोत्रा +अमुकगोत्राय +अमुकतिथौ +अमुकदायै +अमुकदेवशर्म्मणः +अमुकपक्षे +अमुकम् +अमुकया +अमुकशर्मणे +अमुकशर्मन् +अमुकशर्मा +अमुकस्मिन् +अमुकस्य +अमुकीं +अमुके +अमुकेन +अमुकेऽत्र +अमुकैः +अमुको +अमुक्त +अमुक्तं +अमुक्ता +अमुक्तानां +अमुक्ते +अमुक्तो +अमुख्य +अमुख्यया +अमुख्या +अमुचत् +अमुच्यत +अमुञ्चः +अमुञ्चत +अमुञ्चतं +अमुञ्चतम् +अमुञ्चत् +अमुञ्चन् +अमुत +अमुतः +अमुतो +अमुत्र +अमुत्रभूयादध +अमुत्रा +अमुत्रामुष्मिँल्लोके +अमुत्रामुष्मिंल्लोक +अमुत्रामुष्मिन् +अमुत्रामुष्मिन्लोके +अमुत्रामुष्मिम्̐ +अमुना +अमुनेति +अमुनैव +अमुन् +अमुप्रत्ययः +अमुमर्थ +अमुमर्थं +अमुमादित्यं +अमुमामुष्यायणममुष्याः +अमुमिति +अमुमु +अमुमुक्तम् +अमुमुपासकम् +अमुमेव +अमुमेवार्थ +अमुमेवार्थं +अमुम् +अमुया +अमुयोः +अमुष्णाः +अमुष्णात् +अमुष्मा +अमुष्मात् +अमुष्मादिति +अमुष्माद् +अमुष्माल् +अमुष्मिँल्लोक +अमुष्मिँल्लोके +अमुष्मिंल् +अमुष्मिंल्लोक +अमुष्मिंल्लोके +अमुष्मिन् +अमुष्मिन्नादित्ये +अमुष्मिन्निति +अमुष्मिन्न् +अमुष्मिम्̐ +अमुष्मै +अमुष्य +अमुष्यकुल +अमुष्यपुत्र +अमुष्या +अमुष्यां +अमुष्याः +अमुष्यामुष्यायणायामुष्याः +अमुष्याम् +अमुष्येति +अमुष्यै +अमु॑ञ्चतम् +अमू +अमूं +अमूः +अमूढ +अमूढः +अमूढा +अमूढाः +अमूढो +अमूदृक् +अमूदृशी +अमूनि +अमून् +अमूभिः +अमूभ्यः +अमूभ्याम् +अमूम् +अमूर +अमूरः +अमूरम् +अमूराः +अमूर् +अमूर्त +अमूर्तं +अमूर्तः +अमूर्तता +अमूर्तत्वात् +अमूर्तयः +अमूर्तस्य +अमूर्ता +अमूर्तानां +अमूर्तीनां +अमूर्तो +अमूर्ध +अमूर्धमस्तकात् +अमूर्धमस्तकात्स्वाङ्गादकामे +अमूर्या +अमूर्याः +अमूलं +अमूला +अमूल्य +अमूल्यं +अमूल्यः +अमूल्यरत्नखचितं +अमूल्यरत्ननिर्माणं +अमूल्यरत्नरचितं +अमूल्यरत्नसाराणां +अमूल्यानि +अमूषां +अमूषाम् +अमूषु +अमूहमस्मि +अमू॑रः +अमू॑राः +अमृ +अमृक्तः +अमृक्तम् +अमृक्ता +अमृक्ताः +अमृक्तेन +अमृक्षत् +अमृक्षन्त +अमृजत +अमृत +अमृतं +अमृतः +अमृतकतकव्याख्यायुतम् +अमृततरङ्गिणी +अमृततुल्य +अमृततुल्यम् +अमृतत्त्वं +अमृतत्व +अमृतत्वं +अमृतत्वमानशुः +अमृतत्वमेति +अमृतत्वम् +अमृतत्वस्य +अमृतत्वाय +अमृतत्वे +अमृतत्वेन +अमृतदीधितिरेष +अमृतधारया +अमृतधारा +अमृतनादोपनिषत् +अमृतपानोर्वशीविहारपारिजातपरिमलादिनिबन्धनो +अमृतबन्धवः +अमृतमथनवर्णनम् +अमृतमथने +अमृतमन्वविन्दन् +अमृतममृतं +अमृतमय +अमृतमयं +अमृतमयः +अमृतमयी +अमृतमश्नुते +अमृतमसि +अमृतमिति +अमृतमिव +अमृतमेव +अमृतम् +अमृतम्̇ +अमृतराज् +अमृतरूप +अमृतलता +अमृतलताकषायम् +अमृतलताकषायस्य +अमृतलतायाः +अमृतलहरी +अमृतवत् +अमृतवर्षिणि +अमृतवर्षिणी +अमृतशिलया +अमृतशिलायाः +अमृतश्च +अमृतसर +अमृतसरनगरे +अमृतसरमण्डलम् +अमृतसरस्य +अमृतस्य +अमृतस्येव +अमृतस्यैष +अमृतस्रवा +अमृतऽत्वम् +अमृता +अमृतां +अमृतांशूद्भवो +अमृताः +अमृताक्षरं +अमृताख्यं +अमृताख्या +अमृताच् +अमृतात् +अमृतात्मकं +अमृतात्मा +अमृतादपि +अमृतादि +अमृताद् +अमृतानन्दमयी +अमृतानन्दयोगीन्द्र +अमृतानन्‍दमयी +अमृतानां +अमृतानाम् +अमृतानि +अमृतान् +अमृतान्धसः +अमृतापिधानमसि +अमृताम् +अमृताम्बुनिधौ +अमृताय +अमृताया +अमृतायाः +अमृतायै +अमृतार्थं +अमृतार्थे +अमृताशी +अमृताश्च +अमृतास +अमृतासः +अमृतासु +अमृतासो +अमृताहरणे +अमृताहुतिममृतायां +अमृतीकरण +अमृतीकरणं +अमृतीकृत्य +अमृते +अमृतेति +अमृतेन +अमृतेनेव +अमृतेनैव +अमृतेभिः +अमृतेभ्यः +अमृतेशाय +अमृतेश्वर +अमृतेषु +अमृतैः +अमृतो +अमृतोक्षितः +अमृतोत्पादने +अमृतोद्भवम् +अमृतोद्भवाय +अमृतोद्भवे +अमृतोपमं +अमृतोपमम् +अमृतोपस्तरणमसि +अमृत् +अमृत्यवः +अमृत्युं +अमृत्युः +अमृत॒ +अमृत॒त्वाय॑ +अमृतꣳ +अमृध्रः +अमृध्राः +अमृन्मयं +अमृष्यमाणः +अमृष्यमाणस्तं +अमृष्यमाणा +अमृष्यमाणाः +अमृष्यमाणो +अमृ॑क्तम् +अमृ॑त्यवः +अमृ॑ध्रः +अमृ॑ध्राः +अमे +अमेः +अमेठी +अमेति +अमेधाः +अमेध्य +अमेध्यं +अमेध्यमप +अमेध्यम् +अमेध्या +अमेध्याः +अमेध्याक्तस्य +अमेध्यानि +अमेध्ये +अमेन +अमेनि +अमेन्यस्मे +अमेय +अमेयं +अमेयो +अमेरतिः +अमेरिक +अमेरिकन +अमेरिकन् +अमेरिका +अमेरिकां +अमेरिकाखण्डः +अमेरिकाखण्डस्य +अमेरिकातः +अमेरिकादेशं +अमेरिकादेशः +अमेरिकादेशस्य +अमेरिकादेशाः +अमेरिकादेशीयाः +अमेरिकादेशे +अमेरिकाया +अमेरिकायां +अमेरिकायाः +अमेरिकायाम् +अमेरिकावासिनां +अमेरिकासंयुक्तराज्यम् +अमेरिकासंयुक्तसंस्थानम् +अमेरिकासंयुक्तसंस्थानस्य +अमेरिकी +अमेरिकीय +अमेव +अमेहेनाध्वर्युः +अमेिं +अमे॑ +अमैः +अमैथुनं +अमैव +अमैवाव्ययेन +अमो +अमोघ +अमोघं +अमोघः +अमोघभावेन +अमोघम् +अमोघया +अमोघरेतास्त्वञ्चापि +अमोघा +अमोघां +अमोघाः +अमोघाय +अमोघास्य +अमोघे +अमोघो +अमोचयतम् +अमोचयत् +अमोचि +अमोत +अमोतं +अमोनिया +अमोल +अमोषीत् +अमोऽनुनासिका +अमोऽसि +अमोऽहमस्मि +अमौ +अमौखिकबुद्धिपरीक्षा +अमौनं +अम् +अम्̇शून् +अम्̇हसः +अम्ति +अम्न +अम्नरूधरवरित्युभयथा +अम्नरेव +अम्नस् +अम्निपुराणे +अम्परे +अम्ब +अम्बः +अम्बकम् +अम्बकानि +अम्बच् +अम्बति +अम्बते +अम्बयः +अम्बया +अम्बयो +अम्बर +अम्बरं +अम्बरनाथ +अम्बरमाकाशं +अम्बरम् +अम्बरस्थं +अम्बरस्य +अम्बरा +अम्बराणि +अम्बरात् +अम्बरान्तधृतेः +अम्बरीशः +अम्बरीष +अम्बरीषं +अम्बरीषः +अम्बरीषचरितवर्णनम् +अम्बरीषवृक्षः +अम्बरीषश्च +अम्बरीषस्तु +अम्बरीषस्य +अम्बरीषे +अम्बरीषो +अम्बरे +अम्बरेण +अम्बष्ठ +अम्बष्ठः +अम्बष्ठा +अम्बष्ठाः +अम्बष्ठायां +अम्बष्ठायाम् +अम्बा +अम्बां +अम्बाजी +अम्बाडे +अम्बाणी +अम्बानी +अम्बाम्ब +अम्बाम्बगोभूमि +अम्बाम्बेति +अम्बाया +अम्बायाः +अम्बायै +अम्बार्थ +अम्बार्थनद्योर्ह्रस्वः +अम्बार्थानां +अम्बाला +अम्बालामण्डलम् +अम्बालिका +अम्बाले +अम्बाल्यम्बिक +अम्बाल्यम्बिके +अम्बाल्य् +अम्बिकया +अम्बिका +अम्बिकां +अम्बिकाखण्डः +अम्बिकादत्तव्यासः +अम्बिकापतये +अम्बिकाम्बालिके +अम्बिकाया +अम्बिकायां +अम्बिकायाः +अम्बिकायै +अम्बिके +अम्बितमे +अम्बु +अम्बुगर्भो +अम्बुज +अम्बुजं +अम्बुजमम्बुनि +अम्बुजाक्ष +अम्बुजानि +अम्बुजे +अम्बुद +अम्बुदा +अम्बुधि +अम्बुधिः +अम्बुधिम् +अम्बुधेः +अम्बुधौ +अम्बुनः +अम्बुना +अम्बुनि +अम्बुबाची +अम्बुभृत् +अम्बुराशिः +अम्बुवदग्रहणात्तु +अम्बुवाचीदिने +अम्बुवेगाः +अम्बुशब्दे +अम्बूनां +अम्बूनि +अम्बे +अम्बेडकर +अम्बेडकरनगरमण्डलम् +अम्बेडकरनगरम् +अम्बेड्कर +अम्बेड्करः +अम्बेड्कर् +अम्बेति +अम्बे॒ +अम्बोपाख्यानपर्वणि +अम्बोली +अम्बोवाच +अम्ब्यते +अम्ब्रिअल +अम्ब॒ +अम्भ +अम्भः +अम्भते +अम्भसः +अम्भसा +अम्भसां +अम्भसामोघसंरोधः +अम्भसि +अम्भसो +अम्भस् +अम्भस्य +अम्भस्यपारे +अम्भांसि +अम्भावः +अम्भासि +अम्भृण +अम्भृणम् +अम्भृणौ +अम्भो +अम्भोज +अम्भोजं +अम्भोजिनी +अम्भोजे +अम्भोदनादमुदितां +अम्भोधि +अम्भोधिः +अम्भोधिरिव +अम्भोधेः +अम्भोनिधिः +अम्भोनिधौ +अम्भोभिः +अम्भोरुहं +अम्म +अम्मन् +अम्मयं +अम्मयम् +अम्महे +अम्मा +अम्माकं +अम्मायाः +अम्माल् +अम्माळ् +अम्मि +अम्मिपुराणे +अम्मे +अम्मेो +अम्मो +अम्य +अम्यक् +अम्या +अम्युपगमोऽत्र +अम्र +अम्राक्षीत् +अम्रियत +अम्रुचत् +अम्रोचीत् +अम्रोहा +अम्रोहामण्डलम् +अम्ल +अम्लं +अम्लः +अम्लजनः +अम्लञ्च +अम्लता +अम्लत्वं +अम्लत्वम् +अम्लन्तु +अम्लपर्णी +अम्लपित्तं +अम्लपित्तश्लेष्मपित्ताधिकारः +अम्लपित्ते +अम्लपिष्टं +अम्लपिष्टः +अम्लपिष्टैः +अम्लम् +अम्लरसः +अम्लरसत्वम् +अम्लरसे +अम्ललोणिका +अम्लवर्ग +अम्लवर्गेण +अम्लवेतसः +अम्लवेतसकाभावे +अम्लवेतसे +अम्लस्य +अम्ला +अम्लानं +अम्लानः +अम्लानां +अम्लानि +अम्लिका +अम्लिकां +अम्लिकायाः +अम्ली +अम्लीका +अम्लीभूतं +अम्लुचत् +अम्ले +अम्लेन +अम्लेषु +अम्लैः +अम्लो +अम्लोष्णं +अम्व +अम्ह +अम्हहे +अम्हाअं +अम्हाण +अम्हाणं +अम्हे +अम्हेहि +अम्हेहिं +अम्हो +अम्‌ +अम॑तिम् +अम॑न्दत +अम॑न्दिषुः +अम॑न्महि +अम॑र्त्यं +अम॑र्त्यः +अम॑र्त्यम् +अम॑र्त्यस्य +अम॑र्त्या +अम॑र्त्याः +अम॑र्त्ये॒नास्ता॑वि॒ +अम॑ऽवत् +अय +अयँ +अयं +अयंच +अयंत +अयंतइन्द्र +अयंतु +अयंपूषा +अयंपूषार +अयंभराय +अयंभावः +अयंभावःयद्यति +अयंयोगः +अयंलोकः +अयंविश्वा +अयंविश्वानि +अयंश्लोकः +अयंसत +अयंसत॒ +अयंसिष्टाम् +अयंसीत् +अयंसूर्यः +अयंस्त +अयः +अयःपात्रे +अयःशिरा +अयःशूल +अयःशूलदण्डाजिनाभ्यां +अयःसधर्मकं +अयःसमानं +अयः॑ +अयक्षत +अयक्ष्मया +अयक्ष्मा +अयक्ष्माः +अयक्ष्माय +अयङ् +अयचि +अयच् +अयच्छत् +अयच्छद् +अयच्छन् +अयज +अयजः +अयजत +अयजत् +अयजद् +अयजन् +अयजन्त +अयजुष्केण +अयजे +अयज्ञ +अयज्ञस्य +अयज्ञिया +अयज्ञे +अयज्ञो +अयज्यून् +अयज्वनः +अयज्वनो +अयज्वा +अयज्वानः +अयज्वानमदक्षिण्यमभि +अयज्वानश्च +अयज्वानो +अयञ्च +अयञ्चापि +अयत +अयतः +अयतत +अयता +अयताम् +अयति +अयतिः +अयतिरप्रयत्नः +अयतिरिति +अयतीति +अयते +अयतौ +अयत् +अयत्न +अयत्नत +अयत्नतः +अयत्नतो +अयत्नसाध्ये +अयत्नेन +अयत्नेनैव +अयत्र +अयथम् +अयथा +अयथादेवतं +अयथापूर्वं +अयथार्थ +अयथार्थं +अयथार्थः +अयथार्थम् +अयथार्था +अयथावच्च +अयथावत् +अयथावत्प्रजानाति +अयथोपचयोत्साहो +अयदि +अयदौ +अयन +अयनं +अयनः +अयनचलनं +अयनचलनम् +अयनद्वयं +अयनद्वितये +अयनम् +अयनशब्दे +अयनस्य +अयना +अयनांश +अयनांशस्य +अयनांशा +अयनांशाः +अयनांशैः +अयनांशोनितपाते +अयनादयनं +अयनानां +अयनानि +अयनान्ते +अयनाय +अयनीयम् +अयने +अयनेन +अयनेषु +अयनेष्विति +अयन् +अयन्ति +अयन्तु +अयन्ते +अयन्नो +अयम +अयमंशः +अयमंशो +अयमग्निः +अयमग्निर्वैश्वानरो +अयमग्ने +अयमतिजरठाः +अयमत्र +अयमत्रभवान् +अयमत्राभिप्रायः +अयमत्रार्थः +अयमत्राशयः +अयमत्रोत्तरक्रमः +अयमध्यायः +अयमनयोरतिशयेन +अयमन्यः +अयमन्यो +अयमपर +अयमपरः +अयमपरो +अयमपवादः +अयमपि +अयमपीतरो +अयमपीति +अयमप्यनिट् +अयमभि +अयमभिप्राय +अयमभिप्रायः +अयमभिप्रायो +अयमभिसंधिः +अयमभिसन्धि +अयमभिसन्धिः +अयममुष्य +अयमयं +अयमर्थ +अयमर्थं +अयमर्थः +अयमर्थो +अयमर्धश्लोकः +अयमसाविति +अयमसौ +अयमस्ति +अयमस्तु +अयमस्माकं +अयमस्मात् +अयमस्मि +अयमस्मीति +अयमस्य +अयमस्याः +अयमस्याशयः +अयमहं +अयमहमस्मि +अयमहमस्मीति +अयमहमिति +अयमा +अयमाकाशः +अयमाकाशस्तावानेषोऽन्तर्हृदय +अयमाख्याति +अयमागच्छामि +अयमाचरत्यविनयं +अयमात्मनेपदीत्यन्ये +अयमात्मा +अयमात्मेति +अयमादितो +अयमादित्यः +अयमानन्द +अयमायाति +अयमार्यो +अयमावसथोऽयमावसथोऽयमावसथ +अयमाशय +अयमाशयः +अयमाशयो +अयमास्ते +अयमिति +अयमित्यादि +अयमिदानीं +अयमिन्द्र +अयमिन्द्रः +अयमिन्द्रो +अयमिव +अयमिह +अयमु +अयमुच्यते +अयमुत्क्रान्तिलक्षण +अयमुत्सवः +अयमुदयति +अयमुपहवमिच्छते +अयमूर्ध्वं +अयमे +अयमेक +अयमेकः +अयमेकपदे +अयमेको +अयमेकोऽन्तः +अयमेति +अयमेमि +अयमेव +अयमेवं +अयमेवंनामा +अयमेवात्र +अयमेवाभिप्रायः +अयमेवार्थ +अयमेवार्थः +अयमेवार्थो +अयमेवासौ +अयमेवास्य +अयमेवेति +अयमेवेदमग्र +अयमेवोदयस्तस्य +अयमेष +अयमेषां +अयमेषामतिशयेन +अयमैन्द्रीमुखं +अयमोदनः +अयम् +अयम्̇ +अयम्भावः +अयम्‌ +अययाचत् +अयव +अयवा +अयवोभिः +अयश +अयशः +अयशो +अयश्च +अयष्ट +अयस +अयसः +अयसा +अयसि +अयसे +अयसेऽग्नय +अयसो +अयस् +अयस्कं +अयस्कान्त +अयस्कान्तं +अयस्कान्तः +अयस्कान्तमणिकल्पं +अयस्कान्तमणिकल्पा +अयस्कान्तस्य +अयस्कान्ते +अयस्कान्तेन +अयस्कान्तो +अयस्कार +अयस्कारः +अयस्कुशा +अयस्पात्रम् +अयस्मय +अयस्मयं +अयस्मयादित्वेन +अयस्मयादीनि +अयस्मयानि +अयस्मयेन +अयस्य +अया +अयां +अयांसं +अयांसि +अयाः +अयाक्षीत् +अयाक्षीन् +अयाचत +अयाचत् +अयाचन्त +अयाचमानाय +अयाचित +अयाचितं +अयाचितः +अयाचितन्तु +अयाचितम् +अयाचितारं +अयाचिताहृतं +अयाचिते +अयाचितेन +अयाचितो +अयाचितोपस्थितमम्बु +अयाचित्तः +अयाची +अयाच् +अयाच्यं +अयाजयत् +अयाजयन् +अयाज्ययाजकश्चैव +अयाज्ययाजनं +अयाज्ययाजनैश्चैव +अयाट् +अयाड् +अयात +अयातन +अयातम् +अयातयाम +अयातयामं +अयातयामतायै +अयातयामत्वाय +अयातयामा +अयातयामानः +अयातयामानि +अयातयाम्नी +अयाति +अयात् +अयाथातथ्यम् +अयादिसन्धिः +अयादेश +अयादेशः +अयादेशे +अयादेशो +अयान +अयानयं +अयानयः +अयानयीनः +अयानाम् +अयानि +अयानो +अयान् +अयापयत् +अयापि +अयाम +अयामन् +अयामन्ताल्वाय्येत्न्विष्णुषु +अयामि +अयामेति +अयाम् +अयाय +अयायः +अयायम् +अयायि +अयारुचा +अयारुचाहरिण्या +अयावा +अयावीती +अयावीत् +अयाश्चाग्ने +अयाश्चाग्नेऽस्यनभिशस्तिश्च +अयाश्चाग्नेऽस्यनभिशस्तीश्च +अयास +अयासं +अयासः +अयासन् +अयासम् +अयासा +अयासि +अयासिषं +अयासिषम् +अयासिषुः +अयासिष्टाम् +अयासी +अयासीत् +अयासीदिति +अयासीदिन्दुरिन्द्रस्य +अयासीद् +अयासुः +अयासो +अयासोमीयम् +अयास्य +अयास्यः +अयास्ययासन्मनसा +अयास्यो +अयाऽसि +अया॑तम् +अया॑मि +अयि +अयीति +अयीदमेवं +अयु +अयुः +अयुक् +अयुक्त +अयुक्तं +अयुक्तः +अयुक्तचारं +अयुक्तत्वात् +अयुक्तमपि +अयुक्तमिति +अयुक्तमेव +अयुक्तम् +अयुक्तम्‌ +अयुक्तरूपं +अयुक्तस्तु +अयुक्तस्य +अयुक्ता +अयुक्ताः +अयुक्तासः +अयुक्तियुक्तं +अयुक्ते +अयुक्तो +अयुक्तोऽयं +अयुक्थाः +अयुक्पादे +अयुक्षत +अयुक्षाताम् +अयुक्षु +अयुगपद्‌ +अयुग्ध्वं +अयुग्ध्वम् +अयुग्म +अयुग्मं +अयुग्मा +अयुग्माः +अयुग्मानि +अयुग्मासु +अयुग्मे +अयुज +अयुजः +अयुजश् +अयुजां +अयुजि +अयुजो +अयुजौ +अयुज्महि +अयुज्रन् +अयुञ्जत +अयुत +अयुतं +अयुतः +अयुतत्रयं +अयुतम् +अयुतयोजनोत्सेधा +अयुतसिद्धावयवभेदानुगतः +अयुता +अयुतानां +अयुतानि +अयुताय +अयुतायुः +अयुतायुस् +अयुते +अयुतेन +अयुद्ध +अयुद्धम् +अयुद्धे +अयुद्धेन +अयुध्यः +अयुध्यत +अयुध्यन्त +अयुध्यमानं +अयुध्यमानो +अयुध्येतां +अयुध्वी +अयुनक् +अयुपिता +अयुवत +अयुस् +अयु॑क्त +अयु॑ग्ध्वम् +अये +अयेति +अयेन +अयेि +अयै +अयो +अयों +अयोः +अयोग +अयोगं +अयोगः +अयोगतः +अयोगवाह +अयोगवाहा +अयोगा +अयोगात् +अयोगिनां +अयोगी +अयोगे +अयोगो +अयोगोलके +अयोग्य +अयोग्यं +अयोग्यः +अयोग्यतया +अयोग्यता +अयोग्यतां +अयोग्यत्वात् +अयोग्यत्वे +अयोग्यम् +अयोग्या +अयोग्याः +अयोग्यानां +अयोग्याश्च +अयोग्ये +अयोजयत् +अयोजि +अयोडिन् +अयोति +अयोदशः +अयोधि +अयोध्या +अयोध्यां +अयोध्याकाण्ड +अयोध्याकाण्डः +अयोध्याकाण्डम् +अयोध्याकाण्डात् +अयोध्याकाण्डे +अयोध्याकुल +अयोध्याकुलम् +अयोध्याकुलस्य +अयोध्याधिपतिः +अयोध्याधिपते +अयोध्याधिपतेः +अयोध्यानगरम् +अयोध्यानगरे +अयोध्यानगर्याः +अयोध्यामटवीं +अयोध्यामण्डलम् +अयोध्यामागतो +अयोध्यामाहात्म्यम् +अयोध्याम् +अयोध्याया +अयोध्यायां +अयोध्यायाः +अयोध्यायाम् +अयोध्यायाश्च +अयोध्यावासः +अयोध्यावासिनः +अयोनिः +अयोनिज +अयोनिजं +अयोनिजा +अयोनिशो +अयोनिसंभवा +अयोनिसम्भवा +अयोनौ +अयोमयं +अयोमयी +अयोमयेन +अयोमय्यां +अयोमुखः +अयोमुखाः +अयोमुखी +अयोयवीत् +अयोरजः +अयोरजो +अयोवा +अयोविकारः +अयोविकारे +अयौ +अय् +अय्य +अय्यं +अय्यउत्त +अय्यउत्तं +अय्यउत्तस्स +अय्यउत्तेण +अय्यउत्तो +अय्यङ्गार +अय्यङ्गारः +अय्यङ्गार् +अय्यङ्गार्यः +अय्यचारुदत्तो +अय्यजोअन्धराअणो +अय्यमेत्तेअ +अय्यमेत्तेओ +अय्यर +अय्यरः +अय्यरस +अय्यर् +अय्यस्स +अय्या +अय्याए +अय्ये +अय्येण +अय्येत्यादि +अय्यो +अय॑जः +अय॑जन्त +अय॑ज्वनः +अय᳘ं +अय᳘मेव᳘स᳘यो᳘ऽय᳘मात्मे᳘द᳘ममृतम् +अयꣳ +अर +अरं +अरंकृतः +अरंकृताः +अरंगमाय +अरंसत +अरंस्त +अरंहयन्त +अरं॑ +अरं॑कृतः +अरं॒ +अरः +अरकः +अरकलगूडु +अरकलगूडुविधानसभाक्षेत्रम् +अरक्षः +अरक्षत +अरक्षतम् +अरक्षत् +अरक्षन् +अरक्षन्त +अरक्षसा +अरक्षितं +अरक्षिता +अरक्षितारं +अरक्षितारो +अरक्षेत्रं +अरक्ष्यमाणाः +अरगीत् +अरग्वदवृक्षः +अरग्वदस्य +अरङ्गमाय +अरचयत् +अरचयत्‌ +अरचयन् +अरच् +अरच्यन्त +अरजा +अरजे +अरज्यत +अरडु +अरण +अरणं +अरणः +अरणम् +अरणा +अरणानि +अरणि +अरणिं +अरणिः +अरणिभिः +अरणिमन्थनम् +अरणिम् +अरणी +अरणीं +अरणीत् +अरणीभ्यां +अरणीम् +अरणीयं +अरणीव +अरणीसहितं +अरणे +अरणेः +अरणेमिका +अरणो +अरण्य +अरण्यं +अरण्यकाण्ड +अरण्यकाण्डः +अरण्यकाण्डम् +अरण्यकाण्डे +अरण्यजा +अरण्यनिवासी +अरण्यपर्व +अरण्यपर्वणि +अरण्यप्रदेशः +अरण्यप्रदेशे +अरण्यमध्ये +अरण्यम् +अरण्यरुदितं +अरण्यवासिनः +अरण्यवासी +अरण्यवासे +अरण्यस्य +अरण्या +अरण्यां +अरण्यात् +अरण्यानां +अरण्यानि +अरण्यानिः +अरण्यानी +अरण्यान्मनुष्ये +अरण्याय +अरण्ये +अरण्येति +अरण्येतिलकाः +अरण्येन +अरण्येषु +अरण्योः +अरण्योर् +अरण्योर्निहितो +अरति +अरतिं +अरतिः +अरतिम् +अरतिर्बलहानिश्च +अरतौ +अरत्नि +अरत्निं +अरत्निः +अरत्निना +अरत्निमात्रं +अरत्निमात्रे +अरत्निर् +अरत्नी +अरत्नीनां +अरत्नौ +अरथ +अरथाः +अरदः +अरदत् +अरनाथ +अरनाथः +अरनाथस्य +अरनाथेन +अरन् +अरन्त +अरन्धनायः +अरन्धयः +अरन्धयत् +अरपः +अरपत् +अरपाः +अरब +अरबसागरः +अरबी +अरबीभाषा +अरबीभाषायां +अरबीभाषायाः +अरबीलिपिः +अरब् +अरब्ध +अरब्बी +अरब्बीसमुद्रः +अरभावीविधानसभाक्षेत्रम् +अरमत +अरमतिः +अरमतिम् +अरमत्यर्थम् +अरमन्त +अरममाणः +अरमयः +अरमलं +अरमिन्द्रस्य +अरम् +अरम्णाः +अरम्णात् +अरम्भः +अरम्ऽकृतः +अरय +अरयः +अरया +अरये +अरयो +अरयोऽपि +अरर +अररं +अररक्षत् +अररिन्दानि +अररिया +अररियामण्डलम् +अररु +अररुः +अररुम् +अररुषः +अररुषे +अररुषो +अररुस्ते +अररे +अररो +अरलुः +अरवल +अरवलमण्डलम् +अरविंद +अरविन्द +अरविन्दं +अरविन्दः +अरविन्दमशोकं +अरविन्दमिव +अरविन्दम् +अरविन्दस्य +अरविन्दाक्ष +अरविन्दानि +अरविन्दाश्रमः +अरविन्देन +अरश्च +अरस +अरसं +अरसः +अरसम् +अरसस्य +अरसा +अरसाः +अरसान् +अरसीकेरे +अरसीकेरेविधानसभाक्षेत्रम् +अरसु +अरस्य +अरहर +अरहसि +अरा +अराँ +अराः +अराक्नोइड् +अरागद्वेषतः +अराङ्क्षीत् +अराजकं +अराजकः +अराजकता +अराजकतायाः +अराजके +अराजकेषु +अराजत +अराजदैविकं +अराजा +अराजिषुः +अराणां +अराणि +अराणीत् +अरातय +अरातयः +अरातये +अरातयो +अरातयोऽर्यो +अराति +अरातिं +अरातिः +अरातिदूषणः +अरातिभिः +अरातिम् +अराती +अरातीः +अरातीनां +अरातीन् +अरातीयतः +अरातीयति +अरातीयतो +अरातीर् +अरातीवा +अराते +अरातेः +अरात् +अरात्या +अरात्याः +अरात्स्म +अरात्स्मानेन +अरात्स्मेति +अराधसं +अराधसः +अराधि +अराध्वम् +अरान् +अराबिकवंशस्य +अराम +अरामः +अरामस्य +अरामहर +अरामहरः +अरामहरस्य +अरामहरो +अरामान्तः +अरायान् +अरायि +अरायो +अराय्यः +अरार्यते +अराल +अरालं +अरालः +अरालसरोवरस्य +अराला +अरालौ +अरावली +अरावा +अराविषुः +अरावीत् +अराव्णः +अरासत +अरा॑तयः +अरा॑तयो॒ +अरा॑तयो॒ऽर्यो +अरा॑तय॒ +अरा॑तिः +अरा॑तीः +अरा॑धि॒ +अरा॑ध्वम् +अरा॑वा +अरा॑व्णः +अरा॑सत +अरि +अरिं +अरिंदम +अरिंदमः +अरिः +अरिक्ता +अरिक्तानि +अरिक्ते +अरिचत् +अरिच्यत +अरिणा +अरिणाः +अरिणात् +अरिणीत +अरिता +अरित्रं +अरित्रम् +अरित्रशब्दः +अरित्राः +अरित्राणि +अरिनीचगे +अरिन्दम +अरिन्दमः +अरिप्रा +अरिप्राः +अरिभिः +अरिमर्दन +अरिमर्दनः +अरिमित्रस्य +अरिमेदः +अरिम् +अरियलूर् +अरिरिषति +अरिलोहेन +अरिशब्दे +अरिश्च +अरिषण्यन् +अरिषु +अरिष्ट +अरिष्टं +अरिष्टः +अरिष्टतातये +अरिष्टतातिः +अरिष्टतातिभिः +अरिष्टनेमिं +अरिष्टनेमिः +अरिष्टनेमिनः +अरिष्टनेमिना +अरिष्टनेमिपत्नीनामपत्यानीह +अरिष्टनेमिम् +अरिष्टनेमिरश्वश्च +अरिष्टनेमी +अरिष्टभंगाध्यायः +अरिष्टमाह +अरिष्टम् +अरिष्टर्षभः +अरिष्टवीरा +अरिष्टस्य +अरिष्टऽतातये +अरिष्टा +अरिष्टां +अरिष्टाः +अरिष्टाध्यायः +अरिष्टानां +अरिष्टानि +अरिष्टान् +अरिष्टायास्तु +अरिष्टे +अरिष्टेन +अरिष्टेभिः +अरिष्टेभ्यो +अरिष्टैर् +अरिष्टो +अरिष्ट्या +अरिष्ट्यै +अरिष्यति +अरिष्यन्तः +अरिसूदन +अरिस्टाटल् +अरिहसि +अरि॑ष्टः +अरि॑ष्टनेमिः +अरि॑ष्टाः +अरि॒ष्टता॑तये +अरी +अरीः +अरीणां +अरीन् +अरीरमत् +अरीहण +अरीहणादिः +अरीहणादिभ्यो +अरु +अरुंधती +अरुंधतीं +अरुंधत्या +अरुः +अरुक्षत् +अरुचत् +अरुचि +अरुचिं +अरुचिः +अरुचिश्चाविपाकश्च +अरुचौ +अरुजं +अरुजः +अरुण +अरुणं +अरुणः +अरुणकमलसंस्था +अरुणत् +अरुणद् +अरुणबभ्रुः +अरुणम् +अरुणया +अरुणवर्णं +अरुणवर्णः +अरुणवर्णा +अरुणवर्णाः +अरुणवर्णानां +अरुणश्च +अरुणश्चारुणिश्चैव +अरुणस्य +अरुणस्याग्रतो +अरुणा +अरुणां +अरुणाः +अरुणाख्या +अरुणाचल +अरुणाचलप्रदेश +अरुणाचलप्रदेशः +अरुणाचलप्रदेशराज्यम् +अरुणाचलप्रदेशराज्यसम्बद्धाः +अरुणाचलप्रदेशराज्यस्य +अरुणाचलप्रदेशराज्ये +अरुणाचलप्रदेशस्य +अरुणाचलप्रदेशे +अरुणाचलमाहात्म्यं +अरुणाचलमाहात्म्यम् +अरुणाचलम् +अरुणात्मजशब्दे +अरुणानि +अरुणान् +अरुणाभं +अरुणाय +अरुणायाः +अरुणाशब्दस्य +अरुणिः +अरुणिमा +अरुणी +अरुणीः +अरुणीनाम् +अरुणीभिः +अरुणे +अरुणेति +अरुणेन +अरुणेभिः +अरुणैः +अरुणो +अरुणोदं +अरुणोदय +अरुणोदयः +अरुणोदयकाले +अरुणोदयवेलायां +अरुणोदये +अरुण् +अरुण्यो +अरुदत् +अरुदन् +अरुदितम् +अरुदिताम् +अरुद्ध +अरुद्विषदजन्तस्य +अरुधत् +अरुधन् +अरुन +अरुन्तुदं +अरुन्तुदः +अरुन्ध +अरुन्धत +अरुन्धति +अरुन्धती +अरुन्धतीं +अरुन्धत्या +अरुन्धत्यां +अरुन्धत्याः +अरुन्धत्युवाच +अरुन्धत्यै +अरुन्धन् +अरुर् +अरुर्द्विषत् +अरुर्द्विषदजन्तस्य +अरुर्द्विषदिति +अरुर्मनश्चक्षुश्चेतोरहोरजसां +अरुषं +अरुषः +अरुषम् +अरुषस्तूपः +अरुषस्य +अरुषा +अरुषाः +अरुषासः +अरुषासो +अरुषि +अरुषिदजन्तस्य +अरुषी +अरुषीः +अरुषो +अरुष्कर +अरुष्करः +अरुस् +अरुस्राणमिदं +अरुहत् +अरुहद् +अरुहन् +अरुहम् +अरु॑षीः +अरु॒णीना॑मु॒पस्थे॑ +अरु॒णीरप॑ +अरु॒षं +अरु॒षा +अरु॒षासो॑ +अरु॒षो +अरू +अरूंषि +अरूक्षमनभिष्यन्दि +अरूक्षितं +अरूण +अरूप +अरूपं +अरूपः +अरूपत्वात् +अरूपम् +अरूपवदेव +अरूपहार्यं +अरूपा +अरूपाय +अरूपिणः +अरूपे +अरूपेण +अरूपो +अरूरुचत् +अरूरुचदुषसः +अरे +अरेः +अरेखा +अरेजन्त +अरेजेतां +अरेजेताम् +अरेण +अरेणवः +अरेणु +अरेणुभिः +अरेत्जो +अरेपसः +अरेपसम् +अरेपसा +अरेपसौ +अरेपाः +अरेबिक् +अरेबियन् +अरेबिया +अरेरे +अरेर्नेतुश्च +अरेर्वा +अरेश्च +अरेषु +अरेऽयमात्मा +अरेऽयमात्मानुच्छित्तिधर्मा +अरेऽयमात्माऽनुच्छित्तिधर्मा +अरेऽस्य +अरेऽहं +अरेऽहमस्मात्स्थानादस्मि +अरे॑जेतां॒ +अरे॒पस॑ः +अरै +अरैः +अरैक् +अरो +अरोक +अरोकदन् +अरोकदन्तः +अरोग +अरोगं +अरोगः +अरोगता +अरोगतां +अरोगा +अरोगाः +अरोगाणां +अरोगाश्च +अरोगिणीं +अरोगित्वं +अरोगी +अरोगो +अरोचकं +अरोचकः +अरोचकाः +अरोचकाधिकारः +अरोचकाविपाकौ +अरोचकिनः +अरोचके +अरोचको +अरोचत +अरोचथाः +अरोचनम् +अरोचयः +अरोचयत् +अरोचिष्ट +अरोदः +अरोदत् +अरोदयत् +अरोदीः +अरोदीत् +अरोद् +अरोधि +अरोहत् +अरो॑चथाः +अरौ +अरौत्सीत् +अरौद्रः +अर् +अर्क +अर्कं +अर्कः +अर्कक्षीरं +अर्कक्षीरेण +अर्कक्षीरैः +अर्कपत्रं +अर्कपर्णेन +अर्कपर्व +अर्कपुष्पं +अर्कपुष्पम् +अर्कपुष्पी +अर्कपुष्पे +अर्कबन्धुः +अर्कमण्डलाय +अर्कमभितो +अर्कमानृचुः +अर्कमूलं +अर्कम् +अर्कवत् +अर्कवारे +अर्कवृक्षः +अर्कवृक्षस्य +अर्कवृक्षे 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+अर्वाञ्चमिन्द्रममुतो +अर्वाञ्चम् +अर्वाञ्चश्च +अर्वाञ्चा +अर्वाञ्चि +अर्वाञ्चो +अर्वान् +अर्वावतः +अर्वावति +अर्वावतो +अर्वावसुः +अर्वावसुपरावसू +अर्वासि +अर्वाऽवति +अर्वा॑ +अर्विन +अर्व्वा +अर्व्वाक् +अर्व॑तः +अर्व॑ता +अर्व॑ते +अर्व॑त्ऽभिः +अर्व॑द्भि॒र्यो +अर्व॑न्तः +अर्व॑न्तम् +अर्व॑न्तो +अर्व॑न्तो॒ +अर्व॒न्ननु॒ +अर्श +अर्शः +अर्शःसु +अर्शआदि +अर्शआदित्वात् +अर्शआदित्वादच् +अर्शआदिभ्यः +अर्शआदिभ्योऽच् +अर्शआद्यच् +अर्शआद्यच्प्रत्ययान्तोऽयं +अर्शत् +अर्शसः +अर्शसां +अर्शस् +अर्शांसि +अर्शासि +अर्शो +अर्शोघ्नं +अर्शोघ्नः +अर्शोघ्नी +अर्शोरोगः +अर्शोरोगे +अर्ष +अर्षति +अर्षति॒ +अर्षत् +अर्षन् +अर्षन्ति +अर्षन्तु +अर्षसि +अर्षा +अर्षासोम +अर्षा॑ +अर्षि +अर्ष॑ति +अर्ष॑न् +अर्ष॑न्न॒भि +अर्ह +अर्हं +अर्हः +अर्हच्छब्दे +अर्हणं +अर्हणा +अर्हणां +अर्हत +अर्हतः +अर्हता +अर्हतां +अर्हति +अर्हतीति +अर्हतीत्य् +अर्हते +अर्हतो +अर्हत् +अर्हत्तमाय +अर्हत्त्वं +अर्हत्वं +अर्हतॎ +अर्हथ +अर्हदुपासकविशेषः +अर्हन् +अर्हन्तः +अर्हन्ति +अर्हन्ती +अर्हन्तीति +अर्हन्तो +अर्हन्तौ +अर्हम् +अर्हयति +अर्हसि +अर्हसे +अर्हा +अर्हाः +अर्हात् +अर्हाद् +अर्हार्थे +अर्हे +अर्हेत् +अर्हो +अर्ह्यते +अर्ह॑न् +अर॑न्धयः +अर॑म् +अर॑रुषः +अर॑रुषो +अल +अलं +अलंकरणं +अलंकरिष्णुः +अलंकरोति +अलंकार +अलंकारं +अलंकारः +अलंकारअं +अलंकारओ +अलंकारचन्द्रिकासहितः +अलंकारप्रभा +अलंकारमणिहारे +अलंकारवती +अलंकारवत्याम् +अलंकारसर्वस्वकारस्तु +अलंकारसर्वस्वम् +अलंकारस्तु +अलंकारस्य +अलंकारा +अलंकाराः +अलंकाराणां +अलंकारान् +अलंकाराश्च +अलंकारासनं +अलंकारासने +अलंकारे +अलंकारेण +अलंकारेषु +अलंकारो +अलंकारौ +अलंकुमारिः +अलंकुरु +अलंकुर्वन्ति +अलंकुर्व् +अलंकृञ् +अलंकृत +अलंकृतं +अलंकृतः +अलंकृतम् +अलंकृतश्च +अलंकृता +अलंकृतां +अलंकृताः +अलंकृताम् +अलंकृतिः +अलंकृतीनां +अलंकृते +अलंकृतो +अलंकृत्य +अलंक्रियते +अलंखल्वोः +अलंचकार +अलंचक्रे +अलंबुषा +अलः +अलक +अलकं +अलकः +अलकनन्दा +अलकनन्दानदी +अलकम् +अलका +अलकां +अलकाः +अलकान् +अलकाया +अलकायां +अलकार +अलके +अलकेषु +अलकैः +अलक्त +अलक्तः +अलक्तक +अलक्तकं +अलक्तकः +अलक्तकाङ्कानि +अलक्तके +अलक्तको +अलक्षण +अलक्षणं +अलक्षणको +अलक्षणम् +अलक्षणम्‌ +अलक्षणे +अलक्षणो +अलक्षि +अलक्षितं +अलक्षितः +अलक्षितद्विजं +अलक्षिता +अलक्षितो +अलक्ष्मि +अलक्ष्मी +अलक्ष्मीं +अलक्ष्मीः +अलक्ष्मीनाशनं +अलक्ष्मीपापरक्षोघ्नं +अलक्ष्मीश्च +अलक्ष्म्या +अलक्ष्य +अलक्ष्यं +अलक्ष्यः +अलक्ष्यत +अलक्ष्ये +अलखित् +अलग +अलघु +अलघुनि +अलङ्कत्य +अलङ्करणं +अलङ्करणम् +अलङ्करणे +अलङ्करिष्णुः +अलङ्करोति +अलङ्करोतु +अलङ्का +अलङ्कार +अलङ्कारं +अलङ्कारः +अलङ्कारकौस्तुभः +अलङ्कारग्रन्थः +अलङ्कारग्रन्थाः +अलङ्कारतिलकः +अलङ्कारत्वं +अलङ्कारत्वेन +अलङ्कारभेदविषयः +अलङ्कारभेदे +अलङ्कारमञ्जरी +अलङ्कारमणिहारः +अलङ्कारमणिहारे +अलङ्काररत्नाकरः +अलङ्कारराघवम् +अलङ्कारवार्तिकम् +अलङ्कारविमर्शिनी +अलङ्कारविशेषः +अलङ्कारशब्दस्य +अलङ्कारशब्दे +अलङ्कारशास्त्र +अलङ्कारशास्त्रं +अलङ्कारशास्त्रमपि +अलङ्कारशास्त्रम् +अलङ्कारशास्त्रस्य +अलङ्कारशास्त्रे +अलङ्कारशेखरः +अलङ्कारश्च +अलङ्कारसङ्ग्रहः +अलङ्कारसम्प्रदायः +अलङ्कारसर्वस्वः +अलङ्कारसर्वस्वम् +अलङ्कारसर्वस्वव्याख्या +अलङ्कारस्य +अलङ्कारा +अलङ्काराः +अलङ्काराणां +अलङ्काराणाम् +अलङ्कारानुसारिणी +अलङ्कारान् +अलङ्कारान्तरं +अलङ्कारान्तरस्यापि +अलङ्कारान्तरेण +अलङ्काराश्च +अलङ्कारास्तत्र +अलङ्कारास्तु +अलङ्कारिकः +अलङ्कारे +अलङ्कारेण +अलङ्कारेति +अलङ्कारेत्यादि +अलङ्कारेषु +अलङ्कारैः +अलङ्कारो +अलङ्कारों +अलङ्कारोक्ते +अलङ्कार्य +अलङ्कुर्वन्ति +अलङ्कृत +अलङ्कृतं +अलङ्कृतः +अलङ्कृतम् +अलङ्कृतवान् +अलङ्कृता +अलङ्कृतां +अलङ्कृताः +अलङ्कृतानि +अलङ्कृतिरलङ्कारः +अलङ्कृतीनां +अलङ्कृते +अलङ्कृतो +अलङ्कृत्य +अलङ्गामी +अलङ्घनीयं +अलङ्घ्यं +अलच् +अलज +अलजचितं +अलजी +अलञ्चकार +अलति +अलतीति +अलते +अलप्पुळामण्डलम् +अलब्ध +अलब्धं +अलब्धः +अलब्धदौहृदा +अलब्धभूमिकत्वं +अलब्धलाभो +अलब्धस्य +अलब्धावरणाः +अलब्धे +अलब्ध्वा +अलभत +अलभत् +अलभथाः +अलभन् +अलभन्त +अलभमाना +अलभमानाः +अलभमानो +अलभामहि +अलभे +अलभ्य +अलभ्यं +अलभ्यः +अलभ्यत +अलभ्यम् +अलभ्यशोकाभिभवेयमाकृतिर्विमानना +अलम +अलमतिप्रसङ्गेन +अलमतिविस्तरेण +अलमत्यर्थ +अलमत्यर्थं +अलमत्यर्थम् +अलमत्र +अलमनया +अलमनेन +अलमन्यथा +अलममुना +अलमर्थे +अलमलं +अलमलमालि +अलमावेगेन +अलमिति +अलमित्यादि +अलमिदानीं +अलमेतेन +अलमेव +अलम् +अलम्पुरुष +अलम्बुषा +अलम्बुसं +अलम्बुसा +अलम्बुसो +अलम्भि +अलयः +अलयो +अलर्क +अलर्कं +अलर्कः +अलर्कस्य +अलर्को +अलर्ति +अलर्षि +अलर्षिरातिं +अलवणा +अलवर +अलवरमण्डलं +अलवरमण्डलम् +अलविढ्वम् +अलविध्वम् +अलशिङ्गभट्टेन +अलस +अलसं +अलसः +अलसस्य +अलसा +अलसाः +अलसे +अलसो +अलहाबाद् +अला +अलाउद्दीन +अलात +अलातं +अलातचक्रप्रतिमं +अलाते +अलाबामा +अलाबु +अलाबुं +अलाबुना +अलाबुपात्रे +अलाबू +अलाबूः +अलाबूनां +अलाबूनि +अलाभं +अलाभः +अलाभि +अलाभे +अलामे +अलाय्यस्य +अलावा +अलावि +अलाविषं +अलाविषुः +अलाविष्टाम् +अलावीत् +अलावुः +अलास्का +अलाहाबाद् +अलि +अलिं +अलिंद्रं +अलिः +अलिअं +अलिक +अलिकं +अलिकुलकोकिलललिते +अलिकुलमञ्जुलकेशी +अलिके +अलिक्लवा +अलिक्षत +अलिक्षत् +अलिखत् +अलिखन् +अलिगढ +अलिगढमण्डलम् +अलिङ्ग +अलिङ्गं +अलिङ्गः +अलिङ्गम् +अलिङ्गा +अलिङ्गावस्थायां +अलिङ्गी +अलिङ्गे +अलिङ्गो +अलिञ्जरः +अलिञ्जरे +अलिटि +अलिना +अलिनि +अलिनी +अलिन्द +अलिन्दं +अलिन्दः +अलिन्दस्य +अलिन्दाः +अलिन्दे +अलिन्दो +अलिपत +अलिपत् +अलिपर्वणः +अलिपर्वा +अलिप्त +अलिप्तः +अलिप्सत +अलिबाग् +अलिबाणौ +अलिभिः +अलिरिव +अली +अलीअं +अलीक +अलीकं +अलीकः +अलीकमेव +अलीकम् +अलीका +अलीकादयश्च +अलीके +अलीगढ +अलीढ +अलीढाः +अलीति +अलीनां +अलीपुरम् +अलीराजपुरमण्डलम् +अलीराजपुरम् +अलीलवत् +अलु +अलुक +अलुकि +अलुक् +अलुक्समासः +अलुगधिकारः +अलुगिति +अलुगुत्तरपदे +अलुग् +अलुग्भवति +अलुग्वक्तव्यः +अलुग्वा +अलुण्ठत् +अलुपत् +अलुप्त +अलुब्धः +अलुब्धा +अलुलोकत् +अलुलोपत् +अलू +अलूक्षा +अले +अलेः +अलेक्ज़ांडर +अलेक्जाण्डर् +अलेक्ष्यत् +अलेक्साण्डरः +अलेक्साण्डरस्य +अलेक्साण्डर् +अलेखि +अलेख्यसाक्षिके +अलेट् +अलेपकं +अलो +अलोक +अलोकः +अलोकसामान्यमचिन्त्यहेतुकं +अलोका +अलोकाः +अलोङ्ग +अलोचना +अलोन्त्यस्य +अलोप +अलोपः +अलोपे +अलोभ +अलोभः +अलोमिका +अलोमोषसी +अलोला +अलोलुपः +अलोलुपा +अलोलुपो +अलोलुप्त्वं +अलोलुप्त्वम् +अलोऽन्त्य +अलोऽन्त्यस्य +अलोऽन्त्यस्येति +अलोऽन्त्यात् +अलोऽन्त्यात्पूर्व +अलोऽन्यस्य +अलौ +अलौकिक +अलौकिकं +अलौकिकः +अलौकिकत्वं +अलौकिकमाहात्म्यप्रतिपादनादस्य +अलौकिकम् +अलौकिकविग्रहवाक्ये +अलौकिकस्तु +अलौकिकस्य +अलौकिकाः +अलौकिकानि +अलौकिकी +अलौकिके +अलौकिकेन +अलौकिको +अल् +अल्गण्डून् +अल्छेम् +अल्जीरिया +अल्टानि +अल्प +अल्पं +अल्पः +अल्पकं +अल्पकम् +अल्पकालं +अल्पकालस्य +अल्पकाले +अल्पकालेन +अल्पक्षीरास्तथा +अल्पज्ञ +अल्पज्ञा +अल्पतया +अल्पतरं +अल्पता +अल्पत्वं +अल्पत्वम् +अल्पत्वात् +अल्पत्वे +अल्पत्वेन +अल्पदोषं +अल्पदोषस्य +अल्पपुत्रः +अल्पप्रज्ञा +अल्पप्रमाणेन +अल्पप्राण +अल्पप्राणवर्णः +अल्पप्राणश्च +अल्पप्राणा +अल्पप्राणाः +अल्पबुद्धयः +अल्पबुद्धि +अल्पभोगं +अल्पमतिः +अल्पमपि +अल्पमल्पं +अल्पमात्रं +अल्पमात्रायां +अल्पमिति +अल्पमूत्रपुरीषश्च +अल्पमेधसां +अल्पमेधसाम् +अल्पमेव +अल्पम् +अल्पलिङ्गस्य +अल्पवयसि +अल्पवयस्का +अल्पव्ययेन +अल्पशः +अल्पशो +अल्पश्च +अल्पश्रुतेरिति +अल्पसङ्ख्यकाः +अल्पसमये +अल्पसस्या +अल्पसारं +अल्पस्य +अल्पस्यापि +अल्पा +अल्पां +अल्पाः +अल्पाक्षरमसंदिग्धं +अल्पाक्षरमसन्दिग्धं +अल्पाख्यायां +अल्पाख्यायाम् +अल्पाच्तरम् +अल्पाच्तरस्य +अल्पातङ्कतां +अल्पानां +अल्पानि +अल्पान् +अल्पान्मुक्तः +अल्पापि +अल्पाबाधतां +अल्पाभ्यां +अल्पायासेन +अल्पायु +अल्पायुः +अल्पायुषं +अल्पायुषः +अल्पायुषो +अल्पार्थे +अल्पालंकारः +अल्पाल्पं +अल्पावशिष्टे +अल्पाशिनोऽनात्मवतो +अल्पाहारो +अल्पिष्ठः +अल्पी +अल्पीभावे +अल्पीयसा +अल्पीयसि +अल्पीयसी +अल्पीयसैव +अल्पीयस्याः +अल्पीयांसः +अल्पीयान् +अल्पे +अल्पेच्छः +अल्पेति +अल्पेन +अल्पेनापि +अल्पेनैव +अल्पेषु +अल्पेऽपि +अल्पैः +अल्पैरेव +अल्पैर् +अल्पो +अल्पोत्सुको +अल्पोदका +अल्पोऽपि +अल्फा +अल्फ्रेड +अल्बर्ट +अल्बर्ट् +अल्बानिया +अल्बानी +अल्बेनिया +अल्मोडा +अल्मोडामण्डलं +अल्मोडामण्डलम् +अल्मोरा +अल्यते +अल्ल +अल्लमप्रभु +अल्लमप्रभुः +अल्लमप्रभोः +अल्ला +अल्लां +अल्लाह +अल्लाह् +अल्लीपितव्यम् +अल्लु +अल्लो +अल्लोप +अल्लोपः +अल्लोपस्य +अल्लोपे +अल्लोपो +अल्लोपोऽन +अल्लोपोऽनः +अल्वा +अल्वारेज़ +अल्विधौ +अल्सो +अल्स् +अळ +अळं +अळिअं +अळे +अव +अवं +अवंति +अवंती +अवंत्यां +अवंध्यं +अवंशे +अवः +अवःऽभिः +अवः॑ +अवः॑ऽभिः +अवक +अवकः +अवकया +अवकर +अवकरः +अवकल्पते +अवकल्पयन्ति +अवकल्पयामि +अवकल्पित +अवका +अवकादान् +अवकाभिः +अवकाम् +अवकाश +अवकाशं +अवकाशः +अवकाशम् +अवकाशयात्रायां +अवकाशयाने +अवकाशस्य +अवकाशाः +अवकाशे +अवकाशेषु +अवकाशो +अवकासु +अवकिरते +अवकीर्ण +अवकीर्णं +अवकीर्णिपशुश्च +अवकीर्णी +अवकीर्णो +अवकीर्य +अवकुण्ठ्य +अवकृष्य +अवकोकिलः +अवक्र +अवक्रं +अवक्रः +अवक्रक्षिणं +अवक्रन्देन +अवक्रमुः +अवक्रय +अवक्रयः +अवक्रा +अवक्रामन्तः +अवक्रामन्न् +अवक्रीणीते +अवक्रीतकं +अवक्रुष्टः +अवक्षिप्तं +अवक्षुतं +अवक्षेपण +अवक्षेपणं +अवक्षेपणे +अवक्षेपे +अवक्ष्यत् +अवखण्डने +अवग +अवगच्छ +अवगच्छति +अवगच्छन् +अवगच्छन्ति +अवगच्छसि +अवगच्छामः +अवगच्छामि +अवगच्छामो +अवगत +अवगतं +अवगतः +अवगतम् +अवगतवन्तः +अवगतवान् +अवगता +अवगताः +अवगतार्थं +अवगतार्थो +अवगति +अवगतिः +अवगते +अवगतेः +अवगतो +अवगत्य +अवगन्तव्य +अवगन्तव्यं +अवगन्तव्यः +अवगन्तव्यम् +अवगन्तव्या +अवगन्तव्याः +अवगन्तुं +अवगन्तुम् +अवगम +अवगमः +अवगमनं +अवगमनमेव +अवगमनम् +अवगमनस्य +अवगमनात् +अवगमनाय +अवगमने +अवगमयति +अवगमयन्ति +अवगमात् +अवगमे +अवगमो +अवगम्य +अवगम्यत +अवगम्यते +अवगम्यन्ते +अवगम्येत +अवगल्भते +अवगाढं +अवगाढा +अवगाढे +अवगाहं +अवगाहः +अवगाहते +अवगाहनं +अवगाहनम् +अवगाहने +अवगाहे +अवगाहेत +अवगाह्य +अवगिरते +अवगुण +अवगुणाः +अवगुणान् +अवगुण्ठनं +अवगुण्ठित +अवगुण्ठ्य +अवगुन +अवगूर्त्या +अवगूर्य +अवगूर्य्य +अवगृह्य +अवग्रह +अवग्रहं +अवग्रहः +अवग्रहस्य +अवग्रहे +अवग्रहो +अवग्राहः +अवग्राहम् +अवग्राहो +अवघात +अवघातस्य +अवघाते +अवघ्नती +अवघ्राय +अवङ् +अवचक्षे +अवचन +अवचनं +अवचनात् +अवचनीय +अवचनीयम् +अवचने +अवचाकशत् +अवचारयेत् +अवचितबलिपुष्पा +अवचितानि +अवचूर्णयति +अवचूर्णयेत् +अवचेतनस्य +अवच्छाद्य +अवच्छिनत्ति +अवच्छिन्न +अवच्छिन्नं +अवच्छिन्नत्वं +अवच्छिन्नस्य +अवच्छिन्नो +अवच्छे +अवच्छेद +अवच्छेदः +अवच्छेदक +अवच्छेदकं +अवच्छेदकतया +अवच्छेदकत्वं +अवच्छेदकभेदेन +अवच्छेदकस्य +अवच्छेदकावच्छेदेन +अवच्छेदे +अवजानन्ति +अवजानन्तीति +अवजानाति +अवजानासि +अवजित्य +अवज्ञया +अवज्ञा +अवज्ञां +अवज्ञातं +अवज्ञातः +अवज्ञाता +अवज्ञाताः +अवज्ञाते +अवज्ञानं +अवज्ञाने +अवज्ञाय +अवज्ञायाम् +अवज्ञालङ्कारः +अवट +अवटं +अवटः +अवटम् +अवटीटः +अवटीटम् +अवटे +अवटेषु +अवटो +अवटोदा +अवट् +अवडीनं +अवड् +अवण +अवणं +अवणात् +अवत +अवतं +अवतंस +अवतंसः +अवतंसने +अवतंसयति +अवतंसयन्ति +अवतं॒ +अवतः +अवततं +अवततधन्वा +अवततार +अवतत्य +अवतनुहि +अवतप्ते +अवतप्तेनकुलस्थितं +अवतमसं +अवतमसम् +अवतम् +अवतर +अवतरण +अवतरणं +अवतरणम् +अवतरणस्य +अवतरणानि +अवतरणिका +अवतरणीयम् +अवतरणे +अवतरतः +अवतरति +अवतरत्वायुष्मान् +अवतरन्ति +अवतरामि +अवतरिष्यति +अवतलं +अवतलः +अवतश् +अवतस्थे +अवता +अवतां +अवतात् +अवतान् +अवतान्मा +अवताम् +अवतार +अवतारं +अवतारः +अवतारकथा +अवतारणं +अवतारतच्चरितानि +अवतारम् +अवतारय +अवतारयति +अवतारयामास +अवतारयितुं +अवतारयेत् +अवतारवरिष्ठाय +अवतारस्य +अवतारा +अवताराः +अवताराणां +अवतारानुचरितं +अवतारान् +अवताराश्च +अवतारास्तथा +अवतारिण्य +अवतारितं +अवतारितः +अवतारिता +अवतारी +अवतारे +अवतारेषु +अवतारैः +अवतारो +अवतार्य +अवता॒ +अवति +अवतिष्ठत +अवतिष्ठति +अवतिष्ठते +अवतिष्ठन्त +अवतिष्ठन्ते +अवतिष्ठमानः +अवती +अवतीति +अवतीर्ण +अवतीर्णं +अवतीर्णः +अवतीर्णमात्रे +अवतीर्णवान् +अवतीर्णस्य +अवतीर्णा +अवतीर्णाः +अवतीर्णे +अवतीर्णो +अवतीर्णोऽसि +अवतीर्णौ +अवतीर्य +अवतीर्य्य +अवतु +अवतु॒ +अवते +अवतेः +अवतेरुः +अवतेरुश्च +अवतेर्लोटि +अवतेष्टिलोपश्च +अवतो +अवत् +अवत्तं +अवत्तमभिघार्य +अवत्तम् +अवत्तानाम् +अवत्ते +अवत्थं +अवत्था +अवत्व् +अवत्सरः +अवत्सारः +अवत्सारस्य +अवथ +अवथः +अवदं +अवदंश +अवदंशः +अवदंशे +अवदच्च +अवदत +अवदताम् +अवदत् +अवदत्तं +अवदत्तम् +अवदद् +अवदधाति +अवदध्यात् +अवदन् +अवदन्त +अवदन्तो +अवदम् +अवदात +अवदातं +अवदातः +अवदातम् +अवदातव्यम् +अवदाता +अवदातिका +अवदान +अवदानं +अवदानक्लृप्तिः +अवदानम् +अवदानशतकम् +अवदानस्य +अवदानानि +अवदाने +अवदानैर् +अवदाय +अवदायावदाय +अवदारण +अवदारणे +अवदिष्यत् +अवदीर्णे +अवदेताम् +अवदेयम् +अवद्य +अवद्यं +अवद्यति +अवद्यतीति +अवद्यन्ति +अवद्यपण्य +अवद्यपण्यवर्या +अवद्यम् +अवद्यात् +अवद्याद् +अवद्येद् +अवध +अवधः +अवधा +अवधातव्यः +अवधातव्यम् +अवधान +अवधानं +अवधानकला +अवधानपरे +अवधानम् +अवधानस्य +अवधानिनः +अवधानी +अवधाने +अवधानेन +अवधाय +अवधार +अवधारण +अवधारणं +अवधारणम् +अवधारणम्‌ +अवधारणस्य +अवधारणा +अवधारणाः +अवधारणात् +अवधारणानां +अवधारणायाः +अवधारणार्थ +अवधारणार्थं +अवधारणार्थकतुशब्दः +अवधारणार्थे +अवधारणे +अवधारणेन +अवधारय +अवधारयति +अवधारयितुं +अवधारयितुम् +अवधारित +अवधारितं +अवधारिते +अवधार्य +अवधार्यताम् +अवधार्यते +अवधार्य्य +अवधावति +अवधि +अवधिं +अवधिः +अवधिज्ञानिनः +अवधिज्ञानेन +अवधित्वं +अवधित्वेन +अवधिभूतं +अवधिम् +अवधिश्च +अवधिषाताम् +अवधिषुः +अवधिष्म +अवधी +अवधीः +अवधीत् +अवधीदिति +अवधीदित्यर्थः +अवधीद् +अवधीभाषा +अवधीयताम् +अवधीर +अवधीरणं +अवधीरणा +अवधीरित +अवधीरितं +अवधीर्य +अवधीस्त्वं +अवधू +अवधूत +अवधूतं +अवधूतः +अवधूतगीता +अवधूतचर्या +अवधूतम् +अवधूतस्य +अवधूताः +अवधूताय +अवधूते +अवधूतेन +अवधूतो +अवधूतोपनिषत् +अवधूतꣳ +अवधूय +अवधृत +अवधृतं +अवधृतः +अवधृते +अवधेः +अवधेन +अवधेयं +अवधेयम् +अवधेहि +अवधौ +अवध्य +अवध्यं +अवध्यः +अवध्यतां +अवध्यत्वं +अवध्यम् +अवध्या +अवध्यां +अवध्याः +अवध्यायन्ति +अवध्याश्च +अवध्ये +अवध्यो +अवध्योऽयं +अवध्योऽहं +अवध्वंसनं +अवध्वंसने +अवन +अवनं +अवनत +अवनतं +अवनतः +अवनता +अवनति +अवनतिं +अवनतिः +अवनते +अवनतेः +अवनतो +अवनद्धं +अवनद्धम् +अवनद्धे +अवनमति +अवनमवः +अवनम् +अवनम्य +अवनयः +अवनयामि +अवनाटः +अवनाटम् +अवनाय +अवनायः +अवनि +अवनिं +अवनिः +अवनिज्य +अवनिपतिस्तु +अवनिम् +अवनिष्ठीवतो +अवनी +अवनीं +अवनीः +अवनीपाल +अवने +अवनेन +अवनेनिक्ते +अवनैः +अवनोः +अवनौ +अवन् +अवन्तं +अवन्तः +अवन्तयः +अवन्ति +अवन्तिः +अवन्तिका +अवन्तिवर्मणः +अवन्तिवर्मा +अवन्तिषु +अवन्तिसुन्दरी +अवन्तिसुन्दरीकथा +अवन्तिसुन्दरीकथायां +अवन्ती +अवन्तीं +अवन्तीः +अवन्तीक्षेत्रमाहात्म्यम् +अवन्तीखण्डः +अवन्तीदेवी +अवन्तीराज्यस्य +अवन्तीस्थचतुरशीतिलिङ्गमाहात्म् +अवन्तीस्थचतुरशीतिलिङ्गमाहात्म्यम् +अवन्तु +अवन्त्यश्मकाः +अवन्त्यस्य +अवन्त्यां +अवन्दत +अवन्ध्य +अवन्ध्यं +अवन्ध्यकोपस्य +अवन्ध्या +अवन्या +अवपतितं +अवपत् +अवपथाः +अवपथासि +अवपदः +अवपन् +अवपन्नेभ्यः +अवपन्न् +अवपश्यन् +अवपात +अवपीडः +अवपूर्वक +अवपूर्वस्य +अवपूर्वात् +अवपूर्वो +अवप्नोत् +अवप्रुषो +अवप्लुतो +अवप्लुत्य +अवबुध्यते +अवबोध +अवबोधं +अवबोधः +अवबोधन +अवबोधने +अवबोधयति +अवबोधयन्ति +अवबोधितः +अवबोधो +अवभाति +अवभास +अवभासः +अवभासत +अवभासते +अवभासन्ते +अवभासमानं +अवभासयति +अवभासिता +अवभास्य +अवभास्यते +अवभृथ +अवभृथं +अवभृथः +अवभृथम् +अवभृथसाम +अवभृथस्नानम् +अवभृथस्य +अवभृथस्यैव +अवभृथादुदेत्य +अवभृथाद् +अवभृथार्थं +अवभृथे +अवभृथेति +अवभृथेन +अवभृथेष्टौ +अवभृथो +अवभ्रटः +अवभ्रटम् +अवम +अवमं +अवमः +अवमत्य +अवमन्ता +अवमन्थः +अवमन्य +अवमन्यते +अवमन्येत +अवमम् +अवमर्दः +अवमर्दश्च +अवमर्द्दः +अवमशे +अवमशेष +अवमशेषात् +अवमस्याम् +अवमा +अवमान +अवमानं +अवमानः +अवमाननं +अवमाननम् +अवमानना +अवमानि +अवमानित +अवमानितं +अवमानितः +अवमाने +अवमानेन +अवमार्जनानि +अवमीत् +अवमुच्य +अवमूत्रयतो +अवमृश्य +अवमे +अवमेने +अवमो +अवम् +अवय +अवयं +अवयः +अवयक्ष्व +अवयजते +अवयजे +अवयत् +अवयन्ति +अवयव +अवयवं +अवयवः +अवयवप्रसिद्ध्या +अवयवम्‌ +अवयवरूपके +अवयवशक्त्या +अवयवशो +अवयवश्च +अवयवषष्ठी +अवयवसामान्यानि +अवयवस्य +अवयवा +अवयवाः +अवयवात् +अवयवादृतोः +अवयवानां +अवयवान् +अवयवार्थस्तु +अवयवावयविनोः +अवयवि +अवयविद्रव्यं +अवयविन +अवयविनः +अवयविना +अवयविनि +अवयविनो +अवयवी +अवयवे +अवयवेति +अवयवेन +अवयवेषु +अवयवेष्वपि +अवयवैः +अवयवो +अवयवों +अवयवौ +अवयश्च +अवयसि +अवया +अवयाः +अवयाता +अवयुत्य +अवयो +अवर +अवरं +अवरः +अवरजः +अवरत +अवरतः +अवरतो +अवरद्धा +अवरम् +अवरसक्थं +अवरस्तात् +अवरस्पराय +अवरस्मिन् +अवरस्य +अवरहसम् +अवरा +अवराः +अवराणां +अवराणि +अवरान् +अवराय +अवरासु +अवराहं +अवराहो +अवरितं +अवरिष्ट +अवरीष्ट +अवरुणद्धि +अवरुद्ध +अवरुद्धं +अवरुद्धः +अवरुद्धम् +अवरुद्धयै +अवरुद्धा +अवरुद्धाः +अवरुद्धानि +अवरुद्धासु +अवरुद्धे +अवरुद्धेन +अवरुद्ध्यै +अवरुधं +अवरुध्य +अवरुध्यते +अवरुध्या +अवरुध्यै +अवरुन्द्ध +अवरुन्द्धे +अवरुन्ध +अवरुन्धते +अवरुन्धान +अवरुन्धे +अवरुन्ध्याद् +अवरुह्य +अवरे +अवरेखा +अवरेण +अवरेभ्यः +अवरेषां +अवरेषु +अवरैः +अवरो +अवरोद्धुं +अवरोद्धुम् +अवरोध +अवरोधं +अवरोधः +अवरोधकः +अवरोधनं +अवरोधनम् +अवरोधम् +अवरोधितम् +अवरोधे +अवरोधेन +अवरोप्य +अवरोह +अवरोहः +अवरोहणं +अवरोहणम् +अवरोहणे +अवरोहति +अवरोहन्ति +अवरोही +अवरोहे +अवर्गः +अवर्गाक्षराणि +अवर्गीयव्यञ्जनस्य +अवर्गे +अवर्गो +अवर्जनीय +अवर्जनीयतया +अवर्जनीयत्वात् +अवर्जनीयम् +अवर्जनीयेषु +अवर्ज्यो +अवर्ण +अवर्णं +अवर्णः +अवर्णनीय +अवर्णनीयः +अवर्णनीयम् +अवर्णपूर्वयोः +अवर्णयत् +अवर्णस्य +अवर्णा +अवर्णात् +अवर्णान्त +अवर्णान्तस्य +अवर्णान्तात् +अवर्णान्तादित्यादिना +अवर्णो +अवर्तत +अवर्तताग्रे +अवर्तन्त +अवर्तयः +अवर्तयत् +अवर्तिं +अवर्तिः +अवर्तिम् +अवर्तिष्ट +अवर्तिष्यत +अवर्त्या +अवर्त्स्यत् +अवर्धत +अवर्धताम् +अवर्धन् +अवर्धन्त +अवर्धन्निन्द्रं +अवर्धयः +अवर्धयत् +अवर्धयन् +अवर्मह +अवर्षणं +अवर्षा +अवर्षुकः +अवल +अवलंब्य +अवलगितम् +अवलम्ब +अवलम्बः +अवलम्बक +अवलम्बकः +अवलम्बकेन +अवलम्बते +अवलम्बन +अवलम्बनं +अवलम्बनम् +अवलम्बनाय +अवलम्बने +अवलम्बन्ते +अवलम्बसु +अवलम्बस्व +अवलम्बित +अवलम्बितं +अवलम्बितः +अवलम्बितम् +अवलम्बिता +अवलम्बिताः +अवलम्बितुम् +अवलम्बे +अवलम्ब्य +अवलिखतो +अवलिप्त +अवलिप्तस्य +अवलिप्ता +अवलीढं +अवले +अवलेपः +अवलेपस्तु +अवलेहः +अवलो +अवलोक +अवलोकते +अवलोकन +अवलोकनं +अवलोकनम् +अवलोकना +अवलोकनीयाः +अवलोकने +अवलोकनेन +अवलोकय +अवलोकयत +अवलोकयति +अवलोकयतु +अवलोकयन् +अवलोकयन्ति +अवलोकयन्तो +अवलोकयामः +अवलोकयामि +अवलोकयितुं +अवलोकयेत् +अवलोकित +अवलोकितं +अवलोकितः +अवलोकितम् +अवलोकितवान् +अवलोकिता +अवलोकिताः +अवलोकितुम् +अवलोकितेश्वर +अवलोकितेश्वरः +अवलोकितेश्वरस्य +अवलोकितेश्वरेण +अवलोकितेश्वरो +अवलोकितो +अवलोक्य +अवलोक्यताम् +अवलोक्यते +अवल्गुजः +अवल्गुजो +अववादः +अववादो +अवविध्यति +अववृत्रन् +अववेष्टत् +अवश +अवशं +अवशः +अवशम् +अवशस्य +अवशा +अवशिनः +अवशिष्ट +अवशिष्टं +अवशिष्टः +अवशिष्टमस्ति +अवशिष्टम् +अवशिष्टस्य +अवशिष्टा +अवशिष्टाः +अवशिष्टानां +अवशिष्टानि +अवशिष्टान् +अवशिष्टाया +अवशिष्टाश्च +अवशिष्टे +अवशिष्टेन +अवशिष्टेषु +अवशिष्टैः +अवशिष्टो +अवशिष्टौ +अवशिष्यत +अवशिष्यते +अवशिष्यन्ते +अवशिष्येत +अवशीयन्ते +अवशे +अवशेनापि +अवशेष +अवशेषं +अवशेषः +अवशेषम् +अवशेषाः +अवशेषाणां +अवशेषे +अवशेषेभ्यः +अवशेषैः +अवशो +अवशोषणं +अवशोषणम् +अवशोषिताः +अवशोष्यते +अवशोऽपि +अवश्य +अवश्यं +अवश्यंभावि +अवश्यंभाविनी +अवश्यंभाविनो +अवश्यः +अवश्यकता +अवश्यञ्च +अवश्यपाच्यम् +अवश्यपाव्यम् +अवश्यभव्येष्वनवग्रहग्रहा +अवश्यमत्र +अवश्यमिति +अवश्यमिदं +अवश्यमेव +अवश्यमेषा +अवश्यम् +अवश्यम्भावि +अवश्यम्भावी +अवश्यलाव्यम् +अवश्या +अवश्याय +अवश्यायः +अवश्यायस्तु +अवश्रुतस्य +अवश्रुता +अवश्रुतेन +अवष्टब्धं +अवष्टब्धा +अवष्टभ्नाति +अवष्टभ्य +अवष्टम्भः +अवष्वणति +अवस +अवसं +अवसः +अवसत् +अवसन् +अवसन्नः +अवसन्ना +अवसमन्धेभ्यस्तमसः +अवसम् +अवसर +अवसरं +अवसरः +अवसरम् +अवसरस्य +अवसराः +अवसरे +अवसरेषु +अवसरो +अवसरों +अवसर्जनाय +अवसर्पिणी +अवसर्पिण्यां +अवसा +अवसागमन्निह +अवसाद +अवसादं +अवसादः +अवसादयति +अवसादयेत् +अवसादस्य +अवसादे +अवसान +अवसानं +अवसानपतिभ्यः +अवसानम् +अवसानसमये +अवसानस्य +अवसाने +अवसानेभ्यः +अवसाय +अवसायः +अवसाययति +अवसि +अवसिञ्चति +अवसिञ्चेत् +अवसित +अवसितं +अवसितः +अवसिता +अवसिते +अवसितो +अवसिष्ट +अवसीदति +अवसीदन्ति +अवसीयते +अवसृज +अवसृजेत् +अवसृज्य +अवसृष्टा +अवसृष्टास +अवसे +अवस् +अवस्कन्द +अवस्कन्दं +अवस्कन्दः +अवस्कन्दने +अवस्कन्देन +अवस्कर +अवस्करं +अवस्करः +अवस्करकः +अवस्करे +अवस्ताच् +अवस्तात् +अवस्ताद् +अवस्तीर्य +अवस्तु +अवस्तुत्वात् +अवस्तुनि +अवस्तुनिर्बन्धपरे +अवस्तृणाति +अवस्थ +अवस्थम् +अवस्थया +अवस्था +अवस्थां +अवस्थाः +अवस्थाओं +अवस्थातव्यम् +अवस्थातुं +अवस्थातुम् +अवस्थात्रयवतोऽपि +अवस्थात्रयसाक्षी +अवस्थात्रितये +अवस्थान +अवस्थानं +अवस्थानम् +अवस्थानां +अवस्थानात् +अवस्थाने +अवस्थानेन +अवस्थान्तरं +अवस्थापनं +अवस्थापय +अवस्थापयति +अवस्थापयन्ति +अवस्थापयेत् +अवस्थापरिणामः +अवस्थापरिणामे +अवस्थाप्य +अवस्थाभेदे +अवस्थाभेदेन +अवस्थामें +अवस्थाम् +अवस्थाय +अवस्थाया +अवस्थायां +अवस्थायाः +अवस्थायाम् +अवस्थायुगलं +अवस्थावा +अवस्थावानो +अवस्थावाले +अवस्थाविशेषः +अवस्थाविशेषाः +अवस्थाविशेषे +अवस्थासु +अवस्थित +अवस्थितं +अवस्थितः +अवस्थितत्वात् +अवस्थितमेकं +अवस्थितम् +अवस्थितस्य +अवस्थिता +अवस्थिताः +अवस्थितानां +अवस्थितानामिति +अवस्थितानि +अवस्थितान् +अवस्थितायां +अवस्थिति +अवस्थितिं +अवस्थितिः +अवस्थितिवैशेष्यादिति +अवस्थिते +अवस्थितेः +अवस्थितेरिति +अवस्थितेषु +अवस्थितो +अवस्थितौ +अवस्थिरा +अवस्थे +अवस्थेति +अवस्थेयं +अवस्थेयमदानस्य +अवस्पन्दने +अवस्फूर्जन् +अवस्य +अवस्यति +अवस्यते +अवस्यन्दितम् +अवस्यवः +अवस्यवे +अवस्यवो +अवस्यु +अवस्युः +अवस्युरसि +अवस्युर् +अवस्यूरसि +अवस्रंसने +अवस्सं +अवहः +अवहत् +अवहद् +अवहननं +अवहन् +अवहन्ति +अवहरति +अवहस्य +अवहाय +अवहारं +अवहारः +अवहासार्थं +अवहित +अवहितं +अवहितः +अवहितम् +अवहिता +अवहिताः +अवहिते +अवहितेन +अवहितो +अवहितोऽस्मि +अवहित्थं +अवहित्थम् +अवहित्था +अवहिदं +अवहेलना +अवहेलया +अवहेला +अवऽचाकशत् +अवा +अवां +अवांसि +अवाः +अवाकिरत् +अवाक् +अवाक्पुष्पी +अवाक्शिरा +अवाक्शिराः +अवाक्षीत् +अवाख्यत् +अवागग्रेण +अवाग् +अवाङ् +अवाङ्मनसगम्यं +अवाङ्मुख +अवाङ्मुखं +अवाङ्मुखः +अवाङ्मुखम् +अवाङ्मुखस्तून्मुखो +अवाङ्मुखा +अवाङ्मुखो +अवाचकं +अवाचकत्वं +अवाचा +अवाचि +अवाची +अवाचीन +अवाचीनं +अवाचीनम् +अवाचीनानि +अवाचीनो +अवाच् +अवाच्चालम्बनाविदूर्ययोः +अवाच्य +अवाच्यं +अवाच्यः +अवाच्यत्वे +अवाच्यमपि +अवाच्यमिति +अवाच्यम् +अवाच्यवादांश्च +अवाच्यवादान् +अवाच्यां +अवाच्ये +अवाच्यो +अवाञ्चो +अवाञ्चौ +अवाट् +अवाड्ढव्यानि +अवातः +अवाततार +अवातरत् +अवातरद् +अवाताः +अवातिरः +अवाते +अवात् +अवात्कुटारच्च +अवात्ताम् +अवात्सीत् +अवात्सुः +अवादयः +अवादयत् +अवादयन् +अवादयन्त +अवादि +अवादिषं +अवादिषुः +अवादीच्च +अवादीत् +अवादेश +अवादेशः +अवादेशे +अवादेशो +अवाद् +अवाद्ग्रः +अवाद्यन्त +अवाधमं +अवाधमम् +अवाधरूपेण +अवान् +अवान्तर +अवान्तरं +अवान्तरदिशः +अवान्तरदिशो +अवान्तरदीक्षा +अवान्तरदीक्षां +अवान्तरदीक्षाम् +अवान्तरपर्वभेदे +अवान्तरप्रकरणम् +अवान्तरम् +अवान्तरवाक्यानां +अवान्तरविषयाः +अवान्तरार्थविच्छेदे +अवान्तरे +अवान्तरेति +अवान्तरेऽनुपातेन +अवान्तस्य +अवान्नाद्यं +अवाप +अवापं +अवापत् +अवापि +अवापुः +अवाप्त +अवाप्तं +अवाप्तः +अवाप्तम् +अवाप्तवान् +अवाप्तव्यं +अवाप्तसमस्तकामस्य +अवाप्तार्थः +अवाप्ति +अवाप्तुं +अवाप्तुम् +अवाप्ते +अवाप्तौ +अवाप्नुते +अवाप्नुयात् +अवाप्नुयामेति +अवाप्नुयुः +अवाप्नुवन् +अवाप्नुवन्ति +अवाप्नुहि +अवाप्नोति +अवाप्नोत् +अवाप्य +अवाप्यते +अवाप्येति +अवाप्स्यति +अवाप्स्यथ +अवाप्स्यसि +अवाप्स्यामि +अवाभरत् +अवाभिनत् +अवामि +अवाम्ब +अवार +अवारं +अवारपार +अवारपाराद्विगृहीतादपि +अवारपारीणः +अवारयत +अवारयन्त +अवारयेथाम् +अवारितं +अवारीणः +अवारीत् +अवारुन्द्ध +अवारुन्ध +अवारुन्धत +अवारे +अवार्ड +अवार्ड् +अवार्यं +अवावशन्त +अवावा +अवासनं +अवासनत्वात्सततं +अवासयत् +अवासा +अवासीत् +अवासृजः +अवासृजत् +अवासृजन् +अवास्त +अवास्तव +अवास्य +अवाहं +अवाहन् +अवाहाः +अवा॑ +अवा॑तः +अवा॑वशन्त +अवा॒ +अवि +अविं +अविः +अविक +अविकः +अविकटः +अविकटे +अविकटोरणः +अविकत्थनः +अविकम्पेन +अविकल +अविकलं +अविकलम् +अविकला +अविकलानि +अविकल्प +अविकल्पम् +अविकल्पेन +अविका +अविकार +अविकारं +अविकारः +अविकारमुदासीनं +अविकारस्य +अविकाराय +अविकारि +अविकारिणः +अविकारितया +अविकारी +अविकारे +अविकारेण +अविकारो +अविकार्यः +अविकार्योऽयं +अविकार्योऽयमुच्यते +अविकृत +अविकृतं +अविकृतः +अविकृता +अविकृते +अविक्रिय +अविक्रियं +अविक्रियः +अविक्रियत्वं +अविक्रियत्वात् +अविक्रियत्वादिति +अविक्रियस्य +अविक्रियस्यैव +अविक्रियात्मदर्शिनः +अविक्रेयं +अविक्षत +अविक्षत् +अविक्षितः +अविक्षिदुवाच +अविक्षिपः +अविक्षिप्तः +अविक्षिप्तेन +अविक्षिप्तो +अविक्षोभाय +अविगणय्य +अविगानेन +अविग्रहा +अविग्रहो +अविघात +अविघ्नं +अविघ्नमस्तु +अविघ्नेन +अविचलः +अविचाचलिः +अविचारयत् +अविचारयन् +अविचारितम् +अविचारेण +अविचार्य +अविचार्यैव +अविचित्रस्य +अविचिन्त्य +अविच्छिन्न +अविच्छिन्नं +अविच्छिन्नः +अविच्छिन्नतया +अविच्छिन्नया +अविच्छिन्नस्य +अविच्छिन्ना +अविच्छिन्नां +अविच्छिन्नाः +अविच्छिन्ने +अविच्छिन्नेन +अविच्छेदात् +अविच्छेदाय +अविच्छेदे +अविच्छेदेन +अविच्छेदो +अविछिन्नं +अविछिन्नो +अविज्ञप्तय +अविज्ञात +अविज्ञातं +अविज्ञातः +अविज्ञातगतिश्चैव +अविज्ञाततत्त्वेऽर्थे +अविज्ञातम् +अविज्ञातम्‌ +अविज्ञातस्य +अविज्ञाता +अविज्ञाताः +अविज्ञातार्थम् +अविज्ञाते +अविज्ञातेन +अविज्ञातो +अविज्ञाने +अविज्ञाय +अविज्ञेयं +अविज्ञेयम् +अविड्ढि +अवित +अवितः +अवितथ +अवितथं +अवितथः +अवितथमाह +अवितथम् +अवितथा +अवितथाः +अवितर्कयन् +अविता +अवितारं +अवितारः +अवितारम् +अवितारा +अवितारो +अविति +अवितुं +अवितॄस्तृतन्त्रिभ्य +अवित्त +अवित्ताम् +अवित्सि +अवित्सि॒ +अविथुरा +अविथ्या +अविद +अविदं +अविदः +अविदग्धं +अविदग्धः +अविदत् +अविदन् +अविदम् +अविदहता +अविदहन्त +अविदहन्तः +अविदाम +अविदाहि +अविदाही +अविदित +अविदितं +अविदितः +अविदितगुणापि +अविदितादधि +अविदिते +अविदित्वा +अविदित्वैव +अविदुः +अविदुष +अविदुषः +अविदुषश्च +अविदुषा +अविदुषां +अविदुषाम् +अविदुषो +अविदुष्टरासः +अविदुस् +अविदूर +अविदूरे +अविदूसम् +अविदो +अविद्य +अविद्यत +अविद्यमान +अविद्यमानं +अविद्यमानः +अविद्यमानता +अविद्यमानत्वात् +अविद्यमानमेवेदं +अविद्यमानम् +अविद्यमानवचनात् +अविद्यमानवत् +अविद्यमानवत्त्वात् +अविद्यमानवत्त्वे +अविद्यमानवत्त्वेन +अविद्यमानवत्वेन +अविद्यमानस्य +अविद्यमाना +अविद्यमानाः +अविद्यमानानां +अविद्यमानानि +अविद्यमाने +अविद्यमानेऽपि +अविद्यमानो +अविद्यमानौ +अविद्यया +अविद्ययेति +अविद्ययैव +अविद्या +अविद्यां +अविद्याकल्पितं +अविद्याकल्पितेन +अविद्याकामकर्मभिः +अविद्याकृतत्वात् +अविद्याक्षेत्रमुत्तरेषां +अविद्याघातिनः +अविद्यातो +अविद्यात्वं +अविद्यादय +अविद्यादयः +अविद्यादयो +अविद्यादि +अविद्यादीनां +अविद्याद्यैः +अविद्यानिमित्तकत्वनिरासः +अविद्यानिमित्तकत्ववादनिरासः +अविद्यानिरोधात्संस्कारनिरोध +अविद्यानिवृत्तिः +अविद्यानिवृत्तेः +अविद्यानिवृत्तौ +अविद्यान्धकार +अविद्यान्धाः +अविद्यापद +अविद्यापि +अविद्यापेक्षं +अविद्याप्रत्ययाः +अविद्याभेदाः +अविद्याम् +अविद्याया +अविद्यायां +अविद्यायाः +अविद्यायामन्तरे +अविद्यायाश्च +अविद्यारूप +अविद्यारूपी +अविद्यालक्षणा +अविद्याविषये +अविद्याशब्दस्य +अविद्यास्तमयो +अविद्यास्मिता +अविद्यास्मितारागद्वेषाभिनिवेशाः +अविद्येति +अविद्येत्य् +अविद्यैव +अविद्यो +अविद्रियाभिः +अविद्वत्सेवितं +अविद्वांस +अविद्वांसः +अविद्वांसो +अविद्वानपि +अविद्वानिव +अविद्वान् +अविध +अविधत् +अविधवा +अविधवाः +अविधा +अविधानात् +अविधाने +अविधाय +अविधि +अविधिः +अविधिना +अविधिपूर्वकं +अविधिपूर्वकत्वात् +अविधिपूर्वकम् +अविधौ +अविध्यत +अविध्यत् +अविध्यन् +अविन +अविनय +अविनयं +अविनयो +अविनश्यन्तं +अविनश्वर +अविनश्वरं +अविनष्टानविह्रुतान् +अविना +अविनाभाव +अविनाभावः +अविनाभावस्य +अविनाभावात् +अविनाभावि +अविनाभाविनी +अविनाभावेन +अविनाभावो +अविनाशं +अविनाशः +अविनाशम् +अविनाशाय +अविनाशि +अविनाशित्वं +अविनाशित्वमिति +अविनाशित्वात् +अविनाशिनं +अविनाशिनः +अविनाशिनम् +अविनाशिना +अविनाशिनि +अविनाशिरूपं +अविनाशिस्वरूप +अविनाशी +अविनाशीति +अविनाशे +अविनाशेन +अविनाशैः +अविनी +अविनीत +अविनीतं +अविनीतः +अविनीतक +अविनीता +अविनीते +अविनीतो +अविन्द +अविन्दः +अविन्दत +अविन्दत् +अविन्दन् +अविन्दन्त +अविपरीतं +अविपर्ययाद्विशुद्धं +अविपश्चितः +अविपाकोद्भवं +अविप्रकृष्ट +अविप्रणाशः +अविप्रतिषेधात् +अविप्रतिषेधे +अविप्लवा +अविप्लुत +अविप्लुतब्रह्मचर्यो +अविभक्त +अविभक्तं +अविभक्तमिति +अविभक्तम् +अविभक्ता +अविभक्तानां +अविभक्तानि +अविभक्तावपि +अविभक्तिकः +अविभक्तिको +अविभक्ते +अविभक्तो +अविभज्य +अविभवं +अविभवे +अविभाग +अविभागं +अविभागः +अविभागा +अविभागात् +अविभागाद् +अविभागाधिकरणम् +अविभागे +अविभागेन +अविभागो +अविभागोऽपि +अविभाज्यं +अविभाज्यम् +अविभिः +अविमयं +अविमयानि +अविमये +अविमरीसम् +अविमह्योष्टिषच् +अविमारक +अविमारकः +अविमारकम् +अविमुक्त +अविमुक्तं +अविमुक्तमिदं +अविमुक्तस्य +अविमुक्ते +अविमुक्तेश +अविमुक्तेश्वरं +अविमुक्तो +अविमृश्य +अविमृष्टविधेयांशं +अविम् +अवियुक्तः +अविरत +अविरतं +अविरतः +अविरतकृषितान्तं +अविरतपरिश्रमेण +अविरतम् +अविरता +अविरतिश्चित्तस्य +अविरतेति +अविरल +अविरलं +अविरलम् +अविरलविलोलजलदः +अविरलेति +अविरविकन्यायेन +अविरुद्ध +अविरुद्धं +अविरुद्धः +अविरुद्धम् +अविरुद्धा +अविरुद्धाः +अविरुद्धे +अविरुद्धो +अविरुष्ट्रश्च +अविरोध +अविरोधं +अविरोधः +अविरोधश्चन्दनवत् +अविरोधाच् +अविरोधात् +अविरोधादिति +अविरोधितया +अविरोधी +अविरोधे +अविरोधेन +अविरोधो +अविर् +अविर्न +अविलक्षणात् +अविलम्बं +अविलम्बितं +अविलम्बितम् +अविलम्बेन +अविलम्बेनैव +अविलोक्य +अविव +अविवक्षया +अविवक्षा +अविवक्षित +अविवक्षितं +अविवक्षितः +अविवक्षितत्वात् +अविवक्षितम् +अविवक्षितवाच्य +अविवक्षितवाच्यस्य +अविवक्षितवाच्यो +अविवक्षिता +अविवक्षिते +अविवक्षितेति +अविवाक्य +अविवाक्येऽहनि +अविवाद +अविवादः +अविवालेन +अविवाहित +अविवाहितः +अविवाहिता +अविवाह्या +अविवे +अविवेक +अविवेकं +अविवेकः +अविवेकतः +अविवेकस्य +अविवेकात् +अविवेकि +अविवेकित्त्वात् +अविवेकिन +अविवेकिनः +अविवेकिनां +अविवेकिनो +अविवेकी +अविवेकेन +अविवेको +अविवेषीः +अविवेष्टत् +अविशत् +अविशदानुमानादिप्रायं +अविशन् +अविशब्दने +अविशब्देन +अविशस्ता +अविशिष्ट +अविशिष्टं +अविशिष्टः +अविशिष्टत्वात् +अविशिष्टम् +अविशिष्टस्तु +अविशिष्टा +अविशिष्टां +अविशिष्टे +अविशिष्टो +अविशुद्धे +अविशेष +अविशेषं +अविशेषः +अविशेषकर्म +अविशेषतः +अविशेषश्रवणात् +अविशेषश्रुतेः +अविशेषा +अविशेषाः +अविशेषाणां +अविशेषात् +अविशेषात्‌ +अविशेषादिति +अविशेषाद् +अविशेषाभिहितेऽर्थे +अविशेषे +अविशेषेण +अविशेषेणेति +अविशेषेणैव +अविशेषो +अविश्रान्तं +अविश्रान्तः +अविश्रामं +अविश्वस्तो +अविश्वास +अविश्वासं +अविश्वासः +अविश्वासे +अविश्वासो +अविषं +अविषः +अविषत् +अविषम +अविषमा +अविषय +अविषयं +अविषयः +अविषयत्वात् +अविषयत्वे +अविषये +अविषह्य +अविषह्यं +अविषह्यतमं +अविषा +अविष्टं +अविष्टम् +अविष्टु +अविष्णुपदान्तस्य +अविष्णुपदान्ते +अविष्यति +अविष्यन् +अविष्यवः +अविसंवादकं +अविसंवादि +अविसंवादिता +अविसंवादिनी +अविसिविसिशुषिभ्यः +अविसेन्न +अविसोढम् +अविस्पष्ट +अविस्मरणीयं +अविस्मरणीयः +अविस्मरणीयम् +अविस्मृत्य +अविस्रंसाय +अविहा +अविहाय +अविहित +अविहितम् +अविहितलक्षणस्तत्पुरुषो +अविहितलक्षणो +अविहिता +अविहिते +अविह्रुतम् +अविऽभिः +अवि॑धत् +अवि॑न्दत् +अवि॑न्दन् +अवि॑ऽभिः +अवी +अवीचि +अवीचिः +अवीचौ +अवीच्यादौ +अवीत +अवीति +अवीनां +अवीनाम् +अवीर +अवीरहणौ +अवीरहा +अवीरा +अवीरान्नं +अवीरान्नञ्च +अवीरामात्मनः +अवीरामिव +अवीरे +अवीवरत +अवीवशत् +अवीविपत् +अवीविपन् +अवीवृतत् +अवीवृधं +अवीवृधत +अवीवृधत् +अवीवृधन् +अवीवृधन्त +अवीवृधन्त् +अवीवृधन्त्समुद्रव्यचसं +अवीवृधन्त्समु॒द्रव्य॑चसं॒ +अवीवृधन्निति +अवीवृधन्न् +अवीवृधेतां +अवी॑नाम् +अवी॑वृधत् +अवी॑वृधत॒ +अवुकाना +अवृ +अवृकं +अवृकः +अवृकम् +अवृका +अवृकाः +अवृकाय +अवृङ्क्त +अवृञ्जत +अवृणक् +अवृणत +अवृणीत +अवृणीतायं +अवृणीध्वं +अवृणीमहीह +अवृणोः +अवृणोत् +अवृणोदप +अवृत +अवृतः +अवृत्तं +अवृत्ति +अवृत्तिं +अवृत्तिः +अवृत्तिकर्षितः +अवृत्तिरल्पवृत्तिर्वा +अवृत्तौ +अवृत्त्या +अवृत्सत +अवृद्ध +अवृद्धं +अवृद्धा +अवृद्धात् +अवृद्धादपि +अवृद्धाभ्यः +अवृद्धाभ्यो +अवृद्धिः +अवृधत् +अवृश्चत् +अवृषलः +अवृष्यं +अवृ॑तः +अवे +अवेः +अवेक्खदि +अवेक्षणं +अवेक्षणम् +अवेक्षत +अवेक्षते +अवेक्षमाणः +अवेक्षमाणश्च +अवेक्षमाणा +अवेक्षमाणो +अवेक्षा +अवेक्षितुं +अवेक्षे +अवेक्षेत +अवेक्षेतैष +अवेक्ष्य +अवेत +अवेति +अवेत् +अवेत्य +अवेदं +अवेदनं +अवेदना +अवेदनैः +अवेदयानो +अवेदाः +अवेदि +अवेदीत् +अवेद् +अवेद्य +अवेद्यत्वे +अवेध +अवेन +अवेपयः +अवेर्दुग्धे +अवेर्मांसमिति +अवेर्मेषस्य +अवेर्सा +अवेल्लिनो +अवेषन् +अवेष्टा +अवेष्टौ +अवेह +अवेहि +अवेहीति +अवेि +अवै +अवैकल्ये +अवैक्रियलब्धिधारिणः +अवैक्षत +अवैगुण्ये +अवैति +अवैतु +अवैदिक +अवैदिकं +अवैदिके +अवैध +अवैधं +अवैधव्यं +अवैधव्यकरं +अवैनं +अवैमि +अवैमीति +अवैराग्याय +अवैरी +अवैवर्तिकाश्च +अवैषम्यं +अवैषम्येण +अवैष्णव +अवैष्णवानां +अवैहि +अवॉर्ड +अवॉर्ड्स +अवो +अवोः +अवोक्ष्य +अवोच +अवोचं +अवोचत +अवोचताम् +अवोचत् +अवोचदिति +अवोचदेनं +अवोचद् +अवोचन् +अवोचम् +अवोचाम +अवोढ +अवोद +अवोदोर्नियः +अवोभिः +अवो॑ +अवो॑चाम +अवो॑चाम॒ +अवो॑भिः +अवौ +अव् +अव्दे +अव्य +अव्यं +अव्यंगं +अव्यः +अव्यः॑ +अव्यक्त +अव्यक्तं +अव्यक्तः +अव्यक्तगायत्री +अव्यक्तत्वं +अव्यक्तनिधनानि +अव्यक्तनिधनान्येव +अव्यक्तमक्षरं +अव्यक्तमक्षरे +अव्यक्तमात्मा +अव्यक्तमिति +अव्यक्तमूर्तिना +अव्यक्तमेव +अव्यक्तम् +अव्यक्तरूपं +अव्यक्तवर्गादि +अव्यक्तविषया +अव्यक्तशब्दं +अव्यक्तशब्दे +अव्यक्तश्च +अव्यक्तसंज्ञके +अव्यक्तसामर्थ्यस्यात्र +अव्यक्तसिद्धिः +अव्यक्तस्य +अव्यक्तस्यैव +अव्यक्ता +अव्यक्तां +अव्यक्ताख्या +अव्यक्ताख्यात्मसामर्थ्यं +अव्यक्ताख्येति +अव्यक्ताचारा +अव्यक्ताज्जायते +अव्यक्तात् +अव्यक्तात्पुरुषः +अव्यक्तात्मा +अव्यक्तादि +अव्यक्तादिति +अव्यक्तादीनि +अव्यक्तादीनीति +अव्यक्ताद् +अव्यक्ताद्व्यक्तयः +अव्यक्तानां +अव्यक्तानि +अव्यक्तानुकरणस्य +अव्यक्तानुकरणस्यात +अव्यक्तानुकरणात् +अव्यक्तानुग्रहेण +अव्यक्ताय +अव्यक्तायां +अव्यक्तासक्तचेतसां +अव्यक्तासक्तचेतसाम् +अव्यक्ते +अव्यक्तेअशब्दे +अव्यक्तेति +अव्यक्तेन +अव्यक्तेनावृतो +अव्यक्तो +अव्यक्तोक्षर +अव्यक्तोऽक्षर +अव्यक्तोऽयमचिन्त्योऽयमविकार्योऽयमुच्यते +अव्यक्तोऽयमचिन्त्योऽयम् +अव्यक्तोऽयमिति +अव्यक्तोऽयम् +अव्यग्रं +अव्यग्रः +अव्यग्राः +अव्यग्राश्च +अव्यङ्गं +अव्यङ्गाङ्गीं +अव्यण्डा +अव्यत +अव्यतिरेकः +अव्यतिरेकात् +अव्यतिरेके +अव्यतिरेकेण +अव्यतिरेकेऽपि +अव्यथ +अव्यथं +अव्यथमाना +अव्यथमानाम् +अव्यथयत् +अव्यथा +अव्यथायै +अव्यथिः +अव्यथिष्यै +अव्यथी +अव्यथ्यै +अव्यनच्च +अव्यन् +अव्यपदेश्यं +अव्यपदेश्यम् +अव्यपदेश्या +अव्यपरे +अव्यपेतं +अव्यपेतव्यपेतात्मा +अव्यभिचार +अव्यभिचारः +अव्यभिचारात् +अव्यभिचारादिति +अव्यभिचारि +अव्यभिचारिणः +अव्यभिचारिणी +अव्यभिचारिण्या +अव्यभिचारी +अव्यभिचारे +अव्यभिचारेण +अव्यभिचारो +अव्यम् +अव्यय +अव्ययं +अव्ययः +अव्ययकृतो +अव्ययञ्च +अव्ययत्वं +अव्ययत्वम् +अव्ययत्वात् +अव्ययत्वे +अव्ययत्वेन +अव्ययपदानां +अव्ययपूर्वपदप्रकृतिस्वरत्वम् +अव्ययप्रकरणम् +अव्ययफलत्वादव्ययमिमं +अव्ययमविनाशि +अव्ययमिति +अव्ययमेतत् +अव्ययम् +अव्ययसंज्ञा +अव्ययसर्वनाम्नामकच् +अव्ययसर्वनाम्नामकच्प्राक्टेः +अव्ययसर्वनाम्नाम् +अव्ययस्य +अव्ययस्याप्रमेयस्य +अव्यया +अव्ययां +अव्ययात् +अव्ययात्त्यप् +अव्ययात्मा +अव्ययादाप्सुप +अव्ययादाप्सुपः +अव्ययादेः +अव्ययाना +अव्ययानां +अव्ययानामनेकार्थत्वात् +अव्ययानाम्भमात्रे +अव्ययानि +अव्ययाम् +अव्ययाय +अव्ययी +अव्ययीत् +अव्ययीभाव +अव्ययीभावः +अव्ययीभावश्च +अव्ययीभावसंज्ञासूत्रम् +अव्ययीभावसमास +अव्ययीभावसमासः +अव्ययीभावसमासे +अव्ययीभावस्य +अव्ययीभावाच्च +अव्ययीभावात् +अव्ययीभावे +अव्ययीभावेन +अव्ययीभावो +अव्यये +अव्ययेन +अव्ययेभ्यः +अव्ययेषु +अव्ययेऽयथाभिप्रेताख्याने +अव्ययो +अव्यर्धुकः +अव्यव +अव्यवच्छेदाय +अव्यवधाने +अव्यवधानेन +अव्यवसायात्मिका +अव्यवसायिनां +अव्यवसायिनामपि +अव्यवसायिनाम् +अव्यवस्थया +अव्यवस्था +अव्यवस्थातः +अव्यवस्थायाः +अव्यवस्थित +अव्यवस्थितं +अव्यवस्थितः +अव्यवस्थितचित्तस्य +अव्यवस्थितस्य +अव्यवस्थिताः +अव्यवहित +अव्यवहितं +अव्यवहितः +अव्यवहितस्यैव +अव्यवहिते +अव्यवहितो +अव्यश्वमपि +अव्यसन +अव्या +अव्याः +अव्याकुलं +अव्याकृतं +अव्याकृतस्य +अव्याकृताकाशस्य +अव्याकृते +अव्याक्षेपो +अव्यात् +अव्यात्स +अव्याद्वो +अव्याधिजं +अव्यापक +अव्यापकं +अव्यापकः +अव्यापकत्वात् +अव्यापकम्‌ +अव्यापारेषु +अव्यापि +अव्यापिनि +अव्यापृतः +अव्याप्त +अव्याप्ति +अव्याप्तिः +अव्याप्तेः +अव्याप्तेश्च +अव्याप्त्यापत्तेः +अव्याप्य +अव्याप्यवृत्ति +अव्याप्यवृत्तिः +अव्यायः +अव्यावृत्तम् +अव्याहत +अव्याहतं +अव्याहता +अव्याहताज्ञः +अव्याहतानि +अव्याहृतं +अव्युच्छिन्ना +अव्युत्पत्तिकृतो +अव्युत्पत्तिपक्ष +अव्युत्पत्तिपक्षे +अव्युत्पन्न +अव्युत्पन्नं +अव्युत्पन्नः +अव्युत्पन्नमना +अव्युत्पन्ना +अव्ये +अव्ये॑ +अव्यो +अव्यो॒ +अव्य॑म् +अव्र +अव्रणं +अव्रणम् +अव्रत +अव्रतं +अव्रतम् +अव्रता +अव्रतान् +अव्रतेन +अव्रत्यम् +अव्राजीत् +अव्लीयन्त +अव्व +अव्वो +अव्सू +अव॑ +अव॑थ +अव॑थः +अव॑धीः +अव॑न्ति +अव॑न्तु +अव॑भृथ +अव॑रः +अव॑रम् +अव॑रान् +अव॑रे +अव॑रेण +अव॑र्तयत् +अव॑र्धत +अव॑र्धन् +अव॑र्धयन् +अव॑र्ध॒न्निन्द्रं॑ +अव॑सः +अव॑सा +अव॑सि +अव॑सृष्टा॒ +अव॑से +अव॑से॒ +अव॒ +अव॒सा +अव॒स्यवः॑ +अव॒स्यव॑ः +अश +अशं +अशंसन् +अशंसिषम् +अशंसीत् +अशः +अशक +अशकं +अशकत् +अशको +अशक्त +अशक्तं +अशक्तः +अशक्तश्च +अशक्तश्चेत् +अशक्तस्तु +अशक्तस्य +अशक्ता +अशक्ताः +अशक्तानां +अशक्ति +अशक्तिः +अशक्ते +अशक्तेन +अशक्तो +अशक्तोऽहं +अशक्तौ +अशक्त्या +अशक्नुवन् +अशक्नुवन्तः +अशक्नोत् +अशक्य +अशक्यं +अशक्यः +अशक्यत +अशक्यत्वात् +अशक्यत्वादिति +अशक्यत्वाद् +अशक्यमपि +अशक्यमिति +अशक्यमेव +अशक्यम् +अशक्या +अशक्याः +अशक्यानि +अशक्ये +अशक्येति +अशक्यो +अशक्ष्यत् +अशङ्कितं +अशङ्कितम् +अशङ्खचक्रो +अशते +अशत् +अशत्रुः +अशत्रुरिन्द्र +अशदत् +अशन +अशनं +अशनः +अशनपर्णी +अशनपानादीनां +अशनम् +अशनया +अशनस्य +अशना +अशनानशने +अशनानि +अशनापिपासे +अशनाय +अशनायति +अशनायन् +अशनायन्तीः +अशनाया +अशनायापिपासे +अशनायुका +अशनायोदन्यधनाया +अशनि +अशनिं +अशनिः +अशनिम् +अशनिरङ्गाराः +अशनिर् +अशनी +अशने +अशनेः +अशनेन +अशनेरमृतस्य +अशनैः +अशनो +अशपत् +अशपद् +अशब्द +अशब्दं +अशब्दः +अशब्दगोचरस्यापि +अशब्दत्वं +अशब्दमस्पर्शमरूपमव्ययं +अशब्दमस्पर्शमरूपमव्ययम् +अशब्दमस्पर्शम् +अशब्दम् +अशब्दे +अशम +अशमः +अशमि +अशयत् +अशयिष्ट +अशरणम् +अशरणां +अशरणे +अशरीर +अशरीरं +अशरीरः +अशरीरवाणी +अशरीरस्य +अशरीरा +अशरीराश्च +अशरीरिणी +अशरीरी +अशरीरे +अशरीरो +अशशासत् +अशस्त +अशस्तयः +अशस्तिं +अशस्तिम् +अशस्तिर्मा +अशस्तिहा +अशस्तिऽहा +अशस्ति॒हा +अशस्तीः +अशस्त्रं +अशस्त्रम् +अशा +अशाः +अशाकि +अशात् +अशादेशः +अशान +अशान्त +अशान्तं +अशान्तः +अशान्तम् +अशान्तस्य +अशान्ता +अशान्ताः +अशान्तानि +अशान्ति +अशान्तिः +अशान्ते +अशान्तेति +अशान्तो +अशान्तोपद्र +अशान्तौ +अशाप्सीत् +अशाब्दत्वात् +अशामि +अशाम्यन् +अशायत +अशाला +अशाश्यते +अशाश्वत +अशाश्वतं +अशाश्वतः +अशाश्वतमिदं +अशाश्वतम् +अशाश्वतो +अशासीत् +अशास्त्रविहितं +अशास्त्रविहितम् +अशि +अशिक्षः +अशिक्षत +अशिक्षत् +अशिक्षित +अशिक्षितं +अशिक्षितः +अशिक्षिता +अशिक्षिताः +अशिखा +अशित +अशितं +अशिता +अशिति +अशितीति +अशित्रादिभ्य +अशित्वा +अशिथिलं +अशिथिलम्भावाय +अशिप्रुषि +अशिरस्कं +अशिवं +अशिवः +अशिवस्य +अशिवा +अशिवाः +अशिवेन +अशिशिषति +अशिशिषते +अशिशिषोः +अशिश्रणत् +अशिश्रयत् +अशिश्रयुः +अशिश्रवत् +अशिश्रियत् +अशिश्वयत् +अशिश्वियत् +अशिश्वी +अशिश्वीः +अशिश्वीयिषति +अशिषत् +अशिष्ट +अशिष्टम् +अशिष्टव्यवहारे +अशिष्टाम् +अशिष्यं +अशिष्यते +अशिष्यन्त +अशि॑श्वीः +अशी +अशीतः +अशीतम +अशीति +अशीतिं +अशीतिः +अशीतितमः +अशीतितमी +अशीतितमोऽध्यायः +अशीतिभागं +अशीतिभागो +अशीतिर्दश +अशीतिर्यस्य +अशीतिश् +अशीतिश्च +अशीतेनाम्भसा +अशीतेस्तु +अशीत्यधिकशततमोऽध्यायः +अशीत्यनुव्यञ्जनानि +अशीत्या +अशीत्यै +अशीमहि +अशीमहीति +अशीय +अशीयेत्य् +अशीर्यन्त +अशीर्यो +अशीशमत् +अशु +अशुः +अशुक्रः +अशुक्ल +अशुक्लः +अशुक्लाकृष्णा +अशुचत् +अशुचयः +अशुचयो +अशुचि +अशुचिं +अशुचिः +अशुचित्वं +अशुचिभिः +अशुचिर्वा +अशुचिव्रताः +अशुचीनि +अशुचौ +अशुद +अशुदम् +अशुद् +अशुद्ध +अशुद्धं +अशुद्धः +अशुद्धता +अशुद्धत्वात् +अशुद्धमिति +अशुद्धम् +अशुद्धयः +अशुद्धसंशोधनम् +अशुद्धस्य +अशुद्धा +अशुद्धाः +अशुद्धात् +अशुद्धानि +अशुद्धान्तःकरणानां +अशुद्धास्ते +अशुद्धि +अशुद्धिः +अशुद्धिक्षये +अशुद्धियां +अशुद्धिर् +अशुद्धी +अशुद्धीति +अशुद्धे +अशुद्धेन +अशुद्धो +अशुद्धौ +अशुद्ध्या +अशुभ +अशुभं +अशुभः +अशुभक्षयकर्तारं +अशुभफल +अशुभम् +अशुभस्य +अशुभा +अशुभां +अशुभाः +अशुभाच्चालितं +अशुभात् +अशुभानि +अशुभान् +अशुभाश् +अशुभे +अशुभेषु +अशुभैः +अशुभो +अशुभोऽपि +अशुश्रवि +अशुश्रूषवे +अशुषत् +अशुषम् +अशुष्का +अशू +अशूङ् +अशूद्र +अशूद्राः +अशून्यं +अशून्यतीरां +अशून्यशयनं +अशून्यशयना +अशून्यो +अशून्योपस्था +अशूरं +अशूशवत् +अशृणवं +अशृणवम् +अशृणोः +अशृणोत् +अशृण्वन् +अशृण्वन्तः +अशृ॑णोः +अशे +अशेः +अशेत +अशेम +अशेरत +अशेरन् +अशेर्देवने +अशेष +अशेषं +अशेषः +अशेषत +अशेषतः +अशेषता +अशेषतापतप्तानां +अशेषतो +अशेषत्वात् +अशेषत्वान्न +अशेषदयितायुते +अशेषभुवनाधारं +अशेषभुवनाधारो +अशेषम् +अशेषा +अशेषाः +अशेषाणां +अशेषाणि +अशेषान् +अशेषे +अशेषेण +अशेषेणेति +अशेषेति +अशेषेषु +अशेषैः +अशैक्षस्य +अशो +अशोक +अशोकं +अशोकः +अशोककुमारः +अशोकचक्रं +अशोकचक्रम् +अशोकतरुकं +अशोकदत्तः +अशोकदत्तो +अशोकनगर +अशोकनगरमण्डलम् +अशोकनगरम् +अशोकमाला +अशोकम् +अशोकरोहिणी +अशोकवनिका +अशोकवनिकां +अशोकवनिकामध्ये +अशोकवनिकामेव +अशोकवनिकायां +अशोकवने +अशोकवृक्षः +अशोकवृक्षस्य +अशोकवृक्षे +अशोकश्च +अशोकश्चतुर्भागचक्रवर्ती +अशोकश्चिन्तयति +अशोकसुंदरी +अशोकसुन्दरी +अशोकस्तम्भः +अशोकस्तारणस्तारः +अशोकस्य +अशोका +अशोकानां +अशोकाय +अशोकाश्च +अशोके +अशोकेति +अशोकेन +अशोकैः +अशोको +अशोचत् +अशोचन् +अशोचि +अशोचीत् +अशोच्यः +अशोच्या +अशोच्याः +अशोच्यानन्वशोचस्त्वं +अशोच्यानिति +अशोच्यान् +अशोच्यो +अशोणितं +अशोधितम् +अशोभत +अशोभनं +अशोभनम् +अशोभने +अशोभन्त +अशोष्यः +अशोऽधिकारः +अशौ +अशौच +अशौचं +अशौचम् +अशौचान्ते +अशौचे +अश् +अश्घोषविरचितम् +अश्च +अश्च्योतीत् +अश्थ +अश्न +अश्नः +अश्नः॑ +अश्नतः +अश्नति +अश्नतो +अश्नन् +अश्नन्त +अश्नन्ति +अश्नवत् +अश्नवन् +अश्नवामहा +अश्नवामहै +अश्ना +अश्नाति +अश्नातीति +अश्नातु +अश्नात्यनादेशे +अश्नामि +अश्नासि +अश्नीत +अश्नीतपिबता +अश्नीमहि +अश्नीयात् +अश्नीयात्तन्मना +अश्नीयाद् +अश्नीयान् +अश्नुत +अश्नुतः +अश्नुताम् +अश्नुते +अश्नुवत +अश्नुवते +अश्नुवाते +अश्नुवीत +अश्नुवीयेति +अश्नुवे +अश्नुषे +अश्नुहि +अश्नुहीति +अश्नोति +अश्नोतु +अश्नोतेः +अश्नोतेर्लिटि +अश्नोतेर्वा +अश्नोतेश्च +अश्म +अश्मंस्ते +अश्मक +अश्मकं +अश्मकः +अश्मका +अश्मकाः +अश्मकुट्टा +अश्मकुट्टाश्च +अश्मकुट्टो +अश्मकेन्द्रः +अश्मक्यां +अश्मजं +अश्मन +अश्मनः +अश्मना +अश्मनां +अश्मनि +अश्मने +अश्मनो +अश्मनोरन्तरग्निं +अश्मनोऽस्थीनि +अश्मन् +अश्मन्तकवृक्षे +अश्मन्नूर्जं +अश्मन्न् +अश्मन्वती +अश्मन्‌ +अश्मभिः +अश्ममयम् +अश्मरः +अश्मरी +अश्मरीं +अश्मरीरोगाधिकारः +अश्मवर्म +अश्मवर्षं +अश्मसारमयं +अश्मा +अश्मादिभ्यो +अश्मादिवच्च +अश्मानं +अश्मानः +अश्मानमितः +अश्मानम् +अश्मापि +अश्मा॑ +अश्मा॑नं +अश्मा॑नम् +अश्मेव +अश्म॑नः +अश्म॑न्वती +अश्य +अश्यः +अश्यते +अश्या +अश्यां +अश्यां॒ +अश्याः +अश्याम +अश्याम् +अश्युः +अश्र +अश्रं +अश्रद्दधानः +अश्रद्दधाना +अश्रद्दधानाः +अश्रद्दधानो +अश्रद्धधानाः +अश्रद्धया +अश्रद्धयापि +अश्रद्धयेति +अश्रद्धा +अश्रद्धां +अश्रद्धायाः +अश्रद्धेयं +अश्रद्धेयः +अश्रन्थिष्ट +अश्रमणः +अश्रमिष्ठाः +अश्रयः +अश्रयन् +अश्रयन्त +अश्रवं +अश्रवणात् +अश्रवम् +अश्राद्धभोजी +अश्रान्त +अश्रान्तं +अश्रान्तः +अश्रान्तम् +अश्रान्तस्य +अश्राम्यत् +अश्रायि +अश्रावणः +अश्रावयत् +अश्रावि +अश्राव्यं +अश्रिः +अश्री +अश्रीणीत +अश्रीयते +अश्रीरा +अश्रु +अश्रुओं +अश्रुत +अश्रुतं +अश्रुतः +अश्रुतत्वात् +अश्रुतत्वादिति +अश्रुतमपि +अश्रुतम् +अश्रुता +अश्रुते +अश्रुतेः +अश्रुतो +अश्रुत्वा +अश्रुत्वैव +अश्रुपात +अश्रुपातं +अश्रुपूर्णमुखी +अश्रुपूर्णमुखीं +अश्रुपूर्णमुखो +अश्रुपूर्णाकुलेक्षणं +अश्रुपूर्णेक्षणा +अश्रुभिः +अश्रुमुखी +अश्रुविमोचने +अश्रु॑ +अश्रूणां +अश्रूणि +अश्रूयत +अश्रूयन्त +अश्रूयमाणं +अश्रेः +अश्रेणयः +अश्रेणिकृतः +अश्रेत् +अश्रेद् +अश्रोत् +अश्रोत्रिय +अश्रोत्रियं +अश्रोत्रियः +अश्रोत्रिये +अश्रौषं +अश्रौषम् +अश्रौषीत् +अश्रौषीद्राजा +अश्रौषुः +अश्रौष्म +अश्लिक्षत् +अश्लील +अश्लीलं +अश्लीलत्वं +अश्लीलदृढरूपा +अश्लीलभाषणं +अश्लीलम् +अश्लीला +अश्ले +अश्लेष +अश्लेषा +अश्लेषानक्षत्रे +अश्लेषायां +अश्लेषाशब्दे +अश्लेषासु +अश्लोणः +अश्व +अश्वं +अश्वं॒ +अश्वः +अश्वः॑ +अश्वइव +अश्वक +अश्वकः +अश्वकर्ण +अश्वकर्णः +अश्वक्रांते +अश्वक्रान्ता +अश्वक्रान्ते +अश्वक्रीती +अश्वक्षीरवृषलवणानामात्मप्रीतौ +अश्वगतिः +अश्वगतिभेदे +अश्वगन्धा +अश्वगन्धां +अश्वगन्धायां +अश्वगन्धायाम् +अश्वगन्धावृक्षः +अश्वग्रीव +अश्वग्रीवः +अश्वग्रीवश्च +अश्वग्रीवोऽश्वबाहुश्च +अश्वघोष +अश्वघोषः +अश्वघोषस्य +अश्वघोषेण +अश्वचरितानि +अश्वचिकित्सा +अश्वजित् +अश्वजिद् +अश्वत +अश्वतर +अश्वतरं +अश्वतरः +अश्वतरी +अश्वतरीरथः +अश्वतरे +अश्वतरो +अश्वता +अश्वताम् +अश्वति +अश्वतीर्थिको +अश्वत् +अश्वत्थ +अश्वत्थं +अश्वत्थः +अश्वत्थचिञ्चात्वक्चूर्णं +अश्वत्थदेवायतनश्मशानवल्मीकसन्ध्यासु +अश्वत्थपत्रसदृशं +अश्वत्थमूले +अश्वत्थमेकं +अश्वत्थमेनं +अश्वत्थम् +अश्वत्थरूपी +अश्वत्थरूपो +अश्वत्थवृक्षः +अश्वत्थवृक्षस्य +अश्वत्थवृक्षे +अश्वत्थशब्दे +अश्वत्थस्य +अश्वत्था +अश्वत्थाः +अश्वत्थाकारे +अश्वत्थाद्धव्यवाहाद्धि +अश्वत्थाम +अश्वत्थामः +अश्वत्थामा +अश्वत्थामाङ्के +अश्वत्थामेति +अश्वत्थामोवाच +अश्वत्थाम्न +अश्वत्थाम्नः +अश्वत्थाम्ना +अश्वत्थाम्नि +अश्वत्थे +अश्वत्थेन +अश्वत्थैः +अश्वत्थो +अश्वत्रिरात्रः +अश्वत्वम् +अश्वदाः +अश्वदानं +अश्वदेवत्यं +अश्वदेवत्यम् +अश्वदेवत्या +अश्वदेवत्याः +अश्वदेवत्यानुष्टुप् +अश्वनामैतत् +अश्वन् +अश्वपट्टसरः +अश्वपट्टसरःक्षेत्रे +अश्वपट्टसरश्चापि +अश्वपट्टसरसश्च +अश्वपट्टसरसि +अश्वपट्टसरस्तीरं +अश्वपट्टसरस्तीरे +अश्वपट्टसरस्तीर्थं +अश्वपट्टसरस्येव +अश्वपट्टसरो +अश्वपति +अश्वपतिः +अश्वपतिरुवाच +अश्वपतेः +अश्वपत्यादिभ्यश्च +अश्वपर्णाः +अश्वपाटल +अश्वपूर्वां +अश्वपृष्ठे +अश्वबुध्यान् +अश्वभेदे +अश्वमतल्लिका +अश्वमानय +अश्वमारुह्य +अश्वमारोह्यापराजितां +अश्वमिव +अश्वमेघ +अश्वमेध +अश्वमेधं +अश्वमेधः +अश्वमेधखण्डः +अश्वमेधगतमन्त्रकथनम् +अश्वमेधदीक्षा +अश्वमेधपर्व +अश्वमेधपर्वणि +अश्वमेधप्रकरणम् +अश्वमेधफलं +अश्वमेधफलप्राप्तिः +अश्वमेधब्राह्मणोक्त +अश्वमेधमन्त्रकथनम् +अश्वमेधमवाप्नोति +अश्वमेधम् +अश्वमेधयज्ञः +अश्वमेधयज्ञस्य +अश्वमेधयागं +अश्वमेधयागः +अश्वमेधयागे +अश्वमेधशतं +अश्वमेधशतेनैव +अश्वमेधशतैरिष्ट्वा +अश्वमेधशब्दे +अश्वमेधसमं +अश्वमेधसहस्रं +अश्वमेधसहस्रस्य +अश्वमेधसहस्राणां +अश्वमेधसहस्राणि +अश्वमेधसहस्राद्धि +अश्वमेधसहस्रेण +अश्वमेधस्य +अश्वमेधा +अश्वमेधाङ्गमन्त्रकथनम् +अश्वमेधादयो +अश्वमेधादियज्ञानां +अश्वमेधाद्दशगुणं +अश्वमेधाधिकं +अश्वमेधाय +अश्वमेधायुतं +अश्वमेधे +अश्वमेधेन +अश्वमेधेनैव +अश्वमेधो +अश्वमेधोपरि +अश्वम् +अश्वयत् +अश्वया +अश्वयीत् +अश्वयुः +अश्वयुक् +अश्वयुक्तं +अश्वयुक्शुक्लनवमी +अश्वयुगश्विनी +अश्वयुजः +अश्वयुजाद्याः +अश्वयुजि +अश्वयुजे +अश्वयुजौ +अश्वयूपाय +अश्वयेव +अश्वयोः +अश्वरत्नं +अश्वरथः +अश्वरूपं +अश्वरूपेण +अश्वलब्राह्मणम् +अश्वललितम् +अश्वल्लीत् +अश्ववडवौ +अश्ववत् +अश्ववत्यः +अश्ववदिति +अश्ववद् +अश्ववधे +अश्ववन्तं +अश्ववान् +अश्ववारः +अश्ववारा +अश्ववाला +अश्ववित् +अश्वविशेषः +अश्ववैद्यके +अश्वशकेन +अश्वशफेन +अश्वशब्द +अश्वशब्दः +अश्वशब्दस्य +अश्वशब्दे +अश्वशाला +अश्वशालां +अश्वशिरा +अश्वशिश्नमुपस्थे +अश्वश् +अश्वश्च +अश्वसत् +अश्वसादम् +अश्वसीत् +अश्वसूनृते +अश्वसेनः +अश्वस् +अश्वस्तनविधानेन +अश्वस्तना +अश्वस्तु +अश्वस्तुतिः +अश्वस्तूपरो +अश्वस्तोमीयं +अश्वस्तोमीया +अश्वस्य +अश्वस्यति +अश्वस्येव +अश्वस्यैकाहगमः +अश्वस्यैव +अश्वऽयन्तः +अश्वऽयुः +अश्वऽवत् +अश्वऽसूनृते +अश्वा +अश्वाँ +अश्वांश्च +अश्वाः +अश्वाः॑ +अश्वाः॑ऽइव +अश्वाइव +अश्वाघस्यात् +अश्वाजनि +अश्वाञ्जघान +अश्वात् +अश्वादयः +अश्वादयो +अश्वादि +अश्वादिः +अश्वादिभ्यः +अश्वादीनां +अश्वादेः +अश्वादौ +अश्वाद् +अश्वाद्भुतावर्त्तः +अश्वाध्यक्षः +अश्वानन +अश्वाना +अश्वानां +अश्वानाम् +अश्वानायुश्च +अश्वान् +अश्वाभिधानीम् +अश्वाभ्यां +अश्वाभ्याम् +अश्वाय +अश्वायन्तः +अश्वायन्तो +अश्वायां +अश्वायेव +अश्वारूढं +अश्वारूढः +अश्वारूढा +अश्वारोहः +अश्वारोहक्रीडा +अश्वारोहणं +अश्वारोहा +अश्वारोहाः +अश्वारोहिणः +अश्वारोही +अश्वावतान +अश्वावति +अश्वावती +अश्वावतीं +अश्वावतीः +अश्वावतीम् +अश्वावतीर्गोमतीर्न +अश्वावत् +अश्वावत्या +अश्वावन्तं +अश्वाशिशुमती +अश्वाश्च +अश्वास +अश्वासः +अश्वासो +अश्वास् +अश्वा॑ +अश्वा॑ः +अश्वा॑जनि॒ +अश्वा॑नां॒ +अश्वा॑नाम् +अश्वा॑न् +अश्वा॑य +अश्वा॑वती॒र्गोम॑तीर्न +अश्वा॑स +अश्वा॑सः +अश्वा॑सो॒ +अश्वा॒ +अश्वाꣳ +अश्वि +अश्विकः +अश्विकी +अश्वितत् +अश्विन +अश्विनं +अश्विनः +अश्विनकृतस्य +अश्विनम् +अश्विना +अश्विनाध्वर्यू +अश्विनावधायि +अश्विनावध्वर्यू +अश्विनावपि +अश्विनाविव +अश्विनावुभावाधत्तां +अश्विनावेव +अश्विनाव् +अश्विनाऽध्वर्यू +अश्विना॒ +अश्विनि +अश्विनी +अश्विनीकुमार +अश्विनीकुमारः +अश्विनीकुमारयोः +अश्विनीकुमाराभ्यां +अश्विनीकुमारौ +अश्विनीनक्षत्रे +अश्विनीसुतौ +अश्विनेन्द्राय +अश्विनो +अश्विनोः +अश्विनोभा +अश्विनोर् +अश्विनोर्बाहुभ्यां +अश्विनोर्बाहुभ्यामित्याह +अश्विनोर्बाहुभ्याम् +अश्विनोर्भैषज्येन +अश्विनौ +अश्विन्यवधिके +अश्विन्या +अश्विन्यां +अश्विन्याः +अश्विन्यादि +अश्विन्यादिषु +अश्विन्यादीनि +अश्विन्यादौ +अश्विन्याद्याः +अश्विन्याम् +अश्विभ्यां +अश्विभ्यामर्थाय +अश्विभ्याम् +अश्विभ्याꣳ +अश्वियों +अश्विसरस्वतीन्द्रदेवत्या +अश्विसरस्वतीन्द्रदेवत्याः +अश्विसरस्वतीन्द्रा +अश्विसरस्वतीन्द्राश्च +अश्विसरस्वत्यः +अश्विऽभ्याम् +अश्वि॑ना +अश्वि॑ना॒ +अश्वी +अश्वीयम् +अश्वीयियिषति +अश्वे +अश्वेति +अश्वेन +अश्वेभिः +अश्वेभ्यः +अश्वेभ्यो +अश्वेषु +अश्वे॑न +अश्वे॑भिः +अश्वे॑षु +अश्वैः +अश्वैः॑ +अश्वैत् +अश्वैरुह्यते +अश्वैर् +अश्वैर्युक्तं +अश्वैश्च +अश्वो +अश्वों +अश्वोपरि +अश्वोरसम् +अश्वोऽपि +अश्वोऽयं +अश्वोऽसि +अश्वो॑ +अश्वो॒ +अश्वौ +अश्व्यं +अश्व्यः +अश्व्यम् +अश्व्यस्य +अश्व्या +अश्व्यादयः +अश्व्यानि +अश्व्या॑ +अश्व्येन +अश्व्ये॑न +अश्व्यैः +अश्व्य॑म् +अश्व॑म् +अश्व॑सूनृते +अश्व॑स्य +अश्व॑स्यै॒व +अश्व॑स्य॒ +अश्व॑ऽवतीः +अश्व॑ऽवत् +अश्व॑ऽवन्तम् +अश्व॑ऽसूनृते +अश्िवनौ +अश॑स्तिम् +अश॑स्तीः +अष +अषं +अषः +अषडक्ष +अषडक्षीणो +अषण +अषति +अषष्ठ्यतृतीयास्थस्यान्यस्य +अषा +अषाढं +अषाढम् +अषाढा +अषाढाः +अषाढाय +अषाढासि +अषाढो +अषाळ्हः +अषाळ्हम् +अषाळ्हाय +अषा॑ळ्हः +अषा॑ळ्हम् +अषि +अष् +अष्ट +अष्टं +अष्टः +अष्टक +अष्टकं +अष्टकः +अष्टकपालं +अष्टकम् +अष्टकर्णः +अष्टकवर्गाध्यायः +अष्टकस्य +अष्टका +अष्टकां +अष्टकाः +अष्टकायां +अष्टकायै +अष्टकावत् +अष्टकासु +अष्टकूटं +अष्टकृत्वो +अष्टके +अष्टकेन +अष्टकैः +अष्टको +अष्टकोणं +अष्टकौ +अष्टगुणं +अष्टगुणे +अष्टगृहीतं +अष्टचत्वारिंशः +अष्टचत्वारिंशत् +अष्टचत्वारिंशत्तमोऽध्यायः +अष्टचत्वारिंशदधिकशततमोऽध्यायः +अष्टचत्वारिंशी +अष्टचत्वारिंशोऽध्यायः +अष्टत्रिंशः +अष्टत्रिंशत् +अष्टत्रिंशत्तमोऽध्यायः +अष्टत्रिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +अष्टत्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः +अष्टत्रिंशी +अष्टत्रिंशोऽध्यायः +अष्टत्रिंशो‌ऽध्यायः +अष्टत्वात् +अष्टत्वात्तथा +अष्टदलं +अष्टदले +अष्टदिक्षु +अष्टदिशानां +अष्टद्रोणेन +अष्टधा +अष्टधान्यानि +अष्टन +अष्टनः +अष्टनवतितमः +अष्टनवतितमोऽध्यायः +अष्टनवत्यधिकशततमोऽध्यायः +अष्टनो +अष्टन् +अष्टपञ्चाशः +अष्टपञ्चाशतं +अष्टपञ्चाशत् +अष्टपञ्चाशत्तमोऽध्यायः +अष्टपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः +अष्टपञ्चाशी +अष्टपञ्चाशोऽध्यायः +अष्टपञ्चाषत्तमोऽध्यायः +अष्टपत्रं +अष्टपत्रे +अष्टपत्रेषु +अष्टपदी +अष्टपादं +अष्टपुत्रः +अष्टपुष्पिकया +अष्टप्रकारं +अष्टप्रकारा +अष्टप्रकृतिरूपा +अष्टबाहुं +अष्टभक्त्या +अष्टभागं +अष्टभागे +अष्टभागेन +अष्टभि +अष्टभिः +अष्टभिरिति +अष्टभिर्वा +अष्टभिश्च +अष्टभिस्तु +अष्टभ्य +अष्टभ्यः +अष्टभ्यां +अष्टम +अष्टमं +अष्टमः +अष्टमकक्षा +अष्टमक्षेत्रम् +अष्टमङ्गलप्रश्नः +अष्टमङ्गलसंयुक्तं +अष्टमदिवसयुद्धे +अष्टमपर्व +अष्टमप्र +अष्टमप्रपाठकः +अष्टमप्रभे +अष्टमप्रश्नः +अष्टमप्रश्ने +अष्टमभावमें +अष्टममण्डलस्य +अष्टममहः +अष्टममाह्निकम् +अष्टममें +अष्टमम् +अष्टमशतकम् +अष्टमशतकस्य +अष्टमशतके +अष्टमशताब्द्यां +अष्टमशताब्द्याः +अष्टमस्कन्धे +अष्टमस्तरङ्गः +अष्टमस्तु +अष्टमस्थाने +अष्टमस्थे +अष्टमस्य +अष्टमस्याध्यायस्य +अष्टमस्याह्नः +अष्टमस्याह्नो +अष्टमस्सर्गः +अष्टमा +अष्टमांशं +अष्टमांशावशेषन्तु +अष्टमांशेन +अष्टमाखण्डः +अष्टमाङ्के +अष्टमात् +अष्टमाधिकरणमारचयति +अष्टमाध्यायस्य +अष्टमाध्याये +अष्टमानुसूची +अष्टमानुसूच्यां +अष्टमास्तु +अष्टमी +अष्टमीं +अष्टमुष्टि +अष्टमुष्टिर्भवेत् +अष्टमूर्ति +अष्टमूर्तिः +अष्टमूर्ते +अष्टमूर्त्यष्टकम् +अष्टमे +अष्टमेन +अष्टमेनांशशेषेण +अष्टमेऽध्याये +अष्टमेऽनुवाके +अष्टमेऽन्तर +अष्टमेऽहनि +अष्टमेऽह्नि +अष्टमॊध्यायः +अष्टमो +अष्टमोच्छ्वासः +अष्टमोध्यायः +अष्टमोऽङ्कः +अष्टमोऽध्याय +अष्टमोऽध्यायः +अष्टमोऽध्यायस्य +अष्टमोऽनुग्रहः +अष्टमोऽनुवाक +अष्टमोऽनुवाकः +अष्टम् +अष्टम्या +अष्टम्यां +अष्टम्याः +अष्टम्याञ्च +अष्टम्यामथ +अष्टम्याम् +अष्टरात्रं +अष्टरात्रेण +अष्टरात्रो +अष्टर्चं +अष्टर्चोनामपञ्चमकाण्डे +अष्टलक्षं +अष्टलक्ष्मी +अष्टवर्ग +अष्टवर्गः +अष्टवर्गे +अष्टवर्गो +अष्टवर्षं +अष्टवर्षस्य +अष्टवर्षा +अष्टवर्षाणि +अष्टवर्षाधिको +अष्टवर्षीयः +अष्टवसुमध्ये +अष्टवान् +अष्टवारं +अष्टवारान् +अष्टविकल्पो +अष्टविधं +अष्टविधा +अष्टविधानसभाक्षेत्राणि +अष्टशतं +अष्टशतम् +अष्टषष्टिः +अष्टषष्टितमः +अष्टषष्टितमोऽध्यायः +अष्टषष्टिषु +अष्टषष्टी +अष्टषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः +अष्टषष्ठितमः +अष्टषष्ठितमोऽध्यायः +अष्टसंख्या +अष्टसप्ततितमः +अष्टसप्ततितमी +अष्टसप्ततितमोऽध्यायः +अष्टसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः +अष्टसहस्रं +अष्टसु +अष्टस्व् +अष्टहस्तं +अष्टहस्ता +अष्टा +अष्टां +अष्टांग +अष्टांगप्रणिपातेन +अष्टांगुलं +अष्टांश +अष्टांशं +अष्टांशमपि +अष्टांशेन +अष्टाकपाल +अष्टाकपालं +अष्टाकपालः +अष्टाकपालम् +अष्टाकपालस् +अष्टाकपालो +अष्टाकपालꣳ +अष्टाक्षर +अष्टाक्षरं +अष्टाक्षरः +अष्टाक्षरविधानेन +अष्टाक्षरस्य +अष्टाक्षरा +अष्टाक्षराः +अष्टाक्षराणि +अष्टाक्षरी +अष्टाक्षरे +अष्टाक्षरेण +अष्टाक्षरो +अष्टागवं +अष्टाङ्ग +अष्टाङ्गं +अष्टाङ्गः +अष्टाङ्गयोग +अष्टाङ्गयोगः +अष्टाङ्गयोगस्य +अष्टाङ्गसंग्रहः +अष्टाङ्गसङ्ग्रहः +अष्टाङ्गसूत्रं +अष्टाङ्गसूत्रम् +अष्टाङ्गहृदय +अष्टाङ्गहृदयम् +अष्टाङ्गहृदये +अष्टाङ्गानि +अष्टाङ्गुल +अष्टाङ्गुलं +अष्टाङ्गुला +अष्टाङ्गुलायां +अष्टाङ्गुले +अष्टाङ्गेन +अष्टाचक्रा +अष्टाचत्वारिंश +अष्टाचत्वारिंशं +अष्टाचत्वारिंशः +अष्टाचत्वारिंशत् +अष्टाचत्वारिंशदक्षरा +अष्टाचत्वारिंशद्वर्षाणि +अष्टाचत्वारिंशम् +अष्टाचत्वारिंशी +अष्टात्रिंशं +अष्टात्रिंशः +अष्टात्रिंशत् +अष्टात्रिंशत्तमः +अष्टाद +अष्टादंष्ट्रो +अष्टादश +अष्टादशं +अष्टादशः +अष्टादशकाण्डे +अष्टादशतमशताब्द्याः +अष्टादशदिने +अष्टादशदिवसयुद्धे +अष्टादशपर्व +अष्टादशपुराणानां +अष्टादशपुराणानि +अष्टादशपुराणेषु +अष्टादशभागानां +अष्टादशभिः +अष्टादशभुजं +अष्टादशभुजा +अष्टादशभुजां +अष्टादशभ्यः +अष्टादशमं +अष्टादशमन्त्रात्मिका +अष्टादशर्चोनाम +अष्टादशवर्षा +अष्टादशवर्षाये +अष्टादशवर्षीयः +अष्टादशवर्षे +अष्टादशविधं +अष्टादशशतकस्य +अष्टादशशतके +अष्टादशशतानि +अष्टादशशताब्द्यां +अष्टादशसहस्रं +अष्टादशसहस्राणि +अष्टादशसु +अष्टादशस् +अष्टादशस्मृतयः +अष्टादशस्मृतिः +अष्टादशस्य +अष्टादशा +अष्टादशांगुलं +अष्टादशाक्षरो +अष्टादशाङ्ग +अष्टादशाङ्गुलं +अष्टादशाङ्गुला +अष्टादशाधिकद्विशततमोऽध्यायः +अष्टादशाधिकरणमारचयति +अष्टादशाधिकशततमः +अष्टादशाधिकशततमोऽध्यायः +अष्टादशाध्याये +अष्टादशानां +अष्टादशानि +अष्टादशी +अष्टादशे +अष्टादशेति +अष्टादशेऽनुवाके +अष्टादशैते +अष्टादशैव +अष्टादशो +अष्टादशोक्तमवरं +अष्टादशोत्तरशततमः +अष्टादशोऽध्याय +अष्टादशोऽध्यायः +अष्टादशोऽध्यायस्य +अष्टाधिक +अष्टाधिकं +अष्टाधिकद्विशततमोऽध्यायः +अष्टाधिकशततमः +अष्टाधिकशततमोऽध्यायः +अष्टाधिका +अष्टाध्यायी +अष्टाध्याय्या +अष्टाध्याय्यां +अष्टाध्याय्याः +अष्टाध्याय्याम् +अष्टानां +अष्टानामपि +अष्टानाम् +अष्टापद +अष्टापदं +अष्टापदम् +अष्टापदी +अष्टापदे +अष्टाभि +अष्टाभिः +अष्टाभिर् +अष्टाभिश्च +अष्टाभिस् +अष्टाभ्य +अष्टाभ्यः +अष्टाभ्यो +अष्टारं +अष्टारे +अष्टार्णाः +अष्टार्णोऽयं +अष्टावकगीता +अष्टावक्र +अष्टावक्रं +अष्टावक्रः +अष्टावक्रगीता +अष्टावक्रजी +अष्टावक्रस्य +अष्टावक्रीयम् +अष्टावक्रेण +अष्टावक्रो +अष्टावङ्गानि +अष्टावतिग्रहा +अष्टावतिग्रहाः +अष्टावध्यायाः +अष्टावष्टौ +अष्टाविं +अष्टाविंशं +अष्टाविंशः +अष्टाविंशति +अष्टाविंशतिः +अष्टाविंशतितमः +अष्टाविंशतितमे +अष्टाविंशतितमोऽध्यायः +अष्टाविंशतिभेदा +अष्टाविंशतिमे +अष्टाविंशतिरित्येते +अष्टाविंशतिरीरिताः +अष्टाविंशतिरेवैताः +अष्टाविंशतिलोकसभाक्षेत्रेषु +अष्टाविंशतीनां +अष्टाविंशत् +अष्टाविंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +अष्टाविंशत्यधिकशततमः +अष्टाविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः +अष्टाविंशानि +अष्टाविंशी +अष्टाविंशे +अष्टाविंशोऽध्यायः +अष्टाविति +अष्टावुपभृति +अष्टावुरसि +अष्टावेणस्य +अष्टावेतानि +अष्टावेते +अष्टावेव +अष्टाव् +अष्टाशफाः +अष्टाशीति +अष्टाशीतितमं +अष्टाशीतितमः +अष्टाशीतितमी +अष्टाशीतितमोऽध्यायः +अष्टाशीतिसहस्राणां +अष्टाशीतिसहस्राणि +अष्टाशीत्यधिकशततमोऽध्यायः +अष्टाश्रं +अष्टाश्रि +अष्टाश्रिं +अष्टासु +अष्टास्रं +अष्टि +अष्टिः +अष्टिका +अष्टी +अष्टीर् +अष्टु +अष्टेडपदस्तोभः +अष्टेति +अष्टो +अष्टोतरनामावली +अष्टोत्तर +अष्टोत्तरं +अष्टोत्तरशत +अष्टोत्तरशतं +अष्टोत्तरशततमः +अष्टोत्तरशतनामावलिः +अष्टोत्तरशतवारं +अष्टोत्तरशताहुतीः +अष्टोत्तरशते +अष्टोत्तरशतेनापि +अष्टोत्तरशतेनैव +अष्टोत्तरशतै +अष्टोत्तरशतैः +अष्टोत्तरशतैर्देवं +अष्टोत्तरसहस्रं +अष्टोत्तरसहस्रकम् +अष्टोत्तरसहस्रन्तु +अष्टोत्तरसहस्रमष्टोत्तरशतं +अष्टोत्तरसहस्रेण +अष्टोपचारैरभ्यर्च्य +अष्टोपचौरभ्यर्च्य +अष्टोबर् +अष्टौ +अष्टौं +अष्ट्रा +अष्ट्रां +अष्ट्राम् +अष्ठ +अष्ठमः +अष्ठादशः +अष्ठीला +अष्ठीवत् +अष्ठीवद्भ्यां +अष्ठीवद्भ्याम् +अष्ठीवन्तौ +अष्ठौ +अष्तौ +अष्थ +अष्‍टाध्‍यायी +अस +असँ +असं +असंकरः +असंकरेण +असंकल्पनमात्रेण +असंकीर्णं +असंकीर्णा +असंख्य +असंख्यं +असंख्यकाः +असंख्यता +असंख्यब्रह्मणां +असंख्या +असंख्याः +असंख्याकाः +असंख्यात +असंख्यातं +असंख्याता +असंख्याताः +असंख्यातानि +असंख्यातान् +असंख्याताश्च +असंख्यातास्तथा +असंख्यानां +असंख्यानादिमुक्तानां +असंख्यानि +असंख्ये +असंख्येय +असंख्येयं +असंख्येयगुणं +असंख्येयम् +असंख्येया +असंख्येयाः +असंख्येयानि +असंख्येयैः +असंख्येषु +असंख्यैः +असंग +असंगं +असंगः +असंगत +असंगतिः +असंगतिसरः +असंगत्यलंकारः +असंगृहीतो +असंगो +असंज्ञा +असंज्ञात्वात् +असंज्ञायां +असंज्ञायान्तु +असंज्ञायामपि +असंज्ञायामिति +असंज्ञायाम् +असंतापे +असंतृण्णे +असंदिग्धं +असंनिकृष्टेऽर्थे +असंनिधौ +असंन्यस्तसंकल्पः +असंपत्तौ +असंपदस्तस्य +असंपूज्य +असंप्रज्ञातः +असंप्रेयं +असंबद्ध +असंबद्धं +असंबद्धः +असंबद्धा +असंबद्धे +असंबन्धः +असंबन्धात् +असंबन्धे +असंबाधं +असंबाधा +असंबाधे +असंबुद्धौ +असंभव +असंभवं +असंभवः +असंभवति +असंभवस्तु +असंभवस्य +असंभवात् +असंभवादिति +असंभवाद् +असंभवापत्तेः +असंभवालंकारः +असंभवे +असंभवेन +असंभवो +असंभावना +असंभाव्यं +असंभिन्ने +असंभृतं +असंभ्रान्तः +असंमतः +असंमूढः +असंमूढो +असंमृष्टोऽसि +असंमोहः +असंयत +असंयतात्मना +असंयतात्मा +असंयुक्त +असंयुक्तं +असंयुक्ता +असंयुक्ताः +असंयोग +असंयोगपूर्वस्य +असंयोगपूर्वो +असंयोगात् +असंयोगादिति +असंयोगाल्लिट् +असंयोगाल्लिट्कित् +असंयोगोपधात् +असंलक्ष्यक्रमव्यङ्ग्यः +असंविभज्य +असंवृतं +असंवृतगुदं +असंवेदनरूपा +असंवेद्य +असंवेद्यं +असंशय +असंशयं +असंशयः +असंशयमिति +असंशयम् +असंशयो +असंश्लिष्टयोरप्याधाराधेयभावं +असंसर्गः +असंसर्गित्वात् +असंसर्गो +असंसारिण +असंसारिणं +असंसारी +असंसृष्टं +असंसृष्टे +असंसृष्ट्यपि +असंस्कारगत्योः +असंस्कार्यैः +असंस्कृत +असंस्कृतं +असंस्कृतः +असंस्कृतप्रमीतानां +असंस्कृतमपि +असंस्कृतम् +असंस्कृता +असंस्कृताः +असंस्कृतायां +असंस्कृतास्तु +असंस्कृते +असंस्कृतेषु +असंस्कृतो +असंस्तुतं +असंस्तुता +असंस्थितम् +असंस्थितान् +असंस्पृशन्तं +असंहत +असंहतः +असंहता +असंहार्या +असंहिता +असः +असः॑ +असकृत +असकृत् +असकृत्कर्म +असकृदिति +असकृद् +असकौ +असक्त +असक्तं +असक्तः +असक्तबुद्धिः +असक्तमिति +असक्तम् +असक्ता +असक्ताः +असक्तिः +असक्तिरनभिष्वङ्गः +असक्तिरिति +असक्तेति +असक्तो +असक्थः +असक्थिः +असक्षत +असखि +असखीति +असख्य +असग +असगोत्रः +असङ्करेण +असङ्ख्य +असङ्ख्याः +असङ्ख्याकाः +असङ्ख्याता +असङ्ख्यातानि +असङ्ख्यादेः +असङ्ख्यानि +असङ्ख्येया +असङ्ग +असङ्गं +असङ्गः +असङ्गत +असङ्गतं +असङ्गता +असङ्गतिः +असङ्गते +असङ्गत्वं +असङ्गम् +असङ्गशस्त्रेण +असङ्गस्य +असङ्गाः +असङ्गेति +असङ्गो +असङ्गोऽपि +असच् +असच्च +असच्छब्दस्य +असजातीय +असज्जनेन +असज्जाति +असज्जातिमिश्रः +असञ्ज्ञायां +असत +असतं +असतः +असतश् +असतश्च +असता +असतां +असताम् +असति +असती +असतीं +असतीति +असतीनां +असतीव्रज्या +असते +असतैव +असतो +असतोः +असतोऽपि +असत् +असत्कर्मभिर्भवेत् +असत्कुलप्रसूता +असत्कृतं +असत्कृतः +असत्कृतमवज्ञातं +असत्कृतम् +असत्कृत्य +असत्तया +असत्ता +असत्तां +असत्त्रं +असत्त्व +असत्त्वं +असत्त्वभूतो +असत्त्वमेव +असत्त्वम् +असत्त्वम्‌ +असत्त्वस्य +असत्त्वात् +असत्त्वे +असत्त्वेन +असत्पुरुषसेवेव +असत्प्रतिग्रहे +असत्प्रतिपक्षत्वं +असत्प्रलापं +असत्प्रलापः +असत्प्रलापव्याहारमृदवानि +असत्प्रलापिनः +असत्प्रलापो +असत्य +असत्यं +असत्यः +असत्यग्नौ +असत्यतया +असत्यता +असत्यत्वं +असत्यपि +असत्यभाषणं +असत्यभाषिणो +असत्यभाषी +असत्यमपि +असत्यमप्रतिष्ठं +असत्यमिति +असत्यमेव +असत्यम् +असत्यरहितौ +असत्यर्थे +असत्यवादिनः +असत्यवादी +असत्यस्य +असत्या +असत्यां +असत्याः +असत्याच्च +असत्यानि +असत्यामपि +असत्याम् +असत्ये +असत्येति +असत्येन +असत्येव +असत्यैव +असत्यो +असत्यौ +असत्य् +असत्रं +असत्व +असत्वं +असत्वात् +असत्वे +असत्सु +असत्स्वपि +असत्‌ +असथ +असदः +असदकरणात् +असदकरणादुपादानग्रहणात् +असदच्चमूषु +असदत् +असदन् +असदन्निति +असदपि +असदिति +असदित्युच्यते +असदृश +असदृशं +असदृशः +असदृशेन +असदेतत् +असदेव +असदेवेति +असदेवेदमग्र +असद् +असद्गतिं +असद्ग्राहान् +असद्दिवि +असद्ब्रह्मेति +असद्ब्राहृेति +असद्भावे +असद्भिः +असद्भूतं +असद्योनयः +असद्रूपो +असद्वंशप्रसूता +असद्वस्तु +असद्वा +असद्वादिप्रयुक्तानां +असद्विलक्षणं +असद्व्यपदेशान्नेति +असद्व्रज्या +असन +असनं +असनः +असनत् +असनम् +असनयोश्च +असनवृक्षः +असनवृक्षे +असना +असनाम +असनाम् +असनाय +असनि +असनिष्ट +असनिष्ठाः +असने +असनो +असन् +असन्त +असन्तं +असन्तः +असन्तम् +असन्तस्य +असन्तुष्टः +असन्तुष्टा +असन्तुष्टाः +असन्तो +असन्तोषं +असन्तोषः +असन्दिग्धं +असन्दिग्धरूपेण +असन्धौ +असन्न +असन्नपि +असन्नशेवाः +असन्ना +असन्नाद् +असन्निकृष्टवाक्यार्थज्ञानं +असन्निति +असन्निधाने +असन्निहितान् +असन्निहिते +असन्नेव +असन्नो +असन्न् +असन्मैत्री +असन्वन् +असन्वशे +असन्‌ +असपक्षे +असपत्नं +असपत्नः +असपत्नम् +असपत्ना +असपत्नाः +असपर्यन् +असपिण्डं +असपिण्डा +असफल +असफलं +असफलः +असफलतायाः +असफलाः +असफविलासः +असबन्धे +असभ्य +असभ्यं +असभ्यः +असभ्याः +असम +असमं +असमः +असमक्षं +असमञ्ज +असमञ्जस +असमञ्जसं +असमञ्जसः +असमञ्जसम् +असमञ्जस्य +असमनाः +असमप्रतिबिम्बता +असमप्रदेशस्य +असमम् +असमय +असमये +असमराज्य +असमराज्यम् +असमराज्यसम्बद्धाः +असमराज्यस्य +असमराज्ये +असमर्थ +असमर्थं +असमर्थः +असमर्थता +असमर्थनम् +असमर्थम् +असमर्थस्य +असमर्था +असमर्थाः +असमर्थानि +असमर्थीक्रियताम् +असमर्थे +असमर्थो +असमवायात् +असमवायि +असमवायिकारण +असमवायिकारणं +असमवायिकारणत्वं +असमवायिकारणम् +असमवायिकारणस्य +असमस्त +असमस्य +असमा +असमाः +असमातिं +असमातिः +असमाधानं +असमान +असमानं +असमानः +असमाना +असमानां +असमाने +असमानो +असमाप्तं +असमाप्तः +असमाप्तजिगीषस्य +असमाप्तस्य +असमाप्ते +असमाप्य +असमालंकारसरः +असमास +असमासवद्भावे +असमासा +असमासे +असमासेऽपि +असमाहितः +असमिया +असमियाभाषा +असमियाभाषाः +असमियालिपिः +असमीक्ष्य +असमीक्ष्यकारिन् +असमीक्ष्यकारी +असमीचीनः +असमीचीनम् +असमीचीना +असमीया +असमीयाभाषा +असमे +असम् +असम्पातं +असम्प्रज्ञात +असम्प्रज्ञातः +असम्प्रज्ञातसमाधिः +असम्प्रज्ञातसमाधेः +असम्प्रज्ञाते +असम्प्रज्ञातो +असम्प्रति +असम्प्रमोषः +असम्बद्ध +असम्बद्धं +असम्बद्धम्‌ +असम्बद्धस्य +असम्बद्धा +असम्बन्ध +असम्बन्धात् +असम्बन्धे +असम्बन्धो +असम्बाधा +असम्बुद्धाविति +असम्बुद्धावित्येव +असम्बुद्धौ +असम्भव +असम्भवं +असम्भवः +असम्भवमेव +असम्भवम् +असम्भवस्तु +असम्भवा +असम्भवाच्च +असम्भवात् +असम्भवात्‌ +असम्भवादिति +असम्भवे +असम्भवेन +असम्भावना +असम्भाव्यं +असम्भिन्नाः +असम्भूय +असम्मतः +असम्मता +असम्मूढः +असम्यक् +असम्यङ्मारितं +असयः +असयोगात् +असयोगादिति +असयोगाल्लिट् +असर +असरः +असरत् +असरन् +असरूप +असरूपाणां +असर्जि +असर्व +असर्वं +असर्वज्ञः +असर्वथाभावं +असर्वनामस्थान +असलम +असल्यामुळे +असव +असवः +असवर्ण +असवर्णा +असवर्णाः +असवर्णास्तु +असवर्णास्वयं +असवर्णे +असविष्ट +असवे +असवो +असश्चत +असश्चतः +असश्चता +असश्चतो +असश्चन्ती +अससि +अससृग्रम् +असस्मरत् +असह +असहकारान्दोलनम् +असहकारान्दोलने +असहत +असहनः +असहना +असहने +असहन्त +असहन्ती +असहमानः +असहमाना +असहमानाः +असहमानो +असहयोग +असहयोगान्दोलन +असहयोगान्दोलनस्य +असहयोगान्दोलने +असहा +असहाय +असहायं +असहायः +असहायम् +असहायस्य +असहाया +असहायाः +असहाये +असहायेन +असहायो +असहिष्ट +असहिष्णुः +असहिष्णुता +असह्य +असह्यं +असह्यः +असह्यपीडं +असह्यम् +असह्यहुंकारनिवर्तितः +असह्या +असह्येन +असा +असाकल्ये +असाक्षिके +असाक्षिकेषु +असाक्षिणः +असाक्षिणस्ते +असात +असात् +असात्त्विकं +असात्म्यजा +असाथ +असाथाः +असादयन् +असादि +असादृश्यं +असादृश्यहता +असादृश्ये +असाधक +असाधकं +असाधनम् +असाधना +असाधयत् +असाधवो +असाधा +असाधारण +असाधारणं +असाधारणः +असाधारणत्वं +असाधारणत्वम् +असाधारणत्वात् +असाधारणम् +असाधारणम्‌ +असाधारणया +असाधारणव्य +असाधारणव्यवहारमातृकाप्रकरणम् +असाधारणस्य +असाधारणा +असाधारणाः +असाधारणाश्च +असाधारणी +असाधारणे +असाधारणेति +असाधारणेन +असाधारणो +असाधारण्येन +असाधु +असाधुः +असाधुत्वं +असाधुत्वे +असाधुरनुमानेन +असाधुषु +असाधूनां +असाधूनि +असाध्य +असाध्यं +असाध्यः +असाध्यता +असाध्यत्वमाह +असाध्यत्वात् +असाध्यमपि +असाध्यमाह +असाध्यम् +असाध्यलक्षणमाह +असाध्यस्य +असाध्या +असाध्यां +असाध्याः +असाध्यानां +असाध्ये +असाध्यो +असाध्वी +असानच् +असानि +असानीति +असाम +असामञ्जस्यं +असामर्थ्य +असामर्थ्यं +असामर्थ्यात् +असामर्थ्ये +असामर्थ्येन +असामान्य +असामान्यं +असामान्या +असामान्ये +असामि +असामेति +असाम्प्रतम् +असाम्या +असाम्ये +असार +असारं +असारः +असारतां +असारभूते +असारम् +असारा +असाराः +असारे +असार्मथ्यात् +असार्मथ्यादत्र +असार्वत्रिकी +असार्वधातुके +असाव +असावन्त्यः +असावपि +असाववनेनिङ्क्ष्व +असावस्य +असावहं +असावहमिति +असावादित्य +असावादित्यः +असावादित्यो +असावि +असाविति +असावित्यत्र +असावित्यस्य +असाविषुः +असाविसो +असावीति +असावीत् +असावुदयमारूढः +असावुदेति +असावेतत्त +असावेव +असावेवादित्यो +असावेहि +असाव् +असाव्यंशु +असाव्यंशुर्मदायाप्सु +असाव्यंशुर्मदाये +असाव्यꣳशु +असासीत् +असा॑म +असा॑मि +असा॑वि +असा॑वि॒ +असा॒म्या +असि +असिं +असिः +असिका +असिक्त +असिक्नि +असिक्नी +असिक्नीम् +असिक्न्या +असिक्न्यां +असिचत +असिचत् +असिचि +असिच् +असिच्यत +असिजीवी +असिञ्चतम् +असिञ्चत् +असिञ्चन् +असित +असितं +असितः +असितपलितयोः +असितम् +असितवर्णा +असितस्य +असिता +असितां +असिताः +असिताङ्गो +असिताय +असिते +असितेति +असितेन +असितो +असित्वा +असिद्ध +असिद्धं +असिद्धः +असिद्धत्वं +असिद्धत्वात् +असिद्धत्वाद् +असिद्धत्वाद्भवति +असिद्धत्वान्न +असिद्धत्वे +असिद्धत्वेन +असिद्धमिति +असिद्धम् +असिद्धरूपं +असिद्धवदत्रा +असिद्धवदत्राभात् +असिद्धविषया +असिद्धस्य +असिद्धा +असिद्धार्था +असिद्धि +असिद्धिं +असिद्धिः +असिद्धिप्रसङ्गात् +असिद्धिरिति +असिद्धी +असिद्धे +असिद्धेः +असिद्धेरिति +असिद्धेश्च +असिद्धो +असिद्धौ +असिध्यत् +असिना +असिनात् +असिन् +असिन्वती +असिन्वन् +असिपत्त्रवनं +असिपत्रवनं +असिपत्रवने +असिपत्रे +असिप्रत्ययः +असिभिः +असिम् +असिरिव +असिर्विशसनः +असिलोमा +असिश्च +असिश्छिनत्ति +असिष्यदत् +असिस्यदत् +असिस्रवत् +असिहत्य +असिहसि +असि॑ +असि॑न्वती॒ +असि॒ +असी +असीत +असीति +असीतीमाम् +असीत् +असीत्यर्थः +असीत्याह +असीत्य् +असीदत् +असीदम् +असीदिति +असीन् +असीन्द्रस्य +असीन्द्रो +असीम +असीमं +असीमा +असीषदन् +असु +असुं +असुं॑ +असुं॒ +असुः +असुः॑ +असुक +असुकः +असुकरं +असुक् +असुख +असुखं +असुखम् +असुखिनं +असुगागमः +असुतृपः +असुन +असुनन्तो +असुनवम् +असुना +असुनि +असुनीतिः +असुनीतिम् +असुनीते +असुनो +असुनोत् +असुन् +असुन्दरं +असुन्प्रत्ययः +असुन्प्रत्यये +असुन्वतः +असुन्वता +असुन्वन् +असुन्वन्तं +असुन्वन्तम् +असुपः +असुपि +असुपीति +असुभिः +असुम् +असुर +असुरं +असुरः +असुरक्षितिम् +असुरत्वं +असुरपुराणां +असुरभेदः +असुरभेदे +असुरम् +असुररक्षांस्य् +असुरविशेषः +असुरवेदम् +असुरशरीर +असुरश्च +असुरस्तारको +असुरस्य +असुरहा +असुरऽत्वम् +असुरा +असुरांश्च +असुराः +असुराञ् +असुराणां +असुराणाम् +असुरानिति +असुरानेभ्यो +असुरान् +असुरान्प्रतिदृश्य +असुराय +असुराश् +असुराश्च +असुराश्चास्पर्धन्त +असुराश्चोभये +असुरास् +असुरास्तु +असुरास्ते +असुरिति +असुरी +असुरे +असुरेण +असुरेन्द्रं +असुरेभ्यः +असुरेभ्यो +असुरेषु +असुरैः +असुरैर् +असुरो +असुरों +असुरौ +असुर् +असुर्य +असुर्यं +असुर्यः +असुर्यम् +असुर्या +असुर्याः +असुर्याणि +असुर्याय +असुलभं +असुलभा +असुषु +असुस्रवत् +असुस्रुवत् +असुहृत् +असुऽनीतिम् +असु॑नीते॒ +असु॑म् +असु॑रः +असु॑रक्षितिम् +असु॑रस्य +असु॑रस्य॒ +असु॑रा +असु॑राः +असु॑राय +असु॑राय॒ +असु॑रेषु +असु॑रो +असु॑ऽनीतिम् +असू +असूः +असूचयत् +असूत +असूतजरती +असूता +असूतेति +असूदयन्त +असून +असूनां +असून् +असूयकः +असूयकश्च +असूयकाय +असूयकायानृजवे +असूयकायानृजवेऽयताय +असूयत +असूयति +असूयते +असूयन् +असूयया +असूययेव +असूया +असूयां +असूयादिषु +असूयायां +असूयायाम् +असूयितं +असूर्ते +असूर्य +असूर्यंपश्या +असूर्यम्पश्या +असूर्या +असूर्ये +असूषुपत् +असृक् +असृक्करशब्दे +असृक्षत +असृक्षि +असृग् +असृग्दरं +असृग्रं +असृग्रन् +असृग्रन्नवर्चम् +असृग्रन्पयसा +असृग्रमिन्दव +असृग्रमिन्दवः +असृग्रमिन्दवो +असृग्रमिन्द्र +असृग्रम् +असृङ् +असृङ्मोक्षः +असृजं +असृजः +असृजत +असृजतेति +असृजत् +असृजत्सर्वभूतानि +असृजद् +असृजन् +असृजन्त +असृजा +असृज् +असृज्यत +असृज्यन्त +असृज्येताम् +असृष्ट +असृष्टान्नं +असृष्टान्नम् +असृ॑क्षत +असृ॑ग्रम् +असृ॑जत +असे +असेः +असेधीत् +असेना +असेन् +असेन्या +असेप्रत्ययः +असेम्बली +असेरुरन् +असेवत +असेवन्त +असेवि +असेविते +असेवीत् +असेव्यः +असेि +असै +असैत्सीत् +असैौ +असो +असोओ +असोढः +असोढा +असोमपाश्च +असोमयाजी +असोरल्लोपः +असोष्ट +असोसियेषन् +असो॒ +असौ +असौम्याः +असौषीत् +असौ॒ +अस् +अस्ंयुक्तमण्डलानि +अस्कन्दाय +अस्कन्नं +अस्कन्नत्वाय +अस्कन्नम् +अस्कन्नꣳ +अस्कभायत् +अस्कभायदुत्तरं +अस्कभायद् +अस्कानजनि +अस्कान्द्यौः +अस्ट्रानौमिकल +अस्त +अस्तं +अस्तंगत +अस्तंगते +अस्तं॑ +अस्तः +अस्तकाल +अस्तकाले +अस्तगे +अस्तङ्गते +अस्तभायत् +अस्तभ्नाः +अस्तभ्नात् +अस्तभ्नाद् +अस्तभ्नाद्द्याम् +अस्तम +अस्तमय +अस्तमयः +अस्तमये +अस्तमा +अस्तमित +अस्तमितः +अस्तमिति +अस्तमिते +अस्तमीके +अस्तमेति +अस्तम् +अस्तम्भीत् +अस्तर +अस्तरिष्ट +अस्तलग्न +अस्तवे +अस्तस्तु +अस्ता +अस्ताः +अस्ताचल +अस्ताचलं +अस्ताचलस्य +अस्ताचले +अस्ताति +अस्तातिः +अस्तातेरर्थे +अस्तातेर्विषये +अस्तात् +अस्तात्यर्थ +अस्ताम् +अस्तारमेषि +अस्तावि +अस्तावीत् +अस्तासि +अस्ताऽइव +अस्ता॑ +अस्ता॑वि +अस्ता॑ऽइव +अस्ति +अस्तिं +अस्तिः +अस्तिक्षीरा +अस्तिता +अस्तित्त्वं +अस्तित्त्वम् +अस्तित्व +अस्तित्वं +अस्तित्वमेव +अस्तित्वम् +अस्तित्वस्य +अस्तित्वे +अस्तिनास्तिदिष्टं +अस्तिनास्तीति +अस्तिर्भवन्तीपरः +अस्तिशब्देन +अस्तिसिच +अस्तिसिचः +अस्तिसिचोऽपृक्ते +अस्ति॑ +अस्ति॒ +अस्ती +अस्तीति +अस्तीतिशेषः +अस्तीत्यादि +अस्तीत्याह +अस्तीत्येवोपलब्धव्य +अस्तीत्येवोपलब्धव्यः +अस्तीत्य् +अस्तीदं +अस्तीव +अस्तीह +अस्तु +अस्तुः +अस्तुः॑ +अस्तुङ्कारः +अस्तुत +अस्तुति +अस्तुवत +अस्तुवन् +अस्तु॒ +अस्तृणन् +अस्तृत +अस्तृतः +अस्तृतम् +अस्तृभिः +अस्तृ॑तः +अस्तृ॑तम् +अस्ते +अस्तेः +अस्तेय +अस्तेयं +अस्तेयः +अस्तेयप्रतिष्ठायां +अस्तेयम् +अस्तेये +अस्तेर्भूः +अस्तेर्लटि +अस्तेर्लिङि +अस्तेर्लिटि +अस्तेर्लेटि +अस्तेर्लेट्यडागमः +अस्तेर्लोटि +अस्तेव +अस्तेश्च +अस्ते॑व॒ +अस्तो +अस्तोढ्वम् +अस्तोतुः +अस्तोभमनवद्यं +अस्तोभमनवद्यञ्च +अस्तोश्चेति +अस्तोषत +अस्तोषाताम् +अस्तोषि +अस्तोष्ट +अस्तो॑षत॒ +अस्तौत् +अस्तौद् +अस्त्य +अस्त्यत्र +अस्त्यन्यत् +अस्त्यन्यदेतस्य +अस्त्ययं +अस्त्यर्थे +अस्त्यश्नः +अस्त्यस्मिन्वसुधापीठे +अस्त्यस्य +अस्त्यस्या +अस्त्यस्याः +अस्त्यस्यामिति +अस्त्यस्येति +अस्त्यात्मा +अस्त्युत्तरस्यां +अस्त्युत्तरस्याम् +अस्त्युत्तरेण +अस्त्युपायो +अस्त्येकं +अस्त्येतत् +अस्त्येव +अस्त्येवं +अस्त्येवेति +अस्त्येषा +अस्त्य् +अस्त्र +अस्त्रं +अस्त्रग्रामं +अस्त्रजप्तेन +अस्त्रबीजेन +अस्त्रभेदे +अस्त्रमन्त्रं +अस्त्रमन्त्रेण +अस्त्रमस्त्रेण +अस्त्रम् +अस्त्रविद्या +अस्त्रविशेषः +अस्त्रशस्त्राणि +अस्त्रस्य +अस्त्रा +अस्त्राग्निना +अस्त्राणां +अस्त्राणि +अस्त्राभिमन्त्रितं +अस्त्राय +अस्त्रायफट् +अस्त्रियां +अस्त्रियामिति +अस्त्रियामित्येव +अस्त्रियाम् +अस्त्री +अस्त्रे +अस्त्रेण +अस्त्रेणैव +अस्त्रेणोन्मुक्तमात्मानं +अस्त्रेषु +अस्त्रैः +अस्त्रैरस्त्राणि +अस्त्रैश्च +अस्त्रों +अस्त्रोदकेन +अस्त्वग्नये +अस्त्वङ्कुशो +अस्त्वत्र +अस्त्वद्य +अस्त्वनागा +अस्त्वनिराकरणं +अस्त्वभयं +अस्त्वयं +अस्त्वव +अस्त्वश्मने +अस्त्वस्मै +अस्त्वायते +अस्त्विति +अस्त्वेव +अस्त्वेवं +अस्त्वेवम् +अस्त्व् +अस्त्व॒द्य +अस्त॑भ्नात् +अस्त॑म् +अस्थ +अस्थगयत् +अस्थनि +अस्थन्वन्तं +अस्थभिः +अस्थभिर् +अस्थभिर्वृत्राण्यप्रतिष्कुतः +अस्थभ्यः +अस्थयः +अस्था +अस्थात् +अस्थादिति +अस्थाद् +अस्थान +अस्थानं +अस्थानन्तरम् +अस्थानमनवकाशो +अस्थानस्थसमासं +अस्थानात् +अस्थानि +अस्थाने +अस्थान् +अस्थान्य् +अस्थापयत् +अस्थापयन् +अस्थायि +अस्थायी +अस्थासि +अस्था॑त् +अस्थि +अस्थिः +अस्थिकोशिका +अस्थिक्षये +अस्थिखण्डं +अस्थिजस्य +अस्थित +अस्थितः +अस्थितन्त्रम् +अस्थिता +अस्थिते +अस्थितेश्च +अस्थिदधि +अस्थिदधिसक्थ्यक्ष्णामनङुदात्तः +अस्थिद्वयं +अस्थिना +अस्थिनां +अस्थिनी +अस्थिपञ्जरः +अस्थिपञ्जरम् +अस्थिपर्वताः +अस्थिभङ्गं +अस्थिभङ्गः +अस्थिभिः +अस्थिभ्यः +अस्थिभ्यस्ते +अस्थिभ्यो +अस्थिमज्जगतः +अस्थिमतां +अस्थिमाला +अस्थिमालां +अस्थियोः +अस्थिर +अस्थिरं +अस्थिरः +अस्थिरता +अस्थिरत्वं +अस्थिरत्वाच्छरीरस्य +अस्थिरन् +अस्थिरम् +अस्थिरा +अस्थिराः +अस्थिरायां +अस्थिरे +अस्थिषु +अस्थिसञ्चयनं +अस्थिसारः +अस्थिसारैस्तथा +अस्थिस्थूणं +अस्थिस्य +अस्थि॑ +अस्थीनि +अस्थीन्यपि +अस्थीन्यालम्बनं +अस्थु +अस्थुः +अस्थुर् +अस्थूरि +अस्थूरिर्वा +अस्थूलमनणु +अस्थूलम् +अस्थेयसामिव +अस्थ्नः +अस्थ्ना +अस्थ्नां +अस्थ्नि +अस्थ्नो +अस्थ्यात्मने +अस्थ्य् +अस्ना +अस्नातः +अस्नाता +अस्नाताशी +अस्नातो +अस्नात्वा +अस्नायी +अस्नाविरं +अस्नि +अस्नेहा +अस्प +अस्पताल +अस्पर्धन्त +अस्पर्श +अस्पर्शत्वात् +अस्पर्शयोग +अस्पर्शयोगो +अस्पर्शे +अस्पष्ट +अस्पष्टं +अस्पष्टः +अस्पष्टकीर्तिः +अस्पष्टम् +अस्पष्टा +अस्पष्टाः +अस्पष्टे +अस्पार्क्षीत् +अस्पृक्षत् +अस्पृण्वत +अस्पृशत् +अस्पृश्य +अस्पृश्यं +अस्पृश्यः +अस्पृश्यता +अस्पृश्यतायाः +अस्पृश्यस्पर्शने +अस्पृश्या +अस्पृष्टं +अस्पृष्टः +अस्पृष्टा +अस्पृष्टे +अस्पृष्ट्वा +अस्पृहा +अस्प्राक्षीत् +अस्फु +अस्फुट +अस्फुटं +अस्फुटः +अस्फुटत् +अस्फुटा +अस्फुटे +अस्फुरः +अस्फोटीत् +अस्म +अस्मकाभिः +अस्मकासु +अस्मच्छत्रून् +अस्मच्छब्दस्य +अस्मच्छब्दात् +अस्मच्छरीरं +अस्मज् +अस्मतः +अस्मत् +अस्मत्कुले +अस्मत्कृते +अस्मत्त +अस्मत्तः +अस्मत्तपन्तु +अस्मत्तो +अस्मत्तोऽपि +अस्मत्पक्ष +अस्मत्पक्षे +अस्मत्पक्षेऽपि +अस्मत्परमगुरुणा +अस्मत्पितः +अस्मत्पिता +अस्मत्पितृपितामहप्रपितामहानां +अस्मत्पुत्रः +अस्मत्रा +अस्मत्संबन्धिषु +अस्मत्सखा +अस्मत्समीपं +अस्मत्समीपे +अस्मत्सु +अस्मत्स्वामी +अस्मद +अस्मदः +अस्मदधरे +अस्मदप +अस्मदभि +अस्मदभिमुखं +अस्मदभिमुखः +अस्मदभिमुखम् +अस्मदभिमुखी +अस्मदमतिं +अस्मदर्थं +अस्मदर्थम् +अस्मदर्थे +अस्मदा +अस्मदादि +अस्मदादिना +अस्मदादीनां +अस्मदादीनामपि +अस्मदाभिमुख्येन +अस्मदिति +अस्मदिष्टं +अस्मदीय +अस्मदीयं +अस्मदीयः +अस्मदीयमाह्वानं +अस्मदीयमिदं +अस्मदीयम् +अस्मदीयया +अस्मदीयस्य +अस्मदीया +अस्मदीयां +अस्मदीयाः +अस्मदीयानां +अस्मदीयानाम् +अस्मदीयानि +अस्मदीयान् +अस्मदीयाभिः +अस्मदीयाय +अस्मदीयासु +अस्मदीये +अस्मदीयेन +अस्मदीयेषु +अस्मदीयैः +अस्मदीयैरपि +अस्मदीयैरिति +अस्मदीयो +अस्मदुक्तं +अस्मदुक्तरीत्या +अस्मदो +अस्मद् +अस्मद्ग +अस्मद्गुरवस्तु +अस्मद्गुरुचरणास्तु +अस्मद्दात्रा +अस्मद्देशे +अस्मद्बलस्य +अस्मद्यज्ञं +अस्मद्यज्ञे +अस्मद्यागे +अस्मद्युत्तम +अस्मद्युत्तमः +अस्मद्रक्षणाय +अस्मद्रक्षणार्थं +अस्मद्र्यक् +अस्मद्वचः +अस्मद्वचनं +अस्मद्विरोधिनः +अस्मद्विवक्षितो +अस्मद्विषये +अस्मद्‌ +अस्मध्रुक् +अस्मन् +अस्मन्नय +अस्मन्नि +अस्मन्मत +अस्मन्मते +अस्मभ्य +अस्मभ्यं +अस्मभ्यमप्रतिष्कुतः +अस्मभ्यमरातीयादिति +अस्मभ्यमस्मदर्थे +अस्मभ्यमस्माकं +अस्मभ्यमाहर +अस्मभ्यमोषधीः +अस्मभ्यम् +अस्मभ्यम्̇ +अस्मभ्यꣳ +अस्मयुः +अस्मयुम् +अस्मयू +अस्मरत् +अस्मरन् +अस्मऽत्रा +अस्मऽयुः +अस्मा +अस्माँ +अस्मां +अस्मांश्च +अस्माअस्मा +अस्माक +अस्माकं +अस्माकञ्च +अस्माकन्तु +अस्माकम +अस्माकमग्ने +अस्माकमत्र +अस्माकमद्य +अस्माकमपि +अस्माकमविता +अस्माकमस्ति +अस्माकमस्तु +अस्माकमायुः +अस्माकमिति +अस्माकमित्यनेन +अस्माकमिन्द्र +अस्माकमिन्द्रः +अस्माकमुत्तमं +अस्माकमुपरि +अस्माकमेव +अस्माकम् +अस्माकासः +अस्माकीनां +अस्माकेन +अस्माकेभिः +अस्माकꣳ +अस्माङ् +अस्माच् +अस्माच्च +अस्माच्छता +अस्माच्छान्दसे +अस्माच्छान्दसो +अस्मात् +अस्मात्कर्मणि +अस्मात्कार्षापणादिह +अस्मात्क्विप् +अस्मात्परं +अस्मात्परस्य +अस्मात्समुद्राद्बृहतो +अस्मात्स्थानात् +अस्माद +अस्मादन्तर्भावितण्यर्थात् +अस्मादपि +अस्मादिति +अस्मादिदं +अस्मादृशः +अस्मादृशां +अस्मादृशाः +अस्मादेव +अस्मादौणादिक +अस्मादौणादिको +अस्माद् +अस्माद्धातोः +अस्माद्धेतोः +अस्माद्भावे +अस्माद्यजमानात् +अस्माद्वचनाद्भवति +अस्माद्वै +अस्मान +अस्मानपि +अस्मानभि +अस्मानभिगमय +अस्मानभिलक्ष्य +अस्मानस्माकं +अस्मानिति +अस्मानेव +अस्मान् +अस्मान्त् +अस्मान्न +अस्मान्प्रति +अस्मान्ब्राह्मणान्ब्राह्मणा +अस्मान्मा +अस्मान्मातरः +अस्मान्मायी +अस्मान्वा +अस्मान्विश्वानि +अस्मान्साधु +अस्मान्सु +अस्मान्हत्वा +अस्माभि +अस्माभिः +अस्माभिरत्र +अस्माभिरपि +अस्माभिरभिषुतः +अस्माभिरिति +अस्माभिरेव +अस्माभिर् +अस्माभिर्दत्तं +अस्माभिर्दत्तानि +अस्माभिर्दत्तेन +अस्माभिर्दत्तैः +अस्माभिर्दीयमानं +अस्माभिर्न +अस्माभिश्च +अस्माभिस् +अस्माभिस्तु +अस्मामभिदासति +अस्माम्̇ +अस्माया +अस्मायामेधा +अस्मायामेधास्रजो +अस्मायुद्धर +अस्मार्षीत् +अस्माल् +अस्माल्लङि +अस्माल्लुङि +अस्माल्लेटि +अस्माल्लोकात् +अस्माल्लोकात्प्रेत्य +अस्माल्लोकादमुं +अस्माल्लोटि +अस्मासु +अस्मास्वस्तु +अस्मास्वियं +अस्मास्वेव +अस्मास्व् +अस्माहके +अस्माꣳ +अस्मि +अस्मिँल्लिंगे +अस्मिँल्लोके +अस्मिं +अस्मिंलोके +अस्मिंल् +अस्मिंल्लोक +अस्मिंल्लोके +अस्मिंश् +अस्मिंश्च +अस्मिंस् +अस्मिंस्तीर्थे +अस्मिंस्तु +अस्मिंस्त्वर्थे +अस्मिञ् +अस्मिञ्जगति +अस्मिञ्जन्मनि +अस्मिता +अस्मितां +अस्मितादीनां +अस्मितामात्रं +अस्मितामात्रा +अस्मिताया +अस्मितायाः +अस्मिन +अस्मिनिति +अस्मिन् +अस्मिन्कर्मणि +अस्मिन्कलियुगे +अस्मिन्कल्प +अस्मिन्कल्पे +अस्मिन्काल +अस्मिन्काले +अस्मिन्क्षणे +अस्मिन्क्षेत्रे +अस्मिन्गोत्रे +अस्मिन्त् +अस्मिन्त्सधस्थे +अस्मिन्दिने +अस्मिन्देशे +अस्मिन्देहे +अस्मिन्द्यवि +अस्मिन्द्यावापृथिवी +अस्मिन्द्वये +अस्मिन्न +अस्मिन्नक्षत्रेजातगुणाः +अस्मिन्नगरे +अस्मिन्नग्नौ +अस्मिन्नद्रौ +अस्मिन्नधिकरणे +अस्मिन्नध्याये +अस्मिन्ननृणाः +अस्मिन्नपि +अस्मिन्नर्थ +अस्मिन्नर्थे +अस्मिन्नवसरे +अस्मिन्नस्य +अस्मिन्नहनि +अस्मिन्नाजौ +अस्मिन्नाटके +अस्मिन्नात्मनो +अस्मिन्नानन्द +अस्मिन्नासीद +अस्मिन्नासीनाः +अस्मिन्निति +अस्मिन्नित्यर्थे +अस्मिन्निषद्य +अस्मिन्नेव +अस्मिन्नेवं +अस्मिन्नेवाधिकरणे +अस्मिन्नेवान्तरे +अस्मिन्नेवार्थे +अस्मिन्नेवालम्बने +अस्मिन्नेवाऽधिकरणे +अस्मिन्न् +अस्मिन्पक्ष +अस्मिन्पक्षे +अस्मिन्पाठे +अस्मिन्प्रकरणे +अस्मिन्प्रदेशे +अस्मिन्बर्हिषि +अस्मिन्मण्डले +अस्मिन्मते +अस्मिन्मन्त्रे +अस्मिन्मन्वन्तरे +अस्मिन्महति +अस्मिन्महत्यर्णवे +अस्मिन्महाधने +अस्मिन्मासे +अस्मिन्मुहूर्ते +अस्मिन्यज्ञे +अस्मिन्युगे +अस्मिन्योगे +अस्मिन्योनौ +अस्मिन्लोके +अस्मिन्वंशे +अस्मिन्वने +अस्मिन्वयं +अस्मिन्वसु +अस्मिन्वस्तुनि +अस्मिन्वा +अस्मिन्वाक्ये +अस्मिन्विषये +अस्मिन्वै +अस्मिन्व्याख्याने +अस्मिन्श्लोके +अस्मिन्संसारे +अस्मिन्सति +अस्मिन्समये +अस्मिन्समाजे +अस्मिन्सर्गे +अस्मिन्सूत्रे +अस्मिन्स्थाने +अस्मिन्हि +अस्मिन्‌ +अस्मिम्̇श् +अस्मिम्̐ +अस्मिल्लोके +अस्मिश्च +अस्मिस्तु +अस्मि॑ +अस्मि॒ +अस्मिꣳश् +अस्मीति +अस्मीत्य् +अस्मृषाताम् +अस्मे +अस्मै +अस्मै॑ +अस्मो +अस्म् +अस्म्यहं +अस्म्य् +अस्म॒युः +अस्य +अस्यः +अस्यतः +अस्यता +अस्यति +अस्यतितृषोः +अस्यतिवक्ति +अस्यतिवक्तिख्यातिभ्योऽङ् +अस्यतीति +अस्यतु +अस्यते +अस्यतेः +अस्यतेस्थुक् +अस्यतो +अस्यथ +अस्यन् +अस्यन्त +अस्यन्तं +अस्यन्ति +अस्यन्ते +अस्यन्त्स्यत् +अस्यप्रत्ना +अस्यमीत् +अस्यर्चं +अस्यर्थः +अस्यसि +अस्यऽ +अस्या +अस्यां +अस्याः +अस्याग्निः +अस्याग्नेः +अस्याग्रे +अस्याङ्गानि +अस्यात +अस्यात्मनः +अस्यात्र +अस्यादित्यस्य +अस्यादित्यो +अस्यादीनि +अस्याधिदेवता +अस्याधिष्ठातृदेवता +अस्याध्यक्षः +अस्याध्यायस्य +अस्यानन्तरं +अस्यानन्तरम् +अस्यानन्नं +अस्यानमीवा +अस्यानवेऽसि +अस्यानु +अस्यानुभावेनास्माकं +अस्यानुवाकस्य +अस्यान्तरीयात् +अस्यान्ते +अस्यान्नम् +अस्यान्यद्विवरणं +अस्यापरं +अस्यापवादः +अस्यापवादमाह +अस्यापि +अस्यापीति +अस्याभिनयः +अस्याभिप्रायः +अस्यामटव्यां +अस्यामपि +अस्यामभिमुख्यां +अस्यामवस्थायां +अस्यामस्तीति +अस्यामानन्द +अस्यामिति +अस्यामिष्टौ +अस्यामुत्पत्स्यते +अस्यामुपनिषदि +अस्यामृचि +अस्यामेव +अस्यामेवोपनिषदि +अस्याम् +अस्यायं +अस्यायमभिप्रायः +अस्यायमर्थ +अस्यायमर्थः +अस्यायमाशयः +अस्यार्जुनस्य +अस्यार्थ +अस्यार्थं +अस्यार्थः +अस्यार्थमाह +अस्यार्थस्तु +अस्यार्थस्य +अस्यार्थाः +अस्यार्थे +अस्यार्थो +अस्याश्च +अस्याश्चापं +अस्याश्चिकित्सा +अस्याश्चेष्टा +अस्याश्वस्य +अस्यासिर्भुजगः +अस्यासीदाज्यं +अस्यास् +अस्यास्ति +अस्यास्तीति +अस्यास्तीरे +अस्यास्तु +अस्यास्त्वामतिदुष्टमष्टमसुतो +अस्यास्मिन् +अस्याहं +अस्याहुतयो +अस्याह्नः +अस्याऽऽहुतयो +अस्या॑दि॒त्यो +अस्या॒ +अस्याꣳ +अस्युः +अस्युद्यतः +अस्यृजीषी +अस्ये +अस्येति +अस्येत् +अस्येत्यनेन +अस्येत्यर्थे +अस्येत्यस्य +अस्येत्यादि +अस्येदं +अस्येदमिति +अस्येदिन्द्रः +अस्येदिन्द्रो +अस्येदु +अस्येदेव +अस्येन्द्रस्य +अस्येन्द्रो +अस्येयं +अस्येरन् +अस्येव +अस्येवं +अस्येशाना +अस्येश्वरस्य +अस्यै +अस्यैकं +अस्यैच +अस्यैतत् +अस्यैतदतिच्छन्दा +अस्यैतदाप्तकाममात्मकाममकामं +अस्यैतद् +अस्यैतन् +अस्यैता +अस्यैतानि +अस्यैते +अस्यैतैर् +अस्यैव +अस्यैवं +अस्यैवांशो +अस्यैवापरमुदाहरणम् +अस्यैवार्थस्य +अस्यैष +अस्यैषा +अस्यो +अस्योच्चारण +अस्योच्चारणस्थानं +अस्योच्चारणे +अस्योत्तरं +अस्योत्तरदिशि +अस्योत्तरमाह +अस्योत्तरम् +अस्योत्तरे +अस्योत्पत्तिः +अस्योत्पत्तिर्यथा +अस्योत्पादने +अस्योत्पादादिदमुत्पद्यते +अस्योदाहरणं +अस्योदाहरणम् +अस्योदाहरणानि +अस्योद्यानं +अस्योद्यानस्य +अस्योपपत्तिः +अस्योपयोगः +अस्योपरि +अस्योपसद्ये +अस्योल्लेखः +अस्योषधीनां +अस्यौषधं +अस्य् +अस्य॑ +अस्य॒ +अस्य꣢ +अस्र +अस्रं +अस्रः +अस्रम् +अस्रवत् +अस्रवन्तीम् +अस्रसत् +अस्रस्य +अस्राक् +अस्राक्षीत् +अस्राणि +अस्रिधः +अस्रिधम् +अस्रिधानैः +अस्रीवयः +अस्रु +अस्रे +अस्रेण +अस्रेधता +अस्रेमा +अस्व +अस्वं +अस्वच्छतां +अस्वतन्त्र +अस्वतन्त्रं +अस्वतन्त्रः +अस्वतन्त्रा +अस्वतन्त्राः +अस्वतन्त्रे +अस्वतन्त्रेण +अस्वदयत् +अस्वपत् +अस्वपदविग्रहं +अस्वपदविग्रहः +अस्वपदविग्रहो +अस्वपीत् +अस्वप्न +अस्वप्नः +अस्वप्नजौ +अस्वप्नश्च +अस्वम् +अस्वरन् +अस्वरितत्वात् +अस्वरितत्वादेव +अस्वरूपित +अस्वर्ग्यं +अस्वर्ग्यमयशस्यं +अस्वर्ग्यम् +अस्वर्ग्या +अस्वस्थ +अस्वस्थः +अस्वस्थता +अस्वस्थतायाः +अस्वस्था +अस्वस्थावस्थायां +अस्वस्य +अस्वा +अस्वाः +अस्वाङ्गपूर्वपदाद्वा +अस्वातन्त्र्यं +अस्वातन्त्र्ये +अस्वादु +अस्वाधीनं +अस्वापयत् +अस्वाप्सं +अस्वाप्सम् +अस्वामि +अस्वामिकानि +अस्वामिकेषु +अस्वामिना +अस्वामिविक्रयः +अस्वामिविक्रयप्रकरणम् +अस्वाम्यं +अस्वार्षीत् +अस्वास्थ्यं +अस्वास्थ्यम् +अस्विदत् +अस्वीकार +अस्वीकारे +अस्वीकृतम् +अस्वीकृत्य +अस्वे +अस्वेदनं +अस्वेदिनौ +अस्वैरी +अस्स +अस्समपदं +अस्सां +अस्सामराज्यम् +अस्सामराज्यस्य +अस्सामी +अस्साम् +अस्सि +अस्सी +अस्सो +अस्िमँल्लोके +अस्‍ति +अस्‍य +अस्‍याः +अस॑तः +अस॑ति +अस॑त् +अस॑न् +अस॑न्नो॒ +अस॑मम् +अस॑र्जि +अस॑र्जि॒ +अस॒द्यथा॑ +अस॒श्चतो॑ +अह +अहँ +अहं +अहंकार +अहंकारं +अहंकारः +अहंकारकलायुक्तं +अहंकारकार्यनिरूपणम् +अहंकारमयीं +अहंकारमिति +अहंकारम् +अहंकारविमूढात्मा +अहंकारश्च +अहंकारस्ततो +अहंकारस्तु +अहंकारस्य +अहंकारात् +अहंकारात्मने +अहंकाराय +अहंकारी +अहंकारे +अहंकारेण +अहंकारेति +अहंकारो +अहंकारोऽपि +अहंकारोऽहमेव +अहंतया +अहंता +अहंति +अहंपि +अहंपूर्विकया +अहंप्रत्ययः +अहंप्रत्ययस्य +अहंब्रह्मास्मि +अहंभाव +अहंभावं +अहंभावः +अहंभावस्य +अहंभावो +अहंममेति +अहंयातिः +अहंयुः +अहंवि +अहंशब्दस्य +अहंशब्देन +अहंशुभमोर्युस् +अहंश्रेयसे +अहः +अहःपतिः +अहःशब्देन +अहःशेषं +अहःसु +अहःस्व् +अहःऽअहः +अहः॑ +अहः॑ऽअहः +अहअं +अहई +अहकम् +अहके +अहङ्कार +अहङ्कारं +अहङ्कारः +अहङ्कारमिति +अहङ्कारम् +अहङ्कारविमूढात्मा +अहङ्कारविमूढात्मेति +अहङ्कारविवर्ज्जितः +अहङ्कारश्च +अहङ्कारस्ततो +अहङ्कारस्तु +अहङ्कारस्य +अहङ्कारा +अहङ्काराख्यमचिद्द्रव्यं +अहङ्कारात् +अहङ्काराद् +अहङ्कारी +अहङ्कारे +अहङ्कारेण +अहङ्कारो +अहङ्कृतिः +अहञ्च +अहण +अहणं +अहणम् +अहणे +अहत +अहतं +अहतम् +अहतवसन +अहतवासाः +अहता +अहताः +अहतानि +अहताम् +अहते +अहतेन +अहतौ +अहत्वा +अहद +अहन +अहनम् +अहना +अहनि +अहनी +अहनीव +अहन् +अहन्तया +अहन्तव्यत्वानुसन्धानात् +अहन्तव्या +अहन्ता +अहन्तां +अहन्तायाः +अहन्तु +अहन्ते +अहन्त् +अहन्नहिं +अहन्नहिमन्वपस्ततर्द +अहन्नहिम् +अहन्निति +अहन्न् +अहन्यः +अहन्यहनि +अहन्यहनीत्यर्थः +अहन्येकादशे +अहन्य् +अहभिः +अहभ्यः +अहम +अहमः +अहमग्निं +अहमग्निः +अहमज्ञ +अहमज्ञः +अहमत्र +अहमत्रैव +अहमद +अहमदनगर +अहमदनगरं +अहमदनगरमण्डलम् +अहमदनगरम् +अहमदनगरस्य +अहमदशाह +अहमदाबाद +अहमदाबादमण्डलम् +अहमदाबाद् +अहमदीबाद +अहमदोऽद्राक्षम् +अहमद् +अहमद्य +अहमनेन +अहमन्नं +अहमन्नमहमन्नमहमन्नम् +अहमपश्यं +अहमपि +अहमप्यत्र +अहमप्यस्य +अहमप्यागमिष्यामि +अहमप्येतदेव +अहमप्येवंविधानां +अहममृते +अहमयं +अहमर्थ +अहमर्थः +अहमर्थस्य +अहमर्थे +अहमर्थो +अहमस्मि +अहमस्मिन् +अहमस्मीति +अहमस्य +अहमहमिकया +अहमहमिका +अहमात्मा +अहमादिर्हि +अहमादिश्च +अहमादौ +अहमावारयिष्यामि +अहमावाहयिष्यामि +अहमासं +अहमि +अहमिच्छामि +अहमिति +अहमित्थन्नामा +अहमित्यादि +अहमित्यादिना +अहमित्यादिभिः +अहमित्येव +अहमिदं +अहमिदम् +अहमिदानीं +अहमिद्धि +अहमिन्द्रः +अहमिन्द्रो +अहमिमं +अहमिव +अहमिह +अहमिहैवास्मि +अहमु +अहमुत्तरो +अहमुत्थाय +अहमेक +अहमेकः +अहमेको +अहमेकोऽपि +अहमेत +अहमेतं +अहमेतमुपास +अहमेतमुपासे +अहमेतेषां +अहमेत्य +अहमेनं +अहमेनां +अहमेभिः +अहमेव +अहमेवं +अहमेवंनामा +अहमेवंविधोऽर्जुन +अहमेवाक्षयः +अहमेवात्र +अहमेवास्मि +अहमेवाहं +अहमेवाहरिष्यामि +अहमेवेति +अहमेवेदं +अहमेष +अहमेषां +अहम् +अहम्̇ +अहम्भावः +अहयः +अहये +अहर +अहरं +अहरणे +अहरत +अहरत् +अहरन् +अहरभिमानी +अहरर्चिः +अहरह +अहरहः +अहरहरिति +अहरहर् +अहरहर्गच्छन्त्य +अहरहर्नयमानो +अहरहर्वा +अहरहस्त +अहरागमे +अहरादिभ्यः +अहरादीनां +अहरिति +अहरेखा +अहरेव +अहर् +अहर्गण +अहर्गणं +अहर्गणः +अहर्गणस्य +अहर्गणात् +अहर्गणानयन +अहर्गणानयने +अहर्गणे +अहर्गणेन +अहर्गणेषु +अहर्गणो +अहर्गेण +अहर्ग्रहणं +अहर्जरम् +अहर्ज्योतिः +अहर्ददाति +अहर्दिवि +अहर्निशं +अहर्निशम् +अहर्पतिः +अहर्भवति +अहर्मुखे +अहर्वा +अहर्विदः +अहर्वै +अहलः +अहलिः +अहलोपे +अहल्यया +अहल्या +अहल्यां +अहल्याया +अहल्यायां +अहल्यायाः +अहल्यायै +अहल्ये +अहल्येति +अहल्योवाच +अहल्लिकेति +अहव +अहवा +अहविः +अहविष्यस्य +अहश् +अहश्च +अहश्चैवानिलोऽनलः +अहसाताम् +अहस् +अहस्करः +अहस्तः +अहस्तत्रोदगयनं +अहस्ता +अहस्तानि +अहस्तु +अहस्त्रयः +अहस्त्वदत्तकन्यासु +अहस्य +अहस्सु +अहह +अहहा +अहहेति +अहऽभिः +अहा +अहाः +अहाणां +अहात् +अहाद् +अहानि +अहानेतरसं +अहान्य् +अहायि +अहार +अहारः +अहारि +अहारूपेण +अहार्य +अहार्यं +अहार्षमिति +अहार्षम् +अहार्षीत् +अहावि +अहाव्यग्ने +अहासत +अहासीत् +अहा॑ +अहा॑नि +अहा॑नि॒ +अहा॑व्यग्ने +अहा॒ +अहि +अहिं +अहिंस +अहिंसः +अहिंसक +अहिंसकं +अहिंसकः +अहिंसकस्य +अहिंसका +अहिंसकाः +अहिंसनं +अहिंसनीय +अहिंसनीयं +अहिंसन् +अहिंसन्तः +अहिंसन्तीरनामया +अहिंसया +अहिंसयैव +अहिंसा +अहिंसां +अहिंसादयः +अहिंसादि +अहिंसानिरतो +अहिंसाप्रतिष्ठायां +अहिंसाया +अहिंसायां +अहिंसायाः +अहिंसायै +अहिंसासत्यास्तेयब्रह्मचर्यापरिग्रहा +अहिंसितः +अहिंसितम् +अहिंसिता +अहिंसिताः +अहिंसिते +अहिंसीः +अहिंसीत् +अहिंसेति +अहिंस्यः +अहिंस्रः +अहिंस्रा +अहिंस्रो +अहिं॑ +अहिं॑सन्तीरनाम॒या +अहिः +अहिः॑ +अहिअं +अहिअदरं +अहिकुण्डलाधिकरणम् +अहिच्छत्रं +अहिच्छत्रपुरं +अहिच्छत्रा +अहिच्छत्रे +अहिडि +अहित +अहितं +अहितः +अहितम् +अहिता +अहिताः +अहितानां +अहितानि +अहिताय +अहितुण्डिकः +अहिते +अहितेषु +अहितैः +अहितो +अहिनकुलम् +अहिना +अहिन्वन् +अहिफेनं +अहिभयं +अहिभये +अहिभानवः +अहिमन्यवः +अहिमाया +अहिमायाः +अहिम् +अहिरसि +अहिराणी +अहिरिव +अहिरेव +अहिर् +अहिर्बु +अहिर्बुध्नसंहिता +अहिर्बुध्नसंहितायाः +अहिर्बुध्न्य +अहिर्बुध्न्यं +अहिर्बुध्न्यः +अहिर्बुध्न्यश्च +अहिर्बुध्न्यसंहितायां +अहिर्बुध्न्ये +अहिल्या +अहिल्याबाई +अहिशब्दे +अहिश्च +अहिहतः +अहिहत्ये +अहिहनम् +अहि॑ना +अहि॑म् +अहि॑रिव +अही +अहीन +अहीनं +अहीनः +अहीनगुः +अहीनपर्व +अहीनप्रकरणम् +अहीनम् +अहीनसंततयः +अहीनस्य +अहीना +अहीनां +अहीनाः +अहीनाम् +अहीनास् +अहीने +अहीनो +अहीन् +अहीवती +अहु +अहुः +अहुत +अहुतं +अहुतम् +अहुतस्य +अहुतादः +अहुतादो +अहुत्वा +अहूताः +अहूषत +अहृणानः +अहृणीयमाना +अहृत +अहृतस्य +अहृद्यं +अहृष्टखोरेव +अहे +अहें +अहेः +अहेः॑ +अहेडन् +अहेडमानः +अहेडमानो +अहेति +अहेतु +अहेतुः +अहेतुक +अहेतुकं +अहेतुकम् +अहेतुत्वं +अहेतुत्वात् +अहेतुना +अहेतुर् +अहेतौ +अहेन +अहेम +अहेम् +अहेरिव +अहेर्वृत्रस्य +अहेळता +अहेळन् +अहेळमानः +अहेव +अहेषत +अहे॑ +अहे॑ळता॒ +अहे॑ळमानः +अहैः +अहैतुकं +अहैतुकम् +अहैतुक्यव्यवहिता +अहो +अहोतुखलु +अहोबलः +अहोबिलः +अहोभाग्यं +अहोभिः +अहोभिरद्भिरक्तुभिर्व्यक्तं +अहोभिर् +अहोभ्यः +अहोभ्याम् +अहोम +अहोमार्थानि +अहोरात्र +अहोरात्रं +अहोरात्रः +अहोरात्रकृतं +अहोरात्रत्रयं +अहोरात्रदेवते +अहोरात्रमिति +अहोरात्रम् +अहोरात्रयोः +अहोरात्रयोर् +अहोरात्रविदः +अहोरात्रवृत्त +अहोरात्रवृत्ते +अहोरात्रव्रतं +अहोरात्रश्च +अहोरात्रस्य +अहोरात्रा +अहोरात्राः +अहोरात्राणां +अहोरात्राणि +अहोरात्राणीष्टकाः +अहोरात्राण्य् +अहोरात्रान् +अहोरात्राभ्यां +अहोरात्राभ्याम् +अहोरात्राव् +अहोरात्रासु +अहोरात्रे +अहोरात्रेक्षणो +अहोरात्रेण +अहोरात्रेभ्यः +अहोरात्रेषु +अहोरात्रैः +अहोरात्रो +अहोरात्रोपवासः +अहोरात्रोपवासेन +अहोरात्रोषितः +अहोरात्रोषितो +अहोरात्रौ +अहोरूपम् +अहोवत +अहोस्वित् +अहोऽतिधन्या +अहोऽद्य +अहोऽयं +अहोऽस्मि +अहोऽस्य +अहोऽहं +अहौ +अहौषीत् +अह् +अह्ं +अह्णे +अह्न +अह्नः +अह्नः॑ +अह्नश्च +अह्नष्टखोरेव +अह्नस् +अह्नस्य +अह्ना +अह्नां +अह्नां॑ +अह्नां॒ +अह्नादेशः +अह्नाम् +अह्नाय +अह्ना॑म् +अह्ना॒ +अह्नि +अह्ने +अह्ने॑ +अह्नो +अह्नोऽदन्तात् +अह्नोऽह्न +अह्न् +अह्न्या +अह्न॑ +अह्म +अह्मणं +अह्मद +अह्मद् +अह्माअं +अह्माणं +अह्मे +अह्मो +अह्यः +अह्यन् +अह्यो +अह्रयं +अह्रयः +अह्रयम् +अह्रयाण +अह्रस्वः +अह्रां +अह्रुतः +अह्रुतप्सवः +अह्रुतमसि +अह्रुतम् +अह्रुता +अह्रुतो +अह्र॑यं॒ +अह्र॑यः +अह्र॑यम् +अह्व +अह्वत् +अह्वन्त +अह्वयत् +अह्वयन्त +अह्वयेताम् +अह्वा +अह्वाय +अह्वे +अह्वेताम् +अह्व॑त् +अह्व॑येताम् +अह॑ +अह॑नि +अह॑नी +अह॑नी॒ +अह॑न् +अह॑ये +अह॑ऽभिः +अह॒ +अह॒न्नहिं॑ +अह॒न्नहि॒मरि॑णात्स॒प्त +अह॒रिति॑ +अह᳘ं +अहꣳ +अा +अां +अाः +अाकाशे +अाकृतिगण +अाख्यात +अाचार्य +अाचार्यः +अात् +अात्मनः +अात्मनेपद +अात्मनो +अात्मा +अात्मान +अात्मानं +अात्मैव +अादन्तप्रकरणम् +अादाय +अादि +अादौ +अाद्यः +अाधुनिक +अाधुनिककाल +अान +अानन्द +अानन्दतीर्थ +अानुनासिक्य +अापदि +अाम् +अायन +अायनं +अायाता +अायाति +अायाते +अायु +अायुः +अार +अार्य +अाशा +अाश्चर्य +अाश्रय +अासन् +अासीत् +अास्ता +अास्ते +अाह +अाहतानाम् +अाहताश्च +अाहारे +अि +अॅ +अैतु॑ +अैतु॒ +अैनं॑ +अोषधयः +अौ +अॐ +अ॑कल्पयन् +अ॑कामयत +अ॑कामयन्त +अ॑कृण्वन्न॒मृत॑स्य॒ +अ॑क्षन्न॒द्धि +अ॑ग्न +अ॑ग्निजि॒ह्वा +अ॑ग्निद॒ग्धा +अ॑ग्ने +अ॑ग्नेऽसि॒ +अ॑ग्ने॒ +अ॑ग्न॒ +अ॑ग्रि॒यो +अ॑चिक्रदत् +अ॑जनिष्ट॒ +अ॑जायत +अ॑जायथाः +अ॑जीग॒र्भुव॑नानि॒ +अ॑ज्यते +अ॑ज्राणां॒ +अ॑दर्शि +अ॑द्रिवः +अ॑द्रि॒जा +अ॑धारयन् +अ॑धूषत +अ॑ध्व॒रं +अ॑ध्व॒रः +अ॑ध्व॒राय॒ +अ॑ध्व॒रे +अ॑ध्व॒रो +अ॑नाधृ॒ष्यास्तप॑सा॒ +अ॑ना॒गसं॒ +अ॑नुपू॒र्वं +अ॑नूषत॒ +अ॑ने॒हसा॑ +अ॑न्तर्दे॒शाद॑नुष्ठा॒तानु॑ +अ॑पश्यमृ॒तस्य॒ +अ॑पु॒ष्पा +अ॑प्रथेताम् +अ॑प॒चिता॑मिव +अ॑फ॒ला +अ॑ब्रुवन्न् +अ॑भि॒कल्प॑माना॒ +अ॑भि॒दास॑ति +अ॑भि॒दास॒त्यध॑रं +अ॑भि॒रक्ष॑ति॒ +अ॑भि॒ष्टिरोज॑सा +अ॑भि॒संवि॑शन्तु॒ +अ॑भूम॒ +अ॑मत्सत +अ॑मीव॒हा +अ॑यंसत +अ॑यजन्त +अ॑यामि +अ॑रि॒ष्टता॑तये +अ॑रु॒णः +अ॑रोचयत् +अ॑र्धमा॒सस्य॒ +अ॑र्बुदे॒ +अ॑र्य॒मा +अ॑र्य॒म्णो +अ॑र्वा॒वति॑ +अ॑र्व॒न्नसि॑ +अ॑र्ष +अ॑र्षति +अ॑र्षन्ति॒ +अ॑र्षसि +अ॑र॒तिं +अ॑र॒तिः +अ॑व +अ॑वन्तु +अ॑वसृ॒ष्टास॒ +अ॑विड्ढि +अ॑विष्टु॒ +अ॑शृणवं +अ॑श्मव॒र्म +अ॑श्वयू॒पाय॒ +अ॑श्विना +अ॑श्विना॒ +अ॑सि +अ॑सि॒ +अ॑सुर +अ॑सृक्षत +अ॑सृजत +अ॑सृजत॒ +अ॑स्ति +अ॑स्ति॒ +अ॑स्तु +अ॑स्तु॒ +अ॑स्थात् +अ॑स्मा॒ +अ॑स्मि॒ +अ॑स्मै +अ॑स्मै॒ +अ॑स्य +अ॑स्या +अ॑स्या॒ +अ॑स्य॒ +अ॑हेषत +अ॑होरा॒त्रे +अ॒ +अ॒कः॒ +अ॒का॒रि॒ +अ॒कृ॒णु॒त॒म् +अ॒कृ॒णोः॒ +अ॒कृ॒णो॒त् +अ॒कृ॒णो॒त॒न॒ +अ॒कृ॒ण्व॒त॒ +अ॒कृ॒ण्व॒न् +अ॒कृ॒त॒ +अ॒कृ॒प॒न्त॒ +अ॒क्तम् +अ॒क्तुभिः॑ +अ॒क्तुभि॑ः +अ॒क्तुऽभिः॑ +अ॒क्तून् +अ॒क्तोः +अ॒क्रः +अ॒क्रो +अ॒क्र॒त॒ +अ॒क्र॒न् +अ॒क्र॒मी॒त् +अ॒क्र॒मुः॒ +अ॒क्षरे॑ +अ॒क्षऽभिः॑ +अ॒क्षा॒रिति॑ +अ॒क्षी +अ॒क्षीभ्यां॑ +अ॒क्ष॒न् +अ॒क्ष॒र॒न् +अ॒क॒रित्य॑कः +अ॒क॒र्म॒ +अ॒क॒र॒म् +अ॒ख्य॒त् +अ॒गस्त्यः॑ +अ॒गाः॒ +अ॒गा॒त् +अ॒गुः॒ +अ॒गृ॒भ्ण॒त॒ +अ॒ग्नयः॑ +अ॒ग्नये +अ॒ग्नये॑ +अ॒ग्नये॒ +अ॒ग्नयो॑ +अ॒ग्नयो॒ +अ॒ग्नय॑ +अ॒ग्नय॒ +अ॒ग्ना +अ॒ग्नि +अ॒ग्निं +अ॒ग्निः +अ॒ग्निना॑ +अ॒ग्निना॒ +अ॒ग्निना॒ग्निः +अ॒ग्निभ्यो॑ +अ॒ग्निमी॑ळे +अ॒ग्निमे॒व +अ॒ग्निम् +अ॒ग्निम॒द्य +अ॒ग्निरत्रिं॑ +अ॒ग्निराहु॑तः +अ॒ग्निरिन्द्रो॒ +अ॒ग्निरि॑व +अ॒ग्निरी॑शे +अ॒ग्निर्दि॒वि +अ॒ग्निर्धि॒या +अ॒ग्निर्न +अ॒ग्निर्नो॑ +अ॒ग्निर्न॑ +अ॒ग्निर्भा॒नुना॒ +अ॒ग्निर्भु॑वद्रयि॒पती॑ +अ॒ग्निर्मा॒ +अ॒ग्निर्मू॒र्धा +अ॒ग्निर्वा +अ॒ग्निर्वृ॒त्राणि॑ +अ॒ग्निर्वै +अ॒ग्निर्हि +अ॒ग्निर्होता॑ +अ॒ग्निर्ह॒ +अ॒ग्निर्ह॒व्या +अ॒ग्निर॒मृतो॑ +अ॒ग्निश्च॑ +अ॒ग्निष्टे॒ +अ॒ग्निष्ट्वा॑ +अ॒ग्निष्ट्वा॒ +अ॒ग्निस्ति॒ग्मेन॑ +अ॒ग्निस्सर्वा॑ +अ॒ग्निऽभिः॑ +अ॒ग्नि॒ऽजि॒ह्वाः +अ॒ग्निᳪ +अ॒ग्निᳪं᳭ +अ॒ग्नी +अ॒ग्नीषोमा॑ +अ॒ग्ने +अ॒ग्नेः +अ॒ग्नेर्वर्म॒ +अ॒ग्नेर॑न्तः +अ॒ग्ने॒ +अ॒ग्नौ +अ॒ग्म॒त॒ +अ॒ग्म॒न् +अ॒ग्रि॒यः +अ॒ग्रि॒यम् +अ॒ग्रुवः॑ +अ॒ग॒च्छ॒त॒म् +अ॒ग॒न् +अ॒ग॒न्म॒ +अ॒ग॒म॒म् +अ॒घम् +अ॒घस्य॑ +अ॒घऽशं॑सः +अ॒घा +अ॒घ्न्या +अ॒घ॒शं॒स॒ऽहा +अ॒घ॒ऽयोः +अ॒घ॒ऽय॒तः +अ॒ङ्ग +अ॒ङ्गि॒रः॒ +अ॒ङ्गि॒र॒सः॒ +अ॒ङ्गि॒र॒स्वत् +अ॒चा॒रि॒ष॒म् +अ॒चि॒क्र॒द॒त् +अ॒चु॒च्य॒वुः॒ +अ॒च॒र॒त् +अ॒ज +अ॒जः +अ॒जरः॑ +अ॒जराः॑ +अ॒जरा॑ +अ॒जरे॒ +अ॒जर॑म् +अ॒जस्य॑ +अ॒जस्य॒ +अ॒जा॒न॒न् +अ॒जा॒य॒त॒ +अ॒जा॒य॒थाः॒ +अ॒जा॒य॒न्त॒ +अ॒जि॒रम् +अ॒जी॒गः॒ +अ॒जी॒ग॒रिति॑ +अ॒जी॒ज॒न॒त् +अ॒जु॒र्यम् +अ॒जो +अ॒ज्य॒ते॒ +अ॒ज॒ +अ॒ज॒नि॒ +अ॒ज॒नि॒ष्ट॒ +अ॒ज॒न॒य॒न् +अ॒ज॒न॒य॒न्त॒ +अ॒ज॒य॒त् +अ॒ज॒र॒ +अ॒ञ्जन् +अ॒ञ्जन्ति॑ +अ॒ञ्जन्ति॒ +अ॒ञ्जयः॑ +अ॒ञ्जा॒नः +अ॒ञ्जि +अ॒ञ्जिऽभिः॑ +अ॒ञ्ज॒ते॒ +अ॒ति॒थि॒ऽग्वम् +अ॒ति॒थि॒ऽग्वाय॑ +अ॒ति॒रः॒ +अ॒ति॒र॒त् +अ॒ति॒ष्ठ॒त् +अ॒ति॒ष्ठ॒न् +अ॒त्ता +अ॒त्ति॒ +अ॒त्रिणः॑ +अ॒त्रिण॑म् +अ॒त्रि॒ऽवत् +अ॒त्ऽभिः +अ॒त्ऽभ्यः +अ॒दः +अ॒दा॒त् +अ॒दि॒ते॒ +अ॒दृष्टाः॑ +अ॒दृ॒श्र॒न् +अ॒दो +अ॒द्धा +अ॒द्धि +अ॒द्भिः +अ॒द्भ्य +अ॒द्भ्यः +अ॒द्भ्यो +अ॒द्य +अ॒द्या +अ॒द्यान्व॑चारिषं॒ +अ॒द्येह +अ॒द्यौ॒त् +अ॒द्रि॒ऽवः॒ +अ॒द्रुहः॑ +अ॒द्रुहा॑ +अ॒द्रुह॑ः +अ॒द्र॒यः॒ +अ॒द्वे॒षः +अ॒द्वे॒षे +अ॒द्वे॒षो +अ॒द॒त्त॒ +अ॒द॒त्त॒म् +अ॒द॒धा॒त् +अ॒द॒धुः॒ +अ॒द॒न्ति॒ +अ॒द॒न्तु॒ +अ॒द॒र्शि॒ +अ॒धः +अ॒धा॒त् +अ॒धा॒यि॒ +अ॒धि॒त॒ +अ॒धी॒वा॒सं +अ॒धी॒वा॒सम् +अ॒ध्यति॑ष्ठत् +अ॒ध्रुक् +अ॒ध्व॒रम् +अ॒ध्व॒रस्य॑ +अ॒ध्व॒राणा॑म् +अ॒ध्व॒रान् +अ॒ध्व॒राय॑ +अ॒ध्व॒रे +अ॒ध्व॒रेषु॑ +अ॒ध्व॒र्यवः॑ +अ॒ध्व॒र्युः +अ॒ध्व॒र्युऽभिः॑ +अ॒ध्व॒र्योर्वा॒ +अ॒ध॒त्त॒ +अ॒ध॒त्त॒म् +अ॒ध॒मः॒ +अ॒ध॒म॒त् +अ॒ध॒य॒त् +अ॒ध॒रात् +अ॒ध॒स्प॒दं +अ॒नया॑ +अ॒नयो॑रे॒व +अ॒ना +अ॒ना॒गाः॒ऽत्वम् +अ॒ना॒गा॒स्त्वं +अ॒ना॒र॒म्भ॒णे +अ॒नु॒ष्टुभा॒ +अ॒नु॒ऽका॒मम् +अ॒नु॒ऽदेयी॑ +अ॒नु॒ऽपू॒र्वम् +अ॒नु॒ऽमाद्यः॑ +अ॒नु॒ऽस्व॒धम् +अ॒नू॒ष॒त॒ +अ॒नृ॒क्ष॒रा +अ॒नेन॑ +अ॒ने॒द्य॒ +अ॒ने॒हः +अ॒ने॒हसः॑ +अ॒ने॒हस॑म् +अ॒ने॒हो +अ॒न्तः +अ॒न्तरिति॑ +अ॒न्तरि॑क्ष +अ॒न्तरि॑क्षं +अ॒न्तरि॑क्षं॒ +अ॒न्तरि॑क्षम् +अ॒न्तरि॑क्षाणि +अ॒न्तरि॑क्षात् +अ॒न्तरि॑क्षाय॒ +अ॒न्तरि॑क्षे +अ॒न्तरि॑क्षेण +अ॒न्तरि॑क्षेण॒ +अ॒न्तरि॑क्षे॒ +अ॒न्तरि॑क्ष॒ +अ॒न्तरी॑यते +अ॒न्तर्वि +अ॒न्तर्हृ॒दा +अ॒न्तर॑ग्ने +अ॒न्तश्च॑रति +अ॒न्त॒त +अ॒न्त॒रा +अ॒न्धं +अ॒न्धम् +अ॒न्धा +अ॒न्नाद्ये॑न॒ +अ॒न्य +अ॒न्यं +अ॒न्यः +अ॒न्यत् +अ॒न्यत्र॑ +अ॒न्यम् +अ॒न्यस्याः॑ +अ॒न्यस्य॑ +अ॒न्यस्य॒ +अ॒न्या +अ॒न्याँस्ते॑ +अ॒न्याः +अ॒न्यान् +अ॒न्यान्या॑ +अ॒न्यामि॑च्छ +अ॒न्याम् +अ॒न्याम॑वत्व॒न्यान्यस्या॒ +अ॒न्याऽअ॑न्या +अ॒न्ये +अ॒न्येन॑ +अ॒न्येन॒ +अ॒न्यो +अ॒न्य॒के +अ॒न्य॒केषा॑म् +अ॒न्वाले॑भिरे +अ॒न॒क्तु॒ +अ॒न॒न्तम॒न्यद्रुश॑दस्य॒ +अ॒न॒मी॒वा +अ॒न॒मी॒वाः +अ॒न॒र्वा +अ॒न॒र्वाण॑म् +अ॒न॒व॒द्य॒ +अ॒प +अ॒पः +अ॒पःऽत॑मः +अ॒पदे॒ +अ॒पसः॑ +अ॒पसा॑म् +अ॒पसो॑ +अ॒पा +अ॒पां +अ॒पात् +अ॒पामा॒यत॑नम् +अ॒पामि॒दं +अ॒पामु॒पस्थे॒ +अ॒पामो॒ज्मानं॒ +अ॒पाम् +अ॒पाम्ऽइ॑व +अ॒पाम॑सि +अ॒पि॒ब॒त् +अ॒पी॒च्य॑म् +अ॒पो +अ॒पोऽर्च॒न्ननु॑ +अ॒प्तुरः॑ +अ॒प्राः॒ +अ॒प्र॒ति +अ॒प्सा +अ॒प्साः +अ॒प्सु +अ॒प्सु॒ऽजित् +अ॒प्स्वा +अ॒प्ऽतुरः॑ +अ॒प्ऽतुर॑म् +अ॒प्ऽसु +अ॒प॒प्त॒न् +अ॒प॒रम् +अ॒प॒रीषु॑ +अ॒प॒श्य॒त् +अ॒प॒श्य॒न् +अ॒प॒श्य॒म् +अ॒प॒स्युवः॑ +अ॒प॒ऽघ्नन् +अ॒फ्सु +अ॒बु॒ध्ने +अ॒बो॒धि॒ +अ॒ब्रु॒व॒न् +अ॒ब्र॒वी॒त् +अ॒भि +अ॒भितः॑ +अ॒भितो॑ +अ॒भितो॒ +अ॒भिद्य॑वः +अ॒भिद्य॑वो +अ॒भिभू॑तिऽओजाः +अ॒भिमा॑तीर्जयेम +अ॒भिवी॑रो +अ॒भिष्टि॑ऽभिः +अ॒भिष्टु॑तः +अ॒भिष्टौ॑ +अ॒भिष्ट॑यः +अ॒भिष्ट॑ये +अ॒भिस॑त्वा +अ॒भिऽद्य॑वः +अ॒भिऽमा॑तीः +अ॒भिऽश॑स्तेः +अ॒भिऽस्तु॑तः +अ॒भि॒न॒त् +अ॒भि॒प्रियं॒ +अ॒भि॒ष्टिः +अ॒भि॒ऽज्ञु +अ॒भि॒ऽदास॑ति +अ॒भि॒ऽपि॒त्वे +अ॒भि॒ऽभूः +अ॒भि॒ऽभू॒ते॒ +अ॒भि॒ऽयुजः॑ +अ॒भि॒ऽश्रियः॑ +अ॒भि॒ऽह्रुतः॑ +अ॒भी +अ॒भीके॑ +अ॒भीक॑ +अ॒भीमृ॒तस्य॑ +अ॒भीश॑वः +अ॒भू॒त् +अ॒भू॒म॒ +अ॒भू॒व॒न् +अ॒भ्यच॑क्षत +अ॒भ्यञ्ज॑नम् +अ॒भ्या +अ॒भ्य॑नूषत +अ॒भ्य॑नूषत॒ +अ॒भ्य॑र्चन्त्य॒र्कैः +अ॒भ्य॑र्ष +अ॒भ्रा +अ॒भ्रिय॑स्येव॒ +अ॒भ॒र॒त् +अ॒भ॒वः॒ +अ॒भ॒व॒त् +अ॒मति॑म् +अ॒मा +अ॒मित्राः॑ +अ॒मित्रा॑न् +अ॒मि॒त्र॒हा +अ॒मि॒त्र॒ऽहा +अ॒मि॒मी॒त॒ +अ॒मी +अ॒मीषां॑ +अ॒मुतः॑ +अ॒मुष्मि॑ल्लोँ॒क +अ॒मुष्य॑ +अ॒मुष्य॒ +अ॒मु॒या +अ॒मूः +अ॒मूर्या +अ॒मृतं॑ +अ॒मृतं॒ +अ॒मृतः॑ +अ॒मृताः॑ +अ॒मृता॑ +अ॒मृता॑नाम् +अ॒मृता॑नि +अ॒मृता॑नि॒ +अ॒मृता॑न् +अ॒मृता॑न्ववन्दे॒ +अ॒मृता॑य +अ॒मृता॑य॒ +अ॒मृता॑सः +अ॒मृता॑सो +अ॒मृता॒ +अ॒मृते॑ +अ॒मृते॑न +अ॒मृते॑षु +अ॒मृतो॒ +अ॒मृत॑म् +अ॒मृत॑स्य +अ॒मृत॑स्य॒ +अ॒मृ॒त॒ +अ॒मृ॒त॒ऽत्वम् +अ॒म्ब॒ +अ॒म॒द॒न् +अ॒म॒र्त्य॒ +अ॒य +अ॒यं +अ॒यं॒स्त॒ +अ॒यं॒स॒त॒ +अ॒यथं॑ +अ॒यमि॒ह +अ॒यमु॑ +अ॒यमु॒ +अ॒यम् +अ॒यम॒ग्निः +अ॒या +अ॒यासः॑ +अ॒यासि॑ +अ॒यास्यः॑ +अ॒यास॑ः +अ॒या॒मि॒ +अ॒या॒सी॒त् +अ॒य॒ज॒न्त॒ +अ॒रणी॒ +अ॒रम॑तिः +अ॒रम॑तिम् +अ॒रा॒ति॒ऽवा +अ॒रा॒ती॒वा +अ॒रा॒धसः॑ +अ॒रिः +अ॒रि॒ष्टऽता॑तये +अ॒रु॒णः +अ॒रु॒णम् +अ॒रु॒णीः +अ॒रु॒णेभिः॑ +अ॒रु॒षः +अ॒रु॒षम् +अ॒रु॒षस्य॑ +अ॒रु॒षा +अ॒रु॒षासः॑ +अ॒रु॒षो +अ॒रु॒ह॒त् +अ॒रे॒णवः॑ +अ॒रे॒पसः॑ +अ॒रे॒पसा॑ +अ॒रो॒च॒य॒त् +अ॒र्कं +अ॒र्कः +अ॒र्कम् +अ॒र्कस्य॑ +अ॒र्कस्य॒ +अ॒र्काः +अ॒र्किणः॑ +अ॒र्कैः +अ॒र्को +अ॒र्चद्धू॑मासो +अ॒र्चयः॑ +अ॒र्चयो॑ +अ॒र्चयो॒ +अ॒र्चिः +अ॒र्चिषा॑ +अ॒र्चिषा॒ +अ॒र्च॒ +अ॒र्च॒ति॒ +अ॒र्च॒त॒ +अ॒र्च॒न्ति॒ +अ॒र्ण॒वः +अ॒र्ण॒वम् +अ॒र्थिनः॑ +अ॒र्धम् +अ॒र्य +अ॒र्यः +अ॒र्यो +अ॒र्य॒मणं॒ +अ॒र्य॒मण॑म् +अ॒र्य॒मा +अ॒र्य॒म्णः +अ॒र्य॒म॒न् +अ॒र्वाक् +अ॒र्वाग्रथं॒ +अ॒र्वाङ् +अ॒र्वाचः॑ +अ॒र्वाची॑ +अ॒र्वाञ्चं॑ +अ॒र्वाञ्चा॑ +अ॒र्वाञ्च॑म् +अ॒र्वा॒ची॒नः +अ॒र्वा॒ची॒ना +अ॒र्वा॒ऽवति॑ +अ॒र्व॒न् +अ॒र्ष॒ +अ॒र्ष॒ति॒ +अ॒र्ष॒न्ति॒ +अ॒र्ष॒सि॒ +अ॒र्हणा॑ +अ॒र॒ण्या॒निः +अ॒र॒तिः +अ॒र॒तिम् +अ॒लि॒प्स॒त॒ +अ॒वः +अ॒वनिः॑ +अ॒वनीः॑ +अ॒वस्ता +अ॒वा॒चि॒ +अ॒वि॒ड्ढि॒ +अ॒वि॒ता +अ॒वि॒द॒त् +अ॒वि॒न्द॒त् +अ॒वि॒न्द॒न् +अ॒वि॒ष्टं +अ॒वि॒ष्टु॒ +अ॒वी॒वृ॒ध॒न् +अ॒वी॒व॒श॒त् +अ॒वृ॒कम् +अ॒वृ॒णी॒त॒ +अ॒वृ॒णोः॒ +अ॒वृ॒णो॒त् +अ॒वृ॒त्स॒त॒ +अ॒वो +अ॒वो॒च॒न् +अ॒व्यया॑ +अ॒व्यये॑ +अ॒व्यये॒ +अ॒व्यय॑म् +अ॒व्य॒त॒ +अ॒व्र॒तम् +अ॒व्र॒तान् +अ॒व॒ +अ॒व॒तम् +अ॒व॒तु॒ +अ॒व॒त॒ +अ॒व॒त॒म् +अ॒व॒द्यात् +अ॒व॒धीः॒ +अ॒व॒धी॒त् +अ॒व॒न्तु॒ +अ॒व॒पत॑न्तीरवदन्दि॒व +अ॒व॒र्त॒त॒ +अ॒व॒र्ध॒न् +अ॒व॒सम् +अ॒व॒स्यवः॑ +अ॒व॒स्युः +अ॒व॒ऽचाक॑शत् +अ॒शनिः॑ +अ॒शनि॑म् +अ॒शि॒श्र॒युः॒ +अ॒शी॒महि॑ +अ॒शी॒म॒हि॒ +अ॒शुष॑म् +अ॒शे॒म॒ +अ॒श्ना॒ति॒ +अ॒श्नो॒ति॒ +अ॒श्नो॒तु॒ +अ॒श्न॒व॒त् +अ॒श्याः॒ +अ॒श्याम॑ +अ॒श्याम॒ +अ॒श्या॒म् +अ॒श्या॒म॒ +अ॒श्रे॒त् +अ॒श्वा॒यन्तो॑ +अ॒श्विना +अ॒श्विना॑ +अ॒श्विना॒ +अ॒श्विनो +अ॒श्विनोः॑ +अ॒श्विनो॒भा +अ॒श्विनौ॑ +अ॒श्विनौ॒ +अ॒श्विन॑म् +अ॒श्विभ्यां॑ +अ॒श्विभ्यां॒ +अ॒श्विऽभ्या॑म् +अ॒श्वि॒ना॒ +अ॒श्वि॒नौ॒ +अ॒श्वी +अ॒श्वै॒त् +अ॒श्व॒त्थे +अ॒श्व॒ऽयन्तः॑ +अ॒श्व॒ऽयुः +अ॒श॒य॒त् +अ॒श॒स्ति॒ऽहा +अ॒ष्टा +अ॒ष्टाप॑दी॒ +अ॒ष्टौ +अ॒सावा॑दि॒त्य +अ॒सि॒ +अ॒सि॒स्य॒द॒त् +अ॒सु॒र्या॑य +अ॒सु॒र्य॑म् +अ॒सु॒र॒ +अ॒सु॒र॒ऽत्वम् +अ॒सृ॒क्ष॒त॒ +अ॒सृ॒ग्र॒न् +अ॒सृ॒ग्र॒म् +अ॒सृ॒जः॒ +अ॒सृ॒ज॒त् +अ॒सौ +अ॒स्ति॒ +अ॒स्तु॒ +अ॒स्तो॒षि॒ +अ॒स्तौ॒त् +अ॒स्त्वप॑रिह्वृताः +अ॒स्त॒भ्नाः॒ +अ॒स्था॒त् +अ॒स्थि॒त॒ +अ॒स्थि॒र॒न् +अ॒स्थुः॒ +अ॒स्थू॒रि +अ॒स्मत् +अ॒स्मत्त॑पन्तु +अ॒स्मन्नि +अ॒स्मभ्य +अ॒स्मभ्यं॑ +अ॒स्मभ्यं॒ +अ॒स्मभ्य॑म् +अ॒स्मभ्य॑ᳪ +अ॒स्मभ्य॑ᳪं᳭ +अ॒स्मा +अ॒स्माँ +अ॒स्माकं॑ +अ॒स्माकं॒ +अ॒स्माके॑न +अ॒स्माके॑भिः +अ॒स्माक॑मग्ने +अ॒स्माक॑मस्तु॒ +अ॒स्माक॑म् +अ॒स्माक॑म॒द्य +अ॒स्मात् +अ॒स्मान् +अ॒स्मान्विश्वा॑नि +अ॒स्मान्सु +अ॒स्माभिः॑ +अ॒स्मासु॑ +अ॒स्मा॒त् +अ॒स्मिन् +अ॒स्मिन्त्स॒धस्थे॒ +अ॒स्मिन्ने॒व +अ॒स्मिन्न् +अ॒स्मिन्न॑नातु॒रम् +अ॒स्मिन्ब्रह्म॑ण्य॒स्मिन्कर्म॑ण्य॒स्यां +अ॒स्मिन्य॒ज्ञे +अ॒स्मि॒ +अ॒स्मि॒न् +अ॒स्मे +अ॒स्मै +अ॒स्मै॒ +अ॒स्म॒त्रा +अ॒स्म॒द्र्य॑क् +अ॒स्म॒यू +अ॒स्म॒ऽत्रा +अ॒स्म॒ऽयुः +अ॒स्य +अ॒स्या +अ॒स्यां +अ॒स्याः +अ॒स्याः॒ +अ॒स्यामे॒व +अ॒स्याम् +अ॒स्येदु॑ +अ॒स्येदे॒व +अ॒स्यै +अ॒स्योष॑धीनां॒ +अ॒स्य॒ +अ॒स्रिधः॑ +अ॒स्रिध॒ +अ॒स्व॒र॒न् +अ॒स॒त् +अ॒स॒दः॒ +अ॒स॒द॒त् +अ॒स॒द॒न् +अ॒स॒प॒त्नः +अ॒स॒प॒त्ना +अ॒स॒र॒त् +अ॒स॒र॒न् +अ॒स॒श्चतः॑ +अ॒ह +अ॒हं +अ॒हमिन्द्रो॒ +अ॒हमे॒व +अ॒हम् +अ॒हम॑स्मि +अ॒हम॑स्मि॒ +अ॒हा॒र्ष॒म् +अ॒हा॒स॒त॒ +अ॒हि॒ऽहत्ये॑ +अ॒हू॒ष॒त॒ +अ॒हे॒ष॒त॒ +अ॒हो॒रा॒त्राणि॑ +अ॒हो॒रा॒त्रे +अ॒ह्यः॑ +अ॒ह्वे॒ +अ॒ह॒न् +अ᳘थ +अ᳘थो +अ᳘पि +अ᳘ब्रवीत्तु᳘ते +अ꣡ग्ने꣢ +अ꣡ग्ने꣢꣯ +अ꣡च्छा꣢ +अ꣡च्छ꣢꣯ +अ꣡ति꣢꣯ +अ꣡था꣢ +अ꣡थ꣢꣯ +अ꣡दि꣢꣯द्युतत् +अ꣡धि꣢ +अ꣡धि꣢꣯ +अ꣡नुत्त꣢श्चर्षणी꣯धृ꣡तिः꣢ +अ꣡नु꣢ +अ꣡नु꣢꣯ +अ꣡न्ध꣢꣯सः +अ꣡प꣢꣯ +अ꣡व्ये꣢ +अ꣡व꣢꣯ +अ꣡व꣢꣯से +अ꣡श्वा꣯शिशुम꣢ती꣯ +अ꣡श्व꣢꣯म् +अ꣡सि꣢꣯ +अ꣡स् +अ꣢ग्ने꣣ +अ꣢ग्न꣣ +अ꣢दब्धस्सु +अ꣢द꣡स्सुमा +अ꣢धि꣣ +अ꣢ध꣣ +अ꣢नु꣡यम्वाइ +अ꣢नु꣣ +अ꣢पि꣡वृ +अ꣢प꣣ +अ꣢वि꣡यनात् +अ꣢सि +अ꣢स्य꣣ +अ꣣ +अ꣣ग्निं꣡ +अ꣣ग्निं꣢ +अ꣣ग्निः꣢ +अ꣣ग्नि꣢म् +अ꣣ग्ने +अ꣣ग्न꣡ये꣢ +अ꣣ङ्ग꣢ +अ꣣जीजने +अ꣣द्य꣢ +अ꣣ध्वरे꣢ +अ꣣नु +अ꣣नूषत +अ꣣न् +अ꣣न्तः꣢ +अ꣣पः꣢ +अ꣣पा꣢म् +अ꣣भि +अ꣣भि꣡ +अ꣣भि꣢ +अ꣣भि꣢꣫ +अ꣣यं꣡ +अ꣣यं꣢ +अ꣣यं꣢वा꣡या꣢उ +अ꣣या꣡ +अ꣣या꣢ +अ꣣या꣢꣯मा꣡या꣢म् +अ꣣य꣢म् +अ꣣रोचयः +अ꣣सि +अ꣣स्मे꣡ +अ꣣स्मै +अ꣣स्म꣡भ्य꣢म् +अ꣣स्य +अ꣣स्य꣢ +अ꣣ह꣢म् +अꣳ +अꣳशुः +अꣳशुना +अꣳशुम् +अꣳशून् +अꣳहस +अꣳहसः +अꣳहसो +अꣳहोश् +आ +आँ +आँख +आँखें +आँखों +आँत +आँसुओं +आँसू +आं +आंख +आंखवाले +आंखें +आंखो +आंखों +आंगन +आंगिरस +आंगिरसं +आंगिरसः +आंगिरसां +आंगिरसो +आंग्ल +आंग्लभाषया +आंग्लभाषा +आंग्लभाषायां +आंग्लभाषायाः +आंत +आंतर +आंध्र +आंबेडकर +आंशिक +आंशिकरूपेण +आंसू +आः +आः॒ +आअ +आअच्छ +आअच्छइ +आअच्छदि +आअच्छह +आअच्छामि +आअच्छिअ +आअदं +आअदा +आअदे +आअदो +आआ +आआं +आआः +आआआ +आआए +आआव +आइ +आइजोल +आइदी +आइने +आइपीसङ्केतः +आइये +आइला +आइवा +आइसक्रीम +आइसलैंड +आइही +आई +आईं +आईआईटी +आईएएसटी +आईएसओ +आईएसटी +आईजोल +आईबीएन +आउ +आउटपुट +आउटलुक +आउट् +आऊ +आऋ +आए +आएगा +आएन +आओ +आऔहोवाहाइ +आक +आकं +आकः +आकडारात् +आकडारादेका +आकण्ठं +आकण्ठमग्नः +आकण्यै +आकण्र्य +आकनादि +आकनादी +आकन् +आकन्द +आकम् +आकम्पितं +आकम्पिता +आकर +आकरं +आकरः +आकरनाम +आकरम् +आकरा +आकराः +आकरिकः +आकरे +आकरेषु +आकरो +आकर्ण +आकर्णं +आकर्णकृष्टमपि +आकर्णय +आकर्णयत +आकर्णयति +आकर्णयतु +आकर्णयन्ति +आकर्णितं +आकर्ण्य +आकर्ण्येति +आकर्ष +आकर्षः +आकर्षक +आकर्षकं +आकर्षकः +आकर्षकम् +आकर्षकाः +आकर्षकाणि +आकर्षके +आकर्षक्रीडा +आकर्षण +आकर्षणं +आकर्षणकेन्द्रं +आकर्षणकेन्द्रम् +आकर्षणकेन्द्राणि +आकर्षणम् +आकर्षणस्य +आकर्षणादि +आकर्षणानुकर्षणविषयः +आकर्षणी +आकर्षणीयानि +आकर्षणे +आकर्षणेन +आकर्षति +आकर्षत् +आकर्षन्ति +आकर्षन्निव +आकर्षय +आकर्षयति +आकर्षयन्ति +आकर्षयितुं +आकर्षश्वः +आकर्षात्ष्ठल् +आकर्षादिभ्यः +आकर्षिकः +आकर्षिका +आकर्षिकी +आकर्षित +आकर्षितः +आकर्षिता +आकर्षिताः +आकर्षे +आकर्षेण +आकलनं +आकलनम् +आकलयितुं +आकलय्य +आकलिता +आकल्प +आकल्पं +आकल्पः +आकल्पवेषौ +आकल्पान्तं +आकश +आकस्मिक +आकस्मिकं +आकस्मिकः +आकस्मिकतया +आकस्मिकम् +आकस्मिकी +आकस्मिके +आकस्मिकेन +आका +आकांक्षन्ति +आकांक्षमाणः +आकांक्षा +आकांक्षायाः +आकांश +आकाङक्षा +आकाङ्क्षं +आकाङ्क्षति +आकाङ्क्षते +आकाङ्क्षन् +आकाङ्क्षन्ति +आकाङ्क्षमाणः +आकाङ्क्षया +आकाङ्क्षा +आकाङ्क्षां +आकाङ्क्षाकाण्डः +आकाङ्क्षाया +आकाङ्क्षायां +आकाङ्क्षायाम् +आकाङ्क्षेत +आकाङ्क्ष्यते +आकार +आकारं +आकारः +आकारतः +आकारम् +आकारयति +आकारलोपः +आकारलोपस्तत्वम् +आकारलोपे +आकारवन्तेन +आकारवान् +आकारवाला +आकारवाली +आकारवाले +आकारश्च +आकारश्चार्थे +आकारसदृशप्रज्ञः +आकारसहिता +आकारस्तु +आकारस्य +आकारा +आकाराः +आकाराणां +आकारात् +आकारादिषु +आकारादेशः +आकारादेशो +आकारानुसारं +आकारान्त +आकारान्तः +आकारान्तरेण +आकारान्तस्य +आकारान्तेभ्यो +आकारान्तो +आकारापत्तौ +आकारितः +आकारिता +आकारे +आकारेण +आकारैः +आकारैरिङ्गितैर्गत्या +आकारो +आकारोऽन्तादेशः +आकारौ +आकार्य +आकार्यते +आकाल +आकालिक +आकालिकं +आकालिकः +आकालिकडाद्यन्तवचने +आकालिकमनध्यायमेतेषु +आकालिका +आकालिकी +आकाश +आकाशं +आकाशः +आकाशकल्पम् +आकाशकायः +आकाशगंगा +आकाशगङ्गा +आकाशगङ्गानां +आकाशगङ्गायाः +आकाशगङ्गासलिलं +आकाशगमनं +आकाशगमने +आकाशगामिनि +आकाशगामिनी +आकाशगुणः +आकाशचारी +आकाशदीप +आकाशपाणितलसमचित्ता +आकाशपाणितलसमचित्तो +आकाशप्रभवो +आकाशमण्डलं +आकाशमध्य +आकाशमध्ये +आकाशमन्तरो +आकाशमपि +आकाशमयो +आकाशमवलोक्य +आकाशमांसी +आकाशमार्ग +आकाशमार्गे +आकाशमार्गेण +आकाशमिति +आकाशमिव +आकाशमुद्रा +आकाशमें +आकाशमेकं +आकाशमेव +आकाशम् +आकाशम्‌ +आकाशराज +आकाशराजस्य +आकाशराजा +आकाशराजो +आकाशरूपी +आकाशवत् +आकाशवत्सर्व +आकाशवत्सर्वगतश्च +आकाशवदिति +आकाशवल्ली +आकाशवागुवाच +आकाशवाणी +आकाशवाणीं +आकाशवाण्या +आकाशवाण्यां +आकाशवाण्याः +आकाशवायुतेजांसि +आकाशशब्दस्य +आकाशशब्दो +आकाशशयनं +आकाशशरीरं +आकाशश्च +आकाशस्तल्लिङ्गात् +आकाशस्तस्मिञ्छेते +आकाशस्तस्मिञ्शेते +आकाशस्तस्मिन् +आकाशस्तु +आकाशस्थ +आकाशस्थं +आकाशस्थः +आकाशस्था +आकाशस्थितः +आकाशस्य +आकाशस्यापि +आकाशस्येव +आकाशस्यैव +आकाशा +आकाशाः +आकाशात् +आकाशात्तु +आकाशात्पतितं +आकाशात्मा +आकाशादज +आकाशादपि +आकाशादयः +आकाशादि +आकाशादिति +आकाशादिषु +आकाशादीनां +आकाशादीनामपि +आकाशादीनि +आकाशादेव +आकाशादौ +आकाशाद् +आकाशाद्वायुः +आकाशाद्वायुर्वायोरग्निः +आकाशाधिकरणम् +आकाशानन्त्यायतनं +आकाशानन्त्यायतनम् +आकाशान् +आकाशाय +आकाशाल्लाघवं +आकाशीय +आकाशे +आकाशेति +आकाशेन +आकाशेऽपि +आकाशो +आकाश᳘ः +आकासे +आकि +आकिञ्चन्यं +आकिनिच् +आकीम् +आकीर्ण +आकीर्णं +आकीर्णबहुजनमनुष्यं +आकीर्णा +आकीर्णे +आकीर्णो +आकु +आकुञ्चन +आकुञ्चनं +आकुञ्चनेन +आकुञ्चितं +आकुञ्च्य +आकुमारं +आकुल +आकुलं +आकुलः +आकुलत्वं +आकुलम् +आकुला +आकुलाः +आकुलानि +आकुलित +आकुलिता +आकुली +आकुले +आकुलो +आकुस्मीयः +आकू +आकूतं +आकूतम् +आकूतय +आकूतयः +आकूतात् +आकूति +आकूतिं +आकूतिः +आकूतिमस्यावसे +आकूतिम् +आकूतिर्देवहूतिश्च +आकूतीनां +आकूत्या +आकूत्यां +आकूत्यै +आकूपारं +आकूपारम् +आकूपारे +आकृ +आकृतयः +आकृतयो +आकृति +आकृतिं +आकृतिः +आकृतिगण +आकृतिगणः +आकृतिगणतामस्य +आकृतिगणत्वात् +आकृतिगणश्च +आकृतिगणश्चायम् +आकृतिगणो +आकृतिगणोऽयमिति +आकृतिगणोऽयम् +आकृतिग्रहणा +आकृतिरिति +आकृतिरेव +आकृतिर् +आकृतिर्यस्य +आकृतिर्यस्याः +आकृतिलोष्टवल्मीकौ +आकृतिवचनः +आकृतिस्तु +आकृती +आकृतीनां +आकृतेः +आकृतौ +आकृत्य +आकृत्यन्तरे +आकृत्या +आकृधि +आकृष्ट +आकृष्टं +आकृष्टः +आकृष्टनौको +आकृष्टम् +आकृष्टवती +आकृष्टवान् +आकृष्टशक्तिश्च +आकृष्टा +आकृष्टाः +आकृष्टिशक्तिश्च +आकृष्टे +आकृष्टेति +आकृष्टो +आकृष्णेति +आकृष्णेन +आकृष्णेनेति +आकृष्य +आकृष्यत +आकृष्यते +आकृष्यन्ते +आकृष्यमाणं +आकृष्यमाणः +आकृष्यमाणा +आकृष्यमाणाः +आकृष्यमाणे +आकृष्येते +आके +आकेकरा +आको +आक् +आक्र +आक्रंस्यते +आक्रन्द +आक्रन्दं +आक्रन्दः +आक्रन्दतः +आक्रन्दति +आक्रन्दनं +आक्रन्दय +आक्रन्दयति +आक्रन्दाः +आक्रन्दिकः +आक्रन्दे +आक्रन्देन +आक्रन्दो +आक्रम +आक्रमः +आक्रमण +आक्रमणं +आक्रमणम् +आक्रमणस्य +आक्रमणात् +आक्रमणानि +आक्रमणाय +आक्रमणे +आक्रमणेन +आक्रमणेभ्यः +आक्रमति +आक्रमते +आक्रमतेऽनपभ्रंशाय +आक्रमन्ति +आक्रमन्ते +आक्रमयति +आक्रमस्व +आक्रमितव्या +आक्रमितुं +आक्रमितुम् +आक्रमिषम् +आक्रम्य +आक्रम्यते +आक्रम्याक्रम्य +आक्रम्येति +आक्रष्टुं +आक्रा +आक्रान्त +आक्रान्तं +आक्रान्तः +आक्रान्तपूर्वा +आक्रान्तमुष्णिहा +आक्रान्तम् +आक्रान्तवन्तः +आक्रान्तवान् +आक्रान्ता +आक्रान्ताः +आक्रान्तुं +आक्रान्ते +आक्रान्तो +आक्रामकः +आक्रामति +आक्रामन्ति +आक्रियते +आक्रीड +आक्रीडं +आक्रीडते +आक्रीडमिव +आक्रीडा +आक्रीडी +आक्रुश्य +आक्रुश्यमानो +आक्रुष्टं +आक्रुष्टस्य +आक्रुष्टो +आक्रुष्टोऽभिहतो +आक्रोश +आक्रोशं +आक्रोशः +आक्रोशकः +आक्रोशति +आक्रोशनं +आक्रोशन्तो +आक्रोशे +आक्रोशेन +आक्रोशेऽवन्योर्ग्रहः +आक्रोशो +आक्रोष्टारं +आक्ष +आक्षं +आक्षण +आक्षरं +आक्षवलन +आक्षाणे +आक्षारम् +आक्षारितः +आक्षि +आक्षिकं +आक्षिकः +आक्षिकी +आक्षिपति +आक्षिपत् +आक्षिपन्ति +आक्षिपेत् +आक्षिप्त +आक्षिप्तं +आक्षिप्तः +आक्षिप्ता +आक्षिप्ताः +आक्षिप्तिका +आक्षिप्तो +आक्षिप्य +आक्षिप्यते +आक्षिप्यन्ते +आक्षिप्यमाणः +आक्षिषुः +आक्षी +आक्षीयेम +आक्षे +आक्षेप +आक्षेपं +आक्षेपः +आक्षेपकं +आक्षेपकः +आक्षेपकाकुगर्भा +आक्षेपके +आक्षेपनिरासभाष्यम् +आक्षेपपरिहारभाष्यम् +आक्षेपबाधकभाष्यम् +आक्षेपबाधकवार्तिकम् +आक्षेपभाष्यम् +आक्षेपवार्तिकम् +आक्षेपसमर्थकवार्तिकम् +आक्षेपसाधकभाष्यम् +आक्षेपसाधकवार्तिकम् +आक्षेपस्मारणभाष्यम् +आक्षेपस्य +आक्षेपाः +आक्षेपादेव +आक्षेपान्तरभाष्यम् +आक्षेपालंकारः +आक्षेपे +आक्षेपेण +आक्षेपो +आक्षेपोऽन्यो +आक्षेपोऽर्थान्तरन्यासो +आक्षेप्ता +आक्षेप्तुं +आक्साइड +आक्साइड् +आक्सिजन +आक्सीजन +आक्सीजनयुक्तं +आक्सीजनस्य +आक्सैड् +आक्स्फर्ड् +आख +आखः +आखण्डल +आखण्डलः +आखण्डलो +आखण्डलोऽग्निर्भगवान् +आखनः +आखनिकः +आखनिकवकः +आखर +आखरः +आखरेष्ठः +आखा +आखातम् +आखानः +आखु +आखुं +आखुः +आखुकर्णी +आखुना +आखुपर्णी +आखुश्च +आखुस् +आखुस्ते +आखें +आखेट +आखेटं +आखेटः +आखेटकं +आखेटाय +आखोः +आख्य +आख्यं +आख्यः +आख्यत् +आख्यम् +आख्यया +आख्यस्य +आख्या +आख्यां +आख्याग्रहणं +आख्यात +आख्यातं +आख्यातः +आख्यातकप्रकरणम् +आख्यातकम् +आख्यातकानि +आख्यातचन्द्रिका +आख्यातपदवाच्येऽर्थे +आख्यातप्रकरणम् +आख्यातप्रकरणे +आख्यातप्रत्ययाः +आख्यातमाख्यातेन +आख्यातम् +आख्यातवान् +आख्यातव्यं +आख्यातशब्दः +आख्यातशब्दे +आख्यातस्य +आख्याता +आख्याताः +आख्यातात् +आख्यातानां +आख्यातानामर्थं +आख्यातानि +आख्यातानुपयोगे +आख्यातार्थ +आख्यातार्थः +आख्यातार्थस्य +आख्यातार्थे +आख्यातार्थेषु +आख्याति +आख्यातुं +आख्यातुम् +आख्याते +आख्यातेन +आख्यातेभ्यो +आख्यातो +आख्यातोपयोगे +आख्यात् +आख्यातꣳ +आख्यान +आख्यानं +आख्यानकी +आख्यानमस्ति +आख्यानम् +आख्यानस्य +आख्यानात् +आख्यानानां +आख्यानानि +आख्यानानीतिहासांश्च +आख्यानिकी +आख्याने +आख्यानेषु +आख्यामि +आख्याय +आख्यायत +आख्यायते +आख्यायन्ते +आख्यायां +आख्यायिकया +आख्यायिका +आख्यायिकाः +आख्यायिकाया +आख्यायिकायां +आख्यायिकायाः +आख्यायिकायाम् +आख्यायेते +आख्यास्यति +आख्यास्यते +आख्यास्यामि +आख्याहि +आख्याहीति +आख्याह्वे +आख्ये +आख्येभ्यः +आख्येयं +आख्येयम् +आख्येया +आग +आगंतव्यं +आगः +आगः॑ +आगच्छ +आगच्छंतं +आगच्छंति +आगच्छंतु +आगच्छत +आगच्छतं +आगच्छतः +आगच्छतमिति +आगच्छतम् +आगच्छता +आगच्छतां +आगच्छतागच्छत +आगच्छतामपगच्छतां +आगच्छताम् +आगच्छति +आगच्छतीति +आगच्छतु +आगच्छतेति +आगच्छतो +आगच्छत् +आगच्छत्तां +आगच्छत्विति +आगच्छथ +आगच्छथः +आगच्छद् +आगच्छन् +आगच्छन्त +आगच्छन्तं +आगच्छन्तः +आगच्छन्तम् +आगच्छन्ति +आगच्छन्ती +आगच्छन्तीं +आगच्छन्तीति +आगच्छन्तीनां +आगच्छन्तु +आगच्छन्तो +आगच्छन्त्यो +आगच्छन्नपि +आगच्छमानं +आगच्छसि +आगच्छागच्छ +आगच्छात् +आगच्छात्र +आगच्छाम +आगच्छामः +आगच्छामि +आगच्छाम्यहं +आगच्छिय +आगच्छे +आगच्छेति +आगच्छेत् +आगच्छेत्यर्थः +आगच्छेदिति +आगच्छेद् +आगच्छेन् +आगच्छेयुः +आगच्छेह +आगछेत् +आगडा +आगत +आगतं +आगतः +आगतदीप्ते +आगतमस्ति +आगतमिति +आगतम् +आगतयोधी +आगतवती +आगतवन्तः +आगतवन्तौ +आगतवानसि +आगतवानस्मि +आगतवान् +आगतश्च +आगतस्तत्र +आगतस्तव +आगतस्तु +आगतस्त्वं +आगतस्य +आगता +आगतां +आगताः +आगतानां +आगतानाम् +आगतानि +आगतान् +आगताम् +आगताय +आगतायां +आगताश्च +आगतासि +आगतासु +आगतास्तं +आगतास्तत्र +आगतास्ते +आगतास्मि +आगति +आगतिं +आगतिः +आगतिश्च +आगतु +आगते +आगतेति +आगतेन +आगतेभ्यः +आगतेषु +आगतैः +आगतो +आगतोसि +आगतोस्मि +आगतोऽसि +आगतोऽस्मि +आगतोऽहं +आगतौ +आगत्य +आगत्या +आगत्यागत्य +आगत्यैताभिस् +आगत्यैव +आगत्योपविश +आगत्वा +आगदे +आगधिता +आगनीगन्ति +आगन् +आगन्त +आगन्तवः +आगन्तवो +आगन्तव्यं +आगन्तव्यमिति +आगन्तव्यम् +आगन्ता +आगन्तु +आगन्तुं +आगन्तुः +आगन्तुक +आगन्तुकं +आगन्तुकः +आगन्तुकस्य +आगन्तुका +आगन्तुकाः +आगन्तुकानां +आगन्तुके +आगन्तुकेन +आगन्तुको +आगन्तुज +आगन्तुजे +आगन्तुना +आगन्तुम् +आगन्तुर्जायते +आगन्तूनां +आगन्तॄणां +आगन्त्रा +आगन्निति +आगन्म +आगम +आगमं +आगमः +आगमतः +आगमत् +आगमदिमं +आगमन +आगमनं +आगमनकाले +आगमनम् +आगमनसमये +आगमनस्य +आगमनात् +आगमनानन्तरं +आगमनाय +आगमने +आगमनेन +आगमन् +आगमन्तु +आगमपरिच्छेदः +आगमप्रामाण्यम् +आगमम् +आगमय +आगमयत +आगमयति +आगमयतु +आगमयन्ति +आगमयन्तु +आगमयस्व +आगमयानन्द +आगमयोः +आगमविरोधानचेतयमानाः +आगमशासनम् +आगमशास्त्रम् +आगमशास्त्रे +आगमश्च +आगमसिद्ध +आगमस्तु +आगमस्तेन +आगमस्य +आगमा +आगमाः +आगमाच्च +आगमात् +आगमादीनां +आगमादेः +आगमाद् +आगमानां +आगमानुदात्तत्वे +आगमानुशासनस्यानित्यत्वात् +आगमान्तरसम्मतेश्चैवमित्याह +आगमापायित्वात् +आगमापायिन +आगमापायिनः +आगमापायिनोऽनित्यास्तांस्तितिक्षस्व +आगमाश्च +आगमास्तद्विदो +आगमि +आगमिनः +आगमिष्ठाः +आगमिष्यंति +आगमिष्यति +आगमिष्यतीति +आगमिष्यन्ति +आगमिष्यसि +आगमिष्यामि +आगमिष्याम्यहं +आगमिष्ये +आगमी +आगमे +आगमेः +आगमेति +आगमेन +आगमेनानुमानेन +आगमेनेति +आगमेनैव +आगमेनोपभोगेन +आगमेषु +आगमेऽपि +आगमैः +आगमो +आगमोक्तविधानेन +आगमोक्तेन +आगमोत्थं +आगमोऽपि +आगमोऽभ्यधिको +आगमौ +आगम् +आगम्य +आगम्यतां +आगम्यतामिति +आगम्यताम् +आगम्यते +आगर +आगरः +आगरा +आगवीनः +आगष्टमासस्य +आगष्ट् +आगसः +आगसि +आगस्ट +आगस्टमासस्य +आगस्टस +आगस्टा +आगस्ट् +आगस्ट्मासस्य +आगस्ती +आगस्त् +आगस्त्य +आगस्त्यं +आगस्त्यः +आगस्त्यकौण्डिन्ययोरगस्तिकुण्डिनच् +आगस्य +आगहि +आगा +आगाः +आगात् +आगात्स +आगादिति +आगादूर्जं +आगाद् +आगामि +आगामिकाले +आगामिदिने +आगामिदिवसे +आगामिन +आगामिनं +आगामिनः +आगामिनां +आगामिनि +आगामिनी +आगामिनो +आगामिन्यां +आगामी +आगामीति +आगामुकं +आगाम् +आगायत् +आगायदथ +आगायेति +आगार +आगारं +आगारदाही +आगारम् +आगाराणि +आगारिकस्य +आगारिकेहि +आगाशे +आगा॑त् +आगि +आगु +आगुः +आगुन +आगुम्बे +आगुरते +आगुरे +आगु॑ः +आगूः +आगूर्य +आगे +आगेके +आगो +आगोमताइ +आगोमुग्भ्यां +आगोऽपराधः +आगोऽपराधो +आग् +आग्न +आग्नये +आग्ना +आग्नावैष्णव +आग्नावैष्णवं +आग्नावैष्णवमेकादशकपालं +आग्नावैष्णवम् +आग्नावैष्णवा +आग्नि +आग्निं +आग्निमारुत +आग्निमारुतं +आग्निमारुतम् +आग्निमारुतशस्त्रम् +आग्निमारुताः +आग्निमारुते +आग्निम् +आग्निरगामि +आग्निवारुणम् +आग्निवेश्यः +आग्निवेश्यगृह्यसूत्रम् +आग्निष्टोमिकः +आग्नी +आग्नीध्र +आग्नीध्रं +आग्नीध्रः +आग्नीध्रम् +आग्नीध्रश्च +आग्नीध्रश्चाग्निबाहुश्च +आग्नीध्रस्य 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+आज्ञाकारी +आज्ञाचक्रं +आज्ञाचक्रे +आज्ञातं +आज्ञातः +आज्ञानुसारं +आज्ञापय +आज्ञापयति +आज्ञापयतीति +आज्ञापयतु +आज्ञापयत् +आज्ञापयामास +आज्ञापयामि +आज्ञापयेति +आज्ञापयेत् +आज्ञापालन +आज्ञापितवान् +आज्ञापिता +आज्ञाप्य +आज्ञाप्यतां +आज्ञामादाय +आज्ञाम् +आज्ञाय +आज्ञाया +आज्ञायां +आज्ञायाः +आज्ञायाम् +आज्ञायिनि +आज्ञासिद्धानि +आज्ञासे +आज्ञेयो +आज्य +आज्यँ +आज्यं +आज्यं॑ +आज्यं॒ +आज्यग्रहं +आज्यग्रहणकाले +आज्यतन्त्रं +आज्यतन्त्रमभ्यातानान्तं +आज्यतन्त्रम् +आज्यतन्त्रे +आज्यदोहानि +आज्यधर्माः +आज्यनासः +आज्यन्तं +आज्यन्तोऽपि +आज्यपर्यग्निकरणकाले +आज्यपा +आज्यपाः +आज्यपात्रं +आज्यपानां +आज्यपानाम् +आज्यपान् +आज्यपाश्च +आज्यपेभ्य +आज्यप्रउगमरुत्वतीयशस्त्राणि +आज्यप्रउगे +आज्यबहिष्पवमानं +आज्यभागः +आज्यभागयोः +आज्यभागा +आज्यभागाः +आज्यभागान् +आज्यभागान्तं +आज्यभागान्ते +आज्यभागाभ्यां +आज्यभागाव् +आज्यभागो +आज्यभागौ +आज्यमवेक्षते +आज्यमादाय +आज्यमिति +आज्यम् +आज्यम्भवति +आज्यशस्त्रं +आज्यशस्त्रम् +आज्यशस्त्रस्य +आज्यशेषं +आज्यशेषे +आज्यशेषेण +आज्यसंस्कारः +आज्यस्तोत्रम् +आज्यस्थाली +आज्यस्थालीं +आज्यस्थाल्या +आज्यस्थाल्यां +आज्यस्थाल्याः +आज्यस्थाल्यौ +आज्यस्य +आज्यस्योपस्तीर्य +आज्यहविषो +आज्यहोमः +आज्यहोमे +आज्या +आज्यादिकं +आज्यादिना +आज्यानां +आज्यानि +आज्याय +आज्याहुतिं +आज्याहुतीनां +आज्याहुतीरुत्तराः +आज्याहुतीर्जुहुयात् +आज्याहुतीर्जुहोति +आज्याहुतीर्हुत्वा +आज्ये +आज्येन +आज्येनेति +आज्येनैव +आज्येषु +आज्ये॑न +आज्यैः +आज्य॑स्य +आझादः +आञ्च +आञ्छति +आञ्जते +आञ्जन +आञ्जनं +आञ्जनमभ्यञ्जनं +आञ्जनम् +आञ्जनस्य +आञ्जनाभ्यञ्जने +आञ्जनेय +आञ्जनेयः +आञ्जनेयस्य +आञ्जसं +आञ्जस्येन +आञ्जिगस्य +आञ्जीत् +आट +आटः +आटके +आटच् +आटतुः +आटविक +आटविकं +आटश्च +आटश्चेति +आटा +आटि +आटिटत् +आटी +आटुः +आटो +आटोप +आटोपः +आटोपशूलौ +आटोपे +आटोपो +आटोऽचि +आट् +आट्णारः +आठ +आठं +आठवाँ +आठवां +आठवीं +आठवें +आठों +आड +आडं +आडः +आडजादीनाम् +आडम् +आडम्बर +आडम्बरं +आडम्बरः +आडवाणी +आडा +आडागम +आडागमः +आडागमे +आडागमो +आडाचौ +आडि +आडिति +आडी +आडुत्तमस्य +आडुबान् +आडो +आड् +आड्याट्स्याटः +आढ +आढक +आढकं +आढकः +आढकजम्बुकः +आढकम् +आढकशतं +आढकस्य +आढकाचितपात्रात् +आढकानि +आढकी +आढकीना +आढके +आढकेन +आढक्यश्चणकाश्चैव +आढक्याम् +आढत्ता +आढुण +आढ्य +आढ्यं +आढ्यः +आढ्यकुलीनः +आढ्यङ्करणी +आढ्यचरः +आढ्यतमः +आढ्यतराः +आढ्यसुभग +आढ्या +आढ्याः +आढ्यादिषु +आढ्यानां +आढ्ये +आढ्यो +आढ्योऽभिजनवानस्मि +आण +आणं +आणकः +आणकाः +आणको +आणत्तम्हि +आणन्द +आणन्दमण्डलम् +आणबेदु +आणवं +आणवेदि +आणवेदिति +आणवेदित्ति +आणवेदु +आणा +आणामि +आणि +आणिः +आणिति +आणी +आणीदं +आणीदा +आणीदो +आणीस्थः +आणे +आणेदु +आणेहि +आणौ +आण्डं +आण्डकोशो +आण्डम् +आण्डा +आण्डाभ्यां +आण्डाळ् +आण्डेव +आण्डौ +आण्ड् +आण्ड्रियेस् +आण्नद्या +आण्नद्याः +आण्सु +आत +आतं +आतंकवादी +आतंव +आतः +आतङ्क +आतङ्कः +आतङ्कवादः +आतङ्कवादिनः +आतङ्कीयाक्रमणम् +आतङ्को +आतञ्चनं +आतत +आततं +आततः +आततन्थ +आततम् +आतता +आततान +आततायिन +आततायिनः +आततायिनमायान्तं +आततायिनमायान्तमपि +आततायिनां +आततायिनि +आततायिनो +आततायिपक्षस्थानामप्याचार्यादीनां +आततायिवधानुज्ञानमाचार्यादिव्यतिरिक्तविषयम् +आततायिवधे +आततायिशब्दोऽपि +आततायी +आतनुते +आतनोति +आतनोषि +आतन्यते +आतन्वती +आतन्वन्ति +आतन्वानेभ्यः +आतप +आतपं +आतपः +आतपति +आतपत् +आतपत्र +आतपत्रं +आतपत्रेण +आतपम् +आतपशुष्कः +आतपस्य +आतपाग्निरेवं +आतपाग्निर् +आतपात् +आतपादिना +आतपाय +आतपी +आतपे +आतपेन +आतपो +आतम् +आतयो +आतर +आतरं +आतरः +आतव +आतश्च +आतश्चेष्यते +आतश्चोपसर्गे +आतस्थुः +आतस्थे +आतस्थौ +आता +आतां +आताः +आतान +आतानः +आतानम् +आतानेति +आतानो +आतापी +आतामि +आतामिति +आताम् +आताम्र +आताम्रा +आताम्रे +आताविप्र +आताविश +आतासु +आता॑सु +आति +आतिः +आतिच्छन्दसम् +आतिच्छन्दसाय +आतिति +आतित्येव +आतिथेयः +आतिथेयी +आतिथ्य +आतिथ्यं +आतिथ्यधर्मस्य +आतिथ्यमारभ्य +आतिथ्यम् +आतिथ्यया +आतिथ्यरूपं +आतिथ्यस्य +आतिथ्या +आतिथ्याया +आतिथ्यायां +आतिथ्ये +आतिथ्येन +आतिथ्येष्टिः +आतिथ्येष्टौ +आतिप्रत्ययः +आतिफ +आतिरद् +आतिवाहिक +आतिवाहिकदेहात्मा +आतिवाहिकदेहेन +आतिवाहिकशब्दे +आतिवाहिका +आतिवाहिकास्तल्लिङ्गात् +आतिशायनिक +आतिशायनिकः +आतिशायनिकस्तमप् +आतिशायिको +आतिश्च +आतिष्ठ +आतिष्ठति +आतिष्ठते +आतिष्ठत् +आतिष्ठन्तं +आतिष्ठामहे +आतिष्ठे +आतिष्ठेत् +आतिष्ठेममश्मानमश्मेव +आती +आतीत् +आतीषादीयम् +आतु +आतुः +आतुतोद +आतुर +आतुरं +आतुरः +आतुरस्य +आतुरा +आतुराः +आतुराणां +आतुरामभिशस्तां +आतुरे +आतुरेऽपि +आतुरो +आतून +आतूनइन्द्र +आतृण्णम् +आतृदः +आते +आतेनिथ +आतेो +आतैः +आतैच् +आतो +आतोद्यं +आतोद्यम् +आतोद्यानि +आतोनुपसर्गे +आतोनुपेति +आतोऽटि +आतोऽनुपसर्गे +आतोऽनुपेति +आतौ +आत् +आत्त +आत्तं +आत्तः +आत्तगन्धा +आत्तना +आत्तनो +आत्तमनसस्ते +आत्तमना +आत्तमनाः +आत्तम् +आत्तरेता +आत्ता +आत्तां +आत्ताः +आत्तानं +आत्ताम् +आत्ते +आत्तो +आत्त्वं +आत्त्वम् +आत्त्वे +आत्थ +आत्थेति +आत्थेत्योमिति +आत्म +आत्मं +आत्मंस् +आत्मक +आत्मकः +आत्मकथा +आत्मकम् +आत्मकम्‌ +आत्मकर्म +आत्मकाम +आत्मकामः +आत्मकामा +आत्मकामेनेत्याहुर्ब्रह्मवादिनोऽथ +आत्मकामो +आत्मकारणात् +आत्मकार्यं +आत्मकूरु +आत्मकृतं +आत्मकृतस्यैनसोऽवयजनमसि +आत्मकृतेः +आत्मक्रीड +आत्मक्रीडः +आत्मग +आत्मगतं +आत्मगतम् +आत्मगुणः +आत्मगुणाः +आत्मगुप्ता +आत्मगुप्ताफलं +आत्मगृहीतिरितरवदुत्तरात् +आत्मग्राहः +आत्मघातं +आत्मघाती +आत्मचरितम् +आत्मचिन्ताविधिविरोधाच्चिन्त्यमात्रनिषेधो +आत्मच्छन्देन +आत्मच्छायां +आत्मज +आत्मजं +आत्मजः +आत्मजम् +आत्मजविजये +आत्मजस्तनयः +आत्मजा +आत्मजां +आत्मजाः +आत्मजानां +आत्मजान् +आत्मजे +आत्मजैः +आत्मजो +आत्मजौ +आत्मज्ञ +आत्मज्ञः +आत्मज्ञस्य +आत्मज्ञाः +आत्मज्ञान +आत्मज्ञानं +आत्मज्ञानका +आत्मज्ञानगुणोपेतो +आत्मज्ञानमपि +आत्मज्ञानम् +आत्मज्ञानवतः +आत्मज्ञानस्य +आत्मज्ञानात् +आत्मज्ञानाय +आत्मज्ञानी +आत्मज्ञाने +आत्मज्ञानेन +आत्मज्ञानोपायाः +आत्मज्ञे +आत्मज्ञो +आत्मज्योतिः +आत्मज्योतिषि +आत्मत +आत्मतः +आत्मतत्त्व +आत्मतत्त्वं +आत्मतत्त्वम् +आत्मतत्त्वविषये +आत्मतत्त्वस्य +आत्मतत्त्वाय +आत्मतत्त्वावबोधेन +आत्मतत्त्वे +आत्मतत्त्वेन +आत्मतत्वं +आत्मतत्वाय +आत्मतत्वे +आत्मतन्त्रः +आत्मतन्त्रो +आत्मतया +आत्मतस्तेज +आत्मता +आत्मतापरते +आत्मतुल्यं +आत्मतृप्त +आत्मतृप्तः +आत्मतो +आत्मत्यागः +आत्मत्व +आत्मत्वं +आत्मत्वम् +आत्मत्वस्य +आत्मत्वात् +आत्मत्वादेव +आत्मत्वे +आत्मत्वेन +आत्मत्वेनैव +आत्मदक्षिणं +आत्मदर्शनं +आत्मदर्शनम् +आत्मदर्शनाय +आत्मदर्शने +आत्मदा +आत्मदाः +आत्मदानं +आत्मदुश्चरितैः +आत्मदृष्टि +आत्मदृष्टिः +आत्मदेहे +आत्मधर्मः +आत्मधारणम् +आत्मध्यानं +आत्मन +आत्मनं +आत्मनः +आत्मनश् +आत्मनश्च +आत्मनश्चापि +आत्मनश्चैव +आत्मनस् +आत्मनस्त +आत्मनस्तदस्मिन्नेतत्प्रतिदधाति +आत्मनस्तव +आत्मनस्तु +आत्मनस्तृतीयेन +आत्मनस्त्यागिनां +आत्मना +आत्मनां +आत्मनात्मनि +आत्मनात्मानं +आत्मनापञ्चमः +आत्मनापि +आत्मनाम +आत्मनामसु +आत्मनाम् +आत्मनाशो +आत्मनि +आत्मनिक्षेपकार्पण्ये +आत्मनित्यत्वे +आत्मनिन्दाष्टकम् +आत्मनिवेदनं +आत्मनिवेदनम् +आत्मनिष्ठं +आत्मनिष्ठा +आत्मनिष्ठो +आत्मनी +आत्मनीति +आत्मनीनं +आत्मनीनः +आत्मनीनम् +आत्मनीव +आत्मने +आत्मनेति +आत्मनेपद +आत्मनेपदं +आत्मनेपदप्रकिया +आत्मनेपदमिति +आत्मनेपदम् +आत्मनेपदस्य +आत्मनेपदानां +आत्मनेपदानाम् +आत्मनेपदानि +आत्मनेपदाभावः +आत्मनेपदार्थः +आत्मनेपदिनः +आत्मनेपदिनो +आत्मनेपदी +आत्मनेपदे +आत्मनेपदेन +आत्मनेपदेषु +आत्मनेपदेष्वनतः +आत्मनेपदेष्वन्यतरस्याम् +आत्मनेपदेष्विति +आत्मनेभाषः +आत्मनेभाषा +आत्मनेभाषाः +आत्मनेि +आत्मनैव +आत्मनैवात्मनो +आत्मनैवात्मानं +आत्मनैवायं +आत्मनो +आत्मनोऽन्यस्य +आत्मनोऽपि +आत्मनोऽप्रबुद्धत्वे +आत्मनोऽर्थे +आत्मनोऽहिंसायै +आत्मन् +आत्मन्त् +आत्मन्धत्ते +आत्मन्नात्मन्नित्यामन्त्रयत +आत्मन्निति +आत्मन्नुपस्थे +आत्मन्नेव +आत्मन्न् +आत्मन्य +आत्मन्यग्निं +आत्मन्यग्नीन् +आत्मन्यग्नीन्समारोप्य +आत्मन्यतिव्याप्तिवारणाय +आत्मन्यपि 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+आत्मयाथात्म्यज्ञानेन +आत्मयाथात्म्येति +आत्मयोगात् +आत्मयोनिः +आत्मरक्षणं +आत्मरक्षा +आत्मरतः +आत्मरतिः +आत्मरतिरेव +आत्मरतेस्तु +आत्मरूप +आत्मरूपं +आत्मरूपे +आत्मरूपेण +आत्मलाभ +आत्मलाभं +आत्मलाभः +आत्मलाभात् +आत्मलाभान्न +आत्मलाभेन +आत्मलाभो +आत्मलिङ्गं +आत्मवतां +आत्मवति +आत्मवत् +आत्मवत्सर्वभूतानि +आत्मवत्सर्वभूतेषु +आत्मवदिति +आत्मवन्तं +आत्मवन्तम् +आत्मवन्तो +आत्मवल +आत्मवशं +आत्मवश्यैः +आत्मवश्यैर्विधेयात्मा +आत्मवस्तु +आत्मवस्तुनः +आत्मवानप्रमत्तः +आत्मवान् +आत्मविचारः +आत्मविजये +आत्मवित् +आत्मवित्तानुसारेण +आत्मविदः +आत्मविदां +आत्मविदिति +आत्मविदो +आत्मविद्या +आत्मविद्याप्रतिष्ठा +आत्मविनिग्रह +आत्मविनिग्रहः +आत्मविभूतयः +आत्मविशुद्धये +आत्मविशेषगुणानां +आत्मविश्वासं +आत्मविश्वासः +आत्मविश्वासस्य +आत्मविषयं +आत्मविषया +आत्मविषये +आत्मविषयेति +आत्मविषयो +आत्मव्यतिरिक्तेषु +आत्मव्यतिरेकेण +आत्मशब्द +आत्मशब्दः +आत्मशब्दश्च +आत्मशब्दश्चोक्तो +आत्मशब्दस्य +आत्मशब्दस्यात्र +आत्मशब्दाच्च +आत्मशब्दात् +आत्मशब्देन +आत्मशब्दो +आत्मशब्दोऽत्र +आत्मशरीरभावेन +आत्मशुद्धये +आत्मशुद्धिं +आत्मशुद्धिः +आत्मश्रेयसि +आत्मश्लाघा +आत्मश्लाघानिरतो +आत्मसंज्ञा +आत्मसंभाविता +आत्मसंभाविताः +आत्मसंमितमन्नं +आत्मसंयमयोगः +आत्मसंयमयोगस्य +आत्मसंयमयोगाग्नौ +आत्मसंस्थं +आत्मसत्यानुबोधेन +आत्मसदृशं +आत्मसनि +आत्मसमर्पणं +आत्मसमर्पणम् +आत्मसमर्पणस्य +आत्मसमीपं +आत्मसमीपे +आत्मसम्पन्नं +आत्मसम्भाविताः +आत्मसम्मानः +आत्मसम्मानस्य +आत्मसम्मितमन्नं +आत्मसाक्षात्कारं +आत्मसाक्षात्कारः +आत्मसाक्षात्कारस्य +आत्मसाक्षात्कारेण +आत्मसाक्षात्कारो +आत्मसात् +आत्मसात्कृता +आत्मसारथिम् +आत्मसिद्धये +आत्मसिद्धिः +आत्मसिद्धिप्रकरणम् +आत्मसिद्धेः +आत्मसु +आत्मसूक्तं +आत्मसूतं +आत्मस्थं +आत्मस्थः +आत्मस्थे +आत्मस्थो +आत्मस्वरूप +आत्मस्वरूपं +आत्मस्वरूपका +आत्मस्वरूपके +आत्मस्वरूपको +आत्मस्वरूपमेव +आत्मस्वरूपम् +आत्मस्वरूपसुखानुभवस्तस्य +आत्मस्वरूपस्य +आत्मस्वरूपा +आत्मस्वरूपे +आत्मस्वरूपेण +आत्महत्या +आत्महत्यां +आत्महत्यायाः +आत्महत्याशब्दवाच्यो +आत्महन +आत्महनः +आत्महा +आत्महितं +आत्महितपरहितप्रतिपन्नः +आत्महिताय +आत्मा +आत्मांशं +आत्माओं +आत्माका +आत्माकार +आत्माकारेण +आत्माकी +आत्माके +आत्माको 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+आत्मेन्द्रियमनोर्थानां +आत्मेन्द्रियाद्यधिष्ठाता +आत्मेव +आत्मेश्वर +आत्मेश्वराणां +आत्मैकत्व +आत्मैकविंशं +आत्मैकादश +आत्मैकादशः +आत्मैकादशस्ते +आत्मैकादशो +आत्मैक्यबोधेन +आत्मैक्यवादोपपत्तिः +आत्मैव +आत्मैवाभूद्विजानतः +आत्मैवास्ति +आत्मैवास्य +आत्मैवेति +आत्मैवेदं +आत्मैवेदमग्र +आत्मैवेदम् +आत्मो +आत्मोच्यते +आत्मोत्कर्षः +आत्मोदयः +आत्मोद्धारं +आत्मोपनिषत् +आत्मोपमश्च +आत्मोपादानयोः +आत्मोवाच +आत्मौपम्येन +आत्मौपम्येनेति +आत्म᳘नस् +आत्य +आत्यन्तिक +आत्यन्तिकं +आत्यन्तिकः +आत्यन्तिकम् +आत्यन्तिकी +आत्यन्तिके +आत्यन्तिको +आत्ययिकं +आत्ययिकम् +आत्ययिके +आत्र +आत्रम् +आत्राणि +आत्रे +आत्रेय +आत्रेयं +आत्रेयः +आत्रेयभाषिते +आत्रेयम् +आत्रेयस्य +आत्रेया +आत्रेयाः +आत्रेयात् +आत्रेयाय +आत्रेयाश्च +आत्रेयि +आत्रेयी +आत्रेयीं +आत्रेये +आत्रेयेण +आत्रेयो +आत्व +आत्वं +आत्वम् +आत्वस्य +आत्वा +आत्वाभावे +आत्वे +आत॑तः +आथ +आथर्व +आथर्वण +आथर्वणं +आथर्वणः +आथर्वणज्योतिषम् +आथर्वणम् +आथर्वणस् +आथर्वणस्य +आथर्वणा +आथर्वणात् +आथर्वणाद्भुते +आथर्वणानां +आथर्वणान् +आथर्वणाय +आथर्वणिक +आथर्वणिकः +आथर्वणिकस्येकलोपश्च +आथर्वणे +आथर्वणेन +आथर्वणो +आथा +आथामि +आथाम् +आथे +आद +आदं +आदंशाच्छोणितं +आदंशे +आदः +आदत +आदतयः +आदतुः +आदते +आदत् +आदत्त +आदत्ते +आदद +आददत +आददते +आददा +आददाते +आददान +आददानं +आददानः +आददानस्तु +आददानस्य +आददाना +आददानाः +आददानो +आददीत +आददीताथ +आददीमहि +आददे +आददेऽसाविति +आददौ +आदद्यात् +आदध +आदधत +आदधति +आदधते +आदधत् +आदधर्षति +आदधाति +आदधातु +आदधाते +आदधात् +आदधात्य् +आदधानः +आदधाना +आदधानाः +आदधानो +आदधामि +आदधामीति +आदधाम्यन्नादमन्नाद्याय +आदधीत +आदधीतेति +आदधीयाताम् +आदधुः +आदधे +आदध्यात् +आदन् +आदन्तजन्मनः +आदन्तप्रकरणम् +आदन्तात् +आदन्तानां +आदमी +आदम् +आदय +आदयः +आदयति +आदयते +आदयश्च +आदयो +आदर +आदरं +आदरः +आदरणं +आदरणीय +आदरणीयं +आदरणीयः +आदरणीया +आदरणे +आदरतः +आदरपूर्वक +आदरपूर्वकं +आदरभावः +आदरम् +आदरस्य +आदरातिरेकाय +आदरातिशयः +आदरात् +आदरादलोपः +आदरानादरयोः +आदरार्थ +आदरार्थं +आदरार्थः +आदरार्थम् +आदरार्थोऽभ्यासः +आदरे +आदरेण +आदरो +आदर्तव्यं +आदर्ता +आदर्श +आदर्शं +आदर्शः +आदर्शकः +आदर्शकोशे +आदर्शतलं +आदर्शपुस्तके +आदर्शपुस्तकेषु +आदर्शपुस्तकोल्लेखपत्रिका +आदर्शभूतः +आदर्शमण्डले +आदर्शम् +आदर्शयति +आदर्शरूपेण +आदर्शस्य +आदर्शा +आदर्शाः +आदर्शादौ +आदर्शान् +आदर्शे +आदर्शेन +आदर्शो +आदशाहं +आदस्य +आदह +आदहने +आदह॑ +आदा +आदाचार्याणाम् +आदाता +आदातुं +आदातुकामो +आदातुमर्हाणि +आदादिकः +आदादेशः +आदान +आदानं +आदानप्रदानं +आदानम् +आदानसंवरणयोः +आदानस्य +आदाने +आदानेन +आदाय +आदायं +आदायचरः +आदायम् +आदायादाय +आदायेति +आदारः +आदावङ्कस्य +आदावङ्गानि +आदावन्ते +आदाविति +आदावृष्यादिकन्यासः +आदावेव +आदाव् +आदास्यते +आदास्ये +आदि +आदिं +आदिः +आदिक +आदिकं +आदिकम् +आदिकर्ता +आदिकर्त्ता +आदिकर्त्रे +आदिकर्म +आदिकर्मणि +आदिकर्म्मणि +आदिकल्पे +आदिकवये +आदिकवि +आदिकविः +आदिकवेः +आदिका +आदिकाण्डे +आदिकाध्ये +आदिकान्ये +आदिकाम्ये +आदिकारण +आदिकारणं +आदिकारणे +आदिकाल +आदिकालात् +आदिकाले +आदिकाव्य +आदिकाव्यं +आदिकाव्यमिदं +आदिकाव्यस्य +आदिकाव्ये +आदिकी +आदिकूर्म +आदिके +आदिकेशव +आदिको +आदिकों +आदिकोंसे +आदिखाद्योर्न +आदिगतं +आदिगदाधरः +आदिग्रहणं +आदिग्रहणात् +आदिग्रहणाद् +आदिग्रहणेन +आदिचुञ्चनगिरिः +आदित +आदितः +आदितःइ +आदितश्च +आदितश्चान्ततश्चेति +आदितस्तर +आदितस्तरः +आदितस्तरङ्ग +आदितस्तरङ्गः +आदितालः +आदिताले +आदितालेन +आदिति +आदितेया +आदितेयाः +आदितो +आदित् +आदित्ते +आदित्ते॑ +आदित्ते॒ +आदित्पश्यामि +आदित्प्रत्नस्य +आदित्य +आदित्यं +आदित्यः +आदित्यकेतुर्बह्वाशी +आदित्यगतं +आदित्यग्रह +आदित्यग्रहं +आदित्यग्रहः +आदित्यग्रहस्य +आदित्यग्रहे +आदित्यग्रहो +आदित्यचन्द्रावनिलोऽनलश्च +आदित्यचन्द्रौ +आदित्यज्योतिः +आदित्यदेवत्यस्तृचो +आदित्यदेवत्या +आदित्यदेवत्ये +आदित्यनाथः +आदित्यपत्रः +आदित्यपात्रेण +आदित्यपुराणे +आदित्यपूतो +आदित्यप्रभा +आदित्यभक्ता +आदित्यभक्तायां +आदित्यभेदे +आदित्यभौमयोर्नन्दा +आदित्यमण्डलं +आदित्यमण्डलम् +आदित्यमण्डले +आदित्यमथ +आदित्यमन्तरो +आदित्यमागच्छति +आदित्यमाहात्म्यवर्णनम् +आदित्यमिति +आदित्यमिव +आदित्यमुपतिष्ठते +आदित्यमूलमखिलं +आदित्यमेति +आदित्यमेव +आदित्यम् +आदित्यरश्मयः +आदित्यरश्मयो +आदित्यरूपं +आदित्यरूपेण +आदित्यलक्षणं +आदित्यलोकं +आदित्यवते +आदित्यवत् +आदित्यवद्गणस्य +आदित्यवनिः +आदित्यवर्ण +आदित्यवर्णं +आदित्यवर्णः +आदित्यवर्णमिति +आदित्यवर्णम् +आदित्यवर्णे +आदित्यवर्णो +आदित्यवर्मा +आदित्यवारे +आदित्यव्रतम् +आदित्यव्रतिकः +आदित्यश् +आदित्यश्च +आदित्यश्चक्षुर्भूत्वाक्षिणी +आदित्यश्चन्द्रमा +आदित्यस् +आदित्यस्तस्य +आदित्यस्त्वब्रवीच्छायां +आदित्यस्थाल्या +आदित्यस्थाल्यां +आदित्यस्य +आदित्यस्यार्षं +आदित्यस्येव +आदित्यस्यैव +आदित्यस्यैवावृतम् +आदित्यस्यैवैनं +आदित्यहृदयं +आदित्यहृदयम् +आदित्या +आदित्याँ +आदित्यां +आदित्यांश्च +आदित्याः +आदित्याख्यं +आदित्याख्येन +आदित्याच्चन्द्रमसं +आदित्याज्जायते +आदित्यात् +आदित्यात्मना +आदित्यादयः +आदित्यादयो +आदित्यादि +आदित्यादिदशाजानां +आदित्यादिदृष्टय +आदित्यादिषु +आदित्यादीनां +आदित्यादीनाम् +आदित्यादीन् +आदित्याद्या +आदित्याना +आदित्यानां +आदित्यानामवसा +आदित्यानामहं +आदित्यानामित्यादिना +आदित्यानाम् +आदित्यानीमानि +आदित्यान् +आदित्यान्तर्गतो +आदित्याभिमुखं +आदित्याभिमुखाः +आदित्याभिमुखो +आदित्याम् +आदित्याय +आदित्यारम्भणं +आदित्याश् +आदित्याश्च +आदित्याश्चाश्विनौ +आदित्याश्चैव +आदित्यास +आदित्यासः +आदित्यासो +आदित्यास् +आदित्यास्त्वा +आदित्ये +आदित्येति +आदित्येन +आदित्येभिः +आदित्येभ्य +आदित्येभ्यः +आदित्येभ्यश्च +आदित्येभ्यस् +आदित्येभ्यस्त्वा +आदित्येभ्यस्त्वेति +आदित्येभ्यो +आदित्येभ्योऽर्थाय +आदित्येव +आदित्येषु +आदित्येष्टका +आदित्येष्टिः +आदित्येऽहनि +आदित्यै +आदित्यैः +आदित्यैरिन्द्रः +आदित्यैर् +आदित्यैर्नो +आदित्यैर्वसुभिः +आदित्यैष +आदित्यो +आदित्योदयवेलायां +आदित्योऽथ +आदित्योऽपि +आदित्योऽभवत् +आदित्योऽयं +आदित्यौ +आदित्य्यः +आदित्यꣳ +आदित्वात् +आदित्वादच् +आदिथ +आदिदेव +आदिदेवं +आदिदेवः +आदिदेवम् +आदिदेवस्य +आदिदेवाय +आदिदेवो +आदिदेवोऽसि +आदिदेश +आदिदेशति +आदिदेशाथ +आदिद्धोतारं +आदिद्धोता॑रं॒ +आदिन +आदिनं +आदिनम् +आदिनवदर्शम् +आदिना +आदिनाथ +आदिनाथः +आदिनाथस्य +आदिनाथाय +आदिनाथेन +आदिपदं +आदिपदात् +आदिपदेन +आदिपदेनपुण्यो +आदिपर्ब्बणि +आदिपर्व +आदिपर्वणि +आदिपर्वण्युक्तम् +आदिपर्व्वणि +आदिपुराण +आदिपुराणे +आदिपुरुषं +आदिपुरुषः +आदिपुरुषस्य +आदिपुरुषो +आदिपूज्यः +आदिप्रभृति +आदिबीजं +आदिबुद्धाः +आदिब्राह्मे +आदिब्राह्मो +आदिभागे +आदिभिः +आदिभिर् +आदिभिश्च +आदिभूत +आदिभूतं +आदिभूतः +आदिभूता +आदिभूतादच +आदिभूतादचः +आदिभ्य +आदिभ्यः +आदिभ्यश्च +आदिभ्यो +आदिभ्योऽच् +आदिभ्योऽञ् +आदिभ्योऽण् +आदिम +आदिमं +आदिमः +आदिमच्च +आदिमत् +आदिमत्त्वे +आदिमत्‌ +आदिमध्य +आदिमध्यान्तरहितम् +आदिमध्यावसानेषु +आदिमन्न +आदिमम् +आदिमयुगे +आदिमा +आदिमाः +आदिमान् +आदिमे +आदिमें +आदिमो +आदिम् +आदिय +आदियों +आदिरन्तश्च +आदिरन्तो +आदिरन्त्येन +आदिरस्य +आदिराजः +आदिराजस्य +आदिराजो +आदिरिति +आदिरिदं +आदिरुदात्त +आदिरुदात्तः +आदिरुदात्तो +आदिर् +आदिर्ञिटुडवः +आदिर्णमुल्यन्यतरस्याम् +आदिर्न +आदिर्यस्य +आदिर्यस्येति +आदिर्येषा +आदिर्येषां +आदिर्वा +आदिल +आदिलशाहस्य +आदिलाबाद +आदिलाबाद् +आदिलोपः +आदिल् +आदिवत् +आदिवत्त्वात् +आदिवत्त्वे +आदिवद्भवति +आदिवान् +आदिवासि +आदिवासिजनाः +आदिवासिजनाङ्गानां +आदिवासिजनानां +आदिवासिनः +आदिवासिनां +आदिवासिनाम् +आदिवासी +आदिविद्वान् +आदिविपुला +आदिवृद्धि +आदिवृद्धिः +आदिवृद्धिप्रकरणे +आदिवृद्धौ +आदिश +आदिशक्ति +आदिशक्तिः +आदिशक्तेः +आदिशङ्कराचार्यः +आदिशति +आदिशतु +आदिशत् +आदिशन् +आदिशब्द +आदिशब्दः +आदिशब्दात् +आदिशब्दाद् +आदिशब्दार्थः +आदिशब्देन +आदिशब्देनासकृच्छब्देन +आदिशब्दो +आदिशान्ता +आदिशितव्या +आदिशे +आदिशेत् +आदिशैव +आदिशो +आदिश्च +आदिश्चासौ +आदिश्चिहणादीनाम् +आदिश्य +आदिश्यते +आदिश्यन्ते +आदिषु +आदिष्ट +आदिष्टं +आदिष्टः +आदिष्टम् +आदिष्टवान् +आदिष्टस्य +आदिष्टा +आदिष्टाः +आदिष्टानां +आदिष्टी +आदिष्टे +आदिष्टो +आदिष्टोऽस्मि +आदिष्यधि +आदिष्व् +आदिसदु +आदिसर्गे +आदिसूत्रेण +आदिसृष्टौ +आदिसे +आदिस् +आदिह्यः +आदि॑त्या +आदि॑त्याः +आदि॑त्यासः +आदि॑त्या॒ +आदि॒त्या +आदि॒त्यानां॑ +आदि॒त्यासो॒ +आदि॒त्यो +आदी +आदीं +आदीं॑ +आदीं॒ +आदीणां +आदीणाम् +आदीति +आदीध्ये +आदीनवः +आदीनवो +आदीनां +आदीनाम् +आदीनाम्‌ +आदीनि +आदीन् +आदीन्‌ +आदीपनं +आदीपयति +आदीप्तं +आदीप्तमुल्मुकं +आदीप्ता +आदीप्तायां +आदीप्ते +आदीप्य +आदीमश्वं +आदीयते +आदीयमानमनुमन्त्रयते +आदु +आदुण +आदुणे +आदुरे +आदु॑ +आदृ +आदृगम +आदृगमहन +आदृगमहनजनः +आदृणाति +आदृत +आदृतः +आदृता +आदृताः +आदृते +आदृतो +आदृत्य +आदृत्यः +आदृत्या +आदे +आदेः +आदेच +आदेचः +आदेचि +आदेयं +आदेयः +आदेयत्वेन +आदेयस्य +आदेया +आदेयां +आदेयो +आदेरिति +आदेर् +आदेवकः +आदेश +आदेशं +आदेशः +आदेशगतयकाररूपालाश्रयत्वेऽपि +आदेशप्रत्यययो +आदेशप्रत्यययोः +आदेशप्रत्यययोरिति +आदेशप्रत्ययो +आदेशम् +आदेशय +आदेशश्च +आदेशसकारत्वात् +आदेशसूत्रम् +आदेशस्तत्र +आदेशस्य +आदेशा +आदेशाः +आदेशात् +आदेशानां +आदेशानुगुणं +आदेशानुसारं +आदेशान् +आदेशार्थं +आदेशे +आदेशेन +आदेशेषु +आदेशो +आदेशौ +आदेश्च +आदेष्टा +आदेस् +आदै +आदैचः +आदो +आदौ +आद् +आद्गुण +आद्गुणः +आद्गुणे +आद्गुणो +आद्भिः +आद्य +आद्यं +आद्यः +आद्यक्षरं +आद्यच +आद्यचि +आद्यच् +आद्यता +आद्यतृतीयौ +आद्यत्रयं +आद्यन्त +आद्यन्तं +आद्यन्तमध्यरहितं +आद्यन्तम् +आद्यन्तयोः +आद्यन्तरहितं +आद्यन्तवदेकस्मिन् +आद्यन्तवन्त +आद्यन्तवन्तः +आद्यन्तु +आद्यन्ते +आद्यन्तौ +आद्यपक्षे +आद्यपदेन +आद्यपादे +आद्यमाजगवं +आद्यमिति +आद्यम् +आद्यया +आद्ययोः +आद्यर्थः +आद्यर्थे +आद्यवयव +आद्यशब्दस्य +आद्यशब्देन +आद्यश्च +आद्यश्चेत् +आद्यश्राद्धे +आद्यस्तु +आद्यस्तृचः +आद्यस्तृचो +आद्यस्य +आद्यहिन्द +आद्या +आद्यां +आद्याः +आद्याग्नेयी +आद्यात् +आद्यादिभ्य +आद्याद्यस्य +आद्यानां +आद्यानि +आद्यानुष्टुप् +आद्याभ्यां +आद्याय +आद्याया +आद्यायां +आद्यायाः +आद्यायै +आद्यावसाने +आद्याश्च +आद्याश्चतस्रः +आद्याश्चतस्रो +आद्याश्चत्वारो +आद्याष्टमी +आद्यास्तिस्रः +आद्यास्तिस्रो +आद्यास्तु +आद्यास्त्रयः +आद्यास्त्रयो +आद्यु +आद्युदात्त +आद्युदात्तं +आद्युदात्तः +आद्युदात्तता +आद्युदात्तत्वं +आद्युदात्तत्वम् +आद्युदात्तत्वात् +आद्युदात्तत्वे +आद्युदात्तनिपातनं +आद्युदात्तप्रकरणे +आद्युदात्तम् +आद्युदात्तश्च +आद्युदात्ता +आद्युदात्ताः +आद्युदात्तानि +आद्युदात्ते +आद्युदात्तो +आद्युदात्तौ +आद्यूनः +आद्यूने +आद्ये +आद्येति +आद्येन +आद्येषु +आद्येऽपि +आद्येऽर्थे +आद्यैः +आद्यैस् +आद्यो +आद्योऽपि +आद्यौ +आद्य् +आद्र +आद्रवत +आद्रवति +आद्रा +आद्रियत +आद्रियते +आद्रियन्ते +आद्रियेत +आद्रुण +आद्रुत्य +आद्रो +आद्व +आद्विहायाः +आद॑त् +आद॑त्त॒ +आद॑स्य॒ +आद॒धे +आध +आधं +आधः +आधक् +आधत्त +आधत्तं +आधत्ते +आधत्तेति +आधत्स्व +आधमर्ण्ययोः +आधमर्ण्ये +आधयः +आधये +आधयो +आधर्मिकः +आधवनीय +आधवनीयं +आधवनीयः +आधवनीयम् +आधवनीयादुन्नेता +आधवनीये +आधवे +आधा +आधाः +आधाता +आधातुं +आधातुम् +आधात् +आधान +आधानं +आधानकाले +आधानप्रभृति +आधानम् +आधानस्य +आधानानन्तरं +आधाने +आधानेन +आधाय +आधायोपतिष्ठते +आधार +आधारं +आधारः +आधारग्रन्थाः +आधारतया +आधारता +आधारतां +आधारत्वं +आधारत्वेन +आधारपश्चिमे +आधारफलकानि +आधारभूत +आधारभूतं +आधारभूतः +आधारभूतम् +आधारभूता +आधारभूताः +आधारभूतानि +आधारभूते +आधारभूमिः +आधारम् +आधाररूप +आधाररूपं +आधाररूपेण +आधारवातरोधेन +आधारशक्तये +आधारशक्ति +आधारशक्तिं +आधारशक्तिः +आधारशक्तिमारभ्य +आधारशक्तेरारभ्य +आधारशक्त्यै +आधारशिला +आधारश्च +आधारस्तु +आधारस्य +आधारा +आधाराः +आधाराणां +आधारात् +आधारादि +आधाराधेय +आधाराधेयभावेन +आधारानि +आधारान्ते +आधाराय +आधारित +आधारितं +आधारितः +आधारितम् +आधारिता +आधारिताः +आधारीकृत्य +आधारे +आधारेण +आधारेणैव +आधारेति +आधारेषु +आधारो +आधारोपरि +आधारोऽधिकरणम् +आधारोऽपि +आधारौ +आधावति +आधि +आधिं +आधिः +आधिकं +आधिकः +आधिकारिक +आधिकारिकं +आधिकारिकजालस्थलम् +आधिकारिकजालस्थानम् +आधिकारिकतया +आधिकारिकभाषा +आधिकारिकभाषाः +आधिकारिकभाषासु +आधिकारिकरूपेण +आधिकारिकी +आधिक्य +आधिक्यं +आधिक्यमिति +आधिक्यम् +आधिक्यस्य +आधिक्यात् +आधिक्ये +आधिक्येन +आधिक्षामां +आधिदैविक +आधिदैविकं +आधिदैविकम् +आधिदैविकेन +आधिना +आधिपत्य +आधिपत्यं +आधिपत्यमकरोत् +आधिपत्यमासीत् +आधिपत्यम् +आधिपत्याय +आधिपत्ये +आधिपत्यैः +आधिभिर्दह्यमानस्य +आधिभिर्व्याधिभिश्चैव +आधिभौतिक +आधिभौतिकं +आधिभौतिकता +आधिभौतिकम् +आधिवेदनिकं +आधिव्याधिविनिर्मुक्तः +आधिश्च +आधिस्तदुत्पन्ने +आधिस्तु +आधी +आधीतं +आधीताय +आधीति +आधीन +आधीन्ये +आधीयत +आधीयते +आधीयन्ते +आधीयमानाः +आधीयमाने +आधीरात +आधु +आधुनिक +आधुनिकं +आधुनिकः +आधुनिककाल +आधुनिककालः +आधुनिककाले +आधुनिकगणकयन्त्रम् +आधुनिकगुरवः +आधुनिकधार्मिकव्यक्तयः +आधुनिकभारतस्य +आधुनिकयुगः +आधुनिकयुगस्य +आधुनिकयुगे +आधुनिकलेखः +आधुनिकविज्ञानस्य +आधुनिकविज्ञानानुसारेण +आधुनिकविज्ञाने +आधुनिकसंस्कृतसाहित्येतिहासः +आधुनिकसङ्केतिते +आधुनिकस्य +आधुनिका +आधुनिकाः +आधुनिकानां +आधुनिकास्तु +आधुनिकी +आधुनिके +आधुनिकेषु +आधुनिकैः +आधुषीयः +आधूय +आधृता +आधृत्य +आधृषाद्वा +आधृषे +आधे +आधेः +आधेय +आधेयं +आधेयः +आधेयतया +आधेयता +आधेयतासंबन्धेन +आधेयत्वं +आधेयश्चाक्रियाजश्च +आधेयस्य +आधेयो +आधेस्य +आधेहि +आधोरणः +आधोरणा +आधोरणानां +आधौ +आध्मात +आध्मातो +आध्मान +आध्मानं +आध्मानञ्च +आध्मानपीनसाजीर्णभुक्तवत्सु +आध्मानमिति +आध्मानम् +आध्मानाटोपविण्मूत्रविबन्धारतिवेपनैः +आध्माने +आध्मायते +आध्मायन्ते +आध्य +आध्यः +आध्यक्षे +आध्यक्ष्ये +आध्यय +आध्या +आध्यात्म +आध्यात्मस्य +आध्यात्मिक +आध्यात्मिकं +आध्यात्मिकः +आध्यात्मिकता +आध्यात्मिकतायाः +आध्यात्मिकम् +आध्यात्मिकस्य +आध्यात्मिका +आध्यात्मिकाः +आध्यात्मिकादि +आध्यात्मिकाधिभौतिकाधिदैविकाधियाज्ञिकानि +आध्यात्मिकानि +आध्यात्मिकी +आध्यात्मिकीं +आध्यात्मिके +आध्यात्मिको +आध्यात्मिक्यश्च +आध्यात्मिक्यश्चतस्रः +आध्यादिषु +आध्यादीनां +आध्यानं +आध्यानम् +आध्यानाय +आध्यानायेति +आध्याने +आध्यायः +आध्यायति +आध्ये +आध्यै +आध्रः +आध्रश्चिद्यं +आध्रस्य +आध्राय +आध्रिगो +आध्वम् +आध्वर्यव +आध्वर्यवं +आध्वर्यवम् +आध्वर्यवे +आध्वे +आध॑त्त +आन +आनं +आनंद +आनंदं +आनंदः +आनंदकाननं +आनंदकानने +आनंदको +आनंदमय +आनंदा +आनंदाय +आनंदो +आनः +आनः꣢ +आनई +आनक +आनकः +आनकदुन्दुभिः +आनकदुन्दुभेः +आनका +आनकाः +आनकानां +आनक् +आनङादेशः +आनङृतो +आनङ् +आनङ्ग +आनच् +आनजे +आनञ्ज +आनञ्जिथ +आनट् +आनडुहं +आनडुहे +आनडुहेन +आनडुह्य +आनड् +आनत +आनतः +आनता +आनतिः +आनत् +आनद +आनद्धं +आनद्धः +आनद्धत्वेन +आनन +आननं +आननन्द +आननमिति +आननम् +आननस्य +आनना +आननानि +आनने +आननेन +आनन् +आनन्त +आनन्तरं +आनन्तर्य +आनन्तर्यं +आनन्तर्यकारका +आनन्तर्यमात्रे +आनन्तर्यमार्गलक्षणः +आनन्तर्यम् +आनन्तर्यात् +आनन्तर्यार्थः +आनन्तर्ये +आनन्तर्य्ये +आनन्त्यं +आनन्त्यम् +आनन्त्यव्यभिचाराभ्यां +आनन्त्यात् +आनन्त्यादिति +आनन्त्याय +आनन्त्यायैव +आनन्त्येऽपि +आनन्द +आनन्दं +आनन्दः +आनन्दकानने +आनन्दकारक +आनन्दको +आनन्दकोशनामनि +आनन्दगिरि +आनन्दगिरिः +आनन्दगिरिकृतटीकासंचलितशांकरभाष्यसमेता +आनन्दगिरिकृतटीकासंवलित +आनन्दगिरिकृतटीकासंवलितशांकरभाष् +आनन्दगिरिकृतटीकासंवलितशांकरभाष्यसमेता +आनन्दगिरिकृतीकासंवलितशांकरभाष्यसमेता +आनन्दगिरिणा +आनन्दगिरिव्याख्या +आनन्दघन +आनन्दघनं +आनन्दजं +आनन्दजनकः +आनन्दञ्च +आनन्दत +आनन्दति +आनन्दतीर्थ +आनन्दतीर्थः +आनन्दथुः +आनन्ददायक +आनन्ददायकं +आनन्ददायकम् +आनन्ददायकानि +आनन्दनं +आनन्दने +आनन्दपुर +आनन्दपुरं +आनन्दपुरम् +आनन्दपूर्ण +आनन्दपूर्वक +आनन्दभवनं +आनन्दभवनम् +आनन्दभुक् +आनन्दभैरवी +आनन्दमक्षरं +आनन्दमनुभवन्ति +आनन्दमन्दाकिनी +आनन्दमन्दिरस्तोत्रम् +आनन्दमभियाति +आनन्दमय +आनन्दमयं +आनन्दमयः +आनन्दमयकोशः +आनन्दमयस्य +आनन्दमयाधिकरणम् +आनन्दमयाधिकरणे +आनन्दमयी +आनन्दमये +आनन्दमयो +आनन्दमयोऽभ्यासात् +आनन्दमात्रध्यानसुखाः +आनन्दमिति +आनन्दमीमांसा +आनन्दमेवाप्येति +आनन्दमेवास्तमेति +आनन्दम् +आनन्दय +आनन्दयति +आनन्दयन् +आनन्दयन्ति +आनन्दयुक्त +आनन्दरूप +आनन्दरूपं +आनन्दरूपः +आनन्दरूपता +आनन्दरूपममृतं +आनन्दरूपस्य +आनन्दरूपा +आनन्दरूपास्तिष्ठन्ति +आनन्दरूपो +आनन्दलहरी +आनन्दलहर्य्याम् +आनन्दवन +आनन्दवनविद्योतिसुमनोभिः +आनन्दवर्धन +आनन्दवर्धनः +आनन्दवर्धनस्य +आनन्दवर्धनेन +आनन्दवर्धनो +आनन्दवृन्दावनचम्पूः +आनन्दशक्तिः +आनन्दशब्दस्य +आनन्दश्च +आनन्दसदनं +आनन्दसागरस्तवः +आनन्दसागरे +आनन्दसे +आनन्दस्तु +आनन्दस्य +आनन्दस्वरूप +आनन्दहेतुः +आनन्दा +आनन्दांशाविर्भूतो +आनन्दांश्च +आनन्दाः +आनन्दाख्यः +आनन्दात् +आनन्दात्मा +आनन्दादयः +आनन्दादिति +आनन्दादेव +आनन्दाद्ध्येव +आनन्दाद्यधिकरणम् +आनन्दानां +आनन्दानुगतोऽस्मितानुगत +आनन्दाबाई +आनन्दाबाय्याः +आनन्दाय +आनन्दायै +आनन्दार्थं +आनन्दाश्च +आनन्दाश्रम +आनन्दाश्रमप्रतौ +आनन्दाश्रममुद्रणालयः +आनन्दाश्रममुद्रणालये +आनन्दाश्रमसंस्करणे +आनन्दाश्रमसंस्कृतग्रन्थावलिः +आनन्दाश्रु +आनन्दाश्रूणि +आनन्दि +आनन्दित +आनन्दितः +आनन्दिता +आनन्दिताः +आनन्दिनी +आनन्दिनो +आनन्दी +आनन्दीबाई +आनन्दीबेन +आनन्दे +आनन्देति +आनन्देन +आनन्देश्वर +आनन्दैकघनाकारा +आनन्दो +आनन्दों +आनन्दोऽजरोऽमृतः +आनन्दोऽपि +आनन्द् +आनमत +आनमन्ति +आनम् +आनम्य +आनय +आनयत +आनयति +आनयतीति +आनयतु +आनयते +आनयत् +आनयध्वं +आनयन +आनयनं +आनयनम् +आनयनस्य +आनयनाय +आनयने +आनयन् +आनयन्ति +आनयन्तु +आनयस्व +आनयामः +आनयामास +आनयामि +आनयितुं +आनयित्वा +आनयिष्यामि +आनयिष्याम्यहं +आनयिष्ये +आनये +आनयेति +आनयेत् +आनयैनं +आनर्च +आनर्चुः +आनर्च्छ +आनर्च्छतुः +आनर्त +आनर्तं +आनर्तदेशे +आनर्तविषये +आनर्तस्य +आनर्ताधिपतिः +आनर्तेन +आनर्तो +आनर्त्त +आनर्त्तं +आनर्त्तो +आनर्थक्यं +आनर्थक्यबाधकभाष्यम् +आनर्थक्यमिति +आनर्थक्यम् +आनर्थक्यसाधकभाष्यम् +आनर्थक्यात् +आनर्थक्ये +आनव +आनश +आनशाते +आनशानाः +आनशिरे +आनशुः +आनशे +आनस्य +आनह्यते +आना +आनां +आनापालिस् +आनाभि +आनाभेः +आनाम्य +आनाय +आनायः +आनाययच्च +आनाययामास +आनाये +आनायो +आनाय्य +आनाय्यो +आनाय्योऽनित्ये +आनाश +आनाह +आनाहं +आनाहः +आनाहे +आनाहेषु +आनाहो +आनि +आनिनाय +आनिन्यिरे +आनिन्युः +आनिन्ये +आनिबेसेण्ट् +आनिर्हतेभ्यः +आनिविता +आनिविप्र +आनिविश +आनिविसं +आनिषत्तः +आनिषीदत +आनी +आनीचोलकं +आनीत +आनीतं +आनीतः +आनीतमस्त्येव +आनीतमिति +आनीतम् +आनीतवती +आनीतवन्तः +आनीतवान् +आनीतश्च +आनीतस्य +आनीता +आनीताः +आनीतानि +आनीतासि +आनीते +आनीतो +आनीतौ +आनीत् +आनीदवातं +आनीदवातमिति +आनीय +आनीयत +आनीयतां +आनीयतामिति +आनीयताम् +आनीयते +आनीयन्तां +आनीयन्ते +आनीयमान +आनीयमानः +आनीयमाने +आनीयोदगग्राभ्यां +आनीयोपबिलं +आनील +आनीलनिषधायामौ +आनु +आनुकूलिकः +आनुकूल्य +आनुकूल्यं +आनुकूल्यम् +आनुकूल्यस्य +आनुकूल्यार्थं +आनुकूल्ये +आनुकूल्येन +आनुक् +आनुगागमश्च +आनुगादिकः +आनुगुण्यं +आनुग्रहिकप्रकरणम् +आनुग्रामिकः +आनुजावर +आनुजावरः +आनुजावरस्य +आनुते +आनुनासिक्य +आनुपदिकः +आनुपूर्वी +आनुपूर्व्यं +आनुपूर्व्यम् +आनुपूर्व्या +आनुपूर्व्ये +आनुपूर्व्येण +आनुमतीं +आनुमानिक +आनुमानिकं +आनुमानिकः +आनुमानिकमप्येकेषामिति +आनुमानिकम् +आनुमानिकाधिकरणम् +आनुमानिकी +आनुरूप्यं +आनुलोम्य +आनुलोम्यं +आनुलोम्ये +आनुलोम्येन +आनुवंशिकता +आनुवंशिकविज्ञानस्य +आनुशासनिकपर्व +आनुशासनिके +आनुश्रविक +आनुषक् +आनुषगिति +आनुषङ्गिकं +आनुषूकम् +आनुषूको +आनुष्टुभं +आनुष्टुभः +आनुष्टुभम् +आनुष्टुभाभ्याम् +आनुष्टुभीर् +आनुष्टुभेन +आनुष्टुभो +आनु॒षक् +आनूप +आनूपं +आनूपंवाध्र्यश्वम् +आनूपः +आनूपम् +आनूपा +आनूपादिवर्गः +आनूपानां +आनूपानि +आनूपे +आनृचुः +आनृचुस् +आनृण्यं +आनृण्यम् +आनृण्यार्थं +आनृधतुः +आनृधुः +आनृशंस्यं +आनृशंस्यपरो +आनृशंस्येन +आने +आनेकलविधानसभाक्षेत्रम् +आनेकल् +आनेका +आनेकोण्ड +आनेगोन्दी +आनेतव्यः +आनेतव्यम् +आनेतव्या +आनेतुं +आनेतुम् +आनेयः +आनेया +आनेवाले +आनेष्ट +आनेष्यति +आनेष्यामि +आनेष्यामो +आनैश्वर्यम् +आनो +आनोविश्वा +आन् +आन्त +आन्तं +आन्तः +आन्तम् +आन्तर +आन्तरं +आन्तरः +आन्तरतम्यात् +आन्तरतम्यादिति +आन्तरम् +आन्तरस्य +आन्तरा +आन्तराः +आन्तराणां +आन्तराणि +आन्तरि +आन्तरिक +आन्तरिकं +आन्तरिकः +आन्तरिकरूपेण +आन्तरिकविवादान् +आन्तरिकसमुदायः +आन्तरिकाः +आन्तरिक्षं +आन्तरिक्षः +आन्तरिक्षा +आन्तरिक्षाः +आन्तरिक्षाणि +आन्तरिक्ष्या +आन्तरे +आन्तरेण +आन्तरेषु +आन्तरो +आन्तर्जालिक +आन्तर्यं +आन्तर्यत +आन्तर्यतो +आन्तर्यम् +आन्तर्यस्य +आन्तर्यात् +आन्तर्यादिति +आन्तियखियानगरं +आन्तोन् 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+आपतिः +आपतित +आपतितं +आपतितः +आपतितम् +आपतिता +आपतेत् +आपत् +आपत्काल +आपत्कालः +आपत्कालकृता +आपत्कालस्य +आपत्कालिका +आपत्कालिकी +आपत्काले +आपत्तयो +आपत्ति +आपत्तिं +आपत्तिः +आपत्तेः +आपत्तौ +आपत्य +आपत्यस्य +आपत्सु +आपत्स्वपि +आपत्स्व् +आपद +आपदं +आपदः +आपदम् +आपदर्थं +आपदर्थे +आपदस्तस्य +आपदा +आपदां +आपदाः +आपदामपहर्तारं +आपदाम् +आपदि +आपदिति +आपदे +आपदो +आपद् +आपद्गतं +आपद्गतः +आपद्गतस्य +आपद्गता +आपद्धर्म +आपद्धर्मं +आपद्धर्मः +आपद्धर्मपर्वणि +आपद्धर्मप्रकरणम् +आपद्भवति +आपद्भावेन +आपद्भिः +आपद्भ्यः +आपद्य +आपद्यत +आपद्यते +आपद्यनग्नौ +आपद्यन्ते +आपद्यपत्यप्राप्तिश्च +आपद्यपि +आपद्येत +आपद्ऽर्थं +आपन +आपना +आपनि +आपनीफणत् +आपने +आपन् +आपन्न +आपन्नं +आपन्नः +आपन्नजीविकः +आपन्नम् +आपन्नसत्त्वा +आपन्नसत्वा +आपन्नसत्वां +आपन्नसत्वास्मि +आपन्नस् +आपन्नस्य +आपन्ना +आपन्नाः +आपन्नानां +आपन्ने +आपन्नेषु +आपन्नो +आपपात +आपप्राथ +आपप्राथोषा +आपप्रिवान् +आपम् +आपयः +आपयति +आपयतो +आपयिता +आपये +आपरमद्रः +आपरशालः +आपराधिक +आपराह्णिकीभ्यां +आपरेशन् +आपले +आपलोग +आपलोगोंको +आपल्यस्य +आपल्या +आपव +आपवस्य +आपवस्व +आपश् +आपश्च +आपश्चन्द्राः +आपश्चित् +आपश्चिदस्मै +आपश्चैवाथ +आपश्चैवापवत्सश्च +आपश्चौषधयश्च +आपश्रौ +आपस +आपसमें +आपसी +आपसे +आपस् +आपस्त +आपस्तंब +आपस्तदा +आपस्तदु +आपस्तम्ब +आपस्तम्बः +आपस्तम्बगृह्यसूत्र +आपस्तम्बधर्म +आपस्तम्बधर्मसत्रे +आपस्तम्बधर्मसूत्र +आपस्तम्बधर्मसूत्रम् +आपस्तम्बधर्मसूत्रे +आपस्तम्बश्रोतसूत्रे +आपस्तम्बश्रौतसूत्रम् +आपस्तम्बश्रौतसूत्रे +आपस्तम्बसूत्रे +आपस्तम्बस्तु +आपस्तम्बस्मृतिः +आपस्तम्बस्य +आपस्तम्बी +आपस्तम्बीय +आपस्तम्बीयं +आपस्तम्बीये +आपस्तम्बे +आपस्तम्बेन +आपस्तम्बो +आपस्तम्बोऽपि +आपस्तम्वधर्मसूत्रे +आपस्तस्तम्भिरे +आपस्ता +आपस्तावत् +आपस्तासां +आपस्तु +आपस्ते +आपस्तेजसि +आपस्त्वा +आपस्त्वामश्विनौ +आपस्य +आपही +आपा +आपाटलिपुत्रं +आपाटलिपुत्रात् +आपात +आपातत +आपाततः +आपाततो +आपातरमणीयं +आपातरमणीयां +आपातरमणीयेषु +आपातरम्या +आपातलिका +आपाते +आपातेऽपि +आपात्य +आपाद +आपादं +आपादतलमस्तकं +आपादतलमस्तकम् +आपादनं +आपादमस्तकं +आपादयति +आपादयितुं +आपादयेत् +आपादितः +आपाद्य +आपाद्यते +आपानं +आपाने +आपाम +आपि +आपिः +आपिङ्गलः +आपित्वे +आपिम् 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+आप्तं +आप्तः +आप्तकाम +आप्तकामः +आप्तकामस्य +आप्तकामो +आप्तत्वं +आप्तम् +आप्तवचनं +आप्तवाक्यं +आप्तवान् +आप्तव्यं +आप्तस्तु +आप्तस्य +आप्ता +आप्तां +आप्ताः +आप्तानां +आप्तान् +आप्ति +आप्तिः +आप्ती +आप्तुं +आप्तुम् +आप्ते +आप्तेति +आप्तेन +आप्तेव +आप्तैः +आप्तो +आप्तों +आप्तोक्तत्वस्य +आप्तोपदेश +आप्तोपदेशः +आप्तौ +आप्त्यः +आप्त्या +आप्त्याः +आप्त्ये +आप्त्यै +आप्त्यो +आप्त्वा +आप्त्वाव +आप्नवाम +आप्नानम् +आप्नुतः +आप्नुयां +आप्नुयात् +आप्नुयाम् +आप्नुयुः +आप्नुवन् +आप्नुवन्ति +आप्नुवन्त्य् +आप्नुवन्पूर्वमर्षत् +आप्नुहि +आप्नुहीति +आप्नोति +आप्नोतीति +आप्नोतु +आप्नोतेः +आप्नोतेर्मन् +आप्नोत् +आप्नोत्य् +आप्नोद् +आप्य +आप्यं +आप्यं॑ +आप्यं॒ +आप्यत +आप्यते +आप्यन्त +आप्यन्ते +आप्यम् +आप्यलेपं +आप्यस्य +आप्या +आप्याः +आप्याय +आप्यायता +आप्यायतां +आप्यायतामिति +आप्यायताम् +आप्यायते +आप्यायन +आप्यायनं +आप्यायनम् +आप्यायनादि +आप्यायनाय +आप्यायनी +आप्यायने +आप्यायन्तु +आप्यायन्ते +आप्यायन्त्विति +आप्यायमानं +आप्यायमानः +आप्यायमानम् +आप्यायमाना +आप्यायमानां +आप्यायमानाः +आप्यायमानो +आप्यायय +आप्याययति +आप्याययन् +आप्याययन्ति +आप्याययन्तु +आप्याययन्तौ +आप्यायस्व +आप्यायस्वेति +आप्यायितः +आप्यायिता +आप्यायिताः +आप्यायितो +आप्याय्य +आप्याय्यते +आप्याय्यन्ते +आप्याय्यमानः +आप्याय्यैतं +आप्यासिषीमहि +आप्ये +आप्यो +आप्य॑म् +आप्र +आप्रणखात्सर्व +आप्रपदं +आप्रपदीनः +आप्रयाणाद् +आप्रयातु +आप्रवणे +आप्रस्य +आप्रा +आप्राः +आप्रापय +आप्रा॒ +आप्रिय +आप्रियः +आप्रियो +आप्री +आप्रीणाति +आप्रीणीत +आप्रीतं +आप्रीभिः +आप्रीभिर् +आप्रीर् +आप्रीसूक्तं +आप्ल +आप्लव +आप्लवः +आप्लवनं +आप्लवने +आप्लवन्तः +आप्लवे +आप्लाव +आप्लावः +आप्लावनं +आप्लावयति +आप्लावयन्ति +आप्लाव्य +आप्लाव्ये +आप्लुतं +आप्लुतः +आप्लुता +आप्लुत्य +आप्लुत्याप्लुत्य +आप्लृ +आप्स्यति +आप्स्यसि +आप्स्यामि +आप॑ +आप॑ः +आप॑श्च +आप॒ +आफ +आफ़ +आफ़् +आफिस +आफीनम् +आफ् +आफ्रिका +आफ्रिकाखण्डः +आफ्रिकाखण्डस्य +आफ्रिकाखण्डीयदेशसम्बद्धाः +आफ्रिकादेशे +आफ्रीका +आब +आबद्ध +आबद्धं +आबद्धः +आबद्ध्य +आबध्नामि +आबध्नीत +आबध्य +आबध्यन्तां +आबन्त +आबन्तस्य +आबन्तात् +आबन्तो +आबबन्ध +आबभाषे +आबभासे +आबभूथ +आबभूव +आबभौ +आबयो +आबलीयसं +आबाध +आबाधं +आबाधः +आबाधा +आबाधे +आबालवृद्धं +आबालवृद्धाः +आबाल्यात् +आबिति +आबू +आब्दिके +आब्रह्म +आब्रह्मन् +आब्रह्मन्निति +आब्रह्मभुवनात् +आब्रह्मभुवनाल्लोकाः +आब्रह्मभुवनाल्लोकादिदमस्तु +आब्रह्मस्तंबपर्यंतं +आब्रह्मस्तम्बपर्यन्तं +आब्रह्मस्तम्बपर्यन्ता +आब्रह्मस्तम्बपर्य्यन्तं +आब्रह्मेति +आब॒भूव॑ +आभ +आभं +आभंगं +आभगः +आभज +आभजति +आभजन्ती +आभण्डने +आभया +आभर +आभरः +आभरण +आभरणं +आभरणम् +आभरणस्याभरणं +आभरणा +आभरणानां +आभरणानि +आभरणे +आभरणैः +आभरत् +आभरन्तः +आभरम् +आभरे +आभरेति +आभवः +आभवतु +आभवत् +आभवन् +आभवन्तीर् +आभा +आभां +आभाः +आभाति +आभातीति +आभात्यग्निः +आभान्ति +आभार +आभारतं +आभारतम् +आभारते +आभारी +आभाव +आभाषणं +आभाषते +आभाषान्तं +आभाष्य +आभास +आभासं +आभासः +आभासत +आभासते +आभासत्वं +आभासत्वे +आभासन्ते +आभासमागच्छन्ति +आभासमात्रं +आभासमात्रमेवेदं +आभासस्य +आभासा +आभासानां +आभासालङ्काराः +आभासि +आभासी +आभासे +आभासेन +आभासो +आभासोऽप्यर्थ +आभास्वरा +आभास्वराः +आभाहि +आभि +आभिः +आभिचारिकं +आभिचारिकम् +आभिचारिके +आभिजात्यं +आभिजितः +आभिजित्यः +आभिप्लव +आभिप्लविकस्य +आभिप्लविके +आभिप्लविकेषूक्थ्येषु +आभिमानिकं +आभिमानिकाः +आभिमुख्य +आभिमुख्यं +आभिमुख्ये +आभिमुख्येन +आभिरिति +आभिरूप्यम् +आभिरूप्याच्च +आभिर् +आभिर्गीर्भिर्यदतो +आभिर्बाला +आभिर्वा +आभिर्विषया +आभिश्च +आभिषेचनिकं +आभिसमाचारिकान् +आभीकं +आभीकम् +आभीके +आभीक्ष्ण्य +आभीक्ष्ण्यं +आभीक्ष्ण्यम् +आभीक्ष्ण्ये +आभीक्ष्ण्येन +आभीये +आभीर +आभीरः +आभीरपल्ली +आभीरस्य +आभीरा +आभीराः +आभीराणां +आभीरी +आभीलं +आभीशवं +आभीशवम् +आभीशवाद्यम् +आभीशवे +आभीशवोत्तरम् +आभु +आभुः +आभुव +आभुवः +आभुवत् +आभुवदिति +आभुवदूती +आभुवद् +आभुवम् +आभूतसंप्लवं +आभूतसंप्लवस्थायी +आभूतसंप्लवे +आभूतसम्प्लवं +आभूत्या +आभूपण +आभूषण +आभूषणं +आभूषणम् +आभूषणानि +आभूषणों +आभूषणोंसे +आभूषु +आभृतं +आभृतः +आभृतम् +आभृताः +आभो +आभोग +आभोगं +आभोगः +आभोगि +आभोगे +आभोगो +आभ्य +आभ्यः +आभ्यन्तर +आभ्यन्तरं +आभ्यन्तरः +आभ्यन्तरप्रयत्नः +आभ्यन्तरम् +आभ्यन्तरश्च +आभ्यन्तरस्तु +आभ्यन्तरस्य +आभ्यन्तरा +आभ्यन्तराः +आभ्यन्तराणां +आभ्यन्तरी +आभ्यन्तरे +आभ्यन्तरेण +आभ्यन्तरो +आभ्या +आभ्यां +आभ्यामण् +आभ्यामाथर्वणो +आभ्यामिति +आभ्यामेव +आभ्यामेवैनं +आभ्याम् +आभ्युदयिकं +आभ्युदयिके +आभ्यो +आभ्राजम् +आभ॑रत् +आम +आमं +आमंत्र्य +आमः +आमगर्भाश्च +आमच्छेदे +आमज्वरस्य +आमटे +आमटेवर्यः +आमटेवर्यस्य +आमटेवर्येण +आमते +आमतैलेन +आमतौर +आमत्तानां +आमदोषमलिङ्गाद्वा +आमध्याह्नं +आमन +आमनं +आमनः +आमनति +आमनन्ति +आमनम् +आमनसः +आमनसस्कृधि +आमनस्य +आमना +आमनि +आमने +आमनो +आमन्त्रण +आमन्त्रणं +आमन्त्रणम् +आमन्त्रणे +आमन्त्रय +आमन्त्रयत +आमन्त्रयति +आमन्त्रयते +आमन्त्रयस्व +आमन्त्रयामि +आमन्त्रयाम् +आमन्त्रयित्वा +आमन्त्रये +आमन्त्रित +आमन्त्रितं +आमन्त्रितः +आमन्त्रितत्वान्निघातः +आमन्त्रितनिघातः +आमन्त्रितमिति +आमन्त्रितम् +आमन्त्रितस्तु +आमन्त्रितस्य +आमन्त्रितस्याविद्यमानत्वेन +आमन्त्रितस्याविद्यमानवत्त्वेन +आमन्त्रिता +आमन्त्रिताः +आमन्त्रिताद्युदात्तत्वम् +आमन्त्रितानुदात्तत्वम् +आमन्त्रितान्ते +आमन्त्रिते +आमन्त्रितो +आमन्त्रितोऽसि +आमन्त्रिय +आमन्त्र्य +आमपक्वविदग्धत्वं +आमपक्वाशयचरः +आमपक्वाशयान्तःस्था +आमपाकीति +आमपात्राणि +आमपात्रे +आममत् +आममन्नरसं +आममांसं +आममाम्रफलं +आमम् +आमय +आमयं +आमयः +आमयति +आमयस्य +आमया +आमयाः +आमयानां +आमयान् +आमयाविनं +आमयाविनः +आमयावी +आमये +आमयो +आमरणं +आमरणम् +आमरुल +आमरौघशासनटीका +आमर्दक +आमर्दकी +आमर्दने +आमर्शनं +आमर्शने +आमर्षणे +आमलं +आमलक +आमलकं +आमलकम् +आमलकस्य +आमलकानि +आमलकी +आमलके +आमलक्या +आमलक्यां +आमलक्याः +आमलक्याम् +आमलक्याश्च +आमला +आमवातं +आमवातः +आमवातप्रशमनं +आमवाताधिकारः +आमवाते +आमशूलविबन्धघ्नं +आमश्च +आमश्राद्धं +आमश्राद्धे +आमस्य +आमहाराष्ट्रं +आमहीयवं +आमहीयवम् +आमहै +आमा +आमां +आमाजीर्णप्रशमनं +आमातिसारे +आमातिसारो +आमात् +आमादं +आमादः +आमादयः +आमानं +आमानि +आमान्नं +आमान्वये +आमार +आमावस्यः +आमावास्यं +आमावास्यः +आमावास्यम् +आमावास्ये +आमावास्येन +आमाशय +आमाशयं +आमाशयः +आमाशयगते +आमाशयमागत्य +आमाशयस्तु +आमाशयस्थे +आमाशयस्थो +आमाशयस्य +आमाशये +आमाशयोत्क्लेशभवा +आमाशयोत्थवातघ्नं +आमाशयोऽथ +आमासु +आमि +आमिक्षया +आमिक्षा +आमिक्षां +आमिक्षाया +आमिक्षायां +आमिक्षायाः +आमिक्षायै +आमिक्षीयं +आमिति +आमित्यादि +आमित्रः +आमित्रि +आमिनाना +आमिनाने +आमिर +आमिश्र +आमिष +आमिषं +आमिषम् +आमिषस्य +आमिषि +आमिषे +आमि॑षि +आमी +आमीलिताक्षः +आमु +आमुं +आमुक्त +आमुक्तः +आमुक्ति +आमुख +आमुखं +आमुखम् +आमुखे +आमुच्य +आमुरः +आमुष्मिकं +आमुष्मिके +आमुष्यपुत्रिका +आमुष्यायण +आमुष्यायणः +आमुष्यायणाय +आमूर॑ज +आमूलं +आमूलाग्रं +आमूलात् +आमृत्योः +आमे +आमेखलं +आमेत +आमेतः +आमेतसवृक्षः +आमेतसस्य +आमेति +आमेन +आमेन् +आमेर +आमेरदुर्गं +आमेरदुर्गम् +आमेरदुर्गस्य +आमेरिका +आमेषु +आमैस्तैरेव +आमो +आमोति +आमोद +आमोदं +आमोदः +आमोदश्च +आमोदी +आमोदे +आमोदेन +आमोदैर्मरुतो +आमोदो +आमोपवेशनं +आमोषी +आमोऽपवादः +आम् +आम्नात +आम्नातं +आम्नातः +आम्नातम् +आम्नाता +आम्नाताः +आम्नातानि +आम्नाती +आम्नाते +आम्नातो +आम्नानं +आम्नानम् +आम्नाय +आम्नायः +आम्नायते +आम्नायन्ते +आम्नायस्य +आम्नायानामयोगेन +आम्नाये +आम्नायो +आम्प्रत्ययवत् +आम्प्रत्ययवत्कृञोऽनुप्रयोगस्य +आम्प्रत्ययो +आम्बष्ठ्यः +आम्बष्ठ्या +आम्बेडकर +आम्ब्रोस् +आम्र +आम्रं +आम्रः +आम्रगुप्तायनिः +आम्रगुप्तिः +आम्रफलं +आम्रफलम् +आम्रफलरसः +आम्रफलस्य +आम्रफलानि +आम्रमयम् +आम्रमामं +आम्रम् +आम्रवणं +आम्रवृक्षः +आम्रवृक्षे +आम्रशुण्ठी +आम्रश्चूतो +आम्रस्य +आम्रा +आम्राः +आम्राणां +आम्रातक +आम्रातकं +आम्रातकः +आम्रातकम् +आम्रातकवृक्षः +आम्रातकवृक्षे +आम्रातके +आम्रादिवर्गः +आम्रान् +आम्राये +आम्रायो +आम्राश्च +आम्रे +आम्रेडने +आम्रेडित +आम्रेडितं +आम्रेडितसंज्ञायाम् +आम्रेडितस्य +आम्रेडितानुदात्तत्वम् +आम्रेडिते +आम्रैः +आम्ल +आम्लं +आम्लः +आम्लजनकं +आम्लजनकस्य +आम्लम् +आम्लरुचिः +आम्लस्य +आम्ला +आम्लानि +आम्ले +आम्लेन +आय +आयं +आयंस् +आयंस्त +आयः +आयःशूलिकः +आयकः +आयङ्गौः +आयच्छति +आयच्छते +आयच्छस्व +आयच्छेत् +आयजतामेज्या +आयजन्त +आयजर +आयजिष्ठः +आयजी +आयत +आयतं +आयतः +आयतचतुरश्रस्य +आयतते +आयतन +आयतनं +आयतनम् +आयतनवतीर् +आयतनवान् +आयतनवान्नाम +आयतनवान्बन्धुमान्भवति +आयतनवान्भवति +आयतनसंश्रयः +आयतनस्य +आयतनाच् +आयतनाद् +आयतनानि +आयतने +आयतनेन +आयतनेषु +आयतम् +आयतस्तूः +आयतस्य +आयता +आयतांश् +आयताः +आयताकारः +आयताक्षि +आयताम् +आयताश्च +आयताश्रं +आयताश्रमधिष्ठानं +आयति +आयतिं +आयतिः +आयतिर्नियतिश्चैव +आयती +आयतीः +आयतीगवम् +आयते +आयतेन +आयतैः +आयतो +आयतौ +आयत्त +आयत्तं +आयत्तः +आयत्ततायां +आयत्तम् +आयत्ता +आयत्तीकृतः +आयत्ते +आयत्तो +आयत्या +आयत्यां +आयत्याञ्च +आयत्याम् +आयथातथ्यम् +आयथापुर्यम् +आयद्वारेषु +आयन +आयनं +आयनवलन +आयनादिषूपदेशिवद्वचनं +आयनाय +आयनि +आयने +आयनेयी +आयनेयीनीयियः +आयन् +आयन्त +आयन्तं +आयन्तम् +आयन्ति +आयन्तु +आयन्ते +आयन्न् +आयप्रत्ययः +आयब्राह्मणभाष्ये +आयब्राह्मणम् +आयब्राह्मणे +आयमगन् +आयम् +आयम्य +आयम्यते +आयय +आययुः +आययुर्मुनयः +आययुश्च +आययुस्तत्र +आययुस्ते +आययौ +आयरन +आयरिश +आयर्लेण्ड +आयर्लैंड +आयर्लैण्ड +आयव +आयवः +आयवसे +आयवे +आयवो +आयव्ययौ +आयस +आयसं +आयसः +आयसम् +आयसाक्षरैर्मुद्रयित्वा +आयसी +आयसीं +आयसीः +आयसीभिः +आयसीम् +आयसु +आयसे +आयसेन +आयसेन्क् +आयसैः +आयसो +आयस्तः +आयस्ता +आयस्य +आयस्यति +आया +आयां +आयांतं +आयांति +आयांतीं +आयांतु +आयाचते +आयाचे +आयात +आयातं +आयातः +आयातम् +आयातयति +आयातस्य +आयाता +आयाताः +आयाति +आयातु +आयाते +आयातेन +आयातैव +आयातो +आयातौ +आयात् +आयादय +आयादयः +आयादि +आयादेश +आयादेशः +आयादेशश्च +आयादेशे +आयाधिक्यं +आयानीति +आयान्तं +आयान्तमालोक्य +आयान्तम् +आयान्ति +आयान्ती +आयान्तीं +आयान्तु +आयान्त्या +आयाम +आयामं +आयामः +आयामतः +आयामतो +आयामपरिणाहाभ्यां +आयामयते +आयामस्तु +आयामाः +आयामार्धेन +आयामि +आयामी +आयामे +आयामेति +आयामेन +आयामेषु +आयामो +आयाम् +आयाय +आयास +आयासं +आयासः +आयासत् +आयासम् +आयासयते +आयासस्य +आयासात् +आयासाय +आयासायापरं +आयासि +आयासी +आयासे +आयासेन +आयासो +आयास्य +आयास्यं +आयास्यति +आयास्यन्ति +आयास्यम् +आयास्याभ्यां +आयास्याभ्यामच्यावयत् +आयास्ये +आयाहि +आयाही +आयाहीति +आयि +आयिष्ट +आयी +आयीका +आयु +आयुं +आयुंषि +आयुः +आयुःक्षयं +आयुःक्षयाद् +आयुःक्षयो +आयुःप्रदा +आयुःप्रमाणं +आयुःशेषे +आयुःसत्त्वबलारोग्यसुखप्रीतिविवर्धनाः +आयुः॑ +आयुक्त +आयुक्तः +आयुक्तकुशलाभ्यां +आयुक्ता +आयुक्ताः +आयुक्तो +आयुतं +आयुध +आयुधं +आयुधः +आयुधजीविनां +आयुधजीविभ्यः +आयुधम् +आयुधविशेषः +आयुधशालायां +आयुधा +आयुधागारं +आयुधागाराध्यक्षः +आयुधागारे +आयुधाच्छ +आयुधाना +आयुधानां +आयुधानामहं +आयुधानाम् +आयुधानि +आयुधानीव +आयुधाय +आयुधायानातताय +आयुधिकः +आयुधिनो +आयुधीयः +आयुधीयानां +आयुधे +आयुधेन +आयुधेषु +आयुधैः +आयुधों +आयुनक् +आयुना +आयुनि +आयुपो +आयुभिः +आयुम् +आयुयुज्रे +आयुयुवे +आयुरतिरात्रः +आयुरन्नं +आयुरसि +आयुरस्तु +आयुरस्मिन् +आयुरस्मै +आयुरादि +आयुरादीनि +आयुरारोग्यदं +आयुरारोग्यमैश्वर्यं +आयुरारोग्यमैश्वर्य्यं +आयुराशास्ते +आयुरिति +आयुरुक्थ्यो +आयुरेतज्ज्योतिः +आयुरेति +आयुरेव +आयुरेवास्मिन् +आयुरेवास्मिन्दधाति +आयुरेवेन्द्रियं +आयुर् +आयुर्गौर्ज्योतिरतिरात्रः +आयुर्घृतम् +आयुर्जीवनं +आयुर्जीवनम् +आयुर्जीवसे +आयुर्दधाति +आयुर्दधातु +आयुर्दा +आयुर्दाः +आयुर्दायाध्यायः +आयुर्धा +आयुर्धीमानमावसुः +आयुर्नाम +आयुर्बलं +आयुर्भाव +आयुर्भावफलाध्यायः +आयुर्मनुष्यो +आयुर्मयि +आयुर्मा +आयुर्मे +आयुर्मेधा +आयुर्यज्ञेन +आयुर्यन्ति +आयुर्यस्य +आयुर्युधः +आयुर्वर्धापनप्रयोगः +आयुर्वर्षशतं +आयुर्वसान +आयुर्वा +आयुर्विज्ञान +आयुर्विज्ञानम् +आयुर्वित्तं +आयुर्विद्या +आयुर्विपाकं +आयुर्विश्वायुः +आयुर्वृद्धिकरं +आयुर्वेद +आयुर्वेदं +आयुर्वेदः +आयुर्वेददीपिका +आयुर्वेददीपिकाया +आयुर्वेददीपिकाव्याख्यासमेता +आयुर्वेदप्रकाश +आयुर्वेदप्रकाशः +आयुर्वेदशास्त्रे +आयुर्वेदश्च +आयुर्वेदसूत्रम् +आयुर्वेदसूत्रे +आयुर्वेदस्य +आयुर्वेदिक +आयुर्वेदीय +आयुर्वेदीयअन्थमाला +आयुर्वेदीयग्रन्थमाला +आयुर्वेदे +आयुर्वेदो +आयुर्वै +आयुर्व्वेदं +आयुर्व्वेदः +आयुर्व्वेदो +आयुर्हरति +आयुवः +आयुवाले +आयुवेदप्रकाश +आयुवो +आयुश् +आयुश्च +आयुश्चैव +आयुष +आयुषं +आयुषः +आयुषक् +आयुषगिति +आयुषगिन्द्रं +आयुषम् +आयुषश्च +आयुषस्तु +आयुषा +आयुषि +आयुषी +आयुषु +आयुषे +आयुषो +आयुषोऽन्ते +आयुष् +आयुष्करं +आयुष्काम +आयुष्कामं +आयुष्कामः +आयुष्कामस्य +आयुष्कामेष्ट्यां +आयुष्कामो +आयुष्ट +आयुष्टे +आयुष्टोमः +आयुष्टोमस्य +आयुष्पा +आयुष्म +आयुष्मं +आयुष्मत +आयुष्मतः +आयुष्मता +आयुष्मतानन्देन +आयुष्मति +आयुष्मती +आयुष्मतीं +आयुष्मते +आयुष्मतो +आयुष्मन +आयुष्मन् +आयुष्मन्त +आयुष्मन्तं +आयुष्मन्तः +आयुष्मन्तमानन्दमामन्त्रयते +आयुष्मन्तमानन्दमिदमवोचत् +आयुष्मन्तम् +आयुष्मन्तस् +आयुष्मन्तो +आयुष्मन्तौ +आयुष्मन्नानन्द +आयुष्मन्निति +आयुष्मांश् +आयुष्मांश्च +आयुष्मान +आयुष्मानपि +आयुष्मानानन्दः +आयुष्मानानन्दो +आयुष्मानिति +आयुष्मानुपाली +आयुष्मानेधि +आयुष्मान् +आयुष्मान्त् +आयुष्मान्भव +आयुष्मान्महामौद्गल्यायनः +आयुष्मान्महामौद्गल्यायनो +आयुष्य +आयुष्यं +आयुष्यः +आयुष्यमग्र्यं +आयुष्यमिति +आयुष्यम् +आयुष्यश्चाभयश्चैव +आयुष्या +आयुष्याणि +आयुष्ये +आयुष्येवेन्द्रि +आयुष्यो +आयुष्य् +आयुस् +आयुस्तस्य +आयुऽभिः +आयु॑ः +आयु॑क्षाताम॒श्विना॒ +आयु॑धम् +आयु॑धा +आयु॑धानि +आयु॑धा॒ +आयु॑ना॒ +आयु॑नि +आयु॑र्जी॒वसे॑ +आयु॑र्मे +आयु॑र्य॒ज्ञेन॑ +आयु॑श्च +आयु॑षा +आयु॑षा॒ +आयु॑षि +आयु॑षि॒ +आयु॑षे +आयु॑षे॒ +आयु॑ष्ये॒वेन्द्रि॒ये +आयु॒ +आयु॒ः +आयु॒र्वसा॑न॒ +आयू +आयूँ +आयूँषि +आयूंषि +आयूं॑षि +आयूम्̇षि +आयूरेखा +आयूꣳषि +आये +आयें +आयेगा +आयेजे +आयेति +आयै +आयो +आयोः +आयोग +आयोगः +आयोगस्य +आयोगेन +आयोजन +आयोजनं +आयोजनम् +आयोजने +आयोजयति +आयोजयत् +आयोजयन्ति +आयोजयिष्यते +आयोजित +आयोजितं +आयोजितः +आयोजितम् +आयोजितवान् +आयोजिता +आयोजिताः +आयोजितायां +आयोजिते +आयोज्य +आयोज्यते +आयोज्यन्ते +आयोधनं +आयोधने +आयोष्ट्वा +आयोस्त्वा +आयौ +आय् +आय्य +आय्यः +आय्यप्रत्ययः +आय्लर् +आय॑जन्त +आय॑जन्त॒ +आय॑न् +आर +आरं +आरंभ +आरंभिक +आरंभे +आरः +आरआरटीएस +आरकूटं +आरक् +आरक्त +आरक्तं +आरक्तः +आरक्ता +आरक्ष +आरक्षं +आरक्षकः +आरक्षकस्य +आरक्षकाः +आरक्षकाणां +आरक्षकान् +आरक्षकालयं +आरक्षकैः +आरक्षण +आरक्षणं +आरक्षणस्य +आरक्षा +आरक्षिणां +आरक्षितम् +आरक्षो +आरगुदीचाम् +आरग्बधः +आरग्बधे +आरग्वध +आरग्वधं +आरग्वधः +आरग्वधवृक्षः +आरग्वधस्य +आरग्वधादि +आरग्वधादिः +आरग्वधादिना +आरग्वधे +आरग्वधो +आरचय्य +आरट्टा +आरणि +आरण्य +आरण्यं +आरण्यः +आरण्यक +आरण्यकं +आरण्यकः +आरण्यकगानम् +आरण्यकगेयः +आरण्यकपर्व +आरण्यकम् +आरण्यकस्य +आरण्यका +आरण्यकाः +आरण्यकाण्ड +आरण्यकाण्डम् +आरण्यकाण्डव्याख्याने +आरण्यकाण्डे +आरण्यकानां +आरण्यकानि +आरण्यके +आरण्यकेन +आरण्यकेहि +आरण्यको +आरण्यकोपात्तफलप्रसूतिः +आरण्यम् +आरण्यस्याश्नाति +आरण्या +आरण्यांश्च +आरण्याः +आरण्यानां +आरण्यानाम् +आरण्यानि +आरण्यान् +आरण्याश् +आरण्याश्च +आरण्ये +आरण्येन +आरण्यैः +आरण्यो +आरत +आरतम् +आरति +आरती +आरतुः +आरत् +आरद् +आरनालं +आरनालन्तु +आरनालेन +आरन् +आरपन्ती +आरप्स्यते +आरब +आरब्ध +आरब्धं +आरब्धः +आरब्धफलानि +आरब्धफलेन +आरब्धम् +आरब्धवती +आरब्धवन्तः +आरब्धवन्तौ +आरब्धवान् +आरब्धवीर्यस्य +आरब्धवीर्या +आरब्धव्य +आरब्धव्यः +आरब्धस्य +आरब्धा +आरब्धाः +आरब्धानां +आरब्धानि +आरब्धुं +आरब्धुम् +आरब्धे +आरब्धो +आरब्धौ +आरभ +आरभटी +आरभटीवृत्तिः +आरभत +आरभते +आरभध्वं +आरभध्वम् +आरभन्त +आरभन्ते +आरभमाणः +आरभम् +आरभस्व +आरभामहे +आरभे +आरभेत +आरभेत् +आरभेऽनु +आरभ्य +आरभ्यत +आरभ्यतां +आरभ्यते +आरभ्यन्त +आरभ्यन्ते +आरभ्यमाणे +आरभ्येति +आरभ्येत्यर्थः +आरभ्यैव +आरम +आरमणं +आरमणम् +आरमति +आरमन +आरमना +आरमा +आरमेत् +आरम् +आरम्भ +आरम्भं +आरम्भः +आरम्भक +आरम्भकसंयोगनाशः +आरम्भकालः +आरम्भकाले +आरम्भगुर्वी +आरम्भण +आरम्भणं +आरम्भणम् +आरम्भणशब्दादिभ्यः +आरम्भणाधिकरणम् +आरम्भणाधिकरणे +आरम्भणीय +आरम्भणीयः +आरम्भणीयम् +आरम्भणीयस्त्रिवृद्वा +आरम्भणीया +आरम्भणीयाः +आरम्भणीये +आरम्भतः +आरम्भपृष्ठम् +आरम्भप्रयोजनम् +आरम्भम् +आरम्भयत्नप्राप्त्याशानियताप्तिफलागमाः +आरम्भश्च +आरम्भसामर्थ्यादेव +आरम्भस्य +आरम्भा +आरम्भाः +आरम्भात् +आरम्भादेव +आरम्भाद्विषमो +आरम्भानन्तरं +आरम्भाय +आरम्भार्थे +आरम्भिक +आरम्भिकं +आरम्भिकटिप्पणी +आरम्भिके +आरम्भी +आरम्भे +आरम्भेण +आरम्भो +आरम्भोपकारकत्वद्योतनायआरम्भदशायामित्युक्तम् +आरम्य +आरया +आरराध +आरव +आरवः +आरवी +आरस्य +आरहिअ +आरा +आरां +आराः +आरागितो +आराग्रमात्रो +आराच् +आराच्चित् +आराज्ञी +आरातीयः +आरात् +आरात्रं +आरात्रि +आरात्रिकं +आरात्रिकः +आरात्रिकम् +आरात्रिविवासमाचष्टे +आरादग्निं +आराद् +आराद्दूरसमीपयोः +आराधकः +आराधकस्य +आराधन +आराधनं +आराधनम् +आराधनविधिं +आराधना +आराधनां +आराधनाय +आराधनायाः +आराधनायास्य +आराधनार्थं +आराधनीयः +आराधनीयो +आराधने +आराधनेन +आराधय +आराधयंति +आराधयत +आराधयति +आराधयन् +आराधयन्ति +आराधयन्तु +आराधयन्तो +आराधयन्महादेवं +आराधयामास +आराधयामि +आराधयितुं +आराधयितुम् +आराधयित्वा +आराधये +आराधि +आराधित +आराधितं +आराधितः +आराधितश्च +आराधितस्य +आराधिता +आराधिताः +आराधिते +आराधितो +आराध्य +आराध्यं +आराध्यः +आराध्यतया +आराध्यते +आराध्यत्वं +आराध्यदेवः +आराध्यमानो +आराध्या +आराध्यो +आराम +आरामं +आरामः +आरामदेवता +आराममस्य +आरामशीतला +आरामस्य +आरामहरः +आरामा +आरामिकः +आरामिकेण +आरामे +आरामेति +आरामेषु +आरामो +आरार्तिकं +आरार्त्रिकं +आरार्त्रिकादिकं +आरालिक +आरावं +आरावः +आराशस्त्रि +आरासुर +आरि +आरिगामि +आरिज़ोना +आरिजोना +आरितः +आरिथ +आरिप्सते +आरिरात्सति +आरिराधयिषुः +आरिष्यतीति +आरिष्यसीति +आरी +आरीः +आरीहणकम् +आरु +आरुः +आरुजत्नुभिः +आरुजसि +आरुणकेतुक +आरुणि +आरुणिं +आरुणिः +आरुणिनः +आरुणिर् +आरुणे +आरुणेय +आरुणेयः +आरुणौ +आरुण्यं +आरुण्यस्य +आरुन्धे +आरुरुक्षोः +आरुरुक्षोरिति +आरुरुक्षोर्मुनेर्योगं +आरुरुहुः +आरुरुहुर्विमानं +आरुरुहुर्विमानानि +आरुरोह +आरुरोहाथ +आरुषी +आरुहत् +आरुहम् +आरुहिअ +आरुह्य +आरुह्यते +आरुह्यैरावतं +आरू +आरूढ +आरूढं +आरूढः +आरूढनिर्णयः +आरूढम् +आरूढराशिः +आरूढवती +आरूढवदाङ्गिरसं +आरूढवदाङ्गिरसम् +आरूढवानरो +आरूढवान् +आरूढस्य +आरूढ़ +आरूढा +आरूढाः +आरूढानि +आरूढावस्थायां +आरूढे +आरूढो +आरूप्याः +आरूप्येषु +आरे +आरेभिरे +आरेभे +आरेवान् +आरेऽसावस्मदस्तु +आरो +आरोगो +आरोग्य +आरोग्यं +आरोग्यकामः +आरोग्यकामो +आरोग्यता +आरोग्यदं +आरोग्यपन +आरोग्यम् +आरोग्यवान् +आरोग्यस्य +आरोग्या +आरोग्याय +आरोग्यायुः +आरोग्यार्थं +आरोग्यार्थम् +आरोग्ये +आरोग्येण +आरोग्येन +आरोचमानं +आरोचमानः +आरोचमानस्य +आरोचमाना +आरोचमानाः +आरोचयति +आरोचयन्ति +आरोचयामि +आरोचयितव्यम् +आरोचयेंसु +आरोचयेंसुः +आरोचयेत् +आरोचितं +आरोचितम् +आरोचेति +आरोचेन्ति +आरोट +आरोढुं +आरोढुम् +आरोदसी +आरोधनम् +आरोधने +आरोप +आरोपं +आरोपः +आरोपणं +आरोपणम् +आरोपणे +आरोपय +आरोपयति +आरोपयत् +आरोपयन् +आरोपयन्ति +आरोपयन्त्येते +आरोपयसि +आरोपयामास +आरोपयित्वा +आरोपयेत् +आरोपविषयस्य +आरोपश्च +आरोपस्य +आरोपाः +आरोपि +आरोपित +आरोपितं +आरोपितः +आरोपितत्वं +आरोपितम् +आरोपितवान् +आरोपितस्य +आरोपिता +आरोपिताः +आरोपिते +आरोपितेति +आरोपितो +आरोपे +आरोपेण +आरोपो +आरोप्य +आरोप्यं +आरोप्यत +आरोप्यते +आरोप्यन्ते +आरोप्यमाणं +आरोप्यमाणः +आरोप्यमाणस्य +आरोप्यमाणाः +आरोप्यमाणानुभवो +आरोप्यमाणो +आरोप्ये +आरोप्येति +आरोविअ +आरोह +आरोहं +आरोहः +आरोहण +आरोहणं +आरोहणम् +आरोहणस्य +आरोहणाय +आरोहणार्थं +आरोहणे +आरोहत +आरोहतं +आरोहतः +आरोहति +आरोहतु +आरोहत् +आरोहन् +आरोहन्तं +आरोहन्ति +आरोहन्तु +आरोहन्नुत्तरां +आरोहयति +आरोहयते +आरोहयमाणो +आरोहसि +आरोहाथा +आरोहाथानो +आरोहामि +आरोहावरोहक्रमः +आरोहिणी +आरोही +आरोहे +आरोहेत् +आरोहो +आर् +आर्क +आर्कं +आर्कटिक +आर्काट् +आर्किः +आर्किड् +आर्किमिडीसः +आर्किमिडीस् +आर्क्षी +आर्क्षे +आर्गन +आर्गान् +आर्घ्यं +आर्च +आर्चः +आर्चज्यौतिषम् +आर्चत् +आर्चन् +आर्चाभिनः +आर्चि +आर्चिकः +आर्च्छति +आर्च्छत् +आर्च्छेद् +आर्छति +आर्छत् +आर्छत्य् +आर्छन्ति +आर्छेत् +आर्छेद् +आर्छेयुः +आर्छेयुर् +आर्जनम् +आर्जयत् +आर्जव +आर्जवं +आर्जवमकौटिल्यं +आर्जवमकौटिल्यम् +आर्जवमवक्रता +आर्जवम् +आर्जवे +आर्जवेन +आर्जीकीये +आर्जीकेषु +आर्जुनिं +आर्जुनिः +आर्जुनेयम् +आर्ट +आर्टिकुलर +आर्ट् +आर्ट्स +आर्ट्स् +आर्डर् +आर्त +आर्तं +आर्तः +आर्ततया +आर्तता +आर्तत्राणाय +आर्तनादं +आर्तनादः +आर्तभाग +आर्तभागः +आर्तम् +आर्तव +आर्तवं +आर्तवस्य +आर्तवा +आर्तवाः +आर्तवानां +आर्तवान् +आर्तवे +आर्तशब्दो +आर्तस्य +आर्तस्वरं +आर्ता +आर्तां +आर्ताः +आर्तानां +आर्तान् +आर्तार्ते +आर्ति +आर्तिं +आर्तिः +आर्तिभ्यो +आर्तिम् +आर्तिर् +आर्ते +आर्तेन +आर्तेषु +आर्तो +आर्तोर् +आर्त्त +आर्त्तं +आर्त्तः +आर्त्तत्राणपरायणः +आर्त्तवं +आर्त्तवम् +आर्त्तवस्य +आर्त्तस्वरे +आर्त्ता +आर्त्तार्त्ते +आर्त्तिः +आर्त्तिनिवारणम् +आर्त्तो +आर्त्नी +आर्त्नी॑ +आर्त्न्यौ +आर्त्या +आर्त्यै +आर्त्विजीनो +आर्त्विज्यं +आर्त्विज्या +आर्त्विज्याय +आर्त्विज्ये +आर्थ +आर्थं +आर्थः +आर्थभावनास्वरूपम् +आर्थर +आर्थर् +आर्थश्च +आर्थस्तु +आर्था +आर्थिक +आर्थिकं +आर्थिकः +आर्थिकक्षेत्रे +आर्थिकता +आर्थिकदृष्ट्या +आर्थिकरूपेण +आर्थिकविकासः +आर्थिकव्यवस्था +आर्थिकसाहाय्यं +आर्थिकसुरक्षा +आर्थिकस्थितिः +आर्थिकी +आर्थिके +आर्थी +आर्थीभावना +आर्थे +आर्थो +आर्द्धधातुके +आर्द्धमासिकम् +आर्द्र +आर्द्रं +आर्द्रः +आर्द्रक +आर्द्रकं +आर्द्रकः +आर्द्रकम् +आर्द्रकस्य +आर्द्रके +आर्द्रकेसरसुगन्धि +आर्द्रगोमयेण +आर्द्रता +आर्द्रतां +आर्द्रत्वं +आर्द्रदानुः +आर्द्रपदी +आर्द्रपादस्तु +आर्द्रम् +आर्द्रया +आर्द्रवसंज्ञका +आर्द्रवस्त्रेण +आर्द्रवासा +आर्द्रवासास्तु +आर्द्रस्य +आर्द्रा +आर्द्रां +आर्द्राः +आर्द्राणां +आर्द्राणि +आर्द्रानक्षत्रे +आर्द्रायां +आर्द्रिका +आर्द्री +आर्द्रीभावे +आर्द्रे +आर्द्रेण +आर्द्रेषु +आर्द्रो +आर्धधातुक +आर्धधातुकं +आर्धधातुकत्वाण्णिलोपः +आर्धधातुकत्वात् +आर्धधातुकत्वादिडागमः +आर्धधातुकत्वेन +आर्धधातुकलक्षणो +आर्धधातुकस्य +आर्धधातुकस्येड् +आर्धधातुकस्येड्वलादेः +आर्धधातुकस्येति +आर्धधातुकीयाः +आर्धधातुके +आर्धधातुकोपदेशे +आर्धमासिकं +आर्धमासिकः +आर्धुकं +आर्धुकम् +आर्ध्नुकम् +आर्ध्नुवंस् +आर्ध्नुवञ् +आर्ध्नुवन् +आर्ध्नुवन्सर्वां +आर्ध्नोत् +आर्ध्नोद् +आर्ध्म +आर्ध्यत +आर्नो +आर्पयत् +आर्पिता +आर्पिताः +आर्पितानि +आर्बुदिः +आर्भव +आर्भवं +आर्भवः +आर्भवपवमाने +आर्भवपवमानेऽपि +आर्भवम् +आर्भवस्त्रयस्त्रिंशोऽग्निष्टोमः 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+आर्यानन्द +आर्यान् +आर्याप्यरुन्धती +आर्याभिः +आर्याभेदः +आर्याय +आर्याया +आर्यायां +आर्यायाः +आर्याये +आर्यायै +आर्यावर्त +आर्यावर्तः +आर्यावर्तस्य +आर्यावर्ते +आर्यावर्त्त +आर्यावलोकितेश्वरः +आर्यावलोकितेश्वरो +आर्यावृत्तम् +आर्याश्च +आर्याष्टाङ्गो +आर्यासप्तशती +आर्यास्तु +आर्या॑ +आर्या॑य +आर्यिका +आर्युः +आर्ये +आर्येण +आर्येति +आर्यैः +आर्यो +आर्यों +आर्यौ +आर्य्य +आर्य्यः +आर्य्यभट्टमते +आर्य्यस्य +आर्य्या +आर्य्यावर्त्ते +आर्य्यासप्त +आर्य्यासप्तशती +आर्य्यासप्तशत्याम् +आर्य्येति +आर्य॑म् +आर्य॑स्य +आर्रयलम् +आर्रयाण +आर्रयूपम् +आर्रय्ग्नि +आर्रय्भ्र +आर्रय्र्क +आर्रय्र्कैस् +आर्रय्षु +आर्रय्ह +आर्वी +आर्ष +आर्षं +आर्षः +आर्षक्रमेण +आर्षत्वात् +आर्षभं +आर्षभम् +आर्षभाणि +आर्षभी +आर्षभ्यो +आर्षम् +आर्षशब्दे +आर्षस्तङ् +आर्षा +आर्षिकः +आर्षी +आर्षीत् +आर्षे +आर्षेण +आर्षेय +आर्षेयं +आर्षेयः +आर्षेयकल +आर्षेयकल्पः +आर्षेयकल्पस्य +आर्षेयकल्पे +आर्षेयब्राह्मणभाष्ये +आर्षेयब्राह्मणम् +आर्षेयब्राह्मणे +आर्षेयम् +आर्षेयवाह्मणम् +आर्षेया +आर्षेयाः +आर्षेयान् +आर्षेयाय +आर्षेयेभ्य +आर्षेयेभ्यो +आर्षेयेषु +आर्षेयो +आर्षो +आर्षोढाजः +आर्ष्टिषेण +आर्ष्टिषेणः +आर्ष्टिषेणा +आर्ष्टिषेणेन +आर्ष्टिषेणो +आर्सेनिक +आर्हतः +आर्हतपक्षप्रकरणम् +आर्हन्ती +आर्हन्त्यम् +आर्हात् +आर्हीय +आर्हीयष्ठक् +आर्हीयेष्वर्थेषु +आल +आलं +आलंकारिके +आलंबनं +आलंब्य +आलः +आलकुशी +आलक्ष्य +आलक्ष्यते +आलङ्करोत् +आलङ्कारिकः +आलङ्कारिका +आलङ्कारिकाः +आलङ्कारिकाणां +आलच् +आलजाटचौ +आलपन्ती +आलप्यालमिदं +आलब्ध +आलब्धस्य +आलब्धाय +आलब्धायाम् +आलब्धो +आलभत +आलभते +आलभनं +आलभन्त +आलभन्ते +आलभमान +आलभे +आलभेत +आलभेतेति +आलभेरन् +आलभ्य +आलभ्यः +आलभ्यते +आलभ्यन्त +आलभ्यन्ते +आलभ्यमानम् +आलभ्या +आलभ्याग्निम् +आलम +आलम् +आलम्ब +आलम्बः +आलम्बते +आलम्बन +आलम्बनं +आलम्बनतया +आलम्बनम् +आलम्बनविभावः +आलम्बनविभावाः +आलम्बनी +आलम्बने +आलम्बनेन +आलम्बनोद्दीपनाख्यौ +आलम्बिता +आलम्बिनः +आलम्बो +आलम्ब्य +आलम्ब्यते +आलम्भः +आलम्भनं +आलम्भमात्रं +आलम्भमात्रेण +आलम्भयति +आलम्भयते +आलम्भसमये +आलम्भो +आलम्भ्या +आलय +आलयं +आलयः +आलयति +आलयमाविश्य +आलयम् +आलयविज्ञानं +आलयविज्ञानस्य +आलयस्य +आलयस्योत्तरे +आलया +आलयाद्दक्षिणे +आलयाभिमुखे +आलयाभ्यन्तरे +आलये +आलयो +आललम्बे +आलवालं +आलवालम् +आलवाले +आलस +आलसी +आलस्य +आलस्यं +आलस्यकौसीद्यान्न +आलस्यतन्द्रा +आलस्यमिति +आलस्यम् +आलस्यादन्नदोषाच्च +आलस्यादिना +आलस्याद्वा +आलस्ये +आलस्येन +आला +आलाति +आलातीति +आलान +आलानं +आलानिकं +आलाने +आलाप +आलापं +आलापः +आलापप्रकरणम् +आलापम् +आलापश्च +आलापा +आलापाश्च +आलापे +आलापो +आलापोऽपि +आलि +आलिंगं +आलिंगति +आलिंगन +आलिंगनं +आलिंगने +आलिंगमेकभागेन +आलिंग्य +आलिः +आलिखति +आलिखितं +आलिखिता +आलिखेत् +आलिख्य +आलिङ्ग +आलिङ्गं +आलिङ्गति +आलिङ्गन +आलिङ्गनं +आलिङ्गनम् +आलिङ्गने +आलिङ्गनेन +आलिङ्गन् +आलिङ्गन्ति +आलिङ्गन्ती +आलिङ्गमंशकं +आलिङ्गय +आलिङ्गान्तरितं +आलिङ्गित +आलिङ्गितं +आलिङ्गितः +आलिङ्गितम् +आलिङ्गिता +आलिङ्गितुं +आलिङ्गिते +आलिङ्ग्य +आलिङ्ग्यते +आलिङ्ग्यालिङ्ग्य +आलिन्दः +आलिप्तं +आलिप्य +आलिप्यते +आलिप्सते +आलिभिः +आलिलिंग +आलिलिङ्ग +आलिवर +आलिहिदा +आली +आलीढ +आलीढं +आलीभिः +आलीयन्ते +आलु +आलुः +आलुकं +आलुकम् +आलुकानि +आलुचि +आलुच् +आलुभेदे +आलुलोके +आलू +आलूरु +आले +आलेख +आलेखः +आलेखन +आलेख्यं +आलेख्यम् +आलेख्ये +आलेप +आलेपः +आलेपनं +आलेपयेत् +आलेभे +आलेसांद्रिया +आलो +आलोक +आलोकं +आलोकः +आलोकते +आलोकनं +आलोकनाय +आलोकनेन +आलोकमात्रेण +आलोकमार्गं +आलोकय +आलोकयति +आलोकयन् +आलोकयन्ति +आलोकयामास +आलोकसंयोग +आलोकस्य +आलोका +आलोकाभाव +आलोकार्थी +आलोकित +आलोकितं +आलोकितः +आलोकितम् +आलोकिता +आलोके +आलोकेति +आलोकेन +आलोको +आलोक्य +आलोक्यते +आलोक्येति +आलोचकः +आलोचकानां +आलोचन +आलोचनं +आलोचनम् +आलोचना +आलोचनां +आलोचनान्तं +आलोचने +आलोचय +आलोचयति +आलोचितं +आलोचितम् +आलोच्य +आलोच्यते +आलोड्य +आलोपः +आलोपे +आलोपो +आलोल +आल् +आल्कुशी +आल्पोर्ट् +आल्फस् +आल्फ्रेड् +आल्बर्ट् +आल्या +आल्लोप +आल्लोपः +आल्लोपे +आल्वा +आल्सो +आल॑भते +आल॒भ्यन्ते +आळन्दविधानसभाक्षेत्रम् +आळसी +आव +आवं +आवंत्यखंडे +आवंत्यखण्डे +आवंत्यखण्डेऽवन्तीक्षेत्रमाहात्म्ये +आवः +आवः॑ +आवई +आवकयोः +आवक्षत् +आवट्या +आवट्याच्च +आवट्यायनी +आवत +आवतं +आवतम् +आवतस्त +आवति +आवतीर् +आवत् +आवत्यो +आवथुः +आवद +आवदंस्त्वं +आवदन् +आवदयकता +आवदानि +आवद् +आवद्भिश् +आवधिषाताम् +आवधिष्ट +आवधिष्ठा +आवन् +आवन्ति +आवन्तिका +आवन्ती +आवन्त्य +आवन्त्यः +आवन्त्यखण्डे +आवन्त्यखण्डेऽवन्तीक्षेत्रमाहात्म्ये +आवपति +आवपते +आवपन +आवपनं +आवपनम् +आवपेत +आवपेत् +आवपेरन् +आवप्रकाशिका +आवम् +आवयत् +आवयद् +आवयाः +आवयो +आवयोः +आवयोरंतरं +आवयोरन्तरं +आवयोरिति +आवयोरेव +आवयोर् +आवयोर्मध्ये +आवयोश्च +आवयोस्त्वं +आवर +आवरक +आवरकं +आवरकः +आवरकमसुरं +आवरकम् +आवरकाणि +आवरके +आवरकेण +आवरण +आवरणं +आवरणपूजां +आवरणम् +आवरणस्य +आवरणात्मकत्वात् +आवरणानां +आवरणानि +आवरणिनः +आवरणे +आवरणेन +आवरणेषु +आवरित्यावः +आवरीवर्ति +आवर्जनं +आवर्जयति +आवर्जित +आवर्जितं +आवर्जितः +आवर्जिता +आवर्त +आवर्तं +आवर्तः +आवर्तक +आवर्तकः +आवर्तकी +आवर्तत +आवर्तते +आवर्तन +आवर्तनं +आवर्तनम् +आवर्तनसंश्रयः +आवर्तनीयः +आवर्तने +आवर्तनो +आवर्तन्त +आवर्तन्ते +आवर्तमाना +आवर्तमाने +आवर्तमानो +आवर्तय +आवर्तयति +आवर्तयन् +आवर्तयन्ति +आवर्तयामः +आवर्तयामि +आवर्तयेच्छतकृत्वो +आवर्तयेत् +आवर्ता +आवर्ताः +आवर्तितं +आवर्ते +आवर्तेत +आवर्तेरन् +आवर्तो +आवर्त्त +आवर्त्तं +आवर्त्तः +आवर्त्तकी +आवर्त्तते +आवर्त्तनं +आवर्त्तनसमीपे +आवर्त्तनी +आवर्त्तने +आवर्त्ता +आवर्त्ते +आवर्त्तो +आवर्त्य +आवर्त्स्यन् +आवर्षं +आवर्षम् +आवलिं +आवलिः +आवली +आवल्यां +आवल्याः +आवल्याम् +आववार +आववृत्रन् +आवश्य +आवश्यक +आवश्यकं +आवश्यकः +आवश्यकतया +आवश्यकता +आवश्यकतां +आवश्यकताः +आवश्यकताएँ +आवश्यकतानां +आवश्यकतानि +आवश्यकतानुगुणं +आवश्यकतानुसारं +आवश्यकतानुसारम् +आवश्यकताम् +आवश्यकतायां +आवश्यकतायाः +आवश्यकत्वं +आवश्यकत्वात् +आवश्यकत्वादिति +आवश्यकत्वे +आवश्यकत्वेन +आवश्यकमस्ति +आवश्यकमेव +आवश्यकम् +आवश्यका +आवश्यकाः +आवश्यकात् +आवश्यकाधमर्ण्ययोर्णिनिः +आवश्यकानां +आवश्यकानि +आवश्यकी +आवश्यकीति +आवश्यके +आवश्यको +आवश्यकौ +आवश्यक्यः +आवस +आवसति +आवसत्यस्मिन् +आवसथ +आवसथं +आवसथः +आवसथम् +आवसथात् +आवसथात्ष्ठल् +आवसथान् +आवसथास्त्रयः +आवसथिकः +आवसथिकी +आवसथे +आवसथो +आवसथ्य +आवसथ्यं +आवसथ्यम् +आवसथ्ये +आवसन् +आवसा +आवसेत् +आवस्ती +आवस्थिकं +आवह +आवहः +आवहति +आवहतीति +आवहतु +आवहत् +आवहन् +आवहन्ति +आवहन्ती +आवहन्तु +आवहात् +आवहे +आवहेति +आवहेत् +आवहै +आवहो +आवा +आवां +आवागमन +आवागमनं +आवागमनम् +आवाज +आवाति +आवातु +आवादेश +आवादेशः +आवादेशे +आवाधे +आवाप +आवापं +आवापः +आवापगमनम् +आवापे +आवापो +आवाभ्यां +आवाभ्याम् +आवामपि +आवामेव +आवाम् +आवार +आवारं +आवारा +आवार्य +आवालवृद्धम् +आवास +आवासं +आवासः +आवासव्यवस्था +आवासस्ते +आवासस्थानं +आवासस्थानम् +आवासस्य +आवासा +आवासाः +आवासान् +आवासे +आवासेषु +आवासो +आवाह +आवाहन +आवाहनं +आवाहनक्रमेणैव +आवाहनञ्च +आवाहनम् +आवाहनात् +आवाहनात्समारभ्य +आवाहनादि +आवाहनादिकं +आवाहनादिभिः +आवाहनी +आवाहने +आवाहप्रतिवाहौ +आवाहय +आवाहयति +आवाहयन्ति +आवाहयामि +आवाहयाम्यस्यै +आवाहयाम्यहं +आवाहयिष्यामि +आवाहयिष्ये +आवाहयेत् +आवाहयेत्ततो +आवाहयेदनुज्ञातो +आवाहयेद् +आवाहिता +आवाहिताः +आवाह्य +आवाह्यअभ्यर्च्य +आवाह्याभ्यर्च्य +आवि +आविः +आविकं +आविकमिति +आविक्षितस्य +आविग्नं +आवित्त +आवित्तः +आवित्ता +आवित्ते +आवित्तो +आवित्तौ +आवित्सि +आविथ +आविद +आविदं +आविदूर्ये +आविद्ध +आविद्धं +आविद्धः +आविद्य +आविद्यक +आविध्य +आविध्यत +आविध्यति +आविध्यन्ति +आविन्ने +आविभातचरणाय +आविरधिदैवतमित्येतत्तदुक्तं +आविरभवत् +आविरभूत् +आविरस्ति +आविरावीर्म +आविरासीत् +आविरासीत्तदा +आविरिति +आविर् +आविर्बभूव +आविर्बभूवुः +आविर्ब्बभूव +आविर्भव +आविर्भवति +आविर्भवतीत्यर्थः +आविर्भवन्ति +आविर्भविष्यति +आविर्भाव +आविर्भावं +आविर्भावः +आविर्भावकालः +आविर्भावतिरोभावौ +आविर्भावस्तिरोभावः +आविर्भावस्तु +आविर्भावे +आविर्भावो +आविर्भूत +आविर्भूतं +आविर्भूतः +आविर्भूतम् +आविर्भूता +आविर्भूताः +आविर्भूतानि +आविर्भूते +आविर्भूतो +आविर्भूय +आविर्मर्या +आविल +आविलं +आविलः +आविलम् +आविला +आविलान्यरुणाभानि +आविवासतः +आविवासति +आविविशुः +आविवेश +आविवेशेति +आविश +आविशत +आविशति +आविशतु +आविशते +आविशत् +आविशदिति +आविशन् +आविशन्ति +आविशन्तु +आविशस्व +आविशेत् +आविश्य +आविश्वं +आविश्वे +आविषुः +आविष् +आविष्करोति +आविष्कर्ता +आविष्कार +आविष्कारं +आविष्कारः +आविष्कारक +आविष्कारस्य +आविष्काराः +आविष्कारात् +आविष्कारे +आविष्कारेण +आविष्कुर्वन् +आविष्कृणुष्व +आविष्कृणोति +आविष्कृत +आविष्कृतं +आविष्कृतः +आविष्कृतम् +आविष्कृतवान् +आविष्कृता +आविष्कृताः +आविष्कृतानि +आविष्कृत्य +आविष्ट +आविष्टं +आविष्टः +आविष्टम् +आविष्टा +आविष्टो +आविष्ट्यो +आविस् +आविस्तरां +आवि॑थ +आवी +आवीत् +आवीन्माम् +आवीर +आवुत्त +आवुत्तो +आवृ +आवृणानः +आवृणा॒नः +आवृणीमहे +आवृणुते +आवृणे +आवृणोति +आवृणोतीति +आवृण्वतो +आवृण्वन्ति +आवृत +आवृतं +आवृतः +आवृतमिति +आवृतम् +आवृता +आवृतां +आवृताः +आवृतानि +आवृतान् +आवृताम् +आवृताश्च +आवृति +आवृतिः +आवृते +आवृतैव +आवृतो +आवृतौ +आवृत् +आवृत्त +आवृत्तं +आवृत्तः +आवृत्तचक्षुः +आवृत्तम् +आवृत्तयः +आवृत्ता +आवृत्ताः +आवृत्तानां +आवृत्तानि +आवृत्तान् +आवृत्ति +आवृत्तिं +आवृत्तिः +आवृत्तिदीपकं +आवृत्तिदीपकसरः +आवृत्तिदीपकालङ्कारः +आवृत्तिम् +आवृत्तियां +आवृत्तिरसकृदुपदेशात् +आवृत्तिरिति +आवृत्तिशब्दस्य +आवृत्ती +आवृत्ते +आवृत्तेः +आवृत्तौ +आवृत्त्या +आवृत्त्यै +आवृत्य +आवृत्या +आवृत्येति +आवृश्च्यते +आवृषस्व +आवे +आवें +आवेग +आवेगं +आवेगः +आवेगस्य +आवेगा +आवेगाः +आवेगादवधीरितः +आवेगानां +आवेगान् +आवेगी +आवेगेन +आवेगो +आवेणिका +आवेदन +आवेदनं +आवेदनपत्रं +आवेदनम् +आवेदनस्य +आवेदयति +आवेदयन्ति +आवेदितं +आवेदितः +आवेदिता +आवेद्य +आवेद्यते +आवेश +आवेशं +आवेशः +आवेशत्रिज्या +आवेशनं +आवेशनिभिः +आवेशय +आवेशितं +आवेशे +आवेशेन +आवेशो +आवेश्य +आवेष्टयति +आवेष्ट्य +आवो +आवो॒ +आव् +आव्यं +आव्रज +आव्रजितायै +आव्रजेत् +आव्रश्चनाद् +आव्रश्चने +आव्रियते +आव॑त +आव॑तम् +आश +आशं +आशंका +आशंक्य +आशंसता +आशंसते +आशंसनं +आशंसन्ते +आशंसय +आशंसा +आशंसायां +आशंसावचने +आशंसुः +आशंसे +आशंसेत +आशः +आशङ्क +आशङ्कते +आशङ्कमानो +आशङ्कय +आशङ्कसे +आशङ्का +आशङ्कां +आशङ्कानिरासः +आशङ्काम् +आशङ्कायां +आशङ्कायाम् +आशङ्के +आशङ्क्य +आशङ्क्यः +आशङ्क्यते +आशङ्क्याह +आशत +आशतुः +आशम्से +आशय +आशयं +आशयः +आशयतः +आशयति +आशयत् +आशयम् +आशयवान् +आशयस्य +आशया +आशयाः +आशयात् +आशयानम् +आशयानां +आशयानुशयं +आशये +आशयेत् +आशयेन +आशयो +आशयोऽन्तःकरणं +आशयोऽयं +आशरः +आशवः +आशविप्र +आशवे +आशवो +आशशंसे +आशसः +आशसनं +आशा +आशां +आशाः +आशाः॑ +आशाते +आशाथे +आशानां +आशानामाशापालस्तुरीयो +आशानामाशापालाश्चत्वार +आशानामाशापालेभ्यश्चतुर्भ्यो +आशानाम् +आशापाला +आशापालाः +आशापाशशतैः +आशापाशशतैर्बद्धाः +आशापूर्णा +आशाप्रतीक्षे +आशाबन्ध +आशाबन्धः +आशाभ्य +आशाभ्यः +आशाभ्यस्परि +आशामुखानि +आशाम् +आशाम्बरो +आशाया +आशायाः +आशायाम् +आशायै +आशावतां +आशावरी +आशावादी +आशावान् +आशाश्च +आशास +आशासः +आशासते +आशासानः +आशासाना +आशासानां +आशासितव्यम् +आशासीत +आशासु +आशासे +आशास्त +आशास्ति +आशास्ते +आशास्तेऽयं +आशास्महे +आशास्य +आशास्यते +आशा॑ +आशा॒ +आशि +आशिं +आशिक्षायै +आशिखं +आशित +आशितं +आशितः +आशितम् +आशितस्य +आशिता +आशिताः +आशिते +आशितो +आशिनेभ्यः +आशिपि +आशियादेशे +आशिरं +आशिरम् +आशिरा +आशिरो +आशिशत् +आशिश्लेष +आशिष +आशिषं +आशिषः +आशिषमेवैतामा +आशिषमेवैतामाशास्ते +आशिषम् +आशिषश्च +आशिषा +आशिषां +आशिषि +आशिषीति +आशिषे +आशिषो +आशिषौ +आशिष्ठो +आशिष्य् +आशिस् +आशि॑तम् +आशी +आशीः +आशीःषु +आशीतलान्तःकरणो +आशीरिति +आशीर् +आशीर्ण +आशीर्तः +आशीर्दा +आशीर्नमस्क्रिया +आशीर्भिः +आशीर्युक्तानि +आशीर्लिंङि +आशीर्लिङि +आशीर्लिङ् +आशीर्लिङ्ग +आशीर्लिङ्याह +आशीर्लिडि +आशीर्वचनसंयुक्ता +आशीर्वत +आशीर्वत्या +आशीर्वन्तः +आशीर्वाद +आशीर्वादं +आशीर्वादः +आशीर्वादाः +आशीर्वादान् +आशीर्वादे +आशीर्वादेन +आशीर्वादैः +आशीर्वान् +आशीविष +आशीविषं +आशीविषः +आशीविषमिव +आशीविषस्य +आशीविषा +आशीविषायां +आशीविषैः +आशीविषो +आशीष +आशीस्तु +आशु +आशुं +आशुः +आशुकारी +आशुगः +आशुगमने +आशुगा +आशुगाः +आशुगामी +आशुगो +आशुतरविनाशिनां +आशुतोष +आशुतोषं +आशुत्वम् +आशुत्वादाशु +आशुनाभ्यधिन्वंस्तदाशोराशुत्वम् +आशुपत्वा +आशुबोधव्याकरणम् +आशुभार्गवम् +आशुभिः +आशुम् +आशुया +आशुरर्ष +आशुर् +आशुर्भव +आशुविनाशित्वात् +आशुविनाशित्वेन +आशुशुक्षणिः +आशुश्रूषति +आशुषाणाः +आशुषेणाय +आशुस् +आशुहेमन् +आशुऽभिः +आशून् +आशृणोति +आशे +आशेति +आशेते +आशेरत +आशेरते +आशो +आशौच +आशौचं +आशौचप्रकरणम् +आशौचमध्ये +आशौचम् +आशौचान्ते +आशौचे +आश् +आश्च +आश्चर्य +आश्चर्यं +आश्चर्यः +आश्चर्यकरं +आश्चर्यकरः +आश्चर्यकारी +आश्चर्यकी +आश्चर्यचकितः +आश्चर्यचकिता +आश्चर्यचकिताः +आश्चर्यचकितान् +आश्चर्यचकितो +आश्चर्यचूडामणिः +आश्चर्यजनक +आश्चर्यभूत +आश्चर्यभूतं +आश्चर्यभूतः +आश्चर्यभूता +आश्चर्यभूतो +आश्चर्यमनित्ये +आश्चर्यमस्य +आश्चर्यमाश्चर्यम् +आश्चर्यमिति +आश्चर्यमिदं +आश्चर्यमिदमाख्यानं +आश्चर्यमिव +आश्चर्यमेतत् +आश्चर्यम् +आश्चर्यरूप +आश्चर्यरूपः +आश्चर्यवच्चैनमन्यः +आश्चर्यवत् +आश्चर्यवत्पश्यति +आश्चर्यवदिति +आश्चर्यवद् +आश्चर्यवद्वदति +आश्चर्यस्य +आश्चर्यस्वरूप +आश्चर्या +आश्चर्याणां +आश्चर्याणि +आश्चर्यान्वित +आश्चर्ये +आश्चर्येण +आश्चर्यो +आश्चर्योसि +आश्चर्य्य +आश्चर्य्यं +आश्चर्य्यम् +आश्चर्य्यरूप +आश्चर्य्ये +आश्च्योतनं +आश्च्योतने +आश्नात् +आश्नुत +आश्नुवत +आश्मः +आश्मकिः +आश्मनः +आश्मनम् +आश्मरथ्यः +आश्मायनः +आश्यबन्ध्याप्लवनयानभक्ष्याणि +आश्र +आश्रम +आश्रमं +आश्रमः +आश्रमकर्मणां +आश्रमकर्माणि +आश्रमधर्म +आश्रमधर्मः +आश्रमधर्माः +आश्रमपदं +आश्रमपदम् +आश्रमपदे +आश्रममण्डलवासः +आश्रममृगोऽयं +आश्रमम् +आश्रमवासपर्वणि +आश्रमवासिकपर्व +आश्रमवासिकपर्वणि +आश्रमव्यवस्था +आश्रमश्च +आश्रमस्था +आश्रमस्थो +आश्रमस्य +आश्रमस्याविदूरे +आश्रमा +आश्रमांश्च +आश्रमाः +आश्रमाणां +आश्रमाणामतः +आश्रमाणि +आश्रमात् +आश्रमादाश्रमं +आश्रमाद् +आश्रमान् +आश्रमान्तरं +आश्रमाश्च +आश्रमिणः +आश्रमिणां +आश्रमी +आश्रमे +आश्रमेण +आश्रमेषु +आश्रमैः +आश्रमो +आश्रमों +आश्रमोऽयं +आश्रय +आश्रयं +आश्रयः +आश्रयणं +आश्रयणम् +आश्रयणीय +आश्रयणीयः +आश्रयणीये +आश्रयणीयो +आश्रयणे +आश्रयत +आश्रयतः +आश्रयतया +आश्रयता +आश्रयतासंबन्धेन +आश्रयतासम्बन्धेन +आश्रयति +आश्रयते +आश्रयतो +आश्रयत्वं +आश्रयत्वम् +आश्रयत्वविषयत्वभागिनी +आश्रयत्वात् +आश्रयत्वे +आश्रयत्वेन +आश्रयदाता +आश्रयन् +आश्रयन्त +आश्रयन्ति +आश्रयन्ते +आश्रयभूतं +आश्रयभूतः +आश्रयभूता +आश्रयम् +आश्रयशब्देन +आश्रयश्च +आश्रयसे +आश्रयस्थानभागिनः +आश्रयस्थानम् +आश्रयस्य +आश्रया +आश्रयाः +आश्रयाणां +आश्रयात् +आश्रयात्सिद्धत्वं +आश्रयामि +आश्रयार्थी +आश्रयाशः +आश्रयाशो +आश्रयासिद्धः +आश्रयासिद्धि +आश्रयासिद्धिः +आश्रयासिद्धिराद्या +आश्रयासिद्धेः +आश्रयासिद्ध्या +आश्रयितव्यः +आश्रयितव्या +आश्रयितुं +आश्रयितुम् +आश्रये +आश्रयेण +आश्रयेत +आश्रयेत् +आश्रयेत्यादि +आश्रयेषु +आश्रयैः +आश्रयो +आश्रवः +आश्रा +आश्रावण +आश्रावय +आश्रावयति +आश्रावयेति +आश्राव्य +आश्राव्याह +आश्रित +आश्रितं +आश्रितः +आश्रितक्रमरूपत्वात् +आश्रितत्वं +आश्रितम् +आश्रितवन्तः +आश्रितवात्सल्येत्यादिना +आश्रितवान् +आश्रितस्य +आश्रिता +आश्रिताः +आश्रितानां +आश्रितान् +आश्रिते +आश्रितेषु +आश्रितो +आश्रित्य +आश्रित्येति +आश्रीयते +आश्रीयमाणे +आश्रीयेत +आश्रुत्कर्ण +आश्रुत्य +आश्रेयः +आश्रौ +आश्लिष्टं +आश्लिष्टः +आश्लिष्टा +आश्लिष्टो +आश्लिष्य +आश्लिष्यति +आश्लेष +आश्लेषं +आश्लेषः +आश्लेषणं +आश्लेषा +आश्लेषाः +आश्लेषायां +आश्लेषासु +आश्लेषे +आश्व +आश्वं +आश्वत्थं +आश्वत्थः +आश्वत्थी +आश्वत्थे +आश्वत्थेन +आश्वत्थ्य् +आश्वपतः +आश्वपतम् +आश्वपालिकः +आश्वमेधिकं +आश्वमेधिकपर्व +आश्वमेधिकपर्वणि +आश्वमेधिकपर्व्व +आश्वमेधिकानां +आश्वमेधिके +आश्वम् +आश्वयुक् +आश्वयुक्छुक्लपक्षे +आश्वयुज +आश्वयुजः +आश्वयुजका +आश्वयुजमासस्य +आश्वयुजी +आश्वयुजे +आश्वयुज्या +आश्वयुज्यां +आश्वलक्षणिकः +आश्वलायन +आश्वलायनः +आश्वलायनगृह्यसूत्रम् +आश्वलायनगृह्यसूत्रस्य +आश्वलायनगृह्यसूत्रे +आश्वलायनमधुपर्कः +आश्वलायनश्रौतप्रयोगः +आश्वलायनसूत्रे +आश्वलायने +आश्वलायनेन +आश्वलायनो +आश्वलायनोऽपि +आश्ववालः +आश्वसन् +आश्वसामीति +आश्वसिहि +आश्वसूक्तम् +आश्वस्त +आश्वस्तः +आश्वस्तो +आश्वस्य +आश्वानि +आश्वायनः +आश्वास +आश्वासं +आश्वासः +आश्वासन +आश्वासनं +आश्वासनम् +आश्वासप्रश्वासा +आश्वासय +आश्वासयति +आश्वासयन् +आश्वासयन्ती +आश्वासयामास +आश्वासयित्वा +आश्वासाय +आश्वासितः +आश्वासितवान् +आश्वासिता +आश्वासितो +आश्वास्य +आश्वि +आश्विकः +आश्विति +आश्विन +आश्विनं +आश्विनः +आश्विनकृष्णपञ्चम्यां +आश्विनग्रहः +आश्विनग्रहणानन्तरं +आश्विनमासः +आश्विनम् +आश्विनशस्त्रम् +आश्विनशस्त्रस्य +आश्विनशस्त्रे +आश्विनश्चतुर्थस्तृचः +आश्विनस्य +आश्विना +आश्विनाग्रान् +आश्विनानि +आश्विनाय +आश्विनी +आश्विनीः +आश्विनीरुपदधाति +आश्विनीर् +आश्विने +आश्विनेन +आश्विनेयौ +आश्विनो +आश्विनौ +आश्विन् +आश्वी +आश्वे +आश्वेव +आश्वो +आश्व् +आश॑त +आष +आषः +आषा +आषाढ +आषाढं +आषाढः +आषाढपूर्णिमायां +आषाढमासः +आषाढमासस्य +आषाढमासे +आषाढशुक्ल +आषाढशुक्लद्वादश्यां +आषाढशुक्लैकादश्यां +आषाढश्च +आषाढश्रावणे +आषाढस्य +आषाढस्यापि +आषाढ़ +आषाढ़े +आषाढा +आषाढादि +आषाढादिषु +आषाढादौ +आषाढायां +आषाढासु +आषाढी +आषाढीं +आषाढीमवधिं +आषाढे +आषाढो +आषाढ्यां +आषाढ्याः +आषोडशाद्वर्षात् +आष्कारणिधनं +आष्कारणिधनमध्यास्यायाम् +आष्कारणिधनम् +आष्कारनिधनम् +आष्ट +आष्टमः +आष्टमिकं +आष्टमिकनिघाताभावः +आष्टमिकनिघाताभावे +आष्टमिको +आष्टादंष्ट्रं +आष्टादंष्ट्रम् +आष्टादंष्ट्रे +आष्टादꣳष्ट्रोत्तरम् +आष्टीकर +आस +आसँस्ते +आसं +आसंज्ञिकं +आसंसारं +आसंस् +आसंस्तस्यासुरा +आसंस्ता +आसंस्ते +आसंस्तेऽङ्गिरसोऽभवन् +आसः +आसक्त +आसक्तं +आसक्तः +आसक्तचित्तः +आसक्तबाहुलतया +आसक्तमनाः +आसक्तम् +आसक्ता +आसक्ताः +आसक्तानां +आसक्ति +आसक्तिं +आसक्तिः +आसक्तिप्रतिपादनद्वारा +आसक्तिमान् +आसक्तिम् +आसक्तिरहित +आसक्तिरहितः +आसक्ते +आसक्तेः +आसक्तेति +आसक्तो +आसक्तौ +आसक्त्या +आसक्त्याः +आसङ्ग +आसङ्गं +आसङ्गः +आसङ्गे +आसजति +आसज्य +आसज्यते +आसञ् +आसणं +आसत +आसता +आसतां +आसताशृङ्गाः +आसति +आसतुः +आसते +आसते॒ +आसत्ति +आसत्तिं +आसत्तिः +आसत्तिराश्रयाणां +आसत्तुं +आसदं +आसदः +आसदत् +आसदन्तु +आसदम् +आसदे +आसद्य +आसद्यास्मिन् +आसद्यास्मिन्बर्हिषि +आसन +आसनं +आसनः +आसनकरणविधिः +आसनभेदे +आसनमस्ति +आसनमिति +आसनमेव +आसनम् +आसनविशेषः +आसनसोल +आसनस्थं +आसनस्थः +आसनस्थस्य +आसनस्था +आसनस्थैर्यात् +आसनस्थो +आसनस्य +आसना +आसनाः +आसनात् +आसनात्प्रेक्षते +आसनादि +आसनादिभिरभ्यर्च्य +आसनादिषु +आसनादीनि +आसनादुत्तिष्ठति +आसनादुत्थाय +आसनाद् +आसनानां +आसनानाम् +आसनानि +आसनारूढपादस्तु +आसनार्थं +आसनावसथौ +आसनाशनयोगेन +आसनि +आसनिका +आसने +आसनेति +आसनेन +आसनेभ्यः +आसनेषु +आसनों +आसन् +आसन्ति +आसन्त् +आसन्दि +आसन्दी +आसन्दीं +आसन्दीम् +आसन्द्या +आसन्द्यां +आसन्द्याः +आसन्द्याम् +आसन्न +आसन्नं +आसन्नः +आसन्नकाले +आसन्नतमः +आसन्नतराचार्यादिस्थानीयबहुमतिस्नेहदयादिविषयधर्मराजद्रौपद्याद्यपकारेऽपीति +आसन्नदशाः +आसन्नप्रसवा +आसन्नमानानि +आसन्नमृत्युना +आसन्नम् +आसन्नविंशाः +आसन्नसोः +आसन्ना +आसन्नां +आसन्नाः +आसन्नादेश +आसन्नादेशः +आसन्निति +आसन्नित्यर्थः +आसन्निषून् +आसन्ने +आसन्नेति +आसन्नेव +आसन्नेषु +आसन्नैः +आसन्नो +आसन्न् +आसन्प्राणदा +आसन्मघासु +आसन्मरुतः +आसन्य +आसन्यान्मा +आसन्सर्वे +आसपास +आसप्तमं +आसप्तमात् +आसप्तरात्रं +आसफ +आसभिः +आसमन्तात् +आसमन्ताद् +आसमाप्तेः +आसमिति +आसमुद्रं +आसमुद्रसरांसि +आसमेव +आसम् +आसय +आसयति +आसया +आसयित्वा +आसव +आसवं +आसवः +आसवम् +आसवस्य +आसवा +आसवित्रे +आसवो +आससाद +आससादाथ +आससादेति +आसस्तुर् +आसऽभिः +आसा +आसां +आसांचक्रे +आसाञ्चक्रे +आसातां +आसाताम् +आसाते +आसातै +आसात् +आसाथे +आसादनं +आसादनम् +आसादय +आसादयति +आसादयन् +आसादयन्ति +आसादया +आसादयितुं +आसादितं +आसादितः +आसादितम् +आसादितवान् +आसादितस्य +आसादिता +आसादितानि +आसादिति +आसादिते +आसाद्य +आसाद्यते +आसाद्येत +आसाद्येति +आसान +आसानी +आसान्सोल् +आसाम +आसामन्यतमां +आसामिति +आसामिष्टकानां +आसामेव +आसाम् +आसायं +आसार +आसारं +आसारः +आसाराम +आसारेण +आसारो +आसावरि +आसावरिरागः +आसाव्यम् +आसि +आसिः +आसिकः +आसिका +आसिच्य +आसिच्यते +आसिञ्च +आसिञ्चति +आसिञ्चतु +आसिञ्चन् +आसिञ्चन्ति +आसिञ्चस्व +आसिञ्चामि +आसिड् +आसित +आसितं +आसितः +आसितम् +आसितव्यं +आसितव्यम् +आसिता +आसिताद्यम् +आसितानि +आसितुम् +आसिते +आसितो +आसित् +आसित्वा +आसिथ +आसिद्ध +आसिष्ट +आसिष्यते +आसी +आसीः +आसीच् +आसीच्च +आसीच्छक्तिस्ततो +आसीत +आसीत् +आसीत्कृतयुगे +आसीत्कोऽपि +आसीत्तं +आसीत्तत्र +आसीत्तत्समहन्यत +आसीत्तदात्मानमेवावेदहं +आसीत्तमसा +आसीत्तस्य +आसीत्तु +आसीत्त्रेतायुगे +आसीत्पुरा +आसीत्पुरुषविधः +आसीत्पूर्वं +आसीत्स +आसीत्सीरपतिः +आसीत्‌ +आसीद +आसीदतः +आसीदति +आसीदतु +आसीदतो +आसीदत् +आसीदद्विश्वा +आसीदन्तरिक्षं +आसीदन्तरिक्षम् +आसीदन्ति +आसीदन्तु +आसीदसौ +आसीदहीनगुर्नाम +आसीदि +आसीदिति +आसीदित्यत्र +आसीदित्यपि +आसीदित्यर्थः +आसीदिदं +आसीदियं +आसीदेक +आसीदेकमेवाद्वितीयं +आसीदेकमेवाद्वितीयम् +आसीदेकार्णवं +आसीदेति +आसीदेव +आसीद् +आसीद्राजा +आसीद्विवृत्तवदना +आसीन +आसीनं +आसीनः +आसीनम् +आसीनश्च +आसीनस्य +आसीना +आसीनां +आसीनाः +आसीनानां +आसीनान् +आसीनाय +आसीनायोत +आसीनासः +आसीनासु +आसीनासो +आसीनास्ता +आसीनास्तीरे +आसीनास्तीरेण +आसीने +आसीनेभ्यः +आसीनेषु +आसीनो +आसीनौ +आसीन् +आसीन्न +आसीन्नान्यत्किंचन +आसीन्महिष्मतः +आसीरन् +आसीरन्न् +आसीरिति +आसी॑त् +आसी॑द +आसी॑नासो +आसु +आसुः +आसुओं +आसुतं +आसुति +आसुतिं +आसुतीवलः +आसुते +आसुर +आसुरं +आसुरः +आसुरनिश्चयाः +आसुरनिश्चयानित्यन्तम् +आसुरनिश्चयान् +आसुरभागसन्नविष्टा +आसुरम् +आसुरये +आसुरस्य +आसुरा +आसुराः +आसुराणां +आसुरानेव +आसुरायणाच्च +आसुरायणी +आसुरास्ते +आसुरि +आसुरिः +आसुरिरपि +आसुरिश्च +आसुरी +आसुरीं +आसुरीः +आसुरीणां +आसुरीमिति +आसुरीम् +आसुरीषु +आसुरीष्वेव +आसुरे +आसुरेः +आसुरेण +आसुरो +आसुर् +आसुर्यः +आसुर्या +आसुर्याः +आसुव +आसुवोर्जमिषं +आसुषवुः +आसुस् +आसु॒तिं +आसृत्युपक्रमात् +आसे +आसेक्यश्च +आसेचनं +आसेचनवन्ति +आसेचनानि +आसेचने +आसेति +आसेदतुः +आसेदुः +आसेधं +आसेधः +आसेवते +आसेवनं +आसेवन्ते +आसेवस्व +आसेवा +आसेवायां +आसेवायाम् +आसेवित +आसेविता +आसेवितो +आसेव्य +आसो +आसौ +आस् +आस्कन्द +आस्कन्दं +आस्कन्दति +आस्कन्दने +आस्कन्दितं +आस्कन्दे +आस्कन्दो +आस्कर् +आस्क्राः +आस्टन् +आस्टिन् +आस्ट्टाल्ट् +आस्ट्रिया +आस्ट्रेलियन् +आस्ट्रेलिया +आस्ट्रेलियाखण्डः +आस्ट्रेलियादेशस्य +आस्ट्रो +आस्ट्रोनीशीय +आस्ट्रोनीशीयभाषाः +आस्त +आस्तम् +आस्तरण +आस्तरणं +आस्तरणम् +आस्तरणे +आस्ता +आस्तां +आस्तामिति +आस्ताम् +आस्तारकः +आस्तारपङ्क्तिः +आस्तावम् +आस्ति +आस्तिक +आस्तिकं +आस्तिकः +आस्तिकता +आस्तिकताजनितया +आस्तिकदर्शनम् +आस्तिकदर्शनानि +आस्तिकस्य +आस्तिका +आस्तिकाः +आस्तिकानां +आस्तिको +आस्तिक्य +आस्तिक्यं +आस्तिक्यबुद्धिः +आस्तिक्यबुद्ध्या +आस्तिक्यम् +आस्ती +आस्तीक +आस्तीकः +आस्तीकपर्वणि +आस्तीकस्य +आस्तीके +आस्तीको +आस्तीर्णम् +आस्तीर्णे +आस्तीर्य +आस्तीर्य्य +आस्तृणामि +आस्तृता +आस्तृते +आस्ते +आस्तेयम् +आस्तेऽस्या +आस्थत् +आस्थया +आस्था +आस्थां +आस्थाता +आस्थातुं +आस्थातुम् +आस्थात् +आस्थान +आस्थानं +आस्थानकविः +आस्थानमण्डपं +आस्थानमण्डपे +आस्थानमस्य +आस्थानम् +आस्थानस्य +आस्थानास्थे +आस्थानी +आस्थाने +आस्थापनं +आस्थापयध्वम् +आस्थापयेत् +आस्थाम् +आस्थाय +आस्थित +आस्थितं +आस्थितः +आस्थितम् +आस्थितवान् +आस्थिता +आस्थिताः +आस्थितो +आस्थितौ +आस्थीयते +आस्थेय +आस्थेयः +आस्थेयो +आस्नः +आस्नो +आस्पद +आस्पदं +आस्पदम् +आस्पदे +आस्पात्रं +आस्फारे +आस्फालनं +आस्फालितं +आस्फाल्य +आस्फोट +आस्फोटः +आस्फोटनी +आस्फोटयंति +आस्फोटयन्ति +आस्फोटयामास +आस्फोट्य +आस्फोत +आस्फोता +आस्म +आस्महे +आस्मा +आस्माकं +आस्माकः +आस्माकीनः +आस्मिन् +आस्मिन्हव्या +आस्मै +आस्मै॑ +आस्य +आस्यं +आस्यतां +आस्यतामिति +आस्यताम् +आस्यते +आस्यत् +आस्यदघ्नं +आस्यन्ते +आस्यमाहवनीयः +आस्यमिव +आस्यम् +आस्यशब्दस्य +आस्यस्य +आस्या +आस्याः +आस्यात् +आस्याद्यदयते +आस्यानि +आस्यान्नादो +आस्याय +आस्यासुखं +आस्ये +आस्येति +आस्येन +आस्येन्द्रो +आस्येऽन्तर्धीयन्ते +आस्यै +आस्यैः +आस्य॑ +आस्रव +आस्रवः +आस्रवति +आस्रवा +आस्रवाणां +आस्रवो +आस्रावः +आस्रावयति +आस्व +आस्वा +आस्वाद +आस्वादं +आस्वादः +आस्वादन +आस्वादनं +आस्वादने +आस्वादयति +आस्वादयतु +आस्वादयन् +आस्वादयन्तः +आस्वादयन्ति +आस्वादयन्ती +आस्वादयन्तु +आस्वादयसि +आस्वादयितुं +आस्वादस्य +आस्वादितं +आस्वादितः +आस्वादितानि +आस्वादिते +आस्वादे +आस्वादो +आस्वाद्य +आस्वाद्यते +आस्वाद्या +आस्वाद्ये +आस्विति +आस्वेव +आस्से +आस्स्व +आस॑ +आस॑ते +आस॑न् +आस॒ +आस॒न्ते +आह +आहं +आहंसु +आहंसुः +आहः +आहच +आहत +आहतं +आहतः +आहतम् +आहतस् +आहतस्य +आहता +आहताः +आहतानां +आहतानि +आहतिस् +आहतुः +आहतुह् +आहते +आहतेन +आहतेभ्यः +आहतो +आहतौ +आहत्य +आहथुः +आहदेवादीति +आहन +आहनः +आहनच +आहननं +आहनने +आहनसः +आहनसम् +आहनस्यां +आहनस्याद् +आहनो +आहन्ता +आहन्ति +आहन्तीति +आहन्यते +आहमजानि +आहम् +आहयथा +आहये +आहर +आहरण +आहरणं +आहरणम् +आहरणे +आहरत +आहरताम् +आहरति +आहरते +आहरतेति +आहरत् +आहरत्य् +आहरन् +आहरन्त +आहरन्ति +आहरन्ती +आहरन्न् +आहरामि +आहरिष्यति +आहरिष्यामि +आहरिष्ये +आहरेत +आहरेति +आहरेत् +आहरेद् +आहरेयुः +आहर्ता +आहर्तुं +आहर्तुभिर् +आहर्तुमिच्छामि +आहर्त्ता +आहर्यतोअ +आहलगिति +आहव +आहवं +आहवः +आहवनी +आहवनीय +आहवनीयं +आहवनीयः +आहवनीयदेशं +आहवनीयमादधाति +आहवनीयमुपतिष्ठते +आहवनीयम् +आहवनीयरूपेण +आहवनीयस्य +आहवनीया +आहवनीयाख्यं +आहवनीयाख्ये +आहवनीयागारे +आहवनीयात् +आहवनीयात्मना +आहवनीयादयः +आहवनीयादयो +आहवनीयादिरूपेण +आहवनीयादिषु +आहवनीयादीनां +आहवनीयाद् +आहवनीये +आहवनीयेन +आहवनीयो +आहवनीयोपस्थानम् +आहवनीयोऽग्निः +आहवमल्ल +आहवमल्लदेव +आहवमल्लदेवः +आहवमल्लदेवस्य +आहवा +आहवाय +आहवे +आहवेषु +आहवो +आहसत +आहसाताम् +आहस्थः +आहस्म +आहा +आहाग्नये +आहाग्निर् +आहादेशश्च +आहाने +आहायम् +आहार +आहारं +आहारः +आहारकाले +आहारजातं +आहारत्वेन +आहारनिर्हारविहारयोगाः +आहारपदार्थः +आहारपदार्थाः +आहारपदार्थानां +आहारपदार्थेषु +आहारपद्धतिः +आहारमुपनाम्यते +आहारम् +आहारयति +आहारयत् +आहारशब्दे +आहारशुद्धौ +आहारश्च +आहारसंस्करणं +आहारसञ्चारो +आहारस्त्वपि +आहारस्त्विति +आहारस्य +आहारा +आहाराः +आहाराणां +आहारात् +आहारादधिकं +आहारादि +आहारादीनां +आहारान् +आहाराय +आहारार्थ +आहारार्थं +आहारार्थी +आहारे +आहारेण +आहारेषु +आहारो +आहारोपस्कराः +आहारोऽपि +आहार्य +आहार्यं +आहार्यः +आहार्यपुरीषां +आहार्यम् +आहार्ये +आहार्यो +आहार्य्यं +आहार्षं +आहाव +आहावः +आहावम् +आहावस्तु +आहावानि +आहावो +आहाशिषम् +आहाश्विनौ +आहाऽऽशिषम् +आहि +आहिंसि +आहिक +आहिच्छत्रः +आहिच्छत्री +आहिण्डिको +आहित +आहितं +आहितः +आहितम् +आहितस्य +आहिता +आहिताः +आहिताग्नि +आहिताग्निं +आहिताग्निः +आहिताग्निना +आहिताग्निर् +आहिताग्निश्च +आहिताग्निस् +आहिताग्निस्तु +आहिताग्नेः +आहिताग्नेर् +आहिताग्नौ +आहितानि +आहितिकां +आहितुण्डिकः +आहिते +आहितो +आहितौ +आहिनीकीभिर् +आहिर्बुध्न्ये +आहि॑तः +आहि॑ता +आहीनिकी +आहु +आहुः +आहुकः +आहुकश्चाहुकी +आहुकस्य +आहुत +आहुतं +आहुतः +आहुतम् +आहुतय +आहुतयः +आहुतयश्च +आहुतयस् +आहुतयस्ताः +आहुतयो +आहुतश्चरति +आहुताः +आहुति +आहुतिं +आहुतिः +आहुतित्रितयं +आहुतित्वेन +आहुतिद्वारा +आहुतिपरिणामद्वारेण +आहुतिपरिणामभूता +आहुतिपरिणामाभिप्रायमेतत् +आहुतिभाजो +आहुतिभिः +आहुतिभिश् +आहुतिम् +आहुतिर् +आहुती +आहुतीः +आहुतीनां +आहुतीनाम् +आहुतीभिर् +आहुतीर् +आहुतीर्जुहुयात् +आहुतीर्जुहोति +आहुतीर्हुत्वा +आहुतीश्च +आहुते +आहुतेः +आहुतेति +आहुतेरन्नं +आहुतेर् +आहुतेर्गर्भः +आहुतो +आहुतौ +आहुत्या +आहुत्याः +आहुत्यै +आहुरथ +आहुरर्पितमिति +आहुरर्पितम् +आहुरसदेवेदमग्र +आहुरिति +आहुरित्यनेन +आहुरित्यर्थः +आहुर् +आहुर्दि॒वि +आहुर्न +आहुर्मनीषिणः +आहुवध्या +आहुवध्यै +आहुवे +आहुश् +आहुश्च +आहुस् +आहुस्तत् +आहुस्तत्कुर्वन्ति +आहुस्ते +आहुस्त्वामृषयः +आहुह् +आहु॑तः +आहु॑ताः +आहु॑तिं +आहु॑तिं॒ +आहु॑तीर्जुहोति +आहु॑त॒श्चर॑ति +आहू +आहूत +आहूतं +आहूतः +आहूतप्रपलायी +आहूतम् +आहूतवती +आहूतवन्तः +आहूतवान् +आहूतश्चाप्यधीयीत +आहूतस्याभिषेकाय +आहूता +आहूताः +आहूताध्यायी +आहूताश्च +आहूते +आहूतेषु +आहूतो +आहूतोऽपि +आहूतौ +आहूय +आहूयत +आहूयतां +आहूयते +आहूयन्तां +आहूयन्ते +आहूयमान +आहूयमानः +आहृत +आहृतं +आहृतम् +आहृतवन्तः +आहृतवान् +आहृता +आहृताः +आहृतानि +आहृते +आहृतैः +आहृतो +आहृत्य +आहृत्यः +आहे +आहेत +आहेति +आहेत्यर्थः +आहेत्यादिना +आहेयं +आहैतं +आहैभ्य +आहैष +आहैषां +आहो +आहोपुरुषिका +आहोस्वि +आहोस्वित् +आहोस्वित्‌ +आहोस्विदन्यत्रोपपन्ना +आहोस्विदप्राप्ते +आहोस्विदविशेषेण +आहोस्विद् +आहोस्विन् +आहोस्विन्न +आहोस्विन्नेति +आहौ +आह् +आह्नः +आह्नि +आह्निक +आह्निकं +आह्निकः +आह्निकतत्त्वे +आह्निकम् +आह्निके +आह्मस्फुटसिद्धान्ते +आह्य +आह्रियत +आह्रियते +आह्रियमाणं +आह्रियमाणे +आह्लाद +आह्लादं +आह्लादः +आह्लादकं +आह्लादकरः +आह्लादकारिणः +आह्लादको +आह्लादने +आह्लादयति +आह्लादश्च +आह्लादाय +आह्लादिनी +आह्लादे +आह्लादो +आह्व +आह्वः +आह्वय +आह्वयः +आह्वयति +आह्वयतीति +आह्वयतु +आह्वयते +आह्वयत् +आह्वयन् +आह्वयन्त +आह्वयन्तं +आह्वयन्ति +आह्वयन्ते +आह्वयाम +आह्वयामः +आह्वयामहे +आह्वयामास +आह्वयामि +आह्वयामीति +आह्वयामो +आह्वये +आह्वयेत् +आह्वयेम +आह्वयो +आह्वा +आह्वाता +आह्वातारं +आह्वातुं +आह्वान +आह्वानं +आह्वानमिति +आह्वानम् +आह्वानस्य +आह्वानानि +आह्वानाय +आह्वानार्थं +आह्वाने +आह्वानेन +आह्वानेषु +आह्वायः +आह्वायका +आह्वाहनं +आह॑ +आह॒ +आऽङ्क्ते +आऽचार्यः +आऽजयन् +आऽततः +आऽततम् +आऽदिदेशति +आऽदिशे +आऽधृषे +आऽप्रा +आऽभृतम् +आऽभृ॑तम् +आऽभ॑गः +आऽयं +आऽयती +आऽयन् +आऽरभे +आऽविवेश +आऽविशन् +आऽवृतः +आऽवृतम् +आऽवृ॑तम् +आऽशसः +आऽशिरम् +आऽसदम् +आऽसदे +आऽसद्य +आऽस्मिन्न् +आऽस्य +आऽस्य॑ +आऽहं +आऽहरन् +आऽहितः +आऽहितम् +आऽहि॑तः +आऽहि॑तम् +आऽहुत +आऽहुतः +आऽहुतम् +आऽहुतिः +आऽहुतिम् +आऽहु॑तः +आऽहु॑तम् +आऽहु॑तिः +आऽहु॑तिम् +आा +आाह +आी +आीत् +आो +आ॑चा॒र्यो॑ +आ॑त्म॒दा +आ॑दित्या॒ +आ॑दि॒त्य +आ॑दि॒त्यः +आ॑दि॒त्या +आ॑दि॒त्याँ +आ॑दि॒त्यो +आ॑रि॒तः +आ॑वः +आ॑वि॒वेश॑ +आ॑सते +आ॑सन्महि॒मान॑ +आ॑सीत् +आ॑स॒ +आ॑ह +आ॒ +आ॒Åग्न +आ॒ग्ने॒यः +आ॒ग्ने॒यो +आ॒घृ॒णे॒ +आ॒ङ्गि॒र॒सः +आ॒ङ्गू॒षम् +आ॒चर॑न्ती॒ +आ॒जा +आ॒जिं +आ॒जिम् +आ॒जिषु॑ +आ॒जुह्वा॑न॒ +आ॒जेः +आ॒जौ +आ॒ज॒त् +आ॒ण्डा +आ॒तिष्ठ॑न्तं॒ +आ॒त्मनः॑ +आ॒त्मनि॑ +आ॒त्मनो॑ +आ॒त्मा +आ॒त्मानं॑ +आ॒त्मानं॒ +आ॒त्मान॑मे॒व +आ॒त्मान॑म् +आ॒त्मेव॒ +आ॒दिदे॑शति +आ॒दि॒त्यं +आ॒दि॒त्यः +आ॒दि॒त्यम् +आ॒दि॒त्यस्य॑ +आ॒दि॒त्या +आ॒दि॒त्याः +आ॒दि॒त्याः॒ +आ॒दि॒त्यानां॒ +आ॒दि॒त्याना॑म् +आ॒दि॒त्यान् +आ॒दि॒त्यासः॑ +आ॒दि॒त्यासो॒ +आ॒दि॒त्येभिः॑ +आ॒दि॒त्यैः +आ॒दि॒त्यैर्नो॒ +आ॒दि॒त्यो +आ॒दि॒त्य॒ +आ॒ध्रश्चि॒द्यं +आ॒नु॒षक् +आ॒न्त्राणि॑ +आ॒न॒ट् +आ॒न॒शुः +आ॒न॒शुः॒ +आ॒न॒शे +आ॒न॒शे॒ +आ॒पः॒ +आ॒पये॒ +आ॒पिः +आ॒पी +आ॒पुः +आ॒पेः +आ॒प्त्ये +आ॒प्याय॑मानाः +आ॒प्याय॑मानो +आ॒प॒ +आ॒भिः +आ॒मस्य॑ +आ॒मासु॑ +आ॒मिक्षां॑ +आ॒म॒म॒त् +आ॒यत॑नवान्भवति +आ॒यत॑ने +आ॒यवः॑ +आ॒यवे॑ +आ॒यवो॒ +आ॒युः +आ॒युम् +आ॒युषु॑ +आ॒युषु॒ +आ॒युऽभिः॑ +आ॒यु॒र्दा +आ॒योः +आ॒यौ +आ॒य॒जी +आ॒य॒न् +आ॒य॒म् +आ॒य॒सः +आ॒य॒सम् +आ॒रभे॑ +आ॒रात् +आ॒रि॒तः +आ॒रे +आ॒र॒त॒ +आ॒वः॒ +आ॒वर्त॑नं +आ॒वह॑न्ती॒ +आ॒विः +आ॒विवा॑सति +आ॒वि॒थ॒ +आ॒व॒त् +आ॒व॒रित्या॑वः +आ॒शवः॑ +आ॒शवे॑ +आ॒शवो॒ +आ॒शव॑ः +आ॒शस॑नं +आ॒शा॒ते॒ +आ॒शा॒थे॒ +आ॒शिरं॑ +आ॒शिर॑म् +आ॒शिषा॒ +आ॒शिषो॑ +आ॒शिष॑मे॒वैतामा +आ॒शिष॑मे॒वैतामाशा +आ॒शिष॒ +आ॒शुं +आ॒शुः +आ॒शुम् +आ॒शुऽभिः॑ +आ॒शु॒षा॒णाः +आ॒श॒त॒ +आ॒सद्या॒स्मिन्ब॒र्हिषि॑ +आ॒सनि॑ +आ॒सन् +आ॒सऽभिः॑ +आ॒सा +आ॒सां +आ॒सा॒म् +आ॒सी॒त् +आ॒सु +आ॒सु॒ +आ॒सेच॑नानि +आ॒स्ता॒म् +आ॒स्ते॒ +आ॒स्ये॑ +आ॒स्य॒त् +आ॒स॒ +आ॒स॒ते॒ +आ॒स॒न् +आ॒हुः +आ॒हुः॒ +आ॒हुस्ते॒ +आ॒ह॒ +आ॒ऽदिदे॑शति +आ॒ऽदिशे॑ +आ॒ऽद॒दे +आ॒ऽधृषे॑ +आ॒ऽध्यः॑ +आ॒ऽभुवः॑ +आ॒ऽभुव॑म् +आ॒ऽयन् +आ॒ऽय॒ती +आ॒ऽरभे॑ +आ॒ऽविवा॑सति +आ॒ऽवि॒शन् +आ॒ऽशया॑नम् +आ॒ऽशसः॑ +आ॒ऽशिर॑म् +आ॒ऽशिषः॑ +आ॒ऽसदे॑ +आ॒ऽसद्य॑ +आ॒ऽसद॑म् +आ॒ऽहु॒त॒ +आ꣡ +आ꣡इन्द्रा꣢ +आ꣡त्यो꣢ +आ꣡पा꣢ +आ꣡युः꣢꣯ +आ꣡वत्꣢ +आ꣡व꣢त् +आ꣡सा꣢ +आ꣢ +आ꣢꣫ +आ꣣ +आ꣣य꣡वः꣢ +इ +इं +इंक +इंग +इंगलैंड +इंग्रजी +इंग्लिश +इंच +इंचमितो +इंजन +इंटरनेशनल +इंडियन +इंडिया +इंडोनेशिया +इंत +इंति +इंतिं +इंद +इंदं +इंदि +इंदिरा +इंदीवरदलश्यामं +इंदु +इंदुं॑ +इंदुः॑ +इंदु॒मिंद्रा॑य +इंदु॒रिंद्रा॑य +इंदो +इंदो॑ +इंदो॒ +इंदौर +इंद्र +इंद्रं +इंद्रं॑ +इंद्रं॒ +इंद्रः +इंद्रः॑ +इंद्रः॒ +इंद्रत्वं +इंद्रद्युम्न +इंद्रद्युम्नं +इंद्रद्युम्नस्य +इंद्रद्युम्नो +इंद्रधनुष +इंद्रपुरोगमाः +इंद्रप्रस्थं +इंद्रप्रस्थमिदं +इंद्रप्रस्थस्य +इंद्रलोकं +इंद्रलोके +इंद्रवंशा +इंद्रवज्रा +इंद्रस्य +इंद्रा +इंद्राणी +इंद्रादयः +इंद्रादयो +इंद्राद्या +इंद्राद्याः +इंद्राय +इंद्रा॑य +इंद्रा॑य॒ +इंद्रिय +इंद्रियं +इंद्रियाणां +इंद्रियाणाम् +इंद्रियाणि +इंद्रियार्थेषु +इंद्रे +इंद्रेण +इंद्रो +इंद्रोपि +इंद्रोऽपि +इंद्रो॑ +इंद्रो॒ +इंद्र॑ +इंद्र॑स्य +इंद्र॑स्य॒ +इंद्र॒ +इंद॑वः +इंद॑वो +इंद॒विंद्रा॑य +इंध +इंधते +इंव +इंशानशिवगुरुदेवपद्धतौ +इंस +इंसः +इंसा +इंस्टीट्यूट +इंस्टीट्यूट् +इंह +इं॑दो +इं॑दो॒ +इं॑द्र॒ +इं॑द॒वा +इः +इअ +इअं +इअम्हि +इआईतन +इआतई +इआतईन +इइ +इइइ +इई +इक +इकः +इकक् +इकट् +इकट्ठा +इकट्ठी +इकट्ठे +इकठ्ठा +इकडे +इकण +इकण् +इकन् +इकबाल +इका +इकाई +इकाग्रता +इकादेशे +इकार +इकारं +इकारः +इकारप्रत्ययः +इकारयोश्च +इकारलोप +इकारलोपः +इकारलोपे +इकारश्च +इकारस्तु +इकारस्य +इकारागमः +इकारादेश +इकारादेशः +इकारादेशो +इकारान्त +इकारान्तः +इकारे +इकारेण +इकारो +इकारोऽन्तादेशः +इकि +इके +इको +इकोयणचि +इकोऽचि +इकोऽसवर्णे +इक् +इक्कीस +इक्कीसवां +इक्कीसवें +इक्केरि +इक्बाल् +इक्श्तिपौ +इक्ष +इक्षते +इक्षवः +इक्षवो +इक्षु +इक्षुं +इक्षुः +इक्षुखण्डः +इक्षुगन्ध +इक्षुगन्धा +इक्षुच्छायम् +इक्षुच्यते +इक्षुणा +इक्षुदण्डं +इक्षुदण्डः +इक्षुदण्डस्य +इक्षुदण्डादि +इक्षुदर्भा +इक्षुपादां +इक्षुभक्षिका +इक्षुभक्षिकां +इक्षुभिः +इक्षुभेदः +इक्षुभेदे +इक्षुमती +इक्षुमूलं +इक्षुरः +इक्षुरकः +इक्षुरसं +इक्षुरसः +इक्षुरसस्य +इक्षुरसेन +इक्षुरिव +इक्षुवणम् +इक्षुवाहणम् +इक्षुविशेषः +इक्षुशब्दे +इक्षुशाकटम् +इक्षुश्च +इक्षूणां +इक्षो +इक्षोः +इक्षोरिव +इक्षौ +इक्ष्वाकवः +इक्ष्वाकवे +इक्ष्वाकवो +इक्ष्वाकु +इक्ष्वाकुः +इक्ष्वाकुकुलनन्दनः +इक्ष्वाकुणा +इक्ष्वाकुरुवाच +इक्ष्वाकुर्ज्येष्ठदायादो +इक्ष्वाकुर्नाम +इक्ष्वाकुवंश +इक्ष्वाकुवंशजः +इक्ष्वाकुवंशजो +इक्ष्वाकुवंशप्रभवः +इक्ष्वाकुवंशप्रभवो +इक्ष्वाकुवंशवर्णनम् +इक्ष्वाकुवंशस्य +इक्ष्वाकुवंशीयः +इक्ष्वाकुवंशे +इक्ष्वाकुश्चैव +इक्ष्वाकुस्तु +इक्ष्वाकूणां +इक्ष्वाकूणामतिरथो +इक्ष्वाकूणामपि +इक्ष्वाकोः +इक्ष्वाकोस्तु +इक्ष्वाकौ +इक्समीपाद्धलः +इख +इखमर +इखलास +इखि +इग +इगतपुरी +इगन्त +इगन्तस्य +इगन्ताङ्गस्य +इगन्ताच्च +इगन्ते +इगन्तोपसर्गस्य +इगि +इगु +इगुप +इगुपध +इगुपधज्ञा +इगुपधज्ञाप्रीकिरः +इगुपधज्ञेति +इगुपधत्वात् +इगुपधलक्षणः +इगुपधात् +इगुपधात्कित् +इगुपधादनिटः +इगुपधेति +इगुवास्सु +इगुवास्सुजलपातः +इगेव +इग् +इग्घ्रस्वादेशे +इग्यणः +इघ +इघि +इङ +इङः +इङश्च +इङादेशस्य +इङो +इङ् +इङ्कलाब +इङ्का +इङ्किल्पः +इङ्ग +इङ्गः +इङ्गति +इङ्गते +इङ्गलन्डे +इङ्गलैण्ड +इङ्गित +इङ्गितं +इङ्गितज्ञो +इङ्गितम् +इङ्गिताकाराभ्यां +इङ्गितेन +इङ्गितेनापि +इङ्गितैः +इङ्गुदी +इङ्गुदीवृक्षः +इङ्गुदीवृक्षे +इङ्ग्लिश् +इङ्ग्लिष् +इङ्ग्लीष् +इङ्ग्लेण्ड +इङ्ग्लेण्डदेशः +इङ्ग्लेण्ड् +इङ्ग्लेण्ड्देशस्य +इङ्ग्लेण्ड्देशे +इङ्ग्लैण्ड +इङ्ग्लैण्ड् +इच +इचः +इचा +इचादि +इचि +इचित् +इचुयशानां +इच् +इच्कर्मव्यतिहारे +इच्च +इच्चामि +इच्छ +इच्छइ +इच्छत +इच्छतः +इच्छता +इच्छतां +इच्छताम् +इच्छति +इच्छती +इच्छतीति +इच्छतीत्यर्थे +इच्छतु +इच्छते +इच्छतो +इच्छथ +इच्छदि +इच्छद्भिः +इच्छन् +इच्छन्करोति +इच्छन्त +इच्छन्तं +इच्छन्तः +इच्छन्ति +इच्छन्ती +इच्छन्तीं +इच्छन्तीः +इच्छन्तीति +इच्छन्तु +इच्छन्ते +इच्छन्तो +इच्छन्तौ +इच्छन्त्या +इच्छन्नपि +इच्छन्न् +इच्छब्द +इच्छब्दः +इच्छब्दोऽनर्थकः +इच्छब्दोऽवधारणे +इच्छमानः +इच्छमानस् +इच्छमाना +इच्छमानाः +इच्छया +इच्छयैव +इच्छवः +इच्छसि +इच्छसे +इच्छस्व +इच्छा +इच्छां +इच्छाः +इच्छाओं +इच्छागृहीताभिमतोरुदेहः +इच्छाज्ञानक्रियात्मके +इच्छातः +इच्छातो +इच्छात् +इच्छात्वं +इच्छादयः +इच्छादयो +इच्छादि +इच्छादीनां +इच्छादौ +इच्छाद्वेषप्रयत्नसुखदुःखज्ञानान्यात्मनो +इच्छाद्वेषयोः +इच्छाद्वेषसमुत्थेन +इच्छाद्वेषाभ्यां +इच्छाद्वेषौ +इच्छानभिघातः +इच्छानां +इच्छानुरूपं +इच्छानुसार +इच्छानुसारं +इच्छानुसारम् +इच्छानुसारेण +इच्छापि +इच्छाम +इच्छामः +इच्छामात्रं +इच्छामात्रेण +इच्छामि +इच्छामीति +इच्छामो +इच्छाम् +इच्छाम्यहं +इच्छाम्य् +इच्छाया +इच्छायां +इच्छायाः +इच्छायामिति +इच्छायाम् +इच्छायाश्च +इच्छायै +इच्छारहित +इच्छाराशिः +इच्छाराशिना +इच्छारूपं +इच्छार्थे +इच्छार्थेभ्यो +इच्छार्थेषु +इच्छावाले +इच्छाविरहात् +इच्छावृद्धौ +इच्छाशक्ति +इच्छाशक्तिः +इच्छाशक्तिश्च +इच्छाशक्तेः +इच्छाशक्त्यात्मनि +इच्छासिद्धि +इच्छासे +इच्छास्ति +इच्छास्वातन्त्र्यभरविजृम्भमाणभेदकम् +इच्छाऽपि +इच्छित +इच्छुः +इच्छुक +इच्छुकः +इच्छुकाः +इच्छे +इच्छेच्छाश्वतं +इच्छेच्छ्रेय +इच्छेत +इच्छेति +इच्छेत् +इच्छेत्यादि +इच्छेद् +इच्छेद्भूतिमात्मनः +इच्छेन् +इच्छेयं +इच्छैव +इच्यते +इछ +इछा +इछामति +इछामती +इज +इजराइल +इजरायल् +इजादेः +इजादेश्च +इजि +इजिः +इज् +इज्जनः +इज्यः +इज्यते +इज्यतेऽनुष्ठीयते +इज्यन्त +इज्यन्ते +इज्यमानः +इज्यमानाः +इज्यया +इज्या +इज्यां +इज्याः +इज्याचारदमाहिंसादानस्वाध्यायकर्मणाम् +इज्यात् +इज्याध्ययनदानानि +इज्यायां +इज्येते +इज्येव +इज्यो +इझ +इञ +इञः +इञन्तत्वात् +इञन्तात् +इञश्च +इञि +इञो +इञोः +इञोऽपवादः +इञ् +इञ्च +इञ्चमितं +इञ्चमिता +इञ्च् +इञ्जिनियरिङ्ग् +इञ्ञः +इञ्ञो +इञ्ञ् +इञ्प्रत्ययः +इञ्प्रत्ययो +इञ्‌ +इट +इटं +इटः +इटन् +इटलि +इटली +इटलीदेशस्य +इटश्च +इटस्य +इटा +इटानगरम् +इटारसी +इटालियन् +इटावा +इटावामण्डलम् +इटि +इटू +इटेि +इटैः +इटो +इटोऽत् +इट् +इट्टा +इट्पक्षे +इट्प्रतिषेधः +इट्प्रतिषेधो +इट्स +इट्सकौ +इठि +इड +इडं +इडः +इडगुञ्जी +इडत्त्यर्ति +इडप्रजसो +इडभाव +इडभावः +इडभावपक्षे +इडभावश्च +इडभावश्छान्दसः +इडभावे +इडभावो +इडया +इडस् +इडस्पदे +इड़ +इड़भावः +इड़ा +इड़ो +इडा +इडां +इडाः +इडागम +इडागमः +इडागमश्च +इडागमस्य +इडागमे +इडागमो +इडागम् +इडादि +इडादौ +इडानां +इडान्ता +इडान्ताः +इडान्तो +इडापात्रं +इडापिङ्गलयोर्मध्ये +इडाभक्षणेन +इडाभिः +इडाभिर् +इडामग्न +इडामग्ने +इडामवद्यति +इडामादधाति +इडाम् +इडाया +इडायां +इडायाः +इडायाम् +इडायास् +इडायास्त्वा +इडायास्पदं +इडायास्पदम् +इडायै +इडावाꣳ +इडासि +इडा॑ +इडा॒ +इडि +इडिति +इडु +इडुक्कीमण्डलम् +इडुगुञ्जी +इडे +इडेति +इडेव +इडो +इडोपहूतं +इडोपहूता +इड् +इड्वा +इड्विकल्प +इड॒ +इण +इणः +इणजादिभ्यः +इणि +इणिति +इणो +इण् +इण्कुभ्यां +इण्को +इण्कोः +इण्ग्रहणं +इण्टर् +इण्डस् +इण्डस्ट्रियल् +इण्डिका +इण्डियन +इण्डियन् +इण्डियन्स् +इण्डिया +इण्डियाना +इण्डी +इण्डीविधानसभाक्षेत्रम् +इण्डीस् +इण्डो +इण्डोचीना +इण्डोनेशिया +इण्डोनेशियादेशः +इण्डोनेशियादेशसम्बद्धाः +इण्डोनेशियादेशस्य +इण्डोनेशियाभाषा +इण्डोनेशियाराष्ट्रपतयः +इण्डोपर्तियन्नाः +इण्न +इण्नशजिसर्तिभ्यः +इण्निषेध +इण्निषेधः +इण्निषेधे +इण्निषेधो +इण्निष्ठायाम् +इण्प्रत्ययः +इण्भीकापाशल्यतिमर्चिभ्यः +इण्वदिक +इण्वदिकः +इण्शीङ्भ्यां +इत +इतं +इतः +इतःपरं +इतःपूर्वं +इतःप्रभृति +इतई +इतउत्तरं +इतऊति +इतऊतिः +इतऊती +इतकी +इतके +इतच +इतचि +इतच् +इतथा +इतन +इतना +इतनी +इतने +इतन् +इतप्रत्ययेन +इतम् +इतर +इतरं +इतरः +इतरच् +इतरच्च +इतरजना +इतरजनानां +इतरतः +इतरतु +इतरतो +इतरत् +इतरत्तु +इतरत्र +इतरत्रापि +इतरत्सर्वं +इतरथ +इतरथा +इतरथाहुः +इतरथेति +इतरदपि +इतरदर्शनानां +इतरदेवेभ्यः +इतरद् +इतरनामानि +इतरपरामर्शात्स +इतरभाषाभिः +इतरभाषासु +इतरभिन्ना +इतरमभिवदति +इतरम् +इतरया +इतरयोः +इतरयोरपि +इतरयोर् +इतरयोस्तु +इतरवत् +इतरविवरणानि +इतरविषयनिरोधनैरपेक्ष्येयत्र +इतरव्यपदेशात् +इतरव्यपदेशाद्धिताकरणादिदोषप्रसक्तिः +इतरव्यपदेशाधिकरणम् +इतरशब्दस्य +इतरस् +इतरस्तु +इतरस्मात् +इतरस्मिन् +इतरस्मिन्न् +इतरस्य +इतरस्या +इतरस्यां +इतरस्यापि +इतरस्याप्येवमसंश्लेषः +इतरा +इतरां +इतरांश्च +इतराः +इतराणि +इतराण्यपि +इतराण्य् +इतरानपि +इतरान् +इतरान्विते +इतरापेक्षया +इतराभिः +इतराभ्यां +इतराभ्यो +इतराभ्योऽपि +इतराव् +इतरासां +इतरासु +इतरास्तु +इतरे +इतरेण +इतरेतर +इतरेतरं +इतरेतरप्रत्ययत्वादिति +इतरेतरम् +इतरेतरयोग +इतरेतरयोगः +इतरेतरयोगे +इतरेतरस्य +इतरेतरां +इतरेतराध्यासात् +इतरेतरान्योन्योपपदाच्च +इतरेतराभावः +इतरेतराश्रय +इतरेतराश्रयं +इतरेतराश्रयता +इतरेतराश्रयत्वात् +इतरेतराश्रयप्रसङ्गात् +इतरेतराश्रयम् +इतरेतराश्रयाणि +इतरेतरेति +इतरेति +इतरेभ्य +इतरेभ्यः +इतरेभ्यस्तु +इतरेभ्यो +इतरेषा +इतरेषां +इतरेषान्तु +इतरेषामपि +इतरेषामिति +इतरेषाम् +इतरेषु +इतरेष्वपि +इतरेष्वागमाद्धर्मः +इतरेऽपि +इतरैः +इतरैरपि +इतरो +इतरोऽपि +इतरौ +इतश् +इतश्च +इतश्चाधिकृतेन +इतश्चानिञः +इतश्चानुपपत्तिस्तार्किकपरिकल्पितस्येश्वरस्य +इतश्चामुतश्च +इतश्चास्ति +इतश्चेतश्च +इतश्चेति +इतश्चैतदेवम् +इतश्चोर्ध्वा +इतश्च्युता +इतश्च्युताः +इतसंज्ञक +इतस् +इतस्तत +इतस्ततः +इतस्ततश्च +इतस्ततो +इतस्ततोऽपि +इतस्ताः +इतस्तावत् +इतस्तु +इतस्ते +इतस्त्वं +इतस्य +इता +इतां +इताः +इतात् +इताम् +इतालवी +इतालवीभाषा +इति +इतिं +इतिः +इतिअव्यक्तं +इतिएवं +इतिक +इतिकरणं +इतिकरणः +इतिकरणम् +इतिकरणस्ततश्चेद्विवक्षा +इतिकरणस्य +इतिकरणेन +इतिकरणो +इतिकर्तव्यतया +इतिकर्तव्यता +इतिकर्तव्यतां +इतिकर्तव्यतांशभागिनी +इतिकर्तव्यताकाङ्क्षस्य +इतिकर्तव्यतापेक्षित्वात् +इतिकर्तव्यतायां +इतिकर्तव्यतायाश्च +इतिकर्त्तव्यता +इतिकर्त्तव्यतां +इतिकितिकाय +इतिकृत्वा +इतिकोशः +इतिख्यात +इतिख्यातः +इतिख्याते +इतिख्यातो +इतिच +इतिचेत् +इतिचेत्तत्राह +इतिचेन्न +इतिच्छाया +इतिच्छेदः +इतिट +इतितं +इतिते +इतिधातुः +इतिन +इतिना +इतिनाम्ना +इतिनिश्चयाभावात् +इतिनिश्चित्य +इतिन्यायः +इतिन्यायात् +इतिन्यायेन +इतिपदं +इतिपदस्य +इतिपदेन +इतिपरमकारुणिकत्वोक्तिःकृपया +इतिपा +इतिपाठः +इतिपाठान्तरम् +इतिपाठे +इतिप्रदर्शनार्थम् +इतिप्रभृति +इतिप्रभृतिभिः +इतिबुद्ध्या +इतिभाव +इतिभावः +इतिभाषा +इतिभेदः +इतिमन्त्रं +इतिमन्त्रः +इतिमन्त्रेण +इतिमम +इतिमहामना +इतिय +इतियदि +इतियानेव +इतियावत् +इतिरेवमर्थे +इतिरो +इतिर्नास्ति +इतिर्हेतौ +इतिलक्षणात् +इतिव +इतिवचनं +इतिवचनाच्च +इतिवचनात् +इतिवचनेन +इतिवत् +इतिवत्कर्तरि +इतिवत्प्रयोगः +इतिवदत्रापि +इतिवदयं +इतिवदिति +इतिवद् +इतिवद्विमूढशब्दोऽत्र +इतिवन्न +इतिवा +इतिवाक्यात्आत्मना +इतिवाक्ये +इतिविश्वः +इतिवृत्त +इतिवृत्तं +इतिवृत्तम् +इतिवृत्तवशायातां +इतिवृत्ते +इतिवैजयन्ती +इतिश +इतिशङ्करोक्तं +इतिशब्द +इतिशब्दः +इतिशब्दस्य +इतिशब्दाद्यभावेऽपि +इतिशब्दे +इतिशब्देन +इतिशब्दो +इतिशब्दोऽध्याहार्यः +इतिशेषः +इतिश्री +इतिश्रीलक्ष्मीनारायणीयसंहितायां +इतिश्रु 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+इत्यणप्रत्ययः +इत्यणि +इत्यणो +इत्यणौ +इत्यण् +इत्यण्प्रत्ययः +इत्यण्‌ +इत्यत +इत्यतः +इत्यतआह +इत्यतयोः +इत्यतश्च +इत्यतस्तं +इत्यतस्तदनुवृत्तरिति +इत्यतस्तदनुवृत्तेरिति +इत्यतस्तात्पर्यान्तरमाह +इत्यतस्सर्वनामस्थाने +इत्यता +इत्यति +इत्यतिदिष्टत्वात् +इत्यतिदेशात् +इत्यतिरथत्वस्याप्युपलक्षणम् +इत्यतिशायने +इत्यते +इत्यतो +इत्यतोऽत्र +इत्यतोऽनन्तरं +इत्यतोऽपि +इत्यतोऽस्य +इत्यत् +इत्यत्न +इत्यत्र +इत्यत्रं +इत्यत्रक +इत्यत्रन +इत्यत्रा +इत्यत्राजिति +इत्यत्राणुत्व +इत्यत्रात्मनेपदं +इत्यत्रान्तरे +इत्यत्रान्वयः +इत्यत्रान्वेति +इत्यत्रापि +इत्यत्रार्थे +इत्यत्राविशेषात् +इत्यत्राह +इत्यत्राहअत्र +इत्यत्राहेति +इत्यत्राऽपि +इत्यत्राऽऽह +इत्यत्राऽऽहअत्यशनानशनरहित +इत्यत्राऽऽहअसन्निहितान् +इत्यत्राऽऽहआत्मानुभवैकसुख +इत्यत्रेति +इत्यत्रेत्यर्थः +इत्यत्रेव +इत्यत्रै +इत्यत्रैक +इत्यत्रैकं +इत्यत्रैव +इत्यत्रो +इत्यत्रोक्तं +इत्यत्रोक्तः +इत्यत्रोक्तम् +इत्यत्रोक्तस्यकर्मणैव +इत्यत्रोक्ता +इत्यत्रोच्यते +इत्यत्रोत्तरम् +इत्यत्रोदाहरन्ति +इत्यत्रोपसर्गार्थः +इत्यत्रोपसर्गेण +इत्यथ +इत्यथः +इत्यथर्वणवाक्यम् +इत्यथर्ववेद +इत्यथर्ववेदीया +इत्यथर्ववेदे +इत्यथाप +इत्यथास्य +इत्यथास्या +इत्यथुच्प्रत्ययः +इत्यथे +इत्यथै +इत्यथैः +इत्यथैनं +इत्यथैनां +इत्यथो +इत्यथोक्थ्यं +इत्यदः +इत्यदयः +इत्यदादेशः +इत्यदि +इत्यदिन +इत्यदिना +इत्यदिभिः +इत्यदिषु +इत्यदीनां +इत्यदीनि +इत्यदुष्टम् +इत्यदो +इत्यदोष +इत्यदोषः +इत्यदौ +इत्यद्भिरवोक्षति +इत्यद्भुतं +इत्यद्भुतम् +इत्यद्य +इत्यद्वैतसिद्धौ +इत्यधः +इत्यधि +इत्यधिक +इत्यधिकं +इत्यधिकः +इत्यधिकम् +इत्यधिकरण +इत्यधिकरणार्थः +इत्यधिकरणार्थोऽपि +इत्यधिकरणे +इत्यधिकार +इत्यधिकारः +इत्यधिकारस्थेन +इत्यधिकारात् +इत्यधिकारादिति +इत्यधिकारे +इत्यधिकारो +इत्यधिकृत +इत्यधिकृतं +इत्यधिकृतम् +इत्यधिकृत्य +इत्यधिकृत्येति +इत्यधिक्रियते +इत्यधिदेवतम् +इत्यधिदैवतं +इत्यधिदैवतमथाध्यात्मम् +इत्यधिदैवतम् +इत्यधिभूतम् +इत्यधिश्रयति +इत्यधिषवणफलके +इत्यधृत +इत्यधे +इत्यध्यक्षप्रचारे +इत्यध्यवस्यामः +इत्यध्यात्मम् +इत्यध्यायः +इत्यध्यायतात्पर्यम् +इत्यध्यायारम्भः +इत्यध्याहारः +इत्यध्याहारेण +इत्यध्याहार्यम् +इत्यध्याहृतम् +इत्यध्याहृत्य +इत्यध्वनः 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+इत्यप्ययुक्तम् +इत्यप्यस्ति +इत्यप्यस्य +इत्यप्याह +इत्यप्याहुः +इत्यप्युक्तं +इत्यप्युक्तम् +इत्यप्युच्यते +इत्यप्युदाहार्यम् +इत्यप्युपस्कार्यम् +इत्यप्येके +इत्यप्रत्ययः +इत्यप्रत्यये +इत्यप्रस्तुतप्रशंसा +इत्यप्राप्ते +इत्यप्राप्तौ +इत्यप्सु +इत्यबोधि +इत्यब्रवीत् +इत्यब्रवीत्पालकाप्यो +इत्यब्रुवन् +इत्यभयं +इत्यभवत् +इत्यभाणीत् +इत्यभावे +इत्यभि +इत्यभिज्ञाय +इत्यभितः +इत्यभिदधाना +इत्यभिधा +इत्यभिधां +इत्यभिधान +इत्यभिधानं +इत्यभिधानचिन्तामणिः +इत्यभिधानम् +इत्यभिधानात् +इत्यभिधाय +इत्यभिधीयते +इत्यभिधीयन्ते +इत्यभिपूजयेत् +इत्यभिप्रयन्ति +इत्यभिप्रयन्नाह +इत्यभिप्रा +इत्यभिप्राय +इत्यभिप्रायं +इत्यभिप्रायः +इत्यभिप्रायात् +इत्यभिप्रायेण +इत्यभिप्रायेणआक्षिप्य +इत्यभिप्रायेणप्रक्रान्त +इत्यभिप्रायेणमय्येवेत्युक्तम् +इत्यभिप्रायेणावतारयति +इत्यभिप्रायेणाह +इत्यभिप्रायेणाहये +इत्यभिप्रायेणाऽऽह +इत्यभिप्रायेणेति +इत्यभिप्रायेणेत्यर्थः +इत्यभिप्रायेणोक्तं +इत्यभिप्रायेणोक्तंस्वगुणेषु +इत्यभिप्रायेणोक्तम् +इत्यभिप्रेतं +इत्यभिप्रेतम् +इत्यभिप्रेत्य +इत्यभिप्रेत्याह +इत्यभिप्रेत्योदाहरति +इत्यभिभाषते +इत्यभिमन्त्रयते +इत्यभिमन्त्र्य +इत्यभिमन्यते +इत्यभिमानः +इत्यभिमानेन +इत्यभिमृशति +इत्यभिमृश्य +इत्यभियुक्ताः +इत्यभियुक्तोक्तेः +इत्यभियुक्तोक्त्या +इत्यभिविख्यातः +इत्यभिविख्यातो +इत्यभिविश्रुतः +इत्यभिव्याहृतं +इत्यभिशब्दितः +इत्यभिष्टूय +इत्यभिसंज्ञितः +इत्यभिसंधाय +इत्यभिसमयालङ्कारे +इत्यभिहितं +इत्यभिहितः +इत्यभिहितम् +इत्यभिहिता +इत्यभिहिते +इत्यभिहितो +इत्यभीति +इत्यभीवर्तः +इत्यभूत् +इत्यभेदेन +इत्यभौममनुभूय +इत्यभ्यधायि +इत्यभ्यभाषत +इत्यभ्यर्च्य +इत्यभ्यर्थ्य +इत्यभ्या +इत्यभ्याख्याताय +इत्यभ्यास +इत्यभ्यासः +इत्यभ्यासदीर्घः +इत्यभ्यासलोपः +इत्यभ्यासस्य +इत्यभ्यासस्येत्वम् +इत्यभ्यासादुत्तरस्य +इत्यभ्युपगन्तव्यम् +इत्यभ्युपगमः +इत्यभ्युपगमात् +इत्यभ्युपगमे +इत्यभ्युपगम्यते +इत्यभ्युपेयम् +इत्यभ्रिमादत्ते +इत्यम +इत्यमः +इत्यमन्यत +इत्यमर +इत्यमरः +इत्यमरकोशे +इत्यमरटी +इत्यमरटीका +इत्यमरटीकायां +इत्यमरटीकासार +इत्यमरटीकासारसुन्दरी +इत्यमरदर्शनात् +इत्यमरभरतौ +इत्यमरमाला +इत्यमरमेदिनीकरौ +इत्यमरमेदिन्यौ +इत्यमरश्च +इत्यमरसिंहः +इत्यमरहेमचन्द्रौ +इत्यमरा +इत्यमरात् +इत्यमरे +इत्यमरो +इत्यमरोक्तेः +इत्यमा +इत्यमावास्यायाम् +इत्यमि +इत्यमिति +इत्यमी +इत्यमीषां +इत्यमुं +इत्यमुना +इत्यमुम् +इत्यमुया +इत्यमृतानन्दयोगीन्द्रविरचितेऽलङ्कारसङ्ग्रहे +इत्यमेव +इत्यमो +इत्यम् +इत्यम्य +इत्यय +इत्ययं +इत्ययः +इत्ययजथा +इत्ययमत्र +इत्ययमधिकारः +इत्ययमपि +इत्ययमर्थ +इत्ययमर्थः +इत्ययमर्थसंग्रहः +इत्ययमर्थो +इत्ययमादेशः +इत्ययमादेशो +इत्ययमेव +इत्ययम् +इत्ययादेशः +इत्ययुक्तं +इत्ययुक्तम् +इत्ययुध्यथा +इत्यर +इत्यरणी +इत्यरभ्य +इत्यरिष्ट +इत्यरिष्टमन्त्यम् +इत्यरुचेराह +इत्यर्घ्यं +इत्यर्जुनं +इत्यर्जुनः +इत्यर्जुनरावणीये +इत्यर्जुनस्य +इत्यर्जुनेन +इत्यर्त +इत्यर्तः +इत्यर्थ +इत्यर्थं +इत्यर्थः +इत्यर्थक +इत्यर्थकं +इत्यर्थकः +इत्यर्थकतया +इत्यर्थकम् +इत्यर्थकेन +इत्यर्थग्रहणम् +इत्यर्थतः +इत्यर्थनिर्देशः +इत्यर्थनीयः +इत्यर्थम् +इत्यर्थलाभात् +इत्यर्थवादः +इत्यर्थवादेन +इत्यर्थसिद्धम् +इत्यर्थसूक्तेन +इत्यर्थस्तु +इत्यर्थस्य +इत्यर्था +इत्यर्थात् +इत्यर्थादुक्तं +इत्यर्थान्तरं +इत्यर्थान्तरम् +इत्यर्थान्न +इत्यर्थितः +इत्यर्थितो +इत्यर्थे +इत्यर्थेन +इत्यर्थो +इत्यर्थों +इत्यर्थोऽपि +इत्यर्ध +इत्यर्धं +इत्यर्धमेकं +इत्यर्धर्च +इत्यर्धर्चे +इत्यर्धर्चेन +इत्यर्धस्य +इत्यर्धे +इत्यर्धेन +इत्यर्धोक्ते +इत्यर्षे +इत्यर्हद्दासकृतौ +इत्यल +इत्यलं +इत्यलंकारमणिहारे +इत्यलंकारसर्वस्वकारः +इत्यलंकारेण +इत्यलंकारेणालंकारध्वनिः +इत्यलङ्कारमणिहारे +इत्यलमतिप्रसङ्गेन +इत्यलमतिविस्तरेण +इत्यलमनेन +इत्यलम् +इत्यलुक् +इत्यलुप्तमसमाधयः +इत्यलोपः +इत्यलोपे +इत्यलौकिकं +इत्यल्पार्थे +इत्यल्लोपः +इत्यल्लोपस्य +इत्यल्लोपे +इत्यल्लोपो +इत्यव +इत्यवं +इत्यवक्ष्यत् +इत्यवगते +इत्यवगत्य +इत्यवगन्तव्यम् +इत्यवगमः +इत्यवगम्य +इत्यवगम्यताम् +इत्यवगम्यते +इत्यवदत् +इत्यवधारणम् +इत्यवधारणात् +इत्यवधारणे +इत्यवधार्य +इत्यवधार्यते +इत्यवधेयम् +इत्यवयवषष्ठी +इत्यवर्णसंयोगेनैक +इत्यवश्यं +इत्यवसीयते +इत्यवसेयम् +इत्यवस्थाभेदोपाधिकं +इत्यवाचीं +इत्यवादीत् +इत्यवादेशः +इत्यविभक्तिको +इत्यविरुद्धम् +इत्यविरोध +इत्यविरोधः +इत्यविवादम् +इत्यविशेषश्रुतेः +इत्यविशेषेण +इत्यवेक्ष्य +इत्यवेत्य +इत्यवेहि +इत्यवोचत् +इत्यवोचाम +इत्यव्यक्तं +इत्यव्यक्तशब्दं +इत्यव्यक्तशब्दस्य +इत्यव्यक्तशब्देन +इत्यव्ययं +इत्यव्ययत्वम् +इत्यव्ययम् +इत्यव्ययसंज्ञा +इत्यव्ययस्य +इत्यव्ययीभावः +इत्यव्ययीभावसमासः +इत्यव्ययीभावे +इत्यशस्य +इत्यश्रूणि +इत्यश्वं +इत्यश्वनामसु +इत्यश्वस्य +इत्यष्ट +इत्यष्टधा +इत्यष्टभिः +इत्यष्टमं +इत्यष्टमः +इत्यष्टमाध्याये +इत्यष्टमी +इत्यष्टर्चं +इत्यष्टर्चेन +इत्यष्टाक्षरो +इत्यष्टादश +इत्यष्टादशं +इत्यष्टादशर्चं +इत्यष्टादशी +इत्यष्टानां +इत्यष्टाभिः +इत्यष्टाविंशी +इत्यष्टौ +इत्यस +इत्यसकृदवोचाम +इत्यसकृदुक्तम् +इत्यसङ्गतम् +इत्यसत् +इत्यसमासेन +इत्यसाधु +इत्यसावेव +इत्यसिच् +इत्यसुक् +इत्यसुगागमः +इत्यसुन् +इत्यसुरा +इत्यसौ +इत्यस्ति +इत्यस्तीति +इत्यस्तु +इत्यस्त्यर्थे +इत्यस्मा +इत्यस्माकं +इत्यस्मात् +इत्यस्मात्कर्तरि +इत्यस्मात्कर्मणि +इत्यस्मात्प्राक् +इत्यस्मात्सनि +इत्यस्मादत +इत्यस्मादन्तर्भावितण्यर्थात् +इत्यस्मादपि +इत्यस्मादेव +इत्यस्मादौणादिको +इत्यस्माद् +इत्यस्माद्धातो +इत्यस्माद्धातोः +इत्यस्माद्भावे +इत्यस्माद्वा +इत्यस्माभिः +इत्यस्माल्लटि +इत्यस्माल्लट् +इत्यस्मिन् +इत्यस्मिन्नधिकरणे 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+इत्याकाङ्कायां +इत्याकाङ्क्षा +इत्याकाङ्क्षां +इत्याकाङ्क्षायां +इत्याकाङ्क्षायामाह +इत्याकार +इत्याकारः +इत्याकारक +इत्याकारकं +इत्याकारकः +इत्याकारकवर्णः +इत्याकारकवर्णेन +इत्याकारकस्तत्र +इत्याकारको +इत्याकारलोपः +इत्याकारलोपे +इत्याकारलोपो +इत्याकारस्य +इत्याकारादेशः +इत्याकारादेशश्च +इत्याकारिका +इत्याकारेण +इत्याकाशवचः +इत्याकाशे +इत्याकूतम् +इत्याक्षिपति +इत्याक्षिप्तिका +इत्याक्षिप्य +इत्याक्षेपः +इत्याक्षेपस्य +इत्याक्षेपे +इत्याख्यं +इत्याख्यः +इत्याख्यम् +इत्याख्यया +इत्याख्ययोः +इत्याख्यस्य +इत्याख्या +इत्याख्यां +इत्याख्याः +इत्याख्यात +इत्याख्यातं +इत्याख्यातः +इत्याख्यातम् +इत्याख्याता +इत्याख्याते +इत्याख्यानम् +इत्याख्यानां +इत्याख्यानि +इत्याख्यानेषु +इत्याख्याय +इत्याख्यायते +इत्याख्यायन्ते +इत्याख्यायां +इत्याख्यायाः +इत्याख्यायै +इत्याख्ये +इत्याख्येन +इत्याख्यैः +इत्याख्यो +इत्याख्यौ +इत्यागतं +इत्यागमः +इत्यागमकृशरमाशयति +इत्यागमात् +इत्यागमादिति +इत्यागमिनः +इत्यागमेन +इत्यागमोक्तेः +इत्यागूर्भवति +इत्याग्नये +इत्याग्निमारुतं +इत्याग्निमारुतम् +इत्याग्निमारुतस्य +इत्याग्निवेश्यगृह्यसूत्रे +इत्याग्नीध्रः +इत्याग्ने +इत्याग्नेयं +इत्याग्नेयमाज्यं +इत्याग्नेये +इत्याच +इत्याचक्षत +इत्याचक्षते +इत्याचक्ष्महे +इत्याचमनीयं +इत्याचम्य +इत्याचष्टे +इत्याचामति +इत्याचारः +इत्याचारभेदतन्त्रम् +इत्याचार्य +इत्याचार्यं +इत्याचार्यः +इत्याचार्यचन्द्रकीर्तिपादोपरचितायां +इत्याचार्यश्रीहेमचन्द्रविरचितायां +इत्याचार्यस्य +इत्याचार्यहेमचन्द्रविरचितायां +इत्याचार्या +इत्याचार्याः +इत्याचार्येण +इत्याचे +इत्याज्ञप्ता +इत्याज्ञप्तो +इत्याज्ञा +इत्याज्ञां +इत्याज्ञापयत् +इत्याज्ञाप्य +इत्याज्ञायां +इत्याज्य +इत्याज्यं +इत्याज्यभागौ +इत्याज्यस्तोत्रियः +इत्याज्यानि +इत्याज्यान्युच्चा +इत्याट् +इत्याडागमः +इत्याडागमे +इत्यात +इत्यातः +इत्यात्त्वम् +इत्यात्त्वे +इत्यात्थ +इत्यात्म +इत्यात्मगतिमाचष्टे +इत्यात्मन +इत्यात्मनः +इत्यात्मना +इत्यात्मनि +इत्यात्मने +इत्यात्मनेपद +इत्यात्मनेपदं +इत्यात्मनेपदम् +इत्यात्मनेपदी +इत्यात्मनेपदे +इत्यात्मनेपदेन +इत्यात्मनो +इत्यात्मन्येव +इत्यात्मप्रदाने +इत्यात्मानं +इत्यात्र +इत्यात्रेयभाषिते +इत्यात्रेये 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+इत्यादित्या +इत्यादिदर्शनात् +इत्यादिदेश +इत्यादिन +इत्यादिनगरेभ्यः +इत्यादिनयेन +इत्यादिना +इत्यादिनां +इत्यादिनाअकथयत् +इत्यादिनाद्युदात्तत्वम् +इत्यादिनानुनासिकलोपः +इत्यादिनापि +इत्यादिनामत्संस्थामधिगच्छति +इत्यादिनामभिः +इत्यादिनामहारथा +इत्यादिनायतवाक्कायमानसः +इत्यादिनाऽपि +इत्यादिनि +इत्यादिनिरूपणनामा +इत्यादिनिर्देशात् +इत्यादिनी +इत्यादिनीत्या +इत्यादिनेकारः +इत्यादिनेति +इत्यादिनेत्यत्रावधेरनुक्तेःरसोऽहं +इत्यादिनेदं +इत्यादिनेनिप्रत्ययः +इत्यादिनैतदन्तेन +इत्यादिनैव +इत्यादिनोक्त +इत्यादिनोक्तं +इत्यादिनोक्तः +इत्यादिनोक्तमर्थमुपसंहरति +इत्यादिनोक्तमित्यर्थः +इत्यादिनोक्तमुपसंहरति +इत्यादिनोक्तम् +इत्यादिनोक्ता +इत्यादिनोक्ताः +इत्यादिनोच्यत +इत्यादिनोच्यते +इत्यादिनोत्तरपदसमासः +इत्यादिन्यायेन +इत्यादिपदानां +इत्यादिपदानामर्थौचित्यात् +इत्यादिपदानि +इत्यादिपदेन +इत्यादिप्रकारेण +इत्यादिप्रच्युत +इत्यादिप्रतीति +इत्यादिप्रमाणात् +इत्यादिप्रमाणैः +इत्यादिप्रयोगः +इत्यादिप्रयोगदर्शनात् +इत्यादिप्रयोगाः +इत्यादिप्रयोगाच्च +इत्यादिप्रयोगाणां +इत्यादिप्रयोगात् +इत्यादिप्रयोगेषु +इत्यादिप्रश्नस्योत्तरं +इत्यादिप्रश्नस्योत्तरम् +इत्यादिप्रसिद्धं +इत्यादिबहुवचनानुसारेणाह +इत्यादिबुद्ध्या +इत्यादिभास्करप्रकारोपपत्या +इत्यादिभास्करविधिना +इत्यादिभास्करोत्तमेतदनुरूपमेव +इत्यादिभि +इत्यादिभिः +इत्यादिभिरित्यर्थः +इत्यादिभिरिदं +इत्यादिभिरुक्तं +इत्यादिभिर्वाक्यैः +इत्यादिभिर्विशेषणैः +इत्यादिभिश्च +इत्यादिभिश्चतुर्भिः +इत्यादिभिस्त्रिभिः +इत्यादिभ्यः +इत्यादिमन्त्रवर्णात् +इत्यादिमन्त्रान्तरेषु +इत्यादिमन्त्रे +इत्यादिमन्त्रेण +इत्यादिमन्त्रेषु +इत्यादिमन्त्रैः +इत्यादिमहापुराणे +इत्यादिम्हापुराणे +इत्यादिरपि +इत्यादिरर्थः +इत्यादिरिति +इत्यादिरीत्या +इत्यादिरूपम् +इत्यादिरूपा +इत्यादिरूपाणि +इत्यादिरूपेण +इत्यादिरेव +इत्यादिर्या +इत्यादिलक्षणं +इत्यादिव +इत्यादिवचनं +इत्यादिवचनाच्च +इत्यादिवचनात् +इत्यादिवचनादिति +इत्यादिवचनानां +इत्यादिवचनानि +इत्यादिवचनानुसारेण +इत्यादिवचने +इत्यादिवचनेन +इत्यादिवचनैः +इत्यादिवत् +इत्यादिवदारोपः +इत्यादिवदिति +इत्यादिवद् +इत्यादिवाक्य +इत्यादिवाक्यं +इत्यादिवाक्यम् +इत्यादिवाक्यस्य +इत्यादिवाक्यात् +इत्यादिवाक्यानां 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+इत्यादिश्रुत्यन्तरग्रहः +इत्यादिश्रुत्यन्तरात् +इत्यादिश्रुत्या +इत्यादिश्रुत्युक्तप्रकारेण +इत्यादिश्लोकः +इत्यादिश्लोकचतुष्टयस्यार्थमाह +इत्यादिश्लोकत्रयस्य +इत्यादिश्लोकत्रयेण +इत्यादिश्लोकद्वयमेकान्वयं +इत्यादिश्लोकद्वयेन +इत्यादिश्लोकस्य +इत्यादिश्लोके +इत्यादिश्लोकेन +इत्यादिश्लोकैः +इत्यादिषु +इत्यादिषूक्तत्वादित्याहतथाक्षरशब्दनिर्दिष्टादित्यादिना +इत्यादिष्टं +इत्यादिष्टः +इत्यादिष्टा +इत्यादिष्टो +इत्यादिष्वपि +इत्यादिष्वष्टसु +इत्यादिष्वष्टाविंशतिसंख्याकेषु +इत्यादिष्विव +इत्यादिष्वेकादशसु +इत्यादिसामानाधिकरण्यं +इत्यादिसार्धश्लोक +इत्यादिसिद्धम् +इत्यादिसूत्रभाष्ये +इत्यादिसूत्राणां +इत्यादिसूत्रे +इत्यादिसूत्रेण +इत्यादिसूत्रेषु +इत्यादिसूत्रैः +इत्यादिस्थले +इत्यादिस्थलेषु +इत्यादिस्थानेषु +इत्यादिस्थिते +इत्यादिस्मरणात् +इत्यादिस्मृतिभिः +इत्यादिस्मृतिभ्यः +इत्यादिस्मृतिभ्यश्च +इत्यादिस्मृतेः +इत्यादिस्मृतेश्च +इत्यादिस्मृतौ +इत्यादिस्मृत्या +इत्यादी +इत्यादीः +इत्यादीति +इत्यादीत्यादिपदेन +इत्यादीना +इत्यादीनां +इत्यादीनामपि +इत्यादीनाम् +इत्यादीनि +इत्यादीनी +इत्यादीन् 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+इत्याद्युक्तरीत्या +इत्याद्युक्तस्नेहविषयप्राचुर्यंदीर्घबन्धुशब्देनोक्तम् +इत्याद्युक्तेः +इत्याद्युक्तेरिति +इत्याद्युक्त्या +इत्याद्युक्त्वा +इत्याद्युच्यते +इत्याद्युदात्त +इत्याद्युदात्तं +इत्याद्युदात्तः +इत्याद्युदात्तत्वं +इत्याद्युदात्तत्वम् +इत्याद्युदात्तत्वे +इत्याद्युदाहरणम् +इत्याद्युपक्रम्य +इत्याद्यूहेन +इत्याद्यूह्यम् +इत्याद्ये +इत्याद्येव +इत्याद्यैः +इत्याधारस्य +इत्याधिः +इत्याधिकं +इत्याधिकरणे +इत्यानङ् +इत्यानड् +इत्यानन्दलहरी +इत्यानन्दाकुलमुपगतं +इत्यान्तादनुवाकस्य +इत्याप +इत्यापतति +इत्यापदः +इत्यापस्तम्बः +इत्यापस्तम्बधर्मसूत्रवृत्तौ +इत्यापस्तम्बधर्मसूत्रे +इत्यापस्तम्बस्मरणात् +इत्यापस्तम्बीये +इत्यापस्तम्बेन +इत्यापस्तम्बोक्तेः +इत्यापि +इत्यापो +इत्याप्रिय +इत्याभाष्य +इत्याभिधानिकाः +इत्याभ्यन्तरः +इत्याभ्यां +इत्यामनन्ति +इत्यामन्त्रणम् +इत्यामन्त्रणे +इत्यामन्त्र्य +इत्याम् +इत्याम्नातं +इत्याम्नानात् +इत्याम्नायते +इत्याम्नेये +इत्याम्प्रत्ययः +इत्यायः +इत्यायातम् +इत्यायाति +इत्यायुधानि +इत्यायुर्वेदः +इत्यायुर्वेदस्य +इत्यायें +इत्यार +इत्यारभ्य +इत्यारभ्यअहं +इत्यारभ्यभीष्मद्रोणप्रमुखतः +इत्यारभ्यस +इत्यारम्भ +इत्यारम्भः +इत्यारम्भाः +इत्यारम्य +इत्यार्थः +इत्यार्दी +इत्यार्धधातुकत्वात् +इत्यार्धधातुकत्वेन +इत्यार्भवं +इत्यार्भवः +इत्यार्षे +इत्यालंकारिकाः +इत्यालपन्नपि +इत्यालापः +इत्यालेखनः +इत्यालोच्य +इत्यालोच्यैव +इत्यालोपः +इत्याल्लोप +इत्याल्लोपः +इत्यावर्तते +इत्यावाह्य +इत्यावृत्त्या +इत्यावेदयेयुः +इत्यावेदिते +इत्यावेद्य +इत्याश +इत्याशंकां +इत्याशंक्य +इत्याशंक्याह +इत्याशङ्क +इत्याशङ्कच +इत्याशङ्कते +इत्याशङ्कय +इत्याशङ्कया +इत्याशङ्कयाह +इत्याशङ्कयाहेति +इत्याशङ्कयाऽऽह +इत्याशङ्का +इत्याशङ्कां +इत्याशङ्काया +इत्याशङ्कायां +इत्याशङ्कायामाह +इत्याशङ्काह +इत्याशङ्क्य +इत्याशङ्क्या +इत्याशङ्क्याह +इत्याशङ्क्याहुः +इत्याशङ्क्याऽऽह +इत्याशङ्क्योक्तम् +इत्याशय +इत्याशयं +इत्याशयः +इत्याशयवानाह +इत्याशयवान् +इत्याशया +इत्याशयात् +इत्याशयाऽह +इत्याशये +इत्याशयेन +इत्याशयेनाह +इत्याशयेनाऽऽह +इत्याशयो +इत्याशा +इत्याशां +इत्याशासीत +इत्याशास्ते +इत्याशिषं +इत्याशिषमाशास्ते +इत्याशिषमेवाशास्ते +इत्याशिषा +इत्याशिषो +इत्याशीः +इत्याशीरर्थे +इत्याशु +इत्याश्चर्यं +इत्याश्चर्यम् +इत्याश्चर्ये +इत्याश्मरथ्यः +इत्याश्रित्य +इत्याश्रीयते +इत्याश्रुत्य +इत्याश्वलायन +इत्याश्वलायनः +इत्याश्वलायनोक्तेः +इत्याश्वास्य +इत्यासनं +इत्यासन्नाभिमर्शनम् +इत्यासीत +इत्यासीत् +इत्यासीत्तुमुलः +इत्यासीद्राजा +इत्यास्तां +इत्यास्तामेतत् +इत्याह +इत्याहः +इत्याहतुः +इत्याहन +इत्याहवनीयम् +इत्याहवनीये +इत्याहस +इत्याहसर्वसाधारणमिति +इत्याहारः +इत्याहावः +इत्याहावहिताः +इत्याहु +इत्याहुः +इत्याहुतिं +इत्याहुरिति +इत्याहुर्यः +इत्याहुर्ये +इत्याहुस्तन्न +इत्याहूय +इत्याहेति +इत्याहेत्यर्थः +इत्याह्निकतत्त्वं +इत्याह्निकतत्त्वम् +इत्याह्निकाचारतत्त्वं +इत्याह्निकाचारतत्त्वम् +इत्याह्रिकतत्त्वम् +इत्या्दौ +इत्या॑ह +इत्या॑हुः +इत्या॑ह॒ +इत्यु +इत्युः +इत्युकत्वा +इत्युकम् +इत्युका +इत्युक् +इत्युक्त +इत्युक्तं +इत्युक्तः +इत्युक्तक्रमेण +इत्युक्तगौरवव्यञ्जनायगुणवत्पुत्रवियोगादिनेत्युक्तम् +इत्युक्ततया +इत्युक्तत्वाच्च +इत्युक्तत्वात् +इत्युक्तत्वादसम्मूढस्य +इत्युक्तत्वादिति +इत्युक्तत्वादिदमपि +इत्युक्तत्वाद् +इत्युक्तत्वान्न +इत्युक्तत्वेन +इत्युक्तदिशा +इत्युक्तनयेन +इत्युक्तनीत्या +इत्युक्तन्यायेन +इत्युक्तन्यायेनैवरसोऽहं +इत्युक्तप्रकार +इत्युक्तप्रकारं +इत्युक्तप्रकारया +इत्युक्तप्रकारा +इत्युक्तप्रकारेण +इत्युक्तप्रकारेणअविभागेन +इत्युक्तप्रकारेणाव्यक्तजीवात्मासक्तचेतसां +इत्युक्तप्रक्रियया +इत्युक्तप्रायम् +इत्युक्तम +इत्युक्तमपि +इत्युक्तमयुक्तं +इत्युक्तमर्थं +इत्युक्तमसकृत् +इत्युक्तमस्ति +इत्युक्तमाकर्ण्य +इत्युक्तमात्रे +इत्युक्तमिति +इत्युक्तमित्यर्थः +इत्युक्तमित्याह +इत्युक्तमुपपादयति +इत्युक्तमेव +इत्युक्तम् +इत्युक्तम्‌ +इत्युक्तया +इत्युक्तरीत्या +इत्युक्तलक्षण +इत्युक्तलक्षणं +इत्युक्तलक्षणः +इत्युक्तलक्षणम् +इत्युक्तलक्षणसद्भावात् +इत्युक्तलक्षणा +इत्युक्तलक्षणे +इत्युक्तलक्षणेन +इत्युक्तलक्षणो +इत्युक्तलक्षणोपेतत्वात् +इत्युक्तवंतं +इत्युक्तवचनं +इत्युक्तवचने +इत्युक्तवति +इत्युक्तवती +इत्युक्तवत् +इत्युक्तवत्यथ +इत्युक्तवत्या +इत्युक्तवत्यां +इत्युक्तवत्सु +इत्युक्तवन्तं +इत्युक्तवा +इत्युक्तवाक्ये +इत्युक्तवान् +इत्युक्तवान्स +इत्युक्तविपरीतत्वमुक्तं +इत्युक्तविरोधः +इत्युक्तश्च +इत्युक्तस्तं +इत्युक्तस्तमाहुः +इत्युक्तस्तु +इत्युक्तस्ते +इत्युक्तस्तेन +इत्युक्तस्य +इत्युक्तस्यैव +इत्युक्तस्स +इत्युक्ता +इत्युक्तां +इत्युक्ताः +इत्युक्तानां +इत्युक्तानि +इत्युक्तामिति +इत्युक्तायां +इत्युक्तार्थं +इत्युक्तावपि +इत्युक्तास्ता +इत्युक्तास्ताः +इत्युक्तास्तु +इत्युक्तास्ते +इत्युक्तास्तेन +इत्युक्ति +इत्युक्तिः +इत्युक्तिरपि +इत्युक्तिरिति +इत्युक्तिस्तु +इत्युक्ते +इत्युक्तेः +इत्युक्तेन +इत्युक्तेरिति +इत्युक्तेर्न +इत्युक्तेश्च +इत्युक्तेषु +इत्युक्तेस्तस्य +इत्युक्तेऽपि +इत्युक्तेऽस्तीति +इत्युक्तो +इत्युक्तोऽपि +इत्युक्तोऽसौ +इत्युक्तोऽहं +इत्युक्तौ +इत्युक्त्तेः +इत्युक्त्या +इत्युक्त्रा +इत्युक्त्वा +इत्युक्त्वांतर्दधे +इत्युक्त्वात् +इत्युक्त्वाथ +इत्युक्त्वादाय +इत्युक्त्वान्तर्दधे +इत्युक्त्वान्तर्हिता +इत्युक्त्वान्तर्हिते +इत्युक्त्वान्तर्हितो +इत्युक्त्वासौ +इत्युक्त्वाहं +इत्युक्त्वाऽथ +इत्युक्त्वाऽदृश्यतां +इत्युक्त्वाऽन्तर्दधे +इत्युक्त्वाऽन्तर्हितो +इत्युक्त्वाऽसौ +इत्युक्त्वाऽहं +इत्युक्त्वेति +इत्युक्त्वैव +इत्युक्त्वोक्तम् +इत्युक्त्वोत्थाय +इत्युक्थानि +इत्युक्वा +इत्युचितः +इत्युचितमेव +इत्युचितम् +इत्युचितम्‌ +इत्युच्चचार +इत्युच्चारणम् +इत्युच्चार्य +इत्युच्चार्य्य +इत्युच्चैः +इत्युच्यंते +इत्युच्यत +इत्युच्यते +इत्युच्यन्ते +इत्युच्यमान +इत्युच्यमानः +इत्युच्यमाने +इत्युच्यमानेऽपि +इत्युच्येत +इत्युच्येते +इत्युज्ज्वल +इत्युज्ज्वलः +इत्युज्ज्वलदत्तः +इत्युज्ज्वलदत्तोक्त्या +इत्युज्ज्वलनीलमणिः +इत्युणा +इत्युणादि +इत्युणादिकोषः +इत्युणादिवृत्तिः +इत्युणादिवृत्तौ +इत्युणादिषु +इत्युणादिसूत्रेण +इत्युण् +इत्युत +इत्युतं +इत्युतम् +इत्युत्करे +इत्युत्तमं +इत्युत्तमया +इत्युत्तमां +इत्युत्तमे +इत्युत्तर +इत्युत्तरं +इत्युत्तरत +इत्युत्तरतः +इत्युत्तरतन्त्रे +इत्युत्तरतो +इत्युत्तरत्र +इत्युत्तरपद +इत्युत्तरपदप्रकृतिस्वरत्वम् +इत्युत्तरपदवृद्धिः +इत्युत्तरपदाद्युदात्तत्वम् +इत्युत्तरपदान्तोदात्तत्वं +इत्युत्तरपदान्तोदात्तत्वम् +इत्युत्तरपदान्तोदात्तत्वे +इत्युत्तरम् +इत्युत्तरवाक्ये +इत्युत्तरषट्के +इत्युत्तरसूत्रे +इत्युत्तरसूत्रेण +इत्युत्तरस्य +इत्युत्तरा +इत्युत्तरां +इत्युत्तराम् +इत्युत्तरार्धं +इत्युत्तरार्धपूर्वार्धे +इत्युत्तरार्धे +इत्युत्तरे +इत्युत्तरेण +इत्युत्तरेणान्वय +इत्युत्तरेणान्वयः +इत्युत्तवा +इत्युत्तिष्ठति +इत्युत्त्व +इत्युत्त्वे +इत्युत्थापयति +इत्युत्थाप्य +इत्युत्थाय +इत्युत्पद्यते +इत्युत्पन्नस्य +इत्युत्पलमालायाम् +इत्युत्प्रेक्षा +इत्युत्प्रेक्षालंकारः +इत्युत्प्रेक्षावल्लभकृतौ +इत्युत्वं +इत्युत्वम् +इत्युत्सर्गः +इत्युत्सृज्य +इत्युदकं +इत्युदकनाम +इत्युदकनामसु +इत्युदकान्तं +इत्युदग्रः +इत्युदतरत् +इत्युदन्ताः +इत्युदा +इत्युदात्त +इत्युदात्तः +इत्युदात्तत्वम् +इत्युदादेशः +इत्युदारमभिधाय +इत्युदाहरणं +इत्युदाहरणमुक्तमिति +इत्युदाहरणम् +इत्युदाहरणानि +इत्युदाहरणान्तरेणोदाह्रियते +इत्युदाहरणे +इत्युदाहरन्ति +इत्युदाहार्यम् +इत्युदाहृत +इत्युदाहृतं +इत्युदाहृतः +इत्युदाहृतम् +इत्युदाहृत्य +इत्युदीचस्तारयति +इत्युदीरितं +इत्युदीरितमाकर्ण्य +इत्युदीर्य +इत्युदीर्यते +इत्युदीर्य्य +इत्युद्गाता +इत्युद्दिश्य +इत्युद्देशः +इत्युद्धारः +इत्युद्बाहतत्त्वम् +इत्युद्भटः +इत्युद्यति +इत्युद्वत्यो +इत्युद्वास्य +इत्युद्वाहतत्त्वम् +इत्युद्वाहतत्त्वे +इत्युप +इत्युपक्रमः +इत्युपक्रमात् +इत्युपक्रमे +इत्युपक्रम्य +इत्युपक्रम्यभ्रमतीव +इत्युपक्रम्याह +इत्युपचर्यते +इत्युपचर्य्यते +इत्युपचारः +इत्युपजपेत् +इत्युपजुह्वति +इत्युपज्ञा +इत्युपतिष्ठते +इत्युपतिष्ठन्ते +इत्युपतिष्ठेत +इत्युपदधीत +इत्युपदर्शयन्नाह +इत्युपदिदेश +इत्युपदिशति +इत्युपदिशन्ति +इत्युपदिश्य +इत्युपदिश्यते +इत्युपदिष्टं +इत्युपदेश +इत्युपदेशः +इत्युपदेशपरम्पराकथनं +इत्युपधादीर्घः +इत्युपधाया +इत्युपधालोप +इत्युपधालोपः +इत्युपधालोपे +इत्युपनिषत् +इत्युपनिषदि +इत्युपन्यस्तम् +इत्युपन्यस्य +इत्युपपत्तिः +इत्युपपदे +इत्युपपद्यत +इत्युपपद्यते +इत्युपपन्नं +इत्युपपन्नम् +इत्युपपन्नम्‌ +इत्युपपादनम् +इत्युपपादयति +इत्युपपादितं +इत्युपपादितम् +इत्युपमा +इत्युपमार्थे +इत्युपरम्यते +इत्युपरि +इत्युपरिष्टात् +इत्युपलक्षणं +इत्युपलक्षणम् +इत्युपलक्षणार्थम् +इत्युपलभ्यते +इत्युपविशति +इत्युपश्रुत्य +इत्युपसंहरति +इत्युपसंहरिष्यति +इत्युपसंहार +इत्युपसंहारः +इत्युपसंहारात् +इत्युपसंहारे +इत्युपसंहृतम् +इत्युपसर्गः +इत्युपसर्गस्य +इत्युपसर्जनस्य +इत्युपसर्पति +इत्युपस्थाय +इत्युपस्थे +इत्युपहासः +इत्युपाँ +इत्युपांशु +इत्युपांशूक्त्वा +इत्युपादानं +इत्युपादानात् +इत्युपादिश्य +इत्युपाधिं +इत्युपाधिः +इत्युपाधिना +इत्युपाध्यायसुचरितमिश्रकृतौ +इत्युपायमपि +इत्युपालम्भः +इत्युपासते +इत्युपासनं +इत्युपासीत +इत्युपेक्षेत +इत्युपेत्य +इत्युप्रत्ययः +इत्युभ +इत्युभयं +इत्युभयत +इत्युभयतः +इत्युभयत्र +इत्युभयत्रापि +इत्युभयत्राप्यमर +इत्युभयत्राप्यमरः +इत्युभयथा +इत्युभयथापि +इत्युभयपदप्रकृतिस्वरत्वम् +इत्युभयपदवृद्धिः +इत्युभयमपि +इत्युभयाधीनश्चित्तवृत्तिनिरोधः +इत्युभयोः +इत्युभयोरपि +इत्युभाभ्यां +इत्युभे +इत्युभौ +इत्युमागमः +इत्युमामपृच्छदव्यञ्जितहर्षलक्षणः +इत्युरसि +इत्युल्मुकेन +इत्युल्लेखः +इत्युवाच +इत्युवाचाथ +इत्यूङ् +इत्यूचा +इत्यूचिरे +इत्यूचिवां +इत्यूचिवांसं +इत्यूचिवान्स +इत्यूचुः +इत्यूचुस्ते +इत्यूचे +इत्यूठ् +इत्यूदन्ता +इत्यूर्ध्वं +इत्यूषान्सिकताश्च +इत्यूहः +इत्यूहेन +इत्यृग्वेदखिलेषु +इत्यृचं +इत्यृचा +इत्यृचाज्यं +इत्यृतऽवरी +इत्यृषभं +इत्यृषेर्वचनं +इत्यृष्यादि +इत्यृ॒तऽव॑री +इत्ये +इत्येक +इत्येकं +इत्येकः +इत्येकता +इत्येकताल्यां +इत्येकत्र +इत्येकत्वं +इत्येकदेशिनः +इत्येकमक्षरं +इत्येकमक्षरम् +इत्येकमेव +इत्येकम् +इत्येकम्पदम् +इत्येकया +इत्येकवचनं +इत्येकवचनम् +इत्येकवचनेन +इत्येकवद्भावः +इत्येकवाक्यतया +इत्येकवाक्यता +इत्येकविंशः +इत्येकविंशतिः +इत्येकविंशत्यृचं +इत्येकविंशी +इत्येकविज्ञानेन +इत्येकशेष +इत्येकशेषः +इत्येकस्मिन् +इत्येकस्य +इत्येकस्याभिधानाच्च +इत्येकस्यैव +इत्येका +इत्येकां +इत्येकाक्षरं +इत्येकाक्षरकोषः +इत्येकादश +इत्येकादशं +इत्येकादशः +इत्येकादशभिः +इत्येकादशर्चं +इत्येकादशर्चमष्टमं +इत्येकादशाक्षरो +इत्येकादशी +इत्येकादशीतत्त्वम् +इत्येकादशीतत्त्वे +इत्येकादशो +इत्येकान्ते +इत्येकारः +इत्येकारस्य +इत्येकीयं +इत्येके +इत्येकेन +इत्येकेषां +इत्येकेषाम् +इत्येकेऽथ +इत्येकैकं +इत्येको +इत्येकोनविंशं +इत्येकोनविंशत्यृचं +इत्येकोनविंशी +इत्येकोऽर्थः +इत्येत +इत्येतं +इत्येतच्च +इत्येतच्छन्दसो +इत्येतच्छ्रुत्वा +इत्येतत +इत्येतत् +इत्येतत्ओदनपाकं +इत्येतत्कथं +इत्येतत्कथितं +इत्येतत्कवचं +इत्येतत्कुतः +इत्येतत्तु +इत्येतत्ते +इत्येतत्पदं +इत्येतत्परं +इत्येतत्परतया +इत्येतत्परमं +इत्येतत्पर्यन्ता +इत्येतत्प्रति +इत्येतत्सर्वं +इत्येतत्सर्वमाख्यातं +इत्येतद +इत्येतदक्षरं +इत्येतदत्र +इत्येतदधिकृतं +इत्येतदनन्तरं +इत्येतदनेन +इत्येतदन्तं +इत्येतदन्तः +इत्येतदन्तम् +इत्येतदन्यथाप्रतीतिनिरासाय +इत्येतदपि +इत्येतदभिप्रायम् +इत्येतदयुक्तम् +इत्येतदर्थ +इत्येतदर्थं +इत्येतदर्थम् +इत्येतदव्ययं +इत्येतदस्थिरं +इत्येतदादि +इत्येतदाभिमानिकविषयम् +इत्येतदाह +इत्येतदिति +इत्येतदित्यर्थः +इत्येतदिह +इत्येतदुक्तं +इत्येतदुक्त्वा +इत्येतदुपपादयति +इत्येतदुभयं +इत्येतदेकम् +इत्येतदेव +इत्येतद् +इत्येतद्दर्शयति +इत्येतद्ध +इत्येतद्भवति +इत्येतद्युक्तमिति +इत्येतद्रूपं +इत्येतद्वचनं +इत्येतद्वा +इत्येतद्वाक्यं +इत्येतद्विरुद्धमित्याशङ्क्य +इत्येतद्विवृणोति +इत्येतद्वै +इत्येतद्व्याचष्टे +इत्येतन्न +इत्येतन्नगरं +इत्येतन्नगरम् +इत्येतन्नियमार्थं +इत्येतन्निरसनीयम् +इत्येतमनुवाकं +इत्येतमर्थं +इत्येतम् +इत्येतयर्चा +इत्येतया +इत्येतयो +इत्येतयोः +इत्येतयोरुत्तरपदयोः +इत्येतयोश्च +इत्येतयोस्तु +इत्येतल्लक्षणं +इत्येतस्मात् +इत्येतस्माद् +इत्येतस्माद्धातोः +इत्येतस्मिन् +इत्येतस्मिन्नर्थे +इत्येतस्मिन्विषये +इत्येतस्मिन्‌ +इत्येतस्मै +इत्येतस्य +इत्येतस्या +इत्येतस्यां +इत्येतस्याः +इत्येतस्याङ्गस्य +इत्येतस्यै +इत्येतस्यैव +इत्येता +इत्येतां +इत्येताः +इत्येतादृशं +इत्येतादृशानि +इत्येतानि +इत्येतान् +इत्येतान्युत्तरपदानि +इत्येताभिः +इत्येताभिश्चतसृभिः +इत्येताभिस्तिसृभिः +इत्येताभ्यां +इत्येताभ्यामुत्तरस्य +इत्येताभ्याम् +इत्येतामृचं +इत्येताम् +इत्येतावतः +इत्येतावता +इत्येतावति +इत्येतावतैव +इत्येतावत् +इत्येतावत्येव +इत्येतावदेव +इत्येतावन्मात्रं +इत्येतावन्मात्रेण +इत्येतावादेशौ +इत्येतावानेव +इत्येतावान् +इत्येतासां +इत्येतासु +इत्येतास्तनवस्तस्य +इत्येति +इत्येते +इत्येतेन +इत्येतेनानुवाकेन +इत्येतेनैव +इत्येतेभ्य +इत्येतेभ्यः +इत्येतेभ्यश्च +इत्येतेभ्यो +इत्येतेषा +इत्येतेषां +इत्येतेषामङ्गानां +इत्येतेषामभ्यासस्य +इत्येतेषामविवाहः +इत्येतेषाम् +इत्येतेषु +इत्येतेषूत्तरपदेषु +इत्येतेष्वर्थेषु +इत्येतेऽपि +इत्येतेऽष्टौ +इत्येतै +इत्येतैः +इत्येतैरेव +इत्येतैर्मन्त्रैः +इत्येतैर्मन्त्रैर्यथारूपम् +इत्येतैर्योगे +इत्येतैर्लक्षणैर्युक्तं +इत्येतैश्च +इत्येतैस्त्रिभिः +इत्येतौ +इत्येत्त्वाभ्यासलोपौ +इत्येत्वं +इत्येत्वम् +इत्येत्वाभ्यासलोपौ +इत्येत्वे +इत्येन +इत्येनं +इत्येनदुपासीत +इत्येनन +इत्येनमाह +इत्येनम् +इत्येनां +इत्येनाम् +इत्येनेन +इत्येभिः +इत्येभिस्त्रिभिः +इत्येभ्य +इत्येभ्यः +इत्येय +इत्येव +इत्येवं +इत्येवंजातीयकं +इत्येवंजातीयकः +इत्येवंजातीयकम् +इत्येवंजातीयका +इत्येवंजातीयकाः +इत्येवंजातीयकात् +इत्येवंजातीयको +इत्येवंप्रकारेण +इत्येवंभूतं +इत्येवंभूतयुक्तिचिन्ताभावनामयज्ञानोदेयेन +इत्येवंरीत्या +इत्येवंरूप +इत्येवंरूपं +इत्येवंरूपः +इत्येवंरूपम् +इत्येवंरूपया +इत्येवंरूपस्य +इत्येवंरूपा +इत्येवंरूपां +इत्येवंरूपात् +इत्येवंरूपे +इत्येवंरूपेण +इत्येवंरूपो +इत्येवंवादिनं +इत्येवंविधं +इत्येवंविधा +इत्येवकारार्थः +इत्येवकारेण +इत्येवकारो +इत्येवम +इत्येवमत्र +इत्येवमथ +इत्येवमनुशुश्रुम +इत्येवमन्तं +इत्येवमन्तः +इत्येवमन्ता +इत्येवमन्तेन +इत्येवमपि +इत्येवमभिधाय +इत्येवमयं +इत्येवमर्थं +इत्येवमर्थः +इत्येवमर्थम् +इत्येवमष्टौ +इत्येवमस्य +इत्येवमादय +इत्येवमादयः +इत्येवमादयस्तेष्वेव +इत्येवमादयो +इत्येवमादयोऽपि +इत्येवमादि +इत्येवमादिः +इत्येवमादिकं +इत्येवमादिका +इत्येवमादिना +इत्येवमादिभिः +इत्येवमादिभ्यः +इत्येवमादिभ्यो +इत्येवमादिर्हि +इत्येवमादिश्रुतिप्रसिद्धमेव +इत्येवमादिश्रुतिभ्यः +इत्येवमादिषु +इत्येवमादीनां +इत्येवमादीनाम् +इत्येवमादीनि +इत्येवमादेः +इत्येवमादौ +इत्येवमाद्यपि +इत्येवमाद्यर्थम् +इत्येवमाद्या +इत्येवमाद्याः +इत्येवमाद्यासु +इत्येवमाह +इत्येवमिति +इत्येवमुक्त +इत्येवमुक्तं +इत्येवमुक्तः +इत्येवमुक्तस्तु +इत्येवमुक्ता +इत्येवमुक्ते +इत्येवमुक्तो +इत्येवमुक्त्वा +इत्येवमेते +इत्येवमेव +इत्येवम् +इत्येवम्प्रकारेण +इत्येवा +इत्येवाचक्षते +इत्येवात्र +इत्येवार्थ +इत्येवार्थः +इत्येवास्तु +इत्येवेति +इत्येवेदमुक्तं +इत्येवैतदाह +इत्येवोक्तं +इत्येवोक्तमिह +इत्येवोक्तम् +इत्येवोक्ते +इत्येवोचितम् +इत्येवोच्यते +इत्येवोच्येत +इत्येवोत्तरम् +इत्येवोपलभ्यते +इत्येष +इत्येषः +इत्येषा +इत्येषां +इत्येषानुवचनीया +इत्येषानुवाक्या +इत्येषानुष्टुप् +इत्येषु +इत्येषोऽपि +इत्येषोऽर्थः +इत्येऽनभ्याशस्य +इत्यै +इत्यैतरेयब्राह्मणारण्यककाण्डे +इत्यैतरेयब्राह्मणारण्यकाण्डे +इत्यैतिहासिकाः +इत्यैतिह्यम् +इत्यैदन्ताः +इत्यैन्द्र +इत्यैन्द्रम् +इत्यैन्द्रवायवस्य +इत्यैन्द्रा +इत्यैव +इत्यैशान्यां +इत्योकोपाह्वश्रीमत्साग्निचिद्वाजपेयपौण्डरीकयाजिसर्वतोमुखया +इत्योदन्ताः +इत्योमिति +इत्यौ +इत्यौणादिक +इत्यौणादिकः +इत्यौणादिकसूत्रेण +इत्यौणादिके +इत्यौणादिको +इत्यौत्सुक्यादपरिगणयन् +इत्यौदल +इत्यौदलं +इत्यौदुम्बरीꣳ +इत्यौपमन्यवः +इत्यौशनम् +इत्यौशनसाः +इत्यौशनसो +इत्य् +इत्य॑स्म॒ऽयू +इत्र +इत्रं +इत्रः +इत्रप्रत्ययः +इत्रि +इत्रोत्रौ +इत्व +इत्वं +इत्वञ्च +इत्वन् +इत्वमपि +इत्वमर +इत्वम् +इत्वरः +इत्वरी +इत्वा +इत्वाभावः +इत्वे +इत्स +इत्संज्ञक +इत्संज्ञा +इत्संज्ञायां +इत्सज्ञा +इत्सज्ञाया +इत्सञ्ज्ञा +इत्सृण्यः +इत्सोमपा +इत्स्यात् +इत्‌ +इत॑रो +इथ +इथं +इथः +इथा +इथाम् +इथि +इथिन् +इथियोपिया +इथे +इद +इदँ +इदं +इदंकिमोरीश्की +इदंच +इदंतया +इदंतु +इदंप्रथमः +इदंयुग +इदंयुरिदंकामयमानः +इदंविष्णु +इदंविष्णुः +इदंशब्दः +इदंशब्दवाच्यं +इदंशब्दस्य +इदंशब्दात् +इदंशब्देन +इदंश्रे +इदंश्रेष्ठम् +इदंश्लोकद्वयं +इदः +इदङ्कारास्पदे +इदङ्किमोरीश्की +इदङ्हलोः +इदञ्च +इदत् +इदन +इदनीं +इदनुबन्धो +इदन्त +इदन्तः +इदन्तत्वम् +इदन्तत्वात् +इदन्तप्रकरणम् +इदन्तया +इदन्ता +इदन्तु +इदन्ते +इदन्तो +इदन्त्वेन +इदन्द्रो +इदम +इदमंशे +इदमः +इदमकः +इदमकस्तस्मै +इदमक्षक्षेत्रम् +इदमक्षरस्य +इदमखिलं +इदमग्नये +इदमग्नीधः +इदमग्ने +इदमग्र +इदमग्रे +इदमत्यद्भुतं +इदमत्र +इदमत्राकूतं +इदमत्राकूतम् +इदमत्राकृतम् +इदमत्रावधेयम् +इदमत्रोत्तरं +इदमथं +इदमथर्वशीर्षमशिष्याय +इदमद्य +इदमद्येति +इदमध +इदमधिकं +इदमधिकम् +इदमधे +इदमध्वर्युर्भविष्यति +इदमध्वर्योः +इदमनुपपन्नम् +इदमनेन +इदमन्तः +इदमन्तरमित्येवं +इदमन्नं +इदमन्यच्च +इदमन्यत् +इदमन्यत्प्रवक्ष्यामि +इदमपरं +इदमपरिमितायुः +इदमपि +इदमपीति +इदमप्यनुपपन्नम् +इदमब्रवीत् +इदमब्रुवन् +इदमभिधीयते +इदमभिषिञ्चामि +इदममृतमिदं +इदमयुक्तं +इदमर्घ +इदमर्घ्यं +इदमर्घ्यमिदं +इदमर्थ +इदमर्थं +इदमर्थम् +इदमर्थे +इदमर्ध +इदमर्धं +इदमर्धम् +इदमर्धे +इदमवोचत् +इदमवोचद्भगवानात्तमनास्ते +इदमवोचद्भगवान् +इदमशुद्धम् +इदमस्ति +इदमस्तीदमपि +इदमस्तु +इदमस्थमुः +इदमस्मदीयं +इदमस्मा +इदमस्माकं +इदमस्मात् +इदमस्माभिः +इदमस्य +इदमहँ +इदमहं +इदमहमग्निज्येष्ठेभ्यो +इदमहमभिलष्यामि +इदमहममुमामुष्यायणं +इदमहममुष्यामुष्यायणस्य +इदमहमर्वाग्वसोः +इदमहमामुष्यायणस्यामुष्याः +इदमहमिति +इदमहम् +इदमहꣳ +इदमा +इदमाख्यानमनघं +इदमाजगाम +इदमाज्यं +इदमात्मशक्त्या +इदमादि +इदमादिके +इदमादिकेन +इदमादीनि +इदमाद्यं +इदमाप +इदमापः +इदमापाततः +इदमाभरणं +इदमामनन्ति +इदमाम्नायते +इदमारभ्यते +इदमासनं +इदमासनम् +इदमासीत् +इदमाह +इदमि +इदमिति +इदमित्थं +इदमित्थन्तया +इदमित्थमिति +इदमित्थमेवेति +इदमित्थम् +इदमित्था +इदमित्यनेन +इदमित्यस्य +इदमित्यादि +इदमित्यादिना +इदमित्येव +इदमिदं +इदमिदमिति +इदमिदानी +इदमिदानीं +इदमिद् +इदमिद्वा +इदमिन्द्र +इदमिन्द्रस्य +इदमिन्द्राय +इदमिन्द्रियं +इदमिन्द्रियममृतं +इदमिष्टं +इदमिष्टम् +इदमिह +इदमु +इदमुक्तं +इदमुक्तमिति +इदमुक्तम् +इदमुक्त्वा +इदमुग्राय +इदमुच्यते +इदमुत्तममतिशयिनि +इदमुत्तरं +इदमुदाहरणम् +इदमुदितमिति +इदमुप +इदमुपनतमेवं +इदमुपलक्षणं +इदमुपलक्षणम् +इदमुलुङ्गुलुकाभ्यो +इदमुल्लसितम् +इदमू +इदमूचुः +इदमूचुरनूचानाः +इदमूचुर्वचो +इदमूचे +इदमे +इदमेक +इदमेकं +इदमेकम् +इदमेबास्माकमिष्टम् +इदमेव +इदमेवं +इदमेवंरूपं +इदमेवंविधं +इदमेवम्रूपं +इदमेवा +इदमेवात्र +इदमेवाभिप्रेत्य +इदमेवास्मदिष्टम् +इदमेवास्माकमभीष्टम् +इदमेवास्माकमिष्टम् +इदमेवास्य +इदमेवेति +इदमेवेष्टम् +इदमेवैतद्रेतः +इदमेषां +इदमेषामासितम् +इदमो +इदमोऽन्वादेशे +इदमोऽन्वादेशेऽशनुदात्तस्तृतीयादौ +इदमोऽश्भावो +इदम् +इदम्̇ +इदम्प्रथमतया +इदम्मनुष्यैरनभ्यारोह्यं +इदम्शब्दस्य +इदम्‌ +इदवधारणे +इदश +इदश्च +इदस्य +इदा +इदाणिं +इदादेशः +इदान +इदानं +इदाना +इदानां +इदानिं +इदानी +इदानीं +इदानींतन +इदानींतना +इदानींतनाः +इदानीञ्च +इदानीन्तन +इदानीन्तनं +इदानीन्तनः +इदानीन्तनकाले +इदानीन्तनम् +इदानीन्तनस्य +इदानीन्तना +इदानीन्तनाः +इदानीन्तनानां +इदानीन्तने +इदानीन्तु +इदानीम +इदानीमत्र +इदानीमत्रैव +इदानीमध्यायार्थं +इदानीमन्य +इदानीमन्यं +इदानीमन्यत् +इदानीमन्यदाह +इदानीमन्यान् +इदानीमपि +इदानीमभिधास्यामः +इदानीमयं +इदानीमसि +इदानीमस्माकं +इदानीमस्मि +इदानीमस्य +इदानीमस्योत्तरमाह +इदानीमहं +इदानीमहमागन्तुकानां +इदानीमह्न +इदानीमिति +इदानीमित्यादि +इदानीमित्यादिना +इदानीमिदं +इदानीमिव +इदानीमुच्यन्ते +इदानीमेव +इदानीमेवं +इदानीमेष +इदानीमेषः +इदानीम् +इदानीम्‌ +इदानों +इदाप्यसुपः +इदारण्यकोपनि +इदारण्यकोपनिषत +इदारण्यकोपनिषत् +इदारण्यकोपनिषद् +इदावत्सरः +इदावत्सराय +इदावत्सरोऽसि +इदि +इदित +इदितः +इदिति +इदितो +इदित् +इदित्करणं +इदित्त्वात् +इदित्त्वाद् +इदित्त्वान्नुम् +इदित्वात् +इदित्वान्नुमि +इदित्वान्नुम् +इदु +इदुतौ +इदुदुपधस्य +इदुदुपधस्येति +इदुद्भ्यां +इदुद्भ्यामुत्तरस्य +इदुद्भ्याम् +इदुपधस्य +इदुपवाकमीयुः +इदुवत्सराय +इदु॒ +इदृशं +इदृशी +इदेति +इदेव +इदेवार्थे +इदेषि +इदे॑षि +इदै +इदो +इदोऽय् +इद् +इद्ं +इद्गोण्याः +इद्द +इद्दरिद्रस्य +इद्देवेषु +इद्ध +इद्धं +इद्धः +इद्धम् +इद्धर्योः +इद्धा +इद्धाः +इद्धाग्नयः +इद्धातो +इद्धातोः +इद्धि +इद्धे +इद्धो +इद्धोता +इद्भव +इद्भवति +इद्भ॑व +इद्य +इद्यस्य +इद्राजा +इद्राजा॒ +इद्रियं +इद्रि॒पवो॒ +इद्रूपस्य +इद्रेवत +इद्रेवतो +इद्रे॒वतो॒ +इद्वः +इद्वत्सर +इद्वत्सरः +इद्वत्सरस्तृतीयस्तु +इद्वत्सरोऽसि +इद्वयमेव +इद्वयस्य +इद्वशी +इद्वहन्तः +इद्वहन्तस्तत्समाशत +इद्वा +इद्वावृधे +इद्विदयत +इद्विदयते +इद्विदुः +इद्वि॑दुः +इद्वृद्धौ +इद्‌ +इद॑ग्ने +इद॑स्य +इद᳘ँ +इद᳘ं +इदꣳ +इध +इधर +इधानः +इधानाः +इधानो +इधीमहि +इध्म +इध्मं +इध्मः +इध्मप्रव्रश्चनः +इध्मप्रव्रश्चनानि +इध्मम् +इध्मसंनहनानि +इध्मस्य +इध्मस्येव +इध्मा +इध्माः +इध्माङ्गं +इध्मानां +इध्माबर्हिः +इध्माबर्हिराहरति +इध्माबर्हिषी +इध्मे +इध्मेन +इध्मो +इध्यते +इध्यसे +इन +इनं +इनंते +इनः +इनका +इनकी +इनके +इनको +इनक्षत् +इनक्षन् +इनङ् +इनच् +इनण्यनपत्ये +इनधते +इनन् +इनपुट +इनम +इनमें +इनमेंसे +इनसभम् +इनसुलिन् +इनसे +इनस्य +इना +इनाः +इनातो +इनाम +इनासन्नभावेनेति +इनि +इनिं +इनिः +इनिठनाविति +इनिठनौ +इनित्रकट्यचश्च +इनिना +इनिप्रत्ययः +इनिप्रत्यये +इनिप्रत्ययो +इनिरेव +इनिर्वक्तव्यः +इनिर्वा +इनु +इनुः +इनुण् +इने +इनेन +इनेि +इनो +इनोति +इनोदयद्वयान्तरं +इनोरा +इनोराजन् +इनोषि +इनौ +इन् +इन्क् +इन्गुइनल +इन्च +इन्चपरिमिता +इन्च् +इन्टर्नेशनल् +इन्डियन +इन्डियन् +इन्डियम् +इन्डिया +इन्डियानापोलिस् +इन्डो +इन्त +इन्ति +इन्तेति +इन्त्‌ +इन्द +इन्दं +इन्दआर्चिकः +इन्दआर्थिकः +इन्दति +इन्दतीतीन्द्रः +इन्दव +इन्दवः +इन्दवा +इन्दविन्द्रपीतस्य +इन्दविन्द्राय +इन्दवे +इन्दवो +इन्दवोऽस्मभ्यं +इन्दसि +इन्दस्य +इन्दा +इन्दि +इन्दिच +इन्दिरा +इन्दिरां +इन्दिरागान्धिः +इन्दिरागान्धी +इन्दिरागान्धीजयन्ती +इन्दिराप्रियदर्शिनी +इन्दिरायाः +इन्दी +इन्दीवर +इन्दीवरं +इन्दीवरस्य +इन्दीवरी +इन्दीवरे +इन्दीवरेण +इन्दु +इन्दुं +इन्दुं॑ +इन्दुं॒ +इन्दुः +इन्दुः॑ +इन्दुकला +इन्दुक्षये +इन्दुजः +इन्दुदूतम् +इन्दुना +इन्दुभिः +इन्दुमति +इन्दुमती +इन्दुमत्या +इन्दुमत्याः +इन्दुमत्युवाच +इन्दुमिन्द्राय +इन्दुमुखि +इन्दुमौलिः +इन्दुमौलेः +इन्दुम् +इन्दुरत्यो +इन्दुरश्वः +इन्दुरश्वाः +इन्दुरश्वो +इन्दुराज +इन्दुराजवृत्तिसहितः +इन्दुरिति +इन्दुरिन्दुरिव +इन्दुरिन्द्र +इन्दुरिन्द्रा +इन्दुरिन्द्राय +इन्दुरिव +इन्दुरूपं +इन्दुर् +इन्दुर्दक्षः +इन्दुर्धर्माण्यृतुथा +इन्दुर्लिप्त +इन्दुर्वाजी +इन्दुलः +इन्दुलाल +इन्दुलेखा +इन्दुवदना +इन्दुव्याख्या +इन्दुशब्दः +इन्दुशब्दे +इन्दुशर्मा +इन्दुश्च +इन्दुश्चन्द्रः +इन्दुऽभिः +इन्दु॑ः +इन्दु॑भिः +इन्दु॑म् +इन्दु॑ऽभिः +इन्दु॒मिन्द्रा॑य +इन्दु॒रिन्द्रा॑य +इन्दूच्चात् +इन्दे +इन्दो +इन्दोः +इन्दोनेशिया +इन्दोर +इन्दोर् +इन्दोर्भागः +इन्दोर्लक्ष्म +इन्दोश्चन्द्रस्य +इन्दोस्तु +इन्दो॑ +इन्दो॒ +इन्दौ +इन्दौर +इन्दौरमण्डलम् +इन्दौरविभागे +इन्द् +इन्द्ध +इन्द्धे +इन्द्र +इन्द्रं +इन्द्रंनरो +इन्द्रंविश्वा +इन्द्रं॑ +इन्द्रं॒ +इन्द्रः +इन्द्रःऽइव +इन्द्रः॑ +इन्द्रः॑ऽइव +इन्द्रः॒ +इन्द्रः꣢꣯ +इन्द्रइव +इन्द्रक +इन्द्रकर्मा +इन्द्रकीलं +इन्द्रकीलः +इन्द्रकीले +इन्द्रकुक्षी +इन्द्रकृतं +इन्द्रक्रतु +इन्द्रगाथाभिर् +इन्द्रगोप +इन्द्रगोपः +इन्द्रगोपकीटे +इन्द्रगोपनिभाः +इन्द्रघोषस् +इन्द्रघोषस्त्वा +इन्द्रचापं +इन्द्रचापपरिवेषशून्यतां +इन्द्रजाल +इन्द्रजालं +इन्द्रजालमिदं +इन्द्रजालम् +इन्द्रजालिक +इन्द्रजालिकः +इन्द्रजाले +इन्द्रजालेन +इन्द्रजालोपाख्याने +इन्द्रजिच्च +इन्द्रजितं +इन्द्रजितः +इन्द्रजिता +इन्द्रजितु +इन्द्रजित् +इन्द्रजित्तु +इन्द्रजिन्नाम +इन्द्रज्येष्ठा +इन्द्रज्येष्ठाः +इन्द्रज्येष्ठेभ्यो +इन्द्रतमा +इन्द्रतीर्थं +इन्द्रतीर्थे +इन्द्रत्वं +इन्द्रत्वेन +इन्द्रत्वेनाभ्यषिच्यत +इन्द्रदत्तो +इन्द्रदिशं +इन्द्रदेव +इन्द्रदेवताः +इन्द्रदेवत्या +इन्द्रदेवत्यानुष्टुप् +इन्द्रदेवत्यानुष्टुब् +इन्द्रद्युम्न +इन्द्रद्युम्नं +इन्द्रद्युम्नः +इन्द्रद्युम्नश्च +इन्द्रद्युम्नस्य +इन्द्रद्युम्नाय +इन्द्रद्युम्नेन +इन्द्रद्युम्नो +इन्द्रद्युम्नोऽपि +इन्द्रद्रुः +इन्द्रद्वीपः +इन्द्रधनुः +इन्द्रध्वज +इन्द्रध्वजः +इन्द्रनामा +इन्द्रनील +इन्द्रनीलं +इन्द्रनीलः +इन्द्रनीलद्युतिः +इन्द्रनीलनिभं +इन्द्रनीलनिभः +इन्द्रनीलमणि +इन्द्रनीलमयं +इन्द्रनीले +इन्द्रनीलो +इन्द्रन्नरो +इन्द्रपक्षे +इन्द्रपत्नी +इन्द्रपानः +इन्द्रपीतस्य +इन्द्रपुत्रे +इन्द्रपुरम् +इन्द्रपुरी +इन्द्रपुरोगमाः +इन्द्रप्रजापती +इन्द्रप्रमतिः +इन्द्रप्रमुखा +इन्द्रप्रशिष्टा +इन्द्रप्रस्थ +इन्द्रप्रस्थं +इन्द्रप्रस्थः +इन्द्रप्रस्थम् +इन्द्रप्रस्थस्य +इन्द्रप्रस्थे +इन्द्रभूतं +इन्द्रभूतिः +इन्द्रभूतेः +इन्द्रम +इन्द्रमग्निं +इन्द्रमच्छ +इन्द्रमच्छा +इन्द्रमत्यपवत +इन्द्रमब्रुवन् +इन्द्रमभि +इन्द्रमरुत्संवादे +इन्द्रमर्भे +इन्द्रमवर्धयत् +इन्द्रमवर्धयदिति +इन्द्रमवर्धयन् +इन्द्रमश्विना +इन्द्रमहं +इन्द्रमहः +इन्द्रमहमिति +इन्द्रमा +इन्द्रमाह +इन्द्रमा꣢ +इन्द्रमिति +इन्द्रमित् +इन्द्रमित्स्तोता +इन्द्रमिद्गा +इन्द्रमिद्गाथिन +इन्द्रमिद्गाथिनः +इन्द्रमिद्गाथिनो +इन्द्रमिद्देवता +इन्द्रमिद्देवतातय +इन्द्रमिद्देवतातये +इन्द्रमिद्धरी +इन्द्रमिव +इन्द्रमुक्थानि +इन्द्रमूतय +इन्द्रमूतये +इन्द्रमेके +इन्द्रमेव +इन्द्रम् +इन्द्रम्̇ +इन्द्रय +इन्द्रयवः +इन्द्रयवे +इन्द्रयुः +इन्द्रलुप्तं +इन्द्रलोकं +इन्द्रलोकाभिगमनपर्वणि +इन्द्रलोके +इन्द्रवंशा +इन्द्रवज्ञा +इन्द्रवज्रा +इन्द्रवज्रावृत्तम् +इन्द्रवत् +इन्द्रवत्या +इन्द्रवत्रा +इन्द्रवन्तः +इन्द्रवन्तो +इन्द्रवरुण +इन्द्रवर्मन् +इन्द्रवर्मा +इन्द्रवान् +इन्द्रवायुभ्यां +इन्द्रवायू +इन्द्रवारुणिका +इन्द्रवारुणिकामूलं +इन्द्रवारुणी +इन्द्रवारुण्यां +इन्द्रवारुण्याम् +इन्द्रवाहा +इन्द्रवा॒यू +इन्द्रविशेषणमेतत् +इन्द्रवृक्ष +इन्द्रशत्रुः +इन्द्रशत्रो +इन्द्रशब्दः +इन्द्रशब्दस्य +इन्द्रशब्दात् +इन्द्रशब्दे +इन्द्रशब्देन +इन्द्रशब्दो +इन्द्रशैलेन्द्रः +इन्द्रश् +इन्द्रश्च +इन्द्रश्चकार +इन्द्रश्चन्द्रः +इन्द्रश्चर्मेव +इन्द्रश्चाग्निश्च +इन्द्रश्चैव +इन्द्रसंबन्धी +इन्द्रसखा +इन्द्रसहिता +इन्द्रसाम +इन्द्रसामनी +इन्द्रसारथिः +इन्द्रसेन +इन्द्रसेनः +इन्द्रसेनस्य +इन्द्रसेना +इन्द्रसेनां +इन्द्रसेनो +इन्द्रसोमौ +इन्द्रस् +इन्द्रस्तं +इन्द्रस्तस्य +इन्द्रस्तां +इन्द्रस्तान् +इन्द्रस्तु +इन्द्रस्तुराषाण्मित्रो +इन्द्रस्ते +इन्द्रस्तोम +इन्द्रस्तोमः +इन्द्रस्तोमो +इन्द्रस्त्रिष्टुप् +इन्द्रस्त्रिष्टुबिन्द्रः +इन्द्रस्त्वं +इन्द्रस्त्वष्टा +इन्द्रस्त्वा +इन्द्रस्थाने +इन्द्रस्य +इन्द्रस्यात्मनो +इन्द्रस्याधिपत्ये +इन्द्रस्यापि +इन्द्रस्यायं +इन्द्रस्याश्वौ +इन्द्रस्यास्तु +इन्द्रस्याहं +इन्द्रस्येति +इन्द्रस्येन्द्रियमिदं +इन्द्रस्येन्द्रियम् +इन्द्रस्येन्द्रियेण +इन्द्रस्येव +इन्द्रस्यैकादशी +इन्द्रस्यैव +इन्द्रस्योत्तमं +इन्द्रस्योरुमाविश +इन्द्रस्योरुम् +इन्द्रस्यौज +इन्द्रस्यौजो +इन्द्रहू +इन्द्रऽज्येष्ठाः +इन्द्रऽयुः +इन्द्रऽवन्तः +इन्द्रा +इन्द्राः +इन्द्राकुत्सेत्युपप्रैषो +इन्द्रागच्छ +इन्द्रागच्छेति +इन्द्राग्नि +इन्द्राग्निदेवताः +इन्द्राग्निदैवते +इन्द्राग्निभ्यां +इन्द्राग्निभ्यामर्थे +इन्द्राग्निभ्यामिदम् +इन्द्राग्निभ्याम् +इन्द्राग्नियोरहं +इन्द्राग्नियोर् +इन्द्राग्निऽभ्याम् +इन्द्राग्नी +इन्द्राग्नी॒ +इन्द्राग्न्युपरि +इन्द्राग्न्योः +इन्द्राग्न्योर् +इन्द्राजिरायते +इन्द्राज्ञया 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+इन्द्रायेन्दो +इन्द्रायेन्द्रार्थं +इन्द्रायेन्द्रियावत +इन्द्रायैकधनविद +इन्द्रायैव +इन्द्रारिव्याकुलं +इन्द्रार्थं +इन्द्रार्थम् +इन्द्रार्थे +इन्द्रावति +इन्द्रावती +इन्द्रावन्तो +इन्द्रावरुण +इन्द्रावरुणयोः +इन्द्रावरुणा +इन्द्रावरुणाभ्यां +इन्द्रावरुणाव् +इन्द्रावरुणौ +इन्द्रावसान +इन्द्राविष्णुभ्यां +इन्द्राविष्णू +इन्द्राशनिसमस्पर्शं +इन्द्राश्च +इन्द्राश्वः +इन्द्राश्विना +इन्द्राश्वौ +इन्द्रासि +इन्द्रासोमा +इन्द्रासोमौ +इन्द्राऽऽयाहि +इन्द्रा॑ +इन्द्रा॑ग्नी +इन्द्रा॑ग्नी॒ +इन्द्रा॑त् +इन्द्रा॑य +इन्द्रा॑येन्दो॒ +इन्द्रा॑य॒ +इन्द्रा॑वरुणा +इन्द्रा॑वरुणा॒ +इन्द्रा॑विष्णू +इन्द्रा॑विष्णू॒ +इन्द्रा॑सोमा +इन्द्रा॑सोमा॒ +इन्द्रा॒ +इन्द्रा॒ग्नी +इन्द्रा॒वरु॑णा +इन्द्रि +इन्द्रिय +इन्द्रियं +इन्द्रियः +इन्द्रियकर्माणि +इन्द्रियकामं +इन्द्रियकामः +इन्द्रियकामस्य +इन्द्रियगोचराः +इन्द्रियग्रामं +इन्द्रियग्रामम् +इन्द्रियजन्य +इन्द्रियजन्यं +इन्द्रियजय +इन्द्रियजयः +इन्द्रियजये +इन्द्रियज्ञानम् +इन्द्रियज्ञानस्य +इन्द्रियज्ञानेन +इन्द्रियत्वं +इन्द्रियत्वात् +इन्द्रियत्वेन +इन्द्रियदोषेण +इन्द्रियद्वारा +इन्द्रियनिग्रह +इन्द्रियनिग्रहः +इन्द्रियप्रणालिकया +इन्द्रियप्राणवाचक +इन्द्रियभावे +इन्द्रियभेदे +इन्द्रियभेदेन +इन्द्रियमनोबुद्धयो +इन्द्रियमर्थेन +इन्द्रियमिति +इन्द्रियमिन्द्रलिङ्गमिन्द्रदृष्टमिन्द्रसृष्टमिन्द्रजुष्टमिन्द्रदत्तमिति +इन्द्रियमेव +इन्द्रियम् +इन्द्रियम्‌ +इन्द्रियवत् +इन्द्रियवान् +इन्द्रियविज्ञानं +इन्द्रियविषयाः +इन्द्रियविषये +इन्द्रियविषयेषु +इन्द्रियवृत्तय +इन्द्रियवृत्तयः +इन्द्रियव्यापारतयैव +इन्द्रियव्यापारोपरतिः +इन्द्रियशब्दे +इन्द्रियसंयमः +इन्द्रियसंयोगः +इन्द्रियसमुदायं +इन्द्रियस्थानम् +इन्द्रियस्थाने +इन्द्रियस्य +इन्द्रियस्यावरुद्ध्यै +इन्द्रियस्येति +इन्द्रियस्येन्द्रियस्यार्थे +इन्द्रियस्येन्द्रियस्येति +इन्द्रियस्यैव +इन्द्रिया +इन्द्रियाँ +इन्द्रियां +इन्द्रियाः +इन्द्रियाग्निषु +इन्द्रियाणा +इन्द्रियाणां +इन्द्रियाणाञ्च +इन्द्रियाणामपि +इन्द्रियाणामिति +इन्द्रियाणाम् +इन्द्रियाणि +इन्द्रियाणीति +इन्द्रियाणीन्द्रियार्थांश्च +इन्द्रियाणीन्द्रियार्थाश्च +इन्द्रियाणीन्द्रियार्थेभ्यः +इन्द्रियाणीन्द्रियार्थेभ्यस्तस्य +इन्द्रियाणीन्द्रियार्थेभ्यो +इन्द्रियाणीन्द्रियार्थेषु +इन्द्रियाण्यपि +इन्द्रियाण्यादौ +इन्द्रियाण्येव +इन्द्रियाण्य् +इन्द्रियातीतः +इन्द्रियात्मा +इन्द्रियादि +इन्द्रियादिभिः +इन्द्रियादिभ्यः +इन्द्रियादीनां +इन्द्रियादीनि +इन्द्रियान्तरकोटरः +इन्द्रियाभिग्रहः +इन्द्रियाय +इन्द्रियाराम +इन्द्रियारामः +इन्द्रियारामो +इन्द्रियार्थ +इन्द्रियार्थः +इन्द्रियार्थयोः +इन्द्रियार्थविमूढस्यानृताः +इन्द्रियार्थसंनिकर्षोत्पन्नं +इन्द्रियार्थसन्निकर्षस्य +इन्द्रियार्थसन्निकर्षे +इन्द्रियार्थसन्निकर्षोत्पन्नं +इन्द्रियार्था +इन्द्रियार्थाः +इन्द्रियार्थानां +इन्द्रियार्थान् +इन्द्रियार्थान्विमूढात्मा +इन्द्रियार्थाश्च +इन्द्रियार्थेभ्यः +इन्द्रियार्थेषु +इन्द्रियार्थेष्विति +इन्द्रियावतः +इन्द्रियावती +इन्द्रियावतो +इन्द्रियावत् +इन्द्रियावन्तो +इन्द्रियावान् +इन्द्रियावी +इन्द्रियाव्य् +इन्द्रिये +इन्द्रियेण +इन्द्रियेणैव +इन्द्रियेणैवैनं +इन्द्रियेति +इन्द्रियेभ्य +इन्द्रियेभ्यः +इन्द्रियेभ्यश्च +इन्द्रियेभ्यो +इन्द्रियेषु +इन्द्रियेष्वेव +इन्द्रियैः +इन्द्रियैर् +इन्द्रियैर्गृह्यते +इन्द्रियैश्च +इन्द्रियो +इन्द्रियों +इन्द्रियोंके +इन्द्रियोंको +इन्द्रियꣳ +इन्द्रि॒यं +इन्द्रि॒यमे॒व +इन्द्रि॒यम् +इन्द्रे +इन्द्रेण +इन्द्रेणैव +इन्द्रेणोपसंहितान् +इन्द्रेति +इन्द्रेमं +इन्द्रेमम् +इन्द्रेशानयोर्मध्ये +इन्द्रेषिता +इन्द्रेह +इन्द्रेहि +इन्द्रेहि॒ +इन्द्रे॑ +इन्द्रे॑ण +इन्द्रे॑ण॒ +इन्द्रे॒ +इन्द्रैः +इन्द्रो +इन्द्रोते +इन्द्रोत्सवः +इन्द्रोपि +इन्द्रोमदा +इन्द्रोमायाभिः +इन्द्रोऽथ +इन्द्रोऽपि +इन्द्रोऽब्रवीत् +इन्द्रोऽसि +इन्द्रोऽस्मान् +इन्द्रो॑ +इन्द्रो॒ +इन्द्रौ +इन्द्र॑ +इन्द्र॑ः +इन्द्र॑ज्येष्ठा +इन्द्र॑ज्येष्ठा॒ +इन्द्र॑मिव +इन्द्र॑मू॒तये॑ +इन्द्र॑मे॒व +इन्द्र॑म् +इन्द्र॑वन्तो +इन्द्र॑वायू +इन्द्र॑वायू॒ +इन्द्र॑श्च +इन्द्र॑श्चकार +इन्द्र॑श्चा॒ग्निश्च॑ +इन्द्र॑श्च॒ +इन्द्र॑स्य +इन्द्र॑स्येन्द्रि॒यमि॒दं +इन्द्र॑स्येव +इन्द्र॑स्य॒ +इन्द्र॑ऽज्येष्ठाः +इन्द्र॑ऽवन्तः +इन्द्र॒ +इन्द्र॒ः +इन्द्र॒मर्भे॑ +इन्द्र॒मा +इन्द्र॒मिद्गा॒थिनो॑ +इन्द्र॒मिद्धरी॑ +इन्द्र॒स्यौज॒ +इन्द्र꣣ +इन्द्रꣳ +इन्द्वादीनां +इन्द॑वः +इन्द॑वे +इन्द॑वो +इन्द॑वो॒ +इन्द॒विन्द्रा॑य +इन्ध +इन्धताम् +इन्धते +इन्धन +इन्धनं +इन्धनक्षयादिवाग्निर्निरुपधिशेषे +इन्धनतैलम् +इन्धनम् +इन्धनस्य +इन्धनानां +इन्धनानि +इन्धनाभावे +इन्धनार्थं +इन्धने +इन्धनैः +इन्धान +इन्धानः +इन्धाना +इन्धानाः +इन्धानास् +इन्धानास्त्वा +इन्धानो +इन्धा॑नः +इन्धा॑नो +इन्धि +इन्धिका +इन्धिभवतिभ्यां +इन्धी +इन्धे +इन्धेः +इन्धो +इन्नभवति +इन्नु +इन्नो +इन्नो॑ +इन्प्रत्ययः +इन्प्रत्ययेन +इन्प्रत्ययो +इन्फोसिस् +इन्मद +इन्मनो +इन्मनो॒ +इन्मही +इन्म॒ही +इन्व +इन्वका +इन्वतः +इन्वति +इन्वतु +इन्वन् +इन्वन्मदाय +इन्वसि +इन्व॑ति +इन्सर्वधातुभ्यः +इन्सुलिन् +इन्स्टिट्युट् +इन्स्टिट्यूट् +इन्स्टीट्यूट् +इन्स्टीट्यूशनल +इन्हन् +इन्हन्पूषार्यम्णां +इन्ही +इन्हीं +इन्हें +इन्हों +इन्होंका +इन्होंकी +इन्होंके +इन्होंने +इन्होंमें +इन्होंसे +इनॎ +इप +इपि +इपे +इप्यते +इप्रत्ययः +इफ +इफिषिणः +इब +इब्राहिं +इब्राहिम +इब्राहिम् +इब्राहीम +इब्राहीमः +इब्राहीमो +इब्राहीम् +इब्रिणः +इब्रीयभाषया +इभ +इभं +इभः +इभपोटा +इभस्य +इभा +इभाः +इभाननशब्दे +इभी +इभेन +इभे॑न +इभो +इभ्य +इभ्यग्रामे +इभ्या +इम +इमँ +इमं +इमंमे +इमंल् +इमंस्तोम +इमंस्तोमं +इमः +इमकाभ्यां +इमकेन +इमकौ +इमथा +इमनि +इमनिच् +इमनिज् +इमनिज्वा +इमनिन् +इमन् +इमप् +इमम +इममग्न +इममग्निं +इममग्ने +इममध्यायद्वयेनोक्तं +इममपां +इमममुष्य +इममर्थ +इममर्थं +इममस्मदीयं +इममादित्या +इममिति +इममिन्द्र +इममिन्द्रं +इममिन्द्रो +इममिह +इममुच्चारयेन्मंत्रं +इममुच्चारयेन्मन्त्रं +इममू +इममूषु +इममेव +इममेवं +इममेवाग्निं +इममेवात्मानं +इममेवार्थं +इमम् +इमम्̇ +इमम्मे +इमर +इमली +इमशाने +इमश्श +इमसि +इमस्मिं +इमस्य +इमस्स +इमस्सिं +इमा +इमाँ +इमाँल्लोकानसृजत +इमाँल्लोकान् +इमाँल्लोकान्त् +इमाँल्लोकान्न +इमां +इमांल् +इमांल्लोकानुखां +इमांल्लोकान् +इमांश्च +इमांस् +इमाः +इमाउत्वा +इमाए +इमागमो +इमाञ्च +इमादो +इमान +इमानप्यनुयुञ्जीत +इमानि +इमानुकं +इमानेव +इमानेवास्मै +इमान् +इमान्म +इमान्मे +इमान्यपि +इमान्युएल +इमान्य् +इमाम +इमामगृभ्णन् +इमामग्निस्त्रायतां +इमामग्ने +इमामद्भिः +इमामध्ययनविध्युपात्तत्वेन +इमामनंतफलदां +इमामपि +इमामबाड़ा +इमामवस्थां +इमामसितकेशान्तां +इमामहं +इमामिति +इमामू +इमामूर्जं +इमामृचमधिकृत्य +इमामेव +इमाम् +इमावपि +इमाविति +इमावेव +इमाव् +इमाश् +इमाश्च +इमास् +इमास्ता +इमास्ताः +इमास्तिस्रो +इमास्तु +इमाꣳ +इमि +इमिणा +इमिति +इमिना +इमीअ +इमीए +इमु +इमे +इमें +इमेव +इमेषां +इमेहि +इमेहिं +इमेऽधीयते +इमेऽन्ये +इमेऽपि +इमेऽरात्सुरिमे +इमेऽवस्थिता +इमो +इमौ +इम् +इम्पल्स् +इम्पीरियल् +इम्पोर्तन्चे +इम्फाल +इम्फालमण्डलम् +इम्फाल् +इम्यान्युयल् +इमꣳ +इय +इयँ +इयं +इयंच +इयः +इयक्षति +इयक्षते +इयक्षत्यभीदयज्वनो +इयक्षन् +इयक्षन्तः +इयक्षमाणं +इयक्षमाणा +इयक्षमाणाः +इयक्षवे +इयक्षसि +इयङादेशः +इयङादेशो +इयङुवङोः +इयङुवङौ +इयङुवङ्भ्यां +इयङुवङ्स्थानौ +इयङ् +इयच्चिरं +इयज +इयजिथ +इयञ्च +इयड +इयडि +इयडिति +इयड् +इयत +इयतः +इयता +इयति +इयती +इयतीं +इयतीति +इयते +इयतेति +इयतैव +इयतो +इयत् +इयत्कालं +इयत्तकः +इयत्तया +इयत्ता +इयत्तां +इयत्तापरिच्छिन्नं +इयत्ताया +इयत्ताशून्ये +इयत्तिका +इयत्पुण्यमुक्तम् +इयत्यग्र +इयत्य् +इयत्र +इयथ +इयदामननात् +इयदि +इयदिति +इयदेव +इयद् +इयद्दुःखा +इयद्भिः +इयधिकं +इयन +इयनि +इयनेन +इयन् +इयन्त +इयन्तं +इयन्तः +इयन्ति +इयन्तु +इयन्तो +इयन्मानस्य +इयपि +इयम +इयमक्षौहिणी +इयमग्रे +इयमत्र +इयमद्य +इयमधिकमनोज्ञा +इयमनन्तरा +इयमपरा +इयमपि +इयमयथार्थं +इयमर +इयमरः +इयमसाविति +इयमसौ +इयमस्ति +इयमस्तु +इयमस्मि +इयमस्य +इयमहर्गणगुणा +इयमा +इयमाख्यायिका +इयमात्माशीर्नित्या +इयमार्या +इयमार्याजातिः +इयमाशङ्का +इयमिति +इयमित्थन्नामा +इयमित्यादि +इयमिदानीं +इयमियं +इयमिव +इयमिह +इयमु +इयमुक्तिः +इयमुच्यते +इयमुदरदरी +इयमुपनिषत् +इयमुपरि +इयमुर्वशी +इयमुषाः +इयमृक् +इयमेका +इयमेकादशी +इयमेव +इयमेवर्गग्निः +इयमेवेति +इयमेषा +इयमेषां +इयमोषधे +इयम् +इयम्̇ +इयम्‌ +इयय +इययिथ +इयर +इयर् +इयर्त +इयर्ति +इयर्ति॒ +इयर्तीति +इयर्त्ति +इयर्थ +इयर्थः +इयर्मि +इयर्षि +इयश्च +इयष्ठ +इयसुन् +इयस्य +इया +इयां +इयांस्तु +इयाज +इयाडियाजीकाराणामुपसंख्यानम् +इयाते +इयात् +इयादि +इयादिति +इयादिना +इयादेश +इयादेशः +इयादेशे +इयादेशो +इयाद् +इयानः +इयानस्य +इयाना +इयानाः +इयानासः +इयानिति +इयानेव +इयान् +इयान्प्रादेशसंमितः +इयामा +इयामेति +इयाम् +इयाय +इयायेति +इयाह +इयाहाउ +इयि +इयु +इयुः +इयुक्त +इयुक्तं +इयुक्तम् +इयुक्तो +इयुक्त्वा +इयुच्यते +इयृयात् +इये +इयें +इयेथ +इयेन +इयेव +इयेवं +इयेष +इयो +इयोः +इय् +इय॑क्षति +इय॑क्षते +इय॑क्षत्य॒भीदय॑ज्वनो +इय॑क्षन्तः +इय॑र्ति +इय॑र्ति॒ +इय॑र्मि +इयꣳ +इर +इरं +इरः +इरच् +इरज् +इरज्यति +इरज्यन् +इरज्यन्ता +इरज्यन्नग्ने +इरज्यसि +इरञ् +इरण +इरधन्त +इरध्यै +इरन् +इरम्मद +इरम्मदः +इरया +इरयो +इरविन् +इरस् +इरस्यति +इरा +इरां +इराक +इराक् +इरानी +इरान् +इरान्नं +इराम +इरामस्य +इरामान्तो +इराम् +इरायाः +इरायै +इरावती +इरावतीं +इरावतीः +इरावतीति +इरावतीम् +इरावतीरनमीवा +इरावत् +इरावत्या +इरावत्यां +इरावत्याः +इरावदी +इरावन्तं +इरावन्तो +इरावानपि +इरावान् +इरा॑वती +इरि +इरिः +इरिकादिभ्यः +इरिकावनम् +इरिण +इरिणं +इरिणम् +इरिणे +इरिण्याय +इरित +इरितो +इरित् +इरिप्सनस्य +इरिम्बिठिः +इरि॑णे +इरि॑णे॒ +इरीट्रिया +इरुळजनाङ्गः +इरुव +इरे +इरेच् +इरो +इरोन् +इर् +इर्कारेण +इर्कारो +इर्ति +इर्त् +इर्थ +इर्द +इर्दाद्यन्तं +इर्दूतौ +इर्पुजलपातः +इर्भ +इर्य +इर्यः +इर्विन् +इर्व्वारुः +इर्षा +इल +इलं +इलंघ +इलः +इलच +इलचि +इलच् +इलच्च +इलति +इलथ +इलथं +इलन +इलनेन +इलपि +इलमर +इलमा +इलय +इलयत +इलर +इलर्थः +इलस्य +इला +इलां +इलाकों +इलादि +इलादिना +इलान्दं +इलान्दम् +इलाम +इलाममण्डलम् +इलामर +इलायची +इलाया +इलायां +इलायाः +इलार +इलावृत +इलावृतं +इलावृतः +इलावृतम् +इलावृते +इलाह +इलाहाबाद +इलाहुः +इलि +इलियट् +इलियासर् +इलिये +इली +इले +इलेक्ट्रॉनिक +इलेति +इलेनॉइस् +इलेव +इलो +इलोक +इलोकः +इलोकसंख्या +इलोपः +इलोवाच +इल् +इल्मर +इल्यत +इल्यत्र +इल्यथै +इल्यधिकमस्ति +इल्यनुवर्तते +इल्यर्थ +इल्यर्थः +इल्यर्थे +इल्यस्य +इल्यादि +इल्यादिना +इल्यादौ +इल्ल +इल्लल्लेति +इल्ला +इल्वल +इल्वलः +इल्वला +इल्वलाः +इल्वलो +इळः +इळया +इळस्पदे +इळा +इळां +इळां॑ +इळानाम् +इळाभिः +इळामग्ने +इळाम् +इळायाः +इळायास्पदं +इळायास्पदे +इळा॑ +इळा॑भिः +इळा॑मग्ने +इळा॑म् +इळा॑याः +इळा॒ +इळे +इळेति +इळैयराजा +इळ॑या +इव +इवं +इवः +इवति +इवर्ण +इवर्णस्य +इवर्णे +इवर्षभः +इवशब्द +इवशब्दः +इवशब्दप्रयोगात् +इवशब्दस्य +इवशब्देन +इवशब्दो +इवशब्दोऽनर्थकः +इवा +इवांशुभिः +इवांशुमान् +इवांशुमाली +इवाकारो +इवाकाले +इवाकाशं +इवाकाशे +इवाकुलः +इवाकूजन् +इवाक्षिणी +इवाक्षोभ्यो +इवाखिलाः +इवागतः +इवाग्नयः +इवाग्निः +इवाग्निना +इवाग्ने +इवाग्रतः +इवाङ्कुरः +इवाङ्गनाः +इवाङ्गमस्य +इवाङ्गवान् +इवाङ्गानि +इवाच +इवाचरति +इवाचरतीति +इवाचरन् +इवाचरन्तीति +इवाचरसि +इवाचलः +इवाचलम् +इवाचलाः +इवाचले +इवाचलेन्द्रः +इवाजनि +इवाजस्रं +इवाञ्जनेन +इवाण्डजाः +इवातितरां +इवातुरः +इवातुरो +इवात्मनः +इवात्मनि +इवात्मवान् +इवात्मा +इवात्मानं +इवात्यर्थं +इवात्र +इवात्रापि +इवाथ +इवाथवा +इवाददे +इवादर्श +इवादर्शः +इवादर्शश्चन्द्रमा +इवादि +इवादित्यः +इवादित्यो +इवाद्य +इवाद्यनुपादाने +इवाद्रयः +इवाद्रिराजः +इवाद्रिराट् +इवाधमः +इवाधमत् +इवाधरः +इवाधीरः +इवाधुना +इवाध्वगः +इवाध्वनि +इवाध्वरे +इवान +इवानघ +इवानदत् +इवानलः +इवानलम् +इवानिलः +इवानिलाहतः +इवानिले +इवानिलैः +इवानिशम् +इवानीं +इवानुगृह्णीयात् +इवानों +इवान् +इवान्तकः +इवान्तकम् +इवान्तरात्मा +इवान्तरे +इवान्धसः +इवान्ये +इवान्योन्यं +इवाप +इवापः +इवापगाः +इवापतत् +इवापर +इवापरं +इवापरः +इवापरम् +इवापरे +इवापि +इवाप्नोति +इवाप्रतिष्ठित +इवाबभासे +इवाबभुः +इवाबभौ +इवाब्रवीत् +इवाभवत् +इवाभवन् +इवाभवम् +इवाभा +इवाभाति +इवाभान्ति +इवाभूत् +इवाभ्युपायः +इवाभ्युपैति +इवामन्यत +इवामराः +इवामलः +इवामलम् +इवामलाः +इवामले +इवामिषम् +इवाम्बरम् +इवाम्बरात् +इवाम्बरे +इवाम्बुजम् +इवाम्बुदः +इवाम्बुदम् +इवाम्बुदाः +इवाम्बुधौ +इवाम्बुभिः +इवाम्बुराशिः +इवाम्भसः +इवाम्भसाम् +इवाम्भसि +इवाम्भोदा +इवायं +इवायम् +इवाययौ +इवायसम् +इवायातो +इवारणिम् +इवारण्यकोपनि +इवारण्यकोपनिषत् +इवारण्ये +इवारामे +इवारिष्टो +इवारुजत् +इवार्णवः +इवार्णवम् +इवार्णवे +इवार्थ +इवार्थः +इवार्थस्य +इवार्थात्मा +इवार्थे +इवार्थो +इवार्पितं +इवार्पितः +इवालति +इवालोकः +इवावतस्थे +इवावतीर्णः +इवावदत् +इवावभज्य +इवावभाति +इवावभासते +इवावभौ +इवावलम्बते +इवावशिष्टः +इवाविचाचलिः +इवाविशत् +इवावृतः +इवाशनिः +इवाशनिम् +इवाशये +इवाशु +इवाशुगः +इवाश्रितः +इवाश्रिताः +इवाश्वमेधे +इवास +इवासति +इवासते +इवासन् +इवासवः +इवासि +इवासीत् +इवासुरान् +इवासौ +इवास्ति +इवास्ते +इवास्माकं +इवास्मि +इवास्य +इवास्या +इवास्याः +इवाहं +इवाहतः +इवाहमस्मिन्संसारे +इवाहयः +इवाहर् +इवाहवे +इवाहितः +इवाहुतिम् +इवाऽपरः +इवाऽभवत् +इवाऽभवन् +इवि +इवे +इवें +इवेक्षणे +इवेक्ष्यते +इवेति +इवेत्यनेन +इवेत्यर्थ +इवेत्यर्थः +इवेत्यादि +इवेत्यादिना +इवेत्यादौ +इवेत्युत्प्रेक्षा +इवेत्युपमा +इवेत्युपमितसमासः +इवेत्युप्रेक्षा +इवेत्येव +इवेत्य् +इवेदं +इवेदचरमा +इवेन +इवेन्दवः +इवेन्दुः +इवेन्दुना +इवेन्द्र +इवेन्द्रियाणां +इवेमा +इवेमाः +इवेमे +इवेरते +इवेश्वरः +इवेश्वरम् +इवेषुधिम् +इवेष्टस्य +इवेह +इवै +इवैतद् +इवैतर्हि +इवैते +इवैत्य +इवैव +इवैष +इवो +इवोच्चकैः +इवोच्छ्रितः +इवोडुपः +इवोडुराट् +इवोत्तमः +इवोत्तमाः +इवोत्तस्थौ +इवोत्तिष्ठन्ति +इवोत्थितः +इवोत्सृष्टो +इवोथामोद +इवोदकम् +इवोदधिः +इवोदधेः +इवोदधौ +इवोदये +इवोदितः +इवोद्गतः +इवोद्धतः +इवोद्यतः +इवोन्नतः +इवोन्नताः +इवोन्नदन् +इवोप +इवोपचारः +इवोपदृगयं +इवोपप्लविनः +इवोप्तबीजा +इवोरगः +इवोरगम् +इवोरगाः +इवोरगान् +इवोर्मयः +इवोष्णगे +इवोष्णदीधितिः +इवोऽनर्थकः +इवौजसा +इवौषधम् +इव् +इव्यवस्था +इव॒ +इश +इशं +इशः +इशा +इशादेशः +इशानशिवगुरुदेवपद्धतौ +इश् +इश्च +इश्यते +इश्व +इश्वर +इश्वरः +इश्वरस्य +इष +इषं +इषंतोकाय +इषं॑ +इषं॒ +इषः +इषः॑ +इषणन्त +इषणयन्त +इषण्यन् +इषमन्नं +इषमन्नमूर्जं +इषमन्नम् +इषमस्मभ्यमभितः +इषमूर्जं +इषमूर्जमहमित +इषमूर्जम् +इषमूर्जꣳ +इषम् +इषम्̇ +इषयध्यै +इषयन् +इषयन्त +इषयन्ती +इषयेम +इषव +इषवः +इषवस् +इषवस्ता +इषवस्तेभ्यो +इषवान् +इषवे +इषवो +इषव्यः +इषश्च +इषश्चोर्जश्च +इषस् +इषस्कृधि +इषस्पते +इषस्य +इषा +इषां +इषाण +इषाम् +इषाय +इषायुषा +इषि +इषिकर्मण +इषिका +इषितं +इषितः +इषितम् +इषिता +इषिताः +इषितो +इषिमदि +इषियुधीन्धिदसिश्याधूसूभ्यो +इषिर +इषिरं +इषिरः +इषिरम् +इषिरस्य +इषिरा +इषिरां +इषिराः +इषिराम् +इषिराय +इषिरेण +इषिरेभिः +इषिरो +इषि॒तो +इषि॒रा +इषीका +इषीकां +इषीकाः +इषीके +इषु +इषुं +इषुः +इषुः॑ +इषुकारः +इषुकारो +इषुकृद्भ्यो +इषुगमियमां +इषुणा +इषुत्रयेणैव +इषुध +इषुधिं +इषुधिः +इषुधिमते +इषुधिर्द्वयोः +इषुधी +इषुधौ +इषुध्यति +इषुध्यते +इषुध्यसि +इषुबला +इषुबलाः +इषुभिः +इषुभ्यो +इषुमद्भ्यो +इषुमात्रं +इषुमान् +इषुम् +इषुरिव +इषुर् +इषुर्द्वयोः +इषुर्न +इषुषु +इषुस् +इषुहस्तेन +इषुहस्तैः +इषु॑बला॒ +इषु॑भ्यो॒ +इषु॑हस्तेन॒ +इषु॑हस्तैः॒ +इषु॒र्न +इषूः +इषूणां +इषून् +इषे +इषेः +इषेत्वकः +इषेत्वा +इषेत्वेति +इषो +इषोः +इषोवृधीयं +इषोवृधीयम् +इषोऽन्नानि +इषौ +इष् +इष्कर्तारम् +इष्कृतिर्नाम +इष्ट +इष्टं +इष्टः +इष्टकचितम् +इष्टकया +इष्टका +इष्टकां +इष्टकाः +इष्टकानां +इष्टकानाम् +इष्टकाभिः +इष्टकाभिरग्निं +इष्टकाभिर् +इष्टकाभिर्वा +इष्टकाभेदे +इष्टकामधुक् +इष्टकाम् +इष्टकाया +इष्टकायां +इष्टकायाः +इष्टकाल +इष्टकालः +इष्टकालांशा +इष्टकालांशाः +इष्टकाले +इष्टकाश्च +इष्टकासु +इष्टकास्ताः +इष्टके +इष्टकेषीकामालानां +इष्टगन्धः +इष्टगुणितम् +इष्टग्रह +इष्टग्रहस्य +इष्टग्रास +इष्टघटिका +इष्टघटिकाः +इष्टघटी +इष्टचाप +इष्टज्यया +इष्टज्या +इष्टञ्च +इष्टतमं +इष्टतमानि +इष्टति +इष्टतिथि +इष्टत्वं +इष्टत्वात् +इष्टदाः +इष्टदिन +इष्टदिने +इष्टदेव +इष्टदेवं +इष्टदेवः +इष्टदेवता +इष्टदेवतां +इष्टदेवस्य +इष्टधनम् +इष्टनाशादनिष्टाप्तेः +इष्टनि +इष्टनिः +इष्टन् +इष्टप्रथमयज्ञा +इष्टप्रथमयज्ञाः +इष्टप्रवासजनितान्यबलाजनस्य +इष्टप्राप्तौ +इष्टफलं +इष्टफलः +इष्टफलमेवोदानः +इष्टभगणादिशेषात् +इष्टम +इष्टमनेन +इष्टमिति +इष्टमित्यभिधीयते +इष्टमेव +इष्टम् +इष्टम्‌ +इष्टय +इष्टयः +इष्टयम् +इष्टया +इष्टये +इष्टयो +इष्टर्गो +इष्टलाभे +इष्टवती +इष्टवत् +इष्टवन्तः +इष्टवा +इष्टवाची +इष्टवान् +इष्टवियोगे +इष्टव्यः +इष्टव्यम् +इष्टशङ्कु +इष्टशङ्कुः +इष्टशब्देन +इष्टश्च +इष्टसमये +इष्टसाधन +इष्टसाधनं +इष्टसाधनता +इष्टसाधनताज्ञानं +इष्टसाधनताज्ञानसाध्या +इष्टसाधनताज्ञानस्य +इष्टसाधनतापक्षेऽपि +इष्टसाधनत्व +इष्टसाधनत्वं +इष्टसाधनत्वस्य +इष्टसाधनत्वेन +इष्टसिद्धि +इष्टसिद्धिः +इष्टसिद्ध्यर्थं +इष्टस् +इष्टस्थाने +इष्टस्य +इष्टस्यार्थस्य +इष्टस्येति +इष्टहृति +इष्टहृतिः +इष्टा +इष्टां +इष्टाः +इष्टाङ्क +इष्टादि +इष्टादिकारिणां +इष्टादिभ्यश्च +इष्टानां +इष्टानि +इष्टानिति +इष्टानिष्ट +इष्टानिष्टदेहप्राप्तिः +इष्टानिष्टप्राप्तौ +इष्टानिष्टफलं +इष्टानिष्टे +इष्टानिष्टेषु +इष्टानिष्टोपपत्तिषु +इष्टान् +इष्टान्त्यका +इष्टान्त्या +इष्टान्भोगान् +इष्टान्भोगान्हि +इष्टान्या +इष्टापत्ति +इष्टापत्तिं +इष्टापत्तिः +इष्टापत्तिभाष्यम् +इष्टापत्तिरिति +इष्टापत्ते +इष्टापत्तेः +इष्टापत्तौ +इष्टापत्या +इष्टापूर्त +इष्टापूर्तं +इष्टापूर्तम् +इष्टापूर्तसुकृतद्रविणम् +इष्टापूर्तस्य +इष्टापूर्ते +इष्टापूर्तेन +इष्टापूर्त्तं +इष्टाय +इष्टार्थं +इष्टार्थे +इष्टार्थोद्युक्त +इष्टाश्च +इष्टासु +इष्टाहतस्वस्वहरेण +इष्टाहोत्रा +इष्टाहोत्रीयं +इष्टाहोत्रीयम् +इष्टि +इष्टिं +इष्टिः +इष्टिका +इष्टिकां +इष्टिकाः +इष्टिकाभिः +इष्टिकायाः +इष्टिपूर्वत्वं +इष्टिपूर्वत्वम् +इष्टिभिर् +इष्टिभेदे +इष्टिम् +इष्टिरष्टाकपालेन +इष्टिर् +इष्टिविधिः +इष्टिश्राद्धे +इष्टिषु +इष्टी +इष्टीः +इष्टीनाम् +इष्टे +इष्टेः +इष्टेति +इष्टेन +इष्टेने +इष्टेभ्यः +इष्टेषु +इष्टैः +इष्टो +इष्टोपपत्तिषु +इष्टोऽत्र +इष्टोऽसि +इष्टौ +इष्ट्यन्ते +इष्ट्या +इष्ट्वा +इष्ट्वान्तम् +इष्ट्वीनं +इष्ट्वैवं +इष्ट॑का +इष्टꣳ +इष्ठ +इष्ठऄ +इष्ठनि +इष्ठनो +इष्ठन् +इष्ठन्नीयसुनौ +इष्ठन्प्रत्ययः +इष्ठवत्त्वात् +इष्ठस्य +इष्ठादिषु +इष्ठे +इष्ठेमेयस्सु +इष्णन् +इष्णन्ति +इष्णाति +इष्णासि +इष्णु +इष्णुः +इष्णुच् +इष्पक्षे +इष्मिणः +इष्मिणो +इष्य +इष्यत +इष्यताम् +इष्यति +इष्यते +इष्यन् +इष्यन्ते +इष्यन्न् +इष्यमाणं +इष्यमाणः +इष्यमाणे +इष्यसि +इष्येत +इष्येते +इष्यै +इष्वग्रेण +इष्वस्त्रे +इष्वा +इष्वास +इष्वासः +इष्वासम् +इष्वासा +इष्वासो +इष॑ +इष॑म् +इष॑वः +इष॑वो +इष॑व॒स्ता +इष॒ +इष॒मूर्जं॑ +इषꣳ +इस +इसं +इसः +इसका +इसकी +इसके +इसको +इसति +इसन +इसनर +इसने +इसनेन +इसन्तम् +इसन्ति +इसपर +इसपि +इसप्रकार +इसमर +इसमे +इसमें +इसर +इसरो +इसलाम +इसलिए +इसलिये +इससे +इसा +इसादेशः +इसामी +इसि +इसिः +इसिडोर +इसिन् +इसिप्रत्ययः +इसी +इसीओ +इसीतरह +इसीलिए +इसीलिये +इसीसे +इसुन् +इसुसुक्तान्तात् +इसुसुक्तान्तात्कः +इसुसोः +इसे +इस् +इस्कान् +इस्कोनसंस्था +इस्त +इस्तं +इस्तः +इस्तिनः +इस्ती +इस्ते +इस्तेन +इस्तेमाल +इस्त्यायुर्वेदः +इस्थं +इस्पात +इस्पायुर्वेदः +इस्माइल +इस्य +इस्यत्र +इस्यस्य +इस्या +इस्यादि +इस्याद्युदात्तत्वम् +इस्यायुर्वेदः +इस्रायेलो +इस्रेल +इस्रेलम् +इस्लयायुर्वेदः +इस्लां +इस्लाम +इस्लामधर्मस्य +इस्लाममतम् +इस्लामाबाद् +इस्लामिक् +इस्लामिया +इस्लामी +इस्लामीय +इस्लाम् +इस्लायुर्वेदः +इस्ल्यायुर्वेदः +इह +इहं +इहः +इहति +इहतु +इहत्यः +इहमद्येत्यादि +इहय्येव +इहलोक +इहलोकं +इहलोकः +इहलोकम् +इहलोकस्य +इहलोके +इहवद्दैवोदासम् +इहवद्वामदेव्यम् +इहवद्वासिष्ठ +इहसामिवासुरुप +इहस्थः +इहस्थस्य +इहस्थो +इहऽइह +इहा +इहाँ +इहागच्छ +इहागच्छत +इहागत +इहागतं +इहागतः +इहागता +इहागताः +इहागतो +इहागतोऽहं +इहागत्य +इहागमन् +इहागमिष्ठाः +इहागम्य +इहाचार्येण +इहात्मनि +इहात्मानमनुविद्य +इहात्र +इहाद्य +इहाद्रौ +इहानय +इहान्ये +इहान्वयमुखेनैव +इहापि +इहापीति +इहाप्य् +इहाभिप्रेताः +इहाभ्येहि +इहामुत्र +इहामुत्रापि +इहामुत्रार्थफलभोगविरागः +इहायं +इहायातः +इहायान्तु +इहार्थ +इहार्थं +इहावतु +इहावह +इहासदः +इहास्ति +इहास्तु +इहास्माकं +इहास्मि +इहास्मिन् +इहास्मिन्नेव +इहास्य +इहास्यां +इहाहं +इहाऽपि +इहाऽमुत्र +इहाऽस्मिन् +इहि +इहीति +इहीत्य् +इहे +इहेति +इहेत्थ +इहेत्यादि +इहेत्यादिना +इहेदमिति +इहेदसाथ +इहेदानीं +इहेन्द्राग्नी +इहेन्द्रियं +इहेन्द्रियम् +इहेन्द्रे +इहेव +इहेष्यते +इहेह +इहेहैषां +इहै +इहैकं +इहैकत्यः +इहैकत्यो +इहैकदा +इहैकस्थं +इहैतु +इहैधि +इहैव +इहैवाग्ने +इहैवान्तः +इहैवाभि +इहैवायमितरो +इहैवास्ते +इहैवास्स्व +इहैवेति +इहैवैधि +इहैवोत +इहो +इहोक्ताः +इहोच्यते +इहोच्यन्त +इहोच्यन्ते +इहोदाहरणम् +इहोदितः +इहोप +इहोपदिश्यते +इहोपपन्नाः +इहोपपन्नाह् +इहोपयातः +इहोभयं +इहोभयत्रापि +इहोर्जं +इह् +इह꣢ +इा +इांत +इात +इाते +इि +इित +इी +इो +इौ +इ्रति +इ॑धा॒नो +इ॑न्दो +इ॑न्दो॒ +इ॑न्द्र +इ॑न्द्राग्नी +इ॑न्द्रा॒ग्नी +इ॑न्द्रि॒याय॑ +इ॑न्द्रि॒याय॒ +इ॑न्द्रि॒येण॑ +इ॑न्द्र॒ +इ॑व +इ॑व॒ +इ॑षुध्यति +इ॑हि +इ॒च्छन् +इ॒च्छन्तः॑ +इ॒च्छन्ति॑ +इ॒च्छन्ती॑ +इ॒च्छमा॑नः +इ॒च्छमा॑नाः +इ॒च्छ॒ +इ॒च्छ॒ति॒ +इ॒डस्प॒दे +इ॒त +इ॒तः +इ॒तस्ताः +इ॒ति +इ॒तो +इ॒त्था +इ॒त्या +इ॒त॒ +इ॒द +इ॒दं +इ॒दम् +इ॒दम॒ह +इ॒दम॒हं +इ॒दा +इ॒दानी॑म् +इ॒द्धः +इ॒द्धम् +इ॒धा॒नः +इ॒धी॒म॒हि॒ +इ॒ध्मः +इ॒ध्मम् +इ॒ध्य॒ते॒ +इ॒ध्य॒से॒ +इ॒नः +इ॒नस्य॑ +इ॒नस्य॒ +इ॒नो +इ॒न्दो॒ +इ॒न्द्रा॒ग्निऽभ्या॑म् +इ॒न्द्रा॒ग्नी +इ॒न्द्रा॒ग्नी॒ +इ॒न्द्रा॒व॒रु॒णा॒ +इ॒न्द्रि॒यमे॒व +इ॒न्द्रि॒यम् +इ॒न्द्रि॒यव्वैँ +इ॒न्द्रि॒याय॑ +इ॒न्द्र॒ +इ॒न्द्र॒वा॒यू +इ॒न्द्र॒ऽयुः +इ॒न्धते॑ +इ॒न्ध॒ते॒ +इ॒न्व॒ति॒ +इ॒न्व॒तु॒ +इ॒न्व॒सि॒ +इ॒म +इ॒मं +इ॒ममि॑न्द्र +इ॒ममू॒ +इ॒ममे॒व +इ॒मम् +इ॒मम्मे॑ +इ॒मम॑ग्न॒ +इ॒मा +इ॒मां +इ॒माः +इ॒मानि॑ +इ॒मानि॒ +इ॒माने॒व +इ॒मान् +इ॒मामू॒ +इ॒माम् +इ॒मे +इ॒मौ +इ॒म॒सि॒ +इ॒यं +इ॒यमे॒व +इ॒यम् +इ॒यव्वाँ +इ॒यव्वैँ +इ॒या॒नः +इ॒या॒नाः +इ॒या॒य॒ +इ॒य॒र्ति॒ +इ॒य॒र्मि॒ +इ॒र॒ज्यन्न॑ग्ने +इ॒ळः +इ॒ळस्प॒दे +इ॒ळा +इ॒व +इ॒वा +इ॒वेति॑ +इ॒वेति॒ +इ॒षः +इ॒षम् +इ॒षय॑न्त +इ॒षा +इ॒षाम् +इ॒षि॒तः +इ॒षि॒राम् +इ॒षु॒धिः +इ॒षे +इ॒षो +इ॒ष्टं +इ॒ष्टये॑ +इ॒ष्टो +इ॒ष्टौ +इ॒ष्णन् +इ॒ष्य॒ति॒ +इ॒ह +इ॒हऽइ॑ह +इ॒हा +इ॒हाग॑मिष्ठाः +इ॒हाव॑से॒ +इ॒हि +इ॒हि॒ +इ॒हेत्थ +इ॒हेन्द्रि॒यं +इ॒हेन्द्रि॒यम् +इ॒हेहै॑षां +इ॒हेह॑ +इ॒हैव +इ॒हो +इ॒होर्जं॑ +इ᳘ति +इ᳘त्य् +इ꣡डा꣢꣯ +इ꣡ति꣢꣯ +इ꣡न्दुः꣢꣯ +इ꣡न्द्रं꣢ +इ꣡न्द्रः꣢꣯ +इ꣡न्द्रा꣢ग्नी +इ꣡न्द्रा꣢ग्नी꣣ +इ꣡न्द्रा꣢य +इ꣡न्द्रा꣢य꣣ +इ꣡न्द्रा꣢꣯य +इ꣡न्द्रे꣢ +इ꣡न्द्रो꣢ +इ꣡न्द्र꣢ +इ꣡न्द्र꣢꣯ +इ꣡न्द्र꣢꣯म् +इ꣡न्द्र꣢꣯स्य +इ꣡न्द꣢वः +इ꣡न्द꣢꣯वः +इ꣡याहा꣢उ +इ꣡ष꣢꣯म् +इ꣡हा +इ꣡हा꣢ +इ꣢त् +इ꣢न्दुरश्वः +इ꣢न्दो꣣ +इ꣢न्द्र +इ꣢न्द्रं꣣ +इ꣢न्द्रो꣣ +इ꣢न्द्र꣣ +इ꣢व +इ꣣त्था꣢ +इ꣣दं꣡ +इ꣣द꣢म् +इ꣣न्द्र +इ꣣माः꣢ +इ꣣मा꣡ +इ꣣मे꣡ +इ꣣मे꣢ +इ꣣म꣢म् +इ꣣व +इ꣣हि +इ꣣ह꣢ +ई +ईं +ईंकाराय +ईंति +ईंधन +ईं॑ +ईं॒ +ईः +ईआ +ईई +ईक +ईकक् +ईकक्च +ईकन् +ईकन्प्रत्ययेन +ईका +ईकार +ईकारं +ईकारः +ईकारप्रत्ययः +ईकारलोपः +ईकारलोपश्छान्दसः +ईकारश्च +ईकारस्थानिकस्य +ईकारस्य +ईकारादेशः +ईकारादेशो +ईकारान्त +ईकारान्तः +ईकारान्ता +ईकारान्तादेशः +ईकारे +ईकारो +ईक् +ईक्ष +ईक्षण +ईक्षणं +ईक्षणम् +ईक्षणादिप्रवेशान्ता +ईक्षणे +ईक्षणेन +ईक्षत +ईक्षतिकर्म +ईक्षतिकर्मव्यपदेशात्सः +ईक्षतिकर्माधिकरणम् +ईक्षते +ईक्षतेः +ईक्षतेमे +ईक्षतेर्नाशब्दम् +ईक्षत्यधिकरणम् +ईक्षन्ते +ईक्षमाणः +ईक्षमाणा +ईक्षमाणो +ईक्षया +ईक्षसे +ईक्षा +ईक्षां +ईक्षांचक्रे +ईक्षाञ्चक्रे +ईक्षापूर्वकं +ईक्षितं +ईक्षितः +ईक्षितम् +ईक्षिता +ईक्षितुं +ईक्षितुः +ईक्षितुम् +ईक्षिते +ईक्षित्वा +ईक्षे +ईक्षेत +ईक्ष् +ईक्ष्यते +ईक्ष्यमाणः +ईख +ईखि +ईगल् +ईङ +ईङ् +ईङ्खय +ईङ्खयन्ति +ईङ्खयन्तीः +ईङ्खयन्तीरपस्युव +ईच +ईचारीगे +ईचिः +ईज +ईजतुः +ईजते +ईजाते +ईजानं +ईजानः +ईजानम् +ईजानश् +ईजानस्य +ईजाना +ईजानाः +ईजानानां +ईजानाय +ईजानो +ईजिप्ट् +ईजिप्त +ईजिप्तदेशः +ईजिप्तदेशस्य +ईजिप्त् +ईजिरे +ईजुः +ईजे +ईट +ईटानगरम् +ईटि +ईटीति +ईट् +ईट्टे +ईट्टे॑ +ईट्पक्षे +ईड +ईडजनोर्ध्वे +ईडत +ईडते +ईडन् +ईडभावपक्षे +ईडभावे +ईडवन्द +ईडवन्दवृशंसदुहां +ईडा +ईडागमः +ईडागमे +ईडागमो +ईडामहै +ईडित +ईडितः +ईडितम् +ईडिता +ईडितुं +ईडितो +ईडिध्वम् +ईडिध्वे +ईडिरध्येषणकर्मा +ईडिरे +ईडिषे +ईडिष्व +ईडिष्वा +ईडे +ईडेन्यः +ईडेन्यो +ईड् +ईड्य +ईड्यं +ईड्यं॒ +ईड्यः +ईड्यः॑ +ईड्यते +ईड्यम् 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+ईद्रथिनः +ईधिरे +ईधे +ईन +ईनं +ईनः +ईनन् +ईना +ईनादेशः +ईनि +ईनिधनं +ईन् +ईप +ईपत् +ईपि +ईपू +ईप् +ईप्रत्ययः +ईप्सति +ईप्सन् +ईप्सन्ति +ईप्सा +ईप्सायां +ईप्सायाम् +ईप्सित +ईप्सितं +ईप्सितः +ईप्सितक्रान्तितुल्येऽन्तरे +ईप्सिततमं +ईप्सिततमम् +ईप्सिततमस्य +ईप्सितम् +ईप्सिता +ईप्सिताँल्लभते +ईप्सितां +ईप्सितानीप्सिते +ईप्सितान् +ईप्सितार्थक्रियोदारं +ईप्सितार्थस्थिरनिश्चयं +ईप्सितो +ईप्सुः +ईप्सेति +ईम +ईमरे +ईमशब्दानुशासनस्य +ईमह +ईमहे +ईमहे॒ +ईमा +ईमान् +ईमिति +ईमें +ईमेनं +ईमेरिगे +ईम् +ईम॑हे +ईय +ईयः +ईयइयाहाइ +ईयङ् +ईयत +ईयतुः +ईयतुरिति +ईयते +ईयतेऽमृतो +ईयन्ते +ईयमानः +ईयर् +ईयर्थः +ईयस +ईयसः +ईयसश्च +ईयसुन +ईयसुनि +ईयसुनो +ईयसुन् +ईयसुन्प्रत्ययः +ईयसे +ईयसो +ईयस् +ईयस्य +ईया +ईयाताम् +ईयात् +ईयादेशः +ईयादेशे +ईयिवान् +ईयुः +ईयुरवृका +ईयुर् +ईयुषीणाम् +ईयुस् +ईय् +ईय॑ते +ईय॑से +ईर +ईरः +ईरच् +ईरणं +ईरणः +ईरणम् +ईरत +ईरताम् +ईरते +ईरते॒ +ईरत् +ईरन् +ईरय +ईरयति +ईरयन् +ईरयन्ति +ईरयन्ती +ईरयेत् +ईरसे +ईरान +ईरानदेशस्य +ईरानी +ईरानीय +ईरानीयभाषाः +ईरान् +ईरिणं +ईरिणे +ईरित +ईरितं +ईरितः +ईरितम् +ईरिता +ईरिताः +ईरिते +ईरिरे +ईरिसं +ईरिसो +ईरोड +ईरोडमण्डलम् +ईरोडुमण्डलं +ईरोड् +ईर् +ईर्क्ष्य +ईर्ते +ईर्त्ते +ईर्त्सति +ईर्म +ईर्मा +ईर्मान्ताः +ईर्मान्तासः +ईर्यते +ईर्यापथेन +ईर्य्यते +ईर्षा +ईर्षे +ईर्ष्य +ईर्ष्यकः +ईर्ष्यति +ईर्ष्यया +ईर्ष्या +ईर्ष्यां +ईर्ष्याया +ईर्ष्यायां +ईर्ष्यायाम् +ईर्ष्यासूया +ईर्ष्यासूयार्थदूषणम् +ईर्ष्य् +ईर्ष्व +ईर॑ते +ईल +ईला +ईलि +ईली +ईले +ईळ +ईळत +ईळते +ईळते॒ +ईळा॑ना +ईळितः +ईळिता +ईळितो +ईळिष्व +ईळीत +ईळे +ईळेन्यं +ईळेन्यः +ईळेन्यो +ईळे॑ +ईळ॑ते +ईव +ईवतः +ईवते +ईवतो +ईवत् +ईवत्याः +ईश +ईशं +ईशः +ईशकोणे +ईशत +ईशता +ईशते +ईशत्वं +ईशनं +ईशनः +ईशनशीलः +ईशनशीलोऽपि +ईशनीभिः +ईशम् +ईशवीय +ईशवीयाब्दे +ईशवीये +ईशश्च +ईशस्त्वं +ईशस्य +ईशा +ईशां +ईशाः +ईशाज्ञया +ईशाते +ईशाथे +ईशादिविंशोत्तरशतोपनिषदः +ईशान +ईशानं +ईशानः +ईशानकृत् +ईशानकोणमें +ईशानकोणे +ईशानदिशि +ईशानपूर्वयोर्मध्ये +ईशानभागे +ईशानमस्य +ईशानम् +ईशानशब्दस्य +ईशानशिव +ईशानशिवगुरुदेव +ईशानशिवगुरुदेवपद्धतिः +ईशानशिवगुरुदेवपद्धतौ +ईशानश्च +ईशानसंहितायाम् +ईशानसोमयोर्मध्ये +ईशानस्तु +ईशानस्य +ईशाना +ईशानां +ईशानाः +ईशानादि +ईशानादिषु +ईशानान्तं +ईशानाय +ईशानायै +ईशानासः +ईशानासो +ईशानि +ईशाने +ईशानेति +ईशानेन +ईशानो +ईशान्तस्य +ईशान्य +ईशान्यदिशि +ईशान्यभागे +ईशान्यभारतम् +ईशान्यां +ईशान्ये +ईशान्यै +ईशाम् +ईशाय +ईशायै +ईशावा +ईशावास्य +ईशावास्यमिदं +ईशावास्यरहस्यम् +ईशावास्यरहस्यविवृतिः +ईशावास्यस्य +ईशावास्योपनिषत् +ईशावास्योपनिषद् +ईशावास्योपनिषद्भाष्यम् +ईशावास्‍योपनिषद् +ईशा॑नं +ईशा॑नः +ईशा॑नम् +ईशा॑ना॒ +ईशा॑नो +ईशा॑नो॒ +ईशिकाः +ईशितः +ईशितव्यं +ईशिता +ईशितारं +ईशितारम् +ईशितुः +ईशितृत्वं +ईशित्वं +ईशित्वञ्च +ईशित्वम् +ईशिध्वे +ईशिरे +ईशिषे +ईशि॑षे +ईशी +ईशीत +ईशीय +ईशे +ईशेः +ईशेति +ईशेन +ईशेशो +ईशे॑ +ईशे॒ +ईशो +ईशोपनिषत् +ईशोपनिषदः +ईशोपनिषदि +ईशोपनिषद् +ईशोऽपि +ईशोऽहं +ईश् +ईश्महे +ईश्या +ईश्व +ईश्वर +ईश्वरं +ईश्वरः +ईश्वरकृत +ईश्वरकृपया +ईश्वरकृष्णः +ईश्वरकोटयः +ईश्वरगीतासु +ईश्वरचन्द्र +ईश्वरज्ञानं +ईश्वरज्ञानस्य +ईश्वरज्ञाने +ईश्वरत्वं +ईश्वरत्वम् +ईश्वरदेवतामहर्षिमहानुभावानामाराधनाद्वा +ईश्वरधर्मा +ईश्वरपुत्रः +ईश्वरप्रणिधानं +ईश्वरप्रणिधानम् 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+उच्छ्रयः +उच्छ्रयति +उच्छ्रयते +उच्छ्रयस्व +उच्छ्रये +उच्छ्रयेण +उच्छ्रयेत् +उच्छ्रयो +उच्छ्रापय +उच्छ्राय +उच्छ्रायं +उच्छ्रायः +उच्छ्राया +उच्छ्रायात् +उच्छ्राये +उच्छ्रायेण +उच्छ्रायो +उच्छ्रित +उच्छ्रितं +उच्छ्रितः +उच्छ्रितम् +उच्छ्रिता +उच्छ्रिताः +उच्छ्रिताक्षो +उच्छ्रिति +उच्छ्रितिः +उच्छ्रिते +उच्छ्रितेन +उच्छ्रितो +उच्छ्रित्य +उच्छ्र॑यस्व +उच्छ्वञ्चमाना +उच्छ्वञ्चस्व +उच्छ्वसत्कमलगन्धये +उच्छ्वास +उच्छ्वासः +उच्छ्वासे +उच्छ्वासो +उच्छ्वास्य +उच्य +उच्यंते +उच्यत +उच्यता +उच्यतां +उच्यताम् +उच्यति +उच्यते +उच्यतेः +उच्यतेइति +उच्यतेऽत्र +उच्यतैति +उच्यन्त +उच्यन्तां +उच्यन्ते +उच्यमान +उच्यमानं +उच्यमानः +उच्यमानम् +उच्यमाना +उच्यमानाः +उच्यमाने +उच्यमानो +उच्यमानोऽपि +उच्यसे +उच्यात् +उच्याम +उच्येत +उच्येते +उछ +उछि +उछी +उज +उजबेक +उजबेकिस्थान +उजबेकिस्थानम् +उजानि +उजाला +उजेला +उजेले +उज् +उज्ज +उज्जइणिं +उज्जइणीए +उज्जगाम +उज्जभार +उज्जयति +उज्जयनी +उज्जयन्ति +उज्जयन्यां +उज्जयात् +उज्जयि +उज्जयिनी +उज्जयिनीं +उज्जयिन्या +उज्जयिन्यां +उज्जयिन्याः +उज्जयिन्याम् +उज्जलदत्तः +उज्जवलोपेते +उज्जहार +उज्जागरस्य +उज्जानक +उज्जापयन्ति +उज्जायी +उज्जासयति +उज्जिति +उज्जितिम् +उज्जित्या +उज्जित्यै +उज्जिहीते +उज्जीविता +उज्जृम्भते +उज्जेष्यति +उज्जेष्यतीति +उज्जैन +उज्जैनमण्डलम् +उज्जैनविभागे +उज्जैनी +उज्ज्यं +उज्ज्व +उज्ज्वल +उज्ज्वलं +उज्ज्वलः +उज्ज्वलज्योतिषा +उज्ज्वलदत्त +उज्ज्वलदत्तः +उज्ज्वलदत्तस्तु +उज्ज्वलदत्तेन +उज्ज्वलनीलमणिः +उज्ज्वलन्ति +उज्ज्वलमणिः +उज्ज्वलम् +उज्ज्वला +उज्ज्वलाः +उज्ज्वलो +उज्ज्वलोपते +उज्ज्वलोपेते +उज्झ +उज्झति +उज्झती +उज्झन्ति +उज्झिअ +उज्झित +उज्झितं +उज्झितः +उज्झितम् +उज्झितव्यम् +उज्झितशब्देन +उज्झिता +उज्झितायास्त्वया +उज्झितुम् +उज्झित्वा +उज्य +उज्या +उज्याप्र +उज्वल +उज्वलं +उज्वला +उज्वलोपते +उज्वलोपेत +उज्वलोपेते +उज्वलोपेले +उञ +उञः +उञि +उञो +उञ् +उञ्चळ्ळीजलपातः +उञ्छ +उञ्छं +उञ्छः +उञ्छति +उञ्छादिषु +उञ्छादीनां +उञ्छे +उञ्छो +उञ्ञो +उट +उटज +उटजं +उटजे +उटा +उटावितौ +उट् +उट्टङ्किता +उट्ठिदो +उट्ठेहि +उठ +उठकर +उठता +उठती +उठने +उठा +उठाकर +उठाता +उठाते +उठान +उठाना +उठाने +उठाय +उठाया +उठाये +उठि +उठिये 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+उत्तरायणस्य +उत्तरायणे +उत्तराया +उत्तरायां +उत्तरायाः +उत्तरायै +उत्तरारणिम् +उत्तरार्चि +उत्तरार्चिक +उत्तरार्चिकः +उत्तरार्चिकस्य +उत्तरार्थ +उत्तरार्थं +उत्तरार्थः +उत्तरार्थमेव +उत्तरार्थम् +उत्तरार्दै +उत्तरार्द्ध +उत्तरार्द्धम् +उत्तरार्द्धे +उत्तरार्ध +उत्तरार्धं +उत्तरार्धः +उत्तरार्धपूर्वार्धे +उत्तरार्धपूर्वार्धेऽतिहाय +उत्तरार्धम् +उत्तरार्धस्य +उत्तरार्धात् +उत्तरार्धाद् +उत्तरार्धे +उत्तरार्धेन +उत्तरार्ध्यं +उत्तरार्ध्यः +उत्तरालङ्कारः +उत्तराशा +उत्तराशां +उत्तराश्च +उत्तराश्चैव +उत्तराषाढ +उत्तराषाढा +उत्तराषाढायां +उत्तराषाढायाः +उत्तराषाढायाम् +उत्तरासङ्गः +उत्तरासु +उत्तरास्तु +उत्तराहि +उत्तरि +उत्तरी +उत्तरीत्या +उत्तरीय +उत्तरीयं +उत्तरीयम् +उत्तरीयवस्त्रम् +उत्तरीयवस्त्रे +उत्तरीये +उत्तरीयेण +उत्तरे +उत्तरेण +उत्तरेणाग्निं +उत्तरेणाग्नीध्रम् +उत्तरेणाग्नीध्रीयं +उत्तरेणाभि +उत्तरेणार्यम्णः +उत्तरेणाहवनीयं +उत्तरेणेति +उत्तरेणोत्तरेण +उत्तरेति +उत्तरेद्युः +उत्तरेभ्य +उत्तरेभ्यः +उत्तरेभ्यो +उत्तरेषां +उत्तरेषाम् +उत्तरेषु +उत्तरेष्व् +उत्तरेऽग्नौ +उत्तरेऽपि +उत्तरेऽहनि +उत्तरै +उत्तरैः +उत्तरैर्मन्त्रैः +उत्तरो +उत्तरों +उत्तरोत्तर +उत्तरोत्तरं +उत्तरोत्तरः +उत्तरोत्तरतः +उत्तरोत्तरपुण्यपापारम्भकपूर्वपूर्वपुण्यपापांशविशेषः +उत्तरोत्तरमुत्कर्षः +उत्तरोत्तरमुत्कर्षो +उत्तरोत्तरम् +उत्तरोत्तरयुक्तौ +उत्तरोत्तरशरीरप्रेरणसमर्थस्मृतिहेतुः +उत्तरोत्तरस्य +उत्तरोत्तरा +उत्तरोत्तराः +उत्तरोत्तरापाये +उत्तरोत्तरे +उत्तरोत्तरेण +उत्तरोत्तरेणेलावृतं +उत्तरोत्तरो +उत्तरोत्पादे +उत्तरोष्ठं +उत्तरोष्ठस्य +उत्तरोष्ठे +उत्तरोऽर्धर्चः +उत्तरौ +उत्तरौत्तरो +उत्तरौष्ठं +उत्तरꣳ +उत्तस्थुः +उत्तस्थौ +उत्ता +उत्ताः +उत्तान +उत्तानं +उत्तानः +उत्तानपर्णे +उत्तानपाद +उत्तानपादः +उत्तानपादतनयं +उत्तानपादस्य +उत्तानम् +उत्तानशयः +उत्तानशयनं +उत्तानशायी +उत्तानसुप्तस्य +उत्तानस्य +उत्तानहस्ता +उत्तानहस्ताः +उत्ताना +उत्तानां +उत्तानाः +उत्तानादिषु +उत्तानानि +उत्तानाभ्यां +उत्तानाम् +उत्तानाया +उत्तानायां +उत्तानायाः +उत्तानायाम् +उत्तानायै +उत्ताने +उत्तानेन +उत्तानेनैव +उत्तानेषु +उत्तानो +उत्तानौ +उत्तारः +उत्तारणाय +उत्तारणो +उत्तारय +उत्तारयति +उत्तार्य 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+उत्सादय +उत्सादयति +उत्सादितः +उत्सादित्वादञ् +उत्सादिभ्योऽञ् +उत्सादेभ्यः +उत्साद्य +उत्साद्यते +उत्साद्यन्ते +उत्सारयामास +उत्सारित +उत्सारिता +उत्सार्य +उत्सार्वधातुके +उत्साह +उत्साहं +उत्साहः +उत्साहग्रहणेन +उत्साहनं +उत्साहपूर्वकं +उत्साहपूर्वकम् +उत्साहयति +उत्साहयन्तु +उत्साहयितारं +उत्साहवन्तः +उत्साहवान् +उत्साहश्च +उत्साहस्तु +उत्साहस्य +उत्साहित +उत्साहिताः +उत्साहिनः +उत्साही +उत्साहे +उत्साहेति +उत्साहेन +उत्साहो +उत्साह्य +उत्सिक्तं +उत्सिक्तः +उत्सिक्तो +उत्सिञ्चति +उत्सिञ्चन्ति +उत्सिध्य +उत्सीदतः +उत्सीदन्ति +उत्सीदेयुः +उत्सीदेयुरिति +उत्सीदेयुरिमे +उत्सुक +उत्सुकं +उत्सुकः +उत्सुकता +उत्सुकस्य +उत्सुका +उत्सुकाः +उत्सुके +उत्सुको +उत्सूत्रं +उत्सृज +उत्सृजति +उत्सृजते +उत्सृजन्तं +उत्सृजन्ति +उत्सृजन्ते +उत्सृजामि +उत्सृजेत् +उत्सृजेद् +उत्सृज्य +उत्सृज्यते +उत्सृज्यम् +उत्सृष्ट +उत्सृष्टं +उत्सृष्टः +उत्सृष्टकं +उत्सृष्टम् +उत्सृष्टस्य +उत्सृष्टा +उत्सृष्टाः +उत्सृष्टानिलविण्मूत्रं +उत्सृष्टिकाङ्क +उत्सृष्टिकाङ्कः +उत्सृष्टे +उत्सृष्टो +उत्सृष्ट्या +उत्सृष्ट्यै +उत्से +उत्सेक +उत्सेकं +उत्सेकः +उत्सेकामर्षयोरिच्छाप्रसरे +उत्सेको +उत्सेध +उत्सेधं +उत्सेधः +उत्सेधजीविनः +उत्सेधनिषेधौ +उत्सेधम् +उत्सेधे +उत्सेधेन +उत्सेधो +उत्सेहिरे +उत्सो +उत्सोदेवः +उत्सोदेवो +उत्सो॑ +उत्सौ +उत्स्नाति +उत्स्मयित्वा +उत्स्रष्टुं +उत्स्रोतसस्तमःप्राया +उत्स्वप्नायते +उत्स॑म् +उत्ऽइता +उत्ऽइते +उत्ऽइ॑ता +उत्ऽइ॑ते +उत्ऽचरन्तम् +उत्ऽतमः +उत्ऽतमम् +उत्ऽतमे +उत्ऽतरः +उत्ऽतरम् +उत्ऽतरस्मात् +उत्ऽतरा +उत्ऽतरे +उत्ऽत॑रः +उत्ऽत॑रम् +उत्ऽत॑रस्मात् +उत्ऽत॑रा +उत्ऽत॑रे +उत्ऽभिदः +उत्ऽयतम् +उत्ऽयन् +उत्ऽय॑तम् +उत्ऽवतः +उत्ऽशिष्टे +उद +उदः +उदअं +उदए +उदक +उदकं +उदकः +उदककुम्भः +उदककृत्यं +उदकघटं +उदकघातः +उदकञ्च +उदकदानं +उदकनाम +उदकनामसु +उदकनामैतत् +उदकपात्रं +उदकपाने +उदकपूर्णं +उदकपूर्णे +उदकमणीन् +उदकमण्डलम् +उदकमध्ये +उदकमन्थः +उदकमपि +उदकमभिमन्त्र्य +उदकमादाय +उदकमिति +उदकमिव +उदकमुपस्पृश्य +उदकम् +उदकवतः +उदकवतो +उदकवत्यौ +उदकवन्तं +उदकवन्तम् +उदकवान् +उदकशब्दस्य +उदकशुद्ध +उदकसमीपं +उदकस्पर्शः +उदकस्पर्शिता +उदकस्य +उदकस्योदः +उदकस्योदादेशः +उदकाञ्जलिं +उदकाञ्जलिसेके +उदकात् +उदकानां +उदकानाम् +उदकानि +उदकानीव +उदकान्तं +उदकान्ते +उदकाभावज्ञानेऽपि +उदकाभ्युक्षणं +उदकार्थं +उदकार्थी +उदकीभवति +उदकुंभं +उदकुम्भ +उदकुम्भं +उदकुम्भः +उदकुम्भमादाय +उदकुम्भानानयति +उदकुम्भान् +उदकुम्भी +उदकुम्भे +उदकुम्भेन +उदके +उदकेन +उदकेषु +उदकेऽकेवले +उदकैः +उदकोपस्पर्शनं +उदकोपस्पर्शनम् +उदक् +उदक्च +उदक्तमुदकं +उदक्ता +उदक्तात् +उदक्पूर्वे +उदक्यया +उदक्या +उदक्यां +उदक्यायामयोनिषु +उदक्याशुचिभिः +उदक्रामत् +उदक्रामत्स +उदक्रामन् +उदक्शिरसं +उदक्शिराः +उदक्संस्थं +उदक्स्थो +उदगग्रं +उदगग्रान् +उदगग्राभ्यां +उदगग्रे +उदगग्रेषु +उदगन्म +उदगपि +उदगमयत् +उदगयं +उदगयन +उदगयनं +उदगयने +उदगा +उदगाः +उदगातां +उदगात् +उदगादयमादित्यो +उदगाद् +उदगायतानि +उदगायतो +उदगायत् +उदगास्यो +उदगुः +उदग् +उदग्गतौ +उदग्दिशं +उदग्द्वारं +उदग्ध्रुवं +उदग्ने +उदग्र +उदग्रं +उदग्रः +उदग्रमनसः +उदग्रहीत् +उदग्रा +उदग्राः +उदग्रो +उदघाटन +उदघाटयत् +उदघोषयत् +उदङ् +उदङ्क +उदङ्कः +उदङ्केन +उदङ्कोऽनुदके +उदङ्ङ् +उदङ्मुख +उदङ्मुखं +उदङ्मुखः +उदङ्मुखस्तु +उदङ्मुखा +उदङ्मुखाः +उदङ्मुखान् +उदङ्मुखी +उदङ्मुखो +उदङ्‌मुखः +उदचलत् +उदच् +उदजः +उदजतामिति +उदजन +उदजयताम् +उदजयत् +उदजयन् +उदञ्च +उदञ्चं +उदञ्चः +उदञ्चति +उदञ्चन +उदञ्चनं +उदञ्चम् +उदञ्चय +उदञ्चितं +उदञ्चितम् +उदञ्चो +उदञ्चौ +उदडीयत +उदतरत् +उदतिष्ठत +उदतिष्ठत् +उदतिष्ठत्स +उदतिष्ठद् +उदतिष्ठन् +उदतृणत् +उदधाने +उदधि +उदधिं +उदधिः +उदधिरिव +उदधिर् +उदधे +उदधेः +उदधेरिव +उदधौ +उदन +उदनं +उदनः +उदनस्य +उदनि +उदनेश्वरदेवालयः +उदनो +उदन् +उदन्त +उदन्तं +उदन्तः +उदन्तप्रकरणम् +उदन्तम् +उदन्ता +उदन्तो +उदन्न् +उदन्मुखं +उदन्य +उदन्यजेव +उदन्यति +उदन्यवे +उदन्या +उदन्युवः +उदन्येति +उदन्वच्छिन्ना +उदन्वतः +उदन्वता +उदन्वति +उदन्वती +उदन्वानुदधौ +उदन्वान् +उदपतत् +उदपद्यत +उदपद्यन्त +उदपात्र +उदपात्रं +उदपात्रम् +उदपात्रादेनानाचामयति +उदपात्रे +उदपात्रेण +उदपादयत् +उदपादयन् +उदपादि +उदपान +उदपानं +उदपानम् +उदपानाः +उदपानाश्च +उदपाने +उदपेषं +उदप्रुत +उदप्रुतः +उदप्रुतो +उदबिन्दवः +उदबिन्दुनिपातेन +उदभाण्डपुरे +उदभारः +उदभावः +उदभिः +उदभूत् +उदमन्थः +उदमेघे +उदय +उदयं +उदयः +उदयकाल +उदयकाले +उदयकुमारमहोदयः +उदयगिरि +उदयगिरिः +उदयच्छत् +उदयच्छद् +उदयज्या +उदयत +उदयतरं +उदयति +उदयतीति +उदयते +उदयत्येष +उदयद्यौवना +उदयन +उदयनं +उदयनः +उदयनम् +उदयनस्य +उदयनाचार्यः +उदयनाचार्येण +उदयनीयं +उदयनीयः +उदयनीयम् +उदयनीययेष्ट्येष्ट्वा +उदयनीयस्य +उदयनीया +उदयनीयायां +उदयनीये +उदयनीयेन +उदयनीयो +उदयने +उदयनेन +उदयनो +उदयनोपरि +उदयन् +उदयन्तं +उदयन्ति +उदयन्ते +उदयन्नेव +उदयपुर +उदयपुरं +उदयपुरमण्डलं +उदयपुरमण्डलम् +उदयपुरम् +उदयपुरे +उदयप्रलयौ +उदयमहिमरश्मिर्याति +उदयमान +उदयमानं +उदयम् +उदयलग्न +उदयलग्नं +उदयलग्नम् +उदयवती +उदयव्ययसंतानः +उदयव्यापिनी +उदयश्च +उदयसमये +उदयस्य +उदया +उदयाः +उदयाचलः +उदयाचले +उदयात् +उदयादुदयं +उदयाद्गतघटी +उदयानन्तरं +उदयान्तर +उदयान्तरकर्म +उदयान्तरासु +उदयाय +उदयास्त +उदयास्तमनं +उदयास्तमने +उदयास्तमय +उदयास्तमयं +उदयास्तमयनिमित्तं +उदयास्तमययोः +उदयास्तमयाभ्यां +उदयास्तमये +उदयास्तमयौ +उदयास्तवासना +उदयास्तसूत्र +उदयास्तसूत्रम् +उदयास्ताधिकार +उदयास्ताधिकारः +उदयास्ते +उदये +उदयेति +उदयेन +उदयेऽस्तमये +उदयेऽस्ते +उदयैः +उदयो +उदर +उदरं +उदरः +उदरचिकित्सितं +उदरञ्च +उदरपूरं +उदरबाधां +उदरभित्तिः +उदरमन्तरं +उदरमभिमृशति +उदरमस्य +उदरम् +उदरम्भरिः +उदररोग +उदररोगे +उदरवेदना +उदरवेदनां +उदरशब्दे +उदरस्थः +उदरस्थे +उदरस्थेन +उदरस्य +उदराट्ठगाद्यूने +उदराणां +उदराणि +उदरात् +उदराद् +उदराधिकारः +उदरामयः +उदराय +उदरार्थं +उदरावेष्टा +उदराश्वेषुषु +उदरिणी +उदरिलः +उदरी +उदरे +उदरेण +उदरेषु +उदरो +उदरौत्सीदिति +उदर्क +उदर्कं +उदर्कः +उदर्कस्तव +उदर्के +उदर्येण +उदलगुडीनगरम् +उदलगुडीमण्डलम् +उदलिखत् +उदलो +उदव +उदवसानीयान्तं +उदवसानीयान्ते +उदवसानीयायां +उदवसानीयेष्टिः +उदवसाय +उदवासः +उदवाहनः +उदवाहा +उदवोढाम् +उदशराव +उदशिष्यन्त +उदश्चरः +उदश्वितः +उदश्वितो +उदश्वितोऽन्यतरस्याम् +उदश्वित् +उदसौ +उदस्त +उदस्तं +उदस्थात् +उदस्मात्प्राणाः +उदस्य +उदस्यति +उदस्यते +उदहारः +उदहार्यः +उदऽप्रुतः +उदऽभिः +उदा +उदाकृत्या +उदाघोषयत् +उदाचारेषु +उदाजः +उदाजत +उदाजत् +उदाजदपधा +उदाजहार +उदातैः +उदात्त +उदात्तं +उदात्तः +उदात्तउइतः +उदात्तग्रहणं +उदात्ततर +उदात्तता +उदात्तत्व +उदात्तत्वं +उदात्तत्वम् +उदात्तत्वे +उदात्तत्वेन +उदात्तनायकं +उदात्तनिवृत्तिस्वरः +उदात्तनिवृत्तिस्वरस्य +उदात्तनिवृत्तिस्वरेण +उदात्तपरः +उदात्तपूर्वं +उदात्तमर्धह्रस्वम् +उदात्तम् +उदात्तयण +उदात्तयणः +उदात्तयणो +उदात्तयण् +उदात्तराघवे +उदात्तवति +उदात्तश्च +उदात्तश्चानुदात्तश्च +उदात्तस्थाने +उदात्तस्य +उदात्तस्वरितपरस्य +उदात्तस्वरितयोः +उदात्तस्वरितयोर्यण +उदात्तस्वरितयोर्यणः +उदात्ता +उदात्ताः +उदात्तात् +उदात्तादनुदात्तस्य +उदात्तादि +उदात्तादिः +उदात्तानुदात्तस्वरितभेदात् +उदात्तानुदात्तस्वरिताः +उदात्तालङ्कारः +उदात्ते +उदात्तेतः +उदात्तेत् +उदात्तेन +उदात्तेनोदात्त +उदात्तेनोदात्तः +उदात्तो +उदात्तोपदेशस्य +उदात्तौ +उदादाय +उदादेशः +उदान +उदानं +उदानः +उदानजयाज्जलपङ्ककण्टकादिष्वसङ्ग +उदानट् +उदानमप्यगादिति +उदानमुदानयति +उदानम् +उदानयति +उदानरूपे +उदानवायु +उदानश्च +उदानस्य +उदानाः +उदानाय +उदानिषुर्महीरिति +उदाने +उदानेन +उदानेनावृते +उदानो +उदायंस्त +उदायत +उदायन् +उदायन्न् +उदायी +उदायुधः +उदायुधाः +उदायुषा +उदायु॑षा +उदार +उदारं +उदारः +उदारचरितानां +उदारचित्त +उदारचेता +उदारतया +उदारता +उदारत् +उदारथिः +उदारदुपांशुना +उदारधीः +उदारम् +उदारश्च +उदारस्य +उदारा +उदारां +उदाराः +उदाराणां +उदाराणि +उदारान् +उदारी +उदारुहन् +उदारे +उदारेणावभासेन +उदारेति +उदारो +उदारोऽवभासः +उदाल्गुरि +उदावर्त +उदावर्तं +उदावर्तः +उदावर्ते +उदावर्त्त +उदावर्त्तं +उदावर्त्ता +उदावर्त्तानाहाधिकारः +उदाव्रजति +उदास +उदासते +उदासी +उदासीन +उदासीनं +उदासीनः +उदासीनचरितं +उदासीनतया +उदासीनता +उदासीनवत् +उदासीनवदासीन +उदासीनवदासीनः +उदासीनवदासीनमसक्तं +उदासीनवदासीनमिति +उदासीनवदासीनो +उदासीनवदिति +उदासीनवदित्यादि +उदासीनवद् +उदासीनस्य +उदासीनस्यापि +उदासीना +उदासीनाः +उदासीनानामपि +उदासीने +उदासीनेन +उदासीनेषु +उदासीनो +उदास्ते +उदास्थितः +उदाह +उदाहतः +उदाहर +उदाहरण +उदाहरणं +उदाहरणतया +उदाहरणतो +उदाहरणत्वेन +उदाहरणद्वये +उदाहरणद्वयेऽपि +उदाहरणमस्ति +उदाहरणमाह +उदाहरणमिति +उदाहरणमिदम् +उदाहरणमुपन्यस्यति +उदाहरणमेतत् +उदाहरणमेतस्य +उदाहरणम् +उदाहरणम्‌ +उदाहरणरूपेण +उदाहरणसूचनमिदम् +उदाहरणसूचनम् +उदाहरणस्य +उदाहरणा +उदाहरणानि +उदाहरणानिः +उदाहरणान्तरं +उदाहरणान्तरमाह +उदाहरणान्तरम् +उदाहरणान्तराणि +उदाहरणान्याह +उदाहरणाय +उदाहरणार्थ +उदाहरणार्थं +उदाहरणार्थम् +उदाहरणालंकारसरः +उदाहरणे +उदाहरणेन +उदाहरणेषु +उदाहरणैः +उदाहरणों +उदाहरति +उदाहरन्ति +उदाहरिष्यते +उदाहरिष्यामः +उदाहरेत् +उदाहर्तुमाह +उदाहारः +उदाहार्यः +उदाहार्यम् +उदाहार्याः +उदाहियते +उदाहृत +उदाहृतं +उदाहृतः +उदाहृतञ्च +उदाहृतप्रमाणावाक्यांनामनुक्रमः +उदाहृतमिति +उदाहृतमित्यन्तम् +उदाहृतम् +उदाहृता +उदाहृताः +उदाहृतानां +उदाहृतानि +उदाहृते +उदाहृतो +उदाहृतोऽत्र +उदाहृतौ +उदाहृत्य +उदाह्रियत +उदाह्रियते +उदाह्रियन्ते +उदि +उदिच्च +उदित +उदितं +उदितः +उदितमिति +उदितम् +उदितवति +उदितवान् +उदितश्चित्तचन्द्रमाः +उदितस्य +उदिता +उदितां +उदिताः +उदितानि +उदिताय +उदितायां +उदिति +उदिते +उदितेति +उदितेन +उदितेषु +उदितेऽनुदिते +उदितेऽपि +उदितै +उदितैः +उदितैरिति +उदितो +उदितौ +उदित् +उदित्त्वात् +उदित्येवेतो +उदित्वा +उदित्वात् +उदिथः +उदिन् +उदिन्न्वस्य +उदियर्ति +उदियर्षि +उदियात् +उदियाय +उदिहि +उदि॑ता॒ +उदि॑ते +उदि॑ते॒ +उदि॑यर्ति॒ +उदी +उदीक्षते +उदीक्षेत +उदीक्ष्य +उदीच +उदीचः +उदीचा +उदीचां +उदीचामाचार्याणां +उदीचामातः +उदीचामिञ् +उदीचाम् +उदीची +उदीचीं +उदीचीः +उदीचीन +उदीचीनं +उदीचीनदशं +उदीचीनप्रवणे +उदीचीनमुष्णं +उदीचीनानेक +उदीचीनैः +उदीचीम् +उदीचीर् +उदीचीश्च +उदीचो +उदीच्य +उदीच्यं +उदीच्यः +उदीच्यग्रामाच्च +उदीच्यम् +उदीच्यवृत्तिः +उदीच्या +उदीच्यां +उदीच्याः +उदीच्याश्च +उदीच्यै +उदीच्य् +उदीयते +उदीरणं +उदीरत +उदीरतां +उदीरतामवर +उदीरतामिति +उदीरताम् +उदीरते +उदीरय +उदीरयत +उदीरयति +उदीरयथा +उदीरयन् +उदीरयेत् +उदीराणा +उदीरितं +उदीरितः +उदीरितम् +उदीरिता +उदीरिताः +उदीरिते +उदीरितेन्द्रियो +उदीरितो +उदीर्ण +उदीर्णं +उदीर्णः +उदीर्णा +उदीर्णां +उदीर्य +उदीर्यते +उदीर्यमाणं +उदीर्य्य +उदीर्य्यते +उदीर्ष्व +उदी॑च्या +उदी॑रता॒मव॑र॒ +उदी॑रते +उदी॑रय +उदु +उदुत्तमं +उदुत्तममिति +उदुत्तमम् +उदुत्यं +उदुद्वतश्च +उदुपधाद्भावादिकर्मणोरन्यतरस्याम् +उदुब्रह्मा +उदुम्बर +उदुम्बरं +उदुम्बरः +उदुम्बरफलम् +उदुम्बरफलाभासं +उदुम्बरमूले +उदुम्बरम् +उदुम्बरशाखाभिः +उदुम्बरस्य +उदुम्बरा +उदुम्बराः +उदुम्बरावती +उदुम्बरी +उदुम्बरे +उदुम्बरेण +उदुम्बरो +उदुम्बलौ +उदुस्र +उदुस्रियाः +उदु॑ +उदु॑त्त॒मं +उदु॒ +उदू +उदूखले +उदूपथुः +उदूह्य +उदृचं +उदृचः +उदृचम् +उदृचि +उदृत्य +उदे +उदेत +उदेता +उदेति +उदेतीति +उदेतु +उदेतोत्तरतोऽस्तमेता +उदेत्य +उदेत्य् +उदेनं +उदेनमुत्तरं +उदेनमुत्तरां +उदेनम् +उदेमि +उदेयाय +उदेव +उदेशकः +उदेषां +उदेषि +उदेष्यतः +उदेष्यति +उदेष्यते +उदेहि +उदेह्यग्ने +उदैक्षत +उदैति +उदैत् +उदैत्पुरुषः +उदैरयतम् +उदो +उदोजसः +उदोष्ठ्य +उदोष्ठ्यपूर्वस्य +उदोऽनूर्ध्वकर्मणि +उदौदनं +उदौदनः +उदौहन् +उद् +उद्ग +उद्गच्छ +उद्गच्छत +उद्गच्छतः +उद्गच्छति +उद्गच्छतु +उद्गच्छन् +उद्गच्छन्ति +उद्गच्छन्तु +उद्गच्छसि +उद्गत +उद्गतं +उद्गतः +उद्गतम् +उद्गता +उद्गताः +उद्गतानि +उद्गते +उद्गतेन +उद्गतो +उद्गत्य +उद्गन्धिः +उद्गम +उद्गमः +उद्गमने +उद्गमय +उद्गमयति +उद्गमयन्ति +उद्गमस्थलम् +उद्गमस्थानं +उद्गमस्थानम् +उद्गमे +उद्गमो +उद्गम्य +उद्गा +उद्गातः +उद्गातश्चक्षुस्ते +उद्गाता +उद्गातार +उद्गातारं +उद्गातारः +उद्गातारम् +उद्गातारो +उद्गातुः +उद्गातुर् +उद्गातृ +उद्गातृभ्यो +उद्गातॄणां +उद्गातेति +उद्गातेव +उद्गातैव +उद्गातोद्गायति +उद्गात्रा +उद्गात्रात्येष्यन्तीति +उद्गात्रादिषु +उद्गात्राऽत्येष्यन्तीति +उद्गात्रा᳘त्येष्यन्ती᳘ति +उद्गात्रे +उद्गाय +उद्गायति +उद्गायत्विति +उद्गायन्ति +उद्गायेति +उद्गायेत् +उद्गार +उद्गारं +उद्गारः +उद्गारवेगेऽभिहते +उद्गारशब्दप्रबलं +उद्गारशुद्धिरुत्साहो +उद्गारश्च +उद्गारे +उद्गारो +उद्गास्यतामिच्छति +उद्गिरणे +उद्गिरति +उद्गिरन्ति +उद्गिरन्ती +उद्गीतं +उद्गीतिः +उद्गीथ +उद्गीथं +उद्गीथः +उद्गीथमुपासीत +उद्गीथशब्देन +उद्गीथस्य +उद्गीथादिषु +उद्गीथे +उद्गीथेति +उद्गीथेनात्ययामेति +उद्गीथो +उद्गीथोऽश्वाः +उद्गीर्णे +उद्गीर्य +उद्गूर्ण +उद्गूर्णं +उद्गूर्णः +उद्गूर्णगणाः +उद्गूर्णबल +उद्गूर्णबलं +उद्गूर्णबलः +उद्गूर्णबलेन्द्र +उद्गूर्णम् +उद्गूर्णा +उद्गूर्णाः +उद्गूर्णायुधाः +उद्गूर्णे +उद्गृह्ण +उद्गृह्णाति +उद्गृह्य +उद्ग्रहणं +उद्ग्राभ +उद्ग्राभं +उद्ग्राभेण +उद्ग्राहः +उद्ग्राहो +उद्घनः +उद्घर्षणं +उद्घर्ष्य +उद्घाटन +उद्घाटनं +उद्घाटनकार्यक्रमः +उद्घाटनम् +उद्घाटने +उद्घाटनेन +उद्घाटय +उद्घाटयति +उद्घाटयितुं +उद्घाटितं +उद्घाटितः +उद्घाटितम् +उद्घाटितवान् +उद्घाटिता +उद्घाटिताः +उद्घाटितानि +उद्घाटिते +उद्घाट्य +उद्घाट्यत +उद्घाट्यते +उद्घाट्यन्ते +उद्घात +उद्घातः +उद्घातो +उद्घुष्टम् +उद्घुष्टवान् +उद्घेदभि +उद्घोषः +उद्घोषणम् +उद्घोषणा +उद्घोषयति +उद्घोषयन्ति +उद्घोषित +उद्घोषितं +उद्घोषितः +उद्घोषितम् +उद्घोषितवान् +उद्घोषिता +उद्घोषिताः +उद्घोषितानि +उद्द +उद्दण्ड +उद्दण्डड्डत्ध् +उद्दण्डस्य +उद्दण्डा +उद्दधार +उद्दा +उद्दान +उद्दानं +उद्दानम् +उद्दाम +उद्दामा +उद्दामानि +उद्दामेति +उद्दामोत्कलिकां +उद्दाल +उद्दालक +उद्दालकः +उद्दालकपुष्पभञ्जिका +उद्दालकस्य +उद्दालकाय +उद्दालकेन +उद्दालको +उद्दालो +उद्दिवं +उद्दिशति +उद्दिशितव्यानि +उद्दिशितव्यो +उद्दिशो +उद्दिश्य +उद्दिश्यते +उद्दिश्येति +उद्दिष्ट +उद्दिष्टं +उद्दिष्टः +उद्दिष्टम् +उद्दिष्टस्य +उद्दिष्टा +उद्दिष्टाः +उद्दिष्टानां +उद्दिष्टे +उद्दिष्टो +उद्दिसिअ +उद्दीपक +उद्दीपकत्वात् +उद्दीपकत्वादिति +उद्दीपन +उद्दीपनं +उद्दीपनम् +उद्दीपनविभाव +उद्दीपनविभावाः +उद्दीपनविभावो +उद्दीपने +उद्दीपयति +उद्दीपितः +उद्दीप्तः +उद्दीप्य +उद्दीप्यस्व +उद्दीप्यस्वेति +उद्दे +उद्देश +उद्देशं +उद्देशः +उद्देशक +उद्देशकः +उद्देशकस् +उद्देशक्रमानुरोधेन +उद्देशतः +उद्देशतो +उद्देशम् +उद्देशश्च +उद्देशस्य +उद्देशाः +उद्देशात्मकविध्यन्तरभावितो +उद्देशानां +उद्देशे +उद्देशेन +उद्देशो +उद्देश्य +उद्देश्यं +उद्देश्यः +उद्देश्यतया +उद्देश्यता +उद्देश्यत्वेन +उद्देश्यमस्ति +उद्देश्यम् +उद्देश्यस्य +उद्देश्या +उद्देश्यानां +उद्देश्यानि +उद्देश्ये +उद्देश्यो +उद्द्योत +उद्द्योतः +उद्द्योते +उद्द्रावः +उद्ध +उद्धं +उद्धत +उद्धतं +उद्धतः +उद्धततरं +उद्धतम् +उद्धता +उद्धताः +उद्धते +उद्धतेन +उद्धतैः +उद्धतो +उद्धत्य +उद्धत्यावोक्ष्य +उद्धन्ति +उद्धन्यमानमस्या +उद्धमविधमा +उद्धर +उद्धरण +उद्धरणं +उद्धरणम् +उद्धरणानि +उद्धरणाय +उद्धरणावलिः +उद्धरणे +उद्धरणैः +उद्धरति +उद्धरतु +उद्धरते +उद्धरत्युक्थानि +उद्धरन् +उद्धरन्ति +उद्धरस्व +उद्धरामि +उद्धरिष्यति +उद्धरिष्यामि +उद्धरिष्याम्यग्नौ +उद्धरेति +उद्धरेत् +उद्धरेत्येव +उद्धरेदात्मनात्मानं +उद्धरेदिति +उद्धरेद् +उद्धर्तव +उद्धर्ता +उद्धर्तुं +उद्धर्तुम् +उद्धर्षय +उद्धर्षयेत् +उद्धर्षिणी +उद्धव +उद्धवं +उद्धवः +उद्धवगीता +उद्धवश्च +उद्धवसन्देशे +उद्धवस्य +उद्धवादय +उद्धवादिषु +उद्धवाय +उद्धवेन +उद्धवो +उद्धवोऽपि +उद्धस्तः +उद्धा +उद्धाटितं +उद्धाट्य +उद्धात +उद्धातः +उद्धातो +उद्धात्यकम् +उद्धात्यकावलगिते +उद्धानं +उद्धार +उद्धारं +उद्धारः +उद्धारम् +उद्धारस्तु +उद्धारस्य +उद्धाराय +उद्धारार्थं +उद्धारे +उद्धारो +उद्धिः +उद्धूयते +उद्धूलनं +उद्धृत +उद्धृतं +उद्धृतः +उद्धृतम् +उद्धृतवान् +उद्धृतस् +उद्धृतस्य +उद्धृता +उद्धृतां +उद्धृताः +उद्धृतानि +उद्धृतासि +उद्धृताऽसि +उद्धृते +उद्धृतेन +उद्धृतैः +उद्धृतो +उद्धृतौ +उद्धृतौदना +उद्धृत्य +उद्धृत्योद्धृत्य +उद्धेदभि +उद्ध्रियते +उद्ध्रियमाणे +उद्ध॑र्षय +उद्नः +उद्ना +उद्नेव +उद्नो +उद्बद्धं +उद्बद्धस्य +उद्बन्धनमृता +उद्बबर्ह +उद्बुद्ध +उद्बुद्धः +उद्बुध्यस्व +उद्बुध्यस्वाग्ने +उद्बुध्यस्वेति +उद्बोधकं +उद्बोधन +उद्बोधनपत्रिकातः +उद्बोधयति +उद्भट +उद्भटः +उद्भटस्य +उद्भटा +उद्भटाः +उद्भटो +उद्भट्टः +उद्भव +उद्भवं +उद्भवः +उद्भवति +उद्भवतीति +उद्भवत्यस्मात् +उद्भवन् +उद्भवन्ति +उद्भवम् +उद्भवश्च +उद्भवस्थानम् +उद्भवस्य +उद्भवा +उद्भवाः +उद्भविष्यति +उद्भवे +उद्भवेत् +उद्भवो +उद्भवोऽस्य +उद्भावने +उद्भावयति +उद्भावयितुं +उद्भावितः +उद्भाविते +उद्भाव्यते +उद्भासितं +उद्भासी +उद्भि +उद्भिच्च +उद्भिच्छब्दस्य +उद्भिज्ज +उद्भिज्जः +उद्भिज्जा +उद्भिज्जाः +उद्भिज्जानि +उद्भित् +उद्भित्पदस्य +उद्भिद +उद्भिदं +उद्भिदः +उद्भिदम् +उद्भिदा +उद्भिदान्युदकान्यत्र +उद्भिदो +उद्भिद् +उद्भिद्बलभिदौ +उद्भिद्य +उद्भिद्यते +उद्भिद्वता +उद्भिनत्ति +उद्भिन्दतीं +उद्भिन्नं +उद्भिन्ना +उद्भूत +उद्भूतं +उद्भूतः +उद्भूतम् +उद्भूतरूपं +उद्भूतरूपवत्त्वस्य +उद्भूतरूपस्य +उद्भूतस्पर्श +उद्भूतस्पर्शवद्द्रव्यं +उद्भूतस्य +उद्भूता +उद्भूताः +उद्भूतानि +उद्भूते +उद्भूतो +उद्भूय +उद्भृतं +उद्भृतम् +उद्भृ॑तं +उद्भृ॑तं॒ +उद्भेद +उद्भेदः +उद्भेदो +उद्भौ +उद्भ्रान्ता +उद्य +उद्यंतं +उद्यः +उद्यच्छति +उद्यच्छते +उद्यच्छन्ति +उद्यच्छन्ते +उद्यत +उद्यतं +उद्यतः +उद्यतम् +उद्यतस्य +उद्यतस्रुचे +उद्यता +उद्यतां +उद्यताः +उद्यतानां +उद्यतानि +उद्यतान्यायुधानि +उद्यतायुधनिस्त्रिंशा +उद्यति +उद्यती +उद्यते +उद्यतेषु +उद्यतेष्वपि +उद्यतैराहवे +उद्यतो +उद्यतौ +उद्यत् +उद्यत्य +उद्यत्सु +उद्यदादित्यसंकाशं +उद्यदिति +उद्यद्धासः +उद्यद्ब्रध्नस्य +उद्यन् +उद्यन्त +उद्यन्तं +उद्यन्तमस्तं +उद्यन्तमारोहति +उद्यन्तम् +उद्यन्ति +उद्यन्ती +उद्यन्तु +उद्यन्तुं +उद्यन्तुम् +उद्यन्त् +उद्यन्त्समुद्रादुत +उद्यन्त्सूर्यो +उद्यन्नद्य +उद्यन्नादित्यः +उद्यन्न् +उद्यन्भ्राजभृष्णुरिन्द्रो +उद्यम +उद्यमं +उद्यमः +उद्यमत्वेन +उद्यमन +उद्यमनम् +उद्यमने +उद्यमपतिः +उद्यमम् +उद्यमशीलता +उद्यमशीलतायाः +उद्यमश्च +उद्यमस्य +उद्यमा +उद्यमाः +उद्यमानां +उद्यमाश्च +उद्यमिनः +उद्यमी +उद्यमे +उद्यमेन +उद्यमेषु +उद्यमो +उद्यम्य +उद्यम्योद्यम्य +उद्ययौ +उद्यात् +उद्यान +उद्यानं +उद्यानपालः +उद्यानपालसामान्यमृतवस्तमुपासते +उद्यानपालिका +उद्यानभूमिं +उद्यानभूमिमागम्य +उद्यानमस्ति +उद्यानमिदं +उद्यानम् +उद्यानवनं +उद्यानवनम् +उद्यानवने +उद्यानवासिन्याः +उद्यानस्य +उद्यानात् +उद्यानादौ +उद्यानानां +उद्यानानि +उद्याने +उद्यानेषु +उद्यानैः +उद्यापनं +उद्यापनविधिं +उद्यापने +उद्यावः +उद्यास्यन्वा +उद्युक्त +उद्युक्तं +उद्युक्तः +उद्युक्ता +उद्युक्ताः +उद्युक्ते +उद्युक्तो +उद्युङ्क्ते +उद्ये +उद्येति +उद्यो +उद्योग +उद्योगं +उद्योगः +उद्योगक्षेत्रे +उद्योगपतयः +उद्योगपति +उद्योगपतिः +उद्योगपर्व +उद्योगपर्वणि +उद्योगमन्त्रालयः +उद्योगम् +उद्योगश्च +उद्योगस्य +उद्योगाः +उद्योगानां +उद्योगाय +उद्योगिन +उद्योगिनं +उद्योगिनः +उद्योगी +उद्योगे +उद्योगेन +उद्योगेषु +उद्योगो +उद्योजयितव्या +उद्योतः +उद्योतकरः +उद्योते +उद्र +उद्रः +उद्रि +उद्रिक्त +उद्रिक्तं +उद्रिक्ते +उद्रिणं +उद्रिणम् +उद्रीव +उद्रेक +उद्रेकः +उद्रो +उद्व +उद्वंशपुत्रः +उद्वंशमिव +उद्वंशीयं +उद्वंशीयम् +उद्वत +उद्वतः +उद्वतश्च +उद्वता +उद्वती +उद्वत् +उद्वत्प्राजापत्यम् +उद्वदति +उद्वद् +उद्वद्भार्गवं +उद्वद्भार्गवम् +उद्वद्वा +उद्वधीन्मा +उद्वपति +उद्वमति +उद्वमने +उद्वमन् +उद्वयं +उद्वयमिति +उद्वयम् +उद्वयस्य +उद्वर्त +उद्वर्तनं +उद्वर्तने +उद्वर्तापयेत्परिमर्दापयेत्पाचत्तिकम् +उद्वर्तितं +उद्वर्तितमहाग्राहः +उद्वर्त्तनं +उद्वर्त्य +उद्वह +उद्वहः +उद्वहतः +उद्वहति +उद्वहते +उद्वहन् +उद्वहन्तं +उद्वहन्ति +उद्वहन्ती +उद्वहश्च +उद्वहस्व +उद्वहेत +उद्वहेत् +उद्वहेयं +उद्वहो +उद्वा +उद्वां +उद्वादनात् +उद्वान्तः +उद्वायति +उद्वायात् +उद्वायेत् +उद्वारो +उद्वास +उद्वासन +उद्वासनं +उद्वासनकाले +उद्वासनप्रभृतीनि +उद्वासयति +उद्वासयते +उद्वासयेत् +उद्वासितम् +उद्वासीकारिण +उद्वास्य +उद्वास्यमानम् +उद्वाह +उद्वाहं +उद्वाहः +उद्वाहतत्त्वे +उद्वाहयति +उद्वाहश्च +उद्वाहार्थं +उद्वाहावसितौ +उद्वाहितं +उद्वाहिता +उद्वाहे +उद्वाहो +उद्वाह्य +उद्विकासः +उद्विग्न +उद्विग्नं +उद्विग्नः +उद्विग्नवान् +उद्विग्ना +उद्विग्नाः +उद्विग्नाश्च +उद्विग्ने +उद्विग्नो +उद्विजते +उद्विजन्ते +उद्विजिता +उद्विजेत +उद्विजेत् +उद्विभ्यां +उद्वीक्ष्य +उद्वृत्त +उद्वृत्तं +उद्वृत्तः +उद्वृत्तना +उद्वृत्ता +उद्वृत्तो +उद्वे +उद्वेग +उद्वेगं +उद्वेगः +उद्वेगग्रस्तः +उद्वेगम् +उद्वेगश्च +उद्वेगस्य +उद्वेगे +उद्वेगेन +उद्वेगो +उद्वेजनं +उद्वेजनम् +उद्वेजनीया +उद्वेजनीयो +उद्वेजयति +उद्वेजितः +उद्वेजिता +उद्वेजिताः +उद्वेति +उद्वेपय +उद्वेलः +उद्वेष्टनं +उद्वे॑पय +उद्वोढुं +उद्व॒यं +उद्वꣳशीयम् +उद्‌धृत्य +उद्‌भारितम् +उद॑क्तात् +उद॑ग्ने +उद॑ग्ने॒ +उद॑स्य +उद॒कं +उध +उधमपुरमण्डलम् +उधमपुरम् +उधमसिङ्गनगरमण्डलम् +उधर +उध्यानम् +उध्रस +उन +उनः +उनउनउनियम +उनउनक्वाडृयम +उनउननिलियम +उनउनबियम +उनउनहेक्जियम +उनका +उनकी +उनके +उनको +उनचास +उनत्ति +उनन् +उनन्प्रत्ययः +उनपर +उनप्रत्ययः +उनमे +उनमें +उनले +उनसे +उना +उनामण्डलम् +उनि +उनी +उने +उन् +उन्द +उन्दति +उन्दतीर्बलं +उन्दनम् +उन्दने +उन्दन्ति +उन्दन्तु +उन्दिदिषति +उन्दी +उन्दुरुः +उन्दे +उन्देरिच्चादेः +उन्द् +उन्धं +उन्न +उन्नः +उन्नत +उन्नतं +उन्नतः +उन्नतकाल +उन्नतकालः +उन्नतकूर्दनम् +उन्नतजीवा +उन्नतज्या +उन्नतत्वं +उन्नतप्रदेशाः +उन्नतप्रदेशे +उन्नतभागाः +उन्नतमपि +उन्नतमिति +उन्नतम् +उन्नतशिक्षणं +उन्नतस्तरस्य +उन्नतस्तरे +उन्नतस्थानं +उन्नतस्थाने +उन्नतस्य +उन्नता +उन्नतां +उन्नतांश +उन्नतांशा +उन्नतांशाः +उन्नताः +उन्नताधिकारिणः +उन्नतानां +उन्नतानि +उन्नति +उन्नतिं +उन्नतिः +उन्नतिम् +उन्नते +उन्नतेः +उन्नतेति +उन्नतेन +उन्नतेषु +उन्नतो +उन्नतौ +उन्नत्यर्थं +उन्नत्या +उन्नत्यै +उन्नमति +उन्नमन्ति +उन्नमयन्ति +उन्नमय्य +उन्नम्भय +उन्नम्य +उन्नय +उन्नयः +उन्नयति +उन्नयते +उन्नयन +उन्नयनं +उन्नयनम् +उन्नयनशील +उन्नयने +उन्नयन्ति +उन्नयामि +उन्नये +उन्नयेत् +उन्नसं +उन्नसः +उन्नाम्य +उन्नायः +उन्नाव +उन्नावमण्डलम् +उन्नाव् +उन्निद्र +उन्निनाय +उन्निनीषत +उन्निनीषते +उन्निन्यथुः +उन्निवत +उन्निवतः +उन्नी +उन्नीत +उन्नीतं +उन्नीतः +उन्नीतम् +उन्नीतो +उन्नीय +उन्नीयः +उन्नीयते +उन्नीयन्ते +उन्नीयमानम् +उन्नीयमानसूक्तस्य +उन्नीयमाने +उन्नीयमानेभ्यो +उन्नीयमानेभ्योऽनुब्रूहि +उन्नीस +उन्नीसवां +उन्नीसवीं +उन्नीसवें +उन्नेतर्वसीयो +उन्नेता +उन्नेतारं +उन्नेतुं +उन्नेतुः +उन्नेतुम् +उन्नेत्रे +उन्नेय +उन्नेयः +उन्नेया +उन्नेयाः +उन्न्यः +उन्न्यौ +उन्पन्न +उन्भ +उन्म +उन्मज्जति +उन्मज्जनं +उन्मज्जन्ति +उन्मज्ज्य +उन्मण्डल +उन्मण्डलं +उन्मण्डलम् +उन्मण्डलस्य +उन्मण्डलादुपरि +उन्मण्डले +उन्मत्त +उन्मत्तं +उन्मत्तः +उन्मत्तक +उन्मत्तकः +उन्मत्तकस्य +उन्मत्तको +उन्मत्तगङ्गं +उन्मत्तगङ्गम् +उन्मत्तजडमूकाश्च +उन्मत्तबीजं +उन्मत्तभैरवः +उन्मत्तमत्यर्थमुपद्रुतं +उन्मत्तमिव +उन्मत्तम् +उन्मत्तवत् +उन्मत्तवदाचरन्तः +उन्मत्तवेषः +उन्मत्तस्य +उन्मत्ता +उन्मत्तां +उन्मत्ताः +उन्मत्तानां +उन्मत्तानाम् +उन्मत्तान् +उन्मत्तिके +उन्मत्ते +उन्मत्तेन +उन्मत्तेव +उन्मत्तो +उन्मत्तोऽन्धश्च +उन्मथ्य +उन्मदः +उन्मदा +उन्मदिष्णुः +उन्मदेति +उन्मध्यमाः +उन्मन +उन्मनस् +उन्मना +उन्मनाः +उन्मनायते +उन्मनी +उन्मन्थकः +उन्मन्थो +उन्मन्या +उन्ममज्ज +उन्ममाथ +उन्मा +उन्माथः +उन्माद +उन्मादं +उन्मादः +उन्मादनिदानं +उन्मादनिदानम् +उन्मादयन्ति +उन्मादवान् +उन्मादवासवदत्ता +उन्मादस्त्वग्दोषो +उन्मादस्य +उन्मादा +उन्मादाधिकारः +उन्मादिनी +उन्मादिनीति +उन्मादी +उन्मादे +उन्मादेन +उन्मादो +उन्माद्यति +उन्माद्यतीत्यर्थः +उन्मान +उन्मानं +उन्माने +उन्मार्ग +उन्मा॑ +उन्मिषति +उन्मिषन् +उन्मिषन्निमिषन्निति +उन्मी +उन्मीलति +उन्मीलदिति +उन्मीलन +उन्मीलनं +उन्मीलनी +उन्मीलने +उन्मीलन्ति +उन्मीलन्मधुगन्धलुब्धमधुपव्याधूतचूताङ्कुर +उन्मीलयति +उन्मीलयन्ति +उन्मीलित +उन्मीलितं +उन्मीलितम् +उन्मीलिता +उन्मीलिताङ्कारः +उन्मीलिते +उन्मीलिनी +उन्मील्य +उन्मुक्तं +उन्मुक्तः +उन्मुक्तो +उन्मुख +उन्मुखं +उन्मुखः +उन्मुखा +उन्मुखी +उन्मुखो +उन्मुच्य +उन्मूलनं +उन्मूलनम् +उन्मूलने +उन्मूलय +उन्मूलयति +उन्मूलयितुं +उन्मूलानथ +उन्मूलितः +उन्मूलिते +उन्मूल्य +उन्मृज्य +उन्मृष्ट +उन्मेष +उन्मेषं +उन्मेषः +उन्मेषणनिमेषणे +उन्मेषनिमेषाभ्यां +उन्मेषात् +उन्मेषो +उन्मोचनप्रमोचने +उन्म॑ध्य॒माः +उन्यते +उन्ही +उन्हीं 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+उपकृतः +उपकृतमनेन +उपकृतम् +उपकृता +उपकृत्य +उपकोशा +उपकोसलविद्यायां +उपकोसलो +उपक्रन्ता +उपक्रम +उपक्रमं +उपक्रमः +उपक्रमगाथाः +उपक्रमणिका +उपक्रमत +उपक्रमते +उपक्रमश्च +उपक्रमस्य +उपक्रमा +उपक्रमाः +उपक्रमात् +उपक्रमे +उपक्रमेत +उपक्रमेत् +उपक्रमो +उपक्रमोप +उपक्रमोपसंहार +उपक्रमोपसंहारयोः +उपक्रमोपसंहाराभ्यां +उपक्रमोपसंहारावभ्यासोऽपूर्वता +उपक्रमोपसंहारौ +उपक्रम्य +उपक्रम्यते +उपक्रान्तं +उपक्रान्तः +उपक्रान्तस्य +उपक्रान्ता +उपक्रान्ते +उपक्रामति +उपक्लृप्ता +उपक्लेशः +उपक्लेशा +उपक्लेशाश्च +उपक्षपयति +उपक्षपयितारं +उपक्षपयितुः +उपक्षपयित्रे +उपक्षयति +उपक्षये +उपक्षरन्ति +उपक्षिपति +उपक्षिप्तं +उपक्षिप्तः +उपक्षिप्यते +उपक्षिप्यन्ते +उपक्षेति +उपक्षेप +उपक्षेपः +उपक्षेपस्तु +उपक्षेपे +उपकॢप्तः +उपकॢप्ता +उपकॢप्ताः +उपग +उपगच्छ +उपगच्छत +उपगच्छतम् +उपगच्छति +उपगच्छतु +उपगच्छन् +उपगच्छन्तः +उपगच्छन्ति +उपगच्छन्तु +उपगच्छसि +उपगच्छामि +उपगच्छेत् +उपगणाः +उपगत +उपगतं +उपगतः +उपगतका +उपगतकानां +उपगतकानामावासी +उपगतकानामेव +उपगतकानुपगतकान् +उपगतम् +उपगतवति +उपगतस्य +उपगता +उपगताः +उपगतानां +उपगते +उपगतेन +उपगतो +उपगतोऽपि +उपगतौ +उपगत्य +उपगन्तुं +उपगमः +उपगमने +उपगमे +उपगम्य +उपगातार +उपगातारः +उपगातारो +उपगानं +उपगानम् +उपगाम +उपगायति +उपगायन्ति +उपगिरम् +उपगिरि +उपगीतः +उपगीति +उपगीतिः +उपगीयमाना +उपगीयमानो +उपगु +उपगुं +उपगुप्त +उपगुप्तं +उपगुप्तः +उपगुप्तश्च +उपगुप्तसकाशं +उपगुप्तो +उपगुम् +उपगुह्य +उपगूहति +उपगूहनं +उपगूहनम् +उपगूह्य +उपगृह्णाति +उपगृह्णीयात् +उपगृह्य +उपगोः +उपगोरपत्यमौपगवः +उपगोरपत्यम् +उपग्रह +उपग्रहं +उपग्रहः +उपग्रहस्य +उपग्रहाः +उपग्रहाणां +उपग्रहाणाम् +उपग्रहात् +उपग्रहाधिकारः +उपग्रहे +उपग्रहेण +उपग्रहैः +उपग्रहो +उपग्रहौ +उपग्राहयेत् +उपघात +उपघातं +उपघातः +उपघातकान् +उपघाताय +उपघातिनः +उपघाती +उपघाते +उपघातो +उपघ्न +उपघ्नः +उपच +उपचक्र +उपचक्रमे +उपचक्राम +उपचचार +उपचतुराः +उपचय +उपचयं +उपचयः +उपचयापचयौ +उपचये +उपचयो +उपचरति +उपचरन्ति +उपचरित +उपचरितः +उपचरिता +उपचरितो +उपचर्म +उपचर्मम् +उपचर्य +उपचर्यत +उपचर्यते +उपचा +उपचाय्य +उपचार +उपचारं +उपचारः +उपचारच्छलम् +उपचारत +उपचारपदं +उपचारस्य +उपचारा +उपचाराः +उपचाराणि +उपचारात् +उपचारात्तु +उपचारादिति +उपचाराद् +उपचारान् +उपचारार्थं +उपचारे +उपचारेण +उपचारेषु +उपचारै +उपचारैः +उपचारैश्च +उपचारो +उपचार्य +उपचित +उपचितं +उपचितः +उपचितम् +उपचिता +उपचितानि +उपचितावयवा +उपचितिमुपयाति +उपचिते +उपचितो +उपचितौ +उपचित्रम् +उपचित्रा +उपचिनोति +उपचिन्वन्ति +उपचीयत +उपचीयते +उपचीयन्ते +उपच्छन्नानि +उपज +उपजगाम +उपजगौ +उपजन +उपजनः +उपजनयति +उपजना +उपजनो +उपजपति +उपजपेत् +उपजहिं +उपजा +उपजात +उपजातः +उपजातयः +उपजाता +उपजाति +उपजातिः +उपजातिच्छन्दः +उपजातिवृत्तम् +उपजानु +उपजानूपकर्णोपनीवेष्ठक् +उपजाप +उपजापं +उपजापः +उपजापयेत् +उपजायत +उपजायते +उपजायन्ते +उपजायमानः +उपजिह्वा +उपजिह्वां +उपजिह्विका +उपजी +उपजीका +उपजीव +उपजीवति +उपजीवनं +उपजीवनीये +उपजीवनीयो +उपजीवन्ति +उपजीवन्त्य् +उपजीवा +उपजीविका +उपजीविकां +उपजीविनः +उपजीविनां +उपजीवी +उपजीवेयुः +उपजीव्य +उपजीव्यं +उपजीव्यः +उपजीव्यत्वात् +उपजीव्यत्वेन +उपजीव्या +उपजुह्वति +उपज्ञा +उपज्ञातं +उपज्ञाते +उपज्ञोपक्रमं +उपडः +उपढौकने +उपतप्तः +उपतप्ते +उपतप्तोदका +उपतस्थिरे +उपतस्थुः +उपतस्थुर्महात्मानं +उपतस्थे +उपताप +उपतापं +उपतापः +उपतापिते +उपतापी +उपतापे +उपतापो +उपति +उपतिष्ठंति +उपतिष्ठत +उपतिष्ठति +उपतिष्ठतु +उपतिष्ठते +उपतिष्ठन्त +उपतिष्ठन्ति +उपतिष्ठन्तु +उपतिष्ठन्ते +उपतिष्ठस्व +उपतिष्ठेत +उपतिष्ठेत् +उपतिष्ठेयं +उपतिष्ठेरन् +उपते +उपत्य +उपत्यका +उपत्यकाः +उपत्यकाद्रेरासन्ना +उपत्यकायां +उपत्यकायाः +उपत्यकासु +उपत्रितस्य +उपदंश +उपदंशं +उपदंशः +उपदंशस्तृतीयायाम् +उपदंशाधिकारः +उपदंशे +उपदंशेषु +उपदधति +उपदधद् +उपदधाति +उपदधातीति +उपदधातीमान् +उपदधात्या +उपदधात्य् +उपदधामि +उपदधामीति +उपदधाम्यहम् +उपदधे +उपदध्यात् +उपदध्यादिति +उपदध्याद् +उपदयां +उपदर्शन +उपदर्शित +उपदर्शितः +उपदर्श्यते +उपदश +उपदशं +उपदशा +उपदशाः +उपदस्येत् +उपदा +उपदाः +उपदानवी +उपदाय +उपदाश्च +उपदि +उपदिदीये +उपदिदेश +उपदिश +उपदिशति +उपदिशतु +उपदिशन् +उपदिशन्ति +उपदिशन्नुवाच +उपदिशन्नुवाचैष +उपदिशामि +उपदिशेत् +उपदिशेम +उपदिश्य +उपदिश्यत +उपदिश्यताम् +उपदिश्यते +उपदिश्यन्ते +उपदिश्यस्य +उपदिश्येते +उपदिष्ट +उपदिष्टं +उपदिष्टः +उपदिष्टम् +उपदिष्टवान् +उपदिष्टस्य +उपदिष्टा +उपदिष्टाः +उपदिष्टानि +उपदिष्टे +उपदिष्टो +उपदीका +उपदीक्षी +उपदुह्यन्ताम् +उपदे +उपदेक्ष्यति +उपदेक्ष्यते +उपदेक्ष्यन्ति +उपदेक्ष्यामः +उपदेक्ष्यामि +उपदेवः +उपदेवा +उपदेश +उपदेशं +उपदेशः +उपदेशक +उपदेशकः +उपदेशकाले +उपदेशके +उपदेशको +उपदेशकों +उपदेशग्रहणं +उपदेशनं +उपदेशपदं +उपदेशप्रदानेन +उपदेशभागः +उपदेशभेदान्नेति +उपदेशम् +उपदेशरूप +उपदेशशतकम् +उपदेशश्च +उपदेशसाहस्री +उपदेशसे +उपदेशस्तु +उपदेशस्य +उपदेशा +उपदेशाः +उपदेशात् +उपदेशादयं +उपदेशादिना +उपदेशाद् +उपदेशानां +उपदेशानुसारं +उपदेशानुसारम् +उपदेशान् +उपदेशापदेशातिदेशार्थापत्तिनिर्णयाः +उपदेशाय +उपदेशिवद्भावो +उपदेशिवद्वचनं +उपदेशे +उपदेशेन +उपदेशेषु +उपदेशेऽजनुनासिक +उपदेशेऽत्वत +उपदेशेऽत्वतः +उपदेशेऽनुदात्तात् +उपदेशेऽन्त्यं +उपदेशेऽशिति +उपदेशो +उपदेशों +उपदेशोऽस्ति +उपदेश्यन्ति +उपदेष्टव्यः +उपदेष्टा +उपदेष्टारः +उपदेष्टारो +उपदेष्टुं +उपदेष्टुम् +उपदेहे +उपदेहो +उपद्यते +उपद्र +उपद्रव +उपद्रवं +उपद्रवः +उपद्रवकारिणः +उपद्रवति +उपद्रवन्ति +उपद्रवम् +उपद्रवश्च +उपद्रवस्य +उपद्रवा +उपद्रवाः +उपद्रवाणां +उपद्रवानाह +उपद्रवान् +उपद्रवाश्च +उपद्रवे +उपद्रवैः +उपद्रवैर्विना +उपद्रवो +उपद्रवों +उपद्रष्टा +उपद्रष्टानुमन्ता +उपद्रष्टारम् +उपद्रष्टेति +उपद्रष्ट्रे +उपद्रुतं +उपद्रुतम् +उपद्रुताः +उपद्रुते +उपध +उपधत्ते +उपधया +उपधस्य +उपधा +उपधातुः +उपधातुभेदे +उपधातुविशेषः +उपधात् +उपधादीर्घ +उपधादीर्घः +उपधादीर्घत्वम् +उपधादीर्घाभावः +उपधान +उपधानं +उपधानः +उपधानकाले +उपधानम् +उपधानस्य +उपधानानि +उपधाने +उपधापयेते +उपधाभिः +उपधाभिश्च +उपधाभूतस्य +उपधाय +उपधाया +उपधायां +उपधायाः +उपधायाश्च +उपधारणे +उपधारय +उपधार्य +उपधालोपः +उपधालोपश्च +उपधालोपिनः +उपधालोपिनोऽन्यतरस्याम् +उपधालोपे +उपधालोपो +उपधावति +उपधावामि +उपधावृद्धि +उपधावृद्धिः +उपधावृद्धौ +उपधाशुद्धान् +उपधाह्रस्वः +उपधाह्रस्वत्वं +उपधाह्रस्वत्वम् +उपधाह्रस्वे +उपधि +उपधिं +उपधिः +उपधिना +उपधीयते +उपधीयन्ते +उपधीयान्तै +उपधेया +उपधौ +उपध्मानं +उपध्मानीय +उपध्मानीयः +उपध्वस्ताः +उपध्वस्तो +उपन +उपनगर +उपनगरीयधूमशकटमार्गः +उपनत +उपनतं +उपनतः +उपनतसन्धयः +उपनता +उपनतो +उपनदम् +उपनदि +उपनदी +उपनद्धः +उपनद्धस्य +उपनद्धो +उपनद्यः +उपनद्याः +उपनन्दः +उपनन्दनो +उपनन्दस्य +उपनन्देन +उपनन्दो 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+उपनिषद्भ्यः +उपनिषद्भ्यो +उपनिषद्विशेषः +उपनिषद‌ +उपनिष्के +उपनिष्क्रम्य +उपनिष्क्रामन्ति +उपनीत +उपनीतं +उपनीतः +उपनीतम् +उपनीतस्य +उपनीता +उपनीताः +उपनीते +उपनीतो +उपनीय +उपनीयतां +उपनीयते +उपनेता +उपन् +उपन्न +उपन्यस्त +उपन्यस्तं +उपन्यस्तः +उपन्यस्तमपन्यस्तं +उपन्यस्तम् +उपन्यस्तस्य +उपन्यस्ता +उपन्यस्ताः +उपन्यस्तानि +उपन्यस्ते +उपन्यस्तो +उपन्यस्य +उपन्यस्यति +उपन्यस्यते +उपन्यास +उपन्यासं +उपन्यासः +उपन्यासकारः +उपन्यासरचयितारः +उपन्यासस्तु +उपन्यासस्य +उपन्यासाः +उपन्यासात् +उपन्यासे +उपन्यासेन +उपन्यासो +उपप +उपपति +उपपतिः +उपपतौ +उपपत्ति +उपपत्तिं +उपपत्तिः +उपपत्तितः +उपपत्तिभिः +उपपत्तिमवस्थां +उपपत्तिमानेवागमः +उपपत्तिमाह +उपपत्तिरिति +उपपत्तिर् +उपपत्तिश्च +उपपत्तिस्तु +उपपत्तेः +उपपत्तेरिति +उपपत्तेश्च +उपपत्तौ +उपपत्त्या +उपपत्स्यते +उपपत्स्यन्ते +उपपद +उपपदं +उपपदत्व +उपपदमतिङ् +उपपदम् +उपपदयोः +उपपदविधौ +उपपदविभक्तेः +उपपदसंज्ञा +उपपदसमास +उपपदसमासः +उपपदसमासप्रकरणम् +उपपदसमासश्च +उपपदसमासे +उपपदसमासो +उपपदस्य +उपपदात् +उपपदे +उपपदेन +उपपदेषु +उपपद्य +उपपद्यत 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+उपयुज्य +उपयुज्यत +उपयुज्यताम् +उपयुज्यते +उपयुज्यन्त +उपयुज्यन्ते +उपयुज्यमानं +उपयुज्यमानः +उपयुज्यमानम् +उपयुज्यमाना +उपयुज्यमानाः +उपयुज्यमानानि +उपयुज्यमानेषु +उपयुज्येते +उपयुञ्जते +उपयुञ्जाना +उपयुञ्जीत +उपयुनक्ति +उपये +उपयेमिरे +उपयेमे +उपयेमेऽथ +उपयो +उपयोक्तव्यः +उपयोक्तव्यम् +उपयोक्तव्या +उपयोक्ता +उपयोक्तुं +उपयोक्तुम् +उपयोक्तृणां +उपयोग +उपयोगं +उपयोगः +उपयोगतः +उपयोगम् +उपयोगश्च +उपयोगस्य +उपयोगाः +उपयोगात् +उपयोगाय +उपयोगार्थं +उपयोगि +उपयोगिता +उपयोगितायाः +उपयोगित्वं +उपयोगिनः +उपयोगिनी +उपयोगिनो +उपयोगी +उपयोगीति +उपयोगीनि +उपयोगे +उपयोगेन +उपयोगो +उपयोजकः +उपयोजयन्ति +उपयोजयेत् +उपयोज्यश्चरुरयं +उपर +उपरः +उपरकोट +उपरक्त +उपरक्तं +उपरक्तः +उपरक्तो +उपरज्यते +उपरत +उपरतं +उपरतः +उपरतम् +उपरतस्तितिक्षुः +उपरता +उपरताः +उपरताति +उपरति +उपरतिं +उपरतिः +उपरते +उपरतेषु +उपरतो +उपरम +उपरमः +उपरमत +उपरमति +उपरमते +उपरमन्ते +उपरमे +उपरमेत् +उपरम् +उपरम्य +उपरराम +उपरवः +उपरवदेशे +उपरवविधिः +उपरवा +उपरवाः +उपरवाणां +उपरस +उपरसा +उपरसाः +उपरस्य +उपरा +उपरांत +उपराः +उपराग +उपरागं +उपरागः +उपरागशब्दे +उपरागान्ते +उपरागे +उपरागेण +उपरागो +उपराज +उपराजम् +उपरान्त +उपराम +उपराष्ट्रपतयः +उपराष्ट्रपति +उपराष्ट्रपतिः +उपरास +उपरासः +उपरासु +उपरि +उपरिकाण्डे +उपरिगत +उपरितः +उपरितन +उपरितनं +उपरितनः +उपरितनभागे +उपरितनयच्छब्दभिन्नार्थत्वप्रसङ्गात् +उपरितनान् +उपरितने +उपरितनेन +उपरिदेशे +उपरिनाभि +उपरिप्रदेशे +उपरिबभ्रवः +उपरिभाग +उपरिभागः +उपरिभागस्य +उपरिभागे +उपरिभावे +उपरिविहायसमभ्युद्गम्य +उपरिष्टा +उपरिष्टाच् +उपरिष्टाच्च +उपरिष्टाज्ज्योतिः +उपरिष्टात् +उपरिष्टात्काल +उपरिष्टात्तु +उपरिष्टात्स +उपरिष्टादधस्ताच्च +उपरिष्टादायतना +उपरिष्टादिति +उपरिष्टादुपयामा +उपरिष्टाद् +उपरिष्टाद्गच्छन्ति +उपरिष्टाद्बृहती +उपरिष्टाद्वा +उपरिष्टान् +उपरिष्टाल्लक्ष्मा +उपरिस्थं +उपरिस्थितः +उपरिस्पृक् +उपरिस्पृशं +उपरिस्पृशम् +उपरी +उपरीति +उपरीव +उपरुद्ध +उपरुद्धं +उपरुद्धः +उपरुद्धा +उपरुद्धां +उपरुध्य +उपरुध्यते +उपरुध्येरन् +उपरुन्धन्ति +उपरूपक +उपरूपकाणि +उपरे +उपरेण +उपरेषु +उपरेि +उपरो +उपरोक्त +उपरोध +उपरोधं +उपरोधः +उपरोधो +उपरोहित +उपरोहितहि +उपर्यधः +उपर्यधश्च +उपर्यधो +उपर्यध्यधसः +उपर्यन्तरीक्षे +उपर्यपि +उपर्यादिषु +उपर्याहवनीये +उपर्यु +उपर्युक्त +उपर्युक्तं +उपर्युक्तवर्णनात् +उपर्युक्तविमर्शात् +उपर्युक्तस्य +उपर्युक्ताः +उपर्युक्तानां +उपर्युक्तानि +उपर्युक्ते +उपर्युक्तेन +उपर्युक्तेषु +उपर्युपरि +उपर्युपरिष्टात् +उपर्युपर्य् +उपर्येव +उपर्य् +उपर्य्यधो +उपर्य्युपरि +उपल +उपलं +उपलः +उपलक्षकः +उपलक्षण +उपलक्षणं +उपलक्षणतया +उपलक्षणत्वात् +उपलक्षणत्वे +उपलक्षणत्वेन +उपलक्षणमिति +उपलक्षणमिदं +उपलक्षणमिदम् +उपलक्षणमेतत् +उपलक्षणम् +उपलक्षणस्य +उपलक्षणा +उपलक्षणार्थं +उपलक्षणार्थः +उपलक्षणार्थम् +उपलक्षणे +उपलक्षणेन +उपलक्षयति +उपलक्षयेत् +उपलक्षित +उपलक्षितं +उपलक्षितः +उपलक्षितम् +उपलक्षितस्य +उपलक्षिता +उपलक्षिताः +उपलक्षिते +उपलक्षितो +उपलक्ष्य +उपलक्ष्यते +उपलक्ष्यन्ते +उपलक्ष्ये +उपलप्रक्षिणी +उपलब्ध +उपलब्धं +उपलब्धः +उपलब्धता +उपलब्धमस्ति +उपलब्धम् +उपलब्धयः +उपलब्धवती +उपलब्धस्य +उपलब्धा +उपलब्धाः +उपलब्धानि +उपलब्धि +उपलब्धिं +उपलब्धिः +उपलब्धिद्वाराणि +उपलब्धिरिति +उपलब्धिर् +उपलब्धिर्भवति +उपलब्धिलक्षणप्राप्तस्य +उपलब्धिलक्षणप्राप्तो +उपलब्धिवदनियमः +उपलब्धिहेतुः +उपलब्धुं +उपलब्धृ +उपलब्धे +उपलब्धेः +उपलब्धेरिति +उपलब्धेरेव +उपलब्धेषु +उपलब्धो +उपलब्धौ +उपलब्ध्यनुपलब्धी +उपलब्ध्या +उपलभते +उपलभन्ते +उपलभमानः +उपलभमानो +उपलभामहे +उपलभे +उपलभेत +उपलभ्य +उपलभ्यं +उपलभ्यः +उपलभ्यत +उपलभ्यते +उपलभ्यन्त +उपलभ्यन्ते +उपलभ्यमानं +उपलभ्यमानः +उपलभ्यमानत्वात् +उपलभ्यमाना +उपलभ्यमानाः +उपलभ्यमाने +उपलभ्यमानो +उपलभ्याप्सु +उपलभ्येत +उपलभ्येते +उपलभ्येरन् +उपलम् +उपलम्भ +उपलम्भः +उपलम्भन +उपलम्भने +उपलम्भस्य +उपलम्भात् +उपलम्भे +उपलम्भो +उपला +उपलाः +उपलिङ्गनं +उपलिप्ते +उपलिप्य +उपलिप्यते +उपलिप्याथ +उपले +उपलेपनं +उपलेपनम् +उपलेपने +उपलेषु +उपलैः +उपलो +उपल्कारीयति +उपवक्ता +उपवदति +उपवदते +उपवन +उपवनं +उपवनम् +उपवनानि +उपवनान्तलताः +उपवने +उपवनेषु +उपवपति +उपवपेत् +उपवर्गाः +उपवर्णितं +उपवर्णितः +उपवर्णितम् +उपवर्णिताः +उपवर्ण्यते +उपवर्ष +उपवर्षः +उपवसति +उपवसथ +उपवसथः +उपवसथे +उपवसन्ति +उपवसन्तु +उपवसेत् +उपवा +उपवाका +उपवाच्यो +उपवाजयति +उपवादः +उपवादे +उपवास +उपवासं +उपवासः +उपवासकृशां +उपवासकृशो 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+उपसर्गाच्छन्दसि +उपसर्गाणां +उपसर्गाणाम् +उपसर्गातिति +उपसर्गात् +उपसर्गात्तः +उपसर्गात्सुनोति +उपसर्गात्सुनोतिसुवतीत्यादिना +उपसर्गात्सुनोतीति +उपसर्गात्स्वाङ्गं +उपसर्गादध्वनः +उपसर्गादनोत्परः +उपसर्गादसमासे +उपसर्गादसमासेऽपि +उपसर्गादस्यत्यूह्योर्वेति +उपसर्गादिति +उपसर्गादुत्तरस्य +उपसर्गादृति +उपसर्गाद् +उपसर्गाद्बहुलम् +उपसर्गाधिकारः +उपसर्गावृत्त्या +उपसर्गाश्च +उपसर्गाश्चाभिवर्जम् +उपसर्गास्तु +उपसर्गे +उपसर्गेण +उपसर्गेभ्यः +उपसर्गेषु +उपसर्गेऽदः +उपसर्गेऽपि +उपसर्गो +उपसर्गों +उपसर्ज +उपसर्जन +उपसर्जनं +उपसर्जनतया +उपसर्जनत्वात् +उपसर्जनमिति +उपसर्जनम् +उपसर्जनस्य +उपसर्जनस्येति +उपसर्जनह्रस्वत्वे +उपसर्जनान्वयिषष्ठीत्वादपि +उपसर्जने +उपसर्ज्जनं +उपसर्प +उपसर्पतां +उपसर्पति +उपसर्पतु +उपसर्पत्वार्यः +उपसर्पन् +उपसर्पन्ति +उपसर्पामि +उपसर्प्य +उपसर्या +उपसर्य्या +उपससार +उपसाचा +उपसादयति +उपसादयेत् +उपसादयेद् +उपसाद्य +उपसाद्यमानम् +उपसि +उपसिक्त +उपसिक्तं +उपसिच्य +उपसिञ्चति +उपसीदति +उपसीदन् +उपसीदन्ति +उपसीदन्तीति +उपसीदेत् +उपसृज +उपसृजति +उपसृजन् +उपसृज्यन्ते +उपसृत्य 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+उपस्थापयेत् +उपस्थापयेत्पाचत्तिकम् +उपस्थापयेदिति +उपस्थापितः +उपस्थापितम् +उपस्थापितवान् +उपस्थापिता +उपस्थापिताः +उपस्थाप्य +उपस्थाप्यते +उपस्थाप्यन्ते +उपस्थाय +उपस्थायिका +उपस्थास्यति +उपस्थास्यन्ति +उपस्थास्यामि +उपस्थित +उपस्थितं +उपस्थितः +उपस्थितत्वात् +उपस्थितत्वेन +उपस्थितमिदं +उपस्थितम् +उपस्थितवान् +उपस्थितस्य +उपस्थिता +उपस्थितां +उपस्थिताः +उपस्थितानां +उपस्थितान् +उपस्थिताय +उपस्थिति +उपस्थितिं +उपस्थितिः +उपस्थिते +उपस्थितेः +उपस्थितेयं +उपस्थितेषु +उपस्थितेऽतस्तद्वचनात् +उपस्थितैः +उपस्थितो +उपस्थितोऽनार्ष +उपस्थितौ +उपस्थित्या +उपस्थित्यै +उपस्थे +उपस्थेन +उपस्थेन्द्रियं +उपस्थेय +उपस्थेयः +उपस्थेयाम +उपस्थो +उपस्नानं +उपस्नाने +उपस्निहितिः +उपस्नेहेन +उपस्पर्श +उपस्पर्शन +उपस्पर्शनं +उपस्पर्शनम् +उपस्पृश +उपस्पृशंस्त्रिषवणं +उपस्पृशः +उपस्पृशत +उपस्पृशतः +उपस्पृशति +उपस्पृशतु +उपस्पृशन्ति +उपस्पृशेत् +उपस्पृशेद् +उपस्पृशेयुर् +उपस्पृश्य +उपस्पृश्यते +उपस्पृश्याग्निमभिमुख +उपस्पृश्यानवेक्षमाणाः +उपस्पृश्याहैहि +उपस्पृश्योदकं +उपस्पृष्टं +उपस्पृष्टो +उपस्मृतिः +उपहत +उपहतं +उपहतः +उपहतम् +उपहता +उपहताः +उपहतानाम् +उपहतान्येतान्येव +उपहतान्येव +उपहताय +उपहते +उपहतो +उपहतौ +उपहत्य +उपहन्ति +उपहन्तुं +उपहन्यते +उपहन्याम् +उपहन्येत +उपहरति +उपहरन्ति +उपहरामि +उपहरेत् +उपहर्तवा +उपहवं +उपहवः +उपहवम् +उपहवे +उपहव्य +उपहव्यं +उपहव्यः +उपहव्ये +उपहसति +उपहसन्ति +उपहसित +उपहार +उपहारं +उपहारः +उपहारत्वेन +उपहारमन्दिरेषु +उपहारम् +उपहाररूपेण +उपहारश्च +उपहाराणां +उपहारान् +उपहाराय +उपहारे +उपहारेण +उपहारैः +उपहारो +उपहास +उपहासं +उपहासः +उपहासे +उपहासो +उपहित +उपहितं +उपहितः +उपहितस्य +उपहिता +उपहितानि +उपहूत +उपहूतं +उपहूतः +उपहूतम् +उपहूतस्य +उपहूतस्योपहूतो +उपहूता +उपहूतां +उपहूताः +उपहूतायामिडायामग्नीध +उपहूतायाम् +उपहूते +उपहूतेडा +उपहूतेयं +उपहूतो +उपहूतोऽयं +उपहूतꣳ +उपहूय +उपहृत +उपहृतं +उपहृतः +उपहृतपशू +उपहृत्य +उपहोमशेषः +उपहोमाः +उपह्रियते +उपह्वयते +उपह्वयस्व +उपह्वये +उपह्वयेत +उपह्वरे +उपह्वरेषु +उपऽआसते +उपऽमम् +उपऽस्तुतिम् +उपऽस्थात् +उपऽस्थे +उपा +उपाँ +उपांगानि +उपांश +उपांशु +उपांशुं +उपांशुः +उपांशुग्रहः +उपांशुत्वं +उपांशुत्वम् +उपांशुदण्डेन +उपांशुना +उपांशुपात्र +उपांशुपात्रम् +उपांशुपात्रेण +उपांशुप्रयोगः +उपांशुयाज +उपांशुयाजः +उपांशुयाजमन्तरा +उपांशुयाजस्य +उपांशुश्च +उपांशुसवन +उपांशुसवनं +उपांशुसवनम् +उपांशुसवनो +उपांश्वन्तर्यामौ +उपांश्व् +उपाः +उपाऊ +उपाक +उपाकरण +उपाकरणं +उपाकरणम् +उपाकरणे +उपाकरणोत्सर्जने +उपाकरोति +उपाकरोतीति +उपाकर्म +उपाकर्मणि +उपाकर्मोष्ठरुचकः +उपाकर्म्म +उपाकर्म्मणि +उपाकुर्यात् +उपाकृत +उपाकृतं +उपाकृतः +उपाकृताय +उपाकृते +उपाकृत्य +उपाके +उपाक्रमत +उपाख्या +उपाख्यान +उपाख्यानं +उपाख्यानम् +उपाख्यानानि +उपागच्छ +उपागच्छतम् +उपागच्छति +उपागच्छत् +उपागत +उपागतं +उपागतः +उपागतम् +उपागता +उपागताः +उपागते +उपागतो +उपागतौ +उपागत्य +उपागमत् +उपागमन् +उपागमे +उपागम्य +उपागहि +उपागा +उपागात् +उपागाम +उपागाम् +उपागुः +उपागृह्णात् +उपाग्रहायणम् +उपाघ्राय +उपाङ्ग +उपाङ्गं +उपाङ्गराग +उपाङ्गरागः +उपाङ्गानि +उपाच +उपाचरति +उपाचरत् +उपाचरन्ति +उपाचरेत् +उपाच्च +उपाजगाम +उपाजग्मुः +उपाजिनम् +उपाजे +उपाजेकृत्य +उपाजेऽन्वाजे +उपात +उपातिष्ठत +उपातिष्ठत् +उपातिष्ठन्त +उपातिष्ठाम +उपात् +उपात्त +उपात्तं +उपात्तः +उपात्तम् +उपात्तयोः +उपात्तवर्णे +उपात्तसर्वसाधनस्य +उपात्तस्य +उपात्ता +उपात्ताः +उपात्ते +उपात्तेति +उपात्तो +उपात्प्रतियत्नवैकृतवाक्याध्याहारेषु +उपात्प्रशंसायाम् +उपात्ययः +उपादत्त +उपादत्ते +उपाददते +उपाददीत +उपाददे +उपादधत +उपादधात् +उपादा +उपादातव्यं +उपादाता +उपादातुं +उपादातुम् +उपादान +उपादानं +उपादानकारणं +उपादानकारणम् +उपादानकारणस्य +उपादानतया +उपादानत्वं +उपादानत्वम् +उपादानत्वात् +उपादानत्वेन +उपादानप्रत्ययो +उपादानमिति +उपादानम् +उपादानम्‌ +उपादानलक्षणा +उपादानस्य +उपादानात् +उपादानात्‌ +उपादानानि +उपादाने +उपादानेन +उपादाय +उपादायापि +उपादिदेश +उपादिशत् +उपादिश्य +उपादीयत +उपादीयतू +उपादीयते +उपादीयन्ते +उपादीयमाने +उपादीयेत +उपादेय +उपादेयं +उपादेयः +उपादेयतया +उपादेयता +उपादेयत्वं +उपादेयत्वेन +उपादेयम् +उपादेयस्य +उपादेया +उपादेये +उपादेयो +उपाद् +उपाद्देवपूजासंगतिकरणमित्रकरणपथिष्विति +उपाद्यमः +उपाद्रवत् +उपाधत्त +उपाधत्ते +उपाधय +उपाधयः +उपाधयो +उपाधानं +उपाधाय्यपूर्वयं +उपाधावत् +उपाधावद् +उपाधावन् +उपाधि +उपाधिं +उपाधिः +उपाधिकृतं +उपाधिकृतः +उपाधिकृताः +उपाधिखण्डनम् +उपाधित्वेन +उपाधिना +उपाधिनाशे +उपाधिभिः +उपाधिभूता +उपाधिभेदात् +उपाधिभेदेन +उपाधिभ्यां +उपाधिम् +उपाधिरपि +उपाधिरहितं +उपाधिरिति +उपाधिरेव +उपाधिलक्षणः +उपाधिश्च +उपाधिषु +उपाधिस्तु +उपाधी +उपाधीति +उपाधीनां +उपाधे +उपाधेः +उपाधेश्च +उपाधौ +उपाध्यक्षः +उपाध्यक्षस्य +उपाध्यभावे +उपाध्याय +उपाध्यायं +उपाध्यायः +उपाध्यायमातुलाभ्यां +उपाध्यायश्च +उपाध्यायश्चेदागच्छति +उपाध्यायश्चेदागच्छेत् +उपाध्यायश्चेद् +उपाध्यायस्य +उपाध्याया +उपाध्यायाः +उपाध्यायाचार्याणां +उपाध्यायात् +उपाध्यायादधीते +उपाध्यायाद् +उपाध्यायानी +उपाध्यायाय +उपाध्यायिनी +उपाध्यायिनीय +उपाध्यायी +उपाध्याये +उपाध्यायेति +उपाध्यायेन +उपाध्यायो +उपान +उपानं +उपानः +उपानक्ति +उपानत् +उपानद् +उपानद्गूढपादस्य +उपानद्युगलं +उपानमत् +उपानमेकभागेन +उपानयत् +उपानयन् +उपानसः +उपानसम् +उपानह +उपानहं +उपानहः +उपानहम् +उपानहा +उपानहाये +उपानहायो +उपानहारूढेन +उपानहाव् +उपानही +उपानहे +उपानहो +उपानहौ +उपानह् +उपानीय +उपानोच्चं +उपान्त +उपान्तः +उपान्तभागेषु +उपान्तिमेन +उपान्ते +उपान्त्य +उपान्त्यं +उपान्त्यः +उपान्त्यतो +उपान्त्या +उपान्त्यो +उपान्मन्त्रकरणे +उपान्वध्याङ्वसः +उपाप्तः +उपाप्ता +उपाप्तो +उपाप्त्यै +उपाप्नोति +उपामन्त्रयन्त +उपाम्̇शु +उपाम्̇शुः +उपाम्̇शुसवनः +उपाय +उपायं +उपायंस्त +उपायः +उपायकौशल्यं +उपायज्ञो +उपायत +उपायतः +उपायतया +उपायता +उपायत्वं +उपायत्वेन +उपायन +उपायनं +उपायनचिटिकाः +उपायनमुपग्राह्यमुपहारस्तथोपदा +उपायनम् +उपायनरूपेण +उपायनानि +उपायने +उपायनैः +उपायन् +उपायन्ति +उपायप्रत्ययः +उपायप्रत्ययो +उपायभेदे +उपायमात्रं +उपायमाह +उपायमिति +उपायमेकं +उपायम् +उपाययुः +उपाययौ +उपायश्च +उपायसंविधानं +उपायस् +उपायस्तत्र +उपायस्तु +उपायस्तेन +उपायस्य +उपाया +उपायाः +उपायात् +उपायानां +उपायानाम् +उपायान् +उपायान्तरं +उपायान्तरम् +उपायान्तरेण +उपायान्तरेणापि +उपायापायशङ्काभ्यां +उपायाभ्यास +उपायामि +उपायामो +उपायाश्च +उपायाहि +उपाये +उपायेच्छा +उपायेच्छां +उपायेति +उपायेन +उपायेभ्यः +उपायेषु +उपायैः +उपायैर् +उपायो +उपायों +उपायोऽयं +उपायोऽस्ति +उपायौ +उपारताः +उपारमत् +उपारिम +उपारोहति +उपार्च्छति +उपार्जन +उपार्जनं +उपार्जित +उपार्जितं +उपार्जितम् +उपार्जिता +उपार्जितानां +उपार्ज्य +उपार्धं +उपालप्स्ये +उपालभते +उपालभे +उपालभ्य +उपालभ्यते +उपालम्भ +उपालम्भं +उपालम्भः +उपालम्भस्य +उपालम्भे +उपालम्भो +उपालम्भ्यः +उपालम्भ्यैवंविधा +उपालम्भ्यो +उपालिन् +उपावत +उपावतर +उपावतावतं +उपावतु +उपावरोह +उपावरोहन्तु +उपावर्तत +उपावर्तते +उपावर्तनं +उपावर्तन्त +उपावर्तन्ते +उपावर्तेत +उपावर्त्यते +उपावर्त्स्यति +उपावर्त्स्यन्तीति +उपावसि +उपावसृज +उपावह +उपावहरणीयं +उपावहरति +उपावहृत्य +उपाविवेश +उपाविशच्च +उपाविशत् +उपाविशन् +उपाविशम् +उपावृतः +उपावृत्तस्तु +उपावृत्तस्य +उपावृत्ते +उपावेश्य +उपाशृणोत् +उपाश्नुते +उपाश्रय +उपाश्रयं +उपाश्रयः +उपाश्रयन् +उपाश्रितः +उपाश्रिताः +उपाश्रिताम् +उपाश्रित्य +उपास +उपासंते +उपासक +उपासकं +उपासकः +उपासकस्य +उपासका +उपासकाः +उपासकानां +उपासकानाम् +उपासके +उपासकेन +उपासको +उपासकों +उपासकोपासिका +उपासत +उपासताम् +उपासते +उपासदत् +उपासन +उपासनं +उपासनमिति +उपासनमेव +उपासनम् +उपासनया +उपासनस्य +उपासना +उपासनां +उपासनाः +उपासनाखंडे +उपासनाखण्डम् +उपासनाखण्डे +उपासनागृहं +उपासनागृहस्य +उपासनागृहाणि +उपासनानां +उपासनानि +उपासनाप्रकारं +उपासनामेत्य +उपासनाय +उपासनाया +उपासनायां +उपासनायाः +उपासनायोग +उपासनार्थ +उपासनार्थं +उपासनार्थः +उपासनार्थो +उपासनाविषयः +उपासनीय +उपासनीयः +उपासने +उपासनेति +उपासनेन +उपासनेषु +उपासन्त +उपासन्ते +उपासरत् +उपासा +उपासांचक्रिरे +उपासाञ्चक्रिरे +उपासात्रैविध्यात् +उपासिका +उपासिके +उपासितं +उपासितः +उपासितव्यम् +उपासिता +उपासितुं +उपासितुः +उपासितुम् +उपासिते +उपासितो +उपासित्वा +उपासीत +उपासीतेति +उपासीदद् +उपासीदन् +उपासीदन्न् +उपासीनः +उपासीनस्य +उपासीना +उपासीरन् +उपास्त +उपास्ति +उपास्ते +उपास्तौ +उपास्थात् +उपास्थापयत् +उपास्थि +उपास्थिः +उपास्थिभिः +उपास्थिस्य +उपास्महे +उपास्मै +उपास्य +उपास्यं +उपास्यः +उपास्यत +उपास्यतया +उपास्यति +उपास्यते +उपास्यत्वं +उपास्यत्वावगमात् +उपास्यत्वेन +उपास्यदेव +उपास्यन्ति +उपास्यन्ते +उपास्यमानं +उपास्यमानः +उपास्यमाना +उपास्यमानो +उपास्यम् +उपास्यस्य +उपास्या +उपास्याः +उपास्ये +उपास्येते +उपास्यो +उपास्स्वेति +उपाहरत् +उपाहारगृहाणि +उपाहारवसतिगृहाणि +उपाहित +उपाहितः +उपाहृत्य +उपाह्व +उपाह्वथा +उपाह्वयत +उपाह्वयते +उपाह्वयन्त +उपाऽऽस्महे +उपा॑के +उपा॑के॒ +उपा॑वत +उपा॑वताव॒तं +उपा॑सते +उपा॑ह्वयन्त॒ +उपा॒के +उपाꣳ +उपाꣳशु +उपाꣳशुः +उपाꣳशुसवनः +उपाꣳशुꣳ +उपाꣳश्वन्तर्यामौ +उपिकः +उपियः +उपिलः +उपु +उपूपध्मानीयानामोष्ठौ +उपे +उपेंद्रवज्रा +उपेक्ष +उपेक्षकः +उपेक्षण +उपेक्षणं +उपेक्षणीय +उपेक्षणीयः +उपेक्षते +उपेक्षन्ते +उपेक्षमाणस्य +उपेक्षया +उपेक्षसे +उपेक्षस्व +उपेक्षा +उपेक्षां +उपेक्षानात्मकस्तस्य +उपेक्षाबुद्धिः +उपेक्षायां +उपेक्षायाः +उपेक्षित +उपेक्षितं +उपेक्षितः +उपेक्षितम् +उपेक्षिता +उपेक्षिताः +उपेक्षितुं +उपेक्षिते +उपेक्षितो +उपेक्षेत +उपेक्षैव +उपेक्ष्य +उपेक्ष्यं +उपेक्ष्यते +उपेक्ष्यमाणस्य +उपेडकीयति +उपेत +उपेतं +उपेतः +उपेतन +उपेतनेति +उपेतम् +उपेतशब्द +उपेता +उपेतां +उपेताः +उपेति +उपेतो +उपेतौ +उपेत्य +उपेत्यम् +उपेत्यानुपेत्य +उपेत्येति +उपेदम् +उपेन्द्र +उपेन्द्रं +उपेन्द्रः +उपेन्द्रतीर्थः +उपेन्द्रदत्तकः +उपेन्द्रवज्रा +उपेन्द्रस्य +उपेन्द्रात् +उपेन्द्रादुत्तरस्य +उपेन्द्राय +उपेन्द्रो +उपेमं +उपेमां +उपेय +उपेयं +उपेयः +उपेयतुः +उपेयते +उपेयप्राप्तौ +उपेया +उपेयात् +उपेयादीश्वरं +उपेयाद् +उपेयान् +उपेयाय +उपेयिवाननाश्वाननूचानश्च +उपेयिवान् +उपेयुः +उपेयुर् +उपेयुषः +उपेयुषा +उपेयुषामपि +उपेयुषि +उपेयुषी +उपेयुषो +उपेयुस् +उपेहि +उपैडकीयति +उपैति +उपैतीति +उपैतु +उपैत् +उपैत्य् +उपैधते +उपैनं +उपैनम् +उपैनꣳ +उपैमि +उपैव +उपैषि +उपैष्यति +उपैष्यसि +उपैष्यामि +उपैहि +उपै॑न +उपो +उपोच्चारि +उपोच्चारितं +उपोढः +उपोढरागेण +उपोढशब्दा +उपोत्तम +उपोत्तमं +उपोत्तममुदात्तं +उपोत्तमस्य +उपोत्तमे +उपोत्तमेन +उपोत्तिष्ठति +उपोत्थाय +उपोदका +उपोदकी +उपोदये +उपोदिका +उपोदेयुर् +उपोद्घात +उपोद्घातः +उपोद्घातप्रकरणम् +उपोद्घाते +उपोद्घातो +उपोद्धात +उपोद्धातः +उपोद्धातपादे +उपोद्धाते +उपोद्धातो +उपोद्यच्छन्ते +उपोप +उपोपविश्य +उपोपविष्टं +उपोपविष्टः +उपोपेन् +उपोपेन्नु +उपोप्त +उपोप्ते +उपोषणं +उपोषणम् +उपोषणात् +उपोषति +उपोषधस्य +उपोषधो +उपोषित +उपोषितं +उपोषितः +उपोषितम् +उपोषितव्यं +उपोषितश्चतुर्दश्यां +उपोषितस्य +उपोषिता +उपोषितेन +उपोषितो +उपोषु +उपोष्णकटिबन्धीयः +उपोष्य +उपोष्या +उपोष्याः +उपोष्यैकादशी +उपोष्यैकादशीं +उपोष्यैव +उपोहति +उपोहनं +उपोहनम् +उपोह्य +उपोऽधिके +उपो॑ +उपो॒ +उपो॒पेन्नु +उप् +उप्त +उप्तं +उप्तः +उप्तम् +उप्ता +उप्ताः +उप्ते +उप्तेऽर्थे +उप्त्रिमम् +उप्त्वा +उप्त्वाय +उप्पतितं +उप्पादका +उप्पादेदि +उप्यते +उप्यन्ते +उप्यमानानि +उप्र +उप्रत्ययः +उप्रत्ययस्य +उप्रत्ययान्तस्य +उप्रत्यये +उप्रत्ययो +उप॑ +उप॑दधाति +उप॑रस्य +उप॑रा +उप॑राः +उप॑रास +उप॑रे +उप॑स्तयः +उप॑स्तुता +उप॑स्पृशत +उप॑हूता +उप॑हूताः +उप॑हूतो +उप॑हूतो॒ +उप॑हूत॒ +उप॑हूत॒स्योप॑हूतो +उप॑ऽस्तुतिः +उप॑ऽस्तुतिम् +उप॒ +उप॒दधा॑ति +उप॒मं +उप॒मा +उप॒स्तिरे॑ +उफ +उब +उब्ज +उब्जककुभाः +उब्जतं +उब्जतम् +उब्जति +उब्जिजिषति +उब्जेर्बले +उब्जेर्बलोपश्च +उभ +उभं +उभति +उभय +उभयं +उभयः +उभयकर्मजः +उभयच +उभयत +उभयतः +उभयतःशीर्ष्णी +उभयतस् +उभयतो +उभयतोज्योतिषो +उभयतोनमस्काराः +उभयतोमुखे +उभयतोऽपि +उभयत्र +उभयत्रविभाषेयम् +उभयत्रापि +उभयत्रेति +उभयत्रैव +उभयथर्क्षु +उभयथा +उभयथापि +उभयथापीति +उभयथाऽपि +उभयथेति +उभयदिने +उभयद्युः +उभयनिर्देशे +उभयपक्षयोः +उभयपक्षे +उभयपक्षेऽपि +उभयपद +उभयपदप्रकृतिस्वरत्वम् +उभयपदवृद्धिः +उभयपदार्थप्रधानो +उभयपदिनः +उभयपदी +उभयपार्श्वे +उभयप्रत्याख्याने +उभयप्राप्तौ +उभयभ्रष्टताविवरणरूपत्वात्विमूढो +उभयमपि +उभयमिति +उभयमेव +उभयम् +उभयम्‌ +उभयरूपा +उभयलिङ्गः +उभयलिङ्गाधिकरणम् +उभयवचने +उभयवान् +उभयवि +उभयविधं +उभयविधा +उभयविधाः +उभयविधाने +उभयविधान् +उभयविपुला +उभयविभ्रष्टः +उभयविशेषणविशिष्टः +उभयवेतनाः +उभयव्रतम् +उभयश्च +उभयसाधर्म्यात् +उभयसाधारणं +उभयसामा +उभयसाम्नि +उभयस्तोभं +उभयस्थः +उभयस्मात् +उभयस्मिन् +उभयस्मिन्नपि +उभयस्मै +उभयस्य +उभयस्यापि +उभयस्यावरुद्ध्यै +उभयहेतुकेऽपि +उभया +उभयाकर्णि +उभयात्मक +उभयात्मकं +उभयात्मकः +उभयात्मकमत्र +उभयात्मको +उभयात्मा +उभयात्मिका +उभयादतः +उभयादत् +उभयादन्ति +उभयानि +उभयानुमतः +उभयान् +उभयाबाहु +उभयाभावः +उभयाभावे +उभयाय +उभयार्थं +उभयार्थता +उभयार्थम् +उभयार्थे +उभयार्थो +उभयाविरोधात् +उभयाश्रयः +उभयाश्रयम् +उभयासः +उभयासो +उभयाहस्ति +उभयाहस्त्या +उभयी +उभयीं +उभयीभिः +उभयीर् +उभयीषाम् +उभये +उभयेति +उभयेद्युः +उभयेन +उभयेनैव +उभयेभ्य +उभयेभ्यः +उभयेषा +उभयेषां +उभयेषामपि +उभयेषामिति +उभयेषाम् +उभयेषु +उभयेष्व् +उभयेऽपि +उभयो +उभयोः +उभयोरनित्ययोः +उभयोरन्तरं +उभयोरन्तरङ्गयोः +उभयोरपि +उभयोरपीति +उभयोरप्यसाध्यं +उभयोरप्यसौ +उभयोरह्नोः +उभयोरिति +उभयोरेव +उभयोर् +उभयोर्न +उभयोर्नित्ययोः +उभयोर्भावमुन्नीय +उभयोर्मध्ये +उभयोर्वा +उभयोर्हस्तयोः +उभयोश्च +उभयोस्तु +उभयोस्तुल्यतामाह +उभयोऽन्यत्र +उभय्यो +उभशब्दस्य +उभशब्दो +उभसर्वतसोः +उभा +उभादुदात्तो +उभापाणि +उभाबाहु +उभाभ्या +उभाभ्यां +उभाभ्यामथ +उभाभ्यामपि +उभाभ्यामिति +उभाभ्यामेव +उभाभ्याम् +उभावग्निश्च +उभावग्नी +उभावध्वर्यू +उभावन्तौ +उभावपि +उभावप्येतौ +उभाविति +उभाविमावाढ्यौ +उभाविमौ +उभावेतौ +उभावेव +उभाव् +उभाहस्ति +उभी +उभे +उभेग्रहणं +उभेऽपि +उभैौ +उभो +उभौ +उम +उमः +उमय +उमया +उमर +उमरिया +उमरियामण्डलम् +उमरोई +उमा +उमां +उमाकान्त +उमागमः +उमातनौ +उमादेवी +उमादेवीं +उमाधवः +उमापतये +उमापति +उमापतिं +उमापतिः +उमापतिधरस्य +उमापतिनारदसंवादे +उमापतिम् +उमापते +उमापतेः +उमापरिणयः +उमापि +उमामहेश्वर +उमामहेश्वरं +उमामहेश्वरसंवादे +उमामहेश्वरस्तोत्रम् +उमामहेश्वरौ +उमामाहेश्वरव्रतम् +उमामाहेश्वरी +उमामुखं +उमामुखे +उमाया +उमायां +उमायाः +उमायै +उमारूपेण +उमावृषाङ्कौ +उमासंहिता +उमासमक्षं +उमासहस्रनामस्तोत्रम् +उमासहायं +उमासहायो +उमिति +उमे +उमेति +उमेश +उमेशः +उमोत्पत्तिः +उमोर्णयोर्वा +उमोवाच +उमौ +उम् +उम्भ +उम्भति +उम्भि +उम्मत्तअ +उम्मत्तओ +उम्मत्तिए +उम्यम् +उम्र +उय +उयते +उर +उरं +उरः +उरःप्रभृतिभ्यः +उरःप्रभृतिषु +उरःस्थलं +उरःस्थले +उरग +उरगः +उरगा +उरगांश्च +उरगाः +उरगान् +उरगो +उरच +उरच् +उरच्छदः +उरण +उरणं +उरणः +उरणो +उरण् +उरण्रपर +उरण्रपरः +उरत् +उरदत्त्वे +उरन् +उरभ्र +उरभ्रः +उरभ्रो +उरयी +उररी +उररीकृत्य +उरवः +उरवे +उरवो +उरश्च +उरश्छदः +उरस +उरसः +उरसा +उरसि +उरसिकृत्य +उरसिमनसी +उरसिलः +उरसिलोमा +उरसेति +उरसो +उरसोऽण् +उरस् +उरस्त +उरस्तः +उरस्य +उरस्यं +उरस्यः +उरस्यानां +उरस्यो +उरस्य् +उरस्वान् +उरा +उरांसि +उराण +उराणः +उराम +उरामस्य +उरिति +उरिन् +उरी +उरु +उरुँ +उरुं +उरुः +उरुक्रम +उरुक्रमः +उरुक्रमस्य +उरुक्रमाय +उरुक्षया +उरुक्षयाः +उरुक्षयेषु +उरुगव्यूती +उरुगाय +उरुगायं +उरुगायः +उरुगायस्य +उरुगायाय +उरुगायो +उरुगा॒याय॒ +उरुग्वाय +उरुचक्षसम् +उरुचक्षसा +उरुचक्षा +उरुज्रयसं +उरुणस्कृधि +उरुणा +उरुतरं +उरुतरम् +उरुता +उरुत्वेन +उरुद्रप्सो +उरुधारा +उरुधारेव +उरुप्रथा +उरुप्रथाः +उरुमहिमन् +उरुमुण्डे +उरुम् +उरुया +उरुयुगे +उरुर्महान् +उरुव्यचसं +उरुव्यचसा +उरुव्यचसो +उरुव्यचा +उरुव्यचाः +उरुशंस +उरुशंसा +उरुशब्दात् +उरुषु +उरुष्य +उरुष्यत +उरुष्यतं +उरुष्यतम् +उरुष्यताम् +उरुष्यति +उरुष्यती +उरुष्यतु +उरुष्यथः +उरुष्या +उरुष्येत् +उरुऽगायः +उरुऽगायम् +उरुꣳ +उरू +उरूची +उरूचीं +उरूणसावसुतृपा +उरूणि +उरून् +उरू॒ची +उरे +उरो +उरोः +उरोघातं +उरोबृहती +उरोभुवा +उरोरन्तरिक्षस्याध्यक्षेभ्यः +उरोरन्तरिक्षात् +उरोरन्तरिक्षादस्मै +उरोर् +उरोर्भावो +उरोर्वरीयो +उरोष्ट +उरोस्थि +उरोस्थिस्य +उरौ +उर् +उर्ऋत् +उर्ज +उर्जं +उर्जा +उर्द +उर्दु +उर्दुभाषा +उर्दू +उर्दूभाषा +उर्दूभाषायाः +उर्द्ध +उर्द्धं +उर्द्ध्वं +उर्ध्व +उर्ध्वं +उर्मिला +उर्व +उर्वन्तरिक्ष +उर्वन्तरिक्षँ +उर्वन्तरिक्षं +उर्वन्तरिक्षमन्विहि +उर्वन्तरिक्षमन्विहीति +उर्वन्तरिक्षमिति +उर्वन्तरिक्षम् +उर्वरा +उर्वरां +उर्वरासु +उर्वर्याय +उर्वशि +उर्वशी +उर्वशीं +उर्वशीति +उर्वशीपुरुरवसोः +उर्वशीम् +उर्वश्यसि +उर्वश्या +उर्वश्यां +उर्वश्याः +उर्वश्याश्च +उर्वश्युवाच +उर्वश्य् +उर्वाः +उर्वारुकं +उर्वारुकमिव +उर्वारुकम् +उर्वारुकरसः +उर्वारूण्यविन्दत्तान्येतेन +उर्वि +उर्विति +उर्विया +उर्वि॒या +उर्वी +उर्वीं +उर्वीः +उर्वीम् +उर्वोः +उर्व् +उर्व्यः +उर्व्या +उर्व्यां +उर्व्याः +उर्व्यौ +उर्व्व +उर्व्वशी +उर्व्वश्या +उर्व्वी +उर्ष +उल +उलः +उलच् +उलट +उलटा +उलटी +उलटे +उलप +उलपः +उलपस्य +उलपा +उलप्यः +उलि +उलु +उलूक +उलूकं +उलूकः +उलूकपक्षी +उलूकपुच्छी +उलूकयातुं +उलूकश्च +उलूकस्तु +उलूकस्य +उलूका +उलूकाः +उलूकादयश्च +उलूकानां +उलूकान् +उलूकी +उलूके +उलूको +उलूखल +उलूखलं +उलूखलः +उलूखलक +उलूखलबुध्नो +उलूखलमुसलं +उलूखलमुसले +उलूखलम् +उलूखलसुतानामवेद्विन्द्र +उलूखलसुतानाम् +उलूखलस्य +उलूखलऽसुतानाम् +उलूखला +उलूखली +उलूखले +उलूखलेन +उलूपिकाया +उलूपी +उलूप्या +उलू॑कः +उलू॑खलक +उलो +उलोपः +उल् +उल्कया +उल्का +उल्कां +उल्काः +उल्काद्भुतावर्त्तः +उल्कानिर्घातकेतूंश्च +उल्कापात +उल्कापातं +उल्कापाता +उल्कापाताश्च +उल्कापाते +उल्कापातो +उल्काभिरिव +उल्कामिव +उल्कामुखी +उल्काश्च +उल्काहस्ता +उल्काहस्तोऽग्निदो +उल्टा +उल्ना +उल्ब +उल्बं +उल्बण +उल्बणं +उल्बणः +उल्बणम् +उल्बम् +उल्बेन +उल्मुक +उल्मुकं +उल्मुके +उल्मुकेन +उल्मुकैः +उल्ल +उल्लंघन +उल्लंघ्य +उल्लङ्घन +उल्लङ्घनं +उल्लङ्घनम् +उल्लङ्घनस्य +उल्लङ्घने +उल्लङ्घय +उल्लङ्घयति +उल्लङ्घ्य +उल्ललास +उल्लसता +उल्लसति +उल्लसन् +उल्लसन्ति +उल्लसन्ती +उल्लसितं +उल्लसिता +उल्ला +उल्लाघ +उल्लाघः +उल्लास +उल्लासं +उल्लासः +उल्लाससरः +उल्लासस्य +उल्लासालङ्कारः +उल्लासिताः +उल्लासे +उल्लासेन +उल्लासो +उल्लास्य +उल्लि +उल्लिख +उल्लिखत +उल्लिखति +उल्लिखन्ति +उल्लिखित +उल्लिखितं +उल्लिखितः +उल्लिखितमस्ति +उल्लिखितम् +उल्लिखितवन्तः +उल्लिखितवान् +उल्लिखिता +उल्लिखिताः +उल्लिखितानि +उल्लिखिते +उल्लिखितोऽस्ति +उल्लिखेत् +उल्लिख्य +उल्लिख्यते +उल्लिख्यन्ते +उल्लुम्पतु +उल्लू +उल्ले +उल्लेख +उल्लेखं +उल्लेखः +उल्लेखनं +उल्लेखनादिविधिना +उल्लेखनीय +उल्लेखनीयं +उल्लेखनीयः +उल्लेखनीयमस्ति +उल्लेखनीयम् +उल्लेखनीया +उल्लेखनीयाः +उल्लेखमस्ति +उल्लेखम् +उल्लेखसरः +उल्लेखस्य +उल्लेखाः +उल्लेखालङ्कारः +उल्लेखितं +उल्लेखितम् +उल्लेखे +उल्लेखेन +उल्लेखो +उल्लेखोऽपि +उल्लेखोऽस्ति +उल्लेख्यता +उल्लोल +उल्लोलः +उल्वं +उल्वणं +उल्वणः +उल्वणम् +उल्वादयश्च +उळवि +उळवी +उव +उवः +उवआरो +उवक्थ +उवङादेशः +उवङ् +उवच +उवचिथ +उवज्झाअ +उवट +उवटकृतौ +उवडि +उवड् +उवणेहि +उवदेसग्गहणे +उवयिथ +उवरि +उवर्ण +उवर्णान्त +उवर्णान्तस्य +उवर्णाल्ल +उववासो +उवविसदु +उवविसामि +उवषप्पिष्षं +उवसप्पदु +उवसप्पामि +उवह +उवा +उवाअणं +उवाओ +उवाच +उवाचः +उवाचात्महितं +उवाचाथ +उवाचापि +उवाचेति +उवाचेत्यर्थः +उवाचेदं +उवाचैनं +उवाच्सखे +उवाच॒ +उवाद +उवाप +उवाय +उवाव +उवाश +उवास +उवाह +उवे +उवोच +उवोभ +उवोष +उवौ +उव् +उव्वट +उव्वटः +उव्वटस्य +उव्वसि +उव्वसी +उव्विग्गो +उश +उशत +उशतः +उशता +उशती +उशतीः +उशतीरनूषत +उशतीरिव +उशतीर् +उशते +उशतो +उशत्तमः +उशत्यः +उशद्भिः +उशधक् +उशन +उशनः +उशनन् +उशनस +उशनसः +उशनसा +उशनसे +उशनसो +उशनसोक्ते +उशनसौ +उशनस् +उशना +उशनाः +उशने +उशनेति +उशनेव +उशन् +उशन्तं +उशन्तः +उशन्तम् +उशन्तस् +उशन्तस्त्वा +उशन्ता +उशन्ति +उशन्नु +उशन्नुशत +उशन्न् +उशब्दः +उशब्दोऽवधारणे +उशानः +उशिको +उशिक् +उशिगसि +उशिग् +उशिज +उशिजं +उशिजः +उशिजा +उशिजो +उशित्वा +उशी +उशीनर +उशीनरं +उशीनरः +उशीनरस्य +उशीनराः +उशीनरेषु +उशीर +उशीरं +उशीरः +उशीरञ्च +उशीरम् +उशीरे +उश्च +उश्मसि +उश्यते +उश॒ती +उश॒ते +उश॒तो +उष +उषं +उषः +उषःकाल +उषःकालं +उषःकालः +उषःकालाः +उषःकालान् +उषःकाले +उषःऽबुधः +उषः॑ +उषच् +उषणं +उषणा +उषद्भिः +उषद्भिर् +उषन् +उषया +उषरे +उषर्बुधः +उषर्बुधम् +उषर्बुधे +उषर्वद्वर्त्तमाने +उषविद +उषविदजागृभ्योऽन्यतरस्याम् +उषस +उषसं +उषसः +उषसम् +उषसश्च +उषसस्साम +उषसा +उषसां +उषसानक्ता +उषसामनीके +उषसामिव +उषसामूर्ध्वो +उषसाम् +उषसि +उषसी +उषसे +उषसो +उषसौ +उषस् +उषस्यं +उषस्यम् +उषस्युषसि +उषस्ये +उषा +उषां +उषाः +उषादेव्याः +उषापतिः +उषाभ्यां +उषाम् +उषाया +उषायां +उषायाः +उषाश्च +उषासः +उषासम् +उषासा +उषासानक्ता +उषासो +उषासोषसः +उषि +उषिकुषिगार्तिभ्यस्थन् +उषिखनिभ्यां +उषितं +उषितः +उषितम् +उषितवान् +उषिता +उषितां +उषिताः +उषिताय +उषितो +उषितौ +उषित्वा +उषित्वापैवाक्रामन् +उषे +उषो +उषोदेवता +उषोदेवताः +उषोदेवते +उषोदेवत्या +उषोदेवि +उषो॑ +उषो॒ +उष् +उष्ट +उष्टः +उष्टारौ +उष्ट्र +उष्ट्रं +उष्ट्रः +उष्ट्रकः +उष्ट्रकाण्डी +उष्ट्रक्रोशी +उष्ट्रखरम् +उष्ट्रग्रीवा +उष्ट्रमुखः +उष्ट्रमुखमिव +उष्ट्रम् +उष्ट्रयानं +उष्ट्रस्य +उष्ट्रा +उष्ट्राः +उष्ट्राणां +उष्ट्राणाम् +उष्ट्रानश्वतरांश्चैव +उष्ट्रान् +उष्ट्राश्च +उष्ट्रासिका +उष्ट्रिका +उष्ट्री +उष्ट्रीं +उष्ट्रे +उष्ट्रेण +उष्ट्रो +उष्ण +उष्णं +उष्णः +उष्णकः +उष्णकटिबन्धीयः +उष्णकाले +उष्णगे +उष्णजलं +उष्णजलकुण्डानि +उष्णजलस्य +उष्णजले +उष्णजलेन +उष्णता +उष्णतां +उष्णतायाः +उष्णत्वं +उष्णत्वम् +उष्णनरकास्तेषु +उष्णभद्रयोः +उष्णभोजी +उष्णमिव +उष्णम् +उष्णरक्तप्राणिनः +उष्णरश्मिः +उष्णरश्मौ +उष्णवलयस्य +उष्णवीर्यः +उष्णवीर्ययुक्तं +उष्णवीर्ययुक्तम् +उष्णवीर्या +उष्णवीर्य्यत्वम् +उष्णश्च +उष्णस्पर्श +उष्णस्पर्शस्य +उष्णस्पर्शे +उष्णस्य +उष्णा +उष्णांशः +उष्णाः +उष्णानि +उष्णान् +उष्णाभितप्तस्य +उष्णाभितप्तेन +उष्णाभिनन्दा +उष्णाम्बु +उष्णाम्बुना +उष्णालुः +उष्णाश्रुता +उष्णासु +उष्णिक +उष्णिका +उष्णिक् +उष्णिक्ककुभाव् +उष्णिक्ककुभौ +उष्णिक्छन्दः +उष्णिक्षु +उष्णिगिन्द्रः +उष्णिग् +उष्णिग्गर्भा +उष्णिहं +उष्णिहः +उष्णिहम् +उष्णिहश् +उष्णिहा +उष्णिहाः +उष्णिहाभ्यः +उष्णिहि +उष्णिहे +उष्णिहो +उष्णिहौ +उष्णिह् +उष्णी +उष्णीकृतं +उष्णीकृत्य +उष्णीभूता +उष्णीष +उष्णीषं +उष्णीषः +उष्णीषम् +उष्णीषशिरस्कता +उष्णीषात् +उष्णीषिणे +उष्णीषी +उष्णीषे +उष्णीषेण +उष्णे +उष्णेन +उष्णैः +उष्णो +उष्णोदक +उष्णोदकं +उष्णोदकम् +उष्णोदके +उष्णोदकेन +उष्णोदकोपचारी +उष्णोपगम +उष्णौ +उष्म +उष्मा +उष्य +उष्यतां +उष्यते +उष्वाणः +उस +उसः +उसक +उसका +उसकी +उसके +उसको +उसदिन +उसने +उसपर +उसमे +उसमें +उससे +उसादेशः +उसायि +उसि +उसिः +उसिप्रत्ययः +उसी +उसीका +उसीकी +उसीके +उसीको +उसे +उसैन् +उस् +उस्को +उस्ताद +उस्ताद् +उस्थाय +उस्पन्न +उस्मान +उस्मानाबाद +उस्मानाबादमण्डलम् +उस्मानाबाद् +उस्मानिया +उस्यपदान्तात् +उस्र +उस्रः +उस्रयः +उस्रा +उस्राः +उस्रावेतं +उस्राव् +उस्रियः +उस्रिया +उस्रियाः +उस्रियाणां +उस्रियाणाम् +उस्रियाभिः +उस्रियायाः +उस्रियायाम् +उस्रियासु +उस्रियेति +उस्रियो +उस्रेव +उस्रो +उस्रौ +उस्सरह +उह +उहः +उहा +उहिर् +उहु +उहुवाओहा +उह्यते +उह्यन्तां +उह्यन्ते +उह्यमान +उह्यमानं +उह्यमानः +उह्यमाना +उॐ +उ॑ +उ॑च्यते +उ॑त्त॒मं +उ॑त्त॒मे +उ॑त्साद॒तोऽङ्गा॑दङ्गा॒दव॑त्तानां॒ +उ॑दु॒म्बर॒ +उ॑पधी॒यन्ते॒ +उ॑प॒मं +उ॑श॒ती +उ॑श॒ते +उ॑श॒तो +उ॒ +उ॒क्ताः +उ॒क्थं +उ॒क्थमिन्द्रा॑य॒ +उ॒क्थम् +उ॒क्था +उ॒क्थानि॑ +उ॒क्थिनः॑ +उ॒क्थे +उ॒क्थेन॑ +उ॒क्थेभिः॑ +उ॒क्थेषु॑ +उ॒क्थैः +उ॒क्थ्यः॑ +उ॒क्थ्य॑म् +उ॒क्षणः॑ +उ॒क्षणो॑ +उ॒क्षण॑म् +उ॒क्षऽभिः॑ +उ॒क्षा +उ॒क्षि॒तः +उ॒क्ष्णो +उ॒क्ष॒त॒म् +उ॒खा +उ॒खाया॒ +उ॒ग्र +उ॒ग्रं +उ॒ग्रः +उ॒ग्रम् +उ॒ग्रस्त्वे॒षनृ॑म्णः +उ॒ग्रस्य॑ +उ॒ग्रा +उ॒ग्राः +उ॒ग्राः॒ +उ॒ग्राय॑ +उ॒ग्रा॒ +उ॒ग्रो +उ॒ग्र॒ +उ॒चथा॑नि +उ॒च्चा +उ॒च्छन्ती॑ +उ॒च्छ॒ +उ॒च्यते॑ +उ॒च्य॒ते॒ +उ॒त +उ॒तामृ॑त॒त्वस्येशा॑नो॒यदन्ने॑नाति॒रोह॑ति +उ॒ताहम॑स्मि +उ॒तेदानीं॒ +उ॒तेव॑ +उ॒तैधि॑ +उ॒तो +उ॒तोदि॑ता +उ॒त्ऽचर॑न्तम् +उ॒त्ऽत॒मः +उ॒त्ऽत॒मम् +उ॒त्ऽत॒मे +उ॒त्ऽभिदः॑ +उ॒त्ऽयन् +उ॒त्ऽवतः॑ +उ॒दनि॑ +उ॒दर॑म् +उ॒दऽभिः॑ +उ॒द्नः +उ॒द्ना +उ॒द्नेव॒ +उ॒द्नो +उ॒द्रिण॑म् +उ॒द॒कम् +उ॒द॒ऽप्रुतः॑ +उ॒परि॑ +उ॒परी॑व॒ +उ॒पस्थे +उ॒पस्थे॑ +उ॒पस्थे॒ +उ॒पस्थ॒ +उ॒पऽस्था॑त् +उ॒पऽस्थे॑ +उ॒पाग॑हि +उ॒पाव॑सृज॒ +उ॒पास॑ते +उ॒पा॒के +उ॒प॒प्र॒यन्तो॑ +उ॒प॒ब्दिः +उ॒प॒या॒मगृ॑हीतोऽसि +उ॒प॒या॒मगृ॑हीतोऽसि॒ +उ॒प॒या॒मगृ॑हीतोऽस्य॒ग्नये॑ +उ॒प॒या॒मगृ॑हीतोऽस्य॒श्विभ्यां॑ +उ॒प॒या॒मगृ॑हीतो॒ऽसीन्द्रा॑य +उ॒प॒ह्व॒रे +उ॒प॒ऽआस॑ते +उ॒प॒ऽमम् +उ॒प॒ऽमा +उ॒भयं॑ +उ॒भया +उ॒भया॑नि +उ॒भया॑य॒ +उ॒भया॑सः +उ॒भये॑ +उ॒भये॒ +उ॒भयो +उ॒भय॑म् +उ॒भय॑स्य +उ॒भा +उ॒भाभ्यां॑ +उ॒भे +उ॒भौ +उ॒रवः॑ +उ॒रवो॑ +उ॒रा॒णः +उ॒रु +उ॒रुं +उ॒रुः +उ॒रुधा॑रेव +उ॒रुम् +उ॒रु॒व्यचा॑ +उ॒रु॒ष्य +उ॒रु॒ष्या +उ॒रु॒ऽगा॒यम् +उ॒रु॒ऽगा॒याय॑ +उ॒रु॒ऽचक्ष॑सम् +उ॒रु॒ऽव्यचाः॑ +उ॒रू॒ची +उ॒रोः +उ॒रोर्वरी॑यो॒ +उ॒रौ +उ॒र्वरा॑सु +उ॒र्वशी॑ +उ॒र्वा॒रु॒कमि॑व॒ +उ॒र्वि॒या +उ॒र्वी +उ॒र्वीः +उ॒र्वीम् +उ॒र्व्या +उ॒लूख॑लसुताना॒मवेद्वि॑न्द्र +उ॒लूख॑लऽसुतानाम् +उ॒वाच॑ +उ॒वे +उ॒शना॑ +उ॒शना॒ +उ॒शन् +उ॒शन्तः॑ +उ॒शन्ति॑ +उ॒शन्त॑म् +उ॒शन्नु॑श॒त +उ॒शिक् +उ॒शिक्पा॑व॒को +उ॒शिजः॑ +उ॒शिजो॑ +उ॒श्मसि॑ +उ॒श्म॒सि॒ +उ॒श॒तः +उ॒श॒ती +उ॒श॒तीः +उ॒श॒तीरि॑व +उ॒श॒ते +उ॒षः +उ॒षः॒ +उ॒षः॒ऽबुधः॑ +उ॒षसं॑ +उ॒षसः॑ +उ॒षसां॒ +उ॒षसा॑ +उ॒षसा॑मिधा॒नः +उ॒षसा॑म् +उ॒षसा॒ +उ॒षसा॒नक्ता॑ +उ॒षसि॑ +उ॒षसो॑ +उ॒षसो॒ +उ॒षस॑ः +उ॒षस॑म् +उ॒षस॒ः +उ॒षा +उ॒षाः +उ॒षासा॒नक्ता॑ +उ॒षासो॑ +उ॒षे +उ॒षो +उ॒ष्णिहा॒ +उ॒ष॒सः॒ +उ॒स्रः +उ॒स्रा +उ॒स्राः +उ॒स्राःऽइ॑व +उ॒स्रियाः॑ +उ॒स्रिया॑णाम् +उ॒स्रिया॑भिः +उ॒स्रिया॑याः +उ॒स्रिया॑सु +उ॒स्रिया॒ +उ॒स्रियो॒ +उ᳘द्गाये᳘ति +उ꣡प꣢ +उ꣡प꣢꣯ +उ꣢ +उ꣢ग्रः꣡ +उ꣢त् +उ꣢पो꣣ +उ꣢प꣣ +उ꣢हुवा꣯ओ꣯हा꣯ +उ꣣ +उ꣣त् +उ꣣त꣡ +उ꣣त꣢ +उ꣣प +ऊ +ऊँ +ऊँचा +ऊँचाई +ऊँची +ऊँचे +ऊँट +ऊँ॒ +ऊं +ऊंचा +ऊंचाई +ऊंची +ऊंचे +ऊंट +ऊं॒ +ऊः +ऊक +ऊकः +ऊकार +ऊकारं +ऊकारः +ऊकारस्य +ऊकारादेशो +ऊकारान्तः +ऊकारो +ऊकाल +ऊकालो +ऊकालोऽज्झ्रस्वदीर्घप्लुतः +ऊङि +ऊङुतः +ऊङ् +ऊङ्प्रत्ययो +ऊच +ऊचतुः +ऊचतुर् +ऊचतुश्च +ऊचतुस्तं +ऊचतुस्तौ +ऊचा +ऊचिरे +ऊचिव +ऊचिवान् +ऊचिषे +ऊचु +ऊचुः +ऊचुः॒ +ऊचुर् +ऊचुर्ब्रवीतु +ऊचुर्महर्षयः +ऊचुश्च +ऊचुश्चैनं +ऊचुषे +ऊचुस्तं +ऊचुस्तां +ऊचुस्ते +ऊचुह् +ऊचू +ऊचे +ऊचेऽथ +ऊजों +ऊट +ऊटः +ऊटी +ऊट् +ऊठ +ऊठि +ऊठ् +ऊडिदंपदाद्यप्पुम्रैद्युभ्यः +ऊडिदम् +ऊडिदम्पदाद्यप्पुम्रैद्युभ्यः +ऊडुतः +ऊड् +ऊढ +ऊढं +ऊढः +ऊढभार्यः +ऊढम् +ऊढया +ऊढवती +ऊढवन्तः +ऊढवान् +ऊढा +ऊढाया +ऊढायाः +ऊढि +ऊढे +ऊढ्वा +ऊण्णी +ऊत +ऊतं +ऊतः +ऊतक +ऊतकं +ऊतकः +ऊतकयोः +ऊतकस्य +ऊतकाः +ऊतकानाम् +ऊतकेन +ऊतकैः +ऊतय +ऊतयः +ऊतये +ऊतयो +ऊता +ऊति +ऊतिं +ऊतिः +ऊतिभिः +ऊतिभिरवनैः +ऊतिभिरश्विना +ऊतिभिर् +ऊतिभिर्वि +ऊतिमद् +ऊतिम् +ऊतियूति +ऊतियूतिजूतिसातिहेतिकीर्तयश्च +ऊतिर् +ऊतिऽभिः +ऊती +ऊतीः +ऊते +ऊत् +ऊत्यर्वागिमा +ऊत्या +ऊत्यै +ऊत्वं +ऊत्वमत्वे +ऊत्वम् +ऊथन् +ऊदनोर्देशे +ऊदन्तप्रकरणम् +ऊदित् +ऊदित्त्वादिड्विकल्प +ऊदित्वाद्वेट् +ऊदीने +ऊदुपधाया +ऊद् +ऊद्‌र्ध्वं +ऊध +ऊधः +ऊधः॑ +ऊधनि +ऊधन् +ऊधभिः +ऊधमसिंहनगरमण्डलम् +ऊधरेव +ऊधर्दिव्यं +ऊधसः +ऊधसि +ऊधसो +ऊधसोऽनङ् +ऊधस् +ऊधस्तु +ऊधांसि +ऊधो +ऊध्र्व +ऊध्र्वं +ऊध्र्वः +ऊध्र्वभागे +ऊध्र्वमवलोक्य +ऊध्र्वा +ऊध्र्वाधर +ऊध्र्वे +ऊध्व +ऊध्वं +ऊध्वै +ऊध॑नि +ऊध॑न् +ऊध॑भिः +ऊन +ऊनं +ऊनः +ऊनत्रिंशोऽध्यायः +ऊनत्वम् +ऊनद्वादशवर्षा +ऊनद्विवर्ष +ऊनद्विवार्षिकं +ऊनम् +ऊनयति +ऊनया +ऊनविंश +ऊनविंशः +ऊनविंशति +ऊनविंशतिकाण्डे +ऊनविंशतिवर्षा +ऊनविंशे +ऊनविंशोऽध्यायः +ऊनषोडशवर्षाश्च +ऊनस् +ऊनस्य +ऊना +ऊनां +ऊनाः +ऊनाग्रच्छेदभाजिते +ऊनाग्रभागहारेण +ऊनातिरिक्ता +ऊनातिरिक्ताद् +ऊनातिरिक्तौ +ऊनात् +ऊनाधिक +ऊनाधिकं +ऊनाधिकेनैकेन +ऊनानि +ऊनाभ्यधिका +ऊनार्थ +ऊने +ऊनेन +ऊनैः +ऊनो +ऊनौ +ऊपथुः +ऊपर +ऊपरके +ऊपरको +ऊपरी +ऊपरे +ऊपे +ऊबध्यं +ऊबध्यम् +ऊमा +ऊमाः +ऊमाः॑ +ऊमास्त +ऊमा॑ +ऊमेभ्यः +ऊमैः +ऊम् +ऊय +ऊयतुः +ऊयते +ऊयी +ऊयुः +ऊर +ऊरः +ऊरच् +ऊरन् +ऊररी +ऊरवः +ऊरा +ऊरी +ऊरीकृत्य +ऊरु +ऊरुं +ऊरुः +ऊरुणा +ऊरुदघ्नं +ऊरुदघ्नम् +ऊरुदघ्नी +ऊरुदीर्घं +ऊरुद्वयं +ऊरुद्वयसम् +ऊरुद्वयसी +ऊरुद्वये +ऊरुबली +ऊरुभङ्गः +ऊरुभङ्गम् +ऊरुभिन्नी +ऊरुभ्यां +ऊरुभ्याम् +ऊरुमध्ये +ऊरुमात्री +ऊरुमूलं +ऊरुमूलविशालं +ऊरुमूले +ऊरुयुग्मं +ऊरुवेगेन +ऊरुस्तम्भ +ऊरुस्तम्भः +ऊरुस्तम्भस्तदा +ऊरुस्तम्भाधिकारः +ऊरुस्तम्भे +ऊरुस्थोत्तानचरणः +ऊरुस्य +ऊरू +ऊरूत्तरपदादौपम्ये +ऊरूद्वृत्तं +ऊरूभ्यां +ऊरोः +ऊरोलचौ +ऊरौ +ऊर् +ऊर्क +ऊर्क् +ऊर्ग +ऊर्गसि +ऊर्गसीति +ऊर्गस्यूर्जं +ऊर्गिति +ऊर्गुदुम्बर +ऊर्ग् +ऊर्ग्वा +ऊर्ग्वै +ऊर्च +ऊर्ज +ऊर्जं +ऊर्जं॑ +ऊर्जं॒ +ऊर्जः +ऊर्जः॑ +ऊर्जने +ऊर्जमक्षितमक्षीयमाणमुपजीव्यासमिति +ऊर्जमन्नं +ऊर्जमवारुन्धत +ऊर्जमस्मासु +ऊर्जमस्मै +ऊर्जमुत +ऊर्जमुपजीवतीति +ऊर्जमेव +ऊर्जम् +ऊर्जयति +ऊर्जयन्ति +ऊर्जयन्तीम् +ऊर्जयमाने +ऊर्जश्च +ऊर्जस् +ऊर्जस्य +ऊर्जस्वती +ऊर्जस्वतीः +ऊर्जस्वन्तं +ऊर्जस्वन्तः +ऊर्जस्वलः +ऊर्जस्वान् +ऊर्जस्वि +ऊर्जस्वी +ऊर्जा +ऊर्जां +ऊर्जाद +ऊर्जाम् +ऊर्जायां +ऊर्जायाः +ऊर्जाहुतयः +ऊर्जाहुती +ऊर्जाह्वान्यौ +ऊर्जि +ऊर्जितं +ऊर्जितः +ऊर्जितमेव +ऊर्जितम् +ऊर्जिता +ऊर्जिताः +ऊर्जे +ऊर्जेन +ऊर्जैवास्मा +ऊर्जो +ऊर्जोऽन्नाद्यस्यावरुद्ध्यै +ऊर्जो॑ +ऊर्ज्ज +ऊर्ज्जं +ऊर्ज्जः +ऊर्ज्जा +ऊर्ज्जे +ऊर्ज॑म् +ऊर्ज॑स्वती॒ +ऊर्जꣳ +ऊर्ण +ऊर्णनाभ +ऊर्णनाभः +ऊर्णनाभिः +ऊर्णनाभिर्यथा +ऊर्णनाभो +ऊर्णमिव +ऊर्णम्रदसम् +ऊर्णम्रदा +ऊर्णम्रदाः +ऊर्णविता +ऊर्णविषीष्ट +ऊर्णा +ऊर्णां +ऊर्णामृदु +ऊर्णाम्रदसं +ऊर्णाया +ऊर्णायामन्तर्धीयन्ते +ऊर्णायामन्तर्हिताः +ऊर्णायुं +ऊर्णायुः +ऊर्णायुरनघस्तथा +ऊर्णायुर् +ऊर्णावन्तं +ऊर्णावन्तम् +ऊर्णासूत्रेण +ऊर्णास्तुकां +ऊर्णास्तुकेन +ऊर्णीते +ऊर्णु +ऊर्णुञ् +ऊर्णुते +ऊर्णुनाव +ऊर्णुहि +ऊर्णेव +ऊर्णोति +ऊर्णोतु +ऊर्णोतेर्विभाषा +ऊर्णोर्णुवद्भावो +ऊर्णौति +ऊर्थं +ऊर्दू +ऊर्द्ध +ऊर्द्धं +ऊर्द्धगतौ +ऊर्द्धन्तु +ऊर्द्धम् +ऊर्द्धा +ऊर्द्धे +ऊर्द्ध्व +ऊर्द्ध्वं +ऊर्द्ध्वः +ऊर्द्ध्वगं +ऊर्द्ध्वगः +ऊर्द्ध्वञ्च +ऊर्द्ध्वतः +ऊर्द्ध्वन्तु +ऊर्द्ध्वपुंड्रं +ऊर्द्ध्वपुण्ड्रं +ऊर्द्ध्वमाचक्रमे +ऊर्द्ध्वमाने +ऊर्द्ध्वम् +ऊर्द्ध्वरेता +ऊर्द्ध्वरेताः +ऊर्द्ध्वरोमा +ऊर्द्ध्वा +ऊर्द्ध्वां +ऊर्द्ध्वाधः +ऊर्द्ध्वाधःक्रमतो +ऊर्द्ध्वे +ऊर्द्ध्वो +ऊर्ध +ऊर्धे +ऊर्ध्व +ऊर्ध्वँ +ऊर्ध्वं +ऊर्ध्वः +ऊर्ध्वकंपं +ऊर्ध्वकेशं +ऊर्ध्वकेशा +ऊर्ध्वकेशि +ऊर्ध्वकेशी +ऊर्ध्वकेशो +ऊर्ध्वगं +ऊर्ध्वगः +ऊर्ध्वगमनं +ऊर्ध्वगमने +ऊर्ध्वगा +ऊर्ध्वगामिन्या +ऊर्ध्वगामी +ऊर्ध्वगे +ऊर्ध्वगो +ऊर्ध्वग्रावा +ऊर्ध्वचितः +ऊर्ध्वजत्रुगतान् +ऊर्ध्वजत्रुविकारेषु +ऊर्ध्वज्ञुरासीनो +ऊर्ध्वतः +ऊर्ध्वता +ऊर्ध्वतो +ऊर्ध्वदेशे +ऊर्ध्वन्तु +ऊर्ध्वपद्मं +ऊर्ध्वपवित्रो +ऊर्ध्वपात्रे +ऊर्ध्वपुंड्रं +ऊर्ध्वपुण्ड्रं +ऊर्ध्वपूरं +ऊर्ध्वबाहुः +ऊर्ध्वबाहुर्विरौम्येष +ऊर्ध्वबुध्नः +ऊर्ध्वबृहती +ऊर्ध्वभागं +ऊर्ध्वभागः +ऊर्ध्वभागस्य +ऊर्ध्वभागे +ऊर्ध्वभुजा +ऊर्ध्वभूमौ +ऊर्ध्वमधश्च +ऊर्ध्वमधो +ऊर्ध्वमनुक्रमिष्यामः +ऊर्ध्वमनुक्रमिष्यामो +ऊर्ध्वमपि +ऊर्ध्वमवलोक्य +ऊर्ध्वमसंस्थितं +ऊर्ध्वमा +ऊर्ध्वमाचक्रमे +ऊर्ध्वमानं +ऊर्ध्वमानमथ +ऊर्ध्वमाने +ऊर्ध्वमिच्छतेति +ऊर्ध्वमिति +ऊर्ध्वमिममध्वरं +ऊर्ध्वमुखं +ऊर्ध्वमुखा +ऊर्ध्वमुखी +ऊर्ध्वमुखे +ऊर्ध्वमूलं +ऊर्ध्वमूलत्वं +ऊर्ध्वमूलमधःशाखमश्वत्थं +ऊर्ध्वमूलमिति +ऊर्ध्वमूलम् +ऊर्ध्वमूलोऽवाक्शाख +ऊर्ध्वमेकः +ऊर्ध्वमेव +ऊर्ध्वम् +ऊर्ध्वया +ऊर्ध्वरेखा +ऊर्ध्वरेतं +ऊर्ध्वरेतस +ऊर्ध्वरेतसः +ऊर्ध्वरेतसां +ऊर्ध्वरेता +ऊर्ध्वरेताः +ऊर्ध्वरेतोभ्य +ऊर्ध्वरोमा +ऊर्ध्वलग्नं +ऊर्ध्ववक्त्रं +ऊर्ध्वशोषं +ऊर्ध्वश्च +ऊर्ध्वसद्मा +ऊर्ध्वस् +ऊर्ध्वस्तिष्ठ +ऊर्ध्वस्तोमो +ऊर्ध्वस्थस्य +ऊर्ध्वस्थाल्यां +ऊर्ध्वस्य +ऊर्ध्वस्रोता +ऊर्ध्वा +ऊर्ध्वां +ऊर्ध्वाः +ऊर्ध्वाग्रं +ऊर्ध्वाद्विभाषा +ऊर्ध्वाधः +ऊर्ध्वाधर +ऊर्ध्वाधो +ऊर्ध्वानि +ऊर्ध्वान् +ऊर्ध्वाम् +ऊर्ध्वाया +ऊर्ध्वायां +ऊर्ध्वायाः +ऊर्ध्वायै +ऊर्ध्वाश् +ऊर्ध्वासः +ऊर्ध्वास् +ऊर्ध्वे +ऊर्ध्वेडं +ऊर्ध्वेति +ऊर्ध्वेन +ऊर्ध्वेळं +ऊर्ध्वै +ऊर्ध्वो +ऊर्ध्वोष्ठे +ऊर्ध्वꣳ +ऊर्भ +ऊर्मय +ऊर्मयः +ऊर्मयो +ऊर्मा +ऊर्मि +ऊर्मिं +ऊर्मिः +ऊर्मिका +ऊर्मिकाः +ऊर्मिणा +ऊर्मिणे +ऊर्मिणेति +ऊर्मिभिः +ऊर्मिमान् +ऊर्मिम् +ऊर्मिरसि +ऊर्मिरागात्साम्राज्याय +ऊर्मिर् +ऊर्मिर्न +ऊर्मिर्युध्यति +ऊर्मिर्वा +ऊर्मिर्हविष्य +ऊर्मिला +ऊर्मिलां +ऊर्मिलायाः +ऊर्मिषु +ऊर्मिस्सरस्वान् +ऊर्मी +ऊर्मो +ऊर्मौ +ऊर्म्मिः +ऊर्म्मिका +ऊर्म्या +ऊर्म्याय +ऊर्म्ये +ऊर्यादिच्विडाचश्च +ऊर्व +ऊर्वं +ऊर्वः +ऊर्वम् +ऊर्वशी +ऊर्वश्या +ऊर्वात् +ऊर्वान् +ऊर्विति +ऊर्वी +ऊर्वे +ऊर्वो +ऊर्वोः +ऊर्वोरुपरि +ऊर्वोर् +ऊर्वोश्च +ऊर्वोस्तु +ऊर्व्याय +ऊलच् +ऊवं +ऊवतुः +ऊवध्यं +ऊवध्यगोहं +ऊवध्यम् +ऊवुः +ऊवे +ऊश्च +ऊष +ऊषः +ऊषण +ऊषणं +ऊषणम् +ऊषति +ऊषतुः +ऊषन् +ऊषर +ऊषरं +ऊषरः +ऊषरभूमिः +ऊषरा +ऊषरे +ऊषसुषिमुष्कमधो +ऊषा +ऊषां +ऊषाः +ऊषान् +ऊषिवान् +ऊषु +ऊषुः +ऊषुणः +ऊषुस्तत्र +ऊषुस्तां +ऊष्णीषेऽन्तर्हिताः +ऊष्म +ऊष्मणः +ऊष्मणा +ऊष्मणो +ऊष्मण्या +ऊष्मण्यापिधाना +ऊष्मपा +ऊष्मपाः +ऊष्मपाश्च +ऊष्मभागा +ऊष्मलग्रीष्मताप +ऊष्मा +ऊष्माणं +ऊष्माणः +ऊष्माणम् +ऊष्माणश्च +ऊष्मायते +ऊह +ऊहं +ऊहः +ऊहगानम् +ऊहगानस्य +ऊहगाने +ऊहति +ऊहतुः +ऊहते +ऊहतेः +ऊहथुः +ऊहनं +ऊहनम् +ऊहनीयः +ऊहनीयम् +ऊहनीयाः +ऊहन्ते +ऊहस्तर्कः +ऊहस्य +ऊहा +ऊहां +ऊहाञ्चक्रे +ऊहामि +ऊहामेति +ऊहितं +ऊहितम् +ऊहितुं +ऊहिरे +ऊहिषे +ऊहुः +ऊहे +ऊहेद् +ऊहेन +ऊहो +ऊह् +ऊह्य +ऊह्यं +ऊह्यः +ऊह्यगानम् +ऊह्यगानस्य +ऊह्यताम् +ऊह्यते +ऊह्यम् +ऊह्या +ऊह्याः +ऊह्यानि +ऊ॑ +ऊ॒ +ऊ॒तयः॑ +ऊ॒तये॑ +ऊ॒तये॒ +ऊ॒तय॑ +ऊ॒तय॑ः +ऊ॒तय॒ +ऊ॒तिः +ऊ॒तिभिः॑ +ऊ॒तिभि॑रश्वि॒ना +ऊ॒तिम् +ऊ॒तिऽभिः॑ +ऊ॒ती +ऊ॒तीः +ऊ॒त्या +ऊ॒प॒थुः॒ +ऊ॒म् +ऊ॒म्ऽइति॑ +ऊ॒रुभ्यां॑ +ऊ॒रू +ऊ॒र्ज +ऊ॒र्जः +ऊ॒र्जा +ऊ॒र्जां +ऊ॒र्जाहु॑ती॒ +ऊ॒र्जा॒म् +ऊ॒र्जे +ऊ॒र्जो +ऊ॒र्णु॒ते॒ +ऊ॒र्णु॒हि॒ +ऊ॒र्ध्व +ऊ॒र्ध्वं +ऊ॒र्ध्वः +ऊ॒र्ध्वम् +ऊ॒र्ध्वया॑ +ऊ॒र्ध्वा +ऊ॒र्ध्वाः +ऊ॒र्ध्वाया॑ +ऊ॒र्ध्वो +ऊ॒र्मयः॑ +ऊ॒र्मा +ऊ॒र्मिं +ऊ॒र्मिः +ऊ॒र्मिणा॑ +ऊ॒र्मिणा॒ +ऊ॒र्मिम् +ऊ॒र्मिऽभिः॑ +ऊ॒र्मौ +ऊ॒र्वं +ऊ॒र्वम् +ऊ॒र्वे +ऊ॒हथुः॑ +ऊ॒ह॒थुः॒ +ऊ꣣त꣡ये꣢ +ऋ +ऋं +ऋः +ऋआ +ऋआमी +ऋऋ +ऋऌक् +ऋक +ऋकया +ऋकार +ऋकारं +ऋकारः +ऋकारलृकारयोः +ऋकारल्वादिभ्यः +ऋकारस्य +ऋकारस्यापि +ऋकारान्त +ऋकारान्तः +ऋकारान्तस्य +ऋकारान्तानां +ऋकारान्तेभ्यो +ऋकारे +ऋकारेण +ऋकारो +ऋक् +ऋक्च +ऋक्त +ऋक्तवतीं +ऋक्तो +ऋक्त्रयेण +ऋक्त्वं +ऋक्थ +ऋक्थं +ऋक्पाद +ऋक्पू +ऋक्पूः +ऋक्पूरब्धू +ऋक्पूरब्धूः +ऋक्पूरब्धूःपथामानक्षे +ऋक्प्रातिशाख्य +ऋक्प्रातिशाख्यस्य +ऋक्प्रातिशाख्ये +ऋक्वता +ऋक्वभिः +ऋक्वऽभिः +ऋक्वा +ऋक्वाणः +ऋक्व॑ता +ऋक्व॑भिः +ऋक्व॑ऽभिः +ऋक्शः +ऋक्शब्देन +ऋक्ष +ऋक्षं +ऋक्षः +ऋक्षके +ऋक्षगन्धा +ऋक्षचक्रे +ऋक्षमावाहयिष्यामि +ऋक्षम् +ऋक्षरः +ऋक्षराज +ऋक्षराजं +ऋक्षराजो +ऋक्षवन्तं +ऋक्षशृङ्गो +ऋक्षस्य +ऋक्षा +ऋक्षाः +ऋक्षाणां +ऋक्षाणि +ऋक्षात् +ऋक्षाद्यद्भुतावर्त्तः +ऋक्षाभावे +ऋक्षाश्च +ऋक्षु +ऋक्षे +ऋक्षेण +ऋक्षेषु +ऋक्षैः +ऋक्षो +ऋक्षोदः +ऋक्सं +ऋक्संहिता +ऋक्संहितां +ऋक्संहिताभाष्ये +ऋक्संहिताभाष्येऽष्टमाष्टके +ऋक्संहितायां +ऋक्समं +ऋक्साम +ऋक्सामयजुषां +ऋक्सामयोः +ऋक्सामानि +ऋक्सामाभ्यां +ऋक्सामाभ्याम् +ऋक्सामे +ऋक्‌ +ऋग +ऋगः +ऋगतौ +ऋगन्ते +ऋगयन +ऋगयनम् +ऋगादयः +ऋगादिः +ऋगादीनां +ऋगादीन् +ऋगिति +ऋगेका +ऋग् +ऋग्गाथा +ऋग्गायत्री +ऋग्द्वयं +ऋग्द्वयाश्रिते +ऋग्द्वयेन +ऋग्ब्राह्मणे +ऋग्भाष्यम् +ऋग्भाष्ये +ऋग्भि +ऋग्भिः +ऋग्भिरेतं +ऋग्भिर् +ऋग्भिश्च +ऋग्भिस् +ऋग्भेदे +ऋग्भ्यः +ऋग्भ्यां +ऋग्भ्यो +ऋग्मियः +ऋग्मियम् +ऋग्मियाय +ऋग्य +ऋग्यजु +ऋग्यजुः +ऋग्यजुःसामभिः +ऋग्यजुःसामलक्षणाः +ऋग्यजुःसामलक्षणानि +ऋग्यजुःसामानि +ऋग्यजुःसामेति +ऋग्यजुःसाम्नां +ऋग्यजुषम् +ऋग्रस +ऋग्व +ऋग्वदस्य +ऋग्वि +ऋग्विदम् +ऋग्विधानं +ऋग्विधाने +ऋग्वे +ऋग्वेद +ऋग्वेदं +ऋग्वेदः +ऋग्वेदखिलेषु +ऋग्वेदप्रातिशाख्य +ऋग्वेदप्रातिशाख्ये +ऋग्वेदभाष्यम् +ऋग्वेदभाष्यस्य +ऋग्वेदभाष्ये +ऋग्वेदम् +ऋग्वेदशब्दे +ऋग्वेदश्रावकं +ऋग्वेदसंहिता +ऋग्वेदस्तु +ऋग्वेदस्य +ऋग्वेदा +ऋग्वेदात् +ऋग्वेदादयो +ऋग्वेदादि +ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका +ऋग्वेदादौ +ऋग्वेदाद् +ऋग्वेदान् +ऋग्वेदाय +ऋग्वेदिनां +ऋग्वेदी +ऋग्वेदीय +ऋग्वेदीयः +ऋग्वेदीयपाठः +ऋग्वेदे +ऋग्वेदेन +ऋग्वेदेऽपि +ऋग्वेदो +ऋग्वेदोऽथ +ऋघायतः +ऋघायमाणः +ऋघायमाणम् +ऋघावान् +ऋघा॑वान् +ऋङ् +ऋङ्मयं +ऋङ्मयो +ऋच +ऋचं +ऋचः +ऋचः॑ +ऋचः॒ +ऋचति +ऋचमनूच्य +ऋचमेकां +ऋचम् +ऋचर् +ऋचश्च +ऋचसे +ऋचस् +ऋचस्ते +ऋचस्सामानि +ऋचा +ऋचां +ऋचाओं +ऋचानां +ऋचानुसारेण +ऋचाभ्यनूक्तम् +ऋचामशीतिः +ऋचामुपरि +ऋचाम् +ऋचायां +ऋचायाः +ऋचावाले +ऋचि +ऋचित् +ऋचिन्न +ऋची +ऋचीक +ऋचीकं +ऋचीकः +ऋचीकश्च +ऋचीकस्तु +ऋचीकस्य +ऋचीकाय +ऋचीकाश्रममभ्यगात् +ऋचीके +ऋचीकेन +ऋचीको +ऋचीषम +ऋचीषमः +ऋची॑षमः +ऋचे +ऋचेति +ऋचेमं +ऋचेयुः +ऋचैव +ऋचो +ऋचोः +ऋचोक्तं +ऋचोक्तम् +ऋचोऽधीते +ऋचोऽयमर्थः +ऋचोऽर्थान्तरं +ऋचोऽर्थान्तरम् +ऋचो॒ +ऋचौ +ऋच् +ऋच्छ +ऋच्छति +ऋच्छतीति +ऋच्छतु +ऋच्छतेः +ऋच्छत्यॄताम् +ऋच्छन् +ऋच्छन्ति +ऋच्छन्तु +ऋच्छरा +ऋच्छात् +ऋच्छादेशः +ऋच्छि +ऋच्छेत् +ऋच्छेयुः +ऋच्यते +ऋच्य् +ऋछ +ऋछात् +ऋछेत् +ऋज +ऋजव +ऋजवः +ऋजवस्ते +ऋजवे +ऋजवो +ऋजि +ऋजिश्वना +ऋजिश्वा +ऋजीतिः +ऋजीते +ऋजीष +ऋजीषं +ऋजीषः +ऋजीषकुम्भं +ऋजीषम् +ऋजीषशब्देन +ऋजीषस्य +ऋजीषिणः +ऋजीषिणम् +ऋजीषिन् +ऋजीषी +ऋजी॑ते॒ +ऋजी॒षी +ऋजु +ऋजुं +ऋजुः +ऋजुकाय +ऋजुकायं +ऋजुकायः +ऋजुकायो +ऋजुगामिनि +ऋजुगामिनी +ऋजुगामिनौ +ऋजुगामी +ऋजुगो +ऋजुतया +ऋजुता +ऋजुतां +ऋजुत्वं +ऋजुत्वम् +ऋजुत्वेन +ऋजुधा +ऋजुना +ऋजुनीती +ऋजुबुद्धितया +ऋजुमतेः +ऋजुमार्गेण +ऋजुम् +ऋजुरेव +ऋजुर् +ऋजू +ऋजूनां +ऋजूनि +ऋजून् +ऋजूयताम् +ऋजूयते +ऋजूयवः +ऋजूय॒ते +ऋजोः +ऋजौ +ऋज्रः +ऋज्रा +ऋज्राश्वः +ऋज्राश्वस्य +ऋज्राश्वे +ऋज्रे +ऋज्रेन्द्र +ऋज्रेन्द्राग्र +ऋज्रेभिः +ऋज्वायताः +ऋज्वी +ऋज्वीं +ऋज्व्या +ऋञ्जतिः +ऋञ्जती +ऋञ्जते +ऋञ्जन् +ऋञ्जसानः +ऋञ्जसे +ऋञ्जिवृधिमन्दिसहिभ्यः +ऋटुरषा +ऋटुरषाणां +ऋण +ऋणं +ऋणः +ऋणकर्ता +ऋणक् +ऋणक्षेपः +ऋणक्षेपे +ऋणगता +ऋणगतानि +ऋणग्रहणं +ऋणत्रयम् +ऋणत्रयात् +ऋणत्वं +ऋणत्वेन +ऋणदाने +ऋणधत् +ऋणधन +ऋणधनं +ऋणमाधमर्ण्ये +ऋणमिति +ऋणमित्यर्थः +ऋणमोक्षं +ऋणमोचनम् +ऋणम् +ऋणया +ऋणयाः +ऋणयोस् +ऋणवः +ऋणवा +ऋणवान् +ऋणस्य +ऋणऽयाः +ऋणा +ऋणाति +ऋणात् +ऋणात्मक +ऋणात्मिका +ऋणादान +ऋणादानं +ऋणादानप्रकरणम् +ऋणादानम् +ऋणादाने +ऋणादिषु +ऋणानां +ऋणानि +ऋणापाकरणं +ऋणापाकरणे +ऋणि +ऋणिकं +ऋणिकेन +ऋणिको +ऋणिना +ऋणिनो +ऋणी +ऋणीकृता +ऋणु +ऋणे +ऋणेन +ऋणैः +ऋणैर् +ऋणो +ऋणोः +ऋणोति +ऋणोरक्षं +ऋण्वति +ऋण्वतीति +ऋण्वथः +ऋण्वन् +ऋण्वन्ति +ऋत +ऋतँ +ऋतं +ऋतंभरा +ऋतः +ऋतचित् +ऋतजा +ऋतजाः +ऋतजात +ऋतजातः +ऋतजातया +ऋतजाता +ऋतजाताः +ऋतजिच्च +ऋतजित् +ऋतजित्सत्यजिच्चैव +ऋतज्ञाः +ऋतज्ञास्ते +ऋतञ्च +ऋतदेवस्य +ऋतधाम +ऋतधामा +ऋतधामासि +ऋतध्वज +ऋतध्वजः +ऋतध्वजो +ऋतन्यञ्जि +ऋतपाः +ऋतपेयः +ऋतपेयेन +ऋतप्रजात +ऋतप्रजातः +ऋतप्रजाता +ऋतप्रजातां +ऋतप्सू +ऋतमपि +ऋतमवादिषम् +ऋतमसि +ऋतमिति +ऋतमित्युदकनाम +ऋतमुक्त्वा +ऋतमुञ्छशिलं +ऋतमुदकं +ऋतमेकाक्षरं +ऋतमेव +ऋतम् +ऋतम्̇ +ऋतम्भर +ऋतम्भरा +ऋतयन् +ऋतयन्त +ऋतया +ऋतयुऽभिः +ऋतये +ऋतयोर्मध्ये +ऋतव +ऋतवः +ऋतवरी +ऋतवश्च +ऋतवश्चैव +ऋतवस् +ऋतवस्तथा +ऋतवस्ते +ऋतवा +ऋतवागिति +ऋतवागुवाच +ऋतवादिभ्यो +ऋतवान् +ऋतवृधः +ऋतवे +ऋतवो +ऋतवोऽपि +ऋतव्यः +ऋतव्यम् +ऋतव्या +ऋतव्याः +ऋतव्ये +ऋतश्च +ऋतश्छन्दसि +ऋतष्ठञ् +ऋतसत् +ऋतसत्ये +ऋतसदनं +ऋतसदनमसि +ऋतसदनम् +ऋतसदनी +ऋतसद् +ऋतसाप +ऋतसापः +ऋतस्पते +ऋतस्पृशा +ऋतस्य +ऋतस्यजि +ऋतस्यार्वाची +ऋतस्योदकस्य +ऋतऽज्ञाः +ऋतऽवा +ऋतऽवानः +ऋतऽवाना +ऋतऽवृधः +ऋतऽवृधा +ऋतऽसापः +ऋता +ऋतां +ऋताः +ऋतात् +ऋतादधि +ऋतानां +ऋतानाम् +ऋतानि +ऋतामृताभ्यां +ऋताय +ऋतायत +ऋतायते +ऋतायन् +ऋतायवः +ऋतायुभिः +ऋतायुभ्यां +ऋताय॒ते +ऋतावतीते +ऋतावपि +ऋतावरि +ऋतावरी +ऋतावरीः +ऋतावरीर् +ऋतावा +ऋतावानं +ऋतावानः +ऋतावानम् +ऋतावाना +ऋतावृतौ +ऋतावृध +ऋतावृधः +ऋतावृधा +ऋतावृधो +ऋतावृधौ +ऋताव् +ऋताव्ने +ऋताषाट् +ऋताषाडृतधामेति +ऋताषाड् +ऋता॑वरि॒ +ऋता॑वाना॒ +ऋता॒वृधः॑ +ऋता॒वृध॑ +ऋति +ऋतिं +ऋतिः +ऋतित्वा +ऋती +ऋतीति +ऋतीय +ऋतीयते +ऋतीया +ऋतीषहं +ऋतीषहम् +ऋतु +ऋतुं +ऋतुंभरा +ऋतुः +ऋतुओ +ऋतुओं +ऋतुकाल +ऋतुकालं +ऋतुकालः +ऋतुकालाभिगमनं +ऋतुकालाभिगामिनः +ऋतुकालाभिगामी +ऋतुकाले +ऋतुकालेऽपि +ऋतुकालोद्भवैः +ऋतुगण +ऋतुगामी +ऋतुग्रह +ऋतुग्रहप्रचारः +ऋतुग्रहा +ऋतुग्रहाः +ऋतुग्रहैश्चरति +ऋतुग्रहौ +ऋतुचर्या +ऋतुत्रयं +ऋतुत्रये +ऋतुथा +ऋतुदानं +ऋतुधा +ऋतुधामा +ऋतुध्वजस्य +ऋतुना +ऋतुनाऽऽह +ऋतुनेति +ऋतुपतीन् +ऋतुपते +ऋतुपर्ण +ऋतुपर्णं +ऋतुपर्णः +ऋतुपर्णस्य +ऋतुपर्णे +ऋतुपर्णेन +ऋतुपर्णो +ऋतुपश्वभिधानम् +ऋतुपा +ऋतुपाः +ऋतुपात्रम् +ऋतुपात्रे +ऋतुपात्रेण +ऋतुपुष्पफलाश्चैव +ऋतुप्रैषाः +ऋतुभिः +ऋतुभिरिति +ऋतुभिरेव +ऋतुभिरेवैनं +ऋतुभिर् +ऋतुभिर्यन्ति +ऋतुभिश्च +ऋतुभिष्ट्वार्तवैरायुषे +ऋतुभिस् +ऋतुभेदे +ऋतुभेदेन +ऋतुभ्य +ऋतुभ्यः +ऋतुभ्यो +ऋतुमती +ऋतुमतीं +ऋतुमत्या +ऋतुमत्यां +ऋतुमत्सु +ऋतुमनुसृत्य +ऋतुमान् +ऋतुमुखे +ऋतुम् +ऋतुयाजाः +ऋतुयाजान् +ऋतुयाजास् +ऋतुयाजी +ऋतुरपि +ऋतुरयनं +ऋतुरस्य +ऋतुरिति +ऋतुर् +ऋतुर्जनित्री +ऋतुर्भवति +ऋतुर्वा +ऋतुवर्णन +ऋतुवर्णनं +ऋतुवर्णनपद्धतिः +ऋतुवर्णनम् +ऋतुवर्णनस्य +ऋतुविशेषः +ऋतुविशेषे +ऋतुशः +ऋतुशब्देन +ऋतुशो +ऋतुश्च +ऋतुषाम +ऋतुषु +ऋतुष्ठाः +ऋतुष्वेव +ऋतुष्व् +ऋतुसंधिषु +ऋतुसंहार +ऋतुसंहारं +ऋतुसंहारः +ऋतुसंहारम् +ऋतुसंहारे +ऋतुसन्धिकालः +ऋतुसन्धिषु +ऋतुसमये +ऋतुस्तद्यदेते +ऋतुस्तद्रूपां +ऋतुस्तु +ऋतुस्थला +ऋतुस्था +ऋतुस्नाता +ऋतुस्नातां +ऋतुस्वभावजा +ऋतुहीना +ऋतुऽथा +ऋतुऽभिः +ऋतुऽशः +ऋतु॒था +ऋतू +ऋतूंश्च +ऋतून +ऋतूना +ऋतूनाँ +ऋतूनां +ऋतूनाम् +ऋतूनाꣳ +ऋतूनेव +ऋतून् +ऋतून्त् +ऋते +ऋतेजाः +ऋतेन +ऋतेनादित्या +ऋतेनादित्यास्तिष्ठन्ति +ऋतेनास्य +ऋतेनेति +ऋतेनेत्युक्तम् +ऋतेयोगे +ऋतेरीयङ् +ऋतेऽन्नात् +ऋतेऽन्वयः +ऋतेऽपि +ऋतैः +ऋतो +ऋतोः +ऋतोरः +ऋतोरण् +ऋतोर् +ऋतोऽञ् +ऋतौ +ऋत् +ऋत्णं +ऋत्य +ऋत्यक +ऋत्यकः +ऋत्यां +ऋत्ये +ऋत्यै +ऋत्व +ऋत्वणोऽपवादः +ऋत्वण् +ऋत्वन्तरे +ऋत्वा +ऋत्वि +ऋत्विक +ऋत्विक् +ऋत्विक्षु +ऋत्विगादयः +ऋत्विगादिना +ऋत्विगादिभिः +ऋत्विगादीनां +ऋत्विगादौ +ऋत्विगिति +ऋत्विग् +ऋत्विग्दधृक् +ऋत्विग्भिः +ऋत्विग्भिर्वेदपारगैः +ऋत्विग्भिश्च +ऋत्विग्भेदे +ऋत्विग्भ्य +ऋत्विग्भ्यः +ऋत्विग्भ्यश्च +ऋत्विग्भ्यस्तु +ऋत्विग्भ्यो +ऋत्विग्यजमाना +ऋत्विग्यजमानाः +ऋत्विग्यजमानानां +ऋत्विग्यजमानेषु +ऋत्विग्यजमानैः +ऋत्विग्यज्ञकृदुच्यते +ऋत्विग्यदि +ऋत्विग्वा +ऋत्विग्विशेष +ऋत्विग्विशेषः +ऋत्विङ्नामसु +ऋत्विङ्मण्डपसम्भारभूषणाच्छादनादिकम् +ऋत्विज +ऋत्विजं +ऋत्विजः +ऋत्विजम् +ऋत्विजश्च +ऋत्विजश्चैव +ऋत्विजस् +ऋत्विजस्तथा +ऋत्विजस्तु +ऋत्विजस्ते +ऋत्विजस्तेभिरग्ने +ऋत्विजस्य +ऋत्विजा +ऋत्विजां +ऋत्विजामपि +ऋत्विजामेव +ऋत्विजाम् +ऋत्विजि +ऋत्विजे +ऋत्विजो +ऋत्विजों +ऋत्विजोऽपि +ऋत्विजौ +ऋत्विज् +ऋत्विय +ऋत्वियं +ऋत्वियः +ऋत्वियम् +ऋत्वियवती +ऋत्वियात् +ऋत्विये +ऋत्वियो +ऋत्वे +ऋत्व्य +ऋत्व्यवास्त्व्य +ऋत्व्यवास्त्व्यवास्त्वमाध्वीहिरण्ययानि +ऋत्व्ये +ऋत॑जात॒ +ऋत॒ज्ञाः +ऋत꣡म् +ऋतꣳ +ऋदन्त +ऋदन्तप्रकरणम् +ऋदन्तस्य +ऋदन्ता +ऋदन्ताङ्गस्य +ऋदन्तु +ऋदि +ऋदिति +ऋदित् +ऋदुपधस्य +ऋदुपधाच्चाक्लृपिचृतेः +ऋदुपधेभ्यो +ऋदुशन +ऋदुशनस् +ऋदुशनस्पुरुदंसोऽनेहसां +ऋदूदरः +ऋदूदरेण +ऋदूपे +ऋदृशोऽङि +ऋदृशोऽडि +ऋदो +ऋदोरप् +ऋद्ध +ऋद्धं +ऋद्धः +ऋद्धनोः +ऋद्धम् +ऋद्धयः +ऋद्धया +ऋद्धश्च +ऋद्धस्य +ऋद्धा +ऋद्धाः +ऋद्धानि +ऋद्धाश्च +ऋद्धि +ऋद्धिं +ऋद्धिः +ऋद्धिकामः +ऋद्धिकामस्य +ऋद्धिकामा +ऋद्धिदा +ऋद्धिनामौषधम् +ऋद्धिपरिमितं +ऋद्धिपादः +ऋद्धिपादा +ऋद्धिपादाः +ऋद्धिबलेन +ऋद्धिमतामग्रो +ऋद्धिमत् +ऋद्धिमान् +ऋद्धिमिति +ऋद्धिम् +ऋद्धिरावर्जनकरी +ऋद्धिरिति +ऋद्धिर्वृद्धिश्च +ऋद्धिश्च +ऋद्धी +ऋद्धुकं +ऋद्धे +ऋद्धो +ऋद्धौ +ऋद्ध्या +ऋद्ध्यै +ऋद्ध्वा +ऋद्ध्वोत् +ऋद्वयं +ऋद्वयस्य +ऋध +ऋधक् +ऋधगित्था +ऋधग् +ऋधातोः +ऋधाथे +ऋधु +ऋध् +ऋध्नवाम +ऋध्नवामेति +ऋध्नुयादिति +ऋध्नुयामिति +ऋध्नुयाम् +ऋध्नुवन्ति +ऋध्नुवन्त्य् +ऋध्नोति +ऋध्नोतीति +ऋध्नोत्येव +ऋध्नोत्य् +ऋध्यतां +ऋध्यति +ऋध्यते +ऋध्यन्ते +ऋध्या +ऋध्याः +ऋध्यात् +ऋध्याम +ऋध्यामा +ऋध्यासं +ऋध्यासमद्य +ऋध्यासम् +ऋध्यास्म +ऋध्येत +ऋध॑क् +ऋन् +ऋन्दन्त्या +ऋन्धन् +ऋन्नेभ्य +ऋन्नेभ्यः +ऋन्नेभ्यो +ऋप +ऋपयः +ऋपि +ऋफ +ऋबीसम् +ऋबीसे +ऋभव +ऋभवः +ऋभवश्च +ऋभवो +ऋभवोऽस्वप्ना +ऋभवो॒ +ऋभु +ऋभुं +ऋभुः +ऋभुक्षः +ऋभुक्षण +ऋभुक्षणं +ऋभुक्षणः +ऋभुक्षणम् +ऋभुक्षणो +ऋभुक्षणो॒ +ऋभुक्षा +ऋभुक्षाः +ऋभुक्षाणः +ऋभुक्षाणम् +ऋभुक्षाणौ +ऋभुक्षिन् +ऋभुक्षे +ऋभुगीता +ऋभुभिः +ऋभुभिर्वाजवद्भिः +ऋभुभ्यः +ऋभुभ्यो +ऋभुमते +ऋभुमान् +ऋभुम् +ऋभुरसि +ऋभुरुवाच +ऋभुर् +ऋभुर्न +ऋभुर्विभ्वा +ऋभुऽभिः +ऋभु॒क्षा +ऋभू +ऋभूणां +ऋभूणाम् +ऋभून् +ऋभो +ऋभ्वम् +ऋभ्वसः +ऋभ्वसम् +ऋभ्वा +ऋभ्वा॑ +ऋम्फ +ऋर +ऋरा +ऋराम +ऋरामस्य +ऋलृक् +ऋवर्ण +ऋवर्णस्य +ऋवर्णाच्चेति +ऋवर्णादपि +ऋवर्णान्नस्य +ऋविग्यजमानाः +ऋविजः +ऋविधानं +ऋश +ऋश्य +ऋश्यः +ऋश्यमूकं +ऋश्यमूकस्य +ऋश्यमूके +ऋश्यशृङ्ग +ऋश्यशृङ्गं +ऋश्यशृङ्गः +ऋश्यशृङ्गस्तु +ऋश्यशृङ्गाय +ऋश्यशृङ्गो +ऋश्यशृङ्गोपाख्यानम् +ऋश्यस्य +ऋश्यो +ऋष +ऋषं +ऋषः +ऋषति +ऋषते +ऋषन्ति +ऋषभ +ऋषभं +ऋषभः +ऋषभगजविलसितं +ऋषभगजविलसितम् +ऋषभगीता +ऋषभतां +ऋषभदेव +ऋषभदेवः +ऋषभदेवचरितम् +ऋषभदेवस्य +ऋषभदेवेन +ऋषभधैवतौ +ऋषभपञ्चाशिका +ऋषभमाजुहोति +ऋषभम् +ऋषभवत् +ऋषभश् +ऋषभश्च +ऋषभश्चैव +ऋषभस् +ऋषभस्तु +ऋषभस्य +ऋषभस्वरः +ऋषभहीनं +ऋषभा +ऋषभाः +ऋषभाणां +ऋषभाद्भरतो +ऋषभानुसारी +ऋषभाय +ऋषभास +ऋषभासः +ऋषभी +ऋषभे +ऋषभेण +ऋषभैः +ऋषभो +ऋषभोपरि +ऋषभोपानहोर्ञ्यः +ऋषभोरैवतम् +ऋषभोऽसि +ऋषभौ +ऋषभौषधम् +ऋषभौषधौ +ऋषभᳲ +ऋषय +ऋषयः +ऋषयऊचुः +ऋषयश् +ऋषयश्च +ऋषयश्चक्रिरे +ऋषयश्चान्ये +ऋषयश्चापि +ऋषयश्चेति +ऋषयश्चैव +ऋषयस् +ऋषयस्तं +ऋषयस्तत्र +ऋषयस्तथा +ऋषयस्तदा +ऋषयस्तपसा +ऋषयस्तु +ऋषयस्ते +ऋषयस्त्वा +ऋषयस्सप्त +ऋषयस्सर्वे +ऋषये +ऋषयो +ऋषयोपि +ऋषयोऽखिलाः +ऋषयोऽत्र +ऋषयोऽथ +ऋषयोऽपि +ऋषयोऽब्रुवन् +ऋषयोऽभवन् +ऋषयोऽमलाः +ऋषि +ऋषिं +ऋषिं॑ +ऋषिः +ऋषिः॑ +ऋषिका +ऋषिकाः +ऋषिकुमारवधाख्यानम् +ऋषिकुमाराणाम् +ऋषिकुल्या +ऋषिकुल्यां +ऋषिकृत् +ऋषिकेश +ऋषिगण +ऋषिगणा +ऋषिगणाः +ऋषिगणास्तथा +ऋषिगणैः +ऋषिच्छन्दसी +ऋषिच्छन्दो +ऋषिच्छन्दोदैवतानि +ऋषिजनेन +ऋषिजी +ऋषिणा +ऋषिणां +ऋषिता +ऋषितां +ऋषिताङ्गताः +ऋषितीर्थं +ऋषितीर्थस्य +ऋषितीर्थे +ऋषितोया +ऋषितोयातटे +ऋषित्वं +ऋषित्वेन +ऋषिदर्शनात् +ऋषिदेवते +ऋषिधर्मः +ऋषिपतने +ऋषिपत्नी +ऋषिपत्नीनां +ऋषिपत्न्यः +ऋषिपत्न्यश्च +ऋषिपुंगवाः +ऋषिपुङ्गवाः +ऋषिपुत्र +ऋषिपुत्रं +ऋषिपुत्रः +ऋषिपुत्रकाः +ऋषिपुत्रैः +ऋषिपुत्रो +ऋषिप्रभावान्मयि +ऋषिभि +ऋषिभिः +ऋषिभिरिति +ऋषिभिर्बहुधा +ऋषिभिर्ब्राह्मणैश्चैव +ऋषिभिर्मुनिभिः +ऋषिभिश्च +ऋषिभिश्चापि +ऋषिभिश्चैव +ऋषिभिस्तत्त्वदर्शिभिः +ऋषिभिस्तथा +ऋषिभिस्तु +ऋषिभिस्तौ +ऋषिभेदः +ऋषिभेदे +ऋषिभ्य +ऋषिभ्यः +ऋषिभ्यश्च +ऋषिभ्यां +ऋषिभ्यो +ऋषिमध्ये +ऋषिमना +ऋषिमनाः +ऋषिमुख्यानां +ऋषिमुनयः +ऋषिमुनीनां +ऋषिम् +ऋषियज्ञं +ऋषियो +ऋषियों +ऋषिरपि +ऋषिरवोचत् +ऋषिरस्य +ऋषिराट् +ऋषिरात्मानं +ऋषिरार्षेयः +ऋषिरासीत् +ऋषिराह +ऋषिरिति +ऋषिरिव +ऋषिरुच्यते +ऋषिरुवाच +ऋषिरूपेण +ऋषिरेव +ऋषिर् +ऋषिर्गायत्त्री +ऋषिर्जगती +ऋषिर्दर्शनात् +ऋषिर्ब्रह्मा +ऋषिर्ब्रह्मास्य +ऋषिर्भवति +ऋषिर्यः +ऋषिर्वामदेवः +ऋषिर्विप्रः +ऋषिर्विप्राणां +ऋषिर्विप्रो +ऋषिर्विराट् 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+एकषष्टितमोऽध्यायः +एकषष्टी +एकषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः +एकषष्ठितमः +एकसंज्ञाधिकारे +एकसदनात्मकं +एकसप्तति +एकसप्ततिः +एकसप्ततितमं +एकसप्ततितमः +एकसप्ततितमी +एकसप्ततितमोऽध्यायः +एकसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः +एकसमये +एकसहस्रं +एकसा +एकसामग्र्यधीनस्य +एकसी +एकसूक्तः +एकसूत्रे +एकसौ +एकस् +एकस्तत्र +एकस्तथा +एकस्तान्त +एकस्तिष्ठति +एकस्तु +एकस्तोत्रमेव +एकस्त्रिधा +एकस्त्रीणि +एकस्त्वं +एकस्त्वमसि +एकस्त्वमेव +एकस्थ +एकस्थं +एकस्थमेकत्र +एकस्थम् +एकस्था +एकस्थाने +एकस्मा +एकस्मात् +एकस्मात्‌ +एकस्मादपि +एकस्मादेव +एकस्माद् +एकस्मान्नपञ्चाशम् +एकस्मि +एकस्मिंश्च +एकस्मिंस्तु +एकस्मिञ्शयने +एकस्मिन +एकस्मिन् +एकस्मिन्कार्ये +एकस्मिन्दिने +एकस्मिन्दिवसे +एकस्मिन्देशे +एकस्मिन्न +एकस्मिन्नपि +एकस्मिन्नप्यतिक्रान्ते +एकस्मिन्नर्थे +एकस्मिन्नवयवे +एकस्मिन्नसंभवाधिकरणम् +एकस्मिन्नहनि +एकस्मिन्निति +एकस्मिन्नेव +एकस्मिन्नेवाहनि +एकस्मिन्न् +एकस्मिन्पात्रे +एकस्मिन्भोजिते +एकस्मिन्वाक्ये +एकस्मिन्समये +एकस्मिन्‌ +एकस्मै +एकस्य +एकस्यर्षस्य +एकस्या +एकस्यां +एकस्याः +एकस्यानेकत्र +एकस्यापि +एकस्यापीति +एकस्यामपि +एकस्यामेव +एकस्याम् +एकस्यार्थस्य +एकस्यार्थाय +एकस्येति +एकस्यै +एकस्यैव +एकस्यैवं +एकस्यैवात्मनो +एकस्यैवार्थस्य +एकस्यैवेति +एकस्वरकाण्डः +एकस्वरा +एकस्वरेण +एकस्विष्टकृतः +एकस्स +एकहंसः +एकहंसे +एकहलादौ +एकहल्मध्य +एकहल्मध्ये +एकहल्मध्येऽनादेशादेर्लिटि +एकहस्त +एकहस्तं +एकहस्तप्रणामश्च +एकहस्ता +एकहस्ते +एकहस्तेन +एकहायना +एकहायनी +एकहायनीशब्दः +एकहायनो +एकहायन्या +एकही +एकहोता +एकऽपात् +एका +एकां +एकांगी +एकांगुलं +एकांत +एकांते +एकांश +एकांशं +एकांशंकंपम् +एकांशंपद्मम् +एकांशः +एकांशतो +एकांशमंगुलं +एकांशरहितं +एकांशाः +एकांशे +एकांशेन +एकांसमुत्तरासङ्गं +एकाः +एकाकार +एकाकारं +एकाकारा +एकाकि +एकाकिता +एकाकित्वादिषु +एकाकिन +एकाकिनं +एकाकिनः +एकाकिना +एकाकिनि +एकाकिनी +एकाकिनीं +एकाकिनीति +एकाकिनो +एकाकिनोऽपि +एकाकिनौ +एकाकिन्यपि +एकाकिन्या +एकाकिपाशं +एकाकी +एकाकीति +एकाक्येव +एकाक्ष +एकाक्षः +एकाक्षर +एकाक्षरं +एकाक्षरः +एकाक्षरकोशः +एकाक्षरकोषः +एकाक्षरप्रदातारं +एकाक्षरम् +एकाक्षरस्य +एकाक्षरस्यापि +एकाक्षरा +एकाक्षरां +एकाक्षरात् +एकाक्षरात्कृतो +एकाक्षरादिसूक्तं +एकाक्षरी +एकाक्षरे +एकाक्षरेण +एकाक्षरो +एकाक्षो +एकागारं +एकाग्निकाण्डमन्त्रव्याख्याने +एकाग्निकाण्डव्याख्याने +एकाग्निरनिकेतः +एकाग्नौ +एकाग्र +एकाग्रं +एकाग्रः +एकाग्रचित्तः +एकाग्रचित्तेन +एकाग्रचित्तो +एकाग्रतया +एकाग्रता +एकाग्रतां +एकाग्रताया +एकाग्रतायाः +एकाग्रमनसा +एकाग्रमानसः +एकाग्रमानसो +एकाग्रम् +एकाग्रस्य +एकाग्रा +एकाग्राः +एकाग्रीकुर्यात् +एकाग्रे +एकाग्रेण +एकाग्रो +एकाङ्क +एकाङ्कं +एकाङ्कः +एकाङ्का +एकाङ्के +एकाङ्को +एकाङ्गं +एकाङ्गुलं +एकाङ्गे +एकाच +एकाचः +एकाचो +एकाचोऽपि +एकाचोऽम्प्रत्ययवच्च +एकाच् +एकाच्च +एकाजनाङ् +एकाजनेकाज्ग्रहणेषु +एकाजिति +एकाजुत्तरपदे +एकाज् +एकाज्ग्रहणं +एकातपत्रं +एकातपत्रा +एकातपत्रां +एकात् +एकात्मक +एकात्मके +एकात्मता +एकात्मतां +एकात्मतायाः +एकात्मतेवास्मिता +एकात्मा +एकात्मिका +एकाद +एकादश +एकादशं +एकादशः +एकादशकः +एकादशकपाल +एकादशकपालं +एकादशकपालः +एकादशकपालम् +एकादशकपाला +एकादशकपालान् +एकादशकपालो +एकादशकपालꣳ +एकादशकश्च +एकादशकाण्डे +एकादशक्षेत्रम् +एकादशगुणं +एकादशतलं +एकादशदिनानाम् +एकादशदिनानि +एकादशधा +एकादशप्रश्नः +एकादशप्रश्ने +एकादशभि +एकादशभिः +एकादशभिर् +एकादशभ्यः +एकादशभ्यो +एकादशमं +एकादशमोऽध्यायः +एकादशम् +एकादशरथः +एकादशरात्रः +एकादशरात्रम् +एकादशरुद्रमाहात्म्ये +एकादशर्चं +एकादशर्चोनाम +एकादशविधः +एकादशशतके +एकादशशताब्द्यां +एकादशशताब्द्याः +एकादशशताब्द्याम् +एकादशश्च +एकादशसहस्राणि +एकादशसु +एकादशस्कन्धे +एकादशस्तथा +एकादशस्य +एकादशस्सर्गः +एकादशा +एकादशांगुलं +एकादशाक्षरं +एकादशाक्षरः +एकादशाक्षरपादके +एकादशाक्षरम् +एकादशाक्षरा +एकादशाक्षरां +एकादशाक्षराणि +एकादशाक्षरेण +एकादशाक्षरो +एकादशात् +एकादशाधिकरणमारचयति +एकादशाधिकशततमः +एकादशाधिकशततमोऽध्यायः +एकादशाध्यायस्य +एकादशाध्याये +एकादशानां +एकादशानाम् +एकादशानुयाजा +एकादशासः +एकादशाह +एकादशाहे +एकादशिनस्य +एकादशिनी +एकादशिनीम् +एकादशिनीवत् +एकादशिन्याम् +एकादशी +एकादशीं +एकादशीदिने +एकादशीनां +एकादशीमाहात्म्यम् +एकादशीमुपोष्यैव +एकादशीविहीनश्च +एकादशीव्रतं +एकादशीव्रते +एकादशीसमं +एकादशे +एकादशेति +एकादशेन +एकादशेनेति +एकादशेन्द्रियवधाः +एकादशेन्द्रियाणां +एकादशेन्द्रियाणि +एकादशेन्द्रियैः +एकादशेऽध्याये +एकादशेऽनुवाके +एकादशेऽपि +एकादशेऽहनि +एकादशेऽह्नि +एकादशैः +एकादशैते +एकादशैव +एकादशो +एकादशोत्तरशततमः +एकादशोध्यायः +एकादशोऽध्याय +एकादशोऽध्यायः +एकादशोऽध्यायस्य +एकादशोऽनुवाकः +एकादश् +एकादश्यष्टमी +एकादश्या +एकादश्यां +एकादश्याः +एकादश्यादिषु +एकादश्यान्तु +एकादश्यामुपवसेत् +एकादश्यामुपोषितः +एकादश्यामुपोष्याथ +एकादश्याम् +एकादश्यास्तु +एकादश्युपवासस्य +एकादश्युपवासेन +एकादाकिनिच्चासहाये +एकादि +एकादिनवान्तानां +एकादिश्चैकस्य +एकादीनां +एकादेश +एकादेशः +एकादेशयणादेशयोः +एकादेशस्य +एकादेशस्यावकाशः +एकादेशस्वरः +एकादेशस्वरेण +एकादेशे +एकादेशेन +एकादेशो +एकाद् +एकाद्धो +एकाधिक +एकाधिकं +एकाधिकद्विशततमोऽध्यायः +एकाधिकरण +एकाधिकरणे +एकाधिकशततमः +एकाधिकशततमोऽध्यायः +एकाधिका +एकाधिकाः +एकाधिकानि +एकानंशा +एकानंशां +एकानंशे +एकानंशेति +एकानयनेन +एकानि +एकानृचनाम +एकानेक +एकानेकतलं +एकानेकतलोपेतं +एकानेकस्वभावेन +एकान् +एकान्त +एकान्तं +एकान्तः +एकान्तकृष्णानां +एकान्तकृष्णानि +एकान्तत +एकान्ततः +एकान्ततानभ्युपगमात् +एकान्ततो +एकान्तनिषण्ण +एकान्तनिषण्णं +एकान्तनिषण्णान् +एकान्तनिषण्णो +एकान्तभक्त्या +एकान्तभावोपगता +एकान्तम् +एकान्तर +एकान्तरं +एकान्तरमामन्त्रितमनन्तिके +एकान्तरा +एकान्तरे +एकान्तरोपवासेन +एकान्तवचनीयः +एकान्तवासः +एकान्तशीलस्य +एकान्तशुक्लानां +एकान्तशुक्लानामेकान्तशुक्लः +एकान्तशुक्लेष्वेव +एकान्तसिद्धिं +एकान्तस्थित +एकान्तस्थितः +एकान्तिक +एकान्तिकं +एकान्तिनः +एकान्तिनां +एकान्तिनो +एकान्ती +एकान्ते +एकान्तेन +एकान्तेषु +एकान्तेऽस्थात् +एकान्तो +एकान्न +एकान्नं +एकान्नत्रिंशत् +एकान्नपञ्चाशद्रात्रं +एकान्नविंशतिः +एकान्नाशीत्यै +एकान्निकाण्डमन्त्रव्याख्याने +एकान्याभ्यां +एकान्वयः +एकापनयेन +एकापायेन +एकापि +एकाभावे +एकामपि +एकामाहुतिं +एकामेव +एकाम् +एकाम्रके +एकाय +एकायन +एकायनं +एकायनः +एकायनगतः +एकायनगतौ +एकायनमेवँ +एकायनमेवं +एकायनम् +एकायने +एकायन᳘म् +एकार +एकारः +एकारश्च +एकारस्य +एकारादि +एकारादेशो +एकारान्तं +एकारामः +एकारे +एकारेण +एकारो +एकार्णव +एकार्णवं +एकार्णवजले +एकार्णवे +एकार्थ +एकार्थं +एकार्थः +एकार्थता +एकार्थत्वं +एकार्थत्वात् +एकार्थत्वे +एकार्थम् +एकार्थसमवायि +एकार्थसमवायेन +एकार्थस्य +एकार्था +एकार्थाः +एकार्थादिवर्ग +एकार्थानि +एकार्थी +एकार्थीभाव +एकार्थीभावः +एकार्थीभावे +एकार्थे +एकार्थौ +एकाल् +एकाल्प्रत्ययः +एकावच्छेदेन +एकावली +एकावल्याः +एकावळ्यलंकारः +एकावसानम् +एकावसाना +एकावस्था +एकाशनं +एकाशातिसाहस्र्यां +एकाशी +एकाशीति +एकाशीतिः +एकाशीतिघटास्पदे +एकाशीतितमं +एकाशीतितमः +एकाशीतितमी +एकाशीतितमोऽध्यायः +एकाशीतिपदं +एकाशीतिपदे +एकाशीतिसाहस्या +एकाशीतिसाहस्यां +एकाशीतिसाहस्र्यां +एकाशीत्यधिकशततमोऽध्यायः +एकाशीत्या +एकाश्रय +एकाश्रयत्वे +एकाष्टका +एकाष्टकां +एकाष्टकायां +एकाष्टकायाम् +एकाष्टके +एकाष्ठीला +एकासनं +एकासने +एकास्ताः +एकाह +एकाहं +एकाहः +एकाहक्लृप्ताः +एकाहपर्व +एकाहप्रकरणम् +एकाहमपि +एकाहम् +एकाहसाध्ये +एकाहस्य +एकाहस्यैव +एकाहा +एकाहाः +एकाहात् +एकाहारं +एकाहारः +एकाहारा +एकाहारो +एकाहिकं +एकाहे +एकाहेन +एकाहेनैव +एकाहेषु +एकाहो +एकाह्ना +एकाऽपि +एकाऽऽकृतिः +एका॑ +एका॑दश +एका॑दश॒ +एका॒की +एकी +एकीकरण +एकीकरणं +एकीकरणम् +एकीकरणस्य +एकीकुर्यात् +एकीकृत +एकीकृतं +एकीकृतः +एकीकृतम् +एकीकृता +एकीकृताः +एकीकृत्य +एकीभव +एकीभवति +एकीभवतीति +एकीभवन्ति +एकीभाव +एकीभावं +एकीभावः +एकीभावस्तोत्रम् +एकीभावस्य +एकीभावे +एकीभावेन +एकीभूत +एकीभूतं +एकीभूतः +एकीभूतम् +एकीभूतस्य +एकीभूता +एकीभूताः +एकीभूते +एकीभूतो +एकीभूत्वा +एकीभूय +एकीयमतमाह +एकी᳘भवति +एकु +एके +एकेक +एकेति +एकेत्यादि +एकेन +एकेनांशेन +एकेनाक्षरेण +एकेनाक्ष्णा +एकेनाङ्गेन +एकेनापि +एकेनाह्ना +एकेनेति +एकेनैकेन +एकेनैव +एकेनैवोपवासेन +एकेनोक्तत्वादपरस्य +एकेन्द्रियसंज्ञा +एकेभ्यः +एकेश्वरवादस्य +एकेषां +एकेषामाचार्याणां +एकेषामिति +एकेषाम् +एकेषु +एकेषुणा +एके॑ +एके॑भ्यः +एकै +एकैक +एकैकं +एकैकः +एकैकत्र +एकैकत्रापि +एकैकमक्षरं +एकैकमत्र +एकैकमपि +एकैकमप्यनर्थाय +एकैकमिति +एकैकमुपास्ते +एकैकमुभयत्र +एकैकमेव +एकैकम् +एकैकया +एकैकयैषा +एकैकवृत्तेः +एकैकश +एकैकशः +एकैकशश्च +एकैकशो +एकैकश्च +एकैकश्येन +एकैकस्मात् +एकैकस्मिंश्च +एकैकस्मिंस्तु +एकैकस्मिन् +एकैकस्मिन्नादधाति +एकैकस्मिन्पदे +एकैकस्मै +एकैकस्य +एकैकस्या +एकैकस्यां +एकैकस्याः +एकैकस्यान्तु +एकैकस्यापि +एकैकस्येति +एकैकस्यै +एकैकस्यैव +एकैका +एकैकां +एकैकांशेन +एकैकाः +एकैकान् +एकैकामाहुतिं +एकैकाम् +एकैके +एकैकेति +एकैकेन +एकैकेनाक्षरेण +एकैकेनापि +एकैकेनैव +एकैको +एकैकोपि +एकैकोऽपि +एकैव +एकैवाहं +एकैवेति +एको +एकोक्तीनां +एकोक्त्या +एकोक्था +एकोक्थास् +एकोच्चारेण +एकोत्तरं +एकोत्तरम् +एकोत्तरशतं +एकोत्तरशततमः +एकोत्तरा +एकोत्तराशीति +एकोद्दिष्ट +एकोद्दिष्टं +एकोद्दिष्टन्तु +एकोद्दिष्टम् +एकोद्दिष्टवत् +एकोद्दिष्टविधानेन +एकोद्दिष्टश्राद्धे +एकोद्दिष्टस्य +एकोद्दिष्टानि +एकोद्दिष्टे +एकोन +एकोनं +एकोनचत्वारिंश +एकोनचत्वारिंशः +एकोनचत्वारिंशत् +एकोनचत्वारिंशत्तमोऽध्यायः +एकोनचत्वारिंशदधिकशततमोऽध्यायः +एकोनचत्वारिंशी +एकोनचत्वारिंशोऽध्यायः +एकोनत्रिंश +एकोनत्रिंशं +एकोनत्रिंशः +एकोनत्रिंशत् +एकोनत्रिंशत्तमक्षेत्रम् +एकोनत्रिंशत्तमे +एकोनत्रिंशत्तमोऽध्यायः +एकोनत्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः +एकोनत्रिंशी +एकोनत्रिंशे +एकोनत्रिंशोऽध्याय +एकोनत्रिंशोऽध्यायः +एकोननवतिः +एकोननवतितमः +एकोननवतितमी +एकोननवतितमोऽध्यायः +एकोननवत्यधिकशततमोऽध्यायः +एकोनपंचाशत्तमोऽध्यायः +एकोनपञ्चाशः +एकोनपञ्चाशत् +एकोनपञ्चाशत्कलश +एकोनपञ्चाशत्तमोऽध्यायः +एकोनपञ्चाशत्संख्याका +एकोनपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः +एकोनपञ्चाशी +एकोनपञ्चाशोऽध्यायः +एकोनविं +एकोनविंश +एकोनविंशं +एकोनविंशः +एकोनविंशति +एकोनविंशतिं +एकोनविंशतिः +एकोनविंशतितमं +एकोनविंशतितमः +एकोनविंशतितमक्षेत्रम् +एकोनविंशतितमे +एकोनविंशतितमोऽध्यायः +एकोनविंशतिमुखः +एकोनविंशत्यधिकशततमः +एकोनविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः +एकोनविंशत्या +एकोनविंशदंशं +एकोनविंशप्रश्ने +एकोनविंशाधिकरणमारचयति +एकोनविंशी +एकोनविंशे +एकोनविंशो +एकोनविंशोऽध्याय +एकोनविंशोऽध्यायः +एकोनशततमः +एकोनशततमोऽध्यायः +एकोनषष्टिः +एकोनषष्टितमः +एकोनषष्टितमोऽध्यायः +एकोनषष्टी +एकोनषष्ठितमः +एकोनसप्ततिः +एकोनसप्ततितमः +एकोनसप्ततितमी +एकोनसप्ततितमोऽध्यायः +एकोना +एकोनाशीतिः +एकोनाशीतितमः +एकोनाशीतितमी +एकोनाशीतितमोऽध्यायः +एकोनाशीत्यधिकशततमोऽध्यायः +एकोपवासः +एकोपि +एकोल्मुकं +एकोल्मुकमुपसमाधाय +एकोल्मुकेन +एकोहि +एकोऽग्निः +एकोऽच् +एकोऽत्र +एकोऽद्वितीय +एकोऽद्वितीयो +एकोऽन्यो +एकोऽपि +एकोऽप्यात्मा +एकोऽयं +एकोऽयमात्मा +एकोऽर्थः +एकोऽर्थो +एकोऽलुब्धस्तु +एकोऽवयवः +एकोऽसि +एकोऽसौ +एकोऽस्ति +एकोऽस्माकं +एकोऽस्य +एकोऽहं +एकोऽहमेव +एको॑ +एको॒ +एकौ +एक् +एक्क +एक्कं +एक्का +एक्काइणा +एक्कारेण +एक्के +एक्केण +एक्को +एक्चुअरी +एक्टिनियम +एक्ट् +एक्प्रेस् +एक्वचन +एक्वाडोर +एक्स +एक्सप्रेस +एक्सप्रेस् +एक्सेल +एक्स् +एक्स्प्रेस् +एक॑ +एक॑ः +एक॑कपालो +एक॑ञ्च +एक॑मा॒हुः +एक॑म् +एक॑या +एक॑या॒ +एक॑वि +एक॑स्मै॒ +एक॑स्य +एक॑ऽपात् +एक॒ +एक॒स्त्वष्टु॒रश्व॑स्या +एकꣳ +एख +एग +एघ +एङ +एङः +एङि +एङो +एङ् +एङ्ग्लो +एङ्ह्रस्वात् +एच +एचः +एचा +एचि +एचो +एचोऽप्रगृह्यस्यादूराद्धूते +एचोऽयवायाव +एचोऽयवायावः +एच् +एच्च +एज +एजति +एजतु +एजते +एजतो +एजत् +एजन्त +एजयति +एजाति +एजि +एजिकील् +एजुकेशन् +एजृ +एजें +एजेः +एजेन्सी +एज् +एज्या +एज्युकेशन् +एज्विषये +एज॑ति +एज॑त् +एञ्जिनियरिङ्ग् +एट +एटति +एटा +एटामण्डलम् +एट् +एठ +एड +एडः +एडक +एडकः +एडका +एडको +एडगजः +एडम् +एडलरस्य +एडवर्ड +एडवर्ड् +एडवार्ड +एडवार्ड् +एडि +एडिट +एडिन्बरो +एडिसन +एडिसन् +एडी +एडो +एड् +एड्डिङ्गटन् +एड्लरः +एड्लरस्य +एड्वर्ड +एड्वर्ड् +एड्विन् +एड्स् +एण +एणं +एणः +एणचक्षुषां +एणम् +एणश्च +एणस्य +एणा +एणाः +एणी +एणीदृशः +एणीदृशां +एणो +एण्टिलोप् +एण्ट्रांपी +एण्ड +एण्ड् +एण्य +एण्यः +एण्या +एण्हिं +एत +एतँ +एतं +एतः +एतएव +एतग्वा +एतच +एतच् +एतच्च +एतच्चतुर्विधं +एतच्चतुष्टयं +एतच्चा 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+एतत्तत्त्वं +एतत्तत्परमं +एतत्तदुत्तमं +एतत्तदोः +एतत्तद्वचनं +एतत्तपति +एतत्तर्कय +एतत्तव +एतत्तवोक्तं +एतत्तस्य +एतत्तस्या +एतत्तीर्थं +एतत्तु +एतत्तृतीयं +एतत्ते +एतत्तेजो +एतत्तेऽभिहितं +एतत्तैलं +एतत्त्रयं +एतत्त्रितयं +एतत्त्वं +एतत्त्वया +एतत्त्विति +एतत्पक्षे +एतत्पठते +एतत्पदं +एतत्परं +एतत्परमं +एतत्परमकं +एतत्परिहरति +एतत्पर्यन्तं +एतत्पर्य्यन्तं +एतत्पवित्रं +एतत्पात्रं +एतत्पादीयपूर्वपक्षसिद्धान्तयुक्तयः +एतत्पापं +एतत्पुण्यं +एतत्पुण्यानुभावेन +एतत्पुनः +एतत्पुरा +एतत्पुरीषमिव +एतत्पुरो +एतत्पुस्तकं +एतत्पूर्वं +एतत्पूर्वस्य +एतत्पूर्वोक्तं +एतत्पृष्टो +एतत्प्रकरणं +एतत्प्रथमं +एतत्प्रमाणं +एतत्प्रयोजनं +एतत्प्रयोजनम् +एतत्प्रश्नोत्तरं +एतत्प्रायश्चित्तं +एतत्प्रोक्तं +एतत्प्रोवाच +एतत्फलं +एतत्र +एतत्रयं +एतत्स +एतत्संक्षेपतः +एतत्संख्याकाः +एतत्संख्याकान् +एतत्संज्ञ +एतत्संज्ञं +एतत्संज्ञः +एतत्संज्ञक +एतत्संज्ञकं +एतत्संज्ञकम् +एतत्संज्ञकस्य +एतत्संज्ञका +एतत्संज्ञके +एतत्संज्ञको +एतत्संज्ञम् +एतत्संज्ञस्य +एतत्संज्ञा +एतत्संज्ञाः +एतत्संज्ञाय +एतत्संज्ञे +एतत्संज्ञो +एतत्संज्ञौ +एतत्संवत्सरं +एतत्संवत्सरस्य +एतत्सत्यं +एतत्सत्यधर्मो +एतत्सदृशः +एतत्समं +एतत्समये +एतत्समस्तं +एतत्समा +एतत्सम्राडिति +एतत्सर्व +एतत्सर्वं +एतत्सर्वमपि +एतत्सर्वमशेषेण +एतत्सर्वमहं +एतत्सर्वमहमेव +एतत्सर्वम् +एतत्सर्वे +एतत्सहस्रं +एतत्साधारणं +एतत्साम +एतत्सिद्धं +एतत्सिद्धम् +एतत्सुखं +एतत्सुदर्शनं +एतत्सुप्तोऽभूद्य +एतत्सूक्तं +एतत्सूक्तम् +एतत्सूक्तार्थस्य +एतत्सूत्रं +एतत्सूत्रात्प्राक् +एतत्सोमपीथा +एतत्सोमस्य +एतत्सोमाय +एतत्स्तोत्रं +एतत्स्तोत्रस्य +एतत्स्थानं +एतत्स्थाने +एतत्स्फुटयति +एतत्स्वरं +एतत्स्वरूपं +एतत्‌ +एतथ् +एतद +एतदः +एतदकरणे +एतदक्षरं +एतदक्षरमविदित्वा +एतदक्षरमेतां +एतदखिलं +एतदग्निश्चीयते +एतदग्नौ +एतदग्रं +एतदग्रे +एतदज्ञानतः +एतदतिरिक्त +एतदतिरिक्तं +एतदतिरिक्तः +एतदतिरिक्तमपि +एतदतिरिक्तम् +एतदतिरिक्ता +एतदतिरिक्तेन +एतदतिरिच्य +एतदतो +एतदत्यद्भुतं +एतदत्याह्वयति +एतदत्र +एतदधिकं +एतदधिकृत्य +एतदनन्तरं +एतदनन्तरम् +एतदनु +एतदनुकृति +एतदनुज्ञाक्षरं +एतदनुमीयते +एतदनुरोधेन +एतदनुसारं +एतदनुसारेण +एतदनुसारेणैव +एतदन्तं +एतदन्तः +एतदन्तरमासाद्य +एतदन्तरे +एतदन्तर्दधाति +एतदन्ता +एतदन्तात् +एतदन्ताद् +एतदन्तानि +एतदन्ते +एतदन्तो +एतदन्धतमसं +एतदन्नं +एतदन्नमद्धि +एतदन्नमन्ने +एतदन्यच्च +एतदन्यो +एतदपां +एतदपि +एतदपीति +एतदपेक्षया +एतदप्ययुक्तमित्याह +एतदप्ययुक्तम् +एतदप्यहं +एतदप्युक्तं +एतदप्युक्तम् +एतदभवत् +एतदभावे +एतदभिप्रायेण +एतदभिप्रायेणैव +एतदभिप्रेत्यैव +एतदभूत् +एतदमानित्वादितत्त्वज्ञानार्थदर्शनान्तं +एतदमृतमभयमेतद्ब्रह्मेति +एतदमृतम् +एतदयुक्तम् +एतदर्थ +एतदर्थं +एतदर्थमपि +एतदर्थमहं +एतदर्थमेव +एतदर्थमेवेदं +एतदर्थम् +एतदर्थस्य +एतदर्थे +एतदर्द्धम् +एतदवयजे +एतदवसरे +एतदविद्वान् +एतदवोचत् +एतदव्लीयत +एतदशिष्यन्तः +एतदष्टविधं +एतदस्ति +एतदस्त्रतसोस्त्रतसौ +एतदस्य +एतदहं +एतदहः +एतदहरुक्थवद्रूपसमृद्धमेतस्याह्नो +एतदहरेतस्याह्नो +एतदहर्यत्तृतीयं +एतदा +एतदाकर्ण्य +एतदाख्यं +एतदाख्यानकं +एतदाख्यानमायुष्यं +एतदाख्याय +एतदाख्याहि +एतदागात् +एतदागादिति +एतदाचक्ष्व +एतदात्मनो +एतदात्मा +एतदादयः +एतदादाय +एतदादि +एतदादिके +एतदादित्यस्य +एतदादीनि +एतदाद्यं +एतदानयनं +एतदाप +एतदारभ्य +एतदालम्बनं +एतदालेपनं +एतदासीत् +एतदाह +एतदिच्छाम +एतदिच्छामहे +एतदिच्छामि +एतदिच्छाम्यहं +एतदिति +एतदित्यत +एतदित्यादि +एतदित्यादिना +एतदित्याह +एतदिदं +एतदीदृशकं +एतदीय +एतदीयं +एतदीयः +एतदीया +एतदु +एतदुकं +एतदुक्त +एतदुक्तं +एतदुक्तमिति +एतदुक्तमित्यादि +एतदुक्तम् +एतदुक्तम्भवति +एतदुक्त्वा +एतदुक्थं +एतदुच्यते +एतदुत्तमं +एतदुत्तरं +एतदुत्तरत्र +एतदुदाहरणं +एतदुद्देशतः +एतदुपदधाति +एतदुपपद्यते +एतदुपपादनाय +एतदुपपादयति +एतदुपयन्ति +एतदुपरि +एतदुपलक्षणम् +एतदुपसंहरति +एतदुपसंहरन्नन्यदवतारयति +एतदुपहितं +एतदुपास्ते +एतदुभयं +एतदुभयमपि +एतदू +एतदे +एतदेकं +एतदेकपरत्वं +एतदेकीकृतं +एतदेव +एतदेवं +एतदेवंविधं +एतदेवममृतं +एतदेवाक्षरं +एतदेवानुशोचामि +एतदेवाभिप्रेत्य +एतदेवाभिप्रेत्योक्तं +एतदेवामृतं +एतदेवास्य +एतदेवाह +एतदेवेति +एतदेवोक्तं +एतदेवोपपादयति +एतदेवोपपादयितुमुच्यते +एतदेवोपसंहरति +एतदेष +एतदेषां +एतदो +एतदोषधीनां +एतदोऽन् +एतदोऽश् +एतदौपमन्यवस्य +एतद् +एतद्गजपुटं +एतद्गयाशिरः +एतद्गायत्रं +एतद्गुणातीतवृत्तिस्तु +एतद्गुह्यं +एतद्गुह्यतमं +एतद्दर्शनं +एतद्दर्शनेन +एतद्दर्शयति +एतद्दिनं +एतद्दिनम् +एतद्दिने +एतद्दुःखं +एतद्दूषयति +एतद्दृष्टं +एतद्दृष्ट्या +एतद्दृष्ट्वा +एतद्देवत्य +एतद्देवत्या +एतद्देवा +एतद्देशप्रसूतस्य +एतद्द् +एतद्द्रव्यं +एतद्द्वयं +एतद्द्विगुणम् +एतद्द्वितीयं +एतद्ध +एतद्धं +एतद्धनं +एतद्धयेवाक्षरं +एतद्धविः +एतद्धविरुच्छिष्टं +एतद्धस्म +एतद्धि +एतद्धितं +एतद्धीति +एतद्ध्यानं +एतद्ध्येवाक्षरं +एतद्बलं +एतद्बालाके +एतद्बीजं +एतद्बुद्ध्वा +एतद्बृहज्जाबालं +एतद्बौधायनस्य +एतद्ब्रह्म +एतद्ब्रह्मवनं +एतद्ब्राह्मण +एतद्ब्राह्मणान्येव +एतद्ब्राह्मीघृतं +एतद्भवति +एतद्भिन्ना +एतद्यः +एतद्यच्चीयते +एतद्यच्छन्दोमास्तद्यथात +एतद्यजति +एतद्यजमानो +एतद्यज्ञं +एतद्यज्ञकाण्डं +एतद्यज्ञश्छिद्यते +एतद्यज्ञस्य +एतद्यज्ञे +एतद्यत् +एतद्यथोक्तं +एतद्यदेतदादित्यस्य +एतद्यन्त्रं +एतद्युज्यते +एतद्यो +एतद्योगे +एतद्योनीनि +एतद्रसायनं +एतद्रहस्यं +एतद्राजन्मम +एतद्राज्यं +एतद्रुद्रव्रतं +एतद्रू +एतद्रूपं +एतद्रूपमुदानस्य +एतद्रूपम् +एतद्रेतः +एतद्रेतो +एतद्व +एतद्वः +एतद्वक्ष्यमाणं +एतद्वचः +एतद्वचनं +एतद्वचनमाकर्ण्य +एतद्वचनानुसारेण +एतद्वचो +एतद्वद +एतद्वनस्पतीनां +एतद्वयं +एतद्वा +एतद्वां +एतद्वाक्य +एतद्वाक्यं +एतद्वाक्यमुपश्रुत्य +एतद्वातहतं +एतद्वारा +एतद्वाव +एतद्वि +एतद्विचार्य +एतद्विजये +एतद्विजानीहि +एतद्विज्ञानम् +एतद्विज्ञाय +एतद्विदन्तो +एतद्विदित्वा +एतद्विदुरमृतास्ते +एतद्विद्यामनुशिष्टस्त्वयाहं +एतद्विधानं +एतद्विध्यभावे +एतद्विना +एतद्विपरीतं +एतद्विपरीतम् +एतद्विपर्ययेण +एतद्विमानं +एतद्विरुद्धं +एतद्विवरणं +एतद्विवरणन्तु +एतद्विवृणोति +एतद्विवेकजं +एतद्विशेषणं +एतद्विश्वं +एतद्विषय +एतद्विषया +एतद्विषये +एतद्विष्णुपदं +एतद्विस्तरतः +एतद्विस्तरतो +एतद्विस्तार्य +एतद्विहाय +एतद्वीरासनं +एतद्वीर्यं +एतद्वीर्येण +एतद्वृङ्क्ते +एतद्वृत्तं +एतद्वृत्तान्तं +एतद्वृत्तान्तस्तु +एतद्वेदितुः +एतद्वेदितुमिच्छामस्तन्नो +एतद्वेदितुमिच्छामि +एतद्वै +एतद्वैद्यस्य +एतद्वो +एतद्वोऽभिहितं +एतद्व्यस्तं +एतद्व्याचष्टे +एतद्व्रत +एतद्व्रतं +एतद्‌ +एतन +एतनामक +एतन् +एतन्न +एतन्नः +एतन्नक्षत्रं +एतन्नगरं +एतन्नगरम् +एतन्नमस्करोति +एतन्नाना +एतन्नानावताराणां +एतन्नाम +एतन्नामक +एतन्नामकं +एतन्नामकः +एतन्नामकमसुरं +एतन्नामकमृषिम् +एतन्नामकम् +एतन्नामकस्य +एतन्नामकस्यर्षेः +एतन्नामकस्यासुरस्य +एतन्नामका +एतन्नामकाः +एतन्नामकान् +एतन्नामकाय +एतन्नामकायर्षये +एतन्नामके +एतन्नामकेन +एतन्नामको +एतन्नामकौ +एतन्नामधेयं +एतन्नामधेयम् +एतन्नामधेयानि +एतन्नामधेये +एतन्नामा +एतन्नामानं +एतन्नामानमसुरम् +एतन्नामानौ +एतन्नामाष्टकं +एतन्नामिका +एतन्नामिकां +एतन्नाम्नः +एतन्नाम्ना +एतन्नाम्नी +एतन्नाम्ने +एतन्नास्ति +एतन्निमित्तं +एतन्निरुक्तिर्यथा +एतन्निशम्य +एतन्निश्चित्य +एतन्नो +एतन्न्यास +एतन्म +एतन्मण्डलं +एतन्मण्डले +एतन्मत +एतन्मतं +एतन्मतानुसारेण +एतन्मते +एतन्मतेऽपि +एतन्मध्ये +एतन्मनसि +एतन्मनो +एतन्मन्त्रं +एतन्मन्त्रस्य +एतन्मन्दिरं +एतन्मम +एतन्मय +एतन्मया +एतन्मयो +एतन्मयोक्तं +एतन्महानगरं +एतन्महानगरम् +एतन्मा +एतन्मांसस्य +एतन्मात्रं +एतन्मायाबलं +एतन्मिथुनं +एतन्मुखं +एतन्मूलं +एतन्मूलकमेव +एतन्मे +एतन्मैथुनमष्टाङ्गं +एतन्म्रियसे +एतमग्नये +एतमग्नावध्वर्यव +एतमग्निं +एतमग्रे +एतमनु +एतमर्थं +एतमातं +एतमात्मानं +एतमानन्दमयमात्मानमुपसंक्रामति +एतमाहुः +एतमितः +एतमिति +एतमिन्धं +एतमु +एतमुत्यं +एतमेके +एतमेकोनपञ्चाशद्रा +एतमेव +एतमेवं 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+एतस्मिन्नवसरे +एतस्मिन्नहनि +एतस्मिन्निति +एतस्मिन्नु +एतस्मिन्नुदरमन्तरं +एतस्मिन्नेव +एतस्मिन्न् +एतस्मिन्मण्डले +एतस्मिन्संप्रसादे +एतस्मिन्संवत्सरे +एतस्मिन्समये +एतस्मिन्सर्वस्मिन्नन्तरे +एतस्मिन्‌ +एतस्मिम्̐ +एतस्मै +एतस्य +एतस्या +एतस्यां +एतस्याः +एतस्यात्मनो +एतस्यापि +एतस्यामपि +एतस्यामवदन्त +एतस्यामवस्थायां +एतस्यामेव +एतस्याम् +एतस्यायुः +एतस्यार्थस्य +एतस्याश्च +एतस्यास्तु +एतस्याहं +एतस्याह्न +एतस्याह्नः +एतस्याह्नो +एतस्येति +एतस्यै +एतस्यैव +एतस्यैवं +एतस्यैवानन्दस्यान्यानि +एतस्यैवेति +एता +एताँ +एतां +एतांश् +एतांश्च +एतांश्चान्यांश्च +एतांस् +एतांस्तु +एताः +एताः॑ +एताञ् +एताञ्जनपदान् +एतादीनि +एतादृ +एतादृक् +एतादृक्षास +एतादृग् +एतादृश +एतादृशं +एतादृशः +एतादृशमपि +एतादृशमेव +एतादृशम् +एतादृशरीत्या +एतादृशव्यक्तित्वयुक्तानां +एतादृशश्च +एतादृशस्त्वं +एतादृशस्थले +एतादृशस्य +एतादृशा +एतादृशां +एतादृशाः +एतादृशानां +एतादृशानाम् +एतादृशानि +एतादृशान् +एतादृशि +एतादृशी +एतादृशीं +एतादृशीनां +एतादृशे +एतादृशेन +एतादृशेषु +एतादृशैः +एतादृशो +एतादृशोऽपि +एतादृशोऽयं +एतादृशौ +एतादृश्यः +एतादृश्या +एतादृश्यां +एतादृश्याः +एतान +एतानन्यांश्च +एतानपि +एतानहं +एतानाकारान् +एतानाकालिकान् +एतानि +एतानिति +एतानीति +एतानीत्यादिना +एतानीन्द्रियाणि +एतानुत्पाद्य +एतानेके +एतानेव +एतानेवं +एतानेि +एतान् +एतान्त् +एतान्न +एतान्नेति +एतान्पञ्च +एतान्ब्रह्म +एतान्यक्षराणि +एतान्यङ्गानि +एतान्यन्यानि +एतान्यपि +एतान्यपीति +एतान्यवराणि +एतान्यष्टौ +एतान्यस्त्राणि +एतान्यहानि +एतान्याप्रिय +एतान्युक्तानि +एतान्युपपुराणानि +एतान्येव +एतान्येवं +एतान्येवेति +एतान्य् +एतान्वै +एतान्हत्वा +एताभि +एताभिः +एताभिरेव +एताभिर् +एताभिर्देवताभिः +एताभिर्वा +एताभिर्वै +एताभिश्च +एताभिश्चैव +एताभिस् +एताभ्य +एताभ्यः +एताभ्यां +एताभ्यामेव +एताभ्याम् +एताभ्यो +एतामपि +एतामवस्थां +एतामाहुतिं +एतामिति +एतामित्यादि +एतामिष्टिं +एतामृचं +एतामेव +एतामेवं +एताम् +एताम्̇ +एताय +एतायते +एतायो +एताव +एतावंति +एतावच् +एतावच्च +एतावत +एतावतः +एतावता +एतावतां +एतावतात्मयत्नेन +एतावताथ +एतावतापि +एतावताऽपि +एतावति +एतावती +एतावतीं +एतावतीर् +एतावतेति +एतावतैव +एतावतो +एतावत् +एतावत्कालं 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+एतु +एतुं +एतु॒ +एते +एतेः +एतेति +एतेतौ +एतेन +एतेनअसक्त्या +एतेनअस्मान्नःवयम्अस्माभिः +एतेनन +एतेनयो +एतेना +एतेनाख्यायन्ते +एतेनाग्ने +एतेनाग्रे +एतेनाङ्गिरसोऽञ्जसा +एतेनात्मनो +एतेनात्र +एतेनान्नेन +एतेनान्ये +एतेनापि +एतेनापुण्ये +एतेनायं +एतेनायनेन +एतेनारम्भणं +एतेनाव +एतेनावयजे +एतेनास्मिन्न् +एतेनास्य +एतेनास्या +एतेनाहङ्कारशब्दस्याभूततद्भावे +एतेनाह्ना +एतेने +एतेनेतरसक्थि +एतेनेतरसक्थिबाहू +एतेनेति +एतेनेत्यादि +एतेनेदं +एतेनेदमपि +एतेनेष्टप्राप्त्यनिष्टनिवृत्तिफलको +एतेनै +एतेनैतत् +एतेनैतदपि +एतेनैतदुक्तं +एतेनैति +एतेनैव +एतेनैवोपचारेण +एतेनो +एतेनोत्तरः +एतेनोत्तरे +एतेपि +एतेभिः +एतेभ्य +एतेभ्यः +एतेभ्यश्च +एतेभ्यो +एतेमौ +एतेयोः +एतेर्णिच्च +एतेर्लिङि +एतेर्लुङि +एतेषा +एतेषां +एतेषाञ्च +एतेषाञ्चैव +एतेषान्तु +एतेषामपि +एतेषामप्यलाभे +एतेषामभावे +एतेषामलाभे +एतेषामिति +एतेषामेकमनेकं +एतेषामेव +एतेषाम् +एतेषु +एतेष्वध्यायेषु +एतेष्वन्यतमं +एतेष्वन्येषु +एतेष्वपि +एतेष्वर्थेषु +एतेष्विति +एतेष्वेकं +एतेष्वेव +एतेष्व् +एतेहि +एतेऽत्र +एतेऽन्ये +एतेऽपि +एतेऽर्चन्ति +एतेऽष्टादश +एतेऽष्टौ +एतै +एतैः +एतैति +एतैरन्यैश्च +एतैरपि +एतैरिति +एतैरुपायैः +एतैरेव +एतैरेवौषधैः +एतैर् +एतैर्गुणैः +एतैर्न +एतैर्मन्त्रैः +एतैर्यदि +एतैर्योगे +एतैर्लिङ्गैः +एतैर्वा +एतैर्विमर्दितः +एतैर्विमुक्तः +एतैर्विमुक्तो +एतैर्विमोहयत्येष +एतैर्वै +एतैर्व्रतैरपोह्यं +एतैर्ह +एतैर्हि +एतैश् +एतैश्च +एतैश्चतुर्भिः +एतैश्चान्यैश्च +एतैस् +एतैस्तु +एतैस्तैलं +एतैस्त्रिभिः +एतैस्सह +एतैौ +एतो +एतोन्विन्द्रं +एतो॒ +एतौ +एत् +एत्च् +एत्त +एत्तओ +एत्तिअं +एत्तिएण +एत्तिओ +एत्तिबेतिच +एत्त्वं +एत्त्वम् +एत्त्वाभ्यासलोपौ +एत्त्वे +एत्थ +एत्य +एत्यगदो +एत्यन्तरिक्षे +एत्यागत्य +एत्येधत्यूठ्सु +एत्यै +एत्योप +एत्योवाच +एत्योवाचाहम् +एत्य् +एत्र +एत्व +एत्वं +एत्वम् +एत्वषत्वे +एत्वाभ्यासलोपौ +एत्वृजुगा +एत्वे +एत्वेतु +एत्वेत्वार्यः +एत्व् +एत॑ +एत॑वे +एत॑शः +एत॑शम् +एत॑शो॒ +एत᳘मेवा᳘ह᳘ं +एत᳘स्य +एतꣳ +एथ +एथं +एथमोइड् +एथलेटिक +एथ्थ +एथ्नोलॉग् +एद +एदÏस्स +एदं +एदण्णिमित्तं +एदन्तत्वं +एदन्तप्रकरणम् +एदमगन्म +एदम् +एदरिः +एदश्श +एदस्स +एदस्सि +एदस्सिं +एदाइं +एदाए +एदाणं +एदाणि +एदि +एदिणा +एदिति +एदितिओन् +एदित् +एदित्त्वान्न +एदिधिषते +एदिहि +एदु +एदे +एदेण +एदेहि +एदेहिं +एदैतोः +एदैतौ +एद् +एद्दहमेत्तेहि +एद्युस् +एद्‌ +एध +एधः +एधताम् +एधति +एधतुः +एधते +एधध्वम् +एधन्ताम् +एधन्ते +एधमानं +एधमानः +एधमाना +एधसे +एधस्व +एधा +एधांसि +एधाः +एधाच् +एधाच्च +एधाञ्चक्रे +एधामहे +एधामहै +एधामास +एधाम् +एधि +एधितः +एधितव्यम् +एधिता +एधिताध्वे +एधितारौ +एधितास् +एधिताहे +एधिवह्योश्चतुः +एधिषीमहि +एधिषीरन् +एधिषीवहि +एधिषीष्ट +एधिष्येते +एधीति +एधे +एधेत +एधेते +एधेथे +एधेभ्यो +एधेमहि +एधेय +एधेरन् +एधै +एधो +एधोदकं +एधोदकस्योपस्कुरुते +एधोऽसि +एधोऽसीति +एधोऽस्येधिषीमहि +एधोऽस्येधिषीमहीति +एधोऽस्येधिषीमहीत्याहवनीये +एध् +एध्य् +एध॑ते +एध॑न्ते +एन +एनँ +एनं +एनः +एनः॑ +एनत् +एनदिति +एनद् +एनन् +एनपा +एनप् +एनबन्यतरस्यामदूरेऽपञ्चम्याः +एनम +एनमग्निं +एनमग्निम् +एनमजमव्ययम् +एनमनु +एनमपि +एनमब्रुवन्नायतनं +एनमर्थं +एनमविदितो +एनमहं +एनमात्मानं +एनमापत्सु +एनमाविशति +एनमिति +एनमिन्द्रं +एनमेव +एनमेवं +एनमेषा +एनम् +एनम्̇ +एनया +एनयो +एनयोः +एनयोरेते +एनयोर् +एनर्जि +एनश् +एनश्च +एनश्चकृमा +एनस +एनसः +एनसा +एनसां +एनसे +एनसो +एनसोऽवयजनमसि +एनस् +एना +एनां +एनांसि +एनांस् +एनांस्तृप्ताः +एनाः +एनादेशः +एनानि +एनान् +एनान्नान्वभवत् +एनान्ब्रह्म +एनान्यक्षीषितो +एनामिति +एनामुपलप्स्ये +एनाम् +एनावरेण +एनाविश्वा +एनाविश्वानि +एनाव् +एनास् +एना॒ +एनाꣳसि +एनी +एनीः +एनीमाचष्टे +एनीम् +एनी॑ +एने +एनेन +एनो +एनोः +एनोमुग्भ्यः +एनोमुग्भ्यो +एनो॒ +एनौ +एन् +एन्जाइमः +एन्जाइमाः +एन्जिनियरिङ्ग् +एन्जिनियर् +एन्जैम् +एन्टिक्वैरी +एन्ड +एन्डरसन +एन्डरसन् +एन्दुमिन्द्राय +एन्द् +एन्द्र +एन्द्रं +एन्द्रस्य +एन्द्री +एन्द्र॑ +एन्द्‌ +एन्य +एन्यः +एन्सियेन्ट् +एन्स्टैन् +एन॑सः +एन॑सो +एनꣳ +एप +एपः +एपा +एपां +एपिकोण्डाइल +एपिग्राफिया +एपेति +एप्पलटन् +एप्रिल +एप्रिलमासस्य +एप्रिल् +एप्रिल्मासस्य +एप्रिल्मासे +एफ +एफ़् +एफ् +एब +एबं +एबल् +एब्ब +एभि +एभिः +एभिरिति +एभिरेव +एभिरेवौषधैः +एभिर् +एभिर्गुणैः +एभिर्दोषैर्विनिर्मुक्तः +एभिर्नो +एभिर्मन्त्रैः +एभिर्युक्तो +एभिर्योगे +एभिर्वर्धास +एभिश् +एभिश्च +एभिश्चैव +एभिस् +एभिस्तु +एभिस्त्रिभिर्लोकैः +एभ्य +एभ्यः +एभ्यश्च +एभ्यश्च्लेरङ् +एभ्यस् +एभ्यस्तस्य +एभ्यो +एभ्योऽङ्गेभ्यः +एभ्योऽण् +एभ्योऽपत्ये +एभ्योऽपि +एम +एमं +एमः +एमएमपीआई +एमनि +एमन् +एमन्नादिषु +एमसि +एमहीति +एमा +एमां +एमि +एमिः +एमिलिया +एमिलियो +एमुषम् +एमे +एमेअ +एमेनं +एमेन्द् +एमेरल्द् +एमे॑नं +एम् +एम्स +एम॑सि +एय +एयं +एयः +एयण् +एयत् +एयमगन् +एयम् +एयर +एयरफोर्स +एयात् +एयादेशे +एयाय +एयिवान् +एय् +एर +एरका +एरकां +एरक् +एरच +एरच् +एरण +एरणाकुळम्मण्डलम् +एरण्ड +एरण्डं +एरण्डः +एरण्डड्डत्ध् +एरण्डतैलं +एरण्डतैलम् +एरण्डतैलस्य +एरण्डतैलेन +एरण्डपत्रं +एरण्डमूलं +एरण्डवृक्षः +एरण्डवृक्षे +एरण्डसस्यम् +एरण्डस्य +एरण्डे +एरण्डो +एरण्डोऽपि +एरण्ड्याः +एरनकाच +एरनेकाच +एरनेकाचः +एरनेकाचोऽसंयोगपूर्वस्य +एरय +एरा +एरामः +एरामो +एरासिस्ट्राटस् +एरिकसनस्य +एरिक् +एरिक्सनस्य +एरिति +एरिया +एरिरे +एरिसं +एरु +एरुः +एरुप्रत्ययः +एरोनॉटिकल् +एरोनॉटिक्स् +एरोस्पेस् +एर् +एर्णाकुलम् +एर्फोर्स् +एर्लख् +एर्लिङि +एर्व +एर्वारुकं +एर्वे +एर्व्वारुः +एल +एलईडी +एलति +एलत्तूर् +एलयति +एला +एलां +एलाः +एलाइच +एलाचि +एलादिको +एलापत्रः +एलापत्रस्तथा +एलापत्रोऽथ +एलापर्णी +एलाबीजं +एलायां +एलायाः +एलालवङ्गकर्पूरमरिचैश्च +एलिजबेत् +एलिजबेथ् +एलिज़बेथ +एलिज़ाबेथ +एलिजाबेथ +एलिनोर् +एलिफेण्टा +एलिफेण्टागुहाः +एलियः +एलियट +एली +एलुमिनियम +एलुरु +एलेन +एलेमेन्ट +एलोरा +एल् +एल्टन् +एल्डोस्टेरोन् +एल्य +एल्लोरा +एल्लोरागुहाः +एव +एवँ +एवँह्याह +एवं +एवंकृते +एवंक्रमेण +एवंगते +एवंगुणं +एवंगुणविशिष्टं +एवंगुणविशिष्टः +एवंगुणविशिष्टम् +एवंगुणविशिष्टा +एवंगुणोऽप्येक +एवंच +एवंचात्र +एवंचेति +एवंचेत् +एवंजातीयकं +एवंजातीयकः +एवंजातीयकम् +एवंजातीयकस्य +एवंजातीयका +एवंजातीयकाः +एवंजातीयकानां +एवंजातीयकानि +एवंजातीयके +एवंजातीयकेषु +एवंजातीयकेष्व् +एवंजातीयको +एवंति +एवंनाम +एवंनामा +एवंनामानं +एवंप्रकारं +एवंप्रकारः +एवंप्रकारम् +एवंप्रकारा +एवंप्रकारेण +एवंप्रभावं +एवंप्रभावः +एवंप्रभावा +एवंप्रभावो +एवंप्राया +एवंभूत +एवंभूतं +एवंभूतः +एवंभूतमपि +एवंभूतम् +एवंभूतया +एवंभूतस्त्वं +एवंभूतस्य +एवंभूता +एवंभूतां +एवंभूताः +एवंभूतात्मज्ञाने +एवंभूतानां +एवंभूतानि +एवंभूतान् +एवंभूताय +एवंभूतास्ते +एवंभूते +एवंभूतेन +एवंभूतेषु +एवंभूतो +एवंभूतोऽग्निः +एवंभूतोऽपि +एवंभूतोऽयं +एवंभूतोऽहं +एवंभूतौ +एवंभूमिरापः +एवंमहर्द्धिकौ +एवंमहानुभावं +एवंमहानुभावः +एवंमहानुभावौ +एवंयुक्तसमाचाराः +एवंरीत्या +एवंरूप +एवंरूपं +एवंरूपः +एवंरूपम् +एवंरूपया +एवंरूपस्य +एवंरूपा +एवंरूपां +एवंरूपाः +एवंरूपे +एवंरूपेण +एवंरूपो +एवंरूपोऽहं +एवंलक्षण +एवंलक्षणः +एवंलक्षणकं +एवंलक्षणो +एवंवादिनं +एवंवादिनि +एवंवादी +एवंवि +एवंवित् +एवंवित्स्वर्गं +एवंविद +एवंविदं +एवंविदः +एवंविदम् +एवंविदश्चिता +एवंविदा +एवंविदि +एवंविदुद्गाता +एवंविदे +एवंविदो +एवंविद् +एवंविद्वांसः +एवंविद्वानश्नाति +एवंविद्वान् +एवंविद्वान्त् +एवंविध +एवंविधं +एवंविधः +एवंविधमहं +एवंविधमेव +एवंविधम् +एवंविधया +एवंविधसृष्टिप्रलयकारणविशेषं +एवंविधस्तु +एवंविधस्त्वं +एवंविधस्य +एवंविधा +एवंविधां +एवंविधाः +एवंविधानां +एवंविधानि +एवंविधान् +एवंविधान्यनेकानि +एवंविधाय +एवंविधाया +एवंविधायां +एवंविधाश्च +एवंविधे +एवंविधेन +एवंविधेषु +एवंविधेऽपि +एवंविधैः +एवंविधैव +एवंविधैश्च +एवंविधो +एवंविधोऽपि +एवंविधोऽयं +एवंविधोऽहं +एवंविधौ +एवंवीर्यो +एवंवृत्तः +एवंवृत्तस्य +एवंवृत्तो +एवंवेद +एवंव्रतः +एवंव्वेद +एवंशब्दः +एवंशब्देन +एवंस +एवंसति +एवंसत्यपि +एवंस्थिते +एवः +एवकार +एवकारः +एवकारकरणं +एवकारश्च +एवकारस्तु +एवकारस्य +एवकारार्थं +एवकारार्थः +एवकारार्थे +एवकारार्थो +एवकारे +एवकारेण +एवकारो +एवच +एवच्च +एवञ्च +एवञ्चा +एवञ्चात्र +एवञ्चास्य +एवञ्चेति +एवञ्चेत् +एवञ्जातीयको +एवति +एवतु +एवथ +एवदेव +एवन +एवन् +एवन्तर्हि +एवन्तु +एवन्ते +एवन्तौ +एवन्नाम +एवम +एवमक्षरमुपासते +एवमग्निं +एवमग्निः +एवमग्निना +एवमग्रे +एवमग्रेपि +एवमग्रेऽपि +एवमग्रेऽपीति +एवमत +एवमतः +एवमति +एवमतो +एवमत्र +एवमत्रापि +एवमत्रैव +एवमनन्तरोक्तेन +एवमनया +एवमनयोः +एवमनुपातेन +एवमनुपूर्वाण्येवैष्वत +एवमनुपूर्वाण्येषां +एवमनुमाने +एवमनुश्रूयते +एवमनृतादिष्वपि +एवमनेकधा +एवमनेके +एवमनेन +एवमन्तं +एवमन्तः +एवमन्तकाले +एवमन्तर्गतं +एवमन्नस्य +एवमन्य +एवमन्यत् +एवमन्यत्र +एवमन्यत्रापि +एवमन्यत्राप्यूह्यम् +एवमन्यत्राऽपि +एवमन्यदपि +एवमन्यदप्युदाहार्यम् +एवमन्यदप्यूह्यम् +एवमन्यस्मिन् +एवमन्यस्मिन्नपि +एवमन्यस्यापि +एवमन्या +एवमन्यानपि +एवमन्यानि +एवमन्यान्यपि +एवमन्यास्वपि +एवमन्ये +एवमन्येपि +एवमन्येषां +एवमन्येषामपि +एवमन्येषु +एवमन्येष्वपि +एवमन्येऽपि +एवमन्येऽप्यवतारा +एवमन्येऽप्युदाहार्याः +एवमन्यैः +एवमन्यैरपि +एवमन्यैश्च +एवमन्योन्यं +एवमन्योऽपि +एवमन्वये +एवमपरं +एवमपरिज्ञातो +एवमपरे +एवमपरेण +एवमपि +एवमपीति +एवमप्यत्र +एवमप्यस्य +एवमप्रकाशादय +एवमप्रेऽपि +एवमभिधाय +एवमभिहिते +एवमभ्यर्च्य +एवमभ्यर्थितो +एवमभ्यर्थ्य +एवमभ्यसतस्तस्य +एवमभ्यासयोगेन +एवममात्या +एवममुना +एवममुष्या +एवममुष्याः +एवमयं +एवमयमपि +एवमयमात्मा +एवमर्जुनस्य +एवमर्जुनेन +एवमर्थ +एवमर्थं +एवमर्थमिदमुच्यते +एवमर्थमेव +एवमर्थस्य +एवमर्थे +एवमवश्यंभाविन्यां +एवमवस्थिते +एवमष्टविधं +एवमष्टविधा +एवमष्टादश +एवमष्टौ +एवमस +एवमसकृत् +एवमसौ +एवमस्ति +एवमस्तु +एवमस्त्विति +एवमस्माकं +एवमस्माभिः +एवमस्मासु +एवमस्मि +एवमस्मिन् +एवमस्य +एवमस्या +एवमस्यापि +एवमस्यै +एवमस्यैष +एवमहं +एवमहङ्कारादिविमोचनेऽपि +एवमहमपि +एवमहमिमं +एवमहरहः +एवमहरागमशब्दोऽपि +एवमहो +एवमा +एवमाकर्णितं +एवमाकर्ण्य +एवमाकारेण +एवमाकाशनिष्ठस्य +एवमाख्याय +एवमागन्तुकेहि +एवमाचरतो +एवमाचार्येण +एवमाज्ञापयति +एवमाज्ञाप्य +एवमात्थ +एवमात्मनः +एवमात्मनि +एवमात्मनो +एवमात्मनोऽपि +एवमात्मा +एवमात्मानं +एवमादय +एवमादयः +एवमादयो +एवमादयोऽन्येऽपि +एवमादि +एवमादिः +एवमादिकं +एवमादितलं +एवमादिना +एवमादिभिः +एवमादिभिरन्यैश्च +एवमादिवचनैः +एवमादिश्य +एवमादिषु +एवमादिसृष्टिश्चेत्यपि +एवमादीनां +एवमादीनामन्तः +एवमादीनि +एवमादीन् +एवमादीन्यनेकानि +एवमादौ +एवमाद्या +एवमाद्याः +एवमाद्यानि +एवमाप्यायते +एवमाभाषितं +एवमाभाष्य +एवमामंत्र्य +एवमामन्त्र्य +एवमाराध्य +एवमार्यमिश्रान् +एवमालि +एवमालोच्य +एवमावाह्य +एवमाशङ्कय +एवमाश्वासितो +एवमाश्वास्य +एवमासाद्य +एवमासीत् +एवमास्ते +एवमाह +एवमाहु +एवमाहुः +एवमाहुर्मनीषिणः +एवमि +एवमितरान् +एवमितरे +एवमितरेषु +एवमितरेष्वपि +एवमितरौ +एवमिति +एवमित्यत +एवमित्यतः +एवमित्यनेन +एवमित्यादि +एवमित्यादिना +एवमिदं +एवमिदमपि +एवमिदमर्धायतचतुरश्रं +एवमिदम् +एवमिन्द्रस्य +एवमिन्द्रियसुखस्य +एवमिन्द्रियाणां +एवमिन्द्रो +एवमिमे +एवमियं +एवमियता +एवमियमपि +एवमिव +एवमिह +एवमिहापि +एवमिहापीति +एवमीक्षित्वा +एवमीश्वरस्य +एवमीश्वरोऽपि +एवमीहासमायुक्तं +एवमु +एवमुक्त +एवमुक्तं +एवमुक्तः +एवमुक्तक्रमेण +एवमुक्तप्रकारेण +एवमुक्तम् +एवमुक्तम्तु +एवमुक्तरीत्या +एवमुक्तवतस्तस्य +एवमुक्तवता +एवमुक्तवति +एवमुक्तवती +एवमुक्तवतीं +एवमुक्तवते +एवमुक्तविधानेन +एवमुक्तश्च +एवमुक्तस्ततः +एवमुक्तस्ततस्तेन +एवमुक्तस्ततो +एवमुक्तस्तथा +एवमुक्तस्तथेत्युक्त्वा +एवमुक्तस्तदा +एवमुक्तस्तदोत्थाय +एवमुक्तस्तया +एवमुक्तस्तु +एवमुक्तस्य +एवमुक्ता +एवमुक्ताः +एवमुक्तानि +एवमुक्ताश्च +एवमुक्तास्ततः +एवमुक्तास्ततस्तेन +एवमुक्तास्ततो +एवमुक्तास्तदा +एवमुक्तास्तु +एवमुक्तिः +एवमुक्ते +एवमुक्तेन +एवमुक्तेषु +एवमुक्तेऽथ +एवमुक्तो +एवमुक्तोऽथ +एवमुक्तोऽपि +एवमुक्तोऽब्रवीदेनां +एवमुक्तौ +एवमुक्त्वा +एवमुक्त्वाथ +एवमुक्त्वार्जुनः +एवमुक्त्वाऽथ +एवमुक्त्वाऽर्जुनः +एवमुच्चार्य +एवमुच्चार्य्य +एवमुच्यते +एवमुच्यन्ते +एवमुत्तर +एवमुत्तरं +एवमुत्तरतः +एवमुत्तरत्र +एवमुत्तरत्रापि +एवमुत्तरमनड्वाहं +एवमुत्तरयोरपि +एवमुत्तराभ्यां +एवमुत्तरावपि +एवमुत्तरे +एवमुत्तरेषु +एवमुत्तरेष्वपि +एवमुत्तरैः +एवमुत्तरैर्यथालिङ्गं +एवमुद्दिश्य +एवमुपपद्यते +एवमुपरि +एवमुपरितना +एवमुपर्यपि +एवमुपसाद्य +एवमुपासितव्यम् +एवमुभयथापि +एवमुभयोः +एवमुभौ +एवमुवाच +एवमूचुः +एवमे +एवमेक +एवमेकं +एवमेकः +एवमेकतलं +एवमेकत्र +एवमेकस्मिन् +एवमेकस्य +एवमेका +एवमेकादश +एवमेके +एवमेकेन +एवमेकोऽपि +एवमेत +एवमेतं +एवमेतत् +एवमेतत्करिष्यामि +एवमेतत्पुरा +एवमेतत्पुरावृत्तं +एवमेतत्समाख्यातं +एवमेतत्साम +एवमेतत्साम्नः +एवमेतदपि +एवमेतदानन्द +एवमेतदिति +एवमेतद् +एवमेतद्गायत्रं +एवमेतद्यथा +एवमेतद्यथात्थ +एवमेतद्विदुः +एवमेतद्विदुर्ये +एवमेतद्वेद +एवमेतन्न +एवमेतन्मया +एवमेतन्महाप्राज्ञ +एवमेतन्महाबाहो +एवमेतन्महाभाग +एवमेतन्महाराज +एवमेतस्य +एवमेता +एवमेतां +एवमेताः +एवमेतानि +एवमेतान् +एवमेतासु +एवमेते +एवमेतेन +एवमेतेषां +एवमेतेषु +एवमेतौ +एवमेनं +एवमेनः +एवमेभिः +एवमेव +एवमेवं +एवमेवंविदि +एवमेवा +एवमेवाग्रेऽपि +एवमेवात्र +एवमेवान्यत्र +एवमेवापि +एवमेवाभिधास्यति +एवमेवामुत्र +एवमेवायं +एवमेवायमस्मिन्नन्धेऽन्धो +एवमेवास्मादात्मनः +एवमेवास्य +एवमेवाहं +एवमेवाहमास्थितः +एवमेवेति +एवमेवेदं +एवमेवेममात्मानमन्तकाले +एवमेवैतत् +एवमेवैतद्भगवन्निति +एवमेवैतद्याज्ञवल्क्य +एवमेवैता +एवमेवैतास्विष्टिषु +एवमेवैवं +एवमेवैष +एवमेवोक्तं +एवमेवोक्तमन्यत्रततो +एवमेवोपबृंहितं +एवमेवोपशमनं +एवमेष +एवमेषा +एवमेषां +एवम् +एवम्प्रकारेण +एवम्भावे +एवम्भूत +एवम्भूतं +एवम्भूतः +एवम्भूतस्त्वं +एवम्भूतस्य +एवम्भूतस्सन् +एवम्भूता +एवम्भूतां +एवम्भूताः +एवम्भूताय +एवम्भूते +एवम्भूतो +एवम्‌ +एवयं +एवया +एवयामरुत +एवयामरुतं +एवयामरुतः +एवयामरुत् +एवयामरुद् +एवयावः +एवरेस्ट् +एवर्तून् +एवर्त्विजः +एवर्त्विजो +एवर्द्धिम् +एवर्ध्नोति +एवविधा +एवशब्द +एवशब्दः +एवशब्दस्य +एवशब्दस्येश्वर +एवशब्देन +एवशब्दो +एवशब्दोऽवधारणार्थः +एवशारीरस्तु +एवश् +एवश्च +एवश्छन्दः +एवश्छन्दो +एवश्व +एवस +एवहि +एवऽ +एवा +एवां +एवांशो +एवाः +एवाकर् +एवाकल्पयत् +एवाकारः +एवाकाशे +एवाकाशो +एवागच्छति +एवागच्छन्तं +एवागच्छन्तम् +एवागतः +एवागतो +एवागारं +एवाग्नये +एवाग्निं +एवाग्निः +एवाग्निम् +एवाग्निम्̇ +एवाग्निर् +एवाग्निस् +एवाग्निꣳ +एवाग्नेः +एवाग्नेय +एवाग्नेयो +एवाग्नेर्दिवा +एवाग्नौ +एवाग्र +एवाग्रे +एवाङ्कः +एवाङ्कुश +एवाचक्षत +एवाचक्षते +एवाचलनहेतुरुचित +एवाच्छिद्रतायै +एवाजं +एवाजायत +एवाज्यस्य +एवाञ्जलिना +एवात +एवातः +एवाति +एवातिमर्शम् +एवातिरात्रे +एवातिरिक्तं +एवातो +एवात्मनः +एवात्मना +एवात्मनि +एवात्मनो +एवात्मन् +एवात्मन्धत्त +एवात्मा +एवात्मानं +एवात्मानः +एवात्मेति +एवात्मेत्यर्थः +एवात्यरेचयत् +एवात्र +एवात्रा +एवात्रापि +एवात्रेति +एवात्रोच्यते +एवाथ +एवाथवा +एवाथो +एवादः +एवादित्यꣳ +एवादीनवः +एवादीनामन्तः +एवादेश +एवादेशः +एवादौ +एवाद्य +एवाधना +एवाधनाः +एवाधस्तात् +एवाधस्तात्स +एवाधि +एवाधिकः +एवाधिकार +एवाधिकारः +एवाधिकारी +एवाधिकारो +एवाधिपां +एवाधुना +एवाध्यभिषिच्यते +एवाध्वरे +एवाध्वर्युं +एवाध्वर्युः +एवाध्वर्युर् +एवानन्तरायं +एवानन्दमयो +एवानन्दो +एवानु +एवानुपपन्नः +एवानुपश्यति +एवानुभूयते +एवानुमीयते +एवानुष्टुब् +एवानुष्ठेय +एवाने +एवानेन +एवान् +एवान्त +एवान्तं +एवान्तः +एवान्ततः +एवान्तरिक्षं +एवान्तरिक्षेण +एवान्तर्भवति +एवान्तर्भवन्ति +एवान्तर्भाव +एवान्तर्भावः +एवान्तर्भावात् +एवान्तो +एवान्नं +एवान्नमग्निरन्नादः +एवान्नम् +एवान्नादो +एवान्नाद्यं +एवान्नाद्यम् +एवान्नाद्यस्यावरुद्ध्यै +एवान्नाद्ये +एवान्य +एवान्यः +एवान्यत्र +एवान्यथा +एवान्यश्चतुर्थकविपर्ययः +एवान्याः +एवान्ये +एवान्यैः +एवान्यो +एवान्वय +एवान्वयः +एवान्वयव्यतिरेकयोः +एवान्वयो +एवान्वारभ्य +एवान्वेति +एवान्वैच्छन् +एवाप +एवापः +एवापन्यासाः +एवापरं +एवापरमुदाहरणम् +एवापश्यत् +एवापहते +एवापहत्यै +एवापि +एवापितु +एवापेक्षितः +एवापेक्ष्यते +एवापो +एवाप्त्यै +एवाप्नुवन्ति +एवाप्नोति +एवाप्येतर्हि +एवाप्येति +एवाप्रियं +एवाप्सु +एवाप्स्व् +एवाब्रवीत् +एवाभयं +एवाभवत् +एवाभवन् +एवाभाव +एवाभावः +एवाभावात् +एवाभावेन +एवाभावो +एवाभि +एवाभिक्रान्तेन +एवाभिजयति +एवाभिधीयते +एवाभिप्रायः +एवाभिप्रेतः +एवाभिमतं +एवाभिमृशन्ते +एवाभिरक्षति +एवाभिवर्तते +एवाभिवर्द्धते +एवाभिवर्धते +एवाभिव्यक्तिर् +एवाभीवर्तः +एवाभूत् +एवाभूदिति +एवाभूदित्यर्थः +एवाभेदः +एवाभ्यमृशत् +एवाभ्यां +एवाभ्यारभेत +एवामन्यतेति +एवामिति +एवामी +एवामुं +एवामुष्मिम्̐ +एवामृतं +एवामृता +एवामृताय +एवाम्नायते +एवाय +एवायं +एवायजमानाद् +एवायतनमाकाशः +एवायतने +एवायमग्नौ +एवायमप्सु +एवायमर्थ +एवायमर्थः +एवायमात्मनि +एवायमात्मा +एवायमादर्शे +एवायमिति +एवायम् +एवायाति +एवायुः +एवायुर् +एवारण्यं +एवारभ्य +एवार्कः +एवार्जुनस्य +एवार्थ +एवार्थं +एवार्थः +एवार्थतया +एवार्थस्तथा +एवार्थस्य +एवार्था +एवार्थाः +एवार्थे +एवार्थो +एवार्थों +एवार्थोत्पत्तिः +एवार्पयेयुः +एवार्य +एवार्हति +एवालं +एवालंकारः +एवालङ्कारः +एवालङ्काराः +एवालभ्यैतैर् +एवालम्बनं +एवाव +एवावगतः +एवावगतत्वात् +एवावगन्तव्यः +एवावगन्तव्यम् +एवावगन्तव्या +एवावगम्यते +एवावतिष्ठत +एवावतिष्ठते +एवावतिष्ठन्ते +एवावतिष्ठेत +एवावधार्यम् +एवावभाति +एवावभासते +एवावयवा +एवावयवीति +एवावरुद्धयै +एवावरुद्ध्यै +एवावरुन्द्धे +एवावरुन्धे +एवावशिष्यत +एवावशिष्यते +एवावशिष्यन्ते +एवावश्यं +एवावसरे +एवावसाने +एवावसीयते +एवावसेया +एवावस्थितं +एवावस्थिताः +एवाविकृतो +एवाशास्ते +एवाशु +एवाश्नुते +एवाश्रय +एवाश्रितोऽन्नमत्ति +एवाश्रीयते +एवाश्वा +एवाष्टौ +एवास +एवासः +एवासते +एवासने +एवासन् +एवासवो +एवासां +एवासाधु +एवासाधुना +एवासावादित्ये +एवासाविति +एवासाव् +एवासि +एवासी +एवासीत् +एवासीदिति +एवासीद् +एवासु +एवासुरं +एवासुरान् +एवासृजत +एवासौ +एवास्त +एवास्तं +एवास्तमेति +एवास्ति +एवास्तीति +एवास्तु +एवास्ते +एवास्त्विति +एवास्त्व् +एवास्मा +एवास्माकं +एवास्मात् +एवास्माद् +एवास्मान् +एवास्माभिः +एवास्मि +एवास्मिंस् +एवास्मिंस्तद्वाचं +एवास्मिन् +एवास्मिन्दधाति +एवास्मिन्नेतदन्नं +एवास्मिन्न् +एवास्मै +एवास्य +एवास्या +एवास्यां +एवास्याः +एवास्याग्निहोत्रꣳ +एवास्यात्मा +एवास्यान्नम् +एवास्यास्ति +एवास्यै +एवास्यैतद् +एवास्यैतन् +एवास्यैतेनाप्याययन्ति +एवास्यैष +एवाह +एवाहं +एवाहनि +एवाहमभ्यगासिषं +एवाहमस्मीति +एवाहमिति +एवाहम् +एवाहर् +एवाहानि +एवाहि +एवाहुः +एवाहुतिः +एवाह्यसि +एवाऽत्मा +एवाऽत्र +एवाऽपि +एवाऽभवत् +एवाऽयं +एवाऽसीत् +एवाऽसौ +एवाऽस्ति +एवाऽस्मि +एवाऽस्य +एवाऽह +एवाऽहं +एवाऽऽ +एवाऽऽक्रमते +एवाऽऽत्मन् +एवाऽऽत्मा +एवाऽऽत्मानं +एवाऽऽप्नोति +एवाऽऽयतने +एवाऽऽरभ्य +एवाऽऽसाम् +एवाऽऽसीत् +एवाऽऽस्ते +एवाऽऽह +एवे +एवेत +एवेति +एवेतेि +एवेतो +एवेत् +एवेत्थं +एवेत्यत +एवेत्यतो +एवेत्यत्र +एवेत्यनेन +एवेत्यन्ये +एवेत्यन्वयः +एवेत्यपरे +एवेत्यपि +एवेत्यपिशब्दार्थः +एवेत्यभिप्रायः +एवेत्यभिप्रायेण +एवेत्यभिप्रायेणाह +एवेत्यर्थ +एवेत्यर्थः +एवेत्यवधारणं +एवेत्यवधारणम् +एवेत्यस्य +एवेत्यादि +एवेत्यादिना +एवेत्याशङ्कय +एवेत्याशयः +एवेत्याह +एवेत्याहुः +एवेत्युक्तं +एवेत्युक्तम् +एवेत्येके +एवेत्य् +एवेद +एवेदँ +एवेदं +एवेदमग्र +एवेदमिति +एवेदम् +एवेदानी +एवेदानीं +एवेदिन्द्रं +एवेद् +एवेन +एवेन्द्रं +एवेन्द्रः +एवेन्द्रस्य +एवेन्द्रादिभावनातात्पर्येण +एवेन्द्राय +एवेन्द्रियं +एवेन्द्रियाणां +एवेन्द्रियाणि +एवेन्द्रिये +एवेन्द्रो +एवेमं +एवेमा +एवेमाँल्लोकान् +एवेमां +एवेमाः +एवेमानि +एवेमे +एवेमौ +एवेयं +एवेशः +एवेश्वर +एवेश्वरः +एवेश्वरस्य +एवेश्वरो +एवेष्टं +एवेष्टः +एवेष्टकां +एवेष्टो +एवेष्यते +एवेह +एवै +एवैः +एवैः॑ +एवैक +एवैकं +एवैकः +एवैकधा +एवैकभविक +एवैकमनसो +एवैकमेव +एवैकस्मिन् +एवैके +एवैको +एवैत +एवैतं +एवैतच् +एवैतच्छयानो +एवैतत् +एवैतत्प्रीणाति +एवैतत्सम्भरति +एवैतत्सिञ्चति +एवैतद् +एवैतद्यजमानो +एवैतन् +एवैतमनुभवति +एवैतम् +एवैतया +एवैतयाहरहर् +एवैतर्हि +एवैतल् +एवैतस्मिन् +एवैतस्य +एवैतस्याह्नः +एवैतस्याह्नो +एवैता +एवैतां +एवैताः +एवैतादृशो +एवैतानि +एवैतान् +एवैताभिः +एवैताभिर् +एवैताभ्यां +एवैतामाशिषमाशास्ते +एवैताम् +एवैतास् +एवैति +एवैते +एवैतेन +एवैतेनाप्नोति +एवैतेनावरुन्द्धे +एवैतेनावरुन्धे +एवैतेनाशास्ते +एवैतेभ्यो +एवैतेषां +एवैतैर् +एवैतौ +एवैत्य +एवैनँ +एवैनं +एवैनत् +एवैनद् +एवैनमुपमन्त्रयन्ते +एवैनमेतच्छमयति +एवैनमेतज्जनयति +एवैनमेष +एवैनम् +एवैनम्̇ +एवैनयोः +एवैनल् +एवैना +एवैनां +एवैनांस् +एवैनाः +एवैनानि +एवैनान् +एवैनान्त् +एवैनाम् +एवैनाव् +एवैनास् +एवैनाꣳ +एवैने +एवैनेन +एवैनौ +एवैनꣳ +एवैभ्यो +एवैर् +एवैव +एवैवं +एवैवंविधः +एवैवा +एवैष +एवैषः +एवैषा +एवैषां +एवैषामेते +एवैषाम् +एवैषु +एवैषो +एवैषोऽग्निर्न +एवो +एवों +एवोक्त +एवोक्तं +एवोक्तः +एवोक्तत्वात् +एवोक्तम् +एवोक्तरीत्या +एवोक्ता +एवोक्ताः +एवोक्तेः +एवोक्तो +एवोक्थं +एवोग्र +एवोग्रं +एवोचित +एवोचितः +एवोचितत्वात् +एवोचितो +एवोच्यत +एवोच्यते +एवोच्यन्ते +एवोच्येत +एवोत +एवोत् +एवोत्क्रमन्ते +एवोत्क्रामन्ते +एवोत्क्रामाणीति +एवोत्तमो +एवोत्तरं +एवोत्तरः +एवोत्तरतो +एवोत्तरत्र +एवोत्तरम् +एवोत्तरे +एवोत्तरेण +एवोत्तिष्ठति +एवोत्पत्तेः +एवोत्पत्स्यन्ते +एवोत्पद्यते +एवोत्पद्यन्ते +एवोत्पन्ना +एवोत्सर्गः +एवोत्सृजमानो +एवोदयनीयो +एवोदरे +एवोदाहरणम् +एवोदाहरणे +एवोदिता +एवोदेति +एवोद् +एवोद्गाता +एवोद्गातारं +एवोद्यन् +एवोप +एवोपक्षयात् +एवोपजायते +एवोपदिश्यते +एवोपधावाम +एवोपपद्यत +एवोपपद्यते +एवोपपन्न +एवोपमा +एवोपयुज्यते +एवोपयोगः +एवोपयोगात् +एवोपरि +एवोपलब्धिः +एवोपलभ्यते +एवोपलभ्यन्ते +एवोपलाः +एवोपवने +एवोपसंहृता +एवोपस्कराः +एवोपस्थित्यै +एवोपाध्यायः +एवोपाय +एवोपायः +एवोपास्य +एवोपेत्या +एवोपेयाय +एवोपेयुः +एवोपैति +एवोभयं +एवोभयतः +एवोभयतो +एवोभयत्र +एवोभयलिङ्गात् +एवोभयान् +एवोभयोः +एवोर्जं +एवोर्जा +एवोर्वश्याद्युपेतत्वेन +एवौचित्यात् +एवौदनं +एवौरसः +एवौषधयः +एवौषधीभ्यो +एव् +एव्ं +एव्य +एव्व +एव्वं +एव॒याम॑रुत् +एव॒श्छन्दो॒ +एव᳘ +एव᳘ँ +एव᳘ं +एव᳘देवा᳘ +एव᳘मेवै᳘त᳘द् +एवꣳ +एश +एशा +एशान्यां +एशि +एशियन +एशियन् +एशिया +एशियाई +एशियाखण्डः +एशियाखण्डस्य +एशियाखण्डे +एशियाटिक +एशियाटिकभाषाः +एशियाटिक् +एशियामहाद्वीपे +एशियायाः +एशे +एश् +एष +एषं +एषः +एषकः +एषका +एषको +एषण +एषणम् +एषणा +एषणाः +एषणानि +एषणी +एषणीयम् +एषणे +एषण्या +एषति +एषते +एषर्क् +एषस् +एषस्त्र्यहो +एषस्य +एषा +एषां +एषां॒ +एषाः +एषाञ्च +एषात्र +एषान्द्वन्द्वः +एषान्द्वन्द्वात् +एषान्द्वन्द्वात्पञ्चमी +एषापरा +एषापि +एषाभ्यनूक्ता +एषाभ्यनूच्यते +एषाम +एषामच +एषामचो +एषामत +एषामथैकस्य +एषामन्नं +एषामन्यतमं +एषामन्यतमाभावे +एषामन्यतमे +एषामन्यतमो +एषामपि +एषामभये +एषामभावे +एषामभ्यासस्य +एषामस्तीति +एषामाशिषः +एषामिति +एषामित्यादि +एषामुदाहरणानि +एषामेकतमं +एषामेव +एषाम् +एषाम्‌ +एषावति +एषासि +एषास्मि +एषास्य +एषाहं +एषाऽथ +एषाऽपि +एषाऽस्य +एषाऽहं +एषाꣳ +एषि +एषिका +एषितव्य +एषितव्यः +एषितव्यम् +एषिता +एषितुम् +एषित्वा +एषियन् +एषिया +एषियाखण्डस्य +एषियाखण्डे +एषियापेसिफिक् +एषिषिषति +एषिष्यति +एषि॑ +एषु +एषुत्तच्छन् +एषूदाहरणेषु +एषृ +एषे +एषेति +एषेत्यादि +एषेव +एषेष्टिः +एषे॑ +एषैव +एषैवानुवाक्या +एषैवार्थोत्पत्तिः +एषैवाशंसते +एषैवोत्तरस्य +एषो +एषोत्तमेति +एषोदिता +एषोपमा +एषोपि +एषोस्मि +एषोऽ +एषोऽकलोऽमृतो +एषोऽक्षिणि +एषोऽगदो +एषोऽग्निः +एषोऽग्निश्चितः +एषोऽग्निस्तपत्येष +एषोऽग्नीनां +एषोऽग्रे +एषोऽग्रो +एषोऽच्छिद्रं +एषोऽणिमैतदात्म्यमिदँ +एषोऽणिमैतदात्म्यमिदं +एषोऽणुरात्मा +एषोऽत्र +एषोऽत्राऽऽहवनीयो +एषोऽनन्तः +एषोऽनन्तोऽव्यक्त +एषोऽनपिहितो +एषोऽन्तरक्षिणि +एषोऽन्तरादित्ये +एषोऽन्तरे +एषोऽन्तर्याम्येष +एषोऽन्तर्हदय +एषोऽन्तर्हृदय +एषोऽन्तर्हृदये +एषोऽपि +एषोऽयं +एषोऽयमित्युपक्षेपात्सूत्रधारप्रयोगतः +एषोऽर्थः +एषोऽश्वत्थः +एषोऽसौ +एषोऽस्माकं +एषोऽस्मि +एषोऽस्य +एषोऽहं +एषोऽहमागतः +एषोऽहमिति +एष् +एष्टयः +एष्टयो +एष्टव्यं +एष्टव्यः +एष्टव्या +एष्टव्ये +एष्टा +एष्टाः +एष्य +एष्यः +एष्यति +एष्यते +एष्यन् +एष्यन्ति +एष्यन्तीति +एष्यसि +एष्या +एष्यामि +एष्यामो +एष्ये +एष्यो +एष्वपि +एष्वर्थेषु +एष्विति +एष्वेव +एष्व् +एस +एसः +एसा +एसियाटिक +एसी +एसु +एसे +एसो +एसोसिएशन् +एस् +एस्वातीनी +एस्सि +एह +एहा +एहि +एहिं +एहिएहि +एहिद्वितीया +एहिभिक्षुकया +एहिमन्ये +एहिमायासः +एहिया +एहियाहाउ +एहिस्वागता +एहि॑ +एहि॒ +एही +एहीड +एहीडादयोऽन्यपदार्थे +एहीति +एहीति॑ +एहीत्यादि +एहीत्यादिप्राणायामान्तं +एहीत्य् +एहीमस्य +एहु +एहू +एह्यदित +एह्यदि॑त॒ +एह्यरुन्धति +एह्यश्मानमा +एह्यागच्छ +एह्यू +एह्यूषु +एह्ये +एह्येहि +एह्येहीति +एह्य् +एा +एाम +एो +ए॑कवि॒ +ए॑कवी॒रः +ए॑ति +ए॑ति॒ +ए॑तु +ए॑तु॒ +ए॑धि॒ +ए॑नं +ए॑नं॒ +ए॑नमायुन॒गिन्द्र॑ +ए॑ना +ए॑नान्यक्षीषि॒तो +ए॑मि +ए॑वव्वेँ॒द +ए॑व॒याम॑रुत् +ए॑षां +ए॑षां॒ +ए॒क॒धा +ए॒क॒धैव +ए॒क॒वि॒ +ए॒त +ए॒तं +ए॒तत् +ए॒तत्क॑रोति॒ +ए॒तत्ते॑ +ए॒तत्स +ए॒तदे॒व +ए॒तद्ब्रा +ए॒तद्य॒ज्ञस्य॑ +ए॒तद्य॒ज्ञस्य॒ +ए॒तद्रू॒पम् +ए॒तद्वा +ए॒तद्वै +ए॒तन्म्रि॑यसे॒ +ए॒तमु॒ +ए॒तमे॒व +ए॒तम् +ए॒तऱ्हि॑ +ए॒तस्य॑ +ए॒तस्य॒ +ए॒ता +ए॒तां +ए॒ताः +ए॒तानि॑ +ए॒तानि॒ +ए॒तान् +ए॒तान्य॑ग्ने +ए॒ताम् +ए॒तावा॑नस्य +ए॒तावा॑नस्यमहि॒मातो॒ज्यायांश्च॒पूरु॑ष +ए॒ताव॑त् +ए॒ताव॑न्तश्च॒ +ए॒ताव॑न्तो॒ +ए॒ताव॒द्वै +ए॒तास्ते॑ +ए॒तास्त्वा॒ +ए॒ति॒ +ए॒तु॒ +ए॒ते +ए॒तेनाव॑ +ए॒तेन॑ +ए॒तेन॒ +ए॒तौ +ए॒धि॒ +ए॒ध॒ते॒ +ए॒ना +ए॒नाः॒ +ए॒नाव॑रेण +ए॒ना॒न् +ए॒नोः॒ +ए॒न॒ +ए॒न॒म् +ए॒भिः +ए॒भिः॒ +ए॒भ्य +ए॒भ्यः॒ +ए॒मि॒ +ए॒व +ए॒वं +ए॒वमे॒व +ए॒वव्विँ॒द्वा +ए॒वव्वेँद॑ +ए॒वा +ए॒वाव॑ +ए॒वाव॑रुन्धे +ए॒वास्मा॑ +ए॒वास्मा॒ +ए॒वास्मि॑न्दधाति +ए॒वास्मि॑न्निन्द्रि॒यं +ए॒वास्मै +ए॒वास्मै॑ +ए॒वास्मै॒ +ए॒वास्य॑ +ए॒वास्य॒ +ए॒वाहं +ए॒वेदिन्द्रं॒ +ए॒वैतेन॑ +ए॒वैन +ए॒वैनं॑ +ए॒वैनं॒ +ए॒वैना +ए॒वैन॑ञ्जुहोति +ए॒वैन॑मा॒यत॑ने +ए॒वैन॒ +ए॒वैष +ए॒वो +ए॒व॒याम॑रुत् +ए॒ष +ए॒षः +ए॒षा +ए॒षां +ए॒षाम् +ए॒षा॒म् +ए॒षि॒ +ए॒षु +ए॒षु॒ +ए॒षो +ए॒ष्वे॑व +ए꣡आसा꣢᳐ +ए꣡कः꣢꣯ +ए꣡न्द्र꣢ +ए꣡꣯ +ए꣢꣯ +ए꣢꣯स्था꣡꣯दिदम् +ए꣢꣯हा꣯उ +ए꣣ना꣡ +ए꣣व꣢ +ए꣣ष꣡ +ए꣣ष꣢ +ए꣣ष꣢꣫ +ए꣯ +ए꣯औ꣯हो꣯वादी꣡शाः꣢ +ए꣯औ꣯हो꣯वा꣯दी꣡शाः꣢ +ए꣯स्था꣡꣯दिदम् +ऐ +ऐँ +ऐं +ऐंड +ऐंद्रं +ऐंद्रे +ऐः +ऐआ +ऐइफा +ऐऔच् +ऐक +ऐकध्यं +ऐकध्यम् +ऐकपद्यं +ऐकपद्यमैकस्वर्यं +ऐकपद्येन +ऐकमत्यं +ऐकमत्यमुपागम्य +ऐकमत्येन +ऐकरूप्यं +ऐकरूप्येण +ऐकशतिकः +ऐकशफं +ऐकस्वर्यम् +ऐका +ऐकागारिकः +ऐकागारिकट् +ऐकाग्र्यं +ऐकाग्र्यम् +ऐकात्म्य +ऐकात्म्यं +ऐकात्म्ये +ऐकादशिनाः +ऐकान्तिक +ऐकान्तिकं +ऐकान्तिकः +ऐकान्तिकस्य +ऐकान्तिकी +ऐकान्तिके +ऐकान्तिको +ऐकान्यिकः +ऐकार +ऐकारं +ऐकारः +ऐकारस्य +ऐकारादेशो +ऐकारान्तः +ऐकारे +ऐकारेण +ऐकार्थ्यं +ऐकार्थ्ये +ऐकाश्रम्यं +ऐकाहिकं +ऐकाहिकम् +ऐकाहिका +ऐकाहिकीभिर् +ऐकाहिके +ऐकाहिकौ +ऐक्टिवेटेड् +ऐक्य +ऐक्यं +ऐक्यज्ञानं +ऐक्यज्ञानस्य +ऐक्यभावेन +ऐक्यमिति +ऐक्यमेव +ऐक्यम् +ऐक्यस्य +ऐक्यात् +ऐक्ये +ऐक्येन +ऐक्येऽपि +ऐक्षत +ऐक्षन्त +ऐक्षन्तास्माकमेवायं +ऐक्षवं +ऐक्षवी +ऐक्षिष्ट +ऐक्षिष्यत +ऐक्ष्वाक +ऐक्ष्वाकः +ऐक्ष्वाकी +ऐक्ष्वाको +ऐङ् +ऐच +ऐचः +ऐच् +ऐच्छः +ऐच्छत +ऐच्छत् +ऐच्छन् +ऐच्छन्त +ऐच्छाम +ऐच्छा॑म +ऐच्छिक +ऐच्छिकः +ऐच्छिको +ऐजक +ऐजत +ऐजोल +ऐजोलमण्डलम् +ऐटतं +ऐटतम् +ऐटते +ऐट्ट +ऐड +ऐडँ +ऐडं +ऐडंकावम् +ऐडमायास्यम् +ऐडमौक्ष्णोरन्ध्रम् +ऐडम् +ऐडविडः +ऐडॉल्फ् +ऐणेयं +ऐत +ऐतदात्म्यमिदं +ऐतदात्म्यम् +ऐतन +ऐतम् +ऐतरेय +ऐतरेयं +ऐतरेयः +ऐतरेयके +ऐतरेयब्राह्मण +ऐतरेयब्राह्मणम् +ऐतरेयब्राह्मणस्य +ऐतरेयब्राह्मणे +ऐतरेयस्य +ऐतरेयारण्यकम् +ऐतरेयारण्यके +ऐतरेयिणः +ऐतरेये +ऐतरेयोपनिषत् +ऐतरेयोपनिषदि +ऐतरेयोपनिषद् +ऐतशप्रलापं +ऐतशप्रलापः +ऐतशायना +ऐतशो +ऐतां +ऐताम् +ऐति +ऐतिकायनः +ऐतिहसिकं +ऐतिहासिक +ऐतिहासिकं +ऐतिहासिकः +ऐतिहासिककालः +ऐतिहासिकदृष्ट्या +ऐतिहासिकनाटकानि +ऐतिहासिकम् +ऐतिहासिकरूपेण +ऐतिहासिकस्थलानि +ऐतिहासिकस्थानानि +ऐतिहासिका +ऐतिहासिकाः +ऐतिहासिकानां +ऐतिहासिकानि +ऐतिहासिकी +ऐतिहासिके +ऐतिहासिकैः +ऐतिहासिको +ऐतिह्य +ऐतिह्यं +ऐतिह्यम् +ऐतिह्यानुसारम् +ऐतिह्यालङ्कारः +ऐतु +ऐते +ऐतेन +ऐतेषां +ऐत् +ऐत्वम् +ऐत॑न +ऐदन्तप्रकरणम् +ऐदम्प्राथम्येन +ऐधन्त +ऐधामहि +ऐधावहि +ऐधिष्ट +ऐधे +ऐध्मवाहम् +ऐध्मवाहानि +ऐन +ऐनं +ऐनं॑ +ऐन्दवं +ऐन्दवम् +ऐन्द्ध +ऐन्द्या +ऐन्द्यां +ऐन्द्र +ऐन्द्रं +ऐन्द्रः +ऐन्द्रजालिकं +ऐन्द्रजालिकः +ऐन्द्रमसि +ऐन्द्रमसीति +ऐन्द्रमिति +ऐन्द्रमेकादशकपालं +ऐन्द्रम् +ऐन्द्रया +ऐन्द्रवायव +ऐन्द्रवायवं +ऐन्द्रवायवः +ऐन्द्रवायवग्रह +ऐन्द्रवायवग्रहः +ऐन्द्रवायवग्रहस्य +ऐन्द्रवायवग्रहे +ऐन्द्रवायवतृचस्य +ऐन्द्रवायवम् +ऐन्द्रवायवस्य +ऐन्द्रवायवाग्रा +ऐन्द्रवायवाग्रान् +ऐन्द्रवायवादिसावित्रान्तानां +ऐन्द्रवायवे +ऐन्द्रवायवो +ऐन्द्रश्च +ऐन्द्रस्य +ऐन्द्रा +ऐन्द्राः +ऐन्द्राग्न +ऐन्द्राग्नं +ऐन्द्राग्नः +ऐन्द्राग्नमुक्थ्ये +ऐन्द्राग्नमेकादशकपालं +ऐन्द्राग्नम् +ऐन्द्राग्नस्य +ऐन्द्राग्ना +ऐन्द्राग्नाः +ऐन्द्राग्नानि +ऐन्द्राग्नी +ऐन्द्राग्ने +ऐन्द्राग्नेन +ऐन्द्राग्नो +ऐन्द्राजागतं +ऐन्द्राणि +ऐन्द्रादि +ऐन्द्रान् +ऐन्द्रापौष्णं +ऐन्द्राबार्हस्पत्यं +ऐन्द्राबार्हस्पत्यम् +ऐन्द्राबार्हस्पत्या +ऐन्द्राबार्हस्पत्याः +ऐन्द्रामारुतीं +ऐन्द्रार्भव्यो +ऐन्द्रावरुणं +ऐन्द्रावरुणम् +ऐन्द्रावरुणे +ऐन्द्रावायवम् +ऐन्द्रावारुणं +ऐन्द्रावारुणम् +ऐन्द्रावैष्णवं +ऐन्द्रावैष्णवम् +ऐन्द्रावैष्णवा +ऐन्द्रावैष्णवाः +ऐन्द्रि +ऐन्द्रिः +ऐन्द्रियः +ऐन्द्रियक +ऐन्द्रियकं +ऐन्द्रियकः +ऐन्द्रिया 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+ऑक्टोबर +ऑक्साइड +ऑक्साइड् +ऑक्साईड् +ऑक्सीजन +ऑक्सीजन् +ऑग +ऑगस्ट +ऑति +ऑन +ऑनलाइन +ऑन् +ऑपरेशन +ऑपरेशन् +ऑफ +ऑफ़ +ऑफ् +ऑर +ऑल +ऑल् +ऑव +ऑस्ट्रिया +ऑस्ट्रेलिया +ऑों +ऒ +ऒरिस्सा +ओ +ओँ +ओं +ओंकार +ओंकारं +ओंकारः +ओंकारम् +ओंकारश्च +ओंकारस्य +ओंकारादि +ओंकाराय +ओंकारे +ओंकारेण +ओंकारेश्वर +ओंकारो +ओंनमः +ओंनमो +ओंमिति +ओः +ओइ +ओइलर +ओइल् +ओक +ओकः +ओकःसारी +ओकः॑ +ओकसः +ओकसि +ओका +ओकांसि +ओकां॑सि +ओकार +ओकारं +ओकारः +ओकारलोपः +ओकारश्च +ओकारसकारभकारादौ +ओकारस्य +ओकाराः +ओकारात् +ओकारान्त +ओकारे +ओकारेण +ओकारो +ओके +ओको +ओकोनिधनं +ओकोनिधनम् +ओक् +ओक्टोबर् +ओक्ता +ओक्यं +ओक्यः +ओक्यम् +ओक्ये +ओक्लाहोमा +ओक्‍लाहोमा +ओक॑सः +ओखति +ओखृ +ओगस्ट् +ओगुण्ठितशीर्षेण +ओगो +ओग्नाइ +ओघ +ओघः +ओघम् +ओघवत्प्रत्युपस्थितान्यवश्यंभावीनि +ओघवाताहृतं +ओघा +ओघाः +ओघेन +ओघो +ओङ्कार +ओङ्कारं +ओङ्कारः +ओङ्कारमर्हति +ओङ्कारश्चाथशब्दश्च +ओङ्कारस्तु +ओङ्कारस्य +ओङ्कारा +ओङ्कारे +ओङ्कारेण +ओङ्कारेश्वरः +ओङ्कारेश्वरमन्दिरं +ओङ्कारो +ओङ्गोल् +ओज +ओजः +ओजःकान्तिमती +ओजः॑ +ओजपदे +ओजयुग्मान्तरगुणा +ओजर्क्षे +ओजश् +ओजश्च +ओजस +ओजसः +ओजसा +ओजसि +ओजसे +ओजसेति +ओजसैव +ओजसैवैनं +ओजसो +ओजसोऽप्सरसो +ओजसोऽहनि +ओजस् +ओजस्तदस्य +ओजस्तु +ओजस्तेजो +ओजस्या +ओजस्येव +ओजस्य् +ओजस्वती +ओजस्वान् +ओजस्वि +ओजस्वितमः +ओजस्विनः +ओजस्विनी +ओजस्वी +ओजस्व्य् +ओजा +ओजांसि +ओजान्ते +ओजायते +ओजायमानं +ओजिष्ठ +ओजिष्ठं +ओजिष्ठः +ओजिष्ठम् +ओजिष्ठया +ओजिष्ठस्तमा +ओजिष्ठा +ओजिष्ठाय +ओजिष्ठायेत्य् +ओजिष्ठेन +ओजिष्ठेभिः +ओजिष्ठो +ओजि॑ष्ठः +ओजि॑ष्ठम् +ओजि॑ष्ठो +ओजीयः +ओजीयान् +ओजीयो +ओजी॑यो +ओजे +ओजो +ओजोदा +ओजोन् +ओजोभृतौ +ओजोऽजनयत्सूर्ये +ओजोऽथ +ओजोऽसि +ओजो॑ +ओजो॒ +ओज्झायति +ओज्झायन्ति +ओज्मानमा +ओज्मानम् +ओज॑ +ओज॑ः +ओज॑सः +ओज॑सा +ओज॑सा॒ +ओज॑से +ओज॑स्ये॒व +ओझा +ओटो +ओट्टापालम +ओट्टो +ओठ +ओठों +ओडव +ओड़िशा +ओड़िशायाः +ओड़िशाराज्यस्य +ओड़िशाराज्ये +ओडिया +ओडियाभाषा +ओडियालिपिः +ओडिशा +ओडिशायाः +ओडिशाराज्यम् +ओडिशाराज्यसम्बद्धाः +ओडिशाराज्यस्य +ओडिशी +ओडिशीनृत्यस्य +ओडिसी +ओडेयरः +ओडेयर् +ओड्याणं +ओढा +ओढासु +ओढुं +ओणं +ओणम् +ओणृ +ओण् +ओण्योः +ओण्योर् +ओत +ओतं +ओतः +ओतदेहं +ओतप्रोत +ओतवै +ओतश्च +ओता +ओतानि +ओताश्च +ओतु +ओतुः +ओते +ओतो +ओत् +ओत्वोष्ठयोः +ओथा +ओथामो +ओद +ओदती +ओदतीनाम् +ओदत्यो +ओदन +ओदनं +ओदनः +ओदनपाकं +ओदनपाकी +ओदनपाणिनीयाः +ओदनभोजनं +ओदनमिति +ओदनम् +ओदनश्च +ओदनसवः +ओदनस्य +ओदनान् +ओदने +ओदनेन +ओदनेभ्यः +ओदनो +ओदनौ +ओदन्त +ओदन्तप्रकरणम् +ओदन्तो +ओदरदु +ओदल +ओदि +ओदितः +ओदितश्च +ओदितश्चेति +ओदित् +ओदौतोः +ओद्द्रिण्णका +ओद्म +ओद्वये +ओध्यायति +ओध्यायन्ति +ओनः +ओने +ओन् +ओन्द्रि +ओप +ओपधि +ओपन् +ओपरेशन् +ओपशं +ओपशः +ओपशम् +ओपस् +ओपेन् +ओप्य +ओप्यते +ओप्यायी +ओफ +ओफसेट् +ओफ़् +ओफ् +ओबामा +ओबी +ओभा +ओभावश्च +ओभे +ओम +ओमग्नये +ओमथ +ओमथातः +ओमभ्यादाने +ओमयिलमयिलं +ओमयिलोमयिलं +ओमाङोश्च +ओमाडोश्च +ओमान +ओमानं +ओमानम् +ओमापो +ओमासः +ओमासश् +ओमासश्चर्षणीधृतः +ओमासश्चर्षणीधृतो +ओमा॑सश्चर्षणीधृतो॒ +ओमि +ओमिति +ओमितीदं +ओमित्तेद् +ओमित्त् +ओमित्यग्निहोत्रमनुजानाति +ओमित्यग्रे +ओमित्यध्वर्युः +ओमित्यस्यार्थं +ओमित्यात्मानं +ओमित्यादि +ओमित्याश्रावयत्योमिति +ओमित्याह +ओमित्युक्ते +ओमित्युक्त्वा +ओमित्येकाक्षरं +ओमित्येतत् +ओमित्येतदक्षरमादौ +ओमित्येतदक्षरमिदं +ओमित्येतदक्षरमुद्गीथमुपासीत +ओमित्येतदक्षरस्य +ओमित्येव +ओमित्येवं +ओमिन्द्राय +ओमीं +ओमुक्थशा +ओमुत्सृजत +ओमेवं +ओमैं +ओम् +ओयते +ओया +ओयिनां +ओर +ओरको +ओरञ् +ओरन् +ओरपारं +ओरसे +ओरामस्य +ओरामो +ओरावश्यके +ओरिगिन् +ओरिति +ओरियण्टल +ओरियण्टल् +ओरियण्टाल +ओरिया +ओरियाभाषा +ओरिस्सा +ओरिस्साराज्यम् +ओरिस्साराज्यस्य +ओरिस्साराज्ये +ओरु +ओरे +ओरेगन् +ओरोस् +ओर् +ओर्गुण +ओर्गुणः +ओर्गुणे +ओर्देशे +ओल +ओलच् +ओलजी +ओलडि +ओलम्पिक +ओलम्पिक् +ओलम्पिया +ओलस्जी +ओलिम्पिक् +ओलिम्पिक्स् +ओलिम्पियाड् +ओले +ओल् +ओल्बिया +ओव +ओवयिका +ओवर् +ओवा +ओवादो +ओवादोपसंक्रमणं +ओविजी +ओवी +ओवेन +ओवै +ओव्रश्चू +ओशनसे +ओशलध +ओशीनिया +ओशो +ओश्रावयेति +ओश्वि +ओष +ओषं +ओषः +ओषतात् +ओषतात्तिग्महेते +ओषति +ओषतीति +ओषध +ओषधं +ओषधय +ओषधयः +ओषधयःऽ +ओषधयश् +ओषधयश्च +ओषधयस् +ओषधयस्तथा +ओषधया +ओषधयो +ओषधानि +ओषधि +ओषधिं +ओषधिः +ओषधिगण +ओषधिभेदः +ओषधिभेदे +ओषधिभ्यः +ओषधिभ्यो +ओषधिम् +ओषधियाँ +ओषधियों +ओषधिवनस्पतय +ओषधिवनस्पतयः +ओषधिवनस्पतयस्तिलमाषा +ओषधिवनस्पतयो +ओषधिवनस्पतिभिः +ओषधिवनस्पतिभ्यः +ओषधिवनस्पतीनां +ओषधिवनस्पतीनाम् +ओषधिवनस्पतीन् +ओषधिविशेषः +ओषधिविशेषे +ओषधिषु +ओषधिसमूह 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+ओह +ओहत +ओहति +ओहते +ओहसा +ओहसे +ओहहाउहाउ +ओहा +ओहाइ +ओहाओहा +ओहाक् +ओहाङ् +ओहायो +ओहुगृ +ओहैः +ओहो +ओह्यते +ओह॑ते +ओी +ओो +ओों +ओोः +ओोदितश्च +ओ॑द॒नः +ओ॑हते +ओ॒क्ये॑ +ओ॒क्य॑म् +ओ॒ण्योः॑ +ओ॒मान॑म् +ओ॒ह॒ते॒ +ओ᳘मि᳘ति +ओᳪ +ओ꣡ +ओ꣡जः꣢꣯ +ओ꣡ज꣢꣯सा +ओ꣢꣯वा꣯ +ओꣳ +औ +औं +औंस +औः +औकार +औकारं +औकारः +औकारस्य +औकारादेशः +औकारादेशो +औकारे +औक्थिक +औक्थिकः +औक्थिक्यम् +औक्षं +औक्षकम् +औक्षन् +औक्षमनपत्ये +औक्ष्णः +औक्ष्णोरन्ध्रम् +औक्ष्णोरन्ध्राणि +औक्ष्णोरन्ध्रे +औङ +औङः +औङि +औङ् +औचथ्यः +औचि +औचिती +औचित्य +औचित्यं +औचित्यमेव +औचित्यम् +औचित्यविचारचर्चा +औचित्यस्य +औचित्याच्चबुद्धिग्राह्यम् +औचित्यात् +औचित्यादिति +औचित्ये +औचित्येन +औच्च्य +औच्च्यम् +औच्छः +औछ +औछ् +औजसादिषु +औजसिकः +औज्ज्वल्यं +औटविधानसभाक्षेत्रम् +औटि +औट् +औड +औडवः +औडवा +औडश्शी +औडि +औडु +औडुपिकः +औडुबिता +औडुम्बरं +औडुलोमि +औडुलोमिः +औडुलोमी +औडुवा +औणादिक +औणादिकः +औणादिके +औणादिको +औणादिकोऽसुन् +औत +औता +औतो +औतोऽम्शसो +औतोऽम्शसोः +औत् +औत्कण्ठ्यात् +औत्तममन्वन्तरे +औत्तमस्यान्तरे +औत्तमे +औत्तर +औत्तरपदिकः +औत्तानपादिः 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+औदोवा +औद्गात्रं +औद्गात्रम् +औद्गाहमानि +औद्ग्रभणानि +औद्दालकं +औद्दालकिः +औद्दालकिर् +औद्धत्य +औद्धत्यं +औद्धत्यम् +औद्धत्याभिप्रायेण +औद्भिदं +औद्भिदम् +औद्भिद्यं +औद्योगिक +औद्योगिकं +औद्योगिकक्षेत्रे +औद्योगिकी +औद्वाहिकं +औनः +औनत् +औन्ताम् +औन्धस्य +औन्नत्यं +औन्नत्यम् +औन्नत्यस्य +औन्नत्ये +औन्नत्येन +औप +औपकायनः +औपकायनाः +औपगव +औपगवः +औपगवक +औपगवकं +औपगवकः +औपगवकम् +औपगवम् +औपगवाः +औपगविः +औपगवी +औपगवीयाः +औपगवे +औपचारिक +औपचारिकं +औपचारिकः +औपचारिकभोगानां +औपचारिकरूपेण +औपचारिकाः +औपचारिकी +औपचारिको +औपच्छंदसिकं +औपच्छन्दसिक +औपच्छन्दसिकं +औपच्छन्दसिकम् +औपजानुकः +औपति +औपदिशत् +औपदेशिक +औपदेशिकस्य +औपद्रष्ट्र्याय +औपधेयं +औपनायनिकः +औपनिधिकम् +औपनिषद +औपनिषदं +औपनिषदः +औपनिषदस्य +औपनिषदानां +औपनिषदास्तु +औपनिषदिकं +औपनिषदिकम् +औपनिषदे +औपपत्त्यंशिकाः +औपपादिकं +औपपादिकदेहा +औपभृतं +औपभृतम् +औपमन्यव +औपमन्यवः +औपम्य +औपम्यं +औपम्यम् +औपम्यस्य +औपम्ये +औपयिकं +औपयिकः +औपयिकम् +औपवसथ्यम् +औपवसथ्ये +औपवसथ्येऽहनि +औपवस्तमेव +औपवाह्यानां +औपवाह्यो +औपवेशिः +औपशदः +औपशमिकः +औपशयं 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+औशिजाय +औशिजो +औशीनरी +औशीनर्या +औशीरं +औश् +औष +औषः +औषति +औषत्तस्मात्पुरुषः +औषध +औषधं +औषधत्वेन +औषधभेदे +औषधम् +औषधयः +औषधयो +औषधविशेषः +औषधशास्त्रम् +औषधस्य +औषधादि +औषधादौ +औषधानां +औषधानाम् +औषधानि +औषधान्नविहाराणामुपयोगं +औषधान्यगदो +औषधार्थं +औषधि +औषधिं +औषधिः +औषधिभेदे +औषधियों +औषधिविशेषः +औषधी +औषधीं +औषधीः +औषधीनां +औषधीय +औषधीयं +औषधीयगुणाः +औषधीयसस्यानि +औषधीयानां +औषधीषु +औषधे +औषधेन +औषधेषु +औषधैः +औषधों +औषध्यः +औषसं +औषसम् +औषे +औष्ट +औष्ट्रं +औष्ट्रकं +औष्ट्रकम् +औष्ट्रम् +औष्ठौ +औष्णिह +औष्णिहं +औष्णिहाय +औष्णिही +औष्ण्य +औष्ण्यं +औष्ण्यम् +औष्ण्यस्य +औष्ण्यात् +औसा +औस्थाने +औहत +औहताम् +औहत् +औहन् +औहो +औहोइ +औहोवा +औहोवाहाइ +औहोवाहाउ +औहोहाइ +औहोहोहाइ +औहौहोइ +औी +औो +औौ +औौर +औ॑शि॒जः +औ॒शि॒जः +औ꣡꣯होवा꣣꣯हाउ +औ꣡꣯होवा꣣꣯हा꣢उ +औ꣢꣯हो꣯वा꣯औ꣯हो꣯वा꣯औ꣯हो꣯वा꣯ +औ꣣꣯हो꣤꣯वा꣥ +औ꣥꣯हो꣤वाहा꣥इ +औ꣥꣯हो꣯वा +औ꣯हो꣡हा꣢इ +औ꣯हो꣯वा꣯ +क +कँ +कँपौ +कं +कंक +कंकं +कंकण +कंकणं +कंकणम् +कंकणानां +कंकणानि +कंकणे +कंकरं +कंकरः +कंका +कंकालं +कंकुष्ठं +कंको +कंकोलं +कंग +कंगन +कंच +कंचन +कंचि +कंचित +कंचित् +कंचित्कालं +कंचित्कालमुवास +कंचित्क्षणं +कंचित्पुरुषं +कंचित्प्रति +कंचित्सर्गं +कंचिदपि +कंचिदर्थं +कंचिदिति +कंचिदुपादाय +कंचिदुपायं +कंचिदेव +कंचिदैक्षत +कंचिद् +कंचिद्धर्मं +कंचिन्न +कंचिन्मर्मणि +कंचुकं +कंचुकी +कंचुकीं +कंज +कंजजः +कंटकैः +कंठ +कंठं +कंठः +कंठगतैरपि +कंठदेशे +कंठे +कंठो +कंथा +कंद +कंदं +कंदरं +कंदरे +कंदर्प +कंदर्पं +कंदर्पः +कंदर्पस्य +कंदर्पाय +कंदर्पो +कंदर्पोऽपि +कंदली +कंदा +कंधरः +कंधरा +कंधरां +कंधरे +कंधे +कंधों +कंन +कंप +कंपं +कंपः +कंपति +कंपते +कंपनी +कंपने +कंपमंशेन +कंपमानं +कंपमेकांशं +कंपमेकेन +कंपयन्निव +कंपि +कंपितं +कंपिता +कंपिताः +कंपो +कंबल +कंबलं +कंबलरत्नं +कंबलानि +कंबलाश्वतरावुभौ +कंबलाश्वतरौ +कंबुग्रीवं +कंभरा +कंभरां +कंभरायै +कंयः +कंयुः +कंशंभ्यां +कंस +कंसं +कंसः +कंसकारः +कंसजित् +कंसदमन +कंसद्विषः +कंसद्विषो +कंसपात्र्यां +कंसमहते +कंसम् +कंसरिपोः +कंसवती +कंसवधं +कंसवधनिमित्तम् +कंसवधमाचष्टे +कंसवसनं +कंसश्च +कंसस्तु +कंसस्य +कंसस्यापि +कंसहन्ता +कंसहा +कंसा +कंसाज्ञया +कंसाट्टिठन् +कंसात् +कंसादि +कंसादीनां +कंसादीन् +कंसाद् +कंसाद्या +कंसाय +कंसारि +कंसारिः +कंसारिणा +कंसारी +कंसारे +कंसारौ +कंसिकी +कंसीय +कंसीयपरशव्ययोर्यञञौ +कंसीयस्य +कंसे +कंसेन +कंसो +कंसोऽथ +कंसोऽपि +कंसोऽयं +कंस्ते +कंस्य +कं॑ +कं॒ +कः +कःकरत्करतिकृधिकृतेष्वनदितेः +कः॒ +कः꣢ +कऄ +कअ +कअं +कआ +कइ +कइति +कई +कईं +कउ +कऌअ +कए +कएण +कओ +कक +ककं +ककः +ककते +ककर +ककरं +ककर्दवे +ककवेदप्रातिशारतय +कका +ककार +ककारं +ककारः +ककारमनुबन्धं +ककारलोपः +ककारश्च +ककारस्य +ककारादकार +ककारादयो +ककारादि +ककारादीनि +ककारादेशो +ककारे +ककारेण +ककारो +ककारौ +ककि +ककु +ककुच् +ककुत् +ककुत्पतिः +ककुत्स्थ +ककुत्स्थः +ककुत्स्थजा +ककुत्स्थस्य +ककुत्स्थेन +ककुत्स्थो +ककुद +ककुदं +ककुदः +ककुदम् +ककुदस्य +ककुदस्यावस्थायां +ककुदि +ककुदिति +ककुदे +ककुद् +ककुद्दोषणी +ककुद्मता +ककुद्मति +ककुद्मती +ककुद्मन्तः +ककुद्मानिव +ककुद्मान् +ककुद्मिनम् +ककुद्मिनी +ककुद्मी +ककुन्दरे +ककुप् +ककुप्छन्दः +ककुप्सु +ककुबुत्तरा +ककुबुष्णिहौ +ककुब् +ककुभ +ककुभं +ककुभः +ककुभत्वचम् +ककुभम् +ककुभश्च +ककुभश्चैव +ककुभस्तिमिरेण +ककुभस्य +ककुभा +ककुभां +ककुभाम् +ककुभाय +ककुभावुत्तरे +ककुभावुदैक्षथाः +ककुभि +ककुभिः +ककुभे +ककुभेन +ककुभो +ककुभोऽर्जुनः +ककुभौ +ककुभ् +ककुम्मती +ककुहः +ककुहासः +ककुहो +ककुहꣳ +ककु॒हो +ककू +कके +ककेरुकमकेरुकाः +कक् +कक्क +कक्कटः +कक्कनौ +कक्कोलं +कक्कोलकं +कक्कोलकम् +कक्कोलम् +कक्कोले +कक्ख +कक्खति +कक्र्यादौ +कक्ष +कक्षं +कक्षः +कक्षकः +कक्षच्छेदे +कक्षतु +कक्षधरे +कक्षम् +कक्षया +कक्षयो +कक्षयोः +कक्षयोरन्तरं +कक्षस्य +कक्षा +कक्षां +कक्षाः +कक्षाओं +कक्षाक्रमेण +कक्षाख्यवृत्ते +कक्षाञ्च +कक्षाणां +कक्षात् +कक्षाध्यायः +कक्षाध्याये +कक्षान्तं +कक्षान्तरं +कक्षान्तरगतो +कक्षान्तरे +कक्षाप्रकारेण +कक्षाप्रमाणानि +कक्षाभागेषु +कक्षाभ्यां +कक्षाभ्यामामोषणपरामोषणं +कक्षामंडले +कक्षामण्डल +कक्षामण्डलं +कक्षामण्डले +कक्षामध्यगतिर्यग्रेखाप्रतिवृत्तसम्पाते +कक्षामिमां +कक्षायते +कक्षाया +कक्षायां +कक्षायाः +कक्षायाम् +कक्षावङ्क्षणसन्धिषु +कक्षावलयं +कक्षावलये +कक्षावृत्त +कक्षावृत्तं +कक्षावृत्तपरिधौ +कक्षावृत्ते +कक्षासु +कक्षास्थमध्यग्रहचिह्नतोऽथ +कक्षी +कक्षीकृत्य +कक्षीक्रियते +कक्षीवत +कक्षीवतः +कक्षीवता +कक्षीवते +कक्षीवतो +कक्षीवन्तं +कक्षीवन्तः +कक्षीवन्तमिव +कक्षीवन्तम् +कक्षीवाँ +कक्षीवानृषिः +कक्षीवानृषिरस्मि +कक्षीवान् +कक्षीवान्नाम +कक्षुकी +कक्षे +कक्षेति +कक्षेप +कक्षेयुः +कक्षेषु +कक्षैः +कक्षैव +कक्षो +कक्षौ +कक्ष्य +कक्ष्यं +कक्ष्यः +कक्ष्यते +कक्ष्यप्रा +कक्ष्यया +कक्ष्या +कक्ष्यां +कक्ष्याः +कक्ष्याप्रतिमण्डलगाः +कक्ष्याप्रतिमण्डलयोः +कक्ष्याप्रतिमण्डले +कक्ष्याभिः +कक्ष्यामण्डल +कक्ष्यामण्डलं +कक्ष्यामण्डलकेन्द्रात् +कक्ष्यामण्डलम् +कक्ष्यामण्डललग्नस्ववृत्तमध्ये +कक्ष्यामण्डले +कक्ष्याय +कक्ष्याया +कक्ष्यायां +कक्ष्यायाः +कक्ष्यायाम् +कक्ष्यावृत्ते +कक्ष्यासु +कक्ष्ये +कक्ष्येव +कक्ष्यैव +कक्ष्य॒प्रा +कख +कखति +कखपफि +कखयोः +कखे +कखैमै +कग +कगायान +कगे +कगौ +कग्रहणं +कघं +कङ +कङ् +कङ्क +कङ्कं +कङ्कः +कङ्कचितं +कङ्कट +कङ्कटः +कङ्कण +कङ्कणं +कङ्कणः +कङ्कणम् +कङ्कणस्य +कङ्कणा +कङ्कणानां +कङ्कणानि +कङ्कणी +कङ्कणे +कङ्कणेन +कङ्कणौ +कङ्कत +कङ्कतं +कङ्कतः +कङ्कतिका +कङ्कते +कङ्कतेन +कङ्कतो +कङ्कपक्षिणि +कङ्कपक्षी +कङ्कपत्रप्रतिच्छन्ना +कङ्कपत्रा +कङ्कपत्रिणः +कङ्कपत्रिभिः +कङ्कपत्रैः +कङ्कपत्रैरजिह्मगैः +कङ्कबर्हिणवाजितैः +कङ्कमुखं +कङ्कश्च +कङ्कस्तु +कङ्कस्य +कङ्का +कङ्काः +कङ्काल +कङ्कालं +कङ्कालः +कङ्कालस्नायुः +कङ्कालिका +कङ्कालिताल् +कङ्काली +कङ्काले +कङ्कालो +कङ्काल्या +कङ्काश्च +कङ्कु +कङ्कुष्ठ +कङ्कुष्ठं +कङ्के +कङ्केन +कङ्केलिः +कङ्को +कङ्कोलं +कङ्कोलकं +कङ्ग +कङ्गु +कङ्गुः +कङ्गुकोद्रवादिः +कङ्गुनी +कङ्गौ +कङ्ग्रेस् +कच +कचं +कचंगला +कचः +कचकचायते +कचग्रहः +कचग्रहैः +कचङ्गला +कचति +कचते +कचन +कचनं +कचनिचये +कचन्ति +कचम् +कचस्तात +कचस्य +कचा +कचांस्तव +कचाः +कचाकचि +कचाचितौ +कचात्परे +कचादि +कचानां +कचान् +कचि +कचिच +कचिच्च +कचित +कचितं +कचित् +कचित्कचित् +कचित्तु +कचित्ते +कचित्पाठ +कचित्पाठः +कचित्पुस्तके +कचित्र +कचिद +कचिदपि +कचिदिति +कचिदेतन्न +कचिदेव +कचिद् +कचिन +कचिन् +कचिन्न +कचिन्नास्ति +कचिव +कचिह्नोपरि +कचु +कचुः +कचुकी +कचूर +कचे +कचेन +कचेषु +कचेित् +कचैः +कचो +कच् +कच्च +कच्चन +कच्चरं +कच्चामालस्य +कच्चि +कच्चिच्च +कच्चिज्जीवति +कच्चित् +कच्चित्क्षेमं +कच्चित्तव +कच्चित्तु +कच्चित्ते +कच्चित्त्वं +कच्चित्त्वया +कच्चित्स +कच्चित्स्मरसि +कच्चिदयं +कच्चिदागः +कच्चिदास्ते +कच्चिदिति +कच्चिदेतच्छ्रुतं +कच्चिदेनं +कच्चिद् +कच्चिद्भरन्तोऽवस्यवः +कच्चिन् +कच्चिन्न +कच्चिन्नु +कच्चिन्नोभयविभ्रष्टः +कच्चिन्नोभयविभ्रष्टश्छिन्नाभ्रमिव +कच्चिन्मां +कच्ची +कच्चे +कच्च॑ +कच्च॒न +कच्छ +कच्छं +कच्छः +कच्छप +कच्छपं +कच्छपः +कच्छपम् +कच्छपयन्त्रे +कच्छपयन्त्रेण +कच्छपश्च +कच्छपस्य +कच्छपा +कच्छपाः +कच्छपिका +कच्छपी +कच्छपीं +कच्छपे +कच्छपेन +कच्छपैः +कच्छपो +कच्छपोन्नताः +कच्छमण्डलम् +कच्छम् +कच्छरुहा +कच्छलघुरणः +कच्छसमुद्रकुक्षिः +कच्छस्तथाविधः +कच्छस्य +कच्छहरितभूमिः +कच्छा +कच्छां +कच्छाः +कच्छाटिका +कच्छादिः +कच्छादिभ्यश्च +कच्छादिषु +कच्छाद्यणोऽपवादः +कच्छी +कच्छीभाषा +कच्छुं +कच्छुः +कच्छुरः +कच्छुरा +कच्छूं +कच्छूः +कच्छे +कच्छेन +कच्छो +कच्छ्वा +कच्यते +कछ +कछवाहा +कछह +कछा +कछार +कछु +कछुक +कज +कजं +कजकस्थाने +कजम् +कजलं +कजाकस्थान +कजाखस्थानम् +कजि +कजे +कज्जं +कज्जल +कज्जलं +कज्जलद्यं +कज्जलप्रभम् +कज्जलम् +कज्जलस्य +कज्जलादि +कज्जलानि +कज्जलाभमुभयत्र +कज्जलाभो +कज्जलिकां +कज्जली +कज्जलीं +कज्जलीबन्ध +कज्जलीम् +कज्जले +कज्जलेन +कज्जल्या +कज्ञानस्य +कझुकी +कञि +कञ् +कञ्च +कञ्चकी +कञ्चटं +कञ्चते +कञ्चन +कञ्चरं +कञ्चि +कञ्चित् +कञ्चित्कालं +कञ्चित्प्रकारं +कञ्चित्प्रति +कञ्चिदपि +कञ्चिदर्थं +कञ्चिदिति +कञ्चिदेव +कञ्चिद् +कञ्चिन्न +कञ्ची +कञ्चु +कञ्चुक +कञ्चुकं +कञ्चुकः +कञ्चुकमेव +कञ्चुकम् +कञ्चुका +कञ्चुकाः +कञ्चुकान् +कञ्चुकितं +कञ्चुकिन +कञ्चुकिनं +कञ्चुकिनः +कञ्चुकिना +कञ्चुकिनो +कञ्चुकिन् +कञ्चुकी +कञ्चुकीं +कञ्चुकीया +कञ्चुके +कञ्चुकेन +कञ्चुको +कञ्चुलिकया +कञ्ज +कञ्जं +कञ्जनाभ +कञ्जल +कञ्जली +कञ्जाक्ष +कञ्प्रत्ययः +कट +कटं +कटः +कटक +कटकं +कटकः +कटकत्वं +कटकमण्डलम् +कटकम् +कटकरणस्य +कटकरणे +कटकवलयिनी +कटकशब्दार्थः +कटकस्य +कटका +कटकादि +कटकादित्वं +कटकादिभिः +कटकादिवत् +कटकानि +कटकान् +कटकान्तरेषु +कटकान्वितम् +कटकी +कटकृद्यथा +कटके +कटकेन +कटकेषु +कटकैः +कटको +कटकोऽस्त्री +कटकौ +कटङ्कटः +कटङ्कटाय +कटङ्कटेरी +कटच् +कटति +कटदानं +कटधूमे +कटनी +कटनीमण्डलम् +कटनीमण्डलस्य +कटपूतनः +कटपूतना +कटपूतनाः +कटप्रभेदेन +कटप्रू +कटप्रूः +कटभी +कटभ्यां +कटमिति +कटम् +कटम्भरः +कटम्भरा +कटयां +कटशर्करा +कटसारिका +कटस्य +कटा +कटाः +कटाक्ष +कटाक्षं +कटाक्षः +कटाक्षच्छटा +कटाक्षच्छटाः +कटाक्षपातेन +कटाक्षपातैः +कटाक्षमोक्षः +कटाक्षम् +कटाक्षयति +कटाक्षस्य +कटाक्षा +कटाक्षाः +कटाक्षाणां +कटाक्षान् +कटाक्षिणी +कटाक्षितः +कटाक्षिता +कटाक्षिताः +कटाक्षे +कटाक्षेण +कटाक्षेणापि +कटाक्षेति +कटाक्षेषु +कटाक्षै +कटाक्षैः +कटाक्षैश्च +कटाक्षो +कटाक्षोऽपाङ्गदर्शने +कटाग्निना +कटादि +कटादेः +कटानिया +कटान् +कटाभ्यां +कटाह +कटाहं +कटाहः +कटाहके +कटाहश्च +कटाहानि +कटाहे +कटाहेन +कटि +कटिं +कटिः +कटिकुषिभ्यां +कटिच्छिन्नं +कटितटे +कटिदानं +कटिदेशः +कटिदेशस्य +कटिदेशे +कटिद्वये +कटिपर्यन्तं +कटिपृष्ठे +कटिप्रदेशः +कटिप्रदेशे +कटिबद्धं +कटिबन्धनम् +कटिभङ्गे +कटिमात्रं +कटिमेखला +कटिम् +कटिर्भवेत् +कटिलु +कटिश्च +कटिसूत्र +कटिसूत्रं +कटिसूत्रकम् +कटिसूत्रे +कटिसूत्रेण +कटिस्थं +कटिस्थले +कटिस्थाने +कटिहार +कटिहारमण्डलम् +कटी +कटीं +कटीकतरुणे +कटीछिन्नं +कटीतटम् +कटीतटी +कटीतटे +कटीदेशे +कटीपृष्ठं +कटीपृष्ठपुरीषमूत्रे +कटीलु +कटीशूले +कटु +कटुं +कटुः +कटुक +कटुकं +कटुकः +कटुकतैलस्य +कटुकत्रयम् +कटुकबदरी +कटुकम् +कटुकरोहिणी +कटुकरोहिणीम् +कटुकश्च +कटुकस्तिक्तः +कटुकस्तिक्तो +कटुकस्तीक्ष्णो +कटुकस्य +कटुका +कटुकां +कटुकाः +कटुकातिविषा +कटुकानि +कटुकाममनापां +कटुकाम्लोष्णलवणैरतिमात्रोपसेवितैः +कटुकायां +कटुकायाम् +कटुकाश्च +कटुकास्यता +कटुकी +कटुके +कटुकैः +कटुको +कटुकोदयः +कटुकोष्णा +कटुक्याम् +कटुता +कटुतां +कटुतिक्तः +कटुतिक्तकम् +कटुतिक्तकषाया +कटुतिक्तकषायाः +कटुतिक्तकषायाणां +कटुतिक्तकषायाश्च +कटुतिक्तोपशान्तौ +कटुतिक्तोष्णं +कटुतिक्तोष्णः +कटुतिक्तोष्णा +कटुतीक्ष्णोष्णं +कटुतुम्बिका +कटुतुम्बी +कटुतुम्ब्याम् +कटुतैलं +कटुतैलस्य +कटुतैलेन +कटुत्रयं +कटुत्रयञ्च +कटुत्रयम् +कटुत्रिकं +कटुत्रिकम् +कटुत्वं +कटुत्वञ्च +कटुत्वम् +कटुना +कटुपत्रिका +कटुपर्णी +कटुपाकं +कटुपाकञ्च +कटुपाकरसं +कटुपाकरसो +कटुपाका +कटुपाकि +कटुपाकिनः +कटुफलं +कटुफला +कटुभिः +कटुभिरेव +कटुम् +कटुम्भरा +कटुरपि +कटुरसं +कटुरसः +कटुरसस्य +कटुरसा +कटुरसे +कटुरसो +कटुरुष्णश्च +कटुरुष्णा +कटुरेव +कटुरोहिणी +कटुरोहिणीम् +कटुरोहिण्या +कटुरोहिण्यां +कटुरोहिण्याः +कटुर्लघुः +कटुर्विपाके +कटुवक्त्रता +कटुवाचा +कटुविपाकानि +कटुविपाकिनः +कटुश्च +कटुस्तथा +कटुस्तिक्तः +कटुस्तिक्ता +कटुस्तिक्तो +कटुस्तीक्ष्णः +कटुस्तीक्ष्णा +कटुस्तु +कटू +कटूक्तिं +कटूक्त्या +कटूनां +कटूनि +कटूष्णं +कटूष्णः +कटूष्णश्च +कटूष्णा +कटूष्णो +कटे +कटेः +कटेन +कटेषु +कटो +कटोरिका +कटोरी +कटौ +कट् +कट्की +कट्ट +कट्फल +कट्फलं +कट्फलः +कट्फलम् +कट्फला +कट्फले +कट्फलैः +कट्यते +कट्यधः +कट्यवलम्बितम् +कट्या +कट्यां +कट्याः +कट्यान्तु +कट्याम् +कट्याश्रितः +कट्य् +कट्वङ्ग +कट्वङ्गं +कट्वङ्गः +कट्वम्ल +कट्वम्ललवणं +कट्वम्ललवणत्यागी +कट्वम्ललवणा +कट्वम्ललवणाः +कट्वम्ललवणात्युष्णतीक्ष्णरूक्षविदाहिनः +कट्वम्ललवणोष्णानि +कट्वादिषु +कट्विति +कट्वी +कट्व् +कठ +कठं +कठः +कठकालापाः +कठकौथुमाः +कठचरकात् +कठचरकाल्लुक् +कठति +कठदेशीया +कठप्रवक्ता +कठरुद्र +कठरुद्रोपनिषत् +कठवल्ली +कठवल्लीषु +कठवल्ल्यां +कठशाखा +कठशाठ +कठश्रोत्रियः +कठसंहिता +कठा +कठाः +कठानां +कठि +कठिणं +कठिन +कठिनं +कठिनः +कठिनतया +कठिनता +कठिनतां +कठिनत्वं +कठिनत्वात् +कठिनत्वेन +कठिनमपि +कठिनमिति +कठिनम् +कठिनस्य +कठिनहृदये +कठिना +कठिनां +कठिनाः +कठिनाई +कठिनानां +कठिनानि 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+कण्ठस्थले +कण्ठस्था +कण्ठस्थां +कण्ठस्थानं +कण्ठस्य +कण्ठस्येति +कण्ठा +कण्ठाः +कण्ठात् +कण्ठात्तु +कण्ठादधः +कण्ठादधो +कण्ठादि +कण्ठादुपरि +कण्ठाद् +कण्ठाधो +कण्ठान्तं +कण्ठाभरण +कण्ठाभरणं +कण्ठाभरणधृतः +कण्ठाभरणम् +कण्ठाभरणसम्मतः +कण्ठाभरणे +कण्ठाभरणेऽपि +कण्ठाय +कण्ठावधि +कण्ठाश्लेषप्रणयिनि +कण्ठास्यशोषः +कण्ठास्यशोषो +कण्ठिका +कण्ठिकां +कण्ठी +कण्ठीं +कण्ठीरव +कण्ठीरवः +कण्ठीरवो +कण्ठे +कण्ठेकाल +कण्ठेकालः +कण्ठेति +कण्ठेन +कण्ठेषु +कण्ठेस्थः +कण्ठेऽधुना +कण्ठेऽपि +कण्ठेऽस्य +कण्ठो +कण्ठोक्त +कण्ठोक्तं +कण्ठोक्तः +कण्ठोक्तम् +कण्ठोक्त्या +कण्ठोच्चं +कण्ठोपरि +कण्ठोरसि +कण्ठोष्ठं +कण्ठोष्ठजौ +कण्ठोष्ठम् +कण्ठोऽस्य +कण्ठौष्ठमुखनासानां +कण्ठ्य +कण्ठ्यं +कण्ठ्यः +कण्ठ्यमाहुरसंयुतम् +कण्ठ्यम् +कण्ठ्या +कण्ठ्याः +कण्ठ्यावहाविचुयशास्तालव्या +कण्ठ्यो +कण्ड +कण्डति +कण्डते +कण्डन +कण्डनं +कण्डनी +कण्डने +कण्डम् +कण्डयति +कण्डयित्वा +कण्डरा +कण्डराः +कण्डराणां +कण्डरामाक्षिपेद्यदा +कण्डि +कण्डिका +कण्डिकाः +कण्डिकाद्वयेन +कण्डिकानां +कण्डिकायां +कण्डिकासु +कण्डिके +कण्डिलशौण्डिक्या +कण्डु +कण्डुं +कण्डुः +कण्डुना +कण्डुमत्यः +कण्डुयुतोऽरुजश्च +कण्डुरा +कण्डुरौ +कण्डुर्नाम +कण्डू +कण्डूं +कण्डूः +कण्डूकरी +कण्डूक्लेदसमन्वितः +कण्डूञ् +कण्डूञ्च +कण्डूतिः +कण्डूपदेहावतिशीतता +कण्डूपदेहाश्रुयुतः +कण्डूमत् +कण्डूमद्भिः +कण्डूमन्तं +कण्डूमन्तौ +कण्डूमान् +कण्डूम् +कण्डूय +कण्डूयत +कण्डूयतः +कण्डूयति +कण्डूयते +कण्डूयतेः +कण्डूयनं +कण्डूयनम् +कण्डूयनात्ततः +कण्डूयने +कण्डूयनेन +कण्डूयन्ते +कण्डूयमानः +कण्डूयमानां +कण्डूयमाने +कण्डूयमानेन +कण्डूया +कण्डूयियिषति +कण्डूयेत +कण्डूयेदात्मनः +कण्डूररोचकः +कण्डूरा +कण्डूर् +कण्डूर्दाहो +कण्डूर्मन्दा +कण्डूर्विपूयकश्चैव +कण्डूलः +कण्डूला +कण्डूश्च +कण्डूसमन्वितौ +कण्डे +कण्डोल +कण्डोलः +कण्ड्यते +कण्ड्वा +कण्ड्वां +कण्ड्वाढ्याः +कण्ड्वादयः +कण्ड्वादिः +कण्ड्वादित्वात् +कण्ड्वादिभ्यो +कण्ड्वादिषु +कण्ड्व् +कण्ण +कण्णं +कण्णआ +कण्णऊरअ +कण्णगी +कण्णग्याः +कण्णा +कण्णुरमण्डलम् +कण्णे +कण्णेउरो +कण्णो +कण्प्रत्ययेन +कण्व +कण्वं +कण्वं॑ +कण्वं॒ +कण्वः +कण्वः॑ +कण्वगोत्रा +कण्वजम्भनी +कण्वजलबन्धः +कण्वतमः +कण्वदृष्टा +कण्वपुत्रस्य +कण्वबृहती +कण्वम् +कण्वरथंतरं +कण्वरथन्तरं +कण्वरथन्तरम् +कण्वरथन्तरस्य +कण्ववज्जमदग्निवत् +कण्ववत् +कण्वश्च +कण्वस्य +कण्वा +कण्वाः +कण्वाः॑ +कण्वादिभ्यो +कण्वानां +कण्वान् +कण्वाय +कण्वाश्रमं +कण्वाश्रमे +कण्वासः +कण्वासस्त्वा +कण्वासो +कण्वा॑ +कण्वा॑य +कण्वा॑सः +कण्वा॑सो +कण्वे +कण्वेन +कण्वेभिर्धृष्णवा +कण्वेषु +कण्वे॑ +कण्वे॑षु +कण्वो +कण्वो॒ +कण्व॑ +कण्व॑म् +कण्व॑स्य +कण्ह +कण्हो +कत +कतं +कतः +कतक +कतकं +कतकः +कतकम् +कतकवृक्षः +कतकवृक्षस्य +कतकवृक्षे +कतकस्य +कतकात् +कतम +कतमं +कतमः +कतमकठः +कतमच् +कतमच्च +कतमच्चनाहं +कतमच्चनाहः +कतमत् +कतमत्कर्म +कतमद् +कतमद्बोधिसत्त्वस्य +कतमया +कतमस्तु +कतमस्मिन् +कतमस्मै +कतमस्य +कतमा +कतमां +कतमाः +कतमानि +कतमामित्यर्थः +कतमास्ता +कतमास्ताः +कतमास्तास्तिस्र +कतमे +कतमेन +कतमेषां +कतमैः +कतमैर्दशभिः +कतमैश्चतुर्भिः +कतमो +कतमोऽत्र +कतमोऽपि +कतमोऽयं +कतमोऽसि +कतमोऽसीति +कतमौ +कतम् +कतया +कतर +कतरं +कतरः +कतरकठः +कतरकतमौ +कतरत् +कतरत्पूर्वनिष्पन्नं +कतरद् +कतरन्नो +कतरश् +कतरस्मिन् +कतरस्य +कतरस्या +कतरा +कतराणि +कतरि +कतरे +कतरेण +कतरेणचन +कतरो +कतव्य 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+कथंभूतो +कथंरूपेण +कथंवा +कथंवीर्यः +कथः +कथक +कथकः +कथकवाग्व्यवहारं +कथकस्य +कथका +कथकानां +कथके +कथको +कथक् +कथङ्कथमपि +कथङ्कारं +कथचन +कथञ् +कथञ्च +कथञ्चन +कथञ्चनः +कथञ्चनेति +कथञ्चि +कथञ्चित +कथञ्चित् +कथञ्चिदपि +कथञ्चिदिति +कथञ्चिदुपपद्यते +कथञ्चिदेव +कथञ्चिद् +कथञ्चिद्भविष्यति +कथञ्चिद्यदि +कथञ्चिन् +कथञ्चिन्न +कथञ्चेति +कथति +कथन +कथनं +कथनञ्च +कथनम +कथनमपि +कथनमस्ति +कथनमासीत् +कथनमिति +कथनमित्यर्थः +कथनमिदं +कथनमिदमस्ति +कथनमिदम् +कथनमेव +कथनम् +कथनस्य +कथनाज्ज्ञायते +कथनात् +कथनादिति +कथनानुसार +कथनानुसारं +कथनानुसारेण +कथनाय +कथनी +कथनीय +कथनीयं +कथनीयः +कथनीयमिति +कथनीयमिदं +कथनीयम् +कथनीया +कथनीये +कथने +कथनेन +कथनेनानेन +कथनेनैव +कथनेऽपि +कथन् +कथन्तरां +कथन्तर्हि +कथन्तर्हीति +कथन्ता +कथन्ते +कथन्न +कथन्नाम +कथन्नु +कथम +कथमक्षता +कथमग्निः +कथमत +कथमत्र +कथमथ +कथमद्य +कथमद्यापि +कथमध्यात्ममिति +कथमनया +कथमनुच्यमानं +कथमनुद्दिश्यस्वात्मतत्त्वस्य +कथमनुमानं +कथमनेन +कथमन्नं +कथमन्यं +कथमन्यत्र +कथमन्यथा +कथमन्यथेति +कथमन्यदिच्छति +कथमन्यस्य +कथमन्यस्योच्यमानमन्यस्य +कथमन्या +कथमन्ये +कथमन्यो +कथमन्वय +कथमन्वयः +कथमपरथा +कथमपि +कथमपीति +कथमपीत्यर्थः +कथमप्युन्नमितं +कथमप्युमाम् +कथमप्रमाणात्मकेन +कथमभिन्नं +कथमभूत् +कथमभ्युत्थितं +कथममी +कथमम् +कथमय +कथमयं +कथमयमर्थो +कथमर्थस्य +कथमर्हति +कथमवगम्यत +कथमवगम्यते +कथमविद्या +कथमविनाशित्वं +कथमविरोध +कथमव्ययत्वम् +कथमशकत +कथमशकतर्ते +कथमश्नुवीय +कथमसतः +कथमसति +कथमसामर्थ्यम् +कथमसार्मथ्यम् +कथमसि +कथमसौ +कथमस्ति +कथमस्तीत्य् +कथमस्तु +कथमस्मद्विधो +कथमस्मै +कथमस्य +कथमस्या +कथमस्याः +कथमस्यैव +कथमहं +कथमहमासं +कथमहो +कथमा +कथमागतः +कथमागता +कथमागमनं +कथमाचरन्ति +कथमातपे +कथमात्मनः +कथमात्मनि +कथमात्मनो +कथमात्मा +कथमात्मानं +कथमात्मेत्युच्यते +कथमादि +कथमादित्याः +कथमाप्नुयुः +कथमायान्ति +कथमाराधनं +कथमाविर्भविष्यति +कथमासाद्यते +कथमासीत् +कथमासीत्समागमः +कथमास्ते +कथमाह +कथमि +कथमिच्छसि +कथमितरथा +कथमिति +कथमितिचेत् +कथमित्थं +कथमित्य +कथमित्यत +कथमित्यतः +कथमित्यतो +कथमित्यत्र +कथमित्यत्राह +कथमित्यपेक्षायामाह +कथमित्यर्थः +कथमित्यस्य +कथमित्याकाङ्क्षायां +कथमित्याक्षेपे +कथमित्यादि +कथमित्यादिना +कथमित्याशङ्कय +कथमित्याशङ्कयाह +कथमित्याशङ्क्याह +कथमित्याह +कथमित्युच्यते +कथमित्येव +कथमिदं +कथमिदमिति +कथमिदम् +कथमिदानी +कथमिदानीं +कथमिदानीमात्मानं +कथमिन्दीवरश्यामं +कथमिन्द्रं +कथमिमं +कथमिमां +कथमिमे +कथमियं +कथमिव +कथमिवैतत् +कथमिह +कथमिहैव +कथमीदृशं +कथमीदृशः +कथमीदृशम् +कथमीदृशी +कथमीप्सितो +कथमीश +कथमीश्वरः +कथमीश्वरस्य +कथमु +कथमुक्त +कथमुक्तं +कथमुक्तमिति +कथमुक्तम् +कथमुक्ता +कथमुच्यत +कथमुच्यते +कथमुत्पद्यते +कथमुत्पन्ना +कथमुत्सहे +कथमुत्सृज्य +कथमुदेति +कथमुपपद्यत +कथमुपपद्यते +कथमुपपद्येत +कथमृषिः +कथमे +कथमेक +कथमेकं +कथमेकः +कथमेकत्र +कथमेकदा +कथमेकपदे +कथमेकस्य +कथमेका +कथमेकाकिनी +कथमेकेन +कथमेको +कथमेतत् +कथमेतदवगम्यते +कथमेतदिति +कथमेतदित्यत +कथमेतदित्य् +कथमेतद् +कथमेतद्भविष्यति +कथमेतद्विजानीयां +कथमेतस्य +कथमेतां +कथमेतादृशी +कथमेतानि +कथमेतावता +कथमेति +कथमेते +कथमेतेन +कथमेतेषां +कथमेतौ +कथमेनं +कथमेनां +कथमेव +कथमेवं +कथमेवंविधं +कथमेवंविधा +कथमेवमिति +कथमेवोपपत्स्यते +कथमेष +कथमेषा +कथमेषां +कथमेष्यति +कथम् +कथम्चन +कथम्चित् +कथम्भावाकाङ्क्षा +कथम्भूत +कथम्भूतं +कथम्भूतः +कथम्भूतम् +कथम्भूतस्य +कथम्भूता +कथम्भूताः +कथम्भूताम् +कथम्भूते +कथम्भूतेन +कथम्भूतैः +कथम्भूतो +कथम्‌ +कथय +कथयं +कथयंति +कथयंतु +कथयत +कथयतं +कथयतः +कथयतह् +कथयता +कथयतां +कथयति +कथयतीति +कथयतीत्यर्थः +कथयतीव +कथयतु +कथयते +कथयतो +कथयत्येव +कथयत्येवं +कथयथ +कथयध्वं +कथयन् +कथयन्त +कथयन्तं +कथयन्तः +कथयन्तश्च +कथयन्ति +कथयन्ती +कथयन्तीं +कथयन्तीति +कथयन्तीत्यर्थः +कथयन्तीव +कथयन्तीह +कथयन्तु +कथयन्ते +कथयन्तो +कथयन्तौ +कथयन्त्यन्ये +कथयन्नास्त +कथयन्नाह +कथयन्निव +कथयन्नेव +कथयमानस्य +कथयसि +कथयसीत्य् +कथयसे +कथयस्य +कथयस्व +कथयस्वाद्य +कथयस्वेह +कथया +कथयां +कथयांबभूव +कथयाञ्चक्रुः +कथयात्मानं +कथयाद्य +कथयाधुना +कथयाम +कथयामः +कथयामास +कथयामासतुः +कथयामासुः +कथयामासुरीश्वरम् +कथयामासुरुत्तरम् +कथयामासेति +कथयामि +कथयामीति +कथयामीत्यर्थः +कथयामीह +कथयामो +कथयाम् +कथयाम्बभूव +कथयाम्यतः +कथयाम्यत्र +कथयाम्यथ +कथयाम्यद्य +कथयाम्यधुना +कथयाम्यनुपूर्वशः +कथयाम्यहम् +कथयाम्येष +कथयाम्य् +कथयाशु +कथयास्माकं +कथयि +कथयितव्यं +कथयितव्यम् +कथयितु +कथयितुं +कथयितुमाह 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+कथितश्च +कथितश्चरकादिभिः +कथितस् +कथितस्तत्र +कथितस्तथा +कथितस्तद्द्वयं +कथितस्तव +कथितस्तस्य +कथितस्तु +कथितस्ते +कथितस्तेन +कथितस्त्वया +कथितस्य +कथिता +कथितां +कथिताः +कथितात् +कथितानां +कथितानि +कथितानीत्युक्तम् +कथितानीह +कथितानुकथने +कथितान् +कथितान्यत्र +कथितान्यपि +कथितायां +कथिताश्च +कथितास्तव +कथितास्तु +कथितास्ते +कथिताऽत्र +कथितुं +कथितुमारेभे +कथिते +कथितेति +कथितेत्यर्थः +कथितेन +कथितेयं +कथितेव +कथितेषु +कथितेऽपि +कथितैः +कथितैव +कथितो +कथितोऽत्र +कथितोऽन्तलघुस्तः +कथितोऽपि +कथितोऽयं +कथितोऽस्ति +कथितौ +कथित् +कथित्‌ +कथिनी +कथीकृतं +कथे +कथेगळु +कथेति +कथेत्थम् +कथेत्यभिप्रायेण +कथेत्यर्थः +कथेयं +कथेव +कथै +कथैव +कथैषा +कथो +कथोद्घातः +कथोद्घातो +कथोद्धातः +कथोपरि +कथ् +कथ्य +कथ्यं +कथ्यंते +कथ्यः +कथ्यत +कथ्यता +कथ्यतां +कथ्यतामिति +कथ्यताम् +कथ्यते +कथ्यतेऽत्र +कथ्यतेऽधुना +कथ्यतेऽन्यस्य +कथ्यतेऽष्टमः +कथ्यतेऽसौ +कथ्यन्त +कथ्यन्ते +कथ्यमानं +कथ्यमानः +कथ्यमानमिदं +कथ्यमानम् +कथ्यमानस्य +कथ्यमाना +कथ्यमानां +कथ्यमानाः +कथ्यमानानि +कथ्यमानापि +कथ्यमानायां +कथ्यमाने +कथ्यमानो +कथ्यसे +कथ्या +कथ्येत +कथ्येते +कद +कदं +कदंब +कदंबो +कदः +कदध्वा +कदन +कदनं +कदनम् +कदन्नं +कदन्नम् +कदम +कदमो +कदम् +कदम्ब +कदम्बं +कदम्बः +कदम्बक +कदम्बकं +कदम्बकः +कदम्बकम् +कदम्बकुसुमग्रन्थिः +कदम्बकुसुमप्रिया +कदम्बकुसुमानि +कदम्बके +कदम्बकैः +कदम्बगोलकाकारं +कदम्बजम्बूवटपिप्पलाख्याः +कदम्बञ्च +कदम्बद्वयकीलयोः +कदम्बपुष्पवदाहृष्टरोमकूपः +कदम्बपुष्पाणि +कदम्बप्रोतवृत्त +कदम्बभ्रमवृत्तं +कदम्बमाला +कदम्बमूले +कदम्बवंशः +कदम्बवृक्षः +कदम्बवृक्षे +कदम्बवृत्ते +कदम्बश्च +कदम्बश्रोतवृत्त +कदम्बसंज्ञोऽयं +कदम्बस्तेषु +कदम्बस्य +कदम्बा +कदम्बाः +कदम्बात् +कदम्बानां +कदम्बानि +कदम्बानिलाः +कदम्बाभिमुखः +कदम्बाश्च +कदम्बे +कदम्बेति +कदम्बेन +कदम्बैः +कदम्बैश्च +कदम्बो +कदर +कदरं +कदरः +कदरस्तु +कदरी +कदरो +कदर्थः +कदर्थना +कदर्थनाम् +कदर्थयति +कदर्थयन्ति +कदर्थयसि +कदर्थितं +कदर्थितः +कदर्थितस्यापि +कदर्थिता +कदर्थिताः +कदर्थितो +कदर्थीकृत्य +कदर्थ्यते +कदर्य +कदर्यं +कदर्यः +कदर्यश्च +कदर्यस्य +कदर्या +कदर्याः +कदर्याणां +कदर्ये +कदर्यो +कदर्य्यस्य +कदल +कदलं +कदलम् +कदलस्य 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+कदाचिदात्मा +कदाचिदिति +कदाचिदित्यर्थः +कदाचिदिह +कदाचिदुपपद्यते +कदाचिदृषिसत्तमम् +कदाचिदेकान्ते +कदाचिदेते +कदाचिदेव +कदाचिदेवं +कदाचिद् +कदाचिद्दर्शने +कदाचिद्दुःखं +कदाचिद्दृश्यते +कदाचिद्दैवयोगेन +कदाचिद्धस्तयोरपि +कदाचिद्धि +कदाचिद्भवति +कदाचिद्भविष्यति +कदाचिद्भवेत् +कदाचिद्भाति +कदाचिद्यथा +कदाचिद्यदि +कदाचिद्रहसि +कदाचिद्राजा +कदाचिद्वनं +कदाचिद्वने +कदाचिद्वा +कदाचिद्वै +कदाचिन +कदाचिन् +कदाचिन्न +कदाचिन्नाभिवादयेत् +कदाचिन्नायं +कदाचिन्नैव +कदाचिन्मम +कदाचिन्मया +कदाचिन्मा +कदाचिन्मां +कदाचिन्मृगयां +कदाचिल्लभते +कदादेशः +कदानु +कदापि +कदापीति +कदापीत्यर्थः +कदाप्यस्ति +कदायं +कदावि +कदासौ +कदाहं +कदाऽपि +कदाऽहं +कदा॑ +कदि +कदु +कदुअ +कदुआ +कदुष्णं +कदुष्णः +कदुष्णम् +कदुष्णे +कदु॑ +कदू +कदे +कदेति +कदेत्यत +कदेत्यत्राह +कदेत्यपेक्षायामाह +कदेह +कदो +कद् +कद्ध +कद्ध॑ +कद्यते +कद्रथः +कद्रा +कद्रीची +कद्रु +कद्रुः +कद्रुकमण्डल्वोः +कद्रुद्राय +कद्रुद्रायेमा +कद्रुरेव +कद्रुर्मुनिश्च +कद्रुश्च +कद्रु॒द्राय॒ +कद्रू +कद्रूं +कद्रूः +कद्रूरुवाच +कद्रूर् +कद्रूश्च +कद्र्यङ् +कद्र्यन् +कद्र्वा +कद्र्वाः +कद्व +कद्वत् +कद्वदः +कद्वद्भिः +कद्वन्तः +कद्वयमेकान्वयं +कद्वयो +कद्वान् +कद्व॑ +कध +कधं +कधनं +कधप्रियः +कधप्रिये +कधा +कधि +कधितं +कधिता +कधिदं +कधिमा +कधी +कधेहि +कध्यते +कध्यै +कध्यैन् +कध्यैप्रत्ययः +कन +कनं +कनः +कनक +कनकं +कनकः +कनककमलैः +कनककलशयुक्तं +कनककलिका +कनककुण्डलवान् +कनकगिरि +कनकगिरिः +कनकगिरिविधानसभाक्षेत्रम् +कनकदामभिः +कनकदासः +कनकदासस्य +कनकधारास्तोत्रम् +कनकध्वजः +कनकनिकषस्निग्धया +कनकनिकषस्निग्धा +कनकपर्वतः +कनकपर्वतम् +कनकपर्व्वतः +कनकपिङ्गलम् +कनकपुरम् +कनकपुरविधानसभाक्षेत्रम् +कनकपुरी +कनकपुरीं +कनकपुर्याख्या +कनकप्रभ +कनकप्रभः +कनकप्रभम् +कनकप्रभा +कनकप्रभाः +कनकप्रभाम् +कनकभूषणम् +कनकभूषणसंग्रहणोचितो +कनकभूषणाम् +कनकभूषणैः +कनकमञ्जरी +कनकमञ्जरीम् +कनकमयो +कनकमिव +कनकमृगतृष्णान्धितधिया +कनकमेव +कनकम् +कनकरेखा +कनकलता +कनकलतिकायाम् +कनकलेखा +कनकवती +कनकवर्ण +कनकवर्णः +कनकवर्णश्छत्राकारशिराः +कनकवर्णस्य +कनकवर्णा +कनकवर्णाङ्गी +कनकवर्णाभं +कनकवर्णो +कनकवर्षिणः +कनकवलयं +कनकशृङ्गमयं +कनकसुन्दरः +कनकसूत्र +कनकस्य +कनका +कनकाकृतिः +कनकाङ्गदः +कनकाङ्गदम् +कनकाङ्गदी +कनकाचल +कनकाचलः +कनकादिभिः +कनकानि +कनकाभं +कनकाभा +कनकालुका +कनकावति +कनकावती +कनकावदाता +कनकासनस्थौ +कनकासने +कनकाह्वयः +कनके +कनकेति +कनकेन +कनकेश्वरी +कनकेषु +कनकैः +कनको +कनकोज्ज्वलाः +कनखलं +कनखले +कनति +कनन्यतरस्याम् +कनभावे +कनम् +कनयति +कनसिः +कना +कनाडा +कनात् +कनादेशः +कनामा +कनायाः +कनि +कनिंघम +कनिक्रदं +कनिक्रदज्जनुषं +कनिक्रदत् +कनिक्रददिति +कनिक्रदद् +कनिक्रदन् +कनिक्रदादिना +कनिक्रन्ति +कनिङ्घम् +कनिति +कनिन् +कनिन्प्रत्ययः +कनिन्प्रत्ययान्तो +कनिन्युवृषि +कनिन्युवृषितक्षि +कनिन्युवृषितक्षिराजिधन्विद्युप्रतिदिवः +कनिप् +कनिमोझी +कनिष्कः +कनिष्ट +कनिष्टं +कनिष्टा +कनिष्टिका +कनिष्ठ +कनिष्ठं +कनिष्ठः +कनिष्ठकः +कनिष्ठकम् +कनिष्ठकुलीनस्य +कनिष्ठके +कनिष्ठज्येष्ठक्षेपाः +कनिष्ठज्येष्ठे +कनिष्ठतमः +कनिष्ठप्रथमाः +कनिष्ठभ्रातरं +कनिष्ठभ्राता +कनिष्ठम् +कनिष्ठया +कनिष्ठयोः +कनिष्ठश्च +कनिष्ठस्य +कनिष्ठा +कनिष्ठां +कनिष्ठांशः +कनिष्ठाः +कनिष्ठाङ्गुष्ठकौ +कनिष्ठादित +कनिष्ठादेशिन्यङ्गुष्ठमूलान्यग्रं +कनिष्ठानां +कनिष्ठानामिका +कनिष्ठानामिकामध्ये +कनिष्ठानामिके +कनिष्ठान्तं +कनिष्ठाभ्यां +कनिष्ठामूलमारभ्य +कनिष्ठाय +कनिष्ठाया +कनिष्ठायां +कनिष्ठायाः +कनिष्ठाश्च +कनिष्ठिकया +कनिष्ठिका +कनिष्ठिकां +कनिष्ठिकाभ्यां +कनिष्ठिकामूले +कनिष्ठिकाम् +कनिष्ठिकाया +कनिष्ठिके +कनिष्ठे +कनिष्ठेति +कनिष्ठेन +कनिष्ठो +कनिष्ठौ +कनि॑क्रदत् +कनी +कनीन +कनीनः +कनीनक +कनीनकं +कनीनकः +कनीनकम् +कनीनका +कनीनकात् +कनीनकाभ्यां +कनीनकाय +कनीनके +कनीनकेव +कनीनां +कनीनादेशश्च +कनीनाम् +कनीनिका +कनीनिकाम् +कनीनिके +कनीने +कनीय +कनीयं +कनीयः +कनीयस +कनीयसं +कनीयसः +कनीयसम् +कनीयसा +कनीयसां +कनीयसाम् +कनीयसि +कनीयसी +कनीयसीं +कनीयसीम् +कनीयसे +कनीयसो +कनीयस् +कनीयस्तु +कनीयस्या +कनीया +कनीयांश्च +कनीयांसं +कनीयांसः +कनीयांसि +कनीयांसो +कनीयांसौ +कनीयांस्तु +कनीयानपि +कनीयानिति +कनीयानेष +कनीयान् +कनीयान्भ्राता +कनीयो +कनीयोऽन्नं +कनी॑यसः +कनी॑या +कनु +कने +कनेक्टिकट् +कनैयालाल +कनो +कनोऽधिकरणम् +कनोऽपवादः +कनौ +कन् +कन्कर्ड् +कन्काईनगरपालिका +कन्तः +कन्तपो +कन्ता +कन्ति +कन्तिः +कन्ती +कन्तु +कन्तुः +कन्थ +कन्था +कन्थां +कन्थायाः +कन्थायाष्ठक् +कन्थारी +कन्थोशीनरेषु +कन्द +कन्दं +कन्दः +कन्दकः +कन्दजं +कन्दति +कन्दभेदे +कन्दमध्ये +कन्दमूल +कन्दमूलं +कन्दमूलफलं +कन्दमूलफलादीनि +कन्दमूलफलानि +कन्दमूलफलाशनः +कन्दमूलफलाहारा +कन्दमूलफलैः +कन्दमूलानि +कन्दम् +कन्दर +कन्दरं +कन्दरः +कन्दरम् +कन्दरा +कन्दरां +कन्दराः +कन्दराएँ +कन्दराओं +कन्दराणि +कन्दरान् +कन्दरालः +कन्दरासीमनि +कन्दरासु +कन्दरे +कन्दरेभ्यः +कन्दरेषु +कन्दरो +कन्दर्प +कन्दर्पं +कन्दर्पः +कन्दर्पकेतुः +कन्दर्पकेतुर् +कन्दर्पदेवस्य +कन्दर्पस्य +कन्दर्पाय +कन्दर्पे +कन्दर्पेण +कन्दर्पो +कन्दर्यमहादेवमन्दिरम् +कन्दल +कन्दलं +कन्दलता +कन्दलिता +कन्दली +कन्दलीश्चानुकच्छम् +कन्दविशेषः +कन्दशाकम् +कन्दस्य +कन्दा +कन्दाः +कन्दात् +कन्दानां +कन्दानि +कन्दान् +कन्दाय +कन्दाश्च +कन्दी +कन्दु +कन्दुः +कन्दुक +कन्दुकं +कन्दुकः +कन्दुकक्रीडा +कन्दुकक्रीडाः +कन्दुकक्षेपकः +कन्दुकजालवत् +कन्दुकताडकस्य +कन्दुकम् +कन्दुकलीलया +कन्दुकस्य +कन्दुकस्येव +कन्दुका +कन्दुकात् +कन्दुके +कन्दुकेन +कन्दुकैः +कन्दुकैरिव +कन्दुको +कन्दुपक्वं +कन्दुपक्वानि +कन्दुशालायां +कन्दे +कन्देन +कन्देषु +कन्दैः +कन्दो +कन्दोद्भवा +कन्दोर्ध्वे +कन्दोऽस्य +कन्दोऽस्याः +कन्दौ +कन्ध +कन्धमालमण्डलम् +कन्धर +कन्धरं +कन्धरः +कन्धरमस्तकम् +कन्धरम् +कन्धरा +कन्धरां +कन्धराम् +कन्धरायां +कन्धरे +कन्धरो +कन्धरोच्चं +कन्धरोदयम् +कन्धा +कन्धे +कन्न +कन्नड +कन्नडं +कन्नडकवयः +कन्नडचलच्चित्राणि +कन्नडचलच्चित्राभिनेतारः +कन्नडजनानां +कन्नडटीकायां +कन्नडटीकायाम् +कन्नडभाषया +कन्नडभाषा +कन्नडभाषां +कन्नडभाषायां +कन्नडभाषायाः +कन्नडभाषायाम् +कन्नडम् +कन्नडलिपिः +कन्नडलेखकाः +कन्नडविश्वविद्यालयः +कन्नडवृत्तौ +कन्नडसंस्कृतिविभागः +कन्नडसाहित्यकाराः +कन्नडसाहित्यपरिषत् +कन्नडसाहित्यपरिषदः +कन्नडसाहित्यम् +कन्नडसाहित्यसम्मेलनस्य +कन्नडसाहित्यस्य +कन्नडसाहित्ये +कन्नडस्य +कन्नड़ +कन्नडे +कन्नडेन +कन्नव्यो +कन्ना +कन्नाट् +कन्निति +कन्नूर +कन्नौज +कन्नौजमण्डलम् +कन्नौजी +कन्न॒ +कन्प्रत्ययः +कन्प्रत्ययो +कन्य +कन्यं +कन्यकया +कन्यका +कन्यकां +कन्यकाः +कन्यकाच्छलात् +कन्यकाछलात् +कन्यकाजातो +कन्यकाद्रवैः +कन्यकानां +कन्यकानाम् +कन्यकान्तःपुरं +कन्यकाभिः +कन्यकाभ्यः +कन्यकाभ्यो +कन्यकाम् +कन्यकाया +कन्यकायाः +कन्यकायाश्च +कन्यकाश्च +कन्यकाश्चापि +कन्यकासु +कन्यकास्तत्र +कन्यकास्तथा +कन्यकास्तदा +कन्यकास्ता +कन्यकास्तिस्रः +कन्यकास्तु +कन्यके +कन्यकेयं +कन्यन् +कन्यया +कन्ययेव +कन्ययोः +कन्यला +कन्यसं +कन्यसम् +कन्यसा +कन्यसादि +कन्यसादुत्तमान्तं +कन्यसी +कन्यसे +कन्या +कन्यां +कन्याः +कन्याएँ +कन्याओं +कन्याका +कन्याकामः +कन्याकामो +कन्याकाले +कन्याकी +कन्याकुमारी +कन्याकुमारीमण्डलम् +कन्याके +कन्याको +कन्यागणैः +कन्यागतं +कन्यागते +कन्यागृहं +कन्यागृहे +कन्याचतुष्टयम् +कन्याञ्च +कन्यातीर्थे +कन्यातुलयोः +कन्यात्रयं +कन्यात्वं +कन्यात्वे +कन्यादाता +कन्यादातृनिर्णयः +कन्यादान +कन्यादानं +कन्यादानकाले +कन्यादानप्रयोगः +कन्यादानफलं +कन्यादानम् +कन्यादानस्य +कन्यादानानि +कन्यादाने +कन्यादानेन +कन्यादूषक +कन्यादूषणे +कन्याद्वयं +कन्याधनं +कन्याधनमनुत्तमम् +कन्यानां +कन्यानाम् +कन्यानीरेण +कन्यान्त +कन्यान्तं +कन्यान्तः +कन्यान्तु +कन्यान्ते +कन्यापि +कन्यापिता +कन्यापितृत्वं +कन्यापुरम् +कन्यापुरे +कन्याप्रकर्म +कन्याप्रदः +कन्याप्रदानं +कन्याप्रदानतः +कन्याप्रदाने +कन्याभावे +कन्याभिः +कन्याभेदे +कन्याभ्यः +कन्याभ्यश्च +कन्याभ्यां +कन्यामनाख्याय +कन्यामयाचत +कन्यामादाय +कन्यामाह +कन्यामिति +कन्यामिमां +कन्यामुपयेमे +कन्यामृक्षराजस्य +कन्यामेकां +कन्याम् +कन्याया +कन्यायां +कन्यायाः +कन्यायाञ्च +कन्यायामुह्यतेऽनुजा +कन्यायाम् +कन्यायाश्च +कन्यायास्तयोरेव +कन्यायास्तु +कन्यायै +कन्यायो +कन्यारत्नं +कन्यारत्नेन +कन्यारशिः +कन्याराशिः +कन्याराशिगत +कन्याराशिगते +कन्याराशिमें +कन्याराशौ +कन्यारूपं +कन्यारूपा +कन्यारूपेण +कन्यार्के +कन्यार्थ +कन्यार्थं +कन्यार्थी +कन्यार्थे +कन्यार्थेषु +कन्यालक्षणानि +कन्यालग्ने +कन्यालाभो +कन्यावते +कन्यावरणम् +कन्यावरौ +कन्याविक्रयिणो +कन्यावेदिनश्च +कन्याशतं +कन्याशतमनुत्तमम् +कन्याशाळा +कन्याश्च +कन्याश्रमं +कन्याश्रमः +कन्यासंस्थे +कन्यासमुद्भवम् +कन्यासहस्राणि +कन्यासहस्रेण +कन्यासु +कन्यासुतौ +कन्यासूपयमस्तथा +कन्यास्तथा +कन्यास्ता +कन्यास्ताः +कन्यास्ति +कन्यास्तु +कन्यास्त्रयोदश +कन्यास्थे +कन्यास्वयंवरे +कन्यास्वरूपा +कन्याहं +कन्याहरणं +कन्याऽपि +कन्याऽस्ति +कन्याऽहं +कन्युच् +कन्ये +कन्येति +कन्येयं +कन्येव +कन्यैका +कन्यैव +कन्यैषा +कन्योपसाद्यमाना +कन्योवाच +कन्लुकौ +कन्व +कन्ववंशः +कन्वा +कन्हाई +कन्‌ +कप +कपं +कपः +कपट +कपटं +कपटः +कपटकेलिः +कपटपशुप +कपटम् +कपटस्तथा +कपटस्य +कपटा +कपटास्त्रयः +कपटिन +कपटिनो +कपटी +कपटे +कपटेन +कपटैः +कपटो +कपटोऽस्त्री +कपड़ा +कपड़े +कपडा +कपडे +कपति +कपन +कपन् +कपय +कपयः +कपयो +कपयोऽपि +कपय् +कपर +कपरः +कपरनिकस् +कपर्द +कपर्दं +कपर्दः +कपर्दकं +कपर्दकः +कपर्दकम् +कपर्दकान् +कपर्दके +कपर्दि +कपर्दिका +कपर्दिनं +कपर्दिनः +कपर्दिनम् +कपर्दिना +कपर्दिनि +कपर्दिनी +कपर्दिने +कपर्दिनो +कपर्दी +कपर्दीशं +कपर्दे +कपर्दो +कपर्दोऽस्य +कपर्द्दः +कपर्द्दकः +कपर्द्दिनः +कपर्द्दिनम् +कपर्द्दिने +कपर्द्दी +कपा +कपाः +कपाट +कपाटं +कपाटः +कपाटकम् +कपाटमररं +कपाटम् +कपाटयोः +कपाटवक्षाः +कपाटस्य +कपाटाः +कपाटानां +कपाटानि +कपाटे +कपान् +कपाय +कपायं +कपायः +कपायमधुरं +कपायवर्गः +कपायस्य +कपाया +कपायाः +कपायाणां +कपाये +कपायेण +कपायो +कपाल +कपालं +कपालः +कपालकं +कपालकम् +कपालकुण्डला +कपालकुहरे +कपालके +कपालकेतुः +कपालञ्च +कपालधृक् +कपालपाणिः +कपालपाणिपुटके +कपालभाटी +कपालभृत् +कपालमन्त्रेण +कपालमादाय +कपालमालां +कपालमालाभरणं +कपालमालिनं +कपालमालिनी +कपालमाली +कपालमिति +कपालमुपदधाति +कपालमेवामलशेखरश्रीः +कपालमोचनं +कपालमोचने +कपालम् +कपालयन्त्र +कपालयोः +कपालसंयोगस्य +कपालसंयोगो +कपालस्थं +कपालस्था +कपालस्फोट +कपालस्य +कपालहस्ता +कपालहस्ताय +कपाला +कपालादि +कपालादिषु +कपालादौ +कपालानां +कपालानामुपधानकाले +कपालानाꣳ +कपालानि +कपालान्युपचिन्वन्ति +कपालान्युपदधाति +कपालान्युपधाय +कपालान्य् +कपालाभरणा +कपालाय +कपालि +कपालिका +कपालिकाम् +कपालिकेति +कपालिन +कपालिनं +कपालिनः +कपालिनम् +कपालिना +कपालिनि +कपालिनी +कपालिनीदेवी +कपालिने +कपालिनो +कपालिन् +कपाली +कपालीति +कपाले +कपालेन +कपालेनोन्मुक्तः +कपालेषु +कपालेष्वधिश्रयति +कपालेष्विव +कपालेष्व् +कपालेऽग्निं +कपालैः +कपालैक्ये +कपालो +कपालोदरे +कपालोऽस्त्री +कपालौ +कपास +कपि +कपिं +कपिंजल +कपिः +कपिकच्छुः +कपिकच्छुरा +कपिकच्छूः +कपिकच्छ्वां +कपिकच्छ्वाम् +कपिकाकयोः +कपिकुञ्जर +कपिकुञ्जरः +कपिकुञ्जराः +कपिकेतनः +कपिकेतनेन +कपिचूतः +कपिजल +कपिज्जल +कपिज्ञात्योर्ढक् +कपिञ्जल +कपिञ्जलः +कपिञ्जलम् +कपिञ्जलस्य +कपिञ्जला +कपिञ्जलाः +कपिञ्जलानालभते +कपिञ्जलानेणान् +कपिञ्जलान् +कपिञ्जले +कपिञ्जलो +कपिता +कपित्थ +कपित्थं +कपित्थः +कपित्थकम् +कपित्थमामं +कपित्थम् +कपित्थवृक्षः +कपित्थस्य +कपित्थानां +कपित्थानि +कपित्थे +कपित्थेन +कपित्थैः +कपित्थैश्च +कपित्थो +कपित्वं +कपित्वमात्रप्रतिपन्नलाघवं +कपिध्वज +कपिध्वजं +कपिध्वजः +कपिध्वजो +कपिध्वजोऽर्जुनः +कपिना +कपिनामकः +कपिपिप्पली +कपिप्रवीरः +कपिबोधादाङ्गिरसे +कपिभिः +कपिभिरपि +कपिमुख्य +कपिमुख्यानां +कपिमुख्येन +कपिम् +कपियूथपाः +कपिरक्षसाम् +कपिराक्षसाः +कपिराजस्य +कपिराजहितंकरः +कपिराजेन +कपिराज्यं +कपिरिति +कपिरिव +कपिरूपं +कपिर्गजः +कपिर्बभस्ति +कपिर्वराहः +कपिल +कपिलं +कपिलः +कपिलक +कपिलकादित्वात् +कपिलकादीनां +कपिलतनुरिति +कपिलतरामे +कपिलत्वम् +कपिलत्वात् +कपिलदेवः +कपिलद्राक्षा +कपिलद्राक्षायां +कपिलधारा +कपिलपञ्चरात्रे +कपिलमहर्षिः +कपिलमिति +कपिलमुनिः +कपिलमुनिना +कपिलम् +कपिलया +कपिलरूपेण +कपिलवर्ण +कपिलवर्णः +कपिलवर्णा +कपिलवस्तु +कपिलवस्तुनि +कपिलवस्तुनो +कपिलवस्तुमहानगरं +कपिलशिंशपा +कपिलश्च +कपिलश्चासुरिश्चैव +कपिलश्चैव +कपिलस्तथा +कपिलस्तु +कपिलस्त्वमजायथा +कपिलस्य +कपिलस्यापि +कपिला +कपिलां +कपिलाः +कपिलाक्षं +कपिलाक्षी +कपिलाख्यो +कपिलातीर्थमुत्तमम् +कपिलादयः +कपिलादानजं +कपिलादिभिः +कपिलादीनां +कपिलानां +कपिलापञ्चगव्येन +कपिलाप्रदः +कपिलाय +कपिलाया +कपिलायां +कपिलायाः +कपिलायाश्च +कपिलायास्तु +कपिलायै +कपिलार्केन्दुमण्डलम् +कपिलाशतदानस्य +कपिलाश्वश्च +कपिलासंगमे +कपिलाह्वयं +कपिलाह्वये +कपिलिका +कपिली +कपिले +कपिलेति +कपिलेन +कपिलेशं +कपिलेश्वर +कपिलो +कपिलोपाख्यानं +कपिलोपाख्यानम् +कपिलोवाच +कपिलोऽपि +कपिलौ +कपिवनो +कपिवरं +कपिवरः +कपिवल्ली +कपिवीराणां +कपिश +कपिशं +कपिशः +कपिशा +कपिशां +कपिशार्दूलं +कपिशार्दूलो +कपिशीर्ष +कपिशीर्षं +कपिशो +कपिश्च +कपिश्रेष्ठ +कपिश्रेष्ठः +कपिश्रेष्ठो +कपिषः +कपिष्ठल +कपिष्ठलः +कपिष्ठलो +कपिसं +कपिसंयोगी +कपिसंयोगीति +कपिसत्तम +कपिसत्तमः +कपिसेनायाः +कपिस्तत्र +कपिस्तस्य +कपिस्तु +कपी +कपीतन +कपीतनः +कपीति +कपीना +कपीनां +कपीनामपि +कपीनामुपवासः +कपीनाम् +कपीन् +कपीन्द्र +कपीन्द्रं +कपीन्द्रः +कपीन्द्रस्य +कपीन्द्रेण +कपीन्द्रो +कपीवती +कपीशः +कपीश्वर +कपीश्वरः +कपीश्वरम् +कपीश्वराः +कपीश्वरे +कपुर +कपुर्थला +कपुस्तकात् +कपुस्तके +कपूयचरणा +कपूयचरणाः +कपूयां +कपूर +कपूरः +कपूरथला +कपूरथलामण्डलम् +कपूर् +कपूर्थलामण्डलम् +कपृत् +कपृन्नरः +कपृ॑त् +कपे +कपेः +कपेरिव +कपेश्च +कपो +कपोत +कपोतं +कपोतः +कपोतकं +कपोतकः +कपोतकम् +कपोतकर्बुरम् +कपोतचरणा +कपोतपाकाः +कपोतपालिका +कपोतपालिकायां +कपोतम् +कपोतरोमनः +कपोतरोमा +कपोतवङ्का +कपोतवत् +कपोतवर्णप्रतिमा +कपोतश्च +कपोतश्चेदगारमुपहन्यादनुपतेद्वा +कपोतस्य +कपोता +कपोतांश्च +कपोताः +कपोताख्यं +कपोताख्यः +कपोताख्ये +कपोताङ्गारुणो +कपोतात् +कपोतानां +कपोतान् +कपोतान्तं +कपोताभा +कपोताय +कपोताली +कपोताश्च +कपोतिका +कपोती +कपोतीं +कपोते +कपोतेन +कपोतैः +कपोतो +कपोतोच्चं +कपोत्या +कपोत्युवाच +कपोल +कपोलं +कपोलः +कपोलकण्डूः +कपोलके +कपोलतः +कपोलतले +कपोलदानवारणं +कपोलदेशे +कपोलपतितं +कपोलपाटलादेशि +कपोलपाली +कपोलपालीं +कपोलपाल्यां +कपोलफलकावस्याः +कपोलफलके +कपोलम् +कपोलयो +कपोलयोः +कपोलसंसर्पिशिखः +कपोलस्थल +कपोलस्थली +कपोलस्थले +कपोलस्य +कपोला +कपोलात्कुटिलोऽलकः +कपोलाभ्यां +कपोले +कपोलेति +कपोलेन +कपोलेषु +कपोलै +कपोलैः +कपोलो +कपोलौ +कपौ +कप् +कप्त +कप्ता +कप्तान +कप्प्रत्ययः +कप्प्रत्ययो +कप्फिणः +कप्फिणाभ्युदयं +कप्फिणो +कप्यास +कप्यासं +कप्यासम् +कप्र +कप्रकरणे +कप्रत्य +कप्रत्यय +कप्रत्ययः +कप्रत्ययान्तः +कप्रत्यये +कप्रत्ययेन +कप्रत्ययो +कप॒र्दिने॑ +कफ +कफं +कफः +कफकरं +कफकरो +कफकुलान्तकारकः +कफकृच्च +कफकृतो +कफकृत् +कफकृद् +कफकोपतः +कफक्षये +कफगुल्मिनाम् +कफघ्नं +कफघ्नः +कफघ्नी +कफघ्नो +कफज +कफजं +कफजः +कफजन्मनाम् +कफजमाह +कफजा +कफजां +कफजाः +कफजान् +कफजे +कफजेषु +कफजो +कफज्वरसमानरुक् +कफज्वरे +कफञ्च +कफदुष्टं +कफदोषं +कफनाशनः +कफनाशनम् +कफनाशित्वञ्च +कफनाशित्वम् +कफनाशिनी +कफपि +कफपित्त +कफपित्तं +कफपित्तकरं +कफपित्तकृत् +कफपित्तघ्नं +कफपित्तघ्नः +कफपित्तघ्नाः +कफपित्तघ्नी +कफपित्तजित् +कफपित्तज्वरापहा +कफपित्ततः +कफपित्तनुत् +कफपित्तयोः +कफपित्तलाः +कफपित्तविनाशनः +कफपित्तविनाशनम् +कफपित्तहरं +कफपित्तहरा +कफपित्तहरो +कफपित्तहा +कफपित्तहारि +कफपित्तहृत् +कफपित्तात् +कफपित्तात्त्रिकग्राही +कफपित्तानिलाधिक्यात्तत्साम्याज्जाठरोऽनलः +कफपित्तानिलैस्त्रिभिः +कफपित्ताभ्यां +कफपित्ते +कफपूर्णदेहः +कफपूर्वकः +कफपैत्तिकः +कफप्रकृतिः +कफप्रकोपं +कफप्रकोपात् +कफप्रदम् +कफप्रधानाः +कफप्रसेकं +कफप्रसेकः +कफप्रसेको +कफप्रायं +कफप्राये +कफमस्य +कफमारुतकोपजः +कफमारुतनाशनः +कफमारुताभ्यां +कफमारुते +कफमारुतौ +कफमूत्रकृच्छ्रे +कफमेदोविषापहः +कफम् +कफरक्तजः +कफरक्तजम् +कफरक्तमूर्त्तिः +कफरक्तयोनिः +कफरक्ताभ्यां +कफरोगेषु +कफवन्मेदसा +कफवर्द्धनाः +कफवात +कफवातकृतो +कफवातकृत् +कफवातघ्नं +कफवातघ्नः +कफवातघ्नी +कफवातघ्नो +कफवातजः +कफवातजम् +कफवातजाम् +कफवातजित् +कफवातनाशित्वञ्च +कफवातनाशित्वम् +कफवातनुत् +कफवातयुक्ते +कफवातरोगी +कफवातला +कफवातविषापहम् +कफवातहरं +कफवातहृत् +कफवाताभ्यां +कफवातिकः +कफवाते +कफवातोत्थिता +कफवातोत्थे +कफवातौ +कफवेष्टिते +कफव्रणः +कफशुक्रकृत् +कफशुक्रप्रदो +कफशुक्रलाः +कफश्च +कफश्चापि +कफश्चेति +कफसंभवे +कफसंसृष्टमधोगं +कफसंसृष्टे +कफसन्निविष्टं +कफसमुत्थिते +कफसम्भवः +कफसम्भवान् +कफसम्भवे +कफस्तु +कफस्थानगते +कफस्थानानुपूर्व्या +कफस्य +कफहरं +कफहरः +कफहृत् +कफा +कफाच् +कफाच्च +कफाच्छीतो +कफाच्छ्वेतं +कफात् +कफात्कण्डूयुतः +कफात्तु +कफात्मकः +कफात्मकम् +कफात्मकस्तु +कफात्मके +कफात्मकोऽसौ +कफादामाशये +कफादि +कफादिना +कफाद् +कफाधिके +कफाधिक्ये +कफानिलहरं +कफानिलाभ्यां +कफानिले +कफानिलौ +कफानुगे +कफानुबन्धे +कफानुयातो +कफान् +कफान्तं +कफान्वितं +कफान्वितः +कफान्वितम् +कफापहः +कफापहम् +कफापहा +कफापहाः +कफापहैः +कफाभिपन्ने +कफामयान् +कफार्तो +कफाल्पभावात् +कफावहम् +कफावृतं +कफावृते +कफासृक्कृमिकोपेन +कफासृग्भ्यां +कफी +कफे +कफेन +कफेनोन्मिश्रितस्य +कफेऽनिले +कफो +कफोणिः +कफोत्क्लेशः +कफोत्तराः +कफोत्तरे +कफोत्था +कफोत्थितम् +कफोत्थेषु +कफोदरी +कफोद्भवम् +कफोद्भवा +कफोद्भवाः +कफोद्भवे +कफोपदिग्धं +कफोल्बणः +कफोल्बणे +कफोल्बणैः +कफोल्वणस्य +कफोऽपि +कब +कबंधं +कबड्डि +कबड्डिक्रीडा +कबड्डी +कबन्ध +कबन्धं +कबन्धः +कबन्धदर्शनं +कबन्धम् +कबन्धराजयः +कबन्धश्च +कबन्धस्तु +कबन्धस्य +कबन्धस्याथर्वणस्य +कबन्धा +कबन्धाः +कबन्धानां +कबन्धानि +कबन्धाश्च +कबन्धी +कबन्धे +कबन्धेन +कबन्धैः +कबन्धो +कबभावः +कबभावे +कबर +कबरमणिविषशरेभ्यो +कबरी +कबरीं +कबरीबन्धे +कबरीभारं +कबरीषु +कबलं +कबलार्धपाणिः +कबालं +कबि +कबित +कबिनी +कबीर +कबीरः +कबीरदासः +कबीरदासस्य +कबीरस्य +कबूतर +कबृ +कब् +कब्घश्च +कब्ज +कब्जः +कब्धश्च +कब्र +कब्रिटन +कब्रु +कभ +कभं +कभी +कम +कमं +कमंडलुं +कमंडलुः +कमंडलुधरो +कमंडलुमिवार्भकः +कमंडलुम् +कमः +कमग्निं +कमज्ञातयक्ष्मादुत +कमठ +कमठं +कमठः +कमठपतिना +कमठरूपेण +कमठस्य +कमठा +कमठाकृतेर्भगवतः +कमठी +कमठे +कमठेन +कमठो +कमण +कमणः +कमणा +कमणि +कमण्ड +कमण्डड्डत्ध् +कमण्डलव्या +कमण्डलु +कमण्डलुं +कमण्डलुः +कमण्डलुकरो +कमण्डलुजलं +कमण्डलुधरं +कमण्डलुधरः +कमण्डलुधराय +कमण्डलुधरो +कमण्डलुना +कमण्डलुमिति +कमण्डलुम् +कमण्डलूः +कमण्डलोः +कमण्डलौ +कमण्युपपद +कमत +कमति +कमती +कमते +कमतो +कमन +कमनं +कमनः +कमना +कमनी +कमनीं +कमनीय +कमनीयं +कमनीयः +कमनीयकम् +कमनीयतया +कमनीयता +कमनीयतां +कमनीयतामदम् +कमनीयम् +कमनीयस्य +कमनीया +कमनीयां +कमनीयाः +कमनीयानि +कमनीयायाः +कमनीये +कमनीयेन +कमनीयेयं +कमनीयो +कमनीयोऽयं +कमन्यं +कमपरमवशं +कमपराधलवं +कमपि +कमपीति +कमप्यपराधं +कमप्यर्थं +कमभिवदेत्तत्केन +कमभूदिति +कमभ्येति +कमर +कमरः +कमरे +कमर्थं +कमल +कमलं +कमलः +कमलकीट +कमलके +कमलजं +कमलजः +कमलजदयिते +कमलजन्मने +कमलजा +कमलजो +कमलदल +कमलनयन +कमलनयनः +कमलनयने +कमलनाभ +कमलनाभाय +कमलनालस्य +कमलनेत्रा +कमलनेत्राय +कमलपत्र +कमलपत्रवत् +कमलपत्राक्ष +कमलपत्राक्षं +कमलपत्राक्षः +कमलपत्राक्षि +कमलपत्राक्षी +कमलपत्राक्षीं +कमलपत्राक्षो +कमलपत्रे +कमलभवादिभिः +कमलभवे +कमलभूः +कमलमनम्भसि +कमलमालिने +कमलमिति +कमलमिव +कमलमुखि +कमलमेव +कमलम् +कमलया +कमलयोनिना +कमलयोनेः +कमललोचन +कमललोचनः +कमललोचनम् +कमललोचना +कमललोचनाः +कमललोचनाम् +कमललोचने +कमलवत् +कमलवनेषु +कमलवर्धनः +कमलवासिनी +कमलवासिन्यै +कमलशब्दः +कमलश्रियं +कमलसंभव +कमलसंभवः +कमलसम्भव +कमलस्य +कमलहस्ताय +कमलहासिन्यो +कमला +कमलां +कमलांशा +कमलाइँ +कमलाइं +कमलाकर +कमलाकरं +कमलाकरः +कमलाकरम् +कमलाकरस्य +कमलाकराः +कमलाकरे +कमलाकरेण +कमलाकरेषु +कमलाकरो +कमलाकरोक्त +कमलाकलाम् +कमलाकांत +कमलाकांतं +कमलाकान्त +कमलाकान्तं +कमलाकान्तः +कमलाकान्तो +कमलाकारं +कमलाकृति +कमलाक्ष +कमलाक्षं +कमलाक्षः +कमलाक्षश्च +कमलाक्षस्य +कमलाक्षि +कमलाक्षी +कमलात्मिका +कमलादि +कमलादिवोत्पलम् +कमलाद् +कमलानने +कमलाना +कमलानां +कमलानि +कमलानिलये +कमलानीव +कमलापतये +कमलापति +कमलापतिः +कमलापतिम् +कमलापते +कमलापतेः +कमलाम् +कमलाय +कमलायताक्षः +कमलायताक्षी +कमलाया +कमलायां +कमलायाः +कमलायै +कमलालयम् +कमलालया +कमलालयाम् +कमलालये +कमलावासकासारः +कमलासन +कमलासनं +कमलासनः +कमलासनम् +कमलासनस्थ +कमलासनस्थं +कमलासनस्य +कमलासना +कमलासनां +कमलासने +कमलासनेन +कमलासमा +कमलिनि +कमलिनी +कमलिनीं +कमलिनीनां +कमलिनीराजहंसम् +कमलिनीरिव +कमलिनीव +कमलिन्या +कमलिन्याः +कमली +कमले +कमलेक्षण +कमलेक्षणं +कमलेक्षणः +कमलेक्षणम् +कमलेक्षणा +कमलेक्षणाः +कमलेक्षणाम् +कमलेक्षणे +कमलेति +कमलेन +कमलेव +कमलेषु +कमलैः +कमलैस्तथा +कमलो +कमलों +कमलोत्तमम् +कमलोत्पलम् +कमलोदरसन्निभौ +कमलोदरे +कमलोद्भव +कमलोद्भवं +कमलोद्भवः +कमलोद्भवम् +कमलोद्भवे +कमलोद्भवेन +कमलोद्‍भवः +कमल् +कमळ +कमवृणीत +कमशो +कमसे +कमहमपायादुद्धृत्य +कमा +कमाण +कमाण्डर् +कमात् +कमान +कमाने +कमान् +कमाय +कमार्यधनविरहितमार्यधनैश्वर्याधिपत्ये +कमाह +कमाहुः +कमि +कमिटि +कमितः +कमितरि +कमिता +कमितारः +कमिति +कमितुः +कमित्यपि +कमित्यर्थः +कमित्याह +कमिदं +कमिमनिजनि +कमिव +कमिशनर् +कमिशन् +कमिष्यते +कमिह +कमी +कमीड्यो +कमीमिद्विति +कमीशन +कमीशनर् +कमु +कमुद्दिश्य +कमुपायं +कमुल् +कमे +कमें +कमेंति +कमेः +कमेटी +कमेण +कमेणि +कमेणेति +कमेर्णिङ् +कमेव +कमै +कमैव +कमो +कमों +कमोडोरम् +कम् +कम्चित् +कम्प +कम्पं +कम्पः +कम्पकं +कम्पकः +कम्पकण्ठं +कम्पकम् +कम्पके +कम्पत +कम्पता +कम्पति +कम्पते +कम्पन +कम्पनं +कम्पनः +कम्पनमेव +कम्पनम् +कम्पनयः +कम्पनस्य +कम्पना +कम्पनाङ्क +कम्पनात् +कम्पनाधीशो +कम्पनापतिः +कम्पनापतेः +कम्पनि +कम्पनी +कम्पनीं +कम्पनीद्वारा +कम्पनीनां +कम्पनीयाः +कम्पने +कम्पनेन +कम्पनो +कम्पन्ते +कम्पपद्मं +कम्पमंशकम् +कम्पमंशेन +कम्पमर्धं +कम्पमर्धेन +कम्पमान +कम्पमानं +कम्पमानः +कम्पमानश्च +कम्पमानस्य +कम्पमाना +कम्पमानाः +कम्पमाने +कम्पमानो +कम्पमेकं +कम्पमेकांशं +कम्पमेकेन +कम्पम् +कम्पय +कम्पयति +कम्पयतीति +कम्पयते +कम्पयन् +कम्पयन्त +कम्पयन्तश्च +कम्पयन्ति +कम्पयन्ती +कम्पयन्तो +कम्पयन्तौ +कम्पयन्निव +कम्पयामास +कम्पयामि +कम्पयिता +कम्पयितारः +कम्पयितुं +कम्पयित्वा +कम्पयिष्यामि +कम्पयेत् +कम्पश्च +कम्पसे +कम्पस्तु +कम्पस्य +कम्पा +कम्पाः +कम्पातीरे +कम्पादि +कम्पाध्माननिपीडितम् +कम्पानां +कम्पानि +कम्पाने +कम्पि +कम्पित +कम्पितं +कम्पितः +कम्पितदेवदारुः +कम्पितम् +कम्पितवन्तः +कम्पितश्च +कम्पितस्य +कम्पिता +कम्पिताः +कम्पितानि +कम्पिते +कम्पितैः +कम्पितो +कम्पितौ +कम्पिनी +कम्पिल्ल +कम्पिल्लं +कम्पिल्लः +कम्पिल्लकं +कम्पिल्लकः +कम्पिल्लको +कम्पी +कम्पे +कम्पेत +कम्पेते +कम्पेद् +कम्पेन +कम्पो +कम्पोत्तरं +कम्पोऽथ +कम्प् +कम्प्यते +कम्प्यूटर +कम्प्यूटर् +कम्प्र +कम्प्रः +कम्प्रा +कम्प्राणि +कम्प्रेण +कम्प्लीविधानसभाक्षेत्रम् +कम्ब +कम्बः +कम्बल +कम्बलं +कम्बलः +कम्बलदः +कम्बलदायो +कम्बलबर्हिः +कम्बलबर्हिषः +कम्बलमेव +कम्बलम् +कम्बलश्च +कम्बलस्तव +कम्बलस्ते +कम्बलस्य +कम्बला +कम्बलाः +कम्बलाच्च +कम्बलाजिनवासांसि +कम्बलात् +कम्बलादि +कम्बलाद्गलितं +कम्बलानां +कम्बलानि +कम्बलान् +कम्बलाय +कम्बलाश्वतरावुभौ +कम्बलाश्वतरौ +कम्बली +कम्बलीया +कम्बले +कम्बलेन +कम्बलैः +कम्बलो +कम्बलोऽथ +कम्बलौ +कम्बवः +कम्बार +कम्बारः +कम्बु +कम्बुः +कम्बुकण्ठं +कम्बुकण्ठि +कम्बुकण्ठी +कम्बुग्रीवं +कम्बुग्रीवः +कम्बुग्रीवा +कम्बुग्रीवां +कम्बुग्रीवो +कम्बुना +कम्बू +कम्बूकान् +कम्बूनां +कम्बो +कम्बोज +कम्बोजः +कम्बोजाल्लुक् +कम्बोजेष्वेव +कम्बोडिया +कम्भ +कम्भः +कम्भरा +कम्भराया +कम्भरायै +कम्भरे +कम्म +कम्मं +कम्माणि +कम्मे +कम्य +कम्यं +कम्यः +कम्यते +कम्यमिचमाम् +कम्यम् +कम्युनिटी +कम्युनिस्ट +कम्युनिस्ट् +कम्रं +कम्रः +कम्रा +कम्र्म +कम्‌ +कम॑वृणीत +कम॒ग्निञ्चि॑नुते +कय +कयं +कयन् +कयम् +कयस्य +कया +कयां +कयाचन +कयाचि +कयाचित् +कयाचिदपि +कयाचिदुद्वेष्टनवान्तमाल्यः +कयाचिद् +कयान +कयानश्चि +कयानश्चित्र +कयापि +कयामत् +कयार +कयाशुभीयं +कयाशुभीयतदिदासीये +कयासि +कयास्ते +कयाऽपि +कयाऽऽह +कया॑ +कया॒ +कयिरा +कयी +कये +कयेति +कयेव +कयो +कयोः +कयोरपि +कयोश्चित् +कय्यं +कय्यते +कय॑स्य +कर +करं +करंधमः +करः +करः॑ +करइ +करइस्सं +करउ +करउँ +करक +करकं +करकः +करकटिया +करकमल +करकमलतले +करकमले +करकमलेन +करकमेव +करका +करकाः +करकाणां +करकान् +करकायां +करकिसलयं +करकुड्मलेन +करकूपं +करके +करकैः +करको +करग +करगं +करगतं +करगता +करगा +करगे +करग्रहं +करग्रहः +करग्रहणं +करग्रहणे +करग्रहम् +करग्रहे +करङ्क +करङ्कः +करङ्का +करङ्किणी +करचरणादीनि +करचरणैश्च +करच्छेद +करच्छेदः +करज +करजं +करजः +करजक्षतं +करजस्य +करजाः +करजालं +करजैः +करञ्ज +करञ्जं +करञ्जः +करञ्जकः +करञ्जबीजं +करञ्जभेदः +करञ्जभेदे +करञ्जम् +करञ्जविशेषः +करञ्जवृक्षः +करञ्जवृक्षे +करञ्जश्च +करञ्जस्य +करञ्जात् +करञ्जी +करञ्जे +करञ्जो +करञ्जौ +करट +करटः +करटक +करटकः +करटको +करटा +करटाः +करटास्तथा +करटिनः +करटिनि +करटिनो +करटी +करटे +करटो +करण +करणं +करणः +करणकारक +करणकारके +करणकुतूहलम् +करणकौस्तुभ +करणकौस्तुभः +करणगोचरं +करणग्रन्थः +करणग्रन्थश्च +करणग्रामं +करणग्रामस्य +करणजल्पकर्षेषु +करणञ्च +करणतया +करणता +करणतां +करणत्व +करणत्वं +करणत्वञ्च +करणत्वमिति +करणत्वमेव +करणत्वम् +करणत्वविवक्षा +करणत्वस्य +करणत्वा +करणत्वात् +करणत्वात्तृतीया +करणत्वादिति +करणत्वे +करणत्वेन +करणत्वेनान्वयः +करणत्वेनान्वेति +करणत्वेनैव +करणत्वेऽपि +करणधर्मत्वेन +करणपक्ष +करणपक्षे +करणपद्धतिः +करणपाटवं +करणपूर्वात् +करणप्रकाशः +करणप्रकाशस्य +करणप्रकाशे +करणप्रवृत्तयः +करणभावयोः +करणभावेनैकः +करणभावो +करणभूतया +करणभूतेन +करणभूतैः +करणभेदे +करणभेदेन +करणम +करणमपि +करणमस्ति +करणमान्तरम् +करणमिति +करणमित्यर्थः +करणमित्युच्यते +करणमिष्यते +करणमुच्यते +करणमेव 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+करणीयम् +करणीयसूत्रपाठदर्शकवार्तिकम् +करणीयस्य +करणीया +करणीयाः +करणीयानि +करणीये +करणीयेति +करणीयेन +करणीयेषु +करणीयो +करणीरूपं +करणीरूपा +करणे +करणेति +करणेन +करणेनेति +करणेभ्यः +करणेभ्यो +करणेल्युट् +करणेषु +करणेष्विह +करणेऽपि +करणै +करणैः +करणैरङ्गहारैश्च +करणैरिति +करणैर्मुरजस्वनाः +करणैश्च +करणो +करणों +करण्ड +करण्डं +करण्डः +करण्डक +करण्डकं +करण्डकः +करण्डकम् +करण्डके +करण्डकेषु +करण्डमकुटं +करण्डमकुटान्वितम् +करण्डमकुटोपेतं +करण्डमकुटोपेता +करण्डानि +करण्डिका +करण्डे +करण्यं +करण्यः +करण्यम् +करण्यस् +करण्या +करण्यां +करण्याः +करण्येन +करण्योः +करण्यौ +करत +करतः +करतल +करतलं +करतलकरपृष्ठाभ्यां +करतलकलितामलकवदमलं +करतलद्वयं +करतलद्वयेन +करतलनिरोधेन +करतलपृष्ठाभ्यां +करतलम् +करतलयोः +करतलस्य +करतलादिह +करतलाभ्यां +करतलीकृत्य +करतले +करतलेन +करतलेऽन्तर्धीयन्ते +करतलेऽन्तर्धीयन्त् +करतलैः +करता +करतां +करताम् +करताल +करतालं +करतालकराः +करताला +करतालिकानां +करताली +करतालैश्च +करताहै +करति +करती +करतीति +करतु +करते +करतेहैं +करतो +करतोया +करतोयां +करत् +करत्प्र +करत्रयम् +करत्रये +करत्वं +करत्वम् +करत्वात् +करथः +करदं +करदर्शनम् +करदा +करदाः +करदानकृते +करदानाय +करदान् +करदिति +करदीकृतभूपालो +करदे +करदेती +करदेवे +करदेहयोः +करदो +करद् +करद्यजमानाय +करद्यथा +करद्वयं +करद्वयम् +करद्वयात् +करद्वये +करद्वयेन +करधनी +करधृते +करन +करनं +करना +करनाल +करनालमण्डलम् +करनी +करने +करनेका +करनेकी +करनेके +करनेको +करनेछ +करनेपर +करनेमें +करनेवला +करनेवळ +करनेवा +करनेवाछा +करनेवाडा +करनेवाला +करनेवाली +करनेवाले +करनेवालेको +करनेवालो +करनेवालों +करनेवाळा +करनेसे +करनेहारा +करनेहारी +करनेहारे +करन् +करन्ति +करन्तेण +करन्धमः +करन्धमस्य +करन्यासं +करन्यासः +करप +करपत्योः +करपत्योश्चोरदेवतयोः +करपत्रं +करपत्रम् +करपत्रे +करपत्रेण +करपल्लवम् +करपल्लवे +करपल्लवेन +करपल्लवैः +करपात्रं +करपादयोः +करपादाङ्गुलयः +करपादैकहीनकौ +करपादौ +करपालिका +करपीडिताः +करपुटं +करपृष्ठाभ्यां +करपृष्ठे +करप् +करप्यते +करप्रत्याया +करप्रदः +करप्रसारः +करबन्धघटन +करबन्धनं +करभ +करभं +करभः +करभक +करभकः +करभदयिते +करभस्य +करभा +करभाः +करभाजनः +करभी +करभुवि +करभूषणम् +करभे +करभो +करभोरु +करभोरूः +करभौ +करम +करमचन्द +करमचा +करमध्ये +करमपि +करमभिप्रसार्योवाच +करमर्दकम् +करमर्द्दे +करमा +करमादाय +करमाला +करमिति +करमुक्तं +करमूले +करम् +करम्चा +करम्बित +करम्बितं +करम्बिता +करम्भ +करम्भं +करम्भः +करम्भपात्राणि +करम्भपात्रैः +करम्भम् +करम्भस्य +करम्भा +करम्भात् +करम्भिणं +करम्भिणम् +करम्भेण +करम्भो +करय +करयुगं +करयुगेन +करयुग्मं +करयुग्मेन +करये +करयेत् +करयो +करयोः +करयोरुभयोरपि +करयोर्द्वयोः +करयोश्च +करयोस्तथा +करयोस्तस्य +करयोस्तु +कररगी +कररुद्धनीवि +कररुधि +कररुहः +कररुहाः +कररुहै +कररुहो +कररूपेण +करर्गा +करल +करला +करले +करव +करवं +करवत् +करवद् +करवा +करवाणि +करवाणीति +करवाण्यद्य +करवाण्यहम् +करवाम +करवामहा +करवामहे +करवामहै +करवामेति +करवामेत्यर्थः +करवाया +करवाल +करवालं +करवालः +करवाले +करवालेन +करवाव +करवावहै +करवी +करवीर +करवीरं +करवीरः +करवीरक +करवीरकः +करवीरकम् +करवीरके +करवीरकैः +करवीरजैः +करवीरञ्च +करवीरपुरं +करवीरपुरे +करवीरपुष्पं +करवीरम् +करवीरवृक्षः +करवीरश्च +करवीरस्य +करवीरांश्च +करवीराक्षः +करवीराणां +करवीराणि +करवीरादि +करवीरादिवर्गः +करवीराह्वये +करवीरे +करवीरेण +करवीरैः +करवीरैश्च +करवीरैस्तथा +करवीरैस्तु +करवीरो +करवे +करवेन +करवै +करवो +करशाखा +करशाखासु +करशीकरः +करशीकराणां +करशुद्धिं +करशुद्धिस्ततः +करश्च +करसं +करसंपुटम् +करसंपुटे +करसरोरुहि +करसहस्रमपि +करसि +करसे +करस् +करस्तथा +करस्ते +करस्थ +करस्थं +करस्थः +करस्थदर्भप्रणयापहारिषु +करस्थयासौ +करस्था +करस्थाः +करस्थाली +करस्थितः +करस्थितम् +करस्थिता +करस्थे +करस्थेन +करस्ना +करस्पर्श +करस्पर्शेन +करस्य +करहाट +करहाटः +करहाटश्च +करहि +करहिं +करहीं +करहु +करा +करां +करांसि +कराः +कराइये +कराई +कराओ +कराकर +कराके +कराग्रं +कराग्रे +कराग्रेण +कराग्रैः +कराङ्गन्यासौ +कराङ्गुलीः +कराङ्गुल्या +कराची +कराड +कराणां +कराणि +करात +कराता +कराति +कराती +कराते +करात् +कराथः +करादयः +करादानं +करादिना +करादिषु +करादौ +कराद् +करान +कराना +कराने +करानेवाला +करानेवाली +करानेवाले +करानेहारा +करानेहारी +करानेहारे +करान् +करान्मम +कराब्जे +कराब्जैः +कराभ्या +कराभ्यां +कराभ्याञ्च +कराभ्यामञ्जलिं +कराभ्याम् +कराम +करामलकवत् +करामहे +कराम्बुजं +कराम्बुजे +कराय +कराया +करायिका +कराये +करार्थं +कराल +करालं +करालः +करालकः +करालदंष्ट्रं +करालम् +करालम्बनं +करालया +करालवदनं +करालवदनः +करालवदना +करालवदनां +करालवदनाय +करालवदनो +करालश्च +करालस्य +कराला +करालां +करालाः +करालानि +करालान् +करालाय +करालास्यं +करालास्या +करालि +करालिका +करालिनि +करालिनी +कराली +करालीं +कराले +करालो +कराल्यै +कराव +करावपि +करावर्त्तं +करावलम्ब +करावलम्बम् +करावा +करावुभौ +करावे +करावें +करावेव +कराश्च +करा॑म +करि +करिअ +करिकराकारौ +करिकरोपमौ +करिकलभ +करिका +करिक्रतः +करिक्रत् +करिगर्जितम् +करिघटा +करिण +करिणं +करिणः +करिणश्च +करिणा +करिणां +करिणामिव +करिणाम् +करिणि +करिणी +करिणीं +करिणीनां +करिणीव +करिणो +करिणौ +करिण्य +करिण्यः +करिण्या +करिण्यां +करिण्याः +करिता +करिति +करिते +करिन् +करिन्थिनः +करिपिप्पली +करिप्यति +करिप्ये +करिब +करिभिः +करिभिर्विनेतुं +करिय +करिया +करियाण +करिये +करिराजकरः +करिव +करिवर +करिवरो +करिशावकः +करिषु +करिष्ठः +करिष्य +करिष्यंति +करिष्यत +करिष्यतः +करिष्यतां +करिष्यति +करिष्यती +करिष्यतीति +करिष्यतीत्यर्थः +करिष्यते +करिष्यत् +करिष्यत्यसौ +करिष्यत्येव +करिष्यत्येष +करिष्यथ +करिष्यथः +करिष्यध्वं +करिष्यध्वे +करिष्यन् +करिष्यन्त +करिष्यन्तं +करिष्यन्ति +करिष्यन्ती +करिष्यन्तीं +करिष्यन्तीति +करिष्यन्ते +करिष्यन्निव +करिष्यन्भवति +करिष्यमाण +करिष्यमाणं +करिष्यमाणः +करिष्यमाणस्य +करिष्यम् +करिष्यसि +करिष्यसीति +करिष्यसीत्यर्थः +करिष्यसीह +करिष्यसे +करिष्यस्येव +करिष्या +करिष्याम +करिष्यामः +करिष्यामस्तथा +करिष्यामहे +करिष्यामि +करिष्यामी +करिष्यामीति +करिष्यामीत्यर्थः +करिष्यामीत्युक्त्वा +करिष्यामो +करिष्याम्यद्य +करिष्याम्यहं +करिष्याम्यहम् +करिष्याम्येवं +करिष्याव +करिष्यावः +करिष्यावहे +करिष्यावो +करिष्ये +करिष्येते +करिष्येहं +करिष्येऽहं +करिष्येऽहमिति +करिष्य॒तः +करिस्सं +करिस्सदि +करिहउँ +करिहस्तं +करिहस्तकम् +करिहस्तच्छिदये +करिहस्ता +करिहस्ताग्रे +करिहहिं +करी +करीं +करींनगरमण्डलम् +करींनगर् +करीअदु +करीता +करीति +करीना +करीन्द्र +करीन्द्रः +करीन्द्रा +करीन्द्राः +करीन्द्राणां +करीन्द्रे +करीब +करीमगञ्ज +करीमगञ्जमण्डलम् +करीमनगरम् +करीम् +करीम्गंज् +करीम्नगरमण्डलम् +करीय +करीर +करीरं +करीरः +करीरपनसास्थ्याभास्तथा +करीरम् +करीरविटपे +करीरवृक्षः +करीरस्य +करीरा +करीराणि 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+कर्त्त +कर्त्तं +कर्त्तः +कर्त्तन +कर्त्तनं +कर्त्तनी +कर्त्तयेत् +कर्त्तरि +कर्त्तरी +कर्त्तरीति +कर्त्तव्य +कर्त्तव्यं +कर्त्तव्यः +कर्त्तव्यञ्च +कर्त्तव्यतया +कर्त्तव्यता +कर्त्तव्यतां +कर्त्तव्यतामाह +कर्त्तव्यत्वं +कर्त्तव्यत्वम् +कर्त्तव्यत्वेन +कर्त्तव्यमस्ति +कर्त्तव्यमाह +कर्त्तव्यमिति +कर्त्तव्यमित्यत +कर्त्तव्यमित्यर्थः +कर्त्तव्यमित्याह +कर्त्तव्यमित्युपदिश्यते +कर्त्तव्यमेव +कर्त्तव्यम् +कर्त्तव्यश्च +कर्त्तव्यस्तेन +कर्त्तव्यस्य +कर्त्तव्या +कर्त्तव्याः +कर्त्तव्यानि +कर्त्तव्यानीति +कर्त्तव्ये +कर्त्तव्येति +कर्त्तव्येषु +कर्त्तव्यो +कर्त्तव्यौ +कर्त्ता +कर्त्तां +कर्त्तापि +कर्त्तार +कर्त्तारं +कर्त्तारः +कर्त्तारो +कर्त्तारौ +कर्त्तासि +कर्त्तास्मि +कर्त्ताहमिति +कर्त्तितं +कर्त्तितव्या +कर्त्तु +कर्त्तुं +कर्त्तुः +कर्त्तुमक्षमः +कर्त्तुमर्हति +कर्त्तुमर्हसि +कर्त्तुमिच्छति +कर्त्तुमिच्छसि +कर्त्तुमिच्छामि +कर्त्तुमिति +कर्त्तुम् +कर्त्तृ +कर्त्तृके +कर्त्तृत्वं +कर्त्तृत्वम् +कर्त्तृत्वे +कर्त्तेति +कर्त्त्रभिप्राये +कर्त्त्रा +कर्त्त्री +कर्त्त्वा +कर्त्र 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+कर्मानुस्मृतिशब्दविधिभ्यः +कर्मानुस्मृतिशब्दविध्यधिकरणम् +कर्मानेकं +कर्मानेकस्य +कर्मान्त +कर्मान्तं +कर्मान्तः +कर्मान्तर +कर्मान्तरं +कर्मान्तरत्वं +कर्मान्तरत्वम् +कर्मान्तरत्वे +कर्मान्तरमिति +कर्मान्तरमेव +कर्मान्तरम् +कर्मान्तरस्य +कर्मान्तराणि +कर्मान्तरे +कर्मान्तरेण +कर्मान्तरेषु +कर्मान्तानां +कर्मान्ते +कर्मान्तो +कर्मान्यत्वे +कर्मापि +कर्मापेक्षः +कर्मापेक्षया +कर्मापेक्षा +कर्माभावं +कर्माभावः +कर्माभावात् +कर्माभावे +कर्माभावो +कर्माभिधायां +कर्माभिनिर्वर्तितमित्यनुमीयते +कर्माभिव्यञ्जकं +कर्माभ्यासः +कर्मामि +कर्मायत्तं +कर्मार +कर्मारं +कर्मारभते +कर्मारभेत +कर्मारम्भं +कर्मारम्भः +कर्मारम्भे +कर्मारम्भेषु +कर्मारस्य +कर्मारा +कर्मारो +कर्मार्चा +कर्मार्चां +कर्मार्चादिषु +कर्मार्चादीनि +कर्मार्चायां +कर्मार्जितं +कर्मार्थ +कर्मार्थं +कर्मार्थः +कर्मार्थत्वात् +कर्मार्थम् +कर्मार्था +कर्मार्थे +कर्मावबोधनम् +कर्मावशेषेण +कर्मावश्यं +कर्मावसाने +कर्माविभागादिति +कर्माशय +कर्माशयं +कर्माशयः +कर्माशयप्रचय +कर्माशयप्रचये +कर्माशयस् +कर्माशयस्य +कर्माशयस्यान्यः +कर्माशया +कर्माशयाः +कर्माशयान् +कर्माशयेन +कर्माशयो +कर्माशु +कर्माशुक्लाकृष्णं +कर्माश्रयस्य +कर्माश्विनाद्ग्रहादाश्विनं +कर्मासंभवे +कर्मासक्तेषु +कर्मासि +कर्मास्ति +कर्मास्तीति +कर्मास्तु +कर्मास्य +कर्माह +कर्माहं +कर्माऽपि +कर्माऽऽह +कर्मा॑णि +कर्मा॑णि॒ +कर्मिण +कर्मिणं +कर्मिणः +कर्मिणां +कर्मिणामपि +कर्मिणामिति +कर्मिणाम् +कर्मिणे +कर्मिणो +कर्मिणोऽपि +कर्मिभिः +कर्मिभ्यः +कर्मिभ्यश्चाधिको +कर्मिभ्यो +कर्मी +कर्मीभूतं +कर्मे +कर्मेंद्रियाणि +कर्मेण +कर्मेणि +कर्मेति +कर्मेत्यत्र +कर्मेत्यर्थः +कर्मेत्यादि +कर्मेत्यादिना +कर्मेत्याह +कर्मेत्युक्तम् +कर्मेत्युच्यते +कर्मेत्येवं +कर्मेत्य् +कर्मेदं +कर्मेदमिति +कर्मेदृशं +कर्मेन्द्रि +कर्मेन्द्रिय +कर्मेन्द्रियं +कर्मेन्द्रियपञ्चकं +कर्मेन्द्रियम् +कर्मेन्द्रियाणां +कर्मेन्द्रियाणाम् +कर्मेन्द्रियाणि +कर्मेन्द्रियाणीति +कर्मेन्द्रियाण्यपि +कर्मेन्द्रियैः +कर्मेव +कर्मेशे +कर्मेश्वरायार्पयेत् +कर्मैकं +कर्मैकस्य +कर्मैके +कर्मैतत् +कर्मैव +कर्मैवं +कर्मो +कर्मों +कर्मोको +कर्मोक्तं +कर्मोक्तम् +कर्मोच्यते +कर्मोत्पत्तौ +कर्मोत्पद्यते +कर्मोत्पन्नं +कर्मोदाहृत्य +कर्मोपकरणं +कर्मोपदेशः +कर्मोपपदक +कर्मोपपदो +कर्मोपभोगाय +कर्म् +कर्म्म +कर्म्मकरः +कर्म्मकरणं +कर्म्मकर्त्तरि +कर्म्मकर्त्ता +कर्म्मकारः +कर्म्मकाले +कर्म्मक्षये +कर्म्मजं +कर्म्मजा +कर्म्मठः +कर्म्मण +कर्म्मणः +कर्म्मणा +कर्म्मणां +कर्म्मणाञ्च +कर्म्मणामाख्यानं +कर्म्मणामाख्यानम् +कर्म्मणाम् +कर्म्मणि +कर्म्मणी +कर्म्मणे +कर्म्मणो +कर्म्मण्यण् +कर्म्मण्यधिकरणे +कर्म्मता +कर्म्मत्वं +कर्म्मत्वम् +कर्म्मदोषैर्याति +कर्म्मधारय +कर्म्मधारयः +कर्म्मधारये +कर्म्मन् +कर्म्मन्दी +कर्म्मपरायणः +कर्म्मफलं +कर्म्मभिः +कर्म्मभूमिरियं +कर्म्मभूमौ +कर्म्मभूरेषा +कर्म्मभेदः +कर्म्मभेदे +कर्म्ममहीमनन्ते +कर्म्मयोगं +कर्म्मयोगश्च +कर्म्मरी +कर्म्मलोचनः +कर्म्मलोचनम् +कर्म्मवत् +कर्म्मविपाकः +कर्म्मविपाकेन +कर्म्मविपाको +कर्म्मविशेषे +कर्म्मव्यतिहारे +कर्म्मसमाप्तौ +कर्म्मसु +कर्म्मस्थ +कर्म्मा +कर्म्माचरणम् +कर्म्माणः +कर्म्माणि +कर्म्माण्याह +कर्म्माण्येतानि +कर्म्मादौ +कर्म्मान्तरं +कर्म्मान्ते +कर्म्मापि +कर्म्मारः +कर्म्मास्य +कर्म्मिणां +कर्म्मिणाम् +कर्म्मेति +कर्म्मेदं +कर्म्मेन्द्रियाणि +कर्म्मैव +कर्म्मों +कर्म्यपि +कर्म॑ +कर्म॑णः +कर्म॑णा +कर्म॑णा॒ +कर्म॑णा॒नया॑ +कर्म॑णे +कर्म॑न् +कर्म॑भिः +कर्म॑स्वावतम् +कर्म॒ +कर्य +कर्यः +कर्यम् +कर्या +कर्याणि +कर्यादौ +कर्व +कर्वटं +कर्वटकं +कर्वटकमनुप्राप्तः +कर्वटके +कर्वन्ति +कर्वरम् +कर्वरा +कर्वराणि +कर्वी +कर्वुरः +कर्वे +कर्व्वुरः +कर्व्वुरवर्णः +कर्व्वूरः +कर्शन +कर्शनं +कर्शनम् +कर्शनात् +कर्शनीयं +कर्शयति +कर्शयन्त +कर्शयन्तः +कर्शयन्तो +कर्शयित्वा +कर्शयेत् +कर्शितं +कर्शितः +कर्शितस्य +कर्शिता +कर्शितां +कर्शिताः +कर्शितान् +कर्शिताम् +कर्शितो +कर्शित्वा +कर्ष +कर्षं +कर्षः +कर्षक +कर्षकं +कर्षकः +कर्षकस्य +कर्षका +कर्षकाः +कर्षकाणां +कर्षके +कर्षकेण +कर्षकैः +कर्षको +कर्षचतुष्टयम् +कर्षण +कर्षणं +कर्षणः +कर्षणम् +कर्षणात् +कर्षणादि +कर्षणादिक्रिया +कर्षणादिप्रतिष्ठान्तं +कर्षणादिषु +कर्षणादीनि +कर्षणाय +कर्षणार्थं +कर्षणी +कर्षणीयः +कर्षणे +कर्षणेन +कर्षणैः +कर्षता +कर्षति +कर्षतीति +कर्षतु +कर्षते +कर्षतो +कर्षत् +कर्षत्यसौ +कर्षत्येव +कर्षद्वयं +कर्षन् +कर्षन्तं +कर्षन्तः +कर्षन्ति +कर्षन्ती +कर्षन्तीति +कर्षन्तु +कर्षन्तो +कर्षन्निव +कर्षप्रमाणं +कर्षमात्रं +कर्षमात्रः +कर्षमात्रकम् +कर्षमात्रा +कर्षमात्राणि +कर्षमितं +कर्षमितैः +कर्षमेकं +कर्षम् +कर्षय +कर्षयति +कर्षयन्तः +कर्षयन्ति +कर्षयित्वा +कर्षयुग्मं +कर्षयेत् +कर्षशब्दे +कर्षसम्मितम् +कर्षसम्मिता +कर्षस्य +कर्षा +कर्षांशं +कर्षांशैः +कर्षात् +कर्षात्वतः +कर्षात्वतो +कर्षादौ +कर्षार्द्धं +कर्षार्धं +कर्षिणी +कर्षित +कर्षितः +कर्षितम् +कर्षिता +कर्षिताः +कर्षुकः +कर्षुका +कर्षुकाः +कर्षुकाणां +कर्षुको +कर्षू +कर्षूं +कर्षूः +कर्षूशयस्य +कर्षूषु +कर्षे +कर्षेण +कर्षेत् +कर्षैकं +कर्षो +कर्षों +कर्षोऽस्त्री +कर्षौ +कर्ष्टा +कर्ष्वां +कर्स +कर्हि +कर्हिचित +कर्हिचित् +कर्हिचिद् +कर्हि॑ +कर्ॐइ +कर॑णः +कर॑णानि +कर॑तां +कर॑त् +कर॑सि +कर॒त्प्र +कर॒द्यज॑मानाय॒ +कल +कलं +कलंक +कलंकी +कलंको +कलः +कलइश्शं +कलक +कलकण्ठ +कलकण्ठः +कलकण्ठि +कलकण्ठी +कलकण्ठो +कलकत्ता +कलकत्तानगरे +कलकत्ते +कलकल +कलकलं +कलकलः +कलकलरवः +कलकलवती +कलकलेन +कलकलेश्वरम् +कलकलो +कलकाता +कलकातामण्डलम् +कलकातायां +कलघटगीविधानसभाक्षेत्रम् +कलङ्क +कलङ्कं +कलङ्कः +कलङ्कतां +कलङ्कमपि +कलङ्कमुक्तं +कलङ्कम् +कलङ्कयन्ति +कलङ्करहिता +कलङ्करेखा +कलङ्कस्य +कलङ्का +कलङ्काङ्कौ +कलङ्काय +कलङ्कित +कलङ्कितः +कलङ्किता +कलङ्किनश्चन्द्रान्मुखचन्द्रोऽतिरिच्यते +कलङ्की +कलङ्के +कलङ्केन +कलङ्को +कलच् +कलञ्ज +कलञ्जं +कलञ्जभक्षणादौ +कलञ्जादि +कलतया +कलति +कलते +कलत्र +कलत्रं +कलत्रकम् +कलत्रञ्च +कलत्रनाशः +कलत्रभवम् +कलत्रभारेण +कलत्रमिति +कलत्रम् +कलत्रवान् +कलत्रस्य +कलत्राणां +कलत्राणि +कलत्रादिषु +कलत्रिणः +कलत्रे +कलत्रेण +कलत्रेषु +कलत्रैः +कलधौतं +कलध्वनिः +कलध्वनौ +कलन +कलनं +कलनम् +कलनया +कलना +कलनां +कलनाः +कलनात् +कलनात्मकः +कलनाय +कलनासु +कलनिर्ह्रादैः +कलने +कलन् +कलन्दकनिवापे +कलप +कलपदं +कलप्यते +कलभ +कलभः +कलभतनुतां +कलभस्य +कलभा +कलभाषिणि +कलभाषिणी +कलभे +कलभेन +कलभेभ्यः +कलभै +कलभैः +कलभो +कलभोऽपि +कलम +कलमं +कलमः +कलमस्य +कलमा +कलमाः +कलमाग्रपिङ्गलाः +कलमान् +कलमिति +कलमी +कलमेखलाकलकलोऽलकलोलदृशान्यया +कलमो +कलम् +कलम्ब +कलम्बः +कलम्बक +कलम्बिका +कलम्बी +कलय +कलयः +कलयत +कलयतः +कलयता +कलयतां +कलयतामहम् +कलयति +कलयतीति +कलयतु +कलयते +कलयतो +कलयन् +कलयन्ति +कलयन्ती +कलयन्तु +कलयन्नपि +कलयसि +कलयसे +कलया +कलयांचकार +कलयांबभूव +कलयापि +कलयामास +कलयामि +कलयावतीर्णः +कलयाऽपि +कलयितुं +कलयित्वा +कलये +कलयेति +कलयेऽट्टालसुन्दरम् +कलयो +कलरव +कलरवं +कलरवः +कलरवा +कलरवो +कलरेखा +कलल +कललं +कललम् +कललाद्याः +कलले +कलवि +कलविक +कलविकरणाय +कलविङ +कलविङ्क +कलविङ्कं +कलविङ्कः +कलविङ्ककण्ठकदलीकल्पं +कलविङ्कश्च +कलविङ्कान् +कलविङ्काश्च +कलविङ्को +कलवेणुवादनपरं +कलश +कलशं +कलशः +कलशद्वयम् +कलशब्देन +कलशभूपतिः +कलशमादाय +कलशम् +कलशराजं +कलशसंभव +कलशस्तथा +कलशस्तु +कलशस्थं +कलशस्थस्य +कलशस्थापनं +कलशस्य +कलशा +कलशाँ +कलशां +कलशांश्च +कलशांश्चैव +कलशाः +कलशाच्छस्त्रवन्तं +कलशादि +कलशादिषु +कलशाद् +कलशानपि +कलशानष्टौ +कलशानां +कलशानि +कलशान् +कलशाम्बुधिशायिनं +कलशाष्टकम् +कलशि +कलशी +कलशीं +कलशीपदी +कलशे +कलशेति +कलशेन +कलशेषु +कलशेष्वा +कलशै +कलशैः +कलशैरभिषिच्य +कलशैरभिषेचयेत् +कलशैर्देवं +कलशैर्ह्रदात् +कलशैस्स्नपनं +कलशो +कलशोदकैः +कलशोदधिः +कलशोद्भव +कलशोद्भवः +कलशोद्भवेन +कलशोपरि +कलशौ +कलश्च +कलस +कलसं +कलसः +कलसस्य +कलसा +कलसाः +कलसानां +कलसान् +कलसिनः +कलसी +कलसे +कलसेषु +कलसैः +कलसो +कलस्तृपश्च +कलस्य +कलस्वरसमायुक्तं +कलह +कलहं +कलहंस +कलहंसः +कलहंसमण्डली +कलहंसलक्षणं +कलहंसा +कलहंसांश्च +कलहंसाः +कलहंसानां +कलहंसि +कलहंसी +कलहंसीषु +कलहंसो +कलहः +कलहकर्मणि +कलहञ्च +कलहप्रिय +कलहप्रियः +कलहप्रियश्च +कलहप्रिया +कलहप्रियाः +कलहमेव +कलहम् +कलहविग्रहौ +कलहश्च +कलहश्चैव +कलहस्थानेषु +कलहस्य +कलहा +कलहाः +कलहागमः +कलहानुत्पादयेयुः +कलहान् +कलहान्तरिता +कलहापहृतं +कलहाय +कलहायते +कलहायन्ते +कलहायमानाः +कलहिनः +कलहे +कलहेन +कलहेषु +कलहो +कलहोत्सुकाः +कलहोवाच +कला +कलां +कलांश +कलांशं +कलांशकम् +कलांशाः +कलांशे +कलांशेन +कलाः +कलाइ +कलाई +कलाओं +कलाकरण्डकः +कलाकलङ्करहितं +कलाकलाः +कलाकलापं +कलाकलापकुशला +कलाकलापे +कलाकार +कलाकारः +कलाकारस्य +कलाकाराः +कलाकृतयः +कलाकृतिः +कलाकृतीनां +कलाकौशल +कलाकौशलं +कलाक्षयः +कलाक्षेत्रे +कलाख्यं +कलाख्या +कलाचतुष्टयं +कलाज्ञः +कलाज्ञा +कलाज्ञानं +कलातत्त्वं +कलातीतं +कलातीता +कलात् +कलात्मक +कलात्मकं +कलात्मकः +कलात्मकम् +कलात्मकस्य +कलात्मकानि +कलात्मके +कलात्मको +कलात्मने +कलात्मा +कलात्मिका +कलादयः +कलादि +कलादिक +कलादिकं +कलादिकः +कलादिकम् +कलादिका +कलादिना +कलादिभिः +कलादीनां +कलाद्यं +कलाद्यम् +कलाद्या +कलाद्वयम् +कलाधर +कलाधरः +कलाधरावतंसकं +कलाध्वा +कलाना +कलानां +कलानामपि +कलानामेका +कलानाम् +कलानि +कलानिधिं +कलानिधिः +कलानिधे +कलानिधेः +कलानिधौ +कलान्तं +कलान्तर +कलान्तरं +कलान्तरम् +कलान्तराणि +कलान्तरे +कलान्यासं +कलान्वितः +कलाप +कलापं +कलापः +कलापक +कलापकं +कलापकम् +कलापक्षस्य +कलापग्राम +कलापचक्रेषु +कलापम् +कलापश्च +कलापस्य +कलापा +कलापांश्च +कलापाः +कलापान् +कलापार्थाः +कलापि +कलापिनः +कलापिना +कलापिनां +कलापिनाम् +कलापिनी +कलापिनो +कलापिनोऽण् +कलापिनौ +कलापिन् +कलापिवैशम्पायनान्तेवासिभ्यश्च +कलापी +कलापूर्णः +कलापे +कलापेन +कलापैः +कलापो +कलापौ +कलाप्रगल्भा +कलाभि +कलाभिः +कलाभिर्निषेवते +कलाभिश्च +कलाभिस्तु +कलाभृताम् +कलाभेदे +कलाभ्य +कलाभ्यां +कलाम +कलामः +कलामग्घति +कलामपि +कलामयः +कलामर्घति +कलामर्हति +कलामस्य +कलामात्रं +कलामात्रशेषां +कलामात्रा +कलामात्रेण +कलामानं +कलाम् +कलाय +कलायं +कलायः +कलायखञ्जं +कलायन्त्र +कलायन्त्रों +कलायभेदे +कलायसुषमं +कलायस्य +कलाया +कलायां +कलायाः +कलायानां +कलायान् +कलायाम् +कलायाश्च +कलायुक्तं +कलाये +कलायै +कलायो +कलायोत्सवः +कलायोत्सवस्य +कलारूपं +कलारूपेण +कलार्धज्याः +कलार्धेन +कलालापा +कलावत +कलावतः +कलावतस्त्वमस्य +कलावता +कलावति +कलावती +कलावतीं +कलावतीम् +कलावत्या +कलावत्यां +कलावत्याः +कलावत्युवाच +कलावत्यै +कलावपि +कलावानपि +कलावान् +कलावित् +कलाविदः +कलाविदां +कलाविधौ +कलाविलासः +कलाविलासे +कलाविलुप्तविभवो +कलावेव +कलाश +कलाशब्दे +कलाशब्देन +कलाशाला +कलाशालायां +कलाशालायाः +कलाशे +कलाशेष +कलाशेषं +कलाशेषम् +कलाशेषश्चन्द्रः +कलाश्च +कलाश्चापि +कलाश्चेति +कलाश्चैव +कलाश्रं +कलाश्री +कलासंख्या +कलासंज्ञं +कलासः +कलासक्तः +कलासत्ता +कलासमं +कलासवर्णव्यवहारः +कलासु +कलासो +कलास्तथा +कलास्तदा +कलास्ता +कलास्ताः +कलास्ताश्च +कलास्तु +कलास्थाने +कलाहीनं +कलाहीने +कलि +कलिं +कलिंग +कलिंगं +कलिंगविषये +कलिः +कलिक +कलिकं +कलिकताद्वारा +कलिकतायां +कलिकत्ता +कलिकत्तां +कलिकत्तायां +कलिकर्म +कलिकल्मषनाशनम् +कलिकल्मषनाशिनी +कलिका +कलिकां +कलिकाः +कलिकाता +कलिकामकाले +कलिकामजितामपि +कलिकायां +कलिकारकः +कलिकारी +कलिकारीवृक्षः +कलिकाल +कलिकालः +कलिकालस्य +कलिकाले +कलिकालेऽपि +कलिगत +कलिगतादथ +कलिङ्ग +कलिङ्गं +कलिङ्गः +कलिङ्गकः +कलिङ्गकम् +कलिङ्गकाः +कलिङ्गदत्तस्य +कलिङ्गदत्तो +कलिङ्गदेशस्य +कलिङ्गदेशे +कलिङ्गद्वीपः +कलिङ्गफलम् +कलिङ्गफलरसः +कलिङ्गम् +कलिङ्गलिपिः +कलिङ्गविषयं +कलिङ्गविषये +कलिङ्गश्च +कलिङ्गसेना +कलिङ्गसेनां +कलिङ्गसेनाख्या +कलिङ्गसेनाया +कलिङ्गसेनायां +कलिङ्गसेनायाः +कलिङ्गसेने +कलिङ्गस्य +कलिङ्गा +कलिङ्गाः +कलिङ्गानां +कलिङ्गान् +कलिङ्गाश्च +कलिङ्गाश्चैव +कलिङ्गे +कलिङ्गेषु +कलिङ्गैः +कलिङ्गो +कलिजैः +कलित +कलितं +कलितः +कलितम् +कलितविस्तरः +कलिता +कलितां +कलिताः +कलितानि +कलिते +कलितो +कलिद्रुमः +कलिद्वापरयोः +कलिद्वापरौ +कलिना +कलिनाशनम् +कलिन्द +कलिन्दकन्या +कलिन्दजा +कलिन्दजां +कलिन्दजातीरतमालस्तोममेचकाः +कलिन्दतनया +कलिन्दनन्दिनी +कलिन्दस्य +कलिप्रिय +कलिप्रियः +कलिप्रियस्य +कलिप्रिया +कलिप्रियो +कलिमल +कलिमलापहम् +कलिमुखे +कलिमेव +कलिम् +कलियाताहर्गणेन +कलियुग +कलियुगं +कलियुगः +कलियुगमें +कलियुगम् +कलियुगस्य +कलियुगादौ +कलियुगीयेतिहाससमुच्चये +कलियुगे +कलियुगेन +कलियुगेऽखिलाः +कलियुगेऽपि +कलियुगो +कलिरिति +कलिरुवाच +कलिरेव +कलिर् +कलिर्घोरो +कलिर्न +कलिर्बाधते +कलिर्लाभः +कलिलं +कलिलतां +कलिलस्य +कलिलात् +कलिले +कलिव +कलिवर्षे +कलिवर्षेषु +कलिविडम्बनम् +कलिशब्दे +कलिशेषे +कलिश्च +कलिश्चान्यत्र +कलिश्चेति +कलिश्चैव +कलिसंज्ञे +कलिसन्तरणोपनिषद् +कलिसमये +कलिस्तथा +कलिस्तस्य +कलिस्तु +कलिहारी +कली +कलीनां +कलु +कलुष +कलुषं +कलुषः +कलुषचित्तानां +कलुषतां +कलुषत्वं +कलुषम् +कलुषयोनिजम् +कलुषस्य +कलुषा +कलुषां +कलुषाणि +कलुषापहः +कलुषित +कलुषितं +कलुषिते +कलुषी +कलुषीकरोति +कलुषीकृतं +कलुषीकृतः +कलुषीकृतम् +कलुषीकृता +कलुषीकृताः +कलुषीकृतो +कलुषे +कलुषेण +कलुषेन्द्रियः +कलुषैः +कलुषो +कले +कलेः +कलेज +कलेति +कलेदि +कलेन +कलेबरं +कलेबरम् +कलेमि +कलेरन्ते +कलेरादौ +कलेर्गतेषु +कलेर्ढक् +कलेर्दशसहस्रान्ते +कलेर्दोषनिधे +कलेर्वृद्धिरनुमेया +कलेव +कलेवर +कलेवरं +कलेवरत्यागक्षणे +कलेवरम् +कलेवरस्य +कलेवराणि +कलेवरात् +कलेवरे +कलेश +कलेश्च +कलेश्चैव +कलेस्तत्र +कलेस्तु +कलै +कलैः +कलैव +कलैष +कलैौ +कलो +कलों 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+कल्पतरोः +कल्पतरोररिकक्षहुताशनात् +कल्पतरोर्मूले +कल्पतरौ +कल्पता +कल्पतां +कल्पतां॒ +कल्पतामस्मिन् +कल्पतामिति +कल्पताम् +कल्पता॒ᳪ +कल्पता॒ᳪं᳭ +कल्पताꣳ +कल्पति +कल्पते +कल्पतेऽस्मै +कल्पत् +कल्पत्रयं +कल्पदृष्टेन +कल्पद्रु +कल्पद्रुकोश +कल्पद्रुम +कल्पद्रुमं +कल्पद्रुमः +कल्पद्रुमस्य +कल्पद्रुमा +कल्पद्रुमाः +कल्पद्रुमाणां +कल्पद्रुमे +कल्पद्रुमैः +कल्पद्रुमैरेव +कल्पद्रुमो +कल्पद्रुमोऽपि +कल्पद्वयं +कल्पद्वयम् +कल्पन +कल्पनं +कल्पनमिति +कल्पनमेव +कल्पनम् +कल्पनया +कल्पनयेत्याह +कल्पनस्य +कल्पना +कल्पनां +कल्पनाः +कल्पनागौरवं +कल्पनागौरवप्रसङ्गः +कल्पनागौरवमिति +कल्पनागौरवम् +कल्पनागौरवात् +कल्पनात् +कल्पनादिति +कल्पनापत्तेः +कल्पनापि +कल्पनापेक्षया +कल्पनापोढ +कल्पनापोढं +कल्पनापोढमभ्रान्तं +कल्पनामपेक्ष्य +कल्पनामात्र +कल्पनामात्रं +कल्पनामात्रमेव +कल्पनामात्रम् +कल्पनामात्रेण +कल्पनामानि +कल्पनाम् +कल्पनाय +कल्पनाया +कल्पनायां +कल्पनायाः +कल्पनायाम् +कल्पनायाश्च +कल्पनायै +कल्पनालाघवं +कल्पनालाघवम् +कल्पनाहीनं +कल्पनाऽपि +कल्पनी +कल्पनीय +कल्पनीयं +कल्पनीयः +कल्पनीयतया +कल्पनीयत्वात् +कल्पनीयमिति +कल्पनीयमित्यर्थः +कल्पनीयम् +कल्पनीया +कल्पनीयाः +कल्पनीयानि +कल्पनीये +कल्पनीयेति +कल्पनीयेन +कल्पनीयो +कल्पनीयौ +कल्पने +कल्पनेति +कल्पनेन +कल्पनेयं +कल्पनेऽन्यथेति +कल्पनैव +कल्पनोपदेशाच्च +कल्पन्त +कल्पन्तां +कल्पन्तामग्नयः +कल्पन्तामाप +कल्पन्तामिति +कल्पन्तामृतवो +कल्पन्ताम् +कल्पन्ताꣳ +कल्पन्ते +कल्पपर्यन्तं +कल्पपात्राणि +कल्पपादप +कल्पपादपः +कल्पपादपम् +कल्पपादपाः +कल्पप् +कल्पप्प्रत्ययः +कल्पप्रदीपस्य +कल्पप्रदीपे +कल्पप्रमाणं +कल्पप्रलयमहाप्रलयेषु +कल्पब्देश्यदेशीयरः +कल्पभ +कल्पभगण +कल्पभगणा +कल्पभगणाः +कल्पभूरुहः +कल्पभेदात् +कल्पभेदादविरुद्धम् +कल्पभेदादविरोधः +कल्पभेदे +कल्पभेदेन +कल्पमहीरुहाणां +कल्पमान +कल्पमानं +कल्पमानः +कल्पमाना +कल्पमानो +कल्पमाशङ्क्य +कल्पमेकं +कल्पमेव +कल्पम् +कल्पय +कल्पयत +कल्पयतं +कल्पयतः +कल्पयता +कल्पयतामिहैव +कल्पयति +कल्पयतीति +कल्पयतु +कल्पयते +कल्पयतो +कल्पयत्येव +कल्पयत्य् +कल्पयन् +कल्पयन्त +कल्पयन्तः +कल्पयन्ति +कल्पयन्ती +कल्पयन्तीति +कल्पयन्तु +कल्पयन्ते +कल्पयन्तो +कल्पयसि +कल्पयसीति +कल्पयस्व +कल्पया +कल्पयां +कल्पयाताब्दवृन्दात् +कल्पयाति +कल्पयाम +कल्पयामः +कल्पयामसि +कल्पयामास +कल्पयामि +कल्पयामीति +कल्पयाम्यहम् +कल्पयावहै +कल्पयि +कल्पयितव्य +कल्पयितव्यं +कल्पयितव्यः +कल्पयितव्यम् +कल्पयितव्या +कल्पयितव्याः +कल्पयितव्ये +कल्पयितु +कल्पयितुं +कल्पयितुमशक्यत्वात् +कल्पयितुमिति +कल्पयितुमुचितं +कल्पयितुमुचितम् +कल्पयितुम् +कल्पयित्वा +कल्पयित्वाग्निमुपसमाधाय +कल्पयित्वैव +कल्पयित्वैवं +कल्पयिष्यत +कल्पयिष्यति +कल्पयिष्यते +कल्पयिष्यन्ति +कल्पयिष्याम +कल्पयिष्यामः +कल्पयिष्यामो +कल्पये +कल्पयेच्च +कल्पयेत +कल्पयेति +कल्पयेत् +कल्पयेत्कमलासन +कल्पयेत्कल्पवित्तमः +कल्पयेत्ततः +कल्पयेत्तत्र +कल्पयेत्तु +कल्पयेत्पाचत्तिकम् +कल्पयेत्सुधीः +कल्पयेदादिभूतले +कल्पयेदासनं +कल्पयेदिति +कल्पयेदित्यर्थः +कल्पयेदेवं +कल्पयेद् +कल्पयेद्धीमान् +कल्पयेद्बुधः +कल्पयेन्नाभिं +कल्पयेय +कल्पयेयुः +कल्पयैषाम् +कल्पयोरन्तरं +कल्पलता +कल्पलतां +कल्पलताः +कल्पलताव्याख्यासम +कल्पलताव्याख्यासमेतम् +कल्पलतिका +कल्पलते +कल्पलतेव +कल्पवर्षे +कल्पवल्ली +कल्पवल्लीं +कल्पवशेन +कल्पवासिनः +कल्पवासिनाम् +कल्पविटपी +कल्पवित्तमः +कल्पविदो +कल्पवृक्ष +कल्पवृक्षं +कल्पवृक्षः +कल्पवृक्षमधु +कल्पवृक्षशिखरेषु +कल्पवृक्षश्च +कल्पवृक्षश्चेति +कल्पवृक्षस्य +कल्पवृक्षा +कल्पवृक्षाः +कल्पवृक्षाणां +कल्पवृक्षाय +कल्पवृक्षाश्च +कल्पवृक्षे +कल्पवृक्षेषु +कल्पवृक्षैः +कल्पवृक्षैश्च +कल्पवृक्षो +कल्पशतं +कल्पशतत्रयम् +कल्पशतानि +कल्पशतेन +कल्पशतैरपि +कल्पशाखिनः +कल्पश्च +कल्पसंख्या +कल्पसमा +कल्पसहस्रं +कल्पसहस्राणि +कल्पसहस्रायुषः +कल्पसूत्र +कल्पसूत्रं +कल्पसूत्रम् +कल्पसूत्रस्य +कल्पसूत्राणां +कल्पसूत्राणि +कल्पसूत्रे +कल्पसूत्रेषु +कल्पसे +कल्पस्तु +कल्पस्थानम् +कल्पस्थानव्याख्यायां +कल्पस्थाने +कल्पस्थायी +कल्पस्य +कल्पस्यादौ +कल्पस्येति +कल्पस्व +कल्पा +कल्पां +कल्पांत +कल्पांतं +कल्पांतरे +कल्पांते +कल्पांतेऽपि +कल्पाः +कल्पाञ्जुहोति +कल्पाते +कल्पात् +कल्पादावेव +कल्पादि +कल्पादिः +कल्पादित +कल्पादितः +कल्पादितो +कल्पादिमारभ्य +कल्पादिषु +कल्पादेः +कल्पादौ +कल्पाधिमासा +कल्पाधिमासाः +कल्पाननन्तांस्तिष्ठन्तु +कल्पानां +कल्पानि +कल्पान् +कल्पान्गाथा +कल्पान्त +कल्पान्तं +कल्पान्तः +कल्पान्तजीवी +कल्पान्तपर्यन्तं +कल्पान्तरं +कल्पान्तरमाह +कल्पान्तरम् +कल्पान्तरस्थायि +कल्पान्तरे +कल्पान्तरेषु +कल्पान्तरेऽपि +कल्पान्तसमये +कल्पान्तस्थायिनो +कल्पान्ते +कल्पान्तेषु +कल्पान्तेऽपि +कल्पान्तो +कल्पाय +कल्पायुतं +कल्पायुषां +कल्पायुषो +कल्पारम्भे +कल्पावम +कल्पावमानि +कल्पावशेषं +कल्पावसाने +कल्पाश्च +कल्पि +कल्पिकं +कल्पित +कल्पितं +कल्पितः +कल्पितत्वं +कल्पितत्वाच्च +कल्पितत्वात् +कल्पितत्वान्न +कल्पितत्वे +कल्पितत्वेन +कल्पितत्वेऽपि +कल्पितम +कल्पितमपि +कल्पितमस्ति +कल्पितमिति +कल्पितमिष्टम् +कल्पितमेव +कल्पितम् +कल्पितयज्ञभागं +कल्पितया +कल्पितवती +कल्पितवन्तः +कल्पितवान् +कल्पितसंबन्धेन +कल्पितसंवृत्या +कल्पितस्य +कल्पितस्यापि +कल्पितस्यैव +कल्पिता +कल्पितां +कल्पिताः +कल्पितात् +कल्पितानां +कल्पितानाम् +कल्पितानि +कल्पितानीति +कल्पितान् +कल्पिताया +कल्पितायां +कल्पितार्घाय +कल्पितासनः +कल्पितासने +कल्पितासे +कल्पिती +कल्पिते +कल्पितेति +कल्पितेत्युच्यते +कल्पितेन +कल्पितेनैव +कल्पितेषु +कल्पितेऽपि +कल्पितै +कल्पितैः +कल्पितो +कल्पितोपमा +कल्पितोपमाया +कल्पितोऽपि +कल्पितोऽयं +कल्पितौ +कल्पिनं +कल्पिष्यत +कल्पिष्यते +कल्पिष्यन्ते +कल्पिष्यमाणा +कल्पे +कल्पेकल्पे +कल्पेत +कल्पेतां +कल्पेतामर्धमासा +कल्पेताम् +कल्पेति +कल्पेते +कल्पेन +कल्पेरन् +कल्पेरन्निति +कल्पेरन्न् +कल्पेषु +कल्पेऽतीते +कल्पेऽपि +कल्पेऽस्मिन् +कल्पे॑तां॒ +कल्पे॑षु +कल्पै +कल्पैः +कल्पो +कल्पों +कल्पोक्तं +कल्पोदितानि +कल्पोद्भवैः +कल्पोऽथ +कल्पोऽयं +कल्पौ +कल्प्ता +कल्प्तासि +कल्प्य +कल्प्यं +कल्प्यः +कल्प्यत +कल्प्यतां +कल्प्यतामिति +कल्प्यताम् +कल्प्यते +कल्प्यत्वात् +कल्प्यन्त +कल्प्यन्तां +कल्प्यन्ते +कल्प्यमानं +कल्प्यमानः +कल्प्यमानस्य +कल्प्यमाना +कल्प्यमाने +कल्प्यमिति +कल्प्यमित्यर्थः +कल्प्यम् +कल्प्या +कल्प्याः +कल्प्याथ +कल्प्यानि +कल्प्ये +कल्प्येत +कल्प्येति +कल्प्येते +कल्प्येतेति +कल्प्येरन् +कल्प्येवं +कल्प्यैवं +कल्प्यो +कल्प्यौ +कल्प्स्यति +कल्प्स्यते +कल्प॑न्ताम॒ग्नय॒ +कल्प॑न्ता॒माप॒ +कल्म +कल्मलिर्मणिः +कल्मष +कल्मषं +कल्मषः +कल्मषकलिलैस्साकं +कल्मषनाशनम् +कल्मषनाशिनीम् +कल्मषम् +कल्मषाः +कल्मषाणां +कल्मषाणि +कल्मषात् +कल्मषापहम् +कल्मषे +कल्मषो +कल्माष +कल्माषं +कल्माषः +कल्माषग्रीवो +कल्माषपाद +कल्माषपादः +कल्माषपादस्य +कल्माषपादो +कल्माषमजं +कल्माषम् +कल्माषवेणुना +कल्माषा +कल्माषाः +कल्माषी +कल्माषीं +कल्य +कल्यं +कल्यः +कल्यत +कल्यतराश्रयः +कल्यतां +कल्यताम् +कल्यते +कल्यतो +कल्यन्ते +कल्यब्दे +कल्यमिति +कल्यमुत्थाय +कल्यमुषः +कल्यमेव +कल्यमेवोत्थाय +कल्यम् +कल्या +कल्यां +कल्याः +कल्याण +कल्याणं +कल्याणः +कल्याणकं +कल्याणकरं +कल्याणकरः +कल्याणकरम् +कल्याणकाः +कल्याणकारक +कल्याणकारकं +कल्याणकारकः +कल्याणकारिणः +कल्याणकारिणि +कल्याणकारिणी +कल्याणकारिण्यः +कल्याणकारी +कल्याणकृत् +कल्याणकृत्कश्चिद्दुर्गतिं +कल्याणको +कल्याणकौतुकं +कल्याणकौतुकम् +कल्याणक्रोडा +कल्याणगुणशालिनी +कल्याणगुणाः +कल्याणगुणैः +कल्याणगुदा +कल्याणजी +कल्याणञ्च +कल्याणतमं +कल्याणतरं +कल्याणतरवादिनीम् +कल्याणदं +कल्याणदा +कल्याणदानः +कल्याणदासः +कल्याणधर्मा +कल्याणनगरं +कल्याणनगरे +कल्याणनिधये +कल्याणपञ्चमीकः +कल्याणपीयूषव्याख्या +कल्याणपीयूषव्याख्यासमेता +कल्याणपुत्राः +कल्याणपुर +कल्याणपुरं +कल्याणपुरे +कल्याणप्रकृतेः +कल्याणबुद्धिं +कल्याणबुद्धिना +कल्याणमकरवमित्युभे +कल्याणमन्दिरस्तोत्रम् +कल्याणमस्तु +कल्याणमिति +कल्याणमित्रं +कल्याणमित्रः +कल्याणमित्रता +कल्याणमित्रमागम्य +कल्याणमित्रस्य +कल्याणमुत्तमम् +कल्याणमूर्तिः +कल्याणमेव +कल्याणम् +कल्याणरूपं +कल्याणरूपा +कल्याणवती +कल्याणवर्मणः +कल्याणवर्मा +कल्याणवहा +कल्याणवादसुखितां +कल्याणवृष्टिस्तवः +कल्याणसंपर्कः +कल्याणसप्तमीम् +कल्याणसहायता +कल्याणस्य +कल्याणस्रोत +कल्याणहेतवे +कल्याणा +कल्याणाः +कल्याणाचारा +कल्याणानां +कल्याणानि +कल्याणाभिजनः +कल्याणाय +कल्याणार्थं +कल्याणाशय +कल्याणाशया +कल्याणि +कल्याणिका +कल्याणिनी +कल्याणी +कल्याणीं +कल्याणीः +कल्याणीचालुक्याः +कल्याणीचालुक्यानां +कल्याणीपञ्चमा +कल्याणीप्रियः +कल्याणीभिः +कल्याणीम् +कल्याणे +कल्याणेति +कल्याणेन +कल्याणेषु +कल्याणैः +कल्याणो +कल्याण् +कल्याण्यः +कल्याण्या +कल्याण्यां +कल्याण्याः +कल्याण्यादीनामिनङ् +कल्याण्यै +कल्याण्य् +कल्यादौ +कल्यानि +कल्ये +कल्येत +कल्यो +कल्यौ +कल्ल +कल्लं +कल्लते +कल्ला +कल्लिनाथमते +कल्लोल +कल्लोलः +कल्लोललोलं +कल्लोला +कल्लोलाः +कल्लोलानां +कल्लोले +कल्लोलैः +कल्हण +कल्हणः +कल्हणकृत +कल्हणस्य +कल्हत्तगिरिजलपातः +कल्हार +कल्हारं +कल्हारैः +कळ +कळगम् +कळभ्राः +कळमें +कळले +कळस +कळा +कळे +कव +कवं +कवः +कवक +कवकं +कवकम् +कवकानि +कवच +कवचं +कवचः +कवचञ्च +कवचन +कवचनम् +कवचनस्य +कवचने +कवचमज्ञात्वा +कवचमन्त्रेण +कवचमिति +कवचमुत्तमम् +कवचमेव +कवचम् +कवचस्य +कवचस्यास्य +कवचहरः +कवचानां +कवचानि +कवचाय +कवचितो +कवचिनः +कवचिनश्च +कवचिनां +कवचिने +कवचिनो +कवची +कवचे +कवचेन +कवचेनावकुण्ठयेत् +कवचेनावकुण्ठ्य +कवचेनावगुण्ठयेत् +कवचेनावगुण्ठ्य +कवचेनैव +कवचेभ्यः +कवचेषु +कवचैः +कवचो +कवचोऽस्त्रियाम् +कवड +कवडः +कवडो +कवतीषु +कवते +कवतेर्यङि +कवतेर्वा +कवत् +कवद्भावः +कवन +कवनं +कवनम् +कवनीयं +कवन्धम् +कवय +कवयः +कवयति +कवयश्च +कवयस्तस्य +कवयस्तु +कवयस्त्वयि +कवयामि +कवयितुः +कवयित्री +कवयी +कवये +कवयो +कवयोऽपि +कवयोऽप्यत्र +कवर +कवरं +कवरः +कवरत्ती +कवरी +कवरीं +कवर् +कवर्ग +कवर्गं +कवर्गः +कवर्गनिवृत्त्यर्थम् +कवर्गस्य +कवर्गा +कवर्गादेश +कवर्गादेशः +कवर्गादेशो +कवर्गे +कवर्गो +कवर्धामण्डलम् +कवर्ष +कवल +कवलं +कवलः +कवलग्रहः +कवलग्रहाः +कवलनस्ययोः +कवलयति +कवलयन् +कवलस्य +कवला +कवलाः +कवलानि +कवलान् +कवलिकां +कवलित +कवलितं +कवलितप्रजः +कवलिता +कवलिताः +कवलीकरोति +कवलीकृतः +कवलीकृताः +कवलीचकार +कवले +कवलेन +कवलैः +कवलो +कवळागुहाः +कवष +कवषं +कवषः +कवषस्यार्षं +कवषो +कवष्यः +कवष्यो +कवा +कवाक्यता +कवाट +कवाटं +कवाटः +कवाटकम् +कवाटम् +कवाटस्य +कवाटानि +कवाटिका +कवाटे +कवाळं +कवि +कविं +कविः +कविकण्ठाभरणम् +कविकण्ठाभरणे +कविकर्णपूरः +कविकर्म +कविकर्मणि +कविकर्मणे +कविकर्माणि +कविकल्प +कविकल्पदुमः +कविकल्पद्रमः +कविकल्पद्रुम +कविकल्पद्रुमः +कविकल्पद्रुमटीकायां +कविकल्पद्रुमे +कविकल्पलता +कविकल्पलतायां +कविकल्पलतायाम् +कविकल्पितं +कविकल्पितम् +कविका +कविकुलगुरुः +कविकुलगुरोः +कविक्रतुं +कविक्रतुः +कविक्रतुमर्चामि +कविक्रतुम् +कविक्ष्मापतिः +कविगता +कविगिरां +कविचक्रवर्ती +कविच्छदा +कवित +कवितमं +कवितमः +कवितया +कवितरो +कविता +कवितां +कविताः +कविताओं +कविताकामिनी +कवितानां +कवितायां +कवितायाः +कवितार्किकसिंहस्य +कविताशाखां +कवितासङ्ग्रहः +कवितासु +कवितुः +कविते +कवितेव +कवित् +कवित्व +कवित्वं +कवित्वबीजं +कवित्वम् +कवित्वस्य +कवित्वे +कवित्वेन +कविधानं +कविधानमिति +कविधानम् +कविधौ +कविन +कविना +कविनाम +कविनिबद्धस्य +कविनिबद्धो +कविनेति +कविनैव +कविन्न +कविन्नास्ति +कविपण्डितश्रीहर्षस्य +कविपरिचयः +कविपुङ्गवैः +कविप्रयोगः +कविप्रयोगेषु +कविप्रिया +कविप्रौढोक्तिनिष्पादितेन +कविप्रौढोक्तिसिद्धेन +कविभि +कविभिः +कविभिरिति +कविभिरुच्यते +कविभिर्जुषाणा +कविभिर्न +कविभिर्मेधाविभिः +कविभी +कविभेदे +कविभ्यः +कविभ्यो +कविमग्निमुप +कविमिति +कविमिवप्र +कविम् +कवियशःप्रार्थी +कवियो +कवियों +कविरग्निर्हव्यान्यक्रमीत् +कविरञ्जनाय +कविरपि +कविरभिष्टुतः +कविरमितौजा +कविरयं +कविरसि +कविरसौ +कविरहस्यं +कविरहस्यम् +कविरहस्ये +कविरागत्य +कविराज +कविराजः +कविराजराजिमुकुटालंकारहीरः +कविराजस्य +कविराजो +कविरानन्दवर्धनः +कविरासीत् +कविराह +कविरिति +कविरिव +कविरुत्प्रेक्षते +कविरेकः +कविरेव +कविर् +कविर्गृहपतिर्युवा +कविर्देववीतये +कविर्न +कविर्भवति +कविर्भवेत् +कविर्भार्गवः +कविर्भास्करः +कविर्मधु +कविर्मनीषी +कविर्मेधावी +कविर्यः +कविर्यज्ञस्य +कविर्वयांसि +कविर्वाग्मी +कविर्विद्वान् +कविर्विप्रेण +कविर्विभुः +कविर्वेधस्या +कविवंशवर्णनम् +कविवचनम् +कविवदने +कविवरः +कविवरस्य +कविवरा +कविवरेण +कविवरेण्यः +कविवरैः +कविवरो +कविवाक्यं +कविविरचितया +कविविशेषः +कविशब्दः +कविशस्त +कविशस्तः +कविशस्ता +कविशस्ताः +कविशस्तो +कविशिक्षा +कविश्च +कविश्रीकालिदासकविवराग्रणीकृतावृतुसंहारे +कविश॒स्ता +कविषु +कविसंग्रहेण +कविसमयः +कविसमये +कविस् +कविस्तथा +कविस्तुतिव्रज्या +कविहृदयं +कविऽक्रतुः +कविऽभिः +कविꣳ +कवी +कवीति +कवीना +कवीनां +कवीनामपि +कवीनामिति +कवीनामिव +कवीनामुपमश्रवस्तमम् +कवीनामुशना +कवीनामृतेन +कवीनामृषिर्विप्राणां +कवीनाम् +कवीन् +कवीन्द्र +कवीन्द्रः +कवीन्द्रश्च +कवीन्द्रस्य +कवीन्द्रा +कवीन्द्राः +कवीन्द्राणां +कवीन्द्रैः +कवीन्द्रो +कवीन्द्रोक्तिषु +कवीयमानः +कवीश्वर +कवीश्वरः +कवीश्वरा +कवीश्वराः +कवीश्वराणां +कवीश्वराणाम् +कवीश्वरैः +कवी॒नां +कवी॒नाम् +कवे +कवेः +कवेति +कवेरन्तर्गतं +कवेरपि +कवेरभिप्रायः +कवेरस्य +कवेरिति +कवेरुक्तिः +कवेर्वचः +कवेश्च +कवेस्तस्य +कवे॒ +कवोष्णं +कवोष्णम् +कवोष्णेन +कवौ +कव् +कव्य +कव्यं +कव्यञ्च +कव्यध्वरपृतनस्य +कव्यध्वरपृतनस्यर्चि +कव्यपुरीषपुरीष्येषु +कव्यमला +कव्यम् +कव्यवाहन +कव्यवाहनं +कव्यवाहनः +कव्यवाहनम् +कव्यवाहनाय +कव्यवाहनायेति +कव्यस्य +कव्या +कव्यादांश्च +कव्यानि +कव्याय +कव्युक्तिः +कव्ये +कव्येन +कव्यैः +कव्यैर्यमो +कव्योऽसि +कव्वं +कश +कशः +कशततमोऽध्यायः +कशति +कशब्दः +कशब्दस्य +कशया +कशा +कशां +कशाः +कशाघातं +कशानां +कशाभिः +कशाभिस्ताडयित्वा +कशा॑ +कशा॒ +कशि +कशिपु +कशिपुं +कशिपुः +कशिपोः +कशिपौ +कशी +कशीका +कशीकेव +कशुः +कशे +कशेः +कशेति +कशेरिति +कशेरु +कशेरुं +कशेरुः +कशेरुक +कशेरुकं +कशेरुकः +कशेरुकम् +कशेरुकस्य +कशेरुका +कशेरुकाः +कशेरुकाणां +कशेरुके +कशेरुणि +कशेरुमांस्ताम्रवर्णो +कशेरुमान् +कशेरुशकलं +कशेरुश्च +कशो +कश् +कश्च +कश्चन +कश्चनः +कश्चनापि +कश्चनार्थो +कश्चनेति +कश्चनैनम् +कश्चन् +कश्चन्द्र +कश्चात्र +कश्चान्यः +कश्चायं +कश्चासौ +कश्चाहं +कश्चि +कश्चिच् +कश्चिच्च +कश्चिच्चेतनः +कश्चिच्छक्नोति +कश्चिच्छब्दः +कश्चिच्छब्दो +कश्चिच्छब्दोऽस्ति +कश्चिच्छृणोति +कश्चिच्छ्राद्धः +कश्चिज् +कश्चिज्जटिलस्तपोवनं +कश्चिज्जनः +कश्चिज्जनिता +कश्चिज्जनो +कश्चिज्जातु +कश्चिज्जानाति +कश्चिज्जायते +कश्चित +कश्चितु +कश्चित् +कश्चित्कंचिदाह +कश्चित्कर्तुमर्हति +कश्चित्कान्ताविरहगुरुणा +कश्चित्कालं +कश्चित्किं +कश्चित्कुरुते +कश्चित्कोऽपि +कश्चित्क्षणमपि +कश्चित्तं +कश्चित्तत्र +कश्चित्तथा +कश्चित्तदा +कश्चित्तपस्वी +कश्चित्तव +कश्चित्तस्य +कश्चित्तु +कश्चित्ते +कश्चित्तेषां +कश्चित्त्रिषु +कश्चित्त्वं +कश्चित्त्वया +कश्चित्त्वां +कश्चित्पदार्थः +कश्चित्पश्यति +कश्चित्पाठः +कश्चित्पुरुषः +कश्चित्पुरुषो +कश्चित्पृच्छति +कश्चित्प्रतीक्ष्यताम् +कश्चित्प्राणी +कश्चित्स +कश्चित्संबन्धः +कश्चित्सत्त्वः +कश्चित्सत्त्वो +कश्चित्समागतः +कश्चित्सहते +कश्चित्सुखं +कश्चित्स्यात् +कश्चित्‌ +कश्चिद +कश्चिदंशः +कश्चिदतिवर्तते +कश्चिदतिशयः +कश्चिदतिशयो +कश्चिदत्र +कश्चिदन्य +कश्चिदन्यः +कश्चिदन्यो +कश्चिदन्योऽपि +कश्चिदन्वयी +कश्चिदपर +कश्चिदपरः +कश्चिदपराध +कश्चिदपरो +कश्चिदपि +कश्चिदप्यस्ति +कश्चिदब्रवीत् +कश्चिदब्रवीत्तच्छृणवामेति +कश्चिदभियोक्तारं +कश्चिदभ्युपैति +कश्चिदभ्येत्य +कश्चिदयं +कश्चिदर्थ +कश्चिदर्थं +कश्चिदर्थः +कश्चिदर्थव्यपाश्रयः +कश्चिदर्थो +कश्चिदर्थोऽभिधीयते +कश्चिदर्थोऽस्ति +कश्चिदलंकारः +कश्चिदवारयत् +कश्चिदविषयो +कश्चिदसुरः +कश्चिदस्ति +कश्चिदस्तीति +कश्चिदस्तीत्यर्थः +कश्चिदस्तीह +कश्चिदस्य +कश्चिदागतः +कश्चिदागत्य +कश्चिदात्मा +कश्चिदादीनवो +कश्चिदानन्द +कश्चिदाययौ +कश्चिदायाति +कश्चिदासीदयोध्यायां +कश्चिदास्ते +कश्चिदाह +कश्चिदिच्छति +कश्चिदिति +कश्चिदित्यर्थः +कश्चिदित्यस्य +कश्चिदित्यादि +कश्चिदित्येवं +कश्चिदिमं +कश्चिदिह +कश्चिदीक्ष्यते +कश्चिदुच्यते +कश्चिदुपजायते +कश्चिदुपयोगः +कश्चिदुपयोगो +कश्चिदुपलभ्यते +कश्चिदुपाय +कश्चिदुपायः +कश्चिदुपायो +कश्चिदुपायोऽत्र +कश्चिदुपायोऽस्ति +कश्चिदृषिः +कश्चिदृषिर्वा +कश्चिदेक +कश्चिदेकः +कश्चिदेकदेशस्थः +कश्चिदेकेन +कश्चिदेको +कश्चिदेकोऽपि +कश्चिदेनं +कश्चिदेनमाश्चर्यवद्वदति +कश्चिदेनम् +कश्चिदेव +कश्चिदेवं +कश्चिदेवात्र +कश्चिदेष +कश्चिदोषः +कश्चिद् +कश्चिद्गुणः +कश्चिद्दृश्यते +कश्चिद्देवो +कश्चिद्दोष +कश्चिद्दोषः +कश्चिद्दोषो +कश्चिद्दोषोऽस्ति +कश्चिद्द्विजो +कश्चिद्धर्म +कश्चिद्धर्मः +कश्चिद्धर्मो +कश्चिद्धि +कश्चिद्धीरः +कश्चिद्बन्धुरवशिष्यत +कश्चिद्ब्रह्मोद्यं +कश्चिद्ब्राह्मणः +कश्चिद्ब्राह्मणो +कश्चिद्भवति +कश्चिद्भविष्यति +कश्चिद्भावो +कश्चिद्भेदः +कश्चिद्यः +कश्चिद्यतति +कश्चिद्यदि +कश्चिद्युवा +कश्चिद्येन +कश्चिद्यो +कश्चिद्योगी +कश्चिद्रागी +कश्चिद्राजा +कश्चिद्वज्रपाणे +कश्चिद्वदति +कश्चिद्वा +कश्चिद्वि +कश्चिद्विद्यते +कश्चिद्विद्वान् +कश्चिद्विप्रः +कश्चिद्विरोध +कश्चिद्विरोधः +कश्चिद्विरोधो +कश्चिद्विवक्षितः +कश्चिद्विशेष +कश्चिद्विशेषः +कश्चिद्विशेषो +कश्चिद्विशेषोऽस्ति +कश्चिद्वीरो +कश्चिद्वेत्ति +कश्चिद्वै +कश्चिद्वैष्णवो +कश्चिद्व्याख्यातवान् +कश्चिन +कश्चिन् +कश्चिन्न +कश्चिन्नरः +कश्चिन्नरकं +कश्चिन्नरो +कश्चिन्नान्यो +कश्चिन्नापराध्यति +कश्चिन्नापि +कश्चिन्नाम +कश्चिन्नावसीदति +कश्चिन्नास्ति +कश्चिन्नास्तीति +कश्चिन्नियमः +कश्चिन्नृपः +कश्चिन्नैव +कश्चिन्मत्तो +कश्चिन्मध्ये +कश्चिन्मनुष्यः +कश्चिन्मनुष्यो +कश्चिन्मन्येत +कश्चिन्मम +कश्चिन्मया +कश्चिन्मयि +कश्चिन्मा +कश्चिन्मां +कश्चिन्मार्षा +कश्चिन्मुच्यते +कश्चिन्मे +कश्चिन्म्रियते +कश्चुम्बति +कश्चेति +कश्चैव +कश्चैष +कश्च॒न +कश्मल +कश्मलं +कश्मलमिदं +कश्मलमिह +कश्मलम् +कश्मला +कश्मले +कश्मलेन +कश्मलैः +कश्मी +कश्मीर +कश्मीरं +कश्मीरदेशे +कश्मीरमण्डलम् +कश्मीरमण्डले +कश्मीरा +कश्मीराः +कश्मीरान् +कश्मीरी +कश्मीरीभाषा +कश्मीरे +कश्मीरेभ्यो +कश्मीरेषु +कश्य +कश्यं +कश्यः +कश्यते +कश्यप +कश्यपं +कश्यपः +कश्यपग्रीवा +कश्यपदायादा +कश्यपदायादाः +कश्यपनन्दन +कश्यपनन्दनः +कश्यपपत्नी +कश्यपपत्न्या +कश्यपप्रोक्ते +कश्यपप्रोते +कश्यपम् +कश्यपव्रतं +कश्यपव्रतम् +कश्यपश्च +कश्यपश्चापि +कश्यपश्चैव +कश्यपस्तथा +कश्यपस्तदा +कश्यपस्तस्य +कश्यपस्तु +कश्यपस्य +कश्यपस्यात्मजो +कश्यपस्यार्षं +कश्यपस्याश्रमं +कश्यपस्याश्रमे +कश्यपस्यौरसः +कश्यपा +कश्यपाः +कश्यपाज्जज्ञे +कश्यपात् +कश्यपात्तु +कश्यपात्मज +कश्यपात्मजः +कश्यपात्मजाः +कश्यपादयः +कश्यपादिति +कश्यपादिभिः +कश्यपाद् +कश्यपानां +कश्यपाय +कश्यपाश्रमम् +कश्यपे +कश्यपेन +कश्यपेनापि +कश्यपो +कश्यपोते +कश्यपोपमः +कश्यपोऽत्रिर्भरद्वाजो +कश्यपोऽत्रिश्च +कश्यपोऽथ +कश्यपोऽनुष्टुप्प्रजापतिः +कश्यपोऽनुष्टुबिन्द्रः +कश्यपोऽपि +कश्यपोऽब्रवीत् +कश्यपोऽसितो +कश्या +कश्र्चित् +कश्वित् +कश्श +कश॑या +कष +कषं +कषः +कषति +कषतीति +कषतीत्यर्थः +कषन्ति +कषपट्टिका +कषपट्टिकेव +कषलसकत्थस्रम्भः +कषा +कषां +कषादिषु +कषाय +कषायं +कषायः +कषायकः +कषायकटुका +कषायकटुतिक्तकम् +कषायकटुतिक्तकैः +कषायकटुतिक्तानि +कषायकम् +कषायकैः +कषायचूर्णं +कषायचूर्णम् +कषायञ्च +कषायता +कषायतिक्तमधुरं +कषायतिक्तमधुराः +कषायतिक्तमधुरैः +कषायत्वं +कषायत्वम् +कषायन्तु +कषायपक्तिः +कषायपाकेन +कषायमधुरं +कषायमधुरः +कषायमधुरा +कषायमधुराः +कषायमधुरो +कषायमवतारयेत् +कषायमिति +कषायम् +कषायरक्तः +कषायरसः +कषायश्च +कषायस्तु +कषायस्य +कषाया +कषायांश्च +कषायाः +कषायाणां +कषायाणाम् +कषायाणि +कषायानुरसं +कषायानुरसः +कषायानुरसो +कषायान् +कषायाम्लं +कषायाम्ला +कषायाश्च +कषायितस्तनी +कषायिते +कषायी +कषाये +कषायेण +कषायेति +कषायेन +कषायेषु +कषायैः +कषायैर् +कषायैर्वृहतीविमिश्रितैः +कषायैश्च +कषायो +कषायोष्णं +कषायोष्णः +कषायोष्णा +कषायोष्णो +कषायोऽस्त्री +कषायौ +कषि +कषिता +कषीका +कषे +कषेः +कष् +कष्ट +कष्टं +कष्टः +कष्टकरं +कष्टकरम् +कष्टकल्पनया +कष्टकाले +कष्टतः +कष्टतपसे +कष्टतमं +कष्टतमः +कष्टतमो +कष्टतरं +कष्टतरः +कष्टतरम् +कष्टतरा +कष्टतरो +कष्टता +कष्टत्वं +कष्टत्वम् +कष्टदो +कष्टमपि +कष्टमहो +कष्टमिति +कष्टमित्यर्थः +कष्टमिदं +कष्टमेतत्त्रिकं +कष्टमेव +कष्टम् +कष्टयोगादिनेति +कष्टश्रितः +कष्टसाध्य +कष्टसाध्यः +कष्टसाध्यकम् +कष्टसाध्यकौ +कष्टसाध्यम् +कष्टसाध्या +कष्टसाध्याः +कष्टसाध्ये +कष्टसाध्यो +कष्टस्य +कष्टा +कष्टां +कष्टाः +कष्टात् +कष्टात्कष्टतरं +कष्टादपि +कष्टानां +कष्टानि +कष्टाय +कष्टायते +कष्टायां +कष्टासु +कष्टे +कष्टेति +कष्टेन +कष्टैः +कष्टो +कष्टौ +कष्ठ +कष्ठं +कष्तं +कष्यते +कस +कसं +कसः +कसति +कसनं +कसन्तेभ्यो +कसब् +कसम् +कसस्य +कसा +कसां +कसाम् +कसाम्बु +कसि +कसी +कसु +कसुः +कसुन् +कसुश्च +कसे +कसेः +कसेन् +कसेरु +कसेरुः +कसेरुकम् +कसेरुका +कसेरुश्च +कसै +कसो +कसोरिया +कसौ +कसौटी +कस् +कस्क +कस्कः +कस्कादि +कस्कादित्वात्सः +कस्कादिषु +कस्को +कस्त +कस्तं +कस्तत् +कस्तत्र +कस्तथा +कस्तदा +कस्तद्वेद +कस्तमिन्द्र +कस्तर्हि +कस्तव +कस्तस्य +कस्तस्या +कस्तस्याः +कस्ता +कस्तां +कस्तातः +कस्तान् +कस्तावत् +कस्तिष्ठति +कस्तु +कस्तुरी +कस्तू +कस्तूरबा +कस्तूरभाई +कस्तूरा +कस्तूरि +कस्तूरिकया +कस्तूरिका +कस्तूरिकां +कस्तूरिकामोदः +कस्तूरिकाया +कस्तूरिकायाः +कस्तूरिमृगः +कस्तूरी +कस्तूरीं +कस्तूरीकुंकुमाक्तं +कस्तूरीकुंकुमान्वितम् +कस्तूरीकुङ्कुमान्वितम् +कस्तूरीति +कस्तूरीतिलकं +कस्तूरीबिंदुना +कस्तूरीबिन्दुना +कस्तूरीबिन्दुभिः +कस्तूर्या +कस्तूर्यां +कस्तूर्य्यां +कस्तूर्य्याम् +कस्ते +कस्तेन +कस्तेषां +कस्ते॑ +कस्ते॒ +कस्त्राता +कस्त्व +कस्त्वं +कस्त्वदपरः +कस्त्वमसि +कस्त्वमिति +कस्त्वमित्याह +कस्त्वम् +कस्त्वया +कस्त्वा +कस्त्वां +कस्त्वा॑ +कस्त्वा॒ +कस्त्वेति +कस्त॑ +कस्थ +कस्थले +कस्प +कस्म +कस्मा +कस्माच +कस्माच् +कस्माच्च +कस्माच्चन +कस्माच्चित् +कस्माच्चिद् +कस्माच्छोचसि +कस्मात +कस्मात् +कस्मात्कथं +कस्मात्कारणात् +कस्मात्कृतं +कस्मात्तत्र +कस्मात्तथा +कस्मात्तव +कस्मात्तानि +कस्मात्तु +कस्मात्ते +कस्मात्त्वं +कस्मात्त्वया +कस्मात्पुनः +कस्मात्पुनरपि +कस्मात्पुनरेवं +कस्मात्स +कस्मात्सा +कस्मात्‌ +कस्माद +कस्मादत्र +कस्मादनुतिष्ठामि +कस्मादन्यत्र +कस्मादपि +कस्मादयं +कस्मादयमात्मा +कस्मादस्य +कस्मादहं +कस्मादासां +कस्मादिति +कस्मादित्यत +कस्मादित्यादिना +कस्मादित्याह +कस्मादिदं +कस्मादियं +कस्मादिव +कस्मादिह +कस्मादिहागतः +कस्मादुच्यत +कस्मादुच्यते +कस्मादेते +कस्मादेव +कस्मादेवं +कस्मादेवमुच्यसे +कस्मादेवम् +कस्मादेवात्र +कस्मादेष +कस्माद् +कस्माद्धि +कस्माद्धेतोः +कस्माद्भयं +कस्माद्भवति +कस्माद्यूयं +कस्माद्रोदिषि +कस्माद्वयं +कस्माद्वा +कस्माद्वै +कस्मान् +कस्मान्न +कस्मान्नस्यादिति +कस्मान्नाभिश्रद्दधास्ये +कस्मान्नु +कस्मान्नेष्यते +कस्मान्नो +कस्मान्नोच्यते +कस्मान्मन्युर्न +कस्मान्मम +कस्मान्मया +कस्मान्मां +कस्मान्मूलात्प्ररोहति +कस्मान्मे +कस्मि +कस्मिँश्चित् +कस्मिँश्चिदपि +कस्मिं +कस्मिंश् +कस्मिंश्च +कस्मिंश्चन +कस्मिंश्चित् +कस्मिंश्चित्कारणांतरे +कस्मिंश्चित्कारणान्तरे +कस्मिंश्चित्कालपर्यये +कस्मिंश्चित्काले +कस्मिंश्चित्पात्रे +कस्मिंश्चित्प्रदेशे +कस्मिंश्चित्समये +कस्मिंश्चिदथ +कस्मिंश्चिदपि +कस्मिंश्चिदर्थे +कस्मिंश्चिदेव +कस्मिंश्चिद् +कस्मिंश्चिद्दिने +कस्मिंश्चिद्दिवसे +कस्मिंश्चिद्देशे +कस्मिंश्चिद्वनोद्देशे +कस्मिंश्चिन् +कस्मिंस्तीर्थे +कस्मिञ्चित् +कस्मिन् +कस्मिन्कार्ये +कस्मिन्काले +कस्मिन्कुले +कस्मिन्गुणे +कस्मिन्चित् +कस्मिन्देशे +कस्मिन्न +कस्मिन्नङ्गे +कस्मिन्नपि +कस्मिन्नर्थे +कस्मिन्नहमुत्क्रान्त +कस्मिन्निति +कस्मिन्निव +कस्मिन्नु +कस्मिन्नुद्देशे +कस्मिन्नेव +कस्मिन्न् +कस्मिन्प्रतिष्ठित +कस्मिन्प्रतिष्ठितः +कस्मिन्प्रदेशे +कस्मिन्मासे +कस्मिन्वंशे +कस्मिन्वा +कस्मिन्सति +कस्मिन्समये +कस्मिन्स्थाने +कस्मिश्च +कस्मिश्चित् +कस्मिश्चिदधिष्ठाने +कस्मिश्चिदपि +कस्मि॑न् +कस्मै +कस्मैचन +कस्मैचित् +कस्मैचिदपि +कस्मैचिदप्यहम् +कस्मैचिदेव +कस्मैचिद् +कस्मै॑ +कस्मै॒ +कस्य +कस्यं +कस्यः +कस्यचन +कस्यचनापि +कस्यचि +कस्यचिच् +कस्यचिच्च +कस्यचिज्जीवस्य +कस्यचिज्ज्ञाननिश्चयः +कस्यचित +कस्यचित् +कस्यचित्कार्यस्य +कस्यचित्कालस्य +कस्यचित्क्वचित् +कस्यचित्तु +कस्यचित्त्वथ +कस्यचित्त्वथकालस्य +कस्यचित्पक्षं +कस्यचित्पदार्थस्य +कस्यचित्पापं +कस्यचित्पापम् +कस्यचित्पुरुषस्य +कस्यचित्प्राणिनो +कस्यचित्सत्त्वस्य +कस्यचित्‌ +कस्यचिद +कस्यचिदन्यस्य +कस्यचिदपि +कस्यचिदभावात् +कस्यचिदर्थस्य +कस्यचिदस्ति +कस्यचिदाख्यातं +कस्यचिदात्मसंस्था +कस्यचिदारोपः +कस्यचिदिति +कस्यचिदित्यर्थः +कस्यचिदुक्तिः +कस्यचिदेकस्य +कस्यचिदेव +कस्यचिद् +कस्यचिद्धर्मस्य +कस्यचिद्धि +कस्यचिद्ध्वनिभेदस्य +कस्यचिद्बहुफलं +कस्यचिद्ब्राह्मणस्य +कस्यचिद्भवति +कस्यचिद्भवेत् +कस्यचिद्योगः +कस्यचिद्रसस्य +कस्यचिद्वस्तुनः +कस्यचिद्वस्तुनो +कस्यचिद्वा +कस्यचिद्विशेषस्य +कस्यचिन् +कस्यचिन्न +कस्यचिन्नैव +कस्यचिन्मत +कस्यचिन्मते +कस्यचिन्मया +कस्यचिन्मा +कस्यते +कस्यपि +कस्यस्विद्धनम् +कस्या +कस्यां +कस्यांचित् +कस्यांचिदपि +कस्यांचिदप्यवस्थायां +कस्यांचिदवस्थायां +कस्यांचिदापदि +कस्यांश्चित् +कस्याः +कस्याग्रतो +कस्याचित् +कस्याज्ञानतिमिरपटलपर्यवनद्धनेत्रस्य +कस्याञ्चित् +कस्याञ्चिदापदि +कस्याञ्चिद् +कस्यात्मवतो +कस्यात्यन्तं +कस्यात्र +कस्याद्य +कस्यानवरोपितानि +कस्यान्यस्य +कस्यापवादः +कस्यापि +कस्यापीति +कस्यापीत्यर्थः +कस्याप्यन्यस्य +कस्याप्यर्थस्य +कस्यामपि +कस्यामवस्थायां +कस्याम् +कस्यायं +कस्यायमिति +कस्यायम् +कस्यार्थं +कस्यार्थाय +कस्यार्थे +कस्यावरोपितानि +कस्याविद्येति +कस्याश् +कस्याश्चन +कस्याश्चित् +कस्याश्चिदपि +कस्याश्चिदभिशस्त्या +कस्याश्चिद् +कस्यासि +कस्यासौ +कस्यास्ति +कस्यास्तु +कस्याहं +कस्याऽपि +कस्याऽसि +कस्ये +कस्येत +कस्येति +कस्येत् +कस्येदं +कस्येदमिति +कस्येदानीं +कस्येमे +कस्येयं +कस्येव +कस्येह +कस्यै +कस्यैतत् +कस्यैतत्सुखं +कस्यैतानि +कस्यैते +कस्यैनं +कस्यैव +कस्यैष +कस्यैषा +कस्योपरि +कस्य॑ +कस्य॒ +कस्स +कस्सविता +कस्सि +कस्सिं +कह +कहँ +कहं +कहइस्सं +कहउँ +कहकर +कहत +कहता +कहती +कहते +कहतेहैं +कहन +कहना +कहनी +कहने +कहनेपर +कहनेवाले +कहल +कहलाता +कहलाती +कहलाते +कहलाया +कहलाये +कहहिं +कहहु +कहा +कहाँ +कहां +कहागया +कहाजाता +कहाता +कहाती +कहाते +कहानी +कहाहै +कहि +कहिँ +कहिं +कहिंचित् +कहिअ +कहिए +कहिङ्गुभिः +कहिदं +कहिये +कहिहउँ +कही +कहीं +कहीगई +कहुँ +कहूँ +कहूँगा +कहूं +कहे +कहें +कहेंगे +कहेइ +कहेउ +कहेदु +कहेमि +कहेहि +कहेहैं +कहै +कहैं +कहो +कहोड +कहोडं +कहोडः +कहोलं +कहोलः +कहोलो +कहौ +कह्ते +कह्लार +कह्लारं +कह्लारम् +कह्लारैः +कऺशीर +क़ +क़् +कऽ +का +काँ +काँकुड +काँचा +काँटा +काँटाल +काँटे +काँव +काँश्चन +काँश्चिद् +काँस्कानिति +काँस्कान् +कां +कांक्षंति +कांक्षति +कांक्षते +कांक्षन्ति +कांक्षन्ते +कांक्षा +कांक्षामः +कांक्षायाम् +कांक्षितं +कांक्षितम् +कांक्षी +कांक्षे +कांगो +कांग् +कांग्रेस +कांग्रेस् +कांच +कांचन +कांचनं +कांचनमालिनी +कांचनम् +कांचनाऽऽहुति +कांचनी +कांचनीं +कांचने +कांचनेन +कांचनैः +कांचित् +कांचिदेव +कांचिद् +कांची +कांचीं +कांजिकं +कांजिके +कांजिकेन +कांटा +कांत +कांतं +कांतः +कांतपाषाणं +कांतया +कांतस्य +कांता +कांतां +कांताय +कांतारे +कांति +कांतिं +कांतिः +कांतिमती +कांते +कांतेन +कांतो +कांतौ +कांत्या +कांदिशीका +कांदिशीको +कांपने +कांपिल्ये +कांबोजाः +कांभरेयं +कांभरेयो +कांशीरामनगरमण्डलम् +कांशेन +कांश्च +कांश्चन +कांश्चि +कांश्चिच्च +कांश्चित् +कांश्चिदिति +कांश्चिद् +कांसं +कांस्कान् +कांस्तु +कांस्य +कांस्यं +कांस्यः +कांस्यकारः +कांस्यजं +कांस्यजे +कांस्यञ्च +कांस्यतालादिकं +कांस्यदोहनाः +कांस्यदोहनाम् +कांस्यदोहां +कांस्यपदकं +कांस्यपात्रं +कांस्यपात्रञ्च +कांस्यपात्रस्थं +कांस्यपात्रे +कांस्यपात्रेण +कांस्यपात्र्यां +कांस्यभाजनम् +कांस्यभाजने +कांस्यभोजनम् +कांस्यभोजिन्यायेन +कांस्यमयं +कांस्यम् +कांस्ययुगम् +कांस्यलोहानां +कांस्यस्य +कांस्यादिपात्रे +कांस्यानां +कांस्यानि +कांस्याभं +कांस्ये +कांस्येन +कांस्योपदोहनां +कांस्योपदोहनाः +कांस्योपदोहां +काः +काइ +काई +काउन्सिल् +काऊण +काएड +काओ +काक +काकं +काकः +काककाष्ठं +काकचिञ्चा +काकचिञ्ची +काकचौ +काकजङ्घा +काकजङ्घायां +काकजङ्घावृक्षः +काकजम्बूः +काकजिह्वा +काकण +काकणं +काकणकं +काकणन्तिका +काकणिकः +काकणी +काकण्य् +काकतालमिति +काकतालमिव +काकतालशब्दौ +काकतालीयं +काकतालीयन्यायेन +काकतालीयम् +काकतालीययोगेन +काकतालीयवशाद्व्यज्यते +काकतालीयेन +काकतालीयो +काकतिक्ता +काकतिन्दुकः +काकतिवीररुद्रनृपतेः +काकतीन्द्रस्य +काकतीय +काकतीयाः +काकतीयानां +काकतीयैः +काकतुण्डिका +काकतुण्डी +काकतुण्डेन +काकतुण्ड्यां +काकतुण्ड्याश्च +काकनासा +काकनासां +काकनासिका +काकन्दी +काकपक्ष +काकपक्षः +काकपक्षधरं +काकपक्षधरः +काकपक्षधरो +काकपक्षधरौ +काकपदं +काकपदाकारं +काकपदी +काकपदे +काकपादी +काकपीलुः +काकपेया +काकबन्ध्या +काकमद्गु +काकमद्गुः +काकमांसं +काकमाचिका +काकमाची +काकमाचीं +काकमाचीद्रवं +काकमाचीफलम् +काकमाच्या +काकमाच्यां +काकमाच्याः +काकमुद्गा +काकम् +काकयोनिं +काकरुतं +काकरुते +काकलि +काकलिः +काकली +काकलीयुतः +काकल्यन्तरौ +काकल्या +काकल्याख्यनिषादकः +काकवंध्या +काकवत् +काकवन्ध्या +काकवर्णा +काकवल्लरी +काकवाहं +काकशङ्की +काकश् +काकश्च +काकस्तु +काकस्य +काकस्यागमनं +काकस्वरं +काका +काकांश्च +काकाः +काकाक्षिन्यायेन +काकाक्षिवदलक्षितः +काकागमनमिव +काकाङ्गी +काकाण्डः +काकाण्डी +काकादनी +काकादनीं +काकादयः +काकादि +काकादिभिः +काकादीनां +काकानां +काकानाम् +काकान् +काकाय +काकायुः +काकाश्च +काकाह्वा +काकिणिकेऽप्यर्थे +काकिणी +काकिणीं +काकिण्या +काकिण्यौ +काकिनाड +काकिनी +काकिनीं +काकी +काकीं +काकु +काकुं +काकुः +काकुत् +काकुत्थं +काकुत्स्थ +काकुत्स्थं +काकुत्स्थः +काकुत्स्थमिदमब्रवीत् +काकुत्स्थम् +काकुत्स्थस्य +काकुत्स्था +काकुत्स्थे +काकुत्स्थेन +काकुत्स्थो +काकुत्स्थौ +काकुद +काकुदं +काकुदः +काकुदम् +काकुदस्य +काकुप्रयोगेण +काकुभं +काकुभः +काकुरिति +काकुर्वा +काकुस्थः +काकुस्थपादुकाकारं +काकुस्थ्ययाथार्थ्यविलोकनस्य +काके +काकेति +काकेन +काकेन्दुः +काकेभ्यः +काकेभ्यो +काकेषु +काकै +काकैः +काकैरिव +काकैश्च +काकॊलूकीयम् +काको +काकोडुम्बरिका +काकोदर +काकोदरः +काकोदुम्बरिका +काकोरी +काकोल +काकोलं +काकोलः +काकोलिका +काकोली +काकोलीं +काकोलूककपोतानां +काकोलूकस्य +काकोलूकिका +काकोलूकीयम् +काकोले +काकोलो +काकोल्यां +काकोल्यादिः +काकोल्यादिश्च +काकोल्यादौ +काकोल्याम् +काकोल्यौ +काकोऽपि +काकौ +काक्का +काक्या +काक्याः +काक्वा +काक्ष +काक्षः +काक्षसेनिं +काक्षा +काक्षि +काक्षी +काक्षीव +काक्षीवत +काक्षीवतं +काक्षीवतः +काक्षीवतम् +काक्षीवतानि +काक्षीवती +काक्षीवतो +काख्यं +काख्या +काख्ये +काग +कागः +कागज +कागद +कागदं +कागमसहिते +कागवाडविधानसभाक्षेत्रम् +कागिनेले +काङ्कायनः +काङ्कायनो +काङ्कितं +काङ्केरमण्डलम् +काङ्को +काङ्क्ष +काङ्क्षति +काङ्क्षतीति +काङ्क्षतीत्यर्थः +काङ्क्षते +काङ्क्षन् +काङ्क्षन्त +काङ्क्षन्तः +काङ्क्षन्ति +काङ्क्षन्ती +काङ्क्षन्ते +काङ्क्षन्तो +काङ्क्षन्त्या +काङ्क्षमाणः +काङ्क्षमाणा +काङ्क्षमाणो +काङ्क्षया +काङ्क्षसि +काङ्क्षसे +काङ्क्षा +काङ्क्षां +काङ्क्षामि +काङ्क्षायां +काङ्क्षायाम् +काङ्क्षिणः +काङ्क्षितं +काङ्क्षितः +काङ्क्षितम् +काङ्क्षिता +काङ्क्षितानाम् +काङ्क्षितानि +काङ्क्षितो +काङ्क्षी +काङ्क्षे +काङ्क्षेत +काङ्क्षेत् +काङ्क्ष्यते +काङ्गेस् +काङ्गो +काङ्गोभाषाः +काङ्ग् +काङ्ग्रामण्डलम् +काङ्ग्रेस +काङ्ग्रेस् +काङ्ग्रेस्पक्षस्य +काच +काचं +काचः +काचकुप्यां +काचकूप्यां +काचतां +काचन +काचपात्रे +काचभाजने +काचमणेः +काचमूल्येन +काचम् +काचलवणम् +काचश्च +काचस्य +काचा +काचाक्ष +काचाक्षः +काचार् +काचि +काचिच्च +काचिच्छक्तिः +काचित +काचित् +काचित्करं +काचित्क्रिया +काचित्क्षतिः +काचित्तत्र +काचित्तु +काचित्सखी +काचित्सा +काचित्स्त्री +काचिद +काचिदङ्गना +काचिदत्र +काचिदनुपपत्तिः +काचिदनुपपत्तिरिति +काचिदन्या +काचिदपि +काचिदपेक्षा +काचिदवस्था +काचिदस्ति +काचिदस्तीति +काचिदागता +काचिदिति +काचिदित्यर्थः +काचिदुत्तरावस्था +काचिदुन्मनाः +काचिदूचे +काचिदेका +काचिदेव +काचिद् +काचिद्गायति +काचिद्देवता +काचिद्द्रवरागमेव +काचिद्विजहौ +काचिद्विद्यते +काचिद्विभावना +काचिन् +काचिन्न +काचिन्नदी +काचिन्नायिका +काचिन्नारी +काचिन्निरुक्तिः +काची +काचे +काचेन +काचो +काचोऽथ +काच्च +काच्छः +काच्छको +काछा +काज +काजल +काजलम् +काजल् +काजळी +काजा +काजी +काजीराङ्गाराष्ट्रियोद्यानम् +काजेशेन +काञ्च +काञ्चते +काञ्चन +काञ्चनं +काञ्चनः +काञ्चनकुञ्चिकम् +काञ्चनकेतकस्य +काञ्चनको +काञ्चनक्षीरी +काञ्चनचित्राङ्गं +काञ्चनच्छायचेलं +काञ्चनजङ्घा +काञ्चनजुङ्गा +काञ्चनजुङ्गायाः +काञ्चनतां +काञ्चनतोरणानि +काञ्चनदेवी +काञ्चनदेव्याः +काञ्चनपद्मरेणुकपिशे +काञ्चनपर्वते +काञ्चनपादपीठं +काञ्चनप्रभः +काञ्चनप्रभम् +काञ्चनप्रभा +काञ्चनबालुकम् +काञ्चनभूमिजं +काञ्चनभूषणाः +काञ्चनभूषणैः +काञ्चनभूषितम् +काञ्चनमयं +काञ्चनमये +काञ्चनमयेन +काञ्चनमालया +काञ्चनमाला +काञ्चनमाश्रयन्ति +काञ्चनमिव +काञ्चनम् +काञ्चनशिलातलाश्रयो +काञ्चनशैलजं +काञ्चनसप्रभः +काञ्चनस्य +काञ्चनस्यापि +काञ्चना +काञ्चनाः +काञ्चनाक्षी +काञ्चनाङ्गदभूषणम् +काञ्चनाङ्गेन +काञ्चनानां +काञ्चनानि +काञ्चनान् +काञ्चनाभा +काञ्चनारः +काञ्चनारत्वचः +काञ्चनासने +काञ्चनाह्वयः +काञ्चनी +काञ्चनीं +काञ्चनीम् +काञ्चने +काञ्चनेन +काञ्चनैः +काञ्चनैश्चैव +काञ्चनो +काञ्चि +काञ्चिः +काञ्चिका +काञ्चिके +काञ्चित् +काञ्चिदपि +काञ्चिदाम +काञ्चिद् +काञ्चिपुरमण्डलम् +काञ्चिपुरम् +काञ्चिपुरस्य +काञ्चिपुरे +काञ्ची +काञ्चीं +काञ्चीति +काञ्चीदाम +काञ्चीदेशे +काञ्चीनगरी +काञ्चीनां +काञ्चीपुरं +काञ्चीपुरम् +काञ्चीपुरे +काञ्चुकीय +काञ्चुकीयः +काञ्च्या +काञ्च्यां +काञ्च्याम् +काञ्जिक +काञ्जिकं +काञ्जिकतक्रपिष्टाः +काञ्जिकम् +काञ्जिकस्य +काञ्जिका +काञ्जिकादि +काञ्जिके +काञ्जिकेन +काञ्जिकेनापि +काञ्जिकेऽथवा +काञ्जिकैः +काञ्जिकैरपि +काञ्जी +काञ्ञिरप्पळ्ळी +काट +काटः +काटकर +काटजू +काटता +काटते +काटना +काटने +काटन् +काटयवेमः +काटा +काटि +काटे +काटो +काट्यः +काट्याय +काट्या॑य +काठ +काठः +काठक +काठकं +काठकब्राह्मणम् +काठकम् +काठकसंहिता +काठके +काठको +काठकोपनिषत् +काठकोपनिषदि +काठकोपनिषद् +काठकोपनिषद्भाष्यद्वये +काठमाडौँ +काठमाडौं +काठमाण्डू +काठा +काठि +काठिकया +काठिन्य +काठिन्यं +काठिन्यमश्मनि +काठिन्यमिति +काठिन्यमुक्तस्तनं +काठिन्यम् +काठिन्यवान् +काठिन्यादि +काठिन्ये +काठिन्येन +काठियावाड +काठ्मण्डु +काठ्माण्डू +काडिज् +काडुकुरुबजनाङ्गः +काडुगोल्लजनाङ्गः +काढं +काण +काणं +काणः +काणखञ्जादीनां +काणभूतिं +काणभूतिना +काणभूते +काणवः +काणश्च +काणा +काणां +काणाः +काणाद +काणादं +काणादः +काणादा +काणादाः +काणादानां +काणाम् +काणि +काणी +काणुका +काणे +काणेन +काणेयः +काणेरः +काणेलीमातः +काणो +काणोऽहं +काण् +काण्ट +काण्टकीं +काण्ड +काण्डं +काण्डः +काण्डऋषये +काण्डऋषिं +काण्डऋषिभ्यः +काण्डका +काण्डड्डत्ध् +काण्डनाम +काण्डनामानि +काण्डपुष्पा +काण्डपृष्ठः +काण्डपृष्ठस्तथैव +काण्डपृष्ठाश्च +काण्डम +काण्डमस्य +काण्डम् +काण्डरुहा +काण्डर्षय +काण्डर्षयः +काण्डर्षये +काण्डर्षिं +काण्डर्षिभ्य +काण्डर्षिभ्यः +काण्डर्षिमग्निं +काण्डर्षीञ्जुहोति +काण्डलावः +काण्डविसर्गे +काण्डवीणाः +काण्डव्याख्याने +काण्डव्रतोपाकरणम् +काण्डशेषः +काण्डसमापने +काण्डस् +काण्डस्य +काण्डा +काण्डाः +काण्डाइ +काण्डाग्नकः +काण्डाण्डादीरन्नीरचौ +काण्डात् +काण्डात्काण्डात् +काण्डात्काण्डात्प्ररोहन्ती +काण्डात्काण्डादिति +काण्डात्काण्डेति +काण्डादि +काण्डादिति +काण्डादीनि +काण्डादीन्वा +काण्डानां +काण्डानि +काण्डानुसमय +काण्डानुसमयेन +काण्डान्तात् +काण्डान्तात्क्षेत्रे +काण्डाभ्यां +काण्डाय +काण्डिका +काण्डी +काण्डीरः +काण्डे +काण्डेकाण्डे +काण्डेक्षुः +काण्डेन +काण्डेषु +काण्डैः +काण्डो +काण्डोपाकरणे +काण्डोऽस्त्री +काण्डोऽस्य +काण्डौ +काण्ड्वियाय +काण्यादीनां +काण्व +काण्वं +काण्वः +काण्वम् +काण्वशाखा +काण्वसंहिता +काण्वसंहितायाः +काण्वस्य +काण्वा +काण्वाः +काण्वानां +काण्वायना +काण्वे +काण्वो +काण्वौ +कात +कातन्त्र +कातन्त्रं +कातन्त्रधातुपाठे +कातन्त्रपाठे +कातन्त्रम् +कातन्त्रव्याकरणम् +कातन्त्रव्याकरणस्य +कातन्त्रस्य +कातन्त्रा +कातन्त्राः +कातन्त्रादौ +कातन्त्रीया +कातन्त्रीयाः +कातन्त्रे +कातन्त्रेऽपि +कातर +कातरं +कातरः +कातरता +कातरतां +कातरत्वं +कातरत्वम् +कातरम् +कातरया +कातरा +कातराः +कातराक्षी +कातराणां +कातराणि +कातरान् +कातरासि +कातरे +कातरेण +कातरो +कातरोऽसि +कातर्य +कातर्यं +कातर्यत्याज्यताहेतुत्वादर्थतस्तान्यप्यत्र +कातर्यम् +कातर्येण +कातल +काता +कातान्जारो +काति +कातीये +काते +कात् +कात्त्रेयकः +कात्थक्यः +कात्पूर्व +कात्पूर्वः +कात्पूर्वग्रहणं +कात्पूर्वो +कात्य +कात्यः +कात्या +कात्यायन +कात्यायनं +कात्यायनः +कात्यायनप्रातिशाख्यसूत्रे +कात्यायनबृहस्पती +कात्यायनमुनिः +कात्यायनवचनं +कात्यायनवचनम् +कात्यायनवचनात् +कात्यायनवृहस्पती +कात्यायनशुल्वसूत्रम् +कात्यायनश्रौतसूत्रम् +कात्यायनश्रौतसूत्रस्य +कात्यायनश्रौतसूत्रे +कात्यायनसूत्रम् +कात्यायनसूत्रे +कात्यायनस्तथा +कात्यायनस्तु +कात्यायनस्ते +कात्यायनस्मरणात् +कात्यायनस्मृतिः +कात्यायनस्य +कात्यायनाः +कात्यायनाय +कात्यायनि +कात्यायनी +कात्यायनीं +कात्यायनीतन्त्रे +कात्यायनीति +कात्यायनीपुत्रात् +कात्यायनीयं +कात्यायनीये +कात्यायनेन +कात्यायनेनापि +कात्यायनेनोक्तं +कात्यायनेनोक्तः +कात्यायनेनोक्तम् +कात्यायनो +कात्यायनोक्तेः +कात्यायनोऽपि +कात्यायनोऽब्रवीत् +कात्यायनोऽभूद्वररुचिसदृशः +कात्यायन्या +कात्यायन्याः +कात्यायन्यान्तं +कात्यायन्याश्च +कात्यायन्यै +कात्र +कात्रेयकः +कात्र्स्न्येन +कात्स्न्ये +कात्स्न्येन +कात्स्न्र्येन +कात्स्येन +काथ +काथं +काथः +काथयित्वा +काथिकः +काथे +काथेन +काथो +काद +कादम्ब +कादम्बं +कादम्बः +कादम्बरि +कादम्बरी +कादम्बरीं +कादम्बरीः +कादम्बरीकथासारः +कादम्बरीकथासारसङ्ग्रहः +कादम्बरीकथासारे +कादम्बरीति +कादम्बरीम् +कादम्बरीसारः +कादम्बर्यः +कादम्बर्या +कादम्बर्यां +कादम्बर्याः +कादम्बर्य्यां +कादम्बर्य्याम् +कादम्बसंसर्गवतीव +कादम्बा +कादम्बाः +कादम्बिनी +कादम्बिनीति +कादम्बिनीव +कादम्बैश्चक्रवाकैश्च +कादम्वरी +कादय +कादयः +कादयो +कादव्वं +कादव्वम् +कादश +कादशी +कादशे +कादा +कादाचि +कादाचित्क +कादाचित्कं +कादाचित्कः +कादाचित्कतया +कादाचित्कत्वं +कादाचित्कत्वात् +कादाचित्कत्वे +कादाचित्कत्वेन +कादाचित्कमपि +कादाचित्कस्य +कादाचित्की +कादाचित्को +कादि +कादिः +कादिति +कादिना +कादिभिः +कादिभिश्च +कादिलोपो +कादिषु +कादीनां +कादीनि +कादीन् +कादुं +कादेः +कादेशः +कादेशश्च +कादेशे +कादेशो +कादो +कादौ +काद्य +काद्यं +काद्या +काद्यैः +काद्रवेयः +काद्रवेया +काद्रवेयाः +काद्रवेयाश्च +काद्रवेयो +काद्रवेयौ +कान +कानं +कानः +कानकं +कानकम् +कानकानि +कानकी +कानकीं +कानकीम् +कानके +कानचि +कानच् +कानच्क्वस्वोर्वावचनं +कानजादेशः +कानज्वा +कानडा +कानण्डम् +कानन +काननं +काननचारिणा +काननद्रुमाः +काननमटति +काननमही +काननम् +काननस्य +कानना +काननानां +काननानि +काननान्तम् +काननान्तरम् +कानने +काननेषु +काननेऽपि +काननेऽस्मिन् +काननैः +काननोत्तमे +काननोदुम्बराणाम् +काननौकसः +काननौकसाम् +कानपि +कानपुर +कानपुरं +कानपुरदेहातमण्डलम् +कानपुरनगरमण्डलम् +कानपुरम् +कानपुरस्य +कानपुरे +कानपुर् +काना +कानां +कानात् +कानाम् +कानाम्रेडिते +कानि +कानिकानि +कानिचन +कानिचि +कानिचिच्च +कानिचित् +कानिचित्कर्माणि +कानिचित्तु +कानिचित्पदानि +कानिचिदिति +कानिचिदेव +कानिचिदेवमत्र +कानिचिद् +कानिचिद्दिनानि +कानिति +कानिष्ठिनेय +कानिष्ठिनेयस्य +कानि॑ +कानि॒ +कानी +कानीति +कानीत्यत +कानीन +कानीनं +कानीनः +कानीनश्च +कानीनस्य +कानीनो +कानीयसा +कानीव +कानीह +कानु +कानुबन्धे +कानून +कानूनी +काने +कानो +कानों +कान् +कान्त +कान्तं +कान्तः +कान्तकम् +कान्तजयाय +कान्ततः +कान्ततरं +कान्तता +कान्तत्वं +कान्तदर्शनः +कान्तदर्शनम् +कान्तनावकं +कान्तपात्रे +कान्तपाषाणं +कान्तभस्म +कान्तमणिः +कान्तमपि +कान्तमिति +कान्तमिदं +कान्तमुखं +कान्तमृज्वायतार्धम् +कान्तमेव +कान्तम् +कान्तयः +कान्तया +कान्तये +कान्तयो +कान्तराज +कान्तरूपं +कान्तरे +कान्तलोह +कान्तलोहं +कान्तलोहस्य +कान्तश्च +कान्तस्य +कान्ता +कान्तां +कान्ताः +कान्ताकटाक्षाः +कान्ताकुचमण्डलानि +कान्ताजनेन +कान्तात् +कान्तात्परो +कान्तात्वं +कान्तादृक्पातकैतवात् +कान्ताद्यर्थे +कान्ताधर +कान्ताननं +कान्तानां +कान्तानि +कान्तान् +कान्तापादतलाहतिस्तव +कान्ताबिम्बौष्ठकान्तिषु +कान्ताभिः +कान्तामसपिण्डां +कान्तामिव +कान्तामुखं +कान्ताम् +कान्ताय +कान्तायते +कान्ताया +कान्तायां +कान्तायाः +कान्तायै +कान्तार +कान्तारं +कान्तारः +कान्तारगहनेषु +कान्तारगास्तु +कान्तारचारकथया +कान्तारमध्यपदवीषु +कान्तारम् +कान्तारस्तापसेक्षुश्च +कान्तारस्य +कान्ताराणि +कान्तारातीतः +कान्तारान्ते +कान्तारी +कान्तारे +कान्तारेषु +कान्तारो +कान्तार्थिनी +कान्ताविरहगुरुणा +कान्ताश्च +कान्तासंमिततयोपदेशयुजे +कान्तासम्मिततयोपदेशयुजे +कान्तासु +कान्ताहृदयं +कान्ति +कान्तिं +कान्तिः +कान्तिकरं +कान्तिकरणे +कान्तिकर्मणः +कान्तिकर्मसु +कान्तिकर्मा +कान्तिजलं +कान्तिज्या +कान्तिदं +कान्तिपोषकृत् +कान्तिप्रदं +कान्तिप्रदः +कान्तिभिः +कान्तिमति +कान्तिमती +कान्तिमतीं +कान्तिमतीत्य +कान्तिमत् +कान्तिमत्तया +कान्तिमत्त्वं +कान्तिमत्यम्ब +कान्तिमत्या +कान्तिमत्याः +कान्तिमन्ति +कान्तिमान् +कान्तिमापत्स्यते +कान्तिम् +कान्तियुक्त +कान्तिरभिलाषः +कान्तिरस्यास्तीति +कान्तिरहो +कान्तिरिच्छा +कान्तिरिति +कान्तिरिव +कान्तिरुच्यते +कान्तिरेव +कान्तिरेवातिविस्तीर्णा +कान्तिर् +कान्तिर्ज्योत्स्ना +कान्तिर्यस्य +कान्तिर्यस्याः +कान्तिर्येषां +कान्तिर्वा +कान्तिवाग्विशुद्धिस्थिरत्वकृत् +कान्तिविशेषबुद्ध्या +कान्तिवृत्त +कान्तिवृत्तं +कान्तिश्च +कान्तिस्तया +कान्ती +कान्तीनां +कान्ते +कान्तेः +कान्तेति +कान्तेत्यादि +कान्तेन +कान्तेव +कान्तेषु +कान्तैः +कान्तो +कान्तोदन्तः +कान्तोऽयं +कान्तोऽसि +कान्तौ +कान्त्या +कान्त्याः +कान्त्यादिषु +कान्त्येति +कान्त्यै +कान्त्वा +कान्थकम् +कान्थिकः +कान्दिशीकः +कान्दिशीकतया +कान्दिशीका +कान्दिशीकाः +कान्न +कान्य +कान्यकुब्ज +कान्यकुब्जं +कान्यकुब्जः +कान्यकुब्जस्य +कान्यकुब्जा +कान्यकुब्जाः +कान्यकुब्जे +कान्यकुब्जेश्वरस्य +कान्यत्र +कान्यपि +कान्या +कान्येतस्याः +कान्येव +कान्वयं +कान्सेप्सियान् +कान्स्टण्टैन +कान्हड +कान्हा +कान्होपात्रा +कान्होपात्रायाः +काप +कापटव +कापटवः +कापटवकः +कापटवकम् +कापटवी +कापटिक +कापटिकः +कापट्यं +कापट्यात् +कापट्येन +कापड +कापथ +कापथं +कापथः +कापथमतिः +कापया +कापा +कापालं +कापालमथ +कापालिक +कापालिकं +कापालिकः +कापालिकस्तथा +कापालिकस्य +कापालिका +कापालिकाः +कापालिकी +कापालिके +कापालिकेन +कापालिको +कापालिनी +कापाली +कापालीं +कापाले +कापि +कापिञ्जलानि +कापिट्सा +कापित्थम् +कापिल +कापिलं +कापिलः +कापिलधारिके +कापिलम् +कापिला +कापिलाः +कापिलानां +कापिली +कापिले +कापिलेन +कापिलेनैव +कापिलेयत्वं +कापिलेयी +कापिशायनं +कापिशायनी +कापिश्याः +कापिष्ठलि +कापी +कापीति +कापीत्यर्थः +कापीह +कापु +कापुरुष +कापुरुषं +कापुरुषः +कापुरुषता +कापुरुषतायाः +कापुरुषत्वं +कापुरुषस्तथा +कापुरुषस्य +कापुरुषा +कापुरुषाः +कापुरुषो +कापुविधानसभाक्षेत्रम् +कापे +कापेय +कापेयं +कापेयः +कापेयमभिप्रतारिणं +कापेयम् +कापेया +कापेयाः +कापेयी +कापोत +कापोतं +कापोतः +कापोतम् +कापोती +कापोतीं +काप्य +काप्यं +काप्यः +काप्यनुपपत्तिः +काप्यनुपपत्तिरिति +काप्यन्या +काप्यभिख्या +काप्यवस्था +काप्यसौ +काप्यस्ति +काप्यस्य +काप्यायनी +काप्येषा +काप्यो +काफ़ी +काफि +काफी +काफीचूर्णं +काफीचूर्णम् +काफीचूर्णेन +काफीपेयं +काफीपेयम् +काफीपेयस्य +काफीफलानि +काफीबीजं +काफीबीजम् +काफीबीजानां +काफीबीजानि +काफीसस्यं +काफीसस्यम् +काफीसस्यस्य +काबा +काबुल +काबू +काभ +काभावस्य +काभावात् +काभावे +काभिः +काभिश्चित् +काभेदे +काभ्यां +काभ्याम् +काम +कामँ +कामं +कामंकामं +कामं॑ +कामं॒ +कामः +कामः॑ +कामएव +कामक +कामकला +कामका +कामकातयः +कामकामा +कामकामाः +कामकामानां +कामकामाय +कामकामिनः +कामकामी +कामकामो +कामकार +कामकारं +कामकारः +कामकारकृतेऽप्याहुरेके +कामकारतः +कामकारविषयम् +कामकारेण +कामकारो +कामकालौ +कामकृतं +कामकृते +कामकृतेऽपि +कामकृत् +कामके +कामकेलयः +कामको +कामकोटि +कामकोटी +कामक्रीडा +कामक्रोध +कामक्रोधपरा +कामक्रोधपरायणाः +कामक्रोधभयं +कामक्रोधवशानुगम् +कामक्रोधवियुक्तानां +कामक्रोधविवर्जितः +कामक्रोधविवर्जिताः +कामक्रोधादयः +कामक्रोधादयो +कामक्रोधादि +कामक्रोधादिकं +कामक्रोधादिषु +कामक्रोधाभ्यां +कामक्रोधावुद्भवो +कामक्रोधोद्भवं +कामक्रोधोद्भवो +कामक्रोधौ +कामग +कामगं +कामगः +कामगणाः +कामगमं +कामगमा +कामगमो +कामगम् +कामगवी +कामगा +कामगाः +कामगानां +कामगानि +कामगावः +कामगाश्च +कामगिरिरिति +कामगिरौ +कामगुणा +कामगुणाः +कामगुणान् +कामगुणेषु +कामगुणैः +कामगे +कामगेन +कामगैः +कामचरः +कामचरो +कामचार +कामचारः +कामचारतः +कामचारश्च +कामचारा +कामचारानुज्ञा +कामचारिणः +कामचारिणी +कामचारिण्यो +कामचारित्वं +कामचारिन् +कामचारी +कामचारीणि +कामचारे +कामचारेण +कामचारो +कामच्छन्दं +कामज +कामजं +कामजः +कामजकोपजे +कामजम् +कामजा +कामजाः +कामजानि +कामजितो +कामजित् +कामजे +कामजेषु +कामजो +कामज्वरे +कामञ्च +कामठं +कामण्डलेय +कामण्डलेयः +कामत +कामतः +कामतन्त्रे +कामतस्तु +कामतस्त्वं +कामता +कामति +कामतृष्णा +कामतो +कामतोऽकामतो +कामतोऽकामतोऽपि +कामतोऽत्यन्ताभ्यासे +कामतोऽपि +कामतोऽभ्यासे +कामतोऽर्थतः +कामत्यागस्य +कामद +कामदं +कामदः +कामदत्ता +कामदम् +कामदर्शनः +कामदहनं +कामदा +कामदां +कामदाः +कामदानं +कामदान् +कामदाम् +कामदायिनी +कामदायै +कामदुघ +कामदुघमक्षितम् +कामदुघम् +कामदुघा +कामदुघां +कामदुघाः +कामदुघाश्च +कामदुघे +कामदुघैर्द्रुमैः +कामदुधा +कामदुधाः +कामदूती +कामदे +कामदेव +कामदेवं +कामदेवः +कामदेवके +कामदेववशं +कामदेवश्च +कामदेवसमो +कामदेवस्तु +कामदेवस्य +कामदेवाय +कामदेवायतनोद्यानात्प्रभृति +कामदेवे +कामदेवेन +कामदेवो +कामदेवोऽपि +कामदो +कामदोहिनी +कामद्वेषौ +कामधरणं +कामधरणम् +कामधर्मं +कामधर्मेण +कामधर्मैर्मां +कामधातुः +कामधातौ +कामधुक् +कामधुक्ष +कामधुक्षः +कामधुग् +कामधुग्भवति +कामधुरं +कामधुरा +कामधेनवः +कामधेनु +कामधेनुं +कामधेनुः +कामधेनुतन्त्रम् +कामधेनुतन्त्रे +कामधेनुभिः +कामधेनुरपि +कामधेनुरिति +कामधेनुरियं +कामधेनुरिव +कामधेनुव्याख्यासहिता +कामधेनुश्च +कामधेनुसहिता +कामधेनूनां +कामधेनो +कामधेनोः +कामधेनौ +कामधेन्वा +कामध्वजे +कामन +कामनया +कामना +कामनां +कामनाः +कामनाओं +कामनादीनां +कामनानन्तरं +कामनानां +कामनानामभावात् +कामनापरिहारात् +कामनापहृतचेतनाः +कामनाभेदे +कामनाभेदेन +कामनाम् +कामनाम्ना +कामनाया +कामनायां +कामनायाः +कामनायाम् +कामनाविशिष्टस्य +कामनीयकं +कामनीयकनिधे +कामन् +कामन्तु +कामन्द +कामन्दक +कामन्दकः +कामन्दकी +कामन्दकीय +कामन्दकीयः +कामन्दकीयनीतिसारपञ्चिकायां +कामन्दकीयनीतिसारे +कामन्दकीये +कामपङ्कनिमग्नस्य +कामपत्नी +कामपरा +कामपाल +कामपालं +कामपालः +कामपालस्य +कामपाले +कामपालेन +कामपालो +कामपाशावपाशिताम् +कामपि +कामपीडड्डत्ध् +कामपीडा +कामपीडितः +कामपीडिता +कामपीडिताः +कामपूरं +कामपूरकः +कामपे +कामप्यभिख्यां +कामप्रं +कामप्रदं +कामप्रदः +कामप्रदा +कामप्रदानेन +कामप्रदो +कामप्रयुक्तयोः +कामप्रवेदने +कामप्रश्नमेव +कामप्रस्थ +कामप्राप्त्या +कामप्रेण +कामप्रौ +कामफलं +कामफलप्रदम् +कामफलमुपाददते +कामफला +कामबलं +कामबले +कामबाणप्रपीडितः +कामबाणप्रपीडिता +कामबाणप्रपीडिताम् +कामबाणवशं +कामबाणेन +कामबाणैः +कामबीजं +कामबीजेन +कामभाजं +कामभावेन +कामभोगं +कामभोगमोक्षनिरयेषु +कामभोगयोः +कामभोगा +कामभोगान् +कामभोगार्थं +कामभोगार्थमन्यायेनार्थसञ्चयान् +कामभोगिन +कामभोगे +कामभोगेन +कामभोगेषु +कामभोगैः +कामम +काममग्ने +काममग्नौ +काममञ्जरी +काममधीते +काममनसोरपि +काममन्युभ्यां +काममन्यू +काममपः +काममपि +काममभिध्याय +काममय +काममयं +काममयः +काममयाः +काममयोऽकाममयः +काममर्थं +काममवाप्नुयात् +काममवाप्नोति +काममस्तु +काममस्य +काममहं +काममा +काममाता +काममात्मानं +काममाप्नुयात् +काममाप्नुहि +काममाप्नोति +काममाला +काममालिन्यै +काममाविजनितोः +काममाश्रित्य +काममाहुर्यं +काममिच्छता +काममिति +काममिथ्याचारः +काममिदं +काममिष्टं +काममिष्टमवाप्नुयात् +काममिष्ट्या +काममिह +काममुत्पाद्य +काममुद्दिश्य +काममुद्ध्रियतां +काममूता +काममूनयीः +काममें +काममेव +काममेवं +काममेवंविधः +काममेवैतेनावरुन्धे +काममोहितः +काममोहितम् +काममोहिता +काममोहिताः +काममोहितौ +काममोहेन +कामम् +कामय +कामयत +कामयतां +कामयताम् +कामयति +कामयतिः +कामयते +कामयतेः +कामयध्वम् +कामयन् +कामयन्त +कामयन्तां +कामयन्ति +कामयन्ती +कामयन्ते +कामयमान +कामयमानं +कामयमानः +कामयमानम् +कामयमानस्त्वं +कामयमानस्त्वम् +कामयमानस्य +कामयमाना +कामयमानाः +कामयमानानां +कामयमानान् +कामयमानाय +कामयमानावस्थो +कामयमाने +कामयमानेन +कामयमानेभ्यः +कामयमानेषु +कामयमानैः +कामयमानो +कामयमानौ +कामयसे +कामयस्व +कामया +कामयाता +कामयान +कामयानशब्दः +कामयानस्य +कामयाना +कामयानां +कामयामहे +कामयामास +कामयामि +कामयाम्यहम् +कामयासे +कामयितव्यः +कामयितव्या +कामयितव्ये +कामयितव्यो +कामयिता +कामयितुं +कामयित्वा +कामयिष्यते +कामयीत +कामये +कामयेच्छपितुं +कामयेत +कामयेता +कामयेतान्नादः +कामयेतापशुः +कामयेतापि +कामयेताप्रतिष्ठितः +कामयेतावर्षुकः +कामयेते +कामयेत् +कामयेथाः +कामयेथाम् +कामयेथे +कामयेमहि +कामयेयं +कामयेरन् +कामयेरन्न् +कामयेऽहं +कामयोर् +कामर +कामरतः +कामरहित +कामरागं +कामरागः +कामरागबलान्विताः +कामरागवशात् +कामरागविवर्जितं +कामरागविवर्जितम् +कामरागादिना +कामरागादेः +कामरागादेर्बले +कामरागाभ्यां +कामरागेण +कामरागो +कामरागौ +कामराङ्गा +कामराज +कामराजं +कामराजः +कामराजस्य +कामराजेन +कामराज् +कामरूप +कामरूपं +कामरूपः +कामरूपकम् +कामरूपके +कामरूपधरं +कामरूपधरः +कामरूपधरा +कामरूपधराः +कामरूपधरान् +कामरूपधरो +कामरूपधृक् +कामरूपनिवासिनः +कामरूपमहानगरीयमण्डलम् +कामरूपम् +कामरूपवान् +कामरूपश्च +कामरूपस्थे +कामरूपस्य +कामरूपा +कामरूपाः +कामरूपान् +कामरूपान्तरं +कामरूपाय +कामरूपिणं +कामरूपिणः +कामरूपिणम् +कामरूपिणा +कामरूपिणां +कामरूपिणाम् +कामरूपिणि +कामरूपिणी +कामरूपिणीम् +कामरूपिणौ +कामरूपित्वं +कामरूपिभिः +कामरूपी +कामरूपे +कामरूपेण +कामरूपो +कामरूपोद्भवा +कामरूप् +कामरूप्यनुसञ्चरन् +कामलः +कामलकं +कामलता +कामला +कामलां +कामलाः +कामलाञ्च +कामलापहम् +कामलामपि +कामलाम् +कामलायनः +कामलायां +कामलारोगं +कामलारोगे +कामलिको +कामलिङ्गेन +कामलिनः +कामली +कामले +कामलेखा +कामलोकं +कामल्यां +कामवति +कामवती +कामवधूर्विबोधिता +कामवधे +कामवने +कामवरं +कामवर्धिनीमेलजन्यः +कामवर्षी +कामवशं +कामवशगः +कामवशगा +कामवशा +कामवशात् +कामवशानुगाः +कामवशेन +कामवस्थां +कामविकारः +कामविमोहितः +कामविवर्जितम् +कामविह्वला +कामवीजं +कामवृत्तं +कामवृत्तः +कामवृत्तिर्वचनीयमीक्षते +कामवृत्तो +कामवेगेन +कामव्रतं +कामशब्दः +कामशब्दस्य +कामशास्त्र +कामशास्त्रं +कामशास्त्रम् +कामशास्त्रविशारदः +कामशास्त्रे +कामशास्त्रेषु +कामशृङ्गारः +कामशोकभयादिभिः +कामशोकभयाद्वायुः +कामश् +कामश्च +कामश्चाष्टगुणः +कामश्रुतयः +कामसंकल्पवर्जिताः +कामसंयोगे +कामसंयोगेन +कामसङ्कल्पवर्जिताः +कामसनि +कामसमुत्थानि +कामसमो +कामसम्भवः +कामसागरे +कामसुखं +कामसुखे +कामसुन्दरी +कामसूक्तं +कामसूत्र +कामसूत्रं +कामसूत्रम् +कामसूत्रस्य +कामसूत्रे +कामस् +कामस्तं +कामस्तत्र +कामस्तथा +कामस्तदग्रे +कामस्तस्य +कामस्तु +कामस्तेन +कामस्थे +कामस्य +कामस्यापि +कामस्येति +कामस्येव +कामस्यैव +कामस्स +कामहा +कामहेतुकमेव +कामहेतुकम् +कामहैतुकं +कामहैतुकम् +कामा +कामां +कामांश्च +कामांस्ते +कामांस्त्यक्त्वा +कामाः +कामाः॑ +कामाक्षि +कामाक्षी +कामाक्षीं +कामाक्षीति +कामाक्ष्या +कामाक्ष्याः +कामाख्यं +कामाख्या +कामाख्यां +कामाख्यायाः +कामाख्यायाश्च +कामाख्यायास्तु +कामाख्यासेवने +कामागानस्येष्टे +कामाग्निं +कामाग्निः +कामाग्निना +कामाच +कामाच्च +कामाज्ञया +कामात +कामातुर +कामातुरं +कामातुरः +कामातुरस्य +कामातुरा +कामातुरां +कामातुराणां +कामातुरेण +कामातुरो +कामात् +कामात्क्रोधात्तथा +कामात्क्रोधोऽभिजायते +कामात्तद्विगुणं +कामात्मता +कामात्मनां +कामात्मा +कामात्मान +कामात्मानं +कामात्मानः +कामात्मानो +कामात्स +कामादपि +कामादय +कामादयः +कामादयो +कामादि +कामादिः +कामादिकं +कामादिकम् +कामादिति +कामादिभिः +कामादिषु +कामादीतरत्र +कामादीनां +कामाद् +कामाद्दशगुणं +कामाद्यधिकरणम् +कामाद्या +कामाद्वा +कामाधारा +कामाधिकारे +कामान +कामानखिलान् +कामानभीप्सुभिः +कामानवाप्नुयात् +कामानवाप्नुयात्कामी +कामानवाप्नोति +कामानवाप्य +कामाना +कामानां +कामानागायति +कामानाप्नोति +कामानाप्नोत्यभीप्सितान् +कामानामपि +कामानामवरुद्ध्यै +कामानामुदकानां +कामानामुपभोगेन +कामानामुपायत्यागे +कामानाम् +कामानि +कामानिति +कामानिह +कामानुसारी +कामान् +कामान्कामयते +कामान्त् +कामान्धः +कामान्धा +कामान्धो +कामान्न +कामान्नी +कामान्मनसा +कामान्मयैव +कामान्मिथुनसंयोगे +कामान्यः +कामान्यस्तमात्मानमनुविद्य +कामान्सर्वान्पार्थ +कामाप्तं +कामाभावमात्रे +कामाभावे +कामाभिलाषिणः +कामाय +कामायनी +कामायादात् +कामायान्नं +कामायेति +कामायेष्टिं +कामायै +कामार +कामारि +कामारिं +कामारिः +कामार्त +कामार्तं +कामार्तः +कामार्तस्य +कामार्ता +कामार्तानां +कामार्तो +कामार्तौ +कामार्त्ता +कामार्थ +कामार्थं +कामार्थी +कामार्थे +कामार्थौ +कामालसा +कामालेन +कामावकीर्णोऽस्म्यवकीर्णोऽस्मि +कामावचरं +कामावचरः +कामावचरस्य +कामावचरा +कामावचराः +कामावचराणां +कामावचराणि +कामावचरो +कामावशायिता +कामावसाने +कामावसायिता +कामावसायित्वं +कामावसायिनः +कामावस्था +कामाशां +कामाश्च +कामासक्त +कामासक्तः +कामासक्तस्य +कामासक्ता +कामासक्तो +कामास् +कामास्तत्र +कामास्तान्देवेभ्यः +कामास्तु +कामास्ते +कामा॑ +कामा॑य +कामा॑य॒ +कामि +कामिक +कामिकं +कामिकम् +कामिका +कामिकाया +कामिके +कामिकेन +कामिजन +कामिजनमनोवृत्तिः +कामितं +कामितम् +कामितया +कामितवान् +कामिता +कामितानि +कामिति +कामित्वं +कामिन +कामिनं +कामिनः +कामिनम् +कामिनश्च +कामिनस्तस्य +कामिना +कामिनां +कामिनामिति +कामिनाम् +कामिनि +कामिनियों +कामिनी +कामिनीं +कामिनीः +कामिनीगर्हणम् +कामिनीति +कामिनीना +कामिनीनां +कामिनीनाम् +कामिनीभिः +कामिनीमुखे +कामिनीम् +कामिनीरिति +कामिनीव +कामिनीवाभ्रवृन्दम् +कामिनीषु +कामिने +कामिनेव +कामिनो +कामिनोः +कामिनोऽपि +कामिनौ +कामिन् +कामिन्य +कामिन्यः +कामिन्यसो +कामिन्या +कामिन्यां +कामिन्याः +कामिन्यै +कामिन्यो +कामिभिः +कामिलोकः +कामिव +कामिषु +कामी +कामीअदि +कामीव +कामीवार्द्रापराधः +कामु +कामुक +कामुकं +कामुकः +कामुकता +कामुकत्वं +कामुकत्वस्य +कामुकम् +कामुकस्य +कामुका +कामुकाः +कामुकानां +कामुकानाम् +कामुकानिव +कामुकान् +कामुकाय +कामुकी +कामुकीं +कामुकीनां +कामुकीम् +कामुके +कामुकेन +कामुकेषु +कामुकैः +कामुको +कामुक्या +कामे +कामें +कामेच्छा +कामेच्छायाः +कामेट् +कामेति +कामेन +कामेनैव +कामेप्सुना +कामेभ्य +कामेभ्यः +कामेभ्यो +कामेश +कामेशं +कामेशस्य +कामेशि +कामेशी +कामेश्वर +कामेश्वरं +कामेश्वरः +कामेश्वरस्य +कामेश्वरि +कामेश्वरी +कामेश्वरीं +कामेश्वरीति +कामेश्वरो +कामेषु +कामेसु +कामे॑ +कामे॑न +कामे॑न॒ +कामै +कामैः +कामैतत् +कामैतत्त +कामैतत्ते +कामैरभिषिच्यैतया +कामैरहतधीर्दान्तो +कामैरिति +कामैरित्यादि +कामैर् +कामैर्न +कामैर्विविक्तं +कामैश्च +कामैस् +कामैस्तर्पयन्तु +कामैस्तैस्तैर्हृतज्ञानाः +कामो +कामों +कामोंमें +कामोदकं +कामोदा +कामोदाख्यानकं +कामोदी +कामोदो +कामोद्दीपक +कामोद्दीपकत्वात् +कामोद्दीपन +कामोद्भवो +कामोन्मादकरं +कामोपभोग +कामोपभोगः +कामोपभोगपरमा +कामोपभोगपरमाः +कामोपभोगैः +कामोपहतचेतनः +कामोऽद्य +कामोऽनाप्तो +कामोऽपि +कामोऽभिलाषः +कामोऽभिलाषो +कामोऽयं +कामोऽस्ति +कामोऽस्मि +कामोऽस्य +कामोऽहं +कामो॑ +कामो॒ +कामौ +काम् +काम्पिल्य +काम्पिल्यं +काम्पिल्यः +काम्पिल्यकः +काम्पिल्यम् +काम्पिल्यसिद्धः +काम्पिल्ये +काम्पिल्लः +काम्पीलं +काम्पीलवासिनि +काम्पीलशाखया +काम्पीलैः +काम्पोबस्सो +काम्बलं +काम्बोज +काम्बोजा +काम्बोजाः +काम्बोजानां +काम्बोजान् +काम्बोजी +काम्भोजं +काम्भोजः +काम्भोजश्च +काम्भोजा +काम्भोजाः +काम्भोजानां +काम्भोजी +काम्य +काम्यं +काम्यं॑ +काम्यं॒ +काम्यः +काम्यकं +काम्यकर्म +काम्यकर्मणः +काम्यकर्मणां +काम्यकर्मणि +काम्यकर्मणो +काम्यकर्मफलं +काम्यकर्मसु +काम्यकर्माणि +काम्यकर्मिणां +काम्यके +काम्यच् +काम्यच्च +काम्यञ्च +काम्यत +काम्यतया +काम्यता +काम्यति +काम्यते +काम्यत्वं +काम्यत्वम् +काम्यत्वात् +काम्यत्वे +काम्यत्वेन +काम्यनिषिद्धयोः +काम्यनैमित्तिकादृते +काम्यन्त +काम्यन्ते +काम्यपक्षे +काम्यपरः +काम्यफलाभिसन्धौ +काम्यमपि +काम्यमानं +काम्यमानः +काम्यमानत्वात् +काम्यमानविषयशताकुलचित्तत्वेन +काम्यमानस्य +काम्यमाना +काम्यमानान् +काम्यमिति +काम्यमेव +काम्यम् +काम्यया +काम्यश्च +काम्यस्थले +काम्यस्य +काम्यस्यापि +काम्यस्यैव +काम्या +काम्यां +काम्याः +काम्याग्निहोत्रादौ +काम्यादन्यत् +काम्यानां +काम्यानामपि +काम्यानामिति +काम्यानाम् +काम्यानि +काम्यान्यग्निहोत्रादीनि +काम्यान्यपि +काम्यान्येव +काम्याय +काम्यास्तु +काम्या॑ +काम्या॑नि +काम्या॒ +काम्ये +काम्येति +काम्येन +काम्येषु +काम्येष्टियाज्यापुरोनुवाक्या +काम्येष्टियाज्यापुरोनुवाक्याः +काम्येष्टिविधानम् +काम्येष्टीनां +काम्येष्वपि +काम्येऽपि +काम्यैः +काम्यैः॑ +काम्यो +काम्यौ +काम्य॑म् +काम॑ +काम॑म् +काम॑स्य॒ +काम॒ +काम॒दुघा॑ +काम॒धर॑णं +काम॒मा +काम॒स्तदग्रे॒ +काम᳘यते +कामꣳ +काय +कायं +कायंम्‌ +कायः +कायकर्म +कायकर्मभिः +कायकान्त्या +कायकोषतः +कायक्लेशं +कायक्लेशः +कायक्लेशभयात् +कायक्लेशभयात्त्यजेत् +कायक्लेशाद्बिभेति +कायक्लेशाश्च +कायक्लेशेन +कायगतं +कायगता +कायचिकित्सकः +कायचिकित्सा +कायचिकित्सातन्त्रे +कायतः +कायतस्तदा +कायति +कायतीति +कायते +कायत्रैदशिकाभ्यां +कायत्वेन +कायदण्डस्तथैव +कायनिग्रहगृहीतविग्रहः +कायनियमः +कायन्ति +कायम +कायमध्ये +कायमनसोः +कायमलानां +कायमाधेयशौचत्वात्पण्डिता +कायमान +कायमानं +कायमानः +कायमानम् +कायमानो +कायमिति +कायमिमं +कायमेव +कायम् +कायम्‌ +कायर +कायरिष्टाद्भुतावर्त्तः +कायरूपसंयमात् +कायरूपसंयमात्तद्ग्राह्यशक्तिस्तम्भे +कायलक्षणम् +कायवाक्कर्म +कायवाङ्मनः +कायवाङ्मनसां +कायवाङ्मनस्कर्म +कायवाङ्मनोभिः +कायव्यूह +कायव्यूहं +कायव्यूहः +कायव्यूहज्ञानम् +कायव्यूहेन +कायशब्दे +कायशब्देन +कायशिरोग्रीवं +कायशुद्धये +कायशुद्ध्यर्थं +कायशोधनम् +कायश्च +कायश्चिन्तया +कायसंपत् +कायसंपत्तद्धर्मानभिघातश्च +कायसंवरो +कायसंस्कारा +कायसङ्गी +कायसमत्वादिकः +कायसमुद्धारकः +कायसाक्षी +कायस्तथा +कायस्तु +कायस्थ +कायस्थं +कायस्थः +कायस्थश्च +कायस्था +कायस्थां +कायस्थाः +कायस्थानां +कायस्थेनोदरस्थेन +कायस्थैः +कायस्थैश्च +कायस्थो +कायस्य +कायस्यानुत्तमो +कायस्यापि +कायस्याभिमुखीकरणं +कायस्यास्य +कायस्येति +कायस्वभावावलोकी +काया +कायाँ +कायां +कायाः +कायाकाशयोः +कायाग्निं +कायाग्निः +कायाग्निमाहन्ति +कायात् +कायात्प्रभा +कायादपाहरत् +कायादिभिः +कायादीनां +कायानां +कायानुपश्यना +कायानुपासत् +कायान् +कायाम् +कायावद्यदर्शी +कायावरोहणं +कायावरोहणम् +कायावरोहणे +कायाविरोधिनी +कायि +कायिक +कायिकं +कायिकः +कायिकम् +कायिकवाचिकेन +कायिकस्तु +कायिका +कायिकाः +कायिकादिभेदेन +कायिकी +कायिके +कायिकेन +कायिको +कायी +कायु +काये +कायें +कायेति +कायेन +कायेनापि +कायेनेति +कायेनैव +कायेन्द्रिय +कायेन्द्रियं +कायेन्द्रियसिद्धिरशुद्धिक्षयात्तपसः +कायेन्द्रियाणां +कायेभ्यः +कायेषु +कायेऽपि +कायेिगळु +कायै +कायैः +कायो +कायों +कायोऽयं +कायोऽस्य +कायौ +कायौं +काय्य +काय्यं +काय्यें +काय्यै +कार +कारं +कारः +कारक +कारकं +कारकः +कारककलापव्याप्तभेदोद्रेकि +कारकचतुर्थी +कारकञ्च +कारकतया +कारकत्वं +कारकत्वमिति +कारकत्वम् +कारकत्वस्य +कारकत्वात् +कारकत्वे +कारकत्वेन +कारकदीपकं +कारकदीपकम् +कारकदीपकालङ्कारः +कारकपदं +कारकपदस्य +कारकपदानां +कारकपदेन +कारकप्रकरणम् +कारकप्रकरणे +कारकभेदे +कारकमध्ये +कारकमपि +कारकमिति +कारकमित्यभ्युपगमः +कारकमुच्यते +कारकम् +कारकरः +कारकवाचकं +कारकवान् +कारकविभक्ति +कारकविभक्तिः +कारकविभक्तिर्बलीयसी +कारकविभक्तिर्बलीयसीति +कारकविभक्त्यधिकारः +कारकव्यापारः +कारकश्च +कारकषष्ठी +कारकसंज्ञं +कारकस्य +कारकस्येति +कारकहेतुः +कारका +कारकांशफलाध्यायः +कारकांशाच्च +कारकांशाद्‌ +कारकाः +कारकाणां +कारकाणाम् +कारकाणि +कारकात् +कारकात्मना +कारकात्मा +कारकाद् +कारकाद्दत्तश्रुतयोरेवाशिषि +कारकाधिकारे +कारकाध्यायः +कारकान्तराणां +कारकान्तराणि +कारकान्तरेभ्यः +कारकान्विता +कारकार्थः +कारकार्थे +कारके +कारकेण +कारकेति +कारकेभ्योऽन्यः +कारकेषु +कारकैः +कारको +कारकौ +कारखाने +कारगिल +कारगिलयुद्ध +कारगिलयुद्धम् +कारगिलविजयदिवसः +कारञ्ज +कारञ्जं +कारञ्जा +कारण +कारणं +कारणः +कारणकं +कारणकथनम् +कारणकारणं +कारणकारणम् +कारणकारणाय +कारणगता +कारणगुणपूर्वक +कारणगुणपूर्वकः +कारणगुणप्रक्रमेण +कारणगुणा +कारणगुणाः +कारणगुणानां +कारणगुणेन +कारणज्ञानेन +कारणञ्च +कारणञ्चास्य +कारणञ्चैव +कारणत +कारणतः +कारणतया +कारणता +कारणतां +कारणताया +कारणतायां +कारणतायाः +कारणतायामेव +कारणताव +कारणतावच्छे +कारणतावच्छेद +कारणतावच्छेदक +कारणतावच्छेदकं +कारणतावच्छेदककोटौ +कारणतावच्छेदकतया +कारणतावच्छेदकत्वे +कारणतावच्छेदकसंबन्धेन +कारणतावच्छेदके +कारणताशरीरे +कारणतेति +कारणतैव +कारणतो +कारणत्यागस्य +कारणत्रयं +कारणत्व +कारणत्वं +कारणत्वकल्पने +कारणत्वग्रह +कारणत्वञ्च +कारणत्वमपि +कारणत्वमस्तु +कारणत्वमस्त्विति +कारणत्वमात्रं +कारणत्वमावश्यकम् +कारणत्वमिति +कारणत्वमित्यर्थः +कारणत्वमुक्तम् +कारणत्वमुदाहृतम् +कारणत्वमेव +कारणत्वम् +कारणत्वस्य +कारणत्वा +कारणत्वाच्च +कारणत्वात् +कारणत्वात्परम्परितं +कारणत्वादिति +कारणत्वाद् +कारणत्वाधिकरणम् +कारणत्वानुपपत्तेः +कारणत्वाभावात् +कारणत्वायोगात् +कारणत्वावधारणात् +कारणत्वे +कारणत्वेन +कारणत्वेनास्त्यस्य +कारणत्वेनेति +कारणत्वेऽपि +कारणद्रव्यस्य +कारणद्वयं +कारणद्वयम् +कारणनाशस्य +कारणन्तु +कारणपूरुषः +कारणप्रतिषेधः +कारणबद्धस्तु +कारणबाधेन +कारणभाव +कारणभावं +कारणभावः +कारणभावस्य +कारणभावाच्च +कारणभावे +कारणभावेन +कारणभूत +कारणभूतं +कारणभूतः +कारणभूतम् +कारणभूतया +कारणभूतस्य +कारणभूता +कारणभूतां +कारणभूताः +कारणभूतात् +कारणभूतानां +कारणभूते +कारणभूतेन +कारणभूतो +कारणभूतौ +कारणभेद +कारणभेदे +कारणभेदेन +कारणम +कारणमत +कारणमत्र +कारणमनुमीयते +कारणमन्तरेण +कारणमपि +कारणमपेक्षते +कारणमर्त्यरूपः +कारणमर्थानां +कारणमविचार्यैव +कारणमव्ययम् +कारणमस्ति +कारणमस्तीति +कारणमस्तु +कारणमस्त्विति +कारणमस्य +कारणमात्मीयेन +कारणमात्र +कारणमात्रस्य +कारणमात्रे +कारणमात्रेण +कारणमादाय +कारणमाला +कारणमालालंकारः +कारणमासीत् +कारणमाह +कारणमि +कारणमिति +कारणमित्य +कारणमित्यत +कारणमित्यत्र +कारणमित्यपि +कारणमित्यर्थ +कारणमित्यर्थः +कारणमित्याशङ्क्याह +कारणमित्याह +कारणमित्युक्तं +कारणमित्युच्यते +कारणमिदं +कारणमिष्यते +कारणमिह +कारणमीश्वरः +कारणमुक्तं +कारणमुक्तम् +कारणमुक्त्वा +कारणमुच्यत +कारणमुच्यते +कारणमुत्तमम् +कारणमुपपद्यते +कारणमेकं +कारणमेतत् +कारणमेव +कारणमेवेति +कारणम् +कारणम्‌ +कारणयोः +कारणरूप +कारणरूपं +कारणरूपः +कारणरूपा +कारणरूपे +कारणरूपेण +कारणरूपो +कारणले +कारणव +कारणवत् +कारणवर्णनम् +कारणवशात् +कारणवशेन +कारणवामनाय +कारणविशेषः +कारणविशेषाः +कारणव्यतिरेकेण +कारणव्यापारात् +कारणशब्द +कारणशब्दः +कारणशरीरं +कारणसत्ताया +कारणसत्त्वे +कारणसद्भावे +कारणसामग्री +कारणसामग्र्यां +कारणसामग्र्ये +कारणसामान्याधिकारे +कारणसे +कारणस्य +कारणस्यापि +कारणस्येति +कारणस्यैव +कारणही +कारणा +कारणां +कारणाः +कारणाख्या +कारणागमे +कारणाग्रहणे +कारणाच्च +कारणाज्जायते +कारणात +कारणात् +कारणात्कार्यस्य +कारणात्ते +कारणात्मकं +कारणात्मकम् +कारणात्मकाः +कारणात्मना +कारणात्मनि +कारणात्मा +कारणात्मिका +कारणात्‌ +कारणादनन्यत्वं +कारणादि +कारणादिति +कारणादीनां +कारणादीनि +कारणादेव +कारणादो +कारणाद् +कारणाद्वा +कारणाना +कारणानां +कारणानाञ्च +कारणानामपि +कारणानाम् +कारणानि +कारणानीति +कारणानुमानं +कारणानुरूपं +कारणान् +कारणान्तरं +कारणान्तरमाह +कारणान्तरम् +कारणान्तरस्य +कारणान्तरात् +कारणान्तरादपि +कारणान्तराभावात् +कारणान्तरे +कारणान्तरेण +कारणान्तरैः +कारणान्न +कारणान्यथ +कारणान्येव +कारणापदेशे +कारणापेक्षया +कारणापेक्षा +कारणाभाव +कारणाभावः +कारणाभावतः +कारणाभावतो +कारणाभावस्य +कारणाभावात् +कारणाभावात्कार्याभाव +कारणाभावादिति +कारणाभावादेव +कारणाभावाद् +कारणाभावान्न +कारणाभावे +कारणाभावेन +कारणाभावेऽपि +कारणाभावो +कारणाभिधानं +कारणाभिधानम् +कारणाभेदे +कारणाभ्यां +कारणामिति +कारणाम् +कारणाय +कारणावस्थं +कारणावस्थम् +कारणावस्था +कारणावस्थायां +कारणाविशेषाः +कारणिकः +कारणिकस्याप्रतिबध्नतः +कारणीभूत +कारणीभूतं +कारणीभूतः +कारणीभूतम् +कारणीभूतस्य +कारणीभूता +कारणीभूताः +कारणीभूतान् +कारणीभूतो +कारणीयं +कारणीयः +कारणीयम् +कारणीया +कारणे +कारणेण +कारणेति +कारणेत्यादि +कारणेन +कारणेनात्र +कारणेनापि +कारणेनासौ +कारणेनास्य +कारणेनेति +कारणेनेदं +कारणेनेह +कारणेनैव +कारणेभ्य +कारणेभ्यः +कारणेभ्यो +कारणेषु +कारणेऽपि +कारणैः +कारणैरपि +कारणैरिति +कारणैरुपपादिभिः +कारणैर्हिक्का +कारणैश्च +कारणो +कारणों +कारणोच्छेदेन +कारणोत्तरे +कारणोपचार +कारणोपचारात् +कारणोपपत्तित +कारणोपपत्त्या +कारणोपाधिरीश्वरः +कारण्ड +कारण्डं +कारण्डव +कारण्डवः +कारण्डवविकीर्णानि +कारण्डवसमाकीर्णं +कारण्डवाः +कारण्डवैः +कारण्डवो +कारण्डव्यूहं +कारण्डव्यूहस्य +कारण्डे +कारण्डैः +कारतया +कारता +कारत्वात् +कारन +कारनाम्नि +कारन्त +कारन्तः +कारन्तस्य +कारपचवं +कारपरत्वे +कारपेत् +कारप्रत्ययः +कारभं +कारमं +कारमाह +कारमिति +कारमेव +कारम् +कारय +कारयंति +कारयत +कारयतः +कारयति +कारयतीति +कारयतीत्यर्थः +कारयतु +कारयते +कारयतो +कारयत् +कारयत्यपि +कारयत्येव +कारयध्वं +कारयन् +कारयन्ति +कारयन्ती +कारयन्तु +कारयन्ते +कारयन्नास्ते +कारयसि +कारयस्व +कारया +कारयांचकार +कारयाञ्चकार +कारयाम +कारयामः +कारयामास +कारयामासुः +कारयामि +कारयाम्यहम् +कारयावहे +कारयि +कारयितव्यं +कारयितव्यः +कारयितव्यमिति +कारयितव्यम् +कारयितव्या +कारयितव्याः +कारयितव्यो +कारयिता +कारयितारं +कारयितु +कारयितुं +कारयितुः +कारयितुम् +कारयितुश्च +कारयितुस्तथा +कारयितृत्वं +कारयित्री +कारयित्वा +कारयित्वाथ +कारयित्वाऽथ +कारयित्वेति +कारयित्वैव +कारयित्वोत्तरया +कारयित्वोदकेन +कारयिष्यति +कारयिष्यते +कारयिष्यन् +कारयिष्यन्ति +कारयिष्यसि +कारयिष्यामि +कारयिष्ये +कारयीत +कारये +कारयेच्च +कारयेच्चैव +कारयेच्छयनं +कारयेच्छान्तिं +कारयेच्छुभम् +कारयेच्छ्राद्धं +कारयेत +कारयेति +कारयेत् +कारयेत्कर्म +कारयेत्कुण्डं +कारयेत्क्रमात् +कारयेत्क्रियाम् +कारयेत्तं +कारयेत्ततः +कारयेत्तत्र +कारयेत्तथा +कारयेत्तस्य +कारयेत्तु +कारयेत्तेन +कारयेत्पुनः +कारयेत्यर्थः +कारयेत्स +कारयेत्सदा +कारयेत्सर्वदिव्यानि +कारयेत्सर्षफलप्रमाणं +कारयेत्सुधीः +कारयेत्‌ +कारयेथ् +कारयेदङ्कुरार्पणम् +कारयेदधिवासनम् +कारयेदन्ते +कारयेदपि +कारयेदिति +कारयेदित्यर्थः +कारयेदित्याह +कारयेदित्येके +कारयेदुत्सवं +कारयेदेवं +कारयेद् +कारयेद्गुरुः +कारयेद्दिव्यं +कारयेद्देवं +कारयेद्देशिकोत्तमः +कारयेद्धीमान् +कारयेद्धोमं +कारयेद्बुध +कारयेद्बुधः +कारयेद्भक्त्या +कारयेद्भिषक् +कारयेद्यदि +कारयेद्यस्तु +कारयेद्राजा +कारयेद्वमनं +कारयेद्वा +कारयेद्वापि +कारयेद्विद्वान् +कारयेद्विधिचोदितम् +कारयेद्विधिना +कारयेद्विधिपूर्वकम् +कारयेन् +कारयेन्न +कारयेन्नरः +कारयेन्नित्यं +कारयेन्निशि +कारयेन्नृपः +कारयेन्मण्डपं +कारयेन्मनः +कारयेन्मुनिशार्दूल +कारयेयम् +कारयेयुः +कारयेल्लक्षणान्वितम् +कारयोः +कारलोपः +कारव +कारवः +कारवल्ली +कारवार +कारवारम् +कारवारविधानसभाक्षेत्रम् +कारवी +कारवे +कारवेल्लं +कारवेल्लः +कारवेल्लकः +कारवेल्लकम् +कारवेल्लकैः +कारवेल्लम् +कारवेल्लश्च +कारवेल्ली +कारवेल्ले +कारवेल्ल्या +कारवो +कारव्या +कारव्याः +कारव्याभिर् +कारश्च +कारस्कर +कारस्करः +कारस्करवृक्षः +कारस्कराः +कारस्करो +कारस्तु +कारस्य +कारा +कारां +काराः +कारागार +कारागारं +कारागारम् +कारागारस्य +कारागारात् +कारागारे +कारागृहं +कारागृहम् +कारागृहवासः +कारागृहवासम् +कारागृहस्य +कारागृहात् +कारागृहे +काराच्च +काराणां +कारात् +कारादि +कारादिति +काराधुनीव +कारान् +कारापयितव्या +कारापितं +काराय +काराया +कारायां +कारावरो +कारावारे +कारावासः +कारावासम् +कारावासस्य +कारावासे +कारावासेन +कारावेश्मनि +कारि +कारिं +कारिः +कारिक +कारिकया +कारिका +कारिकां +कारिकाः +कारिकाकारेण +कारिकाकृत्य +कारिकाणां +कारिकापाठ +कारिकाबली +कारिकाभिः +कारिकाया +कारिकायां +कारिकायाः +कारिकायाम् +कारिकार्थः +कारिकावला +कारिकावली +कारिकावळी +कारिकासु +कारिकास्थं +कारिके +कारिण +कारिणं +कारिणः +कारिणम् +कारिणा +कारिणां +कारिणामिव +कारिणाम् +कारिणि +कारिणी +कारिणीं +कारिणे +कारिणो +कारिणौ +कारित +कारितं +कारितः +कारितमिति +कारितमेव +कारितम् +कारितवती +कारितवन्तः +कारितवान् +कारिता +कारितां +कारिताः +कारितानि +कारिताश्च +कारितास्ते +कारिते +कारितो +कारितौ +कारित्रं +कारित्रम् +कारित्वं +कारित्वञ्च +कारित्वम् +कारित्वात् +कारित्वे +कारिदं +कारिन्‌ +कारिभिः +कारिभ्यः +कारिमकार्षीः +कारिम् +कारिष्यते +कारिष्यन्ते +कारी +कारीगर +कारीगरी +कारीगरों +कारीति +कारीरं +कारीरी +कारीर्या +कारीर्यां +कारीष +कारीषगन्धीपतिः +कारीषगन्धीपुत्रः +कारीषगन्धीबन्धुः +कारीषगन्धीमाता +कारीषगन्धीमातृकः +कारीषगन्ध्या +कारीषगन्ध्यामातः +कारीषगन्ध्यामाता +कारीषाग्नौ +कारु +कारुं +कारुः +कारुककुशीलवौ +कारुकर्म +कारुका +कारुकाः +कारुकान् +कारुकान्नं +कारुकुशीलवान् +कारुणिक +कारुणिकः +कारुणिकतया +कारुणिकस्य +कारुणिका +कारुणिकाः +कारुणिके +कारुणिकेन +कारुणिको +कारुण्य +कारुण्यं +कारुण्यकुसुमाकाशः +कारुण्यतः +कारुण्यतो +कारुण्यमिति +कारुण्यमेव +कारुण्यम् +कारुण्यवारान्निधिम् +कारुण्यविग्रहा +कारुण्यशून्यः +कारुण्यसिन्धो +कारुण्यस्य +कारुण्यात् +कारुण्यादिवशात् +कारुण्याद् +कारुण्ये +कारुण्येन +कारुधायाः +कारुभिः +कारुभिश्च +कारुम् +कारुरहं +कारुश्च +कारुषश्च +कारुषु +कारुहस्तः +कारू +कारूः +कारूणां +कारून् +कारूषाः +कारूषो +कारे +कारें +कारेण +कारेणैव +कारेति +कारेषु +कारेऽपि +कारैः +कारैकलमण्डलम् +कारैकल् +कारैक्काल् +कारो +कारों +कारोः +कारोतरः +कारोतरात् +कारोतरेण +कारोत्तरः +कारोऽपि +कारौ +कार् +कार्कणः +कार्कळ +कार्कळविधानसभाक्षेत्रम् +कार्कश्यं +कार्कश्ये +कार्कोटकं +कार्क्रमः +कार्गिलनगरम् +कार्गिलमण्डलम् +कार्गिल् +कार्गो +कार्ट +कार्ड +कार्डं +कार्ड् +कार्णवेष्टकिकम् +कार्णश्रवसं +कार्णश्रवसम् +कार्णश्रवसानि +कार्णाजिनि +कार्णायनिः +कार्त +कार्तकौजपादयश्च +कार्तकौजपौ +कार्तयशं +कार्तयशम् +कार्तवीर्य +कार्तवीर्यं +कार्तवीर्यः +कार्तवीर्यश्च +कार्तवीर्यसमो +कार्तवीर्यस्य +कार्तवीर्यार्जुनस्य +कार्तवीर्यार्जुनेन +कार्तवीर्यार्जुनो +कार्तवीर्ये +कार्तवीर्येण +कार्तवीर्यो +कार्तवेशम् +कार्तस्वरं +कार्तान्तिक +कार्ति +कार्तिक +कार्तिकं +कार्तिकः +कार्तिकपूर्णिमायां +कार्तिकमासः +कार्तिकमासमाहात्म्यम् +कार्तिकमासमाहात्म्ये +कार्तिकमासस्य +कार्तिकमासे +कार्तिकमाहात्म्ये +कार्तिकम् +कार्तिकयः +कार्तिकव्रतम् +कार्तिकस्तथा +कार्तिकस्य +कार्तिका +कार्तिकादिषु +कार्तिकाय +कार्तिकी +कार्तिकीं +कार्तिकीपूर्णिमायां +कार्तिकीय +कार्तिके +कार्तिकेय +कार्तिकेयं +कार्तिकेयः +कार्तिकेयम् +कार्तिकेयश्च +कार्तिकेयस्तु +कार्तिकेयस्य +कार्तिकेयाय +कार्तिकेये +कार्तिकेयेन +कार्तिकेयो +कार्तिकेऽपि +कार्तिको +कार्तिक्या +कार्तिक्यां +कार्तिक्याः +कार्तिक्यामथ +कार्त्त +कार्त्तवीर्य +कार्त्तवीर्यं +कार्त्तवीर्यस्य +कार्त्तवीर्यो +कार्त्तवीर्य्य +कार्त्तवीर्य्यः +कार्त्तवीर्य्यस्य +कार्त्तवीर्य्यार्ज्जुनः +कार्त्ति +कार्त्तिक +कार्त्तिकं +कार्त्तिकः +कार्त्तिकपूर्णिमा +कार्त्तिकप्रसङ्गे +कार्त्तिकमासः +कार्त्तिकमासस्य +कार्त्तिकमासे +कार्त्तिकमाहात्म्ये +कार्त्तिकशब्दे +कार्त्तिकस्य +कार्त्तिकादि +कार्त्तिकादिषु +कार्त्तिकादीनि +कार्त्तिकिकः +कार्त्तिकी +कार्त्तिकीं +कार्त्तिकीपूर्णिमायां +कार्त्तिके +कार्त्तिकेय +कार्त्तिकेयं +कार्त्तिकेयः +कार्त्तिकेयश्च +कार्त्तिकेयस्य +कार्त्तिकेयाय +कार्त्तिकेये +कार्त्तिकेयेन +कार्त्तिकेयो +कार्त्तिकेऽमलपक्षे +कार्त्तिको +कार्त्तिक्यां +कार्त्स्न्यं +कार्त्स्न्यम् +कार्त्स्न्ये +कार्त्स्न्येन +कार्त्स्न्येनानभिव्यक्तस्वरूपत्वात् +कार्त्स्न्येऽवधारणे +कार्त्स्येन +कार्थ +कार्थं +कार्थः +कार्थत्वात् +कार्थी +कार्थे +कार्दमिकं +कार्द्रवेयः +कार्नाड +कार्नाडः +कार्नार्ड् +कार्नेगी +कार्पटिक +कार्पटिकं +कार्पटिकः +कार्पटिकस्य +कार्पटिको +कार्पण्य +कार्पण्यं +कार्पण्यदोषोपहतस्वभावः +कार्पण्यमित्येके +कार्पण्यम् +कार्पण्यात् +कार्पण्यान्न +कार्पण्येति +कार्पण्येत्यादि +कार्पण्येन +कार्पास +कार्पासं +कार्पासः +कार्पासकं +कार्पासजं +कार्पासमुपवीतं +कार्पासमेव +कार्पाससम्भवम् +कार्पासस्य +कार्पासानां +कार्पासास्थि +कार्पासिकं +कार्पासिके +कार्पासी +कार्पासे +कार्पासेन +कार्पासैः +कार्पास्या +कार्पास्यां +कार्पिकं +कार्पेण्टर् +कार्पोरेशन् +कार्पोरेषन् +कार्बन +कार्बनडाय +कार्बन् +कार्बालिक् +कार्बि +कार्बेट् +कार्बोहाइड्रेट् +कार्बोहैड्रेट् +कार्म +कार्मं +कार्मः +कार्मण +कार्मणं +कार्मणकर्म +कार्मणम् +कार्मस्ताच्छील्ये +कार्मारः +कार्मारवी +कार्मार्यायणिः +कार्मिक +कार्मिकाणां +कार्मिके +कार्मु +कार्मुक +कार्मुकं +कार्मुकः +कार्मुकच्युतैः +कार्मुकभृतो +कार्मुकमादाय +कार्मुकमुत्तमम् +कार्मुकम् +कार्मुकस्य +कार्मुका +कार्मुकाः +कार्मुकाणां +कार्मुकाणि +कार्मुकी +कार्मुकीं +कार्मुके +कार्मुकेण +कार्मुकैः +कार्मो +कार्म्मुकं +कार्य +कार्यं +कार्यंमें +कार्यंम् +कार्यः +कार्यकरं +कार्यकरः +कार्यकरण +कार्यकरणं +कार्यकरणकर्तृत्वे +कार्यकरणकर्तृत्वेन +कार्यकरणप्रवृत्तिषु +कार्यकरणम् +कार्यकरणसंघात +कार्यकरणसंघातं +कार्यकरणसंघातः +कार्यकरणसंघातस्य +कार्यकरणसंघाते +कार्यकरणसंघातो +कार्यकरणानां +कार्यकरणानि +कार्यकरणाय +कार्यकरणावसरे +कार्यकरणे +कार्यकरणैः +कार्यकरत्वं +कार्यकरत्वे +कार्यकरी +कार्यकरो +कार्यकर्ता +कार्यकर्तारः +कार्यकर्तृत्वशब्दितम् +कार्यकर्तृभिः +कार्यकर्तृभ्यः +कार्यकर्तृषु +कार्यकर्तॄणां +कार्यकर्त्री +कार्यकलाप +कार्यका +कार्यकार +कार्यकारण +कार्यकारणं +कार्यकारणकर्तृत्वे +कार्यकारणतया +कार्यकारणता +कार्यकारणतां +कार्यकारणत्वेन +कार्यकारणप्रकृतिरप्यनादिः +कार्यकारणबद्धौ +कार्यकारणभा +कार्यकारणभाव +कार्यकारणभावं +कार्यकारणभावः +कार्यकारणभावश्च +कार्यकारणभावस्तु +कार्यकारणभावस्य +कार्यकारणभावा +कार्यकारणभावात् +कार्यकारणभावादिति +कार्यकारणभावाद्वा +कार्यकारणभावे +कार्यकारणभावेन +कार्यकारणभावेऽपि +कार्यकारणभावो +कार्यकारणभावोऽपि +कार्यकारणम् +कार्यकारणयो +कार्यकारणयोः +कार्यकारणयोरनन्यत्वं +कार्यकारणयोरभेदात् +कार्यकारणयोरभेदोपचारः +कार्यकारणयोरभेदोपचारात् +कार्यकारणयोरिति +कार्यकारणयोश्च +कार्यकारणरूपाय +कार्यकारणरूपिणी +कार्यकारणरूपेण +कार्यकारणस्रोत +कार्यकारणात्मकं +कार्यकारणात्मकानां +कार्यकारणे +कार्यकारणेति +कार्यकारि +कार्यकारिणः 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+कार्यों +कार्योत्पत्तिः +कार्योत्पत्तिर्विभावना +कार्योत्पत्तिस्तृतीया +कार्योत्पत्तेः +कार्योत्पत्तौ +कार्योत्पाद +कार्योत्पादः +कार्योदयः +कार्योन्मुख +कार्योन्मुखः +कार्योपचारः +कार्योपचारात् +कार्योपजननं +कार्योपपादने +कार्योपाधयो +कार्योपाधिरयं +कार्योऽत्र +कार्योऽथ +कार्योऽयं +कार्योऽस्य +कार्यौ +कार्य्य +कार्य्यं +कार्य्यः +कार्य्यकारण +कार्य्यकारणभाव +कार्य्यकारणभावः +कार्य्यकाले +कार्य्यजन्म +कार्य्यजातं +कार्य्यञ्च +कार्य्यञ्चाकार्य्यमेव +कार्य्यतः +कार्य्यता +कार्य्यते +कार्य्यत्वं +कार्य्यत्वरूपेण +कार्य्यत्वस्य +कार्य्यत्वात् +कार्य्यत्वे +कार्य्यत्वेन +कार्य्यद्रव्यं +कार्य्यन्तु +कार्य्यभेदः +कार्य्यमन्यथा +कार्य्यमस्ति +कार्य्यमाह +कार्य्यमिति +कार्य्यमित्यर्थः +कार्य्यमित्याह +कार्य्यमित्येव +कार्य्यमेव +कार्य्यम् +कार्य्यरूप +कार्य्यसिद्धये +कार्य्यसिद्धि +कार्य्यसिद्धिरतुला +कार्य्यस्तथा +कार्य्यस्तु +कार्य्यस्य +कार्य्या +कार्य्यां +कार्य्याः +कार्य्याकार्य्ये +कार्य्याणां +कार्य्याणि +कार्य्याणीति +कार्य्यात् +कार्य्याभाव +कार्य्याय +कार्य्यार्थं +कार्य्यी 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+कार्ष्ण्यञ्च +कार्ष्ण्यम् +कार्ष्ण्यात् +कार्ष्म +कार्ष्मन् +कार्ष्मर्य +कार्ष्मर्यः +कार्ष्मर्यमयाः +कार्ष्मर्यमयान् +कार्ष्मर्यमयी +कार्ष्मर्यमयीं +कार्ष्मर्यमयीम् +कार्ष्मर्यमये +कार्ष्मर्यमय्यौ +कार्ष्य +कार्ष्यवणम् +काल +कालं +कालंजरं +कालंजरे +कालंजरो +कालः +कालक +कालकं +कालकः +कालकण्टक +कालकण्ठ +कालकण्ठः +कालकण्ठक +कालकण्ठकः +कालकन्या +कालकमानं +कालकम् +कालकर्णिका +कालकर्णी +कालकर्ता +कालकर्मणा +कालकर्मणाम् +कालकर्षिणी +कालकलना +कालकलया +कालकला +कालकलाः +कालकल्पो +कालकवृक्षीय +कालकश्चैव +कालका +कालकाः +कालकामादयोऽपि +कालकामौ +कालकारणम् +कालकार्मुकः +कालकाल +कालकालं +कालकालः +कालकालस्य +कालकालाय +कालकाली +कालकालो +कालकूट +कालकूटं +कालकूटः +कालकूटमिव +कालकूटम् +कालकूटश्च +कालकूटस्तथैव +कालकूटस्य +कालकूटाख्यं +कालकूटिः +कालकूटे +कालकूटो +कालकूटोऽस्य +कालकृत +कालकृतं +कालकृतः +कालकृतस्तु +कालकृता +कालकृते +कालकृतो +कालकृत् +कालके +कालकेया +कालकेयांश्च +कालकेयाश्च +कालकेयैश्च +कालकेशी +कालको +कालकोविदः +कालक्रम +कालक्रमः +कालक्रमानुगा +कालक्रमे +कालक्रमेण +कालक्रमेणाथ +कालक्रिया 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+कालयुक्तश्च +कालयुक्ते +कालयुक्तेन +कालयोः +कालयोग +कालयोगः +कालयोगतः +कालयोगात् +कालयोगाश्च +कालयोगिना +कालयोगी +कालयोगे +कालयोगेन +कालयोरुभयोरपि +कालरा +कालराज +कालराजं +कालरात्रि +कालरात्रिं +कालरात्रिः +कालरात्रिम् +कालरात्रिर्महारात्रिर्मोहरात्रिश्च +कालरात्रिश्च +कालरात्री +कालरात्रीं +कालरात्रीति +कालरात्रीव +कालरात्रेः +कालरात्र्या +कालरात्र्यै +कालरुद्रस्य +कालरूप +कालरूपं +कालरूपः +कालरूपधृक् +कालरूपा +कालरूपाय +कालरूपिणी +कालरूपी +कालरूपे +कालरूपेण +कालरूपो +काललक्षणम् +काललग्नं +काललवणं +कालवचनः +कालवती +कालवत् +कालवदनं +कालवर्गः +कालवर्धनम् +कालवर्षी +कालवशं +कालवशात् +कालवशादेव +कालवशानुगः +कालवशान्मेदिनीपृष्ठे +कालवशेन +कालवाचक +कालवाचिनः +कालवाचिभ्यः +कालवाची +कालवि +कालविचारः +कालविज्ञापकं +कालवित् +कालविदः +कालविदा +कालविदां +कालविदो +कालविद्भिः +कालविधया +कालविधानम् +कालविधानशास्त्रं +कालविधाने +कालविधिः +कालविधिर् +कालविधौ +कालविपर्ययः +कालविप्लुतम् +कालविभाग +कालविभागः +कालविभागस्य +कालविभागाः +कालविभागे +कालविभागो +कालविभाजनम् +कालविरोधः +कालविलम्बं +कालविलम्बेन +कालविलम्बो +कालविवेकः +कालविवेके +कालविशे +कालविशेष +कालविशेषं +कालविशेषः +कालविशेषविधिः +कालविशेषस्य +कालविशेषाः +कालविशेषे +कालविशेषेण +कालविशेषेषु +कालविशेषो +कालविशेषोत्सवयोः +कालविषयं +कालविषये +कालवृत्ते +कालवृद्धिः +कालवेगेन +कालवेदिभिः +कालवेला +कालव्यत्ययः +कालव्यवस्था +कालव्यवस्थायां +कालश +कालशक्तिः +कालशक्तितः +कालशक्त्या +कालशब्दस्य +कालशब्दाः +कालशब्दे +कालशब्देन +कालशब्दो +कालशम्बरः +कालशाकं +कालशाकञ्च +कालशाकम् +कालशाकस्य +कालशाकेन +कालशुद्धौ +कालशेयं +कालशेषः +कालश् +कालश्च +कालश्चायं +कालश्चेति +कालसंकर्षिणीं +कालसंकलनाविवर्जितं +कालसंकाशः +कालसंख्या +कालसंख्यां +कालसंज्ञकः +कालसंयुक्तः +कालसंस्कारनिवृत्तेः +कालसङ्ख्या +कालसत्ता +कालसमम् +कालसमयवेलासु +कालसमयेन +कालसमाः +कालसर्प +कालसर्पः +कालसर्पेण +कालसागरे +कालसात्कृते +कालसाधनं +कालसाधनम् +कालसाधने +कालसामान्ये +कालसार +कालसारं +कालसिद्धिः +कालसूत्र +कालसूत्रं +कालसूत्रः +कालसूत्रकम् +कालसूत्रञ्च +कालसूत्रे +कालसूत्रेण +कालस् +कालस्कन्धः +कालस्तत्र +कालस्तथा +कालस्तथैव +कालस्तदा +कालस्तव +कालस्तस्य +कालस्तावान् +कालस्तु +कालस्ते +कालस्तेन +कालस्त्वं +कालस्त्वया +कालस्थैर्यम् +कालस्थैर्ये +कालस्य +कालस्यापि +कालस्यावयवाश्च +कालस्यास्य +कालस्येति +कालस्येव +कालस्येश्वररूपस्य +कालस्यैव +कालस्वरूप +कालस्वरूपं +कालस्वरूपो +कालस्स +कालहरणं +कालहरणस्य +कालहरिणः +कालहस्ती +कालहीनं +कालहोरा +काला +कालां +कालांतरे +कालांश +कालांशः +कालांशस्य +कालांशा +कालांशाः +कालांशानां +कालांशे +कालांशैः +कालांशो +कालाः +कालाकाङ्क्षी +कालाकालं +कालाक्षी +कालाख्यं +कालाख्यः +कालाख्यशक्तिः +कालाख्या +कालाख्यां +कालाख्योऽदृश्यः +कालागुरु +कालागुरुणि +कालागुरुद्रुमैः +कालाग्नि +कालाग्निं +कालाग्निः +कालाग्निना +कालाग्निमिव +कालाग्निरिव +कालाग्निरुद्र +कालाग्निरुद्रं +कालाग्निरुद्रः +कालाग्निरुद्रमैत्रेयी +कालाग्निरुद्राय +कालाग्निरुद्रो +कालाग्निरुद्रोपनिषत् +कालाग्निसदृशं +कालाग्निसन्निभः +कालाच्च +कालाजाजी +कालाञ्जनं +कालाञ्जनी +कालाट् +कालाट्ठञ् +कालाति +कालातिक्रमणं +कालातिक्रमणे +कालातिक्रमे +कालातिक्रमेण +कालातिक्रान्तं +कालातिपत्तौ +कालातिपातं +कालातीत +कालातीतं +कालातीतः +कालातीता +कालातीताः +कालातीते +कालातीतेषु +कालात् +कालात्पराङावर्ततेऽध्वर्युरभ्येनमाह्वयते +कालात्म +कालात्मक +कालात्मकं +कालात्मकाः +कालात्मना +कालात्मनि +कालात्मने +कालात्मा +कालात्मानं +कालात्मिकां +कालात्यन्तसंयोगे +कालात्ययं +कालात्ययापदिष्ट +कालात्ययापदिष्टः +कालात्ययापदिष्टत्वात् +कालात्ययापदिष्टश्च +कालात्ययापदिष्टो +कालात्यये +कालात्ययेन +कालात्ययो +कालात्साधुपुष्प्यत्पच्यमानेषु +कालात्‌ +कालादजायत +कालादपरमिव +कालादपि +कालादभिषेकस्य +कालादयः +कालादर्श +कालादर्शे +कालादारभ्य +कालादावतिव्याप्तिवारणाय +कालादि +कालादिः +कालादिकं +कालादिति +कालादिषु +कालादिह +कालादीनां +कालादृते +कालादेः +कालादेव +कालादौ +कालाद् +कालाद्यत् +कालाद्यपेक्षया +कालाधिकार +कालाधिकारः +कालाधिकारप्रकरणम् +कालाधिकारे +कालाधीना +कालाध्वनो +कालाध्वनोः +कालाध्वनोरत्यन्तसंयोगे +कालाध्वा +कालानन्तरं +कालानन्तरम् +कालानयन +कालानयनं +कालानयनम् +कालानयने +कालानल +कालानलं +कालानलः +कालानलप्रभम् +कालानलसंनिभानि +कालानलसन्निभानि +कालानलसमत्विषा +कालानलसमप्रभम् +कालानलस्य +कालानलो +कालानलोत्करकिरेण +कालानलोपमः +कालानलोपमम् +कालानां +कालानि +कालानुगुणं +कालानुपूर्वा +कालानुबन्धं +कालानुरूपं +कालानुरोधेन +कालानुशारिवा +कालानुसारं +कालानुसारिवा +कालानुसारिवाम् +कालानुसारी +कालानुसारेण +कालानुसार्य्यं +कालान् +कालान्त +कालान्तक +कालान्तकयमोपमः +कालान्तकयमोपमम् +कालान्तकयमोपमे +कालान्तकाय +कालान्तकोपमाः +कालान्तर +कालान्तरं +कालान्तरप्राणहराणि +कालान्तरभावि +कालान्तरमपेक्षते +कालान्तरात् +कालान्तरादपि +कालान्तरितं +कालान्तरे +कालान्तरेण +कालान्तरेणापि +कालान्तरेणैव +कालान्तरेति +कालान्तरेषु +कालान्तरेऽपि +कालान्तरोपभोग्यं +कालान्ते +कालान्न +कालाप +कालापः +कालापकं +कालापकः +कालापकम् +कालापा +कालापाः +कालापेक्षं +कालापेक्षः +कालापेक्षया +कालापेक्षां +कालापेक्षी +कालाभावे +कालाभिपन्नाः +कालाभिमानिदेवतोपलक्षितं +कालाभिमानिनी +कालामुखा +कालाय +कालायस +कालायसं +कालायसमयं +कालायसमिति +कालायसम् +कालायसायसी +कालायसीं +कालायसे +कालायाः +कालार्थः +कालार्दितानां +कालावच्छिन्ना +कालावच्छेदेन +कालावधि +कालावधिं +कालावधिः +कालावधौ +कालावल्यां +कालावल्याम् +कालावस्था +कालाश +कालाश्च +कालाश्रयास्ते +कालाश्रयेण +कालाहाण्डी +कालाहाण्डीमण्डलम् +कालि +कालिं +कालिंगं +कालिंदी +कालिंदीं +कालिंदीमाहात्म्ये +कालिंद्या +कालिंद्यां +कालिंद्याः +कालिंमन्या +कालिक +कालिकं +कालिकः +कालिकञ्च +कालिकपरत्वापरत्वयोः +कालिकम् +कालिकया +कालिकशर +कालिकसंबन्धन +कालिकसंबन्धेन +कालिकसंवन्धेन +कालिकसम्बन्धेन +कालिकस्य +कालिका +कालिकां +कालिकाः +कालिकादिसम्बन्धेन +कालिकादेवी +कालिकापुराण +कालिकापुराणम् +कालिकापुराणे +कालिकापुराणेऽपि +कालिकाम् +कालिकाया +कालिकायाः +कालिकायाश्च +कालिकायै +कालिकाह्वयमेव +कालिकी +कालिके +कालिकेति +कालिकेन +कालिकेव +कालिको +कालिकोऽवस्था +कालिङ्ग +कालिङ्गं +कालिङ्गः +कालिङ्गकः +कालिङ्गश्च +कालिङ्गा +कालिङ्गो +कालिञ्जरस्य +कालितरा +कालिदा +कालिदास +कालिदासं +कालिदासः +कालिदासकृत +कालिदासकृतरात्रिलग्ननिरूपणम् +कालिदासकृतिमासः +कालिदासनन्दिनः +कालिदासमालोक्य +कालिदासश्च +कालिदाससूक्तिमञ्जूषा +कालिदासस्तु +कालिदासस्य +कालिदासस्‍य +कालिदासा +कालिदासात् +कालिदासाद्याः +कालिदासीयं +कालिदासे +कालिदासेन +कालिदासो +कालिदासोऽपि +कालिनी +कालिन्दं +कालिन्दि +कालिन्दी +कालिन्दीं +कालिन्दीजले +कालिन्दीति +कालिन्दीनिकटे +कालिन्दीसलिले +कालिन्द्या +कालिन्द्यां +कालिन्द्याः +कालिफ़ोर्निया +कालिफोर्निया +कालिमा +कालिमानं +कालिम्ना +कालिम्मन्या +कालिय +कालियं +कालियः +कालियमर्दनवर्णनम् +कालियमर्दने +कालियशिरसि +कालियस्य +कालिया +कालिये +कालियेन +कालियो +काली +कालीं +कालीकट +कालीतन्त्रे +कालीति +कालीदेव्याः +कालीन +कालीनं +कालीनः +कालीनदी +कालीना +कालीनामसहस्रकम् +कालीपदः +कालीपूजा +कालीमातुः +कालीमिर्च +कालीय +कालीयं +कालीयक +कालीयकं +कालीयकम् +कालीयकरसोपेतं +कालीयके +कालीयो +कालु +कालुष्यं +काले +कालेकाल +कालेकाले +कालेज +कालेजः +कालेज् +कालेण +कालेति +कालेन +कालेनात्मनि +कालेनाथ +कालेनानवच्छेदात् +कालेनानेन +कालेनापि +कालेनाप्रतिकारिणः +कालेनाल्पीयसा +कालेनाल्पेन +कालेनावच्छिद्यन्ते +कालेनावरणात्ययात्परिणते +कालेनासूत +कालेनेति +कालेनेत्यर्थः +कालेनेव +कालेनेश्वरमूर्तिना +कालेनेह +कालेनैतावता +कालेनैव +कालेनैषा +कालेनोदेति +कालेपि +कालेभ्यो +कालेय +कालेयँ +कालेयं +कालेयः +कालेयकं +कालेयकः +कालेयकालो +कालेयम् +कालेयस्य +कालेयस्यर्क्षु +कालेया +कालेयाः +कालेयानां +कालेयानि +कालेयेन +कालेश +कालेशं +कालेश्वरं +कालेषु +कालेष्वेतेषु +कालेऽतीते +कालेऽत्र +कालेऽथ +कालेऽदाता +कालेऽधिकरणे +कालेऽन्यथा +कालेऽपि +कालेऽपीति +कालेऽयं +कालेऽर्थे +कालेऽस्मिन् +कालेऽस्य +कालैः +कालो +कालों +कालोचित +कालोचितं +कालोचितः +कालोत्तरे +कालोत्सवे +कालोदकं +कालोदके +कालोद्भवैः +कालोपदेशे +कालोपरि +कालोपसर्जने +कालोपाधिः +कालोपाधिविधया +कालोपि +कालोप्तानि +कालोयं +कालोस्मि +कालोह्ययं +कालोऽग्निः +कालोऽतिवर्तते +कालोऽत्र +कालोऽथ +कालोऽन्यः +कालोऽन्यत्रेच्छया +कालोऽपि +कालोऽभिधीयते +कालोऽयं +कालोऽयमागतः +कालोऽयमिति +कालोऽविः +कालोऽसौ +कालोऽस्ति +कालोऽस्मि +कालोऽस्मीति +कालोऽस्य +कालोऽहं +कालोऽहम् +कालौ +काल् +काल्का +काल्तानिस्सेत्ता +काल्प +काल्पनिक +काल्पनिकं +काल्पनिकः +काल्पनिकी +काल्पनिको +काल्पसूत्रः +काल्मेट् +काल्य +काल्यं +काल्यते +काल्यमुत्थाय +काल्यमेवोत्थाय +काल्या +काल्यां +काल्याः +काल्याणिनेयः +काल्याश्च +काल्ये +काल्यै +काळ +काळं +काळिक +काळिङ्गसर्पः +काळिङ्गसर्पाः +काळी +काळीजयन्तीमाता +काळे +काळो +काव +कावं +कावः +कावचिकं +कावपि +कावमन्त्यं +कावमन्त्यम् +कावम् +कावषेयः +कावषेयाः +कावस्था +कावस्य +कावा +कावादे +कावि +काविति +काविमौ +कावी +कावूरू +कावे +कावेतौ +कावेरि +कावेरी +कावेरीं +कावेरीनदी +कावेरीनद्याः +कावेर्या +कावेर्यां +कावेर्याः +कावेर्य्यां +काव् +काव्य +काव्यं +काव्यं॑ +काव्यः +काव्यकथा +काव्यकरणे +काव्यकर्ता +काव्यकला +काव्यकल्पलता +काव्यकौतुके +काव्यक्रियादरः +काव्यगुणाः +काव्यग्रन्थाः +काव्यचन्द्रिका +काव्यजीवितमिति +काव्यञ्च +काव्यतत्त्वानि +काव्यतत्वानि +काव्यता +काव्यतीर्थ +काव्यत्रयं +काव्यत्व +काव्यत्वं +काव्यत्वमिति +काव्यत्वम् +काव्यत्वस्य +काव्यत्वे +काव्यत्वेन +काव्यदृष्ट्या +काव्यदोषः +काव्यदोषभेदे +काव्यदोषाः +काव्यनाटकादिषु +काव्यनाट्ययोः +काव्यनाम +काव्यपद्धतिः +काव्यप्र +काव्यप्रका +काव्यप्रकारत्वेन +काव्यप्रकारो +काव्यप्रकाश +काव्यप्रकाशः +काव्यप्रकाशकारः +काव्यप्रकाशकृता +काव्यप्रकाशटीकायां +काव्यप्रकाशदर्पणम् +काव्यप्रकाशसङ्केते +काव्यप्रकाशस्य +काव्यप्रकाशादौ +काव्यप्रकाशे +काव्यप्रदीपादौ +काव्यप्रयोजनम् +काव्यप्राकशसंकेतः +काव्यबन्धः +काव्यबन्धस्य +काव्यबन्धाः +काव्यबन्धे +काव्यबन्धेषु +काव्यभूषणशतकम् +काव्यभेदः +काव्यभेदाः +काव्यभेदे +काव्यमपि +काव्यमयं +काव्यमातरम् +काव्यमात्रस्य +काव्यमान +काव्यमार्गे +काव्यमाल +काव्यमाला +काव्यमालायां +काव्यमिति +काव्यमित्यर्थः +काव्यमिदं +काव्यमिदम् +काव्यमीमांसा +काव्यमीमांसायां +काव्यमुच्यते +काव्यमुशनेव +काव्यमेव +काव्यम् +काव्यम्य +काव्ययोः +काव्ययोजितः +काव्यरचना +काव्यरचनायाः +काव्यरत्नम् +काव्यरत्ने +काव्यरले +काव्यरसाः +काव्यरीतयः +काव्यरूपं +काव्यरूपतया +काव्यरूपी +काव्यरूपेण +काव्यलक्षण +काव्यलक्षणं +काव्यलक्षणम् +काव्यलक्षणे +काव्यलिङ्ग +काव्यलिङ्गं +काव्यलिङ्गभेद +काव्यलिङ्गमलंकारः +काव्यलिङ्गमलङ्कारः +काव्यलिङ्गमुदाहृतम् +काव्यलिङ्गमेव +काव्यलिङ्गम् +काव्यलिङ्गसरः +काव्यलिङ्गस्य +काव्यलिङ्गालंकारः +काव्यलिङ्गालङ्कारः +काव्यलिङ्गे +काव्यलिङ्गेन +काव्यवस्तु +काव्यवस्तुनि +काव्यविदो +काव्यविद्यायाः +काव्यविभागाः +काव्यविशेष +काव्यविशेषः +काव्यविशेषो +काव्यविषये +काव्यवृत्तयः +काव्यव्यपदेशः +काव्यव्यवहारः +काव्यव्याख्याने +काव्यव्याख्यायां +काव्यशब्दस्य +काव्यशब्दोऽयं +काव्यशरीरं +काव्यशास्त्र +काव्यशास्त्रं +काव्यशास्त्रम् +काव्यशास्त्रविनोदेन +काव्यशास्त्रस्य +काव्यशास्त्रे +काव्यशैली +काव्यशोभा +काव्यशोभाकरान् +काव्यशोभाया +काव्यशोभायाः +काव्यशोभार्थमेव +काव्यश्च +काव्यसंपदः +काव्यसंसारे +काव्यसंहार +काव्यसङ्ग्रहः +काव्यसमयः +काव्यस्तु +काव्यस्य +काव्यस्यात्मा +काव्यस्यात्मेति +काव्यस्यास्य +काव्यस्येति +काव्यस्येत्यर्थः +काव्यस्योशनसः +काव्यस्वरूपं +काव्या +काव्यां +काव्याः +काव्याङ्गानि +काव्यात्मत्वं +काव्यात्मत्वेन +काव्यात्मनो +काव्यात्मा +काव्यात्मेति +काव्यादर्श +काव्यादर्शः +काव्यादर्शव्याख्या +काव्यादर्शस्य +काव्यादर्शे +काव्यादि +काव्यादिषु +काव्यादीनां +काव्यादेव +काव्यादौ +काव्यानां +काव्यानाम् +काव्यानि +काव्यानुशासन +काव्यानुशासनम् +काव्यानुशासने +काव्यान्यपि +काव्यामृतं +काव्याय +काव्यारम्भे +काव्यार्थ +काव्यार्थः +काव्यार्थचौराः +काव्यार्थसूचकैः +काव्यार्थस्य +काव्यार्थान् +काव्यार्थापत्तिः +काव्यार्थापत्तिरिष्यते +काव्यार्थापत्तिसरः +काव्यार्थापत्त्यलङ्कारः +काव्यार्थो +काव्याल +काव्यालं +काव्यालंकार +काव्यालंकारः +काव्यालंकारकामधेनौ +काव्यालंकारसूत्रवृत्तिः +काव्यालंकारसूत्रवृत्तौ +काव्यालंकारा +काव्यालंकारे +काव्यालङ्कार +काव्यालङ्कारः +काव्यालङ्कारकामधेनुः +काव्यालङ्कारसारसङ्ग्रहः +काव्यालङ्कारसूत्र +काव्यालङ्कारसूत्रम् +काव्यालङ्कारसूत्रवृत्तिः +काव्यालङ्कारसूत्रवृत्तौ +काव्यालङ्कारसूत्राणि +काव्यालङ्कारस्य +काव्यालङ्कारे +काव्यालापांश्च +काव्यालापाश्च +काव्या॑ +काव्या॑नि +काव्या॒ +काव्ये +काव्येति +काव्येत्यादि +काव्येन +काव्येना +काव्येषु +काव्येऽपि +काव्येऽयं +काव्येऽस्मिन् +काव्ये॑न +काव्ये॑ना॒ +काव्यैः +काव्यो +काव्यों +काव्योऽञ्जसा +काव्य॑म् +काश +काशं +काशः +काशकृत्स्न +काशकृत्स्नं +काशकृत्स्नः +काशकृत्स्नमते +काशकृत्स्नम् +काशकृत्स्नस्य +काशकृत्स्ना +काशकृत्स्नापिशली +काशकृत्स्नीयं +काशकृत्स्नीये +काशकृत्स्ने +काशत +काशति +काशतृणम् +काशतृणे +काशते +काशन्ते +काशपुष्पप्रतीकाश +काशफरी +काशम् +काशयति +काशयो +काशश्च +काशस्य +काशहृद +काशा +काशाः +काशात् +काशादि +काशादिः +काशानां +काशान् +काशाश्च +काशि +काशिः +काशिक +काशिकं +काशिका +काशिकां +काशिकाटीकायां +काशिकादौ +काशिकानि +काशिकापुराधिनाथ +काशिकापुराधिनाथकालभैरवं +काशिकाम् +काशिकाया +काशिकायां +काशिकायाः +काशिकायामुक्तम् +काशिकायाम् +काशिकाविवरणपञ्जिका 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+काष्ठभेदे +काष्ठमण्डप +काष्ठमय +काष्ठमयं +काष्ठमयम् +काष्ठमयी +काष्ठमये +काष्ठमयो +काष्ठमस्य +काष्ठमादाय +काष्ठमिति +काष्ठमिव +काष्ठमेव +काष्ठमौनाकारमौने +काष्ठम् +काष्ठयोः +काष्ठयोरन्तरं +काष्ठयोर्मध्ये +काष्ठलोष्टसमं +काष्ठवत् +काष्ठवत्तदा +काष्ठविशेषः +काष्ठसंयोगो +काष्ठस्य +काष्ठा +काष्ठां +काष्ठाः +काष्ठाः॑ +काष्ठात् +काष्ठादि +काष्ठादिकं +काष्ठादिभ्यः +काष्ठादीनां +काष्ठादीनि +काष्ठादौ +काष्ठाद् +काष्ठानां +काष्ठानाम् +काष्ठानि +काष्ठान्तः +काष्ठान्यादाय +काष्ठाप्राप्तं +काष्ठाप्राप्तिः +काष्ठाम् +काष्ठाया +काष्ठायां +काष्ठाश्च +काष्ठासु +काष्ठास्वर्वतः +काष्ठा॑ +काष्ठा॒ +काष्ठा॒स्वर्व॑तः +काष्ठिक +काष्ठिका +काष्ठी +काष्ठीभूतो +काष्ठीला +काष्ठे +काष्ठेक्षुः +काष्ठेति +काष्ठेन +काष्ठेषु +काष्ठै +काष्ठैः +काष्ठैर्वा +काष्ठैश्च +काष्ठोच्यते +काष्ठोत्कर्षे +काष्य +कास +कासं +कासः +कासगञ्ज +कासघ्नं +कासघ्नः +कासघ्नी +कासघ्ने +कासघ्नो +कासचिकित्सितं +कासजित् +कासञ्च +कासति +कासते +कासनाशनम् +कासभ्रमावपि +कासमरोचकम् +कासमर्दः +कासमर्दस्य +कासमर्दे +कासमर्द्दः +कासमानश्च +कासमानस्य +कासम् +कासरः +कासरकोट् +कासरुक् +कासरोगाधिकारः +कासवेगात् +कासश्च +कासश्वासापहं +कासश्वासाभ्यां +कासश्वासौ +कासस्य +कासहरं +कासहा +कासा +कासां +कासांचित् +कासाः +कासाञ्चक्रे +कासाञ्चन +कासाञ्चित् +कासानां +कासान् +कासामयं +कासाम् +कासार +कासारं +कासारः +कासारगोडमण्डलम् +कासारस्य +कासाराः +कासाराणां +कासारे +कासारो +कासालुः +कासि +कासिकं +कासिका +कासितव्यम् +कासिनाम् +कासिनो +कासिन्सः +कासिम +कासिमः +कासी +कासीं +कासीति +कासीत् +कासीस +कासीसं +कासीसम् +कासीसे +कासु +कासुचित् +कासुचिदेव +कासु॑ +कासू +कासूः +कासूगोणीभ्यां +कासूतरी +कासृ +कासे +कासेन +कासेर्ता +कासेषु +कासो +कासोऽरुचिस्तृषा +कासौ +कास् +कास्कीमण्डलम् +कास्ता +कास्ताः +कास्ति +कास्तीर +कास्तीरं +कास्तीराजस्तुन्दे +कास्तु +कास्ते +कास्तेल्लामारे +कास्था +कास्प्रत्ययात् +कास्प्रत्ययादाममन्त्रे +कास्मि +कास्य +कास्यं +कास्यनेकाच +कास्ये +काह +काहं +काहः +काहनि +काहल +काहलं +काहलः +काहला +काहि +काही +काहू +काहे +काहो +काऽत्र +काऽन्तरङ्गता +काऽपि +काऽपीत्यर्थः +काऽप्यनुपपत्तिः +काऽसि +काऽसौ +काऽस्य +का॑म +का॒ण्वस्य॑ +का॒मये॑त +का॒मये॑ताप॒शुः +का॒मये॑त॒ +का॒मय॑ते +का॒मिन॑ः +का॒रम् +का॒रवः॑ +का॒रवे॑ +का॒रवो॑ +का॒रव॑ः +का॒रिणः॑ +का॒रुः +का॒रू +का॒रे +का॒रोः +का॒ल +का॒ले +का॒लो +का॒व्यः +का᳘देव᳘ते᳘ति +का᳘माय +का꣡वीः꣢ +का꣣र꣡वः꣢ +कि +किँ +किं +किंकर +किंकरं +किंकरः +किंकरतां +किंकरम् +किंकरस्य +किंकरा +किंकराः +किंकराणां +किंकरान् +किंकरान्प्रेषयामास +किंकरास्तस्य +किंकरी +किंकरीणां +किंकरीम् +किंकरीव +किंकरैः +किंकरो +किंकर्मा +किंकर्यः +किंकामा +किंकामो +किंकारणं +किंकि +किंकिं +किंकिणी +किंकिणीजालमालिना +किंकिणीतंत्रे +किंकिणीतंत्रोक्तमंत्रः +किंकिणीनां +किंकिल +किंकिलास्त्यर्थेषु +किंकुर्वन् +किंकुर्वन्यजतु +किंकृतं +किंकृतः +किंकृतम् +किंकृता +किंकृत्वा +किंग +किंगडम +किंगोत्रो +किंगौः +किंग्जफोर्ड +किंच +किंचन +किंचनापि +किंचनास्ति +किंचनेति +किंचव +किंचा +किंचातः +किंचात्र +किंचान्यत् +किंचापि +किंचायं +किंचास्य +किंचाहं +किंचि +किंचिच् +किंचिच्च +किंचिच्छिष्टे +किंचिच्छेषं +किंचिज्जगत्सर्वं +किंचिज्जगत्स्थावरजंगमम् +किंचिज्जगाम +किंचिज्ज्ञो +किंचित +किंचित् +किंचित्करम् +किंचित्करा +किंचित्करोति 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+किंचिदाचरेत् +किंचिदात्मनः +किंचिदात्मप्रयोजनमपेक्ष्य +किंचिदादाय +किंचिदापद्येत +किंचिदिच्छामि +किंचिदिति +किंचिदित्यर्थः +किंचिदिदं +किंचिदिव +किंचिदिष्टं +किंचिदिह +किंचिदुक्तं +किंचिदुक्त्वा +किंचिदुच्चैः +किंचिदुच्यते +किंचिदुपतपेत्स +किंचिदुवाच +किंचिदूचे +किंचिदूनं +किंचिदेतत् +किंचिदेव +किंचिद् +किंचिद्गत्वा +किंचिद्दत्त्वा +किंचिद्ददौ +किंचिद्दद्यात् +किंचिद्दुःखं +किंचिद्धि +किंचिद्धेयोपादेयरूपि +किंचिद्बुद्धानां +किंचिद्भवति +किंचिद्भवतीं +किंचिद्भविष्यति +किंचिद्यस्मान्नाणीयो +किंचिद्रूपं +किंचिद्वक्ष्यामि +किंचिद्वचनं +किंचिद्वस्तु +किंचिद्वा +किंचिद्विद्यते +किंचिद्विना +किंचिद्विशेषं +किंचिद्विहस्य +किंचिद्वै +किंचिद्व्यवधानेन +किंचिद्व्याकुलमानसः +किंचिन +किंचिन् +किंचिन्न +किंचिन्नानपेक्षितमुच्यते +किंचिन्नास्ति +किंचिन्नास्तीति +किंचिन्निमित्तं +किंचिन्नोवाच +किंचिन्न्यूनं +किंचिन्मम +किंचिन्मया +किंचिन्मात्रं +किंचिन्मे +किंचेति +किंचेत्यर्थः +किंचेन्द्रः +किंचैवं +किंज्योतिरेवायं +किंञ्च +किंणिमित्तं +किंणु +किंणुखु +किंत +किंतर्हि +किंति +किंतु +किंत्वः +किंत्वत्र +किंत्वस्य +किंत्वस्यां +किंत्विति +किंत्व् +किंदु +किंदेवतोऽस्यां +किंदेवत्यं +किंदेवत्यम् +किंदेवत्या +किंन +किंनर +किंनरं +किंनरः +किंनरकण्ठि +किंनरराजकन्यका +किंनरा +किंनराः +किंनराणां +किंनरी +किंनरीणां +किंनरीभिः +किंनरैः +किंनाम +किंनामा +किंनाम्नी +किंनाम्न्येकादशी +किंनिबन्धनः +किंनिमित्त +किंनिमित्तं +किंनिमित्तम् +किंनिमित्ता +किंनिष्ठा +किंनिष्ठाः +किंनु +किंन्तु +किंन्विति +किंपराक्रमः +किंपरिमाणं +किंपि +किंपुनः +किंपुरुष +किंपुरुषं +किंपुरुषः +किंपुरुषश्चैव +किंपुरुषा +किंपुरुषाः +किंपुरुषाङ्गनानां +किंपुरुषाङ्गनानाम् +किंपुरुषाद्यानि +किंपुरुषाधिपः +किंपुरुषाश्च +किंपुरुषास्तथा +किंपुरुषे +किंपुरुषो +किंप्रकारं +किंप्रभावं +किंप्रभावा +किंप्रभुः +किंप्रमाणं +किंप्रमाणा +किंफलं +किंबहुना +किंभू +किंभूत +किंभूतं +किंभूतः +किंभूतमग्निम् +किंभूतमिन्द्रम् +किंभूतम् +किंभूतया +किंभूतयोः +किंभूतस्त्वम् +किंभूतस्य +किंभूता +किंभूतां +किंभूताः +किंभूतानां +किंभूतानाम् +किंभूतानि +किंभूतान् +किंभूताम् +किंभूताय +किंभूतायाः +किंभूतायाग्नये +किंभूतायेन्द्राय +किंभूते +किंभूतेन +किंभूतैः +किंभूतो +किंभूतोऽग्निः +किंभूतौ +किंमत +किंमन्त्रमिति +किंमिति +किंम् +किंयत्तदो +किंयत्तद्बहुषु +किंया +किंराजः +किंराजा +किंरूप +किंरूपं +किंरूपः +किंरूपा +किंरूपेण +किंरूपो +किंल +किंलक्षण +किंलक्षणं +किंलक्षणः +किंलक्षणम् +किंलक्षणा +किंलक्षणे +किंलक्षणो +किंव +किंवदन्ती +किंवदन्तीं +किंवदन्त्यः +किंवदन्त्या +किंवा +किंवि +किंविधं +किंविधः +किंविधम् +किंविधा +किंविधो +किंविशिष्टं +किंविशिष्टः +किंविशिष्टम् +किंविशिष्टया +किंविशिष्टस्य +किंविशिष्टा +किंविशिष्टाः +किंविशिष्टान् +किंविशिष्टाम् +किंविशिष्टे +किंविशिष्टेन +किंविशिष्टैः +किंविशिष्टो +किंविषयं +किंविषया +किंवीर्यः +किंवीर्या +किंवृत्त +किंवृत्तं +किंवृत्ते +किंशब्द +किंशब्दः +किंशब्दस्य +किंशब्दात् +किंशारुः +किंशीलः +किंशुक +किंशुकं +किंशुकः +किंशुकस्य +किंशुका +किंशुकाः +किंशुकानां +किंशुकानि +किंशुकान् +किंशुकाविव +किंशुके +किंशुकैः +किंशुकैश्च +किंशुको +किंशुकौ +किंशुलुकागिरिः +किंसखा +किंसर्वनामबहुभ्यः +किंसर्वनामबहुभ्योऽद्व्यादिभ्यः +किंस्तुघ्नं +किंस्तुघ्ने +किंस्वभावः +किंस्वभावा +किंस्वरूपः +किंस्वरूपा 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+किञ्चिदुक्त्वा +किञ्चिदुच्चैः +किञ्चिदुच्यत +किञ्चिदुच्यते +किञ्चिदुद्धृत्य +किञ्चिदुन्नताः +किञ्चिदुपास्यमस्ति +किञ्चिदुवाच +किञ्चिदूनं +किञ्चिदूनः +किञ्चिदूने +किञ्चिदेकं +किञ्चिदेतत् +किञ्चिदेव +किञ्चिद् +किञ्चिद्दत्त्वा +किञ्चिद्दूरं +किञ्चिद्दूरे +किञ्चिद्दृश्यते +किञ्चिद्द्रव्यं +किञ्चिद्धि +किञ्चिद्बाधकम् +किञ्चिद्यदत्रामुत्र +किञ्चिद्यदि +किञ्चिद्रूपं +किञ्चिद्वक्ष्यामि +किञ्चिद्वचनं +किञ्चिद्वस्तु +किञ्चिद्वा +किञ्चिद्वातकराश्चापि +किञ्चिद्विद्यते +किञ्चिद्विना +किञ्चिद्विरुद्धम् +किञ्चिद्विवरणं +किञ्चिद्विशेषं +किञ्चिद्वेदमयं +किञ्चिद्वै +किञ्चिद्व्रतं +किञ्चिन +किञ्चिन् +किञ्चिन्न +किञ्चिन्नास्ति +किञ्चिन्नोवाच +किञ्चिन्न्यूनम् +किञ्चिन्मया +किञ्चिन्मात्रं +किञ्चिन्मात्रम् +किञ्चिन्मात्रेण +किञ्चिन्मे +किञ्चिल्लभ्यते +किञ्चुलुकः +किञ्चेति +किञ्चेत्यादि +किञ्चेत्यादिग्रन्थमवतारयति +किञ्चेदं +किञ्चैवं +किञ्चैवंसति +किञ्च॒न +किञ्ज +किञ्जल्क +किञ्जल्कं +किञ्जल्कः +किञ्जल्के +किञ्जल्केषु +किञ्ञ्चातः +किट +किटतकि +किटि +किटिः +किटिभं +किटिभानि +किटिमं +किट् +किट्ट +किट्टं +किट्टम् +किट्टी +किट्टे +किट्टेन +किड +किण +किणं +किणः +किणखरस्पर्शं +किणा +किणाः +किणाङ्कितौ +किणि +किणिही +किणो +किण्ठाभरण +किण्णु +किण्व +किण्वं +किण्वः +किण्वस्य +कित +कितं +कितः +कितच् +कितना +कितनी +कितने +कितनों +कितव +कितवं +कितवः +कितवन्तथा +कितवम् +कितवव्यवहारे +कितवस्य +कितवा +कितवाः +कितवानां +कितवाय +कितवासः +कितवासो +कितवे +कितवेन +कितवेषु +कितवैः +कितवो +किताब +किति +किती +कितीति +कितु +किते +कितो +कितौ +कित् +कित्करणं +कित्ति +कित्तूरु +कित्तूरुराज्यस्य +कित्तूरुराज्यस्योपरि +कित्तूरुविधानसभाक्षेत्रम् +कित्त्व +कित्त्वं +कित्त्वपक्षे +कित्त्वम् +कित्त्वात् +कित्त्वादगुणः +कित्त्वादनुनासिकलोपः +कित्त्वाद् +कित्त्वाद्गुणनिषेधे +कित्त्वाद्गुणाभावः +कित्त्वाद्गुणाभावे +कित्त्वान्न +कित्त्वान्नलोपः +कित्त्वे +कित्त्वेन +कित्त्वेऽपि +कित्व +कित्वं +कित्वम् +कित्वात् +कित्वान्न +कित्वाभावात् +कित्वे +कित्सा +कित्सु +कित्स्यात् +कित॒वं +कित॒वस्य॑ +किदं +किदवई +किदा +किदाशिषि +किदिति +किदे +किदेव +किदो +किद् +किद्भवति +किद्वा +किन +किनः +किनके +किना +किनाटं +किनारे +किनि +किनिमित्तं +किनी +किनु +किनो +किन् +किन्त +किन्तत् +किन्तत्र +किन्तमाम् +किन्तर्हि +किन्तर्हीत्यत +किन्तस्य +किन्तहिं +किन्तावत् +किन्ति +किन्तु +किन्तुं +किन्तुः +किन्तू +किन्ते +किन्तेन +किन्त्व +किन्त्वत्र +किन्त्वधुना +किन्त्वनेन +किन्त्वन्य +किन्त्वयं +किन्त्वया +किन्त्वसौ +किन्त्वस्माकं +किन्त्वस्य +किन्त्वहं +किन्त्वागमसिद्धा +किन्त्विति +किन्त्वित्यादि +किन्त्विदानीं +किन्त्विह +किन्त्वीश्वरस्य +किन्त्वेतत् +किन्त्वेवं +किन्त्वेष +किन्त्व् +किन्दच् +किन्दास +किन्न +किन्नर +किन्नरं +किन्नरः +किन्नरकन्या +किन्नरकन्याः +किन्नरराजः +किन्नरराजस्य +किन्नरवर्षमतो +किन्नरा +किन्नराः +किन्नराणां +किन्नराणाञ्च +किन्नरादयः +किन्नरान् +किन्नराश्च +किन्नराश्चैव +किन्नरास्तथा +किन्नरी +किन्नरीणां +किन्नरे +किन्नरेण +किन्नरैः +किन्नरैर्महोरगैरिति +किन्नरैश्च +किन्नरो +किन्नरों +किन्नर्यः +किन्नर्यो +किन्नाम +किन्नामा +किन्निबन्धना +किन्निमित्तं +किन्निमित्तम् +किन्नु +किन्नुखलु +किन्नो +किन्नौरमण्डलम् +किन्प्रत्ययः +किन्प्रत्ययस्य +किन्विति +किन्हीं +किप +किपि +किपू +किप् +किप्रत्ययः +किफिर 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+किमालम्बनम् +किमालम्बना +किमालि +किमावयोः +किमावाभ्यां +किमावेद्यते +किमाशु +किमाश्चर्यं +किमाश्चर्यमतः +किमाश्चर्यमिति +किमाश्चर्यमित्यर्थः +किमाश्चर्यम् +किमाश्चर्य्यं +किमाश्रय +किमाश्रयः +किमाश्रित्य +किमासनं +किमासां +किमासीत +किमासीत् +किमासेव्यं +किमास्ते +किमास्यते +किमाह +किमाहारश्च +किमाहाराः +किमि +किमिच्छति +किमिच्छथ +किमिच्छन् +किमिच्छन्कस्य +किमिच्छन्ती +किमिच्छन्निति +किमिच्छया +किमिच्छसि +किमिच्छसीति +किमितः +किमितरे +किमिति +किमितीति +किमितीदं +किमित्ते +किमित्थं +किमित्य +किमित्यत +किमित्यतः +किमित्यत्र +किमित्यत्राह +किमित्यत्राहतच्चेति +किमित्यनुपातेन +किमित्यनेन +किमित्यपास्याभरणानि +किमित्यपेक्षायां +किमित्यपेक्षायामाह +किमित्यर्थः +किमित्यसौ +किमित्यहं +किमित्याक्षेपे +किमित्याचार्यैरेवमुक्तमिति +किमित्यादि +किमित्यादिना +किमित्याह +किमित्युच्यते +किमित्युत्प्रेक्षा +किमित्येतस्य +किमित्येतावता +किमित्येव +किमित्येवं +किमित्य् +किमिद +किमिदं +किमिदंभ्यां +किमिदमपि +किमिदमारब्धं +किमिदमाश्चर्यं +किमिदमिति +किमिदम् +किमिदानी +किमिदानीं +किमिदानीमिति +किमिदानीमिदं +किमिन्दुना +किमिमे +किमियं +किमियता +किमिव +किमिवात्र +किमिष्टं +किमिष्यते +किमिह +किमिहास्ति +किमिहास्यते +किमिहोक्तेन +किमिहोच्यते +किमिहोदाहरणम् +किमी +किमीदिन +किमीदिनः +किमीदिनम् +किमीदिना +किमीदिने +किमीदृक् +किमीप्सितं +किमीश्वरेण +किमीहसे +किमु +किमुक्तं +किमुक्तम् +किमुक्तेन +किमुक्त्वा +किमुक्थं +किमुच्यत +किमुच्यताम् +किमुच्यते +किमुत +किमुताङ्कशय्याम् +किमुताद्य +किमुतान्य +किमुतान्ये +किमुतान्येन +किमुतान्येषामिति +किमुतापरम् +किमुतापरे +किमुताशिषः +किमुताहं +किमुतेति +किमुत्तरं +किमुत्तरम् +किमुत्तरेण +किमुत्पतसि +किमुत्प्रोष्ठाः +किमुत्सुका +किमुदाहरणम् +किमुद्दिश्य +किमुपादाय +किमुपादायोच्यते +किमुपायं +किमुपायः +किमुपेक्षसे +किमुवाच +किमुवाचेत्याह +किमु॑ +किमु॒ +किमू +किमूत +किमूरू +किमृचा +किमे +किमेक +किमेकं +किमेकः +किमेत +किमेतत् +किमेतत्कारणं +किमेतत्ते +किमेतत्स्यादिति +किमेतदिति +किमेतदेव +किमेतद् +किमेतद्यक्षमिति +किमेतन्न +किमेतन्मे +किमेतया +किमेतस्य +किमेता +किमेतां +किमेतानि +किमेतावता +किमेतावति +किमेतावन्त +किमेते +किमेतेन +किमेतेषां +किमेतैः +किमेतैर्वा +किमेतैर्वान्यानां +किमेतौ +किमेत्तिङव्यय +किमेत्तिङव्ययघादाम्वद्रव्यप्रकर्षे +किमेनं +किमेनसा +किमेप +किमेभिः +किमेभिराशोपहतात्मवृत्तिभिः +किमेभिर्भुजैः +किमेव +किमेवं +किमेष +किमेषा +किमेषां +किमो +किमोरीश्की +किमोऽत् +किमौषधैः +किम् +किम्̇ +किम्चित् +किम्पाकः +किम्पि +किम्पुरुष +किम्पुरुषं +किम्पुरुषा +किम्पुरुषे +किम्बहुना +किम्बा +किम्भूतं +किम्भूतः +किम्भूतया +किम्भूता +किम्भूतां +किम्भूताः +किम्भूतानां +किम्भूते +किम्भूयः +किम्वदन्ती +किम्वधिकं +किम्वा +किम्विति +किम्‌ +किम॑स्य॒ +किम॒ङ्ग +किय +कियंतं +कियंति +कियचिरं +कियच्चिरं +कियच्चिरम् +कियत +कियतः +कियता +कियतां +कियतापि +कियति +कियती +कियतीं +कियतीः +कियतीति +कियतीमपि +कियतीमिव +कियते +कियतो +कियत् +कियत्कालं +कियत्कालम् +कियत्कालात् +कियत्काले +कियत्पदं +कियत्पुण्यं +कियत्य +कियत्यः +कियत्यपि +कियत्यो +कियत्सु +कियदन्तरम् +कियदपि +कियदस्ति +कियदस्य +कियदिति +कियदिदं +कियदिव +कियद् +कियद्दिनानि +कियद्दूर +कियद्दूरं +कियद्दूरे +कियद्भागाधिकोनके +कियद्भिः +कियद्भिरपि +कियद्वा +कियन् +कियन्त +कियन्तं +कियन्तंचित्कालं +कियन्तः +कियन्तःशिरसीये +कियन्तमपि +कियन्तश्च +कियन्तस्ते +कियन्ति +कियन्तीति +कियन्तो +कियन्तोऽपि +कियन्त्यपि +कियन्न +कियन्नु +कियन्मात्रं +कियन्मात्रमिदं +कियन्मानं +कियन्माना +किया +कियां +कियानपि +कियानयं +कियानिति +कियान् +कियान्वा +कियायां +किये +कियेधाः +कियो +किर +किरं +किरः +किरच् +किरच्प्रत्ययेन +किरण +किरणं +किरणः +किरणजालं +किरणपरिक्षयधूसरा +किरणप्रग्रहौ +किरणम् +किरणरूपी +किरणरूपेण +किरणवाले +किरणसमूह +किरणसमूहं +किरणसमूहेन +किरणस्य +किरणा +किरणाः +किरणात् +किरणानां +किरणानाम् +किरणानि +किरणान् +किरणावली +किरणावल्यादौ +किरणे +किरणें +किरणेन +किरणेभ्यः +किरणेषु +किरणेष्विवाङ्कः +किरणै +किरणैः +किरणैरिव +किरणैर्वा +किरणैस्तथा +किरणो +किरणों +किरणोष्मपायिनः +किरणौ +किरण् +किरतः +किरता +किरति +किरती +किरतीति +किरतु +किरते +किरतेः +किरतौ +किरन् +किरन्तं +किरन्तः +किरन्ति +किरन्ती +किरन्तु +किरन्तो +किरय +किरया +किरश्च +किरा +किराः +किराट +किराटः +किराणा +किरात +किरातं +किरातः +किरातकः +किराततिक्तं +किराततिक्तः +किराततिक्तकं +किराततिक्तको +किराततिक्तममृता +किराततिक्तममृतां +किराततिक्तादिगणः +किरातम् +किरातराज +किरातरूपी +किरातश्च +किरातस्य +किराता +किरातांश्च +किराताः +किरातानां +किरातानाञ्च +किरातान् +किरातार्जुनीय +किरातार्जुनीयं +किरातार्जुनीयकाव्य +किरातार्जुनीयम् +किरातार्जुनीयव्यायोगः +किरातार्जुनीयस्य +किरातार्जुनीये +किरातार्ज्जुनीये +किराताश्च +किराति +किरातिनी +किराती +किरातीं +किराते +किरातेन +किरातेषु +किरातैः +किरातैरासेव्यते +किरातो +किरामि +किराया +किरि +किरिः +किरिकाणः +किरिकेभ्य +किरिकेभ्यो +किरिचक्ररथेन्द्रस्य +किरिटी +किरिणा +किरिति +किरीट +किरीटं +किरीटः +किरीटकम् +किरीटकुण्डलधरं +किरीटकोनम् +किरीटकौस्तुभधरं +किरीटधारी +किरीटधृक् +किरीटभृत् +किरीटमणयः +किरीटमाली +किरीटमुकुटोज्ज्वलम् +किरीटम् +किरीटवन्तं +किरीटवान् +किरीटस्य +किरीटादीनां +किरीटाद्यं +किरीटानि +किरीटि +किरीटिनं +किरीटिनः +किरीटिनमिति +किरीटिनम् +किरीटिना +किरीटिने +किरीटिनो +किरीटिन् +किरीटी +किरीटे +किरीटेति +किरीटेन +किरीटेनार्कवर्णेन +किरीटेषु +किरीटैः +किरीटो +किरेत् +किरो +किरौ +किर् +किर्गिजस्थानम् +किर्मीरं +किर्मीरकल्माषशबलैताश्च +किर्मीरवधपर्वणि +किर्मीरस्य 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+किलोमीटर्मिते +किलोवोल्ट् +किल् +किल्बिष +किल्बिषं +किल्बिषमिति +किल्बिषम् +किल्बिषस्पृत् +किल्बिषाणि +किल्बिषाण्यक्षाणां +किल्बिषात् +किल्बिषात्ततः +किल्बिषान् +किल्बिषी +किल्बिषे +किल्बिषैः +किल्वि +किल्विषं +किल्विषम् +किल्विषात् +किल्विषी +किल्विषैः +किल॑ +किल॒ +किळ +किव +किवा +किविशिष्टम् +किविशिष्टा +किविशिष्टाः +किश +किशन +किशनगञ्ज +किशनगञ्जमण्डलम् +किशन् +किशर +किशलयैः +किशोर +किशोरं +किशोरः +किशोरकः +किशोरकुमारः +किशोरलोकं +किशोरवयसं +किशोरश्च +किशोरस्य +किशोरा +किशोराणां +किशोरान् +किशोरावस्था +किशोरावस्थायां +किशोरावस्थायाः +किशोरि +किशोरिका +किशोरी +किशोरीं +किशोरीतन्त्रे +किशोरो +किशोर्यत्र +किश्च +किश्चन +किश्चि +किश्चित् +किश्चिद् +किश्चेति +किश्व +किश्श +किष्क +किष्कि +किष्किंधां +किष्किन्ध +किष्किन्धं +किष्किन्धा +किष्किन्धां +किष्किन्धाका +किष्किन्धाकाण् +किष्किन्धाकाण्ड +किष्किन्धाकाण्डः +किष्किन्धाकाण्डम +किष्किन्धाकाण्डम् +किष्किन्धाकाण्डव्याख्याने +किष्किन्धाकाण्डस्य +किष्किन्धाकाण्डे +किष्किन्धाया +किष्किन्धायां +किष्कु +किष्कुः +किष्कुणा +किष्यन् +किस +किसका 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+कीटास्तु +कीटी +कीटे +कीटेन +कीटेभ्यः +कीटेषु +कीटैः +कीटैर् +कीटैश्च +कीटो +कीटोऽपि +कीड़े +कीडा +कीत +कीति +कीतिः +कीत्तर्यते +कीत्ति +कीत्त्र्यते +कीत्यते +कीत्यैते +कीत्र्यते +कीत्र्या +कीथ +कीदशी +कीदिसो +कीदृ +कीदृक् +कीदृक्षः +कीदृगिति +कीदृगित्याशङ्क्याह +कीदृग् +कीदृग्भूतस्त्वमव्यय +कीदृग्वा +कीदृग्विधं +कीदृग्विधः +कीदृङ् +कीदृश +कीदृशं +कीदृशः +कीदृशमग्निम् +कीदृशमश्वम् +कीदृशमिति +कीदृशमित्याह +कीदृशमिन्द्रम् +कीदृशम् +कीदृशश्च +कीदृशस्तवाचारो +कीदृशस्तस्य +कीदृशस्त्वं +कीदृशस्त्वम् +कीदृशस्य +कीदृशस्याग्नेः +कीदृशस्याश्वस्य +कीदृशस्यास्य +कीदृशा +कीदृशां +कीदृशाः +कीदृशात् +कीदृशानश्वान् +कीदृशानां +कीदृशानाम् +कीदृशानि +कीदृशान् +कीदृशाय +कीदृशायाग्नये +कीदृशायानुपकारिणे +कीदृशायेन्द्राय +कीदृशावश्विनौ +कीदृशावित्युपदिश्यते +कीदृशाविन्द्राग्नी +कीदृशास्ते +कीदृशि +कीदृशी +कीदृशीं +कीदृशीः +कीदृशीति +कीदृशीत्युपदिश्यते +कीदृशीम +कीदृशीम् +कीदृशीयं +कीदृशे +कीदृशेन +कीदृशेनेन्द्रेण +कीदृशेभ्यः +कीदृशेषु +कीदृशैः +कीदृशो +कीदृशोऽग्निः +कीदृशोऽयं +कीदृशोऽयम् +कीदृशोऽश्वः +कीदृशोऽसौ +कीदृशोऽस्तीत्युपदिश्यते +कीदृशोऽहम् +कीदृशौ +कीदृश्य +कीदृश्यः +कीदृश्यस्ताः +कीदृश्या +कीदृश्यां +कीदृश्यो +कीदृश्यौ +कीद्दशी +कीन +कीनां +कीनाश +कीनाशं +कीनाशः +कीनाशस्य +कीनाशा +कीनाशाः +कीनाशे +कीनाशो +कीन्या +कीन्ह +कीन्हा +कीन्हि +कीन्हे +कीप +कीबे +कीमत +कीम् +कीय +कीयं +कीया +कीर +कीरं +कीरः +कीरति +कीरये +कीरयो +कीरस्य +कीरा +कीराः +कीराङ्गना +कीराणां +कीरिं +कीरिः +कीरिणा +कीरे +कीरेः +कीरेषु +कीरेष्टः +कीरो +कीर्ण +कीर्णं +कीर्णः +कीर्णम् +कीर्णवर्त्मा +कीर्णा +कीर्णां +कीर्णाः +कीर्णानि +कीर्णिः +कीर्णे +कीर्णो +कीर्त +कीर्तन +कीर्तनं +कीर्तनकारः +कीर्तनम् +कीर्तनस्य +कीर्तनात् +कीर्तनात्तस्य +कीर्तनादपि +कीर्तनादि +कीर्तनादेव +कीर्तनानाम् +कीर्तनानि +कीर्तनीयं +कीर्तनीयः +कीर्तनीयस्य +कीर्तनीया +कीर्तनीयो +कीर्तने +कीर्तनेन +कीर्तनेनैव +कीर्तनेषु +कीर्तनैः +कीर्तय +कीर्तयंति +कीर्तयः +कीर्तयतः +कीर्तयतां +कीर्तयति +कीर्तयते +कीर्तयतो +कीर्तयन् +कीर्तयन्तः +कीर्तयन्तश्च +कीर्तयन्ति +कीर्तयन्तो +कीर्तयस्व +कीर्तयामास +कीर्तयामि +कीर्तयाश्चन +कीर्तयित्वा +कीर्तयिष्यंति +कीर्तयिष्यति +कीर्तयिष्यन्ति +कीर्तयिष्यामि +कीर्तयिष्ये +कीर्तये +कीर्तयेत् +कीर्तयेत्प्रपितामहम् +कीर्तयेदिति +कीर्तयेद् +कीर्तयेन्नित्यं +कीर्तयो +कीर्ति +कीर्तिं +कीर्तिः +कीर्तिकरी +कीर्तिकामो +कीर्तिकौमुदी +कीर्तिचन्द्रिका +कीर्तित +कीर्तितं +कीर्तितः +कीर्तितम् +कीर्तितव्यश्च +कीर्तिता +कीर्तिताः +कीर्तितानि +कीर्तितास्ते +कीर्तिते +कीर्तितेयम् +कीर्तितो +कीर्तितोऽयं +कीर्तितौ +कीर्तिदं +कीर्तिदा +कीर्तिधर्मौ +कीर्तिभिः +कीर्तिमता +कीर्तिमतां +कीर्तिमती +कीर्तिमतीं +कीर्तिमन्तं +कीर्तिमन्तः +कीर्तिमन्तश्च +कीर्तिमन्तो +कीर्तिमयीं +कीर्तिमवाप्नोति +कीर्तिमांश्च +कीर्तिमान् +कीर्तिमाप्नोति +कीर्तिमाला +कीर्तिमालिनी +कीर्तिमिव +कीर्तिमिह +कीर्तिमुखः +कीर्तिमेव +कीर्तिम् +कीर्तिरतुला +कीर्तिरस्तु +कीर्तिरस्य +कीर्तिराजस +कीर्तिरात्मवता +कीर्तिरिति +कीर्तिरुवाच +कीर्तिरेव +कीर्तिर् +कीर्तिर्गच्छत्या +कीर्तिर्जया +कीर्तिर्धार्मिकत्वनिमित्ता +कीर्तिर्न +कीर्तिर्भवति +कीर्तिर्भविष्यति +कीर्तिर्यशः +कीर्तिर्यशो +कीर्तिर्यस्य +कीर्तिर्लक्ष्मीर्धृतिर्मेधा +कीर्तिर्वर्चो +कीर्तिर्वा +कीर्तिवर्द्धनः +कीर्तिवर्द्धनाः +कीर्तिवर्धनः +कीर्तिवर्धनम् +कीर्तिवर्धनाः +कीर्तिविपर्ययो +कीर्तिश् +कीर्तिश्च +कीर्तिसुधारसस्य +कीर्तिसेना +कीर्तिसेनां +कीर्तिस्तथा +कीर्तिस्तव +कीर्तिस्तु +कीर्तिस्ते +कीर्तिस्त्रयोदशी +कीर्तिहेतुत्वात् +कीर्ती +कीर्तीः +कीर्ते +कीर्तेः +कीर्तेन्यम् +कीर्तेि +कीर्तौ +कीर्त्त +कीर्त्तन +कीर्त्तनं +कीर्त्तनम् +कीर्त्तनात् +कीर्त्तनादेव +कीर्त्तने +कीर्त्तनेन +कीर्त्तय +कीर्त्तयतो +कीर्त्तयन् +कीर्त्तयन्ति +कीर्त्तयित्वा +कीर्त्तयिष्यामि +कीर्त्तयिष्ये +कीर्त्तये +कीर्त्तयेत् +कीर्त्तयेद्ब्रह्म +कीर्त्ति +कीर्त्तिं +कीर्त्तिः +कीर्त्तिञ्च +कीर्त्तित +कीर्त्तितं +कीर्त्तितः +कीर्त्तितम् +कीर्त्तिता +कीर्त्तिताः +कीर्त्तितानि +कीर्त्तिते +कीर्त्तितो +कीर्त्तितौ +कीर्त्तिदं +कीर्त्तिभाक् +कीर्त्तिमतां +कीर्त्तिमती +कीर्त्तिमवाप्नोति +कीर्त्तिमांश्च +कीर्त्तिमान् +कीर्त्तिमाप्नोति +कीर्त्तिम् +कीर्त्तिर् +कीर्त्तिर्धृतिश्च +कीर्त्तिर्यशः +कीर्त्तिर्लक्ष्मीर्धृतिर्मेधा +कीर्त्तिवर्द्धनः +कीर्त्तिवर्द्धनम् +कीर्त्तिवर्द्धनाः +कीर्त्तिश्च +कीर्त्तौ +कीर्त्त्यते +कीर्त्त्यन्ते +कीर्त्त्यमानं +कीर्त्त्या +कीर्त्त्यै +कीर्त्यंते +कीर्त्यत +कीर्त्यते +कीर्त्यन्ते +कीर्त्यमानं +कीर्त्यमाना +कीर्त्यमानानि +कीर्त्यमानायां +कीर्त्यमाने +कीर्त्यम् +कीर्त्यर्थं +कीर्त्या +कीर्त्याः +कीर्त्याद्याः +कीर्त्यै +कीर्यते +कीर्यन्ते +कीर्यमाणः +कीर्यमानं +कीर्य्यते +कीर्शा +कील +कीलं +कीलः +कीलक +कीलकं +कीलकः +कीलकम् +कीलकस्तोत्रम् +कीलका +कीलकाः +कीलकानभिमन्त्र्य +कीलकान् +कीलकाय +कीलके +कीलकेन +कीलकैः +कीलको +कीलच्छाया +कीलति +कीलम् +कीलय +कीलस्य +कीला +कीलाः +कीलान् +कीलाल +कीलालं +कीलालः +कीलालपा +कीलालपाः +कीलालपे +कीलालममृतं +कीलालम् +कीलालाय +कीलाले +कीलालेन +कीलितं +कीलितः +कीलितम् +कीलिता +कीलिताः +कीलितेव +कीले +कीलेन +कीलैः +कीलो +कीलोपमं +कीलौ +कीश +कीशं +कीशः +कीशो +कीस +कीस्तासः +की॒नाशा॑ +की॒रये॑ +की॒रिणा॑ +की॒रिश्चि॒द्धि +की॒रेः +की॒र्तिं +की॒र्तिश्च॒ +की॒र्तेन्यं॑ +की॒ला॒ल॒पे +कु +कुँच +कुं +कुंकुम +कुंकुमं +कुंकुमम् +कुंकुमवापिका +कुंकुमवापिकां +कुंकुमवापिकाक्षेत्रं +कुंकुमवापिकाक्षेत्रे +कुंकुमवापिकातीर्थं +कुंकुमवापिकातीर्थे +कुंकुमवापिकाम् +कुंकुमवापी +कुंकुमवापीं +कुंकुमवापीक्षेत्रं +कुंकुमवापीक्षेत्रे +कुंकुमवाप्यां +कुंकुमवाप्याख्ये +कुंकुमस्य +कुंकुमादिभिः +कुंकुमाद्यैश्च +कुंकुमाराय +कुंकुमेन +कुंकुमैः +कुंचितं +कुंचितम् +कुंज +कुंजरं +कुंजरः +कुंजरो +कुंजल +कुंजलस्य +कुंजलेन +कुंजे +कुंजेषु +कुंडं +कुंडमध्ये +कुंडल +कुंडलं +कुंडलम् +कुंडलाभ्यां +कुंडलिनं +कुंडली +कुंडले +कुंडस्य +कुंड़ुख़ +कुंडानि +कुंडिनं +कुंडे +कुंत +कुंती +कुंतु +कुंद +कुंभ +कुंभं +कुंभः +कुंभकं +कुंभकः +कुंभकरन +कुंभकर्ण +कुंभकर्णं +कुंभकर्णस्य +कुंभकर्णेन +कुंभके +कुंभकेन +कुंभघोणस्थेन +कुंभज +कुंभमादाय +कुंभयोने +कुंभराशिगत +कुंभराशिगते +कुंभराशिमें +कुंभसंभव +कुंभसंभवः +कुंभस्थां +कुंभस्य +कुंभानां +कुंभान् +कुंभी +कुंभीपाकं +कुंभीपाके +कुंभीपाकेषु +कुंभे +कुंभेन +कुंभेषु +कुंभैः +कुंभो +कुंवर +कुः +कुअँरि +कुइ +कुएँ +कुएं +कुओत् +कुक +कुकर्म +कुकर्मणा +कुकर्म्म +कुकल्पना +कुकवयश्च +कुकि +कुकी +कुकु +कुकुट +कुकुटः +कुकुटे +कुकुन्दरे +कुकुन्दरौ +कुकुभः +कुकुर +कुकुरं +कुकुरः +कुकुरस्य +कुकुरा +कुकुराः +कुकुरान् +कुकुरान्धकाः +कुकुराश्चैव +कुकुरो +कुकुसाञ्जुहोति +कुकूणकः +कुकूणके +कुकूल +कुकूलं +कुकृतं +कुको +कुक् +कुक्कु +कुक्कुट +कुक्कुटं +कुक्कुटः +कुक्कुटमयूर्याविमे +कुक्कुटमयूर्यौ +कुक्कुटम् +कुक्कुटश्च +कुक्कुटस्य +कुक्कुटा +कुक्कुटाः +कुक्कुटाण्ड +कुक्कुटाण्डं +कुक्कुटाण्डक +कुक्कुटाण्डकपालानि +कुक्कुटाण्डप्रमाणं +कुक्कुटाण्डम् +कुक्कुटानां +कुक्कुटान् +कुक्कुटारामं +कुक्कुटासनम् +कुक्कुटी +कुक्कुटीं +कुक्कुटे +कुक्कुटेन +कुक्कुटो +कुक्कुटोऽसि +कुक्कुटौ +कुक्कुट्या +कुक्कुट्यादीनामण्डादिषु +कुक्कुभ +कुक्कुर +कुक्कुरं +कुक्कुरः +कुक्कुरम् +कुक्कुरस्य +कुक्कुरा +कुक्कुराः +कुक्कुराणां +कुक्कुरी +कुक्कुरे +कुक्कुरेण +कुक्कुरो +कुक्केसुब्रह्मण्यम् +कुक्च +कुक्पक्षे +कुक्ष +कुक्षयः +कुक्षये +कुक्षयो +कुक्षा +कुक्षावुपरि +कुक्षावेव +कुक्षि +कुक्षिं +कुक्षिः +कुक्षिगतं +कुक्षिगतः +कुक्षिगते +कुक्षिणा +कुक्षितः +कुक्षिद्वयं +कुक्षिप्रदेशे +कुक्षिभ्यां +कुक्षिमध्ये +कुक्षिमवक्रान्तः +कुक्षिमागतौ +कुक्षिम्भरि +कुक्षिम्भरिः +कुक्षियुगलं +कुक्षिराधारतां +कुक्षिरानह्यतेऽत्यर्थं +कुक्षिर्भवति +कुक्षिश्च +कुक्षिषु +कुक्षिस्थः +कुक्षिस्थमाचक्ष्महे +कुक्षिस्थो +कुक्षी +कुक्षे +कुक्षेः +कुक्षेराटोप +कुक्षौ +कुक्ष्याः +कुक्ष्योः +कुखण्डं +कुखण्डे +कुगः +कुगति +कुगतिप्रादय +कुगतिप्रादयः +कुगर्भात् +कुगागमो +कुगुणा +कुगृष्ट्या +कुग्जनस्य +कुघिण्ण्यतोः +कुङ +कुङ् +कुङ्क +कुङ्कमं +कुङ्कु +कुङ्कुम +कुङ्कुमं +कुङ्कुमञ्च +कुङ्कुमप्रभम् +कुङ्कुमम् +कुङ्कुमस्य +कुङ्कुमा +कुङ्कुमादिना +कुङ्कुमादिभिः +कुङ्कुमानि +कुङ्कुमाभं +कुङ्कुमालेपनं +कुङ्कुमे +कुङ्कुमेन +कुङ्कुमेनैव +कुङ्कुमैः +कुच +कुचं +कुचः +कुचकलशं +कुचकलशयोः +कुचकुङ्कुमेन +कुचकुम्भयोः +कुचकुम्भौ +कुचतटी +कुचतटे +कुचति +कुचतुर्थभागे +कुचतुर्थसंस्था +कुचद्वन्द्वं +कुचद्वन्द्वे +कुचद्वयं +कुचद्वयम् +कुचद्वये +कुचन्दनं +कुचन्दनम् +कुचमण्डलं +कुचमण्डलम् +कुचमण्डलानि +कुचमण्डले +कुचयुगं +कुचयुगगगने +कुचयुगले +कुचयुगे +कुचयो +कुचयोः +कुचयोर् +कुचयोर्युगेन +कुचरः +कुचरो +कुचलने +कुचस्थली +कुचस्थले +कुचहीना +कुचा +कुचाः +कुचाग्रं +कुचाग्रे +कुचाभ्यां +कुचावेतौ +कुचावेव +कुचि +कुचुम्बिनी +कुचे +कुचेतसा +कुचेन +कुचेल +कुचेलः +कुचेलकाः +कुचेलनामा +कुचेलमसहायता +कुचेलम् +कुचेला +कुचेषु +कुचेष्टा +कुचैः +कुचैलं +कुचैौ +कुचोष्मणः +कुचौ +कुच् +कुच्छ्रेण +कुछ +कुछभी +कुछमें +कुछ् +कुज +कुजं +कुजंभं +कुजंभो +कुजः +कुजगुरुशनीनां +कुजदशान्तर्दशाफलाध्यायः +कुजदिने +कुजप्रथ्यन्थरे +कुजभास्करौ +कुजम् +कुजम्भ +कुजम्भं +कुजम्भः +कुजम्भस्य +कुजम्भो +कुजयुते +कुजर्क्षे +कुजलग्ने +कुजवारे +कुजश्च +कुजस्तथा +कुजस्तु +कुजस्य +कुजस्यान्तर्गते +कुजा +कुजात् +कुजात्मजाः +कुजादयः +कुजादि +कुजादिकानाम् +कुजादिग्रहाणां +कुजादीनां +कुजादीनाम् +कुजादुपरि +कुजाधिपः +कुजाय +कुजार्कजौ +कुजार्कौ +कुजि +कुजु +कुजे +कुजेन +कुजेश्वरि +कुजेषु +कुजेऽस्ते +कुजो +कुज् +कुज्झटिः +कुज्झटिका +कुज्झटिकायाम् +कुज्पा +कुज्य +कुज्यया +कुज्या +कुज्योनतद्धृतिः +कुज्योनतद्धृतिहृता +कुज्योना +कुज्योनिता +कुज्योनितां +कुञ्च +कुञ्चति +कुञ्चनं +कुञ्चयेत् +कुञ्चयोऽष्टौ +कुञ्चिः +कुञ्चिकया +कुञ्चिकयैनं +कुञ्चिका +कुञ्चिकां +कुञ्चित +कुञ्चितं +कुञ्चितः +कुञ्चितम् +कुञ्चिता +कुञ्चिताः +कुञ्चिताग्रं +कुञ्चिते +कुञ्चितो +कुञ्चितौ +कुञ्ची +कुञ्ज +कुञ्जं +कुञ्जः +कुञ्जम् +कुञ्जर +कुञ्जरं +कुञ्जरः +कुञ्जरकुलं +कुञ्जरदानदक्षः +कुञ्जरबिन्दुशोणाः +कुञ्जरम् +कुञ्जरशौचवत् +कुञ्जरश्चैव +कुञ्जरस्य +कुञ्जरस्येव +कुञ्जरा +कुञ्जराः +कुञ्जराणां +कुञ्जराणाम् +कुञ्जरान् +कुञ्जरी +कुञ्जरे +कुञ्जरेण +कुञ्जरैः +कुञ्जरो +कुञ्जरौ +कुञ्जल +कुञ्जलः +कुञ्जस्य +कुञ्जिका +कुञ्जी +कुञ्जे +कुञ्जेषु +कुञ्जो +कुञ्जोदरे +कुञ्ज्या +कुञ्ञिक्कुट्टन् +कुञ्या +कुट +कुटं +कुटः +कुटकाचले +कुटज +कुटजं +कुटजः +कुटजकुसुमैः +कुटजत्वक् +कुटजवृक्षः +कुटजवृक्षे +कुटजस्तथा +कुटजस्य +कुटजा +कुटजाद्रिः +कुटजानां +कुटजानि +कुटजाष्टकोऽयम् +कुटजास्तथा +कुटजे +कुटजेन +कुटजेषु +कुटजैः +कुटजो +कुटति +कुटतीति +कुटन्नट +कुटन्नटं +कुटन्नटः +कुटन्नटम् +कुटरुः +कुटरुरसि +कुटरुर् +कुटरून् +कुटलो +कुटस्य +कुटा +कुटां +कुटादि +कुटादिः +कुटादित्वमनसि +कुटादित्वमनसीति +कुटादित्वात् +कुटादिभ्यः +कुटादिरिति +कुटि +कुटिं +कुटिः +कुटिकं +कुटिका +कुटिकां +कुटिता +कुटिल +कुटिलं +कुटिलः +कुटिलकुन्तलं +कुटिलकुन्तलः +कुटिलकेशि +कुटिलगतौ +कुटिलता +कुटिलतां +कुटिलत्वं +कुटिलमतिरसौ +कुटिलम् +कुटिलया +कुटिलस्य +कुटिला +कुटिलां +कुटिलाः +कुटिलाक्षं +कुटिलानां +कुटिलानि +कुटिलायां +कुटिलाशयाः +कुटिलासु +कुटिलिकया +कुटिलिका +कुटिलिकायाः +कुटिलिते +कुटिली +कुटिले +कुटिलेति +कुटिलेन +कुटिलेषु +कुटिलैः +कुटिलो +कुटिलोपस्थमुपक्लिन्नतनुत्वचम् +कुटिलोऽपि +कुटिलौ +कुटी +कुटीं +कुटीचक +कुटीचकः +कुटीचकबहूदकहंसानां +कुटीचकस्य +कुटीचको +कुटीचरः +कुटीजः +कुटीम् +कुटीर +कुटीरं +कुटीरः +कुटीरप्रवेशः +कुटीरम् +कुटीरस्य +कुटीराः +कुटीरे +कुटीरेषु +कुटीरोद्योगः +कुटीशमीशुण्डाभ्यो +कुटु +कुटुं +कुटुंब +कुटुंबं +कुटुंबस्य +कुटुंबिनः +कुटुंबिने +कुटुंबेन +कुटुम्ब +कुटुम्बं +कुटुम्बः +कुटुम्बकं +कुटुम्बकम् +कुटुम्बकानि +कुटुम्बधारणे +कुटुम्बभरणं +कुटुम्बभरणार्थाय +कुटुम्बभरणे +कुटुम्बभरणेन +कुटुम्बमध्ये +कुटुम्बम् +कुटुम्बयुक् +कुटुम्बवान् +कुटुम्बव्यवस्था +कुटुम्बसहितः +कुटुम्बसहितो +कुटुम्बस्य +कुटुम्बानां +कुटुम्बानि +कुटुम्बाय +कुटुम्बार्थं +कुटुम्बार्थे +कुटुम्बाविरोधेन +कुटुम्बिन +कुटुम्बिनः +कुटुम्बिनश्च +कुटुम्बिना +कुटुम्बिनां +कुटुम्बिनाम् +कुटुम्बिनि +कुटुम्बिनी +कुटुम्बिनीं +कुटुम्बिने +कुटुम्बिनो +कुटुम्बिनौ +कुटुम्बिन्या +कुटुम्बिभिः +कुटुम्बिषु +कुटुम्बी +कुटुम्बे +कुटुम्बेन +कुटुम्बेषु +कुटो +कुट् +कुट्ट +कुट्टक +कुट्टकः +कुट्टकज्ञ +कुट्टकज्ञः +कुट्टकविधिना +कुट्टकाध्याय +कुट्टकाध्यायः +कुट्टके +कुट्टकेन +कुट्टनं +कुट्टनम् +कुट्टनी +कुट्टनीं +कुट्टनीम् +कुट्टनीयम् +कुट्टने +कुट्टन्या +कुट्टमितं +कुट्टमितम् +कुट्टमिते +कुट्टयति +कुट्टयित्वा +कुट्टयेत् +कुट्टाकः +कुट्टाकार +कुट्टाकारं +कुट्टाकारः +कुट्टाकारम् +कुट्टाकारेण +कुट्टाकारो +कुट्टाद्युपेतम् +कुट्टि +कुट्टितं +कुट्टितः +कुट्टिता +कुट्टिनी +कुट्टिन्या +कुट्टिन्यां +कुट्टिम +कुट्टिमं +कुट्टिमः +कुट्टिमम् +कुट्टिमे +कुट्टो +कुट्मल +कुट्या +कुट्यां +कुट्याम् +कुठ +कुठं +कुठरः +कुठा +कुठार +कुठारं +कुठारः +कुठारकम् +कुठारम् +कुठारयन् +कुठारस्य +कुठारा +कुठाराघातः +कुठारिका +कुठारी +कुठारे +कुठारेण +कुठारैः +कुठारो +कुठि +कुठे +कुठेर +कुठेरः +कुठेरकः +कुड +कुडची +कुडचीविधानसभाक्षेत्रम् +कुडड्डत्ध् +कुडल +कुडव +कुडवं +कुडवः +कुडवञ्च +कुडवद्वयम् +कुडवप्रमाणं +कुडवाः +कुडवे +कुडवेन +कुडवैः +कुडवो +कुडवोन्मानं +कुडवौ +कुड़ +कुड़वं +कुड़ुख़् +कुडि +कुडियजनाङ्गः +कुडु +कुडुपं +कुडुपेन +कुडुबं +कुड् +कुड्मलं +कुड्मलम् +कुड्मलानि +कुड्मलीकृतसरोजलोचनं +कुड्मले +कुड्मलैः +कुड्मलो +कुड्य +कुड्यं +कुड्यच्छाया +कुड्यमये +कुड्यम् +कुड्यलग्नां +कुड्यविस्तृतम् +कुड्यस्य +कुड्यां +कुड्यादि +कुड्यादौ +कुड्यानि +कुड्ये +कुड्येन +कुड्येषु +कुण +कुणः +कुणइ +कुणच् +कुणति +कुणप +कुणपं +कुणपः +कुणपमिदं +कुणपम् +कुणपा +कुणपी +कुणपे +कुणपो +कुणप् +कुणयति +कुणारुम् +कुणाल +कुणालं +कुणालः +कुणालस्य +कुणालो +कुणि +कुणिं +कुणिः +कुणिगलविधानसभाक्षेत्रम् +कुणिगल् +कुणिबाहुश्च +कुणिश्च +कुणी +कुण्ठ +कुण्ठं +कुण्ठः +कुण्ठता +कुण्ठतां +कुण्ठति +कुण्ठत्वमायाति +कुण्ठयामि +कुण्ठवैकुण्ठः +कुण्ठा +कुण्ठाः +कुण्ठित +कुण्ठितं +कुण्ठितः +कुण्ठिता +कुण्ठितां +कुण्ठिताश्रीव +कुण्ठी +कुण्ठे +कुण्ठो +कुण्ड +कुण्डं +कुण्डः +कुण्डकं +कुण्डकम् +कुण्डके +कुण्डगोलकौ +कुण्डगोलौ +कुण्डञ्च +कुण्डड्डत्ध् +कुण्डति +कुण्डते +कुण्डत्रयं +कुण्डधार +कुण्डधारो +कुण्डपायिनामयनं +कुण्डपायिनामयनम् +कुण्डपायिनामयने +कुण्डपाय्य +कुण्डपाय्यः +कुण्डपाय्यसंचाय्यौ +कुण्डभेदी +कुण्डमध्ये +कुण्डमिति +कुण्डमिव +कुण्डमुच्यते +कुण्डमुत्तमम् +कुण्डमौपासनं +कुण्डम् +कुण्डयति +कुण्डल +कुण्डलं +कुण्डलः +कुण्डलक्षणम् +कुण्डलद्वयम् +कुण्डलना +कुण्डलनां +कुण्डलम् +कुण्डलयोः +कुण्डलस्य +कुण्डला +कुण्डलाकृतिः +कुण्डलादि +कुण्डलानां +कुण्डलानि +कुण्डलाभ्यां +कुण्डलाय +कुण्डलार्थे +कुण्डलाहरणपर्वणि +कुण्डलिके +कुण्डलित +कुण्डलितं +कुण्डलितः +कुण्डलिताः +कुण्डलितो +कुण्डलिनं +कुण्डलिनः +कुण्डलिनि +कुण्डलिनी +कुण्डलिनीं +कुण्डलिनीति +कुण्डलिनो +कुण्डलिन् +कुण्डलिन्या +कुण्डलिन्यां +कुण्डलिन्याः +कुण्डलिन्यै +कुण्डली +कुण्डलीं +कुण्डलीकृतः +कुण्डलीकृतम् +कुण्डलीकृता +कुण्डलीकृत्य +कुण्डलीति +कुण्डलीभूते +कुण्डलीभूय +कुण्डलीम् +कुण्डलीस्थानं +कुण्डले +कुण्डलेन +कुण्डलैः +कुण्डलो +कुण्डलों +कुण्डल्या +कुण्डल्याः +कुण्डशायी +कुण्डश्च +कुण्डसन्निधौ +कुण्डसमीपं +कुण्डस्य +कुण्डा +कुण्डाः +कुण्डात् +कुण्डाद् +कुण्डानां +कुण्डानि +कुण्डानुगुण्येन +कुण्डान् +कुण्डान्तरे +कुण्डाय +कुण्डाशी +कुण्डि +कुण्डिका +कुण्डिकां +कुण्डिकाम् +कुण्डिकेति +कुण्डिकोपनिषत् +कुण्डिता +कुण्डिन +कुण्डिनं +कुण्डिनः +कुण्डिनच् +कुण्डिनस्य +कुण्डिनाः +कुण्डिनानां +कुण्डिने +कुण्डिनेन्द्रसुतया +कुण्डिनो +कुण्डी +कुण्डीं +कुण्डृणाची +कुण्डृणाच्या +कुण्डे +कुण्डेन +कुण्डेनाटन् +कुण्डेषु +कुण्डेऽग्निं +कुण्डेऽत्र +कुण्डैः +कुण्डो +कुण्डोदरं +कुण्डोदरः +कुण्डोदरमहोदरौ +कुण्डोदरो +कुण्डोध्नी +कुण्ड्यते +कुत +कुतं +कुतः +कुतः॑ +कुतएवमत +कुतनयाच्छीलं +कुतन्त्रं +कुतन्त्रीं +कुतप +कुतपं +कुतपः +कुतपस्तथा +कुतपस्तिलाः +कुतपस्य +कुतपाः +कुतपानां +कुतपे +कुतपो +कुतर्कः +कुतश् +कुतश्च +कुतश्चन +कुतश्चनेति +कुतश्चि +कुतश्चित +कुतश्चित् +कुतश्चिदपि +कुतश्चिदागच्छति +कुतश्चिदिति +कुतश्चिद् +कुतश्चिद्दोषात् +कुतश्चिद्भयं +कुतश्चिन्न +कुतश्चिन्निमित्तात् +कुतश्चेति +कुतश्चेत् +कुतश्च्युतः +कुतस् +कुतस्त +कुतस्तत्र +कुतस्तत्राह +कुतस्तदा +कुतस्तरां +कुतस्तर्हि +कुतस्तव +कुतस्तस्य +कुतस्तु +कुतस्ते +कुतस्तेन +कुतस्तेषां +कुतस्तौ +कुतस्त्यं +कुतस्त्यः +कुतस्त्या +कुतस्त्यागो +कुतस्त्वं +कुतस्त्वमसि +कुतस्त्वमिह +कुतस्त्वम् +कुतस्त्वया +कुतस्त्वा +कुतस्य +कुतह् +कुता +कुतार्किकाणां +कुतार्किकैः +कुति +कुती +कुतीर्थादागतं +कुतुक +कुतुकं +कुतुकञ्च +कुतुकम् +कुतुकी +कुतुकेन +कुतुपं +कुतुपः +कुतुपम् +कुतुबुद्दीन +कुतुब् +कुतू +कुतूः +कुतूहल +कुतूहलं +कुतूहलम् +कुतूहलवानपि +कुतूहलसमन्विताः +कुतूहलस्य +कुतूहलाः +कुतूहलात् +कुतूहलादुन्मुखपौरदृष्टः +कुतूहलि +कुतूहलिन्या +कुतूहली +कुतूहले +कुतूहलेन +कुतूहलेनेव +कुते +कुतैः +कुतो +कुतों +कुतोपि +कुतोऽ +कुतोऽत्र +कुतोऽथवा +कुतोऽद्य +कुतोऽधिमासावमशेषके +कुतोऽध्यागच्छति +कुतोऽन्यः +कुतोऽन्यथा +कुतोऽन्यो +कुतोऽपि +कुतोऽपीत्यर्थः +कुतोऽप्यसौ +कुतोऽभवत् +कुतोऽयं +कुतोऽयमग्निः +कुतोऽयमर्थः +कुतोऽवगम्यते +कुतोऽसि +कुतोऽसौ +कुतोऽस्ति +कुतोऽस्माकं +कुतोऽस्य +कुतोऽस्या +कुतोऽहं +कुतो॒ +कुत् +कुत्त +कुत्ता +कुत्ते +कुत्तो +कुत्तों +कुत्या +कुत्र +कुत्रं +कुत्रः +कुत्रचन +कुत्रचि +कुत्रचिच्च +कुत्रचित +कुत्रचित् +कुत्रचित्तु +कुत्रचिदपि +कुत्रचिदाश्रितः +कुत्रचिदिति +कुत्रचिदेव +कुत्रचिद् +कुत्रचिन्न +कुत्रचिन्नास्ति +कुत्रचिन्नैव +कुत्रचिन्नोपलभ्यते +कुत्रत्य +कुत्रत्यः +कुत्रत्या +कुत्रा +कुत्राद्य +कुत्रापि +कुत्रापीति +कुत्रापीत्यर्थः +कुत्राप्य +कुत्रायं +कुत्राश्रमे +कुत्रासि +कुत्रासौ +कुत्रास्ति +कुत्रास्ते +कुत्रास्य +कुत्राऽपि +कुत्रा॑ +कुत्रेति +कुत्रेत्यत +कुत्रेह +कुत्रो +कुत्रोपपन्नः +कुत्रोपयुज्यते +कुत्व +कुत्वं +कुत्वञ्च +कुत्वन्तु +कुत्वमिति +कुत्वम् +कुत्वषत्वे +कुत्वस्यासिद्धत्वात् +कुत्वा +कुत्वाभाव +कुत्वाभावः +कुत्वाभावो +कुत्वे +कुत्वेन +कुत्स +कुत्सं +कुत्सः +कुत्सः॑ +कुत्सकुशिकिका +कुत्सते +कुत्सदृष्टा +कुत्सन +कुत्सनं +कुत्सनप्रावीण्ययोः +कुत्सनम् +कुत्सनाभीक्ष्ण्यग्रहणं +कुत्सनाभीक्ष्ण्ययोः +कुत्सने +कुत्सनैः +कुत्सपुत्रं +कुत्सम् +कुत्सयते +कुत्सयन् +कुत्सयन्तः +कुत्सयित्वा +कुत्सयेत् +कुत्सश्च +कुत्सस्य +कुत्सस्याधिरथीयानि +कुत्सस्यार्षं +कुत्सा +कुत्सां +कुत्साः +कुत्साय +कुत्सायां +कुत्सायाम् +कुत्सा॑य +कुत्सा॑य॒ +कुत्सि +कुत्सित +कुत्सितं +कुत्सितः +कुत्सितकर्मा +कुत्सितग्रहणं +कुत्सितचारी +कुत्सितत्वं +कुत्सितत्वेन +कुत्सितमित्याहुस्तस्य +कुत्सितम् +कुत्सितस्य +कुत्सिता +कुत्सितां +कुत्सिताः +कुत्सितात् +कुत्सिताननं +कुत्सितानां +कुत्सितानि +कुत्सितान् +कुत्सितान्नं +कुत्सिताय +कुत्सितायां +कुत्सितार्थे +कुत्सिताश्च +कुत्सितास्त्रयः +कुत्सिते +कुत्सितेन +कुत्सितैः +कुत्सितो +कुत्सितोऽश्वः +कुत्सु +कुत्से +कुत्सेन +कुत्से॑न +कुत्सो +कुत्सो॑ +कुत्स्यते +कुत्स्याः +कुत्स॑मिन्द्र॒ +कुत्स॑म् +कुत॑श्च॒न +कुत॒ +कुत॒स्त्वमि॑न्द्र॒ +कुथ +कुथः +कुथली +कुथा +कुथाः +कुथाभिश्च +कुथि +कुथितं +कुथुमिस्तथा +कुथेन +कुथो +कुथ्नाति +कुथ्यति +कुद +कुदन्तलोका +कुदलस्य +कुदलेन +कुदाकारं +कुदाम्नेव +कुदि +कुदिन +कुदिनं +कुदिनाधिकं +कुदिनानां +कुदिनानि +कुदिनैः +कुदृष्टयः +कुदृष्टिः +कुदृष्टीनां +कुदृष्ट्या +कुदेशे +कुदो +कुद्दाल +कुद्दालं +कुद्दालः +कुद्दाले +कुद्दालेन +कुद्दालो +कुद्ध +कुद्धं +कुद्धः +कुद्धस्य +कुद्धा +कुद्धे +कुद्धेन +कुद्धो +कुद्रि +कुध +कुधपरे +कुधा +कुधि +कुधियः +कुधिया +कुधियो +कुधीः +कुन +कुनः +कुनखं +कुनखी +कुनटी +कुनट्या +कुना +कुनाल +कुनालं +कुनालः +कुनालमुद्धृतनयनं +कुनालस्य +कुनालेति +कुनालेन +कुनालो +कुनाशकः +कुनि +कुनृपो +कुने +कुनेत्रकः +कुनै +कुनो +कुन् +कुन्च +कुन्त +कुन्तं +कुन्तः +कुन्तक +कुन्तकः +कुन्तकस्य +कुन्तकेन +कुन्तको +कुन्तयः +कुन्तल +कुन्तलं +कुन्तलः +कुन्तलदेश +कुन्तलपतिः +कुन्तलपार्थिवस्य +कुन्तलभरं +कुन्तललतादोलासु +कुन्तलसंव्यानसंयमव्यपदेशतः +कुन्तलस्य +कुन्तला +कुन्तलाः +कुन्तलानां +कुन्तलान् +कुन्तलाश्चैव +कुन्तलिका +कुन्तली +कुन्तलीनयनपूर्णचन्द्रमाः +कुन्तले +कुन्तलेन्द्र +कुन्तलेन्द्रतनयं +कुन्तलेश्वरसुता +कुन्तलेषु +कुन्तलैः +कुन्तलो +कुन्तलोवाच +कुन्तवेधेन +कुन्तस्य +कुन्ता +कुन्ताः +कुन्तानां +कुन्तापं +कुन्तापसूक्तानि +कुन्ति +कुन्तिः +कुन्तिभोज +कुन्तिभोजं +कुन्तिभोजः +कुन्तिभोजश्च +कुन्तिभोजस्य +कुन्तिभोजाय +कुन्तिभोजो +कुन्तिस्तां +कुन्ती +कुन्तीं +कुन्तींप्रति +कुन्तीति +कुन्तीपुत्र +कुन्तीपुत्रं +कुन्तीपुत्रः +कुन्तीपुत्रस्य +कुन्तीपुत्रे +कुन्तीपुत्रेण +कुन्तीपुत्रो +कुन्तीसुतं +कुन्तीसुतो +कुन्तु +कुन्ते +कुन्तेः +कुन्तेन +कुन्तैः +कुन्तैश्च +कुन्तो +कुन्त्या +कुन्त्यां +कुन्त्याः +कुन्त्याश्च +कुन्त्युवाच +कुन्त्यै +कुन्थ +कुन्थति +कुन्थुनाथ +कुन्थुनाथः +कुन्थुनाथस्य +कुन्थुनाथेन +कुन्द +कुन्दं +कुन्दः +कुन्दगुल्माश्च +कुन्दगोळ +कुन्दणगारः +कुन्ददन्त +कुन्दनलालः +कुन्दना +कुन्दनिका +कुन्दपुष्पम् +कुन्दपुष्पैः +कुन्दम +कुन्दमन्तस्तुषारं +कुन्दमाला +कुन्दमालायां +कुन्दमालायाः +कुन्दम् +कुन्दरः +कुन्दलता +कुन्दलताः +कुन्दवनं +कुन्दवने +कुन्दवृक्षे +कुन्दसन्निभः +कुन्दस्य +कुन्दा +कुन्दाः +कुन्दाद्रिः +कुन्दानां +कुन्दापुरतः +कुन्दापुरम् +कुन्दापुरविधानसभाक्षेत्रम् +कुन्दाभास्तस्य +कुन्दुरु +कुन्दुरुः +कुन्दुरुकः +कुन्दुरुकी +कुन्दुरुष्कं +कुन्दे +कुन्देन +कुन्देन्दु +कुन्दैः +कुन्दो +कुन्न +कुन्म +कुन्मलबर्हिर् +कुप +कुपः +कुपटः +कुपथं +कुपथः +कुपथे +कुपथो +कुपथ्यं +कुपरिधिः +कुपार्थिवानां +कुपि +कुपित +कुपितं +कुपितः +कुपितमूलं +कुपितया +कुपितश् +कुपितश्च +कुपितस्तत्र +कुपितस्तु +कुपितस्य +कुपिता +कुपितां +कुपिताः +कुपितानां +कुपिताश्च +कुपितासि +कुपितास्ते +कुपिते +कुपितेति +कुपितेत्यपास्तमशनं +कुपितेन +कुपितेव +कुपितेषु +कुपितैः +कुपितो +कुपितोऽनिलः +कुपितोऽपि +कुपितोऽब्रवीत् +कुपितोऽभवत् +कुपितोऽभ्येति +कुपितौ +कुपिनी +कुपीलुः +कुपीलौ +कुपुत्र +कुपुत्रं +कुपुत्रः +कुपुत्रता +कुपुत्रे +कुपुत्रेण +कुपुत्रो +कुपुरुषः +कुपुरुषो +कुपृष्ठगानां +कुपो +कुपोषण +कुप् 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+कुमारयति +कुमारयोः +कुमारराज्ये +कुमारललिता +कुमारवनं +कुमारव्यासः +कुमारव्यासस्य +कुमारशब्दः +कुमारशब्दे +कुमारशिरा +कुमारशीर्षयोर्णिनिः +कुमारश्च +कुमारश्रमणा +कुमारसंभव +कुमारसंभवः +कुमारसंभवम् +कुमारसंभवे +कुमारसचिवो +कुमारसम्भव +कुमारसम्भवं +कुमारसम्भवः +कुमारसम्भवम् +कुमारसम्भवे +कुमारस्तं +कुमारस्तरुण +कुमारस्तस्य +कुमारस्तां +कुमारस्तारकं +कुमारस्तु +कुमारस्ते +कुमारस्य +कुमारस्यान्ते +कुमारस्येति +कुमारस्यैव +कुमारस्वामिना +कुमारस्वामी +कुमारस्स +कुमारहारितो +कुमारा +कुमारांश्च +कुमाराः +कुमाराख्यं +कुमाराणां +कुमाराणाम् +कुमारात् +कुमारानादाय +कुमारानु +कुमारानुचरभेदे +कुमारानुचरमातृभेदे +कुमारान् +कुमाराभ्यां +कुमाराय +कुमाराविव +कुमाराश्च +कुमारास्ते +कुमारि +कुमारिका +कुमारिकां +कुमारिकाः +कुमारिकाख्यम् +कुमारिकाख्ये +कुमारिकाचित्रकरक्तसर्षपैः +कुमारिकाम् +कुमारिकाया +कुमारिके +कुमारिणा +कुमारितरा +कुमारिल +कुमारिलः +कुमारिलभट्ट +कुमारिलभट्टः +कुमारिलभट्टस्य +कुमारिलभट्टाः +कुमारिलभट्टेन +कुमारिलस्य +कुमारिलेन +कुमारि॒ +कुमारी +कुमारीं +कुमारीः +कुमारीणां +कुमारीणाम् +कुमारीति +कुमारीत्वं +कुमारीदेवी +कुमारीपत्नीभिः +कुमारीपूजनं +कुमारीभाग +कुमारीभिः +कुमारीभूता +कुमारीभूताये +कुमारीभ्यः +कुमारीभ्याम् +कुमारीम् +कुमारीश्च +कुमारीषु +कुमारीष्वन्त्यजासु +कुमारे +कुमारेण +कुमारेति +कुमारेभ्यः +कुमारेभ्यो +कुमारेशं +कुमारेश्वरमाहात्म्ये +कुमारेषु +कुमारैः +कुमारैश्च +कुमारो +कुमारों +कुमारोत्पत्तिः +कुमारोत्पत्तिर्नाम +कुमारोदयवर्णनैः +कुमारोपि +कुमारोऽजायत +कुमारोऽथ +कुमारोऽपि +कुमारोऽभूत् +कुमारोऽभून्महाबलः +कुमारोऽयं +कुमारोऽसौ +कुमारौ +कुमार् +कुमार्ग +कुमार्गं +कुमार्गे +कुमार्गेण +कुमार्य +कुमार्यः +कुमार्यत्र +कुमार्यश्च +कुमार्या +कुमार्यां +कुमार्याः +कुमार्याम् +कुमार्याश्च +कुमार्यै +कुमार्यो +कुमार्योः +कुमार्यौ +कुमार्य्यः +कुमार्य्या +कुमार्य्याः +कुमार्य्यै +कुमाल +कुमालो +कुमा॒रं +कुमा॒रा +कुमु +कुमुत् +कुमुद +कुमुदं +कुमुदः +कुमुदकैरवे +कुमुदनडवेतसेभ्यो +कुमुदपर्वते +कुमुदबान्धवः +कुमुदमिवानेकधा +कुमुदम् +कुमुदवनमपश्रि +कुमुदश्च +कुमुदश्चैव +कुमुदश्चोन्नतश्चैव +कुमुदस्तु +कुमुदस्य +कुमुदा +कुमुदाः +कुमुदाकर +कुमुदाकरं +कुमुदाकरः +कुमुदाकरम् +कुमुदाकरे +कुमुदाकरेषु +कुमुदाकारास्तारास्ताराकाराणि +कुमुदाक्षं +कुमुदाक्षश्च +कुमुदादयः +कुमुदादि +कुमुदादिः +कुमुदादिगणेशानां +कुमुदादिबलिं +कुमुदादिभ्यः +कुमुदादिषु +कुमुदादीनां +कुमुदादीन् +कुमुदाद्या +कुमुदाद्रिश्च +कुमुदाद्रौ +कुमुदानां +कुमुदानि +कुमुदानीव +कुमुदान्येव +कुमुदाय +कुमुदिकम् +कुमुदिका +कुमुदिनी +कुमुदिनीं +कुमुदिन्या +कुमुदिन्याः +कुमुदी +कुमुदे +कुमुदेन +कुमुदेषु +कुमुदै +कुमुदैः +कुमुदैरावणौ +कुमुदो +कुमुदोच्चं +कुमुदोत्पलकह्लार +कुमुदोत्पलपद्मानां +कुमुदोदयम् +कुमुदोऽञ्जनः +कुमुद् +कुमुद्वती +कुमुद्वतीं +कुमुद्वतीपरिणयः +कुमुद्वतीव +कुमुद्वत्या +कुमुद्वत्यां +कुमुद्वत्याः +कुमुद्वान् +कुम् +कुम्बं +कुम्बति +कुम्बयति +कुम्बले +कुम्बा +कुम्ब्या +कुम्भ +कुम्भं +कुम्भः +कुम्भक +कुम्भकं +कुम्भकः +कुम्भकमास्थाय +कुम्भकमाह +कुम्भकम् +कुम्भकर्ण +कुम्भकर्णं +कुम्भकर्णः +कुम्भकर्णदशग्रीवौ +कुम्भकर्णनिवेशनम् +कुम्भकर्णम् +कुम्भकर्णम्य +कुम्भकर्णश्च +कुम्भकर्णस्ततो +कुम्भकर्णस्तु +कुम्भकर्णस्य +कुम्भकर्णा +कुम्भकर्णात्मजः +कुम्भकर्णाय +कुम्भकर्णे +कुम्भकर्णेन +कुम्भकर्णो +कुम्भकस्य +कुम्भका +कुम्भकाख्यं +कुम्भकान् +कुम्भकान्ते +कुम्भकामला +कुम्भकामली +कुम्भकार +कुम्भकारं +कुम्भकारः +कुम्भकारस्य +कुम्भकाराः +कुम्भकारी +कुम्भकारे +कुम्भकारेण +कुम्भकारो +कुम्भकारोऽपि +कुम्भके +कुम्भकेन +कुम्भकेनैव +कुम्भकैः +कुम्भको +कुम्भकोणम् +कुम्भघोणस्थेन +कुम्भज +कुम्भजन्मा +कुम्भजले +कुम्भजलेन +कुम्भञ्च +कुम्भतुङ्गं +कुम्भतुम्बी +कुम्भतोयेन +कुम्भदत्त +कुम्भदासी +कुम्भद्वयं +कुम्भनाभो +कुम्भन्तु +कुम्भपदी +कुम्भपदीषु +कुम्भपद्यादिः +कुम्भपूजां +कुम्भमण्डलकुण्डेषु +कुम्भमण्डलगं +कुम्भमध्ये +कुम्भमस्य +कुम्भमादाय +कुम्भमीनौ +कुम्भमुद्यतकार्मुकम् +कुम्भमुद्रया +कुम्भमेला +कुम्भमेव +कुम्भम् +कुम्भयित्वा +कुम्भयुगेन +कुम्भयेत् +कुम्भयो +कुम्भयोः +कुम्भयोनिः +कुम्भयोने +कुम्भयोनेर्महौजसः +कुम्भराशिः +कुम्भराशौ +कुम्भवत् +कुम्भशतं +कुम्भश्च +कुम्भश्चैव +कुम्भसंभव +कुम्भसंभवः +कुम्भसमीपे +कुम्भसम्भव +कुम्भसम्भवः +कुम्भसहस्रेण +कुम्भस्तु +कुम्भस्थं +कुम्भस्थां +कुम्भस्थितेन +कुम्भस्थे +कुम्भस्य +कुम्भस्योपरि +कुम्भा +कुम्भांश्च +कुम्भाः +कुम्भाकारं +कुम्भाच्छक्तिं +कुम्भाण्ड +कुम्भाण्डः +कुम्भाण्डो +कुम्भात् +कुम्भादावथ +कुम्भादि +कुम्भादिकं +कुम्भादिषु +कुम्भादीन् +कुम्भानां +कुम्भानि +कुम्भान् +कुम्भान्तं +कुम्भाय +कुम्भाविव +कुम्भाश्च +कुम्भाष्टकं +कुम्भाष्टके +कुम्भास्त्रे +कुम्भाह्वयं +कुम्भिका +कुम्भिकापि +कुम्भिकायां +कुम्भिनी +कुम्भिनीरिव +कुम्भिनो +कुम्भी +कुम्भीं +कुम्भीक +कुम्भीकः +कुम्भीका +कुम्भीकाः +कुम्भीधान्यक +कुम्भीनसः +कुम्भीनसाः +कुम्भीनसी +कुम्भीपाकं +कुम्भीपाकः +कुम्भीपाके +कुम्भीपाकेन +कुम्भीपाकेषु +कुम्भीमधिश्रयति +कुम्भीम् +कुम्भीर +कुम्भीरः +कुम्भीरथ +कुम्भीरे +कुम्भीरो +कुम्भीव +कुम्भे +कुम्भेति +कुम्भेन +कुम्भेभ्यो +कुम्भेषु +कुम्भेष्टका +कुम्भेऽस्मिन् +कुम्भै +कुम्भैः +कुम्भैश्च +कुम्भो +कुम्भोत्सव +कुम्भोत्सवः +कुम्भोत्सवे +कुम्भोदरं +कुम्भोद्भव +कुम्भोपरि +कुम्भोलूक +कुम्भौ +कुम्भ्यः +कुम्भ्या +कुम्भ्यां +कुम्भ्यानां +कुम्भ्यामानयति +कुम्भ्याम् +कुम्भ्यो +कुम्भ्यौ +कुम्म +कुम्मी +कुम्मे +कुम्हार +कुय +कुयं +कुयवं +कुयवम् +कुयवस्य +कुया +कुयात् +कुयोगिनः +कुयोगिनाम् +कुयोनिषु +कुय॑वं +कुय॑वं॒ +कुय॑वम् +कुर +कुरं +कुरंगी +कुरआनस्य +कुरआन् +कुरग +कुरङ्ग +कुरङ्गं +कुरङ्गः +कुरङ्गकः +कुरङ्गकदृशां +कुरङ्गदृशां +कुरङ्गनयना +कुरङ्गमदेन +कुरङ्गस्य +कुरङ्गा +कुरङ्गाः +कुरङ्गाक्षि +कुरङ्गाक्षी +कुरङ्गाक्ष्याः +कुरङ्गि +कुरङ्गिका +कुरङ्गी +कुरङ्गीदृशः +कुरङ्गीदृशा +कुरङ्गीदृशां +कुरङ्गीदृशाम् +कुरङ्गीव +कुरङ्गे +कुरङ्गो +कुरच् +कुरण्टक +कुरण्टकः +कुरण्टकम् +कुरण्डं +कुरति +कुरते +कुरबक +कुरबकं +कुरबकः +कुरबके +कुरर +कुररं +कुररः +कुररपक्षी +कुरराः +कुररी +कुररीणामिव +कुररीमिव +कुररीव +कुररैः +कुररो +कुरर्य +कुरल +कुरव +कुरवः +कुरवक +कुरवकः +कुरवश्च +कुरवश्चैव +कुरवस्तथा +कुरविकुलचन्द्रस्य +कुरवे +कुरवो +कुरवोरिति +कुरसी +कुरा +कुराजानं +कुराज्ये +कुरान +कुरान् +कुरिति +कुरियन् +कुरी +कुरीतीनां +कुरीरं +कुरु +कुरुं +कुरुः +कुरुकत +कुरुकुरु +कुरुकुलश्रेष्ठ +कुरुकुलस्य +कुरुकुलोद्वह +कुरुकुलोद्वहः +कुरुकुल्ला +कुरुक्षयनिमित्तम् +कुरुक्षे +कुरुक्षेत्र +कुरुक्षेत्रं +कुरुक्षेत्रञ्च +कुरुक्षेत्रनिवासिनः +कुरुक्षेत्रफलं +कुरुक्षेत्रमण्डलम् +कुरुक्षेत्रमिति +कुरुक्षेत्रम् +कुरुक्षेत्रयुद्धे +कुरुक्षेत्रसमा +कुरुक्षेत्रस्य +कुरुक्षेत्रात् +कुरुक्षेत्रादिदेशान् +कुरुक्षेत्रादौ +कुरुक्षेत्राद्दशगुणा +कुरुक्षेत्रे +कुरुक्षेत्रेण +कुरुख +कुरुखभाषा +कुरुगार्हपत +कुरुङ्गकुमेमण्डलम् +कुरुङ्गस्य +कुरुचरः +कुरुचरी +कुरुजांगलम् +कुरुजांगले +कुरुजाङ्गलम् +कुरुजाङ्गले +कुरुणा +कुरुणां +कुरुण्टकः +कुरुत +कुरुतं +कुरुतः +कुरुतमिति +कुरुतमित्यर्थः +कुरुतम् +कुरुतश्च +कुरुतस्तौ +कुरुता +कुरुतां +कुरुतात् +कुरुतादिति +कुरुतानघाः +कुरुतामित्यर्थः +कुरुताम् +कुरुते +कुरुतेति +कुरुतेत्यर्थः +कुरुतेत्य् +कुरुतेऽ +कुरुतेऽत्यर्थं +कुरुतेऽथ +कुरुतेऽधिकम् +कुरुतेऽनिलः +कुरुतेऽनिलश्च +कुरुतेऽपि +कुरुतेऽर्जुन +कुरुतेऽवशः +कुरुतेऽश्मरीञ्च +कुरुतेऽस्मिन्नमोघेऽपि +कुरुते॒ +कुरुतो +कुरुथ +कुरुथः +कुरुदेशः +कुरुदेशे +कुरुद्वह +कुरुध्वं +कुरुध्वमिति +कुरुध्वम् +कुरुध्वे +कुरुनंदन +कुरुनन्दन +कुरुनन्दनः +कुरुनन्दनम् +कुरुनन्दनेति +कुरुनन्दनेत्यन्तम् +कुरुनरेन्द्र +कुरुनादिभ्यो +कुरुप +कुरुपञ्चाला +कुरुपञ्चालाः +कुरुपञ्चालानां +कुरुपञ्चालेषु +कुरुपतिं +कुरुपतिः +कुरुपाञ्चालाः +कुरुपाण्डवसेनयोः +कुरुपाण्डवसैन्यक्षयनिमित्तम् +कुरुपाण्डवाः +कुरुपाण्डवानां +कुरुपाण्डवानाम् +कुरुपितामहः +कुरुपितामहम् +कुरुपिशंगिला +कुरुपुङ्गव +कुरुपुङ्गवः +कुरुपुङ्गवाः +कुरुपुङ्गवानाम् +कुरुप्रवीर +कुरुप्रवीरं +कुरुप्रवीरः +कुरुप्रवीरा +कुरुप्रवीराः +कुरुबान्धवस्य +कुरुभिः +कुरुभिर्नियमितं +कुरुभिर्विरोधो +कुरुभ्यः +कुरुभ्यश्च +कुरुमुख्यानां +कुरुम् +कुरुम्ब +कुरुयुगन्धराभ्याम् +कुरुराज +कुरुराजं +कुरुराजः +कुरुराजसुताः +कुरुराजस्य +कुरुराजेन +कुरुराजो +कुरुर्नाम +कुरुवंशः +कुरुवंशस्य +कुरुवंश्ये +कुरुवक +कुरुवकं +कुरुवकः +कुरुवरश्रेष्ठ +कुरुवर्य +कुरुवर्षं +कुरुवर्षे +कुरुवाहिनी +कुरुवाहिनीम् +कुरुविन्द +कुरुविन्दं +कुरुविन्दः +कुरुविन्दा +कुरुविन्दो +कुरुवीराणां +कुरुवृद्धः +कुरुवृद्धस्य +कुरुशार्दूल +कुरुश्रवण +कुरुश्रवणं +कुरुश्रवणमावृणि +कुरुश्रेष्ठ +कुरुश्रेष्ठं +कुरुश्रेष्ठः +कुरुश्रेष्ठो +कुरुष +कुरुषु +कुरुषे +कुरुष्व +कुरुष्वथ +कुरुष्वाटिक्या +कुरुष्वात्र +कुरुष्वाद्य +कुरुष्वानुग्रहं +कुरुष्वास्य +कुरुष्वेति +कुरुष्वेत्यभ्यनुज्ञातो +कुरुष्वेदं +कुरुष्वेव +कुरुष्वेह +कुरुष्वैतेन +कुरुष्वैवं +कुरुष्व् +कुरुसंसदि +कुरुसत्तम +कुरुसत्तमः +कुरुसत्तमम् +कुरुसत्तमाः +कुरुसदसि +कुरुसुतिः +कुरुसैन्यं +कुरुस्तु +कुरु॒ +कुरू +कुरूंश्च +कुरूंस्त्वत्पुरीमभ्यभाङ्क्षीत् +कुरूः +कुरूणा +कुरूणां +कुरूणामधिपस्य +कुरूणामिति +कुरूणामृषभो +कुरूणाम् +कुरूते +कुरूत्तम +कुरूदारांश्च +कुरूदुमाले +कुरूद्वह +कुरूद्वहः +कुरूद्वहाः +कुरूनिति +कुरून् +कुरून्गत्वा +कुरून्प्रति +कुरूप +कुरूपं +कुरूपः +कुरूपता +कुरूपा +कुरूपां +कुरूपिणी +कुरूपो +कुरे +कुरैशी +कुरो +कुरोः +कुरोस्तु +कुरौ +कुर् +कुर्कुटारामं +कुर्कुरः +कुर्कुरो +कुर्तुं +कुर्थात् +कुर्द +कुर्दी +कुर्परे +कुर्भवति +कुर्म +कुर्मः +कुर्मस्तव +कुर्मह +कुर्महे +कुर्मि +कुर्मो +कुर्मोऽत्र +कुर्म्मः +कुर्य +कुर्यं +कुर्यः +कुर्यत् +कुर्या +कुर्यां +कुर्याः +कुर्याच +कुर्याच् +कुर्याच्च +कुर्याच्चिकित्सितम् +कुर्याच्चेत् +कुर्याच्चैव +कुर्याच्छनैः +कुर्याच्छान्तिं +कुर्याच्छुचिस्मिते +कुर्याच्छेषं +कुर्याच्छोटिकया +कुर्याच्छ्राद्धं +कुर्याज्जपं +कुर्याज्जागरं +कुर्याज्जागरणं +कुर्याज्जायते +कुर्यात +कुर्यातां +कुर्यातामित्युपदिश्यते 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+कुर्यात्सर्वं +कुर्यात्सर्वत्र +कुर्यात्सर्वाणि +कुर्यात्सर्वेष्वनुग्रहम् +कुर्यात्सा +कुर्यात्स्नानं +कुर्यात्स्वयं +कुर्यात्ऽ +कुर्यात्‌ +कुर्याद +कुर्यादंगानि +कुर्यादङ्गानि +कुर्यादञ्जनं +कुर्यादतंद्रितः +कुर्यादतन्द्रितः +कुर्यादत्र +कुर्यादथ +कुर्यादथवा +कुर्यादनन्तरम् +कुर्यादनशनं +कुर्यादनेन +कुर्यादन्ते +कुर्यादन्यत्र +कुर्यादन्यथा +कुर्यादन्यन्न +कुर्यादपि +कुर्यादभ्यञ्जनं +कुर्यादभ्युदयं +कुर्यादमन्दाऽऽमोदमोहितम् +कुर्यादमुं +कुर्यादयं +कुर्यादवभृथं +कुर्यादशुभं +कुर्यादहरहः +कुर्यादा +कुर्यादाचमनं +कुर्यादाचार्यस्य +कुर्यादात्मानं +कुर्यादादावन्ते +कुर्यादादौ +कुर्यादाप्यायनं +कुर्यादाराधनं +कुर्यादारार्तिकं +कुर्यादावाहनं +कुर्यादावाहनादिकम् +कुर्यादासनं +कुर्यादास्थानमण्डपम् +कुर्यादि +कुर्यादिति +कुर्यादित्यत +कुर्यादित्यत्र +कुर्यादित्यर्थः +कुर्यादित्याह +कुर्यादित्याहुः +कुर्यादित्युपदिश्यते +कुर्यादित्येके +कुर्यादित्येव +कुर्यादित्येवं +कुर्यादिदं +कुर्यादिमं +कुर्यादिमां +कुर्यादिह +कुर्यादुत्सवं +कुर्यादुदङ्मुखः +कुर्यादुद्यापनं +कुर्यादुपद्र +कुर्यादुभे +कुर्यादूर्ध्वं +कुर्यादेव +कुर्यादेवं +कुर्यादेवात्मनो +कुर्यादेष +कुर्याद् +कुर्याद्दंतधावनम् +कुर्याद्दानं +कुर्याद्दिने +कुर्याद्दिवा +कुर्याद्देवतानां +कुर्याद्देवदेवस्य +कुर्याद्देवर्षिपितृतर्पणम् +कुर्याद्देवस्य +कुर्याद्देवानां +कुर्याद्देशिकसत्तमः +कुर्याद्द्विजोत्तम +कुर्याद्धि +कुर्याद्धोमं +कुर्याद्ब्रह्म +कुर्याद्ब्राह्मणभोजनम् +कुर्याद्भक्त्या +कुर्याद्भागं +कुर्याद्भागेन +कुर्याद्य +कुर्याद्यं +कुर्याद्यः +कुर्याद्यत्नेन +कुर्याद्यत्र +कुर्याद्यथा +कुर्याद्यथाक्रमम् +कुर्याद्यथाविधि +कुर्याद्यथाशक्ति +कुर्याद्यथेप्सितम् +कुर्याद्यथोदितम् +कुर्याद्यदि +कुर्याद्यद्वा +कुर्याद्यस्तु +कुर्याद्यावत्तुष्टिकरं +कुर्याद्युक्त्या +कुर्याद्येन +कुर्याद्यो +कुर्याद्र +कुर्याद्रक्तावसेचनम् +कुर्याद्रसायनम् +कुर्याद्राजा +कुर्याद्रात्रौ +कुर्याद्रेतः +कुर्याद्वचनं +कुर्याद्वा +कुर्याद्विचक्षण +कुर्याद्विचक्षणः +कुर्याद्विधानतः +कुर्याद्विधिदृष्टेन +कुर्याद्विना +कुर्याद्विशेषतः +कुर्याद्विशेषेण +कुर्याद्वृत्तिं +कुर्याद्वै +कुर्याद्व्रतं +कुर्याद्व्रती +कुर्यान +कुर्यान् +कुर्यान्न 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+कुर्य्यादित्युपदिश्यते +कुर्य्यादुदङ्मुखः +कुर्य्यादेवं +कुर्य्याद् +कुर्य्याद्दन्तधावनम् +कुर्य्याद्यः +कुर्य्याद्यथा +कुर्य्याद्यथाविधि +कुर्य्याद्यो +कुर्य्याद्वा +कुर्य्याद्विचक्षणः +कुर्य्याद्वै +कुर्य्यान् +कुर्य्यान्न +कुर्य्यान्नरो +कुर्य्यान्मासानुमासिकम् +कुर्य्यान्मैत्रो +कुर्य्याम +कुर्य्यामहं +कुर्य्यु +कुर्य्युः +कुर्य्युरिति +कुर्य्युरित्युपदिश्यते +कुर्व +कुर्वं +कुर्वंतं +कुर्वंतः +कुर्वंति +कुर्वंतु +कुर्वंतो +कुर्वंतौ +कुर्वंन्ति +कुर्वंश्च +कुर्वंस्त्वं +कुर्वः +कुर्वञ्ञ्च्छेते +कुर्वणाः +कुर्वत +कुर्वतं +कुर्वतः +कुर्वतश्च +कुर्वतस्तव +कुर्वतस्तस्य +कुर्वतस्तु +कुर्वतस्ते +कुर्वता +कुर्वतां +कुर्वतामपि +कुर्वतामित्यर्थः +कुर्वताम् +कुर्वति +कुर्वती +कुर्वतीं +कुर्वतीः +कुर्वतीत्यर्थः +कुर्वतीनां +कुर्वतीम् +कुर्वतीव +कुर्वतीषु +कुर्वतु +कुर्वते +कुर्वतो +कुर्वतोः +कुर्वतोऽकुर्वतो +कुर्वतोऽपि +कुर्वतोऽस्य +कुर्वत् +कुर्वत्यः +कुर्वत्यपि +कुर्वत्या +कुर्वत्याः +कुर्वत्यौ +कुर्वत्र +कुर्वत्सु +कुर्वदेव +कुर्वद् +कुर्वद्भिः +कुर्वधिपतिं +कुर्वन +कुर्वनुग्रहम् +कुर्वन् +कुर्वन्त +कुर्वन्तं +कुर्वन्तः +कुर्वन्तम् +कुर्वन्तस्तथाविधमेव +कुर्वन्तस्ते +कुर्वन्ति +कुर्वन्ती +कुर्वन्तीं +कुर्वन्तीतर +कुर्वन्तीति +कुर्वन्तीत्यत्र +कुर्वन्तीत्यर्थ +कुर्वन्तीत्यर्थः +कुर्वन्तीत्याह +कुर्वन्तीत्युपदिश्यते +कुर्वन्तीनां +कुर्वन्तीह +कुर्वन्तु +कुर्वन्ते +कुर्वन्तो +कुर्वन्तोऽपि +कुर्वन्तौ +कुर्वन्त्यः +कुर्वन्त्यतो +कुर्वन्त्यथ +कुर्वन्त्यनुग्रहं +कुर्वन्त्यपि +कुर्वन्त्यमी +कुर्वन्त्यर्शांसि +कुर्वन्त्यहैतुकीं +कुर्वन्त्या +कुर्वन्त्येव +कुर्वन्त्यो +कुर्वन्त्य् +कुर्वन्त्विति +कुर्वन्त्वित्यर्थः +कुर्वन्न +कुर्वन्नपि +कुर्वन्नभ्यासमेतस्यां +कुर्वन्नरो +कुर्वन्नवाप्नोति +कुर्वन्नस्ति +कुर्वन्नहं +कुर्वन्नाप्नोति +कुर्वन्नावत्सराद् +कुर्वन्नासीत् +कुर्वन्नास्ते +कुर्वन्नाह +कुर्वन्निति +कुर्वन्नित्यं +कुर्वन्नित्यर्थः +कुर्वन्निव +कुर्वन्नेव +कुर्वन्नेवेति +कुर्वन्नेवेह +कुर्वन्न् +कुर्वन्यथाशक्ति +कुर्वन्योगी +कुर्वन्वा +कुर्वन्वै +कुर्वन्व्योमेव +कुर्वन्स +कुर्वन्सन् +कुर्वन्सिद्धिं +कुर्वन्‌ +कुर्वहे +कुर्वा +कुर्वाण +कुर्वाणं +कुर्वाणः +कुर्वाणमिव +कुर्वाणम् +कुर्वाणस्तु +कुर्वाणस्य +कुर्वाणा +कुर्वाणां +कुर्वाणाः +कुर्वाणानां +कुर्वाणानि +कुर्वाणान् +कुर्वाणाय +कुर्वाणे +कुर्वाणेन +कुर्वाणेषु +कुर्वाणैः +कुर्वाणो +कुर्वाणोऽपि +कुर्वाणौ +कुर्वात +कुर्वाते +कुर्वादिभ्यो +कुर्वामः +कुर्वि +कुर्विणी +कुर्विति +कुर्वित्यत्र +कुर्वित्यभिप्रायः +कुर्वित्यर्थः +कुर्वित्याशयः +कुर्वित्याह +कुर्वित्युक्तम् +कुर्वित्युच्यते +कुर्वित्येवैतदाह +कुर्वी +कुर्वीत +कुर्वीतात्मनस्त्राणं +कुर्वीति +कुर्वीते +कुर्वीतेति +कुर्वीतेत्यर्थः +कुर्वीतैष +कुर्वीत् +कुर्वीथा +कुर्वीथाः +कुर्वीथास्त्वं +कुर्वीमहि +कुर्वीमहीति +कुर्वीय +कुर्वीयाताम् +कुर्वीयेति +कुर्वीयेत्य् +कुर्वीरन् +कुर्वीरन्न् +कुर्वे +कुर्वेऽहं +कुर्वो +कुर्वोत +कुर्व् +कुर्व्वतः +कुर्व्वता +कुर्व्वतां +कुर्व्वताम् +कुर्व्वति +कुर्व्वती +कुर्व्वते +कुर्व्वतो +कुर्व्वन् +कुर्व्वन्तं +कुर्व्वन्तः +कुर्व्वन्ति +कुर्व्वन्तु +कुर्व्वन्तो +कुर्व्वाणः +कुर्व्वाणा +कुर्व्वाणो +कुर्व्विति +कुर्व्वीत +कुर्व्वीतेति +कुर्व्वे +कुल +कुलं +कुलंकुलः +कुलः +कुलक +कुलकं +कुलकः +कुलकम् +कुलकरं +कुलका +कुलकुक्षिग्रीवाभ्यः +कुलकुण्डलिनी +कुलकुण्डे +कुलके +कुलकेन +कुलको +कुलकोटिं +कुलक्रमागता +कुलक्षणं +कुलक्षणा +कुलक्षय +कुलक्षयं +कुलक्षयः +कुलक्षयकरं +कुलक्षयकृतं +कुलक्षयम् +कुलक्षयादि +कुलक्षयादिजनिताधर्मपारम्पर्यदर्शनाच्चपरमधार्मिक +कुलक्षयादिदोषादर्शनम् +कुलक्षये +कुलक्षयो +कुलक्ष्माभृतः +कुलगुरुं +कुलगुरुः +कुलगृहं +कुलघ्नानां +कुलघ्नानाम् +कुलचूडामणौ +कुलच् +कुलजं +कुलजः +कुलजन्म +कुलजा +कुलजां +कुलजाः +कुलजानां +कुलजीवितम् +कुलजे +कुलजैः +कुलजो +कुलज्ञा +कुलञ्च +कुलञ्चैव +कुलटा +कुलटां +कुलटाः +कुलटागामी +कुलटानां +कुलटाया +कुलटायां +कुलटायाः +कुलटासु +कुलटास्मि +कुलतः +कुलतश् +कुलत्थ +कुलत्थं +कुलत्थः +कुलत्थकाः +कुलत्थजे +कुलत्थश्च +कुलत्थस्य +कुलत्था +कुलत्थांश्च +कुलत्थाः +कुलत्थाढकयूषं +कुलत्थानां +कुलत्थान् +कुलत्थाश्च +कुलत्थिका +कुलत्थे +कुलत्थैः +कुलत्थैश्च +कुलत्रयं +कुलत्रयम् +कुलदीपकः +कुलदीपिका +कुलदुहितरो +कुलदुहिता +कुलदूषकः +कुलदेवता +कुलदेवतां +कुलदेवताः +कुलदेवतागणैः +कुलदेवताभ्यः +कुलदेवताम् +कुलदेवी +कुलदेव्याः +कुलदैवतं +कुलदैवतस्य +कुलद्वयं +कुलद्वयम् +कुलद्वये +कुलद्वयेऽपि +कुलधनं +कुलधर्म +कुलधर्मं +कुलधर्मः +कुलधर्मतः +कुलधर्मा +कुलधर्माः +कुलधर्माश्च +कुलधर्मो +कुलधीतायो +कुलधीते +कुलनन्दन +कुलनन्दनः +कुलनन्दनम् +कुलनन्दिनि +कुलनामनी +कुलनायिका +कुलनारी +कुलनाशः +कुलनाशनः +कुलनाशनम् +कुलनाशिनी +कुलनाशो +कुलन्तु +कुलपति +कुलपतिं +कुलपतिः +कुलपतिना +कुलपतेः +कुलपरम्परया +कुलपरम्परागत +कुलपर्वता +कुलपर्वताः +कुलपर्वतान् +कुलपर्व्वताः +कुलपा +कुलपांसन +कुलपांसनः +कुलपांसनम् +कुलपांसनाः +कुलपांसनि +कुलपालिका +कुलपावनः +कुलपुत्र +कुलपुत्रः +कुलपुत्रकः +कुलपुत्रस्य +कुलपुत्रा +कुलपुत्राः +कुलपुत्रात्र +कुलपुत्रास्य +कुलपुत्रेण +कुलपुत्रो +कुलपुत्रौ +कुलपुरोहितः +कुलप्रतिष्ठा +कुलप्रतिष्ठां +कुलभूभृताम् +कुलमद्य +कुलमपि +कुलममलिनं +कुलमस्य +कुलमात्मानमेव +कुलमात्सर्यं +कुलमाशु +कुलमिच्छन्ति +कुलमिति +कुलमित्रं +कुलमिदं +कुलमिव +कुलमुत्तमम् +कुलमुद्द्योतयिष्यति +कुलमुद्धरति +कुलमुद्धरते +कुलमुद्धरेत् +कुलमुद्धृत्य +कुलमें +कुलमेकं +कुलमेकोत्तरं +कुलमेव +कुलम् +कुलयोः +कुलयोषितः +कुलयोषिताम् +कुलराजधानी +कुलराजधानीम् +कुलराजधान्याः +कुलरिपुणा +कुलरूपा +कुलवंशो +कुलवती +कुलवधू +कुलवधूः +कुलवधूभिः +कुलवधूरिव +कुलवर्द्धनः +कुलवर्धन +कुलवर्धनः +कुलवर्धनम् +कुलवारी +कुलवारे +कुलविद्या +कुलविनाशः +कुलविवादेषु +कुलवृद्धः +कुलव्याधिः +कुलव्रतम् +कुलशतं +कुलशिखरिणो +कुलशुल्कं +कुलशेखर +कुलशेखरः +कुलशेखरवर्मा +कुलसंभवः +कुलसन्ततिम् +कुलसुन्दरि +कुलसुन्दरी +कुलस्त्रिय +कुलस्त्रियं +कुलस्त्रियः +कुलस्त्रियां +कुलस्त्री +कुलस्त्रीणां +कुलस्य +कुलस्याधयः +कुलस्यान्नं +कुलस्यापि +कुलस्यार्थे +कुलस्यास्य +कुलस्येति +कुलहतक +कुला +कुलां +कुलांगना +कुलाः +कुलाकुल +कुलाकुलः +कुलाकुलमुदाहृतम् +कुलाकुलम् +कुलाकुले +कुलाख्ये +कुलाख्यौ +कुलागमे +कुलाङ्गना +कुलाङ्गनाः +कुलाङ्गनानां +कुलाचल +कुलाचलः +कुलाचला +कुलाचलाः +कुलाचलाख्याः +कुलाचार +कुलाचारं +कुलाचारः +कुलाचारे +कुलात् +कुलात्खः +कुलादिधर्माणामुपक्षेपं +कुलाद्रयः +कुलाधम +कुलाधमः +कुलाधमाः +कुलाना +कुलानां +कुलानामयुतं +कुलानि +कुलानुरूपं +कुलान् +कुलान्ते +कुलान्यकुलतां +कुलान्यटति +कुलान्यल्पधनान्यपि +कुलान्याशु +कुलान्युद्धरते +कुलान्येव +कुलान्वये +कुलान्वितः +कुलाय +कुलायं +कुलायः +कुलायमभिसंवसाना +कुलायमिव +कुलायम् +कुलायिनं +कुलायिनमिति +कुलायिनी +कुलायिनीं +कुलायिनꣳ +कुलायी +कुलाये +कुलायो +कुलार्णवतन्त्रम् +कुलार्णवतन्त्रे +कुलार्णवे +कुलार्णवेऽपि +कुलार्थं +कुलाल +कुलालं +कुलालः +कुलालम्बी +कुलालवत् +कुलालश्च +कुलालस्य +कुलालाः +कुलालादयः +कुलालादयो +कुलालादि +कुलालादिः +कुलालादिभ्यो +कुलालादिषु +कुलालादीनां +कुलालादेः +कुलालानां +कुलालिकाम्नाये +कुलाली +कुलाले +कुलालेति +कुलालेन +कुलालेभ्यः +कुलालो +कुलालोऽपि +कुलाल्या +कुलि +कुलिः +कुलिक +कुलिकं +कुलिकः +कुलिकश्चैव +कुलिका +कुलिको +कुलिङ्ग +कुलिङ्गः +कुलिङ्गाक्षी +कुलिङ्गो +कुलिजाल्लुक्खौ +कुलिन्दाः +कुलिश +कुलिशं +कुलिशः +कुलिशक्षतानाम् +कुलिशभृता +कुलिशम् +कुलिशस्य +कुलिशायुधः +कुलिशी +कुलिशे +कुलिशेन +कुलिशेना +कुलिशेनेव +कुलिशो +कुली +कुलीन +कुलीनं +कुलीनः +कुलीनता +कुलीनत्वं +कुलीनश्च +कुलीनस्य +कुलीना +कुलीनां +कुलीनांश्च +कुलीनाः +कुलीनानां +कुलीनान् +कुलीनाय +कुलीनाश्च +कुलीने +कुलीनेन +कुलीनो +कुलीनोऽपि +कुलीपयः +कुलीपयान् +कुलीर +कुलीरं +कुलीरः +कुलीरक +कुलीरकः +कुलीरकोऽपि +कुलीरशृङ्गी 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+कुव +कुवः +कुवत +कुवति +कुवते +कुवन् +कुवन्ति +कुवर्णं +कुवल +कुवलं +कुवलम् +कुवलय +कुवलयं +कुवलयदलश्यामा +कुवलयदलश्रेणी +कुवलयदृशः +कुवलयदृशां +कुवलयदृशो +कुवलयनयने +कुवलयमाला +कुवलयम् +कुवलयरजोगन्धिभिर्गन्धवत्या +कुवलयस्य +कुवलया +कुवलयानन्द +कुवलयानन्दः +कुवलयानन्दकृता +कुवलयानन्दे +कुवलयानन्दो +कुवलयानि +कुवलयापीडं +कुवलयापीडः +कुवलयापीडो +कुवलयावली +कुवलयाश्व +कुवलयाश्वं +कुवलयाश्वः +कुवलयाश्वचरितम् +कुवलयाश्वस्य +कुवलये +कुवलयेक्षणा +कुवलयैः +कुवलाश्व +कुवलाश्वं +कुवलाश्वः +कुवलाश्वस्य +कुवलाश्वेन +कुवलाश्वो +कुवली +कुवलेशयः +कुवा +कुवि +कुवित् +कुवित्स +कुवित्सस्य +कुवित्सु +कुवित्सोमस्यापामिति +कुविदङ्ग +कुविदङ्गेति +कुविदा +कुविदिति +कुविद् +कुविद्यः +कुविद्योगादनिघातः +कुविद्वनाति +कुविन्द +कुविन्दं +कुविन्दः +कुविन्दकः +कुविन्दस्य +कुविन्दादिः +कुविन्दानां +कुविन्नो +कुविवाहैः +कुवींत +कुवीत +कुवृत्तं +कुवृत्तः +कुवृत्तपादान्तरितानि +कुवे +कुवेगे +कुवेदेन्दु +कुवेम्पु +कुवेर +कुवेरं +कुवेरः +कुवेरश्च +कुवेरस्य +कुवेराक्षी +कुवेराय +कुवेरे +कुवेरो +कुवै +कुवैत +कुवैत् +कुवैद्ये +कुव्यवाये +कुश +कुशं +कुशः +कुशकण्टकान् +कुशकाशं +कुशकाशम् +कुशकाशाः +कुशकूर्चेन +कुशगोत्रं +कुशचीरपरिक्षिप्तं +कुशचीरे +कुशण्डिकां +कुशतरुणं +कुशतरुणकैः +कुशतरुणे +कुशतिलोदकैः +कुशद्वीप +कुशद्वीपं +कुशद्वीपः +कुशद्वीपस्थे +कुशद्वीपस्य +कुशद्वीपे +कुशद्वीपेन +कुशद्वीपो +कुशध्वज +कुशध्वजं +कुशध्वजः +कुशध्वजम् +कुशध्वजसुता +कुशध्वजसुते +कुशध्वजस्तस्य +कुशध्वजस्य +कुशध्वजो +कुशनाभ +कुशनाभं +कुशनाभः +कुशनाभश्च +कुशनाभस्तु +कुशनाभस्य +कुशनाभो +कुशपाणिः +कुशपुत्रा +कुशब्दः +कुशब्दस्य +कुशब्दे +कुशब्देन +कुशमयं +कुशमये +कुशमिति +कुशमुष्टिं +कुशमुष्टिः +कुशमूलं +कुशमूलकम् +कुशमूलेन +कुशमेव +कुशम् +कुशरा +कुशरीरः +कुशल +कुशलं +कुशलः +कुशलतया +कुशलता +कुशलतां +कुशलतापूर्वकं +कुशलद्वारतया +कुशलधर्मसंग्राहकं +कुशलपक्षे +कुशलप्रश्न +कुशलप्रश्नं +कुशलप्रश्नः +कुशलप्रश्ने +कुशलभावः +कुशलमकुशलं +कुशलमब्रवीत् +कुशलमव्ययम् +कुशलमिति +कुशलमुलान्यवरोपयेयम् +कुशलमूलं +कुशलमूलम् +कुशलमूलानां +कुशलमूलानि +कुशलमूले +कुशलमूलेन +कुशलमूलैः +कुशलमेव +कुशलम् +कुशलवयोः +कुशलवसुता +कुशलवाभ्यां +कुशलवौ +कुशलश्च +कुशलस्तथा +कुशलस्य +कुशलस्यास्ति +कुशला +कुशलां +कुशलाः +कुशलाकुशलं +कुशलाकुशलानां +कुशलाकुशलानि +कुशलाकुशलाश्च +कुशलादि +कुशलानां +कुशलानाम् +कुशलानि +कुशलानुशिष्टः +कुशलान् +कुशलान्न +कुशलाय +कुशलाश्च +कुशलासमुदाचारश्च +कुशलास्तु +कुशलास्ते +कुशलि +कुशलिनं +कुशलिनः +कुशलिनमभिज्ञानदानाद्विदित्वा +कुशलिना +कुशलिनी +कुशलिनीं +कुशलिनो +कुशलिनौ +कुशली +कुशले +कुशलेन +कुशलेषु +कुशलेहि +कुशलै +कुशलैः +कुशलैरनुमातृभिः +कुशलैरपि +कुशलैरिह +कुशलैर्धर्मैः +कुशलो +कुशलोऽपि +कुशलोऽस्मि +कुशलोऽस्य +कुशलौ +कुशल्यसि +कुशवारि +कुशवारिणा +कुशविष्टरे +कुशशयने +कुशश्च +कुशश्चैव +कुशसंस्तरे +कुशस्तम्बं +कुशस्तम्बः +कुशस्तम्बे +कुशस्तम्बो +कुशस्थलं +कुशस्थली +कुशस्थलीं +कुशस्थलीति +कुशस्थलीम् +कुशस्थल्या +कुशस्थल्यां +कुशस्थाने +कुशस्य +कुशस्यापि +कुशहस्तः +कुशहस्तेन +कुशा +कुशां +कुशांभसा +कुशांश्च +कुशांस्तथा +कुशाः +कुशाग्र +कुशाग्रं +कुशाग्रमिव +कुशाग्राच्छः +कुशाग्राणि +कुशाग्रीयमतिः +कुशाग्रीया +कुशाग्रेण +कुशाग्रेणापि +कुशाङ्कुरादानपरिक्षताङ्गुलिः +कुशाज्जज्ञे +कुशात् +कुशानपि +कुशानां +कुशानादाय +कुशानाम् +कुशानास्तीर्य +कुशानास्तीर्य्य +कुशान् +कुशान्सव्येन +कुशाभावे +कुशाम्बेन +कुशाम्भसा +कुशाय +कुशावती +कुशावतीं +कुशावत्यां +कुशावर्तं +कुशावर्ते +कुशावर्त्ते +कुशाविधानम् +कुशाश्च +कुशाश्वः +कुशासनं +कुशासनम् +कुशासने +कुशास्तरे +कुशास्तस्य +कुशास्तीर्णे +कुशि +कुशिक +कुशिकं +कुशिकः +कुशिकनन्दनः +कुशिकपुत्रेण +कुशिकश्चैव +कुशिकस्तु +कुशिकस्य +कुशिका +कुशिकाः +कुशिकात्मज +कुशिकात्मजः +कुशिकात्मजाय +कुशिकात्मजे +कुशिकानां +कुशिकासः +कुशिकासो +कुशिके +कुशिको +कुशिनगरी +कुशिनगर्यां +कुशि॒कासो॑ +कुशी +कुशीनगरमण्डलम् +कुशीलः +कुशीलव +कुशीलवः +कुशीलवा +कुशीलवाः +कुशीलवानां +कुशीलवान् +कुशीलवैः +कुशीलवो +कुशीलवोऽवकीर्णी +कुशीलवौ +कुशीला +कुशूलः +कुशूलधान्यक +कुशूलधान्यको +कुशे +कुशेध्माहरणाय +कुशेन +कुशेनैव +कुशेभ्य +कुशेशय +कुशेशयं +कुशेशयः +कुशेशयमयीं +कुशेशयम् +कुशेशयैः +कुशेशयो +कुशेषु +कुशेष्वेव +कुशै +कुशैः +कुशैरिव +कुशैर्वा +कुशैश्च +कुशैस्तु +कुशो +कुशोदकं +कुशोदकम् +कुशोदका +कुशोदके +कुशोदकेन +कुशोदकैः +कुशोपरि +कुशौ +कुश् +कुश्च +कुश्रुतं +कुश्रेः +कुष +कुषः +कुषन् +कुषळं +कुषाण +कुषि +कुषिताः +कुषित्वा +कुषिरजोः +कुषिरञ्जोः +कुषीतक +कुषीतकः +कुषुभ +कुषुम्भकः +कुषो +कुष् +कुष्ट +कुष्टं +कुष्टगीविधानसभाक्षेत्रम् +कुष्टी +कुष्ठ +कुष्ठं +कुष्ठः +कुष्ठगन्धि +कुष्ठगुल्मोदरापहम् +कुष्ठघ्नं +कुष्ठघ्नी +कुष्ठचिकित्सिते +कुष्ठजित् +कुष्ठञ्च +कुष्ठनाशके +कुष्ठनाशनः +कुष्ठनाशनम् +कुष्ठनिदानम् +कुष्ठन्तु +कुष्ठभेदे +कुष्ठमपि +कुष्ठमवन्वत +कुष्ठमष्टादशविधं +कुष्ठमेला +कुष्ठमेव +कुष्ठम् +कुष्ठयोगः +कुष्ठरोगं +कुष्ठरोगः +कुष्ठरोगस्य +कुष्ठरोगाधिकारः +कुष्ठरोगी +कुष्ठरोगे +कुष्ठरोगेण +कुष्ठलक्षणमग्रजम् +कुष्ठलम् +कुष्ठवातास्रकफकण्डूविषापहः +कुष्ठवान् +कुष्ठव्याधिः +कुष्ठशब्दे +कुष्ठसंयुक्तं +कुष्ठसैन्धवयोः +कुष्ठस्य +कुष्ठहरः +कुष्ठहा +कुष्ठा +कुष्ठाः +कुष्ठात् +कुष्ठादौ +कुष्ठाधिकारे +कुष्ठानां +कुष्ठानि +कुष्ठान्यर्शांसि +कुष्ठारिः +कुष्ठाश्वगन्धे +कुष्ठिका +कुष्ठिकाः +कुष्ठितम् +कुष्ठित्वं +कुष्ठिनं +कुष्ठिनः +कुष्ठिनम् +कुष्ठिनश्च +कुष्ठिनां +कुष्ठिनो +कुष्ठी +कुष्ठे +कुष्ठेन +कुष्ठेषु +कुष्ठैः +कुष्ठैककर्माणः +कुष्ठैकसम्भवं +कुष्ठो +कुष्ठोक्तं +कुष्ठो॑ +कुष्ठौ +कुष्ठौषधम् +कुष्ठौषधे +कुष्ठौषधौ +कुष्ठ्यतिपातकी +कुष्ण +कुष्णमुरारी +कुष्णाति +कुष्माण्ड +कुष्माण्डं +कुष्माण्डः +कुष्माण्डम् +कुष्माण्डस्य +कुष्माण्डा +कुष्माण्डानां +कुष्माण्डी +कुष्माण्डे +कुष्माण्डो +कुष्यति +कुष्यते +कुस +कुसरं +कुसरितो +कुसल +कुसलं +कुसलो +कुसि +कुसितायी +कुसिदायी +कुसी +कुसीद +कुसीदं +कुसीदः +कुसीदञ्च +कुसीदम् +कुसीदवृद्धिर्द्वैगुण्यं +कुसीदस्य +कुसीदिकः +कुसीदिकी +कुसीदी +कुसीदो +कुसु +कुसुम +कुसुमं +कुसुमः +कुसुमकन्दरराष्ट्रियोद्यानम् +कुसुमकन्दरस्य +कुसुमजन्म +कुसुमधनुषो +कुसुमधन्वनः +कुसुमधन्वने +कुसुमपुरं +कुसुमपुरम् +कुसुमपुरे +कुसुमप्रसाधनं +कुसुमप्रसूतिसमये +कुसुमबाणान् +कुसुमबाणेन +कुसुममपि +कुसुममालेव +कुसुममिति +कुसुममिव +कुसुममृदूनि +कुसुममेव +कुसुमम् +कुसुमरसेन +कुसुमलावी +कुसुमविचित्रा +कुसुमवृष्टयः +कुसुमशयनं +कुसुमशयने +कुसुमशर +कुसुमशरत्वं +कुसुमशरस्य +कुसुमशरेण +कुसुमसदृशं +कुसुमसनाथे +कुसुमस्तबकस्येव +कुसुमस्तेयसाध्वसात् +कुसुमस्य +कुसुमस्रजः +कुसुमा +कुसुमांजलिम् +कुसुमाकरः +कुसुमाकरे +कुसुमाकरो +कुसुमागमे +कुसुमाञ्जनम् +कुसुमाञ्जलि +कुसुमाञ्जलिः +कुसुमाञ्जलिम् +कुसुमाञ्जलौ +कुसुमादपि +कुसुमादि +कुसुमादिभिः +कुसुमाना +कुसुमानां +कुसुमानाम् +कुसुमानि +कुसुमानीव +कुसुमान्यपि +कुसुमान्यशोकः +कुसुमान्येव +कुसुमायुध +कुसुमायुधः +कुसुमायुधपत्नि +कुसुमायुधम् +कुसुमायुधस्य +कुसुमायुधेन +कुसुमायुधो +कुसुमायोजितकार्मुको +कुसुमावचयं +कुसुमावली +कुसुमास्तरणे +कुसुमित +कुसुमितं +कुसुमितः +कुसुमितलता +कुसुमितलतावेल्लिता +कुसुमिता +कुसुमितां +कुसुमिताः +कुसुमिते +कुसुमितैः +कुसुमितो +कुसुमे +कुसुमेति +कुसुमेन +कुसुमेषु +कुसुमेषुः +कुसुमेषुणा +कुसुमेषोः +कुसुमेहिं +कुसुमै +कुसुमैः +कुसुमैकपात्रे +कुसुमैरपि +कुसुमैरिव +कुसुमैर्लतेव +कुसुमैश्च +कुसुमैस्तथा +कुसुमो +कुसुमोत्करैः +कुसुमोत्तरम् +कुसुम्भ +कुसुम्भं +कुसुम्भः +कुसुम्भम् +कुसुम्भवान् +कुसुम्भशाकेन +कुसुम्भस्य +कुसुम्भे +कुसुम्भेन +कुसुरुबिन्ददशरात्रः +कुसुरुबिन्दस्य +कुसूल +कुसूलं +कुसूलः +कुसूलकूपकुम्भशालं +कुसूलबिलम् +कुसूले +कुसूलेन +कुसूलेनेति +कुसृतिः +कुसृत्या +कुसेरुम्भोमेदेताः +कुसौहृदम् +कुस् +कुस्त +कुस्तुम्बरी +कुस्तुम्बरीपर्णम् +कुस्तुम्बुरु +कुस्तुम्बुरुः +कुस्तुम्बुरूणि +कुस्ते +कुस्त्रियः +कुस्त्री +कुस्म +कुस्मयते +कुस्यति +कुह +कुहः +कुहक +कुहकं +कुहकः +कुहकवचसां +कुहकविद्यया +कुहका +कुहकाः +कुहके +कुहकेन +कुहको +कुहचन +कुहचित् +कुहचिदपि +कुहचिद् +कुहचिद्विदे +कुहना +कुहनामस्करी +कुहयते +कुहर +कुहरं +कुहरः +कुहरम् +कुहरिणि +कुहरे +कुहरेषु +कुहा +कुहाभिपित्वं +कुही +कुहु +कुहुः +कुहू +कुहूं +कुहूः +कुहूमहं +कुहूरात्रिषु +कुहूरिति +कुहूर् +कुहूर्देवानाममृतस्य +कुहूर्मता +कुहूश्च +कुहूश्चैव +कुहूस्तथा +कुहेति +कुहोश्चु +कुहोश्चुः +कुहोषतुः +कुह्वा +कुह्वां +कुह्वै +कुह॑ +कुह॒ +कु॑च॒रो +कु॑मार॒ +कु॑रु +कु॑रुते +कु॑रूदा॒रांश्च॒ +कु॑र्वीत +कु॒क्षा +कु॒क्षिः +कु॒क्षी +कु॒मा॒रः +कु॒मा॒रम् +कु॒म्भी +कु॒ल्या +कु॒वित् +कु॒वित्सोम॒स्यापा॒मिति॑ +कु॒विद॒ङ्ग +कु॒विन्नो॑ +कू +कूं +कूः +कूक +कूकुदः +कूच +कूचवार +कूचि +कूचित् +कूचिपुडी +कूची +कूज +कूजता +कूजतां +कूजति +कूजतीति +कूजत् +कूजद् +कूजद्भिः +कूजन +कूजनं +कूजनम् +कूजने +कूजन् +कूजन्तं +कूजन्ति +कूजन्ती +कूजश्च +कूजित +कूजितं +कूजितम् +कूजितानि +कूजितेन +कूजितै +कूजितैः +कूजेच्च +कूट +कूटं +कूटः +कूटकं +कूटकः +कूटकम् +कूटकारकः +कूटकृत् +कूटकृत्साक्षिणस्तथा +कूटकृन्नाणकस्य +कूटकोष्ठं +कूटकोष्ठादि +कूटकोष्ठादिसर्वाङ्गं +कूटकोष्ठौ +कूटगल्पर्वतः +कूटजः +कूटता +कूटतानाः +कूटत्रयं +कूटधर्मेषु +कूटनीति +कूटपाकलः +कूटपूरी +कूटमस्त्रियाम् +कूटमिव +कूटमुच्चार्य +कूटमुद्गरपाणयः +कूटमेव +कूटम् +कूटयति +कूटयुद्धं +कूटयोधिनः +कूटयोधी +कूटरूपं +कूटविस्तरम् +कूटविस्तारं +कूटविस्तृतम् +कूटव्यासं +कूटशब्दः +कूटशब्दनिर्दिष्टमायाध्यक्षत्वं +कूटशब्दश्च +कूटशब्दस्य +कूटशाला +कूटशाल्मलिः +कूटशाल्मलीम् +कूटश्च +कूटसाक्षिणः +कूटसाक्षिणां +कूटसाक्षिणो +कूटसाक्षी +कूटसाक्ष्यं +कूटस्थ +कूटस्थं +कूटस्थः +कूटस्थतया +कूटस्थतयेति +कूटस्थत्वं +कूटस्थदीप +कूटस्थनित्य +कूटस्थनित्यं +कूटस्थनित्यः +कूटस्थनित्यता +कूटस्थनित्यत्वं +कूटस्थनित्यस्य +कूटस्थनित्या +कूटस्थनित्येषु +कूटस्थनित्यो +कूटस्थमचलं +कूटस्थमिति +कूटस्थम् +कूटस्थश्चेतनो +कूटस्थस्य +कूटस्थस्यापि +कूटस्था +कूटस्थे +कूटस्थेति +कूटस्थेन +कूटस्थो +कूटस्थोऽक्षर +कूटस्थोऽस्मीति +कूटस्य +कूटस्वर्णव्यवहारी +कूटा +कूटाः +कूटाकारं +कूटाक्षदेविनः +कूटाक्षोपधिदेविनः +कूटागार +कूटागारं +कूटागारः +कूटागारशालायाम् +कूटागारस्य +कूटागाराणि +कूटागारे +कूटागारेषु +कूटागारैः +कूटागारो +कूटानां +कूटानि +कूटाश्च +कूटियाट्टं +कूटियाट्टम् +कूटे +कूटेन +कूटेषु +कूटैः +कूटैरायुधैर्हन्याद्युध्यमानो +कूटैश्च +कूटो +कूटोऽस्त्री +कूट् +कूड +कूडलसङ्गमः +कूडलसङ्गमम् +कूडली +कूडियाट्टं +कूडियाट्टम् +कूड्लिगीविधानसभाक्षेत्रम् +कूण +कूणति +कूणयति +कूणि +कूणिः +कूणितं +कूद +कूदीं +कूदीप्रान्तानि +कूद्या +कूप +कूपं +कूपः +कूपक +कूपकः +कूपके +कूपको +कूपकौ +कूपखननं +कूपखाः +कूपजले +कूपतः +कूपत् +कूपनाम +कूपनामसु +कूपमण्डूक +कूपमण्डूकः +कूपमध्ये +कूपमासाद्य +कूपम् +कूपर +कूपवापीषु +कूपश्च +कूपसमीपे +कूपस्थं +कूपस्य +कूपा +कूपांश्च +कूपाः +कूपाकारं +कूपात् +कूपादन्धं +कूपादीनां +कूपादौ +कूपाद् +कूपाद्धरेद्भिन्द्याच्च +कूपानां +कूपानि +कूपान् +कूपान्तः +कूपाश्च +कूपिका +कूपिकां +कूपिकाम् +कूपिकायां +कूपी +कूपीं +कूपीषु +कूपे +कूपेति +कूपेन +कूपेषु +कूपो +कूपोदकं +कूपोऽपि +कूपोऽयमिति +कूपौ +कूप्यः +कूप्या +कूप्यां +कूप्याः +कूप्याभ्यः +कूप्याय +कूप्रत्ययः +कूबरं +कूबरः +कूबरम् +कूबरस्तु +कूबरे +कूबरेण +कूम +कूयते +कूर +कूरं +कूरः +कूरा +कूरे +कूरो +कूर्च +कूर्चं +कूर्चः +कूर्चके +कूर्चकेन +कूर्चबीजं +कूर्चमाज्यस्थालीं +कूर्चम् +कूर्चशिरांसि +कूर्चस्य +कूर्चा +कूर्चाः +कूर्चानां +कूर्चानि +कूर्चान् +कूर्चाभ्यां +कूर्चिका +कूर्ची +कूर्चे +कूर्चेन +कूर्चेनादाय +कूर्चेषु +कूर्चो +कूर्चौ +कूर्च्च +कूर्च्चं +कूर्च्चः +कूर्च्चिका +कूर्च्चे +कूर्दकः +कूर्दको +कूर्दति +कूर्दते +कूर्दन +कूर्दनं +कूर्दनकला +कूर्दनक्रीडा +कूर्दनक्रीडाः +कूर्दनम् +कूर्दनस्य +कूर्दने +कूर्दन्ति +कूर्दित्वा +कूर्पः +कूर्परं +कूर्परः +कूर्परस्य +कूर्परादधः +कूर्पराभ्यां +कूर्परे +कूर्परेण +कूर्परो +कूर्परौ +कूर्पासकं +कूर्म +कूर्मं +कूर्मः +कूर्मकं +कूर्मकम् +कूर्मनाड्यां +कूर्मपुराणम् +कूर्मपुराणे +कूर्मपुराणेऽपि +कूर्मपृष्ठं +कूर्मपृष्ठसदृशी +कूर्मपृष्ठे +कूर्ममांसं +कूर्ममुपदधाति +कूर्ममूर्तये +कूर्मम् +कूर्मराज +कूर्मराजः +कूर्मरूपं +कूर्मरूपाय +कूर्मरूपी +कूर्मरूपेण +कूर्मवच्चतुरः +कूर्मवत् +कूर्मविभागशब्दे +कूर्मविभागे +कूर्मशरीरे +कूर्मशिला +कूर्मशिलां +कूर्मश्च +कूर्मसंस्थाना +कूर्मस्य +कूर्मस्येव +कूर्मा +कूर्माः +कूर्माकारं +कूर्माकारा +कूर्माकृतिं +कूर्माख्यप्राणस्येति +कूर्माणां +कूर्माय +कूर्मावतारः +कूर्मासनं +कूर्मासनम् +कूर्मासने +कूर्मी +कूर्मे +कूर्मेण +कूर्मो +कूर्मोन्नतौ +कूर्मोपरि +कूर्मोऽङ्गानीव +कूर्मोऽथ +कूर्म्म +कूर्म्मं +कूर्म्मः +कूर्म्मपुराणम् +कूर्म्मपुराणे +कूर्म्मरूपी +कूर्म्मविभागे +कूर्म्मश्च +कूर्म्मस्य +कूर्म्माय +कूर्म्मे +कूर्म्मो +कूल +कूलं +कूलंकषा +कूलः +कूलङ्कषा +कूलचराः +कूलति +कूलमुद्रुजाः +कूलमुद्वहः +कूलम् +कूलसूदस्थलकर्षाः +कूलस्य +कूला +कूलात् +कूलानि +कूलुम्ब +कूले +कूलेषु +कूल्बजमावृता +कूल्यया +कूल्या +कूल्याः +कूल्याय +कूवागम +कूश्माण्डं +कूश्मान् +कूष्मांडं +कूष्मांडा +कूष्माण्ड +कूष्माण्डं +कूष्माण्डः +कूष्माण्डकं +कूष्माण्डकस्य +कूष्माण्डखण्डानि +कूष्माण्डम् +कूष्माण्डरसः +कूष्माण्डस्य +कूष्माण्डा +कूष्माण्डानां +कूष्माण्डाश्च +कूष्माण्डी +कूष्माण्डो +कूष्माण्ड्यः +कूऽचित् +कूऽचि॑त् +कृ +कृंतति +कृक +कृकं +कृकण +कृकणपर्णाद्भारद्वाजे +कृकदाश्वम् +कृकमि +कृकमिकंसकुम्भपात्रकुशाकर्णीष्वनव्ययस्य +कृकर +कृकरः +कृकरस्य +कृकरो +कृकल +कृकलः +कृकलाशः +कृकलास +कृकलासं +कृकलासः +कृकलासस्य +कृकलासा +कृकलासे +कृकलासो +कृकलो +कृकवाकु +कृकवाकुः +कृकाटिका +कृकाटिकायां +कृकाटिके +कृकालिकया +कृकी +कृके +कृखा +कृगः +कृगो +कृग्योगे +कृग्रोरुच्च +कृचा +कृच् +कृच्छ +कृच्छं +कृच्छा +कृच्छात् +कृच्छू +कृच्छूः +कृच्छूत्रयं +कृच्छे +कृच्छेण +कृच्छेषु +कृच्छ् +कृच्छ्र +कृच्छ्रं +कृच्छ्रः +कृच्छ्रगतं +कृच्छ्रगता +कृच्छ्रगतोऽपि +कृच्छ्रगहनयोः +कृच्छ्रचांद्रायणादीनि +कृच्छ्रचान्द्रायणं +कृच्छ्रचान्द्रायणादि +कृच्छ्रचान्द्रायणादिना +कृच्छ्रचान्द्रायणादिभिः +कृच्छ्रचान्द्रायणादीनि +कृच्छ्रजीवने +कृच्छ्रतः +कृच्छ्रतमं +कृच्छ्रतमा +कृच्छ्रतरं +कृच्छ्रता +कृच्छ्रतां +कृच्छ्रत्रयं +कृच्छ्रपादः +कृच्छ्रप्राप्तः +कृच्छ्रमतिकृच्छ्रं +कृच्छ्रमाचरेत् +कृच्छ्रमिति +कृच्छ्रमूत्रपुरीषत्वमानाहं +कृच्छ्रमेकं +कृच्छ्रमेव +कृच्छ्रम् +कृच्छ्रव्रतानि +कृच्छ्रसंकटसंबाधप्राप्तः +कृच्छ्रसाध्यं +कृच्छ्रसाध्यः +कृच्छ्रसाध्यतमं +कृच्छ्रसाध्यतमो +कृच्छ्रसाध्यताम् +कृच्छ्रसाध्या +कृच्छ्रसाध्याः +कृच्छ्रसाध्यानि +कृच्छ्रसाध्यो +कृच्छ्रसाध्योऽसाध्यो +कृच्छ्रस्य +कृच्छ्रा +कृच्छ्रां +कृच्छ्राकृच्छ्रार्थेषु +कृच्छ्राच् +कृच्छ्राच्च +कृच्छ्राणां +कृच्छ्राणि +कृच्छ्रातिकृच्छ्रं +कृच्छ्रातिकृच्छ्रः +कृच्छ्रातिकृच्छ्रम् +कृच्छ्रातिकृच्छ्रौ +कृच्छ्रात् +कृच्छ्रादगमयदद्रिसुतासमागमोत्कः +कृच्छ्रादपि +कृच्छ्रादि +कृच्छ्रादिकं +कृच्छ्रादिव +कृच्छ्रादीनां +कृच्छ्राद् +कृच्छ्राद्विपच्यते +कृच्छ्रान् +कृच्छ्रान्मुक्तः +कृच्छ्रान्मूत्रं +कृच्छ्रायते +कृच्छ्रार्थे +कृच्छ्राल्पमूत्रता +कृच्छ्राश्च +कृच्छ्रास्वापत्सु +कृच्छ्री +कृच्छ्रे +कृच्छ्रेण +कृच्छ्रेणापि +कृच्छ्रेणैव +कृच्छ्रेश्रितः +कृच्छ्रेषु +कृच्छ्रेष्वपि +कृच्छ्रेऽपि +कृच्छ्रैः +कृच्छ्रैर्व्यपोहति +कृच्छ्रो +कृच्छ्रोत्सृष्टाः +कृच्छ्रोऽयं +कृञ +कृञः +कृञश्च +कृञादिभ्यः +कृञादीनां +कृञि +कृञो +कृञोऽनुप्रयोगस्य +कृञ् +कृञ्चानुप्रयुज्यत +कृञ्चानुप्रयुज्यते +कृञ्ज +कृञ्जः +कृञ्जो +कृञ्ञः +कृञ्ञो +कृड +कृण +कृणत्ति +कृणवं +कृणवः +कृणवज्जातवेदाः +कृणवते +कृणवत् +कृणवद् +कृणवन् +कृणवन्त +कृणवसे +कृणवाम +कृणवामा +कृणवावहै +कृणवै +कृणवो +कृणाति +कृणीते +कृणु +कृणुत +कृणुतं +कृणुतः +कृणुतम् +कृणुता +कृणुतां +कृणुतात् +कृणुताम् +कृणुते +कृणुतेति +कृणुते॒ +कृणुतो +कृणुथ +कृणुथः +कृणुध्वं +कृणुध्वं॒ +कृणुध्वमायसीरधृष्टा +कृणुध्वम् +कृणुध्वꣳ +कृणुषे +कृणुष्व +कृणुहि +कृणुहि॒ +कृणुही +कृणुह्यध्वरं +कृणुह्यध्व॒रं +कृणु॒ते +कृणु॒ष्व +कृणु॒हि +कृणोत +कृणोतन +कृणोति +कृणोति॒ +कृणोतु +कृणोतु॒ +कृणोत्वयं +कृणोत्व् +कृणोत॒ +कृणोमि +कृणोमि॒ +कृणोमीति +कृणोषि +कृण्म +कृण्मः +कृण्मसि +कृण्महे +कृण्मो +कृण्वत +कृण्वतः +कृण्वती +कृण्वते +कृण्वत॒ +कृण्वन् +कृण्वन्त +कृण्वन्तं +कृण्वन्तः +कृण्वन्ति +कृण्वन्तु +कृण्वन्तु॒ +कृण्वन्तूत +कृण्वन्तो +कृण्वन्नकेतव +कृण्वन्नकेतवे +कृण्वन्नस्मे +कृण्वन्निति +कृण्वन्न् +कृण्वभितो +कृण्वाथामिह +कृण्वान +कृण्वानः +कृण्वाना +कृण्वानाः +कृण्वानासः +कृण्वाने +कृण्वानो +कृण्वा॒ना +कृण्वीत +कृण्वे +कृण्वोषधे +कृण्व॒तः +कृण्व॒ती +कृत +कृतँ +कृतं +कृतंकृतं +कृतंजयाय +कृतः +कृतक +कृतकं +कृतकः +कृतकटः +कृतकतनयः +कृतकत्व +कृतकत्वं +कृतकत्वमनित्यत्वे +कृतकत्वमिति +कृतकत्वमुपाधिः +कृतकत्वम् +कृतकत्वम्‌ +कृतकत्वस्य +कृतकत्वात् +कृतकत्वादिति +कृतकत्वादित्यत्र +कृतकत्वाद् +कृतकत्वे +कृतकत्वेन +कृतकम् +कृतकरणीयः +कृतकरपुट +कृतकरपुटः +कृतकरपुटो +कृतकर्णिकम् +कृतकर्मणः +कृतकर्मणां +कृतकर्मणाम् +कृतकर्मणि +कृतकर्मणे +कृतकर्मप्रमाणकालवेतनफलनिष्पत्तिभिः +कृतकर्मा +कृतकर्माणं +कृतकर्म्मा +कृतकल्पो +कृतकश्च +कृतकस्य +कृतका +कृतकाः +कृतकानां +कृतकामौ +कृतकारितानुमोदिता +कृतकार्य +कृतकार्यं +कृतकार्यः +कृतकार्यस्य +कृतकार्या +कृतकार्यो +कृतकालं +कृतकिल्बिषः +कृतकृत्य +कृतकृत्यं +कृतकृत्यः +कृतकृत्यतया +कृतकृत्यता +कृतकृत्यतां +कृतकृत्यताम् +कृतकृत्यतेति +कृतकृत्यत्वं +कृतकृत्यत्वात् +कृतकृत्यममन्यत +कृतकृत्यमिवात्मानं +कृतकृत्यवत् +कृतकृत्यवान् +कृतकृत्यश्च +कृतकृत्यस्ततो +कृतकृत्यस्तदा +कृतकृत्यस्तु +कृतकृत्यस्त्वं +कृतकृत्यस्य +कृतकृत्या +कृतकृत्याः +कृतकृत्यान् +कृतकृत्याश्च +कृतकृत्यास्ते +कृतकृत्ये +कृतकृत्येन +कृतकृत्यो +कृतकृत्योसि +कृतकृत्योस्मि +कृतकृत्योऽपि +कृतकृत्योऽभवत्तदा +कृतकृत्योऽसि +कृतकृत्योऽस्मि +कृतकृत्योऽहं +कृतकृत्यौ +कृतके +कृतकेति +कृतकेन +कृतकेनामृतस्तस्य 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+कृतबुद्धिं +कृतबुद्धिः +कृतबुद्धित्वात् +कृतबुद्धिना +कृतबुद्धिषु +कृतब्रह्मा +कृतभक्तकृत्यः +कृतभाण्डकानि +कृतभूरिपरिश्रमः +कृतभोगापवर्गाः +कृतभोजनः +कृतम +कृतमंगलः +कृतमकृतं +कृतमङ्गलः +कृतमङ्गला +कृतमङ्गलाः +कृतमण्डले +कृतमत +कृतमतः +कृतमतिं +कृतमतिः +कृतमतिरपि +कृतमतो +कृतमत्र +कृतमनया +कृतमनुमतं +कृतमनेन +कृतमनेनेति +कृतमन्यथा +कृतमन्यो +कृतमपि +कृतमपूर्वेण +कृतमप्यकृतं +कृतमप्रतिमं +कृतमबुद्धिना +कृतमयोग्यसम्पादनं +कृतमर्धवैशसं +कृतमलम् +कृतमशरणं +कृतमश्रद्धया +कृतमस्ति +कृतमस्तीति +कृतमस्माभिः +कृतमस्य +कृतमहो +कृतमाचष्टे +कृतमातिथ्यं +कृतमातिथ्यम् +कृतमात्रे +कृतमात्रेण +कृतमाल +कृतमालः +कृतमालकः +कृतमालस्य +कृतमाला +कृतमालां +कृतमासीत् +कृतमि +कृतमिति +कृतमित्यत +कृतमित्यनेन +कृतमित्यर्थः +कृतमित्यादि +कृतमित्यादिनिरूपणनामा +कृतमित्यादौ +कृतमित्याह +कृतमित्युपासते +कृतमित्येव +कृतमिदं +कृतमिनयौ +कृतमिनियौ +कृतमिव +कृतमिह +कृतमीदृशम् +कृतमुखः +कृतमुच्यते +कृतमुद्यापनं +कृतमुपकारं +कृतमुपकृतं +कृतमूलः +कृतमृणं +कृतमेकादशीव्रतम् +कृतमेकेन +कृतमेतत् +कृतमेतन्मया +कृतमेनः +कृतमेनो 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+कृतवानसौ +कृतवानस्ति +कृतवानस्मि +कृतवानहम् +कृतवानासीत् +कृतवानिति +कृतवानित्यत +कृतवानित्यपेक्षायां +कृतवानित्यपेक्षायामाह +कृतवानित्यर्थः +कृतवानित्याह +कृतवान् +कृतवान्कर्म +कृतवान्न +कृतवान्नृपः +कृतवान्पुरा +कृतवान्प्रभुः +कृतवान्मम +कृतवान्यानि +कृतवान्राजा +कृतवान्वै +कृतवान्स +कृतवापनो +कृतवापो +कृतविद्यः +कृतविद्यश्च +कृतविद्यानां +कृतविद्याश्च +कृतविद्योऽसि +कृतविद्यौ +कृतविभक्तिव्यत्ययं +कृतविवाहा +कृतविवाहे +कृतविस्मयां +कृतवीर्य +कृतवीर्यः +कृतवीर्यजः +कृतवीर्यस्य +कृतवीर्यात्मजो +कृतवीर्यो +कृतवृद्धिश्राद्धः +कृतवेतनः +कृतवेदिनां +कृतवेदी +कृतवेधनं +कृतवेधना +कृतवेशे +कृतवैरं +कृतवैरः +कृतवैरश्च +कृतवैराः +कृतवैराश्च +कृतवैरो +कृतवैरौ +कृतव्यधनि +कृतव्याख्यानम् +कृतव्यावृत्तयः +कृतव्रणः +कृतव्रणम् +कृतव्रणौ +कृतव्रतः +कृतव्रतो +कृतशब्दस्य +कृतशब्देन +कृतशब्दो +कृतशोभि +कृतशौचं +कृतशौचः +कृतशौचे +कृतशौचो +कृतश्च +कृतश्चापि +कृतश्चेत् +कृतश्चैव +कृतश्रमः +कृतश्रमम् +कृतश्रमा +कृतश्रमाः +कृतश्रमो +कृतसंकल्पा +कृतसंकल्पो +कृतसंकेतः +कृतसंज्ञान् +कृतसंन्यासानां +कृतसंप्रसारणस्यैतद्रूपम् +कृतसंयमः +कृतसंयमस्य +कृतसंयमो +कृतसंविदम् +कृतसंस्कारः +कृतसंस्कारे +कृतसङ्कल्पः +कृतसङ्केतः +कृतसत्कारा +कृतसन्तानः +कृतसमासान्तः +कृतसम्प्रसारणस्य +कृतसर्वकर्मसंन्यासस्य +कृतसौहृदाः +कृतस् +कृतस्तं +कृतस्ततः +कृतस्तत्र +कृतस्तथा +कृतस्तथापि +कृतस्तदा +कृतस्तया +कृतस्तव +कृतस्तस्मिन् +कृतस्तस्य +कृतस्ताभ्यां +कृतस्तु +कृतस्तुतिः +कृतस्ते +कृतस्तेन +कृतस्त्वया +कृतस्थला +कृतस्थली +कृतस्थितिः +कृतस्थितेः +कृतस्नानं +कृतस्नानः +कृतस्नानजपः +कृतस्नाना +कृतस्नानो +कृतस्मरः +कृतस्मरम् +कृतस्मितः +कृतस्य +कृतस्यापि +कृतस्याविपक्वस्य +कृतस्यास्य +कृतस्येति +कृतस्यैनसोऽवयजनमसि +कृतस्वस्त्ययनं +कृतस्वस्त्ययनः +कृतस्वस्त्ययना +कृतस्वस्त्ययनाः +कृतस्वस्त्ययनो +कृतहस्त +कृतहस्तः +कृतहस्तवत् +कृतहस्तेन +कृतहानाकृताभ्यागमप्रसङ्गात् +कृतह् +कृता +कृतां +कृतांजलि +कृतांजलिः +कृतांजलिपुटं +कृतांजलिपुटः +कृतांजलिपुटा +कृतांजलिपुटाः +कृतांजलिपुटो +कृतांजलिम् +कृतांजलिरभाषत +कृतांजली +कृतांत +कृतांतस्य +कृताः +कृताकृत +कृताकृतं +कृताकृतः +कृताकृतप्रसङ्गि +कृताकृतम् +कृताकृतस्य 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+कृत्स्नकर्मकृच्च +कृत्स्नकर्मकृत् +कृत्स्नकर्मकृदिति +कृत्स्नक्रतुसंयोगो +कृत्स्नता +कृत्स्नतायै +कृत्स्नदेहचरो +कृत्स्नधर्म +कृत्स्नप्रसक्तिः +कृत्स्नप्रसक्तिर्निरवयवत्वशब्दकोपो +कृत्स्नमंशं +कृत्स्नमधर्मोऽभिभवत्युत +कृत्स्नमध्यात्मं +कृत्स्नमन्नं +कृत्स्नमपि +कृत्स्नमवशं +कृत्स्नमादाय +कृत्स्नमिति +कृत्स्नमिदं +कृत्स्नमेकांशेन +कृत्स्नमेव +कृत्स्नम् +कृत्स्नवत् +कृत्स्नवदेकस्मिन् +कृत्स्नवदेकस्मिन्कार्ये +कृत्स्नवन्निगमः +कृत्स्नवन्निगमा +कृत्स्नवित् +कृत्स्नविन्न +कृत्स्नशः +कृत्स्नशब्दः +कृत्स्नशो +कृत्स्नश्च +कृत्स्नस्य +कृत्स्नस्यापि +कृत्स्नस्येत्यनेनअहं +कृत्स्नस्यैवान्नाद्यस्यावरुद्ध्यै +कृत्स्ना +कृत्स्नां +कृत्स्नाः +कृत्स्नानि +कृत्स्नान् +कृत्स्नापि +कृत्स्नाम् +कृत्स्नायतया +कृत्स्नाया +कृत्स्नायां +कृत्स्नायाः +कृत्स्ने +कृत्स्नेन +कृत्स्नेयं +कृत्स्नो +कृत्स्नोऽधिगन्तव्यः +कृत्स्नोऽपि +कृत्स्र +कृत्स्रं +कृत्स्रः +कृत्स्रस्य +कृत्स्रा +कृत्स्वरः +कृत्स्वरनिवृत्त्यर्थम् +कृत्स्वरापवादः +कृत्स्वरेण +कृत्स्वरो +कृतꣳ +कृथ +कृथः +कृथा +कृथाः +कृथास्त्वं +कृदतिङ् +कृदन्त +कृदन्तं +कृदन्तः +कृदन्तकृत्य +कृदन्तत्वात् +कृदन्तप्रकरणम् +कृदन्तप्रकरणे +कृदन्तप्रकृतिस्वरत्वं +कृदन्तम् +कृदन्तस्य +कृदन्ताः +कृदन्तात् +कृदन्ते +कृदन्तेन +कृदन्तेषु +कृदभिहितस्य +कृदभिहितो +कृदरं +कृदरः +कृदरम् +कृदरादयश्च +कृदि +कृदिकारा +कृदिकारात् +कृदिकारादक्तिन +कृदिकारादक्तिनः +कृदिकारादिति +कृदिकारान्तत्वात् +कृदिति +कृदि्भः +कृदुत्तरपद +कृदुत्तरपदप्रकृतिस्वरः +कृदुत्तरपदप्रकृतिस्वरत्वं +कृदुत्तरपदप्रकृतिस्वरत्वम् +कृदुत्तरपदप्रकृतिस्वरत्वे +कृदुत्तरपदप्रकृतिस्वरत्वेन +कृदुत्तरपदप्रकृतिस्वरे +कृदुत्तरपदप्रकृतिस्वरेण +कृदुत्तरपदप्रकृतिस्वरेणान्तोदात्तः +कृदुत्तरपदस्वरः +कृदुत्तरस्वरः +कृद् +कृद्ग्रहणं +कृद्ग्रहणे +कृद्धः +कृद्भिः +कृद्यो +कृद्योग +कृद्योगलक्षणया +कृद्योगलक्षणा +कृद्योगलक्षणायाः +कृद्योगा +कृद्योगात्कर्मणि +कृद्योगे +कृधातोः +कृधि +कृधि॒ +कृधी +कृधीति +कृधीत्य् +कृधीन्द्रायेन्दो +कृधु +कृधूमदिभ्यः +कृध्य् +कृध्वं +कृध्विति +कृन +कृना +कृन् +कृन्त +कृन्तति +कृन्तती +कृन्ततीति +कृन्तते +कृन्ततेः +कृन्ततेर्वा +कृन्तत्रं +कृन्तनं +कृन्तनम् +कृन्तन् +कृन्तन्ति +कृन्तसि +कृन्तामि +कृन्नद्या +कृन्मेजन्त +कृन्मेजन्तः +कृन्वा +कृप +कृपं +कृपः +कृपण +कृपणं +कृपणः +कृपणता +कृपणतां +कृपणत्वं +कृपणन्त +कृपणबुद्धयः +कृपणम् +कृपणया +कृपणस्य +कृपणा +कृपणां +कृपणाः +कृपणानां +कृपणानुसारि +कृपणान् +कृपणामिमाम् +कृपणाय +कृपणाश्च +कृपणे +कृपणेन +कृपणेषु +कृपणैः +कृपणो +कृपणोऽपि +कृपणौ +कृपते +कृपन्त +कृपमाणम् +कृपम् +कृपयति +कृपया +कृपयान्वितः +कृपयापि +कृपयाविष्टः +कृपयाविष्टमश्रुपूर्णाकुलेक्षणम् +कृपयाविष्टम् +कृपयाविष्टो +कृपयाऽपि +कृपयाऽहं +कृपयेति +कृपयेव +कृपयैव +कृपलाणी +कृपविशेषणं +कृपश्च +कृपश्चैव +कृपस्तथा +कृपस्य +कृपा +कृपाँ +कृपां +कृपांबुधे +कृपाकटाक्षभाजनम् +कृपाकटाक्षेण +कृपाकर +कृपाकरं +कृपाकरः +कृपाकरम् +कृपाकुलः +कृपाचार्यः +कृपाण +कृपाणं +कृपाणः +कृपाणम् +कृपाणलेखा +कृपाणलेखासु +कृपाणवत् +कृपाणस्य +कृपाणिका +कृपाणी +कृपाणे +कृपाणेन +कृपाणो +कृपाण्या +कृपातः +कृपातरङ्गपातात् +कृपात्मन् +कृपादृष्टि +कृपादृष्टिं +कृपादृष्ट्या +कृपादृष्ट्यावलोकयेत् +कृपानाथ +कृपानाथं +कृपानिधान +कृपानिधाना +कृपानिधि +कृपानिधिः +कृपानिधिम् +कृपानिधे 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+कृमिकोशोत्थम् +कृमिघ्नं +कृमिघ्नः +कृमिघ्ना +कृमिघ्नानि +कृमिघ्नो +कृमिजं +कृमिजा +कृमिजित् +कृमिजे +कृमिणा +कृमिदन्तकः +कृमिदन्तकम् +कृमिदष्टं +कृमिदोषतः +कृमिनाशनम् +कृमिभक्षितम् +कृमिभक्षे +कृमिभक्ष्ये +कृमिभिः +कृमिभूतः +कृमिभेदे +कृमिभैषज्यम् +कृमिभोजनः +कृमिभोजने +कृमिभ्य +कृमिभ्यः +कृमिभ्यो +कृमिम् +कृमियोनिं +कृमियोनौ +कृमिरिव +कृमिरोगाधिकारः +कृमिरोगे +कृमिर्भवति +कृमिर्भवेत् +कृमिर्भूत्वा +कृमिलं +कृमिला +कृमिलोदरः +कृमिशेन +कृमिषु +कृमिहरं +कृमिहृद्रो +कृमी +कृमीणां +कृमीनपि +कृमीन् +कृमृदृरुहिभ्यः +कृमृदृरुहिभ्यश्छन्दसि +कृमेः +कृमेरपि +कृमेर् +कृमौ +कृय +कृयं +कृया +कृरु +कृर्वन्ति +कृला +कृल्लुक् +कृव +कृवा +कृवापाजि +कृवापाजिमिस्वदिसाध्यशूभ्य +कृवि +कृवृषोः +कृश +कृशं +कृशः +कृशतनु +कृशतनुः +कृशतरं +कृशतरी +कृशता +कृशतां +कृशताऽरुचिः +कृशत्वं +कृशत्वञ्च +कृशत्वम् +कृशत्वे +कृशत्वेन +कृशधनः +कृशनं +कृशनः +कृशनम् +कृशनेभिः +कृशनेभिरश्वं +कृशमपि +कृशम् +कृशरं +कृशरः +कृशरम् +कृशरा +कृशरां +कृशरान्नं +कृशरैः +कृशलिङ्गेन +कृशवृत्तयः +कृशशरीराणि +कृशश्च +कृशस्तथा +कृशस्य 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+कृष्णधनञ्जयौ +कृष्णधातुक +कृष्णधातुके +कृष्णधान्यानि +कृष्णनगर +कृष्णनगरस्य +कृष्णनगरे +कृष्णनन्दनः +कृष्णनरायण +कृष्णनरायणः +कृष्णनरायणम् +कृष्णनरायणे +कृष्णनाम +कृष्णनामता +कृष्णनामप्रकरणम् +कृष्णनामा +कृष्णनामानि +कृष्णनामैव +कृष्णनाम्ना +कृष्णनारदसम्भाषणम् +कृष्णनारायण +कृष्णनारायणं +कृष्णनारायणः +कृष्णनारायणनाम्ना +कृष्णनारायणप्रभुः +कृष्णनारायणप्रभो +कृष्णनारायणस्तत्र +कृष्णनारायणस्य +कृष्णनारायणस्वामिन् +कृष्णनारायणात्मकम् +कृष्णनारायणाय +कृष्णनारायणी +कृष्णनारायणे +कृष्णनारायणेच्छया +कृष्णनारायणेति +कृष्णनारायणेन +कृष्णनारायणो +कृष्णनारायणोऽपि +कृष्णनारायणोऽस्ति +कृष्णनिम्बपत्रम् +कृष्णन् +कृष्णन्वर्यः +कृष्णपक्ष +कृष्णपक्षं +कृष्णपक्षः +कृष्णपक्षके +कृष्णपक्षचतुर्दश्यां +कृष्णपक्षमें +कृष्णपक्षस्तु +कृष्णपक्षस्त्वहस्तेषां +कृष्णपक्षस्य +कृष्णपक्षादौ +कृष्णपक्षाष्टमी +कृष्णपक्षे +कृष्णपक्षेण +कृष्णपक्षेषु +कृष्णपक्षेऽपि +कृष्णपक्षेऽष्टमी +कृष्णपक्षो +कृष्णपक्षोऽयनद्वयम् +कृष्णपञ्चम्यां +कृष्णपण्डितः +कृष्णपतिव्रता +कृष्णपत्नी +कृष्णपत्न्यः +कृष्णपत्न्यो +कृष्णपदं 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+केन्द्रसाहित्य +केन्द्रस्थः +केन्द्रस्था +केन्द्रस्थाः +केन्द्रस्थानं +केन्द्रस्थानम् +केन्द्रस्थाने +केन्द्रस्थिता +केन्द्रस्थिते +केन्द्रस्थे +केन्द्रस्य +केन्द्रा +केन्द्रांश +केन्द्रांशाः +केन्द्राणि +केन्द्रात् +केन्द्रात्‌ +केन्द्राद् +केन्द्रान्तर +केन्द्रान्तरं +केन्द्रान्तरे +केन्द्रापडामण्डलम् +केन्द्रितं +केन्द्रिय +केन्द्रियौषधानुसन्धानसंस्थानम् +केन्द्रीकरणम् +केन्द्रीकृत्य +केन्द्रीय +केन्द्रीयगुणाः +केन्द्रीयतंत्रिकातन्त्रस्य +केन्द्रीयमन्त्री +केन्द्रीयम् +केन्द्रीयविश्वविद्यालयः +केन्द्रीयविश्वविद्यालयाः +केन्द्रीयहिन्द +केन्द्रीयहिन्द् +केन्द्रे +केन्द्रेण +केन्द्रेषु +केन्द्रों +केन्प्रत्ययः +केन्य +केन्यप्रत्ययः +केन्या +केन्‍टकी +केन्‍सास +केन॑ +केन॒ +केप +केपयः +केपि +केपृ +केप्लर् +केप॑यः +केबल +केबलं +केभ्य +केभ्यः +केभ्यश्चन +केभ्यश्चित् +केभ्यो +केम +केमद्रुम +केमद्रुमः +केमद्रुमे +केमद्रुमो +केमल् +केमिकल् +केमिकल्स् +केमिस्ट्री +केमुकेतरत् +केम् +केम्पे +केम्पेगोव्डा +केम्बुकं +केम्बुकात् +केम्ब्रिज् +केम्ब्रिड्ज् +केय +केयं +केयः +केयमत्र +केयमाकाङ्क्षा +केयमिति +केयम् +केयर +केयूर +केयूरं +केयूरक +केयूरकं +केयूरकः +केयूरकेण +केयूरमङ्गदं +केयूरमुद्रा +केयूरवान् +केयूराणि +केयूरी +केयूरे +केयूरैः +केर +केरं +केरल +केरलं +केरलः +केरलकान्तानां +केरलदेश +केरलदेशे +केरलमारुतस्य +केरलम् +केरलराज्यम् +केरलराज्यसम्बद्धाः +केरलराज्यस्य +केरलराज्ये +केरलविश्वविद्यालयः +केरलश्चैव +केरलसर्वकलाशालातः +केरलस्य +केरला +केरलाः +केरलाश्चैव +केरली +केरलीय +केरलीयः +केरले +केरलेषु +केरलोदयः +केरळ +केरळम् +केरळराज्यम् +केरळराज्यस्य +केरळराज्ये +केरळस्य +केरळीय +केरळीयः +केरळे +केरळेषु +केरवृक्षः +केरिग्नोला +केरिबियन +केरी +केरे +केरो +केरोलस् +केरोलैना +केल +केलं +केलः +केलके +केलति +केलयः +केलयो +केलर +केलर् +केलवं +केला +केलि +केलिं +केलिः +केलिकला +केलिकिलः +केलिक्रमः +केलिना +केलिपरे +केलिप्रसङ्गे +केलिफोर्नियम् +केलिफोर्निया +केलिभिः +केलिभेदैः +केलिमर +केलिमर् +केलिवनं +केलिवने +केलिषु +केलिसदने +केली +केलीति +केलीनां +केलीभुवः +केलीमुक्तोऽथ +केलीरहस्यम् +केलीवनीयमपि +केलीशुका +केलीषु +केलुचरण +केलृ +केले +केलें +केलौ +केल् +केल्या +केल्विन् +केळगे +केळदि +केळदिराज्यं +केळदिराज्यस्य +केव +केवढं +केवर +केवरं +केवल +केवलं +केवलः +केवलकर्मणां +केवलग्रहणं +केवलजीविकायै +केवलज्ञान +केवलज्ञानं +केवलज्ञाननिष्ठा +केवलज्ञानम् +केवलज्ञानशालिनः +केवलज्ञानिनः +केवलता +केवलतां +केवलतामसे +केवलत्वं +केवलत्वम् +केवलन्तु +केवलप्रीतिहेतुत्वात्तद्धर्म +केवलबोधमात्रम् +केवलभाज्ये +केवलम +केवलमत्यर्थं +केवलमत्र +केवलमनेन +केवलमपि +केवलमयं +केवलमसौ +केवलमस्य +केवलमहं +केवलमहमेव +केवलमहो +केवलमहोत्सवस्य +केवलमाकारतो +केवलमात्मनि +केवलमात्मा +केवलमात्मानं +केवलमात्मैव +केवलमानुषः +केवलमामक +केवलमिति +केवलमित्यादि +केवलमित्यादिना +केवलमिदं +केवलमियं +केवलमीश्वरार्थम् +केवलमीश्वरेच्छा +केवलमीश्वरेण +केवलमुक्तव्यवस्था +केवलमुत्पद्यते +केवलमुपदेशपरम्पराऽत्रोच्यते +केवलमेकं +केवलमेतदेव +केवलमेतावत् +केवलमेतावदेव +केवलमेव +केवलमेवं +केवलमेष +केवलम् +केवलम्‌ +केवलया +केवलयो +केवलयोः +केवलरूपतः +केवलवर्गमिलिते +केवलवातेषु +केवलव्यतिरेकि +केवलव्यतिरेकिणि +केवलव्यतिरेकिणो +केवलव्यतिरेकी +केवलव्यतिरेकीति +केवलशब्दः +केवलशब्दात्मको +केवलशब्देन +केवलशास्त्रज्ञः +केवलश्च +केवलश्चेति +केवलसमासः +केवलसूक्तम् +केवलस्तथा +केवलस्तु +केवलस्य +केवलस्यात्मनः +केवलस्यापि +केवलस्येति +केवलस्यैव +केवला +केवलां +केवलाः +केवलाघो +केवलाच्च +केवलात् +केवलात्मने +केवलादपि +केवलादिति +केवलादी +केवलादेव +केवलादेव् +केवलाद् +केवलानां +केवलानामपि +केवलानामेव +केवलानि +केवलानिली +केवलान् +केवलान्वयि +केवलान्वयितया +केवलान्वयित्वं +केवलान्वयित्वम् +केवलान्वयित्वात् +केवलान्वयित्वेन +केवलान्वयिनि +केवलान्वयिपक्षकः +केवलान्वयी +केवलान्वयीति +केवलाभ्यां +केवलाभ्याम् +केवलामुपासते +केवलाम् +केवलाय +केवलाया +केवलायां +केवलायाः +केवलायाश्च +केवलायाश्चेति +केवलाश्च +केवलिनः +केवलिनो +केवली +केवलीः +केवलीभवति +केवलीभावं +केवलीभावः +केवलीर्विशो +केवले +केवलेति +केवलेन +केवलेनात्मकार्येण +केवलेनाथ +केवलेनापि +केवलेनैव +केवलेभ्यः +केवलेषु +केवलेऽपि +केवलै +केवलैः +केवलैरिति +केवलैरिन्द्रियैरपि +केवलैरेव +केवलैव +केवलो +केवलोऽपि +केवलोऽहं +केवलोऽहम् +केवलौ +केवळ +केवळं +केवा +केवात्र +केवाली +केविका +केवित् +केवृ +केव॑लं +केव॑लं॒ +केव॑लः +केव॑लम् +केव॑ला +केश +केशं +केशः +केशकः +केशकलापः +केशकीटावपन्नं +केशकीटावपन्नञ्च +केशकीटे +केशकीटैश्च +केशग्रहं +केशग्रहे +केशग्राहं +केशचणः +केशटस्य +केशधारिणः +केशनखस्तूपे +केशपक्षस्य +केशपक्षे +केशपर्णी +केशपाश +केशपाशं +केशपाशः +केशपाशस्य +केशपाशा +केशपाशाः +केशपाशालिवृन्देन +केशपाशी +केशपाशे +केशपाशेन +केशपाशो +केशप्रसाधनं +केशप्रसाधनी +केशबन्धं +केशबन्धे +केशबन्धौ +केशभूमिः +केशमध्ये +केशमयः +केशम् +केशर +केशरं +केशरः +केशरञ्जनः +केशरञ्जनम् +केशरम् +केशरस्य +केशरा +केशराः +केशराचलाः +केशराजः +केशराजस्य +केशराजो +केशराणि +केशरिणं +केशरिणः +केशरी +केशरे +केशरेषु +केशरो +केशरोऽस्य +केशलोमानि +केशव +केशवं +केशवः +केशवदासः +केशवपदेन +केशवपनं +केशवपनीयः +केशवपनीयस्य +केशवपनीयोऽतिरात्रः +केशवपूजने +केशवप्रियः +केशवप्रियम् +केशवप्रीत्यै +केशवमित्रः +केशवम् +केशवर्जम् +केशवलाल +केशवश्च +केशवस्तथा +केशवस्तु +केशवस्य +केशवस्यापि +केशवस्वामिनः +केशवा +केशवाख्यो +केशवाग्रतः +केशवाज्ञया +केशवात् +केशवात्परः +केशवात्परम् +केशवादयः +केशवादि +केशवादिभिः +केशवादिषु +केशवादीनां +केशवादीनि +केशवादीन् +केशवादृते +केशवाद्या +केशवाद्याः +केशवाद्याश्च +केशवान् +केशवान्तिकम् +केशवापनम् +केशवापाय +केशवाय +केशवायतने +केशवाराधनं +केशवाराधने +केशवार्कः +केशवार्केण +केशवार्चने +केशवार्चा +केशवार्जुनयोः +केशवार्जुनौ +केशवार्पितमानसः +केशवालयम् +केशवालये +केशविन्यासः +केशवे +केशवेति +केशवेन +केशवो +केशवोपरि +केशवोऽपि +केशवोऽब्रवीत् +केशवोऽरिहा +केशशातो +केशशूलिन्यो +केशशैवलशाद्वलाम् +केशश्च +केशश्मश्रु +केशश्मश्रुनखादीनां +केशश्मश्रुनखानि +केशश्मश्रुरोमनखानि +केशश्मश्रुलोमनखानि +केशश्मश्रू +केशश्मश्रूणि +केशश्मश्रूण्यवतार्य +केशसंचयं +केशसंज्ञिताः +केशसमूहः +केशसमूहे +केशसीमन्तकृज्ज्वरः +केशस्थानीया +केशस्य +केशहन्त्री +केशहस्तः +केशहस्ते +केशा +केशांश्च +केशांस्तु +केशाः +केशाकर्षणविह्वलाम् +केशाकेशि +केशात् +केशादा +केशादि +केशादिपादवर्णनम् +केशादिषु +केशादीनां +केशादेः +केशादौ +केशाद्वोऽन्यतरस्याम् +केशाना +केशानां +केशानाम् +केशानिति +केशान् +केशान्त +केशान्तं +केशान्तः +केशान्तसंस्कारः +केशान्तादक्षिसूत्रान्तं +केशान्तिको +केशान्ते +केशान्तो +केशान्न +केशान्वपति +केशान्वापयित्वा +केशाम्बराश्रयाः +केशाय +केशाश्च +केशाश्वाभ्यां +केशास्तेषां +केशा॒ +केशि +केशिं +केशिकः +केशिका +केशिध्वज +केशिध्वजः +केशिध्वजो +केशिन +केशिनं +केशिनः +केशिनम् +केशिना +केशिनि +केशिनिषूदन +केशिनिषूदनेति +केशिनी +केशिनीं +केशिनीः +केशिनीमिदमब्रवीत् +केशिने +केशिनो +केशिनौ +केशिन् +केशिन्या +केशिन्यां +केशिन्युवाच +केशिभिः +केशिसूदनः +केशिसूदनम् +केशिहा +केशी +केशीदं +केशुर +केशुरिया +केशे +केशेति +केशेन +केशेभ्यः +केशेभ्यो +केशेशु +केशेषु +केशेष्वपि +केशेष्वाकृष्य +केशेष्विति +केशैः +केशैर् +केशैश्च +केशो +केशों +केशोण्डुकं +केशौ +केश्य +केश्यं +केश्यः +केश्यग्निं +केश्यत्वम् +केश्यस्त्वच्यः +केश्या +केश्यो +केष +केषा +केषां +केषांचन +केषांचि +केषांचित् +केषांचित्तु +केषांचिदपि +केषांचिदिति +केषांचिदिह +केषांचिदेव +केषांचिद् +केषांचिन्मतम् +केषांचिन्मते +केषांचिन्मतेन +केषाञ्चन +केषाञ्चि +केषाञ्चिच्च +केषाञ्चित् +केषाञ्चित्तु +केषाञ्चिदिति +केषाञ्चिदेव +केषाञ्चिद् +केषाञ्चिन्न +केषाञ्चिन्मतं +केषाञ्चिन्मतम् +केषाञ्चिन्मते +केषाञ्चिन्मतेन +केषामपि +केषामिव +केषाम् +केषु +केषुचन +केषुचित् +केषुचित्कोशेषु +केषुचित्पुस्तकेषु +केषुचिदपि +केषुचिदेव +केषुचिद् +केषुचिन्न +केष्वपि +केष्विति +केस +केसकर +केसटं +केसटः +केसटम् +केसटो +केसर +केसरं +केसरः +केसरम् +केसरवतेव +केसरवृक्षकः +केसरश्च +केसरस्य +केसरा +केसराः +केसराग्रेषु +केसराचलाः +केसराणां +केसराणि +केसरादिषु +केसरान् +केसरान्वितम् +केसरालमिति +केसरि +केसरिणं +केसरिणः +केसरिणा +केसरिणां +केसरिणामिव +केसरिणि +केसरिणी +केसरिणो +केसरिणोऽपि +केसरी +केसरीति +केसरीव +केसरे +केसरेण +केसरेभ्यो +केसरेषु +केसरैः +केसरो +केसरोऽस्त्रियाम् +केसा +केसां +केसे +केस्प +केह +केहि +केही +केहो +केऽण +केऽणः +केऽत्र +केऽन्ये +केऽपि +केऽपीत्यर्थः +केऽप्यन्ये +केऽप्याहुः +केऽप्येते +केऽमी +केा +केि +केिं +केिञ्च +केितु +केित् +केिदं +केिदो +केिमिति +केिम् +केिरात +केिल +केो +के॒तवः॑ +के॒तवे॑ +के॒तवो॒ +के॒तव॑ +के॒तव॑ः +के॒तुं +के॒तुः +के॒तुना॑ +के॒तुना॒ +के॒तुम् +के॒तुर्भुव॑नस्य॒ +के॒शिना॑ +के॒शिना॒ +के॒शी +के᳘न +कै +कैं +कैंकर्यं +कैंकर्ये +कैंटोनी +कैंप +कैंसर +कैः +कैक +कैकं +कैकय +कैकया +कैकयि +कैकयी +कैकयीं +कैकयीम् +कैकयीसुतः +कैकयो +कैकय्या +कैकसी +कैकसीं +कैकस्य +कैकस्याः +कैकेय +कैकेयं +कैकेयः +कैकेया +कैकेयाः +कैकेयि +कैकेयी +कैकेयीं +कैकेयीति +कैकेयीमिदमब्रवीत् +कैकेयीम् +कैकेयीशङ्कयेवाह +कैकेयो +कैकेय्यनुनयः +कैकेय्या +कैकेय्यां +कैकेय्याः +कैकेय्याभिप्रचोदितः +कैकेय्यास्तु +कैकेय्युपालम्भः +कैकेय्यै +कैङ्कर्य +कैट +कैटभ +कैटभं +कैटभः +कैटभजित् +कैटभद्विषः +कैटभश्चैव +कैटभस्य +कैटभारिः +कैटभारे +कैटभी +कैटभो +कैटरीना +कैटर्य्यः +कैडर्यः +कैत +कैतकं +कैतकैरिव +कैतव +कैतवं +कैतवम् +कैतवस्य +कैतवापह्नुतिः +कैतवायनयश्च +कैतवायनिः +कैतवे +कैतवेन +कैतव्य +कैथल +कैथलमण्डलम् +कैथी +कैथीलिपिः +कैद +कैदारं +कैदारकम् +कैदारा +कैदारिकम् +कैदार्यम् +कैन +कैनेय +कैनेयस्य +कैन्बेर्रा +कैप्टन +कैफ +कैबिनेट् +कैमर्थक्यान्नियमो +कैमर्थ्यं +कैमर्थ्याकाङ्क्षायां +कैमासः +कैमासस्य +कैमुतिकन्यायं +कैमुतिकन्यायेन +कैमुत्यन्यायेन +कैमुत्येन +कैमुत्येनार्थसंसिद्धिः +कैमूर +कैमूरमण्डलम् +कैम्ब्रिज +कैय +कैयट +कैयटः +कैयटमते +कैयटस्तु +कैयटस्य +कैयटादयः +कैयटे +कैयटेन +कैयटो +कैय्यटः +कैर +कैरपि +कैरळी +कैरव +कैरवं +कैरवः +कैरवम् +कैरवस्य +कैरवाणां +कैरवाणि +कैरविणी +कैरवी +कैरवे +कैरात +कैरातं +कैरातः +कैरातिका +कैराते +कैरातो +कैरिति +कैरिव +कैरेबीयहिन्दुस्थानी +कैरेबीयहिन्दुस्थानीभाषा +कैर् +कैर्न +कैर्नाम +कैर्मन्त्रैः +कैर्मया +कैर्लिङ्गैस्त्रीन्गुणानेतान् +कैर्वा +कैर्विस्तरेणोक्तस्यायं +कैल +कैलंडर +कैला +कैलाश +कैलाशनाथ +कैलास +कैलासं +कैलासः +कैलासकरवीरौ +कैलासगमनं +कैलासगमनः +कैलासगमनम् +कैलासगौरं +कैलासनाथ +कैलासनाथं +कैलासनाथः +कैलासनामा +कैलासनिलयं +कैलासपर्वतः +कैलासपर्वतम् +कैलासपर्वते +कैलासपर्व्वतः +कैलासमाययौ +कैलासमासाद्य +कैलासमिव +कैलासमेव +कैलासम् +कैलासयात्रायां +कैलासवासिनः +कैलासवासिने +कैलासवासी +कैलासशिखरं +कैलासशिखराकारं +कैलासशिखरावासी +कैलासशिखरासीनं +कैलासशिखरे +कैलासशिखरोपमम् +कैलासशिखरोपमैः +कैलासश्च +कैलाससंहिता +कैलाससंहितायां +कैलासस्तस्य +कैलासस्य +कैलासाख्यं +कैलासाख्ये +कैलासात् +कैलासाद् +कैलासीयति +कैलासे +कैलासो +कैलिफोर्निया +कैलेण्ड +कैलेण्डेन +कैल्शियम +कैल्शियमस्य +कैल्शियम् +कैव +कैवर्त +कैवर्तः +कैवर्ता +कैवर्ताः +कैवर्तानां +कैवर्ते +कैवर्तो +कैवर्त्त +कैवर्त्तः +कैवर्त्तमेदभिल्लाश्च +कैवर्त्ता +कैवर्त्तान् +कैवर्त्तिका +कैवर्त्ती +कैवर्त्तीमुस्तकम् +कैवर्त्तीमुस्तके +कैवर्त्तो +कैवलं +कैवल्य +कैवल्यं +कैवल्यज्ञानं +कैवल्यज्ञानम् +कैवल्यनिर्वाणश्रेयोनिःश्रेयसामृतम् +कैवल्यपदमिवानुभवन्तः +कैवल्यपदमिवानुभवन्ति +कैवल्यपादः +कैवल्यपादे +कैवल्यप्राग्भारं +कैवल्यप्राग्भारा +कैवल्यप्राप्तिः +कैवल्यभागीयैः +कैवल्यमश्नुते +कैवल्यमहोत्सवस्य +कैवल्यमाप्नोति +कैवल्यमिति +कैवल्यमिव +कैवल्यमेव +कैवल्यम् +कैवल्यस्य +कैवल्या +कैवल्याख्यं +कैवल्यापेक्षया +कैवल्याय +कैवल्यार्थं +कैवल्यार्थिनश्च +कैवल्याश्रमे +कैवल्ये +कैवल्येन +कैवल्योपनिषत् +कैवात्र +कैवास्था +कैश +कैशिक +कैशिकं +कैशिकः +कैशिकमध्यमः +कैशिकम् +कैशिकस्य +कैशिकी +कैशिकीं +कैशिकीवृत्तिः +कैशिके +कैशिक्यां +कैशिक्याख्यनिषादकः +कैशिक्यारभटी +कैशिनः +कैशोरं +कैशोरकं +कैशोरमापञ्चदशात् +कैशोरे +कैशोर्यः +कैशोर्यात्काप्यात् +कैश् +कैश्च +कैश्चन +कैश्चि +कैश्चिच्छ्रावकबोधौ +कैश्चित् +कैश्चित्तु +कैश्चित्प्रत्येकबोधौ +कैश्चित्प्रत्येकायां +कैश्चित्प्रव्रज्य +कैश्चित्सकृदागामिफलम् +कैश्चिदनागामिफलम् 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+कोकिलानां +कोकिलान् +कोकिलाम् +कोकिलालापा +कोकिलाश्च +कोकिले +कोकिलेन +कोकिलेनोक्तो +कोकिलैः +कोकिलैर्भृङ्गराजैश्च +कोकिलो +कोकीविरहशुष्मणाम् +कोकूयते +कोके +कोको +कोक्तं +कोक्ते +कोक्त्या +कोक्राझार +कोक्राझार् +कोक्लीया +कोख +कोख् +कोङ्क +कोङ्कण +कोङ्कणं +कोङ्कणः +कोङ्कणा +कोङ्कणी +कोङ्कणीभाषा +कोङ्कणे +कोङ्ग्रेस +कोङ्ग्रेसपक्षस्य +कोच +कोचः +कोचति +कोचबिहार +कोचबिहारमण्डलम् +कोचबिहार् +कोचरब +कोचि +कोची +कोचीन +कोचेरिल् +कोच् +कोच्चि +कोच्ची +कोजागरे +कोजेन्सा +कोज्य +कोज्या +कोज्याअ +कोज्याके +कोज्याग +कोज्यान +कोज्याप्र +कोज्यार +कोज्यावि +कोज्याश्र +कोझिकोडे +कोझीकोड +कोट +कोटं +कोटः +कोटकः +कोटचक्रं +कोटय +कोटयः +कोटयश्चैव +कोटयस्तिस्रः +कोटयस्तु +कोटया +कोटयो +कोटर +कोटरं +कोटरः +कोटरम् +कोटरयवान् +कोटरशायिभिर्मृतमिव +कोटरस्थेन +कोटरा +कोटराक्षाय +कोटराक्षी +कोटराणि +कोटरावणम् +कोटरी +कोटरे +कोटरेषु +कोटवी +कोटस् +कोटा +कोटामण्डलम् +कोटि +कोटिं +कोटिः +कोटिक +कोटिकंदर्पलीलाभं +कोटिकन्दर्पलावण्यं +कोटिकन्दर्पलावण्यः +कोटिकन्दर्पलीलाभं +कोटिकन्दर्पसुन्दरम् +कोटिकर्ण +कोटिकर्णः +कोटिकर्णान्तरं +कोटिकर्णो +कोटिकर्णौ +कोटिकलाः +कोटिकल्पं +कोटिका +कोटिकोटयः +कोटिकोटि +कोटिकोटिगुणं +कोटिकोटिगुणाधिकः +कोटिकोटिगुणाधिकम् +कोटिकोटिभिः +कोटिकोटिशः +कोटिकोटिशतानि +कोटिकोटिसहस्राणां +कोटिकोटिसहस्राणि +कोटिकोट्या +कोटिक्कुन्निल् +कोटिगुणं +कोटिगुणा +कोटिगुणितं +कोटिगुणिता +कोटिगुणो +कोटिगुणोत्तरम् +कोटिचन्द्रसमप्रभम् +कोटिचेन्नयौ +कोटिजं +कोटिजन्मकृतं +कोटिजन्मसु +कोटिजन्माघनाशनम् +कोटिजन्मार्जितं +कोटिजन्मार्जितात्पापान्मुच्यते +कोटिजन्मार्जितैः +कोटिजीवा +कोटिजीवे +कोटिज्य +कोटिज्यकाहते +कोटिज्यया +कोटिज्या +कोटिज्यां +कोटिज्याया +कोटिज्यायाः +कोटिज्ये +कोटिज्योना +कोटितीर्थं +कोटितीर्थफलं +कोटितीर्थमुपस्पृश्य +कोटितीर्थस्य +कोटितीर्थे +कोटित्रयं +कोटित्वं +कोटिदोरुत्क्रमज्ये +कोटिद्रव्यं +कोटिद्वयं +कोटिद्वयस्य +कोटिद्वये +कोटिधा +कोटिना +कोटिप्रदानस्य +कोटिप्रदानेन +कोटिप्रदो +कोटिफल +कोटिफलं +कोटिफलम् +कोटिफले +कोटिफलेन +कोटिभवोत्क्रमज्या +कोटिभागेन +कोटिभास्करा +कोटिभिः +कोटिभिर्गुण्या +कोटिभिर्दशभिर्वृतः +कोटिभिर्वृतः +कोटिभिश्च +कोटिभिस्तथा +कोटिभुजे +कोटिभुजौ +कोटिभ्यः +कोटिभ्यां +कोटिम् +कोटियज्ञफलं +कोटियोजनविस्तीर्णं +कोटियोजनविस्तीर्णा +कोटिरत्नानि +कोटिरायो +कोटिरिति +कोटिरुक्ता +कोटिरुच्यते +कोटिरुद्रसंहित +कोटिरुद्रसंहिता +कोटिरुद्रसंहितायां +कोटिरुप्यकाणि +कोटिरूपं +कोटिरूपम् +कोटिरूप्यकाणां +कोटिरूप्यकाणि +कोटिरेका +कोटिरेव +कोटिर्न +कोटिर्भवति +कोटिर्लभ्यते +कोटिलिप्ता +कोटिल्ये +कोटिव +कोटिवधेन +कोटिवर्षं +कोटिवर्षसहस्राणि +कोटिवर्षा +कोटिवर्षेभ्यः +कोटिविरहम् +कोटिवेधी +कोटिश +कोटिशः +कोटिशतं +कोटिशताधिकम् +कोटिशतानि +कोटिशतैरपि +कोटिशश्च +कोटिशश्चापि +कोटिशस्तत्र +कोटिशस्तथा +कोटिशस्ते +कोटिशिला +कोटिशो +कोटिशोऽपि +कोटिशोऽभवन् +कोटिश्च +कोटिश्चतुष्टयं +कोटिषु +कोटिष्वपि +कोटिसंख्यं +कोटिसंख्या +कोटिसहस्र +कोटिसहस्रशः +कोटिसहस्राणां +कोटिसहस्राणि +कोटिसहस्रेण +कोटिसूर्यप्रतीकाशं +कोटिसूर्यसमप्रभः +कोटिसूर्यसमप्रभम् +कोटिसूर्य्यसमप्रभः +कोटिसूर्य्यसमप्रभम् +कोटिस् +कोटिस्तदा +कोटिस्तु +कोटिस्त्रिज्या +कोटिस्वर्णं +कोटिहोमं +कोटिहोमः +कोटिहोमफलं +कोटिहोमे +कोटिहोमो +कोटी +कोटीः +कोटीकर्णः +कोटीकर्णो +कोटीनां +कोटीफलघ्नी +कोटीर्दश +कोटीशं +कोटीशतं +कोटीशतसहस्रं +कोटीशतसहस्राणि +कोटीश्वरं +कोटीश्वरी +कोटीश्वरो +कोटीसहस्राणि +कोटीस्तु +कोटुङ्ङल्लूर् +कोटे +कोटेः +कोटेरारभ्य +कोटेश्च +कोटो +कोटौ +कोट्ट +कोट्टं +कोट्टः +कोट्टम् +कोट्टयम् +कोट्टराज +कोट्टराजसहस्राणि +कोट्टवी +कोट्टायम +कोट्टायम् +कोट्टे +कोट्य +कोट्यंशेनापि +कोट्यः +कोट्यर्बुदानि +कोट्यर्बुदाब्जपत्नीनां +कोट्यर्बुदाब्जसंख्यकाः +कोट्यश्च +कोट्यस्तथा +कोट्यस्तु +कोट्या +कोट्यां +कोट्याः +कोट्यो +कोट्योः +कोट्योर्धकोटी +कोट्योश्च +कोट्योऽर्द्धकोटी +कोट्योऽर्धकोटिश्च +कोट्योऽर्धकोटी +कोट्यौ +कोठ +कोठं +कोठः +कोठानां +कोठारी +कोठी +कोठे +कोठो +कोठोन्नतिः +कोड +कोडं +कोडगु +कोडगुमण्डलम् +कोडगुमण्डलस्य +कोडगुमण्डले +कोडरमा +कोडर्मामण्डलम् +कोडव +कोड़ा +कोडा +कोडे +कोडैक्यानल् +कोड् +कोण +कोणं +कोणः +कोणके +कोणगते +कोणगाः +कोणगे +कोणचतुष्टयं +कोणचतुष्टये +कोणच्छाया +कोणज्या +कोणतः +कोणद्वयं +कोणभागेषु +कोणमें +कोणम् +कोणयोः +कोणवृत्ते +कोणशङ्कु +कोणशङ्कुः +कोणस्य +कोणा +कोणाः +कोणाग्रे +कोणाघातेषु +कोणात् +कोणात्कोणं +कोणानां +कोणानि +कोणान् +कोणाभ्यां +कोणार्क +कोणार्कमन्दिरम् +कोणार्कस्य +कोणार्क् +कोणालक +कोणाश्च +कोणी +कोणे +कोणेन +कोणेषु +कोणैः +कोणो +कोणोंमें +कोणौ +कोण्ग्रस् +कोण्टभिक्षू +कोण्डदेवः +कोत +कोत्र +कोथ +कोथः +कोदंडं +कोदण्ड +कोदण्डं +कोदण्डः +कोदण्डखण्डं +कोदण्डड्डत्ध् +कोदण्डस्य +कोदण्डे +कोदण्डेन +कोदण्डो +कोदारी +कोदूहलं +कोदूहलेण +कोदो +कोद्र +कोद्रव +कोद्रवं +कोद्रवः +कोद्रवा +कोद्रवाः +कोद्रवाणां +कोद्रवान् +कोद्रवो +कोन +कोना +कोनु +कोने +कोन्यः +कोन्यो +कोन्वर्थो +कोप +कोपं +कोपः +कोपकम्पितः +कोपकलुषः +कोपकलुषो +कोपकारणं +कोपकारणम् +कोपकारणात् +कोपको +कोपजः +कोपञ्च +कोपतः +कोपदृष्ट्या +कोपधः +कोपधप्रतिषेधे +कोपधाच्च +कोपधात् +कोपधादण् +कोपधायाः +कोपन +कोपनं +कोपनः +कोपनम् +कोपनया +कोपनयावधूतः +कोपनहागन +कोपना +कोपनीया +कोपनीयाः +कोपने +कोपनैः +कोपनो +कोपपदेन +कोपपरीतात्मा +कोपपावकः +कोपप्रस्फुरिताधरः +कोपमनिमित्तकोपने +कोपमप्रणतिरेव +कोपमा +कोपमाविशत् +कोपमाशङ्क्य +कोपमुपेत्य +कोपम् +कोपयति +कोपयत् +कोपयथ +कोपयन्ति +कोपयामास +कोपयुक्तं +कोपयुक्ता +कोपयुज्यते +कोपयेत् +कोपयेत्पित्तं +कोपरक्ताक्षी +कोपवती +कोपवशं +कोपवान् +कोपविपाटलद्युति +कोपव्याजेन +कोपशीले +कोपश्च +कोपसंयुतः +कोपसंयुताम् +कोपसंरक्तलोचनः +कोपसंवर्तितेक्षणः +कोपसमन्वितः +कोपसमाविष्टो +कोपस् +कोपस्तयाप्याश्रितः +कोपस्ते +कोपस्त्वया +कोपस्फुरिताधराभ्यः +कोपस्य +कोपा +कोपाग्निना +कोपाच्च +कोपाच्छशाप +कोपात् +कोपात्कोमललोलबाहुलतिकापाशेन +कोपात्तं +कोपादिति +कोपादुवाच +कोपाद् +कोपानलः +कोपान् +कोपाय +कोपाविष्टः +कोपाविष्टेन +कोपाविष्टो +कोपावेशेन +कोपि +कोपितं +कोपितः +कोपिता +कोपिताः +कोपिते +कोपितो +कोपिना +कोपी +कोपीत्यर्थः +कोपे +कोपेन +कोपेऽपि +कोपैः +कोपो +कोपोऽपि +कोपोऽयं +कोप्पळ +कोप्पळमण्डलम् +कोप्पळमण्डले +कोप्पळलोकसभाक्षेत्रम् +कोप्पळलोकसभाक्षेत्रे +कोप्पळविधानसभाक्षेत्रम् +कोप्यभूत् +कोप्यस्ति +कोफ +कोफव +कोब +कोबिद +कोम +कोमल +कोमलं +कोमलः +कोमलता +कोमलत्वं +कोमलत्वञ्च +कोमलम् +कोमलया +कोमलविटपानुकारिणौ +कोमला +कोमलां +कोमलांगी +कोमलाः +कोमलाङ्गं +कोमलाङ्गः +कोमलाङ्गि +कोमलाङ्गी +कोमलाङ्गीं +कोमलानि +कोमलाभ्यां +कोमलामन्त्रणे +कोमलाम् +कोमलाया +कोमले +कोमलेति +कोमलेन +कोमलै +कोमलैः +कोमलैस्तुलसीदलैः +कोमलो +कोमलौ +कोमल्या +कोमा +कोमोरोस +कोम् +कोम्या +कोय +कोयं +कोयम्बटूर +कोयम्बत्तूरु +कोयम्बत्तूरुमण्डलम् +कोयम्बत्तूर् +कोयल +कोयलो +कोयलों +कोयष्टि +कोयष्टिः +कोयष्टिक +कोया +कोयी +कोर +कोरक +कोरकं +कोरकः +कोरकम् +कोरका +कोरकाः +कोरकाणि +कोरकितः +कोरके +कोरकेण +कोरङ्गी +कोरटगेरे +कोरटगेरेविधानसभाक्षेत्रम् +कोरदूषः +कोरदूषकम् +कोरदूषकाः +कोरदूषाः +कोरबा +कोरमजनाङ्गः +कोरा +कोरापुटमण्डलम् +कोरि +कोरिते +कोरिया +कोरियालि +कोरियालिभाषा +कोरियोलिस् +कोरी +कोरीयामण्डलम् +कोरे +कोरोइड् +कोरोनरी +कोरोना +कोर्ट +कोर्टि +कोर्ट् +कोर्थः +कोर्परं +कोर्पोरेशन् +कोर्बामण्डलम् +कोर्ऽथः +कोल +कोलं +कोलः +कोलक +कोलकं +कोलकः +कोलकता +कोलकतानगरे +कोलकतायाः +कोलकत्ता +कोलकन्दः +कोलकम् +कोलकाता +कोलकातानगरे +कोलकातायां +कोलकातायाः +कोलकाताविश्वविद्यालयः +कोलति +कोलमज्जा +कोलमात्रः +कोलमिता +कोलमैन +कोलम् +कोलम्बस् +कोलम्बिया +कोलम्बो +कोलवल्ली +कोलशिम्बी +कोलस्य +कोला +कोलाः +कोलानां +कोलानि +कोलार +कोलारगोल्ड्फील्ड् +कोलारमण्डलम् +कोलारमण्डलस्य +कोलारमण्डले +कोलारलोकसभाक्षेत्रम् +कोलारलोकसभाक्षेत्रे +कोलासिब +कोलासिबमण्डलम् +कोलास्थि +कोलाहल +कोलाहलं +कोलाहलः +कोलाहलम् +कोलाहलस्य +कोलाहला +कोलाहले +कोलाहलेन +कोलाहलैः +कोलाहलो +कोलाहलोऽभवत् +कोलि +कोलिः +कोलितकन्यायो +कोलिवृक्षः +कोलिवृक्षे +कोलिसर्पाः +कोली +कोले +कोलेज् +कोलो +कोलोम्बिया +कोलोराडो +कोल् +कोल्कत्ता +कोल्मन् +कोल्लं +कोल्लम +कोल्लम् +कोल्लूरु +कोल्लेग्नो +कोल्हापुर +कोल्हापुरं +कोल्हापुरमण्डलम् +कोल्हापुरमण्डलस्य +कोल्हापुरम् +कोल्हापुरस्य +कोल्हापुरी +कोल्हापुरे +कोळम्बाब्दाः +कोळिकोडे +कोळिकोडेमण्डलम् +कोळिकोड् +कोळी +कोळ्ळेगाल +कोळ्ळेगालः +कोळ्ळेगालविधानसभाक्षेत्रम् +कोळ्ळेगालस्य +कोऴिक्कोट् +कोव +कोवलन् +कोवा +कोवि +कोविंद +कोविड् +कोविद +कोविदं +कोविदः +कोविदम् +कोविदा +कोविदाः +कोविदानां +कोविदार +कोविदारं +कोविदारः +कोविदारकषायेण +कोविदारवृक्षः +कोविदारवृक्षे +कोविदारश्च +कोविदारश्चमरिकः +कोविदारस्य +कोविदारांश्च +कोविदाराश्च +कोविदारे +कोविदारैः +कोविदारैश्च +कोविदेन +कोविदैः +कोविदो +कोविदौ +कोविन्द +कोविन्दः +कोश +कोशं +कोशं॑ +कोशं॒ +कोशः +कोशः॑ +कोशकार +कोशकारः +कोशकारकः +कोशकारकृमिर्यथा +कोशकारीं +कोशकारो +कोशकृत् +कोशकेन्द्रम् +कोशकोष्ठागाराणि +कोशक्षयं +कोशगते +कोशगृहं +कोशग्रन्थाः +कोशतः +कोशदण्ड +कोशदण्डजम् +कोशदण्डयोः +कोशदण्डाभ्यां +कोशदण्डौ +कोशपाठः +कोशपानं +कोशभूतं +कोशमात्रे +कोशमिव +कोशमूलो +कोशमेव +कोशम् +कोशयो +कोशयोः +कोशल +कोशलः +कोशला +कोशलां +कोशलाः +कोशलान् +कोशलायां +कोशलाश्च +कोशलाश्चैव +कोशलेन्द्रस्य +कोशलेषु +कोशलो +कोशवत् +कोशवान् +कोशश्च +कोशस्तु +कोशस्थं +कोशस्थाः +कोशस्थानम् +कोशस्य +कोशा +कोशांश्च +कोशाः +कोशागारे +कोशाच्च +कोशाड्ढञ् +कोशातकी +कोशातक्या +कोशातक्याः +कोशात् +कोशादन्यत्र +कोशादि +कोशाद् +कोशाधिकारी +कोशाध्यक्षः +कोशानां +कोशान् +कोशान्तरम् +कोशान्तरे +कोशाभावे +कोशाम्रः +कोशाश्च +कोशासः +कोशा॑सः +कोशिका +कोशिकाः +कोशिकाद्रव्ये +कोशिकानां +कोशिकाभिः +कोशिकायाः +कोशिकासु +कोशिश +कोशी +कोशीय +कोशे +कोशेन +कोशेषु +कोशे॑ +कोशे॒ +कोशैः +कोशो +कोशों +कोशोऽसि +कोशोऽस्त्री +कोश॑म् +कोष +कोषं +कोषः +कोषकार +कोषकारः +कोषके +कोषजं +कोषपानं +कोषमें +कोषश्च +कोषस्य +कोषस्याभ्यन्तरे +कोषा +कोषाः +कोषाणुकानि +कोषातकी +कोषात् +कोषाध्यक्षः +कोषाध्यक्षे +कोषान्तरम् +कोषि +कोषिता +कोषितुम् +कोषे +कोषेषु +कोषैः +कोषो +कोष्ट +कोष्टकं +कोष्टकम् +कोष्टकशिर्षकम् +कोष्टकस्य +कोष्टकान्तर्विषयः +कोष्टा +कोष्ठ +कोष्ठं +कोष्ठः +कोष्ठक +कोष्ठकं +कोष्ठकः +कोष्ठकम् +कोष्ठका +कोष्ठकाः +कोष्ठकानां +कोष्ठकानि +कोष्ठकायामं +कोष्ठकीकृत्य +कोष्ठके +कोष्ठगतं +कोष्ठगतो +कोष्ठदीर्घं +कोष्ठदीर्घकम् +कोष्ठद्वयं +कोष्ठमध्ये +कोष्ठमेव +कोष्ठम् +कोष्ठशुद्धिकरं +कोष्ठस्थं +कोष्ठस्य +कोष्ठा +कोष्ठागार +कोष्ठागारं +कोष्ठागाराणि +कोष्ठागाराध्यक्षः +कोष्ठागारी +कोष्ठागारे +कोष्ठाग्निं +कोष्ठाङ्गानि +कोष्ठात् +कोष्ठानां +कोष्ठानि +कोष्ठानुगो +कोष्ठान् +कोष्ठान्तर्गतोंऽशो +कोष्ठायामं +कोष्ठिका +कोष्ठिकायन्त्रे +कोष्ठी +कोष्ठीं +कोष्ठीप्रदीपः +कोष्ठीप्रदीपे +कोष्ठीयन्त्रे +कोष्ठे +कोष्ठेषु +कोष्ठैः +कोष्ठो +कोष्ठ्यस्य +कोष्ठ्यां +कोष्ण +कोष्णं +कोष्णः +कोष्णजलेन +कोष्णम् +कोष्णवारिणा +कोष्णा +कोष्णाः +कोष्णाम्बु +कोष्णे +कोष्णेन +कोष्णैः +कोष्णो +कोस +कोसम्बी +कोसल +कोसलः +कोसलस्य +कोसला +कोसलाः +कोसलाधिपः +कोसलाधिपतेः +कोसलानां +कोसलान् +कोसले +कोसलेन्द्रस्य +कोसलेश्वरः +कोसलेषु +कोसलो +कोसळ्ळिजलपातः +कोसि +कोसी +कोसौ +कोस्ट +कोस्टा +कोस्ति +कोस्तु +कोस्य +कोह +कोहं +कोहल +कोहलः +कोहली +कोहलेन +कोहलो +कोहि +कोहिनूर् +कोहिमा +कोहिमामण्डलम् +कोहिमामण्डलस्य +कोऽ +कोऽतिभारः +कोऽतिशय +कोऽतिशयः +कोऽतिशयो +कोऽत्र +कोऽत्रेति +कोऽथ +कोऽदात् +कोऽदादिति +कोऽद्य +कोऽनर्थः +कोऽन्य +कोऽन्यः +कोऽन्यथा +कोऽन्यस्तस्मात्परो +कोऽन्यस्तस्मादचेतनः +कोऽन्यो +कोऽन्योस्ति +कोऽन्योऽस्ति +कोऽपरः +कोऽपराधः +कोऽपरो +कोऽपायनिम्नः +कोऽपायप्रवणः +कोऽपायप्राग्भारः +कोऽपि +कोऽपीति +कोऽपीत्यर्थः +कोऽपीह +कोऽप्यंशः +कोऽप्यतिशयः +कोऽप्यत्र +कोऽप्यन्यः +कोऽप्यन्यो +कोऽप्यभूत् +कोऽप्ययं +कोऽप्यर्थः +कोऽप्यसाविति +कोऽप्यसौ +कोऽप्यस्ति +कोऽप्यस्य +कोऽप्युपायः +कोऽप्येको +कोऽप्येष +कोऽभिधास्यति +कोऽभिप्राय +कोऽभिप्रायः +कोऽभिप्रायो +कोऽभ्यधिको +कोऽभ्युपायो +कोऽम्भसा +कोऽय +कोऽयं +कोऽयमद्वैतवादः +कोऽयमात्मा +कोऽयमात्मेति +कोऽयमायाति +कोऽयमिति +कोऽयम् +कोऽर्थ +कोऽर्थः +कोऽर्थवान्को +कोऽर्थश्चेतसि +कोऽर्थी +कोऽर्थो +कोऽर्हति +कोऽलंकारः +कोऽलङ्कारोऽनया +कोऽवकाशः +कोऽसावहमिति +कोऽसाविति +कोऽसावित्यत +कोऽसावित्याह +कोऽसि +कोऽसीति +कोऽसौ +कोऽस्ति +कोऽस्तु +कोऽस्माकं +कोऽस्य +कोऽस्या +कोऽस्याः +कोऽस्यार्थः +कोऽहं +कोऽहमासं +कोऽहमिति +कोऽहम् +कौ +कौँ +कौं +कौंकुमं +कौंगो +कौंडिन्य +कौंतेय +कौंतेयः +कौए +कौकिलः +कौकिली +कौकिल्या +कौकृत्यं +कौकृत्यम् +कौकृत्यान्न +कौकृत्येन +कौक्कुटं +कौक्कुटिको +कौक्षे +कौक्षेयकः +कौक्षेयको +कौक्षेये +कौङ्कणी +कौचन +कौचवार्यः +कौचित् +कौजस्य +कौजे +कौञ्जरे +कौञ्जायनः +कौञ्जायनाः +कौञ्जायनी +कौञ्जायन्यः +कौञ्जिः +कौट +कौटः +कौटजं +कौटजः +कौटतक्षः +कौटलीयम् +कौटल्य +कौटल्यः +कौटसाक्ष्यं +कौटसाक्ष्ये +कौटस्थ्यं +कौटस्थ्यम् +कौटि +कौटिलिको +कौटिलीय +कौटिलीयम् +कौटिलीये +कौटिल्य +कौटिल्यं +कौटिल्यः +कौटिल्यम् +कौटिल्यस्य +कौटिल्याल्पीभावयोः +कौटिल्ये +कौटिल्येन +कौटिल्यो +कौटुम्बिकः +कौटुम्बिकजीवनम् +कौटो +कौणपः +कौणपदन्तः +कौणपो +कौण्ठ्यम् +कौण्डिन्य +कौण्डिन्यः +कौण्डिन्यस्य +कौण्डिन्या +कौण्डिन्यात् +कौण्डिन्यात्कौण्डिन्यः +कौण्डिन्याय +कौण्डिन्यायेति +कौण्डिन्यो +कौण्यं +कौतस्कुत +कौतस्कुतः +कौति +कौतु +कौतुक +कौतुकं +कौतुकः +कौतुकञ्च +कौतुकनिधिः +कौतुकबन्धनम् +कौतुकमेव +कौतुकम् +कौतुकव्याकुलाक्षे +कौतुकस्य +कौतुकस्यापि +कौतुकहस्तसूत्रम् +कौतुका +कौतुकाकुलः +कौतुकागारमागात् +कौतुकाच्च +कौतुकात् +कौतुकादि +कौतुकादिव +कौतुकादिषु +कौतुकादीनां +कौतुकादेव +कौतुकादौ +कौतुकाद् +कौतुकानां +कौतुकानि +कौतुकान्वितः +कौतुकान्विताः +कौतुकाय +कौतुकार्थं +कौतुकाविष्टः +कौतुकाविष्टो +कौतुकिना +कौतुकी +कौतुके +कौतुकेन +कौतुकोदञ्चदक्षं +कौतुहलं +कौतू +कौतूहल +कौतूहलं +कौतूहलमतीव +कौतूहलमिदं +कौतूहलम् +कौतूहलसमन्वितः +कौतूहलसमन्वितम् +कौतूहलसमन्विता +कौतूहलसमन्विताः +कौतूहलान्विता +कौतूहलान्विताः +कौतूहले +कौतूहलेन +कौतेय +कौत्स +कौत्सं +कौत्सः +कौत्सम् +कौत्सस्य +कौत्साय +कौत्से +कौत्सो +कौथुम +कौथुमाः +कौथुमीया +कौथुमे +कौथुमोक्तं +कौन +कौनसा +कौन्तय +कौन्तली +कौन्ती +कौन्ते +कौन्तेय +कौन्तेयं +कौन्तेयः +कौन्तेयत्वात्त्वयि +कौन्तेयवृत्तम् +कौन्तेयस्य +कौन्तेया +कौन्तेयाः +कौन्तेये +कौन्तेयेति +कौन्तेयो +कौन्त्यः +कौन्दे +कौन्सिल् +कौप +कौपं +कौपिञ्जलः +कौपीन +कौपीनं +कौपीनपञ्चकम् +कौपीनम् +कौपीनवन्तः +कौपीनवासाः +कौपीनाच्छादनं +कौपीनावशेषो +कौपीने +कौपीरपः +कौप्यं +कौबेर +कौबेरं +कौबेरमेव +कौबेरी +कौबेरीं +कौबेरे +कौबेरेण +कौबेर्या +कौबेर्यां +कौब्ज्यं +कौब्रा +कौमार +कौमारं +कौमारः +कौमारके +कौमारकेऽपि +कौमारचरितवर्णनम् +कौमारब्रह्मचारिणः +कौमारभृत्यम् +कौमारमारभ्य +कौमारम् +कौमारहरः +कौमारापूर्ववचने +कौमारावस्थायां +कौमारि +कौमारिका +कौमारिकाखंडे +कौमारिकाखण्डः +कौमारिकाखण्डे +कौमारी +कौमारीं +कौमारे +कौमारेति +कौमारो +कौमार्यं +कौमार्याः +कौमार्ये +कौमार्यै +कौमु +कौमुद +कौमुदं +कौमुदः +कौमुदगन्धीपतिः +कौमुदगन्धीपुत्रः +कौमुदगन्ध्या +कौमुदस्य +कौमुदि +कौमुदिकम् +कौमुदी +कौमुदीं +कौमुदीति +कौमुदीपूर्वार्धगतवार्तिकसूचिका +कौमुदीपूर्वार्धगतवार्तिकसूचिकाः +कौमुदीपूर्वार्धगतविषयानुक्रमणिका +कौमुदीपूर्वार्धगतसूत्रसूचिका +कौमुदीपूर्वार्धगतसूत्रसूचिकाः +कौमुदीमहोत्सव +कौमुदीमहोत्सवः +कौमुदीमिव +कौमुदीमुदः +कौमुदीम् +कौमुदीव +कौमुदे +कौमुद्या +कौमुद्यां +कौमुद्याः +कौमुद्यामुणादिवृत्तिः +कौमुद्याम् +कौमुद्युत्तरार्धगतधातुसूचिका +कौमुद्युत्तरार्धगतधातुसूचिकाः +कौमुद्युत्तरार्धगतसूत्रसूचिका +कौमुद्युत्तरार्धगतसूत्रसूचिकाः +कौमें +कौमोदकि +कौमोदकी +कौमोदकीं +कौमोदक्या +कौमोदी +कौम्ब +कौम्भं +कौर +कौरम +कौरयाणः +कौरव +कौरवं +कौरवः +कौरवकः +कौरवनन्दन +कौरवनन्दनः +कौरवपक्षे +कौरवपाण्डवानां +कौरवम् +कौरवशतं +कौरवश्रेष्ठ +कौरवस्य +कौरवा +कौरवाः +कौरवाणा +कौरवाणां +कौरवाणाम् +कौरवान् +कौरवान्प्रति +कौरवाश्च +कौरवी +कौरवीं +कौरवे +कौरवेण +कौरवेन्द्र +कौरवेन्द्राणां +कौरवेय +कौरवेयेषु +कौरवेश्वरः +कौरवेषु +कौरवैः +कौरवो +कौरव्य +कौरव्यं +कौरव्यः +कौरव्यकुलजास्त्वेते +कौरव्यमाण्डूकाभ्यां +कौरव्यस्य +कौरव्या +कौरव्याः +कौरव्यायणिः +कौरव्यायणी +कौरव्ये +कौरव्यो +कौरव्यौ +कौरुपथिः +कौर् +कौर्म +कौर्मं +कौर्मे +कौर्म्मं +कौर्म्मे +कौर्म्यं +कौल +कौलं +कौलः +कौलटिनेयः +कौलटेयः +कौलटेरः +कौलत्थे +कौलवे +कौलव्रतपरायणा +कौला +कौलालं +कौलालकं +कौलालम् +कौलाली +कौलिक +कौलिकं +कौलिकः +कौलिका +कौलिकाः +कौलिकानां +कौलिकी +कौलिके +कौलिको +कौलिकोऽपि +कौलिनी +कौली +कौलीकान् +कौलीनं +कौलीनभीतेन +कौलीनादसितनयने +कौलीने +कौले +कौलेयक +कौलेयकः +कौलेयको +कौलोऽन्यः +कौल् +कौल्मलबर्हिषं +कौल्मलबर्हिषम् +कौल्मलबर्हिषे +कौल्यं +कौवेरं +कौवेरी +कौवेर्य्यां +कौश +कौशं +कौशम् +कौशल +कौशलं +कौशलञ्च +कौशलमब्रवीत् +कौशलमिति +कौशलम् +कौशलस्य +कौशलात् +कौशलानां +कौशलानि +कौशली +कौशले +कौशलेन +कौशलेयः +कौशल्य +कौशल्यं +कौशल्यः +कौशल्यम् +कौशल्या +कौशल्यां +कौशल्यायां +कौशल्यायाः +कौशल्येन +कौशल्यो +कौशांबीं +कौशाम्बी +कौशाम्बीं +कौशाम्बीनिवासी +कौशाम्बीमण्डलम् +कौशाम्बेयः +कौशाम्ब्या +कौशाम्ब्यां +कौशाम्ब्याः +कौशाम्ब्यास्तत्र +कौशि +कौशिक +कौशिकं +कौशिकंप्रति +कौशिकः +कौशिकगृह्यसूत्रम् +कौशिकत्वं +कौशिकपद्धतिः +कौशिकपद्धतिकण्डिका +कौशिकपद्धतौ +कौशिकमेव +कौशिकम् +कौशिकश्च +कौशिकश्चैव +कौशिकसू +कौशिकसूत्र +कौशिकसूत्रम् +कौशिकसूत्रे +कौशिकस्य +कौशिका +कौशिकाः +कौशिकाच्च +कौशिकात् +कौशिकानां +कौशिकानि +कौशिकान् +कौशिकाय +कौशिकायनिः +कौशिकायनेः +कौशिकि +कौशिकिनः +कौशिकी +कौशिकीं +कौशिकीति +कौशिकीतीरे +कौशिकीम् +कौशिके +कौशिकेति +कौशिकेन +कौशिको +कौशिकोऽथ +कौशिकोऽपि +कौशिकोऽब्रवीत् +कौशिक्या +कौशिक्यां +कौशिक्याः +कौशिक्यै +कौशिनागरा +कौशिनागराणां +कौशी +कौशे +कौशेय +कौशेयं +कौशेयम् +कौशेयवस्त्रसंवीतं +कौशेयवासिनी +कौशेयस्य +कौशेयानि +कौशेये +कौशेयेन +कौश्यां +कौषिकी +कौषी +कौषीत +कौषीतकं +कौषीतकि +कौषीतकिः +कौषीतकिन +कौषीतकिनः +कौषीतकिब्राह्मणम् +कौषीतकिब्राह्मणे +कौषीतकिब्राह्मणोपनिषत् +कौषीतकिर् +कौषीतकी +कौषीतकेः +कौषीतकेय +कौषीतकेयः +कौषीतक्युपनिषत् +कौषीतक्युपनिषत्प्रकाशिका +कौषेयं +कौषेये +कौष्ठ्य +कौष्ठ्यस्य +कौसल्य +कौसल्यं +कौसल्यः +कौसल्यया +कौसल्यश्चाश्वलायनो +कौसल्या +कौसल्यां +कौसल्यानन्दवर्धनः +कौसल्यामिदमब्रवीत् +कौसल्याम् +कौसल्याय +कौसल्याया +कौसल्यायां +कौसल्यायाः +कौसल्यायै +कौसल्यासमाश्वासनम् +कौसल्यासान्त्वनम् +कौसल्यासुप्रजा +कौसल्यास्वस्त्ययनम् +कौसल्याऽऽक्रन्दनम् +कौसल्ये +कौसल्येयो +कौसल्यो +कौसीद्यं +कौसीद्यम् +कौसुमं +कौसुमम् +कौसुमाः +कौसुमी +कौसुम्भं +कौसू +कौस्तु +कौस्तुभ +कौस्तुभं +कौस्तुभः +कौस्तुभमणिं +कौस्तुभमणिः +कौस्तुभम् +कौस्तुभरत्नं +कौस्तुभश्च +कौस्तुभस्य +कौस्तुभादौ +कौस्तुभाय +कौस्तुभी +कौस्तुभे +कौस्तुभेन +कौस्तुभो +कौस्तुभोद्भासितोरस्कं +क् +क्क +क्कचन +क्कचित् +क्कचित्तु +क्कचिदपि +क्कचिदेव +क्कचिद् +क्कचिन्न +क्कनु +क्का +क्काचित् +क्काथं +क्काथः +क्कापि +क्कासि +क्कासौ +क्कि +क्किए +क्किन् +क्किप् +क्की +क्कुन् +क्के +क्केति +क्क् +क्खु +क्ङिति +क्ङितीति +क्ङितीत्येव +क्ङित्यनङि +क्चनात् +क्डिति +क्डितीति +क्त +क्तं +क्तः +क्तक्तवतू +क्तत्वात् +क्तप्रत्यय +क्तप्रत्ययः +क्तप्रत्ययस्य +क्तप्रत्ययान्त +क्तप्रत्यये +क्तप्रत्ययेन +क्तप्रत्ययो +क्तमिति +क्तमेव +क्तम् +क्तये +क्तयोः +क्तरीत्या +क्तल्युट्तुमुन्खलर्थेषु +क्तवतु +क्तवतुः +क्तवतू +क्तवत् +क्तविधिना +क्तव्य +क्तव्यं +क्तव्यः +क्तव्यम् +क्तव्या +क्तश्च +क्तस्य +क्तस्येन्विषयस्य +क्ता +क्तां +क्ताः +क्तात् +क्तादल्पाख्यायाम् +क्तादिनिवृत्त्यर्थम् +क्तानां +क्तानि +क्तान् +क्तान्त +क्तान्तं +क्तान्तः +क्तान्तमुत्तरपदमन्तोदात्तं +क्तान्तस्य +क्तान्ते +क्तान्तेन +क्तार्थे +क्ताश्च +क्ति +क्तिः +क्तिचि +क्तिच् +क्तिच्क्तौ +क्तितः +क्तिन +क्तिनः +क्तिनि +क्तिनो +क्तिनोऽपवादः +क्तिन् +क्तिन्नपि +क्तिन्नपीष्यते +क्तिन्नुदात्तः +क्तिन्प्रत्ययः +क्तिप्रत्ययेन +क्तिभिः +क्तिरिति +क्तिश्च +क्तीनां +क्तु +क्तुं +क्ते +क्तेः +क्तेन +क्तेनाहोरात्रावयवाः +क्तेनेति +क्तेश्च +क्तेषु +क्तो +क्तोऽधिकरणे +क्तौ +क्त् +क्त्नुः +क्त्यन्ताच्चिच्चनौ +क्त्यम् +क्त्या +क्त्र +क्त्रः +क्त्रावेट् +क्त्रि +क्त्रिः +क्त्रेर्मम्नित्यम् +क्त्व +क्त्वः +क्त्वा +क्त्वाग्रहणं +क्त्वाणमुलौ +क्त्वातोसुन्कसुनः +क्त्वाद्यर्थनिर्णयः +क्त्वाधिकारः +क्त्वानिष्ठयोः +क्त्वान्तम् +क्त्वापि +क्त्वाप्रत्ययः +क्त्वाप्रत्ययस्य +क्त्वाप्रत्यये +क्त्वाप्रत्ययेन +क्त्वाप्रत्ययो +क्त्वायां +क्त्वावेट् +क्त्वासनौ +क्त्वि +क्त्वेन +क्त्वो +क्थ +क्थन् +क्थन्प्रत्ययः +क्था +क्थिन् +क्दन्ति +क्न +क्नथ +क्नस +क्नसु +क्नु +क्नुः +क्नुप्रत्ययः +क्नूञ् +क्नूयिता +क्नूयी +क्नोपयति +क्नोपेः +क्प् +क्म +क्मर +क्मरच् +क्मलन् +क्य +क्यं +क्यः +क्यङ +क्यङः +क्यङा +क्यङि +क्यङो +क्यङ् +क्यङ्प्रत्ययः +क्यङ्प्रत्ययविधिसूत्रम् +क्यङ्प्रत्ययो +क्यङ्मानिनोश्च +क्यच +क्यचः +क्यचा +क्यचि +क्यच् +क्यच्प्रत्ययो +क्यच्व्योश्च +क्यजन्तस्य +क्यजन्तात् +क्यजन्तादुप्रत्ययः +क्यजादि +क्यजिति +क्यड् +क्यतया +क्यते +क्यत्वात् +क्यनि +क्यन् +क्यन्ते +क्यप +क्यपः +क्यपि +क्यपो +क्यप् +क्यप्च +क्यप्प्रत्ययः +क्यप्प्रत्ययविधिसूत्रम् +क्यप्प्रत्ययेन +क्यप्प्रत्ययो +क्यप्स्यात् +क्यप्‌ +क्यबन्तो +क्यबिति +क्यब्विधौ +क्यमिति +क्यम् +क्यष +क्यषः +क्यष् +क्यस्य +क्या +क्यां +क्याच्छन्दसि +क्याण्टन् +क्याण्ट् +क्यात् +क्याथोलिक् +क्यानां +क्यानि +क्यान्सर् +क्यापि +क्याप्टन् +क्याप्सिकं +क्याप्सैसिन् +क्याबिज् +क्यार्थ +क्यार्थः +क्यालकाटा +क्यालिफोर्निया +क्यालेण्डर् +क्याल्विन् +क्याल्सियं +क्यावेण्डिष् +क्यासनर् +क्यास्पर् +क्यु +क्युः +क्युन् +क्युप्रत्ययः +क्युरियम +क्युरी +क्युव्ये +क्यूबा +क्यूरि +क्यूरी +क्ये +क्येन +क्येषु +क्यो +क्यों +क्योंकि +क्योकि +क्र +क्रं +क्रंदंति +क्रंदंतो +क्रंसते +क्रः +क्रकच +क्रकचं +क्रकचः +क्रकचच्छदः +क्रकचा +क्रकचे +क्रकचेन +क्रकचेनेव +क्रकचैः +क्रकचैरिव +क्रकचो +क्रकरः +क्रकुच्छन्दः +क्रकुच्छन्दस्य +क्रकुच्छन्दो +क्रचित् +क्रत +क्रतं +क्रतव +क्रतवः +क्रतवश्च +क्रतवश्चैव +क्रतवस्तथा +क्रतवे +क्रतवो +क्रतवोऽपि +क्रता +क्रतावसो +क्रताविति +क्रति +क्रतु +क्रतुं +क्रतुं॑ +क्रतुं॒ +क्रतुः +क्रतुः॑ +क्रतुकरणं +क्रतुकर्मणि +क्रतुदक्षौ +क्रतुध्वंसी +क्रतुना 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+क्रतु॑म् +क्रतु॑ऽभिः +क्रतु॑ऽमान् +क्रतु॒मपि॑ +क्रतु॒र्न +क्रतू +क्रतूक्थादि +क्रतूक्थादिसूत्रान्ताट्ठक् +क्रतूत्तमः +क्रतूत्तमम् +क्रतूनां +क्रतूनामाहृत्य +क्रतूनाम् +क्रतून् +क्रतूयन्ति +क्रते +क्रतो +क्रतोः +क्रतोरपि +क्रतोर् +क्रतोश्च +क्रतोस्तु +क्रतौ +क्रत्व +क्रत्वः +क्रत्वङ्गं +क्रत्वन्तरे +क्रत्वन्तरेषु +क्रत्वन्ते +क्रत्वर्थ +क्रत्वर्थं +क्रत्वर्थः +क्रत्वर्थता +क्रत्वर्थत्वं +क्रत्वर्थत्वम् +क्रत्वर्थत्वात् +क्रत्वर्थत्वे +क्रत्वर्थत्वेन +क्रत्वर्थस्य +क्रत्वर्थहिंसाया +क्रत्वर्था +क्रत्वर्थानां +क्रत्वर्थे +क्रत्वर्थो +क्रत्वर्थोऽहि +क्रत्वा +क्रत्वादयश्च +क्रत्वा॑ +क्रत्वा॒ +क्रत्वे +क्रत्वेकत्वे +क्रत्वेन्द्र +क्रत्वे॑ +क्रत्वे॒ +क्रत॑वः +क्रत॑वे॒ +क्रत॑वो +क्रथ +क्रथं +क्रथः +क्रथकैशिकानां +क्रथकैशिकौ +क्रथति +क्रथन +क्रथनः +क्रथनक +क्रथनकः +क्रथन् +क्रथभीमः +क्रथस्य +क्रथो +क्रद +क्रदः +क्रदि +क्रन् +क्रन्त +क्रन्ति +क्रन्त्वा +क्रन्द +क्रन्दं +क्रन्दतः +क्रन्दतां +क्रन्दति +क्रन्दती +क्रन्दतीति +क्रन्दतु +क्रन्दते +क्रन्दतो +क्रन्दत् +क्रन्दत्सु +क्रन्दद्भिः +क्रन्दन +क्रन्दनं +क्रन्दनम् +क्रन्दने +क्रन्दनेन +क्रन्दन् +क्रन्दन्तं +क्रन्दन्तः +क्रन्दन्ति +क्रन्दन्ती +क्रन्दन्तीं +क्रन्दन्तो +क्रन्दन्त्या +क्रन्दमानं +क्रन्दमाना +क्रन्दमानां +क्रन्दमानाः +क्रन्दमानो +क्रन्दय +क्रन्दसि +क्रन्दसी +क्रन्दामि +क्रन्दाय +क्रन्दितं +क्रन्दितुं +क्रन्दे +क्रन्देः +क्रन्द॑न् +क्रन्द॑सी +क्रन्द॑सी॒ +क्रन्द॒दश्वो॒ +क्रप +क्रपेः +क्रम +क्रमं +क्रमः +क्रमऄ +क्रमक +क्रमकः +क्रमक्रान्तिज्या +क्रमगणनया +क्रमजन्मनाम् +क्रमजीवा +क्रमज्य +क्रमज्यया +क्रमज्या +क्रमज्यां +क्रमज्याकरणे +क्रमज्याक्षज्यया +क्रमज्ये +क्रमण +क्रमणं +क्रमणम् +क्रमणात् +क्रमणाय +क्रमणे +क्रमणेषु +क्रमत +क्रमतः +क्रमतया +क्रमतश्च +क्रमता +क्रमतां +क्रमताम् +क्रमति +क्रमते +क्रमतो +क्रमत् +क्रमत्रयं +क्रमत्रयम् +क्रमदीपिका +क्रमदीपिकायां +क्रमदीपिकायाम् +क्रमदीश्वरः +क्रमदीश्वरादयः +क्रमध्वमग्निना +क्रमध्वमग्निनेति +क्रमध्वम् +क्रमनियम +क्रमनियमः +क्रमनियमे +क्रमनियमो +क्रमन्तं +क्रमन्ति +क्रमन्तु +क्रमन्ते +क्रमपरं +क्रमपाठ +क्रमपाठः +क्रमपारो +क्रमप्रमाणनिरूपणम् +क्रमप्राप्त +क्रमप्राप्तं +क्रमप्राप्तः +क्रमप्राप्तस्य +क्रमप्राप्तां +क्रमप्राप्ते +क्रमभङ्गः +क्रमभावि +क्रमभेद +क्रमभेदः +क्रमभेदेन +क्रमभेदो +क्रमभ्रष्टं +क्रममनतिक्रम्य +क्रममपि +क्रममभिलाषदुःखं +क्रममाचरेत् +क्रममाण +क्रममाणं +क्रममाणः +क्रममाणस्य +क्रममात्रं +क्रममाह +क्रममुक्तिः +क्रममुक्तिफलाभिरुपासनाभिर्ब्रह्मलोकं +क्रमम् +क्रमयति +क्रमयुक्ताः +क्रमयुतं +क्रमयोः +क्रमयोगं +क्रमयोगत +क्रमयोगतः +क्रमयोगेण +क्रमयोगेन +क्रमयौगपद्ये +क्रमरूपं +क्रमरूपताम् +क्रमरूपानुपातिनी +क्रमरूपेण +क्रमलग्नं +क्रमवतः +क्रमवता +क्रमवतां +क्रमवती +क्रमवन्त +क्रमवर्तित्वात् +क्रमवानक्रमो +क्रमवान् +क्रमविशेषः +क्रमविशेषेण +क्रमवृद्धमिदं +क्रमवृद्ध्या +क्रमव्यतिक्रमे +क्रमश +क्रमशः +क्रमशश्च +क्रमशस् +क्रमशस्ततः +क्रमशस्तत्र +क्रमशस्तथा +क्रमशस्तदा +क्रमशस्तन्निबोधत +क्रमशस्तु +क्रमशो +क्रमशोऽथ +क्रमशोऽमी +क्रमशोऽर्चयेत् +क्रमशोऽवराः +क्रमश् +क्रमश्च +क्रमश्चैव +क्रमस +क्रमसंख्या +क्रमसख्या +क्रमसङ्ख्या +क्रमसन्धानाभावः +क्रमसे +क्रमस् +क्रमस्तु +क्रमस्य +क्रमस्यापि +क्रमस्व +क्रमस्वोरु +क्रमा +क्रमांक +क्रमाः +क्रमाक्रमाभ्यां +क्रमाक्रमौ +क्रमाक्षराणि +क्रमागत +क्रमागतं +क्रमागतः +क्रमागतम् +क्रमागता +क्रमागतां +क्रमागताः +क्रमागते +क्रमाग्निना +क्रमाङ्क +क्रमाङ्कः +क्रमाङ्कस्य +क्रमाङ्कितसूच्यंशाः +क्रमाङ्के +क्रमाच् +क्रमाच्च +क्रमाच्छुभो +क्रमाच्छृणु +क्रमाज्ज्ञेयं +क्रमाज्ज्ञेया +क्रमाज्ज्ञेयाः +क्रमाणां +क्रमात +क्रमात् +क्रमात्कृत्वा +क्रमात्कृशम् +क्रमात्क्षीणं +क्रमात्ततः +क्रमात्तत्र +क्रमात्तथा +क्रमात्तदा +क्रमात्तस्य +क्रमात्तु +क्रमात्ते +क्रमात्तेषां +क्रमात्पतति +क्रमात्प्रदध्मुरिति +क्रमात्प्रयोगे +क्रमात्प्राप +क्रमात्प्राप्य +क्रमात्फलम् +क्रमात्सर्वं +क्रमात्स्मृताः +क्रमात्स्युः +क्रमात्‌ +क्रमाथ् +क्रमादत्र +क्रमादपि +क्रमादभ्यागतं +क्रमादमी +क्रमादमुं +क्रमादसौ +क्रमादहम् +क्रमादागत्य +क्रमादि +क्रमादिति +क्रमादिभ्यो +क्रमादिमाः +क्रमादिमे +क्रमादिह +क्रमादृते +क्रमादेते +क्रमादेव +क्रमादेवं +क्रमादेषां +क्रमाद् +क्रमाद्धीन्द्रियपञ्चकम् +क्रमाद्भवेत् +क्रमाद्यजेत् +क्रमाद्यथा +क्रमाद्वक्ष्ये +क्रमाद्वा +क्रमाद्वामेन +क्रमाद्विदुः +क्रमाद्वीथयः +क्रमाद्वै +क्रमानतिवृत्तेः +क्रमाननुरोधी +क्रमानुगतिः +क्रमानुरोधेन +क्रमानुसारेण +क्रमान् +क्रमान्तरं +क्रमान्नृप +क्रमान्न्यसेत् +क्रमान्न्यस्य +क्रमान्मुने +क्रमान्यत्वं +क्रमापेक्षया +क्रमाय +क्रमायातं +क्रमायाता +क्रमार्थ +क्रमार्थः +क्रमार्थम् +क्रमाल्लक्षणमुच्यते +क्रमावलम्बी +क्रमि +क्रमिः +क्रमिक +क्रमिकं +क्रमिकः +क्रमिकत्वम् +क्रमिका +क्रमिकाणां +क्रमिकाणि +क्रमिको +क्रमिता +क्रमितुं +क्रमित्वा +क्रमिषम् +क्रमिष्ट +क्रमिष्यति +क्रमिष्यन्ति +क्रमीः +क्रमु +क्रमुः +क्रमुक +क्रमुकं +क्रमुकः +क्रमुके +क्रमुको +क्रमे +क्रमेः +क्रमेण +क्रमेणा +क्रमेणात्येनान्क्रामामि +क्रमेणात्र +क्रमेणाथ +क्रमेणाधिकारः +क्रमेणानेन +क्रमेणान्वयः +क्रमेणापि +क्रमेणाभवन् +क्रमेणास्य +क्रमेणाह +क्रमेणि +क्रमेणेति +क्रमेणेत्यर्थः +क्रमेणेव +क्रमेणेह +क्रमेणै +क्रमेणैकेन +क्रमेणैतानि +क्रमेणैते +क्रमेणैतेन +क्रमेणैव +क्रमेणैवं +क्रमेणैवम् +क्रमेणैवानुभूयत +क्रमेणैषां +क्रमेणो +क्रमेणोक्ता +क्रमेणोक्तानि +क्रमेणोचुः +क्रमेणोच्यते +क्रमेणोत्तरं +क्रमेणोत्तरोत्तरं +क्रमेणोदाहरणं +क्रमेणोदाहरणम् +क्रमेणोदाहरणानि +क्रमेणोदाहरणान्याह +क्रमेणोदाहरति +क्रमेणोपचिता +क्रमेणोपपादयति +क्रमेण् +क्रमेत +क्रमेति +क्रमेत् +क्रमेम +क्रमेयं +क्रमेरग +क्रमेलक +क्रमेलकं +क्रमेलकः +क्रमेलकानां +क्रमेलकैः +क्रमेषु +क्रमेऽहं +क्रमेो +क्रमैः +क्रमैरत्यक्रमीद्वाजीति +क्रमैर् +क्रमो +क्रमोत्क्रम +क्रमोत्क्रमज्या +क्रमोत्क्रमज्ये +क्रमोत्क्रमात् +क्रमोत्क्रमाभ्यां +क्रमोदितम् +क्रमोदिताः +क्रमोदितैः +क्रमोल्लङ्घनम् +क्रमोऽत +क्रमोऽत्र +क्रमोऽपि +क्रमोऽयं +क्रमोऽसि +क्रमोऽसीति +क्रमोऽस्यभिमातिहा +क्रमो॑ +क्रमो॑ऽसि +क्रमौ +क्रम् +क्रम्य +क्रम्यते +क्रम॑ध्वम॒ग्निना॒ +क्रय +क्रयं +क्रयः +क्रयकाले +क्रयक्रीता +क्रयक्रीतैः +क्रयणं +क्रयणम् +क्रयणस्य +क्रयणे +क्रयते +क्रयम् +क्रयलेख्यं +क्रयवि +क्रयविक्रय +क्रयविक्रयं +क्रयविक्रयः +क्रयविक्रयम् +क्रयविक्रयव्यवहारे +क्रयविक्रयादि +क्रयविक्रयादिना +क्रयविक्रयादिलक्षणं +क्रयविक्रयानुशयो +क्रयविक्रयाभ्याम् +क्रयविक्रयिकः +क्रयविक्रयी +क्रयविक्रये +क्रयविक्रयेषु +क्रयविक्रयौ +क्रयशब्दः +क्रयश्च +क्रयस्य +क्रया +क्रयाक्रयिका +क्रयात् +क्रयादि +क्रयादिः +क्रयादिना +क्रयादौ +क्रयाद् +क्रयाय +क्रयार्थ +क्रयार्थं +क्रयिकः +क्रयी +क्रये +क्रयेण +क्रयो +क्रय्य +क्रय्यं +क्रय्यः +क्रय्यस्तदर्थे +क्रविः +क्रविषः +क्रविषा +क्रविषो +क्रव्य +क्रव्यं +क्रव्यभुजां +क्रव्यमुख +क्रव्यम् +क्रव्यऽअत् +क्रव्या +क्रव्याणि +क्रव्यात् +क्रव्याद +क्रव्यादं +क्रव्यादः +क्रव्यादग्निः +क्रव्यादत्वं +क्रव्यादमग्निं +क्रव्यादम् +क्रव्यादसंकाशाः +क्रव्यादा +क्रव्यादां +क्रव्यादांशं +क्रव्यादांश्चाधिरोहति +क्रव्यादाः +क्रव्यादानां +क्रव्यादाश्च +क्रव्यादि +क्रव्यादे +क्रव्यादैः +क्रव्यादो +क्रव्याद् +क्रव्याद्गणपरीवारश्चिताग्निरिव +क्रव्याद्भिरेव +क्रव्याद्भिश्च +क्रव्याद्भ्यो +क्रव्याद्यान् +क्रव्ये +क्रव्येण +क्रशितं +क्रशिमा +क्रष्टा +क्रष्टुं +क्रस्य +क्रा +क्रां +क्रांज्या +क्रांतं +क्रांता +क्रांति +क्रांतिः +क्रांतिज्या +क्राउसस्य +क्राकचिक +क्राको +क्राणा +क्राणाः +क्राणाय +क्राथ +क्राथः +क्राथयति +क्राथेति +क्रादिनियमप्राप्तस्य +क्रादिनियमात् +क्रादिनियमादिट् +क्रादिनियमान्नित्यमिट् +क्रादिभ्य +क्रान्त +क्रान्तं +क्रान्तः +क्रान्तकर्मन् +क्रान्तकर्मा +क्रान्तकान्तवदनप्रतिबिम्बे +क्रान्तदर्शन +क्रान्तदर्शनः +क्रान्तदर्शनम् +क्रान्तदर्शनाः +क्रान्तदर्शनो +क्रान्तदर्शनौ +क्रान्तदर्शिनं +क्रान्तदर्शिनः +क्रान्तदर्शिनम् +क्रान्तदर्शिनां +क्रान्तदर्शिनो +क्रान्तदर्शिन् +क्रान्तदर्शी +क्रान्तप्रज्ञ +क्रान्तप्रज्ञः +क्रान्तप्रज्ञया +क्रान्तप्रज्ञानां +क्रान्तमसि +क्रान्तम् +क्रान्तवान् +क्रान्ता +क्रान्तां +क्रान्ताः +क्रान्ताद्यर्थे +क्रान्तानां +क्रान्तानि +क्रान्ति +क्रान्तिं +क्रान्तिः +क्रान्तिकला +क्रान्तिकारिणः +क्रान्तिकारिणां +क्रान्तिकारिणाम् +क्रान्तिकारिणी +क्रान्तिकारिणौ +क्रान्तिकारिण्यः +क्रान्तिकारिभिः +क्रान्तिकारिभ्यः +क्रान्तिकारिषु +क्रान्तिकारी +क्रान्तिखण्डानि +क्रान्तिज्य +क्रान्तिज्यका +क्रान्तिज्यके +क्रान्तिज्यया +क्रान्तिज्या +क्रान्तिज्यां +क्रान्तिज्यातो +क्रान्तिज्याप्रमाणं +क्रान्तिज्याया +क्रान्तिज्ये +क्रान्तिज्येति +क्रान्तिपात +क्रान्तिपातः +क्रान्तिपातस्य +क्रान्तिपाताङ्कात् +क्रान्तिपाते +क्रान्तिपातो +क्रान्तिमण्डल +क्रान्तिमण्डलस्य +क्रान्तिमण्डले +क्रान्तिम् +क्रान्तिरुदक् +क्रान्तिरेव +क्रान्तिर्भवेत् +क्रान्तिर्यावत् +क्रान्तिलम्बाधिका +क्रान्तिवशात् +क्रान्तिवृत +क्रान्तिवृते +क्रान्तिवृत्त +क्रान्तिवृत्तं +क्रान्तिवृत्तप्राची +क्रान्तिवृत्तमाह +क्रान्तिवृत्तस्य +क्रान्तिवृत्ताच्छरः +क्रान्तिवृत्तावधिः +क्रान्तिवृत्तीय +क्रान्तिवृत्ते +क्रान्तिसाम्यं +क्रान्तिसाम्यम् +क्रान्तिसाम्यस्य +क्रान्तिसाम्याभाव +क्रान्तिसाम्याभावः +क्रान्तिसाम्ये +क्रान्तिसूत्राणां +क्रान्ती +क्रान्तुं +क्रान्ते +क्रान्तेः +क्रान्तो +क्रान्तौ +क्रान्त्यं +क्रान्त्यंशा +क्रान्त्यंशाः +क्रान्त्यग्रे +क्रान्त्यन्तरं +क्रान्त्यभावे +क्रान्त्यर्थं +क्रान्त्या +क्रान्त्योः +क्रान्त्वा +क्रापयति +क्राम +क्रामकं +क्रामण +क्रामणं +क्रामणयोगः +क्रामणे +क्रामणेन +क्रामतः +क्रामति +क्रामति॒ +क्रामतीति +क्रामतु +क्रामतो +क्रामत् +क्रामत्य् +क्रामन् +क्रामन्ति +क्रामवेल +क्रामामि +क्रामिति +क्रामेत् +क्रामेम +क्राम्यति +क्रा॒णा +क्रा॒णाः +क्रि +क्रिः +क्रिक +क्रिकेट +क्रिकेट् +क्रिकेट्क्रीडानियमाः +क्रिक् +क्रिडकः +क्रिडा +क्रिन् +क्रिप् +क्रिप्टान +क्रिम +क्रिमपि +क्रिमय +क्रिमयः +क्रिमयश्च +क्रिमयो +क्रिमि +क्रिमिं +क्रिमिः +क्रिमिघ्नं +क्रिमिघ्नो +क्रिमिजं +क्रिमिजा +क्रिमिजे +क्रिमिति +क्रिमिदोषतः +क्रिमिदोषे +क्रिमिनाशनम् +क्रिमिविशेषः +क्रिमींश्च +क्रिमीणां +क्रिमीणामुतैषां +क्रिमीणाम् +क्रिमीन् +क्रिमु +क्रिमे +क्रिमेः +क्रिमौ +क्रिम् +क्रिय +क्रियं +क्रियंते +क्रियः +क्रियत +क्रियतइति +क्रियता +क्रियतां +क्रियतामत्र +क्रियतामद्य +क्रियतामनन्तरं +क्रियतामस्य +क्रियतामस्यार्चनमिति +क्रियतामाशु +क्रियतामिति +क्रियतामित्यर्थः +क्रियताम् +क्रियति +क्रियतुलादौ +क्रियते +क्रियतेऽत्र +क्रियतेऽधुना +क्रियतेऽनेन +क्रियतेऽनेनेति +क्रियतेऽर्जुन +क्रियतेऽसौ +क्रियन्त +क्रियन्तां +क्रियन्ताम् +क्रियन्ति +क्रियन्ते +क्रियन्तेऽहर्निशं +क्रियमा +क्रियमाण +क्रियमाणं +क्रियमाणः +क्रियमाणतया +क्रियमाणत्वं +क्रियमाणत्वात् +क्रियमाणमपि +क्रियमाणमृगभिवदति +क्रियमाणम् +क्रियमाणया +क्रियमाणयोः +क्रियमाणस्तु +क्रियमाणस्य +क्रियमाणा +क्रियमाणां +क्रियमाणाः +क्रियमाणानां +क्रियमाणानामपि +क्रियमाणानि +क्रियमाणानीति +क्रियमाणान् +क्रियमाणाम् +क्रियमाणायां +क्रियमाणायाः +क्रियमाणायाम् +क्रियमाणासु +क्रियमाणे +क्रियमाणेन +क्रियमाणेपि +क्रियमाणेषु +क्रियमाणेऽपाव्यानि +क्रियमाणेऽपि +क्रियमाणैः +क्रियमाणो +क्रियमाणोपकारे +क्रियमाणोऽपि +क्रियम् +क्रियय +क्रियया +क्रिययाऽपि +क्रिययेति +क्रिययैव +क्रिययोः +क्रियसे +क्रिया +क्रियां +क्रियाः +क्रियाओं +क्रियाकर्म +क्रियाकलाप +क्रियाकलापं +क्रियाकलापः +क्रियाकलापस्य +क्रियाकलापाः +क्रियाकलापेषु +क्रियाकलापैः +क्रियाका +क्रियाकाण्ड +क्रियाकाण्डं +क्रियाकाण्डे +क्रियाकाण्‍डे +क्रियाकारं +क्रियाकारः +क्रियाकारकपदानां +क्रियाकारकपूर्वकः +क्रियाकारकफलजातं +क्रियाकारकफललक्षणः +क्रियाकारकफललक्षणस्य +क्रियाकारकयोः +क्रियाकारकसंबन्धः +क्रियाकारकात्मा +क्रियाकारे +क्रियाकार्यत्वे +क्रियाकालं +क्रियाकालः +क्रियाकाले +क्रियाकुशल +क्रियाकुशलता +क्रियाकृता +क्रियाकृतो +क्रियाकैरव +क्रियाकैरवचन्द्रिकायां +क्रियाक्रमः +क्रियाक्रमम् +क्रियाखण्डः +क्रियाखण्डम् +क्रियाख्या +क्रियागणने +क्रियागुणाभ्यां +क्रियागुणौ +क्रियाग्रहणं +क्रियाग्रहणमपि +क्रियाग्रहणाच्चतुर्थी +क्रियाग्रहणात्संप्रदानत्वम् +क्रियाङ्गं +क्रियाङ्गरागः +क्रियाङ्गानां +क्रियाजन्य 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+क्रियापदात्परत्वम् +क्रियापदानां +क्रियापदानि +क्रियापदावृत्तिः +क्रियापदे +क्रियापदेन +क्रियापरः +क्रियापरा +क्रियापराः +क्रियापरिसमाप्तिः +क्रियापरैः +क्रियापाद +क्रियापादः +क्रियापादस्य +क्रियापादे +क्रियापि +क्रियापृथक्त्वे +क्रियापेक्षया +क्रियाप्रधानं +क्रियाप्रधानत्वात् +क्रियाप्रधानमाख्यातं +क्रियाप्रधानमाख्यातम् +क्रियाप्रधानम् +क्रियाप्रबन्धे +क्रियाप्रवृत्तिः +क्रियाप्राधान्येन +क्रियाफल +क्रियाफलं +क्रियाफलमेव +क्रियाफलम् +क्रियाफलस्य +क्रियाफलाश्रयत्वम् +क्रियाफले +क्रियाफलेन +क्रियाभि +क्रियाभिः +क्रियाभिधानं +क्रियाभिर्जायन्ते +क्रियाभिर्न +क्रियाभिश्च +क्रियाभेदं +क्रियाभेदः +क्रियाभेदाः +क्रियाभेदात् +क्रियाभेदाय +क्रियाभेदे +क्रियाभेदेन +क्रियाभेदो +क्रियाभ्यः +क्रियाभ्यावृतिगणने +क्रियाभ्यावृत्तिगणने +क्रियाभ्यावृत्तौ +क्रियाभ्यो +क्रियाम +क्रियामन्यां +क्रियामय +क्रियामयं +क्रियामयी +क्रियामविवेकः +क्रियामात्र +क्रियामात्रं +क्रियामात्रे +क्रियामाह +क्रियामिति +क्रियामिमाम् +क्रियामिव +क्रियामेतां +क्रियामेव +क्रियाम् +क्रियाम्‌ +क्रियाय +क्रियाया +क्रियायां +क्रियायाः +क्रियायाञ्च +क्रियायामन्वयः +क्रियायामपि +क्रियायामिति +क्रियायामुपपदे +क्रियायामेव +क्रियायाम् +क्रियायाश्च +क्रियायास्तु +क्रियायुक्त +क्रियायुक्तं +क्रियायुक्तस्य +क्रियायुक्तो +क्रियायें +क्रियायै +क्रियायोग +क्रियायोगं +क्रियायोगः +क्रियायोगश्च +क्रियायोगसारः +क्रियायोगसारे +क्रियायोगस्य +क्रियायोगाः +क्रियायोगाश्रितं +क्रियायोगे +क्रियायोगेन +क्रियायोगो +क्रियारम्भः +क्रियारम्भो +क्रियारहितं +क्रियारहितः +क्रियारूप +क्रियारूपं +क्रियारूपः +क्रियारूपस्य +क्रियारूपा +क्रियारूपाः +क्रियारूपाणि +क्रियारूपे +क्रियारूपो +क्रियार्थ +क्रियार्थं +क्रियार्थः +क्रियार्थत्वं +क्रियार्थत्वात् +क्रियार्थत्वादानर्थक्यमतदर्थानाम् +क्रियार्थत्वे +क्रियार्थश्चेद्विषयी +क्रियार्था +क्रियार्थाया +क्रियार्थायां +क्रियार्थायामिति +क्रियार्थायाम् +क्रियार्थे +क्रियार्थेन +क्रियार्थो +क्रियार्थोपपदस्य +क्रियालक्षणं +क्रियालक्षणः +क्रियालाघवमेव +क्रियालोपगता +क्रियालोपात् +क्रियालोपादिमाः +क्रियालोपान्मनीषिणः +क्रियालोपैर्वेदानध्ययनेन +क्रियावचन +क्रियावचनः +क्रियावचनता +क्रियावचनस्य +क्रियावचना +क्रियावचनाः +क्रियावचनो +क्रियावतः +क्रियावता +क्रियावतां +क्रियावताम् +क्रियावति +क्रियावती +क्रियावत् +क्रियावत्त्वं +क्रियावत्वं +क्रियावत्सु +क्रियावदपि +क्रियावद् +क्रियावद्भवति +क्रियावन्त +क्रियावन्तः +क्रियावन्तो +क्रियावसाने +क्रियावांश्च +क्रियावाचक +क्रियावाचकं +क्रियावाचि +क्रियावाचिन +क्रियावाचिनः +क्रियावाचिनो +क्रियावाची +क्रियावानिति +क्रियावानेष +क्रियावान् +क्रियावान्स +क्रियावि +क्रियाविदग्धा +क्रियाविधिः +क्रियाविधिम् +क्रियाविधौ +क्रियाविनिमये +क्रियाविरोधात् +क्रियाविशे +क्रियाविशेष +क्रियाविशेषः +क्रियाविशेषण +क्रियाविशेषणं +क्रियाविशेषणतया +क्रियाविशेषणत्वं +क्रियाविशेषणत्वात् +क्रियाविशेषणत्वे +क्रियाविशेषणत्वेन +क्रियाविशेषणमिति +क्रियाविशेषणमिदम् +क्रियाविशेषणमेतत् +क्रियाविशेषणम् +क्रियाविशेषणस्य +क्रियाविशेषणानां +क्रियाविशेषणानि +क्रियाविशेषणे +क्रियाविशेषबहुलया +क्रियाविशेषबहुलां +क्रियाविशेषस्य +क्रियाविशेषा +क्रियाविशेषाः +क्रियाविशेषे +क्रियाविशेषेण +क्रियाविशेषेषु +क्रियाविशेषैः +क्रियाविशेषो +क्रियाव्यवस्था +क्रियाश +क्रियाशक्तये +क्रियाशक्ति +क्रियाशक्तिं +क्रियाशक्तिः +क्रियाशक्तिप्राधान्येन +क्रियाशक्तेः +क्रियाशक्त्या +क्रियाशब्दः +क्रियाशब्दस्य +क्रियाशब्दा +क्रियाशब्दे +क्रियाशब्देन +क्रियाशील +क्रियाशीलं +क्रियाशीलः +क्रियाशीलता +क्रियाशीला +क्रियाशीलाः +क्रियाशुद्धं +क्रियाशून्ये +क्रियाश्च +क्रियाश्चक्रे +क्रियाश्चेष्टा +क्रियाश्रय +क्रियाश्रयः +क्रियाश्रये +क्रियाश्रुतिः +क्रियाश्रुतेः +क्रियास +क्रियासं +क्रियासंबन्ध +क्रियासंबन्धो +क्रियासङ्करो +क्रियासमभिहार +क्रियासमभिहारः +क्रियासमभिहारे +क्रियासमभिहारेण +क्रियासम् +क्रियासम्बन्धे +क्रियासातत्ये +क्रियासाधनं +क्रियासाधनम् +क्रियासाधने +क्रियासामान्यं +क्रियासामान्यवचनाः +क्रियासामान्यस्य +क्रियासामान्ये +क्रियासारः +क्रियासारे +क्रियासिद्धि +क्रियासिद्धिः +क्रियासिद्धौ +क्रियासु +क्रियासुः +क्रियास्तत्र +क्रियास्तथा +क्रियास्तस्य +क्रियास्ताम् +क्रियास्तासु +क्रियास्तु +क्रियास्ते +क्रियास्नानं +क्रियास्म +क्रियास्वपि +क्रियास्वरूपं +क्रियास्वरूपोत्प्रेक्षा +क्रियास्सर्वाः +क्रियाहीनं +क्रियाहीनः +क्रियाहीनस्य +क्रियाहीना +क्रियाहीने +क्रियाहीनो 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+क्रीडत्यप्सरसां +क्रीडद्भिः +क्रीडन +क्रीडनं +क्रीडनकं +क्रीडनकः +क्रीडनकानां +क्रीडनकानि +क्रीडनकैः +क्रीडनकैरिव +क्रीडनम् +क्रीडनाय +क्रीडनार्थं +क्रीडनार्थाय +क्रीडनिकाभ्यां +क्रीडनीयं +क्रीडने +क्रीडनेन +क्रीडन् +क्रीडन्त +क्रीडन्तं +क्रीडन्तः +क्रीडन्तम् +क्रीडन्ति +क्रीडन्ती +क्रीडन्तीं +क्रीडन्तीति +क्रीडन्तीनां +क्रीडन्तु +क्रीडन्ते +क्रीडन्तो +क्रीडन्तौ +क्रीडन्त्या +क्रीडन्त्यो +क्रीडन्नास्ते +क्रीडन्निव +क्रीडन्स +क्रीडमानं +क्रीडमानः +क्रीडमानस्य +क्रीडमाना +क्रीडमानाः +क्रीडमानाश्च +क्रीडमानो +क्रीडमानौ +क्रीडय +क्रीडयते +क्रीडयन्ति +क्रीडया +क्रीडयामास +क्रीडयित्वा +क्रीडयो +क्रीडसि +क्रीडसे +क्रीडस्व +क्रीड़ +क्रीड़ति +क्रीड़ते +क्रीड़ा +क्रीड़ां +क्रीड़ाभेदे +क्रीड़ायाम् +क्रीडा +क्रीडां +क्रीडाः +क्रीडाकूटः +क्रीडाकूटे +क्रीडाकौतुकमङ्गलैः +क्रीडाक्षेत्रे +क्रीडाखंडे +क्रीडाखण्डः +क्रीडाखण्डम् +क्रीडाखण्डे +क्रीडागृहं +क्रीडागृहाणि +क्रीडाङ्गणं +क्रीडाङ्गणम् +क्रीडाङ्गणस्य +क्रीडाङ्गणे +क्रीडाजीविकयोः +क्रीडातालेन +क्रीडात्मकं +क्रीडात्मकेन +क्रीडात्वेनाखिलं +क्रीडादि +क्रीडादिषु +क्रीडादौ +क्रीडानां +क्रीडान्ति +क्रीडापटवः +क्रीडापटु +क्रीडापटुः +क्रीडापरः +क्रीडापरा +क्रीडापराः +क्रीडापरो +क्रीडापर्वत +क्रीडापुष्करिणी +क्रीडाभिः +क्रीडामः +क्रीडामन्त्रालयः +क्रीडामि +क्रीडामुदो +क्रीडामृगो +क्रीडाम् +क्रीडायष्टिधरं +क्रीडाया +क्रीडायां +क्रीडायाः +क्रीडायामपि +क्रीडायामिति +क्रीडायामेव +क्रीडायाम् +क्रीडायै +क्रीडारतः +क्रीडारताः +क्रीडारसं +क्रीडार्थ +क्रीडार्थं +क्रीडार्थमिति +क्रीडार्थमेव +क्रीडार्थम् +क्रीडार्थी +क्रीडालवः +क्रीडालवाः +क्रीडालवानां +क्रीडालुः +क्रीडालूनां +क्रीडालोः +क्रीडालोलाः +क्रीडावन +क्रीडावनं +क्रीडावने +क्रीडावापी +क्रीडाविषयकः +क्रीडाशीलः +क्रीडाशैलः +क्रीडाशैले +क्रीडाश्च +क्रीडासमये +क्रीडासम्बद्धाः +क्रीडासम्बद्धानि +क्रीडासु +क्रीडास्थानं +क्रीडास्थानम् +क्रीडास्थानानि +क्रीडास्थाने +क्रीडाऽपि +क्रीडि +क्रीडितं +क्रीडितः +क्रीडितम् +क्रीडितवान् +क्रीडिता +क्रीडिताः +क्रीडितानि +क्रीडितुं +क्रीडितुम् +क्रीडित्वा +क्रीडित्वोपरतं +क्रीडिनो +क्रीडिभ्यः +क्रीडिष्यामि +क्रीडी +क्रीडृ +क्रीडे +क्रीडेत +क्रीडेति +क्रीडेत् +क्रीडेन्न +क्रीडेयं +क्रीडोत्सवः +क्रीडोत्सवे +क्रीडोद्यानं +क्रीडोपकरणानि +क्रीडोऽनुसंपरिभ्यश्च +क्रीड्यते +क्रीड्यन्ते +क्रीणतां +क्रीणते +क्रीणन्ति +क्रीणाति +क्रीणातिना +क्रीणाति॒ +क्रीणातीति +क्रीणानि +क्रीणानीति +क्रीणामि +क्रीणामीति +क्रीणासि +क्रीणीत +क्रीणीतः +क्रीणीते +क्रीणीयात् +क्रीणीष्व +क्रीणीहि +क्रीत +क्रीतं +क्रीतः +क्रीतकः +क्रीतमिति +क्रीतम् +क्रीतलब्धाशना +क्रीतवत् +क्रीतवत्परिमाणात् +क्रीतवान् +क्रीतश्च +क्रीतसोमस्य +क्रीतस्तपोभिरिति +क्रीतस्य +क्रीता +क्रीताः +क्रीताच्छः +क्रीतात् +क्रीतात्करणपूर्वात् +क्रीतानि +क्रीतानुशय +क्रीतानुशयः +क्रीतानुशयप्रकरणम् +क्रीताय +क्रीतार्थे +क्रीते +क्रीतेति +क्रीतेन +क्रीतो +क्रीतोऽस्मि +क्रीतोऽहं +क्रीत्वा +क्रीत्वोह्यातिथ्यं +क्रीयते +क्रीयमाणः +क्रीयसे +क्रीळं +क्रीळं॑त॒मत्य॑विं +क्रीळति +क्रीळन् +क्रीळन्तं +क्रीळन्तः +क्रीळन्तमत्यविम् +क्रीळन्तम् +क्रीळन्ति +क्रीळन्तौ +क्रीळयः +क्रीळयो +क्रीळ॑न् +क्रीळ॑न्तम् +क्रीळ॑न्ति +क्रीळ॑न्तौ +क्रीस्तोः +क्री़डन्ति +क्री॒ळयः॑ +क्री॒ळयो॒ +क्रु +क्रुंङ् +क्रुः +क्रुकन्नपि +क्रुक्लुकनौ +क्रुङ +क्रुङ् +क्रुझ +क्रुञ्च +क्रुञ्चः +क्रुञ्चति +क्रुञ्चा +क्रुञ्चान् +क्रुञ्चौ +क्रुड +क्रुत +क्रुतः +क्रुतवान् +क्रुते +क्रुत्वा +क्रुद्ध +क्रुद्धं +क्रुद्धः +क्रुद्धगन्धवहार्दितः +क्रुद्धया +क्रुद्धयोः +क्रुद्धरूपमवारयत् +क्रुद्धवर्गे +क्रुद्धश्च +क्रुद्धश्चिच्छेद +क्रुद्धस् +क्रुद्धस्तं +क्रुद्धस्तव +क्रुद्धस्तु +क्रुद्धस्य +क्रुद्धस्यैतदागो +क्रुद्धा +क्रुद्धां +क्रुद्धाः +क्रुद्धादाशीविषादिव +क्रुद्धानां +क्रुद्धान् +क्रुद्धाप्रसन्ना +क्रुद्धायां +क्रुद्धायाः +क्रुद्धाश्च +क्रुद्धास्ते +क्रुद्धे +क्रुद्धेन +क्रुद्धेषु +क्रुद्धेऽपि +क्रुद्धैः +क्रुद्धो +क्रुद्धोल्काय +क्रुद्धोऽब्रवीद्वचः +क्रुद्धोऽहं +क्रुद्धौ +क्रुद्ध्यति +क्रुद्वः +क्रुध +क्रुधं +क्रुधः +क्रुधद्रुह +क्रुधद्रुहेर्ष्यासूयार्थानां +क्रुधद्रुहोरुपसृष्टयोः +क्रुधमण्डार्थेभ्यश्च +क्रुधम् +क्रुधा +क्रुधान्वितः +क्रुधि +क्रुधेव +क्रुधो +क्रुध् +क्रुध्य +क्रुध्यति +क्रुध्यतिकर्मा +क्रुध्यतु +क्रुध्यते +क्रुध्यतो +क्रुध्यन् +क्रुध्यन्तं +क्रुध्यन्ति +क्रुध्यसि +क्रुध्येत +क्रुन् +क्रुमुकम् +क्रुश +क्रुशं +क्रुशे +क्रुशेन +क्रुश् +क्रुषा +क्रुष्ट +क्रुष्टं +क्रुष्टः +क्रुष्टद्वितीया +क्रुष्टद्वितीयादिकं +क्रुष्टद्वितीयादिकम् +क्रुष्टादिकं +क्रुष्टादिकम् +क्रुष्टाद्यर्थे +क्रुष्टो +क्रु॒द्धः +क्रु॒द्धस्यै॒तदागो॒ +क्रू +क्रूँ +क्रूं +क्रूर +क्रूरं +क्रूरः +क्रूरकर्म +क्रूरकर्मकृत् +क्रूरकर्मणः +क्रूरकर्मणा +क्रूरकर्मणाम् +क्रूरकर्मणि +क्रूरकर्मभिः +क्रूरकर्मा +क्रूरकर्माण +क्रूरकर्माणं +क्रूरकर्माणः +क्रूरकर्माणि +क्रूरकर्माणो +क्रूरकर्मिणः +क्रूरकर्म्मा +क्रूरकोष्ठं +क्रूरग्रह +क्रूरग्रहः +क्रूरग्रहा +क्रूरग्रहेण +क्रूरग्रहैः +क्रूरतया +क्रूरतरं +क्रूरता +क्रूरतां +क्रूरत्वं +क्रूरदृष्ट्या +क्रूरबुद्धयः +क्रूरमपि +क्रूरमस्या +क्रूरमिति +क्रूरमिव +क्रूरम् +क्रूरया +क्रूरवेधे +क्रूरश्च +क्रूरस्तस्मिन्नपि +क्रूरस्य +क्रूरा +क्रूरां +क्रूराः +क्रूराकारः +क्रूराणां +क्रूराणि +क्रूरात्मा +क्रूरान् +क्रूरान्संसारेषु +क्रूराय +क्रूराश्च +क्रूरास्तथा +क्रूरी +क्रूरे +क्रूरेण +क्रूरेयं +क्रूरेषु +क्रूरेऽपि +क्रूरै +क्रूरैः +क्रूरैरेवं +क्रूरो +क्रूरोऽथ +क्रूरोऽपि +क्रूरौ +क्रू॒रं +क्रू॒रमि॑व॒ +क्रू॒रस्य॑ +क्रे +क्रेडिट् +क्रेतरि +क्रेतव्यं +क्रेतव्यम् +क्रेतव्या +क्रेता +क्रेतार +क्रेतारं +क्रेतारः +क्रेतुं +क्रेतुः +क्रेतुरेव +क्रेतृ +क्रेत्रा +क्रेत्रे +क्रेत्स्मेरस्य +क्रेत्स्मेर् +क्रेन +क्रेयं +क्रेष्यामस्तं +क्रेसेञ्जि +क्रै +क्रैं +क्रैयादिकः +क्रैस्त +क्रैस्तदेवालयः +क्रैस्तपूर्वं +क्रैस्तपूर्वः +क्रैस्तमतम् +क्रैस्तमतस्य +क्रैस्तमन्दिराणि +क्रैस्तविश्वविद्यालयस्य +क्रैस्तविश्वविद्यालये +क्रैस्तवीय +क्रैस्ताः +क्रैस्तानां +क्रैस्ताब्दः +क्रैस्ताब्दाः +क्रैस्ताब्दे +क्रो +क्रों +क्रोएशिया +क्रोड +क्रोडं +क्रोडः +क्रोडड्डत्ध् +क्रोडम् +क्रोडरूपी +क्रोडस्य +क्रोड़े +क्रोडा +क्रोडात्मा +क्रोडादिबह्वचः +क्रोडी +क्रोडीकरोति +क्रोडीकारः +क्रोडीकृतं +क्रोडीकृतः +क्रोडीकृता +क्रोडीकृत्य +क्रोडे +क्रोडेन +क्रोडैः +क्रोडो +क्रोडोऽदित्यै +क्रोद्धा +क्रोद्धुमर्हति +क्रोद्धुमर्हसि +क्रोध +क्रोधं +क्रोधः +क्रोधकाले +क्रोधजं +क्रोधजानि +क्रोधजे +क्रोधजेऽपि +क्रोधजो +क्रोधजोऽपि +क्रोधञ्च +क्रोधताम्राक्षः +क्रोधताम्राक्षो +क्रोधत्वेन +क्रोधदीप्तेन +क्रोधन +क्रोधनं +क्रोधनः +क्रोधनश्चैव 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+क्ल +क्लं +क्लः +क्लथ +क्लद +क्लदि +क्लन्दते +क्लप +क्लप्त +क्लप्तं +क्लप्तत्वात् +क्लब +क्लब् +क्लम +क्लमं +क्लमः +क्लमथः +क्लममुत्ससर्ज +क्लमम् +क्लमहरं +क्लमान्विताः +क्लमु +क्लमे +क्लमो +क्लम् +क्लव्डी +क्ला +क्लां +क्लान्त +क्लान्तं +क्लान्तः +क्लान्तदेहस्य +क्लान्तहस्ताः +क्लान्ता +क्लान्तां +क्लान्ताः +क्लान्तानि +क्लान्तासि +क्लान्ति +क्लान्तिं +क्लान्तिः +क्लान्ते +क्लान्तो +क्लाम +क्लामति +क्लाम्यति +क्लार्क् +क्लि +क्लिक +क्लिक् +क्लिक्कृत्य +क्लिक्क्रियताम् +क्लिद +क्लिदि +क्लिदू +क्लिद् +क्लिद्यति +क्लिद्यते +क्लिद्यन्ति +क्लिद्यमान +क्लिन्दति +क्लिन्दते +क्लिन्न +क्लिन्नं +क्लिन्नः +क्लिन्नचित्त +क्लिन्नत्वमापन्नमुच्यते +क्लिन्नमत्यर्थपूति +क्लिन्नस्य +क्लिन्ना +क्लिन्नां +क्लिन्नाङ्गुल्यन्तरौ +क्लिन्ने +क्लिन्नेन +क्लिन्नो +क्लिप् +क्लिबे +क्लियोपैत्रा +क्लिश +क्लिशः +क्लिशि +क्लिशितः +क्लिशित्वा +क्लिशू +क्लिश्नन्ति +क्लिश्नाति +क्लिश्नातीति +क्लिश्नासि +क्लिश्यत +क्लिश्यतां +क्लिश्यति +क्लिश्यते +क्लिश्यन्त +क्लिश्यन्ति +क्लिश्यन्ते +क्लिश्यन्नपि +क्लिश्यमानं +क्लिश्यमानः +क्लिश्यमानस्तु +क्लिश्यमानस्य +क्लिश्यमाना +क्लिश्यमानानां +क्लिश्यमानान् +क्लिश्यमानेन +क्लिश्यमानेषु +क्लिश्यमानो +क्लिश्यसि +क्लिश्यसे +क्लिष्ट +क्लिष्टं +क्लिष्टः +क्लिष्टकल्पनया +क्लिष्टकल्पनाया +क्लिष्टता +क्लिष्टत्वं +क्लिष्टत्वम् +क्लिष्टत्वात् +क्लिष्टत्वाद्बहु +क्लिष्टप्रवाहपतिता +क्लिष्टमन्मथमपि +क्लिष्टमिति +क्लिष्टम् +क्लिष्टस्य +क्लिष्टा +क्लिष्टां +क्लिष्टाः +क्लिष्टाक्लिष्टाः +क्लिष्टानां +क्लिष्टामापत्तिमापद्यते +क्लिष्टाऽक्लिष्टाः +क्लिष्टे +क्लिष्टो +क्लिष्ट्वा +क्ली +क्लीँ +क्लीं +क्लींबं +क्लीतः +क्लीतकं +क्लीतका +क्लीतकिका +क्लीब +क्लीबं +क्लीबः +क्लीबता +क्लीबतां +क्लीबते +क्लीबतेष्यते +क्लीबत्वं +क्लीबत्वम् +क्लीबपुंसोः +क्लीबमव्ययम् +क्लीबम् +क्लीबलिङ्गं +क्लीबश्च +क्लीबस्य +क्लीबा +क्लीबाः +क्लीबाच्छष्पाणि +क्लीबृ +क्लीबे +क्लीबेन +क्लीबो +क्लीमिति +क्लीम् +क्लीव +क्लीवं +क्लीवः +क्लीवता +क्लीवत्व +क्लीवत्वं +क्लीवत्वमपि +क्लीवत्वम् +क्लीवपतितौ +क्लीवम् +क्लीवलिङ्गेऽपि +क्लीवश्च +क्लीवस्य +क्लीवा +क्लीवे +क्लीवेऽपि +क्लीवौ +क्लु +क्लुप्तं +क्लूं +क्लूमिति +क्लृप +क्लृपः +क्लृपि +क्लृपेः +क्लृप्त +क्लृप्तं +क्लृप्तः +क्लृप्तच् +क्लृप्ततया +क्लृप्तत्वात् +क्लृप्तत्वेन +क्लृप्तमा +क्लृप्तमिति +क्लृप्तमेव +क्लृप्तम् +क्लृप्तयामास +क्लृप्तस्य +क्लृप्ता +क्लृप्ताः +क्लृप्तानां +क्लृप्तानि +क्लृप्ति +क्लृप्तिं +क्लृप्तिः +क्लृप्तिमाह +क्लृप्तिरसि +क्लृप्तीः +क्लृप्ते +क्लृप्तेन +क्लृप्तेषु +क्लृप्तो +क्लृप्तौ +क्लृप्त्या +क्लृप्त्यै +क्ले +क्लें +क्लेद +क्लेदं +क्लेदः +क्लेदकः +क्लेदन +क्लेदनं +क्लेदनः +क्लेदनम् +क्लेदने +क्लेदनो +क्लेदय +क्लेदयति +क्लेदयन्ति +क्लेदयन्त्यापः +क्लेदयन्त्यापो +क्लेदयित्वा +क्लेदश्च +क्लेदा +क्लेदिनि +क्लेदिनी +क्लेदी +क्लेदे +क्लेदेन +क्लेदो +क्लेश +क्लेशं +क्लेशः +क्लेशकः +क्लेशकरं +क्लेशकरः +क्लेशकर्मक्षये +क्लेशकर्मनिवृत्तिः +क्लेशकर्मनिवृत्तौ +क्लेशकर्मविपाकाशयैरपरामृष्टः +क्लेशतनूकरणार्थश्च +क्लेशतमसोः +क्लेशते +क्लेशदं +क्लेशदा +क्लेशदानि +क्लेशनम् +क्लेशनाशनः +क्लेशनाशनम् +क्लेशप्रकारस्य +क्लेशप्रहाणं +क्लेशप्रहाणाय +क्लेशबीजानि +क्लेशभागिनः +क्लेशभाजो +क्लेशमयं +क्लेशमाप्नोति +क्लेशमूल +क्लेशमूलः +क्लेशम् +क्लेशयति +क्लेशयते +क्लेशयन्ति +क्लेशयसि +क्लेशयितुं +क्लेशवदुक्तम् +क्लेशवद् +क्लेशविषयत्वं +क्लेशवैरिणाम् +क्लेशश्च +क्लेशसहः +क्लेशसहा +क्लेशसहो +क्लेशस्तथा +क्लेशस्त्वधिकतरः +क्लेशस्य +क्लेशहेतुकाः +क्लेशा +क्लेशांश्च +क्लेशाः +क्लेशाख्य +क्लेशात् +क्लेशात्मकं +क्लेशादयः +क्लेशादि +क्लेशाद् +क्लेशानां +क्लेशानाम् +क्लेशान् +क्लेशापहं +क्लेशापहः +क्लेशाय +क्लेशावनद्धः +क्लेशावरणं +क्लेशावस्था +क्लेशावहं +क्लेशावहा +क्लेशाश् +क्लेशाश्च +क्लेशास् +क्लेशास्तनवो +क्लेशितं +क्लेशितः +क्लेशिता +क्लेशिताः +क्लेशितो +क्लेशे +क्लेशेति +क्लेशेन +क्लेशेनैव +क्लेशेभ्यः +क्लेशेभ्यो +क्लेशेषु +क्लेशैः +क्लेशैरपरामृष्टा +क्लेशैर् +क्लेशैर्जन्ममृत्युप्रहाणिः +क्लेशैर्न +क्लेशैर्नात्मा +क्लेशैश्च +क्लेशो +क्लेशों +क्लेशोऽत्र +क्लेशोऽधिकतरः +क्लेशोऽधिकतरस्तेषामव्यक्तासक्तचेतसाम् +क्लेशोऽधिकतरस्तेषाम् +क्लेशोऽपि +क्लेषकर्मविपाकाशयैरपरामृष्टः +क्लैं +क्लैब्यं +क्लैब्यमिति +क्लैब्यमिह +क्लैब्याद् +क्लैमेट् +क्लैव् +क्लैव्यं +क्लैव्यादिभिर्निर्भर्त्सनमभिदधत् +क्लो +क्लोम +क्लोमा +क्लोमानं +क्लोम्नः +क्लोम्ना +क्लोम्नि +क्लोम्नो +क्लोरिन +क्लौं +क्ळिक् +क्ळ्प्त्यै +क्व +क्वं +क्वः +क्वच +क्वचन +क्वचि +क्वचिच् +क्वचिच्च +क्वचिच्चापि +क्वचिच्चेति +क्वचिच्छर्मारतिग्रस्तो +क्वचिच्छ्रूयते +क्वचिज्ज्ञानं +क्वचिञ्च +क्वचित +क्वचितु +क्वचित् +क्वचित्किंचित्कदाचन +क्वचित्किंचिद्विविच्यते +क्वचित्कोशे +क्वचित्क्वचित् +क्वचित्क्वचिदपि +क्वचित्ग्रन्थे +क्वचित्तत्र +क्वचित्तथा +क्वचित्तथैव +क्वचित्तस्य +क्वचित्तिष्ठति +क्वचित्तु +क्वचित्पाठ +क्वचित्पाठः +क्वचित्पुनः +क्वचित्पुस्तके +क्वचित्प्रतिहन्यते +क्वचित्प्रदेशे +क्वचित्प्रवृत्तिः +क्वचित्संनिचयं +क्वचित्सन्ति +क्वचित्‌ +क्वचिथ् +क्वचिद +क्वचिदंशे +क्वचिदत्र +क्वचिदधिकमस्ति +क्वचिदनुगामी +क्वचिदन्यत्र +क्वचिदन्यदेव +क्वचिदपवादमाह +क्वचिदपि +क्वचिदप्युपाधौ +क्वचिदप्रवृत्तिः +क्वचिदर्थः +क्वचिदर्थे +क्वचिदर्धावशेषाणि +क्वचिदवयवे +क्वचिदश्रवणमन्यत्र +क्वचिदस्ति +क्वचिदस्य +क्वचिदिङ्गुदीफलभिदः +क्वचिदिति +क्वचिदित्यनेन +क्वचिदित्यादि +क्वचिदिष्यते +क्वचिदिह +क्वचिदुक्ता +क्वचिदुच्यते +क्वचिदुन्नमिताननौ +क्वचिदुपयुज्यते +क्वचिदेक +क्वचिदेकत्र +क्वचिदेकस्य +क्वचिदेव +क्वचिदेवं +क्वचिद् +क्वचिद्गच्छति +क्वचिद्गायति +क्वचिद्ग्रन्थे +क्वचिद्दृश्यते +क्वचिद्दृष्टं +क्वचिद्देशे +क्वचिद्धर्मः +क्वचिद्धि +क्वचिद्भवति +क्वचिद्भवे +क्वचिद्भवेत् +क्वचिद्भवेदमृतं +क्वचिद्भूमौ +क्वचिद्भेदे +क्वचिद्यशः +क्वचिद्याति +क्वचिद्वस्तु +क्वचिद्वस्तुनि +क्वचिद्वा +क्वचिद्वाच्ये +क्वचिद्वारि +क्वचिद्वि +क्वचिद्विषये +क्वचिद्वै +क्वचिन् +क्वचिन्न +क्वचिन्नरः +क्वचिन्नाम +क्वचिन्नास्ति +क्वचिन्नित्यं +क्वचिन्निन्दा +क्वचिन्नृत्यति +क्वचिन्नेति +क्वचिन्नैव +क्वचिन्मायेति +क्वचिन्मुने +क्वचिन्मे +क्वण +क्वणः +क्वणता +क्वणति +क्वणन् +क्वणन्ति +क्वणितं +क्वणितेन +क्वणो +क्वण् +क्वत्यः +क्वथ +क्वथनं +क्वथनावसरे +क्वथनीयम् +क्वथयित्वा +क्वथिका +क्वथित +क्वथितं +क्वथितः +क्वथितचूर्णम् +क्वथितम् +क्वथितस्य +क्वथिता +क्वथितां +क्वथिताः +क्वथितानि +क्वथितायां +क्वथिते +क्वथितेन +क्वथितैः +क्वथितो +क्वथे +क्वनन्तो +क्वनिपि +क्वनिप् +क्वनिप्प्रत्ययो +क्वनु +क्वन् +क्वन्प्रत्ययः +क्वपि +क्वप् +क्वयिः +क्वरपि +क्वरप् +क्वसन्तो +क्वसु +क्वसुः +क्वसुप्रत्ययः +क्वसुप्रत्ययान्तो +क्वसुरादेशः +क्वसुर्भवति +क्वसुश्च +क्वसोः +क्वसौ +क्वहाः +क्वा +क्वाकार्य +क्वाकार्यं +क्वाचित्क +क्वाचित्कः +क्वाणः +क्वाण्टम् +क्वाति +क्वाथ +क्वाथं +क्वाथः +क्वाथपानं +क्वाथपाने +क्वाथभेदे +क्वाथमष्टावशेषं +क्वाथमेभिः +क्वाथमेषां +क्वाथम् +क्वाथयित्वा +क्वाथयेत् +क्वाथयेद् +क्वाथश्च +क्वाथस्तथा +क्वाथस्य +क्वाथा +क्वाथाः +क्वाथितं +क्वाथे +क्वाथेन +क्वाथै +क्वाथैः +क्वाथैर् +क्वाथो +क्वाथोऽयं +क्वाथ्य +क्वाथ्यं +क्वाथ्यद्र +क्वाथ्यन्ते +क्वाथ्यमानं +क्वाथ्यम् +क्वादेः +क्वादेशः +क्वाद्य +क्वाधुना +क्वान् +क्वान्यत्र +क्वापि +क्वापीति +क्वापीत्यर्थः +क्वाप्यदर्शनात् +क्वाप्य् +क्वायं +क्वाविति +क्वावेट् +क्वाशु +क्वासाविति +क्वासि +क्वासौ +क्वास्ति +क्वास्ते +क्वास्य +क्वाहं +क्वाऽपि +क्वाऽसौ +क्वाऽस्ति +क्वाऽहं +क्वि +क्विझलोः +क्विति +क्विनः +क्विनि +क्विन् +क्विन्नन्तत्वात् +क्विन्प्रत्ययः +क्विन्प्रत्ययस्य +क्विन्प्रत्ययो +क्विप +क्विपं +क्विपः +क्विपा +क्विपि +क्विपू +क्विपो +क्विप् +क्विप्च +क्विप्प्रत्ययः +क्विप्प्रत्ययेन +क्विप्प्रत्ययो +क्विबन्त +क्विबन्तं +क्विबन्तः +क्विबन्तस्य +क्विबन्तस्यैतद्रूपम् +क्विबन्तात् +क्विबन्ते +क्विबिति +क्विबेव +क्विब् +क्विब्दीर्घौ +क्विब्लोपः +क्विब्वचि +क्विब्वा +क्विम् +क्विवन्तः +क्वीन +क्वीन् +क्वुन् +क्वेट्टा +क्वेति +क्वेदं +क्वेदानीं +क्वेयं +क्वेयथ +क्वेव +क्वेह +क्वैष +क्वैषा +क्वो +क्वोपयुज्यते +क्वोपयोगः +क्वौ +क्व॑ +क्श्चन +क्ष +क्षं +क्षंतव्यं +क्षंतव्यो +क्षंतुमर्हसि +क्षः +क्षक +क्षकः +क्षकारं +क्षकारः +क्षकारस्य +क्षकारो +क्षज +क्षजि +क्षज्या +क्षञ्जं +क्षण +क्षणं +क्षणंक्षणं +क्षणः +क्षणकालं +क्षणक्षयिणि +क्षणगतेः +क्षणतः +क्षणतत्क्रमयोः +क्षणतो +क्षणदा +क्षणदां +क्षणदाचर +क्षणदाचरः +क्षणदाचरम् +क्षणदाचराः +क्षणदाचराणां +क्षणदापायशशाङ्कदर्शनः +क्षणदामुखे +क्षणदायां +क्षणदासु +क्षणद्वयं +क्षणध्वंसिनि +क्षणन +क्षणपर्यन्तं +क्षणप्रतियोगी +क्षणप्रभा +क्षणभंगुरम् +क्षणभङ्गः +क्षणभङ्गपक्षे +क्षणभङ्गसिद्विः +क्षणभङ्गिनः +क्षणभङ्गिनी +क्षणभङ्गुरं +क्षणभङ्गुरः +क्षणभङ्गुरम् +क्षणभङ्गुरा +क्षणभङ्गुराः +क्षणभङ्गुरेण +क्षणभङ्गे +क्षणभङ्गो +क्षणभर +क्षणभिन्नसौहृदः +क्षणभेदस्तु +क्षणभेदेन +क्षणम +क्षणमगुणं +क्षणमचिन्तयत् +क्षणमत्र +क्षणमथ +क्षणमथो +क्षणमध्ये +क्षणमनु +क्षणमपि +क्षणमप्यवतिष्ठते +क्षणमप्यहम् +क्षणमप्युत्सहते +क्षणमात्र +क्षणमात्रं +क्षणमात्रतः +क्षणमात्रमपि +क्षणमात्रमप्यनवस्थायित्वात् +क्षणमात्रमेव +क्षणमात्रम् +क्षणमात्रस्यापि +क्षणमात्रे +क्षणमात्रेण +क्षणमायाति +क्षणमायान्ति +क्षणमासितं +क्षणमाह +क्षणमिति +क्षणमिव +क्षणमिह +क्षणमेकं +क्षणमेति +क्षणमेव +क्षणमेवमचिन्तयत् +क्षणमैक्षत +क्षणम् +क्षणम्‌ +क्षणया +क्षणयोः +क्षणव्यवहारो +क्षणशः +क्षणश्च +क्षणस् +क्षणस्तु +क्षणस्य +क्षणा +क्षणां +क्षणांतरे +क्षणाः +क्षणाच +क्षणाच् +क्षणाच्च +क्षणात +क्षणात् +क्षणात्ततः +क्षणात्तत्र +क्षणात्तदा +क्षणात्तस्य +क्षणात्स +क्षणादथ +क्षणादन्तरधीयत +क्षणादपि +क्षणादभूत् +क्षणादयः +क्षणादहो +क्षणादि +क्षणादिः +क्षणादिति +क्षणादिव +क्षणादिह +क्षणादेनं +क्षणादेव +क्षणाद् +क्षणाद्भवति +क्षणाद्वै +क्षणानन्तरं +क्षणानन्तर्यात्मा +क्षणानां +क्षणानाम् +क्षणानि +क्षणान् +क्षणान्तरं +क्षणान्तरम् +क्षणान्तरे +क्षणान्ते +क्षणाभ्यन्तरे +क्षणाम् +क्षणार्द्धं +क्षणार्द्धमपि +क्षणार्द्धेन +क्षणार्धं +क्षणार्धमपि +क्षणार्धे +क्षणार्धेन +क्षणि +क्षणिक +क्षणिकं +क्षणिकः +क्षणिकतया +क्षणिकता +क्षणिकतां +क्षणिकत्व +क्षणिकत्वं +क्षणिकत्वञ्च +क्षणिकत्वपक्ष +क्षणिकत्वपक्षे +क्षणिकत्वमिति +क्षणिकत्वमेव +क्षणिकत्वम् +क्षणिकत्वसिद्धिः +क्षणिकत्वस्य +क्षणिकत्वाच्च +क्षणिकत्वात् +क्षणिकत्वाद् +क्षणिकत्वे +क्षणिकत्वेन +क्षणिकत्वेऽपि +क्षणिकमपि +क्षणिकमिति +क्षणिकम् +क्षणिकवाद +क्षणिकवादिनो +क्षणिकस्य +क्षणिकस्यापि +क्षणिका +क्षणिकां +क्षणिकाः +क्षणिकानां +क्षणिकाया +क्षणिके +क्षणिकेति +क्षणिकेषु +क्षणिको +क्षणिकोऽपि +क्षणितोः +क्षणिनं +क्षणु +क्षणुते +क्षणे +क्षणेक्षणे +क्षणेति +क्षणेन +क्षणेनाथ +क्षणेनान्तरधीयत +क्षणेनापि +क्षणेनेति +क्षणेनैकेन +क्षणेनैव +क्षणेषु +क्षणेऽपि +क्षणैः +क्षणो +क्षणों +क्षणोति +क्षणोऽपि +क्षणौ +क्षण् +क्षण्ड +क्षण्यं +क्षण्यते +क्षत +क्षतं +क्षतः +क्षतकासे +क्षतकृतश्च +क्षतक्षयम् +क्षतक्षयहरं +क्षतक्षये +क्षतक्षीणः +क्षतक्षीणस्य +क्षतक्षीणे +क्षतक्षीणो +क्षतजं +क्षतजः +क्षतजश्च +क्षतजस्य +क्षतजा +क्षतजाः +क्षतजादिग्धः +क्षतजाभौ +क्षतजार्द्रं +क्षतजे +क्षतजेन +क्षततमा +क्षतत्राणं +क्षतम् +क्षतया +क्षतयोः +क्षतविक्षताः +क्षतविग्रहाः +क्षतविग्रहाश्च +क्षतश्च +क्षतसर्पणम् +क्षतसेतुबन्धनो +क्षतस्य +क्षता +क्षतां +क्षताः +क्षताच्च +क्षतातुरः +क्षतात् +क्षतात्किल +क्षतानां +क्षतानि +क्षतान् +क्षताभिघातप्रभवस्तु +क्षतायां +क्षताश्च +क्षतासु +क्षति +क्षतिं +क्षतिः +क्षतिग्रस्तं +क्षतिग्रस्ता +क्षतिम् +क्षतिरिति +क्षतिरित्यर्थः +क्षतिरुपस्थिता +क्षतिर्न +क्षतिविरह +क्षतिविरहात् +क्षती +क्षतीः +क्षते +क्षतेन +क्षतेनाप्यसृजा +क्षतेरभावात् +क्षतेषु +क्षतेष्वभिहतेषु +क्षतैः +क्षतो +क्षतोत्थितः +क्षतोद्भवात् +क्षतोरस्कः +क्षतोरस्को +क्षतोष्मा +क्षतौ +क्षत् +क्षत्तः +क्षत्तरि +क्षत्ता +क्षत्तार +क्षत्तारं +क्षत्तारः +क्षत्तारम् +क्षत्तारौ +क्षत्तुः +क्षत्तुर्जातस्तथोग्रायां +क्षत्तृ +क्षत्तृभ्यः +क्षत्त्र +क्षत्त्रं +क्षत्त्रः +क्षत्त्रबन्धुमनामयम् +क्षत्त्रम् +क्षत्त्रस्य +क्षत्त्रा +क्षत्त्राय +क्षत्त्रि +क्षत्त्रिय +क्षत्त्रियं +क्षत्त्रियः +क्षत्त्रियभेदे +क्षत्त्रियवैश्ययोः +क्षत्त्रियस्य +क्षत्त्रियस्यापि +क्षत्त्रिया +क्षत्त्रियाः +क्षत्त्रियाणां +क्षत्त्रियाणाञ्च +क्षत्त्रियाणामयं +क्षत्त्रियात् +क्षत्त्रियादीनां +क्षत्त्रियायां +क्षत्त्रियाश्च +क्षत्त्रियास्तात +क्षत्त्रिये +क्षत्त्रियेण +क्षत्त्रियो +क्षत्त्रे +क्षत्त्रेण +क्षत्त्रो +क्षत्त्रꣳ +क्षत्यभावात् +क्षत्र +क्षत्रँ +क्षत्रं +क्षत्रः +क्षत्रजातिः +क्षत्रधर्म +क्षत्रधर्मं +क्षत्रधर्मः +क्षत्रधर्ममनुव्रतः +क्षत्रधर्मरतः +क्षत्रधर्मस्य +क्षत्रधर्मा +क्षत्रधर्मे +क्षत्रधर्मेण +क्षत्रप +क्षत्रपतिः +क्षत्रपरिग्रहक्षमा +क्षत्रप्रधनपिशुनं +क्षत्रबन्धवः +क्षत्रबन्धुः +क्षत्रभृतः +क्षत्रभृद् +क्षत्रमजरं +क्षत्रमनुव्रताः +क्षत्रमभि +क्षत्रमश्मनो +क्षत्रमिति +क्षत्रमिन्द्रियं +क्षत्रमिमे +क्षत्रमुच्यते +क्षत्रमुत्सादितं +क्षत्रमुरो +क्षत्रमेव +क्षत्रमोजो +क्षत्रम् +क्षत्रम्̇ +क्षत्रवनि +क्षत्रवनिं +क्षत्रवनिः +क्षत्रवनिम् +क्षत्रवनिꣳ +क्षत्रविद्या +क्षत्रविद्यां +क्षत्रसाम +क्षत्रस्य +क्षत्रस्येव +क्षत्रस्येवास्य +क्षत्रस्यैव +क्षत्रस्योल्बमसि +क्षत्रस्योल्बमसीति +क्षत्रस्योल्बम् +क्षत्रा +क्षत्राणां +क्षत्राणामित्यादि +क्षत्राणि +क्षत्राणीन्द्रो +क्षत्रात् +क्षत्राद् +क्षत्राद्धः +क्षत्राय +क्षत्रायानेन +क्षत्रायैव +क्षत्रि +क्षत्रिय +क्षत्रियं +क्षत्रियः +क्षत्रियकुण्ड +क्षत्रियकुले +क्षत्रियजातयः +क्षत्रियजातिः +क्षत्रियजातीयस्य +क्षत्रियजातौ +क्षत्रियत्वं +क्षत्रियत्वादुक्तसंन्यासद्वारा +क्षत्रियत्वे +क्षत्रियत्वेन +क्षत्रियपांसनः +क्षत्रियपुङ्गवाः +क्षत्रियप्रवराणां +क्षत्रियबलं +क्षत्रियभेदे +क्षत्रियमर्दनः +क्षत्रियम् +क्षत्रियया +क्षत्रिययोनिं +क्षत्रियर्षभ +क्षत्रियर्षभः +क्षत्रियर्षभम् +क्षत्रियर्षभसूदनः +क्षत्रियर्षभाः +क्षत्रियवत् +क्षत्रियवर्णः +क्षत्रियवैश्ययोः +क्षत्रियवैश्ययोरपि +क्षत्रियवैश्यौ +क्षत्रियश्च +क्षत्रियश्चैव +क्षत्रियस्तथा +क्षत्रियस्तु +क्षत्रियस्य +क्षत्रियस्याध्यापनयाजनप्रतिग्रहणानीति +क्षत्रियस्यापि +क्षत्रियस्याभिशंसने +क्षत्रियस्येति +क्षत्रियस्यैव +क्षत्रियस्यैष +क्षत्रियस्यौदुम्बरीं +क्षत्रियस्वभावस्य +क्षत्रिया +क्षत्रियां +क्षत्रियाः +क्षत्रियाज्जातः +क्षत्रियाणां +क्षत्रियाणाञ्च +क्षत्रियाणामयं +क्षत्रियाणाम् +क्षत्रियाणी +क्षत्रियात् +क्षत्रियादयः +क्षत्रियादयो +क्षत्रियादि +क्षत्रियादिः +क्षत्रियादिति +क्षत्रियादिना +क्षत्रियादिभिः +क्षत्रियादिषु +क्षत्रियादीनां +क्षत्रियादेः +क्षत्रियादेस्तु +क्षत्रियादौ +क्षत्रियाद् +क्षत्रियाधम +क्षत्रियान् +क्षत्रियान्क्षत्रियर्षभः +क्षत्रियान्तकरं +क्षत्रियान्नं +क्षत्रियाय +क्षत्रियाया +क्षत्रियायां +क्षत्रियावैश्ये +क्षत्रियाश्च +क्षत्रियाश्चैव +क्षत्रियासि +क्षत्रियास् +क्षत्रियास्तत्र +क्षत्रियास्तथा +क्षत्रियास्तु +क्षत्रियास्ते +क्षत्रियास्तेषां +क्षत्रियी +क्षत्रिये +क्षत्रियेण +क्षत्रियेभ्यः +क्षत्रियेषु +क्षत्रियै +क्षत्रियैः +क्षत्रियैर्धार्यते +क्षत्रियैर्वैश्यैः +क्षत्रियैश्च +क्षत्रियो +क्षत्रियों +क्षत्रियोत्तमः +क्षत्रियोपनिवेशाश्च +क्षत्रियोऽजनि +क्षत्रियोऽपि +क्षत्रियोऽसि +क्षत्रियोऽस्मि +क्षत्रियोऽहं +क्षत्रियौ +क्षत्री +क्षत्रे +क्षत्रेण +क्षत्रेणाग्ने +क्षत्रेणाभिषिच्यमानो +क्षत्रेणैव +क्षत्रेणैवैनं +क्षत्रो +क्षत्रोपेता +क्षत्र॒वनि॑ +क्षत्र᳘ं +क्षत्रꣳ +क्षत्वं +क्षत्वम् +क्षत्वा +क्षत्वात् +क्षत्वे +क्षत्वेन +क्षत्ित्रयस्य +क्षत्ित्रया +क्षत्ित्रयाणां +क्षथे +क्षद +क्षदसे +क्षद्मेव +क्षद॑से +क्षन् +क्षन्त +क्षन्तव्य +क्षन्तव्यं +क्षन्तव्यः +क्षन्तव्यमिति +क्षन्तव्यमेव +क्षन्तव्यम् +क्षन्तव्या +क्षन्तव्याः +क्षन्तव्यो +क्षन्ता +क्षन्तुं +क्षन्तुमर्हति +क्षन्तुमर्हथ +क्षन्तुमर्हन्ति +क्षन्तुमर्हसि +क्षन्तुम् +क्षन्ते +क्षप +क्षपः +क्षपः॑ +क्षपणं +क्षपणः +क्षपणक +क्षपणकं +क्षपणकः +क्षपणकाः +क्षपणके +क्षपणको +क्षपणम् +क्षपणाय +क्षपणे +क्षपणेनोच्छ्रितस्य +क्षपय +क्षपयति +क्षपयतीति +क्षपयतु +क्षपयत्याशु +क्षपयन् +क्षपयन्ति +क्षपयन्तु +क्षपयसि +क्षपयामास +क्षपयामि +क्षपयितुं +क्षपयितुम् +क्षपयित्वा +क्षपयित्वाथ +क्षपयिष्यति +क्षपयेच्च +क्षपयेत् +क्षपयेत्ततः +क्षपयेद् +क्षपयेद्देहं +क्षपा +क्षपां +क्षपाः +क्षपाकर +क्षपाकरः +क्षपाकरे +क्षपाक्षये +क्षपाचरः +क्षपाचरम् +क्षपाचराः +क्षपातमस्काण्डमलीमसं +क्षपात्यये +क्षपादौ +क्षपानाथ +क्षपान्ते +क्षपामुखेषु +क्षपामेकां +क्षपाम् +क्षपाया +क्षपायां +क्षपायाः +क्षपायाम् +क्षपावान् +क्षपाशयः +क्षपासु +क्षपाहस्य +क्षपाह्रास +क्षपाऽवान् +क्षपि +क्षपित +क्षपितं +क्षपितः +क्षपितकल्मषाः +क्षपिता +क्षपिताः +क्षपिते +क्षपितो +क्षपित्वा +क्षपे +क्षपेत् +क्षपेद् +क्षपो +क्षम +क्षमं +क्षमः +क्षमख +क्षमणीयं +क्षमत +क्षमता +क्षमतां +क्षमताम् +क्षमतायाः +क्षमति +क्षमते +क्षमध्वं +क्षमध्वम् +क्षमन्त +क्षमन्ते +क्षममिति +क्षमम् +क्षमया +क्षमयामास +क्षमयित्वा +क्षमयैव +क्षमवतां +क्षमश्च +क्षमसे +क्षमस्य +क्षमस्व +क्षमस्वापराधं +क्षमस्वे +क्षमस्वेति +क्षमा +क्षमां +क्षमाः +क्षमाकरं +क्षमागुणैः +क्षमाचराः +क्षमातः +क्षमातलम् +क्षमातले +क्षमान् +क्षमान्वितं +क्षमान्वितः +क्षमापतिः +क्षमापतेः +क्षमापनं +क्षमापनम् +क्षमापयति +क्षमापयन् +क्षमापयित्वा +क्षमापयेत् +क्षमापरः +क्षमापराः +क्षमापराधं +क्षमापि +क्षमाप्य +क्षमाप्रार्थना +क्षमाभुजः +क्षमाभुजा +क्षमाभुजां +क्षमाभुजो +क्षमाभृतां +क्षमाभृताम् +क्षमामण्डले +क्षमामयाचत +क्षमामहे +क्षमामि +क्षमाम् +क्षमाय +क्षमाया +क्षमायां +क्षमायाः +क्षमायाचना +क्षमायाञ्चां +क्षमायाम् +क्षमायुक्तः +क्षमायुक्ता +क्षमायुक्तो +क्षमायै +क्षमाराव +क्षमारूपा +क्षमार्जवम् +क्षमावतां +क्षमावतामयं +क्षमावताम् +क्षमावती +क्षमावन्तः +क्षमावन्तो +क्षमावन्तौ +क्षमावानतिगम्भीरो +क्षमावान् +क्षमाशीलं +क्षमाशीलः +क्षमाशीले +क्षमाशीलो +क्षमाश्च +क्षमासारा +क्षमास्ते +क्षमि +क्षमिणः +क्षमिणां +क्षमिता +क्षमिति +क्षमित्वा +क्षमिष्यते +क्षमिष्ये +क्षमि॑ +क्षमी +क्षमीति +क्षमू +क्षमूष् +क्षमे +क्षमेण +क्षमेत +क्षमेति +क्षमेत् +क्षमेत्यात्मभुवोपदिष्टम् +क्षमेथा +क्षमेथाः +क्षमेव +क्षमैव +क्षमो +क्षमोऽपि +क्षमोऽस्मि +क्षमोऽहं +क्षमौ +क्षम् +क्षम्पयति +क्षम्य +क्षम्यतां +क्षम्यतामिति +क्षम्यताम् +क्षम्यते +क्षम्यन्ते +क्षम्यस्य +क्षय +क्षयं +क्षयं॑ +क्षयं॒ +क्षयः +क्षयः॑ +क्षयकरं +क्षयकरः +क्षयकरी +क्षयकरो +क्षयकारकः +क्षयकारणं +क्षयकारणम् +क्षयकारिणी +क्षयकाल +क्षयकृत् +क्षयकृद् +क्षयक्षयकरो +क्षयजं +क्षयजः +क्षयजा +क्षयजे +क्षयञ्च +क्षयणः +क्षयणाय +क्षयतः +क्षयतरुः +क्षयति +क्षयतिरैश्वर्यकर्मा +क्षयते +क्षयत् +क्षयथ +क्षयथः +क्षयथा +क्षयद्वीरं +क्षयद्वीरम् +क्षयद्वीरस्य +क्षयद्वीराय +क्षयधनधनक्षयाः +क्षयधनहानिधनानि +क्षयधने +क्षयन् +क्षयन्तं +क्षयन्तमस्य +क्षयन्तम् +क्षयन्ता +क्षयन्ति +क्षयन्तीः +क्षयन्तीश्चर्षणीनाम् +क्षयन्तो +क्षयप्रवृत्तः +क्षयमपि +क्षयमागतम् +क्षयमागते +क्षयमादिशेत् +क्षयमाप्नुयाच्च +क्षयमाप्नुयात् +क्षयमाप्नोति +क्षयमायाति +क्षयमासः +क्षयमासो +क्षयमासोऽयम् +क्षयमुपयान्ति +क्षयमुपैति +क्षयमेति +क्षयमेव +क्षयमेष्यति +क्षयम् +क्षयम्‌ +क्षययोः +क्षयरहित +क्षयरहितं +क्षयरहिताः +क्षयरोग +क्षयरोगं +क्षयरोगः +क्षयरोगस्य +क्षयरोगी +क्षयरोगे +क्षयरोगेण +क्षयरोगो +क्षयलोभविरागहेतवः +क्षयवृद्धि +क्षयवृद्धिकारि +क्षयवृद्धिज्या +क्षयवृद्धिज्याहीनं +क्षयवृद्धी +क्षयव्ययाभ्यां +क्षयव्ययौ +क्षयव्याधिः +क्षयशब्दो +क्षयशेषम् +क्षयश्च +क्षयसम्भवा +क्षयसि +क्षयस् +क्षयस्तथा +क्षयस्तस्य +क्षयस्य +क्षयहेतुकम् +क्षया +क्षयाः +क्षयाख्यः +क्षयाच्च +क्षयाच्चैव +क्षयातिशयनिर्मुक्तं +क्षयात् +क्षयात्पापस्य +क्षयात्मकम् +क्षयात्मिका +क्षयाद् +क्षयान् +क्षयान्ता +क्षयापहः +क्षयाभावे +क्षयाम +क्षयाय +क्षयायोपेक्षिताः +क्षयार्थं +क्षयावहः +क्षयासंभवात् +क्षयाह +क्षयाहं +क्षयाहा +क्षयाहाः +क्षयाहाद्यम् +क्षयाहे +क्षया॑य +क्षया॑य॒ +क्षयि +क्षयिणं +क्षयिणां +क्षयिणी +क्षयितं +क्षयित्वं +क्षयित्वादिदोषादर्शनेन +क्षयिष्णु +क्षयिष्णुः +क्षयिष्णोर्नास्ति +क्षयी +क्षये +क्षयेण +क्षयेति +क्षयेत् +क्षयेम +क्षयेषु +क्षयेऽपि +क्षयेऽस्मिन्भूमिलोके +क्षयेऽहनि +क्षये॑ +क्षये॑षु +क्षये॒ +क्षयैः +क्षयो +क्षयोदयाभ्यां +क्षयोदयौ +क्षयोऽपि +क्षयोऽयं +क्षयोऽस्य +क्षयो॑ +क्षयौ +क्षय्य +क्षय्यं +क्षय्यजय्यौ +क्षय्यलोका +क्षय्या +क्षय॑म् +क्षय॑स्य +क्षर +क्षरं +क्षरः +क्षरजः +क्षरण +क्षरणं +क्षरणदीप्त्योः +क्षरणम् +क्षरणशील +क्षरणस्य +क्षरणात् +क्षरणे +क्षरतः +क्षरतश्च +क्षरता +क्षरति +क्षरतीति +क्षरतीत्यक्षरं +क्षरतीत्यक्षरो +क्षरतीन्द्रियम् +क्षरते +क्षरतेर्लुङि +क्षरत् +क्षरध्यै +क्षरन् +क्षरन्त +क्षरन्तं +क्षरन्तः +क्षरन्ति +क्षरन्ति॒ +क्षरन्ती +क्षरन्तीं +क्षरन्तीः +क्षरन्तीति +क्षरन्तीम् +क्षरन्तु +क्षरन्तो +क्षरमतीतः +क्षरमतीतोऽहमक्षरादपि +क्षरमेव +क्षरम् +क्षररूपं +क्षरश्चाक्षर +क्षरसि +क्षरस्य +क्षरा +क्षराः +क्षराक्षरातीतस्य +क्षराक्षराभ्यां +क्षराख्यस्य +क्षराणि +क्षरात्मानावीशते +क्षरा॑ +क्षरिति +क्षरिते +क्षरे +क्षरेजः +क्षरेण +क्षरेत् +क्षरेत्यर्थः +क्षरेयं +क्षरो +क्षर् +क्षर्ण +क्षर॑न्तः +क्षल +क्षव +क्षवः +क्षवक +क्षवकः +क्षवथु +क्षवथुं +क्षवथुः +क्षवथुर्निरेति +क्षवथूद्गार +क्षवथोः +क्षवथौ +क्षवम् +क्षविका +क्षविता +क्षशे +क्षश्च +क्षस्य +क्षा +क्षां +क्षांतं +क्षांतिः +क्षांत्या +क्षाः +क्षाणं +क्षाणां +क्षाता +क्षात् +क्षात्त्रं +क्षात्त्रे +क्षात्र +क्षात्रं +क्षात्रधर्मं +क्षात्रधर्मे +क्षात्रधर्मेण +क्षात्रविद्यः +क्षात्रे +क्षात्रेण +क्षात्रो +क्षात्रोपेता +क्षादि +क्षाद् +क्षान् +क्षान्त +क्षान्तं +क्षान्तः +क्षान्तमेव +क्षान्तम् +क्षान्ता +क्षान्ताः +क्षान्ति +क्षान्तिं +क्षान्तिः +क्षान्तिज्ञानक्षणाः +क्षान्तिपारमिता +क्षान्तिरनसूया +क्षान्तिरार्जवमेव +क्षान्तिरार्जवम् +क्षान्तिरिति +क्षान्तिरेव +क्षान्तिवादी +क्षान्तिश्च +क्षान्तिसमं +क्षान्ती +क्षान्ते +क्षान्तो +क्षान्तौ +क्षान्त्या +क्षान्त्वा +क्षापय +क्षाम +क्षामं +क्षामः +क्षामच्छायं +क्षामणि +क्षामता +क्षामतां +क्षामतागमनं +क्षामतागमनस्य +क्षामन् +क्षामये +क्षामवते +क्षामस्य +क्षामस्वरः +क्षामा +क्षामां +क्षामाक्षरोल्लापिनी +क्षामाङ्गी +क्षामाननः +क्षामास्यता +क्षामा॑ +क्षामा॒ +क्षामी +क्षामे +क्षामेण +क्षामेति +क्षामेव +क्षामो +क्षामोदरी +क्षाम् +क्षाम्य +क्षाम्यति +क्षाम्यतु +क्षाम॑ +क्षाय +क्षायति +क्षाया +क्षायां +क्षायाः +क्षायाम् +क्षायि +क्षायो +क्षार +क्षारं +क्षारः +क्षारकर्दमे +क्षारकल्पेन +क्षारके +क्षारको +क्षारक्षीराद्यम्बुधीनां +क्षारगन्धा +क्षारतैलमिदं +क्षारतोयवत् +क्षारत्रयं +क्षारत्वं +क्षारत्वम् +क्षारदेशे +क्षारद्वयं +क्षारनद्यां +क्षारबलं +क्षारभावमपनीय +क्षारभेदे +क्षारमम्लं +क्षारमृत्तिका +क्षारमेही +क्षारम् +क्षारयति +क्षारयितारं +क्षारलवणं +क्षारलवणवर्जनं +क्षारलवणहोमो +क्षारवर्गेण +क्षारविशेषः +क्षारश्रेष्ठो +क्षारसं +क्षारसिन्धोरुदक्स्थं +क्षारसूत्रेण +क्षारस्य +क्षारा +क्षारांश्च +क्षाराः +क्षाराक्तं +क्षाराग्नि +क्षाराणां +क्षाराणि +क्षारातु +क्षारात् +क्षारान् +क्षारान्यवागूः +क्षाराम्लं +क्षाराम्लकटुकं +क्षाराम्लतीक्ष्णोष्णगुरूपसेवा +क्षाराम्लैः +क्षाराम्लैरिति +क्षाराम्लोदकवारिभिः +क्षाराष्टकं +क्षारी +क्षारीकृतं +क्षारे +क्षारेण +क्षारेणाग्निना +क्षारेणेव +क्षारैः +क्षारैरम्लैश्च +क्षारैर्वा +क्षारो +क्षारोदकं +क्षारोदकेन +क्षारोदा +क्षारोदावधयो +क्षारोऽयं +क्षारौ +क्षार्णं +क्षाल +क्षालन +क्षालनं +क्षालनम् +क्षालनादिकम् +क्षालनार्थं +क्षालने +क्षालनेन +क्षालय +क्षालयति +क्षालयन्ति +क्षालयन्ती +क्षालयामास +क्षालयामि +क्षालयितुं +क्षालयित्वा +क्षालयेत् +क्षालयेत्ततः +क्षालयेद् +क्षालित +क्षालितं +क्षालितः +क्षालितमन्युना +क्षालिता +क्षालितां +क्षालिताः +क्षालितानि +क्षालिते +क्षालितो +क्षालितौ +क्षाल्य +क्षाल्यं +क्षाल्यते +क्षासु +क्षि +क्षिं +क्षिण +क्षिणं +क्षिणन्ति +क्षिणम् +क्षिणा +क्षिणां +क्षिणाति +क्षिणाम् +क्षिणि +क्षिणी +क्षिणीहि +क्षिणु +क्षिणुते +क्षिणे +क्षिणोति +क्षिणोतीति +क्षिणोतु +क्षिणोमि +क्षिणोषि +क्षिण्वन् +क्षिण्वन्ति +क्षित +क्षितं +क्षितः +क्षितत्वात् +क्षितम् +क्षितय +क्षितयः +क्षितयो +क्षिता +क्षितां +क्षिताः +क्षितायुर्यदि +क्षितावपि +क्षिताविति +क्षिताविह +क्षितावेते +क्षितावेव +क्षिति +क्षितिं +क्षितिः +क्षितिकम्पे +क्षितिक्षान्त्योः +क्षितिखेचरलेपिता +क्षितिज +क्षितिजं +क्षितिजः +क्षितिजत्वमितं +क्षितिजप्रसक्तम् +क्षितिजमण्डले +क्षितिजमेव +क्षितिजम् +क्षितिजवृत्त +क्षितिजवृत्तं +क्षितिजवृत्तस्य +क्षितिजवृत्ते +क्षितिजसंसक्त +क्षितिजसन्निधिगे +क्षितिजस्थं +क्षितिजस्था +क्षितिजस्थे +क्षितिजस्थेऽर्के +क्षितिजस्य +क्षितिजा +क्षितिजात् +क्षितिजादधः +क्षितिजादधःस्थे +क्षितिजादधो +क्षितिजादुपरि +क्षितिजाश्रये +क्षितिजाहोरात्रवृत्तयोः +क्षितिजे +क्षितिजेन +क्षितिजेऽक्षज्यया +क्षितिजेऽग्रा +क्षितिजो +क्षितिजोन्मण्डलयोरन्तरं +क्षितिजोपरि +क्षितिज्यया +क्षितिज्या +क्षितितल +क्षितितलं +क्षितितलम् +क्षितितले +क्षितितोयादिसमस्तभक्षिणः +क्षितिदेवताः +क्षितिधर +क्षितिधरं +क्षितिधरकुहरेषु +क्षितिधरगरुच्छेदे +क्षितिधारिणः +क्षितिनन्दनस्य +क्षितिनिर्जराणां +क्षितिप +क्षितिपं +क्षितिपः +क्षितिपतयः +क्षितिपतयो +क्षितिपति +क्षितिपतिं +क्षितिपतिः +क्षितिपतिना +क्षितिपते +क्षितिपतेः +क्षितिपतौ +क्षितिपस्तथा +क्षितिपस्य +क्षितिपा +क्षितिपाः +क्षितिपाय +क्षितिपाल +क्षितिपालं +क्षितिपालः +क्षितिपालभीत्या +क्षितिपालमुच्चैः +क्षितिपालेन +क्षितिपेन +क्षितिपो +क्षितिपोऽपि +क्षितिभारशान्तये +क्षितिभुजा +क्षितिभुजां +क्षितिभुजो +क्षितिभूषणः +क्षितिभृत +क्षितिभृतः +क्षितिभृता +क्षितिभृतां +क्षितिभृति +क्षितिभृतो +क्षितिभ्यः +क्षितिमंडले +क्षितिमण्डलम् +क्षितिमण्डले +क्षितिमण्डलोपगौ +क्षितिम् +क्षितिरक्षिणः +क्षितिरपि +क्षितिरिति +क्षितिरुहां +क्षितिरुहाम् +क्षितिरेव +क्षितिर्जलं +क्षितिर्न +क्षितिवत् +क्षितिविरचितशय्यं +क्षितिशायी +क्षितिश्च +क्षितिषु +क्षितिषोडशांशे +क्षितिसुतः +क्षितिसुतदिने +क्षितिसुते +क्षितिसुतो +क्षितिस्तथा +क्षिती +क्षितीः +क्षितीति +क्षितीनां +क्षितीनामूर्जो +क्षितीनाम् +क्षितीन्दुः +क्षितीन्द्र +क्षितीन्द्रं +क्षितीन्द्रः +क्षितीश +क्षितीशं +क्षितीशः +क्षितीशस्य +क्षितीशा +क्षितीशाः +क्षितीशानां +क्षितीशे +क्षितीशेन +क्षितीशो +क्षितीश्वर +क्षितीश्वरः +क्षितीश्वरम् +क्षितीश्वराः +क्षितीश्वरो +क्षिती॒नां +क्षिती॒नाम् +क्षिते +क्षितेः +क्षितेस्तदन्तरे +क्षितैः +क्षितो +क्षितौ +क्षित्या +क्षित्यादि +क्षित्यादिकं +क्षित्यादिषु +क्षित्यादीनां +क्षित्यादौ +क्षित्रं +क्षित्वा +क्षिप +क्षिपं +क्षिपंति +क्षिपः +क्षिपः॑ +क्षिपका +क्षिपकादीनां +क्षिपणिं +क्षिपणोः +क्षिपणोरीषमाणाः +क्षिपत +क्षिपतः +क्षिपता +क्षिपतां +क्षिपति +क्षिपती +क्षिपतीति +क्षिपतीत्यर्थः +क्षिपतु +क्षिपते +क्षिपतो +क्षिपतोः +क्षिपत् +क्षिपदशस्तिमप +क्षिपन् +क्षिपन्क्षिपन् +क्षिपन्तं +क्षिपन्तः +क्षिपन्ति +क्षिपन्ती +क्षिपन्तीं +क्षिपन्तीति +क्षिपन्तीव +क्षिपन्तु +क्षिपन्तो +क्षिपन्तौ +क्षिपन्निव +क्षिपसि +क्षिपस्व +क्षिपा +क्षिपामः +क्षिपामि +क्षिपामो +क्षिपाम्यजस्रमशुभानासुरीष्वेव +क्षिपि +क्षिपे +क्षिपेः +क्षिपेच्च +क्षिपेत +क्षिपेति +क्षिपेत् +क्षिपेत्ततः +क्षिपेत्तत्र +क्षिपेत्तस्मिन् +क्षिपेत्सूतं +क्षिपेथ् +क्षिपेदिति +क्षिपेद् +क्षिपेद्बलिम् +क्षिपेद्भूमौ +क्षिपेद्यस्तु +क्षिपेन्नरः +क्षिपेयुः +क्षिपो +क्षिपो॑ +क्षिप् +क्षिप्त +क्षिप्तं +क्षिप्तः +क्षिप्तचित्तः +क्षिप्तचित्तो +क्षिप्तमधश्च +क्षिप्तमिति +क्षिप्तमूढयोः +क्षिप्तम् +क्षिप्तया +क्षिप्तवती +क्षिप्तवा +क्षिप्तवान् +क्षिप्तश्च +क्षिप्तस्य +क्षिप्तस्याघस्याघविषा +क्षिप्ता +क्षिप्तां +क्षिप्ताः +क्षिप्ताद्या +क्षिप्ताद्विशिष्टं +क्षिप्तानि +क्षिप्ताश्च +क्षिप्तिः +क्षिप्ते +क्षिप्तेन +क्षिप्तेषुरिव +क्षिप्तैः +क्षिप्तो +क्षिप्तोऽपि +क्षिप्तौ +क्षिप्त्वा +क्षिप्त्वाथ +क्षिप्त्वेति +क्षिप्नुः +क्षिप्य +क्षिप्यंते +क्षिप्यत +क्षिप्यतां +क्षिप्यति +क्षिप्यते +क्षिप्यन् +क्षिप्यन्त +क्षिप्यन्ते +क्षिप्यमाणं +क्षिप्येन्मनस्तावदादित्यं +क्षिप्र +क्षिप्रं +क्षिप्रः +क्षिप्रकामः +क्षिप्रकारिणः +क्षिप्रकारिणम् +क्षिप्रकारिता +क्षिप्रकारिभिः +क्षिप्रकारी +क्षिप्रगमनाः +क्षिप्रगामी +क्षिप्रतरं +क्षिप्रनाम +क्षिप्रनामसु +क्षिप्रनामैतत् +क्षिप्रपरिणामि +क्षिप्रपाकं +क्षिप्रमक्रियमाणस्य +क्षिप्रमद्य +क्षिप्रमद्यैव +क्षिप्रमनुत्तरां +क्षिप्रमन्तरधीयत +क्षिप्रमरं +क्षिप्रमागन्तुमर्हसि +क्षिप्रमाचक्ष्व +क्षिप्रमादाय +क्षिप्रमानय +क्षिप्रमानीयतां +क्षिप्रमायान्ति +क्षिप्रमारभसे +क्षिप्रमिति +क्षिप्रमितो +क्षिप्रमुष्णं +क्षिप्रमेकतरं +क्षिप्रमेव +क्षिप्रमेवाधिगच्छति +क्षिप्रमेष्यति +क्षिप्रम् +क्षिप्रया +क्षिप्रवचनः +क्षिप्रवचने +क्षिप्रविदाहपाका +क्षिप्रश्येनाय +क्षिप्रस्य +क्षिप्रहस्तेन +क्षिप्रहस्तो +क्षिप्रा +क्षिप्राणि +क्षिप्रात् +क्षिप्रानदी +क्षिप्रानद्याः +क्षिप्राभिज्ञा +क्षिप्रायणानि +क्षिप्रार्थे +क्षिप्रे +क्षिप्रेण +क्षिप्रेषवे +क्षिप्रेषु +क्षिप्रै +क्षिप्रो +क्षिप्रोत्थानप्रपाकश्च +क्षिप्रोद्गमा +क्षिप्वा +क्षिप॑ः +क्षिभिः +क्षिमं +क्षिय +क्षियं +क्षियः +क्षियतः +क्षियति +क्षियतीति +क्षियतेः +क्षियन्तं +क्षियन्तः +क्षियन्तम् +क्षियन्ति +क्षिया +क्षियाधर्ममापद्येय +क्षियायां +क्षियायाम् +क्षियाशीः +क्षियाशीःप्रैषेषु +क्षियो +क्षिसे +क्षि॑णीहि +क्षि॒तयः॑ +क्षि॒तयो॑ +क्षि॒तयो॒ +क्षि॒तिषु॑ +क्षि॒तीः +क्षि॒ती॒नाम् +क्षि॒पत् +क्षि॒पदश॑स्ति॒मप॑ +क्षि॒प्ता +क्षि॒प्रं +क्षि॒यन्तं॑ +क्षि॒यन्त॑म् +क्षी +क्षीं +क्षीज +क्षीण +क्षीणं +क्षीणः +क्षीणकर्मा +क्षीणकर्माणं +क्षीणकल्मषः +क्षीणकल्मषा +क्षीणकल्मषाः +क्षीणक्लेशः +क्षीणक्लेशबन्धनो +क्षीणक्लेशानामपि +क्षीणक्षतानां +क्षीणचन्द्रे +क्षीणजीवितः +क्षीणजीवितौ +क्षीणञ्च +क्षीणता +क्षीणतां +क्षीणतृष्णः +क्षीणत्वं +क्षीणत्वात् +क्षीणदेहस्य +क्षीणदोषाः +क्षीणदोषे +क्षीणधातोश्च +क्षीणपापः +क्षीणपापस्य +क्षीणपापा +क्षीणपापाः +क्षीणपापानां +क्षीणपुण्य +क्षीणपुण्यः +क्षीणपुण्या +क्षीणपुण्यो +क्षीणबलः +क्षीणबलस्वरौजाः +क्षीणबलोऽतिपाण्डुः +क्षीणमध्यां +क्षीणमांसबलानलम् +क्षीणमांसबलो +क्षीणमांसो +क्षीणम् +क्षीणलुब्धा +क्षीणवृत्तिः +क्षीणवृत्तिश्च +क्षीणवृत्तेरभिजातस्येव +क्षीणशेषो +क्षीणशोणितमांसस्य +क्षीणश्च +क्षीणश्चन्द्रो +क्षीणस्य +क्षीणस्यानवश्च +क्षीणस्यानिमिषाक्षस्य +क्षीणस्याहितसेविनः +क्षीणा +क्षीणां +क्षीणाः +क्षीणाधिकारो +क्षीणानां +क्षीणानि +क्षीणान् +क्षीणायां +क्षीणायुः +क्षीणायुषं +क्षीणाश्च +क्षीणासु +क्षीणास्रवो +क्षीणे +क्षीणेति +क्षीणेन +क्षीणेन्दौ +क्षीणेन्द्रियः +क्षीणेन्द्रिया +क्षीणेन्द्रियाणां +क्षीणेषु +क्षीणेऽल्पे +क्षीणैः +क्षीणो +क्षीणोपाये +क्षीणोऽन्नद्विट् +क्षीणोऽपि +क्षीणोऽयं +क्षीणौ +क्षीत +क्षीब +क्षीबं +क्षीबः +क्षीबता +क्षीबतां +क्षीबस्य +क्षीबा +क्षीबृ +क्षीबो +क्षीय +क्षीयंते +क्षीयत +क्षीयते +क्षीयन्त +क्षीयन्ति +क्षीयन्ते +क्षीयमाण +क्षीयमाणं +क्षीयमाणः +क्षीयमाणम् +क्षीयमाणस्य +क्षीयमाणा +क्षीयमाणां +क्षीयमाणाः +क्षीयमाणे +क्षीयमाणेभ्योऽपि +क्षीयमाणेषु +क्षीयमाणो +क्षीयेत +क्षीयेते +क्षीर +क्षीरं +क्षीरः +क्षीरकञ्चुकी +क्षीरकन्दं +क्षीरकाकोली +क्षीरकाकोलीं +क्षीरग्रामः +क्षीरघृत +क्षीरघृतं +क्षीरचतुर्गुणम् +क्षीरचतुर्गुणे +क्षीरञ्च +क्षीरञ्चैव +क्षीरतः +क्षीरतरङ्गिणी +क्षीरत्वेन +क्षीरद्रो +क्षीरधात्रीभ्यां +क्षीरधारया +क्षीरधारां +क्षीरधाराः +क्षीरधारेव +क्षीरधेनुं +क्षीरनदी +क्षीरनिधाविव +क्षीरनिधिं +क्षीरनीरन्यायेन +क्षीरपथ +क्षीरपयोनिधेः +क्षीरपस्य +क्षीरपा +क्षीरपाः +क्षीरपाणं +क्षीरपाणा +क्षीरपाणि +क्षीरपानं +क्षीरपानम् +क्षीरपायिण +क्षीरपिष्टैः +क्षीरपेण +क्षीरप्रस्थं +क्षीरप्रस्थे +क्षीरभृतो +क्षीरभोजनम् +क्षीरभोजी +क्षीरमग्ने +क्षीरमत्स्यादि +क्षीरमथापि +क्षीरमध्ये +क्षीरमपि +क्षीरमयं +क्षीरमष्टगुणं +क्षीरमस्याः +क्षीरमांसरसादिभिः +क्षीरमांसरसाशनः +क्षीरमाजं +क्षीरमादत्ते +क्षीरमाशु +क्षीरमाश्वयुजे +क्षीरमिति +क्षीरमिदं +क्षीरमिव +क्षीरमुदकं +क्षीरमेव +क्षीरम् +क्षीरयवागूं +क्षीरयुक्तं +क्षीरयुतं +क्षीरयूषरसैः +क्षीरलता +क्षीरवत् +क्षीरवद्धि +क्षीरवर्गः +क्षीरवल्ली +क्षीरवहा +क्षीरवान् +क्षीरवारि +क्षीरविकृतिः +क्षीरविक्रयात् +क्षीरविदारिका +क्षीरविदारी +क्षीरविपाण्डुराणि +क्षीरविषैर्विड्भेदो +क्षीरवृक्षः +क्षीरवृक्षकषायेण +क्षीरवृक्षस्य +क्षीरवृक्षाणां +क्षीरशाकं +क्षीरशुक्ला +क्षीरशेषं +क्षीरश्रीः +क्षीरषाष्टिकम् +क्षीरसंयुतम् +क्षीरसमं +क्षीरसमुद्रः +क्षीरसमुद्रस्य +क्षीरसमुद्रे +क्षीरसमृद्धिः +क्षीरसर्पिः +क्षीरसर्पिर्भ्यां +क्षीरसर्पिषा +क्षीरसागर +क्षीरसागरः +क्षीरसागरम् +क्षीरसागरे +क्षीरसिद्धं +क्षीरस्नानं +क्षीरस्य +क्षीरस्यति +क्षीरस्याप्येकवर्णता +क्षीरस्वामिनः +क्षीरस्वामिना +क्षीरस्वामी +क्षीरस्विन्नां +क्षीरहोता +क्षीरा +क्षीराज्य +क्षीराज्यभोजनम् +क्षीराड्ढञ् +क्षीराणां +क्षीराणि +क्षीरात् +क्षीरादि +क्षीरादिकं +क्षीरादिना +क्षीरादिभिः +क्षीरादिरसेन +क्षीरादिवर्गः +क्षीरादीनि +क्षीरादौ +क्षीराद् +क्षीरानुपानं +क्षीरान्न +क्षीरान्नं +क्षीराब्धिं +क्षीराब्धिः +क्षीराब्धितनया +क्षीराब्धेः +क्षीराब्धेरिव +क्षीराब्धौ +क्षीरार्णव +क्षीरार्णवं +क्षीरार्णवः +क्षीरार्णवनिकेतनः +क्षीरार्णवस्य +क्षीरार्णवे +क्षीरावशिष्टं +क्षीरावशेषं +क्षीरावी +क्षीराशनो +क्षीराशी +क्षीराहारः +क्षीराहारी +क्षीराहारो +क्षीरि +क्षीरिका +क्षीरिकायाः +क्षीरिकावृक्षः +क्षीरिणः +क्षीरिणश्च +क्षीरिणश्चैव +क्षीरिणां +क्षीरिणी +क्षीरिणीं +क्षीरिणो +क्षीरिण्य +क्षीरिवृक्षकषायेण +क्षीरिवृक्षाणां +क्षीरी +क्षीरे +क्षीरेक्षु +क्षीरेण +क्षीरेणापि +क्षीरेणार्घ्यं +क्षीरेणालोड्य +क्षीरेणैरण्डतैलं +क्षीरेणैव +क्षीरेति +क्षीरेषु +क्षीरै +क्षीरैः +क्षीरैश्च +क्षीरो +क्षीरोत्सिक्ते +क्षीरोद +क्षीरोदं +क्षीरोदः +क्षीरोदकं +क्षीरोदकाभ्यां +क्षीरोदके +क्षीरोदकेन +क्षीरोदतनया +क्षीरोदधिं +क्षीरोदधेस्तटे +क्षीरोदधौ +क्षीरोदनं +क्षीरोदमथनं +क्षीरोदमथने +क्षीरोदमध्ये +क्षीरोदमिव +क्षीरोदवेलेव +क्षीरोदशायिनः +क्षीरोदशायिने +क्षीरोदशायी +क्षीरोदसागरे +क्षीरोदस्य +क्षीरोदस्योत्तरं +क्षीरोदस्योत्तरे +क्षीरोदात् +क्षीरोदार्णवसंभूत +क्षीरोदे +क्षीरोदेन +क्षीरोदो +क्षीरोपमं +क्षीरौदनं +क्षीरौदनमश्नाति +क्षीरौदनम् +क्षीरौदनस्य +क्षीव +क्षीवः +क्षीवति +क्षीविका +क्षीवु +क्षी॒रं +क्षी॒रम् +क्षी॒रेण॑ +क्षु +क्षुं +क्षुः +क्षुच्च +क्षुच्चैवास्योपजायते +क्षुणत्ति +क्षुणा +क्षुण्ण +क्षुण्णं +क्षुण्णः +क्षुण्णमिति +क्षुण्णस् +क्षुण्णा +क्षुण्णां +क्षुण्णाः +क्षुण्णानि +क्षुण्णे +क्षुण्णैः +क्षुण्णो +क्षुत +क्षुतं +क्षुतः +क्षुतप्रस्खलनादिषु +क्षुतप्रस्खलितादिषु +क्षुतम् +क्षुतवति +क्षुता +क्षुताभिजनकः +क्षुते +क्षुत् +क्षुत्काले +क्षुत्क्षाम +क्षुत्क्षामं +क्षुत्क्षामः +क्षुत्क्षामकण्ठः +क्षुत्क्षामकण्ठस्य +क्षुत्क्षामता +क्षुत्क्षामा +क्षुत्क्षामाः +क्षुत्क्षामो +क्षुत्क्षामोऽपि +क्षुत्तृड्भ्यां +क्षुत्तृषा +क्षुत्तृष्णा +क्षुत्तृष्णे +क्षुत्त्वा +क्षुत्पिपासया +क्षुत्पिपासा +क्षुत्पिपासातुरा +क्षुत्पिपासादयो +क्षुत्पिपासादिकं +क्षुत्पिपासानिवृत्तिः +क्षुत्पिपासापरिश्रान्तौ +क्षुत्पिपासाभ्यां +क्षुत्पिपासामयो +क्षुत्पिपासार्तो +क्षुत्पिपासार्दिता +क्षुत्पिपासाव्यथां +क्षुत्पिपासासमाकुलः +क्षुत्पिपासासहोदये +क्षुत्पिपासितः +क्षुत्पिपासे +क्षुत्वा +क्षुद +क्षुदि +क्षुदिति +क्षुदिर् +क्षुद् +क्षुद्भयं +क्षुद्भयकातराः +क्षुद्भयादिकम् +क्षुद्भयानि +क्षुद्भयावहः +क्षुद्यं +क्षुद्र +क्षुद्रं +क्षुद्रः +क्षुद्रक +क्षुद्रकं +क्षुद्रकर्मणि +क्षुद्रकर्मसु +क्षुद्रकर्मा +क्षुद्रकल्पसूत्रम् +क्षुद्रकस्योपसर्गस्य +क्षुद्रकाः +क्षुद्रकाणां +क्षुद्रकाण्डनाम +क्षुद्रकारवेल्ली +क्षुद्रकुष्ठेषु +क्षुद्रको +क्षुद्रक्षुपविशेषः +क्षुद्रघण्टिका +क्षुद्रचन्दनम् +क्षुद्रजन्तव +क्षुद्रजन्तवः +क्षुद्रजन्तूनां +क्षुद्रता +क्षुद्रतां +क्षुद्रत्वं +क्षुद्रत्वात् +क्षुद्रदुरालभा +क्षुद्रनद्यो +क्षुद्रनीडं +क्षुद्रपर्व +क्षुद्रपशुमान् +क्षुद्रपशूनां +क्षुद्रपाषाणभेदा +क्षुद्रपृषती +क्षुद्रफला +क्षुद्रमिव +क्षुद्रमिश्राणीव +क्षुद्रमृगं +क्षुद्रमृगा +क्षुद्रमृगानिव +क्षुद्रमेव +क्षुद्रम् +क्षुद्रया +क्षुद्ररोग +क्षुद्ररोगनिदानम् +क्षुद्ररोगभेदे +क्षुद्ररोगविशेषः +क्षुद्ररोगस्थाने +क्षुद्ररोगा +क्षुद्ररोगाधिकारः +क्षुद्ररोगेषु +क्षुद्रवदरं +क्षुद्रविराट् +क्षुद्रवृक्षविशेषः +क्षुद्रशङ्खः +क्षुद्रशत्रौ +क्षुद्रशब्दस्यान्न +क्षुद्रश्च +क्षुद्रसहा +क्षुद्रस्य +क्षुद्रा +क्षुद्रां +क्षुद्राः +क्षुद्राञ्जनं +क्षुद्राणां +क्षुद्राणि +क्षुद्राण्यसकृदावर्तीनि +क्षुद्रान् +क्षुद्रान्त्रं +क्षुद्रान्त्रस्य +क्षुद्रान्त्रावयवं +क्षुद्रान्त्रे +क्षुद्राभिः +क्षुद्राभ्यो +क्षुद्राम्लिका +क्षुद्रायां +क्षुद्रारामप्रतिष्ठावर्णनम् +क्षुद्राश्च +क्षुद्रिका +क्षुद्रिकाः +क्षुद्रे +क्षुद्रेण +क्षुद्रेभ्यः +क्षुद्रेषु +क्षुद्रेष्वपि +क्षुद्रेऽपि +क्षुद्रैः +क्षुद्रैला +क्षुद्रो +क्षुद्रोलूक +क्षुद्रोलूकः +क्षुद्रोऽपि +क्षुद्वान् +क्षुध +क्षुधं +क्षुधं॑ +क्षुधः +क्षुधम् +क्षुधया +क्षुधयार्दितः +क्षुधा +क्षुधां +क्षुधाग्निना +क्षुधातुरः +क्षुधातुराणां +क्षुधातुरे +क्षुधातुरो +क्षुधान्वितः +क्षुधान्विताः +क्षुधाम् +क्षुधाया +क्षुधायां +क्षुधायाः +क्षुधायुक्ते +क्षुधारूपेण +क्षुधार्त +क्षुधार्तं +क्षुधार्तः +क्षुधार्तश्च +क्षुधार्तस्य +क्षुधार्ता +क्षुधार्ताः +क्षुधार्तानां +क्षुधार्ताय +क्षुधार्ताश्च +क्षुधार्ते +क्षुधार्तेन +क्षुधार्तो +क्षुधार्त्तः +क्षुधार्त्तस्य +क्षुधार्त्तो +क्षुधार्दितः +क्षुधार्दिता +क्षुधार्दिताः +क्षुधाविष्टं +क्षुधाविष्टः +क्षुधाविष्टा +क्षुधाविष्टाः +क्षुधाविष्टो +क्षुधि +क्षुधित +क्षुधितं +क्षुधितः +क्षुधितश्च +क्षुधितस्तृषितः +क्षुधितस्य +क्षुधिता +क्षुधिताः +क्षुधितानां +क्षुधिताय +क्षुधिते +क्षुधितेन +क्षुधितो +क्षुधितोऽपि +क्षुधितौ +क्षुधित्वा +क्षुधे +क्षुधो +क्षुधौ +क्षुध् +क्षुध॑म् +क्षुन्न +क्षुन्नाशो +क्षुप +क्षुपं +क्षुपः +क्षुपभेदे +क्षुपविशेषः +क्षुपा +क्षुपे +क्षुपेण +क्षुपो +क्षुब्ध +क्षुब्धं +क्षुब्धः +क्षुब्धचित्तश्च +क्षुब्धतरस्य +क्षुब्धप्रकृतिपुरुषाभ्यां +क्षुब्धमनसो +क्षुब्धस्य +क्षुब्धस्वान्त +क्षुब्धा +क्षुब्धाः +क्षुब्धार्णवोपमम् +क्षुब्धे +क्षुब्धेन +क्षुब्धो +क्षुभ +क्षुभा +क्षुभित +क्षुभितं +क्षुभितः +क्षुभितस्य +क्षुभिता +क्षुभिताः +क्षुभिते +क्षुभितेन +क्षुभितेन्द्रियः +क्षुभितो +क्षुभ् +क्षुभ्ना +क्षुभ्नाति +क्षुभ्नादित्वात् +क्षुभ्नादित्वान्न +क्षुभ्नादिषु +क्षुभ्नीतः +क्षुभ्यति +क्षुभ्यते +क्षुभ्यन्ति +क्षुभ्यन्ते +क्षुमति +क्षुमती +क्षुमत् +क्षुमन्तं +क्षुमन्तः +क्षुमन्तम् +क्षुमन्तो +क्षुमा +क्षुमासि +क्षुम्पमिव +क्षुर +क्षुरं +क्षुरः +क्षुरकं +क्षुरकः +क्षुरकर्णवेधे +क्षुरकर्म +क्षुरकर्मणि +क्षुरकर्म्म +क्षुरकर्म्मणि +क्षुरको +क्षुरकोऽपि +क्षुरति +क्षुरधानेऽवहितः +क्षुरधारं +क्षुरधारा +क्षुरधारांश्च +क्षुरधाराभं +क्षुरधारासु +क्षुरधारे +क्षुरधारेण +क्षुरपवि +क्षुरपविणी +क्षुरपविर् +क्षुरप्रं +क्षुरप्रेण +क्षुरप्रै +क्षुरप्रैः +क्षुरमोदकशब्दोच्चारणे +क्षुरम् +क्षुरस्य +क्षुरा +क्षुराः +क्षुराग्रैः +क्षुराभ्यां +क्षुरिक +क्षुरिका +क्षुरिकां +क्षुरिकोपनिषत् +क्षुरी +क्षुरे +क्षुरेण +क्षुरेणाभिनिदधाति +क्षुरेणेति +क्षुरैः +क्षुरो +क्षुरोभ्रजश्छन्दः +क्षुल्लः +क्षुल्लक +क्षुल्लकं +क्षुल्लकः +क्षुल्लकवैष्टम्भं +क्षुल्लकवैष्टम्भम् +क्षुल्लकश्च +क्षुल्लका +क्षुल्लकाः +क्षुवं +क्षुवतस्तु +क्षुवनं +क्षुश्रुवः +क्षुषा +क्षु॒धः +क्षु॒धे +क्षु॒मन्तं॒ +क्षु॒ऽमन्त॑म् +क्षूं +क्षे +क्षें +क्षेः +क्षेण +क्षेणोति +क्षेत +क्षेतव्यमस्ति +क्षेतव्याः +क्षेता +क्षेति +क्षेति॑ +क्षेति॒ +क्षेतुं +क्षेत् +क्षेत्र +क्षेत्रं +क्षेत्रः +क्षेत्रकरणं +क्षेत्रका +क्षेत्रकार्यं +क्षेत्रके +क्षेत्रकोणे +क्षेत्रक्षेत्रज्ञयाथात्म्यं +क्षेत्रक्षेत्रज्ञयोः +क्षेत्रक्षेत्रज्ञयोरन्तरं +क्षेत्रक्षेत्रज्ञयोरिति +क्षेत्रक्षेत्रज्ञयोरेवमन्तरं +क्षेत्रक्षेत्रज्ञयोरेवम् +क्षेत्रक्षेत्रज्ञयोर्ज्ञानं +क्षेत्रक्षेत्रज्ञलक्षणे +क्षेत्रक्षेत्रज्ञविभागयोगः +क्षेत्रक्षेत्रज्ञविभागयोगस्य +क्षेत्रक्षेत्रज्ञसंयोगः +क्षेत्रक्षेत्रज्ञसंयोगस्य +क्षेत्रक्षेत्रज्ञसंयोगात् +क्षेत्रक्षेत्रज्ञसंयोगात्तद्विद्धि +क्षेत्रक्षेत्रज्ञौ +क्षेत्रगणितव्यवहारः +क्षेत्रगतं +क्षेत्रगात्रेन्द्रियेष्वपि +क्षेत्रगृहस्य +क्षेत्रज +क्षेत्रजं +क्षेत्रजः +क्षेत्रजविवादः +क्षेत्रजश्चैव +क्षेत्रजस्तु +क्षेत्रजस्य +क्षेत्रजस्यांशं +क्षेत्रजा +क्षेत्रजाः +क्षेत्रजातस्तु +क्षेत्रजादिषु +क्षेत्रजादीनां +क्षेत्रजास्त्वेषां +क्षेत्रजेषे +क्षेत्रजो +क्षेत्रज्ञ +क्षेत्रज्ञं +क्षेत्रज्ञः +क्षेत्रज्ञत्वं +क्षेत्रज्ञभेदनिरासः +क्षेत्रज्ञमकर्तारं +क्षेत्रज्ञमिति +क्षेत्रज्ञमेव +क्षेत्रज्ञम् +क्षेत्रज्ञशक्तिः +क्षेत्रज्ञशब्दस्य +क्षेत्रज्ञशब्देन +क्षेत्रज्ञश्च +क्षेत्रज्ञश्चेति +क्षेत्रज्ञसंज्ञिता +क्षेत्रज्ञस्य +क्षेत्रज्ञा +क्षेत्रज्ञाः +क्षेत्रज्ञाख्या +क्षेत्रज्ञात् +क्षेत्रज्ञाधिष्ठितं +क्षेत्रज्ञाधिष्ठितस्तु +क्षेत्रज्ञानां +क्षेत्रज्ञाय +क्षेत्रज्ञे +क्षेत्रज्ञेन +क्षेत्रज्ञेश्वरैकत्वं +क्षेत्रज्ञो +क्षेत्रज्ञोऽक्षर +क्षेत्रतः +क्षेत्रत्रयं +क्षेत्रदर्शनम् +क्षेत्रदारहरश्चैव +क्षेत्रदारापहारी +क्षेत्रदेवता +क्षेत्रदेवताः +क्षेत्रद्वयं +क्षेत्रद्वये +क्षेत्रधर्मा +क्षेत्रनाम +क्षेत्रनिवासिनः +क्षेत्रप +क्षेत्रपं +क्षेत्रपः +क्षेत्रपतये +क्षेत्रपति +क्षेत्रपतिं +क्षेत्रपतिः +क्षेत्रपतिना +क्षेत्रपा +क्षेत्रपान् +क्षेत्रपाल +क्षेत्रपालं +क्षेत्रपालः +क्षेत्रपालकः +क्षेत्रपालकम् +क्षेत्रपालबलिं +क्षेत्रपालश्च +क्षेत्रपालस्तु +क्षेत्रपालस्य +क्षेत्रपाला +क्षेत्रपालाः +क्षेत्रपालानां +क्षेत्रपालाय +क्षेत्रपालाश्च +क्षेत्रपालेन +क्षेत्रपालैः +क्षेत्रपालो +क्षेत्रफल +क्षेत्रफलं +क्षेत्रफलदृष्ट्या +क्षेत्रफलम् +क्षेत्रफलस्य +क्षेत्रफलात् +क्षेत्रफलानुसारं +क्षेत्रफले +क्षेत्रभक्तिः +क्षेत्रभागं +क्षेत्रभूता +क्षेत्रभेदजातस्य +क्षेत्रभेदे +क्षेत्रम +क्षेत्रमध्ये +क्षेत्रमनुत्तमम् +क्षेत्रमन्येन +क्षेत्रमपि +क्षेत्रमविमुक्तं +क्षेत्रमस्ति +क्षेत्रमस्तु +क्षेत्रमस्य +क्षेत्रमागतः +क्षेत्रमागताः +क्षेत्रमारुह्य +क्षेत्रमासाद्य +क्षेत्रमाहात्म्यं +क्षेत्रमाहात्म्यमुत्तमम् +क्षेत्रमाहात्म्ये +क्षेत्रमिति +क्षेत्रमित्यभिधीयते +क्षेत्रमित्युक्तं +क्षेत्रमिदं +क्षेत्रमिदम् +क्षेत्रमिव +क्षेत्रमुच्यते +क्षेत्रमुत्तमम् +क्षेत्रमुत्तरेषां +क्षेत्रमुद्दिष्टं +क्षेत्रमेतत् +क्षेत्रमेव +क्षेत्रम् +क्षेत्रयोः +क्षेत्ररक्षकः +क्षेत्ररक्षका +क्षेत्रलक्षणा +क्षेत्रलक्षणायाः +क्षेत्रवासिनः +क्षेत्रवासिभिः +क्षेत्रवित् +क्षेत्रविदो +क्षेत्रविभागः +क्षेत्रविशेष +क्षेत्रविशेषः +क्षेत्रविशेषो +क्षेत्रव्यवहारः +क्षेत्रव्यूहाः +क्षेत्रशब्दे +क्षेत्रसाधसम् +क्षेत्रसिद्धिमभीप्सुभिः +क्षेत्रसीमा +क्षेत्रस्थ +क्षेत्रस्य +क्षेत्रस्यास्य +क्षेत्रस्यैव +क्षेत्रस्वामिना +क्षेत्रा +क्षेत्राः +क्षेत्राणां +क्षेत्राणामुत्तमं +क्षेत्राणामुत्तमोत्तमः +क्षेत्राणाम् +क्षेत्राणि +क्षेत्राण्यायतनानि +क्षेत्राण्युत्पद्यन्ते +क्षेत्राण्येतानि +क्षेत्राण्य् +क्षेत्रात् +क्षेत्रादि +क्षेत्रादिकं +क्षेत्रादिषु +क्षेत्रादौ +क्षेत्राद् +क्षेत्राधिनाथं +क्षेत्राधिपं +क्षेत्राध्याये +क्षेत्रान्तरं +क्षेत्राय +क्षेत्रिक +क्षेत्रिकः +क्षेत्रिकवत् +क्षेत्रिकस्य +क्षेत्रिकस्यैव +क्षेत्रिण +क्षेत्रिणं +क्षेत्रिणः +क्षेत्रिणां +क्षेत्रिणे +क्षेत्रिणो +क्षेत्रिय +क्षेत्रियं +क्षेत्रियः +क्षेत्रियच् +क्षेत्रियभैषज्यम् +क्षेत्रियमुच्छतु +क्षेत्रियम् +क्षेत्रियरोगं +क्षेत्रियस्य +क्षेत्रियात् +क्षेत्रियात्त्वा +क्षेत्रियान् +क्षेत्रियै +क्षेत्रियो +क्षेत्री +क्षेत्रीकरणाय +क्षेत्रीकरणे +क्षेत्रीय +क्षेत्रीयसंयोजकः +क्षेत्रे +क्षेत्रेण +क्षेत्रेति +क्षेत्रेभ्यः +क्षेत्रेशं +क्षेत्रेषु +क्षेत्रेष्वेवमजोऽयमात्मा +क्षेत्रेऽक्षरे +क्षेत्रेऽत्र +क्षेत्रेऽत्रैव +क्षेत्रेऽथवा +क्षेत्रेऽपि +क्षेत्रेऽस्मिन् +क्षेत्रे॑ +क्षेत्रैः +क्षेत्रो +क्षेत्रों +क्षेत्रोत्तमं +क्षेत्र॑म् +क्षेत्र॑स्य +क्षेत्र॑स्य॒ +क्षेप +क्षेपं +क्षेपः +क्षेपक +क्षेपकं +क्षेपकः +क्षेपकम् +क्षेपके +क्षेपकेण +क्षेपकेन +क्षेपको +क्षेपकोऽयं +क्षेपण +क्षेपणं +क्षेपणः +क्षेपणम् +क्षेपणयोः +क्षेपणाय +क्षेपणी +क्षेपणीयं +क्षेपणीयम् +क्षेपणीयैश्च +क्षेपणे +क्षेपणेन +क्षेपणैः +क्षेपणैर्मुष्टिभिश्चैव +क्षेपणो +क्षेपतः +क्षेपपाताः +क्षेपपाताग्रतः +क्षेपपाताश्च +क्षेपपाते +क्षेपपातेषु +क्षेपभागैः +क्षेपम् +क्षेपयति +क्षेपयामास +क्षेपयेत् +क्षेपयोः +क्षेपवृत्तं +क्षेपवृत्तानि +क्षेपश्च +क्षेपसाधनम् +क्षेपस् +क्षेपस्य +क्षेपा +क्षेपाः +क्षेपात् +क्षेपाद् +क्षेपानयने +क्षेपाय +क्षेपायोगात् +क्षेपिमा +क्षेपिष्ठ +क्षेपिष्ठः +क्षेपिष्ठा +क्षेपीयः +क्षेपीयसा +क्षेपीयान् +क्षेपे +क्षेपेण +क्षेपो +क्षेपौ +क्षेप्तव्यं +क्षेप्तव्या +क्षेप्ता +क्षेप्तारं +क्षेप्तुं +क्षेप्य +क्षेप्यं +क्षेप्यः +क्षेप्यम् +क्षेप्या +क्षेप्याः +क्षेप्याणि +क्षेप्यो +क्षेप्स्यति +क्षेम +क्षेमं +क्षेमंकरः +क्षेमंकरी +क्षेमंकरो +क्षेमः +क्षेमक +क्षेमकं +क्षेमकः +क्षेमकरं +क्षेमकरः +क्षेमकरणदास +क्षेमकरणदासः +क्षेमकरणदास् +क्षेमकरी +क्षेमकरो +क्षेमकश्च +क्षेमकारः +क्षेमकारी +क्षेमकृत् +क्षेमको +क्षेमङ्करः +क्षेमङ्करी +क्षेमतरं +क्षेमतरमत्यन्तं +क्षेमदर्शिनः +क्षेमदा +क्षेमधन्वा +क्षेमधर्मा +क्षेमप्राप्तिः +क्षेमप्रियमद्रेऽण् +क्षेममध्वानं +क्षेममस्त्रियाम् +क्षेममारोग्यं +क्षेममिति +क्षेमम् +क्षेमराज +क्षेमरूपं +क्षेमवृद्धिकरं +क्षेमवृद्धिन् +क्षेमश्च +क्षेमसुभिक्षं +क्षेमस्य +क्षेमा +क्षेमां +क्षेमाणि +क्षेमाय +क्षेमारोग्यं +क्षेमारोग्यसुभिक्षकृत् +क्षेमार्थं +क्षेमाश्च +क्षेमा॑य +क्षेमी +क्षेमीश्वरः +क्षेमे +क्षेमेण +क्षेमेन्द्र +क्षेमेन्द्रः +क्षेमेन्द्रविरचितायां +क्षेमेन्द्रविरचिते +क्षेमेन्द्रस्य +क्षेमेन्द्रेण +क्षेमे॑ +क्षेमे॒ +क्षेमो +क्षेम्य +क्षेम्यः +क्षेम्यम् +क्षेम्या +क्षेम्यां +क्षेम्याय +क्षेम्यो +क्षेम॑स्य +क्षेय +क्षेयं +क्षेयः +क्षेयम् +क्षेया +क्षेषः +क्षेषि +क्षेष्ट +क्षेष्ठा +क्षेष्ठाः +क्षेष्मा +क्षेष्ये +क्षेऽपि +क्षेो +क्षेोक +क्षेोके +क्षे॑ति +क्षे॑ति॒ +क्षे॑त्रि॒यान्निरृ॑त्या +क्षे॒ति॒ +क्षै +क्षैं +क्षैण्यज्ञाने +क्षैतवदिति +क्षैतवद् +क्षैत्रजित्याय +क्षैत्रपत्यं +क्षैत्रपत्याः +क्षैप्र +क्षैरेयी +क्षैरेयीं +क्षो +क्षों +क्षोः +क्षोणस्य +क्षोणि +क्षोणिः +क्षोणितले +क्षोणिपतेः +क्षोणिभुजां +क्षोणिभृतः +क्षोणी +क्षोणीं +क्षोणीः +क्षोणीतलं +क्षोणीतले +क्षोणीभिः +क्षोणीभृतां +क्षोणे +क्षोणौ +क्षोण्या +क्षोण्यां +क्षोत्ता +क्षोद +क्षोदं +क्षोदः +क्षोदः॑ +क्षोदक्षमं +क्षोदयति +क्षोदयित्वा +क्षोदसा +क्षोदिमा +क्षोदिष्ठ +क्षोदिष्ठः +क्षोदीयानपि +क्षोदीयान् +क्षोदे +क्षोदो +क्षोदो॒ +क्षोद्धा +क्षोद॒ः +क्षोधुकः +क्षोधुका +क्षोधुको +क्षोभ +क्षोभं +क्षोभः +क्षोभकः +क्षोभकत्वेन +क्षोभको +क्षोभणं +क्षोभणः +क्षोभणम् +क्षोभणश्चर्षणीनाम् +क्षोभणा +क्षोभणाय +क्षोभणी +क्षोभणे +क्षोभणैः +क्षोभणो +क्षोभत +क्षोभते +क्षोभमाययौ +क्षोभमायाति +क्षोभम् +क्षोभय +क्षोभयति +क्षोभयन् +क्षोभयन्तं +क्षोभयन्तः +क्षोभयन्ति +क्षोभयन्तो +क्षोभयामास +क्षोभयितुं +क्षोभयित्वा +क्षोभयिष्यामि +क्षोभयिष्ये +क्षोभयेत् +क्षोभयेदिति +क्षोभरहिते +क्षोभस्य +क्षोभात् +क्षोभामोटनभञ्जनानि +क्षोभाय +क्षोभिणी +क्षोभितः +क्षोभिता +क्षोभिते +क्षोभितो +क्षोभे +क्षोभेण +क्षोभो +क्षोभ्य +क्षोभ्यते +क्षोभ्यमाणं +क्षोभ्यमाणे +क्षोयते +क्षो॒णी +क्षो॒णीः +क्षौ +क्षौँ +क्षौं +क्षौणी +क्षौणीं +क्षौति +क्षौद्र +क्षौद्रं +क्षौद्रः +क्षौद्रक्यः +क्षौद्रमेव +क्षौद्रम् +क्षौद्रयुक्तं +क्षौद्रयुतं +क्षौद्रयुतः +क्षौद्रसंयुतम् +क्षौद्रस्य +क्षौद्रा +क्षौद्रात् +क्षौद्रान्वितं +क्षौद्रे +क्षौद्रेण +क्षौद्रै +क्षौद्रैः +क्षौद्रैर् +क्षौद्रो +क्षौम +क्षौमं +क्षौमपुच्छौ +क्षौमम् +क्षौमयुग्मेन +क्षौमवसना +क्षौमवस्त्रं +क्षौमवासिनीम् +क्षौमसूत्रेण +क्षौमस्य +क्षौमाणां +क्षौमाणि +क्षौमी +क्षौमे +क्षौमेण +क्षौमैः +क्षौर +क्षौरं +क्षौरकर्म +क्षौरकर्मणि +क्षौरञ्च +क्षौरपव्यं +क्षौरम् +क्षौरी +क्षौरे +क्ष् +क्ष्णविता +क्ष्णु +क्ष्णुवः +क्ष्णौति +क्ष्णौमि +क्ष्म +क्ष्मं +क्ष्मः +क्ष्मया +क्ष्मा +क्ष्मां +क्ष्मातलं +क्ष्मातले +क्ष्मातिलकस्य +क्ष्मादावृते +क्ष्मादौ +क्ष्मान्तर्गतं +क्ष्मापतिः +क्ष्मापते +क्ष्मापतेः +क्ष्मापयति +क्ष्मापा +क्ष्मापालः +क्ष्माभर्तुः +क्ष्माभुजः +क्ष्माभुजा +क्ष्माभुजां +क्ष्माभृतः +क्ष्माभृतां +क्ष्माभृत् +क्ष्मामेका +क्ष्माम् +क्ष्मायते +क्ष्माया +क्ष्मायां +क्ष्मायाः +क्ष्मायिता +क्ष्मायी +क्ष्मासौविदल्लः +क्ष्माहाः +क्ष्मी +क्ष्मीं +क्ष्मील +क्ष्मेश +क्ष्मो +क्ष्म्र्यूं +क्ष्म॒या +क्ष्य +क्ष्यं +क्ष्यति +क्ष्यते +क्ष्यम् +क्ष्या +क्ष्याम +क्ष्यामः +क्ष्यामि +क्ष्ये +क्ष्रुत्वा +क्ष्रूयते +क्ष्रौं +क्ष्लिष्टरूपकम् +क्ष्लो +क्ष्लोकसङ्खया +क्ष्लोकाः +क्ष्विङ्का +क्ष्विड +क्ष्विण्णः +क्ष्विद +क्ष्विदा +क्ष्वे +क्ष्वेड +क्ष्वेडं +क्ष्वेडः +क्ष्वेडते +क्ष्वेडा +क्ष्वेडाः +क्ष्वेडितं +क्ष्वेडो +क्ष्वेल +क्ष्वेलवेगो +क्ष्वेला +क्ष्वेलृ +क्ष॒त्रं +क्ष॒त्रम् +क्ष॒त्रस्य॑ +क्ष॒त्रस्य॒ +क्ष॒त्राणि॑ +क्ष॒त्राय॑ +क्ष॒त्राय॒ +क्ष॒त्रिया॑ +क्ष॒त्रिय॑स्य +क्ष॒पः +क्ष॒पो +क्ष॒मा +क्ष॒यत्ऽवी॑राय +क्ष॒यद्वी॑रं +क्ष॒यद्वी॑राय॒ +क्ष॒य॒ति॒ +क्ष॒र॒न्ति॒ +क्ष꣢म् +क्स +क्सः +क्सति +क्सप्रत्ययः +क्सरन् +क्सस्य +क्सस्याचि +क्सादेशः +क्सि +क्सिः +क्से +क्सो +क्सोऽपि +क्स्नः +क्स्नुः +क्स्माच्च +क्ऽस्त्र् +क्ॐअलं +कॐ +क॑म् +क॑रः +क॑रति +क॑रते +क॑रत् +क॑रोति +क॑रोति॒ +क॑रोतु +क॑ल्पयति +क॑वी॒नां +क॑वे +क॒कुत् +क॒कुत्पति॑ +क॒कुभः॑ +क॒कु॒हः +क॒क्षीवा॑न् +क॒क्षीव॑ते +क॒क्षीव॑न्तं॒ +क॒क्षीव॑न्तम् +क॒त॒मः +क॒त॒मत् +क॒त॒मस्य॑ +क॒त॒रा +क॒थं +क॒था +क॒दा +क॒दाच॒न +क॒नायाः॑ +क॒नीनां॒ +क॒नीना॑म् +क॒न्या॑ +क॒न्या॑सु +क॒न्ये॑व +क॒पोतः॑ +क॒पोत॑ +क॒म् +क॒रस्ना॑ +क॒रा +क॒रा॒म॒हे॒ +क॒रिति॑ +क॒रोति॑ +क॒रोति॒ +क॒र्ता +क॒र्तृभि॑र्भूत् +क॒र्त॒ +क॒र्त॒न॒ +क॒र्म॒ +क॒र॒ति॒ +क॒र॒त् +क॒र॒म् +क॒लशं॑ +क॒लशं॒ +क॒लशाँ॑ +क॒लशाँ॒ +क॒लशा॑ +क॒लशा॑न् +क॒लशे॑ +क॒लशे॑षु +क॒लशे॒ +क॒लशे॒ष्वा +क॒लश॑म् +क॒ल्पया॑ति +क॒ल्माष॑ +क॒वयः॑ +क॒वये॑ +क॒वये॒ +क॒वयो॑ +क॒वयो॒ +क॒वय॑ः +क॒वय॒ +क॒विं +क॒विः +क॒विक्र॑तुः +क॒विभि॑ः +क॒विम् +क॒विरत्यो॒ +क॒विर्गृ॒हप॑ति॒र्युवा॑ +क॒विर॑सि॒ +क॒विऽक्र॑तुः +क॒विऽभिः॑ +क॒वी +क॒वी॒नाम् +क॒वेः +क॒वे॒ +क॒व्यैः +क॒व॒यः॒ +क॒श्यप॑स्य +कॢ +कॢप्त +कॢप्तं +कॢप्तः +कॢप्तत्वात् +कॢप्तमा +कॢप्तम् +कॢप्ता +कॢप्ताः +कॢप्तिं +कॢप्तिः +कॢप्तीः +कॢप्ते +कॢप्तेन +कॢप्तो +कॢप्तौ +कॢप्त्यै +क᳘ं +क᳘एव᳘ते +क᳘त्य् +क᳘र्म +क᳘स्मिन्नु᳘ख᳘लु +क꣡नि꣢क्रदत् +क꣣दा꣢ +क꣣विः꣢ +कꣳ +कꣳसं +ख +खं +खंजा +खंड +खंडं +खंडः +खंडन +खंडनं +खंडने +खंडशः +खंडस्य +खंडानि +खंडित +खंडितं +खंडितः +खंडे +खः +खऄ +खक +खकं +खकक्षा +खकक्षाख्यमिदं +खकक्षामितयोजनानि +खकक्ष्या +खका +खकार +खकारं +खकारः +खकारस्य +खकारो +खकार्य +खकीयं +खकीया +खख +खखखाभ्रार्कैः +खखञौ +खखषड्घन +खखषड्घनेन +खखा +खखेति +खखेषुवेदषड्गुणा +खखोल्काय +खग +खगं +खगः +खगगति +खगगतिशब्दे +खगडिया +खगतम् +खगध्वजः +खगध्वजम् +खगभेदे +खगमाः +खगमात्रे +खगम् +खगरिया +खगरियामण्डलम् +खगशार्दूल +खगश्रेष्ठ +खगसत्तम +खगस्य +खगा +खगाः +खगाधिप +खगाधिपः +खगाधिपम् +खगानां +खगानाम् +खगान् +खगान्तरे +खगाय +खगारूढा +खगाश्च +खगी +खगुण +खगुणा +खगुणाः +खगे +खगेन +खगेन्द्र +खगेन्द्रः +खगेन्द्रे +खगेशं +खगेशस्य +खगेश्वर +खगेश्वरं +खगेश्वरः +खगेश्वरम् +खगैः +खगो +खगोत्तम +खगोत्तमः +खगोल +खगोलं +खगोलनलिकान्तः +खगोलविज्ञानम् +खगोलविज्ञानसम्बद्धाः +खगोलशब्दे +खगोलशास्त्रज्ञः +खगोलशास्त्रम् +खगोलशास्त्रस्य +खगोलशास्त्री +खगोलशास्त्रीयशब्दावलिः +खगोलस्य +खगोलीय +खगोले +खगोलो +खगौ +खग्गे +खङ +खङ्ग +खङ्गं +खङ्गः +खङ्गचर्मणी +खङ्गधारा +खङ्गपाणिः +खङ्गपिधाने +खङ्गबन्धः +खङ्गमाकृष्य +खङ्गमादाय +खङ्गमुद्यम्य +खङ्गम् +खङ्गवारि +खङ्गस्य +खङ्गहस्तः +खङ्गहस्ता +खङ्गहस्तो +खङ्गा +खङ्गांश्च +खङ्गाः +खङ्गादि +खङ्गादिमुष्टौ +खङ्गादीनि +खङ्गानां +खङ्गान्धकारे +खङ्गाय +खङ्गी +खङ्गे +खङ्गेन +खङ्गैः +खङ्गैश्च +खङ्गो +खङ्गौ +खच +खचतुष्कं +खचतुष्करदार्णवाः +खचर +खचरं +खचरः +खचरस्य +खचरा +खचराः +खचरे +खचरेण +खचरैः +खचरो +खचरौ +खचि +खचित +खचितं +खचितः +खचितम् +खचिता +खचिते +खचो +खच् +खच्च +खच्छ +खच्छं +खच्छन्दं +खच्छा +खच्छे +खच्प्रकरणे +खच्प्रत्ययः +खच्प्रत्ययो +खछ +खज +खजं +खजः +खजकृत् +खजति +खजन +खजने +खजा +खजाका +खजाना +खजाहतम् +खजि +खजित् +खजुराहो +खजूर +खजेन +खजैः +खजो +खज् +खज्जन्तां +खज्जन्ति +खझे +खञि +खञौ +खञ् +खञ्च +खञ्ज +खञ्जं +खञ्जः +खञ्जकुब्जः +खञ्जता +खञ्जतां +खञ्जति +खञ्जन +खञ्जनं +खञ्जनः +खञ्जनकं +खञ्जनको +खञ्जनखगे +खञ्जनगञ्जनाक्षि +खञ्जनगञ्जने +खञ्जनपक्षी +खञ्जनस्य +खञ्जना +खञ्जनानां +खञ्जनिका +खञ्जने +खञ्जनो +खञ्जन्निव +खञ्जमन्यं +खञ्जरीट +खञ्जरीटः +खञ्जरीटक +खञ्जरीटकः +खञ्जरीटकम् +खञ्जरीटस्य +खञ्जरीटे +खञ्जरीटो +खञ्जा +खञ्जाः +खञ्जे +खञ्जो +खञ्ञ् +खञ्ञ्च +खञ्प्रत्ययः +खञ्प्रत्ययो +खञ्यणि +खट +खटकः +खटकामुखः +खटकामुखम् +खटकामुखौ +खटति +खटिकया +खटिका +खटिकां +खटिकाः +खटिनी +खटी +खटु +खट् +खट्ट +खट्टः +खट्टा +खट्टासः +खट्व +खट्वया +खट्वा +खट्वां +खट्वांगं +खट्वांगेन +खट्वाः +खट्वाका +खट्वागं +खट्वाङ्ग +खट्वाङ्गं +खट्वाङ्गः +खट्वाङ्गधारिणी +खट्वाङ्गी +खट्वाङ्गे +खट्वादौ +खट्वाभिः +खट्वाम् +खट्वाया +खट्वायां +खट्वायाः +खट्वायाम् +खट्वारूढ +खट्वारूढः +खट्वारूढो +खट्विका +खट्वे +खट्वेति +खट्वेन्द्रः +खट्वोदकम् +खट्वौदनः +खड +खडः +खडगपुरम् +खड़ +खड़ा +खड़ी +खड़े +खड़्गं +खड़्गः +खड़्गानां +खड़्गे +खड़्गो +खडा +खडि +खडी +खडीबोली +खडू +खडे +खड् +खड्ग +खड्गं +खड्गः +खड्गकोषः +खड्गखेटकधारिणम् +खड्गचर्मणी +खड्गचर्मधरं +खड्गचर्मधरः +खड्गचर्मधरो +खड्गञ्च +खड्गधरं +खड्गधरः +खड्गधारी +खड्गपरीक्षायां +खड्गपाणयः +खड्गपाणिः +खड्गप्रहारेण +खड्गभिन्नेभ्यः +खड्गमांसं +खड्गमांसेन +खड्गमाकृष्य +खड्गमाददे +खड्गमादाय +खड्गमुत्कोशयति +खड्गमुत्तमम् +खड्गमुद्यम्य +खड्गमुद्रा +खड्गमृगः +खड्गम् +खड्गरावणाय +खड्गलता +खड्गलोहामिषं +खड्गश्च +खड्गस्य +खड्गहस्तं +खड्गहस्तः +खड्गहस्ता +खड्गहस्ताय +खड्गहस्तो +खड्गा +खड्गांश्च +खड्गाः +खड्गादि +खड्गादीनां +खड्गानां +खड्गान् +खड्गाय +खड्गिनं +खड्गिनी +खड्गिने +खड्गी +खड्गीशः +खड्गीशो +खड्गे +खड्गेन +खड्गेषु +खड्गैः +खड्गैश्च +खड्गो +खड्गौ +खड्ड्डत्ध् +खड्ने +खड्रेन +खण +खणं +खणमेत्तं +खण़्डः +खणे +खणेण +खणो +खण् +खण्ड +खण्डं +खण्डः +खण्डक +खण्डकं +खण्डकः +खण्डकथा +खण्डकम् +खण्डकाः +खण्डकाद्यं +खण्डकानि +खण्डकाव्यं +खण्डकाव्यम् +खण्डकाव्यस्य +खण्डकाव्यानि +खण्डकाव्ये +खण्डके +खण्डकेन +खण्डकैः +खण्डखण्डं +खण्डखाद्यक +खण्डचतुष्टयम् +खण्डड्डत्ध् +खण्डते +खण्डत्रयं +खण्डत्रयम् +खण्डत्रयात्मकः +खण्डत्रयेण +खण्डत्वं +खण्डद्वय +खण्डद्वयं +खण्डद्वयम् +खण्डद्वयात्मकः +खण्डद्वये +खण्डधारा +खण्डन +खण्डनं +खण्डनखण्डखाद्यम् +खण्डनम् +खण्डना +खण्डनात् +खण्डनाय +खण्डने +खण्डनेन +खण्डन्तु +खण्डपरशुः +खण्डपरशोः +खण्डभेदे +खण्डमिति +खण्डम् +खण्डय +खण्डयति +खण्डयतीति +खण्डयते +खण्डयन्तः +खण्डयन्ति +खण्डयन्ती +खण्डयामास +खण्डयितुं +खण्डयित्वा +खण्डयेत् +खण्डयोः +खण्डवा +खण्डवाक्यं +खण्डवामण्डलम् +खण्डश +खण्डशः +खण्डशर्करा +खण्डशर्करां +खण्डशश्छेदयित्वा +खण्डशो +खण्डश्च +खण्डस्फुटप्रतिसंस्करणाय +खण्डस्य +खण्डहर्म् +खण्डहर्म्य +खण्डहर्म्यं +खण्डा +खण्डाः +खण्डानां +खण्डानि +खण्डान् +खण्डाभ्यां +खण्डि +खण्डिक +खण्डिकः +खण्डिका +खण्डिकाः +खण्डिकादिभ्यश्च +खण्डिकानां +खण्डिकोपाध्यायः +खण्डिड्डत्ध् +खण्डित +खण्डितं +खण्डितः +खण्डितमिति +खण्डितम् +खण्डितया +खण्डितवान् +खण्डितस्य +खण्डिता +खण्डितां +खण्डिताः +खण्डितानां +खण्डितानि +खण्डिताश्च +खण्डितुं +खण्डिते +खण्डितेति +खण्डितेन +खण्डितेर्ष्याकषायिता +खण्डितो +खण्डितोऽपि +खण्डी +खण्डीकृत्य +खण्डु +खण्डे +खण्डेन +खण्डेषु +खण्डै +खण्डैः +खण्डो +खण्डों +खण्डौ +खण्ड्यं +खण्ड्यते +खण्ड्यन्ते +खत +खतं +खतः +खतन्त्र +खतन्त्रः +खतन्त्रो +खतरा +खतरे +खता +खति +खती +खते +खतेजसा +खतो +खत् +खत्म +खत्रय +खत्रयं +खत्वं +खद +खदं +खदति +खदा +खदायां +खदि +खदिर +खदिरं +खदिरः +खदिरकः +खदिरमोजसे +खदिरवणम् +खदिरवती +खदिरवृक्षः +खदिरवृक्षे +खदिरश्च +खदिरश्चेति +खदिरसमिध +खदिरसारस्य +खदिरसारेण +खदिरस्तथा +खदिरस्त्वपामार्गोऽथ +खदिरस्य +खदिरा +खदिराङ्गारसवर्णे +खदिरासनवारिणा +खदिरी +खदिरे +खदिरेण +खदिरैः +खदिरो +खदूरं +खदूरमट +खदूरवासिनी +खदेशे +खद्योत +खद्योतं +खद्योतः +खद्योता +खद्योताः +खद्योतालीविलसितनिभां +खद्योते +खद्योतैः +खद्योतैरिव +खद्योतो +खद्वयं +खद्विनवके +खन +खनं +खनः +खनक +खनकः +खनका +खनकी +खनत +खनता +खनतात् +खनति +खनतीति +खनते +खनत्य् +खनद्भिः +खनन +खननं +खननकर्ता +खननकाले +खननमन्त्रालयः +खननम् +खननात् +खनने +खननेन +खनन् +खनन्खनित्रेण +खनन्त +खनन्तः +खनन्ति +खनन्तो +खनमानः +खनमाना +खनयः +खनयामास +खनयित्वा +खना +खनागाम्बुधि +खनाम +खनामः +खनामख्याते +खनामसि +खनामि +खनामीति +खनाम्योषधिं +खना॑मि +खनि +खनिं +खनिः +खनिज +खनिजं +खनिजः +खनिजस्य +खनिजाः +खनिजानाम् +खनिजानि +खनितं +खनिता +खनितारो +खनितुं +खनितुम् +खनित्र +खनित्रं +खनित्रकम् +खनित्रमादाय +खनित्रम् +खनित्रिमा +खनित्रिमाः +खनित्रे +खनित्रेण +खनित्रैः +खनित्वा +खनिभ्यो +खनु +खने +खनेः +खनेत् +खनेन +खनेम +खनो +खनौ +खन् +खन्ग +खन्ति +खन्न +खन्ना +खन्य +खन्यतां +खन्यतामिति +खन्यते +खन्यमाने +खन्या +खन्यात् +खप +खपक्षे +खपत +खपरों +खपि +खपिति +खपुरं +खपुष्पं +खपुष्पकृतशेखरः +खपुष्पवत् +खपुस्तके +खप्न +खप्नं +खप्ने +खप्रत्ययः +खप्रत्ययो +खप्लुतं +खफछठथचटतव् +खफादयः +खबर +खभाव +खभावं +खभावः +खभावतो +खभावस्य +खभावे +खभावेन +खभावो +खभुजा +खम +खमं +खमङ्क्ष्व +खमध्यं +खमध्यस्था +खमध्यात् +खमध्ये +खमनुभवति +खमपि +खमयं +खमस्तीति +खमस्य +खमा +खमाकाशं +खमाकाशम् +खमाज +खमाप्लुतः +खमिति +खमिदं +खमिव +खमुञ् +खमुत्पत्य +खमुत्पपात +खमुद्ययुः +खमूर्तिमान् +खमे +खमेव +खमेऽपि +खम् +खम्बा +खम्बावतीरागः +खम्भ +खम्भा +खम्भात +खम्भातसमुद्रकुक्षिः +खम्भे +खम्मं +खम्मम् +खय +खयं +खयः +खयमपि +खयमेव +खयम् +खया +खयां +खयाल् +खयि +खयुगांशे +खये +खयो +खयोः +खय् +खय्यम्परे +खर +खरं +खरः +खरकच +खरकुटी +खरक्षार्थं +खरगौन +खरगौनमण्डलम् +खरग्पुर् +खरचित्तानुवर्तिनाम् +खरच्छदः +खरणसः +खरणाः +खरतर +खरतरं +खरता +खरत्वं +खरदूषणौ +खरध्वंसी +खरपत्रः +खरपुष्पा +खरपुष्पाजगन्धिका +खरप्रदेशस्तव +खरमञ्जरी +खरमुखः +खरमूत्रेण +खरम् +खरया +खरयानं +खरयुक्तेन +खरयोनिं +खररोमा +खरव +खरवसानयोः +खरवसानयोरिति +खरवसानयोर्विसर्जनीय +खरवसानयोर्विसर्जनीयः +खरशालः +खरश्च +खरश्चिक्षेप +खरस +खरसः +खरसतः +खरस्तथा +खरस्तदा +खरस्तु +खरस्थाने +खरस्पर्शः +खरस्पर्शा +खरस्य +खरस्वनः +खरस्वनाः +खरहन्ता +खरहरप्रिय +खरहरप्रियामेलजन्य +खरहरप्रियामेलजन्यः +खरह्रप्रियामेलजन्यः +खरा +खरां +खरांशोः +खराः +खराक्रोश +खराङ्गता +खराजिनं +खराणां +खराणि +खरातपे +खरानना +खरान् +खराब +खराम +खरामा +खरामाः +खरामै +खरामैः +खराश्च +खराश्वा +खराह्वा +खरि +खरिका +खरिच +खरितेतः +खरी +खरीं +खरीति +खरीद +खरीदना +खरीदने +खरीप +खरीफ +खरीभूता +खरीभूतो +खरु +खरुः +खरू +खरूप +खरूपं +खरूपत +खरूपतः +खरूपम् +खरूपस्य +खरूपे +खरूपेण +खरूपेणैव +खरे +खरेण +खरेभ्यः +खरैः +खरैश्च +खरो +खरोष्ट्र +खरोष्ट्रं +खरोष्ट्रमहिषारूढो +खरोष्ट्रयोः +खरोष्ठी +खरोष्ठीलिपिः +खरोष्ठीलिपेः +खरोऽपि +खरोऽश्वोऽश्वतरो +खरौ +खर् +खर्ग +खर्गं +खर्गः +खर्गकामो +खर्गला +खर्गलेव +खर्गे +खर्च +खर्ज +खर्जनं +खर्जूर +खर्जूरं +खर्जूरः +खर्जूरम् +खर्जूरस्य +खर्जूरा +खर्जूराणां +खर्जूराणि +खर्जूरिका +खर्जूरी +खर्जूरैः +खर्ज्ज +खर्ज्जू +खर्ज्जूर +खर्ज्जूरं +खर्ज्जूरम् +खर्ज्जूरिका +खर्ज्जूरी +खर्ण +खर्द +खर्पर +खर्परं +खर्परः +खर्परके +खर्परञ्चैव +खर्परम् +खर्परी +खर्परे +खर्ब +खर्ब्ब +खर्व +खर्वं +खर्वः +खर्वटं +खर्वटस्य +खर्वटे +खर्वदेहं +खर्वम् +खर्वश्च +खर्वा +खर्वे +खर्वेण +खर्वो +खर्व्वः +खल +खलं +खलः +खलकं +खलकुलाश्च +खलगोरथात् +खलजनः +खलता +खलतां +खलति +खलतिं +खलतिः +खलतिकं +खलतिकस्य +खलतिकादिषु +खलतिपलितवलिनजरतीभिः +खलती +खलतौ +खलदि +खलनौ +खलपू +खलपूः +खलप्व +खलप्वः +खलप्वे +खलप्वौ +खलभयं +खलमतिः +खलम् +खलयवमाषतिलवृषब्रह्मणश्च +खलर्थ +खलर्थाः +खलर्थे +खलश्च +खलसंसर्गः +खलसज्जनानाम् +खलसूचकौ +खलस्य +खला +खलाः +खलाजिन +खलात् +खलादिभ्य +खलादीनां +खलाना +खलानां +खलानामतीव +खलानाम् +खलान् +खलाय +खलायाः +खलाश्च +खलास्तु +खलि +खलिः +खलिनी +खलिलाबाद् +खली +खलीकारः +खलीकृतः +खलीकृत्य +खलीन +खलीनं +खलीनः +खलीने +खलु +खलुं +खलुः +खलुशब्दः +खलुशब्दो +खलु॑ +खलु॒ +खलू +खलूक्त्वा +खलूग्ररुषा +खलूत्प्रेक्षे +खलूरिका +खलूरी +खले +खलेकपोतन्यायेन +खलेन +खलेबुसम् +खलेयवम् +खलेवाली +खलेषु +खलै +खलैः +खलो +खलोपासनात् +खलोऽपवादः +खल् +खल्घञोः +खल्प +खल्पं +खल्प्रत्ययः +खल्यम् +खल्या +खल्याय +खल्ल +खल्लं +खल्लतले +खल्ली +खल्लीं +खल्लु +खल्ले +खल्लो +खल्व +खल्वं +खल्वक्षरे +खल्वग्निः +खल्वतले +खल्वत्र +खल्वद्य +खल्वननुज्ञाता +खल्वनागताः +खल्वनेन +खल्वन्यत्र +खल्वन्येन +खल्वपि +खल्वभावो +खल्वभिज्ञाय +खल्वमध्ये +खल्वमी +खल्वमुमादित्यं +खल्वमृतत्वमिति +खल्वयं +खल्वयमेव +खल्वयमेवं +खल्वयमेवमभ्यस्तो +खल्वयम् +खल्वरे +खल्ववस्था +खल्वशाखा +खल्वसि +खल्वसितो +खल्वसौ +खल्वस्ति +खल्वस्माकं +खल्वस्मि +खल्वस्मिन् +खल्वस्य +खल्वस्याः +खल्वहं +खल्वहम् +खल्वा +खल्वाकाश +खल्वाज्ञापयामि +खल्वाट +खल्वाटं +खल्वाटः +खल्वाटस्य +खल्वाटो +खल्वात्मनः +खल्वात्मा +खल्वात्मेशानः +खल्वादयः +खल्वाप +खल्वाप्यो +खल्वामिव +खल्वार्यपुत्र +खल्वाश्च +खल्वाहुः +खल्वा॑हुः +खल्वि +खल्विति +खल्वित्यर्थः +खल्वित्यादि +खल्विदं +खल्विदमुच्यते +खल्विदम् +खल्विदानीं +खल्विन्द्रः +खल्विमानि +खल्विमे +खल्वियं +खल्वियम् +खल्विह +खल्विहैकत्यः +खल्विहैकत्यो +खल्विहैको +खल्वि॒मानि॒ +खल्वीदृशं +खल्वीरितं +खल्वे +खल्वेकः +खल्वेतत् +खल्वेतद् +खल्वेतस्यैवाक्षरस्योपव्याख्यानं +खल्वेता +खल्वेतानि +खल्वेते +खल्वेतेषु +खल्वेनं +खल्वेवं +खल्वेवमुक्तं +खल्वेष +खल्वेषः +खल्वेषा +खल्वेषां +खल्वो +खल्वोः +खल्व् +खळ +खळु +खव +खवते +खवत् +खवल्ली +खवा +खवान् +खवि +खवेदाः +खव्वालि +खश +खशयः +खशराः +खशा +खशाः +खशानां +खशान् +खशि +खशैः +खशो +खश् +खश्च +खश्चेति +खश्प्रकरणे +खश्प्रत्ययः +खश्प्रत्यये +खश्प्रत्ययो +खष +खषोल्काय +खस +खसतिलः +खसतिलस्य +खसत्त्वं +खसमः +खसा +खसाः +खसान् +खसृमः +खसृमस्तथा +खसो +खस् +खस्खसः +खस्ता +खस्ति +खस्तु +खस्त्यस्तु +खस्थ +खस्थं +खस्थः +खस्था +खस्थाः +खस्थानां +खस्थितं +खस्थे +खस्थो +खस्मिन् +खस्य +खस्यापि +खस्येति +खस्यैव +खस्वस्तिक +खस्वस्तिकं +खस्वस्तिकगे +खस्वस्तिकम् +खस्वस्तिकात् +खस्वस्तिके +खहरे +ख़ +ख़ान +खा +खाँ +खाँदा +खाँसी +खां +खांडिक्य +खांडिक्यो +खांशे +खांसी +खाः +खाइ +खाई +खाक +खाकर +खागतं +खागता +खाग्नि +खाग्निकृतांशहीनः +खाङ्का +खाङ्काहतं +खाङ्गशीतं +खाच्च्युता +खाट +खाट्कृत्य +खाडायन +खाडिति +खाण्डव +खाण्डवं +खाण्डवदाहपर्वणि +खाण्डवदाहे +खाण्डवप्रस्थं +खाण्डवम् +खाण्डवस्य +खाण्डवीं +खाण्डवे +खाण्डिकम् +खाण्डिक्य +खात +खातं +खातः +खातक +खातकं +खातकः +खातके +खातन्त्र्यं +खातन्त्र्येण +खातम् +खातयेत् +खातव्यवहारः +खातस्नायी +खातस्य +खाता +खाताः +खातात् +खातादि +खातानि +खातार्थं +खाति +खातुं +खाते +खातेन +खातेषु +खातो +खातों +खात् +खात्मकम् +खात्मना +खात्मनि +खात्मानं +खात्मिका +खात्मैव +खात्या +खात्रं +खात्वा +खात्‌ +खाद +खादंति +खादः +खादकः +खादकश्चेति +खादको +खादत +खादतः +खादतमोदता +खादति +खादतीति +खादते +खादथ +खादनं +खादनम् +खादनीयं +खादनीयभोजनीयं +खादनीयभोजनीयस्य +खादनीयभोजनीयेन +खादनीयम् +खादनीयेन +खादने +खादनेन +खादन् +खादन्तं +खादन्तः +खादन्ति +खादन्ती +खादन्तु +खादन्तेन +खादन्तो +खादन्नपि +खादन्मांसं +खादपि +खादय +खादयः +खादयति +खादयन्ति +खादयश्चेतनाषष्ठा +खादयेत् +खादयेद्राजा +खादयो +खादसि +खादाम +खादामः +खादामि +खादि +खादिः +खादित +खादितं +खादितः +खादितम् +खादितवान् +खादिता +खादिताः +खादितानि +खादितारौ +खादिति +खादितुं +खादितुम् +खादितो +खादित्वा +खादिना +खादिर +खादिरं +खादिरः +खादिरगृह्यसूत्रम् +खादिरता +खादिरत्वस्य +खादिरम् +खादिरस्य +खादिरा +खादिराः +खादिराणां +खादिरी +खादिरीं +खादिरीमौदुम्बरीं +खादिरे +खादिरेण +खादिरैः +खादिरो +खादिरꣳ +खादिव +खादिश्च +खादिषु +खादिष्यन्ति +खादी +खादीनां +खादीनि +खादु +खादृ +खादे +खादेच्च +खादेत +खादेति +खादेत् +खादेदग्निबलं +खादेद् +खादेद्यस्तयोः +खादेद्वा +खादेन +खादेन् +खादेन्न +खादेन्नरः +खादेय +खादेयं +खाद् +खाद्य +खाद्यं +खाद्यः +खाद्यकं +खाद्यतां +खाद्यते +खाद्यतैलम् +खाद्यन्ते +खाद्यपदार्थाः +खाद्यप्रकियामन्त्रालयः +खाद्यभेदे +खाद्यम् +खाद्यविशेषं +खाद्यविशेषः +खाद्यानां +खाद्यानि +खाद्ये +खाध्याये +खान +खानं +खानः +खानम् +खानयति +खानयामास +खानयित्वा +खानयेत् +खानस्य +खाना +खानां +खानापुरम् +खानापुरविधानसभाक्षेत्रम् +खानि +खानिः +खानिजः +खानिजस्य +खानिजाः +खानिजानां +खानितः +खानिताः +खानि॑ +खानि॒ +खानी +खाने +खानेन +खानेवाला +खानेवाले +खान् +खान्त +खान्तं +खान्ते +खान्तेषु +खान्देशी +खान्यः +खाप +खापि +खाबड़ +खाभा +खाभाविक +खाभाविकं +खाम +खामार +खामि +खामिन +खामिनं +खामिनः +खामिना +खामिनि +खामिनो +खामिन् +खामी +खाम् +खाय +खायते +खायन्ते +खाया +खायां +खाये +खायें +खार +खारि +खारिकेति +खारिम्पचः +खारी +खारीं +खारीकः +खारीकम् +खार्क +खार्जूरं +खार्ज्जूरं +खार्तः +खार्तो +खार्थ +खार्थे +खार्या +खार्यां +खार्याः +खाल +खालत्यं +खालसा +खालित्यं +खाली +खालुइ +खाष्टनगा +खाष्टाब्धयो +खास +खासि +खासिहिल्स् +खासिहिल्स्मण्डलम् +खासी +खास् +खाहा +खाहि +खा꣣ +खा꣣यः +खि +खिः +खिच्य +खिट +खिट् +खित +खितं +खितः +खितम् +खिता +खिताः +खिति +खिते +खितो +खितौ +खित् +खित्यनव्ययस्य +खित्वा +खित्वात् +खिद +खिदः +खिदति +खिदन्त +खिदन्ते +खिदेश्छन्दसि +खिद् +खिद्यत +खिद्यतः +खिद्यति +खिद्यते +खिद्यन्ते +खिद्यमाना +खिद्यसे +खिद्यस्व +खिद्यामहे +खिद्रं +खिन +खिनः +खिन्ते +खिन्दति +खिन्न +खिन्नं +खिन्नः +खिन्नता +खिन्नतां +खिन्नधीः +खिन्नमनसां +खिन्नमना +खिन्नमानसः +खिन्नमानसा +खिन्नमानसाः +खिन्नम् +खिन्नश्च +खिन्नस्य +खिन्ना +खिन्नां +खिन्नाः +खिन्नानां +खिन्नानि +खिन्ने +खिन्नेन +खिन्नो +खिन्नोऽसि +खिन्नोऽस्मि +खिन्नौ +खियः +खिया +खियाँ +खियां +खियाम् +खियो +खिर +खिल +खिलं +खिलः +खिलकाण्डे +खिलजी +खिलत्वं +खिलधातवः +खिलभागे +खिलम् +खिलसूक्तानि +खिलस्थानम् +खिला +खिलाः +खिलाड़ी +खिलाडी +खिलाता +खिलानि +खिलि +खिली +खिलीकृतः +खिलीकृत्य +खिलीक्रियते +खिलीभूते +खिले +खिलेषु +खिलेऽच्छदिर्दर्शेऽग्निमुपसमाधाय +खिलो +खिलोक्तवत् +खिलोक्तविधिना +खिल्यनव्ययस्य +खिल्ये +खिष्णुच् +खिष्णुच्खुकञौ +खिस्ते +खी +खीं +खींच +खींचकर +खींचते +खींचने +खींचा +खीकृत्य +खीक्रियते +खीणां +खीभिः +खीय +खीया +खीये +खीर +खीरं +खीरी +खीला +खीलोऽवततः +खु +खुं +खुः +खुकञ् +खुङ् +खुचं +खुजु +खुड +खुडं +खुडि +खुद +खुदत +खुदा +खुदाई +खुदीराम +खुदीरामः +खुध +खुप +खुर +खुरं +खुरः +खुरकं +खुरकः +खुरखराभ्यां +खुरखुरायते +खुरणसः +खुरणाः +खुरपुटैः +खुरमध्ये +खुरम् +खुरली +खुरविषाणाभ्यां +खुरा +खुराः +खुराक +खुराग्रे +खुराग्रेषु +खुराग्रैः +खुराञ्चलं +खुराणां +खुराना +खुरान् +खुरान्विता +खुरु +खुरे +खुरेण +खुरेषु +खुरै +खुरैः +खुरो +खुरौ +खुर्द +खुल +खुला +खुलि +खुली +खुले +खुश +खुशरो +खुशवन्त +खुशी +खू +खूंटी +खून +खूप +खूब +खूष +खृ +खे +खें +खेंगार +खेः +खेच +खेचर +खेचरं +खेचरः +खेचरगोलोऽयमेव +खेचरचक्रयुक्तो +खेचरतः +खेचरतां +खेचरत्वं +खेचरम् +खेचरश्च +खेचरस्य +खेचरा +खेचराः +खेचराणां +खेचराणि +खेचरान् +खेचराय +खेचराश्च +खेचरी +खेचरीं +खेचरीमुद्रा +खेचरीम् +खेचरे +खेचरेण +खेचरैः +खेचरैरुत्सवेऽस्मिन् +खेचरो +खेचरौ +खेचर्यः +खेचर्या +खेच्छया +खेट +खेटं +खेटः +खेटक +खेटकं +खेटकः +खेटकञ्चैव +खेटकम् +खेटकी +खेटके +खेटतः +खेटति +खेटस्य +खेटा +खेटाः +खेटात् +खेटानां +खेटानि +खेटान् +खेटे +खेटेन +खेटेषु +खेटेष्वृणं +खेटैः +खेटो +खेटोदयो +खेटौ +खेड +खेडा +खेडामण्डल +खेडामण्डलम् +खेडामण्डलस्य +खेडासत्याग्रहः +खेत +खेतडी +खेति +खेती +खेतीकी +खेते +खेतों +खेत्ता +खेद +खेदं +खेदः +खेदच्छेदि +खेदनं +खेदमापत्स्यसे +खेदमेति +खेदम् +खेदयः +खेदयति +खेदयन्ति +खेदयसि +खेदया +खेदश्च +खेदस्य +खेदा +खेदात् +खेदाय +खेदित +खेदितः +खेदिता +खेदितो +खेदितोदकाः +खेदी +खेदे +खेदेन +खेदो +खेदोऽध्वरत्यादेः +खेदोऽस्मासु +खेद॑या +खेन +खेनैव +खेभ्य +खेभ्यः +खेभ्यो +खेमं +खेमराज +खेय +खेयं +खेयम् +खेयो +खेर +खेर् +खेल +खेलं +खेलः +खेलगामी +खेलता +खेलति +खेलतीति +खेलतु +खेलते +खेलन +खेलनं +खेलनम् +खेलने +खेलन् +खेलन्ति +खेलन्ती +खेलन्तो +खेलसि +खेलस्य +खेला +खेलां +खेलितुं +खेलृ +खेले +खेलो +खेल् +खेव +खेवृ +खेशयः +खेषु +खेहेन +खेऽधः +खेऽनसः +खेऽन्तर्भूतस्य +खेऽपि +खै +खैंच +खैः +खैबर्पख्तूङ्ख्वा +खैबर्पख्तूङ्ख्वाप्रदेशः +खैर +खैरं +खैरिणी +खैव +खो +खों +खोज +खोजता +खोजने +खोजा +खोट +खोटं +खोटः +खोटकः +खोटतां +खोटने +खोटबद्धो +खोटे +खोटो +खोड +खोडाला +खोद +खोदकर +खोदनम् +खोदने +खोना +खोर +खोरकः +खोरकश्च +खोरठा +खोरठाभाषा +खोरति +खोरधामण्डलम् +खोरी +खोर्धा +खोल +खोलकर +खोलति +खोला +खोलृ +खोले +खोसला +खोह +खौ +ख् +ख्खु +ख्फ्रे +ख्फ्रें +ख्मेर +ख्मेरभाषा +ख्मेर् +ख्य +ख्यं +ख्यः +ख्यतम् +ख्यते +ख्यत् +ख्यत्यात् +ख्यत्यात्परस्य +ख्यन् +ख्यम् +ख्यया +ख्यश्च +ख्यश्चोदात्तः +ख्यस्य +ख्या +ख्यां +ख्याः +ख्याञादेशाभावः +ख्याञादेशे +ख्याञ् +ख्याञ्ञ् +ख्यात +ख्यातं +ख्यातः +ख्यातनामा +ख्यातमस्ति +ख्यातमिदं +ख्यातम् +ख्यातवान् +ख्यातवृत्तं +ख्यातश्च +ख्यातस्तस्य +ख्यातस्त्रिषु +ख्यातस्त्वं +ख्यातस्य +ख्याता +ख्यातां +ख्याताः +ख्याताजनि +ख्याताज्जनि +ख्याताञ्जनि +ख्यातानां +ख्यातानि +ख्यातायां +ख्यातायाः +ख्यातायाम् +ख्याताश्चैव +ख्यातास्तु +ख्यातास्त्रयोदश +ख्याताऽस्ति +ख्याति +ख्यातिं +ख्यातिः +ख्यातिक्रियास्थितिशीला +ख्यातिपर्यवसानं +ख्यातिमागता +ख्यातिमान् +ख्यातिमाप +ख्यातिमाययौ +ख्यातिमायातु +ख्यातिमेष्यति +ख्यातिम् +ख्यातिरसूयत +ख्यातिरिति +ख्यातिरीश्वरः 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+ख्रीष्टाब्दतः +ख्रीष्टाब्दपर्यन्तं +ख्रीष्टाब्दपर्यन्तम् +ख्रीष्टाब्दमध्य +ख्रीष्टाब्दमध्ये +ख्रीष्टाब्दमभितः +ख्रीष्टाब्दयोर्मध्ये +ख्रीष्टाब्दस्य +ख्रीष्टाब्दात् +ख्रीष्टाब्दाभ्यन्तरे +ख्रीष्टाब्दे +ख्रीष्टाब्देऽभवत् +ख्रीष्टे +ख्रीष्टेन +ख्रीष्टो +ख्रीष्टोऽपि +ख्व +ख्षरा +ख्षि॒तो +ख्ष॒त्र +ख्ष॒त्रं +ख्ष॒त्रस्य॒ +ग +गँ +गं +गंग +गंगदत्त +गंगया +गंगा +गंगां +गंगांभः +गंगांभसा +गंगांभसि +गंगाकूले +गंगागंगेति +गंगाजल +गंगाजलं +गंगाजले +गंगाजलेन +गंगातटे +गंगातीरं +गंगातीरे +गंगातीर्थं +गंगातोयं +गंगातोये +गंगातोयेन +गंगादि +गंगादिषु +गंगादिसर्वतीर्थेषु +गंगादीनां +गंगादीनि +गंगाद्याः +गंगाद्वारं +गंगाद्वारे +गंगाधर +गंगाधरं +गंगाधरः +गंगाधरेंद्र +गंगानदीवालिकासमानि +गंगामाहात्म्यमुत्तमम् +गंगायमुनयोर्मध्ये +गंगायमुनसंगमे +गंगाया +गंगायां +गंगायाः +गंगायाश्च +गंगायै +गंगाविष्णु +गंगाष्टकम् +गंगासमं +गंगासागरसंगमे +गंगास्नानं +गंगास्नानफलं +गंगास्नानेन +गंगे +गंगेति +गंगेव +गंगेश्वरं +गंगेश्वरस्य +गंगैव +गंगोदकं +गंगोवाच +गंडकी +गंडस्थलविराजितम् +गंडांत +गंडांतं +गंडे +गंत +गंतव्यं 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+गङ्गाजलस्य +गङ्गाजले +गङ्गाञ्च +गङ्गातः +गङ्गातटं +गङ्गातटे +गङ्गातरणम् +गङ्गातीरं +गङ्गातीरत्वेन +गङ्गातीरे +गङ्गातो +गङ्गातोयं +गङ्गातोये +गङ्गातोयेन +गङ्गात्वेन +गङ्गादासः +गङ्गादि +गङ्गादिशब्दस्य +गङ्गादिशब्दानां +गङ्गादिषु +गङ्गादिसर्वतीर्थेषु +गङ्गादीनां +गङ्गादीनि +गङ्गादेवी +गङ्गादेव्या +गङ्गाद्या +गङ्गाद्याः +गङ्गाद्वारं +गङ्गाद्वारे +गङ्गाधर +गङ्गाधरं +गङ्गाधरः +गङ्गाधरस्तोत्रम् +गङ्गाधरस्य +गङ्गाधरे +गङ्गाधरो +गङ्गानदी +गङ्गानदीवालिकासमा +गङ्गानदीवालिकासमेषु +गङ्गानदीवालिकासमेऽसंख्येये +गङ्गानद्यां +गङ्गानद्याः +गङ्गानयनकारणात् +गङ्गानां +गङ्गान्ते +गङ्गापत्री +गङ्गापदं +गङ्गापदस्य +गङ्गापदात् +गङ्गापदार्थस्य +गङ्गापदे +गङ्गापदेन +गङ्गापि +गङ्गापूजा +गङ्गाप्रपातेन +गङ्गाप्रवाह +गङ्गाप्रवाहोक्षितदेवदारु +गङ्गामध्ये +गङ्गामनु +गङ्गामपि +गङ्गामादाय +गङ्गामाहात्म्यं +गङ्गामिव +गङ्गामुत्तीर्य +गङ्गाम् +गङ्गाम्बु +गङ्गाम्भ +गङ्गाम्भः +गङ्गाम्भसा +गङ्गाम्भसि +गङ्गाम्भसोऽम्बुधौ +गङ्गाय +गङ्गायमुनयोः +गङ्गायमुनयोर्मध्ये +गङ्गायमुनसङ्गमे +गङ्गायमुने +गङ्गाया +गङ्गायां +गङ्गायाः 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+गजवाजिरथाकुला +गजवाहनः +गजवीथी +गजशान्त्यध्यायः +गजशाला +गजशृंगं +गजशैलः +गजश्च +गजश्चैको +गजश्रेष्ठ +गजसहायाभ्यां +गजसाह्वयम् +गजसाह्वयात् +गजसाह्वये +गजसिंहगती +गजस्कन्धं +गजस्कन्धगतो +गजस्कन्धे +गजस्तत्र +गजस्तथा +गजस्तु +गजस्थं +गजस्थानं +गजस्थाने +गजस्थाश्च +गजस्य +गजस्येव +गजहयगजेषु +गजहस्तोपमं +गज़ल् +गजा +गजांश्च +गजाः +गजाकारं +गजाजिनं +गजाजिनम् +गजाजिनालम्बि +गजात् +गजादयः +गजादिकम् +गजादिषु +गजादीनां +गजादेः +गजाद्भुतावर्त्तः +गजाधमः +गजाध्यक्षः +गजान +गजानं +गजानन +गजाननं +गजाननः +गजाननम् +गजाननस्य +गजानना +गजाननाः +गजाननात् +गजाननाय +गजानने +गजाननेति +गजाननो +गजानश्वान् +गजाना +गजानां +गजानामपि +गजानामस्थि +गजानामिव +गजानाम् +गजानीकं +गजानीकेन +गजान् +गजान्तकसहस्रकम् +गजाय +गजायुर्वेदः +गजायुर्वेदमहाप्रवचने +गजायुर्वेदे +गजारूढं +गजारूढः +गजारूढा +गजारूढाः +गजारूढो +गजारोहः +गजारोहा +गजारोहाः +गजारोहो +गजाविव +गजाश्च +गजाश्चैव +गजाश्व +गजाश्वं +गजाश्वरथसंकुलम् +गजाश्वानां +गजासनं +गजासने +गजासुर +गजासुरः +गजासुरम् +गजासुरस्य +गजास्तेषां +गजास्य +गजास्यं +गजास्यः +गजास्या +गजाह्वयं +गजाह्वयम् +गजाह्वये +गजाह्वा +गजि +गजितेन +गजी +गजे +गजेंद्राणां +गजेति +गजेन +गजेनेव +गजेन्द्र +गजेन्द्रं +गजेन्द्रः +गजेन्द्रगड +गजेन्द्रमपि +गजेन्द्रमिव +गजेन्द्रमोक्षः +गजेन्द्रमोक्षणं +गजेन्द्रमोक्षणादीनि +गजेन्द्रमोक्षवर्णनम् +गजेन्द्रम् +गजेन्द्रश्च +गजेन्द्रस्य +गजेन्द्रा +गजेन्द्राः +गजेन्द्राणां +गजेन्द्राश्च +गजेन्द्रे +गजेन्द्रेण +गजेन्द्रो +गजेश्वरं +गजेषु +गजै +गजैः +गजैति +गजैश्च +गजैस्तस्य +गजो +गजोत्तमः +गजोत्तमम् +गजोपरि +गजोऽपि +गजोऽयं +गजौ +गज्जर +गज्जारः +गज्या +गझनवी +गझनी +गझल् +गञ्ज +गञ्जा +गञ्जाम +गञ्जाममण्डलम् +गञ्जे +गट +गठनं +गठनम् +गठित +गठिया +गड +गडः +गडकरी +गडचिरोली +गडचिरोलीमण्डलं +गडचिरोलीमण्डलम् +गडति +गड़ +गड़े +गडा +गडि +गडिक +गडु +गडुं +गडुः +गडुक +गडुकण्ठः +गडुल +गडुलः +गडे +गडेः +गडेरादेश्च +गड्ढा +गड्ढे +गड्वादिभ्यः +गढ +गढवळि +गढवळिभाषा +गढवा +गढवामण्डलम् +गढवाल +गढवालविभागः +गढवालविभागे +गढवाली +गढवाल् +गढ़ +गढ़वाली +गढ़ान् +गण +गणं +गणः +गणक +गणकं +गणकः +गणककुमुदकौमुदीटीकासमेतम् +गणकम् +गणकयन्त्रं +गणकयन्त्रस्य +गणकयन्त्रे +गणकस् 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+गणस्तु +गणस्य +गणस्याग्रतो +गणस्यास्य +गणहासकः +गणा +गणां +गणांश्च +गणाः +गणाग्रणीः +गणात् +गणादिं +गणाद्भीतः +गणाधिकारः +गणाधिप +गणाधिपं +गणाधिपः +गणाधिपतये +गणाधिपत्यं +गणाधिपम् +गणाधिपस्य +गणाधिपाः +गणाधिपानां +गणाधिपेन +गणाधीश +गणाधीशं +गणाधीशमीशानसूनुं +गणाधीशो +गणाध्यक्ष +गणाध्यक्षं +गणाध्यक्षः +गणाध्यक्षा +गणाध्यक्षो +गणानपि +गणाना +गणानां +गणानामग्र्यम् +गणानामधिपो +गणानामपि +गणानामाधिपत्ये +गणानामिति +गणानाम् +गणान् +गणान्तिका +गणान्नं +गणान्मे +गणाभ्यन्तर +गणाभ्यां +गणाय +गणावूचतुः +गणावृतः +गणाश्च +गणाश्चापि +गणाश्चैव +गणास् +गणास्तत्र +गणास्तथा +गणास्तदा +गणास्तु +गणास्ते +गणास्त्रयः +गणास्सर्वे +गणि +गणिआ +गणिकया +गणिका +गणिकां +गणिकाः +गणिकादारिका +गणिकानां +गणिकान्नं +गणिकान्नञ्च +गणिकाया +गणिकायाः +गणिकायाश्च +गणिकारिका +गणिकारी +गणिकारीवृक्षे +गणिकाश्च +गणिकाश्चापि +गणिकासु +गणिकेति +गणित +गणितं +गणितः +गणितकर्म +गणितकोविदैः +गणितकौमुदी +गणितक्षेत्रे +गणितज्ञ +गणितज्ञः +गणितज्ञाः +गणितञ्च +गणितपादः +गणितपादे +गणितम् +गणितविद्या +गणितविद्याविषयः +गणितविषये +गणितशास्त्रं +गणितशास्त्रजः +गणितशास्त्रम् +गणितशास्त्रसम्बद्धाः +गणितशास्त्रस्य +गणितशास्त्रे +गणितसारसङ्गहः +गणितसारसङ्ग्रहः +गणितसारसङ्ग्रहः॒ +गणितस्कन्ध +गणितस्कन्धः +गणितस्कन्धप्रबन्धे +गणितस्य +गणिता +गणिताः +गणितागत +गणितागतं +गणितागततिथ्यन्तः +गणितागते +गणितागतेन +गणितागतो +गणिताध्याय +गणिताध्यायः +गणितानि +गणितुं +गणिते +गणितेन +गणितेषु +गणितेऽक्षिसि +गणितो +गणितोत्थकालादनन्तरं +गणिनो +गणियारी +गणी +गणे +गणेति +गणेन +गणेनैव +गणेन्द्रं +गणेभ्य +गणेभ्यः +गणेभ्यश्च +गणेभ्यो +गणेय +गणेश +गणेशं +गणेशः +गणेशकवचं +गणेशकवचम् +गणेशखण्डम् +गणेशखण्डे +गणेशचतुर्थी +गणेशजननी +गणेशञ्च +गणेशत्वं +गणेशदैवज्ञस्य +गणेशपञ्चरत्नम् +गणेशपुराण +गणेशपुराणम् +गणेशपुराणे +गणेशपूजनं +गणेशबाह्यपूजा +गणेशभुजंगम् +गणेशभुजङ्गम् +गणेशमन्त्रः +गणेशमन्दिरम् +गणेशमहिमस्तोत्रम् +गणेशमानसपूजा +गणेशम् +गणेशवचनं +गणेशविमर्षिण्याम् +गणेशश्च +गणेशस्तु +गणेशस्तोत्रम् +गणेशस्तोत्राणि +गणेशस्य +गणेशा +गणेशाः +गणेशादीन् +गणेशान +गणेशानं +गणेशानां +गणेशान् +गणेशाय +गणेशायतनं +गणेशाश्च +गणेशाष्टकम् +गणेशितुः +गणेशे +गणेशेन +गणेशो +गणेशोत्तरतापिन्युपनिषत्सु +गणेशोत्सवः +गणेशोऽपि +गणेश् +गणेश्वर +गणेश्वरं +गणेश्वरः +गणेश्वरम् +गणेश्वरा +गणेश्वराः +गणेश्वराणां +गणेश्वरान् +गणेश्वराय +गणेश्वराश्च +गणेश्वरि +गणेश्वरी +गणेश्वरे +गणेश्वरैः +गणेश्वरो +गणेश्वरौ +गणेषु +गणै +गणैः +गणैरपि +गणैरिन्द्रस्य +गणैर् +गणैश्च +गणो +गणों +गणोत्तमः +गणोत्तमाः +गणोपनीते +गणोऽपि +गणोऽयं +गणोऽष्टकः +गणौ +गण् +गण्ड +गण्डं +गण्डः +गण्डक +गण्डकं +गण्डकः +गण्डकारी +गण्डकि +गण्डकी +गण्डकीं +गण्डकीचण्डी +गण्डकीति +गण्डकीतीरे +गण्डके +गण्डको +गण्डक्या +गण्डक्यां +गण्डक्याः +गण्डड्डत्ध् +गण्डतलपाण्डिमा +गण्डति +गण्डदूर्वा +गण्डदूर्वायां +गण्डदूर्व्वा +गण्डपाली +गण्डपालीं +गण्डभित्तिषु +गण्डमण्डले +गण्डमवस्यन्दितनालिके +गण्डमाला +गण्डमालां +गण्डमालाः +गण्डमालाञ्च +गण्डमालायां +गण्डमालिका +गण्डमाली +गण्डम् +गण्डयो +गण्डयोः +गण्डयोश्च +गण्डव्याघातयोः +गण्डशान्त्यध्यायः +गण्डशैल +गण्डशैला +गण्डशैलाः +गण्डस्थल +गण्डस्थलं +गण्डस्थलविराजितम् +गण्डस्थलानि +गण्डस्थली +गण्डस्थलीं +गण्डस्थलीः +गण्डस्थले +गण्डस्थलेषु +गण्डस्य +गण्डस्योपरि +गण्डस्वेदापनयनरुजाक्लान्तकर्णोत्पलानां +गण्डा +गण्डाः +गण्डात् +गण्डानां +गण्डान्तं +गण्डान्तजातशान्त्यध्यायः +गण्डान्तत्रितयं +गण्डान्ते +गण्डाभोगे +गण्डार +गण्डाली +गण्डि +गण्डिका +गण्डी +गण्डीरं +गण्डीरः +गण्डीरारिष्टमेव +गण्डीरी +गण्डीरो +गण्डुः +गण्डू +गण्डूपदास्यरूपाणि +गण्डूपदी +गण्डूष +गण्डूषं +गण्डूषः +गण्डूषजलं +गण्डूषधारणम् +गण्डूषधारणात् +गण्डूषस्य +गण्डूषा +गण्डूषाः +गण्डूषान् +गण्डूषार्थं +गण्डूषे +गण्डूषो +गण्डे +गण्डेति +गण्डेन +गण्डेरबाल +गण्डेरबालमण्डलम् +गण्डेषु +गण्डैः +गण्डैरलसकं +गण्डो +गण्डोपधानं +गण्डौ +गण्य +गण्यं +गण्यंते +गण्यः +गण्यत +गण्यतां +गण्यताम् +गण्यते +गण्यन्ते +गण्यमानत्वेन +गण्यम् +गण्या +गण्याः +गण्यो +गण्ह +गण्हदु +गण्हिअ +गत +गतं +गतः +गतकला +गतकल्मषः +गतकल्मषम् +गतकल्मषाः +गतकालस्य +गतकिल्बिषः +गतक्लमः +गतक्लमा +गतक्लमाः +गतक्लेशः +गतक्लेशो +गतखण्डकानि +गतगतः +गतगता +गतगम्ययोः +गतगम्या +गतगम्ये +गतघटिका +गतघटिकाः +गतघटी +गतचेतनः +गतचेतनम् +गतचेतसः +गतचेतसम् +गतजीवितः +गतजीवितम् +गतज्या +गतज्वरः +गतज्वरम् +गतज्वराः +गतज्वरो +गतञ्च +गततिथि 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+गतिविच्छेदः +गतिविधीन् +गतिविशेषः +गतिविशेषेण +गतिवृद्धयोः +गतिवृद्ध्योः +गतिवैकल्यं +गतिवैकल्ये +गतिव्याप्तिप्रजनकान्त्यसनखादनेषु +गतिशब्दाभ्यां +गतिशासनयोः +गतिशील +गतिशीलं +गतिशीलः +गतिशीलता +गतिशीले +गतिशुद्ध्योः +गतिशोषणयोः +गतिश् +गतिश्च +गतिश्चापि +गतिश्चास्य +गतिश्चित्रा +गतिश्चिन्तनीयेति +गतिश्चेति +गतिश्चैव +गतिश्रुतयः +गतिश्रुतेश्च +गतिषु +गतिसंज्ञं +गतिसंज्ञक +गतिसंज्ञकं +गतिसंज्ञा +गतिसंज्ञाः +गतिसंज्ञायां +गतिसंज्ञो +गतिसंज्ञौ +गतिसमास +गतिसमासः +गतिसमासे +गतिसामान्यं +गतिसामान्यात् +गतिस् +गतिस्ततः +गतिस्तत्र +गतिस्तथा +गतिस्तदा +गतिस्तयोरेष +गतिस्तव +गतिस्तस्य +गतिस्तु +गतिस्ते +गतिस्तेषां +गतिस्त्यजतः +गतिस्त्वं +गतिस्थानार्जनोपार्जनेषु +गतिस्थैर्ययोः +गतिहिंसादर्शनेषु +गतिहिंसार्थेभ्य +गतिहिंसार्थेभ्यः +गतिहेतवः +गती +गतीः +गतीति +गतीनां +गतीनाम् +गतीन्द्रियप्रलयमूर्तिभावेषु +गतु +गतुं +गते +गतेः +गतेति +गतेत्यर्थः +गतेथ +गतेन +गतेनापि +गतेन्द्रियः +गतेपि +गतेभ्यः +गतेरनुदात्तत्वम् +गतेरिति +गतेर् +गतेर्निघातः +गतेर्विशेषितत्वाच्च +गतेव +गतेश्च +गतेषु +गतेषूर्द्ध्वं 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+गदाग्रजम् +गदाग्रजो +गदाग्रेण +गदाघाताद् +गदाचक्रधरः +गदाचक्रे +गदात् +गदाधर +गदाधरं +गदाधरः +गदाधरनाथस्य +गदाधरभट्टाचार्यैः +गदाधरम् +गदाधरस्य +गदाधरा +गदाधराय +गदाधरे +गदाधरेण +गदाधरो +गदाधारी +गदानां +गदान् +गदापर्व +गदापर्वणि +गदापाणिं +गदापाणिः +गदापाणिमवस्थितम् +गदापाणिर्विभीषणः +गदापाणी +गदापाणे +गदाप्रहारव्यथितो +गदाप्रहारेण +गदाब्जे +गदाभिः +गदाभिश्च +गदाभृतः +गदाभृता +गदाभृते +गदाभृत् +गदाभ्यां +गदामत्र +गदामपि +गदामादाय +गदामि +गदामुद्यम्य +गदामुद्रा +गदामुसलवर्षेण +गदाम् +गदाय +गदाया +गदायां +गदायाः +गदायुद्धं +गदायुद्धपर्वणि +गदायुद्धविशारदः +गदायुद्धविशारदौ +गदायुद्धे +गदायै +गदालोले +गदावन्तं +गदावान् +गदावेगं +गदाश्च +गदाहस्तं +गदाहस्तः +गदाहस्ताय +गदाहस्तौ +गदि +गदित +गदितं +गदितः +गदितम् +गदितवान् +गदिता +गदितां +गदिताः +गदितानि +गदितुं +गदिते +गदितो +गदित्वा +गदिनं +गदिनम् +गदिनी +गदिने +गदिनो +गदी +गदुअ +गदे +गदेति +गदेन +गदेयं +गदेषु +गदेऽस्मिन् +गदो +गदोपरि +गदौ +गद् +गद्गद +गद्गदं +गद्गदः +गद्गदभाषिणी +गद्गदम् +गद्गदया +गद्गदा +गद्गदाक्षरम् +गद्गदितं +गद्गदेन 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+गन्तुं +गन्तुः +गन्तुकामं +गन्तुकामः +गन्तुकामस्य +गन्तुकामा +गन्तुकामो +गन्तुमनसः +गन्तुमना +गन्तुमनाः +गन्तुमपि +गन्तुमर्हति +गन्तुमर्हथ +गन्तुमर्हसि +गन्तुमागन्तुं +गन्तुमारेभे +गन्तुमाशु +गन्तुमास्थिताः +गन्तुमिच्छता +गन्तुमिच्छति +गन्तुमिच्छन् +गन्तुमिच्छन्ति +गन्तुमिच्छसि +गन्तुमिच्छामि +गन्तुमिच्छाम्यहं +गन्तुमिति +गन्तुमित्यर्थः +गन्तुमियेष +गन्तुमीश्वरः +गन्तुमुद्यतः +गन्तुमुद्यतम् +गन्तुमुद्यता +गन्तुमुद्यताः +गन्तुमुद्यते +गन्तुमेव +गन्तुमैच्छत् +गन्तुमैच्छदवलम्बितांशुका +गन्तुम् +गन्तुरगन्तुश्च +गन्तृ +गन्तृत्वं +गन्तृभिः +गन्तॄणां +गन्तॄन् +गन्ते +गन्तेति +गन्तेत्यर्थः +गन्तोः +गन्त्री +गन्त्रीं +गन्त्रे +गन्त्र्यः +गन्त॑ +गन्त॑वे +गन्थ +गन्दा +गन्ध +गन्धं +गन्धः +गन्धक +गन्धकं +गन्धकः +गन्धककल्पः +गन्धकञ्च +गन्धकञ्चैव +गन्धकम् +गन्धकशोधन +गन्धकस्य +गन्धकाद् +गन्धकाली +गन्धकाष्ठं +गन्धकुटी +गन्धकुट्यां +गन्धके +गन्धकेन +गन्धकैः +गन्धको +गन्धगुणा +गन्धगुणेन +गन्धग्रहणे +गन्धचूर्णं +गन्धञ्च +गन्धतन्मात्रं +गन्धतन्मात्रे +गन्धताम्बूलं +गन्धतालाभ्यां +गन्धतृणम् +गन्धतृणे 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+गन्धपुष्पाभ्यां +गन्धपुष्पे +गन्धपुष्पै +गन्धपुष्पैः +गन्धपुष्पैरलंकृत्य +गन्धपुष्पैश्च +गन्धपुष्पैस्तथा +गन्धपुष्पो +गन्धपुष्पोपहारैश्च +गन्धपुष्पोपहारैस्तु +गन्धपूर्णाश्च +गन्धप्रधानं +गन्धप्रधाना +गन्धप्रधानो +गन्धफली +गन्धभादाल +गन्धभादालिया +गन्धमपानिति +गन्धमपि +गन्धमांसी +गन्धमाघ्राय +गन्धमात्रं +गन्धमात्रेण +गन्धमादन +गन्धमादनं +गन्धमादनः +गन्धमादनगिरिं +गन्धमादनपर्वतः +गन्धमादनपर्वतम् +गन्धमादनपर्वते +गन्धमादनपादेषु +गन्धमादनपार्श्वे +गन्धमादनमन्ये +गन्धमादनमासाद्य +गन्धमादनमेव +गन्धमादनम् +गन्धमादनवनं +गन्धमादनवनाधिदेवता +गन्धमादनवनान्तमारुताः +गन्धमादनसानुषु +गन्धमादनी +गन्धमादने +गन्धमादनो +गन्धमादाय +गन्धमाली +गन्धमाल्य +गन्धमाल्यं +गन्धमाल्यनमस्कारदीपधूपान्नसम्पदा +गन्धमाल्यनमस्कारधूपदीपान्नसंपदा +गन्धमाल्यनमस्कारधूपदीपान्नसम्पदा +गन्धमाल्यादि +गन्धमाल्यादिकं +गन्धमाल्यादिभिः +गन्धमाल्याद्यैः +गन्धमाल्यानां +गन्धमाल्यानि +गन्धमाल्यानुलेपनैः +गन्धमाल्यान्नसम्पदा +गन्धमाल्याभ्यां +गन्धमाल्ये +गन्धमाल्येन +गन्धमाल्यैः +गन्धमाल्यैर्बलिं +गन्धमाल्यैर्विभूषयेत् +गन्धमाल्यैश्च +गन्धमिति +गन्धमूलिका +गन्धमूली +गन्धम् +गन्धयति +गन्धयते +गन्धयुक्त +गन्धयुक्तं +गन्धयुक्तः +गन्धयुक्तिः +गन्धयुक्ते +गन्धयुतं +गन्धरस +गन्धरसः +गन्धरसरूपस्पर्शशब्दाः +गन्धरसांश्च +गन्धरसादिषु +गन्धरसाद्यधीनत्वमुक्तम् +गन्धरसे +गन्धरसौ +गन्धरोगः +गन्धर्व +गन्धर्वं +गन्धर्वः +गन्धर्वक +गन्धर्वकन्या +गन्धर्वगण +गन्धर्वगणाः +गन्धर्वगृहीता +गन्धर्वग्रहपरिपीडितो +गन्धर्वतां +गन्धर्वत्वं +गन्धर्वदत्तया +गन्धर्वदत्ता +गन्धर्वनगर +गन्धर्वनगरं +गन्धर्वनगराकारं +गन्धर्वनगराकारः +गन्धर्वनगराकारा +गन्धर्वनगराणि +गन्धर्वनगरे +गन्धर्वनगरोपमम् +गन्धर्वपुरं +गन्धर्वपुरे +गन्धर्वभेदे +गन्धर्वमुख्या +गन्धर्वम् +गन्धर्वयक्षप्रवराः +गन्धर्वयक्षरक्षांसि +गन्धर्वयक्षाः +गन्धर्वयक्षासुरसिद्धसंघाः +गन्धर्वयक्षासुरसिद्धसङ्घाः +गन्धर्वराज +गन्धर्वराजं +गन्धर्वराजः +गन्धर्वराजपुत्री +गन्धर्वराजप्रतिमं +गन्धर्वराजस्य +गन्धर्वराजाय +गन्धर्वराजे +गन्धर्वराजेन +गन्धर्वराजो +गन्धर्वराट् +गन्धर्वलोक +गन्धर्वलोकं +गन्धर्वलोकम् +गन्धर्वलोका +गन्धर्वलोके +गन्धर्वलोकेषु +गन्धर्वश् +गन्धर्वश्च +गन्धर्वश्चोपवर्हणः +गन्धर्वसत्तम +गन्धर्वसत्तमः +गन्धर्वस् +गन्धर्वस्तथा +गन्धर्वस्तस्य +गन्धर्वस्त्वथ +गन्धर्वस्य +गन्धर्वहस्तकः +गन्धर्वा +गन्धर्वाः +गन्धर्वाणा +गन्धर्वाणां +गन्धर्वाणामधिपतिं +गन्धर्वाणामप्सरसां +गन्धर्वाणाम् +गन्धर्वादीनां +गन्धर्वाद्याः +गन्धर्वान् +गन्धर्वाप्सरस +गन्धर्वाप्सरसः +गन्धर्वाप्सरसश्च +गन्धर्वाप्सरसश्चैव +गन्धर्वाप्सरसस्तथा +गन्धर्वाप्सरसां +गन्धर्वाप्सरसामपि +गन्धर्वाप्सरसो +गन्धर्वाप्सरोभ्यः +गन्धर्वाप्सरोभ्यो +गन्धर्वाभ्यां +गन्धर्वाय +गन्धर्वाश्च +गन्धर्वाश्चापि +गन्धर्वाश्चैव +गन्धर्वास्तत्र +गन्धर्वास्तु +गन्धर्वास्ते +गन्धर्वास्तेन +गन्धर्वाऽप्सरसां +गन्धर्वी +गन्धर्वीः +गन्धर्वीणां +गन्धर्वे +गन्धर्वेण +गन्धर्वेति +गन्धर्वेभ्यः +गन्धर्वेभ्यो +गन्धर्वेषु +गन्धर्वै +गन्धर्वैः +गन्धर्वैरप्सरोगणैः +गन्धर्वैरप्सरोभिश्च +गन्धर्वैश्च +गन्धर्वो +गन्धर्वोरगरक्षसाम् +गन्धर्वोरगराक्षसाः +गन्धर्वोऽग्निः +गन्धर्वोऽवदद्गर्भे +गन्धर्वोऽसि +गन्धर्वौ +गन्धर्व्व +गन्धर्व्वः +गन्धर्व्वविशेषः +गन्धर्व्वहस्तकः +गन्धर्व्वा +गन्धर्व्वाः +गन्धर्व्वाणां +गन्धर्व्वाश्च +गन्धर्व्वैः +गन्धर्व्वैरप्सरोभिश्च +गन्धर्व्वो +गन्धलेपक्षयकरं +गन्धलेपक्षयो +गन्धव +गन्धवति +गन्धवती +गन्धवतीं +गन्धवतीति +गन्धवत् +गन्धवत्त्वं +गन्धवत्त्वात् +गन्धवत्त्वे +गन्धवत्वं +गन्धवत्वात् +गन्धवत्‌ +गन्धवद् +गन्धवद्रुधिरचन्दनोक्षिता +गन्धवन्ति +गन्धवर्णरसान्वितम् +गन्धवह +गन्धवहं +गन्धवहः +गन्धवहा +गन्धवहेन +गन्धवहो +गन्धवान् +गन्धवारि +गन्धवारिणा +गन्धवारिभिः +गन्धवाह +गन्धवाहः +गन्धवाहा +गन्धवाहाः +गन्धवाहानिलाशुगाः +गन्धवाहो +गन्धशब्दः +गन्धशब्दस्य +गन्धशैलजलराशिमध्यगं +गन्धश्च +गन्धश्चेति +गन्धसारं +गन्धसारः +गन्धसारान् +गन्धसारो +गन्धस् +गन्धस्तं +गन्धस्तथैव +गन्धस्तु +गन्धस्य +गन्धस्यापि +गन्धस्ये +गन्धस्येत् +गन्धस्येत्वे +गन्धस्येदुत्पूतिसुसुरभिभ्यः +गन्धस्यैव +गन्धहस्ती +गन्धहस्तीव +गन्धहीने +गन्धा +गन्धांश्च +गन्धाः +गन्धाक्षतकुसुम +गन्धाक्षतकुसुमान्वितं +गन्धाज्ञानं +गन्धाढ्यं +गन्धाढ्यः +गन्धाढ्या +गन्धाढ्यां +गन्धाढ्यो +गन्धात् +गन्धादय +गन्धादयः +गन्धादयो +गन्धादि +गन्धादिकं +गन्धादिदानम् +गन्धादिना +गन्धादिभि +गन्धादिभिः +गन्धादिभिरभ्यर्च्य +गन्धादिभिरलङ्कृत्य +गन्धादिभिराराध्य +गन्धादिषु +गन्धादीनां +गन्धादीनाम् +गन्धादीनि +गन्धादीन् +गन्धादेः +गन्धादौ +गन्धाद्यै +गन्धाद्यैः +गन्धाद्यैरर्चयेत् +गन्धान +गन्धानां +गन्धानाजिघ्रति +गन्धानाम् +गन्धानि +गन्धानिति +गन्धानुलेपनं +गन्धानुलेपनम् +गन्धानुलेपनैः +गन्धान् +गन्धान्न +गन्धाभाव +गन्धाभावस्य +गन्धाभावात् +गन्धामृतो +गन्धाम्भः +गन्धाय +गन्धार +गन्धारः +गन्धारा +गन्धाराः +गन्धारिका +गन्धारी +गन्धाली +गन्धाश्च +गन्धाश्मना +गन्धाश्मा +गन्धाष्टकं +गन्धाह्वा +गन्धि +गन्धिः +गन्धिक +गन्धिका +गन्धिनः +गन्धिनी +गन्धी +गन्धे +गन्धेति +गन्धेन +गन्धेनेति +गन्धेनैव +गन्धेषु +गन्धेऽपि +गन्धै +गन्धैः +गन्धैर् +गन्धैर्माल्यैः +गन्धैर्माल्यैश्च +गन्धैश्च +गन्धैश्चापि +गन्धो +गन्धोदकं +गन्धोदकतिलैर्युक्तं +गन्धोदके +गन्धोदकेन +गन्धोदकैः +गन्धोपादाने +गन्धोली +गन्धोऽपि +गन्धोऽयं +गन्धोऽस्य +गन्धोऽस्याः +गन्धोऽस्यास्तीति +गन्धोऽस्येति +गन्धौ +गन्ध॒र्वस्तस्य॒ +गन्ध॒र्वो +गन्ना +गन्निति +गन्ने +गन्म +गन्यः +गप +गपि +गपुस्तके +गपौ +गप्लुतौ +गफ +गफर् +गफार् +गभ +गभं +गभः +गभस्तय +गभस्तयः +गभस्तयो +गभस्ति +गभस्तिः 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+गम्या +गम्यां +गम्याः +गम्यागम्यं +गम्यात् +गम्यादयः +गम्यादिः +गम्यादिन्द्रवन्तो +गम्यादीनामुपसंख्यानम् +गम्यानि +गम्याय +गम्यायां +गम्यायाम् +गम्याश्च +गम्यास्वपि +गम्यृच्छि +गम्यृच्छिभ्याम् +गम्ये +गम्येत +गम्येति +गम्येते +गम्येन +गम्येषु +गम्यो +गम्योत्प्रेक्षा +गम्यौ +गम्ल +गम्लृ +गम॑त् +गय +गयं +गयं॑ +गयः +गयः॑ +गयउ +गयऊ +गयत्र्या +गयमाविवेश +गयम् +गयया +गयशिरसीत्यौर्णवाभः +गयश्च +गयश्चैव +गयसाधनं +गयस् +गयस्फानः +गयस्फानो +गयस्य +गया +गयां +गयांस्तत्रे +गयाः +गयाकूपे +गयाक्षेत्रं +गयाक्षेत्रे +गयातीर्थं +गयातीर्थे +गयादीनि +गयादौ +गयाना +गयापिण्डप्रदानेन +गयामण्डलम् +गयामाहात्म्यं +गयामाहात्म्यमुत्तमम् +गयामाहात्म्यम् +गयामाहात्म्ये +गयाम् +गयाया +गयायां +गयायाः +गयायाञ्च +गयायाम् +गयाशिरः +गयाशिरसि +गयाशिरे +गयाशीर्षं +गयाशीर्षे +गयाश्राद्ध +गयाश्राद्धं +गयाश्राद्धफलं +गयाश्राद्धे +गयाश्राद्धेन +गयासुर +गयासुरः +गयासुरस्य +गयास्थश्च +गयि +गयी +गयीं +गयुक्तैः +गये +गयेति +गयेन +गयेषु +गयेष्वेव +गये॑न +गयो +गयोः +गय॑म् +गय॑स्य +गर +गरं +गरः +गरकः +गरकुण्डं +गरगिरः +गरगीरिव +गरगीर् +गरघ्नी +गरज +गरण +गरणं +गरणकः +गरणवान् +गरति +गरदं +गरदः +गरदश्चैव +गरदस्तथा +गरदस्य +गरदा +गरदाः +गरदो +गरन् +गरबा +गरम +गरमी +गरम् +गरयति +गरल +गरलं +गरलद्युतिः +गरलमिव +गरलम् +गरलस्य +गरले +गरळं +गरस्तस्यै +गरस्य +गरहरं +गरा +गरांश्च +गरागरी +गराणि +गरादेशः +गरान् +गरार्तो +गरि +गरिता +गरिमा +गरिमां +गरिमाणं +गरिम्णः +गरिम्णा +गरिष्ठ +गरिष्ठं +गरिष्ठः +गरिष्ठम् +गरिष्ठश्च +गरिष्ठा +गरिष्ठां +गरिष्ठो +गरिस +गरिसा +गरी +गरीय +गरीयः +गरीयस +गरीयसः +गरीयसा +गरीयसां +गरीयसाम् +गरीयसि +गरीयसी +गरीयसीं +गरीयसीति +गरीयसीम् +गरीयसे +गरीयसो +गरीयस्तु +गरीयस्त्वं +गरीयस्त्वेन +गरीयांसं +गरीयांसो +गरीयानिति +गरीयान् +गरीयो +गरु +गरुः +गरुङ +गरुङ्ग +गरुड +गरुडं +गरुडः +गरुडड्डत्ध् +गरुडध्वज +गरुडध्वजं +गरुडध्वजः +गरुडध्वजम् +गरुडध्वजस्य +गरुडध्वजात् +गरुडध्वजे +गरुडपक्षकौ +गरुडपुराण +गरुडपुराणम् +गरुडपुराणे +गरुडमारुह्य +गरुडम् +गरुडवाहन +गरुडवाहनः +गरुडवाहनम् +गरुडवाहनाय +गरुडवेगा +गरुडश्च +गरुडश्चैव +गरुडस्तत्र +गरुडस्तथा +गरुडस्तदा +गरुडस्तु +गरुडस्थं +गरुडस्थो +गरुडस्य +गरुडस्येव 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+गर्गादि +गर्गादिः +गर्गादित्वाद्यञ् +गर्गादिभ्यो +गर्गादिषु +गर्गादीनां +गर्गान् +गर्गाय +गर्गि +गर्गे +गर्गेण +गर्गेभ्य +गर्गेऽथ +गर्गो +गर्गोक्तेः +गर्गोपि +गर्गोऽपि +गर्छ +गर्ज +गर्जंतं +गर्जंति +गर्जः +गर्जतः +गर्जता +गर्जतां +गर्जताम् +गर्जति +गर्जते +गर्जतो +गर्जदिति +गर्जन +गर्जनं +गर्जनम् +गर्जना +गर्जनां +गर्जने +गर्जन् +गर्जन्तं +गर्जन्तः +गर्जन्तश्च +गर्जन्ति +गर्जन्ती +गर्जन्तो +गर्जन्तौ +गर्जन्निव +गर्जमानं +गर्जमाना +गर्जमानो +गर्जमानौ +गर्जयन् +गर्जरे +गर्जसि +गर्जामि +गर्जि +गर्जित +गर्जितं +गर्जितः +गर्जितम् +गर्जितानन्तरां +गर्जितानाम् +गर्जितानि +गर्जिते +गर्जितेन +गर्जितैः +गर्जितो +गर्जित्वा +गर्जिनी +गर्ज्ज +गर्ज्जति +गर्ज्जितं +गर्त +गर्तं +गर्तः +गर्तके +गर्तप्रस्रवणेषु +गर्तमध्ये +गर्तमितं +गर्तम् +गर्तसदं +गर्तस्य +गर्ता +गर्तां +गर्ताः +गर्तायां +गर्ति +गर्ते +गर्तेन +गर्तेषु +गर्तो +गर्तोदरपिता +गर्तोदरमाता +गर्तौ +गर्त्त +गर्त्तं +गर्त्तः +गर्त्ता +गर्त्तारुगिव +गर्त्ते +गर्त्तेषु +गर्थे +गर्द +गर्दन +गर्दभ +गर्दभं +गर्दभः +गर्दभकः +गर्दभति +गर्दभम् 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+गर्भधम् +गर्भधात्री +गर्भधारण +गर्भधारणं +गर्भधारणपोषाभ्यां +गर्भधारणम् +गर्भधारणानन्तरं +गर्भधारणे +गर्भधारिणी +गर्भधिम् +गर्भनाशः +गर्भन्तु +गर्भन्यासं +गर्भन्यासविधिं +गर्भन्यासविधिः +गर्भपातः +गर्भपातनम् +गर्भपातस्य +गर्भपातिनी +गर्भपातो +गर्भपादेन +गर्भपीडा +गर्भपुरोडाशं +गर्भप्रतिसंस्थानायेति +गर्भभयं +गर्भभरालसा +गर्भभवनं +गर्भभाक् +गर्भभाजनम् +गर्भभाजने +गर्भभूतं +गर्भभूतः +गर्भभूता +गर्भभूताः +गर्भमङ्गना +गर्भमधत्त +गर्भमधत्ताः +गर्भमधत्थाः +गर्भमधारयत् +गर्भमध्ये +गर्भमन्दिरम् +गर्भमन्दिरे +गर्भमवक्रान्तं +गर्भमश्वतरी +गर्भमा +गर्भमादधुः +गर्भमादधे +गर्भमादौ +गर्भमाधत्त +गर्भमाधत्ते +गर्भमाधाय +गर्भमाधेहि +गर्भमानं +गर्भमानतः +गर्भमानेन +गर्भमासे +गर्भमिति +गर्भमिमं +गर्भमिव +गर्भमुत्तमम् +गर्भमृत्वियं +गर्भमोचने +गर्भम् +गर्भयन्त्रं +गर्भयन्त्रे +गर्भयुता +गर्भरूप +गर्भरूपं +गर्भरूपेण +गर्भरूपो +गर्भलक्षणम् +गर्भलक्षणे +गर्भवती +गर्भवतीं +गर्भवतीषु +गर्भवत् +गर्भवत्यः +गर्भवत्या +गर्भवत्याः +गर्भवत्यो +गर्भवसतौ +गर्भवास +गर्भवासं +गर्भवासः +गर्भवासस्य +गर्भवासे +गर्भवासेन +गर्भवासो +गर्भविपत्तिश्च +गर्भविमर्शाभ्यां +गर्भवेदनपुंसवनैः +गर्भवेष्टनचर्मणा +गर्भवेष्टनेन +गर्भशब्देन +गर्भशय्या +गर्भशय्यां +गर्भश्च +गर्भसंस्कारे +गर्भसन्धिः +गर्भसन्धौ +गर्भसन्ध्यङ्गम् +गर्भसम्भवः +गर्भसूत्रे +गर्भस् +गर्भस्तं +गर्भस्तथा +गर्भस्तिष्ठति +गर्भस्तु +गर्भस्ते +गर्भस्थ +गर्भस्थं +गर्भस्थः +गर्भस्थबालकस्य +गर्भस्थशिशुशास्त्रम् +गर्भस्थस्य +गर्भस्थस्यैव +गर्भस्था +गर्भस्थानं +गर्भस्थानीयः +गर्भस्थाने +गर्भस्थाश्च +गर्भस्थितं +गर्भस्थिते +गर्भस्थे +गर्भस्थेन +गर्भस्थैः +गर्भस्थो +गर्भस्य +गर्भस्योपद्रवाः +गर्भस्रावी +गर्भस्रावे +गर्भस्रावेणैव +गर्भहा +गर्भा +गर्भां +गर्भाः +गर्भाख्यं +गर्भागारं +गर्भागारे +गर्भाङ्कः +गर्भाच्च +गर्भाणां +गर्भाणि +गर्भात् +गर्भात्तु +गर्भादेकादशे +गर्भाद् +गर्भाधान +गर्भाधानं +गर्भाधानकालः +गर्भाधानप्रकरणम् +गर्भाधानमृतौ +गर्भाधानम् +गर्भाधानसंस्कारः +गर्भाधानस्य +गर्भाधानादि +गर्भाधानादिकं +गर्भाधानादिका +गर्भाधानादिकाः +गर्भाधानादिभिः +गर्भाधानाय +गर्भाधाने +गर्भानपि +गर्भानाण्डानि +गर्भान् +गर्भाभिप्रायिक +गर्भाभिप्रायेण +गर्भाभ्यां +गर्भाय +गर्भार्थं +गर्भालय +गर्भालयं +गर्भालयगतान् +गर्भालयस्य +गर्भालये +गर्भालसा +गर्भाव +गर्भावक्रान्ति +गर्भावक्रान्तिं +गर्भावक्रान्त्यध्यायः +गर्भावस्थायां +गर्भावस्थायामेव +गर्भाशय +गर्भाशयं +गर्भाशयः +गर्भाशयविशुद्धिकृत् +गर्भाशयस्य +गर्भाशये +गर्भाशयो +गर्भाशयोऽष्टमः +गर्भाश् +गर्भाश्च +गर्भाष्टमे +गर्भाष्टमेषु +गर्भाष्टमेऽब्दे +गर्भाष्टमेऽष्टमे +गर्भास्तु +गर्भास्ते +गर्भास्पन्दनमावीनां +गर्भा॑ +गर्भि +गर्भिणयो +गर्भिणी +गर्भिणीं +गर्भिणीः +गर्भिणीधर्माः +गर्भिणीनां +गर्भिणीबालवृद्धेषु +गर्भिणीभिः +गर्भिणीम् +गर्भिणीषु +गर्भिण्यः +गर्भिण्या +गर्भिण्यां +गर्भिण्याः +गर्भिण्यामपि +गर्भिण्येव +गर्भिण्यो +गर्भिण्यौ +गर्भितं +गर्भितः +गर्भितम् +गर्भिता +गर्भी +गर्भीकरोति +गर्भीकृत्य +गर्भे +गर्भेण +गर्भेणानेन +गर्भेभ्यः +गर्भेषु +गर्भेऽपि +गर्भेऽभ्यन्तरे +गर्भेऽस्य +गर्भे॑ +गर्भे॒ +गर्भै +गर्भैकादशेषु +गर्भो +गर्भों +गर्भोत्पत्तिः +गर्भोत्पादश्च +गर्भोदकं +गर्भोदकेन +गर्भोपघातिनी +गर्भोपनिषत् +गर्भोपनिषदि +गर्भोपनिषद् +गर्भोऽपि +गर्भोऽभवत् +गर्भोऽयं +गर्भोऽसि +गर्भोऽस्य +गर्भो॑ +गर्भो॒ +गर्भ॑ +गर्भ॑माद॒धे +गर्भ॑म् +गर्भ॒ +गर्भ॒मा +गर्भꣳ +गर्म +गर्मिण्या +गर्मी +गर्मुद् +गर्मे +गर्यो +गर्ल +गर्ल्स् +गर्व +गर्वं +गर्वः +गर्वतः +गर्वति +गर्वमसंवाह्यमिमं +गर्वमुद्वह +गर्वम् +गर्वयते +गर्ववान् +गर्वश्च +गर्वस्य +गर्वा +गर्वात् +गर्वाद् +गर्वाभिमुखं +गर्वायते +गर्वित +गर्वितं +गर्वितः +गर्वितम् +गर्विता +गर्विताः +गर्वितानां +गर्वितान् +गर्विते +गर्वितेन +गर्वितो +गर्वी +गर्वे +गर्वेण +गर्वो +गर्वोऽभिमानोऽहङ्कारो +गर्व्व +गर्व्वं +गर्व्वः +गर्व्वितः +गर्व्वे +गर्व्वेण +गर्व्वो +गर्ह +गर्हणं +गर्हणम् +गर्हणा +गर्हणां +गर्हणीयः +गर्हणे +गर्हति +गर्हते +गर्हन्ते +गर्हयति +गर्हयन् +गर्हयन्ति +गर्हयामास +गर्हयित्वा +गर्हसे +गर्हा +गर्हां +गर्हामहे +गर्हायां +गर्हायाम् +गर्हि +गर्हित +गर्हितं +गर्हितः +गर्हितम् +गर्हिता +गर्हिताः +गर्हितान् +गर्हिताम् +गर्हिते +गर्हितेन +गर्हितैः +गर्हितो +गर्हे +गर्ह्य +गर्ह्यं +गर्ह्यः +गर्ह्यते +गर्ह्यपणितव्यानिरोधेषु +गर्ह्यम् +गर्ह्या +गर्ह्ये +गर्ह्यो +गल +गलं +गलः +गलक +गलकम्बलः +गलके +गलगण्ड +गलगण्डं +गलगण्डः +गलगण्डगण्डमालाग्रन्थ्यर्बुदाधिकारः +गलगण्डमाहुः +गलगण्डे +गलग्रन्थि +गलग्रह +गलग्रहः +गलग्रहम् +गलग्रहाः +गलग्रहे +गलत +गलतः +गलता +गलति +गलतीति +गलतुङ्गं +गलतुङ्गकम् +गलत् +गलत्कुष्ठं +गलत्कुष्ठी +गलनं +गलन् +गलन्ति +गलन्तिका +गलन्ती +गलप्रदेशे +गलभुवि +गलमध्ये +गलमस्तकम् +गलमानं +गलमानकम् +गलमुच्यते +गलम् +गलरोगे +गलशुण्डिका +गलशुण्डिकाम् +गलशुण्डिके +गलश्च +गलस्य +गलहस्ते +गला +गलात् +गलादधः +गलादि +गलाधारे +गलान्तं +गलामयान् +गलामये +गलि +गलित +गलितं +गलितः +गलितत्रपा +गलितम् +गलितयौवना +गलितविभवाश्चार्थिषु +गलितविस्तरः +गलितसर्वजले +गलितस्य +गलिता +गलिताः +गलितानि +गलिते +गलितेन +गलितो +गलितौ +गली +गले +गलेन +गलेशुण्ड +गलेषु +गलेऽनिलः +गलेऽपि +गलो +गलों +गलोत्सेधं +गलोदयम् +गलोपरोधं +गलौ +गलौघः +गलौघो +गल् +गल्दया +गल्दा +गल्फ् +गल्भ +गल्भते +गल्या +गल्ल +गल्ह +गळ +गळिगे +गळे +गव +गवं +गवः +गवणो +गवत +गवतः +गवति +गवते +गवतो +गवन +गवने +गवम् +गवय +गवयं +गवयः +गवयत्वं +गवयत्वस्य +गवयत्वेन +गवयदर्शनं +गवयपदं +गवयपदवाच्य +गवयपदवाच्यः +गवयपदस्य +गवयम् +गवययूथः +गवयशब्दः +गवयशब्दवाच्य +गवयशब्दो +गवयश्च +गवयसादृश्यं +गवयस्य +गवया +गवयादिकम् +गवयादिपदानां +गवयानां +गवयान् +गवयी +गवये +गवयेन +गवयो +गवर्जितः +गवर्नमेण्ट +गवर्नमेन्ट +गवर्नर +गवर्नर् +गवल +गवलं +गवा +गवाँ +गवां +गवांपतिः +गवां॑ +गवां॒ +गवाकृत्या +गवाक्ष +गवाक्षं +गवाक्षः +गवाक्षम् +गवाक्षस्य +गवाक्षा +गवाक्षाः +गवाक्षात् +गवाक्षितं +गवाक्षिता +गवाक्षी +गवाक्षीं +गवाक्षे +गवाक्षेण +गवाक्षेषु +गवाक्षैः +गवाक्षो +गवाग्रम् +गवाघ्रातं +गवाञ्च +गवाञ्चैव +गवादन +गवादनी +गवादय +गवादयः +गवादयो +गवादि +गवादिः +गवादिकं +गवादिकम् +गवादिकान् +गवादिपदानां +गवादिभिः +गवादिभ्यो +गवादिर् +गवादिर्घटादिर्वा +गवादिर्घटादिश्च +गवादिलक्षणं +गवादिवत् +गवादिशब्दानां +गवादिषु +गवादीनां +गवादीनाम् +गवादीनि +गवादीन् +गवादेः +गवादौ +गवाद्यर्थे +गवाद्या +गवाद्याः +गवाध्यक्षः +गवानयनं +गवानयने +गवानुगमनं +गवानृते +गवान् +गवान्तरे +गवामक्षीव +गवामङ्गेषु +गवामनेकवर्णानां +गवामपि +गवामयं +गवामयन +गवामयनं +गवामयनम् +गवामयनवत् +गवामयनशेषः +गवामयनस्य +गवामयने +गवामयनेन +गवामयुतदानस्य +गवामयुतदानेन +गवामर्थे +गवामश्वानां +गवामसि +गवामिति +गवामिन्द्रियाणां +गवामिव +गवामुदकानां +गवामेव +गवाम् +गवायी +गवायुर्भ्यां +गवायुषी +गवार्थ +गवार्थं +गवार्थे +गवाविकम् +गवाशिर +गवाशिरं +गवाशिरः +गवाशिरम् +गवाशिरो +गवाश्व +गवाश्वं +गवाश्वप्रभृतिषु +गवाश्वप्रभृतीनि +गवाश्वम् +गवाश्वयोः +गवाश्ववत् +गवाश्वस्य +गवाश्वादिकं +गवाश्वादिषु +गवाश्वादीनां +गवाह्निकं +गवाह्निकम् +गवा॑मसि॒ +गवा॑मिव +गवा॑म् +गवा॑शिरः +गवाꣳ +गवि +गवित्ययमाह +गवियुधिभ्यां +गविषः +गविष्टये +गविष्टिषु +गविष्टौ +गविष्ठश्च +गविष्ठिर +गविष्ठिरं +गविष्ठिरः +गविष्ठिरो +गविष्ठो +गवि॑ +गवि॑ष्टिषु +गवि॑ष्टौ +गवि॑ष्टौ॒ +गवी +गवीति +गवीधुकयवाग्वा +गवीधुमतः +गवीनिके +गवीन्योः +गवीन्यौ +गवे +गवेतरावृत्तित्वे +गवेधुः +गवेधुकः +गवेधुकम् +गवेधुका +गवेधुकाः +गवेधुकाभिः +गवेन्द्र +गवेन्द्रः +गवेष +गवेषण +गवेषणं +गवेषणः +गवेषणम् +गवेषणा +गवेषणायाः +गवेषणीयः +गवेषणीयम् +गवेषणे +गवेषय +गवेषयति +गवेषयन् +गवेषयन्ति +गवेषयितुं +गवेषितः +गवेषिताः +गवेष्ठी +गवेष्यते +गवेऽश्वाय +गवे॑ +गवैव +गवो +गव्य +गव्यं +गव्यं॑ +गव्यः +गव्यक्षीरेण +गव्यघृतेन +गव्यञ्च +गव्यता +गव्यति +गव्यते +गव्यदुग्धेन +गव्यन् +गव्यन्त +गव्यन्तः +गव्यन्तस्त्वा +गव्यन्तो +गव्यमथापि +गव्यमश्व्यं +गव्यमाजं +गव्यमाजिमस्मासु +गव्यमाज्यं +गव्यमिति +गव्यमेव +गव्यम् +गव्यया +गव्ययी +गव्ययुः +गव्यवः +गव्यस्य +गव्या +गव्यां +गव्याः +गव्याज्येन +गव्यात् +गव्यानां +गव्यानि +गव्याया +गव्या॑ +गव्या॑नि +गव्युः +गव्यू +गव्यूति +गव्यूतिं +गव्यूतिः +गव्यूतिमात्रं +गव्यूतिमात्रे +गव्यूतिमानं +गव्यूतिम् +गव्यूतीः +गव्यूतौ +गव्यू॑तिः +गव्यू॑तिम् +गव्ये +गव्येन +गव्येभिः +गव्येषु +गव्यैः +गव्यैश्च +गव्यो +गव्य॑म् +गव्य॑स्य +गव्य॒मश्व्यं॑ +गव्विरी +गश्च +गश्चान्तादेशः +गस +गसा +गस् +गस्तु +गस्त्रिदशयतिः +गस्थकन् +गस्य +गह +गहं +गहणं +गहणे +गहन +गहनं +गहनः +गहनतमः +गहनतया +गहनता +गहनमिति +गहनम् +गहना +गहनां +गहनाः +गहनाध्ययनं +गहनानि +गहनाय +गहनाशयः +गहने +गहनेन +गहनेषु +गहनो +गहरा +गहराई +गहरी +गहरे +गहलोत +गहा +गहादिः +गहादित्वाच्छः +गहादिभ्यश्च +गहादिषु +गहि +गहिअ +गहिओ +गहिदा +गहिदे +गहिदो +गहिरी +गहि॒ +गहीं +गहीत्वा +गहीदं +गहीदा +गहीदो +गहीयः +गहीह +गहू +गहे +गहो +गह्णाति +गह्णिअ +गह्य +गह्वर +गह्वरं +गह्वरः +गह्वरम् +गह्वरा +गह्वराः +गह्वराणि +गह्वरी +गह्वरे +गह्वरेषु +गह्वरेष्ठं +गह्वरेष्ठः +गह्वरेष्ठा +गह्वरेष्ठाय +गह्वरे॒ष्ठा +गह्वरो +ग़ +ग़ैर +गा +गाँ +गाँजर +गाँठ +गाँधी +गाँव +गां +गांगं +गांगेय +गांगेयं +गांगेयः +गांगेयो +गांधर्व +गांधर्वं +गांधर्वे +गांधर्वेण +गांधर्वो +गांधारः +गांधारी +गांधारे +गांधारो +गांधी +गांभीर्यं +गांभीर्ये +गांव +गाः +गाःऽइ॑व +गाः॒ +गाइ +गाइव +गाई +गाए +गाग +गागा +गागागागा +गागाभट्टः +गागाभट्टस्तु +गागाभट्टेन +गाग्र्य +गाग्र्यं +गाग्र्यः +गाग्र्यस्य +गाग्र्या +गाग्र्यायणः +गाग्र्यो +गाङ् +गाङ्कुटादिभ्यः +गाङ्कुटादिभ्योऽञ्णिन्ङित् +गाङ्ग +गाङ्गं +गाङ्गः +गाङ्गकुण्ड +गाङ्गमम्बु +गाङ्गमाश्वयुजे +गाङ्गम् +गाङ्गायनिः +गाङ्गुली +गाङ्गे +गाङ्गेन +गाङ्गेय +गाङ्गेयं +गाङ्गेयः +गाङ्गेयस्य +गाङ्गेये +गाङ्गेयेन +गाङ्गेयो +गाङ्गेरुकी +गाङ्गैः +गाङ्गो +गाच +गाचा +गाच्च +गाछ +गाजर +गाजरं +गाझिपुरमण्डलम् +गाझिपुरम् +गाझियाबादमण्डलम् +गाझियाबाद् +गाञ्च +गाटफ्रीड् +गाड +गाड़ी +गाडि +गाडी +गाडे +गाड् +गाढ +गाढं +गाढः +गाढतप्तेन +गाढतमसं +गाढतरं +गाढता +गाढतां +गाढत्वं +गाढप्रबन्धक्रमेण +गाढमालिंग्य +गाढमालिङ्गय +गाढमालिङ्ग्य +गाढमाश्लिष्य +गाढम् +गाढविद्धो +गाढ़ +गाढ़ं +गाढा +गाढां +गाढानि +गाढालिङ्गनं +गाढालिङ्गनतत्परः +गाढालिङ्गनवामनीकृतकुचप्रोद्भिन्नरोमोद्गमा +गाढे +गाढेति +गाढेन +गाढो +गाढोत्कण्ठां +गाढोपगूढम् +गाढोष्माभिः +गाण +गाणगापुरम् +गाणगारिः +गाणगारिमते +गाणगारिमतेनाभिरूपकरणे +गाणपत +गाणपत्य +गाणपत्यं +गाणपत्यमवाप्नुयात् +गाणपत्या +गाणपत्ये +गाणां +गाणि +गाणिक्यम् +गाणितिक +गाणेशं +गाणेशा +गाणेश्वरं +गाणेश्वरी +गाण्डिवं +गाण्डिवम् +गाण्डिवस्य +गाण्डी +गाण्डीव +गाण्डीवं +गाण्डीवगाण्डिवौ +गाण्डीवधन्वनः +गाण्डीवधन्वना +गाण्डीवधन्वा +गाण्डीवधन्वानं +गाण्डीवम् +गाण्डीवस्य +गाण्डीविना +गाण्डीवी +गाण्डीवे +गाण्डीवेन +गाण्ड्यजगात्संज्ञायाम् +गात +गातव्य +गातव्यं +गातव्यः +गातव्यम् +गातव्यसामविधानं +गातव्या +गातव्ये +गातव्यो +गाता +गाताम् +गाति +गातिस्था +गातिस्थाघुपाभूभ्यः +गातिस्थेति +गातु +गातुं +गातुः +गातुमत्या +गातुमित +गातुमिहि +गातुम् +गातुरिति +गातुवित् +गातुवित्तम +गातुवित्तमः +गातुवित्तमाः +गातुवित्तमो +गातुवित्ऽतमः +गातुविद +गातुविदं +गातुविदः +गातुविदसि +गातुविदिति +गातुविदो +गातुविद् +गातुविद्वा +गातुविन् +गातुऽवित् +गातु॒वित् +गातु॒वित्त॑मो +गाते +गात् +गात्र +गात्रं +गात्रः +गात्रकं +गात्रकाणि +गात्रगौरवम् +गात्रञ्च +गात्रतः +गात्रप्रक्षरणे +गात्रप्रदेशे +गात्रभाजो +गात्रमस्यानूनं +गात्रमामवातः +गात्रमिति +गात्रमुद्वेजयति +गात्रम् +गात्रयष्टिं +गात्ररुहेषु +गात्ररोगभेदाध्यायः +गात्रविक्षेपे +गात्रविक्षेपो +गात्रविघर्षणे +गात्रविचूर्णने +गात्रविनामे +गात्रवीणा +गात्रशय्या +गात्रसंवाहनं +गात्रसंस्पर्शं +गात्रसंस्पर्शात् +गात्रसेवक +गात्रसेवकं +गात्रसेवकः +गात्रस्य +गात्रा +गात्राच्छस्त्रेण +गात्राणां +गात्राणामृतुथा +गात्राणाम् +गात्राणि +गात्रात् +गात्राद् +गात्रानु +गात्रानुलेपनी +गात्राभ्यङ्गं +गात्राय +गात्रावयवेषु +गात्रा॑ +गात्रा॑णामृतु॒था +गात्रा॑णि +गात्रा॑ण्य॒सिना॒ +गात्रा॑द॒ग्निना॑ +गात्रिका +गात्रे +गात्रेण +गात्रेभ्यः +गात्रेभ्यस्तस्य +गात्रेभ्यो +गात्रेषु +गात्रेऽपि +गात्रैः +गात्रोत्सादनमेव +गाथ +गाथं +गाथः +गाथकः +गाथका +गाथकाः +गाथपतिं +गाथम् +गाथया +गाथयाध्यभाषत +गाथयानया +गाथयैति +गाथयोरौ +गाथा +गाथां +गाथाः +गाथाद्वयं +गाथानां +गाथान्यः +गाथाभिः +गाथाभिगीतेन +गाथाभिरध्यभाषत +गाथामभाषत +गाथामभाषन्त +गाथामिमां +गाथाम् +गाथाया +गाथायां +गाथायाः +गाथाश्च +गाथासप्तशती +गाथासप्तशत्याम् +गाथासु +गाथिका +गाथिकाः +गाथिनः +गाथिनाः +गाथिनो +गाथिन् +गाथी +गाथे +गाथेति +गाथेयं +गाथ॑या +गाद +गादपरो +गादा +गादाधरी +गादि +गादिः +गादिति +गादिना +गादी +गादीनां +गादेशः +गादेशे +गादौ +गाद् +गाध +गाधं +गाधः +गाधति +गाधते +गाधप्रतिष्ठा +गाधमुत +गाधम् +गाधया +गाधलवणयोः +गाधा +गाधाः +गाधि +गाधिं +गाधिः +गाधिज +गाधिजः +गाधिनः +गाधिनन्दनः +गाधिना +गाधिरभवद्राजा +गाधिरित्येव +गाधिरुवाच +गाधिवृत्तान्ते +गाधिसुतः +गाधिसुतेन +गाधिस्तस्यामजायत +गाधी +गाधीति +गाधृ +गाधे +गाधेः +गाधेय +गाधेयं +गाधेयो +गाधेस्तथैव +गाध्यै +गान +गानं +गानकाले +गानमिति +गानम् +गानयोग्याः +गानलोलुपा +गानवती +गानविद्या +गानविद्यां +गानसमयः +गानस्य +गाना +गानां +गानात् +गानादिति +गानानि +गानाय +गानार्थं +गानार्थम् +गानि +गानी +गाने +गानेन +गानेषु +गान् +गान्तु +गान्दिनी +गान्दिनीं +गान्दिनेय +गान्दिनेयकृतवर्मगिरा +गान्दिनेयम् +गान्ध +गान्धं +गान्धरः +गान्धर्व +गान्धर्वं +गान्धर्वः +गान्धर्वमस्त्रं +गान्धर्वमिति +गान्धर्वराक्षसौ +गान्धर्वविधिना +गान्धर्वविवाहः +गान्धर्वविवाहस्य +गान्धर्ववेद +गान्धर्ववेदः +गान्धर्ववेदे +गान्धर्वस्य +गान्धर्वा +गान्धर्वाः +गान्धर्वाणां +गान्धर्वी +गान्धर्वीं +गान्धर्वे +गान्धर्वेण +गान्धर्वो +गान्धर्व्यो +गान्धर्व्वं +गान्धर्व्वः +गान्धर्व्वो +गान्धा +गान्धार +गान्धारं +गान्धारः +गान्धारग्रामे +गान्धारनिषादौ +गान्धारपञ्चमः +गान्धारपञ्चमी +गान्धारपञ्चमे +गान्धारराज +गान्धारराजः +गान्धारराजस्य +गान्धारविषये +गान्धारश्च +गान्धारस्तेन +गान्धारस्य +गान्धारा +गान्धाराः +गान्धाराणां +गान्धारि +गान्धारी +गान्धारीं +गान्धारीसहितो +गान्धारे +गान्धारेण +गान्धारो +गान्धारोदीच्यवा +गान्धारोऽथ +गान्धारोऽन्तरः +गान्धार्या +गान्धार्यां +गान्धार्याः +गान्धार्याश्च +गान्धार्याश्चैव +गान्धार्युवाच +गान्धार्य्या +गान्धार्य्यां +गान्धि +गान्धिः +गान्धिक +गान्धिकः +गान्धिकमभिगम्योवाच +गान्धिकमुवाच +गान्धिकस्य +गान्धिको +गान्धिजयन्ती +गान्धिनः +गान्धिनगरमण्डलम् +गान्धिनगरम् +गान्धिनगरविधानसभाक्षेत्रम् +गान्धिना +गान्धिमते +गान्धिमहात्मनः +गान्धिमहोदयं +गान्धिमहोदयः +गान्धिमहोदयस्य +गान्धी +गान्धीनगर +गान्धीनगरमण्डलम् +गान्धीनगरम् +गान्धीवादी +गान्धेः +गान्न +गापयामास +गापयेत् +गापितवान् +गापोष्टक् +गाबोन +गाबोर +गाब्रियोलो +गाम +गामथापि +गामधास्यत्कथं +गामनागामदितिं +गामनेषत +गामनेषतेति +गामभ्याज +गामभ्याजेति +गामय +गामरिणीत +गामर्कं +गामर्घ्यं +गामविं +गामश्वं +गामश्वं॑ +गामश्वं॒ +गामस्य +गामऽ +गामा +गामादाग्रहणेष्वविशेषः +गामादाय +गामानय +गामानयति +गामानये +गामानयेति +गामानयेत्यत्र +गामानयेत्यादौ +गामानयेत्युक्ते +गामालभते +गामालभ्य +गामालभ्यार्कमीक्ष्य +गामाविश्य +गामाह्वयति +गामि +गामिच्छति +गामिति +गामित्वात् +गामिनं +गामिनः +गामिनम् +गामिनाम् +गामिनि +गामिनी +गामिनीं +गामिनो +गामिमां +गामिव +गामी +गामुकः +गामुपाकरोति +गामे +गामेकां +गामेति +गामेव +गामो +गाम् +गाम्बिया +गाम्भारी +गाम्भार्य्याम् +गाम्भीर्य +गाम्भीर्यं +गाम्भीर्यम् +गाम्भीर्यविभ्रमाः +गाम्भीर्यस्य +गाम्भीर्यात् +गाम्भीर्ये +गाम्भीर्येण +गाम्भीर्य्यं +गाय +गायं +गायंतं +गायंति +गायंती +गायः +गायक +गायकं +गायकः +गायकवाड +गायकस्य +गायका +गायकाः +गायकानां +गायकान् +गायकाश्च +गायकाश्चैव +गायकी +गायके +गायकेषु +गायकैः +गायको +गायकोत्तमैः +गायकौ +गायची +गायच्या +गायत +गायतः +गायता +गायतां +गायताम् +गायति +गायतीति +गायतीत्य् +गायतु +गायते +गायतेः +गायतेति +गायतो +गायत् +गायत्त्रं +गायत्त्री +गायत्त्रीं +गायत्त्रीच्छन्दसे +गायत्त्रीरूपा +गायत्त्रीस्वरूपा +गायत्त्र्या +गायत्त्र्याः +गायत्यथो +गायत्या +गायत्युभौ +गायत्र +गायत्रँ +गायत्रं +गायत्रः +गायत्रच् +गायत्रच्छन्दस +गायत्रच्छन्दा +गायत्रच्छन्दाः +गायत्रछन्दस +गायत्रछन्दा +गायत्रछन्दाः +गायत्रतृतीयसवन +गायत्रपार्श्वं +गायत्रपार्श्वम् +गायत्रमध्यो +गायत्रमसि +गायत्रमाग्नेयम् +गायत्रमाश्वं +गायत्रमिति +गायत्रमीरितम् +गायत्रमुच्यते +गायत्रमेकस्याम् +गायत्रमेव +गायत्रमैन्द्रम् +गायत्रमौक्षे +गायत्रम् +गायत्रया +गायत्रवर्तनि +गायत्रसँहिते +गायत्रसंहिते +गायत्रस्तृचः +गायत्रस्य +गायत्रा +गायत्राः +गायत्राणि +गायत्राय +गायत्रि +गायत्रिण +गायत्रिणः +गायत्रिणो +गायत्रिणोऽर्चन्त्यर्कमर्किणः +गायत्रिया +गायत्रियास् +गायत्रियै +गायत्रियैव +गायत्रि॒या +गायत्री +गायत्रीं +गायत्रीः +गायत्रीच्छन्द +गायत्रीच्छन्दः +गायत्रीछन्दः +गायत्रीछन्दसं +गायत्रीछन्दस्कः +गायत्रीजपं +गायत्रीजपः +गायत्रीजपे +गायत्रीञ्च +गायत्रीणां +गायत्रीति +गायत्रीत्रिष्टुभौ +गायत्रीत्वम् +गायत्रीनिर्वाणं +गायत्रीन्द्रः +गायत्रीबृहत्यौ +गायत्रीभिः +गायत्रीभिर् +गायत्रीमत्रार्थविवृतिः +गायत्रीमन्त्रः +गायत्रीमन्त्रस्य +गायत्रीमन्त्रार्थविवृतिः +गायत्रीमुद्रा +गायत्रीमेव +गायत्रीम् +गायत्रीयं +गायत्रीव +गायत्रीशब्दस्य +गायत्रीश् +गायत्रीषु +गायत्रीष्व् +गायत्रीसरस्वत्यौ +गायत्रीसारमात्रोऽपि +गायत्रीस्तोत्रम् +गायत्रे +गायत्रेण +गायत्रेणेति +गायत्रेणैव +गायत्रेणैवैनं +गायत्रेषु +गायत्रैः +गायत्रो +गायत्रोऽग्निः +गायत्रोऽग्निर्यावानग्निर्यावत्यस्य +गायत्रोऽसि +गायत्रोऽसीति +गायत्रौ +गायत्र् +गायत्र्य +गायत्र्यः +गायत्र्यग्निः +गायत्र्यपि +गायत्र्यष्टकम् +गायत्र्यष्टशतं +गायत्र्यष्टसहस्रं +गायत्र्यस् +गायत्र्यस्येकपदी +गायत्र्या +गायत्र्यां +गायत्र्याः +गायत्र्याख्यस्य +गायत्र्याग्नेयी +गायत्र्यादि +गायत्र्यादिषु +गायत्र्यादीनां +गायत्र्यादीनि +गायत्र्यामेव +गायत्र्याम् +गायत्र्याश्च +गायत्र्याश्चैव +गायत्र्यास्तु +गायत्र्याहरत् +गायत्र्युष्णिगनुष्टुप् +गायत्र्युष्णिगनुष्टुब्बृहती +गायत्र्येव +गायत्र्यै +गायत्र्यैव +गायत्र्यैवैनं +गायत्र्यो +गायत्र्यौ +गायत्र्य् +गायत्साम +गायत्सु +गायत॒ +गायद्भिः +गायन +गायनं +गायनः +गायनम् +गायनस्य +गायना +गायनाः +गायनानां +गायनानि +गायनी +गायने +गायनेन +गायनैः +गायनो +गायनौ +गायन् +गायन्त +गायन्तं +गायन्तः +गायन्ति +गायन्तित्वा +गायन्ती +गायन्तीं +गायन्तीः +गायन्तीति +गायन्तीनां +गायन्तीषु +गायन्तु +गायन्ते +गायन्तो +गायन्तौ +गायन्त्य +गायन्त्यः +गायन्त्यनुशीलयन्त्यजं +गायन्त्यन्ये +गायन्त्येतं +गायन्त्यो +गायन्नास्ते +गायमानं +गायमानः +गायमानस्य +गायमाना +गायमाने +गायमानो +गायमानौ +गायव्यौ +गायसि +गायस्व +गायऽ +गाया +गायां +गायामि +गायिका +गायिकाः +गायिषे +गाये +गायें +गायेत +गायेतां +गायेताम् +गायेति +गायेत् +गायेदिति +गायेद् +गायेन् +गायेन्न +गायेयुः +गायो +गायों +गाय् +गाय॑ +गाय॑न्ति +गाय॒त्रं +गाय॒त्री +गाय॒त्रेण॑ +गाय॒त्रेण॒ +गाय॒त्रो +गार +गारं +गारभूनागधौताभ्यां +गारम् +गारयते +गारस्य +गारा +गाराणि +गारि +गारी +गारु +गारुड +गारुडं +गारुडः +गारुडञ्च +गारुडम् +गारुड़े +गारुडा +गारुडानां +गारुडी +गारुडे +गारुडेन +गारुत्मतं +गारुत्मतनीलरत्नैः +गारुत्मतम् +गारे +गारेति +गारॊ +गारो +गारोहिल्स् +गार्ग +गार्गः +गार्गकम् +गार्गा +गार्गि +गार्गिः +गार्गिकः +गार्गिकया +गार्गी +गार्गीति +गार्गीपुत्रः +गार्गीपुत्रिः +गार्गीबन्धुः +गार्गीब्राह्मणम् +गार्गीयं +गार्गीयः +गार्गीयति +गार्गीयाः +गार्गीये +गार्गी᳘ति +गार्गेि +गार्गो +गार्ग्य +गार्ग्यं +गार्ग्यः +गार्ग्यकुलं +गार्ग्यगालवयोः +गार्ग्यत्वेन +गार्ग्यविदित्वास्माल्लोकात्प्रैति +गार्ग्यशब्दात् +गार्ग्यश्च +गार्ग्यस्य +गार्ग्यस्यापत्यं +गार्ग्या +गार्ग्याः +गार्ग्याकाश +गार्ग्यायण +गार्ग्यायणः +गार्ग्यायणकः +गार्ग्यायणकम् +गार्ग्यायणश्च +गार्ग्यायणानां +गार्ग्यायणी +गार्ग्यायणो +गार्ग्ये +गार्ग्येण +गार्ग्यो +गार्ग्यौ +गार्डन +गार्डन् +गार्त्समदं +गार्त्समदः +गार्त्समदम् +गार्त्समदेति +गार्त्समदो +गार्थ +गार्दभं +गार्दभम् +गार्दभीं +गार्धम् +गार्ध्ये +गार्भं +गार्भिकं +गार्भिणम् +गार्मुतं +गार्यः +गार्ष्टेयः +गार्ह +गार्हप +गार्हपतं +गार्हपते +गार्हपत्य +गार्हपत्यँ +गार्हपत्यं +गार्हपत्यः +गार्हपत्यचयनम् +गार्हपत्यचितेः +गार्हपत्यदक्षिणाग्नी +गार्हपत्यमभिमन्त्रयते +गार्हपत्यमवटं +गार्हपत्यमाप्येभ्यो +गार्हपत्यमिति +गार्हपत्यमुपतिष्ठत +गार्हपत्यमुपतिष्ठते +गार्हपत्यमुपतिष्ठन्ते +गार्हपत्यमुपविश्य +गार्हपत्यमुपसादयति +गार्हपत्यमौपसदायां +गार्हपत्यम् +गार्हपत्यश् +गार्हपत्यश्च +गार्हपत्यस्थाने +गार्हपत्यस्य +गार्हपत्यस्यायतने +गार्हपत्या +गार्हपत्यागारे +गार्हपत्याग्नौ +गार्हपत्यात् +गार्हपत्यात्प्रक्रम्य +गार्हपत्यादाहवनीयं +गार्हपत्यादिरूपेण +गार्हपत्यादिषु +गार्हपत्यादीनां +गार्हपत्यादीन् +गार्हपत्यादुदीचोऽङ्गारान्निरूह्य +गार्हपत्याद् +गार्हपत्याद्वा +गार्हपत्यानि +गार्हपत्यान्ते +गार्हपत्याय +गार्हपत्यायतनं +गार्हपत्यायतने +गार्हपत्यायेदम् +गार्हपत्याहवनीयदक्षिणाग्निषु +गार्हपत्याहवनीयौ +गार्हपत्ये +गार्हपत्येन +गार्हपत्येऽधिश्रयति +गार्हपत्येऽभ्याधायोपतिष्ठते +गार्हपत्यो +गार्हपत्योऽग्निः +गार्हस्थं +गार्हस्थस्य +गार्हस्थ्य +गार्हस्थ्यं +गार्हस्थ्यमाचार्यकुलं +गार्हस्थ्यम् +गार्हस्थ्यस्य 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+गाहात् +गाहासत्तसई +गाहितुं +गाहू +गाहे +गाह् +गाह्यते +गा॑ +गा॑त् +गा॑यत +गा॑यत्रि॒या +गा॑य॒त्रं +गा॑य॒त्री +गा॑य॒त्रो +गा॑हते +गा॒ +गा॒तुं +गा॒तुः +गा॒तुमि॑त +गा॒तुम् +गा॒तु॒वित्ऽत॑मः +गा॒तु॒ऽवित् +गा॒त् +गा॒त॒ +गा॒दप॑रो॒ +गा॒धं +गा॒धम् +गा॒य॒त्रम् +गा॒य॒त्रस्य॑ +गा॒य॒त्रि॒या +गा॒य॒त्री +गा॒य॒त्रेण॑ +गा॒य॒त॒ +गा॒ह॒ते॒ +गा᳘र्ग्योः +गा꣡वः꣢꣯ +गा꣡वो꣢ +गा꣢꣯मशु꣡वाम् +गा꣢꣯यत +गा꣣यत +गि +गिः +गिजुभाई +गिटार् +गिटार्वाद्यस्य +गिड +गिण +गित +गितया +गिता +गिति +गित्वं +गिन +गिनः +गिनती +गिनने +गिना +गिनि +गिनी +गिने +गिनो +गिन्जबर्ग +गिन्निस् +गिब्त् +गिम्हे +गिर +गिरं +गिरं॑ +गिरः +गिरः॑ +गिरः॒ +गिरकर +गिरजाशङ्करः +गिरता +गिरति +गिरती +गिरतीति +गिरते +गिरतेः +गिरना +गिरनार +गिरनारपर्वत +गिरनारपर्वतः +गिरनारपर्वते +गिरने +गिरनेसे +गिरन्ति +गिरमन्तर्बुध्यते +गिरमाकर्ण्य +गिरमात्मभूः +गिरमिति +गिरमिह +गिरम् +गिरय +गिरयः +गिरयश्च +गिरयस्तथा +गिरयस्ते +गिरये +गिरयो +गिरयोऽपि +गिरश्च +गिरसि +गिरस्ता +गिरा +गिरां +गिराः +गिरागिरा +गिराता +गिराते +गिराने +गिरामस्म्येकमक्षरम् +गिरामि +गिरामुपश्रुतिं +गिराम् +गिराये +गिरावरगराटेषु +गिराविव +गिरि +गिरिं +गिरिः +गिरिक +गिरिकदम्बकः +गिरिकदली +गिरिकन्दरे +गिरिकन्दरेषु +गिरिकन्यया +गिरिकर्णिका +गिरिकर्णिकाम् +गिरिकर्णी +गिरिका +गिरिकां +गिरिकाननम् +गिरिकायां +गिरिकायाः +गिरिकुञ्जेषु +गिरिकूटानि +गिरिकूटोपमो +गिरिकेतवः +गिरिगह्वरम् +गिरिगह्वराः +गिरिगह्वराणां +गिरिगह्वरे +गिरिगह्वरेषु +गिरिगुहा +गिरिगुहां +गिरिगुहादौ +गिरिगुहामिव +गिरिगुहायां +गिरिगुहाशयः +गिरिचक्रवर्ती +गिरिचर +गिरिचराय +गिरिचारिणः +गिरिज +गिरिजं +गिरिजन +गिरिजम् +गिरिजया +गिरिजस्य +गिरिजा +गिरिजां +गिरिजागिरीशौ +गिरिजादेवी +गिरिजानने +गिरिजानाथनगरे +गिरिजापतिः +गिरिजापतिम् +गिरिजापते +गिरिजापतेः +गिरिजापि +गिरिजाभुजङ्गम् +गिरिजाय +गिरिजाया +गिरिजायाः +गिरिजासुतः +गिरिजे +गिरिजेन +गिरिजो +गिरिजोवाच +गिरिडीह +गिरिडीहमण्डलम् +गिरिणदी +गिरिणा +गिरिणि +गिरिणेव +गिरिण्डानि +गिरितटे +गिरितो +गिरित्र +गिरित्रः +गिरिदुर्ग +गिरिदुर्गं +गिरिदुर्गाणि +गिरिदुर्गे +गिरिदुर्गेषु +गिरिदोष +गिरिधर +गिरिधरः +गिरिधरमिश्रः +गिरिधरेण +गिरिधाम +गिरिधामानि +गिरिधाम्नः +गिरिधाम्नां +गिरिनगरम् 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+गिरिशन्ताभिचाकशीहि +गिरिशभजनरुच्युत्पादका +गिरिशमुपचचार +गिरिशम् +गिरिशश्च +गिरिशस्य +गिरिशाच्छा +गिरिशाय +गिरिशालयम् +गिरिशालिनी +गिरिशिखराणि +गिरिशृङ्गं +गिरिशृङ्गाणि +गिरिशृङ्गाभं +गिरिशृङ्गे +गिरिशृङ्गेण +गिरिशृङ्गेषु +गिरिशे +गिरिशेन +गिरिशो +गिरिश्च +गिरिश्चायं +गिरिश्रेष्ठ +गिरिश्रेष्ठं +गिरिश्रेष्ठे +गिरिश्रेष्ठो +गिरिषु +गिरिष्ठा +गिरिष्ठां +गिरिष्ठाः +गिरिष्ठाम् +गिरिसंकाशं +गिरिसत्तम +गिरिसत्तमम् +गिरिसानुषु +गिरिसिन्दूर +गिरिसुता +गिरिसुतां +गिरिसुते +गिरिस्तत्र +गिरिस्तथा +गिरिऽस्थाः +गिरिऽस्थाम् +गिरी +गिरींद्रजा +गिरींद्रजे +गिरींश्च +गिरीणा +गिरीणां +गिरीणामपि +गिरीणाम् +गिरीति +गिरीनिव +गिरीन् +गिरीन्द्र +गिरीन्द्रः +गिरीन्द्रजा +गिरीन्द्रजे +गिरीन्द्रपुत्रीं +गिरीन्द्रपुत्र्या +गिरीन्द्राणां +गिरीन्द्रावक्षिप्तोऽप्यहह +गिरीन्द्रे +गिरीन्द्रो +गिरीश +गिरीशं +गिरीशः +गिरीशकार्नाडः +गिरीशगौरीतनयेन +गिरीशगौर्योः +गिरीशपुत्र +गिरीशपुत्रस्य +गिरीशम् +गिरीशश्च +गिरीशस्य +गिरीशा +गिरीशाय +गिरीशेन +गिरीशो +गिरीश्वर +गिरीश्वरः +गिरे +गिरेः +गिरेति +गिरेन्द्रमर्च +गिरेम +गिरेरधः +गिरेरियम् +गिरेरिव +गिरेर् +गिरेर्यथा +गिरेर्वचः +गिरेश्च +गिरेस्तटम् +गिरेस्तटे +गिरेस्तदा +गिरेस्तस्य +गिरैव +गिरो +गिरो॑ +गिरो॒ +गिरौ +गिर् +गिर्योः +गिर्वण +गिर्वणः +गिर्वणसं +गिर्वणसे +गिर्वणा +गिर्वणाः +गिर्वणो +गिर्वणो॒ +गिर्वाहः +गिर्वाहसे +गिर्वा॑हसे +गिर्व॑णसम् +गिर्व॑णसे +गिर॑ +गिर॑ः +गिर॑म् +गिर॑श्च॒ +गिर॒ +गिर॒ः +गिल +गिलं +गिलगित +गिलगिलः +गिलगिले +गिलति +गिलतीति +गिलनं +गिलने +गिलन् +गिलन्ति +गिलायुः +गिलायुसंज्ञः +गिलितं +गिलेत् +गिलेऽगिलस्य +गिल् +गिवे +गि॑रि॒ष्ठाः +गि॑र्वणः +गि॒रयः॑ +गि॒रयो॒ +गि॒रय॑श्च +गि॒रा +गि॒रामुप॑श्रुतिं +गि॒रिं +गि॒रिः +गि॒रिम् +गि॒रिर्न +गि॒रि॒ऽस्थाः +गि॒रि॒ऽस्थाम् +गि॒रीन् +गि॒रे +गि॒रेः +गि॒र्व॒णः॒ +गि꣡रः꣢ +गि꣡रः꣢꣯ +गि꣡रो꣢ +गि꣢रो꣣ +गि꣣रा꣢ +गी +गीं +गीः +गीःऽभिः +गीः॒ऽभिः +गीत +गीतं +गीतः +गीतकं +गीतकम् +गीतकानि +गीतके +गीतकैः +गीतकोविदैः +गीतगुच्छं +गीतगोविन्द +गीतगोविन्दं +गीतगोविन्दकाव्यं +गीतगोविन्दकाव्यम् +गीतगोविन्दटीकायां +गीतगोविन्दम् +गीतगोविन्दरचयिता +गीतगोविन्दस्य +गीतगोविन्दे +गीतगौरीशः +गीतज्ञा +गीतज्ञो +गीतञ्च +गीततत्पराः +गीतध्वनिं +गीतनृत्यादि +गीतनृत्यादिकं +गीतनृत्यादिषु +गीतनृत्यैः +गीतप्रकरणम् +गीतप्रिया +गीतप्रियो +गीतम +गीतमङ्गलः +गीतमिति +गीतमिदं +गीतमेव +गीतम् +गीतयः +गीतया +गीतयो +गीतयोः +गीतरागेण +गीतवती +गीतवन्तः +गीतवादनम् +गीतवादने +गीतवादिते +गीतवादित्र +गीतवादित्रघोषेण +गीतवादित्रनिःस्वनैः +गीतवादित्रनिर्घोषं +गीतवादित्रनिर्घोषो +गीतवादित्रनिस्वनैः +गीतवादित्रनृत्यैश्च +गीतवादित्रशब्देन +गीतवाद्य +गीतवाद्यपुरःसरम् +गीतवाद्यसमन्वितम् +गीतवाद्यादिकं +गीतवाद्ये +गीतवाद्येन +गीतवाद्यैः +गीतवान् +गीतवेदिभिः +गीतशब्दे +गीतशब्देन +गीतशब्दो +गीतस्य +गीतस्यास्य +गीता +गीतां +गीताः +गीताएँ +गीताकल्पे +गीताकल्पेधर्मारुविद्धकामेऽसावुपास्यः +गीताकल्पेरसादीनां +गीताख्यं +गीताङ्गम् +गीतातात्पर्यम् +गीतादि +गीतादिना +गीतादौ +गीतानां +गीतानि +गीतानुगं +गीतान्तरेषु +गीतापि +गीताप्रवेशः +गीताप्रेस +गीताभाष्यं +गीताभाष्यम् +गीताभाष्ये +गीतामाहात्म्ये +गीतामुल्लङ्घ्योक्तम् +गीतामृतं +गीताम् +गीताय +गीताया +गीतायां +गीतायाः +गीतायामपि +गीतायाम् +गीतार्थं +गीतार्थमबुध्यमान +गीतार्थसंग्रहः +गीतार्थस्तु +गीतालङ्कारः +गीतावचनात् +गीतावाक्यस्य +गीतावाक्येन +गीताशास्त्रं +गीताशास्त्रम् +गीताशास्त्रस्य +गीताशास्त्रार्थ +गीताशास्त्रार्थः +गीताशास्त्रार्थविवेकः +गीताशास्त्रे +गीताश्लोकक्रमः +गीतासम्बद्धभाषानुबन्धः +गीतासारः +गीतासु +गीति +गीतिं +गीतिः +गीतिका +गीतिकां +गीतिकाः +गीतिकापादः +गीतिकापादे +गीतिकाव्यं +गीतिकाव्यम् +गीतिकासूत्रम् +गीतिभेदे +गीतिशतकम् +गीतिषु +गीतिसूत्रम् +गीतिसूत्रेण +गीती +गीते +गीतेः +गीतेति +गीतेन +गीतेषु +गीतै +गीतैः +गीतैर्वाद्यैश्च +गीतैर्वाद्यैस्तथा +गीतैश्च +गीतो +गीतों +गीतोक्तं +गीतोक्तम्तानुसारेण +गीतोक्तरीत्या +गीतोक्ते +गीतोक्तेः +गीतोक्तेश्च +गीतोपदेशः +गीतोऽयं +गीतौ +गीत्या +गीत्युभयविपुला +गीत्वा +गीथा +गीनो +गीभू +गीय +गीयत +गीयतां +गीयताम् +गीयते +गीयन्ते +गीयमान +गीयमानं +गीयमानः +गीयमानम् +गीयमानश्च +गीयमानस्य +गीयमानां +गीयमानानि +गीयमाने +गीयमानो +गीयसे +गीयेत +गीर +गीरिति +गीरिव +गीर् +गीर्ण +गीर्णं +गीर्णः +गीर्णम् +गीर्णान् +गीर्णिः +गीर्पतिः +गीर्भि +गीर्भिः +गीर्भिरा +गीर्भिरिति +गीर्भिरेनं +गीर्भिर् +गीर्भिर्गृणन्त +गीर्भिर्नभो +गीर्भिर्नवामहे +गीर्भिर्वननीय +गीर्भिर्वननीयेन्द्र +गीर्भिर्विप्रः +गीर्भिर्हवामहे +गीर्भिष्ट्वा +गीर्भिस्तविषमा +गीर्भिस्तिसृभिरूर्जां +गीर्भी +गीर्मान्दार्यस्य +गीर्मा॑न्दा॒र्यस्य॑ +गीर्यते +गीर्य्यते +गीर्वाग्वाणी +गीर्वाण +गीर्वाणवाणी +गीर्वाणवाण्या +गीर्वाणा +गीर्वाणाः +गीर्वाणानां +गीर्वाणी +गीर्षु +गीला +गीली +गीले +गीष्पतिः +गीष्पतेः +गीष्पतौ +गी॒यमा॑नम् +गी॒र्भिः +गी॒र्भिरा +गी॒र्भिर्न॑वामहे +गी॒र्भिर्ह॑वामहे +गी॒र्भी +गी꣣र्भिः꣢ +गु +गुँडि +गुं +गुंजार +गुः +गुः॒ +गुईडोनिया +गुक् +गुग +गुगा +गुग् +गुग्गु +गुग्गुल +गुग्गुलं +गुग्गुलः +गुग्गुलम् +गुग्गुलादिभिः +गुग्गुली +गुग्गुलु +गुग्गुलुं +गुग्गुलुः +गुग्गुलुगन्धयः +गुग्गुलुधूपं +गुग्गुलुना +गुग्गुलुम् +गुग्गुलुश्च +गुग्गुलुस्तथा +गुग्गुलेन +गुग्गुलो +गुग्गुलोः +गुग्गुलौ +गुग्लिमो +गुङ् +गुङ्गुः +गुच्छ +गुच्छं +गुच्छः +गुच्छक +गुच्छकः +गुच्छकरञ्जः +गुच्छगुल्मं +गुच्छफला +गुच्छम् +गुच्छा +गुच्छाः +गुच्छान् +गुच्छे +गुच्छेन +गुच्छो +गुच्छौ +गुज +गुजति +गुजरक्षत्रियाः +गुजरात +गुजरातम् +गुजरातराज्य +गुजरातराज्यं 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+गुणकार +गुणकारं +गुणकारः +गुणकारभागहारयोः +गुणकारभागहाराणाम् +गुणकारराशिः +गुणकारलब्धी +गुणकारा +गुणकाराः +गुणकारी +गुणकारेण +गुणकारो +गुणकार्त्स्न्ये +गुणकार्याणि +गुणकार्येष्वौपचारिक +गुणकीर्तनं +गुणकीर्तनम् +गुणकीर्त्तनम् +गुणकृत्ये +गुणके +गुणकेन +गुणको +गुणकौ +गुणक्रिया +गुणक्रियाणां +गुणक्रियायां +गुणक्रियायौगपद्यं +गुणक्रिये +गुणखण्ड +गुणखण्डः +गुणगण +गुणगणं +गुणगणः +गुणगणस्य +गुणगणा +गुणगणाः +गुणगणे +गुणगणैः +गुणगणो +गुणगानं +गुणगुणिते +गुणगुणिनोः +गुणगुणिनोरन्यत्वमत्र +गुणगुणिनोर्भेदाभेदात् +गुणगुणिनौ +गुणगृह्या +गुणगौरवम् +गुणगौरि +गुणग्रन्थे +गुणग्रहः +गुणग्रहणं +गुणग्रहणे +गुणग्रामं +गुणग्राहिणी +गुणग्राही +गुणजातं +गुणजातम् +गुणजातिक्रियादीनां +गुणजातिशरीरेष्वनुगतः +गुणज्ञ +गुणज्ञः +गुणज्ञश्च +गुणज्ञा +गुणज्ञाः +गुणज्ञेषु +गुणज्ञैः +गुणज्ञो +गुणत +गुणतः +गुणतया +गुणतश् +गुणतश्च +गुणतश्चैव +गुणतस्त्रिविधं +गुणता +गुणतां +गुणतुल्ये +गुणतो +गुणतोऽधिकः +गुणतोऽपि +गुणत् +गुणत्रयं +गुणत्रयनिरूपणम् +गुणत्रयमयी +गुणत्रयमुदाहृतम् +गुणत्रयम् +गुणत्रयविभागयोगः +गुणत्रयविभागयोगस्य +गुणत्रयविभागाय +गुणत्रयविभाविनी +गुणत्रयवृत्तिजयेन +गुणत्रयसमन्वितम् +गुणत्रयस्य +गुणत्रयातीतः +गुणत्रयात्मकम् +गुणत्रये +गुणत्रितयसंकटोत्तीर्णधियः +गुणत्व +गुणत्वं +गुणत्वमिति +गुणत्वमुक्तम् +गुणत्वमुदाहरति +गुणत्वमेव +गुणत्वम् +गुणत्वव्याप्यपदं +गुणत्वस्य +गुणत्वात् +गुणत्वादिति +गुणत्वादेवमुक्तम् +गुणत्वाद् +गुणत्वावच्छिन्न +गुणत्वे +गुणत्वेन +गुणत्वेनेति +गुणत्वेऽपि +गुणदं +गुणदर्शनात् +गुणदर्शी +गुणदो +गुणदोष +गुणदोषतः +गुणदोषयोः +गुणदोषयोर्गतिः +गुणदोषविचक्षणम् +गुणदोषा +गुणदोषाः +गुणदोषाणां +गुणदोषादिकं +गुणदोषान् +गुणदोषाभ्यां +गुणदोषाश्च +गुणदोषैर्न +गुणदोषौ +गुणद्रव्यक्रियासु +गुणद्रव्ययोः +गुणद्रव्ये +गुणद्वयं +गुणद्वयमभिभूयोद्भवति +गुणद्वयम् +गुणद्वारा +गुणद्वेषी +गुणधर्म +गुणधर्मः +गुणधर्माः +गुणधर्मेषु +गुणन +गुणनं +गुणनफल +गुणनफलं +गुणनफलम् +गुणनम् +गुणना +गुणनाशे +गुणनिका +गुणनिधये +गुणनिधिं +गुणनिधिः +गुणनिधे +गुणनिधेः +गुणनिरूपणम् +गुणनिरूपणे +गुणनिर्णयः +गुणनिषेध +गुणनिषेधः +गुणनिषेधे +गुणनिषेधो +गुणनी +गुणनीयः +गुणनीया +गुणने +गुणपक्षे +गुणपञ्चकम् +गुणपदं +गुणपदम् +गुणपदार्थः +गुणपर्य्याया +गुणपर्य्यायौ +गुणपर्वाणि +गुणप्रकर्षेण +गुणप्रकर्षो +गुणप्रकाश +गुणप्रतिषेध +गुणप्रतिषेधः +गुणप्रतिषेधे +गुणप्रतिषेधो +गुणप्रधानभाव +गुणप्रधानभावः +गुणप्रधानभावकृतस्त्वेषां +गुणप्रधानभावस्य +गुणप्रधानभावेन +गुणप्रधानभावो +गुणप्रधानभूतानि +गुणप्रधानो +गुणप्रवाहः +गुणप्रवाहपतितो +गुणप्रवृद्धा +गुणप्रवृद्धाः +गुणप्रियः +गुणफणिमतिवद् +गुणफल +गुणफलोत्प्रेक्षा +गुणबीज +गुणभागविभाजिते +गुणभाव +गुणभावं +गुणभावः +गुणभावविपर्ययः +गुणभावात् +गुणभावे +गुणभावेन +गुणभावो +गुणभूत +गुणभूतं +गुणभूतः +गुणभूतत्वात् +गुणभूतम् +गुणभूतस्य +गुणभूता +गुणभूतानि +गुणभूते +गुणभूतेषु +गुणभूतैरवयवैः +गुणभूतो +गुणभृन्निर्गुणो +गुणभेद +गुणभेदं +गुणभेदः +गुणभेदतः +गुणभेदात् +गुणभेदे +गुणभेदेन +गुणभेदो +गुणभोक्तृ +गुणम +गुणमपि +गुणमभिधाय +गुणमय +गुणमयं +गुणमयी +गुणमयीं +गुणमये +गुणमयैः +गुणमय्या +गुणमर्थेन +गुणमात्रं +गुणमात्राभिधायित्वं +गुणमात्रे +गुणमाधत्ते +गुणमाह +गुणमिति +गुणमुक्तवान् +गुणमुक्त्वा +गुणमुख्यव्यतिक्रमे +गुणमेव +गुणम् +गुणयति +गुणयित्वा +गुणयुक्त +गुणयुक्तं +गुणयुक्तः +गुणयुक्तस्य +गुणयुक्ता +गुणयुक्तो +गुणयुगलं +गुणयुतं +गुणयेत् +गुणयेद् +गुणयोः +गुणयोगात् +गुणयोगेन +गुणरहितं +गुणरागिणां +गुणरूप +गुणरूपं +गुणरूपाणि +गुणलक्षणं +गुणलक्षणम् +गुणलक्षणानि +गुणलब्धी +गुणलब्ध्योः +गुणलुब्धाः +गुणलेशतः +गुणलेशेन +गुणलोपे +गुणव +गुणवं +गुणवचन +गुणवचनं +गुणवचनः +गुणवचनत्वात् +गुणवचनत्वाभावात् +गुणवचनब्राह्मणादिभ्यः +गुणवचनस्य +गुणवचनस्येति +गुणवचना +गुणवचनाः +गुणवचनात् +गुणवचनादिति +गुणवचनादेव +गुणवचनादेवेति +गुणवचनानां +गुणवचनानामाश्रयतो +गुणवचने +गुणवचनेन +गुणवचनेनेति +गुणवचनेभ्यो +गुणवचनेषु +गुणवचनो +गुणवतः +गुणवता +गुणवतां +गुणवताम् +गुणवति +गुणवती +गुणवतीं +गुणवते +गुणवतो +गुणवत् +गुणवत्तमाः +गुणवत्तया +गुणवत्तरः +गुणवत्तरम् +गुणवत्तराः +गुणवत्ता +गुणवत्ताप्रथा +गुणवत्तायां +गुणवत्त्वं +गुणवत्त्वे +गुणवत्त्वेन +गुणवत्यपि +गुणवत्या +गुणवत्यां +गुणवत्याः +गुणवत्वं +गुणवत्सु +गुणवदपि +गुणवदिति +गुणवदुच्यते +गुणवद् +गुणवन्त +गुणवन्तं +गुणवन्तः +गुणवन्तम् +गुणवन्तश्च +गुणवन्ति +गुणवन्ते +गुणवन्तो +गुणवयःकृतम् +गुणवरा +गुणवर्जितः +गुणवर्जितम् +गुणवर्जिते +गुणवर्णन +गुणवर्णनं +गुणवर्णनम् +गुणवर्णनादेतदर्थस्य +गुणवर्णने +गुणवशात्तु +गुणवांश्चैव +गुणवाचिनां +गुणवाची +गुणवाद +गुणवादः +गुणवादस् +गुणवादस्तु +गुणवादेन +गुणवान +गुणवानपि +गुणवानयं +गुणवानसि +गुणवानिति +गुणवानिव +गुणवानेव +गुणवान् +गुणवान्भवेत् +गुणवान्‌ +गुणवाला +गुणवाली +गुणवाले +गुणवि +गुणविकारा +गुणविदा +गुणविधय +गुणविधयः +गुणविधानं +गुणविधानम् +गुणविधाने +गुणविधि +गुणविधिः +गुणविधित्वे +गुणविधिपक्षे +गुणविधिरिति +गुणविधिर् +गुणविधी +गुणविधौ +गुणविप्रहीनं +गुणविभागः +गुणविभागशः +गुणविभागस्य +गुणविभागे +गुणवियोगः +गुणविवेचनं +गुणविवेचने +गुणविशिष्ट +गुणविशिष्टं +गुणविशिष्टस्य +गुणविशेष +गुणविशेषं +गुणविशेषः +गुणविशेषा +गुणविशेषाः +गुणविशेषेण +गुणविशेषो +गुणविषये +गुणविष्णुः +गुणविस्तरः +गुणविस्तरम् +गुणवृत्तं +गुणवृत्तमिति +गुणवृत्तम् +गुणवृत्तयः +गुणवृत्ति +गुणवृत्तिः +गुणवृत्तित्वं +गुणवृत्तिरिति +गुणवृत्तिरेव +गुणवृत्तिविरोधाच्च +गुणवृत्तिस्तु +गुणवृत्तेः +गुणवृत्तौ +गुणवृत्त्या +गुणवृत्त्यार्थदर्शनम् +गुणवृत्या +गुणवृद्धिः +गुणवृद्धिप्रतिषेधार्थः +गुणवृद्धी +गुणवृद्ध्योः +गुणवृद्ध्योरवकाशः +गुणवेदिभिः +गुणवैषम्यात् +गुणव्यतिकरे +गुणव्यतिरिक्तं +गुणशब्द +गुणशब्दः +गुणशब्दस्य +गुणशब्दस्यानेकार्थत्वात् +गुणशब्दा +गुणशब्दादभूततद्भावे +गुणशब्देन +गुणशब्दो +गुणशब्दोऽत्र +गुणशर्मणः +गुणशर्मा +गुणशर्माख्यायिका +गुणशालिनः +गुणशालिनम् +गुणशालिना +गुणशालिनां +गुणशालिनी +गुणशालिनीम् +गुणशाली +गुणशून्यं +गुणश् +गुणश्च +गुणश्रुतिः +गुणश्रुतेः +गुणश्रेष्ठं +गुणसंख्यानं +गुणसंख्याने +गुणसंग्रहः +गुणसंज्ञा +गुणसंनिपाते +गुणसंपदा +गुणसंपन्नं +गुणसंपन्ना +गुणसंपन्नो +गुणसंबन्धः +गुणसंयुतम् +गुणसंयोगात् +गुणसङ्ख्याने +गुणसङ्ग +गुणसङ्गः +गुणसङ्गो +गुणसङ्गोऽस्य +गुणसन्धिः +गुणसन्निपाते +गुणसमाहारमनात्मत्वेन +गुणसमुदाये +गुणसम्पदः +गुणसम्पदा +गुणसम्पन्नः +गुणसम्पन्नो +गुणसम्मूढाः +गुणसहित +गुणसागर +गुणसागरः +गुणसामान्यं +गुणसाम्यं +गुणसाम्यविवक्षया +गुणसाम्ये +गुणसाम्येन +गुणसे +गुणस् +गुणस्तत्र +गुणस्तथा +गुणस्तदा +गुणस्तवैव +गुणस्तस्य +गुणस्तु +गुणस्तेन +गुणस्त्रिज्या +गुणस्थाने +गुणस्य +गुणस्यापि +गुणस्यावकाशः +गुणस्यास्य +गुणस्येति +गुणस्यैव +गुणस्वाभाव्यं +गुणहरौ +गुणहान्यां +गुणहीनं +गुणहीनः +गुणहीनस्य +गुणहीना +गुणहीनाय +गुणहीने +गुणहीनो +गुणहीनोऽपि +गुणहेतवः +गुणहेतूत्प्रेक्षा +गुणा +गुणां +गुणांगुलं +गुणांगुलमुदाहृतम् +गुणांगुलम् +गुणांश +गुणांशं +गुणांशकम् +गुणांशे +गुणांशेन +गुणांश्च +गुणांश्चापि +गुणांश्चाह +गुणांश्चैव +गुणांस्तव +गुणांस्तस्य +गुणांस्तु +गुणाः +गुणाकर +गुणाकरं +गुणाकरः +गुणाकरम् +गुणाकराः +गुणाकरेण +गुणाकरो +गुणाकर्षणेन +गुणाकृतिः +गुणाख्यानं +गुणागुणम् +गुणागुणाः +गुणागुणान् +गुणागुणैः +गुणागुणौ +गुणाग्रणीः +गुणाच +गुणाढयस्य +गुणाढ्य +गुणाढ्यं +गुणाढ्यः +गुणाढ्यम् +गुणाढ्यस्य +गुणाढ्या +गुणाढ्यां +गुणाढ्याः +गुणाढ्ये +गुणाढ्येन +गुणाढ्येषु +गुणाढ्यो +गुणाणं +गुणाणवः +गुणातिगः +गुणातिपातः +गुणातिपातो +गुणातिरेकित्वं +गुणातीत +गुणातीतं +गुणातीतः +गुणातीतत्वादिति +गुणातीतत्वोपायं +गुणातीतश्रुतिस्तु +गुणातीतस्य +गुणातीता +गुणातीताय +गुणातीति +गुणातीते +गुणातीतो +गुणात् +गुणात्तरेण +गुणात्मक +गुणात्मकं +गुणात्मकः +गुणात्मकम् +गुणात्मकाः +गुणात्मनः +गुणात्मना +गुणात्मने +गुणात्मा +गुणात्मानः +गुणात्मिका +गुणात्ययः +गुणात्ययहेतुं +गुणादयः +गुणादयो +गुणादयोऽवयवाः +गुणादयोऽस्य +गुणादयोऽस्या +गुणादयोऽस्याः +गुणादि +गुणादिः +गुणादिकं +गुणादिभिः +गुणादिभ्यो +गुणादिषु +गुणादिस्पन्दनिःष्यन्दाः +गुणादीनां +गुणादेः +गुणादेव +गुणादेश +गुणादौ +गुणाद् +गुणाद्यन्तर्भाव +गुणाद्वा +गुणाधानं +गुणाधानम् +गुणाधानेन +गुणाधार +गुणाधिकं +गुणाधिकः +गुणाधिकतया +गुणाधिकम् +गुणाधिका +गुणाधिकाः +गुणाधिकारं +गुणाधिकारविरोधिन्योऽक्लिष्टाः +गुणाधिके +गुणाधिक्यं +गुणाधिक्यात् +गुणाधिक्याय +गुणाधिक्येन +गुणान +गुणानतीत्य +गुणानतुल्यान् +गुणानधीते +गुणानपि +गुणाना +गुणानां +गुणानाञ्च +गुणानाम +गुणानामपि +गुणानामाकरो +गुणानामिति +गुणानामित्यर्थः +गुणानामियत्तया +गुणानामेव +गुणानामेष +गुणानाम् +गुणानाश्रित्य +गुणानाह +गुणानि +गुणानिति +गुणानिव +गुणानुकथने +गुणानुबन्धित्वात्तस्य +गुणानुरागः +गुणानुरागी +गुणानुरोधेन +गुणानुवर्णने +गुणानुवादः +गुणानेतानतीत्य +गुणानेतान् +गुणानेव +गुणान् +गुणान्गुणिनो +गुणान्तर +गुणान्तरं +गुणान्तरमारभन्त +गुणान्तरमाह +गुणान्तरम् +गुणान्तरस्य +गुणान्तराधानं +गुणान्तराधानम् +गुणान्तरे +गुणान्तरेण +गुणान्तरैः +गुणान्तायाः +गुणान्न +गुणान्निवर्तते +गुणान्बहून् +गुणान्वक्तुं +गुणान्वितं +गुणान्वितः +गुणान्वितम् +गुणान्वितस्य +गुणान्विता +गुणान्विताः +गुणान्विताम् +गुणान्विताय +गुणान्विते +गुणान्वितेषु +गुणान्वितैः +गुणान्वै +गुणान्समतीत्यैतान्ब्रह्मभूयाय +गुणापवादो +गुणाप्ती +गुणाभाव +गुणाभावः +गुणाभावश्च +गुणाभावस्य +गुणाभावात् +गुणाभावे +गुणाभावेऽपि +गुणाभावो +गुणाभिनिवेशः +गुणाभिरामं +गुणाभिलाषिणी +गुणाभ्यां +गुणाय +गुणायादेशयोः +गुणायादेशौ +गुणायैव +गुणार्जनम् +गुणार्जने +गुणार्णव +गुणार्णवः +गुणार्णवम् +गुणार्थं +गुणार्थम् +गुणार्था +गुणार्थेन +गुणार्थो +गुणालंकाराणां +गुणालङ्कारसंस्कृतयोः +गुणालङ्काराणां +गुणालाभे +गुणावली +गुणावहम् +गुणावादेशौ +गुणावृत्तिरिति +गुणावेतौ +गुणाश् +गुणाश्च +गुणाश्चापि +गुणाश्चास्य +गुणाश्चेति +गुणाश्चैते +गुणाश्चैव +गुणाश्रय +गुणाश्रयं +गुणाश्रयः +गुणाश्रयम् +गुणाश्रया +गुणाश्रये +गुणाश्रयो +गुणाष्टकम् +गुणासहिष्णुः +गुणास् +गुणास्तत्र +गुणास्तथा +गुणास्तव +गुणास्तस्य +गुणास्तु +गुणास्ते +गुणास्तेषां +गुणास्त्रयः +गुणि +गुणित +गुणितं +गुणितः +गुणितम् +गुणितया +गुणितस् +गुणिता +गुणितां +गुणिताः +गुणितात् +गुणितानि +गुणिताम् +गुणितास् +गुणिते +गुणितेन +गुणितैः +गुणितो +गुणितौ +गुणिद्वैधे +गुणिन +गुणिनं +गुणिनः +गुणिनमन्तरेण +गुणिनश्च +गुणिना +गुणिनां +गुणिनामपि +गुणिनाम् +गुणिनि +गुणिनी +गुणिने +गुणिनो +गुणिनोऽपि +गुणिन् +गुणिप्रियस्य +गुणिभिः +गुणिलिङ्गास्तु +गुणिषु +गुणी +गुणीति +गुणीभवति +गुणीभाव +गुणीभावं +गुणीभावः +गुणीभावात् +गुणीभावे +गुणीभावो +गुणीभूत +गुणीभूतं +गुणीभूतमिति +गुणीभूतव्य +गुणीभूतव्यङ्गय +गुणीभूतव्यङ्गयस्य +गुणीभूतव्यङ्गये +गुणीभूतव्यङ्ग्य +गुणीभूतव्यङ्ग्यं +गुणीभूतव्यङ्ग्यः +गुणीभूतव्यङ्ग्यता +गुणीभूतव्यङ्ग्यत्वं +गुणीभूतव्यङ्ग्यम् +गुणीभूतव्यङ्ग्यस्य +गुणीभूतस्य +गुणीभूता +गुणीभूतेति +गुणीभूतेन +गुणीभूतो +गुणे +गुणेः +गुणेति +गुणेन +गुणेनापवर्त्य +गुणेनापि +गुणेनेति +गुणेनैव +गुणेभ्य +गुणेभ्यः +गुणेभ्यश्च +गुणेभ्यो +गुणेभ्योऽन्यं +गुणेश +गुणेशं +गुणेशस्य +गुणेशो +गुणेश्वर +गुणेश्वरः +गुणेश्वरम् +गुणेषु +गुणेष्वपि +गुणेष्वारोप्य +गुणेष्विति +गुणेष्वेव +गुणेष्व् +गुणेऽपि +गुणेऽस्त्रियाम् +गुणेो +गुणै +गुणैः +गुणैरधिकः +गुणैरपि +गुणैरात्मनः +गुणैरात्मनि +गुणैरिति +गुणैरित्यर्थः +गुणैरिव +गुणैरुद्यानलता +गुणैरेतैः +गुणैरेव +गुणैर् +गुणैर्न +गुणैर्निधीयते +गुणैर्युक्तं +गुणैर्युक्तः +गुणैर्युक्ता +गुणैर्युक्तो +गुणैर्युतः +गुणैर्युताः +गुणैर्यो +गुणैर्वा +गुणैर्विरुरुचे +गुणैश्च +गुणैस् +गुणैस्तु +गुणो +गुणों +गुणोंका +गुणोंके +गुणोंको +गुणोंसे +गुणोज्ज्वलम् +गुणोज्ज्वला +गुणोत्कर्षः +गुणोत्कर्षे +गुणोत्तमः +गुणोत्तमम् +गुणोत्तरं +गुणोत्तरः +गुणोत्तरम् +गुणोत्तराः +गुणोत्तराणि +गुणोत्तरौ +गुणोदधीन् +गुणोदयः +गुणोदयेन +गुणोदयो +गुणोद्भावना +गुणोन्नतम् +गुणोपदेशः +गुणोपसंहार +गुणोपसंहारः +गुणोपसंहारपादे +गुणोपि +गुणोपेतं +गुणोपेतः +गुणोपेता +गुणोल्बणम् +गुणोऽत्र +गुणोऽपि +गुणोऽपृक्ते +गुणोऽभिधीयते +गुणोऽयं +गुणोऽर्ति +गुणोऽर्तिसंयोगाद्योः +गुणोऽस्ति +गुणोऽस्य +गुणौ +गुणौघैः +गुण्टूरु +गुण्टूरुमण्डलम् +गुण्ठ +गुण्ड +गुण्डं +गुण्डकः +गुण्डप्पः +गुण्डयति +गुण्डा +गुण्डाला +गुण्डासिनी +गुण्डिचा +गुण्ड्लुपेटे +गुण्ड्लुपेटेविधानसभाक्षेत्रम् +गुण्य +गुण्यं +गुण्यः +गुण्यते +गुण्यम् +गुण्यस् 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+गुप्तया +गुप्तये +गुप्तरीत्या +गुप्तरूपेण +गुप्तलिपिः +गुप्तवंशः +गुप्तवत्यां +गुप्तश्च +गुप्तश्चक्रगदाधरः +गुप्तसाधनतन्त्रे +गुप्तसाम्राज्यम् +गुप्तसाम्राज्यस्य +गुप्तस्थाने +गुप्तस्य +गुप्ता +गुप्तां +गुप्ताः +गुप्तानां +गुप्तानि +गुप्ताभिर् +गुप्ताय +गुप्तावपि +गुप्ति +गुप्तिं +गुप्तिः +गुप्तिक +गुप्तिकर्म +गुप्तिज्किद्भ्यः +गुप्तिर्दशैता +गुप्ते +गुप्तेति +गुप्तेन +गुप्तेन्द्रियस्योपस्थस्य +गुप्तेषु +गुप्तै +गुप्तैः +गुप्तो +गुप्तौ +गुप्त्यर्थं +गुप्त्या +गुप्त्यै +गुप्यति +गुप्यते +गुफ +गुफति +गुफा +गुफाओं +गुफित्वा +गुब्बि +गुब्बिविधानसभाक्षेत्रम् +गुभ +गुम +गुमः +गुमला +गुमलामण्डलम् +गुमा +गुम्फ +गुम्फः +गुम्फति +गुम्फना +गुम्फने +गुम्फित +गुम्फितं +गुम्फितः +गुम्फितम् +गुम्फिता +गुम्फिताः +गुम्फित्वा +गुम्फो +गुम्बज +गुम्बज़ +गुम्भिताः +गुय +गुर +गुरं +गुरः +गुरगा +गुरगाः +गुरण +गुरणा +गुरते +गुरदासपुर +गुरदासपुरमण्डलम् +गुरव +गुरवः +गुरवश्च +गुरवश्चैव +गुरवस्तथा +गुरवस्तर्पणा +गुरवस्तु +गुरवस्ते +गुरवे +गुरवेऽथ +गुरवेऽर्पयेत् +गुरवो +गुरवोऽपि +गुरस्व +गुरस्वेषितश् +गुरा +गुराः +गुरावपि +गुराविति +गुरिणता +गुरिता +गुरिति +गुरिन्दर +गुरी +गुरु +गुरुं +गुरुः +गुरुअणो +गुरुई +गुरुओं +गुरुकं +गुरुकरिष्यामो +गुरुकरोति +गुरुकर्णधारम् +गुरुकर्मणि +गुरुकर्मसु +गुरुका +गुरुकार्याणि +गुरुकी +गुरुकुल +गुरुकुलं +गुरुकुलक्लिष्टो +गुरुकुलमिति +गुरुकुलम् +गुरुकुलवासं +गुरुकुलस्य +गुरुकुलात् +गुरुकुलादिना +गुरुकुलानि +गुरुकुले +गुरुकुलेषु +गुरुकृतो +गुरुकृत्य +गुरुकृपया +गुरुकृपा +गुरुके +गुरुको +गुरुक्रमः +गुरुक्रमैः +गुरुगतां +गुरुगात्रता +गुरुगिरीन्द्रजाप्रणयमन्दरान्दोलना +गुरुगिरीन्द्रजाप्रणयमन्दरान्दोलनात्पुरा +गुरुगीता +गुरुगुहदास +गुरुगृहं +गुरुगृहे +गुरुगेहे +गुरुगोविन्दः +गुरुगोविन्दसिंह +गुरुगोविन्दसिंहः +गुरुगोविन्दसिंहस्य +गुरुगोविन्दस्य +गुरुग्रन्थसाहिब +गुरुग्रहः +गुरुग्रहस्य +गुरुग्राम +गुरुग्रामः +गुरुग्राममण्डलम् +गुरुङ +गुरुचरणा +गुरुचरणाः +गुरुचरणानां +गुरुजन +गुरुजनं +गुरुजनः +गुरुजनानां +गुरुजने +गुरुजनेन +गुरुजनो +गुरुजी +गुरुज्ञौ +गुरुञ्च +गुरुण +गुरुणा +गुरुणां +गुरुणादिष्टं +गुरुणानुमतः +गुरुणापि +गुरुणाऽपि +गुरुणि +गुरुणी +गुरुणेति +गुरुणेयमुपस्थिता +गुरुणैकेनाधिकेन +गुरुणैव +गुरुणो +गुरुणोदितम् +गुरुण्यात्मसमं +गुरुत +गुरुतः +गुरुतया +गुरुतर +गुरुतरं +गुरुतरः +गुरुतरा +गुरुतराय +गुरुतरो +गुरुतल्प +गुरुतल्पं +गुरुतल्पग +गुरुतल्पगः +गुरुतल्पगाः +गुरुतल्पगामी +गुरुतल्पगे +गुरुतल्पगो +गुरुतल्पव्रतं +गुरुतल्पसमं +गुरुतल्पी +गुरुतल्पे +गुरुता +गुरुतां +गुरुतीर्थं +गुरुतीर्थमाहात्म्ये +गुरुतीर्थे +गुरुतो +गुरुत्रयं +गुरुत्व +गुरुत्वं +गुरुत्वकम् +गुरुत्वञ्च +गुरुत्वमपि +गुरुत्वमिति +गुरुत्वमुदरस्य +गुरुत्वमेव +गुरुत्वम् +गुरुत्वशोथौ +गुरुत्वस्य +गुरुत्वा +गुरुत्वाकर्षण +गुरुत्वाकर्षणम् +गुरुत्वाकर्षणशक्तिः +गुरुत्वाकर्षणस्य +गुरुत्वाच्च +गुरुत्वात् +गुरुत्वादिति +गुरुत्वाद् +गुरुत्वे +गुरुत्वेन +गुरुत्वेऽपि +गुरुदक्षिणा +गुरुदक्षिणां +गुरुदक्षिणात्वेन +गुरुदक्षिणाम् +गुरुदक्षिणारूपेण +गुरुदक्षिणीकृतम् +गुरुदत्तं +गुरुदत्तया +गुरुदत्तेन +गुरुदाराणां +गुरुदारेषु +गुरुदासपुरमण्डलम् +गुरुदासपुरम् +गुरुदिने +गुरुदिवसाच्च +गुरुदिवसात् +गुरुदीक्षाक्षततमाः +गुरुदृष्टिफलम् +गुरुदृष्टे +गुरुदृष्फिलम् +गुरुदेव +गुरुदेवं 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+गृ॒भ्णामि॑ +गृ॒भ्णी॒त॒ +गृ॒हं +गृ॒हप॑तये॒ +गृ॒हप॑तिं॒ +गृ॒हप॑तिना +गृ॒हप॑तिनाऽऽर्ध्नुवन्न् +गृ॒हप॑तिम् +गृ॒हप॑त्नी॒ +गृ॒हम् +गृ॒हऽप॑तिः +गृ॒हऽप॑तिम् +गृ॒हा +गृ॒हाँ +गृ॒हाः +गृ॒हाणा॑मश्नाति॒ +गृ॒हान् +गृ॒हे +गृ॒हेगृ॑हे +गृ॒हेभ्यः॑ +गृ॒हेषु॑ +गृ॒हेऽगृ॑हे +गृ॒हो +गृ॒ह्णाति॑ +गृ॒ह्णा॒मि॒ +गृ॒ह्यते॒ +गृ॒ह्यन्ते +गृ॒ह्यन्ते॒ +गृ꣣णे꣢ +गॄ +गे +गें +गेंद +गेक्लम्मेर्त् +गेट +गेटवे +गेटे +गेट् +गेट्स् +गेण +गेण्डुकं +गेण्डुकः +गेण्ह +गेण्हिअ +गेत +गेति +गेन +गेन् +गेन्दुकं +गेन्दुके +गेन्ह +गेपृ +गेम +गेय +गेयं +गेयः +गेयपदं +गेयमिति +गेयमुद्गातुकामा +गेयमृतुर्निरुत्सवः +गेयम् +गेयसाम +गेयस्य +गेयस्येव +गेया +गेयाः +गेयात् +गेयानि +गेये +गेयो +गेरि +गेरुसोप्पजलपातः +गेरुसोप्पे +गेल +गेला +गेलियम् +गेलिलियो +गेले +गेलेन् +गेव +गेवृ +गेष +गेषम् +गेषु +गेष्णौ +गेष्म +गेह +गेहं +गेहः +गेहमाययौ +गेहमेति +गेहम् +गेहस्य +गेहा +गेहाच्च +गेहात् +गेहाद् +गेहानां +गेहानि +गेहानुप्रवेशमास्ते +गेहान् +गेहाय +गेहि +गेहिनी +गेहिनीम् +गेहिनो +गेहिन्या +गेही +गेहूं +गेहे +गेहेगेहे +गेहेन +गेहेनर्दी +गेहेमेही +गेहेविजिती +गेहेव्याडः +गेहेशूरः +गेहेषु +गेहेऽपि +गेहोदवसितं +गेह्याय +गेऽपि +गै +गैं +गैः +गैजेट +गैड् +गैण +गैन्ग्लिया +गैर +गैरिक +गैरिकं +गैरिकः +गैरिकम् +गैरिका +गैरिके +गैरिकेण +गैरिकैः +गैरिति +गैरी +गैरेयं +गैलान्यमभिप्रेतम् +गैव +गैश्च +गैस +गैौ +गैौण +गो +गों +गोंडल +गोः +गोअग्रया +गोअग्राः +गोअर्घम् +गोअश्वाः +गोअश्वान् +गोअश्वेभ्यः +गोआयुषी +गोई +गोएन्का +गोओदॄउअलित्य् +गोओद् +गोकण्टकः +गोकण्टको +गोकर्ण +गोकर्णं +गोकर्णः +गोकर्णक्षेत्रे +गोकर्णम् +गोकर्णश्च +गोकर्णस्य +गोकर्णा +गोकर्णाख्यं +गोकर्णी +गोकर्णे +गोकर्णेन +गोकर्णो +गोका +गोकाक +गोकाकः +गोकाकजलपातः +गोकाकविधानसभाक्षेत्रम् +गोकामा +गोकामाः +गोकामुख +गोकिराटिका +गोकुञ्जरः +गोकुरासस्यस्य +गोकुल +गोकुलं +गोकुलक्रीडा +गोकुलगते +गोकुलम् +गोकुलवासिभिः +गोकुलस्य +गोकुलाख्यं +गोकुलागमनं +गोकुलादुद्धवं +गोकुलानां +गोकुलानि +गोकुलाष्टमी +गोकुले +गोकुलेशः +गोकुलेशतयाभिषिक्ते +गोकुलेश्वरः +गोकुलेषु +गोक्षीर +गोक्षीरं +गोक्षीरम् +गोक्षीरसंयुतम् +गोक्षीरे +गोक्षीरेण +गोक्षुर +गोक्षुरं +गोक्षुरः +गोक्षुरक +गोक्षुरकं +गोक्षुरकः +गोक्षुरकस्य +गोक्षुरको +गोक्षुरस्य +गोक्षुरे +गोक्षुरो +गोखरः +गोखले +गोखलेमहोदयः +गोग +गोगजोष्ट्रहयादिषु +गोगणं +गोगणेभ्यो +गोगर्भिणी +गोगृष्टिः +गोगृहे +गोगोपसङ्घावृतं +गोगोपानां +गोगोपीनां +गोगोष्ठम् +गोग्रहणं +गोग्रहणपर्वणि +गोग्रहणे +गोग्रहे +गोग्रासं +गोघटादीनां +गोघाती +गोघृतं +गोघृतम् +गोघृतस्य +गोघृते +गोघृतेन +गोघृतैः +गोघ्न +गोघ्नं +गोघ्नः +गोघ्नश्च +गोघ्नश्चैव +गोघ्ने +गोघ्नो +गोघ्रातं +गोघ्राते +गोच +गोचर +गोचरं +गोचरः +गोचरगतैः +गोचरतया +गोचरतां +गोचरत्वं +गोचरत्वात् +गोचरप्रकरणं +गोचरप्रकरणम् +गोचरफल +गोचरफलम् +गोचरम् +गोचरयति +गोचरयतीति +गोचरयेत् +गोचरस्य +गोचरा +गोचराः +गोचरातो +गोचरात् +गोचरान् +गोचराय +गोचरी +गोचरीभवति +गोचरे +गोचरेण +गोचरो +गोचरौ +गोचर्म +गोचर्ममात्रं +गोचर्ममात्रेण +गोचर्म्म +गोची +गोज +गोजलं +गोजले +गोजा +गोजाः +गोजाता +गोजा॑ता +गोजि +गोजितं +गोजिता +गोजिद् +गोजिद्धनजिदश्वजिद्यः +गोजिह्वकं +गोजिह्वा +गोजिह्वां +गोजिह्विका +गोजी +गोजीरया +गोज्ञाने +गोठे +गोड +गोडः +गोडचिनमल्किजलपातः +गोडी +गोडुम्बा +गोडे +गोड्डा +गोड्डामण्डलम् +गोण +गोणा +गोणिकापुत्रः +गोणी +गोणीं +गोणीतरी +गोण्ड +गोण्डल +गोण्डा +गोण्डामण्डलम् +गोण्डी +गोण्डीभाषा +गोण्या +गोण्याः +गोत +गोतः +गोतन्तियवं +गोतम +गोतमं +गोतमः +गोतमदृष्टा +गोतमभरद्वाजौ +गोतमसूत्रम् +गोतमस्य +गोतमस्यार्षं +गोतमा +गोतमाः +गोतमाद् +गोतमाय +गोतमासः +गोतमासो +गोतमी +गोतमे +गोतमेन +गोतमेभिः +गोतमो +गोतमोऽयं +गोता +गोतीर्थं +गोतीर्थे +गोतृप्तिकृत्तोयं +गोतो +गोत्र +गोत्रं +गोत्रः +गोत्रकाराः +गोत्रक्षत्रियाख्येभ्यो +गोत्रग्रहणं +गोत्रचरणात् +गोत्रचरणाद् +गोत्रज +गोत्रजः +गोत्रजा +गोत्रजाः +गोत्रजान् +गोत्रजैः +गोत्रजो +गोत्रञ्च +गोत्रतः +गोत्रतश्चापि +गोत्रतां +गोत्रतो +गोत्रत्वेन +गोत्रदेवी +गोत्रद्वितयमेव +गोत्रनाम +गोत्रनामनी +गोत्रप्रत्यय +गोत्रप्रत्ययस्य +गोत्रप्रत्ययान्त +गोत्रप्रवरनिर्णयः +गोत्रप्रवरर्षिभेदे +गोत्रप्रवर्त्तकर्षिभेदे +गोत्रप्रवर्त्तके +गोत्रभित् +गोत्रभिदं +गोत्रभिदा +गोत्रभिद् +गोत्रभेदे +गोत्रमिति +गोत्रमिह +गोत्रमुच्यते +गोत्रमुदसृजो +गोत्रमेव +गोत्रम् +गोत्रयं +गोत्ररिक्थानुगः +गोत्ररिक्थे +गोत्रलिङ्गानि +गोत्रसमुद्भूतेन +गोत्रस्खलितम् +गोत्रस्खलितेषु +गोत्रस्त्रियाः +गोत्रस्य +गोत्रा +गोत्राः +गोत्राणां +गोत्राणाम् +गोत्राणि +गोत्रात् +गोत्रादङ्कवत् +गोत्रादङ्कवदिष्यते +गोत्रादि +गोत्रादिभूतेभ्यः +गोत्रादिषु +गोत्रादीनि +गोत्रादेव +गोत्राद् +गोत्राद्यूनि +गोत्राद्यून्यस्त्रियाम् +गोत्रापत्य +गोत्रापत्यं +गोत्रापत्यमिति +गोत्रापत्यम् +गोत्रापत्ये +गोत्राय +गोत्राया +गोत्रायाः +गोत्रायै +गोत्रावयवात् +गोत्राश्रयो +गोत्रिणः +गोत्रिणां +गोत्रिणो +गोत्रे +गोत्रेण +गोत्रेण् +गोत्रेति +गोत्रेषु +गोत्रेऽलुगचि +गोत्रो +गोत्रोक्ष +गोत्रोद्धारप्रवृत्तोऽपि +गोत्रोद्भेदं +गोत्व +गोत्वं +गोत्वमपि +गोत्वमिति +गोत्वमिव +गोत्वम् +गोत्ववत् +गोत्वविशिष्टे +गोत्वस +गोत्वस्य +गोत्वस्येव +गोत्वा +गोत्वादि +गोत्वादिना +गोत्वादेः +गोत्वादौ +गोत्वे +गोत्वेन +गोत्वेऽपि +गोत॑मः +गोत॑मासः +गोत॑मासो +गोत॑मेभिः +गोत॑मो +गोथिकायां +गोद +गोदः +गोदक्षिणां +गोदते +गोदन्तं +गोदमी +गोदमो +गोदा +गोदाः +गोदातरि +गोदाता +गोदान +गोदानं +गोदानकर्म +गोदानञ्च +गोदानफलमाप्नुयात् +गोदानफलमाप्नोति +गोदानमिति +गोदानमुत्तमम् +गोदानमुनत्ति +गोदानम् +गोदानस्य +गोदानानि +गोदाने +गोदानेन +गोदायै +गोदायो +गोदावरि +गोदावरी +गोदावरीं +गोदावरीतटे +गोदावरीति +गोदावरीतीरे +गोदावरीनदी +गोदावरीनद्याः +गोदावरीमण्डलम् +गोदावर्या +गोदावर्यां +गोदावर्याः +गोदावर्य्यां +गोदी +गोदुग्धं +गोदुग्धे +गोदुग्धेन +गोदुग्धैः +गोदुहः +गोदुहे +गोदो +गोदों +गोदोह +गोदोहं +गोदोहन +गोदोहनं +गोदोहनस्य +गोदोहनादिवत् +गोदोहनी +गोदोहनेन +गोदोहमात्रं +गोदोहमास्ते +गोदोहस्य +गोदौ +गोद्वयं +गोधणं +गोधन +गोधनं +गोधनम् +गोधनसंकुलम् +गोधनस्य +गोधनानां +गोधनानि +गोधने +गोधनैः +गोधरा +गोधर्मं +गोधा +गोधां +गोधाः +गोधापदी +गोधामुखं +गोधाया +गोधायां +गोधायाः +गोधि +गोधिका +गोधु +गोधुक् +गोधुगुत +गोधू +गोधूम +गोधूमं +गोधूमः +गोधूमचूर्णं +गोधूमपिष्टम् +गोधूमपिष्टेन +गोधूमयवगोरसविक्रियाः +गोधूमस्य +गोधूमा +गोधूमाः +गोधूमानां +गोधूमान् +गोधूमान्नं +गोधूमाश्च +गोधूमे +गोधूमेन +गोधूमेषु +गोधूमैः +गोधूमैरामैः +गोधूमो +गोधूलिं +गोधूलिः +गोधूलिकं +गोधूली +गोधेनुः +गोधेव +गोन +गोनन्द +गोनर्द +गोनर्दः +गोनर्दीय +गोनर्दीयः +गोनर्दीयस्त्वाह +गोनस +गोनसः +गोनसा +गोनसी +गोना +गोनां +गोनां॑ +गोनाम +गोनामसु +गोनामैतत् +गोनाम् +गोनायोऽश्वनायः +गोनाशं +गोनासः +गोना॑म् +गोन्दिया +गोन्दियामण्डलं +गोन्दियामण्डलम् +गोन्योघा +गोप +गोपं +गोपः +गोपकः +गोपकन्यका +गोपकन्यकाः +गोपकन्या +गोपकन्याः +गोपकाः +गोपकुमारकैः +गोपकुमारकैस्त्वं +गोपकैः +गोपगणा +गोपगोपीनां +गोपघोण्टा +गोपतये +गोपति +गोपतिं +गोपतिः +गोपतित्वं +गोपतिना +गोपतिम् +गोपतिरेक +गोपतिर्गोप्ता +गोपतिर्नाम +गोपतिस्तालकेतुश्च +गोपती +गोपते +गोपतेः +गोपतौ +गोपथ +गोपथः +गोपथब्राह्मणपूर्वभागे +गोपथब्राह्मणम् +गोपथब्राह्मणस्य +गोपथब्राह्मणे +गोपथब्राह्मणोत्तरभागे +गोपदं +गोपदम् +गोपदस्य +गोपदात् +गोपदारकाः +गोपदे +गोपदेन +गोपन +गोपनं +गोपनः +गोपनम् +गोपनयुतं +गोपना +गोपनात् +गोपनाथं +गोपनाय +गोपनीय +गोपनीयं +गोपनीयः +गोपनीयमिदं +गोपनीयम् +गोपनीया +गोपने +गोपनो +गोपबालकनायक +गोपबालकैः +गोपभवनानि +गोपमण्डले +गोपम् +गोपय +गोपयः +गोपयति +गोपयन् +गोपयन्ति +गोपयसा +गोपयसोर्यत् +गोपयस्यंशुकेन +गोपयामास +गोपयिता +गोपयितुं +गोपयित्वा +गोपयेत् +गोपयो +गोपरीणसा +गोपर्ट +गोपलसहस्रनामस्तोत्रम् +गोपलोकाः +गोपवध्वः +गोपवन +गोपवनः +गोपवनादिभ्यः +गोपवल्ली +गोपवेषं +गोपवेषकम् +गोपवेषधरं +गोपवेषश्च +गोपवेषस्य +गोपवेषेण +गोपशिशुकः +गोपश्च +गोपसुता +गोपस्त्रीणां +गोपस्य +गोपा +गोपां +गोपांगना +गोपांश्च +गोपाः +गोपाङ्गना +गोपाङ्गनाः +गोपाङ्गनानां +गोपाटिकाय +गोपानं +गोपानसी +गोपानां +गोपान् +गोपामनिपद्यमानं +गोपामनिपद्यमानमा +गोपामृतस्य +गोपाम् +गोपाय +गोपायत +गोपायतं +गोपायतः +गोपायतम् +गोपायतास्माकमैतोः +गोपायति +गोपायतीति +गोपायतु +गोपायतु॒ +गोपायते +गोपायतो +गोपायन +गोपायनं +गोपायन्ति +गोपायन्तु +गोपायन्त्वास्माकमैतोः +गोपायसि +गोपायस्व +गोपाया +गोपायाम् +गोपायास्माकं +गोपायितं +गोपायिता +गोपायितारं +गोपायितारो +गोपायितुं +गोपायित्वा +गोपायीत +गोपाये +गोपायेतामिति +गोपायेति +गोपायेत् +गोपायेत्याह +गोपायेत्येवैतदाह +गोपाय्यते +गोपाय॒तास्माक॒मैतोः॑ +गोपाल +गोपालं +गोपालः +गोपालक +गोपालकं +गोपालकः +गोपालकर्कटी +गोपालकस्य +गोपालका +गोपालकाः +गोपालकृष्ण +गोपालकृष्णं +गोपालकृष्णः +गोपालकृष्णकः +गोपालकृष्णकम् +गोपालकृष्णगोखले +गोपालकृष्णन् +गोपालकृष्णश्च +गोपालकृष्णस्य +गोपालकृष्णाय +गोपालकृष्णो +गोपालकेन +गोपालकैः +गोपालको +गोपालकोऽपि +गोपालगञ्ज +गोपालगञ्जनगरम् +गोपालगञ्जमण्डलम् +गोपालगौडः +गोपालचूडामणिः +गोपालदासः +गोपालदेवः +गोपालनं +गोपालनन्दन +गोपालनन्दनः +गोपालपुर +गोपालबालकं +गोपालबालकः +गोपालबालकम् +गोपालबालम् +गोपालम् +गोपालविंशतिस्तोत्रम् +गोपालसहननामस्तोत्रम् +गोपालसहस्रनामस्तोत्रम् +गोपालस्य +गोपालस्वामिपर्वतः +गोपाला +गोपालाः +गोपालानंद +गोपालानां +गोपालान् +गोपालाय +गोपालिका +गोपालिकाः +गोपाली +गोपालीं +गोपाले +गोपालेन +गोपालैः +गोपालो +गोपालोऽपि +गोपाल् +गोपाश्च +गोपाष्टमी +गोपास्तं +गोपा॒येति॑ +गोपि +गोपिका +गोपिकां +गोपिकाः +गोपिकागणम् +गोपिकानां +गोपिकापतिः +गोपिकाभिः +गोपिकाभिश्च +गोपिकाभ्यो +गोपिकाश्च +गोपिकासु +गोपिचन्दनम् +गोपितं +गोपितः +गोपितम् +गोपितव्यं +गोपिता +गोपिताः +गोपितुं +गोपितैः +गोपित्तं +गोपित्तेन +गोपिनाथ +गोपिनाथः +गोपिनी +गोपियों +गोपी +गोपीं +गोपीः +गोपीकुचकलशचिरस्पर्धिनं +गोपीगणाः +गोपीगणानां +गोपीगणैः +गोपीगीता +गोपीगीताकौमुदीटीकासहिता +गोपीगीतार्थकौमुदीसहिता +गोपीचंद +गोपीचन्दन +गोपीचन्दनं +गोपीचन्दनलिप्ताङ्गो +गोपीचन्द् +गोपीजन +गोपीजनपदं +गोपीजनमनसिजकेलीलम्पटे +गोपीजनवल्लभ +गोपीजनवल्लभाय +गोपीजनवल्लभो +गोपीत +गोपीति +गोपीथं +गोपीथाय +गोपीथे +गोपीथ्याय +गोपीनां +गोपीनाथ +गोपीनाथं +गोपीनाथः +गोपीनाथभट्टकृतज्योत्नाव्याख्यासमेतम् +गोपीनाथभट्टकृतज्योत्साव्याख्यासमेतम् +गोपीनाथभट्टकृतज्योत्स्नाब्याख्यासमेतम् +गोपीनाथभट्टकृतज्योत्स्नाव्याख्यासमेतम् +गोपीनाथभट्टकृता +गोपीनाथमट्टकृतज्योत्साव्याख्यासमेतम् +गोपीनाथमट्टकृतज्योत्स्नाव्याख्यासमेतम् +गोपीनाथस्य +गोपीनाथाय +गोपीनाथेन +गोपीनाथो +गोपीपतिः +गोपीपते +गोपीभिः +गोपीभिश्च +गोपीभी +गोपीभ्यः +गोपीभ्याम् +गोपीभ्यो +गोपीविशेषः +गोपीश +गोपीश्च +गोपीषु +गोपी॒थाय॑ +गोपी॒थे +गोपु +गोपुच्छ +गोपुच्छं +गोपुच्छसन्निभम् +गोपुच्छा +गोपुच्छाकृति +गोपुच्छेन +गोपुर +गोपुरं +गोपुरद्वारे +गोपुरम् +गोपुरलक्षणपटलः +गोपुरस्य +गोपुराग्रे +गोपुराणां +गोपुराणि +गोपुरात् +गोपुरादि +गोपुरादौ +गोपुरान्तं +गोपुरीषं +गोपुरे +गोपुरेषु +गोपे +गोपेता +गोपेति +गोपेन +गोपेन्द्र +गोपेश +गोपेश्वर +गोपेश्वरम् +गोपेषु +गोपैः +गोपैश्च +गोपो +गोपोषं +गोपोषम् +गोपौ +गोप्तरि +गोप्तव्यं +गोप्तव्या +गोप्ता +गोप्तार +गोप्तारं +गोप्तारः +गोप्तारम् +गोप्तारस् +गोप्तारावकुर्वन् +गोप्ताराव् +गोप्तारो +गोप्तारौ +गोप्तुं +गोप्तुम् +गोप्तृत्ववरणं +गोप्त्री +गोप्त्रे +गोप्त्रेति +गोप्य +गोप्यं +गोप्यः +गोप्यते +गोप्यमपि +गोप्यम् +गोप्यश्च +गोप्यस्तु +गोप्या +गोप्याः +गोप्याधिभोगे +गोप्याधौ +गोप्यानां +गोप्यानि +गोप्ये +गोप्यो +गोप्यौ +गोप्रकाण्डम् +गोप्रचारं +गोप्रचारे +गोप्रचारो +गोप्रतारे +गोप्रदः +गोप्रदा +गोप्रदाः +गोप्रदाता +गोप्रदानं +गोप्रदानफलं +गोप्रदानसमं +गोप्रदानस्य +गोप्रदानानि +गोप्रदाने +गोप्रदानेन +गोप्रदो +गोप्स्यति +गोप॑तिं +गोप॑तिं॒ +गोप॑तिः +गोप॑तौ +गोप॑रीणसा +गोबर +गोबलीवर्दन्यायेन +गोबिन्द +गोबीजकनकानि +गोबीजकाञ्चनैर्वैश्यं +गोब्रा +गोब्राह्मणं +गोब्राह्मणस्य +गोब्राह्मणहिताय +गोब्राह्मणहितार्थाय +गोब्राह्मणहिते +गोब्राह्मणानां +गोब्राह्मणार्थे +गोब्राह्मणेभ्यः +गोभाज +गोभाजः +गोभि +गोभिः +गोभिः॑ +गोभिः॒ +गोभिन्न +गोभिरक्षाः +गोभिरञ्जानो +गोभिरद्रिमैरयत् +गोभिरवसा +गोभिरश्वेभिरिन्दो +गोभिरश्वैः +गोभिरश्वैश्च +गोभिरस्त्विति +गोभिरिति +गोभिरुत्तरं +गोभिर् +गोभिर्न +गोभिर्भङ्गं +गोभिर्युक्तं +गोभिर्युक्तम् +गोभिर्युक्तस्य +गोभिर्वपावान् +गोभिर्विभवतः +गोभिर्व्ययस्व +गोभिल +गोभिलः +गोभिलगृह्यसूत्रम् +गोभिलीयगृह्यसूत्रम् +गोभिलेन +गोभिलो +गोभिश्च +गोभिष्टरेमामतिं +गोभिष्ट्वा +गोभि॑ः +गोभि॑रञ्जा॒नो +गोभि॑र्व्ययस्व॒ +गोभि॑ष्टरे॒माम॑तिं +गोभि॒ +गोभि॒ः +गोभि॒रद्रि॑मैरयत् +गोभि॒रश्वै॒र्भग॒ +गोभि॒रावृ॑त॒मिन्द्र॑स्य॒ +गोभी +गोभूतिलहिरण्यादि +गोभूहिरण्यदानानि +गोभूहिरण्यवासांसि +गोभूहिरण्यादि +गोभ्य +गोभ्यः +गोभ्यश्च +गोभ्यां +गोभ्याम् +गोभ्यो +गोम +गोमं॑तम॒श्विनं॑ +गोमघा +गोमचर्चिका +गोमटेश्वरस्य +गोमण्डलं +गोमण्डले +गोमत +गोमतः +गोमतल्लिका +गोमता +गोमति +गोमती +गोमतीं +गोमतीः +गोमतीतटे +गोमतीतीरे +गोमतीनदी +गोमतीनीरे +गोमतीम् +गोमतीसंगमे +गोमतीस्नानं +गोमते +गोमतो +गोमतौ +गोमत् +गोमत्यः +गोमत्या +गोमत्यां +गोमत्याः +गोमत्युदधिसंगमे +गोमद् +गोमद्धिरण्यवद्वसु +गोमद्भिः +गोमधुपर्कार्हो +गोमध्ये +गोमन् +गोमन्त +गोमन्तं +गोमन्तः +गोमन्तमक्षरन् +गोमन्तमश्विनम् +गोमन्तमा +गोमन्तमीमहे +गोमन्तमुशिजो +गोमन्तम् +गोमन्ते +गोमन्न +गोमय +गोमयं +गोमयः +गोमयकार्षी +गोमयगोमुखानि +गोमयचूर्णाभं +गोमयञ्च +गोमयपरिचये +गोमयभस्मना +गोमयम् +गोमयवारिणा +गोमयस्य +गोमया +गोमयाः +गोमयाग्निना +गोमयात् +गोमयादिना +गोमयादीनां +गोमयाद् +गोमयानां +गोमयानि +गोमयालेपनं +गोमयालेपिते +गोमये +गोमयेन +गोमयेनाथ +गोमयेनानुलिप्तायां +गोमयेनानुलेपयेत् +गोमयेनापि +गोमयेनोपलिप्तायां +गोमयेनोपलिप्ते +गोमयेनोपलिप्तेषु +गोमयेनोपलिप्य +गोमयेनोपलिप्याथ +गोमयेनोपलिप्यैव +गोमयेनोपलेपनम् +गोमयेनोपलेपयेत् +गोमयेनोपलेपिते +गोमयेषु +गोमयैः +गोमयो +गोमयोपलिप्ते +गोमहिषम् +गोमहिषस्य +गोमहिष्यः +गोमहिष्यादि +गोमहिष्यादिकं +गोमहिष्यादीनां +गोमहिष्यो +गोमा +गोमाँ +गोमांस +गोमांसं +गोमांसखादको +गोमांसतुल्या +गोमांसभक्षणं +गोमांसभक्षणम् +गोमांसभक्षणैः +गोमांससदृशं +गोमातरः +गोमाता +गोमात्रे +गोमानासीत् +गोमानिति +गोमान् +गोमान्गोभिरक्षाः +गोमायवः +गोमायवो +गोमायु +गोमायुः +गोमायुदुन्दुभिकथा +गोमायुना +गोमायुरुतानि +गोमायोः +गोमार्गं +गोमाꣳ +गोमि +गोमिथुनं +गोमिनां +गोमिनामेव +गोमिनी +गोमिनो +गोमिन् +गोमिलस्मृतिः +गोमी +गोमुख +गोमुखं +गोमुखः +गोमुखतः +गोमुखम् +गोमुखस्य +गोमुखाः +गोमुखादयः +गोमुखादिभिः +गोमुखाश्च +गोमुखी +गोमुखे +गोमुखेन +गोमुखेनेति +गोमुखो +गोमुखोऽब्रवीत् +गोमूत्र +गोमूत्रं +गोमूत्रकं +गोमूत्रगन्धि +गोमूत्रञ्च +गोमूत्रपिष्टं +गोमूत्रमग्निवर्णं +गोमूत्रम् +गोमूत्रयावकाहारः +गोमूत्रयावकाहारो +गोमूत्रयुक्तं +गोमूत्रस्य +गोमूत्रादि +गोमूत्रिकया +गोमूत्रिका +गोमूत्रिकाबन्धः +गोमूत्रिकेति +गोमूत्रे +गोमूत्रेण +गोमूत्रेणाचरेत्स्नानं +गोमूत्रेणैव +गोमूत्रेणोदकेन +गोमूत्रेऽष्टगुणे +गोमूत्रैः +गोमृग +गोमृगः +गोमृगकण्ठेन +गोमृगमिति +गोमृगम् +गोमृगस्य +गोमृगस्येति +गोमे +गोमेद +गोमेदं +गोमेदः +गोमेदकं +गोमेदकः +गोमेदकपुष्करे +गोमेदकपुष्परागैः +गोमेदकेन +गोमेदकोपमम् +गोमेदश्चैव +गोमेदस्तथा +गोमेदे +गोमेधं +गोमेधस्य +गोमेधे +गोमेधो +गोम॑तः +गोम॑ति +गोम॑ती +गोम॑ते +गोम॑त॒ +गोम॑द्दस्रा॒ +गोम॑न्तं॒ +गोम॑न्तमीमहे +गोम॑न्तमु॒शिजो॒ +गोम॑न्तम॒श्विन॑म् +गोम॑न्त॒मा +गोयते +गोयन्दका +गोयवाग्वोश्च +गोयाने +गोयाल् +गोयीचन्द्रः +गोयुक्तं +गोयुगं +गोयुगच् +गोयुगम् +गोयुतं +गोयूथानि +गोयोनौ +गोर +गोरकृत्वा +गोरक् +गोरक्ष +गोरक्षं +गोरक्षः +गोरक्षकर्कटी +गोरक्षकान् +गोरक्षके +गोरक्षतण्डुला +गोरक्षदुग्धा +गोरक्षनाथ +गोरक्षनाथः +गोरक्षनाथाय +गोरक्षस्य +गोरक्षा +गोरक्षितम् +गोरक्षी +गोरक्षो +गोरक्ष्यं +गोरखनाथः +गोरखपुर +गोरखपुरमण्डलम् +गोरखपुरम् +गोरखपुरस्य +गोरखपुरे +गोरखामण्डलम् +गोरजः +गोरजादिप्रसङ्गे +गोरतद्धित +गोरतद्धितलुकि +गोरधि +गोरधि॑ +गोरपि +गोरमन्वत +गोरम्भ +गोरम्भः +गोरस +गोरसं +गोरसः +गोरसप्रायं +गोरसम् +गोरसस्य +गोरसानां +गोरसे +गोरसैः +गोरा +गोराङ्गिरसस्य +गोराटी +गोराणी +गोरि +गोरिति +गोरिव +गोरी +गोरुतम् +गोरूपं +गोरूपधारिणी +गोरूपा +गोरूपां +गोरूपिणी +गोरे +गोरेव +गोरो +गोरोचनं +गोरोचनया +गोरोचना +गोरोचनां +गोरोचनाक्षेपनितान्तगौरे +गोरोचनायां +गोरोचनायाः +गोर् +गोर्दुग्धे +गोर्न +गोर्बचोफ् +गोर्बाचोफ +गोर्भवेत् +गोर्यूतौ +गोर्वा +गोर्शकोव् +गोल +गोलं +गोलः +गोलक +गोलकं +गोलकः +गोलकम् +गोलकस्तु +गोलकस्य +गोलका +गोलकाः +गोलकान् +गोलके +गोलकेन +गोलकेषु +गोलकैः +गोलको +गोलकौ +गोलक्रमात् +गोलक्रमेण +गोलक्षणं +गोलक्षेत्रफलात् +गोलगर्भे +गोलग्रन्थस्य +गोलज्ञ +गोलज्ञो +गोलत्तिका +गोलत्व +गोलत्वं +गोलत्वमापिका +गोलद्वय +गोलपादः +गोलपादे +गोलपृष्ठफलं +गोलपृष्ठफलम् +गोलपृष्ठे +गोलप्रबन्धोद्यतः +गोलप्रशंसया +गोलप्रशंसा +गोलबन्ध +गोलबन्धः +गोलबन्धाधिकार +गोलबन्धाधिकारः +गोलबन्धे +गोलबन्धोक्तविधिना +गोलबोध +गोलभाष्ये +गोलमध्ये +गोलमन् +गोलम् +गोलयन्त्र +गोलयन्त्रं +गोलयन्त्रम् +गोलयुक्त्या +गोलयोः +गोलवलकर +गोलवासना +गोलविदा +गोलविदां +गोलविदो +गोलश्च +गोलसन्धि +गोलसन्धिः +गोलसन्धौ +गोलस्य +गोलस्यैवं +गोलस्वरूपप्रश्नाध्यायः +गोला +गोलाः +गोलाकार +गोलाकारं +गोलाकारः +गोलाकारा +गोलाकाराः +गोलाकारे +गोलाघाटमण्डलम् +गोलाघाट् +गोलाङ्गूला +गोलाधिकार +गोलाधिकारे +गोलाध्यये +गोलाध्याय +गोलाध्यायं +गोलाध्यायः +गोलाध्यायस्य +गोलाध्याये +गोलाध्यायें +गोलाध्यायै +गोलाध्यायो +गोलायनसन्धी +गोलार्ध +गोलार्धस्य +गोलिका +गोलिकाः +गोली +गोलीय +गोले +गोलेन +गोलेऽभिधया +गोलेऽसि +गोलो +गोलों +गोलोक +गोलोकं +गोलोकः +गोलोकखण्डः +गोलोकखण्डे +गोलोकगमनं +गोलोकधाम +गोलोकधामनि +गोलोकनाथं +गोलोकनाथः +गोलोकनाथस्य +गोलोकनाथो +गोलोकमक्षरम् +गोलोकमाप्नुयात् +गोलोकमुत्तमम् +गोलोकवर्णनं +गोलोकवासिनः +गोलोकवासिनी +गोलोकवैकुण्ठौ +गोलोकश्च +गोलोकस्थं +गोलोकस्था +गोलोकस्य +गोलोकाच्च +गोलोकात् +गोलोकादागतं +गोलोकादागता +गोलोकाद् +गोलोकाधिपतिः +गोलोके +गोलोकेऽपि +गोलोकेऽहं +गोलोको +गोलोपरि +गोलोमिका +गोलोमी +गोलोमीं +गोलोऽपि +गोलौ +गोल् +गोल्कोण्डदुर्गम् +गोल्गी +गोल्डन् +गोल्ड् +गोल्द् +गोल्फ +गोल्फ् +गोल्स +गोव +गोवजणेहि +गोवत् +गोवत्स +गोवत्सं +गोवत्सः +गोवत्सक +गोवत्सा +गोवत्सानां +गोवध +गोवधं +गोवधः +गोवधस्य +गोवधे +गोवधो +गोवन्दनी +गोवन्मृगयते +गोवर +गोवरं +गोवर्द्धन +गोवर्द्धनं +गोवर्द्धनः +गोवर्द्धनधरः +गोवर्द्धने +गोवर्द्धनो +गोवर्धन +गोवर्धनं +गोवर्धनः +गोवर्धनधरो +गोवर्धनस्य +गोवर्धनाचार्यः +गोवर्धनाद्रौ +गोवर्धनाय +गोवर्धने +गोवर्धनो +गोवर्धनोद्धरणवर्णनम् +गोवशा +गोवस्तु +गोवा +गोवाटे +गोवान +गोवायाः +गोवाराज्यं +गोवाराज्यम् +गोवाराज्यस्य +गोवाराज्ये +गोवालैः +गोवाहने +गोवि +गोविंद +गोविंदं +गोविंदः +गोविंदस्य +गोविंदाय +गोविंदे +गोविंदो +गोविकारैः +गोवित् +गोवित्पवस्व +गोवित्पवस्वे +गोविदं +गोविदम् +गोविदाचार्यसूनुना +गोविन्द +गोविन्दं +गोविन्दः +गोविन्दकीर्तनम् +गोविन्दचन्द्रस्य +गोविन्दद्वादशी +गोविन्दनामा +गोविन्दनाम्ना +गोविन्दनिषेधः +गोविन्दभट्टः +गोविन्दमादिपुरुषं +गोविन्दमुक्त्वा +गोविन्दम् +गोविन्दराज +गोविन्दराजः +गोविन्दराजनगरविधानसभाक्षेत्रम् +गोविन्दराजस्तु +गोविन्दराजस्य +गोविन्दराजीयम् +गोविन्दराजीयानुक्तापूर्वविषयैश्च +गोविन्दराजीये +गोविन्दराजेन +गोविन्दराजो +गोविन्दराव +गोविन्दलीलामृतं +गोविन्दवल्लभ +गोविन्दवृष्णीन्द्रौ +गोविन्दश्च +गोविन्दसिंहः +गोविन्दसिंहस्य +गोविन्दस्तु +गोविन्दस्य +गोविन्दस्वामिनः +गोविन्दस्वामी +गोविन्दा +गोविन्दाचार्यः +गोविन्दाचार्यसूनुना +गोविन्दाच्युत +गोविन्दानन्दस्य +गोविन्दाय +गोविन्दायेति +गोविन्दाष्टकम् +गोविन्दुर्द्रप्स +गोविन्दे +गोविन्देति +गोविन्देन +गोविन्दो +गोविन्दोऽपि +गोविषाणिकाः +गोवीथी +गोवृन्दारकः +गोवृष +गोवृषं +गोवृषः +गोवृषध्वजः +गोवृषभान् +गोवृषम् +गोवृषस्य +गोवृषा +गोवृषाणां +गोवृषाधम +गोवृषेश्वरवाहनः +गोवृषो +गोवेहत् +गोव्यक्तीनां +गोव्रजं +गोव्रजे +गोव्रजेऽपि +गोव्रतं +गोव्रती +गोशकृता +गोशकृत् +गोशकृद्र +गोशतं +गोशतस्य +गोशती +गोशफे +गोशफो +गोशब्द +गोशब्दं +गोशब्दः +गोशब्दत्वं +गोशब्दस्य +गोशब्दात् +गोशब्दे +गोशब्देन +गोशब्दो +गोशरण्यं +गोशान्तिः +गोशाल +गोशालः +गोशालकः +गोशालम् +गोशाला +गोशालां +गोशालायां +गोशीर्षं +गोशीर्षकं +गोशृङ्गं +गोशृङ्गेण +गोश्च +गोश्रुतये +गोश्वन् +गोश्वन्साववर्ण +गोष +गोषणिं +गोषद +गोषदादिः +गोषदादिभ्यो +गोषा +गोषाः +गोषाता +गोषातिरश्वसा +गोषु +गोषुयुधो +गोषु॑ +गोषु॒ +गोषूक्तं +गोषूक्त्यश्वसूक्तिनौ +गोषेधां +गोष्ट +गोष्टी +गोष्टे +गोष्टोमं +गोष्टोमस्य +गोष्टोमे +गोष्ठ +गोष्ठं +गोष्ठः +गोष्ठकर्माणि +गोष्ठच् +गोष्ठमध्ये +गोष्ठमिति +गोष्ठम् +गोष्ठया +गोष्ठयां +गोष्ठश्वः +गोष्ठस्य +गोष्ठा +गोष्ठात् +गोष्ठादयः +गोष्ठादिव +गोष्ठाद् +गोष्ठानं +गोष्ठानम् +गोष्ठान् +गोष्ठिका +गोष्ठी +गोष्ठीं +गोष्ठीपतिः +गोष्ठीम् +गोष्ठीषु +गोष्ठे +गोष्ठेः +गोष्ठेन +गोष्ठेपटुः +गोष्ठेशूरः +गोष्ठेषु +गोष्ठो +गोष्ठ्यः +गोष्ठ्या +गोष्ठ्यां +गोष्ठ्याः +गोष्ठ्याम् +गोष्ठ्याय +गोष्पद +गोष्पदं +गोष्पदपूरं +गोष्पदप्रं +गोष्पदमात्रं +गोष्पदमिति +गोष्पदम् +गोष्पदाभावो +गोष्पदायते +गोष्पदे +गोष्पदेन +गोष्वश्वेषु +गोष्वश्वे॑षु +गोष्वश्वे॑षु॒ +गोष्विति +गोष्वोषधीषु +गोष्व् +गोस +गोसंख्यः +गोसंघम् +गोसंबन्धि +गोसङ्ख्य +गोसङ्ख्यः +गोसदृश +गोसदृशं +गोसदृशः +गोसदृशत्वात् +गोसदृशस्य +गोसदृशे +गोसदृशो +गोसनिं +गोसन्दायः +गोसमूहं +गोसमूहः +गोसमूहस्य +गोसमूहे +गोसम्बन्धि +गोसर्ग +गोसर्गे +गोसवः +गोसवस्य +गोसवे +गोसवेन +गोसवो +गोसहस्र +गोसहस्रं +गोसहस्रदानफलप्राप्तिः +गोसहस्रदानफलम् +गोसहस्रप्रदानस्य +गोसहस्रप्रदानेन +गोसहस्रप्रदो +गोसहस्रफलं +गोसहस्रस्य +गोसहस्राणां +गोसहस्राणि +गोसहस्रेण +गोसादः +गोसादिः +गोसादृश्यं +गोसादृश्येन +गोसिंहौ +गोसुखम् +गोसेवा +गोसेवां +गोसोकस्य +गोस् +गोस्तनसन्निभाः +गोस्तनाकारं +गोस्तनाकारा +गोस्तनी +गोस्तु +गोस्त्रियो +गोस्त्रियोः +गोस्त्रियोरुपसर्जनस्य +गोस्थानं +गोस्थानः +गोस्थानमिति +गोस्थानम् +गोस्थाने +गोस्वामि +गोस्वामिनि +गोस्वामिने +गोस्वामिनो +गोस्वामी +गोस्वाम्यनुमते +गोह +गोहः +गोहत्या +गोहत्यां +गोहत्याकृतं +गोहा +गोहितं +गोहितः +गोहितम् +गोहितो +गोहिरण्यादि +गोहिल +गोहे +गोह्य +गोऽ +गोऽआशिरः +गोऽआ॑शिरः +गोऽइष्टये +गोऽइष्टिषु +गोऽइष्टौ +गोऽइ॑ष्टये +गोऽइ॑ष्टिषु +गोऽइ॑ष्टौ +गोऽग्रम् +गोऽजविप्रेभ्यो +गोऽदाः +गोऽनुगामी +गोऽन्तरः +गोऽपतिः +गोऽपतिम् +गोऽपि +गोऽप॑तिः +गोऽप॑तिम् +गोऽब्धिलोकैः +गोऽमतः +गोऽमति +गोऽमतीः +गोऽमत् +गोऽमन्तम् +गोऽम्बुना +गोऽम॑तः +गोऽम॑ति +गोऽम॑तीः +गोऽम॑त् +गोऽम॑न्तम् +गोऽवित् +गोऽश्ववालवालेन +गोऽसाः +गोऽस्थे +गो॒जा +गो॒त्रम् +गो॒त्रस्य॑ +गो॒त्रा +गो॒त्राणि॒ +गो॒त्र॒भिदं॑ +गो॒दा +गो॒दुहे॑ +गो॒धा +गो॒धूमै॒ +गो॒पा +गो॒पां +गो॒पाः +गो॒पामनि॑पद्यमान॒मा +गो॒पामृ॒तस्य॒ +गो॒पाम् +गो॒पौ +गो॒प्ता +गो॒भाज॒ +गो॒वित् +गो॒विदं॒ +गो॒षा +गो॒ष्ठादि॑वेरते +गो॒ष्ठानं॒ +गो॒ष्ठे +गो॒ऽएष॑णः +गो॒ऽदाः +गो॒ऽवित् +गो॒ऽसाः +गो꣡म꣢तः +गो꣡म꣢꣯तः +गौ +गौं +गौः +गौःऽ +गौओं +गौकक्षाः +गौकक्ष्य +गौकक्ष्या +गौङ्गवं +गौङ्गवम् +गौड +गौडं +गौडः +गौडकैशिकः +गौडकैशिकमध्यमः +गौडड्डत्ध् +गौडदेशः +गौडदेशे +गौडनारीणां +गौडपादः +गौडपादकारिका +गौडपादाचार्यैः +गौडपादीयकारिका +गौडपादीयकारिकाः +गौडपादीयकारिकायां +गौड़ +गौड़राज्ञाम् +गौड़ी +गौडा +गौडाः +गौडानि +गौडास्तु +गौडिकं +गौडी +गौडीय +गौडीया +गौडे +गौडेषु +गौडो +गौण +गौणं +गौणः +गौणकालः +गौणकाले +गौणतया +गौणता +गौणतेति +गौणत्वं +गौणत्वम् +गौणत्वस्य +गौणत्वात् +गौणत्वे +गौणत्वेन +गौणत्वेऽपि +गौणप्रयोगे +गौणमिति +गौणमुख्य +गौणमुख्यभावव्यवस्था +गौणमुख्यभेदेन +गौणमुख्ययोर्मुख्ये +गौणमेव +गौणम् +गौणरूपेण +गौणवृत्तिव्यपाश्रयम् +गौणवृत्त्या +गौणश्चेन्नात्मशब्दात् +गौणसंज्ञे +गौणसंन्यासिनां +गौणस्य +गौणा +गौणाः +गौणात्मना +गौणानि +गौणार्थता +गौणार्थस्य +गौणी +गौणीं +गौणीति +गौणे +गौणेति +गौणेन +गौणो +गौणोऽयं +गौणौ +गौण्यसंभवात् +गौण्या +गौण्यां +गौण्याः +गौण्यैव +गौत +गौतम +गौतमं +गौतमः +गौतमऋषिः +गौतमखिलेषु +गौतमधर्मसूत्रम् +गौतमधर्मसूत्रस्य +गौतमधर्मसूत्रे +गौतमप्रियाम् +गौतमबुद्ध +गौतमबुद्धः +गौतमबुद्धनगरमण्डलम् +गौतमबुद्धस्य +गौतममते +गौतममुनिः +गौतमम् +गौतमवचनात् +गौतमवत् +गौतमशापेन +गौतमश्च +गौतमश्चापि +गौतमश्चैव +गौतमसूत्रं +गौतमसूत्रम् +गौतमस्तत्र +गौतमस्तथा +गौतमस्तु +गौतमस्मरणात् +गौतमस्य +गौतमस्याश्रमं +गौतमस्वामिनः +गौतमा +गौतमाः +गौतमाग्निः +गौतमाग्निस्तस्य +गौतमाच्च +गौतमात् +गौतमादयः +गौतमाद्गौतमो +गौतमाद्या +गौतमाय +गौतमास्तेषां +गौतमि +गौतमी +गौतमीं +गौतमीतटे +गौतमीति +गौतमीतीरे +गौतमीपुत्रो +गौतमीमामन्त्रयति +गौतमीमाहात्म्य +गौतमीमाहात्म्ये +गौतमीम् +गौतमीय +गौतमीयं +गौतमीयतन्त्रे +गौतमीये +गौतमे +गौतमेति 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+गौरवान्मानाभावाच्च +गौरवान्वितं +गौरवान्वितः +गौरवापत्तेः +गौरवापत्त्या +गौरवाभावात् +गौरवामिति +गौरवाय +गौरवारुचिपीडितः +गौरवार्थं +गौरवितः +गौरवीतेन +गौरवे +गौरवेण +गौरवेणातिरिच्यते +गौरवेऽपि +गौरवो +गौरशिरा +गौरश्च +गौरश्व +गौरश्वः +गौरश्वो +गौरसक्थः +गौरसर्षप +गौरसर्षपः +गौरसर्षपकल्केन +गौरसर्षपसंस्थाना +गौरसर्षपाः +गौरसर्षपान् +गौरसर्षपे +गौरसर्षपैः +गौरस्तु +गौरस्य +गौरा +गौराः +गौराङ्ग +गौराङ्गं +गौराङ्गः +गौराङ्गि +गौराङ्गी +गौराङ्गो +गौरादि +गौरादिः +गौरादित्वात् +गौरादित्वान्ङीष् +गौरादिभ्यश्च +गौरादिषु +गौरान् +गौराय +गौरायसं +गौराश्च +गौरि +गौरिका +गौरिति +गौरित्यत्र +गौरित्यर्थः +गौरित्यर्थो +गौरित्यस्य +गौरित्यादौ +गौरित्युक्ते +गौरित्येव +गौरियं +गौरिला +गौरिव +गौरिवीतं +गौरिवीतम् +गौरिवीति +गौरिवीतिः +गौरि॑व +गौरी +गौरीं +गौरीः +गौरीगञ्ज +गौरीगुरुः +गौरीगुरोः +गौरीचतुष्टयम् +गौरीणां +गौरीति +गौरीतृतीया +गौरीदशकम् +गौरीनाथ +गौरीपतिः +गौरीपते +गौरीपतेः +गौरीपाषाण +गौरीपाषाणो +गौरीपुत्रं +गौरीपुत्रः +गौरीमम्बामम्बुरुहाक्षीमहमीडे +गौरीम् +गौरीर्मिमाय +गौरीलोके +गौरीव +गौरीवत् +गौरीवित +गौरीवितँ +गौरीवितं +गौरीवितमनुष्टुभि +गौरीवितमेकस्याम् +गौरीवितम् +गौरीवितस्य +गौरीवितस्वराः +गौरीविता +गौरीवितादुत्तरे +गौरीवितानि +गौरीवितिः +गौरीवितिर्वा +गौरीविते +गौरीवितेन +गौरीविनायकोपेतं +गौरीव्रतं +गौरीश +गौरीशं +गौरीशः +गौरीशङ्कर +गौरीशिखरं +गौरीहरौ +गौरुक्थ्य +गौरुक्थ्यो +गौरुच्यते +गौरुतल्पिकः +गौरुदस्थात् +गौरुवाच +गौरे +गौरेका +गौरेव +गौरेवं +गौरेषा +गौरैः +गौरो +गौरोऽरुणे +गौरोऽहं +गौरोऽहम +गौरोऽहम् +गौरौ +गौर् +गौर्गवि +गौर्गृहं +गौर्गौः +गौर्गौरिति +गौर्जरे +गौर्दक्षिणा +गौर्दत्ता +गौर्दुह्यते +गौर्देया +गौर्धयति +गौर्न +गौर्नादित्ये +गौर्नाम +गौर्भवति +गौर्भवेत् +गौर्भूत्वा +गौर्य +गौर्यं +गौर्यः +गौर्यथा +गौर्यम् +गौर्यस्य +गौर्या +गौर्यां +गौर्याः +गौर्यास्तु +गौर्युवाच +गौर्यै +गौर्यो +गौर्य्यः +गौर्य्या +गौर्य्याः +गौर्य्यै +गौर्वयो +गौर्वयो॑ +गौर्वा +गौर्वाक् +गौर्वाणी +गौर्वाहीक +गौर्वाहीकः +गौर्विश्वस्य +गौर्वै +गौर्हता +गौर्हि +गौर्हुताशनः +गौलक्षणिकः +गौलाध्यायै +गौल्मिक +गौल्यं +गौल्यत्वम् +गौल्या +गौशतिकः +गौश् +गौश्च +गौश्चरति +गौश्चायुश्च +गौश्चाऽऽयुश्च +गौश्चेति +गौषूक्तं +गौषूक्तम् +गौस् +गौस्तथा +गौस्तदा +गौस्तस्या +गौस्तादृशो +गौस्तु +गौस्तेन +गौस्त्वया +गौ॒रः +गौ॒री +गौ॒रो +गौ॒र्यं॑ +गौ᳘तमो +ग् +ग्é +ग्ग +ग्ड +ग्त +ग्त् +ग्ध +ग्धि +ग्धिः +ग्न +ग्नं +ग्नः +ग्नमेकादशकपालं +ग्नये +ग्नस्य +ग्ना +ग्नाः +ग्नाभिः +ग्नाभिः॑ +ग्नावः +ग्नावो +ग्नावो॒ +ग्नास् +ग्नास्त्वा +ग्नि +ग्निं +ग्निः +ग्निना +ग्निभ्यां +ग्निष्टोमसाम +ग्निहोत्रं +ग्निहो॒त्र +ग्नी +ग्नी॒ +ग्ने +ग्नेः +ग्नेन +ग्नेयं +ग्ने॒ +ग्ने॒यो +ग्नो +ग्नौ +ग्ब्म् +ग्म +ग्मं +ग्मः +ग्मन् +ग्मन्त +ग्मन्ता +ग्मन्ता॑ +ग्मश्च +ग्मश्च॑ +ग्मा +ग्मायु +ग्मिनिः +ग्मिन् +ग्मिषीय +ग्म॒न् +ग्य +ग्यं +ग्यः +ग्यम् +ग्यस्य +ग्या +ग्याः +ग्यात् +ग्यान +ग्यानपुरम् +ग्यानी +ग्यायलीलावतीकण्ठाभरण +ग्यारह +ग्यारहवाँ +ग्यारहवां +ग्यारहवें +ग्यारहें +ग्यालरी +ग्यास्पर्डड् +ग्येन +ग्र +ग्रं +ग्रंथ +ग्रंथं +ग्रंथः +ग्रंथस्य +ग्रंथार्थं +ग्रंथि +ग्रंथे +ग्रंथो +ग्रंथों +ग्रः +ग्रच +ग्रत +ग्रतः +ग्रति +ग्रतो +ग्रत्र +ग्रथ +ग्रथनं +ग्रथनम् +ग्रथनाच्च +ग्रथने +ग्रथयित्वा +ग्रथयेत् +ग्रथा +ग्रथि +ग्रथित +ग्रथितं +ग्रथितः +ग्रथितत्वं +ग्रथितम् +ग्रथितवान् +ग्रथितस्य +ग्रथिता +ग्रथितां +ग्रथिताः +ग्रथितानि +ग्रथिते +ग्रथितैः +ग्रथितो +ग्रथितोन्नतः +ग्रथितौ +ग्रथित्वा +ग्रथ्नाति +ग्रथ्नातु +ग्रथ्नात्विति +ग्रथ्नामि +ग्रथ्नीयात् +ग्रथ्यते +ग्रन +ग्रन् +ग्रन्थ +ग्रन्थं +ग्रन्थः +ग्रन्थकरणे +ग्रन्थकर्ता +ग्रन्थकर्तारः +ग्रन्थकर्तुः +ग्रन्थकर्त्रा +ग्रन्थका +ग्रन्थकार +ग्रन्थकारः +ग्रन्थकारस्य +ग्रन्थकारस्यैव +ग्रन्थकाराः +ग्रन्थकाराणां +ग्रन्थकारेण +ग्रन्थकारो +ग्रन्थकृत +ग्रन्थकृतः +ग्रन्थकृता +ग्रन्थकृतां +ग्रन्थकृतैव +ग्रन्थकृतो +ग्रन्थकृत् +ग्रन्थकृन्मते +ग्रन्थकोटिभिः +ग्रन्थगौरवभयात् +ग्रन्थगौरवभिया +ग्रन्थगौरवेण +ग्रन्थग्रन्थिरिह +ग्रन्थतः +ग्रन्थति +ग्रन्थते +ग्रन्थतो +ग्रन्थतोऽर्थतश्च +ग्रन्थदीपः +ग्रन्थद्वयं +ग्रन्थनं +ग्रन्थनम् +ग्रन्थनाम +ग्रन्थने +ग्रन्थन् +ग्रन्थपरिचयः +ग्रन्थपरिच्छेदः +ग्रन्थपरिच्छेदे +ग्रन्थपातः +ग्रन्थप्रस्तावना +ग्रन्थप्रामाण्याप्रामाण्यविषयः +ग्रन्थबाहुल्यभिया +ग्रन्थभेदे +ग्रन्थमभ्यस्य +ग्रन्थमाला +ग्रन्थमिमं +ग्रन्थमेकं +ग्रन्थमेनं +ग्रन्थम् +ग्रन्थय +ग्रन्थयः +ग्रन्थयति +ग्रन्थयश्च +ग्रन्थयो +ग्रन्थयोः +ग्रन्थयोऽपि +ग्रन्थरत्नं +ग्रन्थरूपेण +ग्रन्थलिपिः +ग्रन्थविशेषः +ग्रन्थविस्तरः +ग्रन्थविस्तरभयान्न +ग्रन्थविस्तराः +ग्रन्थविस्तरेण +ग्रन्थश्च +ग्रन्थश्चायं +ग्रन्थसंकेतविषयः +ग्रन्थसंख्या +ग्रन्थसंदर्भः +ग्रन्थसन्दर्भ +ग्रन्थसमाप्तिः +ग्रन्थसमाप्तौ +ग्रन्थस्तु +ग्रन्थस्थितिसूचिका +ग्रन्थस्य +ग्रन्थस्यापि +ग्रन्थस्यास्य +ग्रन्थस्योपरि +ग्रन्था +ग्रन्थाः +ग्रन्थागार +ग्रन्थाङ्क +ग्रन्थाङ्कः +ग्रन्थाञ्जलिः +ग्रन्थात् +ग्रन्थादौ +ग्रन्थानां +ग्रन्थानाम् +ग्रन्थानि +ग्रन्थान् +ग्रन्थान्तर +ग्रन्थान्तरं +ग्रन्थान्तरम् +ग्रन्थान्तरे +ग्रन्थान्तरेषु +ग्रन्थान्ताधिके +ग्रन्थान्ते +ग्रन्थाय +ग्रन्थारम्भ +ग्रन्थारम्भः +ग्रन्थारम्भे +ग्रन्थार्थं +ग्रन्थार्थः +ग्रन्थार्थो +ग्रन्थार्पणम् +ग्रन्थालय +ग्रन्थालयः +ग्रन्थालयस्य +ग्रन्थालयाः +ग्रन्थालये +ग्रन्थावली +ग्रन्थाश्च +ग्रन्थि +ग्रन्थिं +ग्रन्थिः +ग्रन्थिक +ग्रन्थिकं +ग्रन्थिकः +ग्रन्थिकस्य +ग्रन्थिका +ग्रन्थिको +ग्रन्थिञ्च +ग्रन्थितं +ग्रन्थितः +ग्रन्थिनः +ग्रन्थिना +ग्रन्थिनां +ग्रन्थिनी +ग्रन्थिनैकेन +ग्रन्थिपर्ण +ग्रन्थिपर्णं +ग्रन्थिपर्णम् +ग्रन्थिपर्णवृक्षे +ग्रन्थिपर्णे +ग्रन्थिभिः +ग्रन्थिभूतमवेदनम् +ग्रन्थिभ्यो +ग्रन्थिमती +ग्रन्थिमतीं +ग्रन्थिमुपगूहति +ग्रन्थिमूढता +ग्रन्थिम् +ग्रन्थिरसि +ग्रन्थिरहिते +ग्रन्थिरिति +ग्रन्थिरिव +ग्रन्थिरिष्यते +ग्रन्थिरूपेण +ग्रन्थिर् +ग्रन्थिर्गले +ग्रन्थिर्ना +ग्रन्थिर्यस्य +ग्रन्थिलं +ग्रन्थिलः +ग्रन्थिला +ग्रन्थिलो +ग्रन्थिवच्छोथं +ग्रन्थिश्च +ग्रन्थिषु +ग्रन्थिस्य +ग्रन्थी +ग्रन्थीकृत्य +ग्रन्थीनां +ग्रन्थीन् +ग्रन्थे +ग्रन्थेः +ग्रन्थेन +ग्रन्थेनेदमुच्यते +ग्रन्थेभ्यः +ग्रन्थेभ्यो +ग्रन्थेषु +ग्रन्थेऽत्र +ग्रन्थेऽस्मिन् +ग्रन्थैः +ग्रन्थो +ग्रन्थों +ग्रन्थोपसंहारः +ग्रन्थोऽत्र +ग्रन्थोऽपि +ग्रन्थोऽयं +ग्रन्थोऽयमपि +ग्रन्थोऽयम् +ग्रन्थोऽस्ति +ग्रन्थौ +ग्रन्थ्याभं +ग्रन्थ्य् +ग्रन्य +ग्रन्यः +ग्रन्ये +ग्रन्यो +ग्रन्‍था +ग्रभ +ग्रभीता +ग्रभीष्ट +ग्रम् +ग्रय॒णो +ग्रस +ग्रसंयोगेन +ग्रसत +ग्रसता +ग्रसति +ग्रसतीति +ग्रसते +ग्रसनं +ग्रसनः +ग्रसनम् +ग्रसनशीलं +ग्रसनशीलम् +ग्रसनस्य +ग्रसनी +ग्रसने +ग्रसनो +ग्रसन् +ग्रसन्तं +ग्रसन्तमिव +ग्रसन्ति +ग्रसन्ते +ग्रसन्निव +ग्रसमान +ग्रसमानः +ग्रसमानस्य +ग्रसमाना +ग्रसमानो +ग्रसामि +ग्रसित +ग्रसितं +ग्रसितः +ग्रसितम् +ग्रसितस्कभित +ग्रसिता +ग्रसिताः +ग्रसितुं +ग्रसित्वा +ग्रसिष्ठ +ग्रसिष्ठः +ग्रसिष्णु +ग्रसिष्यति +ग्रसु +ग्रसे +ग्रसेत् +ग्रसेयं +ग्रस् +ग्रस्त +ग्रस्तं +ग्रस्तः +ग्रस्तमनन्तरम् +ग्रस्तमिति +ग्रस्तम् +ग्रस्तस्य +ग्रस्ता +ग्रस्तां +ग्रस्ताः +ग्रस्तास्ते +ग्रस्तुं +ग्रस्ते +ग्रस्तो +ग्रस्तोदये +ग्रस्त्वा +ग्रस्य +ग्रस्यते +ग्रस्यमानं +ग्रह +ग्रहं +ग्रहः +ग्रहऄ +ग्रहकक्षा +ग्रहकक्षाया +ग्रहकक्षायां +ग्रहकक्ष्या +ग्रहकर्म +ग्रहकलाः +ग्रहका +ग्रहकाले +ग्रहके +ग्रहको +ग्रहगण +ग्रहगणा +ग्रहगणित +ग्रहगणितं +ग्रहगणितम् +ग्रहगणितस्य +ग्रहगणिताध्यायः +ग्रहगणिते +ग्रहगति +ग्रहगतिं +ग्रहगतिः +ग्रहगतिस्तन्त्राभिधानस्त्वसौ +ग्रहगतेः +ग्रहगुणस्वरूपाध्यायः +ग्रहगुहोश्च +ग्रहगृहीत +ग्रहगृहीताविष्टान्तः +ग्रहगोलीय +ग्रहगोले +ग्रहग्रस्त +ग्रहग्रहणं +ग्रहग्रहणे +ग्रहघ्नं +ग्रहच्छायाधिकारः +ग्रहच्छायाधिकारे +ग्रहजवः +ग्रहज्ञानं +ग्रहण +ग्रहणं +ग्रहणक +ग्रहणकशास्त्रस्य +ग्रहणकसूत्रे +ग्रहणकाल +ग्रहणकालः +ग्रहणकाले +ग्रहणजातशान्त्यध्यायः +ग्रहणञ्च +ग्रहणणिते +ग्रहणतः +ग्रहणत्यागौ +ग्रहणप्रसङ्गः +ग्रहणप्रसङ्गात् +ग्रहणफलं +ग्रहणमत्र +ग्रहणमध्यम् +ग्रहणमनूद्य +ग्रहणमन्त्रः +ग्रहणमन्त्राः +ग्रहणमपि +ग्रहणमर्हति +ग्रहणमस्ति +ग्रहणमात्रेण +ग्रहणमिच्छन्ति +ग्रहणमिति +ग्रहणमित्यर्थः +ग्रहणमित्याह +ग्रहणमिष्यते +ग्रहणमिह +ग्रहणमेव +ग्रहणमेष +ग्रहणम् +ग्रहणम्‌ +ग्रहणयोः +ग्रहणवता +ग्रहणवत् +ग्रहणवासना +ग्रहणविधानं +ग्रहणविधानम् +ग्रहणविषये +ग्रहणसंभवे +ग्रहणसमये +ग्रहणसम्भवात् +ग्रहणसादनौ +ग्रहणस्मरणे +ग्रहणस्य +ग्रहणस्यानुपपत्तिरित्यतः +ग्रहणस्वरूपास्मितान्वयार्थवत्त्वसंयमादिन्द्रियजयः +ग्रहणा +ग्रहणां +ग्रहणाकारपूर्वा +ग्रहणाग्रहणे +ग्रहणाच्च +ग्रहणात् +ग्रहणात्मकं +ग्रहणात्मकानां +ग्रहणात्‌ +ग्रहणादि +ग्रहणादिति +ग्रहणादिषु +ग्रहणादिह +ग्रहणादीनां +ग्रहणादीनि +ग्रहणादेव +ग्रहणादौ +ग्रहणाद् +ग्रहणाधिकारः +ग्रहणानां +ग्रहणानि +ग्रहणान् +ग्रहणान्तं +ग्रहणान्तिकमेव +ग्रहणान्न +ग्रहणान्नेह +ग्रहणाभावः +ग्रहणाभावात् +ग्रहणाभावे +ग्रहणाय +ग्रहणायोगात् +ग्रहणार्थ +ग्रहणार्थं +ग्रहणार्थम् +ग्रहणालम्बनोपरक्तं +ग्रहणाहरणे +ग्रहणी +ग्रहणीं +ग्रहणीकला +ग्रहणीकलायाः +ग्रहणीगदः +ग्रहणीगदम् +ग्रहणीगदे +ग्रहणीति +ग्रहणीत्यष्टौ +ग्रहणीदोषं +ग्रहणीदोषे +ग्रहणीमाश्रितं +ग्रहणीयं +ग्रहणीयः +ग्रहणीरोगं +ग्रहणीरोगनिदानम् +ग्रहणीरोगाधिकारः +ग्रहणीरोगान् +ग्रहणीरोगे +ग्रहणीविकाराः +ग्रहणीविकारो +ग्रहणे +ग्रहणेन +ग्रहणेषु +ग्रहणेऽपि +ग्रहणेऽस्य +ग्रहणोत्तराध्यायः +ग्रहणोत्पातभं +ग्रहणोपाय +ग्रहणौचित्यात् +ग्रहण्य +ग्रहण्यध्याये +ग्रहण्या +ग्रहण्यां +ग्रहण्याम् +ग्रहण्य् +ग्रहतां +ग्रहताराबलं +ग्रहतो +ग्रहत्वं +ग्रहत्वम् +ग्रहत्वेन +ग्रहदेवताः +ग्रहद्वय +ग्रहधूमं +ग्रहनं +ग्रहनक्षत्र +ग्रहनक्षत्रं +ग्रहनक्षत्रतारकाः +ग्रहनक्षत्रताराणां +ग्रहनक्षत्रताराश्च +ग्रहनक्षत्राणां +ग्रहनक्षत्रादीनां +ग्रहनक्षत्रादीनि +ग्रहनामस्वरूपगुणभेदाध्शाशः +ग्रहनाराशꣳसानां +ग्रहनिधिः +ग्रहपञ्चके +ग्रहपतिः +ग्रहपात्रेषु +ग्रहपीडा +ग्रहपीडां +ग्रहपीडाश्च +ग्रहपीडासु +ग्रहपूजां +ग्रहफलं +ग्रहबिम्बस्य +ग्रहभगणमहीनां +ग्रहभगणा +ग्रहभगणाः +ग्रहभगणानां +ग्रहभानां +ग्रहभावे +ग्रहभूतपिशाचाश्च +ग्रहभेदः +ग्रहभेदे +ग्रहभैः +ग्रहमखं +ग्रहमखप्रयोगः +ग्रहमण्डले +ग्रहमध्यमे +ग्रहमध्ये +ग्रहमध्वर्युः +ग्रहमयीव +ग्रहमादत्ते +ग्रहमिति +ग्रहम् +ग्रहयज्ञ +ग्रहयज्ञं +ग्रहयज्ञः +ग्रहयज्ञतत्त्वम् +ग्रहयज्ञशब्दे +ग्रहयज्ञे +ग्रहयागाः +ग्रहयुगानाम् +ग्रहयुत +ग्रहयुति +ग्रहयुतिः +ग्रहयुतिकाले +ग्रहयुते +ग्रहयुतौ +ग्रहयुत्यधिकार +ग्रहयुत्यधिकारः +ग्रहयुद्धं +ग्रहयुद्धम् +ग्रहयुद्धाद्यद्भुतावर्त्तः +ग्रहयुद्धे +ग्रहयो +ग्रहयोः +ग्रहयोग +ग्रहयोगभेदे +ग्रहयोगे +ग्रहयोनयः +ग्रहयोरन्तरं +ग्रहरणं +ग्रहराजो +ग्रहराज्यव्यवस्थायाः +ग्रहरूपेण +ग्रहर्क्षाणां +ग्रहलाघवम् +ग्रहलाघवे +ग्रहवत् +ग्रहवर्णानि +ग्रहवर्मा +ग्रहविकला +ग्रहविप्राय +ग्रहविशेषः +ग्रहविशेषस्य +ग्रहवृदृनिश्चिगमश्च +ग्रहशब्दे +ग्रहशब्देन +ग्रहशब्दो +ग्रहशान्तिं +ग्रहशान्तिप्रकरणम् +ग्रहशान्त्यध्यायः +ग्रहश्च +ग्रहसंग्रहः +ग्रहसंपातमवनयति +ग्रहसाधनम् +ग्रहसामान्यं +ग्रहसामान्यम् +ग्रहसे +ग्रहस् +ग्रहस्तत्र +ग्रहस्तथा +ग्रहस्तदा +ग्रहस्तद्रूपां +ग्रहस्तु +ग्रहस्तेन +ग्रहस्थान +ग्रहस्थानं +ग्रहस्थाने +ग्रहस्थितिः +ग्रहस्फुटदृष्टिकथनाध्ययाः +ग्रहस्य +ग्रहस्येति +ग्रहस्यैव +ग्रहहोमं +ग्रहा +ग्रहां +ग्रहांशाः +ग्रहांश्च +ग्रहांश्चैव +ग्रहांस्तथा +ग्रहांस्तानुवाच +ग्रहाः +ग्रहागमे +ग्रहाण +ग्रहाणा +ग्रहाणां +ग्रहाणाञ्च +ग्रहाणामपि +ग्रहाणामष्टधा +ग्रहाणामिव +ग्रहाणाम् +ग्रहाणि +ग्रहात् +ग्रहादयः +ग्रहादयो +ग्रहादि +ग्रहादिकं +ग्रहादिषु +ग्रहादीनां +ग्रहादीनि +ग्रहादेः +ग्रहादौ +ग्रहाद् +ग्रहाधिपतये +ग्रहाधीना +ग्रहानपि +ग्रहानयन +ग्रहानयनं +ग्रहानयनमाह +ग्रहानयनम् +ग्रहानयनाध्यायः +ग्रहानयने +ग्रहानुकूलतां +ग्रहानुपतिष्ठते +ग्रहान् +ग्रहान्गृह्णन्ति +ग्रहान्गृह्णाति +ग्रहान्तर +ग्रहान्तरं +ग्रहान्तरम् +ग्रहापहः +ग्रहापहम् +ग्रहाभिमुखं +ग्रहाभिमुखम् +ग्रहाभ्यां +ग्रहाभ्याम् +ग्रहाय +ग्रहार्थं +ग्रहावकाशैरुपस्थाय +ग्रहावस्थाध्यायः +ग्रहाविव +ग्रहाश्च +ग्रहाश्चापि +ग्रहाश्चैव +ग्रहास् +ग्रहास्त +ग्रहास्तत्र +ग्रहास्तथा +ग्रहास्तस्य +ग्रहास्तारा +ग्रहास्तारागणैः +ग्रहास्तु +ग्रहास्ते +ग्रहास्त्वामभिषिञ्चन्तु +ग्रहा॑ +ग्रहि +ग्रहिज्या +ग्रहिज्यादिना +ग्रहिज्यावयि +ग्रहिज्यावयिव्यधिवष्टिविचतिवृश्चतिपृच्छतिभृज्जतीनां +ग्रहिज्येति +ग्रहिलः +ग्रहिलेव +ग्रही +ग्रहीः +ग्रहीत +ग्रहीतरि +ग्रहीतव्य +ग्रहीतव्यं +ग्रहीतव्यः +ग्रहीतव्यमिति +ग्रहीतव्यम् +ग्रहीतव्या +ग्रहीतव्याः +ग्रहीतव्ये +ग्रहीतव्यो +ग्रहीतव्यौ +ग्रहीता +ग्रहीतारं +ग्रहीतारः +ग्रहीतु +ग्रहीतुं +ग्रहीतुः +ग्रहीतुकामं +ग्रहीतुकामा +ग्रहीतुकामो +ग्रहीतुमशक्यत्वात् +ग्रहीतुमहमुत्सहे +ग्रहीतुमिच्छति +ग्रहीतुमिच्छामि +ग्रहीतुमिति +ग्रहीतुम् +ग्रहीतृ +ग्रहीतृग्रहणग्राह्येषु +ग्रहीत्रा +ग्रहीत्वा +ग्रहीषीष्ट +ग्रहीष्यत +ग्रहीष्यति +ग्रहीष्यतीति +ग्रहीष्यते +ग्रहीष्यन्ति +ग्रहीष्यन्भवति +ग्रहीष्यसि +ग्रहीष्यामः +ग्रहीष्यामि +ग्रहीष्यामीति +ग्रहीष्यामो +ग्रहीष्ये +ग्रहे +ग्रहेः +ग्रहेण +ग्रहेणार्धं +ग्रहेणेव +ग्रहेति +ग्रहेत् +ग्रहेन्द्राणां +ग्रहेभ्य +ग्रहेभ्यः +ग्रहेभ्यश्च +ग्रहेभ्यो +ग्रहेर्धातोः +ग्रहेशं +ग्रहेषु +ग्रहेष्वेव +ग्रहेष्व् +ग्रहेऽपि +ग्रहै +ग्रहैः +ग्रहैरिव +ग्रहैर् +ग्रहैस्ततः +ग्रहो +ग्रहों +ग्रहोंकरके +ग्रहोंका +ग्रहोंकी +ग्रहोंके +ग्रहोदय +ग्रहोदयास्ताधिकारः +ग्रहोद्देशेन +ग्रहोपदेशाध्यायः +ग्रहोपरागे +ग्रहोपरि +ग्रहोपसृष्टा +ग्रहोऽंशश्च +ग्रहोऽंशो +ग्रहोऽपि +ग्रहोऽलिटि +ग्रहो॑ +ग्रहौ +ग्रह् +ग्रह्ण +ग्रह्णन्ति +ग्रह्य +ग्रह्यः +ग्रह्यादीनां +ग्रह॒त्वम् +ग्रहꣳ +ग्रा +ग्रां +ग्राणं +ग्राणः +ग्राणि +ग्राण्ड् +ग्रानैट् +ग्राफिक् +ग्राभं +ग्राम +ग्रामं +ग्रामं॒ +ग्रामः +ग्रामक +ग्रामकं +ग्रामकाम +ग्रामकामं +ग्रामकामः +ग्रामकामस्य +ग्रामकामाय +ग्रामकामो +ग्रामकुक्कुटम् +ग्रामके +ग्रामकौटाभ्यां +ग्रामक्षेत्रे +ग्रामगत +ग्रामगतः +ग्रामगमी +ग्रामगेय +ग्रामगेयः +ग्रामगेयस्य +ग्रामघाते +ग्रामचटक +ग्रामजन +ग्रामजनबन्धुभ्यस्तल् +ग्रामजनाः +ग्रामजनानां +ग्रामजितं +ग्रामजितो +ग्रामणि +ग्रामणिनि +ग्रामणिनो +ग्रामणिपुत्रः +ग्रामणी +ग्रामणीः +ग्रामणीपुत्रः +ग्रामणीरसि +ग्रामणीसर्पराक्षसैः +ग्रामण्यं +ग्रामण्यः +ग्रामण्यश्च +ग्रामण्या +ग्रामण्यां +ग्रामण्याम् +ग्रामण्ये +ग्रामण्यो +ग्रामण्यौ +ग्रामतः +ग्रामतक्षः +ग्रामता +ग्रामदाहे +ग्रामदेवताः +ग्रामदेशयोः +ग्रामद्वारे +ग्रामनगराणां +ग्रामनगराणाम् +ग्रामनगरेषु +ग्रामनाशो +ग्रामप्रदक्षिणं +ग्रामप्रदक्षिणम् 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+ग्रामाद् +ग्रामाद्यं +ग्रामाद्यखञौ +ग्रामाद्वा +ग्रामान् +ग्रामान्त +ग्रामान्तर +ग्रामान्तरं +ग्रामान्तरे +ग्रामान्तरेषु +ग्रामान्तरेऽपि +ग्रामान्तिकं +ग्रामान्तिका +ग्रामान्तिकानां +ग्रामान्तिकेहि +ग्रामान्ते +ग्रामान्निष्क्रम्य +ग्रामाभिमुखं +ग्रामाय +ग्रामार्थं +ग्रामाश्च +ग्रामिकः +ग्रामिणः +ग्रामी +ग्रामीण +ग्रामीणं +ग्रामीणः +ग्रामीणबेळगावीविधानसभाक्षेत्रम् +ग्रामीणस्य +ग्रामीणा +ग्रामीणाः +ग्रामीणानां +ग्रामीणैः +ग्रामे +ग्रामेग्रामे +ग्रामेण +ग्रामेभिः +ग्रामेभ्यः +ग्रामेयकः +ग्रामेरुकं +ग्रामेवासी +ग्रामेषु +ग्रामेष्वपि +ग्रामेऽनिवसन्तः +ग्रामेऽपि +ग्रामेऽरण्ये +ग्रामेऽस्मिन् +ग्रामे॑ +ग्रामे॒ +ग्रामैः +ग्रामो +ग्रामोऽस्ति +ग्रामौ +ग्राम् +ग्राम्य +ग्राम्यं +ग्राम्यः +ग्राम्यकक्षां +ग्राम्यक्षेत्रेषु +ग्राम्यजनो +ग्राम्यता +ग्राम्यत्वं +ग्राम्यधर्म +ग्राम्यधर्मं +ग्राम्यधर्मे +ग्राम्यधर्मेण +ग्राम्यधर्मेषु +ग्राम्यपशुसङ्घेष्वतरुणेषु +ग्राम्यम् +ग्राम्यशूकरे +ग्राम्यसुखे +ग्राम्यस्य +ग्राम्या +ग्राम्याः +ग्राम्याणां +ग्राम्याणामारण्यानां +ग्राम्याणाम् +ग्राम्याणि +ग्राम्यानुपवसामि +ग्राम्यानूपौदकं +ग्राम्यानूपौदकैः +ग्राम्यान् +ग्राम्यारण्या +ग्राम्यारण्याः +ग्राम्यारण्यानां +ग्राम्यारण्याश्च +ग्राम्यारण्याश्चतुर्दश +ग्राम्याश् +ग्राम्याश्च +ग्राम्याꣳश् +ग्राम्ये +ग्राम्येण +ग्राम्येभ्य +ग्राम्येभ्यः +ग्राम्येव +ग्राम्येषु +ग्राम्यैः +ग्राम्यो +ग्राम्यौदकानूपरसाः +ग्राम्य् +ग्राम॑म् +ग्राव +ग्रावं +ग्रावग्राभ +ग्रावग्राभः +ग्रावणि +ग्रावभि +ग्रावभिः +ग्रावभिरभिषुताः +ग्रावभिर् +ग्रावभ्य +ग्रावभ्यः +ग्रावभ्यो +ग्रावसु +ग्रावसूपावहरति +ग्रावस्तुत +ग्रावस्तुतं +ग्रावस्तुतः +ग्रावस्तुते +ग्रावस्तुतो +ग्रावस्तुत् +ग्रावस्तुद् +ग्रावस्तोत्र +ग्रावस्तोत्रे +ग्रावहस्तासः +ग्रावहस्तासो +ग्रावऽभिः +ग्रावा +ग्रावाण +ग्रावाणं +ग्रावाणः +ग्रावाणम् +ग्रावाणेव +ग्रावाणो +ग्रावाणौ +ग्रावासि +ग्रावा॑ +ग्रावा॑णः +ग्रावा॑णो +ग्रावा॑णो॒ +ग्रावा॑ण॒ +ग्रावा॒ +ग्रावेति +ग्रावेव +ग्रावोवायव्यँ +ग्राव्ण +ग्राव्णः +ग्राव्णा +ग्राव्णां +ग्राव्णाम् +ग्राव्णा॑ +ग्राव्णि +ग्राव्णो +ग्राव्णोऽनुमोदते +ग्राव॑भिः +ग्राव॑ऽभिः +ग्राश्च +ग्रास +ग्रासं +ग्रासः +ग्रासगुणे +ग्रासचतुष्टयम् +ग्रासप्रमाणं +ग्रासप्रमाणम् +ग्रासमात्रं +ग्रासमात्रा +ग्रासमात्रेण +ग्रासमान +ग्रासमानं +ग्रासमुद्रया +ग्रासमुद्रां +ग्रासमुष्टिं +ग्रासमेकं +ग्रासम् +ग्रासयति +ग्राससम्भवः +ग्रासस्य +ग्रासा +ग्रासाः +ग्रासाच्छादनं +ग्रासात् +ग्रासान् +ग्रासाय +ग्रासार्थं +ग्रासार्थिन् +ग्रासार्थी +ग्रासे +ग्रासेन +ग्रासो +ग्रासोनमानैक्यदलस्य +ग्रासोने +ग्राह +ग्राहं +ग्राहः +ग्राहक +ग्राहकं +ग्राहकः +ग्राहकतया +ग्राहकता +ग्राहकत्वं +ग्राहकत्वम् +ग्राहकत्वात् +ग्राहकत्वेन +ग्राहकम् +ग्राहकयन्त्रं +ग्राहकसेवा +ग्राहकस्य +ग्राहका +ग्राहकाः +ग्राहकाणां +ग्राहकाणि +ग्राहकात्मा +ग्राहकानाम् +ग्राहकार्धेन +ग्राहके +ग्राहकेण +ग्राहको +ग्राहकोऽपि +ग्राहग्रस्तं +ग्राहम् +ग्राहय +ग्राहयति +ग्राहयतीति +ग्राहयतीत्यर्थः +ग्राहयत् +ग्राहयन् +ग्राहयन्ति +ग्राहयामास +ग्राहयितव्या +ग्राहयितव्यो +ग्राहयितुं +ग्राहयित्वा +ग्राहयिष्यामि +ग्राहयेत् +ग्राहयेद् +ग्राहयेयुः +ग्राहा +ग्राहाः +ग्राहान् +ग्राहि +ग्राहिं +ग्राहिः +ग्राहिका +ग्राहिणः +ग्राहिणी +ग्राहिणो +ग्राहितः +ग्राहिता +ग्राहितो +ग्राहित्वम् +ग्राहिर्जग्राह +ग्राहिषीष्ट +ग्राहिष्यते +ग्राही +ग्राहृ +ग्राहे +ग्राहेण +ग्राहो +ग्राहौ +ग्राह्म +ग्राह्मम् +ग्राह्मा +ग्राह्य +ग्राह्यं +ग्राह्यः +ग्राह्यग्रहणोभयात्मिकां +ग्राह्यग्राहकभाव +ग्राह्यग्राहकयोः +ग्राह्यग्राहकसंबन्धे +ग्राह्यग्राहकसंवित्तिभेदवानिव +ग्राह्यञ्च +ग्राह्यता +ग्राह्यतां +ग्राह्यताम् +ग्राह्यते +ग्राह्यत्वं +ग्राह्यत्वम् +ग्राह्यत्वात् +ग्राह्यत्वे +ग्राह्यत्वेन +ग्राह्यभावात्मा +ग्राह्यमपि +ग्राह्यमिति +ग्राह्यमित्यर्थः +ग्राह्यमित्याह +ग्राह्यमेव +ग्राह्यम् +ग्राह्यम्‌ +ग्राह्यवचना +ग्राह्यशक्तिस्तम्भे +ग्राह्यसमापन्नं +ग्राह्यस्तु +ग्राह्यस्त्वनिवेदितः +ग्राह्यस्य +ग्राह्यस्वरूपाकारेण +ग्राह्या +ग्राह्यां +ग्राह्याः +ग्राह्याकारः +ग्राह्याकारपूर्वा +ग्राह्याकारस्य +ग्राह्याणां +ग्राह्याणि +ग्राह्याणीति +ग्राह्यात् +ग्राह्यात्मकानां +ग्राह्याभावे +ग्राह्याविति +ग्राह्यास्तु +ग्राह्ये +ग्राह्येण +ग्राह्येति +ग्राह्येत्यर्थः +ग्राह्येषु +ग्राह्यो +ग्राह्योपरक्तः +ग्राह्यौ +ग्रा॑वग्रा॒भ +ग्रा॒भं +ग्रा॒म्या +ग्रा॒म्याः +ग्रा॒म्याश्च॒ +ग्रा॒म्ये॑व +ग्रिगोर् +ग्री +ग्रीक +ग्रीको +ग्रीक् +ग्रीन +ग्रीन् +ग्रीप्मे +ग्रीव +ग्रीवं +ग्रीवः +ग्रीवतुङ्गं +ग्रीवदघ्नं +ग्रीवमानं +ग्रीवया +ग्रीवा +ग्रीवां +ग्रीवांसकक्षाकरपाददेशे +ग्रीवाः +ग्रीवान्तं +ग्रीवाभङ्गाभिरामं +ग्रीवाभ्यः +ग्रीवाभ्यस्त +ग्रीवाभ्योऽण् +ग्रीवाभ्योऽण्च +ग्रीवाया +ग्रीवायां +ग्रीवायाः +ग्रीवायामपि +ग्रीवायाम् +ग्रीवाश्च +ग्रीवासु +ग्रीवास्कन्धोरसां +ग्रीवास्तम्भो +ग्रीवास्य +ग्रीवास्व् +ग्रीवाऽस्य +ग्रीवे +ग्रीवो +ग्रीवोच्चं +ग्रीवोदयं +ग्रीष्म +ग्रीष्मं +ग्रीष्मः +ग्रीष्मऋतौ +ग्रीष्मकाल +ग्रीष्मकालः +ग्रीष्मकाले +ग्रीष्मकालेऽपि +ग्रीष्मके +ग्रीष्मक्रीडाकूटः +ग्रीष्ममृतूनां +ग्रीष्मम् +ग्रीष्मर्तुः +ग्रीष्मर्तौ +ग्रीष्मर्त्तौ +ग्रीष्मवर्णनम् +ग्रीष्मवसन्तयोः +ग्रीष्मवसन्तादन्यतरस्याम् +ग्रीष्मवसन्तौ +ग्रीष्मव्रज्या +ग्रीष्मश्च +ग्रीष्मसमये +ग्रीष्मस्ते +ग्रीष्मस्य +ग्रीष्माणां +ग्रीष्मात् +ग्रीष्मादौ +ग्रीष्मान्ते +ग्रीष्माय +ग्रीष्मावसाने +ग्रीष्मे +ग्रीष्मेण +ग्रीष्मेणेव +ग्रीष्मेषु +ग्रीष्मेऽपि +ग्रीष्मो +ग्रीस +ग्रीस् +ग्री॒वा +ग्री॒वाः +ग्री॒वाभ्य॑स्त +ग्री॒ष्म +ग्री॒ष्मो +ग्रुचु +ग्रुप +ग्रूप् +ग्रे +ग्रेगोरी +ग्रेगोरीयन +ग्रेट +ग्रेट् +ग्रेण +ग्रेन +ग्रेनदिनेश्च +ग्रेनाडा +ग्रैवं +ग्रैवम् +ग्रैवेयं +ग्रैवेयकं +ग्रैवेयम् +ग्रैव्या +ग्रैष्मं +ग्रैष्मः +ग्रैष्मकम् +ग्रैष्मम् +ग्रैष्मा +ग्रैष्माः +ग्रैष्मावृतू +ग्रैष्मिकं +ग्रैष्मी +ग्रैष्मौ +ग्रो +ग्र॒न्थिं +ग्ल +ग्लपनं +ग्लपयति +ग्लपयन्तमिन्दोः +ग्लपयन्त्यहर्निशम् +ग्लसु +ग्लह +ग्लहं +ग्लहः +ग्लहते +ग्लहे +ग्लहो +ग्ला +ग्लाइकोजनं +ग्लाइकोजनस्य +ग्लाजिस्थश्च +ग्लाता +ग्लान +ग्लानं +ग्लानः +ग्लानस्य +ग्लाना +ग्लानाद्यर्थे +ग्लानानामस्मि +ग्लानि +ग्लानिं +ग्लानिः +ग्लानिकरं +ग्लानिम् +ग्लानिर् +ग्लानिर्न +ग्लानिर्भवति +ग्लानिर्मेदःस्थे +ग्लानिर्हानिः +ग्लानिश्च +ग्लानीभूतः +ग्लानीयम् +ग्लानुदिभ्यां +ग्लाने +ग्लानेः +ग्लानेन +ग्लानो +ग्लानौ +ग्लान्यं +ग्लापयति +ग्लापयन्ति +ग्लाम्लाज्याहाभ्यो +ग्लायति +ग्लायते +ग्लायन्ति +ग्लायन्तोऽवरे +ग्लायात् +ग्लाव +ग्लावः +ग्लावम् +ग्लावो +ग्लावौ +ग्लास +ग्लास् +ग्लास्को +ग्लास्गो +ग्लास्नुः +ग्लिति +ग्लुचु +ग्लुचुकायनिः +ग्लुञ्चु +ग्लू +ग्लूकोज +ग्लूकोजरूपेण +ग्लूकोजस्य +ग्लूकोस् +ग्लेपते +ग्लेपनं +ग्लेपृ +ग्लेयम् +ग्लेयात् +ग्लेवृ +ग्लेसर +ग्लै +ग्लोबल +ग्लोब् +ग्लोसस् +ग्लौ +ग्लौं +ग्लौः +ग्लौचुकायनः +ग्लौचुकिः +ग्लौमिति +ग्लौसो +ग्व +ग्वं +ग्वा +ग्वाटेमाला +ग्वालियर +ग्वालियरमण्डलम् +ग्वालियरविभागे +ग्वालियर् +ग्वावा +ग्स्नु +ग्स्नुः +ग्स्नुप्रत्ययः +ग॑च्छ +ग॑च्छतम् +ग॑च्छताम् +ग॑च्छति +ग॑च्छत॒ +ग॑च्छस्व +ग॑च्छ॒ +ग॑त +ग॑तं +ग॑तं॒ +ग॑तमव॒स्युर्वा॑म॒हं +ग॑तम् +ग॑ता +ग॑त॒ +ग॑नीगन्ति॒ +ग॑न्त॒मुप॑ +ग॑न्ध॒र्वः +ग॑न्ध॒र्वा +ग॑न्ध॒र्वो +ग॑भी॒रं +ग॑भी॒रे +ग॑मत् +ग॑मन्तु॒ +ग॑मयति +ग॑मयति॒ +ग॑म्याः +ग॑व्य॒ता +ग॑हि +ग॑हि॒ +ग॒च्छ॒ +ग॒च्छ॒ता॒त् +ग॒च्छ॒ता॒म् +ग॒च्छ॒ति॒ +ग॒च्छ॒तु॒ +ग॒च्छ॒त॒म् +ग॒च्छ॒थः॒ +ग॒च्छ॒न्ति॒ +ग॒णं +ग॒णः +ग॒णम् +ग॒णे +ग॒णेन॑ +ग॒ताव॑सा॒ +ग॒त्वा +ग॒त्वी +ग॒त॒ +ग॒त॒म् +ग॒न्तु॒ +ग॒न्त॒न॒ +ग॒न्त॒म् +ग॒न्धः +ग॒न्धो +ग॒न्ध॒र्वः +ग॒न्ध॒र्वम् +ग॒न्ध॒र्वस्य॑ +ग॒न्ध॒र्वो +ग॒भी॒रम् +ग॒भी॒राः +ग॒भे +ग॒मे॒म॒ +ग॒म्या +ग॒म्याः॒ +ग॒म॒त् +ग॒म॒न् +ग॒म॒न्तु॒ +ग॒रुत्मा॑न् +ग॒व्यन्तः॑ +ग॒व्यन्त॒ +ग॒व्या +ग॒व्युः +ग॒हि॒ +ग᳘र्भं +ग꣢हि +ग꣣च्छ +ग꣣हि +घ +घं +घंटा +घंटां +घंटाकर्ण +घंटानादं +घंटिका +घंटी +घंटे +घंटेन +घंश्च +घः +घऄ +घई +घकार +घकारं +घकारः +घकारस्य +घकारे +घकारो +घकालतनेषु +घखञौ +घखौ +घग्गर +घघ +घङ् +घच +घच् +घच्छौ +घजि +घज् +घञ +घञं +घञः +घञन्त +घञन्तः +घञन्तस्य +घञन्ताः +घञन्तात् +घञन्ते +घञन्तो +घञपोश्च +घञर्थे +घञा +घञादयः +घञादीनां +घञि +घञीति +घञो +घञोऽन्त +घञोऽपवादः +घञ् +घञ्ञ् +घञ्ञ्प्रत्ययविधिसूत्रम् +घञ्प्रत्ययः +घञ्प्रत्ययान्निष्पन्नस्य +घञ्प्रत्ययेन +घञ्प्रत्ययो +घञ्यमनुष्ये +घञ्र्थे +घञ्‌ +घट +घटं +घटः +घटक +घटकं +घटकः +घटकतया +घटकत्वं +घटकत्वात् +घटकम् +घटकश्रुत्यर्थः +घटकस्य +घटका +घटकाः +घटकानां +घटकानि +घटकाले +घटके +घटको +घटखर्परं +घटज्ञानं +घटज्ञानमिति +घटज्ञानस्य +घटत +घटतः +घटता +घटताम् +घटति +घटती +घटते +घटतेऽपि +घटतेऽमुना +घटत्व +घटत्वं +घटत्वम् +घटत्ववत् +घटत्वविशिष्टे +घटत्वस्य +घटत्वा +घटत्वादि +घटत्वादिना +घटत्वादीनां +घटत्वादेः +घटत्वादौ +घटत्वावच्छिन्न +घटत्वावच्छिन्नं +घटत्वावच्छिन्ने +घटत्वे +घटत्वेन +घटदलरूपा +घटदीपं +घटद्वये +घटध्वंसे +घटध्वंसो +घटन +घटनं +घटनम् +घटनया +घटना +घटनां +घटनाः +घटनाःः +घटनाःःः +घटनाएँ +घटनाओं +घटनात् +घटनानां +घटनानाम् +घटनाम् +घटनाया +घटनायां +घटनायाः +घटनाशे +घटनासु +घटनीयम् +घटने +घटनेयं +घटन्त +घटन्ते +घटपट +घटपटयोः +घटपटयोरिव +घटपटशब्दाविव +घटपटादयः +घटपटादि +घटपटादिकं +घटपटादिषु +घटपटादीनां +घटपटादौ +घटपटाविति +घटपटौ +घटपदं +घटपदत्वेन +घटपदस्य +घटपदात् +घटपदे +घटपदेन +घटप्रभा +घटप्रासादप्रदीपकल्पं +घटबुद्धिरपि +घटभूतलयोः +घटमध्ये +घटमपां +घटमहं +घटमादाय +घटमानं +घटमानय +घटमानया +घटमानयेति +घटमानयेत्यत्र +घटमानयेत्यादौ +घटमानस्य +घटमाने +घटमानेन +घटमिति +घटम् +घटय +घटयति +घटयतीति +घटयतु +घटयते +घटयत्येनां +घटयन् +घटयन्ति +घटया +घटयितुं +घटयित्वा +घटयिष्यामि +घटयेत् +घटरूपं +घटव +घटवति +घटवत् +घटवत्यपि +घटवदिति +घटवदित्यत्र +घटवद् +घटवान् +घटशब्दः +घटशब्दस्य +घटशब्देन +घटशरावादि +घटशरावादीनां +घटश्च +घटश्चैव +घटसंयोगो +घटसंवृतमाकाशं +घटस्तथा +घटस्थ +घटस्थं +घटस्य +घटस्यापि +घटस्याभिनवस्य +घटस्येति +घटस्येव +घटस्यैव +घटस्व +घटा +घटां +घटांशे +घटाः +घटाकर +घटाकार +घटाकारेण +घटाकाश +घटाकाशं +घटाकाशः +घटाकाशमठाकाशौ +घटाकाशमहाकाशौ +घटाकाशमिव +घटाकाशस्य +घटाकाशादयो +घटाकाशे +घटाकाशो +घटाते +घटात् +घटात्पृथगिति +घटादय +घटादयः +घटादयो +घटादा +घटादावतिव्याप्तिवारणाय +घटादावपि +घटादाविति +घटादाविव +घटादावेव +घटादि +घटादिः +घटादिक +घटादिकं +घटादिकम् +घटादिकार्यं +घटादिकार्यस्य +घटादिज्ञानस्य +घटादिज्ञाने +घटादित्वात् +घटादिना +घटादिपदं +घटादिपदात् +घटादिपदानां +घटादिपदे +घटादिभिः +घटादिभ्यो +घटादिरिति +घटादिरूपेण +घटादिर् +घटादिर्न +घटादिव +घटादिवच्च +घटादिवत् +घटादिवदिति +घटादिवद् +घटादिविषयं +घटादिशब्दानां +घटादिषु +घटादिष्वपि +घटादी +घटादीति +घटादीनां +घटादीनामपि +घटादीनामिति +घटादीनाम् +घटादीनि +घटादीन् +घटादे +घटादेः +घटादेरपि +घटादेरिति +घटादेरिव +घटादो +घटादौ +घटाद् +घटाद्भिन्नः +घटाद्या +घटाद्य् +घटाना +घटानां +घटानुपलम्भे +घटाने +घटान् +घटान्तरं +घटान्तरे +घटाभा +घटाभाव +घटाभावं +घटाभावः +घटाभाववति +घटाभाववदिति +घटाभाववद् +घटाभाववद्भूतलमिति +घटाभावस्य +घटाभावादौ +घटाभावे +घटाभावेऽपि +घटाभावो +घटामहे +घटाय +घटायोन्मीलितं +घटार्थं +घटावभासको +घटावस्था +घटावे +घटि +घटिक +घटिकः +घटिकया +घटिका +घटिकां +घटिकाः +घटिकाचतुष्टयं +घटिकात्मकं +घटिकात्रयम् +घटिकादयः +घटिकादि +घटिकादिकं +घटिकादिकम् +घटिकाद्वयं +घटिकाद्वयम् +घटिकाद्वये +घटिकाद्वयेन +घटिकानां +घटिकान्ते +घटिकाभि +घटिकाभिः +घटिकाया +घटिकार्धं +घटिकाश्च +घटिकासु +घटिकास्ता +घटिकास्तु +घटिके +घटिकैका +घटिकैकापि +घटित +घटितं +घटितः +घटितमिति +घटितम् +घटिता +घटितां +घटिताः +घटितानां +घटितानि +घटिताभ्यां +घटितुं +घटिते +घटितो +घटिन्धमः +घटिष्यति +घटिष्यते +घटिष्यन्ते +घटी +घटीं +घटीकृत्य +घटीद्वयं +घटीद्वयम् +घटीनां +घटीभिः +घटीयन्त्र +घटीयन्त्रं +घटीयन्त्रम् +घटीयन्त्रवदविच्छेदेन +घटीयन्त्रस्य +घटीयन्त्राणि +घटीया +घटीलग्नं +घटीषष्ट्या +घटीषु +घटे +घटेत +घटेति +घटेते +घटेतेति +घटेन +घटेषु +घटेष्वेव +घटेऽपवर्जिते +घटेऽपि +घटैः +घटो +घटोत्कच +घटोत्कचं +घटोत्कचः +घटोत्कचम् +घटोत्कचवधपर्वणि +घटोत्कचस्य +घटोत्कचे +घटोत्कचेन +घटोत्कचो +घटोत्पत्तिः +घटोत्पत्तेः +घटोदर +घटोदरः +घटोदरो +घटोद्भव +घटोध्नी +घटोध्नीः +घटोपरि +घटोऽठच् +घटोऽपि +घटोऽयं +घटोऽयमिति +घटोऽयमित्यध्यवसा +घटोऽयम् +घटोऽस्ति +घटोऽस्तीति +घटौ +घट् +घट्ट +घट्टं +घट्टः +घट्टकुट्यां +घट्टगा +घट्टते +घट्टनं +घट्टनम् +घट्टना +घट्टप्रदेशे +घट्टयति +घट्टयन् +घट्टयेत् +घट्टा +घट्टितं +घट्टितः +घट्टिता +घट्टे +घट्टेषु +घट्य +घट्यः +घट्या +घट्यादि +घड़ा +घड़ी +घड़े +घड़ों +घडी +घडे +घडो +घढधष् +घण +घणं +घण्ट +घण्टयति +घण्टया +घण्टा +घण्टां +घण्टाः +घण्टाकर्ण +घण्टाकर्णं +घण्टाकर्णः +घण्टाकर्णमहावीरस्य +घण्टाकर्णो +घण्टाञ्च +घण्टाद्वयं +घण्टानां +घण्टानाद +घण्टानादं +घण्टानादः +घण्टानादेन +घण्टापथ +घण्टापथः +घण्टापथसमाख्यायां +घण्टापथात्पाटच्चर +घण्टापथे +घण्टापर्यन्तं +घण्टापाटलि +घण्टामालाकुलां +घण्टाय +घण्टाया +घण्टायां +घण्टायाः +घण्टायै +घण्टारवा +घण्टारवै +घण्टावघोषणं +घण्टाशब्दसमन्वितम् +घण्टिका +घण्टिकां +घण्टिकाम् +घण्टी +घण्टे +घण्टेति +घण्टेव +घण्टेश्वरं +घत +घतं +घतः +घति +घते +घत् +घत्ते +घत्व +घत्वं +घत्वम् +घत्वा +घत्वे +घथ +घथा +घद +घन +घनं +घनः +घनकालमुग्रं +घनक्षमम् +घनक्षेत्रं +घनक्षेत्रे +घनगर्जितम् +घनचापलम् +घनचितिघनः +घनच्छायं +घनञ्च +घनत +घनतरं +घनतरेण +घनता +घनतां +घनतिमिरे +घनतो +घनत्व +घनत्वं +घनत्वम् +घनत्वस्य +घनत्वे +घनदा +घनपटलं +घनपाठ 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+घरट्ट +घरणिः +घरणी +घरति +घरमें +घरम्मि +घरसे +घरा +घराणा +घरातल +घरातले +घराना +घरि +घरिणी +घरूप +घरूपकल्पचेलड्ब्रुवगोत्रमतहतेषु +घरे +घरो +घरों +घरोंमें +घर् +घर्घर +घर्घरं +घर्घरः +घर्घरस्वना +घर्घरस्वरः +घर्घरा +घर्घरी +घर्घरीं +घर्नी +घर्म +घर्मं +घर्मः +घर्मकाले +घर्मतनू +घर्मत्वम् +घर्मदा +घर्मदुघं +घर्मदुहो +घर्मदेवत्या +घर्मदेवत्ये +घर्मपावभ्यः +घर्मपेभ्यः +घर्मप्रायश्चित्तानि +घर्मभेदे +घर्ममभि +घर्ममभिमन्त्रयत +घर्ममिति +घर्ममीमहे +घर्मम् +घर्मरोचनम् +घर्मवते +घर्मशिरसा +घर्मश् +घर्मश्च +घर्मसद्भिः +घर्मस् +घर्मस्तदु +घर्मस्य +घर्मस्यैका +घर्मा +घर्मान्ते +घर्माम्भसां +घर्माय +घर्मास +घर्मासो +घर्मे +घर्मेण +घर्मेष्टकां +घर्मो +घर्मोऽसि +घर्मोऽसीति +घर्म्म +घर्म्मः +घर्म्मस्य +घर्म्मे +घर्म्मो +घर्म॒ +घर्मꣳ +घर्ष +घर्षं +घर्षकः +घर्षण +घर्षणं +घर्षणम् +घर्षणस्य +घर्षणात् +घर्षणी +घर्षणे +घर्षणेन +घर्षति +घर्षयति +घर्षयन् +घर्षयित्वा +घर्षयेत् +घर्षयेद्दन्तं +घर्षितम् +घर्षो +घल +घले +घव +घवते +घवेन +घश्च +घष +घस +घसः +घसति +घसत् +घसह्वर +घसह्वरणश +घसा +घसां +घसादेशः +घसि +घसिः +घसिका +घसिभसोर्हलि +घसेः +घसेत्यादिना +घस् +घस्ता +घस्तां +घस्मर +घस्मरं +घस्मरः +घस्मरा +घस्मरो +घस्य +घस्रं +घस्रा +घस्रे +घस्रो +घस्ल +घस्लादेशः +घस्लृ +घसॢ +घसॢ् +घा +घां +घाः +घाघरा +घाङ्कयोः +घाजन्त +घाट +घाटकोपर +घाटयति +घाटलोडिया +घाटा +घाटां +घाटालो +घाटी +घाटे +घाट् +घाण +घाणं +घात +घातं +घातः +घातक +घातकं +घातकः +घातकम् +घातकश्च +घातका +घातकाः +घातकानां +घातकान् +घातकी +घातके +घातको +घातनं +घातनम् +घातने +घातम् +घातय +घातयत +घातयति +घातयतीति +घातयन् +घातयन्ति +घातयन्तु +घातयसि +घातयस्व +घातयामास +घातयामि +घातयाम्यहम् +घातयिता +घातयितुं +घातयितुम् +घातयित्वा +घातयिष्यति +घातयिष्यन्ति +घातयिष्यामि +घातयिष्ये +घातये +घातयेत् +घातयेदविचारयन् +घातयेद् +घातयेद्यस्तु +घातयेद्राजा +घातयेयुः +घातस् +घातस्य +घाता +घाताः +घातात् +घाताय +घाति +घातित +घातितं +घातितः +घातिता +घातिताः +घातिते +घातितो +घातितौ +घातिनः +घातिनि +घातिनी +घाती +घातु +घातुः +घातुक +घातुकं +घातुकः +घातुका +घातुकाः +घातुके +घातुको +घातूनां +घाते +घातेन +घातेऽपि +घातो +घातोः +घातौ +घात् +घात्यः +घात्याः 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+घृ॒तम॑स्य॒ +घृ॒तयो॑निरेधि +घृ॒तव॑ती॒ +घृ॒तव॑न्तः +घृ॒तव॒त्पयो॒ +घृ॒तस्नू॑ +घृ॒तस्य॑ +घृ॒तस्य॒ +घृ॒तऽपृ॑ष्ठम् +घृ॒तऽव॑त् +घृ॒तऽव॑न्तम् +घृ॒ताची +घृ॒ताचीः॑ +घृ॒ताची॑ +घृ॒ताची॑म् +घृ॒ताची॑रन्त॒रा +घृ॒ताची॒ +घृ॒ताच्य॑सि +घृ॒ते +घृ॒तेन॑ +घृ॒तेन॒ +घृ॒तैः +घृ॒तैर्बो॑धय॒ताति॑थिम् +घृ॒त॒ऽश्चुतः॑ +घे +घेः +घेघेघे +घेघेघेघेघेघे +घेट +घेण +घेत +घेता +घेति +घेते +घेतो +घेत् +घेत्तूण +घेद +घेद् +घेद॑ग्ने +घेन +घेप्पन्ति +घेमित्था +घेर +घेरण्ड +घेरण्डः +घेरण्डचण्डसंवादे +घेरण्डसंहिता +घेरा +घेरिति +घेरे +घेर्ङिति +घेर्डिति +घेहि +घै +घो +घोः +घोट +घोटक +घोटकं +घोटकः +घोटकमुखः +घोटकस्य +घोटका +घोटकानां +घोटकी +घोटके +घोटको +घोटते +घोटा +घोटिका +घोड +घोडश +घोड़ा +घोड़े +घोड़ेपर +घोड़ों +घोडा +घोडे +घोडो +घोडों +घोणतीर्थं +घोणतीर्थस्य +घोणतीर्थे +घोणते +घोणस्नानपरित्यक्तं +घोणा +घोणायां +घोणी +घोणे +घोण्टा +घोता +घोर +घोरं +घोरः +घोरकर्मणः +घोरकर्मणि +घोरघोरतराय +घोरघोरतरेभ्यः +घोरघोरतरेभ्यश्च +घोरघोरम् +घोरघोषा +घोरघोषेण +घोरचक्षसे +घोरतमं +घोरतमा +घोरतर +घोरतरं +घोरतरः +घोरतरा +घोरतरे +घोरदंष्ट्रां +घोरदर्शनः +घोरदर्शनम् +घोरदर्शना +घोरदर्शनाः +घोरदर्शनान् +घोरदर्शने +घोरदारुणे +घोरनिदर्शनाः +घोरपुत्रः +घोरमद्यापि +घोरमन्तकं +घोरमायोधनं +घोरमास्थिताः +घोरमिदं +घोरमृच्छति +घोरम् +घोरया +घोररूप +घोररूपं +घोररूपः +घोररूपा +घोररूपां +घोररूपाः +घोररूपाणि +घोररूपान् +घोररूपिणी +घोररूपे +घोररूपेण +घोररूपो +घोरवर्पसः +घोरवाशिते +घोरवासिते +घोरविक्रमाः +घोरशब्दं +घोरश्च +घोरसंकाशं +घोरसंसारसागरे +घोरसङ्काशं +घोरस्तस्य +घोरस्त्वसाध्यो +घोरस्य +घोरा +घोरां +घोरांश्च +घोराः +घोराङ्गिरा +घोराणां +घोराणि +घोरात् +घोरात्कष्टादुद्धरास्मान्नमस्ते +घोरात्प्र +घोरात्मा +घोरान् +घोराभिः +घोराभिसंहितम् +घोराम् +घोराय +घोरायां +घोराश्च +घोराश्चण्डाश्चण्डपराक्रमाः +घोरासः +घोरासु +घोरास् +घोरास्तदा +घोरास्तनुवः +घोरास्तनुवस्ताभिरमुं +घोरास्ते +घोरी +घोरे +घोरेण +घोरेति +घोरेभ्यो +घोरेषु +घोरेऽस्मिन् +घोरै +घोरैः +घोरो +घोरोऽभिजायते +घोरौ +घोर्लोपो +घोल +घोलं +घोलम् +घोले +घोष +घोषं +घोषं॑ +घोषं॒ +घोषः +घोषःऽ +घोषः॑ +घोषकः +घोषणं +घोषणम् +घोषणया +घोषणा +घोषणां +घोषणाः +घोषणाम् +घोषणायाः +घोषणी +घोषणे +घोषति +घोषमक्रत +घोषमिश्रशब्देषु +घोषमुदीरयन्ति +घोषम् +घोषयः +घोषयति +घोषयन् +घोषयन्तः +घोषयन्ति +घोषयात्रा +घोषयात्रापर्वणि +घोषयात्रायां +घोषयामास +घोषयामि +घोषयित्वा +घोषयेत् +घोषवती +घोषवतीं +घोषवत् +घोषवदाद्यन्तरन्तस्थं +घोषवन्तः +घोषवन्तो +घोषवाक्यम् +घोषवान् +घोषवृद्धानुपस्थितान् +घोषश्च +घोषष्ष +घोषस्य +घोषा +घोषाः +घोषाः॑ +घोषातकी +घोषात् +घोषादिषु +घोषान् +घोषाय +घोषायै +घोषाल् +घोषा॑न् +घोषा॑य +घोषा॒ +घोषि +घोषिण +घोषिणी +घोषित +घोषितं +घोषितः +घोषितम् +घोषितवन्तः +घोषितवान् +घोषिता +घोषिताः +घोषिते +घोषिलस्य +घोषे +घोषेण +घोषेषु +घोषैः +घोषो +घोषोऽन्वसृज्यत +घोषो॑ +घोष् +घोष्यते +घोष॑ +घोष॑म् +घो॒रं +घो॒रव॑र्पसः +घो॒रा +घो॒राः +घो॒रेण॑ +घौ +घौरः +घौषेयः +घौषेयाः +घ् +घ्घ्यकम् +घ्न +घ्नं +घ्नंतं॑ +घ्नंति +घ्नः +घ्नत +घ्नतः +घ्नता +घ्नतां +घ्नताम् +घ्नती +घ्नते +घ्नतो +घ्नतोऽपि +घ्नत्वम् +घ्नद्वतीर् +घ्नद्वत् +घ्नन् +घ्नन्तं +घ्नन्तं॑ +घ्नन्तः +घ्नन्तः॑ +घ्नन्तम् +घ्नन्ति +घ्नन्ति॑ +घ्नन्ति॒ +घ्नन्तीति +घ्नन्तीव +घ्नन्तु +घ्नन्तो +घ्नन्तो॑ +घ्नन्तौ +घ्नन्त्य् +घ्नन्त॑म् +घ्नम् +घ्नस् +घ्ना +घ्नाः +घ्नानि +घ्नी +घ्ने +घ्नैः +घ्नैर् +घ्नो +घ्नौ +घ्नौषध +घ्न॑न्ति +घ्य +घ्यञ् +घ्यति +घ्यन्तं +घ्यसखि +घ्या +घ्र +घ्रं +घ्रंस +घ्रंसं +घ्रंसम् +घ्रंस्तताप +घ्रः +घ्रन्ति +घ्रसं +घ्रा +घ्राण +घ्राणं +घ्राणः +घ्राणग्राह्यो +घ्राणज्ञा +घ्राणञ्च +घ्राणतर्पण +घ्राणतर्पणः +घ्राणमिति +घ्राणमुखं +घ्राणमेव +घ्राणम् +घ्राणरन्ध्रे +घ्राणलक्षणम् +घ्राणस्तु +घ्राणस्य +घ्राणा +घ्राणाच्च +घ्राणात् +घ्राणादीनां +घ्राणादीनि +घ्राणाश्रिते +घ्राणे +घ्राणेति +घ्राणेन +घ्राणेनेति +घ्राणेनैव +घ्राणेन्द्रि +घ्राणेन्द्रियं +घ्राणेन्द्रियम् +घ्राणेन्द्रियस्य +घ्राणेन्द्रिये +घ्राणेऽपि +घ्राणो +घ्रातं +घ्रातः +घ्रातव्यं +घ्राता +घ्राताय +घ्राति +घ्रातिरघ्रेयमद्ययोः +घ्रातुं +घ्रातो +घ्रात्वा +घ्राधेट् +घ्राधेट्शाच्छासः +घ्राध्मोः +घ्रापयति +घ्रायते +घ्रिञा +घ्रु +घ्रुवं +घ्रुवम् +घ्रेयं +घ्रौ +घ्वदाप् +घ्वसोरेद्धावभ्यासलोपश्च +घ॑ +घ॑नाघ॒नः +घ॒ +घ॒ना +घ॒नाऽइ॑व +घ॒नेव॒ +घ॒नो +घ॒र्म +घ॒र्मं +घ॒र्मः +घ॒र्मम् +घ॒र्मश्च॑ +घ॒र्मा +घ॒र्मे +घ॒र्मो +घ꣣ +घ꣣र्मः꣢ +ङ +ङं +ङः +ङकार +ङकारं +ङकारः +ङकारस्य +ङकारेण +ङकारो +ङच +ङणना +ङप् +ङम +ङमुट् +ङमुण्नित्यम् +ङमो +ङम् +ङयापोः +ङयाप्प्रातिपदिकात् +ङयि +ङवते +ङस +ङसः +ङसि +ङसिङयोः +ङसिङसोः +ङसिङसोरति +ङसिङसोश्च +ङसिङ्योः +ङसेः +ङसो +ङसोसाम् +ङसोऽश् +ङस् +ङा +ङाप् +ङाष् +ङि +ङिच्च +ङित +ङितं +ङितः +ङितश्च +ङितां +ङिति +ङितीति +ङितो +ङित् +ङित्करणं +ङित्त्वं +ङित्त्वपक्षे +ङित्त्वम् +ङित्त्वस्य +ङित्त्वात् +ङित्त्वाद् +ङित्त्वाद्गुणाभावः +ङित्त्वाभावात् +ङित्त्वाभावाद्गुणः +ङित्त्वे +ङित्त्वेन +ङित्वं +ङित्वम् +ङित्वात् +ङित्सु +ङिद् +ङिद्वचनं +ङिद्वत् +ङिद्वद्भवति +ङिन्न +ङिप् +ङिश्योः +ङिसंबुद्ध्योः +ङिसम्बुद्ध्योः +ङिसर्वनामस्थानयोः +ङी +ङीता +ङीन् +ङीप +ङीपं +ङीपः +ङीपा +ङीपि +ङीपो +ङीपोऽपवादः +ङीप् +ङीप्प्रत्ययः +ङीप्प्रत्ययो +ङीप्रत्यये +ङीप्स्यात् +ङीप्‌ +ङीबन्तः +ङीबपि +ङीबर्थः +ङीबिति +ङीबेव +ङीब् +ङीब्निषेधः +ङीब्निषेधे +ङीब्भवति +ङीब्रेफौ +ङीब्रौ +ङीवन्तः +ङीष +ङीषं +ङीषः +ङीषन्तः +ङीषर्थः +ङीषि +ङीषिति +ङीषु +ङीषेव +ङीषो +ङीषोऽपवादः +ङीष् +ङीष्प्रत्ययः +ङीष्प्रत्ययो +ङीष्‌ +ङु +ङुङ् +ङू +ङे +ङेंतं +ङेंतो +ङेः +ङेन्तं +ङेप्रथमयोरम् +ङेयुतं +ङेरां +ङेराम् +ङेराम्नद्याम्नीभ्यः +ङेरुपसंख्यानम् +ङेर्यः +ङेर्लुक् +ङेऽन्तं +ङेऽन्ता +ङो +ङौ +ङ् +ङ्क +ङ्कः +ङ्कते +ङ्करः +ङ्करोति +ङ्का +ङ्कार +ङ्कारः +ङ्कितं +ङ्के +ङ्ग +ङ्गं +ङ्गः +ङ्गत्वं +ङ्गत्वेन +ङ्गना +ङ्गम् +ङ्गला +ङ्गस्य +ङ्गा +ङ्गात् +ङ्गानां +ङ्गानि +ङ्गिण्याम् +ङ्गी +ङ्गीकारात् +ङ्गीकारे +ङ्गुलं +ङ्गुलम् +ङ्गुलैः +ङ्गे +ङ्गेन +ङ्गेषु +ङ्टू +ङ्णोः +ङ्मौ +ङ्यः +ङ्यन्तस्य +ङ्यां +ङ्यापोः +ङ्यापोरिति +ङ्याप्प्रातिपदिकात् +ङ्याप्प्रातिपदिकात्‌ +ङ्याब्ग्रहणं +ङ्याश्छन्दसि +ङ्योऽनेकाचो +ङ्य् +ङ्वनिप् +ङ्वनिप्प्रत्ययः +च +चं +चंक +चंक्रमणं +चंक्रमणानि +चंक्रमति +चंक्रमन्ति +चंक्रमितव्यम् +चंक्रमितुम् +चंक्रमे +चंक्रम्यते +चंग +चंगक +चंचल +चंचलं +चंचलता +चंचलम् +चंचला +चंचळ +चंच्वा +चंड +चंडं +चंडः +चंडा +चंडाल +चंडालः +चंडालो +चंडि +चंडिका +चंडिकां +चंडिकाम् +चंडी +चंडीं +चंद +चंदं +चंदन +चंदनं +चंदनचर्चितम् +चंदनम् +चंदनस्य +चंदना +चंदनेन +चंदनैः +चंदमा +चंदा +चंदो +चंद्र +चंद्रं +चंद्रः +चंद्रकला +चंद्रदृष्टिफलम् +चंद्रबिंबं +चंद्रभा +चंद्रभागा +चंद्रभागां +चंद्रम +चंद्रमसं +चंद्रमसः +चंद्रमसो +चंद्रमा +चंद्रमाः +चंद्रमाका +चंद्रमाकी +चंद्रमाके +चंद्रमाको +चंद्रमामें +चंद्रमासे +चंद्रमुखी +चंद्रलोकं +चंद्रशर्मा +चंद्रशेखरः +चंद्रशेखरम् +चंद्रश्च +चंद्रसूर्यग्रहे +चंद्रसूर्ययोः +चंद्रसूर्योपरागे +चंद्रसूर्योपरागेषु +चंद्रसूर्यौ +चंद्रस्य +चंद्रा +चंद्रांतर्दशाफलम् +चंद्रादित्यौ +चंद्राय +चंद्रार्कं +चंद्रार्के +चंद्रार्कौ +चंद्रावली +चंद्रिका +चंद्रे +चंद्रेण +चंद्रो +चंद्रोदये +चंपक +चंपकं +चंपकैः +चंपलं +चंपा +चंपारण +चंफ +चंबई +चंभ +चंमा +चः +चआत्तगन्धा +चइति +चएक +चएको +चएव +चएषां +चक +चकं +चकंपिरे +चकंपे +चकः +चकई +चकति +चकते +चकनन्त +चकमानः +चकमानाय +चकमे +चकम् +चकम्प +चकम्पिरे +चकम्पे +चकर +चकरतुः +चकरे +चकर्त +चकर्ता +चकर्तिथ +चकर्त्त +चकर्थ +चकर्थ॒ +चकर्माणि +चकर्ष +चकर्षिथ +चकलकम् +चकवा +चकवे +चकस्य +चका +चकाङ्क्ष +चकाट +चकाण +चकाद्धि +चकाधि +चकान +चकानः +चकानाः +चकार +चकारं +चकारः +चकारजकारयोः +चकारद्वयेन +चकारम् +चकारस्य +चकारस्यानुक्तसमुच्चयार्थत्वात् +चकारा +चकाराः +चकाराच्छश्च +चकाराति +चकारात् +चकारात्तत्प्रतिपादकं +चकारात्र +चकाराथ +चकारादन्येऽपि +चकारादिति +चकाराद् +चकाराद्यच्च +चकाराद्यत्च +चकाराद्यथाप्राप्तं +चकारानुदिनं +चकारान्तः +चकारान्तप्रकरणम् +चकारापि +चकाराभ्यधिकं +चकाराभ्यां +चकाराराधनं +चकारार्थः +चकारावाहनं +चकाराशु +चकारासौ +चकारास्य +चकाराऽथ +चकाराऽपि +चकाराऽसौ +चकाराऽस्य +चकारे +चकारेण +चकारेणानुबन्धेन +चकारेति +चकारेत्यर्थः +चकारेमां +चकारेव +चकारेष्टिं +चकारैव +चकारैवं +चकारो +चकारोग्रं +चकारोऽनुक्त +चकारोऽनुक्तसमुच्चयार्थ +चकारोऽनुक्तसमुच्चयार्थः +चकारोऽनुक्तानां +चकारोऽप्यर्थे +चकारोऽवधारणार्थः +चकारोऽवधारणे +चकारौ +चकाशिरे +चकाशे +चकास +चकासतं +चकासति +चकासते +चकासत् +चकासांचकार +चकासाञ्चकार +चकासिरे +चकासृ +चकासे +चकास् +चकास्ति +चकास्तीति +चकास्तु +चकास्सि +चका॒नाः +चकि +चकिं +चकित +चकितं +चकितः +चकितचकिता +चकितमभिधत्ते +चकितम् +चकितहरिणीप्रेक्षणे +चकिता +चकितां +चकिताः +चकितेव +चकितैः +चकितो +चकी +चकु +चकुः +चकृम +चकृमा +चकृव +चकृवान् +चकृष +चकृषे +चकृ॒म +चकृ॒मा +चके +चकेन +चको +चकोर +चकोरः +चकोरखगे +चकोरजिह्वया +चकोरनयने +चकोरलोचने +चकोरस्य +चकोरा 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+चक्रवर्तिनः +चक्रवर्तिनम् +चक्रवर्तिना +चक्रवर्तिनां +चक्रवर्तिनाम् +चक्रवर्तिनी +चक्रवर्तिनो +चक्रवर्तिन् +चक्रवर्तिपदं +चक्रवर्तिराज्यं +चक्रवर्ती +चक्रवर्तीति +चक्रवर्त्ति +चक्रवर्त्तिनः +चक्रवर्त्तिनाम् +चक्रवर्त्तिनी +चक्रवर्त्तिराज्य +चक्रवर्त्तिराज्यं +चक्रवर्त्ती +चक्रवर्मणः +चक्रवर्मा +चक्रवा +चक्रवाक +चक्रवाकं +चक्रवाकः +चक्रवाकमिथुनं +चक्रवाकमेलजन्यः +चक्रवाकयोः +चक्रवाकश्च +चक्रवाकसमवृत्तिमात्मनः +चक्रवाकस्तनी +चक्रवाकस्य +चक्रवाका +चक्रवाकांश्च +चक्रवाकाः +चक्रवाकानां +चक्रवाकान् +चक्रवाकाविव +चक्रवाकी +चक्रवाकीं +चक्रवाकीमिवैकाम् +चक्रवाकीव +चक्रवाके +चक्रवाकेन +चक्रवाकेव +चक्रवाकैः +चक्रवाको +चक्रवाकोपशोभितम् +चक्रवाकोपशोभिते +चक्रवाकौ +चक्रवाक्या +चक्रवाक्यै +चक्रवातः +चक्रवातस्य +चक्रवातेन +चक्रवान् +चक्रवाल +चक्रवालं +चक्रवालम् +चक्रवृद्धिः +चक्रवृद्धिश्च +चक्रव्यूह +चक्रव्यूहं +चक्रव्यूहः +चक्रव्यूहस्य +चक्रशङ्खौ +चक्रशब्दस्य +चक्रशब्दे +चक्रस +चक्रसंस्थाना +चक्रस्थाने +चक्रस्य +चक्रस्यापि +चक्रस्याभिमुखे +चक्रस्वामिनी +चक्रहस्त +चक्रहस्तं +चक्रहस्ताय +चक्रहस्तो +चक्रा +चक्रां +चक्रांश +चक्रांशाङ्कं +चक्रांशैः +चक्राः +चक्राकार +चक्राकारं +चक्राकारा +चक्राकारे +चक्राकारेण +चक्राख्यं +चक्राङ्कं +चक्राङ्किता +चक्राङ्गं +चक्राङ्गः +चक्राङ्गा +चक्राङ्गी +चक्राण +चक्राणः +चक्राणा +चक्राणां +चक्राणासः +चक्राणि +चक्राण्यत्र +चक्राते +चक्रात् +चक्रात्प्रोह्य +चक्राथे +चक्रादि +चक्रादिकं +चक्रादीना +चक्रादीनां +चक्रादीनि +चक्रादीन् +चक्राद् +चक्राद्यैः +चक्रान् +चक्रान्ते +चक्राब्जं +चक्राब्जमण्डलं +चक्राब्जमण्डले +चक्राब्जे +चक्राभिघातप्रसभाज्ञयैव +चक्राभ्यां +चक्राम +चक्राय +चक्रायुध +चक्रायुधं +चक्रायुधः +चक्रायुधस्य +चक्रायुधेन +चक्रार्ध +चक्रार्धात् +चक्रार्धे +चक्राव् +चक्रासन्दक्रीडा +चक्रि +चक्रिं +चक्रिः +चक्रिः॑ +चक्रिका +चक्रिकां +चक्रिकाम् +चक्रिणं +चक्रिणः +चक्रिणम् +चक्रिणा +चक्रिणां +चक्रिणि +चक्रिणी +चक्रिणे +चक्रिणो +चक्रिन् +चक्रिम् +चक्रिया +चक्रियेव +चक्रिर +चक्रिरे +चक्रि॒रे +चक्री +चक्रीं +चक्रीकृतचारुचापं +चक्रीकृत्य +चक्रीति +चक्रीवता +चक्रीवती +चक्रीवन्ति +चक्रीवान् +चक्रु +चक्रुः +चक्रुरथ +चक्रुरादरात् +चक्रुरावरणानि +चक्रुरिति +चक्रुरित्यर्थः +चक्रुरीश्वराः +चक्रुरुत्सुकाः +चक्रुरुद्योगमुत्तमम् +चक्रुरेव +चक्रुर् +चक्रुर्देवा +चक्रुर्निवेदनं +चक्रुर्मुदान्विताः +चक्रुर्मे +चक्रुर्यथाविधि +चक्रुर्युद्धं +चक्रुर्वै +चक्रुर्हि +चक्रुश्च +चक्रुषे +चक्रुषो +चक्रुस् +चक्रुस्ततः +चक्रुस्ततो +चक्रुस्तत्र +चक्रुस्तदा +चक्रुस्तस्य +चक्रुस्ता +चक्रुस्तां +चक्रुस्ताः +चक्रुस्ते +चक्रू +चक्रे +चक्रेः +चक्रेण +चक्रेति +चक्रेबन्धः +चक्रेशी +चक्रेशीं +चक्रेश्वरं +चक्रेश्वरी +चक्रेश्वरो +चक्रेषु +चक्रेऽथ +चक्रेऽल्पितकल्पपादपः +चक्रेऽस्य +चक्रे॒ +चक्रै +चक्रैः +चक्रैश्च +चक्रो +चक्रों +चक्रौ +चक्र्योः +चक्र॑ये +चक्लृपे +चक्ष +चक्षः +चक्षण +चक्षणं +चक्षणः +चक्षणम् +चक्षणे +चक्षत +चक्षते +चक्षदानम् +चक्षदे +चक्षमे +चक्षय +चक्षषा +चक्षस +चक्षसा +चक्षसे +चक्षा +चक्षाणः +चक्षाणो +चक्षाते +चक्षाथाम् +चक्षाथे +चक्षाम +चक्षार +चक्षा॑णो +चक्षि +चक्षिङ +चक्षिङः +चक्षिङो +चक्षिङ् +चक्षिड +चक्षीत +चक्षु +चक्षुंषि +चक्षुः +चक्षुःश्रवसां +चक्षुःश्रवा +चक्षुःश्रवाः +चक्षुःश्रोत्रादि +चक्षुःश्रोत्रादीनि +चक्षुःश्रोत्रे +चक्षुःसंयुक्तस्य +चक्षुःसंस्पर्शजा +चक्षुः॑ +चक्षुः॒ +चक्षुपः +चक्षुपा +चक्षुपि +चक्षुपी +चक्षुपीडने +चक्षुभ्यां +चक्षुर +चक्षुरक्षिणी +चक्षुरन्यत्र +चक्षुरपि +चक्षुरप्रतिहतं +चक्षुरमृतं +चक्षुरसि +चक्षुरस्य +चक्षुरा +चक्षुराततम् +चक्षुरादय +चक्षुरादयः +चक्षुरादयो +चक्षुरादि +चक्षुरादिकं +चक्षुरादिकम् +चक्षुरादिकरणद्वारा +चक्षुरादिकरणानभिव्यक्तमिति +चक्षुरादित्यः +चक्षुरादिद्वारा +चक्षुरादिना +चक्षुरादिभिः +चक्षुरादिभ्यो +चक्षुरादिवत् +चक्षुरादिवत्तु +चक्षुरादिषु +चक्षुरादीनां +चक्षुरादीनामपि +चक्षुरादीनामिन्द्रियाणां +चक्षुरादीनामिव +चक्षुरादीनाम् +चक्षुरादीनि +चक्षुरादीनीन्द्रियाणि +चक्षुरादीन् +चक्षुरादीन्द्रियपरीक्षा +चक्षुरादीन्द्रियाणां +चक्षुरादीन्द्रियाणि +चक्षुरादेः +चक्षुरादेरपि +चक्षुरादौ +चक्षुराद्याः +चक्षुरिति +चक्षुरिन्द्रियं +चक्षुरिन्द्रियम् +चक्षुरिन्द्रियस्य +चक्षुरिन्द्रियेण +चक्षुरिव +चक्षुरुत +चक्षुरुत्तमम् +चक्षुरुत्पन्नं +चक्षुरुदपादि +चक्षुरुन्मिषति +चक्षुरुन्मीलने +चक्षुरुन्मीलितं +चक्षुरुन्मील्य +चक्षुरेव +चक्षुर् +चक्षुर्गच्छति +चक्षुर्गच्छतु +चक्षुर्गमयतात् +चक्षुर्ग्राह्यं +चक्षुर्जहाति +चक्षुर्जातमहो +चक्षुर्जिह्वा +चक्षुर्दद्यान्मनो +चक्षुर्दा +चक्षुर्दिक्षु +चक्षुर्देवानामुत +चक्षुर्द्वयं +चक्षुर्धरुणं +चक्षुर्न +चक्षुर्नाम +चक्षुर्नासा +चक्षुर्नास्ति +चक्षुर्निरुक्तं +चक्षुर्नो +चक्षुर्बलं +चक्षुर्भद्रा +चक्षुर्भूतो +चक्षुर्भ्यां +चक्षुर्भ्याम् +चक्षुर्मध्ये +चक्षुर्मन्त्रस्य +चक्षुर्मयं +चक्षुर्मा +चक्षुर्मानुषं +चक्षुर्मित्रस्य +चक्षुर्मुमुग्ध्यस्मान्निधयेव +चक्षुर्मे +चक्षुर्यज्ञपतये +चक्षुर्यज्ञाय +चक्षुर्यस्य +चक्षुर्येषां +चक्षुर्लोको +चक्षुर्वत् +चक्षुर्वा +चक्षुर्वाव +चक्षुर्विज्ञानं +चक्षुर्विज्ञानम् +चक्षुर्विज्ञानस्य +चक्षुर्विशोधयामि +चक्षुर्विषयं +चक्षुर्विषये +चक्षुर्वै +चक्षुर्हि +चक्षुर्हितत्वम् +चक्षुर्होच्चक्राम +चक्षुश् +चक्षुश्च +चक्षुश्चक्षुष +चक्षुश्चैव +चक्षुश्चैवान्तरे +चक्षुश्श्रोत्रं +चक्षुष +चक्षुषः +चक्षुषश्च +चक्षुषश्चक्षुः +चक्षुषश्चक्षुरुत +चक्षुषा +चक्षुषां +चक्षुषाध्वर्युणा +चक्षुषापि +चक्षुषाम् +चक्षुषावेक्षे +चक्षुषि +चक्षुषी +चक्षुषीति +चक्षुषे +चक्षुषेति +चक्षुषैव +चक्षुषो +चक्षुषोः +चक्षुषोर् +चक्षुषोर्यदि +चक्षुषोश्च +चक्षुषोऽपि +चक्षुष्टो +चक्षुष्पा +चक्षुष्पाः +चक्षुष्मतः +चक्षुष्मता +चक्षुष्मतां +चक्षुष्मती +चक्षुष्मते +चक्षुष्मत्ता +चक्षुष्मत्तां +चक्षुष्मन्तं +चक्षुष्मन्तः +चक्षुष्मांश्च +चक्षुष्मानपि +चक्षुष्मानिति +चक्षुष्मान् +चक्षुष्य +चक्षुष्यं +चक्षुष्यः +चक्षुष्यत्वम् +चक्षुष्यमग्र्यं +चक्षुष्यम् +चक्षुष्या +चक्षुष्यो +चक्षुस् +चक्षुस्त +चक्षुस्तथा +चक्षुस्तुभ्यं +चक्षुस्तृप्यति +चक्षुस्ते +चक्षुस्तेन +चक्षुस्तैजसं +चक्षुस्त्वं +चक्षुस्‌ +चक्षु॑ः +चक्षु॑र्नो +चक्षु॑र्मि॒त्रस्य॒ +चक्षु॑र्मे +चक्षु॑र्य॒ज्ञेन॑ +चक्षु॑षः +चक्षु॑षा +चक्षु॑षा॒ +चक्षु॑षे +चक्षु॑षे॒ +चक्षु॑ष्मते +चक्षु॒ः +चक्षु॒रात॑तम् +चक्षू +चक्षूँषि +चक्षूंषि +चक्षूरोगविशेषः +चक्षूरोगी +चक्षू॒ +चक्षे +चक्षेः +चक्षेप +चक्षेर्बहुलं +चक्षो +चक्षोः +चक्ष्महे +चक्ष्यते +चक्ष्व +चक्ष॑णम् +चक्ष॑सा +चक्ष॑सा॒ +चक्ष॑से +चक्ष॑से॒ +चक्ष॑स॒ +चख +चखाद +चखान +चख्नतुः +चख्नुः +चख्ये +चख्यौ +चख्षु॑षी॒ +चग +चङ +चङि +चङीति +चङोः +चङ् +चङ्क +चङ्क्रमणं +चङ्क्रमणः +चङ्क्रम्यते +चङ्गः +चङ्गताम् +चङ्गेझ +चङ्परे +चङ्परेऽनग्लोपे +चङ्यन्यतरस्याम् +चङ्युपधाया +चङ्युपधायाः +चङ्लङ् +चङ्‌परे +चच +चचक्ष +चचक्षे +चचरा +चचल +चचाई +चचाम +चचार +चचाल +चचे +चच्चत्पुटः +चच्चत्पुटादितालः +चच्चत्पुटे +चच्छद्यात् +चच्छन्दसि +चच्छर्द +चच्छाद +चछ +चज +चजो +चजोः +चज्ञानी +चञ्च +चञ्चति +चञ्चत्कः +चञ्चदिति +चञ्चद्भुज +चञ्चन्ति +चञ्चरीक +चञ्चरीकः +चञ्चल +चञ्चलं +चञ्चलः +चञ्चलतया +चञ्चलता +चञ्चलतां +चञ्चलताहीनं +चञ्चलत्वं +चञ्चलत्वात् +चञ्चलत्वात्स्थितिं +चञ्चलत्वान्न +चञ्चलत्वेन +चञ्चलमिति +चञ्चलम् +चञ्चलस्य +चञ्चला +चञ्चलां +चञ्चलाः +चञ्चलाक्षिका +चञ्चलाक्षी +चञ्चलानि +चञ्चलापाङ्गि +चञ्चलापि +चञ्चलाम् +चञ्चली +चञ्चले +चञ्चलेति +चञ्चलेन +चञ्चलैः +चञ्चलो +चञ्चलौ +चञ्चा +चञ्चु +चञ्चुः +चञ्चुना +चञ्चुपुटेन +चञ्चुरिव +चञ्चुरीति +चञ्चुस्त्रोटिरुभे +चञ्चू +चञ्चूः +चञ्चूर्यते +चञ्चूर्यमाणः +चञ्चूर्यमाणो +चञ्चेव +चञ्च्वा +चट +चटक +चटकं +चटकः +चटकका +चटकस्य +चटका +चटकाः +चटकानां +चटकान् +चटकाया +चटकायाः +चटकिका +चटके +चटको +चटकौ +चटगाँवी +चटगाँवीभाषा +चटगांव +चटचटायते +चटति +चटर्जी +चटाई +चटिका +चटितम् +चटी +चटु +चटुल +चटुलं +चटुलः +चटुला +चटे +चट् +चट्टले +चट्टानों +चट्टोपाध्याय +चट्टोपाध्यायः +चड +चडा +चडि +चड् +चड्परे +चड्युपधाया +चड्युपधायाः +चढ +चढकर +चढ़ +चढ़कर +चढ़ता +चढ़ा +चढ़ाकर +चढ़ाने +चढ़ि +चढ़ी +चढ़े +चढाकर +चढे +चण +चणः +चणक +चणकं +चणकः +चणकपिष्टम् +चणकम् +चणकस्य +चणका +चणकाः +चणकादीनां +चणकानां +चणकान् +चणकाम्लं +चणके +चणकेन +चणकैः +चणको +चणति +चणप् +चणयति +चणे +चण् +चण्ड +चण्डं +चण्डः +चण्डकापालिन्यै +चण्डकौशिकम् +चण्डकौशिके +चण्डगिरिक +चण्डगिरिकः +चण्डघण्टा +चण्डड्डत्ध् +चण्डते +चण्डद्युतिमण्डलातिथिः +चण्डनायिका +चण्डपत्नी +चण्डप्रचण्डकौ +चण्डप्रचण्डौ +चण्डप्रद्योतः +चण्डभानुः +चण्डमहासेनः +चण्डमहासेनो +चण्डमारुतः +चण्डमुण्डविनाशिनी +चण्डमुण्डौ +चण्डम् +चण्डरश्मेः +चण्डरूपा +चण्डरूपातिचण्डिका +चण्डवती +चण्डविक्रमः +चण्डविक्रमा +चण्डवेगः +चण्डश्च +चण्डसिंहः +चण्डस्य +चण्डा +चण्डां +चण्डांशौ +चण्डाः +चण्डाग्निना +चण्डातकं +चण्डादीनां +चण्डादीन् +चण्डानां +चण्डानि +चण्डाय +चण्डायै +चण्डाल +चण्डालं +चण्डालः +चण्डालगृहं +चण्डालतां +चण्डालत्वं +चण्डालदारिका +चण्डालमपि +चण्डालयोनिं +चण्डालवल्लकी +चण्डालश्च +चण्डालश्चाधमो +चण्डालश्वपचानान्तु +चण्डालस्य +चण्डाला +चण्डालाः +चण्डालात् +चण्डालादिः +चण्डालादौ +चण्डालानां +चण्डालान्त्यस्त्रियो +चण्डालि +चण्डालिका +चण्डाली +चण्डालीं +चण्डाले +चण्डालेन +चण्डालैः +चण्डालो +चण्डालोऽपि +चण्डाश्च +चण्डि +चण्डिका +चण्डिकां +चण्डिकागृहम् +चण्डिकापूजा +चण्डिकामरकण्टके +चण्डिकाम् +चण्डिकाया +चण्डिकायां +चण्डिकायाः +चण्डिकायै +चण्डिके +चण्डितं +चण्डिमा +चण्डी +चण्डीं +चण्डीकुचपञ्चाशिका +चण्डीगढ +चण्डीगढ़ +चण्डीटीकायां +चण्डीदासः +चण्डीपतेः +चण्डीश +चण्डीशं +चण्डीशतकम् +चण्डीशब्दे +चण्डीशस्य +चण्डीश्वरस्य +चण्डे +चण्डेन +चण्डेमने +चण्डेशं +चण्डेशः +चण्डेशस्य +चण्डेशाय +चण्डेश्वर +चण्डेश्वरं +चण्डेश्वरः +चण्डेश्वरस्य +चण्डेश्वराय +चण्डेश्वरी +चण्डो +चण्डोग्रा +चण्ड्या +चण्ड्याः +चत +चतं +चतः +चतति +चततिर्गतिकर्मा +चतते +चतत्र +चतथा +चतन्तम् +चतम् +चतरस्र +चतरा +चतर्थ +चतवन +चतसृ +चतसृणां +चतसृणामपि +चतसृणामिति +चतसृणामृचां +चतसृणाम् +चतसृभि +चतसृभिः +चतसृभिर् +चतसृभिर्वसो +चतसृभिश्च +चतसृभ्यः +चतसृभ्यो +चतसृषु +चतसृषूपस्तृणीते +चतसृष्वपि +चतसॄणां +चतसॄषु +चतस्त्र +चतस्त्रः +चतस्त्रो +चतस्य +चतस्र +चतस्रः +चतस्रश् +चतस्रश्च +चतस्रश्चतस्रः +चतस्रश्चाष्टौ +चतस्रस् +चतस्रस्तत्र +चतस्रस्तस्य +चतस्रस्ताः +चतस्रस्तु +चतस्रस्त्रिष्टुभः +चतस्रो +चतस्रोऽनुष्टुभः +चतस्रोऽपि +चतस्रोऽरिष्टनेमिने +चतस्रोऽष्टौ +चता +चति +चतु +चतुं +चतुः +चतुःपंचाशत्तमोऽध्यायः +चतुःपञ्च +चतुःपञ्चाशः +चतुःपञ्चाशत् +चतुःपञ्चाशत्तमोऽध्यायः +चतुःपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः +चतुःपञ्चाशी +चतुःपञ्चाशोऽध्यायः +चतुःपलं +चतुःपलम् +चतुःपीठसमाकीर्णं +चतुःप्रकारं +चतुःप्रकारा +चतुःशतं +चतुःशतम् +चतुःशता +चतुःशतानि +चतुःशती +चतुःशतो +चतुःशरावं +चतुःशरावमोदनं +चतुःशरावम् +चतुःशरावो +चतुःशाल +चतुःशालं +चतुःशाले +चतुःशिखण्डा +चतुःशृंगं +चतुःशृङ्गं +चतुःशृङ्गः +चतुःशृङ्गो +चतुःश्रुतिः +चतुःश्लोकी +चतुःषष्टि +चतुःषष्टिं +चतुःषष्टिः +चतुःषष्टिकलाः +चतुःषष्टिगुणं +चतुःषष्टितमः +चतुःषष्टितमांशेन +चतुःषष्टितमोऽध्यायः +चतुःषष्टिपदं +चतुःषष्टिपदे +चतुःषष्टिपदो +चतुःषष्टिपले +चतुःषष्टिरिति +चतुःषष्टिविधं +चतुःषष्टिशरावकः +चतुःषष्टिश्च +चतुःषष्टिसहस्राणि +चतुःषष्टिस्तथा +चतुःषष्टिस्तु +चतुःषष्टी +चतुःषष्ट्यंशकं +चतुःषष्ट्यंशकादिकम् +चतुःषष्ट्यंशतो +चतुःषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः +चतुःषष्ट्या +चतुःषष्ट्याढकानि +चतुःषष्ट्युपचारमानसपूजास्तोत्रम् +चतुःषष्ट्य् +चतुःषष्ठितमः +चतुःसंख्या +चतुःसप्ततिः +चतुःसप्ततितमः +चतुःसप्ततितमी +चतुःसप्ततितमोऽध्यायः +चतुःसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः +चतुःसप्तत्या +चतुःसप्तत्युत्तरशततमोऽध्यायः +चतुःसमं +चतुःसमम् +चतुःसमुद्रं +चतुःसौवर्णिको +चतुःस्थानं +चतुःस्थानार्चनं +चतुःस्थाने +चतुःस्रक्ति +चतुःस्रक्तिं +चतुःस्रक्तिः +चतुःस्रक्तिना +चतुःऽअक्षौ +चतुःऽपदे +चतुःऽपात् +चतुः॑ऽपत् +चतुः॑ऽपदे +चतुः॑ऽपात् +चतुई +चतुएँनुवाके +चतुण +चतुणां +चतुत्रिंशोऽध्यायः +चतुथ +चतुथं +चतुथा +चतुथीं +चतुथ्य +चतुथ्र्या +चतुद्रो +चतुध +चतुभि +चतुभिः +चतुभुजं +चतुभुजे +चतुर +चतुरं +चतुरंग +चतुरंगं +चतुरंगबलं +चतुरंगिणी +चतुरंगिणीम् +चतुरंगुलं +चतुरंगुलम् +चतुरंगुला +चतुरंगेण +चतुरंशं +चतुरंशकम् +चतुरंशकैः +चतुरंशेन +चतुरः +चतुरक +चतुरको +चतुरक्षं +चतुरक्षः +चतुरक्षर +चतुरक्षरं +चतुरक्षरः +चतुरक्षरजातौ +चतुरक्षरणिधनं +चतुरक्षरम् +चतुरक्षरा +चतुरक्षराणि +चतुरक्षरे +चतुरक्षरेण +चतुरक्षरो +चतुरक्षो +चतुरक्षौ +चतुरङ्क +चतुरङ्कं +चतुरङ्कः +चतुरङ्कस्य +चतुरङ्का +चतुरङ्के +चतुरङ्ग +चतुरङ्गं +चतुरङ्गक्रीडा +चतुरङ्गप्रतियोगिता +चतुरङ्गबलं +चतुरङ्गबलकायं +चतुरङ्गबलम् +चतुरङ्गबलान्वितः +चतुरङ्गबलोपेतः +चतुरङ्गम् +चतुरङ्गया +चतुरङ्गयोगेन +चतुरङ्गशब्दे +चतुरङ्गसमायुक्तं +चतुरङ्गस्य +चतुरङ्गा +चतुरङ्गां +चतुरङ्गिणा +चतुरङ्गिणी +चतुरङ्गिणीम् +चतुरङ्गुल +चतुरङ्गुलं +चतुरङ्गुलः +चतुरङ्गुलमात्रं +चतुरङ्गुलमानतः +चतुरङ्गुलमानेन +चतुरङ्गुलमायतम् +चतुरङ्गुलमुत्सेधं +चतुरङ्गुलमेव +चतुरङ्गुलम् +चतुरङ्गुलविस्तारं +चतुरङ्गुलविस्तारा +चतुरङ्गुलविस्तृतम् +चतुरङ्गुला +चतुरङ्गुलाः +चतुरङ्गुलानि +चतुरङ्गुले +चतुरङ्गुलेन +चतुरङ्गुलैः +चतुरङ्गुलौ +चतुरङ्गे +चतुरङ्गेण +चतुरङ्गेन +चतुरङ्गो +चतुरचतुर्भुजः +चतुरता +चतुरत्वं +चतुरथ +चतुरथं +चतुरधिक +चतुरधिकं +चतुरधिकद्विशततमोऽध्यायः +चतुरधिकशततमः +चतुरधिकशततमोऽध्यायः +चतुरधिका +चतुरधिके +चतुरनडुहो +चतुरनडुहोरामुदात्तः +चतुरनुष्टुबन्तम् +चतुरन्ता +चतुरन्तायां +चतुरमुद्धर +चतुरम् +चतुरया +चतुररत्निर्वा +चतुरर्थ्या +चतुरर्थ्यां +चतुरर्थ्याम् +चतुरर्य्यां +चतुरवचना +चतुरवत्तं +चतुरवत्तम् +चतुरवत्तस्याप्त्यै +चतुरवसाना +चतुरशीति +चतुरशीतिं +चतुरशीतिः +चतुरशीतिकोट्टराजसहस्राणि +चतुरशीतितमं +चतुरशीतितमः +चतुरशीतितमी +चतुरशीतितमोऽध्यायः +चतुरशीतिधर्मराजिकासहस्रं +चतुरशीतिमहातीर्थनामसङ्ग्रहकल्पे +चतुरशीतिलक्षाणि +चतुरशीतिलिंगमाहात्म्ये +चतुरशीतिलिङ्गमाहात्म्य +चतुरशीतिलिङ्गमाहात्म्ये +चतुरशीतिषु +चतुरशीतिसहस्राणि +चतुरशीत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +चतुरशीत्यधिकशततमोऽध्यायः +चतुरशीत्या +चतुरशीत्युत्तरशततमोऽध्यायः +चतुरश् +चतुरश्च +चतुरश्चतुरः +चतुरश्चतुरो +चतुरश्छयतावाद्यक्षरलोपश्च +चतुरश्र +चतुरश्रं +चतुरश्रः +चतुरश्रकम् +चतुरश्रकिलोमीटर् +चतुरश्रके +चतुरश्रमण्डले +चतुरश्रमधिष्ठानं +चतुरश्रम् +चतुरश्रशोभीति +चतुरश्रसमं +चतुरश्रसमन्वितम् +चतुरश्रस्य +चतुरश्रा +चतुरश्रां +चतुरश्राः +चतुरश्राणि +चतुरश्राभं +चतुरश्राभिः +चतुरश्रायतं +चतुरश्रायते +चतुरश्री +चतुरश्रीकृतं +चतुरश्रीकृते +चतुरश्रे +चतुरश्रो +चतुरश्रौ +चतुरश्वं +चतुरस् +चतुरस्तथा +चतुरस्त्रं +चतुरस्त्रीकृते +चतुरस्य +चतुरस्र +चतुरस्रं +चतुरस्रः +चतुरस्रकं +चतुरस्रकम् +चतुरस्रका +चतुरस्रकि +चतुरस्रकिलोमीटर् +चतुरस्रकिलोमीटर्मितः +चतुरस्रकिलोमीटर्मितम् +चतुरस्रकिलोमीटर्मिते +चतुरस्रके +चतुरस्रञ्च +चतुरस्रन्तु +चतुरस्रमुदङ्मुखम् +चतुरस्रम् +चतुरस्रस्य +चतुरस्रा +चतुरस्रां +चतुरस्राणि +चतुरस्रीकृतं +चतुरस्रीकृते +चतुरस्रे +चतुरस्रेण +चतुरस्रो +चतुरस्रौ +चतुरहं +चतुरहः +चतुरहे +चतुरा +चतुराः +चतुराई +चतुराढको +चतुरात्मनः +चतुरात्मा +चतुरात्मानं +चतुरानन +चतुराननः +चतुराननम् +चतुराननस्य +चतुरानने +चतुराननेन +चतुराम्नायदीपकम् +चतुरार्य +चतुरार्यसत्यसंप्रतिवेधिकी +चतुरार्यसत्यसंप्रतिवेधिकीं +चतुरार्यसत्यसम्प्रतिवेधिकी +चतुराश्रम +चतुराश्रमिणां +चतुरासन +चतुरास्यः +चतुरि +चतुरिका +चतुरिके +चतुरिति +चतुरुत्तर +चतुरुत्तरशततमः +चतुरुत्तराणि +चतुरुत्तरेण +चतुरुन्नयति +चतुरुपभृति +चतुरृचान् +चतुरृचेन +चतुरृद्धिपादचरणतलसुप्रतिष्ठितानां +चतुरे +चतुरेण +चतुरेव +चतुरैः +चतुरो +चतुरोघोत्तीर्णानां +चतुरोजा +चतुरोदात्तनायकम् +चतुरोमासान् +चतुरोऽपि +चतुरोऽवरान् +चतुरोऽसि +चतुरोऽस्तमिते +चतुरौ +चतुरौदुम्बरो +चतुर् +चतुर्ऋग्भिः +चतुर्ऋचं +चतुर्ऋचम् +चतुर्ऋचस्य +चतुर्ऋचे +चतुर्ऋचेऽन्त्याया +चतुर्गतिं +चतुर्गतिः +चतुर्गतिम् +चतुर्गवं +चतुर्गु +चतुर्गुञ्जामितं +चतुर्गुण +चतुर्गुणं +चतुर्गुणः +चतुर्गुणजले +चतुर्गुणमिति +चतुर्गुणम् +चतुर्गुणा +चतुर्गुणां +चतुर्गुणाः +चतुर्गुणितं +चतुर्गुणे +चतुर्गुणेन +चतुर्गुणैः +चतुर्गुणो +चतुर्गुहीतं +चतुर्गृहीत +चतुर्गृहीतं +चतुर्गृहीतमाज्यं +चतुर्गृहीतम् +चतुर्गृहीतानि +चतुर्गृहीतान्याज्यानि +चतुर्गृहीते +चतुर्गृहीतेन +चतुर्गृहीतेनाज्येन +चतुर्गृहीतेनाष्टगृहीतेन +चतुर्गृहीत्वा +चतुर्ग्रहणं +चतुर्ग्रहीतेनाऽऽज्येन +चतुर्चनामप्रथमकाण्डे +चतुर्जातं +चतुर्जातक +चतुर्जालं +चतुर्जुह्वां +चतुर्ज्ञानमयं +चतुर्ण +चतुर्णवतितमोऽध्यायः +चतुर्णा +चतुर्णां +चतुर्णाञ्च +चतुर्णामथ +चतुर्णामधिकारो +चतुर्णामपि +चतुर्णामार्यसत्यानां +चतुर्णामार्यसत्यानामभावस्ते +चतुर्णामाश्रमाणां +चतुर्णामिति +चतुर्णामिह +चतुर्णामृत्विजां +चतुर्णामेको +चतुर्णामेव +चतुर्णाम् +चतुर्णी +चतुर्णो +चतुर्ण्णां +चतुर्ण्णाम् +चतुर्थ +चतुर्थँ +चतुर्थं +चतुर्थः +चतुर्थःपादः +चतुर्थक +चतुर्थकं +चतुर्थकः +चतुर्थकक्षा +चतुर्थकम् 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+चत्वारिंश +चत्वारिंशं +चत्वारिंशः +चत्वारिंशच्च +चत्वारिंशच्छतद्वयम् +चत्वारिंशतं +चत्वारिंशतः +चत्वारिंशता +चत्वारिंशति +चत्वारिंशत् +चत्वारिंशत्तथा +चत्वारिंशत्तथाष्टौ +चत्वारिंशत्तथैव +चत्वारिंशत्तमं +चत्वारिंशत्तमः +चत्वारिंशत्तमोऽध्यायः +चत्वारिंशत्तु +चत्वारिंशत्प्रभृतौ +चत्वारिंशत्संस्कारा +चत्वारिंशत्संस्काराः +चत्वारिंशत्समा +चत्वारिंशत्सहस्राणि +चत्वारिंशत्सु +चत्वारिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +चत्वारिंशदधिकशततमोऽध्यायः +चत्वारिंशदध्यायपर्यन्तम् +चत्वारिंशदमी +चत्वारिंशद् +चत्वारिंशद्दनोः +चत्वारिंशद्दिनानि +चत्वारिंशद्वर्षसहस्रायुषि +चत्वारिंशन् +चत्वारिंशम् +चत्वारिंशी +चत्वारिंशे +चत्वारिंशोऽध्यायः +चत्वारिंश्यां +चत्वारिचत्वारि +चत्वारित्रिः +चत्वारिम्̇शते +चत्वारिशत् +चत्वारि॒ +चत्वारिꣳशते +चत्वारी +चत्वारीति +चत्वारीमानि +चत्वारे +चत्वारेि +चत्वारो +चत्वारोपि +चत्वारोऽङ्का +चत्वारोऽध्यायाः +चत्वारोऽन्ये +चत्वारोऽपि +चत्वारोऽभिप्लवाः +चत्वारोऽमी +चत्वारोऽर्थाः +चत्वारोऽवयवा +चत्वारोऽस्य +चत्वार्यः +चत्वार्यङ्गानि +चत्वार्यङ्गुलानि +चत्वार्यथ +चत्वार्यन्यानि +चत्वार्यपि +चत्वार्यहानि +चत्वार्यार्यसत्यानि +चत्वार्याह +चत्वार्याहुः +चत्वार्येतानि +चत्वार्येव +चत्वार्य् +चत्वार्य्यपि +चत्वार्य्याहुः +चत्‌ +चत॑स्रः +चत॑स्रो॒ +चत॑स्र॒ +चथ +चथा +चद +चदति +चदन्ति +चदा +चदि +चदिति +चदे +चद् +चद्र +चद्रमा +चन +चनं +चनः +चनः॑ +चनति +चनद्रग्रहणाधिकारः +चनम् +चनया +चनशब्दोऽप्यर्थे +चनसयन्ति +चनसितं +चनसितवतीम् +चनसेऽन्नाय +चनस्य +चनस्यतम् +चना +चनात् +चनान्तर्धाय +चनाममत् +चनाम् +चनार्तिर् +चनास्तम् +चनास्ति +चनाहं +चनि +चनियतं +चनिष्ठया +चनिष्ठा +चनि॑ष्ठा +चनु +चने +चनेति +चनेन +चनेह +चनैनोः +चनो +चनोपाव्याधो +चनोहितः +चनोहितो +चनोऽन्नं +चनो॑ +चनौ +चन् +चन्च +चन्त +चन्ति +चन्द +चन्दं +चन्दः +चन्दति +चन्दन +चन्दनं +चन्दनः +चन्दनक +चन्दनकं +चन्दनकः +चन्दनकानने +चन्दनगन्धः +चन्दनचर्चितम् +चन्दनञ्च +चन्दनतरुः +चन्दनदास +चन्दनदासः +चन्दनदासस्य +चन्दनद्रवम् +चन्दनद्रुमः +चन्दनद्रुमाः +चन्दनद्वयम् +चन्दनबिन्दुभिः +चन्दनभेदे +चन्दनमत्र +चन्दनमिति +चन्दनम् +चन्दनरसः +चन्दनरसादपि +चन्दनलता +चन्दनलतेव +चन्दनलेपेन +चन्दनवनं +चन्दनवारिणा +चन्दनविटपी +चन्दनवृक्ष +चन्दनवृक्षः +चन्दनवृक्षस्य +चन्दनवृक्षे +चन्दनशीतलः +चन्दनस्य +चन्दना +चन्दनाः +चन्दनागरु +चन्दनागरुकर्पूर +चन्दनागुरु +चन्दनागुरुकस्तूरी +चन्दनागुरुकस्तूरीकुंकुमेन +चन्दनागुरुणी +चन्दनादपि +चन्दनादि +चन्दनादिकम् +चन्दनादिक्वाथः +चन्दनादिना +चन्दनादिभिः +चन्दनादीनि +चन्दनादौ +चन्दनाद्यं +चन्दनाद्यनुलेपनम् +चन्दनाद्यैः +चन्दनाद्यैश्च +चन्दनाद्रेः +चन्दनानां +चन्दनानि +चन्दनानिल +चन्दनार्द्राणि +चन्दनासवः +चन्दनी +चन्दने +चन्दनेन +चन्दनेनाङ्कितां +चन्दनेनानुलेपयेत् +चन्दनेनापि +चन्दनेनेव +चन्दनेनैव +चन्दनै +चन्दनैः +चन्दनैश्च +चन्दनो +चन्दनोक्षितम् +चन्दनोक्षितसर्वांगं +चन्दनोक्षितसर्वाङ्गं +चन्दनोत्पलम् +चन्दनोशीर +चन्दनोशीरमञ्जिष्ठा +चन्दनोशीरमञ्जिष्ठापटोलं +चन्दबरदायी +चन्दयति +चन्दा +चन्दे +चन्देरादेश्च +चन्देरी +चन्देल +चन्देलमण्डलम् +चन्दो +चन्दौली +चन्दौलीमण्डलम् +चन्द् +चन्द्र +चन्द्रं +चन्द्रः +चन्द्रक +चन्द्रकं +चन्द्रकः +चन्द्रकक्षा +चन्द्रकक्षां +चन्द्रकक्षाप्रदेशे +चन्द्रकक्षामतीत्य +चन्द्रकक्षायां +चन्द्रकम् +चन्द्रकर्ण +चन्द्रकर्णः +चन्द्रकर्णी +चन्द्रकर्णेन +चन्द्रकला +चन्द्रकलां +चन्द्रकलावतंसम् +चन्द्रकस्य +चन्द्रका +चन्द्रकान्त +चन्द्रकान्तं +चन्द्रकान्तः +चन्द्रकान्तमणिं +चन्द्रकान्तमणिः +चन्द्रकान्तमणौ +चन्द्रकान्तम् +चन्द्रकान्ता +चन्द्रकान्ताननं +चन्द्रकान्ते +चन्द्रकान्तेन +चन्द्रकान्तो +चन्द्रकी +चन्द्रकूटस्य +चन्द्रके +चन्द्रकेतु +चन्द्रकेतुं +चन्द्रकेतुः +चन्द्रकेतुना +चन्द्रकेतो +चन्द्रकेतोः +चन्द्रकेन्द्र +चन्द्रको +चन्द्रकोटिसमप्रभम् +चन्द्रकोटिसमप्रभाम् +चन्द्रकोटिसुशीतलम् +चन्द्रक्षये +चन्द्रखण्ड +चन्द्रगति +चन्द्रगतिः +चन्द्रगत्या +चन्द्रगिरि +चन्द्रगिरिः +चन्द्रगुप्त +चन्द्रगुप्तं +चन्द्रगुप्तः +चन्द्रगुप्तमौर्यः +चन्द्रगुप्तमौर्यस्य +चन्द्रगुप्तम् +चन्द्रगुप्तविक्रमादित्यः +चन्द्रगुप्तस्य +चन्द्रगुप्ते +चन्द्रगुप्तेन +चन्द्रगुप्तो +चन्द्रगोमिना +चन्द्रगोमी +चन्द्रगोले +चन्द्रग्रह +चन्द्रग्रहण +चन्द्रग्रहणं +चन्द्रग्रहणध्यायः +चन्द्रग्रहणम् +चन्द्रग्रहणस्य +चन्द्रग्रहणाधिकार +चन्द्रग्रहणाधिकारः +चन्द्रग्रहणाध्यायः +चन्द्रग्रहणे +चन्द्रग्रहणेन +चन्द्रग्रहे +चन्द्रग्रहो +चन्द्रचक्राणि +चन्द्रचूड +चन्द्रचूडं +चन्द्रचूडः +चन्द्रचूडा +चन्द्रचूडाभरणः +चन्द्रचूडो +चन्द्रच्छाया +चन्द्रच्छायागणितम् +चन्द्रच्छायाधिकारः +चन्द्रछायागणितम् +चन्द्रजे +चन्द्रजो +चन्द्रण +चन्द्रतः +चन्द्रतारकं +चन्द्रतारकादि +चन्द्रतारानुकूले +चन्द्रताराबलान्विते +चन्द्रतुल्यं +चन्द्रतो +चन्द्रत्व +चन्द्रत्वं +चन्द्रत्वेन +चन्द्रदक्षिणा +चन्द्रदर्शन +चन्द्रदर्शनं +चन्द्रदर्शने +चन्द्रदशान्तरे +चन्द्रदिनानि +चन्द्रदिने +चन्द्रदिवाकराविव +चन्द्रदिवाकरौ +चन्द्रदेवं +चन्द्रदेवता +चन्द्रद्वीपं +चन्द्रधर +चन्द्रनिभानने +चन्द्रन् +चन्द्रपक्षे +चन्द्रपत्नी +चन्द्रपात +चन्द्रपातस्य +चन्द्रपाते +चन्द्रपातो +चन्द्रपातौ +चन्द्रपादाः +चन्द्रपादैः +चन्द्रपापं +चन्द्रपीड +चन्द्रपुर +चन्द्रपुरं +चन्द्रपुरमण्डलम् +चन्द्रपुरम् +चन्द्रपुष्पा +चन्द्रप्रकाश +चन्द्रप्रभ +चन्द्रप्रभं +चन्द्रप्रभः +चन्द्रप्रभस्य +चन्द्रप्रभा +चन्द्रप्रभां +चन्द्रप्रभु +चन्द्रप्रभुः +चन्द्रप्रभुणा +चन्द्रप्रभेण +चन्द्रप्रभेति +चन्द्रप्रभो +चन्द्रप्रभोः +चन्द्रफलमाह +चन्द्रफलम् +चन्द्रबलं +चन्द्रबाला +चन्द्रबिम्ब +चन्द्रबिम्बं +चन्द्रबिम्बम् +चन्द्रबिम्बस्य +चन्द्रबिम्बे +चन्द्रबीजं +चन्द्रभगण +चन्द्रभगणा +चन्द्रभगणाः +चन्द्रभा +चन्द्रभागा +चन्द्रभागां +चन्द्रभागातटे +चन्द्रभागानदीतीरे +चन्द्रभागामिरावतीम् +चन्द्रभागे +चन्द्रभान्वोः +चन्द्रभास्करौ +चन्द्रभिन्नत्वे +चन्द्रम +चन्द्रमः +चन्द्रमग्निं +चन्द्रमण्डल +चन्द्रमण्डलं +चन्द्रमण्डलमध्यगम् +चन्द्रमण्डलमध्यस्थं +चन्द्रमण्डलमध्यस्था +चन्द्रमण्डलम् +चन्द्रमण्डलशुभ्राणि +चन्द्रमण्डलस्य +चन्द्रमण्डलात् +चन्द्रमण्डले +चन्द्रमध्ये +चन्द्रमन्दोच्च +चन्द्रमस +चन्द्रमसं +चन्द्रमसः +चन्द्रमसमागच्छति +चन्द्रमसमादित्यं +चन्द्रमसमेव +चन्द्रमसम् +चन्द्रमसश्च +चन्द्रमसस् +चन्द्रमसा +चन्द्रमसि +चन्द्रमसे +चन्द्रमसैव +चन्द्रमसो +चन्द्रमसोः +चन्द्रमसौ +चन्द्रमस् +चन्द्रमस्यस्तमिते +चन्द्रमा +चन्द्रमाः +चन्द्रमाकी +चन्द्रमाके +चन्द्रमाश्च +चन्द्रमास् +चन्द्रमास्तिरते +चन्द्रमास्तु +चन्द्रमास्तृप्यति +चन्द्रमास्ते +चन्द्रमास्त्वं +चन्द्रमिति +चन्द्रमिव +चन्द्रमुखा +चन्द्रमुखि +चन्द्रमुखी +चन्द्रमुखीति +चन्द्रमेव +चन्द्रमौलि +चन्द्रमौलिं +चन्द्रमौलिः +चन्द्रमौले +चन्द्रमौलेः +चन्द्रमौलौ +चन्द्रमौळीश्वर +चन्द्रम् +चन्द्रयानम् +चन्द्रयोः +चन्द्रयोगाध्यायः +चन्द्रयोगे +चन्द्ररवी +चन्द्रराजः +चन्द्ररुचे +चन्द्ररूपं +चन्द्ररूपेण +चन्द्ररेखा +चन्द्ररेखां +चन्द्ररोचविमलाः +चन्द्रलम्बन +चन्द्रलेखा +चन्द्रलेखां +चन्द्रलेखामिव +चन्द्रलेखेव +चन्द्रलोक +चन्द्रलोकं +चन्द्रलोकस्य +चन्द्रलोका +चन्द्रलोके +चन्द्रलोकेषु +चन्द्रवंश +चन्द्रवंशः +चन्द्रवंशस्य +चन्द्रवंशीयराजविशेषः +चन्द्रवंशे +चन्द्रवंश्ये +चन्द्रवती +चन्द्रवतीं +चन्द्रवत् +चन्द्रवत्या +चन्द्रवदना +चन्द्रवदनां +चन्द्रवदने +चन्द्रवर्चसाम् +चन्द्रवर्त्म +चन्द्रवर्मा +चन्द्रवल्ली +चन्द्रवारे +चन्द्रवित्तेशयोश्चैव +चन्द्रविम्बे +चन्द्रवृद्धिकरः +चन्द्रवेधं +चन्द्रवैरिणी +चन्द्रव्रज्या +चन्द्रव्रतं +चन्द्रशङ्कु +चन्द्रशर +चन्द्रशरः +चन्द्रशाला +चन्द्रशालाः +चन्द्रशालिका +चन्द्रशृङ्गोन्नति +चन्द्रशृङ्गोन्नत्यधिकारः +चन्द्रशेखर +चन्द्रशेखरं +चन्द्रशेखरः +चन्द्रशेखरमूर्तिः +चन्द्रशेखरम् +चन्द्रशेखरशास्त्री +चन्द्रशेखरसिंह +चन्द्रशेखरस्य +चन्द्रशेखरा +चन्द्रशेखराष्टकम् +चन्द्रशेखरे +चन्द्रशेखरेण +चन्द्रशेखरेन्द्र +चन्द्रशेखरो +चन्द्रश् +चन्द्रश्च +चन्द्रसंकाशं +चन्द्रसदृशं +चन्द्रसमं +चन्द्रसमायुक्ते +चन्द्रसाम +चन्द्रसितौ +चन्द्रसुतः +चन्द्रसुते +चन्द्रसूयौं +चन्द्रसूर्यग्रहे +चन्द्रसूर्ययोः +चन्द्रसूर्या +चन्द्रसूर्यादयो +चन्द्रसूर्याभ्यां +चन्द्रसूर्याविव +चन्द्रसूर्याविवोदितौ +चन्द्रसूर्यो +चन्द्रसूर्योपरागे +चन्द्रसूर्योपरागेषु +चन्द्रसूर्यौ +चन्द्रसूर्य्यग्रहे +चन्द्रसूर्य्ययोः +चन्द्रसूर्य्योपरागे +चन्द्रसूर्य्यौ +चन्द्रसेनं +चन्द्रसेनः +चन्द्रसेनस्य +चन्द्रसेना +चन्द्रसेनो +चन्द्रस् +चन्द्रस्तं +चन्द्रस्तथा +चन्द्रस्तदा +चन्द्रस्तु +चन्द्रस्थान +चन्द्रस्थाने +चन्द्रस्य +चन्द्रस्यान्तर्गते +चन्द्रस्यापि +चन्द्रस्येव +चन्द्रस्यैति +चन्द्रस्यैव +चन्द्रस्योपरि +चन्द्रस्वरूपं +चन्द्रस्वामिनं +चन्द्रस्वामी +चन्द्रहास +चन्द्रहासं +चन्द्रहासः +चन्द्रहासकम् +चन्द्रहासस्य +चन्द्रहासा +चन्द्रहासी +चन्द्रहासे +चन्द्रहासेन +चन्द्रहास्ये +चन्द्रा +चन्द्रां +चन्द्रांगदो +चन्द्रांशे +चन्द्राः +चन्द्राकारं +चन्द्राको +चन्द्राग्रा +चन्द्राग्राः +चन्द्राच्च +चन्द्राणां +चन्द्राणि +चन्द्रातपं +चन्द्रातपः +चन्द्रातपे +चन्द्रात् +चन्द्रात्‌ +चन्द्रादपि +चन्द्रादयः +चन्द्रादयो +चन्द्रादि +चन्द्रादित्यबलं +चन्द्रादित्यस्य +चन्द्रादित्यौ +चन्द्रादिना +चन्द्रादिव +चन्द्रादिषु +चन्द्रादीनां +चन्द्रादीनामपि +चन्द्रादीनाम् +चन्द्रादेः +चन्द्रादौ +चन्द्राद् +चन्द्राद्भुतावर्त्तः +चन्द्राद्वा +चन्द्राध्यायः +चन्द्रानना +चन्द्रानने +चन्द्रान्तर्दशाफलाध्यायः +चन्द्रापीड +चन्द्रापीडं +चन्द्रापीडः +चन्द्रापीडस्तु +चन्द्रापीडस्य +चन्द्रापीडे +चन्द्रापीडेन +चन्द्रापीडो +चन्द्रापेक्षया +चन्द्राभं +चन्द्राय +चन्द्रायार्घ्यं +चन्द्रार्क +चन्द्रार्कं +चन्द्रार्कगत्यैव +चन्द्रार्कयोः +चन्द्रार्को +चन्द्रार्कौ +चन्द्रार्धकृतशेखरम् +चन्द्रालाके +चन्द्रालाकै +चन्द्रालोक +चन्द्रालोकः +चन्द्रालोकस्य +चन्द्रालोकालङ्कारे +चन्द्रालोके +चन्द्रालोकै +चन्द्रालोको +चन्द्रावती +चन्द्रावलि +चन्द्रावली +चन्द्रावलीं +चन्द्रावलीपतिः +चन्द्रावलोकः +चन्द्राविति +चन्द्राष्टकं +चन्द्रास्ता +चन्द्रास्या +चन्द्रि +चन्द्रिकया +चन्द्रिका +चन्द्रिकां +चन्द्रिकाः +चन्द्रिकाकारः +चन्द्रिकाकारस्तु +चन्द्रिकाकारेण +चन्द्रिकाख्यया +चन्द्रिकाम् +चन्द्रिकाया +चन्द्रिकायां +चन्द्रिकायाम् +चन्द्रिकायै +चन्द्रिकाव्याख्यासमेतम् +चन्द्रिके +चन्द्रिकेति +चन्द्रिकेव +चन्द्री +चन्द्रे +चन्द्रेण +चन्द्रेणेव +चन्द्रेणैव +चन्द्रेति +चन्द्रेशं +चन्द्रेऽपि +चन्द्रो +चन्द्रोच्च +चन्द्रोच्चस्य +चन्द्रोदकं +चन्द्रोदय +चन्द्रोदयं +चन्द्रोदयः +चन्द्रोदयवर्णनम् +चन्द्रोदयस्य +चन्द्रोदया +चन्द्रोदयात् +चन्द्रोदये +चन्द्रोदयेन +चन्द्रोदयो +चन्द्रोपि +चन्द्रोऽपि +चन्द्रोऽयं +चन्द्रोऽस्तमेति +चन्द्रौ +चन्न +चन्नगिरि +चन्नगिरिविधानसभाक्षेत्रम् +चन्नपट्टणविधानसभाक्षेत्रम् +चन्नप्प +चन्नप्पः +चन्नवीरकविना +चन्नेकल् +चन्नै +चप +चपं +चपन +चपयति +चपल +चपलं +चपलः +चपलतया +चपलता +चपलतां +चपलत्वनिवृत्तये +चपलम् +चपलया +चपलश्च +चपलस्य +चपला +चपलां +चपलाः +चपलागतं +चपलातिशयोक्तिः +चपलातिशयोक्तिस्तु +चपलानां +चपलानि +चपलापाङ्गि +चपलाया +चपलायाः +चपले +चपलेति +चपलेन +चपलो +चपलोऽयं +चपळ +चपि +चपेटः +चपेटया +चपेटा +चपेटां +चपेटिकां +चपेटी +चपेटे +चप्यं +चफञ् +चब +चभूतग्रामः +चम +चमं +चमः +चमक +चमकं +चमकता +चमकती +चमकते +चमकदार +चमकना +चमच्चकार +चमड़े +चमति +चमत्करोति +चमत्कार +चमत्कारं 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+चम्बल +चम्बलनदी +चम्बलविभागे +चम्बा +चम्बामण्डलम् +चम्मच +चम्य +चम्यते +चम्रिषः +चम्वां +चम्वामन्येऽपि +चम्वीव +चम्वो +चम्वोः +चम्वोरधिषवणफलकयोः +चम॒सं +चय +चयं +चयः +चयगियिङुशुछ्लृ +चयति +चयते +चयत् +चयन +चयनं +चयनम् +चयनस्य +चयनार्थं +चयनित +चयने +चयनेन +चयन् +चयन्ति +चयप्रकोपप्रशमाः +चयम् +चयसे +चयस्त्विषामित्यवधारितं +चयस्य +चया +चयाः +चयादीन् +चयापचय +चयापचयस्य +चये +चयेत् +चयेन +चयैः +चयो +चय् +चर +चरं +चरंतं +चरंति +चरंती +चरः +चरक +चरकः +चरकतात्पर्यटीकायां +चरकतात्पर्यटीकायामायुर्वेददीपिकायां +चरकप्रतिसंस्कृते +चरकप्रतिसंस्कृतेऽप्राप्ते +चरकर्म +चरकर्मणि +चरकशाखायां +चरकशाखायामश्वमेधनामनि +चरकशाखायामिठिमिकायां +चरकशाखायामोरिमिकायां +चरकश्च +चरकसंहिता +चरकसंहितायां +चरकस्तु +चरकस्य +चरकस्योक्तेन +चरका +चरकाः +चरकाणां +चरकाध्वर्यवः +चरकाध्वर्यूणां +चरकी +चरकीं +चरके +चरकेण +चरकेणात्मनो +चरकेणोक्तम् +चरको +चरक्यै +चरखण्ड +चरखण्डकानि +चरखण्डकालः +चरखण्डमेव +चरखण्डानि +चरखा +चरघटी +चरघटीसहिता +चरजीवया +चरज्यया +चरज्ययोना +चरज्या +चरज्यां +चरञ्श्रावस्तीमनुप्राप्तः +चरट् +चरट्जातीयरौ +चरडिति +चरण +चरणं +चरणः +चरणकमल +चरणकमलं +चरणकमलन्यासयोग्यं +चरणकमले +चरणकमलों +चरणकी +चरणजुषां +चरणजुषो +चरणतले +चरणत्रयं +चरणद्वन्द्वं +चरणद्वयं +चरणद्वयम् +चरणपङ्कजं +चरणपतितं +चरणमिति +चरणमूले +चरणमें +चरणम् +चरणयुगं +चरणयुगम् +चरणयुगलं +चरणयो +चरणयोः +चरणयोरिति +चरणयोर् +चरणयोस्तव +चरणरागलाञ्छितम् +चरणव्यूह +चरणव्यूहं +चरणव्यूहः +चरणव्यूहे +चरणशब्दः +चरणशब्देन +चरणशीलं +चरणशीले +चरणसरोजे +चरणसिंह +चरणसिंहः +चरणसेवा +चरणस्य +चरणा +चरणां +चरणांबुजम् +चरणांबुजे +चरणांभोजं +चरणाः +चरणाग्रे +चरणाङ्कितम् +चरणात् +चरणादिति +चरणाद् +चरणाद्धर्माम्नाययोः +चरणानतः +चरणानां +चरणानाम् +चरणानि +चरणान् +चरणान्तिके +चरणाब्जयोः +चरणाभ्यां +चरणामृतम् +चरणाम्बुजं +चरणाम्बुजम् +चरणाम्बुजे +चरणाम्भोजं +चरणाम्भोजे +चरणाय +चरणायतम् +चरणायामं +चरणायुध +चरणायुधः +चरणायुधम् +चरणायुधाः +चरणारविन्द +चरणारविन्दं +चरणारविन्दम् +चरणावुत +चरणावुभौ +चरणावेव +चरणी +चरणीयं +चरणे +चरणेति +चरणेन +चरणेभ्यो +चरणेषु +चरणैः +चरणैस्सह +चरणैौ +चरणो +चरणों +चरणोच्चं +चरणोत्सेधं +चरणोदकम् +चरणोदयमीरितम् +चरणोदयम् +चरणौ 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+चर्मारोहयति +चर्मावनद्धं +चर्मावृतेव +चर्मास्तीर्य +चर्मिणः +चर्मिणां +चर्मी +चर्मेति +चर्मेव +चर्मेवावाधुस्तमो +चर्मोदरयोः +चर्म्म +चर्म्मकषा +चर्म्मकारः +चर्म्मचटी +चर्म्मणा +चर्म्मणां +चर्म्मणि +चर्म्मण्वती +चर्म्मन् +चर्म्ममुण्डा +चर्म्माख्यं +चर्म्माणि +चर्म्मी +चर्म॑ +चर्म॑णः +चर्य +चर्यं +चर्यते +चर्यमाणं +चर्यमाणमर्था +चर्यम् +चर्यया +चर्या +चर्यां +चर्याः +चर्यापादः +चर्यापादस्य +चर्यापादे +चर्याया +चर्यायां +चर्य्यं +चर्य्यते +चर्य्या +चर्व +चर्वणं +चर्वणम् +चर्वणा +चर्वणात् +चर्वणे +चर्वति +चर्वयति +चर्वर्थान् +चर्वादौ +चर्वाहुत्या +चर्वितं +चर्विता +चर्वित्वा +चर्व्यं +चर्व्व +चर्व्वित्वा +चर्व्व्यं +चर्ष +चर्षणयः +चर्षणयो +चर्षणि +चर्षणिः +चर्षणिप्रा +चर्षणिप्राः +चर्षणिभ्य +चर्षणिभ्यः +चर्षणिऽप्राः +चर्षणिऽभ्यः +चर्षणि॒प्राः +चर्षणी +चर्षणीः +चर्षणीधृत +चर्षणीधृतं +चर्षणीधृतः +चर्षणीधृतम् +चर्षणीधृतो +चर्षणीनां +चर्षणीनामिति +चर्षणीनाम् +चर्षणीरभि +चर्षणीसहं +चर्षणीसहम् +चर्षणी॒नां +चर्षणी॒नाम् +चर्षणी॒सहं॒ +चर्षणी꣣ना꣢म् +चर्षणे +चर्षभम् +चर्षभश्च +चर्षयः +चर्षयश् +चर्षयो +चर्षिदेवतयोः +चर्षिभिः +चर्षीणां +चर्षौ +चर्ष॒णयो॒ +चर॑तः +चर॑ति +चर॑ति॒ +चर॑ते +चर॑तो +चर॑न् +चर॑न्तं +चर॑न्तं॒ +चर॑न्तम् +चर॑न्ति +चर॑न्तीः +चर॑न्ती॒ +चल +चलं +चलः +चलइ +चलकपालकुण्डला +चलकर +चलकेतुः +चलकेन्द्रं +चलचित्ततया +चलचित्तता +चलचित्र +चलचित्रं +चलचित्रमिदं +चलचित्रम् +चलचित्रस्य +चलचित्राणि +चलचित्रे +चलचित्रेषु +चलच्चित्र +चलच्चित्रं +चलच्चित्रक्षेत्रम् +चलच्चित्रक्षेत्रे +चलच्चित्रगायकाः +चलच्चित्रगीतानि +चलच्चित्रगृहेषु +चलच्चित्रनायकः +चलच्चित्रनिदेशकः +चलच्चित्रनिर्देशकाः +चलच्चित्रनिर्माता +चलच्चित्रप्रशस्तिः +चलच्चित्रम् +चलच्चित्रराष्ट्रियप्रशस्तिः +चलच्चित्रसङ्गीतनिर्देशकाः +चलच्चित्रसम्बद्धाः +चलच्चित्रस्य +चलच्चित्राणां +चलच्चित्राणि +चलच्चित्राभिनेता +चलच्चित्राभिनेतारः +चलच्चित्राभिनेत्र्यः +चलच्चित्रार्थं +चलच्चित्रे +चलच्चित्रेण +चलच्चित्रेषु +चलच्चित्रोद्योगस्य +चलञ्च +चलणं +चलणा +चलणे +चलणेण +चलत +चलतः +चलतया +चलता +चलतां +चलति +चलती +चलतीति +चलतीत्यर्थः +चलतीव +चलतीवेति +चलतु +चलते +चलतो +चलत् +चलत्येव +चलत्वं +चलत्वात् +चलत्सु +चलदस्ति +चलदासीत् 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+चान्यत्तु +चान्यत्प्राप्नोति +चान्यत्र +चान्यत्रापि +चान्यत्सर्वं +चान्यथा +चान्यथेति +चान्यदपि +चान्यदस्ति +चान्यदस्तीह +चान्यदा +चान्यदिति +चान्यदेव +चान्यद् +चान्यद्वै +चान्यन् +चान्यन्न +चान्यया +चान्यविधानतः +चान्यशास्त्रम् +चान्यश्च +चान्यस्मिन् +चान्यस्मै +चान्यस्य +चान्या +चान्यां +चान्यांश्च +चान्याः +चान्यादृङ् +चान्यानपि +चान्यानि +चान्यान् +चान्यान्यपि +चान्यायेन +चान्याय्यत्वात् +चान्यार्थदर्शनम् +चान्याश्च +चान्यासां +चान्यासु +चान्ये +चान्येति +चान्येन +चान्येनार्थी +चान्येभ्यो +चान्येषां +चान्येषामपि +चान्येषु +चान्येऽपि +चान्येऽप्यपकारिणः +चान्यै +चान्यैः +चान्यैरपि +चान्यैर् +चान्यैर्विजित्य +चान्यैश्च +चान्यो +चान्योन्य +चान्योन्यं +चान्योन्यभेदव्यावर्तकतया +चान्योन्यमाहवे +चान्योन्याश्रय +चान्योन्याश्रयः +चान्योस्ति +चान्योऽन्यं +चान्योऽपि +चान्योऽस्ति +चान्योऽस्मि +चान्यौ +चान्वभवत् +चान्वय +चान्वयः +चान्वयव्यतिरेकाभ्यां +चान्वयात् +चान्वये +चान्वयो +चान्ववैताम् +चान्वहं +चान्वहम् +चान्वाह +चान्वितः +चान्वितम् +चान्वितो +चान्वीक्षिकी +चान्वेति +चाप +चापं +चापः 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+चामुं +चामुंडं +चामुंडा +चामुक्तहस्तया +चामुण्डया +चामुण्डा +चामुण्डां +चामुण्डायै +चामुण्डिपर्वतः +चामुण्डी +चामुण्डीं +चामुण्डीपर्वतः +चामुण्डे +चामुण्डेति +चामुण्डेश्वरी +चामुण्डेश्वरीविधानसभाक्षेत्रम् +चामुण्डेश्वर्याः +चामुण्डो +चामुत्र +चामुना +चामुष्मात् +चामुष्मात्पराञ्चो +चामुष्मिम्̇श् +चामुष्मिꣳश् +चामुष्मै +चामुष्य +चामू +चामूर्तं +चामूर्तमेव +चामूलं +चामृतं +चामृतः +चामृतत्वं +चामृतत्वे +चामृतम् +चामृता +चामृतानां +चामृताय +चामृते +चामृतोपमम् +चामे +चामेध्यं +चामेध्यस्य +चामो +चाम् +चाम्नायते +चाम्पेय +चाम्पेयः +चाम्पेयो +चाम्ब +चाम्बरं +चाम्बरम् +चाम्बराणि +चाम्बरात् +चाम्बरादिकम् +चाम्बरे +चाम्बरैः +चाम्बा +चाम्बिका +चाम्बिके +चाम्बु +चाम्बुजं +चाम्बुना +चाम्बुसंशोषं +चाम्भः +चाम्भसः +चाम्भसा +चाम्भसि +चाम्भो +चाम्य +चाम्लं +चाम्लमेव +चाम्लवेतसम् +चाम्लानि +चाम्लेन +चाय +चायं +चायः +चायकः +चायचूर्णं +चायचूर्णम् +चायचूर्णस्य +चायतं +चायतनं +चायतनादिभ्यः +चायतनानि +चायतने +चायतम् +चायति +चायते +चायतेरन्ने +चायत्यां +चायनं +चायनद्वये +चायनीय +चायनीयं +चायनीयः +चायनीयम् +चायनीया +चायनीयाः +चायनीयानि +चायने +चायपत्राणां +चायपत्राणि +चायमत्यन्तमूढेषु +चायमपरो +चायमपि +चायमप्यस्ति +चायमभिनिवेशः +चायमर्थ +चायमर्थः +चायमर्थो +चायमसिद्धो +चायमस्ति +चायमानः +चायमाशयः +चायमिति +चायमिमं +चायमिष्यते +चायमेव +चायमेवार्थ +चायमों +चायम् +चाययति +चाययुः +चाययौ +चायवः +चायसं +चायसस्यम् +चायसस्यस्य +चायस्य +चाया +चायातं +चायाता +चायाति +चायाते +चायातो +चायात् +चायान्ति +चायाम +चायामं +चायामः +चायामे +चायास्यं +चायास्ये +चायाहि +चायि +चायु +चायुः +चायुक्त +चायुक्तं +चायुक्तः +चायुक्तम् +चायुक्तस्य +चायुक्ता +चायुक्तो +चायुतं +चायुधं +चायुधानां +चायुधिने +चायुधी +चायुश् +चायुषः +चायुषि +चायुषे +चायुषेऽवपत् +चायुषो +चायुष्मन्तं +चायुष्मान् +चायुष्यं +चायृ +चाये +चायो +चाय् +चार +चारं +चारः +चारकं +चारकः +चारकाः +चारके +चारकैः +चारचक्षुर्महीपतिः +चारचक्षुषा +चारटी +चारण +चारणं +चारणः +चारणदारेषु +चारणमार्गः +चारणम् +चारणस्य +चारणा +चारणाः +चारणानां +चारणान् +चारणाय +चारणाश्च +चारणी +चारणीं +चारणे +चारणैः +चारणो +चारण्यं +चारण्यके +चारण्यमाश्रिते +चारण्यसंज्ञिता +चारण्या +चारण्याः +चारण्ये +चारनालेन +चारब्धे +चारभटी +चारभते +चारभेत् +चारभ्य +चारमीनार् +चारमुखेन +चारय +चारयः +चारयतः +चारयति +चारयतो +चारयन् +चारयन्ति +चारयन्तौ +चारया +चारयामास +चारयितव्या +चारयितुं +चारयितुमारब्धः +चारयितुम् +चारयित्वा +चारयिष्यति +चारयेत् +चारयेयुः +चारल्स् +चारवः +चारवारणाय +चारवे +चारवो +चारश्च +चारस्य +चारा +चाराः +चाराणां +चारात् +चारादिति +चाराधनं +चाराधितः +चाराधिता +चाराधितो +चाराध्य +चारान् +चारायण +चारायणः +चारार्त्रिकं +चारास्तु +चारि +चारिका +चारिकां +चारिणं +चारिणः +चारिणा +चारिणां +चारिणाम् +चारिणि +चारिणी +चारिणो +चारितं +चारितम् +चारिता +चारितार्थ्यात् +चारित्र +चारित्रं +चारित्रतः +चारित्रम् +चारित्रिकं +चारित्रे +चारित्रेण +चारित्र्यं +चारिभिः +चारिषु +चारिष्टं +चारी +चारीं +चारीः +चारीणां +चारीत् +चारु +चारुं +चारुं॑ +चारुः +चारुः॑ +चारुकंदरे +चारुकः +चारुकन्दरम् +चारुकर्णा +चारुकुण्डलम् +चारुकेशरा +चारुकेशी +चारुचम्पकवर्णाभां +चारुचम्पूप्रबन्धे +चारुचरिते +चारुचर्या +चारुचारित्रविलासशून्याः +चारुण +चारुणं +चारुणः +चारुणा +चारुणाय +चारुणि +चारुणी +चारुणो +चारुणोदये +चारुतया +चारुतरं +चारुतरेण +चारुतरो +चारुता +चारुतां +चारुताम् +चारुत्व +चारुत्वं +चारुत्वमिति +चारुत्वम् +चारुत्वहेतु +चारुत्वहेतुः +चारुत्वहेतुतया +चारुत्वहेतुश्च +चारुत्वे +चारुत्वेति +चारुत्वेन +चारुदति +चारुदती +चारुदत्त +चारुदत्तं +चारुदत्तः +चारुदत्तम् +चारुदत्तस्य +चारुदत्तस्स +चारुदत्ताय +चारुदत्ते +चारुदत्तेन +चारुदत्तो +चारुदन्ता +चारुदर्शनम् +चारुदर्शना +चारुदर्शनाम् +चारुदेवशास्त्री +चारुदेष्णं +चारुदेष्णः +चारुदेष्णश्च +चारुनेत्रा +चारुनेत्रे +चारुपद्माक्षि +चारुप्रसन्नवदनं +चारुबाहुः +चारुभाषिणि +चारुमंगला +चारुमती +चारुमतीं +चारुमध्वरं +चारुमन्नादं +चारुमुखि +चारुम् +चारुरध्वरे +चारुरासु +चारुरूपं +चारुरूपा +चारुरूपिणी +चारुरेधि +चारुरोह +चारुर् +चारुर्विभृत +चारुलक्षणम् +चारुलोचनम् +चारुलोचना +चारुलोचनाम् +चारुलोचने +चारुवक्त्रं +चारुवदनां +चारुवृत्तपयोधराम् +चारुश्रवणिका +चारुसर्वांगि +चारुसर्वांगी +चारुसर्वांगीं +चारुसर्वाङ्गं +चारुसर्वाङ्गि +चारुसर्वाङ्गी +चारुसर्वाङ्गीं +चारुस्मितं +चारुहासं +चारुहासिनि +चारुहासिनी +चारुहासिनीम् +चारुह्य +चारु॑ +चारु॑ण +चारु॑णः +चारु॑म् +चारु॒ +चारु॒र्विभृ॑त॒ +चारू +चारूणि +चारे +चारेण +चारेतव्या +चारेषु +चारै +चारैः +चारो +चारों +चारोः +चारोः॑ +चारोग्यं +चारोपे +चारोप्य +चारोहे +चारौ +चार् +चार्क +चार्कः +चार्कस्य +चार्के +चार्घं +चार्घ्यं +चार्घ्यदानं +चार्घ्यवारिणा +चार्चत +चार्चति +चार्चनं +चार्चनम् +चार्चने +चार्चन्ति +चार्चयित्वा +चार्चयेत् +चार्चयेथ् +चार्चितं +चार्चितः +चार्चितम् +चार्च्चयित्वा +चार्च्चयेत् +चार्च्य +चार्जर्स् +चार्जवं +चार्जवम् +चार्जितं +चार्जितम् +चार्जुन +चार्जुनं +चार्जुनः +चार्जुनम् +चार्जुनस्य +चार्जुने +चार्जुनो +चार्ट +चार्णवम् +चार्णवाः +चार्णवे +चार्तस्य +चार्ता +चार्तिं +चार्थ +चार्थं +चार्थः +चार्थक्षयो +चार्थतः +चार्थपरा +चार्थप्रत्ययो +चार्थमाप्नुयात् +चार्थम् +चार्थवत् +चार्थवत्त्वं +चार्थशून्यः +चार्थस्य +चार्थहानिः +चार्था +चार्थाः +चार्थानां +चार्थान् +चार्थान्तरं +चार्थाय +चार्थितः +चार्थिनः +चार्थिनाम् +चार्थिने +चार्थी +चार्थे +चार्थेन +चार्थेषु +चार्थेहया +चार्थो +चार्थौ +चार्द्ध +चार्द्धं +चार्द्धपलं +चार्द्धमात्रकम् +चार्द्धरात्रे +चार्द्धेन +चार्द्र +चार्द्रं +चार्द्रकेण +चार्द्रस्य +चार्द्रा +चार्द्रेण +चार्ध +चार्धं +चार्धकं +चार्धचन्द्रकम् +चार्धद्वयेन +चार्धभागिकम् +चार्धभागेन +चार्धमागधी +चार्धमासानां +चार्धमेव +चार्धरात्रे +चार्धश्लोकेन +चार्धे +चार्धेन +चार्पणं +चार्पणम् +चार्पय +चार्पयति +चार्पयत् +चार्पयामास +चार्पयामि +चार्पये +चार्पयेत् +चार्पितं +चार्पितम् +चार्पिता +चार्पिताः +चार्बुदं +चार्बुदम् +चार्बुदे +चार्मः +चार्मणं +चार्मणः +चार्म्मणं +चार्य +चार्यं +चार्यः +चार्यते +चार्यपुत्र +चार्यमा +चार्यम् +चार्यसङ्घे +चार्यस्य +चार्या +चार्याः +चार्याणां +चार्याय +चार्ये +चार्येण +चार्यो +चार्य्यः +चार्य्यमा +चार्य्यस्य +चार्य्याः +चार्ल्स +चार्ल्सटन् +चार्ल्स् +चार्वंगि +चार्वंगी +चार्वंगीं +चार्वङ्गः +चार्वङ्गि +चार्वङ्गी +चार्वङ्गीं +चार्वङ्‌गि +चार्वते +चार्वतो +चार्वपि +चार्ववस्थितिः +चार्वाक +चार्वाकः +चार्वाकदर्शनं +चार्वाकदर्शनम् +चार्वाकदर्शनस्य +चार्वाकदर्शने +चार्वाकमतस्य +चार्वाकमते +चार्वाकस्य +चार्वाका +चार्वाकाः +चार्वाकाणां +चार्वाकादीनां +चार्वाके +चार्वाकेण +चार्वाकैः +चार्वाको +चार्वाञ्चश् +चार्विति +चार्वी +चार्व्वङ्गि +चार्व्वङ्गी +चार्व्वाकः +चार्व॑ते॒ +चार्व॑तो +चार्शांसि +चार्ष +चार्षं +चार्षे +चार्षेयान् +चार्हणं +चार्हति +चार्हत्वं +चार्हसि +चार॑वः +चाल +चालं +चालंकारः +चालः +चालक +चालकं +चालकः +चालकनन्दा +चालकाः +चालकाण्डम् +चालके +चालक्ष्य +चालङ्काराः +चालजी +चालन +चालनं +चालनम् +चालनात् +चालनाय +चालनी +चालनीयम् +चालनीया +चालने +चालनेन +चालब्ध +चालभते +चालभेत् +चालभ्य +चालय +चालयं +चालयः +चालयति +चालयतु +चालयन् +चालयन्तं +चालयन्ति +चालयन्ती +चालयन्निव +चालयम् +चालयामास +चालयामि +चालयितुं +चालयितुम् +चालयित्वा +चालये +चालयेत् +चालविचालिताः +चालस्यं +चाला +चालि +चालिखेत् +चालिख्य +चालिङ्ग +चालिङ्गपरिणाम +चालिङ्गपर्यवसनानम् +चालिङ्गपर्यवसानम् +चालिङ्गात् +चालित +चालितं +चालितः +चालितम +चालितम् +चालितवान् +चालितस्य +चालिता +चालिताः +चालितानि +चालितुं +चालिते +चालितो +चालितौ +चालिनी +चालिप्य +चाली +चालीस +चालीसा +चालुक्य +चालुक्यगोत्रतिलक +चालुक्यगोत्रस्य +चालुक्यगोत्रे +चालुक्यचन्द्रस्य +चालुक्यराजस्य +चालुक्यराज्यस्थितिः +चालुक्यवंश +चालुक्यवंशः +चालुक्यवंशस्य 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+चावसान्याय +चावस्था +चावस्थानं +चावस्थायां +चावस्थिते +चावस्वन्याय +चावां +चावाप +चावाप्य +चावार्याय +चावाहनं +चावाहयामि +चावाह्य +चावि +चाविकं +चाविकारस्य +चाविज्ञानं +चाविति +चाविदाम +चाविद्यमानं +चाविद्या +चाविद्यां +चाविद्यादयः +चाविद्यायां +चाविद्येति +चाविद्येत्युक्तम् +चाविधिना +चाविभक्तेन +चाविरुद्धमिति +चाविवेश +चाविश +चाविशिष्टम् +चाविशेषात् +चाविशेषेण +चाविश्य +चावुण्डरायः +चावृतं +चावृतः +चावृतम् +चावृता +चावृत्तौ +चावृत्य +चावेक्षितं +चावेक्षेत +चावेक्ष्य +चावेत्य +चावेद्य +चावेष्ट्य +चावोचदित्यन्तेन +चावोचाम +चाव्यक्तं +चाव्यक्तशब्दप्रयोगः +चाव्ययं +चाव्ययः +चाव्ययम् +चाव्याकृतं +चाव्याप्तिः +चाव्याप्तिरिति +चाश +चाशकत् +चाशक्तः +चाशक्तो +चाशक्यत्वात् +चाशनं +चाशयेन +चाशरीरिणी +चाशरीरे +चाशा +चाशिषं +चाशिषः +चाशिषम् +चाशिषा +चाशिषो +चाशिष्यायुष्यमद्रभद्रकुशलसुखार्थहितैः +चाशु +चाशुचित्वं +चाशुद्धमेव +चाशुभं +चाशुभम् +चाशुभा +चाशुभाः +चाशुभार्गवं +चाशुश्रूषवे +चाशून्यं +चाशौचं +चाशौचे +चाश्नंति +चाश्नन्ति +चाश्नाति +चाश्नीयात् +चाश्नुते +चाश्मनि +चाश्मरिमूत्रकृच्छ्रे +चाश्मानं +चाश्रमं +चाश्रमः +चाश्रमम् +चाश्रमाः +चाश्रमाणां +चाश्रमान् +चाश्रमे +चाश्रयं +चाश्रयः +चाश्रयम् +चाश्रयासिद्धिः +चाश्रये +चाश्रयेत् +चाश्रयो +चाश्रितं +चाश्रितः +चाश्रितम् +चाश्रिता +चाश्रिताः +चाश्रिते +चाश्रित्य +चाश्रु +चाश्रुतं +चाश्रुतम् +चाश्रुते +चाश्रुपातः +चाश्रुमुखीं +चाश्रूणि +चाश्लिष्य +चाश्व +चाश्वं +चाश्वः +चाश्वगन्धा +चाश्वपट्टसरस्तटे +चाश्वपट्टसरो +चाश्वपट्टसरोवरम् +चाश्वपट्टसरोवरे +चाश्वमेधफलं +चाश्वमेधस्य +चाश्वमेधिकानि +चाश्वमेधेन +चाश्वयुजे +चाश्वलायनः +चाश्वसहस्राणि +चाश्वसूक्तं +चाश्वस्य +चाश्वहृदयं +चाश्वा +चाश्वाः +चाश्वानां +चाश्वान् +चाश्वासयति +चाश्वास्य +चाश्विनस्य +चाश्विनी +चाश्विने +चाश्विनौ +चाश्वि॑ना +चाश्वे +चाश्वो +चाश्व्यांश् +चाष +चाषं +चाषः +चाषपक्षी +चाषस्तु +चाषस्य +चाषांश्च +चाषान् +चाषेण +चाषे॑ण +चाषो +चाष्ट +चाष्टकं +चाष्टकम् +चाष्टकोणं +चाष्टगुणं +चाष्टगुणे +चाष्टदिक्षु +चाष्टधा +चाष्टपत्रं +चाष्टभागं +चाष्टभागेन +चाष्टभिः +चाष्टभुजा +चाष्टमं +चाष्टमः +चाष्टमम् +चाष्टमांशेन +चाष्टमी +चाष्टमीं +चाष्टमे +चाष्टमो +चाष्टम्यां +चाष्टलक्षणे +चाष्टवर्षीया +चाष्टविधं +चाष्टविधा +चाष्टशतं +चाष्टसु +चाष्टाङ्गं +चाष्टादश +चाष्टावष्टौ +चाष्टासु +चाष्टोत्तरं +चाष्टोत्तरशतं +चाष्टौ +चाष्ठीवन्तौ +चास +चासं +चासंख्यानि +चासंबुद्धौ +चासः +चासकृत् +चासच्छिव +चासञ्जनादपि +चासत +चासतां +चासति +चासते +चासत् +चासत्करणं +चासत्त्वं +चासत्यं +चासत्सु +चासनं +चासनम् +चासनात् +चासनानि +चासने +चासनोत्तमम् +चासन् +चासन्तं +चासन्न +चासन्नकाले +चासपर्यन् +चासम्बुद्धौ +चासम्भवात् +चासवं +चाससाद +चासहिष्णुता +चासा +चासां +चासाद्य +चासाधारण +चासाधारण्यं +चासाधु +चासाध्यो +चासारं +चासावपि +चासावात्मा +चासाविति +चासाव् +चासि +चासिं +चासितं +चासिद्ध +चासिद्धं +चासिद्धत्वात् +चासिद्धिः +चासिद्धेः +चासिद्धो +चासिधेनुका +चासिना +चासि॑ +चासि॒ +चासी +चासीति +चासीत् +चासीदिति +चासीद् +चासीनं +चासीनां +चासीनो +चासु +चासुतृप +चासुर +चासुरं +चासुरः +चासुरत्वमिति +चासुरम् +चासुरा +चासुराः +चासुराणां +चासुरान् +चासुरे +चासुरैः +चासुरो +चासु॒तृप॑ +चासृक् +चासृजत +चासृजत् +चासृत्युपक्रमादमृतत्वं +चासेवायाम् +चासै +चासो +चासौ +चास् +चास्कम्भ +चास्त +चास्तं +चास्तमिते +चास्तमुपागते +चास्तमेति +चास्तम् +चास्तां +चास्ताम् +चास्ति +चास्तिकः +चास्तीति +चास्तीत्याह +चास्तीर्य +चास्तु +चास्ते +चास्त्यत +चास्त्येका +चास्त्येव +चास्त्रं +चास्त्रमन्त्रेण +चास्त्रस्य +चास्त्राणि +चास्त्रे +चास्त्रेण +चास्त्विति +चास्थाने +चास्थाय +चास्थि +चास्थितः +चास्थीनि +चास्थूलात् +चास्प +चास्पर्धन्त +चास्मत्कुले +चास्मदीयं +चास्मन्नय +चास्मभ्यं +चास्मा +चास्माकं +चास्माकमपर्याप्तमित्येवान्वयः +चास्माकम् +चास्मात् +चास्मान् +चास्मान्न +चास्माभिः +चास्माल्लोकात्प्रयन्ति +चास्मासु +चास्मि +चास्मिता +चास्मिन् +चास्मिन्नर्थे +चास्मिन्न् +चास्मिन्पक्षे +चास्मे +चास्मै +चास्य +चास्यं +चास्यस्य +चास्या +चास्यां +चास्याः +चास्यानुपस्थिता +चास्यापि +चास्याऽऽहुतिं +चास्ये +चास्येति +चास्येन +चास्यै +चास्यैतानि +चास्यैव +चास्योपजायते +चास्योपपीडयेत् +चास्य् +चास्रं +चास्रम् +चास्वादु +चास्वाद्य +चास्से +चाह +चाहं +चाहः +चाहञ्च +चाहड +चाहतं +चाहतः +चाहता +चाहती +चाहते +चाहत्य +चाहनत् +चाहना +चाहनि +चाहनी +चाहने +चाहनेवाला +चाहनेवाले +चाहमनुत्तरां +चाहमपि +चाहमानः +चाहमिति +चाहमिदं +चाहमेव +चाहमेवं +चाहम् +चाहरतिरात्रं +चाहरसृजत +चाहरेत् +चाहर्निशम् +चाहलोप +चाहवनीयं +चाहवे +चाहश्च +चाहा +चाहानि +चाहारं +चाहारः +चाहारेण +चाहि +चाहिए +चाहितं +चाहितम् +चाहिये +चाहियें +चाही +चाहीयरुहोः +चाहु +चाहुः +चाहुतस्य +चाहुरार्याः +चाहूतः +चाहूतो +चाहूय +चाहृतं +चाहृता +चाहृत्य +चाहृदयज्ञं +चाहे +चाहें +चाहेंगे +चाहेति +चाहो +चाह्ना +चाह्नां +चाह्नि +चाह्निकं +चाह्वयामि +चाह्वानं +चाऽकरवं +चाऽकरोत् +चाऽक्षयं +चाऽक्षरं +चाऽक्षरम् +चाऽक्षरे +चाऽग्रे +चाऽत +चाऽत्र +चाऽथ +चाऽद्य +चाऽन्नं +चाऽन्यच्च +चाऽन्यथा +चाऽन्ये +चाऽप +चाऽपरं +चाऽपरः +चाऽपरे +चाऽपि +चाऽप्राप्ते +चाऽब्रवीत् +चाऽब्रुवन् +चाऽभवं +चाऽभवः +चाऽभवत् +चाऽभवन् +चाऽभूत् +चाऽमृतं +चाऽम्बरे +चाऽयं +चाऽवपति +चाऽवाह्य +चाऽविशेषणत्वात् +चाऽशु +चाऽष्टमे +चाऽसकृत् +चाऽसौ +चाऽस्ति +चाऽस्तु +चाऽस्माकं +चाऽस्मि +चाऽस्य +चाऽह +चाऽहं +चाऽहरेत् +चाऽहुः +चाऽऽ +चाऽऽगत्य +चाऽऽचम्य +चाऽऽचरेत् +चाऽऽज्येन +चाऽऽत्मन +चाऽऽत्मनः +चाऽऽत्मनि +चाऽऽत्मा +चाऽऽत्मानं +चाऽऽदाय +चाऽऽदौ +चाऽऽद्य +चाऽऽन्त्यायनश् +चाऽऽपस्तम्बः +चाऽऽययौ +चाऽऽयाति +चाऽऽयान्ति +चाऽऽशिषो +चाऽऽशु +चाऽऽसनम् +चाऽऽसादयेत् +चाऽऽसाद्य +चाऽऽह +चाऽऽहतन्निमित्ताविति +चा॑कशीमि +चा॑नुष्ठा॒तारौ॑ +चा॒कन् +चा॒यमधि॑पतिश्च॒ +चा॒हं +चि +चिं +चिंचा +चिंतन +चिंतनं +चिंतनम् +चिंतनीयं +चिंतनीयम् +चिंतय +चिंतयंति +चिंतयंती +चिंतयंतो +चिंतयतस्तस्य +चिंतयतां +चिंतयति +चिंतयते +चिंतयतो +चिंतयत् +चिंतयन् +चिंतयन्नेव +चिंतया +चिंतयानं +चिंतयानः +चिंतयानस्य +चिंतयामास +चिंतयामि +चिंतयित्वा +चिंतये +चिंतयेत् +चिंता +चिंतां +चिंताको +चिंतापरो +चिंतापरोऽभवत् +चिंतामणि +चिंतामणिं +चिंतामवाप +चिंतितं +चिंतितः +चिंतितम् +चिंतितवान् +चिंतिता +चिंत्यं +चिंत्यताम् +चिंत्यते +चिः +चिअ +चिक +चिकं +चिकना +चिकनी +चिकने +चिकरिषति +चिकल्पिषते +चिका +चिकागो +चिकाय +चिकि +चिकित +चिकितः +चिकितान +चिकितानो +चिकितुः +चिकितुषः +चिकितुषी +चिकितुषे +चिकिते +चिकितो +चिकित् +चिकित्रिरे +चिकित्रे +चिकित्वः +चिकित्वा +चिकित्वाँ +चिकित्वान् +चिकित्वान्त् +चिकित्विन्मनसं +चिकित्वो +चिकित्स +चिकित्सक +चिकित्सकं +चिकित्सकः +चिकित्सकव्यञ्जनो +चिकित्सकस्य +चिकित्सकस्यान्नं +चिकित्सका 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+चिक्कमगळूरुविधानसभाक्षेत्रम् +चिक्का +चिक्कोडी +चिक्कोडीलोकसभाक्षेत्रम् +चिक्कोडीलोकसभाक्षेत्रे +चिक्कोडीसदलगाविधानसभाक्षेत्रम् +चिक्यतुः +चिक्यानः +चिक्यानम् +चिक्युः +चिक्युर्न +चिक्ये +चिक्राय +चिक्रीड +चिक्रीडे +चिक्रोडः +चिक्रोडाः +चिक्लिशतुः +चिक्लीत +चिक्लृप्सति +चिक्षयिथ +चिक्षाय +चिक्षिपः +चिक्षिपन् +चिक्षिपुः +चिक्षिपे +चिक्षिपो +चिक्षियतुः +चिक्षियुः +चिक्षे +चिक्षेथ +चिक्षेप +चिक्षेपिथ +चिखनिषति +चिखलदरा +चिखेद +चिङ्गट +चिच +चिचाय +चिचीषति +चिचेत +चिचेष्ट +चिच् +चिच्च +चिच्चन +चिच्चिकः +चिच्चिनोति +चिच्छक्तिं +चिच्छक्तिः +चिच्छक्तेः +चिच्छक्त्या +चिच्छब्दः +चिच्छब्दोऽप्यर्थे +चिच्छाया +चिच्छिदतुः +चिच्छिदुः +चिच्छिदे +चिच्छून्यं +चिच्छेद +चिच्छेदाथ +चिच्छेदाशु +चिच्छेदास्य +चिच्छेदेति +चिच्छेद् +चिच्युषः +चिच्युषे +चिछेद +चिज्ज्योत्स्ना +चिञ् +चिञ्चा +चिञ्चिका +चिञ्चोळीविधानसभाक्षेत्रम् +चिट +चिटि +चिट् +चिट्ट +चिट्टदि +चिट्ठ +चिट्ठइ +चिट्ठदि +चिट्ठदु +चिट्ठिस्सं +चिड़िया +चिण +चिणः +चिणादेशः +चिणि +चिणीति +चिणु +चिणो +चिण् +चिण्कृतो +चिण्कृतोः +चिण्णमुलो +चिण्णमुलोः 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+चितैव +चितो +चितोऽन्त +चितौ +चित् +चित्कण +चित्कथं +चित्कदा +चित्करणं +चित्का +चित्किं +चित्क्रिया +चित्क्व +चित्त +चित्तं +चित्तः +चित्तकम् +चित्तकर्दमचारिणाम् +चित्तकी +चित्तके +चित्तको +चित्तक्रियाः +चित्तगदो +चित्तगोचरे +चित्तग्राहश्च +चित्तचाञ्चल्यहेतो +चित्तचैतसिका +चित्तचैतसिकानां +चित्तचैत्ता +चित्तचैत्तानां +चित्तजये +चित्तजा +चित्तज्ञः +चित्तज्ञा +चित्तज्ञाः +चित्तज्ञेन +चित्तज्ञो +चित्तञ्च +चित्ततः +चित्ततया +चित्तत्त्वं +चित्तत्त्वस्य +चित्तत्त्वे +चित्तत्र +चित्तत्वं +चित्तदृश्यं +चित्तधर्मः +चित्तधर्माः +चित्तनदी +चित्तनाशः +चित्तनाशस्य +चित्तनाशे +चित्तनिरोधे +चित्तन्तु +चित्तपरिकर्म +चित्तपरिणामः +चित्तपरिणामेन +चित्तप्रतिसर्ग +चित्तप्रमाथिनी +चित्तप्रसाद +चित्तप्रसादः +चित्तप्रसादेन +चित्तभूः +चित्तभूमयः +चित्तभूमौ +चित्तभेदात् +चित्तभेदात्तयोर्विभक्तः +चित्तम +चित्तमः +चित्तमचित्तताम् +चित्तमधरं +चित्तमनाकुलं +चित्तमनु +चित्तमनुचित्तं +चित्तमन्तःकरणमात्मा +चित्तमपि +चित्तमभिप्रसाद्य +चित्तमभिसंस्कृतम् +चित्तमर्थेषु +चित्तमस्मिन्निति +चित्तमाजानन्ति +चित्तमाज्ञाय +चित्तमाज्यम् +चित्तमात्मन्येवावतिष्ठते +चित्तमात्मा +चित्तमात्रं +चित्तमाशु +चित्तमासनं +चित्तमिति +चित्तमित्यग्राह्यमेव +चित्तमित्युच्यते +चित्तमिदं +चित्तमिव +चित्तमिह +चित्तमुक्तम् +चित्तमुच्यते +चित्तमुत्पद्यते +चित्तमुत्पन्नम् +चित्तमुत्पादयति +चित्तमुत्पादयन्ति +चित्तमुत्पादयितव्यम् +चित्तमुत्पादितं +चित्तमुत्पादितम् +चित्तमुपायसि +चित्तमें +चित्तमेकं +चित्तमेकमनेकेषाम् +चित्तमेकाग्रं +चित्तमेव +चित्तमेवं +चित्तमेषाम् +चित्तम् +चित्तय +चित्तया +चित्तये +चित्तयोः +चित्तरञ्जन +चित्तरत्नस्य +चित्तरिक्तं +चित्तरूपेण +चित्तलेहे +चित्तवति +चित्तवत् +चित्तवान् +चित्तविक्षेपहेतोः +चित्तविक्षेपा +चित्तविक्षेपास्तेऽन्तरायाः +चित्तविभ्रमः +चित्तविभ्रमम् +चित्तविभ्रमात् +चित्तविमुक्तिस्तु +चित्तविरागे +चित्तविश्रान्तिः +चित्तवृक्षस्य +चित्तवृत्तयः +चित्तवृत्ति +चित्तवृत्तिं +चित्तवृत्तिः +चित्तवृत्तिनिरोध +चित्तवृत्तिनिरोधं +चित्तवृत्तिनिरोधः +चित्तवृत्तिनिरोधस्य +चित्तवृत्तिनिरोधेन +चित्तवृत्तिभेदे +चित्तवृत्तिरेव +चित्तवृत्तिर्यस्य +चित्तवृत्तिषु +चित्तवृत्तीनां +चित्तवृत्ते +चित्तवृत्तेः 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+चित्ति +चित्तिं +चित्तिः +चित्तिचित्तयोः +चित्तिभिः +चित्तिभिरिति +चित्तिभिर् +चित्तिभिर्नि +चित्तिमचित्तिं +चित्तिम् +चित्तिरा +चित्तिश्च +चित्तिस्स्रुक् +चित्तिऽभिः +चित्ति॑भिः +चित्ती +चित्तु +चित्तूरु +चित्तूरुमण्डलम् +चित्ते +चित्तेति +चित्तेन +चित्तेनान्वेहि +चित्तेनैकेनानन्विताः +चित्तेषु +चित्तेऽस्ति +चित्तैः +चित्तैकाग्रता +चित्तैकाग्रतां +चित्तैकाग्र्यं +चित्तैकाग्र्यम् +चित्तैकाग्र्येण +चित्तो +चित्तोत्पादः +चित्तोत्पादसमुद्रांश्च +चित्तोत्पादाः +चित्तोत्पादेन +चित्तोत्पादो +चित्तोपरागो +चित्तौड +चित्तौडगढ +चित्तौडगढमण्डलं +चित्तौडगढमण्डलम् +चित्त्या +चित्त्यामस्यामाकूत्यामस्यामाशिष्यस्यां +चित्त्या॑म॒स्यामाकू॑त्याम॒स्यामा॒शिष्य॒स्यां +चित्त्वं +चित्त्वथ +चित्त्वमेव +चित्त्वा +चित्त्वात् +चित्त्वादन्तोदात्तः +चित्त्वादन्तोदात्तत्वम् +चित्त्वे +चित्पतिः +चित्पतिर्मा +चित्पतिस् +चित्पतिस्त्वा +चित्प्र +चित्प्रकाशः +चित्प्रकाशस्य +चित्प्रकाशे +चित्प्रकाशो +चित्प्रतिबिम्ब +चित्प्रतिबिम्बो +चित्प्रभा +चित्प्रमाणं +चित्प॒दि +चित्य +चित्यं +चित्यः +चित्यम् +चित्यस्य +चित्या +चित्यां +चित्याग्निचित्ये +चित्याग्नेः +चित्याग्नौ +चित्यात् +चित्याम् +चित्यु +चित्ये +चित्येन +चित्यो +चित्योऽग्निः +चित्र +चित्रं +चित्रः +चित्रक +चित्रकं +चित्रकः +चित्रकञ्च +चित्रकथं +चित्रकथा +चित्रकद्रवैः +चित्रकमेव +चित्रकम् +चित्रकर +चित्रकरं +चित्रकरः +चित्रकरे +चित्रकरो +चित्रकर्म +चित्रकर्मणि +चित्रकर्मसु +चित्रकर्मा +चित्रकला +चित्रकलायाः +चित्रकवृक्षः +चित्रकवृक्षे +चित्रकश्च +चित्रकस्य +चित्रकस्याभवन् +चित्रकाः +चित्रकात् +चित्रकानना +चित्रकाननाम् +चित्रकान् +चित्रकायः +चित्रकार +चित्रकारः +चित्रकारस्य +चित्रकाराः +चित्रकारी +चित्रकार्यम् +चित्रकाव्यम् +चित्रकाव्यस्य +चित्रकाव्ये +चित्रकूट +चित्रकूटं +चित्रकूटः +चित्रकूटगिरिं +चित्रकूटधाम +चित्रकूटनिवासः +चित्रकूटमण्डलम् +चित्रकूटमुपादाय +चित्रकूटम् +चित्रकूटस्य +चित्रकूटा +चित्रकूटे +चित्रकूटो +चित्रकृत् +चित्रके +चित्रकेण +चित्रकेतुं +चित्रकेतुः +चित्रकेतुरुवाच +चित्रकेतूपाख्यानम् +चित्रकेतोः +चित्रकैः +चित्रको +चित्रगतं +चित्रगता +चित्रगतामपि +चित्रगतिः +चित्रगतो +चित्रगु +चित्रगुः +चित्रगुप्त +चित्रगुप्तं +चित्रगुप्तः +चित्रगुप्तञ्च +चित्रगुप्तश्च +चित्रगुप्तस्य +चित्रगुप्ताय +चित्रगुप्तेन +चित्रगुप्तो +चित्रगुप्तोऽपि +चित्रगुरिति +चित्रगुर्देवदत्तः +चित्रग्राहिणी +चित्रग्रीव +चित्रग्रीवः +चित्रग्रीवो +चित्रचन्द्रिका +चित्रज्योतिश् +चित्रज्योतिश्च +चित्रण +चित्रणं +चित्रणमस्ति +चित्रणम् +चित्रतण्डुला +चित्रता +चित्रताम् +चित्रत्वं +चित्रत्वेन +चित्रदीप +चित्रदीपः +चित्रदीपे +चित्रदुर्ग +चित्रदुर्गं +चित्रदुर्गमण्डलम् +चित्रदुर्गमण्डलस्य +चित्रदुर्गमण्डले +चित्रदुर्गम् +चित्रदुर्गलोकसभाक्षेत्रम् +चित्रदुर्गलोकसभाक्षेत्रे +चित्रदुर्गविधानसभाक्षेत्रम् +चित्रदुर्गस्य +चित्रधा +चित्रध्वजपताकिनीम् +चित्रनगरी +चित्रन्यस्त +चित्रन्यस्ता +चित्रपक्ष +चित्रपट +चित्रपटं +चित्रपटः +चित्रपटे +चित्रपतङ्गः +चित्रपथा +चित्रपदं +चित्रपदस्य +चित्रपदा +चित्रपरिमाणम् +चित्रपरिसन्धिः +चित्रपर्णिका +चित्रपर्णी +चित्रपाठ्यम् +चित्रपुत्तलिका +चित्रप्रश्नालङ्कारः +चित्रफलकं +चित्रफलके +चित्रफला +चित्रफलां +चित्रबर्हिषम् +चित्रबिन्दुः +चित्रभानवः +चित्रभानु +चित्रभानुं +चित्रभानुः +चित्रभानुना +चित्रभानुश्च +चित्रभानू +चित्रभानो +चित्रभानोः +चित्रभानौ +चित्रमत्र +चित्रमन्धीकृतं +चित्रमपि +चित्रमय +चित्रमयं +चित्रमयी +चित्रमर्कं +चित्रमहसमिति +चित्रमहो +चित्रमा +चित्रमाल्यानुलेपना +चित्रमाश्चर्यं +चित्रमाश्चर्यम् +चित्रमाश्चर्य्यं +चित्रमिति +चित्रमित्यर्थः +चित्रमिदं +चित्रमिदम् +चित्रमिव +चित्रमीमांसा +चित्रमीमांसायां +चित्रमीमांसायाम् +चित्रमुक्थ्यं +चित्रमुक्थ्यम् +चित्रमुच्यते +चित्रमुत्थितम् +चित्रमुद्रिका +चित्रमेतत् +चित्रमेव +चित्रम् +चित्रम्‌ +चित्रयति +चित्रयन् +चित्रया +चित्रयुक्तं +चित्रयोधिनम् +चित्रयोधिनौ +चित्रयोधी +चित्ररङ्गं +चित्ररङ्गे +चित्ररथ +चित्ररथं +चित्ररथः +चित्ररथमध्वरस्य +चित्ररथस्य +चित्ररथा +चित्ररथाय +चित्ररथे +चित्ररथेन +चित्ररथो +चित्रराती +चित्रराधाः +चित्ररूपं +चित्ररूपा +चित्ररूपिणी +चित्ररूपेण +चित्ररेखा +चित्रलता +चित्रलेखया +चित्रलेखा +चित्रलेखां +चित्रलेखायाः +चित्रलेखे +चित्रलेखोवाच +चित्रवती +चित्रवत् +चित्रवर्ण +चित्रवर्णं +चित्रवर्णः +चित्रवर्णा +चित्रवर्णे +चित्रवर्णेन +चित्रवर्णो +चित्रवर्मा +चित्रवर्षी +चित्रवल्ली +चित्रवस्त्रं +चित्रविन्यासः +चित्रविषयकम् +चित्रविषयो +चित्रवीथिका +चित्रव्याघ्रः +चित्रव्याघ्राः +चित्रशाला +चित्रशिखण्डिनः +चित्रशिला +चित्रश् +चित्रश्च +चित्रश्रवस्तम +चित्रश्रवस्तमं +चित्रश्रवस्तमः +चित्रश्रवस्तमम् +चित्रसम्बद्धम् +चित्रसारमञ्जूषाकार्यम् +चित्रसारमञ्जूषे +चित्रसूत्रं +चित्रसेन +चित्रसेनं +चित्रसेनः +चित्रसेनश्च +चित्रसेनस्तु +चित्रसेनस्य +चित्रसेना +चित्रसेनाः +चित्रसेनाय +चित्रसेनेन +चित्रसेनो +चित्रस्थ +चित्रस्थं +चित्रस्था +चित्रस्थां +चित्रस्य +चित्रहस्तादिकं +चित्रऽभानो +चित्रा +चित्रां +चित्रांग +चित्रांगः +चित्रांगद +चित्रांगदः +चित्रांगदो +चित्रांगो +चित्राः +चित्राकर्म +चित्राकारा +चित्राख्या +चित्राङ्ग +चित्राङ्गं +चित्राङ्गः +चित्राङ्गद +चित्राङ्गदं +चित्राङ्गदः +चित्राङ्गदस्तु +चित्राङ्गदस्य +चित्राङ्गदा +चित्राङ्गदां +चित्राङ्गदायाः +चित्राङ्गदेन +चित्राङ्गदो +चित्राङ्गी +चित्राङ्गो +चित्राणां +चित्राणि +चित्राण्यथवा +चित्रादि +चित्रादिषु +चित्रादौ +चित्रानक्षत्रसंयुते +चित्रानक्षत्रे +चित्रान् +चित्रान्न +चित्रान्नमेव +चित्रान्नम् +चित्रापूर्णमासे +चित्राभासं +चित्राभासेन +चित्राभिः +चित्राभिनय +चित्राभिनयः +चित्राभिरूतिभिः +चित्राभिर् +चित्रामघा +चित्रामिति +चित्रामिव +चित्राम् +चित्राय +चित्राया +चित्रायां +चित्रायाः +चित्रायागः +चित्रायाञ्च +चित्रायाम् +चित्रायुः +चित्रायै +चित्रारेवतीरोहिणीभ्यः +चित्रार्धं +चित्रार्पिता +चित्रावसुः +चित्रावसो +चित्राशब्दस्य +चित्राश्च +चित्रासु +चित्रास्थे +चित्रास्वाती +चित्रा॑वसो +चित्रिणी +चित्रित +चित्रितं +चित्रितः +चित्रितमस्ति +चित्रितम् +चित्रितवान् +चित्रिता +चित्रिताः +चित्रितानि +चित्रिताऽस्ति +चित्रिते +चित्रितैः +चित्री +चित्रीकरणं +चित्रीकरणम् +चित्रीकरणे +चित्रीकृतम् +चित्रीकृता +चित्रीयते +चित्रे +चित्रेण +चित्रेति +चित्रेभिः +चित्रेषु +चित्रेऽपि +चित्रै +चित्रैः +चित्रैश्च +चित्रो +चित्रों +चित्रोक्त्या +चित्रोतयः +चित्रोत्पला +चित्रोपचित्रौ +चित्रोऽसीति +चित्रौ +चित्रौदनं +चित्रौदनञ्च +चित्र्यं +चित्वं +चित्वा +चित्वान्यस्य +चित्वाप्सु +चित्स +चित्सहोजा +चित्सा +चित्सामान्यं +चित्सूर्य +चित्स्पन्द +चित्स्वभावस्य +चित्स्वर +चित्स्वरः +चित्स्वरूप +चित्स्वरूपं +चित्स्वरूपः +चित्स्वरूपम् +चित्स्वरूपस्य +चित्स्वरूपा +चित्स्वरूपे +चित्स्वरेण +चित्‌ +चिथ् +चिद +चिदं +चिदंबरः +चिदंबरस्य +चिदंबरेण +चिदंशं +चिदंशस्य +चिदंशे +चिदंशेन +चिदचितोः +चिदचिदात्मकं +चिदचिदीश्वराणां +चिदचिद्वस्तुनः +चिदचिद्विशिष्टम् +चिदणोः +चिदत्र +चिदद्रिवः +चिदद्रिवो +चिदन्यत्र +चिदन्यद्वि +चिदन्यस्य +चिदन्ये +चिदपि +चिदप्यर्थे +चिदभिश्रिष +चिदभिश्रिषः +चिदम्बर +चिदम्बरं +चिदम्बरः +चिदम्बरनाटकम् +चिदम्बरम् +चिदम्बरस्य +चिदम्बरे +चिदर्णवं +चिदर्थस्य +चिदर्थे +चिदव्यया +चिदश्विना +चिदसि +चिदसीति +चिदस्ति +चिदस्तीति +चिदस्मै +चिदस्य +चिदस्य॒ +चिदहं +चिदहमेते +चिदा +चिदाकारं +चिदाकारे +चिदाकाश +चिदाकाशं +चिदाकाशः +चिदाकाशमिति +चिदाकाशस्य +चिदाकाशे +चिदाकाशो +चिदाख्यातं +चिदात्म +चिदात्मकं +चिदात्मकः +चिदात्मकम् +चिदात्मके +चिदात्मन +चिदात्मनः +चिदात्मना +चिदात्मनां +चिदात्मनि +चिदात्मने +चिदात्मनो +चिदात्मा +चिदात्मानं +चिदात्मानमुपागतः +चिदात्मानमुपास्महे +चिदात्मिका +चिदात्मैव +चिदादर्शे +चिदादित्यः +चिदानन्द +चिदानन्दं +चिदानन्दः +चिदानन्दमयं +चिदानन्दरूपं +चिदानन्दरूपः +चिदानन्दे +चिदानन्देन +चिदानन्दो +चिदाभास +चिदाभासं +चिदाभासः +चिदाभासद्वारा +चिदाभासस्य +चिदाभासस्वरूपेण +चिदाभासे +चिदाभासो +चिदारुजत्नुभिर्गुहा +चिदारुजे +चिदाहुः +चिदि +चिदिच्छन्ति +चिदिच्छेत् +चिदिति +चिदित्कार्यं +चिदिन्द्र +चिदिव +चिदिह +चिदु +चिदुत्तरम् +चिदुपपद्यते +चिदुर्वी +चिदु॒र्वी +चिदेकं +चिदेकरसे +चिदेकस्वभावस्य +चिदेतन्न +चिदेनः +चिदेव +चिदेवं +चिदोजसा +चिद् +चिद्गतं +चिद्घनं +चिद्घनः +चिद्घने +चिद्दधिरे +चिद्दधिषे +चिद्ध +चिद्धनं +चिद्धने +चिद्धयस्ति +चिद्धस्तौ +चिद्धातुः +चिद्धि +चिद्ध्यस्ति +चिद्ध्यस्त्यवो +चिद्ब्रह्म +चिद्भवेत् +चिद्भानं +चिद्य +चिद्यं +चिद्यथा +चिद्यस्य +चिद्या +चिद्यूयं +चिद्यू॒यं +चिद्रूप +चिद्रूपं +चिद्रूपः +चिद्रूपतया +चिद्रूपत्वं +चिद्रूपमेव +चिद्रूपम् +चिद्रूपस्य +चिद्रूपस्यैव +चिद्रूपा +चिद्रूपे +चिद्रूपेण +चिद्रूपो +चिद्वपुः +चिद्वस्तु +चिद्वह्नौ +चिद्वा +चिद्वि +चिद्वृधो +चिद्व्योम +चिद्व्योमैव +चिद्व्योम्नः +चिद्व्योम्ना +चिद्व्योम्नि +चिद्व्योम्नो +चिद्‌ +चिद॑सि +चिन +चिनं +चिनः +चिनवद्वि +चिना +चिनाय +चिनायः +चिनि +चिनी +चिनु +चिनुत +चिनुतः +चिनुते +चिनुते॒ +चिनुमः +चिनुयात् +चिनुयाद् +चिनुयाद्यावतः +चिनुयुः +चिनुषे +चिनुहि +चिने +चिनोति +चिनोतीति +चिनोतीयं +चिनोतु +चिनोतेः +चिनोमि +चिन् +चिन्त +चिन्तकः +चिन्तकाः +चिन्तकानां +चिन्तकैः +चिन्तन +चिन्तनं +चिन्तनमपि +चिन्तनमयस्य +चिन्तनम् +चिन्तनस्य +चिन्तना +चिन्तनात् +चिन्तनाद् +चिन्तनानि +चिन्तनाय +चिन्तनीय +चिन्तनीयं +चिन्तनीयः +चिन्तनीयमिति +चिन्तनीयम् +चिन्तनीया +चिन्तनीयाः +चिन्तनीये +चिन्तनीयो +चिन्तने +चिन्तनेन +चिन्तय +चिन्तयंश्च +चिन्तयंस्तत्र +चिन्तयत +चिन्तयतः +चिन्तयतस्तस्य +चिन्तयता +चिन्तयतां +चिन्तयति +चिन्तयती +चिन्तयतीति +चिन्तयतीत्यर्थः +चिन्तयतु +चिन्तयते +चिन्तयतो +चिन्तयत् +चिन्तयत्येव +चिन्तयत्सु +चिन्तयध्वं +चिन्तयन् +चिन्तयन्त +चिन्तयन्तं +चिन्तयन्तः +चिन्तयन्ति +चिन्तयन्ती +चिन्तयन्तु +चिन्तयन्तो +चिन्तयन्तौ +चिन्तयन्त्यन्यं +चिन्तयन्त्या +चिन्तयन्न +चिन्तयन्नपि +चिन्तयन्निति +चिन्तयन्नेव +चिन्तयमानस्य +चिन्तयसि +चिन्तयसे +चिन्तयस्व +चिन्तया +चिन्तयानं +चिन्तयानः +चिन्तयानस्य +चिन्तयाना +चिन्तयानो +चिन्तयाम +चिन्तयामः +चिन्तयामहे +चिन्तयामास +चिन्तयामासेत्यर्थः +चिन्तयामि +चिन्तयामो +चिन्तयाम् +चिन्तयाम्यहम् +चिन्तयि +चिन्तयितुं +चिन्तयितुमर्हसि +चिन्तयितुम् +चिन्तयित्वा +चिन्तयित्वापि +चिन्तयित्वेति +चिन्तयित्वैव +चिन्तयिष्यति +चिन्तयिष्यन्ति +चिन्तयिष्यामि +चिन्तये +चिन्तयेच्च +चिन्तयेत +चिन्तयेति +चिन्तयेत् +चिन्तयेत्ततः +चिन्तयेत्तत्र +चिन्तयेत्तु +चिन्तयेत्यर्थः +चिन्तयेत्सदा +चिन्तयेदात्मनो +चिन्तयेदिति +चिन्तयेद् +चिन्तयेद्देवं +चिन्तयेद्देवीं +चिन्तयेद्यो +चिन्तयेद्राज्यं +चिन्तयेन्न +चिन्तयेन्नित्यं +चिन्तयेयं +चिन्तयेयुः +चिन्तयेव +चिन्ता +चिन्तां +चिन्ताः +चिन्ताकुलं +चिन्ताकुलः +चिन्ताकुले +चिन्ताकुलो +चिन्ताक्रान्तः +चिन्ताग्रस्तः +चिन्ताग्रस्ता +चिन्ताचक्रे +चिन्ताज्वरो +चिन्तातुरं +चिन्तातुरा +चिन्तातुरो +चिन्तानां +चिन्तापर +चिन्तापरं +चिन्तापरः +चिन्तापरवशो +चिन्तापरा +चिन्तापराः +चिन्तापरायणः +चिन्तापरो +चिन्तापरोऽभवत् +चिन्तापरौ +चिन्तापि +चिन्तामग्नः +चिन्तामणयः +चिन्तामणये +चिन्तामणि +चिन्तामणिं +चिन्तामणिः +चिन्तामणिगृहं +चिन्तामणिगृहे +चिन्तामणिगृहेन्द्रस्य +चिन्तामणिना +चिन्तामणिरिति +चिन्तामणिरिव +चिन्तामणिर्भद्रघटः +चिन्तामणिश्च +चिन्तामणिसमा +चिन्तामणी +चिन्तामणीन् +चिन्तामणे +चिन्तामणेः +चिन्तामणौ +चिन्तामण् +चिन्तामण्याः +चिन्तामपरिमेयां +चिन्तामपि +चिन्तामयं +चिन्तामयज्ञानोदयेन +चिन्तामयी +चिन्तामवाप +चिन्तामाप +चिन्तामापेदे +चिन्तामिति +चिन्तामौनमिवास्थिता +चिन्ताम् +चिन्ताया +चिन्तायां +चिन्तायाः +चिन्तायामपि +चिन्तायामिति +चिन्तायाम् +चिन्तारत्नं +चिन्तार्णवे +चिन्तावान् +चिन्ताविलापरहितं +चिन्ताविष्टो +चिन्तासहकृतोऽपरः +चिन्तासु +चिन्ति +चिन्तित +चिन्तितं +चिन्तितः +चिन्तितफलदाता +चिन्तितम् +चिन्तितवती +चिन्तितवन्तः +चिन्तितवान् +चिन्तिता +चिन्तिताः +चिन्तितानां +चिन्तितानि +चिन्तितान् +चिन्तितुं +चिन्तिते +चिन्तितेन +चिन्तितो +चिन्तितौ +चिन्तीअदि +चिन्ते +चिन्तेति +चिन्तेमि +चिन्तेयं +चिन्तेहि +चिन्तैव +चिन्त्य +चिन्त्यं +चिन्त्यः +चिन्त्यत +चिन्त्यतां +चिन्त्यताम् +चिन्त्यते +चिन्त्यत्वस्य +चिन्त्यन्ते +चिन्त्यमानं +चिन्त्यमानः +चिन्त्यमानत्वात् +चिन्त्यमानस्य +चिन्त्यमाना +चिन्त्यमाने +चिन्त्यमानो +चिन्त्यमिति +चिन्त्यमिदम् +चिन्त्यमेव +चिन्त्यम् +चिन्त्या +चिन्त्याः +चिन्त्यानि +चिन्त्ये +चिन्त्येते +चिन्त्यो +चिन्त्योऽसि +चिन्न +चिन्नभः +चिन्नस्वामी +चिन्नासत्या +चिन्नि +चिन्नु +चिन्नो +चिन्नो॒ +चिन्मय +चिन्मयं +चिन्मयः +चिन्मयमेव +चिन्मयम् +चिन्मयस्य +चिन्मयस्याद्वितीयस्य +चिन्मयानन्दः +चिन्मयी +चिन्मयीं +चिन्मये +चिन्मयो +चिन्मा +चिन्मात्र +चिन्मात्रं +चिन्मात्रत्वं +चिन्मात्रममलं +चिन्मात्रमिति +चिन्मात्रमिदं +चिन्मात्रमेव +चिन्मात्रम् +चिन्मात्ररूपं +चिन्मात्रव्यतिरेकेण +चिन्मात्रस्य +चिन्मात्रस्यैव +चिन्मात्रा +चिन्मात्राख्यं +चिन्मात्राख्ये +चिन्मात्रान्नास्ति +चिन्मात्रे +चिन्मात्रोऽहं +चिन्मे +चिन्यते +चिन्वतां +चिन्वती +चिन्वते +चिन्वतो +चिन्वन् +चिन्वन्तः +चिन्वन्ति +चिन्वन्तु +चिन्वन्त्यपि +चिन्वन्न् +चिन्वान +चिन्वानः +चिन्वानस् +चिन्वानस्तन्वो +चिन्वानो +चिन्वा॒नस्त॒न्वो +चिन्वीत +चिन्वीतेति +चिन्वीत॒ +चिन्ह +चिन्हं +चिन्हम् +चिन्हानि +चिन्हित +चिन्हे +चिप +चिपिट +चिपिटं +चिपिटः +चिपिटके +चिपिटा +चिपिटे +चिप्पं +चिप्पमादिशेत् +चिप्पिका +चिबुक +चिबुकं +चिबुकम् +चिबुकस्य +चिबुके +चिबुकेन +चिभावो +चिमणाजी +चिमाजी +चिमिचिमायते +चिम् +चिय +चियः +चिया +चिर +चिरं +चिरंजीव +चिरंजीवनाय +चिरंजीवी +चिरंजीवेति +चिरंतन +चिरंतनं +चिरंतनः +चिरंतनम् +चिरंतना +चिरंतनानि +चिरंतनी +चिरंतनो +चिरकारिक +चिरकारी +चिरकाल +चिरकालं +चिरकालजीवनाय +चिरकालतः +चिरकालदृष्टं +चिरकालम् +चिरकालस्थायिनः +चिरकालस्थायी +चिरकालात् +चिरकालादारभ्य +चिरकालानुबन्धिनीम् +चिरकालाभिलषितं +चिरकाले +चिरकालेन +चिरक्रियः +चिरक्षिप्रप्रत्ययात्मा +चिरजं +चिरजीविकां +चिरजीवितम् +चिरजीविता +चिरजीवित्वं +चिरजीविनं +चिरजीविनः +चिरजीविनम् +चिरजीविनाम् +चिरजीविनि +चिरजीविनी +चिरजीवी +चिरज्वरे +चिरञ्च +चिरञ्जीवी +चिरण्टी +चिरतरं +चिरतरमनेकपुण्यलोकावाप्तिः +चिरतरविरहेण +चिरतरसंचितपुण्यशतलब्धस्य +चिरतरस्थायिनः +चिरतरावस्थानाभिधानमुचितमपेक्षितं +चिरतरेण +चिरता +चिरदृष्टः +चिरध्वस्तं +चिरध्वस्तस्य +चिरनिरोधसंक्लेशितं +चिरनिर्गतापि +चिरन् +चिरन्तन +चिरन्तनं +चिरन्तनः +चिरन्तनम् +चिरन्तना +चिरन्तनाः +चिरन्तनानां +चिरन्तनी +चिरन्तने +चिरन्तनेन +चिरन्तनैः +चिरन्तनो +चिरपरिचितं +चिरपरुत्परारिभ्यस्त्नो +चिरप्रनष्टां +चिरप्रसूता +चिरबिल्वो +चिरम +चिरमपि +चिरमप्युपासीत +चिरमयुग्मलोचनः +चिरमस्य +चिरमिति +चिरमिव +चिरमिह +चिरमुमामुखं +चिरमुलूखले +चिरमेव +चिरमेवं +चिरम् +चिरयति +चिररात्राय +चिरव्यवस्थापितवागभाषत +चिरसंचितं +चिरसंभृतम् +चिरसंस्थितम् +चिरसूता +चिरस्थाने +चिरस्थायि +चिरस्थायिनः +चिरस्थायिनी +चिरस्थायी +चिरस्थायीति +चिरस्थितं +चिरस्थितः +चिरस्थितम् +चिरस्थितां +चिरस्थितिः +चिरस्थितिकं +चिरस्थितिकः +चिरस्य +चिरस्याद्याश्चिरार्थकाः +चिरस्येदानीं +चिरस्स +चिरा +चिरांग् +चिराङ्गमण्डलम् +चिराच् +चिराच्च +चिराता +चिरातीते +चिरात् +चिरात्पुनः +चिरात्प्रभृति +चिरात्स +चिरादपि +चिरादिति +चिरादिव +चिरादेव +चिराद् +चिराद्भविष्यति +चिराद्भवेत् +चिराद्वा +चिरान् +चिराभिलषितं +चिराभिवृद्धि +चिराय +चिरायति +चिरायते +चिरायमाणे +चिरायसि +चिरायु +चिरायुः +चिरायुर्भवति +चिरायुश्च +चिरायुषं +चिरायुषः +चिरायुषम् +चिरायुषी +चिरायुषो +चिरायुष्ट्वं +चिरायुस्त्वं +चिरार्जितं +चिरि +चिरिणोति +चिरिण्टी +चिरिबिल्वा +चिरिल्ली +चिरे +चिरेण +चिरेणापि +चिरेणेति +चिरेणैव +चिरेति +चिरो +चिरोज्झितं +चिरोज्झितालक्तकपाटलेन +चिरोढं +चिरोत्थमपि +चिरोत्थानप्रपाकश्च +चिरोत्थितं +चिरोत्थितञ्चापि +चिरोत्थितम् +चिरोत्थितो +चिरोत्पतितानि +चिरोषितम् +चिर् +चिर्भटी +चिर्भिटा +चिल +चिलारायः +चिलि +चिलिमिले +चिली +चिले +चिल् +चिल्का +चिल्ल +चिल्लः +चिल्लति +चिल्लश्च +चिल्ला +चिल्लिका +चिल्लिङ्गं +चिल्ली +चिल्ले +चिव +चिवुकं +चिवुके +चिश्चा +चिश्ती +चिष्णुः +चिस्फुरोर्णौ +चिह +चिहं +चिहण +चिहानि +चिहूं +चिहे +चिह्न +चिह्नं +चिह्नद्वयं +चिह्नप्रकरः +चिह्नभेदे +चिह्नमस्य +चिह्नम् +चिह्नयति +चिह्नयित्वा +चिह्नस्य +चिह्ना +चिह्नानां +चिह्नानि +चिह्नान्येतानि +चिह्नित +चिह्नितं +चिह्नितः +चिह्नितपुस्तकत्रयपाठः +चिह्नितपुस्तकद्वयपाठः +चिह्नितपुस्तकपाठः +चिह्नितम् +चिह्निता +चिह्निताः +चिह्नितानि +चिह्निताम् +चिह्निते +चिह्नितो +चिह्ने +चिह्नेन +चिह्नेषु +चिह्नैः +चिह्नों +चिह्रो +चि॑किते॒ +चि॑कित्रिरे +चि॑कित्वो +चि॑किद्धि +चि॑कि॒त्वान् +चि॑केत +चि॑केत॒ +चि॑क्युः +चि॑त् +चि॑त्र +चि॑त्रश्रवस्तम॒ +चि॑दा॒धृषे॑ +चि॑दा॒रुजे॒ +चि॑दिन्द्र॒ +चि॑नुते +चि॑नुते॒ +चि॑नु॒त +चि॑नु॒ते +चि॑नोति॒ +चि॒कि॒तुषे॑ +चि॒कि॒ते॒ +चि॒कि॒त्रि॒रे॒ +चि॒कि॒त्रे॒ +चि॒कि॒त्वः॒ +चि॒कि॒त्वान् +चि॒कि॒द्धि॒ +चि॒केत॑ +चि॒के॒त॒ +चि॒क्युः॒ +चि॒तय॑न्तः +चि॒ते +चि॒त् +चि॒त्तं +चि॒त्तमे॑षाम् +चि॒त्तम् +चि॒त्तव॑ +चि॒त्तानि॑ +चि॒त्र +चि॒त्रं +चि॒त्रः +चि॒त्रभा॑नुः +चि॒त्रमा +चि॒त्रम् +चि॒त्रया॑ +चि॒त्रश्र॑वस्तमम् +चि॒त्रसे॑ना॒ +चि॒त्रऽब॑र्हिषम् +चि॒त्रा +चि॒त्राः +चि॒त्राभिः॑ +चि॒त्राम् +चि॒त्राय॑ +चि॒त्राय॒ +चि॒त्रेण॑ +चि॒त्रो +चि॒त्र॒ +चि॒त्र॒भा॒नो॒ +चि॒त्वा +चि॒त्स +चि॒दत्र॑ +चि॒दा +चि॒दोज॑सा +चि॒द्धि +चि॒द्य +चि॒द्यं +चि॒द्यथा॒ +चि॒द्ये +चि॒न्न +चि॒न्नि +चि॒न्नु +चि॒न्मन्य॑से +चि꣣त् +चि꣣त्रं꣢ +ची +चीक +चीकॢपाति +चीचीकूचीति +चीज +चीजें +चीजों +चीडा +चीडानामगन्धद्रव्यम् +चीता +चीति +चीत्कारं +चीत्कारेण +चीन +चीनं +चीनः +चीनकः +चीनकर्पूरः +चीनदेशः +चीनदेशसम्बद्धाः +चीनदेशस्य +चीनदेशीयः +चीनदेशे +चीनम् +चीनसी +चीनस्य +चीना +चीनांशुकं +चीनांशुकमिव +चीनादेशः +चीनादेशस्य +चीनादेशे +चीनी +चीनीभाषा +चीनीभाषायां +चीनीय +चीन् +चीफ +चीफ् +चीभृ +चीयत +चीयते +चीयतेऽसौ +चीयन्ते +चीयमानं +चीयमानः +चीयेते +चीयेतैतेनैवास्य +चीर +चीरं +चीरकृष्णाजिनाम्बरम् +चीरकृष्णाजिनाम्बरौ +चीरजटाधरम् +चीरमिव +चीरमुपमानम् +चीरम् +चीरवसनं +चीरवसनौ +चीरवाससम् +चीरवासा +चीरवासाश्च +चीरा +चीराणि +चीरिका +चीरी +चीरे +चीर्ण +चीर्णं +चीर्णः +चीर्णम् +चीर्णव्रतानपि +चीर्णव्रतो +चीर्णानि +चीर्णे +चीर्णेन +चीर्त्वा +चीव +चीवर +चीवरं +चीवरकं +चीवरकाणि +चीवरकानि +चीवरपिण्डपातशयनासनग्लानप्रत्ययभैषज्यपरिष्काराणां +चीवरपिण्डपातशयनासनग्लानप्रत्ययभैषज्यपरिष्कारैः +चीवरम् +चीवरवस्तु +चीवराणि +चीवरे +चीवरेण +चीवरेहि +चीवृ +ची॒यमा॑नः +चु +चुं +चुंबनं +चुंबितं +चुः +चुक +चुका +चुकी +चुकुन्थ +चुकुवे +चुकूज +चुकूजे +चुकूर्द +चुके +चुकोच +चुकोट +चुकोप +चुकोपातीव +चुक्क +चुक्र +चुक्रं +चुक्रम् +चुक्रा +चुक्रिका +चुक्रुधाम +चुक्रुधुः +चुक्रुधे +चुक्रुशुः +चुक्रुशुश्च +चुक्रे +चुक्रेण +चुक्रोध +चुक्रोश +चुक्षुभिरे +चुक्षुभुः +चुक्षुभे +चुक्षुवे +चुक्षोद +चुक्षोभ +चुचुंब +चुचुम्ब +चुचुम्बे +चुच्य +चुच्यति +चुच्यवत् +चुज्या +चुञ्चुडा +चुञ्चुरी +चुट +चुटि +चुटू +चुट् +चुट्ट +चुड +चुडि +चुड्ड +चुड्डति +चुण +चुत +चुत्व +चुत्वं +चुत्वजश्त्वे +चुत्वम् +चुत्वाभावः +चुत्वाभावो +चुत्वे +चुत्वेन +चुद +चुद् +चुद्धि +चुन +चुनने +चुना +चुनाव +चुनी +चुने +चुन्दः +चुप +चुपचाप +चुपुणीका +चुप्के +चुब +चुबि +चुबुक +चुबुकं +चुबुके +चुमुरिं +चुमुरिम् +चुमु॑रिं॒ +चुमु॑रिम् +चुम्ब +चुम्बक +चुम्बकं +चुम्बकः +चुम्बकीय +चुम्बकीयध्रुवीकरणम् +चुम्बति +चुम्बतीति +चुम्बतीव +चुम्बतु +चुम्बन +चुम्बनं +चुम्बनमात्रशेषम् +चुम्बनम् +चुम्बनात् +चुम्बनादि +चुम्बनानि +चुम्बनाय +चुम्बनार्थं +चुम्बने +चुम्बनेन +चुम्बनेषु +चुम्बनेष्वधरदानवर्जितं +चुम्बन् +चुम्बन्ति +चुम्बन्ती +चुम्बन्तो +चुम्बयति +चुम्बसि +चुम्बामि +चुम्बितं +चुम्बितः +चुम्बितम् +चुम्बिता +चुम्बितुं +चुम्बितुम् +चुम्ब्यते +चुर +चुरण +चुरवो +चुरा +चुरां +चुराचांदपुर +चुरादयः +चुरादि +चुरादिः +चुरादिगण +चुरादिगणः +चुरादिण्यन्तात् +चुरादिपाठात् +चुरादिप्रकरणम् +चुरादिभ्यो +चुरादिरदन्तः +चुरादिरनुदात्तेत् +चुरादिरात्मनेपदी +चुरादिषु +चुरादौ +चुरु +चुरू +चुरूमण्डलं +चुरूमण्डलम् +चुरे +चुर् +चुल +चुली +चुलु +चुलुकं +चुलुकात् +चुलुके +चुलुकेन +चुलुक्यशिखामणिः +चुलुम्प +चुलुम्पति +चुल् +चुल्यां +चुल्ल +चुल्लः +चुल्लका +चुल्लकी +चुल्लिका +चुल्ली +चुल्लीं +चुल्लू +चुल्ल्या +चुल्ल्यां +चुल्ल्यामारोप्य +चुश्च्योत +चुस्वरः +चुहू +चुिप्रत्ययः +चू +चूं +चूंकि +चूक +चूचुक +चूचुकं +चूचुकम् +चूचुके +चूड +चूडं +चूडः +चूडड्डत्ध् +चूड़ा +चूडा +चूडां +चूडाः +चूडाकरणं +चूडाकरणम् +चूडाकरणे +चूडाकर्म +चूडाकर्मसंस्कारः +चूडाद्या +चूडापाशे +चूडामणि +चूडामणिं +चूडामणिः +चूडामणिपदे +चूडामणेः +चूडामणौ +चूडाया +चूडायां +चूडारत्नं +चूडालः +चूडाला +चूडालां +चूडालोवाच +चूडावान् +चूण +चूत +चूतं +चूतः +चूतकलिकां +चूतकुसुमं +चूतद्रुमाणां +चूतप्रवालोष्ठमलंचकार +चूतफलं +चूतमञ्जरी +चूतमञ्जरीम् +चूतलता +चूतलतां +चूतशरश्च +चूतस्य +चूतस्यापि +चूता +चूताः +चूताङ्कुरं +चूताङ्कुरास्वादकषायकण्ठः +चूतानां +चूते +चूतेन +चूतेषु +चूतैः +चूतो +चून +चूने +चूम्बनं +चूर +चूरी +चूर्ण +चूर्णं +चूर्णः +चूर्णकं +चूर्णकः +चूर्णकम् +चूर्णकुण्डं +चूर्णकुन्तला +चूर्णकुन्तले +चूर्णकैः +चूर्णञ्च +चूर्णतां +चूर्णत्वं +चूर्णनं +चूर्णने +चूर्णन्तु +चूर्णपाषाणः +चूर्णपेषं +चूर्णभेदे +चूर्णमासरैः +चूर्णमिति +चूर्णमिदं +चूर्णमुत्तमम् +चूर्णमुष्टिः +चूर्णमुष्णाम्बुना +चूर्णमेकत्र +चूर्णमेतत् +चूर्णमेव +चूर्णमेषां +चूर्णम् +चूर्णय +चूर्णयत +चूर्णयति +चूर्णयन् +चूर्णयन्ति +चूर्णयन्ती +चूर्णयसि +चूर्णयामास +चूर्णयित्वा +चूर्णयित्वाथ +चूर्णयेत् +चूर्णयेत्ततः +चूर्णस्नानं +चूर्णस्य +चूर्णा +चूर्णाञ्जनं +चूर्णादिकं +चूर्णादिनिः +चूर्णानां +चूर्णानि +चूर्णानीमानि +चूर्णान्येतानि +चूर्णि +चूर्णिः +चूर्णिका +चूर्णितं +चूर्णितः +चूर्णितगोमयम् +चूर्णितम् +चूर्णितस्य +चूर्णिता +चूर्णितां +चूर्णिताः +चूर्णितानि +चूर्णितान् +चूर्णिते +चूर्णितैः +चूर्णितैरुत्तमाङ्गैः +चूर्णितैर् +चूर्णितो +चूर्णितौ +चूर्णी +चूर्णीकरणे +चूर्णीकृतं +चूर्णीकृतः +चूर्णीकृतम् +चूर्णीकृता +चूर्णीकृताः +चूर्णीकृतानि +चूर्णीकृतेन +चूर्णीकृतैः +चूर्णीकृत्य +चूर्णीचकार +चूर्णीदानम् +चूर्णीबभूवतुः +चूर्णीभूतं +चूर्णीभूता +चूर्णे +चूर्णेन +चूर्णेषु +चूर्णैः +चूर्णैर् +चूर्णैश् +चूर्णैस्तु +चूर्णो +चूर्णोत्सवं +चूर्ण्ण +चूर्ण्णं +चूर्ण्य +चूर्ण्यते +चूर्तिः +चूल +चूला +चूलिका +चूलिकायाः +चूलिकालवणं +चूलिनः +चूली +चूलेिका +चूल्ली +चूष +चूषति +चूषा +चूष्यं +चूष्यते +चूहा +चूहि +चूहे +चृत +चृता +चृतामसि +चृती +चृ॑त +चे +चें +चेंद्रो +चेः +चेअ +चेइ +चेक +चेकितान +चेकितानं +चेकितानः +चेकितानम् +चेकितानश्च +चेकिताना +चेकितानो +चेकिते +चेकि॑तानः +चेकि॑ताना +चेकी +चेकीयते +चेक्रीयते +चेक्षणे +चेक्षते +चेक्षुमेहतः +चेक्षुरसं +चेक्षेत +चेखिद्यते +चेङ्गलराय +चेङ्गलरायरेड्डी +चेच +चेचीयते +चेच् +चेच्च +चेच्चतुर्थ्यर्थे +चेच्छङ्का +चेच्छतः +चेच्छति +चेच्छन् +चेच्छन्ति +चेच्छब्दः +चेच्छब्देन +चेच्छब्दो +चेच्छया +चेच्छसि +चेच्छा +चेच्छापं +चेच्छामि +चेच्छुणु +चेच्छृणु +चेच्छेत् +चेच्छेषेषु +चेच्छ्रान्तो +चेज् +चेज्जसि +चेज्जानासि +चेज्जायते +चेज्जीवति +चेज्ज्ञानं +चेज्यमानः +चेज्यया +चेझ +चेञ्ज् +चेट +चेटं +चेटः +चेटकः +चेटति +चेटानां +चेटि +चेटिका +चेटिकां +चेटिकाम् +चेटी +चेटीं +चेटीभिः +चेटो +चेट्टि +चेट्या +चेट्यौ +चेडा +चेडी +चेडे +चेत +चेतं +चेतः +चेतःप्रीतिं +चेतःसमाधिं +चेतःसमाधिः +चेतःसु +चेतक +चेतकः +चेतकी +चेततः +चेतति +चेतति॒ +चेततीति +चेतते +चेतत् +चेतत्राह +चेतथः +चेतन +चेतनं +चेतनः +चेतनतया +चेतनता +चेतनत्व +चेतनत्वं +चेतनत्वात् +चेतनत्वे +चेतनत्वेन +चेतनमचेतनं +चेतनमपि +चेतनमिति +चेतनमित्याहुः +चेतनमिव +चेतनम् +चेतनया +चेतनरूप +चेतनवत्प्रतिष्ठापितं +चेतनवदुपचारो +चेतनश्च +चेतनश्चेतनानामेको +चेतनश्चेतनानाम् +चेतनस्य +चेतनस्यापि +चेतनस्यैव +चेतनस्वरूप +चेतना +चेतनां +चेतनाः +चेतनाकाशे +चेतनाचेतन +चेतनाचेतनं +चेतनाचेतनत्वेन +चेतनाचेतनभेदेन +चेतनाचेतनयोः +चेतनाचेतनस्वरूपापन्नं +चेतनाचेतनात्मकं +चेतनाचेतनात्मकम् +चेतनाचेतनानि +चेतनाचेतनेषु +चेतनात् +चेतनाधिष्ठितं +चेतनानधिष्ठितं +चेतनानधिष्ठितस्य +चेतनानां +चेतनानाम् +चेतनानि +चेतनान् +चेतनाम् +चेतनाया +चेतनायां +चेतनायाः +चेतनायाश्च +चेतनावत +चेतनावदिव +चेतनावान् +चेतनाश्चापि +चेतने +चेतनेति +चेतनेन +चेतनेषु +चेतनेऽपि +चेतनैव +चेतनो +चेतनोऽपि +चेतनोऽहं +चेतनौ +चेतन्ती +चेतन्ते +चेतन्न +चेतयः +चेतयत +चेतयति +चेतयतीति +चेतयते +चेतयध्वमिति +चेतयन्ती +चेतयन्ते +चेतयमानं +चेतयमाना +चेतयमानाः +चेतयसे +चेतयितव्यं +चेतयिता +चेतयित्वा +चेतयेत् +चेतयेथाम् +चेतर +चेतरः +चेतरत् +चेतरम् +चेतरस्य +चेतरा +चेतराणि +चेतरे +चेतरेषां +चेतरेषामनाम्नानात् +चेतरैः +चेतरौ +चेतव्य +चेतव्यः +चेतव्यम् +चेतव्येति +चेतश् +चेतश्च +चेतश्चित्तं +चेतस +चेतसः +चेतसम् +चेतसा +चेतसां +चेतसाम् +चेतसाऽनन्यगामिता +चेतसि +चेतसीति +चेतसीव +चेतसे +चेतसेति +चेतसैव +चेतसो +चेतसोऽनन्यगामिता +चेतसोऽपि +चेतस् +चेतस्ततो +चेतस्तव +चेतस्ते +चेतस्य +चेता +चेतांसि +चेताः +चेतापयति +चेतावनी +चेतासि +चेति +चेतितं +चेतितमिति +चेतिता +चेतिनिरूपणनामा +चेतियं +चेतिष्ठः +चेतिष्ठमरतिं +चेतिष्ठम् +चेतिष्ठो +चेतिहासं +चेति॑ +चेति॒ +चेतीति +चेतीश्वरा +चेतु +चेतुं +चेतुना +चेतू +चेते +चेतेि +चेतो +चेतोभुवः +चेतोभुवो +चेतोभृङ्ग +चेतोमुखः +चेतोहरा +चेतोऽन्तःकरणं +चेतोऽस्य +चेत् +चेत्कथं +चेत्कन्या +चेत्करोषि +चेत्कर्ता +चेत्कर्म +चेत्कर्मणस्ते +चेत्कविः +चेत्कान्त +चेत्कारकं +चेत्कार्यं +चेत्किं +चेत्किमिति +चेत्कुतः +चेत्कुतूहलम् +चेत्कुतो +चेत्कुरुते +चेत्कृतं +चेत्को +चेत्क्रियते +चेत्क्वचित् +चेत्त +चेत्तं +चेत्ततः +चेत्ततो +चेत्तत् +चेत्तत्कथं +चेत्तत्र +चेत्तत्राह +चेत्तत्राऽऽह +चेत्तत्रोच्यते +चेत्तथा +चेत्तथापि +चेत्तथाऽपि +चेत्तदपि +चेत्तदभिमन्येत +चेत्तदा +चेत्तदाह +चेत्तदुक्तम् +चेत्तदेव +चेत्तदैव +चेत्तद्भवति +चेत्तन्न +चेत्तन्मे +चेत्तपसा +चेत्तर्हि +चेत्तव +चेत्तस्मै +चेत्तस्य +चेत्तस्यां +चेत्तहि +चेत्ता +चेत्तात +चेत्तारं +चेत्तारमधिराजमक्रन् +चेत्तारम् +चेत्ता॑ +चेत्तु +चेत्तुभ्यं +चेत्तुल्यं +चेत्तुल्यम् +चेत्ते +चेत्तेन +चेत्तेषां +चेत्त्यजसि +चेत्त्वं +चेत्त्वमिमं +चेत्त्वया +चेत्त्वां +चेत्थ +चेत्थं +चेत्थमेव +चेत्थम् +चेत्न +चेत्परं +चेत्पादपूरणम् +चेत्पिता +चेत्पुत्र +चेत्पुत्रिणी +चेत्पुनः +चेत्पुष्करिण्यां +चेत्पूर्वं +चेत्प्रभो +चेत्प्राणयुक्तोऽपि +चेत्प्राणांस्त्यजाम्यहम् +चेत्प्रियं +चेत्फलं +चेत्फलम् +चेत्य +चेत्यं +चेत्यंशपञ्चकम् +चेत्यत +चेत्यतः +चेत्यते +चेत्यत्र +चेत्यत्रापि +चेत्यथ +चेत्यदि +चेत्यनुक्रमात् +चेत्यनुवर्तते +चेत्यनेन +चेत्यन्तेन +चेत्यन्ये +चेत्यन्वयः +चेत्यपि +चेत्यभिधीयते +चेत्यभिप्रायः +चेत्यभिप्रायेणतत्त्वतः +चेत्यभिप्रायेणाह +चेत्यम् +चेत्यर्थ +चेत्यर्थः +चेत्यर्थे +चेत्यष्टौ +चेत्यस्य +चेत्या +चेत्यादयः +चेत्यादि +चेत्यादिः +चेत्यादिना +चेत्यादिनिरूपणनामा +चेत्यादिभिः +चेत्यादीनां +चेत्यादीनि +चेत्यादौ +चेत्याद्या +चेत्यानुपातरहितं +चेत्यास्तां +चेत्याह +चेत्यु +चेत्युक्तं +चेत्युक्तम् +चेत्युक्ता +चेत्युक्त्वा +चेत्युच्यत +चेत्युच्यते +चेत्युपासीत +चेत्युभयं +चेत्युभयमपि +चेत्युभयोः +चेत्युभे +चेत्युभौ +चेत्युवाच +चेत्येक +चेत्येकं +चेत्येके +चेत्येकेषाम् +चेत्येतत् +चेत्येतदनूद्य +चेत्येतयोर्व्युत्क्रमेणान्धयः +चेत्येतानि +चेत्येते +चेत्येतौ +चेत्येन +चेत्येव +चेत्येवं +चेत्येष +चेत्येषा +चेत्यो +चेत्य् +चेत्र +चेत्स +चेत्संज्ञा +चेत्सञ्ज्ञा +चेत्सत्यं +चेत्सत्यम् +चेत्सन्ति +चेत्समं +चेत्सा +चेत्साधु +चेत्सुदुराचारः +चेत्सुदुराचारो +चेत्सोऽपि +चेत्स्यात् +चेत्स्यात्तदा +चेत्स्वयं +चेत्स्वयम् +चेत्स्वामितीर्थे +चेत्‌ +चेत॑ति +चेत॑नं +चेत॑नः +चेत॑नम् +चेत॑न्ती +चेत॑सा +चेथ् +चेद +चेदं +चेदक्षतयोनिः +चेदत +चेदत्र +चेदत्राह +चेदत्राहुः +चेदत्रोच्यते +चेदथ +चेदद्य +चेदधिकं +चेदधिमासास्तदैन्दवाः +चेदन +चेदनूत्पद्यन्ते +चेदनृतं +चेदनेन +चेदन्यं +चेदन्यत्र +चेदन्यथा +चेदन्येन +चेदन्यो +चेदपि +चेदमनुमानम् +चेदमपि +चेदमब्रवीत् +चेदमब्रुवन् +चेदमस्ति +चेदमिति +चेदमिदं +चेदमुक्तम् +चेदमुच्यते +चेदमुपतिष्ठते +चेदमुवाच +चेदमेव +चेदम् +चेदयं +चेदयः +चेदयति +चेदयम् +चेदयश्च +चेदर्थे +चेदविद्वानुद्गास्यसि +चेदविद्वान् +चेदविद्वान्प्रतिहरिष्यसि +चेदविद्वान्प्रस्तोष्यसि +चेदविवादस्ते +चेदवेदीदथ +चेदसि +चेदसौ +चेदस्ति +चेदस्तु +चेदस्मै +चेदस्य +चेदहं +चेदहम् +चेदहह +चेदा +चेदानन्द +चेदानीं +चेदानीन्तनी +चेदानीमपि +चेदानीमप्युपरतमिति +चेदाशु +चेदाह +चेदि +चेदिच्छसि +चेदिडया +चेदिति +चेदित्यनेन +चेदित्यर्थः +चेदित्यादि +चेदिदं +चेदिदमुत्तरं +चेदिदम् +चेदिदानीं +चेदिपः +चेदिपतिः +चेदिपो +चेदिभूपतिः +चेदिभूभुजे +चेदियं +चेदिराज +चेदिराजं +चेदिराजः +चेदिराजस्य +चेदिराजो +चेदिराट् +चेदिषु +चेदिष्टं +चेदिह +चेदिहावेदीन्महती +चेदी +चेदीदृशं +चेदीनां +चेदु +चेदुच्यते +चेदुभे +चेदू +चेदृशं +चेदृशः +चेदृशम् +चेदृशा +चेदृशी +चेदृशे +चेदृशो +चेदे +चेदेतस्मिन्वयसि +चेदेनं +चेदेव +चेदेवं +चेदेवमिति +चेदेवमुच्यते +चेदेवम् +चेदेष +चेद् +चेद्गुह्यं +चेद्ग्रह +चेद्तद्भवति +चेद्दक्षिणामुखः +चेद्दण्ड्यः +चेद्देव +चेद्देवि +चेद्ध +चेद्धनुषः +चेद्धर्मं +चेद्धि +चेद्ब्रूयात् +चेद्भजते +चेद्भवति +चेद्भवान् +चेद्भविष्यति +चेद्भवेत् +चेद्यः +चेद्यथा +चेद्यदि +चेद्या +चेद्रजस्वला +चेद्रहस्यं +चेद्राज्ञे +चेद्रात्रौ +चेद्राम +चेद्वच्मि +चेद्वतिः +चेद्वद +चेद्वदनं +चेद्वयं +चेद्वरं +चेद्वर्तते +चेद्वर्धते +चेद्वसुमती +चेद्वस्तु +चेद्वा +चेद्वाक्यं +चेद्विजानीयादयमस्मीति +चेद्विभागे +चेद्विवक्षितं +चेद्वेत्सि +चेद्वेद +चेद्वै +चेद्‌ +चेध्यस्वाग्ने +चेन +चेनं +चेनि +चेनैव +चेन् +चेन्दोः +चेन्द्र +चेन्द्रं +चेन्द्रः +चेन्द्रजितो +चेन्द्रवारुणी +चेन्द्रश् +चेन्द्रस्य +चेन्द्राग्नी +चेन्द्राणी +चेन्द्राय +चेन्द्रि +चेन्द्रिय +चेन्द्रियं +चेन्द्रियगोचराः +चेन्द्रियनिग्रहः +चेन्द्रियम् +चेन्द्रियस्य +चेन्द्रियाणां +चेन्द्रियाणामिति +चेन्द्रियाणाम् +चेन्द्रियाणि +चेन्द्रियात्मा +चेन्द्रियेण +चेन्द्रियेषु +चेन्द्रियैः +चेन्द्रे +चेन्द्रेण +चेन्द्रो +चेन्न +चेन्नः +चेन्नई +चेन्नकेशवदेवालयः +चेन्ननु +चेन्नम्म +चेन्नम्मा +चेन्नम्मायाः +चेन्नरः +चेन्ना +चेन्नातः +चेन्नाधिकारिकमण्डलस्थोक्तेः +चेन्नानादित्वात् +चेन्नानेकप्रतिपत्तेर्दर्शनात् +चेन्नापूर्वत्वात् +चेन्नाम +चेन्नाविशेषात् +चेन्नास्ति +चेन्निर्देशविपर्ययः +चेन्नृप +चेन्नेतराधिकारात् +चेन्नेति +चेन्नेत्याह +चेन्नेष्टादिकारिणां +चेन्नै +चेन्नैतः +चेन्नैनगरात् +चेन्नैनगरे +चेन्नैमण्डलम् +चेन्नैव +चेन्नैवम् +चेन्नैष +चेन्नो +चेन्नोत्पत्तिमात्रनिमित्तत्वात् +चेन्नोभयलोकबान्धवः +चेन्न्यस्यते +चेन्मतम् +चेन्मधु +चेन्मध्ये +चेन्मन्यते +चेन्मन्यसे +चेन्मम +चेन्ममार +चेन्मया +चेन्मयि +चेन्मरणं +चेन्महादोषो +चेन्मह्यं +चेन्मा +चेन्मां +चेन्मानुषं +चेन्मिथ्या +चेन्मुने +चेन्मे +चेन्मैवं +चेन्मैवमित्याह +चेन्मैवम् +चेन्मोक्षो +चेन्म्रियते +चेपे +चेप्सितं +चेप्सितम् +चेप्सितान् +चेम +चेमं +चेमा +चेमां +चेमाः +चेमानि +चेमान् +चेमामनेकरूपां +चेमाम् +चेमे +चेमेऽरण्ये +चेमौ +चेम्बर् +चेय +चेयं +चेयता +चेयते +चेयदि +चेयमसितेक्षणा +चेयमिति +चेयम् +चेयर्थः +चेये +चेयेष +चेर +चेरतुः +चेरतुस्तत्र +चेरतुस्तप +चेरतुस्तौ +चेरव +चेरवे +चेरस्तेये +चेराः +चेराणां +चेरापूञ्जी +चेरितः +चेरितम् +चेरुः +चेरुश्चीरपरिग्रहाः +चेरे +चेर्ष्या +चेल +चेलं +चेलखेटकटुककाण्डं +चेलति +चेलतुः +चेलत्वं +चेलम् +चेला +चेलानि +चेलु +चेलुः +चेलुश्च +चेलृ +चेले +चेल् +चेल्लिखितं +चेल्वलः +चेव +चेवं +चेवा +चेशं +चेशानं +चेशानः +चेशिता +चेशितुः +चेशे +चेशो +चेश्वर +चेश्वरं +चेश्वरः +चेश्वरपारमेश्वरयोः +चेश्वरम् +चेश्वरवचनं +चेश्वरस्य +चेश्वराः +चेश्वराणां +चेश्वरान् +चेश्वरि +चेश्वरी +चेश्वरे +चेश्वरेच्छया +चेश्वरेण +चेश्वरो +चेष +चेषं +चेषं॑ +चेषमूर्जं +चेषा +चेषां +चेषीष्ट +चेषु +चेषुधिमते +चेषुभिः +चेषुमते +चेषोवृधीयं +चेष्ट +चेष्टं +चेष्टः +चेष्टका +चेष्टकामये +चेष्टत +चेष्टतः +चेष्टति +चेष्टते +चेष्टदः +चेष्टदा +चेष्टध्वं +चेष्टनं +चेष्टन्त +चेष्टन्ते +चेष्टमानं +चेष्टमानः +चेष्टमानस्ततः +चेष्टमानो +चेष्टम् +चेष्टयति +चेष्टयते +चेष्टयत्यपि +चेष्टया +चेष्टसे +चेष्टस्य +चेष्टस्व +चेष्टा +चेष्टां +चेष्टाः +चेष्टाओं +चेष्टात्वं +चेष्टानां +चेष्टानि +चेष्टापतिः +चेष्टापत्ति +चेष्टापत्तिः +चेष्टापि +चेष्टाबलं +चेष्टाभिः +चेष्टाभेदे +चेष्टामनुरुध्यन्ते +चेष्टामाक्षिप्यातिबला +चेष्टामात्रा +चेष्टाम् +चेष्टाय +चेष्टाया +चेष्टायां +चेष्टायाः +चेष्टायामनध्वनि +चेष्टायामिति +चेष्टायाम् +चेष्टायै +चेष्टावन्तो +चेष्टाविशेषः +चेष्टाविशेषानुमितेन +चेष्टाशब्देन +चेष्टाश्च +चेष्टासु +चेष्टास्तु +चेष्टाऽपि +चेष्टि +चेष्टिः +चेष्टितं +चेष्टितः +चेष्टितमिति +चेष्टितम् +चेष्टितवान् +चेष्टितस्य +चेष्टितानि +चेष्टितुं +चेष्टितुम् +चेष्टिते +चेष्टितेन +चेष्टितैः +चेष्टित्वा +चेष्टे +चेष्टेत +चेष्टेति +चेष्टेन +चेष्टेव +चेष्टो +चेष्टौ +चेष्ट्वा +चेष्यत +चेष्यति +चेष्यते +चेष्यन्ते +चेष्यमाणा +चेष्यमाणो +चेस +चेह +चेहते +चेहरे +चेहा +चेहापि +चेहार्थः +चेहास्ति +चेहोपलब्धिः +चेऽति +चेऽत्यादि +चेि +चे॒कि॒ते॒ +चे॒तय॑न्ती +चे॒ति॒ +चे॒त॒ति॒ +चे॒दं +चे॒ह +चे᳘ति +चै +चैं +चैः +चैक +चैकं +चैकः +चैककं +चैककम् +चैककाले +चैकके +चैकचित्ततन्त्रं +चैकतः +चैकता +चैकतां +चैकताम् +चैकतो +चैकत्र +चैकत्वं +चैकत्वात् +चैकत्वे +चैकत्वेऽपि +चैकदा +चैकदिने +चैकदेश +चैकदेशं +चैकदेशः +चैकदेशे +चैकदेशो +चैकधा +चैकध्यं +चैकध्यमभिसंक्षिप्य +चैकनिरन्तरसर्वशिव +चैकनिरन्तरसर्वशिवं +चैकपदे +चैकभक्तं +चैकभक्त्या +चैकभागं +चैकभागया +चैकभागिकम् +चैकभागेन +चैकमना +चैकमनाः +चैकमिति +चैकमेव +चैकम् +चैकया +चैकरात्रं +चैकरूपया +चैकलः +चैकला +चैकवचनं +चैकविंशं +चैकविंशकम् +चैकविंशतिः +चैकशः +चैकशफं +चैकशफाः +चैकशेषो +चैकश्च +चैकस्थाने +चैकस्मिन् +चैकस्य +चैकस्या +चैकस्यां +चैकस्यैव +चैकहस्तेन +चैकहेलया +चैका +चैकां +चैकांशं +चैकाकिना +चैकाकी +चैकाग्रमानसः +चैकादश +चैकादशं +चैकादशी +चैकादशीं +चैकादशे +चैकादशैव +चैकादश्यां +चैकान्तमनश्नतः +चैकान्ते +चैकान्तेन +चैकापि +चैकार्णवे +चैकाहं +चैकाहान्तरः +चैकाहाहीनसत्रेषु +चैकीकृत्य +चैके +चैकेति +चैकेन +चैकेनैव +चैकेषां +चैकैक +चैकैकं +चैकैकयाऽऽज्याहुत्या +चैकैकशो +चैकैकस्य +चैकैका +चैकैकानि +चैकैव +चैको +चैकोऽपि +चैक्यं +चैच +चैच्छत् +चैटतं +चैटयत +चैडं +चैत +चैतं +चैतः +चैतच् +चैतच्च +चैतत् +चैतत्कर्म +चैतत्तथा +चैतत्त्रयं +चैतत्त्वया +चैतत्सदा +चैतत्सर्वं +चैतदग्रे +चैतदपि +चैतदस्ति +चैतदस्माभिः +चैतदिति +चैतदित्याह +चैतदिष्टं +चैतदिष्टम् +चैतदुक्तं +चैतदुक्तम् +चैतदुदाहृतम् +चैतदुपास्यम् +चैतदुभयं +चैतदुभयमपि +चैतदुवाच +चैतदेव +चैतदेवं +चैतदेवम् +चैतदो +चैतद् +चैतद्धविर्भवतु +चैतद्धि +चैतद्भगवता +चैतद्युक्तम् +चैतद्युज्यते +चैतद्वचः +चैतद्वाच्यं +चैतद्विद्मः +चैतद्वै +चैतद्व्रतं +चैतन् +चैतन्न +चैतन्न्याय्यम् +चैतन्मते +चैतन्मन्तव्यं +चैतन्मया +चैतन्मे +चैतन्य +चैतन्यं +चैतन्यः +चैतन्यचरितोदयः +चैतन्यज्योतिषः +चैतन्यज्योतिषो +चैतन्यमपि +चैतन्यमहाप्रभुः +चैतन्यमात्मेति +चैतन्यमात्र +चैतन्यमात्रं +चैतन्यमात्रस्य +चैतन्यमिति +चैतन्यमित्यर्थः +चैतन्यमेकं +चैतन्यमेव +चैतन्यम् +चैतन्ययोगात् +चैतन्यरूप +चैतन्यरूपं +चैतन्यरूपिणी +चैतन्यवत् +चैतन्यविशिष्टः +चैतन्यस्य +चैतन्यस्यापि +चैतन्यस्यैव +चैतन्यस्वरूप +चैतन्यहरितामृतम् +चैतन्या +चैतन्यात् +चैतन्यात्मकं +चैतन्याभासानां +चैतन्याय +चैतन्ये +चैतन्येति +चैतन्येन +चैतन्यो +चैतन्‍य +चैतम् +चैतया +चैतयोः +चैतर्हि +चैतसिका +चैतसिकी +चैतस्मादर्वाञ्चो +चैतस्मिन् +चैतस्य +चैतस्या +चैतस्यां +चैतस्याः +चैता +चैतां +चैतांस्त्रीन्गुणानतिवर्तते +चैताः +चैतादृङ् +चैतादृशं +चैतादृशी +चैतानि +चैतान् +चैतावता +चैतावतेति +चैतावत् +चैतासां +चैतासु +चैति +चैते +चैतेन +चैतेनानुवाकेन +चैतेभ्यः +चैतेभ्यो +चैतेषां +चैतेषाम् +चैतेषु +चैतैः +चैतौ +चैत् +चैत्ता +चैत्य +चैत्यं +चैत्यः +चैत्यतरुं +चैत्यद्रुमे +चैत्यबिम्बे +चैत्यमायतनं +चैत्यमुपनिश्रित्य +चैत्यम् +चैत्यर्थः +चैत्यवन्दनादौ +चैत्यवन्दने +चैत्यवृक्षं +चैत्यवृक्षः +चैत्यवृक्षे +चैत्यवृक्षेषु +चैत्यस्थाने +चैत्यस्य +चैत्या +चैत्यांश्च +चैत्यानां +चैत्यानि +चैत्याश्च +चैत्ये +चैत्येषु +चैत्र +चैत्रं +चैत्रः +चैत्रकं +चैत्रके +चैत्रक्षपा +चैत्रपौषे +चैत्रमास +चैत्रमासं +चैत्रमासः +चैत्रमासस्य +चैत्रमासादथारभ्य +चैत्रमासि +चैत्रमासे +चैत्रम् +चैत्ररथ +चैत्ररथं +चैत्ररथपर्वणि +चैत्ररथम् +चैत्ररथसंश्रये +चैत्ररथी +चैत्ररथे +चैत्ररथेन +चैत्रवत् +चैत्रशुक्ल +चैत्रशुक्लचतुर्दश्यां +चैत्रशुक्लतृतीयायां +चैत्रशुक्लत्रयोदश्यां +चैत्रशुक्लद्वितीयायां +चैत्रशुक्लनवमी +चैत्रशुक्लनवम्यां +चैत्रशुक्लप्रतिपदि +चैत्रशुक्लस्य +चैत्रशुक्लादथारभ्य +चैत्रशुक्लादेः +चैत्रशुक्ले +चैत्रस्तण्डुलं +चैत्रस्य +चैत्रस्यैव +चैत्रा +चैत्रादारभ्य +चैत्रादि +चैत्रादिचतुरो +चैत्रादिमासानां +चैत्रादिषु +चैत्रादीनां +चैत्रादेः +चैत्रादौ +चैत्राय +चैत्रिकः +चैत्रिको +चैत्री +चैत्रीं +चैत्रे +चैत्रेण +चैत्रेमासि +चैत्रेऽपि +चैत्रेऽशोका +चैत्रो +चैत्रोत्सवे +चैत्र् +चैत्र्यां +चैदिक +चैद्य +चैद्यं +चैद्यः +चैद्यस्य +चैद्ये +चैद्येन +चैद्यो +चैध +चैधि +चैन +चैनं +चैनदेवं +चैनदे॒वव्वेँद॑ +चैनद् +चैनमधीयते +चैनमस्मिन् +चैनमालोक्य +चैनमिति +चैनमुपाघ्राय +चैनमुवाच +चैनमेवं +चैनमे॒वव्वेँद॑ +चैनम् +चैनश्चकृम +चैना +चैनां +चैनान् +चैनाम् +चैने +चैनेन +चैनो +चैन्तितः +चैन्द्रं +चैन्द्री +चैन्द्रे +चैन्न +चैप +चैपा +चैपां +चैब +चैभिः +चैयं +चैरावती +चैल +चैलं +चैला +चैलाजिनकुशोत्तरं +चैलाजिनकुशोत्तरम् +चैलाजिने +चैले +चैलेन +चैव +चैवं +चैवंप्रकारस्फुटार्थप्रतिपादकानि +चैवंप्रकाराणि +चैवंविद्वान् +चैवंविद्वान्त् +चैवंविधं +चैवंविधा +चैवंविधे +चैवंसति +चैवमतिप्रसङ्गः +चैवमनवस्था +चैवमपि +चैवमब्रवीत् +चैवमसाध्यरूपं +चैवमस्ति +चैवमादि +चैवमादिषु +चैवमादीनि +चैवमादौ +चैवमाद्या +चैवमायाचनपरस्तिष्ठति +चैवमाह +चैवमिति +चैवमिष्यते +चैवमुक्तं +चैवमुच्यते +चैवमुपन्यासः +चैवमुवाच +चैवमेके +चैवमेव +चैवमेवेति +चैवम् +चैवहि +चैवा +चैवाक्षयं +चैवाखिलं +चैवाग्निहोत्रिणाम् +चैवाघमर्षणम् +चैवाङ्गिरसे +चैवाचिरोदिते +चैवाति +चैवातिसारं +चैवातिसारे +चैवात्मनश्च +चैवात्मना +चैवात्मनात्मानं +चैवात्र +चैवाथ +चैवादौ +चैवाद्य +चैवाधिदैवतं +चैवानन्यदेवताः +चैवानिलं +चैवानुमत्यै +चैवानुलेपनम् +चैवानृतं +चैवान्तःशरीरस्थं +चैवान्नं +चैवान्नादश्च +चैवान्नाद्ये +चैवान्यमना +चैवान्या +चैवान्ये +चैवापरं +चैवापरः +चैवापरा +चैवापराजिता +चैवापरेऽहनि +चैवापि +चैवापियन्ति +चैवाप्युपासीत +चैवाप्रमेयस्य +चैवामरावतीम् +चैवामूर्तं +चैवामृतं +चैवायं +चैवार्षभी +चैवावधार्यताम् +चैवावसक्थिकाम् +चैवाविधानतः +चैवासौ +चैवास्ति +चैवास्मा +चैवास्मि +चैवास्मिन् +चैवास्मै +चैवास्य +चैवास्यानुकुर्वीत +चैवाहं +चैवाहःस्वर्वाक्षु +चैवाहमर्जुन +चैवाहर् +चैवाहुतं +चैवाऽस्ति +चैवे +चैवेति +चैवेत्येवकारस्य +चैवेदं +चैवेन्द्रियेण +चैवेमां +चैवेयं +चैवेह +चैवै +चैवैते +चैवैतेन +चैवैनं +चैवैनम् +चैवैनां +चैवैष +चैवैषां +चैवोक्ता +चैवोत्तमं +चैवोत्तरे +चैवोदाहृतम् +चैवोपजायते +चैवोभयात्मिका +चैशं +चैशाने +चैशान्यां +चैशान्ये +चैशे +चैश्च +चैश्वरं +चैश्वरे +चैश्वर्यं +चैश्वर्य्यं +चैष +चैषः +चैषा +चैषां +चैषामर्था +चैषामिति +चैषाम् +चैषु +चैषो +चैषोऽपि +चैषोऽस्येति +चैह +चैहिकं +चै॒तं +चै॒व +चो +चोः +चोक +चोकूयते +चोक् +चोक्त +चोक्तं +चोक्तः +चोक्तत्वात् +चोक्तम +चोक्तमपि +चोक्तमिति +चोक्तमेव +चोक्तम् +चोक्तम्‌ +चोक्तरीत्या +चोक्तवत् +चोक्तवान् +चोक्तस्य +चोक्ता +चोक्ताः +चोक्तानि +चोक्ते +चोक्तेः +चोक्तेन +चोक्तो +चोक्तौ +चोक्त्वा +चोक्त्वाथ +चोक्थे +चोक्षाणं +चोक्षेषु +चोग्रं +चोग्रचण्डा +चोग्रस्य +चोग्रा +चोग्राणि +चोग्राय +चोग्रासु +चोग्रेण +चोच +चोचं +चोचकं +चोचिता +चोचिरे +चोचुः +चोच्चं +चोच्चरन् +चोच्चरेत् +चोच्चार्य +चोच्चैः +चोच्छिष्टं +चोच्छिष्टः +चोच्छेदः +चोच्छ्रयं +चोच्छ्रयः +चोच्छ्रयम् +चोच्छ्रिते +चोच्यत +चोच्यते +चोच्यतेकालस्य +चोच्यतेऽस्मिन्नध्याये +चोच्यन्ते +चोज्जयिनी +चोज्जयिनीं +चोज्जयिन्यां +चोज्ज्वलं +चोट +चोटियों +चोटी +चोडा +चोढा +चोत +चोतति +चोता +चोति +चोत्कण्ठां +चोत्कृत्य +चोत्कृष्टं +चोत्कृष्टे +चोत्क्षिप्य +चोत्त +चोत्तम +चोत्तमं +चोत्तमः +चोत्तमम् +चोत्तमा +चोत्तमां +चोत्तमाः +चोत्तमानि +चोत्तमान् +चोत्तमाम् +चोत्तमे +चोत्तमेन +चोत्तमैः +चोत्तमो +चोत्तमोत्तमम् +चोत्तर +चोत्तरं +चोत्तरः +चोत्तरणाय +चोत्तरत +चोत्तरतः +चोत्तरतन्त्रे +चोत्तरतो +चोत्तरत्र +चोत्तरदिग्भागे +चोत्तरपदलोप +चोत्तरपदलोपः +चोत्तरपदस्य +चोत्तरपदे +चोत्तरपदेषु +चोत्तरम् +चोत्तरयोः +चोत्तरस्य +चोत्तरस्यां +चोत्तरा +चोत्तरां +चोत्तराः +चोत्तराग्रं +चोत्तरात्रयम् +चोत्तरान् +चोत्तरान्तं +चोत्तरायणम् +चोत्तरायणे +चोत्तरायता +चोत्तरारणिं +चोत्तरारणिम् +चोत्तरार्धे +चोत्तराषाढा +चोत्तरीयं +चोत्तरे +चोत्तरेण +चोत्तरेषु +चोत्तरेऽथ +चोत्तरेऽपि +चोत्तरो +चोत्तरोत्तरं +चोत्तरोत्तरम् +चोत्तस्थौ +चोत्ताना +चोत्तार्य +चोत्तिष्ठति +चोत्तीर्य +चोत्थानं +चोत्थापनं +चोत्थाप्य +चोत्थाय +चोत्थितं +चोत्थितः +चोत्थितम् +चोत्थिता +चोत्थिताः +चोत्थिते +चोत्पत्ति +चोत्पत्तिं +चोत्पत्तिः +चोत्पत्तिर्न +चोत्पत्तिसंयोगात् +चोत्पत्तेः +चोत्पत्तौ +चोत्पद्यत +चोत्पद्यते +चोत्पन्न +चोत्पन्नं +चोत्पन्नः +चोत्पन्ना +चोत्पन्नाः +चोत्पन्ने +चोत्पलं +चोत्पलानि +चोत्पाट्य +चोत्पातनिमित्ताभ्यां +चोत्पाताः +चोत्पादयति +चोत्पादयन्ति +चोत्पादिता +चोत्पादिते +चोत्पाद्य +चोत्प्रेक्षा +चोत्सर्गे +चोत्सवं +चोत्सवः +चोत्सवमाचरेत् +चोत्सवम् +चोत्सवस्य +चोत्सवे +चोत्सहे +चोत्सुकः +चोत्सुकाः +चोत्सृजेत् +चोत्सृज्य +चोत्सेधं +चोद +चोदः +चोदक +चोदकं +चोदकः +चोदकक्रिया +चोदकतः +चोदकप्राप्तं +चोदकप्राप्तस्य +चोदकप्राप्ते +चोदकम् +चोदकस्य +चोदकात् +चोदकुम्भं +चोदकुम्भश्च +चोदके +चोदकेन +चोदको +चोदत +चोदते +चोदद्राध +चोदन +चोदनं +चोदनः +चोदनम् +चोदनया +चोदना +चोदनां +चोदनाः +चोदनात् +चोदनाद्यविशेषात् +चोदनाया +चोदनायां +चोदनायाः +चोदनार्थः +चोदनालक्षण +चोदनालक्षणो +चोदनालक्षणोऽर्थो +चोदनाशब्दः +चोदनासु +चोदनासूत्रे +चोदनीयं +चोदनीयम् +चोदनीया +चोदने +चोदनेति +चोदनैकत्वात् +चोदनैव +चोदय +चोदयं +चोदयः +चोदयत +चोदयति +चोदयतिकथं +चोदयतिननु +चोदयतीति +चोदयते +चोदयत् +चोदयनं +चोदयन् +चोदयन्ति +चोदयन्तो +चोदयन्मते +चोदयम् +चोदयसि +चोदयस्व +चोदया +चोदयाते +चोदयात् +चोदयादिति +चोदयामास +चोदयामि +चोदयाश्वान्हृषीकेश +चोदयासि +चोदयासे +चोदयिता +चोदयित्री +चोदयित्वा +चोदयिष्यति +चोदये +चोदयेत् +चोदयो +चोदय॒ +चोदरं +चोदरम् +चोदरस्य +चोदरे +चोदरेण +चोदस्व +चोदात्त +चोदात्तः +चोदात्तवति +चोदात्तवतीति +चोदामि +चोदाहरणं +चोदाहरणम् +चोदाहरणे +चोदाहरति +चोदाहरन्ति +चोदाहरन्त्यत्र +चोदाहृतं +चोदाहृतम् +चोदाहृत्य +चोदित +चोदितं +चोदितः +चोदितत्वात् +चोदितत्वाद् +चोदितम् +चोदितस्य +चोदिता +चोदिताः +चोदितानां +चोदितानि +चोदितान् +चोदितान्यथा +चोदितायां +चोदिते +चोदितेन +चोदितो +चोदितौ +चोदिम +चोदि॒ता +चोदीः +चोदीची +चोदेति +चोदेहीति +चोद्गाता +चोद्गारे +चोद्दिश्य +चोद्दिष्टं +चोद्दिष्टा +चोद्देशो +चोद्धतः +चोद्धरणं +चोद्धरणे +चोद्धरति +चोद्धरेत् +चोद्धव +चोद्धवः +चोद्धारं +चोद्धृतं +चोद्धृतः +चोद्धृतम् +चोद्धृता +चोद्धृते +चोद्धृत्य +चोद्भवः +चोद्य +चोद्यं +चोद्यत +चोद्यतः +चोद्यता +चोद्यताः +चोद्यते +चोद्यन्ते +चोद्यभाष्यं +चोद्यमः +चोद्यमान +चोद्यमानं +चोद्यमानः +चोद्यमानस्तु +चोद्यमानस्य +चोद्यमाना +चोद्यमानाः +चोद्यमाने +चोद्यमानो +चोद्यमिव +चोद्यम् +चोद्यम्य +चोद्यस्य +चोद्यानं +चोद्यानि +चोद्याने +चोद्यावकाशः +चोद्ये +चोद्येत +चोद्येते +चोद्वर्त्य +चोद्वाहे +चोध्र्व +चोध्र्वमौहूर्तिके +चोन्ज् +चोन्नतं +चोन्नतः +चोन्नतम् +चोन्नता +चोन्नताग्रैः +चोन्नतिः +चोन्नयामि +चोन्मत्तो +चोन्मीलितमालतीसुरभयः +चोप +चोपकल्पयेत् +चोपकल्प्य +चोपकाराय +चोपकारिणि +चोपकालिका +चोपकुञ्चिका +चोपक्रमेत् +चोपक्रम्य +चोपक्रान्तम् +चोपगच्छति +चोपगतं +चोपचर्यते +चोपचारं +चोपचारः +चोपचाराणि +चोपचारेण +चोपचितं +चोपजायते +चोपड़ा +चोपडा +चोपति +चोपतिष्ठति +चोपतिष्ठते +चोपतिष्ठन्ति +चोपदधाति +चोपदध्यात् +चोपदाः +चोपदिशति +चोपदिशन्ति +चोपदिश्यते +चोपदिश्यन्ते +चोपदेशं +चोपदेशः +चोपदेशनं +चोपदेशश्च +चोपदेशे +चोपनः +चोपनतः +चोपनयनं +चोपनयने +चोपनामयति +चोपनायनम् +चोपनायने +चोपनिषत् +चोपनिषत्सु +चोपनीतः +चोपनेता +चोपनेत्री +चोपपतिर्गृहे +चोपपत्तेः +चोपपदे +चोपपदेषु +चोपपद्यत +चोपपद्यते +चोपपन्नं +चोपपन्नमिति +चोपपन्नम् +चोपपातकम् +चोपपातकैः +चोपपादयति +चोपपादयेत् +चोपपादितम् +चोपपाद्य +चोपपीठं +चोपपीठोच्चं +चोपपीडरुधकर्षः +चोपभुज्य +चोपभोक्ता +चोपमा +चोपमार्थे +चोपयुञ्जीत +चोपयोगः +चोपरम्य +चोपरा +चोपरि +चोपरिष्टाच् +चोपरिष्टात् +चोपलं +चोपलक्षणं +चोपलक्षणम् +चोपलक्षितः +चोपलक्ष्यते +चोपलब्धेः +चोपलभेत +चोपलभ्य +चोपलभ्यते +चोपलभ्यन्ते +चोपला +चोपलेभे +चोपवतीश् +चोपवनं +चोपवने +चोपवर्णनम् +चोपवर्हणः +चोपवसेत् +चोपवासं +चोपवासः +चोपवासश्च +चोपवासे +चोपवासेन +चोपविश्य +चोपविष्टं +चोपविष्टः +चोपविष्टो +चोपवीतं +चोपवेश्य +चोपवेश्यते +चोपशाम्यति +चोपशेते +चोपसंख्यानं +चोपसंख्यानम् +चोपसंहारः +चोपसंह्रियते +चोपसङ्ख्यानं +चोपसङ्ख्यानम् +चोपसर्गनिपाताश्च +चोपसेवते +चोपस्कर्तव्यम् +चोपस्थश्चानन्दयितव्यं +चोपस्थानं +चोपस्थानम् +चोपस्थितं +चोपहता +चोपहतो +चोपहर्ता +चोपहर्त्ता +चोपा +चोपांशु +चोपादानं +चोपादाय +चोपाधिः +चोपाधित्वात् +चोपानहौ +चोपायं +चोपायः +चोपासते +चोपासनं +चोपासना +चोपासनां +चोपास्य +चोपास्यत्वेन +चोपेक्षां +चोपेत्य +चोपैति +चोप्पेर् +चोप्रा +चोभय +चोभयं +चोभयचण्डितम् +चोभयतः +चोभयतो +चोभयत्र +चोभयत्रापि +चोभयथा +चोभयमपि +चोभयम् +चोभयादतः +चोभयानवधारणम् +चोभये +चोभयो +चोभयोः +चोभयोरपि +चोभयोरुपवासः +चोभाभ्यां +चोभावपि +चोभे +चोभौ +चोमया +चोमिति +चोर +चोरं +चोरः +चोरक +चोरकं +चोरकः +चोरके +चोरको +चोरगाः +चोरचत्वारिंशी +चोरचत्वारिंशीकथा +चोरट् +चोरणेन +चोरत्वं +चोरत्वम् +चोरदण्डभाक् +चोरदण्डेन +चोरनामगन्धद्रव्यम् +चोरनामगन्धद्रव्ये +चोरपुष्पी +चोरभयं +चोरभयम् +चोरम् +चोरय +चोरयति +चोरयतीति +चोरयते +चोरयन्ति +चोरयामास +चोरयिता +चोरयितुं +चोरयित्वा +चोरल् +चोरसा +चोरसि +चोरस्य +चोरहृतं +चोरा +चोराः +चोराणां +चोरात् +चोरादि +चोराद् +चोरान् +चोराय +चोरि +चोरितं +चोरितम् +चोरितवान् +चोरी +चोरु +चोरुसमं +चोरू +चोरे +चोरेण +चोरेणात्मापहारिणा +चोरेभ्यः +चोरेभ्यो +चोरेषु +चोरेहिं +चोरैः +चोरो +चोरों +चोरौ +चोर् +चोर्जं +चोर्जं॑ +चोर्जश् +चोर्जितं +चोर्जे +चोर्द्ध्वं +चोर्ध्व +चोर्ध्वं +चोर्ध्वकम्पं +चोर्ध्वके +चोर्ध्वगं +चोर्ध्वगा +चोर्ध्वतः +चोर्ध्वपट्टिका +चोर्ध्वपादं +चोर्ध्वपुण्ड्रं +चोर्ध्वम् +चोर्ध्वलोकेशं +चोर्ध्वा +चोर्ध्वे +चोर्मिभिः +चोर्रिगेन्द +चोर्रेच्तेद् +चोर्रेच्तेद्प् +चोर्र् +चोर्वशी +चोर्वशीं +चोर्वशीम् +चोर्वश्या +चोर्वी +चोर्वीं +चोर्व्याः +चोर्‌ +चोल +चोलं +चोलः +चोलदेश +चोलदेशाधिपस्य +चोलदेशीय +चोलदेशे +चोलप्याय +चोलयति +चोलराज +चोलराजः +चोलराजपुत्रे +चोलराजस्य +चोलराजा +चोलस्य +चोला +चोलाः +चोली +चोलीनां +चोलूखलं +चोले +चोलैः +चोलोउर् +चोल् +चोल्का +चोल्काः +चोळ +चोळराजैः +चोळवंशः +चोळसाम्राज्यम् +चोळाः +चोळानां +चोळैः +चोवाच +चोवास +चोशनसा +चोशना +चोषः +चोषसि +चोषा +चोषित्वा +चोष्कूयते +चोष्कूयमाणः +चोष्ण +चोष्णं +चोष्णः +चोष्णा +चोष्णानि +चोष्णाम्बुना +चोष्णे +चोष्णेन +चोष्मणा +चोष्मा +चोष्य +चोष्यं +चोष्याणि +चोऽप्यर्थे +चोऽवधारणे +चो॑दय +चो॑भ॒याद॑तः +चो॒दया॑मि +चो॒दया॑से +चो॒दय॑त +चो॒दय॑न् +चो॒दि॒ता +चो॒द॒यि॒त्री +चो॒द॒य॒ +चौ +चौंतीस +चौंसठ +चौक +चौकाकारे +चौकान +चौकाभारक्रीडा +चौकी +चौखम्बा +चौघवती +चौजसा +चौजो +चौडम् +चौड़ा +चौड़ाई +चौड़ी +चौड़े +चौडा +चौडिः +चौडी +चौत्सवं +चौत्सवे +चौथ +चौथा +चौथी +चौथे +चौदनं +चौदरि +चौदह +चौदहवां +चौदहवें +चौदुम्बरं +चौद्भिदम् +चौधरि +चौधरी +चौधुराणी +चौधुरी +चौपनिषदं +चौपम्यस्य +चौपयत +चौपाई +चौपाये +चौपाल +चौपालम् +चौबीस +चौबीसवां +चौबीसवें +चौबे +चौभौ +चौर +चौरं +चौरः +चौरकर्म +चौरदण्डेन +चौरपञ्चाशिका +चौरभयं +चौरभयाय +चौरभेदे +चौरम् +चौरराक्षसौ +चौरवच्छास्यौ +चौरवत् +चौरविशेषः +चौरश् +चौरश्च +चौरसिया +चौरस् +चौरस्तु +चौरस्य +चौरहृतं +चौरा +चौराः +चौराणां +चौराणाम् +चौरादि +चौरादिक +चौरादिकः +चौरादिकस्य +चौरादिको +चौराद्भयं +चौरान् +चौराय +चौराश्च +चौराश्चौरस्य +चौरासिया +चौरासी +चौरिका +चौरी +चौरे +चौरेण +चौरेणात्मापहारिणा +चौरेभ्यः +चौरेभ्यो +चौरेषु +चौरै +चौरैः +चौरैर्हृतं +चौरो +चौरोद्धरणिक +चौरोऽत्र +चौरोऽपि +चौरोऽब्रवीत् +चौरोऽयं +चौरौ +चौर्णायवं +चौर्य +चौर्यं +चौर्यकर्म +चौर्यपाटवदेशिक +चौर्यम् +चौर्यस्य +चौर्यात् +चौर्याय +चौर्यार्थं +चौर्ये +चौर्येण +चौर्य्य +चौर्य्यं +चौर्य्यम् +चौर्य्ये +चौर्य्येण +चौल +चौलं +चौलकर्म +चौलकर्मोपनयनगोदानविवाहाः +चौले +चौलोपनयनानि +चौशन +चौषधं +चौषधम् +चौषधयश् +चौषधीः +चौषधीनां +चौषधीराप +चौषधे +चौहान +चौहानवंशः +चौहानवंशस्य +चौहानवंशावली +चौहानवंशीयानां +च् +च्च +च्चा +च्चापि +च्चारणस्थानं +च्चारणे +च्चार्य्य +च्चि +च्चिअ +च्चिप्रत्ययः +च्चे +च्चेअ +च्चेति +च्चैव +च्च॒ +च्छ +च्छं +च्छंदांसि +च्छः +च्छटा +च्छत +च्छतः +च्छता +च्छति +च्छतीति +च्छतीत्यर्थः +च्छतु +च्छते +च्छत्त्रं +च्छत्र +च्छत्रं +च्छत्रम् +च्छत्राणि +च्छत्रेण +च्छद +च्छदः +च्छदा +च्छदाः +च्छदिः +च्छदौ +च्छद्मना +च्छन् +च्छन्ति +च्छन्द +च्छन्दं +च्छन्दः +च्छन्दःसु +च्छन्दजातस्य +च्छन्दतः +च्छन्दयामास +च्छन्दसः +च्छन्दसा +च्छन्दसां +च्छन्दसाऽऽरोहन्तु +च्छन्दसि +च्छन्दसीति +च्छन्दसेति +च्छन्दसेऽभिभूतये +च्छन्दसो +च्छन्दस्यपुत्रस्य +च्छन्दस्या +च्छन्दाँसि +च्छन्दांसि +च्छन्दाꣳसि +च्छन्देन +च्छन्दो +च्छन्दोगवचनात् +च्छन्दोगा +च्छन्दोमयं +च्छन्दोमाः +च्छन्दोलंकारादिसाहित्यग्रन्थानां +च्छन्न +च्छन्नं +च्छन्नः +च्छन्ना +च्छन्नाः +च्छन्ने +च्छन्नो +च्छब्देन +च्छमिति +च्छया +च्छर्दि +च्छर्दिं +च्छर्द्य् +च्छल +च्छलं +च्छलम् +च्छलेन +च्छवि +च्छविः +च्छसि +च्छस्य +च्छा +च्छाग +च्छागं +च्छागः +च्छागस्य +च्छागो +च्छात्रः +च्छात्रा +च्छात्राः +च्छादनं +च्छादयति +च्छादयामास +च्छादिता +च्छादितानीव +च्छादिते +च्छाद्य +च्छाद्यमानः +च्छाद्यमानो +च्छान्दसं +च्छान्दसः +च्छान्दसम् +च्छान्दसो +च्छान्दोग्ये +च्छान्दोग्योपनिषदि +च्छामि +च्छायं +च्छायया +च्छाया +च्छायां +च्छायाः +च्छायात्मा +च्छायापि +च्छायाम् +च्छायायां +च्छाये +च्छायेव +च्छि +च्छित्त्वा +च्छित्वा +च्छिदः +च्छिद्य +च्छिद्यते +च्छिद्यन्ते +च्छिद्यमानेषु +च्छिद्येत +च्छिद्र +च्छिद्रं +च्छिद्रा +च्छिद्राणि +च्छिद्रे +च्छिद्रेण +च्छिद्रेषु +च्छिनत्ति +च्छिनत्तीति +च्छिन्द +च्छिन्दति +च्छिन्दन्ति +च्छिन्द्यात् +च्छिन्धि +च्छिन्न +च्छिन्नं +च्छिन्नः +च्छिन्नधन्वा +च्छिन्नमूलः +च्छिन्नम् +च्छिन्नरुहा +च्छिन्नसंशयः +च्छिन्ना +च्छिन्नाः +च्छिन्नानि +च्छिन्ने +च्छिन्नो +च्छिन्नौ +च्छुरिका +च्छृणत्ति +च्छृन्दन्तु +च्छे +च्छेकानुप्रासः +च्छेति +च्छेत् +च्छेत्ता +च्छेत्तुं +च्छेद +च्छेदं +च्छेदः +च्छेदकं +च्छेदकतया +च्छेदन +च्छेदनं +च्छेदनपाचत्तिकम् +च्छेदनम् +च्छेदने +च्छेदय +च्छेदयेत् +च्छेदात् +च्छेदे +च्छेदेन +च्छेदो +च्छेद्यं +च्छेद्यमवशिष्यते +च्छेद्यो +च्छेषं +च्छो +च्छोरयितुम् +च्छोरिय +च्छ् +च्छ्यति +च्छ्येनो +च्छ्वो +च्छ्वोः +च्द् +च्फञ् +च्फ़् +च्य +च्यं +च्यत +च्यते +च्यन्ते +च्यमाने +च्यम् +च्यव +च्यवत +च्यवति +च्यवते +च्यवध्वम् +च्यवन +च्यवनं +च्यवनः +च्यवनचरित्रे +च्यवनधर्माणः +च्यवनप्राशः +च्यवनप्राशनं +च्यवनश्च +च्यवनश्चैव +च्यवनस्य +च्यवनस्याश्रमं +च्यवना +च्यवनाय +च्यवने +च्यवनेन +च्यवनेश्वरमाहात्म्यवर्णनम् +च्यवनो +च्यवनोऽथ +च्यवनोऽपि +च्यवन्त +च्यवन्तं +च्यवन्ति +च्यवन्ते +च्यवमानं +च्यवमानस्य +च्यवय +च्यवस्व +च्यवानं +च्यवानः +च्यवानम् +च्यवाना +च्यवानात् +च्यवा॑नः +च्यवा॑नम् +च्यवा॑नात् +च्यवेत +च्यवेरन् +च्यव॑नः +च्या +च्यां +च्यानि +च्यावन +च्यावनं +च्यावनक्रोशे +च्यावनम् +च्यावनानि +च्यावय +च्यावयति +च्यावयन्ति +च्यावयन्तु +च्यावयाति +च्यावयिता +च्यावयितारं +च्यावयितुं +च्यावयितुमर्हतीति +च्यिश्ट +च्यिश्टदु +च्यु +च्युङ् +च्युत +च्युतं +च्युतः +च्युतमिव +च्युतम् +च्युतसंस्कृति +च्युतस्य +च्युता +च्युतां +च्युताः +च्युताक्षरा +च्युतात्मना +च्युतानि +च्युतामिन्दोर्लेखां +च्युताम् +च्युति +च्युतिं +च्युतिः +च्युतिकथा +च्युतिर् +च्युते +च्युतेषु +च्युतैः +च्युतो +च्युतोऽस्य +च्युतौ +च्युत्वा +च्ये +च्येत +च्यो +च्योतति +च्योष्ठाः +च्यौत्नः +च्यौत्नम् +च्यौत्नानि +च्यौत्नेन +च्यौ॒त्नानि॑ +च्रुचिब्ले +च्लि +च्लिः +च्ले +च्लेः +च्लेरङ +च्लेरङादेशः +च्लेरङादेशो +च्लेरङ् +च्लेरादेशः +च्लेरिति +च्लेर्लुकि +च्लेर्लुक् +च्लेश्चङि +च्लेश्चिण् +च्वानजो +च्वि +च्विः +च्विप्रत्यये +च्विप्रत्ययेन +च्विर्विधीयते +च्विविषये +च्वौ +च्व् +च्व्यन्तस्य +च्व्यर्थ +च्व्यर्थवचनं +च्व्यर्थे +च्व्यर्थेष्वच्वौ +च्व्यर्थेष्वच्व्यन्तेषु +च्व्य् +च्वॎ +च्हन्द +च्हित्त्वा +च्‌ +चॎ +चॐ +च॑ +च॑कार +च॑कृमा +च॑कृ॒मा +च॑के +च॑क्रमे +च॑क्रमे॒ +च॑क्रि॒रे +च॑क्रे +च॑क्रे॒ +च॑क्षते +च॑तु॒र्धा +च॑म॒सं +च॑र +च॑रति +च॑रति॒ +च॑रतो +च॑रतो॒ +च॑रन्ति +च॑रन्ति॒ +च॑रा +च॑रामि +च॑र्षणि॒प्रा +च॑र्षणी॒नाम् +च॑र॒ +च॑ष्टे +च॑ष्टे॒ +च॒ +च॒कर्थ॑ +च॒कर्थ॒ +च॒कार॑ +च॒कार॒ +च॒का॒नः +च॒का॒र॒ +च॒कृ॒म +च॒कृ॒म॒ +च॒कृ॒षे +च॒कृ॒षे॒ +च॒के॒ +च॒क्र +च॒क्रं +च॒क्रथुः॑ +च॒क्रम् +च॒क्रा +च॒क्रि॒रे +च॒क्रि॒रे॒ +च॒क्रुः +च॒क्रुः॒ +च॒क्रे +च॒क्रे॒ +च॒क्र॒थुः॒ +च॒क्र॒द॒त् +च॒क्र॒मे॒ +च॒क्ष॒ते॒ +च॒क॒र्थ॒ +च॒तुरः॑ +च॒तुरुन्न॑यति +च॒तुरो॑ +च॒त्ताय॑ +च॒त्तो +च॒त्वारः॑ +च॒त्वारि॑ +च॒त्वारि॒ +च॒त्वारो॑ +च॒त्वार॑ +च॒न +च॒नाम॑मत् +च॒नोच्छि॑षः +च॒न्द्रं +च॒न्द्रमाः +च॒न्द्रमाः॑ +च॒न्द्रमा॑ +च॒न्द्रमा॒ +च॒न्द्रम् +च॒न्द्रम॑सा +च॒न्द्रम॑सि +च॒न्द्रम॑से॒ +च॒न्द्रम॑सो +च॒न्द्रा +च॒न्द्राः +च॒न्द्राणि॑ +च॒न्द्राय॒ +च॒न्द्रेण॑ +च॒न्द्रेण॒ +च॒न्द्रो +च॒मू +च॒मूषु॑ +च॒मू॒ऽसदः॑ +च॒म्वोः॑ +च॒म्वो॑ः +च॒म॒सम् +च॒म॒सान् +च॒रथं॑ +च॒रथा॑य +च॒रथ॑म् +च॒रध्यै॑ +च॒रसे॑ +च॒रा॒मि॒ +च॒रित्रा॑य +च॒रु +च॒रुं +च॒रुः +च॒रुम् +च॒र्कृत्यं॑ +च॒र्कृत्य॑म् +च॒र्ष॒णयः॑ +च॒र्ष॒णिऽभ्यः॑ +च॒र्ष॒णि॒ऽप्राः +च॒र्ष॒णि॒ऽसह॑म् +च॒र्ष॒णीः +च॒र्ष॒णी॒नाम् +च॒र॒ +च॒र॒तः॒ +च॒र॒ति॒ +च॒र॒न्ति॒ +च॒ष्टे॒ +च᳘क्षुः +च᳘क्षुर् +च‌ +च꣡क्षुः꣢꣯ +च꣡मे꣯मा꣢꣯म् +च꣢ +च꣣ +छ +छं +छंद +छंदः +छंदसां +छंदसि +छंदसीति +छंदांसि +छंदो +छः +छऄ +छइ +छक +छकार +छकारं +छकारः +छकारस्य +छकारे +छकारो +छकृत् +छकेयम् +छक् +छक्यं +छक्यम् +छग +छगण +छगणं +छगल +छगलः +छगलण्डे +छगला +छगलान्त्री +छगलिना +छगलिनो +छगली +छङ् +छच्छिका +छट +छटया +छटा +छटे +छठ +छठवां +छठा +छठे +छड़ +छड़ाई +छण् +छण्प्रत्ययो +छत +छतं +छतः +छतघ्नीं +छतम् +छतरपुर +छतरपुरमण्डलम् +छतरपुरम् +छता +छति +छते +छतो +छत् +छत्तीस +छत्तीसगढ +छत्तीसगढराज्यं +छत्तीसगढराज्यम् +छत्तीसगढराज्यसम्बद्धाः +छत्तीसगढराज्यस्य +छत्तीसगढराज्ये +छत्तीसगढ़ +छत्तीसगढी +छत्तीसगढीभाषा +छत्तीसगढ् +छत्ते +छत्त्र +छत्त्रं +छत्त्रमिव +छत्त्रम् +छत्त्रा +छत्त्राकं +छत्त्री +छत्त्रे +छत्त्रेण +छत्यम् +छत्र +छत्रं +छत्रकम् +छत्रचामर +छत्रचामरसंयुक्तं +छत्रचामरैः +छत्रञ्च +छत्रदानं +छत्रदानेन +छत्रधारः +छत्रधारणम् +छत्रध्वजपताकाश्च +छत्रपति +छत्रपतिः +छत्रपतिशाहूजिमहाराजनगरमण्डलम् +छत्रपतिशिवाजिमहाराज +छत्रपतिशिवाजिमहाराजम्यूसियम् +छत्रपतिशिवाजीटर्मिनस् +छत्रमपि +छत्रमादाय +छत्रमिव +छत्रम् +छत्रवत् +छत्रस्य +छत्रा +छत्राकं +छत्राकम् +छत्राकारं +छत्राकारे +छत्राणां +छत्राणि +छत्रादिभ्यो +छत्रादिषु +छत्राभं +छत्रावृताननम् +छत्रि +छत्रिका +छत्रिकां +छत्रिणो +छत्रिन्यायेन +छत्रिन्यायेनोपचरितमित्यत +छत्री +छत्रून् +छत्रे +छत्रेण +छत्रैः +छत्रोपानद्युगं +छत्रोपानद्युगान्वितम् +छत्रोपानहम् +छत्व +छत्वं +छत्वममीति +छत्वम् +छत्वसन्धिः +छत्वा +छत्वे +छत्सु +छथ +छद +छदं +छदः +छदति +छदन +छदनं +छदनम् +छदने +छदपेहि +छदयति +छदयत् +छदयथः +छदये +छदा +छदाः +छदि +छदिः +छदिरसि +छदिर् +छदिश् +छदिश्छन्दः +छदिषि +छदिस् +छदे +छदो +छदोऽस्य +छदौ +छद् +छद्म +छद्मगतौ +छद्मना +छद्य +छद्र +छन +छनं +छनः +छनमें +छनैः +छन् +छन्त्सत् +छन्त्सि +छन्द +छन्दं +छन्दः +छन्दःशब्दे +छन्दःशास्त्रं +छन्दःशास्त्रम् +छन्दःशास्त्रविशारदाः +छन्दःशास्त्रस्य +छन्दःशास्त्रे +छन्दःशास्रम् +छन्दःशास्रस्य +छन्दःसु +छन्दःसूत्रद्वयम् +छन्दःसूत्रमेकम् +छन्दःसूत्रम् +छन्दःस्व् +छन्दः॑ +छन्दअर्चिकः +छन्दआच्चि +छन्दआर्चिकः +छन्दआर्च्चिकः +छन्दआर्थिक +छन्दआर्थिकः +छन्दक +छन्दकं +छन्दकमाता +छन्दकमाते +छन्दका +छन्दको +छन्दगामी +छन्दजाः +छन्दत +छन्दतः +छन्दते +छन्दतो +छन्दन्निश्राय +छन्दप्रणिधानाभ्यां +छन्दमृत्युः +छन्दयति +छन्दयामास +छन्दशार्चिकः +छन्दश् +छन्दश्च +छन्दश्चितं +छन्दश्रर्थिकः +छन्दश्रार्चिकः +छन्दश्शास्त्रम् +छन्दस +छन्दसं +छन्दसः +छन्दसम् +छन्दसश्च +छन्दसश्छन्दोमा +छन्दसा +छन्दसां +छन्दसाग्निना +छन्दसाग्नेः +छन्दसाङ्गिरस्वत् +छन्दसाङ्गिरस्वदुखे +छन्दसाच्छृणद्मि +छन्दसादित्यास् +छन्दसादित्यैर् +छन्दसामपि +छन्दसामवतु +छन्दसामहम् +छन्दसामुदाहरणानि +छन्दसामेव +छन्दसाम् +छन्दसाम्̇ +छन्दसावबाढो +छन्दसाऽङ्गिरस्वत् +छन्दसाऽङ्गिरस्वद् +छन्दसाꣳ +छन्दसि +छन्दसी +छन्दसीणः +छन्दसीति +छन्दसीदं +छन्दसीदमादिके +छन्दसीर +छन्दसीरः +छन्दसीवनिपौ +छन्दसे +छन्दसेति +छन्दसेन्द्रस्य +छन्दसेन्द्रियं +छन्दसेन्द्रियम् +छन्दसो +छन्दस् +छन्दस्तर्पय +छन्दस्तर्पयत +छन्दस्तु +छन्दस्त्वं +छन्दस्त्वम् +छन्दस्य +छन्दस्यं +छन्दस्यः +छन्दस्यनेकमपि +छन्दस्यपि +छन्दस्यपुत्रस्य +छन्दस्यमाङयोगेऽपि +छन्दस्यमाङ्योगेऽपि +छन्दस्यमूर्धप्रभृत्युदर्केषु +छन्दस्या +छन्दस्याः +छन्दस्यानां +छन्दस्याश्विनशस्त्रे +छन्दस्युपसंख्यानं +छन्दस्युपसंख्यानम् +छन्दस्युपसङ्ख्यानं +छन्दस्युभयथा +छन्दस्युभयथेति +छन्दस्यृदवग्रहात् +छन्दस्येव +छन्दस्येवेति +छन्दस्वती +छन्दस्सु +छन्दस्स्व् +छन्दा +छन्दाँ +छन्दाँसि +छन्दांसि +छन्दांसीति +छन्दांसेि +छन्दांस्य +छन्दांस्यङ्गानि +छन्दांस्यन्नं +छन्दांस्यन्वाह +छन्दांस्ययातयामानि +छन्दांस्येव +छन्दांस्य् +छन्दां॑सि +छन्दाः +छन्दाकलनम् +छन्दानां +छन्दाम्̇सि +छन्दाम्̇स्य् +छन्दास +छन्दासि +छन्दा॒ +छन्दाᳪं᳭सि +छन्दाᳪसि +छन्दाꣳ +छन्दाꣳसि +छन्दाꣳसीव +छन्दाꣳस्य् +छन्दिता +छन्दे +छन्देन +छन्दो +छन्दों +छन्दोग +छन्दोगं +छन्दोगः +छन्दोगपरि +छन्दोगपरिशिष्टं +छन्दोगपरिशिष्टम् +छन्दोगपरिशिष्टात् +छन्दोगपरिशिष्टे +छन्दोगब्राह्मणे +छन्दोगसूत्रे +छन्दोगा +छन्दोगाः +छन्दोगानां +छन्दोगानाम् +छन्दोगास्तु +छन्दोगैः +छन्दोगो +छन्दोग्ये +छन्दोग्रहणं +छन्दोज्ञानं +छन्दोद्वारा +छन्दोनाम +छन्दोनाम्नि +छन्दोनुरोधात् +छन्दोनुशासनम् +छन्दोबद्धपदं +छन्दोबद्धाः +छन्दोबद्धानि +छन्दोब्राह्मणानि +छन्दोभङ्ग +छन्दोभङ्गः +छन्दोभिः +छन्दोभिरेव +छन्दोभिरेवैनं +छन्दोभिर् +छन्दोभिर्वा +छन्दोभिर्विविधैः +छन्दोभिश् +छन्दोभिस् +छन्दोभेदः +छन्दोभेदे +छन्दोभ्य +छन्दोभ्यः +छन्दोभ्यो +छन्दोम +छन्दोमं +छन्दोमञ्जरी +छन्दोमञ्जर्य्यां +छन्दोमञ्जर्य्याम् +छन्दोमपवमानत्रिरात्रः +छन्दोमयं +छन्दोमयः +छन्दोमयो +छन्दोमवतो +छन्दोमवत्यस्तेन +छन्दोमवान् +छन्दोमस्य +छन्दोमा +छन्दोमाः +छन्दोमानां +छन्दोमानामयातयामतायै +छन्दोमानाम् +छन्दोमान् +छन्दोमास् +छन्दोमे +छन्दोमेषु +छन्दोमैः +छन्दोमैस् +छन्दोलक्षणं +छन्दोवत् +छन्दोवत्कवयः +छन्दोवत्सूत्राणि +छन्दोविचिति +छन्दोविचितिः +छन्दोविधानम् +छन्दोविशेषः +छन्दोविशेषे +छन्दोविषय +छन्दोविषयत्वात् +छन्दोऽग्निर्देवता +छन्दोऽधीते +छन्दोऽधीयते +छन्दोऽधीष्व +छन्दोऽनु +छन्दोऽनुप्रजायस्व +छन्दोऽनुष्टुप् +छन्दोऽनुष्टुब्देवता +छन्दोऽपि +छन्दोऽभवत् +छन्दोऽभिधानान्नेति +छन्दोऽयातयाम +छन्दोऽस्य +छन्दो॑ +छन्दो॒ +छन्दौ +छन्द् +छन्द॑ +छन्द॑सा +छन्द॑सां +छन्द॑सां॒ +छन्द॑साऽङ्गिर॒स्वत् +छन्द॑सा॒ +छन्द॑सेन्द्रि॒यं +छन्द॑सेन्द्रि॒यम् +छन्द॒ +छन्न +छन्नं +छन्नः +छन्नम् +छन्नया +छन्नस्य +छन्ना +छन्नां +छन्नाः +छन्ने +छन्नेन +छन्नो +छन्नोपान्तः +छन्प्रत्ययो +छप +छपने +छपरा +छपा +छपाई +छपी +छपे +छप्रकरणे +छप्रत्यय +छप्रत्ययः +छप्रत्ययाधिकरणम् +छप्रत्यये +छप्रत्ययो +छबि +छब्द +छब्दः +छब्दस्य +छब्दाद् +छब्देन +छब्दो +छब्बीसवां +छम +छमति +छमयति +छमयां +छमात्रस्य +छमिति +छमु +छमें +छम् +छम्बट् +छम्बट्कुर्यात् +छम्बट्कुर्वन्ति +छय +छयतोः +छयतोरधिकारप्रकरणम् +छयतौ +छयद्विधिप्रकरणम् +छया +छयानम् +छरमयी +छरीरं +छरीरम् +छर्त्स्यति +छर्द +छर्दति +छर्दनं +छर्दने +छर्दयः +छर्दयति +छर्दयत्यपि +छर्दयित्वा +छर्दयेत् +छर्दयेत्तेन +छर्दयेद्यस्तु +छर्दि +छर्दिं +छर्दिः +छर्दिता +छर्दित्वा +छर्दिनिदानम् +छर्दिमरोचकम् +छर्दिरिति +छर्दिर् +छर्दिर्यच्छ +छर्दिश् +छर्दिश्च +छर्दिषा +छर्दिष्यति +छर्दिस् +छर्दिस्तोकाय +छर्देर्विघाताद्वमनातियोगात् +छर्द्द +छर्द्दनं +छर्द्दनम् +छर्द्दयति +छर्द्दि +छर्द्दिं +छर्द्दिः +छर्द्यधिकारः +छर्द्यां +छर्द्य् +छल +छलं +छलः +छलतो +छलनं +छलनम् +छलना +छलम् +छलम्‌ +छलयतां +छलयतामस्मि +छलयति +छलयते +छलयसि +छलयितुं +छलस्य +छलात् +छलिकं +छलितं +छलितकयोगाः +छलितरामे +छलिता +छलिताः +छली +छले +छलेन +छलेनाचरितेन +छलेनैव +छलोपश्च +छवं +छवः +छवि +छविं +छविः +छविर्यस्य +छवी +छव् +छव्या +छशां +छशो +छश्च +छष +छष्णवर्णः +छस् +छस्त्रम् +छस्य +छस्यते +छस्यापवादः +छह +छा +छां +छांदसः +छांदसो +छांदोग्योपनिषत् +छाः +छाउ +छाऋं +छाए +छाक +छाग +छागं +छागः +छागक्षीरेण +छागदानं +छागदुग्धेन +छागमांसं +छागमांसेन +छागमूत्रेण +छागम् +छागल +छागलं +छागलः +छागलकं +छागलस्य +छागलानां +छागले +छागलेयः +छागलेयिनः +छागलो +छागशब्देन +छागस्य +छागस्योस्रस्य +छागा +छागादीनां +छागानां +छागी +छागीक्षीरेण +छागीदुग्धं +छागीदुग्धेन +छागे +छागेन +छागैः +छागो +छाग्यां +छाग्यायनिः +छाग॑स्य +छाछ +छाड़ि +छाडि +छाणोरपवादः +छात +छातं +छातः +छाता +छातिम +छाती +छातु +छात्त्रा +छात्त्राः +छात्र +छात्रं +छात्रः +छात्रम् +छात्रवृत्तिं +छात्रवृत्तिः +छात्रस्य +छात्रा +छात्राः +छात्राणां +छात्राणाम् +छात्रान् +छात्राय +छात्रालयस्य +छात्रावासः +छात्रावासे +छात्रे +छात्रेण +छात्रेभ्यः +छात्रेषु +छात्रैः +छात्रो +छात्रों +छात्रौ +छाद +छादक +छादकः +छादको +छादनं +छादनम् +छादनात् +छादने +छादय +छादयति +छादयतीति +छादयन् +छादयन्तः +छादयन्ति +छादयन्ती +छादयन्तो +छादयन्तौ +छादयन्नाननं +छादयसि +छादयामास +छादयामि +छादयामि॒ +छादयित्वा +छादयित्वोपायन् +छादयेत् +छादयेदक्षि +छादि +छादित +छादितं +छादितः +छादिता +छादिते +छादितो +छादेर्घेऽद्व्युपसर्गस्य +छाद्भवति +छाद्य +छाद्यं +छाद्यते +छाद्यमानं +छान +छाना +छाने +छान्तं +छान्द +छान्दस +छान्दसं +छान्दसः +छान्दसत्वात् +छान्दसत्वान्न +छान्दसमन्तोदात्तत्वम् +छान्दसमेतत् +छान्दसम् +छान्दसा +छान्दसाः +छान्दसी +छान्दसे +छान्दसो +छान्दसौ +छान्दो +छान्दोग्य +छान्दोग्यं +छान्दोग्यम् +छान्दोग्यश्रुतेः +छान्दोग्ये +छान्दोग्येऽपि +छान्दोग्योप +छान्दोग्योपनिपत् +छान्दोग्योपनिषच्छाङ्करभाष्ये +छान्दोग्योपनिषत +छान्दोग्योपनिषत् +छान्दोग्योपनिषदः +छान्दोग्योपनिषदि +छान्दोग्योपनिषद् +छान्दोविषय +छाप +छापा +छापाखाना +छापि +छापूखडिभ्यः +छाभ +छाम् +छाय +छायं +छायते +छायया +छाययोः +छाया +छायाँ +छायां +छायाः +छायाकर्ण +छायाकर्णः +छायाकर्णस्य +छायाकर्णे +छायाकर्णेन +छायाकर्णो +छायाकर्णौ +छायागन्धावनूत्पद्येते +छायाग्र +छायाग्रं +छायाग्रविवरम् +छायाग्रस्य +छायाग्राहि +छायाग्राहिका +छायाचित्र +छायाचित्रकारः +छायाचित्रम् +छायाचित्राणि +छायातः +छायातपयोरिव +छायातपौ +छायातो +छायात्मा +छायात्मापि +छायाद्वयं +छायाधिकारः +छायाधिवासनं +छायानयन +छायानयनं +छायानां +छायानाटकं +छायान्तर +छायान्तरेण +छायापत्नीसहायो +छायापथः +छायापथेनेव +छायापि +छायापुरुष +छायाबद्धकदम्बकं +छायामण्डललक्ष्येण +छायामन्यस्य +छायामपास्य +छायामपि +छायामयः +छायामानं +छायामाश्रित्य +छायामाह +छायामिति +छायामिव +छायामृतं +छायाम् +छायाया +छायायां +छायायाः +छायायामन्धकारे +छायायामादित्यः +छायायाम् +छायायास्तरलत्वमिवान्तरा +छायायै +छायारूपं +छायारूपा +छायारूपेण +छायार्थ +छायार्थं +छायार्थी +छायावर्गेण +छायावादस्य +छायाविशुष्का +छायावृत्त +छायावृत्ताग्रा +छायावृत्ते +छायाव्यवहारः +छायाशुष्कं +छायाशुष्का +छायाशुष्कां +छायासंज्ञा +छायासु +छायास्वराः +छायाऽमृतं +छाये +छायेति +छायेत्यादि +छायेव +छायेवानुगता +छायैव +छायो +छायोवाच +छारपोका +छाल +छावनी +छास्त्रं +छा॒या +छा॒यामृतं॒ +छि +छिं +छिंदंति +छिंधि +छिः +छिका +छिक्कनी +छिक्करः +छिक्का +छित +छितं +छितम् +छिति +छित् +छित्तपस्य +छित्तिः +छित्तिपस्य +छित्त्वा +छित्त्वेति +छित्त्वैनं +छित्वर +छित्वा +छित्वाथ +छित्सि +छिद +छिदा +छिदां +छिदायां +छिदि +छिदिः +छिदिर +छिदिर् +छिदुरः +छिदुरा +छिद् +छिद्य +छिद्यत +छिद्यतां +छिद्यते +छिद्यन्त +छिद्यन्ते +छिद्यमानं +छिद्यमानस्य +छिद्यमानेषु +छिद्येत +छिद्र +छिद्रं +छिद्रः +छिद्रकरणे +छिद्रदर्शी +छिद्रम् +छिद्रयति +छिद्रस्य +छिद्रा +छिद्रां +छिद्राः +छिद्राणां +छिद्राणि +छिद्रान्विता +छिद्रान्वेषी +छिद्रितः +छिद्रिते +छिद्रीकरणे +छिद्रे +छिद्रेण +छिद्रेषु +छिद्रै +छिद्रैः +छिद्रैश्च +छिद्रो +छिद्रौ +छिन +छिनति +छिनत्ति +छिनत्तीति +छिनत्तु +छिनद्मि +छिनद्मीति +छिन् +छिन्ते +छिन्द +छिन्दत +छिन्दति +छिन्दन् +छिन्दन्ति +छिन्दन्तीति +छिन्दन्तु +छिन्दन्निव +छिन्दवाडा +छिन्दवाडामण्डलम् +छिन्दि +छिन्दिअ +छिन्दीत +छिन्द्धि +छिन्द्या +छिन्द्यात् +छिन्द्यादिति +छिन्द्याद् +छिन्धि +छिन्धीति +छिन्न +छिन्नं +छिन्नः +छिन्नकम् +छिन्नकर्णं +छिन्नद्वैधा +छिन्नद्वैधाः +छिन्नधन्वा +छिन्नधन्वानं +छिन्ननासा +छिन्ननासां +छिन्ननासिका +छिन्ननासिकाम् +छिन्ननास्ये +छिन्नपक्ष +छिन्नपक्षो +छिन्नबाहुं +छिन्नभिन्नो +छिन्नमस्ता +छिन्नमिति +छिन्नमूल +छिन्नमूला +छिन्नम् +छिन्नया +छिन्नरुहा +छिन्नरुहां +छिन्नवानसि +छिन्नवान् +छिन्नशिरसं +छिन्नश्वासेन +छिन्नसंशयः +छिन्नसंशयाः +छिन्नस्य +छिन्ना +छिन्नां +छिन्नाः +छिन्नानां +छिन्नानि +छिन्नाभ्रमिव +छिन्नायां +छिन्नाश्च +छिन्ने +छिन्नेति +छिन्नेन +छिन्नेषु +छिन्नेऽपि +छिन्नैः +छिन्नो +छिन्नोद्भवा +छिन्नोन्नतकुक्षिः +छिन्नोऽपि +छिन्नौ +छिप +छिपकर +छिपने +छिपा +छिपी +छिपे +छिया +छिर +छिरः +छिरो +छिला +छिवा +छि॒द्रं +छि॒द्रा +छि॒न्द्धि +छी +छीं +छींक +छीघ्रं +छीघ्रम् +छीतं +छीन +छीर्षन् +छीर्ष्णा +छु +छुक +छुक्र +छुक्रः +छुक्रो +छुक्लं +छुग् +छुच +छुचम् +छुचार्पयेत् +छुचिः +छुचैवैनम् +छुच्छुन्दरिः +छुच्छुन्दरी +छुछु +छुछुन्दरी +छुछुन्दर्य्यां +छुट +छुटकारा +छुटति +छुट् +छुट्ट +छुट्टी +छुड +छुड़ा +छुड़ाने +छुतार +छुत्वा +छुप +छुपति +छुबुकादधि +छुभं +छुभम् +छुर +छुरिकया +छुरिका +छुरिकां +छुरिकायां +छुरितं +छुरी +छुर् +छुली +छुवा +छुवे +छू +छूट +छूटने +छूटा +छूता +छूते +छूद्रो +छूने +छूर +छूरी +छृणत्ति +छृणत्तु +छृणु +छृणुष्व +छृतं +छृद +छृदी +छृन्ते +छृन्दन्तु +छृन्धि +छे +छेः +छेक +छेकः +छेकवृत्तिश्रुत्यनुप्रासाः +छेकवृत्त्यनुप्रासौ +छेकवृत्यनुप्रासौ +छेका +छेकानुप्रास +छेकानुप्रासः +छेकानुप्रासहेत्वलंकारः +छेकानुप्रासो +छेकानुप्रासोपमालंकारः +छेकानुप्रासोलंकारः +छेकानुप्रासोऽलंकारः +छेकापह्नुतिः +छेकापह्नुतिरन्यस्य +छेके +छेको +छेकोक्तिः +छेकोक्त्यलङ्कारः +छेच्केद् +छेति +छेते +छेत् +छेत्तरि +छेत्तव्यं +छेत्तव्या +छेत्ता +छेत्तारं +छेत्तास्मि +छेत्तु +छेत्तुं +छेत्तुमर्हति +छेत्तुमर्हसि +छेत्तुमर्हस्यशेषतः +छेत्तुमसांप्रतम् +छेत्तुमसाम्प्रतम् +छेत्तुमिच्छति +छेत्तुमृषिर्व्यवस्यति +छेत्तुम् +छेत्सु +छेत्स्यति +छेत्स्यते +छेत्स्यामि +छेद +छेदं +छेदः +छेदक +छेदकं +छेदकः +छेदके +छेदगम +छेदगमे +छेदगमेन +छेदन +छेदनं +छेदनः +छेदनम् +छेदनस्य +छेदनात् +छेदनाय +छेदनी +छेदनीयं +छेदने +छेदनेन +छेदनेऽपि +छेदमर्हति +छेदम् +छेदय +छेदयति +छेदयन्ति +छेदयामास +छेदयित्वा +छेदयेत् +छेदयेदविचारयन् +छेदयेन्नृपः +छेदयेन्मण्डलाग्रेण +छेदयेल्लवशः +छेदश्च +छेदस् +छेदस्य +छेदहृतं +छेदा +छेदाः +छेदात् +छेदादिभ्यो +छेदान् +छेदि +छेदितं +छेदितक्षेत्रे +छेदिता +छेदिनी +छेदी +छेदे +छेदेन +छेदेषु +छेदेऽपि +छेदो +छेदोत्पत्तौ +छेदौ +छेद्म +छेद्य +छेद्यं +छेद्यक +छेद्यकं +छेद्यकम् +छेद्यकाधिकारः +छेद्यके +छेद्यम् +छेद्यस्य +छेद्या +छेद्यानि +छेद्ये +छेवाटी +छेषं +छेषम् +छै +छैदिकः +छैन +छो +छोः +छोकं +छोट +छोटा +छोटिकया +छोटिका +छोटिकां +छोटी +छोटे +छोड +छोडकर +छोड़ +छोड़कर +छोड़ता +छोड़ती +छोड़ते +छोड़ना +छोड़ने +छोड़ा +छोड़ी +छोड़े +छोड़ें +छोड़ो +छोडो +छोर +छोरयन्ति +छोरयित्वा +छोरिता +छोला +छौ +छ् +छ्ना +छ्न्दः +छ्मश्रुणस् +छ्यति +छ्यन्तु +छ्यामाकः +छ्रये +छ्रये॒ +छ्रान्तात् +छ्रियं +छ्रियम् +छ्री +छ्रीं +छ्रीर् +छ्रुत्वा +छ्रुत्वैव +छ्रूयतां +छ्रूयते +छ्रेयान् +छ्रोत्रं +छ्ल +छ्लोकेनाभिगीतम् +छ्व +छ्वो +छ्वोः +छ॒र्दिः +छ॒र्दिषा॒ +ज +जँह +जं +जंगम +जंगमं +जंगमः +जंगमम् +जंगमस्य +जंगमा +जंगमाः +जंगमानि +जंगमे +जंगमेषु +जंगल +जंगली +जंगलों +जंघयोः +जंघा +जंघाभ्यां +जंघामध्यं +जंघायां +जंघे +जंजं +जंजाल +जंतवः +जंतवो +जंतु +जंतुः +जंतुभिः +जंतुषु +जंतूनां +जंतोः +जंपती +जंबीरं +जंबुको +जंबुद्वीपे +जंबू +जंबूद्वीपं +जंबूद्वीपस्य +जंबूद्वीपे +जंबूमार्गे +जंभं +जंभकः +जंभय +जंभिनी +जंभे +जंभे॑ +जंभो +जंसयति +जः +जअ +जअइ +जअदि +जअदु +जइ +जई +जक +जकः +जकत्वं +जकत्वात् +जकम् +जकार +जकारं +जकारः +जकारस्य +जकारान्तः +जकारान्तप्रकरणम् +जकारे +जकारो +जकार्ता +जके +जक्ष +जक्षतं +जक्षतः +जक्षति +जक्षतु +जक्षतुः +जक्षतौ +जक्षत् +जक्षदुतेवापि +जक्षन् +जक्षितः +जक्षिति +जक्षित्यादयः +जक्षिवांसः +जक्षिवान् +जक्षुः +जक्ष् +जग +जगंति +जगच +जगच् +जगच्च +जगच्चक्रं +जगच्चक्षुः +जगच्चक्षुषि +जगच्चराचरं +जगच्चापि +जगच्चित्रं +जगच्चेति +जगच्चेदं +जगच्छन्दा +जगच्छब्दस्य +जगच्छरण्यस्य +जगच्छास्ता +जगच्छास्तुः +जगच्छास्त्रा +जगच्छून्यं +जगजीत +जगजीतः +जगजीतस्य +जगज् +जगज्जननि +जगज्जननी +जगज्जनन्या +जगज्जनन्यै +जगज्जन्मादिकारणं +जगज्जन्मादिकारणत्वं +जगज्जन्मादिकारणत्वे +जगज्जन्मादिकारणम् +जगज्जयाय +जगज्जातं +जगज्जालं +जगज्जाले +जगज्जीर्णारण्यं +जगज्जीवनपुर +जगज्जीवो +जगण +जगणः +जगणयगणौ +जगणरगणौ +जगणसगणौ +जगणे +जगणेन +जगणो +जगणौ +जगत +जगतं +जगतः +जगतश् +जगतश्च +जगतश्चर्षणीनामधि +जगतसिंहपुरमण्डलम् +जगतस् +जगतस्तत्त्वं +जगतस्तथा +जगतस्तस्थुषश्च +जगतस्तस्थुषश्चेति +जगतस्तस्थुषस्पतिं +जगतस्तु +जगतस्त्वं +जगता +जगतां +जगतांपते +जगतामधीशः +जगतामधीशम् +जगतामन्तकस्यान्तकोऽहम् +जगतामपि +जगतामहम् +जगतामाश्रयो +जगतामिति +जगतामिव +जगतामीश +जगतामीशं +जगतामीशो +जगतामीश्वरं +जगतामीश्वरेश्वरम् +जगतामुपकाराय +जगतामेव +जगताम् +जगति +जगती +जगतीं +जगतीः +जगतीच्छन्दः +जगतीच्छन्दस +जगतीछन्दा +जगतीतले +जगतीति +जगतीनां +जगतीनाथ +जगतीनाथे +जगतीपतिः +जगतीपतिम् +जगतीपतीनां +जगतीपते +जगतीपतेः +जगतीभिः +जगतीभिर् +जगतीभिर्वैश्यस्य +जगतीभुजा +जगतीम् +जगतीर् +जगतीश् +जगतीश्च +जगतीषु +जगतीह +जगतुः +जगते +जगतो +जगतोस्य +जगतोऽपि +जगतोऽस्य +जगतोऽहिताः +जगत् +जगत्कर्ता +जगत्कर्तारं +जगत्कर्तृ +जगत्कर्तृत्वं +जगत्कर्तृत्वमिति +जगत्कर्त्ता +जगत्कर्त्री +जगत्का +जगत्कान्त +जगत्कार +जगत्कारण +जगत्कारणं +जगत्कारणकारण +जगत्कारणकारणम् +जगत्कारणतया +जगत्कारणत्व +जगत्कारणत्वं +जगत्कारणत्वम् +जगत्कारणत्वस्य +जगत्कारणत्वे +जगत्कारणत्वेन +जगत्कारणभूत +जगत्कारणभूता +जगत्कारणमच्युतम् +जगत्कारणमिति +जगत्कारणमित्यर्थः +जगत्कारणम् +जगत्कारणस्य +जगत्कारणानां +जगत्कारणे +जगत्कार्यं +जगत्की +जगत्कृता +जगत्कृत्वा +जगत्कृत्स्नं +जगत्के +जगत्को +जगत्क्रियाः +जगत्क्षीणं +जगत्गंज +जगत्ततं +जगत्तत्त्वं +जगत्तत्र +जगत्तत्रैव +जगत्तथा +जगत्तदा +जगत्तया +जगत्तस्य +जगत्ता +जगत्तु +जगत्तुष्टं +जगत्तेन +जगत्त्यक्तं +जगत्त्यक्त्वा +जगत्त्रयं +जगत्त्रयमिदं +जगत्त्रयम् +जगत्त्रयस्य +जगत्त्रयहितैषिणी +जगत्त्रयी +जगत्त्रये +जगत्त्रयेऽपि +जगत्त्राता +जगत्त्वं +जगत्पति +जगत्पतिं +जगत्पतिः +जगत्पतिम् +जगत्पते +जगत्पतेः +जगत्पतेरपश्यदन्यं +जगत्पतौ +जगत्पवित्रं +जगत्पश्यति +जगत्पाति +जगत्पालक +जगत्पिता +जगत्पिबति +जगत्पुनः +जगत्पूज्य +जगत्पूज्यं +जगत्पूज्या +जगत्पूज्यो +जगत्प्रति +जगत्प्रतिष्ठा +जगत्प्रतिष्ठाय +जगत्प्रभुं +जगत्प्रभुः +जगत्प्रभुम् +जगत्प्रभो +जगत्प्रभोः +जगत्प्रवर्तते +जगत्प्रसिद्धं +जगत्प्रसिद्धः +जगत्प्रसिद्धा +जगत्प्रसूः +जगत्प्रसूम् +जगत्प्रहृष्यत्यनुरज्यते +जगत्प्राण +जगत्प्राणं +जगत्प्राणः +जगत्प्राणो +जगत्प्रियः +जगत्प्रिया +जगत्प्रियो +जगत्में +जगत्य +जगत्यः +जगत्यत्र +जगत्यन्तं +जगत्यपि +जगत्यर्थे +जगत्यस्ति +जगत्यस्मिंश्चराचरे +जगत्यस्मिन् +जगत्यस्मिन्न +जगत्यस्सत्यस्त्रिष्टुभो +जगत्यहो +जगत्या +जगत्यां +जगत्याः +जगत्यानुष्टुभा +जगत्याम् +जगत्याहवनीयः +जगत्युच्चं +जगत्युत्तमहेतुभूताः +जगत्येकार्णवीकृते +जगत्येकार्णवे +जगत्येव +जगत्यै +जगत्यैवास्मिन् +जगत्यैवास्मै +जगत्यो +जगत्यौ +जगत्य् +जगत्रय +जगत्रयं +जगत्रयम् +जगत्रयस्य +जगत्रयी +जगत्रये +जगत्रितयमङ्गल +जगत्स +जगत्सत्ता +जगत्सत्यं +जगत्सत्यत्वं +जगत्समग्रं +जगत्समस्तं +जगत्समस्तम् +जगत्सर्गे +जगत्सर्जनं +जगत्सर्व +जगत्सर्वं +जगत्सर्वमिति +जगत्सर्वमिदं +जगत्सर्वम् +जगत्सवित्रे +जगत्सु +जगत्सुप्तं +जगत्सूतिं +जगत्सूते +जगत्सृजति +जगत्सृष्टं +जगत्सृष्टिं +जगत्सृष्टिः +जगत्सृष्टिप्रकारवर्णनम् +जगत्सृष्टौ +जगत्सृष्ट्वा +जगत्स्त्रष्टा +जगत्स्थावरजंगमम् +जगत्स्थावरजङ्गमम् +जगत्स्थित +जगत्स्थितं +जगत्स्थितम् +जगत्स्थितिः +जगत्स्थितिम् +जगत्स्थितेः +जगत्स्थितौ +जगत्स्यात् +जगत्स्रष्टा +जगत्स्रष्टुं +जगत्स्वामिन् +जगत्स्वामी +जगथ् +जगद +जगदंबिका +जगदंबिकाम् +जगदंबिके +जगदखिलं +जगदखिलमिदं +जगदण्डं +जगदतुः +जगदत्र +जगदद्य +जगदनुग्रहाय +जगदनुरज्यते +जगदनेनेति +जगदन्तर्व्यवस्थिताः +जगदन्तो +जगदन्नेन +जगदपि +जगदपेक्षया +जगदभूद्रामे +जगदम्ब +जगदम्बया +जगदम्बा +जगदम्बां +जगदम्बाया +जगदम्बायाः +जगदम्बिका +जगदम्बिकाम् +जगदम्बिके +जगदवतु +जगदव्यक्तमूर्तिना +जगदशेषं +जगदसत्यं +जगदस्ति +जगदस्य +जगदहं +जगदा +जगदाकारेण +जगदाख्यं +जगदाख्ये +जगदाच्छिद्य +जगदाज्ञां +जगदात्मत्ववर्णनम् +जगदात्मनः +जगदात्मना +जगदात्मा +जगदादि +जगदादिरनादिस्त्वं +जगदादौ +जगदाधार +जगदाधारः +जगदाधारो +जगदानन्द +जगदानन्दकारक +जगदानन्दकारकः +जगदानन्दकारिणी +जगदान्ध्यं +जगदाभोगि +जगदायुना +जगदायुषा +जगदालोक्य +जगदावली +जगदाश्रयस्याप्रच्यु +जगदाहुः +जगदाहुरनीश्वरम् +जगदि +जगदिति +जगदित्यर्थः +जगदित्यवबुध्यते +जगदित्याह +जगदित्युच्यत +जगदित्येव +जगदिथ +जगदिद +जगदिदं +जगदिदमखिलं +जगदिदमहो +जगदिदम् +जगदिव +जगदिवाभाति +जगदिषे +जगदिह +जगदी +जगदीश +जगदीशं +जगदीशः +जगदीशचन्द्र +जगदीशचन्द्रबोसः +जगदीशस्य +जगदीशा +जगदीशाय +जगदीशितुः +जगदीशेन +जगदीशो +जगदीश्वर +जगदीश्वरं +जगदीश्वरः +जगदीश्वरम् +जगदीश्वरस्य +जगदीश्वराः +जगदीश्वराय +जगदीश्वरि +जगदीश्वरी +जगदीश्वरीम् +जगदीश्वरे +जगदीश्वरेण +जगदीश्वरो +जगदीश्वरौ +जगदु +जगदुः +जगदुच्यते +जगदुज्जहार +जगदुत्पत्ति +जगदुत्पत्तिं +जगदुत्पत्तिः +जगदुत्पत्तिबीजं +जगदुत्पत्तिबीजम् +जगदुत्पत्तेः +जगदुत्पत्तौ +जगदुत्पत्त्यादिनिरूपणम् +जगदुत्पद्यते +जगदुत्पादकेन +जगदुपकारहेतुभूताविति +जगदुपकाराय +जगदुपकृतये +जगदुपादानं +जगदुपादानत्वं +जगदुपादानमिति +जगदुरपरे +जगदुरिति +जगदुर्बुधाः +जगदुश्च +जगदुस्तां +जगदे +जगदेक +जगदेकः +जगदेकदेशभूतानां +जगदेकपित्रे +जगदेकबंधुः +जगदेकमाता +जगदेकवीरं +जगदेकेन +जगदेतच्चराचरम् +जगदेतत् +जगदेतदीश +जगदेव +जगदेष +जगद् +जगद्गतिः +जगद्गुरु +जगद्गुरुं +जगद्गुरुः +जगद्गुरुम् +जगद्गुरुरामभद्राचार्यः +जगद्गुरुरामभद्राचार्यविकलाङ्गविश्वविद्यालयः +जगद्गुरू +जगद्गुरूं +जगद्गुरो +जगद्गुरोः +जगद्गुरौ +जगद्दुःखं +जगद्दृश्यं +जगद्दृष्ट्वा +जगद्देव +जगद्देवः +जगद्देवस्य +जगद्धरः +जगद्धरमशरणं +जगद्धरम् +जगद्धर्ता +जगद्धातः +जगद्धातरि +जगद्धाता +जगद्धातुः +जगद्धातुर् +जगद्धात्रि +जगद्धात्री +जगद्धात्रीं +जगद्धात्रीपूजा +जगद्धात्रे +जगद्धात्र्या +जगद्धात्र्यै +जगद्धाम +जगद्धाम्नि +जगद्धार्यते +जगद्धि +जगद्धितं +जगद्धितम् +जगद्धिता +जगद्धिताः +जगद्धिताय +जगद्धितार्थं +जगद्धिते +जगद्धेतोः +जगद्बिम्बं +जगद्बीज +जगद्बीजं +जगद्ब्रह्म +जगद्ब्रह्मणोः +जगद्भर्ता +जगद्भर्तुः +जगद्भवति +जगद्भवेत् +जगद्भाति +जगद्भानं +जगद्भावा +जगद्भासयते +जगद्भासयतेऽखिलम् +जगद्भोगाय +जगद्भ्रमः +जगद्यत्र +जगद्यथा +जगद्यस्य +जगद्येन +जगद्योनि +जगद्योनिं +जगद्योनिः +जगद्योनिरयोनिस्त्वं +जगद्योने +जगद्योनेः +जगद्र +जगद्रचयित्वा +जगद्रूपं +जगद्रूपः +जगद्रूपम् +जगद्रूपस्य +जगद्रूपा +जगद्रूपेण +जगद्वंद्य +जगद्वन्द्य +जगद्वन्द्या +जगद्वन्द्ये +जगद्वपुः +जगद्वरो +जगद्वशे +जगद्वा +जगद्वाचित्वात् +जगद्वाचित्वाधिकरणम् +जगद्वापि +जगद्विताय +जगद्वितिमिरं +जगद्विद्धि +जगद्विधिः +जगद्विपरिवर्तते +जगद्विभोः +जगद्विरोधेन +जगद्विलक्षणं +जगद्विश्वं +जगद्वै +जगद्वैचित्र्यं +जगद्व्यापारवर्जं +जगद्व्यापी +जगद्व्याप्तं +जगद्व्याप्य +जगद्‌गुरुः +जगद्‌गुरुम् +जगद्‌गुरो +जगद्‌गुरोः +जगद्‍गुरुं +जगद्‍गुरुम् +जगद्‍गुरो +जगधीर +जगन +जगन् +जगन्ति +जगन्त्यपि +जगन्थ +जगन्न +जगन्नाथ +जगन्नाथं +जगन्नाथः +जगन्नाथदासः +जगन्नाथपण्डितः +जगन्नाथपुरी +जगन्नाथपुर्यां +जगन्नाथम् +जगन्नाथस्तथा +जगन्नाथस्तु +जगन्नाथस्य +जगन्नाथस्यायं +जगन्नाथाय +जगन्नाथाष्टकम् +जगन्नाथे +जगन्नाथेन +जगन्नाथो +जगन्नाम +जगन्नाम्ना +जगन्नाम्नी +जगन्नास्ति +जगन्निदानं +जगन्निर्माणे +जगन्निवास +जगन्निवासः +जगन्निवासस्य +जगन्निवासो +जगन्नेत्रे +जगन्म +जगन्मण्डलं +जगन्मण्डले +जगन्मय +जगन्मयं +जगन्मयः +जगन्मयम् +जगन्मयि +जगन्मयी +जगन्मयीम् +जगन्मये +जगन्मयो +जगन्मातः +जगन्मातरमम्बिकाम् +जगन्माता +जगन्मातुः +जगन्मात्रा +जगन्मात्रे +जगन्माया +जगन्मित्रं +जगन्मिथ्या +जगन्मिथ्येति +जगन्मूलं +जगन्मूलता +जगन्मूलस्य +जगन्मृत्युविनाशाय +जगन्मोहनकरीः +जगन्मोहनाय +जगन्मोहने +जगन्मोहिनी +जगन्वान् +जगम +जगमा +जगमिथ +जगम् +जगम्या +जगम्यात् +जगम्यादिति +जगम्याद् +जगम्याम् +जगम्युः +जगर +जगरः +जगर्ज +जगर्जुः +जगर्जुश्च +जगर्ह +जगर्हे +जगल +जगलः +जगलो +जगल्लोकं +जगळूरुविधानसभाक्षेत्रम् +जगस्य +जगह +जगा +जगाति +जगाती +जगाथ +जगाद +जगादाथ +जगादेति +जगादेत्यर्थः +जगादेदं +जगादेव +जगादैनं +जगादैनां +जगादैवं +जगादोवाच +जगाद् +जगाधरी +जगाम +जगामा +जगामाकाशमाविश्य +जगामाथ +जगामादर्शनं +जगामादाय +जगामाभिमुखो +जगामाशु +जगामासौ +जगामास्तं +जगामास्य +जगामाऽथ +जगामाऽशु +जगामाऽऽशु +जगामेति +जगामेत्यर्थः +जगामेव +जगामेष्टं +जगामैव +जगामोपवनं +जगाम् +जगायात् +जगार +जगाल +जगाविति +जगाह +जगाहिरे +जगाहिषे +जगाहे +जगि +जगिथ +जगिरे +जगी +जगु +जगुः +जगुरिः +जगुरिति +जगुरिह +जगुरू +जगुर् +जगुर्गंधर्वपतयो +जगुर्गन्धर्वकिन्नराः +जगुर्गन्धर्वपतयो +जगुर्जनाः +जगुर्बुधाः +जगुर्मुदा +जगुर्यशः +जगुश्च +जगुस्तथा +जगुस्तदा +जगु॑रिः +जगृभ्म +जगृभ्मा +जगृभ्यात् +जगृभ्रे +जगृह +जगृहतुः +जगृहिम +जगृहिरे +जगृहिव +जगृहु +जगृहुः +जगृहुरादरात् +जगृहुर्न +जगृहुश्च +जगृहुश्चापि +जगृहुस्तं +जगृहुस्तत्र +जगृहुस्तदा +जगृहुस्तस्य +जगृहुस्तां +जगृहुस्तान् +जगृहुस्ते +जगृहे +जगृहेऽथ +जगृह्मा +जगे +जगौ +जग्गा +जग्गी +जग्ध +जग्धं +जग्धः +जग्धतृणा +जग्धम् +जग्धवान् +जग्धा +जग्धाः +जग्धि +जग्धिः +जग्धिर्ल्यप्ति +जग्धुं +जग्धो +जग्ध्यादेशः +जग्ध्वा +जग्ध्वाय +जग्म +जग्मतुः +जग्मतुस्ततः +जग्मतुस्तौ +जग्मतू +जग्मथुः +जग्मयः +जग्मये +जग्मिः +जग्मिरे +जग्मिर्युवा +जग्मिवान् +जग्मी +जग्मु +जग्मुः +जग्मुरदर्शनम् +जग्मुरादाय +जग्मुरादिदेवं +जग्मुरापः +जग्मुरिति +जग्मुरित्यर्थः +जग्मुरुत्तमम् +जग्मुर् +जग्मुर्गेहं +जग्मुर्गोलोकमुत्तमम् +जग्मुर्दिशो +जग्मुर्देवं +जग्मुर्देवदेवं +जग्मुर्देवा +जग्मुर्देवाः +जग्मुर्यत्र +जग्मुर्यथागतं +जग्मुर्यथागतम् +जग्मुर्विषयान्तराणि +जग्मुर्वै +जग्मुर्हृष्टा +जग्मुश्च +जग्मुषाम् +जग्मुषि +जग्मुषी +जग्मुषे +जग्मुस्तं +जग्मुस्तत्र +जग्मुस्तदा +जग्मुस्ते +जग्मू +जग्मे +जग्म॑यः +जग्रन्थ +जग्रभ +जग्रभम् +जग्रसानान् +जग्रसे +जग्रह +जग्रहिथ +जग्रा +जग्रास +जग्राह +जग्राहाजगरो +जग्राहाथ +जग्राहेति +जग्ले +जग्लौ +जग॑च्च +जग॑तः +जग॑तस्त॒स्थुष॑श्च +जग॑तस्त॒स्थुष॒स्पतिं॑ +जग॑ती +जग॑तीं॒ +जग॑तीषु +जग॑ती॒ +जग॑तो +जग॑त् +जग॑त्या +जग॑त्या॒ +जग॑दभिपि॒त्वे +जघ +जघटिषे +जघटे +जघन +जघनं +जघनगौरवात्पश्चात् +जघनचपला +जघनचपलायाः +जघनदेशे +जघनभरालसा +जघनमिव +जघनम् +जघनस्थल +जघनस्थलस्य +जघनस्थली +जघनस्थले +जघनस्थलेन +जघनस्य +जघना +जघनात् +जघनानि +जघनान् +जघनार्धाद् +जघनार्धे +जघनार्धेन +जघनिथ +जघने +जघनेन +जघनेनाग्निं +जघनेनोत्तरवेदिं +जघनेषु +जघन्थ +जघन्य +जघन्यं +जघन्यः +जघन्यगुणवृत्तस्था +जघन्यगुणवृत्तस्थाः +जघन्यगुणवृत्तिस्था +जघन्यजः +जघन्यजस्तु +जघन्यतः +जघन्यत्वात् +जघन्यनामा +जघन्यप्रभवो +जघन्यश्च +जघन्यसंवेशी +जघन्यस्य +जघन्या +जघन्यां +जघन्यानां +जघन्यानि +जघन्याय +जघन्ये +जघन्यो +जघन्वाँ +जघन्वान् +जघसिथ +जघा +जघान +जघानाथ +जघानाशु +जघानासौ +जघानास्य +जघानेति +जघानैनं +जघानैव +जघानोरसि +जघास +जघ्नतुः +जघ्नतुश्च +जघ्नतुस्तौ +जघ्निः +जघ्निरे +जघ्निर्वृत्र +जघ्निर्वृत्रममित्रियं +जघ्निर्वृत्रम् +जघ्निवान् +जघ्नुः +जघ्नुराहवे +जघ्नुश्च +जघ्नुष +जघ्नुषः +जघ्नुस्ते +जघ्नू +जघ्ने +जघ्रिः +जघ्रौ +जङ +जङ्ग +जङ्गः +जङ्गन्ति +जङ्गबहादुर +जङ्गम +जङ्गमं +जङ्गमः +जङ्गमञ्चैव +जङ्गमतां +जङ्गमदूरभाषयन्त्रम् +जङ्गममिव +जङ्गमम् +जङ्गमसेवाप्रचालकः +जङ्गमस्तथा +जङ्गमस्थावरभूतानां +जङ्गमस्थावराणां +जङ्गमस्थावरेषु +जङ्गमस्य +जङ्गमा +जङ्गमाः +जङ्गमाजङ्गमं +जङ्गमाजङ्गमानि +जङ्गमादि +जङ्गमानां +जङ्गमानि +जङ्गमान् +जङ्गमाश्च +जङ्गमीति +जङ्गमे +जङ्गमेव +जङ्गमेषु +जङ्गमैः +जङ्गमो +जङ्गम्यते +जङ्गल +जङ्गलं +जङ्गलधेनुवलजान्तस्य +जङ्गलानि +जङ्गले +जङ्गलेषु +जङ्गहे +जङ्गिड +जङ्गिडं +जङ्गिडः +जङ्गिडस्करत् +जङ्गिडस्य +जङ्गिडेन +जङ्गिडो +जङ्गे +जङ्घ +जङ्घनः +जङ्घनत् +जङ्घनदिति +जङ्घनद् +जङ्घनन्त +जङ्घनाव +जङ्घनाव॒ +जङ्घन्ति +जङ्घन्यते +जङ्घया +जङ्घयो +जङ्घयोः +जङ्घयोश्च +जङ्घा +जङ्घां +जङ्घाः +जङ्घाग्रं +जङ्घाप्रहृत +जङ्घाभ्यां +जङ्घामध्ये +जङ्घामात्रीं +जङ्घाम् +जङ्घाया +जङ्घायां +जङ्घायाः +जङ्घाल +जङ्घालः +जङ्घाला +जङ्घालाः +जङ्घासु +जङ्घे +जङ्घोरु +जङ्घोरुषु +जङ्घोर्वोः +जङ्घ्नतो +जचिहे +जचे +जज +जजनदिन्द्रमिन्द्रियाय +जजनुश्च +जजन्ति +जजम्भे +जजरतुः +जजरिथ +जजल्प +जजल्पतुः +जजागर +जजागरतुः +जजागरुः +जजागार +जजान +जजानान्यद् +जजान॒ +जजाप +जजार +जजि +जजृम्भिरे +जजृम्भे +जजौ +जज् +जज्ञ +जज्ञतुः +जज्ञतू +जज्ञाते +जज्ञान +जज्ञानं +जज्ञानः +जज्ञानमिति +जज्ञानम् +जज्ञानम्ऽ +जज्ञाना +जज्ञानां +जज्ञानाः +जज्ञानो +जज्ञा॒नं +जज्ञा॒नः +जज्ञि +जज्ञिः +जज्ञिरे +जज्ञिरेऽन्याश्च +जज्ञिरे॒ +जज्ञिवान् +जज्ञिषे +जज्ञिषे॒ +जज्ञि॒षे +जज्ञुः +जज्ञे +जज्ञेऽत्रिर्भगवानृषिः +जज्ञेऽथ +जज्ञेऽऽवारिदम्ऽ +जज्ञे॒ +जज्ञौ +जज्वलुः +जज्वलुश्च +जज्वलुश्चाग्नयः +जज्वाल +जझं +जझिरे +जझे +जञ्च +जञ्जणाभवन् +जञ्जती +जञ्जपूकः +जञ्जप्यते +जञ्जभ्यते +जञ्जभ्यमानो +जट +जटति +जटया +जटा +जटां +जटाः +जटाकलापे +जटाकारो +जटाग्रे +जटाघरः +जटाचन्द्रार्द्धमण्डिताः +जटाचीरधरो +जटाजालं +जटाजूट +जटाजूटं +जटाजूटः +जटाजूटे +जटाजूटेन +जटाजूटोऽस्यास्तीति +जटातीर्थे +जटाधर +जटाधरं +जटाधरः +जटाधरम् +जटाधरश्च +जटाधराः +जटाधराय +जटाधरो +जटाधरौ +जटाधारी +जटानां +जटाभारं +जटाभिः +जटाभिरालापयते +जटाभिस्तापस +जटाभिस्तापसः +जटामकुटधारी +जटामकुटमण्डितम् +जटामकुटसंयुक्तं +जटामकुटसंयुक्तः +जटामकुटसंयुतम् +जटामण्डलधारिणम् +जटामण्डलधारिणौ +जटामांसी +जटामांस्यां +जटामांस्याम् +जटामुकुटधारिणः +जटामुकुटधारिणम् +जटामुकुटधारी +जटामुकुटमण्डितम् +जटामुकुटसंयुक्तं +जटामेकां +जटाम् +जटायां +जटायाम् +जटायु +जटायुं +जटायुः +जटायुक्ता +जटायुक्ते +जटायुना +जटायुरिति +जटायुर्नाम +जटायुश्च +जटायुषं +जटायुषः +जटायुषम् +जटायुषा +जटायुषो +जटायो +जटायोः +जटाल +जटालं +जटालः +जटाला +जटावल्कलधारिणम् +जटावान् +जटाश्च +जटासु +जटासुर +जटासुरः +जटासुरस्य +जटाहि +जटिः +जटित +जटितं +जटिने +जटिल +जटिलं +जटिलः +जटिलक +जटिलञ्चानधीयानं +जटिलता +जटिलम् +जटिला +जटिलां +जटिलाः +जटिलान् +जटिलाय +जटिलिका +जटिली +जटिले +जटिलेन +जटिलो +जटिलौ +जटी +जटेव +जटेश्वरं +जठ +जठर +जठरं +जठरः +जठरदेवकूटौ +जठरमभिमृशति +जठरमसि +जठरमुदरं +जठरमुरः +जठरम् +जठरस्थं +जठरस्थस्य +जठरस्थेन +जठरस्य +जठरा +जठराः +जठराग्नि +जठराग्निं +जठराग्निः +जठराग्निदीपनः +जठराग्निना +जठराग्निरूपेण +जठराग्निविकाराधिकारः +जठराग्नौ +जठराणां +जठराणि +जठरात् +जठराद्याः +जठरानलः +जठरानलस्य +जठरान्तरे +जठरी +जठरे +जठरेण +जठरेषु +जठरेऽपि +जठरो +जठलस्य +जड +जडं +जडः +जडचेतनाः +जडजगतः +जडड्डत्ध् +जडतया +जडता +जडतां +जडतामरोचकम् +जडत्व +जडत्वं +जडत्वतः +जडत्वमिति +जडत्वम् +जडत्वस्य +जडत्वात् +जडत्वान्न +जडत्वापत्तेः +जडत्वे +जडत्वेन +जडधियः +जडधियां +जडपदार्थानां +जडबुद्धयः +जडभरतः +जडभूतानां +जडभेदो +जडमतिः +जडमतिषु +जडमपि +जडमिति +जडमेव +जडम् +जडयति +जडया +जडरूपा +जडवत् +जडवर्गः +जडवर्गस्य +जडवल्लोक +जडवल्लोकमाचरेत् +जडविड +जडविवेकेन +जडश्च +जडस्य +जडस्यापि +जड़ +जड़ः +जड़ता +जड़त्व +जड़ा +जड़ी +जड़े +जडा +जडां +जडाः +जडाकृतिः +जडाजडदृशोर्मध्ये +जडात् +जडात्मकं +जडात्मकः +जडात्मनः +जडात्मनाम् +जडात्मा +जडादिभ्यो +जडाद्विलक्षणो +जडानां +जडानामपि +जडानाम् +जडानि +जडान् +जडान्यपि +जडाय +जडाशयः +जडाशयाः +जडाश्च +जडिता +जडिमा +जडी +जडीकृत +जडीकृतः +जडीकृता +जडीकृते +जडीभूतं +जडीभूतः +जडीभूता +जडीभूतो +जडे +जडेति +जडेन +जडेभ्यो +जडेषु +जडेष्वपि +जडेऽपि +जडैः +जडो +जडोऽपि +जडौ +जण +जणं +जणणी +जणस्स +जणाणं +जणे +जणेण +जणो +जत +जतं +जतः +जतजा +जतजास्ततो +जतन +जतवन +जता +जतां +जताने +जतावनोजे +जति +जतिः +जतिन +जतीति +जतीन्द्रः +जतु +जतुः +जतुका +जतुकायां +जतुकाष्ठन्यायेन +जतुकाष्ठवत् +जतुगृहं +जतुगृहदाहादिभिरित्यादिना +जतुगृहपर्वणि +जतुगृहादिभिः +जतुगृहे +जतुगेहे +जतुना +जतुनि +जतुनी +जतुने +जतुमणिं +जतुमणिः +जतुमयशरणोद्दीपनः +जतुल्यं +जतुवेश्मनि +जतू +जतूः +जतूकणे +जतूकर्णः +जतूकर्णे +जतूका +जतूनि +जते +जतो +जतौ +जत् +जत्ति +जत्ती +जत्थ +जत्र +जत्रवो +जत्रु +जत्रुः +जत्रुणी +जत्रुदेशे +जत्रुभ्य +जत्रूर्ध्व +जत्रूर्ध्वं +जत्वं +जत्वा +जथ +जथा +जथे +जद +जदं +जदपि +जदरेखा +जदरेखायां +जदस्य +जदा +जदाभ्यां +जदि +जदो +जदौ +जद्दिषे +जध +जधा +जधान +जन +जनं +जनंजनं +जनं॑ +जनं॒ +जनः +जनःऽ +जनः॑ +जनक +जनकं +जनकः +जनककुले +जनकचन्द्रस्य +जनकजा +जनकजां +जनकजी +जनकतनया +जनकतनयास्नानपुण्योदकेषु +जनकतया +जनकता +जनकतायां +जनकत्व +जनकत्वं +जनकत्वमिति +जनकत्वमेव +जनकत्वम् +जनकत्वस्य +जनकत्वात् +जनकत्वादिति +जनकत्वे +जनकत्वेन +जनकत्वेऽपि +जनकनन्दिनि +जनकनन्दिनी +जनकनन्दिनीम् +जनकपुत्री +जनकपुर +जनकपुरम् +जनकपुराञ्चलम् +जनकपुराञ्चले +जनकपुरी +जनकमहाराजः +जनकमिति +जनकम् +जनकरागः +जनकराजस्य +जनकराजेन +जनकल्पा +जनकल्याणहेतवे +जनकशब्दः +जनकश्च +जनकसप्तरात्रः +जनकसमागमः +जनकसिंहस्य +जनकसुता +जनकसुतां +जनकस्तथा +जनकस्त्वं +जनकस्य +जनकस्यापि +जनकस्याहं +जनका +जनकाः +जनकात् +जनकात्मजा +जनकात्मजां +जनकात्मजाम् +जनकात्मजाया +जनकात्मजायाः +जनकात्मजायै +जनकात्मजे +जनकादय +जनकादयः +जनकादयो +जनकादयोऽपि +जनकादिभिः +जनकादिवत् +जनकादीनां +जनकानां +जनकानि +जनकाय +जनकायं +जनकायः +जनकायस्य +जनकायस्यार्थाय +जनकाया +जनकायेन +जनकायो +जनकीयम् +जनके +जनकेति +जनकेन +जनको +जनकोऽपि +जनकोऽसि +जनकोऽस्य +जनको᳘वै᳘देहः +जनकौ +जनक्षयं +जनक्षयः +जनक्षयम् +जनक्षये +जनख +जनगणतेः +जनगणना +जनगणनानुगुणं +जनगणनानुगुणम् +जनगणनानुसारं +जनगणनानुसारम् +जनगणनायां +जनगणनायाः +जनगळु +जनजागरणं +जनजातयः +जनजाति +जनजातिः +जनजातिजनाः +जनजातिमन्त्रालयः +जनजातीनां +जनजातेः +जनजीवनस्य +जनड +जनत +जनतः +जनतया +जनता +जनतां +जनताः +जनतादल +जनतादलम् +जनतादलस्य +जनतादळम् +जनतापक्ष +जनतापक्षः +जनतापक्षस्य +जनताम् +जनताया +जनतायां +जनतायाः +जनतायाम् +जनतायै +जनते +जनतो +जनत् +जनदयितानि +जनदेहः +जनद् +जनद्वतीर् +जनद्वते +जनद्वत् +जनद्वद् +जनधनयोजनायाः +जनधा +जनधाः +जनधाया +जनन +जननं +जननकाले +जनननिमित्तं +जननमपि +जननमरणकरणानां +जननमरणयोः +जननमरणे +जननमिति +जननमेव +जननम् +जननयनपथोपद्रवस्तावदास्तां +जननस्य +जनना +जननां +जननात् +जननाथ +जननानि +जननान्तरसौहृदानि +जननान्तरेऽपि +जननाय +जननायकः +जननार्थं +जननावसरे +जननाशौचं +जननि +जननिवहं +जननी +जननीं +जननीजठरे +जननीजनकयोः +जननीति +जननीतिविहीना +जननीमनन्यभावाम् +जननीमपि +जननीमिव +जननीम् +जननीयं +जननीये +जननीव +जनने +जननेति +जननेन +जननो +जनन् +जनन्त +जनन्य +जनन्यः +जनन्यत्र +जनन्यपि +जनन्यमलान्वया +जनन्या +जनन्यां +जनन्याः +जनन्याम् +जनन्यै +जनन्यौ +जनपति +जनपद +जनपदं +जनपदः +जनपदकल्याणी +जनपदचारिकां +जनपदतदवध्योः +जनपदतदवध्योश्च +जनपदभेदे +जनपदम् +जनपदवत्सर्वं +जनपदवाचक +जनपदविशेषः +जनपदवुञोऽपवादः +जनपदशब्दः +जनपदशब्दात् +जनपदस्य +जनपदस्यार्थे +जनपदा +जनपदाः +जनपदात् +जनपदानपि +जनपदाना +जनपदानां +जनपदान् +जनपदान्ते +जनपदान्निबोध +जनपदाश्चातुर्वर्ण्यसमन्विताः +जनपदाश्चिराच्च +जनपदास्तथा +जनपदास्तानि +जनपदिनः +जनपदिनां +जनपदे +जनपदेन +जनपदेषु +जनपदेऽपि +जनपदो +जनपदोक्तौ +जनपदौ +जनपरयोः +जनप्रवादः +जनप्रियं +जनप्रियः +जनप्रियतां +जनप्रियम् +जनप्रिया +जनप्रियाः +जनप्रियाणि +जनप्रियानि +जनभाषा +जनभृत +जनभृतः +जनम +जनमगन् +जनमध्ये +जनमनः +जनमनसि +जनमनांसि +जनमनोहरम् +जनमनोहरे +जनमपि +जनममित्रयन्तमुरुं +जनमा +जनमान +जनमानसे +जनमाने +जनमारभयं +जनमाह +जनमिति +जनमिमं +जनमे +जनमेजय +जनमेजयं +जनमेजयंप्रति +जनमेजयः +जनमेजयम् +जनमेजयस्य +जनमेजयाय +जनमेजयेन +जनमेजयो +जनमेव +जनमेवाश्रयन्ति +जनम् +जनय +जनयंति +जनयः +जनयत +जनयतं +जनयतः +जनयता +जनयतां +जनयति +जनयतीति +जनयतीत्यर्थः +जनयतीव +जनयतु +जनयते +जनयतो +जनयत् +जनयत्यतः +जनयत्यपि +जनयत्याशु +जनयत्युदरं +जनयत्येव +जनयत्यै +जनयत्य् +जनयथ +जनयथः +जनयथा +जनयद् +जनयन +जनयन् +जनयन्कर्वराणीति +जनयन्त +जनयन्तः +जनयन्ति +जनयन्ती +जनयन्तीं +जनयन्तीः +जनयन्तीति +जनयन्तीत्यर्थः +जनयन्तीरग्निम् +जनयन्तीर् +जनयन्तु +जनयन्तो +जनयन्त्यः +जनयन्त्यव्रतांस्तु +जनयन्त्युदरं +जनयन्त्येव +जनयन्त्य् +जनयन्देव +जनयन्ननुनेयः +जनयन्निति +जनयन्न् +जनयन्प्रजा +जनयसि +जनयस् +जनयस्व +जनया +जनयां +जनयामास +जनयामासतुः +जनयामासेत्यर्थः +जनयामि +जनयामीति +जनयाव +जनयित +जनयितवै +जनयितव्यः +जनयितव्ये +जनयिता +जनयितारं +जनयितारः +जनयितारम् +जनयितु +जनयितुं +जनयितुः +जनयितुमर्हति +जनयितुम् +जनयितुर्न +जनयितृ +जनयित्री +जनयित्र्य +जनयित्र्यः +जनयित्र्यौ +जनयित्वा +जनयिष्यति +जनयिष्यतीति +जनयिष्यथ +जनयिष्यथः +जनयिष्यन्ति +जनयिष्यसि +जनयिष्यामि +जनये +जनयेच्च +जनयेच्छतम् +जनयेच्छोणितं +जनयेत +जनयेतां +जनयेत् +जनयेत्कथम् +जनयेत्ततः +जनयेत्तु +जनयेत्पुत्रं +जनयेत्पुनः +जनयेत्सुतम् +जनयेदज्ञानां +जनयेदपि +जनयेदिति +जनयेदेव +जनयेद् +जनयेद्धि +जनयेन्न +जनयेयमिति +जनयेयम् +जनयेयुः +जनयेयुरिति +जनयो +जनय॒ +जनरञ्जन +जनरञ्जनः +जनरल +जनरल् +जनरवः +जनराट् +जनलोक +जनलोकं +जनलोकः +जनलोकनिवासिनः +जनलोके +जनव +जनवण्टन +जनवरि +जनवरिमासस्य +जनवरिमासे +जनवरी +जनवरीमासस्य +जनवरीमासे +जनवर्जिते +जनवल्लभः +जनवाद +जनवादं +जनवादः +जनवादिनम् +जनवादे +जनविदे +जनशब्दः +जनशब्दस्य +जनशब्देन +जनश् +जनश्च +जनश्चैव +जनश्रुताय +जनश्रुति +जनश्रुतिः +जनसंख्या +जनसंख्यादृष्ट्या +जनसंख्यायाः +जनसंख्यावृद्धिः +जनसंख्यावृद्धेः +जनसंख्‍या +जनसंनिधौ +जनसंसदि +जनसङ्ख्या +जनसङ्ख्याघनत्वं +जनसङ्ख्यादृष्ट्या +जनसङ्ख्यानुसारं +जनसङ्ख्यायां +जनसङ्ख्यायाः +जनसङ्ख्यावृद्धिः +जनसङ्ख्याशास्त्रम् +जनसङ्ख्यासान्द्रता +जनसङ्ख्यास्फोटः +जनसङ्गश्च +जनसङ्घः +जनसङ्घस्य +जनसन +जनसनखन +जनसनखनक्रमगमो +जनसनखनां +जनसनखनाम् +जनसमक्षं +जनसमाजे +जनसमुदायस्य +जनसमूह +जनसमूहः +जनसमूहस्य +जनसमूहाः +जनसमूहे +जनसम्मर्दः +जनसाधारणस्य +जनसाधारणानां +जनसान्द्रता +जनसामान्यस्य +जनसामान्याः +जनसामान्यानां +जनसामान्यानाम् +जनसामान्यान् +जनसामान्येभ्यः +जनसामान्यैः +जनसार्थस्य +जनसेवा +जनस् +जनस्तं +जनस्तत्र +जनस्तथा +जनस्तदा +जनस्तपः +जनस्तपश्च +जनस्तपस्तथा +जनस्तव +जनस्तस्य +जनस्तस्या +जनस्तां +जनस्तु +जनस्ते +जनस्तेन +जनस्थ +जनस्थान +जनस्थानं +जनस्थानगता +जनस्थाननिवासिना +जनस्थानवधं +जनस्थानस्य +जनस्थानात् +जनस्थानाद् +जनस्थाने +जनस्य +जनस्या +जनस्यात्र +जनस्यापि +जनस्यास्य +जनस्येति +जनहा +जनहिताय +जना +जनाँ +जनाँ॑ +जनाँ॒ +जनां +जनाः +जनाः॑ +जनाकीर्णं +जनाकुलः +जनाङ् +जनाता +जनाति +जनाते +जनात् +जनादयः +जनादि +जनाद् +जनाधिप +जनाधिपः +जनाधिपम् +जनाधिपा +जनाधिपाः +जनान +जनानपि +जनानवतीति +जनाना +जनानां +जनानामपि +जनानामासन्ना +जनानामिति +जनानाम् +जनानि +जनानिति +जनानुरागप्रभवा +जनाने +जनानेवाले +जनान् +जनान्तिकं +जनान्तिकम् +जनान्ते +जनान्प्रति +जनान्बहून् +जनान्यातयति +जनापवाद +जनापवादं +जनापवादः +जनापवादान् +जनापवादे +जनाभियोग +जनाभ्यः +जनामनु +जनामि +जनाम् +जनाय +जनाया +जनायाग्ने +जनार +जनार्दन +जनार्दनं +जनार्दनः +जनार्दनम +जनार्दनम् +जनार्दनश्च +जनार्दनस्तु +जनार्दनस्य +जनार्दनात् +जनार्दनाय +जनार्दने +जनार्दनेति +जनार्दनेन +जनार्दनो +जनार्दनोऽपि +जनार्द्दन +जनार्द्दनः +जनार्द्दनम् +जनार्द्दनस्य +जनार्द्दने +जनार्धनम् +जनावासं +जनाश्च +जनाश्चापि +जनाश्रयः +जनाषाट् +जनास +जनासः +जनासु +जनासो +जनास्त +जनास्तं +जनास्ततः +जनास्तत्र +जनास्तथा +जनास्तदा +जनास्तु +जनास्ते +जनास्त्वां +जनास्त्विह +जनास्सर्वे +जना॑ +जना॑ः +जना॑नां +जना॑नां॒ +जना॑नामा॒सन्ना +जना॑नाम् +जना॑न् +जना॑य +जना॑य॒ +जना॑स +जना॑सः +जना॑सो +जना॒ +जनाꣳ +जनि +जनिं +जनिः +जनिकर्तुः +जनिका +जनिक्रियायाः +जनिघसिभ्यामिण् +जनित +जनितं +जनितः +जनितत्वात् +जनितमिति +जनितम् +जनितया +जनितवती +जनितवन्तः +जनितवानसि +जनितवान् +जनितव्यं +जनितस्य +जनिता +जनितां +जनिताः +जनिताग्नेर्जनिता +जनितानि +जनितान् +जनितारं +जनितारम् +जनितारा +जनितुः +जनिते +जनितेति +जनितेन +जनितेन्द्रस्य +जनितो +जनितोः +जनितोत +जनित्र +जनित्रं +जनित्रम् +जनित्राद्यम् +जनित्री +जनित्रीं +जनित्रीः +जनित्रीम् +जनित्रे +जनित्र्यजीजनत् +जनित्र्यजीजनद्भद्रा +जनित्रꣳ +जनित्वं +जनित्वम् +जनित्वा +जनित्वी +जनित्वैः +जनिभिः +जनिभ्यो +जनिम +जनिमतः +जनिमतो +जनिमत् +जनिमन् +जनिमन्ति +जनिमलभत +जनिमा +जनिमानि +जनिमान्योजसा +जनिम् +जनिरपि +जनिरिति +जनिरुत्पत्तिरुद्भवः +जनिर्न +जनिवध्योश्च +जनिवध्योश्चेति +जनिविदे +जनिश्च +जनिषीय +जनिषीष्ट +जनिषे +जनिष्ट +जनिष्टो +जनिष्ठा +जनिष्ठाः +जनिष्यत +जनिष्यति +जनिष्यते +जनिष्यन्ति +जनिष्यन्ते +जनिष्यमाणं +जनिष्यमाणः +जनिष्यमाणा +जनिष्यमाणाः +जनिष्यमाणान् +जनिष्यमाणे +जनिष्यमाणैश्च +जनिष्यसि +जनिष्यसे +जनिष्ये +जनिष्व +जनिष्वा +जनिऽभिः +जनि॑ +जनि॑ता +जनि॑त्री +जनि॑त्रीं +जनि॑त्रीः +जनि॑त्री॒ +जनि॑त्र्यजीजनत् +जनि॑त्र्यजीजनद्भ॒द्रा +जनि॑म +जनि॑मा +जनि॑मानि +जनि॑मानि॒ +जनि॑मा॒ +जनि॑म॒ +जनि॑ष्ट +जनि॑ष्ठा +जनि॑ष्ठाः +जनि॑ऽभिः +जनि॒ता +जनी +जनीं +जनीजॄष्क्नसुरञ्जोऽमन्ताश्च +जनीनां +जनीनाम् +जनीयन्तो +जनीयम् +जनु +जनुं +जनुः +जनुर्जननजन्मानि +जनुर्जन्म +जनुवरि +जनुषं +जनुषः +जनुषम् +जनुषा +जनुषां +जनुषान्ध +जनुषाम् +जनुषि +जनुषी +जनुषे +जनुषैकर्चयोः +जनूंषि +जने +जनेः +जनेजने +जनेति +जनेन +जनेनेति +जनेनैव +जनेन्ति +जनेभ्य +जनेभ्यः +जनेभ्यो +जनेरपि +जनेररष्ठ +जनेरुसिः +जनेर्ड +जनेर्डः +जनेर्डप्रत्ययः +जनेर्लिटि +जनेवरि +जनेवाद +जनेश्वर +जनेश्वरः +जनेश्वरम् +जनेश्वराः +जनेषु +जनेष्टा +जनेष्वग्ने +जनेष्वा +जनेऽपि +जनेऽभिद्रोहं +जने॑ +जने॑न +जने॑भ्यः +जने॑षु +जने॑षु॒ +जने॒ +जने॒ष्वा +जनै +जनैं +जनैः +जनैरिति +जनैरिह +जनैरेवं +जनैर् +जनैर्वृतः +जनैश्च +जनैस्तदा +जनो +जनों +जनोंको +जनोयं +जनोलोकं +जनोलोके +जनोऽत्र +जनोऽनुरज्यते +जनोऽन्यथा +जनोऽपि +जनोऽयं +जनोऽयम् +जनोऽस्य +जनो॑ +जनो॒ +जनौ +जनौघं +जनौघः +जनौघस्य +जनौघा +जनौघाः +जनौघे +जनौघैः +जनौधे +जनौधैः +जन् +जन्त +जन्तः +जन्तर् +जन्तव +जन्तवः +जन्तवश्च +जन्तवश्चात्र +जन्तवो +जन्तवोऽणवः +जन्तवोऽपि +जन्ति +जन्तु +जन्तुं +जन्तुः +जन्तुक +जन्तुका +जन्तुकेतुः +जन्तुघ्नं +जन्तुघ्नी +जन्तुजन्युशरीरिणः +जन्तुजातस्य +जन्तुना +जन्तुफलः +जन्तुफलो +जन्तुभिः +जन्तुभिरस्मे +जन्तुभिर् +जन्तुभेदे +जन्तुम् +जन्तुरनीशोऽयमात्मनः +जन्तुरिति +जन्तुरेक +जन्तुर् +जन्तुर्जन्मसंसारबन्धनात् +जन्तुर्जायते +जन्तुर्जुष्टं +जन्तुर्न +जन्तुर्ननु +जन्तुर्नरकं +जन्तुर्मानुष्यं +जन्तुर्विद्यया +जन्तुविशेषः +जन्तुषु +जन्तुस्तत्तत्कामस्य +जन्तू +जन्तून +जन्तूना +जन्तूनां +जन्तूनाम् +जन्तून् +जन्तो +जन्तोः +जन्तोरिति +जन्तोर् +जन्तोर्न +जन्तोर्निहितो +जन्तोर्भवेत्तथा +जन्तोर्ललाटदेशेऽभिहतस्य +जन्तोर्वातात्मकस्य +जन्तोर्विषयगोचरे +जन्तौ +जन्न +जन्भकालमें +जन्म +जन्मं +जन्मः +जन्मक +जन्मकछमें +जन्मकथंतासंबोधः +जन्मकथा +जन्मकर्म +जन्मकर्मणां +जन्मकर्मणाम् +जन्मकर्मणोः +जन्मकर्मफलप्रदां +जन्मकर्मफलप्रदाम् +जन्मकर्माणि +जन्मकळमें +जन्मका +जन्मकाछमें +जन्मकाढमें +जन्मकामें +जन्मकारणं +जन्मकारणम् +जन्मकाल +जन्मकालः +जन्मकालमें +जन्मकाले +जन्मकाळमें +जन्मकृतं +जन्मके +जन्मकोटिभिः +जन्मकोटिशतैरपि +जन्मकोटिसहस्रैस्तु +जन्मकोट्यंहसामपि +जन्मक्षेत्रं +जन्मखण्डनम् +जन्मखण्डे +जन्मङ्गळमें +जन्मचित्रो +जन्मछमें +जन्मजन्म +जन्मजन्मनि +जन्मजन्मसु +जन्मजन्मान्तरे +जन्मजन्मान्तरेऽपि +जन्मजात +जन्मत +जन्मतः +जन्मतारा +जन्मतिथिं +जन्मतिथिः +जन्मतिथौ +जन्मतुङ्गं +जन्मतो +जन्मत्रयं +जन्मत्रयार्जितम् +जन्मत्रये +जन्मदः +जन्मदा +जन्मदाता +जन्मदात्री +जन्मदानां +जन्मदिन +जन्मदिनं +जन्मदिनम् +जन्मदिनाङ्कः +जन्मदिने +जन्मदिवसः +जन्मदिवसस्य +जन्मदिवसे +जन्मदिवसेऽपि +जन्मदुःखं +जन्मद्वयं +जन्मध्वंसं +जन्मन +जन्मनः +जन्मनक्षत्र +जन्मनक्षत्रं +जन्मनक्षत्रम् +जन्मनक्षत्रे +जन्मनश्च +जन्मना +जन्मनां +जन्मनाम +जन्मनामन्ते +जन्मनाम् +जन्मनाम्नोरवेदने +जन्मनाशौ +जन्मनि +जन्मनिजन्मनि +जन्मनी +जन्मनीति +जन्मनीह +जन्मने +जन्मनेति +जन्मनेवाला +जन्मनैकेन +जन्मनैव +जन्मनैवोदरं +जन्मनो +जन्मनोऽग्रेऽधिभावयति +जन्मनोऽधि +जन्मनोऽपि +जन्मन् +जन्मन्देवानां +जन्मन्नग्न +जन्मन्न् +जन्मन्यत्रैव +जन्मन्यपि +जन्मन्यर्हत्वं +जन्मन्यस्मिन्नपि +जन्मन्येकः +जन्मन्येव +जन्मन्य् +जन्मन्‌ +जन्मपत्रदीपकः +जन्मपरिवर्तः +जन्मपल्वलमत्स्यानां +जन्मप्रकरणम् +जन्मप्रभृति +जन्मप्राप्तवान् +जन्मफलं +जन्मबन्धनात् +जन्मबन्धविनिर्मुक्ताः +जन्मभं +जन्मभम् +जन्मभाक् +जन्मभाग्भवेत् +जन्मभाजः +जन्मभिः +जन्मभिस्त्रिभिः +जन्मभीरुः +जन्मभुवं +जन्मभूः +जन्मभूमि +जन्मभूमिं +जन्मभूमिः +जन्मभूमिश्च +जन्मभूमौ +जन्मभे +जन्ममरण +जन्ममरणं +जन्ममरणयोः +जन्ममरणशब्दौ +जन्ममरणसन्ताने +जन्ममरणादि +जन्ममरणाभ्यां +जन्ममरणे +जन्ममात्रं +जन्ममात्रेण +जन्ममानं +जन्ममासं +जन्ममासे +जन्ममृत्यु +जन्ममृत्युजरादुःखैः +जन्ममृत्युजरादुःखैर्विमुक्तोऽमृतमश्नुते +जन्ममृत्युजरापहम् +जन्ममृत्युजराव्याधि +जन्ममृत्युजराव्याधिदुःखदोषानुदर्शनम् +जन्ममृत्युजराव्याधिभयं +जन्ममृत्युजराव्याधिहरं +जन्ममृत्युजराहरम् +जन्ममृत्युभयं +जन्ममृत्युहरं +जन्ममृत्यू +जन्ममृत्य्वोः +जन्मम् +जन्मरहित +जन्मरहितः +जन्मरहितम् +जन्मरहितस्य +जन्मरहिता +जन्मरहितोऽपि +जन्मराशि +जन्मराशिं +जन्मराशितः +जन्मराशिसे +जन्मराशेः +जन्मराशौ +जन्मर्क्षं +जन्मर्क्षात् +जन्मर्क्षे +जन्मलग्न +जन्मलग्नं +जन्मलग्नात् +जन्मलग्ने +जन्मलाभः +जन्मवतां +जन्मवतो +जन्मवर्षसम्बद्धाः +जन्मवान् +जन्मविवरणं +जन्मविषये +जन्मशतं +जन्मशतकं +जन्मशतानि +जन्मशताभ्यस्तविषयसङ्गस्य +जन्मशतार्जितम् +जन्मशतैरपि +जन्मशतोद्भवम् +जन्मशून्यं +जन्मसंसारबन्धनात् +जन्मसमये +जन्मसहस्रं +जन्मसहस्रकोटिभिः +जन्मसहस्राणां +जन्मसहस्राणि +जन्मसहस्रेण +जन्मसहस्रेषु +जन्मसाफल्यं +जन्मसामग्र्यं +जन्मसु +जन्मस्थलं +जन्मस्थलम् +जन्मस्थली +जन्मस्थान +जन्मस्थानं +जन्मस्थानम् +जन्मस्थाने +जन्मस्थितिभङ्गं +जन्मस्य +जन्महन्ता +जन्महानौ +जन्महेतवः +जन्महेतुः +जन्महेतोः +जन्मा +जन्मांतरं +जन्मांतरसहस्रेण +जन्मांतरसहस्रेषु +जन्मांतरे +जन्मांतरेपि +जन्माक्षिपतीति +जन्माख्या +जन्माख्यानं +जन्माथ +जन्मादयः +जन्मादयो +जन्मादि +जन्मादिकं +जन्मादिकारणं +जन्मादित्रयविशेषणम् +जन्मादिदुःखान्तेषु +जन्मादिमान् +जन्मादिवाजनान्तं +जन्मादिषु +जन्मादिसूत्रे +जन्मादिस्तूपिपर्यन्तं +जन्मादीति +जन्मादीनां +जन्मादीनि +जन्मादौ +जन्माद्यं +जन्माद्यधिकरणम् +जन्माद्यस्य +जन्माद्युत्तरपदः +जन्मानन्तरं +जन्मानि +जन्मानीति +जन्मान्त +जन्मान्तं +जन्मान्तर +जन्मान्तरं +जन्मान्तरकृतं +जन्मान्तरपातकानां +जन्मान्तरशतैरपि +जन्मान्तरसहस्रेण +जन्मान्तरसहस्रेषु +जन्मान्तराणि +जन्मान्तरानुभूतं +जन्मान्तरार्जितम् +जन्मान्तरार्जितैः +जन्मान्तरीय +जन्मान्तरीयं +जन्मान्तरे +जन्मान्तरेण +जन्मान्तरेषु +जन्मान्तरेष्वपि +जन्मान्तरेऽपि +जन्मान्तरैः +जन्मान्धः +जन्मान्धा +जन्मान्यवाप्य +जन्मापाये +जन्मापि +जन्माभावः +जन्माभावस्य +जन्माभावे +जन्मायुतं +जन्मायुषी +जन्मारभ्य +जन्मार्जितं +जन्मावधि +जन्माष्टमी +जन्माष्टमीदिने +जन्माष्टमीव्रते +जन्माष्टम्यां +जन्मासेवनया +जन्मास्ति +जन्मास्य +जन्मा॑नि +जन्मिनः +जन्मिनां +जन्मिनो +जन्मिनोऽस्य +जन्मी +जन्मु +जन्मे +जन्मेकं +जन्मेकाछमें +जन्मेजयस्य +जन्मेति +जन्मेत्यर्थः +जन्मेत्याह +जन्मेत्युच्यते +जन्मेदं +जन्मैकं +जन्मैव +जन्मो +जन्मों +जन्मोत्तरं +जन्मोत्पत्तिः +जन्मोत्सवं +जन्मोत्सवः +जन्मोत्सवम् +जन्मोत्सवे +जन्मोदये +जन्मौषधिमन्त्रतपःसमाधिजाः +जन्म॑ +जन्म॑नः +जन्म॑ना +जन्म॑नी +जन्म॑ने +जन्म॑ने॒ +जन्म॑न्दे॒वानां॒ +जन्म॒ +जन्य +जन्यं +जन्यः +जन्यजनकभाव +जन्यजनकभावः +जन्यत +जन्यतया +जन्यता +जन्यतासंबन्धेन +जन्यते +जन्यत्व +जन्यत्वं +जन्यत्वमिति +जन्यत्वमेव +जन्यत्वम् +जन्यत्वस्य +जन्यत्वात् +जन्यत्वे +जन्यत्वेन +जन्यत्वेऽपि +जन्यन्ते +जन्यमात्रस्य +जन्यमात्रे +जन्यम् +जन्यरागः +जन्यरागाः +जन्यश्च +जन्यस्य +जन्या +जन्यां +जन्याः +जन्यात् +जन्यानां +जन्यानि +जन्या॑ +जन्युः +जन्ये +जन्येत +जन्येति +जन्येते +जन्येन +जन्येषु +जन्यो +जन्यो॒ +जन॑ +जन॑ः +जन॑ना +जन॑मान॒ +जन॑म् +जन॑यः +जन॑यो॒ +जन॑स्य +जन॑स्य॒ +जप +जपं +जपंतं +जपंति +जपंश्च +जपंस्तिष्ठेत् +जपः +जपकर्म +जपकर्मणि +जपकर्म्मणि +जपकाले +जपजभदहदशभञ्जपशां +जपत +जपतः +जपतस्तस्य +जपतस्तु +जपता +जपतां +जपति +जपतीति +जपतीत्यर्थः +जपतु +जपते +जपतो +जपत् +जपत्यपि +जपत्युद्धन्त्युद्धतादाग्नीध्रस्त्रिर्हरति +जपत्येव +जपत्येष +जपत्सु +जपदशांशेन +जपध्यानपरायणः +जपध्यानरतो +जपन +जपनं +जपनीयं +जपनीयः +जपनीयम् +जपनीस् +जपने +जपन् +जपन्त +जपन्तं +जपन्तः +जपन्तश्च +जपन्ति +जपन्ती +जपन्तु +जपन्तो +जपन्तौ +जपन्नष्टाक्षरं +जपन्नाम +जपन्नासीत +जपन्नास्ते +जपन्नित्यं +जपन्निदं +जपन्नेति +जपन्नेव +जपन्न् +जपन्मंत्रं +जपन्मनुम् +जपन्मन्त्रं +जपन्मुच्यते +जपन्वै +जपपरायणः +जपपूजादिकं +जपपूजादिकाः +जपमन्त्रः +जपमाचरेत् +जपमात्रेण +जपमानं +जपमानस्तु +जपमाना +जपमानो +जपमारभेत् +जपमाला +जपमालां +जपमालिका +जपमालिकाम् +जपमुत्तमम् +जपमेव +जपम् +जपयज्ञं +जपयज्ञः +जपयज्ञस्य +जपयज्ञा +जपयज्ञानां +जपयज्ञे +जपयज्ञो +जपयज्ञोऽस्मि +जपरूपेण +जपविधिः +जपविधौ +जपश्च +जपश्चैव +जपसंख्या +जपसङ्ख्या +जपसि +जपस् +जपस्तथा +जपस्तप +जपस्तपः +जपस्तपो +जपस्तु +जपस्थानं +जपस्य +जपहोमं +जपहोमतः +जपहोमतपांसि +जपहोमपरायणः +जपहोमपरायणाः +जपहोमादि +जपहोमादिकं +जपहोमादिना +जपहोमार्चनादिभिः +जपहोमार्चनादिषु +जपहोमौ +जपा +जपांते +जपाः +जपाकुसुमं +जपाकुसुमम् +जपाकुसुमसङ्काशं +जपाकुसुमसङ्काशां +जपात् +जपादि +जपादिकं +जपादिकम् +जपादिना +जपादिभिः +जपादिषु +जपादीनां +जपादेव +जपादौ +जपाद् +जपाद्यं +जपाद्यैः +जपान +जपानदेशे +जपानन्तरं +जपानां +जपान् +जपान्तं +जपान्ते +जपापुष्पं +जपामः +जपामि +जपायाः +जपार्थं +जपाश्च +जपि +जपितं +जपिता +जपित्वा +जपित्वैव +जपिष्यति +जपे +जपेच्च +जपेच्चापि +जपेच्चैव +जपेच्छतम् +जपेच्छुचि +जपेच्छुचिः +जपेत +जपेति +जपेत् +जपेत्क्रमात् +जपेत्तं +जपेत्ततः +जपेत्तत्र +जपेत्तथा +जपेत्तदा +जपेत्तु +जपेत्पुनः +जपेत्स +जपेत्सदा +जपेत्सुधीः +जपेत्सूक्तं +जपेदत्र +जपेदपि +जपेदयुतमादरात् +जपेदष्टशतं +जपेदष्टाक्षरं +जपेदष्टोत्तरं +जपेदष्टोत्तरशतं +जपेदादौ +जपेदिति +जपेदित्यर्थः +जपेदित्येके +जपेदेकाग्रमानसः +जपेदेवं +जपेद् +जपेद्गुरुः +जपेद्देवीं +जपेद्बुधः +जपेद्यः +जपेद्यदि +जपेद्यस्तु +जपेद्यो +जपेद्वा +जपेद्वापि +जपेद्विद्यां +जपेद्विद्वान् +जपेद्वै +जपेन +जपेनैव +जपेन् +जपेन्न +जपेन्नरः +जपेन्नाम +जपेन्नित्यं +जपेन्मंत्रं +जपेन्मंत्री +जपेन्मनुं +जपेन्मनुम् +जपेन्मन्त्रं +जपेन्मन्त्रमनन्यधीः +जपेन्मन्त्रमिमं +जपेन्मन्त्रवरं +जपेन्मन्त्रान् +जपेन्मन्त्री +जपेन्मासं +जपेन्मूलं +जपेन्मौनी +जपेयुः +जपेल्लक्षं +जपेल्लक्षत्रयं +जपेल्लक्षाणि +जपैः +जपैश्च +जपो +जप् +जप्त +जप्तं +जप्तः +जप्तव्यं +जप्तव्यः +जप्तव्यम् +जप्तव्या +जप्तव्याः +जप्तव्यो +जप्ता +जप्ताः +जप्तानि +जप्तुं +जप्ते +जप्तेन +जप्तो +जप्त्वा +जप्त्वाथ +जप्त्वायुतं +जप्य +जप्यं +जप्यः +जप्यते +जप्यपरो +जप्यमन्त्रः +जप्यमानस्य +जप्यमृक्शतम् +जप्यम् +जप्या +जप्यात् +जप्यानि +जप्ये +जप्येत +जप्येन +जप्येनैव +जप्येषु +जप्यैः +जप्यैश्च +जप्यो +जप्योदकं +जप्वा +जब +जबकि +जबगडदश् +जबतक +जबरेखा +जबलपुर +जबलपुरमण्डलं +जबलपुरमण्डलम् +जबलपुरम् +जबलपुरविभागे +जबहिं +जबारु +जबाला +जबालां +जबालाया +जबेन +जब् +जब्वाला +जभ +जभार +जभि +जभौ +जभ् +जभ्रिरे +जभ्रिषे +जभ्रि॒रे +जभ्रुः +जम +जमखण्डि +जमखण्डीविधानसभाक्षेत्रम् +जमति +जमत्ऽअग्निना +जमदग्नयः +जमदग्नये +जमदग्नि +जमदग्निं +जमदग्निः +जमदग्निकः +जमदग्निना +जमदग्निरिति +जमदग्निरुवाच +जमदग्निर् +जमदग्निर्ऋषिः +जमदग्निर्भरद्वाजो +जमदग्निर्भरद्वाजोऽथ +जमदग्निर्भार्गवः +जमदग्निर्महातपाः +जमदग्निश्च +जमदग्निसुतो +जमदग्निस्तु +जमदग्नीनां +जमदग्ने +जमदग्नेः +जमदग्नेरपत्यं +जमदग्नेरभीवर्तः +जमदग्नेर्महात्मनः +जमदग्नेश्च +जमदग्नौ +जमनालाल +जमन् +जमन्ति +जमशेदजी +जमशेदपुर +जमशेदपुरम् +जमा +जमाह +जमीन +जमीर +जमु +जमुयी +जमुयीमण्डलम् +जमुवाय +जमैका +जम् +जम्पती +जम्बाल +जम्बालः +जम्बीर +जम्बीरं +जम्बीरः +जम्बीरजैर्द्रवैः +जम्बीरनीरेण +जम्बीरभेदे +जम्बीरम् +जम्बीररससंयुतम् +जम्बीरवारिणा +जम्बीरस्य +जम्बीराणां +जम्बीरादि +जम्बीराम्लेन +जम्बीरे +जम्बीरैरारनालैर्वा +जम्बीरो +जम्बीरोदरमध्ये +जम्बु +जम्बुः +जम्बुक +जम्बुकं +जम्बुकः +जम्बुकनामधेयं +जम्बुकमङ्कमागतमपि +जम्बुकस्य +जम्बुका +जम्बुकाः +जम्बुकास्तथा +जम्बुकी +जम्बुकेन +जम्बुको +जम्बुकौ +जम्बुद्वीप +जम्बुद्वीपं +जम्बुद्वीपः +जम्बुद्वीपका +जम्बुद्वीपशब्दे +जम्बुद्वीपस्य +जम्बुद्वीपीय +जम्बुद्वीपीयमासः +जम्बुद्वीपे +जम्बुद्वीपो +जम्बुमाली +जम्बुमालेः +जम्बुलस्तथा +जम्बू +जम्बूं +जम्बूः +जम्बूकं +जम्बूकः +जम्बूका +जम्बूखण्डविनिर्माणपर्वणि +जम्बूद्वीप +जम्बूद्वीपं +जम्बूद्वीपः +जम्बूद्वीपम् +जम्बूद्वीपवर्णनं +जम्बूद्वीपस्य +जम्बूद्वीपादिषु +जम्बूद्वीपे +जम्बूद्वीपेन +जम्बूद्वीपेऽत्र +जम्बूद्वीपो +जम्बूनदी +जम्बूनदीति +जम्बूनां +जम्बूफलं +जम्बूफलम् +जम्बूफलरसः +जम्बूफलानां +जम्बूफलानि +जम्बूमार्गं +जम्बूमार्गे +जम्बूवृक्षः +जम्बूवृक्षस्य +जम्बूवृक्षे +जम्बूश्च +जम्ब्वा +जम्ब्वाः +जम्ब्वाम्रकप्रवालानि +जम्ब्वाम्रपल्लवानि +जम्ब्वास्तस्याः +जम्ब्व् +जम्भ +जम्भं +जम्भः +जम्भक +जम्भकं +जम्भकः +जम्भका +जम्भगृहीताय +जम्भति +जम्भते +जम्भनं +जम्भनम् +जम्भय +जम्भयति +जम्भयन् +जम्भयन्तो +जम्भयन्तोऽहिं +जम्भया +जम्भयामसि +जम्भयोः +जम्भलः +जम्भलिका +जम्भश्च +जम्भसुतं +जम्भस्य +जम्भा +जम्भाम्भसा +जम्भावो +जम्भिनी +जम्भे +जम्भेन +जम्भे॑ +जम्भैः +जम्भैः॑ +जम्भो +जम्भ्यते +जम्भ्याः +जम्म +जम्मा +जम्मु +जम्मुः +जम्मुकाश्मीरम् +जम्मू +जम्मूकाश्मीरम् +जम्मूकाश्मीरराज्यम् +जम्मूकाश्मीरराज्यस्य +जम्मूमण्डलम् +जय +जयं +जयंत +जयंतं +जयंतः +जयंति +जयंती +जयंतीं +जयंतो +जयंत्या +जयंत्यां +जयंधर +जयः +जयकरी +जयकर्म +जयकाङ्क्षिणः +जयकामः +जयकामो +जयकारं +जयकृष्ण +जयकृष्णदास +जयकेशी +जयको +जयगतो +जयगृद्धिनः +जयघोषेण +जयचंद्रस्तु +जयचन्दः +जयचन्दस्य +जयचन्द्रस्य +जयचामराज +जयजय +जयजयारावो +जयजयेति +जयजीवेति +जयञ्च +जयत +जयतः +जयता +जयतां +जयतांवर +जयतांवरः +जयतात् +जयतामिव +जयतामुदस्थात् +जयताम् +जयति +जयति॒ +जयतीति +जयतीत्यर्थः +जयतीत्यादि +जयतीर्थः +जयतीर्थकृता +जयतीर्थव्याख्या +जयतीर्थस्य +जयतीह +जयतु +जयतु॒ +जयते +जयतेः +जयतेर्वा +जयतो +जयत् +जयत्यजः +जयत्यतिबलो +जयत्यथ +जयत्यपि +जयत्ययं +जयत्यरिसार्थसार्थकीकृतनामा +जयत्यसौ +जयत्याशु +जयत्येको +जयत्येव +जयत्येष +जयत्य् +जयत्वम् +जयत्वार्य +जयत्वार्यः +जयत्वार्यपुत्रः +जयत्विति +जयत्सु +जयत्सेनं +जयत्सेनः +जयत्सेनश्च +जयत्सेनो +जयत॒ +जयथ +जयदं +जयदः +जयदयाल +जयदा +जयदां +जयदि +जयदु +जयदुर्गाख्या +जयदेव +जयदेवं +जयदेवः +जयदेवकविः +जयदेवकेन +जयदेवस्तु +जयदेवस्य +जयदेवाचार्यः +जयदेवेन +जयदेवो +जयदेवोऽपि +जयदो +जयद्बलः +जयद्रथ +जयद्रथं +जयद्रथः +जयद्रथम् +जयद्रथवधं +जयद्रथवधपर्वणि +जयद्रथश्च +जयद्रथस्तु +जयद्रथस्य +जयद्रथे +जयद्रथेन +जयद्रथो +जयद्रथोऽपि +जयध्वं +जयध्वजः +जयध्वजश्च +जयध्वजस्य +जयध्वजो +जयध्वनिं +जयध्वनिम् +जयनं +जयनगर +जयनगरविधानसभाक्षेत्रम् +जयनशीलं +जयनशीलम् +जयनादान् +जयनादैः +जयनी +जयन् +जयन्त +जयन्तं +जयन्तः +जयन्तभट्टः +जयन्तभट्टस्य +जयन्तभट्टेन +जयन्तमज्म +जयन्तम् +जयन्तश्च +जयन्तस्य +जयन्ताम् +जयन्ताय +जयन्तावमित्रेभ्यो +जयन्ति +जयन्तिका +जयन्तियाहिल्स् +जयन्ती +जयन्तीं +जयन्तीः +जयन्तीति +जयन्तीनां +जयन्तीनाम् 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+जयादींश्च +जयादीनां +जयादेवी +जयाद् +जयाद्या +जयानकः +जयानन्त +जयानन्द +जयानन्दः +जयानन्दो +जयानां +जयानि +जयान् +जयान्वितः +जयापीडः +जयापीडमहीभुजः +जयापीडस्य +जयापीडो +जयाप्रभृति +जयाभ्यातानान् +जयाभ्यातानान्राष्ट्रभृत +जयाम +जयामसि +जयामि +जयामीति +जयामृतेन +जयाम् +जयाम्यहम् +जयाय +जयाया +जयायां +जयायाः +जयायै +जयार्थ +जयार्थं +जयार्थम् +जयार्थिना +जयार्थी +जयार्थे +जयावती +जयावह +जयावहं +जयावहः +जयावहम् +जयावहा +जयावहाः +जयावहे +जयाव्यय +जयाशा +जयाशां +जयाशिषः +जयाशिषा +जयाशीः +जयाशीर्भिरभिनन्द्य +जयाशेष +जयासि +जयासु +जयिन +जयिनं +जयिनः +जयिनस्ते +जयिना +जयिनां +जयिनि +जयिनी +जयिनीं +जयिनीस्ताः +जयिने +जयिनो +जयिनोऽपि +जयिष्यसि +जयिष्यामि +जयी +जयुषा +जये +जयेः +जयेच् +जयेच्छीघ्रं +जयेज्जन्तुः +जयेत +जयेति +जयेत् +जयेथे +जयेदरीन् +जयेदादौ +जयेदाशु +जयेदिति +जयेद् +जयेन +जयेनायुषा +जयेन्नरः +जयेम +जयेमेति +जयेयं +जयेयम् +जयेयुः +जयेश +जयेशं +जयेषु +जयेऽपि +जये॑म +जये॑म॒ +जयैकरागी +जयैर् +जयैषिणः +जयैषिणाम् +जयैषिणोः +जयैषिणौ +जयो +जयोः +जयोदाहरणं +जयोपपत्तौ +जयोपायं +जयोऽथ +जयोऽपि 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+जराकासः +जराग्रस्तं +जराजीर्ण +जरातुरः +जरातुरा +जरातो +जरादयो +जरादिभिः +जरादुर्बला +जरादुर्ब्बलो +जरान्तकौ +जरान्वितः +जरापर्यन्तं +जरापि +जराबोध +जराबोधीय +जराबोधीयँ +जराबोधीयं +जराबोधीयम् +जराबोधीयस्य +जराबोधीये +जराभिः +जराम +जरामरण +जरामरणं +जरामरणकृतं +जरामरणनाशनः +जरामरणनिर्मुक्ताः +जरामरणमयतमिस्रस्रुतं +जरामरणमिति +जरामरणमोक्षाय +जरामरणम् +जरामरणयोः +जरामरणवर्जितः +जरामरणवर्जितम् +जरामरणवर्जिताः +जरामरणवर्ज्जितः +जरामरणशान्तये +जरामरणशोकपरिदेवदुःखदौर्मनस्योपायासाः +जरामरणे +जरामरणेति +जरामर्यं +जरामहे +जरामृत्यु +जरामृत्युं +जरामृत्युः +जरामृत्युनिमित्तजाः +जरामृत्युभयं +जरामृत्युविनाशनम् +जरामृत्युविनाशिनी +जरामृत्युविवर्जितः +जरामृत्युविवर्जिताः +जरामृत्युहरं +जरामृत्युहरो +जरामृत्यू +जरामेति +जराम् +जराय +जराया +जरायां +जरायाः +जरायामनुभूय +जरायाम् +जरायु +जरायुं +जरायुः +जरायुज +जरायुजं +जरायुजः +जरायुजम् +जरायुजा +जरायुजाः +जरायुजाण्डजादीनां +जरायुजाण्डजाश्चैव +जरायुजादीनां +जरायुजानां +जरायुजानि +जरायुणा +जरायुणाग्ने +जरायुश्च +जरायै +जरायौ +जरारहित +जरारहितं +जरारहितः +जरारहितम् +जरारहिता +जरारहिताः +जरारहिताग्ने +जरारहिते +जरावली +जराव्याधिप्रशमनं +जराशब्दस्य +जराशोकसमाविष्टं +जराशोषी +जरासंध +जरासंधं +जरासंधः +जरासंधश्च +जरासंधस्तु +जरासंधस्य +जरासंधे +जरासंधेन +जरासंधो +जरासध +जरासन्ध +जरासन्धं +जरासन्धः +जरासन्धवधः +जरासन्धवधपर्वणि +जरासन्धस्य +जरासन्धे +जरासन्धेन +जरासन्धो +जरासुतः +जरासुतो +जरि +जरितं +जरितः +जरितः॒ +जरितरङ्गिरोभ्यो +जरितरिति +जरितरोथामो +जरितर् +जरितर्नः +जरिता +जरितारं +जरितारः +जरितारम् +जरितारस्त +जरितारो +जरितुः +जरितृभ्य +जरितृभ्यः +जरितृभ्यो +जरितृऽभ्यः +जरितॄणां +जरितॄणाम् +जरितोवाच +जरित्र +जरित्रे +जरित्वा +जरित॒ः +जरिमन् +जरिमा +जरिमाणं +जरिमाणे +जरिम्णे +जरिष्णु +जरि॒ता +जरि॒तारं॑ +जरि॒तारो॒ +जरि॒तुर्ग॑च्छथो॒ +जरि॒तृभ्य॑ +जरि॒त्रे +जरि॒मा +जरी +जरीगृह्यते +जरीत्वा +जरूथं +जरूथम् +जरूर +जरूरत +जरे +जरेत +जरेति +जरेथे +जरेयं +जरेव +जरैव +जरो +जरौ +जर्ज +जर्जति +जर्जर +जर्जरं +जर्जरः +जर्जरतां +जर्जरम् +जर्जरस्य +जर्जरा +जर्जराः +जर्जराणि +जर्जरित +जर्जरितं +जर्जरिता +जर्जरी +जर्जरीकृतः +जर्जरीकृतम् +जर्जरीकृताः +जर्जरीकृत्य +जर्जरे +जर्जरो +जर्तिलयवाग्वा +जर्नल +जर्नल् +जर्भरी +जर्भुरत् +जर्भुराणः +जर्भुराणा +जर्भु॑राणः +जर्भु॑राणा +जर्मन +जर्मनभाषा +जर्मनि +जर्मनी +जर्मनीदेशः +जर्मनीदेशस्य +जर्मनीदेशे +जर्मनीय +जर्मन् +जर्मन्यः +जर्मेनिक +जर्मेनिकभाषाः +जर्मेनियम +जर्सी +जर्हृषाणः +जर्हृषाणो +जर्हृ॑षाणः +जर्हृ॑षाणो॒ +जर॑माणः +जल +जलं +जलंधर +जलंधरं +जलंधरः +जलंधरम् +जलंधरवधोपाख्याने +जलंधरस्तु +जलंधरस्य +जलंधरेण +जलंधरो +जलंधरोपाख्याने +जलः +जलकणा +जलकणाः +जलकर +जलका +जलकाक +जलकामुका +जलकी +जलकुक्कुट +जलकुक्कुटी +जलकुक्कुटैः +जलकुक्कुभ +जलकुम्भं +जलकुम्भी +जलकूर्दनक्रीडा +जलके +जलकेतुः +जलकेतुरपि +जलकेलिं +जलकेलिभाजां +जलकेलौ +जलको +जलक्रिया +जलक्रियाम् +जलक्रीडा +जलक्रीडां +जलक्रीडाः +जलक्रीडायां +जलक्रीडार्थं +जलक्रीडावर्णनम् +जलक्रीडासु +जलक्लिन्नेन +जलक्षीरघृतानिलान् +जलग +जलगण्डूषं +जलगतं +जलगुणाः +जलगो +जलगोलकत्वं +जलग्रहणं +जलङ्गी +जलचन्द्रवत् +जलचन्द्रस्य +जलचर +जलचरः +जलचरा +जलचराः +जलचराणां +जलचरान् +जलचराश्च +जलचरे +जलचरैः +जलचरो +जलचलने +जलचारिणः +जलचारिणा +जलचारिणाम् +जलचारिणी +जलचारिभिः +जलचारी +जलज +जलजं +जलजः +जलजनिजनिजायाप्रेमपाकेन +जलजन्तवः +जलजन्तु +जलजन्तुः +जलजन्तुभेदे +जलजन्तुविशेषः +जलजन्तूनां +जलजम् +जलजा +जलजाः +जलजातमात्रे +जलजाता +जलजाते +जलजातो +जलजानां +जलजानि +जलजान् +जलजायास्तवोचिता +जलजाश्च +जलजे +जलजेन +जलजेषु +जलजैः +जलजैश्च +जलजो +जलज्ञानं +जलञ्च +जलञ्चैव +जलतत्त्वं +जलतत्वं +जलतर्पणे +जलता +जलतां +जलति +जलती +जलतीरे +जलते +जलत्वं +जलत्वस्य +जलत्वे +जलत्वेन +जलद +जलदं +जलदः +जलदकाल +जलदनिःस्वनम् +जलदपटलानि +जलदभुजगजं +जलदभुजगजमिति +जलदश्च +जलदश्यामाः +जलदसमय +जलदस्य +जलदस्येव +जलदस्वनः +जलदा +जलदाः +जलदागमः +जलदागमे +जलदातरि +जलदाता +जलदात्यये +जलदानं +जलदानम् +जलदानस्य +जलदानां +जलदानेन +जलदान् +जलदाभं +जलदुर्गं +जलदे +जलदेन +जलदेवता +जलदेवे +जलदैः +जलदो +जलदोदरेषु +जलद्रो +जलद्रोणी +जलद्रोणीं +जलद्रोणे +जलद्रोण्यां +जलधयः +जलधर +जलधरं +जलधरः +जलधरधारा +जलधरपटलं +जलधरमाला +जलधरस्य +जलधरा +जलधराः +जलधराणां +जलधरे +जलधरेण +जलधरैः +जलधरो +जलधरोपमः +जलधारया +जलधारस्य +जलधारा +जलधारां +जलधाराः +जलधारो +जलधि +जलधिं +जलधिः +जलधिना +जलधिमध्ये +जलधिम् +जलधिरशना +जलधिरिव +जलधिर्न +जलधिषडगैर्म्भौ +जलधी +जलधीनां +जलधे +जलधेः +जलधेनुं +जलधेरिव +जलधेरिवोर्मयः +जलधेश्च +जलधेस्तटे +जलधौ +जलन +जलनकुलः +जलनिधि +जलनिधिं +जलनिधिः +जलनिधिमिव +जलनिधे +जलनिधेः +जलनिधेरिव +जलनिधेर् +जलनिधौ +जलनिर्गमः +जलनील +जलनीलिका +जलनीली +जलने +जलन्धर +जलन्धरम् +जलन्धरस्य +जलपक्षिणः +जलपक्षी +जलपतेः +जलपथ +जलपथः +जलपथेन +जलपरमाणौ +जलपवित्रं +जलपाइगुडि +जलपाइगुडिमण्डलम् +जलपात +जलपातं +जलपातः +जलपातस्य +जलपाताः +जलपातानां +जलपातौ +जलपात्रं +जलपात्रे +जलपादं +जलपान +जलपानं +जलपानम् +जलपानादि +जलपानादिकं +जलपानानि +जलपानाय +जलपाने +जलपानेन +जलपिप्पली +जलपिष्टा +जलपिष्टेन +जलपिष्टैर्बहिर्लेपः +जलपूरितम् +जलपूरे +जलपूर्ण +जलपूर्णं +जलपूर्णपात्रमध्ये +जलपूर्णा +जलपूर्णानि +जलपूर्णे +जलप्रतरणे +जलप्रदः +जलप्रदाः +जलप्रदानिकपर्वणि +जलप्रधानो +जलप्रपात +जलप्रपातः +जलप्रपाताः +जलप्रवाह +जलप्रवाहं +जलप्रवाहः +जलप्रवाहस्य +जलप्रवाहाः +जलप्रवाहान् +जलप्रवाहे +जलप्रवाहेण +जलप्रवाहो +जलप्रवेशं +जलप्राय +जलप्रायमनूपं +जलप्राये +जलप्रिया +जलप्लवः +जलप्लुते +जलबन्ध +जलबन्धं +जलबन्धः +जलबन्धस्य +जलबन्धाः +जलबन्धात् +जलबन्धे +जलबन्धेन +जलबाष्पः +जलबाष्पस्य +जलबिन्दवः +जलबिन्दवो +जलबिन्दु +जलबिन्दुं +जलबिन्दुनिपातेन +जलबिन्दुभिः +जलबिन्दुवत् +जलबिन्दूनां +जलबुद्बुदवत् +जलबुद्बुदवत्सर्वं +जलभवे +जलभाजनम् +जलभूम्योः +जलभेदे +जलम +जलमग्नं +जलमण्डले +जलमत्र +जलमध्य +जलमध्यं +जलमध्यगः +जलमध्यगम् +जलमध्यतः +जलमध्यस्थं +जलमध्यस्था +जलमध्यस्थो +जलमध्ये +जलमन्नं +जलमपि +जलमभिमन्त्र्य +जलमय +जलमयं +जलमयः +जलमयजलजस्य +जलमयत्वं +जलमयी +जलमये +जलमयो +जलमर्पयेत् +जलमवगाह्य +जलमवनते +जलमहल् +जलमा +जलमात्रं +जलमात्रेण +जलमादाय +जलमानीय +जलमानुषी +जलमाप्लुत्य +जलमार्गः +जलमार्गे +जलमार्गेण +जलमालिन्यं +जलमालिन्यम् +जलमाविशेत् +जलमाविश्य +जलमाशु +जलमासिच्य +जलमिति +जलमित्यपि +जलमिव +जलमुक् +जलमुचः +जलमुचस्त्वादृशा +जलमुचां +जलमुचो +जलमुत्तमम् +जलमुष्णं +जलमें +जलमेव +जलम् +जलम्‌ +जलय +जलयन्त्र +जलयन्त्रं +जलयन्त्रगृहाः +जलयन्त्रवत् +जलयानं +जलयानम् +जलयानस्य +जलयानानि +जलयाने +जलयानेन +जलयुक्तं +जलयुक्ते +जलयोगं +जलरङ्क +जलरस +जलराशयः +जलराशि +जलराशिः +जलराशिरयं +जलराशौ +जलरूप +जलरूपं +जलरूपा +जलरूपे +जलरूपेण +जलरेखया +जललवप्रस्यन्दिनी +जललवमुचः +जलवत् +जलवद् +जलवर्जितम् +जलवर्जिते +जलवायु +जलवायुः +जलवायोः +जलवाली +जलवासं +जलवासिनः +जलवाहिनी +जलविद्यूत् +जलविहारवर्णनम् +जलवृद्धौ +जलवृष्टिं +जलवेतसः +जलवेतसे +जलव्यवस्था +जलशायिनः +जलशायिनम् +जलशायिने +जलशायी +जलशुक्तिः +जलसंघात +जलसंप्रोक्षणं +जलसंभृतं +जलसङ्क्रमः +जलसङ्ग्वी +जलसञ्चयक्षमता +जलसन्धं +जलसन्धः +जलसन्धश्च +जलसन्निधौ +जलसमं +जलसमक्षितिजवलयं +जलसमीपे +जलसमूहः +जलसमूहम् +जलसमूहे +जलसम्पद् +जलसम्भवः +जलसिक्तस्य +जलसे +जलसेकं +जलसेकेन +जलसेचनं +जलसेचनम् +जलस्तम्भं +जलस्तरः +जलस्थ +जलस्थं +जलस्थः +जलस्थल +जलस्थलं +जलस्थलम् +जलस्थस्य +जलस्था +जलस्थां +जलस्थान +जलस्थानं +जलस्थाने +जलस्थितः +जलस्थिता +जलस्थे +जलस्थेन +जलस्थो +जलस्नानं +जलस्पर्शेन +जलस्य +जलस्याञ्जलयो +जलस्याधः +जलस्यापि +जलस्येति +जलस्यैव +जलस्योपरि +जलस्र +जलस्रोतः +जलहर +जलहारिणीभिः +जलहीनं +जलहीना +जलह्रासे +जला +जलां +जलांजलिम् +जलांतरे +जलांते +जलांशः +जलाकारेण +जलाकाश +जलागमे +जलाच्च +जलाञ्जलि +जलाञ्जलिं +जलाञ्जलिः +जलाञ्जलिम् +जलाञ्जलीन् +जलाढके +जलाता +जलाते +जलात् +जलात्मकम् +जलात्मा +जलात्मिका +जलादयः +जलादावपि +जलादि +जलादिकं +जलादिकम् +जलादिना +जलादिपरमाणौ +जलादिभिः +जलादिषु +जलादिष्वधिवास्य +जलादी +जलादीनां +जलादीनि +जलादुत्तीर्य +जलादुत्थाय +जलादेः +जलादौ +जलाद् +जलाद्यैश्च +जलाधार +जलाधारं +जलाधारः +जलाधारा +जलाधारे +जलाधारेष्विवांशुमान् +जलाधारो +जलाधिपः +जलाधिपतये +जलाधिपम् +जलाधिपेन +जलाधिवसनं +जलाधिवास +जलाधिवासं +जलाधिवासनं +जलाना +जलानां +जलानाम् +जलानि +जलानीति +जलानीव +जलाने +जलान्त +जलान्तं +जलान्तकः +जलान्तर +जलान्तरं +जलान्तरम् +जलान्तरे +जलान्तिके +जलान्ते +जलान्तेषु +जलान्नं +जलान्यपि +जलान्वितनद्या +जलान्वितम् +जलापूर्णे +जलाभं +जलाभावः +जलाभावे +जलाभिलाषी +जलाभिषेकः +जलामृतम् +जलाय +जलाया +जलायुका +जलार्णवः +जलार्णवे +जलार्थं +जलार्थिनः +जलार्थिनी +जलार्थिनो +जलार्थी +जलार्थे +जलार्द्रा +जलार्पणम् +जलावतारे +जलावर्ते +जलावर्त्ते +जलाशय +जलाशयं +जलाशयः +जलाशयम् +जलाशयस्य +जलाशया +जलाशयाः +जलाशयात् +जलाशयाद्भुतावर्त्तः +जलाशयानां +जलाशयान् +जलाशयान्ते +जलाशयालोकी +जलाशये +जलाशयेषु +जलाशयैः +जलाशयो +जलाशयों +जलाश्रयः +जलाश्रयम् +जलाश्रया +जलाश्रये +जलाष +जलाषः +जलाषभेषज +जलाषभेषजम् +जलाषम् +जलाहारा +जलाहारो +जलि +जलियन्वालाबाग् +जलियान्वालाबाग +जलियावाला +जली +जलीय +जलीयं +जलूकबन्ध +जलूका +जलूकाबन्ध +जले +जलेचरः +जलेचराः +जलेचरान् +जलेति +जलेन +जलेनानेन +जलेनापि +जलेनाभ्युक्ष्य +जलेनेति +जलेनैव +जलेपि +जलेब +जलेश +जलेशं +जलेशयः +जलेशस्य +जलेशाय +जलेशो +जलेश्वरं +जलेश्वरः +जलेश्वरम् +जलेश्वरे +जलेषु +जलेष्वेव +जलेऽग्नौ +जलेऽथवा +जलेऽपि +जलेऽष्टगुणिते +जलेऽस्मिन् +जलेऽस्मिन्सन्निधिं +जलै +जलैः +जलैकशेषे +जलैरपि +जलैर् +जलैश्च +जलो +जलों +जलोच्छासः +जलोटा +जलोत्सांसि +जलोदरं +जलोदरः +जलोदरनाशकमुद्रा +जलोदरम् +जलोदरस्य +जलोदरी +जलोदरे +जलोद्धतगति +जलोद्धतगतिः +जलोद्भवः +जलोद्भवम् +जलोद्भवा +जलोद्भवाः +जलोद्भवानि +जलोद्भवे +जलोपरि +जलोपसेकं +जलौ +जलौकसः +जलौकसा +जलौकसां +जलौकसाम् +जलौकसो +जलौका +जलौकां +जलौकाः +जलौकाभिः +जलौकायां +जलौकायाम् +जलौको +जलौकोभिः +जलौकोभिरुपाचरेत् +जलौघ +जलौघः +जलौघस्य +जलौघे +जलौघैः +जलौघो +जल् +जल्गुलः +जल्द +जल्दी +जल्प +जल्पं +जल्पंति +जल्पंतो +जल्पः +जल्पकः +जल्पको +जल्पत +जल्पतः +जल्पतकि +जल्पता +जल्पतां +जल्पताम् +जल्पति +जल्पतितरां +जल्पती +जल्पतीति +जल्पतु +जल्पते +जल्पतो +जल्पतोरक्रमेण +जल्पन +जल्पनं +जल्पनम् +जल्पने +जल्पनेन +जल्पन् +जल्पन्तं +जल्पन्ति +जल्पन्ती +जल्पन्तो +जल्पन्त्या +जल्पवितण्डयोः +जल्पवितण्डाभ्यां +जल्पवितण्डे +जल्पसि +जल्पस्य +जल्पाइगुडि +जल्पाकः +जल्पामि +जल्पित +जल्पितं +जल्पितम् +जल्पितेन +जल्पे +जल्पेत् +जल्पो +जल्प्या +जल्प्या॑ +जळ +जळगाव +जळगावमण्डलं +जळगावमण्डलम् +जळे +जव +जवं +जवः +जवत +जवति +जवते +जवन +जवनं +जवनः +जवना +जवनाः +जवनानां +जवनिका +जवनिकां +जवनी +जवने +जवनो +जवमास्थाय +जवम् +जववान् +जवश्च +जवस +जवसवौ +जवसा +जवस्य +जवहरलालनेहरुः +जवहरलाल् +जवहारलालनेहरुः +जवा +जवाकुसुमसन्निभः +जवात् +जवादि +जवादिति +जवाद् +जवान +जवानि +जवानिका +जवानी +जवापुष्पं +जवाय +जवाहर +जवाहरलाल +जवाहरलालः +जवाहरलालनेहरु +जवाहरलालनेहरुः +जवाहरलालनेहरुमहोदयस्य +जवाहरलालनेहरुविश्वविद्यालयः +जवाहरलालो +जविना +जविरचिते +जविष्ठं +जविष्ठम् +जवी +जवीय +जवीयः +जवीयसा +जवीयान् +जवीयो +जवी॑यान् +जवे +जवेते +जवेन +जवेनैव +जवेषु +जवेऽपि +जवैक्येन +जवो +जव॑सा +जश +जशः +जशपुरमण्डलम् +जशोऽन्ते +जश् +जश्च +जश्झशि +जश्त्व +जश्त्वं +जश्त्वचत्वें +जश्त्वचर्त्वे +जश्त्वमिति +जश्त्वम् +जश्त्वसन्धिः +जश्त्वाभावः +जश्त्वे +जश्त्वेन +जश्श +जश्शसो +जश्शसोः +जश्शसोश्शि +जष +जषबिखुछृ +जस +जसं +जसः +जसति +जसन्तम् +जसम् +जसयला +जसश्शी +जसा +जसादिषु +जसि +जसीति +जसु +जसुरये +जसुरिं +जसे +जसो +जसौ +जस् +जस्टिस् +जस्ता +जस्तु +जस्म +जस्य +जस्यत +जस्यति +जस्वा +जस्स +जस्सिं +जह +जहँ +जहं +जहः +जहका +जहङ्गीरः +जहङ्गीरस्य +जहतः +जहति +जहती +जहतीति +जहतीषु +जहतु +जहतुः +जहतो +जहत् +जहत्यपि +जहत्यसून् +जहत्स्वार्था +जहत्स्वार्थायां +जहदजहल्लक्षणया +जहदजहल्लक्षणा +जहर +जहर्थ +जहर्ष +जहर्षिरे +जहल्लक्षणा +जहसुः +जहसुश्च +जहसुस्तदा +जहसे +जहा +जहाँ +जहाँगीर +जहां +जहांगीर +जहाङ्गीर +जहाङ्गीरः +जहाज +जहाति +जहातीति +जहातीत्यर्थः +जहातीह +जहातु +जहातेः +जहातेश्च +जहात्यथ +जहात्यपारं +जहात्यसून् +जहात्येनां +जहात्येव +जहात्येवा +जहानाबादनगरम् +जहानाबादमण्डलम् +जहानाबाद् +जहानि +जहाम +जहामि +जहाम्यहम् +जहार +जहाराथ +जहाराशु +जहाराश्वं +जहारेति +जहास +जहासि +जहाहि +जहा॑ति +जहा॑मि +जहि +जहिं +जहिकर्मणा +जहिजोडः +जहितः +जहित्वा +जहिमो +जहिरे +जहिस्तम्बः +जहिहि +जहि॒ +जही +जहीत +जहीतः +जहीतात् +जहीति +जहीत्यर्थः +जहीमं +जहीमः +जहीमां +जहीहि +जहु +जहुः +जहुयात् +जहुर्विरहजं +जहृषिरे +जहृषुः +जहृषुश्च +जहृषे +जहे +जहोति +जहौ +जह्नु +जह्नुं +जह्नुः +जह्नुकन्या +जह्नुगणो +जह्नुतनया +जह्नुना +जह्नुश्च +जह्नुसुता +जह्नोः +जह्यप +जह्यरसान् +जह्या +जह्यां +जह्याच्च +जह्यात् +जह्यात्स +जह्यादिति +जह्याद् +जह्युः +जह्येनं +जह्येषां +जह्य् +जह्रुः +जह्रे +जह्वार +ज़ +ज़मीन् +ज़िला +ज़ी +ज़ुन्हेबोटो +ज़ो +ज़् +जा +जाँच +जां +जांच +जांबवंतं +जांबवता +जांबवती +जांबवतीं +जांबवतीसुतः +जांबवतीसुतम् +जांबवतो +जांबूनदं +जांबूनदमयं +जाः +जाः꣢ +जाअं +जाअन्ति +जाआ +जाआइ +जाइ +जाइन्तियाहिल्स् +जाइये +जाइरो +जाई +जाईल +जाऊँ +जाऊँगा +जाऊँगी +जाऊं +जाए +जाएँ +जाएँगे +जाएं +जाएंगे +जाएगा +जाएगी +जाओ +जाओगे +जाओो +जाकर +जाकिर +जाके +जाक्सन् +जाग +जागत +जागतं +जागतः +जागतमसि +जागतमिदम् +जागतमैन्द्रम् +जागतम् +जागतश्च +जागतस्य +जागतस्यास्य +जागता +जागताः +जागतानि +जागतान् +जागति +जागतिका +जागती +जागतीं +जागते +जागतेन +जागतेनेति +जागतेनैव +जागतेभ्यः +जागतो +जागतौ +जागत्ति +जागदीशी +जागने +जागर +जागरं +जागरः +जागरण +जागरणं +जागरणम् +जागरणशीलं +जागरणशीलः +जागरणस्य +जागरणात् +जागरणे +जागरणेन +जागरणेऽपि +जागरत +जागरतो +जागरत् +जागरम् +जागरयति +जागरयन्ति +जागरयितुं +जागरयित्वा +जागरस्तथा +जागरस्य +जागरा +जागराञ्चकार +जागरात् +जागरादिषु +जागरामास +जागरार्थं +जागरिकायोगमनुयुक्ता +जागरित +जागरितं +जागरितः +जागरितम् +जागरितवान् +जागरितस्थानो +जागरिता +जागरिताः +जागरितान्तं +जागरिते +जागरितेऽपि +जागरितो +जागरित्वा +जागरिष्यति +जागरी +जागरूक +जागरूकं +जागरूकः +जागरूकतया +जागरूकता +जागरूकत्वात् +जागरूकस्य +जागरूका +जागरूकाः +जागरूके +जागरूको +जागरे +जागरेण +जागरेऽपि +जागरो +जागर्ति +जागर्तिं +जागर्तीति +जागर्तु +जागर्तेरकारो +जागर्त्ति +जागर्त्तीति +जागर्त्येव +जागर्मि +जागर्या +जागर्यात् +जागर्षि +जागा +जागार +जागुरूकः +जागृ +जागृत +जागृतं +जागृतः +जागृतम् +जागृता +जागृताः +जागृतात् +जागृति +जागृतिं +जागृतिः +जागृतौ +जागृथ +जागृमि +जागृयात् +जागृयाम +जागृयुः +जागृवद्भिः +जागृवांसः +जागृवि +जागृविः +जागृविम् +जागृविरग्निः +जागृविरच्छा +जागृविरिति +जागृविर् +जागृविर्विप्र +जागृविश्च +जागृवीति +जागृवे +जागृष्व +जागृहि +जागृह्य् +जागृ॑वि +जागृ॑विः +जागृ॑विम् +जागृ॑वि॒ +जागे +जागेश्वरं +जागो +जाग्र +जाग्रत +जाग्रतं +जाग्रतः +जाग्रतम् +जाग्रतश्च +जाग्रतश्चैनश्चकृम +जाग्रतस्तद्विकसति +जाग्रता +जाग्रतां +जाग्रति +जाग्रतिं +जाग्रती +जाग्रतीं +जाग्रतीति +जाग्रतीम् +जाग्रतु +जाग्रते +जाग्रतो +जाग्रतोऽपि +जाग्रतौ +जाग्रत् +जाग्रत्काले +जाग्रत्तथा +जाग्रत्त्वं +जाग्रत्पदे +जाग्रत्पश्यति +जाग्रत्यपि +जाग्रत्या +जाग्रत्येव +जाग्रत्समये +जाग्रत्सु +जाग्रत्स्वप्न +जाग्रत्स्वप्नं +जाग्रत्स्वप्नः +जाग्रत्स्वप्नयोः +जाग्रत्स्वप्नसुषुप्ताख्यं +जाग्रत्स्वप्नसुषुप्तिषु +जाग्रत्स्वप्नसुषुप्तेषु +जाग्रत्स्वप्नसुषुप्त्यादि +जाग्रत्स्वप्ने +जाग्रथ +जाग्रदपि +जाग्रदवस्था +जाग्रदवस्थायां +जाग्रदवस्थायाम् +जाग्रदवस्थो +जाग्रदादि +जाग्रदादिविमोक्षान्तः +जाग्रदादिषु +जाग्रदादिष्वंवस्थासु +जाग्रदादिष्ववस्थितेः +जाग्रदादौ +जाग्रदाद्यवस्था +जाग्रदिति +जाग्रदेव +जाग्रद् +जाग्रद्भयं +जाग्रद्यदि +जाग्रद्वत् +जाग्रद्वन्न +जाग्रद्वा +जाग्रन् +जाग्रन्न +जाग्रन्मदनानि +जाग्रोऽविचिण्णल्ङित्सु +जाग॑तेन +जाग॑तेन॒ +जाघटीति +जाघनी +जाघनीं +जाघन्या +जाघन्यै +जाङ्गल +जाङ्गलं +जाङ्गलः +जाङ्गलजो +जाङ्गलदेशस्य +जाङ्गलप्रदेशस्य +जाङ्गलम् +जाङ्गलरसेन +जाङ्गलरसैः +जाङ्गला +जाङ्गलाः +जाङ्गलानां +जाङ्गलानि +जाङ्गली +जाङ्गले +जाङ्गलेन +जाङ्गलैः +जाङ्गलैर् +जाङ्गलैर्मांसैः +जाङ्गलो +जाङ्गुलिकता +जाङ्गुली +जाजपुर +जाजपुरमण्डलम् +जाजपुरम् +जाजलाः +जाजलिः +जाजले +जाजी +जाज्वलन् +जाज्वलीति +जाज्वल्यते +जाज्वल्यमानं +जाज्वल्यमाना +जाज्वल्यमानां +जाज्वल्यमानेन +जाज्वल्यमानो +जाञ्जगीर +जाट +जाठर +जाठरं +जाठरः +जाठररूपेण +जाठराग्नि +जाठराग्निः +जाठराग्निना +जाठराग्नौ +जाठरात्मना +जाठरे +जाठरेणाग्निना +जाठरो +जाड +जाडड्डत्ध् +जाड़ा +जाड्य +जाड्यं +जाड्यमिति +जाड्यम् +जाड्यस्य +जाड्ये +जाड्येन +जाण +जाणइ +जाणन्ति +जाणा +जाणादि +जाणादु +जाणामि +जाणासि +जाणिअ +जाणिदं +जाणिदो +जाणीअदि +जाणे +जाणेमि +जात +जातं +जातः +जातःऽ +जातक +जातकं +जातकः +जातकतिलके +जातकन्या +जातकपद्धतिः +जातकपद्धतौ +जातकपारिजातः +जातकपारिजाते +जातकभङ्गाध्यायः +जातकमाला +जातकम् +जातकर्म +जातकर्मणि +जातकर्मनामकरणवर्णनम् +जातकर्मप्रभृति +जातकर्मसंस्कारः +जातकर्मसमये +जातकर्माणि +जातकर्मादि +जातकर्मादिकं +जातकर्मादिकाः +जातकर्मादिसंस्कारं +जातकर्मादिसंस्कारैः +जातकर्म्म +जातकर्म्मणि +जातकर्म्मादि +जातकशास्त्रं +जातकस्य +जातकाभरण +जातकाभरणकी +जातकाभरणे +जातकामा +जातके +जातकेषु +जातको +जातकोत्तमे +जातक्रोधो +जातजाड्यं +जातञ्च +जातत्वं +जातत्वात् +जातत्वात्तथात्वम् +जातत्वेन +जातदन्तः +जातदन्तस्य +जातदन्ते +जातधन +जातधनं +जातधनाय +जातधनो +जातनिद्रं +जातनिर्घोषा +जातनिर्वेद +जातपक्षा +जातपक्षाः +जातपुत्रः +जातपुत्रो +जातपुलकामालोक्य +जातप्रज्ञ +जातप्रज्ञं +जातप्रज्ञाग्ने +जातप्रज्ञान +जातप्रज्ञानः +जातप्रज्ञानम् +जातप्रज्ञाय +जातप्रज्ञो +जातप्रतिभाभिमानाः +जातफलं +जातफलम् +जातबलः +जातबलाय +जातबलो +जातम +जातमग्निं +जातमग्निम् +जातमग्रतः +जातमत +जातमतः +जातमन्धस +जातमन्धसः +जातमन्धसो +जातमन्यवः +जातमन्युः +जातमपत्यं +जातमपि +जातमप्तुरं +जातमप्तुरम् +जातमप्यचिरन्तनम् +जातमभि +जातमष्ट +जातमस्ति +जातमस्य +जातमस्येति +जातमात्र +जातमात्रं +जातमात्रः +जातमात्रश्च +जातमात्रस्तु +जातमात्रस्य +जातमात्रस्यैव +जातमात्रा +जातमात्रान् +जातमात्रायां +जातमात्राश्च +जातमात्रे +जातमात्रेण +जातमात्रेषु +जातमात्रैव +जातमात्रो +जातमात्रोऽपि +जातमारेभे +जातमार्यस्य +जातमासीत् +जातमिति +जातमित्यर्थः +जातमित्याह +जातमिदं +जातमिव +जातमुत +जातमुत्पन्नं +जातमुपासते +जातमेकतः +जातमेकस्मिन् +जातमेतद्रसायनम् +जातमेव +जातम् +जातम्‌ +जातय +जातयः +जातयश्च +जातयस्तथा +जातयस्त्वेताः +जातया +जातयो +जातयोः +जातरसं +जातरूप +जातरूपं +जातरूपधरो +जातरूपपरिष्कृतम् +जातरूपमयं +जातरूपमयः +जातरूपमयैः +जातरूपमयैश्चैव +जातरूपम् +जातरूपरसगौरमण्डलः +जातरूपस्य +जातरूपेण +जातरूपेणापिधाप्य +जातरूपेभ्यः +जातरोषस्य +जातवतां +जातवत् +जातवद् +जातवान् +जातवित्तो +जातविद्यां +जातविद्यो +जातविनया +जातविस्मयः +जातवेद +जातवेदं +जातवेदः +जातवेदस +जातवेदसं +जातवेदसः +जातवेदसमग्निं +जातवेदसमध्वराणां +जातवेदसमिति +जातवेदसम् +जातवेदसा +जातवेदसाम् +जातवेदसि +जातवेदसीयम् +जातवेदसे +जातवेदसेऽग्नय +जातवेदसो +जातवेदसौ +जातवेदस् +जातवेदस्तनूवशिन् +जातवेदस्तेनेध्यस्व +जातवेदस्त्वमिति +जातवेदस्य +जातवेदस्यं +जातवेदस्यम् +जातवेदस्यां +जातवेदा +जातवेदाः +जातवेदो +जातवेदोऽग्ने +जातवेदोऽथेमेनं +जातवेदो॒ +जातवेद॒ +जातवेश्मनि +जातवे॒दो +जातवे॒दोऽथे॑मेनं॒ +जातव्यसनप्रकृतिरन्ध्रं +जातशङ्कः +जातशब्दः +जातशब्दो +जातशान्त्यध्यायः +जातश् +जातश्च +जातश्चक्षोः +जातश्चाहं +जातश्चैव +जातश्रद्धस्तु +जातश्राद्धे +जातसंभ्रमः +जातसंभ्रमा +जातसंभ्रमाः +जातस् +जातस्तं +जातस्ततो +जातस्तत्र +जातस्तथा +जातस्तदा +जातस्तव +जातस्तस्माज्जातिरकारणम् +जातस्तस्य +जातस्तु +जातस्ते +जातस्तेन +जातस्त्वं +जातस्य +जातस्याकाशवर्णवत् +जातस्यापि +जातस्यामरणम् +जातस्याश्वत्थस्य +जातस्येति +जातस्यैव +जातहर्षः +जातहर्षा +जातहर्षे +जातहर्षो +जातहारिणी +जातहारिण्यो +जातहारी +जातहार्देन +जातहासः +जातहासा +जातह् +जातऽवेदः +जातऽवेदसः +जातऽवेदसम् +जातऽवेदसे +जातऽवेदाः +जाता +जातां +जाताः +जातागसि +जाताग्रा +जातात +जातात् +जातादि +जातादिः +जातादिषु +जातादौ +जाताद् +जातानजातांश्च +जाताना +जातानां +जातानाम् +जातानि +जातानिति +जातानीति +जातानुतापा +जातानुतापेव +जातानुरागो +जातान् +जातान्प्रणुदा +जातान्यन्नेन +जातापत्या +जातापि +जाताभिषङ्गो +जातामग्नेस्तनूं +जाताम् +जाताय +जाताया +जातायां +जातायाः +जातायामपि +जातायामित्यर्थः +जातायैवास्मा +जातार्थप्रत्ययस्य +जातार्थे +जातावपि +जाताविति +जातावेकवचनं +जातावेकवचनम् +जातावेव +जातावेवेति +जाताश् +जाताश्च +जातास +जातासः +जातासि +जातासु +जातास् +जातास्त +जातास्ततो +जातास्तत्र +जातास्तथा +जातास्तदा +जातास्तदूर्वोरुपमानबाह्याः +जातास्तस्य +जातास्तु +जातास्ते +जातास्तेन +जातास्तेषां +जातास्थः +जातास्थो +जातास्माकं +जातास्मि +जातास्य +जाताहं +जाताहै +जाताऽसि +जाताऽस्मि +जाताऽस्य +जाताऽहं +जाता॑नि॒ +जाति +जातिं +जातिः +जातिकरणे +जातिका +जातिकार्याय +जातिकालसुखादिभ्यः +जातिकोषं +जातिक्रमेण +जातिगुणकर्मणां +जातिगुणादिशब्देष्वपि +जातिगुणौ +जातिग्रहणं +जातिजराव्याधिमरणशोकपरिदेवदुःखदौर्मनस्योपायासैः +जातिज्ञानं +जातिज्ञानार्थं +जातितः +जातितो +जातित्व +जातित्वं +जातित्वम् +जातित्वस्य +जातित्वात् +जातित्वाभावात् +जातित्वे +जातित्वेन +जातित्वेऽपि +जातिदेशकालव्यवहितानामपि +जातिदेशकालव्यवहितानामप्यानन्तर्यं +जातिदेशकालसमयानवच्छिन्नाः +जातिदोषेण +जातिधर्मः +जातिधर्माः +जातिधर्मेण +जातिनाम +जातिनामानि +जातिनाम्नः +जातिनिमित्ता +जातिनिर्णयः +जातिनिर्णये +जातिपक्षे +जातिपत्रकम् +जातिपत्रिका +जातिपदं +जातिपदम् +जातिपदार्थपक्षे +जातिपद्धतिः +जातिपरत्वात् +जातिपरिप्रश्न +जातिपरिप्रश्ने +जातिपरिवृत्तौ +जातिपुष्पं +जातिपुष्पैः +जातिपूगानां +जातिपूर्वादिति +जातिप्रत्ययं +जातिप्रत्यया +जातिफलं +जातिफलमर्द्धभागिकं +जातिफलम् +जातिब्राह्मण +जातिभागस्य +जातिभिः +जातिभेद +जातिभेदं +जातिभेदः +जातिभेदा +जातिभेदाः +जातिभेदाद्भिद्यन्ते +जातिभेदानां +जातिभेदे +जातिभेदेन +जातिभेदो +जातिभेदोऽन्यताया +जातिभ्रंशकरं +जातिमति +जातिमत्त्वं +जातिमत्त्वस्य +जातिमत्त्वे +जातिमहं +जातिमात्र +जातिमात्रं +जातिमात्रे +जातिमात्रेण +जातिमात्रोपजीविनाम् +जातिमात्रोपजीवी +जातिमानिति +जातिमान् +जातिमिच्छन्ति +जातिम् +जातियाँ +जातियां +जातियुक्तं +जातियुक्तानि +जातियों +जातिरपि +जातिरप्राणिनाम् +जातिरलंकारः +जातिरसत्या +जातिरस्ति +जातिरस्य +जातिरिति +जातिरित्यर्थः +जातिरित्यादि +जातिरित्युच्यते +जातिरिमं +जातिरियम् +जातिरिष्यते +जातिरुच्यते +जातिरुषितं +जातिरूप +जातिरूपं +जातिरेव +जातिर् +जातिर्जन्म +जातिर्जातं +जातिर्जातिमतो +जातिर्न +जातिर्नाम +जातिर्मात्राकृता +जातिर्यस्य +जातिर्वा +जातिलक्षणं +जातिलक्षणम् +जातिलक्षणे +जातिलक्षणो +जातिवचन +जातिवचनः +जातिवत् +जातिवाचक +जातिवाचि +जातिवाचित्वात् +जातिवाचिनः +जातिवाचिनाम् +जातिवाचिनो +जातिवाची +जातिवादी +जातिविशिष्टस्य +जातिविशेष +जातिविशेषः +जातिविशेषणं +जातिविशेषा +जातिविशेषाः +जातिविशेषे +जातिविशेषो +जातिव्यक्ती +जातिव्यक्त्योः +जातिव्यवस्था +जातिव्यवस्थायाः +जातिव्रज्या +जातिशक्तिगुणाद्यपेक्षया +जातिशतेन +जातिशब्द +जातिशब्दः +जातिशब्दस्य +जातिशब्दा +जातिशब्दानां +जातिशब्दे +जातिशब्देन +जातिशब्दो +जातिश्च +जातिषु +जातिष्विदमेव +जातिसंज्ञयोः +जातिसंसारं +जातिसमुद्देशे +जातिसहस्राणि +जातिसूत्रीयं +जातिस्तु +जातिस्मर +जातिस्मरं +जातिस्मरः +जातिस्मरणम् +जातिस्मरत्वं +जातिस्मरत्वमाप्नोति +जातिस्मरश्च +जातिस्मरा +जातिस्मराः +जातिस्मराश्च +जातिस्मरे +जातिस्मरेण +जातिस्मरो +जातिस्मरौ +जातिस्वभावः +जातिस्वरूपोत्प्रेक्षा +जातिहीना +जाती +जातीं +जातीः +जातीति +जातीनां +जातीनाम् +जातीपत्रं +जातीपत्रम् +जातीपत्रस्य +जातीपत्री +जातीपुष्पं +जातीपुष्पाणि +जातीपुष्पैः +जातीफल +जातीफलं +जातीफलम् +जातीफलस्य +जातीफले +जातीफलैः +जातीमूलं +जातीय +जातीयं +जातीयः +जातीयकस्य +जातीयका +जातीयजीवनस्य +जातीयर् +जातीयस्य +जातीया +जातीयाः +जातीयानां +जातीयानि +जातीये +जातीयेषु +जातीयो +जातीषु +जातु +जातुचित् +जातुचिदपि +जातुचिद् +जातुयदोर्लिङ् +जातुवन्नाः +जातुष +जातुषं +जातुषम् +जातुषीं +जातू +जातूकर्ण +जातूकर्णं +जातूकर्णः +जातूकर्ण्य +जातूकर्ण्यं +जातूकर्ण्यः +जातूकर्ण्यो +जातूपपद्यते +जातूभर्मा +जाते +जातेः +जातेति +जातेत्यर्थः +जातेन +जातेपर +जातेपि +जातेयं +जातेरपि +जातेरस्त्री +जातेरस्त्रीविषयात् +जातेरस्त्रीविषयादयोपधात् +जातेरिति +जातेरित्यादौ +जातेरिव +जातेरेव +जातेर् +जातेर्वा +जातेव +जातेश्च +जातेषु +जातेष्टि +जातेस्तु +जातेऽथ +जातेऽपि +जातेऽर्थे +जातै +जातैः +जातैर्बहुभिः +जातैव +जातैषा +जातैौ +जातो +जातोक्ष +जातोक्षः +जातोदकं +जातोसि +जातोस्मि +जातोऽत्र +जातोऽद्य +जातोऽपि +जातोऽभिरूपो +जातोऽयं +जातोऽयमिति +जातोऽसि +जातोऽसौ +जातोऽस्ति +जातोऽस्मि +जातोऽस्य +जातोऽस्याः +जातोऽहं +जातौ +जात् +जात्य +जात्यं +जात्यंशे +जात्यः +जात्यतीतः +जात्यत्वं +जात्यनुच्छेदेन +जात्यन्तरं +जात्यन्तरपरिणामः +जात्यन्तरस्य +जात्यन्तरे +जात्यन्ताच्छ +जात्यन्ध +जात्यन्धं +जात्यन्धः +जात्यन्धबधिरौ +जात्यन्धा +जात्यन्धाः +जात्यन्धाय +जात्यन्धो +जात्यभिधायिनः +जात्यभिप्रायं +जात्यभिप्रायकमेकवचनम् +जात्यभिप्रायमेकवचनम् +जात्यभिप्रायम् +जात्यभिप्रायेण +जात्यभिप्रायेणैकवचनम् +जात्यम् +जात्यवच्छिन्ना +जात्यस्य +जात्या +जात्यां +जात्याः +जात्याकृती +जात्याख्यायां +जात्याख्यायामेकस्मिन् +जात्याख्यायामेकस्मिन्बहुवचनमन्यतरस्याम् +जात्यात्मना +जात्यादयः +जात्यादयो +जात्यादि +जात्यादिः +जात्यादिकं +जात्यादिनिमित्ता +जात्यादिभिः +जात्यादिषु +जात्यादिस्थस्य +जात्यादीनां +जात्यादेः +जात्यादौ +जात्यानां +जात्यापि +जात्यायुर्भोगाः +जात्यासहितः +जात्युत्तरभेदे +जात्युत्तराणि +जात्युत्प्रेक्षा +जात्ये +जात्येकवचनं +जात्येकवचनम् +जात्येति +जात्येन +जात्यैव +जात्यो +जात्य् +जात्वपि +जात्वपूर्वम् +जात्विति +जात्व् +जात॑वेदो॒ +जात॑ऽवेदः +जाद +जादा +जादि +जादिं +जादी +जादीनां +जादू +जादे +जादेशः +जादेशे +जादो +जादौ +जाद् +जाध +जान +जानं +जानंति +जानंस्त्वं +जानः +जानकर +जानकाः +जानकाण्डे +जानकारी +जानकि +जानकी +जानकीं +जानकीचरणचामरम् +जानकीति +जानकीनाथ +जानकीमपि +जानकीम् +जानकीलक्ष्मणोपेतं +जानकीवल्लभः +जानकीवल्लभो +जानकीहरणं +जानकीहरणम् +जानकीहरणे +जानके +जानको +जानक्या +जानक्यां +जानक्याः +जानत +जानतः +जानता +जानतां +जानतापि +जानतामपि +जानताम् +जानति +जानती +जानतीः +जानते +जानतो +जानतोऽपि +जानत्यपि +जानथ +जानन +जाननपि +जानना +जाननी +जानने +जाननेके +जाननेवाला +जाननेवाली +जाननेवाले +जाननेवाळा +जाननेहारे +जानन् +जानन्त +जानन्तं +जानन्तः +जानन्ति +जानन्ती +जानन्तीति +जानन्तीत्यत +जानन्तीत्यर्थः +जानन्तीत्याह +जानन्तु +जानन्ते +जानन्तो +जानन्तोऽपि +जानन्तौ +जानन्त्येव +जानन्न +जानन्नग्न +जानन्नपि +जानन्निति +जानन्नित्यर्थः +जानन्नेव +जानन्न् +जानन्योगी +जानपद +जानपदं +जानपदः +जानपदा +जानपदाः +जानपदानां +जानपदान् +जानपदाय +जानपदी +जानपदीयं +जानपदे +जानपदेषु +जानपदो +जानम् +जानये +जानराज्याय +जानवान् +जानश्रुतिः +जानश्रुतिर्ह +जानश्रुतेः +जानश्रुतेयः +जानश्रुतेयो +जानसि +जानस्य +जानहिं +जाना +जानां +जानाः +जानाति +जानातिः +जानाती +जानातीति +जानातीत्यत +जानातीत्यर्थः +जानातीत्यादौ +जानातु +जानाते +जानातेः +जानात् +जानात्यनेनाहमनर्थे +जानात्यभिभूय +जानात्ययं +जानात्ययमहमस्मीति +जानात्येकमपि +जानात्येव +जानात्येवं +जानात्येवेति +जानात्य् +जानान +जानानः +जानाना +जानानाः +जानानि +जानानो +जानानोऽपि +जानान्ति +जानापेति +जानाम +जानामि +जानामी +जानामीति +जानामीत्य +जानामीत्यत्र +जानामीत्यर्थः +जानामीत्य् +जानाम् +जानाम्यहं +जानाम्येव +जानासि +जानासीति +जानासीत्यर्थः +जानास्येव +जानाहि +जाना॒ +जानि +जानिः +जानिअ +जानितव्यं +जानितव्यम् +जानिये +जानिहि +जानी +जानीत +जानीतं +जानीतः +जानीतम् +जानीते +जानीतेति +जानीथ +जानीथः +जानीथा +जानीथाः +जानीध्वं +जानीध्वम् +जानीध्वम्ऽ +जानीम +जानीमः +जानीमस्ततः +जानीमस्तव +जानीमहे +जानीमो +जानीया +जानीयां +जानीयाः +जानीयात +जानीयात् +जानीयात्तं +जानीयात्तस्मिन्स्वप्ननिदर्शने +जानीयात्तस्य +जानीयात्स +जानीयादष्टावेतानि +जानीयादिति +जानीयादित्यर्थः +जानीयादिरिवेल्लिकाम् +जानीयाद् +जानीयाद्यो +जानीयाम +जानीयामिति +जानीयाम् +जानीयाह् +जानीयु +जानीयुः +जानीयुस्तथा +जानीवः +जानीष +जानीषे +जानीहि +जानीहीति +जानीहीत्यर्थः +जानु +जानुं +जानुः +जानुक +जानुकः +जानुका +जानुगतं +जानुजङ्घयोः +जानुजङ्घे +जानुतः +जानुदग्धो +जानुदघ्नं +जानुदघ्नी +जानुदघ्ने +जानुदीर्घं +जानुदेशं +जानुदेशे +जानुद्वयं +जानुद्वये +जानुद्वयेन +जानुन +जानुनः +जानुना +जानुनि +जानुनी +जानुनो +जानुनोः +जानुनोरन्तर्धीयन्ते +जानुनोर्जङ्घयोस्तथा +जानुनोर्ज्ञुः +जानुनोर्मध्ये +जानुपर्यन्तं +जानुभिः +जानुभ्यां +जानुभ्यामवनिं +जानुभ्यामवनीं +जानुभ्यामुरसा +जानुभ्याम् +जानुमण्डलं +जानुमण्डलम् +जानुमण्डलाभ्यामधो +जानुमण्डलाभ्यामुपरि +जानुमण्डले +जानुमण्डलौ +जानुमध्ये +जानुमात्रं +जानुमात्रे +जानुमानं +जानुयुगलं +जानुयुग्मं +जानुयुग्मे +जानुशब्दस्य +जानु॑ +जानू +जानूपरि +जानूर्वोरन्तरे +जाने +जानें +जानेकी +जानेन +जानेपर +जानेय +जानेवारी +जानेवाला +जानेवाली +जानेवाले +जानेऽतिरागादिदमेव +जानेऽहं +जानो +जानों +जानोः +जानौ +जान् +जान्तनशां +जान्ता +जान्त्वा +जान्यो +जान्वन्तं +जान्वन्तरे +जान्वाच्य +जान्वाच्यापराजिताभिमुखः +जान्वालभ्य +जान्वोः +जान्वोश्च +जान्वोस्तु +जान्सन् +जान॒ती +जाप +जापं +जापः +जापकं +जापकः +जापकस्य +जापका +जापकाः +जापकानां +जापको +जापते +जापयत +जापयति +जापयतेति +जापान +जापानी +जापानीभाषा +जापान् +जापि +जापी +जापेन +जापो +जाप्यं +जाप्ये +जाप्येन +जाप्यो +जाप्रति +जाफर् +जाब +जाबाल +जाबालं +जाबालः +जाबालदर्शन +जाबालदर्शनोपनिषत्सु +जाबालश्रुतिः +जाबाला +जाबालाः +जाबालि +जाबालिं +जाबालिः +जाबालितीर्थे +जाबालिना +जाबालिमथ +जाबालिरथ +जाबालिरुवाच +जाबालिश्च +जाबाले +जाबालो +जाबालोपनिषत् +जाबालोऽस्मि +जाबालौ +जाम +जामदग्ने +जामदग्न्य +जामदग्न्यं +जामदग्न्यः +जामदग्न्यजित् +जामदग्न्यश्च +जामदग्न्यश्चतूरात्रः +जामदग्न्यस्तथा +जामदग्न्यस्तु +जामदग्न्यस्य +जामदग्न्या +जामदग्न्याय +जामदग्न्ये +जामदग्न्येन +जामदग्न्यो +जामनगर +जामनगरमण्डलम् +जामनगरम् +जामय +जामयः +जामये +जामयो +जामयोऽपि +जामले +जामा +जामातः +जामातरं +जामातरः +जामातरम् +जामातरि +जामातरो +जामाता +जामातारं +जामातुः +जामातृ +जामातृत्वेन +जामातेति +जामात्रा +जामात्रे +जामादुओ +जामि +जामिं +जामिः +जामितः +जामिता +जामित्रं +जामित्रगुणान्वितायाम् +जामित्रे +जामित्वं +जामित्वाय +जामिन +जामिभिः +जामिमजामिं +जामिम् +जामिया +जामिरत्के +जामिरन्येऽस्यां +जामिशंसाद्द्रुहो +जामिशं॒साद्द्रु॒हो +जामिषु +जामिऽभिः +जामिऽशंसात् +जामी +जामुन +जाम् +जाम्बलं +जाम्बव +जाम्बवं +जाम्बवतः +जाम्बवता +जाम्बवती +जाम्बवतीं +जाम्बवतीसुतः +जाम्बवतो +जाम्बवत्या +जाम्बवत्याः +जाम्बवदाश्रयः +जाम्बवन्तं +जाम्बवम् +जाम्बवांश्च +जाम्बवानिति +जाम्बवानृक्षराजश्च +जाम्बवान् +जाम्बवी +जाम्बिया +जाम्बीरं +जाम्बुद्वीपका +जाम्बुनदं +जाम्बुवतीविजयम् +जाम्बू +जाम्बूनद +जाम्बूनदं +जाम्बूनदपरिष्कृतम् +जाम्बूनदमयं +जाम्बूनदमये +जाम्बूनदमयैः +जाम्बूनदमयो +जाम्बूनदसमप्रभम् +जाम्बूनदस्य +जाम्बूनदा +जाम्बूनदाख्यं +जाम्बेयः +जाम्मु +जाम्या +जाम्याः +जाम्यै +जाम्य् +जाय +जायं +जायंते +जायकम् +जायगा +जायगी +जायत +जायतइति +जायता +जायतां +जायतामसौ +जायतामिति +जायताम् +जायति +जायते +जायतेति +जायतेऽत्र +जायतेऽथ +जायतेऽथवा +जायतेऽपि +जायतेऽसौ +जायतेऽस्ति +जायतेऽस्य +जायते॒ +जायत् +जायथाः +जायथे +जायध्वं +जायने +जायन्त +जायन्ता +जायन्तां +जायन्ताम् +जायन्ति +जायन्ते +जायन्तेऽथ +जायन्तेऽधोविसर्पिणः +जायन्ते॒ +जायफल +जायमा +जायमान +जायमानं +जायमानः +जायमानतया +जायमानत्वात् +जायमानत्वेन +जायमानम् +जायमानश्च +जायमानस्त्वं +जायमानस्य +जायमाना +जायमानां +जायमानाः +जायमानात् +जायमानाद्धि +जायमानानां +जायमानानि +जायमानान् +जायमानाम् +जायमानायां +जायमानायाः +जायमानायै +जायमाने +जायमानेन +जायमानेषु +जायमानेऽपि +जायमानो +जायमानोऽपि +जायमानोऽभिधीयते +जायमानोऽह्नां +जायमानौ +जायया +जाययोषस्तिर्ह +जायवः +जायस +जायसवाल +जायसे +जायसे॒ +जायस्व +जायस्वेति +जायस्वैवेति +जाया +जायां +जायाः +जायाघ्नो +जायाता +जायात् +जायात्वं +जायाथ +जायानां +जायान्य +जायापती +जायापत्योः +जायापत्योर्न +जायापत्योष्टक् +जायाभावफलाध्यायः +जायाभिः +जायामहा +जायामार्तवं +जायाम् +जायाया +जायायां +जायायाः +जायायाञ्च +जायायास्तद्धि +जायायै +जायाशब्दस्य +जायाऽइव +जायि +जायुः +जाये +जायें +जायेंगे +जायेगा +जायेगी +जायेत +जायेतां +जायेते +जायेतेति +जायेतेत्य् +जायेत् +जायेथा +जायेन्यस्य +जायेमहि +जायेय +जायेयं +जायेयम् +जायेयेति +जायेरन् +जायेव +जायैव +जायोवाच +जाय॑ते +जाय॑ते॒ +जाय॑न्ते +जाय॑मान +जाय॑मानं॒ +जाय॑मानः +जाय॑मानम् +जाय॑मानस्य +जाय॑माना +जाय॑माने +जाय॑मानो +जाय॑मानो॒ +जाय॑मान॒ +जार +जारं +जारः +जारको +जारजः +जारण +जारणं +जारणमारणा +जारणमारणाधि +जारणमारणाधिकारे +जारणम् +जारणा +जारणां +जारणाय +जारणाया +जारणायां +जारणार्थं +जारणे +जारणेत्युच्यते +जारत्कारव +जारदोषतः +जारद्गवी +जारमिव +जारम् +जारयति +जारयन्ति +जारयायि +जारयेत् +जारयेत्पुनः +जारयेत्पूर्वयोगेन +जारयेत्सूते +जारयेद् +जारयेद्रसे +जारश्च +जारस्य +जारा +जाराः +जारात् +जारात्मना +जाराय +जारिणी +जारिणीव +जारितं +जारितः +जारिषुः +जारी +जारुजानि +जारुधिः +जारुधिश्चैव +जारे +जारेण +जारेति +जारो +जार्ज +जार्जिया +जार्ज् +जार्डन +जार्यं +जार्यते +जार्यम् +जाल +जालं +जालंधर +जालंधरं +जालंधरः +जालंधरस्य +जालंधरे +जालंधरेण +जालंधरो +जालंधरोपाख्याने +जालः +जालक +जालकं +जालकम् +जालकानि +जालकिः +जालके +जालगर्दभः +जालना +जालनामण्डलम् +जालन्धर +जालन्धरं +जालन्धरमण्डलम् +जालन्धराख्योऽयं +जालन्धराभिधः +जालन्धरी +जालन्धरे +जालन्धरो +जालपाद +जालपादं +जालपादो +जालपुट +जालपुटं +जालपुटम् +जालपुटस्य +जालपुटे +जालपृष्ठम् +जालमानायः +जालमिति +जालमिव +जालम् +जालयति +जालसूर्यमरीचिस्थं +जालस्थल +जालस्थलम् +जालस्थलानि +जालस्थलीय +जालस्थले +जालस्थलेषु +जालस्थानम् +जालस्थानस्य +जालस्थाने +जालस्य +जाला +जालानि +जालान्तरगते +जालान्तरप्रेषितदृष्टिरन्या +जालाभः +जालि +जालिः +जालिक +जालिकः +जालिका +जालिकाः +जालिकाया +जालिनी +जाली +जाले +जालेति +जालेन +जालेनेव +जालेश्वरं +जालेषु +जालै +जालैः +जालो +जालोपजीवी +जालौनमण्डलम् +जालौर +जालौरमण्डलम् +जाल्म +जाल्मः +जाल्मा +जाल्माः +जाल्मो +जाव +जावं +जावः +जावजी +जावते +जावरा +जावा +जावाल +जावालः +जावालिः +जावालिपिः +जावे +जावें +जावेंगे +जावेगा +जावेगी +जावेपर +जाश्च +जास +जासयति +जासि +जासिनिप्रहण +जासिनिप्रहणनाटक्राथपिषां +जासु +जासू +जासूस +जास् +जास्पत्यं +जाह +जाहच् +जाहि +जाहिं +जाहीं +जाहुषं +जाह्न +जाह्नवि +जाह्नवी +जाह्नवीं +जाह्नवीजलम् +जाह्नवीजले +जाह्नवीतटे +जाह्नवीति +जाह्नवीतीरं +जाह्नवीतीरे +जाह्नवीतोयं +जाह्नवीतोये +जाह्नवीम् +जाह्नवीव +जाह्नवीसुतः +जाह्नव्या +जाह्नव्यां +जाह्नव्याः +जाह्नव्युवाच +जाह्रवी +जा॑तवेदः +जा॑तवेदो +जा॑तवेदो॒ +जा॑न॒ती +जा॑यत +जा॑यतां॒ +जा॑यते +जा॑यते॒ +जा॑यत॒ +जा॑यन्ते +जा॑यन्ते॒ +जा॑यसे +जा॑यस्व +जा॑ये॒येति॒ +जा॑रिषुः +जा॑स्प॒त्यं +जा॒गार॒ +जा॒गृ॒हि॒ +जा॒त +जा॒तं +जा॒तः +जा॒तम् +जा॒तम॑ग्र॒तः +जा॒तम॒ग्निम् +जा॒तवे॑दसं +जा॒तवे॑दसं॒ +जा॒तवे॑दसः +जा॒तवे॑दसम् +जा॒तवे॑दसम॒ग्निं +जा॒तवे॑दसे +जा॒तवे॑दा +जा॒तवे॑दाः +जा॒तवे॑दा॒ +जा॒तस्य॑ +जा॒तऽवे॑दसः +जा॒तऽवे॑दसम् +जा॒तऽवे॑दसे +जा॒तऽवे॑दाः +जा॒ता +जा॒ताः +जा॒तानि॑ +जा॒तानि॒ +जा॒तान्योज॑सा +जा॒ते +जा॒तेन॑ +जा॒तो +जा॒तौ +जा॒त॒ऽवे॒दः॒ +जा॒नन् +जा॒नन्न॑ग्न॒ +जा॒न॒ती +जा॒न॒ते॒ +जा॒मयः॑ +जा॒मयो॑ +जा॒मयो॒ +जा॒मि +जा॒मिः +जा॒मिमजा॑मिं॒ +जा॒मिम् +जा॒मिऽभिः॑ +जा॒मि॒ऽत्वम् +जा॒मी +जा॒यवः॑ +जा॒या +जा॒यां +जा॒याम् +जा॒याऽइ॑व +जा॒येव॒ +जा॒य॒ता॒म् +जा॒य॒ते॒ +जा॒य॒न्ते॒ +जा॒य॒से॒ +जा॒र +जा॒रं +जा॒रः +जा॒रम् +जा॒रो +जा᳘येरङ्छा᳘खाः +जा꣣त꣡वे꣢दसम् +जा꣣त꣢ +जि +जिंक +जिः +जिका +जिग +जिगणेशदीक्षिततनूजभट्टगोपीनाथदीक्षितविरचितायां +जिगणेशदीक्षिततनूजभट्टगोपीनाथदीक्षितविरचितायाः +जिगत्नवः +जिगत्नवो +जिगत्नू +जिगमिषति +जिगमिषा +जिगमिषुं +जिगमिषुः +जिगमिषुणा +जिगमिषेत् +जिगयिथ +जिगरिषति +जिगात +जिगातन +जिगाति +जिगातु +जिगाय +जिगायाग्निमग्नौ +जिगायेति +जिगासि +जिगा॑ति +जिगी +जिगीवां +जिगीवांसः +जिगीषतः +जिगीषता +जिगीषतां +जिगीषताम् +जिगीषति +जिगीषमाणं +जिगीषमाणम् +जिगीषया +जिगीषवः +जिगीषसि +जिगीषा +जिगीषामेति +जिगीषु +जिगीषुः +जिगीषुणा +जिगीषूणां +जिगीषोः +जिगी॑षमाणमि॒ष +जिगृतं +जिगृतम् +जिगृ॒तं +जिगेथ +जिग्य +जिग्यतुः +जिग्यथुः +जिग्यथुर् +जिग्यथुर्न +जिग्युः +जिग्युभिः +जिग्युर्यैषामियं +जिग्युषः +जिग्युषे +जिग्ये +जिघत्सतः +जिघत्सति +जिघत्सा +जिघत्सापिपासे +जिघर्ति +जिघर्मि +जिघर्मीति +जिघा +जिघाँसति +जिघांसतः +जिघांसता +जिघांसति +जिघांसतीति +जिघांसतो +जिघांसन् +जिघांसन्तं +जिघांसन्तः +जिघांसन्ति +जिघांसन्तो +जिघांसन्तौ +जिघांसया +जिघांसवः +जिघांसवो +जिघांससि +जिघांसा +जिघांसायाम् +जिघांसीयान्न +जिघांसु +जिघांसुः +जिघांसू +जिघांसौ +जिघां॑सतः +जिघां॑सति +जिघां॑सति॒ +जिघां॑सतो॒ +जिघाम्̇सन्ति +जिघाय +जिघाꣳसन्ति +जिघृक्षतः +जिघृक्षति +जिघृक्षतीति +जिघृक्षन् +जिघृक्षन्ति +जिघृक्षया +जिघृक्षवः +जिघृक्षा +जिघृक्षु +जिघृक्षुः +जिघृक्षुणा +जिघृक्षोः +जिघ्नत +जिघ्नतः +जिघ्नते +जिघ्नतो +जिघ्नसे +जिघ्र +जिघ्रः +जिघ्रति +जिघ्रतीति +जिघ्रतु +जिघ्रतेर्वा +जिघ्रन् +जिघ्रन्त +जिघ्रन्ति +जिघ्रन्ती +जिघ्रन्नपि +जिघ्राणीति +जिघ्रामि +जिघ्रेत् +जिघ्रेत्तत्केन +जिङ्गिनी +जिङ्गी +जिच् +जिजावयिषति +जिजीव +जिजीविषति +जिजीविषा +जिजीविषाम +जिजीविषामः +जिजीविषामो +जिजीविषुः +जिजीविषूणां +जिजीविषे +जिजीविषेच्छतं +जिजीविषेत् +जिज्ञपयिषति +जिज्ञा +जिज्ञास +जिज्ञासति +जिज्ञासते +जिज्ञासन्ते +जिज्ञासमान +जिज्ञासमानः +जिज्ञासमाना +जिज्ञासमानानां +जिज्ञासमानाय +जिज्ञासमानेन +जिज्ञासमानो +जिज्ञासमानौ +जिज्ञासया +जिज्ञासवः +जिज्ञासवे +जिज्ञासवो +जिज्ञाससे +जिज्ञासा +जिज्ञासां +जिज्ञासाः +जिज्ञासाधिकरणम् +जिज्ञासानन्तरम् +जिज्ञासापदस्य +जिज्ञासाभाष्यम् +जिज्ञासाम् +जिज्ञासाया +जिज्ञासायां +जिज्ञासायाः +जिज्ञासायामाह +जिज्ञासायामिति +जिज्ञासायाम् +जिज्ञासायै +जिज्ञासार्थं +जिज्ञासित +जिज्ञासितं +जिज्ञासितः +जिज्ञासितम् +जिज्ञासितव्य +जिज्ञासितव्यः +जिज्ञासितव्यम् +जिज्ञासितस्य +जिज्ञासितुं +जिज्ञासिते +जिज्ञासितो +जिज्ञासु +जिज्ञासुं +जिज्ञासुः +जिज्ञासुना +जिज्ञासुभिः +जिज्ञासुमज्ञं +जिज्ञासुरपि +जिज्ञासुरर्जुन +जिज्ञासुरर्थार्थी +जिज्ञासुरिति +जिज्ञासुरेव +जिज्ञासूनां +जिज्ञासे +जिज्ञासेत +जिज्ञासेति +जिज्ञासैव +जिज्ञासोः +जिज्ञास्य +जिज्ञास्यं +जिज्ञास्यः +जिज्ञास्यते +जिज्ञास्यमिति +जिज्ञास्यम् +जिज्ञास्यस्य +जिज्ञास्ये +जिज्यतुः +जिज्या +जिज्यासतः +जिज्यासतो +जिज्यौ +जित +जितं +जितः +जितकाशिनः +जितकाशिना +जितकाशी +जितक्रोधं +जितक्रोधः +जितक्रोधा +जितक्रोधाः +जितक्रोधो +जितक्लमः +जितक्लमाः +जितचित्तः +जिततैलम् +जितना +जितनिद्र +जितनिद्रो +जितनी +जितने +जितन्त +जितन्ते +जितन्तेस्तोत्रम् +जितप्राणो +जितमना +जितमसुराणां +जितमस्माकमुद्भिन्नमस्माकमृतमस्माकं +जितमिति +जितमित्यर्थः +जितमित्युपधारय +जितमित्येव +जितमेव +जितम् +जितये +जितलोकानामानन्दः +जितलोकानामानन्दाः +जितवतः +जितवती +जितवतो +जितवन्तं +जितवन्तः +जितवन्तो +जितवन्तौ +जितवानसि +जितवानिति +जितवान् +जितशत्रुः +जितशत्रुणा +जितशत्रोः +जितश्च +जितश्रमः +जितश्रमाः +जितश्वासस्य +जितश्वासाः +जितश्वासो +जितसङ्गदोषा +जितसङ्गदोषाः +जितसिंहभया +जितस्तेन +जितस्त्वया +जितस्य +जितस्वर्गा +जितस्वर्गो +जिता +जितां +जिताः +जितात्मन +जितात्मनः +जितात्मना +जितात्मनाम् +जितात्मनो +जितात्मा +जितात्मानं +जितात्मानः +जितात्मानो +जितानां +जितानि +जितामित्रः +जितामित्रो +जिताम् +जिताया +जितायां +जितारयः +जितारातिः +जितारिं +जितारिः +जिताश्च +जितासनः +जितासनो +जितास्ते +जितास्तेन +जिताहारः +जिताहारा +जिताहारो +जिति +जितिं +जितिः +जितिर्या +जितिस्ते +जितु +जिते +जितेंद्रिय +जितेंद्रियः +जितेंद्रियम् +जितेंद्रिया +जितेंद्रियाः +जितेंद्रियो +जितेति +जितेन +जितेन्द्र +जितेन्द्रदत्तां +जितेन्द्रि +जितेन्द्रिय +जितेन्द्रियं +जितेन्द्रियः +जितेन्द्रियचयं +जितेन्द्रियतया +जितेन्द्रियता +जितेन्द्रियत्वं +जितेन्द्रियम् +जितेन्द्रियश्च +जितेन्द्रियस्य +जितेन्द्रिया +जितेन्द्रियाः +जितेन्द्रियाणां +जितेन्द्रियाय +जितेन्द्रिये +जितेन्द्रियैः +जितेन्द्रियो +जितेषु +जितैः +जितो +जितोऽपि +जितोऽयं +जितोऽसि +जितोऽस्मि +जितोऽस्मीति +जितोऽहं +जितौ +जित् +जित्य +जित्या +जित्यै +जित्यो +जित्व +जित्वरः +जित्वरा +जित्वरी +जित्वरे +जित्वा +जित्वाऽपि +जित्वेति +जित्वेन्द्रं +जित्वेन्द्रमभ्यागम +जित्वेन्द्रियाणि +जित्वैव +जिदृक्षि +जिद् +जिन +जिनं +जिनः +जिनका +जिनकी +जिनके +जिनको +जिनचतुर्विंशतिका +जिनज्या +जिनज्याघ्नी +जिनतो +जिनन्ति +जिनन्तीव +जिनन्तु +जिनपते +जिनपर +जिनपुत्र +जिनपुत्रा +जिनपुत्राः +जिनपुत्रास्तदेव +जिनप्रतिमाः +जिनप्रभसूरिः +जिनप्रभसूरिणा +जिनप्रभसूरिविरचितः +जिनभागज्यया +जिनभागज्या +जिनभेदे +जिनमे +जिनमें +जिनम् +जिनयमा +जिनरामसंख्या +जिनविशेषः +जिनशतकम् +जिनशासने +जिनसे +जिनस्य +जिना +जिनांश +जिनांशज्यया +जिनांशज्या +जिनांशमौर्व्या +जिनांशाः +जिनाः +जिनागमे +जिनाति +जिनात्मजः +जिनात्मजम् +जिनात्मजाः +जिनान +जिनानां +जिनान् +जिनामि +जिनालयं +जिनालयः +जिनालयम् +जिनालयस्य +जिनालयाः +जिनालयानां +जिनालये +जिनालयेषु +जिनालयौ +जिनाश्रमे +जिनी +जिनीयात् +जिनीयुर् +जिनीवा +जिनु +जिने +जिनेन +जिनेन्द्र +जिनेन्द्रं +जिनेन्द्रः +जिनेन्द्रचरितम् +जिनेन्द्रचरित्रम् +जिनेन्द्रबुद्धि +जिनेन्द्रबुद्धिः +जिनेन्द्रसद्वितचरितानि +जिनेन्द्रसशिमचरितानि +जिनेभ्यः +जिनेश +जिनेश्वर +जिनेश्वरः +जिनेश्वरम् +जिनै +जिनैः +जिनैरपि +जिनो +जिनोषि +जिनोऽपि +जिन् +जिन्दगी +जिन्दाबाद +जिन्नमिव +जिन्ना +जिन्व +जिन्वत +जिन्वतं +जिन्वतम् +जिन्वतां +जिन्वताम् +जिन्वति +जिन्वतिः +जिन्वतु +जिन्वते +जिन्वतꣳ +जिन्वथ +जिन्वथः +जिन्वन् +जिन्वन्ति +जिन्वन्त्यग्नयः +जिन्वसि +जिन्वार्वतः +जिन्वेति +जिन्वेत्य् +जिन्व॑ +जिन्व॑थ +जिन्व॑थः +जिन्व॑थ॒स्ताभि॑रू॒ +जिन्व॒ +जिन्ह +जिन्हहि +जिन्हें +जिन्हों +जिन्होंने +जिप्त +जिबूटी +जिब्रील् +जिम +जिमि +जिमु +जिम् +जिम्नास्टिक्स् +जिम्बाबवे +जिम्बाब्वे +जिम्मि +जिया +जिर +जिरि +जिरिणोति +जिरोलावो +जिल +जिला +जिलायां +जिले +जिल्द +जिल्ल +जिल्ला +जिल्लायां +जिल्हा +जिव +जिवति +जिवव +जिवा +जिवि +जिविः +जिव्रिः +जिव्री +जिव्री॒ +जिव्रेः +जिव्हा +जिषु +जिषे +जिष्णवे +जिष्णु +जिष्णुं +जिष्णुः +जिष्णुजेन +जिष्णुजो +जिष्णुजोक्ते +जिष्णुना +जिष्णुनायोध्येन +जिष्णुम् +जिष्णुश्च +जिष्णुसुतब्रह्मगुप्तेन +जिष्णुसुतो +जिष्णू +जिष्णो +जिष्णोः +जिष्णोरश्वस्य +जिष्णोरिति +जिष्णोर् +जिष्णौ +जिस +जिसका +जिसकी +जिसके +जिसको +जिसने +जिसपर +जिसमे +जिसमें +जिसलिये +जिससे +जिसे +जिस् +जिस्म +जिहतां +जिहताम् +जिहते +जिहा +जिहाते +जिहानः +जिहासति +जिहासा +जिहासितं +जिहासितम् +जिहासुषु +जिहिंस +जिहिंसिम +जिहिꣳसिम +जिही +जिहीत +जिहीताम् +जिहीते +जिहीर्षकः +जिहीर्षता +जिहीर्षति +जिहीर्षया +जिहीर्षसि +जिहीर्षा +जिहीर्षुः +जिहीर्षुणा +जिहीळ +जिहीळानस्य +जिहीष्व +जिह्म +जिह्मं +जिह्मः +जिह्मगः +जिह्मगतिः +जिह्मतां +जिह्मम् +जिह्मया +जिह्मश्ये +जिह्मा +जिह्मां +जिह्माक्षो +जिह्मानां +जिह्मानामूर्ध्वः +जिह्माशिन् +जिह्मे +जिह्मेन +जिह्मो +जिह्रयाञ्चकार +जिह्राय +जिह्रीयात् +जिह्रेति +जिह्रेमि +जिह्रेषि +जिह्व +जिह्वं +जिह्वः +जिह्वया +जिह्वयेति +जिह्वरः +जिह्वा +जिह्वां +जिह्वाः +जिह्वाकण्ठविशोधनम् +जिह्वाग्र +जिह्वाग्रं +जिह्वाग्ररूपः +जिह्वाग्रस्य +जिह्वाग्रादीनां +जिह्वाग्रे +जिह्वाग्रेण +जिह्वाच्छेदः +जिह्वाच्छेदनं +जिह्वाजपः +जिह्वातले +जिह्वाध्यात्मं +जिह्वानिर्लेखनं +जिह्वापाके +जिह्वापि +जिह्वाभिः +जिह्वाभोगा +जिह्वामग्ने +जिह्वामध्ये +जिह्वामध्येन +जिह्वामपि +जिह्वामविदाम +जिह्वामार्जनं +जिह्वामूल +जिह्वामूलं +जिह्वामूलञ्च +जिह्वामूलमुपध्मा +जिह्वामूलम् +जिह्वामूलाङ्गुलेश्छः +जिह्वामूलीय +जिह्वामूलीयः +जिह्वामूलीयम् +जिह्वामूलीयश्च +जिह्वामूलीयस्य +जिह्वामूलीयोपध्मानीयौ +जिह्वामूले +जिह्वाम् +जिह्वाय +जिह्वाया +जिह्वायां +जिह्वायाः +जिह्वायाम् +जिह्वायै +जिह्वाश्च +जिह्वासि +जिह्वासु +जिह्वास्तम्भः +जिह्वास्तम्भे +जिह्वाऽग्ररूपः +जिह्वाऽनिलेन +जिह्विका +जिह्विकाम् +जिह्वे +जिह्वेति +जिह्वेन्द्रियं +जिह्वेव +जिह्वैव +जिह्वोन्मथने +जिह्वोपरि +जि॑गाति +जि॑घर्ति +जि॑घर्मि +जि॑न्व +जि॑न्वतं॒ +जि॒गाय॑ +जि॒गा॒ति॒ +जि॒गा॒य॒ +जि॒गृ॒तम् +जि॒गे॒थ॒ +जि॒ग्युः॒ +जि॒ग्युषः॑ +जि॒ग्युषे॑ +जि॒ग॒त्नवः॑ +जि॒घ्न॒ते॒ +जि॒घ्न॒से॒ +जि॒तम॒स्माक॒मुद्भि॑न्नम॒स्माक॑मृ॒तम॒स्माकं॒ +जि॒नाति॑ +जि॒नाति॒ +जि॒नोषि॑ +जि॒न्व॒ +जि॒न्व॒त॒म् +जि॒षे +जि॒ष्णवे॒ +जि॒ष्णुः +जि॒ष्णुना॑ +जि॒ष्णुम् +जि॒ष्णोः +जि॒ष्णोरश्व॑स्य +जि॒ही॒ता॒म् +जि॒ही॒ते॒ +जि॒ह्वया॑ +जि॒ह्वया॒ +जि॒ह्वा +जि॒ह्वां +जि॒ह्वाः +जि॒ह्वाम् +जि॒ह्वाम॑ग्ने +जि॒ह्वाया॒ +जि॒ह॒ते॒ +जी +जीअं +जीए +जीजनत् +जीजनन् +जीजनन्त +जीजनम् +जीजाबाई +जीजाबायी +जीजे +जीज॑नत् +जीज॑नद्वसो +जीज॑नन् +जीडीपी +जीण +जीणे +जीत +जीतं +जीतः +जीतकर +जीतता +जीतते +जीतना +जीतने +जीतनेवाला +जीतनेवाले +जीतवान् +जीता +जीति +जीती +जीते +जीतें +जीतेन्द्र +जीतो +जीन +जीनः +जीनवान् +जीना +जीने +जीनो +जीन् +जीन्द +जीन्दमण्डलम् +जीन्स् +जीब +जीभ +जीमन् +जीमू +जीमूत +जीमूतं +जीमूतः +जीमूतकं +जीमूतकस्य +जीमूतकेतुः +जीमूतपुत्रो +जीमूतमिव +जीमूतवाहन +जीमूतवाहनं +जीमूतवाहनः +जीमूतवाहनम् +जीमूतवाहनस्य +जीमूतवाहनस्यात्र +जीमूतवाहने +जीमूतवाहनो +जीमूतस्य +जीमूतस्येव +जीमूता +जीमूताः +जीमूतान् +जीमूताय +जीमूते +जीमूतेन +जीमूतेषु +जीमूतैः +जीमूतो +जीय +जीयत +जीयते +जीयन्ते +जीया +जीयात् +जीयासुः +जीये +जीयेत +जीय॑ते॒ +जीर +जीरं +जीरः +जीरक +जीरकं +जीरकः +जीरकञ्च +जीरकञ्चैव +जीरकत्रितयं +जीरकद्वयम् +जीरकम् +जीरकस्य +जीरकाद्यैः +जीरके +जीरकेण +जीरकैः +जीरको +जीरदानवः +जीरदानुं +जीरदानुः +जीरदानुञ्च +जीरदानुम् +जीरदानुरिति +जीरदानुर् +जीरदानू +जीरदानो +जीरयः +जीरयो +जीरऽदानुम् +जीरा +जीराः +जीराश्वः +जीरिका +जीरिकां +जीरिकाकषायम् +जीरिकाचूर्णं +जीरिकाचूर्णम् +जीरे +जीरो +जीर्ण +जीर्णं +जीर्णः +जीर्णकूपो +जीर्णज्वर +जीर्णज्वरं +जीर्णज्वरहरं +जीर्णज्वराधिकारः +जीर्णज्वरी +जीर्णज्वरे +जीर्णञ्च +जीर्णता +जीर्णतां +जीर्णदेवायतने +जीर्णमन्नं +जीर्णमलवद्वासा +जीर्णमिव +जीर्णम् +जीर्णवस्त्रं +जीर्णवस्त्रम् +जीर्णवस्त्राणि +जीर्णवान् +जीर्णशक्तिं +जीर्णशाल्योदनं +जीर्णश्च +जीर्णस्य +जीर्णस्यास्य +जीर्णा +जीर्णां +जीर्णाः +जीर्णाजीर्णविशङ्कायां +जीर्णाजीर्णे +जीर्णात् +जीर्णानन्तरं +जीर्णानन्तरम् +जीर्णानां +जीर्णानि +जीर्णान् +जीर्णान्ते +जीर्णान्नं +जीर्णान्नमथ +जीर्णान्यन्यानि +जीर्णाभ्रको +जीर्णाहारस्य +जीर्णिः +जीर्णी +जीर्णे +जीर्णेन +जीर्णेव +जीर्णेषु +जीर्णेऽन्ने +जीर्णैः +जीर्णो +जीर्णोद्धरः +जीर्णोद्धार +जीर्णोद्धारं +जीर्णोद्धारः +जीर्णोद्धारकार्यं +जीर्णोद्धाराः +जीर्णोद्धारे +जीर्णोद्यानं +जीर्णोऽपि +जीर्णौ +जीर्यंति +जीर्यंते +जीर्यत +जीर्यतः +जीर्यति +जीर्यतीति +जीर्यते +जीर्यतेः +जीर्यतेरतृन् +जीर्यत्य् +जीर्यन्ति +जीर्यन्ते +जीर्येत +जीर्येते +जीर्य्यतः +जीर्य्यति +जीर्य्यतीति +जीर्य्यते +जीर्य्यन्ति +जीव +जीवं +जीवंतं +जीवंति +जीवंती +जीवंस्तु +जीवः +जीवउवाच +जीवएव +जीवक +जीवकं +जीवकः +जीवकम् +जीवकर्तृत्वस्य +जीवकर्मविपाकं +जीवकर्षभकावुभौ +जीवकर्षभकौ +जीवकर्षभौ +जीवकलया +जीवकलां +जीवकल्पितः +जीवकवृक्षः +जीवकवृक्षे +जीवकस्य +जीवका +जीवके +जीवकेन +जीवकैः +जीवको +जीवकोशस्य +जीवगण +जीवगा +जीवगुणं +जीवगृभो +जीवगे +जीवगोस्वामिनः +जीवगोस्वामी +जीवग्राहं +जीवग्राहेण +जीवघन +जीवघनः +जीवघातकैः +जीवचैतन्यं +जीवचैतन्यम् +जीवचैतन्यस्य +जीवच्छरीरं +जीवच्छरीरे +जीवच्छ्राद्धं +जीवजं +जीवजन्तवः +जीवजातं +जीवजातयः +जीवजातस्य +जीवजीवक +जीवजीवकः +जीवजीवकाः +जीवञ्जीव +जीवटब्राह्मणादयः +जीवत +जीवतं +जीवतः +जीवतण्डुलं +जीवतण्डुलमिव +जीवतत्त्वं +जीवतव्यक्तयः +जीवतश्च +जीवता +जीवतां +जीवतात् +जीवतामपि +जीवतामस्तु +जीवतामेव +जीवताम् +जीवति +जीवती +जीवतीति +जीवतीत्यर्थः +जीवतीत्यर्थे +जीवतीत्युक्तम् +जीवतीम् +जीवतीह +जीवतु +जीवते +जीवतैव +जीवतो +जीवतोः +जीवतोऽजीवतश्चैव +जीवतोऽपि +जीवत् +जीवत्पिता +जीवत्पितृकः +जीवत्पितृकस्य +जीवत्पितृको +जीवत्पुत्रा +जीवत्यनाथोऽपि +जीवत्यनामयः +जीवत्यपि +जीवत्यसौ +जीवत्यहो +जीवत्येव +जीवत्य् +जीवत्व +जीवत्वं +जीवत्वमिति +जीवत्वमीशत्वं +जीवत्वम् +जीवत्वे +जीवत्वेन +जीवत्वेष +जीवत्सु +जीवत्स्वपि +जीवत्‌ +जीवथ +जीवदवस्थायामेव +जीवदशान्तरे +जीवदात्री +जीवदानं +जीवदानुम् +जीवदानेन +जीवदाश्रया +जीवदि +जीवदेव +जीवदेहान् +जीवद् +जीवद्भिरेव +जीवद्वत्सां +जीवद्विभागे +जीवधन्याः +जीवधातुः +जीवन +जीवनं +जीवनः +जीवनकाम्या +जीवनकारणम् +जीवनकाल +जीवनकालः +जीवनकाले +जीवनग्रहणे +जीवनघटनाः +जीवनचरितं +जीवनचरितम् +जीवनचरित्रं +जीवनचरित्रम् +जीवनञ्च +जीवनदर्शनम् +जीवनदानम् +जीवननिर्वहणं +जीवननिर्वाहः +जीवनन्तु +जीवनपद्धतिः +जीवनपरिचयः +जीवनपर्यन्तं +जीवनम +जीवनमन्त्रः +जीवनमपि +जीवनमस्माकमनिष्टं +जीवनमातनोति +जीवनमात्रं +जीवनमिति +जीवनमेव +जीवनम् +जीवनयात्रा +जीवनयापनं +जीवनयोनिस्तु +जीवनवन्ताव् +जीवनवान् +जीवनविषये +जीवनवृत्तं +जीवनवृत्तम् +जीवनशैली +जीवनशैलीसम्बद्धाः +जीवनशैल्याः +जीवनस्य +जीवनस्याया +जीवनस्यायै +जीवनहेतवः +जीवनहेतवे +जीवनहेतुः +जीवनहेतुत्वात् +जीवना +जीवनाडी +जीवनात् +जीवनादिनिमित्ते +जीवनाधारः +जीवनानि +जीवनाय +जीवनायालं +जीवनार्थ +जीवनार्थं +जीवनार्थम् +जीवनार्थाय +जीवनाशं +जीवनाशा +जीवनि +जीवनिका +जीवनी +जीवनीं +जीवनीय +जीवनीयं +जीवनीयम् +जीवनीयस्य +जीवनीया +जीवनीयानां +जीवनीयानि +जीवनीयेन +जीवनीयैः +जीवनीयैश्च +जीवनीयो +जीवने +जीवनेच्छा +जीवनेन +जीवनेषु +जीवनेऽपि +जीवनैः +जीवनो +जीवनोपायं +जीवनोपायः +जीवनोपाये +जीवनोपायो +जीवन् +जीवन्त +जीवन्तं +जीवन्तः +जीवन्तमति +जीवन्तमतिक्रम्य +जीवन्तमानन्दो +जीवन्तमिव +जीवन्तमेव +जीवन्तम् +जीवन्ति +जीवन्तिका +जीवन्ति॒ +जीवन्ती +जीवन्तीं +जीवन्तीति +जीवन्तीनां +जीवन्तीम् +जीवन्तीरुप +जीवन्तीवृक्षः +जीवन्तीवृक्षे +जीवन्तु +जीवन्ते +जीवन्तो +जीवन्तोऽपि +जीवन्तौ +जीवन्त्यः +जीवन्त्यनामयाः +जीवन्त्यपि +जीवन्त्या +जीवन्त्यां +जीवन्त्याः +जीवन्त्युपजीवनीयो +जीवन्त्य् +जीवन्न +जीवन्नपि +जीवन्नरो +जीवन्निति +जीवन्नेव +जीवन्न् +जीवन्मुक्त +जीवन्मुक्तं +जीवन्मुक्तः +जीवन्मुक्ततया +जीवन्मुक्तता +जीवन्मुक्तत्वं +जीवन्मुक्तपदं +जीवन्मुक्तश्च +जीवन्मुक्तस्य +जीवन्मुक्ता +जीवन्मुक्ताः +जीवन्मुक्तानां +जीवन्मुक्ताश्च +जीवन्मुक्तास्तु +जीवन्मुक्ति +जीवन्मुक्तिं +जीवन्मुक्तिः +जीवन्मुक्तिदशायां +जीवन्मुक्तिपदे +जीवन्मुक्तिरिति +जीवन्मुक्तिविवेकः +जीवन्मुक्ते +जीवन्मुक्तेः +जीवन्मुक्तेन +जीवन्मुक्तेषु +जीवन्मुक्तो +जीवन्मुक्तोऽसि +जीवन्मुक्तौ +जीवन्मृतो +जीवन्यदि +जीवन्यां +जीवन्यासं +जीवन्वापि +जीवन्विमोक्ष्यसे +जीवन्स +जीवन्हि +जीवपक्षे +जीवपत्नी +जीवपर +जीवपरः +जीवपरमात्मनोः +जीवपरमात्मानौ +जीवपरयोः +जीवपिता +जीवपुत्रा +जीवपुरा +जीवबीजं +जीवबुधौ +जीवब्रह्मणोः +जीवब्रह्मणोरेकत्वं +जीवब्रह्मणोरैक्यं +जीवब्रह्मणोर्भेदः +जीवभाव +जीवभावं +जीवभावः +जीवभावनया +जीवभावस्य +जीवभावेन +जीवभावो +जीवभूत +जीवभूतं +जीवभूतः +जीवभूता +जीवभूतां +जीवभूताम् +जीवभूतो +जीवभेदः +जीवभेदे +जीवभेदो +जीवभोग्यस्य +जीवभोजनः +जीवमनूद्य +जीवमन्दिरम् +जीवमपि +जीवमश्नवामहै +जीवमात्र +जीवमात्रं +जीवमात्रपरिग्रहाय +जीवमात्रस्य +जीवमानः +जीवमानस्य +जीवमाना +जीवमाने +जीवमानो +जीवमिच्छसि +जीवमिति +जीवमुख्यप्राणलिङ्गान्नेति +जीवमेव +जीवम् +जीवय +जीवयत +जीवयति +जीवयतीति +जीवयन् +जीवयन्ति +जीवयन्निव +जीवयसि +जीवया +जीवयामास +जीवयामि +जीवयिता +जीवयितुं +जीवयित्वा +जीवयिष्यति +जीवयिष्यामि +जीवयिष्ये +जीवयेत् +जीवयैनं +जीवयोगविषयत्वादिहासङ्गता +जीवरक्षा +जीवरसायनशास्त्रम् +जीवरसायनशास्त्रस्य +जीवरहितं +जीवराज +जीवराजभाई +जीवराशयः +जीवरूपं +जीवरूपतया +जीवरूपस्य +जीवरूपिणः +जीवरूपेण +जीवरूपेणावस्थानाद् +जीवला +जीवलां +जीवलिङ्गम् +जीवलोक +जीवलोकं +जीवलोकः +जीवलोकम् +जीवलोकस्य +जीवलोके +जीवलोको +जीवलोकोऽयं +जीववत् +जीववत्सा +जीववर्ग +जीववाची +जीवविज्ञानं +जीवविज्ञानम् +जीवविज्ञानस्य +जीवविज्ञानिनः +जीवविज्ञानी +जीवविज्ञाने +जीवविशेषः +जीवविशेषा +जीवविषय +जीवविषयं +जीवविषयः +जीवविषयत्वे +जीवविषया +जीवविषाणे +जीववृत्ती +जीवशंसे +जीवशब्दस्य +जीवशब्देन +जीवशर्मा +जीवशाकः +जीवशास्त्रं +जीवशास्त्रम् +जीवशास्त्रस्य +जीवशास्त्रे +जीवशुक्रौ +जीवश्च +जीवश्चेश्वरसंज्ञितः +जीवस +जीवसंज्ञकः +जीवसंज्ञकाः +जीवसंज्ञितम् +जीवसि +जीवसिद्धिः +जीवसूचिका +जीवसे +जीवसौरौ +जीवस्तं +जीवस्तथा +जीवस्तदा +जीवस्तिष्ठति +जीवस्तु +जीवस्त्वं +जीवस्थानं +जीवस्थानानि +जीवस्थाने +जीवस्य +जीवस्या +जीवस्यान्तर्गते +जीवस्यापि +जीवस्याश्रय +जीवस्येति +जीवस्यैव +जीवस्व +जीवस्वराः +जीवस्वरूपं +जीवस्वरूपम् +जीवस्वरूपस्य +जीवहन्ता +जीवहरणं +जीवहा +जीवहिंसा +जीवहीनो +जीवा +जीवां +जीवांशे +जीवांश्च +जीवाः +जीवाख्यं +जीवाख्यः +जीवाजीवौ +जीवाणवः +जीवाणु +जीवाणुः +जीवातवे +जीवाति +जीवातु +जीवातुं +जीवातुः +जीवातुमक्षिताम् +जीवातुम् +जीवातुसंमतः +जीवातुसुखावबोधासंमतः +जीवातौ +जीवात् +जीवात्म +जीवात्मन +जीवात्मनः +जीवात्मनश्च +जीवात्मना +जीवात्मनां +जीवात्मनि +जीवात्मने +जीवात्मनो +जीवात्मनोः +जीवात्मन् +जीवात्मपरमात्मनोः +जीवात्मवाचकम् +जीवात्मा +जीवात्मानं +जीवात्मानः +जीवात्मानम् +जीवात्मानां +जीवात्मानो +जीवात्मेति +जीवात्मैव +जीवात्वै +जीवाथ +जीवादतिशयेन +जीवादन्यो +जीवादयः +जीवादानं +जीवादि +जीवादिकं +जीवादिषु +जीवादीनां +जीवादेव +जीवाद् +जीवान +जीवानन्दसंग्रहे +जीवानन्दस्य +जीवाना +जीवानां +जीवानामपि +जीवानामिति +जीवानामेव +जीवानाम् +जीवानि +जीवानिति +जीवान् +जीवान्तकः +जीवान्तरस्य +जीवान्तर्दशाफलाध्यायः +जीवापेतं +जीवाभिराचम्य +जीवाम +जीवामः +जीवामहे +जीवामि +जीवामीति +जीवामो +जीवाम्यनामयः +जीवाम्यहं +जीवाय +जीवाया +जीवायां +जीवायाः +जीवार्किभानुजेज्यानां +जीवावः +जीवावयवाः +जीवाविष्टानां +जीवाश्च +जीवाश्म +जीवाश्रया +जीवास्तिकायः +जीवास्तु +जीवास्ते +जीवि +जीविअं +जीविकया +जीविका +जीविकां +जीविकाः +जीविकाकृत्य +जीविकाम् +जीविकाया +जीविकायां +जीविकायाः +जीविकायाम् +जीविकायै +जीविकार्थं +जीविकार्थे +जीविकेति +जीविकोपनिषदावौपम्ये +जीवित +जीवितं +जीवितः +जीवितकाल +जीवितकालः +जीवितकालस्य +जीवितकाले +जीवितक्षये +जीवितञ्च +जीवितत्वेन +जीवितनाथ +जीवितपरिमाणे +जीवितफलं +जीवितभूता +जीवितभूतो +जीवितमद्य +जीवितमन्तरा +जीवितमपि +जीवितमरणे +जीवितमात्मनः +जीवितमिति +जीवितमिदं +जीवितमिव +जीवितमेव +जीवितम् +जीवितम्‌ +जीवितयोपनान् +जीवितवती +जीवितवान् +जीवितव्यं +जीवितव्यमिति +जीवितव्यम् +जीवितव्ये +जीवितश्च +जीवितसंशयं +जीवितसंशयम् +जीवितस्य +जीवितस्यान्तो +जीवितस्यापि +जीवितस्यार्थे +जीवितहेतोरपि +जीविता +जीवितां +जीवितांते +जीविताः +जीविताकाङ्क्षी +जीवितात् +जीवितात्ययमापन्नो +जीवितात्यये +जीवितादधिकं +जीवितादपि +जीविताद् +जीविताद्व्यपरोपयति +जीविताद्व्यपरोपितः +जीविताद्व्यपरोप्य +जीवितानि +जीवितान्तकरं +जीवितान्ताय +जीवितान्ते +जीवितान्मरणं +जीवितापहा +जीवितायते +जीवितार्थं +जीवितार्थिनाम् +जीवितार्थी +जीवितावधि +जीवितावधिः +जीविताशया +जीविताशा +जीविताशां +जीवितास्मीति +जीवितु +जीवितुं +जीवितुमर्हति +जीवितुमिच्छथ +जीवितुमिच्छसि +जीवितुमिति +जीवितुमुत्सहे +जीवितुम् +जीविते +जीवितेच्छा +जीवितेति +जीवितेन +जीवितेनापि +जीवितेनार्थः +जीवितेनार्थो +जीवितेनेव +जीवितेनेह +जीवितेन्द्रियं +जीवितेन्द्रियस्य +जीवितेश +जीवितेशः +जीवितेशवसतिं +जीवितेशे +जीवितैषिणः +जीवितैषिणाम् +जीवितो +जीवित्वा +जीवित्वे +जीविदं +जीविन +जीविनं +जीविनः +जीविनां +जीविनाम् +जीविनि +जीविनो +जीविषु +जीविष्यति +जीविष्यतीति +जीविष्यन्ति +जीविष्यन्तीति +जीविष्यसि +जीविष्याम +जीविष्यामः +जीविष्यामि +जीविष्यामीति +जीविष्यामो +जीविष्ये +जीवी +जीवीत्तं +जीवे +जीवें +जीवेक्षिते +जीवेच्च +जीवेच्चन्द्रार्कतारकम् +जीवेच्चिरं +जीवेच्छरदः +जीवेच्छरदां +जीवेत +जीवेति +जीवेत् +जीवेत्तु +जीवेत्स +जीवेदपि +जीवेदयं +जीवेदाचन्द्रतारकम् +जीवेदिति +जीवेद् +जीवेद्ब्रह्मदिनं +जीवेद्ब्रह्मदिनत्रयम् +जीवेद्वर्षशतं +जीवेद्वर्षशतत्रयम् +जीवेद्वर्षशतद्वयम् +जीवेद्वर्षसहस्रकम् +जीवेद्वर्षसहस्राणि +जीवेद्वैश्यस्य +जीवेन +जीवेनात्मना +जीवेनात्मनानुप्रविश्य +जीवेनात्मनाऽनुप्रविश्य +जीवेनाऽऽत्मनाऽनुप्रविश्य +जीवेनैव +जीवेन्द्रियागोचरः +जीवेन्न +जीवेभ्य +जीवेभ्यः +जीवेभ्यो +जीवेम +जीवेयं +जीवेयमिति +जीवेयम् +जीवेयुः +जीवेरातुः +जीवेश +जीवेशयोः +जीवेशावाभासेन +जीवेशौ +जीवेश्वर +जीवेश्वरभेदस्य +जीवेश्वरभेदेन +जीवेश्वरभेदो +जीवेश्वरयो +जीवेश्वरयोः +जीवेश्वरैक्ये +जीवेश्वरौ +जीवेषु +जीवेष्वपि +जीवेष्वा +जीवेष्वित्यर्थः +जीवेऽपि +जीवेो +जीवे॑म +जीवैः +जीवैक्यं +जीवैक्यस्य +जीवैव +जीवो +जीवों +जीवोंके +जीवोंको +जीवोपाधिः +जीवोऽत्र +जीवोऽपि +जीवोऽयं +जीवोऽवतिष्ठते +जीवोऽस्ति +जीवोऽहं +जीवौ +जीव् +जीव्यते +जीव्या +जीव्यासं +जीव्यासम् +जीव॑तो॒ +जीव॑त्ये॒व +जीव॑न्ति +जीसस् +जीह +जी॑व +जी॑वात् +जी॑वी॒त्तं +जी॑व॒गृभो॑ +जी॒मूत॑स्येव +जी॒रदा॑नवः +जी॒रदा॑नुम् +जी॒रऽदा॑नुम् +जी॒रा +जी॒वं +जी॒वः +जी॒वम् +जी॒वम॒श्नवा॑महै॒ +जी॒वसे +जी॒वसे॑ +जी॒वसे॒ +जी॒वऽध॑न्याः +जी॒वा +जी॒वाः +जी॒वात॑वे +जी॒वात॑वे॒ +जी॒वेभ्यः॑ +जी॒वेषु॑ +जी॒वो +जु +जुं +जुः +जुआ +जुक् +जुग +जुगल +जुगि +जुगु +जुगुञ्ज +जुगुति +जुगुपतुः +जुगुपुः +जुगुप्स +जुगुप्सति +जुगुप्सते +जुगुप्सन्ति +जुगुप्समानाः +जुगुप्समानो +जुगुप्सया +जुगुप्सा +जुगुप्सां +जुगुप्साकरुणे +जुगुप्सामेति +जुगुप्सायां +जुगुप्सायाम् +जुगुप्साविरामप्रमादार्थानामुपसंख्यानम् +जुगुप्साविस्मयशमाः +जुगुप्सित +जुगुप्सितं +जुगुप्सितः +जुगुप्सितम् +जुगुप्सिता +जुगुप्सिताः +जुगुप्सिताम् +जुगुप्सिते +जुगुप्सिषते +जुगुप्सेत +जुगुप्सेतानृतात् +जुगुप्सेति +जुगुप्सेतैव +जुगुप्सेरन्न +जुगुम्फ +जुगुर्वणी +जुगूह +जुगोप +जुगोपात्मानमत्रस्तो +जुघुक्षति +जुघूर्ण +जुघोष +जुङ्ग +जुङ्गः +जुङ्गति +जुजुरुषः +जुजुर्वान् +जुजुषाण +जुजुषाणः +जुजुषाणमस्थुः +जुजुषाणा +जुजुषा॒ण +जुजुषुः +जुजुषे +जुजुष्टन +जुजोष +जुजोषः +जुजोषति +जुजोषते +जुजोषत् +जुजोषथ +जुजो॑षः +जुजो॑षत् +जुज्जइ +जुज्जदि +जुट +जुटं +जुट् +जुड +जुडति +जुड़ +जुड़ा +जुड़े +जुत +जुता +जुति +जुतृ +जुते +जुत्तं +जुन +जुनन्ति +जुना +जुनाः +जुनागढ +जुनागढमण्डलम् +जुनाति +जुनाम +जुनासि +जुनीमसि +जुनो +जुन् +जुन्नर +जुन्हेबोटो +जुम्बकः +जुम्बकाय +जुला +जुलाई +जुलाईमासे +जुलाहा +जुलाहे +जुलै +जुलैमासतः +जुलैमासस्य +जुलैमासे +जुवः +जुवः॑ +जुवो +जुवो॑ +जुष +जुषंत +जुषत +जुषता +जुषताँ +जुषतां +जुषताम् +जुषताꣳ +जुषते +जुषध्वं +जुषध्वमिति +जुषध्वम् +जुषन् +जुषन्त +जुषन्तां +जुषन्तामिति +जुषन्ताम् +जुषन्ताꣳ +जुषन्ति +जुषन्ते +जुषन्तेमौ +जुषन्त॒ +जुषमाण +जुषमाणः +जुषमाणा +जुषमाणो +जुषमाणोऽनुशेते +जुषस्व +जुषस्वेति +जुषस्वेन्द्र +जुषस्व॒ +जुषा +जुषां +जुषाण +जुषाणं +जुषाणः +जुषाणा +जुषाणाः +जुषाणेति +जुषाणेन +जुषाणो +जुषाणोरु +जुषामहे +जुषा॒णः +जुषा॒णा +जुषा॒णो +जुषित्वा +जुषी +जुषे +जुषेत +जुषेतां +जुषेताम् +जुषेताꣳ +जुषेते +जुषेथां +जुषेथाम् +जुषेरत +जुष् +जुष्ट +जुष्टँ +जुष्टं +जुष्टं॑ +जुष्टं॒ +जुष्टः +जुष्टः॑ +जुष्टतमं +जुष्टतमः +जुष्टतमम् +जुष्टप्रमदेन +जुष्टमग्नौ +जुष्टमधिवपामि +जुष्टमधिवपाम्यग्नये +जुष्टमभिघारयामि +जुष्टमभिरुचितं +जुष्टमिति +जुष्टमुपाकरोमि +जुष्टमुपाकरोमीति +जुष्टम् +जुष्टयः +जुष्टस्ततस्तेनामृतत्वमेति +जुष्टस्य +जुष्टा +जुष्टां +जुष्टां॒ +जुष्टाः +जुष्टाः॑ +जुष्टाकारं +जुष्टानि +जुष्टान् +जुष्टामदित्या +जुष्टामु +जुष्टामुत्कृन्तामि +जुष्टामुपाकरोमि +जुष्टाम् +जुष्टार्पिते +जुष्टास्तनूः +जुष्टा॑ +जुष्टा॒ +जुष्टिं +जुष्टी +जुष्टे +जुष्टो +जुष्टो॑ +जुष्टो॒ +जुष्ट्वी +जुष्ट॑तमम् +जुष्ट॑म् +जुष्ट॑यः +जुष्टꣳ +जुष्यः +जुष्यते +जुसि +जुसिति +जुस् +जुस्भावः +जुह +जुहयात् +जुहव +जुहवन्न् +जुहवांचकार +जुहवांचक्रिरे +जुहवाञ्चकार +जुहवानि +जुहवानीति +जुहवाम +जुहा +जुहाव +जुहावयिषति +जुहावाग्नौ +जुहावेन्द्राय +जुहु +जुहुत +जुहुतः +जुहुतस् +जुहुता +जुहुताँ +जुहुतात् +जुहुतो +जुहुधि +जुहुधीति +जुहुमः +जुहुमस् +जुहुमस्तन् +जुहुमस्तन्नो +जुहुया +जुहुयां +जुहुयाच्च +जुहुयाच्चैव +जुहुयाच्छतम् +जुहुयाच्छुचिः +जुहुयाज्जपेद्वा +जुहुयाज्जातवेदसि +जुहुयात +जुहुयाताम् +जुहुयात् +जुहुयात्क्रमात् +जुहुयात्क्रमाथ् +जुहुयात्ततः +जुहुयात्तत्र +जुहुयात्तथा +जुहुयात्तां +जुहुयात्तिलैः +जुहुयात्तु +जुहुयात्पारमात्मिकम् +जुहुयात्पुनः +जुहुयात्पौरुषं +जुहुयात्स +जुहुयात्सर्पिषा +जुहुयात्सहस्रं +जुहुयात्स्वर्गकाम +जुहुयात्स्वर्गकामः +जुहुयात्ऽ +जुहुयादग्नये +जुहुयादग्निं +जुहुयादग्निहोत्रं +जुहुयादग्नौ +जुहुयादथ +जुहुयादनले +जुहुयादपि +जुहुयादयुतं +जुहुयादा +जुहुयादाज्यं +जुहुयादाहुतित्रयम् +जुहुयादाहुतीः +जुहुयादाहुतीनां +जुहुयादिति +जुहुयादित्यर्थः +जुहुयादेवं +जुहुयाद् +जुहुयाद्गुरुः +जुहुयाद्घृतम् +जुहुयाद्दशहोतारं +जुहुयाद्धविः +जुहुयाद्धव्यवाहनम् +जुहुयाद्बुधः +जुहुयाद्यत्र +जुहुयाद्यदि +जुहुयाद्वह्नौ +जुहुयाद्वा +जुहुयाद्वापि +जुहुयाद्वै +जुहुयाद्वैष्णवं +जुहुयान् +जुहुयान्न +जुहुयान्नित्यं +जुहुयान्मन्त्री +जुहुयान्मूर्द्धनि +जुहुयान्मूलमन्त्रेण +जुहुयान्मूलविद्यया +जुहुयुः +जुहुरन्त +जुहुराणं +जुहुराणः +जुहुराणम् +जुहुराणो +जुहुरा॒णो +जुहुरे +जुहुवतुः +जुहुवुः +जुहुवुस्ते +जुहुवे +जुहु॒मस्तन्नो॑ +जुहु॒यात् +जुहू +जुहूँ +जुहूं +जुहूः +जुहूपभृतावादाय +जुहूपभृतोर्हिरण्यशकलाववधाय +जुहूपभृतौ +जुहूभिः +जुहूमसि +जुहूमुपभृतं +जुहूम् +जुहूयात् +जुहूरसि +जुहूर् +जुहूर्दाधार +जुहूर्भवति +जुहूषति +जुहूषौ +जुहूꣳ +जुहो +जुहोत +जुहोतन +जुहोतयः +जुहोता +जुहोति +जुहोतिः +जुहोतिचोदना +जुहोतिचोदितत्वात्स्वाहाकारः +जुहोतिना +जुहोतिर् +जुहोतिषु +जुहोतिऽ +जुहोति॒ +जुहोती +जुहोतीति +जुहोतीतिवत् +जुहोतीत्यत्र +जुहोतीत्यनुवर्तते +जुहोतीत्यर्थः +जुहोतीत्यादौ +जुहोतीत्युक्ते +जुहोतीत्येके +जुहोतीत्य् +जुहोतु +जुहोतेः +जुहोतेर्दीर्घश्च +जुहोतेि +जुहोत्यग्न +जुहोत्यग्नय +जुहोत्यग्नये +जुहोत्यग्ने +जुहोत्यग्नौ +जुहोत्यथ +जुहोत्यथोपस्तीर्य +जुहोत्यनुवषट्कृते +जुहोत्यन्यत्र +जुहोत्यन्वारब्धे +जुहोत्या +जुहोत्याज्यतन्त्रे +जुहोत्यादयः +जुहोत्यादि +जुहोत्यादिः +जुहोत्यादिगण +जुहोत्यादित्वात् +जुहोत्यादित्वेन +जुहोत्यादिप्रकरणम् +जुहोत्यादिभ्य +जुहोत्यादिभ्यः +जुहोत्यादौ +जुहोत्युपतिष्ठते +जुहोत्येतद्वै +जुहोत्येव +जुहोत्येष +जुहोत्येषा +जुहोत्य् +जुहोथ +जुहोनि +जुहोमि +जुहोमि॒ +जुहोमीति +जुहोमीदं +जुहोम्यग्निं +जुहोम्यनु +जुहोम्यसौ +जुहोम्य् +जुहोषि +जुहोषीति +जुह्यात् +जुह्व +जुह्वं +जुह्वः +जुह्वत +जुह्वतः +जुह्वतां +जुह्वति +जुह्वती +जुह्वतीति +जुह्वतु +जुह्वते +जुह्वतो +जुह्वत् +जुह्वत्यथ +जुह्वत्य् +जुह्वत्सु +जुह्वदिति +जुह्वद् +जुह्वन् +जुह्वम् +जुह्वा +जुह्वाँ +जुह्वां +जुह्वाः +जुह्वादि +जुह्वान +जुह्वानं +जुह्वानः +जुह्वाना +जुह्वानो +जुह्वामप +जुह्वामानीय +जुह्वामुपस्तीर्य +जुह्वाम् +जुह्वास्यः +जुह्वा॑न +जुह्वे +जुह्वैव +जुह्वो +जुह्व॑ति +जुह्व॒दृषि॒र्होता॒ +जु॑जुषा॒णा +जु॑षध्वम् +जु॑षस्व +जु॑षस्व॒ +जु॑षा॒णः +जु॑षा॒णो +जु॑हु॒यात् +जु॑होत +जु॑होतन +जु॑होति +जु॑होति॒ +जु॑होमि +जु॑हो॒म्यनु॑ +जु॒जु॒षा॒णः +जु॒नन्ति॑ +जु॒नाः +जु॒षध्व॑म् +जु॒षन्त॑ +जु॒षन्त॒ +जु॒षस्व॑ +जु॒षस्व॒ +जु॒षा॒ण +जु॒षा॒णः +जु॒षा॒णा +जु॒षा॒णो +जु॒षेथां॑ +जु॒षेथा॑म् +जु॒षे॒था॒म् +जु॒ष्ट्वी +जु॒ष॒ध्व॒म् +जु॒ष॒न्त॒ +जु॒ष॒स्व॒ +जु॒हूः +जु॒हूभिः॑ +जु॒होति॑ +जु॒होति॒ +जु॒होत॑ +जु॒होत॑न +जु॒होत॒ +जु॒होमि॑ +जु॒हो॒त॒ +जु॒हो॒त॒न॒ +जु॒हो॒मि॒ +जु॒ह्वः॑ +जु॒ह्वा॑ +जु॒ह्वे +जू +जूं +जूः +जूजुवानस्य +जूटः +जूटिका +जूडो +जूतं +जूतः +जूतये +जूता +जूति +जूतिं +जूतिः +जूतिभिः +जूतिम् +जूतिर्गतिः +जूते +जूत्या +जूथा +जूदे +जून +जूनमासतः +जूनमासस्य +जूनमासे +जूनागढ +जूनागढमण्डलम् +जूनियर +जूनियर् +जून् +जून्मासस्य +जून्मासे +जूर +जूरसि +जूरसीति +जूरी +जूर् +जूर्णः +जूर्णि +जूर्णिः +जूर्तिं +जूर्तिः +जूर्यति +जूर्यन्ति +जूर्वन् +जूलय् +जूलै +जूष +जूही +जू॒तः +जू॒तिं +जृ +जृंभणं +जृणाति +जृभि +जृम्भ +जृम्भः +जृम्भकः +जृम्भणं +जृम्भणम् +जृम्भणास्त्रं +जृम्भणास्त्रेण +जृम्भणे +जृम्भतां +जृम्भति +जृम्भते +जृम्भतो +जृम्भमाणं +जृम्भमाणः +जृम्भमाणस्य +जृम्भमाणा +जृम्भमाणां +जृम्भमाणो +जृम्भलं +जृम्भलो +जृम्भसि +जृम्भस्य +जृम्भस्व +जृम्भा +जृम्भां +जृम्भात्यर्थं +जृम्भायां +जृम्भायाः +जृम्भिका +जृम्भितं +जृम्भितः +जृम्भितम् +जृम्भिते +जृम्भितेन +जृम्भे +जृष् +जॄ +जॄभ्रमुत्रसाम् +जॄविशिभ्यां +जॄवृञ्भ्यामूथन् +जॄशॄस्तॄजागृभ्यः +जॄष् +जे +जें +जेंदावेस्ता +जेः +जेकब् +जेक् +जेगीयते +जेघ्नीयते +जेघ्रीयते +जेजाकभुक्तिप्रदेशस्य +जेट +जेटली +जेट् +जेट्ली +जेठ +जेठाभाई +जेठी +जेड +जेडरदासिमय्यः +जेडरदासिमय्यस्य +जेण +जेत +जेतः +जेतरि +जेतवन +जेतवनं +जेतवनमुदारेणावभासेनावभास्य +जेतवनम् +जेतवने +जेतवनेऽनाथपिण्डदस्यारामे +जेतवनेऽनाथपिण्डदस्याराम् +जेतव्य +जेतव्यं +जेतव्यः +जेतव्यमिति +जेतव्यम् +जेतव्यस्य +जेतव्या +जेतव्याः +जेतव्यानि +जेतव्ये +जेतव्यो +जेता +जेतार +जेतारं +जेतारः +जेतारमपराजितम् +जेतारम् +जेतारो +जेतासि +जेता॑ +जेता॑र॒मप॑राजितम् +जेता॒ +जेति +जेतु +जेतुं +जेतुः +जेतुकामेन +जेतुकामो +जेतुमशक्यः +जेतुमशक्यम् +जेतुमशक्या +जेतुमशक्यावित्यर्थः +जेतुमिच्छता +जेतुमिच्छतां +जेतुमिच्छति +जेतुमिच्छया +जेतुमिच्छसि +जेतुमिति +जेतुमीश्वरः +जेतुम् +जेतृ +जेतृ़णां +जेते +जेतेति +जेत् +जेत्री +जेत्रे +जेत्वानि +जेत्वा॑नि +जेदु +जेन +जेनन +जेनुकुरुबजनाङ्गः +जेनेरल् +जेन्ताकं +जेन्ताकस्य +जेन्ताके +जेन्ताको +जेन्नर् +जेन्य +जेन्यं +जेन्यं॑ +जेन्यः +जेन्यः॑ +जेन्यम् +जेन्यस्य +जेन्या +जेन्यावसू +जेन्या॑ +जेन्यो +जेन्यो॒ +जेन्य॑म् +जेन्य॑स्य +जेन्सेन +जेपुः +जेपुश्च +जेफरसन् +जेफर्सन् +जेब +जेब्ब +जेमति +जेमनं +जेमना +जेमशेतजी +जेमा +जेमानं +जेमानम् +जेम्स +जेम्स् +जेय +जेयं +जेयः +जेयम् +जेया +जेयाः +जेयो +जेरतुः +जेरार्डट् +जेरिथ +जेरुः +जेरोन्टोलॉजी +जेर्टि +जेल +जेलायाः +जेव +जेवर्गीविधानसभाक्षेत्रम् +जेवियर् +जेव्व +जेष +जेषं +जेषः +जेषते +जेषमिति +जेषम् +जेषाम +जेषा॑म +जेषि +जेषि॑ +जेषि॒ +जेषु +जेषृ +जेषे +जेष्ठः +जेष्ठा +जेष्म +जेष्यति +जेष्यतीति +जेष्यते +जेष्यथेति +जेष्यन्तं +जेष्यन्ति +जेष्यन्तीति +जेष्यन्तो +जेष्यसि +जेष्याम +जेष्यामः +जेष्यामि +जेष्यामीति +जेष्यामो +जेष्यामोऽनेन +जेष्ये +जेह +जेहते +जेहमानं +जेहमानम् +जेहमाना +जेहमानाः +जेहि +जेहिं +जेहृ +जेह्रीयते +जेह॑मानम् +जे॑ष्यसि॒ +जे॒षि॒ +जे॒षे +जै +जैः +जैकलिन +जैकिशन् +जैगीषव्य +जैगीषव्यं +जैगीषव्यः +जैगीषव्यश्च +जैगीषव्यस्य +जैगीषव्येण +जैगीषव्येन +जैगीषव्यो +जैतवन +जैत्र +जैत्रं +जैत्रं॒ +जैत्रः +जैत्रनेत्रानुगौ +जैत्रपालः +जैत्रम् +जैत्रस्य +जैत्रा +जैत्राय +जैत्रा॑य +जैत्री +जैत्रो +जैत्र॑म् +जैन +जैनं +जैनः +जैनग्रन्थेषु +जैनतियाहिल्स् +जैनतीर्थङ्करक्रमः +जैनतीर्थङ्कराः +जैनतीर्थङ्कराणां +जैनतीर्थत्वेन +जैनतीर्थम् +जैनतीर्थानि +जैनदर्शनं +जैनदर्शनम् +जैनदर्शनस्य +जैनदर्शने +जैनदर्शनेन +जैनधर्म +जैनधर्मः +जैनधर्मस्य +जैनधर्मानुयायिनः +जैनधर्मानुसारं +जैनधर्मे +जैनभेदे +जैनमतं +जैनमतम् +जैनमतस्य +जैनमतानुसारं +जैनमते +जैनमन्दिरं +जैनमन्दिरम् +जैनमन्दिराणि +जैनमन्दिरे +जैनमन्दिरेषु +जैनसाधवः +जैनसाहित्येषु +जैना +जैनाः +जैनागमः +जैनाचार्यः +जैनाचार्यस्य +जैनानां +जैनानाम् +जैनी +जैनेन +जैनेन्द्र +जैनेषु +जैनैः +जैनो +जैन् +जैन्या +जैपालं +जैब्रा +जैमनीयाश्वमेधपर्व +जैमि +जैमिनये +जैमिनि +जैमिनिं +जैमिनिः +जैमिनिऋषिसंवादे +जैमिनिकडारः +जैमिनिदर्शनम् +जैमिनिना +जैमिनिनाऽपि +जैमिनिप्रणीता +जैमिनिभारते +जैमिनिम् +जैमिनिरचोदना +जैमिनिरत +जैमिनिरपि +जैमिनिराचार्यो +जैमिनिरिति +जैमिनिरुपन्यासादिभ्यः +जैमिनिरुवाच +जैमिनिर् +जैमिनिर्मुख्यत्वात् +जैमिनिर्विकल्पामननात् +जैमिनिश्च +जैमिनिसू +जैमिनिसूत्रम् +जैमिनिस्तथा +जैमिनिस्तु +जैमिनी +जैमिनीय +जैमिनीयं +जैमिनीयन्यायमाला +जैमिनीयन्यायमालायां +जैमिनीयन्यायमालाविस्तरः +जैमिनीयन्यायमालाविस्तरे +जैमिनीयब्राह्मणम् +जैमिनीयब्राह्मणे +जैमिनीया +जैमिनीयाः +जैमिनीयाश्वमेधपर्व +जैमिनीये +जैमिनीयोपनिषद्ब्राह्मणम् +जैमिने +जैमिनेः +जैमिनेरपि +जैमे +जैर् +जैल +जैलसिंह +जैव +जैवं +जैवन +जैवन्तिः +जैवलिरिति +जैवलिरुवाच +जैवलिरुवाचान्तवद्वै +जैवस्य +जैवातृक +जैवातृकः +जैवातृको +जैविक +जैविकं +जैवे +जैवेन +जैश् +जैस +जैसलमेर +जैसलमेरदुर्गम् +जैसलमेरमण्डलम् +जैसा +जैसी +जैसू +जैसे +जैसें +जैसेस +जैह्माशिनेय +जैह्म्यं +जॉन +जॉन् +जॉयो +जॉर्ज +जॉर्ज् +जॊम +जो +जोंक +जोइ +जोई +जोऊ +जोकोविक् +जोखिमं +जोग +जोगजलपातः +जोगिन्दरनगरम् +जोगी +जोगुवानः +जोगुवाम् +जोगुवे +जोगु॑वे +जोङ्खा +जोङ्गकं +जोड +जोडकर +जोडणी +जोडने +जोड़ +जोड़कर +जोड़ता +जोड़ते +जोड़ना +जोड़ने +जोड़ा +जोड़ी +जोड़े +जोड़ें +जोड़ों +जोडा +जोत +जोतते +जोता +जोति +जोधपुर +जोधपुरमण्डलं +जोधपुरमण्डलम् +जोधपुरम् +जोधा +जोन +जोनास् +जोनी +जोन्स +जोन्स् +जोयार +जोर +जोरहाट +जोरहाटमण्डलम् +जोरि +जोरी +जोर्ज +जोर्हाट् +जोली +जोव +जोवति +जोवनं +जोवा +जोवाई +जोवे +जोश +जोशि +जोशी +जोष +जोषं +जोषं॑ +जोषः +जोषणं +जोषति +जोषते +जोषत् +जोषद्वि॒श्वश॑म्भू॒रव॑से +जोषमास +जोषमास्यते +जोषमास्स्व +जोषमिति +जोषम् +जोषयति +जोषयते +जोषयन्ते +जोषयासे +जोषयित्र्यौ +जोषयेते +जोषयेत् +जोषयेत्सर्वकर्माणि +जोषयेदित्यन्वयः +जोषवाकं +जोषसा +जोषा +जोषि +जोषिता +जोषिषत् +जोषिषद्धि +जोषि॑ +जोषी +जोषे +जोष्टारम् +जोष्ट्री +जोष्ट्रीभ्यां +जोष्ट्री॒ +जोष्ट्रे +जोष्ट्र्यौ +जोष॑म् +जोष॒मा +जोसेफ +जोसेफ़ +जोसेफ् +जोहन्नेस +जोहवीति +जोहवीमि +जोहान् +जोहुवत् +जोहूत्रः +जोह॑वीमि +जोऽपि +जो॑हवीमि॒ +जो॒ह॒वी॒मि॒ +जौ +जौं +जौनपुरमण्डलम् +जौनपुरम् +जौमराः +जौहर +जौहरी +जौहवम् +जौहोत्यादिकः +ज् +ज्गौ +ज्ज +ज्जातः +ज्जायते +ज्जेव +ज्जेव्व +ज्ज्ञानं +ज्ज्वलः +ज्ज्वलदत्तः +ज्ज्वलाकृता +ज्ज्वलायां +ज्ञ +ज्ञं +ज्ञः +ज्ञकः +ज्ञका +ज्ञगुरू +ज्ञता +ज्ञत्वं +ज्ञत्वा +ज्ञनं +ज्ञप +ज्ञपयति +ज्ञपयते +ज्ञपयिष्यामीति +ज्ञपि +ज्ञपितः +ज्ञपेः +ज्ञप्तः +ज्ञप्तये +ज्ञप्ति +ज्ञप्तिं +ज्ञप्तिः +ज्ञप्तिचतुर्थेन +ज्ञप्तिरुवाच +ज्ञप्तिरेव +ज्ञप्तौ +ज्ञभृग्वोः +ज्ञमनो +ज्ञय +ज्ञयः +ज्ञयम् +ज्ञया +ज्ञशक्तिवियोगात् +ज्ञशुक्रयोः +ज्ञशुक्रौ +ज्ञश् +ज्ञश्च +ज्ञसितौ +ज्ञस् +ज्ञस्तिष्ठति +ज्ञस्तु +ज्ञस्य +ज्ञा +ज्ञां +ज्ञाः +ज्ञाखा +ज्ञाजनोर्जा +ज्ञाज्ञौ +ज्ञात +ज्ञातं +ज्ञातः +ज्ञातचरदेशं +ज्ञातचोलहृदयः +ज्ञातज्ञेयः +ज्ञातज्ञेया +ज्ञाततत्त्वो +ज्ञाततया +ज्ञातता +ज्ञातताया +ज्ञाततायां +ज्ञातत्वं +ज्ञातत्वात् +ज्ञातत्वे +ज्ञातत्वेन +ज्ञातभोगग्रहं +ज्ञातमन्मथरसा +ज्ञातमपि +ज्ञातमस्ति +ज्ञातमस्माकम् +ज्ञातमात्रेण +ज्ञातमासीत् +ज्ञातमिति +ज्ञातमित्यत +ज्ञातमित्यर्थः +ज्ञातमिदं +ज्ञातमुपयुज्यते +ज्ञातमेतन्मया +ज्ञातमेव +ज्ञातमेवेति +ज्ञातम् +ज्ञातय +ज्ञातयः +ज्ञातयश्च +ज्ञातया +ज्ञातये +ज्ञातयो +ज्ञातयौवना +ज्ञातरि +ज्ञातवतः +ज्ञातवती +ज्ञातवतो +ज्ञातवन्त +ज्ञातवन्तः +ज्ञातवन्तो +ज्ञातवन्तौ +ज्ञातवानसि +ज्ञातवानस्मि +ज्ञातवानिति +ज्ञातवानित्यर्थः +ज्ञातवान् +ज्ञातविशेष +ज्ञातवृत्तान्तो +ज्ञातव्य +ज्ञातव्यं +ज्ञातव्यः +ज्ञातव्यञ्च +ज्ञातव्यतया +ज्ञातव्यत्वेन +ज्ञातव्यमखिलं +ज्ञातव्यमिति +ज्ञातव्यमित्यर्थः +ज्ञातव्यम् +ज्ञातव्यम्‌ +ज्ञातव्यश्च +ज्ञातव्यस्य +ज्ञातव्या +ज्ञातव्याः +ज्ञातव्यानि +ज्ञातव्याश्च +ज्ञातव्ये +ज्ञातव्येति +ज्ञातव्येषु +ज्ञातव्यो +ज्ञातव्यौ +ज्ञातश्च +ज्ञातसम्बन्ध +ज्ञातसम्बन्धपदेन +ज्ञातसम्बन्धस्येति +ज्ञातसिद्धान्तः +ज्ञातस् +ज्ञातस्तथा +ज्ञातस्तु +ज्ञातस्त्वया +ज्ञातस्य +ज्ञातस्यापि +ज्ञातस्यैव +ज्ञाता +ज्ञातां +ज्ञाताः +ज्ञाताज्ञात +ज्ञाताज्ञातम् +ज्ञाताज्ञातविषयत्वात् +ज्ञाताज्ञाताः +ज्ञातात् +ज्ञातानां +ज्ञातानि +ज्ञातापि +ज्ञाताभ्यां +ज्ञातायां +ज्ञातार +ज्ञातारं +ज्ञातारः +ज्ञातारम् +ज्ञातारो +ज्ञातार्थ +ज्ञातार्थं +ज्ञातार्थः +ज्ञातावात्मनि +ज्ञाताश् +ज्ञाताश्चित्तवृत्तयस्तत्प्रभोः +ज्ञातासि +ज्ञातास्वादः +ज्ञातास्वादो +ज्ञाति +ज्ञातिं +ज्ञातिः +ज्ञातिकार्याणि +ज्ञातिकुलं +ज्ञातिकुलबन्धुषु +ज्ञातिकुलैकसंश्रयां +ज्ञातिजनं +ज्ञातितो +ज्ञातित्वं +ज्ञातिदासी +ज्ञातिद्रोहे +ज्ञातिपक्षस्य +ज्ञातिपुत्रः +ज्ञातिभिः +ज्ञातिभिश्च +ज्ञातिभ्यः +ज्ञातिभ्यो +ज्ञातिमध्ये +ज्ञातिमरणं +ज्ञातिवधं +ज्ञातिश्रैष्ठ्यं +ज्ञातिषु +ज्ञातिꣳ +ज्ञाती +ज्ञातीनां +ज्ञातीनामिति +ज्ञातीन् +ज्ञातु +ज्ञातुं +ज्ञातुः +ज्ञातुकामो +ज्ञातुमर्हति +ज्ञातुमर्हसि +ज्ञातुमशक्तानां +ज्ञातुमशक्य +ज्ञातुमशक्यं +ज्ञातुमशक्यः +ज्ञातुमशक्यत्वात् +ज्ञातुमशक्यत्वादिति +ज्ञातुमशक्यम् +ज्ञातुमशक्या +ज्ञातुमशक्ये +ज्ञातुमिच्छति +ज्ञातुमिच्छन् +ज्ञातुमिच्छन्ति +ज्ञातुमिच्छया +ज्ञातुमिच्छसि +ज्ञातुमिच्छा +ज्ञातुमिच्छामि +ज्ञातुमिच्छाम्यहं +ज्ञातुमिच्छुः +ज्ञातुमिति +ज्ञातुमिष्टो +ज्ञातुमिष्यते +ज्ञातुम् +ज्ञातुरपि +ज्ञातुरुत्तरदेश +ज्ञातुर् +ज्ञातृ +ज्ञातृता +ज्ञातृत्वं +ज्ञातृत्वमिति +ज्ञातृत्वम् +ज्ञातृत्वस्य +ज्ञातृत्वात् +ज्ञातृत्वे +ज्ञातृत्वेन +ज्ञातृधर्मः +ज्ञातॄणां +ज्ञाते +ज्ञातेः +ज्ञातेति +ज्ञातेन +ज्ञातेयं +ज्ञातेयम् +ज्ञातेषु +ज्ञातेऽन्यासङ्गविकृते +ज्ञातेऽपि +ज्ञातेऽहर्गणः +ज्ञातैव +ज्ञातैवात्मा +ज्ञातो +ज्ञातोसि +ज्ञातोऽपि +ज्ञातोऽयं +ज्ञातोऽसि +ज्ञातोऽस्ति +ज्ञातोऽहं +ज्ञातौ +ज्ञात् +ज्ञात्रं +ज्ञात्रा +ज्ञात्री +ज्ञात्रे +ज्ञात्व +ज्ञात्वा +ज्ञात्वाज्ञात्वाथ +ज्ञात्वाथ +ज्ञात्वापराधं +ज्ञात्वापि +ज्ञात्वाऽज्ञात्वा +ज्ञात्वाऽथ +ज्ञात्वाऽपि +ज्ञात्वाऽहं +ज्ञात्वे +ज्ञात्वेति +ज्ञात्वेत्यर्थः +ज्ञात्वैव +ज्ञात्वैवं +ज्ञात्वोपक्रम्य +ज्ञाधिकरणम् +ज्ञान +ज्ञानं +ज्ञानः +ज्ञानकरणसामान्यस्य +ज्ञानकरणस्य +ज्ञानकर्मणि +ज्ञानकर्मणी +ज्ञानकर्मणोः +ज्ञानकर्मनिष्ठयोः +ज्ञानकर्मभ्यां +ज्ञानकर्ममयानि +ज्ञानकर्मसंन्यासयोगः +ज्ञानकर्मसंन्यासयोगस्य +ज्ञानकर्मसमुच्चयकारिणः +ज्ञानकर्मसमुच्चयो +ज्ञानकर्मात्मिके +ज्ञानकर्माभिनिर्वर्त्यो +ज्ञानकर्मेन्द्रियाणि +ज्ञानकला +ज्ञानका +ज्ञानकाण्ड +ज्ञानकाण्डं +ज्ञानकाण्डम् +ज्ञानकाण्डविरुद्धार्थभाषिण +ज्ञानकाण्डस्य +ज्ञानकाण्डापेक्षया +ज्ञानकाण्डे +ज्ञानकारण +ज्ञानकारणं +ज्ञानकारणम् +ज्ञानकारणे +ज्ञानकाले +ज्ञानकृते +ज्ञानके +ज्ञानको +ज्ञानकोश +ज्ञानकोशः +ज्ञानक्रमेण +ज्ञानक्रिया +ज्ञानक्रियां +ज्ञानक्रिये +ज्ञानखड्गं +ज्ञानखड्गेन +ज्ञानगम्य +ज्ञानगम्यं +ज्ञानगम्यः +ज्ञानगम्यम् +ज्ञानगम्याय +ज्ञानगम्यो +ज्ञानगोचरम् +ज्ञानग्रहणं +ज्ञानघनं +ज्ञानचक्षुः +ज्ञानचक्षुषः +ज्ञानचक्षुषा +ज्ञानजनने +ज्ञानजन्य +ज्ञानजन्या +ज्ञानजा +ज्ञानज्ञानस्य +ज्ञानञ्च +ज्ञानत +ज्ञानतः +ज्ञानतत्त्वं +ज्ञानतत्परः +ज्ञानतपसा +ज्ञानतया +ज्ञानता +ज्ञानतीर्थं +ज्ञानतृप्ता +ज्ञानतृप्ताः +ज्ञानतो +ज्ञानतोऽज्ञानतो +ज्ञानतोऽज्ञानतोऽपि +ज्ञानतोऽज्ञाने +ज्ञानत्रैविध्यं +ज्ञानत्व +ज्ञानत्वं +ज्ञानत्वम् +ज्ञानत्वस्य +ज्ञानत्वात् +ज्ञानत्वाद् +ज्ञानत्वे +ज्ञानत्वेन +ज्ञानत्वेनैव +ज्ञानदं +ज्ञानदः +ज्ञानदग्धैस्तथा +ज्ञानदर्शनं +ज्ञानदशायां +ज्ञानदा +ज्ञानदाता +ज्ञानदात्री +ज्ञानदानं +ज्ञानदानस्य +ज्ञानदानाय +ज्ञानदानेन +ज्ञानदायकः +ज्ञानदीपं +ज्ञानदीपिते +ज्ञानदीपेन +ज्ञानदीप्तिरा +ज्ञानदुर्बल +ज्ञानदुर्बलः +ज्ञानदृशा +ज्ञानदृष्टिप्रदो +ज्ञानदृष्ट्या +ज्ञानदेव +ज्ञानदेवं +ज्ञानदेवस्य +ज्ञानदेवा +ज्ञानदेवो +ज्ञानदो +ज्ञानद्वयं +ज्ञानद्वयम् +ज्ञानद्वयस्य +ज्ञानद्वारा +ज्ञानद्वारेण +ज्ञानद्वारेणैव +ज्ञानधर्मः +ज्ञानधर्मोपदेशेन +ज्ञानधारां +ज्ञानध्यानपरायणाः +ज्ञाननामैतत् +ज्ञाननित्यत्वे +ज्ञाननिधिः +ज्ञाननिर्धूतकल्मषा +ज्ञाननिर्धूतकल्मषाः +ज्ञाननिवर्त्यत्वं +ज्ञाननिवर्त्यत्वे +ज्ञाननिवर्त्यत्वेन +ज्ञाननिष्ठ +ज्ञाननिष्ठः +ज्ञाननिष्ठया +ज्ञाननिष्ठस्य +ज्ञाननिष्ठा +ज्ञाननिष्ठां +ज्ञाननिष्ठाः +ज्ञाननिष्ठातो +ज्ञाननिष्ठानां +ज्ञाननिष्ठाप्राप्तिहेतुत्वेन +ज्ञाननिष्ठाया +ज्ञाननिष्ठायां +ज्ञाननिष्ठायाः +ज्ञाननिष्ठायाम् +ज्ञाननिष्ठायोग्यता +ज्ञाननिष्ठायोग्यतालक्षणां +ज्ञाननिष्ठालक्षणं +ज्ञाननिष्ठालक्षणस्य +ज्ञाननिष्ठालक्षणो +ज्ञाननिष्ठैः +ज्ञाननिष्ठो +ज्ञाननिष्ठोक्ता +ज्ञाननिष्पत्त्यङ्ग +ज्ञाननेत्रं +ज्ञानन्तु +ज्ञानपण्यं +ज्ञानपदं +ज्ञानपदस्य +ज्ञानपदेन +ज्ञानपरिकल्पनामात्रं +ज्ञानपरिपाके +ज्ञानपरो +ज्ञानपादः +ज्ञानपादस्य +ज्ञानपादे +ज्ञानपारगम् +ज्ञानपारमिता +ज्ञानपीठपुरस्कारः +ज्ञानपीठप्रशस्ति +ज्ञानपीठप्रशस्तिः +ज्ञानपीठप्रशस्तिभाजः +ज्ञानपूर्व +ज्ञानपूर्वं +ज्ञानपूर्वक +ज्ञानपूर्वकं +ज्ञानपूर्वन्तु +ज्ञानपूर्विका +ज्ञानप्रकरणमिति +ज्ञानप्रकरणस्य +ज्ञानप्रकाश +ज्ञानप्रकाशं +ज्ञानप्रकाशः +ज्ञानप्रकाशशास्त्रिणा +ज्ञानप्रकाशेन +ज्ञानप्रतिबन्धः +ज्ञानप्रतिभासस्य +ज्ञानप्रदं +ज्ञानप्रदः +ज्ञानप्रदानेन +ज्ञानप्रदीपः +ज्ञानप्रदीपेन +ज्ञानप्रदो +ज्ञानप्रधाना +ज्ञानप्रवेशक्रिये +ज्ञानप्रसादमात्रेण +ज्ञानप्रसादेन +ज्ञानप्राप्तिः +ज्ञानप्राप्तेः +ज्ञानप्राप्तौ +ज्ञानप्राप्त्या +ज्ञानप्रामाण्यं +ज्ञानप्रामाण्ययोः +ज्ञानप्लवेन +ज्ञानप्लवेनैव +ज्ञानफलं +ज्ञानफलमाह +ज्ञानफलमिति +ज्ञानफलम् +ज्ञानफलस्य +ज्ञानफले +ज्ञानबलं +ज्ञानबलक्रिया +ज्ञानबलेन +ज्ञानबाध्यत्वं +ज्ञानबीजं +ज्ञानबुद्ध्या +ज्ञानभक्ती +ज्ञानभाजनम् +ज्ञानभावनया +ज्ञानभूमिः +ज्ञानभूमिकारोहणार्थंधर्म्याद्धि +ज्ञानभेदः +ज्ञानभेदात् +ज्ञानभेदे +ज्ञानम +ज्ञानमज्ञानं +ज्ञानमज्ञानस्यैव +ज्ञानमत +ज्ञानमतीन्द्रियं +ज्ञानमतो +ज्ञानमत्र +ज्ञानमत्रोच्यते +ज्ञानमनंतं +ज्ञानमनन्तं +ज्ञानमनन्तमिति +ज्ञानमनन्तम् +ज्ञानमनुत्तमम् +ज्ञानमनुमानं +ज्ञानमनुमितिः +ज्ञानमन्तःकरणं +ज्ञानमन्तरेण +ज्ञानमपि +ज्ञानमभ्यासाज्ज्ञानाद्ध्यानं +ज्ञानमभ्यासात् +ज्ञानममानित्वादि +ज्ञानमय +ज्ञानमयं +ज्ञानमयः +ज्ञानमयम् +ज्ञानमयी +ज्ञानमयीं +ज्ञानमयेन +ज्ञानमयो +ज्ञानमयोऽमलः +ज्ञानमर्थे +ज्ञानमलं +ज्ञानमवाप्नुयात् +ज्ञानमवाप्नोति +ज्ञानमव्यपदेश्यमव्यभिचारि +ज्ञानमस्ति +ज्ञानमस्तीति +ज्ञानमस्तु +ज्ञानमस्त्येव +ज्ञानमस्य +ज्ञानमहं +ज्ञानमहो +ज्ञानमाख्यातं +ज्ञानमाख्यातम् +ज्ञानमाचष्टे +ज्ञानमात्मनः +ज्ञानमात्मनि +ज्ञानमात्मविषयम् +ज्ञानमात्मा +ज्ञानमात्र +ज्ञानमात्रं +ज्ञानमात्रमेव +ज्ञानमात्रम् +ज्ञानमात्रस्य +ज्ञानमात्रे +ज्ञानमात्रेण +ज्ञानमाद्यं +ज्ञानमाधातुं +ज्ञानमानिनः +ज्ञानमाप्नुयात् +ज्ञानमाप्नोति +ज्ञानमायुः +ज्ञानमार्ग +ज्ञानमार्गं +ज्ञानमार्गः +ज्ञानमार्गस्य +ज्ञानमार्गीयाणां +ज्ञानमार्गे +ज्ञानमार्गेण +ज्ञानमावश्यकं +ज्ञानमावृतं +ज्ञानमावृतम् +ज्ञानमावृत्य +ज्ञानमाश्रित्य +ज्ञानमासाद्य +ज्ञानमाह +ज्ञानमाहात्म्यं +ज्ञानमि +ज्ञानमिच्छन्ति +ज्ञानमिच्छा +ज्ञानमिति +ज्ञानमित्यपि +ज्ञानमित्यभिधीयते +ज्ञानमित्यर्थः +ज्ञानमित्यादिना +ज्ञानमित्युच्यते +ज्ञानमित्येव +ज्ञानमिदं +ज्ञानमिव +ज्ञानमिश्रां +ज्ञानमिष्यते +ज्ञानमिह +ज्ञानमीरितम् +ज्ञानमुच्यते +ज्ञानमुत्तमम् +ज्ञानमुत्पद्यते +ज्ञानमुत्पन्नं +ज्ञानमुदेति +ज्ञानमुद्रा +ज्ञानमुद्रां +ज्ञानमुपाश्रित्य +ज्ञानमूर्तिं +ज्ञानमेकं +ज्ञानमेतेन +ज्ञानमेव +ज्ञानमेवं +ज्ञानमेवेति +ज्ञानमैश्वर्यं +ज्ञानमौपदेशिकं +ज्ञानम् +ज्ञानम्‌ +ज्ञानयज्ञ +ज्ञानयज्ञं +ज्ञानयज्ञः +ज्ञानयज्ञस्तुत्यर्थं +ज्ञानयज्ञस्य +ज्ञानयज्ञाः +ज्ञानयज्ञाश्च +ज्ञानयज्ञेन +ज्ञानयज्ञो +ज्ञानयज्ञोपवीतिनः +ज्ञानयज्ञोपवीतिनाम् +ज्ञानयुक्त +ज्ञानयुक्ता +ज्ञानयुक्ते +ज्ञानयुक्तेन +ज्ञानयुता +ज्ञानयोः +ज्ञानयोग +ज्ञानयोगं +ज्ञानयोगः +ज्ञानयोगकर्मयोगयोः +ज्ञानयोगनिष्ठायां +ज्ञानयोगमनुत्तमम् +ज्ञानयोगम् +ज्ञानयोगयोः +ज्ञानयोगव्यवस्थितिः +ज्ञानयोगशक्तस्यापि +ज्ञानयोगस्तु +ज्ञानयोगस्य +ज्ञानयोगात् +ज्ञानयोगादपि +ज्ञानयोगाद् +ज्ञानयोगाधिकारिणः +ज्ञानयोगाभ्यां +ज्ञानयोगाय +ज्ञानयोगिनः +ज्ञानयोगी +ज्ञानयोगे +ज्ञानयोगेन +ज्ञानयोगेनेति +ज्ञानयोगो +ज्ञानयोर् +ज्ञानरत्नावल्यां +ज्ञानरहित +ज्ञानरहितं +ज्ञानरहिता +ज्ञानरहितात् +ज्ञानराजः +ज्ञानराशिः +ज्ञानरूप +ज्ञानरूपं +ज्ञानरूपः +ज्ञानरूपतया +ज्ञानरूपत्वे +ज्ञानरूपम् +ज्ञानरूपस्य +ज्ञानरूपा +ज्ञानरूपाय +ज्ञानरूपिणी +ज्ञानरूपिणे +ज्ञानरूपी +ज्ञानरूपे +ज्ञानरूपेण +ज्ञानरूपो +ज्ञानलक्षणं +ज्ञानलक्षणः +ज्ञानलक्षणम् +ज्ञानलक्षणया +ज्ञानलक्षणा +ज्ञानलक्षणां +ज्ञानलक्षणायाः +ज्ञानलक्षणेन +ज्ञानलक्षणो +ज्ञानलवदुर्विदग्धं +ज्ञानलोचनः +ज्ञानव +ज्ञानवज्रेण +ज्ञानवतः +ज्ञानवता +ज्ञानवतां +ज्ञानवतामहम् +ज्ञानवताम् +ज्ञानवति +ज्ञानवती +ज्ञानवतो +ज्ञानवतोऽपि +ज्ञानवत् +ज्ञानवदिति +ज्ञानवद् +ज्ञानवन्तं +ज्ञानवन्तः +ज्ञानवन्तश्च +ज्ञानवन्तो +ज्ञानवन्तोऽपि +ज्ञानवर्जितः +ज्ञानवर्जिताः +ज्ञानवादिना +ज्ञानवादी +ज्ञानवानपि +ज्ञानवानिति +ज्ञानवानेव +ज्ञानवान् +ज्ञानवान्मां +ज्ञानवापी +ज्ञानवापीं +ज्ञानवाप्यां +ज्ञानवाप्याः +ज्ञानवाले +ज्ञानवि +ज्ञानविकल्पानां +ज्ञानविग्रहः +ज्ञानविज्ञान +ज्ञानविज्ञानतृप्तात्मा +ज्ञानविज्ञाननाशनं +ज्ञानविज्ञाननाशनम् +ज्ञानविज्ञानपारगम् +ज्ञानविज्ञानयोः +ज्ञानविज्ञानयोगः +ज्ञानविज्ञानयोगस्य +ज्ञानविज्ञानसंपन्नः +ज्ञानविज्ञानसंयुतः +ज्ञानविज्ञानसम्पन्नो +ज्ञानविज्ञानाभ्यां +ज्ञानविज्ञाने +ज्ञानवित्तिवेद्यो +ज्ञानविदः +ज्ञानविदां +ज्ञानविदो +ज्ञानविधिः +ज्ञानविधूतपाप्मा +ज्ञानविधौ +ज्ञानविरोधि +ज्ञानविरोधित्वं +ज्ञानविरोधित्वात् +ज्ञानविशेष +ज्ञानविशेषः +ज्ञानविशेषणम् +ज्ञानविशेषस्य +ज्ञानविशेषेण +ज्ञानविशेषो +ज्ञानविषय +ज्ञानविषयं +ज्ञानविषयः +ज्ञानविषयत्वं +ज्ञानविषययोः +ज्ञानविषयस्य +ज्ञानविषये +ज्ञानविषयो +ज्ञानवृद्धिः +ज्ञानवैराग्य +ज्ञानवैराग्ययोश्चैव +ज्ञानवैराग्यसंन्यासी +ज्ञानवैराग्ये +ज्ञानव्यतिरिक्तं +ज्ञानशक्ति +ज्ञानशक्तिं +ज्ञानशक्तिः +ज्ञानशक्तिबलैश्वर्यवीर्यतेजसां +ज्ञानशक्तिबलैश्वर्यवीर्यतेजांस्यशेषतः +ज्ञानशक्त्या +ज्ञानशब्दः +ज्ञानशब्दस्य +ज्ञानशब्देन +ज्ञानशास्त्रं +ज्ञानशून्ये +ज्ञानसंछिन्नसंशयम् +ज्ञानसंन्यासी +ज्ञानसंपन्नं +ज्ञानसंपन्नः +ज्ञानसङ्गेन +ज्ञानसद्भावे +ज्ञानसन्दुक +ज्ञानसन्दूक +ज्ञानसमकालमुक्तः +ज्ञानसमाधिना +ज्ञानसम्पन्नः +ज्ञानसम्पन्ना +ज्ञानसम्भवात् +ज्ञानसा +ज्ञानसागर +ज्ञानसागरः +ज्ञानसाधनं +ज्ञानसाधनत्वात् +ज्ञानसाधनत्वेन +ज्ञानसाधनमाह +ज्ञानसाधनम् +ज्ञानसाधनानां +ज्ञानसाधनानि +ज्ञानसाधने +ज्ञानसाधनेन +ज्ञानसाध्यं +ज्ञानसामान्य +ज्ञानसामान्ये +ज्ञानसारं +ज्ञानसारस्य +ज्ञानसिद्धये +ज्ञानसिद्धिः +ज्ञानसुखयोः +ज्ञानसे +ज्ञानस्मृती +ज्ञानस्य +ज्ञानस्या +ज्ञानस्यानन्त्यं +ज्ञानस्यानन्त्याज् +ज्ञानस्यापि +ज्ञानस्याभावो +ज्ञानस्याभेदिनो +ज्ञानस्येति +ज्ञानस्यैव +ज्ञानस्वरूप +ज्ञानस्वरूपं +ज्ञानस्वरूपः +ज्ञानस्वरूपम् +ज्ञानस्वरूपस्य +ज्ञानस्वरूपे +ज्ञानस्वरूपो +ज्ञानहानिः +ज्ञानहीनं +ज्ञानहीनश्च +ज्ञानहीनस्तु +ज्ञानहीना +ज्ञानहीनो +ज्ञानहेतवः +ज्ञानहेतुः +ज्ञानहेतुत्वात् +ज्ञानहेतुत्वे +ज्ञानहेतुत्वेन +ज्ञानह्रदे +ज्ञाना +ज्ञानां +ज्ञानांजनशलाकया +ज्ञानांशस्य +ज्ञानाकरणकं +ज्ञानाकार +ज्ञानाकारं +ज्ञानाकारता +ज्ञानाकारत्वम् +ज्ञानाकारत्वे +ज्ञानाकारस्य +ज्ञानाकारार्पणक्षमम् +ज्ञानाकारेण +ज्ञानाकारो +ज्ञानाग्नि +ज्ञानाग्निः +ज्ञानाग्निदग्धकर्माणं +ज्ञानाग्निदग्धाखिलपुण्यपापा +ज्ञानाग्निना +ज्ञानाग्नीति +ज्ञानाग्नौ +ज्ञानाङ्कुशेन +ज्ञानाचार +ज्ञानाच्च +ज्ञानाज्ञानकृतं +ज्ञानाज्ञानकृतानि +ज्ञानाज्ञानयोः +ज्ञानाज्ञानयोर्मध्यगः +ज्ञानाज्ञानाभ्यां +ज्ञानाज्ञाने +ज्ञानाञ्जनशलाकया +ज्ञानातिरिक्तं +ज्ञानात् +ज्ञानात्तु +ज्ञानात्परं +ज्ञानात्मक +ज्ञानात्मकं +ज्ञानात्मकः +ज्ञानात्मकम् +ज्ञानात्मकेन +ज्ञानात्मको +ज्ञानात्मने +ज्ञानात्मा +ज्ञानात्मानं +ज्ञानात्मिका +ज्ञानात्साम्यं +ज्ञानात्‌ +ज्ञानाद +ज्ञानादज्ञानतोऽपि +ज्ञानादपि +ज्ञानादयः +ज्ञानादयो +ज्ञानादि +ज्ञानादिकं +ज्ञानादिकमपि +ज्ञानादिति +ज्ञानादिना +ज्ञानादिषु +ज्ञानादीनां +ज्ञानादीनि +ज्ञानादूर्ध्वं +ज्ञानादृते +ज्ञानादेः +ज्ञानादेव +ज्ञानादौ +ज्ञानाद् +ज्ञानाद्यनध्यक्षं +ज्ञानाधार +ज्ञानाधिकारं +ज्ञानाधिकारः +ज्ञानाधिकारी +ज्ञानाधिकारे +ज्ञानाधिगमात् +ज्ञानाधिराजेन +ज्ञानानन्तरं +ज्ञानानन्तरमेव +ज्ञानानन्द +ज्ञानानन्दं +ज्ञानानां +ज्ञानानामिति +ज्ञानानामुत्तमं +ज्ञानानाम् +ज्ञानानि +ज्ञानानुपरिवर्ति +ज्ञानानुपाती +ज्ञानानुरूपं +ज्ञानान् +ज्ञानान्तरं +ज्ञानान्तरम् +ज्ञानान्तरस्य +ज्ञानान्तरेण +ज्ञानान्तरेषु +ज्ञानान्न +ज्ञानान्मोक्ष +ज्ञानान्मोक्षं +ज्ञानान्मोक्षः +ज्ञानान्मोक्षो +ज्ञानान्येतानि +ज्ञानापेक्षया +ज्ञानाभाव +ज्ञानाभावः +ज्ञानाभावस्य +ज्ञानाभावात् +ज्ञानाभावे +ज्ञानाभावेन +ज्ञानाभावो +ज्ञानाभ्यासे +ज्ञानाभ्यासेन +ज्ञानामृत +ज्ञानामृतं +ज्ञानामृतम् +ज्ञानामृतसारे +ज्ञानामृता +ज्ञानामृतेन +ज्ञानाय +ज्ञानायेति +ज्ञानायै +ज्ञानायैवेति +ज्ञानार्णव +ज्ञानार्णवं +ज्ञानार्णवे +ज्ञानार्थ +ज्ञानार्थं +ज्ञानार्थः +ज्ञानार्थत्वात् +ज्ञानार्थम् +ज्ञानार्थयोः +ज्ञानार्थस्य +ज्ञानार्था +ज्ञानार्थाः +ज्ञानार्थिना +ज्ञानार्थिनां +ज्ञानार्थी +ज्ञानार्थे +ज्ञानार्थो +ज्ञानालोकं +ज्ञानालोकः +ज्ञानावरणीयं +ज्ञानावस्थितचेतसः +ज्ञानासिना +ज्ञानि +ज्ञानित्वं +ज्ञानित्वे +ज्ञानिन +ज्ञानिनं +ज्ञानिनः +ज्ञानिनश्च +ज्ञानिनस्तत्त्वदर्शिनः +ज्ञानिनस्तु +ज्ञानिना +ज्ञानिनां +ज्ञानिनामपि +ज्ञानिनाम् +ज्ञानिनि +ज्ञानिनी +ज्ञानिने +ज्ञानिनो +ज्ञानिनोऽत्यर्थं +ज्ञानिनोऽत्यर्थमहं +ज्ञानिनोऽत्यर्थमहम् +ज्ञानिनोऽत्यर्थम् +ज्ञानिनोऽनृतवादिनः +ज्ञानिनोऽपि +ज्ञानिन् +ज्ञानिभिः +ज्ञानिभ्यः +ज्ञानिभ्यो +ज्ञानिभ्योऽपि +ज्ञानिमात्रस्य +ज्ञानियों +ज्ञानिलक्षणं +ज्ञानिषु +ज्ञानी +ज्ञानीका +ज्ञानीकी +ज्ञानीके +ज्ञानीको +ज्ञानीति +ज्ञाने +ज्ञानेंद्रियाणि +ज्ञानेच्छयोः +ज्ञानेच्छा +ज्ञानेच्छादीनां +ज्ञानेति +ज्ञानेन +ज्ञानेनाकाशकल्पेन +ज्ञानेनाज्ञानं +ज्ञानेनानेन +ज्ञानेनापि +ज्ञानेनेति +ज्ञानेनैकेन +ज्ञानेनैव +ज्ञानेन्द्रिय +ज्ञानेन्द्रियं +ज्ञानेन्द्रियपञ्चकं +ज्ञानेन्द्रियाणां +ज्ञानेन्द्रियाणि +ज्ञानेन्द्रियैः +ज्ञानेशस्य +ज्ञानेशो +ज्ञानेश्वर +ज्ञानेश्वरः +ज्ञानेश्वरकृत +ज्ञानेश्वरस्य +ज्ञानेश्वरी +ज्ञानेश्वरो +ज्ञानेषु +ज्ञानेष्वेतेषु +ज्ञानेऽपि +ज्ञानै +ज्ञानैकाकारतया +ज्ञानैकाकारम् +ज्ञानैर्बिभर्ति +ज्ञानैश्वर्यशक्तिबलवीर्यतेजोभिः +ज्ञानैश्वर्ये +ज्ञानो +ज्ञानों +ज्ञानोत्तरं +ज्ञानोत्पत्तये +ज्ञानोत्पत्तिः +ज्ञानोत्पत्तिकाले +ज्ञानोत्पत्तिद्वारेण +ज्ञानोत्पत्तिरिति +ज्ञानोत्पत्तिहेतुत्वेन +ज्ञानोत्पत्तेः +ज्ञानोत्पत्तौ +ज्ञानोत्पत्त्यनन्तरं +ज्ञानोदयः +ज्ञानोदयात् +ज्ञानोदये +ज्ञानोपदेशाय +ज्ञानोपयोगिनी +ज्ञानोपयोगिनीं +ज्ञानोपायो +ज्ञान् +ज्ञान्यपि +ज्ञान्यपेक्षया +ज्ञाप +ज्ञापक +ज्ञापकं +ज्ञापकः +ज्ञापकत्वं +ज्ञापकत्वात् +ज्ञापकत्वे +ज्ञापकत्वेन +ज्ञापकमिति +ज्ञापकमेव +ज्ञापकम् +ज्ञापकसिद्धं +ज्ञापकस्य +ज्ञापकहेतुः +ज्ञापकात् +ज्ञापकात्समासः +ज्ञापकादिति +ज्ञापकान्न +ज्ञापकाभावात् +ज्ञापकार्थम् +ज्ञापके +ज्ञापकेन +ज्ञापको +ज्ञापकौ +ज्ञापन +ज्ञापनं +ज्ञापनम् +ज्ञापना +ज्ञापनात् +ज्ञापनाय +ज्ञापनायाह +ज्ञापनार्थ +ज्ञापनार्थं +ज्ञापनार्थः +ज्ञापनार्थम् +ज्ञापनीयः +ज्ञापने +ज्ञापनेन +ज्ञापय +ज्ञापयति +ज्ञापयतीति +ज्ञापयतीत्यर्थः +ज्ञापयतु +ज्ञापयत्याचार्यः +ज्ञापयत्याचार्यो +ज्ञापयध्वं +ज्ञापयन् +ज्ञापयन्तः +ज्ञापयन्ति +ज्ञापयन्ती +ज्ञापयामास +ज्ञापयामि +ज्ञापयामीति +ज्ञापयिता +ज्ञापयितुं +ज्ञापयितुमत्र +ज्ञापयितुमाह +ज्ञापयितुमिति +ज्ञापयितुमित्यर्थः +ज्ञापयितुम् +ज्ञापयित्री +ज्ञापयित्वा +ज्ञापयिष्यति +ज्ञापयिष्यामि +ज्ञापयेत् +ज्ञापि +ज्ञापिका +ज्ञापित +ज्ञापितं +ज्ञापितः +ज्ञापितत्वात् +ज्ञापितमिति +ज्ञापितम् +ज्ञापितवान् +ज्ञापिता +ज्ञापिते +ज्ञापितेति +ज्ञापितो +ज्ञाप्य +ज्ञाप्यं +ज्ञाप्यत +ज्ञाप्यते +ज्ञाप्यन्ते +ज्ञाप्यमाने +ज्ञाप्यम् +ज्ञाप्ये +ज्ञाय +ज्ञायंते +ज्ञायत +ज्ञायतां +ज्ञायतामिति +ज्ञायताम् +ज्ञायते +ज्ञायतेऽनया +ज्ञायतेऽनेन +ज्ञायतेऽनेनेति +ज्ञायन्त +ज्ञायन्ते +ज्ञायमान +ज्ञायमानं +ज्ञायमानः +ज्ञायमानकरणे +ज्ञायमानतया +ज्ञायमानत्वात् +ज्ञायमानत्वेन +ज्ञायमानस्य +ज्ञायमानस्यैव +ज्ञायमाना +ज्ञायमाने +ज्ञायमानो +ज्ञायसे +ज्ञाया +ज्ञायां +ज्ञायि +ज्ञायेत +ज्ञायेते +ज्ञायेतेति +ज्ञायेरन् +ज्ञाला +ज्ञाव +ज्ञावा +ज्ञाश्रुस्मृदृशां +ज्ञासः +ज्ञासा +ज्ञास्य +ज्ञास्यति +ज्ञास्यतीति +ज्ञास्यते +ज्ञास्यथ +ज्ञास्यन्ति +ज्ञास्यसि +ज्ञास्यसीति +ज्ञास्यसे +ज्ञास्याम +ज्ञास्यामः +ज्ञास्यामहे +ज्ञास्यामि +ज्ञास्यामीति +ज्ञास्ये +ज्ञा॒तय॒ः +ज्ञि +ज्ञिका +ज्ञिक्यो +ज्ञीप्सति +ज्ञीप्सा +ज्ञीप्सायाम् +ज्ञीप्स्यमानः +ज्ञुः +ज्ञे +ज्ञेति +ज्ञेन +ज्ञेय +ज्ञेयं +ज्ञेयः +ज्ञेयकार्यरूपस्य +ज्ञेयञ्च +ज्ञेयतया +ज्ञेयता +ज्ञेयत्वं +ज्ञेयत्वात् +ज्ञेयत्वावचनाच्च +ज्ञेयत्वे +ज्ञेयत्वेन +ज्ञेयत्वेनेति +ज्ञेयपदार्थान् +ज्ञेयभेदनिरासः +ज्ञेयम +ज्ञेयमंशूदकं +ज्ञेयमतः +ज्ञेयमथ +ज्ञेयमपि +ज्ञेयममृतं +ज्ञेयमशुभं +ज्ञेयमसत्यस्य +ज्ञेयमस्माभिः +ज्ञेयमिति +ज्ञेयमित्यर्थः +ज्ञेयमित्यादि +ज्ञेयमित्याह +ज्ञेयमित्युक्तं +ज्ञेयमिदं +ज्ञेयमेव +ज्ञेयम् +ज्ञेयम्‌ +ज्ञेयरूपं +ज्ञेयवस्तु +ज्ञेयश्च +ज्ञेयस् +ज्ञेयस्तं +ज्ञेयस्तथा +ज्ञेयस्तु +ज्ञेयस्त्वक्पाको +ज्ञेयस्य +ज्ञेयस्यापि +ज्ञेया +ज्ञेयाः +ज्ञेयानां +ज्ञेयानि +ज्ञेयाभावे +ज्ञेयाभिन्नेन +ज्ञेयावरणं +ज्ञेयाश्च +ज्ञेयाश्चान्ये +ज्ञेयास्त +ज्ञेयास्तथा +ज्ञेयास्ता +ज्ञेयास्तु +ज्ञेयास्ते +ज्ञेये +ज्ञेयेति +ज्ञेयेन +ज्ञेयेषु +ज्ञेयो +ज्ञेयोपाधित्वस्य +ज्ञेयोऽत्र +ज्ञेयोऽधिजिह्वः +ज्ञेयोऽन्यो +ज्ञेयोऽपि +ज्ञेयोऽसि +ज्ञेयोऽसौ +ज्ञेयौ +ज्ञेव +ज्ञेषु +ज्ञैः +ज्ञो +ज्ञोऽत +ज्ञोऽविदर्थस्य +ज्ञोऽसि +ज्ञ् +ज्पा +ज्भौ +ज्मः +ज्मन् +ज्मन्न +ज्मा +ज्मो +ज्य +ज्यं +ज्यः +ज्यअ +ज्यका +ज्यच +ज्यत +ज्यते +ज्यन्ते +ज्यमानं +ज्यम् +ज्यय +ज्यया +ज्यया॑ +ज्ययुतौ +ज्यलं +ज्यवते +ज्यश्च +ज्यस्य +ज्या +ज्यां +ज्याः +ज्याअ +ज्याअं +ज्याअग्र +ज्याइ +ज्याउ +ज्याओं +ज्याक +ज्याका +ज्याकाः +ज्याकृष्टिबद्धखटकामुखपाणिपृष्ठ +ज्याके +ज्याकेज्यान +ज्याक्रां +ज्याक्षेत्र +ज्याखण्ड +ज्याखण्डानि +ज्याग +ज्यागुणवता +ज्याघ +ज्याघात +ज्याघातकठिनत्वचा +ज्याघातेन +ज्याघोषं +ज्याघोषः +ज्याच +ज्याचा +ज्याचापमध्ये +ज्याजि +ज्यातः +ज्यातलघोषेण +ज्यातलनिर्घोषं +ज्यातलस्वनः +ज्यात् +ज्याथ +ज्यादा +ज्यादादीयसः +ज्यादेशः +ज्यादेशे +ज्यादै +ज्याधं +ज्यान +ज्यानयनं +ज्यानां +ज्यानि +ज्यानिं +ज्यानिः +ज्याने +ज्यान्तरं +ज्यान्तरम् +ज्याप +ज्याप्र +ज्याप्रशे +ज्याभि +ज्याभिः +ज्याभिविना +ज्याम +ज्यामघः +ज्यामघस्य +ज्यामघो +ज्यामि +ज्यामिव +ज्यामुक्त +ज्याम् +ज्याय +ज्यायः +ज्यायनः +ज्यायलीलावती +ज्यायलीलावतीकण्ठाभरण +ज्यायश् +ज्यायस +ज्यायसः +ज्यायसा +ज्यायसां +ज्यायसि +ज्यायसी +ज्यायसीं +ज्यायसीति +ज्यायसे +ज्यायसो +ज्यायस् +ज्यायस्त्वं +ज्यायस्त्वपरायणत्वे +ज्यायस्त्वम् +ज्यायस्त्वात् +ज्यायस्त्वे +ज्यायस्यै +ज्याया +ज्यायां +ज्यायांश्च +ज्यायांसं +ज्यायांसः +ज्यायांसम् +ज्यायांसो +ज्यायाः +ज्यायाः॑ +ज्यायानन्तरिक्षाज्ज्यायान्दिवो +ज्यायानपि +ज्यायानाकाशः +ज्यायानाकाशात् +ज्यायानिति +ज्यायानेभ्यो +ज्यायान् +ज्यायान्पृथिव्या +ज्यायान्पृथिव्याः +ज्यायान्वा +ज्याया॑ +ज्याया॑न् +ज्याया॑न्वि॒श्वहा॑ +ज्यायाꣳसं +ज्याये +ज्यायो +ज्यायोऽकृत +ज्यायोऽक्राताम् +ज्यायोऽस्ति +ज्यायो॑ऽकृत +ज्यार +ज्यारवप्रतिरवेण +ज्यारवैः +ज्यारूप +ज्यारूपं +ज्यारेखा +ज्यार्थानि +ज्यार्ध +ज्यार्धं +ज्यार्धम् +ज्यार्धानि +ज्यालं +ज्यावर्गः +ज्यावि +ज्याशब्देन +ज्याशब्देनैव +ज्याश्च +ज्यासाधनम् +ज्यासाधने +ज्यास् +ज्यास्वनं +ज्यास्वनैः +ज्या॒का +ज्या॒काः +ज्युङ् +ज्यू +ज्यूरिच् +ज्ये +ज्येत +ज्येति +ज्येन +ज्येये +ज्येव +ज्येष्ट +ज्येष्टं +ज्येष्टः +ज्येष्टस्य +ज्येष्टा +ज्येष्टे +ज्येष्टो +ज्येष्ठ +ज्येष्ठं +ज्येष्ठं॑ +ज्येष्ठं॒ +ज्येष्ठः +ज्येष्ठः॑ +ज्येष्ठकनिष्ठाभ्यां +ज्येष्ठक्रमेण +ज्येष्ठता +ज्येष्ठतां +ज्येष्ठतातिं +ज्येष्ठतातिम् +ज्येष्ठत्वं +ज्येष्ठत्वात् +ज्येष्ठत्वेन +ज्येष्ठपत्नी +ज्येष्ठपत्न्या +ज्येष्ठपुत्त्रः +ज्येष्ठपुत्र +ज्येष्ठपुत्रं +ज्येष्ठपुत्रः +ज्येष्ठपुत्रस्य +ज्येष्ठपुत्राय +ज्येष्ठपुत्रे +ज्येष्ठपुत्रेण +ज्येष्ठपुत्रो +ज्येष्ठपुष्करे +ज्येष्ठभगिन्यां +ज्येष्ठभावाय +ज्येष्ठभ्रातरं +ज्येष्ठभ्रातरि +ज्येष्ठभ्राता +ज्येष्ठभ्रातुः +ज्येष्ठममर्त्यं +ज्येष्ठमासः +ज्येष्ठमासस्य +ज्येष्ठमासि +ज्येष्ठमासे +ज्येष्ठमिति +ज्येष्ठमुपासत +ज्येष्ठमुपासते +ज्येष्ठम् +ज्येष्ठया +ज्येष्ठयोः +ज्येष्ठराजं +ज्येष्ठशुक्लचतुर्दश्यां +ज्येष्ठश्च +ज्येष्ठश्चैव +ज्येष्ठसाम +ज्येष्ठसामग +ज्येष्ठसामगः +ज्येष्ठसामा +ज्येष्ठस् +ज्येष्ठस्तस्य +ज्येष्ठस्तु +ज्येष्ठस्थानं +ज्येष्ठस्थाने +ज्येष्ठस्य +ज्येष्ठस्यैव +ज्येष्ठा +ज्येष्ठां +ज्येष्ठांशं +ज्येष्ठाः +ज्येष्ठादि +ज्येष्ठाद्यं +ज्येष्ठानक्षत्रे +ज्येष्ठानां +ज्येष्ठानाम् +ज्येष्ठानि +ज्येष्ठानुराधा +ज्येष्ठान् +ज्येष्ठाभ्यां +ज्येष्ठामूलीय +ज्येष्ठामूले +ज्येष्ठाय +ज्येष्ठाया +ज्येष्ठायां +ज्येष्ठायाः +ज्येष्ठायाम् +ज्येष्ठायै +ज्येष्ठाषाढके +ज्येष्ठासु +ज्येष्ठी +ज्येष्ठे +ज्येष्ठेति +ज्येष्ठेन +ज्येष्ठेनैव +ज्येष्ठेभिः +ज्येष्ठेषु +ज्येष्ठे॑भिः +ज्येष्ठैः +ज्येष्ठो +ज्येष्ठोवाच +ज्येष्ठोऽपि +ज्येष्ठो॒ +ज्येष्ठौ +ज्येष्ठ्यां +ज्येष्ठ॑म् +ज्ये॒ष्ठं +ज्ये॒ष्ठः +ज्ये॒ष्ठाय॑ +ज्ये॒ष्ठाय॒ +ज्यै +ज्यैव +ज्यैष्ठ +ज्यैष्ठं +ज्यैष्ठः +ज्यैष्ठमासस्य +ज्यैष्ठमासे +ज्यैष्ठयं +ज्यैष्ठस्य +ज्यैष्ठिनेयः +ज्यैष्ठिनेयस्य +ज्यैष्ठी +ज्यैष्ठे +ज्यैष्ठ्यं +ज्यैष्ठ्यकामो +ज्यैष्ठ्यमाप्नोति +ज्यैष्ठ्यम् +ज्यैष्ठ्यां +ज्यैष्ठ्याय +ज्यैष्ठ्या॑य +ज्यैष्ठ्या॑य॒ +ज्यैष्ठ्ये +ज्यो +ज्यों +ज्योक +ज्योक् +ज्योक्च +ज्योक्च॒ +ज्योगपरुद्धः +ज्योगामयति +ज्योगामयावी +ज्योगेव +ज्योग् +ज्योग्जीवति +ज्योग्जीवन्त +ज्योग्जीवा +ज्योग्जीवेम +ज्योतते +ज्योति +ज्योतिः +ज्योतिःप्रकाशे +ज्योतिःशब्दः +ज्योतिःशब्दमिति +ज्योतिःशब्दस्य +ज्योतिःशब्देन +ज्योतिःशब्दो +ज्योतिःशास्त्र +ज्योतिःशास्त्रं +ज्योतिःशास्त्रप्रवर्तकाः +ज्योतिःशास्त्रमनेकभेदविषयं +ज्योतिःशास्त्रम् +ज्योतिःशास्त्रस्य +ज्योतिःशास्त्रे +ज्योतिःसागरे +ज्योतिःसारसंग्रहः +ज्योतिःस्वरूपं +ज्योतिःस्वरूपो +ज्योतिः॑ +ज्योतिः॒ +ज्योतिनिंबन्धः +ज्योतिप्रकारे +ज्योतिप्रकाशे +ज्योतिरग्निः +ज्योतिरग्निष्टोमः +ज्योतिरग्निष्टोमो +ज्योतिरग्रा +ज्योतिरजनयन्नृतावृधो +ज्योतिरजस्रं +ज्योतिरजायत +ज्योतिरतिरात्रः +ज्योतिरत्रेरिव +ज्योतिरधारयत् +ज्योतिरधिकरणम् +ज्योतिरपि +ज्योतिरभ्यन्तरे +ज्योतिरमृतं +ज्योतिरविदाम +ज्योतिरव्ययः +ज्योतिरव्ययम् +ज्योतिरशीमहि +ज्योतिरसि +ज्योतिरसीति +ज्योतिरस्ति +ज्योतिरस्तु +ज्योतिरस्य +ज्योतिरहं +ज्योतिरात्मा +ज्योतिराद्यधिष्ठानं +ज्योतिराद्यधिष्ठानाधिकरणम् +ज्योतिरापाम +ज्योतिरायुर्होपासतेऽमृतम् +ज्योतिरायुषः +ज्योतिराव +ज्योतिरिङ्गणः +ज्योतिरिति +ज्योतिरिन्दुः +ज्योतिरिव +ज्योतिरिवाधूमकः +ज्योतिरुक्थ्यः +ज्योतिरुच्यते +ज्योतिरुत्तमं +ज्योतिरुत्तममिति +ज्योतिरुत्तमम् +ज्योतिरुत्तरम् +ज्योतिरुत्पद्यते +ज्योतिरुदेति +ज्योतिरुपक्रमा +ज्योतिरुपसंपद्य +ज्योतिरुपसम्पद्य +ज्योतिरुपारराम +ज्योतिरूपं +ज्योतिरेकं +ज्योतिरेव +ज्योतिरोजो +ज्योतिरोमिति +ज्योतिर् +ज्योतिर्गणाः +ज्योतिर्गणानां +ज्योतिर्गमय +ज्योतिर्गमयेति +ज्योतिर्गौरायुः +ज्योतिर्गौरायुरतिरात्रः +ज्योतिर्गौरायुरिति +ज्योतिर्गौरायुर्गौरायुः +ज्योतिर्गौरायुस्त्र्यहः +ज्योतिर्गौरायुस्त्र्यहो +ज्योतिर्जनपद +ज्योतिर्जरायुः +ज्योतिर्जरायू +ज्योतिर्जुषतां +ज्योतिर्जुषतामाज्यम्विच्छिन्नं +ज्योतिर्जुषतामिति +ज्योतिर्जुषताम् +ज्योतिर्ज्ञानं +ज्योतिर्ज्योतिः +ज्योतिर्ज्योतिरग्निः +ज्योतिर्दर्शनात् +ज्योतिर्दीप्यते +ज्योतिर्दृश्यते +ज्योतिर्धामा +ज्योतिर्धामादयः +ज्योतिर्धारयति +ज्योतिर्न +ज्योतिर्निघन्धः +ज्योतिर्निचन्धः +ज्योतिर्निचाय्य +ज्योतिर्निबन्धः +ज्योतिर्निबन्धे +ज्योतिर्नियन्धः +ज्योतिर्निवन्धः +ज्योतिर्ब्रह्म +ज्योतिर्भवति +ज्योतिर्भवतीति +ज्योतिर्भा +ज्योतिर्भिः +ज्योतिर्भिरुद्यद्भिरिव +ज्योतिर्मण्डलं +ज्योतिर्मण्डलस्य +ज्योतिर्मय +ज्योतिर्मयं +ज्योतिर्मयः +ज्योतिर्मयी +ज्योतिर्मये +ज्योतिर्मयेन +ज्योतिर्मयो +ज्योतिर्मे +ज्योतिर्यच्छ +ज्योतिर्यच्छन्ति +ज्योतिर्यज्ञस्य +ज्योतिर्यस्य +ज्योतिर्यो +ज्योतिर्योगी +ज्योतिर्लिंग +ज्योतिर्लिंगं +ज्योतिर्लिंगानि +ज्योतिर्लिङ्गं +ज्योतिर्लिङ्गम् +ज्योतिर्लिङ्गरूपेण +ज्योतिर्लिङ्गानां +ज्योतिर्लिङ्गानाम् +ज्योतिर्लिङ्गानि +ज्योतिर्लिङ्गे +ज्योतिर्लिङ्गेषु +ज्योतिर्वचनः +ज्योतिर्वसिष्ठः +ज्योतिर्वा +ज्योतिर्वायौ +ज्योतिर्विद +ज्योतिर्विदं +ज्योतिर्विदः +ज्योतिर्विदा +ज्योतिर्विदां +ज्योतिर्विदाः +ज्योतिर्विदादिष्टे +ज्योतिर्विदाभरणे +ज्योतिर्विदो +ज्योतिर्विद् +ज्योतिर्विद्या +ज्योतिर्विद्‌ +ज्योतिर्विभाहि +ज्योतिर्विवरणे +ज्योतिर्वृणीत +ज्योतिर्वै +ज्योतिर्वैश्वानरं +ज्योतिर्हि +ज्योतिविदां +ज्योतिश् +ज्योतिश्च +ज्योतिश्चक्र +ज्योतिश्चक्रं +ज्योतिश्चक्रम् +ज्योतिश्चक्रस्य +ज्योतिश्चक्रे +ज्योतिश्चक्षुषा +ज्योतिश्चरणाभिधानात् +ज्योतिश्चापि +ज्योतिश्शास्त्रं +ज्योतिश्शास्त्रफलं +ज्योतिश्शास्त्रम् +ज्योतिश्शास्त्रस्य +ज्योतिश्शास्त्रे +ज्योतिष +ज्योतिषं +ज्योतिषः +ज्योतिषतत्त्वम् +ज्योतिषतत्त्वे +ज्योतिषमधीते +ज्योतिषमिति +ज्योतिषम् +ज्योतिषशास्त्र +ज्योतिषशास्त्रं +ज्योतिषशास्त्रम् +ज्योतिषशास्त्रस्य +ज्योतिषशास्त्रे +ज्योतिषश्च +ज्योतिषसिद्धान्ताः +ज्योतिषस् +ज्योतिषस्पतिम् +ज्योतिषस्पती +ज्योतिषस्य +ज्योतिषा +ज्योतिषां +ज्योतिषागात् +ज्योतिषागाद् +ज्योतिषाचार्य +ज्योतिषामपि +ज्योतिषामयनं +ज्योतिषामयनञ्चैव +ज्योतिषामवनतासु +ज्योतिषामिति +ज्योतिषामिव +ज्योतिषाम् +ज्योतिषावीत् +ज्योतिषास्ते +ज्योतिषाऽऽस्ते +ज्योतिषि +ज्योतिषिक +ज्योतिषिकः +ज्योतिषिकाः +ज्योतिषिको +ज्योतिषियों +ज्योतिषी +ज्योतिषे +ज्योतिषेति +ज्योतिषैव +ज्योतिषो +ज्योतिषोक्ते +ज्योतिषोक्तेषु +ज्योतिषोर्ध्वा +ज्योतिषोऽपि +ज्योतिष् +ज्योतिष्क +ज्योतिष्कं +ज्योतिष्कः +ज्योतिष्करणम् +ज्योतिष्कस्य +ज्योतिष्का +ज्योतिष्कृणोति +ज्योतिष्कृतं +ज्योतिष्कृत् +ज्योतिष्कृदसि +ज्योतिष्केण +ज्योतिष्को +ज्योतिष्टे +ज्योतिष्टो +ज्योतिष्टोम +ज्योतिष्टोमं +ज्योतिष्टोमः +ज्योतिष्टोमप्रकरणे +ज्योतिष्टोमम् +ज्योतिष्टोमवत् +ज्योतिष्टोमस्य +ज्योतिष्टोमस्यैव +ज्योतिष्टोमा +ज्योतिष्टोमादयः +ज्योतिष्टोमादि +ज्योतिष्टोमादिः +ज्योतिष्टोमादिकं +ज्योतिष्टोमादिषु +ज्योतिष्टोमादीनां +ज्योतिष्टोमादीनि +ज्योतिष्टोमादेः +ज्योतिष्टोमादौ +ज्योतिष्टोमाद् +ज्योतिष्टोमाधिकारे +ज्योतिष्टोमाध्वर्यवं +ज्योतिष्टोमे +ज्योतिष्टोमेन +ज्योतिष्टोमेनाग्निष्टोमेन +ज्योतिष्टोमेनाग्निष्टोमेनात्मनिष्क्रयणेन +ज्योतिष्टोमेनेति +ज्योतिष्टोमो +ज्योतिष्टोमोऽग्निष्टोमः +ज्योतिष्टोमोऽग्निष्टोमो +ज्योतिष्टोमोऽतिरात्रः +ज्योतिष्टोमोऽतिरात्रोऽषोडशिकः +ज्योतिष्ट्वं +ज्योतिष्ट्वम् +ज्योतिष्ट्वेन +ज्योतिष्पक्षा +ज्योतिष्पक्षां +ज्योतिष्पश्यन्त +ज्योतिष्प्रकाशे +ज्योतिष्प्रभः +ज्योतिष्म +ज्योतिष्मतः +ज्योतिष्मता +ज्योतिष्मति +ज्योतिष्मती +ज्योतिष्मतीं +ज्योतिष्मतीः +ज्योतिष्मतीञ्च +ज्योतिष्मतीमिति +ज्योतिष्मतीम् +ज्योतिष्मते +ज्योतिष्मतेऽष्टाकपालं +ज्योतिष्मतो +ज्योतिष्मत् +ज्योतिष्मत्यः +ज्योतिष्मत्या +ज्योतिष्मत्यां +ज्योतिष्मत्याः +ज्योतिष्मद् +ज्योतिष्मद्धेह्यजरं +ज्योतिष्मन्तं +ज्योतिष्मन्तः +ज्योतिष्मन्तम् +ज्योतिष्मन्तो +ज्योतिष्मानित्युपास्ते +ज्योतिष्मान् +ज्योतिष्मान्नाम +ज्योतिष्यम् +ज्योतिष्यापः +ज्योतिष्य् +ज्योतिस् +ज्योतिस्तत्त्वं +ज्योतिस्तत्त्वम् +ज्योतिस्तत्त्वे +ज्योतिस्तत्र +ज्योतिस्तद्यदात्मविदो +ज्योतिस्तेन +ज्योतिस्त्वं +ज्योति॑ +ज्योति॑ः +ज्योति॑रशीमहि +ज्योति॑रुत्त॒मम् +ज्योति॑रे॒व +ज्योति॑र्जरायू॒ +ज्योति॑र्यच्छ +ज्योति॑र॒न्तरि॑ख्षं॒ +ज्योति॑र॒मृतं॒ +ज्योति॑षः +ज्योति॑षा +ज्योति॑षां॒ +ज्योति॑षा॒ +ज्योति॑षि +ज्योति॑षे +ज्योति॑ष्मतः +ज्योति॑ष्मतीं॒ +ज्योति॑ष्मतीम् +ज्योति॑ष्मती॒ +ज्योति॑ष्मन्तं +ज्योति॑ष्मान् +ज्योति॒ +ज्योति॒ः +ज्योति॒रदा॑भ्यम् +ज्योति॒र्गौरायु॒रिति॑ +ज्योति॒र्यच्छ॒न्त्यज॑स्रम् +ज्योति॒र्वर्चः॒ +ज्योति॒र्वै +ज्योति॒ष्कृद॑सि +ज्योती +ज्योतीं +ज्योतींषि +ज्योतींषीति +ज्योतींषीव +ज्योतींष्यपि +ज्योतींष्युच्चावचानि +ज्योतींष्य् +ज्योतीं॑षि +ज्योतीम्̇षि +ज्योतीरथः +ज्योतीरथा +ज्योतीरूप +ज्योतीरूपं +ज्योतीरूपः +ज्योतीरूपमसौ +ज्योतीरूपा +ज्योतीरूपाय +ज्योतीरूपेण +ज्योतीरूपो +ज्योतीषि +ज्योतीꣳषि +ज्योतीꣳष्य् +ज्योते +ज्योत्पत्तिः +ज्योत्पत्तिकथने +ज्योत्पत्तौ +ज्योत्स्नया +ज्योत्स्नयेव +ज्योत्स्ना +ज्योत्स्नां +ज्योत्स्नाख्यायां +ज्योत्स्नातमिस्रा +ज्योत्स्नादिभ्य +ज्योत्स्नादुकूलममलं +ज्योत्स्नाभिः +ज्योत्स्नामिव +ज्योत्स्नाम् +ज्योत्स्नाया +ज्योत्स्नायां +ज्योत्स्नायाः +ज्योत्स्नायै +ज्योत्स्नावती +ज्योत्स्नी +ज्योत्स्नेति +ज्योत्स्नेव +ज्योत्स्नैव +ज्योत्स्रा +ज्योनि +ज्यो᳘तिः +ज्यो꣡तिः꣢ +ज्यो꣡तिः꣢꣯ +ज्यो꣯तिः +ज्यौ +ज्यौतिष +ज्यौतिषं +ज्यौतिषम् +ज्यौतिषवेदाङ्गम् +ज्यौतिषशास्त्रं +ज्यौतिषशास्त्रस्य +ज्यौतिषसिद्धान्तसंग्रहः +ज्यौतिषस्य +ज्यौतिषिक +ज्यौतिषिकः +ज्यौतिषिका +ज्यौतिषिकाः +ज्यौतिषे +ज्यौत्स्नः +ज्यौत्स्नी +ज्रयः +ज्रयः॑ +ज्रयति +ज्रयांसि +ज्रयां॑सि +ज्रयो +ज्रयो॒ +ज्रय॒ः +ज्रि +ज्रीं +ज्रौ +ज्व +ज्वर +ज्वरं +ज्वरः +ज्वरकोपे +ज्वरघ्नं +ज्वरघ्नी +ज्वरञ्च +ज्वरति +ज्वरत्वर +ज्वरत्वरस्रिव्यविमवामुपधायाश्च +ज्वरदाः +ज्वरदाहकृत् +ज्वरदाहवान् +ज्वरनाशके +ज्वरनाशनः +ज्वरनाशनम् +ज्वरनाशनाः +ज्वरनाशाय +ज्वरनाशित्वञ्च +ज्वरनिदानं +ज्वरनिदानम् +ज्वरनिदाने +ज्वरपीडा +ज्वरपीडितः +ज्वरपुरःसरान् +ज्वरपूर्वा +ज्वरभेदे +ज्वरमध्ये +ज्वरमपोहति +ज्वरमार्दवम् +ज्वरमाशु +ज्वरमुक्तस्य +ज्वरमुक्तो +ज्वरम् +ज्वरयति +ज्वरयत्यपि +ज्वरयन् +ज्वरशान्तये +ज्वरश् +ज्वरश्च +ज्वरस् +ज्वरस्तथा +ज्वरस्तीव्रः +ज्वरस्तु +ज्वरस्तृष्णा +ज्वरस्य +ज्वरहरं +ज्वरहरः +ज्वरहरीं +ज्वरा +ज्वरांश्च +ज्वराः +ज्वराणां +ज्वरातिसारयोरुक्तं +ज्वरातिसारशमनं +ज्वरातिसाराधिकारः +ज्वरातिसारो +ज्वरातिसारौ +ज्वरातीसार +ज्वरातीसारनाशनम् +ज्वरातुरः +ज्वरात् +ज्वरादयः +ज्वरादयो +ज्वरादि +ज्वरादिः +ज्वरादिचिकित्सा +ज्वरादिषु +ज्वरादीनां +ज्वरादीन् +ज्वरादौ +ज्वराद्या +ज्वराधिकारः +ज्वराधिकारे +ज्वरानपि +ज्वरान् +ज्वरान्तकः +ज्वरान्ते +ज्वरापहः +ज्वरापहम् +ज्वरापहा +ज्वरापहाः +ज्वरापहैः +ज्वराय +ज्वरार्ते +ज्वरावसरे +ज्वराश्च +ज्वरिणां +ज्वरिणो +ज्वरितं +ज्वरितः +ज्वरितस्य +ज्वरिता +ज्वरितानां +ज्वरिताय +ज्वरिते +ज्वरितो +ज्वरी +ज्वरे +ज्वरेण +ज्वरेषु +ज्वरेऽतिसारे +ज्वरैः +ज्वरो +ज्वरोत्सृष्टस्य +ज्वरोष्मा +ज्वरोऽयम् +ज्वरोऽरुचिः +ज्वरोऽष्टधा +ज्वरौ +ज्वर्यते +ज्वल +ज्वलं +ज्वलंतं +ज्वलंतमिव +ज्वलंती +ज्वलंतीं +ज्वलंतो +ज्वलः +ज्वलज्वल +ज्वलज्वालामालीने +ज्वलत +ज्वलतः +ज्वलता +ज्वलतां +ज्वलति +ज्वलतीति +ज्वलतीव +ज्वलतु +ज्वलते +ज्वलतो +ज्वलत् +ज्वलत्प्रभम् +ज्वलत्यपि +ज्वलत्सु +ज्वलदग्नि +ज्वलदग्निं +ज्वलदग्निशिखोपमः +ज्वलदग्निशिखोपमम् +ज्वलदग्निस्वरूपिणी +ज्वलदग्नौ +ज्वलदसि +ज्वलदिति +ज्वलद् +ज्वलद्भिः +ज्वलन +ज्वलनं +ज्वलनः +ज्वलनकपिशे +ज्वलनतपनवर्षणविद्योतनप्रातिहार्याणि +ज्वलनप्रभः +ज्वलनप्रभम् +ज्वलनमग्निं +ज्वलनम् +ज्वलनस्य +ज्वलना +ज्वलनाय +ज्वलने +ज्वलनेन +ज्वलनो +ज्वलनोपमम् +ज्वलन् +ज्वलन्त +ज्वलन्तं +ज्वलन्तः +ज्वलन्तमग्निमुत्सृज्य +ज्वलन्तमिव +ज्वलन्तमुद्धरति +ज्वलन्तम् +ज्वलन्ति +ज्वलन्ती +ज्वलन्तीं +ज्वलन्तीमिव +ज्वलन्तीम् +ज्वलन्तीव +ज्वलन्तो +ज्वलन्तौ +ज्वलन्त्यो +ज्वलन्नामसु +ज्वलन्निव +ज्वलन्मणिशिखाश्चैनं +ज्वलमानं +ज्वलम् +ज्वलयति +ज्वलयितुं +ज्वलयित्वा +ज्वलयेयुः +ज्वला +ज्वलादि +ज्वलादिः +ज्वलादित्वात् +ज्वलित +ज्वलितं +ज्वलितः +ज्वलितकुण्डलम् +ज्वलिततेजसम् +ज्वलितमिव +ज्वलितम् +ज्वलितशिखरे +ज्वलितस्य +ज्वलिता +ज्वलितां +ज्वलिताः +ज्वलितानना +ज्वलितानले +ज्वलितानि +ज्वलितामिव +ज्वलिति +ज्वलितिकसन्तेभ्यो +ज्वलितुं +ज्वलिते +ज्वलितेन +ज्वलितेषु +ज्वलितो +ज्वलित्वा +ज्वलिनी +ज्वा +ज्वार +ज्वारी +ज्वाल +ज्वालः +ज्वालनं +ज्वालय +ज्वालयति +ज्वालयन्ति +ज्वालया +ज्वालयामास +ज्वालयितुं +ज्वालयित्वा +ज्वालयेत् +ज्वालयेदग्निं +ज्वालयेद् +ज्वाला +ज्वालां +ज्वालाः +ज्वालाकुलं +ज्वालाग्रं +ज्वालानां +ज्वालाभिः +ज्वालाभिरिव +ज्वालामाला +ज्वालामालाकुलं +ज्वालामालातिभीषणम् +ज्वालामालासमाकुलम् +ज्वालामालिनि +ज्वालामालिनिका +ज्वालामालिनी +ज्वालामाली +ज्वालामुखं +ज्वालामुखि +ज्वालामुखी +ज्वालामुखे +ज्वालामुखो +ज्वालामुख्या +ज्वालामुख्याः +ज्वालाम् +ज्वालाया +ज्वालायां +ज्वालायाः +ज्वालारूपेण +ज्वालालक्षणं +ज्वालालक्षणेन +ज्वालावर्णो +ज्वालावलीभिः +ज्वालासमूहेन +ज्वालासु +ज्वालितः +ज्वालिनि +ज्वालिनी +ज्वालिन्यै +ज्वाले +ज्वालेति +ज्वालेन +ज्वालेव +ज्वालेश्वरं +ज्वाल्यते +ज्सौ +जॎ +ज॑गाम +ज॑गार +ज॑घन्थ॒ +ज॑घान +ज॑घ॒न्वाँ +ज॑ङ्घन्ति॒ +ज॑जान +ज॑ज्ञा॒नो +ज॑ज्ञिरे +ज॑ज्ञे +ज॑ज्ञे॒ +ज॑नयति +ज॑नयन्त +ज॑नये॒ +ज॑नास॒ +ज॑नि॒ता +ज॑भार +ज॑यति +ज॑यति॒ +ज॑यन्ति +ज॑यन्तु +ज॑येम +ज॑येम॒ +ज॑रते +ज॑रितॄ॒णाम् +ज॑रि॒ता +ज॑रि॒तुः +ज॑रि॒त्रे +ज॑रि॒मा +ज॑हातु +ज॑हि +ज॑हि॒ +ज॒गाम॑ +ज॒गा॒म॒ +ज॒गा॒र॒ +ज॒गृ॒भ्मा +ज॒ग्मुः +ज॒ग्मुः॒ +ज॒ग्मे +ज॒ग॒न्वान् +ज॒ग॒म्या॒त् +ज॒घन्थ॑ +ज॒घान॑ +ज॒घान॒ +ज॒घास॒ +ज॒घा॒न॒ +ज॒घ॒न्थ॒ +ज॒घ॒न्वाँ +ज॒घ॒न्वान् +ज॒जान॑ +ज॒जान॒ +ज॒जा॒न॒ +ज॒ज्ञ +ज॒ज्ञा॒नः +ज॒ज्ञा॒नम् +ज॒ज्ञा॒ना +ज॒ज्ञि॒रे॒ +ज॒ज्ञि॒षे॒ +ज॒ज्ञुः +ज॒ज्ञे +ज॒ज्ञे॒ +ज॒ठरं॑ +ज॒ठरे॑ +ज॒ठरे॑षु +ज॒ठरे॒ +ज॒ठर॑म् +ज॒ठर॒ +ज॒नया॒ +ज॒नय॑ +ज॒नय॑था +ज॒नय॑न् +ज॒नय॑न्त +ज॒नय॑न्तः +ज॒नय॑न्तीर॒ग्निम् +ज॒नय॑न्त॒ +ज॒नय॑न्दे॒व +ज॒नय॑न्न॒प्सु +ज॒ना॒सः॒ +ज॒नित्रं॑ +ज॒नित्रं॒ +ज॒नित्र॑म् +ज॒नि॒ता +ज॒नुषं॒ +ज॒नुषा॑ +ज॒नुषा॒ +ज॒न्तवः॑ +ज॒न्तव॑ः +ज॒न॒य॒न्त॒ +ज॒भार॑ +ज॒भा॒र॒ +ज॒मत्ऽअ॑ग्निना +ज॒मद॑ग्निना +ज॒मद॑ग्नेः +ज॒म्भय॒न्तोऽहिं॒ +ज॒युषा॑ +ज॒ये॒म॒ +ज॒य॒ति॒ +ज॒रय॑न्ती +ज॒रसं॑ +ज॒रसः॑ +ज॒रसा॒ +ज॒रसे॑ +ज॒रसे॒ +ज॒रा +ज॒रां +ज॒रायु॑ +ज॒रायु॑णा +ज॒रि॒तः॒ +ज॒रि॒ता +ज॒रि॒तारः॑ +ज॒रि॒तार॑म् +ज॒रि॒तुः +ज॒रि॒तृऽभ्यः॑ +ज॒रि॒त्रे +ज॒रि॒मा +ज॒र॒ते॒ +ज॒र॒न्ते॒ +ज॒ल्गु॒लः॒ +ज॒वं +ज॒वे +ज॒हि +ज॒हि॒ +ज॒ही +ज꣢न्ति꣣वि꣤श्वा꣥इ +ज꣣निता꣢ +झ +झं +झंझावाते +झः +झकार +झकारं +झकारः +झकारस्य +झकारो +झखारिया +झगड़ा +झगिति +झगित्येव +झङ्कार +झचिहे +झच् +झज्जर +झज्जरमण्डलम् +झझ +झञ्झा +झञ्झावातं +झञ्झावातः +झट +झटका +झटझटिति +झटति +झटा +झटि +झटिति +झटितीति +झटित्येव +झटित्येवावभासते +झट् +झडिति +झण +झणं +झणः +झण्टुं +झण्डे +झतं +झता +झति +झतुल्यं +झते +झत्ति +झद +झदस्य +झन +झने +झन् +झन्ति +झभञ् +झम +झमु +झम् +झम्पा +झम्पां +झय +झयः +झया +झयो +झय् +झर +झरः +झरना +झरने +झरनों +झरा +झरि +झरी +झरे +झरो +झर् +झर्छ +झर्झ +झर्झर +झर्झरः +झर्झरा +झर्झरिका +झर्झरी +झल +झलं +झलः +झलक +झलच +झलचः +झलन्तस्य +झलन्तस्याजन्तस्य +झला +झलां +झलाञ्जशोऽन्ते +झलाञ्जश् +झलादाविति +झलादि +झलादिः +झलादिर्विभक्तिस्तदन्ते +झलादी +झलादौ +झलि +झलिति +झलित्येव +झलीति +झलीत्येव +झलो +झलोः +झल् +झल्ग्रहणं +झल्ग्रहणेन +झल्युपोत्तमम् +झल्येत् +झल्लरी +झल्ला +झल्लिका +झल्लो +झवं +झवेरभाई +झश +झशां +झशि +झश् +झष +झषं +झषः +झषकेतनस्य +झषति +झषन्तस्य +झषवणिजौ +झषस्तथो +झषस्तथोः +झषस्तथोर्धोऽधः +झषस्य +झषा +झषाः +झषाणां +झषान् +झषे +झषो +झष् +झस्य +झस्यान्तादेशः +झह +झ़ +झा +झाँसी +झांसी +झाः +झाउ +झाकिर +झाटा +झाडने +झाडू +झाथ +झादेशस्यातो +झान +झानं +झानस्य +झाने +झानेन +झान्सी +झान्सीमण्डलम् +झान्सीराज्यं +झान्सीलक्ष्मीबायी +झाप +झापा +झापामण्डलम् +झाबुआ +झाबुआमण्डलम् +झारखण्ड +झारखण्डः +झारखण्डराज्यं +झारखण्डराज्यम् +झारखण्डराज्यसम्बद्धाः +झारखण्डराज्यस्य +झारखण्डराज्ये +झारखण्डे +झारसुगुडामण्डलम् +झारी +झार्झरः +झार्झरिकः +झार्धम् +झार्धानि +झाल +झालं +झाला +झालावाड +झालावाडमण्डलम् +झाली +झाले +झि +झिं +झिङ्गा +झिच् +झिण्टी +झिनुक +झिल +झिल्लि +झिल्लिका +झिल्लिकागणनादितम् +झिल्लिकायां +झिल्ली +झिल्लीना +झी +झील +झु +झुइ +झुक +झुका +झुकी +झुके +झुञ्झुनु +झुञ्झुनुमण्डलम् +झुण्ड +झुल +झू +झूंठ +झूठ +झूठा +झूठे +झूम +झूलते +झूलने +झूला +झूले +झॄ +झे +झें +झेः +झेड् +झेन +झेन् +झेप +झेयम् +झेर्जुसादेशः +झेर्जुसि +झेर्जुसिति +झेर्जुस् +झेल +झै +झो +झोन्त +झोपडा +झोऽन्त +झोऽन्तः +झौ +झ् +झ्न +झ्रीं +झ्रूं +झ्र् +झ्र्ऋग्वे +झ्र्किं +झ्र्कु +झ्र्तथा +झ्र्तै +झ्र्पा +झ्र्प्र +झ्र्बृ +झ्र्मी +झ्र्श्लो +ञ +ञं +ञः +ञकार +ञकारं +ञकारः +ञकारे +ञकारेण +ञकारो +ञखि +ञपि +ञप्रत्यये +ञमङणनम् +ञमङणनानां +ञमन्ताड्डः +ञमन्तात् +ञा +ञाञौ +ञाण +ञानमुद्रा +ञि +ञिः +ञिइन्धी +ञिक्ष्विदा +ञिठ +ञिठि +ञिठौ +ञिठ् +ञितः +ञितश्च +ञिति +ञितृषा +ञित् +ञित्त्वात् +ञित्त्वादाद्युदात्तः +ञित्त्वादाद्युदात्तत्वम् +ञित्त्वादुभयपदी +ञित्वरा +ञित्वादाद्युदात्तः +ञित्वादाद्युदात्तत्वम् +ञित्स्वरः +ञिदादौ +ञिधृषा +ञिफला +ञिभी +ञिमिदा +ञिला +ञिष्वप् +ञिष्विदा +ञी +ञीतः +ञीत् +ञुण् +ञू +ञे +ञेय्यं +ञो +ञौ +ञ् +ञ्च +ञ्चक्रे +ञ्चति +ञ्चरेत् +ञ्चात्र +ञ्चापि +ञ्चास्ति +ञ्चास्य +ञ्चाह +ञ्चि +ञ्चितम् +ञ्चित् +ञ्चे +ञ्चेति +ञ्चेत् +ञ्चैव +ञ्चो॒ +ञ्च् +ञ्ज +ञ्जनं +ञ्जनः +ञ्जनम् +ञ्जयः +ञ्जलिः +ञ्जीत +ञ्ज॒साय॑नी +ञ्ञ्णिति +ञ्ञ्णितीति +ञ्ञ्यः +ञ्णिति +ञ्नित्यादिर्नित्यम् +ञ्य +ञ्यः +ञ्यङः +ञ्यङ् +ञ्यन्तस्य +ञ्यन्तात् +ञ्यप्रत्ययः +ञ्यादयः +ञ्यादयस्तद्राजाः +ञ्युट् +ट +टं +टंकं +टंकण +टंकणं +टंकणम् +टंकणेन +टंकन +टंकित +टंडन +टः +टक +टकं +टकः +टकभाषया +टकम् +टकरा +टका +टकार +टकारं +टकारः +टकारस्य +टकारे +टकारेण +टकारो +टकासुर +टकि +टकितौ +टके +टकोष्ठादि +टक् +टक्कर +टक्प्रत्ययो +टक्षेप +टङ्क +टङ्कं +टङ्कः +टङ्कण +टङ्कणं +टङ्कणः +टङ्कणकं +टङ्कणञ्च +टङ्कणदोषः +टङ्कणम् +टङ्कणस्य +टङ्कणे +टङ्कणेन +टङ्कणेनैव +टङ्कमात्राणि +टङ्कयति +टङ्का +टङ्कार +टङ्कारकारिणी +टङ्कारी +टङ्किकायाः +टङ्ग +टङ्गणं +टङ्ग्स्टन् +टच +टचि +टच् +टच्प्रत्ययः +टच्प्रत्ययो +टजभावे +टजिति +टञ् +टट +टठ +टण्डन +टण्डन् +टत +टति +टतीयः +टतीया +टतीयाध्यायस्य +टन +टनं +टना +टन् +टप् +टप्पा +टप्रत्ययः +टप्रत्यये +टप्रत्ययो +टम +टम् +टयः +टयति +टयु +टर्मिनल् +टल +टलः +टलति +टव +टवर् +टवर्ग +टवर्गः +टवर्गस्य +टवर्गे +टवर्गेण +टस्य +टा +टां +टाः +टाइगर +टाइटेनियम् +टाइप +टाइम्स +टाइम्स् +टाईगर् +टाईम्स +टाईम्स् +टाउन् +टाउन्स् +टाए +टाक +टाकली +टाका +टाङसिङसामिनात्स्याः +टाङ्कं +टाटा +टादावचि +टादि +टादीनां +टादौ +टाध्यायः +टानां +टानि +टानौ +टान्तं +टाप +टापं +टापः +टापा +टापि +टापू +टापो +टापोऽपवादः +टाप् +टाबन्त +टाबन्तेन +टाबादयः +टाबादयो +टाबादिषु +टाबृचि +टाम +टाया +टायां +टार्मिनाल +टाल +टि +टिं +टिः +टिक +टिका +टिकी +टिकृ +टिक्कं +टिक्केन +टिग्रहणं +टिज्या +टिटिभ +टिट्टिभ +टिट्टिभं +टिट्टिभः +टिट्टिभी +टिट्टिभो +टिठन् +टिड्ढ +टिड्ढा +टिड्ढाणञ् +टिड्ढेति +टिण्ट +टित +टितं +टितः +टिति +टितो +टित् +टित्त्वात् +टित्त्वान्ङीप् +टित्वात् +टित्वान्ङीप् +टिन +टिन् +टिप्प +टिप्पणं +टिप्पणी +टिप्पणीं +टिप्पणीः +टिप्पणे +टिप्पण्यः +टिप्पण्या +टिप्पण्यां +टिप्पण्यादिभिः +टिप्पण्यामाहुः +टिप्पण्याम् +टिप्पनी +टिप्पु +टिप्पुसुल्तानः +टिप्पुसुल्तानस्य +टिप्पुसुल्तान् +टिप्स +टिबिया +टिबियायाः +टिबेट् +टिभिः +टिम्पैनिक +टिया +टिरि +टिलोप +टिलोपं +टिलोपः +टिलोपपक्षे +टिलोपश्च +टिलोपश्छान्दसः +टिलोपस्य +टिलोपात् +टिलोपाभावः +टिलोपाभावे +टिलोपे +टिलोपेन +टिलोपो +टिषच् +टिहरी +टिहरीगढवालमण्डलं +टिहरीगढवालमण्डलम् +टी +टीः +टीक +टीकते +टीकमगढ +टीकमगढमण्डलम् +टीकया +टीका +टीकां +टीकाः +टीकाएँ +टीकाओं +टीकाकार +टीकाकारः +टीकाकारस्य +टीकाकारा +टीकाकाराः +टीकाकारेण +टीकाकारेषु +टीकाकारैः +टीकाकारो +टीकाकृतः +टीकाकृता +टीकाकृतां +टीकाग्रन्थाः +टीकाद्वयं +टीकाद्वयसमेतम् +टीकाद्वयसहितम् +टीकान्तरम् +टीकाम् +टीकाया +टीकायां +टीकायाः +टीकायामप्येष +टीकायामेष +टीकायाम् +टीकायि +टीकालेखने +टीकासु +टीकाऽपि +टीकाऽस्ति +टीकु +टीकृ +टीके +टीकेति +टीकेयं +टीकेसहित +टीकोक्ते +टीटच् +टीटिभः +टीटीटी +टीडी +टीति +टीत् +टीपांस +टीपांसहित +टीपू +टीम +टीमों +टीवी +टु +टुं +टुः +टुओश्वि +टुकड़ा +टुकड़े +टुकडे +टुक् +टुक्षु +टुडे +टुत्वं +टुत्वम् +टुत्वेन +टुदु +टुनदि +टुना +टुनिशिया +टुप् +टुमस्जो +टुम् +टुयाचृ +टुवम +टुवेपृ +टू +टूं +टूट +टूटने +टूटी +टूटे +टूर +टूल +टूल्स् +टॅली +टे +टें +टेः +टेक +टेकते +टेकरी +टेको +टेक् +टेक्नालजि +टेक्नेसियम +टेक्नोलजी +टेक्नोलॉजी +टेक्सास् +टेक्स्ट +टेञ +टेट्राक्लोराइड् +टेढ़ा +टेढ़ी +टेढ़े +टेढा +टेढी +टेढे +टेण्यण् +टेन +टेनिस +टेनिस् +टेन्निस् +टेबल +टेबल् +टेम्पलेट +टेरकच् +टेरद्र्यञ्चतावप्रत्यये +टेरद्र्यञ्चतौ +टेरनुदात्तः +टेरा +टेरिति +टेरे +टेरेत्वं +टेरेत्वम् +टेरेत्वे +टेर्लोप +टेर्लोपः +टेर्लोपे +टेलर +टेलिफोन् +टेलिभिशन् +टेली +टेलोपः +टेश्च +टेषु +टेस्ट +टेस्टोस्टेरोन् +टेस्ट् +टेस्तिमोनिउम् +टेस्ला +टेि +टै +टैं +टैः +टैग +टैगर् +टैगिंग +टैङ्क् +टैटानियं +टैटानियम् +टैनिस +टैबशीर्ष +टैब् +टैम्स् +टॉकीझ +टॉड +टॉम +टॉमस +टॉमस् +टो +टोः +टोक +टोकरी +टोका +टोकियो +टोकु +टोक्यो +टोङ्क +टोङ्कमण्डलम् +टोना +टोनी +टोपे +टोप् +टोबैगो +टोर्वाल्ड्स +टौ +टौन् +ट् +ट्ट +ट्य +ट्यण् +ट्यम् +ट्या +ट्यानिन् +ट्यु +ट्युट्युलौ +ट्युप्रत्ययः +ट्युल् +ट्यूनिका +ट्यूब +ट्र +ट्रम्प +ट्रव्यं +ट्रस्ट +ट्रस्ट् +ट्रान्स्पोर्ट् +ट्रिनिटि +ट्रिलियन् +ट्री +ट्रु +ट्रूमन +ट्रॅम् +ट्रेड +ट्रेड् +ट्रेन +ट्रेन्टन् +ट्वल +ट्वा +ट्विंकल +ट्विटर +ट्वितोऽथुच् +ट्वित् +ट्वꣳ +टॎ +ठ +ठँ +ठं +ठंडा +ठंडी +ठंडे +ठंश्च +ठः +ठऄ +ठक +ठकः +ठकप्रत्ययो +ठकराल +ठकारं +ठकारः +ठकारस्य +ठकारेण +ठकि +ठको +ठकोऽधिकरणम् +ठकोऽपवादः +ठकोऽपवादौ +ठक् +ठक्कुरः +ठक्छसोश्च +ठक्छौ +ठक्ठञौ +ठक्प्रत्ययः +ठक्प्रत्ययो +ठक्‌ +ठग +ठगधिकार +ठगधिकारप्रकरणम् +ठगने +ठगादीनां +ठगायस्थानेभ्यः +ठगिति +ठगित्यर्थः +ठचि +ठच् +ठञ +ठञं +ठञः +ठञधिकारप्रकरणम् +ठञधिकारे +ठञपि +ठञा +ठञि +ठञिति +ठञेव +ठञो +ठञोऽपवादः +ठञ् +ठञ्च +ठञ्ञिठौ +ठञ्ञ् +ठञ्ञ्च +ठञ्ञ्ञ्ञिठयोः +ठञ्प्रत्ययो +ठञ्‌ +ठठ +ठठान्तं +ठठान्तिमम् +ठठान्तो +ठठेति +ठण +ठण् +ठण्डे +ठत +ठत् +ठद्देश्य +ठद्वयं +ठद्वयम् +ठनि +ठनौ +ठन् +ठन्प्रत्ययो +ठन्यतावशते +ठन्यतौ +ठम् +ठय +ठया +ठयाख्य +ठयाख्या +ठस +ठसे +ठस्य +ठस्येक +ठस्येकः +ठहर +ठहरता +ठहरते +ठहरना +ठहरने +ठहरा +ठहरे +ठा +ठाकर +ठाकरे +ठाकुर +ठाकुरः +ठाकूरः +ठाकूरस्य +ठाकोर +ठाजादावूर्ध्वं +ठाजादौ +ठाणा +ठाणे +ठाणेमण्डलम् +ठाप् +ठायप्रकरणम् +ठि +ठिआ +ठिक +ठिकाना +ठिकाने +ठिण्ठाकरालः +ठी +ठीक +ठु +ठुमरि +ठुस् +ठू +ठूलोपे +ठे +ठेंगड़ी +ठेकर +ठेङ्गड़ी +ठेन +ठै +ठो +ठोडी +ठ् +ठ्य +ठ्याख्या +ठ्‌ +ड +डं +डंकन +डः +डक +डका +डकार +डकारं +डकारः +डकारस्य +डकारे +डकारो +डकोटा +डग +डङ्कपुरम् +डङ्गरी +डच +डचभाषा +डचि +डच् +डच्प्रकरणे +डजबहुगणात् +डट +डटि +डटो +डटोऽपवादः 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+डिफ़ॉल्ट +डिफु +डिब्रुगढ +डिम +डिमः +डिमच् +डिमे +डिमो +डिम् +डिम्ब +डिम्बं +डिम्बः +डिम्बे +डिम्बो +डिम्बोकस्य +डिम्भ +डिम्भं +डिम्भः +डिम्भक +डिम्भकं +डिम्भकस्य +डिम्भको +डिम्भस्य +डिम्भा +डिम्भो +डियाच् +डियाजादेशः +डिश्यो +डिसम्बर् +डिसम्बुध्द्यो +डिसे +डिसेम्बर +डिसेम्बरमासस्य +डिसेम्बरमासे +डिसेम्बर् +डिसेम्बर्मासस्य +डिस्कवरी +डिस्ट्रिक्ट् +डी +डीं +डीः +डीए +डीङ +डीङ् +डीन +डीनं +डीनः +डीन् +डीप +डीपः +डीपि +डीपू +डीपो +डीप् +डीबिति +डीयते +डीषि +डीषिति +डीषु +डीषो +डीष् +डीष्प्रत्ययो +डीष्स्यात् +डु +डुः +डुकृञ् +डुक्रीञ् +डुङ्गरपुरमण्डलम् +डुङ्गरपुरम् +डुढौके +डुण्डिराजस्य +डुण्डुभ +डुण्डुभं +डुण्डुभः +डुतच् +डुदाञ् +डुधाञ् +डुपचष् +डुपच् +डुप्रकरणे +डुप्रत्ययः +डुभृञ् +डुमि +डुमिञ् +डुम्कामण्डलम् +डुम्सुन् +डुल +डुलच् +डुलभष् +डुली +डुवप् +डू +डूँह् +डूः +डूब +डूबी +डूबे +डूम् +डूि +डे +डें +डेः +डेक +डेक्कन् +डेटा +डेट्रएट +डेढ़ +डेन +डेनमार्क +डेनियल् +डेनिस +डेन्वर् +डेपयति +डेमोक्रेटिक +डेमोक्रेटिक् +डेरा +डेराम् +डेरिति +डेर्डेविल्स् +डेर्यः +डेला +डेलावेर् +डेली 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+ढांप +ढांपते +ढांपने +ढाई +ढाक +ढाका +ढात् +ढाल +ढालयेत् +ढि +ढिठाई +ढिनुक् +ढी +ढीङ्गरा +ढुं +ढुंढे +ढुण्ढिं +ढुण्ढे +ढू +ढूण्ढारी +ढूण्ढारीभाषा +ढून +ढूलोपे +ढृ +ढे +ढेंकानालमण्डलम् +ढेङ्कानले +ढेङ्किका +ढेर +ढेरी +ढो +ढोल +ढौ +ढौक +ढौकते +ढौकृ +ढ् +ढ्या +ढ्य् +ढ्रक् +ढ्रलोप +ढ्रलोपे +ढ्वजे +ण +णं +णः +णः॑ +णअरं +णअरादो +णअरे +णक +णकं +णकः +णकलशं +णकलशात्परिप्लुना +णकलशे +णकार +णकारं +णकारः +णकारस्य +णकारादेश +णकारादेशो +णकारीयति +णकारे +णकारेण +णकारो +णक्ष +णख +णखि +णच +णचः +णच् +णञ्च +णट +णढञौ +णत +णतः +णतया +णता +णति +णते +णतो +णत् +णत्थि +णत्व +णत्वं +णत्वञ्च +णत्वप्रतिषेधः +णत्वम +णत्वमपि +णत्वमिच्छन्ति +णत्वमिति +णत्वमित्यर्थः +णत्वमिष्यते +णत्वमेव +णत्वम् +णत्वविधौ +णत्वस्य +णत्वस्यकुर्वन्नास्ते +णत्वात् +णत्वाभावः +णत्वे +णत्वेन +णथ्थि +णद +णद्धि +णद्वये +णन +णनि +णन्ति +णन्तु +णन्दगोववुत्ते +णन्दगोवष्ष +णन्दगोवीए +णप्रत्यय +णप्रत्ययः +णप्रत्यये +णप्रत्ययो +णफिञौ +णभ +णभूषणे +णम +णमपि +णमस्ति +णमह +णमाह +णमि +णमिति +णमित्यर्थः +णमु +णमुल +णमुलन्तम् +णमुलि +णमुलू +णमुलौ +णमुल् +णमुल्कमुलौ +णमुल्च +णमुल्परे +णमुल्प्रत्ययः +णमुल्प्रत्ययो +णमुल्‌ +णमेव +णमो +णम् +णय +णयत +णयति +णयतौ +णयन्ति +णया +णयामि +णयोः +णरामः +णर् +णल +णलः +णलतुसुस्थलथुसणल्वमाः +णलादय +णलादयः +णलादयो +णलादेशः +णलि +णलुत्तमो +णल् +णळिणिए +णव +णवं +णवः +णवर +णवरं +णवरि +णवि +णश +णश्च +णस +णस् +णस्कृधि +णस्तु +णस्थि +णस्य +णस्यां +णस्यापवादः +णह +णहि +णहु +णा +णां +णाः +णाए +णाञ्च +णाति +णात् +णादयो +णादि +णादिः +णादिकं +णादिकोषः +णादिति +णादिवृत्तिः +णादीनां +णादौ +णाध +णाधृ +णानां +णानि +णानुबन्धवत् +णानेन +णान् +णान्तं +णान्तरं +णान्तरे +णान्वयः +णापि +णाभावात् +णाभावे +णाभ्यां +णाम +णामं +णामः +णामपि +णामि +णामिति +णामे +णामेण +णामेव +णाम् +णाय +णाया +णायां +णायाः +णार्थ +णार्थं +णार्थः +णार्थम् +णार्थे +णार्ড়् +णावच +णाविति +णाविष्टवत् +णाविष्ठवत् +णाविष्ठवत्प्रातिपदिकस्य +णाविष्ठवद्भावे +णासृ +णास्तु +णाह +णाहं +णाहस्स +णाहो +णा꣢꣯ति꣣श꣤त्रू꣥न् +णि +णिं +णिः +णिअ +णिउणिए +णिउत्तो +णिओअं +णिओओ +णिक +णिकः +णिका +णिकारं +णिकि +णिक् +णिक्कम +णिक्खित्तो +णिक्खिविअ +णिक्ष +णिग्गदा +णिग्गदो +णिङभावपक्षे +णिङभावे +णिङ् +णिच +णिचं +णिचः +णिचश्च +णिचा +णिचि +णिचो +णिचौ +णिच् +णिच्च +णिच्चं +णिच्चल +णिच्स्वरः +णिज +णिजधिक +णिजन्त +णिजन्तः +णिजन्तवत् +णिजन्तस्य +णिजन्तात् +णिजन्तात्तु +णिजन्ताश्च +णिजन्ते +णिजन्तो +णिजभावपक्षे +णिजभावे +णिजर्थो +णिजां +णिजि +णिजिति +णिजिर् +णिज् +णित +णितं +णितः +णितव्या +णिता +णितानि +णिति +णित् +णित्त्वस्य +णित्त्वात् +णित्त्वादुपधावृद्धिः +णित्त्वाद्वृद्धिः +णित्त्वे +णित्रन् +णित्वात् +णिदि +णिदिति +णिदृ +णिद् +णिद्दं +णिद्वत्वे +णिनां +णिनि +णिनिः +णिनिना +णिनिप्रत्ययः +णिनिस्ताच्छील्ये +णिनेः +णिनौ +णिन् +णिन्प्रत्ययेन +णिप्रत्ययान्ताः +णिब्बन्धो +णिमज्जइ +णिमित्तं +णिरासो +णिल +णिलुक् +णिलुक्च +णिलोप +णिलोपः +णिलोपश्च +णिलोपस्तु +णिलोपस्य +णिलोपस्यावकाशः +णिलोपे +णिलोपो +णिव +णिवि +णिवेदइस्सं +णिवेदेमि +णिवेदेहि +णिवेसिअं +णिश +णिश्रि +णिश्रिद्रुस्रुभ्यः +णिसण्णा +णिसा +णिसि +णिस्ंुल +णिही +णिहुअं +णि꣡नाः꣢ +णि꣡ना꣢णि꣡नाः꣢ +णी +णीं +णीः +णीअदि +णीआदेहि +णीञ् +णीति +णीत्यर्थः +णीम् +णीय +णीयं +णीयः +णीयते +णीयप्रत्ययेन +णीयमिति +णीयम् +णीया +णीयाः +णीये +णील +णीव +णु +णुः +णुट् +णुद +णुदतां +णुदते +णुदस्व +णुदा +णुदे +णु॑दते॒ +णु॑दा +णू +णूणं +णूर्ण +णे +णेः +णेच्छदि +णेच्छामि +णेण +णेति +णेत्यर्थः +णेदं +णेदृ +णेन +णेनैव +णेभ्यो +णेरणौ +णेरध्ययने +णेरनिटि +णेरनिटीति +णेरयादेशः +णेरयादेशो +णेरिति +णेरित्नुच् +णेर्लुक् +णेर्लोपः +णेर्लोपो +णेर्विभाषा +णेर्हरो +णेव +णेश्छन्दसि +णेषु +णेषृ +णेऽपा +णेऽपि +णेऽम्भसः +णै +णैः +णैव +णैश्च +णो +णों +णोः +णोक्ते +णोति +णोन +णोनुमः +णोनुमो +णोपदेश +णोपदेशः +णोपदेशस्य +णोपदेशा +णोपदेशाः +णोमालिआ +णोऽपि +णोऽस्ति +णो॑ +णो॑नुमः +णो॒ +णौ +ण् +ण्क +ण्ट +ण्टः +ण्ड +ण्डं +ण्डः +ण्डनम् +ण्डलं +ण्डलम् +ण्डले +ण्डव्याख्याने +ण्डशेषः +ण्डश्च +ण्डस्य +ण्डा +ण्डात् +ण्डानि +ण्डि +ण्डिका +ण्डिता +ण्डी +ण्डु +ण्डे +ण्डेयपुराणे +ण्डेये +ण्डो +ण्ण +ण्णा +ण्णेदं +ण्य +ण्यं +ण्यः +ण्यक्षत्रिय +ण्यक्षत्रियार्ष +ण्यक्षत्रियार्षञितो +ण्यण् +ण्यतः +ण्यति +ण्यतो +ण्यतोऽपवादः +ण्यत् +ण्यत्प्रकरणे +ण्यत्प्रत्ययः +ण्यत्प्रत्ययो +ण्यदेव +ण्यन्त +ण्यन्तः +ण्यन्तकः +ण्यन्तप्रक्रिया +ण्यन्तस्य +ण्यन्ताः +ण्यन्ताण्णौ +ण्यन्तात् +ण्यन्तात्कर्मणि +ण्यन्तादात्मनेपदं +ण्यन्ताद् +ण्यन्तानां +ण्यन्तानिष्ठा +ण्यन्तान्निष्ठा +ण्यन्ताल्लटः +ण्यन्तावस्था +ण्यन्ते +ण्यन्तेभ्यः +ण्यन्तेऽपि +ण्यन्तो +ण्यपि +ण्यप्रत्ययः +ण्यप्रत्यये +ण्यप्रत्ययो +ण्यम् +ण्यर्थः +ण्यर्थश्च +ण्यर्थे +ण्यर्थो +ण्यश्चार्णवौ +ण्यस्य +ण्या +ण्यां +ण्याः +ण्यात् +ण्यानि +ण्याम् +ण्यास +ण्यासश्रन्थो +ण्युट् +ण्ये +ण्येन +ण्येव +ण्यै +ण्यो +ण्य् +ण्व +ण्वल् +ण्वि +ण्विः +ण्विन् +ण्विप्रत्ययः +ण्वु +ण्वुच् +ण्वुल +ण्वुलः +ण्वुला +ण्वुलि +ण्वुलैव +ण्वुलौ +ण्वुल् +ण्वुल्तृचौ +ण॑ +ण॑ः +ण॑यन्ति +ण॑यामि +ण॒ +ण॒ः +त +तँ +तं +तंग +तंगूर्धया +तंच +तंडुल +तंडुलं +तंडुलाः +तंडुलानां +तंडुलान् +तंडुलैः +तंत +तंतं +तंतम् +तंतवः +तंतु +तंतुना +तंतूनां +तंतेमदं +तंतो +तंत् +तंत्र +तंत्रं +तंत्रज्ञ +तंत्रज्ञः +तंत्रम् +तंत्रांतरे +तंत्रिका +तंत्रिकाः +तंत्रिकाकोशिका +तंत्रिकाकोशिकानां +तंत्रिकातन्तुः +तंत्रिकातन्तुनां +तंत्रिकातन्त्रं +तंत्रिकातन्त्रस्य +तंत्रिकाद्वारा +तंत्रिकानां +तंत्रिकाभिः +तंत्रिकायाः +तंत्रे +तंत्वाधर्ता +तंथ +तंथा +तंदा +तंदुरोष +तंदुरोषम् +तंन +तंप्रति +तंव +तंवोदस्म +तंस +तंसयति +तंसयेथे +तंसु +तंसुः +तंहि +तं꣡ +तं꣢ +तः +तइ +तइआ +तइति +तई +तईः +तईि +तए +तएव +तक +तकं +तकः +तकति +तकत् +तकनीकी +तकन् +तकम् +तकवानस्य +तकवे +तकस्य +तका +तकार +तकारं +तकारः +तकारथकारयोः +तकारलोपः +तकारलोपश्छान्दसः +तकारलोपे +तकारलोपो +तकारश्च +तकारस्य +तकारादकारस्य +तकारादि +तकारादेश +तकारादौ +तकारान्त +तकारान्तः +तकारान्तप्रकरणम् +तकारान्ते +तकारे +तकारेण +तकारो +तकारौ +तकि +तकिं +तकी +तकृत +तके +तकें +तकेमि +तकैः +तको +तक् +तक्क +तक्कि +तक्केमि +तक्को +तक्कोलं +तक्खणं +तक्तः +तक्ता +तक्म +तक्मने +तक्मन् +तक्मा +तक्मानं +तक्यम् +तक्र +तक्रँ +तक्रं +तक्रकूर्चिका +तक्रञ्च +तक्रदग्धाः +तक्रदानं +तक्रभक्तं +तक्रभेदे +तक्रमादिशेत् +तक्रमामं +तक्रमाहुः +तक्रमेव +तक्रम् +तक्रसेवी +तक्रस्य +तक्राणां +तक्राणि +तक्रे +तक्रेण +तक्रौदनं +तक्ववीये +तक्वा +तक्ष +तक्षं +तक्षः +तक्षक +तक्षकं +तक्षकः +तक्षकम् +तक्षकश्च +तक्षकस्य +तक्षका +तक्षकाः +तक्षकात् +तक्षकाद्रक्षितुं +तक्षकाय +तक्षकायेत्युक्तम् +तक्षके +तक्षकेण +तक्षकेणापि +तक्षको +तक्षकोपरि +तक्षण +तक्षणं +तक्षणम् +तक्षणात् +तक्षणे +तक्षणेन +तक्षत +तक्षति +तक्षतिः +तक्षती +तक्षतीति +तक्षत् +तक्षत्येकपदी +तक्षथ +तक्षथुः +तक्षद्यदी +तक्षद्वज्रं +तक्षन् +तक्षन्ति +तक्षन्तीति +तक्षन्नलोपश्च +तक्षभ्यो +तक्षम् +तक्षवन्तौ +तक्षशिला +तक्षशिलां +तक्षशिलाया +तक्षशिलायां +तक्षशिलाविश्वविद्यालयः +तक्षा +तक्षाणं +तक्षाणम् +तक्षु +तक्षुः +तक्षू +तक्षोभयथा +तक्षोवाच +तक्ष् +तक्ष्ण +तक्ष्णः +तक्ष्णा +तक्ष्णां +तक्ष्णुवन्ति +तक्ष्णुहि +तक्ष्णे +तक्ष्णो +तक्ष्णोति +तक्ष्या +तक्ष॑ति +तक्ष॑त् +तक्ष॑थ +तक्ष॑न् +तक्ष॒द्वज्रं॒ +तख +तखा +तखैमै +तखैव +तख्य +तग +तगण +तगणः +तगणौ +तगर +तगरं +तगरः +तगरपादिकम् +तगरपुष्पम् +तगरपुष्पे +तगरम् +तगरवृक्षे +तगरस्य +तगरे +तगरेण +तगरोशीरेण +तगि +तगौ +तघा +तङ +तङानावात्मनेपदम् +तङि +तङिति +तङ् +तङ्क +तङ्कति +तङ्के +तङ्ग +तङ्गतं +तच +तचह +तचा +तचापि +तचाह +तचि +तचिन्त्यम् +तचिहं +तचिहे +तचूर्ण +तचे +तचेति +तचेदं +तचैव +तच् +तच्च +तच्चकार +तच्चक्र +तच्चक्रं +तच्चक्रे +तच्चक्षुः +तच्चक्षुरिति +तच्चक्षुर्देव +तच्चक्षुर्देवहितं +तच्चक्षुषा +तच्चक्षु॑र्दे॒वहि॑तं +तच्चतु +तच्चतुरंशे +तच्चतुर्गुणमुच्यते +तच्चतुर्गुणम् +तच्चतुर्थं +तच्चतुर्थम् +तच्चतुर्दशवर्णाढ्यं +तच्चतुर्धा +तच्चतुर्युगम् +तच्चतुर्विधं +तच्चतुर्विधम् +तच्चतुर्व्विधं +तच्चतुष्कं +तच्चतुष्टयं +तच्चतुष्टयम् +तच्चरणं +तच्चरणकमलमधुपो +तच्चरणयोः +तच्चरणोदकम् +तच्चरणौ +तच्चरति +तच्चरतीति +तच्चरसंज्ञमुक्तम् +तच्चरितं +तच्चरित्रं +तच्चरेत् +तच्चर्म +तच्चलमल्पकं +तच्चलम् +तच्चा +तच्चाकर्ण्य +तच्चाग्रे +तच्चात्मने +तच्चात्र +तच्चानिष्टम् +तच्चानुमानं +तच्चान्तःकरणं +तच्चान्तरेण +तच्चापं +तच्चापि +तच्चाप्रसिद्धम् +तच्चायुक्त +तच्चायुक्तं +तच्चायुक्तम् +तच्चारु +तच्चावश्यं +तच्चावश्यमनभिधानमाश्रयितव्यम् +तच्चासि +तच्चास्ति +तच्चास्त्येव +तच्चास्य +तच्चाह +तच्चाहं +तच्चि +तच्चिकित्सा +तच्चिकित्स्यं +तच्चिकीर्षा +तच्चिकेत +तच्चित्तं +तच्चित्तगूढः +तच्चित्तत्त्वमुपास्महे +तच्चित्ते +तच्चित्तेन +तच्चित्तो +तच्चित्रं +तच्चिद्ब्रह्मास्मि +तच्चिन्तनं +तच्चिन्तया +तच्चिन्तयामि +तच्चिन्ता +तच्चिन्तितं +तच्चिन्त्यं +तच्चिन्त्यम् +तच्चिह्नं +तच्चिह्नानि +तच्चि॑केत +तच्चीर्णं +तच्चूर्णं +तच्चूर्णे +तच्चे +तच्चेतनं +तच्चेतसा +तच्चेतसि +तच्चेति +तच्चेतो +तच्चेतोऽपि +तच्चेत् +तच्चेत्त्वं +तच्चेत्यादि +तच्चेत्यादिना +तच्चेदं +तच्चेद् +तच्चेन्न +तच्चेन्नास्ति +तच्चेन्निवेदितं +तच्चेष्टया +तच्चेष्टा +तच्चेष्टितं +तच्चेह +तच्चैकं +तच्चैतत् +तच्चैतन्यं +तच्चैत्यं +तच्चैनां +तच्चैव +तच्चैवं +तच्चैवम् +तच्चो +तच्चोक्त +तच्चोक्तं +तच्चोक्तम् +तच्चोत्तरोत्तरम् +तच्चोदकेषु +तच्चोदनया +तच्चोभयं +तच्चोष्यमिति +तच्छ +तच्छØतेः +तच्छं +तच्छंयोरावृणीमहे +तच्छंयोरिति +तच्छकेयं +तच्छकेयम् +तच्छक्तिं +तच्छक्तिः +तच्छक्तिमात्रानतं +तच्छक्तिसंरोधं +तच्छक्त्या +तच्छक्यं +तच्छङ्कया +तच्छङ्किनः +तच्छङ्कुं +तच्छतं +तच्छतगुणः +तच्छत्रं +तच्छत्वा +तच्छनैः +तच्छन्द +तच्छन्दः +तच्छन्दसां +तच्छन्दस्य +तच्छन्देन +तच्छन्दो +तच्छब्द +तच्छब्दं +तच्छब्दः +तच्छब्दप्रयोगः +तच्छब्दश्रुतेः +तच्छब्दश्रुतेर्यच्छब्दाध्याहारः +तच्छब्दस्य +तच्छब्दा +तच्छब्दात् +तच्छब्दानां +तच्छब्दार्थ +तच्छब्दार्थः +तच्छब्दार्थस्य +तच्छब्दे +तच्छब्देन +तच्छब्दो +तच्छब्दोऽत्र +तच्छमनोपायाश्च +तच्छमयति +तच्छरणं +तच्छरीर +तच्छरीरं +तच्छरीरम् +तच्छरीरसमुत्पन्नैः +तच्छरीरस्य +तच्छरीरे +तच्छरीरेण +तच्छलाका +तच्छवं +तच्छस्त्रं +तच्छा +तच्छात्रे +तच्छान्तं +तच्छान्तये +तच्छान्तिं +तच्छान्तौ +तच्छान्त्यर्थं +तच्छान्त्यै +तच्छाम्भवं +तच्छाया +तच्छायां +तच्छायातः +तच्छायापत्त्या +तच्छासनं +तच्छास्त्रं +तच्छास्त्रमभिधीयते +तच्छास्त्रम् +तच्छास्त्रैर्विप्रतिषिद्धम् +तच्छिखायां +तच्छिखोदयम् +तच्छित्त्वा +तच्छिदुरमेखलागुणं +तच्छिद्रं +तच्छिद्रेषु +तच्छिन्नं +तच्छिर +तच्छिरः +तच्छिरश्चन्द्रपादैः +तच्छिरसा +तच्छिरसि +तच्छिरो +तच्छिलाजतु +तच्छिल्पं +तच्छिल्पम् +तच्छिवं +तच्छिवः +तच्छिवाय +तच्छिष्टं +तच्छिष्टेन +तच्छिष्य +तच्छिष्यं +तच्छिष्यः +तच्छिष्यतां +तच्छिष्यते +तच्छिष्या +तच्छिष्येण +तच्छिष्यैः +तच्छिष्यो +तच्छी +तच्छीघ्र +तच्छीघ्रं +तच्छीतं +तच्छीर्षं +तच्छील +तच्छीलं +तच्छीलः +तच्छीलमस्य +तच्छीला +तच्छीलाः +तच्छीलादि +तच्छीलादिषु +तच्छीलादिष्वित्यर्थः +तच्छीले +तच्छीलो +तच्छु +तच्छुक्तमभिधीयते +तच्छुक्रं +तच्छुक्रमश्मरी +तच्छुक्लं +तच्छुचि +तच्छुणु +तच्छुतेः +तच्छुत्वा +तच्छुत्वैव +तच्छुद्धं +तच्छुभं +तच्छुभम् +तच्छुभ्रं +तच्छुल्बं +तच्छुशुभे +तच्छुष्कं +तच्छुष्यति +तच्छूणु +तच्छूतेः +तच्छूत्वा +तच्छून्यं +तच्छून्ये +तच्छूलं +तच्छृणु +तच्छृणुत +तच्छृणुध्वं +तच्छृणुष्व +तच्छृण्वन्तु +तच्छृण्विति +तच्छृण्वित्यर्थः +तच्छृत्वा +तच्छे +तच्छेदः +तच्छेदनं +तच्छेदने +तच्छेष +तच्छेषं +तच्छेषः +तच्छेषके +तच्छेषतया +तच्छेषत्वेन +तच्छेषे +तच्छेषेण +तच्छेषेणैव +तच्छेषो +तच्छोणितार्बुदम् +तच्छोधनं +तच्छौचं +तच्छ्रत्वा +तच्छ्रवणादेव +तच्छ्रवणे +तच्छ्रवणेन +तच्छ्राद्धं +तच्छ्रियं +तच्छ्रु +तच्छ्रुणु +तच्छ्रुतं +तच्छ्रुतम् +तच्छ्रुतेः +तच्छ्रुतेरात्मनि +तच्छ्रुत्वा +तच्छ्रुत्वाहं +तच्छ्रुत्वैव +तच्छ्रुत्वोवाच +तच्छ्रूयतां +तच्छ्रूयताम् +तच्छ्रेयो +तच्छ्रेष्ठं +तच्छ्रेष्ठासङ्ग +तच्छ्रोतव्यं +तच्छ्रोत्रं +तज +तजं +तजः +तजइ +तजन्म +तजन्य +तजन्या +तजलं +तजा +तजि +तजौ +तज् +तज्ज +तज्जं +तज्जः +तज्जगति +तज्जगत् +तज्जगाम +तज्जघन्याम् +तज्जठरे +तज्जत्वात् +तज्जनकं +तज्जनकतया +तज्जनकत्वं +तज्जनकस्य +तज्जनके +तज्जनको +तज्जननी +तज्जनने +तज्जनन्या +तज्जनाः +तज्जनान्तिकम् +तज्जनितं +तज्जनितः +तज्जनितम् +तज्जनितस्य +तज्जनिता +तज्जनितेन +तज्जन्म +तज्जन्मदिनं +तज्जन्मनि +तज्जन्मवर्णनम् +तज्जन्मा +तज्जन्य +तज्जन्यं +तज्जन्यः +तज्जन्यज्ञानस्य +तज्जन्यत्वं +तज्जन्यत्वात् +तज्जन्यत्वे +तज्जन्यस्य +तज्जन्या +तज्जन्यायां +तज्जन्यो +तज्जपः +तज्जपस्तदर्थभावनम् +तज्जपेन +तज्जय +तज्जयः +तज्जयति +तज्जयन्ति +तज्जयात् +तज्जयात्प्रज्ञालोकः +तज्जयाय +तज्जयार्थं +तज्जये +तज्जराय +तज्जलं +तज्जलगुणाः +तज्जलम् +तज्जलानिति +तज्जलान् +तज्जले +तज्जलेन +तज्जलैः +तज्जस्य +तज्जहार +तज्जहौ +तज्जा +तज्जांश्च +तज्जाः +तज्जाड्यं +तज्जातं +तज्जातवेदसो +तज्जाता +तज्जाति +तज्जातिः +तज्जातिस्त्रियां +तज्जातीय +तज्जातीयं +तज्जातीयः +तज्जातीयत्वेन +तज्जातीयस्य +तज्जातीया +तज्जातीयानां +तज्जातीये +तज्जातीयेन +तज्जाते +तज्जानाति +तज्जानीत +तज्जाने +तज्जापकानां +तज्जामि +तज्जायते +तज्जाया +तज्जायां +तज्जिघांसया +तज्जिज्ञासा +तज्जितं +तज्जिष्णुसुतब्रह्मगुप्तेन +तज्जिह्वा +तज्जीवनं +तज्जुषस्व +तज्जुहोति +तज्जु॑षस्व +तज्जे +तज्जेन +तज्जो +तज्ज्ञ +तज्ज्ञं +तज्ज्ञः +तज्ज्ञस्य +तज्ज्ञा +तज्ज्ञाः +तज्ज्ञातं +तज्ज्ञाता +तज्ज्ञातुं +तज्ज्ञात्वा +तज्ज्ञान +तज्ज्ञानं +तज्ज्ञानफलमाह +तज्ज्ञानमज्ञानमतोऽन्यदुक्तम् +तज्ज्ञानमपि +तज्ज्ञानमिति +तज्ज्ञानमेव +तज्ज्ञानम् +तज्ज्ञानस्य +तज्ज्ञानस्यापि +तज्ज्ञानस्यैव +तज्ज्ञानां +तज्ज्ञानात् +तज्ज्ञानादेव +तज्ज्ञानाद् +तज्ज्ञानाभावाच्च +तज्ज्ञानाय +तज्ज्ञानार्थ +तज्ज्ञानार्थं +तज्ज्ञाने +तज्ज्ञानेन +तज्ज्ञापनाय +तज्ज्ञापयति +तज्ज्ञापयत्याचार्यः +तज्ज्ञापयत्याचार्यो +तज्ज्ञायते +तज्ज्ञेन +तज्ज्ञेयं +तज्ज्ञेयम् +तज्ज्ञैः +तज्ज्ञैर्न +तज्ज्ञो +तज्ज्यका +तज्ज्या +तज्ज्यायः +तज्ज्ये +तज्ज्योतिः +तज्ज्योतिस्तमसः +तज्ज्वलति +तज्ञ +तज्ञः +तज्ञा +तज्ञाः +तज्ञानं +तज्या +तज्ये +तञ्च +तञ्चापि +तञ्चीति +तञ्चु +तञ्चू +तञ्चेति +तञ्ज +तञ्जावूरु +तञ्जावूरुमण्डलम् +तञ्जावूरुमण्डलस्य +तञ्झानिया +तट +तटं +तटः +तटति +तटपर +तटभुवि +तटम् +तटयोः +तटस्थ +तटस्थं +तटस्थः +तटस्थतया +तटस्थता +तटस्थमेव +तटस्थलक्षणं +तटस्थलक्षणपराण्युपनिषद्वाक्यानि +तटस्थस्य +तटस्था +तटस्थाः +तटस्थितः +तटस्थेन +तटस्थो +तटस्य +तटा +तटाः +तटाक +तटाकं +तटाकः +तटाकतीरे +तटाकमिव +तटाकस्य +तटाकादिषु +तटाकादौ +तटाकानां +तटाकानि 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+तण्डुलादि +तण्डुलादीनां +तण्डुलादेः +तण्डुलादौ +तण्डुलानां +तण्डुलानावपति +तण्डुलानि +तण्डुलानुत्पुनाति +तण्डुलानुत्पूय +तण्डुलानोदनं +तण्डुलानोप्य +तण्डुलान् +तण्डुलान्विभजेद्ये +तण्डुलाम्बु +तण्डुलाम्बुना +तण्डुलाम्भसा +तण्डुलाश्च +तण्डुलाश्चैव +तण्डुली +तण्डुलीय +तण्डुलीयं +तण्डुलीयः +तण्डुलीयक +तण्डुलीयकमूलं +तण्डुलीयकम् +तण्डुलीयके +तण्डुलीयरसेन +तण्डुलीयशाके +तण्डुलीयो +तण्डुले +तण्डुलेन +तण्डुलेषु +तण्डुलै +तण्डुलैः +तण्डुलैरेव +तण्डुलैरोजस्कामस्य +तण्डुलैर् +तण्डुलैश्च +तण्डुलो +तण्डुलोदकम् +तण्डुलोपरि +तण्ड्यते +तण्हा +तण्हावग्ग +तत +ततं +ततः +ततःकृत्वा +ततःपरं +ततःपरम् +ततःप्रभाते +ततःप्रभृति +ततःशब्देन +ततः॑ +ततः॒ +ततइति +ततएव +ततक्ष +ततक्षतुः +ततक्षिथ +ततक्षिरे +ततक्षुः +ततक्षुस् +ततनः +ततनन् +ततनन्त +ततनाम +ततन्थ +ततन्वान् +ततपर्य्यायः +ततम +ततममपश्यत् +ततमिदं +ततम् +ततय +ततया +ततयाध्यायस्य +ततयोः +ततर +ततरः +ततर्द +ततर्प +ततर्ह +ततव +ततश् +ततश्च +ततश्चकार +ततश्चक्रं +ततश्चक्रुः +ततश्चक्रे +ततश्चक्रेश्वरो +ततश्चचाल +ततश्चतुर्गुणं +ततश्चतुर्गुणा +ततश्चतुर्थं +ततश्चतुर्थे +ततश्चतुर्षु +ततश्चते +ततश्चत्वारि +ततश्चयेऽहोरात्रविदो +ततश्चरुं +ततश्चरेत् +ततश्चलितत्वं +ततश्चा +ततश्चागत्य +ततश्चाग्निं +ततश्चाग्रे +ततश्चाचम्य +ततश्चात्र +ततश्चात्रापि +ततश्चात्राव्यक्तशब्दोऽपि +ततश्चादर्शनं +ततश्चानन्तरं +ततश्चानेन +ततश्चान्तर्दधे +ततश्चान्ये +ततश्चापवर्ग +ततश्चापि +ततश्चाप्सरसो +ततश्चाभिज्ञाय +ततश्चायं +ततश्चायमर्थः +ततश्चाराधयामास +ततश्चासौ +ततश्चास्य +ततश्चाहं +ततश्चाऽहं +ततश्चिक्षेप +ततश्चिच्छेद +ततश्चित्तं +ततश्चिन्ता +ततश्चिरं +ततश्चिरेण +ततश्चीर्णे +ततश्चुक्रोध +ततश्चुल्ल्यां +ततश्चेति +ततश्चेत्यादि +ततश्चेदं +ततश्चेयं +ततश्चैतत् +ततश्चैनं +ततश्चैनमन्याभ्यां +ततश्चैनमन्येन +ततश्चैव +ततश्चैवं +ततश्चैष +ततश्चैषां +ततश्चोक्त्वा +ततश्चोर्ध्वं +ततश्च्यवित्वा +ततश्च्युतः +ततश्च्युत्वा +ततश्छायां +ततश्छित्त्वा +ततश्ध +ततश्र +ततश्र्च +ततश्व +ततष् +ततष्टापि +ततष्टाप् +ततस +ततस् +ततस्च +ततस्त +ततस्तं +ततस्तच्च +ततस्तञ्च +ततस्तत +ततस्ततः +ततस्ततश्चोपरमः +ततस्ततो +ततस्तत् +ततस्तत्तु +ततस्तत्त्वं +ततस्तत्र +ततस्तत्रैव +ततस्तथा +ततस्तथेति +ततस्तथैव +ततस्तदनन्तर +ततस्तदनन्तरं +ततस्तदपि +ततस्तदमृतं +ततस्तदर्थं +ततस्तदा +ततस्तदानीं +ततस्तदेव +ततस्तद् +ततस्तद्गोलयन्त्रं +ततस्तद्वचनं +ततस्तद्विपाकानुगुणानामेवाभिव्यक्तिर्वासनानाम् +ततस्तन्न +ततस्तपः +ततस्तप्त्वा +ततस्तमः +ततस्तमक्षोभ्यबलं +ततस्तमनुवासयेत् +ततस्तमपि +ततस्तमभिदुद्राव +ततस्तमवतारयेत् +ततस्तमादाय +ततस्तमाह +ततस्तमेव +ततस्तम् +ततस्तया +ततस्तयोः +ततस्तराम् +ततस्तर्पणम् +ततस्तर्हि +ततस्तव +ततस्तस्मात् +ततस्तस्मादपि +ततस्तस्माद् +ततस्तस्मिन् +ततस्तस्मिन्क्षणे +ततस्तस्मिन्नेव +ततस्तस्मै +ततस्तस्य +ततस्तस्या +ततस्तस्यां +ततस्तस्याः +ततस्तस्याग्रतो +ततस्तस्यास्तु +ततस्तस्यैव +ततस्तस्योपरि +ततस्ता +ततस्तां +ततस्ताः +ततस्तात +ततस्तानि +ततस्तान् +ततस्तान्स +ततस्ताभिः +ततस्ताभ्यां +ततस्तामाह +ततस्तामेव +ततस्तावूचतुः +ततस्तासां +ततस्तासु +ततस्तिष्ठति +ततस्तिष्यरक्षितया +ततस्तीरे +ततस्तीर्थं +ततस्तु +ततस्तुतोष +ततस्तुष्टः +ततस्तुष्टा +ततस्तुष्टाव +ततस्तुष्टिं +ततस्तुष्टेन +ततस्तुष्टो +ततस्तूर्णं +ततस्तूष्णीं +ततस्तृतीयं +ततस्तृतीया +ततस्तृतीये +ततस्तृतीयेऽहनि +ततस्तृप्तिं +ततस्ते +ततस्तेजः +ततस्तेजो +ततस्तेजोमयं +ततस्तेन +ततस्तेनापि +ततस्तेनैव +ततस्तेपे +ततस्तेभ्यः +ततस्तेभ्यो +ततस्तेषां +ततस्तेषु +ततस्तेऽपि +ततस्तै +ततस्तैः +ततस्तैरेव +ततस्तैलं +ततस्तैलेन +ततस्तोयं +ततस्तौ +ततस्त्यः +ततस्त्यक्त्वा +ततस्त्यक्ष्यति +ततस्त्यजेत् +ततस्त्रयः +ततस्त्रयोदशे +ततस्त्रिभिः +ततस्त्रिभेऽन्तरे +ततस्त्रिविष्टपं +ततस्त्रिषु +ततस्त्रीणि +ततस्त्रेता +ततस्त्रेतायुगं +ततस्त्रेतायुगे +ततस्त्वं +ततस्त्वधः +ततस्त्वमपि +ततस्त्वमसि +ततस्त्वया +ततस्त्वयि +ततस्त्वष्टा +ततस्त्वहं +ततस्त्वहम् +ततस्त्वा +ततस्त्वां +ततस्त्विति +ततस्त्वृषिः +ततस्परि +ततस्य +ततस्रे +ततस्स +ततस्सर्वे +ततस्सा +ततस्सु +ततस्सुबुत्पत्ति +ततस्सुबोधम् +ततस्स्यादिति +तता +ततां +तताः +तताड +ततान +ततानि +ततानेति +ततानोपश्रोता +ततान॒ +तताप +ततापि +तताम +ततामह +ततामहा +तताम् +तताय +ततार +ततासौ +तति +ततिं +ततिः +ततिति +ततिर् +ततिषु +तती +ततीय +ततीयः +ततीयाध्यायस्य +ततु +ततुं +ततुरिं +ततुरिः +ततुरिम् +ततुल्य +ततुल्यं +ततु॑रिः +ततू +ततृ +ततृम्फ +ततृषाणः +ततृषाणम् +ततृषाणो +तते +ततेति +ततेन +ततेा +ततेो +ततै +ततैः +ततैति +ततैलं +ततैव +ततो +ततोधिकं +ततोधिकम् +ततोनु +ततोन्यं +ततोन्यत्र +ततोन्यां +ततोन्ये +ततोपरं +ततोपरि +ततोपि +ततोयं +ततोर्चयेत् +ततोसौ +ततोस्य +ततोहं +ततोऽ +ततोऽकरोत् +ततोऽगमत् +ततोऽगस्त्यः +ततोऽगस्त्यो +ततोऽग्नये +ततोऽग्निं +ततोऽग्निहवनं +ततोऽग्नेः +ततोऽग्नौ +ततोऽग्रतः +ततोऽग्रे +ततोऽणि +ततोऽणिमादिप्रादुर्भावः +ततोऽण् +ततोऽति +ततोऽतिरिक्तं +ततोऽतिरिच्यते +ततोऽतीव +ततोऽत्यन्तं +ततोऽत्र +ततोऽत्रापि +ततोऽत्रैव +ततोऽथ +ततोऽदृश्यत +ततोऽद्य +ततोऽधः +ततोऽधस्तात् +ततोऽधि +ततोऽधिक +ततोऽधिकं +ततोऽधिकः +ततोऽधिकतरं +ततोऽधिकफलं +ततोऽधिकम् +ततोऽधिका +ततोऽधिरुह्य +ततोऽधीतं +ततोऽधीयीत +ततोऽधुना +ततोऽध्याये +ततोऽध्वर्युः +ततोऽनन्तं +ततोऽनन्तरं +ततोऽनन्तरमौषधम् +ततोऽनन्तरम् +ततोऽनाथपिण्डदेन +ततोऽनु +ततोऽनुकुर्याद्विशदस्य +ततोऽनुज्ञां +ततोऽनुज्ञाप्य +ततोऽनुपात +ततोऽनुपातः +ततोऽनुपातेन +ततोऽनुपातो +ततोऽनुपूर्वेण +ततोऽनुमीयते +ततोऽनुसं +ततोऽनुसम्भवति +ततोऽनेन +ततोऽन्तरं +ततोऽन्तरिक्षं +ततोऽन्तरिक्षे +ततोऽन्ते +ततोऽन्नं +ततोऽन्य +ततोऽन्यं +ततोऽन्यः +ततोऽन्यतः +ततोऽन्यतो +ततोऽन्यत् +ततोऽन्यत्र +ततोऽन्यत्रापि +ततोऽन्यथा +ततोऽन्यदिवसे +ततोऽन्यद् +ततोऽन्यद्धनुरादाय +ततोऽन्यद्विभक्तं +ततोऽन्यस्मिन् +ततोऽन्यस्य +ततोऽन्यस्यां +ततोऽन्या +ततोऽन्यां +ततोऽन्याः +ततोऽन्यानि +ततोऽन्ये +ततोऽन्येद्युः +ततोऽन्येन +ततोऽन्येषां +ततोऽन्यैः +ततोऽन्यो +ततोऽन्योन्यं +ततोऽपरं +ततोऽपरः +ततोऽपरम् +ततोऽपरा +ततोऽपराशाभिमुखं +ततोऽपराह्णसमये +ततोऽपराह्णे +ततोऽपराह्नसमये +ततोऽपरे +ततोऽपरेण +ततोऽपरेणाग्निं +ततोऽपरो +ततोऽपश्यं +ततोऽपश्यत् +ततोऽपसव्यं +ततोऽपि +ततोऽपीति +ततोऽपो +ततोऽप्यधः +ततोऽप्यधिक +ततोऽप्यधिकं +ततोऽप्यधिकम् +ततोऽप्यधिकां +ततोऽप्यनन्तरं +ततोऽप्यस्य +ततोऽप्यहम् +ततोऽप्य् +ततोऽप्सु +ततोऽब्रवीत् +ततोऽब्रवीत्तदा +ततोऽब्रवीत्पुनर्ब्रह्मा +ततोऽब्रवीत्स +ततोऽब्रवीत्सा +ततोऽब्रवीद् +ततोऽब्रवीन्महातेजा +ततोऽब्रवीन्महातेजाः +ततोऽब्रवीन्महादेवो +ततोऽब्रुवन् +ततोऽभवत् +ततोऽभवन् +ततोऽभिगम्य +ततोऽभिमन्त्र्य +ततोऽभिवाद्य +ततोऽभूत् +ततोऽभ्यज्य +ततोऽभ्यर्च्य +ततोऽभ्यसेत् +ततोऽभ्यातानाद्युत्तरतन्त्रम् +ततोऽभ्यातानानि +ततोऽभ्यातानान्तं +ततोऽभ्यासे +ततोऽभ्येत्य +ततोऽमृतं +ततोऽम्बरे +ततोऽम्बिका +ततोऽयं +ततोऽयमर्थः +ततोऽर्घ्यं +ततोऽर्चयेत् +ततोऽर्च्चयेत् +ततोऽर्जुनं +ततोऽर्जुनः +ततोऽर्जुनेन +ततोऽर्जुनो +ततोऽर्थी +ततोऽर्धं +ततोऽर्धरात्रसमये +ततोऽवतार्य +ततोऽवतीर्य +ततोऽवरुह्य +ततोऽवशिष्टं +ततोऽविदूरे +ततोऽश्वः +ततोऽश्वमेधिकं +ततोऽश्विनौ +ततोऽष्टौ +ततोऽसि +ततोऽसुरा +ततोऽसुराः +ततोऽसृजत् +ततोऽसौ +ततोऽस्तं +ततोऽस्ति +ततोऽस्तु +ततोऽस्तुवन् +ततोऽस्त्यर्थे +ततोऽस्त्रं +ततोऽस्त्राणि +ततोऽस्त्रेण +ततोऽस्माकं +ततोऽस्माभिः +ततोऽस्मि +ततोऽस्मिन् +ततोऽस्मै +ततोऽस्य +ततोऽस्या +ततोऽस्याः +ततोऽस्यै +ततोऽह +ततोऽहं +ततोऽहनि +ततोऽहमगमं +ततोऽहमपि +ततोऽहमब्रवं +ततोऽहमब्रुवं +ततोऽहमभिन्न +ततोऽहमिति +ततोऽहमेव +ततोऽहम् +ततो॑ +ततो॒ +ततो॒विष्व॒ङ्व्य॑क्रामत्साशनानश॒नेअ॒भि +ततौ +तत् +तत्ः +तत्क +तत्कं +तत्कटकं +तत्कटाक्षेण +तत्कण्ठं +तत्कण्ठे +तत्कथ +तत्कथं +तत्कथनं +तत्कथनमन्योन्यं +तत्कथनम् +तत्कथनस्य +तत्कथनाय +तत्कथने +तत्कथमत्र +तत्कथमयं +तत्कथमस्य +तत्कथमिति +तत्कथमित्यत +तत्कथमित्यत्राह +तत्कथमिह +तत्कथमुक्तं +तत्कथमुच्यते +तत्कथमेतत् +तत्कथमेवमुच्यते +तत्कथम् +तत्कथय +तत्कथयन्ति +तत्कथयस्व +तत्कथयामि +तत्कथा +तत्कथां +तत्कथाम् +तत्कथायां +तत्कथाश्रवणे +तत्कथितं +तत्कथ्यतां +तत्कथ्यते +तत्कदनं +तत्कदा +तत्कदाचन +तत्कन्दं +तत्कन्या +तत्कन्यां +तत्कन्यायां +तत्कपालं +तत्कर +तत्करं +तत्करः +तत्करण +तत्करणं +तत्करणप्रकारः +तत्करणम् +तत्करणस्य +तत्करणे +तत्करत्वं +तत्करम् +तत्करा +तत्कराः +तत्कराम्बुविनिमीलितेक्षणा +तत्करिष्यति +तत्करिष्यसि +तत्करिष्यामहे +तत्करिष्यामि +तत्करिष्याम्यहं +तत्करिष्ये +तत्करे +तत्करो +तत्करोति +तत्करोतीति +तत्करोतु +तत्करोमि +तत्करोम्यहम् +तत्करौ +तत्कर्ण +तत्कर्णभक्ता +तत्कर्णिकायां +तत्कर्णे +तत्कर्णेन +तत्कर्णौ +तत्कर्तव्यं +तत्कर्तव्यम् +तत्कर्ता +तत्कर्तुं +तत्कर्तुः +तत्कर्तृ +तत्कर्तृकं +तत्कर्तृत्वं +तत्कर्तृ़णां +तत्कर्त्तरि +तत्कर्त्ता +तत्कर्म +तत्कर्मणः +तत्कर्मणा +तत्कर्मणां +तत्कर्मणि +तत्कर्मणो +तत्कर्मफलं +तत्कर्मसु +तत्कर्माणि +तत्कर्मार्हतीत्युपसंख्यानम् +तत्कर्मेति +तत्कर्म्म +तत्कर्म्मणि +तत्कला +तत्कलाः +तत्कलेवरम् +तत्कल्कं +तत्कल्केन +तत्कल्पन +तत्कल्पनं +तत्कल्पनमिति +तत्कल्पनम् +तत्कल्पनया +तत्कल्पना +तत्कल्पनात् +तत्कल्पनाया +तत्कल्पनायां +तत्कल्पने +तत्कल्पयति +तत्कल्पे +तत्कल्प्यते +तत्कषायेण +तत्कस्मात् +तत्कस्माद्धेतोः +तत्कस्य +तत्का +तत्काञ्चनं +तत्कान्तं +तत्कान्ता +तत्काम +तत्कामं +तत्कामः +तत्कामकारविषयम् +तत्कामस्य +तत्कायं +तत्कार +तत्कारकं +तत्कारके +तत्कारण +तत्कारणं +तत्कारणञ्च +तत्कारणतः +तत्कारणतया +तत्कारणत्वं +तत्कारणत्वमात्मनः +तत्कारणत्वम् +तत्कारणत्वात् +तत्कारणत्वे +तत्कारणत्वेन +तत्कारणमाह +तत्कारणमिति +तत्कारणम् +तत्कारणस्य +तत्कारणात् +तत्कारणाद् +तत्कारणानां +तत्कारणानि +तत्कारणे +तत्कारणेन +तत्कारिणि +तत्कारी +तत्कार्मुकं +तत्कार्य +तत्कार्यं +तत्कार्यकारी +तत्कार्यतया +तत्कार्यत्वं +तत्कार्यत्वात् +तत्कार्यत्वे +तत्कार्यत्वेन +तत्कार्यनिवृत्तिः +तत्कार्यभूतं +तत्कार्यभूतस्य +तत्कार्यमिति +तत्कार्यम् +तत्कार्ययोः +तत्कार्यलक्षणेत्यभिप्रायेणयोगे +तत्कार्यस्य +तत्कार्यस्यापि +तत्कार्या +तत्कार्याणां +तत्कार्याणि +तत्कार्यायैव +तत्कार्ये +तत्कार्येण +तत्कार्य्यं +तत्कार्य्यम् +तत्काल +तत्कालं +तत्कालः +तत्कालमिति +तत्कालमेव +तत्कालम् +तत्कालश्च +तत्कालस्तु +तत्कालस्य +तत्कालस्यैव +तत्काला +तत्कालात् +तत्कालापमजीवयोस्तु +तत्कालिक +तत्कालीन +तत्कालीनं +तत्कालीनः +तत्कालीनस्य +तत्कालीना +तत्कालीनाः +तत्कालीने +तत्कालीनेन +तत्काले +तत्कालेन +तत्कालो +तत्कावश्विनौ +तत्काव्यं +तत्काव्यमित्यर्थः +तत्काव्ये +तत्काश्यां +तत्काष्ठं +तत्कि +तत्किं +तत्किट्टं +तत्किट्टमपि +तत्किमत्र +तत्किमनेन +तत्किमपरमवशिष्यते +तत्किमपि +तत्किमर्थं +तत्किमिति +तत्किमिदानीं +तत्किमिदानीम् +तत्किमुच्यते +तत्किमुत्तरेण +तत्किमेवं +तत्किम् +तत्किल +तत्किल्बिषं +तत्कीर्तनं +तत्कु +तत्कुचौ +तत्कुटुम्बं +तत्कुण्डं +तत्कुण्डेऽप्यन्तहोमान्ते +तत्कुत +तत्कुतः +तत्कुतो +तत्कुत्र +तत्कुम्भं +तत्कुम्भे +तत्कुरु +तत्कुरुते +तत्कुरुध्वं +तत्कुरुष्व +तत्कुरुष्वेति +तत्कुर्यात् +तत्कुर्याद् +तत्कुर्याद्येन +तत्कुर्वन्ति +तत्कुर्वन्तीति +तत्कुर्वीत +तत्कुलं +तत्कुलम् +तत्कुलीनं +तत्कुलीनाः +तत्कुलीनाश्च +तत्कुले +तत्कुष्ठं +तत्कुसुमं +तत्कूपयूपयोर्मध्ये +तत्कृ +तत्कृत +तत्कृतं +तत्कृतः +तत्कृतकमिति +तत्कृतमिति +तत्कृतमेव +तत्कृतम् +तत्कृतश्च +तत्कृतस्य +तत्कृता +तत्कृतां +तत्कृताः +तत्कृताक्षेपमीशः +तत्कृतानि +तत्कृतान् +तत्कृताम् +तत्कृतार्थेन +तत्कृति +तत्कृतिः +तत्कृते +तत्कृतेति +तत्कृतेन +तत्कृतो +तत्कृतौ +तत्कृत्यं +तत्कृत्योर्योगपदं +तत्कृत्वा +तत्कृत्स्नं +तत्कृपया +तत्कृपां +तत्कृष्णं +तत्केन +तत्केन्द्र +तत्केवलं +तत्को +तत्कोटि +तत्कोटिगुणितं +तत्कोटिजीवा +तत्कोटिज्या +तत्कोरकावस्थया +तत्कोष्ठे +तत्कोऽयं +तत्कौतुकं +तत्कौशलं +तत्क्रतुर्भवति +तत्क्रमं +तत्क्रमः +तत्क्रमात् +तत्क्रमेण +तत्क्रमेणैव +तत्क्रान्तिज्या +तत्क्रियते +तत्क्रिया +तत्क्रियाः +तत्क्रियाम् +तत्क्रियायां +तत्क्रियायाम् +तत्क्व +तत्क्वचित् +तत्क्वाथं +तत्क्वाथे +तत्क्वाथो +तत्क्ष +तत्क्षण +तत्क्षणं +तत्क्षणः +तत्क्षणमिति +तत्क्षणमेव +तत्क्षणम् +तत्क्षणा +तत्क्षणाच्च +तत्क्षणाच्छुद्धिः +तत्क्षणाज्जायते +तत्क्षणात् +तत्क्षणादेव +तत्क्षणाद् +तत्क्षणाद्भवेत् +तत्क्षणाद्यन्न +तत्क्षणे +तत्क्षणेन +तत्क्षणेनैव +तत्क्षतिः +तत्क्षते +तत्क्षत्रं +तत्क्षन्तव्यं +तत्क्षन्तुमर्हसि +तत्क्षमं +तत्क्षमस्व +तत्क्षमस्वापराधं +तत्क्षम्यतां +तत्क्षय +तत्क्षयं +तत्क्षयः +तत्क्षयात् +तत्क्षयादिह +तत्क्षये +तत्क्षयो +तत्क्षामये +तत्क्षारं +तत्क्षालयति +तत्क्षिप्तं +तत्क्षिप्त्वा +तत्क्षिप्रं +तत्क्षीरं +तत्क्षेत्रं +तत्क्षेत्रमिति +तत्क्षेत्रमुत्तमम् +तत्क्षेत्रस्य +तत्क्षेत्रे +तत्ख +तत्खण्डनं +तत्खण्डनम् +तत्खलु +तत्खोटं +तत्ख्यातं +तत्त +तत्तं +तत्तः +तत्तच्च +तत्तच्छब्दस्य +तत्तच्छब्दानां +तत्तच्छब्दे +तत्तच्छिष्यते +तत्तटे +तत्तत +तत्ततः +तत्ततवत्या +तत्ततो +तत्तत् +तत्तत्कर्म +तत्तत्कर्मणि +तत्तत्कर्मविभागे +तत्तत्कर्मसु +तत्तत्कर्मानुसारतः +तत्तत्कर्मानुसारेण +तत्तत्कार्य +तत्तत्कार्यं +तत्तत्कार्येषु +तत्तत्काल +तत्तत्काले +तत्तत्कालेषु +तत्तत्कृतं +तत्तत्क्षयमपोहति +तत्तत्तथा +तत्तत्तस्य +तत्तत्त्वं +तत्तत्त्वमेवावाप्यते +तत्तत्त्वम् +तत्तत्त्वस्मरणे +तत्तत्पदार्थानां +तत्तत्प्रकरणे +तत्तत्प्राप्य +तत्तत्फलं +तत्तत्फलमवाप्नोति +तत्तत्फलमुपाश्नुते +तत्तत्फलानि +तत्तत्र +तत्तत्रास्ति +तत्तत्रैव +तत्तत्वं +तत्तत्स +तत्तत्सर्वं +तत्तत्सृजते +तत्तत्स्थानं +तत्तत्स्थाने +तत्तत्स्थानेषु +तत्तथा +तत्तथाकरोत् +तत्तथापि +तत्तथाभूतं +तत्तथाभूतम् +तत्तथाविधं +तत्तथास्तु +तत्तथा॒ +तत्तथेति +तत्तथेत्यर्थः +तत्तथैव +तत्तथोक्तं +तत्तथोक्तम् +तत्तथ्यं +तत्तद +तत्तदंशेन +तत्तदक्षरसंयुक्तं +तत्तदङ्गं +तत्तदङ्गानि +तत्तदङ्गेषु +तत्तदत्तुमध्रियत +तत्तदत्र +तत्तदन्यथा +तत्तदपि +तत्तदर्थ +तत्तदर्थं +तत्तदर्थे +तत्तदर्थेषु +तत्तदवसरे +तत्तदस्य +तत्तदा +तत्तदात्मना +तत्तदात्मनि +तत्तदात्मेति +तत्तदानीं +तत्तदानीमेव +तत्तदाप्नोति +तत्तदाह +तत्तदिति +तत्तदिदस्य +तत्तदीहापराणि +तत्तदुक्तक्रमेण +तत्तदुक्त्वा +तत्तदुपादानद्रव्यम् +तत्तदेव +तत्तदेवावगच्छ +तत्तदेवावाप्यते +तत्तदेवास्य +तत्तद् +तत्तद्गिरिषु +तत्तद्गुणवते +तत्तद्ग्रन्थेषु +तत्तद्दिक्षु +तत्तद्देयं +तत्तद्देवता +तत्तद्देवतान्तर्यामिणा +तत्तद्देवताराधने +तत्तद्देवतारूपेण +तत्तद्देवत्यं +तत्तद्देवत्याः +तत्तद्देवानां +तत्तद्देवान् +तत्तद्देहे +तत्तद्द्रव्यं +तत्तद्बाह्यावृतांशेन +तत्तद्भवति +तत्तद्भेदमृदोद्भूता +तत्तद्योगेन +तत्तद्रूपं +तत्तद्रूपेण +तत्तद्वयक्तित्वेन +तत्तद्वर्णाश्रमाभिमाननिमित्तं +तत्तद्वस्तु +तत्तद्वस्त्वनुरूपं +तत्तद्वि +तत्तद्विडविलेपिता +तत्तद्विभूतिरूपां +तत्तद्विलक्षणत्वादित्यर्थः +तत्तद्विषये +तत्तद्विषयेषु +तत्तद्व्रतं +तत्तनयः +तत्तनयो +तत्तनु +तत्तनुं +तत्तन्त्रं +तत्तन्न +तत्तन्नादृत्यं +तत्तन्नाम +तत्तन्नामानि +तत्तन्नाम्ना +तत्तन्नाऽऽदृत्यम् +तत्तन्मंत्रेण +तत्तन्मन्त्रं +तत्तन्मन्त्रजपं +तत्तन्मन्त्रेण +तत्तन्मन्त्रैः +तत्तन्मन्त्रैश्च +तत्तप +तत्तपः +तत्तपसः +तत्तपसा +तत्तपस्तुष्टेन +तत्तपो +तत्तपोवनम् +तत्तप्यते +तत्तभवं +तत्तभोदी +तत्तम +तत्तमः +तत्तमेव +तत्तमो +तत्तयक्तित्वेन +तत्तया +तत्तयोः +तत्तर्हि +तत्तर्हीदं +तत्तले +तत्तव +तत्तवैव +तत्तव्यक्तित्वेन +तत्तश्च +तत्तस्मात् +तत्तस्मात्कारणात् +तत्तस्मात्ते +तत्तस्माद् +तत्तस्मान्नोच्छिन्नं +तत्तस्मिन् +तत्तस्मै +तत्तस्य +तत्तस्या +तत्तस्यां +तत्तस्याः +तत्तस्यैव +तत्तहोदा +तत्तहोदी +तत्तहोदीए +तत्तहोदो +तत्ता +तत्तां +तत्तांशे +तत्तात +तत्तात्पर्यमाह +तत्तात्पर्यमाहुः +तत्तादात्म्यं +तत्तादृक् +तत्तादृश +तत्तादृशं +तत्तादृशम् +तत्तादृशस्त्वमव +तत्तानि +तत्तामसं +तत्तामसंज्ञम् +तत्तामसमुदाहृतं +तत्तामसमुदाहृतम् +तत्तामसम् +तत्ताम्रं +तत्तारं +तत्तारकं +तत्तारे +तत्तावत् +तत्तावदास्ताम् +तत्तावदेव +तत्ति +तत्तिथौ +तत्तिरोधायकविगमे +तत्तिष्ठति +तत्तिष्ठतु +तत्तीरं +तत्तीरे +तत्तीर्थ +तत्तीर्थं +तत्तीर्थमुत्तमम् +तत्तीर्थस्य +तत्तीर्थे +तत्तु +तत्तुच्छं +तत्तुच्छम् +तत्तुभ्यं +तत्तुरीयं +तत्तुर्यं +तत्तुल्य +तत्तुल्यं +तत्तुल्यः +तत्तुल्यत्वं +तत्तुल्यमेव +तत्तुल्यम् +तत्तुल्या +तत्तुल्यां +तत्तुल्याः +तत्तुल्यानि +तत्तुल्ये +तत्तुल्येन +तत्तुल्यो +तत्तुल्यौ +तत्तूर्णं +तत्तृतीयं +तत्ते +तत्तेज +तत्तेजः +तत्तेजसा +तत्तेजसो +तत्तेजो +तत्तेजोऽसृजत +तत्तेति +तत्तेदन्ते +तत्तेन +तत्तेनैव +तत्तेभ्यो +तत्तेषां +तत्तेषु +तत्तेहं +तत्तेऽहं +तत्ते॑ +तत्ते॒ +तत्तैजसः +तत्तैलं +तत्तैलगुणाः +तत्तो +तत्तोयं +तत्तोये +तत्त् +तत्त्यक्त्वा +तत्त्यज +तत्त्यजेत् +तत्त्यागं +तत्त्यागः +तत्त्यागे +तत्त्यागो +तत्त्याज्यं +तत्त्र +तत्त्रं +तत्त्रयं +तत्त्रयम् +तत्त्रि +तत्त्रिंशता +तत्त्रिकं +तत्त्रिकोणगते +तत्त्रिगुणं +तत्त्रिधा +तत्त्रिपुरं +तत्त्रिभागं +तत्त्रिभागेण +तत्त्रिभागेन +तत्त्रिभागैकभागं +तत्त्रिविधं +तत्त्रिविधम् +तत्त्रिषु +तत्त्रैव +तत्त्व +तत्त्वं +तत्त्वंपदार्थौ +तत्त्वः +तत्त्वकथने +तत्त्वकोविदैः +तत्त्वग्रहणाय +तत्त्वचतुष्टयं +तत्त्वचिन्तकैः +तत्त्वचिन्ता +तत्त्वचिन्तामणि +तत्त्वचिन्तामणिः +तत्त्वचिन्तामणौ +तत्त्वज्ञ +तत्त्वज्ञः +तत्त्वज्ञस्य +तत्त्वज्ञस्यापि +तत्त्वज्ञा +तत्त्वज्ञाः +तत्त्वज्ञान +तत्त्वज्ञानं +तत्त्वज्ञानञ्च +तत्त्वज्ञानदृष्ट्या +तत्त्वज्ञानमिति +तत्त्वज्ञानमुदेति +तत्त्वज्ञानमेव +तत्त्वज्ञानम् +तत्त्वज्ञानवानप्यपरमो +तत्त्वज्ञानस्य +तत्त्वज्ञानाच्च +तत्त्वज्ञानात् +तत्त्वज्ञानाद् +तत्त्वज्ञानान्निःश्रेयसाधिगमः +तत्त्वज्ञानाय +तत्त्वज्ञानार्थं +तत्त्वज्ञानार्थदर्शनं +तत्त्वज्ञानार्थदर्शनम् +तत्त्वज्ञानिनः +तत्त्वज्ञानिनां +तत्त्वज्ञानी +तत्त्वज्ञाने +तत्त्वज्ञानेन +तत्त्वज्ञानोत्पत्तिप्रकारवर्णनम् +तत्त्वज्ञे +तत्त्वज्ञेन +तत्त्वज्ञैः +तत्त्वज्ञो +तत्त्वञ्च +तत्त्वत +तत्त्वतः +तत्त्वतस्तु +तत्त्वता +तत्त्वतो +तत्त्वतोऽभिजानाति +तत्त्वत्रयं +तत्त्वदर्शनं +तत्त्वदर्शनम् +तत्त्वदर्शनात् +तत्त्वदर्शने +तत्त्वदर्शिनः +तत्त्वदर्शिना +तत्त्वदर्शिनाम् +तत्त्वदर्शिभिः +तत्त्वदर्शी +तत्त्वदस्रा +तत्त्वदृशां +तत्त्वदृष्ट्या +तत्त्वद्वयं +तत्त्वद्वयमेव +तत्त्वधीः +तत्त्वनिर्णयः +तत्त्वनिर्णयटीकायां +तत्त्वनिर्णयाय +तत्त्वनिर्णयावसाना +तत्त्वनिर्णये +तत्त्वनिष्ठं +तत्त्वन्यासं +तत्त्वपद्धतिम् +तत्त्वप्रकाशे +तत्त्वप्रदीपिका +तत्त्वप्रदीपिकाख्यायां +तत्त्वबुद्ध्या +तत्त्वबुभुत्सया +तत्त्वबोधं +तत्त्वबोधः +तत्त्वबोधिनी +तत्त्वबोधिनीकारः +तत्त्वबोधेन +तत्त्वभावं +तत्त्वम +तत्त्वमजानतः +तत्त्वमपि +तत्त्वममलं +तत्त्वमव्ययम् +तत्त्वमसि +तत्त्वमसिवाक्यं +तत्त्वमसिवाक्ये +तत्त्वमसी +तत्त्वमसीति +तत्त्वमसीतिवाक्ये +तत्त्वमसीत्यत्र +तत्त्वमस्ति +तत्त्वमस्तीति +तत्त्वमस्यादि +तत्त्वमस्यादिलक्ष्यम् +तत्त्वमस्यादिवाक्यं +तत्त्वमस्यादिवाक्यानां +तत्त्वमहं +तत्त्वमाख्यातुमर्हसि +तत्त्वमाख्याहि +तत्त्वमार्गे +तत्त्वमाह +तत्त्वमिच्छामि +तत्त्वमिति +तत्त्वमित्यर्थः +तत्त्वमिदं +तत्त्वमिष्यते +तत्त्वमीमांसा +तत्त्वमु +तत्त्वमुच्यते +तत्त्वमुत्तमम् +तत्त्वमेकं +तत्त्वमेतैस्तैर्विचित्रैः +तत्त्वमेव +तत्त्वम् +तत्त्वम्भावेन +तत्त्वम्‌ +तत्त्वया +तत्त्वयि +तत्त्वयोः +तत्त्वरूपं +तत्त्वरूपा +तत्त्वलक्षणम् +तत्त्वविज्ञानं +तत्त्वविज्ञाने +तत्त्ववित् +तत्त्ववित्तु +तत्त्ववित्त्विति +तत्त्वविदः +तत्त्वविदां +तत्त्वविदिति +तत्त्वविदेकात्मा +तत्त्वविदो +तत्त्वविद् +तत्त्वविद्भिः +तत्त्वविद्भूत्वा +तत्त्वविवेक +तत्त्वविवेकः +तत्त्वविवेके +तत्त्वविषये +तत्त्ववेदिनः +तत्त्ववेदिना +तत्त्ववेदिभिः +तत्त्ववैशारदी +तत्त्ववैशारद्यां +तत्त्वव्याप्त्या +तत्त्वशब्देन +तत्त्वशास्त्रं +तत्त्वशास्त्रम् +तत्त्वसंख्या +तत्त्वसंग्रह +तत्त्वसङ्खयानटीका +तत्त्वसङ्खयानम् +तत्त्वसङ्ख्यानम् +तत्त्वसाक्षात्कारे +तत्त्वसागरे +तत्त्वस्थानम् +तत्त्वस्य +तत्त्वा +तत्त्वां +तत्त्वाकाशं +तत्त्वाख्याने +तत्त्वात् +तत्त्वाद् +तत्त्वाधिगतशास्त्रार्थो +तत्त्वाध्वा +तत्त्वाध्वानं +तत्त्वानां +तत्त्वानामविनिश्चयः +तत्त्वानाम् +तत्त्वानि +तत्त्वानीति +तत्त्वानुपपत्तेः +तत्त्वान् +तत्त्वान्तर +तत्त्वान्तरं +तत्त्वान्तरता +तत्त्वान्तरत्वे +तत्त्वान्तरपरिणामः +तत्त्वान्तरमिति +तत्त्वान्तरम् +तत्त्वान्तरे +तत्त्वान्यत्वाभ्यामनिर्वचनीये +तत्त्वान्यपि +तत्त्वान्येतानि +तत्त्वान्वेषान्मधुकर +तत्त्वाय +तत्त्वायामि +तत्त्वार्थ +तत्त्वार्थं +तत्त्वार्थः +तत्त्वार्थवत् +तत्त्वार्थसूत्रम् +तत्त्वार्थे +तत्त्वालोके +तत्त्वावबोधस्य +तत्त्वावाप्त्या +तत्त्वावेदकं +तत्त्वाश्वि +तत्त्वाश्विनो +तत्त्वा॑ +तत्त्वे +तत्त्वेति +तत्त्वेन +तत्त्वेनातश्च्यवन्ति +तत्त्वेभ्यः +तत्त्वेव +तत्त्वेषु +तत्त्वेऽपि +तत्त्वै +तत्त्वैः +तत्त्वों +तत्त्वोद्योतः +तत्त्वोपदेशं +तत्त्वोपदेशः +तत्त्वोपदेशे +तत्त॑ +तत्त॒ +तत्त॒दिद॑स्य॒ +तत्थ +तत्थभोदी +तत्न +तत्निरे +तत्निषे +तत्ने +तत्प +तत्पंचमं +तत्पक्त्वा +तत्पक्वं +तत्पक्ष +तत्पक्षं +तत्पक्षा +तत्पक्षीयाणां +तत्पक्षे +तत्पचेत् +तत्पञ्च +तत्पञ्चकं +तत्पञ्चमे +तत्पञ्चविधं +तत्पट +तत्पठित्वा +तत्पण्यं +तत्पति +तत्पतिं +तत्पतिः +तत्पतितं +तत्पतित्वेनोक्तत्वात् +तत्पतिना +तत्पतिम् +तत्पतेः +तत्पतौ +तत्पत्नी +तत्पत्नीं +तत्पत्नीनां +तत्पत्न्या +तत्पत्न्यां +तत्पत्न्याः +तत्पत्न्याश्च +तत्पत्न्यै +तत्पत्न्यो +तत्पत्न्यौ +तत्पत्रं +तत्पत्राणि +तत्पत्‍नी +तत्पथं +तत्पथम् +तत्पथि +तत्पथ्यं +तत्पद +तत्पदं +तत्पदमहं +तत्पदमाप्नोति +तत्पदमिति +तत्पदम् +तत्पदलक्ष्यं +तत्पदलक्ष्ये +तत्पदवाच्यं +तत्पदस्य +तत्पदा +तत्पदात् +तत्पदाद् +तत्पदानि +तत्पदाम्बुजे +तत्पदार्थ +तत्पदार्थं +तत्पदार्थः +तत्पदार्थस्य +तत्पदार्थे +तत्पदार्थेन +तत्पदार्थो +तत्पदे +तत्पदेन +तत्पदेनात्र +तत्पद्मं +तत्पद्मकर्णिकामध्ये +तत्पद्यं +तत्पपर्य्यायः +तत्पय +तत्पयः +तत्पयो +तत्पयोद +तत्पर +तत्परं +तत्परः +तत्परतः +तत्परतया +तत्परता +तत्परतापूर्वकं +तत्परतो +तत्परत्रोपभुज्यते +तत्परत्वं +तत्परत्वमिति +तत्परत्वम् +तत्परत्वात् +तत्परत्वाभावात् +तत्परत्वे +तत्परत्वेन +तत्परदिने +तत्परब्रह्म +तत्परमं +तत्परमरहस्यशिवतत्त्वज्ञानम् +तत्परमात्मनः +तत्परमाद्भुतम् +तत्परमिति +तत्परमेतत् +तत्परमेव +तत्परम् +तत्परम्परितं +तत्परश्च +तत्परस्य +तत्परा +तत्पराः +तत्पराणां +तत्पराणि +तत्परान् +तत्पराभवलक्षणम् +तत्परायणः +तत्परायणम् +तत्परायणा +तत्परायणाः +तत्परि +तत्परिं +तत्परिकीर्तितम् +तत्परिग्रहः +तत्परिग्रहो +तत्परिज्ञाने +तत्परित +तत्परितः +तत्परितश्च +तत्परितो +तत्परित्यज्य +तत्परित्याग +तत्परित्यागः +तत्परित्यागे +तत्परित्यागेन +तत्परित्याज्यमन्यथा +तत्परिधौ +तत्परिमाणं +तत्परिमाणम् +तत्परिमाणस्य +तत्परिमाणे +तत्परिमार्गितव्यं +तत्परिमार्गितव्यम् +तत्परिमिते +तत्परिहरति +तत्परिहर्तव्यम् +तत्परिहार +तत्परिहारः +तत्परिहारश्च +तत्परिहाराय +तत्परिहारायाह +तत्परिहारार्थ +तत्परिहारार्थं +तत्परिहारे +तत्परिहारेण +तत्परिहृतम् +तत्परीक्षा +तत्परीभूय +तत्परे +तत्परेण +तत्परेताप्सरसः +तत्परेषु +तत्परैः +तत्परो +तत्परोऽभवत् +तत्परौ +तत्पर्णस्य +तत्पर्य +तत्पर्यन्तं +तत्पर्यन्तता +तत्पर्यायः +तत्पर्यायाणां +तत्पर्य्याय +तत्पर्य्यायः +तत्पर्य्यायगुणाः +तत्पर्य्यायगुणादि +तत्पर्य्याया +तत्पर्य्यायो +तत्पर्व +तत्पले +तत्पल्लीपतिपुत्रि +तत्पवित्रं +तत्पशुषु +तत्पशून्दधाति +तत्पश्चा +तत्पश्चाच्च +तत्पश्चात +तत्पश्चात् +तत्पश्चात्त्रिषु +तत्पश्चाद् +तत्पश्चिमे +तत्पश्य +तत्पश्यामि +तत्पा +तत्पाकप्रकारो +तत्पाके +तत्पाचके +तत्पाठः +तत्पाठस्तु +तत्पाणिग्रहणं +तत्पाण्डवानां +तत्पातकं +तत्पाते +तत्पातो +तत्पात्र +तत्पात्रं +तत्पात्रमात्रस्पृशा +तत्पात्रे +तत्पादं +तत्पादपद्मं +तत्पादपद्मरजसा +तत्पादपद्मे +तत्पादमूले +तत्पादयोः +तत्पादरजसा +तत्पादसलिलं +तत्पादहीनं +तत्पादाधिकमेव +तत्पादाब्जे +तत्पादे +तत्पादेन +तत्पादौ +तत्पानं +तत्पानार्थं +तत्पाने +तत्पानेन +तत्पापं +तत्पापस्य +तत्पापेन +तत्पाप्मानं +तत्पाप्मान्वसृज्यत +तत्पायसं +तत्पारं +तत्पारमेश्वरम् +तत्पार्थ +तत्पार्श्व +तत्पार्श्वं +तत्पार्श्वयोः +तत्पार्श्वे +तत्पार्षदेभ्यो +तत्पालनं +तत्पावनं +तत्पावनाय +तत्पिण्डं +तत्पितरं +तत्पितरौ +तत्पिता +तत्पितुः +तत्पितुस्तत्पितुश्चापि +तत्पितॄणां +तत्पित्रा +तत्पित्रे +तत्पित्रोः +तत्पित्र्यं +तत्पित्र्ये +तत्पिबेत् +तत्पि॒ता +तत्पीठं +तत्पीठे +तत्पीडितं +तत्पीतं +तत्पीतशेषं +तत्पीत्वा +तत्पु +तत्पुंसि +तत्पुच्छं +तत्पुटं +तत्पुण्यं +तत्पुण्यफलमाप्नोति +तत्पुण्यफलमासाद्य +तत्पुण्यमधिकं +तत्पुण्यस्य +तत्पुण्येन +तत्पुत्र +तत्पुत्रं +तत्पुत्रः +तत्पुत्रवचनं +तत्पुत्रश्च +तत्पुत्रस्य +तत्पुत्रा +तत्पुत्राः +तत्पुत्राणां +तत्पुत्राय +तत्पुत्री +तत्पुत्रे +तत्पुत्रेण +तत्पुत्रैः +तत्पुत्रो +तत्पुत्रोक्तौ +तत्पुत्रोऽपि +तत्पुत्रौ +तत्पुत्र्या +तत्पुन +तत्पुनः +तत्पुनरपि +तत्पुनस्त्रिविधं +तत्पुर +तत्पुरं +तत्पुरः +तत्पुरतः +तत्पुरतो +तत्पुरम् +तत्पुरस्तात् +तत्पुरस्य +तत्पुरा +तत्पुराणं +तत्पुरी +तत्पुरीषं +तत्पुरु +तत्पुरुपश्च +तत्पुरुष +तत्पुरुषं +तत्पुरुषः +तत्पुरुषत्वे +तत्पुरुषपक्षे +तत्पुरुषवक्त्राय +तत्पुरुषश्च +तत्पुरुषसंज्ञः +तत्पुरुषसंज्ञा +तत्पुरुषसंज्ञासूत्रम् +तत्पुरुषसमास +तत्पुरुषसमासः +तत्पुरुषसमासे +तत्पुरुषस्य +तत्पुरुषस्याङ्गुलेः +तत्पुरुषा +तत्पुरुषात् +तत्पुरुषाय +तत्पुरुषायेति +तत्पुरुषे +तत्पुरुषेण +तत्पुरुषेऽपि +तत्पुरुषो +तत्पुरुषोऽनञ्कर्मधारयः +तत्पुरुषोऽमानवः +तत्पुरे +तत्पुरो +तत्पुष्करं +तत्पुष्पं +तत्पुष्पगुणाः +तत्पुष्पस्य +तत्पुष्पे +तत्पुस्तकं +तत्पू +तत्पूजनं +तत्पूजनेन +तत्पूजा +तत्पूजां +तत्पूजाकरौ +तत्पूजायां +तत्पूजार्थं +तत्पूजितः +तत्पूरणे +तत्पूर्णं +तत्पूर्तये +तत्पूर्ब्बं +तत्पूर्व +तत्पूर्वं +तत्पूर्वकं +तत्पूर्वकः +तत्पूर्वकत्वात् +तत्पूर्वकमिति +तत्पूर्वकस्य +तत्पूर्वकेण +तत्पूर्वको +तत्पूर्वक्षणे +तत्पूर्वभागे +तत्पूर्वमपि +तत्पूर्वमिति +तत्पूर्वमेव +तत्पूर्वम् +तत्पूर्वरूपं +तत्पूर्वस्य +तत्पूर्वा +तत्पूर्विका +तत्पूर्वे +तत्पूर्वोक्तं +तत्पूर्व्वं +तत्पृच्छ +तत्पृच्छामि +तत्पृणाहि +तत्पृथक् +तत्पृथिवीमप्रथयस्तदस्तभ्ना +तत्पृथिव्यां +तत्पृष्टे +तत्पृष्ठ +तत्पृष्ठं +तत्पृष्ठगतस्य +तत्पृष्ठे +तत्पेयं +तत्पौत्रेण +तत्पौरुषं +तत्प्र +तत्प्रकथ्यते +तत्प्रकरण +तत्प्रकरणं +तत्प्रकरणे +तत्प्रकल्पयेत् +तत्प्रका +तत्प्रकार +तत्प्रकारं +तत्प्रकारः +तत्प्रकारक +तत्प्रकारकं +तत्प्रकारकज्ञानत्वं +तत्प्रकारकत्वं +तत्प्रकारतया +तत्प्रकारत्वं +तत्प्रकारमाह +तत्प्रकारश्च +तत्प्रकारस्तु +तत्प्रकारस्य +तत्प्रकारा +तत्प्रकारादि +तत्प्रकारे +तत्प्रकारेण +तत्प्रकारो +तत्प्रकाशनं +तत्प्रकाशनपरः +तत्प्रकाशनम् +तत्प्रकाशने +तत्प्रकाशयति +तत्प्रकाशितद्वारो +तत्प्रकाशितम् +तत्प्रकाशे +तत्प्रकीर्तितम् +तत्प्रकीर्त्तितम् +तत्प्रकृतवचने +तत्प्रकृतित्वात् +तत्प्रकृतित्वेन +तत्प्रकृतेः +तत्प्रकृतोपयोगेन +तत्प्रकृत्या +तत्प्रकोपस्य +तत्प्रख्यं +तत्प्रख्यशास्त्रात् +तत्प्रख्यातं +तत्प्रचक्षते +तत्प्रजा +तत्प्रजाः +तत्प्रजापतिः +तत्प्रज्ञानेत्रं +तत्प्रज्ञानेत्रम् +तत्प्रणमामि +तत्प्रणश्यति +तत्प्रणाममन्त्रो +तत्प्रणिधानं +तत्प्रणीतं +तत्प्रतापेन +तत्प्रति +तत्प्रतिकृतौ +तत्प्रतिगृह्णाति +तत्प्रतिज्ञां +तत्प्रतिनिधि +तत्प्रतिपक्षाणां +तत्प्रतिपक्षेण +तत्प्रतिपत्तेः +तत्प्रतिपत्तौ +तत्प्रतिपद्यते +तत्प्रतिपादक 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+तत्प्रमाणिका +तत्प्रमाणे +तत्प्रमाणेन +तत्प्रमाणैः +तत्प्रमाणो +तत्प्रमुखे +तत्प्रयच्छ +तत्प्रयच्छति +तत्प्रयच्छामि +तत्प्रयत्नतः +तत्प्रयत्नेन +तत्प्रयुक्त +तत्प्रयुक्तं +तत्प्रयुक्तः +तत्प्रयुक्तम् +तत्प्रयुक्तस्य +तत्प्रयुक्ता +तत्प्रयुक्तो +तत्प्रयुज्यते +तत्प्रयो +तत्प्रयोक्तृत्वं +तत्प्रयोग +तत्प्रयोगं +तत्प्रयोगः +तत्प्रयोगश्च +तत्प्रयोगात् +तत्प्रयोगे +तत्प्रयोगेण +तत्प्रयोगो +तत्प्रयोजकं +तत्प्रयोजकतया +तत्प्रयोजकत्वात् +तत्प्रयोजकम् +तत्प्रयोजकस्य +तत्प्रयोजको +तत्प्रयोजनं +तत्प्रयोजनमाह +तत्प्रयोजनम् +तत्प्रयोजयेत् +तत्प्रयोज्यं +तत्प्रलय +तत्प्रलये +तत्प्रवक्ष्यामि +तत्प्रवक्ष्याम्यशेषतः +तत्प्रवणं +तत्प्रवदन्ति +तत्प्रवर्तकत्वात् +तत्प्रवर्तते +तत्प्रविभागसंयमात् +तत्प्रविश्य +तत्प्रवृत्तं +तत्प्रवृत्तिं +तत्प्रवृत्तिः +तत्प्रवृत्ते +तत्प्रवृत्तेः +तत्प्रवृत्तौ +तत्प्रवेशे +तत्प्रशंसनं +तत्प्रशंसनम् +तत्प्रशंसा +तत्प्रशंसामाह +तत्प्रशम +तत्प्रशशंसतुः +तत्प्रशस्यते +तत्प्रशान्तये +तत्प्रशान्त्यै +तत्प्रस +तत्प्रसंगेन +तत्प्रसङ्ग +तत्प्रसङ्गः +तत्प्रसङ्गाच्च +तत्प्रसङ्गात् +तत्प्रसङ्गे +तत्प्रसङ्गेन +तत्प्रसङ्गेनैव +तत्प्रसादं +तत्प्रसादजां +तत्प्रसादतः +तत्प्रसादस्य +तत्प्रसादाच्च +तत्प्रसादात् +तत्प्रसादात्परां +तत्प्रसादादेव +तत्प्रसादाय +तत्प्रसादेन +तत्प्रसादो +तत्प्रसारणं +तत्प्रसिद्धं +तत्प्रसिद्धानि +तत्प्रसिद्धेः +तत्प्रसीद +तत्प्रसूः +तत्प्रसूतिकुलेषु +तत्प्रस्तुतं +तत्प्रहारेण +तत्प्रा +तत्प्रागेव +तत्प्राच्या +तत्प्राच्यां +तत्प्राज्ञः +तत्प्राज्ञो +तत्प्राण +तत्प्राणं +तत्प्राणा +तत्प्राणे +तत्प्राणैः +तत्प्रातः +तत्प्राधान्येन +तत्प्राप +तत्प्रापकतयोपासते +तत्प्राप्तं +तत्प्राप्तः +तत्प्राप्तये +तत्प्राप्तानां +तत्प्राप्ति +तत्प्राप्तिं +तत्प्राप्तिः +तत्प्राप्तिरिति +तत्प्राप्तिरेव +तत्प्राप्तिसाधनं +तत्प्राप्तेः +तत्प्राप्तौ +तत्प्राप्त्यभावात् +तत्प्राप्त्यर्थ +तत्प्राप्त्यर्थं +तत्प्राप्त्या +तत्प्राप्त्युपायं +तत्प्राप्त्युपायभूतं +तत्प्राप्त्युपाये +तत्प्राप्त्यै +तत्प्राप्नुहि +तत्प्राप्नोति +तत्प्राप्य +तत्प्राप्यं +तत्प्राप्यते +तत्प्राबल्यादुच्यते +तत्प्रामाण्यं +तत्प्रामाण्यस्य +तत्प्रामाण्ये +तत्प्रामादिकम् +तत्प्राय +तत्प्रायः +तत्प्रायश्चित्तं +तत्प्रार्थनया +तत्प्रार्थनां +तत्प्रार्थयमानस्तद्धेतोस्तत्संवर्तनीयं +तत्प्रार्थितं +तत्प्राश्नात् +तत्प्राहुः +तत्प्रियं +तत्प्रियकाम्यया +तत्प्रियम् +तत्प्रिया +तत्प्रियां +तत्प्रियाः +तत्प्रियाम् +तत्प्रियार्थं +तत्प्रिये +तत्प्रीणाति +तत्प्रीतये +तत्प्रीत्यर्थं +तत्प्रीत्या +तत्प्रीत्यै +तत्प्री॑णाति +तत्प्रेक्ष्य +तत्प्रेत्य +तत्प्रेम +तत्प्रेरितः +तत्प्रोक्तं +तत्फ +तत्फल +तत्फलं +तत्फलकथनम् +तत्फलगुणाः +तत्फलञ्च +तत्फलत्वात् +तत्फलत्वेन +तत्फलदानेन +तत्फलन्तु +तत्फलप्रदः +तत्फलभूतं +तत्फलभूतस्यात्मावलोकनरूपयोगस्य +तत्फलभूतां +तत्फलमपि +तत्फलमवाप्नुयात् +तत्फलमवाप्नोति +तत्फलमश्नुते +तत्फलमाप्नुयात् +तत्फलमाप्नोति +तत्फलमाह +तत्फलमिति +तत्फलमुक्तम् +तत्फलम् +तत्फलश्रुतिः +तत्फलसंन्यासो +तत्फलस्य +तत्फला +तत्फलात् +तत्फलादि +तत्फलानां +तत्फलानि +तत्फलानुभवसाधनभूतासु +तत्फलाय +तत्फलितमाह +तत्फले +तत्फलेन +तत्फलेषु +तत्फलेऽपि +तत्ब्रह्म +तत्य +तत्यज +तत्यजतुः +तत्यजुः +तत्यजे +तत्या +तत्यागे +तत्याज +तत्याजेति +तत्यु +तत्र +तत्रं +तत्रः +तत्रअन्तर्विषण्णोऽभवत् +तत्रएव +तत्रक +तत्रगाः +तत्रघार्तिके +तत्रच +तत्रतः +तत्रतत्र +तत्रतत्रैव +तत्रति +तत्रते +तत्रत्य +तत्रत्यं +तत्रत्यः +तत्रत्यम् +तत्रत्यस्य +तत्रत्या +तत्रत्यां +तत्रत्याः +तत्रत्यानां +तत्रत्यानि +तत्रत्यान् +तत्रत्याश्च +तत्रत्ये +तत्रत्येन +तत्रत्यैः +तत्रत्यो +तत्रदेवं +तत्रपापयुते +तत्रपि +तत्रबुद्धिर्ज्ञानमसम्मोहः +तत्रभवः +तत्रभवतः +तत्रभवतश्चारुदत्तस्य +तत्रभवता +तत्रभवतां +तत्रभवति +तत्रभवती +तत्रभवतीं +तत्रभवते +तत्रभवतो +तत्रभवत्या +तत्रभवत्याः +तत्रभवन्तः +तत्रभवान् +तत्रभवान्वृषलं +तत्रभवे +तत्रभवो +तत्रयं +तत्रयम् +तत्रर्ध्यते +तत्रव +तत्रवर्तके +तत्रवार्तिके +तत्रसतुः +तत्रसुः +तत्रस्थ +तत्रस्थं +तत्रस्थः +तत्रस्थमेव +तत्रस्थश् +तत्रस्थश्च +तत्रस्थस्य +तत्रस्थस्यैव +तत्रस्था +तत्रस्थां +तत्रस्थाः +तत्रस्थानां +तत्रस्थान् +तत्रस्थाश्च +तत्रस्थितं +तत्रस्थितानामिहस्थितं +तत्रस्थे +तत्रस्थेन +तत्रस्थैः +तत्रस्थो +तत्रस्थोऽपि +तत्रस्थौ +तत्रस्नात्वा +तत्रस्य +तत्रहि +तत्रहेतुः +तत्रहेतुमाह +तत्रा +तत्रांतरे +तत्राकाशे +तत्राक्रन्दो +तत्राक्षयं +तत्राक्षयो +तत्राक्षि +तत्रागच्छति +तत्रागत +तत्रागतं +तत्रागतः +तत्रागता +तत्रागतानां +तत्रागतेन +तत्रागतो +तत्रागतौ +तत्रागत्य +तत्रागमनं +तत्रागमनम् +तत्रागमिष्यामि +तत्रागमो +तत्रागाद्यत्र +तत्रागारं +तत्राग्नि +तत्राग्निं +तत्राग्निः +तत्राग्निमाधाय +तत्राग्निरिति +तत्राग्नेः +तत्राग्नौ +तत्राग्रे +तत्राङ्गे +तत्राचार +तत्राचार्येण +तत्राचे +तत्राच्युताः +तत्राजगाम +तत्राजग्मुः +तत्राज्ञानं +तत्राढकं +तत्राणि +तत्राणिमा +तत्रातः +तत्राति +तत्रातिव्याप्तिः +तत्रातिव्याप्तिरिति +तत्रातिव्याप्तिवारणाय +तत्रातिव्याप्तेः +तत्रात्म +तत्रात्मनि +तत्रात्मनो +तत्रात्मभावभावना +तत्रात्मभूतैः +तत्रात्मा +तत्रात्मानं +तत्रात्र +तत्राथ +तत्रादर्शनात् +तत्रादावेव +तत्रादित +तत्रादितः +तत्रादितो +तत्रादित्यस्य +तत्रादिमं +तत्रादिमे +तत्रादी +तत्रादेशा +तत्रादौ +तत्राद्भुतं +तत्राद्भुतमपश्याम +तत्राद्य +तत्राद्यं +तत्राद्यः +तत्राद्यमुदाहरति +तत्राद्यम् +तत्राद्यस्य +तत्राद्या +तत्राद्यापि +तत्राद्यायां +तत्राद्ये +तत्राद्यो +तत्राद्यौ +तत्राद्रौ +तत्राधः +तत्राधिकं +तत्राधिकरणं +तत्राधिकार +तत्राधिकारः +तत्राधिकारात् +तत्राधिकारिणं +तत्राधिकारी +तत्राधिकृताः +तत्राधिदेवता +तत्राधिदैवतं +तत्राधिवासयेत् +तत्राधीयते +तत्राधुना +तत्राधो +तत्राध्यात्मिकं +तत्राध्यायानुसारं +तत्राध्याये +तत्रानया +तत्रानियमः +तत्रानिलात् +तत्रानीय +तत्रानुगामिता +तत्रानुपातः +तत्रानुबन्धो +तत्रानुमानं +तत्रानुवर्तते +तत्रानेकानि +तत्रानेके +तत्रानेन +तत्रान्तः +तत्रान्तरे +तत्रान्तरेण +तत्रान्तिमस्य +तत्रान्ध्यं +तत्रान्नं +तत्रान्य +तत्रान्यं +तत्रान्यः +तत्रान्यत्र +तत्रान्यथा +तत्रान्यस्य +तत्रान्या +तत्रान्ये +तत्रान्येषां +तत्रान्यो +तत्रान्योन्यं +तत्रान्वयः +तत्रान्वेति +तत्राप +तत्रापमण्डलं +तत्रापमण्डलप्राच्या +तत्रापरः +तत्रापरा +तत्रापरिवृतं +तत्रापरे +तत्रापरो +तत्रापश्यं +तत्रापश्यच्च +तत्रापश्यत +तत्रापश्यत् +तत्रापश्यत्स +तत्रापश्यमहं +तत्रापां +तत्रापि +तत्रापिये +तत्रापी +तत्रापीति +तत्रापीत्यादि +तत्रापीदं +तत्रापेक्षा +तत्राप्य +तत्राप्यनेन +तत्राप्यभिज्ञो +तत्राप्ययं +तत्राप्यशक्तौ +तत्राप्यस्ति +तत्राप्यस्य +तत्राप्यहं +तत्राप्यादौ +तत्राप्याह +तत्राप्युच्यते +तत्राप्येतद्विशेषतः +तत्राप्येते +तत्राप्येवं +तत्राप्येष +तत्राप्येषा +तत्राप्य् +तत्राप्लुतासो +तत्राप्लुतो +तत्राप्लुत्य +तत्राब्जं +तत्राब्धौ +तत्राभावप्रमाणता +तत्राभावात् +तत्राभावादिति +तत्राभावे +तत्राभि +तत्राभिगमनं +तत्राभिगम्य +तत्राभिधीयते +तत्राभिषेकं +तत्राभिषेकात् +तत्राभ्यर्च्य +तत्राभ्यासः +तत्राभ्यासस्य +तत्राभ्यासी +तत्राभ्येत्य +तत्रामरालयमरालमरालकेशी +तत्रामिताभनाथस्य +तत्रामृतं +तत्रामृतस्य +तत्रामे +तत्राम्भसि +तत्राय +तत्रायं +तत्रायनं +तत्रायमप्यर्थः +तत्रायमभिप्रायः +तत्रायमर्थः +तत्रायमेव +तत्रायम् +तत्राययौ +तत्रायाता +तत्रायुष्मान् +तत्रारण्ये +तत्रारम्भसार्मथ्याच्च +तत्राराध्य +तत्रारुणा +तत्रारुह्य +तत्रारूढो +तत्रारोप्य +तत्रार्चनं +तत्रार्जुनस्य +तत्रार्थ +तत्रार्थः +तत्रार्थवादः +तत्रार्थस्य +तत्रार्थात् +तत्रार्थे +तत्रार्थो +तत्रालोक्य +तत्राव +तत्रावकाशं +तत्रावगाहिता +तत्रावचारयेत् +तत्रावतस्थिरे +तत्रावतार्य +तत्रावतिष्ठते +तत्रावतीर्य +तत्रावश्यं +तत्रावसं +तत्रावसत् +तत्रावस्थानं +तत्रावाह्य +तत्राविद्या +तत्राविशेषात् +तत्रावीचेः +तत्राव्याप्तिः +तत्राशक्यं +तत्राशु +तत्राश्चर्यं +तत्राश्रमं +तत्राश्रमपदं +तत्राश्रमे +तत्राश्रमो +तत्राष्टमं +तत्राष्टमो +तत्राष्टौ +तत्रास +तत्रासंभवात् +तत्रासति +तत्रासते +तत्रासतो +तत्रासन +तत्रासनं +तत्रासने +तत्रासन् +तत्रासन्समागताः +तत्राससाद +तत्रासामर्थ्यात् +तत्रासीत् +तत्रासीदस्ति +तत्रासीद् +तत्रासीनं +तत्रासीनः +तत्रासीनो +तत्रासौ +तत्रास्त +तत्रास्तां +तत्रास्ति +तत्रास्तीति +तत्रास्तु +तत्रास्ते +तत्रास्त्यमूढता +तत्रास्त्येव +तत्रास्था +तत्रास्माकं +तत्रास्माभिः +तत्रास्मिन् +तत्रास्य +तत्रास्या +तत्रास्याः +तत्राह +तत्राहं +तत्राहः +तत्राहअन्तर्गतेति +तत्राहमपश्यं +तत्राहमपि +तत्राहमवसं +तत्राहमिति +तत्राहम् +तत्राहवे +तत्राहाथ +तत्राहि +तत्राहिंसा +तत्राहुः +तत्राहूय +तत्राहेति +तत्राह्नि +तत्राऽथ +तत्राऽद्यं +तत्राऽपि +तत्राऽभवत् +तत्राऽभवन् +तत्राऽयं +तत्राऽस्ति +तत्राऽस्ते +तत्राऽह +तत्राऽहं +तत्राऽऽ +तत्राऽऽजगाम +तत्राऽऽज्यं +तत्राऽऽदौ +तत्राऽऽययौ +तत्राऽऽसीद् +तत्राऽऽस्ते +तत्राऽऽह +तत्रा॒ +तत्रा॒मृत॑स्य॒ +तत्रि +तत्रे +तत्रेच्छा +तत्रेण +तत्रेति +तत्रेतिहासमाचक्षते +तत्रेत्थं +तत्रेत्यर्थः +तत्रेत्यस्य +तत्रेत्यादि +तत्रेत्यादिना +तत्रेत्येव +तत्रेत्य् +तत्रेदं +तत्रेदमभिधीयते +तत्रेदमिति +तत्रेदमुच्यते +तत्रेदमुदाहरणम् +तत्रेदमुपतिष्ठते +तत्रेदम् +तत्रेदानीं +तत्रेन्द्रो +तत्रेमं +तत्रेमानि +तत्रेमे +तत्रेयं +तत्रेयादि +तत्रेव +तत्रेश्वरं +तत्रेश्वरः +तत्रेश्वरस्तु +तत्रेश्वरस्य +तत्रेश्वरो +तत्रेष्टं +तत्रेष्टाः +तत्रेष्ट्वा +तत्रेह +तत्रै +तत्रैक +तत्रैकं +तत्रैकः +तत्रैकगुणमाकाशं +तत्रैकत्र +तत्रैकदा +तत्रैकदेशे +तत्रैकमेव +तत्रैकया +तत्रैकस्थं +तत्रैकस्मिन् +तत्रैकस्य +तत्रैकस्यां +तत्रैका +तत्रैकां +तत्रैकाग्रं +तत्रैकान्ते +तत्रैके +तत्रैकेन +तत्रैकेषां +तत्रैको +तत्रैतत् +तत्रैतत्सूक्तमनुयोजयति +तत्रैतत्स्यात् +तत्रैतदेव +तत्रैतद् +तत्रैतां +तत्रैताः +तत्रैतानि +तत्रैतान् +तत्रैति +तत्रैते +तत्रैतेषां +तत्रैतौ +तत्रैत्य +तत्रैत्र +तत्रैनं +तत्रैनां +तत्रैप +तत्रैब +तत्रैव +तत्रैवं +तत्रैवंसति +तत्रैवमिति +तत्रैवम् +तत्रैवा +तत्रैवांतरधीयत +तत्रैवांतर्दधे +तत्रैवाग्रे +तत्रैवाथ +तत्रैवादर्शनं +तत्रैवाध्याये +तत्रैवानाययामास +तत्रैवान्तरधीयत +तत्रैवान्तर्दधे +तत्रैवान्तर्हितः +तत्रैवान्तर्हिता +तत्रैवान्तर्हितोऽभवम् +तत्रैवान्यच्चिन्तितम् +तत्रैवान्यत्र +तत्रैवाभ्यश्राम्यद् +तत्रैवायं +तत्रैवार्थे +तत्रैवावस्थितः +तत्रैवाव्यक्तसंज्ञके +तत्रैवासम् +तत्रैवासि +तत्रैवास्ति +तत्रैवास्ते +तत्रैवास्य +तत्रैवाहं +तत्रैवे +तत्रैवेति +तत्रैवेदं +तत्रैवैकादशस्कन्धे +तत्रैवोक्तं +तत्रैवोक्तः +तत्रैवोक्तम् +तत्रैवोक्ता +तत्रैवोक्ताः +तत्रैवोक्तानि +तत्रैवोक्तेः +तत्रैवोत्तरखण्डे +तत्रैष +तत्रैषा +तत्रैषां +तत्रैषो +तत्रैषोऽत्यन्तप्रदेशः +तत्रैषोऽत्यन्तप्रदेशो +तत्रो +तत्रोक्त +तत्रोक्तं +तत्रोक्तः +तत्रोक्तत्वात् +तत्रोक्तम् +तत्रोक्ता +तत्रोक्ताः +तत्रोक्तानि +तत्रोक्ते +तत्रोक्तेः +तत्रोक्तो +तत्रोचितं +तत्रोच्छास्त्रमनर्थाय +तत्रोच्यते +तत्रोत्तमा +तत्रोत्तमो +तत्रोत्तरं +तत्रोत्तरगोले +तत्रोत्तरमाह +तत्रोत्तरम् +तत्रोत्तरे +तत्रोत्थाय +तत्रोत्पत्तेः +तत्रोत्पन्नः +तत्रोत्पन्ना +तत्रोत्पन्नो +तत्रोत्प्रेक्षते +तत्रोत्सवे +तत्रोदाहरणं +तत्रोदाहरणमाह +तत्रोदाहरणम् +तत्रोदाहरन्ति +तत्रोदितं +तत्रोदितम् +तत्रोद्धृतममत्रेभ्यः +तत्रोद्याने +तत्रोप +तत्रोपजायते +तत्रोपपत्तिः +तत्रोपपत्तिमाह +तत्रोपपदं +तत्रोपपद्यते +तत्रोपमा +तत्रोपयोगः +तत्रोपयोगि +तत्रोपरि +तत्रोपवासं +तत्रोपवासो +तत्रोपविश्य +तत्रोपविष्टं +तत्रोपविष्टः +तत्रोपविष्टेषु +तत्रोपविष्टो +तत्रोपवेश्य +तत्रोपसर्गाणां +तत्रोपस्थाय +तत्रोपस्थितं +तत्रोपस्पृश्य +तत्रोपाधिः +तत्रोपायं +तत्रोपायमाह +तत्रोपासकानां +तत्रोपेत्य +तत्रोपोष्य +तत्रोपोष्या +तत्रोभयं +तत्रोभयत्र +तत्रोभयत्रापि +तत्रोभयोरपि +तत्रोमिति +तत्रोल्लेखः +तत्रोवाच +तत्रोवास +तत्रोषा +तत्रोषित्वा +तत्रोष्णं +तत्रोष्य +तत्रो॒ +तत्रौदनं +तत्रौव +तत्र् +तत्र्त्रिधा +तत्र॑ +तत्र॒ +तत्व +तत्वं +तत्वज्ञ +तत्वज्ञः +तत्वज्ञा +तत्वज्ञान +तत्वज्ञानं +तत्वज्ञानके +तत्वज्ञानम् +तत्वज्ञानस्य +तत्वज्ञानी +तत्वज्ञाने +तत्वज्ञानेन +तत्वत +तत्वतः +तत्वतो +तत्वद्वयं +तत्वमसि +तत्वमसीति +तत्वमहं +तत्वमिति +तत्वमेव +तत्वम् +तत्वया +तत्वरे +तत्ववित् +तत्वविदां +तत्वविदो +तत्वविवेके +तत्वस्य +तत्वहोमं +तत्वा +तत्वां +तत्वाच +तत्वाच्च +तत्वात् +तत्वादिति +तत्वादित्यर्थः +तत्वानां +तत्वानि +तत्वाय +तत्वायामि +तत्वे +तत्वेति +तत्वेन +तत्वेषु +तत्वेऽपि +तत्वों +तत्वोपदेशः +तत्श्रुत्वा +तत्षट् +तत्षष्टिः +तत्षष्ट्या +तत्स +तत्सं +तत्संकल्पेन +तत्संकीर्तनम् +तत्संख्यं +तत्संख्यया +तत्संख्या +तत्संख्याकं +तत्संख्याका +तत्संख्याते +तत्संख्यान्विते +तत्संख्यापूरणे +तत्संख्येये +तत्संगमादरात् +तत्संगमे +तत्संजातं +तत्संज्ञं +तत्संज्ञकं +तत्संज्ञया +तत्संज्ञा +तत्संनिधौ +तत्संनियोगेन +तत्संपुटे +तत्संप्रदानाद्यसत्करणात् +तत्संप्रयुक्ताश्च +तत्संप्रयोगे +तत्संप्रेष्यति +तत्संबद्धं +तत्संबद्धा +तत्संबन्ध +तत्संबन्धं +तत्संबन्धः +तत्संबन्धस्य +तत्संबन्धात् +तत्संबन्धावच्छिन्न +तत्संबन्धि +तत्संबन्धितया +तत्संबन्धिनः +तत्संबन्धिनस्तवापि +तत्संबन्धिना +तत्संबन्धिनां +तत्संबन्धिनि +तत्संबन्धिनी +तत्संबन्धिनीषु +तत्संबन्धिनो +तत्संबन्धी +तत्संबन्धीनि +तत्संबन्धे +तत्संबन्धेन +तत्संबन्धो +तत्संबन्धोक्तेरतिशयोक्तिः +तत्संबुद्धिः +तत्संबुद्धौ +तत्संबोधनं +तत्संबोधनम् +तत्संबोधने +तत्संभव +तत्संभवः +तत्संभवति +तत्संभवात् +तत्संभवे +तत्संभवेऽपि +तत्संभाषणमात्रेण +तत्संमुखे +तत्संयमादपरान्तज्ञानम् +तत्संयुक्तं +तत्संयोगः +तत्संयोगविशेषतः +तत्संयोगस्य +तत्संयोगात् +तत्संयोगाद् +तत्संयोगानां +तत्संयोगी +तत्संयोगे +तत्संयोगेन +तत्संयोगो +तत्संवत्सरं +तत्संवेदनरूपेण +तत्संव्वत्सरं +तत्संशयः +तत्संशयो +तत्संसक्तिविजृम्भितम् +तत्संसर्गी +तत्संसर्गे +तत्संसृष्टं +तत्संस्कारं +तत्संस्कारः +तत्संस्कारकृते +तत्संस्कारस्य +तत्संस्कारात् +तत्संस्कारेण +तत्संस्कारो +तत्संस्कृतग्रहेभ्यः +तत्संस्कृतिस्तिथौ +तत्संस्कृतो +तत्संस्थानां +तत्सकलं +तत्सकाशं +तत्सकाशात् +तत्सखी +तत्सखीं +तत्सखीः +तत्सखे +तत्सख्या +तत्सङ्ख्या +तत्सङ्ख्यान्विते +तत्सङ्गे +तत्सङ्गेन +तत्सच्छ्रीकृष्णार्पणमस्तु +तत्सजातीयं +तत्सत् +तत्सत्तया +तत्सत्ता +तत्सत्त्वं +तत्सत्त्वात् +तत्सत्त्वे +तत्सत्त्वेन +तत्सत्त्वेऽपि +तत्सत्य +तत्सत्यँ +तत्सत्यं +तत्सत्यमिति +तत्सत्यमित्याचक्षते +तत्सत्यमेव +तत्सत्यम् +तत्सत्ये +तत्सत्य्ँ +तत्सत्रं +तत्सत्वं +तत्सत्वे +तत्सत्वेऽपि +तत्सदः +तत्सदा +तत्सदासीत् +तत्सदाहमिति +तत्सदिति +तत्सदृश +तत्सदृशं +तत्सदृशः +तत्सदृशत्वात् +तत्सदृशमित्यर्थः +तत्सदृशम् +तत्सदृशस्य +तत्सदृशा +तत्सदृशानां +तत्सदृशानि +तत्सदृशी +तत्सदृशे +तत्सदृशेन +तत्सदृशेषु +तत्सदृशैः +तत्सदृशो +तत्सद्धर्मामृतं +तत्सद्ब्रह्मणे +तत्सद्भावस्य +तत्सद्भावे +तत्सद्भावेऽपि +तत्सद्भूर्भुवः +तत्सधर्मा +तत्सन्तको +तत्सन्देहेऽपि +तत्सन्नि +तत्सन्निकृष्टदेशादौ +तत्सन्निधाने +तत्सन्निधिं +तत्सन्निधौ +तत्सन्नियोगेन +तत्सपत्नी +तत्सपत्नीनां +तत्सप्त +तत्सप्तमोऽस्तं +तत्सफलं +तत्सभां +तत्सभायां +तत्सम +तत्समं +तत्समः +तत्समकालमेव +तत्समक्षं +तत्समग्रं +तत्समत्वं +तत्समनन्तरं +तत्सममुच्यते +तत्सममेव +तत्समम् +तत्समय +तत्समयः +तत्समये +तत्समर्थनं +तत्समर्थनाय +तत्समर्थने +तत्समर्थाचरणं +तत्समवायतः +तत्समश्चाभ्यधिकश्च +तत्समसूत्रेण +तत्समस्तं +तत्समा +तत्समां +तत्समाः +तत्समाकर्ण्य +तत्समाख्यातं +तत्समाचक्ष्व +तत्समाचर +तत्समाचरेत् +तत्समादाय +तत्समादिष्टं +तत्समाधानं +तत्समाधानकथनं +तत्समाधानाय +तत्समानं +तत्समानमिति +तत्समानां +तत्समानाधिकरणतया +तत्समाप्तिमाह +तत्समाप्तौ +तत्समासतः +तत्समासतो +तत्समासस्यापि +तत्समासाद्य +तत्समासेन +तत्समाहारः +तत्समीक्ष्य +तत्समीप +तत्समीपं +तत्समीपतः +तत्समीपमागत्य +तत्समीपम् +तत्समीपे +तत्समुचितामेव +तत्समुदायः +तत्समुदायस्य +तत्समुदाये +तत्समुदायो +तत्समुद्धृत्य +तत्समूहस्य +तत्समूहे +तत्समृद्धं +तत्समृद्धम् +तत्समृध्यते +तत्समे +तत्समेन +तत्समो +तत्समौ +तत्सम्पुटे +तत्सम्प्रति +तत्सम्ब +तत्सम्बद्धं +तत्सम्बद्धम् +तत्सम्बद्धाः +तत्सम्बद्धेषु +तत्सम्बन्ध +तत्सम्बन्धं +तत्सम्बन्धः +तत्सम्बन्धस्य +तत्सम्बन्धात् +तत्सम्बन्धादेव +तत्सम्बन्धि +तत्सम्बन्धितया +तत्सम्बन्धिनः +तत्सम्बन्धिनि +तत्सम्बन्धिनी +तत्सम्बन्धिनो +तत्सम्बन्धिषु +तत्सम्बन्धी +तत्सम्बन्धीनि +तत्सम्बन्धे +तत्सम्बन्धेन +तत्सम्बन्धो +तत्सम्बुद्धौ +तत्सम्बोधनम् +तत्सम्भव +तत्सम्भवं +तत्सम्भवः +तत्सम्भवति +तत्सम्भवात् +तत्सम्भवादिति +तत्सम्भवे +तत्सम्मुखे +तत्सरः +तत्सरूपे +तत्सरो +तत्सर्व +तत्सर्वं +तत्सर्वतो +तत्सर्वतोक्षिशिरोमुखम् +तत्सर्वतोऽक्षिशिरोमुखम् +तत्सर्वत्र +तत्सर्वथा +तत्सर्वदा +तत्सर्वमक्षयं +तत्सर्वमखिलं +तत्सर्वमपि +तत्सर्वमसदित्युच्यते +तत्सर्वमात्मानमभिसंचिनुते +तत्सर्वमादत्ते +तत्सर्वमिति +तत्सर्वमिदं +तत्सर्वमिह +तत्सर्वमेनेनाप्नोति +तत्सर्वमेव +तत्सर्वम् +तत्सर्वादेः +तत्सर्वाभिरेवैतद्देवताभिर्भ्भिषज्ज्यति +तत्सर्वे +तत्सर्वेषां +तत्सर्वेषामेव +तत्सर्वेषु +तत्सर्वोऽग्निर्लोकम्पृणामभिसम्पद्यते +तत्सर्व्वं +तत्सलक्ष्म +तत्सलिलं +तत्सव +तत्सवं +तत्सविता +तत्सवितारं +तत्सवितुः +तत्सवितुरिति +तत्सवितुर्वरेण्यं +तत्सवितुर्वरेण्यमिति +तत्सवितुर्वरेण्यमित्यसौ +तत्सवितुर्वरेण्यम् +तत्सवितुर्वृणीमहे +तत्सवितुर्वृणीमहेऽद्या +तत्सवितृप्रसूत +तत्सविधे +तत्सह +तत्सहकारि +तत्सहकारितया +तत्सहचरितं +तत्सहध्वं +तत्सहभावाश्रुतेः +तत्सहशिष्ट्यादिभ्यः +तत्सहसा +तत्सहस्रं +तत्सहस्रगुणं +तत्सहस्रयुगपर्यन्तम् +तत्सहायेन +तत्सहायो +तत्सहित +तत्सहितं +तत्सहितः +तत्सहितम् +तत्सहितस्यैवास्य +तत्सहिता +तत्सहिताः +तत्सहिते +तत्सहितो +तत्सहैव +तत्सा +तत्सांप्रतं +तत्साक्षात्कारो +तत्साक्षित्वेन +तत्साक्षिभूतः +तत्साक्षी +तत्सात्त्विकं +तत्सात्त्विकमुच्यते +तत्सादृश्यं +तत्सादृश्यमभावश्च +तत्सादृश्यम् +तत्साध +तत्साधकं +तत्साधकप्रमाणाभावात् +तत्साधका +तत्साधन +तत्साधनं +तत्साधनञ्च +तत्साधनतया +तत्साधनता +तत्साधनत्वं +तत्साधनत्वात् +तत्साधनत्वेन +तत्साधनभूतं +तत्साधनभूता +तत्साधनमपि +तत्साधनमिति +तत्साधनम् +तत्साधनसमर्थस्य +तत्साधनस्य +तत्साधनानां +तत्साधनानि +तत्साधनाय +तत्साधने +तत्साधनेषु +तत्साधयति +तत्साधवो +तत्साधारणमन्नं +तत्साधितं +तत्साधु +तत्साधुकारी +तत्साधो +तत्साध्य +तत्साध्यं +तत्साध्यस्य +तत्साध्या +तत्साध्यानां +तत्साध्ये +तत्साध्येषु +तत्सान्द्रं +तत्सान्निपातिकम् +तत्साम +तत्सामग्री +तत्सामर्थ्यं +तत्सामर्थ्यात् +तत्सामर्थ्येन +तत्सामा +तत्सामानाधिकरण्यं +तत्सामानाधिकरण्येन +तत्सामान्यं +तत्सामान्यविषयम् +तत्सामान्यस्य +तत्सामान्यात् +तत्सामान्यादितरेषु +तत्सामान्यादिति +तत्सामान्याद् +तत्सामान्येन +तत्साम्नः +तत्साम्प्रतं +तत्साम्यं +तत्साम्यम् +तत्साम्यात् +तत्साम्ये +तत्सार +तत्सारं +तत्सारत्वादिश्चेति +तत्सारभूतं +तत्सारूप्यं +तत्सालम्बनं +तत्साहचर्यात् +तत्साहचर्याद् +तत्साहसं +तत्साहाय्याय +तत्सि +तत्सिद्ध +तत्सिद्धं +तत्सिद्धम् +तत्सिद्धये +तत्सिद्धि +तत्सिद्धिं +तत्सिद्धिः +तत्सिद्धिरिति +तत्सिद्धिस्तु +तत्सिद्धे +तत्सिद्धेः +तत्सिद्धेरिति +तत्सिद्धो +तत्सिद्धौ +तत्सिद्ध्यर्थं +तत्सिद्ध्या +तत्सिद्ध्यै +तत्सिनाय +तत्सु +तत्सुकृतदुष्कृते +तत्सुख +तत्सुखं +तत्सुखदं +तत्सुखम् +तत्सुखाय +तत्सुत +तत्सुतं +तत्सुतः +तत्सुतम् +तत्सुतस्तत्सुतो +तत्सुतस्य +तत्सुता +तत्सुतां +तत्सुताः +तत्सुतान् +तत्सुताम् +तत्सुताश्च +तत्सुते +तत्सुतेन +तत्सुतो +तत्सुतौ +तत्सुदर्शनम् +तत्सुभूतं +तत्सुषुप्तं +तत्सुषुप्तम् +तत्सुहृद्दक्षिणतोऽग्नेरुदङ्मुख +तत्सू +तत्सूक्ष्मं +तत्सूचकं +तत्सूतं +तत्सूत्र +तत्सूत्रं +तत्सूत्रमिति +तत्सूत्रम् +तत्सूत्रस्य +तत्सूत्राणि +तत्सूत्रात् +तत्सूत्राद्दक्षिणे +तत्सूत्रे +तत्सूददोहा +तत्सूर्यस्य +तत्सूर्याय +तत्सूर्यो +तत्सूर्य॑स्य +तत्सृष्टं +तत्सृष्टा +तत्सृष्ट्वा +तत्सेनां +तत्सेवनं +तत्सेवने +तत्सेवया +तत्सेवा +तत्सेवां +तत्सेवितं +तत्सेव्यं +तत्सैन्यं +तत्सोढुं +तत्सोम +तत्सौख्यं +तत्स्तुतं +तत्स्तुतिः +तत्स्तुत्यर्थं +तत्स्तोत्रं +तत्स्तौति +तत्स्त्रियः +तत्स्त्रिया +तत्स्त्रीणां +तत्स्थ +तत्स्थं +तत्स्थः +तत्स्थतदञ्जनता +तत्स्थलं +तत्स्थलम् +तत्स्थलात् +तत्स्थले +तत्स्थस्य +तत्स्था +तत्स्थां +तत्स्थाः +तत्स्थान +तत्स्थानं +तत्स्थानकान्यङ्कयेत् +तत्स्थानञ्च +तत्स्थानम् +तत्स्थानस्य +तत्स्थानां +तत्स्थानात् +तत्स्थानाद् +तत्स्थानानि +तत्स्थानि +तत्स्थानीय +तत्स्थानीयं +तत्स्थाने +तत्स्थान् +तत्स्थितं +तत्स्थितः +तत्स्थितम् +तत्स्थितान् +तत्स्थितिम् +तत्स्थितौ +तत्स्थिरम् +तत्स्थे +तत्स्थेन +तत्स्थेषु +तत्स्थैश्च +तत्स्थो +तत्स्नानं +तत्स्नेहेन +तत्स्पर्शनं +तत्स्पर्शे +तत्स्पृष्टिनं +तत्स्फुटं +तत्स्फुटपरिधिः +तत्स्फुटम् +तत्स्मर +तत्स्मरणं +तत्स्मरणेन +तत्स्मरेति +तत्स्मृतं +तत्स्मृतम् +तत्स्मृतिः +तत्स्मृत्या +तत्स्मृत्वा +तत्स्यन्दनः +तत्स्यात् +तत्स्यादिति +तत्स्याद् +तत्स्यान्न +तत्स्रवणं +तत्स्व +तत्स्वं +तत्स्वकं +तत्स्वभाव +तत्स्वभावं +तत्स्वभावः +तत्स्वभावतः +तत्स्वभावता +तत्स्वभावत्वात् +तत्स्वभावत्वादिति +तत्स्वभावत्वे +तत्स्वभावविच्छेदापेक्षः +तत्स्वभावस्य +तत्स्वभावा +तत्स्वभावो +तत्स्वयं +तत्स्वयंमथितमातपे +तत्स्वयमेव +तत्स्वयम् +तत्स्वरुपमाह +तत्स्वरू +तत्स्वरूप +तत्स्वरूपं +तत्स्वरूपः +तत्स्वरूपञ्च +तत्स्वरूपमाह +तत्स्वरूपमिति +तत्स्वरूपमेव +तत्स्वरूपम् +तत्स्वरूपस्य +तत्स्वरूपा +तत्स्वरूपादि +तत्स्वरूपादिकं +तत्स्वरूपिणी +तत्स्वरूपे +तत्स्वरूपेण +तत्स्वर्गं +तत्स्वर्गस्य +तत्स्वर्गे +तत्स्वर्णं +तत्स्वसा +तत्स्वान्तरं +तत्स्वाभासं +तत्स्वामिनः +तत्स्वामिना +तत्स्वामिनि +तत्स्वामिने +तत्स्वामी +तत्स्वीकारात् +तत्स्वीकारे +तत्स्वीकृतिव्यतिकरे +तत्स॑वि॒ता +तत्स॑वि॒तुर्वरे॑ण्यं॒ +तत्स॑हध्वं॒ +तत्हृदयदौर्बल्यशब्देन +तत्ऽत॑त् +तत्‌ +तत॑ +तत॑ः +तत॒ +तत॒स्त्वम॑सि॒ +तथ +तथं +तथः +तथएव +तथच +तथता +तथतायां +तथति +तथन +तथपि +तथम् +तथयोः +तथर्त्विजः +तथर्षयः +तथव +तथा +तथाँ +तथां +तथांशेन +तथाः +तथाइति +तथाइव +तथाओं +तथाकरणे +तथाकरोत् +तथाकारं +तथाकारानुभूतितः +तथाकारि +तथाकाशं +तथाकाशे +तथाकुर्वन् +तथाकुलम् +तथाकृतम् +तथाकृते +तथाक्षयम् +तथाक्षरम् +तथाक्षराद्विविधाः +तथाक्षिणी +तथाखिलम् +तथाख्यातं +तथाग +तथागत +तथागतं +तथागतः +तथागतकृत्यम् +तथागतचैत्ये +तथागतपरीक्षा +तथागतप्रवेदिते +तथागतबलानि +तथागतमर्हन्तं +तथागतमाहात्म्ये +तथागतम् +तथागतवर्णेऽपि +तथागतस्तिष्ठति +तथागतस्तेनोपसंक्रामत् +तथागतस्य +तथागतस्यान्तिके +तथागतस्यार्हतः +तथागतस्यासनं +तथागतस्येदं +तथागता +तथागतां +तथागताः +तथागतानां +तथागतानामनुत्पादाद्वा +तथागतानामर्हतां +तथागतानाम् +तथागतान् +तथागताम् +तथागताय +तथागतायां +तथागतायार्हते +तथागते +तथागतेन +तथागतेनार्हता +तथागतेनैव +तथागतेनैवैतानि +तथागतैः +तथागतो +तथागतोऽर्हन् +तथागमनकारणम् +तथाग्नयः +तथाग्निः +तथाग्निना +तथाग्नेयं +तथाग्नेये +तथाग्नेय्यां +तथाग्नौ +तथाग्रतः +तथाग्रहः +तथाग्रे +तथाग्रेऽपि +तथाघमर्षणं +तथाङ्ग +तथाङ्गानि +तथाङ्गुलैः +तथाङ्गुष्ठं +तथाच +तथाचं +तथाचम्य +तथाचरेत् +तथाचव +तथाचा +तथाचात्र +तथाचापस्तम्बः +तथाचापस्तम्बःतद्यथाम्रे +तथाचामं +तथाचायं +तथाचायमर्थः +तथाचास्य +तथाचाह +तथाचाऽऽपस्तम्बः +तथाचि +तथाचे +तथाचेति +तथाचेत्यादि +तथाचेदं +तथाचेह +तथाचैवं +तथाचोक्तं +तथाचोक्तम् +तथाच्युतं +तथाजातीयकमतिवाहयन्ति +तथाजातीयकाः +तथाज्येन +तथाञ्जनम् +तथात +तथातथा +तथातस्माद्या +तथाता +तथाति +तथातिजगती +तथातितप्तं +तथातिथ्यं +तथात् +तथात्त्वम् +तथात्मता +तथात्मनः +तथात्मनि +तथात्मनो +तथात्मा +तथात्मानं +तथात्मानमकर्तारं +तथात्मापि +तथात्यर्थं +तथात्युग्रं +तथात्र +तथात्रापि +तथात्रापीति +तथात्रापीत्यर्थः +तथात्रेति +तथात्रैव +तथात्व +तथात्वं +तथात्वञ्च +तथात्वप्रसङ्गः +तथात्वप्रसङ्गात् +तथात्वमस्तु +तथात्वमादाय +तथात्वमिति +तथात्वमित्यर्थः +तथात्वमित्याह +तथात्वमुक्तम् +तथात्वमेव +तथात्वम् +तथात्वस्य +तथात्वात् +तथात्वादिति +तथात्वापत्तेः +तथात्वाभावात् +तथात्वे +तथात्वेन +तथात्वेनैव +तथात्वेऽपि +तथाथ +तथादर्शनात् +तथादि +तथादित्या +तथाद्य +तथाद्यं +तथाद्यके +तथाद्यापि +तथाधः +तथाधरे +तथाधारे +तथाधिकम् +तथाधुना +तथाध्मानं +तथाध्यात्मिकमेव +तथान +तथानघ +तथानन्तं +तथानन्दं +तथानवगमात् +तथानवेक्षितगुणः +तथानार्येषु +तथानुक्रम्यते +तथानुमानं +तथानुष्ठिते +तथानृतम् +तथानृते +तथानेन +तथान्तः +तथान्ततः +तथान्तरम् +तथान्तरिक्षे +तथान्तरे +तथान्ते +तथान्न +तथान्नं +तथान्नेन +तथान्य +तथान्यं +तथान्यः +तथान्यच्च +तथान्यतः +तथान्यत् +तथान्यत्र +तथान्यत्रापि +तथान्यथा +तथान्यदपि +तथान्यद् +तथान्यप्रतिषेधात् +तथान्यस्य +तथान्यस्याप्यनादरः +तथान्या +तथान्यां +तथान्यांश्च +तथान्याः +तथान्यानपि +तथान्यानि +तथान्यान् +तथान्यान्यपि +तथान्याश्च +तथान्यासां +तथान्ये +तथान्येन +तथान्येषां +तथान्येषामपि +तथान्येषु +तथान्येष्वपि +तथान्येऽपि +तथान्यैः +तथान्यैरपि +तथान्यैश्च +तथान्यो +तथान्योन्यं +तथान्योऽपि +तथाप +तथापत्तेः +तथापमज्या +तथापरं +तथापरः +तथापरम् +तथापरा +तथापराः +तथापरान् +तथापरे +तथापरैः +तथापरौ +तथापि +तथापी +तथापीति +तथापीत्यर्थः +तथापीत्यादि +तथापीत्यादिना +तथापीदं +तथापीदमस्तु +तथापीह +तथापेि +तथाप्नुयात् +तथाप्नोति +तथाप्य +तथाप्यति +तथाप्यत्र +तथाप्यदोषः +तथाप्यद्य +तथाप्यनेन +तथाप्यन्ये +तथाप्ययं +तथाप्यवश्यं +तथाप्यवश्यानुष्ठेयमेतत् +तथाप्यसति +तथाप्यसौ +तथाप्यस्ति +तथाप्यस्मादिति +तथाप्यस्य +तथाप्यहं +तथाप्यहम् +तथाप्यहो +तथाप्यु +तथाप्येकं +तथाप्येको +तथाप्येतत् +तथाप्येते +तथाप्येनं +तथाप्येवं +तथाप्येष +तथाप्येषा +तथाप्येषां +तथाप्य् +तथाप्सु +तथाब्रवीत् +तथाभवत् +तथाभाव +तथाभावं +तथाभावः +तथाभावप्रसङ्गात् +तथाभावात् +तथाभावादिति +तथाभावे +तथाभावेन +तथाभावेऽपि +तथाभावो +तथाभासः +तथाभिधानं +तथाभिधानात् +तथाभूत +तथाभूतं +तथाभूतः +तथाभूतमपि +तथाभूतमेव +तथाभूतम् +तथाभूतया +तथाभूतयोः +तथाभूतश्च +तथाभूतस्य +तथाभूतस्यापि +तथाभूतस्यैव +तथाभूता +तथाभूतां +तथाभूताः +तथाभूतानां +तथाभूतानामर्थवादाः +तथाभूतानि +तथाभूतान् +तथाभूताम् +तथाभूतायां +तथाभूते +तथाभूतेन +तथाभूतेषु +तथाभूतैः +तथाभूतैव +तथाभूतो +तथाभूतोपदेशात् +तथाभूतोऽपि +तथाभूतौ +तथाभ्यङ्गे +तथाभ्यर्च्य +तथाभ्युक्तम् +तथाभ्युपगमे +तथामति +तथामते +तथामिषम् +तथामी +तथामृतम् +तथाम्बरम् +तथाम्बरे +तथाम्बिका +तथाम्बुजम् +तथाम्लं +तथाम्लञ्च +तथायं +तथायतम् +तथायते +तथायमपि +तथायमात्मा +तथायम् +तथायसम् +तथायान्तं +तथायामे +तथायि +तथायुक्त +तथायुक्तं +तथायुक्तञ्चानीप्सितम् +तथायुक्ते +तथायुतम् +तथायुषः +तथारण्ये +तथारभ्य +तथारसं +तथारामे +तथारुणम् +तथारुणा +तथारूढोऽभिनिवेशः +तथारूपं +तथारूपः +तथारूपा +तथारूपां +तथारूपेण +तथारोग्यं +तथार्चनम् +तथार्चने +तथार्चयेत् +तथार्जुनः +तथार्थं +तथार्थः +तथार्थत्वम् +तथार्थे +तथार्धं +तथार्शांसि +तथालयम् +तथाव +तथावयोः +तथावस्थं +तथावादिनं +तथावादिनीं +तथावि +तथाविद्या +तथाविध +तथाविधं +तथाविधः +तथाविधक्रोधमोहादिग्रन्थिसन्दर्भगर्भीकृतान्तर्दृशः +तथाविधमपि +तथाविधमिति +तथाविधमेव +तथाविधम् +तथाविधया +तथाविधश्च +तथाविधस्तावदशेषमस्तु +तथाविधस्त्वं +तथाविधस्थले +तथाविधस्य +तथाविधस्यापि +तथाविधस्यैव +तथाविधा +तथाविधां +तथाविधाः +तथाविधात् +तथाविधानां +तथाविधानामेव +तथाविधानामेष +तथाविधानि +तथाविधान् +तथाविधान्येव +तथाविधाभ्यां +तथाविधामेव +तथाविधाम् +तथाविधाया +तथाविधायाः +तथाविधावस्थापर्यालोचनाच्च +तथाविधाश्च +तथाविधे +तथाविधेन +तथाविधेषु +तथाविधेऽपि +तथाविधैः +तथाविधैरेव +तथाविधो +तथाविधोऽपि +तथाविधौ +तथावृत्तं +तथावे +तथावेक्ष्य +तथावै +तथाव्यथासंकुलमानसानां +तथाशब्द +तथाशब्दः +तथाशब्दस्य +तथाशब्देन +तथाशब्दो +तथाशु +तथाशुचौ +तथाश्रमाः +तथाश्लेषा +तथाश्वानां +तथाश्विनौ +तथाश्विन्यां +तथाषाढी +तथाषाढे +तथाष्टकम् +तथाष्टमः +तथाष्टमम् +तथाष्टमी +तथाष्टमीम् +तथाष्टमे +तथाष्टम्यां +तथाष्टादश +तथाष्टादशधा +तथाष्टौ +तथास +तथासति +तथासतीति +तथासनं +तथासनम् +तथासने +तथासि +तथासोः +तथासौ +तथास्ति +तथास्तु +तथास्ते +तथास्त्रं +तथास्त्राणि +तथास्त्रेण +तथास्त्विति +तथास्त्वित्याह +तथास्त्वेवं +तथास्थितं +तथास्थितम् +तथास्थीनि +तथास्माकं +तथास्मान् +तथास्माभिः +तथास्मि +तथास्मिन् +तथास्य +तथास्या +तथास्याः +तथास्यापि +तथाह +तथाहं +तथाहमपि +तथाहमेव +तथाहि +तथाहिं +तथाहिते +तथाही +तथाहीति +तथाहीत्यादि +तथाहीत्यादिना +तथाहुः +तथाहेि +तथाह्यसौ +तथाह्युक्तम् +तथाह्वयेत् +तथाऽ +तथाऽकरोत् +तथाऽक्षतान् +तथाऽक्षयम् +तथाऽक्षय्ये +तथाऽग्रे +तथाऽघमर्षणं +तथाऽत्र +तथाऽत्रापि +तथाऽत्रापीति +तथाऽत्रेति +तथाऽदितम् +तथाऽदृष्टं +तथाऽद्य +तथाऽध्माने +तथाऽनघ +तथाऽनुष्ठिते +तथाऽनृतम् +तथाऽनेन +तथाऽन्ते +तथाऽन्नं +तथाऽन्य +तथाऽन्यं +तथाऽन्यः +तथाऽन्यच्च +तथाऽन्यत् +तथाऽन्यत्र +तथाऽन्यत्रापि +तथाऽन्यदपि +तथाऽन्यस्य +तथाऽन्या +तथाऽन्याः +तथाऽन्यानपि +तथाऽन्यानि +तथाऽन्यान् +तथाऽन्यान्यपि +तथाऽन्याश्च +तथाऽन्ये +तथाऽन्येषां +तथाऽन्येषु +तथाऽन्येष्वपि +तथाऽन्येऽपि +तथाऽन्यैः +तथाऽन्यो +तथाऽन्योन्यं +तथाऽन्योऽपि +तथाऽपरः +तथाऽपरम् +तथाऽपरा +तथाऽपराः +तथाऽपरान् +तथाऽपरे +तथाऽपरो +तथाऽपि +तथाऽपीति +तथाऽपीह +तथाऽप्यत्र +तथाऽप्यसौ +तथाऽप्यस्य +तथाऽप्येष +तथाऽब्रवीत् +तथाऽभक्ष्यस्य +तथाऽभवत् +तथाऽभवन् +तथाऽभ्यङ्गे +तथाऽभ्यर्च्य +तथाऽमी +तथाऽमृतम् +तथाऽम्बरम् +तथाऽम्ल +तथाऽयं +तथाऽयमपि +तथाऽरण्ये +तथाऽरसं +तथाऽर्चनम् +तथाऽर्पयेत् +तथाऽवदन् +तथाऽशासि +तथाऽश्मरीम् +तथाऽश्विनौ +तथाऽष्टमी +तथाऽष्टमे +तथाऽष्टम्यां +तथाऽष्टौ +तथाऽसौ +तथाऽस्ति +तथाऽस्तु +तथाऽस्त्विति +तथाऽस्त्वेव +तथाऽस्त्वेवं +तथाऽस्माकं +तथाऽस्मि +तथाऽस्य +तथाऽस्या +तथाऽह +तथाऽहं +तथाऽहमपि +तथाऽहम् +तथाऽऽ +तथाऽऽकाशे +तथाऽऽग्नेयं +तथाऽऽचरेत् +तथाऽऽतिथ्यं +तथाऽऽत्मनः +तथाऽऽत्मनि +तथाऽऽत्मा +तथाऽऽत्मानं +तथाऽऽयतम् +तथाऽऽयान्तं +तथाऽऽरोग्यं +तथाऽऽषाढे +तथाऽऽह +तथा॑ +तथा॑विधे॒ +तथा॒ +तथि +तथिव +तथी +तथे +तथेः +तथेच +तथेच्छति +तथेच्छया +तथेच्छा +तथेत +तथेतः +तथेतरः +तथेतरत् +तथेतरम् +तथेतरा +तथेतराः +तथेतराणि +तथेतरे +तथेतरौ +तथेति +तथेत्य +तथेत्यत +तथेत्यत्र +तथेत्यथ +तथेत्यनेन +तथेत्यर्थ +तथेत्यर्थः +तथेत्यस्य +तथेत्यादि +तथेत्यादिना +तथेत्याह +तथेत्युक्तं +तथेत्युक्तः +तथेत्युक्तम् +तथेत्युक्तवतस्तस्य +तथेत्युक्ता +तथेत्युक्ते +तथेत्युक्तो +तथेत्युक्त्वा +तथेत्युवाच +तथेत्यूचे +तथेत्येव +तथेत्येवं +तथेत्य् +तथेत्र +तथेद +तथेदं +तथेदमपरं +तथेदमपि +तथेदम् +तथेदानीं +तथेन्द्रं +तथेन्द्रः +तथेन्द्रस्य +तथेन्द्राणी +तथेन्द्रियकृता +तथेन्द्रियभावेन +तथेन्द्रियाणां +तथेन्द्रियाणि +तथेन्धने +तथेमा +तथेमे +तथेयं +तथेयमपि +तथेयमपीति +तथेव +तथेशानं +तथेशित्वं +तथेश्वरं +तथेश्वरः +तथेश्वरकृष्णायैते +तथेश्वरम् +तथेश्वरि +तथेश्वरी +तथेश्वरोऽपि +तथेष्टं +तथेष्यते +तथेह +तथेहापि +तथेहापीति +तथै +तथैः +तथैक +तथैकं +तथैकः +तथैकतः +तथैकत्र +तथैकमेव +तथैकम् +तथैकस्मिन् +तथैकस्य +तथैका +तथैकां +तथैकांशं +तथैकादश +तथैकान्तिकस्य +तथैकेन +तथैकैकं +तथैको +तथैच +तथैतं +तथैतत् +तथैतदपि +तथैतद् +तथैतस्य +तथैता +तथैताः +तथैतानि +तथैति +तथैते +तथैतेषां +तथैत्र +तथैध +तथैनं +तथैब +तथैरावतमुत्तरम् +तथैव +तथैवं +तथैवच +तथैवा +तथैवागतं +तथैवाग्निं +तथैवाङ्गिरसं +तथैवात्मा +तथैवात्र +तथैवात्रापि +तथैवाथ +तथैवाद्य +तथैवाद्यापि +तथैवाध्यापनं +तथैवानागताश्च +तथैवानाश्रमे +तथैवानुपसंहारी +तथैवान्ते +तथैवान्नं +तथैवान्यः +तथैवान्यत् +तथैवान्या +तथैवान्यानि +तथैवान्ये +तथैवाप्यभिघाततः +तथैवाप्सरसः +तथैवाप्सरसां +तथैवाप्सरसो +तथैवाभ्यर्च्य +तथैवायं +तथैवायाचितेन +तथैवार्थो +तथैवालकनन्दा +तथैवावस्थानं +तथैवाशु +तथैवाश्रमिणः +तथैवाश्वयुजे +तथैवाष्टौ +तथैवास +तथैवासीत् +तथैवासौ +तथैवास्ति +तथैवास्तु +तथैवास्ते +तथैवास्त्विति +तथैवास्य +तथैवाह +तथैवाहं +तथैवाऽयं +तथैवे +तथैवेति +तथैवेत्यर्थः +तथैवेत्यादि +तथैवेत्याह +तथैवेदं +तथैवेन्द्रो +तथैवेयं +तथैवेह +तथैवेहापि +तथैवै +तथैवैकं +तथैवैकस्य +तथैवैतत् +तथैवैतत्कुमारः +तथैवैतद् +तथैवैतद्यजमान +तथैवैतद्यजमानः +तथैवैतद्यजमाना +तथैवैतद्यजमानो +तथैवैते +तथैवैनं +तथैवैन्द्री +तथैवैवं +तथैवैष +तथैवैषा +तथैवैषां +तथैवोक्तं +तथैवोक्तम् +तथैवोक्त्वा +तथैवोदाहृतम् +तथैवोद्गारशोधनः +तथैवोर्ध्वं +तथैवोशनसेरितम् +तथैवोषा +तथैव् +तथैशाने +तथैशान्यां +तथैश्वर्यं +तथैष +तथैषा +तथैषां +तथो +तथोः +तथोक +तथोकः +तथोक्त +तथोक्तं +तथोक्तः +तथोक्तत्वात् +तथोक्तमिति +तथोक्तम् +तथोक्तया +तथोक्तवति +तथोक्तश्च +तथोक्तस्तम् +तथोक्तस्तस्य +तथोक्तस्तु +तथोक्तस्य +तथोक्तस्सन् +तथोक्ता +तथोक्तां +तथोक्ताः +तथोक्तानां +तथोक्तानाम् +तथोक्तानि +तथोक्तान् +तथोक्ताम् +तथोक्ताय +तथोक्तास्ते +तथोक्तिः +तथोक्ते +तथोक्तेः +तथोक्तेति +तथोक्तेन +तथोक्तेषु +तथोक्तैः +तथोक्तो +तथोक्तोऽपि +तथोक्तौ +तथोक्त्त +तथोक्त्वा +तथोग्रं +तथोच्यत +तथोच्यते +तथोत +तथोतः +तथोतम् +तथोता +तथोत्कटा +तथोत्त +तथोत्तमं +तथोत्तमम् +तथोत्तमा +तथोत्तमाम् +तथोत्तमे +तथोत्तरं +तथोत्तरः +तथोत्तरम् +तथोत्तरस्यां +तथोत्तरा +तथोत्तराम् +तथोत्तरे +तथोत्तरेण +तथोत्थितः +तथोत्पत्तिः +तथोत्पलम् +तथोत्सर्गः +तथोत्साहं +तथोदकम् +तथोदगयने +तथोदपानं +तथोदरं +तथोदरम् +तथोदरी +तथोदरे +तथोदितम् +तथोदिता +तथोदीच्यां +तथोद्गाता +तथोद्याने +तथोद्वाहे +तथोन्नतम् +तथोन्नते +तथोन्मादं +तथोन्मादः +तथोन्मादे +तथोप +तथोपदेष्टारमपि +तथोपपादितमधस्तात् +तथोपमान् +तथोपरि +तथोपलब्धेः +तथोपलभ्यते +तथोपायं +तथोभयम् +तथोभयोः +तथोभौ +तथोमिति +तथोरसि +तथोरू +तथोर्ध्वं +तथोर्ध्ववातः +तथोर्वशी +तथोवाच +तथोशीरं +तथोषसि +तथोषा +तथोष्णं +तथौ +तथौषधम् +तथौषधीः +तथौष्ठौ +तथ् +तथ्य +तथ्यं +तथ्यः +तथ्यञ्च +तथ्यनिर्देशः +तथ्यमिदं +तथ्यमेव +तथ्यमेवाभिहिता +तथ्यम् +तथ्यसञ्चार +तथ्यसूत्रम् +तथ्यस्य +तथ्या +तथ्यानां +तथ्यानाम् +तथ्यानि +तथ्ये +तथ्येन +तथ्येनापि +तथ्येषु +तथ्स +तथ्सत्यं +तद +तदं +तदंगं +तदंगानि +तदंगेषु +तदंतं +तदंतरं +तदंतरे +तदंतिकम् +तदंतिके +तदंते +तदंश +तदंशं +तदंशके +तदंशतः +तदंशत्वं +तदंशत्वात् +तदंशस्य +तदंशा +तदंशाः +तदंशानां +तदंशाश्च +तदंशे +तदंशेन +तदंशेऽपि +तदंशैः +तदंशो +तदः +तदई +तदकरणं +तदकरणे +तदकर्म +तदकृतं +तदक्रि +तदक्षयं +तदक्षयफलं +तदक्षयम् +तदक्षय्यं +तदक्षय्यफलं +तदक्षय्यमस्त्विति +तदक्षर +तदक्षरं +तदक्षरमधिगम्यते +तदक्षरम् +तदक्षरे +तदक्षविश्लेषलवैस्तदा +तदक्षि +तदखिलं +तदगोचरत्वात् +तदग्नय +तदग्नये +तदग्नि +तदग्निं +तदग्निः +तदग्निना +तदग्निरग्नये +तदग्निराह +तदग्निर्देवो +तदग्ने +तदग्नेः +तदग्नौ +तदग्र +तदग्रं +तदग्रज्या +तदग्रत +तदग्रतः +तदग्रतो +तदग्रयो +तदग्रहे +तदग्रात् +तदग्राभ्यां +तदग्रे +तदग्रेण +तदग्र्यं +तदघं +तदङ्कतः +तदङ्कुरे +तदङ्के +तदङ्ग +तदङ्गं +तदङ्गच्छेद +तदङ्गतः +तदङ्गतया +तदङ्गता +तदङ्गत्वं +तदङ्गत्वमिति +तदङ्गत्वात् +तदङ्गत्वे +तदङ्गत्वेन +तदङ्गनाम् +तदङ्गभूतं +तदङ्गभूतकर्मयोगमाहात्म्येऽभिहिते +तदङ्गमिति +तदङ्गमेव +तदङ्गम् +तदङ्गसंसर्गमवाप्य +तदङ्गस्य +तदङ्गानां +तदङ्गानि +तदङ्गीकारे +तदङ्गीकुरु +तदङ्गीकृत्य +तदङ्गुष्ठद्वयं +तदङ्गे +तदङ्गेषु +तदचिन्त्यस्य +तदजस्रं +तदजायत +तदज्ञात्वा +तदज्ञानं +तदज्ञानमिति +तदज्ञानात् +तदज्ञाने +तदज्ञानेन +तदज्ञानेऽपि +तदञ्जनं +तदञ्जनम् +तदञ्जलिना +तदण्डं +तदण्डमभवद्धैमं +तदत +तदतः +तदतश्चक्रं +तदति +तदतिक्रमे +तदतिक्रमेण +तदतिक्रम्य +तदतिक्रामति +तदतिदिश्यते +तदतिमन्दम् +तदतिरिक्त +तदतिरिक्तं +तदतिरिक्तः +तदतिरिक्तम् +तदतिरिक्तस्य +तदतिरिक्ता +तदतिरिक्ते +तदतिरेकेण +तदतिशयहेतवस्त्वलङ्काराः +तदतिशय्यते +तदतिहन्यात् +तदतीतं +तदतीता +तदतीन्द्रियमिष्यते +तदतीव +तदतु +तदतो +तदत्ति +तदत्यग्निहितं +तदत्यद्भुतं +तदत्यन्तं +तदत्यये +तदत्र +तदत्रापि +तदत्रास्ति +तदत्रैव +तदत्रोच्यते +तदथ +तदथं +तदथो +तददत्तं +तददर्शनात् +तददितेर्दातुं +तददित्याः +तददूरदेशादौ +तददृष्टं +तददोषौ +तदद्धातय +तदद्भिः +तदद्भुतं +तदद्भुततमं +तदद्भुतमचिन्त्यं +तदद्भुतमपश्याम +तदद्भुतमिवाभवत् +तदद्भुतम् +तदद्य +तदद्यत +तदद्या +तदद्यापि +तदद्यैव +तदद्‌भुतमिवाभवत् +तदद्‍भुतं +तदध +तदधं +तदधः +तदधमं +तदधश्च +तदधस्तात् +तदधस्तु +तदधि +तदधिक +तदधिकं +तदधिकरण +तदधिकरणं +तदधिकरणम् +तदधिकरणे +तदधिकस्य +तदधिका +तदधिकारात् +तदधिकारी +तदधिकारे +तदधिकारेण +तदधिकृत्य +तदधिके +तदधिगम +तदधिगमाधिकरणम् +तदधिगमाय +तदधिगमे +तदधिपतिना +तदधिष्ठाता +तदधिष्ठातृदेवता +तदधिष्ठात्र्यां +तदधिष्ठानं +तदधिष्ठानस्य +तदधिष्ठाय +तदधीते +तदधीन +तदधीनं +तदधीनः +तदधीनत्वं +तदधीनत्वात् +तदधीनत्वादर्थवत् +तदधीनप्रवृत्तित्वात् +तदधीनमिति +तदधीनवचने +तदधीनसामर्थ्यप्रदर्शनार्थोराजा +तदधीना +तदधीनाः +तदधीने +तदधीनेषु +तदधीनो +तदधुना +तदधुनोच्यते +तदधे +तदधो +तदध्यक्षेण +तदध्ययनं +तदध्ययनार्थं +तदध्यशनमुच्यते +तदध्ये +तदध्येतरि +तदध्वर्युः +तदन +तदनं +तदनंतफलं +तदनंतर +तदनंतरं +तदनंतरम् +तदनङ्गीकारे +तदनन्त +तदनन्तं +तदनन्तफलं +तदनन्तर +तदनन्तरं +तदनन्तरकरणीयान्याह +तदनन्तरकालिकैः +तदनन्तरकाले +तदनन्तरजः +तदनन्तरजा +तदनन्तरजो +तदनन्तरञ्च +तदनन्तरम +तदनन्तरमपि +तदनन्तरमसौ +तदनन्तरमिति +तदनन्तरमेव +तदनन्तरम् +तदनन्तरस्य +तदनन्तरा +तदनन्तरापायादपवर्गः +तदनन्तरे +तदनन्यता +तदनन्यत्वं +तदनन्यत्वमारम्भणशब्दादिभ्य +तदनन्यत्वमारम्भणशब्दादिभ्यः +तदनन्यत्वम् +तदनन्यत्वात् +तदनन्वयः +तदनपेक्ष +तदनपेक्षं +तदनपेक्षणात् +तदनपेक्षत्वाच्चेति +तदनपेक्षत्वात् +तदनपेक्षस्य +तदनभिधानात् +तदनभिधाने +तदनभ्युपगमात् +तदनभ्युपगमे +तदनभ्युपगमेऽपि +तदनमनग्नं +तदनम् +तदनया +तदनयोः +तदनर्थकं +तदनर्हतया +तदनवकाशं +तदनष्टं +तदनागत +तदनादरश्रवणात् +तदनादरेण +तदनादि +तदनादृत्य +तदनाधारत्वं +तदनाधारत्वमुच्यते +तदनारम्भ +तदनि +तदनित्यं +तदनित्यत्वे +तदनित्यमिति +तदनित्यम् +तदनिमित्तं +तदनिरूपणात् +तदनिष्टं +तदनीं +तदनीकं +तदनीकमुग्रं +तदनु +तदनुकारि +तदनुकूल +तदनुकूलं +तदनुकूलक्रिया +तदनुकूलमेव +तदनुकूलो +तदनुक्तौ +तदनुक्रमात् +तदनुगतं +तदनुगुण +तदनुगुणं +तदनुगुणतया +तदनुगुणमेव +तदनुगुणम् +तदनुगुणा +तदनुग्रह +तदनुग्रहः +तदनुग्रहात् +तदनुग्रहार्थं +तदनुग्राहकं +तदनुचिन्तय +तदनुच्छेदाच्च +तदनुजानीहि +तदनुजो +तदनुज्ञया +तदनुज्ञां +तदनुज्ञातः +तदनुज्ञाता +तदनुज्ञातुमर्हथ +तदनुज्ञातुमर्हसि +तदनुज्ञातो +तदनुज्ञामवाप्य +तदनुत्तमम् +तदनुत्तरं +तदनुत्पन्नं +तदनुद्देशेन +तदनुप +तदनुपपत्तिः +तदनुपपत्तिरेव +तदनुपपत्ते +तदनुपपत्तेः +तदनुपपत्तेरिति +तदनुपपत्तौ +तदनुपपत्त्या +तदनुपपन्नं +तदनुपपन्नम् +तदनुपलब्धिः +तदनुपलम्भात् +तदनुप्रविश्य +तदनुप्रवेशो +तदनुप्रवोढुम् +तदनुप्राणिता +तदनुबन्धकग्रहणे +तदनुभजनतो +तदनुभव +तदनुभवः +तदनुभवस्य +तदनुभवात् +तदनुभवे +तदनुभाष्य +तदनुभूयते +तदनुमन्यताम् +तदनुमानं +तदनुमानमिति +तदनुमानम् +तदनुमानात् +तदनुमाने +तदनुमानेन +तदनुयायिनां +तदनुरुपं +तदनुरूप +तदनुरूपं +तदनुरूपः +तदनुरूपमेव +तदनुरूपम् +तदनुरूपस्यानुरूपत्वम् +तदनुरूपा +तदनुरूपां +तदनुरूपाणि +तदनुरूपेण +तदनुरूपो +तदनुरूपोत्साहतः +तदनुरोधतः +तदनुरोधात् +तदनुरोधे +तदनुरोधेन +तदनुरोधेनैव +तदनुवर्तते +तदनुवादः +तदनुवादेन +तदनुवृत्तरिति +तदनुवृत्तेरिति +तदनुवृत्तौ +तदनुव्याख्यास्यामः +तदनुष्ठाता +तदनुष्ठानं +तदनुष्ठानमेव +तदनुष्ठानस्य +तदनुष्ठानात् +तदनुष्ठाने +तदनुसन्धानं +तदनुसरणं +तदनुसार +तदनुसारं +तदनुसारतः +तदनुसारमेव +तदनुसारम् +तदनुसाराद् +तदनुसारि +तदनुसारिणः +तदनुसारिणी +तदनुसारिणो +तदनुसारे +तदनुसारेण +तदनुसारेणैव +तदनुसृत्य +तदनुस्मरणं +तदनु॑ +तदनु॒ +तदनूची +तदनूद्य +तदनृतं +तदने +तदनेकं +तदनेन +तदनेनाध्यायेन +तदनेनेति +तदनेनैव +तदन् +तदन्त +तदन्तं +तदन्तः +तदन्तःकरणेन +तदन्तःस्थं +तदन्तग्रहण +तदन्तग्रहणं +तदन्तग्रहणमलुकि +तदन्तग्रहणम् +तदन्ततः +तदन्ततारे +तदन्तत्वात् +तदन्तमेव +तदन्तम् +तदन्तर +तदन्तरं +तदन्तरगः +तदन्तरप्रतिपत्तौ +तदन्तरभवं +तदन्तरम् +तदन्तरस्य +तदन्तरहृतो +तदन्तरा +तदन्तराल +तदन्तराले +तदन्तरे +तदन्तरेण +तदन्तरेव +तदन्तरेषु +तदन्तरैक्यं +तदन्तर्गत +तदन्तर्गतं +तदन्तर्गतस्य +तदन्तर्गता +तदन्तर्गतानां +तदन्तर्वर्ति +तदन्तविधि +तदन्तविधिं +तदन्तविधिः +तदन्तविधिना +तदन्तविधिप्रतिषेधात् +तदन्तविधिरिति +तदन्तविधिरिष्यते +तदन्तविधिर्न +तदन्तविधिर्नास्ति +तदन्तविधेः +तदन्तविधौ +तदन्तश्च +तदन्तस्तत्पुरुषो +तदन्तस्य +तदन्तस्याङ्गस्य +तदन्तस्यापि +तदन्तस्येति +तदन्ता +तदन्ताच्च +तदन्ताच्छतरि +तदन्तात् +तदन्तात्तत्पुरुषाट्टच् +तदन्तात्तसिः +तदन्तादपि +तदन्तादिति +तदन्ताद् +तदन्ताद्बहुव्रीहेः +तदन्ताद्वा +तदन्तानां +तदन्ताविधि +तदन्तिकं +तदन्तिकमेव +तदन्तिकम् +तदन्तिकात् +तदन्तिके +तदन्ते +तदन्तेन +तदन्तो +तदन्त्यं +तदन्न +तदन्नं +तदन्नपानं +तदन्नस्य +तदन्नाद्यं +तदन्नास्तस्य +तदन्य +तदन्यं +तदन्यः +तदन्यच्च +तदन्यतः +तदन्यतो +तदन्यत् +तदन्यत्तु +तदन्यत्र +तदन्यत्रापि +तदन्यत्वं +तदन्यथा +तदन्यथानुपपत्त्या +तदन्यदपि +तदन्यदेव +तदन्यद् +तदन्यव्युदासार्थ +तदन्यश्च +तदन्यसाधारणत्वात् +तदन्यस्मिन् +तदन्यस्य +तदन्यस्यामधि +तदन्यस्यैव +तदन्या +तदन्याः +तदन्यानि +तदन्याश्च +तदन्यूनं +तदन्ये +तदन्येन +तदन्येषां +तदन्येषु +तदन्यैः +तदन्यो +तदन्यौ +तदन्वय +तदन्वयः +तदन्वयव्यतिरेकानुविधानात् +तदन्वयस्य +तदन्वयाः +तदन्वयात् +तदन्वये +तदन्वयो +तदन्वारोहणं +तदन्वालभ्य +तदन्वित +तदन्वितं +तदन्वितः +तदन्विता +तदन्विति +तदन्विते +तदन्विष्यतां +तदन्विह +तदन्वेषणाय +तदप +तदपः +तदपगच्छतात् +तदपगमे +तदपघातके +तदपजयसूचकमेव +तदपत्यं +तदपत्यस्य +तदपत्यादौ +तदपत्यानां +तदपत्यानि +तदपत्ये +तदपत्येषु +तदपदिश्यते +तदपनीय +तदपरं +तदपरा +तदपराजिता +तदपरित्यागे +तदपरे +तदपरेण +तदपवाद +तदपवादः +तदपवादत्वात् +तदपवादत्वेन +तदपवादमाह +तदपवादे +तदपवादेन +तदपहन्ति +तदपहस्तितं +तदपहाय +तदपां +तदपाकरणाय +तदपाणिपादं +तदपाणिपादम् +तदपादानं +तदपाये +तदपास्य +तदपि +तदपीति +तदपीह +तदपूर्वं +तदपे +तदपेक्ष +तदपेक्षं +तदपेक्षः +तदपेक्षणात् +तदपेक्षत +तदपेक्षते +तदपेक्षत्वात् +तदपेक्षमेव +तदपेक्षम् +तदपेक्षया +तदपेक्षयैव +तदपेक्षा +तदपेक्षितं +तदपेक्षेति +तदपेक्षो +तदपेतं +तदपो +तदपोऽसृजत +तदप्पहुदि +तदप्य +तदप्यत +तदप्यतीव +तदप्यत्र +तदप्यनुपपन्नम् +तदप्यन्येन +तदप्यपाकीर्णमतः +तदप्ययुक्त +तदप्ययुक्तं +तदप्ययुक्तमित्याह +तदप्ययुक्तम् +तदप्यसत् +तदप्यसांप्रतम् +तदप्यसारम् +तदप्यसौ +तदप्यस्त्येव +तदप्यस्य +तदप्यहं +तदप्यहम् +तदप्यहो +तदप्याशु +तदप्याह +तदप्याहुः +तदप्युक्तं +तदप्युक्तम् +तदप्युच्यते +तदप्येकेन +तदप्येतदृचोक्तं +तदप्येतदृचोक्तम् +तदप्येतदृषिणोक्तम् +तदप्येते +तदप्येतेन +तदप्येवं +तदप्येवमेव +तदप्येष +तदप्योङ्कार +तदप्रतिषेध +तदप्रतिषेधः +तदप्रतीतावपि +तदप्रतीतेः +तदप्रतीतौ +तदप्रमाणं +तदप्रमाणकं +तदप्रमाणमिति +तदप्रमाणम् +तदप्रवृत्तेः +तदप्राप्ति +तदप्राप्तिः +तदप्राप्तेः +तदप्राप्तौ +तदप्राप्त्या +तदप्रामाण्ये +तदप्रियं +तदप्रियम् +तदप्सु +तदप॑ +तदफलं +तदबला +तदबोधात् +तदब्रवीत् +तदब्रह्म +तदब्रुवंस्तदिच्छत +तदब्रुवंस्ते +तदब्रुवन् +तदब्रुवन्नित +तदभ +तदभव +तदभवत् +तदभवत्तथर्षीणां +तदभवद्युद्धं +तदभा +तदभाग्यं +तदभाव +तदभावं +तदभावः +तदभावतः +तदभावनिर्धारणे +तदभावपक्षे +तदभावमाह +तदभाववति +तदभाववत् +तदभावश्च +तदभावश्चेति +तदभावस्तु +तदभावस्य +तदभावस्यापि +तदभावा +तदभावाच +तदभावाच्च +तदभावात् +तदभावात्तु +तदभावात्संयोगाभावो +तदभावादिति +तदभावादित्यर्थः +तदभावादेव +तदभावाद् +तदभावाधिकरणम् +तदभावान्न +तदभावापत्तेः +तदभावाप्रकारा +तदभावाय +तदभावे +तदभावेन +तदभावेऽदर्शनं +तदभावेऽपि +तदभावेऽभावात् +तदभावेऽस्य +तदभावो +तदभावोऽपि +तदभावोऽपैशुनम् +तदभि +तदभिघातके +तदभिज्ञाय +तदभिधानं +तदभिधानम् +तदभिधाने +तदभिधायिनः +तदभिधायी +तदभिधीयते +तदभिध्यानादेव +तदभिन्न +तदभिन्नं +तदभिन्नतया +तदभिन्नत्वेन +तदभिन्नस्य +तदभिन्ना +तदभिन्नाभिन्नस्य +तदभिन्ने +तदभिप्रायं +तदभिप्रायः +तदभिप्रायमाह +तदभिप्रायमेतत् +तदभिप्रायेण +तदभिप्रायेणाह +तदभिप्रायेणेदमुच्यते +तदभिप्रायेणैव +तदभिप्रेतं +तदभिप्रेतमाह +तदभिप्रेत्य +तदभिमन्त्रयते +तदभिमन्त्रयेत +तदभिमानिनी +तदभिमानी +तदभिमानेन +तदभिमुख +तदभिमुखं +तदभिलषितं +तदभिवदति +तदभिवादिन्येषर्ग्भवति +तदभिषेणनम् +तदभिसंपद्यते +तदभिसमेति +तदभिसम्पद्यते +तदभिहितं +तदभीति +तदभीष्टं +तदभूत् +तदभेद +तदभेदः +तदभेदात् +तदभेदे +तदभेदेन +तदभेदो +तदभ्यद्र +तदभ्यनूक्ता +तदभ्यन्तरे +तदभ्यर्च्य +तदभ्यश्नुते +तदभ्यस्तमिति +तदभ्याशे +तदभ्यासः +तदभ्यासे +तदभ्यासेन +तदभ्युद्यन्ति +तदभ्युपगम +तदभ्युपगमात् +तदभ्युपगमे +तदभ्रं +तदमन्यत +तदमलं +तदमावास्यां +तदमावे +तदमी +तदमुं +तदमुत्र +तदमुना +तदमुष्य +तदमृत +तदमृतं +तदमृतमभयमशोकमनन्तं +तदमृतमभयमशोकमनन्तनिर्बीजमेवाप्येतीति +तदमृतममृतं +तदमृतम् +तदमृतो +तदमोघं +तदम्ब +तदम्बु +तदम्भसा +तदम्भसि +तदम्भोधिरपि +तदय +तदयं +तदयः +तदयथा +तदयनं +तदयमत्र +तदयमत्रार्थः +तदयमपि +तदयमर्थ +तदयमर्थः +तदयमर्थो +तदयमिति +तदयम् +तदयि +तदयुक्त +तदयुक्तं +तदयुक्तमिति +तदयुक्तमित्याह +तदयुक्तमेव +तदयुक्तम् +तदयुक्त्या +तदयोगात् +तदरं +तदरण्यं +तदरसं +तदरुचिग्रस्तम् +तदरूपं +तदर्क +तदर्चनं +तदर्चनम् +तदर्चने +तदर्जने +तदर्थ +तदर्थं +तदर्थः +तदर्थक +तदर्थकम् +तदर्थकानि +तदर्थकारि +तदर्थकृत् +तदर्थज्ञानं +तदर्थञ्च +तदर्थतः +तदर्थतया +तदर्थता +तदर्थत्वं +तदर्थत्वात् +तदर्थत्वादिति +तदर्थत्वाद् +तदर्थत्वे +तदर्थत्वेन +तदर्थमपि +तदर्थमहं +तदर्थमाह +तदर्थमिति +तदर्थमित्यर्थः +तदर्थमिदं +तदर्थमुच्यते +तदर्थमेतत् +तदर्थमेव +तदर्थमेषा +तदर्थम् +तदर्थवत् +तदर्थवस्तु +तदर्थविवरणं +तदर्थशास्त्रात् +तदर्थश्च +तदर्थसिद्धेः +तदर्थस्तु +तदर्थस्य +तदर्था +तदर्थाः +तदर्थात् +तदर्थानां +तदर्थानि +तदर्थाय +तदर्थार्थ +तदर्थार्थबलिहितसुखरक्षितैः +तदर्थाश्च +तदर्थि +तदर्थिका +तदर्थिकां +तदर्थितया +तदर्थिनः +तदर्थिनां +तदर्थिनी +तदर्थिनो +तदर्थिभ्यः +तदर्थी +तदर्थीयं +तदर्थे +तदर्थेन +तदर्थेषु +तदर्थेऽपि +तदर्थो +तदर्थोऽत्र +तदर्थोऽपि +तदर्थोऽयं +तदर्थोऽस्तु +तदर्द्ध +तदर्द्धं +तदर्द्धकम् +तदर्द्धञ्च +तदर्द्धतः +तदर्द्धन्तु +तदर्द्धम् +तदर्द्धाब्दं +तदर्द्धार्द्धं +तदर्द्धे +तदर्द्धेन +तदर्ध +तदर्धं +तदर्धकं +तदर्धकम् +तदर्धतः +तदर्धभागेन +तदर्धमधमं +तदर्धम् +तदर्धया +तदर्धविस्तारं +तदर्धसममुच्यते +तदर्धस्य +तदर्धा +तदर्धांशं +तदर्धांशकशिञ्जिनी +तदर्धार्धं +तदर्धार्धमथापि +तदर्धार्धस्य +तदर्धार्धेन +तदर्धाशकशिञ्जिनी +तदर्धिकं +तदर्धे +तदर्धेन +तदर्धेनाथ +तदर्धेनापि +तदर्धेनैव +तदर्धैश्च +तदर्पण +तदर्पणं +तदर्पणः +तदर्पणम् +तदर्पय +तदर्पितं +तदर्पितम् +तदर्य +तदर्शनात् +तदर्शयति +तदर्ह +तदर्हं +तदर्हति +तदर्हतीति +तदर्हतीत्यर्थे +तदर्हत्वं +तदर्हत्वात् +तदर्हमिति +तदर्हम् +तदर्हसि +तदर्हस्य +तदर्हाय +तदल +तदलं +तदलके +तदलमत्र +तदलमनेन +तदलाभ +तदलाभः +तदलाभतः +तदलाभात् +तदलाभे +तदलामे +तदल्पं +तदल्पता +तदल्पत्वबुद्धितः +तदल्पमपि +तदल्पम् +तदव +तदवकल्पते +तदवगतिः +तदवगतेः +तदवगम +तदवगमः +तदवगमात् +तदवगमे +तदवगमेऽपि +तदवगम्यते +तदवग्रहक्षताम् +तदवच्छिन्न +तदवच्छिन्नं +तदवच्छिन्नमेव +तदवच्छिन्नस्य +तदवच्छिन्ने +तदवच्छेद +तदवच्छेदकं +तदवच्छेदकत्वम् +तदवच्छेदेन +तदवतारयेत् +तदवति +तदवधानेन +तदवधारणं +तदवधारणे +तदवधारय +तदवधार्य +तदवधि +तदवधेः +तदवधौ +तदवभास +तदवयजति +तदवयव +तदवयवभूतानां +तदवयवस्य +तदवयवा +तदवयवाः +तदवयवानां +तदवयवानामपि +तदवयवे +तदवयवेषु +तदवयवो +तदवरुणधै +तदवरुन्धे +तदवलम्ब्य +तदवलोक्य +तदवशिष्यते +तदवश्यं +तदवसरे +तदवसाने +तदवसेचने +तदवस्थ +तदवस्थं +तदवस्थः +तदवस्थत्वात् +तदवस्थमेव +तदवस्थमेवेति +तदवस्थम् +तदवस्थस्य +तदवस्थस्यैव +तदवस्था +तदवस्थां +तदवस्थायां +तदवस्थितं +तदवस्थे +तदवस्थैव +तदवस्थो +तदवस्थोऽपि +तदवाप्तिसाधनं +तदवाप्नुयात् +तदवाप्नोति +तदवाप्य +तदवाप्यते +तदवि +तदविघ्नेन +तदवितथमवादीर्यन्मम +तदविरोधात् +तदविरोधाय +तदविरोधेन +तदविवक्षायां +तदविशिष्टं +तदविषयत्वं +तदविषयत्वात् +तदवेक्ष्य +तदवेत्य +तदवैमि +तदवोचं +तदवोचम् +तदव्यक्तं +तदव्यक्तमाह +तदव्ययं +तदव्ययम् +तदश +तदशकं +तदशक्तस्य +तदशक्तेन +तदशक्तौ +तदशक्त्या +तदशक्यं +तदशांशेन +तदशितं +तदशिष्यं +तदशीय +तदशुद्धम् +तदशुभं +तदशे +तदशेन +तदशेषं +तदशेषतः +तदशेषेण +तदश्नन्ति +तदश्नाति +तदश्नुते +तदश्मसारं +तदश्रुते +तदश्विना +तदश्विभ्यां +तदषि +तदष्टकम् +तदष्टकेन +तदष्टधा +तदष्टमं +तदष्टांशं +तदष्टादशधा +तदष्टादशसाहस्रं +तदष्टावष्टाक्षरा +तदस +तदसंगतं +तदसंगतम् +तदसंभव +तदसंभवात् +तदसंभवादिति +तदसंभवे +तदसंशयम् +तदसङ्गतं +तदसङ्गतम् +तदसत +तदसति +तदसत् +तदसत्ततः +तदसत्त्वे +तदसत्यं +तदसत्यम् +तदसत्वे +तदसदिति +तदसदित्याह +तदसदेव +तदसद् +तदसद्विद्धि +तदसमञ्जसम् +तदसम्भवः +तदसम्भवात् +तदसम्भवादिति +तदसम्भवे +तदसाधु +तदसाध्यं +तदसाध्यकम् +तदसामर्थ्ये +तदसामेति +तदसारम् +तदसि +तदसिद्धं +तदसिद्धमिति +तदसिद्धम् +तदसिद्धिः +तदसिद्धेः +तदसिद्धेरिति +तदसिद्धौ +तदसुरा +तदसु॑रा +तदसौ +तदस्त +तदस्तदोषं +तदस्तमय +तदस्ति +तदस्तित्वं +तदस्तीति +तदस्तीह +तदस्तु +तदस्तुवत +तदस्त्यस्य +तदस्त्येव +तदस्त्रं +तदस्त्राणि +तदस्त्रेण +तदस्थि +तदस्थीनि +तदस्पृष्टमिति +तदस्मभ्यं +तदस्मा +तदस्माकं +तदस्माकमपि +तदस्मात् +तदस्मान् +तदस्मान्मा +तदस्माभिः +तदस्मासु +तदस्मि +तदस्मिन् +तदस्मिन्नधिकमिति +तदस्मिन्नधिकम् +तदस्मिन्नन्नं +तदस्मिन्नस्तीति +तदस्मिन्वृद्ध्यायलाभशुल्कोपदा +तदस्मीति +तदस्मै +तदस्य +तदस्या +तदस्यां +तदस्याः +तदस्यास्ति +तदस्यास्तीति +तदस्यास्त्यस्मिन् +तदस्यास्त्यस्मिन्निति +तदस्येति +तदस्येत्यनुवर्तते +तदस्यै +तदस्वीकारे +तदह +तदहं +तदहंतादि +तदहः +तदहनि +तदहमपि +तदहमर्जुन +तदहमस्मि +तदहम् +तदहरेव +तदहर्न +तदहर्निशम् +तदहर्ब्रह्मणैव +तदहश्च +तदहस्त्रिवृतं +तदहि +तदहो +तदहोरात्रं +तदह्ना +तदह्नि +तदा +तदां +तदाः +तदाकरोत् +तदाकर्णय +तदाकर्ण्य +तदाकर्ण्यताम् +तदाकाङ्क्षा +तदाकार +तदाकारं +तदाकारः +तदाकारतया +तदाकारतां +तदाकारपरिणामे +तदाकारस्य +तदाकारा +तदाकारां +तदाकाराकारिता +तदाकारानुरोधी +तदाकारापत्तिः +तदाकारे +तदाकारेण +तदाकारो +तदाकारोऽस्त्यस्य +तदाकारोऽस्त्यस्याः +तदाकाशं +तदाकाशे +तदाकृति +तदाकृतिं +तदाकृतिः +तदाकृतिम् +तदाकृष्य +तदाक्रम्य +तदाक्षिपति +तदाक्षिप्तं +तदाक्षिप्य +तदाखिलं +तदाख्यं +तदाख्यम् +तदाख्यया +तदाख्यस्य +तदाख्या +तदाख्यातं +तदाख्यातम् +तदाख्यातु +तदाख्यानं +तदाख्याय +तदाख्याहि +तदाख्यो +तदागः +तदागच्छ +तदागच्छत +तदागतं +तदागता +तदागत्य +तदागमत् +तदागमनं +तदागमनकार्यं +तदागमनेन +तदागमम् +तदागमे +तदागम्यताम् +तदाग्नेयं +तदाच +तदाचक्ष्व +तदाचर +तदाचरन् +तदाचरितमुच्यते +तदाचरेत् +तदाचष्ट +तदाचष्टे +तदाचार्यः +तदाजगाम +तदाज्ञया +तदाज्ञयैव +तदाज्ञयोपविष्टः +तदाज्ञा +तदाज्ञां +तदाज्ञापय +तदाज्ञापयतु +तदाज्ञायां +तदाज्यं +तदाणिं +तदातदा +तदात्म +तदात्मक +तदात्मकं +तदात्मकः +तदात्मकतया +तदात्मकत्वं +तदात्मकत्वात् +तदात्मकत्वेन +तदात्मकमित्यर्थः +तदात्मकम् +तदात्मकस्य +तदात्मकाः +तदात्मके +तदात्मको +तदात्मज +तदात्मजः +तदात्मजस्य +तदात्मजा +तदात्मजाः +तदात्मजाम् +तदात्मजेति +तदात्मतत्त्वं +तदात्मतया +तदात्मता +तदात्मताम् +तदात्मन +तदात्मनः +तदात्मना +तदात्मनाम् +तदात्मनि +तदात्मने +तदात्मनैव +तदात्मनो +तदात्मन्कुरुते +तदात्मा +तदात्मान +तदात्मानं +तदात्मानः +तदात्मानमन्वैच्छत्तत्तपोऽतप्यत +तदात्मानमेव +तदात्मानमेवावेदहं +तदात्मानो +तदात्मिका +तदात्मेव +तदात्मैव +तदात्यंतं +तदात्र +तदात्व +तदात्वं +तदात्वे +तदादत्ते +तदादयः +तदादाय +तदादायैव +तदादि +तदादिः +तदादिग्रहणम् +तदादितः +तदादित्य +तदादित्यं +तदादित्यः +तदादित्यमभितोऽश्रयत् +तदादित्यमाभ्यां +तदादित्या +तदादित्व +तदादिनियम +तदादिविधि +तदादिविधिः +तदादिश +तदादिशेत् +तदादिष्टं +तदादिष्टेन +तदादेः +तदादेर्ग्रहणं +तदादेशेऽपि +तदादेश्च +तदादौ +तदाद्यं +तदाद्या +तदाद्याचिख्यासायाम् +तदाद्यात् +तदाद्योनात् +तदाद्रवणात् +तदाद्रियेत +तदाधाय +तदाधार +तदाधारं +तदाधारः +तदाधारतया +तदाधारत्वेन +तदाधारस्य +तदाधारा +तदाधाराश्च +तदाधारे +तदाधारेण +तदाधारो +तदाधिक्यं +तदाधिक्ये +तदाधिपत्येन +तदान +तदानं +तदानंत्याय +तदानघ +तदाननं +तदाननम् +तदानने +तदानन्त्याय +तदानपेक्ष्य +तदानय +तदानयनं +तदानयनञ्च +तदानयनम् +तदानयनाय +तदानयने +तदानया +तदानी +तदानीं +तदानीङ्काले +तदानीन्तन +तदानीन्तनं +तदानीन्तनः +तदानीन्तनकालस्य +तदानीन्तनकाले +तदानीन्तनस्त्यागः +तदानीन्तनस्य +तदानीन्तने +तदानीन्तनेन +तदानीमङ्गुष्ठमूलार्पितसूत्रशेषा +तदानीमपि +तदानीमभावात् +तदानीमस्य +तदानीमिति +तदानीमेव +तदानीम् +तदानुगुण्येन +तदानेन +तदानों +तदान्यत्र +तदान्येन +तदान्योन्यं +तदाप +तदापः +तदापतन्तं +तदापत्तिः +तदापत्तिरिति +तदापत्तेः +तदापदि +तदापाततः +तदापि +तदापीतेः +तदापो +तदाप्तये +तदाप्तां +तदाप्नुयात् +तदाप्नोति +तदाप्य +तदाप्यते +तदाप्यहं +तदाप्रभृति +तदाप्रभृत्येव +तदाब्रवीत् +तदाभरणसंचयम् +तदाभवत् +तदाभवन् +तदाभवन्ति +तदाभवम् +तदाभास +तदाभासं +तदाभासः +तदाभासा +तदाभासे +तदाभासो +तदाभिमुख्यं +तदाभिमुख्येन +तदाभिसंहिते +तदाभूत् +तदाभूत्कुत +तदाभ्यां +तदाभ्यासस्य +तदाभ्येत्य +तदाम +तदामननात् +तदामिषं +तदामो +तदाम्बरे +तदाम्बिका +तदाय +तदायं +तदायतनं +तदायतनमसीति +तदायतने +तदायतम् +तदायति +तदायत्तं +तदायत्तत्वात् +तदायत्ता +तदायत्तो +तदायनं +तदाययौ +तदायसम् +तदायातु +तदायामं +तदायामे +तदायाहि +तदायुः +तदायुक्तक +तदायुधानि +तदायुधैः +तदायुषः +तदारण्यं +तदारब्धानां +तदारब्धे +तदारभेत +तदारभ्य +तदारभ्यते +तदारम्भ +तदारम्भप्रयोजनमाह +तदारम्भे +तदारम्भो +तदारात् +तदाराधनं +तदाराधनार्थं +तदाराधय +तदारुह्य +तदारोपः +तदारोह +तदारोहणदूषिते +तदारोहन्ति +तदार्तवम् +तदार्थ +तदालक्ष्य +तदालम्बनं +तदालम्बनत्वे +तदालम्बनम् +तदालम्बनस्य +तदालम्बनाकार +तदालम्बनो +तदालयम् +तदालये +तदालोक्य +तदावरकत्वेन +तदावश्यं +तदावश्यकत्वात् +तदावां +तदाविशत् +तदाविष्क्रियते +तदावेशेन +तदाशङ्कानिवृत्त्यर्थमाह +तदाशत +तदाशय +तदाशयं +तदाशयः +तदाशयम् +तदाशयेन +तदाशां +तदाशिषः +तदाशिषो +तदाशु +तदाश्चर्यं +तदाश्चर्यवत् +तदाश्चर्यवदिति +तदाश्रमं +तदाश्रमपदं +तदाश्रमम् +तदाश्रमात् +तदाश्रमे +तदाश्रय +तदाश्रयं +तदाश्रयः +तदाश्रयणम् +तदाश्रयणस्य +तदाश्रयणे +तदाश्रयतया +तदाश्रयत्वं +तदाश्रयत्वात् +तदाश्रयत्वे +तदाश्रयत्वेन +तदाश्रयम् +तदाश्रयश्च +तदाश्रयस्य +तदाश्रया +तदाश्रयाः +तदाश्रयाणां +तदाश्रयात् +तदाश्रयिष्यामः +तदाश्रये +तदाश्रयेण +तदाश्रयेणैव +तदाश्रयो +तदाश्रयौ +तदाश्रित +तदाश्रितं +तदाश्रितः +तदाश्रितम् +तदाश्रितस्य +तदाश्रिता +तदाश्रिताः +तदाश्रितानां +तदाश्रितो +तदाश्रित्य +तदाश्वसिहि +तदास +तदासनं +तदासनम् +तदासने +तदासन्नं +तदासन्नदेशेषु +तदासां +तदासाद्य +तदासीत +तदासीत् +तदासीत्तुमुलं +तदासु +तदासुरम् +तदासुरी +तदासौ +तदास्तां +तदास्ति +तदास्तु +तदास्पदं +तदास्पदम् +तदास्माकं +तदास्य +तदास्यं +तदास्या +तदास्याः +तदास्याङ्गस्य +तदास्रावस्य +तदास्वादे +तदाह +तदाहं +तदाहनि +तदाहमपि +तदाहम् +तदाहवे +तदाहाङ्गिराः +तदाहारं +तदाहाऽऽपस्तम्बः +तदाहु +तदाहुः +तदाहुरथ +तदाहुर्न +तदाहुर्य +तदाहुर्यथा +तदाहुर्विषमं +तदाहुस्स +तदाहेति +तदाह्वयम् +तदाह्वानं +तदाऽ +तदाऽकरोत् +तदाऽत्र +तदाऽनघ +तदाऽनेन +तदाऽन्योन्यं +तदाऽपि +तदाऽप्यहं +तदाऽब्रवीत् +तदाऽभवः +तदाऽभवत् +तदाऽभवन् +तदाऽभवम् +तदाऽम्बरे +तदाऽयं +तदाऽसाध्या +तदाऽसौ +तदाऽस्तु +तदाऽस्माकं +तदाऽस्य +तदाऽहं +तदाऽऽगत्य +तदाऽऽजगाम +तदाऽऽत्मानं +तदाऽऽर्थयत् +तदाऽऽशु +तदाऽऽसन् +तदाऽऽह +तदा॑हुः +तदि +तदिइ +तदिङ्गितं +तदिच +तदिच् +तदिच्छति +तदिच्छन्ति +तदिच्छया +तदिच्छयैव +तदिच्छस्व +तदिच्छा +तदिच्छां +तदिच्छामि +तदिच्छामो +तदिच्छैव +तदित +तदितं +तदितः +तदितर +तदितरत् +तदितरत्र +तदितरदिशि +तदितरस्तु +तदितरस्य +तदितरा +तदितरे +तदितरेण +तदितरेतराश्रयं +तदितरेषा +तदितरेषां +तदितरेषु +तदितरो +तदिति +तदितो +तदित् +तदित्थं +तदित्थम् +तदित्यं +तदित्यत +तदित्यत्राह +तदित्यनभिसन्धाय +तदित्यनुषज्यते +तदित्यनेन +तदित्यन्तम् +तदित्यपि +तदित्यपेक्षायामाह +तदित्यर्थः +तदित्यस्य +तदित्यादि +तदित्यादिना +तदित्याह +तदित्युक्तं +तदित्युच्यते +तदित्येका +तदित्येव +तदित्येवार्थः +तदिद +तदिदं +तदिदमत्र +तदिदमत्रोच्यते +तदिदमनुपपन्नम् +तदिदमपि +तदिदमप्येतर्हि +तदिदमभिसन्धायाह +तदिदमयुक्तम् +तदिदमरण्यं +तदिदमसङ्गतम् +तदिदमसारम् +तदिदमारभ्यते +तदिदमाह +तदिदमाहेति +तदिदमिति +तदिदमित्यादिवेद्यविभागानवभासात् +तदिदमुक्त +तदिदमुक्तं +तदिदमुक्तम् +तदिदमुक्तम्न +तदिदमुच्यते +तदिदमुदितं +तदिदमेव +तदिदम् +तदिदर्था +तदिदानी +तदिदानीं +तदिदानीमेव +तदिदानीम् +तदिदास +तदिदासेति +तदिदा॑स॒ +तदिन +तदिन्दीवरं +तदिन्द्र +तदिन्द्रः +तदिन्द्रधनुः +तदिन्द्रलुप्तं +तदिन्द्रस्य +तदिन्द्राग्नी +तदिन्द्रिय +तदिन्द्रियं +तदिन्द्रियाणि +तदिन्द्रेण +तदिन्द्रे॑ण +तदिन्द्रो +तदिन्धना +तदिन्न्व॑स्य +तदिमं +तदिमां +तदिमाः +तदिमे +तदिमौ +तदियं +तदिलावृतम् +तदिव +तदिष्टं +तदिष्टमेव +तदिष्टापूर्ते +तदिष्टार्थसमुद्यमात् +तदिष्टाहर्गणेन +तदिष्यत +तदिष्यते +तदिह +तदिहान्तिके +तदिहापि +तदिहास्ति +तदिहास्तु +तदिहास्त्विति +तदिहैकमनाः +तदिहैव +तदिहोच्यताम् +तदिहोच्यते +तदि् +तदि॑न्द्र +तदि॑न्द्र॒ +तदी +तदीक्षणक्षमे +तदीक्षणात् +तदीक्षणे +तदीक्षितो +तदीदृशं +तदीप्सितम् +तदीय +तदीयं +तदीयः +तदीयकम् +तदीयतिरस्कारः +तदीयत्वं +तदीयत्वेन +तदीयमिति +तदीयमेव +तदीयम् +तदीयया +तदीययुवापत्ये +तदीयस्य +तदीया +तदीयां +तदीयाः +तदीयानां +तदीयानि +तदीयान् +तदीयाम् +तदीये +तदीयेति +तदीयेन +तदीयेषु +तदीयैः +तदीयो +तदीयौ +तदीरितम् +तदीरिताः +तदीर्ष्यया +तदीश +तदीशः +तदीशे +तदीशो +तदीश्वरः +तदीश्वरस्य +तदीश्वरे +तदु +तदुः +तदुक +तदुकं +तदुकम् +तदुक्त +तदुक्तं +तदुक्तः +तदुक्तम +तदुक्तमभियुक्तैः +तदुक्तमाकर्ण्य +तदुक्तमाचार्यैः +तदुक्तमिति +तदुक्तमृषिणा +तदुक्तमेव +तदुक्तम् +तदुक्तरीत्या +तदुक्तवान् +तदुक्तसाध्यं +तदुक्तस्य +तदुक्ता +तदुक्ति +तदुक्तिः +तदुक्तिरतः +तदुक्तिरिति +तदुक्तीः +तदुक्ते +तदुक्तेः +तदुक्तेन +तदुक्तेनैव +तदुक्तो +तदुक्तौ +तदुक्त्या +तदुक्त्यैव +तदुक्त्वा +तदुक्थं +तदुचितं +तदुच्चं +तदुच्चकुचौ +तदुच्चारणस्य +तदुच्छिष्टं +तदुच्छेदाय +तदुच्छेदे +तदुच्यत +तदुच्यतां +तदुच्यताम् +तदुच्यते +तदुज्ज्वलं +तदुज्झिताधिगतम् +तदुत +तदुतं +तदुतम् +तदुतरे +तदुत् +तदुत्कृष्टं +तदुत्तमं +तदुत्तमम् +तदुत्तर +तदुत्तरं +तदुत्तरः +तदुत्तरकथनारम्भः +तदुत्तरकालं +तदुत्तरकाले +तदुत्तरक्षणे +तदुत्तरतः +तदुत्तरतो +तदुत्तरत्र +तदुत्तरत्वेन +तदुत्तरपदस्य +तदुत्तरभागे +तदुत्तरमाह +तदुत्तरमेव +तदुत्तरम् +तदुत्तरयोर्गायति +तदुत्तरस्य +तदुत्तरा +तदुत्तरार्ध +तदुत्तरिं +तदुत्तरे +तदुत्तरेण +तदुत्तानं +तदुत्तिष्ठ +तदुत्थं +तदुत्थया +तदुत्था +तदुत्थापिता +तदुत्थाय +तदुत्प +तदुत्पत्ति +तदुत्पत्तिं +तदुत्पत्तिः +तदुत्पत्तिकथा +तदुत्पत्तिरिति +तदुत्पत्तिर्यथा +तदुत्पत्तिस्तु +तदुत्पत्तेः +तदुत्पत्तौ +तदुत्पत्त्या +तदुत्पद्यते +तदुत्पन्नं +तदुत्पन्नः +तदुत्पन्ना +तदुत्पन्ने +तदुत्पाद +तदुत्प्रेक्षा +तदुत्सङ्गे +तदुत्सवं +तदुत्सवम् +तदुत्सवे +तदुत्सहे +तदुत्सृज्य +तदुत्सृष्टां +तदुत्सेधं +तदुत्सेधे +तदुदकं +तदुदग्दिशि +तदुदये +तदुदरं +तदुदरे +तदुदात्तं +तदुदाहर +तदुदाहरणं +तदुदाहरणञ्च +तदुदाहरणम् +तदुदाहरणानि +तदुदाहरणे +तदुदाहरति +तदुदाहृतम् +तदुदाहृत्य +तदुदित +तदुदितं +तदुदितः +तदुदीच्यां +तदुदीरितम् +तदुदीर्यते +तदुदेति +तदुद्दिश्य +तदुद्दिष्टं +तदुद्दीपकाभ्यां +तदुद्देशात् +तदुद्देशेन +तदुद्देश्यदेवतावभासभित्ति +तदुद्धरेत् +तदुद्धार +तदुद्धारं +तदुद्धारः +तदुद्धृत्य +तदुद्भवं +तदुद्भवः +तदुद्भवत्वात् +तदुद्भवम् +तदुद्भवा +तदुद्भूतं +तदुद्यानं +तदुन्नतम् +तदुन्मण्डलं +तदुन्मेषविलुप्तं +तदुप +तदुपकाराय +तदुपकारीणि +तदुपक्रमात् +तदुपक्रमे +तदुपगमादिभ्यः +तदुपगमे +तदुपचारः +तदुपजीवनेन +तदुपजीविनां +तदुपजीविनोऽनुमानात् +तदुपदधाति +तदुपदधात्यथो +तदुपदिश्यते +तदुपदिष्टं +तदुपदेशः +तदुपदेशे +तदुपदेशेन +तदुपनीतं +तदुपन्यस्यति +तदुपन्यास +तदुपन्यासः +तदुपन्यासो +तदुपपत्तये +तदुपपत्तिः +तदुपपत्तिमाह +तदुपपत्तिरिति +तदुपपत्ते +तदुपपत्तेः +तदुपपत्तेरिति +तदुपपत्तौ +तदुपपद्यते +तदुपपन्नं +तदुपपन्नम् +तदुपपादनं +तदुपपादनम् +तदुपपादनाय +तदुपपादयति +तदुपपादयन्ति +तदुपपादयितुं +तदुपपाद्यते +तदुपप्रेयाय +तदुपभूषणम् +तदुपभोग +तदुपमानम् +तदुपयुक्तं +तदुपयोग +तदुपयोगः +तदुपयोगसंभवां +तदुपयोगात् +तदुपयोगि +तदुपयोगितया +तदुपयोगिनी +तदुपयोगीनि +तदुपयोगो +तदुपरमे +तदुपरि +तदुपर्यपि +तदुपलक्षणं +तदुपलक्षित +तदुपलक्षितं +तदुपलक्षितस्य +तदुपलक्षिता +तदुपलक्षिताः +तदुपलक्षिते +तदुपलब्धिः +तदुपलब्धेः +तदुपलब्ध्यनुसारिणीं +तदुपलभ्य +तदुपलभ्यत +तदुपलभ्यते +तदुपलम्भ +तदुपलम्भात् +तदुपलम्भे +तदुपशाम्यति +तदुपश्रुत्य +तदुपसंहरति +तदुपसमाहृत्य +तदुपसादयति +तदुपसेचनं +तदुपस्थायकश्चैव +तदुपस्थितिः +तदुपस्थिते +तदुपस्पर्शनादेव +तदुपह्वयते +तदुपा +तदुपाकरोमि +तदुपाकर्ण्य +तदुपाङ्गानि +तदुपाङ्गान्यथ +तदुपात्तमिति +तदुपादान +तदुपादानं +तदुपादानकब्रह्मशरीरपरः +तदुपादानत्वात् +तदुपादानमिति +तदुपादानम् +तदुपादाने +तदुपादेयं +तदुपाधिः +तदुपाधित्वात् +तदुपान्ते +तदुपाय +तदुपायं +तदुपायः +तदुपायतया +तदुपायत्वात् +तदुपायत्वेन +तदुपायभूतं +तदुपायभूतानीत्यर्थः +तदुपाये +तदुपायो +तदुपाश्रित्य +तदुपासकस्य +तदुपासका +तदुपासनं +तदुपासनमिति +तदुपासनया +तदुपासनस्य +तदुपासनाच्च +तदुपासने +तदुपासीत +तदुपेक्षणीयम् +तदुपेक्षया +तदुपेक्ष्य +तदुपेक्ष्यम् +तदुपेत्य +तदुपोच्चारि +तदुपोद्धाततया +तदुभ +तदुभय +तदुभयं +तदुभयत +तदुभयतः +तदुभयतो +तदुभयथामलरूपम् +तदुभयनिर्वाहिताभेदश्रुत्यर्थोपबृंहणं +तदुभयमपि +तदुभयमप्यनुपपन्नम् +तदुभयमप्यसत् +तदुभयमिति +तदुभयम् +तदुभययामल +तदुभयविलक्षणं +तदुभयस्य +तदुभयाभावे +तदुभयाश्रयत्वेन +तदुभयोः +तदुभयोरपि +तदुभे +तदुरः +तदुरुगायस्य +तदुवाच +तदुष्णं +तदुष्णोदकमुच्यते +तदुहोवाच +तदु॑ +तदु॑रुगा॒यस्य॒ +तदु॑श्मसि +तदु॒ +तदू +तदूचे +तदूध्र्व +तदून +तदूनं +तदूने +तदूनो +तदूपं +तदूपा +तदूपेण +तदूर्द्धं +तदूर्द्धे +तदूर्द्ध्वं +तदूर्द्ध्वन्तु +तदूर्द्ध्वे +तदूर्ध्व +तदूर्ध्वं +तदूर्ध्वके +तदूर्ध्वगम् +तदूर्ध्वत +तदूर्ध्वतः +तदूर्ध्वभूमिविस्तारं +तदूर्ध्वे +तदूर्ध्वेऽर्धेन +तदूर्व +तदूर्वे +तदूषयति +तदूह्यम् +तदू॒ +तदृचा +तदृजु +तदृजुधा +तदृणं +तदृतं +तदृतुं +तदृते +तदृत्तं +तदृभूणां +तदृष्टं +तदृष्टा +तदृष्टान्तेन +तदृष्टिः +तदृष्ट्या +तदृष्ट्वा +तदृ॒तं +तदे +तदेक +तदेकं +तदेककुष्ठं +तदेकचित्तः +तदेकत्याः +तदेकत्यानां +तदेकत्र +तदेकत्वं +तदेकत्वे +तदेकदेश +तदेकदेशं +तदेकदेशः +तदेकदेशविवर्ति +तदेकदेशस्य +तदेकदेशे +तदेकदेशेन +तदेकदेशो +तदेकधा +तदेकमयत्त्वात् +तदेकमिति +तदेकमेव +तदेकम् +तदेकम्मिथुनम् +तदेकरज्ज्वोक्तं +तदेकरूपं +तदेकवाक्यतया +तदेकविषया +तदेकसप्ततिगुणं +तदेकस्य +तदेका +तदेकांशं +तदेकाग्रमनाः +तदेकान्तग्रहणं +तदेकान्तग्रहणम् +तदेकार्थं +तदेके +तदेकेन +तदेकैकं +तदेको +तदेकोऽवशिष्टः +तदेजति +तदेत +तदेतं +तदेतच्छास्त्रं +तदेतट्टिप्पण्यां +तदेतत् +तदेतत्कथितं +तदेतत्कारणं +तदेतत्तव +तदेतत्तु +तदेतत्ते +तदेतत्त्रयं +तदेतत्त्र्यक्षरं +तदेतत्पूर्णगिर्याख्यं +तदेतत्प्राप्तये +तदेतत्प्रेयः +तदेतत्सत्यं +तदेतत्सर्व +तदेतत्सर्वं +तदेतत्सर्वोक्तत्वात्सत्यमेव +तदेतत्सहस्रं +तदेतत्सूचितंवर्षशतावसानरूपयुगसहस्रान्त +तदेतद +तदेतदक्षरं +तदेतदखिलं +तदेतदखिलमभिप्रेत्य +तदेतदखिलमभिप्रेत्याह +तदेतदखिलमभिसन्धायाह +तदेतदग्रे +तदेतदनृतं +तदेतदन्नमन्ने +तदेतदपि +तदेतदपेशलम् +तदेतदभिप्रेत्य +तदेतदभिसन्धायाह +तदेतदभ्रातृव्यं +तदेतदमृतं +तदेतदयुक्तम् +तदेतदसत् +तदेतदस्माभिरुच्यमानं +तदेतदस्य +तदेतदाज्ञाय +तदेतदाशङ्कते +तदेतदाह +तदेतदाहेति +तदेतदितरेतराश्रयं +तदेतदिति +तदेतदित्यादि +तदेतदिहोक्तम् +तदेतदुक्तं +तदेतदुक्तम् +तदेतदुच्यते +तदेतदुपपादयति +तदेतदुभयं +तदेतदृचाभ्यनूक्तम् +तदेतदृचाभ्यनूच्यते +तदेतदृचाभ्युक्तम् +तदेतदृचाऽभ्युक्तम् +तदेतदृद्धमयनं +तदेतदृषिः +तदेतदेकमेव +तदेतदेतस्यामृच्यध्यूढं +तदेतदेतस्यामृच्यध्यूढ्ँ +तदेतदेव +तदेतदेवं +तदेतदेवैषा +तदेतद् +तदेतद्दर्शयति +तदेतद्दर्शयितुमाह +तदेतद्दूषयति +तदेतद्धि +तदेतद्ब्रह्म +तदेतद्वचनं +तदेतद्वार्तिककारो +तदेतद्विकल्प्य +तदेतन्न +तदेतन्मतं +तदेतन्मिथुनं +तदेतन्मिथुनमोमित्येतस्मिन्नक्षरे +तदेतन्मे +तदेतया +तदेतयोः +तदेतल्लोके +तदेतस्मिन् +तदेतस्मिन्नर्थ +तदेतस्मिन्नर्थे +तदेतस्मै +तदेतस्य +तदेतस्याह्नो +तदेता +तदेतां +तदेतानि +तदेताभ्यां +तदेति +तदेतु +तदेते +तदेतेन +तदेतेनैव +तदेतेषां +तदेतेषु +तदेतैः +तदेतौ +तदेत्यर्थः +तदेत्यादि +तदेदं +तदेदमुदाहरणम् +तदेदृशः +तदेन +तदेनं +तदेनत्सृष्टं +तदेनमतो +तदेनमेतेन +तदेनयोर्वीर्ये +तदेना +तदेनां +तदेनो +तदेन्द्रः +तदेब +तदेभिः +तदेभ्यो +तदेय +तदेयं +तदेव +तदेवं +तदेवंन +तदेवंभूतं +तदेवंविधं +तदेवमत्र +तदेवमनेन +तदेवमयं +तदेवमस्ति +तदेवमस्य +तदेवमाशङ्क्यमेव +तदेवमिति +तदेवमित्यादि +तदेवमित्यादिना +तदेवमुक्तानां +तदेवमुच्यते +तदेवमेते +तदेवमेव +तदेवम् +तदेवरीत्या +तदेवह +तदेवा +तदेवाक्षयमिच्छता +तदेवाक्षरं +तदेवाखिलखेचराणां +तदेवाग्निः +तदेवाग्निस्तद्वायुस्तत्सूर्यस्तदु +तदेवाङ्गं +तदेवात्र +तदेवाद्य +तदेवानु +तदेवानुप्राविशत् +तदेवानुप्राविशदिति +तदेवानुशेरते +तदेवान्ते +तदेवाप्नोति +तदेवामाशयोत्थितम् +तदेवामृतमुच्यते +तदेवार्थमात्रनिर्भासं +तदेवावरुन्द्धे +तदेवावरुन्धे +तदेवाशु +तदेवाष्टगुणं +तदेवासृष्टान्नादिभिर्विशेषणैर्वितन्यते +तदेवास्ति +तदेवास्तु +तदेवास्त्रं +तदेवास्य +तदेवास्या +तदेवाह +तदेवाहं +तदेवाहमस्मि +तदेवाहमिति +तदेवाऽऽह +तदेवे +तदेवेति +तदेवेत्यर्थः +तदेवेत्यादि +तदेवेदं +तदेवेदमिति +तदेवेदम् +तदेवेष्टं +तदेवेह +तदेवेहापि +तदेवेहोक्तम् +तदेवैकं +तदेवैषां +तदेवोक्तं +तदेवोक्तम् +तदेवोच्यते +तदेवोदाहरति +तदेवोपपादयति +तदेवौषधमित्यादौ +तदेशे +तदेष +तदेषः +तदेषा +तदेषां +तदेषामस्तीति +तदेषाऽभ्युक्ता +तदेषु +तदेष्ट +तदेष्टया +तदेष्टेन +तदेह +तदेहि +तदे॒व +तदै +तदैक +तदैकं +तदैकध्यं +तदैकस्मिन् +तदैकेन +तदैको +तदैक्य +तदैक्यं +तदैक्यस्य +तदैक्ये +तदैक्येन +तदैक्षत +तदैता +तदैतानि +तदैते +तदैत्र +तदैनं +तदैन्द्रं +तदैभिः +तदैरं +तदैरंमदीयं +तदैव +तदैवं +तदैवतं +तदैवम् +तदैवात्र +तदैवास्य +तदैवाहं +तदैवेति +तदैश्वरं +तदैश्वर्यं +तदैष +तदैषा +तदैषां +तदैषाम् +तदैषु +तदो +तदोः +तदोकसः +तदोको +तदोकोऽग्रज्वलनं +तदोक्तं +तदोच्यते +तदोजः +तदोजसस्तद्यशसः +तदोजसा +तदोजस्वि +तदोतं +तदोत्तमविदां +तदोत्तरम् +तदोत्तरा +तदोत्थाय +तदोत्पन्ना +तदोत्सवो +तदोदितं +तदोदितम् +तदोदिता +तदोदेति +तदोद्धवः +तदोपरि +तदोमिति +तदोर्वशी +तदोवाच +तदौ +तदौचित्यात् +तदौपनिधिकं +तदौपाधिकं +तदौषधं +तदौषधम् +तद् +तद्अन्नं +तद्अर्धं +तद्उपरि +तद्ग +तद्गच्छ +तद्गच्छत +तद्गच्छति +तद्गच्छतीति +तद्गच्छतु +तद्गच्छामि +तद्गणा +तद्गणाः +तद्गणे +तद्गत +तद्गतं +तद्गतः +तद्गतत्वं +तद्गतत्वेन +तद्गतमानसः +तद्गतमानसाः +तद्गतमेव +तद्गतम् +तद्गतस्य +तद्गता +तद्गतां +तद्गताः +तद्गतानां +तद्गतान् +तद्गति +तद्गतिं +तद्गतिः +तद्गतिज्ञानम् +तद्गतिदर्शनात् +तद्गते +तद्गतेः +तद्गतेन +तद्गतेनान्तरात्मना +तद्गतेनैव +तद्गतो +तद्गत्या +तद्गत्वा +तद्गन्धं +तद्गमनं +तद्गमने +तद्गम्यतां +तद्गम्यताम् +तद्गर्ते +तद्गर्भ +तद्गर्भं +तद्गर्भे +तद्गर्भो +तद्गले +तद्गवां +तद्गाङ्गं +तद्गात्रं +तद्गानं +तद्गायत्र्या +तद्गिरा +तद्गीतं +तद्गु +तद्गुण +तद्गुणं +तद्गुणः +तद्गुणत्वात् +तद्गुणमुपलभ्यते +तद्गुणम् +तद्गुणसंविज्ञानमपि +तद्गुणसंविज्ञानो +तद्गुणसविज्ञानो +तद्गुणसारत्वात् +तद्गुणसारत्वात्तु +तद्गुणस्य +तद्गुणा +तद्गुणाः +तद्गुणादि +तद्गुणाद्युक्तं +तद्गुणाद्युक्तम् +तद्गुणानां +तद्गुणान् +तद्गुणालंकारः +तद्गुणालङ्कारः +तद्गुणाश्च +तद्गुणास्तु +तद्गुणितं +तद्गुणे +तद्गुणेन +तद्गुणैः +तद्गुणो +तद्गुणोक्तिः +तद्गुणोत्कीर्त्तनं +तद्गुरु +तद्गुरुः +तद्गुह्यं +तद्गृणते +तद्गृहं +तद्गृहम् +तद्गृहाण +तद्गृहाणि +तद्गृहात् +तद्गृही +तद्गृहीत +तद्गृहीतं +तद्गृहीत्वा +तद्गृहे +तद्गृह्णाति +तद्गृह्यतां +तद्गृह्यते +तद्गेहं +तद्गेहे +तद्गोचरं +तद्गोचरा +तद्गोचरे +तद्गोत्रं +तद्गोत्रापत्ये +तद्गोत्रापत्येषु +तद्गोत्रे +तद्गोमयेन +तद्गोलं +तद्गोलकं +तद्गोलकसमं +तद्गोलके +तद्गोले +तद्ग्रन्थः +तद्ग्रह +तद्ग्रहः +तद्ग्रहणं +तद्ग्रहणम् +तद्ग्रहणात् +तद्ग्रहणे +तद्ग्रहणेन +तद्ग्रहस्य +तद्ग्रहात् +तद्ग्रहे +तद्ग्रहो +तद्ग्रामं +तद्ग्रामे +तद्ग्राहकस्य +तद्ग्राह्यं +तद्ग्राह्यशक्तिस्तम्भे +तद्घनं +तद्घनम् +तद्घृतगुणाः +तद्चिकित्सा +तद्ज्ञानं +तद्ज्ञेयं +तद्द +तद्दक्षिणत +तद्दक्षिणतः +तद्दक्षिणतो +तद्दक्षिणा +तद्दक्षिणावृत्तद्धि +तद्दक्षिणे +तद्दक्षे +तद्दत +तद्दत् +तद्दत्त +तद्दत्तं +तद्दत्त्वा +तद्दत्वा +तद्ददाति +तद्ददातीति +तद्ददामि +तद्ददृशे +तद्ददौ +तद्दद्यात् +तद्दधाति +तद्दधि +तद्दधिगुणाः +तद्दधिषे +तद्दने +तद्दर्श +तद्दर्शनं +तद्दर्शनमहोत्सवः +तद्दर्शनमात्रेण +तद्दर्शनम् +तद्दर्शनस्य +तद्दर्शनाच्च +तद्दर्शनात् +तद्दर्शनादिति +तद्दर्शनादेव +तद्दर्शनाय +तद्दर्शनार्थं +तद्दर्शने +तद्दर्शनेन +तद्दर्शय +तद्दर्शयति +तद्दर्शितं +तद्दर्शिनमुदासीनं +तद्दर्शी +तद्दल +तद्दलं +तद्दलकपोलेषु +तद्दलम् +तद्दले +तद्दलेषु +तद्दश +तद्दशा +तद्दशांशं +तद्दशांशतः +तद्दशांशेन +तद्दशायां +तद्दषयति +तद्दहति +तद्दा +तद्दातव्यं +तद्दाधार +तद्दान +तद्दानं +तद्दानफलं +तद्दानम् +तद्दानस्य +तद्दाने +तद्दारा +तद्दारु +तद्दासी +तद्दास्यं +तद्दास्यामि +तद्दाहे +तद्दि +तद्दिकगुणा +तद्दिक् +तद्दिक्षु +तद्दिदृक्षया +तद्दिन +तद्दिनं +तद्दिनमारभ्य +तद्दिनम् +तद्दिनस्य +तद्दिनात् +तद्दिनानि +तद्दिने +तद्दिवसीयशेषयामद्वयं +तद्दिवसे +तद्दिवा +तद्दिवि +तद्दिवो +तद्दिव्यं +तद्दिव्यमुच्यते +तद्दिशा +तद्दिशि +तद्दीयतां +तद्दीर्घं +तद्दु +तद्दुःखं +तद्दुःखम् +तद्दुःखेन +तद्दुर्गं +तद्दुष्कृतं +तद्दूरे +तद्दूषणम् +तद्दूषयति +तद्दूषयित्वा +तद्दृशेः +तद्दृश्यं +तद्दृश्यते +तद्दृश्यस्य +तद्दृष्टं +तद्दृष्टा +तद्दृष्टान्तेन +तद्दृष्टिः +तद्दृष्टे +तद्दृष्टेः +तद्दृष्टौ +तद्दृष्ट्या +तद्दृष्ट्वा +तद्दृष्ट्वैव +तद्दे +तद्देयं +तद्देव +तद्देवं +तद्देवः +तद्देवतया +तद्देवता +तद्देवतां +तद्देवताः +तद्देवताके +तद्देवतायाः +तद्देवतायाश्च +तद्देवतास्तर्पयति +तद्देवते +तद्देवत्यं +तद्देवयजनं +तद्देवस्य +तद्देवा +तद्देवाः +तद्देवानां +तद्देवानामन्नं +तद्देवानामवो +तद्देवानाम् +तद्देवान् +तद्देवान्देवता +तद्देवि +तद्देवीं +तद्देवो +तद्देव्या +तद्देश +तद्देशं +तद्देशः +तद्देशजाते +तद्देशनृपे +तद्देशभवे +तद्देशवासिनः +तद्देशवासिनि +तद्देशवासिषु +तद्देशस्थे +तद्देशस्य +तद्देशानां +तद्देशे +तद्देह +तद्देहं +तद्देहः +तद्देहि +तद्देहे +तद्दे॒वा +तद्दे॒वाना॒मवो॑ +तद्दैवं +तद्दैवतं +तद्दैवतमुपाकृत्य +तद्दैवत्यं +तद्दैवमिति +तद्दो +तद्दोः +तद्दोष +तद्दोषं +तद्दोषः +तद्दोषपरिहाराय +तद्दोषपरिहारार्थं +तद्दोषभागिनः +तद्दोषशमनार्थं +तद्दोषशान्तये +तद्दोषस्य +तद्दोषेण +तद्दोषो +तद्द् +तद्द्र +तद्द्रवं +तद्द्रवैः +तद्द्रव्यं +तद्द्रव्यम् +तद्द्रव्याणां +तद्द्रव्येण +तद्द्रष्टव्यं +तद्द्रष्टुं +तद्द्रुतं +तद्द्वन्द्वं +तद्द्वयं +तद्द्वयमपि +तद्द्वयम् +तद्द्वयेन +तद्द्वयोः +तद्द्वादशगुणं +तद्द्वादशसहस्राणि +तद्द्वारं +तद्द्वारक +तद्द्वारा +तद्द्वारि +तद्द्वारे +तद्द्वारेण +तद्द्वारेणैव +तद्द्वारैव +तद्द्विगुणं +तद्द्विगुणम् +तद्द्विगुणश्च +तद्द्वितीयं +तद्द्वितीयमस्ति +तद्द्वितीयम् +तद्द्विधा +तद्द्विप्रतिष्ठं +तद्द्विभागं +तद्द्विविधं +तद्द्विविधम् +तद्द्वीपं +तद्द॑धाति +तद्ध +तद्धं +तद्धः +तद्धतिः +तद्धन +तद्धनं +तद्धनमिति +तद्धनम् +तद्धनस्य +तद्धनुः +तद्धने +तद्धन्ति +तद्धरणे +तद्धरति +तद्धरेः +तद्धरेत् +तद्धरौ +तद्धर्म +तद्धर्मं +तद्धर्मः +तद्धर्मता +तद्धर्मतो +तद्धर्मत्वं +तद्धर्मत्वात् +तद्धर्मधर्मिणी +तद्धर्मभावी +तद्धर्मव्यपदेशात् +तद्धर्मस्य +तद्धर्मा +तद्धर्मांश्च +तद्धर्माः +तद्धर्माणां +तद्धर्मावच्छिन्न +तद्धर्मावच्छिन्नं +तद्धर्माश्च +तद्धर्मे +तद्धर्मेण +तद्धर्मेति +तद्धर्मेषु +तद्धर्मैः +तद्धर्मो +तद्धर्मोपदेशात् +तद्धर्म्मा +तद्धर्यश्व +तद्धविः +तद्धव्यकव्यानां +तद्धस्तं +तद्धस्तात् +तद्धस्तु +तद्धस्ते +तद्धा +तद्धानिः +तद्धानौ +तद्धान्यं +तद्धापि +तद्धाम +तद्धाम्ना +तद्धारणं +तद्धारणे +तद्धारणेन +तद्धावतोऽन्यानत्येति +तद्धासुराः +तद्धास्य +तद्धि +तद्धित +तद्धितं +तद्धितः +तद्धितकार्याणि +तद्धितगता +तद्धितगा +तद्धितग्रहणं +तद्धितपरिशेषः +तद्धितपरिशेषाधिकारः +तद्धितप्रकरणम् +तद्धितप्रकरणे +तद्धितम् +तद्धितलुकि +तद्धितलुकीति +तद्धितलोपः +तद्धितवृत्तावन्तर्भवति +तद्धितवृत्तौ +तद्धितवृत्त्या +तद्धितश्च +तद्धितश्चासर्वविभक्ति +तद्धितश्चासर्वविभक्तिः +तद्धितसंज्ञक +तद्धितसंज्ञा +तद्धितस्य +तद्धितस्यारक्तविकारे +तद्धितस्येति +तद्धिता +तद्धिताः +तद्धिताक्तं +तद्धिताधिकारे +तद्धितानां +तद्धितान्त +तद्धितान्तं +तद्धितान्तः +तद्धितान्तत्वात् +तद्धितान्तम् +तद्धितान्तस्य +तद्धितान्तेन +तद्धितार्थ +तद्धितार्थः +तद्धितार्थस्य +तद्धितार्थे +तद्धितार्थेन +तद्धितार्थोत्तरपद +तद्धितार्थोत्तरपदसमाहारे +तद्धिते +तद्धितेन +तद्धितेषु +तद्धितेष्वचामादेः +तद्धितेष्वण् +तद्धितेऽनाति +तद्धितो +तद्धितोत्पत्तिः +तद्धितौ +तद्धित्वा +तद्धिया +तद्धिरण्यं +तद्धिरण्यम् +तद्धी +तद्धीः +तद्धीति +तद्धीन +तद्धीनं +तद्धीने +तद्धुतं +तद्धुत्वा +तद्धृतं +तद्धृतिः +तद्धृत्या +तद्धृदयं +तद्धृदये +तद्धृदि +तद्धे +तद्धेतु +तद्धेतुं +तद्धेतुः +तद्धेतुकं +तद्धेतुकः +तद्धेतुका +तद्धेतुतया +तद्धेतुत्वं +तद्धेतुत्वात् +तद्धेतुत्वे +तद्धेतुत्वेन +तद्धेतुभूतं +तद्धेतुरिति +तद्धेतुव्यपदेशाच्च +तद्धेतूनां +तद्धेतोः +तद्धेतोरेव +तद्धेतोश्च +तद्धेतौ +तद्धेदं +तद्धैक +तद्धैके +तद्धैतत् +तद्धैतत्पश्यन्नृषिर्वामदेवः +तद्धैतदेके +तद्धैषां +तद्धो +तद्धोता +तद्धोरं +तद्धोवाच +तद्ध्यस्य +तद्ध्यानं +तद्ध्यानम् +तद्ध्याने +तद्ध्येयं +तद्ध्रुवं +तद्ध्रुवम् +तद्ध्वजं +तद्नं +तद्नु +तद्ब +तद्बति +तद्बत् +तद्बदेव +तद्बद्धं +तद्बद्ध्वा +तद्बन्धनं +तद्बन्धुः +तद्बभूव +तद्बर्हिः +तद्बलं +तद्बलमस्माकं +तद्बलमिति +तद्बलम् +तद्बलस्य +तद्बलात् +तद्बलादेव +तद्बलिं +तद्बले +तद्बलेन +तद्बलेनैव +तद्बहि +तद्बहिः +तद्बहिश्च +तद्बहिश्चावृतांशेन +तद्बहु +तद्बहुलां +तद्बाधनार्थम् +तद्बाधितं +तद्बाधितमेव +तद्बाधितमेवेति +तद्बाधे +तद्बालं +तद्बाह्यं +तद्बाह्ये +तद्बिजयेऽपर्याप्ततां +तद्बिम्बं +तद्बिलं +तद्बिवरणं +तद्बीजं +तद्बीजमिति +तद्बीजम् +तद्बीजेन +तद्बु +तद्बुद्धक्षेत्रं +तद्बुद्धय +तद्बुद्धयः +तद्बुद्धयस्तदात्मानः +तद्बुद्धयस्तदात्मानस्तन्निष्ठास्तत्परायणाः +तद्बुद्धिः +तद्बुद्धे +तद्बुद्धेः +तद्बुद्धौ +तद्बुद्ध्या +तद्बुद्ध्वा +तद्बुद्ध्वागत्य +तद्बुद्ध्वैव +तद्बृहतो +तद्बृहतोः +तद्बेरं +तद्बोध +तद्बोधं +तद्बोधकं +तद्बोधने +तद्बोधिसत्त्वो +तद्ब्रवीमि +तद्ब्रवीहि +तद्ब्रह्म +तद्ब्रह्मचर्येण +तद्ब्रह्मणः +तद्ब्रह्मणा +तद्ब्रह्मणो +तद्ब्रह्मा +तद्ब्रह्मानन्दमद्वन्द्वं +तद्ब्रह्माहमिति +तद्ब्रह्मेति +तद्ब्रह्मेत्यवधारय +तद्ब्रह्मेत्यवधारयेत् +तद्ब्रह्मैव +तद्ब्रह्मोपनिषत्परम् +तद्ब्रह्म॑ +तद्ब्राहृ +तद्ब्राह्मणं +तद्ब्रूत +तद्ब्रूयात् +तद्ब्रूहि +तद्भ +तद्भं +तद्भः +तद्भक्त +तद्भक्तं +तद्भक्तजनवात्सल्यं +तद्भक्तस्य +तद्भक्ता +तद्भक्ताः +तद्भक्तानां +तद्भक्ताश्च +तद्भक्ति +तद्भक्तिं +तद्भक्तिः +तद्भक्तिप्रणिहितमतिर्यस्य +तद्भक्तेषु +तद्भक्तो +तद्भक्त्या +तद्भक्षणं +तद्भक्षणे +तद्भक्षणेन +तद्भक्ष्यं +तद्भक्ष्यम् +तद्भक्ष्यैः +तद्भगणाः +तद्भगवत +तद्भगवतो +तद्भगवन् +तद्भगवन्मनुष्येषु +तद्भग्नं +तद्भङ्गः +तद्भङ्गे +तद्भज +तद्भजनं +तद्भजने +तद्भजस्व +तद्भटचातुरीतुरी +तद्भण +तद्भद्र +तद्भद्रं +तद्भद्रम् +तद्भयं +तद्भयम् +तद्भयात् +तद्भयाद्धि +तद्भयेन +तद्भर्ता +तद्भव +तद्भवं +तद्भवः +तद्भवता +तद्भवति +तद्भवतीति +तद्भवतु +तद्भवत्यल्पमेधसाम् +तद्भवत्येव +तद्भवनं +तद्भवने +तद्भवन्तो +तद्भवा +तद्भवाः +तद्भवादौ +तद्भवाननुमन्यताम् +तद्भवानेव +तद्भवान् +तद्भवान्कर्तुमर्हति +तद्भवान्प्रब्रवीतु +तद्भवान्मे +तद्भवान्वक्तुमर्हति +तद्भविता +तद्भवितुं +तद्भविष्यति +तद्भविष्यत्यसंशयम् +तद्भवे +तद्भवेच्छ्राद्धं +तद्भवेत् +तद्भवेदन्नं +तद्भवेदिति +तद्भवेदिह +तद्भवेद्दिव्यं +तद्भवेन +तद्भवो +तद्भस्म +तद्भस्मना +तद्भस्मनि +तद्भा +तद्भागं +तद्भागवतमिष्यते +तद्भागवतमुच्यते +तद्भागस्य +तद्भागे +तद्भागेन +तद्भाग्यं +तद्भाजि +तद्भाण्डं +तद्भाण्डपुटमुच्यते +तद्भाण्डे +तद्भाति +तद्भानमिति +तद्भानस्य +तद्भाने +तद्भारं +तद्भारतं +तद्भारेण +तद्भार्यया +तद्भार्या +तद्भार्यां +तद्भाव +तद्भावं +तद्भावः +तद्भावना +तद्भावप्राप्तिः +तद्भावभावितः +तद्भावभावितत्त्वमिति +तद्भावभावित्वात् +तद्भावम् +तद्भावश्च +तद्भावस्तत्ता +तद्भावस्य +तद्भावात् +तद्भावादिति +तद्भावापत्तिः +तद्भावि +तद्भाविकम् +तद्भाविता +तद्भाविताः +तद्भावे +तद्भावेन +तद्भावेऽपि +तद्भावो +तद्भाषितं +तद्भाष्य +तद्भाष्यं +तद्भाष्यम् +तद्भाष्यविरुद्धम् +तद्भाष्ये +तद्भाष्येण +तद्भासकं +तद्भासके +तद्भासयते +तद्भासा +तद्भि +तद्भिदा +तद्भिदाः +तद्भिन्न +तद्भिन्नं +तद्भिन्नः +तद्भिन्नत्व +तद्भिन्नत्वं +तद्भिन्नत्वे +तद्भिन्नत्वेन +तद्भिन्नस्य +तद्भिन्ना +तद्भिन्नाः +तद्भिन्ने +तद्भिन्नो +तद्भिषजां +तद्भिषज्यति +तद्भीत्या +तद्भुक्तं +तद्भुक्तौ +तद्भुक्त्वा +तद्भुतं +तद्भुवि +तद्भूतं +तद्भूतनाथानुग +तद्भूतस्य +तद्भूतानां +तद्भूते +तद्भूत्वावति +तद्भूत्वाऽवति +तद्भूमेः +तद्भूमौ +तद्भूय +तद्भूयः +तद्भूयो +तद्भूयोऽतप्यत +तद्भूयो॑ऽतप्यत +तद्भूषणान्तरे +तद्भूषितानथ +तद्भृगुः +तद्भे +तद्भेद +तद्भेदं +तद्भेदः +तद्भेदगुणादि +तद्भेदमाह +तद्भेदश्च +तद्भेदस्य +तद्भेदा +तद्भेदाः +तद्भेदाच्च +तद्भेदात् +तद्भेदादि +तद्भेदादिकं +तद्भेदाद् +तद्भेदानां +तद्भेदानाह +तद्भेदान् +तद्भेदाश्च +तद्भेदे +तद्भेदेन 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+तद्यद् +तद्यद्द्विपदाः +तद्यद्भक्तं +तद्यद्यप्यस्मिन्सर्पिर्वोदकं +तद्यद्येवं +तद्यद्रात्रौ +तद्यद्रोदयन्ति +तद्यद्वै +तद्यद॒ध्यति॑ष्ठ॒द्भुव॑नानि +तद्यन्ति +तद्यन्त्रं +तद्यन्न +तद्यपि +तद्यया +तद्ययौ +तद्यश +तद्यशः +तद्यशो +तद्यस्य +तद्यस्यास्ति +तद्यस्यास्तीति +तद्यस्यैवं +तद्यस्यै॒वं +तद्या +तद्यां +तद्याः +तद्याति +तद्यातु +तद्याथा +तद्यानं +तद्यानपात्रं +तद्यानि +तद्यामि +तद्याम्यां +तद्यावत् +तद्यावदेव +तद्याहि +तद्यु +तद्युक्त +तद्युक्तं +तद्युक्तः +तद्युक्तम् +तद्युक्तस्य +तद्युक्ता +तद्युक्ताः +तद्युक्तात् +तद्युक्तात्कर्मणोऽण् +तद्युक्ताय +तद्युक्ते +तद्युक्तेन +तद्युक्तो +तद्युक्त्या +तद्युगं +तद्युगस्य +तद्युगान्तस्य +तद्युज्यते +तद्युतः +तद्युताः +तद्युतिः +तद्युतिदलं +तद्युते +तद्युतौ +तद्युद्धं +तद्युद्धमभवद्घोरं +तद्युद्धमभवद्धोरं +तद्युद्धे +तद्युनक्ति +तद्युवां +तद्युष्माकं +तद्यूयं +तद्ये +तद्येन +तद्येषां +तद्येषामस्ति +तद्यैव +तद्यो +तद्योग +तद्योगं +तद्योगः +तद्योगस्य +तद्योगा +तद्योगाच्च +तद्योगात् +तद्योगाद् +तद्योगी +तद्योगे +तद्योगेन +तद्योगैरपि +तद्योगो +तद्योग्यं +तद्योग्यः +तद्योग्यता +तद्योग्यत्वं +तद्योग्या +तद्योग्ये +तद्योजनं +तद्योज्यं +तद्योनौ +तद्योन्यां +तद्योषितां +तद्योऽयं +तद्योऽस्य +तद्योऽहं +तद्यौवनाश्वस्य +तद्य॑जति +तद्य॑ज्ञक्र॒तुमा +तद्य॒ज्ञं +तद्य॒ज्ञे +तद्र +तद्रक्तं +तद्रक्ष +तद्रक्षः +तद्रक्षणं +तद्रक्षणाय +तद्रक्षणार्थं +तद्रक्षणे +तद्रक्षा +तद्रक्षां +तद्रक्षायै +तद्रक्षार्थं +तद्रक्षो +तद्रज +तद्रजः +तद्रजतं +तद्रजो +तद्रणे +तद्रतं +तद्रते +तद्रतेः +तद्रत्नं +तद्रत्नमिति +तद्रथं +तद्रथस्य +तद्रथे +तद्रभसात् +तद्रवेः +तद्रव्यं +तद्रसं +तद्रसः +तद्रसम् +तद्रसादिषु +तद्रसायनम् +तद्रसे +तद्रसेन +तद्रसैः +तद्रहस्यं +तद्रहि +तद्रहित +तद्रहितं +तद्रहितः +तद्रहितमित्यर्थः +तद्रहितम् +तद्रहितस्य +तद्रहिता +तद्रहिताः +तद्रहिताय +तद्रहिते +तद्रहितो +तद्रहितौ +तद्रह्म +तद्रा +तद्राक्षसबलं +तद्राज +तद्राजनि +तद्राजसं +तद्राजसमुदाहृतम् +तद्राजस्य +तद्राजा +तद्राजाः +तद्राजानं +तद्राजे +तद्राज्ञः +तद्राज्ञा +तद्राज्ञे +तद्राज्ञो +तद्राज्यं +तद्राज्यस्य +तद्राज्ये +तद्रात्रौ +तद्राम +तद्राशेः +तद्राशौ +तद्राष्ट्र +तद्राष्ट्रं +तद्राष्ट्रे +तद्रासभे +तद्राहित्यं +तद्राहित्येन +तद्रि +तद्रिक्थं +तद्रिपुः +तद्रीत्या +तद्रीत्यैव +तद्रुद्रा +तद्रुद्राक्षे +तद्रुधिरं +तद्रुपं +तद्रुपा +तद्रुहम् +तद्रू +तद्रूप +तद्रूपं +तद्रूपः +तद्रूपकं +तद्रूपकमभेदो +तद्रूपतया +तद्रूपता +तद्रूपतां +तद्रूपत्वात् +तद्रूपत्वेन +तद्रूपमनघं +तद्रूपमपरेण +तद्रूपमिति +तद्रूपमुपदधाति +तद्रूपमुपदधातीति +तद्रूपमेव +तद्रूपम् +तद्रूपश्च +तद्रूपस्य +तद्रूपा +तद्रूपां +तद्रूपाः +तद्रूपाय +तद्रूपासि +तद्रूपे +तद्रूपेण +तद्रूपेणाग्निना +तद्रूपेणैव +तद्रूपैः +तद्रूपो +तद्रे +तद्रेण +तद्रेत +तद्रेतः +तद्रेतो +तद्रो +तद्रोचते +तद्रोदनं +तद्व +तद्वं +तद्वंशं +तद्वंशः +तद्वंशे +तद्वंश्यं +तद्वंश्या +तद्वंश्याः +तद्वंश्यानां +तद्वः +तद्वक्तरि +तद्वक्तव्यं +तद्वक्तव्यम् +तद्वक्तारमवतु +तद्वक्तारमवत्ववतु +तद्वक्तारमावीत् +तद्वक्तुं +तद्वक्तुमर्हसि +तद्वक्त्रं +तद्वक्त्रे +तद्वक्रं +तद्वक्षसि +तद्वक्ष्यति +तद्वक्ष्यते +तद्वक्ष्यामः +तद्वक्ष्यामि +तद्वक्ष्ये +तद्वच +तद्वचः +तद्वचन +तद्वचनं +तद्वचनः +तद्वचनमाकर्ण्य +तद्वचनम् +तद्वचनस्य +तद्वचनात् +तद्वचनादाम्नायस्य +तद्वचनाद् +तद्वचनानि +तद्वचने +तद्वचनेन +तद्वचसा +तद्वचसि +तद्वचो +तद्वच् +तद्वच्च +तद्वच्छ +तद्वच्छब्दोऽपि +तद्वच्मि +तद्वज्जार्यं +तद्वज्जीवो +तद्वज्ज्ञेयमत्र +तद्वज्रं +तद्वञ्चितवामनेत्रा +तद्वत +तद्वतं +तद्वतः +तद्वतश्च +तद्वता +तद्वतां +तद्वताम् +तद्वति +तद्वती +तद्वतीति +तद्वतीम् +तद्वते +तद्वतो +तद्वतोऽपि +तद्वत् +तद्वत्कर्म +तद्वत्कामा +तद्वत्तं +तद्वत्तथा +तद्वत्तया +तद्वत्तव +तद्वत्ता +तद्वत्तीर्थं +तद्वत्ते +तद्वत्तेन +तद्वत्त्वं +तद्वत्त्वेन +तद्वत्प्रतिपत्तस्य +तद्वत्प्रसङ्गादसमञ्जसम् +तद्वत्यः +तद्वत्वं +तद्वत्स +तद्वत्सचेतसां +तद्वत्समपश्चिमगानि +तद्वत्सर्वं +तद्वत्सु +तद्वत्स्यात् +तद्वत्‌ +तद्वद +तद्वदग्निरपि +तद्वदत्र +तद्वदत्रापि +तद्वदत्रापीति +तद्वदधिकाराः +तद्वदनं +तद्वदन्ति +तद्वदन्तु +तद्वदपरः +तद्वदभावानां +तद्वदयं +तद्वदयमपि +तद्वदर्थे +तद्वदव्यक्तम् +तद्वदसौ +तद्वदस्माकं +तद्वदस्यापि +तद्वदस्व +तद्वदह +तद्वदहं +तद्वदा +तद्वदाचमनं +तद्वदात्मनि +तद्वदात्मापि +तद्वदाधुना +तद्वदामि +तद्वदाम्यहम् +तद्वदाशु +तद्वदाश्वयुजे +तद्वदि +तद्वदिति 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+तद्वरुणो +तद्वरेषु +तद्वर्ग +तद्वर्गः +तद्वर्गव्रज्या +तद्वर्गान्तरपदं +तद्वर्गे +तद्वर्जं +तद्वर्जयेद्यतिः +तद्वर्ज्यं +तद्वर्णं +तद्वर्णः +तद्वर्णनं +तद्वर्णयितुं +तद्वर्णा +तद्वर्णानां +तद्वर्ण्यते +तद्वर्तते +तद्वर्त्तिनि +तद्वर्त्म +तद्वर्ष +तद्वर्षं +तद्वर्षति +तद्वर्षे +तद्वलं +तद्वलनं +तद्वलम् +तद्वलेन +तद्वल् +तद्वल्गुना +तद्वशं +तद्वशः +तद्वशगा +तद्वशतो +तद्वशा +तद्वशाः +तद्वशाच्च +तद्वशात् +तद्वशादेव +तद्वशाद् +तद्वशे +तद्वशेन +तद्वशो +तद्वसनं +तद्वसव +तद्वसवो +तद्वसिष्ठोऽसीति +तद्वसु +तद्वसो +तद्वस्तु +तद्वस्तुनः +तद्वस्त्रं +तद्वस्य +तद्वहति +तद्वहनं +तद्वहानि +तद्वहि +तद्वहिः +तद्वहु +तद्वा +तद्वां +तद्वांश्च +तद्वां॑ +तद्वाक्य +तद्वाक्यं +तद्वाक्यञ्च +तद्वाक्यमाकर्ण्य +तद्वाक्यमाभाष्य +तद्वाक्यमेवाह +तद्वाक्यम् +तद्वाक्यसमकालं +तद्वाक्यस्य +तद्वाक्यात् +तद्वाक्यानां +तद्वाक्यानि +तद्वाक्ये +तद्वाक्येन +तद्वाङ्मयं +तद्वाचं +तद्वाचक +तद्वाचकं +तद्वाचकः +तद्वाचकत्वं +तद्वाचकस्य +तद्वाचकानि +तद्वाचा +तद्वाचि +तद्वाचिनः +तद्वाचिना +तद्वाचिनां +तद्वाचिनि +तद्वाचो +तद्वाच्यं +तद्वाच्यः +तद्वाजीकरणं +तद्वादः +तद्वादस्तद्वादः +तद्वाधनार्थम् +तद्वाधात् +तद्वाधितमेव +तद्वान +तद्वानरसैन्यमुग्रम् +तद्वानासामुपधानो +तद्वानिति +तद्वान् +तद्वापि +तद्वाप्यो +तद्वामपार्श्वे +तद्वामे +तद्वायवे +तद्वायुः +तद्वायुना +तद्वारं +तद्वारणमिति +तद्वारणात् +तद्वारणाय +तद्वारये +तद्वारा +तद्वारि +तद्वारे +तद्वारेण +तद्वारैव +तद्वार्ता +तद्वार्त्तां +तद्वाव +तद्वासः +तद्वासना +तद्वासनां +तद्वास्तवं +तद्वास्तु +तद्वाह्ये +तद्वा॒चा +तद्वि +तद्विकार +तद्विकारं +तद्विकारः +तद्विकाराणां +तद्विकारे +तद्विकारेण +तद्विकारेषु +तद्विकारो +तद्विकृतिषु +तद्विक्रमते +तद्विगर्हितम् +तद्विगुणं +तद्विग्रहः +तद्विग्रहो +तद्विघातस्य +तद्विघातस्येति +तद्विघाताय +तद्विचक्षणः +तद्विचारं +तद्विचारेण +तद्विचार्य +तद्विचार्यम् +तद्विचित्रं +तद्विचिन्त्य +तद्विचेष्टितम् +तद्विजयाभिकाङ्क्षिणे +तद्विजये +तद्विजानीयात् +तद्विजानीयाद्विश्वस्यायतनं +तद्विजिगीषया +तद्विजिज्ञासस्व +तद्विज्ञानं +तद्विज्ञानार्थ +तद्विज्ञानार्थं +तद्विज्ञाने +तद्विज्ञानेन +तद्विज्ञापयामि +तद्विज्ञाय +तद्विज्ञेयं +तद्वित +तद्वितः +तद्वितीयं +तद्वितीयमस्ति +तद्विते +तद्वित्तं +तद्विद +तद्विदः +तद्विदच्छर्यणावति +तद्विदधीत +तद्विदा +तद्विदां +तद्विदाम् +तद्विदाहप्रशान्त्यर्थं +तद्विदितं +तद्विदितादथो +तद्विदित्वा +तद्विदुः +तद्विदुरमृतास्ते +तद्विदुर्बुधाः +तद्विदे +तद्विदैः +तद्विदो +तद्विद्धि +तद्विद्धीति +तद्विद्यते +तद्विद्या +तद्विद्यां +तद्विद्यात् +तद्विद्याद् +तद्विद्योतते +तद्विद्वांस +तद्विद्वांसं +तद्विद्वांसः +तद्विद्वानक्षरं +तद्विद्वानाह +तद्विद्वान् +तद्विध +तद्विधं +तद्विधः +तद्विधत्स्व +तद्विधम् +तद्विधस्त्वं +तद्विधस्य +तद्विधा +तद्विधां +तद्विधाः +तद्विधान +तद्विधानं +तद्विधानञ्च +तद्विधानतः +तद्विधानम् +तद्विधानस्य +तद्विधानां +तद्विधानात् +तद्विधानादि +तद्विधानादिति +तद्विधाने +तद्विधानेन +तद्विधान् +तद्विधाय +तद्विधि +तद्विधिं +तद्विधिः +तद्विधिना +तद्विधिम् +तद्विधिर्यथा +तद्विधिश्च +तद्विधीयताम् +तद्विधीयते +तद्विधे +तद्विधेः +तद्विधेनैव +तद्विधेयम् +तद्विधेहि +तद्विधैः +तद्विधो +तद्विधौ +तद्विनश्यति +तद्विना +तद्विनापि +तद्विनाशाय +तद्विनाशे +तद्विनाशेन +तद्विनिर्दिशेत् +तद्विनिर्दिष्टं 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+तद्वृत्तान्तं +तद्वृत्तान्तोद्भवं +तद्वृत्ति +तद्वृत्तिं +तद्वृत्तिः +तद्वृत्तित्वं +तद्वृत्तीनां +तद्वृत्ते +तद्वृत्तौ +तद्वृत्त्या +तद्वृत्रस्य +तद्वृथा +तद्वृद्धौ +तद्वृद्ध्यै +तद्वे +तद्वेति +तद्वेत्तरि +तद्वेत्ता +तद्वेत्ति +तद्वेद +तद्वेदं +तद्वेदन +तद्वेदनं +तद्वेदनस्य +तद्वेदना +तद्वेदितव्यं +तद्वेदितव्यम् +तद्वेदितुः +तद्वेदे +तद्वेद्धव्यं +तद्वेद्यं +तद्वेरं +तद्वेव +तद्वेश्म +तद्वै +तद्वैदिकपर्य्यायः +तद्वैद्युतं +तद्वैपरीत्यं +तद्वैपरीत्ये +तद्वैपरीत्येन +तद्वैयर्थ्यं +तद्वैरं +तद्वैराग्यं +तद्वैराग्यादपि +तद्वैलक्षण्यं +तद्वैश्वदेवस्य +तद्वैष्णवं +तद्वो +तद्वोगाय +तद्वोऽहं +तद्वो॑ +तद्व्य +तद्व्यक्तं +तद्व्यक्तौ +तद्व्यञ्जनं +तद्व्यतिक्रमे +तद्व्यतिरिक्त +तद्व्यतिरिक्तं +तद्व्यतिरिक्तः +तद्व्यतिरिक्तस्य +तद्व्यतिरिक्ताः +तद्व्यतिरिक्तानां +तद्व्यतिरिक्ते +तद्व्यतिरिक्तो +तद्व्यतिरेके +तद्व्यतिरेकेण +तद्व्यपदेश +तद्व्यपदेशं +तद्व्यपदेशः +तद्व्यपदेशात् +तद्व्यर्थं +तद्व्यर्धयति +तद्व्यवच्छेदाय +तद्व्यवस्था +तद्व्यवहारः +तद्व्या +तद्व्याख्या +तद्व्याख्यातं +तद्व्याख्यातम् +तद्व्याख्यानं +तद्व्याख्यानम् +तद्व्याख्याने +तद्व्याख्यायां +तद्व्याख्यास्यामः +तद्व्याचष्टे +तद्व्यापकं +तद्व्यापारस्य +तद्व्यापारादविरोधः +तद्व्यापारे +तद्व्यापारो +तद्व्याप्तं +तद्व्याप्य +तद्व्यावृत्तये +तद्व्यावृत्त्यर्थं +तद्व्यावृत्त्यर्थमाह +तद्व्यावृत्त्या +तद्व्यासं +तद्व्युत्पत्तिः +तद्व्युत्पत्तेः +तद्व्युदासः +तद्व्युदासाय +तद्व्युदासाययोगसंज्ञितम् +तद्व्युदासायाह +तद्व्युदासार्थं +तद्व्युदासेन +तद्व्योम +तद्व्योम्नि +तद्व्रतं +तद्व्रतम् +तद्व्रतस्य +तद्व्रती +तद्व्रते +तद्व॑सो +तद्ऽभावे +तद्‌ +तद्‌गृहं +तद्‌दृष्ट्वा +तद्‌द्वयं +तद्‌बलं +तद्‌ब्रह्म +तद्‌रथं +तद्‌रूपं +तद्‍गुणैः +तद्‍ब्रह्म +तद्‍भोजी +तद॑क्रि +तद॑ग्ने +तद॑ग्ने॒ +तद॑श्विना +तद॑स्तु +तद॑स्मै +तद॑स्मै॒ +तद॑स्य +तद॑स्य॒ +तद॒ग्निं +तद॒द्य +तद॒स्मासु॒ +तध +तधा +तधाच +तधाहि +तधि +तधैव +तधैवच +तध्यथा +तध्वमोः +तन +तनं +तनः +तनक्ति +तनति +तनत् +तनन् +तनप् +तनबादेशः +तनबादेशे +तनम् +तनय +तनयं +तनयः +तनयम् +तनयया +तनयस्ततः +तनयस्तथा +तनयस्तव +तनयस्तस्य +तनयस्तु +तनयस्य +तनयस्यास्य +तनया +तनयां +तनयाः +तनयात् +तनयानां +तनयानि +तनयान् +तनयाय +तनयाविश्लेषदुःखैर्नवैः +तनयावुभौ +तनयाश्च +तनये +तनयेन +तनयेषु +तनयैः +तनयो +तनयोऽथ +तनयोऽभवत् +तनयोऽसि +तनयौ +तनव +तनवः +तनवस्ततः +तनवा +तनवानि +तनवामहा +तनवावहै +तनवे +तनवै +तनवो +तनश्च +तनसा +तनस्य +तनहुँ +तना +तनां +तनाः +तनात् +तनादयः +तनादि +तनादिः +तनादिकृञ्भ्य +तनादिगणः +तनादिप्रकरणम् +तनादिभ्यः +तनादिभ्यस्तथासोः +तनादेः +तनादेरुः +तनादेशः +तनादौ +तनापि +तनाय +तनाया +तनाव +तनावस्य +तना॑ +तनि +तनिता +तनितारं +तनित्वा +तनिपत्योश्छन्दसि +तनिमा +तनिम्ना +तनियन् +तनिष्ठ +तनी +तनीयः +तनीयसा +तनीयसी +तनीयान् +तनु +तनुं +तनुः +तनुकं +तनुकफे +तनुकरणे +तनुगते +तनुगात्रि +तनुगे +तनुच्छदम् +तनुजः +तनुजा +तनुजाः +तनुजे +तनुजो +तनुत +तनुतः +तनुता +तनुतां +तनुतात् +तनुताद् +तनुतामेति +तनुताम् +तनुते +तनुतेऽपि +तनुत्यजः +तनुत्यजां +तनुत्यजाम् +तनुत्यागः +तनुत्र +तनुत्रं +तनुत्रम् +तनुत्राणं +तनुत्राणि +तनुत्राणे +तनुत्रेण +तनुत्वं +तनुत्वचा +तनुत्वम् +तनुत्वात् +तनुत्विषा +तनुत्वे +तनुध्वं +तनुना +तनुपे +तनुप्रकाशेन +तनुभावफलाध्यायः +तनुभिः +तनुभिस्ततः +तनुभृतां +तनुभृत् +तनुमतां +तनुमध्यमा +तनुमध्यमाम् +तनुमध्यमे +तनुमध्या +तनुमध्यां +तनुमध्ये +तनुमपि +तनुमानसा +तनुमानसी +तनुमाश्रितं +तनुमाश्रितः +तनुमाश्रितम् +तनुमास्थाय +तनुमास्थितः +तनुमिति +तनुमिव +तनुमुत्ससर्ज +तनुम् +तनुयात् +तनुरपि +तनुरस्य +तनुरिति +तनुरियं +तनुरिव +तनुरुहाणि +तनुर् +तनुर्न +तनुर्नाम्ना +तनुर्यस्य +तनुर्यस्याः +तनुर्या +तनुर्वा +तनुलता +तनुलेपनाय +तनुलोमकेशदशनां +तनुव +तनुवं +तनुवः +तनुवम् +तनुवस् +तनुवा +तनुवाग्विभवोऽपि +तनुवे +तनुवै +तनुवो +तनुवौ +तनुशब्दस्य +तनुश्च +तनुषु +तनुषे +तनुष्व +तनुस्तव +तनुस्तस्य +तनुस्ते +तनुस्तेन +तनुस्थे +तनुहि +तनू +तनूं +तनूः +तनूकरण +तनूकरणे +तनूकरोति +तनूकुर्वन् +तनूकृतः +तनूकृताः +तनूकृते +तनूकृत्य +तनूकृद्भ्य +तनूकृद्भ्यो +तनूकृ॒थे +तनूज +तनूजं +तनूजः +तनूजस्य +तनूजा +तनूजां +तनूजान् +तनूजाम् +तनूजे +तनूजो +तनूत्यजः +तनूदरि +तनून +तनूनं +तनूनपातं +तनूनपातम् +तनूनपात् +तनूनपात्पथ +तनूनपादग्न +तनूनपाद् +तनूनप्त्र +तनूनप्त्रे +तनूनां +तनूनामपां +तनूनाम् +तनूनि +तनूपा +तनूपाः +तनूपानं +तनूभिः +तनूभिरगन्महि +तनूभिर् +तनूभिर्मा +तनूभे +तनूभ्यः +तनूभ्यां +तनूम् +तनूरसि +तनूराविश +तनूरासीत् +तनूरिति +तनूरुच्यते +तनूरुहम् +तनूरुहाणि +तनूरेव +तनूरेषा +तनूर् +तनूर्मयि +तनूर्मय्यभूदेषा +तनूर्यद् +तनूर्या +तनूर्वर्षिष्ठा +तनूर्वाचि +तनूर्वामदेव्यं +तनूवशिन् +तनूश्च +तनूषु +तनूस् +तनूस्तन्वा +तनूस्तया +तनूस्तामस्या +तनूस्तामस्यै +तनूस्तामावह +तनूस्तामितो +तनूऽनपात् +तनूऽपाः +तनू॑नपात्प॒थ +तनू॑ऽनपात् +तनू॒कृद्भ्यो॒ +तनू॒पा +तने +तनेति +तनेत्यादि +तनेन +तनेषु +तने॑ +तनै +तनैः +तनैव +तनो +तनोः +तनोत +तनोति +तनोतीति +तनोतु +तनोते +तनोतेः +तनोतेरनश्च +तनोतेर्यकि +तनोतेर्विभाषा +तनोत्यादयः +तनोत्येव +तनोमि +तनोरतः +तनोर् +तनोश्च +तनोषि +तनोस्तापस्तस्याः +तनौ +तन् +तन्च +तन्त +तन्तं +तन्तथा +तन्तन्यते +तन्तव +तन्तवः +तन्तवे +तन्तवो +तन्तस् +तन्ति +तन्तिं +तन्तिः +तन्तिपालः +तन्तीं +तन्तु +तन्तुं +तन्तुं॑ +तन्तुं॒ +तन्तुः +तन्तुओं +तन्तुकरणयन्त्र +तन्तुकरणयन्त्रम् +तन्तुजालावलम्बाः +तन्तुत्रयमधोवृतम् +तन्तुनः +तन्तुना +तन्तुनां +तन्तुपटयोः +तन्तुपटयोरिव +तन्तुभः +तन्तुभिः +तन्तुभ्यः +तन्तुभ्यो +तन्तुमग्निर्दिव्यं +तन्तुमते +तन्तुमतेऽग्नये +तन्तुमन्त्रालयः +तन्तुम् +तन्तुयुक्तं +तन्तुयुक्तः +तन्तुयुक्ताः +तन्तुरसि +तन्तुरिव +तन्तुरूपं +तन्तुर् +तन्तुर्वा +तन्तुवत् +तन्तुवाने +तन्तुवाय +तन्तुवायः +तन्तुवायशलाका +तन्तुवायस्य +तन्तुवाया +तन्तुवाये +तन्तुवायो +तन्तुषु +तन्तुसंताने +तन्तुसन्ताने +तन्तु॑म् +तन्तू +तन्तूनां +तन्तूनि +तन्तून् +तन्ते +तन्तोः +तन्तौ +तन्त्या +तन्त्यां +तन्त्र +तन्त्रँ +तन्त्रं +तन्त्रः +तन्त्रकः +तन्त्रकरणव्यसनं +तन्त्रकारैः +तन्त्रके +तन्त्रघातिके +तन्त्रघार्तिके +तन्त्रचूडामणौ +तन्त्रज्ञ +तन्त्रज्ञः +तन्त्रज्ञाः +तन्त्रज्ञान +तन्त्रज्ञानं +तन्त्रज्ञानम् +तन्त्रज्ञैः +तन्त्रज्ञो +तन्त्रञ्च +तन्त्रता +तन्त्रत्वात् +तन्त्रत्वे +तन्त्रत्वेन +तन्त्रप्रतिष्ठा +तन्त्रप्रयोगे +तन्त्रभेदे +तन्त्रमते +तन्त्रमध्ये +तन्त्रमिति +तन्त्रमिव +तन्त्रमुत्तमम् +तन्त्रमेतत् +तन्त्रमेव +तन्त्रम् +तन्त्रयते +तन्त्रयित्वा +तन्त्रयुक्तयः +तन्त्रयुक्तिः +तन्त्रयुक्तीनां +तन्त्रयोः +तन्त्ररत्ने +तन्त्ररहस्ये +तन्त्रराजे +तन्त्ररूपेण +तन्त्रवतिक +तन्त्रवर्तके +तन्त्रवर्तिके +तन्त्रवातिके +तन्त्रवायः +तन्त्रवार्तिकम् +तन्त्रवार्तिकस्य +तन्त्रवार्तिके +तन्त्रविकल्पः +तन्त्रवित् +तन्त्रविदां +तन्त्रविद्भिः +तन्त्रवेदिभिः +तन्त्रशास्त्रं +तन्त्रशास्त्रम् +तन्त्रशास्त्रे +तन्त्रशेषं +तन्त्रसा +तन्त्रसार +तन्त्रसारं +तन्त्रसारः +तन्त्रसारसङ्ग्रहः +तन्त्रसारे +तन्त्रसारोक्ते +तन्त्रसिद्धान्तः +तन्त्रस्य +तन्त्रस्यास्य +तन्त्रा +तन्त्रांशः +तन्त्रांशसभा +तन्त्रांशस्य +तन्त्राख्यायिका +तन्त्राणां +तन्त्राणाम् +तन्त्राणि +तन्त्राण्येतानि +तन्त्रातन्त्रे +तन्त्रात् +तन्त्रादचिरापहृते +तन्त्रादिना +तन्त्रादौ +तन्त्राद् +तन्त्रान्तर +तन्त्रान्तरं +तन्त्रान्तरम् +तन्त्रान्तरे +तन्त्रान्तरेऽपि +तन्त्रायिणे +तन्त्रायी +तन्त्रालोकः +तन्त्रालोके +तन्त्रावापविदा +तन्त्रावापौ +तन्त्रि +तन्त्रिका +तन्त्रिकायां +तन्त्रिणां +तन्त्रिभिः +तन्त्री +तन्त्रीं +तन्त्रीः +तन्त्रीकण्ठोत्थिताः +तन्त्रीणां +तन्त्रीभिः +तन्त्रीलयसमन्वितम् +तन्त्रीषु +तन्त्रे +तन्त्रेण +तन्त्रेणैव +तन्त्रेषु +तन्त्रेऽपि +तन्त्रेऽस्मिन् +तन्त्रै +तन्त्रैः +तन्त्रो +तन्त्रों +तन्त्रोक्तं +तन्त्रोक्ता +तन्त्रोक्ते +तन्त्रोक्तेषु +तन्त्र्यः +तन्त्र्यते +तन्त्र्या +तन्त्र्यां +तन्त्र्येण +तन्त्वा +तन्त्वादिषु +तन्त्वादीनां +तन्त्वा॑ +तन्त्वौपनिषदं +तन्त॑वः +तन्दते +तन्दृष्ट्वा +तन्दे॒वा +तन्द्रं +तन्द्रा +तन्द्रां +तन्द्रायां +तन्द्रालस्यं +तन्द्रालुः +तन्द्रि +तन्द्रिका +तन्द्रितः +तन्द्री +तन्द्रीं +तन्धि +तन्न +तन्नं +तन्नः +तन्नः॒ +तन्नक्षत्र +तन्नक्षत्रं +तन्नक्षत्राणां +तन्नगरं +तन्नगरम् +तन्नगरे +तन्नतं +तन्नत्वा +तन्नद्धा +तन्नपि +तन्नभः +तन्नम +तन्नमस्कारेण +तन्नमस्ते +तन्नयूनोऽर्धरथः +तन्नये +तन्नयेत् +तन्नरं +तन्नरकवेदनीयं +तन्नवनीतगुणाः +तन्नष्ट +तन्नष्टं +तन्नस्तुरीपमध +तन्नस्यं +तन्नहि +तन्ना +तन्नाकं +तन्नागं +तन्नागाः +तन्नात्र +तन्नाथ +तन्नादर्तव्यम् +तन्नाद्रियेत +तन्नाना +तन्नान्तरीयकतया +तन्नान्नि +तन्नान्यथा +तन्नापि +तन्नाम +तन्नामक +तन्नामकं +तन्नामकः +तन्नामकम् +तन्नामकरणं +तन्नामकारणं +तन्नामके +तन्नामको +तन्नामगुणाः +तन्नामता +तन्नामधेयं +तन्नामनामके +तन्नामनि +तन्नामनिरुक्ति +तन्नामनिरुक्तिः +तन्नामरूपाभ्यां +तन्नामरूपाभ्यामेव +तन्नामसु +तन्नामसूक्तत्वात् +तन्नामस्मरणं +तन्नामा +तन्नामानं +तन्नामानि +तन्नामैव +तन्नाम्नः +तन्नाम्ना +तन्नाम्नां +तन्नाम्नि +तन्नाम्नैव +तन्नाम्नो +तन्नायं +तन्नालं +तन्नाश +तन्नाशं +तन्नाशः +तन्नाशक +तन्नाशकत्वात् +तन्नाशबुद्धिरेव +तन्नाशस्य +तन्नाशाच्च +तन्नाशात् +तन्नाशाय +तन्नाशार्थं +तन्नाशे +तन्नाशेन +तन्नाशेऽपि +तन्नाशो +तन्नाष्ट्रा +तन्नास्ति +तन्नास्तीति +तन्नास्तीत्यर्थः +तन्नास्तीत्याह +तन्नास्त्येव +तन्नास्मभ्यं +तन्नाह +तन्नाहं +तन्नि +तन्निकटं +तन्निकटे +तन्निखिलं +तन्निगदितं +तन्निगद्यते +तन्निगृहीतं +तन्निजं +तन्नित्यं +तन्नित्यता +तन्नित्यत्वप्रसङ्गः +तन्नित्यम् +तन्निदधाति +तन्निदर्शनमुच्यते +तन्निदर्शनम् +तन्निदानं +तन्निदानादि +तन्निधनं +तन्निधनम् +तन्निधाय +तन्निन्दा +तन्निबध्नाति +तन्निबन्धन +तन्निबन्धनं +तन्निबन्धनः +तन्निबन्धनम् +तन्निबन्धनश्च +तन्निबन्धना +तन्निबन्धनानि +तन्निबन्धने +तन्निबन्धनो +तन्निबोध +तन्निबोधत +तन्निभं +तन्निमि +तन्निमित्त +तन्निमित्तं +तन्निमित्तः +तन्निमित्तकं +तन्निमित्तग्रहणं +तन्निमित्ततः +तन्निमित्तत्वात् +तन्निमित्तत्वाल्लोपस्य +तन्निमित्तमिति +तन्निमित्तमेव +तन्निमित्तम् +तन्निमित्तस्य +तन्निमित्तस्यैव +तन्निमित्ता +तन्निमित्तादिति +तन्निमित्तानां +तन्निमित्तानि +तन्निमित्तान्येव +तन्निमित्ते +तन्निमित्तेन +तन्निमित्तो +तन्निमित्तौ +तन्नियतं +तन्नियम +तन्नियमः +तन्नियमनं +तन्नियमस्य +तन्नियमात् +तन्नियमार्थं +तन्नियमे +तन्नियमेन +तन्नियोगे +तन्नियोगेन +तन्निरर्थकम् +तन्निरसनं +तन्निरस्तं +तन्निरस्तम् +तन्निरस्य +तन्निरस्यति +तन्निराकरणं +तन्निराकरणम् +तन्निराकरणाय +तन्निराकरणे +तन्निराकरोति +तन्निराकृतम् +तन्निरालम्बनं +तन्निरास +तन्निरासः +तन्निरासश्च +तन्निरासाय +तन्निरासायाह +तन्निरासार्थ +तन्निरासार्थं +तन्निरासार्थमाह +तन्निरासार्थम् +तन्निरासे +तन्निरासेन +तन्निरासौ +तन्निरुक्तिः +तन्निरुक्तिर्यथा +तन्निरूपणं +तन्निरूपणम् +तन्निरूपितं +तन्निरूप्यते +तन्निरोध +तन्निरोधः +तन्निरोधाय +तन्निरोधे +तन्निर्गुणं +तन्निर्जगाम +तन्निर्णयः +तन्निर्णयश्च +तन्निर्णयाय +तन्निर्णये +तन्निर्दिशति +तन्निर्दिष्टम् +तन्निर्धारणानियमस्तद्दृष्टेः +तन्निर्माणं +तन्निर्मितं +तन्निर्मूलम् +तन्निर्वचनं +तन्निर्वचनम् +तन्निर्वर्त्यं +तन्निर्वाणं +तन्निर्वाह +तन्निर्वाहाय +तन्निर्वृत्तादौ +तन्निर्वृत्ते +तन्निवर्तकं +तन्निवर्तते +तन्निवर्तनं +तन्निवर्तनसमनन्तरमेव +तन्निवर्त्याशङ्काप्रदर्शनपूर्वकमवतारयति +तन्निवारणाय +तन्निवारणार्थं +तन्निवारणे +तन्निवारय +तन्निवासिनः +तन्निवासिनां +तन्निवासिनाम् +तन्निवासो +तन्निवृत्तये +तन्निवृत्ति +तन्निवृत्तिं +तन्निवृत्तिः +तन्निवृत्तिरिति +तन्निवृत्तिरेव +तन्निवृत्तिश्च +तन्निवृत्तौ +तन्निवृत्त्यर्थ +तन्निवृत्त्यर्थं +तन्निवृत्त्यर्थमाह +तन्निवृत्त्यर्थम् +तन्निवृत्त्या +तन्निवृत्यर्थं +तन्निवेदनम् +तन्निवेदयेत् +तन्निवेद्य +तन्निवेशः +तन्निशम्य +तन्निशम्याथ +तन्निशामय +तन्निशि +तन्निश्चय +तन्निश्चयं +तन्निश्चयः +तन्निश्चयश्च +तन्निश्चयस्य +तन्निश्चये +तन्निश्चितं +तन्निश्चित्य +तन्निषिध्यते +तन्निषेध +तन्निषेधः +तन्निषेधति +तन्निषेधस्य +तन्निषेधात् +तन्निषेधादिति +तन्निषेधे +तन्निषेधेन +तन्निषेधो +तन्निषेधोऽनुपपन्न +तन्निष्क्रयं +तन्निष्ठ +तन्निष्ठं +तन्निष्ठः +तन्निष्ठता +तन्निष्ठस्तत्परायणः +तन्निष्ठस्तत्परो +तन्निष्ठस्य +तन्निष्ठा +तन्निष्ठाः +तन्निष्ठानां +तन्निष्ठो +तन्निष्पत्तावनिष्पन्नस्य +तन्निष्पत्तेः +तन्निष्फलं +तन्निहत्य +तन्निहन्ति +तन्नीलं +तन्नु +तन्नून +तन्नूनं +तन्नृणाम् +तन्नृपे +तन्नृपेषु +तन्ने +तन्नेति +तन्नेत्याह +तन्नेत्रं +तन्नेत्रे +तन्नेह +तन्नैजति +तन्नैमित्तिकमुच्यते +तन्नैव +तन्नैवं +तन्नैवमिति +तन्नैवम् +तन्नो +तन्नोक्तम् +तन्नोचितम् +तन्नोपपद्यते +तन्नोपलभ्यते +तन्नोपादेयम् +तन्नोऽनङ्गः +तन्नो॑ +तन्नो॒ +तन्नौ +तन्नौ॑ +तन्न्यवेदयत् +तन्न्यायत्वाद् +तन्न्यायेन +तन्न्यूनं +तन्न॑ +तन्न॑ः +तन्न॑स्तु॒रीप॒मद्भु॑तं +तन्न॒ +तन्न॒ऽआ +तन्प्रत्ययः +तन्म +तन्मंत्रं +तन्मंत्रव्याख्यानं +तन्मः +तन्मङ्गलं +तन्मण्डलं +तन्मत +तन्मतं +तन्मतञ्च +तन्मतमाह +तन्मतमिति +तन्मतमुपन्यस्य +तन्मतमुपन्यस्यति +तन्मतम् +तन्मतस्य +तन्मतानुसारेण +तन्मतिः +तन्मते +तन्मतेन +तन्मतेनैव +तन्मतेऽपि +तन्मत्तः +तन्मत्वा +तन्मत्स्यात् +तन्मत्स्यादथ +तन्मदीयं +तन्मद्ये +तन्मधु +तन्मधुरं +तन्मध्य +तन्मध्यं +तन्मध्यकालान्तरयोः +तन्मध्यगं +तन्मध्यगतं +तन्मध्यत +तन्मध्यतः +तन्मध्यतो +तन्मध्यदेशे +तन्मध्यपतितस्तद्ग्रहणेन +तन्मध्यभावेन +तन्मध्यमं +तन्मध्यमे +तन्मध्यम् +तन्मध्यस्य +तन्मध्यहरिजान्तरम् +तन्मध्यात् +तन्मध्ये +तन्मध्येन +तन्मध्येऽपि +तन्मध्येऽष्टदलं +तन्मन +तन्मनः +तन्मनसः +तन्मनसा +तन्मनसापि +तन्मनसि +तन्मनसो +तन्मनस्का +तन्मना +तन्मनाः +तन्मनुं +तन्मनुः +तन्मनुरब्रवीत् +तन्मनुष्याणां +तन्मनुष्याणाम् +तन्मनो +तन्मनोः +तन्मनोरनुशासनम् +तन्मनोहरम् +तन्मनोऽकुरुत +तन्मन्त्र +तन्मन्त्रं +तन्मन्त्रश्च +तन्मन्त्रस्य +तन्मन्त्रा +तन्मन्त्राः +तन्मन्त्राणां +तन्मन्त्रादिकं +तन्मन्त्री +तन्मन्त्रे +तन्मन्त्रेण +तन्मन्त्रेणैव +तन्मन्त्रैः +तन्मन्त्रो +तन्मन्दं +तन्मन्दम् +तन्मन्दिरं +तन्मन्ये +तन्मन्येऽधीतमुत्तमम् +तन्मम +तन्ममाख्यातुमर्हसि +तन्ममाख्याहि +तन्ममाचक्ष्व +तन्ममाद्य +तन्ममापि +तन्मय +तन्मयं +तन्मयः +तन्मयतया +तन्मयता +तन्मयतां +तन्मयत्वं +तन्मयत्वात् +तन्मयत्वेन +तन्मयमेव +तन्मयम् +तन्मया +तन्मयाः +तन्मयानि +तन्मयापि +तन्मयि +तन्मयि॑ +तन्मयी +तन्मयीं +तन्मये +तन्मयेन +तन्मयैव +तन्मयो +तन्मयौ +तन्मरणं +तन्मरणे +तन्मर्त्यं +तन्मलं +तन्मलम् +तन्मसि +तन्मस्तके +तन्मह +तन्महः +तन्महत् +तन्महत्तीर्थं +तन्महत्त्वं +तन्महदद्भुतम् +तन्महदाश्चर्यं +तन्महद् +तन्महा +तन्महाबाहो +तन्महाराज +तन्महाव्रतं +तन्महित्वं +तन्महिमानं +तन्महीपाल +तन्महे +तन्महेशाय +तन्महोत्सवं +तन्मह्यं +तन्मा +तन्मां +तन्मांस +तन्मांसं +तन्मांसगुणा +तन्मांसगुणाः +तन्मांसाद +तन्मांसैः +तन्मातरं +तन्मातरः +तन्माता +तन्मातापितरौ +तन्मातुः +तन्मात्र +तन्मात्रं +तन्मात्रकं +तन्मात्रगोचरः +तन्मात्रता +तन्मात्रत्वं +तन्मात्रत्वे +तन्मात्रपञ्चकं +तन्मात्रमिति +तन्मात्रमेव +तन्मात्रम् +तन्मात्रया +तन्मात्रयुक्त्या +तन्मात्ररूपाणि +तन्मात्रस्य +तन्मात्रा +तन्मात्रां +तन्मात्राः +तन्मात्राओं +तन्मात्राणां +तन्मात्राणाम् +तन्मात्राणि +तन्मात्राणीन्द्रियाणि +तन्मात्राण्येव +तन्मात्राण्य् +तन्मात्रात् +तन्मात्रादि +तन्मात्रादेव +तन्मात्राद् +तन्मात्रान्तःकरणलक्षणं +तन्मात्रायें +तन्मात्रालक्षणे +तन्मात्रे +तन्मात्रेण +तन्मात्रेणैव +तन्मात्रेति +तन्मात्रेभ्यः +तन्मात्रेभ्यो +तन्मात्रेषु +तन्मात्रो +तन्मात्रोदयरूपेण +तन्माधुर्यं +तन्माधुर्यम् +तन्माध्यन्दिनं +तन्मान +तन्मानं +तन्मानम् +तन्मानसं +तन्माने +तन्मानेन +तन्मामकं +तन्मामवतु +तन्मामावीत् +तन्मायया +तन्माया +तन्मायां +तन्मार्गं +तन्मार्गे +तन्मार्गेण +तन्मार्जितुं +तन्माल्यं +तन्मावतु +तन्मासं +तन्मासे +तन्मासेनापि +तन्माहात्म्यं +तन्माहात्म्यञ्च +तन्माहात्म्यम् +तन्मा॒ता +तन्मि +तन्मितं +तन्मिता +तन्मित्रं +तन्मित्रकाशिपशिरोऽपि +तन्मित्रमापदि +तन्मित्रस्य +तन्मित्रे +तन्मित्रेण +तन्मिथुनं +तन्मिथुनम् +तन्मिथ्या +तन्मिश्रा +तन्मिषेण +तन्मि॒त्रस्य॒ +तन्मु +तन्मुक्तं +तन्मुक्तिः +तन्मुख +तन्मुखं +तन्मुखभद्रकम् +तन्मुखम् +तन्मुखस्य +तन्मुखाः +तन्मुखात् +तन्मुखाम्बुजम् +तन्मुखे +तन्मुखेन +तन्मुखेनैव +तन्मुख्यं +तन्मुञ्च +तन्मुद्रां +तन्मुने +तन्मुहूर्तं +तन्मू +तन्मूर्ख +तन्मूर्तिं +तन्मूर्तौ +तन्मूर्ध्नि +तन्मूल +तन्मूलं +तन्मूलक +तन्मूलकं +तन्मूलकः +तन्मूलकतया +तन्मूलके +तन्मूलतया +तन्मूलत्वात् +तन्मूलत्वाद् +तन्मूलम् +तन्मूलस्य +तन्मूला +तन्मूलानां +तन्मूलास्ते +तन्मूले +तन्मूलेन +तन्मूलो +तन्मूलौ +तन्मूल्यं +तन्मृतं +तन्मृदा +तन्मृषा +तन्मे +तन्मेखला +तन्मेदसा +तन्मेने +तन्मेऽराधि +तन्मे॑ +तन्मे॒ +तन्मोक्षः +तन्मोहनं +तन्मोहशान्तये +तन्म्रवर्तके +तन्म्रियते +तन्म॑ +तन्म॑हि॒त्वं +तन्म॒ +तन्य +तन्यं 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+तप्तकृच्छू +तप्तकृच्छ्र +तप्तकृच्छ्रं +तप्तकृच्छ्रम् +तप्तकृच्छ्रस्तु +तप्तकृच्छ्रे +तप्तकृच्छ्रेण +तप्तखल्व +तप्तखल्वके +तप्तखल्वे +तप्तखल्वेऽम्लवर्गेण +तप्तचामीकराभाय +तप्तजाम्बूनदप्रभम् +तप्ततप्तानि +तप्ततैले +तप्तद्रवे +तप्तनप् +तप्तनप्तन +तप्तनप्तनथनाश्च +तप्तनप्तनथनाश्चेति +तप्तपात्रे +तप्तपाषाण +तप्तमाषकम् +तप्तमाषविधिः +तप्तमिवानलम् +तप्तमुद्रा +तप्तमेव +तप्तम् +तप्तया +तप्तलोहं +तप्तलोहे +तप्तलौहे +तप्तवांस्तपः +तप्तवान् +तप्तव्रतो +तप्तशर्करा +तप्तसुराकुण्डं +तप्तस्य +तप्ता +तप्तां +तप्ताः +तप्तात् +तप्तानां +तप्तानि +तप्ताभ्यः +तप्ताम्बु +तप्तायः +तप्तायःपिण्डे +तप्तायनी +तप्तायां +तप्तासु +तप्तिर्नाम +तप्तुं +तप्ते +तप्तेति +तप्तेन +तप्तेभ्यः +तप्तेषु +तप्तैः +तप्तो +तप्तोदकं +तप्तोऽस्मि +तप्त्वा +तप्य +तप्यं +तप्यत +तप्यतस्तस्य +तप्यतां +तप्यतापकभावः +तप्यति +तप्यते +तप्यध्वमिति +तप्यध्वम् +तप्यन्त +तप्यन्तं +तप्यन्तां +तप्यन्ति +तप्यन्ते +तप्यमानं +तप्यमानः +तप्यमानस्य +तप्यमाना +तप्यमानाः +तप्यमानानां +तप्यमानाय +तप्यमाने +तप्यमानेन +तप्यमानो +तप्यम् +तप्यसे +तप्यस्व 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+तमानम्य +तमानय +तमानयति +तमानयामि +तमानीतं +तमानीय +तमानेतुं +तमान्तं +तमाप +तमापतन्तं +तमापतन्तमालोक्य +तमापदि +तमापृच्छ्य +तमाप्नोति +तमामंत्र्य +तमामन्त्र्य +तमाय +तमायां +तमायांतं +तमायाः +तमायातं +तमायान्त +तमायान्तं +तमायान्तमभिप्रेक्ष्य +तमाराधय +तमाराधयितुं +तमाराध्य +तमारुरोह +तमारुह्य +तमारोप्य +तमाल +तमालं +तमालः +तमालक्ष्य +तमालनीलं +तमालनीला +तमालपत्रं +तमालपत्रतिलकचित्रकाणि +तमालपत्रम् +तमालभ्य +तमालवर्णं +तमालवृक्षः +तमालवृक्षे +तमालस्य +तमालामलकीदलम् +तमालिका +तमालिङ्ग्य +तमालिनी +तमालिलिङ्ग +तमाली +तमालैः +तमालो +तमालोक्य +तमालोक्यैवमादिशत् +तमाविश्य +तमाशु +तमाश्रमं +तमाश्रममागम्य +तमाश्रममासाद्य +तमाश्रमम् +तमाश्रये +तमाश्रित्य +तमाश्लिष्य +तमाश्वास्य +तमासनगतं +तमासाद्य +तमासि +तमासीनं +तमास्थाय +तमाह +तमाहत्य +तमाहरत् +तमाहवे +तमाहुः +तमाहुतयः +तमाहुरग्र्यं +तमाहुर्न +तमाहुर्निचयादतः +तमाहुर्ब्रह्मघातकम् +तमाहुर्मध्यमं +तमाहुर्मूढचेतसम् +तमाहुर्वातकण्टकम् +तमाहुर्विद्वांसो +तमाहूय +तमाह्वयत् +तमा॑हुः +तमा᳘घारयति +तमि +तमिः +तमिच्छतीति +तमिच्छन्ति +तमिच्छामि +तमिज्जहि +तमितरः +तमिति +तमितो +तमितोरासीत +तमितोरुपतिष्ठन्ते +तमित् +तमित्थं +तमित्पृ॑णक्षि॒ +तमित्यनेन +तमित्यर्थः +तमित्यादि +तमित्युक्त्वा +तमित्वा +तमिदं +तमिदन्द्रं +तमिदानीं +तमिद्वर्धन्तु +तमिद्व॑र्धन्तु +तमिन् +तमिन्द्र +तमिन्द्रं +तमिन्द्रं॑ +तमिन्द्रः +तमिन्द्रमिति +तमिन्द्रम् +तमिन्द्रा +तमिन्द्राग्नी +तमिन्द्रापर्वता +तमिन्द्रो +तमिन्महत्स्वाजिषूतिमर्भे +तमिमं +तमिममग्निं +तमिमम् +तमिल +तमिलनाडु +तमिला +तमिलु +तमिलुनाडु +तमिलुनाडुराज्यस्य +तमिल् +तमिल्नाडु +तमिळ +तमिळनाडु +तमिळनाडुराज्यम् +तमिळनाडुराज्यस्य +तमिळनाडुराज्ये +तमिळभाषा +तमिळलिपिः +तमिळु +तमिळुनाडु +तमिळुनाडुराज्यम् +तमिळुनाडुराज्यस्य +तमिळुनाडुराज्ये +तमिळुभाषया +तमिळुभाषा +तमिळुभाषायाः +तमिळ् +तमिळ्नाडु +तमिळ्नाडुराज्यम् +तमिळ्नाडुराज्यसम्बद्धाः +तमिळ्नाडुराज्यस्य +तमिळ्नाडुराज्ये +तमिळ्भाषया +तमिळ्भाषायां +तमिळ्साहित्यम् +तमिळ‌नाडु +तमिऴ +तमिऴनाडुराज्यम् +तमिऴ् +तमिऴ्नाडु +तमिऴ्नाडुराज्यस्य +तमिऴ्नाडुराज्ये +तमिऴ्‌नाडु +तमिऴ्‌नाडुराज्यस्य +तमिव +तमिषुं +तमिस्र +तमिस्रं +तमिस्रम् +तमिस्रहा +तमिस्रा +तमिह +तमिहानय +तमि॑न्द्र +तमि॑न्द्र॒ +तमि॒तो +तमि॒ह +तमी +तमीं +तमीं॑ +तमीक्षमाणा +तमीडिष्व +तमीडे +तमीदृशं +तमीमहे +तमीशं +तमीशः +तमीशमात्मानमुपैति +तमीशानं +तमीशा॑नं॒ +तमीश्वरं +तमीश्वरम् +तमीश्वराणां +तमीषु +तमी॑ +तमी॑महे +तमु +तमुक्त्वा +तमुग्रं +तमुग्रतपसं +तमुत्क्रामन्तं +तमुत्क्लेशं +तमुत्तरं +तमुत्तरेण +तमुत्थाप्य +तमुत्थाय +तमुत्थितं +तमुत्पतन्तं +तमुत्सं +तमुत्सं॒ +तमुत्सवं +तमुत्सृज्य +तमुत्सृष्टं +तमुदन्तं +तमुदाहरति +तमुदाहरन्ति +तमुदीक्ष्य +तमुद्गाता +तमुद्दिश्य +तमुद्देशं +तमुद्धरेत् +तमुद्धव +तमुद्धृत्य +तमुद्धृत्यात्मानं +तमुद्यतं +तमुद्यतगदं +तमुद्यम्य +तमुद्वीक्ष्य +तमुपतिष्ठते +तमुपनीय +तमुपरे +तमुपलक्षयेत् +तमुपा +तमुपागतम् +तमुपागम्य +तमुपाचरेत् +तमुपादाय +तमुपाद्रवदुद्यम्य +तमुपाध्यायः +तमुपायं +तमुपेक्ष्य +तमुपेत्य +तमुपेन्द्रं +तमुपैति +तमुर्वशी +तमुल्लङ्घ्य +तमुवाच +तमुवाचाथ +तमुवाचेति +तमुवाचेदं +तमुवाचैवं +तमुवात +तमुवाह +तमु॑ +तमु॒ +तमू +तमूचतुः +तमूचिरे +तमूचुः +तमूचुस्ते +तमूचे +तमूर्मिं +तमू॒ +तमृचः +तमृचो +तमृच्छतु +तमृते +तमृषि +तमृषिं +तमृषिः +तमॆ +तमे +तमेक +तमेकं +तमेकदन्तं +तमेकदा +तमेकदृश्यं +तमेकनेमि +तमेकमेव +तमेङ्गलाङ्ग +तमेत +तमेतं +तमेतदुद्गाता +तमेतमात्मानं +तमेतमिति +तमेतया +तमेताः +तमेति +तमेते +तमेतेन +तमेतैः +तमेत्य +तमेन +तमेनं +तमेनमेवं +तमेरुः +तमेव +तमेवं +तमेवंभूतं +तमेवंवादिनं +तमेवमिति +तमेवमुक्तवन्तं +तमेवमुक्त्वा +तमेवम् +तमेवर्षे +तमेवाग्निं +तमेवानु +तमेवार्थ +तमेवार्थं +तमेवाश्रित्य +तमेवासौ +तमेवाह +तमेवाहं +तमेवाहमुपास +तमेवाहमुपासे +तमेवेति +तमेवेन्द्रं +तमेवेन्द्रम् +तमेवैकं +तमेवैति +तमेवोद्देशं +तमेवोपजीवन्ति +तमेवोपधावेति +तमेष +तमेषां +तमेषु +तमेऽध्याये +तमे॑षां॒ +तमे॒व +तमै +तमैक्षिष्ट +तमो +तमोगाः +तमोगुण +तमोगुणं +तमोगुणः +तमोगुणम् +तमोगुणस्य +तमोगुणा +तमोगुणे +तमोगुणेन +तमोग्रहौ +तमोघ्नाय +तमोङ्गानि +तमोद्वारैः +तमोद्वारैस्त्रिभिर्नरः +तमोनाशाय +तमोनिष्ठस्य +तमोनिष्ठा +तमोनुत् +तमोनुद +तमोनुदं +तमोनुदः +तमोनुदम् +तमोपहः +तमोपहम् +तमोपहा +तमोबहुला +तमोभि +तमोभिः +तमोभूतं +तमोभूतमप्रज्ञातमलक्षणम् +तमोभूतमिदं +तमोभूतम् +तमोभूता +तमोभूते +तमोमणिः +तमोमय +तमोमयं +तमोमयः +तमोमयम् +तमोमयी +तमोमयीं +तमोमयीकृत्य +तमोमयीम् +तमोमये +तमोमयो +तमोयुक्ते +तमोयोग्याः +तमोर +तमोरूपं +तमोरूपा +तमोरूपेण +तमोवस्थाचिद्द्रव्यस्यैकीभावो +तमोवातकफात्तन्द्रा +तमोविवृद्धौ +तमोवृतः +तमोवृतम् +तमोवृतस्तु +तमोवृताः +तमोवृते +तमोवृद्धौ +तमोवृधः +तमोषधिगतं +तमोहन्तुरदर्शने +तमोहर +तमोऽङ्गानि +तमोऽज्ञानं +तमोऽध्यायः +तमोऽन्धं +तमोऽन्धकारं +तमोऽन्धम् +तमोऽपघ्नन्ति +तमोऽपि +तमोऽभिभूते +तमोऽभ्युपैति +तमोऽस्ति +तमो॑ +तमो॒ +तम् +तम्̇ +तम्घार्तिके +तम्प +तम्पी +तम्पुरान् +तम्पुरुषं +तम्प्रति +तम्ब +तम्बति +तम्बा +तम्बुरा +तम्भघार्तिके +तम्भवातिके +तम्भवार्तिके +तम्म +तम्मण्डलं +तम्मा +तम्मात् +तम्मान +तम्मि +तम्मिन् +तम्मै +तम्य +तम्या +तम्यां +तम्याः +तम्यैव +तम्रवर्तके +तम्लुक +तम्लुक् +तम्वभि +तम्व॒भि +तम्ऽतम् +तम्ऽत॑म् +तम्‌ +तम॑ +तम॑ः +तम॑ग्ने +तम॑त्त॒ +तम॑सः +तम॑सस्पा॒रम॒स्य +तम॑सा +तम॑सा॒ +तम॑सि +तम॑सि॒ +तम॑सो॒ +तम॑स्य +तम॑स्य॒ +तम॑स॒स्परि॒ +तम॒ +तम॒द्य +तम॒द्याश्वं॒ +तम॒भ्यति॑सृजामो॒ +तय +तयं +तयः +तयति +तयते +तयथा +तयप +तयपः +तयपो +तयप् +तयम् +तयस्यायज्वा +तया +तयां +तयाः +तयाच +तयाचि +तयात्मानं +तयात्र +तयात्वम् +तयाथ +तयादेवतं +तयानन्तं +तयापहृतचेतसाम् +तयापि +तयाभिहितम् +तयार +तयार्ध्नोति +तयासौ +तयास्मान् +तयास्य +तयाहं +तयाहि +तयाऽपि +तयाऽहं +तया॑ +तया॒ +तयुक्तं +तयुक्तम् +तये +तयेति +तयेत् +तयेत्यर्थः +तयेत्यादि +तयेमम् +तयेरिति +तयेव +तयेह +तयै +तयैकया +तयैनं +तयैव +तयैवं +तयैवास्मिन् +तयैवेति +तयैवैतत् +तयो +तयोः +तयोः॑ +तयोक्तं +तयोक्तः +तयोक्तम् +तयोक्ता +तयोक्ते +तयोत +तयोदितम् +तयोर +तयोरग्रे +तयोरङ्गाङ्गिभावेन +तयोरत्र +तयोरथ +तयोरधः +तयोरन्तरं +तयोरन्तरे +तयोरन्तरेण +तयोरन्ते +तयोरन्य +तयोरन्यः +तयोरन्यतरः +तयोरन्यतरस्य +तयोरन्यतरां +तयोरन्यतरेण +तयोरन्यतरो +तयोरन्यत्वे +तयोरपि +तयोरभावात् +तयोरभावे +तयोरभूत् +तयोरभेद +तयोरभेदे +तयोरभेदो +तयोरयं +तयोरर्थयोः +तयोरर्थे +तयोरलाभे +तयोरसमवायी +तयोरहं +तयोरागमनं +तयोराज्ञां +तयोरादित्ययोः +तयोराद्यं +तयोराद्यः +तयोराद्या +तयोराद्यो +तयोरानयनार्थमेव +तयोरावेधः +तयोरासीत् +तयोरिति +तयोरित् +तयोरित्थं +तयोरित्यर्थः +तयोरित्यादि +तयोरिदं +तयोरिव +तयोरिह +तयोरुक्तं +तयोरुत्तानपादस्य +तयोरुपरि +तयोरुभयसैन्ययोः +तयोरुभयो +तयोरुभयोः +तयोरुभयोरपि +तयोरुभयोरेव +तयोरेक +तयोरेकं +तयोरेकः +तयोरेकत्र +तयोरेकया +तयोरेकस्मिन् +तयोरेकस्य +तयोरेका +तयोरेकेन +तयोरेको +तयोरेतौ +तयोरेव +तयोरेवं +तयोरेवमेव +तयोरेवान्तरं +तयोरेवेति +तयोरेष +तयोरेषा +तयोरैक्य +तयोरैक्यं +तयोर् +तयोर्गतिं +तयोर्गतिः +तयोर्गात्रे +तयोर्गुणाः +तयोर्गृहे +तयोर्जयपराजयौ +तयोर्जातं +तयोर्जातौ +तयोर्ज्ञानं +तयोर्दक्षिणं +तयोर्दण्डः +तयोर्दण्डो +तयोर्दानं +तयोर्दार्हिलौ +तयोर्देवा +तयोर्द्धयोः +तयोर्द्वयोः +तयोर्द्वयोरपि +तयोर्ध्वमायन्नमृतत्वमेति +तयोर्न +तयोर्नाना +तयोर्नाम +तयोर्नाशे +तयोर्नास्ति +तयोर्नित्यं +तयोर्बभूव +तयोर्बलं +तयोर्भवति +तयोर्भवेत् +तयोर्भाव +तयोर्भावं +तयोर्भावः +तयोर्भेद +तयोर्भेदः +तयोर्भेदात् +तयोर्भेदो +तयोर्मध्य +तयोर्मध्यं +तयोर्मध्यगतो +तयोर्मध्ये +तयोर्मध्येन +तयोर्मध्येष्टभागे +तयोर्मध्येष्टभाजिते +तयोर्मध्येऽष्टभागे +तयोर्मध्येऽष्टभाजिते +तयोर्माता +तयोर्मूलं +तयोर्मूले +तयोर्मेषादावेव +तयोर्यः +तयोर्यत् +तयोर्यत्र +तयोर्यथा +तयोर्यदन्तरं +तयोर्यदि +तयोर्या +तयोर्युतिः +तयोर्युद्धं +तयोर्युद्धमभूद्घोरं +तयोर्युद्धे +तयोर्ये +तयोर्यो +तयोर्योगं +तयोर्योगः +तयोर्योगान्तरे +तयोर्योगे +तयोर्योगो +तयोर्य्वावचि +तयोर्लक्षणं +तयोर्लुक् +तयोर्वर्गान्तरपदं +तयोर्वा +तयोर्वां +तयोर्वाक्यं +तयोर्विरोधः +तयोर्विवादो +तयोर्विवाहं +तयोर्विवाहो +तयोर्विशेषः +तयोर्वै +तयोर्ह +तयोर्हस्तौ +तयोर्हि +तयोश् +तयोश्च +तयोश्चक्रे +तयोश्चापि +तयोश्चासीन्महद्युद्धं +तयोश्चेति +तयोश्चैव +तयोस् +तयोस्ततः +तयोस्तत्र +तयोस्तथा +तयोस्तदा +तयोस्तद् +तयोस्तद्वचनं +तयोस्तस्य +तयोस्तु +तयोस्तुल्यं +तयोस्ते +तयोस्त्रैविध्यम् +तयोस्त्विति +तयोहि +तर +तरं +तरंग +तरंगा +तरंगिणी +तरंति +तरः +तरः॑ +तरकस +तरकालं +तरक्षु +तरक्षुः +तरखिनौ +तरङ् +तरङ्ः +तरङ्ग +तरङ्गं +तरङ्गः +तरङ्गत्वं +तरङ्गभ्रूभङ्गा +तरङ्गय +तरङ्गयति +तरङ्गलेखा +तरङ्गवती +तरङ्गवत् +तरङ्गस्य +तरङ्गहस्तैः +तरङ्गा +तरङ्गाः +तरङ्गाग्रैः +तरङ्गाणां +तरङ्गानाम् +तरङ्गान् +तरङ्गिणि +तरङ्गिणी +तरङ्गिणीं +तरङ्गिणीम् +तरङ्गिण्या +तरङ्गिण्याम् +तरङ्गित +तरङ्गितं +तरङ्गितम् +तरङ्गिता +तरङ्गे +तरङ्गेति +तरङ्गेषु +तरङ्गैः +तरङ्गो +तरङ्गों +तरच +तरण +तरणं +तरणम् +तरणयः +तरणाय +तरणार्थं +तरणि +तरणिं +तरणिः +तरणिकिरणसङ्गादेष +तरणित्वा +तरणित्वेन +तरणिम् +तरणिरित् +तरणिरित्सिषासति +तरणिर् +तरणिर्विश्वदर्शत +तरणिर्विश्वदर्शतो +तरणी +तरणीं +तरणीयम् +तरणे +तरणेः +तरणोपायं +तरणौ +तरत +तरतः +तरतम +तरतमभावः +तरतमभावेन +तरता +तरति +तरतिः +तरतीति +तरतु +तरते +तरतेः +तरतेर्व्यत्ययेन +तरतो +तरत् +तरत्यपि +तरत्यविद्यां +तरत्येव +तरत्र +तरत्स +तरत्सम +तरत्समन्दी +तरत्समु +तरत्समुद्रं +तरत्समुद्रम् +तरत्सु +तरथा +तरन +तरनिर्देशः +तरने +तरन् +तरन्त +तरन्तं +तरन्तः +तरन्तस्य +तरन्ति +तरन्ती +तरन्तु +तरन्तुकारन्तुकयोर्यदन्तरं +तरन्तो +तरन्त्यनेन +तरन्त्येव +तरपः +तरपण्यं +तरपा +तरपि +तरपो +तरप् +तरप्तमपौ +तरफ +तरफलं +तरफ़ +तरबीयसुनौ +तरमा +तरमुज +तरम् +तरय +तरल +तरलं +तरलः +तरलता +तरलत्वं +तरलबिम्बया +तरलम् +तरलयति +तरला +तरलां +तरलाः +तरलायताक्षि +तरलायताक्षी +तरलायते +तरलिका +तरलिके +तरले +तरलो +तरव +तरवः +तरवश्च +तरवस्तरवस्त +तरवार +तरवारि +तरवे +तरवो +तरवोऽपि +तरस +तरसं +तरसमयाः +तरसा +तरसाः +तरसि +तरसी +तरसे +तरसैव +तरस् +तरस्मिन् +तरस्य +तरस्यां +तरस्याम् 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+तवाथ +तवादी +तवादेयं +तवादेशं +तवादेशः +तवाद्भुतं +तवाद्भुतानि +तवाद्य +तवाद्याहं +तवाद्यैव +तवाधर +तवाधरपाटलं +तवाधरो +तवाधा +तवाधिपतिः +तवाधुना +तवानघ +तवानघे +तवाननं +तवाननम् +तवानने +तवानया +तवानागसो +तवाना॑गसो॒ +तवानुगमने +तवानुग्रहात् +तवानुजः +तवानुभावात्पिहितः +तवानुमन्यते +तवानुरूपा +तवानुवृत्तिं +तवानेन +तवान् +तवान्तिकं +तवान्तिकम् +तवान्तिके +तवापराधो +तवापि +तवापीति +तवाप्यस्ति +तवाभीष्टं +तवामी +तवामुना +तवामृतस्यन्दिनि +तवाम्ब +तवाम्बिके +तवाय +तवायं +तवायम् +तवार्जुन +तवार्जुनेदं +तवार्थं +तवार्थाय +तवार्थे +तवार्पितः +तवालकान् +तवालयम् +तवालि +तवावतारः +तवावसा +तवावस्था +तवाविदितं +तवाव॑सा +तवाश्रमे +तवाश्रयः +तवाश्वासो +तवास्ति +तवास्तीति +तवास्तु +तवास्ते +तवास्त्येवापरित्यक्तः +तवास्माभिः +तवास्मि +तवास्मिन् +तवास्मीति +तवास्य +तवास्ये +तवाह +तवाहँ +तवाहं +तवाहंन +तवाहंनक्तम् +तवाहंसो +तवाहंसोम +तवाहमस्मि +तवाहमिति +तवाहम् +तवाहवे +तवाहिताः +तवाऽग्रतः +तवाऽनघ +तवाऽपि +तवाऽस्ति +तवाऽस्मि +तवाऽस्मीति +तवाऽहं +तवाऽऽज्ञया +तवाऽऽश्रमे +तवा॑ग्ने +तवा॒यं +तवा॒हं +तविषं +तविषः +तविषम् +तविषस्य +तविषा +तविषाणि +तविषी +तविषीं +तविषीः +तविषीति +तविषीभिः +तविषीभिरावृतं +तविषीम् +तविषीषु +तविषो +तविष्यते +तविष्यमाणो +तविष्याः +तवि॑षी +तवि॑षीं +तवि॑षीं॒ +तवि॑षीः +तवि॑षीभिः +तवि॑षीम् +तवि॑षीषु +तवि॑षी॒ +तवि॒षं +तवि॒षो +तवीति +तवीयसः +तवीयान् +तवृत्तं +तवे +तवेक्षणे +तवेङ् +तवेच्छया +तवेच्छा +तवेच्छामि +तवेत +तवेति +तवेत् +तवेत्यर्थः +तवेत्यस्य +तवेत्यादि +तवेदं +तवेदम् +तवेदानीं +तवेदिन्द्रा +तवेदिन्द्रावमं +तवेदु +तवेदृशं +तवेदृशी +तवेद् +तवेद्धि +तवेद्विष्णो +तवेद्वि॑ष्णो +तवेन +तवेन् +तवेन्प्रत्ययः +तवेप्रत्ययः +तवेप्सितं +तवेप्सितम् +तवेमाः +तवेमे +तवेमौ +तवेयं +तवेयम् +तवेरितम् +तवेर्णिद्वा +तवेव +तवेश +तवेशान +तवेश्वरस्य +तवेश्वस्य +तवेष्टं +तवेह +तवेहाद्य +तवे॑व +तवे॒माः +तवे॒मे +तवै +तवैकस्य +तवैकेन् +तवैकेन्केन्यत्वनः +तवैतत् +तवैतदेव +तवैतद् +तवैतस्य +तवैते +तवैप्रत्ययः +तवैव +तवैवं +तवैवायं +तवैवास्ति +तवैवास्तु +तवैवाहं +तवैवेति +तवैवेदं +तवैवेयं +तवैश्वर्यं +तवैष +तवैषा +तवो +तवोक्तं +तवोक्ता +तवोचिता +तवोतिभिः +तवोत्तमम् +तवोदरात् +तवोदरे +तवोदितः +तवोदितम् +तवोपरि +तवोरसि +तवोवणं +तवो॒तिभिः॑ +तवो॒ती +तव् +तव्य +तव्यं +तव्यः +तव्यता +तव्यत् +तव्यत्तव्यानीयरः +तव्यदादयो +तव्यप्रत्ययः +तव्यप्रत्ययस्य +तव्यप्रत्ययेन +तव्यमिति +तव्यम् +तव्यसीम् +तव्यसे +तव्या +तव्याः +तव्यान् +तव्या॑न् +तव्ये +तव्यो +तव्य॑से +तव्वाँ +तव॑ +तव॒ +तश +तशब्द +तशब्दस्य +तशब्दे +तशा +तशाच +तश्च +तश्चापि +तश्चिन्त्यम् +तश्श +तष +तषा +तषां +तषु +तष्ट +तष्टं +तष्टः +तष्टा +तष्टानि +तष्टान् +तष्टाऽइव +तष्टा॑ऽइव +तष्टे +तष्टेव +तष्टेषु +तष्टे॑व +तष्ष +तस +तसं +तसंनियोगेन +तसः +तसरं +तसर्व +तसश्च +तसस्ताम् +तसा +तसां +तसात् +तसाद +तसादौ +तसि +तसिः +तसिद्धं +तसिद्धिः +तसिद्धिरिति +तसिद्धेः +तसिन् +तसिर्वा +तसिल +तसिलः +तसिलादयः +तसिलादयो +तसिलादिषु +तसिलादिष्वा +तसिलादिष्वाकृत्वसुचः +तसिलादी +तसिल् +तसिवती +तसिश्च +तसी +तसु +तसे +तसेः +तसेच +तसेश्च +तसै +तसो +तसौ +तस् +तस्कर +तस्करं +तस्करः +तस्करज्ञानकारणात् +तस्करता +तस्करतो +तस्करत्वं +तस्करभयं +तस्करम् +तस्कररोगापगतं +तस्करस्य +तस्करा +तस्कराः +तस्कराचरितो +तस्कराणां +तस्कराणाम् +तस्करात् +तस्करान् +तस्करी +तस्करे +तस्करेभ्यः +तस्करेभ्यो +तस्करैः +तस्करो +तस्करौ +तस्क॑रा +तस्ख +तस्त +तस्तं +तस्तंभ +तस्ततः +तस्ततो +तस्तत्र +तस्तथा +तस्तभाने +तस्तभा॒ने +तस्तभुः +तस्तम्भ +तस्तम्भत् +तस्तम्भे +तस्तरतुः +तस्तरे +तस्तस्य +तस्तार +तस्तु +तस्तुवं +तस्तुवम् +तस्ते +तस्त्र +तस्त्वं +तस्थ +तस्थं +तस्थतुः +तस्थतुस्तत्र +तस्थतुस्तौ +तस्थथुः +तस्थस्थमिपां +तस्थस्थमिपाम् +तस्था +तस्थाने +तस्थाववलम्ब्य +तस्थाविति +तस्थावित्यर्थः +तस्थाव् +तस्थिम +तस्थिरे +तस्थिवांसं +तस्थिवांसः +तस्थिवांसम् +तस्थिवान् +तस्थिषे +तस्थु +तस्थुः +तस्थुर् +तस्थुर्भुवनानि +तस्थुश्च +तस्थुष +तस्थुषः +तस्थुषश् +तस्थुषा +तस्थुषि +तस्थुषी +तस्थुषो +तस्थुस्तत्र +तस्थुस्ते +तस्थे +तस्थै +तस्थो +तस्थौ +तस्थौ॒ +तस्प +तस्प्रत्यये +तस्म +तस्मत् +तस्मा +तस्माच +तस्माच् +तस्माच्च +तस्माच्चतुर्गुणम् +तस्माच्चतुर्गुणा +तस्माच्चतुर्थे +तस्माच्चित्तं +तस्माच्चेन्न +तस्माच्चैव +तस्माच्छक्र +तस्माच्छतगुणं +तस्माच्छतगुणा +तस्माच्छब्दार्थचिन्तासु +तस्माच्छरीरं +तस्माच्छरीरे +तस्माच्छस +तस्माच्छसो +तस्माच्छान्ति +तस्माच्छान्तिं 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+तस्मात्सर्वासु +तस्मात्सर्वास्ववस्थासु +तस्मात्सर्वे +तस्मात्सर्वेषां +तस्मात्सर्वेषु +तस्मात्सर्वौषधमुच्यते +तस्मात्सहैव +तस्मात्सा +तस्मात्साधारणो +तस्मात्साधु +तस्मात्साधूक्तं +तस्मात्सिद्धं +तस्मात्सुवर्णं +तस्मात्सुष्ठूच्यते +तस्मात्सेवा +तस्मात्सोऽपि +तस्मात्स्त्रियो +तस्मात्स्थितमेतत् +तस्मात्स्नानं +तस्मात्स्वप्ने +तस्मात्स्वयं +तस्मात्स्वार्थे +तस्मात्‌ +तस्माद +तस्मादग्नये +तस्मादग्निं +तस्मादग्निः +तस्मादग्निर्दूरान्नक्तं +तस्मादग्निर्यष्टव्यः +तस्मादग्नेः +तस्मादग्नौ +तस्मादचेतनं +तस्मादजायत +तस्मादज्ञानसम्भूतं +तस्मादञ्जनमाचरेत् +तस्मादत +तस्मादतः +तस्मादति +तस्मादत्र +तस्मादत्रापि +तस्मादत्रैव +तस्माददोषः +तस्मादद्भिः +तस्मादद्य +तस्मादद्यापि +तस्मादद्यैव +तस्मादधः +तस्मादधिकं +तस्मादन +तस्मादनन्तरं +तस्मादनया +तस्मादनित्य +तस्मादनित्यः +तस्मादनिर्निण्णचेतसेति +तस्मादनुजानामि +तस्मादनुपायः +तस्मादनुमतिर्नाम +तस्मादनेन +तस्मादन्तरितं +तस्मादन्नं +तस्मादन्नप्रदो +तस्मादन्नसमं +तस्मादन्य +तस्मादन्यं +तस्मादन्यः +तस्मादन्यत्र +तस्मादन्यन्न +तस्मादन्ये +तस्मादन्यो +तस्मादपः +तस्मादपत्ये +तस्मादपरिहार्येऽर्थे +तस्मादपि +तस्मादपीतरत् +तस्मादप्यधिकं +तस्मादप्यनुपपन्नः +तस्मादप्सु +तस्मादभावः +तस्मादभिभवत्येष +तस्मादमी +तस्मादमुं +तस्मादमृतं +तस्मादयं +तस्मादयमेव +तस्मादयुक्तं +तस्मादर्थं +तस्मादर्थस्य +तस्मादर्थे +तस्मादर्हसि +तस्मादलिङ्गो +तस्मादल्पं +तस्मादल्पगुणं +तस्मादल्पगुणः +तस्मादल्पान्तरगुणाः +तस्मादवश्यं +तस्मादवाप्यते +तस्मादविमुक्तमेव +तस्मादविरोधः +तस्मादव्यक्तमुत्पन्नं +तस्मादश्वः +तस्मादश्वा +तस्मादसक्त +तस्मादसक्तः +तस्मादसतः +तस्मादसति +तस्मादसदेतत् +तस्मादसि +तस्मादसौ +तस्मादस्ति +तस्मादस्माकं +तस्मादस्माभिः +तस्मादस्मिन् +तस्मादस्मै +तस्मादस्य +तस्मादस्या +तस्मादस्यां +तस्मादस्याः +तस्मादहं +तस्मादहमपि +तस्मादा +तस्मादाकाशः +तस्मादागच्छ +तस्मादागत्य +तस्मादागम +तस्मादाज्ञां +तस्मादात्मन +तस्मादात्मनः +तस्मादात्मा +तस्मादात्मैव +तस्मादादाय +तस्मादादित्या +तस्मादादौ +तस्मादानन्द +तस्मादानन्दमयः +तस्मादानय +तस्मादान्तरीं +तस्मादापो +तस्मादायुः +तस्मादारभ्य +तस्मादावाहनं +तस्मादाशां +तस्मादाशु +तस्मादासां +तस्मादाह +तस्मादाहर्जवे +तस्मादाहुः +तस्मादाहुरिन्द्रो +तस्मादाहुर्न +तस्मादाहुर्बलं +तस्मादाहृत्य +तस्मादाहेन्द्राय +तस्मादि +तस्मादित +तस्मादितः +तस्मादिति +तस्मादितो +तस्मादित्थं +तस्मादित्यनेन +तस्मादित्यर्थः +तस्मादित्यस्य +तस्मादित्यादि +तस्मादित्यादिना +तस्मादित्युत्तरस्य +तस्मादित्युत्तरस्येति +तस्मादिदं +तस्मादिदन्द्रो +तस्मादिदमपि +तस्मादिदमेव +तस्मादिदानीं +तस्मादिदानीमपि +तस्मादिन्द्रो +तस्मादिमं +तस्मादिमा +तस्मादिमां +तस्मादिमाः +तस्मादिमानि +तस्मादिमे +तस्मादिमौ +तस्मादियं +तस्मादिव +तस्मादिह +तस्मादिहापि +तस्मादिहैव +तस्मादीश्वरः +तस्मादीश्वरस्य +तस्मादीश्वरो +तस्मादु +तस्मादुक्त +तस्मादुक्तं +तस्मादुक्तम् +तस्मादुक्तरीत्या +तस्मादुच्यते +तस्मादुत +तस्मादुत् +तस्मादुत्तरस्य +तस्मादुत्तिष्ठ +तस्मादुत्तिष्ठते +तस्मादुत्तोल्य +तस्मादुत्पत्तिस्तस्यैताः +तस्मादुत्पद्यते +तस्मादुत्पन्नं +तस्मादुदिते +तस्मादुद्धर +तस्मादुद्विजते +तस्मादुप +तस्मादुपदेशाश्रयो +तस्मादुपपन्नं +तस्मादुपपन्ना +तस्मादुपरि +तस्मादुपांशु +तस्मादुभयं +तस्मादुभयथापि +तस्मादुभयोरपि +तस्मादुभाभ्यां +तस्मादुभे +तस्मादुभौ +तस्मादू +तस्मादूर्ध्व +तस्मादूर्ध्वं +तस्मादृच्यध्यूढं +तस्मादृच्यध्यूढ्ँ +तस्मादे +तस्मादेक +तस्मादेकं +तस्मादेकः +तस्मादेकतमं +तस्मादेकमनेकार्थमवस्थितं +तस्मादेकमेव +तस्मादेकस्य +तस्मादेकस्यैव +तस्मादेका +तस्मादेकाकी +तस्मादेकान्तिनः +तस्मादेको +तस्मादेत +तस्मादेतं +तस्मादेतत् +तस्मादेतत्त्रयं +तस्मादेतत्सर्वं +तस्मादेतदपि +तस्मादेतदृषिणाभ्यनूक्तम् +तस्मादेतद् +तस्मादेतद्ब्रह्म +तस्मादेतद्भविष्यति +तस्मादेतन्न +तस्मादेतया +तस्मादेतस्मिन्नक्षत्र +तस्मादेतस्य +तस्मादेतस्यां +तस्मादेता +तस्मादेतां +तस्मादेताः +तस्मादेतानि +तस्मादेतान् +तस्मादेतावंतरेणान्यो +तस्मादेतावन्तरेणान्यो +तस्मादेते +तस्मादेतेन +तस्मादेतेषां +तस्मादेतेषु +तस्मादेतैः +तस्मादेतैरधिक्षिप्तः +तस्मादेतौ +तस्मादेत्य +तस्मादेनं +तस्मादेनसः +तस्मादेनसो +तस्मादेनां +तस्मादेव +तस्मादेवं +तस्मादेवंविच्छान्तो +तस्मादेवंविदमेव +तस्मादेवमपि +तस्मादेवमाह +तस्मादेवमुच्यते +तस्मादेवमेव +तस्मादेवैनमेतेन +तस्मादेष +तस्मादेषा +तस्मादेषां +तस्मादोदन +तस्मादोदनः +तस्मादोमित्यनेनैतदुपासीतापरिमितं +तस्मादोमित्युदाहृत्य +तस्मादोषधयः +तस्माद् +तस्माद्गच्छ +तस्माद्गच्छत +तस्माद्गच्छामहे +तस्माद्गत्वा +तस्माद्गायत्री +तस्माद्गायत्रीषु +तस्माद्गीताशास्त्रे +तस्माद्गुणेषु +तस्माद्गुरुं +तस्माद्गृहाण +तस्माद्दक्षिणतः +तस्माद्दण्डं +तस्माद्ददाति +तस्माद्दशगुणं +तस्माद्दशगुणा +तस्माद्दशहरा +तस्माद्दानं +तस्माद्दिवा +तस्माद्दिव्या +तस्माद्दीक्षेति +तस्माद्दीपः +तस्माद्दीर्घेण +तस्माद्दुःखं +तस्माद्दुःखतरं +तस्माद्दुर्गं +तस्माद्देयं +तस्माद्देया +तस्माद्देव +तस्माद्देवं +तस्माद्देवा +तस्माद्देवाः +तस्माद्देवि +तस्माद्देशात् +तस्माद्देहं +तस्माद्देहि +तस्माद्दोषो +तस्माद्द् +तस्माद्द्वादश +तस्माद्द्विनामा +तस्माद्द्वे +तस्माद्ध +तस्माद्धर्मं +तस्माद्धर्मः +तस्माद्धर्मे +तस्माद्धर्मेण +तस्माद्धर्मो +तस्माद्धान्यन्न +तस्माद्धाप्येतर्हि +तस्माद्धि +तस्माद्धिरण्यं +तस्माद्धीरो +तस्माद्धूम +तस्माद्धे +तस्माद्धेतो +तस्माद्धेतोः +तस्माद्बभूव +तस्माद्ब्रवीमि +तस्माद्ब्रह्म +तस्माद्ब्रह्मणः +तस्माद्ब्रह्मणि +तस्माद्ब्रह्मणो +तस्माद्ब्रह्मा +तस्माद्ब्राह्मणः +तस्माद्ब्राह्मणराजन्यौ +तस्माद्ब्राह्मणो +तस्माद्ब्रूहि +तस्माद्भ +तस्माद्भक्तिः +तस्माद्भजस्व +तस्माद्भयं +तस्माद्भव +तस्माद्भवति +तस्माद्भवतु +तस्माद्भवद्भिः +तस्माद्भविष्यते +तस्माद्भवेच्चापि +तस्माद्भागीरथी +तस्माद्भूतानि +तस्माद्य +तस्माद्यं +तस्माद्यः +तस्माद्यजुस्तस्मादजायत +तस्माद्यज्ञं +तस्माद्यज्ञात् +तस्माद्यज्ञात्सर्वहुत +तस्माद्यज्ञात्सर्वहुतः +तस्माद्यज्ञे +तस्माद्यत् +तस्माद्यत्किं +तस्माद्यत्नेन +तस्माद्यत्र +तस्माद्यथा +तस्माद्यथैव +तस्माद्यथोक्तं +तस्माद्यदा +तस्माद्यदि +तस्माद्यदुक्तं +तस्माद्यदेव +तस्माद्यद्यपि +तस्माद्यम +तस्माद्यया +तस्माद्यस्तस्य +तस्माद्यस्य +तस्माद्यस्यै +तस्माद्या +तस्माद्यां +तस्माद्यास्यामि +तस्माद्याहि +तस्माद्युक्तं +तस्माद्युक्तः +तस्माद्युक्तमुक्तं +तस्माद्युक्तमेव +तस्माद्युक्तमेवोक्तं +तस्माद्युग्मासु +तस्माद्युद्धं +तस्माद्युद्धादुपरराम +तस्माद्युध्यस्व +तस्माद्युवां +तस्माद्यूनि +तस्माद्यूयं +तस्माद्ये +तस्माद्येन +तस्माद्यो +तस्माद्योगं +तस्माद्योगाय +तस्माद्योगी +तस्माद्योनौ +तस्माद्र +तस्माद्रक्ष +तस्माद्रा +तस्माद्राघव +तस्माद्राजा +तस्माद्राज्ञः +तस्माद्राज्ञा +तस्माद्राष्ट्री +तस्माद्रुद्रा +तस्माद्रूपं +तस्माद्रोगाद्विमुच्यत् +तस्माद्वक्ष्यामि +तस्माद्वक्ष्ये +तस्माद्वद +तस्माद्वयं +तस्माद्वयमपि +तस्माद्वरं +तस्माद्वरय +तस्माद्वसव +तस्माद्वा +तस्माद्वाक्यं +तस्माद्वायुरेव +तस्माद्वि +तस्माद्विद्वान् +तस्माद्विप्रा +तस्माद्विमुच्यते +तस्माद्विलम्बसौपर्णम् +तस्माद्विशिष्यते +तस्माद्विषं +तस्माद्विषय +तस्माद्वृणीमहे +तस्माद्वेदस्य +तस्माद्वेव +तस्माद्वै +तस्माद्वैरं +तस्माद्वो +तस्माद्व्रतं +तस्माद्‌ +तस्मान +तस्मान् +तस्मान्न +तस्मान्नः +तस्मान्नचिकेता +तस्मान्नरेण +तस्मान्नरो +तस्मान्ना +तस्मान्नात्र +तस्मान्नान्दीति +तस्मान्नाम्ना +तस्मान्नायं +तस्मान्नारद +तस्मान्नारायणं +तस्मान्नारायणः +तस्मान्नारी +तस्मान्नार्थः +तस्मान्नार्थो +तस्मान्नार्हसि +तस्मान्नार्हा +तस्मान्नावर्तते +तस्मान्नास्ति +तस्मान्नास्त्यधिकः +तस्मान्नास्त्येव +तस्मान्नास्य +तस्मान्नाहं +तस्मान्नि +तस्मान्नित्य +तस्मान्नित्यं +तस्मान्नित्यः +तस्मान्नित्यो +तस्मान्निर्भजामोमुमामुष्यायणममुष्या +तस्मान्निर्भजामोमुमामुष्यायणममुष्याः +तस्मान्निशीथः +तस्मान्नु +तस्मान्नुडचि +तस्मान्नुड् +तस्मान्नुड्द्विहल +तस्मान्नुड्द्विहलः +तस्मान्नेति +तस्मान्नेदं +तस्मान्नेष्टियाजुकः +तस्मान्नैतच्छक्यं +तस्मान्नैते +तस्मान्नैव +तस्मान्नैवं +तस्मान्नैष +तस्मान्नो +तस्मान्नोच्छिन्नं +तस्मान्न्यासमेषां +तस्मान्मद्भक्तियुक्तस्य +तस्मान्मद्यस्य +तस्मान्मध्यं +तस्मान्मध्यतः +तस्मान्मध्ये +तस्मान्मन +तस्मान्मनः +तस्मान्मनसा +तस्मान्मनुष्येषु +तस्मान्मनो +तस्मान्मम +तस्मान्ममापि +तस्मान्मया +तस्मान्मयि +तस्मान्मा +तस्मान्मां +तस्मान्माङ्गलिकावुभौ +तस्मान्माता +तस्मान्मानं +तस्मान्मामग्ने +तस्मान्मिथुनात् +तस्मान्मिथुनात्प्रजायते +तस्मान्मुखे +तस्मान्मुञ्च +तस्मान्मुने +तस्मान्मुमुक्षुभिः +तस्मान्मूर्तिरेव +तस्मान्मूलं +तस्मान्मे +तस्मान्मोचय +तस्माल् +तस्माल्लक्षगुणं +तस्माल्लक्ष्मि +तस्माल्लिंगं +तस्माल्लिङ्गं +तस्माल्लेभे +तस्माल्लोकात् +तस्माल्लोकात्पुनरैत्यस्मै +तस्माल्लोके +तस्माल्लोभो +तस्मा॑ +तस्मा॑त् +तस्मा॑दख्ष्ण॒या +तस्मा॑दाहुः +तस्मा॑दे॒वमा॑ह +तस्मा॑द्य॒ज्ञात्स॑र्व॒हुत॒ +तस्मा॑द॒मुं +तस्मा॒ +तस्मा॒त्तस्मा॑ज्जा॒ता +तस्मा॒दश्वा॑ +तस्मा॒दश्व॑ +तस्मा॒देन॑सः +तस्मा॒देन॑सो॒ +तस्मा॒द्यजु॒स्तस्मा॑दजायत +तस्मि +तस्मिँ +तस्मिँल्लिंगे +तस्मिँल्लोकाः +तस्मिँल्लोके +तस्मिं +तस्मिंश् +तस्मिंश्च +तस्मिंश्चैव +तस्मिंस् +तस्मिंस्ततः +तस्मिंस्तत्र +तस्मिंस्तथा +तस्मिंस्तथाविधे +तस्मिंस्तथोक्ते +तस्मिंस्तदा +तस्मिंस्तमसि +तस्मिंस्तव +तस्मिंस्तस्मिंस्तु +तस्मिंस्तस्मिन् +तस्मिंस्तस्य +तस्मिंस्तीर्थवरे +तस्मिंस्तीर्थे +तस्मिंस्तु +तस्मिंस्तुष्टे +तस्मिंस्तूष्णीं +तस्मिंस्ते +तस्मिंस्तेन +तस्मिंस्तैले +तस्मिंस्त्यक्ते +तस्मिंस्त्वं +तस्मिंस्त्वयि +तस्मिं॑ +तस्मिञ् +तस्मिञ्छासति +तस्मिञ्जने +तस्मिञ्जले +तस्मिञ्जाते +तस्मिञ्जिते +तस्मिञ्शासति +तस्मित् +तस्मिन +तस्मिनु +तस्मिनेव +तस्मिन् +तस्मिन्कथं +तस्मिन्कर्तव्ये +तस्मिन्कर्मणि +तस्मिन्कल्पे +तस्मिन्काये +तस्मिन्काल +तस्मिन्काले +तस्मिन्कुण्डे +तस्मिन्कूपे +तस्मिन्कृते +तस्मिन्क्षणं +तस्मिन्क्षणे +तस्मिन्क्षते +तस्मिन्क्षीणे +तस्मिन्क्षेत्रवरे +तस्मिन्क्षेत्रे +तस्मिन्गते +तस्मिन्गर्भं +तस्मिन्गार्हपत्यकर्माणि +तस्मिन्गिरौ +तस्मिन्गुरौ +तस्मिन्गृहे +तस्मिन्ग्रामे +तस्मिन्घोरे +तस्मिन्त् +तस्मिन्त्सर्वं +तस्मिन्दिने +तस्मिन्दिवं +तस्मिन्दृष्टे +तस्मिन्देवा +तस्मिन्देशे +तस्मिन्देहे +तस्मिन्द्वीपे +तस्मिन्धावति +तस्मिन्न +तस्मिन्नंशे +तस्मिन्नः +तस्मिन्नक्षत्रे +तस्मिन्नगरे +तस्मिन्नग्नौ +तस्मिन्नणि +तस्मिन्नण्डे +तस्मिन्नथ +तस्मिन्नद्य +तस्मिन्नद्रौ +तस्मिन्नधिकरणे +तस्मिन्नधिष्ठाने +तस्मिन्ननेन +तस्मिन्नन्तःपुरे +तस्मिन्नन्तरिक्षे +तस्मिन्नन्तरे +तस्मिन्नन्तर्हिते +तस्मिन्नन्त्ये +तस्मिन्नन्वारब्धं +तस्मिन्नपि +तस्मिन्नभिधेये +तस्मिन्नयं +तस्मिन्नरण्ये +तस्मिन्नर्थे +तस्मिन्नलङ्कारो +तस्मिन्नले +तस्मिन्नव +तस्मिन्नवसरे +तस्मिन्नवस्थान्तरे +तस्मिन्नवस्थिते +तस्मिन्नविद्यमाने +तस्मिन्नष्टे +तस्मिन्नसति +तस्मिन्नस्तमिते +तस्मिन्नस्त्रे +तस्मिन्नहं +तस्मिन्नहनि +तस्मिन्ना +तस्मिन्नात्मनि +तस्मिन्नाधाय +तस्मिन्नायतने +तस्मिन्नायुषि +तस्मिन्नारोप्य +तस्मिन्नावाह्य +तस्मिन्नासन +तस्मिन्नासने +तस्मिन्नासादयति +तस्मिन्नासौ +तस्मिन्नास्ते +तस्मिन्नाऽसौ +तस्मिन्नि +तस्मिन्निक्षिप्य +तस्मिन्निति +तस्मिन्नित्यत्वं +तस्मिन्नित्यर्थः +तस्मिन्नित्यादि +तस्मिन्नित्ये +तस्मिन्निदं +तस्मिन्निपतिता +तस्मिन्निपतिते +तस्मिन्नियं +तस्मिन्निव +तस्मिन्निवसति +तस्मिन्निवृत्ते +तस्मिन्निवेश्य +तस्मिन्निश्चला +तस्मिन्निह +तस्मिन्नु +तस्मिन्नुत्तरेण +तस्मिन्नुत्पातदर्शने +तस्मिन्नुदीचीनदशं +तस्मिन्नुपपदे +तस्मिन्नुपमेयोपमा +तस्मिन्नुपरते +तस्मिन्नुपरि +तस्मिन्नुपसमाधाय +तस्मिन्नुपायाः +तस्मिन्नृपे +तस्मिन्नेकदा +तस्मिन्नेकार्णवे +तस्मिन्नेतस्मिन्नग्नौ +तस्मिन्नेते +तस्मिन्नेनं +तस्मिन्नेव +तस्मिन्नेवं +तस्मिन्नेवंविधे +तस्मिन्नेवाकाशे +तस्मिन्नेवाग्नौ +तस्मिन्नेवान्तरे +तस्मिन्नेवार्थवन्तः +तस्मिन्नेवार्थे +तस्मिन्नेवावसरे +तस्मिन्नेवासने +तस्मिन्नेवाहनि +तस्मिन्नेवाह्नि +तस्मिन्नेवोदरे +तस्मिन्नेष +तस्मिन्नैव +तस्मिन्न् +तस्मिन्पक्षे +तस्मिन्पथि +तस्मिन्पदे +तस्मिन्परतः +तस्मिन्परमगुरौ +तस्मिन्परे +तस्मिन्पर्वते +तस्मिन्पवित्रे +तस्मिन्पात्रे +तस्मिन्पुरवरे +तस्मिन्पुरुषे +तस्मिन्पुरे +तस्मिन्प्रतिष्ठितम् +तस्मिन्प्रदेशे +तस्मिन्प्रयाते +तस्मिन्प्रविष्टे +तस्मिन्प्रवृत्ते +तस्मिन्प्रशान्ते +तस्मिन्प्रशासति +तस्मिन्प्रसङ्गे +तस्मिन्प्रसन्ने +तस्मिन्प्राङ्मुख +तस्मिन्प्राप्ते +तस्मिन्प्रेते +तस्मिन्ब्रह्मणि +तस्मिन्भगवति 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+तस्मिन्स्थिते +तस्मिन्स्नात्वा +तस्मिन्ह +तस्मिन्हते +तस्मिन्हि +तस्मिन्‌ +तस्मिश्च +तस्मिस्तु +तस्मि॑न् +तस्मि॑न्क्रमे॒ +तस्मि॒न्ना +तस्मि॒न्॒ +तस्मे +तस्में +तस्मै +तस्मै॑ +तस्मै॒ +तस्य +तस्यं +तस्यः +तस्यच +तस्यत +तस्यतस्य +तस्यति +तस्यर्षेः +तस्यव +तस्यवंश +तस्या +तस्याँ +तस्यां +तस्यांगे +तस्यांतं +तस्यांतस्यामवस्थायां +तस्यांते +तस्यांशं +तस्यांशस्य +तस्यांशो +तस्यां॑ +तस्याः +तस्याः॑ +तस्याकरणे +तस्याकारस्य +तस्याकाशं +तस्याक्षयं +तस्याक्षस्तत्र +तस्याखिलं +तस्याख्यानं +तस्यागदं +तस्यागमनकारणम् +तस्याग्नये +तस्याग्निः +तस्याग्निरेवाग्निर्भवति +तस्याग्निर् +तस्याग्निश्च +तस्याग्ने +तस्याग्नेः +तस्याग्रं +तस्याग्रतः +तस्याग्रतो +तस्याग्रे +तस्याग्रेण +तस्याङ्के +तस्याङ्गं +तस्याङ्गसङ्गे +तस्याङ्गानां +तस्याङ्गानि +तस्याङ्गे +तस्याचलां +तस्याचेतनस्य +तस्याजननिरेवास्तु +तस्याजस्य +तस्याज्ञया +तस्याज्ञयैव +तस्याज्ञा +तस्याज्ञां +तस्याज्ञानकृतो +तस्याञ्च +तस्याञ्जलिं +तस्यातः +तस्याति +तस्यातिक्रमे +तस्यातिचक्रमुः +तस्यातिथ्यं +तस्यातिवृत्तौ +तस्यातो +तस्यात् +तस्यात्मजः +तस्यात्मजा +तस्यात्मजां +तस्यात्मजो +तस्यात्मजौ +तस्यात्मन +तस्यात्मनः +तस्यात्मनो +तस्यात्मरतेः +तस्यात्मस्वभावान्तर्गतत्वात् +तस्यात्मा +तस्यात्मानं +तस्यात्मानुग्रहाभावेऽपि +तस्यात्र +तस्याथ +तस्यादित +तस्यादितः +तस्यादित्य +तस्यादित्यस्य +तस्यादूरदेशादौ +तस्यादृता +तस्यादौ +तस्याद्भुतं +तस्याद्य +तस्याद्यं +तस्याध +तस्याधं +तस्याधः +तस्याधस्ताच्च +तस्याधस्तात् +तस्याधारः +तस्याधिकं +तस्याधिकारः +तस्याधिगमे +तस्याधिपतिः +तस्याधिष्ठानं +तस्याधो +तस्यान +तस्यानतिनेदाय +तस्यानन्तरं +तस्यानन्वयात् +तस्यानित्यत्वं +तस्यानिर्देशार्थ +तस्यानु +तस्यानुगा +तस्यानुजं +तस्यानुजः +तस्यानुजो +तस्यानुतृप्तिं +तस्यानुत्थानात् +तस्यानुद्रुत्य +तस्यानुभवः +तस्यानुभावं +तस्यानुमेने +तस्यानुरूपं +तस्यानुहाय +तस्यानूक्ते +तस्याने +तस्यानेन +तस्यान्त +तस्यान्तं +तस्यान्तः +तस्यान्तरं +तस्यान्तरायो +तस्यान्तरे +तस्यान्तर् +तस्यान्तर्भावः +तस्यान्तिकं +तस्यान्तिके +तस्यान्तु +तस्यान्ते +तस्यान्तो +तस्यान्तोऽस्ति +तस्यान्नं +तस्यान्नस्य +तस्यान्यः +तस्यान्यत्र +तस्यान्यथा +तस्यान्यस्य +तस्यान्येन +तस्यान्येऽपि +तस्यान्यो +तस्यान्वये +तस्यान्वयेऽपि +तस्यान्ववायः +तस्यान्ववाये +तस्याप +तस्यापकारसमर्थो +तस्यापतत +तस्यापतन्मूर्ध्नि +तस्यापत्य +तस्यापत्यं +तस्यापत्यमिति +तस्यापत्यम् +तस्यापत्यानि +तस्यापत्ये +तस्यापरिमिता +तस्यापरे +तस्यापरेण +तस्यापवाद +तस्यापवादमाह +तस्यापि +तस्यापीति +तस्यापुत्रस्य +तस्यापो +तस्याप्य +तस्याप्यन्नं +तस्याप्यन्य +तस्याप्यन्ये +तस्याप्यभावे +तस्याप्यसिद्धेः +तस्याप्येवं +तस्याप्येष +तस्याप्य् +तस्याप्रमेयस्य +तस्याप्रयोजकत्वात् +तस्याभवत् +तस्याभवन् +तस्याभाव +तस्याभावं +तस्याभावः +तस्याभावात् +तस्याभावादिति +तस्याभावे +तस्याभावेन +तस्याभावेऽपि +तस्याभावो +तस्याभि +तस्याभितप्तस्य +तस्याभिधानात् +तस्याभिध्यानात्तृतीयं +तस्याभिध्यायतः +तस्याभिप्रायः +तस्याभिप्रायमाज्ञाय +तस्याभिप्रायमाह +तस्याभिमतं +तस्याभियायां +तस्याभिषिक्तस्य +तस्याभिषेक +तस्याभूद् +तस्याभ्यन्तरे +तस्याभ्याशे +तस्याभ्यासः +तस्याम +तस्यामजायेतामश्विनौ +तस्यामञ्च +तस्यामथ +तस्यामपत्यमुत्पाद्य +तस्यामपि +तस्यामर्थं +तस्यामलक्ष्यायामन्तदशायां +तस्यामवस्थायां +तस्यामशेषेण +तस्यामश्वां +तस्यामस्य 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+तस्यास्संबुद्धिः +तस्याह +तस्याहं +तस्याहतस्य +तस्याहमग्रजः +तस्याहानि +तस्याहितं +तस्याहुः +तस्याहेतुत्वात् +तस्याऽत्र +तस्याऽपि +तस्याऽस्ति +तस्याऽहं +तस्या॑ +तस्या॑स्ते +तस्या॒ +तस्याꣳ +तस्ये +तस्येच्छया +तस्येच्छा +तस्येडाम् +तस्येत +तस्येति +तस्येत् +तस्येत्थं +तस्येत्यनेन +तस्येत्यर्थ +तस्येत्यर्थः +तस्येत्यस्य +तस्येत्यादि +तस्येत्यादिना +तस्येत्याह +तस्येत्युक्तम् +तस्येद +तस्येदं +तस्येदमण् +तस्येदमथं +तस्येदमाश्रमपदं +तस्येदमिति +तस्येदमित्यण् +तस्येदमित्यर्थे +तस्येदमेव +तस्येदम् +तस्येदानीं +तस्येन्द्र +तस्येन्द्रः +तस्येन्द्रस्य +तस्येन्द्रादिदेवतायागोऽपि +तस्येन्द्रियाणि +तस्येन्द्रो +तस्येप्सितं +तस्येमा +तस्येमानि +तस्येमे +तस्येमौ +तस्येयं +तस्येयादेशः +तस्येव +तस्येवं +तस्येवेति +तस्येशस्य +तस्येशे +तस्येश्वर +तस्येश्वरः +तस्येश्वरस्य +तस्येष्टं +तस्येह +तस्यै +तस्यैक +तस्यैकं +तस्यैकः +तस्यैकत्वं +तस्यैकत्वात् +तस्यैकदा +तस्यैकस्मिन् +तस्यैकस्य +तस्यैकस्यैव +तस्यैका +तस्यैकां +तस्यैकैव +तस्यैको +तस्यैकोऽवयवः +तस्यैतच् +तस्यैतत् +तस्यैतत्प्रयोजनम् +तस्यैतदभवत् 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+तस्योत्सङ्गे +तस्योत्सर्गेण +तस्योदपद्यत +तस्योदये +तस्योदरं +तस्योदरे +तस्योदात्तत्वम् +तस्योदाहरणं +तस्योदाहरणम् +तस्योदिति +तस्योदीचीं +तस्योदीच्यां +तस्योद्दानम् +तस्योद्धारं +तस्योप +तस्योपकण्ठे +तस्योपचारः +तस्योपजायते +तस्योपजीवनम् +तस्योपदध्यात् +तस्योपदिशन्ति +तस्योपदिश्यते +तस्योपधाया +तस्योपनयनं +तस्योपनिषत् +तस्योपनिषत्सत्यस्य +तस्योपनिषदहः +तस्योपनिषदहरिति +तस्योपपादनं +तस्योपमा +तस्योपयोग +तस्योपयोगः +तस्योपरि +तस्योपरिष्टात् +तस्योपरिष्टादपरस्तावदेव +तस्योपरिष्टाद् +तस्योपलब्धिः +तस्योपविष्टस्य +तस्योपव्याख्यानं +तस्योपव्याख्यानम् +तस्योपशमनं +तस्योपसंगृह्य +तस्योपादानं +तस्योपाप्तिः +तस्योपायं +तस्योपायनयोग्यानि +तस्योप॑ +तस्योभये +तस्योभे +तस्योरसि +तस्योर्ध्वं +तस्योर्ध्वे +तस्योष्मा +तस्यौ +तस्यौदनस्य +तस्यौषधं +तस्यौषधम् +तस्यौषधयो +तस्यौषधैः +तस्य् +तस्य॑ +तस्य॒ +तस्रः +तस्रवर्तिके +तस्रवार्तिके +तस्रो +तस्व +तस्वं +तस्वविवेके +तस्स +तस्सा +तस्सात् +तस्सि +तस्सिं +तस्सै +तस्‍य +तह +तहँ +तहं +तहत +तहति +तहत् +तहवि +तहा +तहाँ +तहां +तहि +तहिँ +तहिं +तहीति +तहेति 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+ताजिक +ताजिकनीलकण्ठी +ताजिकिस्थान +ताजिकिस्थानम् +ताजुल +ताज् +ताञ् +ताञ्च +ताञ्छृणु +ताञ्छृणुष्व +ताञ्जघान +ताञ्ज्ञात्वा +ताञ्शशाप +ताञ्शृणु +ताञ्शृणुत +ताटका +ताटकां +ताटकाया +ताटकावधः +ताटङ्क +ताटङ्कं +ताटस्थ्यं +ताटस्थ्यमेव +ताटस्थ्ये +ताटस्थ्येन +ताड +ताडः +ताडकं +ताडकः +ताडका +ताडके +ताडकोरसि +ताडघः +ताडङ्कः +ताडन +ताडनं +ताडनम् +ताडना +ताडनात् +ताडनादि +ताडनानि +ताडनाय +ताडनी +ताडनीयः +ताडने +ताडनेन +ताडनैः +ताडय +ताडयंति +ताडयत +ताडयति +ताडयते +ताडयत् +ताडयन् +ताडयन्तं +ताडयन्तः +ताडयन्ति +ताडयसि +ताडयामास +ताडयामि +ताडयितुं +ताडयितुम् +ताडयित्वा +ताडयिष्यति +ताडयिष्यामि +ताडयेत् +ताडयेद् +ताडयेन्मूर्ध्नि +ताड़ +ताड़न +ताड़नं +ताड़नम् +ताड़ना +ताड़ने +ताड़येत् +ताड़ित +ताड़ितः +ताड़िता +ताड़िते +ताडागं +ताडि +ताडित +ताडितं +ताडितः +ताडितम् +ताडितवान् +ताडितश्च +ताडितस्तेन +ताडितस्य +ताडिता +ताडिताः +ताडिताधराः +ताडितुं +ताडिते +ताडितेषु +ताडितैः +ताडितैर्मम +ताडितो +ताडितोऽपि +ताडितोऽस्मि +ताडितौ +ताडी +ताड्य +ताड्यते +ताड्यन्ते +ताड्यमानः +ताड्यमानस्य +ताड्यमाना +ताड्यमानाः +ताड्यमानो +ताड्या +ताढि +ताण +ताणं +ताणि +ताण्डव +ताण्डवं +ताण्डवः +ताण्डवम् +ताण्डवाष्टकम् +ताण्डवे +ताण्डवेन +ताण्डवेषु +ताण्डिन +ताण्डिनः +ताण्डिनां +ताण्ड्य +ताण्ड्यः +ताण्ड्यपञ्चविंशब्राह्मणम् +ताण्ड्यब्राह्मण +ताण्ड्यब्राह्मणम् +ताण्ड्यब्राह्मणस्य +ताण्ड्यब्राह्मणे +ताण्ड्यमहाब्राह्मणे +ताण्ड्ये +तात +तातं +तातः +तातकण्वस्य +तातङादेशः +तातङि +तातङो +तातङ् +ताततातेति +तातपादा +तातपादाः +तातपादानां +तातपादेषु +तातम् +तातश्च +तातस्तु +तातस्य +ताता +ताताचार्य +ताताचार्यः +ताताचार्येण +ताताय +ताति +तातिः +तातिल् +तातिल्प्रत्ययः +तातृपिम् +तातृषुः +तातृषुर्देवत्रा +ताते +तातें +तातेति +तातेन +तातै +तातो +तातोऽपि +तातौ +तात् +तात्का +तात्कालिक +तात्कालिकं +तात्कालिकः +तात्कालिकमेव +तात्कालिकम् +तात्कालिकरूपेण +तात्कालिकस्य +तात्कालिका +तात्कालिकाः +तात्कालिकाभ्यां +तात्कालिकी +तात्कालिकीं +तात्कालिकीकरणकारणता +तात्कालिकीकरणम् +तात्कालिके +तात्कालिको +तात्कालिकौ +तात्कालिक्या +तात्तका +तात्त्विक +तात्त्विकं +तात्त्विकः +तात्त्विकत्वं +तात्त्विकत्वे +तात्त्विकदृष्ट्या +तात्त्विकमिति 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+तादशस्य +तादशी +तादस्स +तादा +तादात्म्य +तादात्म्यं +तादात्म्यतदुत्पत्ती +तादात्म्यप्रतिपत्तितः +तादात्म्यमिति +तादात्म्यमेव +तादात्म्यम् +तादात्म्यलक्षणः +तादात्म्यसंबन्धेन +तादात्म्यसम्बन्धेन +तादात्म्यस्य +तादात्म्या +तादात्म्यात् +तादात्म्याध्यास +तादात्म्ये +तादात्म्येति +तादात्म्येन +तादात्म्येनैव +तादात्विकं +तादात्विकः +तादात्विकविषयत्वायवैराग्यं +तादि +तादिः +तादिति +तादिसो +तादीत्ना +तादीनां +तादुरि +तादृ +तादृक़्प्रकार +तादृक् +तादृक्तत् +तादृक्त्वं +तादृक्फलं +तादृक्ष +तादृक्षः +तादृगपि +तादृगस्ति +तादृगिति +तादृगेव +तादृग् +तादृग्गुणा +तादृग्जायते +तादृग्भवति +तादृग्भावो +तादृग्रूपं +तादृग्रूपा +तादृग्विधं +तादृङ् +तादृङ्ङ् +तादृश +तादृशं +तादृशः +तादृशज्ञान +तादृशज्ञानस्य +तादृशञ्च +तादृशतया +तादृशत्वं +तादृशत्वेन +तादृशधर्मस्य +तादृशनयनस्य +तादृशनियमे +तादृशबोधः +तादृशम +तादृशमग्निं +तादृशमपि +तादृशमिति +तादृशमेव +तादृशम् +तादृशविभूतिहेतुत्वं +तादृशशब्दस्य +तादृशश्च +तादृशस्त्वं +तादृशस्त्वम् +तादृशस्थले +तादृशस्य +तादृशस्यापि +तादृशस्यैव +तादृशा +तादृशां +तादृशाः +तादृशाग्ने +तादृशात् +तादृशादेव +तादृशानां +तादृशानामेव +तादृशानाम् +तादृशानि +तादृशानेव +तादृशान् +तादृशान्य +तादृशान्येव +तादृशान्वयबोधे +तादृशाम् +तादृशाय +तादृशार्थ +तादृशार्थस्य +तादृशार्थे +तादृशाश्च +तादृशास्ते +तादृशि +तादृशी +तादृशीं +तादृशीः +तादृशीति +तादृशीनां +तादृशीमपि +तादृशीमेव +तादृशीम् +तादृशीषु +तादृशे +तादृशेच्छाया +तादृशेति +तादृशेन +तादृशेनैव +तादृशेन्द्र +तादृशेभ्यः +तादृशेषु +तादृशेऽपि +तादृशै +तादृशैः +तादृशैरेव +तादृशो +तादृशोऽग्निः +तादृशोऽपि +तादृशोऽयं +तादृशोऽसि +तादृशोऽस्ति +तादृशौ +तादृश् +तादृश्य +तादृश्यः +तादृश्या +तादृश्यां +तादृश्याः +तादृश्येव +तादृश्यैव +तादृश्यो +तादृश्यौ +तादृश्‌ +तादृसं +तादृसः +तादेश +तादेशः +तादेशे +तादेश्च +तादो +तादौ +ताद् +ताद्गुरू +ताद्दशं +ताद्रूप्यं +ताद्रूप्यस्य +ताद्रूप्ये +ताद्रूप्येण +ताद्विध्यं +ताधिशयनेन +तान +तानं +तानः +तानकृत्स्नविदो +तानग्ने +तानचेतसो +तानजुहोत् +तानता +तानतिक्रम्य +तानतीत्य +तानथ +तानद्य +ताननु +ताननुज्ञाप्य +तानन्वारोह +तानन्वारोहामि +तानन्वारोहामीति +तानपास्य +तानपि +तानप्रदायित्वमिवोपगन्तुम् +तानब्रवीत् +तानयति +तानया +तानयेत् +तानरङ्गः +तानरीन् +तानर्चयन्ति +तानव +तानवं +तानवम् +तानवलोक्य +तानवाप्नोति +तानवेक्ष +तानश्वान् +तानष्टौ +तानसुरान् +तानसेन +तानसेनः +तानसेनस्य +तानसौ +तानस्मै +तानस्य +तानहं +तानहम् +ताना +तानां +तानागतान् +तानादाय +तानादिकः +तानानां +तानापतत +तानाम् +तानारुह्याथवा +तानालोक्य +तानावहतु +तानाश्वास्य +तानासाद्य +तानाह +तानाहुः +तानाहूय +तानि +तानिच +तानितानि +तानिति +तानितो +तानित्यर्थः +तानिदानीं +तानिन्द्र +तानिन्द्रः +तानिन्द्रो +तानिविसं +तानिह +तानि॑ +तानि॒ +तानी +तानीति +तानीत्यर्थः +तानीन्द्रियाणि +तानीन्द्रियाण्यविकलानि +तानीमानि +तानीव +तानीह +तानु +तानुक्त्वा +तानुद्दिश्य +तानुपदिशति +तानुवाच +तानुवाचाथ +तानू +तानूचे +तानूनप्त्रं +तानूनप्त्रम् +तानूनप्त्रस्य +तानूनप्त्रेण +तानृषीन् +ताने +तानेकधा +तानेतान् +तानेते +तानेन +तानेव +तानेवं +तानेवादधति +तानेवाप्नोति +तानेवाह +तानेवैतदुत्किरति +तानेष +तानेि +ताने॒व +तानो +तान् +तान्कृत्वा +तान्क्षरन्तु +तान्गायत्री +तान्गृहीत्वा +तान्त +तान्तं +तान्तः +तान्तत्वं +तान्तम् +तान्तव +तान्तवं +तान्तवस्य +तान्तवे +तान्तस्य +तान्ता +तान्ति +तान्तु +तान्तुवायिः +तान्ते +तान्तो +तान्त् +तान्त्रिक +तान्त्रिकं +तान्त्रिकः +तान्त्रिककार्यम् +तान्त्रिकविज्ञानसम्बद्धाः +तान्त्रिका +तान्त्रिकाः +तान्त्रिकाणां +तान्त्रिकी +तान्त्रिके +तान्त्रिकेण +तान्त्रिकैः +तान्त्रिको +तान्त्रीणां +तान्त्वा +तान्त्सर्वान् +तान्त॑ +तान्दृष्ट्वा +तान्देवान् +तान्द्विजान् +तान्न +तान्नमस्कृत्य +तान्नमस्यामि +तान्नमस्याम्यहं +तान्नरान् +तान्नव +तान्निबोध +तान्निबोधत +तान्निरीक्षे +तान्निवपन्यददश्चन्द्रमसि +तान्निवार्य +तान्निहत्य +तान्नुमः +तान्नृपः +तान्नृपान् +तान्नो +तान्पण्डितो +तान्पितॄन् +तान्पुनः +तान्पूर्वः +तान्प्रणम्य +तान्प्रति +तान्प्रतिमन्त्रयते +तान्प्रत्याह +तान्प्रत्युच्यते +तान्प्रभुः +तान्प्रवक्ष्यामि +तान्प्राप्य +तान्प्राह +तान्प्रेक्ष्य +तान्ब्रवीमि +तान्मा +तान्मुनीन् +तान्मे +तान्य +तान्यकृतानि +तान्यक्षराणि +तान्यङ्गानि +तान्यतः +तान्यत्र +तान्यथ +तान्यद्य +तान्यनीकानि +तान्यनु +तान्यनुव्याख्यास्यामः +तान्यनेकानि +तान्यपि +तान्यमूनि +तान्यवमानि +तान्यव्रतघ्नानि +तान्यष्टौ +तान्यसाध्यानि +तान्यस्त्राणि +तान्यस्थीनि +तान्यस्मभ्यं +तान्यस्य +तान्यहं +तान्यहम् +तान्यहानि +तान्या +तान्याचरथ +तान्यादाय +तान्याभरणानि +तान्याशु +तान्याह +तान्याहुः +तान्यु +तान्युक्तानि +तान्युच्यन्ते +तान्ये +तान्येकवचनद्विवचनबहुवचनान्येकशः +तान्येकादश +तान्येतद्योनीनि +तान्येतानि +तान्येतान्यष्टौ +तान्येतेन +तान्येव +तान्येवं +तान्येवात्र +तान्येवानु +तान्येवानुविनश्यति +तान्येवावक्षाणानि +तान्येवाह +तान्येवेति +तान्येवेन्द्रियाणि +तान्ये॒व +तान्यो +तान्य् +तान्राजा +तान्व +तान्वः +तान्वयं +तान्वरिष्ठः +तान्वा +तान्वा॑ +तान्वि +तान्विदित्वा +तान्विद्धि +तान्विद्ध्यासुरनिश्चयान् +तान्विशिनष्टि +तान्विसृज्य +तान्वीक्ष्य +तान्वे +तान्वै +तान्वो +तान्स +तान्समीक्ष्य +तान्सर्वानेवं +तान्सर्वान् +तान्सर्वान्स +तान्सुरान् +तान्ह +तान्हत्वा +तान्होवाच +तान्‌ +ताप +तापं +तापः +तापकं +तापकः +तापकम् +तापकस्य +तापके +तापकेन +तापत्तेः +तापत्रयं +तापत्रयेष्वेवेत्यध्याहारः +तापत्रयोन्मूलनम् +तापदुःखता +तापदुःखतोच्यते +तापन +तापनं +तापनः +तापनम् +तापनि +तापनी +तापनीयं +तापनीयमिव +तापनीये +तापने +तापनेन +तापभारं +तापम +तापमान +तापमानं +तापमानः +तापमानम् +तापमानस्य +तापमाने +तापम् +तापय +तापयति +तापयतीति +तापयत्येष +तापयन् +तापयन्ति +तापयामास +तापयामि +तापयितुं +तापयित्वा +तापयुक्ते +तापयेच्छुचिः +तापयेत् +तापवल्ल्या +तापशान्त्यै +तापश्च +तापश्चितं +तापस +तापसं +तापसः +तापसकन्यका +तापसप्रिया +तापसम् +तापसरूपेण +तापसवत्सराजे +तापसवेषभृत् +तापसस्य +तापसा +तापसाः +तापसानां +तापसान् +तापसाय +तापसाश्च +तापसास्ते +तापसि +तापसी +तापसीं +तापसीनां +तापसीम् +तापसीषु +तापसे +तापसेन +तापसेनापि +तापसेभ्यः +तापसेषु +तापसेष्वेव +तापसैः +तापसैरुपशोभितम् +तापसो +तापसोपदिष्टैः +तापसोऽपि +तापसौ +तापस्तु +तापस्य +तापस्यं +तापस्या +तापस्याः +तापस्ये +तापस्यो +तापहरी +तापहारिणी +तापा +तापाः +तापाच्च +तापात् +तापानां +तापान् +तापापहे +तापाय +तापि +तापितं +तापितः +तापिता +तापिताः +तापितानि +तापिते +तापितो +तापिनः +तापिनी +तापी +तापीं +तापीजं +तापीनदी +तापीनद्याः +तापीमण्डलम् +तापे +तापेः +तापेति +तापेन +तापैः +तापो +तापोपशान्तये +तापोऽपि +ताप्तम् +ताप्ती +ताप्य +ताप्यं +ताप्यकं +ताप्यचूर्णं +ताप्यते +ताप्यम् +ताप्यसत्त्वं +ताप्यसत्त्वेन +ताप्यसत्वं +ताप्यस्य +ताप्येन +ताप्र +ताप्लेजुङमण्डलम् +ताब +ताबद् +ताबुभौ +ताबुवं +ताबुवम् +ताभि +ताभिः +ताभिः॑ +ताभिः॒ +ताभिरद्भिः +ताभिरपि +ताभिरभिषिञ्चति +ताभिरा +ताभिराप्यायनं +ताभिरिति +ताभिरित्यर्थः +ताभिरित्यादि +ताभिरु +ताभिरू +ताभिरेव +ताभिरेवैनं +ताभिर् +ताभिर्जयति +ताभिर्जयतीति +ताभिर्दष्टे +ताभिर्न +ताभिर्नः +ताभिर्नो +ताभिर्याति +ताभिर्युक्तः +ताभिर्वर्माण्यभितो +ताभिश् +ताभिश्च +ताभिस्तु +ताभिस्संभूय +ताभि॑रू॒ +ताभि॑र्नो +ताभि॑र्याति॒ +ताभि॒रा +ताभि॒र्वै +ताभी +ताभ्य +ताभ्यः +ताभ्यमेनं +ताभ्यश्च +ताभ्यस्तु +ताभ्यस्स्वाहा +ताभ्या +ताभ्याँ +ताभ्यां +ताभ्यां॑ +ताभ्यां॒ +ताभ्याञ्च +ताभ्याम +ताभ्यामग्निं +ताभ्यामन्यत्रोणादयः +ताभ्यामन्विताः +ताभ्यामपि +ताभ्यामयं +ताभ्यामिति +ताभ्यामिदं +ताभ्यामुक्तं +ताभ्यामुभाभ्यां +ताभ्यामेनं +ताभ्यामेनमजीगमम् +ताभ्यामेव +ताभ्यामेवैनं +ताभ्यामैचौ +ताभ्यामैच् +ताभ्याम् +ताभ्या॑मि॒दं +ताभ्या॑मेनं॒ +ताभ्या॑मे॒व +ताभ्या॑मे॒वास्मै॑ +ताभ्या॑म् +ताभ्याꣳ +ताभ्यो +ताभ्योऽश्वमानयत्ता +ताभ्य॑ +ताभ्य॒ +ताम +तामः +तामक्लान्तकायतां +तामगौरवभेदेन +तामग्निरोहिणीं +तामग्निवर्णां +तामग्रेण +तामटवीं +तामतीतस्य +तामत्रैव +तामथ +तामथाब्रवीत् +तामदर्शयत् +तामदृष्ट्वा +तामद्भुतां +तामद्य +तामधिकृत्य +तामधीते +तामनन्तर्हितां +तामनिन्दिताम् +तामनु +तामनुमन्त्रयते +तामनु॑ +तामनूननवयौवनयोगः +तामनेन +तामन्तरेण +तामन्वेष्टुं +तामपरुध्य +तामपरेणाग्निं +तामपश्यन् +तामपहाय +तामपि +तामपृच्छत् +तामपृच्छत्स +तामपेक्ष्य +तामप्यथ +तामप्सरसं +तामब्रवीत्ततो +तामभाषत +तामभि +तामभिजातस्य +तामभिमन्त्रयते +ताममरावतीम् +ताममावास्यां +ताममृतोपमाम् +तामयं +तामयाचत +तामरस +तामरसं +तामरसम् +तामरसेक्षण +तामर्चां +तामर्चिताभ्यः +तामलकी +तामलकीं +तामली +तामलुक +तामवरुन्धे +तामवलम्ब्य +तामवलोक्य +तामवस्थां +तामविन्दतो +तामवेक्ष्य +तामस +तामसं +तामसः +तामसतामेति +तामसत्वं +तामसत्वेन +तामसप्रियम् +तामसमाह +तामसमिति +तामसमुच्यते +तामसमुदाहृतमित्यन्तम् +तामसमुदाहृतम् +तामसम् +तामसश्च +तामसश्चेति +तामसश्चेत्यहं +तामसस्तु +तामसस्तैजसादुभयम् +तामसस्य +तामसस्यान्तरे +तामसस्येव +तामसा +तामसाः +तामसात् +तामसादिभेदेन +तामसाध्यां +तामसानां +तामसानि +तामसान् +तामसाश्च +तामसास्ते +तामसिक +तामसितकेशान्तां +तामसितापाङ्गीं +तामसी +तामसीं +तामसीम् +तामसे +तामसेन +तामसेषु +तामसैः +तामसो +तामसौ +तामस्मदर्थे +तामस्मै +तामस्य +तामस्यः +तामस्या +तामस्यां +तामस्याः +तामस्याग्निभिर्दहेयुरिति +तामस्यो +तामह +तामहँ +तामहं +तामहम् +तामा +तामां +तामागतां +तामाङ +तामाज्ञां +तामादयः +तामादाय +तामानय +तामानीय +तामापतन्तीं +तामाप्नोति +तामाभाष्य +तामाराधयितुं +तामाराध्य +तामारुरोह +तामारुह्य +तामारोप्य +तामार्यां +तामालोक्य +तामाशां +तामाशिषमाशासे +तामाशु +तामाश्रित्य +तामाश्वास्य +तामासाद्य +तामाह +तामाहुः +तामाहुस्त्वतलादयः +तामाहूय +तामि +तामिः +तामिति +तामितो +तामित्यर्थः +तामित्यादि +तामित्याह +तामित्युक्त्वा +तामिदं +तामिन्द्र +तामिन्द्रः +तामिन्द्रो +तामिमा +तामिमां +तामियेष +तामिव +तामिष्ट्वा +तामिस्र +तामिस्रं +तामिस्रः +तामिस्रमन्धतामिस्रं +तामिस्रादिषु +तामिस्रे +तामिस्रो +तामिस्रोऽष्टादशधा +तामिह +तामिहोपह्वये +तामि॒ह +तामु +तामुक्त्वा +तामुत्तमां +तामुत्थाप्य +तामुदाहरति +तामुद्दिश्य +तामुद्धृत्य +तामुद्वाह्य +तामुपयेमे +तामुपादाय +तामुपेत्य +तामुपोष्य +तामुमां +तामुवाच +तामुवाचाथ +तामुषित्वा +तामूचुः +तामूचे +तामृचं +तामृते +तामृद्धिं +तामे +तामेकां +तामेतां +तामेति +तामेनां +तामेव +तामेवं +तामेवमुक्त्वा +तामेवास्मै +तामेवाह +तामेष +ताम् +ताम्̇ +ताम्̇स् +ताम्बुलं +ताम्बू +ताम्बूल +ताम्बूलं +ताम्बूलकं +ताम्बूलकानि +ताम्बूलचर्वणं +ताम्बूलचर्वणम् +ताम्बूलञ्च +ताम्बूलदानं +ताम्बूलपत्रं +ताम्बूलपत्रसहितैः +ताम्बूलमेव +ताम्बूलम् +ताम्बूलवल्ली +ताम्बूलस्य +ताम्बूलादि +ताम्बूलादीनि +ताम्बूलाद्युपयोजयेत् +ताम्बूलानयनच्छलेन +ताम्बूलानां +ताम्बूलानि +ताम्बूली +ताम्बूलीनां +ताम्बूले +ताम्बूलेन +ताम्बूलैः +ताम्बूल्यां +ताम्य +ताम्यतः +ताम्यता +ताम्यति +ताम्यतीति +ताम्यते +ताम्यतो +ताम्यत्तिमिमकरमापास्यति +ताम्यत्यन्तः +ताम्यन्ति +ताम्यसि +ताम्या +ताम्यां +ताम्र +ताम्रं +ताम्रः +ताम्रकं +ताम्रकम् +ताम्रकर्णी +ताम्रके +ताम्रचूड +ताम्रचूडं +ताम्रचूडः +ताम्रचूडस्य +ताम्रचूडो +ताम्रचूर्णं +ताम्रजं +ताम्रजा +ताम्रजे +ताम्रञ्च +ताम्रतुल्यं +ताम्रनखौ +ताम्रपट्टे +ताम्रपत्रं +ताम्रपत्राणि +ताम्रपत्रे +ताम्रपत्रेषु +ताम्रपर्णिकानां +ताम्रपर्णी +ताम्रपर्णीं +ताम्रपर्णो +ताम्रपात्रं +ताम्रपात्रम् +ताम्रपात्रस्थं +ताम्रपात्रे +ताम्रपात्रेण +ताम्रपात्रोपरि +ताम्रपुष्पिका +ताम्रपुष्पी +ताम्रपृष्ठां +ताम्रपृष्ठीं +ताम्रभस्म +ताम्रभाजनम् +ताम्रभाजने +ताम्रमम्लेन +ताम्रमयं +ताम्रमयी +ताम्रमयीं +ताम्रमयीम् +ताम्रमये +ताम्रमयेण +ताम्रमयेन +ताम्रमानेन +ताम्रमायसं +ताम्रमूला +ताम्रमेव +ताम्रम् +ताम्रया +ताम्ररजः +ताम्ररुचा +ताम्ररूपं +ताम्ररूप्यसुवर्णानां +ताम्रलिप्तीं +ताम्रलिप्त्यां +ताम्रवत् +ताम्रवर्णं +ताम्रवर्णः +ताम्रवर्णा +ताम्रवर्णाया +ताम्रवर्णायाः +ताम्रवर्णो +ताम्रवल्ली +ताम्रशासनम् +ताम्रशासनोपरि +ताम्रस्ताम्र +ताम्रस्य +ताम्रा +ताम्रां +ताम्राः +ताम्राक्षं +ताम्राक्षः +ताम्राक्षश्च +ताम्राक्षी +ताम्राक्षो +ताम्राणां +ताम्राणि +ताम्रादि +ताम्रादौ +ताम्राभं +ताम्राभा +ताम्राय +ताम्रायाः +ताम्रावंशः +ताम्राश्रुता +ताम्रिकः +ताम्रिके +ताम्री +ताम्रीं +ताम्रे +ताम्रेण +ताम्रेऽथ +ताम्रैः +ताम्रो +ताम्रोष्ठं +ताम्रौ +ताम्वूलं +ताम्‌ +ताम॒ह +ताय +तायः +तायत +तायते +तायत् +तायनं +तायमानः +तायमाने +तायमानेषु +तायमानो +तायवः +तायवो +ताया +तायां +तायाः +तायाम् +तायाम्‌ +तायि +तायिनः +तायिना +तायिनाम् +तायी +तायु +तायुं +तायुः +तायुम् +तायृ +ताये +तायै +तायो +तार +तारं +तारंतो +तारः +तारक +तारकं +तारकः +तारकजित् +तारकब्रह्म +तारकमिति +तारकम् +तारकर्मणि +तारकश्च +तारकश्रीः +तारकसंज्ञकं +तारकस्य +तारका +तारकां +तारकाः +तारकाक्षस्य +तारकाक्षि +तारकाक्ष्णः +तारकाख्यं +तारकाख्यः +तारकाख्यस्य +तारकाख्यो +तारकाणां +तारकाणि +तारकादि +तारकादिः +तारकादित्वात् +तारकादित्वादितच् +तारकादिभ्य +तारकादीनां +तारकापतौ +तारकापि +तारकाप्युडु +तारकाभ्यां +तारकामयम् +तारकामयसंग्रामे +तारकामये +तारकाम् +तारकाय +तारकायाः +तारकारिः +तारकारे +तारकाश्च +तारकासु +तारकासुर +तारकासुरं +तारकासुरः +तारकासुरम् +तारकासुरवधः +तारकासुरस्य +तारकासुरेण +तारकास्थी +तारकित +तारकितं +तारके +तारकेण +तारकेणैव +तारकेव +तारकेशं +तारकैः +तारको +तारकोनाम +तारकोऽपि +तारण +तारणं +तारणः +तारणा +तारणाय +तारणार्थं +तारणार्थाय +तारणी +तारणे +तारतम्य +तारतम्यं +तारतम्यमिति +तारतम्यम् +तारतम्यस्य +तारतम्यात् +तारतम्ये +तारतम्येन +तारतम्येनैव +तारतम्योपेतानि +तारतारानुताराभिर्ग्रथितं +तारत्व +तारत्वादयो +तारन +तारनमण्डलम् +तारन् +तारपत्त्राणि +तारपत्रं +तारपत्राणि +तारपूर्वं +तारबीजं +तारबीजम् +तारबीजेन +तारभावो +तारमग्नौ +तारमन्द्रा +तारमाक्षिकम् +तारमायाति +तारमायारमायोगो +तारमिति +तारमेव +तारम् +तारय +तारयंति +तारयति +तारयतीति +तारयतु +तारयते +तारयत्येव +तारयन्तः +तारयन्ति +तारयसि +तारयसीति +तारयस्व +तारया +तारयामास +तारयामि +तारयित +तारयिता +तारयितुं +तारयित्वा +तारयिष्यति +तारयिष्यन्ति +तारयिष्यामि +तारयेच्च +तारयेच्छतम् +तारयेच्छिलाम् +तारयेत् +तारयेद् +तारयेयं +ताररक्ती +तारविद्या +तारश्च +तारसार +तारस् +तारस्थाने +तारस्य +तारस्वरं +तारस्वरेण +तारा +तारां +ताराः +ताराओं +ताराकुलानि +तारागण +तारागणं +तारागणा +तारागणाः +तारागणे +ताराग्रहाः +ताराग्रहाणां +ताराचक्रं +ताराणां +ताराणामिव +ताराणि +तारात् +तारादत्ता +तारादि +तारादिसहितः +ताराद्या +ताराद्यो +ताराधिपखण्डधारी +ताराधिपनिभानना +तारानक्षत्ररूपाणि +तारानाथ +तारानाथः +तारानाथस्य +तारानामसहस्रकम् +तारान्ते +तारापतिः +तारापते +तारापीड +तारापीडः +तारापीडस्य +तारापुरं +ताराबलं +ताराभिः +ताराभ्रं +तारामयं +ताराम् +ताराय +ताराया +तारायां +तारायाः +तारायाश्च +तारायै +तारारिष्ट +तारारिष्टं +तारारिष्टस्य +तारारूपाणि +तारार्थं +तारार्धं +तारावती +तारावतीं +तारावतीतनौ +तारावत्या +तारावत्याः +तारावली +तारावलोको +ताराविद्यामूलम् +ताराव्यूहज्ञानम् +ताराशङ्करवन्द्योपाध्यायः +ताराशङ्करस्य +ताराशशाङ्कम् +ताराश्च +तारासु +तारि +तारिका +तारिकां +तारिकाः +तारिकाया +तारिकायां +तारिकायाः +तारिकायाम् +तारिखे +तारिणि +तारिणी +तारिणीं +तारित +तारितं +तारितः +तारिता +तारिताः +तारितो +तारितोऽहं +तारितौ +तारिष +तारिषः +तारिषत् +तारिष्टम् +तारिसं +तारिसो +तारी +तारीः +तारीखे +तारीत् +तारु +तारुण्य +तारुण्यं +तारुण्यकाले +तारुण्यतरोरियं +तारुण्यम् +तारुण्यस्य +तारुण्ये +तारुण्येन +तारे +तारेण +तारेति +तारेयो +तारेव +तारैः +तारो +तारों +तारोल्कापातकलुषं +तारोल्कापातपिञ्जरम् +तारोवाच +तारोऽयं +तारौ +तार्कि +तार्किक +तार्किकं +तार्किकः +तार्किकमतं +तार्किकमते +तार्किका +तार्किकाः +तार्किकाणां +तार्किकादयः +तार्किकादीनां +तार्किकास्तु +तार्किकैः +तार्किकैरपि +तार्किको +तार्क्ष +तार्क्ष्य +तार्क्ष्यं +तार्क्ष्यः +तार्क्ष्यनिवहा +तार्क्ष्यपुत्रः +तार्क्ष्यमारुह्य +तार्क्ष्यमिहा +तार्क्ष्यम् +तार्क्ष्यशैलं +तार्क्ष्यश्चारिष्टनेमिश्च +तार्क्ष्यसामनी +तार्क्ष्यस् +तार्क्ष्यस्था +तार्क्ष्यस्य +तार्क्ष्याय +तार्क्ष्ये +तार्क्ष्येण +तार्क्ष्यैः +तार्क्ष्यो +तार्क्ष्योपरि +तार्क्ष्योऽच्युतः +तार्ण +तार्णं +तार्णस्य +तार्तीयं +तार्थ +तार्थं +तार्थः +तार्थस्य +तार्दथ्यात्ताच्छब्द्यं +तार्दथ्ये +तार्प्यं +तार्प्यम् +तार्य +तार्यं +तार्यते +तार्यम् +तार्या +तार्यायुः +तार्य्यं +तार्ह +तार्हि +ताल +तालं +तालः +तालकं +तालकः +तालकम् +तालकस्य +तालके +तालकेतुं +तालकेतुश्च +तालकेन +तालजङ्घ +तालजङ्घः +तालजङ्घा +तालत्रयं +तालत्रयेण +तालध्वजो +तालनं +तालनः +तालनश्च +तालनो +तालपतनमिव +तालपत्रं +तालपत्रपुस्तकेऽपि +तालपत्रम् +तालपत्रिका +तालपत्री +तालपत्रे +तालपत्रेषु +तालपर्णी +तालप्रमाणं +तालप्रस्तारः +तालफलं +तालफलानि +तालफलोपमौ +तालभञ्जिका +तालभेदः +तालभेदे +तालमात्रं +तालमात्राणि +तालमानं +तालमानेन +तालमूलिका +तालमूली +तालमूल्याम् +तालमैक्षवम् +तालम् +तालयति +तालयन्त्रे +तालवनं +तालवनम् +तालवने +तालविशेषः +तालवृंतं +तालवृक्षं +तालवृक्षः +तालवृक्षस्य +तालवृक्षे +तालवृन्त +तालवृन्तं +तालवृन्तकम् +तालवृन्तभवो +तालवृन्तानि +तालवृन्तेन +तालव्य +तालव्यः +तालव्या +तालव्याः +तालव्यादि +तालव्यादिः +तालव्यान्त +तालश्च +तालस्तु +तालस्य +ताला +तालाः +तालादि +तालादिः +तालादिभ्योऽण् +तालाद्धनुषि +तालाध्यायः +तालानां +तालानि +तालान् +तालाब +तालाबों +तालाव +तालास्थिमज्जा +तालि +तालिका +तालिकां +ताली +तालीवनमर्मरेषु +तालीश +तालीशं +तालीशपत्रं +तालीशपत्रे +तालीसं +तालीसपत्रं +तालीसपत्रकम् +तालु +तालुः +तालुकं +तालुकण्टकम् +तालुके +तालुगलप्रलेपः +तालुगलप्रशोषः +तालुना +तालुनि +तालुनी +तालुपाकं +तालुपाके +तालुप्रदेशस्य +तालुप्रपन्नं +तालुमध्ये +तालुमांसे +तालुमूलं +तालुमूले +तालुलेपो +तालुशोषं +तालुशोषे +तालुस्थाचलजिह्वश्च +तालुस्थाने +तालू +तालूकाः +तालूदरं +ताले +तालेन +तालेषु +तालेो +तालैः +तालैश्च +तालो +तालोन्नतं +तालोऽयं +तालौ +ताल् +ताल्वादि +ताल्वादिषु +ताल्व् +ताळीकोटे +ताळेह +ताव +तावंति +तावंतो +तावक +तावकं +तावकः +तावकम् +तावकस्य +तावका +तावकाः +तावकानां +तावकानि +तावकान् +तावकाश्च +तावकी +तावकीं +तावकीनं +तावकीनः +तावकीना +तावकीने +तावकीम् +तावके +तावकेन +तावकेषु +तावको +तावग्राहयत +तावच +तावच् +तावच्च +तावच्चात्र +तावच्चित्रस्वभावतया +तावच्चिरं +तावच्छती +तावच्छब्दः +तावच्छब्दो +तावच्छीघ्रं +तावच्छेदकं +तावच्छेदकतया +तावच्छो +तावज् +तावज्जानाति +तावज्जीवस्य +तावज्जीवो +तावज्ज्ञानं +तावत +तावतः +तावता +तावतां +तावतापि +तावतामेव +तावताम् +तावताऽपि +तावति +तावतिकः +तावतिथं +तावतिथेन +तावती +तावतीं +तावतीः +तावतीति +तावतीनां +तावतीमेव +तावतीम् +तावतीर् +तावतीस् +तावतेति +तावतैव +तावतैवास्य +तावतैवैनमेतत्समिन्द्धे +तावतैवैनमेतदन्नेन +तावतैवैनमेतद्रेतो +तावतो +तावतोऽर्थस्य +तावत् +तावत्कः +तावत्कथं +तावत्करेण +तावत्कर्म +तावत्कर्माणि +तावत्कल्पसहस्राणि +तावत्कार्यं +तावत्कालं +तावत्कालपर्यन्तं +तावत्कालभयं +तावत्कालमिति +तावत्कालम् +तावत्किं +तावत्कुरु +तावत्कृत्वः +तावत्कृत्वो +तावत्को +तावत्त +तावत्तं +तावत्ततो +तावत्तत्र +तावत्तत्रैव +तावत्तदेव +तावत्तद्भवति +तावत्तया +तावत्तव +तावत्तस्मै +तावत्तस्य +तावत्तस्याः +तावत्ता +तावत्तां +तावत्तादृशवृत्तिरपि +तावत्तावत् +तावत्तासां +तावत्तिष्ठ +तावत्तिष्ठंति +तावत्तिष्ठति +तावत्तिष्ठतु +तावत्तिष्ठन्ति +तावत्तु +तावत्ते +तावत्तेन +तावत्तेनैव +तावत्तेषां +तावत्तैलेन +तावत्तौ +तावत्त्वं +तावत्त्वया +तावत्न +तावत्पदं +तावत्पदार्थानां +तावत्परमाणवः +तावत्परम्पराप्राप्तत्वेन +तावत्परि +तावत्परिचिन्तय +तावत्परिहरति +तावत्पर्यन्तं +तावत्पर्यन्तमेव +तावत्पर्यन्तम् +तावत्पश्यति +तावत्पश्यामि +तावत्पापानि +तावत्पुत्रस्य +तावत्पुरुष +तावत्पृच्छामि +तावत्प्रत्यक्षम् +तावत्प्रथमं +तावत्प्रथमः +तावत्प्रमाणं +तावत्प्रमाणा +तावत्प्रवक्ष्यामि +तावत्प्रविश्य +तावत्प्रसिद्धम् +तावत्प्राप्तं +तावत्प्राप्तम् +तावत्प्रिये +तावत्फलं +तावत्फलमेव +तावत्य +तावत्यः +तावत्यपि +तावत्यस्य +तावत्यस्वात्मके +तावत्या +तावत्युक्ते +तावत्येव +तावत्येवान्तरे +तावत्यो +तावत्य् +तावत्र +तावत्वं +तावत्स +तावत्संख्या +तावत्सरसि +तावत्सर्वं +तावत्सर्वत्र +तावत्सर्वाणि +तावत्सर्वे +तावत्सा +तावत्सिद्धम् +तावत्सु +तावत्सोऽपि +तावत्स्वयं +तावत्स्वर्गे +तावत्स्वेव +तावत्‌ +तावथ +तावद +तावदगन्ता +तावदङ्गीकरोति +तावदत्र +तावदत्रैतच्छक्यते +तावदत्रैव +तावदधिकं +तावदध्यायद्वयेन +तावदनया +तावदनुवदति +तावदनेन +तावदन्तं +तावदन्तरम् +तावदन्नं +तावदन्यतमत्वेन +तावदन्या +तावदन्ये +तावदन्यो +तावदपश्चिमं +तावदपाकरोति +तावदपि +तावदप्रबुद्धस्वभावोऽपि +तावदमी +तावदयं +तावदयुक्तम् +तावदवश्यं +तावदविद्या +तावदविवादम् +तावदश्नन्ति +तावदसत् +तावदसौ +तावदस्ति +तावदस्तु +तावदस्माकं +तावदस्मै +तावदस्य +तावदस्या +तावदहं +तावदहम् +तावदा +तावदागत्य +तावदाचर +तावदात्मनः +तावदात्मनो +तावदात्मा +तावदात्मानं +तावदादाय +तावदादौ +तावदाद्य +तावदाद्यः +तावदाधिपत्यं +तावदायुः +तावदाशु +तावदास्तां +तावदास्ते +तावदाह +तावदि +तावदिच्छामहे +तावदितरत्र +तावदिति +तावदित्यर्थः +तावदित्यादि +तावदित्यादिना +तावदिदं +तावदिदम् +तावदिदानीं +तावदिमं +तावदियं +तावदिष्यते +तावदिह +तावदुक्तं +तावदुक्तम् +तावदुच्यते +तावदुत्थितः +तावदुदाहरति +तावदुपपादयति +तावदुपमर्दसहासु +तावदूर्ध्वं +तावदे +तावदेकं +तावदेकः +तावदेका +तावदेको +तावदेतत् +तावदेतया +तावदेते +तावदेतेऽस्मच्छत्रवो +तावदेनं +तावदेनम् +तावदेनां +तावदेनाम् +तावदेनेनाव +तावदेव +तावदेवं +तावदेवम् +तावदेवापरे +तावदेवाशुचिर्भवेत् +तावदेवासौ +तावदेवास्य +तावदेष +तावदेषा +तावदेषां +तावदेहि +तावद् +तावद्गच्छामि +तावद्गर्जंति +तावद्गर्जति +तावद्गर्जन्ति +तावद्गर्ज्जन्ति +तावद्गुणः +तावद्गौः +तावद्ददर्श +तावद्दर्शयति +तावद्दार्वीप्रलेपः +तावद्दिनं +तावद्दिनमिति +तावद्देवि +तावद्द्वयसम् +तावद्ध +तावद्धनं +तावद्धि +तावद्बिन्दुर्न +तावद्ब्रह्म +तावद्भयस्य +तावद्भवति +तावद्भवन्तो +तावद्भार्यः +तावद्भावस्य +तावद्भिः +तावद्भिरेव +तावद्भीष्मवद्भीमस्यापि +तावद्भीष्माभिरक्षितमित्येतत्प्रति +तावद्भोः +तावद्भ्रमंति +तावद्भ्रमति +तावद्य +तावद्यः +तावद्यज्ञो +तावद्यत्र +तावद्यथा +तावद्यदि +तावद्यावत् +तावद्यावन्न +तावद्युक्तम् +तावद्युगसहस्राणि +तावद्र +तावद्राजा +तावद्रूपं +तावद्वयं +तावद्वर्ष +तावद्वर्षसहस्राणि +तावद्वर्षाणि +तावद्वस्तुतत्त्वम् +तावद्वा +तावद्वारं +तावद्वासनाक्षयः +तावद्विधिः +तावद्विरिच्यते +तावद्विशेषशब्दोपादाने +तावद्वै +तावनिश्चितकारिणौ +तावन् +तावन्त +तावन्तं +तावन्तः +तावन्तमात्मानं +तावन्तमेनं +तावन्तमेव +तावन्तमेवास्य +तावन्तम् +तावन्तरेण +तावन्तरेणेतरा +तावन्तस्त्वधिमन्थाः +तावन्ति +तावन्तो +तावन्तोऽस्य +तावन्त्यब्दसहस्राणि +तावन्त्यब्दानि +तावन्त्येव +तावन्त्य् +तावन्न +तावन्नः +तावन्नार्थः +तावन्नास्ति +तावन्निराकरोति +तावन्निरूप्यते +तावन्नैव +तावन्नो +तावन्मनो +तावन्मम +तावन्मया +तावन्महत्त्वं +तावन्महाराज +तावन्मा +तावन्मां +तावन्मात्र +तावन्मात्रं +तावन्मात्रमिदं +तावन्मात्रमेव +तावन्मात्रम् +तावन्मात्रस्य +तावन्मात्रस्यैव +तावन्मात्रे +तावन्मात्रेण +तावन्मात्रेणैव +तावन्मानं +तावन्मासान् +तावन्मुहूर्तं +तावन्मूल्यं +तावन्मृत्युभयं +तावन्मे +तावन्मोक्षो +तावन्योन्यं +तावन्योन्यस्य +तावपश्यताम् +तावपि +तावप्युभौ +तावब्रूतां +तावभाषत +तावरजा +तावल्लोको +तावश्विनौ +तावश्वौ +तावसुरौ +तावस्मभ्यं +तावहं +तावा +तावांश्च +तावांस्ते +तावागतौ +तावादति +तावादी +तावानर्थो +तावानस्य +तावानिति +तावानेव +तावान् +तावान्न +तावान्यावानसौ +तावान्सर्वेषु +तावापतन्तौ +तावावां +तावास्तां +तावाह +तावाहतुः +तावि +ताविति +तावित्यर्थः +ताविन्द्राग्नी +ताविमौ +ताविव +ताविष्येते +ताविह +तावु +तावुदयं +तावुभावपि +तावुभौ +तावुवाच +तावूचतुः +तावृतू +तावृषी +तावेकदा +तावेते +तावेतौ +तावेनं +तावेव +तावेवं +तावेवात्र +तावेवैतत्प्रीणाति +तावेहि +ताव् +ताव॑त् +ताव॒स्मभ्यं॑ +ताश +ताशनः +ताशा +ताशी +ताशे +ताश् +ताश्च +ताश्चतस्रः +ताश्चतस्रो +ताश्चातुर्महाराजिकांस्त्रयस्त्रिंशान् +ताश्चापि +ताश्चैव +ताश्चोक्ताः +तास +तासं +तासंबन्धेन +तासस्त्योः +तासस्त्योरिति +तासस्त्योर्लोपः +तासा +तासाँ +तासां +तासां॑ +तासां॒ +तासाञ्च +तासान्तु +तासाम +तासामनादित्वं +तासामपां +तासामपि +तासामभ्युदरं +तासामयं +तासामष्टौ +तासामहं +तासामाद्याः +तासामाद्याश्चतस्रस्तु +तासामिति +तासामिहागच्छन्तीनां +तासामुपरि +तासामेका +तासामेतद्द्वादशरात्रं +तासामेव +तासामेषा +तासामोषधीनां +तासाम् +तासाम्̇ +तासा॑म् +तासाꣳ +तासि +तासिः +तासी +तासु +तासु॑ +तासू +तासे +तासेः +तासेरस्तेश्च +तासौ +तास् +तास्तं +तास्ततः +तास्तत्र +तास्तथा +तास्तथोक्ता +तास्तथोक्ताः +तास्तदा +तास्तव +तास्तस्य +तास्ता +तास्ताः +तास्ताश्च +तास्तासा +तास्तासां +तास्तिस्रः +तास्तिस्रो +तास्तु +तास्ते +तास्तेन +तास्ते॑ +तास्त्रिंशत् +तास्त्रिः +तास्त्रिधा +तास्त्रिविधा +तास्त्वं +तास्त्वा +तास्त्वां +तास्त्वा॑ +तास्त्वेतास्त्रिंशत् +तास्मन् +तास्मि +तास्मिन् +तास्य +तास्यनुदात्तेत् +तास्यादिभ्य +तास्यादिभ्यः +तास्वगर्हणान् +तास्वत्र +तास्वपत्यानि +तास्वपि +तास्वप्सु +तास्ववस्थासु +तास्वास्तां +तास्विति +तास्विमे +तास्विह +तास्वेका +तास्वेव +तास्व् +तास्सर्वा +ताह +ताहं +ताहक +ताहवन्ताइ +ताहशी +ताहा +ताहि +ताहिं +ताही +ताहे +ताऽपि +ता॑रीत् +ता॒दृगे॒व +ता॒यमा॑ने +ता॒युं +ता॒रि॒ +ता॒रि॒ष॒त् +ता॒रीः॒ +ता॒री॒त् +ता॒र्यायु॑ः +ता᳘ँ +ता᳘नि +ता꣡ +ता꣡राः꣢ +ता꣡रा꣢ +ता꣢꣯म꣣दे꣤꣯षू꣥ +ताꣳ +ताꣳस् +ति +तिं +तिः +तिक +तिकं +तिकः +तिककितवाः +तिककितवादिभ्यो +तिकन् +तिका +तिकादिभ्यः +तिकादिषु +तिकृ +तिके +तिको +तिक् +तिक्त +तिक्तं +तिक्तः +तिक्तक +तिक्तकं +तिक्तकः +तिक्तकटुकं +तिक्तकम् +तिक्तकानि +तिक्तकैः +तिक्तको +तिक्तञ्च +तिक्तता +तिक्ततां +तिक्तत्वं +तिक्तत्वम् +तिक्तत्वात् +तिक्तदुग्धा +तिक्तमधुरं +तिक्तमधुरा +तिक्तमुष्णं +तिक्तम् +तिक्तरसं +तिक्तरसः +तिक्तरसश्च +तिक्तरसा +तिक्तरोहिणी +तिक्तवल्ली +तिक्तस्तु +तिक्तस्य +तिक्तहविषा +तिक्ता +तिक्तां +तिक्ताः +तिक्तादौ +तिक्तानि +तिक्तायते +तिक्तायनी +तिक्तास्यत्वं +तिक्तिका +तिक्ते +तिक्तेति +तिक्तेन +तिक्तैः +तिक्तो +तिक्तोष्णं +तिक्तोष्णरूक्षं +तिक्तोष्णा +तिक्तोष्णो +तिक्रमे +तिक्रमेण +तिक्रम्य +तिग +तिग्म +तिग्मं +तिग्मजम्भ +तिग्मतेजसः +तिग्मतेजसम् +तिग्मतेजसाम् +तिग्मतेजा +तिग्मतेजाः +तिग्ममोजो +तिग्मम् +तिग्मरश्मिना +तिग्मशृङ्गः +तिग्मशृङ्गो +तिग्मस्तिग्मशृङ्ग +तिग्महेती +तिग्महेते +तिग्मऽशृङ्गः +तिग्मा +तिग्मांशु +तिग्मांशुः +तिग्मांशुचन्द्रौ +तिग्मांशो +तिग्मांशोः +तिग्मांशौ +तिग्माः +तिग्मानि +तिग्मायुधाय +तिग्मायुधौ +तिग्मे +तिग्मेन +तिग्मेषव +तिङ +तिङः +तिङन्त +तिङन्तं +तिङन्तकाण्डे +तिङन्तप्रकरणम् +तिङन्तप्रतिरूपकमव्ययम् +तिङन्तम् +तिङन्तस्य +तिङन्तात् +तिङन्तानां +तिङन्तान्मा +तिङन्तार्थस्य +तिङन्ते +तिङन्तेन +तिङन्तेषु +तिङर्थः +तिङर्थस्य +तिङश्च +तिङस्त्रीणि +तिङा +तिङां +तिङाकाङ्क्षम् +तिङाम् +तिङि +तिङिति +तिङो +तिङोऽपि +तिङ् +तिङ्कृत्तद्धितसमासैः +तिङ्क्षु +तिङ्ग्रहणं +तिङ्ग्रहणेन +तिङ्ङतिङ +तिङ्ङतिङः +तिङ्पदैरभिधीयते +तिङ्प्रत्ययाः +तिङ्विभक्तिः +तिङ्विभक्तिर्न +तिङ्विभक्तिर्नानुदात्ता +तिङ्श्च +तिङ्‌ङतिङः +तिच +तिच्यन्त +तिज +तिजेः +तिज् +तिडन्त +तिडन्तं +तिण्णि +तित +तितं +तितंसति +तितः +तितउ +तितउः +तितउना +तितनिषति +तितरिषति +तितरीषति +तितलाउ +तितांसति +तिताः +तितास +तितासः +तितासनद्याः +तिति +तितिक्ष +तितिक्षते +तितिक्षन्ते +तितिक्षया +तितिक्षवः +तितिक्षस्व +तितिक्षा +तितिक्षां +तितिक्षायां +तितिक्षायाम् +तितिक्षुः +तितिक्षुरतितिक्षोर्विशिष्टः +तितिक्षोपरतिः +तितिर +तितिरुः +तितीर्षतां +तितीर्षति +तितीर्षसि +तितीर्षुः +तितीर्षुर्दुस्तरं +तितुत्र +तितुत्रतथसिसुसरकसेषु +तितुल्या +तितृत्सान् +तितृ॑त्सान् +तिते +तितेपे +तितो +तितौनि +तितौप्रश्नौ +तित् +तित्ति +तित्तिर +तित्तिरः +तित्तिरा +तित्तिरि +तित्तिरिः +तित्तिरिणा +तित्तिरिपक्षी +तित्तिरिप्रतिभोजनम् +तित्तिरिवचनात् +तित्तिरी +तित्तिरौ +तित्याज +तित्र +तित्वं +तित्विष +तित्विषाणः +तित्विषे +तित्वे +तित्वेन +तित्स्वरितं +तित्स्वरितः +तित्स्वरितम् +तित्स्वरिते +तिथ +तिथं +तिथः +तिथपृष्ठगूथयूथप्रोथाः +तिथय +तिथयः +तिथयश्च +तिथयस्ताः +तिथयस्तु +तिथये +तिथयो +तिथयोऽपि +तिथावपि +तिथि +तिथिं +तिथिः +तिथिक्षया +तिथिक्षयाः +तिथिक्षये +तिथिक्षयेण +तिथिगतगम्ये +तिथितत्त्वम् +तिथितत्त्वे +तिथित्रयम् +तिथित्रये +तिथिद्वयं +तिथिनक्षत्र +तिथिनक्षत्रे +तिथिनिर्णयः +तिथिफलम् +तिथिभिः +तिथिभेदे +तिथिभेदेन +तिथिभ्यो +तिथिमथासाद्य +तिथिमें +तिथिम् +तिथियां +तिथियुग्मता +तिथियों +तिथिरिति +तिथिरियं +तिथिरुत्तमा +तिथिरेकगुणा +तिथिरेव +तिथिरेषा +तिथिर् +तिथिर्ग्राह्या +तिथिर्ज्ञेया +तिथिर्न +तिथिर्भवति +तिथिर्भवेत् +तिथिलक्षणम् +तिथिवत् +तिथिवारं +तिथिविशेषः +तिथिविशेषे +तिथिवृद्धौ +तिथिवृद्ध्या +तिथिशब्दे +तिथिश्च +तिथिश्चैव +तिथिषु +तिथिष्वपि +तिथिष्वेतासु +तिथिसाधनं +तिथिस्तत्र +तिथिस्तथा +तिथिस्तदहोरात्रं +तिथिस्तात्कालिकी +तिथिस्तु +तिथिस्य +तिथी +तिथीनां +तिथीनामुत्तमा +तिथीनाम् +तिथीशान्तसमन्वितं +तिथुक् +तिथे +तिथेः +तिथो +तिथोः +तिथौ +तिथ्य +तिथ्यं +तिथ्यंते +तिथ्यंशः +तिथ्यः +तिथ्यद्रि +तिथ्यन्त +तिथ्यन्तः +तिथ्यन्तकाले +तिथ्यन्तसूर्योदययोस्तु +तिथ्यन्तात् +तिथ्यन्ताद्गणितागतात् +तिथ्यन्ताल्लम्बनं +तिथ्यन्ते +तिथ्या +तिथ्यां +तिथ्याः +तिथ्यात्मकम् +तिथ्यादि +तिथ्यादितत्त्वं +तिथ्यादितत्त्वम् +तिथ्यादितत्त्वे +तिथ्यादिषु +तिथ्यादीनां +तिथ्यादौ +तिथ्याद्यानयनविधिः +तिथ्याप्ता +तिथ्योः +तिथ्योर्युग्मं +तिदेशः +तिद्वारा +तिधा +तिन +तिनं +तिनः +तिनका +तिनके +तिनको +तिनसुकिया +तिना +तिनि +तिनिश +तिनिशः +तिनिशवृक्षः +तिनिशवृक्षे +तिनिशस्य +तिनिशे +तिने +तिन् +तिन्ति +तिन्तिड़ी +तिन्तिडी +तिन्तिडीं +तिन्तिडीकं +तिन्तिडीकम् +तिन्तिडीका +तिन्तिडीफलम् +तिन्तिडीवृक्षः +तिन्त्रिणी +तिन्त्रिण्याः +तिन्दु +तिन्दुक +तिन्दुकं +तिन्दुकः +तिन्दुकम् +तिन्दुकवृक्षः +तिन्दुकान् +तिन्दुकी +तिन्दुको +तिन्सुकिया +तिन्सुकियामण्डलम् +तिन्ह +तिन्हहि +तिप +तिपः +तिपटूरु +तिपटूरुविधानसभाक्षेत्रम् +तिपत्तिः +तिपदं +तिपद्यते +तिपमाश्रित्य +तिपा +तिपादनम् +तिपि +तिपृ +तिपो +तिप् +तिप्तस्झि +तिप्यनस्तेः +तिप्रत्ययः +तिबादयः +तिबादयो +तिब् +तिब्बत +तिब्बती +तिब्बतीभाषा +तिब्बतीय +तिब्बतीयभाषाः +तिब्बतीलिपिः +तिब्‍बतियन +तिभाति +तिभावः +तिभिः +तिभ्यः +तिम +तिमं +तिमयो +तिमा +तिमाह +तिमि +तिमिं +तिमिः +तिमिङ्गिलः +तिमिङ्गिलगिलः +तिमिङ्गिलाः +तिमितं +तिमिना +तिमिर +तिमिरं +तिमिरमिव +तिमिरम् +तिमिरसंवृतम् +तिमिरस्य +तिमिरांशुकं +तिमिराख्यः +तिमिराणि +तिमिरापहः +तिमिरापहम् +तिमिरे +तिमिरेण +तिमिरोन्मथनः +तिमी +तिमे +तिम् +तिम्मण्णनायकः +तिम्मप्पय्य +तिम्मप्पय्यः +तिम्यति +तिम्र +तिम्रो +तिम्सिना +तिय +तिया +तियें +तिर +तिरः +तिरःपवित्रं +तिरःऽअह्न्यम् +तिरकिट +तिरछा +तिरछी +तिरछे +तिरत +तिरति +तिरते +तिरन्त +तिरन्ति +तिरन्तु +तिरन्ते +तिरपि +तिरप् +तिरयति +तिरयन्ति +तिरश्च +तिरश्चः +तिरश्चकार +तिरश्चता +तिरश्चा +तिरश्चां +तिरश्चामपि +तिरश्चामष्टमः +तिरश्चाम् +तिरश्चि +तिरश्चित् +तिरश्चिर् +तिरश्ची +तिरश्चीं +तिरश्चीः +तिरश्चीति +तिरश्चीन +तिरश्चीनं +तिरश्चीनः +तिरश्चीनमनूरुसारथेः +तिरश्चीनम् +तिरश्चीना +तिरश्चीनानि +तिरश्चीने +तिरश्चीनेन +तिरश्चीनो +तिरश्चीन् +तिरश्चीम् +तिरश्चो +तिरश्चोऽपि +तिरश्च्या +तिरस +तिरसः +तिरसठ +तिरसस्तिर्यलोपे +तिरसोऽन्यतरस्याम् +तिरस् +तिरस्करिणी +तिरस्करिणीं +तिरस्करिणीमपनीय +तिरस्करिण्या +तिरस्करोति +तिरस्करोमि +तिरस्कर्ता +तिरस्कर्तुं +तिरस्कार +तिरस्कारं +तिरस्कारः +तिरस्कारम् +तिरस्कारात् +तिरस्कारालङ्कारः +तिरस्कारे +तिरस्कारेण +तिरस्कारो +तिरस्कुरु +तिरस्कुरुते +तिरस्कुर्वन् +तिरस्कुर्वन्ति +तिरस्कृ +तिरस्कृत +तिरस्कृतं +तिरस्कृतः +तिरस्कृतम् +तिरस्कृतवती +तिरस्कृतवान् +तिरस्कृतस्य +तिरस्कृता +तिरस्कृताः +तिरस्कृतान् +तिरस्कृतिः +तिरस्कृते +तिरस्कृतो +तिरस्कृत्य +तिरस्क्रियते +तिरस्क्रियन्ते +तिरस्क्रिया +तिरहुता +तिरहुतालिपिः +तिरा +तिराति +तिरामसि +तिरामि +तिरि +तिरिक्त +तिरिक्तं +तिरिच्यते +तिरिति +तिरु +तिरुक्कुरळ् +तिरुचिरापल्ली +तिरुचिरापळ्ळि +तिरुचिरापळ्ळिमण्डलम् +तिरुच्चिरापळ्ळिमण्डलम् +तिरुनल् +तिरुनल्लूर +तिरुनेल्वेली +तिरुनेल्वेलीमण्डलम् +तिरुपति +तिरुपतिः +तिरुपतितः +तिरुपुर +तिरुप्पावै +तिरुप्पूर +तिरुप्पूरमण्डलम् +तिरुमल +तिरुमलः +तिरुमलतिरुपतिदेवस्थानम् +तिरुमलाम्बा +तिरुमले +तिरुमलै +तिरुवअनंतपुरम +तिरुवण्णामलै +तिरुवण्णामलैमण्डलम् +तिरुवनंतपुरम +तिरुवनन्तपुरं +तिरुवनन्तपुरतः +तिरुवनन्तपुरम् +तिरुवनन्तपुरस्य +तिरुवनन्तपुरे +तिरुवल्ला +तिरुवळ्ळुवर् +तिरुवळ्ळूरु +तिरुवळ्ळूरुमण्डलम् +तिरुवारूरु +तिरुवारूरुमण्डलम् +तिरूसूलनामके +तिरे +तिरेक +तिरेकेण +तिरेव +तिरो +तिरोअह्न्यम् +तिरोदधाति +तिरोदधे +तिरोद्धानो +तिरोधत्ते +तिरोधा +तिरोधाः +तिरोधातुमक्षमाः +तिरोधान +तिरोधानं +तिरोधानम् +तिरोधानस्य +तिरोधाने +तिरोधानेन +तिरोधाय +तिरोधिः +तिरोधीयते +तिरोबभूव +तिरोबभूवे +तिरोभवति +तिरोभवन्ति +तिरोभवित्री +तिरोभाव +तिरोभावं +तिरोभावः +तिरोभावयति +तिरोभावयितुं +तिरोभावे +तिरोभावो +तिरोभूतं +तिरोभूतः +तिरोभूतभेदा +तिरोभूता +तिरोभूते +तिरोभूय +तिरोहित +तिरोहितं +तिरोहितः +तिरोहिततत्स्वभावः +तिरोहितत्वाच्च +तिरोहितत्वात् +तिरोहितमिव +तिरोहितमिवास्ति +तिरोहितम् +तिरोहितस्य +तिरोहिता +तिरोहिताः +तिरोहितानि +तिरोहिते +तिरोहितो +तिरोऽन्तर्धौ +तिरोऽभवं +तिरोऽभवत् +तिरोऽभवन् +तिरोऽभवन्नथ +तिरोऽभवम् +तिरोऽभूत्सा +तिर्थ +तिर्न +तिर्भवति +तिर्य +तिर्यं +तिर्यक +तिर्यकू +तिर्यक् +तिर्यक्कृत्वा +तिर्यक्च +तिर्यक्तयैव +तिर्यक्त्वं +तिर्यक्त्वे +तिर्यक्त्वेन +तिर्यक्पातन +तिर्यक्षु +तिर्यगर्थे +तिर्यगिति +तिर्यगुपपत्तिं +तिर्यगुपान्तलोहिते +तिर्यगूर्ध्वं +तिर्यगूर्ध्वमधश्च +तिर्यगूर्ध्वमधश्चैव +तिर्यगूर्ध्वमधस्तथा +तिर्यगूर्ध्वमधस्ताच्च +तिर्यग् +तिर्यग्गतं +तिर्यग्गता +तिर्यग्गतानां +तिर्यग्गतेषु +तिर्यग्गमनं +तिर्यग्द्वे +तिर्यग्भूता +तिर्यग्योनि +तिर्यग्योनिं +तिर्यग्योनिगतः +तिर्यग्योनिगता +तिर्यग्योनिगताः +तिर्यग्योनिगतानां +तिर्यग्योनिगतेष्वपि +तिर्यग्योनिमवाप्नुयात् +तिर्यग्योनिशतं +तिर्यग्योनिषु +तिर्यग्योनौ +तिर्यग्रूपं +तिर्यग्रेखा +तिर्यग्रेखां +तिर्यग्वा +तिर्यङ् +तिर्यङ्ङ् +तिर्यङ्मानी +तिर्यङ्मुखम् +तिर्यङ्मुखा +तिर्यङ्मुखी +तिर्यच्यपवर्गे +तिर्यञ्च +तिर्यञ्चँ +तिर्यञ्चं +तिर्यञ्चः +तिर्यञ्चमिति +तिर्यञ्चम् +तिर्यञ्चि +तिर्यञ्चो +तिर्यञ्चोऽपि +तिर्यञ्चौ +तिर्यस्य +तिर्या +तिर्य्य +तिर्य्यक् +तिर्य्यक्त्वं +तिर्य्यक्त्वमुत्तीर्णानां +तिर्य्यगेव +तिर्य्यग् +तिर्य्यग्योनिं +तिर्य्यग्योनौ +तिर्वा +तिर॒ +तिल +तिलं +तिलः +तिलक +तिलकं +तिलकः +तिलकक्रिया +तिलकक्रियायाः +तिलकभेदे +तिलकमञ्जरी +तिलकमञ्जरीम् +तिलकमलरी +तिलकमहोदयः +तिलकमहोदयस्य +तिलकमारी +तिलकम् +तिलकम्‌ +तिलकल्कं +तिलकल्कः +तिलकल्कश्च +तिलकल्के +तिलकल्केन +तिलकवृक्षः +तिलकवृक्षे +तिलकव्याख्या +तिलकसंस्थानं +तिलकसाहित्यविद्याधर्यो +तिलकस्तिलकः +तिलकस्य +तिलका +तिलकाः +तिलकानां +तिलकानि +तिलकालकः +तिलकालकम् +तिलकालकान् +तिलकी +तिलके +तिलकेन +तिलकैः +तिलको +तिलचूर्णं +तिलचूर्णम् +तिलचूर्णेन +तिलजं +तिलतण्डुड्डत्ध् +तिलतण्डुलकं +तिलतण्डुलन्यायेन +तिलतण्डुलम् +तिलतण्डुलान् +तिलतण्डुलैः +तिलतर्पणं +तिलतर्पणम् +तिलति +तिलतैलं +तिलतैलञ्च +तिलतैलमिश्रं +तिलतैलम् +तिलतैलस्य +तिलतैले +तिलतैलेन +तिलदानं +तिलदाने +तिलदानेन +तिलद्रोणं +तिलधेनु +तिलधेनुं +तिलधेनुः +तिलधेनुसमन्वितम् +तिलधेनो +तिलपर्णं +तिलपर्णिका +तिलपर्णी +तिलपात्रं +तिलपात्राणि +तिलपात्रे +तिलपिञ्जः +तिलपिष्टं +तिलपिष्टकम् +तिलपुष्पं +तिलपुष्पकुशादीनि +तिलपुष्पप्रतीकाशं +तिलपुष्पसमाकारा +तिलपूर्णं +तिलपूर्णानि +तिलपेजः +तिलप्रदः +तिलप्रमाणसंस्थानवर्णाः +तिलप्रस्थं +तिलभक्ष +तिलभुक् +तिलभेदः +तिलमध्ये +तिलमयं +तिलमयम् +तिलमयीं +तिलमयूर +तिलमात्रं +तिलमात्राणि +तिलमाषा +तिलमाषोमाभङ्गाणुभ्यः +तिलमिश्रं +तिलमिश्रा +तिलमिश्राः +तिलमिश्रितम् +तिलमिश्रेण +तिलमुद्गादृते +तिलमेव +तिलम् +तिलयवाभ्याम् +तिलवत् +तिलवत्सा +तिलवापी +तिलवृक्षे +तिलव्रती +तिलशः +तिलशब्दः +तिलशब्देन +तिलशो +तिलसर्षपाः +तिलस्थालीं +तिलस्नायी +तिलस्य +तिलस्येव +तिलहोमं +तिलहोमी +तिला +तिलांश्च +तिलांस्तथा +तिलांस्तु +तिलाः +तिलाज्यं +तिलाज्येन +तिलाज्यैः +तिलाञ्जुहोति +तिलादिभिः +तिलादिलांछनफलाध्यायः +तिलादीनां +तिलानपि +तिलानां +तिलानान्तु +तिलानाम् +तिलानावपति +तिलानि +तिलान् +तिलान्कृत्वा +तिलान्नं +तिलाश् +तिलाश्च +तिलाश्चैव +तिलास् +तिलि +तिलिङ्गिको +तिले +तिलेन +तिलेभ्यः +तिलेभ्यो +तिलेषु +तिलै +तिलैः +तिलैरपि +तिलैरेव +तिलैर् +तिलैर्युक्तं +तिलैर्वा +तिलैर्विना +तिलैर्विमिश्रं +तिलैर्होमं +तिलैर्होमो +तिलैश्च +तिलैस्तथा +तिलो +तिलोत्तमा +तिलोत्तमाम् +तिलोत्तमाया +तिलोत्तमायाः +तिलोत्तमे +तिलोत्तमेति +तिलोत्तमोवाच +तिलोदकं +तिलोदकम् +तिलोदकी +तिलोदकेन +तिलोदकैः +तिलोद्भवम् +तिलोद्वर्त्ती +तिलोपः +तिलोपरि +तिलोपे +तिलोऽसि +तिलोऽसीति +तिलौदनं +तिलौदनम् +तिल् +तिल्तातिलौ +तिल्यं +तिल्यम् +तिल्या +तिल्ल +तिल्व +तिल्वक +तिल्वकः +तिल्वकस्य +तिल्वको +तिळ +तिव +तिवत् +तिवा +तिवारी +तिव्याप्तिः +तिव्याप्तिवारणाय +तिशब्दस्य +तिशय +तिशयं +तिशयेन +तिशेषः +तिश्च +तिश्रुतेः +तिष +तिषं +तिषु +तिषेधे +तिष्ट +तिष्टत +तिष्टति +तिष्टतु +तिष्टते +तिष्टन्ति +तिष्टसि +तिष्टोमस्य +तिष्ठ +तिष्ठं +तिष्ठंतं +तिष्ठंति +तिष्ठंती +तिष्ठंतु +तिष्ठंश्च +तिष्ठंस्तिष्ठन्तीं +तिष्ठंस्तेजसोऽन्तरो +तिष्ठः +तिष्ठञ् +तिष्ठञ्जपति +तिष्ठत +तिष्ठतं +तिष्ठतः +तिष्ठतम् +तिष्ठतस्तत्र +तिष्ठतस्तस्य +तिष्ठता +तिष्ठतां +तिष्ठतानु +तिष्ठतामिह +तिष्ठताम् +तिष्ठति +तिष्ठतिष्ठ +तिष्ठतिष्ठेति +तिष्ठति॒ +तिष्ठती +तिष्ठतीति +तिष्ठतीत्यर्थः +तिष्ठतीत्याह +तिष्ठतीत्य् +तिष्ठतीव +तिष्ठतु +तिष्ठते +तिष्ठतेः +तिष्ठतेति +तिष्ठतेरित् +तिष्ठतेर्लुङि +तिष्ठते॒ +तिष्ठतो +तिष्ठतोः +तिष्ठतो॒ +तिष्ठत् +तिष्ठत्तस्मिन्नपो +तिष्ठत्य +तिष्ठत्यकर्मकृत् +तिष्ठत्यत्र +तिष्ठत्यधिमासशेषम् +तिष्ठत्ययं +तिष्ठत्यवनीं +तिष्ठत्यसौ +तिष्ठत्यस्मिन्निति +तिष्ठत्यस्यां +तिष्ठत्या +तिष्ठत्यास्ते +तिष्ठत्येकः +तिष्ठत्येकस्तेनेदं +तिष्ठत्येव +तिष्ठत्य् +तिष्ठत्वत्र +तिष्ठत्विति +तिष्ठत्विह +तिष्ठत्वेष +तिष्ठत्सु +तिष्ठथ +तिष्ठथः +तिष्ठदुप्रभृतीनि +तिष्ठद्गु +तिष्ठद्गुप्रभृतीनि +तिष्ठद्भ्यो +तिष्ठध्वं +तिष्ठध्वमिति +तिष्ठध्वम् +तिष्ठन +तिष्ठन् +तिष्ठन्त +तिष्ठन्तं +तिष्ठन्तः +तिष्ठन्तमभिषिञ्चति +तिष्ठन्तम् +तिष्ठन्तामजरा +तिष्ठन्ति +तिष्ठन्ति॒ +तिष्ठन्ती +तिष्ठन्तीं +तिष्ठन्तीति +तिष्ठन्तीत्यर्थः +तिष्ठन्तीन्द्रियचिन्तकाः +तिष्ठन्तीव +तिष्ठन्तीह +तिष्ठन्तु +तिष्ठन्ते +तिष्ठन्तेऽस्मै +तिष्ठन्तो +तिष्ठन्तोऽवभृथेन +तिष्ठन्तौ +तिष्ठन्त्यत्रेति +तिष्ठन्त्यव्यक्तचिन्तकाः +तिष्ठन्त्यस्मिन्निति +तिष्ठन्त्या +तिष्ठन्त्यां +तिष्ठन्त्येते +तिष्ठन्त्येव +तिष्ठन्त्ये॒ते +तिष्ठन्त्यो +तिष्ठन्त्य् +तिष्ठन्त्विति +तिष्ठन्त्वेतानि +तिष्ठन्न +तिष्ठन्नपि +तिष्ठन्नभिमन्त्रयते +तिष्ठन्नयति +तिष्ठन्नात्मनोऽन्तरो +तिष्ठन्नात्मानमन्तरो +तिष्ठन्नादित्यादन्तरो +तिष्ठन्नासीनः +तिष्ठन्निति +तिष्ठन्नेव +तिष्ठन्न् +तिष्ठन्पृथिव्या +तिष्ठन्वै +तिष्ठन्स +तिष्ठमानं +तिष्ठमानस्य +तिष्ठमाना +तिष्ठमाने +तिष्ठस +तिष्ठसि +तिष्ठसीति +तिष्ठसे +तिष्ठस्व +तिष्ठऽ +तिष्ठा +तिष्ठाः +तिष्ठाति +तिष्ठाते +तिष्ठात् +तिष्ठात्र +तिष्ठात्रैव +तिष्ठाथो +तिष्ठादेशः +तिष्ठाद्य +तिष्ठाभि +तिष्ठाम +तिष्ठामः +तिष्ठामहे +तिष्ठामि +तिष्ठामीति +तिष्ठामीत्यर्थः +तिष्ठामेति +तिष्ठामो +तिष्ठाम्यत्र +तिष्ठाम्यहं +तिष्ठावो +तिष्ठासति +तिष्ठासेत् +तिष्ठाऽत्र +तिष्ठा॑ +तिष्ठा॒ +तिष्ठिपत् +तिष्ठे +तिष्ठेच्च +तिष्ठेत +तिष्ठेतां +तिष्ठेताम् +तिष्ठेति +तिष्ठेते +तिष्ठेत् +तिष्ठेत्कल्पावशेषं +तिष्ठेत्कोपवशात्प्रभावपिहिता +तिष्ठेत्तु +तिष्ठेत्यर्थः +तिष्ठेत्स +तिष्ठेदन्ते +तिष्ठेदहनि +तिष्ठेदानीं +तिष्ठेदानीम् +तिष्ठेदिति +तिष्ठेद् +तिष्ठेद्वा +तिष्ठेद्वै +तिष्ठेन्न +तिष्ठेम +तिष्ठेय +तिष्ठेयं +तिष्ठेयम् +तिष्ठेयुः +तिष्ठेयुर् +तिष्ठेरन् +तिष्ठेह +तिष्ठ॑ +तिष्ठ॑ते +तिष्ठ॑त् +तिष्ठ॑थः +तिष्ठ॑न् +तिष्ठ॒ +तिष्य +तिष्यं +तिष्यः +तिष्यके +तिष्यपुनर्वसु +तिष्यपुनर्वसू +तिष्यपुनर्वस्वोर्नक्षत्रद्वन्द्वे +तिष्यपुष्ययोर्नक्षत्राणि +तिष्यबृहस्पती +तिष्यरक्षिता +तिष्यरक्षितायाः +तिष्यश्च +तिष्यसन्तानः +तिष्यसन्ताने +तिष्यस्य +तिष्या +तिष्यान्ते +तिष्यापूर्णमासे +तिष्याय +तिष्ये +तिष्येण +तिष्यो +तिस +तिसः +तिसका +तिसकी +तिसके +तिसको +तिसमें +तिससे +तिसी +तिसु +तिसृ +तिसृचतसृ +तिसृणां +तिसृणामपि +तिसृणामिति +तिसृणामृचां +तिसृणाम् +तिसृधन्वं +तिसृधन्वम् +तिसृधन्वꣳ +तिसृभावः +तिसृभावे +तिसृभि +तिसृभिः +तिसृभिरनुच्छन्दसम् +तिसृभिरनुष्टुब्भिः +तिसृभिरिति +तिसृभिरुद्यती +तिसृभिरृग्भिः +तिसृभिर् +तिसृभिर्ऋग्भिः +तिसृभिर्हिरण्यवर्णाः +तिसृभिश्च +तिसृभिस् +तिसृभिस्त्वमवस्थाभिर्महिमानमुदीरयन् +तिसृभिस्स +तिसृभी +तिसृभ्य +तिसृभ्यः +तिसृभ्यो +तिसृषु +तिसृष्वपि +तिसृष्विति +तिसृष्व् +तिसॄणां +तिसॄणाम् +तिसो +तिस्ता +तिस्तिराणा +तिस्तु +तिस्त्र +तिस्त्रः +तिस्त्रो +तिस्थेयुर् +तिस्र +तिस्रः +तिस्रश् +तिस्रश्च +तिस्रस् +तिस्रस्तथा +तिस्रस्तन्तुमतीर्हुत्वा +तिस्रस्तस्य +तिस्रस्ता +तिस्रस्तिष्ठन्ति +तिस्रस्तिस्र +तिस्रस्तिस्रः +तिस्रस्तिस्रो +तिस्रस्तु +तिस्रस्त्रिष्टुभः +तिस्रस्त्रेधा +तिस्रस्समिध +तिस्रादेशः +तिस्रो +तिस्रोपि +तिस्रोवाचः +तिस्रोऽथ +तिस्रोऽनुष्टुभः +तिस्रोऽन्याः +तिस्रोऽपि +तिस्रोऽवस्था +तिस्रोऽवस्थाः +तिस्रोऽष्टकाः +तिस्स +तिस्सा +तिस्से +तिस्सो +तिहाड +तिहोः +तिा +ति॑ग्मजम्भ +ति॑रन्तु +ति॑रन्त॒ +ति॑र॒श्चा +ति॑ष्ठ +ति॑ष्ठति +ति॑ष्ठति॒ +ति॑ष्ठा॒ +ति॑ष्ठिपत्ते +ति॑ष्ठ॒ +ति॒ग्मं +ति॒ग्मम् +ति॒ग्मशृ॑ङ्गो॒ +ति॒ग्मऽशृ॑ङ्गः +ति॒ग्मा +ति॒ग्मानि॑ +ति॒ग्मेन॑ +ति॒रः +ति॒रःऽअ॑ह्न्यम् +ति॒रो +ति॒रोअ॑ह्न्यं +ति॒रोअ॑ह्न्यम् +ति॒रोधा॒ +ति॒र॒ +ति॒र॒ते॒ +ति॒र॒न्तु॒ +ति॒र॒न्ते॒ +ति॒र॒श्चीनो॒ +ति॒ष्ठ॒ +ति॒ष्ठ॒ति॒ +ति॒ष्ठ॒तु॒ +ति॒ष्ठ॒त॒ +ति॒ष्ठ॒न्ति॒ +ति॒ष्ठ॒सि॒ +ति॒स्र +ति॒स्रः +ति॒स्रश्च॑ +ति॒स्रो +ती +तीं +तीः +तीअ +तीए +तीकृ +तीक्ष्ण +तीक्ष्णं +तीक्ष्णः +तीक्ष्णकम् +तीक्ष्णगन्धः +तीक्ष्णगन्धा +तीक्ष्णचूर्णं +तीक्ष्णचूर्णतः +तीक्ष्णञ्च +तीक्ष्णतया +तीक्ष्णतरं +तीक्ष्णता +तीक्ष्णतां +तीक्ष्णत्वं +तीक्ष्णत्वम् +तीक्ष्णदंष्ट्र +तीक्ष्णदंष्ट्रं +तीक्ष्णदंष्ट्रः +तीक्ष्णदंष्ट्रा +तीक्ष्णदंष्ट्रां +तीक्ष्णदंष्ट्राय +तीक्ष्णदंष्ट्रो +तीक्ष्णदण्डस्य +तीक्ष्णदण्डो +तीक्ष्णधार +तीक्ष्णधारं +तीक्ष्णधारेण +तीक्ष्णमिति +तीक्ष्णमुष्णं +तीक्ष्णमुष्णञ्च +तीक्ष्णमेव +तीक्ष्णम् +तीक्ष्णया +तीक्ष्णलोह +तीक्ष्णलोहं +तीक्ष्णलोहस्य +तीक्ष्णलौहं +तीक्ष्णविषा +तीक्ष्णवेगेन +तीक्ष्णशस्त्रेण +तीक्ष्णशूले +तीक्ष्णशृङ्गो +तीक्ष्णश्च +तीक्ष्णश्चैव +तीक्ष्णस्य +तीक्ष्णा +तीक्ष्णां +तीक्ष्णांशुं +तीक्ष्णाः +तीक्ष्णाग्रं +तीक्ष्णाग्रा +तीक्ष्णाग्रैः +तीक्ष्णादुद्विजते +तीक्ष्णानां +तीक्ष्णानि +तीक्ष्णान् +तीक्ष्णाभिस्तुद्यमानेन +तीक्ष्णाभ्यां +तीक्ष्णाय +तीक्ष्णायां +तीक्ष्णीकरणम् +तीक्ष्णीकरणे +तीक्ष्णीकरोति +तीक्ष्णीकुरु +तीक्ष्णीकुर्वन् +तीक्ष्णीकृतानि +तीक्ष्णीकृते +तीक्ष्णीकृत्य +तीक्ष्णे +तीक्ष्णेन +तीक्ष्णेषवे +तीक्ष्णेषु +तीक्ष्णै +तीक्ष्णैः +तीक्ष्णैरुत्पादिते +तीक्ष्णैर् +तीक्ष्णैश्च +तीक्ष्णो +तीक्ष्णोष्ण +तीक्ष्णोष्णं +तीक्ष्णोष्णः +तीक्ष्णोष्णा +तीक्ष्णौ +तीखा +तीच +तीटुतगणाध्यायः +तीत +तीतं +तीतः +तीता +तीति +तीतिः +तीते +तीतेः +तीतो +तीत्य +तीत्यत +तीत्यत्र +तीत्यर्थ +तीत्यर्थः +तीत्यस्य +तीत्या +तीत्यादि +तीत्याह +तीत्रेण +तीत्र्वा +तीत्व +तीत्वा +तीथ +तीथे +तीथों +तीन +तीनं +तीना +तीनां +तीनाम् +तीनि +तीनी +तीने +तीनो +तीनों +तीन् +तीब्बती +तीम +तीमथियं +तीम् +तीय +तीयं +तीयः +तीयऄ +तीयते +तीयत्युच्यमाने +तीयम् +तीयस्य +तीया +तीयादन् +तीयादीकक् +तीयाध्यायस्य +तीये +तीयो +तीर +तीरं +तीरइ +तीरतः +तीरत्वेन +तीरथ +तीरदेशे +तीरपर +तीरप्रदेशः +तीरमासाद्य +तीरमुच्यते +तीरम् +तीरयोः +तीरस्थं +तीरस्य +तीरा +तीराणि +तीरादौ +तीराद्गव्यूतिमात्रन्तु +तीरितं +तीरे +तीरेण +तीरेषु +तीरेऽपि +तीर्खा +तीर्ण +तीर्णं +तीर्णः +तीर्णश्च +तीर्णा +तीर्णाः +तीर्णे +तीर्णो +तीर्तयात्रापर्वणि +तीर्त्त्वा +तीर्त्वा +तीर्थ +तीर्थँ +तीर्थं +तीर्थः +तीर्थकम् +तीर्थकर +तीर्थकरः +तीर्थकाकः +तीर्थकृत् +तीर्थके +तीर्थकोटिसहस्राणि +तीर्थक्षेत्रं +तीर्थक्षेत्रम् +तीर्थक्षेत्राणां +तीर्थक्षेत्राणि +तीर्थक्षेत्रे +तीर्थखण्डे +तीर्थङ्कर +तीर्थङ्करः +तीर्थङ्करगोत्रस्य +तीर्थङ्करत्वं +तीर्थङ्करत्वसूचकाः +तीर्थङ्करत्वसूचकान् +तीर्थङ्करपदं +तीर्थङ्करस्य +तीर्थङ्कराः +तीर्थङ्कराणां +तीर्थङ्करेषु +तीर्थङ्करैः +तीर्थजं +तीर्थजलं +तीर्थजले +तीर्थजलेन +तीर्थजलैः +तीर्थञ्च +तीर्थतोयं +तीर्थतोयेन +तीर्थत्रयं +तीर्थत्वं +तीर्थत्वेन +तीर्थदर्शनम् +तीर्थदेशे +तीर्थद्वयं +तीर्थनायकम् +तीर्थन्तु +तीर्थपदः +तीर्थप्रतिग्राही +तीर्थप्रभावतः +तीर्थप्रभावेण +तीर्थप्रवरं +तीर्थफलं +तीर्थफलभागिनः +तीर्थफलमश्नुते +तीर्थबिम्बं +तीर्थबेरं +तीर्थभूतं +तीर्थभूता +तीर्थभूमिषु +तीर्थभेदः +तीर्थभेदे +तीर्थमत्र +तीर्थमध्ये +तीर्थमनुत्तमम् +तीर्थमस्ति +तीर्थमाचमनाय +तीर्थमाचरेत् +तीर्थमासाद्य +तीर्थमाहात्म्यं +तीर्थमाहात्म्यमुत्तमम् 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+तीर्थस्थानेषु +तीर्थस्थापनम् +तीर्थस्नानं +तीर्थस्नानफलं +तीर्थस्नानादि +तीर्थस्नानाय +तीर्थस्नानेन +तीर्थस्नायी +तीर्थस्य +तीर्थस्यास्य +तीर्थहळ्ळि +तीर्थहळ्ळी +तीर्थहळ्ळीविधानसभाक्षेत्रम् +तीर्था +तीर्थांतरं +तीर्थाः +तीर्थाटनं +तीर्थात् +तीर्थादिषु +तीर्थादीनां +तीर्थादौ +तीर्थाना +तीर्थानां +तीर्थानामपि +तीर्थानामिह +तीर्थानामुत्तमं +तीर्थानि +तीर्थानुगमनं +तीर्थानुसरणं +तीर्थान्तरं +तीर्थान्तरकल्पितेभ्यश्च +तीर्थान्तरे +तीर्थान्तरेषु +तीर्थान्यनभिगम्य +तीर्थान्यनेकशः +तीर्थान्यनेकानि +तीर्थान्यन्यानि +तीर्थान्यपि +तीर्थान्यहं +तीर्थान्याकाङ्क्षेत +तीर्थान्यायतनानि +तीर्थान्यावाह्य +तीर्थान्यूचुः +तीर्थान्येतानि +तीर्थाभिगमनं +तीर्थाभिगमनेन +तीर्थाभिधाः +तीर्थाभिषेकं +तीर्थाय +तीर्थार्थं +तीर्थार्थी +तीर्थावगाहनम् +तीर्थास्पदं +तीर्थिका +तीर्थिकाः +तीर्थीकुर्वन्ति +तीर्थे +तीर्थेति +तीर्थेतीर्थे +तीर्थेन +तीर्थेनैव +तीर्थेभ्य +तीर्थेभ्यः +तीर्थेभ्यश्च +तीर्थेभ्यो +तीर्थेषु +तीर्थेष्वायतनेषु +तीर्थेष्वेतेषु +तीर्थेऽत्र +तीर्थेऽस्मिन् +तीर्थैः +तीर्थैश्च +तीर्थो +तीर्थों 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+तीियः +तीियाध्यायस्य +ती॒र्त्वा +ती॒र्थं +ती॒र्थे +ती॒व्रं +ती॒व्रः +ती॒व्रम् +ती॒व्राः +ती॒व्रान् +ती॒व्रैः +ती॒व्रो +ती꣡ना꣢म् +तु +तुँते +तुँद +तुं +तुंग +तुंगं +तुंगकम् +तुंगभद्रा +तुंगार्धं +तुंगे +तुंग्गल +तुंडेन +तुः +तुअ +तुअप्सु +तुआ +तुइ +तुइति +तुए +तुक +तुकं +तुकः +तुका +तुकारात् +तुकाराम +तुकारामः +तुकारामस्य +तुकारो +तुकि +तुके +तुको +तुक् +तुगभाव +तुगभावः +तुगलक +तुगा +तुगाक्षीरी +तुगाक्षीर्याः +तुगागमः +तुगागमश्च +तुगागमे +तुगागमो +तुगिति +तुग् +तुग्न +तुग्भवति +तुग्र +तुग्रं +तुग्रपुत्रं +तुग्रस्य +तुग्राय +तुग्रो +तुग्र्यम् +तुग्र्यावृधम् +तुग्र्यासु +तुग्र्या॑सु +तुग्वनि +तुग्वा +तुग्विधौ +तुङ्ग +तुङ्गं +तुङ्गः +तुङ्गकम् +तुङ्गगतिः +तुङ्गता +तुङ्गनासिका +तुङ्गनासिकी +तुङ्गभद्रया +तुङ्गभद्रा +तुङ्गभद्रां +तुङ्गभद्रानदी +तुङ्गभद्रायां +तुङ्गभद्रायाः +तुङ्गमानं +तुङ्गमालिङ्ग्य +तुङ्गमुन्नतं +तुङ्गमेव +तुङ्गम् +तुङ्गविजयः +तुङ्गस्थाने +तुङ्गस्य +तुङ्गा +तुङ्गांशे +तुङ्गाः +तुङ्गानदी +तुङ्गानि +तुङ्गी +तुङ्गे +तुङ्गेन +तुङ्गेषु +तुङ्गैः +तुङ्गो +तुङ्गौ +तुङ्ग्गल +तुच +तुचतुरश्रकम् +तुचे +तुच्छ +तुच्छं +तुच्छः +तुच्छतया +तुच्छता +तुच्छत्वं +तुच्छत्वम् +तुच्छत्वेन +तुच्छफलं +तुच्छम् +तुच्छव्यावृत्तत्वेन +तुच्छस्य +तुच्छा +तुच्छां +तुच्छाः +तुच्छानि +तुच्छे +तुच्छेन +तुच्छो +तुच्छ्येन +तुज +तुजः +तुजता +तुजन् +तुजये +तुजा +तुजादित्वात् +तुजादित्वादभ्यासदीर्घः +तुजादित्वाद् +तुजादीनां +तुजादीनाम् +तुजि +तुजे +तुज्झ +तुज्यते +तुज्यमानासः +तुज्यानि +तुझ +तुझं +तुझको +तुझसे +तुझा +तुझी +तुझे +तुञ्जति +तुञ्जते +तुञ्जन्ति +तुञ्जयति +तुञ्जाते +तुञ्जानः +तुञ्जे +तुञ्जेतुञ्जे +तुट +तुटति +तुटयः +तुटि +तुटिः +तुटौ +तुट् +तुट्च +तुट्यर्धं +तुड +तुडागमश्च +तुडि +तुडी +तुडृ +तुण +तुणति +तुण्ड +तुण्डं +तुण्डते +तुण्डम् +तुण्डि +तुण्डिका +तुण्डिकेरी +तुण्डी +तुण्डे +तुण्डेन +तुत +तुतत् +तुतया +तुतस्माद् +तुता +तुतिया +तुतु +तुतुदे +तुतुरति +तुतुर्यात् +तुतुषुः +तुतोद +तुतोप +तुतोर्त्ति +तुतोष +तुत्थ +तुत्थं +तुत्थक +तुत्थकं +तुत्थकम् +तुत्थम् +तुत्थविशुद्धये +तुत्था +तुत्थे +तुत्थेन +तुत्र +तुत्रोट +तुत्वेन +तुथः +तुथो +तुथोऽसि +तुद +तुदः +तुदति +तुदती +तुदतीति 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+तुमकूरुग्रामान्तरविधानसभाक्षेत्रम् +तुमकूरुनगरविधानसभाक्षेत्रम् +तुमकूरुमण्डलम् +तुमकूरुमण्डलस्य +तुमकूरुमण्डले +तुमकूरुलोकसभाक्षेत्रम् +तुमकूरुलोकसभाक्षेत्रे +तुमको +तुमने +तुमम् +तुमम्मि +तुमर्थ +तुमर्थाच्च +तुमर्थात् +तुमर्थादिति +तुमर्थे +तुमर्हति +तुमसे +तुमाह +तुमि +तुमिति +तुमुण्ण्वुलाविति +तुमुण्ण्वुलौ +तुमुन +तुमुनः +तुमुना +तुमुनि +तुमुनो +तुमुन् +तुमुन्ण्वुलौ +तुमुन्प्रत्ययः +तुमुन्‌ण्वुलौ +तुमुल +तुमुलं +तुमुलः +तुमुला +तुमुले +तुमुलैः +तुमुलो +तुमे +तुम् +तुम्प +तुम्पति +तुम्फ +तुम्फति +तुम्ब +तुम्बं +तुम्बति +तुम्बरु +तुम्बा +तुम्बिका +तुम्बिनी +तुम्बी +तुम्बुरु +तुम्बुरुं +तुम्बुरुः +तुम्बुरुणा +तुम्बुरुणी +तुम्बुरुर्नाम +तुम्बुरुर्नारदश्चैव +तुम्बुरुवृक्षे +तुम्बुरूणि +तुम्बुरो +तुम्बुरोः +तुम्बुरोस्तु +तुम्यं +तुम्रं +तुम्रमिन्द्रं +तुम्रम् +तुम्र॑म् +तुम्ह +तुम्हरे +तुम्हहि +तुम्हाणं +तुम्हार +तुम्हारा +तुम्हारी +तुम्हारे +तुम्हीं +तुम्हे +तुम्हें +तुम्हेहिं +तुया +तुये +तुयें +तुयोक्तव्यः +तुर +तुरं +तुरंग +तुरंगं +तुरंगम +तुरंगमं +तुरंगमः +तुरंगमम् +तुरंगमाः +तुरंगमान् +तुरंगमैः +तुरंगस्य +तुरंगाणां +तुरंगे +तुरंगैश्च +तुरंत +तुरः +तुरग +तुरगं +तुरगः +तुरगगन्धा +तुरगश्च +तुरगसमीपादुत्पतन्तं +तुरगस्य +तुरगा +तुरगाः +तुरगाणां +तुरगातु +तुरगान् +तुरगारूढा +तुरगाश्च +तुरगास्तज्ज्ञैः +तुरगी +तुरगे +तुरगेण +तुरगेषु +तुरगैः +तुरगो +तुरगोत्तमः +तुरगोत्तमम् +तुरगोत्तमानां +तुरङ्ग +तुरङ्गं +तुरङ्गः +तुरङ्गम +तुरङ्गमः +तुरङ्गमम् +तुरङ्गमस्य +तुरङ्गमाः +तुरङ्गमाणां +तुरङ्गमात् +तुरङ्गमान् +तुरङ्गमे +तुरङ्गमेण +तुरङ्गमैः +तुरङ्गवदनः +तुरङ्गस्य +तुरङ्गा +तुरङ्गाः +तुरङ्गाणां +तुरङ्गान् +तुरङ्गी +तुरङ्गे +तुरङ्गैः +तुरङ्गो +तुरण +तुरणे +तुरण्यतः +तुरण्यति +तुरण्यन् +तुरण्यवः +तुरण्यवो +तुरत +तुरन्त +तुरम् +तुरयन्तमीयतुः +तुरवधारणे +तुरश्चित् +तुरस्य +तुरही +तुरा +तुराः +तुराणां +तुराणाम् +तुराय +तुरायण +तुरायणं +तुरायेति +तुराषाट् +तुराषाडपि +तुराषाड् +तुरासः +तुरासाहं +तुरासाहः +तुरासाहौ +तुरिअं +तुरिति +तुरिष्ठेमेयःसु +तुरिष्ठेमेयस्सु +तुरी +तुरीतन्तुसंयोगस्तु +तुरीतन्तुसंयोगस्य +तुरीपं +तुरीपः +तुरीपटसंयोगं +तुरीपम् +तुरीपाय +तुरीय +तुरीयं +तुरीयः +तुरीयकं +तुरीयकः +तुरीयकम् +तुरीयके +तुरीयमध्वनो +तुरीयमिति +तुरीयमेवाप्येति +तुरीयम् +तुरीयया +तुरीयस्य +तुरीया +तुरीयां +तुरीयांशं +तुरीयांशेन +तुरीयाख्यं +तुरीयाणि +तुरीयातीत +तुरीयातीतस्य +तुरीयातीतावधूतयोः +तुरीयातीतोपनिषत् +तुरीयादित्य +तुरीयाय +तुरीयायां +तुरीयावस्था +तुरीये +तुरीयेण +तुरीयो +तुरीयोल्लासः +तुरु +तुरुं +तुरुवेकेरेविधानसभाक्षेत्रम् +तुरुष्क +तुरुष्कं +तुरुष्कः +तुरुष्काणां +तुरुष्को +तुरुस्तुशम्यमः +तुरे +तुरेण +तुरैः +तुरो +तुरौ +तुर् +तुर्क +तुर्कमिनिस्थान +तुर्कमेनिस्थानम् +तुर्कसैनिकाः +तुर्काः +तुर्की +तुर्कीभाषाः +तुर्थी +तुर्थे +तुर्फरी +तुर्फरीतू +तुर्य +तुर्यं +तुर्यः +तुर्यगा +तुर्यपदं +तुर्यभागेन +तुर्यमिति +तुर्यम् +तुर्यवाट् +तुर्यवाड् +तुर्यवाह +तुर्यवाहं +तुर्यस्य +तुर्या +तुर्यां +तुर्यांशं +तुर्याख्ये +तुर्यातीतं +तुर्यातीता +तुर्यातीते +तुर्याम +तुर्यावस्था +तुर्यावस्थायां +तुर्ये +तुर्येण +तुर्यै +तुर्यो +तुर्यौही +तुर्य्यं +तुर्य्ये +तुर्व +तुर्वणिः +तुर्वणिस्तूर्णवनिः +तुर्वणे +तुर्वश +तुर्वशं +तुर्वशम् +तुर्वशे +तुर्वशेषु +तुर्वसुं +तुर्वसो 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+तृतीयश्च +तृतीयश्चरणो +तृतीयश्लोके +तृतीयसर्गे +तृतीयसवन +तृतीयसवनं +तृतीयसवनगता +तृतीयसवनमेव +तृतीयसवनम् +तृतीयसवनस्य +तृतीयसवनात् +तृतीयसवनाद् +तृतीयसवनान् +तृतीयसवनाय +तृतीयसवनायतनाः +तृतीयसवने +तृतीयसवनेन +तृतीयसवनेऽच्छावाकस्य +तृतीयसवनेऽपि +तृतीयस् +तृतीयस्कन्धपरिच्छेदः +तृतीयस्कन्धे +तृतीयस्तबकः +तृतीयस्तरङ्गः +तृतीयस्तु +तृतीयस्थानम् +तृतीयस्थाने +तृतीयस्थे +तृतीयस्मै +तृतीयस्य +तृतीयस्या +तृतीयस्यां +तृतीयस्याः +तृतीयस्याध्यायस्य +तृतीयस्यापि +तृतीयस्यामिति +तृतीयस्यामितो +तृतीयस्याम् +तृतीयस्याह्न +तृतीयस्याह्नः +तृतीयस्याह्नो +तृतीयस्यै +तृतीयस्यैकाचो +तृतीयस्वरे +तृतीयस्सर्गः +तृतीया +तृतीयां +तृतीयांश +तृतीयांशं +तृतीयांशः +तृतीयांशे +तृतीयांशेन +तृतीयांशो +तृतीयाः +तृतीयाकरोति +तृतीयाक्षयसंज्ञिता +तृतीयाक्षेपभाष्यम् +तृतीयाखण्डः +तृतीयाङ्कस्य +तृतीयाङ्के +तृतीयातत्पुरुषः +तृतीयात् +तृतीयात्तु +तृतीयाथै +तृतीयादक्ष्णः +तृतीयादशतिः +तृतीयादि +तृतीयादिः +तृतीयादिकं +तृतीयादिवसे +तृतीयादिषु +तृतीयादिष्वचि +तृतीयादिष्वजादिषु +तृतीयादौ +तृतीयाद् +तृतीयाधिकरणमारचयति 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+तृतीयेनान्वयः +तृतीयेनाह्ना +तृतीयेनुवाके +तृतीयेनेति +तृतीयेप्रश्ने +तृतीयेयं +तृतीयेषु +तृतीयेह्नि +तृतीयेऽङ्के +तृतीयेऽथ +तृतीयेऽधिकरणे +तृतीयेऽध्याये +तृतीयेऽनुवाके +तृतीयेऽपि +तृतीयेऽब्दे +तृतीयेऽर्बुदखंडे +तृतीयेऽर्बुदखण्डे +तृतीयेऽस्मिन् +तृतीयेऽहनि +तृतीयेऽह्नि +तृतीयै +तृतीयैः +तृतीयैकवचनम् +तृतीयैकवचनस्य +तृतीयैकवचने +तृतीयैकादशे +तृतीयैव +तृतीयॊध्यायः +तृतीयो +तृतीयोखण्डः +तृतीयोच्छ्वासः +तृतीयोद्द्योतः +तृतीयोद्योतः +तृतीयोद्योते +तृतीयोध्याय +तृतीयोध्यायः +तृतीयोध्यायस्य +तृतीयोपदेशः +तृतीयोपनिषत् +तृतीयोल्लासः +तृतीयोऽग्निष्टे +तृतीयोऽङ्क +तृतीयोऽङ्कः +तृतीयोऽत्र +तृतीयोऽधिकार +तृतीयोऽधिकारः +तृतीयोऽध्याय +तृतीयोऽध्यायः +तृतीयोऽनुवाक +तृतीयोऽनुवाकः +तृतीयोऽनुवाकस्समाप्तः +तृतीयोऽपि +तृतीयोऽयं +तृतीयोऽर्द्धः +तृतीयोऽस्ति +तृतीयौ +तृतीयꣳ +तृतोयः +तृतोयोङ्कः +तृत्वं +तृत्सवः +तृद +तृदिर् +तृन +तृना +तृनि +तृनो +तृन् +तृन्तृचौ +तृन्द्धि +तृन्धि +तृन्नन्तत्वविवक्षायां +तृन्निति +तृन्प्रत्ययः +तृन्फ +तृप +तृपं +तृपति +तृपत् +तृपलप्रभर्मा +तृपला +तृपा +तृपि +तृप् +तृप्णवः +तृप्णुत +तृप्णुहि +तृप्त +तृप्तं +तृप्तः +तृप्तता +तृप्तताम् +तृप्तम् +तृप्तयस्स्थ +तृप्तये +तृप्तश्च +तृप्तस्त्वं +तृप्तस्य +तृप्तस्यापि +तृप्ता +तृप्तां +तृप्ताः +तृप्तात्मा +तृप्तानां +तृप्तान् +तृप्ताय +तृप्तायां +तृप्तायाम् +तृप्ताश्च +तृप्तास्तर्पयन्ति +तृप्तास्तर्पयन्त्येनं +तृप्तास्तस्य +तृप्तास्तु +तृप्तास्ते +तृप्ति +तृप्तिं +तृप्तिः +तृप्तिकरं +तृप्तिकरम् +तृप्तिकराः +तृप्तिकारकम् +तृप्तिकारणम् +तृप्तिदं +तृप्तिदः +तृप्तिदा +तृप्तिदायकम् +तृप्तिदीप +तृप्तिदीपे +तृप्तिप्रदं +तृप्तिप्रश्नः +तृप्तिमधिगच्छति +तृप्तिमधिगच्छामः +तृप्तिमधिगच्छामि +तृप्तिमवाप्नोति +तृप्तिमात्रे +तृप्तिमान् +तृप्तिमाप +तृप्तिमाप्नोति +तृप्तिमाययौ +तृप्तिमायांति +तृप्तिमायांतु +तृप्तिमायातु +तृप्तिमायान्ति +तृप्तिमायान्तु +तृप्तिमिच्छता +तृप्तिमुपयाति +तृप्तिम् +तृप्तियोगः +तृप्तियोगे +तृप्तिरक्षया +तृप्तिरनादिबोधः +तृप्तिरसि +तृप्तिरस्ति +तृप्तिरस्तु +तृप्तिरिति +तृप्तिरिष्यते +तृप्तिर् +तृप्तिर्जायते +तृप्तिर्द्वादशवार्षिकी +तृप्तिर्न +तृप्तिर्नास्ति +तृप्तिर्भवति +तृप्तिर्भविष्यति +तृप्तिर्मे +तृप्तिर्हि +तृप्तिलिङ्गानि +तृप्तिश्च +तृप्तिस्तु +तृप्तिहेतवे +तृप्ते +तृप्तेः +तृप्तेषु +तृप्तेष्व् +तृप्तो +तृप्तोस्मि +तृप्तोऽपि +तृप्तोऽसि +तृप्तोऽस्मि +तृप्तोऽहं +तृप्तौ +तृप्त्यर्थं +तृप्त्यर्थानां +तृप्त्या +तृप्त्यै +तृप्नोति +तृप्य +तृप्यंत +तृप्यंति +तृप्यंतु +तृप्यत +तृप्यतम् +तृप्यतां +तृप्यतामिति +तृप्यताम् +तृप्यति +तृप्यतीति +तृप्यतु +तृप्यते +तृप्यत्य् +तृप्यत्विति +तृप्यध्वम् +तृप्यन् +तृप्यन्तां +तृप्यन्ताम् +तृप्यन्ति +तृप्यन्तीषु +तृप्यन्तु +तृप्यन्ते +तृप्यन्त्यां +तृप्यन्त्विति +तृप्यसि +तृप्यस्व +तृप्याणि +तृप्यामि +तृप्येत +तृप्येत् +तृप्य॑ति +तृप्र +तृप्रं +तृप्रः +तृफ +तृफति +तृभ्यः +तृम्प +तृम्पतु +तृम्पन्ताꣳ +तृम्पन्तु +तृम्पसि +तृम्पा +तृम्फ +तृम्फति +तृलोपः +तृल् +तृव +तृवं +तृशब्दस्य +तृश्शूरमण्डलम् +तृश्शूर् +तृष +तृषं +तृषः +तृषत् +तृषम् +तृषया +तृषा +तृषां +तृषाक्रान्तो +तृषाण +तृषाम् +तृषायां +तृषार्तं +तृषार्तः +तृषार्तश्च +तृषार्तस्य +तृषार्ता +तृषार्तानां +तृषार्तो +तृषार्त्तः +तृषार्त्तश्च +तृषार्त्तो +तृषि +तृषित +तृषितं +तृषितः +तृषितस्तु +तृषितस्य +तृषिता +तृषितां +तृषिताः +तृषितानां +तृषितापि +तृषिताय +तृषितेन +तृषितो +तृषितोऽस्मि +तृषित्वा +तृषिमृषिकृषेः +तृषिशुषिरसिभ्यः +तृषु +तृष् +तृष्टं +तृष्टाः +तृष्टामया +तृष्टिके +तृष्ट्वा +तृष्ण +तृष्णं +तृष्णक् +तृष्णजे +तृष्णया +तृष्णा +तृष्णां +तृष्णाक्षयः +तृष्णाक्षयसुखस्यैते +तृष्णाक्षयो +तृष्णागृहीतस्य +तृष्णाग्निः +तृष्णाघ्नं +तृष्णातरङ्गाकुला +तृष्णादि +तृष्णादूषणम् +तृष्णानदी +तृष्णानां +तृष्णानिदानम् +तृष्णापहं +तृष्णापि +तृष्णाप्रत्ययमुपादानं +तृष्णाप्रत्ययमुपादानम् +तृष्णामपि +तृष्णामाशु +तृष्णाम् +तृष्णाया +तृष्णायां +तृष्णायाः +तृष्णायै +तृष्णार्तः +तृष्णार्तो +तृष्णावरत्रया +तृष्णासंगस्य +तृष्णासङ्गयोः +तृष्णासङ्गसमुद्भवं +तृष्णासङ्गसमुद्भवम् +तृष्णासु +तृष्णाहरं +तृष्णाऽधिकारः +तृष्णिका +तृष्णीं +तृष्णे +तृष्णेति +तृष्णेव +तृष्णैका +तृष्णैव +तृष्णोद्गारौ +तृष्यतः +तृष्यति +तृष्यते +तृष्यद्भिः +तृष्यन् +तृष्यन्तं +तृष्यन्ति +तृष्य॑ते +तृष्वीमनु +तृष्वीम् +तृष्व्या +तृसरेणवः +तृसरेणुः +तृह +तृहः +तृहति +तृहि +तृहू +तृहेः +तृ॒तीयं॑ +तृ॒तीयं॒ +तृ॒तीयः॑ +तृ॒तीये॑ +तृ॒तीये॑न॒ +तृ॒तीये॒ +तृ॒तीयो॑ +तृ॒तीय॑म् +तृ॒तीय॑म॒प्सु +तृ॒तीय॒ +तृ॒न्द्धि +तृ॒पत् +तृ॒प्ता +तृ॒म्पसि॑ +तृ॒ळ्हा +तृ॒षु +तॄ +तॄणां +तॄतीयम् +तॄन् +तॄफलभजत्रपश्च +तॆ +ते +तें +तेंतीस +तेंऽतिकम् +तेः +तेईसवां +तेउडी +तेओज +तेओड़ि +तेग +तेगबहादुर +तेच +तेज +तेजः +तेजःपुञ्जं +तेजःपुञ्जो +तेजःप्रभृतीनां +तेजःशब्दस्य +तेजःसहचरितेषु +तेजःसु +तेजःस्थानं +तेजःस्थानानि +तेजःस्वरूपं +तेजःस्वरूपा +तेजः॑ +तेजखी +तेजति +तेजते +तेजतेरुत्साहकर्मणः +तेजन +तेजनं +तेजनः +तेजनम् +तेजनी +तेजने +तेजनेन +तेजन्या +तेजपत्रं +तेजपत्रम् +तेजपत्रे +तेजपात +तेजपालः +तेजपुर +तेजमा +तेजयति +तेजयतीति +तेजल +तेजवती +तेजश् +तेजश्च +तेजश्चण्डाय +तेजश्चास्मि +तेजश्चैतन्यात्मकं +तेजश्व +तेजश्शब्देन +तेजस +तेजसं +तेजसः +तेजसम् +तेजसश्च +तेजसस्तद्रूपं +तेजसस्तद्रूपम् +तेजसस्तस्य +तेजसस्तु +तेजसा +तेजसां +तेजसानक्ति +तेजसान्वितम् +तेजसामपि +तेजसाम् +तेजसाऽनक्ति +तेजसि +तेजसी +तेजसे +तेजसेति +तेजसेद्धः +तेजसेव +तेजसैनं +तेजसैव +तेजसैवास्मै +तेजसैवैनं +तेजसैवैनम् +तेजसो +तेजसोंऽशमात्रमेतद्यदादित्यस्य +तेजसोन्दन्तु +तेजसोऽपि +तेजस् +तेजस्कामं +तेजस्कामः +तेजस्कामस्य +तेजस्कामो +तेजस्तत् +तेजस्तत्त्वं +तेजस्तत्त्वादब्रूपपरिणामस्य +तेजस्तव +तेजस्तस्य +तेजस्तिमिरयोः +तेजस्तिमिरयोरिव +तेजस्तिष्ठति +तेजस्तु +तेजस्ते +तेजस्तेजसि +तेजस्तेजस्विनां +तेजस्तेजस्विनामपि +तेजस्तेजस्विनामहम् +तेजस्तेन +तेजस्त्वं +तेजस्त्वात् +तेजस्यपि +तेजस्या +तेजस्येव +तेजस्य् +तेजस्व +तेजस्वत +तेजस्वती +तेजस्वतीं +तेजस्वते +तेजस्वन्तꣳ +तेजस्वि +तेजस्विता +तेजस्वितां +तेजस्वित्वं +तेजस्विन +तेजस्विनं +तेजस्विनः +तेजस्विना +तेजस्विनां +तेजस्विनाम् +तेजस्विनावधीतमस्तु +तेजस्विनि +तेजस्विनी +तेजस्विनीं +तेजस्विने +तेजस्विनो +तेजस्विनौ +तेजस्विन् +तेजस्विन्यवलिप्तता +तेजस्विव्रातसेव्ये +तेजस्विषु +तेजस्वी +तेजस्वीति +तेजस्व्यन्नादो +तेजस्व्यहः +तेजस्व्य् +तेजस्संयोगस्य +तेजस्सु +तेजा +तेजांसि +तेजांसीव +तेजांस्यपराणि +तेजाः +तेजासि +तेजाꣳसि +तेजिते +तेजिनी +तेजिष्ठं +तेजिष्ठया +तेजिष्ठा +तेजिष्ठाभिः +तेजिष्ठेन +तेजी +तेजीयसा +तेजीयसां +तेजू +तेजे +तेजेो +तेजो +तेजोंशसंभवम् +तेजोंशसम्भवम् +तेजोंऽशसंभवम् +तेजोंऽशसम्भवम् +तेजोदां +तेजोद्रव्यं +तेजोद्वयस्य +तेजोधराद्वयतादात्म्यात् +तेजोधातुं +तेजोधातुः +तेजोधातौ +तेजोनिधिं +तेजोनिधिः +तेजोबन्नानां +तेजोबलं +तेजोबिन्दूपनिषद् +तेजोभिः +तेजोभिरापूर्य +तेजोभी +तेजोमण्डलं +तेजोमण्डलमध्यस्थं +तेजोमध्ये +तेजोमय +तेजोमयं +तेजोमयः +तेजोमयमिदं +तेजोमयम् +तेजोमया +तेजोमयानि +तेजोमयी +तेजोमयीं +तेजोमयेन +तेजोमयो +तेजोमयोऽमृतमयः +तेजोमात्रा +तेजोमुखं +तेजोमूर्तिं +तेजोमूलमन्विच्छ +तेजोम᳘योऽमृतम᳘यः +तेजोयुक्तं +तेजोयुक्तो +तेजोराशिं +तेजोराशिः +तेजोराशे +तेजोराशौ +तेजोरूप +तेजोरूपं +तेजोरूपा +तेजोरूपां +तेजोरूपाणि +तेजोरूपाय +तेजोरूपी +तेजोरूपे +तेजोरूपेण +तेजोरेतसी +तेजोवती +तेजोवतीं +तेजोवत् +तेजोविशेषेण +तेजोविहीनं +तेजोसि +तेजोसीति +तेजोस्माकं +तेजोहीनं +तेजोह्वा +तेजोऽतस्तथा +तेजोऽधिकरणम् +तेजोऽनिलाकाशगुणाः +तेजोऽनु +तेजोऽपक्रमीत् +तेजोऽपि +तेजोऽबन्नानां +तेजोऽभिमान +तेजोऽशितं +तेजोऽसि +तेजोऽसीति +तेजोऽस्ति +तेजोऽस्माकं +तेजोऽस्य +तेजो॑ +तेजो॑ऽसि +तेजो॑ऽसि॒ +तेजो॒ +तेज॑ +तेज॑सा +तेज॑सा॒ +तेज॑से +तेज॑से॒ +तेज॒ +तेझु +तेण +तेणे +तेणें +तेण्डुलकर +तेत +तेति +तेतिक्ते +तेतिजानः +तेतु +तेतुल +तेते +तेत् +तेत्यर्थः +तेत्र +तेथ +तेथा +तेथे +तेद्य +तेन +तेनं +तेनः +तेनच +तेनतुः +तेनतेन +तेनतेनैव +तेनन +तेनर्ध्नोति +तेनर्षिणा +तेना +तेनांशेन +तेनाकारि +तेनाकारेण +तेनाक्रान्तं +तेनाखिलं +तेनाग्निं +तेनाग्निदत्ते +तेनाग्निना +तेनाग्नीषोमौ +तेनाग्ने +तेनाग्नेयं +तेनाग्नेयः +तेनाग्नौ +तेनाग्रे +तेनाजामि +तेनाजौ +तेनाज्येन +तेनातिक्रामति +तेनातितरां +तेनातिबलेन +तेनात्मना +तेनात्मन् +तेनात्मा +तेनात्मानं +तेनात्यन्तं +तेनात्यर्थं +तेनात्र +तेनात्रापि +तेनाथ +तेनाददते +तेनादोषः +तेनादौ +तेनाद्य +तेनाद्यतुल्यं +तेनाधर्मेण +तेनाधीतं +तेनाधुना +तेनाध्वना +तेनान +तेनानिशं +तेनानुज्ञातः +तेनानुज्ञातो +तेनानुमतः +तेनानुमीयते +तेनानुशंसति +तेनानुशिष्टा +तेनानेन +तेनान्तरं +तेनान्तरिक्षं +तेनान्न +तेनान्नं +तेनान्नेन +तेनान्यत्र +तेनान्यत्रापि +तेनान्यदपि +तेनान्या +तेनान्ये +तेनान्येऽपि +तेनान्विच्छति +तेनान्वितं +तेनान्वितः +तेनान्विताः +तेनाप +तेनापचारेण +तेनापहते +तेनापहत्य +तेनापाक्रामत् +तेनापि +तेनापिदधाति +तेनापो +तेनाप्तं +तेनाप्नोति +तेनाप्याययति +तेनाप्रैषम् +तेनाभि +तेनाभिगदितः +तेनाभिषिच्य +तेनाभिहतः +तेनाभिहतो +तेनाभिहितम् +तेनाभीष्टाः +तेनाभूत् +तेनाभ्यनुज्ञातौ +तेनाभ्यो +तेनामुच्यन्त +तेनामृतत्वमशीय +तेनामृतत्वमश्या +तेनामृतस्य +तेनामृता +तेनामृतेन +तेनाम्बा +तेनाम्भसा +तेनाय +तेनायं +तेनायजत +तेनायजन्त +तेनायजेताम् +तेनायत्यां +तेनायमर्थः +तेनायम् +तेनायातयाम्ना +तेनायुः +तेनार्थितो +तेनार्थित्वं +तेनार्थेन +तेनार्दितो +तेनार्द्धं +तेनार्धं +तेनार्ध्नुवन् +तेनार्हति +तेनालिप्तं +तेनाली +तेनाव +तेनावं +तेनावगम्यते +तेनावयविना +तेनावरुन्द्धे +तेनावरुन्धते +तेनावरुन्धे +तेनावश्यं +तेनावसेन +तेनाविभाविते +तेनाव॑ +तेनाशु +तेनाश्व +तेनाष्टौ +तेनासंत्वरमाणाश् +तेनासि +तेनासुराणां +तेनासुरान् +तेनासौ +तेनास्तं +तेनास्ति +तेनास्तु +तेनास्तुत +तेनास्तुवत +तेनास्त्रेण +तेनास्माकं +तेनास्मान् +तेनास्माल् +तेनास्मि +तेनास्मिन् +तेनास्मिन्नवरुन्द्धे +तेनास्मिन्न् +तेनास्मै +तेनास्य +तेनास्या +तेनास्यां +तेनास्याः +तेनास्वतन्त्रतामेति +तेनाह +तेनाहं +तेनाहतो +तेनाहमपि +तेनाहमस्य +तेनाहमस्या +तेनाहमिष्टः +तेनाहम् +तेनाहरभ्यासजति +तेनाहारेण +तेनाहूतः +तेनाऽत्र +तेनाऽपि +तेनाऽयं +तेनाऽर्जितेन +तेनाऽसौ +तेनाऽस्य +तेनाऽहं +तेनाऽऽत्मना +तेनाऽऽप्नोति +तेना॑ +तेना॒हं +तेनि +तेनिथ +तेनिमण्डलम् +तेनिरे +तेनिवान् +तेनु +तेनुः +तेने +तेनेति +तेनेत्थं +तेनेत्थमत्र +तेनेत्यर्थः +तेनेत्यस्य +तेनेत्यादि +तेनेत्यादिना +तेनेत्येव +तेनेद +तेनेदं +तेनेदमपि +तेनेदमावृतम् +तेनेदमिति +तेनेदमेव +तेनेदम् +तेनेदानीं +तेनेदानीमर्हत्वं +तेनेध्मस्त्वं +तेनेन्द्र +तेनेन्द्रं +तेनेन्द्रः +तेनेन्द्रस्य +तेनेन्द्रेण +तेनेन्द्रो +तेनेमं +तेनेमा +तेनेमां +तेनेमाः +तेनेमान् +तेनेमे +तेनेयं +तेनेव +तेनेशस्य +तेनेश्वरस्य +तेनेश्वरेण +तेनेष्टं +तेनेष्टमेव +तेनेष्ट्वा +तेनेह +तेनेहापि +तेनेहैव +तेने॒मं +तेनै +तेनैक +तेनैकं +तेनैकदिक् +तेनैकवाक्यता +तेनैकस्य +तेनैकाष्टकां +तेनैकेन +तेनैक्यं +तेनैतत् +तेनैतदाह +तेनैतदुक्तं +तेनैतद् +तेनैताव् +तेनैति +तेनैतु +तेनैते +तेनैतेन +तेनैनं +तेनैनमजीगमम् +तेनैनम् +तेनैना +तेनैनां +तेनैनान् +तेनैनौ +तेनैन्द्रम् +तेनैब +तेनैभ्यस् +तेनैभ्यो +तेनैव +तेनैवं +तेनैवमुक्तः +तेनैवमुक्तो +तेनैवात्मना +तेनैवाधिष्ठितं +तेनैवाभिप्रायेण +तेनैवाभ्यासयोगेन +तेनैवावृत्तिर्यमकं +तेनैवास्तं +तेनैवास्त्रियाम् +तेनैवास्मिन् +तेनैवास्मिन्न् +तेनैवास्य +तेनैवाहं +तेनैवेति +तेनैवेह +तेनैवैतद् +तेनैवैनं +तेनैवैनद् +तेनैवैनमेतद्रसेन +तेनैवैनम् +तेनैवैनम्̇ +तेनैवैना +तेनैवैनाम् +तेनैवैनꣳ +तेनैवैषां +तेनैवोक्त +तेनैवोक्तं +तेनैवोक्तः +तेनैवोक्तत्वात् +तेनैवोक्तम् +तेनैवोत्सृष्टं +तेनैष +तेनैषा +तेनैषां +तेनै॑नं +तेनै॑नं॒ +तेनै॒व +तेनो +तेनोक्त +तेनोक्तं +तेनोक्तः +तेनोक्तमाकर्ण्य +तेनोक्तम् +तेनोक्तह् +तेनोक्ता +तेनोक्ताः +तेनोक्ते +तेनोक्तो +तेनोच्चैः +तेनोच्यते +तेनोढा +तेनोत्तर +तेनोत्तरं +तेनोदकेन +तेनोदकेनात्मानं +तेनोदितं +तेनोदिता +तेनोदिते +तेनोदीचीं +तेनोद्भासितेन +तेनोनितं +तेनोपजगाम +तेनोपमीयेत +तेनोपसंक्रमित्वा +तेनोपसंक्रम्य +तेनोपसंक्रान्तः +तेनोपसंक्रान्ता +तेनोपसंक्रान्ताः +तेनोपसंक्रामत् +तेनोपसृष्टो +तेनोपायेन +तेनोभयं +तेनोभे +तेनोभौ +तेनोरू +तेनोष्णत्वं +तेनौत्तरं +तेनौदनेनातितराणि +तेनौषधेन +तेन् +तेन॑ +तेन॒ +तेप +तेपतुः +तेपतुस्तपः +तेपते +तेपा +तेपां +तेपाते +तेपाना +तेपानाद् +तेपामपि +तेपामिति +तेपामेव +तेपाम् +तेपि +तेपिरे +तेपु +तेपुः +तेपुस्ते +तेपूतासः +तेपृ +तेपे +तेपो +तेप्पोत्सवः +तेब्यो +तेब्रुवन् +तेभिः +तेभिः॑ +तेभिर् +तेभिर्नो +तेभिर्मे +तेभिर्वयं +तेभिर्वर्धस्व +तेभिस्तैः +तेभि॑र्नः +तेभि॑र्नो +तेभि॑र्य॒मः +तेभ्य +तेभ्यः +तेभ्यः॑ +तेभ्यश् +तेभ्यश्च +तेभ्यस् +तेभ्यस्तत्र +तेभ्यस्तदा +तेभ्यस्ताभ्यो +तेभ्यस्तास्त्रेतायुगमुखे +तेभ्यस्तु +तेभ्यस्तेभ्यः +तेभ्यस्त्वा +तेभ्यस्स्वाहा +तेभ्यो +तेभ्योपि +तेभ्योऽकरं +तेभ्योऽग्निरित्यपां +तेभ्योऽथ +तेभ्योऽधिकं +तेभ्योऽन्ये +तेभ्योऽपि +तेभ्योऽप्यूर्ध्वं +तेभ्योऽभयं +तेभ्योऽयं +तेभ्योऽहं +तेभ्यो॑ +तेभ्यो॑ऽकरं॒ +तेभ्यो॒ +तेभ्य॑ +तेम +तेमनं +तेमनम् +तेमयावेकवचनस्य +तेम्य +तेय +तेयं +तेया +तेर +तेरतुः +तेरदाळविधानसभाक्षेत्रम् +तेरह +तेरहवां +तेरहवें +तेरा +तेरापन्थ +तेरिति +तेरिथ +तेरी +तेरुः +तेरे +तेरेव +तेरेसा +तेर्षा +तेल +तेलं +तेलगु +तेलङ्गाणा +तेलङ्गाणाराज्यम् +तेलङ्गाणाराज्यस्य +तेलङ्गाना +तेलति +तेलाकुचा +तेलापोका +तेली +तेलुगु +तेलुगुचलच्चित्राभिनेतारः +तेलुगुचलच्चित्राभिनेत्र्यः +तेलुगुदेशम् +तेलुगुभाषया +तेलुगुभाषा +तेलुगुभाषायां +तेलुगुभाषायाः +तेलुगुलिपिः +तेलुगू +तेळुगु +तेव +तेवते +तेवर +तेवा +तेवृ +तेश +तेश्च +तेष +तेषं +तेषा +तेषाँ +तेषाँ॑ +तेषां +तेषांतेषां +तेषां॑ +तेषां॒ +तेषाञ्च +तेषान्तु +तेषाम +तेषामंशानां +तेषामक्लिष्टकर्मणाम् +तेषामग्रतः +तेषामग्रे +तेषामग्रेऽभिप्रसन्नानामग्र +तेषामत्र +तेषामथ +तेषामद्भिः +तेषामधः +तेषामधश्च +तेषामधिकार +तेषामधिको +तेषामध्ययनं +तेषामध्ययनम् +तेषामन +तेषामनु +तेषामनुग्रहार्थाय +तेषामनुष्ठानं +तेषामनुष्ठानमप्युपलक्ष्यते +तेषामन्तरविष्कम्भो +तेषामन्तरे +तेषामन्ते +तेषामन्तेऽस्य +तेषामन्नं +तेषामन्यतमं +तेषामन्यतमः +तेषामन्यतमेन +तेषामन्यतमो +तेषामन्यत्र +तेषामन्ये +तेषामन्येषां +तेषामन्योन्यं +तेषामपि +तेषामपीति +तेषामपीह +तेषामभावात् +तेषामभावे +तेषामभावो +तेषामभिगूर्तिर्न +तेषामभिप्रायं +तेषामभिप्रायः +तेषामभिसन्धिः +तेषामभ्यागमनं +तेषाममा +तेषामयं +तेषामयमाशयः +तेषामर्थं +तेषामर्थाय +तेषामर्थे +तेषामलाभे +तेषामवया +तेषामवरजो +तेषामविदितं +तेषामशुभं +तेषामशेषाणां +तेषामष्टानां +तेषामष्टौ +तेषामसि +तेषामसुराणां +तेषामसौ +तेषामस्ति +तेषामस्त्राणि +तेषामहं +तेषामा +तेषामागमनं +तेषामाचरणं +तेषामात्मा +तेषामादित्यवज्ज्ञानं +तेषामादौ +तेषामाद्यास्त्रयः +तेषामापततां +तेषामाप्यायनायैतद्दीयते +तेषामायुः +तेषामाविरभूद्ब्रह्मा +तेषामाशयः +तेषामाशु +तेषामिच्छतां +तेषामिति +तेषामित्यर्थः +तेषामित्यादि +तेषामित्यादिना +तेषामित्युक्तम् +तेषामिदं +तेषामिदानीं +तेषामिन्द्रः +तेषामिन्द्रो +तेषामियं +तेषामिव +तेषामिष्टं +तेषामिष्टानि +तेषामिह +तेषामु +तेषामुक्तं +तेषामुक्तो +तेषामुत्तमं +तेषामुदयः +तेषामुदाहरणानि +तेषामुद्धरणं +तेषामुद्धरणार्थाय +तेषामुपरि +तेषामुभयेषां +तेषामृषीणां +तेषामे +तेषामेक +तेषामेकं +तेषामेकः +तेषामेकान्तिनः +तेषामेकैक +तेषामेकैकस्य +तेषामेको +तेषामेतदभवत् +तेषामेतदभूत् +तेषामेतानि +तेषामेते +तेषामेव +तेषामेवं +तेषामेवानुकम्पार्थं +तेषामेवानुकम्पार्थमहमज्ञानजं +तेषामेवाबादिस्वभावभूतानां +तेषामेवेति +तेषामेवैतां +तेषामेवैष +तेषामेष +तेषामेषा +तेषामेषां +तेषाम् +तेषाम्̇ +तेषाम्तज्जः +तेषाम्‌ +तेषा॑मि॒ष्टानि॒ +तेषा॑म् +तेषा॑म॒भिगू॑र्तिर्न +तेषा॑म॒मा +तेषा॑ᳪ +तेषा॑ᳪं᳭ +तेषाꣳ +तेषु +तेषुतेषु +तेषुप्रणवः +तेषु॑ +तेषूपमृज्य +तेषूपरि +तेषूपविष्टेषु +तेष्व +तेष्वच्युता +तेष्वत्र +तेष्वथ +तेष्वनीकेषु +तेष्वपि +तेष्वयं +तेष्वर्थेषु +तेष्ववकाशेषु +तेष्ववस्थितः +तेष्वविशेषेषु +तेष्वष्टौ +तेष्वसाध्यस्त्रिदोषोत्थः +तेष्वस्ति +तेष्वहं +तेष्वहःसु +तेष्वागतेषु +तेष्वादौ +तेष्वायुर्दधाति +तेष्वास्तां +तेष्विति +तेष्वित्यर्थः +तेष्वित्यादि +तेष्वियं +तेष्विह +तेष्वेकं +तेष्वेकः +तेष्वेको +तेष्वेव +तेष्वेवं +तेष्व् +तेसं +तेसां +तेसु +तेस्ति +तेस्तु +तेहं +तेहि +तेहिं +तेही +तेऽ +तेऽकामयन्त +तेऽक्षीयमाणस्य +तेऽखिलम् +तेऽखिला +तेऽखिलाः +तेऽग्न +तेऽग्नये +तेऽग्निं +तेऽग्निना +तेऽग्ने +तेऽग्रतः +तेऽग्रे +तेऽङ्गानि +तेऽङ्गारा +तेऽङ्गाराः +तेऽङ्गिरस +तेऽङ्गिरसः +तेऽतीव +तेऽतो +तेऽत्यर्थं +तेऽत्र +तेऽथ +तेऽथवा +तेऽद्य +तेऽद्यापि +तेऽधमाः +तेऽधराञ्चः +तेऽधां +तेऽधि +तेऽधिकं +तेऽधिगमिष्यति +तेऽधिपतिर् +तेऽधुना +तेऽनघ +तेऽनघे +तेऽनया +तेऽनिष्टं +तेऽनु +तेऽनुग्रहो +तेऽनुज्ञाता +तेऽनुतप्ताः +तेऽनेन +तेऽन्तः +तेऽन्तरायाः +तेऽन्तरिक्षे +तेऽन्तिकम् +तेऽन्नमाप्नुवन्ति +तेऽन्यत्र +तेऽन्यथा +तेऽन्या +तेऽन्ये +तेऽन्योन्यं +तेऽपकृतं +तेऽपश्यन् +तेऽपि +तेऽपी +तेऽपीति +तेऽपृच्छन् +तेऽप्यत्र +तेऽप्याहुः +तेऽप्येनं +तेऽप्येवं +तेऽब्रुवंश्चेतयध्वमिति +तेऽब्रुवन् +तेऽब्रुवन्नेदीयो +तेऽब्रुवन्नो +तेऽभवत् +तेऽभवन् +तेऽभिगम्य +तेऽभिधां +तेऽभिधास्यामि +तेऽभिनन्द्य +तेऽभिप्रसन्नाः +तेऽभिमतं +तेऽभिवाद्य +तेऽभिहितं +तेऽभिहिता +तेऽभीष्टं +तेऽमात्याः +तेऽमी +तेऽमुष्मिन्नादित्ये +तेऽमृतत्वं +तेऽमृतम् +तेऽम्ब +तेऽयं +तेऽर्कं +तेऽर्चिरभिसंभवन्ति +तेऽर्चिषमभिसंभवन्ति +तेऽर्चिषम् +तेऽर्जुन +तेऽर्थं +तेऽर्दिता +तेऽर्पयामि +तेऽलङ्काराः +तेऽव +तेऽवदन् +तेऽवन्त्वस्मान् +तेऽविदम् +तेऽविदितं +तेऽविदुरनेन +तेऽवोचन् +तेऽव्ययाम् +तेऽशीय +तेऽश्रद्दधाना +तेऽश्रिः +तेऽश्वा +तेऽष्टधा +तेऽष्टौ +तेऽसाविति +तेऽसुररक्षसेभ्य +तेऽसुरा +तेऽसुराः +तेऽसौ +तेऽस्ति +तेऽस्ति॑ +तेऽस्तु +तेऽस्त्यविदितं +तेऽस्त्राणि +तेऽस्त्वसौ +तेऽस्त्विति +तेऽस्माकं +तेऽस्मात् +तेऽस्माभिः +तेऽस्मास्विति +तेऽस्मि +तेऽस्मिन् +तेऽस्मै +तेऽस्य +तेऽस्यां +तेऽहं +तेऽहमिति +तेऽहम् +तेऽहोरात्रविदो +तेि +तेो +ते॑ +ते॑ऽजुहवुः +ते॒ +ते᳘न +ते᳘ह +ते᳘होचुः +ते᳘ऽविदुः +ते꣡ +ते꣡जः꣢꣯ +ते꣢ +ते꣢꣯त्रि꣡र्भ +ते꣣ +तै +तैं +तैः +तैआ +तैकायनयश्च +तैकायनिः +तैक्ष्ण्यं +तैक्ष्ण्यम् +तैक्ष्ण्यात् +तैजस +तैजसं +तैजसः +तैजसत्वं +तैजसत्वात् +तैजसत्वे +तैजसत्वेन +तैजसमिति +तैजसम् +तैजसश्च +तैजसस्य +तैजसा +तैजसाः +तैजसात् +तैजसात्तु +तैजसानां +तैजसानि +तैजसी +तैजसीं +तैजसे +तैजसेन +तैजसैः +तैजसो +तैतः +तैतलानां +तैति +तैतिरीयके +तैतिल +तैतिलः +तैतिलकद्रूः +तैतिलम् +तैतिलानां +तैतिले +तैतीस +तैत्ति +तैत्तिडीकम् +तैत्तिरं +तैत्तिरः +तैत्तिरम् +तैत्तिरात् +तैत्तिरी +तैत्तिरीय +तैत्तिरीयः +तैत्तिरीयक +तैत्तिरीयकं +तैत्तिरीयकम् +तैत्तिरीयका +तैत्तिरीयकाः +तैत्तिरीयके +तैत्तिरीयब्राह्मण +तैत्तिरीयब्राह्मणम् +तैत्तिरीयब्राह्मणस्य +तैत्तिरीयब्राह्मणे +तैत्तिरीयम् +तैत्तिरीयश्रुतिः +तैत्तिरीयश्रुतौ +तैत्तिरीयसंहिता +तैत्तिरीयसंहिताया +तैत्तिरीयसंहितायां +तैत्तिरीयसंहितायाः +तैत्तिरीयसंहितायाम् +तैत्तिरीया +तैत्तिरीयाः +तैत्तिरीयाणां +तैत्तिरीयारण्यक +तैत्तिरीयारण्यकम् +तैत्तिरीयारण्यके +तैत्तिरीयास्तु +तैत्तिरीये +तैत्तिरीयेऽपि +तैत्तिरीयोप +तैत्तिरीयोपनि +तैत्तिरीयोपनिषच्छिक्षावल्लीभाष्ये +तैत्तिरीयोपनिषत् +तैत्तिरीयोपनिषदत् +तैत्तिरीयोपनिषदि +तैत्तिरीयोपनिषदीपिका +तैत्तिरीयोपनिषद् +तैत्तिरीयोपनिषद्दीपिका +तैत्तिरीयोपनिषद्दीपिकायां +तैत्तिरीयोपनिषद्भाष्यम् +तैत्र +तैथा +तैदा +तैन +तैनैव +तैब्रा +तैमातस्य +तैमिरं +तैमिरिकः +तैमुरलंग +तैयबा +तैयार +तैयारी +तैर +तैरथ +तैरनुज्ञातः +तैरपि +तैरपीति +तैरभिहितम् +तैरयं +तैरल्पसत्त्वस्य +तैरव +तैरश्चे +तैरश्च्य +तैरश्च्यम् +तैरसुभिः +तैरसौ +तैरस्तुवत +तैरस्तौत् +तैरस्य +तैरहं +तैरहो +तैराक्रमयामास +तैरागत्य +तैरात्मानं +तैरिति +तैरित्यनुषङ्गः +तैरित्यर्थः +तैरिदं +तैरियं +तैरिव +तैरिह +तैरिहैव +तैरुक्तं +तैरुक्तः +तैरुक्तम् +तैरुक्तह् +तैरुक्ता +तैरुक्ते +तैरुक्तो +तैरे +तैरेनं +तैरेनमजीगमम् +तैरेव +तैरेवं +तैरेवेति +तैरेवैनं +तैरेषा +तैरे॒व +तैर् +तैर्गुणैः +तैर्घटिका +तैर्जनैः +तैर्जलैः +तैर्जितः +तैर्थिक +तैर्थिकं +तैर्थिकाः +तैर्थिकानां +तैर्दत्तं +तैर्दत्तानप्रदायैभ्यो +तैर्दष्टस्य +तैर्दृष्टः +तैर्दृष्टो +तैर्द्विजैः +तैर्न +तैर्नरैः +तैर्बाणैः +तैर्भवति +तैर्भवन्तीह +तैर्भाव्यं +तैर्मरुद्भिः +तैर्मार्जालीये +तैर्मुनिभिः +तैर्मे +तैर्यग्यौनमानुषदैवतानि +तैर्यथा +तैर्युक्तः +तैर्लब्धं +तैर्वा +तैर्वानरैः +तैर्विना +तैर्विनापि +तैर्विनाभूतः +तैर्विप्रैः +तैर्विभावाद्यैः +तैर्विमिश्रा +तैर्वै +तैर्हि +तैल +तैलं +तैलकन्दः +तैलकम् +तैलकल्पा +तैलकारं +तैलकार्षी +तैलक्षारविवर्जितम् +तैलगुणाः +तैलच् +तैलञ्च +तैलतुल्यं +तैलदीपं +तैलदीपः +तैलद्रोण्यां +तैलधारामिवाच्छिन्नं +तैलधौतं +तैलप +तैलपः +तैलपक्वं +तैलपर्णी +तैलपाके +तैलपात्रं +तैलपात्रे +तैलपादं +तैलपानं +तैलपायिका +तैलपायी +तैलप्रस्थं +तैलप्रस्थे +तैलबिन्दुरिवाम्भसि +तैलबिन्दुर्न +तैलभेदे +तैलमथितस्य +तैलमध्ये +तैलमपि +तैलमभ्यङ्गः +तैलमभ्यञ्जनं +तैलमभ्यञ्जने +तैलमाज्यं +तैलमात्रा +तैलमादाय +तैलमाहरेत् +तैलमिति +तैलमिदं +तैलमिव +तैलमुत्तमम् +तैलमुद्वर्तनं +तैलमेतत् +तैलमेभिः +तैलमेभिर्विपक्तव्यं +तैलमेभिश्च +तैलमेरण्डजं +तैलमेव +तैलम् +तैलम्पाता +तैलयुक्तं +तैलवत् +तैलवर्गः +तैलवर्जितम् +तैलसमं +तैलसर्पिषी +तैलस्य +तैलहीनं +तैला +तैलांशः +तैलाक्त +तैलाक्तं +तैलाक्ता +तैलाक्ते +तैलाढकं +तैलात् +तैलादि +तैलादिना +तैलादीनां +तैलादौ +तैलाद् +तैलाद्यैः +तैलानां +तैलानि +तैलान्तरे +तैलाभावे +तैलाभ्यंगं +तैलाभ्यक्तं +तैलाभ्यङ्गं +तैलाभ्यङ्गे +तैलाभ्यां +तैलार्थे +तैलिकः +तैलिकयन्त्रमध्ये +तैलिके +तैली +तैलीनम् +तैले +तैलेन +तैलेनानुवासयेत् +तैलेनानेन +तैलेनापि +तैलेनाभ्यज्य +तैलेनाभ्यञ्जनं +तैलेनेति +तैलेनैरण्डजेन +तैलेनोष्णेन +तैलेषु +तैलैः +तैलैर् +तैलैश्च +तैल्वकं +तैल्वकेन +तैव +तैवं +तैवान +तैवान् +तैवेति +तैश् +तैश्च +तैश्चतुर्भिः +तैश्चापि +तैश्चैव +तैश्वर्यस्य +तैष +तैषः +तैषम् +तैषसहस्यौ +तैषां +तैषी +तैषीपक्षस्य +तैष्यां +तैष्ये +तैसं +तैसा +तैसी +तैसे +तैसेही +तैस् +तैस्तत्र +तैस्तथा +तैस्तथोक्तैः +तैस्तदा +तैस्तस्य +तैस्तु +तैस्ते +तैस्तेर्विचित्रै +तैस्तै +तैस्तैः +तैस्तैरप्युपयाचितैरुपनतस्तन्व्याः +तैस्तैराक्षिप्य +तैस्तैरुपायैः +तैस्तैर्गुणैः +तैस्तैर्बन्धुवधूजनस्य +तैस्तैर्भावैः +तैस्तैर्विशेषैः +तैस्त्रिभिः +तैस्त्वं +तैस्त्वा +तैस्य +तैस्सह +तैस्सार्धं +तैह +तैौ +तो +तों +तोः +तोक +तोकं +तोकमत्तु +तोकमुत +तोकम् +तोकसाता +तोकस्य +तोका +तोकाय +तोके +तोकेन +तोकेभ्यः +तोक्ता +तोक्ते +तोक्म +तोक्मभिः +तोक्मानि +तोक्यो +तोच +तोजति +तोट +तोटक +तोटकं +तोटकमम्बुधिसैः +तोटकम् +तोटकाधिबले +तोड +तोडति +तोडनं +तोडने +तोड़ +तोड़ने +तोडि +तोडिका +तोडिरागः +तोडी +तोणक +तोण्डमान +तोण्डमानं +तोण्डमानपि +तोण्डमानस्य +तोण्डमान् +तोण्डमान्नृपस्य +तोत +तोतः +तोतला +तोता +तोति +तोतुद्येते +तोते +तोत्ता +तोत्र +तोत्रं +तोत्रम् +तोत्रे +तोत्रैरिव +तोद +तोदं +तोदः +तोदनं +तोदनम् +तोदपारुष्यं +तोदबहुलं +तोदश्च +तोदस्तथा +तोदस्य +तोदस्येव +तोदान्वितः +तोदेनाश्वतराविव +तोदो +तोद्देशेन +तोप +तोपति +तोपि +तोफ +तोभते +तोभी +तोमर +तोमरं +तोमरः +तोमरम् +तोमरस्य +तोमरा +तोमराणां +तोमरान् +तोमरेण +तोमरैः +तोमार +तोमोनागा +तोय +तोयं +तोयकर्मणि +तोयञ्च +तोयद +तोयदं +तोयदः +तोयदम् +तोयदा +तोयदाः +तोयदानं +तोयदे +तोयदेषु +तोयदैः +तोयदो +तोयदौ +तोयधरा +तोयधारा +तोयधेः +तोयनिधी +तोयपानं +तोयपिप्पली +तोयपूर्णं +तोयपूर्णानि +तोयपूर्णे +तोयमत्र +तोयमध्ये +तोयमन्नं +तोयमयं +तोयमल्पं +तोयमात्रे +तोयमादाय +तोयमिति +तोयमृदा +तोयमेव +तोयम् +तोयवर्षेण +तोयवल्ली +तोयस्थं +तोयस्य +तोया +तोयाई +तोयाढके +तोयात् +तोयात्मने +तोयादि +तोयानां +तोयानाम् +तोयानि +तोयान्तर्भास्करालीव +तोयार्थं +तोयाशयं +तोये +तोयेन +तोयेषु +तोयै +तोयैः +तोयैश्च +तोयोत्थितं +तोयोत्सर्गस्तनितमुखरो +तोर +तोरण +तोरणं +तोरणमूलं +तोरणम् +तोरणस्य +तोरणा +तोरणाः +तोरणादि +तोरणानां +तोरणानि +तोरणान् +तोरणे +तोरणेन +तोरणेनाथ +तोरणेषु +तोरणै +तोरणैः +तोरणैश्च +तोरवी +तोरा +तोरी +तोरे +तोरें +तोर्लि +तोल +तोलकं +तोलकत्रितयं +तोलकद्वयम् +तोलकम् +तोलन +तोलनं +तोलनम् +तोलनविधिः +तोलने +तोलयति +तोलयामास +तोलयित्वा +तोला +तोलैकं +तोल्यते +तोशतमाः +तोशतिर्वधकर्मा +तोशते +तोशमाना +तोशसे +तोशा +तोशासा +तोष +तोषं +तोषः +तोषण +तोषणं +तोषणम् +तोषणाय +तोषणीया +तोषणीयाः +तोषणीयो +तोषणे +तोषमायाति +तोषमेति +तोषम् +तोषय +तोषयति +तोषयतीति +तोषयन् +तोषयन्ति +तोषयन्ती +तोषयस्व +तोषयामास +तोषयामि +तोषयितुं +तोषयित्वा +तोषयिष्यामि +तोषयिष्ये +तोषयेत् +तोषयेद् +तोषस्य +तोषा +तोषाय +तोषितं +तोषितः +तोषिता +तोषिताः +तोषिते +तोषितो +तोषितोऽहं +तोषितौ +तोषे +तोषेण +तोषो +तोष्ट्रयमानः +तोष्य +तोष्यते +तोसुन् +तोसुन्कसुनौ +तोहति +तोहि +तोही +तोऽ +तोऽन्तादेशः +तोऽन्यथा +तोऽपि +तोऽभवत् +तोऽयं +तोऽर्थः +तोऽसि +तोऽसौ +तोऽस्मि +तोऽस्य +तोऽहं +तो॒कं +तो॒कमु॒त +तो॒कम् +तो॒कस्य॑ +तो॒कस्य॒ +तो॒का +तो॒काय॑ +तो॒काय॒ +तो॒के +तो॒श॒ते॒ +तौ +तौं +तौक्षिक +तौग्र्यः +तौग्र्यम् +तौग्र्याय +तौग्र्यो +तौच्छ्ये +तौति +तौदादिक +तौदादिकः +तौदादिकस्य +तौदी +तौदेयः +तौभी +तौर +तौरश्रवसे +तौरायणिको +तौर्यत्रिकं +तौर्य्यत्रिकं +तौल +तौलसीं +तौलसीम् +तौलस्य +तौलिके +तौलिनि +तौली +तौल्यं +तौल्यते +तौल्ये +तौल्येन +तौल्वलायनः +तौल्वलि +तौल्वलिः +तौल्वलिभ्यः +तौषारं +तौ॒ग्र्यः +तौ॒ग्र्यम् +तौ॒ग्र्याय॑ +तौ॒ग्र्यो +त् +त्ँ +त्क +त्कथं +त्कर्म +त्कर्ष +त्कर्षः +त्का +त्कारेण +त्कार्याऽभावादत्रेत्संज्ञा +त्कालं +त्किं +त्को +त्क्त +त्क्तः +त्क्रमात् +त्च +त्त +त्तं +त्तः +त्तक +त्तचां +त्ततः +त्तता +त्ततो +त्तत् +त्तत्र +त्तत्वं +त्तत्वम् +त्तथा +त्तथात्वम् +त्तदा +त्तम +त्तमं +त्तमः +त्तमम् +त्तमा +त्तमाः +त्तमान् +त्तमिति +त्तमे +त्तम् +त्तयः +त्तया +त्तयोः +त्तर +त्तरं +त्तरः +त्तरकालं +त्तरमाह +त्तरम् +त्तरशततमोऽध्यायः +त्तरा +त्तराः +त्तरे +त्तरेण +त्तव +त्तस्मै +त्तस्य +त्ता +त्तां +त्ताः +त्तात् +त्तानि +त्ति +त्तिं +त्तिः +त्तिकं +त्तित्वं +त्तिरिति +त्तिश्च +त्तिषु +त्तीति +त्तु +त्ते +त्तेः +त्तेन +त्तेषां +त्तेषु +त्तो +त्तौ +त्त् +त्त्या +त्त्र +त्त्व +त्त्वं +त्त्वई +त्त्वम् +त्त्वया +त्त्वस्य +त्त्वा +त्त्वां +त्त्वात् +त्थ +त्थं +त्था +त्थाः +त्थाय +त्थि +त्थितं +त्थितः +त्थितम् +त्थिता +त्थियं +त्न +त्नं +त्नप् +त्नप्तनखाश्च +त्नानि +त्नि +त्निप्रश्नाध्यायः +त्नेन +त्नौ +त्प +त्पत्ति +त्पत्तिः +त्पत्तेः +त्पत्तौ +त्पत्त्या +त्पद्यते +त्पन्न +त्पन्नं +त्पन्नः +त्पन्नत्वात् +त्पन्ना +त्पन्ने +त्परं +त्परः +त्पलं +त्पादः +त्पादनं +त्पुनः +त्पुरा +त्पु॒रस्ता +त्पूर्वं +त्प्रेक्षा +त्फलं +त्म +त्मक +त्मकं +त्मकः +त्मकत्वं +त्मकम् +त्मकस्य +त्मकाः +त्मके +त्मको +त्मजः +त्मन +त्मनः +त्मनश्च +त्मना +त्मनां +त्मनाग्ने +त्मनाग्ने॒ +त्मनाम् +त्मना॑ +त्मना॒ +त्मनि +त्मने +त्मनेपदं +त्मने॑ +त्मनैव +त्मनो +त्मन् +त्मन्या +त्मन्या॑ +त्मभिः +त्मा +त्मान +त्मानं +त्मानो +त्मिका +त्मिकायाम् +त्मेति +त्म्यं +त्म्यम् +त्म्यवर्णनम् +त्म꣡ना꣢ +त्य +त्यँ +त्यं +त्यः +त्यक +त्यकत्वा +त्यकनश्च +त्यकन् +त्यकन्नासन्नारूढयोः +त्यकन्प्रत्ययः +त्यका +त्यक् +त्यक्का +त्यक्त +त्यक्तं +त्यक्तः +त्यक्तकार्याः +त्यक्तगुणग्रामग्रहस्य +त्यक्तजीवितः +त्यक्तजीविता +त्यक्तजीविताः +त्यक्तत्वात् +त्यक्तदेहा +त्यक्तपूर्वापरविचारणम् +त्यक्तप्रहरणाः +त्यक्तप्राणं +त्यक्तमध्यस्थपादकम् +त्यक्तमिति +त्यक्तम् +त्यक्तलज्जः +त्यक्तलज्जा +त्यक्तवती +त्यक्तवतो +त्यक्तवन्तः +त्यक्तवा +त्यक्तवान् +त्यक्तविषयस्य +त्यक्तव्यं +त्यक्तव्यः +त्यक्तव्यमिति +त्यक्तव्यम् +त्यक्तव्या +त्यक्तव्याः +त्यक्तव्यानि +त्यक्तव्यो +त्यक्तसङ्गस्य +त्यक्तसङ्गो +त्यक्तसत्त्वं +त्यक्तसर्वपरिग्रहः +त्यक्तसर्वपरिग्रहस्य +त्यक्तसर्वप्रियाप्रियः +त्यक्तसौहृदाः +त्यक्तस्य +त्यक्ता +त्यक्तां +त्यक्ताः +त्यक्तात्मानो +त्यक्तानि +त्यक्तान्यकार्याणि +त्यक्तासि +त्यक्तु +त्यक्तुं +त्यक्तुकामा +त्यक्तुमध्यवसिता +त्यक्तुमर्हसि +त्यक्तुमिच्छति +त्यक्तुमिच्छसि +त्यक्तुमिच्छामि +त्यक्तुमिहोत्सहे +त्यक्तुमुत्सहे +त्यक्तुमुद्यतः +त्यक्तुमुद्यता +त्यक्तुम् +त्यक्ते +त्यक्तेति +त्यक्तेन +त्यक्तेषु +त्यक्तो +त्यक्तौ +त्यक्त्त्वा +त्यक्त्यपोश्च +त्यक्त्या +त्यक्त्रा +त्यक्त्वा +त्यक्त्वात्मशुद्धये +त्यक्त्वात्मानं +त्यक्त्वाथ +त्यक्त्वान्यं +त्यक्त्वान्यतमया +त्यक्त्वान्यत्र +त्यक्त्वापि +त्यक्त्वाऽन्यत्र +त्यक्त्वाऽऽत्मशुद्धये +त्यक्त्वेति +त्यक्त्वेत्यर्थः +त्यक्त्वेमां +त्यक्त्वैव +त्यक्त्वोत्तिष्ठ +त्यक्वा +त्यक्ष +त्यक्षे +त्यक्ष्यति +त्यक्ष्यतीति +त्यक्ष्यते +त्यक्ष्यन्ति +त्यक्ष्यसि +त्यक्ष्याम +त्यक्ष्यामि +त्यक्ष्याम्यहं +त्यक्ष्ये +त्यग्नाइः +त्यच +त्यचाभवत् +त्यचामन्त्यात्परो +त्यच्च +त्यच्चाभवत् +त्यच्छम्बरं +त्यज +त्यजंति +त्यजः +त्यजः॑ +त्यजत +त्यजतः +त्यजता +त्यजतां +त्यजति +त्यजतीति +त्यजतीत्यर्थः +त्यजतु +त्यजते +त्यजतैव +त्यजतो +त्यजत् +त्यजत्यन्ते +त्यजत्यपि +त्यजत्यसौ +त्यजत्येव +त्यजध्वममरा +त्यजनं +त्यजने +त्यजन् +त्यजन्तं +त्यजन्तः +त्यजन्ति +त्यजन्ती +त्यजन्तीति +त्यजन्तीत्यर्थः +त्यजन्तु +त्यजन्तो +त्यजन्त्येव +त्यजन्देहं +त्यजन्यः +त्यजसः +त्यजसम् +त्यजसा +त्यजसि +त्यजसे +त्यजस्व +त्यजानि +त्यजामः +त्यजामि +त्यजामीति +त्यजाम्यहं +त्यजाम्यहम् +त्यजाशु +त्यजि +त्यजितनियजिभ्यो +त्यजे +त्यजेच्च +त्यजेच्चूर्णमधोगतम् +त्यजेज्जीवितस्यापि +त्यजेत +त्यजेति +त्यजेत् +त्यजेत्ततः +त्यजेत्तथा +त्यजेत्तम् +त्यजेत्तु +त्यजेत्यर्थः +त्यजेत्सर्वं +त्यजेत्सुधीः +त्यजेथा +त्यजेथाः +त्यजेदं +त्यजेदज्ञाननिर्माल्यं +त्यजेदर्द्धं +त्यजेदाश्वयुजे +त्यजेदिति +त्यजेदित्यर्थः +त्यजेदित्याह +त्यजेदुपवसन् +त्यजेदेकं +त्यजेद् +त्यजेद्धि +त्यजेद्बुधः +त्यजेद्यस्तु +त्यजेद्राजा +त्यजेद्वामया +त्यजेद्वायुं +त्यजेन्न +त्यजेमां +त्यजेयं +त्यजेयमिति +त्यजेयम् +त्यजेयुः +त्यजेल्लोहस्य +त्यजैनं +त्यजैनां +त्यज् +त्यज्य +त्यज्यत +त्यज्यतां +त्यज्यतामिति +त्यज्यतामेष +त्यज्यताम् +त्यज्यते +त्यज्यन्ते +त्यज्यमानं +त्यज्या +त्यज्येत +त्यज॑सा +त्यज॑सा॒ +त्यत +त्यतः +त्यता +त्यति +त्यतुं +त्यते +त्यतो +त्यत् +त्यत्र +त्यत्रापि +त्यत्राह +त्यत्रेव +त्यत्वं +त्यत्वात् +त्यत्वे +त्यथ +त्यथः +त्यदा +त्यदादिः +त्यदादितः +त्यदादिषु +त्यदादीनां +त्यदादीनाम +त्यदादीनामः +त्यदादीनि +त्यदाद्यत्व +त्यदाद्यत्वं +त्यदाद्यत्वम् +त्यदाद्यत्वे +त्यदाद्यत्वेन +त्यदि +त्यदिति +त्यदित्याचक्षते +त्यदिन्द्र +त्यदिन्द्रि +त्यदिन्द्रियं +त्यदि॑न्द्र +त्यदि॑न्द्रि॒यं +त्यद् +त्यद्दर्शतं +त्यद्वसवो +त्यधिकरणे +त्यनुमानं +त्यनुवर्तते +त्यनेन +त्यनेनैव +त्यन्त +त्यन्तं +त्यन्तम् +त्यन्तरे +त्यन्ता +त्यन्ते +त्यन्तेन +त्यन्नाम +त्यन्ये +त्यन्वयः +त्यपरे +त्यपा +त्यपि +त्यप् +त्यभिधानात् +त्यभिधीयते +त्यभिप्रायः +त्यभिप्रायेण +त्यम +त्यमरः +त्यमिति +त्यमित्यस्य +त्यमित्येव +त्यमि॑न्द्र॒ +त्यमु +त्यमू +त्यमूषु +त्यम् +त्यय +त्ययं +त्ययः +त्ययस्य +त्यया +त्ययि +त्यये +त्ययेन +त्ययो +त्यर्थ +त्यर्थं +त्यर्थः +त्यर्थम् +त्यर्थात् +त्यर्थे +त्यर्थो +त्यलम् +त्यश्च +त्यस +त्यसौ +त्यस्ति +त्यस्मात् +त्यस्मिन् +त्यस्य +त्यस्या +त्यस्यापि +त्यस्यावकाशः +त्यस्यैव +त्यस्यैष +त्यहं +त्यहि +त्यहो +त्या +त्यां +त्याः +त्याइ +त्याक्षीः +त्याख्या +त्याग +त्यागं +त्यागः +त्यागकर +त्यागग्रहणादिकं +त्यागता +त्यागना +त्यागने +त्यागपत्रं +त्यागपत्रम् +त्यागफलं +त्यागबुद्धिः +त्यागमाह +त्यागमिति +त्यागमुक्त्वा +त्यागमेव +त्यागम् +त्यागराज +त्यागराजः +त्यागराजस्य +त्यागराजाराधनम् +त्यागरूपं +त्यागवतां +त्यागवाचो +त्यागवान् +त्यागशब्देन +त्यागशीलता +त्यागश्च +त्यागसमं +त्यागसामान्येन +त्यागस्तु +त्यागस्त्यागेन +त्यागस्य +त्यागस्यैव +त्यागा +त्यागाः +त्यागात् +त्यागाद् +त्यागान्न +त्यागाय +त्यागायोगात् +त्यागार्थं +त्यागार्थः +त्यागाश्रमं +त्यागाश्रमे +त्यागिता +त्यागिनं +त्यागिनः +त्यागिना +त्यागिनां +त्यागिनि +त्यागिने +त्यागिनो +त्यागी +त्यागीत्यभिधीयते +त्यागे +त्यागेन +त्यागेनैके +त्यागेनैकेऽमृतत्वमानशुः +त्यागेऽपि +त्यागो +त्यागोऽपि +त्यागोऽयं +त्यागोऽस्ति +त्याच +त्याचा +त्याच्या +त्याजयति +त्याजयामास +त्याजयामि +त्याजयितुं +त्याजयित्वा +त्याजितं +त्याजितः +त्याजिता +त्याजिताः +त्याजितैः +त्याजितो +त्याज्य +त्याज्यं +त्याज्यः +त्याज्यतया +त्याज्यता +त्याज्यते +त्याज्यत्वं +त्याज्यमिति +त्याज्यमित्यर्थः +त्याज्यमित्यस्योपपादनायाचारस्य +त्याज्यमेव +त्याज्यमेवेति +त्याज्यम् +त्याज्यस्यापरित्यागोऽत्र +त्याज्या +त्याज्याः +त्याज्यानि +त्याज्ये +त्याज्यो +त्याज्यौ +त्यात +त्यात् +त्यादः +त्यादयः +त्यादयो +त्यादावपि +त्यादाविति +त्यादि +त्यादिः +त्यादिकं +त्यादिग्रन्थेन +त्यादिन +त्यादिना +त्यादिभिः +त्यादिवत् +त्यादिश्रुतेः +त्यादिश्रुतौ +त्यादिश्रुत्या +त्यादिषु +त्यादी +त्यादीनां +त्यादीनि +त्यादेः +त्यादेश्च +त्यादौ +त्याद्या +त्यानां +त्यानि +त्याने +त्यान् +त्यान्नु +त्यापि +त्यामेव +त्याम् +त्याय +त्यायलीलावतीकण्ठाभरण +त्यारभ्य +त्याशङ्कय +त्याशङ्कयाह +त्याशय +त्याशयः +त्याह +त्याहुः +त्यु +त्युक्त +त्युक्तं +त्युक्तः +त्युक्तत्वात् +त्युक्तमिति +त्युक्तम् +त्युक्ता +त्युक्तुं +त्युक्ते +त्युक्तेः +त्युक्त्वा +त्युच्चैः +त्युच्यते +त्युच्यन्ते +त्युट् +त्युत्तरं +त्युत्प्रेक्षा +त्युपक्रम्य +त्यू +त्यृचा +त्ये +त्येक +त्येकं +त्येके +त्येतत् +त्येतद्भवति +त्येतस्मिन्नर्थे +त्येति +त्येते +त्येन +त्येभिः +त्येव +त्येवं +त्येवमर्थम् +त्येवोच्येत +त्येष +त्येषा +त्यै +त्यैडं +त्यैव +त्यै॒ +त्यो +त्यों +त्योः +त्यौ +त्य् +त्य꣢म् +त्र +त्रं +त्रः +त्रः꣢ +त्रक +त्रकः +त्रकम् +त्रकि +त्रख +त्रण +त्रत +त्रतं +त्रतयोदशपर्व +त्रतसौ +त्रता +त्रदं +त्रदि +त्रन् +त्रन्प्रत्ययः +त्रप +त्रपते +त्रपयति +त्रपया +त्रपसे +त्रपा +त्रपां +त्रपाकरं +त्रपाजुषोऽस्मात् +त्रपामपाकृत्य +त्रपाम् +त्रपाया +त्रपावती +त्रपि +त्रपिता +त्रपिष्ठः +त्रपिष्यते +त्रपु +त्रपुः +त्रपुकं +त्रपुजतुनोः +त्रपुणः +त्रपुणा +त्रपुणि +त्रपुणी +त्रपुणे +त्रपुणो +त्रपुषं +त्रपुषम् +त्रपुषी +त्रपुसं +त्रपुसी +त्रपुसीसकताम्राणां +त्रपुसीसयोः +त्रपूणां +त्रपूणि +त्रपूष् +त्रपो +त्रप् +त्रप्ता +त्रप्रत्ययः +त्रमिति +त्रमुपेयुः +त्रम् +त्रय +त्रयं +त्रयः +त्रयःपञ्चाशत् +त्रयः॑ +त्रयञ्च +त्रयनिर्धारणे +त्रयमन्तरङ्गं +त्रयमपि +त्रयमिति +त्रयमिदं +त्रयमेकत्र +त्रयमेकान्वयं +त्रयमेतत् +त्रयमेतन्मनुष्यस्य +त्रयमेव +त्रयम् +त्रयश् +त्रयश्च +त्रयश्चत्वारिंशत् +त्रयश्चत्वारिंशोऽध्यायः +त्रयश्चाश्रमिणः +त्रयश्चैव +त्रयश्छन्दोमा +त्रयस् +त्रयस्तत्र +त्रयस्तिक्तादयः +त्रयस्तु +त्रयस्तृचा +त्रयस्तृचाः +त्रयस्ते +त्रयस्तेषां +त्रयस्त्रय +त्रयस्त्रयः +त्रयस्त्रयो +त्रयस्त्रि +त्रयस्त्रिँ +त्रयस्त्रिं +त्रयस्त्रिंश +त्रयस्त्रिंशं +त्रयस्त्रिंशः +त्रयस्त्रिंशच्च +त्रयस्त्रिंशच्छतानि +त्रयस्त्रिंशत +त्रयस्त्रिंशतं +त्रयस्त्रिंशता +त्रयस्त्रिंशतो +त्रयस्त्रिंशत् +त्रयस्त्रिंशत्तथैव +त्रयस्त्रिंशत्तन्तव +त्रयस्त्रिंशत्तमं +त्रयस्त्रिंशत्तमः +त्रयस्त्रिंशत्तमक्षेत्रम् +त्रयस्त्रिंशत्तमोऽध्यायः +त्रयस्त्रिंशत्तु +त्रयस्त्रिंशत्त्वेव +त्रयस्त्रिंशदक्षरा +त्रयस्त्रिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +त्रयस्त्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः +त्रयस्त्रिंशदमी +त्रयस्त्रिंशदिति +त्रयस्त्रिंशदिमे +त्रयस्त्रिंशदुत्तरशततमोऽध्यायः +त्रयस्त्रिंशद् +त्रयस्त्रिंशद्देवता +त्रयस्त्रिंशद्देवाः +त्रयस्त्रिंशद्रात्रं +त्रयस्त्रिंशद्वै +त्रयस्त्रिंशम् +त्रयस्त्रिंशस्य +त्रयस्त्रिंशाः +त्रयस्त्रिंशाय +त्रयस्त्रिंशाविति +त्रयस्त्रिंशी +त्रयस्त्रिंशे +त्रयस्त्रिंशेन +त्रयस्त्रिंशो +त्रयस्त्रिंशोऽग्निष्टोम +त्रयस्त्रिंशोऽग्निष्टोमः +त्रयस्त्रिंशोऽध्यायः +त्रयस्त्रिंशौ +त्रयस्त्रिम्̇शः +त्रयस्त्रिम्̇शतं +त्रयस्त्रिम्̇शता +त्रयस्त्रिम्̇शदहम् +त्रयस्त्रिम्̇शद् +त्रयस्त्रिम्̇शम् +त्रयस्त्रिम्̇शा +त्रयस्त्रिवृतः +त्रयस्त्रिवृतोऽग्निष्टोमास्त्रयः +त्रयस्त्रि॒ +त्रयस्त्रिꣳ +त्रयस्त्रिꣳश +त्रयस्त्रिꣳशं +त्रयस्त्रिꣳशः +त्रयस्त्रिꣳशच् +त्रयस्त्रिꣳशतं +त्रयस्त्रिꣳशता +त्रयस्त्रिꣳशदहम् +त्रयस्त्रिꣳशद् +त्रयस्त्रिꣳशम् +त्रयस्त्रिꣳशा +त्रयस्त्रिꣳशाः +त्रयस्त्रिꣳशे +त्रयस्त्रिꣳशोऽसि +त्रयस्त्वाष्ट्राः +त्रयस्य +त्रया +त्रयाः +त्रयाण +त्रयाणा +त्रयाणां +त्रयाणामथ +त्रयाणामपि +त्रयाणामप्युपायानां +त्रयाणामभ्यासस्य +त्रयाणामह्नां +त्रयाणामाश्रमाणां +त्रयाणामितरेषां +त्रयाणामिति +त्रयाणामिह +त्रयाणामुदकं +त्रयाणामेव +त्रयाणामेषां +त्रयाणाम् +त्रयाणि +त्रयात् +त्रयात्मकम् +त्रयी +त्रयीं +त्रयीति +त्रयीधर्मं +त्रयीधर्ममनुप्रपन्ना +त्रयीमय +त्रयीमयं +त्रयीमयः +त्रयीमयम् +त्रयीमयाय +त्रयीमयी +त्रयीमयो +त्रयीम् +त्रयीरूपां +त्रयीलक्षणं +त्रयीलक्षणम् +त्रयीलक्षणया +त्रयीलक्षणस्य +त्रयीलक्षणा +त्रयीलक्षणेन +त्रयीव +त्रयीवार्त्ता +त्रयीविदा +त्रयीविद्या +त्रयीस्थितौ +त्रये +त्रयेण +त्रयेषु +त्रयेऽपि +त्रयैः +त्रयो +त्रयों +त्रयोंऽशाः +त्रयोः +त्रयोगुणाः +त्रयोद +त्रयोदश +त्रयोदशं +त्रयोदशः +त्रयोदशकपालं +त्रयोदशक्षेत्रम् +त्रयोदशगुणं +त्रयोदशतलं +त्रयोदशत्वं +त्रयोदशदिने +त्रयोदशदिवसयुद्धे +त्रयोदशधा +त्रयोदशप्रश्नः +त्रयोदशप्रश्ने +त्रयोदशभिः +त्रयोदशभूमिविधिपटलः +त्रयोदशभ्यः +त्रयोदशभ्यो +त्रयोदशमं +त्रयोदशममेव +त्रयोदशम् +त्रयोदशरात्रः +त्रयोदशरात्रम् +त्रयोदशरात्रे +त्रयोदशर्चं +त्रयोदशर्चम् +त्रयोदशर्चस्य +त्रयोदशविधं +त्रयोदशविधम् +त्रयोदशविधा +त्रयोदशविभाजिते +त्रयोदशशतकस्य +त्रयोदशशतके +त्रयोदशशताब्द्यां +त्रयोदशसहस्राणि +त्रयोदशसु +त्रयोदशस्य +त्रयोदशा +त्रयोदशांगुलं +त्रयोदशांशे +त्रयोदशाक्षरं +त्रयोदशाक्षरपादके +त्रयोदशाक्षरा +त्रयोदशाक्षरो +त्रयोदशाङ्गुलं +त्रयोदशात् +त्रयोदशाधिकद्विशततमोऽध्यायः +त्रयोदशाधिकरणमारचयति +त्रयोदशाधिकशततमः +त्रयोदशाधिकशततमोऽध्यायः +त्रयोदशाध्याये +त्रयोदशानां +त्रयोदशान्तं +त्रयोदशान्याः +त्रयोदशाब्दे +त्रयोदशाहं +त्रयोदशि +त्रयोदशिनोर्मध्येऽष्टकः +त्रयोदशी +त्रयोदशीं +त्रयोदशीम् +त्रयोदशे +त्रयोदशेति +त्रयोदशेत्येकेषाम् +त्रयोदशेन +त्रयोदशेमे +त्रयोदशेऽथ +त्रयोदशेऽध्याये +त्रयोदशेऽब्दे +त्रयोदशेऽहनि +त्रयोदशेऽह्नि +त्रयोदशैते +त्रयोदशैव +त्रयोदशो +त्रयोदशोत्तरशततमः +त्रयोदशोत्तरशततमोऽध्यायः +त्रयोदशोध्यायः +त्रयोदशोध्यायस्य +त्रयोदशोऽध्याय +त्रयोदशोऽध्यायः +त्रयोदशोऽनुवाकः +त्रयोदश्या +त्रयोदश्यां +त्रयोदश्याः +त्रयोदश्यादयस्तिस्रो +त्रयोदश्यान्तु +त्रयोपि +त्रयोविं +त्रयोविंश +त्रयोविंशं +त्रयोविंशः +त्रयोविंशति +त्रयोविंशतिः +त्रयोविंशतितमं +त्रयोविंशतितमः +त्रयोविंशतितमक्षेत्रम् +त्रयोविंशतितमे +त्रयोविंशतितमोऽध्यायः +त्रयोविंशतिसाहस्रं +त्रयोविंशत् +त्रयोविंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +त्रयोविंशत्यधिकशततमः +त्रयोविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः +त्रयोविंशत्युत्तरशततमः +त्रयोविंशत्युत्तरशततमोऽध्यायः +त्रयोविंशत्यृचं +त्रयोविंशप्रश्ने +त्रयोविंशम् +त्रयोविंशाङ्गुलान्तं +त्रयोविंशी +त्रयोविंशे +त्रयोविंशेऽध्याये +त्रयोविंशो +त्रयोविंशोऽध्यायः +त्रयोविꣳशतिधा +त्रयोऽग्नयः +त्रयोऽग्नयस्त्रयो +त्रयोऽङ्काः +त्रयोऽनुयाजाः +त्रयोऽन्ये +त्रयोऽपरे +त्रयोऽपि +त्रयोऽप्यमी +त्रयोऽप्येते +त्रयोऽभिप्लवा +त्रयोऽभिप्लवाः +त्रयोऽमी +त्रयोऽर्थाः +त्रयोऽवयवा +त्रयोऽवयो +त्रयोऽश्वा +त्रयोऽष्टार्णाः +त्रयोऽस्य +त्रयो॑ +त्रयो॑दश +त्रयो॑वि +त्रयो॒ +त्रय्यः +त्रय्यन्तनिष्ठा +त्रय्या +त्रय्यां +त्रय्याः +त्रय्यारुणः +त्रय्यारुणिः +त्रय्येव +त्रय्यै +त्रय॑ +त्रय॑ः +त्रय॑स्त्रि +त्रलोऽपवादः +त्रल् +त्रवणा +त्रश्च +त्रषु +त्रस +त्रसति +त्रसदश्वः +त्रसदस्यु +त्रसदस्युं +त्रसदस्युः +त्रसदस्युम् +त्रसदस्योः +त्रसन् +त्रसन्ति +त्रसरेणवः +त्रसरेणवोऽष्टौ +त्रसरेणु +त्रसरेणुं +त्रसरेणुः +त्रसरेणुस्तु +त्रसानां +त्रसि +त्रसिगृधिधृषिक्षिपेः +त्रसी +त्रस् +त्रस्त +त्रस्तं +त्रस्तः +त्रस्तम् +त्रस्तया +त्रस्ता +त्रस्तां +त्रस्ताः +त्रस्तानां +त्रस्तान् +त्रस्ताश्च +त्रस्तु +त्रस्ते +त्रस्तेन +त्रस्तैः +त्रस्तो +त्रस्नुः +त्रस्य +त्रस्यति +त्रस्यते +त्रस्यन् +त्रस्यन्ति +त्रस्यन्ती +त्रा +त्रां +त्राः +त्राटकं +त्राटकम् +त्राण +त्राणं +त्राणकारणात् +त्राणम् +त्राणा +त्राणां +त्राणात् +त्राणान्वेषी +त्राणाय +त्राणार्थं +त्राणि +त्राणे +त्रात +त्रातं +त्रातः +त्रातम् +त्रातरि +त्राता +त्राताः +त्रातार +त्रातारं +त्रातारः +त्रातारमिति +त्रातारमिन्द्र +त्रातारमिन्द्रं +त्रातारमिन्द्रमवितारमिन्द्रं +त्रातारम् +त्रातारो +त्रातासि +त्रातास्ति +त्राति +त्रातीति +त्रातु +त्रातुं +त्रातुः +त्रातुमर्हसि +त्रातुमिति +त्रातुम् +त्राते +त्रातेति +त्रातो +त्रात् +त्रात्रे +त्रादौ +त्राद् +त्राध्वं +त्राध्वं॑ +त्राध्वम् +त्रान् +त्रापि +त्रापुषं +त्रापुषम् +त्राप्रत्ययः +त्राभ्यां +त्राम् +त्राय +त्रायत +त्रायतां +त्रायताम् +त्रायते +त्रायध्वं +त्रायध्वम् +त्रायध्वे +त्रायन्त +त्रायन्तां +त्रायन्तामिमं +त्रायन्ताम् +त्रायन्ति +त्रायन्तिका +त्रायन्ती +त्रायन्ते +त्रायमाणं +त्रायमाणः +त्रायमाणया +त्रायमाणा +त्रायमाणां +त्रायमाणे +त्रायसे +त्रायस्त्रिंशानां +त्रायस्त्रिंशेषु +त्रायस्त्रिंशेषूपपन्नः +त्रायस्त्रिंशेषूपपन्ना +त्रायस्त्रिंशेषूपपन्नाः +त्रायस्व +त्रायस्वासो +त्रायस्वेति +त्रायस्वैनं +त्रायस्वैनमिति +त्रायस्वैनमित्यूर्ध्वाग्रामोषधिमन्तर्दधाति +त्रायस्वैनम् +त्रायेत +त्रायेतां +त्रायेथां +त्रायेथाम् +त्राय॑से +त्राय॑से॒ +त्राय॑स्व +त्राय॑स्व॒ +त्रावणी +त्रास +त्रासं +त्रासः +त्रासजननं +त्रासते +त्रासदस्यवं +त्रासदस्यवम् +त्रासदस्यवे +त्रासनं +त्रासनः +त्रासनी +त्रासने +त्रासमुत्सृज्य +त्रासय +त्रासयति +त्रासयते +त्रासयन् +त्रासयन्तं +त्रासयन्ति +त्रासयाथो +त्रासयामास +त्रासयामि +त्रासयित्वा +त्रासश्च +त्रासश्चैव +त्रासा +त्रासाकुलः +त्रासातिमात्रचटुलैः +त्रासात् +त्रासादयं +त्रासार्थं +त्रासितं +त्रासितः +त्रासिता +त्रासिताः +त्रासितो +त्रासी +त्रासीथां +त्रासी॑थां +त्रासुसिति +त्रासे +त्रासेन +त्रासो +त्रास्यते +त्रास्व +त्रास॑दस्यवम् +त्राह +त्राहि +त्राहित्राहि +त्राहित्राहीति +त्राहीति +त्राऽऽह +त्रा॑यस्व +त्रा॒ता +त्रा॒तार॑म् +त्रि +त्रिँ +त्रिं +त्रिंश +त्रिंशं +त्रिंशः +त्रिंशकं +त्रिंशकः +त्रिंशका +त्रिंशच् +त्रिंशच्च +त्रिंशत +त्रिंशतं +त्रिंशतः +त्रिंशतम् +त्रिंशता +त्रिंशति +त्रिंशतो +त्रिंशत् +त्रिंशत्कः +त्रिंशत्कला +त्रिंशत्काष्ठाः +त्रिंशत्कृत्यो +त्रिंशत्कृत्वो +त्रिंशत्कोट्यस्तु +त्रिंशत्तमं +त्रिंशत्तमः +त्रिंशत्तमक्षेत्रम् +त्रिंशत्तमे +त्रिंशत्तमो +त्रिंशत्तमोऽध्यायः +त्रिंशत्तु +त्रिंशत्पदानि +त्रिंशत्पलानि +त्रिंशत्सु +त्रिंशदंशं +त्रिंशदक्षरा +त्रिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +त्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः +त्रिंशदधिकाः +त्रिंशदध्यायाः +त्रिंशदहोरात्रः +त्रिंशदिति +त्रिंशदुत्तरशततमः +त्रिंशदृचं +त्रिंशदेव +त्रिंशद् +त्रिंशद्गुणं +त्रिंशद्दिनं +त्रिंशद्दिनानि +त्रिंशद्धाम +त्रिंशद्भक्तं +त्रिंशद्भागं +त्रिंशद्भागा +त्रिंशद्भिः +त्रिंशद्योजनमायता +त्रिंशद्योजनविस्तीर्णं +त्रिंशद्रात्र +त्रिंशद्वनोपलैः +त्रिंशद्वर्षसहस्राणि +त्रिंशद्वर्षाणि +त्रिंशद्वर्षो +त्रिंशद्वारं +त्रिंशन् +त्रिंशन्मुहूर्तयोगं +त्रिंशन्मुहूर्ता +त्रिंशम् +त्रिंशल्लवा +त्रिंशांश +त्रिंशांशकश्च +त्रिंशांशमें +त्रिंशांशे +त्रिंशिनो +त्रिंशी +त्रिंशे +त्रिंशेऽध्याये +त्रिंशो +त्रिंशोध्यायः +त्रिंशोऽध्याय +त्रिंशोऽध्यायः +त्रिं॒शच्च॑ +त्रिं॒शत् +त्रिं॒शत॑म् +त्रिः +त्रिःकृत्वा +त्रिःकृत्वो +त्रिःप्रदक्षिणमावृत्य +त्रिःप्रदक्षिणम् +त्रिःप्रदक्षिणीकृत्य +त्रिःशुक्लया +त्रिःसन्तर्प्य +त्रिःसप्त +त्रिःसप्तकृत्वः +त्रिःसप्तकृत्वो +त्रिःसप्तवारं +त्रिक +त्रिकं +त्रिकः +त्रिककुत् +त्रिककुत्पर्वते +त्रिककुद +त्रिककुद् +त्रिककुप् +त्रिककुप्छन्दः +त्रिककुब्दशरात्रः +त्रिकग्राही +त्रिकटु +त्रिकटुं +त्रिकटुः +त्रिकटुकं +त्रिकटुकञ्चैव +त्रिकटुकम् +त्रिकटुना +त्रिकण्टः +त्रिकण्टकः +त्रिकण्टकम् +त्रिकण्टकस्य +त्रिकद्रुक +त्रिकद्रुका +त्रिकद्रुकाः +त्रिकद्रुकेभिः +त्रिकद्रुकेषु +त्रिकपालं +त्रिकपालम् +त्रिकपालास् +त्रिकपालो +त्रिकमिति +त्रिकमेव +त्रिकम् +त्रिकरं +त्रिकराश्चोपरथ्यास्तु +त्रिकर्मकृत्तरति +त्रिकलं +त्रिकला +त्रिकल्पासंख्येयसमुदानीतां +त्रिकवेदनाम् +त्रिकशूलं +त्रिकस्पिड +त्रिकस्य +त्रिका +त्रिकाः +त्रिकाणि +त्रिकाण्ड +त्रिकाण्डः +त्रिकाण्डशेष +त्रिकाण्डशेषः +त्रिकाण्डशेषश्च +त्रिकाण्डशेषे +त्रिकाण्डी +त्रिकाण्डे +त्रिकाल +त्रिकालं +त्रिकालज्ञ +त्रिकालज्ञं +त्रिकालज्ञः +त्रिकालज्ञा +त्रिकालज्ञाः +त्रिकालज्ञो +त्रिकालदर्शी +त्रिकालमपि +त्रिकालमाभ्यन्तरं +त्रिकालमेककालं +त्रिकालम् +त्रिकालातीतं +त्रिकालाबाध्यत्वं +त्रिकाले +त्रिकालेषु +त्रिकूट +त्रिकूटं +त्रिकूटः +त्रिकूटशिखरे +त्रिकूटस्थां +त्रिकूटस्य +त्रिकूटा +त्रिकूटे +त्रिकूटो +त्रिके +त्रिकेण +त्रिकेषु +त्रिको +त्रिकोटिभिः +त्रिकोण +त्रिकोणं +त्रिकोणः +त्रिकोणकः +त्रिकोणकम् +त्रिकोणके +त्रिकोणगे +त्रिकोणञ्च +त्रिकोणपद्मं +त्रिकोणमण्डलं +त्रिकोणमपरे +त्रिकोणमिति +त्रिकोणमित्या +त्रिकोणमें +त्रिकोणम् +त्रिकोणशोधनाध्यायः +त्रिकोणस्थे +त्रिकोणस्य +त्रिकोणा +त्रिकोणाख्ये +त्रिकोणासनम् +त्रिकोणे +त्रिकोणेषु +त्रिकोष्ठकम् +त्रिकौ +त्रिक्खत्तो +त्रिक्खुत्तो +त्रिक्रोशं +त्रिक्षारं +त्रिख +त्रिखण्डं +त्रिखण्डा +त्रिग +त्रिगतं +त्रिगतम् +त्रिगन्धं +त्रिगर्त +त्रिगर्तः +त्रिगर्ता +त्रिगर्तानां +त्रिगर्तेभ्यः +त्रिगर्तेभ्यो +त्रिगर्तैः +त्रिगर्त्त +त्रिगर्त्ता +त्रिगवं +त्रिगु +त्रिगुण +त्रिगुणं +त्रिगुणः +त्रिगुणक्रमात् +त्रिगुणमयमिदं +त्रिगुणमयी +त्रिगुणमविवेकि +त्रिगुणमव्यक्तं +त्रिगुणमिति +त्रिगुणमेव +त्रिगुणम् +त्रिगुणया +त्रिगुणरहितं +त्रिगुणश्च +त्रिगुणसंयुतम् +त्रिगुणस्तु +त्रिगुणस्य +त्रिगुणा +त्रिगुणां +त्रिगुणाः +त्रिगुणातीत +त्रिगुणातीतः +त्रिगुणात् +त्रिगुणात्मक +त्रिगुणात्मकं +त्रिगुणात्मकः +त्रिगुणात्मकत्वं +त्रिगुणात्मकत्वात् +त्रिगुणात्मकत्वे +त्रिगुणात्मकत्वेन +त्रिगुणात्मकमिति +त्रिगुणात्मकमेव +त्रिगुणात्मकम् +त्रिगुणात्मकस्य +त्रिगुणात्मकाः +त्रिगुणात्मकाय +त्रिगुणात्मके +त्रिगुणात्मकोऽपि +त्रिगुणात्मने +त्रिगुणात्मा +त्रिगुणात्मिकया +त्रिगुणात्मिका +त्रिगुणात्मिकां +त्रिगुणात्मिकाम् +त्रिगुणानां +त्रिगुणानि +त्रिगुणान् +त्रिगुणाय +त्रिगुणित +त्रिगुणितं +त्रिगुणिता +त्रिगुणिताः +त्रिगुणिते +त्रिगुणी +त्रिगुणीकृतम् +त्रिगुणीकृत्य +त्रिगुणे +त्रिगुणेति +त्रिगुणेन +त्रिगुणेनैव +त्रिगुणैः +त्रिगुणो +त्रिगुणोपेतं +त्रिघटिका +त्रिघा +त्रिघ्न्या +त्रिच +त्रिचक्रं +त्रिचक्रः +त्रिचक्रादीनां +त्रिचक्रिका +त्रिचक्रेण +त्रिचतु +त्रिचतुः +त्रिचतुःपञ्च +त्रिचतुरा +त्रिचतुराः +त्रिचतुराणि +त्रिचतुरेषु +त्रिचतुरैः +त्रिचतुरो +त्रिचतुरोः +त्रिचतुर्भागं +त्रिचतुर्भ्यां +त्रिचतुर्हस्तमारभ्य +त्रिचतुष्पंच +त्रिचतुष्पञ्चषण्मात्रं +त्रिचत्वारिंशः +त्रिचत्वारिंशत् +त्रिचत्वारिंशत्तमोऽध्यायः +त्रिचत्वारिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +त्रिचत्वारिंशदधिकशततमोऽध्यायः +त्रिचत्वारिंशदुत्तरशततमोऽध्यायः +त्रिचत्वारिंशी +त्रिचत्वारिंशोऽध्यायः +त्रिचितीकं +त्रिचीवरं +त्रिच॑त्वारि +त्रिच॒क्रेण॑ +त्रिज +त्रिजगच्छास्ता +त्रिजगतां +त्रिजगति +त्रिजगती +त्रिजगतो +त्रिजगत् +त्रिजगत्तथा +त्रिजगन्ति +त्रिजगन्नाथो +त्रिजटया +त्रिजटा +त्रिजटाय +त्रिजटी +त्रिजन्मनि +त्रिजन्मसु +त्रिजागतोर्ध्वबृहती +त्रिजातं +त्रिजातकं +त्रिजातकम् +त्रिजातेन +त्रिजीवया +त्रिज्पा +त्रिज्य +त्रिज्यः +त्रिज्यय +त्रिज्यया +त्रिज्या +त्रिज्यां +त्रिज्याकर्ण +त्रिज्याकर्णस्तदा +त्रिज्याकर्णस्य +त्रिज्याकर्णे +त्रिज्याकर्णेन +त्रिज्याकृतिः +त्रिज्याकृती +त्रिज्याकृतेः +त्रिज्यागुणं +त्रिज्यागुणा +त्रिज्यागुणितः +त्रिज्यागुणिता +त्रिज्याग्रे +त्रिज्याघ्ना +त्रिज्यातः +त्रिज्यातुल्य +त्रिज्यातुल्यं +त्रिज्यातुल्यमेव +त्रिज्यातुल्यया +त्रिज्यातुल्या +त्रिज्यातुल्ये +त्रिज्यातुल्येन +त्रिज्यातो +त्रिज्याधं +त्रिज्याने +त्रिज्यान्विता +त्रिज्याप्ता +त्रिज्याभक्तः +त्रिज्याभक्ता +त्रिज्याभक्ते +त्रिज्यामिता +त्रिज्याया +त्रिज्यायां +त्रिज्यायाः +त्रिज्यार्कघातः +त्रिज्यार्ध +त्रिज्यार्धं +त्रिज्यार्धमष्टमं +त्रिज्यावर्ग +त्रिज्यावर्गः +त्रिज्यावर्गस्य +त्रिज्यावर्गात् +त्रिज्यावर्गार्धपदं +त्रिज्यावर्गे +त्रिज्यावर्गेण +त्रिज्यावर्गो +त्रिज्यावर्गों +त्रिज्यावृत्त +त्रिज्यावृत्तं +त्रिज्यावृत्तपरिणता +त्रिज्यावृत्ते +त्रिज्याव्यासार्ध +त्रिज्यासूत्रं +त्रिज्याहता +त्रिज्याहृता +त्रिज्यी +त्रिज्ये +त्रिज्येति +त्रिज्यैव +त्रिज्यो +त्रिज्योत्क्रमज्या +त्रिज्योत्थवृत्ते +त्रिज्योद्धृता +त्रिणः +त्रिणतं +त्रिणयनं +त्रिणयनचरण +त्रिणयनां +त्रिणव +त्रिणवं +त्रिणवः +त्रिणवत्रयस्त्रिंशौ +त्रिणवत्रयस्त्रिꣳशौ +त्रिणवम् +त्रिणवस् +त्रिणवस्य +त्रिणवा +त्रिणवानि +त्रिणवाय +त्रिणवे +त्रिणवेन +त्रिणवो +त्रिणवौ +त्रिणा +त्रिणाचिकेत +त्रिणाचिकेतं +त्रिणाचिकेतः +त्रिणाचिकेतस्त्रिभिरेत्य +त्रिणाचिकेतस्त्रिमधुस्त्रिसुपर्णः +त्रिणाचिकेताः +त्रिणि +त्रिणिधनं +त्रिणिधनमायास्यं +त्रिणिधनमायास्यम् +त्रिणिधनम् +त्रिणी +त्रिणेत्रं +त्रिणेत्रः +त्रिणेत्रा +त्रिणेत्रां +त्रित +त्रितं +त्रितः +त्रितत्त्वं +त्रितम् +त्रितय +त्रितयं +त्रितयप्रवृत्ते +त्रितयमनर्गलस्य +त्रितयमपरमपि +त्रितयमपि +त्रितयमिति +त्रितयम् +त्रितयस्य +त्रितये +त्रितयेन +त्रितयेऽपि +त्रितलं +त्रितलस्य +त्रितलादितलोपेतं +त्रितले +त्रितश्चैव +त्रितस्य +त्रिता +त्रिताय +त्रितारं +त्रितारा +त्रिताल +त्रितालं +त्रितालः +त्रितालञ्च +त्रितीयं +त्रिते +त्रितेन +त्रितो +त्रित्रिहस्तविवर्धनात् +त्रित्र् +त्रित्व +त्रित्वं +त्रित्वम् +त्रित्वसंख्या +त्रित्वसङ्ख्या +त्रित्वस्य +त्रित्वस्यैव +त्रित्वात् +त्रित्वात्तथा +त्रित्वे +त्रित्वेन +त्रित्सुओं +त्रिथा +त्रिद +त्रिदण्डं +त्रिदण्डः +त्रिदण्डकम् +त्रिदण्डधृक् +त्रिदण्डी +त्रिदण्डीति +त्रिदण्डे +त्रिदण्डेन +त्रिदन् +त्रिदमथवस्तुकुशलानां +त्रिदश +त्रिदशं +त्रिदशः +त्रिदशगुरौ +त्रिदशद्विषाम् +त्रिदशपूजितम् +त्रिदशविक्रमः +त्रिदशश्रेष्ठ +त्रिदशा +त्रिदशाः +त्रिदशाङ्गनाः +त्रिदशाधिप +त्रिदशाधिपः +त्रिदशाधिपम् +त्रिदशानपि +त्रिदशानां +त्रिदशान् +त्रिदशायनाय +त्रिदशार्चितम् +त्रिदशालयम् +त्रिदशालयाः +त्रिदशालये +त्रिदशावासं +त्रिदशासुराणां +त्रिदशास्तेन +त्रिदशे +त्रिदशेभ्यो +त्रिदशेश्वर +त्रिदशेश्वरः +त्रिदशेश्वरम् +त्रिदशेश्वरस्य +त्रिदशेश्वराः +त्रिदशेश्वरान् +त्रिदशेश्वरी +त्रिदशेषु +त्रिदशेष्वपि +त्रिदशै +त्रिदशैः +त्रिदशैरपि +त्रिदशो +त्रिदशोपमम् +त्रिदा +त्रिदिक्षु +त्रिदिनं +त्रिदिनम् +त्रिदिनान्ते +त्रिदिनेन +त्रिदिव +त्रिदिवं +त्रिदिवः +त्रिदिवम् +त्रिदिवस्य +त्रिदिवा +त्रिदिवालयम् +त्रिदिवे +त्रिदिवेश्वरः +त्रिदिवेऽपि +त्रिदिवौकसः +त्रिदिवौकसां +त्रिदिवौकसाम् +त्रिदिवौकसो +त्रिदिवौकसोऽपि +त्रिदैवत्यं +त्रिदोपजे +त्रिदोष +त्रिदोषं +त्रिदोषः +त्रिदोषकृत् +त्रिदोषघ्नं +त्रिदोषघ्नः +त्रिदोषघ्नी +त्रिदोषघ्नो +त्रिदोषज +त्रिदोषजं +त्रिदोषजः +त्रिदोषजनिते +त्रिदोषजमसाध्यं +त्रिदोषजमाह +त्रिदोषजम् +त्रिदोषजस्य +त्रिदोषजा +त्रिदोषजाः +त्रिदोषजाम् +त्रिदोषजित् +त्रिदोषजे +त्रिदोषजो +त्रिदोषञ्च +त्रिदोषनाशित्वम् +त्रिदोषनुत् +त्रिदोषप्रभवा +त्रिदोषमपि +त्रिदोषमर्यादा +त्रिदोषम् +त्रिदोषलिङ्गं +त्रिदोषलिङ्गा +त्रिदोषशमनं +त्रिदोषशमनत्वम् +त्रिदोषशमनी +त्रिदोषस्य +त्रिदोषहरः +त्रिदोषहृत् +त्रिदोषा +त्रिदोषाणां +त्रिदोषाणि +त्रिदोषे +त्रिदोषेषु +त्रिदोषो +त्रिदोषोत्थं +त्रिध +त्रिधन्वा +त्रिधा +त्रिधाकृत्य +त्रिधातवः +त्रिधातवे +त्रिधातु +त्रिधातुं +त्रिधातुः +त्रिधातुकः +त्रिधातुके +त्रिधातुत्वम् +त्रिधातुना +त्रिधातूद्भवसंश्रयम् +त्रिधातूनि +त्रिधातोस् +त्रिधात्मानं +त्रिधापि +त्रिधाभज्य +त्रिधाभूतं +त्रिधाम +त्रिधामा +त्रिधाम्ने +त्रिधा॑ +त्रिधेति +त्रिधेव +त्रिधेष्यते +त्रिधैकैकं +त्रिधैव +त्रिधैवं +त्रिधोच्यते +त्रिधोदिता +त्रिनयन +त्रिनयनं +त्रिनयनः +त्रिनयना +त्रिनयनां +त्रिनवतितमः +त्रिनवतितमी +त्रिनवतितमोऽध्यायः +त्रिनवत्यधिकशततमोऽध्यायः +त्रिनाके +त्रिनाडिकम् +त्रिनाभि +त्रिनिदाद +त्रिनिप्रत्ययः +त्रिनिष्कं +त्रिनिष्कम् +त्रिने +त्रिनेत्र +त्रिनेत्रं +त्रिनेत्रः +त्रिनेत्रम् +त्रिनेत्रवक्षः +त्रिनेत्रशरणं +त्रिनेत्रश्च +त्रिनेत्रस्य +त्रिनेत्रा +त्रिनेत्रां +त्रिनेत्राः +त्रिनेत्राम् +त्रिनेत्राय +त्रिनेत्रे +त्रिनेत्रेण +त्रिनेत्रो +त्रिप +त्रिपंच +त्रिपंचाशत्तमोऽध्यायः +त्रिपक्षं +त्रिपक्षकम् +त्रिपक्षके +त्रिपक्षात् +त्रिपक्षादौ +त्रिपक्षाद् +त्रिपक्षे +त्रिपञ्च +त्रिपञ्चकम् +त्रिपञ्चधा +त्रिपञ्चसप्तनवभिः +त्रिपञ्चारे +त्रिपञ्चाश +त्रिपञ्चाशः +त्रिपञ्चाशतम् +त्रिपञ्चाशत् +त्रिपञ्चाशत्तमः +त्रिपञ्चाशत्तमोऽध्यायः +त्रिपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः +त्रिपञ्चाशी +त्रिपञ्चाशोऽध्यायः +त्रिपञ्चाषत्तमोऽध्यायः +त्रिपट्टं +त्रिपणं +त्रिपणो +त्रिपताकं +त्रिपताकः +त्रिपताकेन +त्रिपताकौ +त्रिपथ +त्रिपथं +त्रिपथगा +त्रिपथगां +त्रिपथगामिनी +त्रिपथगामिनीम् +त्रिपथगामिव +त्रिपथा +त्रिपथे +त्रिपद +त्रिपदं +त्रिपदः +त्रिपदा +त्रिपदां +त्रिपदाः +त्रिपदार्थं +त्रिपदाव्यभिचारिणी +त्रिपदास्ते +त्रिपदी +त्रिपदीं +त्रिपदे +त्रिपदो +त्रिपद्या +त्रिपरिवर्तं +त्रिपर्णिका +त्रिपर्णी +त्रिपर्वणा +त्रिपलं +त्रिपशुप्रयोगः +त्रिपाठिनः +त्रिपाठी +त्रिपात् +त्रिपाद +त्रिपादं +त्रिपादः +त्रिपादकम् +त्रिपादमध +त्रिपादमर्धं +त्रिपादमर्धंवा +त्रिपादम् +त्रिपादशेषं +त्रिपादस्यामृतं +त्रिपादहीनं +त्रिपादा +त्रिपादिका +त्रिपादिति +त्रिपादी +त्रिपादूर्ध्व +त्रिपादे +त्रिपादेन +त्रिपादो +त्रिपादोच्चा +त्रिपाद् +त्रिपाद्ब्रह्म +त्रिपाद्या +त्रिपाद्यां +त्रिपाद्यामपि +त्रिपिटक +त्रिपिटकम् +त्रिपिष्टपं +त्रिपिष्टपम् +त्रिपिष्टपे +त्रिपु +त्रिपुंड्रं +त्रिपुंड्रकम् +त्रिपुंड्रस्य +त्रिपुट +त्रिपुटं +त्रिपुटः +त्रिपुटा +त्रिपुटापि +त्रिपुटी +त्रिपुटीप्रत्यक्षवादिनः +त्रिपुटे +त्रिपुण्ड्रं +त्रिपुण्ड्रकम् +त्रिपुण्ड्रधारणं +त्रिपुण्ड्रविधिं +त्रिपुण्ड्रस्य +त्रिपुण्ड्रेण +त्रिपुर +त्रिपुरं +त्रिपुरघ्न +त्रिपुरघ्नं +त्रिपुरघ्नाय +त्रिपुरजयिनः +त्रिपुरदाहः +त्रिपुरदाहे +त्रिपुरदाहो +त्रिपुरद्विषः +त्रिपुरभैरवी +त्रिपुरभैरवीम् +त्रिपुरभैरव्या +त्रिपुरमालिनी +त्रिपुररिपुप्रभावातिशयस्य +त्रिपुरवधे +त्रिपुरवासिनः +त्रिपुरवासिनी +त्रिपुरसुन्दरि +त्रिपुरसुन्दरी +त्रिपुरसुन्दरीमानसपूजनस्तोत्रम् +त्रिपुरसुन्दरीमानसपूजास्तोत्रम् +त्रिपुरसुन्दरीमानसिकोपचारपूजास्तोत्रम् +त्रिपुरसुन्दरीमाश्रये +त्रिपुरसुन्दरीम् +त्रिपुरसुन्दरीवेदपादस्तोत्रम् +त्रिपुरस्य +त्रिपुरहर +त्रिपुरा +त्रिपुरां +त्रिपुरांतक +त्रिपुरांतकः +त्रिपुराणां +त्रिपुराणि +त्रिपुराद्यया +त्रिपुरान्तक +त्रिपुरान्तकः +त्रिपुरान्तकम् +त्रिपुरान्तकस्य +त्रिपुरान्तकाय +त्रिपुरान्तके +त्रिपुराया +त्रिपुरायास्तु +त्रिपुरायै +त्रिपुराराज्यम् +त्रिपुराराज्यसम्बद्धाः +त्रिपुराराज्यस्य +त्रिपुराराज्ये +त्रिपुरारि +त्रिपुरारिं +त्रिपुरारिः +त्रिपुरारिणा +त्रिपुरारिपालस्य +त्रिपुरासुरः +त्रिपुरी +त्रिपुरुषं +त्रिपुरुषा +त्रिपुरुषी +त्रिपुरे +त्रिपुरेण +त्रिपुरेति +त्रिपुरेशी +त्रिपुरेशीं +त्रिपुरेशीव +त्रिपुरेश्वरी +त्रिपुरेश्वरे +त्रिपुरो +त्रिपुरोपनिषत् +त्रिपुष्कर +त्रिपुष्करं +त्रिपुष्करम् +त्रिपुष्कराणां +त्रिपुष्करे +त्रिपूरुषम् +त्रिपूर्वक +त्रिपृष्ठ +त्रिपृष्ठं +त्रिपृष्ठः +त्रिपृष्ठम् +त्रिपृष्ठाय +त्रिपृष्ठे +त्रिपृष्ठेन +त्रिपौरुषम् +त्रिपौरुषी +त्रिप् +त्रिप्रइनाधिकरः +त्रिप्रइनाधिकारः +त्रिप्रकार +त्रिप्रकारं +त्रिप्रकारः +त्रिप्रकारकाः +त्रिप्रकारम् +त्रिप्रकारा +त्रिप्रकाराः +त्रिप्रकारेण +त्रिप्रकारो +त्रिप्रदक्षिणीकृत्य +त्रिप्रनाधिकारः +त्रिप्रभृति +त्रिप्रभृतिषु +त्रिप्रशनाधिकारः +त्रिप्रश्न +त्रिप्रश्नवासना +त्रिप्रश्नाधिकार +त्रिप्रश्नाधिकारः +त्रिप्रश्नाधिकारे +त्रिप्रश्नाध्यायः +त्रिप्रश्ने +त्रिप्रश्नोक्त्या +त्रिप्रश्नोत्तया +त्रिप्रश्नोत्तराध्यायः +त्रिफ +त्रिफलं +त्रिफलया +त्रिफला +त्रिफलां +त्रिफलाक्वथिते +त्रिफलाक्वाथं +त्रिफलाक्वाथसंयुतम् +त्रिफलाक्वाथे +त्रिफलाक्वाथेन +त्रिफलाचूर्णं +त्रिफलाजले +त्रिफलाजलैः +त्रिफलाञ्चापि +त्रिफलात्वचः +त्रिफलादि +त्रिफलानां +त्रिफलाम्बुना +त्रिफलाया +त्रिफलायाः +त्रिफलायाश्च +त्रिफलायास्तु +त्रिफलारसेन +त्रिफलारसैः +त्रिफलाषोडशं +त्रिफली +त्रिबन्धुरः +त्रिबन्धुरेण +त्रिबिक्रम +त्रिबिध +त्रिबिन्दुसहितं +त्रिभ +त्रिभं +त्रिभक्तिचतुरश्रं +त्रिभक्तिविस्तृतं +त्रिभगुणेन +त्रिभङ्गं +त्रिभङ्गिः +त्रिभङ्गी +त्रिभजीवा +त्रिभज्यका +त्रिभज्यया +त्रिभज्या +त्रिभज्याहृतार्काग्रका +त्रिभण्डी +त्रिभमध्ये +त्रिभमौर्विका +त्रिभवं +त्रिभवे +त्रिभाग +त्रिभागं +त्रिभागः +त्रिभागकम् +त्रिभागतः +त्रिभागवत् +त्रिभागशेषासु +त्रिभागहीनं +त्रिभागा +त्रिभागिकम् +त्रिभागिके +त्रिभागीकृत्य +त्रिभागे +त्रिभागेण +त्रिभागेन +त्रिभागेषु +त्रिभागैकं +त्रिभागो +त्रिभागोनं +त्रिभागौ +त्रिभाव +त्रिभि +त्रिभिः +त्रिभिरपि +त्रिभिरिति +त्रिभिरित्यत्र +त्रिभिरिष्यते +त्रिभिरुक्थ्यविग्रहैः +त्रिभिरुत्तरैर्गणैः +त्रिभिरेत्य +त्रिभिरेव +त्रिभिर् +त्रिभिर्गुणमयैः +त्रिभिर्गुणमयैर्भावैरेभिः +त्रिभिर्गुणैः +त्रिभिर्दर्भपुञ्जीलैः +त्रिभिर्दिनैः +त्रिभिर्देवैः +त्रिभिर्दोषैः +त्रिभिर्बाणैः +त्रिभिर्बाणैराजघान +त्रिभिर्भागैः +त्रिभिर्मन्त्रैः +त्रिभिर्मासैः +त्रिभिर्यानैर्धर्मं +त्रिभिर्लोकैः +त्रिभिर्वर्णैः +त्रिभिर्वर्षैः +त्रिभिर्वर्षैर्व्यपोहति +त्रिभिर्वा +त्रिभिर्वापि +त्रिभिर्विद्ध्वा +त्रिभिर्विव्याध +त्रिभिर्विशेषकम् +त्रिभिश् +त्रिभिश्च +त्रिभिश्चतुर्भिर्वा +त्रिभिश्चतुर्भिश्च +त्रिभिश्चान्यैः +त्रिभिश्चैव +त्रिभिष्ट्वं +त्रिभिस् +त्रिभिस्तथा +त्रिभिस्तु +त्रिभिस्त्रिभिः +त्रिभी +त्रिभु +त्रिभुज +त्रिभुजं +त्रिभुजक्षेत्रफलम् +त्रिभुजम् +त्रिभुजयोः +त्रिभुजस्य +त्रिभुजात् +त्रिभुजानां +त्रिभुजानि +त्रिभुजे +त्रिभुजेऽनुपातेन +त्रिभुजों +त्रिभुजोपरि +त्रिभुव +त्रिभुवन +त्रिभुवनं +त्रिभुवनगुरोः +त्रिभुवनजननी +त्रिभुवनदास +त्रिभुवनदासः +त्रिभुवनपावनं +त्रिभुवनमपि +त्रिभुवनमल्लदेव +त्रिभुवनम् +त्रिभुवनविश्वविद्यालयः +त्रिभुवनस्य +त्रिभुवनीभावाय +त्रिभुवने +त्रिभुवनेति +त्रिभुवनेश्वर +त्रिभुवनेश्वरः +त्रिभुवनेश्वरम् +त्रिभुवनेश्वरीम् +त्रिभुवनेश्वरौ +त्रिभूमिकं +त्रिभूवन् +त्रिभे +त्रिभेदं +त्रिभेदा +त्रिभेदे +त्रिभेऽन्तरे +त्रिभो +त्रिभोन +त्रिभोनं +त्रिभोनलग्नं +त्रिभोनलग्नस्य +त्रिभोनेन +त्रिभौमं +त्रिभ्य +त्रिभ्यः +त्रिभ्यो +त्रिम +त्रिमं +त्रिमण्डला +त्रिमधु +त्रिमधुः +त्रिमधुरं +त्रिमध्वक्तं +त्रिमात्र +त्रिमात्रं +त्रिमात्रः +त्रिमात्रःप्लुतः +त्रिमात्रकम् +त्रिमात्रचतुर्मात्रा +त्रिमात्रस्तु +त्रिमात्रेण +त्रिमात्रेणोमित्यनेनैवाक्षरेण +त्रिमात्रेणोमित्येतेनैवाक्षरेण +त्रिमात्रो +त्रिमार्गगा +त्रिमार्गभेदं +त्रिमासं +त्रिमासे +त्रिमिः +त्रिमुखं +त्रिमुखा +त्रिमुखी +त्रिमुनि +त्रिमुनियतियुता +त्रिमुहूर्तं +त्रिमुहूर्त्ता +त्रिमूर्तयः +त्रिमूर्तये +त्रिमूर्ति +त्रिमूर्तिं +त्रिमूर्तिः +त्रिमूर्तिषु +त्रिमूर्तीनां +त्रिमूर्त्यतिगतं +त्रिमूर्धः +त्रिमेखलं +त्रिमेखलम् +त्रिमेखला +त्रिमौर्व्या +त्रिमौव्य +त्रिम्̇शत् +त्रिम्̇शदक्षरा +त्रिय +त्रियं +त्रियंबकम् +त्रियंशं +त्रियंशकम् +त्रियंशेन +त्रियः +त्रियङ्गुलं +त्रियङ्गुलम् +त्रियते +त्रियम्बकं +त्रियम्बकम् +त्रियम्बकेन +त्रियवं +त्रियवाधिकं +त्रियवोनं +त्रियस्य +त्रियहं +त्रियहः +त्रियहन्तु +त्रियहे +त्रियहो +त्रिया +त्रियां +त्रियाः +त्रियामं +त्रियामा +त्रियामां +त्रियामाम् +त्रियामायां +त्रियाम् +त्रियायुषं +त्रियायुषमिति +त्रियु +त्रियुगं +त्रियुगे +त्रियुतं +त्रियुते +त्रियो +त्रियोजनं +त्रियोजनम् +त्रिरत्नं +त्रिरत्नभजनं +त्रिरत्नशरणं +त्रिरत्नस्मरणं +त्रिरत्नस्य +त्रिरत्र +त्रिरथ +त्रिरथो +त्रिरनूक्तायां +त्रिरन्तर्जले +त्रिरन्वाह +त्रिरपः +त्रिरपरिषिञ्चन्प्रतिपर्येति +त्रिरपसलैः +त्रिरपसव्यं +त्रिरपि +त्रिरभिमन्त्र्य +त्रिरभ्यञ्जनम् +त्रिरभ्यस्ता +त्रिरभ्यस्य +त्रिरयं +त्रिरवताम्यन्ति +त्रिरस्मै +त्रिरहन्नसश्चुषी +त्रिरह्न +त्रिरह्नः +त्रिरह्नो +त्रिरा +त्रिराचम्य +त्रिराचामेत् +त्रिराचामेदपः +त्रिरात्र +त्रिरात्रं +त्रिरात्रः +त्रिरात्रकम् +त्रिरात्रन्तु +त्रिरात्रपर्यन्तं +त्रिरात्रमध्ये +त्रिरात्रमन्ततः +त्रिरात्रमशुचिर्भवेत् +त्रिरात्रमाशौचं +त्रिरात्रमिति +त्रिरात्रमुद्दिश्य +त्रिरात्रमुपवसेत् +त्रिरात्रमुपवासः +त्रिरात्रमुषितः +त्रिरात्रमुषितो +त्रिरात्रमेकरात्रं +त्रिरात्रम् +त्रिरात्रस्य +त्रिरात्रा +त्रिरात्राच्छुद्धिरिष्यते +त्रिरात्राज्जीवितं +त्रिरात्राणां +त्रिरात्राणि +त्रिरात्रात् +त्रिरात्रादि +त्रिरात्रान्त +त्रिरात्रान्ते +त्रिरात्राशौचं +त्रिरात्रे +त्रिरात्रेण +त्रिरात्रेणैव +त्रिरात्रो +त्रिरात्रोपवासः +त्रिरात्रोपोषितं +त्रिरात्रोपोषितः +त्रिरात्रोपोषितो +त्रिरायम्य +त्रिरावर्त्य +त्रिरावृत्तं +त्रिरावृत्तिः +त्रिरावृत्तेन +त्रिरावृत्त्या +त्रिरावृत्य +त्रिराह +त्रिराहत्य +त्रिराहुतिं +त्रिराह्वयति +त्रिरिति +त्रिरित्येवं +त्रिरु +त्रिरुक्तायां +त्रिरुक्ते +त्रिरुक्त्वा +त्रिरुच्चार्य +त्रिरुच्चैः +त्रिरुत्तमां +त्रिरुत्तमामन्वाह +त्रिरुत्तमाम् +त्रिरुत्पुनाति +त्रिरुत्पूय +त्रिरुदानमुदानयति +त्रिरुद्ग्रथ्य +त्रिरुन्नतं +त्रिरुपांशु +त्रिरूपं +त्रिरूपः +त्रिरूपता +त्रिरूपम् +त्रिरूपलिङ्गाख्यानं +त्रिरूपा +त्रिरूपाणि +त्रिरूपेण +त्रिरूपो +त्रिरूर्ध्वं +त्रिरेकादशा +त्रिरेखः +त्रिरेखा +त्रिरेव +त्रिरेवम् +त्रिरोमा +त्रिर् +त्रिर्गायेत् +त्रिर्जपेत् +त्रिर्जुहोति +त्रिर्देव +त्रिर्देवः +त्रिर्ना +त्रिर्निनीय +त्रिर्नो +त्रिर्नो॑ +त्रिर्भवन्त्यूमाः +त्रिर्मन्त्रावृत्तिः +त्रिर्यजुषा +त्रिर्यद्दिवः +त्रिर्वा +त्रिर्विगृह्णाति +त्रिर्वै +त्रिर्व॒र्तिर्या॑तमश्विना +त्रिर्हि +त्रिलक्षं +त्रिलक्षकम् +त्रिलक्षणं +त्रिलक्षणम् +त्रिलक्षणी +त्रिलक्षाणि +त्रिलक्षैश्च +त्रिलक्ष्यं +त्रिलवणं +त्रिलिङ्ग +त्रिलिङ्गं +त्रिलिङ्गः +त्रिलिङ्गकम् +त्रिलिङ्गम् +त्रिलिङ्गा +त्रिलो +त्रिलोक +त्रिलोकं +त्रिलोकजननी +त्रिलोकनाथ +त्रिलोकनाथः +त्रिलोकनाथेन +त्रिलोकविजयी +त्रिलोकवीरः +त्रिलोकस्था +त्रिलोकस्य +त्रिलोकात्मा +त्रिलोकानां +त्रिलोकी +त्रिलोकीं +त्रिलोकीम् +त्रिलोके +त्रिलोकेश +त्रिलोकेशं +त्रिलोकेशः +त्रिलोकेशो +त्रिलोकेषु +त्रिलोक्या +त्रिलोक्यां +त्रिलोक्याः +त्रिलोक्यामपि +त्रिलोक्याम् +त्रिलोचन +त्रिलोचनं +त्रिलोचनः +त्रिलोचनकुटुम्बिनीं +त्रिलोचनम् +त्रिलोचनस्य +त्रिलोचना +त्रिलोचनां +त्रिलोचनाम् +त्रिलोचनाय +त्रिलोचने +त्रिलोचनो +त्रिलोपे +त्रिव +त्रिवक्त्रं +त्रिवतीर्याज्यानुवाक्या +त्रिवत्या +त्रिवत्सं +त्रिवत्सः +त्रिवत्सरम् +त्रिवत्सश्च +त्रिवत्सा +त्रिवत्सो +त्रिवन्धुरः +त्रिवन्धुरेण +त्रिवन्धुरो +त्रिवरूथ +त्रिवरूथं +त्रिवरूथः +त्रिवरूथम् +त्रिवरूथे +त्रिवर्ग +त्रिवर्गं +त्रिवर्गः +त्रिवर्गकम् +त्रिवर्गफलभाग्भवेत् +त्रिवर्गसहितं +त्रिवर्गसाधनं +त्रिवर्गसारः +त्रिवर्गस्य +त्रिवर्गा +त्रिवर्गे +त्रिवर्गेण +त्रिवर्गेषु +त्रिवर्गो +त्रिवर्ण +त्रिवर्णं +त्रिवर्णः +त्रिवर्णा +त्रिवर्णे +त्रिवर्णो +त्रिवर्ष +त्रिवर्षं +त्रिवर्षपूर्वः +त्रिवर्षा +त्रिवर्षाय +त्रिवर्षे +त्रिवर्षो +त्रिवलिं +त्रिवलिः +त्रिवली +त्रिवलीं +त्रिवलीशब्दः +त्रिवव +त्रिवादने +त्रिवार +त्रिवारं +त्रिवारकम् +त्रिवारमभिमन्त्र्य +त्रिवारम् +त्रिवारान् +त्रिवारेण +त्रिवार्षिकं +त्रिवार्षिकः +त्रिवि +त्रिविक्र +त्रिविक्रम +त्रिविक्रमं +त्रिविक्रमः +त्रिविक्रमदेवस्य +त्रिविक्रमभट्टः +त्रिविक्रमभट्टस्य +त्रिविक्रमम् +त्रिविक्रमविरचितः +त्रिविक्रमश्च +त्रिविक्रमसेनं +त्रिविक्रमसेनः +त्रिविक्रमसेनम् +त्रिविक्रमसेनस् +त्रिविक्रमसेनस्तं +त्रिविक्रमसेनो +त्रिविक्रमस्तु +त्रिविक्रमस्य +त्रिविक्रमाय +त्रिविक्रमावतारे +त्रिविक्रमे +त्रिविक्रमेण +त्रिविक्रमो +त्रिविक्रमोऽपि +त्रिवितस्तं +त्रिविद्या +त्रिविद्याः +त्रिविध +त्रिविधं +त्रिविधः +त्रिविधत्वं +त्रिविधत्वम् +त्रिविधत्वात् +त्रिविधमनुमानं +त्रिविधमपि +त्रिविधमाह +त्रिविधमिति +त्रिविधमित्यर्थः +त्रिविधमिह +त्रिविधमुच्यते +त्रिविधमेव +त्रिविधम् +त्रिविधम्‌ +त्रिविधस्तु +त्रिविधस्ते +त्रिविधस्य +त्रिविधस्यापि +त्रिविधा +त्रिविधां +त्रिविधाः +त्रिविधात्मकम् +त्रिविधानां +त्रिविधानि +त्रिविधान् +त्रिविधामपि +त्रिविधाया +त्रिविधायाः +त्रिविधाश्च +त्रिविधास्ते +त्रिविधे +त्रिविधेति +त्रिविधेन +त्रिविधेषु +त्रिविधेऽपि +त्रिविधैः +त्रिविधो +त्रिविधोत्पाते +त्रिविधोऽपि +त्रिविधोऽभाव +त्रिविधोऽयं +त्रिविधोऽयमहंकारो +त्रिविन्दुसहितं +त्रिविष्टप +त्रिविष्टपं +त्रिविष्टपः +त्रिविष्टपम् +त्रिविष्टपस्य +त्रिविष्टपात् +त्रिविष्टपे +त्रिविष्टिधातु +त्रिविष्ट्यध्वरं +त्रिवृ +त्रिवृच् +त्रिवृच्च +त्रिवृच्चूर्णं +त्रिवृच्चूर्णपलानि +त्रिवृच्छिरः +त्रिवृच्छिरसं +त्रिवृच्छिरो +त्रिवृत +त्रिवृतं +त्रिवृतः +त्रिवृतमेकैकां +त्रिवृतम् +त्रिवृतया +त्रिवृतस् +त्रिवृता +त्रिवृतां +त्रिवृताग्निष्टुतापि +त्रिवृतान्नेन +त्रिवृतायां +त्रिवृतायाः +त्रिवृताव् +त्रिवृति +त्रिवृती +त्रिवृते +त्रिवृतैव +त्रिवृतो +त्रिवृतोदेति +त्रिवृतौ +त्रिवृत् +त्रिवृत्करणं +त्रिवृत्करणश्रुतेः +त्रिवृत्करणस्य +त्रिवृत्करणे +त्रिवृत्कुर्वत +त्रिवृत्त +त्रिवृत्तं +त्रिवृत्ता +त्रिवृत्ते +त्रिवृत्त्रिवृदेकैका +त्रिवृत्पञ्चदशः +त्रिवृत्पञ्चदशोऽग्निष्टोमः +त्रिवृत्पञ्चदशौ +त्रिवृत्पलाशे +त्रिवृत्प्रातःसवनम् +त्रिवृत्संधिः +त्रिवृत्समा +त्रिवृत्साम +त्रिवृत्स्तोम +त्रिवृत्स्तोमः +त्रिवृत्स्तोमस्य +त्रिवृत्स्तोमो +त्रिवृतꣳ +त्रिवृदग्निर्यावानग्निर्यावत्यस्य +त्रिवृदग्निष्टोमः +त्रिवृदग्निष्टोमो +त्रिवृदन्नं +त्रिवृदन्नहोमं +त्रिवृदन्नहोमः +त्रिवृदन्नाहुत्या +त्रिवृदसि +त्रिवृदादयः +त्रिवृदेव +त्रिवृद् +त्रिवृद्दन्ती +त्रिवृद्दर्भमयं +त्रिवृद्धि +त्रिवृद्ध्यग्नि +त्रिवृद्बहिष्पवमानं +त्रिवृद्बहिष्पवमानम् +त्रिवृद्भिः +त्रिवृद्भिर् +त्रिवृद्वा +त्रिवृद्वै +त्रिवृन् +त्रिवृन्ति +त्रिवृन्त्याज्यानि +त्रिवृ꣡तंप्र꣢वृ꣡तम् +त्रिवेणी +त्रिवेणीं +त्रिवेणीसङ्गमः +त्रिवेणीसङ्गमे +त्रिवेणुं +त्रिवेण्या +त्रिवेण्यां +त्रिवेदः +त्रिवेदाय +त्रिवेदिसहितं +त्रिवेदी +त्रिवेन्द्रम् +त्रिव्यूह +त्रिव्रतो +त्रिश +त्रिशं +त्रिशंकुं +त्रिशंकुरिति +त्रिशंकुरुवाच +त्रिशंकुर्नाम +त्रिशंकूपाख्याने +त्रिशंकोः +त्रिशः +त्रिशक्ति +त्रिशक्तिसहितं +त्रिशङ्कु +त्रिशङ्कुं +त्रिशङ्कुः +त्रिशङ्कुरिति +त्रिशङ्कुर् +त्रिशङ्कुर्नाम +त्रिशङ्कुस्तु +त्रिशङ्को +त्रिशङ्कोः +त्रिशङ्कोर् +त्रिशङ्कोर्मातङ्गराजस्य +त्रिशङ्कोर्वेदानुवचनम् +त्रिशत +त्रिशतं +त्रिशतञ्च +त्रिशततमोऽध्यायः +त्रिशतम् +त्रिशता +त्रिशताधिकाः +त्रिशतानि +त्रिशती +त्रिशते +त्रिशत् +त्रिशन् +त्रिशब्दस्य +त्रिशब्दो +त्रिशला +त्रिशल्येन +त्रिशा +त्रिशाखं +त्रिशाखां +त्रिशाणं +त्रिशाण्यम् +त्रिशालं +त्रिशिख +त्रिशिखं +त्रिशिखः +त्रिशिखरं +त्रिशिखा +त्रिशिखां +त्रिशिखाब्राह्मणोपनिषदि +त्रिशिखिब्राह्मणोपनिषत् +त्रिशिखी +त्रिशिखे +त्रिशिखो +त्रिशिरसं +त्रिशिरसा +त्रिशिरसो +त्रिशिरस्कं +त्रिशिरा +त्रिशिराः +त्रिशिराश्च +त्रिशिराश्चातिकायश्च +त्रिशिरास्तथा +त्रिशिले +त्रिशीर्षा +त्रिशीर्षाणं +त्रिशीर्षाय +त्रिशुक् +त्रिशूल +त्रिशूलं +त्रिशूलः +त्रिशूलकम् +त्रिशूलञ्च +त्रिशूलधृक् +त्रिशूलपट्टिशधरं +त्रिशूलपाणे +त्रिशूलभृत् +त्रिशूलमुद्यम्य +त्रिशूलम् +त्रिशूलवरधारिणी +त्रिशूलवरधारिणे +त्रिशूलहस्ताय +त्रिशूला +त्रिशूलाङ्कं +त्रिशूलानां +त्रिशूलानि +त्रिशूलाय +त्रिशूलिनः +त्रिशूलिनम् +त्रिशूलिना +त्रिशूलिनी +त्रिशूलिने +त्रिशूली +त्रिशूले +त्रिशूलेन +त्रिशृङ्ग +त्रिशृङ्गो +त्रिशो +त्रिशोकः +त्रिशोको +त्रिशोऽध्यायः +त्रिश्च +त्रिश्चिन्नो +त्रिश्रुतिः +त्रिश्शूर् +त्रिष +त्रिषंयुक्तं +त्रिषंयुक्तेन +त्रिषट् +त्रिषडायगताः +त्रिषडायगतैः +त्रिषत्या +त्रिषधस्थ +त्रिषधस्थे +त्रिषन्धिः +त्रिषन्धिना +त्रिषन्धे +त्रिषप्ता +त्रिषप्ताः +त्रिषप्ताःऽ +त्रिषप्तीयं +त्रिषवण +त्रिषवणं +त्रिषवणस्नानं +त्रिषवणस्नायी +त्रिषवणो +त्रिषष्टि +त्रिषष्टिः +त्रिषष्टितमं +त्रिषष्टितमः +त्रिषष्टितमोऽध्यायः +त्रिषष्टिधा +त्रिषष्टिरंशा +त्रिषष्टिरेव +त्रिषष्टिश्चतुःषष्टिर्वा +त्रिषष्टी +त्रिषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः +त्रिषष्ट्या +त्रिषष्ट्युत्तरशततमोऽध्यायः +त्रिषष्ठितमः +त्रिषाहस्रं +त्रिषिखि +त्रिषु +त्रिषुलोकेषु +त्रिषूत्तरेषु +त्रिष्कालं +त्रिष्कृत्वः +त्रिष्कृत्वा +त्रिष्कृत्वो +त्रिष्टुक् +त्रिष्टुग् +त्रिष्टुग्भी +त्रिष्टुप +त्रिष्टुप् +त्रिष्टुप्च +त्रिष्टुप्छन्दः +त्रिष्टुप्छन्दस +त्रिष्टुप्छन्दसं +त्रिष्टुप्छन्दसः +त्रिष्टुप्छन्दसा +त्रिष्टुप्छन्दा +त्रिष्टुप्छन्दाः +त्रिष्टुप्छन्दो +त्रिष्टुप्प्रातःसवन +त्रिष्टुप्सु +त्रिष्टुबनुष्टुभौ +त्रिष्टुबन्तं +त्रिष्टुबन्तम् +त्रिष्टुबाग्नेयी +त्रिष्टुबिति +त्रिष्टुबेव +त्रिष्टुबोजस्येव +त्रिष्टुब् +त्रिष्टुब्जगती +त्रिष्टुब्जगत्यै +त्रिष्टुब्भिः +त्रिष्टुब्भ्यां +त्रिष्टुब्यजुरन्ता +त्रिष्टुब्वज्रस्त्रिष्टुब्वीर्यं +त्रिष्टुब्वज्रेणैवैतद्वीर्येण +त्रिष्टुब्वा +त्रिष्टुब्विराड्रूपा +त्रिष्टुभ +त्रिष्टुभं +त्रिष्टुभः +त्रिष्टुभम् +त्रिष्टुभश् +त्रिष्टुभश्च +त्रिष्टुभस् +त्रिष्टुभा +त्रिष्टुभां +त्रिष्टुभावाग्नेय्यौ +त्रिष्टुभि +त्रिष्टुभे +त्रिष्टुभैव +त्रिष्टुभैवास्मा +त्रिष्टुभो +त्रिष्टुभोऽन्याः +त्रिष्टुभौ +त्रिष्टुभौजः +त्रिष्टुभ् +त्रिष्टुभ्य् +त्रिष्ठं +त्रिष्ठः +त्रिष्फली +त्रिष्फलीकृतेषु +त्रिष्फलीकृत्य +त्रिष्वथो +त्रिष्वध्वसु +त्रिष्वपि +त्रिष्वपीति +त्रिष्वप्येतेषु +त्रिष्वप्रमाद्यन्नेतेषु +त्रिष्वात्मीये +त्रिष्विति +त्रिष्वेतेषु +त्रिष्वेव +त्रिष्व् +त्रिष्षमृद्धत्वाय +त्रिसंख्याकाः +त्रिसंख्याकानि +त्रिसंधिषु +त्रिसंध्यं +त्रिसंध्यम् +त्रिसकारमपि +त्रिसत्यं +त्रिसन्धिः +त्रिसन्धिषु +त्रिसन्ध्य +त्रिसन्ध्यं +त्रिसन्ध्यव्यापिनी +त्रिसन्ध्या +त्रिसप्त +त्रिसप्तकृत्वः +त्रिसप्तकृत्वो +त्रिसप्तति +त्रिसप्ततितमं +त्रिसप्ततितमः +त्रिसप्ततितमी +त्रिसप्ततितमोऽध्यायः +त्रिसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +त्रिसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः +त्रिसप्तत्या +त्रिसप्तत्युत्तरशततमोऽध्यायः +त्रिसप्तधा +त्रिसप्ताः +त्रिसप्ताभिः +त्रिसप्ताहं +त्रिसप्ताहेन +त्रिसहस्र +त्रिसहस्रं +त्रिसहस्रकम् +त्रिसहस्राणि +त्रिसाधना +त्रिसामा +त्रिसाहस्रं +त्रिसाहस्रमहासाहस्रलोकधातौ +त्रिसाहस्रमहासाहस्रे +त्रिसाहस्रमहासाहस्रो +त्रिसाहस्रमहासाहस्र्यां +त्रिसुगन्धञ्च +त्रिसुगन्धि +त्रिसुगन्धिकम् +त्रिसुगन्धियुक्तं +त्रिसुपर्णं +त्रिसुपर्णः +त्रिसुपर्णमन्त्रः +त्रिसुपर्णमयाचितं +त्रिसूत्रं +त्रिसूत्रमणुमव्ययम् +त्रिसूत्री +त्रिसूत्र्या +त्रिस् +त्रिस्कन्धं +त्रिस्तनं +त्रिस्तनव्रतं +त्रिस्तनानि +त्रिस्तनी +त्रिस्तनीं +त्रिस्तरं +त्रिस्तरा +त्रिस्तावती +त्रिस्तावा +त्रिस्तु +त्रिस्त्रिः +त्रिस्त्रिरेकैकं +त्रिस्थान +त्रिस्थानं +त्रिस्थानस्थं +त्रिस्थाने +त्रिस्थूणं +त्रिस्पृशा +त्रिस्पृशां +त्रिस्रः +त्रिस्रो +त्रिस्रोतसं +त्रिस्रोता +त्रिस्वरकाण्डः +त्रिस्वरूपत्वं +त्रिस्सप्तकृत्वः +त्रिस्सप्तकृत्वो +त्रिहविः +त्रिहस्तं +त्रिहस्तकम् +त्रिहस्ता +त्रिहस्तान्तं +त्रिहस्ते +त्रिहायणी +त्रिहायण्या +त्रिहायना +त्रिऽकद्रुकेषु +त्रिऽक॑द्रुकेषु +त्रिऽधातु +त्रिऽभिः +त्रिऽवन्धुरः +त्रिऽवरूथम् +त्रिऽवृतम् +त्रिऽस्तुप् +त्रि॑पृ॒ष्ठं +त्रि॒ +त्रि॒त +त्रि॒तं +त्रि॒तः +त्रि॒तम् +त्रि॒तस्य॑ +त्रि॒तस्य॒ +त्रि॒ताय॑ +त्रि॒ते +त्रि॒तो +त्रि॒धातु॑ +त्रि॒धातु॒ +त्रि॒पादू॒र्ध्व +त्रि॒पादू॒र्ध्वउदै॒त्पुरु॑ष॒ +त्रि॒पाद॑स्या॒मृतं॑ +त्रि॒भिः +त्रि॒भ्यः +त्रि॒वरू॑थं॒ +त्रि॒वृतं॑ +त्रि॒वृता॑ +त्रि॒वृता॒ +त्रि॒वृतो॒ +त्रि॒वृत् +त्रि॒वृद्वा +त्रि॒वृद॑ग्निष्टो॒मो +त्रि॒व॒न्धु॒रेण॑ +त्रि॒षु +त्रि॒ष्टुभं॒ +त्रि॒ष्टुभा॒ +त्रि॒ऽधातु॑ +त्रि॒ऽभिः +त्रि॒ऽवरू॑थम् +त्रि॒ऽवृता॑ +त्रि॒ऽवृत॑म् +त्रि॒ऽव॒न्धु॒रः +त्रि꣣ +त्रिꣳ +त्रिꣳशता +त्रिꣳशत् +त्रिꣳशदक्षरा +त्रिꣳशद् +त्रिꣳशद्धाम +त्री +त्रीँ +त्रीँल्लोकान् +त्रींल् +त्रींल्लोकान् +त्रींल्लोकान्व्याप्य +त्रींश् +त्रींश्च +त्रींश्चतुरो +त्रींस्तु +त्रींस्त्रीन् +त्रीण +त्रीणां +त्रीणामवोऽस्तु +त्रीणाम् +त्रीणि +त्रीणित्रित +त्रीणित्रीणि +त्रीणिधनमाग्नेयम् +त्रीणिपदा +त्रीणि॑ +त्रीणि॒ +त्रीणी +त्रीणीति +त्रीण्य +त्रीण्यक्षराणि +त्रीण्यङ्गानि +त्रीण्यत्र +त्रीण्यन्यानि +त्रीण्यपत्यानि +त्रीण्यपाकृत्य +त्रीण्यपि +त्रीण्यप्येतानि +त्रीण्यस्य +त्रीण्यहानि +त्रीण्यहान्यग्निष्टोमावभित +त्रीण्याग्नेयानि +त्रीण्याज्यानि +त्रीण्यात्मनेऽकुरुतेति +त्रीण्यायूंषि +त्रीण्याह +त्रीण्युत्तराणि +त्रीण्येकं +त्रीण्येतानि +त्रीण्येतान्यविभाज्यानि +त्रीण्येव +त्रीण्य् +त्रीण्य॒न्तः +त्रीण्य॒प्सु +त्रीतरजन्मशान्त्यध्यायः +त्रीन +त्रीनजान् +त्रीनतिग्राह्यान्गृह्णाति +त्रीनथ +त्रीनपि +त्रीनिति +त्रीनुदकाञ्जलीन्निनयति +त्रीनुदपातान्निनयति +त्रीनेकैकमुभयत्र +त्रीनेव +त्रीन् +त्रीन्देही +त्रीन्प्राचः +त्रीन्मध्ये +त्रीन्मासान् +त्रीन्मासान्हारिणेन +त्रीन्वा +त्रीन्वृणीते +त्रीन्समुद्रान् +त्रीहयः +त्रीहि +त्रीहिः +त्रीहीणां +त्री॒णामवो॑ऽस्तु +त्रु +त्रुट +त्रुटति +त्रुटन्ति +त्रुटयः +त्रुटि +त्रुटिं +त्रुटिः +त्रुटित +त्रुटितं +त्रुटितः +त्रुटितम् +त्रुटिता +त्रुटितानि +त्रुटिते +त्रुटिपूर्णं +त्रुटिमात्रं +त्रुटियाँ +त्रुटियों +त्रुटिर्नाम +त्रुटिर्युगायते +त्रुटिशो +त्रुटी +त्रुटीनां +त्रुटेः +त्रुटौ +त्रुट्यति +त्रुट्यते +त्रुट्यन्ति +त्रुप +त्रुफ +त्रुम्प +त्रुम्फ +त्रुम्फति +त्रुवते +त्रे +त्रेः +त्रेण +त्रेण्या +त्रेत +त्रेता +त्रेतां +त्रेताग्निं +त्रेतादिषु +त्रेतादौ +त्रेताद्वापरयोः +त्रेतान्ते +त्रेतामुखे +त्रेताया +त्रेतायां +त्रेतायाः +त्रेतायामपि +त्रेतायुग +त्रेतायुगं +त्रेतायुगमुखे +त्रेतायुगम् +त्रेतायुगसन्तानः +त्रेतायुगसमः +त्रेतायुगस्य +त्रेतायुगस्यादौ +त्रेतायुगे +त्रेतायै +त्रेतासन्तानः +त्रेतासन्ताने +त्रेति +त्रेतिनी +त्रेतेति +त्रेध +त्रेधा +त्रेधात्मानं +त्रेधाभावाय +त्रेधाविभक्तं +त्रेधाविहिता +त्रेधाविहितो +त्रेपिरे +त्रेपे +त्रेश्च +त्रेषु +त्रेसतुः +त्रेसुः +त्रेस्त्रय +त्रेस्त्रयः +त्रेस्रयः +त्रेहं +त्रेि +त्रे॒धा +त्रै +त्रैः +त्रैक +त्रैककुदं +त्रैककुदेनाञ्जनेनाङ्क्ते +त्रैककुभं +त्रैककुभम् +त्रैककुभानि +त्रैकालिकं +त्रैकालिकनिषेधप्रतियोगित्वं +त्रैकालिकी +त्रैकाल्य +त्रैकाल्यं +त्रैकाल्यासिद्धेः +त्रैकाल्ये +त्रैगर्तः +त्रैगर्तकः +त्रैगर्ते +त्रैगुण्य +त्रैगुण्यं +त्रैगुण्यमिति +त्रैगुण्यविपर्ययाच्चैव +त्रैगुण्यविषया +त्रैगुण्यविषयाः +त्रैगुण्येति +त्रैगुण्योद्भवमत्र +त्रैङ् +त्रैड् +त्रैतं +त्रैतम् +त्रैतानि +त्रैते +त्रैधं +त्रैधम् +त्रैधातवीयम् +त्रैधातवीयया +त्रैधातवीया +त्रैधातवीयेन +त्रैधातुकं +त्रैधातुकमिदं +त्रैधातुकवीतरागः +त्रैधातुकवीतरागा +त्रैधातुके +त्रैपदं +त्रैपादिक +त्रैपुरं +त्रैपुरा +त्रैपुरी +त्रैपुरुषिकं +त्रैपुरे +त्रैफलं +त्रैफलेन +त्रैमातुरः +त्रैमासिकं +त्रैमासिकम् +त्रैमासिकव्रतम् +त्रैमासिकी +त्रैमासीं +त्रैमास्यं +त्रैयम्बकं +त्रैराशि +त्रैराशिक +त्रैराशिकं +त्रैराशिकद्वयम् +त्रैराशिकम् +त्रैराशिके +त्रैराशिकेन +त्रैरूप्यं +त्रैरूप्यमुक्तम् +त्रैरूप्यम् +त्रैरूप्येण +त्रैलो +त्रैलोक्य +त्रैलोक्यं +त्रैलोक्यगोप्ता +त्रैलोक्यजननी +त्रैलोक्यजनितं +त्रैलोक्यदुर्लभम् +त्रैलोक्यनाथ +त्रैलोक्यनाथं +त्रैलोक्यनाथस्य +त्रैलोक्यनाथेन +त्रैलोक्यनाथो +त्रैलोक्यपरमाणवः +त्रैलोक्यपरिपूजिताय +त्रैलोक्यपावनी +त्रैलोक्यपावनीम् +त्रैलोक्यपूजितम् +त्रैलोक्यबन्धोः +त्रैलोक्यभर्तुः +त्रैलोक्यमखिलं +त्रैलोक्यमध्ये +त्रैलोक्यमपि +त्रैलोक्यमातरम् +त्रैलोक्यमालिनं +त्रैलोक्यमालिने +त्रैलोक्यमाली +त्रैलोक्यमिति +त्रैलोक्यमिदमव्ययम् +त्रैलोक्यमिव +त्रैलोक्यमेतत् +त्रैलोक्यमेतदखिलं +त्रैलोक्यमोहनं +त्रैलोक्यमोहनम् +त्रैलोक्यमोहनाय +त्रैलोक्यमोहनो +त्रैलोक्यमोहिनी +त्रैलोक्यमोहिनीं +त्रैलोक्यमोहिनीम् +त्रैलोक्यम् +त्रैलोक्यरक्षणार्थाय +त्रैलोक्यराज्यं +त्रैलोक्यराज्यस्य +त्रैलोक्यराज्यस्यापि +त्रैलोक्यराज्यावधिकमपि +त्रैलोक्यवन्द्येन +त्रैलोक्यवासिनः +त्रैलोक्यविख्यातं +त्रैलोक्यविजयं +त्रैलोक्यविजया +त्रैलोक्यविजयी +त्रैलोक्यविजये +त्रैलोक्यविजयोपकरणभूते +त्रैलोक्यविद्या +त्रैलोक्यविश्रुतम् +त्रैलोक्यविश्रुता +त्रैलोक्यविश्रुताम् +त्रैलोक्यव्यापिनी +त्रैलोक्यशरणं +त्रैलोक्यसारं +त्रैलोक्यसुन्दरी +त्रैलोक्यस्य +त्रैलोक्यस्यापि +त्रैलोक्यस्यास्य +त्रैलोक्यहितकाम्यया +त्रैलोक्यां +त्रैलोक्याधिपतिं +त्रैलोक्याधिपतिः +त्रैलोक्याधिपते +त्रैलोक्यान्तर्वर्त्तिदेहेन्द्रियादिवस्तुमात्रविषयत्वमेव +त्रैलोक्ये +त्रैलोक्येत्यादि +त्रैलोक्येनापि +त्रैलोक्येषु +त्रैलोक्येऽपि +त्रैव +त्रैवं +त्रैवर्णिकस्य +त्रैवर्णिकस्यैव +त्रैवर्णिकाः +त्रैवर्णिकानां +त्रैवर्णिकानाम् +त्रैवर्णिको +त्रैवार्षिक +त्रैवार्षिकं +त्रैवार्षिकम् +त्रैवार्षिकव्रतम् +त्रैवि +त्रैविक्रमं +त्रैविद्य +त्रैविद्यं +त्रैविद्यः +त्रैविद्यकं +त्रैविद्यनृपदेवानां +त्रैविद्यवृद्धाः +त्रैविद्यवृद्धानां +त्रैविद्या +त्रैविद्याः +त्रैविद्यानां +त्रैविद्येभ्यस्त्रयीं +त्रैविद्यो +त्रैविध्य +त्रैविध्यं +त्रैविध्यमापन्नः +त्रैविध्यमाह +त्रैविध्यमिदानीं +त्रैविध्यमुक्तं +त्रैविध्यमुक्तम् +त्रैविध्यमुक्त्वा +त्रैविध्यमुपलक्षितम् +त्रैविध्यम् +त्रैविध्यस्य +त्रैविध्यात् +त्रैविध्ये +त्रैविध्येन +त्रैवृतं +त्रैवृतेन +त्रैवेदिकं +त्रैशब्द्यं +त्रैशोकं +त्रैशोकम् +त्रैष्टुभ +त्रैष्टुभं +त्रैष्टुभः +त्रैष्टुभमाग्नेयम् +त्रैष्टुभमाश्विनम् +त्रैष्टुभमेव +त्रैष्टुभमैन्द्रम् +त्रैष्टुभम् +त्रैष्टुभाः +त्रैष्टुभात् +त्रैष्टुभानाम् +त्रैष्टुभानि +त्रैष्टुभाय +त्रैष्टुभे +त्रैष्टुभेन +त्रैष्टुभो +त्रैष्टुभोऽसि +त्रैष्टुभोऽसीति +त्रैष्टु॑भेन +त्रैष्टु॑भेन॒ +त्रैसमिकः +त्रैस्वर्यं +त्रै॑ष्टुभेन +त्रो +त्रों +त्रोटक +त्रोटकं +त्रोटकम् +त्रोटनं +त्रोटय +त्रोटयति +त्रोटयित्वा +त्रोटिते +त्रोणि +त्रोपति +त्रौ +त्रौकृ +त्र् +त्र्प्र +त्र्प्रधि +त्र्य +त्र्यं +त्र्यंगुलं +त्र्यंबक +त्र्यंबकं +त्र्यंबकः +त्र्यंबकश्च +त्र्यंबकस्य +त्र्यंबकाय +त्र्यंबके +त्र्यंबको +त्र्यंश +त्र्यंशं +त्र्यंशः +त्र्यंशकं +त्र्यंशा +त्र्यंशे +त्र्यंशेन +त्र्यंशो +त्र्यंशोनं +त्र्यः +त्र्यक्ष +त्र्यक्षं +त्र्यक्षः +त्र्यक्षर +त्र्यक्षरं +त्र्यक्षरः +त्र्यक्षरकाण्डे +त्र्यक्षरम् +त्र्यक्षरस्य +त्र्यक्षरा +त्र्यक्षरी +त्र्यक्षरे +त्र्यक्षरेण +त्र्यक्षरो +त्र्यक्षा +त्र्यक्षाय +त्र्यक्षीं +त्र्यक्षो +त्र्यङ्गं +त्र्यङ्गानि +त्र्यङ्गुलं +त्र्यङ्गुला +त्र्यङ्गुले +त्र्यङ्गुलेन +त्र्यच् +त्र्यणुक +त्र्यणुकं +त्र्यणुकादि +त्र्यणुके +त्र्यधिकं +त्र्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +त्र्यधिकशततमः +त्र्यधिकशततमोऽध्यायः +त्र्यधिका +त्र्यधिकाः +त्र्यधिकेषु +त्र्यधिष्ठानं +त्र्यधीशः +त्र्यध्वा +त्र्यध्वानः +त्र्यनीका +त्र्यन्तं +त्र्यब्दं +त्र्यम्बक +त्र्यम्बकं +त्र्यम्बकः +त्र्यम्बकपादमूले +त्र्यम्बकमिति +त्र्यम्बकम् +त्र्यम्बकश्च +त्र्यम्बकश्चापराजितः +त्र्यम्बकस्य +त्र्यम्बका +त्र्यम्बकाय +त्र्यम्बके +त्र्यम्बकेण +त्र्यम्बकेन +त्र्यम्बकेश्वर +त्र्यम्बकेश्वरः +त्र्यम्बको +त्र्यरुणत्रसदस्यू +त्र्यरुणाय +त्र्यर्यमा +त्र्यवयवं +त्र्यवयवा +त्र्यवरा +त्र्यवराः +त्र्यवसाना +त्र्यवसाने +त्र्यवस्थस्यापि +त्र्यवस्थोऽपि +त्र्यविं +त्र्यविः +त्र्यविर् +त्र्यविर्वय +त्र्यविश्च +त्र्यवी +त्र्यशीति +त्र्यशीतिः +त्र्यशीतितमः +त्र्यशीतितमी +त्र्यशीतितमोऽध्यायः +त्र्यशीत्यधिकशततमोऽध्यायः +त्र्यशीत्युत्तरशततमोऽध्यायः +त्र्यश्रं +त्र्यश्रः +त्र्यश्रे +त्र्यस्त्रं +त्र्यस्र +त्र्यस्रं +त्र्यस्रा +त्र्यस्रे +त्र्यह +त्र्यहं +त्र्यहः +त्र्यहन्तु +त्र्यहमद्यादयाचितम् +त्र्यहमिति +त्र्यहमुष्णं +त्र्यहमेकाहं +त्र्यहमेव +त्र्यहम् +त्र्यहव्रतं +त्र्यहस् +त्र्यहस्य +त्र्यहा +त्र्यहाः +त्र्यहाणि +त्र्यहात् +त्र्यहादूर्द्ध्वं +त्र्यहादूर्ध्वं +त्र्यहाद्वसन्तशरदोः +त्र्यहाभ्यस्तं +त्र्यहाभ्याम् +त्र्यहाशौचे +त्र्यहे +त्र्यहेण +त्र्यहो +त्र्यहोपवासः +त्र्यह्नः +त्र्या +त्र्यात्मकं +त्र्यात्मकत्वात्तु +त्र्यादीनां +त्र्यायुषं +त्र्यायुषमिति +त्र्यायुषम् +त्र्यायु॒षम् +त्र्यार्षेय +त्र्यार्षेयः +त्र्यार्षेयमु +त्र्यार्षेयाः +त्र्यार्षेयो +त्र्यार्षेयोऽपि +त्र्यालिखिता +त्र्यालिखितां +त्र्यावृद् +त्र्याहिकं +त्र्या॑वृ॒द्धि +त्र्युत्तरशततमः +त्र्युत्तरशततमोऽध्यायः +त्र्युद्धिं +त्र्युधा +त्र्युपाभ्यां +त्र्युषणं +त्र्यूषं +त्र्यूषणं +त्र्यूषणेन +त्र्यृचनाम +त्र्यृचा +त्र्येण्या +त्र्य् +त्र्य॑म्बकं +त्र्य॒हा +त्र॒याणि॑ +त्र॒य॒स्त्रि॒ +त्र॒सद॑स्युम् +त्र꣢वज्र꣡हा +त्व +त्वँ +त्वं +त्वंकारं +त्वंकृत्य +त्वंच +त्वंद्यांच +त्वंद्यांचम +त्वंपद +त्वंपदं +त्वंपदलक्ष्यं +त्वंपदार्थ +त्वंपदार्थं +त्वंपदार्थः +त्वंपदार्थस्य +त्वंपदार्थाभिज्ञस्य +त्वंपदार्थे +त्वंपदार्थो +त्वंयविष्ठ +त्वंविप्रस्त्वम् +त्वंशब्दस्य +त्वंशे +त्वंशेन +त्वंसोमासि +त्वं॑ +त्वं॒ +त्वं꣡ +त्वं꣢ +त्वः +त्वः॒ +त्वक +त्वकम् +त्वकर्मकः +त्वकृतं +त्वकृते +त्वक् +त्वक्क्षीरी +त्वक्क्षीरीं +त्वक्च +त्वक्चक्षुषी +त्वक्चैव +त्वक्त्वा +त्वक्पञ्चकं +त्वक्पत्र +त्वक्पत्रं +त्वक्पत्रकं +त्वक्पत्रञ्च +त्वक्पर्यन्तं +त्वक्प्रसादकरं +त्वक्ष +त्वक्षः +त्वक्षति +त्वक्षयं +त्वक्षरं +त्वक्षरमनिर्देश्यं +त्वक्षरमनिर्देश्यमव्यक्तं +त्वक्षरम् +त्वक्षरे +त्वक्षसा +त्वक्षु +त्वक्षू +त्वक्ष॑सा +त्वक्सवर्णता +त्वक्सारं +त्वक्सारः +त्वक्सारा +त्वक्स्थं +त्वक्स्थे +त्वक्स्थौ +त्वक्स्वापो +त्वखिलं +त्वग +त्वगध्यात्मं +त्वगपि +त्वगस्त्यः +त्वगस्थि +त्वगस्य +त्वगात्मने +त्वगात्मा +त्वगादावुदरं +त्वगादिषु +त्वगादीनां +त्वगादौ +त्वगामयान् +त्वगि +त्वगिति +त्वगिन्द्रिय +त्वगिन्द्रियं +त्वगिन्द्रियम् +त्वगिन्द्रियस्य +त्वगिन्द्रिये +त्वगिन्द्रियेण +त्वगिन्द्रियोपनीते +त्वगिव +त्वगुत्तरासङ्गवतीमधीतिनीम् +त्वगुशीरञ्च +त्वगेकायनम् +त्वगेला +त्वगेलापत्रकं +त्वगेलापत्रकैस्तुल्यैस्त्रिसुगन्धि +त्वगेले +त्वगेव +त्वगेषा +त्वग् +त्वग्गतं +त्वग्गता +त्वग्दृष्टिः +त्वग्दोषं +त्वग्दोषी +त्वग्निं +त्वग्निः +त्वग्ने +त्वग्नौ +त्वग्भवति +त्वग्भिः +त्वग्रक्तमांसमेदांसि +त्वग्रक्तमांसस्थं +त्वग्रूक्षा +त्वग्रे +त्वग्र्यया +त्वग्वान् +त्वघं +त्वघम् +त्वङ् +त्वङ्करोषि +त्वङ्गम् +त्वङ्गानां +त्वङ्गिरसः +त्वङ्गुलं +त्वङ्मन +त्वङ्मांसं +त्वङ्मांसमस्थि +त्वङ्मांसरक्तबाष्पाम्बु +त्वङ्मांसाश्रयमुत्तानं +त्वङ्मांसेषु +त्वङ्मूलानि +त्वच +त्वचं +त्वचं॑ +त्वचं॒ +त्वचः +त्वचति +त्वचनं +त्वचने +त्वचमङ्क्ष्व +त्वचमस्य +त्वचमाश्रित्य +त्वचमिति +त्वचमिव +त्वचमिवोरगः +त्वचम् +त्वचयति +त्वचश्च +त्वचस्तथा +त्वचस्यं +त्वचा +त्वचां +त्वचाम् +त्वचायां +त्वचायाः +त्वचाह +त्वचि +त्वचिन्तयत् +त्वचिरेण +त्वचिष्ठः +त्वचिसारः +त्वचीति +त्वचीयान् +त्वचे +त्वचेति +त्वचो +त्वच् +त्वच्चरणारविन्दविश्लेषदुःखादिव +त्वच्चरणे +त्वच्चरणौ +त्वच्चित्ते +त्वच्छक्त्या +त्वच्छब्देन +त्वच्छरीरे +त्वच्छासने +त्वच्छोकविमुखो +त्वच्यं +त्वच्यः +त्वच॑म् +त्वजः +त्वजय +त्वजायत +त्वजीर्णे +त्वज्ज्वरेण +त्वज्ञातं +त्वज्ञानं +त्वज्ञाने +त्वञ्च +त्वञ्चापि +त्वत +त्वतः +त्वतलाधिकारप्रकरणम् +त्वतलोः +त्वतलोर्गुणवचनस्य +त्वतलौ +त्वतल्भ्यां +त्वति +त्वतिक्रान्ते +त्वतिथये +त्वतिथिधर्मेण +त्वतिशयैः +त्वतो +त्वतोऽन्यथा +त्वत् +त्वत्कथादौ +त्वत्कपितृक +त्वत्कर्तृकं +त्वत्कामनया +त्वत्कीर्ति +त्वत्कुलोद्भूतये +त्वत्कृत +त्वत्कृतं +त्वत्कृता +त्वत्कृते +त्वत्कृतेन +त्वत्कृतेनैव +त्वत्कृतो +त्वत्कृत्ता +त्वत्कृपया +त्वत्कृपाचारुताभ्याम् +त्वत्त +त्वत्तः +त्वत्तनयस्य +त्वत्तरः +त्वत्तश्च +त्वत्तस् +त्वत्ता +त्वत्तीरे +त्वत्तुल्याः +त्वत्तुल्यो +त्वत्तेजसा +त्वत्तो +त्वत्तोहं +त्वत्तोऽधिकः +त्वत्तोऽधिको +त्वत्तोऽन्यः +त्वत्तोऽन्या +त्वत्तोऽन्येन +त्वत्तोऽन्यो +त्वत्तोऽपि +त्वत्तोऽहं +त्वत्पक्षे +त्वत्पक्षेऽपि +त्वत्पदं +त्वत्पदाब्जं +त्वत्पदाब्जे +त्वत्पदे +त्वत्पदेनैक्यं +त्वत्पदोपासनमभयतमं +त्वत्परं +त्वत्परः +त्वत्परत्वेन +त्वत्परायणा +त्वत्परिस्रवणमिच्छामि +त्वत्परीमं +त्वत्परो +त्वत्पाद +त्वत्पादनखरत्नानां +त्वत्पादपद्मं +त्वत्पादपद्मयुगलं +त्वत्पादपद्मे +त्वत्पादमेव +त्वत्पादरजसा +त्वत्पादसेवारजसां +त्वत्पादे +त्वत्पादौ +त्वत्पिता +त्वत्पित्रा +त्वत्पुत्रं +त्वत्पुत्रः +त्वत्पुत्रस्य +त्वत्पुत्रो +त्वत्पुरुषा +त्वत्पुरोहिताः +त्वत्प्र +त्वत्प्रतापेन +त्वत्प्रतीक्षिणी +त्वत्प्रयुक्तः +त्वत्प्रसादं +त्वत्प्रसादतः +त्वत्प्रसादस्य +त्वत्प्रसादाच्च +त्वत्प्रसादाच्छ्रुतं +त्वत्प्रसादाज्जनार्दन +त्वत्प्रसादाज्जनार्द्दन +त्वत्प्रसादात् +त्वत्प्रसादात्सुरेश्वर +त्वत्प्रसादादधोक्षज +त्वत्प्रसादादहं +त्वत्प्रसादादिति +त्वत्प्रसादाद् +त्वत्प्रसादाद्वयं +त्वत्प्रसादान्न +त्वत्प्रसादान्मया +त्वत्प्रसादान्मयाच्युत +त्वत्प्रसादान्महादेव +त्वत्प्रसादान्महाभाग +त्वत्प्रसादान्महेश्वर +त्वत्प्रसादान्मुनिश्रेष्ठ +त्वत्प्रसादान्मे +त्वत्प्रसादाय +त्वत्प्रसादेन +त्वत्प्राप्तिः +त्वत्प्राप्त्यर्थं +त्वत्प्रिया +त्वत्प्रियां +त्वत्प्रियार्थं +त्वत्प्रीतये +त्वत्प्रीत्या +त्वत्प्रीत्यै +त्वत्प्रेम +त्वत्प्रेरणात् +त्वत्यन्तं +त्वत्र +त्वत्रापि +त्वत्रेति +त्वत्रैव +त्वत्स +त्वत्संनिधौ +त्वत्संबंधिनी +त्वत्संबन्धी +त्वत्संसेवी +त्वत्सकाशं +त्वत्सकाशमिहागतः +त्वत्सकाशात् +त्वत्सदृशं +त्वत्सदृशः +त्वत्सदृशस्य +त्वत्सदृशी +त्वत्सदृशो +त्वत्सनाथे +त्वत्सम +त्वत्समं +त्वत्समः +त्वत्समा +त्वत्समीपं +त्वत्समीपे +त्वत्समो +त्वत्समोऽस्ति +त्वत्समोऽस्त्यभ्यधिकः +त्वत्सम्बन्धिनि +त्वत्सायुज्यं +त्वत्सारूप्यं +त्वत्सुता +त्वत्सूक्तिषु +त्वत्सेवनेन +त्वत्सेवयैव +त्वत्सेवां +त्वत्सेवायां +त्वत्सेवोच्यते +त्वत्स्वरूपं +त्वत्स्वरूपभूतं +त्वत्स्वरूपे +त्वत्स्वरैर्व्यञ्जनैश्च +त्वथ +त्वथवा +त्वथा +त्वथि +त्वथो +त्वद +त्वदंशाः +त्वदंशे +त्वदः +त्वदग्रे +त्वदङ्गमार्दवे +त्वदङ्गे +त्वदङ्घ्रियुगलं +त्वदधि +त्वदधिजायताम् +त्वदधीनं +त्वदधीनः +त्वदधीनजीवितां +त्वदधीनमिदं +त्वदधीना +त्वदधीनानि +त्वदधीने +त्वदनुग्रहात् +त्वदनुग्रहेण +त्वदनुजा +त्वदनुजाया +त्वदनुज्ञया +त्वदनुमान +त्वदनुमानं +त्वदनुमानमव +त्वदनुमानमेव +त्वदनुमानम् +त्वदनुमानस्य +त्वदनुस्मरणं +त्वदन्तिकं +त्वदन्तिकम् +त्वदन्तिके +त्वदन्ते +त्वदन्य +त्वदन्यं +त्वदन्यः +त्वदन्या +त्वदन्येन +त्वदन्येषां +त्वदन्यो +त्वदन्योऽस्ति +त्वदपेक्षया +त्वदभिमतं +त्वदभिमुखं +त्वदयं +त्वदरिविरहाक्रान्ततरुणी +त्वदर्थ +त्वदर्थं +त्वदर्थमिति +त्वदर्थमेव +त्वदर्थम् +त्वदर्थे +त्वदर्शनेन +त्वदसिः +त्वदस्मि +त्वदा +त्वदाकारे +त्वदाज्ञया +त्वदाज्ञां +त्वदाधारा +त्वदाननं +त्वदायत्ता +त्वदावर्जितवारिसंभृतं +त्वदाशया +त्वदाश्रया +त्वदाश्रयाः +त्वदाश्रयाच्चाप्तमपेतदोषं +त्वदि +त्वदिच्छया +त्वदिति +त्वदिष्टः +त्वदीक्षणे +त्वदीप्सितं +त्वदीय +त्वदीयं +त्वदीयः +त्वदीयपादपङ्कजं +त्वदीयमहिमा +त्वदीयमेव +त्वदीयम् +त्वदीयया +त्वदीयविरहे +त्वदीयस्य +त्वदीया +त्वदीयां +त्वदीयाः +त्वदीयानां +त्वदीयानि +त्वदीयान् +त्वदीयाय +त्वदीयावश्वौ +त्वदीये +त्वदीयेति +त्वदीयेन +त्वदीयेनैव +त्वदीयेषु +त्वदीयैः +त्वदीयो +त्वदीयोऽहं +त्वदीयौ +त्वदीर्घेण +त्वदुक्त +त्वदुक्तं +त्वदुक्तमर्थ +त्वदुक्तमर्थं +त्वदुक्तरीत्या +त्वदुक्तस्य +त्वदुक्ताया +त्वदुक्तेन +त्वदुक्त्या +त्वदुत्पत्तिपरिश्रमे +त्वदुपगमजं +त्वदृते +त्वदृतेऽनघ +त्वदेकरागेण +त्वदेकेषुनिपातसाध्यो +त्वदेतानीति +त्वदेतान्यन्य +त्वदेतान्यन्यः +त्वदेतान्यन्यो +त्वदे॒तान्य॒न्यो +त्वद् +त्वद्गतं +त्वद्गतात्मा +त्वद्गतिं +त्वद्गमनानुकारिगतयस्ते +त्वद्गम्भीरध्वनिषु +त्वद्गुणान् +त्वद्गृहे +त्वद्दत्तं +त्वद्दत्तमेवान्यत्रोद्भवतीति +त्वद्दर्शनं +त्वद्दर्शनमपुण्यानां +त्वद्दर्शने +त्वद्दर्शनेन +त्वद्दर्शनेनैव +त्वद्धस्ते +त्वद्धि +त्वद्धितार्थं +त्वद्धेतुरेवासिद्ध +त्वद्बलेन +त्वद्भक्त +त्वद्भक्तं +त्वद्भक्तः +त्वद्भक्तस्य +त्वद्भक्ता +त्वद्भक्ताः +त्वद्भक्तानां +त्वद्भक्तिं +त्वद्भक्तिमेव +त्वद्भक्तिरेव +त्वद्भक्ते +त्वद्भक्तेषु +त्वद्भक्तैः +त्वद्भक्तो +त्वद्भक्त्या +त्वद्भवति +त्वद्भावो +त्वद्भिया +त्वद्य +त्वद्यति +त्वद्यते +त्वद्यशः +त्वद्यशसा +त्वद्यापि +त्वद्युक्तोऽयमनुप्रश्नो +त्वद्योषम् +त्वद्रयिः +त्वद्राष्ट्रमधि +त्वद्रा॒ष्ट्रमधि॑ +त्वद्रिक् +त्वद्रीत्या +त्वद्रुदत्यः +त्वद्रूपं +त्वद्रूपस्य +त्वद्वचः +त्वद्वचनं +त्वद्वचनेन +त्वद्वचसि +त्वद्वचो +त्वद्वपुः +त्वद्वशं +त्वद्वशे +त्वद्वाक्यं +त्वद्वाचा +त्वद्वाणी +त्वद्वाहं +त्वद्वि +त्वद्विधं +त्वद्विधः +त्वद्विधा +त्वद्विधाः +त्वद्विधानां +त्वद्विधेषु +त्वद्विधो +त्वद्विना +त्वद्वियोगव्यथाभिः +त्वद्वियोगेन +त्वद्विरहे +त्वद्विरहेण +त्वद्विषयं +त्वद्विषयां +त्वद्विषये +त्वद॒न्यो +त्वध +त्वधः +त्वधमं +त्वधमा +त्वधर्म +त्वधर्मं +त्वधर्मः +त्वधर्मस्य +त्वधिकं +त्वधिकम् +त्वधिका +त्वधिगता +त्वधुना +त्वधुनोच्यते +त्वधो +त्वधोमुखं +त्वधोमुखी +त्वध्वरे +त्वन +त्वनङ्गस्य +त्वनन्तकम् +त्वनन्तरं +त्वनन्तरम् +त्वनन्तरा +त्वनन्यया +त्वनपत्यता +त्वनपेक्ष +त्वनपेक्षं +त्वनभ्यर्च्य +त्वनया +त्वनयोः +त्वनलं +त्वनवस्थितिः +त्वनव्ययम् +त्वनातपे +त्वनादृत्य +त्वनामिका +त्वनायति +त्वनावृत्तिमावृत्तिं +त्वनावृष्टिः +त्वनिच्छद्भिर्ज्ञानमेव +त्वनिट् +त्वनित्यं +त्वनित्यः +त्वनित्यम् +त्वनियतं +त्वनियमः +त्वनिष्टं +त्वनु +त्वनुज्ञातः +त्वनुभूय +त्वनुमानं +त्वनुमितौ +त्वनृतं +त्वनेकधा +त्वनेकभेदेन +त्वनेकशः +त्वनेन +त्वनेनैव +त्वन् +त्वन्त +त्वन्तं +त्वन्तः +त्वन्तगतं +त्वन्तरं +त्वन्तरा +त्वन्तरे +त्वन्तश्चेतसा +त्वन्ताथादि +त्वन्तु +त्वन्ते +त्वन्त्ये +त्वन्न +त्वन्नं +त्वन्नये +त्वन्नाथा +त्वन्नाम +त्वन्नामानं +त्वन्नाम्ना +त्वन्निमित्तं +त्वन्नेत्रयोः +त्वन्नो +त्वन्नो॑ +त्वन्प्रत्ययः +त्वन्मत +त्वन्मतं +त्वन्मते +त्वन्मतेऽपि +त्वन्मनो +त्वन्मयं +त्वन्मयी +त्वन्मयोऽहं +त्वन्महोत्सवसेवार्थमागतं +त्वन्मायया +त्वन्माया +त्वन्मुखं +त्वन्मुखाभं +त्वन्मुखे +त्वन्मुखेन +त्वन्मोहिते +त्वन्य +त्वन्यं +त्वन्यः +त्वन्यगेहानां +त्वन्यत +त्वन्यत् +त्वन्यत्र +त्वन्यत्रापि +त्वन्यथा +त्वन्यथेति +त्वन्यथैव +त्वन्यदा +त्वन्यदेव +त्वन्यदेवताभक्ताः +त्वन्यद् +त्वन्यस्य +त्वन्या +त्वन्यां +त्वन्यादृश +त्वन्याय्यकल्पना +त्वन्ये +त्वन्येन +त्वन्येषां +त्वन्येषाम् +त्वन्यैः +त्वन्यो +त्वन्योन्यं +त्वन्वयवत् +त्वपः +त्वपक्षे +त्वपञ्चम्याः +त्वपत्यानि +त्वपपाठः +त्वपरं +त्वपरा +त्वपरां +त्वपराजिता +त्वपरे +त्वपरो +त्वपह्नुतिः +त्वपां +त्वपानं +त्वपि +त्वप्रत्ययः +त्वप्रत्ययस्य +त्वप्रत्यये +त्वप्रत्ययेन +त्वप्रसङ्गात् +त्वप्रसिद्धिः +त्वप्राधान्यम् +त्वप्रियेऽनृते +त्वप्सरसां +त्वप्सु +त्वबादिनियमानुबद्धो +त्वभयं +त्वभवन् +त्वभाव +त्वभावस्य +त्वभावे +त्वभि +त्वभिधीयते +त्वभिधेयवत् +त्वभिहतो +त्वभूत् +त्वभेद +त्वभेदेन +त्वभ्रं +त्वम +त्वमंशेन +त्वमक्षरं +त्वमक्षरमिति +त्वमक्षरम् +त्वमगमः +त्वमग्न +त्वमग्निं +त्वमग्निः +त्वमग्निस्त्वं +त्वमग्ने +त्वमग्रणीः +त्वमग्रतो +त्वमग्रे +त्वमङ्ग +त्वमङ्गे +त्वमजायथा +त्वमजासि +त्वमज्ञो +त्वमझे +त्वमत +त्वमतः +त्वमतिमुक्तलताचरितं +त्वमतिशोभनम् +त्वमतीव +त्वमतो +त्वमत्र +त्वमत्स्यन्ते +त्वमथ +त्वमथो +त्वमदित्यै +त्वमद्य +त्वमद्यैव +त्वमधुना +त्वमधो +त्वमनङ्गः +त्वमनया +त्वमनवद्याङ्गि +त्वमनापिरिन्द्र +त्वमनिन्दिते +त्वमनु +त्वमनुज्ञातुमर्हसि +त्वमनुपुनीष्वेति +त्वमनुमन्यसे +त्वमनुशोचसि +त्वमनेन +त्वमन्तः +त्वमन्तरायो +त्वमन्तरिक्षे +त्वमन्यथा +त्वमपां +त्वमपि +त्वमपिगच्छ +त्वमपीति +त्वमपो +त्वमप्यत्र +त्वमप्यस्य +त्वमप्याशु +त्वमप्येतं +त्वमप्येवं +त्वमब्रवीः +त्वमभितिष्ठ +त्वमभिवर्षस्यथेमाः +त्वमभ्येहि +त्वममित्रेभ्यो +त्वमम्ब +त्वमयं +त्वमयि +त्वमरावती +त्वमरिंदम +त्वमरिमर्दन +त्वमर्थं +त्वमर्थस्य +त्वमर्यमा +त्वमर्हतां +त्वमर्हसि +त्वमर्हो +त्वमलाः +त्वमव +त्वमवस्थितो +त्वमवाप्स्यसि +त्वमवेहि +त्वमव्ययः +त्वमव्ययो +त्वमसंशयम् +त्वमसि +त्वमसीति +त्वमसीत्यर्थः +त्वमसौ +त्वमस्ति +त्वमस्मभ्यं +त्वमस्माकं +त्वमस्माकम् +त्वमस्मात्पापकादसद्धर्मात् +त्वमस्मान् +त्वमस्माभिः +त्वमस्मासु +त्वमस्मिन् +त्वमस्मे +त्वमस्मै +त्वमस्य +त्वमस्यमोऽहं +त्वमस्या +त्वमस्यावपनी +त्वमस्येति +त्वमस्योषधे +त्वमह +त्वमहं +त्वमहो +त्वमा +त्वमागच्छ +त्वमागतः +त्वमागतम् +त्वमागता +त्वमागतो +त्वमागत्य +त्वमाचक्ष्व +त्वमातिष्ठ +त्वमात्थ +त्वमात्मनः +त्वमात्मना +त्वमात्मनि +त्वमात्मनो +त्वमात्मन्येव +त्वमात्मा +त्वमात्मानं +त्वमात्मानमुपास्स +त्वमात्मानमुपास्से +त्वमात्रं +त्वमादाय +त्वमादिः +त्वमादिदेवः +त्वमादिदेवो +त्वमादिरन्तो +त्वमादौ +त्वमाद्यः +त्वमानन्द +त्वमानय +त्वमाप +त्वमापः +त्वमाप्नुहि +त्वमाप्स्यसि +त्वमायां +त्वमायाहि +त्वमारोह +त्वमार्ये +त्वमावास्या +त्वमावास्यां +त्वमाविथ +त्वमावेकवचने +त्वमाशु +त्वमासाद्य +त्वमासीः +त्वमाह +त्वमि +त्वमिच्छसि +त्वमितः +त्वमिति +त्वमितो +त्वमित् +त्वमित्थं +त्वमित्यत्र +त्वमित्यपि +त्वमित्यर्थः +त्वमित्यस्य +त्वमित्यादि +त्वमित्याह +त्वमित्युक्त्वा +त्वमिदं +त्वमिदानीं +त्वमिद्धि +त्वमिन्द्र +त्वमिन्द्रस्त्वं +त्वमिन्द्रस्य +त्वमिन्द्रा +त्वमिन्द्राधिराजः +त्वमिन्द्राभिभूरसि +त्वमिन्द्राय +त्वमिन्द्रासि +त्वमिन्द्रा॑य +त्वमिन्द्रो +त्वमिमं +त्वमिमा +त्वमिमां +त्वमिव +त्वमिह +त्वमिहा +त्वमिहागच्छ +त्वमिहागतः +त्वमिहागता +त्वमिहानय +त्वमिहाभ्येहि +त्वमिहार्हसि +त्वमि॑न्द्र +त्वमि॑न्द्राभि॒भूर॑सि॒ +त्वमि॑न्द्रासि +त्वमि॑न्द्र॒ +त्वमि॒मा +त्वमि॒ह +त्वमी +त्वमीदृशं +त्वमीदृशः +त्वमीश +त्वमीशिषे +त्वमीशीय +त्वमीश्वर +त्वमीश्वरः +त्वमीश्वरस्य +त्वमीश्वरि +त्वमीश्वरी +त्वमीश्वरो +त्वमी॑शिषे +त्वमी॑शिषे॒ +त्वमु +त्वमुं +त्वमुक्तं +त्वमुक्तम् +त्वमुचितं +त्वमुच्यते +त्वमुत +त्वमुत्तमं +त्वमुत्तमः +त्वमुत्तमा +त्वमुत्ताम्यसीत्यत +त्वमुत्तिष्ठ +त्वमुत्थाय +त्वमुत्पन्नो +त्वमुत्पन्नोऽसि +त्वमुदकम् +त्वमुद्गायेः +त्वमुपयामेन +त्वमुपागता +त्वमुपेक्षसे +त्वमुम् +त्वमु॑ +त्वमृतं +त्वमे +त्वमेक +त्वमेकः +त्वमेकवृषो +त्वमेका +त्वमेकाकी +त्वमेकासि +त्वमेकैव +त्वमेको +त्वमेकोऽसि +त्वमेकोऽसीति +त्वमेक॒ +त्वमेतं +त्वमेतत् +त्वमेतन्ममासि +त्वमेतां +त्वमेतानि +त्वमेतान्न +त्वमेते +त्वमेतेन +त्वमेनं +त्वमेनां +त्वमेव +त्वमेवं +त्वमेवंविधं +त्वमेवाक्षरं +त्वमेवात्र +त्वमेवाद्य +त्वमेवाम्ब +त्वमेवार्हसि +त्वमेवासि +त्वमेवास्माकं +त्वमेवास्य +त्वमेवास्या +त्वमेवाहं +त्वमेवाऽसि +त्वमेवे +त्वमेवेति +त्वमेवेत्यर्थः +त्वमेवेत्याह +त्वमेवेदं +त्वमेवैकः +त्वमेवैको +त्वमेवैतां +त्वमेष +त्वमेषां +त्वमेष्यसि +त्वमेहि +त्वमोदनं +त्वमौ +त्वम् +त्वम्̇ +त्वम्पदं +त्वम्पदार्थस्य +त्वम्बरे +त्वम्‌ +त्वम॑ग्न +त्वम॑ग्ने +त्वम॑ग्ने॒ +त्वम॑सि +त्वम॒ङ्ग +त्वम॒पो +त्वम॒मित्रे॑भ्यो +त्वम॒स्माकं॑ +त्वम॒स्य +त्वय +त्वयं +त्वयका +त्वयने +त्वयमपूर्वदर्शनः +त्वयमर्थः +त्वयमेव +त्वयम् +त्वया +त्वयाख्यातं +त्वयाग्ने +त्वयातिकरुणात्मना +त्वयात्र +त्वयाद्य +त्वयाधीतं +त्वयाधुना +त्वयानघ +त्वयानघे +त्वयानन्द +त्वयापि +त्वयाप्युक्तं +त्वयाभि +त्वयाभिहितं +त्वयायं +त्वयारब्धं +त्वयार्जितम् +त्वयावश्यं +त्वयासौ +त्वयास्ति +त्वयास्माकं +त्वयास्य +त्वयाहं +त्वयाऽ +त्वयाऽच्युत +त्वयाऽत्र +त्वयाऽद्य +त्वयाऽधुना +त्वयाऽनघ +त्वयाऽनघे +त्वयाऽनुष्ठेयमिति +त्वयाऽपि +त्वयाऽयं +त्वयाऽहं +त्वया॑ +त्वया॒ +त्वयि +त्वयिं +त्वयि॑ +त्वयि॒ +त्वयी +त्वयीति +त्वयीत्याह +त्वयीदमन्तः +त्वयीदम् +त्वयीमानि +त्वयीश +त्वयीशे +त्वयीश्वरे +त्वयुक्तम् +त्वये +त्वयेच्छामि +त्वयेति +त्वयेत्यर्थः +त्वयेदं +त्वयेदानीं +त्वयेयं +त्वयेरितम् +त्वयेव +त्वयेष्टकया +त्वयेह +त्वयेि +त्वयैकमीशं +त्वयैकाग्रेण +त्वयैकेन +त्वयैतत् +त्वयैतत्सृज्यते +त्वयैते +त्वयैव +त्वयैवं +त्वयैवाहं +त्वयैवोक्तं +त्वयैवोपपाद्यः +त्वयैष +त्वयैषा +त्वयो +त्वयोः +त्वयोक्तं +त्वयोक्तः +त्वयोक्तम् +त्वयोक्ता +त्वयोक्तानि +त्वयोक्तो +त्वयोच्यताम् +त्वयोच्यते +त्वयोदितं +त्वयोदितम् +त्वयोदिते +त्वयोध्या +त्वयोध्यायां +त्वयोनिजा +त्वयोपास्यानि +त्वय्यथ +त्वय्यधीनं +त्वय्यपि +त्वय्यस्ति +त्वय्यहं +त्वय्यागते +त्वय्यायत्तं +त्वय्यायातेऽथ +त्वय्यासन्ने +त्वय्युपपद्यते +त्वय्युपेक्षेत +त्वय्येव +त्वय्येवं +त्वय्येवेति +त्वय्य् +त्वर +त्वरं +त्वरख +त्वरणे +त्वरण्ये +त्वरतां +त्वरते +त्वरध्वं +त्वरन् +त्वरन्ते +त्वरमाण +त्वरमाणं +त्वरमाणः +त्वरमाणश्च +त्वरमाणस्ततो +त्वरमाणस्तु +त्वरमाणस्य +त्वरमाणा +त्वरमाणाः +त्वरमाणो +त्वरमाणौ +त्वरम् +त्वरय +त्वरयति +त्वरयन्ति +त्वरयस्व +त्वरया +त्वरयान्वितः +त्वरयामास +त्वरयाऽन्वितः +त्वरयेर्दक्षिणवातवीजनैः +त्वरयैव +त्वरसे +त्वरस्व +त्वरा +त्वरां +त्वरान्वित +त्वरान्वितः +त्वरान्वितम् +त्वरान्विता +त्वरान्विताः +त्वरान्वितौ +त्वरामहे +त्वराम् +त्वरायां +त्वरायाम् +त्वरायुक्तः +त्वरायुक्ता +त्वरायुक्ताः +त्वरायुक्तो +त्वरावान् +त्वरि +त्वरित +त्वरितं +त्वरितः +त्वरितक +त्वरितगतिः +त्वरितगत्या +त्वरितत्वरितं +त्वरितमथ +त्वरितमेव +त्वरितम् +त्वरितविक्रमः +त्वरितस्तदा +त्वरितस्य +त्वरिता +त्वरितां +त्वरिताः +त्वरितानां +त्वरितास्तत्र +त्वरिते +त्वरितेन +त्वरितेनैव +त्वरितो +त्वरितौ +त्वरित्वा +त्वरिम् +त्वरिष्ठा +त्वरुन्धती +त्वरूपं +त्वरे +त्वरेत +त्वरेति +त्वर्तायुभ्य +त्वर्तुना +त्वर्तूनां +त्वर्तेन +त्वर्थ +त्वर्थं +त्वर्थः +त्वर्थतः +त्वर्थसामान्यात् +त्वर्थस्य +त्वर्थे +त्वर्थेषु +त्वर्थो +त्वर्द्धं +त्वर्ध +त्वर्धं +त्वर्धस्य +त्वर्बुदाचले +त्वर्यतां +त्वर्यताम् +त्वलजी +त्वल्पानामद्भिः +त्वल्लोचनसमं +त्वव +त्ववगम्यते +त्ववत् +त्ववधेयम् +त्ववरं +त्ववरोधः +त्ववशिष्यते +त्ववश्यं +त्ववस्थोपाधिको +त्ववाद्यन्त +त्ववाप +त्वविकलं +त्वविद्यया +त्वविद्या +त्वविरोधः +त्वविशेषेण +त्वशक्तस्य +त्वशक्तितः +त्वशब्द +त्वशुद्धं +त्वशुभं +त्वशुभे +त्वशोभना +त्वश्वपट्टसरोवरे +त्वश्वे +त्वष्ट +त्वष्टः +त्वष्टधा +त्वष्टमं +त्वष्टमी +त्वष्टमीषु +त्वष्टमे +त्वष्टरि +त्वष्टर् +त्वष्टर्यद्ध +त्वष्टर्वसु +त्वष्टा +त्वष्टाग्नीत् +त्वष्टाथ +त्वष्टारं +त्वष्टारमग्रियं +त्वष्टारमाह +त्वष्टारमिह +त्वष्टारम् +त्वष्टास्मै +त्वष्टा॑ +त्वष्टा॑रं +त्वष्टा॑रं॒ +त्वष्टा॑रमग्रि॒यं +त्वष्टा॑रमि॒ह +त्वष्टा॑रम् +त्वष्टा॒ +त्वष्टीमती +त्वष्टुः +त्वष्टुः॑ +त्वष्टुरपीच्यम् +त्वष्टुरहं +त्वष्टुरिति +त्वष्टुर् +त्वष्टुश्च +त्वष्टृ +त्वष्टृपुत्रस्य +त्वष्टृमन्त +त्वष्टृमन्तस्त्वा +त्वष्टे +त्वष्टेदं +त्वष्टोवाच +त्वष्टौ +त्वष्ट्र +त्वष्ट्रा +त्वष्ट्रे +त्वष्ट्रेव +त्वष्ट्रे॑ +त्वस +त्वसङ्गस्य +त्वसतः +त्वसतां +त्वसति +त्वसत् +त्वसत्येन +त्वसमवायी +त्वसाधु +त्वसाध्यः +त्वसाध्या +त्वसारं +त्वसिद्धिः +त्वसौ +त्वस्ति +त्वस्तु +त्वस्त्येव +त्वस्त्रियां +त्वस्त्री +त्वस्थि +त्वस्माकं +त्वस्माभिः +त्वस्मि +त्वस्मिन् +त्वस्मै +त्वस्य +त्वस्या +त्वस्यां +त्वस्याः +त्वस्यापि +त्वस्येति +त्वस्यै +त्वस्यैव +त्वह +त्वहं +त्वहंकारं +त्वहः +त्वहनि +त्वहमिच्छामि +त्वहमिति +त्वहमेव +त्वहम् +त्वहर्निशम् +त्वहितं +त्वहो +त्वहोरात्रं +त्वहोरात्रमृत्वन्तासु +त्वहोरात्राः +त्वहोरात्रे +त्वहोरात्रेण +त्वह्नि +त्वा +त्वाँ +त्वां +त्वांप्रति +त्वांरिहन्ति +त्वां꣡ +त्वां꣢ +त्वां꣢꣯का꣡꣯ष्ठा +त्वाः +त्वागतं +त्वागता +त्वागताः +त्वागते +त्वागतो +त्वागत्य +त्वागन् +त्वागमं +त्वाग्न +त्वाग्निर् +त्वाग्निर्देवतां +त्वाग्ने +त्वाग्ने॒ +त्वाग्रे +त्वाङ्गिरसो +त्वाङ्गिरस्वते +त्वाच +त्वाचमनं +त्वाचार्य +त्वाचार्यः +त्वाचार्या +त्वाचार्याः +त्वाचार्यो +त्वाच् +त्वाच्च +त्वाजं +त्वाजगाम +त्वाजौ +त्वाज्ञा +त्वाज्ञां +त्वाञ्च +त्वाञ्जन्तु +त्वात +त्वातिसृजामि +त्वातू +त्वात् +त्वात्तथा +त्वात्तथात्वम् +त्वात्तस्य +त्वात्मन +त्वात्मनः +त्वात्मना +त्वात्मनि +त्वात्मनेपदी +त्वात्मनो +त्वात्मा +त्वात्मानं +त्वात्मैव +त्वात्र +त्वात्‌ +त्वादच् +त्वादध +त्वादधे +त्वादयो +त्वादवध्यत्वम् +त्वादस्य +त्वादातमद्रिवः +त्वादातमिद्यशः +त्वादातम् +त्वादाय +त्वादि +त्वादिकं +त्वादिकारणम् +त्वादिति +त्वादित्यर्थः +त्वादित्यवते +त्वादित्यास्त्वग्वेत्तु +त्वादिना +त्वादीनां +त्वादुर्गार्हपत्याय +त्वादृङ्नो +त्वादृशं +त्वादृशः +त्वादृशस्य +त्वादृशा +त्वादृशां +त्वादृशाः +त्वादृशानां +त्वादृशामेव +त्वादृशि +त्वादृशी +त्वादृशेन +त्वादृशो +त्वादेः +त्वादेव +त्वादेशः +त्वादौ +त्वाद् +त्वाद्य +त्वाद्यं +त्वाद्या +त्वाद्ये +त्वाद्वा +त्वाधाराधेयभाववैपरीत्यादिदोष +त्वाध्यासदेयमूर्णम्रदमनभिशोकम् +त्वानयामास +त्वानीय +त्वानु +त्वानुगमिष्यामि +त्वानुपपत्तेः +त्वानुरोहोऽस्यनुरोहाय +त्वान् +त्वान्तं +त्वान्तरिक्षं +त्वान्तरिक्षसदं +त्वान्तरिक्षाय +त्वान्न +त्वान्वारोहामि +त्वाप +त्वापः +त्वापानाय +त्वापो +त्वाभरणं +त्वाभावात् +त्वाभावे +त्वाभावेन +त्वाभि +त्वाभिगतानाम् +त्वाभिमानिकाः +त्वाभिरक्षतु +त्वाभ्यक्षरन्धारा +त्वाभ्यां +त्वाम +त्वामग्न +त्वामग्निं +त्वामग्ने +त्वामग्रजोऽपि +त्वामग्रे +त्वामच्छा॑ +त्वामञ्जन्तु +त्वामतः +त्वामत्र +त्वामदिते +त्वामदृष्ट्वा +त्वामद्य +त्वामध्वरे +त्वामनक्तु +त्वामनज्मि +त्वामनाराध्य +त्वामनु +त्वामनुनाथते +त्वामनुयामि +त्वामनुसृत्य +त्वामनुस्मरतः +त्वामनु॑ +त्वामन्तरा +त्वामन्तरेण +त्वामन्विति +त्वामन्वेतत्ते +त्वामपश्यताम् +त्वामपहाय +त्वामपि +त्वामपूर्व्य +त्वामप्राप्य +त्वामभि +त्वामभिजानामि +त्वामभिमत्य +त्वामभिरक्षन्तु +त्वामभिषिञ्चन्तु +त्वामभिषिञ्चामि +त्वामयं +त्वामर्चनीयं +त्वामर्भस्य +त्वामलकास्थिमात्रः +त्वामलभे +त्वामवतु +त्वामवन्तु +त्वामवर्धन् +त्वामवसे +त्वामवस्युराचके +त्वामवाप्य +त्वामसंशयम् +त्वामस्मि +त्वामहं +त्वामहमपि +त्वामहमप्रमेयम् +त्वामहमीशमीड्यम् +त्वामहम् +त्वामा +त्वामाकारयति +त्वामागता +त्वामात्मन +त्वामाददे +त्वामादाय +त्वामाधूनोमि +त्वामापः +त्वामामनन्ति +त्वामाराध्य +त्वामारूढं +त्वामालिख्य +त्वामालोक्य +त्वामाविशत्क्रोधो +त्वामाश्रित्य +त्वामासाद्य +त्वामाह +त्वामाहुः +त्वामाहुरग्र्यं +त्वामाहुर्देववर्म +त्वामाह्वयति +त्वामाह्वयामः +त्वामि +त्वामिच्छवसस्पते +त्वामिति +त्वामित् +त्वामित्यर्थः +त्वामित्युक्त्वा +त्वामिदं +त्वामिदा +त्वामिदानीं +त्वामिद्धि +त्वामिद्धिह +त्वामिन्द्र +त्वामिन्द्रं +त्वामिन्द्राति +त्वामियं +त्वामिव +त्वामिह +त्वामि॑न्द्र +त्वामि॒न्द्राति॑ +त्वामीधे +त्वामीमहे +त्वामीशं +त्वामीश्वरं +त्वामु +त्वामुदहासत +त्वामुद्दिश्य +त्वामुप +त्वामुपदधामि +त्वामुपदधामीति +त्वामुपस्थितः +त्वामुपस्थितम् +त्वामुपागतः +त्वामुपागता +त्वामुपागताः +त्वामुपादाय +त्वामुपावहरामि +त्वामुवाच +त्वामु॒ +त्वामृत +त्वामृते +त्वामृषयः +त्वामेकं +त्वामेकमाहुः +त्वामेकमेव +त्वामेते +त्वामेव +त्वामेवं +त्वामेवमच्युत +त्वामेवाहं +त्वामेवाहुः +त्वामेवैष +त्वामेष +त्वामौ +त्वाम् +त्वाम॑ग्न +त्वाम॑ग्ने +त्वाम॑ग्ने॒ +त्वाम॒द्य +त्वाम॒हं +त्वाय +त्वायं +त्वायतः +त्वायतो +त्वायन्तः +त्वाययुः +त्वाययौ +त्वायवः +त्वायवो +त्वायवोऽभि +त्वाया +त्वायानीति +त्वायान्ति +त्वाये +त्वारः +त्वारभ +त्वारभे +त्वारभ्य +त्वारम्भे +त्वारि +त्वारुरोह +त्वारो +त्वारोग्यमेव +त्वार्थं +त्वार्थः +त्वार्थम् +त्वार्यः +त्वार्याः +त्वाव +त्वावकयाग्ने +त्वावतः +त्वावतु +त्वावतो +त्वावर्त्ते +त्वावसुम् +त्वावाँ +त्वावाँ॑ +त्वावान् +त्वाविदं +त्वाव॑तः +त्वाव॑तो॒ +त्वाशापालेभ्यश्चतुर्भ्यो +त्वाशु +त्वाश्नातु +त्वाष्टु +त्वाष्ट्र +त्वाष्ट्रं +त्वाष्ट्रः +त्वाष्ट्रम् +त्वाष्ट्रस्य +त्वाष्ट्रा +त्वाष्ट्राः +त्वाष्ट्री +त्वाष्ट्रीं +त्वाष्ट्रीसाम +त्वाष्ट्रीसामनी +त्वाष्ट्रीसामा +त्वाष्ट्रे +त्वाष्ट्रेण +त्वाष्ट्रो +त्वाष्ट्रौ +त्वास +त्वासं +त्वासक्तमतिः +त्वासते +त्वासनं +त्वासने +त्वासन् +त्वासां +त्वासाद्य +त्वासीत् +त्वासीद् +त्वासु +त्वास्ते +त्वास्यं +त्वास्येन +त्वाह +त्वाहं +त्वाहार्षं +त्वाहार्षम् +त्वाहिघ्ने +त्वाहिहत्ये +त्वाहु +त्वाहुः +त्वाहौ +त्वाऽ +त्वाऽऊतः +त्वाऽऊताः +त्वाऽऊतासः +त्वाऽऊ॑तः +त्वाऽऊ॑ताः +त्वाऽऊ॑तासः +त्वाऽग्ने +त्वाऽदा॑तम् +त्वाऽदित्यास् +त्वाऽद्भ्यस् +त्वाऽद्य +त्वाऽनु +त्वाऽन्तरिक्षाय +त्वाऽपानाय +त्वाऽभि +त्वाऽयवः +त्वाऽया +त्वाऽवतः +त्वाऽवतु +त्वाऽवान् +त्वाऽवा॑न् +त्वाऽव॑तः +त्वाऽसते +त्वाऽहं +त्वाऽऽ +त्वाऽऽदधे +त्वाऽऽयुषाऽऽयुष्मन्तं +त्वाऽऽरभे +त्वा॑ +त्वा॑य॒तो +त्वा॑ऽवतु +त्वा॒ +त्वा॒या +त्वा॒ष्ट्रस्य॑ +त्वा॒ऽन्तरि॑क्षाय +त्वा॒ऽयवः॑ +त्वा॒ऽया +त्वा꣢ +त्वा꣢꣯ +त्वा꣢꣯वृ꣡त्राइ +त्वा꣣ +त्वा꣯मि꣡द्धाइ +त्वाꣳ +त्वि +त्विच्छा +त्विट् +त्विड् +त्वितः +त्वितरा +त्वितरे +त्वितरौ +त्वितस्ततः +त्विति +त्वित्थं +त्वित्यर्थः +त्वित्यादि +त्वित्यादिना +त्विदं +त्विदन्तया +त्विदमिति +त्विदमुपतिष्ठते +त्विदमेतेषां +त्विदमेव +त्विदम् +त्विदानीं +त्विदानीम् +त्विन्दुं +त्विन्द्र +त्विन्द्रं +त्विन्द्रः +त्विन्द्रस्य +त्विमं +त्विममुपायान्तु +त्विमम् +त्विमां +त्विमाम् +त्विमे +त्विमौ +त्वियं +त्वियम् +त्विर्षि +त्विव +त्विष +त्विषं +त्विषः +त्विषा +त्विषां +त्विषाकृष्णं +त्विषाम् +त्विषि +त्विषिं +त्विषिः +त्विषितः +त्विषिमान् +त्विषिम् +त्विषिरसि +त्विषिरसीति +त्विषिरिति +त्विषिर् +त्विषिर्भूयादिति +त्विषिश्च +त्विषि॑रसि॒ +त्विषि॒मिन्द्रे॒ +त्विषीमते +त्विषीमान् +त्विषे +त्विषो +त्विष् +त्विष्यते +त्विष्या +त्विष्या॑ +त्विष्यै +त्विह +त्विहैव +त्वि॒षा +त्वी +त्वीदृशं +त्वीदृशो +त्वीश्वरव्यावृत्त्यर्थम् +त्वीश्वरस्य +त्वृचा +त्वृचि +त्वृतधामानं +त्वे +त्वेक +त्वेकं +त्वेकः +त्वेककृत्स्नयोः +त्वेकगुणं +त्वेकत्र +त्वेकत्वे +त्वेकदा +त्वेकभागकम् +त्वेकभागया +त्वेकभागेन +त्वेकभुक्तं +त्वेकमङ्गुलम् +त्वेकमेव +त्वेकरसे +त्वेकरात्रेण +त्वेकवाक्यत्वात् +त्वेकवाक्यत्वात्स्तुत्यर्थेन +त्वेकविंशतिः +त्वेकस्मिन् +त्वेकस्य +त्वेकस्या +त्वेका +त्वेकां +त्वेकादशगुणं +त्वेकादशी +त्वेकादशे +त्वेकादश्यां +त्वेके +त्वेकेन +त्वेकैव +त्वेको +त्वेडे +त्वेत +त्वेतः +त्वेतत् +त्वेतदभ्यसूयन्तो +त्वेतदस्ति +त्वेतदिति +त्वेतदेव +त्वेतद् +त्वेतद्राम +त्वेतद्वाक्यं +त्वेतद्विशदीकरणमुखेनाविचालनमुक्तम् +त्वेतन्न +त्वेतश्च्यावयतु +त्वेतस्य +त्वेता +त्वेतां +त्वेतानि +त्वेतान् +त्वेतावता +त्वेति +त्वेति॑ +त्वेते +त्वेतेषां +त्वेतेषु +त्वेतो +त्वेतौ +त्वेत्यग्रम् +त्वेत्यथाप +त्वेत्यभ्रिमादाय +त्वेत्यवेक्ष्य +त्वेत्यष्टौ +त्वेत्यसौ +त्वेत्यस्य +त्वेत्यादि +त्वेत्याह +त्वेत्या॑ह +त्वेत्युक्तम् +त्वेत्य् +त्वेन +त्वेनं +त्वेनसाङ्ग +त्वेनां +त्वेनापि +त्वेनास्त्यस्या +त्वेनेति +त्वेनेत्यर्थः +त्वेनैव +त्वेनोपस्थानम् +त्वेन्द्र +त्वेन्द्रं +त्वेन्द्रा +त्वेन्द्राय +त्वेन्द्रा॑य +त्वेन्द्रि +त्वेन्द्रियेभ्यो +त्वेन्द्रो +त्वेन्धानास्तन्वं +त्वेपि +त्वेमन् +त्वेमन्त्सादयामीति +त्वेमहे +त्वेव +त्वेवं +त्वेवंविधः +त्वेवमजानन्तः +त्वेवमपि +त्वेवमस्ति +त्वेवमिति +त्वेवमुक्तम् +त्वेवमुक्तस्तु +त्वेवमुक्ता +त्वेवमेव +त्वेवम् +त्वेवाहं +त्वेवाहम् +त्वेवाऽऽविस्तरामात्मा +त्वेविश्वे +त्वेविश्वेस +त्वेवेति +त्वेवैकं +त्वेवैनं +त्वेवैषोऽग्निश्चितः +त्वेष +त्वेषं +त्वेषः +त्वेषति +त्वेषते +त्वेषद्युम्नाय +त्वेषनृम्णः +त्वेषप्रतीका +त्वेषम् +त्वेषसा +त्वेषस्ते +त्वेषस्य +त्वेषा +त्वेषां +त्वेषाः +त्वेषासः +त्वेषु +त्वेषो +त्वेह +त्वेऽपि +त्वे॒ +त्वे॒तश्च्या॑वयतु॒ +त्वे॒षं +त्वे॒षः +त्वे॒षम् +त्वे॒षसा॑ +त्वे॒षस्य॑ +त्वे॒षा +त्वे॒षाः +त्वे॒षो +त्वै +त्वैतेभ्यः +त्वैव +त्वैवं +त्वैष +त्वै॒ष +त्वो +त्वोक्थेभ्यस्त्वोक्थाव्यं +त्वोत +त्वोतः +त्वोतयः +त्वोता +त्वोताः +त्वोतासः +त्वोतासो +त्वोता॑ः +त्वोता॑सो॒ +त्वोतो +त्वोत्तरतः +त्वोत्सौ +त्वोत्स्रक्ष्याम +त्वोद् +त्वोद्मन् +त्वोद्यच्छे +त्वोप +त्वोपदधे +त्वोपयामगृहीतोऽसि +त्वोपया॒मगृ॑हीतोऽसि +त्वोपया॒मगृ॑हीतोऽसि॒ +त्वोपवेशाय +त्वोपसीदान् +त्वोपास्महे +त्वोपा॑स्महे +त्वोर्जे +त्वो॒ +त्वो॒र्जे +त्वौजस +त्वौजसा +त्वौजसे +त्वौजस्वत +त्वौजस्वते +त्वौपचारिकः +त्वौपनिषदं +त्वौषधीनां +त्वौषधीनाꣳ +त्वौषधीभ्य +त्वौषधीभ्यः +त्वौषधीभ्यो +त्वौषधीर् +त्व् +त्व॒ः +त्व॒चा +त्व॒चि +त्व॒चे +त्व॒चो +त्व॒म् +त्व᳘ं +त्व᳘यि +त्वᳪ +त्वᳪं᳭ +त्व꣡ꣳ +त्व꣢म् +त्व꣢ꣳ +त्वꣳ +त्स +त्सं +त्सत्यं +त्समा॑द्वि॒राळ॑जायतवि॒राजो॒अधिपूरु॑ष +त्सय +त्सर +त्सरं +त्सरः +त्सरति +त्सरत् +त्सरु +त्सरुः +त्सरुकः +त्सरौ +त्सर्वं +त्सवं +त्सवः +त्सा +त्सारी +त्सितं +त्सु +त्सुधीः +त्सुनामी +त्सृज्य +त्से +त्सेधं +त्सौ +त्स्मै +त्स्य +त्स्यात् +त्‌ +तॎ +तॐ +त॑ +त॑तन्थ +त॑तान +त॑नुध्वं +त॑नुष्व॒ +त॑नुहि +त॑नू॒पा +त॑नोति॒ +त॑नोमि +त॑न्दते +त॑न्य॒तुः +त॑न्वते +त॑न्वते॒ +त॑न्वा॒ना +त॑र +त॑रेम +त॑रेम॒ +त॑स्थुः +त॑स्थौ +त॒ +त॒क्तो +त॒क्मानं॑ +त॒क्मानं॒ +त॒क्ष॒त॒ +त॒तं +त॒तक्ष॑ +त॒तन्थ॑ +त॒तम् +त॒तान॑ +त॒ता॒न॒ +त॒तृ॒षा॒णः +त॒त॒क्षुः॒ +त॒त॒न्थ॒ +त॒नुवं॑ +त॒नुवा॑ +त॒नुवा॒ +त॒नु॒ते॒ +त॒नु॒ष्व॒ +त॒नु॒हि॒ +त॒नू +त॒नूः +त॒नूनां॑ +त॒नूना॑म् +त॒नूभिः॑ +त॒नूभि॑ः +त॒नूभि॒रग॑न्महि॒ +त॒नूभि॒र्मा +त॒नूर्वर्षि॑ष्ठा +त॒नूषु॑ +त॒नूषु॒ +त॒नूष्वा +त॒नू॒ऽपाः +त॒न्य॒तुः +त॒न्वं॑ +त॒न्वं॒ +त॒न्वः॑ +त॒न्वन्ति॑ +त॒न्वा॑ +त॒न्वा॒ +त॒न्वि॑ +त॒न्वे॑ +त॒न्वो +त॒न्वो॑ +त॒न्व॑म् +त॒न्व॒ते॒ +त॒प्तं +त॒प्तम् +त॒प्य॒ते॒ +त॒प॒न्ति॒ +त॒रणिं॑ +त॒रणिः॑ +त॒रणि॑र्वि॒श्वद॑र्शतो +त॒रे॒म॒ +त॒र्पय॑त +त॒र॒ति॒ +त॒वसं॑ +त॒वसं॒ +त॒वसः॑ +त॒वसा॑ +त॒वसे॑ +त॒वस्त॑रं॒ +त॒वस॑म् +त॒वि॒षः +त॒ष्टानि॑ +त॒स्तम्भ॑ +त॒स्थतुः॑ +त॒स्थि॒ऽवांस॑म् +त॒स्थुः +त॒स्थुः॒ +त॒स्थुषः॑ +त॒स्थे॒ +त॒स्थौ +त॒स्थौ॒ +त॒स्थ॒तुः॒ +तॖ +त᳘ँ +त᳘ं +त᳘तो +त᳘तोऽन्य᳘द्वि᳘भक्तं +त᳘त्के᳘न +त᳘था +त᳘थे᳘ति +त᳘दि᳘तर +त᳘द्य᳘था +त᳘मभिद्रु᳘त्य +त᳘स्य +त᳘स्या +त᳘स्याय᳘तनं +त꣡मु꣢ +त꣡व꣢꣯ +त꣡स्य꣢ +त꣢ +त꣢त् +त꣢दि꣡दा꣯सा +त꣢प्र꣡भृ +त꣢म् +त꣢र꣣त्स꣢ +त꣢व꣣ +त꣣ +तꣳ +थ +थं +थः +थक +थकन् +थका +थकान +थकार +थकारं +थकारः +थकारस्य +थकारे +थकारो +थकावट +थकी +थकृत +थके +थक् +थक्प्रत्ययः +थक्प्रत्ययान्तो +थच +थञ् +थञ्च +थट् +थठा +थणआ +थत +थतः +थति +थते +थतो +थत् +थत्र +थत्वात् +थत्वे +थथ +थथः +थथा +थथ्र +थद +थदा +थद्वा +थन +थनं +थनम् +थनादेशः +थने +थन् +थप +थपः +थपि +थम +थमं +थमन्ने +थमिति +थमु +थमुः +थमुप्रत्ययः +थमे +थम् +थम्भे +थय +थयति +थया +थयो +थयोः +थयौ +थर +थर्व +थल +थलं +थलि +थले +थलो +थल् +थल्यपि +थव +थवा +थवि +थश्च +थस +थसः +थसि +थस् +थस्य +था +थां +थाः +थाइ +थाइरॉइड +थाइरॉइड् +थाइलैंड +थाई +थाईभाषा +थाईलेण्ड् +थाच +थाटक +थाट् +थातः +थात् +थात्वम् +थाथ +थाथघञ्क्ताजबित्रकाणाम् +थाथघञ्ञ्क्ताजबित्रकाणाम् +थाथादिना +थाथादिस्वरः +थाथादिस्वरेण +थाथादिस्वरेणान्तोदात्तः +थादेशस्य +थान +थानं +थानन्तरं +थाना +थानि +थाने +थानेसर +थान् +थान्त +थान्ता +थापा +थापावंशम् +थापि +थाप्य +थाप्रत्ययः +थाम +थामस +थामसन +थामस् +थामी +थाम् +थाम्सन् +थाय +थायरॉयड् +थार +थारु +थारू +थाल +थाली +थाले +थालोऽपवादः +थाल् +थाल्प्रत्ययः +थाव +थावत् +थावलका +थास +थासः +थासति +थासि +थास् +थाह +थाहं +थाहि +थाऽपि +थाि +थि +थिः +थिए +थिक +थिका +थितं +थितः +थिता +थिते +थित्वा +थिन +थिबो +थियं +थिया +थिये +थियो +थियोडोर् +थियोफ्रास्टस् +थिर +थिवी +थिषलनीकिनः +थिस्वेर्से +थी +थीं +थीः +थु +थुः +थुक् +थुगागमः +थुट् +थुड +थुम +थुरानन्दस्य +थुर्वी +थुलभे +थुले +थू +थूत्कृत्य +थूल्ऽ +थे +थेः +थेति +थेन +थेनजोल +थेर +थेरेसा +थेरो +थेषु +थेऽपि +थेि +थै +थैः +थैम् +थैरैड् +थैलेण्ड् +थैव +थॉमस् +थो +थों +थोः +थोअं +थोक +थोक्तम् +थोग +थोजां +थोड़ा +थोड़ी +थोड़े +थोडा +थोडी +थोडे +थोमस् +थोमा +थोह +थौ +थौबल +थ् +थ्य +थ्यते +थ्यन् +थ्या +थ्याचर +थ्ये +थॐ +द +दँ +दं +दंड +दंडं +दंडः +दंडके +दंडवत् +दंडवत्पतितो +दंडवत्प्रणिपत्य +दंडवद्भूमौ +दंडिने +दंडी +दंडे +दंडेन +दंडैः +दंडो +दंड्या +दंड्यो +दंत +दंतं +दंतकाष्ठं +दंतधावनपूर्वकम् +दंतधावनम् +दंता +दंतिनः +दंती +दंदह्यते +दंपति +दंपतिभ्यां +दंपती +दंपतीनां +दंपत्यो +दंपत्योः +दंपत्योर्भोजनं +दंभ +दंभं +दंभः +दंभी +दंभेन +दंभो +दंश +दंशं +दंशः +दंशकः +दंशकोथः +दंशति +दंशनं +दंशनम् +दंशने +दंशनेन +दंशन्ति +दंशमध्ये +दंशमशकं +दंशयति +दंशयते +दंशयित्वा +दंशश्च +दंशसञ्जस्वञ्जां +दंशस्य +दंशस्योपरि +दंशा +दंशाः +दंशात् +दंशानां +दंशाश्च +दंशित +दंशितः +दंशितम् +दंशिता +दंशिताः +दंशितो +दंशितौ +दंशे +दंशेन +दंशो +दंष्ट्र +दंष्ट्रया +दंष्ट्रस्य +दंष्ट्रा +दंष्ट्रां +दंष्ट्राः +दंष्ट्राकरालं +दंष्ट्राकरालवदनं +दंष्ट्राकरालवदनः +दंष्ट्राकरालवदना +दंष्ट्राकरालवदनां +दंष्ट्राकरालवदनो +दंष्ट्राकरालवदनौ +दंष्ट्राकरालानि +दंष्ट्राकराले +दंष्ट्राकरालो +दंष्ट्राग्रे +दंष्ट्राग्रेण +दंष्ट्राङ्कुरेण +दंष्ट्राणां +दंष्ट्राभिः +दंष्ट्राभ्यां +दंष्ट्रामयूखैः +दंष्ट्रायां +दंष्ट्रायुधाश्चैव +दंष्ट्राली +दंष्ट्राविषं +दंष्ट्राविषे +दंष्ट्रासु +दंष्ट्रिणं +दंष्ट्रिणः +दंष्ट्रिणा +दंष्ट्रिणां +दंष्ट्रिणे +दंष्ट्रिणो +दंष्ट्रिभिः +दंष्ट्रिभ्यश्च +दंष्ट्री +दंष्ट्रे +दंष्ट्रेति +दंष्ट्रेव +दंष्ट्रो +दंष्ट्रौ +दंस +दंसः +दंसः॑ +दंसणं +दंसणेण +दंसना +दंसनाभिः +दंसनावान् +दंसयः +दंसयते +दंससा +दंसांसि +दंसिदो +दंसिष्ठ +दंसिष्ठा +दंसु +दंसुजूतः +दंसु॑ +दंसेदि +दंसेमि +दंसेसि +दंसेहि +दंसो +दंसोभिः +दंस॑सा +दं॒सना॑ +दं॒सना॑भिः +दं॒सना॒ +दः +दइ +दइअ +दइश्शं +दइस्सं +दई +दक +दकं +दकः +दकतया +दकत्वं +दकत्वेन +दकमिति +दकम् +दकवीजनेन +दकस्य +दकस्योपस्कुरुते +दकानां +दकानि +दकार +दकारं +दकारः +दकारलोपः +दकारलोपे +दकारस्य +दकारात् +दकारादि +दकारान्तः +दकारान्तप्रकरणम् +दकारान्ता +दकारे +दकारेण +दकारो +दके +दकेन +दको +दकोदरं +दकोदरे +दक् +दक्खिणा +दक्ष +दक्षं +दक्षं॑ +दक्षं॒ +दक्षः +दक्षः॑ +दक्षकन्यया +दक्षकन्या +दक्षकन्याः +दक्षकन्याभेदे +दक्षकन्यायां +दक्षकन्यास्त्रयोदश +दक्षकन्यैव +दक्षकरे +दक्षकर्णे +दक्षकुक्षौ +दक्षक्रतवः +दक्षक्रतुभ्यां +दक्षक्रतू +दक्षगण्डे +दक्षगुल्फं +दक्षगृहं +दक्षगृहे +दक्षगोतमौ +दक्षगौतमौ +दक्षजा +दक्षजां +दक्षणिधनं +दक्षणिधनमौक्षम् +दक्षत +दक्षतः +दक्षता +दक्षतां +दक्षते +दक्षतो +दक्षनाडीप्रवाहे +दक्षनाड्या +दक्षनासापुटे +दक्षनेत्रे +दक्षपादं +दक्षपादे +दक्षपार्श्वे +दक्षपिता +दक्षपितेह +दक्षपुत्रस्य +दक्षपुत्री +दक्षप्रजापतिः +दक्षप्रजापते +दक्षप्रजापतेः +दक्षबाहुमूले +दक्षभागे +दक्षभुजे +दक्षमत्रिं +दक्षमाणाः +दक्षमारीचयोस्तथा +दक्षमिति +दक्षमुत +दक्षमुत्साहनं +दक्षम् +दक्षय +दक्षयज्ञ +दक्षयज्ञं +दक्षयज्ञवधे +दक्षयज्ञविनाशनः +दक्षयज्ञविनाशनम् +दक्षयज्ञविनाशिनी +दक्षयज्ञस्य +दक्षयज्ञे +दक्षयज्ञो +दक्षयति +दक्षयन्ति +दक्षया +दक्षरोषात् +दक्षवामयोः +दक्षवामे +दक्षविनाशाय +दक्षशापेन +दक्षश् +दक्षश्च +दक्षश्चैव +दक्षस +दक्षसाधन +दक्षसाधनं +दक्षसाधनः +दक्षसाधनो +दक्षसावर्णिः +दक्षसावर्णिके +दक्षसुता +दक्षसे +दक्षस् +दक्षस्कन्धे +दक्षस्तने +दक्षस्तु +दक्षस्मृतिः +दक्षस्मृतौ +दक्षस्य +दक्षस्यापत्यं +दक्षस्यापि +दक्षस्येति +दक्षहस्तं +दक्षहस्तस्य +दक्षहस्ते +दक्षहस्तेन +दक्षऽसाधनः +दक्षा +दक्षां +दक्षांसे +दक्षाः +दक्षाणां +दक्षादधीत्य +दक्षादयः +दक्षादयो +दक्षादिमे +दक्षादीनां +दक्षाद्या +दक्षाद्याः +दक्षाद्वदितिः +दक्षाध्वरे +दक्षान् +दक्षाय +दक्षायाश्वो +दक्षाय्यः +दक्षाय्यो +दक्षाश्च +दक्षा॑य +दक्षा॑य॒ +दक्षि +दक्षिः +दक्षिण +दक्षिणँ +दक्षिणं +दक्षिणः +दक्षिणकन्नड +दक्षिणकन्नडमण्डलम् +दक्षिणकन्नडमण्डलस्य +दक्षिणकन्नडमण्डले +दक्षिणकन्नडलोकसभाक्षेत्रम् +दक्षिणकन्नडलोकसभाक्षेत्रे +दक्षिणकरे +दक्षिणकरेण +दक्षिणकर्णे +दक्षिणकाशी +दक्षिणकी +दक्षिणकेन +दक्षिणकोणे +दक्षिणकोरिया +दक्षिणगङ्गा +दक्षिणगते +दक्षिणगुल्फं +दक्षिणगुल्बर्गाविधानसभाक्षेत्रम् +दक्षिणगे +दक्षिणगोल +दक्षिणगोलस्थे +दक्षिणगोले +दक्षिणगोवामण्डलम् +दक्षिणजम्बुद्वीपः +दक्षिणजम्बुद्वीपस्य +दक्षिणञ्च +दक्षिणत +दक्षिणतः +दक्षिणतःसद्भ्यः +दक्षिणतटे +दक्षिणतश्च +दक्षिणतश्चापि +दक्षिणतश्चोत्तरेण +दक्षिणतस् +दक्षिणतस्तथा +दक्षिणतस्तदा +दक्षिणतस्त्रय +दक्षिणता +दक्षिणतारम् +दक्षिणतीरम् +दक्षिणतीरे +दक्षिणतो +दक्षिणतोऽग्नेः +दक्षिणतोऽग्नेर्ब्रह्मासनं +दक्षिणतोऽथ +दक्षिणतोऽपि +दक्षिणतोऽप्रतिरथं +दक्षिणतोऽवस्थाय +दक्षिणतोऽश्मानं +दक्षिणतोऽस्तमेता +दक्षिणत्रिपुरामण्डलम् +दक्षिणत्वं +दक्षिणत्वम् +दक्षिणदावणगेरेविधानसभाक्षेत्रम् +दक्षिणदिक् +दक्षिणदिग्भागे +दक्षिणदिनाजपुर +दक्षिणदिबाङ्गव्यालीमण्डलम् +दक्षिणदिशः +दक्षिणदिशामें +दक्षिणदिशायां +दक्षिणदिशि +दक्षिणदेशे +दक्षिणदेहली +दक्षिणदेहलीमण्डलम् +दक्षिणद्वारं +दक्षिणद्वारि +दक्षिणद्वारे +दक्षिणध्रुवः +दक्षिणध्रुवीयमहासागरः +दक्षिणन +दक्षिणनाड्या +दक्षिणनासया +दक्षिणनासापुटे +दक्षिणनासापुटेन +दक्षिणनिलयः +दक्षिणनिलयस्य +दक्षिणनेत्रे +दक्षिणन्तु +दक्षिणपश्चात् +दक्षिणपश्चिमः +दक्षिणपश्चिमदिशि +दक्षिणपश्चिमदेहलीमण्डलम् +दक्षिणपश्चिमा +दक्षिणपश्चिमाम् +दक्षिणपश्चिमे +दक्षिणपश्‍चिमे +दक्षिणपाणिना +दक्षिणपाणिभ्यां +दक्षिणपादं +दक्षिणपादस्य +दक्षिणपादाङ्गुष्ठे +दक्षिणपादे +दक्षिणपादेन +दक्षिणपार्श्व +दक्षिणपार्श्वतः +दक्षिणपार्श्वास्थि +दक्षिणपार्श्वे +दक्षिणपार्श्वेन +दक्षिणपिनाकिनी +दक्षिणपूर्व +दक्षिणपूर्वदिशि +दक्षिणपूर्वमन्तर्देशमभिमुखः +दक्षिणपूर्वमवान्तरदेशं +दक्षिणपूर्वस्यां +दक्षिणपूर्वा +दक्षिणपूर्वे +दक्षिणपूर्वेण +दक्षिणप्रणिधौ +दक्षिणप्रदेशे +दक्षिणप्रस्थभूमौ +दक्षिणबाहौ +दक्षिणबीदरविधानसभाक्षेत्रम् +दक्षिणबेङ्गळूरु +दक्षिणबेङ्गळूरुलोकसभाक्षेत्रम् +दक्षिणबेङ्गळूरुलोकसभाक्षेत्रे +दक्षिणबेङ्गळूरुविधानसभाक्षेत्रम् +दक्षिणबेळगावीविधानसभाक्षेत्रम् +दक्षिणभाग +दक्षिणभागं +दक्षिणभागः +दक्षिणभागके +दक्षिणभागतः +दक्षिणभागस्य +दक्षिणभागे +दक्षिणभागेषु +दक्षिणभारत +दक्षिणभारतं +दक्षिणभारतम् +दक्षिणभारतस्य +दक्षिणभारतीय +दक्षिणभारते +दक्षिणभुजः +दक्षिणभुजे +दक्षिणमँ +दक्षिणमंसं +दक्षिणमंसमन्वारभ्य +दक्षिणमक्षि +दक्षिणमग्निं +दक्षिणमग्रे +दक्षिणमङ्गळूरुनगरविधानसभाक्षेत्रम् +दक्षिणमञ्जनेन +दक्षिणमनड्वाहं +दक्षिणमर्धं +दक्षिणमारुतस्य +दक्षिणमारुतेन +दक्षिणमार्ग +दक्षिणमार्गे +दक्षिणमार्गेण +दक्षिणमिति +दक्षिणमिध्ममुत्तरं +दक्षिणमिन्द्र +दक्षिणमुखं +दक्षिणमुत्तरं +दक्षिणमुत्तानं +दक्षिणमूरुमभिमन्त्रयते +दक्षिणमूर्तिसंहिता +दक्षिणम् +दक्षिणया +दक्षिणयोः +दक्षिणवक्त्रं +दक्षिणवामयो +दक्षिणवामयोः +दक्षिणवामौ +दक्षिणशाखायां +दक्षिणशिरसं +दक्षिणशिरसमपराह्णे +दक्षिणशिरसम् +दक्षिणश्च +दक्षिणश्चोत्तरश्च +दक्षिणश्रवणस्य +दक्षिणसत् +दक्षिणसदिति +दक्षिणसद्भ्य +दक्षिणसिक्किममण्डलम् +दक्षिणसुबनसिरीमण्डलम् +दक्षिणस्कन्धे +दक्षिणस्तत्र +दक्षिणस्तथा +दक्षिणस्तु +दक्षिणस्थं +दक्षिणस्थः +दक्षिणस्था +दक्षिणस्थे +दक्षिणस्थेन +दक्षिणस्थो +दक्षिणस्य +दक्षिणस्या +दक्षिणस्याँ +दक्षिणस्यां +दक्षिणस्याः +दक्षिणस्यापि +दक्षिणस्यामपि +दक्षिणस्यामुक्तः +दक्षिणस्यामुत्तरवेदिश्रोणौ +दक्षिणस्याम् +दक्षिणस्याश्च +दक्षिणस्याꣳ +दक्षिणस्यैव +दक्षिणस्योदधेस्तटे +दक्षिणस्योदधेस्तीरे +दक्षिणहस्त +दक्षिणहस्तं +दक्षिणहस्तः +दक्षिणहस्तके +दक्षिणहस्तयोः +दक्षिणहस्तव्यापारः +दक्षिणहस्तस्य +दक्षिणहस्ते +दक्षिणहस्तेन +दक्षिणहस्तेनैव +दक्षिणहस्तेषु +दक्षिणा +दक्षिणाँ +दक्षिणां +दक्षिणांबुनिधौ +दक्षिणांशे +दक्षिणांसे +दक्षिणांस् +दक्षिणाः +दक्षिणाकाल +दक्षिणाकालात् +दक्षिणाकाले +दक्षिणाकालेऽध्वर्यवे +दक्षिणाक्षि +दक्षिणाक्षिमुखे +दक्षिणाग्नये +दक्षिणाग्नि +दक्षिणाग्निं +दक्षिणाग्निः +दक्षिणाग्निमुपतिष्ठते +दक्षिणाग्निम् +दक्षिणाग्निश्च +दक्षिणाग्निस्तथैव +दक्षिणाग्नेः +दक्षिणाग्नेरायतनम् +दक्षिणाग्नेरेकोल्मुकं +दक्षिणाग्नौ +दक्षिणाग्रं +दक्षिणाग्रा +दक्षिणाग्रान् +दक्षिणाग्रान्दर्भान्संस्तीर्य +दक्षिणाग्रे +दक्षिणाग्रेषु +दक्षिणाग्रैः +दक्षिणाङ्गं +दक्षिणाङ्गुष्ठं +दक्षिणाङ्गे +दक्षिणाज्योतिषं +दक्षिणाञ्च +दक्षिणाञ्चल +दक्षिणाञ्चो +दक्षिणातिक्रम्य +दक्षिणातिक्रम्योपविशति +दक्षिणातिक्रामति +दक्षिणात् +दक्षिणात्केशस्तुकात् +दक्षिणात्या +दक्षिणात्वेन +दक्षिणादसृजन्मुखात् +दक्षिणादाच् +दक्षिणादान +दक्षिणादानं +दक्षिणादानम् +दक्षिणादानस्य +दक्षिणादानान्ता +दक्षिणादाने +दक्षिणादानेन +दक्षिणादि +दक्षिणादिकम् +दक्षिणादितः +दक्षिणादिना +दक्षिणादिभिः +दक्षिणादिशि +दक्षिणादिषु +दक्षिणादेशनां +दक्षिणादोत +दक्षिणाद् +दक्षिणाद्यं +दक्षिणाद्युत्तरान्तं +दक्षिणाद्ये +दक्षिणाद्रव्यस्य +दक्षिणाद्वातो +दक्षिणाद्वायवीं +दक्षिणाद्वारं +दक्षिणाध्वोपगामी +दक्षिणानां +दक्षिणानाम् +दक्षिणानि +दक्षिणानिल +दक्षिणानिलः +दक्षिणानिलस्य +दक्षिणानिलेन +दक्षिणानिलो +दक्षिणानुत्तरान् +दक्षिणानूरूनाघ्नानाः +दक्षिणानौ +दक्षिणान् +दक्षिणान्केशपक्षानुद्ग्रथ्य +दक्षिणान्तं +दक्षिणान्तिका +दक्षिणान्तु +दक्षिणान्युत्तराणि +दक्षिणान्वितम् +दक्षिणापथ +दक्षिणापथं +दक्षिणापथः +दक्षिणापथम् +दक्षिणापथवासिनः +दक्षिणापथाः +दक्षिणापथात् +दक्षिणापथिकानां +दक्षिणापथे +दक्षिणापथेन +दक्षिणापदीं +दक्षिणापरा +दक्षिणापरां +दक्षिणापरेण +दक्षिणापवर्गाणि +दक्षिणापश्चात् +दक्षिणापश्चात्पुरसस्त्यक् +दक्षिणापाङ्गनिविष्टमुष्टिं +दक्षिणापायम्य +दक्षिणाप्रवणं +दक्षिणाप्रवणे +दक्षिणाप्रष्टिं +दक्षिणाप्रागग्रैर्दर्भैः +दक्षिणाप्राची +दक्षिणाप्राचीं +दक्षिणाफ्रिका +दक्षिणाब्धितटे +दक्षिणाब्धेः +दक्षिणाभागं +दक्षिणाभि +दक्षिणाभिः +दक्षिणाभिमुखं +दक्षिणाभिमुखः +दक्षिणाभिमुखा +दक्षिणाभिमुखाः +दक्षिणाभिमुखी +दक्षिणाभिमुखे +दक्षिणाभिमुखेन +दक्षिणाभिमुखो +दक्षिणाभिर् +दक्षिणाभिर्द्विजातयः +दक्षिणाभिर्न +दक्षिणाभिश्च +दक्षिणाभी +दक्षिणाभ्यः +दक्षिणाभ्यो +दक्षिणामत्यकालयत् +दक्षिणामन्वारभ्य +दक्षिणामभितो +दक्षिणामर्हतीति +दक्षिणामादेशय +दक्षिणामाशां +दक्षिणामाषकान् +दक्षिणामिति +दक्षिणामुख +दक्षिणामुखं +दक्षिणामुखः +दक्षिणामुखम् +दक्षिणामुखा +दक्षिणामुखाः +दक्षिणामुखी +दक्षिणामुखो +दक्षिणामुत्तरां +दक्षिणामूतिसंहिता +दक्षिणामूर्तये +दक्षिणामूर्ति +दक्षिणामूर्तिं +दक्षिणामूर्तिः +दक्षिणामूर्तिनवरत्नमालिकास्तोत्रम् +दक्षिणामूर्तिमीडे +दक्षिणामूर्तिवर्णमालास्तोत्रम् +दक्षिणामूर्तिसंहिता +दक्षिणामूर्तिसंहितायां +दक्षिणामूर्तिस्तवौ +दक्षिणामूर्तिस्तोत्रम् +दक्षिणामूर्तेः +दक्षिणामूर्त्यष्टकम् +दक्षिणामूर्त्युपनिषत् +दक्षिणामेरिका +दक्षिणामेव +दक्षिणाम् +दक्षिणाम्बुधिसम्मुखः +दक्षिणाय +दक्षिणायन +दक्षिणायनं +दक्षिणायनमेव +दक्षिणायनम् +दक्षिणायनस्य +दक्षिणायने +दक्षिणाया +दक्षिणायां +दक्षिणायाः +दक्षिणायान्तु +दक्षिणायामिति +दक्षिणायाम् +दक्षिणायाश्च +दक्षिणायुक्तं +दक्षिणायै +दक्षिणारहितं +दक्षिणारूपेण +दक्षिणार्णवम् +दक्षिणार्थ +दक्षिणार्थं +दक्षिणार्थे +दक्षिणार्ध +दक्षिणार्धं +दक्षिणार्धपूर्वार्धे +दक्षिणार्धम् +दक्षिणार्धस्य +दक्षिणार्धे +दक्षिणार्धेन +दक्षिणार्ध्यं +दक्षिणावत +दक्षिणावता +दक्षिणावताम् +दक्षिणावते +दक्षिणावतैव +दक्षिणावत् +दक्षिणावन्तः +दक्षिणावर्त +दक्षिणावर्तं +दक्षिणावर्तः +दक्षिणावर्तनाथः +दक्षिणावर्ते +दक्षिणावर्त्त +दक्षिणावर्त्ता +दक्षिणावर्त्तेन +दक्षिणावान् +दक्षिणाविधानं +दक्षिणावृत +दक्षिणावृतः +दक्षिणावृतो +दक्षिणावृत् +दक्षिणावृत्तानाम् +दक्षिणावृद्धि +दक्षिणाशब्दः +दक्षिणाशा +दक्षिणाशां +दक्षिणाशिरसं +दक्षिणाशिराः +दक्षिणाश्च +दक्षिणाश्चापि +दक्षिणासंस्थो +दक्षिणासि +दक्षिणासु +दक्षिणास् +दक्षिणास्तथा +दक्षिणास्तु +दक्षिणास्य +दक्षिणास्यः +दक्षिणाहि +दक्षिणाहीनं +दक्षिणाहीनो +दक्षिणाहृदयो +दक्षिणाऽज्योतिषम् +दक्षिणाऽतिक्रम्य +दक्षिणाऽतिक्रामति +दक्षिणाऽपायम्य +दक्षिणाऽपि +दक्षिणाꣳ +दक्षिणी +दक्षिणीकृत्य +दक्षिणीयः +दक्षिणीया +दक्षिणीयाः +दक्षिणीये +दक्षिणीयो +दक्षिणे +दक्षिणेतरं +दक्षिणेतरभुजव्यपाश्रयां +दक्षिणेतरे +दक्षिणेति +दक्षिणेन +दक्षिणेना +दक्षिणेनाक्ष्णा +दक्षिणेनाग्निं +दक्षिणेनाङ्गुष्ठेन +दक्षिणेनाथ +दक्षिणेनाध्वर्युः +दक्षिणेनान्नम् +दक्षिणेनापि +दक्षिणेनाभयप्रदम् +दक्षिणेनाहवनीयं +दक्षिणेनाऽऽहवनीयं +दक्षिणेनेतरेण +दक्षिणेनेति +दक्षिणेनेलावृतं +दक्षिणेनैति +दक्षिणेनैव +दक्षिणेनोत्तरेण +दक्षिणेनोत्तानेन +दक्षिणेनौदुम्बरीं +दक्षिणेभागे +दक्षिणेर्मा +दक्षिणेश्वरम् +दक्षिणेश्वरस्य +दक्षिणेश्वरे +दक्षिणेषां +दक्षिणेषु +दक्षिणेऽँ +दक्षिणेऽक्षन् +दक्षिणेऽक्षन्पुरुषः +दक्षिणेऽग्नौ +दक्षिणेऽथ +दक्षिणेऽदक्षिणे +दक्षिणेऽपि +दक्षिणेऽश्वकर्णे +दक्षिणेऽस्य +दक्षिणेऽस्याः +दक्षिणेो +दक्षिणैः +दक्षिणैव +दक्षिणैषा +दक्षिणो +दक्षिणोच्यते +दक्षिणोत्त +दक्षिणोत्तर +दक्षिणोत्तरं +दक्षिणोत्तरः +दक्षिणोत्तरगं +दक्षिणोत्तरत +दक्षिणोत्तरतः +दक्षिणोत्तरतो +दक्षिणोत्तरदिशि +दक्षिणोत्तरपार्श्वयोः +दक्षिणोत्तरभागयोः +दक्षिणोत्तरमण्डल +दक्षिणोत्तरमण्डले +दक्षिणोत्तरम् +दक्षिणोत्तरयोः +दक्षिणोत्तरयोरपि +दक्षिणोत्तररेखा +दक्षिणोत्तरा +दक्षिणोत्तराः +दक्षिणोत्तरात् +दक्षिणोत्तराभ्यां +दक्षिणोत्तराभ्यामतसुच् +दक्षिणोत्तरायतं +दक्षिणोत्तरे +दक्षिणोत्तरौ +दक्षिणोदधिगामिनी +दक्षिणोदधिम् +दक्षिणोदधेः +दक्षिणोन्नतः +दक्षिणोपरि +दक्षिणोरसि +दक्षिणोरौ +दक्षिणोर्द्ध्वे +दक्षिणोर्ध्वकरे +दक्षिणोर्ध्वे +दक्षिणोऽपि +दक्षिणौ +दक्षिण्यः +दक्षिण॒त +दक्षिण॒तो +दक्षिणꣳ +दक्षिने +दक्षिा +दक्षि॑ण +दक्षि॑णः +दक्षि॑णम् +दक्षि॑णया +दक्षि॑णया॒ +दक्षि॑णा +दक्षि॑णां॒ +दक्षि॑णाज्योतिषं॒ +दक्षि॑णाम् +दक्षि॑णाया +दक्षि॑णायां +दक्षि॑णायाः +दक्षि॑णाऽवन्तः +दक्षि॑णा॒ +दक्षि॑णा॒दोत +दक्षि॑णे +दक्षि॑णेन +दक्षि॒णा +दक्षु +दक्षे +दक्षेण +दक्षेणैव +दक्षेति +दक्षैः +दक्षैः॑ +दक्षो +दक्षोपि +दक्षोरूपरि +दक्षोऽथ +दक्षोऽपि +दक्षोऽसि +दक्षो॑ +दक्षो॒ +दक्षौ +दक्ष॑मु॒त +दक्ष॑म् +दक्ष॑से +दक्ष॑स्य +दक्ष॑स्य॒ +दखा +दख्षिण॒तो +दख्षि॑णा +दख्षि॑णां +दख्षि॑णा॒ +दख्षि॒णा +दगड +दग्ध +दग्धं +दग्धः +दग्धकिल्बिषः +दग्धकिल्बिषम् +दग्धकिल्बिषाः +दग्धकिल्विषः +दग्धक्लेशबीजं +दग्धक्लेशबीजस्य +दग्धतां +दग्धत्वात् +दग्धपटन्यायेन +दग्धबीजकल्पा +दग्धबीजभावं +दग्धबीजभावा +दग्धबीजभावाः +दग्धबीजस्य +दग्धमिति +दग्धमेव +दग्धम् +दग्धरुहा +दग्धवान् +दग्धव्य +दग्धव्यास्तु +दग्धव्यौ +दग्धश्च +दग्धसन्ताना +दग्धसन्तानाः +दग्धस्य +दग्धा +दग्धां +दग्धाः +दग्धाकृति +दग्धाननं +दग्धानां +दग्धानाम् +दग्धानि +दग्धान् +दग्धान्नं +दग्धायां +दग्धावृक्षः +दग्धाश्च +दग्धास्तु +दग्धास्ते +दग्धिका +दग्धु +दग्धुं +दग्धुम् +दग्धृ +दग्धृत्वं +दग्धे +दग्धेति +दग्धेन +दग्धेन्धन +दग्धेव +दग्धेषु +दग्धो +दग्धोदरस्यार्थे +दग्धोऽपि +दग्धोऽसि +दग्धोऽस्मि +दग्धौ +दग्ध्वा +दग्नौ +दघ +दघत् +दघि +दघ्न +दघ्नच् +दघ्ना +दघ्नि +दघ्नो +दघ्मौ +दङ्कस्य +दङ्क्ष्णवः +दङ्ग +दच +दचा +दचि +दचिहे +दच् +दछ +दज +दजेन +दझं +दझमपि +दझरेखा +दञ्च +दट्ठूण +दडि +दण +दणं +दण् +दण्ड +दण्डं +दण्डः +दण्डक +दण्डकं +दण्डकः +दण्डकभेदे +दण्डकम् +दण्डकर्मणि +दण्डकर्म्मन् +दण्डकल्पना +दण्डकस्य +दण्डका +दण्डकां +दण्डकाः +दण्डकान +दण्डकानां +दण्डकान् +दण्डकाप्रत्यागमनः +दण्डकारण्य +दण्डकारण्यं +दण्डकारण्यनिलयं +दण्डकारण्यमागतः +दण्डकारण्यमात्मवान् +दण्डकारण्यमाश्रितः +दण्डकारण्यमुच्यते +दण्डकारण्यम् +दण्डकारण्यवासिनः +दण्डकारण्यवासिनम् +दण्डकारण्यवासिनाम् +दण्डकारण्ये +दण्डकावनम् +दण्डकावने +दण्डकाष्ठं +दण्डकाष्ठमुद्यम्य +दण्डकाष्ठेन +दण्डकूर्दनम् +दण्डके +दण्डकेषु +दण्डकैः +दण्डको +दण्डग्रहणं +दण्डजितो +दण्डञ्च +दण्डड्डत्ध् +दण्डतः +दण्डताडनम् +दण्डत्वं +दण्डत्वस्य +दण्डत्वेन +दण्डदानाय +दण्डदानेन +दण्डदासश्च +दण्डद्वयं +दण्डधर +दण्डधरं +दण्डधरः +दण्डधरो +दण्डधानाजिनं +दण्डधार +दण्डधारणं +दण्डधारणम् +दण्डधारणा +दण्डधारणे +दण्डधारिणः +दण्डधारिणा +दण्डधारी +दण्डधारे +दण्डधारो +दण्डधृक् +दण्डन +दण्डनं +दण्डनमस्ति +दण्डनम् +दण्डनाथा +दण्डनाय +दण्डनायकः +दण्डनिपातने +दण्डनीति +दण्डनीतिं +दण्डनीतिः +दण्डनीतिरिति +दण्डनीतिश्च +दण्डनीतिश्चेति +दण्डनीतेः +दण्डनीतौ +दण्डनीत्या +दण्डनीत्यां +दण्डनीय +दण्डनीयः +दण्डनीया +दण्डनीयाः +दण्डने +दण्डनेतृत्वमेव +दण्डन्तु +दण्डपक्षौ +दण्डपाणयः +दण्डपाणये +दण्डपाणि +दण्डपाणिं +दण्डपाणिः +दण्डपाणिना +दण्डपाणिरिव +दण्डपाणिरिवान्तकः +दण्डपाणेः +दण्डपात्रं +दण्डपादं +दण्डपादा +दण्डपादो +दण्डपारुष्य +दण्डपारुष्यं +दण्डपारुष्यप्रकरणम् +दण्डपारुष्यमेव +दण्डपारुष्यम् +दण्डपारुष्ये +दण्डप्रणयनं +दण्डप्रणयनम् +दण्डप्रदानं +दण्डभयाद् +दण्डभाक् +दण्डभाग्भवेत् +दण्डभूयस्त्वम् +दण्डभृत् +दण्डभेदाः +दण्डभेदे +दण्डम +दण्डमर्हति +दण्डमवष्टभ्य +दण्डमाणवाः +दण्डमात्रं +दण्डमाथं +दण्डमादत्ते +दण्डमादाय +दण्डमानं +दण्डमानतः +दण्डमानेन +दण्डमाह +दण्डमिति +दण्डमुत्तमम् +दण्डमुद्यम्य +दण्डमुपवीतं +दण्डमुपस्थाय +दण्डमुष्टिहतं +दण्डमूले +दण्डमेकं +दण्डमेव +दण्डम् +दण्डय +दण्डयः +दण्डयति +दण्डयन् +दण्डयन्ति +दण्डया +दण्डयितव्यः +दण्डयितुं +दण्डयित्वा +दण्डयुद्धवर्जं +दण्डयेत् +दण्डयेद्राजा +दण्डयो +दण्डयोः +दण्डरूपं +दण्डरूपस्य +दण्डरूपेण +दण्डवच्च +दण्डवच्चक्रे +दण्डवतो +दण्डवत् +दण्डवत्कृत्वा +दण्डवत्पतिता +दण्डवत्पतितो +दण्डवत्प्रणम्य +दण्डवत्प्रणिपत्य +दण्डवद् +दण्डवद्भुवि +दण्डवद्भूमौ +दण्डवद्‍भूमौ +दण्डवाचिके +दण्डवान् +दण्डवारितः +दण्डवारिता +दण्डविधानं +दण्डविधिः +दण्डविशेषः +दण्डवृद्धिर्व्याख्याता +दण्डव्यवसर्गयोश्च +दण्डव्यूहेन +दण्डश्च +दण्डश्चरति +दण्डश्चेति +दण्डश्चेन्न +दण्डसेनस्य +दण्डस्तत्र +दण्डस्तथा +दण्डस्तथैव +दण्डस्तस्य +दण्डस्तु +दण्डस्य +दण्डस्येति +दण्डस्यैव +दण्डहतो +दण्डहस्त +दण्डहस्तं +दण्डहस्तः +दण्डहस्तमिवान्तकम् +दण्डहस्ता +दण्डहस्ताः +दण्डहस्ताय +दण्डहस्ताश्च +दण्डहस्ते +दण्डहस्तो +दण्डा +दण्डाः +दण्डाकर्मणि +दण्डाकारं +दण्डाकारः +दण्डाकारा +दण्डाकारे +दण्डाकृतिः +दण्डाख्ये +दण्डाग्रं +दण्डाग्रम् +दण्डाग्रे +दण्डाजिनोपवीतानि +दण्डात् +दण्डादण्डि +दण्डादि +दण्डादिः +दण्डादिकं +दण्डादिना +दण्डादिभ्यो +दण्डादीनां +दण्डादीनि +दण्डादेः +दण्डादौ +दण्डाद् +दण्डानर्हन्ति +दण्डानां +दण्डान् +दण्डान्तं +दण्डान्ते +दण्डान्न +दण्डापतानकः +दण्डापूपिकया +दण्डापूपिका +दण्डाभाव +दण्डाभावे +दण्डाभ्यां +दण्डाय +दण्डायन +दण्डायनः +दण्डायमानः +दण्डायमानो +दण्डार्थं +दण्डार्हो +दण्डाश्च +दण्डासनं +दण्डासनम् +दण्डाहत +दण्डि +दण्डिकः +दण्डिका +दण्डिड्डत्ध् +दण्डितः +दण्डितवान् +दण्डिता +दण्डिताः +दण्डिन +दण्डिनं +दण्डिनः +दण्डिनम् +दण्डिना +दण्डिनि +दण्डिनी +दण्डिने +दण्डिनो +दण्डिनौ +दण्डिन् +दण्डिशब्देन +दण्डी +दण्डीति +दण्डीयात्रा +दण्डीव +दण्डे +दण्डेड्डत्ध् +दण्डेति +दण्डेन +दण्डेनास्तमितत्विषा +दण्डेनेव +दण्डेनैव +दण्डेषु +दण्डै +दण्डैः +दण्डैश्च +दण्डो +दण्डोत्पला +दण्डोपघातं +दण्डोपानहं +दण्डोऽपि +दण्डोऽस्त्री +दण्डोऽस्य +दण्डौ +दण्ड्य +दण्ड्यं +दण्ड्यः +दण्ड्यते +दण्ड्यन्तामिति +दण्ड्यन्ताम् +दण्ड्यन्ते +दण्ड्यश्च +दण्ड्यस्तु +दण्ड्या +दण्ड्यांश्चैवाप्यदण्डयन् +दण्ड्याः +दण्ड्यादिशब्दा +दण्ड्यानां +दण्ड्यान् +दण्ड्ये +दण्ड्येषु +दण्ड्यो +दत +दतं +दतः +दतम् +दता +दति +दतिः +दतिया +दतियामण्डलम् +दतृ +दते +दतो +दतौ +दत् +दत्त +दत्तं +दत्तः +दत्तक +दत्तकः +दत्तकपुत्रस्य +दत्तकरूपेण +दत्तकस्य +दत्तकादयः +दत्तकादयो +दत्तकादीनां +दत्तके +दत्तको +दत्तचित्तः +दत्तचित्ता +दत्तजलाञ्जलिः +दत्तझम्पः +दत्तञ्च +दत्तत्वात् +दत्तदक्षिणः +दत्तदृष्टि +दत्तदृष्टिः +दत्तदृष्टी +दत्तन्तु +दत्तपञ्चाङ्गुलं +दत्तपादः +दत्तभुक्तफलं +दत्तम +दत्तमक्षयं +दत्तमक्षयतां +दत्तमक्षयम् +दत्तमक्षय्यमेते +दत्तमधीतं +दत्तमनन्तकम् +दत्तमन्नं +दत्तमपि +दत्तमश्नीयामिति +दत्तमस्ति +दत्तमस्तु +दत्तमस्मै +दत्तमस्याभयं +दत्तमात्रे +दत्तमाराधयामास +दत्तमासीत् +दत्तमिति +दत्तमित्यभिधीयते +दत्तमित्यर्थः +दत्तमित्युपासते +दत्तमिदं +दत्तमिष्टं +दत्तमिष्टमधीतं +दत्तमूल्यस्य +दत्तमेव +दत्तम् +दत्तया +दत्तवतः +दत्तवती +दत्तवते +दत्तवतो +दत्तवत्यः +दत्तवन्त +दत्तवन्तं +दत्तवन्तः +दत्तवन्तो +दत्तवन्तौ +दत्तवरं +दत्तवरः +दत्तवरा +दत्तवरो +दत्तवा +दत्तवांश्च +दत्तवांस्तदा +दत्तवांस्तस्मै +दत्तवाचं +दत्तवानसि +दत्तवानस्मि +दत्तवानासीत् +दत्तवानिति +दत्तवानित्यर्थः +दत्तवान् +दत्तशब्दस्य +दत्तशुल्कायां +दत्तश्च +दत्तसैन्यः +दत्तस्तव +दत्तस्तस्य +दत्तस्तु +दत्तस्ते +दत्तस्तेभ्यो +दत्तस्य +दत्तस्याक्षयकारकाः +दत्तस्याक्षयकारिकाः +दत्तस्यानपकर्म +दत्तस्यानपाकर्म +दत्तस्यापह्नवो +दत्तस्याप्रदानं +दत्तस्याप्रमादाय +दत्तहस्ता +दत्तहिया +दत्तहृदे +दत्तह् +दत्ता +दत्तां +दत्तांशः +दत्तांशस्य +दत्ताः +दत्ताक्षरा +दत्तात् +दत्तात्मा +दत्तात्रेय +दत्तात्रेयं +दत्तात्रेयः +दत्तात्रेयतंत्रे +दत्तात्रेयप्रसादेन +दत्तात्रेयश्च +दत्तात्रेयस्तोत्राणि +दत्तात्रेयस्य +दत्तात्रेयाय +दत्तात्रेयायेति +दत्तात्रेयेण +दत्तात्रेयेति +दत्तात्रेयो +दत्तानन्दा +दत्तानन्दाः +दत्तानां +दत्तानि +दत्तान् +दत्तान्तरः +दत्तापहारी +दत्तापि +दत्ताप्रदानिक +दत्ताप्रदानिकं +दत्ताप्रदानिकप्रकरणम् +दत्ताप्रदानिकम् +दत्ताभयं +दत्ताभये +दत्ताभिः +दत्तामपि +दत्ताम् +दत्ताय +दत्ताया +दत्तायां +दत्तायाः +दत्ताशीः +दत्तासने +दत्तासि +दत्तासु +दत्तास्तव +दत्तास्तु +दत्तास्मि +दत्तास्मै +दत्ताऽसि +दत्तिः +दत्तिल +दत्तिलः +दत्तिलम् +दत्तु +दत्ते +दत्तेति +दत्तेत्यर्थः +दत्तेन +दत्तेनेह +दत्तेयं +दत्तेषु +दत्तेह +दत्तेऽपि +दत्तैः +दत्तैर्देहमाप्नोति +दत्तैव +दत्तो +दत्तोत्तरत्वात् +दत्तोदधिं +दत्तोदधिम् +दत्तोपंत +दत्तोपन्त +दत्तोऽयं +दत्तोऽसि +दत्तोऽस्ति +दत्तोऽस्य +दत्तौ +दत्त्या +दत्त्रिमः +दत्त्व +दत्त्वा +दत्त्वां +दत्त्वाग्रे +दत्त्वात्र +दत्त्वाथ +दत्त्वादौ +दत्त्वान्नं +दत्त्वापि +दत्त्वाभयं +दत्त्वाय +दत्त्वायाथास्तं +दत्त्वार्घं +दत्त्वार्घ्यं +दत्त्वासनं +दत्त्वास्मै +दत्त्वाऽथ +दत्त्वाऽभयं +दत्त्वाऽयो +दत्त्वाऽर्घ्यं +दत्त्वाऽस्मै +दत्त्वेति +दत्त्वेत्यर्थः +दत्त्वेमां +दत्त्वेष्टाः +दत्त्वैव +दत्त्वैवं +दत्त्वोदकं +दत्त्वोपरि +दत्त॒ +दत्थ +दत्य +दत्या +दत्र +दत्राणि +दत्रादेशः +दत्रापि +दत्रिमः +दत्व +दत्वं +दत्वती +दत्वते +दत्वमिति +दत्वम् +दत्वा +दत्वाथ +दत्वाय +दत्वार्घ्यं +दत्वार्थिभ्यो +दत्वास्मै +दत्वाऽथ +दत्वाऽभयं +दत्वाऽर्घ्यं +दत्वे +दत्वेति +दत्वैव +दत्वैवं +दत्सु +दत्से +दत्स्व +दथ +दथा +दथे +दद +ददं +ददंति +ददंश +ददंशुश्च +ददः +ददक्षे +ददख +ददत +ददतं +ददतः +ददतस्तव +ददतस्तस्य +ददता +ददतां +ददताम् +ददति +ददती +ददतीं +ददतीति +ददतीत्यर्थः +ददतु +ददतुः +ददतुश्च +ददतुस्तौ +ददते +ददतो +ददतौ +ददत् +ददत्यपि +ददत्या +ददत्येव +ददत्वपि +ददत्वासुरं +ददत्विति +ददत्वित्यर्थः +ददत्सु +ददथुः +ददथु॒र्विश्व॑काय +दददग्नये +दददपि +दददाते +दददिरे +दददे +ददद् +ददद्गन्धर्वाय +ददन् +ददन्ति +ददन्ते +ददन्नरः +ददभन्त +ददमानात् +ददम्भ +ददरिद्रौ +ददर्श +ददर्शाग्रे +ददर्शात्र +ददर्शाथ +ददर्शाप्सरसं +ददर्शावस्थितं +ददर्शाश्रममण्डलम् +ददर्शासौ +ददर्शाहं +ददर्शाऽथ +ददर्शाऽसौ +ददर्शिथ +ददर्शेति +ददर्शेत्यर्थः +ददर्शैकं +ददर्शैकां +ददर्शैनं +ददर्श् +ददर्श॒ +ददशे +ददस्व +ददस्वान्नं +ददस्वेति +ददहुः +ददा +ददात +ददाति +ददातिः +ददातिदधात्योर्विभाषा +ददाति॒ +ददाती +ददातीति +ददातीत्यत्र +ददातीत्यर्थः +ददातीत्यादौ +ददातीत्याह +ददातीह +ददातु +ददातु॒ +ददाते +ददातेः +ददातेर्लुङि +ददातै +ददात् +ददात्तस्मिन्नाधीयतामयम् +ददात्यथ +ददात्यन्नं +ददात्यपि +ददात्यभिमतं +ददात्यभीष्टं +ददात्यर्कः +ददात्यलम् +ददात्यसौ +ददात्यस्मै +ददात्याशु +ददात्युत्तरं +ददात्युपोषिता +ददात्येनां +ददात्येव +ददात्येष +ददात्य् +ददात्वथ +ददात्विति +ददात्वित्यर्थः +ददाथ +ददाथे +ददादि +ददान +ददानं +ददानः +ददानम् +ददानया +ददाना +ददानि +ददानीति +ददानीत्येव +ददाने +ददानो +ददापय +ददाम +ददामहे +ददामि +ददामि॒ +ददामी +ददामीति +ददामीत्यर्थः +ददामीत्याह +ददामीत्येव +ददामी᳘ति +ददाम्यत +ददाम्यत्र +ददाम्यद्य +ददाम्यसौ +ददाम्यस्त्राणि +ददाम्यस्मै +ददाम्यहं +ददाम्यहम् +ददाम्येतां +ददाम्येनां +ददाम्येव +ददाम्य् +ददार +ददाल +ददावथ +ददावपि +ददावस्मै +ददावाङ्गिरसे +ददावाज्ञां +ददाविति +ददावित्यर्थः +ददाश +ददाशः +ददाशति +ददाशत् +ददाशदस्मै +ददाशिम +ददाशुः +ददाशुषे +ददासि +ददासीति +ददासीत्यर्थः +ददाह +ददा॑ति +ददा॑ति॒ +ददा॑तु +ददा॑मि +ददा॑शति +ददा॑शत् +ददा॑शदस्मै +ददा॒त्वथ॑ +ददा॒शुषे॑ +ददि +ददिः +ददितारः +ददिथ +ददिय +ददिरे +ददिर्गाः +ददिर्हि +ददिव +ददिवांसं +ददिवान् +ददी +ददीत +ददीतास्य +ददीमहि +ददीरन् +ददु +ददुः +ददुर्दानानि +ददुर्धनम् +ददुर्मुदा +ददुर्हि +ददुश्च +ददुश्चापि +ददुषः +ददुषि +ददुस्ततः +ददुस्तत्र +ददुस्तथा +ददुस्तदा +ददुस्तस्मै +ददुस्तस्य +ददुस्तस्यै +ददुस्ताश्च +ददुस्ते +ददू +ददृ +ददृक्षे +ददृत् +ददृश +ददृशतुः +ददृशाते +ददृशानः +ददृशिरे +ददृशिवान् +ददृशु +ददृशुः +ददृशुरिति +ददृशुरित्यर्थः +ददृशुर्गत्वा +ददृशुर्जनाः +ददृशुर्देवं +ददृशुर्देवा +ददृशुर्न +ददृशुर्बालकं +ददृशुर्मुनयो +ददृशुर्वीरा +ददृशुश्च +ददृशुषीः +ददृशुस् +ददृशुस्तं +ददृशुस्तत्र +ददृशुस्तदा +ददृशुस्तस्य +ददृशुस्तां +ददृशुस्ते +ददृशू +ददृशे +ददृशेऽथ +ददृशेऽपि +ददृशे॒ +ददृशो +ददृश्र +ददृश्रे +ददृश्वान् +ददृ॑शे +ददृ॑शे॒ +ददे +ददेत +ददेत् +ददेत्ततः +ददेत्तथा +ददेत्पुनः +ददेथ् +ददेद् +ददेऽसौ +ददेऽहं +ददे॒ +ददै +ददैौ +ददो +ददौ +दद् +दद्धि +दद्धोः +दद्ध्यत्र +दद्भावः +दद्भिः +दद्भिर् +दद्भ्यः +दद्म +दद्मः +दद्मसि +दद्मस्तं +दद्महे +दद्मि +दद्मो +दद्म॒स्तं +दद्य +दद्यः +दद्यते +दद्यन्ते +दद्या +दद्यां +दद्याः +दद्याच +दद्याच् +दद्याच्च +दद्याच्चतुर्गुणम् +दद्याच्चतुष्पथे +दद्याच्चापः +दद्याच्चापि +दद्याच्चैव +दद्याच्चैवाददीत +दद्याच्छक्त्या +दद्याच्छिरसि +दद्याच्छ्राद्धं +दद्याच्छ्राद्धे +दद्याच्छ्रीगुरवे +दद्याज्जलं +दद्याज्जलाञ्जलिम् +दद्याज्जलाञ्जलीन् +दद्याज्ज्वरमुक्ते +दद्यात +दद्यातम् +दद्यातां +दद्याताम् +दद्यातु +दद्यातू +दद्यात् +दद्यात्क्रमेण +दद्यात्तं +दद्यात्ततः +दद्यात्ततो +दद्यात्तत्र +दद्यात्तथा +दद्यात्तथैव +दद्यात्तदा +दद्यात्तस्मै +दद्यात्तस्य +दद्यात्तां +दद्यात्तिलोदकम् +दद्यात्तु +दद्यात्तेन +दद्यात्तेभ्यः +दद्यात्तेभ्यो +दद्यात्तेषां +दद्यात्त्रयोदशीम् +दद्यात्पयस्विनीम् +दद्यात्पाचत्तिकम् +दद्यात्पाद्यं +दद्यात्पिण्डं +दद्यात्पिता +दद्यात्पितृभ्यः +दद्यात्पुरुषसूक्तेन +दद्यात्पुष्पाञ्जलिं +दद्यात्पूर्णां +दद्यात्पूर्णाहुतिं +दद्यात्प्रदीपं +दद्यात्प्रयत्नतः +दद्यात्प्रयत्नेन +दद्यात्फलं +दद्यात्स +दद्यात्संवत्सरं +दद्यात्सत्यं +दद्यात्समाहितः +दद्यात्सर्वं +दद्यात्सा +दद्यात्सुचरितव्रतः +दद्यात्सुवर्णं +दद्यात्स्वयं +दद्यात्‌ +दद्यादग्नौ +दद्यादतिथये +दद्यादथ +दद्यादनेन +दद्यादन्नं +दद्यादन्नमर्थिने +दद्यादन्यत्र +दद्यादपरिक्लिष्टमन्नमध्वनि +दद्यादपि +दद्यादर्घं +दद्यादर्घ्यं +दद्यादर्ध्यं +दद्यादस्थिमतां +दद्यादहरहः +दद्यादाचमनं +दद्यादाचमनीयकम् +दद्यादाचार्यदक्षिणां +दद्यादाचार्यदक्षिणाम् +दद्यादाचार्यपूर्वेभ्यो +दद्यादाचार्याय +दद्यादासनं +दद्यादिति +दद्यादित्यनेन +दद्यादित्यर्थः +दद्यादित्यादौ +दद्यादित्याह +दद्यादित्येके +दद्यादिमं +दद्यादुत्क्लेशनं +दद्यादुत्तरं +दद्यादुदकपूर्वकम् +दद्यादृते +दद्यादेकं +दद्यादेकां +दद्यादेतदेव +दद्यादेव +दद्यादेवं +दद्यादेष +दद्याद् +दद्याद्गयाशिरे +दद्याद्गां +दद्याद्गृहं +दद्याद्दक्षिणां +दद्याद्दत्त्वा +दद्याद्दाता +दद्याद्दानं +दद्याद्दानानि +दद्याद्दीपं +दद्याद्देवस्य +दद्याद्देवाय +दद्याद्देव्यै +दद्याद्द्विजातये +दद्याद्द्विजाय +दद्याद्धनं +दद्याद्धयं +दद्याद्धरये +दद्याद्धि +दद्याद्धिरण्यं +दद्याद्धूपं +दद्याद्धेनुं +दद्याद्बलिं +दद्याद्बस्तिं +दद्याद्ब्राह्मणाय +दद्याद्ब्राह्मणे +दद्याद्ब्राह्मणेभ्यश्च +दद्याद्भक्त्या +दद्याद्यः +दद्याद्यजमानो +दद्याद्यजेत +दद्याद्यथा +दद्याद्यथाक्रमम् +दद्याद्यथाविधि +दद्याद्यथाशक्ति +दद्याद्यथाशक्त्या +दद्याद्यदि +दद्याद्यावद्दिनचतुष्टयम् +दद्याद्ये +दद्याद्यो +दद्याद्वस्तिं +दद्याद्वा +दद्याद्वाचं +दद्याद्विचक्षणः +दद्याद्वित्तानुसारतः +दद्याद्विधानतः +दद्याद्विधानेन +दद्याद्विप्राय +दद्याद्विप्रेभ्यो +दद्याद्विप्रेषु +दद्याद्विभवे +दद्याद्विरेचनम् +दद्याद्विलक्षणाम् +दद्याद्वेदविदे +दद्याद्वै +दद्याद्वैश्वदेविके +दद्याद्‌ +दद्यान् +दद्यान्न +दद्यान्नरो +दद्यान्नस्यं +दद्यान्नारी +दद्यान्नित्यं +दद्यान्निरूहं +दद्यान्निरूहणम् +दद्यान्नैवेद्यं +दद्यान्नोच्छिष्टं +दद्यान्नोष्णकाले +दद्यान्मध्यमं +दद्यान्महादेव्यै +दद्यान्महेशानि +दद्यान्महौषधम् +दद्यान्माता +दद्यान्मूलेन +दद्यान्मृतस्य +दद्यान्मे +दद्यापि +दद्याम +दद्यामहं +दद्यामिति +दद्याम् +दद्यास्त्वं +दद्यु +दद्युः +दद्युरिति +दद्युरेव +दद्युर्न +दद्युर्वा +दद्र +दद्रष्ठ +दद्रा +दद्राणं +दद्राणम् +दद्रिरे +दद्रु +दद्रुं +दद्रुः +दद्रुकुष्ठं +दद्रुघ्नः +दद्रुघ्नो +दद्रुणः +दद्रुरोगः +दद्रुरोगी +दद्रुश्च +दद्रू +दद्रूः +दद्रूणां +दद्रूणि +दद्रृशे +दद्रौ +दद्वयं +दद्‌ +दद॑तः +दद॑ति +दद॑तो +दद॑त् +दद॑न्नः +दध +दधः +दधत +दधतं +दधतः +दधतम् +दधता +दधतां +दधताम् +दधति +दधती +दधतीं +दधतीः +दधतीति +दधतीत्यर्थः +दधतीम् +दधतु +दधतुः +दधते +दधतो +दधतोः +दधतौ +दधत् +दधत्यः +दधत्यपि +दधत्या +दधत्यौ +दधत्य् +दधत्स्तोत्रे +दधदपि +दधदस्मभ्यं +दधदिति +दधद् +दधद्र +दधद्रत्नानि +दधद्रयिं +दधनत् +दधनद्धनिष्ठा +दधनि +दधन् +दधन्ति +दधन्तु +दधन्युन्मृज्य +दधन्वतः +दधन्वां +दधन्वान् +दधन्वान्मत्सरिन्तमः +दधन्विरे +दधन्वे +दधमि +दधर्ष +दधर्षति +दधर्षीत् +दधस +दधसे +दधस्तथोश्च +दधा +दधात +दधातन +दधातनेति +दधाता +दधाति +दधातिः +दधाति॒ +दधातीति +दधातीत्यर्थः +दधातु +दधातु॒ +दधाते +दधातेः +दधातेर्लङि +दधातेर्लटि +दधातेर्लिटि +दधातेर्लुङि +दधातेर्लोटि +दधातेर्हिः +दधात् +दधात्यथ +दधात्यथो +दधात्यन्नाद्याय +दधात्यपि +दधात्य् +दधात्वायुष्मन्तः +दधात्विति +दधात्विन्द्र +दधात्व् +दधाथ +दधाथां +दधाथाम् +दधाथे +दधान +दधानं +दधानः +दधानम् +दधानया +दधानस्य +दधाना +दधानां +दधानाः +दधानान् +दधानाम् +दधानि +दधानी +दधानीति +दधाने +दधानेति +दधानेन +दधानैः +दधानो +दधानौ +दधाम +दधामि +दधामि॒ +दधामीति +दधामेति +दधाम्यसौ +दधाम्यहम् +दधाम्य् +दधार +दधाराथ +दधारेति +दधाव +दधावहै +दधावे +दधासि +दधा॑त +दधा॑ता +दधा॑ति +दधा॑ति॒ +दधा॑नः +दधा॑ना +दधा॑नाः +दधा॑ना॒ +दधा॑ने +दधा॑नो +दधा॑नो॒ +दधा॑न॒ +दधा॑मि +दधा॑सि +दधि +दधिं +दधिः +दधिकं +दधिकुल्या +दधिकुल्यां +दधिकुल्याः +दधिकूर्च्चिका +दधिके +दधिको +दधिक्रा +दधिक्रां +दधिक्राः +दधिक्राम् +दधिक्रावा +दधिक्रावेव +दधिक्राव्ण +दधिक्राव्णः +दधिक्राव्णा +दधिक्राव्णे +दधिक्राव्णेति +दधिक्राव्णो +दधिक्षीरं +दधिक्षीरघृतादिभिः +दधिग्रहं +दधिग्रहस्य +दधिग्रहाय +दधिग्रहेण +दधिग्रहो +दधिघर्मं +दधिघर्मदेवत्या +दधिघर्मस्य +दधिघर्माय +दधिघर्मेण +दधिघृतं +दधिघृतम् +दधित्थं +दधित्थः +दधित्थस्य +दधित्वम् +दधिथ +दधिदानस्य +दधिद्र +दधिध्वं +दधिध्वम् +दधिध्वे +दधिना +दधिनि +दधिनी +दधिपय +दधिपयआदीनि +दधिपयसी +दधिपयसोः +दधिपुष्पिका +दधिभक्तं +दधिभावेन +दधिभिः +दधिभ्याम् +दधिम +दधिमण्डेन +दधिमण्डो +दधिमण्डोदकश्चापि +दधिमण्डोदकेन +दधिमता +दधिमधु +दधिमधुघृताक्तानां +दधिमधुनि +दधिमधुनी +दधिमधुमिश्रम् +दधिमध्वाज्यसंयुतम् +दधिमध्वाशयति +दधिमन्थं +दधिमस्तु +दधिमस्तुना +दधिमिश्रं +दधिमुख +दधिमुखं +दधिमुखः +दधिमुखो +दधिम् +दधियुक्तं +दधिर +दधिरूपेण +दधिरे +दधिरे॒ +दधिलुप्तरसं +दधिवाहनः +दधिवाहनपुत्रस्तु +दधिशब्दस्य +दधिष +दधिषु +दधिषे +दधिषे॒ +दधिष्व +दधिसंमिश्रं +दधिसंयुक्तं +दधिसक्तवः +दधिसक्तून् +दधिसम्भवम् +दधिसरः +दधिसर्पिः +दधिसर्पिषी +दधिस्नानं +दधिस्यति +दधिऽआशिरः +दधिऽक्राम् +दधिऽक्राव्णः +दधि॑ +दधि॑ऽआशिरः +दधि॒ +दधि॒क्रा +दधि॒क्रावे॑व॒ +दधि॒रे +दधि॒षे +दधी +दधीच +दधीचं +दधीचः +दधीचस्य +दधीचस्याश्रमं +दधीचा +दधीचि +दधीचिं +दधीचिः +दधीचिना +दधीचिरुवाच +दधीचिर्नाम +दधीचिश्च +दधीचे +दधीचेः +दधीचेन +दधीचो +दधीत +दधीति +दधीतेति +दधीथाः +दधीनि +दधीमहि +दधीरन् +दधीव +दधी॑त +दधी॒चो +दधु +दधुः +दधुराहितं +दधुरिति +दधुरिन्द्रियम् +दधुरिन्द्रि॒यं +दधुरिन्द्रि॒यम् +दधुर् +दधुस्ततः +दधुस्तदा +दधृक् +दधृञ्ज +दधृषन्त +दधृषुः +दधृष्वान् +दधे +दधेत् +दधे॒ +दधो +दधौ +दध् +दध्न +दध्नः +दध्नश्च +दध्नष्ठक् +दध्नस्तु +दध्ना +दध्नां +दध्नातनक्ति +दध्नाय +दध्नि +दध्ने +दध्नेन्द्रियकामस्य +दध्नैव +दध्नो +दध्म +दध्मः +दध्मतुः +दध्मसि +दध्मस्तमु +दध्महे +दध्मावित्यनुषज्यते +दध्मुः +दध्मो +दध्मौ +दध्य +दध्यङ् +दध्यङ्ङपोर्णुते +दध्यङ्ङाथर्वणोऽश्विभ्यामुवाच +दध्यङ्ङ् +दध्यङ्ह +दध्यत्र +दध्यधिश्रयति +दध्यन्न +दध्यन्नं +दध्यपि +दध्यम्लं +दध्यशान +दध्यस्यति +दध्या +दध्याः +दध्याज्यं +दध्याताम् +दध्यात् +दध्यादि +दध्यादिभावेन +दध्यादीनां +दध्यादीनि +दध्याद् +दध्यानयति +दध्यानयनस्य +दध्यानीय +दध्यान् +दध्याशिरः +दध्या॑शिरः +दध्यु +दध्युः +दध्युत्तमं +दध्युत्तरं +दध्युदकं +दध्येव +दध्यो +दध्योदन +दध्योदनं +दध्योदनः +दध्योदनेन +दध्यौ +दध्य् +दध्र +दध्रा +दध्रिरे +दध्रिषे +दध्रुः +दध्रे +दध्वने +दध्वसे +दध्वा +दध्वान +दध॑तः +दध॑ति +दध॑ति॒ +दध॑ती +दध॑ते +दध॑तो +दध॑तो॒ +दध॑त् +दध॑त्स्तो॒त्रे +दध॑दिन्द्रि॒याणि॑ +दध॑द्र॒यिं +दध॑द्वसु॒वने॑ +दध॒द्रत्ना॑नि +दध॒द्वेत्वाज्य॑स्य॒ +दध॒द्व्यन्त्वाज्य॑स्य॒ +दन +दनं +दनः +दनन्तरं +दनम् +दनस्य +दना +दनात् +दनाय +दनायुः +दनायुषः +दनायुषायाः +दनार्थं +दनि +दनी +दनीध्वस्यते +दनु +दनुः +दनुज +दनुजं +दनुजः +दनुजदारिणा +दनुजा +दनुजाः +दनुजानां +दनुजेश्वरः +दनुजो +दनुना +दनुपुत्राश्च +दनुर्नाम +दनुश्च +दने +दनेन +दनैः +दनो +दनोः +दन् +दन्त +दन्तं +दन्तः +दन्तकः +दन्तकम् +दन्तकान्ति +दन्तकान्त्या +दन्तकाष्ठ +दन्तकाष्ठं +दन्तकाष्ठञ्च +दन्तकाष्ठम् +दन्तकाष्ठस्य +दन्तकाष्ठानि +दन्तकाष्ठे +दन्तकाष्ठेन +दन्तक्षतं +दन्तक्षतानि +दन्तगतो +दन्तघर्षणम् +दन्तघाटकः +दन्तघाटकम् +दन्तचालं +दन्तचालञ्च +दन्तचाले +दन्तच्छदं +दन्तच्छदः +दन्तच्छदस्य +दन्तजन्मनि +दन्तजातः +दन्तजाता +दन्तद्वये +दन्तधावन +दन्तधावनं +दन्तधावनः +दन्तधावनपूर्ब्बकम् +दन्तधावनपूर्वकम् +दन्तधावनमञ्जनम् +दन्तधावनमाचरेत् +दन्तधावनम् +दन्तधावनविधिः +दन्तधावने +दन्तनाडीषु +दन्तपङ्क्तौ +दन्तपत्रं +दन्तपवनं +दन्तपाली +दन्तपुप्पुटके +दन्तपुप्पुटको +दन्तप्रकाण्डेषु +दन्तप्रभा +दन्तप्रभाः +दन्तभङ्गश्च +दन्तमण्डलीम् +दन्तमांसं +दन्तमांसानि +दन्तमांसान्यबाधयन् +दन्तमांसेषु +दन्तमुद्रया +दन्तमूलं +दन्तमूलगता +दन्तमूलम् +दन्तमूलानि +दन्तमूलीय +दन्तमूले +दन्तमूलेषु +दन्तम् +दन्तयोः +दन्तयोर्हन्ति +दन्तयोस्त्रिषु +दन्तरं +दन्तरोग +दन्तरोगभेदे +दन्तरोगशब्दे +दन्तरोगाः +दन्तरोगाणां +दन्तरोगी +दन्तरोगे +दन्तलग्नां +दन्तलेखकः +दन्तवक्त्रं +दन्तवक्त्रः +दन्तवक्त्रश्च +दन्तवक्त्रस्य +दन्तवक्रश्च +दन्तवक्रो +दन्तवत् +दन्तवाससा +दन्तवाससि +दन्तविद्र +दन्तविप्राण्डजा +दन्तवेदना +दन्तवेष्टः +दन्तवेष्टयोः +दन्तवेष्टे +दन्तवेष्टेभ्यो +दन्तवेष्टेषु +दन्तवेष्टौ +दन्तशठः +दन्तशठफलम् +दन्तशब्दस्य +दन्तशर्करा +दन्तशिखात् +दन्तशिखात्संज्ञायाम् +दन्तशूले +दन्तशोधनचूर्णेन +दन्तश्च +दन्तस्त्वशेषतः +दन्तस्थानसाम्यात् +दन्तस्नेहेन +दन्तस्य +दन्तहर्षः +दन्तहर्षे +दन्तहर्षो +दन्ता +दन्तांश्च +दन्तांस्ते +दन्ताः +दन्ताग्रे +दन्ताङ्कुरान् +दन्तात् +दन्तादित्वात् +दन्तादीनां +दन्ताद् +दन्तान +दन्ताना +दन्तानां +दन्तानाम् +दन्तानि +दन्तान् +दन्तान्तरे +दन्तान्नित्यं +दन्ताभ्यां +दन्तावल +दन्तावलः +दन्तावली +दन्तावलो +दन्ताशनी +दन्ताश्च +दन्ताश्चलन्ति +दन्तास्तेषां +दन्ति +दन्तिः +दन्तिका +दन्तिदन्तजः +दन्तिदुर्गः +दन्तिन +दन्तिनं +दन्तिनः +दन्तिनम् +दन्तिनश्च +दन्तिना +दन्तिनां +दन्तिनाम् +दन्तिनि +दन्तिनी +दन्तिने +दन्तिनो +दन्तिभिः +दन्तिल +दन्तिलः +दन्तिलस्य +दन्तिषु +दन्तिसहस्राणि +दन्तिस्थं +दन्ती +दन्तीं +दन्तीद्र +दन्तीद्रवन्त्योश्च +दन्तीद्वयं +दन्तीव +दन्तीवृक्षः +दन्तीवृक्षे +दन्तु +दन्तुर +दन्तुरं +दन्तुरः +दन्तुरा +दन्तुरां +दन्तुरे +दन्तुरो +दन्तूलः +दन्ते +दन्तेन +दन्तेभ्यः +दन्तेभ्यो +दन्तेवाडा +दन्तेवाडामण्डलम् +दन्तेश्वरी +दन्तेषु +दन्तै +दन्तैः +दन्तैरपि +दन्तैर् +दन्तैर्दन्तानसंस्पृशन् +दन्तैर्दन्तान् +दन्तैर्दन्तान्विचूर्ण्य +दन्तैर्वा +दन्तैश्च +दन्तो +दन्तोलूखलिकः +दन्तोष्ठम् +दन्तोष्ठाः +दन्तोष्ठौ +दन्तोऽस्य +दन्तो॒ +दन्तौ +दन्त्य +दन्त्यं +दन्त्यः +दन्त्यमध्य +दन्त्यम् +दन्त्यस्य +दन्त्या +दन्त्याः +दन्त्यादि +दन्त्यादिः +दन्त्यादौ +दन्त्यान्तः +दन्त्याश्च +दन्त्ये +दन्त्यो +दन्त्योपधः +दन्त्योष्ठ्यादिः +दन्त्योष्ठ्यो +दन्दग्धि +दन्दशानाः +दन्दशीति +दन्दशूक +दन्दशूकं +दन्दशूकः +दन्दशूकम् +दन्दशूका +दन्दशूकाः +दन्दशूकानां +दन्दशूकाश्च +दन्दशूके +दन्दशूको +दन्दश्यते +दन्दहीति +दन्दह्यते +दन्द्रम्यमाणाः +दन्ना +दन्भ +दन्भु +दन्य +दन्यत्र +दन्यथा +दन्यस्य +दन्ये +दन्श +दप +दपं +दपती +दपि +दब +दबः +दबा +दबाने +दबावं +दबावः +दबे +दब्धिरसि +दब्धिरस्यदब्धो +दब्धिरस्य् +दभ +दभत् +दभन् +दभन्ति +दभन्यातु॒धाना॑ +दभाति +दभाय +दभा॑य +दभि +दभीतये +दभीतिं +दभेयम् +दभेश्चेति +दभ्नुयुः +दभ्नुवन्ति +दभ्नोति +दभ्नोतिर्हिंसाकर्मा +दभ्नोतिर्हिंसार्थः +दभ्यते +दभ्याय +दभ्रं +दभ्रचेताः +दभ्रम् +दभ्रस्य +दभ्राणि +दभ्रेभिः +दम +दमं +दमः +दमक +दमकं +दमकः +दमघोषजः +दमघोषसुतः +दमघोषसुतेन +दमघोषस्य +दमघोषो +दमण +दमण् +दमथो +दमन +दमनं +दमनः +दमनक +दमनकं +दमनकः +दमनकवृक्षः +दमनकवृक्षे +दमनकस्य +दमनके +दमनकेन +दमनको +दमनकोऽपि +दमनकोऽब्रवीत् +दमनम् +दमनस्तु +दमनस्य +दमना +दमनाय +दमनारोपणं +दमनी +दमनीं +दमनीयानां +दमने +दमनेन +दमनैः +दमनो +दमन् +दमन्यत् +दमपि +दममना +दममिति +दममेव +दमम् +दमयंती +दमयतां +दमयतामस्मि +दमयति +दमयतीति +दमयते +दमयन् +दमयन्तं +दमयन्ति +दमयन्ती +दमयन्तीं +दमयन्तीकिलकिञ्चितं +दमयन्तीति +दमयन्तीमथाब्रवीत् +दमयन्तीवदनाय +दमयन्त्यपि +दमयन्त्या +दमयन्त्यां +दमयन्त्याः +दमयन्त्युवाच +दमयन्त्यै +दमया +दमयिता +दमयितुं +दमयितुकामः +दमयित्वा +दमश्च +दमश्चेति +दमस्तत्र +दमस्तथा +दमस्तपः +दमस्तस्य +दमस्ति +दमस्तीत्कार्यं +दमस्य +दमस्वसारं +दमस्वसुः +दमा +दमां +दमाः +दमाय +दमायन्तु +दमाह +दमि +दमितः +दमिता +दमिताः +दमिति +दमिते +दमितो +दमित्वा +दमिनः +दमिह +दमी +दमु +दमुच्यते +दमुनाः +दमूनसं +दमूनसम् +दमूना +दमूनाः +दमू॑नसम् +दमू॑ना +दमू॑नाः +दमू॑ना॒ +दमे +दमें +दमेदमे +दमेन +दमेव +दमेऽदमे +दमे॑ +दमे॑दमे +दमे॑ऽदमे +दमे॒ +दमैः +दमो +दमोह +दमोहमण्डलम् +दमोऽस्तेयं +दमौ +दम् +दम्प +दम्पति +दम्पतिभ्यां +दम्पती +दम्पतीनां +दम्पतीभ्यां +दम्पतीव +दम्पते +दम्पत्यो +दम्पत्योः +दम्पत्योश्च +दम्पत्योस्तु +दम्प॑ती +दम्प॑ती॒ +दम्भ +दम्भं +दम्भः +दम्भने +दम्भपूर्वका +दम्भमानमदान्विताः +दम्भय +दम्भयः +दम्भयज्ञेषु +दम्भश्च +दम्भस्य +दम्भा +दम्भादावेव +दम्भार्थं +दम्भार्थमपि +दम्भार्थमपीति +दम्भाहंकारसंयुक्ताः +दम्भाहङ्कारसंयुक्ताः +दम्भित्वं +दम्भित्वम् +दम्भी +दम्भु +दम्भे +दम्भेः +दम्भेन +दम्भेनाविधिपूर्वकम् +दम्भेनैव +दम्भेरच +दम्भो +दम्भोद्भवो +दम्भोलि +दम्भोऽथ +दम्य +दम्यं +दम्यः +दम्यते +दम्या +दम्यान् +दम्यौ +दम्ऽपती +दम्ऽप॑ती +दम॑म् +दम॒ +दय +दयं +दयः +दयत +दयति +दयतीति +दयते +दयतेर्दिगि +दयत् +दयध्वमिति +दयन +दयनीया +दयनीयो +दयन् +दयन्त +दयन्ति +दयमान +दयमानं +दयमानः +दयमाना +दयमानाः +दयमाने +दयमानो +दयम् +दयया +दययैव +दयश्च +दयसे +दयस्तु +दयस्य +दयस्व +दया +दयां +दयाघन +दयाचत +दयाचित्तं +दयाजनकदीनवृत्तिनिरतत्वमित्यपरे +दयात् +दयादिगुणामृताब्धे +दयादिति +दयाननदसरस्वतीस्वामिना +दयानन्द +दयानन्दः +दयानन्दयजुर्वेदभाष्य +दयानन्दसरस्वती +दयानन्दसरस्वतीविर +दयानन्दसरस्वतीविरचितम् +दयानन्दसरस्वतीविरचिता +दयानन्दसरस्वतीस्वामिना +दयानिधिः +दयानिधिम् +दयानिधिर्यदुपते +दयानिधे +दयानुकम्पा +दयान्वितः +दयान्विता +दयान्विताः +दयापन्नो +दयापर +दयापरः +दयापरम् +दयापराः +दयापरो +दयापात्रं +दयापि +दयामय +दयामयी +दयामि +दयामिति +दयाम् +दयाय +दयाया +दयायां +दयायाः +दयायाम् +दयायासश्च +दयायुक्तः +दयायुक्तो +दयाराम +दयारूपा +दयार्जवम् +दयार्थं +दयार्द्र +दयार्द्रचेताः +दयार्द्रा +दयाल +दयालवः +दयालवो +दयालु +दयालुं +दयालुः +दयालुता +दयालुत्वं +दयालुना +दयालुभिः +दयालुरपि +दयालुरेधि +दयालुर्भक्तवत्सलः +दयालुश्च +दयालो +दयालोः +दयालौ +दयाळो +दयावतः +दयावताम् +दयावति +दयावती +दयावन्तः +दयावन्तो +दयावशः +दयावांश्च +दयावान +दयावान् +दयावान्सर्वभूतेषु +दयावीर +दयावीरः +दयावीरस्य +दयावीरो +दयाशील +दयासिंधो +दयासिन्धुं +दयासिन्धो +दयास्ति +दयाहीनं +दयाहीना +दयाहीनो +दयि +दयित +दयितं +दयितः +दयिततमेन +दयितम् +दयितया +दयितयापि +दयितस्य +दयिता +दयितां +दयिताः +दयिताननाम्बुजं +दयितानने +दयितानि +दयिताम् +दयिताय +दयिताया +दयितायाः +दयितासखः +दयितासु +दयितास्वनवस्थितं +दयितुं +दयिते +दयितेति +दयितेन +दयितेव +दयितैः +दयितो +दयितोरसि +दयित्वा +दयी +दये +दयेत +दयेति +दयेत् +दयेन +दयैव +दयैषा +दयो +दयोः +दयोऽपि +दयोऽप्यत्र +दय् +दय॑मानः +दय॑से +दर +दरं +दरः +दरकम्पिनी +दरगाह +दरगिड +दरजी +दरणं +दरणम् +दरति +दरतो +दरत् +दरद +दरदं +दरदः +दरदमम्लवर्गैश्च +दरदस्त्रिविधः +दरदस्य +दरदा +दरदां +दरदाः +दरदान् +दरदाश्चैव +दरदे +दरदेन +दरदो +दरद् +दरद्देशं +दरबार +दरभंगा +दरभङ्गा +दरभङ्गामण्डलम् +दरमा +दरमीलन्नयना +दरम् +दरयः +दरयति +दरयन्तः +दरवरं +दरवाजा +दरस +दरस्य +दरा +दरात् +दरादराभ्यां +दरादित्वात् +दरि +दरिअसीहेण +दरिद्दो +दरिद्र +दरिद्रं +दरिद्रः +दरिद्रकः +दरिद्रतः +दरिद्रतया +दरिद्रता +दरिद्रतां +दरिद्रताम् +दरिद्रताया +दरिद्रति +दरिद्रत् +दरिद्रत्वं +दरिद्रश् +दरिद्रश्च +दरिद्रश्चोपजायते +दरिद्रसार्थवाहपुत्रं +दरिद्रस्य +दरिद्रस्यापि +दरिद्रा +दरिद्रां +दरिद्राः +दरिद्राञ्चकार +दरिद्राणां +दरिद्राणामिति +दरिद्राणाम् +दरिद्राति +दरिद्रातेरार्धधातुके +दरिद्रान् +दरिद्राय +दरिद्रायके +दरिद्राश्च +दरिद्रिणी +दरिद्रित +दरिद्रितः +दरिद्रिता +दरिद्री +दरिद्रे +दरिद्रेण +दरिद्रेणापि +दरिद्रेभ्यः +दरिद्रेभ्यो +दरिद्रेषु +दरिद्रैरपि +दरिद्रो +दरिद्रोऽपि +दरिद्रोऽहं +दरी +दरीं +दरीगृहेषु +दरीगृहोत्सङ्गनिषक्तभासः +दरीदृश्यते +दरीदृश्यन्ते +दरीमुखः +दरीमुखोत्थेन +दरीम् +दरीश्च +दरीश्रयाः +दरीषु +दरीसंस्थं +दरे +दरें +दरेखा +दरेण +दरेतरोदरं +दरो +दरों +दरौ +दरौंदी +दर् +दर्गा +दर्ज +दर्जा +दर्जे +दर्तः +दर्ता +दर्त् +दर्थ +दर्थं +दर्थः +दर्थे +दर्द +दर्दः +दर्दरीति +दर्दुर +दर्दुरं +दर्दुरः +दर्दुरकः +दर्दुरस्तथा +दर्दुरा +दर्दुराः +दर्दुरे +दर्दुरेण +दर्दुरो +दर्दृहि +दर्द्रु +दर्धर्ति +दर्धर्षि +दर्प +दर्पं +दर्पः +दर्पकः +दर्पकलः +दर्पको +दर्पञ्च +दर्पण +दर्पणं +दर्पणः +दर्पणकारः +दर्पणकारेण +दर्पणके +दर्पणञ्च +दर्पणतले +दर्पणदृश्यमाननगरीतुल्यं +दर्पणप्रकरणे +दर्पणमण्डले +दर्पणमादधाना +दर्पणमिव +दर्पणम् +दर्पणस्य +दर्पणस्येव +दर्पणा +दर्पणाः +दर्पणादीन् +दर्पणादेः +दर्पणादौ +दर्पणानां +दर्पणे +दर्पणेन +दर्पणेषु +दर्पणेष्विव +दर्पणेऽपि +दर्पणैः +दर्पणो +दर्पणोदरनिहिता +दर्पणोदरसन्निभम् +दर्पणोदरसन्निभाम् +दर्पति +दर्पदलनं +दर्पदलनम् +दर्पदलने +दर्पदो +दर्पदोषाद् +दर्पनाशनः +दर्पप्रशमनं +दर्पबलं +दर्पभंगं +दर्पभङ्गं +दर्पभङ्गः +दर्पम् +दर्पयति +दर्पश्च +दर्पस्तथा +दर्पस्त्याज्यःहृष्टो +दर्पस्य +दर्पहन्ता +दर्पहा +दर्पा +दर्पाच्च +दर्पात् +दर्पाद् +दर्पान्धो +दर्पितः +दर्पितपुरं +दर्पितम् +दर्पिता +दर्पिताः +दर्पितो +दर्पे +दर्पेण +दर्पो +दर्पोऽत्राहङ्कारबलहेतुकोऽङ्गीकर्तव्यानङ्गीकारः +दर्पोऽभिमानश्च +दर्प्ता +दर्भ +दर्भं +दर्भः +दर्भकुसुमाः +दर्भकृतोत्तरीयम् +दर्भण +दर्भतरुणाभ्यां +दर्भति +दर्भत्रयं +दर्भद्वयं +दर्भद्वयेन +दर्भपाणिः +दर्भपाणिस्तु +दर्भपिञ्जूल्या +दर्भपुञ्जीलानि +दर्भपुञ्जीलाभ्यां +दर्भपुञ्जीलैः +दर्भपृष्ठे +दर्भमणिबन्धने +दर्भमन्तर्धाय +दर्भमयं +दर्भमयम् +दर्भमयी +दर्भमये +दर्भमालया +दर्भमाला +दर्भमालासमायुक्तं +दर्भमास्तृणाति +दर्भमुष्टिं +दर्भमुष्टिः +दर्भमुष्टिना +दर्भमूलं +दर्भमूली +दर्भमूले +दर्भम् +दर्भयति +दर्भरज्ज्वा +दर्भरोमा +दर्भशय्यायां +दर्भशलाकया +दर्भश्च +दर्भसंस्तरे +दर्भस्तम्बं +दर्भस्तम्बः +दर्भस्तम्बमुद्ग्रथ्य +दर्भस्तम्बे +दर्भस्य +दर्भा +दर्भांश्च +दर्भाः +दर्भाग्रं +दर्भाग्रे +दर्भाग्रेण +दर्भाङ्कुरेण +दर्भाणां +दर्भानन्योन्यस्मै +दर्भानाधाय +दर्भानास्तीर्य +दर्भान् +दर्भान्धारयमाणः +दर्भान्संस्तीर्य +दर्भान्सꣳस्तीर्य +दर्भाभ्यां +दर्भावप्रच्छिन्नप्रान्तौ +दर्भाश्च +दर्भासः +दर्भासनं +दर्भासने +दर्भास्तिला +दर्भाहाराय +दर्भिणा +दर्भे +दर्भेण +दर्भेषु +दर्भेषूदके +दर्भेष्वासीनः +दर्भेष्वासीनो +दर्भैः +दर्भैरग्नीन्परिस्तृणाति +दर्भैरपिदधाति +दर्भैराच्छाद्य +दर्भैरास्तीर्य +दर्भैर् +दर्भैर्वा +दर्भैश्च +दर्भैस्तु +दर्भो +दर्भोपरि +दर्भौ +दर्मा +दर्माणम् +दर्य +दर्यः +दर्यतां +दर्यते +दर्या +दर्यां +दर्रांग् +दर्राङ्गमण्डलम् +दर्वा +दर्वाजा +दर्वि +दर्विं +दर्विः +दर्विका +दर्विकृते +दर्विदा +दर्विरक्षितापरिमितानुपदस्ता +दर्विरक्षितापरिमितानुपदस्तैवा +दर्विहोम +दर्विहोमं +दर्विहोमधर्मेण +दर्विहोमा +दर्विहोमान्यो +दर्विहोमे +दर्विहोमेषु +दर्विहोमो +दर्वी +दर्वीं +दर्वीकरा +दर्वीकराः +दर्वीकराणां +दर्वीकरो +दर्वीति +दर्वीमाज्यस्थालीं +दर्वे +दर्व्या +दर्व्यां +दर्व्यादीनां +दर्व्यामुपस्तीर्य +दर्व्याम् +दर्व्यैव +दर्व्योत्तममपादाय +दर्व्योपघातं +दर्व्विका +दर्व्वी +दर्व्वीकरा +दर्व्वीकराः +दर्श +दर्शं +दर्शंदर्शं +दर्शं॒ +दर्शः +दर्शक +दर्शकं +दर्शकः +दर्शकम् +दर्शकस्य +दर्शका +दर्शकाः +दर्शकानां +दर्शकानाम् +दर्शकान् +दर्शकास्तथा +दर्शके +दर्शकेन +दर्शको +दर्शकों +दर्शजन्मशान्त्यध्यायः +दर्शत +दर्शतं +दर्शतः +दर्शतम् +दर्शतस्य +दर्शता +दर्शताय +दर्शतासो +दर्शति +दर्शते +दर्शतेमे +दर्शतो +दर्शथः +दर्शदर्श +दर्शद्वयं +दर्शन +दर्शनं +दर्शनः +दर्शनकांक्षया +दर्शनकाङ्क्षिणः +दर्शनकालः +दर्शनक्रिया +दर्शनक्रियायां +दर्शनजं +दर्शनञ्च +दर्शनतः +दर्शनतो +दर्शनदानम् +दर्शनपथं +दर्शनपथे +दर्शनप्रणयिनामदृश्यतामाजगाम +दर्शनप्रतिभूः +दर्शनप्रतिभूर्यत्र +दर्शनभेदः +दर्शनभेदेन +दर्शनम +दर्शनमपि +दर्शनमस्ति +दर्शनमस्य +दर्शनमस्येति +दर्शनमात्मनः +दर्शनमात्र +दर्शनमात्रं +दर्शनमात्रतः +दर्शनमात्रेण +दर्शनमात्रेणैव +दर्शनमायाति +दर्शनमार्गः +दर्शनमार्गे +दर्शनमार्गेण +दर्शनमार्गो +दर्शनमिच्छन्ति +दर्शनमिति +दर्शनमिदं +दर्शनमुक्तम् +दर्शनमुच्यते +दर्शनमुत्तमम् +दर्शनमुपैति +दर्शनमेव +दर्शनम् +दर्शनम्‌ +दर्शनयोः +दर्शनयोग्यः +दर्शनयोग्यता +दर्शनयोग्यमपि +दर्शनयोग्यानि +दर्शनलालसः +दर्शनलालसाः +दर्शनवर्जिताः +दर्शनविध्यभिप्रायः +दर्शनविषयो +दर्शनशक्तिः +दर्शनशब्दः +दर्शनशब्देन +दर्शनशास्त्र +दर्शनशास्त्रं +दर्शनशास्त्रम् +दर्शनशास्त्रस्य +दर्शनशास्त्रिणः +दर्शनशास्त्रे +दर्शनश्रवणादिभिः +दर्शनश्रवणादीनि +दर्शनश्रवणे +दर्शनसमनन्तरमेव +दर्शनसमानाकारं +दर्शनसामर्थ्यं +दर्शनसुखमनुभवतः +दर्शनस्पर्शनादीनि +दर्शनस्पर्शनाभ्यां +दर्शनस्य +दर्शनस्यापि +दर्शनस्यास्य +दर्शनस्येति +दर्शनस्यैव +दर्शनहेतवः +दर्शना +दर्शनाः +दर्शनाकाङ्क्षी +दर्शनाङ्कनयोः +दर्शनाच +दर्शनाच् +दर्शनाच्च +दर्शनाच्चैव +दर्शनाच्छब्दाच्च +दर्शनात +दर्शनात् +दर्शनात्तथा +दर्शनात्तव +दर्शनात्तस्य +दर्शनात्ते +दर्शनात्पापनाशनम् +दर्शनात्स्पर्शनादपि +दर्शनात्‌ +दर्शनादत्र +दर्शनादत्रापि +दर्शनादनुमानाद्वा +दर्शनादपि +दर्शनादयः +दर्शनादर्शनं +दर्शनादर्शने +दर्शनादस्य +दर्शनादि +दर्शनादिकं +दर्शनादिति +दर्शनादित्यर्थः +दर्शनादिना +दर्शनादिभिः +दर्शनादिभ्यः +दर्शनादिव +दर्शनादीनां +दर्शनादीनि +दर्शनादेः +दर्शनादेव +दर्शनाद् +दर्शनाद्यस्य +दर्शनानन्तरं +दर्शनानन्तरम् +दर्शनानां +दर्शनानि +दर्शनान् +दर्शनान्तरं +दर्शनान्तरे +दर्शनान्न +दर्शनान्मम +दर्शनाभावः +दर्शनाभावे +दर्शनाय +दर्शनायोपसंक्रान्ताः +दर्शनायोपसंक्रामेयमिति +दर्शनायोपसंक्रामेयम् +दर्शनार्थ +दर्शनार्थं +दर्शनार्थः +दर्शनार्थम् +दर्शनार्थाय +दर्शनार्थिनः +दर्शनार्थी +दर्शनार्थे +दर्शनार्थो +दर्शनालोकनेक्षणम् +दर्शनी +दर्शनीय +दर्शनीयं +दर्शनीयः +दर्शनीयतमं +दर्शनीयतमः +दर्शनीयतमो +दर्शनीयमानिनी +दर्शनीयमानी +दर्शनीयमिति +दर्शनीयम् +दर्शनीयश् +दर्शनीयश्च +दर्शनीयस्थलम् +दर्शनीयस्थलानि +दर्शनीयस्थानानि +दर्शनीयस्य +दर्शनीया +दर्शनीयां +दर्शनीयाः +दर्शनीयानि +दर्शनीयाश्च +दर्शनीयाहो +दर्शनीये +दर्शनीयेति +दर्शनीयेन +दर्शनीयेन्द्र +दर्शनीयो +दर्शनीयोऽयं +दर्शनीयोऽसि +दर्शनीयौ +दर्शने +दर्शनेच्छया +दर्शनेति +दर्शनेन +दर्शनेनापि +दर्शनेनैव +दर्शनेषु +दर्शनेऽपि +दर्शनैः +दर्शनो +दर्शनों +दर्शनोत्सुकः +दर्शनोत्सुकाः +दर्शन् +दर्शन्तो +दर्शपूर्ण +दर्शपूर्णमा +दर्शपूर्णमास +दर्शपूर्णमासः +दर्शपूर्णमासप्रकरणम् +दर्शपूर्णमासप्रकरणे +दर्शपूर्णमासप्रयोगः +दर्शपूर्णमासमन्त्राः +दर्शपूर्णमासयाजी +दर्शपूर्णमासयो +दर्शपूर्णमासयोः +दर्शपूर्णमासयोरेव +दर्शपूर्णमासयोर् +दर्शपूर्णमासयोश्च +दर्शपूर्णमासयोस् +दर्शपूर्णमासवत् +दर्शपूर्णमासवत्तूष्णीम् +दर्शपूर्णमासा +दर्शपूर्णमासाङ्ग +दर्शपूर्णमासादि +दर्शपूर्णमासादिषु +दर्शपूर्णमासादौ +दर्शपूर्णमासाभ्यां +दर्शपूर्णमासाभ्याम् +दर्शपूर्णमासाम्यां +दर्शपूर्णमासावारप्स्यमानः +दर्शपूर्णमासाविति +दर्शपूर्णमासाव् +दर्शपूर्णमासी +दर्शपूर्णमासे +दर्शपूर्णमासेष्टिः +दर्शपूर्णमासौ +दर्शपौर्णमासयोः +दर्शपौर्णमासाभ्यां +दर्शपौर्णमासौ +दर्शमथ +दर्शमहं +दर्शम् +दर्शय +दर्शयंति +दर्शयत +दर्शयतः +दर्शयता +दर्शयति +दर्शयतिन +दर्शयतिय +दर्शयतियथेति +दर्शयती +दर्शयतीति +दर्शयतीत्यर्थः +दर्शयतीत्याह +दर्शयतु +दर्शयते +दर्शयतेति +दर्शयतो +दर्शयत् +दर्शयत्यपि +दर्शयत्यसौ +दर्शयत्येव +दर्शयद्भिः +दर्शयध्वं +दर्शयनाह +दर्शयनि +दर्शयन् +दर्शयन्त +दर्शयन्तं +दर्शयन्तः +दर्शयन्तम् +दर्शयन्ति +दर्शयन्ती +दर्शयन्तीति +दर्शयन्तु +दर्शयन्तो +दर्शयन्तौ +दर्शयन्त्यः +दर्शयन्त्येव +दर्शयन्त्यो +दर्शयन्नपि +दर्शयन्नवतारयति +दर्शयन्नादौ +दर्शयन्नाह +दर्शयन्निव +दर्शयन्नुत्तरमाह +दर्शयन्नुपसंहरति +दर्शयन्नेव +दर्शयन्पाणिलाघवम् +दर्शयन्यदर्थं +दर्शयन्विवृणोति +दर्शयसि +दर्शयस्व +दर्शयस्वाद्य +दर्शयांचकारेमम् +दर्शयागे +दर्शयात्मानं +दर्शयात्मानमव्ययम् +दर्शयात्मानमात्मना +दर्शयाद्य +दर्शयामः +दर्शयामास +दर्शयामासुः +दर्शयामासेति +दर्शयामि +दर्शयामीति +दर्शयाम्य् +दर्शयाशु +दर्शयि +दर्शयितव्य +दर्शयितव्यः +दर्शयितव्यमिति +दर्शयितव्यम् +दर्शयितव्या +दर्शयितव्याः +दर्शयितव्ये +दर्शयिता +दर्शयितु +दर्शयितुं +दर्शयितुंअतिक्षुद्रम् +दर्शयितुमशक्यत्वात् +दर्शयितुमारभते +दर्शयितुमाह +दर्शयितुमिति +दर्शयितुमुपक्रमते +दर्शयितुमेव +दर्शयितुम् +दर्शयित्वा +दर्शयित्वात्मन्य् +दर्शयित्वाथ +दर्शयिला +दर्शयिष्यत +दर्शयिष्यति +दर्शयिष्यतीति +दर्शयिष्यते +दर्शयिष्यन् +दर्शयिष्यन्ति +दर्शयिष्यन्ते +दर्शयिष्यन्नाह +दर्शयिष्यसि +दर्शयिष्यामः +दर्शयिष्यामि +दर्शयिष्यामीति +दर्शयिष्ये +दर्शये +दर्शयेच्च +दर्शयेत +दर्शयेतां +दर्शयेति +दर्शयेत् +दर्शयेत्ततः +दर्शयेत्तत्र +दर्शयेत्तस्य +दर्शयेदिति +दर्शयेद् +दर्शयेद्देवि +दर्शयेद्बुधः +दर्शयेन्न +दर्शयेयं +दर्शयेयुः +दर्शश्च +दर्शश्राद्धं +दर्शश्राद्धतिथिनिर्णयः +दर्शश्राद्धप्रयोगः +दर्शश्राद्धे +दर्शस्य +दर्शा +दर्शाग्रतः +दर्शाता +दर्शात् +दर्शादौ +दर्शानीयानि +दर्शान्त +दर्शान्तः +दर्शान्तकाले +दर्शान्ततो +दर्शान्ते +दर्शान्तो +दर्शि +दर्शिका +दर्शित +दर्शितं +दर्शितः +दर्शितत्वाच्च +दर्शितत्वात् +दर्शितत्वादिति +दर्शितमत +दर्शितमस्ति +दर्शितमस्माभिर्नरेश्वरपरीक्षाप्रकाशे +दर्शितमात्मयोगात् +दर्शितमिति +दर्शितमित्यर्थः +दर्शितमित्याह +दर्शितमेव +दर्शितम् +दर्शितरीत्या +दर्शितवती +दर्शितवन्तः +दर्शितवानसि +दर्शितवान् +दर्शितविषयत्वात् +दर्शितविषयस्य +दर्शितविषया +दर्शितश्च +दर्शितस्तेन +दर्शितस्य +दर्शिता +दर्शितां +दर्शिताः +दर्शितानां +दर्शितानि +दर्शितान् +दर्शितावर्तनाभेः +दर्शितास्ते +दर्शिते +दर्शितेति +दर्शितेन +दर्शितेषु +दर्शितैव +दर्शितो +दर्शितोयथा +दर्शितौ +दर्शिन +दर्शिनः +दर्शिनम् +दर्शिनी +दर्शिनो +दर्शियितुं +दर्शिषीष्ट +दर्शिष्यते +दर्शी +दर्शे +दर्शेन +दर्शेन्ति +दर्शेष्टिं +दर्शेऽपि +दर्शो +दर्शोपचारः +दर्श्यतां +दर्श्यतामिति +दर्श्यताम् +दर्श्यते +दर्श्यन्ताम् +दर्श्यन्ते +दर्श॑म् +दर्श॒तं +दर्श॒तः +दर्श॒तम् +दर्श॒ता +दर्श॒तो +दर्षते +दर्षत् +दर्षि +दर्षीष्ट +दर्षे +दल +दलं +दलः +दलकेसरपेशलम् +दलञ्च +दलति +दलदरविन्द +दलद्वयं +दलद्वये +दलन +दलनं +दलनायकः +दलने +दलन्ति +दलप +दलपति +दलमर +दलमस्य +दलमानं +दलमुच्यते +दलमूलेषु +दलम् +दलय +दलयति +दलयतु +दलयत्यपि +दलयितुं +दलयोः +दलयोराद्येषु +दलयोरुपगीतिं +दलशः +दलशो +दलस्य +दला +दलाः +दलाई +दलाग्रं +दलाग्राणि +दलाग्रे +दलाग्रेषु +दलात् +दलानां +दलानि +दलान् +दलाभ्यां +दलाय +दलाल +दलाष्टकसमन्वितम् +दलि +दलित +दलितं +दलितः +दलितजनः +दलितम् +दलिता +दलिताः +दलितानां +दलितानि +दलिते +दलितो +दलितौ +दलीकृतं +दलीकृताभ्यां +दले +दलेन +दलेषु +दलेष्वपि +दलेष्वष्टसु +दलै +दलैः +दलैर्युक्तं +दलैस्तत्र +दलो +दलोदरे +दलोपः +दल् +दल्मि +दल्यते +दळ +दळे +दळेषु +दव +दवं +दवः +दवता +दवति +दवत् +दवथुः +दवदहनादुत्पन्नो +दवदावौ +दवमेव +दवयति +दवश्यं +दवस्य +दवहुतवहरोचिर्ज्वालया +दवा +दवाः +दवाग्निः +दवाग्निना +दवानलेन +दवि +दविद्युतती +दविद्युतत् +दविद्युतत्या +दविद्योत् +दविधाव +दविध्वतः +दविध्वतो +दविध्वत् +दविषाणि +दविष्ठ +दविष्ठं +दविष्ठः +दवि॑द्युतत् +दवि॑ध्वतः +दवी +दवीं +दवीयः +दवीयसि +दवीयसी +दवीयस् +दवीयानपि +दवीयान् +दवीयो +दवे +दवो +दवौ +दव्य +दव्यं +दव्या +दश +दशं +दशंति +दशः +दशक +दशकं +दशकंधरः +दशकः +दशकण्ठ +दशकण्ठस्य +दशकद्वयं +दशकन्धर +दशकन्धरः +दशकन्धरस्य +दशकन्धरेण +दशकपालं +दशकपालः +दशकपालम् +दशकपालो +दशकपालꣳ +दशकफलकम् +दशकम् +दशकलात्मने +दशकसम्बद्धाः +दशकसम्बद्धानि +दशकस्य +दशका +दशकानि +दशकावष्टकास्त्रयः +दशकास्त्रयो +दशकुमारचरित +दशकुमारचरितं +दशकुमारचरितम् +दशकुमारचरिते +दशकुमारे +दशकृत्व +दशकृत्वः +दशकृत्वस्तु +दशकृत्वो +दशके +दशकेन +दशकेषु +दशको +दशकोटयः +दशकोटिं +दशकोटिभिः +दशकोटिशतानि +दशकोटिसहस्राणि +दशकोटीः +दशकोट्यस्तु +दशकोट्या +दशकौ +दशक्षणा +दशक्षिप +दशगवम् +दशगीतिकापाद +दशगुणं +दशगुणः +दशगुणम् +दशगुणा +दशगुणां +दशगुणाः +दशगुणितं +दशगुणितः +दशगुणिता +दशगुणितो +दशगुणे +दशगुणेनैव +दशगुणो +दशगुणोत्तरम् +दशगुणोत्तराः +दशग्राम +दशग्रामी +दशग्रीव +दशग्रीवं +दशग्रीवः +दशग्रीवमुवाच +दशग्रीवश्च +दशग्रीवस्तु +दशग्रीवस्य +दशग्रीवे +दशग्रीवेण +दशग्रीवो +दशग्वाः +दशचक्रसमो +दशचक्रिसमो +दशजन्मकृतं +दशजन्मानि +दशत +दशतं +दशतः +दशतत्त्वानि +दशतम् +दशतयं +दशतयस्य +दशतयान् +दशतयीषु +दशता +दशतां +दशतालं +दशतालः +दशतालकम् +दशताले +दशतालेन +दशति +दशतिः +दशती +दशतीति +दशतीर्थसहस्राणि +दशतीर्दश +दशतु +दशते +दशतो +दशतौ +दशत् +दशत्वं +दशत्वात् +दशत्वात्तथा +दशतꣳ +दशदर्थे +दशदलं +दशदले +दशदश +दशदशी +दशदशोप +दशदशोपदधाति +दशदिक्षु +दशदिक्समापूर्णयशसां +दशदिग्बन्धनं +दशदिनं +दशदिनानि +दशदिने +दशदिशं +दशदिशः +दशदिशि +दशदिशो +दशद्युम् +दशद्वादशवर्षाणां +दशद्वादशहस्तं +दशधर्मा +दशधा +दशधात्मानं +दशधेनुदः +दशधेन्द्रियं +दशधैव +दशध्वजसमा +दशन +दशनं +दशनः +दशनच्छदं +दशनच्छदम् +दशनच्छदौ +दशनम् +दशनवाससी +दशनशीलाः +दशना +दशनाः +दशनागबलाः +दशनाग्रेण +दशनाडिकाः +दशनाडीमहापथम् +दशनात् +दशनानां +दशनान् +दशनान्तरेषु +दशनिष्कं +दशनिष्ककम् +दशने +दशनेन +दशनेषु +दशनै +दशनैः +दशनैरोष्ठं +दशनौ +दशन् +दशन्तं +दशन्ति +दशन्ते +दशन्तेि +दशन्नपि +दशपंच +दशपञ्च +दशपणः +दशपणो +दशपदा +दशपदो +दशपरिच्छेदात्मकोऽयं +दशपलं +दशपला +दशपलान् +दशपादी +दशपादीवृत्तौ +दशपाद्यान्तु +दशपुटैः +दशपुत्राः +दशपुत्राणां +दशपुर +दशपुरं +दशपुरम् +दशपुरुषं +दशपुरे +दशपूर्वान् +दशपूर्वान्दशापरान् +दशपूली +दशपेय +दशपेयः +दशपेयस्य +दशपेयाय +दशपेये +दशपेयेन +दशपेयो +दशप्रकरणानि +दशप्रकारा +दशबन्धं +दशबलः +दशबलबलिनां +दशबलस्य +दशबला +दशबलो +दशबाहुं +दशभागं +दशभागविभाजिते +दशभागे +दशभि +दशभिः +दशभिरेव +दशभिर् +दशभिर्गुणैः +दशभिर्दश +दशभिर्दशभिः +दशभिर्दिनैः +दशभिर्बलैश्चतुर्भिर्वैशारद्यैस्त्रिभिरावेणिकैः +दशभिर्बाणैः +दशभिर्मध्यमः +दशभिर्मासैः +दशभिर्वा +दशभिर्विद्ध्वा +दशभिश्च +दशभिश्चैव +दशभिस् +दशभिस्तथा +दशभिस्तु +दशभी +दशभुजं +दशभुजः +दशभुजा +दशभुजां +दशभुजो +दशभूमिके +दशभूमिप्रतिष्ठिता +दशभूमीश्वरो +दशभेदं +दशभ्य +दशभ्यः +दशभ्यस्तु +दशभ्यो +दशम +दशमं +दशमः +दशमकक्षा +दशमक्षेत्रम् +दशमगे +दशमदिवसयुद्धे +दशमदिवसे +दशमधर्माः +दशमपरिच्छेदे +दशमपर्यन्तं +दशमपर्व +दशमपुरुषपर्य्यन्तं +दशमप्रश्नः +दशमप्रश्ने +दशमभावमें +दशमम +दशममण्डलस्य +दशममण्डले +दशममहः +दशममें +दशमम् +दशमलव +दशमशतकम् +दशमशतकस्य +दशमशतके +दशमशताब्द्यां +दशमशताब्द्याः +दशमश्च +दशमस्कन्धपरिच्छेदः +दशमस्कन्धसुबोधिनीटिप्पण्योः +दशमस्कन्धे +दशमस्तथा +दशमस्तु +दशमस्तेषां +दशमस्त्वमसीति +दशमस्त्वमसीत्यादौ +दशमस्थाने +दशमस्थो +दशमस्य +दशमस्याह्नः +दशमस्सर्गः +दशमहामूलीये +दशमा +दशमांश +दशमांशं +दशमांशस्य +दशमांशेन +दशमाखण्डः +दशमात् +दशमात्रं +दशमाद् +दशमाद्दद्याच्छूद्रापुत्राय +दशमाधिकरणमारचयति +दशमाध्यायसूचितसृष्टिस्थितिसंहार +दशमाध्यायस्य +दशमाध्याये +दशमालिकाः +दशमावधि +दशमासांस्तु +दशमासान् +दशमासिकम् +दशमासो +दशमास्य +दशमास्यं +दशमास्यः +दशमास्याय +दशमास्यो +दशमाहवत् +दशमी +दशमीं +दशमीदिने +दशमीम् +दशमीयुक्ता +दशमीवेधजं +दशमीस्थस्य +दशमुख +दशमुखं +दशमुखः +दशमुखस्य +दशमुखान्तकः +दशमुखे +दशमूल +दशमूलं +दशमूलकम् +दशमूलञ्च +दशमूलमिश्रः +दशमूलम् +दशमूलस्य +दशमूलाम्भसा +दशमूली +दशमूलीकषायेण +दशमूलीजलं +दशमूलेन +दशमे +दशमें +दशमेन +दशमेनाह्ना +दशमेनेति +दशमेऽध्याये +दशमेऽनुवाके +दशमेऽपि +दशमेऽहनि +दशमेऽह्नि +दशमैकादशद्वादशभावफलाध्यायः +दशमैकादशाभ्यां +दशमैकादशे +दशमो +दशमोत्सवः +दशमोध्यायः +दशमोऽङ्कः +दशमोऽध्याय +दशमोऽध्यायः +दशमोऽध्यायस्य +दशमोऽनुवाक +दशमोऽनुवाकः +दशमोऽपि +दशमोऽसीति +दशमोऽस्मीति +दशमौ +दशम् +दशम्बर् +दशम्या +दशम्यां +दशम्याः +दशम्याञ्च +दशम्यादि +दशम्यादौ +दशम्यान्तु +दशम्यामेकभक्ताशी +दशम्यामेकभुक्तः +दशम्यामेव +दशम्याम् +दशम्येकादशी +दशम्यैकादशी +दशय +दशयति +दशया +दशयुग्भवन्ति +दशयोगे +दशयोजन +दशयोजनं +दशयोजनमायतम् +दशयोजनम् +दशयोजनविस्तारं +दशयोजनविस्तारो +दशयोजनविस्तीर्णं +दशयोजनविस्तीर्णा +दशयोजनविस्तीर्णे +दशयोजनविस्तृतः +दशयोजनविस्तृतम् +दशर +दशरथ +दशरथं +दशरथः +दशरथतनयं +दशरथदिष्टान्तः +दशरथप्रार्थना +दशरथमाँझिः +दशरथम् +दशरथविलापः +दशरथसमाश्वासनम् +दशरथस्तदा +दशरथस्त्रियः +दशरथस्य +दशरथस्यायं +दशरथस्यावां +दशरथस्यास्तां +दशरथस्याहं +दशरथस्येमौ +दशरथस्यैतौ +दशरथा +दशरथाक्रन्दः +दशरथात् +दशरथात्मज +दशरथात्मजः +दशरथात्मजम् +दशरथात्मजे +दशरथात्मजौ +दशरथादयः +दशरथाय +दशरथे +दशरथेन +दशरथो +दशरथोऽनघः +दशरथोऽपि +दशरथोऽब्रवीत् +दशरथोऽभवत् +दशरात्र +दशरात्रं +दशरात्रः +दशरात्रपर्व +दशरात्रम् +दशरात्रस् +दशरात्रस्य +दशरात्रात् +दशरात्राय +दशरात्रे +दशरात्रेण +दशरात्रो +दशरू +दशरूपक +दशरूपकं +दशरूपकम् +दशरूपके +दशर्चं +दशर्चम् +दशर्चस्य +दशर्चे +दशर्चेन +दशर्चो +दशर्षभाम् +दशलक्ष +दशलक्षं +दशलक्षकम् +दशलक्षजपेनैव +दशलक्षणकं +दशलक्षम् +दशलक्षाणि +दशलक्षाधिकं +दशलक्षाधिकजनसङ्ख्यायुक्तानां +दशलक्षे +दशव +दशवक्त्रं +दशवदन +दशवर्ण +दशवर्णं +दशवर्ध +दशवर्ष +दशवर्षं +दशवर्षः +दशवर्षपर्यन्तं +दशवर्षशतानि +दशवर्षसहस्रकम् +दशवर्षसहस्राणि +दशवर्षसहस्रान्ते +दशवर्षस्य +दशवर्षा +दशवर्षाणां +दशवर्षाणि +दशवर्षादनन्तरम् +दशवर्षानन्तरं +दशवर्षीयः +दशवर्षे +दशवर्षेषु +दशवां +दशवापीसमा +दशवारं +दशवाराणि +दशवारेण +दशवार्षिकम् +दशवार्षिकी +दशविध +दशविधं +दशविधः +दशविधम् +दशविधहेतुनिरूपणम् +दशविधा +दशविधाः +दशविधे +दशविधो +दशवीरं +दशवीरꣳ +दशवृक्ष +दशवृद्ध्या +दशवे +दशवें +दशवेश्यासमो +दशशतं +दशशतवशवर्तिप्रतिविशिष्टानां +दशशतवाचीतिप्रतीतिनिरासायाह +दशशतानि +दशशती +दशशाखाभ्यां +दशशाणमितं +दशशिरः +दशशिरसश्च +दशशिरा +दशशो +दशश्लोकी +दशश्लोकीस्तुतिः +दशसंख्या +दशसंख्याका +दशसंख्याकाः +दशसंख्याकान् +दशसंख्याया +दशसहस्त्राणि +दशसहस्र +दशसहस्रं +दशसहस्रकम् +दशसहस्राणि +दशसहस्रेण +दशसाहस्र +दशसाहस्रं +दशसाहस्रकं +दशसाहस्रसंख्यकाः +दशसाहस्रा +दशसु +दशसूनासमं +दशसूनासमश्चक्री +दशसौवर्णिकं +दशस्तोभम् +दशस्थाने +दशस्य +दशस्यतम् +दशस्यति +दशस्यन् +दशस्यन्तः +दशस्यन्ता +दशस्या +दशस्येत् +दशस्वपि +दशहरा +दशहरायां +दशहस्तं +दशहस्तकम् +दशहस्तमथाष्टौ +दशहस्ता +दशहस्तां +दशहस्ते +दशहस्तेन +दशहस्तो +दशहीनं +दशहोता +दशहोतारं +दशहोतारम् +दशहोत्रा +दशऽभिः +दशा +दशाँ +दशां +दशांगं +दशांगुलं +दशांगुलम् +दशांगुल्यं +दशांश +दशांशं +दशांशः +दशांशकम् +दशांशके +दशांशतः +दशांशतो +दशांशहोमः +दशांशाः +दशांशाधिकांशेन +दशांशे +दशांशेन +दशाः +दशाका +दशाकाले +दशाकृतिः +दशाक्षर +दशाक्षरं +दशाक्षरः +दशाक्षरचतुःपादा +दशाक्षरपादके +दशाक्षरम् +दशाक्षरस्य +दशाक्षरा +दशाक्षरां +दशाक्षरी +दशाक्षरेण +दशाक्षरो +दशाक्षरौ +दशाक्षी +दशाङ्कं +दशाङ्गं +दशाङ्गः +दशाङ्गानि +दशाङ्गुल +दशाङ्गुलं +दशाङ्गुलः +दशाङ्गुलम् +दशाङ्गुलयः +दशाङ्गुलयो +दशाङ्गुला +दशाङ्गुलायां +दशाङ्गुलीः +दशाङ्गुले +दशाङ्गुलो +दशाङ्गुलौ +दशाङ्गो +दशाढकं +दशातिरात्रम् +दशात्मकः +दशात्मकम् +दशात्मके +दशात्र +दशादौ +दशाधिकं +दशाधिकद्विशततमोऽध्यायः +दशाधिकम् +दशाधिकशततमः +दशाधिकशततमोऽध्यायः +दशाधिका +दशाधिकाः +दशाध्यायः +दशाध्यायाः +दशानन +दशाननं +दशाननः +दशाननम् +दशाननस्य +दशाननानि +दशानने +दशाननेन +दशाननेनापि +दशाननो +दशाना +दशानां +दशानामपि +दशानामश्वमेधानां +दशानाम् +दशानुगानम् +दशानुवाकाः +दशानुशंसा +दशान्त +दशान्तरं +दशान्तरकल्पान् +दशान्तरे +दशान्तरेषु +दशान्तर्दशा +दशान्ताड्डः +दशान्ते +दशान्यानि +दशान्ये +दशापतेः +दशापरान् +दशापरे +दशापवित्रं +दशापवित्रमतीत्य +दशापवित्रम् +दशापवित्रस्य +दशापवित्रात् +दशापवित्राद्द्रोणकलशं +दशापवित्रे +दशापवित्रेण +दशापहलाध्यायः +दशापि +दशाप्तांशा +दशाप्रवेशे +दशाप्सरसि +दशाफल +दशाफलं +दशाफलम् +दशाफलाद्यायः +दशाफलानि +दशाब्दं +दशाब्दे +दशाभवन् +दशाभागेन +दशाभिः +दशाभेदे +दशामध्ये +दशामवस्थां +दशामिति +दशामिमां +दशामिमाम् +दशामूर्णास्तुकां +दशामें +दशामेतां +दशाम् +दशाया +दशायां +दशायाः +दशायामपि +दशायाम् +दशायुतम् +दशायुतानि +दशायुधानि +दशारं +दशारे +दशार्ण +दशार्णं +दशार्णः +दशार्णा +दशार्णाः +दशार्णाधिपतेः +दशार्णाश्च +दशार्णे +दशार्णेषु +दशार्णो +दशार्णोऽयं +दशार्धानां +दशार्ह +दशार्हः +दशार्हस्य +दशार्हाः +दशार्हो +दशावतार +दशावतारगहने +दशावतारस्तुतिः +दशावतारस्य +दशावतारा +दशावताराः +दशावतारो +दशावरं +दशावरम् +दशावरा +दशावराम् +दशावस्था +दशाविपर्ययः +दशाविपाके +दशाविशेषे +दशाशब्दे +दशाशा +दशाशाः +दशाश्वं +दशाश्वः +दशाश्वमेधावभृथेन +दशाश्वमेधिकं +दशाश्वमेधिके +दशाश्वमेधी +दशाश्वमेधे +दशाश्वमेधेशं +दशाष्ट +दशाष्टौ +दशासु +दशास्य +दशास्यं +दशास्यः +दशास्यम् +दशास्यस्य +दशास्यां +दशास्ये +दशास्येन +दशास्यो +दशाह +दशाहं +दशाहः +दशाहकम् +दशाहतः +दशाहमध्ये +दशाहम् +दशाहस्य +दशाहात् +दशाहात्तु +दशाहाद्वा +दशाहानि +दशाहान्ते +दशाहान्यतिरात्र +दशाहान्यतिरात्रः +दशाहाभ्यन्तरे +दशाहिके +दशाहे +दशाहेन +दशाहेनैव +दशाह्वया +दशाऽभवन् +दशि +दशितं +दशितः +दशितम् +दशिताः +दशिनी +दशिन्यां +दशी +दशीं +दशे +दशें +दशेति +दशेत् +दशेत्यादि +दशेन्द्रियाणि +दशेमानि +दशेमे +दशेयं +दशेरकाः +दशेव +दशेश +दशेशो +दशै +दशैं +दशैक +दशैकं +दशैकञ्च +दशैकश्च +दशैका +दशैकादश +दशैकादशिकी +दशैकैकं +दशैता +दशैताः +दशैतानि +दशैतान् +दशैते +दशैने +दशैव +दशैवैते +दशो +दशोक्ताः +दशोणये +दशोण्ये +दशोत्तरं +दशोत्तरद्विशततमोऽध्यायः +दशोत्तरम् +दशोत्तरशततमः +दशोत्तरशततमोऽध्यायः +दशोत्तराः +दशोत्तराणि +दशोत्तरे +दशोत्तरेण +दशोदीचीर् +दशोप +दशोपचाराः +दशोपनिषदः +दशोपनिषद्भाष्यम् +दशोषित्वा +दशौ +दशौषधकालाः +दश् +दश्च +दश्यत +दश्यते +दश्यन्ते +दश्यां +दश्र्यन्ते +दश॑ +दश॒ +दश॒मे +दश॒स्यन् +दषु +दष्ट +दष्टं +दष्टः +दष्टकस्य +दष्टमुक्तमधरोष्ठमम्बिका +दष्टम् +दष्टवा +दष्टवान् +दष्टव्यम् +दष्टव्रणे +दष्टश्च +दष्टस्य +दष्टा +दष्टाः +दष्टाधरं +दष्टानां +दष्टुं +दष्टे +दष्टेति +दष्टो +दष्ट्वा +दस +दसत् +दसमुख +दसरथ +दसरा +दसरामहोत्सवः +दसवां +दसवें +दसा +दसानन +दसि +दसु +दसो +दसों +दस् +दस्त +दस्तः +दस्तस्य +दस्ता +दस्ति +दस्तीति +दस्तु +दस्म +दस्मं +दस्मः +दस्मत् +दस्ममृतीषहं +दस्ममृतीषहम् +दस्मम् +दस्मवर्चाः +दस्मस्य +दस्माः +दस्मै +दस्मो +दस्म्यं +दस्म॒ +दस्य +दस्यति +दस्यन्ति +दस्यव +दस्यवः +दस्यवे +दस्यवो +दस्या +दस्याः +दस्यु +दस्युं +दस्युं॑ +दस्युं॒ +दस्युः +दस्युग्रस्तो +दस्युतर्हणा +दस्युतो +दस्युदेव +दस्युना +दस्युप्रायेषु +दस्युभिः +दस्युभ्यः +दस्युभ्यो +दस्युम् +दस्युरयोगवे +दस्युर्न +दस्युषु +दस्युहत्याय +दस्युहन्तमं +दस्युहन्तमः +दस्युहन्तमम् +दस्युहस्तं +दस्युहा +दस्युऽहत्ये +दस्युऽहा +दस्यु॑म् +दस्यु॒हन्त॑मम् +दस्यूनां +दस्यूनाम् +दस्यून् +दस्यू॑न् +दस्येत् +दस्यो +दस्योः +दस्योः॑ +दस्योर्मनोर्वृधः +दस्योर्हन्ता +दस्यौ +दस्य॑वे +दस्य॑वे॒ +दस्र +दस्रश्च +दस्रा +दस्राभ्यां +दस्रा॑ +दस्रा॒ +दस्रौ +दस्रौ॑ +दस्स +दह +दहं +दहः +दहत +दहतं +दहतः +दहता +दहति +दहति॒ +दहती +दहतीति +दहतीत्यर्थः +दहतीव +दहतु +दहतुल्यं +दहते +दहतेर्वा +दहतो +दहत् +दहत्यग्निः +दहत्यग्निरिवादौ +दहत्यग्निरिवेंधनम् +दहत्यग्निरिवेन्धनम् +दहत्यपि +दहत्याशु +दहत्यासप्तमं +दहत्येव +दहत्य् +दहत्वित्यर्थः +दहदह +दहन +दहनं +दहनः +दहनजा +दहनम् +दहनस्य +दहना +दहनात् +दहनात्मकः +दहनात्मकम् +दहनात्मना +दहनादि +दहनाय +दहनी +दहने +दहनेन +दहनो +दहन् +दहन्तं +दहन्तमनीकानि +दहन्तमिव +दहन्ति +दहन्ती +दहन्तीं +दहन्तीति +दहन्तु +दहन्ते +दहन्तो +दहन्नपि +दहन्निव +दहन्न् +दहमपि +दहम् +दहयते +दहर +दहरं +दहरः +दहरत्वं +दहरम् +दहरविद्यायां +दहरा +दहराः +दहराकाश +दहराकाशः +दहराकाशस्य +दहराकाशे +दहराकाशो +दहराधिकरणम् +दहरे +दहरेखा +दहरो +दहरोऽस्मिन्नन्तर +दहरोऽस्मिन्नन्तराकाशः +दहशिरे +दहशुः +दहशे +दहसि +दहा +दहाति +दहामसि +दहामि +दहि +दहिने +दहिष्यति +दही +दहे +दहें +दहेः +दहेच्च +दहेत +दहेति +दहेत् +दहेत्तथा +दहेत्पापं +दहेत्सर्वं +दहेदशेषं +दहेदिति +दहेद् +दहेद्देहं +दहेद्रुषा +दहेद्वा +दहेन् +दहेयं +दहेयुः +दहेयुरित्येतदेकम् +दहेर्दानार्थस्य +दहेल्लोहशलाकया +दहो +दह् +दह्यंते +दह्यत +दह्यतां +दह्यतामिति +दह्यतामिव +दह्यति +दह्यते +दह्यतेऽथ +दह्यन्त +दह्यन्तं +दह्यन्ति +दह्यन्तु +दह्यन्ते +दह्यमान +दह्यमानं +दह्यमानः +दह्यमानस्तु +दह्यमानस्य +दह्यमाना +दह्यमानां +दह्यमानाः +दह्यमानानां +दह्यमानाय +दह्यमानायां +दह्यमानाश्च +दह्यमानास्तु +दह्यमाने +दह्यमानेन +दह्यमानेषु +दह्यमानेऽपि +दह्यमानो +दह्यमानोऽपि +दह्यसे +दह्यात् +दह्यामहे +दह्यामि +दह्ये +दह्येत +दह्येतापह्रियेत +दह्रं +दह्रः +दह्रे +दह॑ +दह॒ +दा +दाँत +दाँतों +दां +दांत +दांतं +दांतः +दांता +दांताः +दांताय +दांतेन +दांतो +दांतों +दांतौ +दांपत्यं +दांपत्ये +दांभिका +दांभिकाय +दांभिको +दाः +दाः॒ +दाइ +दाई +दाईं +दाउ +दाऊण +दाए +दाक्षं +दाक्षः +दाक्षक +दाक्षम् +दाक्षा +दाक्षाः +दाक्षायण +दाक्षायणं +दाक्षायणः +दाक्षायणम् +दाक्षायणयज्ञः +दाक्षायणयज्ञे +दाक्षायणयज्ञेन +दाक्षायणश्च +दाक्षायणस्य +दाक्षायणा +दाक्षायणाः +दाक्षायणि +दाक्षायणी +दाक्षायणीः +दाक्षायण्यः +दाक्षायण्या +दाक्षायण्यां +दाक्षायण्यो +दाक्षायिणी +दाक्षायिण्याः +दाक्षि +दाक्षिः +दाक्षिकटः +दाक्षिकन्था +दाक्षिघोषः +दाक्षिणा +दाक्षिणात्य +दाक्षिणात्यं +दाक्षिणात्यः +दाक्षिणात्यव्याख्योपेतः +दाक्षिणात्यस्य +दाक्षिणात्यस्वभावः +दाक्षिणात्या +दाक्षिणात्यांश्च +दाक्षिणात्याः +दाक्षिणात्यानां +दाक्षिणात्याश्च +दाक्षिणात्यास्तु +दाक्षिणात्यिका +दाक्षिणात्ये +दाक्षिणात्येषु +दाक्षिणात्यो +दाक्षिणानि +दाक्षिणेभ्यो +दाक्षिणो +दाक्षिणौ +दाक्षिण्य +दाक्षिण्यं +दाक्षिण्यम् +दाक्षिण्यवान् +दाक्षिण्यहतस्य +दाक्षिण्यात् +दाक्षिण्ये +दाक्षिण्येन +दाक्षी +दाक्षीणां +दाक्षीपुत्र +दाक्षीपुत्रः +दाक्षीपुत्रस्य +दाक्षे +दाक्षेः +दाक्षेरपत्यं +दाक्ष्यं +दाक्ष्यम् +दाक्ष्या +दाक्ष्ये +दाक्ष्येण +दाख +दाग +दागव्यायनिः +दाङ +दाच +दाच् +दाज्ञः +दाञो +दाञ् +दाड़िमवृक्षे +दाड़िमे +दाडि +दाडिम +दाडिमं +दाडिमः +दाडिमफलं +दाडिमफलम् +दाडिमफलरसः +दाडिमफलस्य +दाडिमम् +दाडिमवृक्षः +दाडिमस्य +दाडिमा +दाडिमात् +दाडिमानां +दाडिमानि +दाडिमान् +दाडिमामलकं +दाडिमाम्बुना +दाडिमी +दाडिमीफलम् +दाडिमे +दाडिमेन +दाडिमैः +दाडिम्बः +दाढर्याय +दाढ्य +दाण +दाणः +दाणवो +दाणश्च +दाणि +दाणिं +दाणीं +दाणेिं +दाणो +दाण् +दाण्ड +दाण्डक्यो +दाण्डमाथिकः +दाण्डा +दाण्डाजिनिकः +दाण्डायनस्थली +दाण्डि +दाण्डिक +दाण्डिकः +दाण्डिनायन +दाण्डिया +दाण्डीयात्रा +दाण्डेली +दात +दातं +दातः +दातम् +दातरि +दातवा +दातवे +दातव्य +दातव्यं +दातव्यः +दातव्यत्वेन +दातव्यमन्नं +दातव्यमिति +दातव्यमित्यादि +दातव्यमित्याह +दातव्यमित्येवं +दातव्यमेव +दातव्यमेवं +दातव्यम् +दातव्यम्‌ +दातव्या +दातव्याः +दातव्यानि +दातव्यानीति +दातव्ये +दातव्येति +दातव्येन +दातव्यो +दातव्यौ +दाता +दातापि +दाताम् +दातार +दातारं +दातारः +दातारमीक्षते +दातारम् +दाताराव् +दातारो +दातारौ +दातासि +दातास्मि +दातास्याः +दाताहं +दाताऽहं +दाता॑ +दाता॒ +दाति +दातिवारः +दाति॑ +दाति॒ +दातीति +दातु +दातुं +दातुः +दातुकामः +दातुञ्च +दातुमपि +दातुमर्हति +दातुमर्हतीति +दातुमर्हथ +दातुमर्हसि +दातुमाह +दातुमिच्छति +दातुमिच्छसि +दातुमिच्छामि +दातुमित +दातुमिति +दातुमिहार्हसि +दातुमिहेच्छसि +दातुमीश्वरः +दातुमुत्सहे +दातुमुद्यतः +दातुमेव +दातुम् +दातुरिति +दातुरेव +दातुर्नाशयते +दातुश्च +दातृ +दातृणाम् +दातृणी +दातृतमं +दातृतमः +दातृतमम् +दातृतमो +दातृत्वं +दातृत्वम् +दातृत्वात् +दातृत्वेन +दातृभिः +दातृभ्यः +दातृमहतोः +दातृयाजकपञ्चमाः +दातृवचनस्तेन +दातृवाचकः +दातृषु +दातॄणां +दातॄन् +दाते +दातेति +दातेत्यर्थः +दातेन्द्रो +दातैव +दातो +दातों +दात् +दात्त +दात्तः +दात्ताः +दात्तेयः +दात्परस्य +दात्मनः +दात्म्येन +दात्या +दात्यूह +दात्यूहं +दात्यूहः +दात्यूहपक्षी +दात्यूहे +दात्यौहः +दात्र +दात्रं +दात्रमसि +दात्रम् +दात्रस्य +दात्रा +दात्राकर्णः +दात्राणि +दात्री +दात्रीं +दात्रीम् +दात्रे +दात्रेण +दात्रेणेव +दात्र्यौ +दात॑वे +दाद +दादयः +दादयो +दादर +दादरा +दादा +दादाजी +दादाभाई +दादाय +दादासाहेब +दादि +दादिः +दादिति +दादीनां +दादू +दादे +दादेः +दादेर्धातोर्घः +दादौ +दाद् +दाधर्ति +दाधर्तिदर्धर्ति +दाधर्थ +दाधा +दाधाघ्वदाप् +दाधातोः +दाधार +दाधारायतनादेवैतेन +दाधि +दाधिकं +दाधिकः +दाधिकम् +दाधिक्रीं +दाधिक्रीम् +दाधित्थम् +दाधित्थस्य +दाधीचः +दाधृषिं +दाधृषिः +दाधेट्सिशदसदो +दाध्रति +दान +दानं +दानं॑ +दानः +दानकथा +दानकम् +दानकर्ता +दानकर्म +दानकर्मणि +दानकर्मसु +दानकर्मा +दानकल्पना +दानकामा +दानकामाः +दानकालं +दानकालः +दानकाले +दानकृत् +दानकेलिकौमुद्यां +दानकेलिकौमुद्याम् +दानकौमुदी +दानक्रिया +दानक्रियाश्च +दानखण्डे +दानगतिरक्षणहिंसादानेषु +दानजं +दानजलस्य +दानञ्च +दानतः +दानतो +दानत्वेन +दानधर्म +दानधर्मं +दानधर्मः +दानधर्मपरायणाः +दानधर्मपर्वणि +दानधर्मे +दानधर्मेण +दानधर्म्मः +दानधर्म्मे +दानन् +दानन्तु +दानन्न +दानपक्षे +दानपतिः +दानपतिर्दक्षः +दानपते +दानपत्र +दानपरा +दानपराः +दानपरायणः +दानपरो +दानपात्रं +दानपात्रे +दानपारमिता +दानपारमितां +दानपारमितायां +दानपुण्यं +दानप्प +दानप्रकरणम् +दानप्रतिग्रहौ +दानप्रदानानि +दानप्रभावेण +दानप्रशंसा +दानफलं +दानफलम् +दानमंत्रः +दानमतः +दानमत्र +दानमथापि +दानमध्ययनं +दानमना +दानमनुत्तमम् +दानमन्त्रः +दानमपि +दानमयं +दानमाचरेत् +दानमात्रं +दानमानपरिग्रहैः +दानमानाभ्यां +दानमानैः +दानमाह +दानमिज्याध्ययनमेव +दानमिति +दानमित्यपि +दानमिदं +दानमिन्द्रियसंयमः +दानमिष्यते +दानमीश्वरभावश्च +दानमुच्यते +दानमुत्तमम् +दानमू +दानमेकं +दानमेतत् +दानमेतत्प्रयच्छति +दानमेतेषु +दानमेव +दानम् +दानम्र +दानयज्ञतपःक्रियाकारककलापपरिपूर्णं +दानयति +दानयोग्यं +दानयोग्या +दानयोग्याः +दानयोग्यानि +दानरता +दानरत्नाकरे +दानरूपेण +दानव +दानवं +दानवः +दानवत् +दानवदेवयोः +दानवदैतेया +दानवदैत्यानां +दानवपतिं +दानवपतिः +दानवपते +दानवपुङ्गवः +दानवबलं +दानवभेदे +दानवमुख्यानां +दानवम् +दानवराजस्य +दानवर्षभः +दानवर्षभाः +दानवविशेषः +दानववैरिणा +दानवशार्दूल +दानवश्रेष्ठ +दानवश्रेष्ठो +दानवसत्तम +दानवसत्तमः +दानवसत्तमाः +दानवस्तु +दानवस्तूनि +दानवस्य +दानवा +दानवांश्चैव +दानवाः +दानवात् +दानवादयः +दानवाधमः +दानवाधमम् +दानवाधिपः +दानवाधिपम् +दानवानां +दानवानाञ्च +दानवानाम् +दानवानिव +दानवानीकं +दानवानीके +दानवानेव +दानवान् +दानवान्तकरं +दानवान्प्रति +दानवाभ्यां +दानवाय +दानवारयः +दानवारि +दानवारिणा +दानवाश्च +दानवाश्चापि +दानवाश्चैव +दानवास्तं +दानवास्तत्र +दानवास्तथा +दानवास्तु +दानवास्ते +दानविदो +दानविधिं +दानविधिः +दानविशेषः +दानविशेषेण +दानवी +दानवीं +दानवीनां +दानवीम् +दानवीरं +दानवीरः +दानवीरस्य +दानवीरो +दानवे +दानवेंद्रं +दानवेंद्रस्य +दानवेंद्रेण +दानवेंद्रो +दानवेन +दानवेन्द्र +दानवेन्द्रं +दानवेन्द्रः +दानवेन्द्रस्य +दानवेन्द्रा +दानवेन्द्राः +दानवेन्द्राणां +दानवेन्द्राय +दानवेन्द्राश्च +दानवेन्द्रे +दानवेन्द्रेण +दानवेन्द्रैः +दानवेन्द्रो +दानवेभ्यः +दानवेभ्यो +दानवेश +दानवेश्वर +दानवेश्वरः +दानवेश्वरम् +दानवेश्वराः +दानवेषु +दानवेष्विव +दानवैः +दानवैरिव +दानवैश्च +दानवैस्सह +दानवो +दानवों +दानवोक्तौ +दानवोत्तमः +दानवोत्तमाः +दानवोत्तमौ +दानवोपरि +दानवोपि +दानवोऽपि +दानवौ +दानव्यसनं +दानव्यो +दानशक्तिश्च +दानशब्दः +दानशब्दे +दानशाला +दानशील +दानशीलं +दानशीलः +दानशीलता +दानशीलश्च +दानशीलस्य +दानशीला +दानशीलाः +दानशीलानां +दानशीलाय +दानशीलाश्च +दानशीले +दानशीलो +दानशूरो +दानशौण्डः +दानसंविभागस्य +दानसंविभागेन +दानसमये +दानसागरः +दानसागरे +दानस्तुतिः +दानस्य +दानस्यापि +दानस्यास्य +दानहीना +दाना +दानां +दानाः +दानाच्च +दानात् +दानादनयोः +दानादयः +दानादाने +दानादि +दानादिकं +दानादिकम् +दानादिगुणयुक्त +दानादिगुणयुक्तं +दानादिगुणयुक्तः +दानादिगुणयुक्तम् +दानादिगुणयुक्तस्य +दानादिगुणयुक्ता +दानादिगुणयुक्ताः +दानादिगुणयुक्ते +दानादिगुणयुक्तौ +दानादिना +दानादिभिः +दानादिषु +दानादीनां +दानादीनि +दानादेव +दानादौ +दानाद् +दानाद्धि +दानाद्यैः +दानाद्वा +दानाधमनविक्रये +दानानन्तरं +दानानां +दानानामन्नदानं +दानानामुत्तमं +दानानि +दानान्न +दानान्यनेकशः +दानान्यनेकानि +दानान्यन्यानि +दानान्यपि +दानान्यष्टौ +दानान्येतानि +दानान्य् +दानाभिरता +दानाम् +दानाय +दानार्थ +दानार्थं +दानार्थः +दानार्थम् +दानार्थिनो +दानार्थे +दानाह +दानाहंसुः +दाना॑य +दानि +दानिनः +दानिनां +दानी +दानीं +दानीम् +दानीय +दानीयः +दानीयो +दानु +दानुं +दानुः +दानुचित्राः +दानुनः +दानुनस्पती +दानुना +दानु॑ना +दाने +दानेति +दानेन +दानेनानेन +दानेनापि +दानेनेति +दानेनैव +दानेरार्जवे +दानेषु +दानेऽपि +दानै +दानैः +दानैर् +दानैर्न +दानैश्च +दानो +दानों +दान् +दान्त +दान्तं +दान्तः +दान्तता +दान्तपरिवारः +दान्तमना +दान्तशान्त +दान्तशान्तपूर्णदस्तस्पष्टच्छन्नज्ञप्ताः +दान्तस्य +दान्ता +दान्ताः +दान्तानां +दान्तान् +दान्ताय +दान्ताश्च +दान्ति +दान्तिके +दान्ते +दान्तेन +दान्तेषु +दान्तैः +दान्तो +दान्तौ +दान्त्यनुपूर्वं +दान्त्य् +दान्त्य॑नुपू॒र्वं +दान्त्वा +दान॑कामा +दान॑म् +दाप +दापनम् +दापनीय +दापनीयः +दापने +दापय +दापयति +दापयतु +दापयन्ति +दापयामास +दापयितव्यः +दापयितुं +दापयित्वा +दापयिष्यामि +दापये +दापयेच्च +दापयेत् +दापयेत्तत्र +दापयेत्तथा +दापयेत्पथ्यं +दापयेदिति +दापयेदित्यर्थः +दापयेद् +दापयेद्धनम् +दापयेद्धनिकस्यार्थं +दापयेद्राजा +दापयेन्नृपः +दापि +दापितं +दापितः +दापितवान् +दापिता +दापिते +दापो +दाप् +दाप्य +दाप्यं +दाप्यः +दाप्यते +दाप्यश्च +दाप्यस्तं +दाप्यस्तत्सुतो +दाप्यस्तस्य +दाप्यस्तु +दाप्या +दाप्याः +दाप्यानि +दाप्याविति +दाप्येत +दाप्यो +दाप्योऽपहृतं +दाप्योऽष्टगुणं +दाप्योऽसौ +दाप्यौ +दाप्रत्ययः +दाब +दाभाभ्यां +दाभ्यां +दाम +दामं +दामः +दामक +दामकः +दामन +दामनं +दामनयः +दामनि +दामनी +दामनीयः +दामने +दामन् +दामन्यादि +दामन्यादिः +दामभिः +दामलिट् +दामलिह्यति +दामव्यालकटन्यायो +दामव्यालकटादीनां +दामहायनान्ताच्च +दामा +दामादयः +दामादयो +दामानं +दामानः +दामानम् +दामानि +दामानौ +दामि +दामिति +दामिनी +दामी +दामे +दामेति +दामेव +दामो +दामोदर +दामोदरं +दामोदरः +दामोदरदास +दामोदरप्रियम् +दामोदरप्रिया +दामोदरस्तथा +दामोदरस्य +दामोदराग्रतः +दामोदराग्रे +दामोदरात् +दामोदराय +दामोदरायेति +दामोदरायेत्युदरं +दामोदरे +दामोदरेण +दामोदरेति +दामोदरो +दाम् +दाम्नः +दाम्ना +दाम्नि +दाम्नी +दाम्नीशस +दाम्नो +दाम्पत्य +दाम्पत्यं +दाम्पत्यफलरूपेण +दाम्पत्यभेदतः +दाम्पत्ये +दाम्भिक +दाम्भिकः +दाम्भिकस्य +दाम्भिका +दाम्भिकाः +दाम्भिकाय +दाम्भिके +दाम्भिको +दाम्यत +दाम्यति +दाम॑ +दाम॑ने +दाय +दायं +दायः +दायक +दायकं +दायकः +दायकदानपति +दायकदानपतीनां +दायकम् +दायकाः +दायकालाहृते +दायको +दायत +दायतत्त्वं +दायतत्त्वम् +दायतत्त्वे +दायति +दायते +दायभाग +दायभागं +दायभागः +दायभागस्य +दायभागादयः +दायभागे +दायभागो +दायमुपयन्ति +दायम् +दायविभागः +दायविभागप्रकरणम् +दायविभागे +दायविभागो +दायशब्देन +दायस्तथा +दायस्य +दाया +दायां +दायाः +दायात् +दायाद +दायादं +दायादः +दायादबान्धवाः +दायादमहल्या +दायादवानस्मि +दायादस्तस्य +दायादस्य +दायादा +दायादाः +दायादानां +दायादान् +दायादाश्चत्वारो +दायादास्त्रयः +दायादुपागतः +दायादे +दायादेभ्यो +दायादो +दायादौ +दायाद्यं +दायाद्यस्य +दायाम् +दायासं +दायि +दायिक +दायिका +दायिता +दायित्व +दायित्वं +दायित्वमस्ति +दायित्वम् +दायित्वस्य +दायित्वानि +दायिनः +दायिनी +दायिनीम् +दायिषीष्ट +दायिष्यते +दायी +दायीभाषाः +दायूदः +दायूदो +दायूद् +दाये +दायें +दायेति +दायेन +दायेशात्केन्द्रकोणे +दायेशात्केन्द्रराशिस्थे +दायेशात्षष्ठरन्ध्रे +दायेशाद्रिपुरन्ध्रस्थे +दायेशाद्वा +दायो +दायोलाभः +दार +दारं +दारः +दारक +दारकं +दारकः +दारकदारिकाणां +दारकद्वयं +दारकद्वयम् +दारकभर्तारः +दारकमादाय +दारकम् +दारकर्म +दारकर्मणि +दारकस्य +दारका +दारकाः +दारकाणां +दारकान् +दारकाले +दारके +दारकेण +दारकैः +दारको +दारकोऽष्टाभ्यो +दारकौ +दारक्रिया +दारक्रियां +दारगवम् +दारग्रहो +दारचिनि +दारजनं +दारजारौ +दारण +दारणं +दारणः +दारणम् +दारणाः +दारणे +दारण्यकोपनिषत् +दारत्यागी +दारदः +दारपरिग्रहः +दारपरिग्रहम् +दारपरिग्रहात् +दारपरिग्रहे +दारपुत्राणां +दारपुत्रादिपीडनम् +दारपुत्रादिपीडा +दारभावस्थे +दारभ्य +दारय +दारयति +दारयतीति +दारयते +दारयन् +दारयन्तं +दारयन्ति +दारयन्ती +दारयन्तो +दारयन्निव +दारयामास +दारयिता +दारयित्वा +दारयिष्यामि +दारयेत् +दारलक्षणम् +दारव +दारवं +दारवम् +दारवशब्दो +दारवाणां +दारवी +दारवीं +दारवे +दारशब्दः +दारसंग्रहं +दारसंग्रहः +दारसंग्रहम् +दारसंग्रहे +दारसंयोगे +दारसुतादृते +दारा +दारां +दारांश्च +दाराः +दारागारपुत्राप्त +दाराग्निहोत्रसंयोगं +दाराणां +दारानाहृत्य +दारान् +दारान्कुर्वीत +दारान्न +दाराव् +दाराश्च +दारासिङ्गः +दारि +दारिआ +दारिकया +दारिका +दारिकां +दारिकाः +दारिकाम् +दारिकाया +दारिकायाः +दारिके +दारिकेति +दारितं +दारितः +दारितम् +दारिता +दारिताः +दारितानां +दारिते +दारिद्य +दारिद्यं +दारिद्य्रं +दारिद्र +दारिद्रं +दारिद्रय +दारिद्रयं +दारिद्रय्योगाध्यायः +दारिद्रो +दारिद्र्य +दारिद्र्यं +दारिद्र्यदुःखं +दारिद्र्यम् +दारिद्र्यस्य +दारिद्र्यात् +दारिद्र्याय +दारिद्र्ये +दारिद्र्येण +दारिषु +दारी +दारीं +दारीभाषा +दारु +दारुं +दारुः +दारुक +दारुकं +दारुकः +दारुकच्छकः +दारुकस्य +दारुका +दारुकावने +दारुके +दारुकेण +दारुको +दारुचितिं +दारुजं +दारुजम् +दारुजा +दारुजां +दारुजानि +दारुजे +दारुण +दारुणं +दारुणः +दारुणके +दारुणतया +दारुणतरं +दारुणता +दारुणत्वं +दारुणम् +दारुणया +दारुणरूक्षवर्त्म +दारुणा +दारुणां +दारुणाः +दारुणाकृतिः +दारुणाचारः +दारुणात् +दारुणानां +दारुणानि +दारुणान् +दारुणाभिजनाः +दारुणाम् +दारुणायां +दारुणाश्च +दारुणि +दारुणी +दारुणे +दारुणेति +दारुणेन +दारुणेषु +दारुणैः +दारुणो +दारुणौ +दारुण्यं +दारुण्यमणुता +दारुन +दारुनिशा +दारुपात्रं +दारुपात्रम् +दारुपात्राणि +दारुपात्रे +दारुपात्रेण +दारुपुत्रिका +दारुभिः +दारुमयं +दारुमयम् +दारुमयाणि +दारुमयानि +दारुमयी +दारुमयीं +दारुमये +दारुमयेण +दारुमयो +दारुवत् +दारुवनं +दारुवने +दारुषु +दारुसंग्रहणं +दारुसिता +दारुहरिद्रा +दारुहरिद्रायां +दारुहरिद्रायाम् +दारुहैमवतीकुष्ठशताह्वाहिङ्गुसैन्धवैः +दारु॑ +दारू +दारूणां +दारूणि +दारू॑णि +दारे +दारेण +दारेभ्यः +दारेशे +दारेषु +दारैः +दारैरपि +दारैर् +दारैश्च +दारौ +दार् +दार्जिलिङ +दार्जिलिङ्ग +दार्जिलिङ्गमण्डलम् +दार्जिलिङ्ग् +दार्जीलिंग +दार्ढच्युतः +दार्ढच्युतम् +दार्ढच्युतस्य +दार्ढ्य +दार्ढ्यं +दार्ढ्यम् +दार्ढ्यशैथिल्ये +दार्ढ्यात् +दार्ढ्याय +दार्ढ्यार्थं +दार्ढ्ये +दार्ढ्येन +दार्थ +दार्थः +दार्था +दार्दिक +दार्दिकभाषाः +दार्दुरिकः +दार्भं +दार्भ्य +दार्भ्यः +दार्भ्यूषेण +दार्भ्यो +दार्वा +दार्वाघाटः +दार्वाघाटस्ते +दार्विका +दार्विया +दार्वी +दार्वीं +दार्व्या +दार्व्वाश्चोलाः +दार्व्वी +दार्श +दार्शतः +दार्शनिक +दार्शनिकं +दार्शनिकः +दार्शनिका +दार्शनिकाः +दार्शनिकानां +दार्शनिकेषु +दार्शनिकैः +दार्शनिको +दार्शपौर्णमासिकानि +दार्षदाः +दार्ष्टान्तिकं +दार्ष्टान्तिकमाह +दार्ष्टान्तिके +दार्ष्टान्तिकेऽपि +दाल +दालं +दालनं +दालनः +दालनो +दालमित्यष्टौ +दालयति +दाली +दाल्भ्य +दाल्भ्यं +दाल्भ्यः +दाल्भ्यमुवाच +दाल्भ्येन +दाल्भ्यो +दाल्यति +दाल्यते +दाल्येते +दाळअं +दाळअभट्टा +दाळिआ +दाळिए +दाळी +दाव +दावं +दावः +दावणगेरे +दावणगेरेतः +दावणगेरेमण्डलम् +दावणगेरेमण्डले +दावणगेरेलोकसभाक्षेत्रम् +दावणगेरेलोकसभाक्षेत्रे +दावदग्धा +दावन +दावने +दावपम् +दावपि +दावम् +दावसुनिधनं +दावसुनिधनम् +दावस्य +दावा +दावाग्नि +दावाग्निं +दावाग्निः +दावाग्निना +दावाग्निमोक्षवर्णनम् +दावाग्निरिव +दावाग्निरूपेण +दावाग्निवातातपशोषितं +दावाग्नेः +दावाग्नौ +दावानल +दावानलं +दावानलः +दावानलस्य +दावानले +दावानलेन +दावानलो +दावान् +दाविकाकूलाः +दाविति +दावी +दावे +दावेव +दावो +दाश +दाशं +दाशः +दाशकन्या +दाशकितवादित्वमधीयत +दाशगोघ्नौ +दाशतः +दाशतयी +दाशतये +दाशतय्यां +दाशति +दाशते +दाशत् +दाशमूलिकः +दाशमूलिकम् +दाशम् +दाशर +दाशरथये +दाशरथाय +दाशरथि +दाशरथिं +दाशरथिः +दाशरथिना +दाशरथिर्भूत्वा +दाशरथिर्यथा +दाशरथिर्लङ्कां +दाशरथिर्वेद +दाशरथी +दाशरथीं +दाशरथे +दाशरथेः +दाशरथेस्तवैव +दाशरथौ +दाशराज्ञे +दाशरात्रिकं +दाशवाजे +दाशसि +दाशस्पत्यम् +दाशस्पत्यानि +दाशस्पत्ये +दाशस्य +दाशा +दाशाः +दाशात् +दाशाद्धविष्कृतिम् +दाशानां +दाशाय +दाशार्ह +दाशार्हं +दाशार्हः +दाशार्हमपराजितम् +दाशार्हा +दाशार्हाः +दाशार्हीमुपयेमे +दाशार्हे +दाशार्हो +दाशा॑त् +दाशीए +दाशु +दाशुष +दाशुषः +दाशुषे +दाशुषो +दाशूर +दाशृ +दाशे +दाशेम +दाशेयी +दाशे॑म +दाशो +दाश्च +दाश्नोति +दाश्यते +दाश्वध्वरः +दाश्वांसं +दाश्वांसः +दाश्वांसम् +दाश्वांसो +दाश्वान् +दाश्वान्साह्वान् +दाश्वान्साह्वान्मीढ्वांश्च +दाश॑तः +दाश॑ति +दाश॑त् +दाष्टन्तिके +दाष्टि +दास +दासं +दासं॑ +दासं॒ +दासः +दासक +दासकः +दासकर्मकराः +दासकुमार्य +दासकुले +दासजनं +दासजनः +दासजने +दासजीवनम् +दासता +दासतां +दासताम् +दासति +दासते +दासत्वं +दासत्वमागतः +दासत्वम् +दासत्वे +दासत्वेन +दासदासीश्च +दासपत्नी +दासपत्नीः +दासपरम्परा +दासबोध +दासबोधः +दासभावं +दासभावे +दासभावेन +दासभावो +दासभूता +दासभेदे +दासमित्रायण +दासम् +दासय +दासयति +दासयोनयः +दासरहळ्ळीविधानसभाक्षेत्रम् +दासवत् +दासवद्यदमायया +दासवर्गस्य +दासवर्गेण +दासश्च +दासस्तथा +दासस्तव +दासस्त्वर्थो +दासस्य +दासा +दासांश्च +दासाः +दासात् +दासादौ +दासानां +दासानि +दासान् +दासान्तं +दासाय +दासायते +दासार्थिनामहं +दासाश्च +दासास्तथा +दासास्तव +दासास्तु +दासास्ते +दासा॑ +दासि +दासिका +दासिकाः +दासितः +दासिमय्यस्य +दासियों +दासी +दासीं +दासीः +दासीः॑ +दासीए +दासीकुर्वन्ति +दासीकृता +दासीगर्भविनाशकृत् +दासीति +दासीत् +दासीत्वं +दासीदासं +दासीदासम् +दासीदासास्तथैव +दासीनां +दासीपदी +दासीपुत्रः +दासीभारः +दासीभारादित्वात् +दासीभारादिषु +दासीभावं +दासीभावेन +दासीभिः +दासीभिश्च +दासीभूता +दासीम् +दासीय +दासीव +दासीवत् +दासीशतं +दासीश्च +दासीषु +दासीष्ट +दासीसहस्राणि +दासृ +दासे +दासेन +दासेयः +दासेर +दासेरः +दासेरक +दासेरकः +दासेरका +दासेरको +दासेषु +दासैः +दासो +दासोस्मि +दासोहं +दासोऽत्र +दासोऽपि +दासोऽयं +दासोऽस्मि +दासोऽस्मीति +दासोऽहं +दासोऽहमस्मि +दासोऽहमिति +दासौ +दास् +दास्ते +दास्य +दास्यं +दास्यंति +दास्यः +दास्यतां +दास्यति +दास्यतीति +दास्यते +दास्यत्येव +दास्यथ +दास्यदं +दास्यन् +दास्यन्त +दास्यन्ति +दास्यन्तीति +दास्यन्ते +दास्यन्न् +दास्यन्भवति +दास्यपि +दास्यभिगमे +दास्यमपि +दास्यमानं +दास्यमेव +दास्यम् +दास्यश्च +दास्यसि +दास्यसीति +दास्यसे +दास्यस्तथा +दास्यस्मि +दास्यस्य +दास्या +दास्यां +दास्याः +दास्याःपुत्र +दास्यात् +दास्यान्न +दास्याम +दास्यामः +दास्यामहे +दास्यामि +दास्यामीति +दास्यामो +दास्याम्यसंशयम् +दास्याम्यहं +दास्यायेति +दास्यायैव +दास्ये +दास्येन +दास्येऽपि +दास्येऽहं +दास्यै +दास्यो +दास्वती +दास्वते +दास्वन्तं +दास्वन्तम् +दास्वान् +दास्व॑ते +दास॑म् +दास॑स्य +दाह +दाहं +दाहः +दाहक +दाहकं +दाहकः +दाहकत्वं +दाहकत्वम् +दाहकत्वशक्तिः +दाहकत्वात् +दाहकम् +दाहकाः +दाहकाले +दाहकृत् +दाहके +दाहको +दाहच्छेदघनैर्नष्टं +दाहज्वर +दाहज्वरं +दाहज्वरकरः +दाहज्वरकरो +दाहज्वरयुतं +दाहज्वरहरं +दाहञ्च +दाहतः +दाहतोदवती +दाहदैन्यहरा +दाहनं +दाहनम् +दाहनाशनम् +दाहनाशित्वम् +दाहनुत् +दाहपाकौ +दाहपूर्वस्तयोः +दाहप्रपाकौ +दाहप्रलयवर्जितम् +दाहमतीव +दाहम् +दाहयति +दाहयामास +दाहयित्वा +दाहयेत् +दाहरणं +दाहरणम् +दाहरणे +दाहरति +दाहरागज्वरयुतं +दाहशब्देन +दाहशूलोपशान्तये +दाहश् +दाहश्च +दाहसंस्कारः +दाहसमन्विते +दाहस् +दाहस्तत्र +दाहस्तथा +दाहस्तन्द्रा +दाहस्तु +दाहस्तृट् +दाहस्तृष्णा +दाहस्य +दाहा +दाहाः +दाहागुरु +दाहागुरुणि +दाहात् +दाहात्मकमस्ति +दाहादि +दाहादिकं +दाहादिषु +दाहादीन् +दाहादेः +दाहादौ +दाहाद् +दाहाधिकारः +दाहानुकूला +दाहाय +दाहार्थं +दाहि +दाहिका +दाहितं +दाहिना +दाहिनी +दाहिने +दाही +दाहृतम् +दाहे +दाहेन +दाहो +दाहोद +दाहोदमण्डलम् +दाहोषा +दाहोषे +दाहोऽतिसारश्च +दाहोऽपि +दाहोऽम्भः +दाह्यं +दाह्यः +दाह्याभावेन +दाह्यो +दा॑ +दा॑ः +दा॑धार +दा॑धार॒ +दा॒ +दा॒ता +दा॒त् +दा॒त्रं +दा॒त्रम् +दा॒त्रस्य॑ +दा॒त्रे +दा॒धर्थ॑ +दा॒धार॑ +दा॒धार॒ +दा॒धा॒र॒ +दा॒ना +दा॒नाय॑ +दा॒नाय॒ +दा॒मा +दा॒मानं॑ +दा॒वने॑ +दा॒वने॒ +दा॒शुषः॑ +दा॒शुषे +दा॒शुषे॑ +दा॒शुषे॒ +दा॒शुषो॑ +दा॒शुषो॒ +दा॒शुष॑ +दा॒शुष॑ः +दा॒शे॒म॒ +दा॒श्वाँ +दा॒श्वांस॑म् +दा॒श्वांस॒मुप॑ +दा॒श्वान् +दा॒सस्य॑ +दा॒सस्य॒ +दा॒सा +दा॒साय॑ +दा꣣शु꣡षे꣢ +दि +दिं +दिः +दिअहं +दिअहे +दिअहेसु +दिइ +दिई +दिए +दिक +दिकं +दिकः +दिकमपि +दिकमिति +दिकमेव +दिकम् +दिकस्य +दिका +दिकाः +दिकान् +दिकालयोः +दिकू +दिके +दिको +दिकोषः +दिक् +दिक्क +दिक्करवासिनी +दिक्करवासिन्याः +दिक्करिका +दिक्करी +दिक्कला +दिक्कलैष +दिक्कालयोः +दिक्कालाद्यनवच्छिन्नं +दिक्कालाद्यनवच्छिन्नानन्तचिन्मात्रमूर्तये +दिक्कालेति +दिक्कालौ +दिक्कुञ्जरकुम्भभित्तिषु +दिक्कुञ्जराः +दिक्क्रमेण +दिक्चक्रं +दिक्चक्रवालैः +दिक्चक्रे +दिक्चतुष्टये +दिक्चरी +दिक्छब्दा +दिक्छब्देभ्यः +दिक्तस्या +दिक्त्रये +दिक्पतयः +दिक्पतिः +दिक्पतीन् +दिक्पतौ +दिक्पाल +दिक्पालः +दिक्पालत्वं +दिक्पाला +दिक्पालांश्च +दिक्पालांश्चैव +दिक्पालाः +दिक्पालानां +दिक्पालान् +दिक्पालाश्च +दिक्पालेभ्यो +दिक्पालेषु +दिक्पालैः +दिक्पूर्वपदात् +दिक्पूर्वपदादसंज्ञायां +दिक्पूर्वा +दिक्प्रपालानां +दिक्प्राची +दिक्फलं +दिक्भागे +दिक्रमेण +दिक्शब्द +दिक्शब्दः +दिक्शब्दा +दिक्शब्दाः +दिक्शब्देन +दिक्शब्देभ्य +दिक्शब्देभ्यः +दिक्ष +दिक्षा +दिक्षु +दिक्षूपदधाति +दिक्षे +दिक्ष्वनन्तापर्यन्तेषु +दिक्ष्वन्येषु +दिक्ष्वपि +दिक्ष्वप्रमेयासंख्येयेषु +दिक्ष्ववस्थिताः +दिक्ष्वष्टसु +दिक्ष्वष्टासु +दिक्ष्वष्टौ +दिक्ष्विति +दिक्ष्वेकां +दिक्ष्वेव +दिक्ष्वेवं +दिक्ष्व् +दिक्संख्ये +दिक्संयोगस्तदाश्रये +दिक्सङ्खये +दिक्सङ्ख्ये +दिक्समासे +दिक्सहस्रं +दिक्सा +दिक्साधन +दिक्साधनं +दिक्साम्ये +दिक्से +दिक्ऽ +दिक्‌ +दिख +दिखने +दिखला +दिखलाई +दिखलाता +दिखलाते +दिखलाने +दिखलाया +दिखलाये +दिखा +दिखाई +दिखाकर +दिखाता +दिखाते +दिखाने +दिखानेवाले +दिखाया +दिखे +दिग +दिगंतरम् +दिगंबर +दिगंबरं +दिगंबरः +दिगंबरम् +दिगंबरा +दिगंबराय +दिगंबरो +दिगंशा +दिगङ्कितं +दिगङ्गना +दिगङ्गनाः +दिगङ्गनाभिः +दिगथो +दिगन्त +दिगन्तं +दिगन्तः +दिगन्तदन्तिनां +दिगन्तमगमत्तस्य +दिगन्तरं +दिगन्तरम् +दिगन्तराणि +दिगन्तरात् +दिगन्तरालात् +दिगन्तरे +दिगन्तरेषु +दिगन्तलम्बी +दिगन्ता +दिगन्तान् +दिगन्ते +दिगन्तेषु +दिगपि +दिगम्बर +दिगम्बरं +दिगम्बरः +दिगम्बरत्वेन +दिगम्बरम् +दिगम्बरसम्प्रदायस्य +दिगम्बरस्य +दिगम्बरा +दिगम्बराः +दिगम्बराणां +दिगम्बराम् +दिगम्बराय +दिगम्बरी +दिगम्बरीम् +दिगम्बरे +दिगम्बरो +दिगरुणेन +दिगष्टके +दिगा +दिगात्मा +दिगादि +दिगादिः +दिगादित्वात् +दिगादित्वाद्यत् +दिगादिभ्यो +दिगादिषु +दिगाश्रयाणि +दिगि +दिगिति +दिगित्यर्थः +दिगियं +दिगिव +दिगीशसैन्यं +दिगीशांश्च +दिगीशाः +दिगीशानां +दिगीशाश्च +दिगीश्वराः +दिगीश्वरान् +दिगुक्ता +दिगुच्यते +दिगुत्तरा +दिगुदीची +दिगेव +दिगैन्द्री +दिग् +दिग्गज +दिग्गजः +दिग्गजा +दिग्गजाः +दिग्गजानां +दिग्गजान् +दिग्गजाश्चैव +दिग्गजाष्टकसंयुक्तं +दिग्गजे +दिग्गजैः +दिग्गजो +दिग्गजों +दिग्ग्रहणं +दिग्जयव्यसनिना +दिग्जयाय +दिग्जये +दिग्जयेषु +दिग्ज्ञानं +दिग्ज्ञानमाह +दिग्ज्ञानम् +दिग्ज्या +दिग्दक्षिणा +दिग्दन्तिनां +दिग्दर्शकः +दिग्दर्शनं +दिग्दर्शन् +दिग्दलेषु +दिग्दाह +दिग्दाहः +दिग्दाहलक्षणम् +दिग्दाहे +दिग्दाहो +दिग्दृष्टः +दिग्देवता +दिग्देवताः +दिग्देवतानां +दिग्देवत्यं +दिग्देवान् +दिग्देश +दिग्देशकालानां +दिग्देशकालानाम् +दिग्देशकालेषु +दिग्देशकालेष्वस्तातिः +दिग्दैवत्यं +दिग्ध +दिग्धं +दिग्धः +दिग्धम् +दिग्धविद्धस्य +दिग्धा +दिग्धां +दिग्धे +दिग्धेन +दिग्धैर्नाग्निज्वलिततेजनैः +दिग्धो +दिग्नागेन +दिग्बन्धं +दिग्बन्धः +दिग्बन्धनं +दिग्बलिं +दिग्भवति +दिग्भाग +दिग्भागं +दिग्भागे +दिग्भिः +दिग्भित्तयः +दिग्भित्तिषु +दिग्भिरनन्ताभिरूतिभिरन्तरन्यं +दिग्भेदे +दिग्भेदेन +दिग्भ्य +दिग्भ्यः +दिग्भ्यश्च +दिग्भ्याम् +दिग्भ्यो +दिग्भ्योऽस्यै +दिग्मध्ये +दिग्यागः +दिग्युक्ताभ्यां +दिग्ये +दिग्योगे +दिग्रहस्यमिव +दिग्रूपा +दिग्लक्षणं +दिग्लाभं +दिग्ले +दिग्वधूनां +दिग्वर्गः +दिग्वलयं +दिग्वा +दिग्वारणमदाविलम् +दिग्वाससं +दिग्वाससा +दिग्वाससे +दिग्वाससो +दिग्वासा +दिग्वासाः +दिग्वासाय +दिग्वि +दिग्विजय +दिग्विजयं +दिग्विजयः +दिग्विजयपर्वणि +दिग्विजययात्रा +दिग्विजयस्य +दिग्विजयाय +दिग्विजयार्थं +दिग्विजयीभव +दिग्विजये +दिग्विदिक्षु +दिग्विभागं +दिग्विभागः +दिग्विभागा +दिग्विभागे +दिग्विभागेन +दिग्विशेषे +दिग्व्यापिनि +दिङ +दिङ् +दिङ्गले +दिङ्नाग +दिङ्नागः +दिङ्नागमदगन्धिषु +दिङ्नागस्य +दिङ्नागानां +दिङ्नामसु +दिङ्नामानि +दिङ्नामान्यन्तराले +दिङ्नायका +दिङ्मण्डलं +दिङ्मध्य +दिङ्मध्ये +दिङ्मात्र +दिङ्मात्रं +दिङ्मात्रमत्र +दिङ्मात्रमिह +दिङ्मात्रमुदाह्रियते +दिङ्मात्रेण +दिङ्मुखं +दिङ्मुखम् +दिङ्मुखानि +दिङ्मुखे +दिङ्मुखेषु +दिङ्मूर्तीनां +दिछ +दिजः +दिट्टा +दिट्टिआ +दिट्टी +दिट्टो +दिट्ठं +दिट्ठपुरुवो +दिट्ठा +दिट्ठिआ +दिट्ठी +दिट्ठीए +दिट्ठो +दिठ्ठी +दिढं +दिण्डिरुवाच +दिण्डुक्कल् +दिण्डुगलमण्डलम् +दिण्डुगल् +दिण्डे +दिण्णं +दिण्णा +दिण्णे +दिण्णो +दित +दितं +दितः +दितम् +दितस्य +दिता +दिताः +दितानि +दिति +दितिं +दितिं॑ +दितिः +दितिज +दितिजं +दितिजः +दितिजदानवाः +दितिजन्मनाम् +दितिजस्य +दितिजा +दितिजाः +दितिजान् +दितिजेन +दितिजेश्वरः +दितिजैः +दितिजो +दितिनंदनः +दितिनन्दन +दितिनन्दनः +दितिनन्दनम् +दितिनन्दनाः +दितिपुत्राणां +दितिभुवो +दितिम् +दितिरुवाच +दितिर् +दितिर्विनष्टपुत्रा +दितिश् +दितिश्च +दितिश्चैव +दितिसुतः +दितिसुता +दितिसुताः +दितिस्तथा +दितिस्तु +दिति॑श्च +दिती +दितीय +दितीयं +दितीयः +दिते +दितेः +दितेरपत्यं +दितेि +दितैः +दितो +दितौ +दित् +दित्ति +दित्थं +दित्य +दित्यं +दित्यः +दित्यत +दित्यत्र +दित्यदित्यादित्य +दित्यदित्यादित्यपत्युत्तरपदाण्ण्यः +दित्यनेन +दित्यन्तेन +दित्यपि +दित्यर्थ +दित्यर्थः +दित्यर्थे +दित्यलम् +दित्यवाट् +दित्यवाड् +दित्यवाह +दित्यवाहं +दित्यस्य +दित्या +दित्यां +दित्याः +दित्यादि +दित्यादिना +दित्यादौ +दित्यारभ्य +दित्याह +दित्याहुः +दित्युक्तं +दित्युक्तम् +दित्ये +दित्येव +दित्यै +दित्यो +दित्यौ +दित्यौही +दित्वात् +दित्सति +दित्सते +दित्सन्तं +दित्सन्तम् +दित्सन्ति +दित्सया +दित्ससि +दित्सा +दित्सां +दित्सायियक्षातितप्सात्मकेच्छातरङ्गसंगतं +दित्सितं +दित्सु +दित्सुः +दित्सेयं +दित्स॑न्तम् +दिद +दिदं +दिदम्भिषति +दिदरिद्रासति +दिदरिद्रिषति +दिदरिषते +दिदर्शयिषुः +दिदानीं +दिदासतः +दिदा॑सतः +दिदि +दिदिड्ढि +दिदिष्ट +दिदिष्टन +दिदीक्षिरे +दिदीक्षे +दिदीपे +दिदीये +दिदीहि +दिदृक्षति +दिदृक्षते +दिदृक्षन्त +दिदृक्षन्ते +दिदृक्षमाणः +दिदृक्षमाणाः +दिदृक्षमाणो +दिदृक्षया +दिदृक्षयेव +दिदृक्षव +दिदृक्षवः +दिदृक्षवो +दिदृक्षसे +दिदृक्षा +दिदृक्षु +दिदृक्षुं +दिदृक्षुः +दिदृक्षुणा +दिदृक्षू +दिदृक्षूणां +दिदृक्षे +दिदृक्षेण्यः +दिदृक्षोः +दिदेव +दिदेविषति +दिदेश +दिदेशिथ +दिदेष्टु +दिद्दा +दिद्यव +दिद्यवः +दिद्यु +दिद्युं +दिद्युतः +दिद्युतिषते +दिद्युते +दिद्युत् +दिद्युद् +दिद्युम् +दिद्यून् +दिद्योः +दिद्योतिषते +दिद्योन्मा +दिद्विआ +दिद्वेष +दिधक्षतः +दिधक्षति +दिधक्षन् +दिधक्षन्निव +दिधक्षुः +दिधक्षुरिव +दिधक्षोः +दिधरिषते +दिधि +दिधिं +दिधिषन्त +दिधिषन्ते +दिधिषवो +दिधिषाणाः +दिधिषाय्यः +दिधिषाय्यो +दिधिषु +दिधिषुं +दिधिषुः +दिधिषूः +दिधिषूपतिः +दिधिषोः +दिधिषोस्तवेदं +दिधिष्वः +दिधृत +दिधृतम् +दिधेष्टि +दिन +दिनं +दिनंदिनं +दिनः +दिनक +दिनकर +दिनकरं +दिनकरः +दिनकरकरनिकरनिहततमसो +दिनकरदिशि +दिनकरयिम् +दिनकरस्य +दिनकरी +दिनकरीय +दिनकरीयटिप्पणं +दिनकरीयम +दिनकरीयम् +दिनकरीयसमन्विता +दिनकरे +दिनकरेण +दिनकरो +दिनकर्तव्यं +दिनकृतः +दिनकृति +दिनकृतो +दिनकृत् +दिनके +दिनक्रमात् +दिनक्षपे +दिनक्षयः +दिनक्षया +दिनक्षयाः +दिनक्षये +दिनगण +दिनगणः +दिनगणो +दिनगत +दिनगतं +दिनगतकालावयवा +दिनगतघटिका +दिनगतशेषा +दिनगता +दिनगताः +दिनगते +दिनगरेभ्यः +दिनघटिकाः +दिनचतुष्टयं +दिनचतुष्टयम् +दिनचर्या +दिनचर्यां +दिनज +दिनञ्च +दिनण् +दिनतक +दिनत्रयं +दिनत्रयञ्च +दिनत्रयमहोरात्रं +दिनत्रयम् +दिनत्रयात् +दिनत्रये +दिनत्रयेण +दिनत्रय्यां +दिनदल +दिनदलं +दिनदले +दिनद्वयं +दिनद्वयम् +दिनद्वयस्य +दिनद्वयात् +दिनद्वये +दिनद्वयेन +दिनद्वयेऽपि +दिनद्वादशकं +दिननक्षत्रम् +दिननाथ +दिननाथे +दिननि +दिननिशोः +दिनन्ति +दिनपञ्चकम् +दिनपतेः +दिनपतौ +दिनपत्रिका +दिनपर्यन्तं +दिनपाः +दिनपाकि +दिनपाते +दिनप्रमाणं +दिनप्रमाणम् +दिनभागानां +दिनभेदे +दिनम +दिनमणि +दिनमणिः +दिनमणौ +दिनमथासाद्य +दिनमध्ये +दिनमनु +दिनमपि +दिनमात्रं +दिनमान +दिनमानं +दिनमानम् +दिनमासाब्दपास्तथा +दिनमिति +दिनमिव +दिनमुखे +दिनमुच्यते +दिनमें +दिनमेकं +दिनमेकन्तु +दिनमेकमपि +दिनमेव +दिनम् +दिनयामे +दिनरात +दिनरात्रि +दिनरात्रिदले +दिनरात्री +दिनरात्र्योः +दिनरात्र्योर्वृद्धिक्षयौ +दिनराशिः +दिनर्क्षेषु +दिनवारः +दिनवारादिः +दिनवारो +दिनविंशत्या +दिनशः +दिनशतप्राप्यं +दिनशेष +दिनशेषं +दिनशेषे +दिनशो +दिनश्रीः +दिनसंक्षये +दिनसंख्या +दिनसञ्चयः +दिनसप्तकम् +दिनस्थाने +दिनस्य +दिनस्यान्ते +दिना +दिनां +दिनांक +दिनांके +दिनांतरे +दिनांते +दिनाघं +दिनाङके +दिनाङ्कं +दिनाङ्कः +दिनाङ्कतः +दिनाङ्कपर्यन्तं +दिनाङ्कपर्यन्तम् +दिनाङ्कयोः +दिनाङ्कस्य +दिनाङ्कात् +दिनाङ्के +दिनाङ्केषु +दिनाचरणस्य +दिनाजपुर +दिनात् +दिनात्यये +दिनादि +दिनादिः +दिनादिकं +दिनादिकम् +दिनादौ +दिनाद् +दिनाद्दिनं +दिनाद्दिनम् +दिनाद्ध +दिनाद्य +दिनाद्यं +दिनाद्यम् +दिनाद्ये +दिनाधं +दिनाधिपः +दिनाधिपतये +दिनाधिपम् +दिनाधीशः +दिनानन्तरं +दिनानां +दिनानाम् +दिनानि +दिनानीति +दिनानुदिनं +दिनान्त +दिनान्तं +दिनान्तः +दिनान्तके +दिनान्तरम्योऽभ्युपशान्तमन्मथो +दिनान्तरे +दिनान्ते +दिनान्यष्टौ +दिनान्येतानि +दिनान्येव +दिनाय +दिनारम्भे +दिनार्थं +दिनार्द्ध +दिनार्द्धं +दिनार्द्धम् +दिनार्द्धेन +दिनार्ध +दिनार्धं +दिनार्धकाल +दिनार्धजाते +दिनार्धपरिधिना +दिनार्धपरिधौ +दिनार्धम् +दिनार्धशङ्कुः +दिनार्धात् +दिनार्धे +दिनार्धेन +दिनावतरणे +दिनावधि +दिनावसान +दिनावसानसमये +दिनावसाने +दिनाष्टकम् +दिनाहनी +दिनि +दिनी +दिनीकृत्य +दिनु +दिने +दिनेति +दिनेदिने +दिनेन +दिनेनैकेन +दिनेनैव +दिनेभ्यः +दिनेश +दिनेशं +दिनेशः +दिनेशश्च +दिनेशस्य +दिनेशाय +दिनेशे +दिनेशो +दिनेश्वरः +दिनेश्वरम् +दिनेषु +दिनेऽतीते +दिनेऽथ +दिनेऽपि +दिनेऽर्कस्य +दिनेऽष्टमे +दिनै +दिनैः +दिनैक +दिनैकं +दिनैकेन +दिनैरेव +दिनैश्च +दिनो +दिनों +दिनोंकारे +दिनोदये +दिनोदित +दिनोन्मुखेऽर्के +दिनोषिते +दिनौघ +दिनौघः +दिन् +दिन्डुगलमण्डलम् +दिन्नं +दिन्नम् +दिन्ना +दिन्या +दिप +दिपदेन +दिप्सति +दिप्सन्त +दिप्सन्तः +दिप्सन्ति +दिप्सवः +दिप्स॑ति +दिप्स॑न्ति +दिबाङ् +दिबाङ्ग +दिब्रुगर् +दिभि +दिभिः +दिभिश्च +दिभ्य +दिभ्यः +दिभ्यश्च +दिभ्यो +दिभ्योऽण् +दिम +दिमं +दिमते +दिमा +दिमाग +दिमासा +दिमे +दिय +दियं +दियः +दियते +दिया +दिये +दियैः +दियो +दिर +दिरिति +दिरे +दिरेव +दिर्घकालिना +दिर्वा +दिल +दिला +दिलाते +दिलाने +दिलावरी +दिलावरीं +दिली +दिलीप +दिलीपं +दिलीपः +दिलीपकुमारः +दिलीपकुमारस्य +दिलीपनन्दनः +दिलीपस्तनयस्तस्य +दिलीपस्तस्य +दिलीपस्तु +दिलीपस्य +दिलीपात्तु +दिलीपे +दिलीपेन +दिलीपो +दिले +दिलो +दिल् +दिल्या +दिल्ली +दिल्लीं +दिल्लीतः +दिल्लीद्वारा +दिल्लीनगरे +दिल्लीपति +दिल्ल्यां +दिव +दिवँ +दिवं +दिवंगतः +दिवंम् +दिवं॑ +दिवं॒ +दिवः +दिवःपृथिव्योः +दिवःऽदासाय +दिवः॑ +दिवः॑ऽदासम् +दिवः॑ऽदासाय +दिवक्षसः +दिवङगतः +दिवङ्गतः +दिवङ्गता +दिवङ्गताः +दिवङ्गतौ +दिवञ्च +दिवत् +दिवदिति +दिवम +दिवमग्रेण +दिवमन्तरिक्षम् +दिवमन्तरो +दिवमपि +दिवमप्युपयातानामाकल्पमनल्पगुणगणा +दिवमा +दिवमाकाशं +दिवमागताः +दिवमाचक्रमे +दिवमाततान +दिवमारूढा +दिवमाविशतः +दिवमावृत्य +दिवमिच्छति +दिवमिति +दिवमिव +दिवमुत्पतन्ति +दिवमे +दिवमेव +दिवम् +दिवम्̇ +दिवश् +दिवश्च +दिवश्चित् +दिवश्चिदा +दिवश्च्युतं +दिवश्च्युतः +दिवश्च्युता +दिवस +दिवसं +दिवसः +दिवसकर +दिवसकरः +दिवसकृतं +दिवसकृतः +दिवसकृति +दिवसक्रमात् +दिवसक्षये +दिवसगणनातत्परामेकपत्नी +दिवसत्रयं +दिवसत्रयम् +दिवसत्रयेण +दिवसधूसरो +दिवसनक्षत्रे +दिवसनिशोः +दिवसमिव +दिवसमुपादाय +दिवसम् +दिवसवासरौ +दिवसविगमे +दिवसश्च +दिवससप्तकमुग्रमवर्षयत् +दिवसस्तत्पुरःसरः +दिवसस्य +दिवसस्याष्टमे +दिवसा +दिवसाः +दिवसागमे +दिवसात् +दिवसात्यये +दिवसात्ययोचितं +दिवसादौ +दिवसाद्यन्तसंज्ञिते +दिवसान +दिवसानपि +दिवसानां +दिवसानि +दिवसानुवृत्तो +दिवसानेकविंशतिम् +दिवसान् +दिवसान्तरे +दिवसान्ते +दिवसान्बहून् +दिवसान्वनान्तरे +दिवसाय +दिवसावसाने +दिवसाश्च +दिवसास् +दिवसास्ते +दिवसे +दिवसेति +दिवसेदिवसे +दिवसेन +दिवसेनैव +दिवसेपि +दिवसेश्वरस्य +दिवसेषु +दिवसेष्वथ +दिवसेष्वपि +दिवसेष्वेषु +दिवसेऽथ +दिवसेऽपि +दिवसैः +दिवसैरेव +दिवसैस्तथा +दिवसो +दिवसोऽपि +दिवसौ +दिवस् +दिवस्तथा +दिवस्तदर्थस्य +दिवस्तिस्रः +दिवस्त्वं +दिवस्त्वा +दिवस्पतिः +दिवस्पतिम् +दिवस्पते +दिवस्पतेः +दिवस्पतौ +दिवस्पदे +दिवस्परि +दिवस्पातु +दिवस्पुत्राय +दिवस्पृथिव्या +दिवस्पृथिव्याः +दिवस्पृथिव्योः +दिवस्पृथिव्यौ +दिवस्पृष्ठं +दिवस्पृष्ठे +दिवा +दिवां +दिवाकर +दिवाकरं +दिवाकरः +दिवाकरनिशाकरौ +दिवाकरम् +दिवाकरश्च +दिवाकरश्चैव +दिवाकरसमप्रभः +दिवाकरसमप्रभाः +दिवाकरस्य +दिवाकराः +दिवाकरात् +दिवाकरादितुङ्गाः +दिवाकराद्रक्षति +दिवाकराय +दिवाकरे +दिवाकरेण +दिवाकरेणोदयता +दिवाकरैः +दिवाकरो +दिवाकरौ +दिवाकीर्त्यं +दिवाकीर्त्यमहस्त्रयः +दिवाकीर्त्यम् +दिवाकीर्त्यानि +दिवाकीर्त्येन +दिवाकृतम् +दिवाचराः +दिवाचरेभ्यो +दिवाचरो 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+दिविरस्य +दिविरो +दिविश्रित +दिविश्रितः +दिविषत्सु +दिविषदः +दिविषदा +दिविषदां +दिविषदो +दिविषद्भ्य +दिविषद्भ्यः +दिविषद्भ्यो +दिविष्टय +दिविष्टयः +दिविष्टिषु +दिविष्ठ +दिविष्ठः +दिविष्ठा +दिविस्पृक् +दिविस्पृशं +दिविस्पृशः +दिविस्पृशम् +दिविस्पृशा +दिविस्पृशौ +दिविऽइव +दिविऽस्पृशम् +दिविऽस्पृशा +दिवि॑ष्टिषु +दिवी +दिवीति +दिवीव +दिवु +दिवे +दिवेः +दिवेति +दिवेदिव +दिवेदिवे +दिवेवास +दिवेहिभाषा +दिवेहीभाषा +दिवेऽदिवे +दिवैव +दिवो +दिवोदास +दिवोदासं +दिवोदासः +दिवोदासम् +दिवोदासश्च +दिवोदासस्तु +दिवोदासस्य +दिवोदासादीनां +दिवोदासाय +दिवोदासे +दिवोदासेन +दिवोदासो +दिवोल्का +दिवोऽधि +दिवोऽन्तरिक्षस्य +दिवोऽपि +दिवोऽविजिगीषायाम् +दिवो॑ +दिवो॑दासं +दिवो॑दासाय +दिवो॑दासाय॒ +दिवौ +दिवौकस +दिवौकसं +दिवौकसः +दिवौकसा +दिवौकसां +दिवौकसाम् +दिवौकसैः +दिवौकसो +दिव् +दिव्य +दिव्यं +दिव्यः +दिव्यकन्यका +दिव्यकन्यकाम् +दिव्यकन्यके +दिव्यकन्या +दिव्यकन्यां +दिव्यकान्तिः +दिव्यकायो +दिव्यकाले +दिव्यगंधानुलेपनः +दिव्यगंधानुलेपनम् +दिव्यगन्धं +दिव्यगन्धा +दिव्यगन्धानुलिप्तश्च +दिव्यगन्धानुलेपनः +दिव्यगन्धानुलेपनम् +दिव्यगन्धानुलेपनाः +दिव्यगन्धानुलेपनैः +दिव्यगन्धैः +दिव्यगुण +दिव्यगुणः +दिव्यगुणयुक्त +दिव्यगुणसम्पन्न +दिव्यगुणा +दिव्यगुणाः +दिव्यगुणानां +दिव्यगुणान् +दिव्यगुणेभ्यो +दिव्यगुणेषु +दिव्यगुणों +दिव्यचक्षुः +दिव्यचक्षुषः +दिव्यचक्षुषा +दिव्यचक्षुषाम् +दिव्यचक्षुषे +दिव्यचिह्नानि +दिव्यजन +दिव्यज्ञानं +दिव्यज्ञानसमन्वितः +दिव्यज्ञानेन +दिव्यज्ञानोपपन्नास्ते +दिव्यञ्च +दिव्यतत्त्वम् +दिव्यता +दिव्यतां +दिव्यताम् +दिव्यति +दिव्यतेजः +दिव्यतेजा +दिव्यत्वं +दिव्यत्वमप्राकृतत्वम् +दिव्यत्वोक्तिदर्शितशङ्खातिशयवैशद्याय +दिव्यदर्शनं +दिव्यदर्शनः +दिव्यदर्शनम् +दिव्यदर्शी +दिव्यदृक् +दिव्यदृशा +दिव्यदृशां +दिव्यदृष्टयः +दिव्यदृष्टि +दिव्यदृष्टिं +दिव्यदृष्टिः +दिव्यदृष्टिश्च +दिव्यदृष्ट्या +दिव्यदेह +दिव्यदेहं +दिव्यदेहः +दिव्यदेहधरो +दिव्यदेहश्च +दिव्यदेहस्तु +दिव्यदेहा +दिव्यदेहाः +दिव्यदेहान् +दिव्यदेहाश्च +दिव्यदेहेन +दिव्यदेहो +दिव्यदेहौ +दिव्यधूपेन +दिव्यधूपैः +दिव्यध्यासते +दिव्यनारी +दिव्यन्तरिक्षे +दिव्यपि +दिव्यपुरुषः +दिव्यप्रकरणम् +दिव्यप्रभावस्य +दिव्यभावं +दिव्यभावः +दिव्यभावा +दिव्यभावाः +दिव्यभावेन +दिव्यभावो +दिव्यभूषणभूषिताः +दिव्यभूषणभूषिताम् +दिव्यभेदः +दिव्यभेदे +दिव्यभोगैः +दिव्यमंशं +दिव्यमक्षरं +दिव्यमङ्गलविग्रहः +दिव्यमद्भुतदर्शनम् +दिव्यमद्भुतम् +दिव्यमपि +दिव्यमप्राकृतं +दिव्यममृतं +दिव्यमलौकिकं +दिव्यमस्ति +दिव्यमस्त्रं +दिव्यमादिदेवमजं +दिव्यमानुषम् +दिव्यमानुषाः +दिव्यमानुषी +दिव्यमानुषीं +दिव्यमानेन +दिव्यमाभरणं +दिव्यमारुह्य +दिव्यमार्गेण +दिव्यमाला +दिव्यमाल्यांबरधरं +दिव्यमाल्यांबरधरो +दिव्यमाल्यानुलेपना +दिव्यमाल्याम्बरधरं +दिव्यमाल्याम्बरधरा +दिव्यमाल्याम्बरधरो +दिव्यमाल्योपशोभितम् +दिव्यमासनं +दिव्यमास्थाय +दिव्यमिति +दिव्यमिदं +दिव्यमुत्तमम् +दिव्यमुद्यानं +दिव्यमूर्तयः +दिव्यमूर्तिं +दिव्यमूर्तिः +दिव्यमूर्ते +दिव्यमेकं +दिव्यमेव +दिव्यमेवं +दिव्यमौचित्यं +दिव्यम् +दिव्यया +दिव्ययानं +दिव्ययानेन +दिव्ययोगं +दिव्ययोषितः +दिव्यरत्नमये +दिव्यरूप +दिव्यरूपं +दिव्यरूपः +दिव्यरूपधरं +दिव्यरूपधरः +दिव्यरूपधरा +दिव्यरूपधराः +दिव्यरूपधरो +दिव्यरूपधृक् +दिव्यरूपया +दिव्यरूपवान् +दिव्यरूपा +दिव्यरूपां +दिव्यरूपाः +दिव्यरूपाय +दिव्यरूपाश्च +दिव्यरूपिणः +दिव्यरूपिणम् +दिव्यरूपिणी +दिव्यरूपिणीम् +दिव्यरूपी +दिव्यरूपे +दिव्यरूपेण +दिव्यरूपो +दिव्यरूपौ +दिव्यर्षयः +दिव्यलक्षणम् +दिव्यलोकं +दिव्यलोके +दिव्यवपुः +दिव्यवपुर्धरः +दिव्यवपुषो +दिव्यवर्षम् +दिव्यवर्षशतं +दिव्यवर्षसहस्रं +दिव्यवर्षसहस्रकम् +दिव्यवर्षसहस्राणि +दिव्यवर्षसहस्रान्ते +दिव्यवर्षाणि +दिव्यवस्त्रं +दिव्यवस्त्रपरीधाना +दिव्यवस्त्राणि +दिव्यवस्त्रैश्च +दिव्यवाणी +दिव्यविग्रहः +दिव्यविग्रहम् +दिव्यविग्रहा +दिव्यविग्रहाः +दिव्यविग्रहान् +दिव्यविग्रहौ +दिव्यविमानेन +दिव्यविशारदैः +दिव्यश्च +दिव्यसंवत्सरा +दिव्यसंहनना +दिव्यसम्पदः +दिव्यसिंह +दिव्यसिंहः +दिव्यसिंहासने +दिव्यस्तु +दिव्यस्त्री +दिव्यस्त्रीणां +दिव्यस्य +दिव्यस्येशाथे +दिव्यस्रगनुलेपनः +दिव्यस्वरूपा +दिव्या +दिव्यां +दिव्यांबरधरा +दिव्यांशग्राहित्या +दिव्यांशस्य +दिव्यांश्च +दिव्याः +दिव्याकारं +दिव्याकाशे +दिव्याकृतिः +दिव्यागमे +दिव्याङ्गना +दिव्याङ्गभूषं +दिव्यात् +दिव्यात्पात्वस्मान् +दिव्यात्मा +दिव्यादिव्य +दिव्यादिव्यतया +दिव्यादिव्यो +दिव्यादेवी +दिव्याद् +दिव्याद्धाम्नो +दिव्यान +दिव्यानां +दिव्यानामपि +दिव्यानामुत्पलपद्मकुमुदपुण्डरीकमन्दारवाणां +दिव्यानाम् +दिव्यानि +दिव्यानीति +दिव्यानीह +दिव्यानेकोद्यतायुधम् +दिव्यान् +दिव्यान्तरिक्षभौमाः +दिव्यान्तरिक्षभौमानामुत्पातानां +दिव्यान्तरिक्षभौमानि +दिव्यान्दिवि +दिव्यान्यतममुच्यते +दिव्यान्यपि +दिव्यान्यस्त्राणि +दिव्यान्याभरणानि +दिव्यान्येतानि +दिव्यान्येव +दिव्याप्सरोभिस्तु +दिव्याब्दाः +दिव्याब्दानां +दिव्याभरणभूषितः +दिव्याभरणभूषितम् +दिव्याभरणभूषिता +दिव्याभरणभूषिताः +दिव्याभरणभूषितान् +दिव्याभरणभूषिताम् +दिव्याभिः +दिव्याभ्यां +दिव्याम् +दिव्याम्बरं +दिव्याम्बरधरं +दिव्याम्बरधरः +दिव्याम्बरधरा +दिव्याम्बरधरो +दिव्याम्बराणि +दिव्याम्बरायै +दिव्याम्बु +दिव्याय +दिव्यायां +दिव्यायाः +दिव्यायुधः +दिव्यायुधानि +दिव्यावदानम् +दिव्याश्च +दिव्यासः +दिव्यासु +दिव्यासो +दिव्यास्ता +दिव्यास्ते +दिव्यास्त्र +दिव्यास्त्रं +दिव्यास्त्रसंपन्नः +दिव्यास्त्रसंपन्नश्च +दिव्यास्त्राणां +दिव्यास्त्राणि +दिव्यास्त्रेण +दिव्यास्त्रैः +दिव्ये +दिव्येकादश +दिव्येति +दिव्येन +दिव्येनाग्निना +दिव्येनानेन +दिव्येनापि +दिव्येनास्त्रेण +दिव्येनैव +दिव्येभ्यः +दिव्येभ्यो +दिव्येयं +दिव्येव +दिव्येषु +दिव्यै +दिव्यैः +दिव्यैर्गुणैः +दिव्यैश्च +दिव्यो +दिव्योत्सवं +दिव्योऽपि +दिव्योऽयं +दिव्यौ +दिव्यौघा +दिव्यौषधयः +दिव्यौषधि +दिव्यौषधिः +दिव्यौषधिसमन्वितः +दिव्यौषधीनां +दिव्यौषध्या +दिव्य् +दिव्यꣳ +दिव्वं +दिव॑मात॒न्वन्ति॑ +दिव॑म् +दिव॒मनु॒ +दिव॒मा +दिव॒मुत्प॑तन्ति +दिव꣢꣯म् +दिवꣳ +दिश +दिशँ +दिशं +दिशंति +दिशंतु +दिशंविशꣳहस् +दिशं॒ +दिशः +दिशः॑ +दिशः॒ +दिशत +दिशतां +दिशति +दिशतीति +दिशतु +दिशते +दिशत् +दिशन् +दिशन्तं +दिशन्ता +दिशन्ति +दिशन्ती +दिशन्तु +दिशम +दिशमधिमुच्य +दिशमनु +दिशमन्वावर्त्तते +दिशमभि +दिशमभिमुखः +दिशमभिमुखो +दिशमभिष्टोष्यन्स्यात्तां +दिशमभ्यपः +दिशमारभ्य +दिशमारोह +दिशमावाहयिष्यामि +दिशमावृत्य +दिशमाश्रयेत् +दिशमाश्रितः +दिशमाश्रितम् +दिशमाश्रिताः +दिशमाश्रित्य +दिशमासाद्य +दिशमास्थाय +दिशमास्थितः +दिशमास्थिताः +दिशमिति +दिशमुत्तराम् +दिशमुपतिष्ठते +दिशमुपनिष्क्रम्य +दिशमुपनिष्क्रम्याछदिर्दर्शेऽग्निमुपसमाधाय +दिशमुष्णरश्मौ +दिशमेति +दिशम् +दिशश् +दिशश्च +दिशश्चतस्र +दिशश्चतस्रः +दिशश्चतस्रो +दिशश्चानवलोकयन् +दिशश्चैव +दिशश्चोपदिशस्तथा +दिशसि +दिशस् +दिशस्तथा +दिशस्तदा +दिशस्ता +दिशस्ताः +दिशस्तु +दिशस्तृप्यन्ति +दिशस्ते +दिशस्त्विषा +दिशस्सर्वा +दिशा +दिशां +दिशांपाला +दिशाः +दिशाएँ +दिशाओ +दिशाओं +दिशाओंमें +दिशागजं +दिशानया +दिशानां +दिशानाम् +दिशापालं +दिशाभागे +दिशामनवलोकनम् +दिशामपि +दिशामवेष्ट्या +दिशामि +दिशामिति +दिशामि॒ +दिशामीति +दिशामुपस्थानम् +दिशामें +दिशामेव +दिशाम् +दिशाम्̇ +दिशाम्यहम् +दिशायां +दिशायाः +दिशायाम् +दिशावाचक +दिशासु +दिशाहोमं +दिशाꣳ +दिशि +दिशिं +दिशिदिशि +दिशी +दिशीतः +दिशीति +दिशीतो +दिशु +दिशे +दिशेति +दिशेत् +दिशेद् +दिशो +दिशोः +दिशोदण्डः +दिशोदश +दिशोदाहा +दिशोदिशः +दिशोदिशो +दिशोभिदासात् +दिशोर्मध्ये +दिशोऽग्निर्दश +दिशोऽघायुरभिदासात् +दिशोऽनु +दिशोऽनु॒ +दिशोऽपि +दिशोऽभवन् +दिशोऽभिजयति +दिशोऽभिदासति +दिशोऽभिदासन्त्यस्मान् +दिशोऽभिदासान् +दिशोऽमद्राणाम् +दिशोऽवलोक्य +दिशो॑ +दिशो॒ +दिशो॒ऽभि +दिशौ +दिश् +दिश्च +दिश्य +दिश्यं +दिश्यते +दिश्यथ +दिश्यन्ते +दिश्यम् +दिश्ययतन्त +दिश्यवनमति +दिश्यसीति +दिश्यस्य +दिश्या +दिश्यां +दिश्याः +दिश्यात् +दिश्यानि +दिश्याप +दिश्याभिर् +दिश्युत्तरस्यां +दिश्युन्नमति +दिश्येव +दिश्यैशान्यां +दिश्यो +दिश्य् +दिश्‌ +दिश॑ +दिश॑श्च +दिश॒ +दिश॒मनु॒ +दिषु +दिष्ट +दिष्टं +दिष्टः +दिष्टमितोऽग्नय +दिष्टमेव +दिष्टम् +दिष्टया +दिष्टयेति +दिष्टस्य +दिष्टा +दिष्टां +दिष्टान्तं +दिष्टान्तः +दिष्टाय +दिष्टि +दिष्टिः +दिष्टीः +दिष्टे +दिष्टो +दिष्ट्या +दिष्ट्यादिष्ट्येति +दिष्ट्याद्य +दिष्ट्यासि +दिष्ट्येति +दिष्ट्येदानीं +दिष्या +दिष्वपि +दिस +दिसं +दिसंबर +दिसत +दिसपुर +दिसपुरम् +दिसम्बर +दिसम्बरमासस्य +दिसम्बरमासे +दिसम्बर् +दिसि +दिसु +दिसे +दिसो +दिस्सति +दिस्सदि +दिह +दिहि +दिहेत् +दिह् +दिह्यात् +दिा +दिी +दिो +दि॑दिष्ट +दि॑वावसो +दि॑वि॒स्पृशा॑ +दि॑वो +दि॒क्षु +दि॒ख्ष्वे॑व +दि॒ग्भ्य +दि॒ग्भ्यः +दि॒ग्भ्यो +दि॒दि॒ष्ट॒ +दि॒दी॒हि॒ +दि॒द्यवः॑ +दि॒द्युत् +दि॒द्युम् +दि॒व +दि॒वः +दि॒वःपृ॑थि॒व्योः +दि॒वः॒ +दि॒वश्चि॒दा +दि॒वश्च॑ +दि॒वश्च॒ +दि॒वस्परि॑ +दि॒वस्परि॒ +दि॒वस्पु॒त्राय॒ +दि॒वस्पु॒त्रासो॒ +दि॒वस्पृ॑थि॒व्या +दि॒वस्पृ॑थि॒व्याः +दि॒वस्पृ॒ष्ठं +दि॒वस्पृ॒ष्ठे +दि॒वा +दि॒वा॒व॒सो॒ +दि॒वि +दि॒वित्म॑ता +दि॒विऽइ॑व +दि॒वि॒ऽस्पृशा॑ +दि॒वि॒ऽस्पृश॑म् +दि॒वीव॒ +दि॒वी॑व॒ +दि॒वे +दि॒वेदि॑वे +दि॒वेदि॑वे॒ +दि॒वेदि॑व॒ +दि॒वेऽदि॑वे +दि॒वो +दि॒व्यं +दि॒व्यः +दि॒व्यम् +दि॒व्यस्ये॑शाथे +दि॒व्यस्य॑ +दि॒व्यस्य॒ +दि॒व्या +दि॒व्याः +दि॒व्यात्पा॑त्व॒स्मान् +दि॒व्यानि॑ +दि॒व्यानि॒ +दि॒व्याय॑ +दि॒व्याय॒ +दि॒व्यासः॑ +दि॒व्यासो॒ +दि॒व्ये +दि॒व्येका॑दश॒ +दि॒व्येन॑ +दि॒व्यो +दि॒शः +दि॒शन्ता॑ +दि॒शा +दि॒शां +दि॒शि +दि॒शे +दि॒शो +दि॒ष्टं +दि꣡व꣢꣯म् +दि꣡शः꣢꣯ +दि꣣वः꣡ +दि꣣वः꣢ +दि꣣वि꣢ +दि꣣वे꣡दि꣢वे +दि꣣वो꣡ +दि꣣वो꣢ +दी +दीं +दीः +दीक्ष +दीक्षणं +दीक्षणम् +दीक्षणी +दीक्षणीयं +दीक्षणीयया +दीक्षणीया +दीक्षणीयां +दीक्षणीयादयो +दीक्षणीयादिषु +दीक्षणीयामिष्टिं +दीक्षणीयामेके +दीक्षणीयाया +दीक्षणीयायां +दीक्षणीयायाः +दीक्षणीयायाम् +दीक्षणीयेष्टिः +दीक्षणीयेष्टेः +दीक्षणीयेष्टौ +दीक्षणे +दीक्षत +दीक्षतां +दीक्षताम् +दीक्षते +दीक्षन्त +दीक्षन्ताम् +दीक्षन्ते +दीक्षमाणमनु +दीक्षमाणमनुदीक्षन्ताम् +दीक्षमाणम् +दीक्षमाणो +दीक्षय +दीक्षयति +दीक्षयतु +दीक्षयन्ति +दीक्षया +दीक्षयामास +दीक्षयामि +दीक्षयित्वा +दीक्षयिष्यथ +दीक्षयेत् +दीक्षयैव +दीक्षस्व +दीक्षा +दीक्षां +दीक्षाः +दीक्षाकर्म +दीक्षाकर्मणि +दीक्षाकालः +दीक्षाकालस्य +दीक्षाकाले +दीक्षाक्रमे +दीक्षाणां +दीक्षाणाम् +दीक्षातपसी +दीक्षातपसोः +दीक्षादक्षिणं +दीक्षादि +दीक्षादौ +दीक्षानन्तरं +दीक्षानुजन्मोपसदः +दीक्षान्त +दीक्षान्ते +दीक्षापतिः +दीक्षापतिर् +दीक्षापतिर्मन्यतामनु +दीक्षापरिमाणे +दीक्षापि +दीक्षाप्रकरणे +दीक्षाप्रभृति +दीक्षाप्रसङ्गेन +दीक्षाभिरेति +दीक्षाभिर् +दीक्षाभूमिः +दीक्षाभेदे +दीक्षामरुहमृतस्य +दीक्षामहा +दीक्षामात्रेण +दीक्षामाप्नोति +दीक्षामिति +दीक्षामुपैति +दीक्षामूलं +दीक्षाम् +दीक्षाया +दीक्षायां +दीक्षायाः +दीक्षायामिति +दीक्षायाम् +दीक्षायै +दीक्षारूपाणि +दीक्षार्थं +दीक्षावसाने +दीक्षाविधानं +दीक्षाविधिं +दीक्षाविधिः +दीक्षाविधिसायकेन +दीक्षाविधौ +दीक्षाश्च +दीक्षासंस्काराः +दीक्षासि +दीक्षासु +दीक्षास्तिस्र +दीक्षाहीनो +दीक्षाऽसि +दीक्षि +दीक्षित +दीक्षितं +दीक्षितः +दीक्षितदण्डं +दीक्षितमरणे +दीक्षितम् +दीक्षितवसनं +दीक्षितवादं +दीक्षितविमितं +दीक्षितविमितात् +दीक्षितविरचितायां +दीक्षितश्च +दीक्षितश्चेत् +दीक्षितस्तया +दीक्षितस्तु +दीक्षितस्य +दीक्षितस्यापि +दीक्षिता +दीक्षिताः +दीक्षितात् +दीक्षितानां +दीक्षितानाम् +दीक्षितान् +दीक्षिताय +दीक्षितायनी +दीक्षिताश्च +दीक्षितास्तु +दीक्षिते +दीक्षितेन +दीक्षितैः +दीक्षितैस्तु +दीक्षितो +दीक्षितोक्तं +दीक्षितोपज्ञमेव +दीक्षितोऽपि +दीक्षितोऽयं +दीक्षितोऽहं +दीक्षितौ +दीक्षित् +दीक्षित्वा +दीक्षिष्यध्वे +दीक्षिष्यमाण +दीक्षिष्यमाणः +दीक्षिष्यमाणस्य +दीक्षिष्यमाणा +दीक्षिष्यमाणो +दीक्षि॒तो +दीक्षे +दीक्षेत +दीक्षेति +दीक्षेतेमं +दीक्षेरन् +दीक्षैव +दीक्षोक्ता +दीक्षोत्तरे +दीक्षोपसत्सु +दीक्षोपसदः +दीक्ष्य +दीख +दीखता +दीखती +दीखते +दीखना +दीखने +दीखे +दीखें +दीख्षन्ताम् +दीख्षयामि +दीख्षि॒तः +दीख्ष॑माण॒मनु॑ +दीघ +दीघः +दीघा +दीघो +दीघों +दीङः +दीङो +दीङ् +दीजिए +दीजिये +दीड +दीडो +दीत +दीति +दीत् +दीदयति +दीदयत् +दीदांसति +दीदांसते +दीदाय +दीदिव +दीदिवः +दीदिवांसं +दीदिवान् +दीदिवाꣳ +दीदिवाꣳसम् +दीदिविं +दीदिविः +दीदिविम् +दीदिवो +दीदिवोऽग्ने +दीदिहि +दीदिही +दीदिहीति +दीदिहीह +दीदिऽवः +दीदिऽवांसम् +दीदि॑विम् 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+दीपनशीलम् +दीपनस्तथा +दीपना +दीपनाः +दीपनाद्वा +दीपनानि +दीपनान् +दीपनाशाय +दीपनी +दीपनीं +दीपनीय +दीपनीयं +दीपनीयः +दीपनीयश्च +दीपनीयानि +दीपने +दीपनैः +दीपनो +दीपनौ +दीपपात्रं +दीपपात्राणि +दीपपात्रे +दीपप्रदानं +दीपप्रदानेन +दीपप्रभा +दीपमन्नं +दीपमात्रं +दीपमादाय +दीपमालया +दीपमाला +दीपमालां +दीपमालाः +दीपमालाकुलं +दीपमुत्सृज्य +दीपम् +दीपय +दीपयति +दीपयतीति +दीपयते +दीपयन् +दीपयन्तः +दीपयन्ति +दीपयन्ती +दीपयसि +दीपयामः +दीपयामसि +दीपयामास +दीपयामि +दीपयित्वा +दीपयेत् +दीपवती +दीपवत् +दीपवत्प्रभुः +दीपवद्यः +दीपवृक्षाश्च +दीपवृक्षास्तथा +दीपशिखा +दीपशिखां +दीपशिखाकारं +दीपशिखायां +दीपशिखेव +दीपशिखौच्च्य +दीपश्च +दीपस्तु +दीपस्त्रिमार्गयेव +दीपस्थानं +दीपस्य +दीपस्येव +दीपहर्ता +दीपहर्त्ता +दीपहस्तो +दीपा +दीपांश्च +दीपाः +दीपाग्निना +दीपात् +दीपादयः +दीपादौ +दीपाधारे +दीपानां +दीपान् +दीपान्तं +दीपान्विता +दीपाय +दीपायनर्षिः +दीपार्थं +दीपार्थिनामहं +दीपार्थे +दीपाली +दीपावलि +दीपावलिः +दीपावली +दीपावल्यां +दीपावल्याः +दीपि +दीपिकया +दीपिका +दीपिकां +दीपिकाः +दीपिकाभिः +दीपिकायां 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+दीप्तानलः +दीप्तानलार्कद्युतिम् +दीप्तानां +दीप्तानि +दीप्तान् +दीप्ताभा +दीप्ताभिः +दीप्तामग्निशिखामिव +दीप्तामिव +दीप्ताय +दीप्तायता +दीप्तायां +दीप्तायै +दीप्तार्चिः +दीप्तावभिप्रीतौ +दीप्ताविति +दीप्ताश्च +दीप्तास्यं +दीप्तास्या +दीप्तास्यैः +दीप्तास्यो +दीप्ति +दीप्तिं +दीप्तिः +दीप्तिकरं +दीप्तिकरो +दीप्तिकर्मा +दीप्तिकान्तिगतिषु +दीप्तिदेवनयोः +दीप्तिबन्धनयोः +दीप्तिभिः +दीप्तिमंतं +दीप्तिमतः +दीप्तिमता +दीप्तिमती +दीप्तिमते +दीप्तिमत् +दीप्तिमन् +दीप्तिमन्तं +दीप्तिमन्तः +दीप्तिमन्तम् +दीप्तिमन्ति +दीप्तिमन्तो +दीप्तिमांश्च +दीप्तिमांश्चैव +दीप्तिमान् +दीप्तिम् +दीप्तियुक्त +दीप्तियुक्तं +दीप्तियुक्ते +दीप्तिरसि +दीप्तिरित्यभिधीयते +दीप्तिरित्युच्यते +दीप्तिरेव +दीप्तिर् +दीप्तिर्यस्य +दीप्तिर्यस्याः +दीप्तिर्वा +दीप्तिशीले +दीप्तिश्च +दीप्ती +दीप्तीः +दीप्तीनां +दीप्ते +दीप्तेः +दीप्तेति +दीप्तेन +दीप्तेषु +दीप्तेऽग्नौ +दीप्तैः +दीप्तो +दीप्तोपलैः +दीप्तौ +दीप्तौं +दीप्त्या +दीप्त्यै +दीप्य +दीप्यंते +दीप्यः +दीप्यकं +दीप्यकः +दीप्यकञ्च +दीप्यकैः +दीप्यको +दीप्यत +दीप्यतां +दीप्यताम् +दीप्यति +दीप्यते +दीप्यतेऽसौ +दीप्यन्तं +दीप्यन्ति +दीप्यन्ते +दीप्यमान +दीप्यमानं +दीप्यमानः +दीप्यमानमिव +दीप्यमानमिवानलम् +दीप्यमानम् +दीप्यमानस्त्वं +दीप्यमानस्य +दीप्यमाना +दीप्यमानां +दीप्यमानाः +दीप्यमानाग्ने +दीप्यमानात् +दीप्यमानानि +दीप्यमानान् +दीप्यमानाम् +दीप्यमानास्ते +दीप्यमाने +दीप्यमानेन +दीप्यमानेषु +दीप्यमानैः +दीप्यमानैश्च +दीप्यमानो +दीप्यमानोऽग्निः +दीप्यमानौ +दीप्यसे +दीप्यस्व +दीप्या +दीप्येत +दीप्यो +दीप्र +दीप्रं +दीप्रः +दीप्रा +दीमा +दीमापुर +दीमापुर् +दीय +दीयं +दीयंते +दीयः +दीयत +दीयता +दीयतां +दीयतामस्मै +दीयतामस्य +दीयतामिति +दीयतामित्यर्थः +दीयताम् +दीयति +दीयतिर्गतिकर्मा +दीयते +दीयतेऽत्र +दीयतेऽनुपकारिणे +दीयतेऽर्थिने +दीयतेऽस्मै +दीयत् +दीयन्त +दीयन्तां +दीयन्ति +दीयन्ते +दीयमान +दीयमानं +दीयमानः +दीयमानत्वात् +दीयमानत्वेन +दीयमानन्तु +दीयमानमपि +दीयमानम् +दीयमानस्य +दीयमाना +दीयमानां +दीयमानानि +दीयमाने +दीयमानेन +दीयमानेषु +दीयमानो +दीया +दीया॒ +दीये +दीयेत +दीयेते +दीयो +दीर्घ +दीर्घं +दीर्घः +दीर्घकथाः +दीर्घकम् +दीर्घकार्णश्रवसे +दीर्घकाल +दीर्घकालं +दीर्घकालः +दीर्घकालत्वम् +दीर्घकालनैरन्तर्यसत्कारासेवितो +दीर्घकालपर्यन्तं +दीर्घकालम् +दीर्घकालश्च +दीर्घकालस्य +दीर्घकाला +दीर्घकालात् +दीर्घकालिकः +दीर्घकालीना +दीर्घकाले +दीर्घकालेन +दीर्घकालो +दीर्घकाशतुषभ्राष्ट्रवटं +दीर्घकेशी +दीर्घको +दीर्घग्रहणं +दीर्घग्रहणे +दीर्घग्रीवः +दीर्घघण्टानिनादवत् +दीर्घघोणा +दीर्घचतुरश्रं +दीर्घजङ्घः +दीर्घजङ्घा +दीर्घजिह्वश्च +दीर्घजिह्वा +दीर्घजिह्वी +दीर्घजिह्व्यं +दीर्घजीवितीये +दीर्घजीविनः +दीर्घजीवी +दीर्घज्जसि +दीर्घञ्च +दीर्घण +दीर्घतपसः +दीर्घतपसा +दीर्घतपसो +दीर्घतपा +दीर्घतपाः +दीर्घतपास्तथा +दीर्घतमं +दीर्घतमः +दीर्घतमस +दीर्घतमसं +दीर्घतमसः +दीर्घतमसा +दीर्घतमसो +दीर्घतमसोऽर्कः +दीर्घतमसोऽर्को +दीर्घतमसोऽर्कोऽ +दीर्घतमसोऽर्कोऽन्त्यः +दीर्घतमसोऽर्कोऽन्त्यो +दीर्घतमसोऽर्कौ +दीर्घतमा +दीर्घतमाः +दीर्घतया +दीर्घतरं +दीर्घतरौ +दीर्घता +दीर्घतां +दीर्घताम् +दीर्घत् +दीर्घत्व +दीर्घत्वं +दीर्घत्वञ्च +दीर्घत्वमपि +दीर्घत्वम् +दीर्घत्वस्य +दीर्घत्वात् +दीर्घत्वान्न +दीर्घत्वे +दीर्घत्वेन +दीर्घदंष्ट्रो +दीर्घदर्शिनः +दीर्घदर्शिनम् +दीर्घदर्शिना +दीर्घदर्शिनी +दीर्घदर्शिनो +दीर्घदर्शी +दीर्घदृश्वानः +दीर्घनयने +दीर्घनासा +दीर्घनिद्रा +दीर्घनिद्रां +दीर्घनेत्रा +दीर्घपत्रः +दीर्घपत्रकः +दीर्घपत्रश्च +दीर्घपत्रा +दीर्घपत्रिका +दीर्घपाठः +दीर्घपाठे +दीर्घपाद +दीर्घप्रतिषेधः +दीर्घप्लुतोदात्त +दीर्घप्लुतौ +दीर्घफला +दीर्घबन्धुः +दीर्घबाहु +दीर्घबाहुं +दीर्घबाहुः +दीर्घबाहुना +दीर्घबाहू +दीर्घबाहो +दीर्घभुजो +दीर्घभुजौ +दीर्घमध्यः +दीर्घमध्वानं +दीर्घमन्ययोः +दीर्घमपि +दीर्घमस्ति +दीर्घमायु +दीर्घमायुः +दीर्घमायुरवाप्नुयात् +दीर्घमायुरवाप्नुहि +दीर्घमायुरवाप्नोति +दीर्घमायुरवाप्नोतु +दीर्घमायुर्जिजीविषुः +दीर्घमायुर्यजमानाय +दीर्घमायुर्हिरण्यदः +दीर्घमायुश्च +दीर्घमायुष्कृणोतु +दीर्घमायुस्तदा +दीर्घमिति +दीर्घमिव +दीर्घमुखा +दीर्घमुखि +दीर्घमुष्णं +दीर्घमूलं +दीर्घमूलकमेव +दीर्घमूला +दीर्घमेव +दीर्घम् +दीर्घया +दीर्घयामा +दीर्घयुः +दीर्घयुक्तेन +दीर्घयोः +दीर्घरात्रं +दीर्घरात्रकृतपरिचयानां +दीर्घरूपा +दीर्घरोगं +दीर्घरोगी +दीर्घरोमा +दीर्घलोचनः +दीर्घवंशे +दीर्घवरत्रेण +दीर्घवल्ली +दीर्घविकल्प +दीर्घविकल्पः +दीर्घविधानात् +दीर्घविधिं +दीर्घविधौ +दीर्घविष्णुं +दीर्घवृत्ता +दीर्घशब्दस्य +दीर्घशरः +दीर्घशूकः +दीर्घशूके +दीर्घशूकेषु +दीर्घशो +दीर्घश्च +दीर्घश्चाभ्यासस्य +दीर्घश्चेति +दीर्घश्चोक्तो +दीर्घश्छान्दसः +दीर्घश्मश्रुः +दीर्घश्रवसे +दीर्घश्रवा +दीर्घश्रुत्तम +दीर्घश्रुत्या +दीर्घसंयुतः +दीर्घसक्थः +दीर्घसक्थि +दीर्घसत्र +दीर्घसत्रं +दीर्घसत्रस्य +दीर्घसत्रे +दीर्घसत्रेण +दीर्घसमासा +दीर्घसूक्ष्म +दीर्घसूक्ष्मः +दीर्घसूत्रं +दीर्घसूत्रः +दीर्घसूत्रता +दीर्घसूत्रश्च +दीर्घसूत्रस्य +दीर्घसूत्री +दीर्घसूत्रो +दीर्घसोमे +दीर्घस् +दीर्घस्तु +दीर्घस्ते +दीर्घस्य +दीर्घस्यापि +दीर्घस्यैव +दीर्घस्वराः +दीर्घस्वरैः +दीर्घा +दीर्घां +दीर्घांश्च +दीर्घाः +दीर्घाकारं +दीर्घाक्षं +दीर्घाक्षि +दीर्घाच्च +दीर्घाच्छे +दीर्घाजसि +दीर्घाज्जसि +दीर्घाणां +दीर्घाणि +दीर्घात् +दीर्घात्सुतिस्यपृक्तं +दीर्घादटि +दीर्घादाचार्याणाम् +दीर्घादि +दीर्घादिः +दीर्घादिति +दीर्घादेश +दीर्घाधियो +दीर्घाध्व +दीर्घाध्वनि +दीर्घान् +दीर्घान्त +दीर्घान्तं +दीर्घान्तः +दीर्घाभाव +दीर्घाभावः +दीर्घाभावश्छान्दसः +दीर्घाभावात् +दीर्घाभिनिष्ठानान्तं +दीर्घाभ्यां +दीर्घामनु +दीर्घाम् +दीर्घाय +दीर्घायां +दीर्घायु +दीर्घायुः +दीर्घायुत्वं +दीर्घायुत्वस्य +दीर्घायुत्वाय +दीर्घायुरस्तु +दीर्घायुरस्या +दीर्घायुरिति +दीर्घायुरेव +दीर्घायुर्जायते +दीर्घायुर्भव +दीर्घायुर्भवति +दीर्घायुश्च +दीर्घायुषं +दीर्घायुषः +दीर्घायुषम् +दीर्घायुषा +दीर्घायुषां +दीर्घायुषो +दीर्घायुष्ट्वं +दीर्घायुष्ट्वाय +दीर्घायुष्यं +दीर्घायुष्यम् +दीर्घायुऽत्वाय +दीर्घायु॒त्वाय॑ +दीर्घायु॒त्वाय॒ +दीर्घायो +दीर्घारण्यानि +दीर्घार्थम् +दीर्घाश्च +दीर्घाश्रं +दीर्घास्यो +दीर्घाहा +दीर्घाहो +दीर्घाह्नी +दीर्घिका +दीर्घिकां +दीर्घिकाः +दीर्घिकायां +दीर्घिकाश्चैव +दीर्घिकासु +दीर्घिकास्तथा +दीर्घी +दीर्घीकुर्वन् +दीर्घे +दीर्घेण +दीर्घेणायुषा +दीर्घेति +दीर्घेषु +दीर्घैः +दीर्घो +दीर्घोच्चारणं +दीर्घोऽकितः +दीर्घोऽणः +दीर्घोऽपि +दीर्घोऽभ्यासस्य +दीर्घोऽसंप्रसारणं +दीर्घौ +दीर्घꣳ +दीर्ण +दीर्णं +दीर्णः +दीर्णा +दीर्णे +दीर्णो +दीर्थ +दीर्थं +दीर्थः +दीर्थे +दीर्ध +दीर्धं +दीर्धः +दीर्धरात्रे +दीर्धा +दीर्धे +दीर्यत +दीर्यतः +दीर्यति +दीर्यते +दीर्यन्ते +दीर्यसे +दीर्येत +दीर्य्यते +दीर्षः +दीव +दीवं +दीवान +दीवार +दीवारों +दीवि +दीवे +दीव् +दीव्य +दीव्यः +दीव्यतः +दीव्यतां +दीव्यताम् +दीव्यति +दीव्यतीति +दीव्यतु +दीव्यते +दीव्यतेः +दीव्यतो +दीव्यत् +दीव्यत्यत्र +दीव्यन् +दीव्यन्तः +दीव्यन्ति +दीव्यन्ती +दीव्यन्तीति +दीव्याम्यहं +दीव्येत् +दीव्येयुः +दीशः +दीशदि +दीष्व +दीसंति +दीसइ +दीसदि +दीसन्ति +दीहं +दीहा +दीहाऊ +दीि +दी॑धिम +दी॒क्षया॒ +दी॒क्षा +दी॒क्षां +दी॒ख्षया॑ +दी॒ख्षा +दी॒दाय॑ +दी॒दि॒हि॒ +दी॒दि॒ऽवः॒ +दी॒दि॒ऽवांस॑म् +दी॒देथ॑ +दी॒र्घं +दी॒र्घत॑मा +दी॒र्घमायुः॑ +दी॒र्घमायु॑ः +दी॒र्घम् +दी॒र्घामनु॒ +दी॒र्घाय॒ +दु +दुं +दुंदुभयो +दुंदुभिं +दुंदुभिः +दुंदुभीनां +दुः +दुःख +दुःखं +दुःखः +दुःखकरं +दुःखकरः +दुःखका +दुःखकारकाः +दुःखकारणं +दुःखकारणनिवृत्तौ +दुःखकारणम् +दुःखकारिणी +दुःखकाले +दुःखकृत् +दुःखको +दुःखक्षयः +दुःखक्षयकरो +दुःखजं +दुःखजनकं +दुःखजन्मप्रवृत्तिदोषमिथ्याज्ञानानामुत्तरोत्तरापाये +दुःखजलधौ +दुःखजातः +दुःखजालं +दुःखजाले +दुःखज्ञानम् +दुःखञ्च +दुःखत +दुःखतः +दुःखतरं +दुःखतरन्नु +दुःखतरम् +दुःखता +दुःखतां +दुःखताम् +दुःखति +दुःखतो +दुःखत्रयं +दुःखत्वं +दुःखत्वम् +दुःखत्वादेव +दुःखत्वे +दुःखत्वेन +दुःखद +दुःखदं +दुःखदः +दुःखदत्वात् +दुःखदम् +दुःखदा +दुःखदां +दुःखदाः +दुःखदात्री +दुःखदानि +दुःखदायक +दुःखदायकः +दुःखदायकम् +दुःखदायकाः +दुःखदायिनी +दुःखदायी +दुःखदारिद्र्यनाशाय +दुःखदुःखता +दुःखदुःखेन +दुःखदुर्गं +दुःखदे +दुःखदो +दुःखदोषयोरनुदर्शनं +दुःखदौ +दुःखदौर्मनस्यं +दुःखदौर्मनस्यांगमेजयत्वश्वासप्रश्वसा +दुःखदौर्मनस्याङ्गमेजयत्वश्वासप्रश्वासा +दुःखध्वंसस्य +दुःखध्वंसो +दुःखन +दुःखनाशः +दुःखनाशनः +दुःखनाशनम् +दुःखनाशाय +दुःखनाशो +दुःखनि +दुःखनिरोध +दुःखनिरोधः +दुःखनिरोधगामिनी +दुःखनिवृत्तिः +दुःखनिवृत्तिरेव +दुःखनिवृत्तेः +दुःखनिवृत्तौ +दुःखपक्षे +दुःखपङ्के +दुःखपरंपरा +दुःखपरम्परा +दुःखपरिहाराय +दुःखपरीक्षा +दुःखपरीतात्मा +दुःखपीडितः +दुःखपीडिता +दुःखप्रतीकारः +दुःखप्रदं +दुःखप्रदा +दुःखप्रदाः +दुःखप्रहाणाय +दुःखप्राप्तिः +दुःखप्राप्तौ +दुःखफलं +दुःखफला +दुःखबहुलं +दुःखबहुलः +दुःखबहुलम् +दुःखबहुला +दुःखबहुले +दुःखबीजं +दुःखबुद्ध्या +दुःखभयं +दुःखभाक् +दुःखभागिन +दुःखभागिनः +दुःखभागिनी +दुःखभागिनीम् +दुःखभागी +दुःखभाग्भवेत् +दुःखभाजनम् +दुःखभाजो +दुःखभारं +दुःखभेषजम् +दुःखभोगेन +दुःखमग्रतो +दुःखमज्ञानं +दुःखमण्वपि +दुःखमतः +दुःखमतुलं +दुःखमतो +दुःखमनङ्ग +दुःखमनागतम् +दुःखमनुभवति +दुःखमनुभवन्ति +दुःखमनुभवन्तो +दुःखमनुभवामि +दुःखमनुभूतम् +दुःखमनुभूय +दुःखमपि +दुःखमयं +दुःखमयः +दुःखमर्जितानां +दुःखमवाप +दुःखमवाप्नुयात् +दुःखमस्ति +दुःखमस्त्येव +दुःखमहो +दुःखमागतम् +दुःखमात्रं +दुःखमाध्यात्मिकं +दुःखमापन्नः +दुःखमापन्ना +दुःखमाप्तुमयोगतः +दुःखमाप्नुयात् +दुःखमाप्नोति +दुःखमार्यसत्यं +दुःखमार्यसत्यमिति +दुःखमास्ते +दुःखमिच्छा +दुःखमिति +दुःखमित्यर्थः +दुःखमित्येव +दुःखमित्येवं +दुःखमिदं +दुःखमिव +दुःखमिश्रं +दुःखमिह +दुःखमीदृशम् +दुःखमुच्यते +दुःखमुत्पद्यते +दुःखमुत्पन्नं +दुःखमुपलभेत +दुःखमुपागता +दुःखमुपैति +दुःखमूर्च्छिता +दुःखमूलं +दुःखमें +दुःखमेकान्ततो +दुःखमेतत्समागतम् +दुःखमेति +दुःखमेव +दुःखमेवं +दुःखमेवापियन्ति +दुःखमेवेति +दुःखमोक्षाय +दुःखमोचनम् +दुःखमोहात्मकस्य +दुःखम् +दुःखम्‌ +दुःखयति +दुःखयन्ति +दुःखयोः +दुःखयोनय +दुःखयोनयः +दुःखरहितं +दुःखरूप +दुःखरूपं +दुःखरूपः +दुःखरूपत्वात् +दुःखरूपस्य +दुःखरूपी +दुःखवत् +दुःखवर्द्धनः +दुःखवान् +दुःखविघातास्त्रयः +दुःखविपाकं +दुःखविपाकस्य +दुःखव्याभाषिताक्षरम् +दुःखशतानि +दुःखशब्दः +दुःखशान्तये +दुःखशीला +दुःखशोकविनाशनम् +दुःखशोकसमन्वितः +दुःखशोकसमन्विता +दुःखशोकसमन्विताः +दुःखशोकामयप्रदाः +दुःखसंतप्तं +दुःखसंतप्तः +दुःखसंतप्ता +दुःखसंतप्तां +दुःखसंतप्तो +दुःखसंयुतः +दुःखसंयुताः +दुःखसंयोगप्रत्यनीकाकारमिति +दुःखसंयोगवियोगं +दुःखसंयोगस्य +दुःखसंयोगेन +दुःखसंस्था +दुःखसंस्थाः +दुःखसत्यं +दुःखसत्ये +दुःखसन्तप्तो +दुःखसमन्वितः +दुःखसमन्विताः +दुःखसमाविष्टो +दुःखसमुदयः +दुःखसमुदायस्य +दुःखसागर +दुःखसागरात् +दुःखसागरे +दुःखसाधन +दुःखसाधनं +दुःखसाधनम् +दुःखसाधनानि +दुःखसाध्यं +दुःखसुखयोः +दुःखसुखे +दुःखसे +दुःखस्कन्धस्य +दुःखस्पर्शेन +दुःखस्पृष्टं +दुःखस्य +दुःखस्यानन्तरं +दुःखस्यान्तं +दुःखस्यान्तक्रियायै +दुःखस्यान्तमनुप्राप्नोति +दुःखस्यान्तमवसानं +दुःखस्यान्तो +दुःखस्यापि +दुःखस्यास्य +दुःखस्येति +दुःखस्यैव +दुःखहा +दुःखहानिः +दुःखहेतवः +दुःखहेतवो +दुःखहेतु +दुःखहेतुं +दुःखहेतुः +दुःखहेतुतया +दुःखहेतुत्वं +दुःखहेतुत्वात् +दुःखहेतुम् +दुःखहेतुरिति +दुःखहेतुषु +दुःखहेतुस्तदिह +दुःखहेतोः +दुःखहेतौ +दुःखा +दुःखां +दुःखाः +दुःखाकरोति +दुःखाकरोतीति +दुःखाच्च +दुःखाज्ञानमला +दुःखाज्ञानानन्तफला +दुःखातिशयो +दुःखात् +दुःखात्प्रमुच्यते +दुःखात्प्रातिलोम्ये +दुःखात्मक +दुःखात्मकं +दुःखात्मकत्वं +दुःखात्मके +दुःखात्मिका +दुःखादयः +दुःखादयो +दुःखादि +दुःखादिकं +दुःखादिति +दुःखादीनां +दुःखादौ +दुःखाद् +दुःखाद्दुःखं +दुःखाद्दुःखतरं +दुःखाद्विमुच्यते +दुःखाना +दुःखानां +दुःखानामन्तं +दुःखानाम् +दुःखानि +दुःखानीति +दुःखानुत्पाद +दुःखानुबन्धि +दुःखानुभव +दुःखानुभवः +दुःखानुभवे +दुःखानुशयी +दुःखानुस्मृतिपूर्वो +दुःखान् +दुःखान्त +दुःखान्तं +दुःखान्तः +दुःखान्तो +दुःखान्न +दुःखान्यनुभवन्ति +दुःखान्यनुभूय +दुःखान्यपि +दुःखान्यालोक्य +दुःखान्येतानि +दुःखान्येव +दुःखान्य् +दुःखान्विता +दुःखान्वितो +दुःखापहं +दुःखापहारं +दुःखाप्यदुःखासुखापि +दुःखाभाव +दुःखाभावं +दुःखाभावः +दुःखाभावश्च +दुःखाभावस्य +दुःखाभावे +दुःखाभावो +दुःखाभावोऽपि +दुःखाभिज्ञस्य +दुःखाय +दुःखायतनं +दुःखायते +दुःखायैव +दुःखार्णवं +दुःखार्णवपारमस्मि +दुःखार्णवे +दुःखार्त +दुःखार्तं +दुःखार्तः +दुःखार्तस्य +दुःखार्ता +दुःखार्तां +दुःखार्ताः +दुःखार्तानां +दुःखार्तेन +दुःखार्तो +दुःखार्त्तः +दुःखार्त्ता +दुःखार्त्तो +दुःखालयं +दुःखालयमशाश्वतम् +दुःखालयम् +दुःखावहं +दुःखासिका +दुःखि +दुःखित +दुःखितं +दुःखितः +दुःखितम् +दुःखितया +दुःखितश्च +दुःखितस्य +दुःखिता +दुःखितां +दुःखिताः +दुःखितानां +दुःखितानाम् +दुःखितान् +दुःखिताभवत् +दुःखिताम् +दुःखिताय +दुःखिताया +दुःखितायाः +दुःखितासि +दुःखितास्ते +दुःखिते +दुःखितेन +दुःखितेव +दुःखितेषु +दुःखितो +दुःखितोऽपि +दुःखितोऽभवत् +दुःखितोऽस्मि +दुःखितोऽहं +दुःखितौ +दुःखित्व +दुःखित्वं +दुःखित्वादेः +दुःखिन +दुःखिनं +दुःखिनः +दुःखिना +दुःखिनां +दुःखिनाम् +दुःखिनि +दुःखिनी +दुःखिनो +दुःखिनोऽज्ञाः +दुःखिषु +दुःखी +दुःखीति +दुःखीयति +दुःखे +दुःखेति +दुःखेन +दुःखेनात्यन्तं +दुःखेनापि +दुःखेभ्यः +दुःखेभ्यो +दुःखेषु +दुःखेष्वनुद्विग्नमनाः +दुःखेष्विति +दुःखेऽपि +दुःखै +दुःखैः +दुःखैर्न +दुःखो +दुःखों +दुःखोत्तराः +दुःखोत्पादि +दुःखोदधौ +दुःखोपक्षयितारौ +दुःखोपरमो +दुःखोपहतः +दुःखोपहतया +दुःख्यति +दुःख्यहं +दुःशंस +दुःशंसः +दुःशंसो +दुःशकम् +दुःशला +दुःशलां +दुःशासन +दुःशासनं +दुःशासनः +दुःशासनश्च +दुःशासनश्चैव +दुःशासनस्तथा +दुःशासनस्तव +दुःशासनस्तु +दुःशासनस्य +दुःशासनादेर्गुरुरनुजशतस्याङ्गराजस्य +दुःशासने +दुःशासनेन +दुःशासनो +दुःशील +दुःशीलं +दुःशीलः +दुःशीलस्य +दुःशीला +दुःशीलां +दुःशीलाः +दुःशीलेन +दुःशीलो +दुःशीलोऽपि +दुःशेवः +दुःश्रवं +दुःश्रवत्वं +दुःश्रुतेन +दुःश्लिष्ट +दुःषन्तः +दुःषमं +दुःषमम् +दुःष्वप्ननाशनम् +दुःष्वप्न्यं +दुःसङ्गः +दुःसह +दुःसहं +दुःसहः +दुःसहतरं +दुःसहमिति +दुःसहम् +दुःसहश्च +दुःसहस्य +दुःसहा +दुःसहां +दुःसहाः +दुःसहानि +दुःसहान् +दुःसहान्मनस्विनीनां +दुःसहाम् +दुःसहे +दुःसहेन +दुःसहो +दुःसाध्य +दुःसाध्यं +दुःसाध्यः +दुःसाध्यमपि +दुःसाध्यम् +दुःसाध्या +दुःसाध्यानि +दुःसाध्ये +दुःसाध्यो +दुःस्थं +दुःस्थः +दुःस्था +दुःस्थाने +दुःस्थितं +दुःस्थितः +दुःस्थितम् +दुःस्थिता +दुःस्थिताः +दुःस्थितिः +दुःस्थे +दुःस्थो +दुःस्थौ +दुःस्पर्श +दुःस्पर्शं +दुःस्पर्शः +दुःस्पर्शगात्रः +दुःस्पर्शा +दुःस्पृष्ट +दुःस्पृष्टश्चेति +दुःस्वप्न +दुःस्वप्नं +दुःस्वप्नः +दुःस्वप्नदर्शनं +दुःस्वप्नदर्शने +दुःस्वप्ननाशं +दुःस्वप्ननाशनं +दुःस्वप्ननाशनम् +दुःस्वप्नम् +दुःस्वप्ना +दुःस्वप्नानि +दुःस्वप्ने +दुःस्वप्नेषु +दुःस्वप्नो +दुःस्वप्न्यं +दुःस्वप्न्यम् +दुःऽइतम् +दुःऽइता +दुःऽइतात् +दुःऽइतानि +दुःऽएवाः +दुःऽएवाम् +दुःऽकृतम् +दुःऽगात् +दुःऽगानि +दुःऽध्यः +दुःऽमतिः +दुःऽमतिम् +दुःऽशंसः +दुःऽस्वप्न्यम् +दुःऽहार्दः +दुः॒ऽइ॒तम् +दुः॒ऽइ॒ता +दुः॒ऽइ॒तात् +दुः॒ऽइ॒तानि॑ +दुः॒ऽएवाः॑ +दुः॒ऽएवा॑म् +दुः॒ऽगहा॑ +दुः॒ऽगात् +दुः॒ऽगानि॑ +दुः॒ऽध्यः॑ +दुः॒ऽम॒तिः +दुः॒ऽम॒तिम् +दुः॒ऽम॒ती॒नाम् +दुः॒ऽशंसः॑ +दुः॒ऽस्वप्न्य॑म् +दुः꣣ +दुइ +दुई +दुक +दुकान +दुकूल +दुकूलं +दुकूलधारि +दुकूलभावः +दुकूलम् +दुकूलवासाः +दुकूलानि +दुकूले +दुकूलेन +दुकूलैः +दुक् +दुक्करं +दुक्खं +दुक्खस्स +दुक्खा +दुक्खे +दुक्त +दुक्तं +दुख +दुखं +दुखम् +दुखस्य +दुखा +दुखानि +दुखित +दुखितः +दुखिता +दुखी +दुखे +दुखेन +दुग +दुगागमः +दुगाचार्य +दुगाशीराशास्थास्थितोत्सुकोतिकारकरागच्छेषु +दुग् +दुग्ध +दुग्धं +दुग्धः +दुग्धकम् +दुग्धकुल्या +दुग्धञ्च +दुग्धदा +दुग्धदात्री +दुग्धदोहा +दुग्धपाकं +दुग्धपानं +दुग्धपानादिकं +दुग्धपाषाणः +दुग्धमध्ये +दुग्धमर्धपात्रं +दुग्धमिति +दुग्धमिव +दुग्धमेव +दुग्धम् +दुग्धवत् +दुग्धवान् +दुग्धसारं +दुग्धसाराणि +दुग्धसिन्धुश्च +दुग्धस्ते +दुग्धस्य +दुग्धा +दुग्धाः +दुग्धाक्तं +दुग्धात् +दुग्धादि +दुग्धादिकं +दुग्धादीनि +दुग्धादौ +दुग्धानां +दुग्धानि +दुग्धान्नं +दुग्धान्नाशी +दुग्धाब्धौ +दुग्धाभिरक्षाः +दुग्धाम् +दुग्धायां +दुग्धाशी +दुग्धासु +दुग्धि +दुग्धिका +दुग्धी +दुग्धीन्द्रा +दुग्धीन्द्राय +दुग्धे +दुग्धेति +दुग्धेन +दुग्धेनेव +दुग्धेयं +दुग्धेऽस्मै +दुग्धैः +दुग्धो +दुग्धोदधिपुण्डरीके +दुग्ध्वा +दुग्वोर्दीर्घश्च +दुघा +दुघानां +दुघानाः +दुघे +दुघे॑ +दुच्छन्नं +दुच्छुना +दुच्छुनां +दुच्छुनाः +दुच्छुनाम् +दुच्छुनायते +दुच्यते +दुजैन +दुजैनः +दुट् +दुट्ठ +दुत +दुतं +दुतः +दुततरं +दुतनिभ्यां +दुतम् +दुतया +दुतविलम्बितं +दुता +दुति +दुते +दुत्तरं +दुत्तरे +दुत्थाय +दुदविथ +दुदा +दुदाव +दुदु +दुदुक्षन् +दुदुहानः +दुदुहिरे +दुदुहुः +दुदुहुर्धरित्रीम् +दुदुहे +दुदुहे॒ +दुदुह्ने +दुदुह्रे +दुदु॒ह्रे +दुदोह +दुद्यूषति +दुद्रवत् +दुद्राव +दुद्रुव +दुद्रुवुः +दुद्रुवुर्भयात् +दुद्रुवुश्च +दुद्रुवुस्ते +दुद्रुवे +दुद्रोथ +दुद्रोह +दुध +दुधविथ +दुधा +दुधाव +दुधिता +दुधुक्षन् +दुधुविव +दुधुवुः +दुधुवे +दुधे +दुधोथ +दुध्र +दुध्रः +दुध्रा +दुना +दुनिया +दुनोति +दुनोमि +दुनोषि +दुन्दु +दुन्दुभयः +दुन्दुभयश्च +दुन्दुभयो +दुन्दुभि +दुन्दुभिं +दुन्दुभिः +दुन्दुभिना +दुन्दुभिम् +दुन्दुभिरिति +दुन्दुभिरिव +दुन्दुभिर् +दुन्दुभिर्नाम +दुन्दुभिर्वाक्यं +दुन्दुभिशब्देन +दुन्दुभिश्च +दुन्दुभिश्चैव +दुन्दुभिस्तथा +दुन्दुभिस्तु +दुन्दुभिस्वनः +दुन्दुभिस्वरः +दुन्दुभी +दुन्दुभीनां +दुन्दुभीन् +दुन्दुभे +दुन्दुभेः +दुन्दुभेर्हन्यमानस्य +दुन्दुभेस्तु +दुन्दुभेऽमित्रान् +दुन्दुभौ +दुन्दुभ्यः +दुन्दुभ्याघातस्य +दुन्दुभ्याय +दुन्दु॒भिः +दुन्योरनुपसर्गे +दुपट्टा +दुपरि +दुप्यति +दुप्यन्ति +दुबई +दुबला +दुबले +दुबे +दुबै +दुम +दुमः +दुमका +दुमा +दुमाः +दुमान् +दुमि +दुमे +दुमो +दुम्खाभावस्य +दुर +दुरं +दुरः +दुरः॑ +दुरक्षराणि +दुरति +दुरतिक्रम +दुरतिक्रमः +दुरतिक्रमम् +दुरतिक्रमा +दुरत्ययं +दुरत्ययः +दुरत्ययम् +दुरत्यया +दुरत्ययां +दुरत्ययाः +दुरत्ययाम् +दुरदृष्टं +दुरदृष्टवशात् +दुरदृष्टवातैः +दुरद्मनी +दुरद्मन्यै +दुरधिगमं +दुरधिगमः +दुरधिगमत्वात् +दुरधिगमा +दुरधिगमो +दुरधीयानं +दुरध्वः +दुरनुष्ठितम् +दुरन्त +दुरन्तं +दुरन्तः +दुरन्तकम् +दुरन्तया +दुरन्ता +दुरन्तां +दुरन्तानि +दुरन्ते +दुरन्तेषु +दुरन्वयं +दुरन्वया +दुरपह्नवत्वात् +दुरभिग्रहा +दुरभिमानः +दुरभिमानस्ताभ्यां +दुरवगमः +दुरवगाहं +दुरवगाहः +दुरवगाहा +दुरवधारितेन +दुरवस्थं +दुरवस्था +दुरवस्थां +दुरश्च +दुरस्यति +दुरस्युः +दुरस्युर्द्रविणस्युर्वृषण्यति +दुरस्यून्सहस्व +दुरहंकृत्या +दुरा +दुराकृतिः +दुराग्रह +दुराग्रहं +दुराग्रहः +दुराग्रहम् +दुराग्रही +दुराग्रहेण +दुराग्रहो +दुराचरः +दुराचार +दुराचारं +दुराचारः +दुराचारत्वं +दुराचारवान् +दुराचारस्य +दुराचारा +दुराचाराः +दुराचारान् +दुराचाराभिधो +दुराचारास्ते +दुराचारिणी +दुराचारी +दुराचारे +दुराचारेण +दुराचारैर्दुरागमैः +दुराचारो +दुराचारोऽपि +दुरात्मकम् +दुरात्मन +दुरात्मनः +दुरात्मना +दुरात्मनां +दुरात्मनाम् +दुरात्मनि +दुरात्मने +दुरात्मनो +दुरात्मन् +दुरात्मभिः +दुरात्मवान् +दुरात्मसु +दुरात्मा +दुरात्मानं +दुरात्मानः +दुरात्मानो +दुरात्मासौ +दुराधयः +दुराधरः +दुराधर्ष +दुराधर्षं +दुराधर्षः +दुराधर्षतरो +दुराधर्षम् +दुराधर्षा +दुराधर्षां +दुराधर्षाः +दुराधर्षे +दुराधर्षो +दुराधर्षौ +दुराध्यो +दुराप +दुरापं +दुरापः +दुरापना +दुरापम् +दुरापा +दुरापाम् +दुरापेऽर्थे +दुरापो +दुरारम्भा +दुराराधा +दुराराध्य +दुराराध्यं +दुराराध्यः +दुराराध्या +दुराराध्यो +दुरारिहा +दुरारोह +दुरारोहं +दुरारोहः +दुरारोहा +दुरालभा +दुरालभां +दुरालभाम् +दुरालभायां +दुरालभायाम् +दुरालम्भा +दुरालोकं +दुरावासो +दुराशय +दुराशयः +दुराशया +दुराशयाः +दुराशा +दुराशां +दुरासद +दुरासदं +दुरासदः +दुरासदम् +दुरासदश्च +दुरासदस्य +दुरासदा +दुरासदाः +दुरासदान् +दुरासदाम् +दुरासदे +दुरासदेन +दुरासदो +दुरासदौ +दुरि +दुरित +दुरितं +दुरितक्षय +दुरितक्षयकारकाः +दुरितक्षयद्वारा +दुरितम् +दुरितस्य +दुरिता +दुरितात् +दुरितात्यग्निः +दुरितादवद्यात् +दुरिताद् +दुरितानां +दुरितानि +दुरितान्यस्मत् +दुरितापहम् +दुरिति +दुरिते +दुरितेन +दुरितैः +दुरितैरपि +दुरित्वात् +दुरिष्टं +दुरिष्टकृत् +दुरिष्टात्पातु +दुरिष्टैर्दुरधीतैश्च +दुरिष्ट्यै +दुरि॒तं +दुरि॒ता +दुरि॒तादृ॑तावृधो॒ +दुरि॒ताद॒भीके॑ +दुरि॒तानि॑ +दुरि॒तानि॒ +दुरी +दुरु +दुरुक्त +दुरुक्तं +दुरुक्तम् +दुरुक्तात्परिबाधमाना +दुरुक्ताय +दुरुक्तैः +दुरुत्तर +दुरुत्तरं +दुरुत्तरः +दुरुत्तरम् +दुरुत्तरे +दुरुत्तारे +दुरुत्सहम् +दुरुदितं +दुरुद्गातुर् +दुरुद्धरः +दुरुप +दुरुपपाद +दुरुपपादः +दुरुपपादत्वात् +दुरुपपादम् +दुरुपपादा +दुरुपयोग +दुरुपयोगं +दुरुपयोगः +दुरुपसर्पिणम् +दुरूह +दुरूहता +दुरूहो +दुरे +दुरेति +दुरेवा +दुरेवां +दुरेवाः +दुरो +दुरोण +दुरोणं +दुरोणम् +दुरोणसत् +दुरोणे +दुरोदर +दुरोदरं +दुरोदरः +दुरोदरम् +दुरोदरे +दुरोदरेण +दुरोषमभी +दुरोहणम् +दुरो॑ +दुरो॒ +दुरो॒ण +दुरो॒णं +दुरो॒णे +दुर् +दुर्खीम +दुर्ग +दुर्गं +दुर्गः +दुर्गकर्म +दुर्गञ्च +दुर्गत +दुर्गतं +दुर्गतः +दुर्गतया +दुर्गतरणी +दुर्गतस्य +दुर्गता +दुर्गताः +दुर्गतान् +दुर्गति +दुर्गतिं +दुर्गतिः +दुर्गतिनाशिनि +दुर्गतिनाशिनी +दुर्गतिनाशिनीम् +दुर्गतिभयं +दुर्गतिभ्यः +दुर्गतिमवाप्नुयात् +दुर्गतिमवाप्नोति +दुर्गतिमाप्नुयात् +दुर्गतिमाप्नोति +दुर्गतिम् +दुर्गतिश्च +दुर्गते +दुर्गतेः +दुर्गतेषु +दुर्गतो +दुर्गतोऽपि +दुर्गतौ +दुर्गत्युत्तरणे +दुर्गनाशिनी +दुर्गन्ध +दुर्गन्धं +दुर्गन्धः +दुर्गन्धता +दुर्गन्धम् +दुर्गन्धयुक्तः +दुर्गन्धश्च +दुर्गन्धस्य +दुर्गन्धस्येति +दुर्गन्धा +दुर्गन्धां +दुर्गन्धाः +दुर्गन्धादयो +दुर्गन्धादि +दुर्गन्धि +दुर्गन्धिः +दुर्गन्धी +दुर्गन्धीनि +दुर्गन्धे +दुर्गन्धेन +दुर्गन्धो +दुर्गपिशाचेन +दुर्गभामा +दुर्गभीमा +दुर्गभूमौ +दुर्गम +दुर्गमं +दुर्गमः +दुर्गमण्डलम् +दुर्गमध्ये +दुर्गमनानि +दुर्गमम् +दुर्गमा +दुर्गमां +दुर्गमाः +दुर्गमाख्यं +दुर्गमापहा +दुर्गमाम् +दुर्गमाय +दुर्गमार्गं +दुर्गमे +दुर्गमो +दुर्गम् +दुर्गया +दुर्गलम्भोपायः +दुर्गशैलो +दुर्गसञ्चरः +दुर्गसिंहः +दुर्गसिंहस्य +दुर्गस्थो +दुर्गस्य +दुर्गहा +दुर्गहाणि +दुर्गा +दुर्गां +दुर्गाः +दुर्गाख्याश्वयुजे +दुर्गाचार्यः +दुर्गाचार्यस्य +दुर्गाचार्येण +दुर्गाणां +दुर्गाणि +दुर्गाण्यतितरन्ति +दुर्गातन्त्रेण +दुर्गात् +दुर्गादास +दुर्गादासः +दुर्गादि +दुर्गादीनां +दुर्गादीनि +दुर्गादेवी +दुर्गादेवीजपं +दुर्गादेव्या +दुर्गादेव्याः +दुर्गादेव्यै +दुर्गादौ +दुर्गाद् +दुर्गाद्वसवः +दुर्गाध्यक्षः +दुर्गाध्यानम् +दुर्गान् +दुर्गापि +दुर्गापूजा +दुर्गाप्रसादः +दुर्गाप्रसादेन +दुर्गाबीजेन +दुर्गामूर्त्तिभेदे +दुर्गाम् +दुर्गाय +दुर्गाया +दुर्गायां +दुर्गायाः +दुर्गायाञ्च +दुर्गायाम् +दुर्गायाश्च +दुर्गायै +दुर्गार्तिनाशिनी +दुर्गावती +दुर्गाशक्तिभेदे +दुर्गाश्च +दुर्गाष्टमी +दुर्गाष्टम्यां +दुर्गासप्तशती +दुर्गासूक्तं +दुर्गुणः +दुर्गुणा +दुर्गुणाः +दुर्गुणान् +दुर्गे +दुर्गेण +दुर्गेति +दुर्गेषु +दुर्गेऽस्मिन् +दुर्गो +दुर्गोत्सव +दुर्गोत्सवतत्त्वम् +दुर्गोत्सवपद्धतिः +दुर्गोत्सवे +दुर्गोपाख्याने +दुर्गोवाच +दुर्गोष्ठी +दुर्गोष्ठीं +दुर्गोष्ठ्याः +दुर्ग्रह +दुर्ग्रहं +दुर्ग्रहः +दुर्ग्रहमिति +दुर्ग्रहम् +दुर्ग्रहा +दुर्ग्रहे +दुर्ग्रहो +दुर्ग्राह्यं +दुर्घट +दुर्घटं +दुर्घटः +दुर्घटत्वं +दुर्घटत्वात् +दुर्घटत्वादिति +दुर्घटत्वेन +दुर्घटना +दुर्घटनायाः +दुर्घटमिति +दुर्घटम् +दुर्घटवृत्तिः +दुर्घटवृत्तौ +दुर्घटस्य +दुर्घटा +दुर्घटासमर्थसमासः +दुर्घटे +दुर्घटैकविधायिन्यां +दुर्घटो +दुर्ज +दुर्जन +दुर्जनं +दुर्जनः +दुर्जनपद्धतिः +दुर्जनम् +दुर्जनवागुरासु +दुर्जनसंसर्गः +दुर्जनस्य +दुर्जना +दुर्जनाः +दुर्जनानां +दुर्जनानाम् +दुर्जनान् +दुर्जनाय +दुर्जनास्तत्र +दुर्जनी +दुर्जने +दुर्जनेन +दुर्जनै +दुर्जनैः +दुर्जनो +दुर्जनोऽपि +दुर्जय +दुर्जयं +दुर्जयः +दुर्जयत्वं +दुर्जयम् +दुर्जयश्चैव +दुर्जयस्य +दुर्जया +दुर्जयां +दुर्जयाः +दुर्जयान् +दुर्जयाम् +दुर्जये +दुर्जयेन +दुर्जयो +दुर्जयौ +दुर्जरं +दुर्जरः +दुर्जरत्वम् +दुर्जरम् +दुर्जरा +दुर्जरो +दुर्जातं +दुर्जीवं +दुर्जेय +दुर्जेयं +दुर्जेया +दुर्ज्जनः +दुर्ज्जयः +दुर्ज्जरं +दुर्ज्जरत्वञ्च +दुर्ज्जरत्वम् +दुर्ज्जरम् +दुर्ज्जरा +दुर्ज्ञान +दुर्ज्ञानं +दुर्ज्ञानत्वात् +दुर्ज्ञाना +दुर्ज्ञेय +दुर्ज्ञेयं +दुर्ज्ञेयः +दुर्ज्ञेयत्वात् +दुर्ज्ञेया +दुर्ज्ञेये +दुर्ज्ञेयो +दुर्णामा +दुर्णाम्नः +दुर्णाम्नीः +दुर्दग्धे +दुर्दभः +दुर्दम +दुर्दमं +दुर्दमः +दुर्दमस्य +दुर्दमानां +दुर्दमे +दुर्दमेन +दुर्दमो +दुर्दर्श +दुर्दर्शं +दुर्दर्शः +दुर्दर्शन +दुर्दर्शनं +दुर्दर्शनः +दुर्दर्शना +दुर्दर्शनानि +दुर्दर्शमिति +दुर्दर्शम् +दुर्दर्शा +दुर्दर्शो +दुर्दशं +दुर्दशा +दुर्दशां +दुर्दशामिव +दुर्दशेयं +दुर्दहं +दुर्दान्त +दुर्दान्तानपि +दुर्दान्तो +दुर्दिन +दुर्दिनं +दुर्दिनम् +दुर्दिनात्युष्णशीतेषु +दुर्दिनायते +दुर्दिने +दुर्दिनेषु +दुर्दिनेष्वभिसारिकाः +दुर्दिवसे +दुर्दुःखेन +दुर्दुष्टं +दुर्दुष्टो +दुर्दृशा +दुर्दृष्टांस्तु +दुर्दैवम् +दुर्द्दिनं +दुर्द्धरं +दुर्द्धरः +दुर्द्धरम् +दुर्द्धर्षं +दुर्द्धर्षः +दुर्द्धर्षा +दुर्द्धर्षे +दुर्द्धर्षो +दुर्द्यूतदेविनम् +दुर्धर +दुर्धरं +दुर्धरः +दुर्धरम् +दुर्धरा +दुर्धराः +दुर्धराणि +दुर्धरेण +दुर्धरो +दुर्धर्ष +दुर्धर्षं +दुर्धर्षः +दुर्धर्षणः +दुर्धर्षतरा +दुर्धर्षा +दुर्धर्षां +दुर्धर्षाः +दुर्धर्षान् +दुर्धर्षे +दुर्धर्षो +दुर्धर्षों +दुर्धर्षौ +दुर्धां +दुर्धियः +दुर्धिया +दुर्नय +दुर्नयं +दुर्नयः +दुर्नयम् +दुर्नयस्य +दुर्नयात् +दुर्नये +दुर्नयेन +दुर्नयैः +दुर्नाम +दुर्नामश्वासकासेषु +दुर्नामा +दुर्नामानं +दुर्नामानि +दुर्नामारिरयं +दुर्नि +दुर्निग्रहं +दुर्निन्दितं +दुर्निमिते +दुर्निमित्तं +दुर्निमित्तमिति +दुर्निमित्तम् +दुर्निमित्तस्य +दुर्निमित्तानि +दुर्निमित्ते +दुर्निमित्तेन +दुर्नियन्तवः +दुर्निरीक्षं +दुर्निरीक्ष्यं +दुर्निरीक्ष्यः +दुर्निरीक्ष्या +दुर्निरीक्ष्यो +दुर्निरूप +दुर्निरूपं +दुर्निरूपः +दुर्निरूपत्वात् +दुर्निरूपत्वेन +दुर्निवार +दुर्निवारं +दुर्निवारः +दुर्निवारणम् +दुर्निवारतः +दुर्निवारत्वात् +दुर्निवारम् +दुर्निवारा +दुर्निवारो +दुर्निवार्य +दुर्निवार्यं +दुर्निवार्यः +दुर्निवार्यो +दुर्निष्प्रपतरं +दुर्नीतं +दुर्नीतिं +दुर्ब +दुर्बल +दुर्बलं +दुर्बलः +दुर्बलका +दुर्बलतया +दुर्बलता +दुर्बलतां +दुर्बलतायाः +दुर्बलत्वं +दुर्बलत्वम् +दुर्बलत्वात् +दुर्बलत्वादिति +दुर्बलत्वेन +दुर्बलमिति +दुर्बलमित्यर्थः +दुर्बलम् +दुर्बलश्च +दुर्बलसमभारिका +दुर्बलस्य +दुर्बलस्यापि +दुर्बलस्येति +दुर्बला +दुर्बलां +दुर्बलाः +दुर्बलात्यावेशः +दुर्बलाधिष्ठितत्वादित्यर्थः +दुर्बलानां +दुर्बलानाम् +दुर्बलानि +दुर्बलान् +दुर्बलाय +दुर्बलाया +दुर्बलाश्च +दुर्बलीयसाम् +दुर्बले +दुर्बलेन +दुर्बलेषु +दुर्बलैः +दुर्बलैरपि +दुर्बलैरिति +दुर्बलो +दुर्बलोऽपि +दुर्बळ +दुर्बुद्धयः +दुर्बुद्धिं +दुर्बुद्धिः +दुर्बुद्धिरजितेन्द्रियः +दुर्बुद्धिर् +दुर्बुद्धे +दुर्बुद्धेः +दुर्बुद्धेर्युद्धे +दुर्बुद्ध्या +दुर्बोध +दुर्बोधं +दुर्बोधः +दुर्बोधत्वं +दुर्बोधा +दुर्बोधे +दुर्बोधो +दुर्ब्बलं +दुर्ब्बलः +दुर्ब्बलस्य +दुर्ब्बला +दुर्ब्बलान् +दुर्ब्बले +दुर्ब्बलो +दुर्ब्राह्मणः +दुर्ब्राह्मणो +दुर्भ +दुर्भग +दुर्भगं +दुर्भगः +दुर्भगत्वं +दुर्भगम् +दुर्भगस्य +दुर्भगा +दुर्भगां +दुर्भगाः +दुर्भगाया +दुर्भगे +दुर्भगेति +दुर्भगो +दुर्भरं +दुर्भरः +दुर्भरम् +दुर्भरा +दुर्भरे +दुर्भाग्य +दुर्भाग्यं +दुर्भाग्यवशात् +दुर्भाग्या +दुर्भाग्यानां +दुर्भाजितम् +दुर्भि +दुर्भिक्ष +दुर्भिक्षं +दुर्भिक्षकरो +दुर्भिक्षकाले +दुर्भिक्षभयं +दुर्भिक्षमादिशेत् +दुर्भिक्षमेव +दुर्भिक्षम् +दुर्भिक्षलक्षणम् +दुर्भिक्षव्यसनोपेतो +दुर्भिक्षव्याधितस्करैः +दुर्भिक्षादेव +दुर्भिक्षान्तरकल्पेषु +दुर्भिक्षाय +दुर्भिक्षे +दुर्भिक्षेण +दुर्भुक्तं +दुर्भूतं +दुर्भेद +दुर्भेदं +दुर्भेदा +दुर्भेद्यं +दुर्भेद्या +दुर्म +दुर्मतं +दुर्मति +दुर्मतिं +दुर्मतिः +दुर्मतित्वं +दुर्मतिभिर्या +दुर्मतिम् +दुर्मतिरिति +दुर्मती +दुर्मतीनां +दुर्मतीनाम् +दुर्मते +दुर्मतेः +दुर्मतेर्विद्यते +दुर्मतौ +दुर्मद +दुर्मदं +दुर्मदः +दुर्मदम् +दुर्मदस्य +दुर्मदा +दुर्मदाः +दुर्मदासो +दुर्मदेन +दुर्मदो +दुर्मदौ +दुर्मनसा +दुर्मनस् +दुर्मना +दुर्मनाः +दुर्मनायते +दुर्मन्त्रिते +दुर्मन्त्रिवाचा +दुर्मन्त्री +दुर्मन्त्वत्रामृतस्य +दुर्मरं +दुर्मरणं +दुर्मरायुम् +दुर्मरायुर्हृदारातीयादभिदासदग्ने +दुर्मर्षं +दुर्मर्षणं +दुर्मर्षणः +दुर्मर्षणो +दुर्मर्षम् +दुर्मल्लिका +दुर्मल्ली +दुर्मित्रः +दुर्मित्रा +दुर्मित्रास्तस्मै +दुर्मित्रिया +दुर्मित्रियाः +दुर्मित्रियास्तस्मै +दुर्मित्रि॒यास्तस्मै॑ +दुर्मित्रो +दुर्मुख +दुर्मुखं +दुर्मुखः +दुर्मुखश्च +दुर्मुखश्चैव +दुर्मुखस्तथा +दुर्मुखस्य +दुर्मुखाः +दुर्मुखाय +दुर्मुखी +दुर्मुखे +दुर्मुखो +दुर्मेधस +दुर्मेधसा +दुर्मेधसो +दुर्मेधा +दुर्मेधाः +दुर्मेधे +दुर्म्मतिः +दुर्म्मते +दुर्म्मनाः +दुर्म्मुखः +दुर्म॒तिं +दुर्म॒तिः +दुर्म॒तिम् +दुर्य +दुर्यं +दुर्यः +दुर्यवनम् +दुर्यशः +दुर्यशो +दुर्या +दुर्याः +दुर्यान् +दुर्यासु +दुर्या॑न् +दुर्या॑सु +दुर्याꣳ +दुर्युद्धे +दुर्ये +दुर्यो +दुर्योग +दुर्योणे +दुर्योधन +दुर्योधनं +दुर्योधनंप्रति +दुर्योधनः +दुर्योधनपुरोगमाः +दुर्योधनप्रभृतयः +दुर्योधनप्रभृतीन् +दुर्योधनप्रमुखानां +दुर्योधनबलं +दुर्योधनमभिप्रेक्ष्य +दुर्योधनममर्षणम् +दुर्योधनमिदं +दुर्योधनम्प्रति +दुर्योधनवत् +दुर्योधनश्च +दुर्योधनस्ततः +दुर्योधनस्तत्र +दुर्योधनस्तथा +दुर्योधनस्तदा +दुर्योधनस्तव +दुर्योधनस्तु +दुर्योधनस्य +दुर्योधनस्यापि +दुर्योधनहिते +दुर्योधनादय +दुर्योधनादयः +दुर्योधनादयस्त्वां +दुर्योधनादयो +दुर्योधनादिदोष +दुर्योधनादिभिः +दुर्योधनादिहृदयानि +दुर्योधनादीना +दुर्योधनादीनां +दुर्योधनादीन् +दुर्योधनापराधेन +दुर्योधनाभिप्रायाविरोधश्च +दुर्योधनाय +दुर्योधने +दुर्योधनेन +दुर्योधनेनोपन्यस्तम् +दुर्योधनो +दुर्योधनोऽथ +दुर्योधनोऽपि +दुर्योधनोऽब्रवीत् +दुर्योधनोऽसौ +दुर्य्योधनः +दुर्य्योधनस्य +दुर्य्योधनेन +दुर्य्योधनो +दुर्ल +दुर्लक्षणं +दुर्लक्ष्य +दुर्लक्ष्यं +दुर्लक्ष्यः +दुर्लक्ष्या +दुर्लङ्घ्या +दुर्लङ्घ्यो +दुर्लभ +दुर्लभं +दुर्लभः +दुर्लभतया +दुर्लभतरं +दुर्लभतरम् +दुर्लभतरो +दुर्लभता +दुर्लभतां +दुर्लभत्वं +दुर्लभत्वात् +दुर्लभत्वादिति +दुर्लभप्रार्थनं +दुर्लभमस्ति +दुर्लभमिति +दुर्लभमित्याह +दुर्लभमिह +दुर्लभमेव +दुर्लभम् +दुर्लभराजः +दुर्लभवर्धनः +दुर्लभश्च +दुर्लभस्य +दुर्लभस्यापि +दुर्लभा +दुर्लभां +दुर्लभाः +दुर्लभानां +दुर्लभानि +दुर्लभान् +दुर्लभापि +दुर्लभाम् +दुर्लभास्तु +दुर्लभास्ते +दुर्लभे +दुर्लभेति +दुर्लभैव +दुर्लभो +दुर्लभोऽपि +दुर्लभौ +दुर्लभ्यं +दुर्ललित +दुर्ललितः +दुर्लेख्ये +दुर्ल्लभं +दुर्ल्लभः +दुर्ल्लभम् +दुर्ल्लभा +दुर्ल्लभो +दुर्व +दुर्वच +दुर्वचं +दुर्वचः +दुर्वचतया +दुर्वचत्वात् +दुर्वचत्वेन +दुर्वचन +दुर्वचनं +दुर्वचमिति +दुर्वचम् +दुर्वचो +दुर्वर्ण +दुर्वर्णं +दुर्वर्णः +दुर्वर्णा +दुर्वर्णो +दुर्वलं +दुर्वलः +दुर्वलस्य +दुर्वलो +दुर्वह +दुर्वहं +दुर्वहम् +दुर्वहश्रोणिपयोधरार्ता +दुर्वहा +दुर्वहां +दुर्वा +दुर्वाक्यं +दुर्वाच्यं +दुर्वार +दुर्वारं +दुर्वारः +दुर्वारणं +दुर्वारणो +दुर्वारत्वात् +दुर्वारत्वादिति +दुर्वारमिति +दुर्वारमेव +दुर्वारम् +दुर्वारा +दुर्वाराः +दुर्वारे +दुर्वारेति +दुर्वारो +दुर्वार्ता +दुर्वास +दुर्वासः +दुर्वासस +दुर्वाससं +दुर्वाससः +दुर्वाससमकल्मषम् +दुर्वाससश्च +दुर्वाससा +दुर्वाससे +दुर्वाससो +दुर्वासा +दुर्वासाः +दुर्वासाश्च +दुर्वासास्तु +दुर्वासो +दुर्वि +दुर्विचाराः +दुर्विचिन्तितम् +दुर्विच्छेदत्वं +दुर्विज्ञानं +दुर्विज्ञाना +दुर्विज्ञेय +दुर्विज्ञेयं +दुर्विज्ञेयः +दुर्विज्ञेयतामाह +दुर्विज्ञेयत्वं +दुर्विज्ञेयम् +दुर्विज्ञेया +दुर्विज्ञेयानि +दुर्विज्ञेयानेकविशेषमिति +दुर्विज्ञेयो +दुर्विज्ञेयोऽयमात्मा +दुर्विदं +दुर्विदग्धं +दुर्विद्धा +दुर्विद्धे +दुर्विधा +दुर्विधे +दुर्विधो +दुर्विनीत +दुर्विनीतं +दुर्विनीतः +दुर्विनीतश्च +दुर्विनीतस्य +दुर्विनीता +दुर्विनीतानां +दुर्विनीतानाम् +दुर्विनीते +दुर्विनीतेन +दुर्विभक्तं +दुर्विभाव्यं +दुर्विभाव्या +दुर्विरक्तपद्धतिः +दुर्विरिक्तस्य +दुर्विवाहेषु +दुर्विषह +दुर्विषहं +दुर्विषहा +दुर्विषहेण +दुर्विषहो +दुर्विषह्यं +दुर्विषह्येण +दुर्वी +दुर्वृत्त +दुर्वृत्तं +दुर्वृत्तः +दुर्वृत्तमपि +दुर्वृत्तस्य +दुर्वृत्ता +दुर्वृत्तां +दुर्वृत्ताः +दुर्वृत्तानां +दुर्वृत्तान् +दुर्वृत्ते +दुर्वृत्तो +दुर्वेदा +दुर्वेधसा +दुर्व्यवहारस्य +दुर्व्वासा +दुर्व्वासाः +दुर्हणा +दुर्हणायाः +दुर्हणो +दुर्हादी +दुर्हार्दं +दुर्हार्दः +दुर्हार्दो +दुर्हिता +दुर्हृणायुस्तिरश्चित्तानि +दुर्हृणायून् +दुर्हृदः +दुर्हृदां +दुर्हृदो +दुल +दुला +दुलि +दुलिः +दुल्लहो +दुव +दुवः +दुवः॑ +दुवसे +दुवस्य +दुवस्यत +दुवस्यति +दुवस्यतिः +दुवस्यतेति +दुवस्यथः +दुवस्यन् +दुवस्युः +दुवस्वद्भ्यः +दुवस्वान् +दुवा +दुवांसि +दुवार +दुवे +दुवेवि +दुवेहिं +दुवो +दुवोयु +दुवो॒ +दुव॑ः +दुश्च +दुश्चक्षा +दुश्चरं +दुश्चरम् +दुश्चरित +दुश्चरितं +दुश्चरितम् +दुश्चरितस्य +दुश्चरिता +दुश्चरितात् +दुश्चरितादा +दुश्चरिताद् +दुश्चरितानि +दुश्चरितान्नाशान्तो +दुश्चरितेन +दुश्चरितैः +दुश्चरित्रं +दुश्चरेण +दुश्चर्मा +दुश्चर्म्मा +दुश्चारिणी +दुश्चारिणीं +दुश्चि +दुश्चिकित्स्यः +दुश्चिकित्स्यतमो +दुश्चिकित्स्या +दुश्चिकित्स्यो +दुश्चिक्यं +दुश्चिक्ये +दुश्चेष्टितं +दुश्चेष्टिते +दुश्चेष्टितैः +दुश्च्यवनः +दुश्च्यवनेन +दुश्च्यव॒नेन॑ +दुश्यते +दुश्शकम् +दुश्शस्तं +दुश्शासन +दुश्शासनः +दुश्शासनस्य +दुश्शीला +दुष +दुषयति +दुष् +दुष्क +दुष्कर +दुष्करं +दुष्करः +दुष्करकारिणः +दुष्करचर्या +दुष्करचर्यां +दुष्करजलो +दुष्करतया +दुष्करतरं +दुष्करत्वात् +दुष्करमपि +दुष्करमिति +दुष्करमिदं +दुष्करमेव +दुष्करम् +दुष्करा +दुष्कराणि +दुष्कराश्चैव +दुष्करे +दुष्करेण +दुष्करो +दुष्कर्णं +दुष्कर्णः +दुष्कर्म +दुष्कर्मणः +दुष्कर्मणा +दुष्कर्मणां +दुष्कर्माणि +दुष्कर्म्म +दुष्कालः +दुष्काले +दुष्कीर्तिः +दुष्कुल +दुष्कुलाड्ढक् +दुष्कुलादपि +दुष्कुलीनः +दुष्कुले +दुष्कुहका +दुष्कृ +दुष्कृत +दुष्कृतं +दुष्कृतः +दुष्कृतकर्मणः +दुष्कृतकर्मणाम् +दुष्कृतकर्मा +दुष्कृतकर्माणं +दुष्कृतकर्माणः +दुष्कृतकर्माणो +दुष्कृतकर्म्मणः +दुष्कृतकारिणः +दुष्कृतन् +दुष्कृतमात्मनः +दुष्कृतमिति +दुष्कृतम् +दुष्कृतस्तत्र +दुष्कृतस्य +दुष्कृता +दुष्कृतां +दुष्कृतांशेन +दुष्कृताग्निशिखा +दुष्कृतात् +दुष्कृतानां +दुष्कृतानि +दुष्कृतान्यपकर्षति +दुष्कृताम् +दुष्कृताय +दुष्कृतिं +दुष्कृतिः +दुष्कृतिनः +दुष्कृतिनस्तेऽधः +दुष्कृतिनां +दुष्कृतिनो +दुष्कृतिहा +दुष्कृती +दुष्कृते +दुष्कृतेन +दुष्कृतैः +दुष्कृतो +दुष्कृत्यं +दुष्क्रीतं +दुष्ट +दुष्टं +दुष्टः +दुष्टकर्म +दुष्टकर्मणा +दुष्टकारिणि +दुष्टगजे +दुष्टगुणव्याप्तयोरपि +दुष्टग्रह +दुष्टग्रहान् +दुष्टचारिणः +दुष्टचारिणि +दुष्टचारिणी +दुष्टचारिणीम् +दुष्टचित्ता +दुष्टचित्तैरपि +दुष्टचेतनः +दुष्टचेतसः +दुष्टचेतसाम् +दुष्टजनैः +दुष्टतया +दुष्टता +दुष्टतां +दुष्टताम् +दुष्टतैव +दुष्टत्वं +दुष्टत्वम् +दुष्टत्वात् +दुष्टत्वे +दुष्टत्वेन +दुष्टदमनं +दुष्टदानवम् +दुष्टदैत्यानां +दुष्टधीः +दुष्टनिग्रहं +दुष्टनिग्रहः +दुष्टनिग्रहे +दुष्टनिष्पावशाकाद्यैः +दुष्टनो +दुष्टपार्ष्णिग्राहं +दुष्टफलं +दुष्टबुद्धिः +दुष्टबुद्धिना +दुष्टबुद्धीनां +दुष्टबुद्धेः +दुष्टभावं +दुष्टभावा +दुष्टभावानां +दुष्टभावेन +दुष्टभावो +दुष्टमतङ्गजः +दुष्टमन्त्रोऽपि +दुष्टमपि +दुष्टमानसः +दुष्टमानसाः +दुष्टमिति +दुष्टमित्यर्थः +दुष्टमुष्णं +दुष्टमेदसः +दुष्टमेव +दुष्टम् +दुष्टया +दुष्टयोगे +दुष्टयोनौ +दुष्टरं +दुष्टरः +दुष्टरम् +दुष्टरा +दुष्टराक्षसः +दुष्टवधेन +दुष्टवाक् +दुष्टविधिना +दुष्टव्रणं +दुष्टव्रणविशोधनः +दुष्टव्रणे +दुष्टव्रणोऽपि +दुष्टशोणितशुक्रयोः +दुष्टश्च +दुष्टस्थाने +दुष्टस्य +दुष्टस्यापि +दुष्टहस्ती +दुष्टा +दुष्टां +दुष्टांश्च +दुष्टाः +दुष्टाचारात् +दुष्टात्मन् +दुष्टात्मा +दुष्टानां +दुष्टानामपि +दुष्टानाम् +दुष्टानि +दुष्टानीति +दुष्टान् +दुष्टामात्यौ +दुष्टाम् +दुष्टाम्बु +दुष्टाय +दुष्टाया +दुष्टायां +दुष्टाशयं +दुष्टाशयेऽपि +दुष्टाश्च +दुष्टाश्वा +दुष्टासु +दुष्टास्ते +दुष्टास्त्रय +दुष्टास्रे +दुष्टिः +दुष्टुतं +दुष्टुतिर्द्रविणोदेषु +दुष्टे +दुष्टेति +दुष्टेन +दुष्टेभ्यः +दुष्टेभ्यो +दुष्टेषु +दुष्टेष्वपि +दुष्टैः +दुष्टो +दुष्टों +दुष्टोपि +दुष्टोऽपि +दुष्टोऽयं +दुष्टौ +दुष्ट्वा +दुष्ठु +दुष्पदा +दुष्परिग्रहाः +दुष्परिणामः +दुष्परिहर +दुष्परिहरं +दुष्परिहरः +दुष्परिहरत्वात् +दुष्परिहरम् +दुष्परिहारत्वात् +दुष्पर्शा +दुष्पानः +दुष्पानम् +दुष्पारं +दुष्पारे +दुष्पूरं +दुष्पूरः +दुष्पूरम् +दुष्पूरा +दुष्पूरेण +दुष्पूरेणानलेन +दुष्पूरो +दुष्प्रजाः +दुष्प्रजायिनी +दुष्प्रज्ञं +दुष्प्रज्ञः +दुष्प्रज्ञा +दुष्प्रधर्षं +दुष्प्रधर्षणः +दुष्प्रधर्षणम् +दुष्प्रधर्षा +दुष्प्रधर्षिणी +दुष्प्रधृष्ये +दुष्प्रबोधोऽश्नुते +दुष्प्रभावः +दुष्प्रयुक्ता +दुष्प्रयोज्यमुदाहरन्ति +दुष्प्रलम्भः +दुष्प्रवेशं +दुष्प्रवेशा +दुष्प्रवेशे +दुष्प्रसहं +दुष्प्रसहस्य +दुष्प्रसहा +दुष्प्रसहेन +दुष्प्रसहो +दुष्प्राप +दुष्प्रापं +दुष्प्रापः +दुष्प्रापत्वात् +दुष्प्रापमकृतात्मभिः +दुष्प्रापमपि +दुष्प्रापम् +दुष्प्रापा +दुष्प्रापां +दुष्प्रापे +दुष्प्रापो +दुष्प्राप्यं +दुष्प्राप्यः +दुष्प्राप्या +दुष्प्राप्ये +दुष्प्रेक्षः +दुष्प्रेक्षो +दुष्प्रेक्ष्यं +दुष्प्रेक्ष्यः +दुष्प्रेक्ष्यो +दुष्मन्तः +दुष्मन्तस्य +दुष्य +दुष्यंति +दुष्यतः +दुष्यति +दुष्यतीति +दुष्यते +दुष्यन्त +दुष्यन्तं +दुष्यन्तः +दुष्यन्तस्य +दुष्यन्ताय +दुष्यन्ति +दुष्यन्ते +दुष्यन्तेन +दुष्यन्तो +दुष्यसि +दुष्येत +दुष्येत् +दुष्येद्रोधबन्धयोः +दुष्वप्न्यं +दुष्वप्न्यम् +दुष्वप्न्यात्पाहि +दुष्षमा +दुसरा +दुसरे +दुस् +दुस्त +दुस्तर +दुस्तरं +दुस्तरः +दुस्तरम् +दुस्तरा +दुस्तरां +दुस्तराः +दुस्तराणि +दुस्तरात् +दुस्तरान् +दुस्तरामकृतात्मभिः +दुस्तराम् +दुस्तरे +दुस्तरेषु +दुस्तरो +दुस्त्यज +दुस्त्यजं +दुस्त्यजः +दुस्त्यजम् +दुस्त्यजा +दुस्त्यजान् +दुस्त्यजो +दुस्थितं +दुस्थितिमान् +दुस्सह +दुस्सहं +दुस्सहः +दुस्सहम् +दुस्सहा +दुस्सहो +दुस्साध्यं +दुस्स्वप्नं +दुह +दुहः +दुहतः +दुहते +दुहदिहलिहगुहामात्मनेपदे +दुहध्यै +दुहन् +दुहन्तः +दुहन्ता +दुहन्ति +दुहन्तीति +दुहश्च +दुहस्नुनमां +दुहस्नुनमाम् +दुहा +दुहां +दुहाताम् +दुहाते +दुहादीनां +दुहादीनाम् +दुहान +दुहानं +दुहानः +दुहानऊ +दुहानऊधः +दुहाना +दुहानां +दुहानाः +दुहानामदितिं +दुहानाम् +दुहानो +दुहामथो +दुहामश्विभ्यां +दुहामा +दुहामुत्तरामुत्तरां +दुहाम् +दुहा॑ना +दुहा॑नाः +दुहि +दुहिआ +दुहितः +दुहितमते +दुहितर +दुहितरं +दुहितरः +दुहितरमनुकम्प्यामद्रिरादाय +दुहितरम् +दुहितरश्च +दुहितरश्चेति +दुहितरश्चैव +दुहितरा +दुहितरि +दुहितरो +दुहितरोऽपि +दुहितरौ +दुहितर्दिवः +दुहिता +दुहितां +दुहितापि +दुहितारः +दुहितासि +दुहितु +दुहितुः +दुहितुर् +दुहितुर्गर्भमाधात् +दुहितुर्मम +दुहितुर्वा +दुहितुस्तथा +दुहितुस्तव +दुहितुस्ते +दुहितृ +दुहितृगमनं +दुहितृगामि +दुहितृणां +दुहितृत्वं +दुहितृत्वमनुप्राप्ता +दुहितृत्वे +दुहितृत्वेन +दुहितृभिः +दुहितृभ्यां +दुहितृमते +दुहितृवत्सलः +दुहितॄः +दुहितॄणां +दुहितेति +दुहितेयं +दुहितेव +दुहितैव +दुहित्रभावे +दुहित्रा +दुहित्रे +दुहिदा +दुहिर् +दुहि॒ता +दुहीत +दुहीयत् +दुहीयदिन्द्र +दुहीयन् +दुहुः +दुहे +दुहेः +दुहेत +दुहेत् +दुहे॒ +दुहो +दुहौ +दुह् +दुह्ख +दुह्खम् +दुह्खेन +दुह्यत +दुह्यति +दुह्यते +दुह्यन्ति +दुह्यन्ते +दुह्यमानं +दुह्यमानम् +दुह्यमाना +दुह्यमानां +दुह्यमानासु +दुह्यम् +दुह्याच् +दुह्याज्ज्येष्ठस्य +दुह्यात् +दुह्यादेः +दुह्याद्दशतो +दुह्र +दुह्रत +दुह्रतां +दुह्रते +दुह्राम् +दुह्रे +दुह॒ते +दु॑दुह्रे॒ +दु॑न्दुभे +दु॑रि॒तं +दु॑रि॒ता +दु॑रि॒तादर॑क्षन् +दु॑रो॒णे +दु॑वस्यत +दु॑हाते +दु॑हितर्दिवः +दु॑हि॒ता +दु॑ही॒यदि॑न्द्र॒ +दु॑हे +दु॑हे॒ +दु॒ःशंस॑ +दु॒ग्धं +दु॒ग्धम् +दु॒ग्धे +दु॒ग्ध्वा +दु॒च्छुना +दु॒च्छुना॑ +दु॒च्छुना॑म् +दु॒च्छुना॒ +दु॒दु॒हे॒ +दु॒दु॒ह्रे॒ +दु॒ध्र +दु॒रः +दु॒रेवां॒ +दु॒रेवा॑ः +दु॒रो +दु॒रो॒णे +दु॒र्गहा॑ +दु॒र्गहा॑णि +दु॒र्गा +दु॒र्गाणि॒ +दु॒र्गाद्व॑सवः +दु॒र्गे +दु॒र्णामा॒ +दु॒श्च्य॒व॒नः +दु॒ष्कृतः॑ +दु॒ष्टरं॑ +दु॒ष्टरं॒ +दु॒ष्टरा॒ +दु॒ष्टर॑म् +दु॒ष्वप्न्यं॑ +दु॒ष्वप्न्यं॒ +दु॒ष्वप्न्या॑त्पाहि +दु॒ष्ष्वप्न्यं॑ +दु॒ष्ष्वप्न्यं॒ +दु॒स्तरः॑ +दु॒स्तर॑म् +दु॒ह +दु॒हन्ति॑ +दु॒हा॒नः +दु॒हि॒तः॒ +दु॒हि॒ता +दु॒हि॒तुः +दु॒ही॒यत् +दु॒हे +दु॒हे॒ +दु॒ह्रे +दु॒ह॒ते +दु॒ह॒ते॒ +दु॒ह॒न्ति॒ +दु꣢हा꣯नो꣡꣯बभ्र꣢ऊ꣡꣯धनि +दू +दूं +दूंगा +दूः +दूई +दूङ् +दूज +दूडभः +दूडभो +दूडाशः +दूडाशे +दूढ्यः +दूढ्यो +दूणाशं +दूणाशः +दूत +दूतं +दूतः +दूतकः +दूतकर्म +दूतकर्मणि +दूतकर्माणि +दूतकाः +दूतघटोत्कच +दूतघटोत्कचम् +दूतता +दूततां +दूतत्वं +दूतत्वे +दूतत्वेन +दूतद्वारा +दूतप्रणिधिः +दूतप्रेषणम् +दूतमध्वरे +दूतमागतम् +दूतमासाद्य +दूतमिति +दूतमिव +दूतमुखेन +दूतम् +दूतरूपेण +दूतवचः +दूतवणिग्भ्यां +दूतवाक्य +दूतवाक्यं +दूतवाक्यम् +दूतवाक्येन +दूतश्च +दूतसंप्रेषणं +दूतसंवादवर्णनम् +दूतस् +दूतस्तं +दूतस्तु +दूतस्य +दूता +दूतांश्च +दूताः +दूतानां +दूतान् +दूताय +दूतावास +दूतावासः +दूताश्च +दूतास्तु +दूतास्ते +दूति +दूतिः +दूतिका +दूतिकायाः +दूतिके +दूतिकोपालम्भव्रज्या +दूती +दूतीं +दूतीः +दूतीकर्मप्रकाशः +दूतीगृहं +दूतीनां +दूतीम् +दूतीव +दूतीवचनव्रज्या +दूते +दूतेन +दूतेव +दूतेषु +दूतैः +दूतैश्च +दूतैस्तु +दूतो +दूतोपसंपदाप्रतिग्राहकान् +दूतोऽनुप्रेषयितव्यः +दूतोऽपि +दूतोऽयं +दूतोऽहं +दूतौ +दूत्य +दूत्यं +दूत्यः +दूत्यम् +दूत्यश्च +दूत्या +दूत्यां +दूत्याः +दूत्याय +दूत्ये +दूत्येन +दूत्यो +दूध +दूधसागरजलपातः +दून +दूनं +दूनः +दूनवान् +दूना +दूनि +दूने +दूपणम् +दूपयति +दूपयन्ति +दूयं +दूयता +दूयते +दूयन्ते +दूयमानं +दूयमानमनाः +दूयमानेन +दूयसे +दूये +दूयेत +दूयो +दूर +दूरं +दूरंगमं +दूरंगमा +दूरंगमायां +दूरः +दूरक +दूरकम् +दूरकर +दूरके +दूरगं +दूरगः +दूरगतं +दूरगतोऽपि +दूरगमनं +दूरगमनम् +दूरगम् +दूरगस्य +दूरगा +दूरगाः +दूरगामी +दूरत +दूरतः +दूरतएव +दूरतर +दूरतरं +दूरतरम् +दूरतरा +दूरतरे +दूरतरेण +दूरतरो +दूरतस् +दूरतस्ते +दूरतस्त्यक्त्वा +दूरतस्त्यजेत् +दूरता +दूरतां +दूरतो +दूरतोऽपि +दूरत्वं +दूरत्वम् +दूरत्वस्य +दूरत्वात् +दूरदर्शकम् +दूरदर्शन +दूरदर्शनं +दूरदर्शनधारावाहिन्यः +दूरदर्शनम् +दूरदर्शनस्य +दूरदर्शने +दूरदर्शनेन +दूरदर्शिनः +दूरदर्शी +दूरदर्षन +दूरदूरं +दूरदूरम् +दूरदूरे +दूरदृष्टिः +दूरदेश +दूरदेशं +दूरदेशतया +दूरदेशात् +दूरदेशे +दूरनगरात् +दूरनामसु +दूरनामैतत् +दूरपाती +दूरभाष +दूरभाषयन्त्रस्य +दूरभाषा +दूरभूयस्त्वात् +दूरमतिशयेन +दूरमधश्चकार +दूरमध्वानं +दूरमनञ्जने +दूरमपवाह्य +दूरमपि +दूरमस्मत् +दूरमिति +दूरमितो +दूरमेते +दूरमेव +दूरम् +दूरयति +दूरयतीति +दूरयितुं +दूरयेन्न +दूरवणीकूटसंख्या +दूरवर्तिनि +दूरवर्ती +दूरवर्त्तिनोऽपि +दूरवाणिसंज्ञा +दूरवाणी +दूरवाणीं +दूरवाणीकूटसंख्या +दूरवाणीसङ्केतः +दूरवाण्य +दूरवाण्या +दूरवाण्याः +दूरवासिनम् +दूरसञ्चार +दूरस्थ +दूरस्थं +दूरस्थः +दूरस्थत्वात् +दूरस्थमपि +दूरस्थम् +दूरस्थस्य +दूरस्थस्यापि +दूरस्था +दूरस्थां +दूरस्थाः +दूरस्थानां +दूरस्थान् +दूरस्थितं +दूरस्थितः +दूरस्थिता +दूरस्थिते +दूरस्थे +दूरस्थेन +दूरस्थेनापि +दूरस्थेषु +दूरस्थैरपि +दूरस्थो +दूरस्थोऽपि +दूरस्थोऽस्मीति +दूरस्थौ +दूरस्य +दूरा +दूरां +दूराकर्षणमोहमन्त्र +दूराकृष्टं +दूराच् +दूराच्च +दूराच्छ्रवणविज्ञानं +दूरात् +दूरात्तं +दूरात्पादावसेचनम् +दूरात्स +दूरात्संबुद्धौ +दूरात्सुदूरे +दूरादपि +दूरादस्पर्शनं +दूरादा +दूरादागतः +दूरादालोक्य +दूरादावसथान्मूत्रं +दूरादाहृत्य +दूरादिति +दूरादिव +दूरादुत्सुकमागते +दूरादेत्य +दूरादेत्यः +दूरादेव +दूरादेव् +दूराद् +दूराद्गन्धो +दूराद्ददर्श +दूराद्दूरतरं +दूराद्धूतादिषु +दूराद्धूते +दूराद्विज्ञायते +दूराध्वानं +दूरान् +दूरान्तिकार्थेभ्यः +दूरान्तिकार्थेभ्यो +दूरान्तिकार्थैः +दूरापास्ता +दूरापेत +दूराय +दूरायातं +दूरार्थे +दूराल्लक्ष्यं +दूरावतीर्णा +दूराह्वाने +दूरि +दूरिकरस्मि +दूरी +दूरीकरणं +दूरीकरणम् +दूरीकरणाय +दूरीकरणे +दूरीकरोति +दूरीकरोतीति +दूरीकरोतु +दूरीकरोषि +दूरीकर्तुं +दूरीकर्तुम् +दूरीकुरु +दूरीकुर्यात् +दूरीकुर्वन्ति +दूरीकृत +दूरीकृतं +दूरीकृतः +दूरीकृतवान् +दूरीकृता +दूरीकृताः +दूरीकृतानि +दूरीकृते +दूरीकृतो +दूरीकृत्य +दूरीक्रियते +दूरीचकार +दूरीभव +दूरीभवति +दूरीभवन्ति +दूरीभवेत् +दूरीभूतं +दूरीभूतः +दूरीभूता +दूरीभूतानि +दूरीभूते +दूरीभूतो +दूरे +दूरेअन्ते +दूरेण +दूरेणेति +दूरेति +दूरेत्यः +दूरेदृक् +दूरेदृशं +दूरेदृशे +दूरेपि +दूरेवधाय +दूरेषु +दूरेहेतिर् +दूरेऽन्तिके +दूरेऽपि +दूरेऽरण्ये +दूरेऽस्ति +दूरेऽस्तु +दूरो +दूरोत्सारितमिति +दूरोत्सारितमेव +दूरोन्नमितेन +दूरोहणं +दूरोहणम् +दूर् +दूर्नाम +दूर्व +दूर्वया +दूर्वा +दूर्वां +दूर्वांकुरं +दूर्वाः +दूर्वाक्षतं +दूर्वाक्षतकानि +दूर्वाक्षतैः +दूर्वाग्रं +दूर्वाग्राणि +दूर्वाङ्कुरं +दूर्वाणां +दूर्वाभिः +दूर्वाया +दूर्वायां +दूर्वायाः +दूर्वायाम् +दूर्वावता +दूर्वाश्च +दूर्वाश्यामो +दूर्वासः +दूर्वासाः +दूर्वास्तम्बेषु +दूर्वे +दूर्वेष्टका +दूर्वेष्टकाम् +दूर्व्वा +दूर्व्वां +दूर॒कम् +दूर॒के +दूळभ +दूव +दूवा +दूष +दूषकं +दूषकः +दूषकताबीजम् +दूषकत्वं +दूषकत्वम् +दूषकत्वात् +दूषकत्वे +दूषका +दूषकाः +दूषकान् +दूषको +दूषण +दूषणं +दूषणः +दूषणत्वं +दूषणत्वेन +दूषणद्वयं +दूषणपरिहारभाष्यम् +दूषणभाष्यम् +दूषणमपास्तम् +दूषणमपि +दूषणमस्ति +दूषणमाह +दूषणमिति +दूषणमित्यर्थः +दूषणमुक्तं +दूषणमुक्तम् +दूषणमेव +दूषणम् +दूषणम्‌ +दूषणवार्तिकम् +दूषणश्च +दूषणश्चैव +दूषणसाधकभाष्यम् +दूषणस्मारणभाष्यम् +दूषणस्य +दूषणा +दूषणात् +दूषणानां +दूषणानि +दूषणान्तरं +दूषणान्तरमाह +दूषणान्तरवार्तिकम् +दूषणाभिधानं +दूषणाभिधानम् +दूषणाय +दूषणीयः +दूषणीयम् +दूषणीया +दूषणे +दूषणेन +दूषणेऽपि +दूषणैः +दूषणो +दूषणोद्धारभाष्यम् +दूषन +दूषय +दूषयंस्तुल्यो +दूषयता +दूषयति +दूषयतिन +दूषयतीति +दूषयतीत्यर्थः +दूषयते +दूषयत्यपरो +दूषयत्येव +दूषयनि +दूषयन् +दूषयन्तः +दूषयन्ति +दूषयन्ते +दूषयसि +दूषयामास +दूषयितुं +दूषयितुमनुभाषते +दूषयितुमनुवदति +दूषयितुमाह +दूषयितुमुपन्यस्यति +दूषयितुम् +दूषयित्वा +दूषयिष्यति +दूषयिष्यन्ति +दूषयिष्यामि +दूषये +दूषयेत् +दूषयेत्कन्यां +दूषयेदिति +दूषि +दूषिः +दूषिका +दूषित +दूषितं +दूषितः +दूषितत्वात् +दूषितमपि +दूषितमिति +दूषितम् +दूषितस्य +दूषिता +दूषितां +दूषिताः +दूषितानां +दूषितानि +दूषिताश्च +दूषिते +दूषितेन +दूषितेषु +दूषितो +दूषितोऽपि +दूषिरसि +दूषिरसीति +दूषी +दूषीका +दूषीविष +दूषीविषं +दूषीविषतामुपैति +दूषीविषमसाध्यं +दूषीविषस्य +दूष् +दूष्य +दूष्यं +दूष्यः +दूष्यत +दूष्यति +दूष्यते +दूष्यत्वेन +दूष्यन्ते +दूष्यम् +दूष्यस्य +दूष्या +दूष्याः +दूष्याणां +दूष्याणि +दूष्यान् +दूष्यामित्राटवीदण्डं +दूष्यामित्राभ्यां +दूष्याश्च +दूष्ये +दूष्येषु +दूष्योदरं +दूस +दूसरा +दूसरी +दूसरे +दूसरेके +दूसरेको +दूसरो +दूसरों +दूसरोंके +दू॒ढ्यः॑ +दू॒ढ्यो॑ +दू॒ढ्य॑ः +दू॒त +दू॒तं +दू॒तः +दू॒तम् +दू॒तम॒मृत॑म् +दू॒ताय॑ +दू॒तीः +दू॒तो +दू॒तौ +दू॒त्या॑य +दू॒त्य॑म् +दू॒रं +दू॒रम् +दू॒रात् +दू॒रे +दू॒रेअ॑न्ते॒ +दू॒र॒के +दृ +दृँ +दृँह +दृँहति +दृंह +दृंहत +दृंहति +दृंहन्तां +दृंहस्व +दृंहिता +दृंहिताः +दृंहितानि +दृंहेति +दृंहेतेति +दृः +दृक +दृकर्म +दृकाणे +दृकु +दृकुदि +दृक् +दृक्कर्म +दृक्कर्मणा +दृक्क्षेप +दृक्क्षेपः +दृक्क्षेपज्या +दृक्क्षेपदृग्गती +दृक्क्षेपमण्डलं +दृक्क्षेपमण्डलम् +दृक्क्षेपमण्डले +दृक्क्षेपस्य +दृक्क्षेपात् +दृक्क्षेपो +दृक्च +दृक्छाया +दृक्तुल्यतां +दृक्पथं +दृक्पथम् +दृक्पथे +दृक्पात +दृक्शक्तिः +दृक्शक्तिरेव +दृक्ष +दृक्षस +दृक्षसे +दृक्षे +दृक्षेप +दृक्ष॑से +दृक्‌ +दृग +दृगज्या +दृगञ्चलं +दृगन्ताः +दृगन्ते +दृगपि +दृगब्जेन +दृगात्मा +दृगिति +दृगेव +दृग् +दृग्गणितैक्य +दृग्गणितैक्यं +दृग्गति +दृग्गतिः +दृग्गतिजीवया +दृग्गतिज्या +दृग्गर्भसूत्रयोरैक्यात् +दृग्गोचरं +दृग्गोचरः +दृग्गोचरी +दृग्गोचरे +दृग्गोचरो +दृग्गोलं +दृग्गोलः +दृग्ज्पा +दृग्ज्य +दृग्ज्यया +दृग्ज्या +दृग्ज्यां +दृग्ज्ये +दृग्ज्यैव +दृग्दर्शनशक्त्योरेकात्मतेवास्मिता +दृग्दर्शनशक्त्योर् +दृग्दृशवतुषु +दृग्दृश्ययोः +दृग्भिः +दृग्भू +दृग्भ्या +दृग्भ्यां +दृग्मण्डल +दृग्मण्डलं +दृग्मण्डलाधं +दृग्यस्य +दृग्युग्मविपुला +दृग्लम्ब +दृग्लम्बः +दृग्लम्बन +दृग्लम्बनं +दृग्लम्बनकलास्तयोः +दृग्लम्बनम् +दृग्वलयं +दृग्वस्तुनि +दृग्विषयं +दृग्वृत्त +दृग्वृत्तस्य +दृङ +दृङ् +दृङ्मण्डल +दृङ्मण्डलं +दृङ्मण्डलम् +दृङ्मण्डलाकारं +दृङ्मण्डले +दृङ्मार्गे +दृच +दृज्या +दृझ +दृझा +दृट्वा +दृड् +दृढ +दृढं +दृढः +दृढकायो +दृढकारी +दृढकुदिन +दृढकुदिनानि +दृढक्रोधो +दृढचित्तः +दृढज्यं +दृढतमं +दृढतया +दृढतर +दृढतरं +दृढतरः +दृढतरनिबद्धमुष्टेः +दृढतरा +दृढतरां +दृढतराणीव +दृढतरो +दृढता +दृढतां +दृढत्वं +दृढत्वम् +दृढत्वात् +दृढधनुः +दृढधन्वना +दृढधन्वा +दृढधन्विभिः +दृढनिश्चयं +दृढनिश्चयः +दृढनिश्चया +दृढनिश्चयाः +दृढनिश्चयेन +दृढपराक्रमः +दृढप्रतिज्ञो +दृढप्रतिपत्तिपवित्रीकृतहृदयः +दृढप्रयत्नो +दृढप्रहारी +दृढबन्धनम् +दृढबलसंपूरिते +दृढबुद्धिना +दृढभक्ता +दृढभक्ति +दृढभक्तिः +दृढभक्तिमान् +दृढभक्तिरिति +दृढभावनया +दृढभावना +दृढभूमिः +दृढमतिः +दृढमपि +दृढमिति +दृढमुष्टिना +दृढमुष्ट्या +दृढमूलः +दृढमेव +दृढम् +दृढयति +दृढया +दृढयितुं +दृढरङ्गा +दृढरथः +दृढरथेन +दृढवचनः +दृढवर्मा +दृढविक्रमः +दृढविक्रमम् +दृढविक्रमाः +दृढविश्वासः +दृढविश्वासेन +दृढव्रत +दृढव्रतः +दृढव्रतम् +दृढव्रतस्य +दृढव्रता +दृढव्रताः +दृढव्रताम् +दृढव्रतो +दृढव्रतौ +दृढश्च +दृढसंख्या +दृढसङ्कल्पः +दृढसङ्कल्पा +दृढसेनो +दृढस्य +दृढहस्तः +दृढ़ +दृढ़ं +दृढ़ः +दृढ़कुदिन +दृढ़ता +दृढ़म् +दृढ़व्रतः +दृढ़स्य +दृढ़ा +दृढ़े +दृढा +दृढां +दृढाः +दृढाग्नयः +दृढाग्निना +दृढाङ्गः +दृढाङ्गो +दृढात्मना +दृढात्मा +दृढानां +दृढानि +दृढानुतापं +दृढान् +दृढान्यपि +दृढाभ्यां +दृढाम् +दृढाय +दृढायां +दृढायुश्च +दृढारोपं +दृढाश्वो +दृढासनः +दृढासनाः +दृढासनो +दृढिष्ठो +दृढी +दृढीकरणं +दृढीकरणम् +दृढीकरणाय +दृढीकरोति +दृढीकर्तुं +दृढीकुरु +दृढीकुर्वन्नाह +दृढीकृतं +दृढीकृतः +दृढीकृतम् +दृढीकृतवान् +दृढीकृता +दृढीकृते +दृढीकृत्य +दृढीक्रियते +दृढीभवति +दृढीभूता +दृढीभूते +दृढे +दृढेति +दृढेन +दृढैः +दृढो +दृढौ +दृणाति +दृणातीति +दृणातेः +दृत +दृतं +दृतः +दृता +दृति +दृतिं +दृतिं॒ +दृतिः +दृतिम् +दृतिरिव +दृतिर् +दृतिवातवतोरयनेन +दृतिहरिः +दृति॑म् +दृती +दृते +दृतेः +दृतेरिव +दृतौ +दृत्तं +दृत्य +दृत्वा +दृथैव +दृदि +दृद्धा +दृद्यात् +दृन् +दृन्कर +दृन्निति +दृन्फ +दृन्भूः +दृन्भ्वौ +दृप +दृपति +दृपदः +दृप् +दृप्त +दृप्तं +दृप्तः +दृप्तनिशाचरः +दृप्तबालाकिर्हानूचानो +दृप्तम् +दृप्तशार्दूलविक्रमम् +दृप्तश्च +दृप्तस्य +दृप्ता +दृप्ताः +दृप्तानां +दृप्तान् +दृप्ते +दृप्तेति +दृप्तो +दृप्तौ +दृप्यः +दृप्यति +दृप्यन् +दृफ +दृफति +दृभ +दृभति +दृभशे +दृभी +दृम्̇ह +दृम्फ +दृम्फति +दृम्भ्व +दृर +दृल्हा +दृळ्हं +दृळ्हम् +दृळ्हस्य +दृळ्हा +दृळ्हाः +दृळ्हानि +दृळ्हे +दृव +दृश +दृशं +दृशः +दृशत् +दृशदि +दृशद्वती +दृशन् +दृशमें +दृशम् +दृशये +दृशस्य +दृशा +दृशां +दृशाः +दृशानं +दृशानः +दृशानि +दृशानो +दृशापि +दृशाम् +दृशाविति +दृशि +दृशिं +दृशिः +दृशिकर्मत्वे +दृशिक्रियायां +दृशिक्रियाविषयो +दृशिग्रहणं +दृशिग्रहणस्य +दृशिग्रहणात् +दृशिना +दृशिमात्र +दृशिमात्रः +दृशिर +दृशिरूपस्य +दृशिर् +दृशिविदोः +दृशी +दृशीक +दृशीकं +दृशीकम् +दृशीकवः +दृशीका +दृशीके +दृशी॑कम् +दृशी॑के +दृशे +दृशेः +दृशेति +दृशेम +दृशेयं +दृशेयम् +दृशेरग्वक्तव्यः +दृशेश्च +दृशेश्चेति +दृशैव +दृशैौ +दृशो +दृशोः +दृशोरपि +दृशोर् +दृशोऽनालोचने +दृशोऽपि +दृशौ +दृश् +दृश्च +दृश्चैव +दृश्य +दृश्यं +दृश्यंत +दृश्यंते +दृश्यः +दृश्यकाव्यभेदे +दृश्यकाव्यस्य +दृश्यकाव्यानि +दृश्यजातं +दृश्यत +दृश्यतया +दृश्यतयैव +दृश्यतयोच्यते +दृश्यता +दृश्यतां +दृश्यतामिति +दृश्यताम् +दृश्यति +दृश्यते +दृश्यतेति +दृश्यतेऽ +दृश्यतेऽतो +दृश्यतेऽत्र +दृश्यतेऽथ +दृश्यतेऽद्यापि +दृश्यतेऽधुना +दृश्यतेऽनेनेति +दृश्यतेऽपि +दृश्यतेऽसौ +दृश्यत् +दृश्यत्व +दृश्यत्वं +दृश्यत्वमपि +दृश्यत्वम् +दृश्यत्वस्य +दृश्यत्वाच्च +दृश्यत्वात् +दृश्यत्वादिति +दृश्यत्वादिना +दृश्यत्वाद् +दृश्यत्वे +दृश्यत्वेन +दृश्यत्वेनेति +दृश्यदर्शनसंबन्धे +दृश्यधीः +दृश्यने +दृश्यन्त +दृश्यन्तां +दृश्यन्ताम् +दृश्यन्ति +दृश्यन्ते +दृश्यन्तेऽद्यापि +दृश्यप्रत्ययापेक्षं +दृश्यभूः +दृश्यम +दृश्यमण्डलम् +दृश्यमदृश्यं +दृश्यमपि +दृश्यमस्ति +दृश्यमाणा +दृश्यमान +दृश्यमानं +दृश्यमानः +दृश्यमानतया +दृश्यमानत्वात् +दृश्यमानमपि +दृश्यमानमित्यर्थः +दृश्यमानमुपतिष्ठेतैतयैवावृता +दृश्यमानमेतदसमञ्जसीभवेत् +दृश्यमानम् +दृश्यमानस्य +दृश्यमाना +दृश्यमानां +दृश्यमानाः +दृश्यमानानां +दृश्यमानानि +दृश्यमानान् +दृश्यमानायां +दृश्यमानायाः +दृश्यमाने +दृश्यमानेन +दृश्यमानेषु +दृश्यमानेऽपि +दृश्यमानो +दृश्यमानोऽपि +दृश्यमानौ +दृश्यमिति +दृश्यमिदं +दृश्यमुच्यते +दृश्यमेव +दृश्यम् +दृश्ययोः +दृश्यरूपं +दृश्यरूपेण +दृश्यश्च +दृश्यश्रव्यत्वभेदेन +दृश्यश्रीः +दृश्यस +दृश्यसे +दृश्यस्तत्र +दृश्यस्य +दृश्यस्यात्मा +दृश्यस्याऽऽत्मा +दृश्या +दृश्यां +दृश्याः +दृश्यात् +दृश्यात्मतया +दृश्यादृश्य +दृश्यादृश्यं +दृश्यादृश्या +दृश्यादृश्यानि +दृश्यादृश्येन +दृश्याद्वा +दृश्यानां +दृश्यानि +दृश्यानुपलब्धिः +दृश्यानुपलब्धिर्गमिका +दृश्यानुपलब्धेरेव +दृश्यानुपलम्भेन +दृश्यानुपलम्भो +दृश्यानुविद्धः +दृश्यान् +दृश्याभावे +दृश्याश्च +दृश्ये +दृश्येत +दृश्येतागमः +दृश्येताम् +दृश्येति +दृश्येते +दृश्येत् +दृश्येन +दृश्येरन् +दृश्येषु +दृश्यैः +दृश्यैश्च +दृश्यो +दृश्यों +दृश्योपरक्तं +दृश्यौ +दृश्वा +दृश्ा +दृष +दृषत् +दृषद +दृषदं +दृषदः +दृषदा +दृषदां +दृषदामपि +दृषदि +दृषदिमाषकः +दृषदुपलयोः +दृषदुपलाभ्यां +दृषदुपले +दृषदेव +दृषदो +दृषदोपरि +दृषदौ +दृषद् +दृषद्भ्याम् +दृषद्वती +दृषद्वतीम् +दृषद्वतीसुतश्चापि +दृषद्वत्या +दृषद्वत्यां +दृषद्वत्याः +दृषयति +दृषि +दृषिः +दृषु +दृष् +दृष्ट +दृष्टं +दृष्टः +दृष्टकर्मणा +दृष्टकर्मा +दृष्टकर्म्मा +दृष्टचर +दृष्टचरं +दृष्टचरः +दृष्टचरम् +दृष्टचरी +दृष्टजन्मवेदनीयः +दृष्टजन्मवेदनीयश्चादृष्टजन्मवेदनीयश्च +दृष्टजन्मवेदनीयस्य +दृष्टञ्च +दृष्टतत्त्वस्य +दृष्टतत्त्वेन +दृष्टतया +दृष्टति +दृष्टत्वं +दृष्टत्वा +दृष्टत्वाच्च +दृष्टत्वात् +दृष्टत्वात्तत्समाख्या +दृष्टत्वादिति +दृष्टत्वाद् +दृष्टत्वान्न +दृष्टत्वेन +दृष्टदोषः +दृष्टदोषा +दृष्टदोषाः +दृष्टदोषेऽपि +दृष्टदोषो +दृष्टदोषोऽपि +दृष्टद्वारा +दृष्टद्वारेण +दृष्टधर्मवेदनीयं +दृष्टधर्मसुखविहाराय +दृष्टधर्महिताय +दृष्टधर्मा +दृष्टन +दृष्टनष्टस्य +दृष्टनष्टा +दृष्टनष्टे +दृष्टन्त +दृष्टन्तः +दृष्टन्ते +दृष्टपूर्व +दृष्टपूर्वं +दृष्टपूर्वः +दृष्टपूर्वम् +दृष्टपूर्वा +दृष्टपूर्वो +दृष्टप्रत्यययोगोऽयं +दृष्टप्रभावं +दृष्टप्रयोजनं +दृष्टफलं +दृष्टफलस्य +दृष्टफला +दृष्टफले +दृष्टभक्तिर्भवान्या +दृष्टभयः +दृष्टमत +दृष्टमत्र +दृष्टमदृष्टं +दृष्टमद्य +दृष्टमनुमानमाप्तवचनं +दृष्टमपि +दृष्टमर्थं +दृष्टमस्ति +दृष्टमहिमा +दृष्टमात्र +दृष्टमात्रं +दृष्टमात्रः +दृष्टमात्रस्य +दृष्टमात्रा +दृष्टमात्राः +दृष्टमात्रे +दृष्टमात्रेण +दृष्टमात्रेषु +दृष्टमात्रो +दृष्टमाश्चर्यं +दृष्टमासीत् +दृष्टमाह +दृष्टमिति +दृष्टमित्यत +दृष्टमित्यर्थः +दृष्टमित्याह +दृष्टमिदं +दृष्टमेतत् +दृष्टमेतत्पुरातनैः +दृष्टमेव +दृष्टमेवं +दृष्टमेष्वपि +दृष्टम् +दृष्टम्‌ +दृष्टय +दृष्टयः +दृष्टयम् +दृष्टया +दृष्टये +दृष्टयैव +दृष्टयो +दृष्टयोः +दृष्टलोकपरावरः +दृष्टव +दृष्टवत +दृष्टवतः +दृष्टवतां +दृष्टवती +दृष्टवतो +दृष्टवत् +दृष्टवत्यसि +दृष्टवत्यस्मि +दृष्टवदानुश्रविकः +दृष्टवन्त +दृष्टवन्तः +दृष्टवन्तो +दृष्टवन्तौ +दृष्टवा +दृष्टवांस्तत्र +दृष्टवानसि +दृष्टवानस्मि +दृष्टवानहम् +दृष्टवानिति +दृष्टवानित्यर्थः +दृष्टवान् +दृष्टविरुद्धम् +दृष्टविरोध +दृष्टविरोधः +दृष्टविषये +दृष्टव्य +दृष्टव्यं +दृष्टव्यः +दृष्टव्यम् +दृष्टव्यम्‌ +दृष्टव्या +दृष्टव्याः +दृष्टव्यानि +दृष्टशब्देन +दृष्टश् +दृष्टश्च +दृष्टश्चतुर्विधः +दृष्टश्चायं +दृष्टश्चेति +दृष्टश्चेत् +दृष्टश्रुताभ्यां +दृष्टसत्यः +दृष्टसत्यस्त्रिरुदानमुदानयति +दृष्टसत्या +दृष्टसत्यो +दृष्टसम्बन्धं +दृष्टस् +दृष्टस्तं +दृष्टस्तत्र +दृष्टस्तथा +दृष्टस्तदा +दृष्टस्तस्य +दृष्टस्तु +दृष्टस्ते +दृष्टस्तेन +दृष्टस्तेषां +दृष्टस्त्वं +दृष्टस्त्वया +दृष्टस्मृतिभ्यां +दृष्टस्य +दृष्टस्यैव +दृष्टस्स +दृष्टा +दृष्टां +दृष्टांत +दृष्टांतः +दृष्टाः +दृष्टात् +दृष्टाथ +दृष्टादृष्ट +दृष्टादृष्टं +दृष्टादृष्टकरं +दृष्टादृष्टजन्मवेदनीयः +दृष्टादृष्टप्रयोजनं +दृष्टादृष्टफलं +दृष्टादृष्टविषयेभ्यः +दृष्टादृष्टार्थ +दृष्टादृष्टार्थं +दृष्टादृष्टार्थानां +दृष्टादृष्टार्थानि +दृष्टादृष्टार्थे +दृष्टादृष्टार्थेषु +दृष्टादृष्टे +दृष्टादृष्टेषु +दृष्टादेव +दृष्टानां +दृष्टानि +दृष्टानुमितार्थः +दृष्टानुमितार्थे +दृष्टानुविधिश्छन्दसि +दृष्टानुश्रविक +दृष्टानुश्रविकविषयदोषदर्शी +दृष्टानुश्रविकविषयवितृष्णस्य +दृष्टानुसारेण +दृष्टान् +दृष्टान्त +दृष्टान्तं +दृष्टान्तः +दृष्टान्तकथनं +दृष्टान्तकथनम् +दृष्टान्तकलिकाशतकम् +दृष्टान्ततया +दृष्टान्तता +दृष्टान्तत्वं +दृष्टान्तत्वम् +दृष्टान्तत्वात् +दृष्टान्तत्वेन +दृष्टान्तदार्ष्टान्तिकयोः +दृष्टान्तदोषः +दृष्टान्तदोषा +दृष्टान्तदोषाः +दृष्टान्तद्वयं +दृष्टान्तद्वयमुच्यते +दृष्टान्तद्वयम् +दृष्टान्तद्वारा +दृष्टान्तद्वारेण +दृष्टान्तधर्मिणि +दृष्टान्तधर्म्मिणि +दृष्टान्तपूर्वकं +दृष्टान्तप्रदर्शनपूर्वकं +दृष्टान्तप्रदर्शनम् +दृष्टान्तप्रदर्शनेन +दृष्टान्तभावात् +दृष्टान्तमाह +दृष्टान्तमुक्त्वा +दृष्टान्तमुखेन +दृष्टान्तमुखेनाह +दृष्टान्तमेव +दृष्टान्तम् +दृष्टान्तयति +दृष्टान्तयोः +दृष्टान्तरं +दृष्टान्तरूपेण +दृष्टान्तवचनं +दृष्टान्तवचनम् +दृष्टान्तश्च +दृष्टान्तसरः +दृष्टान्तस्तु +दृष्टान्तस्य +दृष्टान्तस्यापि +दृष्टान्तस्येति +दृष्टान्ता +दृष्टान्ताः +दृष्टान्तान्तरमाह +दृष्टान्तान्तरम् +दृष्टान्तान्तरेण +दृष्टान्ताभावः +दृष्टान्ताभावात् +दृष्टान्ताभासता +दृष्टान्ताभासा +दृष्टान्ताभासाः +दृष्टान्तार्थ +दृष्टान्तार्थं +दृष्टान्तार्थः +दृष्टान्तार्थम् +दृष्टान्तालंकारः +दृष्टान्तालङ्कारः +दृष्टान्तासम्प्रतिपत्तेः +दृष्टान्तासिद्धिः +दृष्टान्तासिद्धिरिति +दृष्टान्तितम् +दृष्टान्तीकृत्य +दृष्टान्ते +दृष्टान्तेति +दृष्टान्तेन +दृष्टान्तेनाह +दृष्टान्तेनोपपादयति +दृष्टान्तेषु +दृष्टान्तेऽपि +दृष्टान्तेऽप्युभयभ्रष्टत्वप्रकारं +दृष्टान्तैः +दृष्टान्तो +दृष्टान्तोक्तिः +दृष्टान्तोपादानम् +दृष्टान्तोऽत्र +दृष्टान्तोऽपि +दृष्टान्तोऽयं +दृष्टान्तोऽस्ति +दृष्टान्तौ +दृष्टापि +दृष्टाय +दृष्टाया +दृष्टायां +दृष्टार्थ +दृष्टार्थं +दृष्टार्थः +दृष्टार्थता +दृष्टार्थत्वं +दृष्टार्थत्वात् +दृष्टार्थत्वे +दृष्टार्थत्वेन +दृष्टार्थमेव +दृष्टार्थम् +दृष्टार्थस्य +दृष्टार्था +दृष्टार्थानां +दृष्टार्थानि +दृष्टार्थापत्तिः +दृष्टार्थे +दृष्टार्थेषु +दृष्टाव +दृष्टाश्च +दृष्टासि +दृष्टास् +दृष्टास्तत्र +दृष्टास्तु +दृष्टास्ते +दृष्टास्तेन +दृष्टास्त्वया +दृष्टास्मि +दृष्टाहं +दृष्टि +दृष्टिं +दृष्टिः +दृष्टिकर्म +दृष्टिके +दृष्टिकोण +दृष्टिकोणं +दृष्टिकोणः +दृष्टिकोणम् +दृष्टिकोणस्य +दृष्टिकोणेन +दृष्टिगत +दृष्टिगतं +दृष्टिगतानि +दृष्टिगोचर +दृष्टिगोचरं +दृष्टिगोचरः +दृष्टिगोचरतां +दृष्टिगोचरम् +दृष्टिगोचरा +दृष्टिगोचराः +दृष्टिगोचरे +दृष्टिगोचरो +दृष्टिचित्तापहारिणम् +दृष्टिच्छदा +दृष्टिजा +दृष्टितो +दृष्टिद्वयं +दृष्टिनिपातेन +दृष्टिपथ +दृष्टिपथं +दृष्टिपथमायाति +दृष्टिपथमायान्ति +दृष्टिपथमृच्छति +दृष्टिपथम् +दृष्टिपथे +दृष्टिपरामर्शः +दृष्टिपरीक्षा +दृष्टिपात +दृष्टिपातं +दृष्टिपातः +दृष्टिपाताः +दृष्टिपाते +दृष्टिपातेन +दृष्टिपातैः +दृष्टिपातो +दृष्टिपूतं +दृष्टिप्रदाने +दृष्टिप्रपातं +दृष्टिफलम् +दृष्टिबाणाः +दृष्टिभाग +दृष्टिभिः +दृष्टिभूतस्य +दृष्टिभूतानां +दृष्टिमण्डलभवा +दृष्टिमधो +दृष्टिमध्ये +दृष्टिमनोहरम् +दृष्टिमवष्टभ्य +दृष्टिमात्रेण +दृष्टिमादाय +दृष्टिमिति +दृष्टिम् +दृष्टिरधीरता +दृष्टिरपि +दृष्टिरम्याणि +दृष्टिरस्य +दृष्टिरस्याः +दृष्टिरिति +दृष्टिरिव +दृष्टिरिष्यते +दृष्टिरुक्ता +दृष्टिरुच्यते +दृष्टिरुदाहृता +दृष्टिरेव +दृष्टिरेषा +दृष्टिर् +दृष्टिर्दोषाभिपन्ना +दृष्टिर्न +दृष्टिर्निपतिता +दृष्टिर्निष्फलतां +दृष्टिर्भवति +दृष्टिर्भृशं +दृष्टिर्मनुजस्य +दृष्टिर्मुद्रा +दृष्टिर्मृगीणामिव +दृष्टिर्यस्य +दृष्टिर्या +दृष्टिर्विरूपा +दृष्टिर्हि +दृष्टिवशं +दृष्टिविभवः +दृष्टिविभ्रमैः +दृष्टिश्च +दृष्टिषु +दृष्टिस्तत्र +दृष्टिस्तथा +दृष्टिस्तस्मिन्नपत्ये +दृष्टिस्तु +दृष्टिस्ते +दृष्टिस्थान +दृष्टिस्थानं +दृष्टिस्थानम् +दृष्टिहीने +दृष्टी +दृष्टीः +दृष्टीति +दृष्टीनां +दृष्टु +दृष्टुं +दृष्टुम् +दृष्टुा +दृष्टे +दृष्टेः +दृष्टेति +दृष्टेत्यादि +दृष्टेत्याह +दृष्टेन +दृष्टेनैव +दृष्टेन्दुः +दृष्टेरप्रतिसंधिरनुपादानमप्रादुर्भावः +दृष्टेरिति +दृष्टेर् +दृष्टेर्द्रष्टा +दृष्टेर्द्रष्टारं +दृष्टेव +दृष्टेश्च +दृष्टेषु +दृष्टेस्तेषां +दृष्टेह +दृष्टेऽनुपपन्नं +दृष्टेऽपि +दृष्टै +दृष्टैव +दृष्टैवं +दृष्टो +दृष्टोपि +दृष्टोसि +दृष्टोऽत्र +दृष्टोऽथ +दृष्टोऽद्य +दृष्टोऽनुमितो +दृष्टोऽन्तस्त्वनयोस्तत्त्वदर्शिभिः +दृष्टोऽपि +दृष्टोऽयं +दृष्टोऽर्थो +दृष्टोऽसि +दृष्टोऽसौ +दृष्टोऽस्ति +दृष्टोऽस्माभिः +दृष्टोऽस्मि +दृष्टोऽहं +दृष्टौ +दृष्ट् +दृष्ट्टा +दृष्ट्ठा +दृष्ट्य +दृष्ट्या +दृष्ट्यां +दृष्ट्यापि +दृष्ट्यायुस्तेजसां +दृष्ट्याऽपि +दृष्ट्युच्छ्रायौ +दृष्ट्येति +दृष्ट्यै +दृष्ट्यैव +दृष्ट्र +दृष्ट्रा +दृष्ट्व +दृष्ट्वा +दृष्ट्वां +दृष्ट्वाग्रे +दृष्ट्वात्मानं +दृष्ट्वात्र +दृष्ट्वाथ +दृष्ट्वादृष्ट्वा +दृष्ट्वाद्भुतं +दृष्ट्वाद्य +दृष्ट्वापि +दृष्ट्वाय +दृष्ट्वाश्रमपदं +दृष्ट्वासौ +दृष्ट्वास्य +दृष्ट्वाह +दृष्ट्वाहं +दृष्ट्वाऽथ +दृष्ट्वाऽद्भुतं +दृष्ट्वाऽपि +दृष्ट्वाऽसौ +दृष्ट्वाऽहं +दृष्ट्वाऽऽत्मानं +दृष्ट्वाऽऽश्चर्यं +दृष्ट्वेति +दृष्ट्वेत्थं +दृष्ट्वेत्यर्थः +दृष्ट्वेत्यादि +दृष्ट्वेत्यादेरनुनादयन्नित्यन्तस्याव्यक्तांशं +दृष्ट्वेदं +दृष्ट्वेमं +दृष्ट्वेमां +दृष्ट्वेव +दृष्ट्वेह +दृष्ट्वै +दृष्ट्वैकासनसंस्थिते +दृष्ट्वैनं +दृष्ट्वैव +दृष्ट्वैवं +दृष्ट्वोत्पातं +दृष्ट्वोर्वशीं +दृष्ट्वोवाच +दृष्ट्व्îअ +दृष्ट्स +दृष्ट्‌वा +दृष्ण +दृष्णू +दृष्त्वा +दृष्दैव +दृष्द्मा +दृष्द्वा +दृष्य +दृष्यं +दृष्यति +दृष्यते +दृष्यन्ते +दृष्या +दृष्वा +दृस्प +दृस्यते +दृस्यन्ते +दृह +दृहि +दृह्य +दृह्य॑ +दृ॑ᳪं᳭ह +दृ॑ᳪह +दृ॒ +दृ॒ढा +दृ॒ळ्हं +दृ॒ळ्हम् +दृ॒ळ्हस्य॑ +दृ॒ळ्हा +दृ॒ळ्हाः +दृ॒ळ्हानि॑ +दृ॒श +दृ॒शये॑ +दृ॒शये॒ +दृ॒शा॒नो +दृ॒शे +दृ॒शेयं॑ +दृ॒शेय॑म् +दृ॒ष्ट्वा +दृ॒ꣳह॒ +दृᳪं᳭ह +दृᳪह +दृ꣣शे꣢ +दृꣳह +दृꣳहति +दृꣳहन्तां +दृꣳहस्व +दॄ +दे +दें +देंगे +देः +देइ +देई +देउ +देउत्स्छे +देऊ +देओ +देओया +देओल +देक +देकं +देकर +देकस्य +देकस्या +देका +देकारं +देकार्त +देके +देको +देख +देखकर +देखत +देखता +देखताय +देखताहूय +देखताहेय +देखताहोय +देखती +देखते +देखन +देखना +देखनी +देखने +देखनेमें +देखनेवाला +देखनेवाले +देखनेसे +देखा +देखाई +देखि +देखिए +देखिया +देखिये +देखी +देखूं +देखे +देखें +देखो +देगा +देगे +देग्धा +देग्धि +देङ् +देच +देचे +देच्या +देण +देणे +देत +देतत् +देतस्य +देता +देति +देती +देतु +देते +देतो +देत् +देथ +देदि +देदिशतीर्हविष्कृतः +देदिश्यते +देदीप्यते +देदीप्यमान +देदीप्यमानं +देदीप्यमानः +देदीप्यमानम् +देदीप्यमाना +देदीप्यमानां +देदीप्यमानाः +देदीप्यमाने +देदीप्यमानो +देदीयते +देदु +देदे +देदो +देध +देधान +देधे +देध्मीयते +देध्यद् +देन +देनं +देनम् +देना +देनानि +देनी +देने +देनेका +देनेके +देनेति +देनेवाला +देनेवाली +देनेवाले +देनेवालों +देनेसे +देनेहारी +देनेहारे +देनैव +देब +देबलः +देबि +देबी +देभतुः +देभुः +देभ्यो +देमि +देय +देयँ +देयं +देयः +देयञ्च +देयता +देयत्वं +देयत्वेन +देयधर्मपरित्यागेन +देयधर्मेषु +देयधर्मो +देयन्तु +देयमग्निमता +देयमदेयं +देयमन्नं +देयमस्ति +देयमिति +देयमित्यपि +देयमित्यर्थः +देयमित्याह +देयमित्येतद्दानलक्षणम् +देयमित्येव +देयमिदं +देयमिष्यते +देयमृणं +देयमृणम् +देयमृणे +देयमेव +देयमेवेति +देयमौषधं +देयम् +देयम्‌ +देयवस्तु +देयश्च +देयस्तु +देयस्त्वया +देयस्य +देया +देयाः +देयात् +देयाद्विद्यातीर्थमहेश्वरः +देयानां +देयानि +देयानीति +देयान्येतानि +देयाम् +देयाश्च +देयासुः +देयाऽन्यस्मै +देये +देयेति +देयेन +देयेयं +देयेषु +देयो +देयोऽवकृष्टस्य +देयौ +देय॒ +देर +देरपि +देरिति +देर् +देल +देलरामाकथासारः +देलरामाकथासारे +देव +देवँ +देवं +देवंगमां +देवंगमाम् +देवंदेवं +देवंदेवम् +देवः +देवःऽ +देवआर्यनदुर्ग +देवऋषे +देवक +देवकं +देवकः +देवकणः +देवकण्टकः +देवकण्टकम् +देवकण्टकान् +देवकन्यका +देवकन्या +देवकन्यां +देवकन्याः +देवकन्याया +देवकन्याश्च +देवकन्यासहस्राणि +देवकर्णिकां +देवकर्मणि +देवकर्माणि +देवकल्पं +देवकल्पस्य +देवकल्पा +देवकश्चोग्रसेनश्च +देवकस्य +देवका +देवकामं +देवकामः +देवकामस्त्वं +देवकामा +देवकामानां +देवकामो +देवकार्य +देवकार्यं +देवकार्यचिकीर्षया +देवकार्यनिमित्तं +देवकार्यमिदं +देवकार्यम् +देवकार्यस्य +देवकार्याणि +देवकार्यादपि +देवकार्याय +देवकार्यार्थं +देवकार्यार्थसिद्धये +देवकार्यार्थसिद्ध्यर्थं +देवकार्ये +देवकार्येण +देवकार्येषु +देवकाष्ठं +देवकाष्ठञ्च +देवकि +देवकिनन्दन +देवकिनन्दनः +देवकिनन्दने +देवकिरी +देवकी +देवकीं +देवकीगर्भे +देवकीजठरे +देवकीति +देवकीनंदनः +देवकीनन्दन +देवकीनन्दनं +देवकीनन्दनः +देवकीनन्दनो +देवकीपुत्र +देवकीपुत्रं +देवकीपुत्रः +देवकीपुत्राय +देवकीपुत्रो +देवकीम् +देवकीवसुदेवयोः +देवकीवसुदेवौ +देवकीशयने +देवकीसुत +देवकीसुतः +देवकीसुतम् +देवकुमारा +देवकुमारिकाः +देवकुल +देवकुलं +देवकुलचटक +देवकुलम् +देवकुलानि +देवकुलिक +देवकुले +देवकुलेषु +देवकुलैरिव +देवकुसुमं +देवकुसुमम् +देवकूट +देवकूटं +देवकूटश्च +देवकूटे +देवकृत +देवकृतं +देवकृतम् +देवकृतस्य +देवकृतस्येति +देवकृतस्यैनसोऽवयजनमसि +देवकृता +देवकृते +देवकृत्यं +देवको +देवकोटयः +देवकोटा +देवकोटीनां +देवकोशः +देवक्या +देवक्यां +देवक्याः +देवक्याश्च +देवक्युवाच +देवक्यै +देवक्षत्रः +देवक्षेत्रं +देवक्षेत्रम् +देवखातं +देवखातबिले +देवखाते +देवखातेषु +देवगंधर्वा +देवगंधर्वाः +देवगढ +देवगढमण्डलम् +देवगण +देवगणं +देवगणः +देवगणभेदे +देवगणस्य +देवगणा +देवगणाः +देवगणानां +देवगणानाम् +देवगणान् +देवगणाय +देवगणाश्च +देवगणाश्चैव +देवगणास्तत्र +देवगणास्तथा +देवगणास्तदा +देवगणास्सर्वे +देवगणे +देवगणेन +देवगणैः +देवगणैर्वृतम् +देवगणो +देवगतं +देवगतिं +देवगत्या +देवगन +देवगन्धर्व +देवगन्धर्वकन्याश्च +देवगन्धर्वकिन्नराः +देवगन्धर्वदानवाः +देवगन्धर्वदानवैः +देवगन्धर्वभूतानामृषीणां +देवगन्धर्वयक्षरक्षोमहोरगाः +देवगन्धर्वयक्षाणां +देवगन्धर्वरक्षसाम् +देवगन्धर्वसेवित +देवगन्धर्वसेवितः +देवगन्धर्वसेवितम् +देवगन्धर्वसेविताः +देवगन्धर्वसेविते +देवगन्धर्वा +देवगन्धर्वाः +देवगन्धर्वाणां +देवगन्धर्वाणामानन्दः +देवगन्धर्वैः +देवगर्भः +देवगर्भसमावुभौ +देवगर्भा +देवगवा +देवगवीर्जपति +देवगान्धारी +देवगायकानां +देवगिरि +देवगिरिं +देवगिरियादवाः +देवगिरी +देवगिरेः +देवगिरौ +देवगुणा +देवगुप्तं +देवगुरु +देवगुरुं +देवगुरुः +देवगुरुणा +देवगुरुद्विजानाम् +देवगुरुविप्राणां +देवगुरोः +देवगुरौ +देवगुह्यं +देवगृहं +देवगृहम् +देवगृहस्य +देवगृहा +देवगृहाणि +देवगृहे +देवगृहेषु +देवगेहे +देवगोपा +देवगोपाः +देवग्रहा +देवग्रहाः +देवग्रामः +देवघर +देवघरमण्डलम् +देवचक्रम् +देवचक्रे +देवच्छन्दः +देवछन्दसं +देवजग्धं +देवजन +देवजना +देवजनाः +देवजनेभ्यः +देवजयो +देवजा +देवजाः +देवजात +देवजातं +देवजातयः +देवजातस्य +देवजाता +देवजातानि +देवजाताय +देवजातेन +देवजामिभ्यः +देवजामीनां +देवजुष्टं +देवजुष्टः +देवजुष्टा +देवजूतं +देवजूतः +देवजूतमिति +देवजूते +देवज॒नाः +देवञ्च +देवट् +देवट्टी +देवणभट्ट +देवणभट्टः +देवणभट्टस्य +देवत +देवतं +देवतः +देवतमः +देवतम् +देवतया +देवतयाग्नेः +देवतयाङ्गिरस्वद् +देवतयाङ्गिरस्वद्ध्रुवा +देवतयाऽङ्गिरस्वद् +देवतयाऽङ्गिरस्वद्ध्रुवा +देवतयेति +देवतयोः +देवतरवो +देवतरुः +देवतर्पणाय +देवता +देवतां +देवताः +देवताओ +देवताओं +देवताओंका +देवताओंकी +देवताओंके +देवताओंको +देवताक +देवताकी +देवताके +देवतागण +देवतागणः +देवतागणम् +देवतागणाः +देवतागणान् +देवतागणैः +देवतागारं +देवतागारे +देवतागुरुविप्राणां +देवतागृहम् +देवतागृहे +देवताग्रे +देवताङ्गे +देवताचक्रं +देवताज्ञानं +देवताड +देवताडवृक्षः +देवताडवृक्षे +देवताड़वृक्षे +देवताडो +देवतात +देवतातनुं +देवतातन्वा +देवतातन्वाः +देवतातये +देवताता +देवताति +देवतातिं +देवतातिः +देवतातिथिपूजकः +देवतातिथिभृत्यानां +देवतातिम् +देवताते +देवतातौ +देवतात्मना +देवतात्मनो +देवतात्मभावमश्नुते +देवतात्मा +देवतात्मानं +देवतात्व +देवतात्वं +देवतात्वमिति +देवतात्वम् +देवतात्वस्य +देवतात्वात् +देवतात्वे +देवतात्वेन +देवतादयः +देवतादर्शनं +देवतादि +देवतादिभिः +देवतादिषु +देवतादीनां +देवतादेशः +देवताद्वंद्वे +देवताद्वन्द्व +देवताद्वन्द्वे +देवताद्वारा +देवताधिकरणन्यायेन +देवताधिकरणम् +देवताधिकरणे +देवताध्यायब्राह्मणम् +देवताना +देवतानां +देवतानाञ्च +देवतानाम +देवतानामपि +देवतानामभिप्रायः +देवतानामानि +देवतानामिति +देवतानामृच्छतु +देवतानामृषीणां +देवतानामृषीणाञ्च +देवतानामेको +देवतानामेव +देवतानाम् +देवतानाꣳ +देवतानि +देवतानिन्दनं +देवतानिर्णयः +देवतानिर्देशः +देवतान् +देवतान्तरं +देवतान्तरमेव +देवतान्तरम् +देवतान्तरयाजिनां +देवतान्तरे +देवतान्तरेण +देवतान्तरैः +देवतान्तात्तादर्थ्ये +देवतान्व् +देवतापदं +देवतापदस्य +देवतापि +देवतापूजनं +देवतापूजा +देवतापूजां +देवताप्रतिमा +देवताप्रतिमां +देवताप्रतिष्ठा +देवताप्रत्यधिदेवतासहितं +देवताप्रत्ययार्थनिर्णयः +देवताप्रीतिरेव +देवताप्रीतिहेतुत्वे +देवताभि +देवताभिः +देवताभिधानं +देवताभिधानत्वात् +देवताभिधानम् +देवताभिधाम् +देवताभिरिन्द्रियेण +देवताभिरेव +देवताभिर् +देवताभिर्गृह्णामि +देवताभिर्नेष्टेन +देवताभिश् +देवताभिश्च +देवताभेदः +देवताभेदे +देवताभेदेन +देवताभ्य +देवताभ्यः +देवताभ्यर्चनं +देवताभ्यर्च्चनं +देवताभ्यश्च +देवताभ्यस्तु +देवताभ्यां +देवताभ्यो +देवतामग्र +देवतामतिपृच्छसि +देवतामयो +देवतामसावेव +देवतामात्रं +देवतामाराध्य +देवतामिव +देवतामुद्दिश्य +देवतामुपधावेत् +देवतामुपास्ते +देवतामुपास्तेऽन्योऽसावन्योऽहमस्मीति +देवतामुपास्स +देवतामूर्तिं +देवतामृगभ्यनूक्ता +देवताम् +देवताय +देवतायतनं +देवतायतनानां +देवतायतनानि +देवतायतने +देवतायतनेषु +देवतायतनेष्वपि +देवतायतनो +देवताया +देवतायां +देवतायाः +देवतायामस्ति +देवतायामिति +देवतायाम् +देवतायाश्च +देवतायुक्तां +देवतायै +देवताराधनं +देवताराधने +देवतारूप +देवतारूपं +देवतारूपः +देवतारूपतया +देवतारूपा +देवतारूपेण +देवतारूपो +देवतार्चन +देवतार्चनं +देवतार्चनम् +देवतार्चने +देवतार्चा +देवतार्चां +देवतार्चाः +देवतार्च्चनम् +देवतार्थं +देवतार्थम् +देवतार्थे +देवतालयः +देवतालयम् +देवतालये +देवतावचनाः +देवतावत् +देवतावरोधिनी +देवतावाचकाः +देवतावादः +देवतावाहनं +देवताविकल्पः +देवताविग्रहादि +देवताविधिः +देवताविशेष +देवताविशेषं +देवताविशेषः +देवताविशेषमुपासते +देवताविशेषस्य +देवताविशेषाः +देवताविशेषानायाचते +देवताविशेषे +देवताविषयं +देवताविषया +देवताशतसहस्राणि +देवताशतसहस्रैः +देवताशब्देन +देवताश् +देवताश्च +देवताश्चापि +देवताश्चैव +देवताश्रयं +देवतास +देवतासंबन्ध +देवतासंबन्धं +देवतासम्प्रदाने +देवतासु +देवतासूची +देवतास् +देवतास्तत्र +देवतास्तथा +देवतास्तपः +देवतास्तस्य +देवतास्ता +देवतास्ताः +देवतास्तासां +देवतास्ति +देवतास्तु +देवतास्ते +देवतास्तेन +देवतास्थापनं +देवतास्य +देवतास्येति +देवतास्वाभजाम्येतासु +देवतास्वेव +देवतास्व् +देवतास्सर्वा +देवतास्सर्वाः +देवताह्वानं +देवताऽपि +देवताऽषाढा +देवताऽस्य +देवति +देवतिर्यङ्मनुष्यस्थावरात्मना +देवतिर्यङ्मनुष्येषु +देवतीर्थ +देवतीर्थं +देवतीर्थमनुत्तमम् +देवतीर्थे +देवतीर्थेन +देवतुल्यं +देवतुल्यपराक्रमौ +देवतुल्यो +देवतुष्टये +देवते +देवतेति +देवतेतिविषये +देवतेत्यर्थः +देवतेत्यादि +देवतेत्य् +देवतेयं +देवतेव +देवतेऽहं +देवतै +देवतैः +देवतैक्षत +देवतैतासां +देवतैव +देवतो +देवतोच्यते +देवतोद्गीथमन्वायत्ता +देवतोद्देशः +देवतोद्देशेन +देवतोपस्थानं +देवतोष्णिहा +देवत्तं +देवत्य +देवत्यं +देवत्यम् +देवत्या +देवत्याः +देवत्यो +देवत्रयं +देवत्रा +देवत्राधि +देवत्रैवैनां +देवत्व +देवत्वं +देवत्वमपि +देवत्वमभिरक्षमाणाः +देवत्वमभिसम्पद्यन्ते +देवत्वममरेशत्वं +देवत्वमागताः +देवत्वमापन्नो +देवत्वमाप्नुयात् +देवत्वमाप्नुवन् +देवत्वमेव +देवत्वम् +देवत्वस्य +देवत्वात् +देवत्वादय +देवत्वे +देवत्वेन +देवद +देवदत +देवदतो +देवदत्त +देवदत्तं +देवदत्तः +देवदत्तकः +देवदत्तकाः +देवदत्तगृहं +देवदत्तनामा +देवदत्तमयम् +देवदत्तमिति +देवदत्तम् +देवदत्तयज्ञदत्तविष्णुमित्रा +देवदत्तयज्ञदत्तौ +देवदत्तया +देवदत्तरूप्यम् +देवदत्तश्च +देवदत्तस्तथा +देवदत्तस्तु +देवदत्तस्य +देवदत्तस्येति +देवदत्ता +देवदत्तां +देवदत्ताः +देवदत्तात् +देवदत्ताथ् +देवदत्तादयो +देवदत्तादि +देवदत्तादिः +देवदत्तादिषु +देवदत्तादेः +देवदत्तादौ +देवदत्ताय +देवदत्तायां +देवदत्तायाः +देवदत्तीया +देवदत्तीयाः +देवदत्ते +देवदत्तेति +देवदत्तेन +देवदत्तेनेति +देवदत्तेऽपि +देवदत्तो +देवदत्तोऽपि +देवदत्तोऽहं +देवदत्तोऽहम् +देवदत्तौ +देवदत्त्त +देवदर्शन +देवदर्शनं +देवदर्शनः +देवदर्शनम् +देवदा +देवदाणं +देवदानव +देवदानवगन्धर्वयक्षराक्षसपन्नगाः +देवदानवगन्धर्वा +देवदानवगन्धर्वाः +देवदानवगन्धर्वैः +देवदानवगन्धर्व्वा +देवदानवदर्पहा +देवदानवदैत्यानां +देवदानवमानवाः +देवदानवमानवैः +देवदानवयक्षाणां +देवदानवरक्षसाम् +देवदानवराक्षसाः +देवदानवराक्षसान् +देवदानवराक्षसैः +देवदानववीराणां +देवदानवा +देवदानवाः +देवदानवानां +देवदानवान् +देवदानवैः +देवदारवो +देवदारु +देवदारुं +देवदारुः +देवदारुणः +देवदारुणि +देवदारुभिः +देवदारुवनं +देवदारुवनम् +देवदारुवने +देवदारुवृक्षः +देवदारुवृक्षे +देवदारुश्च +देवदालिका +देवदाली +देवदालीं +देवदालीफलं +देवदालीफलद्रवैः +देवदालीलता +देवदाल्या +देवदाल्याः +देवदाल्याश्च +देवदास +देवदासी +देवदासो +देवदासोऽपि +देवदुंदुभयो +देवदुन्दुभयः +देवदुन्दुभयश्चैव +देवदुन्दुभयो +देवदुन्दुभयोऽभिनदन्ति +देवदुन्दुभिः +देवदुर्गविधानसभाक्षेत्रम् +देवदुर्गा +देवदुर्लभम् +देवदूत +देवदूतं +देवदूतः +देवदूतविकुण्डलसंवादे +देवदूतस्य +देवदूता +देवदूती +देवदूतेन +देवदूतो +देवदूतोक्ते +देवदेव +देवदेवं +देवदेवः +देवदेवत्या +देवदेवप्रसादतः +देवदेवप्रसादेन +देवदेवमद्रिः +देवदेवमनुस्मरन् +देवदेवमुमापतिम् +देवदेवम् +देवदेवशं +देवदेवश्च +देवदेवश्चतुर्मुखः +देवदेवस्तु +देवदेवस्तुतिः +देवदेवस्त्रिलोचनः +देवदेवस्य +देवदेवा +देवदेवाः +देवदेवानां +देवदेवान्महेश्वरात् +देवदेवाय +देवदेवी +देवदेवीं +देवदेवीनां +देवदेवे +देवदेवेति +देवदेवेन +देवदेवेश +देवदेवेशं +देवदेवेशः +देवदेवेशि +देवदेवेशे +देवदेवेशो +देवदेवेश्वरो +देवदेवो +देवदेवोऽपि +देवदेहं +देवदेहो +देवदैत्ययोः +देवदैत्या +देवदैत्याः +देवदैत्यानां +देवद्रव्यं +देवद्रीचा +देवद्रीचीं +देवद्रोणी +देवद्रोण्यां +देवद्रोहं +देवद्रोही +देवद्र्यङ् +देवद्वारे +देवद्विज +देवद्विजगवां +देवद्विजगुरुप्राज्ञ +देवद्विजगुरुप्राज्ञपूजनं +देवद्विजनरेन्द्राणां +देवद्विजनृपाणां +देवद्विजनृपादीनां +देवद्विजमहीभृताम् +देवद्विषः +देवद्विषां +देवद्विषो +देवद्वेषी +देवधान्यं +देवधान्यम् +देवन +देवनं +देवनः +देवनक्षत्राणि +देवनदी +देवनदीं +देवनद्या +देवनद्यां +देवनद्याः +देवनन्दिन् +देवनन्दी +देवनमस्कृतम् +देवनम् +देवनलः +देवनशीलं +देवनशीला +देवनशीलाः +देवनशीले +देवनहळ्ळी +देवना +देवनां +देवनाः +देवनागयक्षासुरगरुडकिन्नरमहोरगाभ्यर्चितो +देवनागरी +देवनागरीलिपिः +देवनागरीलिप्या +देवनागरीलिप्यां +देवनागरीलिप्याम् +देवनागर्यां +देवनागर्याम् +देवनाथ +देवनाम +देवनामानि +देवनाम्ना +देवनायकाः +देवनिकायः +देवनिकाया +देवनिकायानां +देवनिकायाश्च +देवनिकाये +देवनिकायेषु +देवनिदो +देवनिन्दां +देवनिर्मितं +देवनिर्मितः +देवनिर्मितम् +देवनिर्मिता +देवनिर्मिताः +देवनिर्मिताम् +देवनिर्मिते +देवनिर्म्मिता +देवनिर्म्मिताः +देवनिषेवितम् +देवने +देवनेन +देवन् +देवप +देवपक्षे +देवपञ्चरात्रः +देवपतिं +देवपतिः +देवपतिर्यथा +देवपत्नी +देवपत्नीः +देवपत्नीनां +देवपत्नीभिः +देवपत्नीर् +देवपत्नीर्व्याचष्टे +देवपत्न्य +देवपत्न्यः +देवपत्न्यश्च +देवपत्न्याविति +देवपत्न्यो +देवपथ +देवपथं +देवपथः +देवपथादिभ्यश्च +देवपथेषु +देवपथो +देवपदं +देवपर्वतः +देवपर्षदि +देवपवित्रं +देवपात्रं +देवपात्रेणैव +देवपादाः +देवपादानां +देवपादौ +देवपान +देवपानः +देवपालस्य +देवपालो +देवपि +देवपितृकार्याभ्यां +देवपितृमनुष्यपशुमृगादिसर्वयोनिषु +देवपीयवः +देवपीयुं +देवपीयून् +देवपुत्र +देवपुत्रं +देवपुत्रः +देवपुत्रमेतदवोचत् +देवपुत्रस्य +देवपुत्रस्याशयानुशयं +देवपुत्रा +देवपुत्राः +देवपुत्राणां +देवपुत्रान् +देवपुत्रास्ते +देवपुत्री +देवपुत्रे +देवपुत्रेण +देवपुत्रो +देवपुत्रौ +देवपुरं +देवपुरतो +देवपुरा +देवपुरीमिव +देवपुरे +देवपुरोहितः +देवपुरोहिते +देवपुष्पं +देवपूजकः +देवपूजनं +देवपूजनम् +देवपूजनात् +देवपूजने +देवपूजा +देवपूजां +देवपूजादि +देवपूजादिकं +देवपूजादौ +देवपूजापरो +देवपूजायां +देवपूजायाम् +देवपूजार्थं +देवपूजासंगतिकरणदानेषु +देवपूजासङ्गतिकरणदानेषु +देवपूजासु +देवपूजितः +देवपूजितम् +देवपूजिता +देवपूजिते +देवपूज्या +देवपूर्व +देवपूर्वं +देवप्रतिमः +देवप्रतिमां +देवप्रतिमाद्भुतावर्त्तः +देवप्रतिष्ठा +देवप्रभावस्य +देवप्रवरः +देवप्रसादतः +देवप्रसादिनी +देवप्रार्थनया +देवप्रिय +देवप्रियं +देवप्रियः +देवप्रिया +देवप्रियो +देवप्सरस्तमम् +देवबन्धुं +देवबन्धोः +देवबर्हिः +देवबर्हिर्मा +देवबलं +देवबिम्बे +देवब्रह्मणोरनुदात्तः +देवब्राह्मण +देवब्राह्मणनिंदकः +देवब्राह्मणनिन्दकः +देवब्राह्मणपूजकः +देवब्राह्मणपूजकाः +देवब्राह्मणपूजनम् +देवब्राह्मणसंनिधौ +देवब्राह्मणसन्निधौ +देवभक्तं +देवभक्तिः +देवभक्तो +देवभवनं +देवभाग +देवभागं +देवभागम् +देवभागस्य +देवभागे +देवभावं +देवभावेन +देवभाषा +देवभिषजौ +देवभूतपितृयागादिनाऽपि +देवभूतानां +देवभूतिं +देवभूतो +देवभूमयः +देवभूमिः +देवभूमौ +देवभूयं +देवभूषणम् +देवभूसुरभूपतेः +देवभृद्गुरुः +देवभेदे +देवभोगान् +देवभोग्यं +देवभोग्यानि +देवभोग्ये +देवभ्यः +देवम +देवमंदिर +देवमक्षरं +देवमग्निभिः +देवमच्छेहीन्द्राय +देवमण्डले +देवमधु +देवमनन्तं +देवमनन्तमपराजितम् +देवमनुजाः +देवमनुज्ञाप्य +देवमनुमान्य +देवमनुष्य +देवमनुष्यपुरुषपुरुमर्त्येभ्यो +देवमनुष्या +देवमनुष्याः +देवमनुष्याणां +देवमनुष्याणाम् +देवमनुष्यादयः +देवमनुष्यादितया +देवमनुष्यादिरूपेण +देवमनुष्यादिरूपेणावस्थितेषु +देवमनुष्यान् +देवमनुष्यावर्जनकरं +देवमनुष्येभ्यः +देवमनुष्येषु +देवमनुष्यैः +देवमनुस्मरन् +देवमन्त्री +देवमन्दिरं +देवमन्दिरम् +देवमन्दिरे +देवमन्यं +देवमपि +देवमभ्यर्च्य +देवममंसत +देवमयं +देवमयजन्त +देवमयो +देवमरतिं +देवमर्चयित्वा +देवमर्चयेत् +देवमर्त्यानां +देवमवर्धताम् +देवमवर्धयत् +देवमविज्ञाय +देवमसेविषाताम् +देवमहं +देवमातः +देवमातर +देवमातरं +देवमातरः +देवमातरम् +देवमातरि +देवमाता +देवमातुः +देवमातुश्च +देवमातृका +देवमात्मबुद्धिप्रकाशं +देवमात्मानं +देवमात्रस्य +देवमात्रा +देवमात्रे +देवमादनः +देवमादाय +देवमानं +देवमानवाः +देवमानीय +देवमानुषाः +देवमानेन +देवमानेव +देवमायया +देवमाया +देवमायां +देवमायेव +देवमाराध्य +देवमारोप्य +देवमार्ग +देवमार्गं +देवमार्गे +देवमार्गेण +देवमालोक्य +देवमावाहयिष्यामि +देवमावाह्य +देवमाश्रित्य +देवमासाद्य +देवमासीनं +देवमिति +देवमित्यादि +देवमिदं +देवमिन्द्रं +देवमिन्द्रमवर्धयत् +देवमिष्ट्वा +देवमीड्यं +देवमीढ +देवमीढस्य +देवमीढुषः +देवमीढुषम् +देवमीळते +देवमीशानं +देवमीश्वरम् +देवमुखं +देवमुखे +देवमुत्थाप्य +देवमुदीक्ष्य +देवमुद्दिश्य +देवमुनिः +देवमुने +देवमुपासते +देवमुमापतिम् +देवमूर्तयः +देवमूर्तिं +देवमृत्विजम् +देवमेतु +देवमेव +देवम् +देवम्̇ +देवम्ऽदेवम् +देवय +देवयं +देवयजं +देवयजः +देवयजन +देवयजनं +देवयजनः +देवयजनदेशं +देवयजनदेशे +देवयजनमध्यवसाय +देवयजनमध्यवस्यति +देवयजनमसि +देवयजनमात्रं +देवयजनमिति +देवयजनमुदानयति +देवयजनम् +देवयजनस्थाने +देवयजनस्य +देवयजनस्यैव +देवयजनाद् +देवयजनानि +देवयजनि +देवयजनी +देवयजनीं +देवयजनीति +देवयजने +देवयजनेन +देवयजनोल्लेखनप्रभृत्या +देवयजनोल्लेखनप्रभृत्याग्निमुखात् +देवयजनोल्लेखनप्रभृत्याग्निमुखात्कृत्वा +देवयजनोल्लेखनप्रभृत्याप्रणीताभ्यः +देवयजन्या +देवयजन्योषध्यास्ते +देवयजम् +देवयजो +देवयज्ञ +देवयज्ञं +देवयज्ञः +देवयज्ञम् +देवयज्ञेन +देवयज्ञो +देवयज्यया +देवयज्ययान्नादो +देवयज्ययायुष्मान् +देवयज्ययाऽन्नादो +देवयज्ययाऽऽयुष्मान् +देवयज्ययेन्द्रि +देवयज्ययेन्द्रियावी +देवयज्ययेन्द्रियाव्यन्नादो +देवयज्या +देवयज्याया +देवयज्यायै +देवयतां +देवयताम् +देवयति +देवयते +देवयद्भ्यः +देवयननं +देवयनने +देवयन्त +देवयन्तः +देवयन्तम् +देवयन्तस्त्वेमहे +देवयन्तीः +देवयन्तो +देवयवः +देवयवो +देवयशसेनार्पयति +देवयशस्य् +देवया +देवयाः +देवयागाय +देवयागे +देवयाजी +देवयात्रा +देवयात्रां +देवयात्रायां +देवयान +देवयानं +देवयानः +देवयानपितृयाणौ +देवयानमार्गेण +देवयानम् +देवयानश्च +देवयानस्तु +देवयानस्य +देवयाना +देवयानाः +देवयानात् +देवयानान् +देवयानि +देवयानी +देवयानीं +देवयानीमुशनसः +देवयाने +देवयानेन +देवयानैः +देवयानैर् +देवयानो +देवयान्यब्रवीदिदम् +देवयान्या +देवयान्यां +देवयान्याः +देवयान्युवाच +देवयु +देवयुं +देवयुः +देवयुगे +देवयुम् +देवयुवं +देवयुवम् +देवयूनाम् +देवयो +देवयोः +देवयोग्यं +देवयोग्यां +देवयोग्यानि +देवयोनयः +देवयोनि +देवयोनिः +देवयोनिभेदे +देवयोनिर् +देवयोनिविशेषः +देवयोनिषु +देवयोनीनां +देवयोन्यष्टकं +देवयोन्यां +देवयोर् +देवयोषितः +देवयोषिताम् +देवय॒ज्या +देवय॒ज्याया॒ +देवय॒ज्यायै॑ +देवर +देवरं +देवरः +देवरक्षितः +देवरक्षिता +देवरथ +देवरथं +देवरथः +देवरथो +देवरम् +देवरस +देवरस्ते +देवरस्य +देवरहिप्परगीविधानसभाक्षेत्रम् +देवराक्षसाः +देवराच्च +देवराज +देवराजं +देवराजः +देवराजमपि +देवराजयज्वनः +देवराजयज्वा +देवराजश्च +देवराजसमद्युतिः +देवराजस् +देवराजस्तु +देवराजस्य +देवराजाय +देवराजे +देवराजेन +देवराजो +देवराजोऽपि +देवराज्ञा +देवराज्यं +देवराज्ये +देवराट् +देवराडिव +देवराड् +देवराणां +देवरात +देवरातं +देवरातः +देवरातसुतः +देवरातस्य +देवरातादयः +देवराताश्च +देवरातेन +देवरातो +देवरात् +देवराद्वा +देवराय +देवरायनदुर्गम् +देवरि +देवरिपौ +देवरिया +देवरियामण्डलम् +देवरी +देवरु +देवरूपं +देवरूपा +देवरूपिणः +देवरूपिणम् +देवरूपिणी +देवरूपिणीम् +देवरूपिणौ +देवरूपिण्यां +देवरूपेण +देवरे +देवरेण +देवरेषु +देवरो +देवर्षय +देवर्षयः +देवर्षयश्च +देवर्षयश्चैव +देवर्षयस्तथा +देवर्षयस्तदा +देवर्षयो +देवर्षि +देवर्षिं +देवर्षिः +देवर्षिगणपूजितम् +देवर्षिगणसेवितः +देवर्षिगणसेवितम् +देवर्षिगन्धर्वा +देवर्षिणा +देवर्षित्वमुपेत्य +देवर्षिपितृतर्पणम् +देवर्षिपितृदानवान् +देवर्षिपितृभूतानि +देवर्षिपितृमानवाः +देवर्षिपितृमानवान् +देवर्षिपितॄणां +देवर्षिभिः +देवर्षिरमितद्युतिः +देवर्षिर्नारदः +देवर्षिर्नारदस्तथा +देवर्षिर्नारदो +देवर्षिवचनं +देवर्षिषु +देवर्षिसत्तम +देवर्षिसत्तमः +देवर्षिसेवितम् +देवर्षी +देवर्षीणां +देवर्षीणाञ्च +देवर्षे +देवर्षेः +देवर्षेर्नारदस्य +देवर्षों +देवर्षौ +देवल +देवलं +देवलः +देवलक +देवलकं +देवलकः +देवलका +देवलकान् +देवलके +देवलको +देवलक्ष्मं +देवलक्ष्ममेव +देवलक्ष्मम् +देवलम् +देवलवचनात् +देवलवचने +देवलशापेन +देवलश्च +देवलश्चैव +देवलस्तथा +देवलस्तु +देवलस्मरणात् +देवलस्मृतिः +देवलस्य +देवलस्यापि +देवला +देवले +देवलेन +देवलो +देवलोक +देवलोकं +देवलोकः +देवलोकच्युताः +देवलोकजिगीषया +देवलोकमितो +देवलोकमेव +देवलोकम् +देवलोकस्य +देवलोका +देवलोकाः +देवलोकात् +देवलोकादादित्यम् +देवलोकादिवामरौ +देवलोकाद् +देवलोकान् +देवलोकाय +देवलोकास् +देवलोके +देवलोकेषु +देवलोकेऽपि +देवलोको +देवलोक्ता +देवलोऽपि +देवलोऽब्रवीत् +देववचः +देववचनं +देववच्च +देववती +देववतो +देववत् +देववत्पतिः +देववद् +देववद्दिवि +देववधेभ्य +देववधेभ्यः +देववधेभ्यःऽ +देववधेभ्यो +देववन्तं +देववन्दैः +देववर +देववरं +देववरः +देववरस्य +देववरा +देववरे +देववरेण +देववरैः +देववरो +देववर्चसः +देववर्णिनी +देववर्णिनीम् +देववल्लभः +देववा +देववाणी +देववाण्या +देववाण्याः +देववातः +देववातमप्सु +देववातश्च +देववाद्यानि +देववानुपदेवश्च +देववान् +देववाहन +देववाहनः +देववाहिनीम् +देवविद्यां +देवविनिर्मिता +देवविप्रयोः +देवविप्राणां +देवविप्रौ +देवविशः +देवविशा +देवविशेनैवास्मै +देवविशेषः +देवविशेषाः +देवविशेषाणां +देवविशो +देवविषये +देववीः +देववीतमः +देववीतय +देववीतये +देववीतिं +देववीतिर्यज्ञः +देववीतौ +देववीरति +देववृंदैः +देववेश्म +देववैद्यौ +देवव्रत +देवव्रतं +देवव्रतः +देवव्रतत्वेन +देवव्रतस्तव +देवव्रतस्य +देवव्रता +देवव्रताः +देवव्रतानि +देवव्रती +देवव्रते +देवव्रतो +देवश +देवशं +देवशत्रवः +देवशत्रुः +देवशत्रुजुष्टः +देवशत्रूणां +देवशब्द +देवशब्दं +देवशब्दः +देवशब्दस्य +देवशब्दात् +देवशब्दे +देवशब्देन +देवशब्दो +देवशयनं +देवशरीराणि +देवशरीरे +देवशर्मणः +देवशर्मणा +देवशर्मन् +देवशर्मा +देवशर्माणं +देवशर्मापि +देवशर्मेति +देवशर्मोवाच +देवशार्दूल +देवशासनात् +देवशिला +देवशिल्पी +देवशिष्टे +देवशुनी +देवशुन्या +देवशुश्रूषया +देवशो +देवश्च +देवश्चतुर्भुजः +देवश्चतुर्मुखः +देवश्चेति +देवश्चेदस्ति +देवश्चेद् +देवश्रवा +देवश्रवाः +देवश्रीः +देवश्रुत +देवश्रुतं +देवश्रुतः +देवश्रुतौ +देवश्रुत् +देवश्रूरेतानि +देवश्रेष्ठ +देवश्रेष्ठो +देवषट्कं +देवस +देवसंकाशं +देवसंघ +देवसंघं +देवसंघा +देवसंघाः +देवसंघाश्च +देवसंघेषु +देवसंघैः +देवसंघैश्च +देवसंनिधौ +देवसंबन्धि +देवसंबन्धिनं +देवसंबन्धिना +देवसंबन्धिनी +देवसंबन्धिनीं +देवसंबन्धिनौ +देवसंबन्धिन्यो +देवसंबन्धी +देवसंबन्धीनि +देवसंसदि +देवसख +देवसङ्काशं +देवसङ्घा +देवसङ्घाः +देवसङ्घानां +देवसत्तम +देवसत्तमः +देवसत्तमम् +देवसत्तमाः +देवसत्तमौ +देवसत्रे +देवसदनं +देवसदनस्तृतीयस्यामितो +देवसदने +देवसद्मानि +देवसन्निधौ +देवसभा +देवसभां +देवसभायां +देवसमा +देवसमीपं +देवसमीपे +देवसमूहः +देवसमूहाः +देवसम्बन्धिनि +देवसम्बन्धिनी +देवसरसं +देवसर्गः +देवसर्गस्तु +देवसर्षपः +देवसवितः +देवसिंहं +देवसिंहेन +देवसिंहो +देवसुता +देवसुतोपमाः +देवसुन्दे +देवसुम्नयोर्यजुषि +देवसुवाँ +देवसुवां +देवसुवाम् +देवसुवाꣳ +देवसुषयः +देवसू +देवसृष्टा +देवसृष्टो +देवसेनं +देवसेनस्य +देवसेना +देवसेनां +देवसेनाः +देवसेनानां +देवसेनानामभिभञ्जतीनां +देवसेनानाम् +देवसेनापतिं +देवसेनापतिः +देवसेनापते +देवसेनाभ्यो +देवसेनो +देवसेवनम् +देवसेवा +देवसेवां +देवसेवितम् +देवसैन्यं +देवसैन्यस्य +देवसैन्यानि +देवसैन्यैः +देवसोम +देवसोमा +देवसोमे +देवस् +देवस्तं +देवस्ततो +देवस्तत्र +देवस्तत्रैवान्तरधीयत +देवस्तथा +देवस्तदा +देवस्तव +देवस्तस्मै +देवस्तस्य +देवस्तां +देवस्तु +देवस्तुतिं +देवस्ते +देवस्तेन +देवस्त्रिलोचनः +देवस्त्रीणां +देवस्त्वं +देवस्त्वया +देवस्त्वष्टा +देवस्त्वा +देवस्त्वां +देवस्थ +देवस्थान +देवस्थानं +देवस्थानम् +देवस्थानस्य +देवस्थानानि +देवस्थाने +देवस्थानेन +देवस्थानेषु +देवस्मिता +देवस्मितां +देवस्मितायाः +देवस्य +देवस्यं +देवस्यत्वा +देवस्यत्वे +देवस्यत्वेति +देवस्यदेवस्य +देवस्या +देवस्याग्रे +देवस्यापि +देवस्याभिमुखं +देवस्याभिमुखे +देवस्यायतनं +देवस्यास्य +देवस्याहं +देवस्याहमिति +देवस्याहꣳ +देवस्येति +देवस्येव +देवस्यैव +देवस्यैष +देवस्योत्थापनावधि +देवस्योपरि +देवस्वं +देवस्वामी +देवस्स +देवस्सविता +देवहविः +देवहविर्दाने +देवहितं +देवहितम् +देवहितꣳ +देवहू +देवहूः +देवहूतमं +देवहूतमः +देवहूतमम् +देवहूतमाँ +देवहूतमान् +देवहूतमाम्̇ +देवहूतमाꣳ +देवहूतयः +देवहूति +देवहूतिं +देवहूतिः +देवहूतिभिः +देवहूतिरुवाच +देवहूतिश्च +देवहूतिऽभिः +देवहूती +देवहूतौ +देवहूत्या +देवहूत्यां +देवहूत्याः +देवहूत्यामस्यामाकूत्यामस्यामाशिषिः +देवहूत्याम् +देवहूत्यै +देवहूये +देवहूरिति +देवहेडनं +देवहेडनमिति +देवहेडनम् +देवहेलनात् +देवहेळनं +देवहेळनम् +देवह्रदे +देवऽअवीः +देवऽअव्यम् +देवऽकामः +देवऽगोपाः +देवऽजनाः +देवऽतातये +देवऽताता +देवऽतातिम् +देवऽताते +देवऽत्रा +देवऽत्वम् +देवऽपुत्रे +देवऽयज्या +देवऽयते +देवऽयन्तः +देवऽयन्तीः +देवऽयाः +देवऽयानैः +देवऽयुः +देवऽवीतमः +देवऽवीतये +देवऽवीतिम् +देवऽवीतौ +देवऽहितम् +देवऽहूतिः +देवा +देवाँ +देवाँश्च +देवां +देवांगना +देवांशः +देवांशा +देवांशे +देवांश्च +देवांस् +देवांस्तथा +देवांस्तव +देवांस्तान् +देवांस्तु +देवांस्त्रायस्त्रिंशान् +देवांस्त्रिभुवनेश्वरान् +देवाः +देवाःऽ +देवाः॑ +देवाः॒ +देवाकर्णय +देवाक्षरा +देवागातुविद +देवागारं +देवागारस्य +देवागाराणि +देवागारिकः +देवागारे +देवागारेषु +देवाग्निगुरुविप्राणां +देवाग्ने +देवाग्रतो +देवाग्रे +देवाङ् +देवाङ्गना +देवाङ्गनानां +देवाङ्गनाभिः +देवाचार्यं +देवाचार्यः +देवाचार्यस्य +देवाचार्येण +देवाचार्यो +देवाच्या +देवाजरम् +देवाज्ञया +देवाज्ञां +देवाञ् +देवाञ्जनमगन् +देवाञ्जनमगन्यज्ञ +देवाञ्जिगाति +देवाञ्जित्वा +देवाट +देवातानां +देवातिथि +देवातिथिः +देवातिदेव +देवातिदेवस्य +देवातिदेवो +देवात् +देवात्तल् +देवात्मने +देवात्मशक्तिं +देवात्मा +देवात्र +देवादन्यो +देवादय +देवादयः +देवादयश्च +देवादयो +देवादि +देवादिकः +देवादिकृत +देवादितर्पणम् +देवादिदेव +देवादिदेवस्य +देवादिदेवाय +देवादिदेवो +देवादिदेहेषु +देवादिना +देवादिभिः +देवादिभिरपि +देवादिभ्यः +देवादिभ्यो +देवादियोनिषु +देवादिरूपेण +देवादिवदपि +देवादिविषया +देवादिशब्दाः +देवादिशरीरं +देवादिशरीराणि +देवादिषु +देवादिस्वापहारी +देवादिस्वामित्वं +देवादीति +देवादीना +देवादीनां +देवादीनामपि +देवादीनामृणी +देवादीनाम् +देवादीनि +देवादीन् +देवादेः +देवादौ +देवाद् +देवाद्य +देवाद्यञञौ +देवाद्यपेक्षया +देवाद्या +देवाद्याः +देवाद्यास्तु +देवाद्यैः +देवाधिदेव +देवाधिदेवस्य +देवाधिदेवाय +देवाधिपो +देवान +देवानं +देवानजनयत् +देवानञ्चति +देवानथ +देवाननु +देवानन्द +देवानन्दः +देवानन्दस्वामी +देवानन्दा +देवानन्दायाः +देवानपि +देवानपिगच्छति +देवानपियन्ति +देवानपृच्छत +देवानप्येति +देवानप्येतीति +देवानभ्यर्च्य +देवानवति +देवानसृजत +देवाना +देवानाँ +देवानां +देवानांप्रिय +देवानांप्रियः +देवानाञ्च +देवानात्मन +देवानान्तु +देवानाम +देवानामग्रतः +देवानामग्रे +देवानामत्र +देवानामथ +देवानामधिपतिर्बभूव +देवानामधिपो +देवानामध्वर्यू +देवानामनाधृष्टं +देवानामनुमाद्यो +देवानामन्तिकं +देवानामन्नं +देवानामन्नम् +देवानामपि +देवानामप्यगोचरः +देवानामप्येतु +देवानामभिप्रवव्राज +देवानाममृतं +देवानाममृतस्य +देवानामर्चनं +देवानामव +देवानामवमो +देवानामवेक्षावान् +देवानामश्नता +देवानामसि +देवानामसुराणां +देवानामसुरैः +देवानामसुरो +देवानामसुर्यः +देवानामस्मि +देवानामस्यधिपतिं +देवानामहं +देवानामाज्यपानां +देवानामात्मा +देवानामादित्यानां +देवानामाधिपत्यं +देवानामानन्दः +देवानामानन्दाः +देवानामायतनं +देवानामार्षं +देवानामार्षम् +देवानामाह्वातः +देवानामाह्वाता +देवानामाह्वातारं +देवानामाह्वातारम् +देवानामाह्वानार्थं +देवानामिति +देवानामित्यादि +देवानामिदं +देवानामिदमामनन्ति +देवानामिदवो +देवानामिन्द्र +देवानामिन्द्रः +देवानामिन्द्रस्य +देवानामिन्द्रादीनां +देवानामिन्द्रो +देवानामिमौ +देवानामिव +देवानामिह +देवानामीश्वरः +देवानामुत +देवानामुत्तमं +देवानामुदगादनीकं +देवानामुदगादनीकमिति +देवानामुदगादनीकम् +देवानामुप +देवानामृच्छाद्य +देवानामृत्विजो +देवानामृषीणां +देवानामेति +देवानामेव +देवानामेष +देवानामोजः +देवानामोजिष्ठो +देवानाम् +देवानाम्̇ +देवानाम्प्रियः +देवानालोक्य +देवानावक्षत् +देवानावह +देवानाह +देवानाहूय +देवानाꣳ +देवानिच्छतां +देवानिति +देवानित्यर्थः +देवानिन्द्रादीन् +देवानीक +देवानीकं +देवानीकः +देवानीको +देवानुक्त्वा +देवानुत्सृज्य +देवानुद्दिश्य +देवानुपागा +देवानुपावर्तत +देवानुवाच +देवानृषींश्चैव +देवानृषीन् +देवानृषीन्मनुष्यांश्च +देवानेतद्भयं +देवानेव +देवान् +देवान्गच्छ +देवान्गच्छत +देवान्तं +देवान्तकं +देवान्तकः +देवान्तकनरान्तकौ +देवान्तको +देवान्तरं +देवान्त् +देवान्देवयजो +देवान्देवयते +देवान्देवायते +देवान्दैवीर्विशः +देवान्न +देवान्नानि +देवान्ने +देवान्पापं +देवान्पितॄंश्च +देवान्पितॄंश्चैव +देवान्पितॄन्मनुष्यांश्च +देवान्पितॄन्समभ्यर्च्य +देवान्प्रति +देवान्प्रीणामि +देवान्भावयतानेन +देवान्मत्सि +देवान्मनुष्यांश्च +देवान्यक्षरक्षांसि +देवान्यक्षि +देवान्यजतु +देवान्यजेति +देवान्यान्ति +देवान्वक्षि +देवान्वा +देवान्विश्वां +देवान्वेद +देवान्वै +देवान्स +देवान्सवासवान् +देवान्हविषा +देवापि +देवापिं +देवापिः +देवापिरुवाच +देवापिस्तु +देवापे +देवाभरणभूषणम् +देवाभरणमुत्तमम् +देवाभा +देवाभिमुखे +देवाभ्यां +देवाम्̇ +देवाय +देवायतन +देवायतनं +देवायतनकं +देवायतनकाय +देवायतनको +देवायतनचैत्येषु +देवायतने +देवायते +देवायनो +देवायनोऽपि +देवायाग्नय +देवायाग्नये +देवायिह +देवायुवं +देवायुवमुक्थ्येभ्य +देवायुवम् +देवायुष्यं +देवायेति +देवारण्यं +देवारण्येषु +देवारि +देवारिबलसूदन +देवार्चन +देवार्चनं +देवार्चनपरो +देवार्चनादिकम् +देवार्चने +देवार्चा +देवार्चां +देवार्च्चनं +देवार्थ +देवार्थं +देवार्थे +देवार्पणं +देवार्हं +देवार्हमेव +देवालय +देवालयं +देवालयः +देवालयम् +देवालयसमीपे +देवालयस्य +देवालया +देवालयाः +देवालयादिषु +देवालयानां +देवालयान् +देवालयाय +देवालये +देवालयेषु +देवालयेऽपि +देवालयो +देवालयौ +देवाला +देवावतारः +देवावश्विना +देवावश्विनौ +देवावाधत्तां +देवावासः +देवावीः +देवावीरघशंसहा +देवावीर् +देवावृधं +देवावृधो +देवाव्यं +देवाव्यम् +देवाव्यो +देवाश् +देवाश्च +देवाश्चकृम +देवाश्चक्रिरे +देवाश्चनाभूत्या +देवाश्चरति +देवाश्चाग्निपुरोगमाः +देवाश्चान्ये +देवाश्चापि +देवाश्चासुराश्च +देवाश्चासुराश्चोभये +देवाश्चेति +देवाश्चेन्द्रपुरोगमाः +देवाश्चैव +देवाश्वा +देवाश्वाः +देवास +देवासः +देवासमण्डलम् +देवासश्चकृमा +देवासुर +देवासुरं +देवासुरकृते +देवासुरगणान् +देवासुरगणे +देवासुरगन्धर्वा +देवासुरगरुडकिन्नरमहोरगादयो +देवासुरनमस्कृतः +देवासुरनमस्कृतम् +देवासुरमनुष्याणां +देवासुरमनुष्याश्च +देवासुरमनुष्येषु +देवासुरमहोरगाः +देवासुरयुद्धे +देवासुररणे +देवासुररणोपमम् +देवासुरविचेष्टितम् +देवासुरविमर्देषु +देवासुरसंग्रामः +देवासुरसंग्रामे +देवासुरसमं +देवासुरा +देवासुराः +देवासुराणां +देवासुरादिभ्यः +देवासुरान् +देवासुरे +देवासुरेषु +देवासुरैः +देवासुरैरपि +देवासुरोपमम् +देवासो +देवास् +देवास्त +देवास्तं +देवास्ततो +देवास्तत्र +देवास्तथा +देवास्तथैव +देवास्तदन्ते +देवास्तदा +देवास्तमेव +देवास्तव +देवास्तस्य +देवास्ता +देवास्तां +देवास्तानि +देवास्तान् +देवास्ति +देवास्तिष्ठन्ति +देवास्तीर्थानि +देवास्तु +देवास्तुष्यन्ति +देवास्ते +देवास्तेन +देवास्तेभ्य +देवास्तेषां +देवास्तेऽनु +देवास्त्यक्त्वा +देवास्त्रय +देवास्त्रयः +देवास्त्रयो +देवास्त्रिदशा +देवास्त्वया +देवास्त्वयावसेन +देवास्त्वा +देवास्त्वां +देवास्य +देवास्सर्वे +देवास्सवासवाः +देवास्स्वर्गं +देवास॒ +देवाह +देवाहं +देवाह्व +देवाह्वं +देवाऽ +देवाऽपि +देवा॑ +देवा॑सः +देवा॑सो॒ +देवा॑स॒ः +देवा॒ +देवा॒व्यं॑ +देवा॒व्यं॒ +देवा᳘ +देवा᳘ः +देवाꣳ +देवाꣳस् +देवि +देविं +देविकः +देविका +देविकां +देविकाः +देविकाकूले +देविकातटे +देविकानां +देविकाभ्यो +देविकामपि +देविकायां +देविकायास्तटे +देविकाशिंशपादित्यवाड्दीर्घसत्रश्रेयसामात् +देविकाश् +देविकाहविर्भिर्यजतेऽथ +देविकाहविषां +देविकाहवींषि +देविके +देवितमे +देविता +देवितुम् +देवित्वा +देविनः +देविना +देवियः +देवियों +देविलः +देवि॑का॒श्छन्दा +देवि॒ +देवी +देवीं +देवीः +देवीःऽ +देवीः॑ +देवीए +देवीकं +देवीकालोत्तरवचनानुसारेण +देवीगीतायां +देवीगृहं +देवीगृहे +देवीचतुःषष्ट्युपचारपूजास्तोत्रम् +देवीञ्च +देवीति +देवीत्वं +देवीनां +देवीनिरुक्ताध्यायः +देवीपुरं +देवीपुराण +देवीपुराणकम् +देवीपुराणम् +देवीपुराणे +देवीपुराणेऽपि +देवीपूजा +देवीप्रसादतः +देवीप्रसादनं +देवीप्रसादेन +देवीप्रीतिकरं +देवीभक्तः +देवीभक्तिपरायणः +देवीभवने +देवीभाग +देवीभागते +देवीभागवत +देवीभागवतं +देवीभागवतपुराणम् +देवीभागवतमेव +देवीभागवतम् +देवीभागवतस्यास्य +देवीभागवतस्यैव +देवीभागवते +देवीभिः +देवीभुजंगस्तोत्रम् +देवीभेदे +देवीभ्यः +देवीभ्या +देवीभ्यां +देवीभ्यांसह +देवीभ्यो +देवीमदितिं +देवीमन्दिरं +देवीमपि +देवीमरुन्धतीम् +देवीमहं +देवीमालोक्य +देवीमावाहयिष्यामि +देवीमावाह्य +देवीमाहात्म्य +देवीमाहात्म्यं +देवीमाहात्म्यमुत्तमम् +देवीमाहात्म्यम् +देवीमाहात्म्ये +देवीमिति +देवीमुषसं +देवीमूर्त्तिभेदे +देवीम् +देवीयं +देवीरग्रेपुवो +देवीरन्तानभितोऽददन्त +देवीरभिष्टय +देवीरभिष्टये +देवीरभीष्टये +देवीरमृता +देवीरवसा +देवीराप +देवीरापः +देवीरापो +देवीरिति +देवीरुदिदाभ्यः +देवीरुप +देवीरुपब्रुवे +देवीरुपसृज +देवीरूपं +देवीरूपेण +देवीर् +देवीर्जरसा +देवीर्जरसे +देवीर्देवैरभि +देवीर्देव्यः +देवीर्द्वारः +देवीर्द्वारो +देवीर्बर्हिरेदं +देवीर्य +देवीर्वर्चो +देवीर्विश्वदेव्यावतीः +देवीलोकं +देवीलोकमवाप्नुयात् +देवीलोके +देवीविशेषः +देवीशतकम् +देवीश्च +देवीश्री +देवीषु +देवीष्टके +देवीसमीपे +देवीसायुज्यमाप्नुयात् +देवीसिंह +देवीसूक्तं +देवीस् +देवीस्तरसा +देवीस्तिस्रः +देवीस्तिस्रस्तिस्रो +देवीऽ +देवी॑रापो +देवी॑र्द्वारो +देवी॒रुप॑ +देवी॒र्वर्चो॑ +देवुडु +देवृ +देवृषु +देवे +देवें +देवेंद्र +देवेंद्रं +देवेंद्रः +देवेंद्रो +देवेगौड +देवेगौडः +देवेगौडस्य +देवेज्यस्य +देवेट् +देवेण +देवेति +देवेत्थं +देवेत्यर्थः +देवेत्यादि +देवेत्यारभ्य +देवेत्युक्त्वा +देवेद्ध +देवेद्धो +देवेन +देवेनाप्रतिपत्तिमूढमनसा +देवेनेति +देवेनैव +देवेन्द्र +देवेन्द्रं +देवेन्द्रः +देवेन्द्रकृता +देवेन्द्रत्वं +देवेन्द्रनाथ +देवेन्द्रम् +देवेन्द्रश्चत्वारो +देवेन्द्रस्य +देवेन्द्रा +देवेन्द्राय +देवेन्द्रे +देवेन्द्रेण +देवेन्द्रो +देवेभिः +देवेभिर् +देवेभिर्देवैः +देवेभिर्मानुषे +देवेभिस्सह +देवेभ्य +देवेभ्यः +देवेभ्यश् +देवेभ्यश्च +देवेभ्यश्शुन्धस्व +देवेभ्यस् +देवेभ्यस्तु +देवेभ्यस्त्रियुगं +देवेभ्यस्त्वा +देवेभ्यस्त्वेति +देवेभ्यस्परि +देवेभ्यस्स्वाहा +देवेभ्यो +देवेभ्योर्थाय +देवेभ्योऽन्नं +देवेभ्योऽन्नाद्यं +देवेभ्योऽपचक्राम +देवेभ्योऽपाक्रामत् +देवेभ्योऽपि +देवेभ्योऽर्थाय +देवेभ्योऽश्वं +देवेश +देवेशं +देवेशः +देवेशमनुमान्य +देवेशस्ततश्चादर्शनं +देवेशस्तनुमन्यामपद्यत +देवेशस्य +देवेशा +देवेशाः +देवेशाय +देवेशि +देवेशी +देवेशीं +देवेशे +देवेशेन +देवेशो +देवेशौ +देवेश्वर +देवेश्वरं +देवेश्वरः +देवेश्वरो +देवेषु +देवेषूपपत्स्यत् +देवेषूपपद्यते +देवेषूपपन्नः +देवेषूपपन्ना +देवेषूपपन्नाः +देवेष्वक्रत +देवेष्वथ +देवेष्वधि +देवेष्वपि +देवेष्ववस्थिता +देवेष्वविनयं +देवेष्वसि +देवेष्वस्तु +देवेष्वा +देवेष्विति +देवेष्विव +देवेष्वेधि +देवेष्वेव +देवेष्व् +देवेह +देवेि +देवे᳘भ्यो +देवै +देवैः +देवैरत्रापि +देवैरपि +देवैरभिष्टुता +देवैरवन्तु +देवैरिति +देवैरिन्द्रादिभिः +देवैरिव +देवैरुक्तं +देवैरुक्तो +देवैरेव +देवैर् +देवैर्ऋषिभिश्च +देवैर्दत्तं +देवैर्दत्तः +देवैर्देवकृतमेनो +देवैर्देवावृधः +देवैर्द्विजैः +देवैर्न +देवैर्ब्रह्मणा +देवैर्ब्रह्मादिभिः +देवैर्भक्ष्यन्ते +देवैर्महात्मभिः +देवैर्युद्धं +देवैर्हि +देवैश्च +देवैश्चापि +देवैश्वर्यम् +देवैस् +देवैस्तते +देवैस्तत्रैव +देवैस्तदा +देवैस्तु +देवैस्ते +देवैस्त्वं +देवैस्सह +देवो +देवों +देवोक्तः +देवोत्तमः +देवोत्तमस्य +देवोद्देशेन +देवोद्यानं +देवोद्यानानि +देवोद्याने +देवोद्यानेषु +देवोपपत्तिं +देवोपरि +देवोपि +देवोसौ +देवोऽग्निः +देवोऽत्र +देवोऽथ +देवोऽथवा +देवोऽपि +देवोऽयं +देवोऽयमिति +देवोऽसि +देवोऽसुरो +देवोऽसौ +देवोऽस्ति +देवोऽहं +देवोऽहमिति +देवो᳘भूत्वा᳘देवा᳘न᳘प्येति +देवौ +देवौ॒ +देव् +देव्य +देव्यं +देव्यः +देव्यक्षभिः +देव्यग्रे +देव्यत्र +देव्यदित +देव्यदितिः +देव्यदितिरनर्वा +देव्यदिते +देव्यदितेऽग्निमन्नादमन्नाद्यायादधे +देव्यनुग्रहलालिता +देव्यपि +देव्यम् +देव्यवतु +देव्यश्च +देव्यश्चापि +देव्यसीष्टक +देव्यसीष्टके +देव्यस्तथा +देव्यस्ता +देव्यस्तु +देव्या +देव्यां +देव्याः +देव्यादि +देव्यादीनां +देव्यादीन् +देव्यान्तु +देव्यापि +देव्याम् +देव्याया +देव्याश्च +देव्याश्चरितमुत्तमम् +देव्याश्चापि +देव्यासह +देव्यास्तीर्थे +देव्यास्तु +देव्यास्ते +देव्याह +देव्युपनिषत् +देव्युवाच +देव्ये +देव्येति +देव्येतु +देव्येवं +देव्यै +देव्यैव +देव्यो +देव्योः +देव्योर्वश्या +देव्योश्च +देव्योषधे +देव्योऽपि +देव्यौ +देव्य् +देव्व +देव्वं +देव्वेण +देव॑ +देव॑ने +देव॒ +देव॒त्रा +देव॒त्वं +देव॒द्रीचा॒ +देव॒यज॑ने +देव॒यन्तः॑ +देव॒यन्तो॑ +देव॒यवो॒ +देव॒या +देव॒याना॑ +देव॒याना॑त् +देव॒युः +देव॒वीत॑मः +देव॒वीरति॑ +देवꣳ +देश +देशं +देशः +देशक +देशकः +देशकपटु +देशकम् +देशका +देशकारी +देशकाल +देशकालं +देशकालकथनान्ते +देशकालकार्याणां +देशकालकीर्तनान्ते +देशकालज्ञः +देशकालज्ञता +देशकालज्ञो +देशकालतः +देशकालनिमित्तापेक्षो +देशकालप्रचयव्यापितया +देशकालमानं +देशकालयो +देशकालयोः +देशकालवस्तुष्वच्युतं +देशकालवित् +देशकालविभागः +देशकालविभागवित् +देशकालविरोधिताः +देशकालविशेषेण +देशकालविषये +देशकालसंख्याभिः +देशकालसङ्ख्याभिः +देशकाला +देशकालातिपत्तौ +देशकालादि +देशकालाद्यपेक्षया +देशकालाद्याः +देशकालाध्वगन्तव्याः +देशकालानुरूपतः +देशकालानुसारतः +देशकालानुसारेण +देशकालाभ्यां +देशकालावशिशिरौ +देशकालाविरोधि +देशकाले +देशकालो +देशकालोचितं +देशकालौ +देशकृता +देशके +देशजनाः +देशजा +देशजानां +देशञ्च +देशत +देशतः +देशतश्च +देशतो +देशत्यागं +देशत्यागः +देशत्यागो +देशत्वात् +देशदिगन्तरैश्च +देशदीपम् +देशधर्माः +देशनं +देशनया +देशना +देशनां +देशनागामिविनयातिक्रममासादयति +देशनामधेये +देशनाम् +देशनाम्नि +देशनाशाय +देशनिर्णयः +देशपाण्डे +देशपीडां +देशप्रेम +देशबन्धश्चित्तस्य +देशबन्धु +देशभक्तः +देशभक्ताः +देशभक्तानां +देशभक्ति +देशभक्तिः +देशभक्तेः +देशभक्त्याः +देशभङ्गं +देशभङ्गः +देशभङ्गश्च +देशभयं +देशभवे +देशभाषया +देशभाषा +देशभाषासु +देशभे +देशभेदं +देशभेदः +देशभेदात् +देशभेदे +देशभेदेन +देशभेदेऽपि +देशमतिक्रम्य +देशमन्यं +देशमपि +देशमा +देशमागतः +देशमागम्य +देशमाजगाम +देशमात्रं +देशमाययौ +देशमावसेत् +देशमासाद्य +देशमाह +देशमिति +देशमिमं +देशमुख +देशमुखवर्यः +देशमुख् +देशमुत्तमम् +देशमुद्दिश्य +देशमुद्यतो +देशमुपचक्रमे +देशमें +देशमेव +देशम् +देशय +देशयतः +देशयति +देशयतु +देशयन्ति +देशयामास +देशयामि +देशयाम्यहम् +देशयित्वा +देशयिष्यति +देशयिष्यामः +देशयिष्यामि +देशयेत् +देशयेयं +देशयेयम् +देशयेयुः +देशयोः +देशय् +देशलक्षणभेदो +देशलक्षणा +देशलदेवी +देशवाचक +देशवाचिनः +देशवाचिनो +देशवासिनः +देशवासिनां +देशवासी +देशविदेशेभ्यः +देशविदेशेषु +देशविप्लवे +देशविशेष +देशविशेषः +देशविशेषके +देशविशेषस्य +देशविशेषे +देशविशेषेण +देशविशेषेषु +देशविषये +देशविषयौ +देशश्च +देशश्चेति +देशसामान्यं +देशसामान्यात् +देशसेवां +देशसेवायाः +देशसेवायै +देशस्तत्र +देशस्तथा +देशस्तस्य +देशस्तु +देशस्थः +देशस्थित्या +देशस्थे +देशस्थो +देशस्य +देशस्यास्य +देशस्येति +देशस्योपरि +देशस्वतन्त्रतायाः +देशस्वतन्त्रतायै +देशस्वातन्त्र्यार्थं +देशस्‍य +देशहिताय +देशा +देशां +देशांतर +देशांतरं +देशांतरे +देशांश्च +देशाः +देशाक्षी +देशाख्या +देशाचाराद्व्यवस्था +देशाचारेण +देशाटनं +देशात् +देशादि +देशादिकं +देशादिभेदेऽपि +देशादीनां +देशादौ +देशाद् +देशाद्देशं +देशाद्देशान्तरं +देशाद्देशान्तरप्राप्तौ +देशाद्धनक्रीता +देशाद्यपेक्षया +देशाधिपस्य +देशानां +देशानाम् +देशानि +देशानुगुणं +देशान् +देशान्त +देशान्तर +देशान्तरं +देशान्तरकर्मणा +देशान्तरगतं +देशान्तरगतस्य +देशान्तरगता +देशान्तरगतिः +देशान्तरगते +देशान्तरगतो +देशान्तरगमनं +देशान्तरगमनम् +देशान्तरगमने +देशान्तरघटिका +देशान्तरघटिकाभिः +देशान्तरघटीभिः +देशान्तरमिति +देशान्तरमृते +देशान्तरम् +देशान्तरयोजनानि +देशान्तरयोजनैः +देशान्तरविभागो +देशान्तरस्थस्य +देशान्तरस्थितिः +देशान्तरस्थे +देशान्तरस्य +देशान्तरागतः +देशान्तराणि +देशान्तरात् +देशान्तरे +देशान्तरेण +देशान्तरेषु +देशान्तरेष्वपि +देशान्तरेऽपि +देशान्तरों +देशान्न +देशान्निबोधत +देशापवित्रे +देशापेक्षया +देशाभिधाने +देशाय +देशार्थं +देशार्थम् +देशावच्छिन्ना +देशाश्च +देशास्तु +देशास्ते +देशास्तेषु +देशि +देशिक +देशिकं +देशिकः +देशिकम् +देशिकसत्तमः +देशिकसत्तमैः +देशिकस्य +देशिका +देशिकाः +देशिकान् +देशिके +देशिकेन +देशिकेन्द्र +देशिकेन्द्रः +देशिकेन्द्रम् +देशिकेन्द्रस्तु +देशिकेन्द्रस्य +देशिकेन्द्रेण +देशिकेन्द्रो +देशिकैः +देशिको +देशिकोत्तम +देशिकोत्तमः +देशिकोत्तमैः +देशित +देशितं +देशितः +देशितमाजानीयुः +देशितम् +देशितवान् +देशितशिक्षा +देशिता +देशिताः +देशितो +देशिनी +देशिनीं +देशी +देशीचारी +देशीतलः +देशीताल +देशीतालः +देशीतालुः +देशीति +देशीतृतम् +देशीनाममाला +देशीनृतम् +देशीनृत्तम् +देशीय +देशीयं +देशीयः +देशीयर् +देशीयस्य +देशीया +देशीयाः +देशीयानां +देशीये +देशीयेन +देशीयैः +देशीलास्याङ्गम् +देशीस्थानम् +देशे +देशेति +देशेदेशे +देशेन +देशेभ्य +देशेभ्यः +देशेषु +देशेष्वपि +देशेष्वेतेषु +देशेऽक्षज्या +देशेऽथ +देशेऽपि +देशेऽशुचावात्मनि +देशेऽस्ति +देशेऽस्मिन् +देशैः +देशैरन्तरिता +देशो +देशों +देशोपदेशः +देशोऽधिकरणं +देशोऽपि +देशोऽयं +देशोऽसौ +देशोऽस्ति +देशौ +देश् +देश्च +देश्य +देश्यं +देश्यते +देश्यम् +देश्या +देश्यां +देश्याः +देश्स्य +देष +देषः +देषा +देषि +देषी +देषु +देष्टा +देष्ट्राय +देष्ट्री +देष्ट्री॑ +देष्णं +देष्णम् +देष्णस्य +देष्णे +देष्णैः +देष्म +देस +देसं +देसा +देसाइ +देसाई +देसायी +देसि +देसिकाचार +देसु +देसे +देसो +देस्तु +देह +देहं +देहः +देहकः +देहकम् +देहकर्मानुपातिना +देहका +देहकान्त्या +देहकृतसुखदुःखमोहबन्धे +देहके +देहको +देहक्षयं +देहक्षये +देहगत +देहगतं +देहगता +देहगृहं +देहगेहं +देहगेहे +देहजं +देहजः +देहजम् +देहजस्तापो +देहजा +देहजाड्यं +देहजीवनमात्रेऽपि +देहजीवौ +देहजो +देहञ्च +देहतः +देहतां +देहतो +देहत् +देहत्यजनशब्दवाचेय +देहत्याग +देहत्यागं +देहत्यागः +देहत्यागम् +देहत्यागस्य +देहत्यागादूर्ध्वं +देहत्यागाय +देहत्यागे +देहत्यागेन +देहत्यागो +देहत्यागोऽत्र +देहत्रयं +देहत्व +देहत्वं +देहत्वमिति +देहत्वेन +देहदः +देहदानं +देहदार्ढ्यं +देहदाहः +देहदाहो +देहदुःखं +देहदुःखभयेभ्यो +देहदेशे +देहदेहिनोः +देहद्वयं +देहद्वयावच्छिन्नचेतनः +देहद्वारा +देहद्वारेण +देहधर्मः +देहधर्मस्य +देहधर्मा +देहधर्मान् +देहधर्माभिमानेन +देहधर्मो +देहधातवः +देहधात्वम्बुपारदे +देहधारणं +देहधारणम् +देहधारणात् +देहधारणे +देहधारिणः +देहधारिणाम् +देहधारिणी +देहधारियों +देहधारी +देहधृक् +देहनाशनः +देहनाशाय +देहनाशे +देहनाशेन +देहनिन्दाप्रकरणम् +देहन्यासं +देहपात +देहपातनात् +देहपातस्य +देहपातादूर्ध्वं +देहपातानन्तरं +देहपाते +देहपिण्डे +देहपीडा +देहबन्धं +देहबन्धः +देहबन्धनात् +देहबन्धम् +देहबलाबलम् +देहबाधा +देहबुद्धिं +देहबुद्धिः +देहबुद्धेः +देहबुद्ध्याः +देहभाजां +देहभानं +देहभावं +देहभावे +देहभावेन +देहभूते +देहभृतः +देहभृता +देहभृतां +देहभृतामसारताम् +देहभृत् +देहभेदे +देहभेदेन +देहमकल्मषम् +देहमधिकृत्य +देहमध्यं +देहमध्यतः +देहमध्ये +देहमन्यं +देहमयोनिजम् +देहमर्द्धेन +देहमर्धेन +देहमात्मनः +देहमात्मानं +देहमात्रं +देहमात्रावशिष्टो +देहमात्रे +देहमापन्ना +देहमापादतलमस्तकम् +देहमाविश्य +देहमाश्रितः +देहमाश्रित्य +देहमासाद्य +देहमास्थाय +देहमिति +देहमिदं +देहमिमं +देहमिव +देहमुज्झितुम् +देहमुत्सृज्य +देहमुपैति +देहमें +देहमेव +देहमोहं +देहम् +देहया +देहयात्रा +देहयात्रां +देहयात्राशेषभूतानि +देहयोः +देहयोगाद्वा +देहयोगेन +देहरक्षा +देहरचना +देहरादून +देहरादूनमण्डलं +देहरादूनमण्डलम् +देहरादून् +देहरूपं +देहरूपेण +देहलब्धाङ्गुलं +देहली +देहलीं +देहलीतः +देहलीनगरं +देहलीनगरे +देहलीप्रदेशे +देहलीम् +देहलीराज्यम् +देहलीविश्वविद्यालयः +देहलोहकरं +देहलोहकरी +देहलोहकरो +देहलोहयोः +देहल्या +देहल्यां +देहल्याः +देहल्याम् +देहल्यै +देहवतः +देहवतां +देहवत् +देहवत्त्वं +देहवद्भिः +देहवद्भिरवाप्यते +देहवन्तं +देहवानपि +देहवानिव +देहवान् +देहवासनया +देहविनिपातक्षणे +देहविमुक्तये +देहवियोगकाल +देहव्यतिरिक्त +देहव्यतिरिक्तस्य +देहव्यापि +देहव्यापीति +देहशुद्धिं +देहशुद्धिः +देहशून्ये +देहश्च +देहसंबन्धे +देहसंवाहनं +देहसद्भाव +देहसद्भावक्षणकृते +देहसमः +देहसमुद्भवान् +देहसारः +देहसिद्धिं +देहसिद्ध्यर्थं +देहसे +देहसौख्यं +देहस्ततो +देहस्तथैव +देहस्तस्याशुचिर्भवेत् +देहस्तु +देहस्ते +देहस्थ +देहस्थं +देहस्थः +देहस्था +देहस्थाः +देहस्थे +देहस्थो +देहस्थोऽपि +देहस्य +देहस्यापि +देहस्यास्य +देहस्येति +देहस्यैव +देहहननेन +देहा +देहांते +देहाः +देहाच्च +देहातिरिक्त +देहातिरिक्तम् +देहातिरिक्ते +देहातिरिक्तो +देहातीतं +देहात् +देहात्तु +देहात्म +देहात्मज्ञानबाधकम् +देहात्मत्वविपर्यासं +देहात्मना +देहात्मनोः +देहात्मप्रत्ययो +देहात्मभ्रम +देहात्मभ्रमं +देहात्मभ्रमे +देहात्मैक्ये +देहादन्यः +देहादन्यतयैवेत्यर्थः +देहादन्यस्मिन्नपि +देहादभ्यन्तरः +देहादयः +देहादि +देहादिः +देहादिकं +देहादिकों +देहादिति +देहादिभिः +देहादिभ्यः +देहादिभ्यो +देहादिवत् +देहादिव्यतिरिक्त +देहादिव्यतिरिक्तं +देहादिषु +देहादिसंघात +देहादिसंघातस्य +देहादिसंघाते +देहादीति +देहादीनां +देहादीन् +देहादेः +देहादौ +देहाद् +देहाद्गत्यागती +देहाद्देहं +देहाद्देहान्तरं +देहाद्या +देहाद्य् +देहाद्विमुक्तस्य +देहानां +देहानि +देहान् +देहान्त +देहान्तं +देहान्तः +देहान्तर +देहान्तरं +देहान्तरगमनमस्य +देहान्तरप्रतिपत्तौ +देहान्तरप्राप्तिः +देहान्तरप्राप्तिरपि +देहान्तरप्राप्तिर्धीरस्तत्र +देहान्तरप्राप्तेः +देहान्तरप्राप्तौ +देहान्तरम् +देहान्तरस्य +देहान्तरिता +देहान्तरे +देहान्तरेण +देहान्ते +देहान्न +देहान्वितोऽपि +देहापत्यकलत्रादिष्वात्मसैन्येष्वसत्स्वपि +देहाभावे +देहाभिमान +देहाभिमानं +देहाभिमानकृता +देहाभिमानिनः +देहाभिमानिनम् +देहाभिमानिनो +देहाभिमानी +देहाभिमाने +देहाय +देहारोग्यं +देहार्थं +देहार्धं +देहार्धे +देहावसानसमये +देहावसाने +देहाश्च +देहास्ते +देहि +देहिं +देहित्वं +देहित्वप्रयुक्तसर्वारम्भपरित्यागी +देहिदेहीति +देहिन +देहिनं +देहिनः +देहिनमव्ययम् +देहिनम् +देहिनस्तथा +देहिना +देहिनां +देहिनाम +देहिनामिह +देहिनाम् +देहिनि +देहिनी +देहिने +देहिनो +देहिनोऽपि +देहिनोऽस्मिन् +देहिनोऽस्मिन्यथा +देहिन्क्वचिन्निस्तर +देहिभिः +देहिषु +देहि॒ +देही +देहीं +देहीति +देहीत्यर्थः +देहीत्युवाच +देहीत्य् +देहीदं +देहीव +देहीवाभाति +देहीशानो +देहु +देहू +देहे +देहेति +देहेन +देहेनानेन +देहेनेति +देहेन्द्रि +देहेन्द्रिय +देहेन्द्रियप्राणान्तःकरणानि +देहेन्द्रियमनोबुद्धिप्राणाहङ्कारवर्जितम् +देहेन्द्रियमनोबुद्धीनां +देहेन्द्रियसंघातस्य +देहेन्द्रियसंघाते +देहेन्द्रियाणां +देहेन्द्रियाणि +देहेन्द्रियादि +देहेन्द्रियादिकं +देहेन्द्रियादिधारणसामर्थ्यं +देहेन्द्रियादिव्यापारे +देहेन्द्रियादिषु +देहेन्द्रियादीनां +देहेन्द्रियादीन् +देहेन्द्रियान्तःकरणान्यहंकारास्पदानि +देहेन्द्रियेषु +देहेभ्यो +देहेषु +देहेऽत्र +देहेऽनाहतः +देहेऽपि +देहेऽस्मिन् +देहेऽस्मिन्पुरुषः +देहेऽस्मिन्मधुसूदन +देहेि +देहैः +देहो +देहोद्वहनाय +देहोयं +देहोऽपि +देहोऽयं +देहोऽसौ +देहोऽस्ति +देहोऽस्य +देहोऽहं +देहोऽहमिति +देहौ +देह्यः +देह्यनमीवस्य +देह्यनुज्ञां +देह्यन्नं +देह्यस्मै +देह्याज्ञां +देह्येतत् +देऽपि +देो +दे॑व +दे॑वय॒ज्यया॑ +दे॑वय॒तामस॑र्जि +दे॑वा +दे॑वाः +दे॑वासो +दे॑वा॒ +दे॑वा॒सोऽव॑थ॒ +दे॑वि +दे॑वि॒ +दे॑वौ॒ +दे॑व॒ +दे॑व॒त्रा +दे॑व॒यन्तो॑ +दे॑व॒यानं॒ +दे॑व॒यानः॒ +दे॑व॒वीत॑मः +दे॑हि +दे॒भुः॒ +दे॒व +दे॒वं +दे॒वंदे॑वं॒ +दे॒वः +दे॒वका॑मः +दे॒वकृ॑तं॒ +दे॒वगो॑पा +दे॒वगो॑पाः +दे॒वजा॑तस्य॒ +दे॒वजा॑ताय +दे॒वता +दे॒वताः +दे॒वताः॒ +दे॒वता॑ +दे॒वता॑तये +दे॒वता॑ता +दे॒वता॑ता॒ +दे॒वता॑ते +दे॒वता॑नां॒ +दे॒वता॑भिरे॒व +दे॒वता॒ +दे॒वत॑या +दे॒वत॑याङ्गिर॒स्वद्ध्रु॒वा +दे॒वत॑याऽङ्गिर॒स्वद् +दे॒वत॑या॒ +दे॒वपु॑त्रे +दे॒वपु॑त्रे॒ +दे॒वभ॑क्तं +दे॒वमिन्द्रं॑ +दे॒वमिन्द्र॑मवर्धताम् +दे॒वमिन्द्र॑मवर्धयत् +दे॒वमी॑ळते +दे॒वमृ॒त्विज॑म् +दे॒वम् +दे॒वम्ऽदे॑वम् +दे॒वम॑वर्धताम् +दे॒वम॑वर्धयत् +दे॒ववी॑तये +दे॒ववी॑तये॒ +दे॒ववी॑तय॒ +दे॒ववी॑तिं +दे॒वस्त्वा॑ +दे॒वस्य॑ +दे॒वस्य॒ +दे॒वस्स॑वि॒ता +दे॒वहि॑तं॒ +दे॒वहू॑तिऽभिः +दे॒वहू॑त्यां॒ +दे॒वऽआ॑पिः +दे॒वऽका॑मः +दे॒वऽगो॑पाः +दे॒वऽता॑तये +दे॒वऽता॑ता +दे॒वऽता॑तिम् +दे॒वऽता॑ते +दे॒वऽपु॑त्रे +दे॒वऽवी॑तये +दे॒वऽवी॑तिम् +दे॒वऽवी॑तौ +दे॒वऽहि॑तम् +दे॒वऽहू॑तिः +दे॒वा +दे॒वाँ +दे॒वाः +दे॒वाः॒ +दे॒वाच्या॑ +दे॒वाञ्जुष्ट॑तमो॒ +दे॒वाना +दे॒वानां +दे॒वानां॑ +दे॒वानां॒ +दे॒वाना॑मध्व॒र्यू +दे॒वाना॑मभवः +दे॒वाना॑मसि +दे॒वाना॑मसि॒ +दे॒वाना॑मुश॒तीरुप॑ +दे॒वाना॑मु॒त +दे॒वाना॑मे॒व +दे॒वाना॑म् +दे॒वाना॑ᳪ +दे॒वाना॑ᳪं᳭ +दे॒वाना॒ +दे॒वाना॒मपि॑ +दे॒वाना॒मव॒ +दे॒वाना॒मसि॒ +दे॒वाना॒माशा॒ +दे॒वाना॒मुद॑गा॒दनी॑कं॒ +दे॒वाना॒मुप॑ +दे॒वाने॒व +दे॒वान् +दे॒वान्थ्स्वेन॑ +दे॒वान्दे॑वय॒ते +दे॒वान्य॑क्षि +दे॒वान्वसि॑ष्ठो +दे॒वान्व॑क्षि॒ +दे॒वाय॑ +दे॒वाय॒ +दे॒वाश्चि॑त्ते +दे॒वाश्च॒ +दे॒वासः॑ +दे॒वासो॑ +दे॒वासो॒ +दे॒वास्तानि॒ +दे॒वास्तेषां॑ +दे॒वास्त्वा॑ +दे॒वास्त॑ +दे॒वास॑ +दे॒वास॑ः +दे॒वास॒ +दे॒वास॒ः +दे॒वा॒ +दे॒वा॒वीर॑घशंस॒हा +दे॒वा॒सः॒ +दे॒वा॒सु॒राः +दे॒वा॒सु॒रास्सय्यँ॑त्ता +दे॒वि॒ +दे॒वी +दे॒वीं +दे॒वीः +दे॒वीः॒ +दे॒वीमु॒षसं॒ +दे॒वीम् +दे॒वीरि॒ह +दे॒वीरुप॑ +दे॒वीर्द्वारो॑ +दे॒वीर्ब॒र्हिरेदं +दे॒वीर्वि॒श्वदे॑व्यावतीः +दे॒वीर॒भिष्ट॑य॒ +दे॒वीस्ति॒स्रस्ति॒स्रो +दे॒वी॒ +दे॒वृषु॑ +दे॒वेन॑ +दे॒वेभिः॑ +दे॒वेभि॒ः +दे॒वेभ्यः॑ +दे॒वेभ्यः॒ +दे॒वेभ्योऽपा +दे॒वेभ्यो॑ +दे॒वेभ्यो॒ +दे॒वेभ्य॑ +दे॒वेभ्य॑ः +दे॒वेभ्य॑श्च +दे॒वेभ्य॑स्त्रियु॒गं +दे॒वेभ्य॑स्त्वा +दे॒वेभ्य॑स्त्वा॒ +दे॒वेभ्य॒ +दे॒वेभ्य॒स्तदु॒शद्भ्यो॑ +दे॒वेभ्य॒स्परि॑ +दे॒वेषु॑ +दे॒वेषु॒ +दे॒वेष्वधि॑ +दे॒वेष्वा +दे॒वेष्व॑क्रत॒ +दे॒वेष्व॑स्तु +दे॒वैः +दे॒वैरा +दे॒वैर्द्या॑वापृथिवी॒ +दे॒वो +दे॒वौ +दे॒वौ॒ +दे॒व्यदि॑तिरन॒र्वा +दे॒व्या +दे॒व॒ +दे॒व॒त्रा +दे॒व॒से॒नाना॑मभिभञ्जती॒नां +दे॒व॒ऽअ॒वीः +दे॒व॒ऽअ॒व्य॑म् +दे॒व॒ऽत्रा +दे॒व॒ऽत्वम् +दे॒व॒ऽयन्तः॑ +दे॒व॒ऽयन्तीः॑ +दे॒व॒ऽयाः +दे॒व॒ऽयाना॑न् +दे॒व॒ऽयानैः॑ +दे॒व॒ऽयुः +दे॒व॒ऽय॒ज्यया॑ +दे॒व॒ऽय॒ज्या +दे॒व॒ऽय॒ताम् +दे॒व॒ऽय॒ते +दे॒व॒ऽवीत॑मः +दे॒ष्ट्राय॑ +दे॒ष्णम् +दे॒हि +दे॒हि॒ +दे꣢व +दे꣣व +दे꣣वः꣢ +दे꣣वाः꣢ +दे꣣वा꣡ +दे꣣वा꣡ना꣢म् +दे꣣वा꣡ꣳ +दे꣣वा꣢नां꣣ +दे꣣वा꣢न् +दे꣣वे꣡भ्यः꣢ +दे꣣वे꣡षु꣢ +दे꣣वो꣡ +दे꣣वो꣢ +दे꣣व꣡ +दे꣣व꣡वी꣢तये +दे꣣व꣡स्य꣢ +दे꣣व꣢ +दे꣣व꣢म् +दै +दैः +दैक्षं +दैघ्र्ये +दैतं +दैतस्य +दैति +दैते +दैतेय +दैतेयं +दैतेयः +दैतेयदानवाः +दैतेयदानवान् +दैतेया +दैतेयाः +दैतेयानां +दैतेयान् +दैतेयी +दैतेयो +दैत्य +दैत्यं +दैत्यः +दैत्यकन्यका +दैत्यकन्या +दैत्यकृतं +दैत्यकेशं +दैत्यगणा +दैत्यगणाः +दैत्यगणैः +दैत्यगुरुं +दैत्यगुरुः +दैत्यगुरौ +दैत्यज +दैत्यतनोस्त्वन्मुखमालोक्य +दैत्यत्वं +दैत्यदानव +दैत्यदानवयक्षाणां +दैत्यदानवरक्षसाम् +दैत्यदानवरक्षांसि +दैत्यदानवराक्षसाः +दैत्यदानवाः +दैत्यदानवान् +दैत्यदानवैः +दैत्यदारिकाम् +दैत्यद्रुहः +दैत्यनाथ +दैत्यनाशाय +दैत्यनाशिनी +दैत्यप +दैत्यपक्षे +दैत्यपतिं +दैत्यपतिः +दैत्यपतिना +दैत्यपतिस्तदा +दैत्यपते +दैत्यपतेः +दैत्यपुंगवः +दैत्यपुंगवम् +दैत्यपुंगवाः +दैत्यपुङ्गवः +दैत्यपुङ्गवम् +दैत्यबलं +दैत्यभेदः +दैत्यभेदे +दैत्यमाता +दैत्यम् +दैत्यरक्षः +दैत्यरक्षःपिशाचकाः +दैत्यराक्षसाः +दैत्यराज +दैत्यराजं +दैत्यराजः +दैत्यराजस्य +दैत्यराजानं +दैत्यराजाय +दैत्यराजेन +दैत्यराजो +दैत्यराट् +दैत्यवधं +दैत्यवधाय +दैत्यविनाशाय +दैत्यविशेषं +दैत्यविशेषः +दैत्यविशेषे +दैत्यश्च +दैत्यसंघानां +दैत्यसत्तम +दैत्यसत्तमः +दैत्यसिंहस्य +दैत्यसुता +दैत्यसूदनः +दैत्यसूदनम् +दैत्यसेना +दैत्यसेनां +दैत्यसैन्यं +दैत्यसैन्यस्य +दैत्यसैन्ये +दैत्यस्तं +दैत्यस्तव +दैत्यस्तु +दैत्यस्य +दैत्यहतकेन +दैत्यहा +दैत्या +दैत्यांश्च +दैत्याः +दैत्याचार्यो +दैत्यात् +दैत्यादयः +दैत्यादीनां +दैत्याधिपं +दैत्याधिपते +दैत्याधिपो +दैत्याधिराज +दैत्याना +दैत्यानां +दैत्यानाञ्च +दैत्यानामथ +दैत्यानामधिपं +दैत्यानामधिपो +दैत्यानामपि +दैत्यानामिव +दैत्यानाम् +दैत्यान् +दैत्यान्तको +दैत्यान्प्रति +दैत्याय +दैत्यारि +दैत्यारिं +दैत्यारिः +दैत्यारिणा +दैत्यारे +दैत्याश्च +दैत्याश्चाप्सरसां +दैत्याश्चैव +दैत्यास्तं +दैत्यास्तु +दैत्यास्ते +दैत्ये +दैत्येंद्र +दैत्येंद्रं +दैत्येंद्रः +दैत्येंद्रा +दैत्येंद्रो +दैत्येति +दैत्येन +दैत्येन्द्र +दैत्येन्द्रं +दैत्येन्द्रः +दैत्येन्द्रस्य +दैत्येन्द्रा +दैत्येन्द्राः +दैत्येन्द्राणां +दैत्येन्द्रान् +दैत्येन्द्रे +दैत्येन्द्रेण +दैत्येन्द्रो +दैत्येन्द्रौ +दैत्येभ्य +दैत्येभ्यः +दैत्येभ्यो +दैत्येश +दैत्येशं +दैत्येशः +दैत्येशो +दैत्येश्वर +दैत्येश्वरं +दैत्येश्वरः +दैत्येश्वरस्य +दैत्येश्वरेण +दैत्येश्वरो +दैत्येषु +दैत्यैः +दैत्यैर्न +दैत्यैर्ये +दैत्यैश्च +दैत्यो +दैत्यों +दैत्योऽथ +दैत्योऽपि +दैत्योऽयं +दैत्योऽसौ +दैत्यौ +दैत्र +दैधिषव्येति +दैधिषव्योदतस्तिष्ठान्यस्य +दैध्यें +दैध्यै +दैन +दैनं +दैनंदिनं +दैनन्दिन +दैनन्दिनं +दैनन्दिनः +दैनन्दिनजीवनस्य +दैनन्दिनजीवने +दैनन्दिनी +दैनिक +दैन्य +दैन्यं +दैन्यदोषमयी +दैन्यमदप्रहीणा +दैन्यमाश्रितः +दैन्यम् +दैन्यस्य +दैन्यात् +दैन्ये +दैन्येन +दैप +दैप् +दैर्घतमस +दैर्घतमसं +दैर्घतमसः +दैर्घतमसम् +दैर्घतमसानि +दैर्घरात्रिकः +दैर्घवरत्रः +दैर्घश्रवस +दैर्घश्रवसं +दैर्घश्रवसम् +दैर्घश्रवसे +दैर्घ्य +दैर्घ्यं +दैर्घ्यकम् +दैर्घ्यञ्च +दैर्घ्यमापनम् +दैर्घ्यम् +दैर्घ्यस्य +दैर्घ्यात् +दैर्घ्ये +दैर्घ्येण +दैर्ध्य +दैर्ध्यं +दैर्ध्यम् +दैर्ध्येण +दैर्यं +दैल्य +दैव +दैवं +दैवः +दैवकं +दैवकी +दैवकृतं +दैवकृते +दैवकृतो +दैवके +दैवगतिः +दैवगतिश्चित्रा +दैवगत्या +दैवचिन्तकः +दैवचिन्तकाः +दैवचिन्तकैः +दैवचोदितात् +दैवजीवस्य +दैवज्ञ +दैवज्ञं +दैवज्ञः +दैवज्ञत्वं +दैवज्ञमनोहरे +दैवज्ञमुदितोदितम् +दैवज्ञवल्लभा +दैवज्ञस्य +दैवज्ञा +दैवज्ञाः +दैवज्ञान् +दैवज्ञे +दैवज्ञेन +दैवज्ञैः +दैवज्ञो +दैवञ्च +दैवत +दैवतं +दैवतः +दैवतकाण्डे +दैवतमर्चयित्वा +दैवतमावाहयति +दैवतमिति +दैवतम् +दैवतयौवते +दैवतस्य +दैवता +दैवताः +दैवतानां +दैवतानि +दैवतान् +दैवतान्यपि +दैवताय +दैवतायाज्यं +दैवतायै +दैवतीर्थेन +दैवते +दैवतेन +दैवतेभ्यः +दैवतेभ्यो +दैवतेषु +दैवतेष्ववदधाति +दैवतैः +दैवतैरपि +दैवतैर् +दैवतैर्नः +दैवतैश्च +दैवतैश्चापि +दैवतैस्सह +दैवतो +दैवतोऽस्य +दैवत्यं +दैवत्ये +दैवत्वं +दैवदत्तं +दैवदत्तः +दैवदत्ताः +दैवदारवम् +दैवदोषतः +दैवदोषेण +दैवनिन्दा +दैवपरायणाः +दैवपूर्वं +दैवप्रमाणो +दैवबलं +दैवम +दैवमति +दैवमत्र +दैवमनुकूलं +दैवमनुवर्तते +दैवमपि +दैवमानुषम् +दैवमाह्निकम् +दैवमिति +दैवमेव +दैवमेवापरे +दैवमेवेति +दैवमेवेत्यादिना +दैवमोहितः +दैवम् +दैवयज्ञादिषु +दैवयज्ञि +दैवयज्ञी +दैवयज्ञ्या +दैवयोग +दैवयोगतः +दैवयोगात् +दैवयोगेन +दैवरक्षितं +दैवराजकृतादृते +दैवराजकृते +दैवल +दैवलो +दैववशगः +दैववशात् +दैववशादपेतं +दैववशेन +दैववाणी +दैववित् +दैवविदा +दैवविदां +दैवविहितं +दैवव्यपाश्रयं +दैवशक्त्या +दैवशब्दस्य +दैवशब्देन +दैवसंदूषिताशयाः +दैवसंपदोऽसाधारणं +दैवसम्पत्त्या +दैवसिकं +दैवस्तथैवार्षः +दैवस्थानि +दैवस्य +दैवहतं +दैवहतकं +दैवहतकः +दैवहीनं +दैवा +दैवाः +दैवाख्यं +दैवाख्यानम् +दैवाच्च +दैवातिथं +दैवातिथम् +दैवात् +दैवात्तत्र +दैवात्पूर्वकृतेन +दैवादवाप्तविभवस्य +दैवादवाप्य +दैवादिकः +दैवादिकस्य +दैवादिकस्यैव +दैवादिकात् +दैवादिह +दैवादेव +दैवाद् +दैवाद्यदि +दैवाद्यनधीनत्वे +दैवाद्यन्तं +दैवाद्वा +दैवाधीनं +दैवाधीनः +दैवाधीना +दैवानां +दैवानाम् +दैवानि +दैवानुकूल्येन +दैवानुगुणा +दैवान् +दैवान्न +दैवान्नायाति +दैवान्मानुषाद्वा +दैवाय +दैवायत्तं +दैवायत्ते +दैवाल्लब्धेन +दैवाश्च +दैवासुरं +दैवासुरः +दैवासुरम् +दैवासुरसंपद्विभागयोगः +दैवासुरसम्पद्विभागयोगः +दैवासुरसम्पद्विभागयोगस्य +दैवासुरे +दैवि +दैविक +दैविकं +दैविकः +दैविकम् +दैविका +दैविकानां +दैविकानि +दैविकी +दैविकीं +दैविके +दैविको +दैवी +दैवीं +दैवीं॒ +दैवीः +दैवीति +दैवीनां +दैवीभ्यस्तनूभ्यः +दैवीमभिजातस्य +दैवीमभिजातोऽसि +दैवीमावृतमावर्त +दैवीम् +दैवीम्̇ +दैवीरिति +दैवीर् +दैवीर्विश +दैवीर्विशः +दैवीर्विशो +दैवीश् +दैवीश्च +दैवीश्चतस्रः +दैवीषु +दैवी॑ +दैवी॒र्विशो॑ +दैवीꣳ +दैवे +दैवें +दैवेति +दैवेत्य् +दैवेन +दैवेनापि +दैवेनेति +दैवेनेव +दैवेनैव +दैवेषु +दैवेऽपि +दैवै +दैवैः +दैवो +दैवोदासं +दैवोदासम् +दैवोदासिः +दैवोदासिरिन्द्रस्य +दैवोदासे +दैवोदासो +दैवोपघातानां +दैव्य +दैव्यं +दैव्यं॑ +दैव्यं॒ +दैव्यः +दैव्यः॑ +दैव्यम् +दैव्यस्तन्तुर्मा +दैव्यस्य +दैव्या +दैव्यां +दैव्याः +दैव्याः॑ +दैव्यानि +दैव्याय +दैव्यायाः +दैव्यावध्वर्यू +दैव्यासस्तनूपावानस्तन्वस्तपोजा +दैव्यासो +दैव्या॑ +दैव्या॑नि +दैव्या॑याः +दैव्या॒ +दैव्ये +दैव्येति +दैव्येन +दैव्येनेति +दैव्येऽपि +दैव्ये॑न +दैव्ये॒ +दैव्यै +दैव्यो +दैव्यो॑ +दैव्यो॒ +दैव्यौ +दैव्य॑म् +दैव्य॑स्य +दैशिक +दैशिकं +दैशिकः +दैशिकमिति +दैशिकम् +दैशिकविशेषणतया +दैशिकाः +दैशिकी +दैष्टिकः +दैहिक +दैहिकं +दैहिकः +दैहिकम् +दैहिकानां +दैहिके +दैह्यं +दैौ +दो +दों +दोः +दोःफलं +दोःसहस्रं +दोइ +दोउ +दोऊ +दोग्गतिं +दोग्धरि +दोग्धव्यम् +दोग्धव्या +दोग्धा +दोग्धारं +दोग्धारः +दोग्धि +दोग्धीति +दोग्धु +दोग्धुं +दोग्धुम् +दोग्धेर्वा +दोग्ध्री +दोग्ध्रीं +दोग्ध्रीः +दोग्ध्रीणां +दोग्ध्रीणाम् +दोग्ध्रीम् +दोग्ध्रे +दोग्ध्र्यः +दोग्ध्र्यो +दोग्ध्र्यौ +दोघ +दोघं +दोघे +दोज्य +दोज्यं +दोज्याँ +दोज्र्यया +दोज्र्या +दोता +दोधः +दोधकं +दोधकम् +दोधकवृत्तमिदं +दोधकवृत्तम् +दोधतः +दोधवीति +दोधि +दोधुवत् +दोधूयते +दोधूयमानं +दोधूयमानस्य +दोध॑तः +दोन +दोना +दोनि +दोनो +दोनों +दोनोंका +दोनोंको +दोप +दोपं +दोपः +दोपकृत् +दोपमाह +दोपवलं +दोपशब्देन +दोपस्य +दोपहर +दोपहरं +दोपा +दोपाः +दोपाणां +दोपान् +दोपाय +दोपे +दोपेण +दोपेपु +दोपेषु +दोपैः +दोपो +दोपौ +दोबारा +दोभ्य +दोभ्यां +दोय +दोयं +दोयते +दोया +दोरकं +दोरपि +दोराब् +दोरिति +दोर् +दोर्ज्या +दोर्ज्यां +दोर्दण्ड +दोर्दण्डे +दोर्बाहवाणि +दोर्भिः +दोर्भ्या +दोर्भ्यां +दोर्भ्यामादाय +दोर्भ्यामालिङ्ग्य +दोर्भ्यामुत्क्षिप्य +दोर्भ्याम् +दोर्भ्यो +दोर्मण्डलं +दोर्मूले +दोर्या +दोर्युगं +दोर्वल्लिरुत्कम्पितं +दोर्विक्रमलब्धकीर्तिना +दोलः +दोलनं +दोलने +दोलयति +दोलया +दोलयात्रा +दोला +दोलां +दोलागतं +दोलापाकं +दोलामारोप्य +दोलायंत्रे +दोलायते +दोलायन्त्र +दोलायन्त्रमिदं +दोलायन्त्रे +दोलायन्त्रेण +दोलायन्त्रेऽम्लसंयुक्ते +दोलायमानं +दोलायमानः +दोलायमाना +दोलाया +दोलायां +दोलायाः +दोलायितं +दोलारूढं +दोलाविलासे +दोलाश्च +दोलासु +दोलास्थितं +दोलास्वेदेन +दोलिका +दोलिकायन्त्रे +दोली +दोले +दोलेव +दोलोत्सवो +दोश +दोशी +दोष +दोषं +दोषः +दोषकणिका +दोषकथनं +दोषकथनम् +दोषकरम् +दोषकराः +दोषका +दोषकारकम् +दोषकृत् +दोषकृद्भवेत् +दोषको +दोषकोपनम् +दोषक्षयात् +दोषक्षये +दोषगणनां +दोषगन्धोऽपि +दोषगुणयोः +दोषगुणा +दोषगुणालंकाराणां +दोषग्राही +दोषघातार्थमेव +दोषघ्नं +दोषघ्नो +दोषचयं +दोषज +दोषजं +दोषजः +दोषजा +दोषजाः +दोषजातं +दोषजातमवधीर्य +दोषजातम् +दोषज्ञः +दोषज्ञा +दोषज्ञाः +दोषणी +दोषण्यमंसाभ्यां +दोषण्यम् +दोषत +दोषतः +दोषतया +दोषता +दोषतां +दोषतो +दोषत्रयं +दोषत्रयहरं +दोषत्रयापहम् +दोषत्रयापहा +दोषत्रयेण +दोषत्रयेऽधिके +दोषत्रयोत्थं +दोषत्रयोद्भवः +दोषत्वं +दोषत्वमिति +दोषत्वम् +दोषत्वात् +दोषत्वादिति +दोषत्वे +दोषत्वेन +दोषदं +दोषदः +दोषदर्शकं +दोषदर्शनं +दोषदर्शनम् +दोषदर्शनात् +दोषदर्शने +दोषदर्शनेन +दोषदर्शिनः +दोषदर्शी +दोषदा +दोषदाः +दोषदुष्टिं +दोषदृष्टिः +दोषदृष्ट्या +दोषद्वयं +दोषद्वयाधिक्ये +दोषधातुमलादीनां +दोषधातुमलानां +दोषनाशनः +दोषनिमित्तं +दोषनिमित्तानां +दोषनिर्मुक्तं +दोषनिवारकभाष्यम् +दोषनिवृत्तिः +दोषन् +दोषन्नादेशः +दोषपाकं +दोषपाचनम् +दोषप्रतिपादकं +दोषप्रदर्शनं +दोषप्रदर्शनम् +दोषप्रशान्तये +दोषप्रसङ्गः +दोषप्रसङ्गात् +दोषप्रसङ्गो +दोषफलम् +दोषफलैः +दोषबलं +दोषबलाबलम् +दोषबहुलं +दोषबीजक्षये +दोषबुद्ध्या +दोषभाक् +दोषभाग् +दोषभाग्भवेत् +दोषभाष्यम् +दोषभेदतः +दोषभेदात् +दोषभेदे +दोषभेदेन +दोषमपि +दोषमवाप्नुयात् +दोषमाप्नोति +दोषमावक्ष्यति +दोषमावहति +दोषमावहतीति +दोषमावहेत् +दोषमाह +दोषमिति +दोषमुक्त्वा +दोषमुदाहरन्ति +दोषमुपागते +दोषमूरू +दोषमेव +दोषम् +दोषयति +दोषयुक्त +दोषयुक्तः +दोषयुक्ते +दोषरत्नानां +दोषरहित +दोषरहितं +दोषरहितः +दोषरहिता +दोषरहिते +दोषरूपं +दोषलं +दोषलक्षणैः +दोषलम् +दोषलिङ्गानि +दोषलेशः +दोषलेशोऽपि +दोषवचनात् +दोषवच्च +दोषवति +दोषवती +दोषवतीं +दोषवत् +दोषवत्तया +दोषवत्त्वं +दोषवत्सु +दोषवदपि +दोषवदित्येके +दोषवन्तः +दोषवर्जितं +दोषवर्जितः +दोषवर्जितम् +दोषवर्जिता +दोषवर्जिताः +दोषवर्जिते +दोषवशात् +दोषवशाद् +दोषवानिति +दोषवान् +दोषवारकं +दोषवारकभाष्यम् +दोषवार्तिकम् +दोषविनिर्मुक्तं +दोषविवर्जितः +दोषविशेषः +दोषविशेषे +दोषविशेषेण +दोषवैषम्यं +दोषशब्दे +दोषशमनं +दोषशान्तये +दोषशान्त्यर्थं +दोषशेषं +दोषशेषस्य +दोषश् +दोषश्च +दोषश्रवणात् +दोषसंकीर्तनं +दोषसंचयम् +दोषसंयोगेन +दोषसञ्चयम् +दोषसाम्यमरोगता +दोषसे +दोषस् +दोषस्तत्र +दोषस्तथा +दोषस्तथास्तु +दोषस्तदवस्थ +दोषस्तद्दर्शनात् +दोषस्तस्माल्लङ्घनमाचरेत् +दोषस्तस्य +दोषस्तु +दोषस्ते +दोषस्तेन +दोषस्तेषां +दोषस्त्वन्यथा +दोषस्त्वया +दोषस्य +दोषस्यापि +दोषहरं +दोषहीनं +दोषहीनो +दोषा +दोषां +दोषांश्च +दोषांस्तु +दोषाः +दोषाकरः +दोषाकरो +दोषाकरोऽपि +दोषाच्च +दोषाढ्यं +दोषाणा +दोषाणां +दोषाणामत्र +दोषाणामपि +दोषाणामिति +दोषाणामेव +दोषाणाम् +दोषाणि +दोषातनम् +दोषात् +दोषादपि +दोषादि +दोषादीनां +दोषादीन् +दोषाद् +दोषानपि +दोषानां +दोषानाह +दोषानाहारवर्जितः +दोषानिति +दोषानुदर्शनम् +दोषानुलोमनम् +दोषानुसंधानं +दोषानुसारेण +दोषान् +दोषान्तरं +दोषान्तरमाह +दोषान्न +दोषान्परित्यज्य +दोषापनयनेन +दोषापनुत्तये +दोषापाये +दोषापि +दोषाभाव +दोषाभावं +दोषाभावः +दोषाभावमात्रं +दोषाभावस्य +दोषाभावात् +दोषाभावादिति +दोषाभावे +दोषाभावेन +दोषाभावेऽपि +दोषाभावो +दोषाभावोपपादकभाष्यम् +दोषाभिसंधानाय +दोषाभ्यां +दोषामन्यमहः +दोषाय +दोषाया +दोषायां +दोषायेति +दोषायेत्याह +दोषारोपः +दोषारोपणं +दोषारोपो +दोषाल्पत्वं +दोषावस्तः +दोषावस्तर् +दोषावस्तर्धिया +दोषावह +दोषावहं +दोषावहः +दोषावहमिति +दोषावहम् +दोषावहा +दोषाविष्करणं +दोषाविष्करणमसूया +दोषाविष्करणम् +दोषावृतपथेऽथवा +दोषाश्च +दोषासन्धाय +दोषास् +दोषास्तथा +दोषास्तदा +दोषास्तु +दोषास्ते +दोषास्तेषां +दोषास्त्रयो +दोषास्त्वचं +दोषास्रमेदोमूत्रान्त्रैः +दोषा॑वस्तर्धि॒या +दोषा॑ऽवस्तः +दोषिणं +दोषिणः +दोषिणां +दोषित्वं +दोषी +दोषे +दोषेण +दोषेणैकेन +दोषेणैतरे +दोषेणैव +दोषेति +दोषेपि +दोषेभ्य +दोषेभ्यः +दोषेभ्यो +दोषेषु +दोषेष्ववकृष्य +दोषेो +दोषै +दोषैः +दोषैरत्यर्थमूर्च्छितैः +दोषैरिति +दोषैरेतैः +दोषैर् +दोषैर्न +दोषैर्यथास्वं +दोषैर्व्यस्तैः +दोषैश्च +दोषो +दोषों +दोषोंके +दोषोंको +दोषोच्छ्रयेणैव +दोषोत्र +दोषोद्भावनम् +दोषोपि +दोषोस्ति +दोषोऽत्र +दोषोऽन्यत्र +दोषोऽपि +दोषोऽप्रमाया +दोषोऽयं +दोषोऽयम् +दोषोऽस्ति +दोषोऽस्तीति +दोषोऽस्त्येव +दोषोऽस्माकं +दोषोऽस्य +दोषौ +दोष्णः +दोष्णा +दोष्णां +दोष्णि +दोष्णो +दोष्शब्दस्य +दोसा +दोसो +दोस् +दोस्त +दोस्ती +दोह +दोहं +दोहः +दोहकामा +दोहताँ +दोहतां +दोहताꣳ +दोहति +दोहते +दोहत् +दोहद +दोहदं +दोहदः +दोहदक्षे +दोहदधूपिनि +दोहदम् +दोहदवती +दोहदस्य +दोहदस्याप्रदानेन +दोहदे +दोहदेन +दोहदेनाम् +दोहदो +दोहन +दोहनं +दोहनकाले +दोहनम् +दोहनस्य +दोहना +दोहनाः +दोहनार्थं +दोहनी +दोहने +दोहनेन +दोहमशीमहि +दोहमशीय +दोहमानामन्नं +दोहम् +दोहयति +दोहयित्वा +दोहयित्वोपवसति +दोहयेत् +दोहरे +दोहलं +दोहसा +दोहसे +दोहस् +दोहस्य +दोहा +दोहाः +दोहाय +दोहावसाने +दोही +दोहीयसी +दोहे +दोहेन +दोहै +दोहो +दोहोऽन्नवानन्नादो +दोहोऽसि +दोहौ +दोह्यं +दोह्यम् +दोह्या +दोह॑ते +दोह॑ते॒ +दोह॑सा +दोऽनास्यविहरणे +दोऽपि +दोऽवखण्डने +दो॒षा +दो॒हना॑ +दो॒हसे॑ +दौ +दौः +दौःशील्यं +दौःशील्येन +दौड़ +दौड़ता +दौड़ते +दौत्य +दौत्यं +दौत्यम् +दौत्ये +दौत्येन +दौर +दौरा +दौरात्म्यं +दौरात्म्यात् +दौरान +दौर् +दौर्ग +दौर्गं +दौर्गंध्यं +दौर्गत्यं +दौर्गत्याद्यैरनौजस्यं +दौर्गनवमी +दौर्गन्ध्य +दौर्गन्ध्यं +दौर्गन्ध्यम् +दौर्गन्ध्यारोचकौ +दौर्गहे +दौर्गाः +दौर्जन्यं +दौर्जन्यम् +दौर्बल्य +दौर्बल्यं +दौर्बल्यमिति +दौर्बल्यम् +दौर्बल्यात् +दौर्बल्यादिति +दौर्बल्ये +दौर्ब्बल्यं +दौर्ब्बल्ये +दौर्भागिनेयः +दौर्भाग्य +दौर्भाग्यं +दौर्भाग्यदायिनी +दौर्भाग्यम् +दौर्भाग्यवशात् +दौर्भाग्यस्य +दौर्भाग्यानि +दौर्भाग्येण +दौर्भाग्येन +दौर्मनस्य +दौर्मनस्यं +दौर्मनस्यम् +दौर्मनस्येन +दौर्योधनं +दौर्लभ्यं +दौर्लभ्यात् +दौर्हृदाः +दौलतसिंह +दौलतसिंहः +दौलतसिंहस्य +दौलेयः +दौवा +दौवारिक +दौवारिकं +दौवारिकः +दौवारिकस्य +दौवारिका +दौवारिकाः +दौवारिकाय +दौवारिकी +दौवारिके +दौवारिकेण +दौवारिको +दौवारिकोऽथ +दौष्कः +दौष्कुलेयः +दौष्ट्यं +दौष्ट्यपक्षे +दौष्ठुल्यम् +दौष्यन्तिं +दौष्यन्तिमप्रतिरथं +दौसा +दौसामण्डलं +दौसामण्डलम् +दौहित्र +दौहित्रं +दौहित्रः +दौहित्रश्चाष्टमः +दौहित्रस्य +दौहित्रा +दौहित्राः +दौहित्रादेः +दौहित्राभावे +दौहित्री +दौहित्रीं +दौहित्रे +दौहित्रेण +दौहित्रो +दौहित्रोऽधिकारी +दौहित्रोऽपि +दौहृदं +दौहृदे +द् +द्गुरुः +द्ड +द्द +द्दशे +द्दश्यते +द्दश्यन्ते +द्दष्टान्ते +द्दष्ट्वा +द्दा +द्दि +द्दिश्य +द्दिष्टं +द्दिष्टम् +द्दे +द्देवं +द्देवो +द्देशिकोत्तमः +द्देशेन +द्द्रि +द्ध +द्धं +द्धः +द्धता +द्धति +द्धत्वात् +द्धनं +द्धमिति +द्धम् +द्धयः +द्धये +द्धरेत् +द्धस्य +द्धा +द्धाः +द्धानां +द्धानि +द्धार +द्धि +द्धिं +द्धिः +द्धिमान् +द्धिरिति +द्धिश्च +द्धीमान् +द्धृता +द्धृत्य +द्धे +द्धेः +द्धेतोः +द्धेन +द्धो +द्धौ +द्ध्यर्थं +द्ध्वा +द्बन्द्बं +द्बयं +द्बयम् +द्बयोः +द्बादश +द्बादशं +द्बादशवार्षिकव्रतम् +द्बादशी +द्बादशीदिने +द्बादशे +द्बादश्यां +द्बापरे +द्बाभ्यां +द्बारम् +द्बारि +द्बिगुणं +द्बिगुणा +द्बिगुणो +द्बिज +द्बिजः +द्बिजन्मनाम् +द्बिजश्रेष्ठ +द्बिजसत्तम +द्बिजसत्तमाः +द्बिजस्य +द्बिजा +द्बिजाः +द्बिजातिभिः +द्बिजानां +द्बिजान् +द्बिजाय +द्बिजो +द्बिजोत्तम +द्बिजोत्तमः +द्बिजोत्तमाः +द्बितीयं +द्बितीयः +द्बितीयकम् +द्बितीयञ्च +द्बितीयपादे +द्बितीया +द्बितीयायां +द्बितीये +द्बितीयेऽध्याये +द्बितीयो +द्बिधा +द्बिरूपकोषः +द्बिविधं +द्बिविधः +द्बिविधा +द्बिविधो +द्बिष् +द्बुधः +द्बे +द्बैगुण्यम् +द्बौ +द्भ +द्भक्त्या +द्भयं +द्भवं +द्भवः +द्भवति +द्भवम् +द्भवा +द्भवाः +द्भवे +द्भवेत् +द्भावः +द्भावात् +द्भावेन +द्भाष्यं +द्भिः +द्भिश्च +द्भुतं +द्भुतम् +द्म +द्य +द्यं +द्यः +द्यच् +द्यज्या +द्यत +द्यतः +द्यता +द्यति +द्यतिस्यति +द्यतिस्यतिमास्थामित्ति +द्यति॒ +द्यतीति +द्यतु +द्यते +द्यत् +द्यत्य् +द्यत्र +द्यथा +द्यदि +द्यन्त +द्यन्ति +द्यन्ते +द्यपि +द्यपेक्षया +द्यमानं +द्यम् +द्यया +द्यर्थं +द्यर्थे +द्यवि +द्यविद्यवि +द्यवि॑ +द्यवि॑द्यवि +द्यवि॑ऽद्यवि +द्यवि॒ +द्यवी +द्यवे +द्यव्याखरे +द्यश्च +द्यस्य +द्या +द्यां +द्याः +द्याञ्च +द्यात् +द्यानां +द्यानि +द्यान् +द्यापि +द्यामनेहसं +द्यामनेहसमिति +द्यामनेहसम् +द्यामपि +द्यामपिंशन् +द्यामिति +द्यामिमं +द्यामिव +द्यामिवऽ +द्यामिवोपरि +द्यामि॑वो॒परि॑ +द्यामि॒मं +द्यामुतेमां +द्यामु॒तेमां +द्यामेषि +द्यामौर्णो॑न्महि॒ना +द्याम् +द्याम्ऽइव +द्याया +द्यायां +द्याव +द्यावः +द्यावः॑ +द्यावा +द्यावाक्षामा +द्यावादेशः +द्यावान् +द्यावापृथि +द्यावापृथिवी +द्यावापृथिवीनामैतत् +द्यावापृथिवीभ्याँ +द्यावापृथिवीभ्यां +द्यावापृथिवीभ्यामिति +द्यावापृथिवीभ्यामिदम् +द्यावापृथिवीभ्यामेव +द्यावापृथिवीभ्याम् +द्यावापृथिवीभ्याꣳ +द्यावापृथिवीयं +द्यावापृथिवीयः +द्यावापृथिवीयम् +द्यावापृथिवीया +द्यावापृथिवीयाः +द्यावापृथिवीव +द्यावापृथिवीऽ +द्यावापृथिवी॒ +द्यावापृथिव्य +द्यावापृथिव्यं +द्यावापृथिव्यः +द्यावापृथिव्यमेककपालम् +द्यावापृथिव्यम् +द्यावापृथिव्या +द्यावापृथिव्यां +द्यावापृथिव्याम् +द्यावापृथिव्यावपि +द्यावापृथिव्याविति +द्यावापृथिव्यावित्येके +द्यावापृथिव्ये +द्यावापृथिव्यो +द्यावापृथिव्योः +द्यावापृथिव्योरन्तरं +द्यावापृथिव्योरन्तरा +द्यावापृथिव्योरहं +द्यावापृथिव्योरिति +द्यावापृथिव्योरिदमन्तरं +द्यावापृथिव्योरिदम् +द्यावापृथिव्योरेव +द्यावापृथिव्योर् +द्यावापृथिव्योर्मध्ये +द्यावापृथिव्योश्च +द्यावापृथिव्यौ +द्यावाभूमी +द्यावा॑ +द्यावा॑पृथिवी॒ +द्यावा॑पृथि॒वी +द्यावा॑पृथि॒वीभ्यां॑ +द्यावा॑पृथि॒वीभ्या॑म् +द्यावा॑पृथि॒वीभ्या॒ +द्यावा॑पृथि॒व्योः +द्यावा॑भूमी +द्यावा॒ +द्यावा॒क्षामा॑ +द्यावा॒क्षामा॒ +द्यावेति +द्यावो +द्यावो॒ +द्यावौ +द्याव॒ +द्याश्च +द्या॑वापृथिवी +द्या॒वा॒पृ॒थि॒वी॒ +द्या꣡वा꣢꣯ +द्याꣳ +द्यु +द्युः +द्युकामः +द्युक्तं +द्युक्तम् +द्युक्ष +द्युक्षं +द्युक्षः +द्युक्षतमो +द्युक्षम् +द्युक्षा +द्युगणं +द्युगणः +द्युगणविधिः +द्युगणात् +द्युगणे +द्युगणो +द्युचर +द्युचरः +द्युचरस्य +द्युचरा +द्युचरे +द्युचरो +द्युचारिणाम् +द्युजनस्य +द्युजीवया +द्युजीवा +द्युज्यया +द्युज्या +द्युज्यां +द्युज्यावृत्तं +द्युज्यावृत्ते +द्युत +द्युतं +द्युतद्यामा +द्युतद्यामानं +द्युतमिति +द्युतम् +द्युता +द्युतादिः +द्युतादिभ्यो +द्युतादौ +द्युतान +द्युतानः +द्युतानस् +द्युतानस्त्वा +द्युतानस्य +द्युतानात् +द्युतानो +द्युता॑नात् +द्युति +द्युतिं +द्युतिः +द्युतिगमिजुहोतीनां +द्युतित्वा +द्युतिधरः +द्युतिमतः +द्युतिमतस्तु +द्युतिमत् +द्युतिमन्तं +द्युतिमन्ति +द्युतिमात्मीयां +द्युतिमानङ्गिरास्तथा +द्युतिमान् +द्युतिमान्नाम +द्युतिम् +द्युतिरस्य +द्युतिरिव +द्युतिर्यस्य +द्युतिशक्तिः +द्युतिस्तपस्यः +द्युतिस्वाप्योः +द्युतीनां +द्युते +द्युतेः +द्युतेरिसिन्नादेश्च +द्युतौ +द्युत् +द्युदलं +द्युदलभादिविधिः +द्युदलाभा +द्युदेवतायाः +द्युद्भ्यो +द्युद्रुभ्यां +द्युनं +द्युनि +द्युनिशं +द्युनिशमण्डले +द्युनिशोः +द्युपतिः +द्युप्रभृतीनां +द्युप्रागपागुदक्प्रतीचो +द्युभिः +द्युभिः॑ +द्युभिरक्तुभिः +द्युभिरिति +द्युभिस् +द्युभि॑ः +द्युभि॒स्त्वमा॑शुशु॒क्षणि॒स्त्वम॒द्भ्यस्त्वमश्म॑न॒स्परि॑ +द्युभुक्तयः +द्युभ्यः +द्युभ्यां +द्युभ्याम् +द्युभ्वाद्यायतनं +द्युभ्वाद्यायतनत्वेनाश्रयितव्यः +द्युभ्वाद्यायतनम् +द्युमः +द्युमणि +द्युमणिं +द्युमणिः +द्युमणेः +द्युमणौ +द्युमतीं +द्युमते +द्युमत् +द्युमत्तम +द्युमत्तमं +द्युमत्तमः +द्युमत्तमम् +द्युमत्तमा +द्युमत्तमो +द्युमत्तमोऽभि +द्युमत्सेन +द्युमत्सेनो +द्युमदग्ने +द्युमद् +द्युमद्विभाति +द्युमन् +द्युमन्तं +द्युमन्तः +द्युमन्तम् +द्युमन्ति +द्युमन्तो +द्युमन्तꣳ +द्युमाँ +द्युमान् +द्युमार्गेण +द्युम्न +द्युम्नं +द्युम्नः +द्युम्नमभि +द्युम्नम् +द्युम्नवत्तमः +द्युम्नस्य +द्युम्नहूतिभिः +द्युम्नहूतौ +द्युम्ना +द्युम्नानि +द्युम्नान्युत्तमानि +द्युम्नान्य् +द्युम्नाय +द्युम्निनं +द्युम्निनः +द्युम्निन्तमः +द्युम्नी +द्युम्ने +द्युम्नेन +द्युम्नेभिः +द्युम्नैः +द्युम्नैरभि +द्युम्नैर् +द्युम्न्याहुतः +द्युयोषिताम् +द्युरात्रं +द्युरात्रवृत्ते +द्युर् +द्युलोक +द्युलोकं +द्युलोकः +द्युलोकमन्वाततान +द्युलोकम् +द्युलोकस्थं +द्युलोकस्य +द्युलोकस्यापि +द्युलोकस्योपरि +द्युलोकाग्नौ +द्युलोकाच्च +द्युलोकात् +द्युलोकादपि +द्युलोकादागत्य +द्युलोकाद्वा +द्युलोके +द्युलोकेन +द्युलोको +द्युलोकोऽपि +द्युवासिनाम् +द्युशब्देन +द्युषु +द्युसदः +द्युसदां +द्युसिन्धुः +द्युस् +द्युस्थान +द्युस्थानः 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+द्यौश्च॒ +द्यौष्पिता +द्यौस् +द्यौस्त +द्यौस्तदा +द्यौस्तृप्यति +द्यौस्ते +द्यौस्त्वं +द्यौस्त्वा +द्य꣢ +द्र +द्रं +द्रः +द्रक +द्रक् +द्रक्ष्यंति +द्रक्ष्यत +द्रक्ष्यति +द्रक्ष्यतीति +द्रक्ष्यते +द्रक्ष्यथ +द्रक्ष्यन्ति +द्रक्ष्यन्तीति +द्रक्ष्यन्ते +द्रक्ष्यसि +द्रक्ष्यसीति +द्रक्ष्यसीत्यर्थः +द्रक्ष्यसे +द्रक्ष्यस्यद्यैव +द्रक्ष्यस्यात्मन्यथो +द्रक्ष्यस्युपलविषमे +द्रक्ष्याम +द्रक्ष्यामः +द्रक्ष्यामहे +द्रक्ष्यामि +द्रक्ष्यामीति +द्रक्ष्यामो +द्रक्ष्याम्यद्य +द्रक्ष्याम्यभिषिक्तमहं +द्रक्ष्याम्यहं +द्रक्ष्याम्यहमिति +द्रक्ष्याव +द्रक्ष्यावः +द्रक्ष्ये +द्रक्ष्येत +द्रङ्गे +द्रढ +द्रढय +द्रढयति +द्रढयन् +द्रढयन्ति +द्रढयन्नाह +द्रढयितुं +द्रढयितुमाह +द्रढयितुम् +द्रढ़यति +द्रढिमा +द्रढिम्न +द्रढिम्ने +द्रढिम्नेऽशिथिरत्वाय +द्रढीयः +द्रढीयसी +द्रढीयान् +द्रण +द्रतं +द्रता +द्रति +द्रते +द्रतौ +द्रधसी +द्रप्ता +द्रप्स +द्रप्सं +द्रप्सः +द्रप्सम् +द्रप्सश् +द्रप्सश्चस्कन्द +द्रप्सश्चस्कन्देति +द्रप्सस्ते +द्रप्सस्य +द्रप्सा +द्रप्साः +द्रप्सेन +द्रप्सो +द्रम +द्रमति +द्रमा +द्रमिड +द्रमिडा +द्रमिडाः +द्रमिति +द्रम् +द्रम्म +द्रम्मास् +द्रय +द्रया +द्रव +द्रवं +द्रवः +द्रवउ +द्रवकेलिपरीहासाः +द्रवणं +द्रवणशीलः +द्रवणे +द्रवत +द्रवतः +द्रवता +द्रवतां +द्रवति +द्रवतीति +द्रवते +द्रवतेर्वा +द्रवतो +द्रवत् +द्रवत्पाणी +द्रवत्यलम् +द्रवत्येव +द्रवत्व +द्रवत्वं +द्रवत्वमिति +द्रवत्वमिव +द्रवत्वम् +द्रवत्वस्य +द्रवत्वात् +द्रवत्वाधिकरणं +द्रवत्वे +द्रवत्वेन +द्रवत्सु +द्रवद्रव्यं +द्रवद्रव्यस्य +द्रवद्रव्येण +द्रवद्रव्येषु +द्रवन्तं +द्रवन्ता +द्रवन्ति +द्रवन्ती +द्रवन्तीं +द्रवन्तु +द्रवन्ते +द्रवन्तो +द्रवन्तौ +द्रवन्त्यपि +द्रवमाणं +द्रवमूर्तिस्पर्शयोः +द्रवम् +द्रवयति +द्रवरूपं +द्रवरूपम् +द्रवरूपा +द्रवरूपेण +द्रवसंयुतम् +द्रवस् +द्रवस्निग्धगुरूणि +द्रवस्य +द्रवा +द्रवाः +द्रवाणां +द्रवाणि +द्रवान् +द्रवा॒ +द्रवि +द्रविड +द्रविडः +द्रविडक्षितेः +द्रविडदेश +द्रविड़ +द्रविडा +द्रविडाः +द्रविडे +द्रविडेषु +द्रविडो +द्रविण +द्रविणं +द्रविणः +द्रविणःऽदः +द्रविणःऽदाः +द्रविणःऽदाम् +द्रविणप्रदः +द्रविणमष्टु +द्रविणमा +द्रविणमापदि +द्रविणमिच्छमानः +द्रविणमिति +द्रविणमुच्यते +द्रविणम् +द्रविणस +द्रविणसः +द्रविणसो +द्रविणस्य +द्रविणस्यवः +द्रविणस्युः +द्रविणस्युर्विपन्यया +द्रविणा +द्रविणादानं +द्रविणानि +द्रविणाय +द्रविणाल्पता +द्रविणे +द्रविणेन +द्रविणेह +द्रविणो +द्रविणोदः +द्रविणोदस +द्रविणोदसे +द्रविणोदा +द्रविणोदां +द्रविणोदाः +द्रविणोदाम् +द्रविणोदो +द्रविणोद॒ः +द्रविणो॒दा +द्रविणो॒दाः +द्रविणꣳ +द्रविता +द्रवित्नुम् +द्रवित्न्वः +द्रविष्यन्ति +द्रवि॑णं +द्रवि॑णं॒ +द्रवि॑णमि॒च्छमा॑नः +द्रवि॑णमि॒च्छमा॑ना +द्रवि॑णम् +द्रवि॑णसः +द्रवि॑णानि +द्रवि॑णे +द्रवि॑णे॒ह +द्रवि॑ण॒मा +द्रवी +द्रवीकरणे +द्रवीकरोति +द्रवीकृत्य +द्रवीभवति +द्रवीभावे +द्रवीभूत +द्रवीभूतं +द्रवीभूता +द्रवीभूते +द्रवे +द्रवेण +द्रवेति +द्रवेत् +द्रवेत्य् +द्रवेषु +द्रवैः +द्रवैर् +द्रवैर्दिनम् +द्रवैर्भाव्यं +द्रवैर्मर्द्यं +द्रवो +द्रवोत्तरम् +द्रव्य +द्रव्यं +द्रव्यः +द्रव्यकः +द्रव्यगता +द्रव्यगतो +द्रव्यगुण +द्रव्यगुणः +द्रव्यगुणकर्म +द्रव्यगुणकर्मणां +द्रव्यगुणकर्मसामान्यविशेषसमवायानां +द्रव्यगुणकर्मसु +द्रव्यगुणकर्माणि +द्रव्यगुणयोः +द्रव्यगुणशब्दा +द्रव्यगुणशब्दानां +द्रव्यगुणसंस्कारेषु +द्रव्यगुणौ +द्रव्यग्रहस्तु +द्रव्यचाक्षुषं +द्रव्यजं +द्रव्यजातं +द्रव्यञ्च +द्रव्यतः +द्रव्यतो +द्रव्यत्यागः +द्रव्यत्यागार्थमुद्दिष्टा +द्रव्यत्यागे +द्रव्यत्यागो +द्रव्यत्व +द्रव्यत्वं +द्रव्यत्वनित्यत्वे +द्रव्यत्वमपि +द्रव्यत्वमिति +द्रव्यत्वमेव +द्रव्यत्वम् +द्रव्यत्वव्याप्य +द्रव्यत्वव्याप्यत्वं +द्रव्यत्वव्याप्येति +द्रव्यत्वस्य +द्रव्यत्वस्यापि +द्रव्यत्वा +द्रव्यत्वात् +द्रव्यत्वादि +द्रव्यत्वादिकजातिस्तु +द्रव्यत्वादिति +द्रव्यत्वादिना +द्रव्यत्वादीनां +द्रव्यत्वादेः +द्रव्यत्वादौ +द्रव्यत्वाद् +द्रव्यत्वे +द्रव्यत्वेन +द्रव्यदा +द्रव्यदानं +द्रव्यदानेन +द्रव्यदेवतं +द्रव्यदेवतम् +द्रव्यदेवतयोः +द्रव्यदेवता +द्रव्यदेवते +द्रव्यद्वयं +द्रव्यद्वारेण +द्रव्यधर्मा +द्रव्यनाश +द्रव्यनाशं +द्रव्यनाशः +द्रव्यनाशे +द्रव्यनिर्णयः +द्रव्यन्यासं +द्रव्यपदं +द्रव्यपदम् +द्रव्यपदार्थकः +द्रव्यपदार्थता +द्रव्यपदार्थपक्षे +द्रव्यपरिग्रहः +द्रव्यपरिग्रहेषु +द्रव्यपृथक्त्वात् +द्रव्यपृथक्त्वेऽम्यावर्तत +द्रव्यप्रकर्षे +द्रव्यप्रकाराणां +द्रव्यप्रकृतयः +द्रव्यप्रत्यक्षे +द्रव्यप्रधानत्वात् +द्रव्यप्रयोगः +द्रव्यप्रयोजनम् +द्रव्यभूतं +द्रव्यभेदे +द्रव्यभेदेन +द्रव्यम +द्रव्यमत्रापेक्ष्यते +द्रव्यमन्नं +द्रव्यमपि +द्रव्यमभिधीयते +द्रव्यमयं +द्रव्यमयात् +द्रव्यमयाद्यज्ञाज्ज्ञानयज्ञः +द्रव्यमयाद्यज्ञात् +द्रव्यमयो +द्रव्यमस्ति +द्रव्यमस्य +द्रव्यमात्रं +द्रव्यमात्रस्य +द्रव्यमात्रे +द्रव्यमादाय +द्रव्यमानं +द्रव्यमिति +द्रव्यमित्यर्थः +द्रव्यमित्युच्यते +द्रव्यमुच्यते +द्रव्यमेकं +द्रव्यमेव +द्रव्यम् +द्रव्यम्‌ +द्रव्ययज्ञः +द्रव्ययज्ञा +द्रव्ययज्ञाः +द्रव्ययज्ञात् +द्रव्ययज्ञास्तपोयज्ञा +द्रव्ययोः +द्रव्ययोर् +द्रव्यराशिः +द्रव्यरूपेण +द्रव्यलक्षणप्रकरणम् +द्रव्यवचनः +द्रव्यवति +द्रव्यवत् +द्रव्यवदिति +द्रव्यवद् +द्रव्यवद्भवति +द्रव्यवनं +द्रव्यवान् +द्रव्यविनिमये +द्रव्यविनियोगं +द्रव्यविशेषः +द्रव्यविशेषस्य +द्रव्यविशेषाणां +द्रव्यविशेषे +द्रव्यविशेषेण +द्रव्यशक्तिमान् +द्रव्यशब्दः +द्रव्यशब्दो +द्रव्यशुद्धि +द्रव्यशुद्धिं +द्रव्यशुद्धिः +द्रव्यशुद्धिप्रकरणम् +द्रव्यशुद्धिषु +द्रव्यसंख्यया +द्रव्यसंख्या +द्रव्यसंग्रहः +द्रव्यसंबन्धः +द्रव्यसंयुक्तं +द्रव्यसंस्कारः +द्रव्यसंस्कारकर्मसु +द्रव्यसंस्कारविरोधे +द्रव्यसमवेत +द्रव्यसामान्ये +द्रव्यस्य +द्रव्यस्यातिसर्गेण +द्रव्यस्यापि +द्रव्यस्येति +द्रव्यस्यैव +द्रव्यहस्तः +द्रव्यहस्तो +द्रव्यहीनं +द्रव्यहीने +द्रव्या +द्रव्याणा +द्रव्याणां +द्रव्याणामप्यलाभे +द्रव्याणामल्पसाराणां +द्रव्याणामिति +द्रव्याणाम् +द्रव्याणि +द्रव्याणीति +द्रव्याण्यपि +द्रव्याण्येतानि +द्रव्याण्य् +द्रव्यात् +द्रव्यात्मना +द्रव्यात्मा +द्रव्यादन्यो +द्रव्यादय +द्रव्यादयः +द्रव्यादयो +द्रव्यादि +द्रव्यादिकं +द्रव्यादित्रिकवृत्तिस्तु +द्रव्यादिविषयो +द्रव्यादिषु +द्रव्यादीति +द्रव्यादीनां +द्रव्यादेः +द्रव्यादौ +द्रव्याद् +द्रव्याद्वैतं +द्रव्याधीनत्वं +द्रव्याध्यक्षे +द्रव्यानि +द्रव्यान्त +द्रव्यान्तर +द्रव्यान्तरं +द्रव्यान्तरतः +द्रव्यान्तरत्वं +द्रव्यान्तरमारभन्ते +द्रव्यान्तरमिति +द्रव्यान्तरमेव +द्रव्यान्तरम् +द्रव्यान्तरस्य +द्रव्यान्तराणि +द्रव्यान्तरे +द्रव्यान्तरेण +द्रव्यान्ते +द्रव्यान्यथात्वम् +द्रव्यापेक्षया +द्रव्याभावः +द्रव्याभावे +द्रव्याभिधानं +द्रव्याभिधाने +द्रव्यारम्भ +द्रव्यारम्भक +द्रव्यारम्भश्चतुर्षु +द्रव्यार्जनं +द्रव्यार्जनम् +द्रव्यार्थं +द्रव्यार्थी +द्रव्यालाभे +द्रव्याश्रया +द्रव्याश्रय्यगुणवान् +द्रव्याश्रितत्वं +द्रव्याश्रिता +द्रव्यासुव्यवसायेषु +द्रव्ये +द्रव्येण +द्रव्येणेति +द्रव्येति +द्रव्येभ्यः +द्रव्येषु +द्रव्येऽपि +द्रव्यै +द्रव्यैः +द्रव्यैर् +द्रव्यों +द्रव्योत्प्रेक्षा +द्रव्योपादानं +द्रव्योऽयं +द्रव॑तः +द्रव॑त्पाणी॒ +द्रव॑न्ता +द्रव॑न्ति॒ +द्रष्ट +द्रष्टं +द्रष्टः +द्रष्टत्रयम् +द्रष्टध्यम् +द्रष्टम् +द्रष्टयः +द्रष्टयम् +द्रष्टया +द्रष्टरि +द्रष्टव्य +द्रष्टव्यं +द्रष्टव्यः +द्रष्टव्यत्वं +द्रष्टव्यत्वेन +द्रष्टव्यम +द्रष्टव्यमस्ति +द्रष्टव्यमिति +द्रष्टव्यमित्याह +द्रष्टव्यम् +द्रष्टव्यम्‌ +द्रष्टव्यश्च +द्रष्टव्या +द्रष्टव्याः +द्रष्टव्यानि +द्रष्टव्यानीति +द्रष्टव्याऽस्यैव +द्रष्टव्ये +द्रष्टव्येति +द्रष्टव्येत्यर्थः +द्रष्टव्यो +द्रष्टव्योऽहं +द्रष्टव्यौ +द्रष्टा +द्रष्टाद्वैतो +द्रष्टापि +द्रष्टार +द्रष्टारं +द्रष्टारः +द्रष्टारम् +द्रष्टारश्च +द्रष्टारो +द्रष्टारौ +द्रष्टासि +द्रष्टास्ति +द्रष्टास्मि +द्रष्टाऽसि +द्रष्टाऽस्मि +द्रष्टि +द्रष्टु +द्रष्टुं +द्रष्टुः +द्रष्टुकाम +द्रष्टुकामः +द्रष्टुकामस्य +द्रष्टुकामा +द्रष्टुकामाः +द्रष्टुकामानां +द्रष्टुकामो +द्रष्टुकामोऽस्मि +द्रष्टुमक्षमः +द्रष्टुमग्रजम् +द्रष्टुमनाः +द्रष्टुमनेनैव +द्रष्टुमपि +द्रष्टुमभ्यागतो +द्रष्टुमभ्यागतौ +द्रष्टुमर्हति +द्रष्टुमर्हथ +द्रष्टुमर्हसि +द्रष्टुमशक्यं +द्रष्टुमशक्यम् +द्रष्टुमहं +द्रष्टुमागतः +द्रष्टुमागता +द्रष्टुमागताः +द्रष्टुमाययुः +द्रष्टुमाययौ +द्रष्टुमायान्ति +द्रष्टुमिच्छति +द्रष्टुमिच्छन्ति +द्रष्टुमिच्छया +द्रष्टुमिच्छसि +द्रष्टुमिच्छा +द्रष्टुमिच्छामहे +द्रष्टुमिच्छामि +द्रष्टुमिच्छाम्यहं +द्रष्टुमिति +द्रष्टुमुत्सहे +द्रष्टुमुत्सुकः +द्रष्टुमेव +द्रष्टुम् +द्रष्टुर् +द्रष्टुर्दृष्टेर्विपरिलोपो +द्रष्टुर्हि +द्रष्टृ +द्रष्टृता +द्रष्टृत्वं +द्रष्टृत्वम् +द्रष्टृत्वेन +द्रष्टृदर्शनदृश्यानां +द्रष्टृदर्शनदृश्यानि +द्रष्टृदृश्ययोः +द्रष्टृदृश्योपरक्तं +द्रष्टॄणां +द्रष्टे +द्रष्टेति +द्रष्टेव +द्रष्टैव +द्रष्ट्या +द्रष्ट्र +द्रष्ट्रा +द्रष्ट्री +द्रष्ट्रे +द्रष्ट्र् +द्रष्ट्वा +द्रष्ठव्यम् +द्रस्य +द्रह +द्रा +द्रां +द्राक् +द्राक्ष +द्राक्षं +द्राक्षमाधूकं +द्राक्षया +द्राक्षा +द्राक्षां +द्राक्षाः +द्राक्षाक्षेत्रं +द्राक्षाणां +द्राक्षादि +द्राक्षाफलं +द्राक्षाफलम् +द्राक्षाफलरसः +द्राक्षाफलानि +द्राक्षाम् +द्राक्षाम्बुना +द्राक्षायां +द्राक्षायाः +द्राक्षारसं +द्राक्षारसेन +द्राक्षालता +द्राक्षासवः +द्राक्षि +द्राक्षीत् +द्राक्षे +द्राक्षेक्षु +द्राक्षेति +द्राखृ +द्राग +द्रागिति +द्रागित्येव +द्रागिव +द्रागेनानिति +द्रागेव +द्राग् +द्राग्झटित्यञ्जसाह्नाय +द्राग्दोः +द्राघते +द्राघयति +द्राघादेशः +द्राघिमा +द्राघिष्ठः +द्राघिष्ठाभिः +द्राघीय +द्राघीयः +द्राघीयसा +द्राघीयसी +द्राघीयान् +द्राघी॑यः +द्राघी॑य॒ +द्राघृ +द्राघ्मा +द्राङ् +द्राजा +द्राडते +द्राडृ +द्राणं +द्राणां +द्राति +द्रात् +द्राधीयसी +द्रान्त्वरातयः +द्रापयति +द्रापिं +द्रापिः +द्रापिममुञ्चथाः +द्रापिमिव +द्रापिम् +द्रापे +द्रामायणभूषणे +द्रामिति +द्रावं +द्रावक +द्रावकं +द्रावकः +द्रावको +द्रावण +द्रावणं +द्रावणः +द्रावणवर्गेण +द्रावणाय +द्रावणी +द्रावणे +द्रावय +द्रावयति +द्रावयतीति +द्रावयते +द्रावयन्तं +द्रावयन्ति +द्रावयामास +द्रावयिता +द्रावयित्वा +द्रावयेत् +द्राविड +द्राविडं +द्राविडः +द्राविडकः +द्राविडभाषायां +द्राविडमुन्नेत्रकळगम् +द्राविडशैल्या +द्राविडा +द्राविडाः +द्राविडी +द्राविडीय +द्राविडीयभाषाः +द्राविडे +द्राविडेश्वर +द्राविडो +द्राविणी +द्राविणोदसाः +द्रावितं +द्राविते +द्रावितो +द्रावी +द्रावे +द्राव्यं +द्राव्यमानम् +द्राहृ +द्राह्यायणः +द्राह्यायणश्रौतसूत्रम् +द्राह्यायणश्रौतसूत्रे +द्रा॒न्त्वरा॑तयः +द्रा॒पिम् +द्रा꣡इभा꣢इः +द्रा꣢꣯सं꣡किरा +द्रि +द्रिः +द्रिज +द्रिजः +द्रिजाः +द्रिजोत्तम +द्रिधा +द्रियते +द्रिवः +द्री +द्रीं +द्रु +द्रुः +द्रुकिलिमं +द्रुक् +द्रुग्धम् +द्रुग्धानि +द्रुघण +द्रुघणं +द्रुघणः +द्रुघणेन +द्रुघणो +द्रुघ्नीं +द्रुण +द्रुणं +द्रुणः +द्रुणति +द्रुणसः +द्रुणा +द्रुणा॑ +द्रुत +द्रुतं +द्रुतः +द्रुतगतिः +द्रुतगतिषु +द्रुतगत्या +द्रुततरं +द्रुततरमितो +द्रुततरम् +द्रुततरा +द्रुतद्रावं +द्रुतद्वन्द्वं +द्रुतद्वयम् +द्रुतपदं +द्रुतपारगमनप्रणाली +द्रुतमटनः +द्रुतमथ +द्रुतमध्या +द्रुतमपि +द्रुतमाययौ +द्रुतमास्ते +द्रुतमिति +द्रुतमिव +द्रुतमेव +द्रुतम् +द्रुतयः +द्रुतयो +द्रुतविल +द्रुतविलम्बित +द्रुतविलम्बितं +द्रुतविलम्बितमाह +द्रुतविलम्बितम् +द्रुतसूतं +द्रुतसूतस्य +द्रुतस्य +द्रुता +द्रुतां +द्रुताः +द्रुतानां +द्रुतायां +द्रुति +द्रुतिं +द्रुतिः +द्रुतिबद्धनामा +द्रुतिर्भवति +द्रुतिर्भवेत् +द्रुतीकृत्य +द्रुते +द्रुतेति +द्रुतेन +द्रुतैः +द्रुतो +द्रुतौ +द्रुत्वा +द्रुत्वापः +द्रुदक्षिभ्यामिनन् +द्रुपद +द्रुपदं +द्रुपदः +द्रुपदजा +द्रुपदतनया +द्रुपदतनयो +द्रुपदनन्दिनी +द्रुपदपुत्रस्य +द्रुपदपुत्रेण +द्रुपदपुत्रेणाप्रसिद्धेनाधिष्ठितां +द्रुपदपुत्रेणेति +द्रुपदराजस्य +द्रुपदश्च +द्रुपदश्चैव +द्रुपदसुता +द्रुपदस्तु +द्रुपदस्य +द्रुपदा +द्रुपदां +द्रुपदात्मजः +द्रुपदात्मजा +द्रुपदात्मजाम् +द्रुपदादिव +द्रुपदादिवेति +द्रुपदाय +द्रुपदी +द्रुपदे +द्रुपदेन +द्रुपदेषु +द्रुपदो +द्रुम +द्रुमं +द्रुमः +द्रुमक्षयमथो +द्रुमती +द्रुमभूषितम् +द्रुमभेदे +द्रुममयः +द्रुमम् +द्रुमयोः +द्रुमवर्षं +द्रुमसानुमतां +द्रुमस्य +द्रुमा +द्रुमांश्च +द्रुमांसमधुसर्पिषाम् +द्रुमाः +द्रुमाणां +द्रुमाणाम् +द्रुमात् +द्रुमादयः +द्रुमादिव +द्रुमादिषु +द्रुमान् +द्रुमान्तरे +द्रुमामयः +द्रुमायते +द्रुमाश्च +द्रुमास्तथा +द्रुमिलो +द्रुमे +द्रुमेण +द्रुमेभ्यो +द्रुमेषु +द्रुमैः +द्रुमो +द्रुमौ +द्रुरिव +द्रुर्वृक्षः +द्रुवयं +द्रुषदम् +द्रुष्टं +द्रुष्टुं +द्रुस्तुस्रुवः +द्रुह +द्रुहः +द्रुहः॑ +द्रुहन् +द्रुहन्तरः +द्रुहमुहष्णुहष्णिहाम् +द्रुहा +द्रुहि +द्रुहिण +द्रुहिणं +द्रुहिणः +द्रुहिणस्य +द्रुहिणे +द्रुहिणेन +द्रुहिणो +द्रुहे +द्रुहो +द्रुह् +द्रुह्य +द्रुह्यं +द्रुह्यति +द्रुह्यन्ति +द्रुह्यन्तु +द्रुह्यवः +द्रुह्याद् +द्रुह्यु +द्रुह्युं +द्रुह्येत् +द्रुह्यो +द्रुह्योश्च +द्रुह्योस्तु +द्रुह्वणे +द्रुह्वाणः +द्रुह्व॑णे॒ +द्रु॒हः +द्रु॒हा +द्रु॒हो +द्रू +द्रूं +द्रूणाति +द्रूणानः +द्रूणानो +द्रूणानोऽस्तासि +द्रूणीते +द्रृश्यते +द्रृश्यन्ते +द्रृष्ट्वा +द्रे +द्रेका +द्रेकृ +द्रेक्काणे +द्रेष्काण +द्रेष्काणे +द्रेष्काणो +द्रै +द्रो +द्रोः +द्रोग्धा +द्रोग्धारः +द्रोग्धुः +द्रोघमित्रान् +द्रोघवाचस्ते +द्रोढा +द्रोण +द्रोणं +द्रोणः +द्रोणक +द्रोणकर्णौ +द्रोणकलश +द्रोणकलशं +द्रोणकलशः +द्रोणकलशम् +द्रोणकलशस्य +द्रोणकलशात् +द्रोणकलशादुपस्तीर्य +द्रोणकलशान् +द्रोणकलशे +द्रोणकलशेन +द्रोणकलशो +द्रोणकलशꣳ +द्रोणकाक +द्रोणकाकः +द्रोणकाके +द्रोणचितं +द्रोणञ्च +द्रोणद्वयं +द्रोणनन्दनः +द्रोणपर्व +द्रोणपर्वणि +द्रोणपुत्रं +द्रोणपुत्रः +द्रोणपुत्रश्च +द्रोणपुत्रस्तु +द्रोणपुत्रस्य +द्रोणपुत्राय +द्रोणपुत्रे +द्रोणपुत्रेण +द्रोणपुत्रो +द्रोणपुष्पं +द्रोणपुष्पी +द्रोणभीष्माभ्यां +द्रोणभीष्मौ +द्रोणमभ्ययात् +द्रोणमम्बुदम् +द्रोणमानं +द्रोणमिति +द्रोणमुखं +द्रोणमेव +द्रोणम् +द्रोणरथं +द्रोणवधनिमित्तम् +द्रोणवधपर्वणि +द्रोणविनाशाय +द्रोणश्च +द्रोणसाचं +द्रोणसायकैः +द्रोणस्तु +द्रोणस्य +द्रोणस्यापि +द्रोणा +द्रोणाः +द्रोणाचलं +द्रोणाचार्य +द्रोणाचार्यः +द्रोणाचार्यस्य +द्रोणाचार्येण +द्रोणाचार्य्यः +द्रोणाचार्य्ये +द्रोणात् +द्रोणादवारयत् +द्रोणादिषु +द्रोणादीनां +द्रोणानि +द्रोणानीकं +द्रोणानीकाय +द्रोणान् +द्रोणाभिधाने +द्रोणाभिषेकपर्वणि +द्रोणाय +द्रोणायाभिमुखं +द्रोणा॑नि +द्रोणि +द्रोणिः +द्रोणिदेशान् +द्रोणी +द्रोणीं +द्रोणीमुखं +द्रोणे +द्रोणेन +द्रोणेऽपां +द्रोणेऽम्भसः +द्रोणे॑ +द्रोणैः +द्रोणो +द्रोणोऽथ +द्रोणोऽपि +द्रोण्यः +द्रोण्यश्च +द्रोण्यां +द्रोश्च +द्रोह +द्रोहं +द्रोहः +द्रोहकारिणः +द्रोहचिन्तनम् +द्रोहवर्जिताः +द्रोहस्य +द्रोहिणो +द्रोहिता +द्रोही +द्रोहे +द्रोहेण +द्रोहो +द्रौ +द्रौं +द्रौणायन +द्रौणायनः +द्रौणि +द्रौणिं +द्रौणिः +द्रौणिकी +द्रौणिना +द्रौणिरश्वत्थामा +द्रौणिरुवाच +द्रौणिर्महाराज +द्रौणिश्च +द्रौणिस्तु +द्रौणी +द्रौणे +द्रौणेः +द्रौपदि +द्रौपदी +द्रौपदीं +द्रौपदींप्रति +द्रौपदीपुत्राः +द्रौपदीम् +द्रौपदीव +द्रौपदीहरणपर्वणि +द्रौपदेया +द्रौपदेयांश्च +द्रौपदेयाः +द्रौपदेयानां +द्रौपदेयाश्च +द्रौपद्य +द्रौपद्या +द्रौपद्यां +द्रौपद्याः +द्रौपद्याश्च +द्रौपद्युवाच +द्रौपद्यै +द्र् +द्र्वन्न +द्र्वन्नः +द्र्ष्टव्यम् +द्र्ष्टुं +द्र॑व +द्र॑व॒ +द्र॒प्सं +द्र॒प्सः +द्र॒प्सम् +द्र॒प्सश्च॑स्कन्द +द्र॒प्सा +द्र॒प्साः +द्र॒प्सो +द्र॒वत् +द्र॒वि॒णः॒ऽदः॒ +द्र॒वि॒णः॒ऽदाः +द्र॒वि॒णः॒ऽदाम् +द्र॒वि॒णो॒दा +द्र॒वि॒णो॒दाः +द्र॒व॒ +द्व +द्वं +द्वंद्व +द्वंद्वं +द्वंद्वः +द्वंद्वमेलापलिप्तायां +द्वंद्वम् +द्वंद्वलिप्तायां +द्वंद्वात् +द्वंद्वानभिघातः +द्वंद्वानि +द्वंद्वितं +द्वंद्विनः +द्वंद्वे +द्वः +द्वके +द्वचः +द्वज +द्वजः +द्वतं +द्वति +द्वतीयः +द्वतीया +द्वदश +द्वद्वे +द्वधा +द्वन्तरं +द्वन्द +द्वन्दं +द्वन्दे +द्वन्द्र +द्वन्द्रे +द्वन्द्व +द्वन्द्वं +द्वन्द्वः +द्वन्द्वजं +द्वन्द्वजमाह +द्वन्द्वजानि +द्वन्द्वजास्त्रयः +द्वन्द्वजे +द्वन्द्वञ्च +द्वन्द्वतत्पुरुषयोः +द्वन्द्वतत्पुरुषयोरिति +द्वन्द्वतत्पुरुषयोरुत्तरपदे +द्वन्द्वतत्पुरुषौ +द्वन्द्वता +द्वन्द्वतितिक्षया +द्वन्द्वत्वेन +द्वन्द्वदुःखमिह +द्वन्द्वपदानां +द्वन्द्वपदार्थस्य +द्वन्द्वपर्व +द्वन्द्वभावं +द्वन्द्वमनोज्ञादिभ्यश्च +द्वन्द्वमयोजयिष्यत् +द्वन्द्वमिति +द्वन्द्वमेलापक +द्वन्द्वमोह +द्वन्द्वमोहः +द्वन्द्वमोहनिर्मुक्ता +द्वन्द्वमोहनिर्मुक्ताः +द्वन्द्वमोहेन +द्वन्द्वम् +द्वन्द्वयुद्ध +द्वन्द्वयुद्धं +द्वन्द्वयुद्धमारब्धाः +द्वन्द्वयुद्धमुपागतः +द्वन्द्वयुद्धम् +द्वन्द्वयुद्धे +द्वन्द्वयुद्धेन +द्वन्द्वयोगेन +द्वन्द्वश +द्वन्द्वशः +द्वन्द्वशब्दस्य +द्वन्द्वशब्देन +द्वन्द्वशो +द्वन्द्वश्च +द्वन्द्वश्व +द्वन्द्वसमास +द्वन्द्वसमासः +द्वन्द्वसमासप्रकरणम् +द्वन्द्वसमासे +द्वन्द्वसमासो +द्वन्द्वस्य +द्वन्द्वस्यैव +द्वन्द्वा +द्वन्द्वाः +द्वन्द्वाच्चुदषहान्तात् +द्वन्द्वाच्चुदषहान्तात्समाहारे +द्वन्द्वाच्छः +द्वन्द्वातीत +द्वन्द्वातीतं +द्वन्द्वातीतः +द्वन्द्वातीतो +द्वन्द्वात् +द्वन्द्वात्पञ्चमी +द्वन्द्वात्परत्वात् +द्वन्द्वाद् +द्वन्द्वानभिघातः +द्वन्द्वानां +द्वन्द्वानि +द्वन्द्वान् +द्वन्द्वान्तमारोहति +द्वन्द्वान्ते +द्वन्द्वार्थम् +द्वन्द्वीभूय +द्वन्द्वे +द्वन्द्वेति +द्वन्द्वेन +द्वन्द्वेषु +द्वन्द्वेष्वननुपातिनी +द्वन्द्वेऽपि +द्वन्द्वैः +द्वन्द्वैकवद्भावः +द्वन्द्वैकवद्भावे +द्वन्द्वैरभिभूयमानः +द्वन्द्वैर्विमुक्ताः +द्वन्द्वो +द्वन्द्वोपरमाय +द्वन्द्वोल्वणानि +द्वम् +द्वय +द्वयं +द्वयंशं +द्वयः +द्वयक्षरकाण्डे +द्वयङ्गुलं +द्वयचः +द्वयच् +द्वयञ्चैव +द्वयणुक +द्वयणुकस्य +द्वयमत्र +द्वयमपि +द्वयमिति +द्वयमिदं +द्वयमुच्यते +द्वयमेतत् +द्वयमेव +द्वयम् +द्वयम्‌ +द्वयर्थः +द्वयस +द्वयसच् +द्वयसज् +द्वयसज्दघ्नञ्मात्रचः +द्वयसज्मात्रचौ +द्वयस्य +द्वयस्यापि +द्वयहं +द्वयहे +द्वया +द्वयांकाः +द्वयांगुलम् +द्वयांशकम् +द्वयाः +द्वयाङ्गुलम् +द्वयात् +द्वयात्मा +द्वयाधिकां +द्वयानां +द्वयानामपि +द्वयानि +द्वयान् +द्वयाभावे +द्वयाभासं +द्वयाभासम् +द्वयाविनः +द्वयाविनो +द्वयी +द्वयीं +द्वयीति +द्वयीभिः +द्वयीषु +द्वयुं +द्वयुम् +द्वये +द्वयेन +द्वयेनैव +द्वयेषामपि +द्वयेषु +द्वयेऽपि +द्वयैः +द्वयो +द्वयोः +द्वयोपनिषत् +द्वयोपि +द्वयोर +द्वयोरकारयोः +द्वयोरङ्गाङ्गिभावेन +द्वयोरथ +द्वयोरदधा +द्वयोरन्यतरस्य +द्वयोरन्वयः +द्वयोरपि +द्वयोरपीति +द्वयोरयम् +द्वयोरर्थः +द्वयोरर्थयोः +द्वयोरह्नोर्भवः +द्वयोरिति +द्वयोरित्यादि +द्वयोरेक +द्वयोरेकं +द्वयोरेकतरे +द्वयोरेकवाचकानुप्रवेशसकर +द्वयोरेकस्य +द्वयोरेव +द्वयोरैक्यं +द्वयोर् +द्वयोर्द्धयोः +द्वयोर्द्वयोः +द्वयोर्द्वयोरन्तरमेकमेकं +द्वयोर्द्वयोर्मध्ये +द्वयोर्द्वयोर्वा +द्वयोर्न +द्वयोर्बहुवचनम् +द्वयोर्बहूनां +द्वयोर्भवेत् +द्वयोर्भागयोः +द्वयोर्भेदः +द्वयोर्मध्य +द्वयोर्मध्ये +द्वयोर्मात्रोरपत्यं +द्वयोर्यत्र +द्वयोर्योगे +द्वयोर्वा +द्वयोर्वापि +द्वयोर्विवदमानयोः +द्वयोर्विश्वे +द्वयोर्हि +द्वयोश् +द्वयोश्च +द्वयोस् +द्वयोस्तच्चेदुपमेयोपमा +द्वयोस्तथा +द्वयोस्तु +द्वयोस्तुल्यं +द्वयोस्त्रयाणां +द्वयौ +द्वय्येव +द्वरं +द्वरः +द्वरिषु +द्वरे +द्वष्ट्वा +द्वा +द्वाः +द्वाःस्थ +द्वाःस्थं +द्वाःस्थः +द्वाःस्था +द्वाःस्थितः +द्वाःस्थे +द्वाःस्थेन +द्वाःस्थेषु +द्वाःस्थो +द्वाःस्थौ +द्वाक्यं +द्वाचत्वारिंशत् +द्वाचत्वारिंशोऽध्यायः +द्वाजः +द्वाति +द्वात्रि +द्वात्रिं +द्वात्रिंश +द्वात्रिंशं +द्वात्रिंशः +द्वात्रिंशच्च +द्वात्रिंशतं +द्वात्रिंशता +द्वात्रिंशति +द्वात्रिंशतो +द्वात्रिंशत् +द्वात्रिंशत्तमं +द्वात्रिंशत्तमः +द्वात्रिंशत्तमक्षेत्रम् +द्वात्रिंशत्तमोऽध्यायः +द्वात्रिंशत्तु +द्वात्रिंशत्पुत्तलिकासिंहासनम् +द्वात्रिंशत्सहस्राणि +द्वात्रिंशदक्षरं +द्वात्रिंशदक्षरा +द्वात्रिंशदक्षरानुष्टुप् +द्वात्रिंशदक्षरो +द्वात्रिंशदङ्गुलं +द्वात्रिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +द्वात्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः +द्वात्रिंशदिति +द्वात्रिंशदीरिताः +द्वात्रिंशदुत्तरशततमोऽध्यायः +द्वात्रिंशदेव +द्वात्रिंशद् +द्वात्रिंशद्गुणितं +द्वात्रिंशद्दशनाः +द्वात्रिंशद्भिः +द्वात्रिंशद्भिर्महापुरुषलक्षणैः +द्वात्रिंशद्वर्षे +द्वात्रिंशद्वा +द्वात्रिंशन्महापुरुषलक्षणानि +द्वात्रिंशन्मात्रया +द्वात्रिंशन्मूर्ध्नि +द्वात्रिंशी +द्वात्रिंशे +द्वात्रिंशो +द्वात्रिंशोऽध्यायः +द्वात्रिम्̇शदक्षरानुष्टुग् +द्वात्रिम्̇शद् +द्वात्रिꣳशदक्षरानुष्टुग् +द्वात्रिꣳशद् +द्वाद +द्वादश +द्वादशं +द्वादशः +द्वादशक +द्वादशकं +द्वादशकः +द्वादशकपाल +द्वादशकपालँ +द्वादशकपालं +द्वादशकपालः +द्वादशकपालमपराह्णे +द्वादशकपालमिति +द्वादशकपालम् +द्वादशकपालस्य +द्वादशकपालानि +द्वादशकपालेन +द्वादशकपालो +द्वादशकपालꣳ +द्वादशकलं +द्वादशकलात्मने +द्वादशकस्य +द्वादशका +द्वादशकाः +द्वादशकृत्वः +द्वादशकृत्वो +द्वादशके +द्वादशको +द्वादशकोटौ +द्वादशकौ +द्वादशक्षेत्रम् +द्वादशगवं +द्वादशगुण +द्वादशगुणं +द्वादशगुणः +द्वादशगुणा +द्वादशगुणाः +द्वादशगुणितं +द्वादशगुणितम् +द्वादशगुणिता +द्वादशगुणिते +द्वादशगुणो +द्वादशगृहीतं +द्वादशगृहीतेन +द्वादशगे +द्वादशज्योतिर्लिङ्गानि +द्वादशज्योतिर्लिङ्गेषु +द्वादशत्वं +द्वादशत्वात् +द्वादशदलं +द्वादशदाम्न्यां +द्वादशदिनानि +द्वादशदिवसयुद्धे +द्वादशद्वादशीफलम् +द्वादशधा +द्वादशनामभिः +द्वादशनामानि +द्वादशन्तु +द्वादशपणं +द्वादशपणः +द्वादशपणो +द्वादशपत्रकम् +द्वादशपदा +द्वादशपर्व +द्वादशपलं +द्वादशपुटैः +द्वादशपुण्डरीकां +द्वादशप्रश्नः +द्वादशप्रश्ने +द्वादशभक्ता +द्वादशभागा +द्वादशभागाः +द्वादशभागेन +द्वादशभागो +द्वादशभि +द्वादशभिः +द्वादशभिर् +द्वादशभिर्मासैः +द्वादशभिर्वर्षैः +द्वादशभिश्च +द्वादशभिस् +द्वादशभिस्तद्विभागं +द्वादशभिस्तिथिः +द्वादशभुजं +द्वादशभुजो +द्वादशभ्यः +द्वादशभ्यो +द्वादशमं +द्वादशमात्रकम् +द्वादशमात्रस्तु +द्वादशमानं +द्वादशमासांस्तु +द्वादशमासाः +द्वादशमासान् +द्वादशमासान्वै +द्वादशमासिकम् +द्वादशमासेषु +द्वादशमे +द्वादशमो +द्वादशम् +द्वादशयोजनम् +द्वादशराजकम् +द्वादशरात्र +द्वादशरात्रं +द्वादशरात्रः +द्वादशरात्रकथनम् +द्वादशरात्रमनुशुष्येत् +द्वादशरात्रम् +द्वादशरात्रेण +द्वादशरात्रो +द्वादशराशयः +द्वादशराशिषु +द्वादशराशीनां +द्वादशराश्यात्मकं +द्वादशरूपिणी +द्वादशर्चं +द्वादशर्चमष्टमं +द्वादशर्चस्य +द्वादशर्च्चस्य +द्वादशलक्षं +द्वादशलक्षजपः +द्वादशलक्षणी +द्वादशलिङ्गस्तोत्रम् +द्वादशवत्सरम् +द्वादशवत्सराणि +द्वादशवत्सरान् +द्वादशवर्ग +द्वादशवर्ष +द्वादशवर्षं +द्वादशवर्षपर्यन्तं +द्वादशवर्षा +द्वादशवर्षाणां +द्वादशवर्षाणि +द्वादशवर्षान्ते +द्वादशवर्षीयः +द्वादशवर्षीया +द्वादशवर्षे +द्वादशवर्षेषु +द्वादशवारं +द्वादशवार्षिक +द्वादशवार्षिकं +द्वादशवार्षिकः +द्वादशवार्षिकम् +द्वादशवार्षिकव्रतम् +द्वादशवार्षिकी +द्वादशवार्षिकीम् +द्वादशवार्षिके +द्वादशवार्षिक्यामनावृष्ट्यां +द्वादशविध +द्वादशविधं +द्वादशविधः +द्वादशविधा +द्वादशशतं +द्वादशशतकस्य +द्वादशशतके +द्वादशशतम् +द्वादशशताब्द्यां +द्वादशशताब्द्याः +द्वादशश्च +द्वादशसंख्यं +द्वादशसंख्यया +द्वादशसंख्या +द्वादशसमाः +द्वादशसहस्र +द्वादशसहस्रं +द्वादशसहस्राणि +द्वादशसाहस्रं +द्वादशसाहस्रिके +द्वादशसाहस्री +द्वादशसु +द्वादशस्कन्धपरिच्छेदः +द्वादशस्कन्धे +द्वादशस्तोत्रम् +द्वादशस्था +द्वादशस्थो +द्वादशस्य +द्वादशस्वपि +द्वादशस्सर्गः +द्वादशहायनाः +द्वादशा +द्वादशां +द्वादशांगुल +द्वादशांगुलं +द्वादशांगुलम् +द्वादशांश +द्वादशांशं +द्वादशांशः +द्वादशांशकः +द्वादशांशकम् +द्वादशांशविभाजिते +द्वादशांशे +द्वादशांशेन +द्वादशांशो +द्वादशाकारं +द्वादशाकृतिं +द्वादशाक्षर +द्वादशाक्षरं +द्वादशाक्षरः +द्वादशाक्षरकं +द्वादशाक्षरचिन्तकाः +द्वादशाक्षरत्वात् +द्वादशाक्षरपादके +द्वादशाक्षरमंत्रेण +द्वादशाक्षरमन्त्रं +द्वादशाक्षरमन्त्रस्य +द्वादशाक्षरमन्त्रेण +द्वादशाक्षरमेव +द्वादशाक्षरम् +द्वादशाक्षरविद्यया +द्वादशाक्षरा +द्वादशाक्षरां +द्वादशाक्षराणि +द्वादशाक्षरी +द्वादशाक्षरे +द्वादशाक्षरेण +द्वादशाक्षरो +द्वादशाक्षरौ +द्वादशाग्निष्टोमस्य +द्वादशाग्निष्टोमे +द्वादशाङ्ग +द्वादशाङ्गं +द्वादशाङ्गः +द्वादशाङ्गपरीक्षा +द्वादशाङ्गस्य +द्वादशाङ्गानि +द्वादशाङ्गुल +द्वादशाङ्गुलं +द्वादशाङ्गुलः +द्वादशाङ्गुलकं +द्वादशाङ्गुलपर्यन्तं +द्वादशाङ्गुलपर्यन्ते +द्वादशाङ्गुलमात्रं +द्वादशाङ्गुलमानं +द्वादशाङ्गुलमानतः +द्वादशाङ्गुलमानेन +द्वादशाङ्गुलमायतम् +द्वादशाङ्गुलमारभ्य +द्वादशाङ्गुलम् +द्वादशाङ्गुलविस्तारं +द्वादशाङ्गुलविस्तृतम् +द्वादशाङ्गुलशङ्कोः +द्वादशाङ्गुलसंमितम् +द्वादशाङ्गुलस्य +द्वादशाङ्गुला +द्वादशाङ्गुलानि +द्वादशाङ्गुले +द्वादशाङ्गे +द्वादशाङ्गेषु +द्वादशात् +द्वादशात्मकः +द्वादशात्मकम् +द्वादशात्मन् +द्वादशात्मा +द्वादशात्र +द्वादशाथ +द्वादशाथवा +द्वादशादिगुणिते +द्वादशादित्य +द्वादशादित्यसन्निभः +द्वादशादित्या +द्वादशादित्याः +द्वादशादित्यान् +द्वादशाधिकं +द्वादशाधिकद्विशततमोऽध्यायः +द्वादशाधिकरणमारचयति +द्वादशाधिकशततमः +द्वादशाधिकशततमोऽध्यायः +द्वादशाध्यायाः +द्वादशाध्याये +द्वादशाध्यायेषु +द्वादशाना +द्वादशानां +द्वादशानाम् +द्वादशानि +द्वादशान्त +द्वादशान्तं +द्वादशान्ततः +द्वादशान्ते +द्वादशान्यानि +द्वादशान्यिकः +द्वादशापि +द्वादशाब्दं +द्वादशाब्दसहस्राणि +द्वादशाब्दानि +द्वादशाब्दान्ते +द्वादशाब्दिकम् +द्वादशाब्दे +द्वादशाब्देन +द्वादशाभवन् +द्वादशामी +द्वादशायतनं +द्वादशायतनानि +द्वादशारं +द्वादशारकम् +द्वादशारण्यं +द्वादशारयुतं +द्वादशारे +द्वादशार्कसमप्रभः +द्वादशार्कसमप्रभम् +द्वादशार्णं +द्वादशार्णः +द्वादशार्णस्य +द्वादशार्णेन +द्वादशार्णोऽन्ये +द्वादशार्णौ +द्वादशावरान् +द्वादशावस्था +द्वादशाश्रं +द्वादशाष्टका +द्वादशाष्टौ +द्वादशाह +द्वादशाहं +द्वादशाहः +द्वादशाहफलं +द्वादशाहमथापि +द्वादशाहमभोजनम् +द्वादशाहम् +द्वादशाहयागस्य +द्वादशाहवत् +द्वादशाहवदुभयविधं +द्वादशाहविकल्पाः +द्वादशाहस् +द्वादशाहस्य +द्वादशाहा +द्वादशाहाः +द्वादशाहात् +द्वादशाहादि +द्वादशाहादिषु +द्वादशाहादौ +द्वादशाहाद्वा +द्वादशाहानि +द्वादशाहिकं 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+द्वादश्यामुपवासेन +द्वादश्यामेव +द्वादश्याम् +द्वादश्याश्च +द्वादश्येकादशी +द्वादस +द्वाद्श +द्वाद॑श +द्वाद॑शकपालं +द्वाद॑शकपालो +द्वाद॑श॒ +द्वाद॒शी +द्वान +द्वानि +द्वान् +द्वाप +द्वापर +द्वापरं +द्वापरः +द्वापरञ्च +द्वापरम् +द्वापरयुग +द्वापरयुगम् +द्वापरयुगसन्तानः +द्वापरयुगस्य +द्वापरयुगीये +द्वापरयुगे +द्वापरश्च +द्वापरसन्तानः +द्वापरसन्तानस्य +द्वापरसन्ताने +द्वापरस्तु +द्वापरस्य +द्वापरांते +द्वापराख्यं +द्वापरादिषु +द्वापरादौ +द्वापरान्ते +द्वापराय +द्वापरे +द्वापरेण +द्वापरेद्वापरे +द्वापरेषु +द्वापरेऽपि +द्वापरेऽर्चयन् +द्वापरो +द्वापारे +द्वापि +द्वाभ्या +द्वाभ्याँ +द्वाभ्यां +द्वाभ्यांद्वाभ्यां +द्वाभ्यां॒ +द्वाभ्याञ्च +द्वाभ्यान्तु +द्वाभ्यामंसधात्रीभ्यां +द्वाभ्यामग्निं +द्वाभ्यामथ +द्वाभ्यामनुमन्त्रयते +द्वाभ्यामन्धः +द्वाभ्यामपि +द्वाभ्यामभिमन्त्रयेत +द्वाभ्यामवद्र +द्वाभ्यामवसाय +द्वाभ्यामाग्नेयीभ्यां +द्वाभ्यामाज्यं +द्वाभ्यामाज्याहुतिभ्यां +द्वाभ्यामात्मन्नग्निं +द्वाभ्यामात्मन्यग्निं +द्वाभ्यामिति +द्वाभ्यामित्यादि +द्वाभ्यामिष्टये +द्वाभ्यामुपदधाति +द्वाभ्यामूर्ध्वं +द्वाभ्यामृग्भ्यां +द्वाभ्यामेकेन +द्वाभ्यामेव +द्वाभ्याम् +द्वाभ्याम्̇ +द्वाभ्याꣳ +द्वाम्यां +द्वार +द्वारं +द्वारः +द्वारः॑ +द्वारकः +द्वारका +द्वारकां +द्वारकाखंडे +द्वारकाखण्डः +द्वारकागमनं +द्वारकागमनम् +द्वारकागमने +द्वारकातः +द्वारकाद्वीपः +द्वारकाद्वीपे +द्वारकाधीशस्य +द्वारकानाथ +द्वारकापुरी +द्वारकाभवम् +द्वारकामध्ये +द्वारकामाहात्म्यम् +द्वारकामाहात्म्ये +द्वारकामेत्य +द्वारकामेव +द्वारकाम् +द्वारकाया +द्वारकायां +द्वारकायाः +द्वारकायाश्च +द्वारकायास्तु +द्वारकावासिनः +द्वारकावासिनां +द्वारकावासिनो +द्वारकुम्भेषु +द्वारके +द्वारकेश +द्वारकोष्ठके +द्वारकौकसः +द्वारकौकसाम् +द्वारगोपौ +द्वारचतुष्टयम् +द्वारतः +द्वारतया +द्वारतारं +द्वारतोरण +द्वारत्वं +द्वारत्वात् +द्वारत्वेन +द्वारदक्षिणे +द्वारदेवताः +द्वारदेवते +द्वारदेशं +द्वारदेशे +द्वारदेशेषु +द्वारद्वयं +द्वारन्तु +द्वारपः +द्वारपतिः +द्वारपर +द्वारपा +द्वारपाः +द्वारपानां +द्वारपान् +द्वारपार्श्वयोः +द्वारपार्श्वे +द्वारपाल +द्वारपालं +द्वारपालः +द्वारपालकः +द्वारपालकाः +द्वारपालकान् +द्वारपालकौ +द्वारपालयोः +द्वारपालस्य +द्वारपाला +द्वारपालांश्च +द्वारपालाः +द्वारपालानां +द्वारपालान् +द्वारपालाश्च +द्वारपालास्ते +द्वारपालिका +द्वारपालिकाः +द्वारपाली +द्वारपाले +द्वारपालेन +द्वारपालैः +द्वारपालो +द्वारपालों +द्वारपालौ +द्वारपूजा +द्वारपूजां +द्वारप्रदेशे +द्वारफलके +द्वारबाह्ये +द्वारभूतस्य +द्वारमध्यं +द्वारमध्ये +द्वारमानं +द्वारमानेन +द्वारमावृत्य +द्वारमाश्रित्य +द्वारमासाद्य +द्वारमिति +द्वारमित्यत्र +द्वारमित्यादौ +द्वारमिदं +द्वारमुच्यते +द्वारमुत्तमम् +द्वारमेकं +द्वारमेव +द्वारम् +द्वारयागं +द्वारयोगस्य +द्वाररक्षा +द्वारवती +द्वारवतीं +द्वारवतीभवः +द्वारवत्या +द्वारवत्यां +द्वारवत्याः +द्वारवत्यान्तु +द्वारवामे +द्वारवासिनी +द्वारविस्तारं +द्वारविस्तृतम् +द्वारशब्दस्य +द्वारशाखा +द्वारशाला +द्वारशोभा +द्वारशोभां +द्वारशोभादि +द्वारशोभादिविस्तारं +द्वारश्च +द्वारश्रियं +द्वारश्रियै +द्वारसमीपे +द्वारस्थ +द्वारस्थं +द्वारस्थः +द्वारस्थनीडान्तरसंनिरुद्धा +द्वारस्था +द्वारस्थाः +द्वारस्थो +द्वारस्य +द्वारस्योभयतो +द्वारहर्म्यं +द्वारहवें +द्वारा +द्वारां +द्वाराग्रे +द्वाराणां +द्वाराणि +द्वाराणीव +द्वाराण्येतानि +द्वारात् +द्वारादि +द्वारादियजनं +द्वारादिषु +द्वारादीनां +द्वारादौ +द्वाराद् +द्वारान्तरेण +द्वाराय +द्वारार्थं +द्वारावती +द्वारावतीं +द्वारावत्यां +द्वारावरणदेवानां +द्वारावलोकनम् +द्वाराविति +द्वारा॑ +द्वारि +द्वारिका +द्वारिकां +द्वारिकाणां +द्वारिकायां +द्वारियुक्ताय +द्वारी +द्वारीकृत्य +द्वारे +द्वारेण +द्वारेणेति +द्वारेणैव +द्वारेति +द्वारेद्वारे +द्वारेभ्यो +द्वारेशान् +द्वारेशो +द्वारेषु +द्वारेऽस्य +द्वारैः +द्वारैव +द्वारो +द्वारों +द्वारोपनिर्हृत्य +द्वारोपनिष्क्रम्य +द्वारोपरि +द्वारोपान्ते +द्वारोर्ध्वे +द्वारो॑ +द्वारौ +द्वार् +द्वार्द्वारं +द्वार्भ्यः +द्वार्ये +द्वार्येव +द्वार्वत्यां +द्वार्षु +द्वार॒ +द्वाव +द्वावंशौ +द्वावको +द्वावग्नी +द्वावचौ +द्वावञ्जली +द्वावत्र +द्वावधर्म्यौ +द्वावध्यायौ +द्वावनर्थौ +द्वावनुदात्तेतौ +द्वावनूयाजौ +द्वावन्यौ +द्वावपि +द्वावप्यर्थौ +द्वावप्येतौ +द्वावभिप्लवौ +द्वावभिवन्द्य +द्वावर्थौ +द्वाववाञ्चौ +द्वावश्विनाविति +द्वावश्विनौ +द्वावश्वौ +द्वावसुरौ +द्वावाघारौ +द्वावात्मानौ 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+द्विकपालः +द्विकम् +द्विकरं +द्विकरः +द्विकर्म +द्विकर्मक +द्विकर्मकः +द्विकर्मकता +द्विकर्मकत्वं +द्विकर्मकत्वम् +द्विकर्मकाः +द्विकर्मकेषु +द्विकर्षं +द्विकलं +द्विकलः +द्विकला +द्विकले +द्विकलेन +द्विकलो +द्विका +द्विकाण्डा +द्विकाण्डी +द्विकार्ययोग +द्विकार्ययोगो +द्विकार्षिकी +द्विकालं +द्विकालमेककालं +द्विकाले +द्विकुडवं +द्विकुलिजिकी +द्विकुलिजी +द्विकुलिजीना +द्विकृतिगुणात् +द्विकृत्वः +द्विके +द्विकेन +द्विको +द्विकौ +द्विक्षत +द्विखण्डं +द्विखारम् +द्विखारि +द्विखुरं +द्विगवं +द्विगव्यूतिप्रमाणकम् +द्विगावुत्तरपदे +द्विगु +द्विगुं +द्विगुः +द्विगुञ्जं +द्विगुञ्जः +द्विगुण +द्विगुणं +द्विगुणः +द्विगुणगताधिमासेषु +द्विगुणञ्च +द्विगुणतां +द्विगुणद्विगुणोत्तरायुषः +द्विगुणन्तु +द्विगुणमायतम् +द्विगुणमायासं +द्विगुणमिति +द्विगुणमेव +द्विगुणम् +द्विगुणया +द्विगुणश्च +द्विगुणसं +द्विगुणस्ततः +द्विगुणस्तत्र +द्विगुणस्तस्य +द्विगुणस्तु +द्विगुणस्त्रिगुणो +द्विगुणस्य +द्विगुणा +द्विगुणां +द्विगुणांस्तु +द्विगुणाः +द्विगुणाकरोति +द्विगुणात् +द्विगुणानि +द्विगुणान् +द्विगुणान्तं +द्विगुणायतं +द्विगुणायतम् +द्विगुणायता +द्विगुणायतास्यम् +द्विगुणायां +द्विगुणायामं +द्विगुणार्थं +द्विगुणार्धं +द्विगुणित +द्विगुणितं +द्विगुणितः +द्विगुणिता +द्विगुणितां +द्विगुणिताः +द्विगुणितानि +द्विगुणिते +द्विगुणितो +द्विगुणी +द्विगुणीकृतम् +द्विगुणीकृतो +द्विगुणीकृत्य +द्विगुणीचकार +द्विगुणीभूतं +द्विगुणीभूते +द्विगुणे +द्विगुणेति +द्विगुणेन +द्विगुणेनैव +द्विगुणेषु +द्विगुणैः +द्विगुणैकोना +द्विगुणो +द्विगुणोन्नतम् +द्विगुणोऽस्य +द्विगुणौ +द्विगुरपि +द्विगुरिति +द्विगुरुच्यते +द्विगुरेकवचनम् +द्विगुश्च +द्विगुसंज्ञा +द्विगुसमासः +द्विगुसमासे +द्विगो +द्विगोः +द्विगोरिति +द्विगोर्नित्यं +द्विगोर्नित्यम् +द्विगोर्यप् +द्विगोर्लुगनपत्ये +द्विगोर्वा +द्विगोलकम् +द्विगोश्च +द्विगोस्तद्धितलुकि +द्विगौ +द्विग्रहयोगः +द्विघा +द्विघ्नं +द्विघ्नः +द्विघ्नाः +द्विघ्नी +द्विघ्ने +द्विघ्नो +द्विच +द्विचक्रं +द्विचक्रञ्च +द्विचक्रिकया +द्विचक्रिका +द्विचक्षणः +द्विचतुः +द्विचतुर्थयोः +द्विचतुर्दण्ड +द्विचतुष्पादयोर्ह्रस्वं +द्विचत्वारिंश +द्विचत्वारिंशं +द्विचत्वारिंशः +द्विचत्वारिंशत् +द्विचत्वारिंशत्तमः +द्विचत्वारिंशत्तमोऽध्यायः +द्विचत्वारिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +द्विचत्वारिंशदधिकशततमोऽध्यायः +द्विचत्वारिंशदुत्तरशततमोऽध्यायः +द्विचत्वारिंशी +द्विचत्वारिंशोऽध्यायः +द्विचन्द्रदर्शनं +द्विच्छेदाग्रम् +द्विच॑त्वारि +द्विछ +द्विज +द्विजं +द्विजः +द्विजकरुणया +द्विजकुलाय +द्विजगण +द्विजगवां +द्विजगुरुदेवदोषवक्ता +द्विजते +द्विजत्वं +द्विजत्वे +द्विजत्वेन +द्विजदंपती +द्विजदांपत्यं +द्विजदाम्पत्यं +द्विजन्मनः +द्विजन्मना +द्विजन्मनां +द्विजन्मनाम् +द्विजन्मनि +द्विजन्मने +द्विजन्मसु +द्विजन्मा +द्विजन्मानं +द्विजपतिः +द्विजपत्नी +द्विजपदावनेजादिकं +द्विजपुंगव +द्विजपुंगवः +द्विजपुंगवम् +द्विजपुंगवाः +द्विजपुंगवान् +द्विजपुंगवेभ्यः +द्विजपुङ्गव +द्विजपुङ्गवः +द्विजपुङ्गवाः +द्विजपुङ्गवेभ्यः +द्विजपुङ्गवो +द्विजपुत्र +द्विजपुत्रं +द्विजपुत्रः +द्विजपुत्रकः +द्विजपुत्रस्य +द्विजपुत्रेण +द्विजप्रियः +द्विजप्रियम् +द्विजप्रिया +द्विजभोजनम् +द्विजमिषेण +द्विजमुख्यतमः +द्विजमुख्यस्य +द्विजमुख्यानां +द्विजमुख्याय +द्विजमुख्येन +द्विजमुख्येभ्यः +द्विजमुख्येभ्यो +द्विजमुख्येषु +द्विजम् +द्विजयुवा +द्विजयोः +द्विजराज +द्विजराजः +द्विजराजन्यप्रशंसापरमेतद्वाक्यम् +द्विजराजस्य +द्विजराजो +द्विजरूपं +द्विजरूपधरो +द्विजरूपेण +द्विजर्षभ +द्विजर्षभः +द्विजर्षभम् +द्विजर्षभाः +द्विजर्षभान् +द्विजलिङ्गिनः +द्विजवत्सलः +द्विजवर +द्विजवरं +द्विजवरः +द्विजवरश्रेष्ठ +द्विजवरस्य +द्विजवरा +द्विजवराः +द्विजवराय +द्विजवरैः +द्विजवरो +द्विजवरोत्तम +द्विजवरौ +द्विजवर्य +द्विजवर्यस्य +द्विजवर्याय +द्विजवेश्मनि +द्विजशार्दूल +द्विजशार्दूला +द्विजशार्दूलाः +द्विजशुश्रूषणं +द्विजशुश्रूषया +द्विजशुश्रूषा +द्विजश्च +द्विजश्चान्द्रायणं +द्विजश्चैव +द्विजश्रेष्ट +द्विजश्रेष्ठ +द्विजश्रेष्ठं +द्विजश्रेष्ठः +द्विजश्रेष्ठा +द्विजश्रेष्ठाः +द्विजश्रेष्ठे +द्विजश्रेष्ठो +द्विजसंनिधौ +द्विजसत्तम +द्विजसत्तमः +द्विजसत्तमम् +द्विजसत्तमाः +द्विजसत्तमान् +द्विजसत्तमैः +द्विजसत्तमौ +द्विजसत्तम् +द्विजसन्निधौ +द्विजसुतं +द्विजस्तत्र +द्विजस्तथा +द्विजस्तदा +द्विजस्तु +द्विजस्य +द्विजस्यास्य +द्विजस्यैव +द्विजा +द्विजांश्च +द्विजांश्चैव +द्विजाः +द्विजाग्रणीः +द्विजाग्रेभ्यो +द्विजाग्र्यः +द्विजाग्र्याः +द्विजाग्र्याणां +द्विजाग्र्यान् +द्विजाग्र्याय +द्विजाग्र्येभ्यः +द्विजाग्र्येभ्यो +द्विजाङ्गुष्ठं +द्विजातय +द्विजातयः +द्विजातये +द्विजातयो +द्विजाति +द्विजातिः +द्विजातिकर्मभ्यो +द्विजातिना +द्विजातिप्रवरो +द्विजातिभिः +द्विजातिभ्य +द्विजातिभ्यः +द्विजातिभ्यो +द्विजातिमात्रस्य +द्विजातिरहं +द्विजातिरिव +द्विजातिवेषेण +द्विजातिशुश्रूषा +द्विजातिशेषेण +द्विजातिषु +द्विजाती +द्विजातीनां +द्विजातीनामिति +द्विजातीनाम् +द्विजातीन् +द्विजाते +द्विजातेः +द्विजातेश्च +द्विजातौ +द्विजात् +द्विजात्मजः +द्विजात्मजम् +द्विजात्मजा +द्विजादयः +द्विजादिकः +द्विजादीनां +द्विजादौ +द्विजाद्या +द्विजाधम +द्विजाधमः +द्विजाधमाः +द्विजाधमान् +द्विजान +द्विजानपि +द्विजानष्टौ +द्विजाना +द्विजानां +द्विजानाञ्च +द्विजानामपमृज्यते +द्विजानामपि +द्विजानाम् +द्विजानाहूय +द्विजानिति +द्विजानिव +द्विजान् +द्विजान्प्रति +द्विजान्बहून् +द्विजाभ्यां +द्विजाय +द्विजायते +द्विजायादायादाः +द्विजार्चनम् +द्विजार्थं +द्विजार्भकः +द्विजाश्च +द्विजाश्चैव +द्विजास्तत्र +द्विजास्तथा +द्विजास्तु +द्विजास्ते +द्विजिह्व +द्विजिह्वं +द्विजिह्वः +द्विजिह्वश्च +द्विजिह्वा +द्विजे +द्विजेंद्र +द्विजेंद्राणां +द्विजेति +द्विजेन +द्विजेनैव +द्विजेन्द्र +द्विजेन्द्रं +द्विजेन्द्रः +द्विजेन्द्रस्य +द्विजेन्द्रा +द्विजेन्द्राः +द्विजेन्द्राणां +द्विजेन्द्राय +द्विजेन्द्रेण +द्विजेन्द्रो +द्विजेभ्य +द्विजेभ्यः +द्विजेभ्यश्च +द्विजेभ्यो +द्विजेशः +द्विजेश्वर +द्विजेश्वरः +द्विजेश्वरम् +द्विजेषु +द्विजै +द्विजैः +द्विजैरेतानि +द्विजैर्मरुत्पुराधीश +द्विजैर्हि +द्विजैश्च +द्विजो +द्विजों +द्विजोच्छिष्टं +द्विजोत्तम +द्विजोत्तमः +द्विजोत्तमम् +द्विजोत्तमा +द्विजोत्तमाः +द्विजोत्तमात् +द्विजोत्तमान् +द्विजोत्तमे +द्विजोत्तमेति +द्विजोत्तमै +द्विजोत्तमैः +द्विजोत्तमो +द्विजोत्तमौ +द्विजोत्तम् +द्विजोऽध्वगः +द्विजोऽपि +द्विजोऽब्रवीत् +द्विजोऽभवत् +द्विजोऽरण्ये +द्विजोऽस्तु +द्विजोऽहं +द्विजौ +द्विट् +द्विठः +द्वित +द्वितं +द्वितः +द्वितय +द्वितयं +द्वितयमपि +द्वितयम् +द्वितयस्य +द्वितया +द्वितयाः +द्वितयी +द्वितये +द्वितयेन +द्वितयेऽपि +द्वितलं +द्वितलस्य +द्वितले +द्वितश्चैव +द्वितस्त्रित +द्विता +द्विताय +द्वितारं +द्वितारा +द्वितालं +द्विति +द्वितिय +द्वितियः +द्वितियविभक्तिः +द्वितिया +द्वितियाध्याये +द्वितिये +द्वितियोध्यायः +द्विती +द्वितीय +द्वितीयँ +द्वितीयं +द्वितीयः +द्वितीयःपादः +द्वितीयक +द्वितीयकं +द्वितीयकः +द्वितीयकक्षा +द्वितीयकम् +द्वितीयकल्पे +द्वितीयका +द्वितीयकाण्डम् +द्वितीयकाण्डे +द्वितीयके +द्वितीयको +द्वितीयक्रुष्टा +द्वितीयक्रुष्टादिक +द्वितीयक्रुष्टादिकं +द्वितीयक्रुष्टादिकम् +द्वितीयक्षण +द्वितीयक्षणे +द्वितीयक्षेत्रम् +द्वितीयखण्डं +द्वितीयखण्डः +द्वितीयखण्डम् +द्वितीयखण्डस्य +द्वितीयखण्डे +द्वितीयगतेनान्वयः +द्वितीयगामी +द्वितीयगे +द्वितीयचतुर्थ +द्वितीयचतुर्थयोः +द्वितीयचतुर्थे +द्वितीयचतुर्थौ +द्वितीयचरणे +द्वितीयछन्दोमः +द्वितीयजन्मनि +द्वितीयञ्च +द्वितीयतः +द्वितीयतले +द्वितीयतुर्यौ +द्वितीयतृतीय +द्वितीयतृतीयचतुर्थ +द्वितीयतृतीयचतुर्थतुर्याण्यन्यतरस्याम् +द्वितीयतृतीययोः +द्वितीयतृतीययोरपि +द्वितीयतृतीया +द्वितीयतृतीयादिकं +द्वितीयतृतीयादिकम् +द्वितीयतृतीये +द्वितीयतृतीयौ +द्वितीयत्वात् +द्वितीयत्वाय +द्वितीयत्वे +द्वितीयत्वेन +द्वितीयदशके +द्वितीयदिन 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+द्वितीयमिदं +द्वितीयमिव +द्वितीयमुण्डके +द्वितीयमुद्धरेत् +द्वितीयमेव +द्वितीयमेवं +द्वितीयमैच्छत् +द्वितीयम् +द्वितीयम्‌ +द्वितीयया +द्वितीययामे +द्वितीययेति +द्वितीययोः +द्वितीयरूपेण +द्वितीयलः +द्वितीयवंशश्रेणिकम् +द्वितीयवन्तो +द्वितीयवर्णकम् +द्वितीयवर्षे +द्वितीयवल्ली +द्वितीयवाक्ये +द्वितीयवान् +द्वितीयवारं +द्वितीयवारम् +द्वितीयविधिः +द्वितीयविवाहं +द्वितीयविश्वयुद्ध +द्वितीयविश्वयुद्धं +द्वितीयविश्वयुद्धम् +द्वितीयविश्वयुद्धस्य +द्वितीयविश्वयुद्धे +द्वितीयवृत्ते +द्वितीयव्याख्याने +द्वितीयव्याख्यायां +द्वितीयशतकम् +द्वितीयशतकस्य +द्वितीयशतके +द्वितीयशताब्द्याः +द्वितीयशब्दस्य +द्वितीयशलाका +द्वितीयश् +द्वितीयश्च +द्वितीयश्चकारः +द्वितीयश्चापि +द्वितीयश्लोके +द्वितीयश्लोकेन +द्वितीयसप्तमाधीशे +द्वितीयसर्गे +द्वितीयसूक्ते +द्वितीयसूत्रस्य +द्वितीयसूत्रार्थः +द्वितीयसूत्रे +द्वितीयसूत्रेण +द्वितीयस् +द्वितीयस्कंधे +द्वितीयस्कन्धपरिच्छेदः +द्वितीयस्कन्धे +द्वितीयस्तबकः +द्वितीयस्तरङ्गः +द्वितीयस्तस्य +द्वितीयस्तु +द्वितीयस्तृचः +द्वितीयस्तृतीयश्च +द्वितीयस्तृतीये +द्वितीयस्थविरेण 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+द्वितीयैकवचनं +द्वितीयैकवचनस्य +द्वितीयैकवचने +द्वितीयैव +द्वितीयॊध्यायः +द्वितीयो +द्वितीयोक्थ +द्वितीयोखण्डः +द्वितीयोङ्कः +द्वितीयोच्छ्वासः +द्वितीयोत्पादः +द्वितीयोदाहरणमाह +द्वितीयोदाहरणम् +द्वितीयोदाहरणे +द्वितीयोद्द्योतः +द्वितीयोद्योतः +द्वितीयोद्योते +द्वितीयोध्यायः +द्वितीयोनुवाकः +द्वितीयोपदेशः +द्वितीयोपनिषत् +द्वितीयोपि +द्वितीयोऽक्षो +द्वितीयोऽङ्क +द्वितीयोऽङ्कः +द्वितीयोऽत्र +द्वितीयोऽधिकारः +द्वितीयोऽध्याय +द्वितीयोऽध्यायः +द्वितीयोऽध्वा +द्वितीयोऽनपग +द्वितीयोऽनुपातः +द्वितीयोऽनुवाक +द्वितीयोऽनुवाकः +द्वितीयोऽनुवाकस्समाप्तः +द्वितीयोऽन्तः +द्वितीयोऽपि +द्वितीयोऽयं +द्वितीयोऽर्थ +द्वितीयोऽर्थः +द्वितीयोऽर्द्धः +द्वितीयोऽर्धर्चः +द्वितीयोऽवतस्थे +द्वितीयोऽसौ +द्वितीयोऽस्ति +द्वितीयोऽस्य +द्वितीयौ +द्वितीयꣳ +द्वितैव +द्वितो +द्वितोयं +द्वितोयः +द्वितोयपरिच्छेदः +द्वितोऽथुच् +द्वित् +द्वित्य +द्वित्र +द्वित्रणीयाध्यायः +द्वित्रा +द्वित्राः +द्वित्राणां +द्वित्राणि +द्वित्राण्यहान्यर्हसि +द्वित्राण्येव +द्वित्रान् +द्वित्रि +द्वित्रिगुणा +द्वित्रिगुणाः +द्वित्रिगुणो +द्वित्रिचतुः +द्वित्रिचतुर्भ्यः +द्वित्रिपूर्वादण् +द्वित्रिपूर्वादण्च +द्वित्रिपूर्वान्निष्कात् +द्वित्रिभागेन +द्वित्रिभ्यां +द्वित्रिभ्यामञ्जलेः +द्वित्रिभ्यामिति +द्वित्रिवारेण +द्वित्रिष्टुबन्तं +द्वित्रिष्टुबन्तम् +द्वित्रिसागरैरयुताहतैः +द्वित्रीणि +द्वित्रेषु +द्वित्रैः +द्वित्रैरेव +द्वित्र् +द्वित्र्योश्च +द्वित्व +द्वित्वं +द्वित्वञ्च +द्वित्वनाश +द्वित्वनिषेधः +द्वित्वनिषेधे +द्वित्वन्न +द्वित्वपक्षे +द्वित्वप्रकरणे +द्वित्वप्रत्यक्षं +द्वित्वमपि +द्वित्वमिति +द्वित्वमित्यत +द्वित्वमित्यर्थः +द्वित्वमेव +द्वित्वम् +द्वित्ववानिति +द्वित्वविकल्प +द्वित्वविकल्पे +द्वित्वसंख्या +द्वित्वसंख्यायां +द्वित्वसङ्ख्या +द्वित्वस्य +द्वित्वा +द्वित्वात् +द्वित्वात्तथा +द्वित्वात्प्रागेव +द्वित्वादयः +द्वित्वादि +द्वित्वादिकं +द्वित्वादिका +द्वित्वादिकास्तथा +द्वित्वादिना +द्वित्वादीति +द्वित्वादीनां +द्वित्वादेः +द्वित्वादौ +द्वित्वाद् +द्वित्वाभावे +द्वित्वावभास +द्वित्वाविष्टा +द्वित्वे +द्वित्वेति +द्वित्वेन +द्वित्वेऽपि +द्वित्वैकत्वे +द्विद +द्विदण्डं +द्विदण्डकम् +द्विदण्डा +द्विदण्डि +द्विदण्ड्यादिभ्यश्च +द्विदन् +द्विदन्तः +द्विदलं +द्विदलमेव +द्विदलसस्यानि +द्विदलानि +द्विदले +द्विदशदशदले +द्विदशा +द्विदशाः +द्विदाम्नी +द्विदिनं +द्विदिने +द्विदेवत्य +द्विदेवत्यग्रह +द्विदेवत्यग्रहाः +द्विदेवत्यग्रहाणां +द्विदेवत्यपात्राणि +द्विदेवत्यसोमभक्षणम् +द्विदेवत्या +द्विदेवत्याः +द्विदेवत्यानां +द्विदेवत्यानाम् +द्विदेवत्यान् +द्विदेवत्याभिर् +द्विदेवत्ये +द्विदेवत्येभ्य +द्विदेवत्येषु +द्विदेवत्यैः +द्विदेवत्यो +द्विदैवे +द्विदोषं +द्विदोषजः +द्विदोषजम् +द्विदोषजे +द्विदोषो +द्विद्रोणं +द्विद्रोणेन +द्विद्वादशे +द्विद्वान् +द्विद्विदण्डविवर्धनात् +द्विद्विदण्डेन +द्विद्विभागेन +द्विद्विहस्त +द्विद्विहस्तविवर्धनात् +द्विद्व्यंगुलविवर्धनात् +द्विद्व्यङ्गुलविवर्धनात् +द्विध +द्विधम् +द्विधा +द्विधाकरणे +द्विधाकरोत् +द्विधाकृतम् +द्विधाकृताः +द्विधाकृते +द्विधाकृत्य +द्विधाकृत्वा +द्विधाणवं +द्विधापि +द्विधाब्दा +द्विधाभक्तिप्रकरणम् +द्विधाभूतं +द्विधाभूता +द्विधाभूतो +द्विधारा +द्विधारूपो +द्विधाऽकरोत् +द्विधाऽपि +द्विधा॑ +द्विधेतरत् +द्विधेति +द्विधेव +द्विधैव +द्विधैवं +द्विधोच्यते +द्विनवति +द्विनवतिः +द्विनवतितमः +द्विनवतितमी +द्विनवतितमोऽध्यायः +द्विनवत्यधिकशततमोऽध्यायः +द्विना +द्विनामा +द्विनामानो +द्विनाराशंसं +द्विनासिकम् +द्विनिघ्नं +द्विनिधनं +द्विनिष्कं +द्विनिष्कप्रमितं +द्विनिष्कम् +द्विनिष्ठत्वात् +द्विनेत्र +द्विनेत्रं +द्विनेत्रः +द्विनेत्रकम् +द्विनेत्रा +द्विनेत्रां +द्विनैष्किकम् +द्विप +द्विपं +द्विपंचाशत्तमोऽध्यायः +द्विपः +द्विपक्षं +द्विपक्षो +द्विपञ्चमूलं +द्विपञ्चमूली +द्विपञ्चाश +द्विपञ्चाशः +द्विपञ्चाशता +द्विपञ्चाशत् +द्विपञ्चाशत्तमः +द्विपञ्चाशत्तमोऽध्यायः +द्विपञ्चाशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +द्विपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः +द्विपञ्चाशी +द्विपञ्चाशोऽध्यायः +द्विपञ्चाषत्तमोऽध्यायः +द्विपणे +द्विपतां +द्विपत् +द्विपथं +द्विपथे +द्विपद +द्विपदं +द्विपदः +द्विपदचतुष्पदं +द्विपदञ्चैव +द्विपदप्रधानः +द्विपदम् +द्विपदवृद्धिः +द्विपदश् +द्विपदश्चतुष्पदः +द्विपदस्य +द्विपदा +द्विपदां +द्विपदाः +द्विपदानां +द्विपदानामग्र्यम् +द्विपदानि +द्विपदामभिस्वरे +द्विपदाम् +द्विपदासु +द्विपदासूक्तानि +द्विपदिकया +द्विपदिका +द्विपदिकां +द्विपदी +द्विपदीं +द्विपदीति +द्विपदे +द्विपदो +द्विपदोऽथ +द्विपम् +द्विपरार्धप्रलय +द्विपरार्धप्रलयस्यादिसृष्टेश्च +द्विपरार्धप्रलयस्यादिसृष्टेश्चात्र +द्विपरार्धावसाने +द्विपरार्धेति +द्विपलं +द्विपला +द्विपलांशं +द्विपलिकं +द्विपले +द्विपलोन्मितम् +द्विपशुना +द्विपशुप्रयोगः +द्विपस्य +द्विपा +द्विपां +द्विपाः +द्विपाच्च +द्विपाच्चतुष्पादस्माकं +द्विपात् +द्विपात्त्रिपादमभ्येति +द्विपात्पाहि +द्विपात्रा +द्विपात्सु +द्विपाद +द्विपादं +द्विपादः +द्विपादश् +द्विपादश्च +द्विपादा +द्विपादाश्च +द्विपादे +द्विपादो +द्विपादौ +द्विपाद् +द्विपाद्यजमानः +द्विपाद्यजमानो +द्विपाद्यम् +द्विपाद्वा +द्विपाद्वै +द्विपानां +द्विपानाम् +द्विपान् +द्विपाम् +द्विपार्श्वयोः +द्विपार्श्वे +द्विपिता +द्विपितृको +द्विपुत्र +द्विपुमान् +द्विपुरुषं +द्विपुरुषा +द्विपुरुषी +द्विपूर्वक +द्विपृथक्त्वं +द्विपृथक्त्वादयस्तद्वदेतेऽनेकाश्रिता +द्विपे +द्विपेन्द्रं +द्विपेन्द्रः +द्विपेन्द्रम् +द्विपेषु +द्विपैः +द्विपो +द्विप्र +द्विप्रकार +द्विप्रकारं +द्विप्रकारः +द्विप्रकारकः +द्विप्रकारका +द्विप्रकारम् +द्विप्रकारस्य +द्विप्रकारा +द्विप्रकाराः +द्विप्रकाराणां +द्विप्रकाराणि +द्विप्रकारे +द्विप्रकारेण +द्विप्रकारो +द्विप्रतिष्ठः +द्विप्रतिष्ठो +द्विप्रस्थ +द्विप्रस्थं +द्विप॑दा॒ +द्विबर्हसं +द्विबर्हसः +द्विबर्हसो +द्विबर्हा +द्विबर्हाः +द्विबहुत्वे +द्विबाहवः +द्विबाहु +द्विबाहुं +द्विबाहुः +द्विबाहुकः +द्विबाहुरपरो +द्विबाहुश्च +द्विबिस्तम् +द्विबिस्ता +द्विभक्तिविस्तृतं +द्विभक्त्या +द्विभद्रा +द्विभाग +द्विभागं +द्विभागः +द्विभागकम् +द्विभागतः +द्विभागम् +द्विभागया +द्विभागा +द्विभागिकं +द्विभागिकः +द्विभागिकम् +द्विभागिका +द्विभागिकाः +द्विभागे +द्विभागेन +द्विभागो +द्विभागौ +द्विभार्यः +द्विभार्यस्य +द्विभाव +द्विभुज +द्विभुजं +द्विभुजः +द्विभुजश्च +द्विभुजस्य +द्विभुजा +द्विभुजां +द्विभुजाः +द्विभुजे +द्विभुजो +द्विभुजौ +द्विभूमः +द्विभे +द्विभेदा +द्विभोजनम् +द्विमाता +द्विमात्र +द्विमात्रं +द्विमात्रः +द्विमात्रकः +द्विमात्रकम् +द्विमात्रत्वात् +द्विमात्रम् +द्विमात्रिकम् +द्विमात्रिको +द्विमात्रेण +द्विमात्रो +द्विमात्रोदीर्घः +द्विमानं +द्विमार्गं +द्विमाषं +द्विमासं +द्विमासे +द्विमा॒ता +द्विमीढश्च +द्विमुख +द्विमुखं +द्विमुखी +द्विमुखो +द्विमुनि +द्विमुसलि +द्विमूर्ति +द्विमूर्द्धा +द्विमूर्धः +द्विमूर्धा +द्वियजुषमुपदधाति +द्वियमुनम् +द्वियम् +द्वियवं +द्वियवाधिकम् +द्वियामं +द्वियुगं +द्वियोगाः +द्वियोगे +द्वियोजने +द्वियोनिं +द्विर +द्विरङ्गुल्या +द्विरद +द्विरदं +द्विरदः +द्विरदकुम्भतटी +द्विरदगामिना +द्विरदपतयो +द्विरदभोगदूषितं +द्विरदस्य +द्विरदा +द्विरदाः +द्विरदानन +द्विरदाननः +द्विरदाननम् +द्विरदानां +द्विरदान् +द्विरदे +द्विरदेन +द्विरदो +द्विरदोऽनेकपो +द्विरधीते +द्विरपरं +द्विरपि +द्विरभिघारयति +द्विरभिघारयेत् +द्विरभिघार्य +द्विरभिधानम् +द्विरभ्यसेत् +द्विरभ्यस्तं +द्विरभ्यस्तमाकूपारम् +द्विरभ्यस्य +द्विरभ्यास +द्विरभ्यासं +द्विरवदानं +द्विरवद्यति +द्विरष्टकं +द्विरष्टकम् +द्विरष्टधा +द्विरष्टौ +द्विरसना +द्विरह्नः +द्विरह्नो +द्विरा +द्विरागमे +द्विराचमनं +द्विराचमनम् +द्विराचम्य +द्विराचामेत् +द्विरात्र +द्विरात्रं +द्विरात्रः +द्विरात्रम् +द्विरात्रस्य +द्विरात्रादिषु +द्विरात्रीणः +द्विरात्रे +द्विरात्रेण +द्विरात्रो +द्विरादधाति +द्विरावर्त्य +द्विरावृत्तं +द्विरावृत्त्या +द्विरावृत्या +द्विराषाढः +द्विरिति +द्विरित्येके +द्विरुक्त +द्विरुक्तं +द्विरुक्तः +द्विरुक्तस्य +द्विरुक्ता +द्विरुक्ति +द्विरुक्तिः +द्विरुक्तिप्रकरणम् +द्विरुक्तिरादरार्था +द्विरुक्ते +द्विरुक्तेषु +द्विरुक्तौ +द्विरुक्त्या +द्विरुक्त्वा +द्विरुच्चार्य +द्विरुच्यते +द्विरुच्यन्ते +द्विरुत्थानः +द्विरुन्मृज्य +द्विरुपस्पृशेत् +द्विरूप +द्विरूपं +द्विरूपः +द्विरूपकोश +द्विरूपकोशः +द्विरूपकोषः +द्विरूपकोषश्च +द्विरूपता +द्विरूपतां +द्विरूपमपि +द्विरूपम् +द्विरूपया +द्विरूपा +द्विरूपां +द्विरूपाः +द्विरूपाम् +द्विरूपे +द्विरूपो +द्विरेकस्य +द्विरेताः +द्विरेफ +द्विरेफः +द्विरेफमाला +द्विरेफम् +द्विरेफा +द्विरेफाः +द्विरेफाणां +द्विरेफे +द्विरेफो +द्विरेव +द्विरोदनं +द्विर् +द्विर्जुहोति +द्विर्जु॑होति +द्विर्दधि +द्विर्दश +द्विर्द्विः +द्विर्द्विरवद्यति +द्विर्द्विर्नाराशꣳ +द्विर्द्विस्तूष्णीम् +द्विर्न +द्विर्नाभिभाषते +द्विर्निमार्ष्टि +द्विर्भवति +द्विर्भाव +द्विर्भावः +द्विर्भावहलादिशेषौ +द्विर्भावादि +द्विर्भावे +द्विर्भावो +द्विर्भुङ्क्ते +द्विर्भोजनं +द्विर्भोजी +द्विर्यं +द्विर्यदेते +द्विर्यदे॒ते +द्विर्यपञ्च +द्विर्लाजानावपति +द्विर्व +द्विर्वचन +द्विर्वचनं +द्विर्वचननिमित्तेऽचि +द्विर्वचनप्रकरणे +द्विर्वचनमिति +द्विर्वचनमेव +द्विर्वचनम् +द्विर्वचनस्य +द्विर्वचनात् +द्विर्वचनादि +द्विर्वचनादौ +द्विर्वचनाभावः +द्विर्वचने +द्विर्वचनेन +द्विर्वचनेऽचि +द्विर्वचनेऽचीति +द्विर्वा +द्विर्हविषोऽवद्यति +द्विल +द्विलकारको +द्विलक्षं +द्विलक्षकम् +द्विलक्षणः +द्विलक्षणम् +द्विलक्षे +द्विलवः +द्विलिङ्गं +द्विलिङ्गः +द्विलुप्ता +द्विलोचनम् +द्विव +द्विवक्त्रं +द्विवच +द्विवचन +द्विवचनं +द्विवचनपरत्वाभावे +द्विवचनप्रयोगः +द्विवचनबहुवचनानि +द्विवचनबहुवचने +द्विवचनमिति +द्विवचनमेव +द्विवचनम् +द्विवचनलिङ्गात् +द्विवचनविभज्य +द्विवचनविभज्योपपदे +द्विवचनस्य +द्विवचनस्याकारः +द्विवचनात् +द्विवचनान्त +द्विवचनान्तः +द्विवचनान्ततया +द्विवचनान्तोऽयम् +द्विवचने +द्विवचनेन +द्विवचनैकवचने +द्विवर्ण +द्विवर्णं +द्विवर्ष +द्विवर्षं +द्विवर्षः +द्विवर्षा +द्विवर्षीणो +द्विवर्षे +द्विवर्षो +द्विवा +द्विवादने +द्विवारं +द्विवारम् +द्विवार्षिकः +द्विवार्षिको +द्विवासा +द्विवि +द्विविकरणता +द्विविघं +द्विवितस्तिः +द्विविद +द्विविदं +द्विविदः +द्विविदमेव +द्विविदश्चैव +द्विविदश्चोभौ +द्विविदेन +द्विविदो +द्विविध +द्विविधं +द्विविधः +द्विविधकार्यप्रत्युपस्थाना +द्विविधमपि +द्विविधमिति +द्विविधमित्युक्तम् +द्विविधमीरितम् +द्विविधमुच्यते +द्विविधमेव +द्विविधम् +द्विविधया +द्विविधश्च +द्विविधस्य +द्विविधस्यापि +द्विविधा +द्विविधां +द्विविधाः +द्विविधादपि +द्विविधानां +द्विविधानि +द्विविधान् +द्विविधापि +द्विविधाया +द्विविधायाः +द्विविधे +द्विविधेति +द्विविधेन +द्विविधेनापि +द्विविधेऽपि +द्विविधैव +द्विविधो +द्विविधोऽपि +द्विविधौ +द्विवे +द्विवेदः +द्विवेदि +द्विवेदी +द्विव्रणीये +द्विश +द्विशः +द्विशत +द्विशतं +द्विशतः +द्विशततमोऽध्यायः +द्विशतम् +द्विशताधिकम् +द्विशताधिकाः +द्विशतिकां +द्विशती +द्विशते +द्विशतेन +द्विशतो +द्विशत्या +द्विशफाः +द्विशफैकशफस्य +द्विशब्द +द्विशब्दः +द्विशब्दस्य +द्विशब्दात् +द्विशब्दो +द्विशर +द्विशरीरे +द्विशवसं +द्विशस्त्रिशो +द्विशाणम् +द्विशाण्यम् +द्विशालं +द्विशालानि +द्विशिखाः +द्विशिरा +द्विशिराः +द्विशीर्षं +द्विशीर्षा +द्विशूर्पम् +द्विशूर्पेण +द्विशूलां +द्विशूलामेकशूलां +द्विशे +द्विशेषः +द्विशो +द्विशौर्पिकम् +द्विश्च +द्विश्रुती +द्विष +द्विषं +द्विषंति +द्विषः +द्विषः॑ +द्विषज्जये +द्विषट् +द्विषट्कं +द्विषट्‌कं +द्विषत +द्विषतः +द्विषतश्च +द्विषतस्तपनं +द्विषता +द्विषतां +द्विषतामपि +द्विषताम् +द्विषति +द्विषती +द्विषतीं +द्विषतीतापः +द्विषते +द्विषतो +द्विषतोऽपि +द्विषत् +द्विषत्परयोस्तापेः +द्विषत्यपि +द्विषत्या +द्विषत्सु +द्विषदन्नं +द्विषद्बलम् +द्विषद्भिः +द्विषद्भ्य +द्विषद्भ्यः +द्विषद्भ्यो +द्विषन् +द्विषन्तं +द्विषन्तः +द्विषन्तपः +द्विषन्तमेते +द्विषन्तम् +द्विषन्ति +द्विषन्तीं +द्विषन्तीति +द्विषन्तु +द्विषन्तो +द्विषन्तꣳ +द्विषन्पाप्मा +द्विषन्भ्रातृव्यो +द्विषन्मे +द्विषम् +द्विषये +द्विषश्च +द्विषष्टिः +द्विषष्टितमं +द्विषष्टितमः +द्विषष्टितमोऽध्यायः +द्विषष्टी +द्विषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः +द्विषष्ठितमः +द्विषस्तरध्या +द्विषस्ते +द्विषा +द्विषां +द्विषाते +द्विषामपि +द्विषामामिषतां +द्विषाम् +द्विषाष्टिकः +द्विषाहस्रं +द्विषि +द्विषिः +द्विषीत +द्विषु +द्विषे +द्विषो +द्विषोडशी +द्विषोऽग्ने +द्विषोऽपि +द्विषोऽमित्रे +द्विषो॑ +द्विषो॒ +द्विष् +द्विष्करोति +द्विष्ट +द्विष्टं +द्विष्टः +द्विष्टा +द्विष्टे +द्विष्टो +द्विष्ठ +द्विष्ठं +द्विष्ठः +द्विष्ठत्वात् +द्विष्ठा +द्विष्ठानि +द्विष्ठो +द्विष्म +द्विष्मः +द्विष्मस् +द्विष्मस्तं +द्विष्मस्तमतो +द्विष्मस्तमु +द्विष्मस्तस्य +द्विष्मो +द्विष्मोऽग्ने +द्विष्यते +द्विष्यात् +द्विष्यात्तं +द्विष्यात्तस्मै +द्विष्यात्तस्य +द्विष्याद् +द्विष॑ः +द्विष॒ते +द्विष॒तो +द्विस +द्विसं +द्विसंधानकाव्यटीकायां +द्विसंधानकाव्ये +द्विसंधानम् +द्विसंश्रयां +द्विसकार +द्विसकारको +द्विसप्त +द्विसप्तति +द्विसप्ततिः +द्विसप्ततितमं +द्विसप्ततितमः +द्विसप्ततितमी +द्विसप्ततितमो +द्विसप्ततितमोऽध्यायः +द्विसप्ततिसहस्राणि +द्विसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः +द्विसप्तत्युत्तरशततमोऽध्यायः +द्विसप्तधा +द्विसप्ताहं +द्विसम +द्विसमस्तानि +द्विसमस्य +द्विसहस्र +द्विसहस्रं +द्विसहस्रकम् +द्विसहस्रम् +द्विसहस्रवर्षेभ्यः +द्विसांवत्सरिकः +द्विसाप्ततिकः +द्विसाहस्रं +द्विसाहस्रायामाः +द्विसिरावृतम् +द्विसु +द्विसूक्ता +द्विसूक्ताः +द्विसौवर्णिकम् +द्विस् +द्विस्तनव्रतं +द्विस्तना +द्विस्तनां +द्विस्तनानि +द्विस्तरं +द्विस्तरः +द्विस्तरा +द्विस्तावती +द्विस्तावा +द्विस्तु +द्विस्तूष्णीं +द्विस्तूष्णीमिति +द्विस्तूष्णीम् +द्विस्ते +द्विस्त्रिः +द्विस्त्रिर्वा +द्विस्त्रिश्चतुरिति +द्विस्वभावः +द्विस्वभावे +द्विस्वभावेषु +द्विस्वरा +द्विहल +द्विहलः +द्विहस्त +द्विहस्तं +द्विहस्तकम् +द्विहस्ता +द्विहस्तां +द्विहस्तान्तं +द्विहस्तायत +द्विहस्ते +द्विहायनं +द्विहायनस्य +द्विहायना +द्विहायनी +द्विहि +द्विहिंकारं +द्विहिंकारवामदेव्यम् +द्विहीनं +द्विहृदयां +द्विऽपदः +द्विऽपदे +द्विऽबर्हसम् +द्विऽबर्हाः +द्विा +द्वि॑ष॒ते +द्वि॑ष॒तो +द्वि॒ता +द्वि॒ताय॑ +द्वि॒तीयं॑ +द्वि॒तीय॑या +द्वि॒पदा॒ +द्वि॒पदी॒ +द्वि॒पदे॒ +द्वि॒पदो॒ +द्वि॒पद॒श्चतु॑ष्पदः॒ +द्वि॒पाद्यज॑मानः॒ +द्वि॒बर्हा॑ +द्वि॒बर्ह॑सं +द्वि॒षः +द्वि॒षन्तं॒ +द्वि॒षो +द्वि॒ष्म +द्वि॒ष्मः +द्वि॒ष्मस्तं +द्वि॒ष्मस्तमतो॒ +द्वि॒ष्मो +द्वि॒ऽजन्मा॑ +द्वि॒ऽपत् +द्वि॒ऽपदे॑ +द्वि॒ऽबर्हाः॑ +द्वि॒ऽबर्ह॑सम् +द्वि॒ऽमा॒ता +द्वि꣡षः꣢꣯ +द्वि꣢र्य꣡दाइ +द्वी +द्वीति +द्वीतीयं +द्वीतीयः +द्वीन्द्रियग्राह्या +द्वीप +द्वीपं +द्वीपः +द्वीपभेदे +द्वीपम् +द्वीपवती +द्वीपविशेषः +द्वीपषट्कस्य +द्वीपसमुद्राणां +द्वीपसमूहे +द्वीपस्य +द्वीपा +द्वीपाः +द्वीपादनुसमुद्रं +द्वीपादन्यस्मादपि +द्वीपाद्द्वीपं +द्वीपानां +द्वीपानि +द्वीपान् +द्वीपान्तर +द्वीपान्तरं +द्वीपान्तराणि +द्वीपान्तरे +द्वीपान्तरेऽपि +द्वीपाश्च +द्वीपि +द्वीपिनं +द्वीपिनः +द्वीपिनश्च +द्वीपिना +द्वीपिनी +द्वीपिनो +द्वीपिभिः +द्वीपी +द्वीपे +द्वीपेद्वीपे +द्वीपेन +द्वीपेषु +द्वीपैः +द्वीपो +द्वीपों +द्वीपोऽयं +द्वीपौ +द्वीप्याय +द्वीशं +द्वीशे +द्वीसु +द्वुध +द्वृ +द्वृचः +द्वृचाः +द्वृचे +द्वृचेन +द्वृचो +द्वे +द्वेः +द्वेच +द्वेति +द्वेत्रिः +द्वेद्विः +द्वेद्वे +द्वेधा +द्वेधापातयत् +द्वेधापि +द्वेधेति +द्वेधैव +द्वेन +द्वेप +द्वेपः +द्वेशते +द्वेष +द्वेषं +द्वेषः +द्वेषः॑ +द्वेषजं +द्वेषजः +द्वेषणं +द्वेषणः +द्वेषते +द्वेषमोहकृतोऽप्यस्ति +द्वेषम् +द्वेषरहितः +द्वेषरहिते +द्वेषरागौ +द्वेषवन्तः +द्वेषविषयः +द्वेषश्च +द्वेषसमं +द्वेषस्तु +द्वेषस्तेषु +द्वेषस्य +द्वेषा +द्वेषाँसि +द्वेषांसि +द्वेषांस्या +द्वेषां॑सि +द्वेषाच्च +द्वेषाच्चैद्यादयो +द्वेषात् +द्वेषादि +द्वेषादीनां +द्वेषाद् +द्वेषाद्धर्ममुत्सृजेत् +द्वेषाꣳसि +द्वेषि +द्वेषिणः +द्वेषिणां +द्वेषिणामपि +द्वेषिणी +द्वेषिणो +द्वेषी +द्वेषु +द्वेषे +द्वेषेण +द्वेषो +द्वेषोभ्यः +द्वेषोभ्यो +द्वेषोऽपि +द्वेषो॑ +द्वेषो॑भ्यः +द्वेषो॒ +द्वेषौ +द्वेष्टरि +द्वेष्टा +द्वेष्टारं +द्वेष्टारः +द्वेष्टारो +द्वेष्टि +द्वेष्टि॑ +द्वेष्टि॒ +द्वेष्टीति +द्वेष्टु +द्वेष्टुः +द्वेष्टॄन् +द्वेष्ट्यकुशलं +द्वेष्ट्रीः +द्वेष्मि +द्वेष्मि॒ +द्वेष्य +द्वेष्यं +द्वेष्यः +द्वेष्यता +द्वेष्यतां +द्वेष्यब्राह्मणवधे +द्वेष्यश्च +द्वेष्यस्य +द्वेष्या +द्वेष्यां +द्वेष्याः +द्वेष्याणि +द्वेष्याय +द्वेष्ये +द्वेष्येण +द्वेष्यो +द्वेष्योऽपि +द्वेष्योऽस्ति +द्वेस्तीयः +द्वेऽथ +द्वेऽपि +द्वेऽयने +द्वेि +द्वै +द्वैगतं +द्वैगतम् +द्वैगते +द्वैगुणिकः +द्वैगुण्यं +द्वैगुण्यम् +द्वैगुण्यादिकम् +द्वैगुण्ये +द्वैगुण्येन +द्वैजातं +द्वैत +द्वैतं +द्वैतग्रन्थाः +द्वैतग्रन्थिं +द्वैतजातं +द्वैतदर्शनं +द्वैतदर्शनमिति +द्वैतदर्शनम् +द्वैतदर्शनस्य +द्वैतदर्शने +द्वैतधीर्न +द्वैतनये +द्वैतप्रपञ्चस्य +द्वैतमद्वैतं +द्वैतमिति +द्वैतमिथ्यात्वं +द्वैतमिव +द्वैतमेव +द्वैतम् +द्वैतवन +द्वैतवनं +द्वैतवने +द्वैतवर्जिते +द्वैतवादः +द्वैतवादी +द्वैतविवेक +द्वैतविवेकः +द्वैतवेदान्तः +द्वैतस्य +द्वैताद्वैत +द्वैताद्वैतं +द्वैतापत्तिः +द्वैताभावे +द्वैतिनः +द्वैतिनां +द्वैतिनामपि +द्वैतिनो +द्वैतीभावो +द्वैतीभूतं +द्वैतीयीकः +द्वैते +द्वैतेति +द्वैतेन +द्वैतेन्द्रजालस्य +द्वैतोपयोगित्वम् +द्वैध +द्वैधं +द्वैधमुत्पद्यते +द्वैधम् +द्वैधा +द्वैधानि +द्वैधी +द्वैधीकरणे +द्वैधीभाव +द्वैधीभावं +द्वैधीभावः +द्वैधीभावे +द्वैधीभावेन +द्वैधीभावो +द्वैधीभूतो +द्वैधे +द्वैप +द्वैपं +द्वैपः +द्वैपदं +द्वैपदम् +द्वैपदेन +द्वैपदौ +द्वैपवैयाघ्रादञ् +द्वैपायन +द्वैपायनं +द्वैपायनः +द्वैपायनस्य +द्वैपायनेन +द्वैपायनो +द्वैपायनोऽब्रवीत् +द्वैपारायणिकः +द्वैपो +द्वैप्या +द्वैप्याः +द्वैमातुरः +द्वैमातुरो +द्वैमात्रः +द्वैयन्यिकः +द्वैयोग्यमिति +द्वैरथं +द्वैरथे +द्वैराज्यं +द्वैराज्ये +द्वैरात्रिकः +द्वैराश्येन +द्वैरूप्यं +द्वैवर्षिकः +द्वैवि +द्वैविध्य +द्वैविध्यं +द्वैविध्यमाह +द्वैविध्यमिति +द्वैविध्यमित्याह +द्वैविध्यमुक्तं +द्वैविध्यमुक्तम् +द्वैविध्यमेव +द्वैविध्यम् +द्वैविध्यस्य +द्वैविध्यात् +द्वैविध्ये +द्वैविध्येन +द्वैविध्योपपत्तेः +द्वैशाणम् +द्वैसमिकः +द्वैहायनम् +द्वैि +द्वैौ +द्वो +द्वौ +द्वौं +द्वौद्वाव् +द्वौद्वौ +द्व् +द्व्य +द्व्यं +द्व्यंगुलं +द्व्यंगुले +द्व्यंश +द्व्यंशं +द्व्यंशकं +द्व्यंशे +द्व्यंशेन +द्व्यक्षरं +द्व्यक्षरः +द्व्यक्षरकाण्डे +द्व्यक्षरणिधनं +द्व्यक्षरम् +द्व्यक्षरा +द्व्यक्षरानुप्रासः +द्व्यक्षरेण +द्व्यक्षरो +द्व्यक्षीं +द्व्यङ्गुल +द्व्यङ्गुलं +द्व्यङ्गुलम् +द्व्यङ्गुला +द्व्यङ्गुलादधः +द्व्यङ्गुलानि +द्व्यङ्गुलान्तरे +द्व्यङ्गुले +द्व्यङ्गुलेन +द्व्यङ्गुलोन्मीलिते +द्व्यङ्गुलौ +द्व्यङ्‌गुलं +द्व्यच +द्व्यचः +द्व्यचोऽतस्तिङ +द्व्यचोऽतस्तिङः +द्व्यच् +द्व्यच्छन्दसि +द्व्यच्त्र्यच् +द्व्यजनात् +द्व्यणु +द्व्यणुक +द्व्यणुकं +द्व्यणुकस्य +द्व्यणुकादि +द्व्यणुकादिक्रमेण +द्व्यणुकादीनां +द्व्यणुकादौ +द्व्यणुके +द्व्यणुकेषु +द्व्यधिकं +द्व्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +द्व्यधिकशततमः +द्व्यधिकशततमोऽध्यायः +द्व्यधिका +द्व्यधिके +द्व्यधिकैः +द्व्यनीका +द्व्यन्तरं +द्व्यन्तरुपसर्गेभ्योऽप +द्व्यभ्याघातं +द्व्यर्थं +द्व्यर्थः +द्व्यर्थता +द्व्यर्थे +द्व्यर्थो +द्व्यर्धांशं +द्व्यवरान् +द्व्यशीतिः +द्व्यशीतितमः +द्व्यशीतितमी +द्व्यशीतितमोऽध्यायः +द्व्यशीत्यधिकशततमोऽध्यायः +द्व्यशीत्युत्तरशततमोऽध्यायः +द्व्यश्रं +द्व्यश्रवृत्तं +द्व्यष्टनः +द्व्यह +द्व्यहं +द्व्यहः +द्व्यहकाला +द्व्यहजातः +द्व्यहम् +द्व्यहीनः +द्व्यहे +द्व्यहेन +द्व्यह्नः +द्व्याक्षायण +द्व्याचिता +द्व्याढकिकी +द्व्याढकी +द्व्याढकीना +द्व्यात्मकं +द्व्यात्मकम् +द्व्यादिग्रहयोगाध्यायः +द्व्यामु +द्व्यामुष्या +द्व्यामुष्यायणानां +द्व्यार्षेयः +द्व्यार्षेयो +द्व्याहिकं +द्व्याहिकञ्च +द्व्युक्थः +द्व्युक्थो +द्व्यूना +द्व्यृचं +द्व्यृचांस् +द्व्यृचाः +द्व्येकयोः +द्व्येकयोर्द्विवचनैकवचने +द्व्य् +द्व॒युम् +द्व॒येन॑ +द्शमें +द्शा +द्‌ +द॑क्षि॒णा +द॑ख्षिण॒तो +द॑ख्षि॒णा +द॑त्त +द॑त्ते +द॑त्ते॒ +द॑दर्श +द॑दर्श॒ +द॑दाति +द॑दाति॒ +द॑दातु +द॑दातु॒ +द॑दीमहि +द॑दुः +द॑दे +द॑दे॒ +द॑धतां॒ +द॑धर्षति +द॑धात +द॑धातन +द॑धाति +द॑धाति॒ +द॑धातु +द॑धातु॒ +द॑धामि +द॑धामि॒ +द॑धिरे +द॑धिरे॒ +द॑धिषे +द॑धिष्व +द॑धि॒रे +द॑धीत +द॑धुः +द॑धे +द॑धे॒ +द॑ध्मसि +द॑ध्र॒ +द॑भन् +द॑यते॒ +द॑र्दः +द॑र्भ +द॑र्शय +द॑र्श॒तं +द॑र्षि॒ +द॑स्रा +द॑स्रा॒ +द॑ह +द॒क्षाय्यः॑ +द॒क्षाय्यो॑ +द॒क्षि॒ण॒तः +द॒क्ष॒ऽसाध॑नः +द॒ता +द॒त्तं +द॒त्तः +द॒त्तम् +द॒त्ता +द॒त्त्वा +द॒त्त॒ +द॒त्वते॒ +द॒दथुः॑ +द॒दर्श॒ +द॒दाश॑ +द॒दाश॒ +द॒दा॒ति॒ +द॒दा॒तु॒ +द॒दा॒शुषे॑ +द॒दिः +द॒दुः +द॒दुः॒ +द॒दृ॒शे॒ +द॒दे +द॒दे॒ +द॒द्धि +द॒द॒त् +द॒द॒थुः॒ +द॒द॒र्श॒ +द॒धः॒ +द॒धाते॒ +द॒धा॒ति॒ +द॒धा॒तु॒ +द॒धा॒ते॒ +द॒धा॒त॒ +द॒धा॒त॒न॒ +द॒धा॒मि॒ +द॒धा॒सि॒ +द॒धि॒ध्वे +द॒धि॒रे +द॒धि॒रे॒ +द॒धि॒षे +द॒धि॒षे॒ +द॒धि॒ष्व॒ +द॒धि॒ऽक्राम् +द॒धि॒ऽक्राव्णः॑ +द॒धी॒त॒ +द॒धुः +द॒धुः॒ +द॒धे +द॒धे॒ +द॒ध्नः +द॒ध्ना +द॒ध्मसि॑ +द॒ध्यङ् +द॒ध॒ते॒ +द॒ध॒न्वान् +द॒ध॒न्वि॒रे +द॒ध॒न्वि॒रे॒ +द॒ध॒र्ष॒ति॒ +द॒भीत॑ये +द॒भ्रं +द॒भ्रस्य॑ +द॒भ्रेभिः॑ +द॒भ॒न् +द॒य॒ते॒ +द॒र्भः +द॒र्भा +द॒र्भो +द॒र्मा +द॒र्माण॑म् +द॒र्श॒तः +द॒र्श॒तम् +द॒र्श॒ता +द॒र्षि॒ +द॒शभि॑ः +द॒शऽभिः॑ +द॒श॒मे +द॒श॒स्यन् +द॒श॒स्या +द॒स्मः +द॒स्मम् +द॒स्मस्य॑ +द॒स्माः +द॒स्मो +द॒स्म॒ +द॒स्यु॒ऽहत्या॑य +द॒स्यु॒ऽहत्ये॑ +द॒स्यु॒ऽहा +द॒स्य॒न्ति॒ +द॒स्रा +द॒स्रा॒ +द॒ह॒ +द꣡दुत्वा꣢꣯ +द꣡धा꣢इ +द꣡धा꣢इद꣡धा꣢इ +द꣢न्ति꣣यू꣤꣯माः꣥ +द꣣धे +द꣣ह +दꣳ +दꣳष्ट्राभ्यां +ध +धÐमणि +धं +धंदा +धंदावनं +धः +धक +धकं +धकः +धकत्वं +धका +धकार +धकारं +धकारः +धकारस्य +धकारो +धके +धक् +धक्क +धक्का +धक्तम् +धक्षतः +धक्षत् +धक्षि +धक्षोः +धक्ष्यति +धक्ष्यतीति +धक्ष्यते +धक्ष्यन्ति +धक्ष्यसि +धक्ष्यामि +धग +धगद्धगिति +धग्भगो +धच +धञर्थे +धञ् +धट +धटं +धटः +धटकर्कटयोस्तथा +धटते +धटा +धटादीनि +धटिका +धटी +धटे +धटो +धड +धड़ी +धण +धणं +धणे +धण्णा +धत +धतं +धतः +धतम् +धता +धति +धती +धतु +धतुं +धतुः +धतुभ्यः +धते +धतोः +धत् +धत्त +धत्तं +धत्तं॒ +धत्तः +धत्तन +धत्तमनवायं +धत्तमश्विना +धत्तमिति +धत्तम् +धत्तश् +धत्ता +धत्तां +धत्तात् +धत्तादस्मासु +धत्ताद्यद्वा +धत्ताम् +धत्तूर +धत्तूरं +धत्तूरः +धत्तूरकस्य +धत्तूरस्य +धत्ते +धत्तेति +धत्ते॒ +धत्तो +धत्तौजो +धत्त॒ +धत्तꣳ +धत्थ +धत्थः +धत्थो +धत्या +धत्व +धत्वं +धत्वम् +धत्वा +धत्वात् +धत्वे +धत्से +धत्स्व +धत्स्वासौ +धत्स्वेति +धथ +धद्ध्वे +धध +धधध +धधनि +धधस +धधा +धन +धनं +धनंजय +धनंजयं +धनंजयः +धनंजयकविविरचिते +धनंजयपदम् +धनंजयम् +धनंजयश्च +धनंजयस्य +धनंजया +धनंजयाङ्के +धनंजयाय +धनंजये +धनंजयेति +धनंजयेन +धनंजयो +धनंषि +धनं॑ +धनं॒ +धनः +धनक +धनकः +धनकरके +धनका +धनकामः +धनकामस्य +धनकामा +धनकामो +धनकी +धनकुटा +धनकुटामण्डलम् +धनके +धनको +धनक्रीता +धनक्षय +धनक्षयं +धनक्षयः +धनक्षयम् +धनक्षये +धनक्षयो +धनक्षयौ +धनक्षेपे +धनगणं +धनगतः +धनगते +धनगे +धनगेऽपि +धनग्रहणं +धनग्रहणम् +धनग्रहणे +धनजय +धनजयस्य +धनजातं +धनजिते +धनजित् +धनजिद् +धनञ्च +धनञ्जय +धनञ्जयं +धनञ्जयः +धनञ्जयम् +धनञ्जयश्च +धनञ्जयस्य +धनञ्जयात् +धनञ्जयाय +धनञ्जये +धनञ्जयेत्यन्तम् +धनञ्जयेन +धनञ्जयो +धनणं +धनति +धनत्वं +धनत्वात् +धनत्वे +धनत्वेन +धनद +धनदं +धनदः +धनदण्डं +धनदत्तो +धनदपालिताम् +धनदम् +धनदविरचितम् +धनदश्च +धनदश्चान्यो +धनदस्तथा +धनदस्य +धनदा +धनदां +धनदाः +धनदातरि +धनदाता +धनदात्मजौ +धनदानं +धनदानानि +धनदानाय +धनदानुजः +धनदाने +धनदानेन +धनदाय +धनदायी +धनदायै +धनदारपुत्रादीनां +धनदालयम् +धनदे +धनदेन +धनदो +धनदोपमः +धनदोऽपि +धनधान्य +धनधान्यं +धनधान्यकम् 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+धनवन् +धनवन्त +धनवन्तं +धनवन्तः +धनवन्तम् +धनवन्तश्च +धनवन्तो +धनवन्निन्द्र +धनवर्जितः +धनवर्जितम् +धनवांश्च +धनवांश्चैव +धनवाची +धनवान +धनवानपि +धनवानिति +धनवानिन्द्रः +धनवान् +धनवान्पुत्रवान्भवेत् +धनवान्भवेत् +धनवान्‌ +धनवाला +धनवाले +धनवाळा +धनविषये +धनवृद्धिं +धनवृद्धिः +धनव्ययं +धनव्ययः +धनव्ययौ +धनशब्दः +धनशब्दस्य +धनशब्देन +धनस +धनसंचयः +धनसंचयम् +धनसंचयैः +धनसंपदः +धनसंमतो +धनसंयुक्तं +धनसंयुतः +धनसङ्ग्रहः +धनसञ्चयः +धनसनयः +धनसमृद्धः +धनसमृद्धिं +धनसमृद्धिः +धनसमृद्ध्या +धनसम्पत्तिः +धनसम्पदः +धनसहित +धनसा +धनसातये +धनसातौ +धनसारं +धनसाहाय्यं +धनसे +धनसैरदर्दः +धनस्थे +धनस्पृतं +धनस्पृतम् +धनस्य +धनस्यापि +धनस्यैव +धनस्वामी +धनहरः +धनहा +धनहानिं +धनहानिः +धनहानिश्च +धनहान्या +धनहारकः +धनहारिणा +धनहारी +धनहिरण्यात्कामे +धनहीन +धनहीनः +धनहीनस्य +धनहीना +धनहीनाः +धनहीनानां +धनहीनो +धनऽदाः +धनऽस्पृतम् +धना +धनां +धनाः +धनाख्यं +धनागमं +धनागमः +धनागमम् +धनागमे +धनागमो +धनाढ्य +धनाढ्यं +धनाढ्यः +धनाढ्यश्च +धनाढ्यस्य +धनाढ्या +धनाढ्याश्च +धनाढ्यो +धनात् +धनात्मक +धनात्मकतायाः +धनात्मिका +धनादपि +धनादयः +धनादानं +धनादि +धनादिकं +धनादिकम् +धनादिदानेन +धनादिना +धनादिनिःस्पृहो +धनादिभिः +धनादिषु +धनादीनां +धनादीनि +धनादेः +धनादौ +धनाद् +धनाधिनाथं +धनाधिप +धनाधिपः +धनाधिपतये +धनाधिपत्यं +धनाधिपम् +धनाधिपो +धनाध्यक्ष +धनाध्यक्षं +धनाध्यक्षः +धनाध्यक्षस्तथा +धनाध्यक्षस्य +धनाध्यक्षा +धनाध्यक्षेण +धनाध्यक्षो +धनाना +धनानां +धनानामधिपः +धनानामीश्वरं +धनानाम् +धनानि +धनानीति +धनान्यपि +धनान्यस्माकेन +धनान्यादाय +धनान्वितं +धनान्वितः +धनान्विता +धनान्विताः +धनापहारनिमित्तं +धनाप्तिं +धनाप्तिः +धनाभावः +धनाभावात् +धनाभावे +धनाभावेन +धनाय +धनायति +धनायतीति +धनायते +धनायुषी +धनायैव +धनार्जनं +धनार्जनम् +धनार्जनस्य +धनार्जनाय +धनार्जने +धनार्थ +धनार्थं +धनार्थम् +धनार्थिनः +धनार्थिना +धनार्थिनाम् +धनार्थिनी +धनार्थिनो +धनार्थी +धनार्थे +धनार्पणम् +धनाशया +धनाशा +धनाश्रीः +धना॑ +धना॑नां +धना॑नाम् +धना॑नि +धना॑नि॒ +धना॑न्य॒स्माके॑न +धना॑य +धना॒ +धनि +धनिः +धनिक +धनिकं +धनिकः +धनिकस्य +धनिका +धनिकाः +धनिकाधमर्णयोरन्तरे +धनिकानां +धनिकेन +धनिकेषु +धनिको +धनिध +धनिधा +धनिन +धनिनं +धनिनः +धनिनम् +धनिनश्च +धनिना +धनिनां +धनिनाम् +धनिनि +धनिनी +धनिने +धनिनो +धनिनोऽपि +धनिन् +धनिभिः +धनिया +धनिव +धनिषु +धनिष्ठा +धनिष्ठाः +धनिष्ठाद्यम् +धनिष्ठानक्षत्रम् +धनिष्ठानक्षत्रे +धनिष्ठाया +धनिष्ठायां +धनिष्ठायाः +धनिष्ठार्द्धं +धनिष्ठासु +धनिसा +धनी +धनीति +धनीयति +धनु +धनुं +धनुः +धनुःकरणे +धनुःपक्षो +धनुःशतं +धनुःशतप्रमाणं +धनुःशतम् +धनुःशते +धनुःश्रेणी +धनुःश्रेष्ठं +धनुःश्रेष्ठे +धनुःसंस्थाना +धनुःसंस्थे +धनुःसमिध +धनुः॑ +धनुत्रीः +धनुपा +धनुपि +धनुम् +धनुरंशा +धनुरथो +धनुरधिज्यं +धनुरन्यत्समादाय +धनुरपि +धनुरप्रमेयम् +धनुरस्य +धनुरा +धनुराकारं +धनुराकारमध्यस्थः +धनुराकारमध्यस्थो +धनुराकारे +धनुराकृति +धनुराकृष्य +धनुरादत्त +धनुराददे +धनुरादाय +धनुरानम्य +धनुरायम्य +धनुरासनम् +धनुरिति +धनुरिदं +धनुरिध्मे +धनुरिव +धनुरिवा +धनुरुच्यते +धनुरुत्तमम् +धनुरुद्यम्य +धनुरेकेन +धनुरेव +धनुर् +धनुर्गुणः +धनुर्गुणे +धनुर्गुणेन +धनुर्गृहीत्वा +धनुर्गृह्य +धनुर्ग्रहः +धनुर्घोरं +धनुर्जग्राह +धनुर्जलदनिःस्वनम् +धनुर्ज्या +धनुर्ज्यां +धनुर्दण्ड +धनुर्दण्डं +धनुर्दण्डो 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+धनुश्चिह्नान्तर्गतग्रन्थस्थाने +धनुश्चिह्नान्तर्गतग्रन्थो +धनुश्चिह्नान्तर्गतो +धनुश्चिह्न्तर्गतग्रन्थः +धनुश्चिह्न्तर्गतग्रन्थो +धनुश्चैव +धनुश्छित्त्वा +धनुश्छिन्नं +धनुश्शालायां +धनुष +धनुषं +धनुषः +धनुषश्च +धनुषस्तथा +धनुषस्तस्य +धनुषा +धनुषां +धनुषि +धनुषी +धनुषे +धनुषैकेन +धनुषो +धनुषोः +धनुषोऽस्य +धनुष् +धनुष्कपालम् +धनुष्करः +धनुष्काण्डं +धनुष्कोटि +धनुष्कोटिं +धनुष्कोटिः +धनुष्कोटितीर्थे +धनुष्कोटिप्रशंसायां +धनुष्कोटौ +धनुष्कोट्या +धनुष्कोट्यां +धनुष्टंकारयन्मुहुः +धनुष्पाणिं +धनुष्पाणिः +धनुष्पाणी +धनुष्मतः +धनुष्मता +धनुष्मतां +धनुष्मताम् +धनुष्मन्तं +धनुष्मान् +धनुष्मान्कवची +धनुष्य +धनुष्यपि +धनुष्यमोघं +धनुस् +धनुस्तथा +धनुस्तस्य +धनुस्तु +धनुस्तुल्यं +धनुस्त्यक्त्वा +धनु॑त्रीः +धनू +धनूंषि +धनूः +धनूरत्नं +धनूराशिः +धनूराशौ +धने +धनेच्छया +धनेच्छा +धनेति +धनेन +धनेनानेन +धनेनापि +धनेनेति +धनेनैव +धनेव +धनेश +धनेशं +धनेशः +धनेशत्वं +धनेशश्च +धनेशस्य +धनेशे +धनेशेन +धनेशो +धनेश्वर +धनेश्वरं +धनेश्वरः +धनेश्वरम् +धनेश्वरस्य +धनेश्वराः +धनेश्वरी +धनेश्वरो +धनेषु +धनेऽपि 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+धप +धपा +धभ +धम +धमं +धमः +धमगा +धमण +धमतः +धमति +धमतिर्गतिकर्मा +धमतीति +धमतु +धमते +धमन +धमनं +धमनः +धमनयः +धमनात् +धमनि +धमनिः +धमनिसंततः +धमनिसन्ततः +धमनी +धमनीं +धमनीः +धमनीनां +धमनीनाम् +धमनीभिः +धमनीर्दश +धमनीषु +धमने +धमनेन +धमन् +धमन्त +धमन्तः +धमन्तमप +धमन्ति +धमन्तीः +धमन्तु +धमन्द्रा +धमन्धमन् +धमन्य +धमन्यः +धमन्यङ्गुलिसन्धीनां +धमन्यस्तत्र +धमन्या +धमन्याः +धमन्यो +धमपि +धमा +धमाँ +धमाः +धमाजि +धमाति +धमादेशः +धमार् +धमितं +धमिति +धमित्वा +धमुञ् +धमे +धमें +धमेत् +धमेद् +धमेद्गाढं +धमेद्दृढम् +धमेद्धठात् +धमेद्वह्नौ +धमै +धमैः +धमो +धमों +धम् +धम्पूरामायणम् +धम्म +धम्मं +धम्मक्खरं +धम्मचारी +धम्मटः +धम्मटम् +धम्मपट्टी +धम्मपत्रे +धम्मपद +धम्मपदं +धम्मपर्व +धम्मा +धम्मिअ +धम्मिलं +धम्मिल्लं +धम्मिल्लः +धम्मिल्लस्य +धम्मिल्ले +धम्मिल्लो +धम्मे +धम्मो +धम्य +धम्यते +धम्र्य +धम्र्यं +धम्र्ये +धम॑ति॒ +धम॑न्तः +धम॑न्ति +धय +धयं +धयंतीं +धयः +धयति +धयतीति +धयतु +धयते +धयद्वतीषु +धयन् +धयन्तं +धयन्ति +धयन्तीं +धयन्तीति +धया +धयापां +धयापाम् +धयेत् +धयो +धर +धरं +धरः +धरण +धरणं +धरणः +धरणम् +धरणानि +धरणाशाह +धरणि +धरणिं +धरणिः +धरणिजे +धरणितलं +धरणितले +धरणिधर +धरणिधरः +धरणिधराच्युत +धरणिपाल +धरणिभुजां +धरणिमण्डे +धरणी +धरणीं +धरणीकन्दः +धरणीतलम् +धरणीतलात् +धरणीतले +धरणीदेवी +धरणीदेव्यै +धरणीधर +धरणीधरः +धरणीधरम् +धरणीधरस्य +धरणीधराः +धरणीधरे +धरणीधारणायाधुना +धरणीपतिः +धरणीपतिम् +धरणीपते +धरणीपतेः +धरणीपृष्ठे +धरणीभागे +धरणीभृतः +धरणीभृताम् +धरणीयम् +धरणीव +धरणीवराहसंवादे +धरणीव्रते +धरणीसुतः +धरणीसुतस्य +धरणे +धरणेः +धरणेन +धरणेन्द्रः +धरणो +धरणौ +धरण्या +धरण्यां +धरण्याः +धरण्यादिवर्गः +धरण्यामल्पजीवितः +धरण्याम् +धरण्युवाच +धरण्यै +धरत +धरतः +धरति +धरती +धरतीका +धरतीति +धरते +धरना +धरनि +धरनी +धरने +धरन् +धरन्तः +धरन्ति +धरन्ती +धरन्तीति +धरन्तु +धरन्ते +धरम +धरमपुर +धरमरुचि +धरम् +धरया +धरले +धरश्चैवानिलोऽनलः +धरसि +धरस्य +धरहिं +धरा +धरां +धराः +धराग्नयः +धराजगत्या +धराजलतेजोयोगात् +धराजिता +धराजे +धराजो +धराणां +धराणि +धरातत्त्वं +धरातल +धरातलं +धरातलम् +धरातलात् +धरातलानि +धरातले +धरातल् +धरात्मज +धरात्मजः +धरादीनां +धरादेवी +धराधर +धराधरं +धराधरः 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+धर्मस्य +धर्मस्या +धर्मस्यात्मा +धर्मस्यापदेशेन +धर्मस्यापि +धर्मस्यायतनं +धर्मस्यार्थस्य +धर्मस्यार्थे +धर्मस्यास्य +धर्मस्येति +धर्मस्यैव +धर्मस्वरूपं +धर्मस्वामी +धर्मस्सनातनः +धर्महा +धर्महानिं +धर्महानिः +धर्महानिर्भवति +धर्महीनं +धर्महीना +धर्महीनाः +धर्महीने +धर्महीनो +धर्महेतवे +धर्महेतूनां +धर्महेतोः +धर्मऽभिः +धर्मा +धर्मां +धर्मांगदः +धर्मांगदस्य +धर्मांगदो +धर्मांश्च +धर्मांश्चोत्पद्यते +धर्माः +धर्माख्यं +धर्माख्यानं +धर्माख्याने +धर्माख्ये +धर्माङ्ग +धर्माचरण +धर्माचरणं +धर्माचरणे +धर्माच्च +धर्माञ् +धर्माढ्या +धर्माण +धर्माणं +धर्माणः +धर्माणम् +धर्माणा +धर्माणां +धर्माणामपि +धर्माणामिति +धर्माणामुत्पादाय +धर्माणामुपादानं +धर्माणामुपादानम् +धर्माणाम् +धर्माणि +धर्मातिदेशः +धर्मात् +धर्मात्परं +धर्मात्प्रमाद्यति +धर्मात्मज +धर्मात्मजं +धर्मात्मजः +धर्मात्मजस्य +धर्मात्मजो +धर्मात्मनः +धर्मात्मना +धर्मात्मनां +धर्मात्मनि +धर्मात्मने +धर्मात्मनो +धर्मात्मन् +धर्मात्मा +धर्मात्माओं +धर्मात्मानं +धर्मात्मानः +धर्मात्मानो +धर्मात्संजायते +धर्मात्सुखं +धर्मादनपेतं +धर्मादनपेतम् +धर्मादनपेते +धर्मादनिच् +धर्मादनिच्केवलात् +धर्मादन्यत्र +धर्मादन्यत्राधर्मात् +धर्मादन्यत्राधर्मादन्यत्रास्मात्कृताकृतात् +धर्मादयः +धर्मादयो +धर्मादर्थः +धर्मादि +धर्मादिः +धर्मादिकं +धर्मादिति +धर्मादित्यादिना +धर्मादिनिमित्तापेक्षं +धर्मादिनिमित्तापेक्षम् +धर्मादिभिः +धर्मादिषु +धर्मादीनां +धर्मादीनि +धर्मादीन् +धर्मादेः +धर्मादेव +धर्मादौ +धर्माद् +धर्माद्धि +धर्माद्यं +धर्माद्या +धर्माद्याः +धर्माद्यैः +धर्माधमौ +धर्माधर्म +धर्माधर्मं +धर्माधर्मनिमित्तं +धर्माधर्मभयेन +धर्माधर्मयोः +धर्माधर्मरूपं +धर्माधर्मरूपा +धर्माधर्मरूपाः +धर्माधर्मलक्षणस्य +धर्माधर्मवशत्वं +धर्माधर्मविचक्षणः +धर्माधर्मसुपुष्पश्च +धर्माधर्मस्य +धर्माधर्मा +धर्माधर्माख्यं +धर्माधर्माख्यानि +धर्माधर्मात्मकं +धर्माधर्मादि +धर्माधर्माभ्यां +धर्माधर्माविति +धर्माधर्मावुपचिनोति +धर्माधर्मावृतानृते +धर्माधर्माश्रयोऽध्यक्षो +धर्माधर्मी +धर्माधर्मे +धर्माधर्मो +धर्माधर्मों +धर्माधर्मौ +धर्माधर्मौं +धर्माधिकरणं +धर्माधिकरणम् +धर्माधिकरणो +धर्माधिकारः +धर्माधिकारि +धर्माधिकारिणः +धर्माधिकारी +धर्माधिकारे +धर्माध्यक्ष +धर्माध्यक्षः +धर्माध्यक्षो +धर्मानन्द +धर्मानभ्यधिको +धर्मानलङ्कारान् +धर्मानशेषतः +धर्मानिति +धर्मानुयायिनः +धर्मानुवर्तिना +धर्मानुशासनम् +धर्मानुष्ठान +धर्मानुष्ठानं +धर्मानुष्ठानमिति +धर्मानुष्ठानम् +धर्मानुष्ठाने +धर्मानुष्ठानेन +धर्मानुसारी +धर्मानुसारेण +धर्मान् +धर्मान्तरं +धर्मान्तरमेव +धर्मान्तरम् +धर्मान्तरस्य +धर्मान्तराणां +धर्मान्तराणि +धर्मान्तरे +धर्मान्तरेण +धर्मान्तरेभ्यः +धर्मान्तरोत्पत्तिः +धर्मान्ते +धर्मान्न +धर्मान्वक्ष्यामि +धर्मान्वयः +धर्मापेक्षं +धर्मापेक्षी +धर्मापेतं +धर्माभिमानोऽयम् +धर्माभिषेकक्रिया +धर्मामृतं +धर्माय +धर्मारण्य +धर्मारण्यं +धर्मारण्यकथां +धर्मारण्यचरेषु +धर्मारण्यनिवासिनः +धर्मारण्यमाहात्म्ये +धर्मारण्यस्य +धर्मारण्ये +धर्मारामो +धर्मार्जने +धर्मार्जितधनस्य +धर्मार्थ +धर्मार्थं +धर्मार्थः +धर्मार्थका +धर्मार्थकाम +धर्मार्थकामदम् +धर्मार्थकाममोक्षदम् +धर्मार्थकाममोक्षा +धर्मार्थकाममोक्षांश्च +धर्मार्थकाममोक्षाः +धर्मार्थकाममोक्षाख्यं +धर्मार्थकाममोक्षाख्याः +धर्मार्थकाममोक्षाणां +धर्मार्थकाममोक्षाणामारोग्यं +धर्मार्थकाममोक्षाणाम् +धर्मार्थकाममोक्षान् +धर्मार्थकाममोक्षार्थं +धर्मार्थकाममोक्षाश्च +धर्मार्थकाममोक्षेषु +धर्मार्थकामसंयुक्तो +धर्मार्थकामा +धर्मार्थकामाः +धर्मार्थकामानां +धर्मार्थकामान् +धर्मार्थकामेषु +धर्मार्थकामैः +धर्मार्थकोविदः +धर्मार्थकोविदाः +धर्मार्थतत्त्ववित् +धर्मार्थमपि +धर्मार्थमिति +धर्मार्थमेव +धर्मार्थम् +धर्मार्थयशस्कराणि +धर्मार्थयुक्तं +धर्मार्थयोः +धर्मार्थसंनिपातेऽर्थग्राहिण +धर्मार्थसंहितम् +धर्मार्थसहितं +धर्मार्था +धर्मार्थाभ्यां +धर्मार्थी +धर्मार्थे +धर्मार्थो +धर्मार्थों +धर्मार्थौ +धर्मालोकमुखं +धर्मावहं +धर्माविति +धर्माविरुद्धं +धर्माविरुद्धः +धर्माविरुद्धःकामरागबिवर्जितम्इत्याद्युपासनार्थम् +धर्माविरुद्धत्वादिविशेषणोपादानमित्यर्थः +धर्माविरुद्धो +धर्माविरोधेन +धर्माश् +धर्माश्च +धर्माश्चित्तं +धर्माश्रयं +धर्मासनं +धर्मासने +धर्मासि +धर्मास् +धर्मास्तत्र +धर्मास्तथा +धर्मास्तु +धर्मास्ते +धर्मास्त्रेतायां +धर्माऽधर्मौ +धर्मा॑णि +धर्मा॑य +धर्मि +धर्मिकः +धर्मिकल्पनातो +धर्मिग्राहकप्रमाणबाधः +धर्मिग्राहकमानेन +धर्मिज्ञानं +धर्मिण +धर्मिणं +धर्मिणः +धर्मिणमुद्दिश्य +धर्मिणम् +धर्मिणश्च +धर्मिणा +धर्मिणां +धर्मिणाम् +धर्मिणि +धर्मिणी +धर्मिणीति +धर्मिणे +धर्मिणैव +धर्मिणो +धर्मिणोः +धर्मिणोर् +धर्मिणोऽपि +धर्मिणोऽपीति +धर्मिण्यपि +धर्मितया +धर्मित्वं +धर्मित्वे +धर्मिन् +धर्मिन्‌ +धर्मिभ्यो +धर्मिविक्रियैवैषा +धर्मिषु +धर्मिष्ठ +धर्मिष्ठं +धर्मिष्ठः +धर्मिष्ठतां +धर्मिष्ठश्च +धर्मिष्ठा +धर्मिष्ठां +धर्मिष्ठाः +धर्मिष्ठानां +धर्मिष्ठान् +धर्मिष्ठाश्च +धर्मिष्ठे +धर्मिष्ठेषु +धर्मिष्ठो +धर्मिस्वरूपमात्रो +धर्मिस्वरूपस्य +धर्मी +धर्मीति +धर्मीय +धर्मे +धर्में +धर्मेण +धर्मेणापि +धर्मेणेति +धर्मेणैव +धर्मेति +धर्मेत्यादि +धर्मेन्द्र +धर्मेभ्यः +धर्मेभ्यो +धर्मेश +धर्मेशे +धर्मेश्वरं +धर्मेषु +धर्मेष्वज्ञानम् +धर्मेष्व् +धर्मेहि +धर्मेऽपि +धर्मेऽस्ति +धर्मै +धर्मैः +धर्मैक्यं +धर्मैति +धर्मैर् +धर्मैस्समन्वागत +धर्मो +धर्मों +धर्मोक्तेः +धर्मोढा +धर्मोत्तर +धर्मोत्तरं +धर्मोत्तरः +धर्मोत्तरे +धर्मोत्तरेण +धर्मोपदेश +धर्मोपदेशं +धर्मोपदेशञ्च +धर्मोपदेशे +धर्मोपदेशेन +धर्मोपमानलुप्ता +धर्मोपमानवाचकलुप्ता +धर्मोपि +धर्मोमयि +धर्मोयं +धर्मोस्ति +धर्मोऽत्र +धर्मोऽधिकतमो +धर्मोऽध्वसु +धर्मोऽनुवर्तते +धर्मोऽपि +धर्मोऽयं +धर्मोऽयमिति +धर्मोऽर्थ +धर्मोऽर्थः +धर्मोऽसि +धर्मोऽसीति +धर्मोऽसौ +धर्मोऽस्ति +धर्मोऽस्तु +धर्मोऽस्मि +धर्मोऽस्य +धर्मोऽस्येति +धर्मोऽहं +धर्मौ +धर्म् +धर्म्म +धर्म्मं +धर्म्मः +धर्म्मकामार्थमोक्षदम् +धर्म्मकामार्थमोक्षदाम् +धर्म्मकामार्थसिद्धये +धर्म्मकार्य्येषु +धर्म्मक्षेत्रे +धर्म्मचारिणः +धर्म्मचारिणी +धर्म्मज्ञ +धर्म्मज्ञं +धर्म्मज्ञः +धर्म्मज्ञाः +धर्म्मज्ञो +धर्म्मञ्च +धर्म्मतः +धर्म्मतो +धर्म्मध्वजी +धर्म्मध्वजो +धर्म्मपत्तनम् +धर्म्मपत्नी +धर्म्मपत्न्यः +धर्म्मपाठकः +धर्म्मभृतां +धर्म्ममनुस्मरन् +धर्म्ममिति +धर्म्ममूलं +धर्म्मम् +धर्म्मराज +धर्म्मराजं +धर्म्मराजः +धर्म्मराजस्य +धर्म्मराजेन +धर्म्मराट् +धर्म्मलक्षणम् +धर्म्मवित् +धर्म्मविदा +धर्म्मशास्त्र +धर्म्मशास्त्रं +धर्म्मशास्त्रप्रयोजकाः +धर्म्मशास्त्रम् +धर्म्मशास्त्राणि +धर्म्मशीलः +धर्म्मशीलो +धर्म्मश्च +धर्म्मसंस्थापनार्थाय +धर्म्मसंहिता +धर्म्मसाधनम् +धर्म्मस्तं +धर्म्मस्तु +धर्म्मस्तेषां +धर्म्मस्य +धर्म्मा +धर्म्माः +धर्म्माणां +धर्म्मात् +धर्म्मात्मा +धर्म्मादि +धर्म्माधर्म्म +धर्म्माधर्म्मौ +धर्म्माध्यक्षः +धर्म्मानतिक्रमति +धर्म्मानतिक्रामति +धर्म्मान् +धर्म्माय +धर्म्मारण्यं +धर्म्मार्थं +धर्म्मार्थकाममोक्षाणां +धर्म्मार्थकाममोक्षेषु +धर्म्मार्थकामानां +धर्म्मार्थे +धर्म्मार्थौ +धर्म्मिणः +धर्म्मिणि +धर्म्मिणी +धर्म्मिष्ठा +धर्म्मी +धर्म्मे +धर्म्मेण +धर्म्मेषु +धर्म्मो +धर्म्मोत्तरे +धर्म्मोपदेशं +धर्म्मोऽपि +धर्म्मोऽयं +धर्म्म्यं +धर्म्म्यः +धर्म्म्या +धर्म्म्यौ +धर्म्य +धर्म्यं +धर्म्यंशे +धर्म्यः +धर्म्यन्तरे +धर्म्यमर्थ्यं +धर्म्यमिति +धर्म्यम् +धर्म्यया +धर्म्यस्य +धर्म्या +धर्म्यां +धर्म्याः +धर्म्याणां +धर्म्याणि +धर्म्यात् +धर्म्यादिति +धर्म्याद्धि +धर्म्यामृतं +धर्म्यामृतमिदं +धर्म्यामृतम् +धर्म्ये +धर्म्येण +धर्म्येव +धर्म्येषु +धर्म्येऽहरणे +धर्म्यो +धर्म्यौ +धर्म्य् +धर्म॑ +धर्म॑णः +धर्म॑णा +धर्म॑णा॒ +धर्म॑णि +धर्म॑णि॒ +धर्म॑णे +धर्म॑णे॒ +धर्म॑न् +धर्म॑भिः +धर्म॑ऽभिः +धर्षक +धर्षकं +धर्षकः +धर्षकेण +धर्षणं +धर्षणम् +धर्षणशीलाय +धर्षणा +धर्षणां +धर्षणे +धर्षति +धर्षयति +धर्षयन्ति +धर्षयामास 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+धातक्याः +धातम् +धातयेत् +धातरायन्तु +धातरि +धातव +धातवः +धातवश्च +धातवश्चैव +धातवे +धातवो +धातवोऽपि +धातव्यं +धातव्यम् +धातव्या +धाता +धातादि +धातादिपूर्व +धातापि +धातार +धातारं +धातारः +धातारम् +धातारौ +धातार्यमा +धाताविति +धाताविधातारौ +धातावुपपदे +धाताहं +धाताऽर्यमा +धाता॑ +धाति +धाती +धातु +धातुं +धातुः +धातुओं +धातुकः +धातुकशः +धातुकाव्यम् +धातुकासीसं +धातुकी +धातुके +धातुको +धातुकोश +धातुकोशः +धातुक्षयं +धातुक्षयः +धातुक्षयङ्करः +धातुक्षयाद्वायौ +धातुक्षये +धातुक्षयो +धातुग्रहणं +धातुग्रहणम् +धातुग्रहणे +धातुजं +धातुजमाह +धातुजम् +धातुजस्य +धातुजा +धातुजां +धातुजाः +धातुत +धातुतः +धातुत्व +धातुत्वं +धातुत्वम् +धातुत्वात् +धातुत्वाभावात् +धातुत्वाल्लडादयः +धातुत्वे +धातुत्वेन +धातुना +धातुनां +धातुनिर्देशे +धातुनैव +धातुपरीक्षा +धातुपाठ +धातुपाठः +धातुपाठस्य +धातुपाठात् +धातुपाठे +धातुपु +धातुपुष्पी +धातुपोषकं +धातुपोषकत्वं +धातुपोषकाः +धातुपोषणं +धातुप्रकरणाद्धातुः +धातुप्रदीपः +धातुप्रभवान् +धातुप्रातिपदिकयो +धातुप्रातिपदिकयोः +धातुबत् +धातुबद्धं +धातुभिः +धातुभिस्तु +धातुभेदे 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+धात्वधिकार +धात्वधिकारे +धात्वन्तरं +धात्वन्तरत्वे +धात्वन्तरादपि +धात्वन्तस्य +धात्वर्थ +धात्वर्थं +धात्वर्थः +धात्वर्थत्वे +धात्वर्थनिर्देशे +धात्वर्थमात्रं +धात्वर्थमात्रस्य +धात्वर्थवचनं +धात्वर्थविषये +धात्वर्थश्च +धात्वर्थस्य +धात्वर्थस्यैव +धात्वर्था +धात्वर्थाः +धात्वर्थानां +धात्वर्थानुवादी +धात्वर्थे +धात्वर्थेन +धात्वर्थो +धात्ववयव +धात्ववयवत्वात् +धात्ववयवसंयोगपूर्वो +धात्ववयवस्य +धात्वा +धात्वादीनां +धात्वादेः +धात्वादेरिति +धात्वादौ +धात्विति +धात्विन्द्रः +धात्वो +धात्वोः +धात्व् +धात॑वे +धादयः +धादि +धादिति +धाध +धाधा +धान +धानं +धानंजय्य +धानंजय्यः +धानंजय्यशाण्डिल्यौ +धानंजय्यो +धानः +धानकं +धानका +धानकाः +धानञ्जय्यः +धानमिति +धानम् +धानसी +धानस्य +धाना +धानां +धानाः +धानाकः +धानाच्च +धानात् +धानात्तु +धानादि +धानादिषु +धानादीनां +धानादेव +धानानां +धानानाम् +धानानि +धानान् +धानाभिः +धानाभिर् +धानाय +धानार्थं +धानावन्तं +धानाशष्कुलि +धानाश्च +धानासु +धानास् +धानि +धानी +धानु +धानुष्क +धानुष्कः +धानुष्कता +धानुष्कयज्वा +धानुष्काणां +धानुष्के +धानुष्को +धाने +धानेन +धानेऽपि +धानो +धान् +धान्त +धान्तं +धान्ता +धान्तु +धान्तो +धान्नि +धान्य +धान्यं +धान्यः +धान्यक +धान्यकं +धान्यकः +धान्यकञ्च +धान्यकम् +धान्यका +धान्यकानि +धान्यके +धान्यकैः +धान्यखलः +धान्यगवः +धान्यच्छेदं +धान्यजातं +धान्यञ्च +धान्यत्वचि +धान्यदः +धान्यदानं +धान्यद्रोणसहस्रेण +धान्यद्रोणस्तु +धान्यधनतः +धान्यपर्वतवत् +धान्यपर्व्वतवत् +धान्यपाकवशादन्ये +धान्यपात्राणि +धान्यपीठं +धान्यपीठे +धान्यबीजानि +धान्यभेदे +धान्यमध्ये +धान्यमसि +धान्यमसीति +धान्यमादाय +धान्यमाषौ +धान्यमिति +धान्यमिव +धान्यमुच्यते +धान्यमेव +धान्यम् +धान्यराशिं +धान्यराशिः +धान्यराशिषु +धान्यराशिस्थं +धान्यराशौ +धान्यराश्युपरि +धान्यवाससाम् +धान्यविशेष +धान्यविशेषः +धान्यविष्टरे +धान्यशैलः +धान्यशैलादयो +धान्यसञ्चयः +धान्यस्य +धान्यहारी +धान्या +धान्यां +धान्याः +धान्याकं +धान्याकपत्रम् +धान्याकम् +धान्याकस्य +धान्यात् +धान्यादि +धान्यादिकं +धान्यादिकमिति +धान्यादिषु +धान्यादीनां +धान्यादेः +धान्यादौ +धान्याधिपो +धान्यानां +धान्यानाम् +धान्यानि +धान्यान्यपि +धान्याभ्र +धान्याभ्रं +धान्याभ्रकं +धान्याभ्रकस्य +धान्याम्बु +धान्याम्ल +धान्याम्लं +धान्याम्लकमिदं +धान्याम्लम् +धान्याय +धान्यार्घः +धान्यार्थः +धान्यार्थी +धान्यालयं +धान्ये +धान्येन +धान्येनैव +धान्येषु +धान्यैः +धान्यैश्च +धान्योपरि +धान्यौषधिप्रपीडनम् +धान्वन +धान्वनं +धान्वन्तरं +धाप +धापयति +धापयन्ते +धापयेते +धापयेत् +धापा +धापामामा +धापि +धाप्य् +धाप्रत्ययः +धाप्रत्ययस्य +धाम +धामं +धामच्छत् +धामच्छदे +धामच्छद् +धामतः +धामधाम्नि +धामनामासि +धामनि +धामनी +धामन् +धामन्ते +धामन्न् +धामप्रदक्षिणं +धामप्रदक्षिणम् +धामभिः +धामभिरध +धामवतां +धामशब्दः +धामशब्दस्य +धामशब्देन +धामशब्दो +धामसु +धामहे +धामऽभिः +धामा +धामाक्षरं +धामाधिकं +धामानि +धामानीति +धामान्तः +धामान्यन्यानि +धामान्य् +धामार्गव +धामार्गवः +धामार्गवो +धामाव +धामावारुन्द्ध +धामाशास्ते +धामाश्च +धामासि +धामाऽक्षरं +धामाऽपि +धामाऽऽशास्त +धामा॑नि +धामा॑नि॒ +धामि +धामिति +धामी +धामेति +धामेत्य् +धामैव +धामो +धामोपजगाम +धामोपाप्नोति +धामोपेयाय +धामोपैति +धाम् +धाम्तरीमण्डलम् +धाम्न +धाम्नः +धाम्नः॑ +धाम्ना +धाम्नां +धाम्नास्मै +धाम्ना॑ +धाम्ना॒ +धाम्ना॒स्मै +धाम्नि +धाम्ने +धाम्नेति +धाम्नेधाम्ने +धाम्ने॑ +धाम्नो +धाम्नोधाम्नो +धाम्न्यक्षरे +धाम्यं +धाम्रा +धाम्रि +धाम॑ +धाम॑न् +धाम॑भिः +धाम॑सु +धाम॑हे +धाम॑ऽभिः +धाम॒ +धाय +धायः +धायकः +धायसा +धायसे +धाया +धायाः +धायि +धायि॑ +धायि॒ +धायी +धायीः +धाय्या +धाय्यां +धाय्याः +धाय्याया +धाय्यायाः +धाय्याश् +धाय्ये +धाय॑से +धार +धारं +धारः +धारक +धारकं +धारकः +धारकत्वं +धारकत्वम् +धारकत्वेन +धारकम् +धारकस्य +धारका +धारकाः +धारकाणि +धारके +धारकेण +धारकैः +धारको +धारण +धारणं +धारणः +धारणकाद्वापि +धारणक्रियां +धारणक्षमता +धारणञ्च +धारणपूरणे +धारणपोषणयो +धारणपोषणयोः +धारणमातृका +धारणमात्रेण +धारणमिति +धारणमिष्यते +धारणमेव +धारणम् +धारणया +धारणवत् +धारणस्तथा +धारणस्य +धारणा +धारणां +धारणाः +धारणाकर्षणे +धारणाख्यं +धारणाच्च +धारणाच्छ्रवणाच्चैव +धारणातः +धारणात् +धारणात्तस्य +धारणात्मिकाम् +धारणादि +धारणादिकं +धारणादिशक्तिः +धारणादेव +धारणाद् +धारणाद्वा +धारणाध्ययनं +धारणाध्यान +धारणाध्यानसमाधीनां +धारणानां +धारणानि +धारणान्वितः +धारणाभिः +धारणाभिश्च +धारणाम् +धारणाय +धारणायां +धारणायाः +धारणायै +धारणार्थं +धारणार्थाय +धारणार्थे +धारणावती +धारणावतीं +धारणासु +धारणि +धारणी +धारणीं +धारणीय +धारणीयं +धारणीयम् +धारणीया +धारणीयानि +धारणीये +धारणे +धारणेति +धारणेन +धारणैः +धारणो +धारणोच्यते +धारमण्डलम् +धारम् +धारय +धारयं +धारयंतं +धारयंति +धारयं॒ +धारयः +धारयत +धारयतं +धारयतः +धारयतम् +धारयता +धारयतां +धारयताम् +धारयति +धारयती +धारयतीति +धारयतीत्यर्थः +धारयतु +धारयते +धारयतेः +धारयतेर्वा +धारयतेऽर्जुन +धारयतो +धारयतोऽस्य +धारयत् +धारयत्कवी +धारयत्क्षिती +धारयत्यबला +धारयत्यात्मनो +धारयत्याहवनीयम् +धारयत्येव +धारयथ +धारयथः +धारयध्वं +धारयन +धारयन् +धारयन्त +धारयन्तं +धारयन्तः +धारयन्तम् +धारयन्ति +धारयन्ती +धारयन्तीं +धारयन्तीति +धारयन्तीम् +धारयन्तीह +धारयन्तु +धारयन्ते +धारयन्तो +धारयन्तौ +धारयन्त्यः +धारयन्त्या +धारयन्त्यात्मना +धारयन्त्यौ +धारयन्द्रविणोदाम् +धारयन्नचलं +धारयन्नपि +धारयन्ना +धारयन्नास्ते +धारयन्निति +धारयन्निव +धारयन्सन् +धारयमाणः +धारयमाणस्य +धारयमाणाः +धारयमाणो +धारयम् +धारयसि +धारयसीति +धारयसे +धारयस्व +धारया +धारयाग्नौ +धारयाणीति +धारयापो +धारयाम +धारयामः +धारयामसि +धारयामा +धारयामास +धारयामासुर्न +धारयामि +धारयामीति +धारयामो +धारयाम्यहमोजसा +धारयाम्यहम् +धारयि +धारयितव्यं +धारयितव्यः +धारयितव्यमिति +धारयितव्यम् +धारयितव्या +धारयितव्याः +धारयितव्यानि +धारयितव्ये +धारयिता +धारयितारं +धारयितारः +धारयितारम् +धारयितासि +धारयितुं +धारयितुम् +धारयितृ +धारयित्री +धारयित्रीं +धारयित्रीम् +धारयित्र्यौ +धारयित्वा +धारयिष्णुतां +धारयिष्यति +धारयिष्यन्ति +धारयिष्यसि +धारयिष्यामि +धारयिष्याम्यहं +धारयिष्ये +धारयीत +धारयु +धारयुः +धारयुर्मन्द्र +धारये +धारयेः +धारयेच्च +धारयेच्चित्तं +धारयेच्छिरसा +धारयेत +धारयेति +धारयेत् +धारयेत्तं +धारयेत्ततः +धारयेत्तत्र +धारयेत्तथा +धारयेत्तस्य +धारयेत्तु +धारयेत्पञ्च +धारयेत्य् +धारयेत्सदा +धारयेत्सुधीः +धारयेथाः +धारयेथे +धारयेदपि +धारयेदम् +धारयेदातपे +धारयेदिति +धारयेदित्यर्थः +धारयेदुत्तरे +धारयेदेषा +धारयेद् +धारयेद्दृढम् +धारयेद्बुधः +धारयेद्यः +धारयेद्यदि +धारयेद्यष्टिं +धारयेद्यस्तु +धारयेद्यो +धारयेद्योगी +धारयेद्वक्त्रे +धारयेद्वा +धारयेद्वैष्णवो +धारयेन्न +धारयेन्नरः +धारयेन्नित्यं +धारयेन्मणिम् +धारयेन्मनः +धारयेन्मुखे +धारयेम +धारयेयुः +धारयेरन् +धारयैनां +धारय॒ +धारवाड +धारवाडनगरे +धारवाडमण्डलम् +धारवाडमण्डलस्य +धारवाडमण्डले +धारवाडलोकसभाक्षेत्रम् +धारवाडलोकसभाक्षेत्रे +धारवाडस्य +धारस्य +धारा +धारां +धाराः +धाराः॑ +धाराओं +धाराकदम्बः +धाराकदम्बे +धारागृहं +धारागृहम् +धारागृहाणि +धारागृहे +धाराजलपानलम्पटा +धाराजलेन +धाराजलेनेव +धाराणां +धारातः +धाराधर +धाराधरः +धाराधरा +धाराधरे +धाराधरो +धारानगर +धारानगरं +धारानगरी +धारानगरे +धारानगर्या +धारानिपातैः +धारापदेन +धारापातैस्त्वमिव +धाराप्रवाहेण +धाराभिः +धाराभिरिव +धाराभिरोजसा +धाराभ्यां +धाराभ्यो +धाराममृतस्य +धाराम् +धाराम्भसः +धाराया +धारायां +धारायाः +धारायै +धारारूपेण +धारालिंगं +धारालिङ्गं +धारावरा +धारावाहिकं +धारावाहिकज्ञानेषु +धारावाहिकम् +धारावाहिकस्य +धारावाहिके +धारावाहिनी +धारावाहिन्यां +धारावाहिन्याः +धाराशिव +धाराशिवम् +धाराश्च +धारासंपात +धारासम्पातः +धारासारैरवर्षद् +धारासु +धारा॑ +धारा॑भिः +धारा॑भि॒रोज॑सा +धारा॑म् +धारा॒ +धाराꣳ +धारि +धारिका +धारिणं +धारिणः +धारिणम् +धारिणा +धारिणि +धारिणी +धारिणीं +धारिणीः +धारिणीए +धारिणीम् +धारिणे +धारिणो +धारिणौ +धारिण्या +धारिण्याः +धारित +धारितं +धारितः +धारितम् +धारितवती +धारितवन्तः +धारितवानसि +धारितवान् +धारिता +धारिताः +धारितानि +धारिते +धारितो +धारिभ्यो +धारी +धारे +धारेण +धारेति +धारेरुत्तमर्णः +धारेव +धारेश्वर +धारो +धारोष्णं +धारोष्णेन +धार्त +धार्तराष्ट्र +धार्तराष्ट्रं +धार्तराष्ट्रः +धार्तराष्ट्रबलं +धार्तराष्ट्रविजयबुभुत्सया +धार्तराष्ट्रशब्दतद्गतबहुवचनयोरर्थ +धार्तराष्ट्रस्य +धार्तराष्ट्रहृदयभेदाय +धार्तराष्ट्रा +धार्तराष्ट्राः +धार्तराष्ट्राणां +धार्तराष्ट्राणामेव +धार्तराष्ट्रादीनां +धार्तराष्ट्रान् +धार्तराष्ट्रान्नः +धार्तराष्ट्राश्च +धार्तराष्ट्री +धार्तराष्ट्रे +धार्तराष्ट्रेण +धार्तराष्ट्रेषु +धार्तराष्ट्रैः +धार्तराष्ट्रो +धार्तराष्ट्रोऽन्वतप्स्यत् +धार्तेय +धार्त्तराष्ट्रा +धार्त्तराष्ट्राः +धार्थ +धार्थं +धार्म +धार्मं +धार्मः +धार्मविद्यः +धार्मस्य +धार्मि +धार्मिक +धार्मिकं +धार्मिकः +धार्मिककार्याणि +धार्मिकक्षेत्रे +धार्मिकतया +धार्मिकता +धार्मिकत्वं +धार्मिकत्वख्यापनं +धार्मिकदृष्ट्या +धार्मिकपरिवारस्य +धार्मिकपरिवारे +धार्मिकपर्वाणि +धार्मिकम् +धार्मिकव्यक्तयः +धार्मिकव्यक्तिः +धार्मिकश्च +धार्मिकश्चैव +धार्मिकस्थलानि +धार्मिकस्य +धार्मिका +धार्मिकाः +धार्मिकाणां +धार्मिकान् +धार्मिकाय +धार्मिकाश्च +धार्मिकी +धार्मिके +धार्मिकेण +धार्मिकेभ्यः +धार्मिकेभ्यो +धार्मिकेषु +धार्मिकैः +धार्मिको +धार्मिकों +धार्मिकौ +धार्मी +धार्मे +धार्म्मिक +धार्म्मिकं +धार्म्मिकः +धार्म्मिकस्य +धार्म्मिकाः +धार्म्मिकान् +धार्म्मिके +धार्म्मिको +धार्म्यं +धार्म्या +धार्य +धार्यं +धार्यंते +धार्यः +धार्यत +धार्यतां +धार्यताम् +धार्यते +धार्यन्ते +धार्यमाण +धार्यमाणं +धार्यमाणः +धार्यमाणा +धार्यमाणान् +धार्यमाणे +धार्यमिति +धार्यमित्यर्थः +धार्यम् +धार्या +धार्याः +धार्याणि +धार्ये +धार्येते +धार्यो +धार्यौ +धार्य्य +धार्य्यं +धार्य्यः +धार्य्यञ्च +धार्य्यते +धार्य्यन्ते +धार्य्यम् +धार्य्या +धार्य्याः +धार्य्याणि +धार्य्ये +धार्य्यो +धार्ष्ट्यं +धार्ष्ट्यमेव +धार्ष्ट्यम् +धार्ष्ट्ये +धार्ष्ट्येन +धार॑या +धार॑या॒ +धाव +धावं +धावंतं +धावंति +धावंतो +धावः +धावइ +धावकः +धावकस्य +धावकाः +धावके +धावको +धावत +धावतः +धावता +धावतां +धावताम् +धावति +धावति॒ +धावती +धावतीति +धावतीत्यत्र +धावतीत्यर्थः +धावतीत्यादौ +धावतु +धावते +धावतो +धावतोऽश्वात् +धावत् +धावत्येव +धावत्य् +धावत्सु +धावथ +धावद्भिः +धावन +धावनं +धावनकला +धावनक्रीडा +धावनक्रीडाः +धावनञ्च +धावनमार्गः +धावनम् +धावनस्थली +धावनस्पर्धा +धावनस्य +धावनाङ्काः +धावनाङ्कान् +धावनात् +धावनानि +धावनी +धावने +धावनेन +धावन् +धावन्त +धावन्तं +धावन्तः +धावन्तम् +धावन्ति +धावन्ती +धावन्तीं +धावन्तीति +धावन्तु +धावन्ते +धावन्तो +धावन्तौ +धावन्त्यः +धावन्त्य् +धावन्वा +धावमान +धावमानं +धावमानः +धावमानस्य +धावमाना +धावमानाः +धावमानो +धावयति +धावयन् +धावयन्ति +धावयित्वा +धावयेत् +धावयेद् +धावल्यं +धावसि +धावा +धावादेशः +धावाम +धावामि +धावितं +धावितः +धावितवन्तः +धावितवान् +धाविता +धाविताः +धावितुं +धावितुम् +धाविते +धावित्वा +धावु +धावेत +धावेति +धावेत् +धावेद् +धाव् +धाव॑ति +धाव॑ते॒ +धाव॑सि +धाव॒ +धाष्टर्यं +धास +धासथ +धासथः +धासा +धासाः +धासिं +धासिः +धासिम् +धासु +धासेः +धास्य +धास्यति +धास्यतीति +धास्यसि +धास्यामि +धास्यामीति +धास्युर्योनिं +धास्ये +धा॑ +धा॑यि +धा॑रयतं +धा॑रयन्त +धा॑रयन्द्रविणो॒दाम् +धा॑रय॒ +धा॑वता +धा॑वति +धा॑वति॒ +धा॑वते +धा॑वसि +धा॒ +धा॒ता +धा॒तारं॑ +धा॒तुः +धा॒तुर्द्युता॑नात्सवि॒तुश्च॒ +धा॒तृभि॒र्होता॒ +धा॒त् +धा॒त्रे +धा॒ना +धा॒नाः +धा॒नाव॑न्तं +धा॒पये॑ते॒ +धा॒यि॒ +धा॒रया॒ +धा॒रय॑न् +धा॒रय॑न्त +धा॒रय॑न्ते +धा॒र॒यः॒ +धा॒र॒य॒ +धा॒र॒य॒न् +धा॒र॒य॒म् +धा॒व॒ +धा॒व॒ति॒ +धा॒व॒तु॒ +धा॒व॒त॒ +धा॒व॒सि॒ +धा॒सिं +धा॒सिम् +धा॒सेः +धा꣡या꣢ +धा꣡रा꣢ +धा꣡र्ता꣢ +धा꣡र꣢या +धा꣡र꣢या꣣ +धा꣡र꣢꣯या +धा꣢वति +धि +धिं +धिंकारस् +धिः +धिक +धिकं +धिकः +धिकद्विशततमोऽध्यायः +धिकम् +धिकरण +धिकरणं +धिकरणम् +धिकरणे +धिकरणेन +धिकरण्यं +धिकशततमोऽध्यायः +धिका +धिकाः +धिकार +धिकारं +धिकारः +धिकारी +धिकारे +धिकारो +धिकू +धिकृतः +धिकृत्य +धिके +धिको +धिक् +धिक्क +धिक्करोति +धिक्कष्टं +धिक्कष्टमिति +धिक्कष्टम् +धिक्कार +धिक्कारं +धिक्कारः +धिक्कारगर्भः +धिक्कृत +धिक्कृतः +धिक्कृता +धिक्कृतिः +धिक्कृते +धिक्कृतो +धिक्कृतोऽपि +धिक्कृत्य +धिक्च +धिक्तं +धिक्तस्य +धिक्तां +धिक्ते +धिक्त्वा +धिक्त्वां +धिक्त्वामिति +धिक्यं +धिक्ष +धिग +धिगच्छति +धिगम्य +धिगस्तु +धिगस्मान् +धिगहो +धिगिति +धिगिदं +धिगिमां +धिगुपर्यादिषु +धिगेतां +धिग् +धिग्जन्म +धिग्जीवितं +धिग्दण्डं +धिग्दण्डो +धिग्धिक् +धिग्धिगिति +धिग्धियं +धिग्बलं +धिग्राज्यं +धिग्वणः +धिङ् +धिङ्मां +धिङ्मे +धित +धितं +धितः +धितम् +धिता +धितावानम् +धिते +धितो +धित्वं +धित्वम् +धित्वा +धित्वात् +धित्वान्नाद्यम् +धित्वे +धित्सति +धित्सथः +धिधि +धिन +धिनः +धिना +धिनि +धिनी +धिनु +धिनुण् +धिनुतः +धिनुहि +धिनोति +धिनोतीति +धिनोतु +धिन्वन्ति +धिन्विकृण्व्योर +धिन्विकृण्व्योरच्च +धिन्विकृण्व्योरञ्च +धिप +धिपः +धिपो +धिप्सति +धिभिः +धिमान् +धिम् +धिय +धियं +धियंजिन्वम् +धियंजिन्वा +धियंधाः +धियं॑ +धियं॒ +धियं॒धा +धियः +धियः॑ +धियः॒ +धियति +धियते +धियन्धाः +धियमिति +धियम् +धियम्ऽधाः +धियसानस्य +धियस् +धियस्ताः +धियस्पती +धिया +धियां +धियाधिया +धियाम् +धियायते +धियायवः +धियावसुः +धियावसुर्जगम्यात् +धियास्तरुषः +धियाऽवसुः +धियि +धिये +धियेति +धियेत्यष्टर्चम् +धियेषिता +धियेषितो +धियैव +धियो +धियो॑ +धियो॒ +धिय॑ +धिय॑ः +धिय॑म् +धिय॒ +धियꣳ +धिर +धिरण्यं +धिरण्यम् +धिरादेशः +धिरि +धिरिति +धिरुच्यते +धिरे +धिरेव +धिलक्षणैः +धिवि +धिशेथ् +धिश्च +धिष +धिषण +धिषणं +धिषणः +धिषणा +धिषणां +धिषणाः +धिषणाधिपः +धिषणाभ्यः +धिषणाम् +धिषणाया +धिषणायां +धिषणायाः +धिषणाश्च +धिषणासि +धिषणासीति +धिषणास् +धिषणास्त्वेति +धिषणाऽसि +धिषणे +धिषणेन +धिषणो +धिषा +धिषीय +धिषु +धिषे +धिषे॒ +धिष्ठानं +धिष्ठितं +धिष्ठितः +धिष्ठितमिति +धिष्ठितम् +धिष्ठिता +धिष्ठिताः +धिष्ठितौ +धिष्णिय +धिष्णियं +धिष्णियम् +धिष्णिया +धिष्णियाः +धिष्णियानां +धिष्णियान् +धिष्णियान्विहरति +धिष्णियेषु +धिष्ण्य +धिष्ण्यं +धिष्ण्यमाविशत् +धिष्ण्यम् +धिष्ण्यस्य +धिष्ण्यस्योपविश्य +धिष्ण्या +धिष्ण्याः +धिष्ण्यात् +धिष्ण्यानां +धिष्ण्यानि +धिष्ण्यान् +धिष्ण्यान्ते +धिष्ण्यास्ते +धिष्ण्या॑ +धिष्ण्या॒ +धिष्ण्ये +धिष्ण्येन +धिष्ण्येभ्यो +धिष्ण्येषु +धिष्ण्यो +धिष्ण्यौ +धिष्व +धिसकारे +धि॑ष्ण्या॒ +धि॒यः +धि॒या +धि॒याव॑सुः +धि॒याव॑सुर्जगम्यात् +धि॒याऽव॑सुः +धि॒ये +धि॒येषि॒तो +धि॒यो +धि॒य॒म्ऽधाः +धि॒षणा॑ +धि॒षणा॑भ्यः +धि॒षणा॑म् +धि॒षणा॑या +धि॒षणा॑ऽसि +धि॒षणा॒ +धि॒षणे॑ +धि॒षणे॒ +धि॒षा +धि॒षे॒ +धि॒ष्ण्या॒ +धि॒ष्व +धि꣡यः꣢ +धि꣡यः꣢꣯ +धि꣣या꣡ +धि꣣या꣢ +धी +धीं +धीः +धीक्षते +धीगुणाः +धीङ् +धीत +धीतं +धीतः +धीतम् +धीतयः +धीतये +धीतयो +धीता +धीति +धीतिं +धीतिः +धीतिभिः +धीतिभिर् +धीतिभिर्हितः +धीतिम् +धीतिरुचथाय +धीतिऽभिः +धीती +धीते +धीत्य +धीत्या +धीत्वा +धीदा +धीन +धीनं +धीनः +धीनत्वात् +धीनम् +धीना +धीनां +धीनामवित्र्यवतु +धीनाम् +धीन् +धीन्द्रियम् +धीप्सति +धीभिः +धीभिरस्तु +धीभिरुत +धीभिर् +धीभिर्विश्वाभिः +धीम +धीमत +धीमतः +धीमता +धीमतां +धीमताम् +धीमति +धीमती +धीमते +धीमतेति +धीमतो +धीमत् +धीमद्भिः +धीमना +धीमन् +धीमन्तं +धीमन्तः +धीमन्तो +धीमहि +धीमहि॒ +धीमही +धीमहीति +धीमहे +धीमा +धीमांश्च +धीमान +धीमान् +धीमान्न +धीमान्स +धीमान्सत्यपराक्रमः +धीमान्‌ +धीयत +धीयतां +धीयताम् +धीयते +धीयतेऽत्र +धीयतेऽस्मिन् +धीयतेऽस्मिन्निति +धीयतेऽस्यामिति +धीयन्ते +धीयन्तेऽत्र +धीयन्तेऽस्मिन् +धीयन्तेऽस्मिन्निति +धीयन्त्रवेदी +धीयन्त्रेण +धीयेते +धीर +धीरं +धीरः +धीरः॑ +धीरः॒ +धीरचेतसः +धीरज +धीरजायत +धीरतया +धीरतरं +धीरता +धीरतां +धीरताम् +धीरत्वं +धीरत्वम् +धीरधीः +धीरधीभिः +धीरनाग +धीरप्रशान्त +धीरप्रशान्तः +धीरबुद्धि +धीरममृतस्य +धीरम् +धीरया +धीरललितः +धीरललितश्च +धीरललिता +धीरललितो +धीरशङ्कराभरणं +धीरशङ्कराभरणमेलजन्यः +धीरशान्तो +धीरश् +धीरश्च +धीरसि +धीरस्ति +धीरस्तु +धीरस्तुल्यनिन्दात्मसंस्तुतिः +धीरस्य +धीरा +धीराः +धीराः॑ +धीराणा +धीराणां +धीराणाम् +धीराधीरा +धीराधीरेति +धीरान् +धीराभिर्मुनिवृष +धीराम +धीराय +धीराश्च +धीराश्चतुर्दश +धीरासः +धीरासो +धीरास् +धीरास्तं +धीरास्ते +धीरास्तेषां +धीरा॑ +धीरा॑ः +धीरा॑सः +धीरा॒ +धीरिति +धीरूभाई +धीरे +धीरेण +धीरेति +धीरेधीरे +धीरेव +धीरेषु +धीरै +धीरैः +धीरैरभाणि +धीरो +धीरोदात्त +धीरोदात्तः +धीरोदात्तगुणान्वितः +धीरोदात्तो +धीरोद्धतः +धीरोद्धता +धीरोद्धतो +धीरोऽपि +धीरो॑ +धीरो॒ +धीरौ +धीर् +धीर्ज्ञानमन्यत्र +धीर्धारणावती +धीर्न +धीर्बुद्धिः +धीर्बुद्धिर्यस्य +धीर्भवेत् +धीर्यथा +धीर्यद्वा +धीर्यस्य +धीर्यस्येति +धीर्या +धीर्येषां +धीर्विद्या +धीर॑ +धीर॒ः +धीवर +धीवरं +धीवरः +धीवरकः +धीवरस्य +धीवरा +धीवराः +धीवराणां +धीवरान् +धीवरी +धीवरे +धीवरैः +धीवरो +धीवर्गः +धीवा +धीविक्रियासहस्राणां +धीविभ्रमः +धीवृत्तेः +धीवृद्धिदं +धीवृद्धिदे +धीशब्दस्य +धीशालिनः +धीश्च +धीषु +धीसचिवं +धीस्तत्प्रकारा +धीस्तु +धीस्थे +धीहेतुः +धी॑महि +धी॒तयः॑ +धी॒तयो॑ +धी॒तयो॒ +धी॒तय॑ः +धी॒तिं +धी॒तिः +धी॒तिभिः॑ +धी॒तिभि॑ः +धी॒तिभि॑र्हि॒तः +धी॒तिम् +धी॒तिऽभिः॑ +धी॒ती +धी॒नां +धी॒नाम् +धी॒भिः +धी॒भिरु॒त +धी॒भिर्विप्रा॑ +धी॒म॒हि॒ +धी॒य॒ते॒ +धी॒षु +धी꣣त꣡यः꣢ +धु +धुं +धुंधुं +धुंधुकारश्च +धुंधुकारी +धुंधुकारेण +धुः +धुःखं +धुः॒ +धुअ +धुएँ +धुक् +धुक्ष +धुक्षत +धुक्षते +धुक्षन् +धुक्षस्व +धुक्षीमहि +धुक्षे +धुक्ष्व +धुक्ष्वेति +धुगादिषु +धुग्ध्वे +धुञ् +धुटः +धुटि +धुट् +धुडादौ +धुण +धुत +धुतं +धुतः +धुतपक्षः +धुतस्य +धुता +धुते +धुतेन +धुत्त +धुत्वा +धुन +धुनः +धुनयः +धुनयो +धुना +धुनाति +धुनानं +धुनानः +धुनाना +धुनानेन +धुनि +धुनिं +धुनिं॑ +धुनिः +धुनिः॑ +धुनिमतीः +धुनिम् +धुनिश्च +धुनि॑म् +धुनी +धुनीं +धुनीत +धुनीते +धुनी॑नाम् +धुनुते +धुनुयात् +धुनो +धुनोति +धुनोतु +धुनोत्यहिशङ्कया +धुनोषि +धुन्धु +धुन्धुं +धुन्धुः +धुन्धुमार +धुन्धुमारः +धुन्धुमारत्वमागतः +धुन्धुमारस्य +धुन्धुमारो +धुन्धुर्नाम +धुन्धोस्तस्य +धुन्यं +धुन्वती +धुन्वन् +धुन्वन्ति +धुन्वानः +धुन्वाना +धुन्वानाः 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+धूमकेतुश्च +धूमकेतो +धूमकेतोः +धूमकेतौ +धूमको +धूमगन्धं +धूमगन्धिः +धूमजालेन +धूमज्ञानं +धूमज्योतिः +धूमज्योतिःसलिलमरुतां +धूमत्वं +धूमत्वस्य +धूमत्वेन +धूमदर्शनं +धूमदर्शी +धूमदर्शीति +धूमधूमध्वजयोः +धूमधूम्रो +धूमध्वजे +धूमध्वजो +धूमपः +धूमपानं +धूमपानञ्च +धूमपानम् +धूमपाने +धूमपानेन +धूममग्ने +धूममनुमन्त्रयते +धूममभिसंभवन्ति +धूममभिसम्भवन्ति +धूममाचरेत् +धूममिति +धूमम् +धूमल +धूमलः +धूमलेखा +धूमवति +धूमवती +धूमवत् +धूमवत्त्वं +धूमवत्त्वात् +धूमवत्त्वादिति +धूमवत्त्वाद् +धूमवत्त्वे +धूमवत्वात् +धूमवानग्निमानिति +धूमवानिति +धूमवान् +धूमविशेष +धूमविशेषे +धूमवेध +धूमवेधः +धूमवेधी +धूमव्यापी +धूमशकटनिस्थानम् +धूमशकटमार्गः +धूमशकटमार्गविद्युत्करणम् +धूमशकटमार्गविभागः +धूमशकटमार्गाः +धूमशकटमार्गे +धूमशकटमार्गेण +धूमशकटम् +धूमशकटयानं +धूमशकटयानम् +धूमशकटयानस्य +धूमशकटयानानि +धूमशकटयाने +धूमशिखं +धूमशिखा +धूमशिखो +धूमशेष +धूमश्च +धूमसारं +धूमसी +धूमस् +धूमस्तत्र +धूमस्तत्राग्निः +धूमस्तत्राग्निरिति +धूमस्तदा +धूमस्तु +धूमस्तोमं +धूमस्य +धूमस्याग्निना +धूमा +धूमाः +धूमाग्न्योः +धूमाग्रं +धूमात् +धूमादभ्रमभ्राद्वृष्टिः +धूमादयो +धूमादावपि +धूमादि +धूमादिः +धूमादिकं +धूमादिति +धूमादित्यत्र +धूमादित्यादी +धूमादित्यादौ +धूमादिना +धूमादिभिः +धूमादिभ्यश्च +धूमादिमार्गेण +धूमादीनां +धूमादेः +धूमादौ +धूमाद्रात्रिं +धूमानां +धूमान् +धूमान्धकाराश्च +धूमाभिमानिनी +धूमाय +धूमायति +धूमायतीव +धूमायते +धूमायनं +धूमायन्ति +धूमायन्ते +धूमावती +धूमाश्च +धूमिका +धूमिकाध्यायः +धूमितं +धूमिता +धूमिताम् +धूमिनी +धूमिन्यां +धूमे +धूमेति +धूमेन +धूमेनाग्निरिवावृताः +धूमेनापोह्य +धूमेनाव्रियते +धूमेनेति +धूमेन्धनविकारवत् +धूमेऽपि +धूमैः +धूमो +धूमोद्गारे +धूमोर्णया +धूमोर्णा +धूमोऽथ +धूमोऽपि +धूमोऽयं +धूमोऽस्ति +धूमोऽस्तीति +धूम् +धूम्या +धूम्याट +धूम्याटे +धूम्र +धूम्रं +धूम्रः +धूम्रकेतुः +धूम्रकेशं +धूम्रकेशो +धूम्रञ्च +धूम्रधूमलौ +धूम्रपत्रा +धूम्रपानं +धूम्रम् +धूम्ररोहित +धूम्ररोहितः +धूम्रलोचन +धूम्रलोचनः +धूम्रलोचनम् +धूम्रवर्ण +धूम्रवर्णं +धूम्रवर्णः +धूम्रवर्णकम् +धूम्रवर्णश्च +धूम्रवर्णा +धूम्रवर्णां +धूम्रवर्णाः +धूम्रवर्णान् +धूम्रवर्णाय +धूम्रवर्णे +धूम्रवर्णो +धूम्रसगोत्रो +धूम्रस्थाने +धूम्रस्य +धूम्रा +धूम्रां +धूम्राः +धूम्राक्ष +धूम्राक्षं +धूम्राक्षः +धूम्राक्षस्य +धूम्राक्षी +धूम्राक्षेण +धूम्राक्षो +धूम्राभं +धूम्राय +धूम्रायै +धूम्रार्चिरूष्मा +धूम्रिका +धूम्रे +धूम्रेण +धूम्रो +धूयतां +धूयते +धूयन्ते +धूयमाने +धूर +धूरसि +धूरसीति +धूरिति +धूरी +धूर् +धूर्गानम् +धूर्जगतो +धूर्जटि +धूर्जटिः +धूर्जटिम् +धूर्जटिसुतस्य +धूर्जटे +धूर्जटेः +धूर्त +धूर्तं +धूर्तः +धूर्तता +धूर्तमावाहयाम्यहम् +धूर्तश्च +धूर्तसङ्कुलम् +धूर्तसमागमः +धूर्तस्य +धूर्तस्वामी +धूर्ता +धूर्ताः +धूर्तानां +धूर्तान् +धूर्ताय +धूर्ताश्च +धूर्तिः +धूर्ती +धूर्ते +धूर्तेः +धूर्तेन +धूर्तैः +धूर्तो +धूर्तोऽपरां +धूर्त्त +धूर्त्तः +धूर्त्तकः +धूर्त्तबीजं +धूर्त्तस्य +धूर्त्ता +धूर्त्ताः +धूर्त्तानां +धूर्त्ते +धूर्त्तो +धूर्भिः +धूर्व +धूर्वणे +धूर्वति +धूर्वन्तं +धूर्वन्तम् +धूर्वन्ति +धूर्वन्तु +धूर्वहे +धूर्वामः +धूर्व॒ +धूर्षदं +धूर्षाहाव् +धूर्षाहौ +धूर्षु +धूर॑सि॒ +धूल +धूलयः +धूलि +धूलिं +धूलिः +धूलिका +धूलिधूसरः +धूलिधूसरम् +धूलिभिः +धूलिमुदकं +धूलिषु +धूली +धूलीं +धूलीकर्मणा +धूलीजलधौ +धूलीनां +धूलीपटले +धूलेः +धूलौ +धूल्या +धूल्यां +धूवाँ +धूश +धूष +धूस +धूसर +धूसरं +धूसरः +धूसरम् +धूसरा +धूसराः +धूसरित +धूसरो +धूसी +धूस्तुरे +धूस्तूरे +धू॑नोमि +धू॑पयामि +धू॒तस्य॑ +धू॒त॒यः॒ +धू॒नु॒थ +धू॒नु॒हि॒ +धू॒म +धू॒मं +धू॒मके॑तुः +धू॒मम् +धू॒मम॑ग्ने +धू॒मऽके॑तुः +धू॒र्तिः +धू॒र्तेः +धू॒र्षु +धृ +धृक् +धृङो +धृङ् +धृज +धृजि +धृञो +धृञ् +धृत +धृतं +धृतः +धृतकार्मुके +धृतञ्च +धृतदण्डं +धृतदयोदयाः +धृतधनुषं +धृतधनुषि +धृतमन्यैर्न +धृतमानसः +धृतमिति +धृतमित्यर्थः +धृतमिदं +धृतमीनशरीर +धृतम् +धृतयः +धृतया +धृतये +धृतरनाकरे +धृतरसं +धृतरसा +धृतराष्टः +धृतराष्ट्र +धृतराष्ट्रं +धृतराष्ट्रंप्रति +धृतराष्ट्रः +धृतराष्ट्रजः +धृतराष्ट्रजम् +धृतराष्ट्रजान् +धृतराष्ट्रञ्च +धृतराष्ट्रपुत्त्राणामन्यतमः +धृतराष्ट्रपुत्रः +धृतराष्ट्रपुत्रभेदे +धृतराष्ट्रबलाहकौ +धृतराष्ट्रमपिमुह्यन्तमनुमुह्यामि +धृतराष्ट्रश्च +धृतराष्ट्रसमीपे +धृतराष्ट्रसुतेन +धृतराष्ट्रस्तु +धृतराष्ट्रस्य +धृतराष्ट्रादीनां +धृतराष्ट्राभिप्रायमालक्ष्य +धृतराष्ट्राय +धृतराष्ट्री +धृतराष्ट्रीं +धृतराष्ट्रे +धृतराष्ट्रेण +धृतराष्ट्रो +धृतराष्ट्रोऽथ +धृतराष्ट्रोऽपि +धृतराष्ट्रोऽब्रवीदिदम् +धृतराष्ट्रोऽम्बिकासुतः +धृतवचनम् +धृतवतः +धृतवति +धृतवती +धृतवत्यः +धृतवन्तं +धृतवन्तः +धृतवर्मा +धृतवल्कलः +धृतवाक्यम् +धृतवानसि +धृतवानिति +धृतवानित्यर्थः +धृतवान् +धृतव्रत +धृतव्रतः +धृतव्रतम् +धृतव्रता +धृतव्रताः +धृतव्रताय +धृतव्रते +धृतव्रतो +धृतव्रतौ +धृतश्च +धृतस्य +धृतऽव्रतः +धृता +धृतां +धृताः +धृताची +धृताज्ञः +धृतात्मनाम् +धृतात्मा +धृतादरः +धृतानां +धृतानि +धृतान् +धृताम् +धृतायुधः +धृतायुधम् +धृतायुधाः +धृतायुधो +धृतायुधौ +धृतासव +धृतासवः +धृति +धृतिं +धृतिः +धृतिकारणं +धृतिकारणम् +धृतिगृहीतया +धृतिच्छिदः +धृतिधैर्यम् +धृतिबलाधानता +धृतिमता +धृतिमन्तं +धृतिमन्तो +धृतिमांश्च +धृतिमानव्ययश्चैव +धृतिमान् +धृतिमालम्ब्य +धृतिमास्थाय +धृतिमाह +धृतिमुषो +धृतिम् +धृतिरधृतिर्ह्नीर्धीर्भीरित्येतत्सर्वं +धृतिरधृतिर्ह्रीर्धीर्भीरित्येतत्सर्वं +धृतिरपि +धृतिरस्तमिता +धृतिरात्मजम् +धृतिरिति +धृतिरिह +धृतिरेव +धृतिर् +धृतिर्दाक्ष्यं +धृतिर्देहेन्द्रियेष्ववसादं +धृतिर्धैर्यं +धृतिर्धैर्यम् +धृतिर्बुद्धिः +धृतिर्मिताहारः +धृतिर्मेधा +धृतिश् +धृतिश्च +धृतिश्रद्धासुखविविदिषाविविदिषारूपपञ्चकपरिणामिकर्मयोगशब्दवाच्यमधिष्ठानं +धृतिसुखाभ्यामाक्षेपात् +धृतिस्तथा +धृतिस्तु +धृतिस्त्वं +धृतिहरो +धृती +धृतीर्जुहोति +धृते +धृतेः +धृतेति +धृतेन +धृतेश्च +धृतेश्चैव +धृतेस्त्रैविध्यमाह +धृतैः +धृतो +धृतोर्ध्वपुण्ड्रः +धृतोऽयसा +धृतोऽसि +धृतोऽहं +धृतौ +धृत् +धृत्य +धृत्यन्तं +धृत्या +धृत्यां +धृत्यात्मानं +धृत्यादिपञ्चकरूपत्वेऽपि +धृत्यादीनां +धृत्याऽऽत्मानं +धृत्या॒ +धृत्युत्साहसमन्वितः +धृत्येति +धृत्येत्यादि +धृत्यै +धृत्यैव +धृत्यै॒ +धृत्वा +धृत्वाथ +धृत्वाऽथ +धृत्वेति +धृत्वैव +धृदयं +धृदयेन +धृदि +धृव +धृवं +धृवम् +धृवा +धृष +धृषः +धृषतः +धृषता +धृषतो +धृषत् +धृषद्वर्णं +धृषद्वाजं +धृषन्मनः +धृषा +धृषाद्वा +धृषितं +धृषितः +धृषितेषु +धृषिशसी +धृषेः +धृष् +धृष्ट +धृष्टं +धृष्टः +धृष्टकेतु +धृष्टकेतुं +धृष्टकेतुः +धृष्टकेतुचेकितानकाशिराजानां +धृष्टकेतुरिति +धृष्टकेतुश्च +धृष्टकेतुश्चेकितानः +धृष्टतया +धृष्टता +धृष्टतामात्मनो +धृष्टद्युम्न +धृष्टद्युम्नं +धृष्टद्युम्नः +धृष्टद्युम्नपुरोगमाः +धृष्टद्युम्नशिखण्डिनौ +धृष्टद्युम्नश्च +धृष्टद्युम्नस्ततो +धृष्टद्युम्नस्तु +धृष्टद्युम्नस्य +धृष्टद्युम्नादिभिः +धृष्टद्युम्ने +धृष्टद्युम्नेन +धृष्टद्युम्नो +धृष्टद्युम्नोऽथ +धृष्टद्युम्नोऽपि +धृष्टमुवाच +धृष्टम् +धृष्टश्च +धृष्टस्य +धृष्टा +धृष्टाः +धृष्टागामी +धृष्टि +धृष्टिं +धृष्टिः +धृष्टिरसि +धृष्टिर् +धृष्टिर्जयन्तो +धृष्टी +धृष्टे +धृष्टेन +धृष्टो +धृष्ट्यादानादि +धृष्ट्वा +धृष्णक् +धृष्णवः +धृष्णवा +धृष्णवे +धृष्णु +धृष्णुं +धृष्णुः +धृष्णुना +धृष्णुम् +धृष्णुया +धृष्णुर्हरसा +धृष्णुश्च +धृष्णुषेणः +धृष्णुहि +धृष्णुऽया +धृष्णु॒या +धृष्णू +धृष्णो +धृष्णोः +धृष्णोति +धृष्णोतीति +धृष्णोतु +धृष्ण॒वा +धृष्यते +धृष॒ता +धृ॑ष्णो॒ +धृ॑ष॒ता +धृ॒तव्र॑ताय +धृ॒तव्र॑तो +धृ॒तव्र॑तो॒ +धृ॒तऽव्र॑तः +धृ॒ता +धृ॒षत् +धृ॒षद्व॑र्णं +धृ॒षि॒तः +धृ॒ष्णवे॑ +धृ॒ष्णु +धृ॒ष्णुः +धृ॒ष्णुना॑ +धृ॒ष्णुना॒ +धृ॒ष्णु॒ऽया +धृ॒ष्णू +धृ॒ष्णोः +धृ॒ष्णो॒ +धृ॒ष॒ता +धे +धेः +धेच्छे +धेट +धेटः +धेटो +धेट् +धेट्श्व्योः +धेतन +धेता +धेति +धेतु +धेतोः +धेतोर् +धेदं +धेन +धेनः +धेनव +धेनवः +धेनवश्च +धेनवे +धेनवो +धेना +धेनाः +धेनाः॑ +धेनाभिः +धेनाभिरिह +धेना॑ +धेनु +धेनुँ +धेनुं +धेनुः +धेनुक +धेनुकं +धेनुकः +धेनुककाननं +धेनुकदानवोऽपि +धेनुकम् +धेनुकस्य +धेनुका +धेनुकां +धेनुकाः +धेनुकारण्ये +धेनुकासु +धेनुकासुरवधवर्णनम् +धेनुके +धेनुको +धेनुञ्च +धेनुदः +धेनुदानं +धेनुदानम् +धेनुद्वयं +धेनुद्वयम् +धेनुभि +धेनुभिः +धेनुभ्यः +धेनुभ्याम् +धेनुमती +धेनुमनड्वाहं +धेनुमहमुत्तरो +धेनुमाचार्य्याय +धेनुमिति +धेनुमिव +धेनुमिवायतीम् +धेनुमुद्रया +धेनुमुद्रयामृतीकृत्य +धेनुमुद्रा +धेनुमुद्रां +धेनुमुपासीत +धेनुमेतां +धेनुमेव +धेनुम् +धेनुम्भव्या +धेनुरभवद्यमे +धेनुरिति +धेनुरियं +धेनुरिव +धेनुरुत्तमा +धेनुरुपरि +धेनुरूपास्तु +धेनुरूपेण +धेनुर् +धेनुर्दक्षिणा +धेनुर्दोग्ध्री +धेनुर्धेनुं +धेनुर्न +धेनुर्भूत्वा +धेनुर्यथा +धेनुर्वा +धेनुर्वागस्मानुपसुष्टुतैतु +धेनुवत् +धेनुवत्सौ +धेनुवरप्रदानात् +धेनुशतं +धेनुश् +धेनुश्च +धेनुश्चानड्वांश्च +धेनुषु +धेनुष्या +धेनुसहस्रेषु +धेनुसाम +धेनुऽभिः +धेनु॒मती॒ +धेनुꣳ +धेनू +धेनूः +धेनूनां +धेनूनामस्मि +धेनूनाम् +धेनूर् +धेनूश्च +धेनू॒नां +धेने +धेनेति +धेनो +धेनोः +धेनोर्भव्यायाम् +धेनौ +धेन्व +धेन्वा +धेन्वां +धेन्वाः +धेन्वाम् +धेन्वै +धेन्वोः +धेमाजिनगरम् +धेमाजिमण्डलम् +धेय +धेयं +धेयः +धेयप्रत्ययः +धेयम् +धेया +धेयात् +धेयानि +धेये +धेर +धेरै +धेर्नु +धेष्ठः +धेष्ठा +धेहि +धेहि॒ +धेहीति +धेहीत्याह +धेहीत्य् +धेह्यजस्रो +धेह्यन्नं +धेह्यभि +धेह्यस्मासु +धेह्यस्मे +धेह्येनम् +धेह्येव +धेह्योषधे +धेह्य् +धेह्य॒स्मे +धेऽपि +धे॑हि +धे॑हि॒ +धे॒नवः॑ +धे॒नवः॒ +धे॒नवो॑ +धे॒नवो॒ +धे॒नव॑ +धे॒नव॑ः +धे॒नव॒ +धे॒नव॒ः +धे॒नुं +धे॒नुः +धे॒नुम् +धे॒नुर्न +धे॒नुऽभिः॑ +धे॒नू +धे॒नूः +धे॒नोः +धे॒हि॒ +धे꣣न꣡वः꣢ +धे꣣न꣡वो꣢ +धै +धैः +धैतद् +धैनुकं +धैनुकम् +धैर्य +धैर्यं +धैर्यच्युतिं +धैर्यण +धैर्यतः +धैर्यध्वंसं +धैर्यपद्धतिः +धैर्यभ्रंशरूपोऽवस्थाविशेषःतुशब्देन +धैर्यभ्रंशहेतुः +धैर्यमथाभ्युदये +धैर्यमवलम्ब्य +धैर्यमवष्टभ्य +धैर्यमहो +धैर्यमापादयितुं +धैर्यमालंब्य +धैर्यमालम्ब्य +धैर्यमास्थाय +धैर्यमिति +धैर्यमित्येते +धैर्यमेव +धैर्यम् +धैर्ययुक्ता +धैर्यवतां +धैर्यवती +धैर्यवान +धैर्यवान् +धैर्यशाली +धैर्यसागरः +धैर्यस्य +धैर्या +धैर्यात् +धैर्याय +धैर्यार्थं +धैर्ये +धैर्येण +धैर्य्यं +धैर्य्यञ्च +धैर्य्यम् +धैर्य्ये +धैर्य्येण +धैव +धैवत +धैवतं +धैवतः +धैवतम् +धैवतर्षभौ +धैवतश्च +धैवतस्तथा +धैवतस्य +धैवतस्वरं +धैवतांशा +धैवताद्यन्तसंयुक्ता +धैवतान्ता +धैवती +धैवते +धैवतेन +धैवतो +धैवतौ +धैवत्य +धैवत्यां +धैवरम् +धो +धों +धोः +धोकर +धोक्षि +धोक्ष्यति +धोक्ष्यते +धोखा +धोण्डो +धोता +धोती +धोत्रकाः +धोनी +धोबी +धोयी +धोयीकस्य +धोर +धोरं +धोरति +धोरा +धोरे +धोवति +धोवितव्यम् +धोवितव्या +धोवितुम् +धोविय +धोऽङ्गात् +धौ +धौं +धौः +धौत +धौतं +धौतः +धौतपादाम्भसा +धौतपापं +धौतम् +धौतवस्त्रं +धौतवस्त्रम् +धौतवस्त्रेण +धौतवाससी +धौतवासा +धौतस्य +धौतहस्तमपनीतपात्रं +धौता +धौतांबरः +धौताः +धौताधरेवाश्रुभिः +धौतानि +धौतापाङ्गं +धौति +धौतिः +धौती +धौते +धौतेन +धौतो +धौत्रं +धौमकः +धौम्य +धौम्यं +धौम्यः +धौम्यश्च +धौम्यस्य +धौम्येन +धौम्यो +धौरितकं +धौरेय +धौरेयः +धौरेयो +धौर्त्ये +धौलपुरमण्डलम् +धौलपुरम् +ध् +ध्नन्ति +ध्नाति +ध्नाद् +ध्प्र्प् +ध्मश्च +ध्मा +ध्मात +ध्मातं +ध्मातः +ध्मातम् +ध्मातव्यं +ध्माता +ध्माताः +ध्माते +ध्मातो +ध्मात्वा +ध्मान +ध्मानं +ध्मानम् +ध्मानाय +ध्माने +ध्मानेन +ध्मापयित्वा +ध्मापितं +ध्मापितः +ध्मायते +ध्मायमानस्य +ध्मायमानानां +ध्य +ध्यं +ध्यः +ध्यक्ष +ध्यक्षः +ध्यक्षे +ध्यत +ध्यतः +ध्यता +ध्यति +ध्यते +ध्यत्वं +ध्यन् +ध्यन्ते +ध्यमानम् +ध्यमुञ् +ध्यम् +ध्ययनं +ध्ययम् +ध्यसखि +ध्यस्य +ध्या +ध्याः +ध्याख्या +ध्याख्यापॄमूर्च्छिमदाम् +ध्याचष्टे +ध्यात +ध्यातं +ध्यातः +ध्यातमात्रो +ध्यातवान् +ध्यातव्य +ध्यातव्यं +ध्यातव्यः +ध्यातव्यमस्ति +ध्यातव्यम् +ध्यातव्या +ध्यातव्याः +ध्यातव्यो +ध्यातस्तत्र +ध्याता +ध्याति +ध्यातुं +ध्यातुः +ध्यातृध्येयविभागादि +ध्यातॄणां +ध्याते +ध्यातो +ध्यात् +ध्यात्वा +ध्यात्वात्मानं +ध्यात्वाथ +ध्यात्वापि +ध्यात्वाभ्यर्च्य +ध्यात्वावाह्य +ध्यात्वाऽथ +ध्यात्वाऽभ्यर्च्य +ध्यात्वेति +ध्यात्वेत्यर्थः +ध्यात्वेव +ध्यात्वैव +ध्यात्वैवं +ध्यान +ध्यानं +ध्यानः +ध्यानकर्मणि +ध्यानकाले +ध्यानगम्याय +ध्यानगोचरम् +ध्यानग्रहो +ध्यानग्रहोपदेशाध्याय +ध्यानग्रहोपदेशाध्यायः +ध्यानचंद +ध्यानचन्द +ध्यानचन्दः +ध्यानचन्दस्य +ध्यानजं +ध्यानजप्यास्तथैव +ध्यानजमनाशयम् +ध्यानजम् +ध्यानञ्च +ध्यानतत्परः +ध्यानतत्परा +ध्यानतत्पराः +ध्यानतो +ध्यानदीप +ध्यानद्वारा +ध्यानधारणया +ध्याननिर्मथनाभ्यासाद्देवं +ध्याननिष्ठ +ध्याननिष्ठं +ध्याननिष्ठस्य +ध्याननिष्ठाः +ध्याननिष्ठो +ध्याननिष्पाद्यं +ध्यानन्तु +ध्यानपरं +ध्यानपरः +ध्यानपरा +ध्यानपरायणः +ध्यानपरायणाः +ध्यानपरो +ध्यानपरोऽभवत् +ध्यानपारमिता +ध्यानपूजा +ध्यानपूजादिकं +ध्यानप्रकारः +ध्यानप्रकारमाह +ध्यानबिन्दु +ध्यानबिन्दूपनिषत् +ध्यानमग्न +ध्यानमग्नं +ध्यानमग्नः +ध्यानमग्ना +ध्यानमग्नो +ध्यानमध्ययनं +ध्यानमस्य +ध्यानमस्याः +ध्यानमात्रेण +ध्यानमाश्रित्य +ध्यानमास्थाय +ध्यानमास्थितः +ध्यानमास्थितम् +ध्यानमाह +ध्यानमिति +ध्यानमित्यर्थः +ध्यानमुक्तं +ध्यानमुच्यते +ध्यानमुत्तमम् +ध्यानमुद्रा +ध्यानमुपसंपद्य +ध्यानमुपागमत् +ध्यानमेव +ध्यानमेवं +ध्यानमेवात्र +ध्यानमेवान्वपद्यत +ध्यानम् +ध्यानयज्ञः +ध्यानयुक्तं +ध्यानयुक्तः +ध्यानयुक्ताः +ध्यानयुक्तेन +ध्यानयुक्तो +ध्यानयोग +ध्यानयोगं +ध्यानयोगः +ध्यानयोगतः +ध्यानयोगपरः +ध्यानयोगपरायणः +ध्यानयोगपरो +ध्यानयोगशेषत्वमाहएवम्भूतः +ध्यानयोगस्य +ध्यानयोगस्याङ्गित्वमाहएवम्भूतो +ध्यानयोगानुगता +ध्यानयोगी +ध्यानयोगे +ध्यानयोगेन +ध्यानयोगो +ध्यानरतो +ध्यानवान् +ध्यानविधिप्रकरणम् +ध्यानविधौ +ध्यानविरोधिभिः +ध्यानविवक्षया +ध्यानशब्दे +ध्यानशब्देन +ध्यानसंस्कृतेनान्तःकरणेन +ध्यानसमये +ध्यानसूची +ध्यानस्तिमितलोचनः +ध्यानस्थं +ध्यानस्थः +ध्यानस्थितं +ध्यानस्थो +ध्यानस्य +ध्यानस्यापि +ध्यानस्वरूपं +ध्यानहेयास्तद्वृत्तयः +ध्याना +ध्यानां +ध्यानाच्च +ध्यानात् +ध्यानात्कर्मफलत्यागस्त्यागाच्छान्तिरनन्तरम् +ध्यानादि +ध्यानादिकं +ध्यानादिति +ध्यानादिना +ध्यानादिभिः +ध्यानादीनां +ध्यानादेः +ध्यानादेरपि +ध्यानादेव +ध्यानादौ +ध्यानाद् +ध्यानानां +ध्यानानि +ध्यानानुविद्धानि +ध्यानान्तःस्थस्य +ध्यानान्तरं +ध्यानान्तरे +ध्यानापन्नो +ध्यानाभाव +ध्यानाभिमुखीकृतकायवाङ्मनोवृत्तिः +ध्यानाभ्यासरसेन +ध्यानाय +ध्यानार्थं +ध्यानालम्बनतां +ध्यानावस्थां +ध्यानावस्थायां +ध्यानासाध्यं +ध्यानासाध्यो +ध्यानास्पदं +ध्यानाहारा +ध्यानाहाराः +ध्यानि +ध्यानिनं +ध्यानिनां +ध्यानिनो +ध्यानी +ध्याने +ध्यानेति +ध्यानेन +ध्यानेनात्मनि +ध्यानेनानीश्वरान् +ध्यानेनानेन +ध्यानेनेति +ध्यानेनैव +ध्यानेभ्यो +ध्यानेषु +ध्यानैः +ध्यानोपदेशः +ध्यान् +ध्यापयति +ध्याप्योः +ध्याम +ध्यामकं +ध्याय +ध्यायं +ध्यायंतं +ध्यायंति +ध्यायंती +ध्यायंते +ध्यायंध्यायं +ध्यायः +ध्यायत +ध्यायतः +ध्यायतस्तस्य +ध्यायता +ध्यायतां +ध्यायताम् +ध्यायति +ध्यायती +ध्यायतीति +ध्यायतीत्यर्थः +ध्यायतीव +ध्यायतीवेति +ध्यायतु +ध्यायते +ध्यायतेः +ध्यायतेऽध्यासिता +ध्यायतो +ध्यायत् +ध्यायत्यनिष्टं +ध्यायत्यास्फानकं +ध्यायथ +ध्यायन +ध्यायन् +ध्यायन्त +ध्यायन्तं +ध्यायन्तः +ध्यायन्तश्चिन्तयन्त +ध्यायन्ति +ध्यायन्ती +ध्यायन्तीं +ध्यायन्तीति +ध्यायन्तीव +ध्यायन्तु +ध्यायन्ते +ध्यायन्तो +ध्यायन्तोऽपि +ध्यायन्तौ +ध्यायन्त्यां +ध्यायन्त्याः +ध्यायन्देवं +ध्यायन्न +ध्यायन्नारायणं +ध्यायन्नास्ते +ध्यायन्निति +ध्यायन्निमिषमच्युतम् +ध्यायन्नेव +ध्यायन्नेवं +ध्यायन्मुहुः +ध्यायन्विमुच्यते +ध्यायन्स +ध्यायमान +ध्यायमानं +ध्यायमानः +ध्यायमानस्य +ध्यायमाना +ध्यायमानां +ध्यायमाने +ध्यायमानो +ध्यायसि +ध्यायसे +ध्यायस्य +ध्यायस्व +ध्यायाः +ध्यायात् +ध्यायामः +ध्यायामि +ध्यायामीति +ध्यायिनं +ध्यायिनः +ध्यायिनां +ध्यायिनी +ध्यायिनो +ध्यायिभ्यः +ध्यायी +ध्यायीत +ध्याये +ध्यायेच् +ध्यायेच्च +ध्यायेच्चिरं +ध्यायेत +ध्यायेत् +ध्यायेत्तं +ध्यायेत्तु +ध्यायेदात्मनि +ध्यायेदिति +ध्यायेदित्यर्थः +ध्यायेदेवं +ध्यायेद् +ध्यायेद्देवं +ध्यायेद्देवीं +ध्यायेद्वै +ध्यायेन +ध्यायेन् +ध्यायेन्नारायणं +ध्यायेन्नित्यं +ध्यायेन्मां +ध्यायो +ध्यास +ध्यासः +ध्याहार्यम् +ध्याहि +ध्यु +ध्ये +ध्येत +ध्येति +ध्येय +ध्येयं +ध्येयः +ध्येयतत्त्वव्यतिरिक्तविषयदोषावमर्शेन +ध्येयत्वं +ध्येयत्वम् +ध्येयत्वे +ध्येयत्वेन +ध्येयम +ध्येयमाह +ध्येयमिति +ध्येयमित्याहुः +ध्येयमेव +ध्येयम् +ध्येयरूपं +ध्येयवाक्यं +ध्येयवाक्यम् +ध्येयवाक्यानि +ध्येयश्च +ध्येयसंत्यागी +ध्येयस्य +ध्येयस्वभावावेशात् +ध्येया +ध्येयाः +ध्येयाकारनिर्भासं +ध्येयानि +ध्येयाय +ध्येयालम्बनस्य +ध्येये +ध्येयेति +ध्येयो +ध्येयोऽसि +ध्येयौ +ध्यै +ध्यो +ध्योत्यते +ध्यौ +ध्य् +ध्र +ध्रः +ध्रज +ध्रजतः +ध्रजति +ध्रजतो +ध्रजन्तम् +ध्रजि +ध्रजीमान् +ध्रजी॑मान् +ध्रज्यै +ध्रज॑तो +ध्रण +ध्रमः +ध्रवं +ध्रवति +ध्रवम् +ध्रस्नाति +ध्राक्षि +ध्राखृ +ध्राजिं +ध्राजिः +ध्राज्या +ध्राज्या॑ +ध्राज्यै +ध्राडते +ध्राडृ +ध्रायति +ध्रियत +ध्रियतां +ध्रियताम् +ध्रियते +ध्रियन्ति +ध्रियन्ते +ध्रियमाणं +ध्रियमाणः +ध्रियमाणे +ध्रियमाणेन +ध्रियमाणोऽपि +ध्रियसे +ध्रियस्व +ध्रियस्वेति +ध्रिये +ध्रियेत +ध्री +ध्रु +ध्रुतिः +ध्रुत्वा +ध्रुपद् +ध्रुव +ध्रुवं +ध्रुवः +ध्रुवक +ध्रुवकं +ध्रुवकः +ध्रुवकभेदे +ध्रुवका +ध्रुवकाः +ध्रुवके +ध्रुवको +ध्रुवकौतुकसंयुक्तं +ध्रुवक्षितये +ध्रुवक्षितिः +ध्रुवक्षितिर् +ध्रुवक्षित् +ध्रुवक्षिदसि +ध्रुवगोपः +ध्रुवगोपो +ध्रुवग्रहः +ध्रुवचरितवर्णनम् +ध्रुवचरिते +ध्रुवञ्च +ध्रुवञ्चैव +ध्रुवतां +ध्रुवतारा +ध्रुवतारे +ध्रुवति +ध्रुवतीर्थं +ध्रुवतीर्थे +ध्रुवते +ध्रुवत्वे +ध्रुवदर्शनाय +ध्रुवद्वये +ध्रुवपद +ध्रुवपदं +ध्रुवपदम् +ध्रुवपदे +ध्रुवप्रोत +ध्रुवप्रोतवृत्त +ध्रुवप्रोतवृत्तं +ध्रुवबेरं +ध्रुवबेरस्य +ध्रुवबेरे +ध्रुवभाविता +ध्रुवभावी +ध्रुवम +ध्रुवमत्स्यपरिभ्रमम् +ध्रुवमद्य +ध्रुवमद्यैव +ध्रुवमपाये +ध्रुवमपायेऽपादानम् +ध्रुवमरुन्धतीं +ध्रुवमवनयति +ध्रुवमव्ययम् +ध्रुवमसहना +ध्रुवमसि +ध्रुवमसीति +ध्रुवमसौ +ध्रुवमस्य +ध्रुवमस्या +ध्रुवमाकाशगङ्गां +ध्रुवमात्मनः +ध्रुवमिति +ध्रुवमिदं +ध्रुवमिह +ध्रुवमुपतिष्ठते +ध्रुवमेव +ध्रुवमेष +ध्रुवमेष्यति +ध्रुवम् +ध्रुवम्रोतवृत्त +ध्रुवम्‌ +ध्रुवयष्टिस्थं +ध्रुवया +ध्रुवयो +ध्रुवयोः +ध्रुवलोकं +ध्रुवश् +ध्रुवश्च +ध्रुवश्चैव +ध्रुवसंज्ञकः +ध्रुवसदं +ध्रुवसन्धिः +ध्रुवसूक्तं +ध्रुवसेन +ध्रुवस् +ध्रुवस्तथा +ध्रुवस्तस्य +ध्रुवस्तिष्ठाविचाचलिः +ध्रुवस्तिष्ठेह +ध्रुवस्थानं +ध्रुवस्थाननिविष्टानां +ध्रुवस्थाने +ध्रुवस्थालीम् +ध्रुवस्य +ध्रुवस्याध्यक्षाभ्यां +ध्रुवा +ध्रुवाँ +ध्रुवां +ध्रुवाः +ध्रुवागाने +ध्रुवाणां +ध्रुवाणि +ध्रुवाण्येतानि +ध्रुवात् +ध्रुवादिकः +ध्रुवादीनां +ध्रुवादूर्ध्वं +ध्रुवाधारं +ध्रुवान् +ध्रुवाभिमुखः +ध्रुवाभोगौ +ध्रुवाभ्यां +ध्रुवामभिघार्य +ध्रुवामाप्याय्य +ध्रुवाम् +ध्रुवाय +ध्रुवाया +ध्रुवायां +ध्रुवायाः +ध्रुवायामेव +ध्रुवायाम् +ध्रुवायावकाशं +ध्रुवायै +ध्रुवार्चनम् +ध्रुवार्चां +ध्रुवार्चायां +ध्रुवावृतम् +ध्रुवावृत्तम् +ध्रुवासः +ध्रुवासि +ध्रुवासीति +ध्रुवासु +ध्रुवासो +ध्रुवाऽसि +ध्रुवाꣳ +ध्रुवीय +ध्रुवीयोपग्रहप्रक्षेपणयानम् +ध्रुवे +ध्रुवेच्छामनुशासती +ध्रुवेण +ध्रुवेणेति +ध्रुवेति +ध्रुवेयं +ध्रुवेषु +ध्रुवैः +ध्रुवैधि +ध्रुवो +ध्रुवोः +ध्रुवोपरि +ध्रुवोसि +ध्रुवोऽनन्तः +ध्रुवोऽयं +ध्रुवोऽसि +ध्रुवोऽसीति +ध्रुवौ +ध्रु॒व +ध्रु॒वं +ध्रु॒वः +ध्रु॒वम् +ध्रु॒वश्च॑ +ध्रु॒वस्य॑ +ध्रु॒वा +ध्रु॒वाः +ध्रु॒वाणि॑ +ध्रु॒वाया॑ +ध्रु॒वासः॑ +ध्रु॒वासि॑ +ध्रु॒वासु॑ +ध्रु॒वासो॑ +ध्रु॒वाऽसि॑ +ध्रु॒वे +ध्रु॒वेण॑ +ध्रु॒वेण॒ +ध्रु॒वो +ध्रु॒वो॑ऽसि +ध्रु॒वो॑ऽह +ध्रु॒वो॒ऽसि +ध्रे +ध्रेकृ +ध्रै +ध्रौवं +ध्रौवमाज्यं +ध्रौवसमाप्तिः +ध्रौवस्य +ध्रौव्य +ध्रौव्यं +ध्रौव्यकामः +ध्रौव्यगतिप्रत्यवसानार्थेभ्यः +ध्व +ध्वं +ध्वंस +ध्वंसं +ध्वंसः +ध्वंसकला +ध्वंसके +ध्वंसत +ध्वंसतां +ध्वंसते +ध्वंसत्वं +ध्वंसत्वेन +ध्वंसनं +ध्वंसप्रागभावयोः +ध्वंसयति +ध्वंसयतीति +ध्वंसयितुं +ध्वंसस्य +ध्वंसस्यापि +ध्वंसा +ध्वंसाभाव +ध्वंसि +ध्वंसिता +ध्वंसितुं +ध्वंसिनस्ते +ध्वंसी +ध्वंसु +ध्वंसे +ध्वंसो +ध्वंसोऽपि +ध्वः +ध्वज +ध्वजं +ध्वजः +ध्वजगरुडः +ध्वजञ्च +ध्वजति +ध्वजदण्डं +ध्वजदण्डस्य +ध्वजदण्डे +ध्वजदेवं +ध्वजपटं +ध्वजपटः +ध्वजपटे +ध्वजपीठं +ध्वजभङ्गः +ध्वजभङ्गमवाप्नोति +ध्वजभङ्गश्च +ध्वजभङ्गे +ध्वजमस्त्रियाम् +ध्वजमुत्तमम् +ध्वजमेकेन +ध्वजमेव +ध्वजम् +ध्वजयष्टिं +ध्वजयोः +ध्वजरूपेण +ध्वजवान् +ध्वजश्च +ध्वजस्तम्भं +ध्वजस्तम्भे +ध्वजस्थं +ध्वजस्थानं +ध्वजस्थाने +ध्वजस्य +ध्वजस्यारोहणं +ध्वजहस्ताय +ध्वजहीनं +ध्वजा +ध्वजांश्च +ध्वजाः +ध्वजाकारं +ध्वजाकारासु +ध्वजाग्रं +ध्वजाग्राणि +ध्वजाग्रे +ध्वजाग्रेषु +ध्वजादण्ड +ध्वजादि +ध्वजादीनां +ध्वजानां +ध्वजानि +ध्वजान् +ध्वजाय +ध्वजायः +ध्वजाये +ध्वजारोहं +ध्वजारोहण +ध्वजारोहणं +ध्वजारोहणपूर्वं +ध्वजारोहणपूर्वकम् +ध्वजारोहणमाचरेत् +ध्वजारोहणम् +ध्वजारोहे +ध्वजार्थं +ध्वजावरोहणं +ध्वजाश्च +ध्वजि +ध्वजिनः +ध्वजिनी +ध्वजिनीं +ध्वजिनीभरेण +ध्वजिने +ध्वजिनो +ध्वजिन्यः +ध्वजिन्या +ध्वजिन्याः +ध्वजी +ध्वजे +ध्वजेति +ध्वजेन +ध्वजेषु +ध्वजेष्वस्माकं +ध्वजैः +ध्वजैश्च +ध्वजो +ध्वजोऽस्य +ध्वजौ +ध्वण +ध्वदाप् +ध्वन +ध्वनः +ध्वनति +ध्वनतीति +ध्वनतो +ध्वनत्सु +ध्वनन +ध्वननं +ध्वननमिति +ध्वननमेव +ध्वननव्यापार +ध्वननव्यापारः +ध्वनने +ध्वनन्ति +ध्वनय +ध्वनयः +ध्वनयति +ध्वनयन् +ध्वनयन्नाह +ध्वनयन्संबोधयति +ध्वनयितुं +ध्वनयीत् +ध्वनयो +ध्वनयोऽपि +ध्वनाविति +ध्वनि +ध्वनिं +ध्वनिः +ध्वनिकार +ध्वनिकारः +ध्वनिकारस्य +ध्वनिकारेण +ध्वनिकृता +ध्वनित +ध्वनितं +ध्वनितः +ध्वनितत्वसमीक्षा +ध्वनितम +ध्वनितम् +ध्वनिता +ध्वनितेन +ध्वनित्व +ध्वनित्वं +ध्वनित्वमिति +ध्वनित्वमिष्टं +ध्वनित्वमेव +ध्वनित्वम् +ध्वनित्वेन +ध्वनिना +ध्वनिपदस्य +ध्वनिप्रकाशिते +ध्वनिप्रदूषणं +ध्वनिप्रदूषणस्य +ध्वनिप्रपञ्चः +ध्वनिभिः +ध्वनिभेदे +ध्वनिमते +ध्वनिमुद्रणम् +ध्वनिमुद्रिकाः +ध्वनिम् +ध्वनिरत्र +ध्वनिरपि +ध्वनिरयं +ध्वनिरिति +ध्वनिरितीति +ध्वनिरित्यमुया +ध्वनिरित्यर्थः +ध्वनिरिष्यते +ध्वनिरूपं +ध्वनिरेव +ध्वनिर् +ध्वनिर्न +ध्वनिर्नाम +ध्वनिर्नामेति +ध्वनिर्भवेत् +ध्वनिर्यथा +ध्वनिर्यस्य +ध्वनिलक्षणं +ध्वनिलक्षणम् +ध्वनिलक्षणे +ध्वनिवादिनो +ध्वनिविशेषः +ध्वनिव्यपदेशः +ध्वनिव्यपदेशहेतुः +ध्वनिव्यवहार +ध्वनिव्यवहारः +ध्वनिव्यवहारस्य +ध्वनिव्यवहारे +ध्वनिशब्दस्य +ध्वनिश्च +ध्वनिषु +ध्वनिसंज्ञित +ध्वनिसङ्केते +ध्वनिस्तत्र +ध्वनिस्तु +ध्वनिस्वरूपं +ध्वनिस्वरूपे +ध्वनी +ध्वनीनां +ध्वने +ध्वनेः +ध्वनेर +ध्वनेरन्तर्गतं +ध्वनेरस्य +ध्वनेरात्मा +ध्वनेरिति +ध्वनेरेव +ध्वनेर्मतः +ध्वनेर्मार्गः +ध्वनेर्विषय +ध्वनेर्विषयः +ध्वनेर्विषयो +ध्वनेश्च +ध्वनौ +ध्वन् +ध्वन्य +ध्वन्यङ्गता +ध्वन्यत +ध्वन्यते +ध्वन्यन्ते +ध्वन्यमान +ध्वन्या +ध्वन्यात्मक +ध्वन्यात्मकलिपिः +ध्वन्यात्मको +ध्वन्यात्मन्येव +ध्वन्यात्मभूत +ध्वन्यात्मभूते +ध्वन्यालोक +ध्वन्यालोकः +ध्वन्यालोकलोचने +ध्वन्यालोकस्य +ध्वन्यालोके +ध्वन्युदाहरणेष्विति +ध्वन्स +ध्वपि +ध्वम +ध्वमि +ध्वमिति +ध्वमो +ध्वम् +ध्वर +ध्वरति +ध्वरायै +ध्वरे +ध्वरो +ध्वर्यः +ध्वर्युः +ध्वसनावधि +ध्वसोरेद्धावभ्यासलोपश्च +ध्वस्त +ध्वस्तं +ध्वस्तः +ध्वस्तकल्मषाः +ध्वस्तमनोभवेन +ध्वस्तम् +ध्वस्ता +ध्वस्तां +ध्वस्ताः +ध्वस्तानि +ध्वस्तिः +ध्वस्ते +ध्वस्तेऽतो +ध्वस्तो +ध्वस्मन्वत् +ध्वस्यते +ध्वस्रयोः +ध्वस्रा +ध्वा +ध्वां +ध्वांक्ष +ध्वांक्षी +ध्वांतं +ध्वाक्षि +ध्वाङ्क्ष +ध्वाङ्क्षः +ध्वाङ्क्षरावी +ध्वाङ्क्षस्थाने +ध्वाङ्क्षस्य +ध्वाङ्क्षा +ध्वाङ्क्षाः +ध्वाङ्क्षी +ध्वाङ्क्षे +ध्वाङ्क्षेण +ध्वाङ्क्षो +ध्वाजं +ध्वात् +ध्वात्वा +ध्वान +ध्वानं +ध्वानः +ध्वाने +ध्वानेन +ध्वानो +ध्वान्त +ध्वान्तं +ध्वान्तमूर्णुहि +ध्वान्तम् +ध्वान्तयुक्तं +ध्वान्तश्च +ध्वान्तस्य +ध्वान्ते +ध्वान्तेन +ध्विज +ध्विति +ध्वृ +ध्वृषीष्ट +ध्वे +ध्व॒जेष्व॒स्माकं॒ +ध्व॒र्यू +ध्व॒स्रा +ध्व꣡रा꣢इ +ध्स्क्म् +ध॑त्त +ध॑त्तं॒ +ध॑त्तां॒ +ध॑त्ते +ध॑त्ते॒ +ध॑त्त॒ +ध॑न्वा +ध॒क् +ध॒ग्भगो॑ +ध॒त्त +ध॒त्तं +ध॒त्तम् +ध॒त्ते +ध॒त्ते॒ +ध॒त्त॒ +ध॒त्त॒न॒ +ध॒त्त॒म् +ध॒त्थ +ध॒न्व॒ +ध॒न्व॒न्तु॒ +ध॒न॒ऽदाः +ध॒न॒ऽस्पृत॑म् +ध॒रुणं॑ +ध॒रुणः॑ +ध॒रुणा॑य +ध॒रुणे॑ +ध॒रुणे॑षु +ध॒रुणो॑ +ध॒रुण॑ +ध॒रुण॑म् +ध॒र्ण॒सिः +ध॒र्ण॒सिम् +ध॒र्तरि॑ +ध॒र्ता +ध॒र्तारा॑ +ध॒र्तासि॑ +ध॒र्त्राय॑ +ध꣣र्त्ता꣢ +न +नं +नंगा +नंगे +नंच +नंतर +नंतु +नंद +नंदं +नंदंति +नंदः +नंदकं +नंदगेहिनी +नंदगोकुलम् +नंदजननीम +नंदति +नंदन +नंदनं +नंदनंदनः +नंदनंदनम् +नंदनादीनि +नंदने +नंदनो +नंदभद्र +नंदमंदिरम् +नंदमंदिरे +नंदव्रजं +नंदश्च +नंदस्य +नंदा +नंदाद्या +नंदाय +नंदायां +नंदि +नंदिकेश्वर +नंदिग्रामं +नंदिग्रामे +नंदिनं +नंदिनः +नंदिना +नंदिनि +नंदिनी +नंदिनीं +नंदिनो +नंदिन्युवाच +नंदी +नंदीश्वर +नंदीश्वरो +नंदे +नंदेन +नंदो +नंद्युवाच +नंनु +नंशे +नंशे॑ +नंष्टा +नंष्ट्वा +नंसै +नः +नःऽ +नः॑ +नः॒ +नः꣢ +नः꣣ +नई +नऊ +नए +नओ +नक +नकं +नकः +नकत्वं +नकल +नका +नकाः +नकार +नकारं +नकारः +नकारलोप +नकारलोपः +नकारलोपश्छान्दसः +नकारलोपे +नकारलोपो +नकारश्च +नकारश्चार्थः +नकारश्चार्थे +नकारस्य +नकाराः +नकारात् +नकारात्मकं +नकारादकार +नकारादिकार +नकारादेश +नकारादेशः +नकारादेशश्च +नकारादेशो +नकारान्त +नकारान्तः +नकारान्तप्रकरणम् +नकारान्तस्य +नकारान्ता +नकारान्ते +नकाराश्चार्थाः +नकारे +नकारेण +नकारो +नकारौ +नकाले +नकि +नकिः +नकिः॑ +नकिञ्चिदपि +नकिम् +नकिरस्य +नकिरा +नकिरिन्द्र +नकिर्देवा +नकिष् +नकिष्टं +नकिष्ट्वा +नकि॑ः +नकि॑रस्य॒ +नकि॑ष्ट्वा॒ +नकि॒ः +नकि॒रा +नकि॒ष्टं +नकी +नकुल +नकुलं +नकुलः +नकुलकः +नकुलम् +नकुलश्च +नकुलसहदेवौ +नकुलस्तथा +नकुलस्तु +नकुलस्य +नकुलस्यापि +नकुलस्येव +नकुला +नकुलाः +नकुलानां +नकुलान्ध्यसंज्ञः +नकुलाय +नकुली +नकुलीशः +नकुलीशो +नकुलीश्वरः +नकुलीश्वरम् +नकुले +नकुलेन +नकुलेष्टा +नकुलैः +नकुलो +नकुलोलूकौ +नकुलोऽपि +नके +नकेवलं +नको +नक् +नक्क +नक्त +नक्तँ +नक्तं +नक्तंचराः +नक्तंचराणां +नक्तंचारिण +नक्तंचारिणी +नक्तंचारिभ्य +नक्तंजाता +नक्तंदिनं +नक्तंदिवं +नक्तं॑ +नक्तं॒ +नक्तकं +नक्तकम् +नक्तञ्च +नक्तञ्चरेभ्यो +नक्तन्दिवं +नक्तभुक् +नक्तभोजनः +नक्तभोजनम् +नक्तभोजनात् +नक्तभोजने +नक्तभोजी +नक्तमग्निस्ततः +नक्तमष्टादशैश्चरन् +नक्तमाचरेत् +नक्तमाल +नक्तमालं +नक्तमालः +नक्तमालकाः +नक्तमालफलं +नक्तमालश्च +नक्तमालस्य +नक्तमिति +नक्तमिवात्मभासः +नक्तमिष्यते +नक्तमुत +नक्तमुतोषसो +नक्तमेव +नक्तमेवोत्तमेन +नक्तम् +नक्तया +नक्तव्रतमिदं +नक्तव्रतम् +नक्तस्यापि +नक्ता +नक्तानि +नक्तान्ध्यं +नक्तान्ध्यमापादयति +नक्ताशनस्तथा +नक्ताशनो +नक्ताशी +नक्ता॑ +नक्ति +नक्ते +नक्तेन +नक्तो +नक्तोषसा +नक्तोषसौ +नक्तोषासा +नक्तोषासाविति +नक्तोषासेति +नक्तोषासौ +नक्तो॒षसा॑ +नक्तो॒षासा॑ +नक्तो॒षासा॒ +नक्त॑मेति +नक्त॑म् +नक्तꣳ +नक्प्रत्ययः +नक्र +नक्रं +नक्रः +नक्रकुण्डं +नक्रस्य +नक्रा +नक्राः +नक्राणां +नक्रे +नक्रो +नक्ष +नक्षत +नक्षति +नक्षतिर्व्याप्तिकर्मा +नक्षते +नक्षत् +नक्षत्र +नक्षत्रं +नक्षत्रः +नक्षत्रकक्षा +नक्षत्रकल्पे +नक्षत्रकल्पो +नक्षत्रका +नक्षत्रकी +नक्षत्रके +नक्षत्रको +नक्षत्रग्रहताराणामधिपो +नक्षत्रचक्रं +नक्षत्रचक्रम् +नक्षत्रचूडामणी +नक्षत्रचूडामणैौ +नक्षत्रचूडामणौ +नक्षत्रजं +नक्षत्रञ्च +नक्षत्रताराग्रहसंकुलापि +नक्षत्रत्रितयं +नक्षत्रत्वं +नक्षत्रत्वम् +नक्षत्रदर्शने +नक्षत्रदिवसे +नक्षत्रदेवता +नक्षत्रदेवताभ्यो +नक्षत्रनाम +नक्षत्रनामाः +नक्षत्रनामानि +नक्षत्रनाम्ना +नक्षत्रपथं +नक्षत्रपर +नक्षत्रपुरुषं +नक्षत्रप्रकरणम् +नक्षत्रफलम् +नक्षत्रभेदे +नक्षत्रभेदेन +नक्षत्रमंडलम् +नक्षत्रमण्डलं +नक्षत्रमण्डलम् +नक्षत्रमण्डलात् +नक्षत्रमण्डले +नक्षत्रमालया +नक्षत्रमाला +नक्षत्रमालेव +नक्षत्रमिति +नक्षत्रमृक्षं +नक्षत्रमें +नक्षत्रमेकं +नक्षत्रम् +नक्षत्रयोगतः +नक्षत्रयोगे +नक्षत्रयोगेन +नक्षत्रराजस्य +नक्षत्ररूपाणि +नक्षत्ररूपिणं +नक्षत्ररूपेण +नक्षत्रलोका +नक्षत्रलोकेषु +नक्षत्रवाचक +नक्षत्रविद्या +नक्षत्रविद्यां +नक्षत्रविशेषः +नक्षत्रविशेषे +नक्षत्रविषये +नक्षत्रशब्देन +नक्षत्रसूचकः +नक्षत्रसूची +नक्षत्रसे +नक्षत्रस्य +नक्षत्रहोमे +नक्षत्रा +नक्षत्राख्या +नक्षत्राङ्गविद्यया +नक्षत्राणा +नक्षत्राणां +नक्षत्राणाञ्च +नक्षत्राणामधिपतिः +नक्षत्राणामहं +नक्षत्राणामिव +नक्षत्राणामुदयात् +नक्षत्राणामेषामुपस्थे +नक्षत्राणाम् +नक्षत्राणि +नक्षत्राणीति +नक्षत्राणीव +नक्षत्राणो +नक्षत्राण्यपि +नक्षत्राण्यप्सरसो +नक्षत्राण्यस्थीनि +नक्षत्राण्याह +नक्षत्राण्येव +नक्षत्राण्य् +नक्षत्रात् +नक्षत्रात्मक +नक्षत्रादि +नक्षत्रादीनां +नक्षत्रादीनि +नक्षत्राद्वा +नक्षत्राधिपतये +नक्षत्राधिपतिः +नक्षत्रानयनं +नक्षत्रान्तरे +नक्षत्रान्ते +नक्षत्राभं +नक्षत्राय +नक्षत्राश्रयं +नक्षत्रियाम् +नक्षत्रिये +नक्षत्रियेभ्यः +नक्षत्रे +नक्षत्रेण +नक्षत्रेभिः +नक्षत्रेभ्य +नक्षत्रेभ्यः +नक्षत्रेभ्यश्च +नक्षत्रेभ्यो +नक्षत्रेशः +नक्षत्रेषु +नक्षत्रेष्टका +नक्षत्रेष्टकाः +नक्षत्रेष्विव +नक्षत्रेऽग्निमुपसमाधाय +नक्षत्रै +नक्षत्रैः +नक्षत्रैक्ये +नक्षत्रैरिव +नक्षत्रैर्यश्च +नक्षत्रैश्च +नक्षत्रों +नक्षत्रोंकी +नक्षत्रोंके +नक्षत्रोंपर +नक्षत्रोंमें +नक्षत्रꣳ +नक्षन् +नक्षन्त +नक्षन्ति +नक्षन्ते +नक्षमाणा +नक्षमाणाः +नक्षसे +नक्षा +नक्षि +नक्ष्य +नक्ष॑त् +नक्ष॑त्रं +नक्ष॑त्रम् +नक्ष॑त्रा +नक्ष॑त्राणि +नक्ष॑त्राणि॒ +नक्ष॑त्रेभिः +नक्ष॑त्रेभ्यः +नक्ष॑त्रेभ्य॒ +नक्ष॑न्त +नक्ष॑न्ति +नक्ष॑न्ते +नख +नखं +नखः +नखक्षतं +नखक्षतानि +नखक्षतानीव +नखक्षते +नखखादी +नखति +नखनिकृन्तनेन +नखनिर्भिन्नः +नखपदं +नखभिन्नः +नखमांसमधिष्ठाय +नखमिव +नखमुखात् +नखमुखात्संज्ञायाम् +नखम् +नखम्पचा +नखर +नखरं +नखरः +नखरजनी +नखरप्रासयोधिनः +नखरा +नखरैः +नखरोम +नखरोमाणि +नखरोऽस्त्रियाम् +नखल +नखलु +नखलेखकः +नखश्च +नखस्य +नखा +नखाः +नखाग्रं +नखाग्राणि +नखाग्रेण +नखाग्रेभ्यः +नखाग्रैः +नखानखि +नखाना +नखानां +नखानाम् +नखानि +नखान् +नखान्तरे +नखायुधः +नखावधि +नखाश्च +नखास्तथा +नखि +नखिनां +नखी +नखीनामगन्धद्रव्यम् +नखीनामगन्धद्रव्ये +नखे +नखें +नखेति +नखेन +नखेन्दु +नखेभ्यः +नखेभ्यो +नखेषु +नखै +नखैः +नखैरपि +नखैर् +नखैर्दन्तैश्च +नखैश्च +नखैस्तीक्ष्णैः +नखो +नखोऽस्त्री +नग +नगं +नगः +नगजा +नगण +नगणः +नगणजगणौ +नगणद्वयम् +नगणभगणौ +नगणयगणौ +नगणलघू +नगणसगणौ +नगणा +नगणो +नगणौ +नगन +नगनंदिनि +नगनन्दिनि +नगपांसुपाण्डुभ्यश्च +नगमिव +नगमुत्तमम् +नगमूर्धनि +नगम् +नगर +नगरं +नगरः +नगरकारः +नगरको +नगरग्रहणं +नगरजनाः +नगरजनैः +नगरतः +नगरद्वारं +नगरद्वारि +नगरद्वारे +नगरद्वारेण +नगरनिर्माणं +नगरपालिका +नगरपालिकाः +नगरपालिकापरिषद् +नगरपालिकायाः +नगरप्रवेशनानि +नगरभेदे +नगरमण्डलम् +नगरमध्ये +नगरमनुप्राप्तः +नगरमस्ति +नगरमिति +नगरमिदं +नगरमिदम् +नगरमुत्तमम् +नगरमेतत् +नगरमेव +नगरम् +नगरयोः +नगररक्षिभिः +नगरवायसः +नगरवासिनः +नगरवासिनाम् +नगरवासिभिः +नगरवासी +नगरशोभां +नगरसमीपे +नगरसहस्रेषु +नगरसुदृशां +नगरस्थ +नगरस्थं +नगरस्थे +नगरस्थेन +नगरस्थो +नगरस्य +नगरस्यापि +नगरस्यास्य +नगरस्योपरि +नगरहवेली +नगरा +नगराच्च +नगराणां +नगराणाम् +नगराणि +नगरात् +नगरात्कुत्सनप्रावीण्ययोः +नगरादि +नगरादिषु +नगरादीनां +नगरादौ +नगराद् +नगराद्बहिः +नगराद्योजनं +नगराद्वहिः +नगराधिकृतो +नगराधिपः +नगराधिपतिर्भवेत् +नगरानि +नगरान् +नगरान्तरं +नगरान्तरम् +नगरान्तरे +नगरान्ते +नगराभ्याशे +नगराय +नगरायते +नगरि +नगरियों +नगरी +नगरीं +नगरीकरणम् +नगरीतः +नगरीति +नगरीमितः +नगरीमिमां +नगरीमिमाम् +नगरीमिव +नगरीमुपनिश्रित्य +नगरीम् +नगरीय +नगरीयं +नगरीयक्षेत्राणां +नगरीयक्षेत्रेषु +नगरीयलौहशकटपरिवहनव्यवस्था +नगरीयसमुच्चयः +नगरीयाः +नगरीषु +नगरे +नगरेण +नगरेपि +नगरेभ्यः +नगरेषु +नगरेऽपि +नगरेऽशोको +नगरेऽस्मिन् +नगरैः +नगरो +नगरों +नगरोत्तमम् +नगरोत्तमे +नगरोपकण्ठे +नगरोपवने +नगरोपान्ते +नगर्या +नगर्यां +नगर्याः +नगर्यामन्यतमः +नगर्याम् +नगर्यो +नगर्य्या +नगर्य्यां +नगश्रेष्ठं +नगश्रेष्ठे +नगस्य +नगा +नगाँव +नगांशोना +नगाः +नगाग्रे +नगाड़ा +नगाड़े +नगात् +नगात्मजा +नगात्मजे +नगाधिप +नगाधिराजः +नगानां +नगान् +नगापगा +नगावमण्डलम् +नगाव् +नगि +नगी +नगु +नगे +नगेन +नगेन्द्र +नगेन्द्रः +नगेन्द्रकन्या +नगेन्द्रम् +नगेन्द्रस्य +नगेन्द्रो +नगेश्वरम् +नगेषु +नगैः +नगो +नगोत्तम +नगोत्तमः +नगोत्तमम् +नगोत्तमाः +नगोत्तमे +नगोत्सङ्गमिवारुरोह +नगोपनीतं +नगोऽप्राणिष्वन्यतरस्याम् +नगौ +नग् +नग्न +नग्नं +नग्नः +नग्नकः +नग्नका +नग्नजित् +नग्नजिन्नाम +नग्नता +नग्नत्वं +नग्नम् +नग्नश्च +नग्नश्चावस्त्र +नग्नस्य +नग्नहुं +नग्नहुः +नग्नहुम् +नग्ना +नग्नां +नग्नाः +नग्नादयो +नग्नानां +नग्नान् +नग्नाश्च +नग्निका +नग्निकां +नग्नीकृता +नग्ने +नग्नेन +नग्नो +नघ +नघारिषां +नङ +नङि +नङ् +नङ्क्ष्यति +नङ्क्ष्यतीति +नङ्क्ष्यते +नङ्क्ष्यन्ति +नङ्गीकारात् +नच +नचव +नचा +नचात्र +नचान +नचान्तरेण +नचान्य +नचान्यत्र +नचान्यथा +नचापि +नचायं +नचासावस्ति +नचासौ +नचास्ति +नचास्मिन् +नचास्य +नचाहं +नचि +नचिकेत +नचिकेतः +नचिकेतस +नचिकेतसं +नचिकेतसः +नचिकेतसा +नचिकेतसे +नचिकेतसो +नचिकेता +नचिकेताः +नचिकेतो +नचिरात् +नचिरात्पार्थ +नचिरादिव +नचिरादेव +नचिराद् +नचिरेण +नचिरेणाधिगच्छति +नचे +नचेति +नचेत् +नचेत्यादि +नचेत्यादिना +नचेदं +नचेदिति +नचेद् +नचेयं +नचेष्टापतिः +नचेष्टापत्तिः +नचेह +नचै +नचैकं +नचैकस्मिन्नेव +नचैतत् +नचैतदस्ति +नचैतदिति +नचैतद् +नचैतावता +नचैते +नचैत्र +नचैनं +नचैव +नचैवं +नचैवंसति +नचैवमपि +नचैवमिति +नचैवम् +नचैषां +नचोक्तदोषः +नच्च +नछि +नज +नजः +नजजलगैर्गदिता +नजर +नजरुल +नज़रुल् +नज़र् +नजा +नजातः +नजातमष्टरोदसी +नजावथ +नजि +नजिङ् +नजौ +नज्या +नञ +नञः +नञत्र +नञर्थ +नञर्थः +नञर्थनिर्णयः +नञर्थस्य +नञर्थाः +नञर्थे +नञर्थो +नञश्चात्र +नञश्चैष +नञस्तत्पुरुषात् +नञा +नञि +नञैव +नञो +नञोऽस्त्यर्थानां +नञौ +नञ् +नञ्च +नञ्ज +नञ्जः +नञ्जनगूडु +नञ्जनगूडुविधानसभाक्षेत्रम् +नञ्जुण्डय्यः +नञ्जुण्डुय्य +नञ्ञः +नञ्ञा +नञ्ञिवयुक्तमन्यसदृशाधिकरणे +नञ्ञो +नञ्ञ् +नञ्ञ्समासादन्यो +नञ्ञ्समासो +नञ्ञ्सुभ्यां +नञ्ञ्स्नञ्ञौ +नञ्तत् +नञ्तत्पुरुषः +नञ्तत्पुरुषे +नञ्द्वयम् +नञ्पूर्वस्य +नञ्पूर्वाणामपि +नञ्पूर्वात् +नञ्प्रकृत्या +नञ्बहुव्रीहिः +नञ्यनिः +नञ्वति +नञ्विशिष्टेन +नञ्विशिष्टेनानञ् +नञ्स +नञ्समभिव्याहारे +नञ्समास +नञ्समासः +नञ्समासनिष्पन्नः +नञ्समासस्य +नञ्समासे +नञ्समासेऽव्ययपूर्वपदप्रकृतिस्वरत्वम् +नञ्समासो +नञ्सुभ्यां +नञ्सुभ्यामित्युत्तरपदांतोदात्तत्वं +नञ्सुभ्याम् +नञ्स्नञौ +नञ्स्वरः +नञ्‌समासे +नट +नटं +नटः +नटति +नटन +नटनं +नटनर्तकाः +नटनर्तकान् +नटनर्त्तकाः +नटने +नटभटिका +नटभैरवी +नटभैरवीमेलजन्य +नटभैरवीमेलजन्यः +नटयति +नटराजन् +नटराजराजो +नटवत् +नटवर +नटव्यपदेशः +नटश्च +नटसूत्र +नटसूत्रयोः +नटस्तथा +नटस्य +नटस्येव +नटा +नटाः +नटादौ +नटानां +नटाश्चैव +नटाश्रयः +नटि +नटितवती +नटी +नटीं +नटीव +नटे +नटेन +नटेशसहस्रनामस्तोत्रम् +नटेषु +नटैः +नटो +नट् +नट्टा +नट्या +नट्याः +नड +नडं +नडः +नडकीयम् +नडमा +नडम् +नडशादाड्ड्वलच् +नडस्य +नड़ +नडा +नडाः +नडागारमिव +नडादि +नडादिः +नडादित्वात् +नडादित्वात्फक् +नडादिभ्यः +नडादिषु +नडादीनां +नडानां +नडाल् +नडियाद +नडियाद् +नडे +नडेन +नडो +नड् +नड्या +नड्वलः +नड्वला +नड्वलाभ्यः +नड्वलायां +नड्वान् +नणां +नत +नतं +नतः +नतकंधरः +नतकन्धरः +नतकर्म +नतकाल +नतकालः +नतकालो +नतकूटं +नतघटिका +नतघटिकाः +नतज्यया +नतज्या +नतत्वं +नतनाभिरन्ध्रं +नतनासिके +नतपर्वणा +नतपर्वणाम् +नतपर्वभिः +नतभाग +नतभागज्या +नतभागा +नतभागाः +नतभ्रुवः +नतभ्रुवां +नतभ्रुवो +नतभ्रूः +नतम +नतमस्तकः +नतमस्तकाः +नतमानं +नतमिति +नतमुखः +नतमुखी +नतम् +नतय +नतया +नतरां +नतराम् +नतलोकबन्धो +नतवांछितप्रद +नतशिरा +नतश्च +नतस्कंधः +नतस्य +नता +नतां +नतांश +नतांशज्या +नतांशबाहुकोटिज्ये +नतांशा +नतांशाः +नतांशानां +नतांसमाकुञ्चितसव्यपादम् +नताः +नताङ्गि +नताङ्गी +नताङ्ग्या +नतात् +नताधिकापदुद्धरम् +नताननः +नतानना +नताना +नतानां +नतानि +नतान् +नताम् +नताय +नताया +नतावंसयोः +नतावद् +नताशा +नताश्च +नतासवो +नतासु +नतासुज्या +नतासूनां +नतास्ते +नतास्मि +नति +नतिं +नतिः +नतिम् +नतिरिति +नतिरियं +नतिर्नमस्कारः +नतिलम्बनयोः +नतिलिप्ता +नतिश्च +नतिसंज्ञं +नतिस्तथा +नती +नतीति +नतु +नतुं +नते +नतेः +नतेतरातिभीकरं +नतेति +नतेन +नतेषु +नतेऽभिधेये +नतैः +नतो +नतोत्क्रमज्यया +नतोत्क्रमज्या +नतोन्नतं +नतोन्नतकालौ +नतोन्नतज्ये +नतोन्नतम् +नतोन्नतां +नतोन्नते +नतोस्मि +नतोऽस्मि +नतोऽस्म्यहम् +नतोऽहं +नतौ +नत् +नत्तं +नत्ति +नत्थिकां +नत्य +नत्यन्तं +नत्यन्तो +नत्या +नत्यि +नत्र +नत्रः +नत्रा +नत्रैव +नत्व +नत्वं +नत्वञ्च +नत्वत्र +नत्वन्य +नत्वन्यथा +नत्वन्यदिति +नत्वन्यस्येति +नत्वपरं +नत्वबादिनियमानुषङ्गिसत्तादिकास्त +नत्वमिति +नत्वमेव +नत्वम् +नत्वयं +नत्ववस्थाभेदः +नत्वस्य +नत्वहं +नत्वा +नत्वात् +नत्वात्मन +नत्वाथ +नत्वादिति +नत्वाभावः +नत्वाभावो +नत्वाऽथ +नत्वाऽऽह +नत्वि +नत्विति +नत्विदं +नत्विह +नत्वे +नत्वेकं +नत्वेतदस्ति +नत्वेतद्विपक्षाः +नत्वेति +नत्वेते +नत्वेन +नत्वेव +नत्वेवं +नत्वेवम् +नत्वेवाहं +नत्वैव +नत्वैवं +नत्वोवाच +नथ +नथा +नथाच +नथापि +नथि +नथैव +नद +नदं +नदंति +नदः +नदट् +नदतः +नदतां +नदति +नदतीति +नदते +नदतो +नदत्याकाशगङ्गायाः +नदत्सु +नदद्भिः +नदनदीपतिः +नदनदीपतिम् +नदनदीपतेः +नदन् +नदन्त +नदन्तं +नदन्तः +नदन्तम् +नदन्तश्च +नदन्ति +नदन्ती +नदन्ते +नदन्तो +नदन्तौ +नदभेदे +नदम् +नदयन् +नदयो +नदविशेषः +नदविशेषेऽब्धौ +नदस्य +नदा +नदाः +नदानां +नदान् +नदाश्च +नदि +नदिति +नदित्वा +नदिया +नदियाँ +नदियां +नदियामण्डलम् +नदियो +नदियों +नदी +नदीं +नदीः +नदीकान्ता +नदीकार्य +नदीकार्याणि +नदीकूलं +नदीकूलम् +नदीकूले +नदीक्षेत्राणि +नदीगर्भे +नदीज +नदीजः +नदीजलं +नदीजलम् +नदीजलस्य +नदीजले +नदीजलैः +नदीजानां +नदीतटं +नदीतटम् +नदीतटे +नदीतटेषु +नदीतमे +नदीतरम् +नदीति +नदीतीर +नदीतीरं +नदीतीरे +नदीतीरेषु +नदीतोयं +नदीतोये +नदीत्व +नदीत्वं +नदीत्वपक्षे +नदीत्वे +नदीन +नदीनं +नदीनः +नदीनदाः +नदीना +नदीनां +नदीनाञ्च +नदीनाम +नदीनामथ +नदीनामनेकमार्गप्रवृत्तानां +नदीनामसु +नदीनामिति +नदीनामिव +नदीनामुत्तमा +नदीनामैतत् +नदीनाम् +नदीपक्षे +नदीपतये +नदीपतिः +नदीपतेः +नदीपदं +नदीपदस्य +नदीपारं +नदीपौर्णमास्याग्रहायणीभ्यः +नदीप्रवाहे +नदीप्रस्रवणानि +नदीभिः +नदीभिश्च +नदीभेदः +नदीभेदे +नदीभ्यः +नदीभ्यश्च +नदीभ्यां +नदीभ्यो +नदीम +नदीमध्ये +नदीमनु +नदीमन्ववसिता +नदीमात्रे +नदीमानुषीभ्यस्तन्नामिकाभ्यः +नदीमिव +नदीमुखेनेव +नदीम् +नदीयं +नदीयते +नदीरयः +नदीरयाः +नदीरयैः +नदीरूपं +नदीरूपा +नदीरूपां +नदीरूपाणि +नदीरूपेण +नदीर्जनपदास्तु +नदीव +नदीविशेषः +नदीविशेषे +नदीवीचिषु +नदीवेग +नदीवेगं +नदीवेगमिवागतम् +नदीवेगा +नदीवेगो +नदीशतानां +नदीशब्दवहा +नदीशब्देन +नदीश्च +नदीषु +नदीष्णः +नदीष्णान् +नदीष्वपि +नदीष्वा +नदीसंज्ञक +नदीसंज्ञा +नदीसंज्ञौ +नदीसुतः +नदीस्तटाकानि +नदीस्तीर्त्वा +नदीस्नानं +नदीस्रोतांसि +नदृश्यते +नदे +नदेन +नदेव +नदो +नदोषः +नदौ +नद् +नद्ध +नद्धं +नद्धः +नद्धम् +नद्धयुगस्य +नद्धा +नद्धानि +नद्धो +नद्ध्री +नद्य +नद्यं +नद्यः +नद्यजादी +नद्यन्तानां +नद्यश्च +नद्यस्तत्र +नद्यस्तथा +नद्यस्तीर्थानि +नद्यस्तु +नद्यस्तेषां +नद्या +नद्यां +नद्याः +नद्याञ्च +नद्यादि +नद्यादिभ्यो +नद्यादिषु +नद्यादीनां +नद्यादेः +नद्यादौ +नद्यामिति +नद्याम् +नद्यायं +नद्याश्च +नद्यास्तटे +नद्यास्तीरे +नद्यास्तु +नद्युतश्च +नद्युत्तरणं +नद्युपनद्यश्च +नद्यृतश्च +नद्यृतश्चेति +नद्यै +नद्यो +नद्योः +नद्योज्झितं +नद्योऽथ +नद्योऽपि +नद्यौ +नद्य् +नद्वयादुत्तरैः +नद्वारा +नद्वितीयः +नधा +नधि +नधृतश्च +नन +ननं +ननंद +ननः +ननक्ष +ननक्षे +ननक्षे॒ +ननगळु +ननद +ननना +ननन्द +ननन्दतुः +ननन्दतुस्तत्सदृशेन +ननन्दा +ननन्दुः +ननम +ननमः +ननमयययुतेयं +ननम् +ननरलगुरुभिश्च +ननरला +ननर्त +ननर्तिथ +ननर्तेव +ननर्त्त +ननर्द +ननव +ननसगगुरुरचिता +नना +ननां +ननाथ +ननाद +ननादोच्चैः +ननान्दरि +ननान्दा +ननान्दृ +ननाम +ननामाथ +ननाम् +ननाश +ननाह +नना॑न्दरि +ननि +ननी +ननु +ननुं +ननुः +ननुएतां +ननुकर्मणा +ननुच +ननुतर्हि +ननुते +ननुन +ननुनेहाभिक्रमनाशोऽस्ति +ननू +ननूक्त +ननूक्तं +ननूक्तप्रकारेण +ननूक्तमत्र +ननूक्तमेव +ननूक्तम् +ननूक्तरीत्या +ननूक्ता +ननृतुः +ननृतुर्जगुः +ननृतुर्मुदा +ननृतुश्च +ननृतुश्चाप्सरोगणाः +ननृतुस्तत्र +ननृते +नने +ननो +ननौ +नन् +नन्त +नन्तं +नन्तः +नन्तम् +नन्तर +नन्तरं +नन्तरमेव +नन्तरम् +नन्तरे +नन्ता +नन्ति +नन्तु +नन्तुं +नन्द +नन्दं +नन्दः +नन्दक +नन्दकं +नन्दकः +नन्दकम् +नन्दकश्चैव +नन्दकस्य +नन्दकी +नन्दके +नन्दकेन +नन्दको +नन्दगृहे +नन्दगेहिनी +नन्दगेहे +नन्दगोकुलम् +नन्दगोकुले +नन्दगोप +नन्दगोपं +नन्दगोपः +नन्दगोपकुले +नन्दगोपगृहे +नन्दगोपपुत्र +नन्दगोपपुत्रः +नन्दगोपपुत्रे +नन्दगोपपुरोगमाः +नन्दगोपव्रजौकसाम् +नन्दगोपश्च +नन्दगोपसुतं +नन्दगोपस्तु +नन्दगोपस्य +नन्दगोपेन +नन्दगोपो +नन्दत +नन्दतात् +नन्दति +नन्दतीति +नन्दतु +नन्दते +नन्दथुः +नन्दन +नन्दनं +नन्दनः +नन्दनद्रुमाः +नन्दनन्दन +नन्दनन्दनं +नन्दनन्दनः +नन्दनन्दनम् +नन्दनन्दनस्य +नन्दनन्दने +नन्दनन्दपदं +नन्दनम् +नन्दनवन +नन्दनवनं +नन्दनवनम् +नन्दनवनविचारिणीं +नन्दनवनस्य +नन्दनवने +नन्दनश्चैव +नन्दनस्तथा +नन्दनस्य +नन्दनस्येव +नन्दना +नन्दनाः +नन्दनात् +नन्दनादिषु +नन्दनादीनि +नन्दनाय +नन्दनालोकनमङ्गलेषु +नन्दनी +नन्दने +नन्दनेन +नन्दनो +नन्दनोद्याने +नन्दनोपनन्दना +नन्दन् +नन्दन्ति +नन्दन्तीति +नन्दन्तु +नन्दपण्डित +नन्दपत्नी +नन्दप्रिया +नन्दभागं +नन्दमन्दिरम् +नन्दमहाम्बुधिं +नन्दमुख्या +नन्दमेव +नन्दम् +नन्दय +नन्दयति +नन्दयतीति +नन्दयन् +नन्दयन्ति +नन्दयन्ती +नन्दयन्त्यां +नन्दयसि +नन्दया +नन्दयामास +नन्दयिता +नन्दयिष्यामि +नन्दराजं +नन्दराजो +नन्दराज्यं +नन्दलाल +नन्दवंशः +नन्दवनं +नन्दव्रजं +नन्दश्च +नन्दसुत +नन्दसुतः +नन्दसूनुं +नन्दसूनुः +नन्दसूनोः +नन्दस्तु +नन्दस्य +नन्दा +नन्दां +नन्दाः +नन्दात् +नन्दात्मज +नन्दात्मजः +नन्दादयः +नन्दादयो +नन्दादि +नन्दादीनां +नन्दादेवी +नन्दाद्या +नन्दाद्याः +नन्दान् +नन्दाम +नन्दामि +नन्दाम् +नन्दाय +नन्दाया +नन्दायां +नन्दायै +नन्दावती +नन्दासु +नन्दि +नन्दिं +नन्दिः +नन्दिक +नन्दिका +नन्दिकाम् +नन्दिकुण्डं +नन्दिकेशं +नन्दिकेश्वर +नन्दिकेश्वरं +नन्दिकेश्वरः +नन्दिकेश्वरम् +नन्दिकेश्वरस्य +नन्दिकेश्वरी +नन्दिकेश्वरे +नन्दिकेश्वरेण +नन्दिक्षेत्रे +नन्दिगिरिः +नन्दिग्रहि +नन्दिग्रहिपचादिभ्यो +नन्दिग्रहीति +नन्दिग्राम +नन्दिग्रामं +नन्दिग्रामे +नन्दितं +नन्दितः +नन्दिता +नन्दिताः +नन्दितात्मा +नन्दिन +नन्दिनं +नन्दिनः +नन्दिनम् +नन्दिना +नन्दिनागरीलिपिः +नन्दिनि +नन्दिनी +नन्दिनीं +नन्दिनीम् +नन्दिनीवरप्रदानः +नन्दिने +नन्दिनो +नन्दिन् +नन्दिन्या +नन्दिन्याः +नन्दिन्युवाच +नन्दिन्यै +नन्दिपुराणम् +नन्दिपुराणे +नन्दिभिल्लस्य +नन्दिभिल्लो +नन्दिमहाकालौ +नन्दिमित्र +नन्दिमित्रं +नन्दिमित्रमहाश्रावको +नन्दिमित्रो +नन्दिर्ज्योतिर्गणेश्वरः +नन्दिलक +नन्दिवर्द्धन +नन्दिवर्द्धनः +नन्दिवर्धन +नन्दिवर्धनः +नन्दिवर्धनम् +नन्दिवृक्षे +नन्दिषेणं +नन्दिष्यति +नन्दी +नन्दीं +नन्दीति +नन्दीपुरम् +नन्दीमठ +नन्दीमठः +नन्दीमुखी +नन्दीरागसहगता +नन्दीवृक्षः +नन्दीवृक्षो +नन्दीश +नन्दीशं +नन्दीशः +नन्दीशो +नन्दीश्वर +नन्दीश्वरं +नन्दीश्वरः +नन्दीश्वरश्च +नन्दीश्वरस्य +नन्दीश्वरादयः +नन्दीश्वरे +नन्दीश्वरो +नन्दुरबार +नन्दुरबारमण्डलम् +नन्दे +नन्देः +नन्देति +नन्देत् +नन्देन +नन्दो +नन्दोपनन्द +नन्दोपनन्दकौ +नन्दोपनन्दौ +नन्दोऽथ +नन्दोऽपि +नन्द् +नन्द्य +नन्द्यते +नन्द्यादि +नन्द्यादिः +नन्द्यादित्वात् +नन्द्यादित्वात्कर्तरि +नन्द्यादित्वाल्ल्युः +नन्द्यादिभ्यो +नन्द्यावर्त +नन्द्यावर्तं +नन्द्यावर्तः +नन्द्यावर्तस्य +नन्द्यावर्ते +नन्द्यावर्तेन +नन्द्यावर्तो +नन्द्यावर्त्तं +नन्द्युवाच +नन्द्रा +नन्द्राः +नन्न +नन्नमीति +नन्ना +नन्म +नन्यः +नन्व +नन्वत +नन्वत्र +नन्वत्रापि +नन्वत्रेति +नन्वनुगृह्य +नन्वनेन +नन्वनेनैव +नन्वन्तःकरणस्य +नन्वन्य +नन्वन्यत्र +नन्वन्या +नन्वबादयो +नन्वमानयन् +नन्वयं +नन्वयमेव +नन्वविद्या +नन्वविद्याया +नन्वसति +नन्वसौ +नन्वस्ति +नन्वस्तु +नन्वस्त्येव +नन्वस्त्वेवं +नन्वस्मिन् +नन्वस्मिन्नपि +नन्वस्य +नन्वस्या +नन्वस्यां +नन्वहं +नन्वहमिति +नन्वा +नन्वात्मन +नन्वात्मनः +नन्वात्मनो +नन्वात्मा +नन्वात्मानं +नन्वाश्रयस्थितिरियं +नन्वि +नन्विति +नन्वित्थं +नन्वित्यादि +नन्वित्यादिना +नन्विद +नन्विदं +नन्विदमनुपपन्नं +नन्विदमयुक्तम् +नन्विदमेव +नन्विदानीं +नन्विमे +नन्विमौ +नन्वियं +नन्वियतेति +नन्विह +नन्विहापि +नन्वी +नन्वीश्वरस्य +नन्वीश्वरस्यापि +नन्वे +नन्वेक +नन्वेकं +नन्वेकत्र +नन्वेकदा +नन्वेकस्य +नन्वेकेन +नन्वेचं +नन्वेतत् +नन्वेतदपि +नन्वेतदयुक्तम् +नन्वेतदेव +नन्वेतद् +नन्वेतन्मम +नन्वेतस्य +नन्वेतादृशस्य +नन्वेतावता +नन्वेतावताऽपि +नन्वेते +नन्वेतेषां +नन्वेमपि +नन्वेयं +नन्वेव +नन्वेवं +नन्वेवंसति +नन्वेवन्तर्हि +नन्वेवमपि +नन्वेवमिति +नन्वेवमेव +नन्वेवम् +नन्वेष +नन्वेषं +नन्वेषां +नन्वोर्विभाषा +नन्व् +नप +नपः +नपर +नपरे +नपा +नपाज्जातवेदः +नपातं +नपातः +नपातमपां +नपातमा +नपातम् +नपाता +नपातो +नपात् +नपादा +नपादिति +नपाद् +नपाद्य +नपान् +नपा॑तं +नपा॑तं॒ +नपा॑तम् +नपा॑तम॒पां +नपा॑ता +नपा॑त् +नपि +नपु +नपुं +नपुंस +नपुंसक +नपुंसकं +नपुंसकः +नपुंसकग्रहणं +नपुंसकता +नपुंसकत्वं +नपुंसकत्वम् +नपुंसकत्वस्य +नपुंसकत्वात् +नपुंसकत्वे +नपुंसकत्वेन +नपुंसकनिर्देशः +नपुंसकमनपुंसकेन +नपुंसकमनपुंसकेनैकवच्चास्यान्यतरस्याम् +नपुंसकमिति +नपुंसकमेव +नपुंसकम् +नपुंसकम्‌ +नपुंसकलिंग +नपुंसकलिङ्ग +नपुंसकलिङ्गं +नपुंसकलिङ्गः +नपुंसकलिङ्गता +नपुंसकलिङ्गम् +नपुंसकलिङ्गस्य +नपुंसकलिङ्गाः +नपुंसकलिङ्गाध्यायः +नपुंसकलिङ्गे +नपुंसकलिङ्गेन +नपुंसकलिङ्गो +नपुंसकस्य +नपुंसका +नपुंसकाः +नपुंसकाच्च +नपुंसकात् +नपुंसकादन्यतरस्याम् +नपुंसकानां +नपुंसकानि +नपुंसके +नपुंसकेन +नपुंसकैकवचने +नपुंसकैकशेषः +नपुंसको +नपुंसकोपसर्जनह्रस्वत्वं +नपुंसकौ +नपुन्सक +नपुसक +नपुसकं +नपुसकत्व +नपुसकत्वे +नपुसकम् +नपुसकलिङ्ग +नपुसकस्य +नपुसके +नपू +नपूर्वकं +नपेक्ष्य +नपो +नप् +नप्तः +नप्ता +नप्तारं +नप्तारौ +नप्तुः +नप्तृ +नप्तृषु +नप्तेति +नप्त्यं +नप्त्यः +नप्त्यम् +नप्त्योर्हितः +नप्त्र +नप्त्रा +नप्त्रा॑ +नप्त्री +नप्त्रे +नप्त्रे॑ +नप्त्रे॒ +नप्यदः +नप्रत्ययः +नप्रत्यये +नप्‌ +नब +नबम +नबरङ्गपुरमण्डलम् +नबी +नब् +नब्बे +नब्विषयत्वादाद्युदात्तः +नब्विषयस्य +नब्विषयस्यानिसन्तस्य +नभ +नभं +नभं॑तामन्य॒के +नभः +नभःसदां +नभःसदाम् +नभःस्थलं +नभःस्थलम् +नभःस्थलात् +नभःस्थली +नभःस्थले +नभःस्थिते +नभःस्पृशं +नभःस्पृशम् +नभः॑ +नभग +नभति +नभते +नभन्तामन्यके +नभन्तामन्यकेषां +नभन्ताम् +नभन्यं +नभन्वः +नभवति +नभवन्ति +नभविष्यति +नभविष्यन्ति +नभविष्यसि +नभश् +नभश्च +नभश्चरः +नभश्चरा +नभश्चराः +नभश्चराणां +नभश्चरे +नभश्चरेणेन्धनसंभृतेन +नभश्चरैः +नभश्चैव +नभस +नभसं +नभसः +नभसश्च +नभसस् +नभसस्पतिः +नभसा +नभसि +नभसी +नभसीति +नभसीव +नभसे +नभसेव +नभसो +नभसोऽन्तर्गतस्य +नभसोऽपि +नभस् +नभस्कार +नभस्तः +नभस्तथा +नभस्तलं +नभस्तलम् +नभस्तलात् +नभस्तले +नभस्तु +नभस्तो +नभस्थलम् +नभस्थले +नभस्पृशं +नभस्य +नभस्यमासस्य +नभस्यश् +नभस्यश्च +नभस्यश्चेति +नभस्यस्य +नभस्याकाशे +नभस्यादिषु +नभस्याय +नभस्ये +नभस्येव +नभस्यो +नभस्व +नभस्वतः +नभस्वता +नभस्वति +नभस्वतेरितं +नभस्वतो +नभस्वत् +नभस्वऽ +नभस्वानिति +नभस्वानिव +नभस्वान् +नभा +नभांसि +नभाः +नभे +नभैः +नभो +नभोगतः +नभोगता +नभोगताः +नभोगतिः +नभोगते +नभोगतौ +नभोजलम् +नभोनभस्ययोर्वृष्टिमवग्रह +नभोनभस्यौ +नभोन्तरे +नभोन्ते +नभोपमः +नभोमण्डले +नभोमध्ये +नभोमार्गे +नभोमार्गेण +नभोमुद्रा +नभोरूपाः +नभोवर्त्म +नभोवाणी +नभोवाणीं +नभोवाण्या +नभोवृत्तिः +नभोऽङ्गिरोमनुषां +नभोऽन्तरिक्षं +नभोऽन्ते +नभोऽपि +नभोऽभवत् +नभोऽसि +नभो॑ +नभो॒ +नभौ +नभ्य +नभ्यं +नभ्यति +नभ्यमञ्जनम् +नभ्यस्थे +नभ्यानि +नभ्योऽक्षः +नभ्राट् +नभ्राण्नपात् +नभ॑न्तामन्य॒के +नभ॑न्तामन्य॒केषां॑ +नभ॑न्ताम् +नभ॑श्च +नभ॑सा +नभ॑सा॒ +नभ॑सी +नम +नमं +नमंति +नमः +नमःपदं +नमःपराय +नमःशब्दं +नमःशब्दः +नमःशिवाय +नमःस्वस्ति +नमःस्वस्तिस्वाहा +नमःस्वस्तिस्वाहास्वधालंवषड्योगाच्च +नमःऽ +नमःऽभिः +नमः॑ +नमः॑ऽभिः +नमः॒ +नमउक्तिं +नमक +नमत +नमतः +नमता +नमतां +नमताम् +नमति +नमतीति +नमतु +नमते +नमतेः +नमतो +नमत्य् +नमत्सु +नमदवनेः +नमदाफा +नमध्वं +नमन +नमनं +नमनम् +नमनशीलं +नमनस्य +नमने +नमनेन +नमन् +नमन्त +नमन्तं +नमन्तः +नमन्तां +नमन्ताम् +नमन्ति +नमन्तीति +नमन्तु +नमन्ते +नमन्नपि +नमपि +नमम +नममेति +नमय +नमयति +नमयतीव +नमयन् +नमयन्ति +नमयन्ती +नमयन्तु +नमयांचकार +नमयामसि +नमयितुं +नमयित्वा +नमयेत् +नमरं +नमश् +नमश्च +नमश्चकार +नमश्चक्रुः +नमश्चक्रे +नमश्चण्डिकायै +नमश्चन्द्राय +नमश्चान्ते +नमश्चामुण्डे +नमश्चित्राय +नमश्चेति +नमश्चैव +नमश्शिवाय +नमश्शिवायेति +नमस +नमसः +नमसा +नमसि +नमसे +नमसेदुप +नमसो +नमसोपसद्य +नमसोर्जो +नमस् +नमस्करणीयः +नमस्करोति +नमस्करोमि +नमस्करोमीत्यर्थः +नमस्करोम्यहं +नमस्कर्ता +नमस्कर्तुं +नमस्कार +नमस्कारं +नमस्कारः +नमस्कारपुरःसरम् +नमस्कारमेव +नमस्कारम् +नमस्कारवचनं +नमस्कारश्च +नमस्कारश्चास्तु +नमस्कारसमन्वितैः +नमस्कारस्तु +नमस्कारस्त्रिकोणवत् +नमस्कारस्य +नमस्कारा +नमस्काराः +नमस्कारादि +नमस्कारादिना +नमस्कारान् +नमस्काराय +नमस्कारार्थं +नमस्कारी +नमस्कारे +नमस्कारेण +नमस्कारेषु +नमस्कारैः +नमस्कारैरुपतिष्ठते +नमस्कारो +नमस्कारोक्तिं +नमस्कारोस्तु +नमस्कारोऽस्तु +नमस्कार्यः +नमस्कार्या +नमस्कार्याः +नमस्कार्यो +नमस्कुरु +नमस्कुरुत +नमस्कुरुते +नमस्कुर्मः +नमस्कुर्महे +नमस्कुर्मो +नमस्कुर्याच्च +नमस्कुर्यात् +नमस्कुर्याद् +नमस्कुर्यान्न +नमस्कुर्युः +नमस्कुर्य्यात् +नमस्कुर्वते +नमस्कुर्वन् +नमस्कुर्वन्ति +नमस्कुर्व्वते +नमस्कृत +नमस्कृतं +नमस्कृतः +नमस्कृतम् +नमस्कृतवान् +नमस्कृता +नमस्कृतां +नमस्कृताः +नमस्कृतिः +नमस्कृतिम् +नमस्कृते +नमस्कृतो +नमस्कृतौ +नमस्कृत्य +नमस्कृत्या +नमस्कृत्याथ +नमस्कृत्येति +नमस्कृत्योवाच +नमस्कृत्वा +नमस्कृत्वाथ +नमस्क्रियते +नमस्क्रिया +नमस्क्रियाम् +नमस्त +नमस्ततः +नमस्तथा +नमस्तर्पयामि +नमस्तव +नमस्तस्मै +नमस्तस्यै +नमस्ताभ्यां +नमस्ताभ्यो +नमस्ताम्राय +नमस्ताराय +नमस्तीर्थ्याय +नमस्तु +नमस्तुभ्यं +नमस्तुभ्यमिति +नमस्तुभ्यम् +नमस्तुष्ट्यै +नमस्ते +नमस्तेभ्य +नमस्तेभ्यः +नमस्तेभ्यो +नमस्तेस्तु +नमस्तेऽस्तु +नमस्त्रिमूर्तये +नमस्त्रैलोक्यनाथाय +नमस्पुरसोर्गत्योः +नमस्य +नमस्यं +नमस्यंति +नमस्यः +नमस्यत +नमस्यति +नमस्यन् +नमस्यन्त +नमस्यन्तः +नमस्यन्तश्च +नमस्यन्ति +नमस्यन्तीः +नमस्यन्ते +नमस्यन्तो +नमस्यन्न् +नमस्यमानः +नमस्यम् +नमस्यश्च +नमस्यश्चैव +नमस्यस्तिरस्तमांसि +नमस्या +नमस्याः +नमस्यानि +नमस्यापचितिः +नमस्याम +नमस्यामः +नमस्यामि +नमस्यामो +नमस्याय +नमस्ये +नमस्येत +नमस्येऽहं +नमस्यो +नमस्व +नमस्वन्त +नमस्वान् +नमस्विन +नमस्विनः +नमस्स्वाहा +नमा +नमांसि +नमात्रं +नमानि +नमाम +नमामः +नमामहे +नमामि +नमामीति +नमामो +नमाम्यहं +नमाम्यहम् +नमाम्यागच्छ +नमाम्येष +नमाम्य् +नमि +नमिः +नमिकम्पि +नमिकम्पिस्म्यजसकमहिंसदीपो +नमिका +नमित +नमितं +नमितः +नमितकंधरः +नमिता +नमिति +नमिते +नमित्यर्थः +नमिनाथ +नमिनाथः +नमिनाथस्य +नमिनाथेन +नमिव +नमिसाधुः +नमिसाधुविरचितटिप्पणसमेतः +नमी +नमीबिया +नमु +नमुचावासुरे +नमुचि +नमुचिं +नमुचिः +नमुचिद्विषा +नमुचिना +नमुचिम् +नमुचिर्नाम +नमुचिर्यथा +नमुचिश्चैव +नमुचे +नमुचेः +नमुचेरपि +नमुचेरसुरस्य +नमुचेरासुरादधि +नमुचेर् +नमुचेश्च +नमुचौ +नमुच्यते +नमुने +नमु॑चावासु॒रे +नमु॑चिं॒ +नमु॑चिम् +नमु॑चेः +नमूना +नमे +नमें +नमेः +नमेच्च +नमेति +नमेते +नमेत् +नमेत्ततः +नमेत्सुधीः +नमेद् +नमेद्ब्राह्मणं +नमेद्यस्तु +नमेद्यो +नमेमहि +नमेयं +नमेरन् +नमेरन्महात्मन् +नमेरुः +नमेव +नमै +नमैः +नमो +नमोंते +नमोनम +नमोनमः +नमोनमस्ते +नमोनमो +नमोनारायणायेति +नमोन्तं +नमोन्तकः +नमोन्तकम् +नमोन्ता +नमोन्ताः +नमोन्ताश्च +नमोन्तेन +नमोभगवते +नमोभगवतेवासुदेवाय +नमोभिः +नमोभिरग्ने +नमोभिरन्नैः +नमोभिरव +नमोभिरिति +नमोभिर् +नमोवरिवश्चित्रङः +नमोवाकं +नमोवाके +नमोवा॒के +नमोवृक्तिं +नमोस्तु +नमोस्तुते +नमोस्त्विति +नमोऽ +नमोऽग्नये +नमोऽद्भ्यः +नमोऽधिपतिभ्यो +नमोऽनंताय +नमोऽनन्तस्वरूपाय +नमोऽनन्ताय +नमोऽनादिकृष्णनारायणाय +नमोऽनिरुद्धाय +नमोऽन्तं +नमोऽन्तः +नमोऽन्तकम् +नमोऽन्ताः +नमोऽन्ताश्च +नमोऽन्ते +नमोऽन्तेन +नमोऽन्तो +नमोऽन्नं +नमोऽन्नमस्तु +नमोऽपि +नमोऽमुष्मै +नमोऽस्तु +नमोऽस्तुते +नमोऽस्त्वनन्ताय +नमोऽस्त्ववार्यवीर्याय +नमोऽस्त्विति +नमो॑ +नमो॑भिः +नमो॑भि॒र्वि +नमो॑वृक्तिं॒ +नमो॑ऽस्तु +नमो॒ +नमौक्तिं +नम् +नम्न +नम्नते +नम्नमाने +नम्ना +नम्नां +नम्पूतिरि +नम्बर +नम्भय +नम्म +नम्मा +नम्य +नम्यः +नम्यते +नम्यन्ते +नम्या +नम्याय +नम्र +नम्रं +नम्रः +नम्रतया +नम्रतरैः +नम्रता +नम्रतां +नम्रतासहित +नम्रत्वं +नम्रधीः +नम्रमुखी +नम्रम् +नम्रवदना +नम्रशिराः +नम्रस्य +नम्रा +नम्रां +नम्राः +नम्राणां +नम्रात्मा +नम्रास्तरवः +नम्रीभूय +नम्रे +नम्रेण +नम्रो +नम॑ +नम॑ः +नम॑उक्तिं +नम॑सा +नम॑सा॒ +नम॑स्ते +नम॑स्ते॒ +नम॑स्वान् +नम॑स॒ +नम॒ +नम॒ः +नम॒सा +नम॒स्तेनो॑ +नम॒स्तेभ्यो॑ +नम॒स्तौ +नम॒स्या +नय +नयं +नयंति +नयः +नयकोविद +नयकोविदः +नयचक्षुषा +नयचन्द्रसूरिः +नयज्ञ +नयज्ञः +नयज्ञो +नयत +नयतं +नयतः +नयतम् +नयता +नयतां +नयताग्रे +नयताम् +नयति +नयति॒ +नयतीति +नयतीत्यर्थः +नयतु +नयते +नयतेः +नयतेति +नयतेर्डिच्च +नयतो +नयत् +नयत्यधः +नयत्यपि +नयत्यसौ +नयत्यात्मानमेव +नयत्याशु +नयत्येनं +नयत्येव +नयत्य् +नयत्विति +नयत्व् +नयथ +नयथः +नयध्वं +नयध्वम् +नयन +नयनं +नयनः +नयनगोचरीभवति +नयनत्रयम् +नयनद्वन्द्वं +नयनद्वयम् +नयनद्वये +नयनपथगामी +नयनपदवीं +नयनप्रीतिः +नयनप्लवः +नयनमधु +नयनमपि +नयनमाह +नयनमिति +नयनमिव +नयनमुत्पाट्य +नयनमेव +नयनमोक्षणम् +नयनम् +नयनयुगं +नयनयुगलं +नयनयुगासेचनकं +नयनयो +नयनयोः +नयनयोरभ्यस्तमामीलनं +नयनयोरमृतं +नयनयोर् +नयनयोर्मम +नयनयोर्यातेति +नयनविषयं +नयनसमुत्थं +नयनसलिलं +नयनसलिलैः +नयनसुभगं +नयनस्य +नयना +नयनात् +नयनानन्द +नयनानन्दं +नयनानन्दः +नयनानन्दकरः +नयनानां +नयनानि +नयनान्यरुणानि +नयनान्युत्पाटितानि +नयनान्येव +नयनाभिराम +नयनाभिरामं +नयनाभिरामः +नयनाभिरामदृश्यम् +नयनाभिरामम् +नयनाभिरामा +नयनाभ्यां +नयनामयान् +नयनामृतम् +नयनाम्बु +नयनाय +नयनार्थं +नयने +नयनेति +नयनेन +नयनेषु +नयनैः +नयनो +नयनों +नयनोत्पलानि +नयनोत्पलार्चिततनुं +नयनोत्सवः +नयनोत्सवम् +नयनोन्मीलन +नयनोन्मीलनं +नयनोपान्तविलोकितं +नयन् +नयन्त +नयन्तं +नयन्तः +नयन्तस्तु +नयन्तस्ते +नयन्ति +नयन्ती +नयन्तीः +नयन्तीति +नयन्तीम् +नयन्तु +नयन्ते +नयन्तो +नयन्तौ +नयन्त्यमी +नयन्त्याशु +नयन्त्येताः +नयम +नयमानः +नयम् +नयरूपीकरणम् +नयवत्यर्चाग्नीध्रे +नयवत्यर्चाऽऽग्नीध्रे +नयवर्त्म +नयविशारदः +नयवीथ्यां +नयशालिनि +नयशास्त्रवित् +नयश्च +नयश्चैव +नयस +नयसहितौ +नयसारस्य +नयसि +नयसे +नयस्य +नयस्व +नयऽ +नया +नयाँ +नयां +नयाः +नयागढमण्डलम् +नयागरा +नयाग्ने +नयाति +नयात् +नयात्र +नयानया +नयानयौ +नयाम +नयामः +नयामसि +नयामि +नयामीति +नयामीत्यर्थः +नयामो +नयाम्यहम् +नयाय +नयावः +नयाशु +नयास्युप +नयि +नयिष्यति +नयिष्यसि +नयिष्यामि +नयिष्ये +नयी +नयु +नयुगरेफतो +नयुगलं +नयुता +नये +नयेच्च +नयेत +नयेतं +नयेतां +नयेति +नयेत् +नयेत्क्रमात् +नयेत्ततः +नयेत्तु +नयेत्पितॄन् +नयेत्यर्थः +नयेत्याग्नीध्रमभिमृशति +नयेत्यादि +नयेत्स्वर्गं +नयेत्‌ +नयेथाः +नयेदिति +नयेदित्यर्थः +नयेद् +नयेद्बुध +नयेद्यदि +नयेन +नयेन् +नयेन्न +नयेन्नरः +नयेन्निशाम् +नयेमं +नयेयुः +नयेयुरिति +नयेषु +नयैः +नयैतम् +नयैव +नयो +नयोः +नयौ +नय्यरः +नय्यरस्य +नय॑ +नय॑थ +नय॑था +नय॑न्ति +नय॑न्ती +नय॑न्नृ॒तस्य॑ +नय॑सि +नय॒ +नर +नरं +नरंधिषाय +नरं॑ +नरं॒ +नरः +नरः॑ +नरः॒ +नरक +नरकं +नरकः +नरककारणम् +नरककोटयः +नरकगमनं +नरकगामिनः +नरकगामी +नरकचतुर्दशी +नरकजित् +नरकञ्च +नरकपातः +नरकपालं +नरकप्रदा +नरकप्राप्तिः +नरकभीरुभिः +नरकभेदः +नरकभेदे +नरकमभ्येति +नरकमाप्नुयात् +नरकमाप्नोति +नरकमृच्छति +नरकमेव +नरकम् +नरकयातनाः +नरकयातनाम् +नरकरिपुणा +नरकवर्णनम् +नरकविशेषः +नरकव्याधेश्चिकित्सां +नरकशब्दे +नरकश्च +नरकश्चैव +नरकस्तथा +नरकस्था +नरकस्थाः +नरकस्थाश्च +नरकस्य +नरकस्यान्ते +नरकस्येदं +नरकस्यैव +नरकहेतवः +नरका +नरकाः +नरकाग्निः +नरकाग्निना +नरकाग्निषु +नरकाग्नीनां +नरकाग्नीनामिन्धनं +नरकाच्च +नरकाच्च्युतः +नरकाणां +नरकाणाञ्च +नरकाणि +नरकात् +नरकादपि +नरकादिगतौ +नरकादिषु +नरकादिष्वपि +नरकादीनां +नरकादौ +नरकाद् +नरकाद्भयम् +नरकाद्यस्मात् +नरकाद्वापि +नरकानुपधावति +नरकानुभूतदुःखानां +नरकानेकविंशतिम् +नरकान् +नरकान्तक +नरकान्तकः +नरकान्तरे +नरकान्ते +नरकान्न +नरकान्नरः +नरकान्नरकं +नरकान्भुक्त्वा +नरकान्मुक्तो +नरकाय +नरकायुतम् +नरकायैव +नरकार्णवतारणम् +नरकार्णवम् +नरकार्णवात् +नरकार्णवे +नरकार्हा +नरकावहम् +नरकासुर +नरकासुरं +नरकासुरः +नरकासुरस्य +नरकासुरे +नरकास्ते +नरकिन्नररक्षांसि +नरकुञ्जरवाजिनाम् +नरके +नरकेण +नरकेभ्यः +नरकेषु +नरकेषूपपद्यते +नरकेषूपपन्नः +नरकेषूपपन्नाः +नरकेष्वपि +नरकेष्वेवं +नरकेसरी +नरकेऽपि +नरकेऽशुचावित्यग्रिमेणान्वयः +नरकेऽशुचौ +नरको +नरकोपपत्तिं +नरकोपमम् +नरकौकसः +नरगण +नरगुन्द +नरगुन्दविधानसभाक्षेत्रम् +नरघातिनः +नरघाती +नरजगैर्भवेन्मनोरमा +नरजन्म +नरजा +नरञ्चैव +नरत +नरता +नरतां +नरत्वं +नरद +नरदः +नरदीपं +नरदुर्गं +नरदेव +नरदेवः +नरदेवस्य +नरदेवानां +नरदेवेन +नरदेहः +नरदेहस्य +नरदेहे +नरनरायणौ +नरना +नरनाथ +नरनाथं +नरनाथस्य +नरनाथे +नरनाथो +नरनायक +नरनारायण +नरनारायणं +नरनारायणः +नरनारायणयोः +नरनारायणस्थानं +नरनारायणस्य +नरनारायणाभ्यां +नरनारायणाय +नरनारायणावुभौ +नरनारायणावूचतुः +नरनारायणावृषी +नरनारायणावेतौ +नरनारायणाश्रमः +नरनारायणाश्रमम् +नरनारायणाश्रमे +नरनारायणो +नरनारायणौ +नरनारी +नरनारीणां +नरन्धिषः +नरन्धिषाय +नरप +नरपतयः +नरपतयो +नरपति +नरपतिं +नरपतिः +नरपतिना +नरपतिपथे +नरपतिरपि +नरपतीनां +नरपते +नरपतेः +नरपतौ +नरपाल +नरपुंगव +नरपुंगवः +नरपुङ्गव +नरपुङ्गवः +नरम +नरमङ्गना +नरमहो +नरमांसेन +नरमात्राभिमानिनि +नरमालाविभूषणा +नरमिति +नरमूत्रे +नरमूत्रेण +नरमेधं +नरमेधफलं +नरमेधस्य +नरमेधे +नरम् +नरम्य +नरयन्त्रं +नरयानं +नरयानेन +नरयोषितः +नरयोषिताम् +नरराक्षसौ +नरराजस्य +नरराजेन +नररूपं +नररूपस्य +नररूपेण +नरर्षभ +नरर्षभः +नरर्षभम् +नरर्षभाः +नरर्षभौ +नरलोकं +नरलोकवीरा +नरलोकवीराः +नरलोके +नरवत् +नरवर +नरवरं +नरवरः +नरवरात्मजः +नरवरात्मजौ +नरवरेन्द्र +नरवरो +नरवरोत्तम +नरवर्मणः +नरवर्य +नरवानरौ +नरवारणवाजिनाम् +नरवाहन +नरवाहनः +नरवाहनदत्त +नरवाहनदत्तं +नरवाहनदत्तः +नरवाहनदत्तदेवः +नरवाहनदत्तश्च +नरवाहनदत्तस्तं +नरवाहनदत्तस्तां +नरवाहनदत्तस्य +नरवाहनदत्ताय +नरवाहनदत्तेन +नरवाहनदत्तो +नरवाहनदत्तोऽतः +नरवाहनदत्तोऽत्र +नरवाहनदत्तोऽथ +नरवाहनदत्तोऽपि +नरवाहनदत्तोऽसौ +नरवाहनम् +नरवाहने +नरविष्णुजनानामादिः +नरविहङ्गानामङ्गबन्धनवागुराः +नरवीर +नरव्याघ्र +नरव्याघ्रं +नरव्याघ्रः +नरव्याघ्रा +नरव्याघ्राः +नरव्याघ्रे +नरव्याघ्रो +नरव्याघ्रौ +नरशब्दस्य +नरशार्दूल +नरशार्दूलः +नरशार्दूलो +नरशार्दूलौ +नरशार्द्दूल +नरशिरः +नरश् +नरश्च +नरश्चापि +नरश्चेति +नरश्चैव +नरश्रेष्ठ +नरश्रेष्ठं +नरश्रेष्ठः +नरश्रेष्ठा +नरश्रेष्ठास्ते +नरश्रेष्ठे +नरश्रेष्ठो +नरश्रेष्ठौ +नरसंहारः +नरसखं +नरसखः +नरसखो +नरसत्तम +नरसत्तमः +नरसत्तमौ +नरसाररसे +नरसाररसेनैव +नरसिं +नरसिंह +नरसिंहं +नरसिंहः +नरसिंहगुप्तः +नरसिंहतीर्थः +नरसिंहदेवः +नरसिंहदेवस्य +नरसिंहन् +नरसिंहपुर +नरसिंहपुरमण्डलम् +नरसिंहपुरम् +नरसिंहपुराणे +नरसिंहमहेता +नरसिंहयोः +नरसिंहराज +नरसिंहराजविधानसभाक्षेत्रम् +नरसिंहराव +नरसिंहशास्त्री +नरसिंहश्च +नरसिंहस्तु +नरसिंहस्य +नरसिंहा +नरसिंहाकृतिं +नरसिंहाचार्य +नरसिंहाचार्यः +नरसिंहाय +नरसिंहे +नरसिंहेन +नरसिंहो +नरसिंहोपवर्णनम् +नरसिंहोऽथ +नरसीपुरविधानसभाक्षेत्रम् +नरसूक्त +नरसूक्तं +नरसूनवः +नरस् +नरस्तं +नरस्ततः +नरस्ततो +नरस्तत्फलमाप्नोति +नरस्तत्र +नरस्तथा +नरस्तदा +नरस्तरति +नरस्तस्य +नरस्तारयते +नरस्तु +नरस्ते +नरस्तेन +नरस्त्रियोः +नरस्त्वां +नरस्य +नरस्यापि +नरस्याप्रतिकारिणः +नरस्येति +नरस्येव +नरहत्या +नरहत्यां +नरहर +नरहरि +नरहरिं +नरहरिः +नरहरितीर्थः +नरहरिदासः +नरहरे +नरहरेः +नरहरेरुदितो +नरहरेर्मनसो +नरहितं +नरा +नरां +नरांश्च +नराः +नराकार +नराकारं +नराकारः +नराकारौ +नराकृति +नराकृतिं +नराकृतिः +नराकृतिम् +नराख्यं +नराग्र्याः +नराण +नराणा +नराणां +नराणाञ्च +नराणान्तु +नराणामक्रियावताम् +नराणामथ +नराणामपि +नराणामयनं +नराणामिह +नराणाम् +नरात् +नरादयः +नरादर्शनञ्च +नरादिषु +नरादीनां +नरादेररामस्य +नराद्या +नराधम +नराधमः +नराधमम् +नराधमा +नराधमाः +नराधमान् +नराधमैः +नराधिप +नराधिपं +नराधिपः +नराधिपतिः +नराधिपम् +नराधिपस्य +नराधिपा +नराधिपाः +नराधिपानां +नराधिपानाम् +नराधिपान् +नराधिपे +नराधिपेन +नराधिपैः +नराधिपो +नरान् +नरान्तक +नरान्तकं +नरान्तकः +नरान्तकम् +नरान्तको +नरान्तर +नरान्तरं +नरान्तरे +नरान्नरम् +नरान्नारीः +नरापचारान्नियतमुपसर्गः +नरामरपूजित +नरामस्य +नरामहरः +नरामो +नराम् +नराय +नरायण +नरायणः +नरायणम् +नरायणाः +नरायणि +नरायणी +नरायणे +नरायन +नरायनयुद्धस्य +नरायनयुद्धानन्तरं +नरायनयुद्धे +नरायनस्य +नराशँ +नराशंस +नराशंसं +नराशंसः +नराशंसपीतस्य +नराशंसम् +नराशंसस्य +नराशंसेन +नराशंसो +नराशंसोपरि +नराश्च +नराश्चापि +नराश्चैव +नराश्वरजतस्य +नराशꣳ +नराशꣳसः +नराशꣳसपीतस्य +नराशꣳसपीतस्येति +नराशꣳसस्याहं +नराशꣳसेन +नराशꣳसो +नरास् +नरास्तत्र +नरास्तथा +नरास्तदा +नरास्तस्यां +नरास्तु +नरास्ते +नरास्तेषां +नरास्थि +नरास्सर्वे +नरा॑ +नरा॒ +नरा॒श +नरा॒शंसं॑ +नरा॒शंसः॑ +नरा॒शंसो॑ +नरा॒शंस॑म् +नरि +नरिका +नरिनर्ति +नरिष्टा +नरिष्ठायै +नरिष्यन्तः +नरिष्यन्तश्च +नरिष्यन्तस्य +नरिष्यन्तोऽथ +नरी +नरीनर्ति +नरीनृत्यते +नरु +नरूपं +नरूपे +नरे +नरेंद्र +नरेंद्रस्य +नरेंद्रेण +नरेण +नरेणेह +नरेति +नरेन +नरेन्द्र +नरेन्द्रं +नरेन्द्रः +नरेन्द्रकन्या +नरेन्द्रचन्द्र +नरेन्द्रचन्द्रमाः +नरेन्द्रता +नरेन्द्रनाथ +नरेन्द्रनाथं +नरेन्द्रनाथः +नरेन्द्रनाथस्य +नरेन्द्रनाथेन +नरेन्द्रनाथो +नरेन्द्रपत्नी +नरेन्द्रपुत्रस्य +नरेन्द्रपुत्राय +नरेन्द्रभवने +नरेन्द्रमोदिनः +नरेन्द्रमोदिना +नरेन्द्रमोदी +नरेन्द्रमौले +नरेन्द्रम् +नरेन्द्रलक्ष्मीः +नरेन्द्रश्च +नरेन्द्रसिंह +नरेन्द्रसूनुः +नरेन्द्रसूनो +नरेन्द्रसूनोः +नरेन्द्रस्तु +नरेन्द्रस्य +नरेन्द्रा +नरेन्द्राः +नरेन्द्राणा +नरेन्द्राणां +नरेन्द्राणाम् +नरेन्द्रानेव +नरेन्द्राय +नरेन्द्राश्च +नरेन्द्रे +नरेन्द्रेण +नरेन्द्रेति +नरेन्द्रेषु +नरेन्द्रैः +नरेन्द्रो +नरेन्द्रोऽपि +नरेन्द्रोऽयं +नरेभ्यो +नरेश +नरेशं +नरेशः +नरेशकुमारधीमान् +नरेशस्य +नरेशो +नरेश् +नरेश्वर +नरेश्वरं +नरेश्वरः +नरेश्वरम् +नरेश्वरस्य +नरेश्वरा +नरेश्वराः +नरेश्वरे +नरेश्वरैः +नरेषु +नरेसा +नरे॑ +नरे॒ +नरै +नरैः +नरैना +नरैरमरैरिव +नरैरिति +नरैर्न +नरैर्नरकभीरुभिः +नरैश्च +नरैस्तथा +नरो +नरों +नरोत्तम +नरोत्तमं +नरोत्तमः +नरोत्तमम् +नरोत्तमस्य +नरोत्तमा +नरोत्तमाः +नरोत्तमान् +नरोत्तमैः +नरोत्तमौ +नरोपि +नरोऽतिस्थूल +नरोऽत्र +नरोऽथ +नरोऽपराणि +नरोऽपि +नरोऽयं +नरोऽश्नाति +नरोऽसौ +नरोऽहं +नरो॑ +नरो॒ +नरो॒ऽस्माक॑मिन्द्र +नरौ +नर् +नर्कुटकम् +नर्चा +नर्चि +नर्त +नर्तक +नर्तकं +नर्तकः +नर्तकस्य +नर्तका +नर्तकाः +नर्तकानां +नर्तकाश्च +नर्तकाश्चैव +नर्तकी +नर्तकीनां +नर्तकीम् +नर्तकीव +नर्तके +नर्तको +नर्तक्यः +नर्तक्या +नर्तक्याः +नर्तक्यो +नर्तन +नर्तनं +नर्तनबिन्दुः +नर्तनम् +नर्तनस्य +नर्तनाध्यायः +नर्तनानि +नर्तनाय +नर्तने +नर्तनो +नर्तयति +नर्तयते +नर्तयन् +नर्तयन्ति +नर्तयसि +नर्तयितुर्यथैव +नर्ति +नर्तित +नर्तितं +नर्तिता +नर्तितुं +नर्तितो +नर्तित्वा +नर्तिष्यति +नर्तुं +नर्ते +नर्त्त +नर्त्तकः +नर्त्तकी +नर्त्तके +नर्त्तको +नर्त्तन +नर्त्तनं +नर्त्तनम् +नर्त्तने +नर्त्ते +नर्थ +नर्थका +नर्थान्तरम् +नर्थे +नर्द +नर्दतः +नर्दतस्तीक्ष्णदंष्ट्रस्य +नर्दतां +नर्दतामिव +नर्दताम् +नर्दति +नर्दते +नर्दनं +नर्दन्तः +नर्दन्ति +नर्दन्ते +नर्दन्तो +नर्दन्तौ +नर्दबुद +नर्दमानं +नर्दमानस्य +नर्दमाना +नर्दमानाः +नर्दमानो +नर्देति +नर्द्द +नर्द्दति +नर्द्दन्ति +नर्ध्नोति +नर्नर्ति +नर्भ +नर्म +नर्मः +नर्मगर्भः +नर्मणः +नर्मणा +नर्मणि +नर्मद +नर्मदया +नर्मदा +नर्मदां +नर्मदाकूले +नर्मदाचरितं +नर्मदाजले +नर्मदातटमाश्रितः +नर्मदातटमाश्रित्य +नर्मदातटम् +नर्मदातटे +नर्मदातीरं +नर्मदातीरमाश्रित्य +नर्मदातीरे +नर्मदातोये +नर्मदादक्षिणे +नर्मदादेवी +नर्मदानदी +नर्मदानद्याः +नर्मदापुरविभागे +नर्मदामण्डलम् +नर्मदामाहात्म्ये +नर्मदाम् +नर्मदाम्भसि +नर्मदाया +नर्मदायां +नर्मदायाः +नर्मदायाश्च +नर्मदायास्तटे +नर्मदायास्तु +नर्मदायै +नर्मदायोजनायाः +नर्मदारोधसि +नर्मदाष्टकम् +नर्मदे +नर्मदेशं +नर्मद्युतिः +नर्मभिः +नर्ममाला +नर्मयुक्तं +नर्मयेयुः +नर्मवचसा +नर्मवती +नर्मसचिवं +नर्मसचिवः +नर्मसु +नर्मस्फोटः +नर्माणि +नर्माय +नर्म्म +नर्म्मणि +नर्म्मदा +नर्म्मदातटे +नर्म्मदानदी +नर्म्मदायां +नर्म्मदे +नर्य +नर्यं +नर्यं॑ +नर्यः +नर्यः॑ +नर्यम् +नर्यस्य +नर्या +नर्याः +नर्याणि +नर्यापसं +नर्यापसम् +नर्याय +नर्या॑ +नर्या॑णि +नर्या॑य +नर्या॒ +नर्येषु +नर्यो +नर्यो॑ +नर्यो॒ +नर्य्यः +नर्य्या +नर्य॑ +नर्य॑म् +नर्व +नर्वे +नर्षयः +नर्षयो +नर॑ +नर॑ः +नर॑म् +नर॑स्तो॒कस्य॒ +नर॒ +नर॒ः +नल +नलं +नलः +नलक +नलकं +नलकयन्त्रेण +नलकसुषिरे +नलकस्य +नलका +नलकानि +नलकान्तं +नलकूबर +नलकूबरः +नलकूबरम् +नलको +नलघु +नलचम्पू +नलचम्पूः +नलचम्प्वाः +नलति +नलतूला +नलद +नलदं +नलदमयन्त्योः +नलदा +नलदाम्बु +नलदे +नलन्दा +नलन्दामण्डलम् +नलन्दाविश्वविद्यालयः +नलपक्षे +नलबारि +नलमब्रवीत् +नलमहाराजः +नलमिति +नलमुखेन्दुपरां +नलमूलञ्च +नलमेव +नलम् +नलरूपं +नलवनं +नलवेतसमूलानि +नलशासनात् +नलश्च +नलश्चक्रे +नलसखो +नलसेतुः +नलसेतुना +नलस्तत्र +नलस्तथा +नलस्तदा +नलस्तां +नलस्तु +नलस्य +नलस्यापि +नलस्येव +नलस्यैव +नला +नलागिरिः +नलादन्यं +नलानने +नलानां +नलाय +नलि +नलिका +नलिकां +नलिकाद्वयं +नलिकायां +नलिके +नलिन +नलिनं +नलिनम् +नलिनस्य +नलिनानि +नलिनिका +नलिनिके +नलिनी +नलिनीं +नलिनीति +नलिनीदलानि +नलिनीदलैः +नलिनीनां +नलिनीपत्रस्थितं +नलिनीपत्रे +नलिनीमिव +नलिनीव +नलिनीवने +नलिनीषु +नलिने +नलिनेषु +नलिनैः +नलिन्य +नलिन्यः +नलिन्या +नलिन्यां +नलिन्याः +नलिन्यो +नलियासर +नली +नलीनामगन्धद्रव्ये +नलीयचरिते +नलु +नले +नलेति +नलेन +नलेनाथ +नलेनैव +नलो +नलोनाम +नलोप +नलोपः +नलोपप्रतिषेधः +नलोपश्च +नलोपश्छान्दसः +नलोपस्य +नलोपस्यासिद्धत्वात् +नलोपा +नलोपाख्यानपर्वणि +नलोपादिर्न +नलोपाभावः +नलोपाभावो +नलोपे +नलोपो +नलोऽपि +नलौ +नल् +नल्गोण्डा +नल्गोण्डामण्डलम् +नल्बारि +नल्बारिमण्डलम् +नल्वः +नल्वमात्रं +नल्हाति +नळसरोवरः +नळसरोवरपक्षिधाम +नळसरोवरम् +नव +नवं +नवंबर +नवं॑ +नवं॒ +नवः +नवः॑ +नवक +नवकं +नवकः +नवकपालं +नवकपालः +नवकपालो +नवकमध्यमे +नवकम् +नवकर्णिकारं +नवकर्मणि +नवकलेबर +नवकश्च +नवकस्य +नवका +नवकाः +नवकानां +नवकानि +नवकान्तेन +नवकुम्भं +नवकुम्भान् +नवकृत्व +नवकृत्वः +नवकृत्वो +नवके +नवकेन +नवकेहि +नवको +नवकोटयः +नवकोट्यस्तु +नवकोष्ठेषु +नवकौ +नवक्षणा +नवक्षौमनिवासिनी +नवखण्डा +नवखण्डानां +नवगज्जनित्री +नवगत् +नवगिनी +नवगुणं +नवगोलकम् +नवग्रह +नवग्रहमखं +नवग्रहमखः +नवग्रहमखे +नवग्रहम् +नवग्रहस्तोत्रम् +नवग्रहस्तोत्राणि +नवग्रहा +नवग्रहाः +नवग्रहाणां +नवग्रहान् +नवग्रहेषु +नवग्वा +नवग्वाः +नवग्वासः +नवग्वैः +नवग्वो +नवघण +नवचत्वारिंशात्तमोऽध्यायः +नवचत्वारिंशोऽध्यायः +नवचत्वारिम्̇शते +नवचत्वारिꣳशते +नवचन्द्रा +नवचूतप्रसवो +नवचूतबाणे +नवच्छिद्रसमन्वितः +नवछदि +नवजलकणैर्यूथिकाजालकानि +नवजलधरः +नवजलमयं +नवजात +नवजातं +नवजातशिशुं +नवजातशिशोः +नवजातस्य +नवजातो +नवजीवन +नवज्वरी +नवज्वरे +नवत +नवतत्त्वं +नवतरं +नवतरः +नवतरम् +नवतरा +नवतरां +नवतराय +नवतरेण +नवतलं +नवतां +नवतालं +नवतालेन +नवति +नवतिं +नवतिः +नवतिकृतेः +नवतितमं +नवतितमः +नवतितमी +नवतितमे +नवतितमोऽध्यायः +नवतिम् +नवतिर्गतिकर्मा +नवतिर्नव +नवतिशतं +नवतिश् +नवतिश्च +नवतिश्चैव +नवतिस् +नवती +नवतीः +नवतीनां +नवतीरेता +नवतीर्नव +नवते +नवतेः +नवतो +नवत् +नवत्य +नवत्यंश +नवत्यधिकशततमोऽध्यायः +नवत्या +नवत्युत्तरशततमोऽध्यायः +नवत्यै +नवत्रिंशत्तमः +नवत्रिंशत्तमोऽध्यायः +नवत्रिंशात्तमोऽध्यायः +नवत्रिंशो‌ऽध्यायः +नवत्वं +नवत्वम् +नवत्वस्य +नवत्वात् +नवत्वात्तथा +नवदण्डवत् +नवदलं +नवदश +नवदशं +नवदशः +नवदशस्तद्यत्तमाह +नवदशस्तस्य +नवदशे +नवदिनानि +नवदिल्ली +नवदीक्षया +नवदुर्गा +नवदुर्गाः +नवदेहली +नवदेहलीमण्डलम् +नवदेहल्यां +नवदेहल्याः +नवदेहल्याम् +नवद्वारं +नवद्वारा +नवद्वाराणि +नवद्वारे +नवद्वीप +नवद्वीपमण्डलान्तर्गते +नवद्वीपे +नवधा +नवधान्यानि +नवधाभवति +नवन +नवनं +नवनखपदमङ्गं +नवनव +नवनवं +नवनवति +नवनवतितमः +नवनवतितमोऽध्यायः +नवनवत्यधिकशततमोऽध्यायः +नवनवम् +नवनवयोजनसाहस्राणि +नवनवा +नवनवोन्मेषशालिनी +नवनागस्तोत्रम् +नवनाभं +नवनिर्माण +नवनी +नवनीत +नवनीतं +नवनीतकं +नवनीतकम् +नवनीतकेन +नवनीतञ्च +नवनीतमयीं +नवनीतम् +नवनीतरूपा +नवनीतवत् +नवनीतस्तनान्वितौ +नवनीतस्य +नवनीतानि +नवनीते +नवनीतेन +नवनीतेनाभ्यङ्क्ते +नवने +नवन् +नवन्त +नवन्ते +नवन्त॒ +नवपञ्च +नवपञ्चमे +नवपञ्चवारम् +नवपञ्चाषत्तमोऽध्यायः +नवपत्रिका +नवपदं +नवपदी +नवपदे +नवपदो +नवपरिणयलज्जाभूषणां +नवपरिणीता +नवपल्लवः +नवपल्लवसंस्तरे +नवपल्लवाकृती +नवपल्लवानि +नवपल्लवे +नवपल्लवैः +नवपल्लवैरहमपि +नवपाणिग्रहणां +नवपुरं +नवपुराणतां +नवप्रकारो +नवप्ररूढानि +नवप्रसूता +नवप्रसूतां +नवप्रसूताः +नवप्रसूताऽहितभोजना +नवप्रसूतिका +नवप्रसूतिर्वरटा +नवभक्ते +नवभाग +नवभागं +नवभागके +नवभागयुते +नवभागविभाजिते +नवभागा +नवभागे +नवभागेन +नवभाण्डे +नवभारत +नवभि +नवभिः +नवभिर् +नवभिर्गुणिते +नवभिर्नतपर्वभिः +नवभिर्निशितैः +नवभिर्मासैः +नवभिर्वा +नवभिश्च +नवभिस् +नवभिस्तु +नवभूमिकः +नवभे +नवभेदं +नवभ्य +नवभ्यः +नवभ्यो +नवम +नवमं +नवमः +नवमकक्षा +नवमक्षेत्रम् +नवमण्डलैः +नवमदिवसयुद्धे +नवमनास्वादितरसम् +नवमपरिच्छेदे +नवमपर्व +नवमपि +नवमप्रपाठकः +नवमप्रश्नः +नवमप्रश्ने +नवमभावमें +नवममहः +नवममहर्नवमेऽहनि +नवममें +नवमम् +नवमल्लिका +नवमल्लिकायां +नवमल्लिकायाः +नवमल्लिकायाम् +नवमशतकम् +नवमशतकस्य +नवमशतके +नवमशताब्द्यां +नवमशताब्द्याः +नवमश्चापि +नवमस्कन्धपरिच्छेदः +नवमस्कन्धे +नवमस्तथा +नवमस्तद्वद्दशमः +नवमस्तस्य +नवमस्तु +नवमस्तेषां +नवमस्थाने +नवमस्य +नवमस्याह्नः +नवमस्याह्नो +नवमस्सर्गः +नवमा +नवमांशके +नवमांशे +नवमाङ्के +नवमात् +नवमात्रं +नवमादिषु +नवमाद् +नवमाधिकरणमारचयति +नवमाध्यायस्य +नवमाध्याये +नवमानं +नवमानस्य +नवमानि +नवमालिका +नवमालिकां +नवमालिकाकुसुमम् +नवमालिनी +नवमासानन्तरं +नवमासान् +नवमासेषु +नवमाहवत् +नवमिता +नवमित्यवद्यम् +नवमिदमस्तु +नवमिव +नवमी +नवमीं +नवमीदिने +नवमुम्बई +नवमे +नवमें +नवमेघकालः +नवमेन +नवमेनाह्ना +नवमेव +नवमेऽङ्के +नवमेऽध्याये +नवमेऽनुवाके +नवमेऽपि +नवमेऽहनि +नवमेऽह्नि +नवमैकादशे +नवमैत् +नवमो +नवमोखण्डः +नवमोध्यायः +नवमोध्यायस्य +नवमोऽङ्कः +नवमोऽध्याय +नवमोऽध्यायः +नवमोऽनुवाकः +नवमोऽयं +नवमौ +नवम् +नवम्बर +नवम्बरमासस्य +नवम्बरमासे +नवम्बर् +नवम्यसौ +नवम्या +नवम्यां +नवम्याः +नवम्याञ्च +नवम्यादौ +नवम्यान्तु +नवम्यामेव +नवम्याम् +नवम्येकादशी +नवयज्ञादिभ्य +नवया +नवयुवक +नवयोजनसाहस्रं +नवयोजनसाहस्रो +नवयोर्हरे +नवयौवनं +नवयौवनम् +नवयौवनशालिनी +नवयौवनसंपन्नां +नवयौवनसंयुता +नवयौवनसम्पन्ना +नवयौवनसम्पन्नां +नवयौवनस्य +नवयौवना +नवयौवनाः +नवयौवनानाम् +नवयौवनाम् +नवयौवने +नवयौवनेन +नवरत्न +नवरत्नं +नवरत्नमयीं +नवरत्नमाला +नवरत्नमालिका +नवरत्नम् +नवरत्नानां +नवरत्नानि +नवरत्नेषु +नवरत्नैः +नवरत्नैश्च +नवरथः +नवरस +नवरसरुचिरां +नवरसाः +नवरागा +नवरात्र +नवरात्रं +नवरात्रः +नवरात्रकम् +नवरात्रपदीपे +नवरात्रप्रदीपः +नवरात्रप्रदीपभूमिकायाम् +नवरात्रप्रदीपे +नवरात्रम् +नवरात्रव्रतं +नवरात्रव्रतविधिः +नवरात्रस्य +नवरात्रिपर्व +नवरात्रिसमये +नवरात्रे +नवरात्रेण +नवरात्रो +नवरात्रोत्सवः +नवरोजि +नवर्च +नवर्चं +नवर्चः +नवर्चमष्टमं +नवर्चमेकादशं +नवर्चम् +नवर्चस्य +नवर्चे +नवर्चेन +नवर्चो +नवर्च्चस्य +नवल +नवलकथा +नवलक्षं +नवलक्षण +नवलक्षाः +नवलक्षाणि +नवलगुन्द +नवलोचनः +नवलोमराजिः +नवव +नववधूं +नववधूः +नववधूरिव +नववध्वा +नववर्षं +नववर्षशतानि +नववर्षसहस्राणि +नववर्षस्य +नववर्षा +नववर्षाणि +नववर्षीयः +नववस्त्र +नववस्त्रं +नववस्त्राणि +नववस्त्रेण +नववस्त्रैश्च +नववां +नववादने +नववारं +नववार्षिकव्रतम् +नववाससा +नववास्त्वं +नवविंशति +नवविंशतितमः +नवविंशतितमोऽध्यायः +नवविंशे +नवविध +नवविधं +नवविधः +नवविधा +नवविधाः +नवविधानि +नवविधे +नवविधो +नवविम्̇शत्यै +नवविꣳशत्यै +नववृन्दा +नववेश्मप्रवेशने +नववैधव्यमसह्यवेदनम् +नवव्यूहार्चनं +नवव्यूहो +नवश +नवशतं +नवशतानि +नवशती +नवशब्दस्य +नवशब्दात् +नवशस्येष्ट्या +नवशालायां +नवश्च +नवश्राद्धं +नवश्राद्धानि +नवश्राद्धे +नवषष्टितमोऽध्यायः +नवषष्ट्यै +नवस +नवसंख्यया +नवसंख्या +नवसंख्याका +नवसंगमे +नवसप्ततितमोऽध्यायः +नवसप्तदशः +नवसादरम् +नवसार +नवसारं +नवसारी +नवसारीमण्डलम् +नवसाहस्र +नवसाहस्रं +नवसाहस्रमेकैकमेतेषां +नवसाहस्रविस्तृतम् +नवसु +नवस्तु +नवस्था +नवस्य +नवस्वपि +नवस्वस्तरे +नवहस्तं +नवहस्तप्रमाणतः +नवहारलताविभूषिताः +नवहेमाभां +नवऽग्वाः +नवा +नवां +नवांगुलं +नवांगुलमुदाहृतम् +नवांगुलम् +नवांश +नवांशं +नवांशः +नवांशक +नवांशकं +नवांशकमें +नवांशकम् +नवांशकाः +नवांशके +नवांशमें +नवांशा +नवांशाः +नवांशे +नवांशेन +नवांशो +नवाः +नवाकारं +नवाक्षरं +नवाक्षरः +नवाक्षरम् +नवाक्षरा +नवाक्षराणि +नवाक्षरी +नवाक्षरेण +नवाक्षरो +नवागतानां +नवागतेभ्यः +नवागन्तुका +नवाङ्कं +नवाङ्कः +नवाङ्कुरः +नवाङ्गुलं +नवाङ्गुलः +नवाङ्गुलम् +नवाङ्गुला +नवाङ्गुले +नवात्मकः +नवात्मकम् +नवात्मा +नवादा +नवादामण्डलम् +नवाधिकद्विशततमोऽध्यायः +नवाधिकशततमः +नवाधिकशततमोऽध्यायः +नवाधिका +नवाना +नवानां +नवानामपि +नवानामृचां +नवानाम् +नवानि +नवानुपूर्वविहारसमापत्तिकुशलानां +नवानुयाजा +नवान् +नवान्न +नवान्नं +नवान्नञ्च +नवान्नप्राशनं +नवान्नानि +नवान्ने +नवान्यानि +नवान्ये +नवान्येव +नवापि +नवाप्य +नवाब +नवाबस्य +नवाब् +नवामहे +नवामिव +नवाम् +नवाम्बरं +नवाय +नवाया +नवायां +नवायाम् +नवार्णः +नवार्णा +नवावतारं +नवाशीतितमोऽध्यायः +नवाशीत्यै +नवाष्ट +नवाष्टौ +नवासिका +नवासु +नवाह +नवाहं +नवाहानि +नवाहे +नवाह्वयः +नवा॑ +नवा॑नाम् +नवि +नविता +नविद्यते +नविपुला +नविष्टौ +नविष्ठया +नवि॑ष्ठया +नवी +नवीं +नवीकरणं +नवीकरणम् +नवीकरणानि +नवीकृतम् +नवीकृत्य +नवीन +नवीनं +नवीनः +नवीनकोशिकानां +नवीनजलदश्यामं +नवीनतम +नवीनतमं +नवीनतया +नवीनता +नवीनतां +नवीनदन्तोद्गमसुन्दरेण +नवीननीरदप्रभम् +नवीननीरदश्यामं +नवीननीरदोपमम् +नवीनमतं +नवीनमते +नवीनम् +नवीनविभागः +नवीनशङ्करः +नवीनस्य +नवीना +नवीनां +नवीनाः +नवीनानां +नवीनानि +नवीनायां +नवीनायाः +नवीनालङ्काराः +नवीनास्तु +नवीने +नवीनेषु +नवीनैः +नवीनो +नवीय +नवीयः +नवीयसः +नवीयसा +नवीयसी +नवीयसीं +नवीयसीः +नवीयसीम् +नवीयसे +नवीयसो +नवीयान् +नवीयो +नवी॑यः +नवी॑यसः +नवी॑यसा +नवी॑यसी +नवी॑यसीं +नवी॑यसीम् +नवी॑यसे +नवी॑यान् +नवी॑यो +नवृतश्च +नवे +नवेति +नवेत्यादि +नवेदसः +नवेदसा +नवेदा +नवेदाः +नवेन +नवेन्दुकलादयः +नवेन्दुरश्मिभिः +नवेमे +नवेम्बर +नवेम्बरमासस्य +नवेम्बर् +नवेम्बर्मासस्य +नवेव +नवेषु +नवेऽपि +नवे॑दाः +नवे॑न +नवै +नवैः +नवैकादश +नवैता +नवैतानि +नवैते +नवैव +नवैवेति +नवैवेत्याह +नवैवोक्ताः +नवो +नवोग्रसेनस्य +नवोढया +नवोढा +नवोढां +नवोढाम् +नवोढाया +नवोढायाः +नवोढेव +नवोत्तरशततमः +नवोत्तरशततमोऽध्यायः +नवोत्तराणि +नवोत्थितम् +नवोत्थिते +नवोदकं +नवोदकम् +नवोदके +नवोदकेन +नवोदय +नवोदयं +नवोदयः +नवोदयम् +नवोदिता +नवोद्धृतं +नवोद्धृतम् +नवोनवः +नवोनवो +नवोपहारेण +नवोषसा +नवो॑नवो +नवौ +नव् +नव्य +नव्यं +नव्यंनव्यं +नव्यं॑ +नव्यं॒ +नव्यः +नव्यः॑ +नव्यनैयायिकाः +नव्यनैयायिकानां +नव्यनैयायिकैः +नव्यन्यायस्य +नव्यमते +नव्यम् +नव्यरोगनिदानपरिशिष्टम् +नव्यश्च +नव्यस +नव्यसः +नव्यसा +नव्यसी +नव्यसीं +नव्यसीभिः +नव्यसीम् +नव्यसे +नव्यस्या +नव्या +नव्यांसं +नव्यांसम् +नव्यांसि +नव्यां॑सम् +नव्याः +नव्यानां +नव्यानि +नव्यास्तु +नव्यास्त्विति +नव्ये +नव्येन +नव्येभिः +नव्येषु +नव्यैः +नव्यो +नव्यो॑ +नव्य॑ +नव्य॑म् +नव्य॑सः +नव्य॑सा॒ +नव्य॑सी +नव्य॑सीनाम् +नव्य॑सीम् +नव्य॑से +नव्य॑से॒ +नव्वे +नव॑ +नव॑ग्वाः +नव॑ग्वा॒ +नव॑दश +नव॑न्त +नव॑पदी +नव॑म् +नव॑स्य +नव॑ऽग्वाः +नव॒ +नव॒तिं +नव॒तीर्नव॑ +नवꣳ +नश +नशः +नशतिर्व्याप्तिकर्मा +नशते +नशत् +नशद्यश्चकार +नशनम् +नशन् +नशन्त +नशन्ति +नशब्द +नशब्दः +नशब्दश्चार्थे +नशब्दस्य +नशब्दे +नशब्देन +नशब्दो +नशा +नशामहै +नशि +नशिता +नशिमन्योरलिट्येत्वं +नशिष्यति +नशीमहि +नशे +नशेः +नशेर्वा +नशेश्च +नशो +नश् +नश्च +नश्चक्रा +नश्चतुष्पदो +नश्चनः +नश्चापदान्तस्य +नश्चायमनर्थ +नश्चार्थः +नश्चार्थे +नश्चित्र +नश्चित्रः +नश्चि॒त्र +नश्चेति +नश्च॒क्रा +नश्छव्यप्रशान् +नश्छिन्नं +नश्छिन्नमिति +नश्छिन्नम् +नश्य +नश्यं +नश्यंति +नश्यंते +नश्यज्जीवान् +नश्यत +नश्यतः +नश्यतां +नश्यतादितः +नश्यति +नश्यतीति +नश्यतीत्यर्थः +नश्यतीत्याह +नश्यतु +नश्यते +नश्यतेत +नश्यतेतः +नश्यतो +नश्यत्यविद्यया +नश्यत्येव +नश्यत्येवेति +नश्यत्य् +नश्यत्विति +नश्यत्सु +नश्यत्स्वपि +नश्यदिति +नश्यन्ति +नश्यन्तीति +नश्यन्तीत्यर्थः +नश्यन्तु +नश्यन्ते +नश्यन्त्यघानि +नश्यन्त्युपद्रवाः +नश्यन्त्येव +नश्यसि +नश्यात् +नश्यामि +नश्येच्च +नश्येत +नश्येतां +नश्येत् +नश्येत्तु +नश्येदिति +नश्येद् +नश्येद्वै +नश्येन्न +नश्येयुः +नश्य॑सि +नश्व +नश्वर +नश्वरं +नश्वरः +नश्वरत्वं +नश्वरत्वात् +नश्वरमिति +नश्वरमेव +नश्वरम् +नश्वरश्च +नश्वरा +नश्वराः +नश्वराणि +नश्वरी +नश्वरे +नश्वरो +नश्वापदान्तस्य +नश्शरणागतान् +नश॑त् +नष +नषधीयचरिते +नषु +नष्ट +नष्टं +नष्टः +नष्टकरे +नष्टचन्द्रा +नष्टचन्द्रार्कपवने +नष्टचारित्रा +नष्टचेतनः +नष्टचेतसः +नष्टचेष्टता +नष्टच् +नष्टच्छायारूपश्चरति +नष्टच्छायो +नष्टजातकाध्यायः +नष्टत्वात् +नष्टत्वेन +नष्टद्रव्यस्य +नष्टपिष्टं +नष्टप्रायं +नष्टमपहृतं +नष्टमपि +नष्टमप्यनष्टं +नष्टमिति +नष्टमित्यनेन +नष्टमिव +नष्टमेव +नष्टम् +नष्टयोः +नष्टलाभाऽलाभौ +नष्टवत्सा +नष्टविभ्रान्तमानसः +नष्टशोभा +नष्टश्च +नष्टसंज्ञं +नष्टसंज्ञा +नष्टसंज्ञो +नष्टसंशयः +नष्टस्ते +नष्टस्मृतिः +नष्टस्मृतिरपि +नष्टस्य +नष्टा +नष्टां +नष्टाः +नष्टात्मानः +नष्टात्मानो +नष्टात्मानोऽल्पबुद्धयः +नष्टानचेतसः +नष्टानां +नष्टानि +नष्टान् +नष्टापहृतं +नष्टापि +नष्टायां +नष्टाश्च +नष्टासु +नष्टास्ते +नष्टि +नष्टुं +नष्टे +नष्टेति +नष्टेन +नष्टेन्दुकला +नष्टेषु +नष्टेऽग्नौ +नष्टेऽपि +नष्टो +नष्टोन्मृष्टे +नष्टोऽस्मि +नष्टौ +नष्ट्वा +नस +नसं +नसंशयः +नसंस्कृतम् +नसः +नसते +नसत्त +नसत्तनिषत्त +नसत्तमञ्जसा +नसन्त +नसमासः +नसम् +नसह +नसा +नसां +नसाः +नसादेशः +नसादेशश्च +नसि +नसी +नसीमहि +नसे +नसें +नसो +नसोः +नसौ +नस् +नस्कृतम् +नस्कृधि +नस्त +नस्तः +नस्तःकर्म +नस्ततः +नस्ततो +नस्तत् +नस्तत्र +नस्तथा +नस्तदा +नस्तद् +नस्तद्धिते +नस्तद्विचचक्षिरे +नस्तद्वेद +नस्तनये +नस्तनूः +नस्तनूभ्यो +नस्तने +नस्तन्तुरुत +नस्तन्वं +नस्तन्वो +नस्तपतु +नस्तव +नस्तस्मादेनसो +नस्तस्य +नस्ता +नस्ताः +नस्तात +नस्तार्क्ष्यो +नस्तार्क्ष्योऽरिष्टनेमिः +नस्तालीक् +नस्ति +नस्तीति +नस्तु +नस्तुजये +नस्तुष्टये +नस्तृप्ता +नस्तृप्ताः +नस्ते +नस्तो +नस्तोक +नस्तोके +नस्त्र +नस्त्राता +नस्त्रिकं +नस्त्रियोः +नस्त्वं +नस्त्वम् +नस्त्वया +नस्त्वष्टा +नस्त॒नूः +नस्मिन् +नस्य +नस्यं +नस्यः +नस्यकर्म +नस्यकर्मणि +नस्यञ्च +नस्यति +नस्यमाचरेत् +नस्यमालेपनञ्चैव +नस्यमेव +नस्यम् +नस्यविधौ +नस्या +नस्याः +नस्यात् +नस्यादि +नस्यादिति +नस्यानि +नस्यान्ते +नस्यापि +नस्यार्थं +नस्यार्थे +नस्ये +नस्येति +नस्येत्यादिना +नस्येन +नस्यैव +नस्योत +नस्योता +नस्वोपज्ञशब्दानुशासनलधुवृत्तौ +नस्समनसौ +नस्समानो +नस्सुमना +नस॑ते +नस॑ते॒ +नह +नहं +नहः +नहनं +नहनम् +नहना +नहर +नहरः +नहरस्य +नहा +नहान् +नहि +नहिं +नहिवृति +नहिवृतिवृषि +नहिवृतिवृषिव्यधिरुचिसहितनिषु +नही +नहीं +नहीति +नहीत्यर्थः +नहीत्यादि +नहीत्याह +नहीदं +नहीदानीं +नहीदृशं +नहीयं +नहीह +नहु +नहुपस्य +नहुष +नहुषं +नहुषः +नहुषस्य +नहुषा +नहुषाख्याने +नहुषाजगरादय +नहुषात्मज +नहुषात्मजः +नहुषाय +नहुषे +नहुषेण +नहुषो +नहुषोऽपि +नहुष्यस्य +नहुष्याणि +नहु॑षः +नहु॑षो॒ +नहेि +नहो +नह् +नह्य +नह्यत +नह्यति +नह्यते +नह्यत्य् +नह्यत्र +नह्यध्वं +नह्यध्वम् +नह्यन्तरेण +नह्यन्ति +नह्यन्यं +नह्यन्यत्र +नह्यन्यो +नह्ययं +नह्यसाधारणा +नह्यसौ +नह्यस्ति +नह्यस्य +नह्यस्या +नह्यहं +नह्यात्मा +नह्यामि +नह्यामीति +नह्याम्यास्यम् +नह्युपपद्यते +नह्येतेन +नह्येत् +नह्येथां +नह्येवं +नह्येष +नह्येषा +ना +नां +नांत +नांतं +नांतरं +नांधो +नांना +नांम +नांशः +नांशतः +नांशेन +नाः +नाइ +नाइजर् +नाइजीरिया +नाइट्रोजन +नाइट्रोजन् +नाई +नाईं +नाउ +नाक +नाकं +नाकं॑ +नाकः +नाकः॑ +नाकतः +नाकनदीव +नाकनायकपुरोहितः +नाकनारी +नाकपृष्ठं +नाकपृष्ठगमनं +नाकपृष्ठमितो +नाकपृष्ठे +नाकभाक् +नाकमख्यत्सविता +नाकमच्छ +नाकमधि +नाकमा +नाकमासाद्य +नाकमुत्तमं +नाकमुत्तमम् +नाकमेति +नाकम् +नाकम्पत +नाकम्पयत +नाकरवं +नाकरवम् +नाकरिष्यत् +नाकरोत् +नाकरोदपकुतूहलं +नाकर्णितः +नाकर्षति +नाकलोकं +नाकलोकमवाप्नोति +नाकलोके +नाकवासिनाम् +नाकसत्त्वम् +नाकसद +नाकसदः +नाकसदम् +नाकसदा +नाकसदां +नाकसदो +नाकसद्भिर् +नाकस्मात् +नाकस्य +नाकस्याधि +नाका +नाकाङ्क्षति +नाकाङ्क्षा +नाकामः +नाकामयत +नाकामां +नाकामो +नाकाय +नाकारं +नाकारणं +नाकारस्य +नाकारि +नाकारो +नाकार्यं +नाकार्यमस्ति +नाकार्षम् +नाकार्षीत् +नाकालतो +नाकालमरणं +नाकाले +नाकाश +नाकाशं +नाकाशस्य +नाकाशे +नाकाशेन +नाकास्माल्लवणजलाद्रिराजधैर्याः +नाका॑य +नाकिनः +नाकिनां +नाकिनाम् +नाकी +नाकु +नाकुर्वन् +नाकुलं +नाकुलः +नाकुलकः +नाकुलिः +नाकुलिस्तु +नाकुली +नाकुलीं +नाकृतं +नाकृतिः +नाकृतीनाम् +नाकृते +नाकृतेनेह +नाकृत्वा +नाकृष्य +नाके +नाकेसुप +नाकेऽपि +नाके॑ +नाके॒ +नाको +नाकोऽसि +नाक्रः +नाक्रमेत् +नाक्रम्यते +नाक्रान् +नाक्रान्तो +नाक्रामति +नाक्रामन्ति +नाक्रामेत् +नाक्रामेत्कामतश्छायां +नाक्रो +नाक्षत्र +नाक्षत्रं +नाक्षत्रः +नाक्षत्रमानम् +नाक्षत्रम् +नाक्षत्रा +नाक्षत्राः +नाक्षत्राणां +नाक्षत्रिक +नाक्षत्रिकी +नाक्षत्रेण +नाक्षत्रो +नाक्षराणि +नाक्षि +नाक्षिपेत् +नाक्षैः +नाक्षौद्रं +नाक॑ +नाक॑मख्यत्सवि॒ता +नाक॑मुत्त॒मम् +नाक॑म् +नाक॑स्य +नाक॒मधि॑ +नाकꣳ +नाख +नाखिलायाः +नाख्यं +नाख्यातं +नाख्यातः +नाख्याति +नाख्यासि +नाख्येयं +नाग +नागं +नागः +नागकन्या +नागकन्यां +नागकन्याः +नागकन्याभिः +नागकन्याश्च +नागकुमारिका +नागकेशर +नागकेशरं +नागकेशरः +नागकेशरम् +नागकेशरवृक्षः +नागकेशरसंयुक्तं +नागकेशरे +नागकेसर +नागकेसरः +नागकेसरम् +नागकेसरे +नागग्रस्ते +नागचूर्णं +नागच्छंति +नागच्छति +नागच्छतीति +नागच्छत् +नागच्छन्ति +नागच्छामि +नागच्छेत् +नागजं +नागजिह्वा +नागजिह्विका +नागठाणविधानसभाक्षेत्रम् +नागत +नागतं +नागतः +नागतवान् +नागतस्ते +नागता +नागतां +नागताः +नागतीर्थं +नागतीर्थे +नागते +नागतो +नागदन्तः +नागदन्तके +नागदन्तिका +नागदन्ती +नागदन्तीवृक्षे +नागदन्ते +नागदन्त्यां +नागदमनी +नागदमन्यां +नागदा +नागदानवरक्षसाम् +नागद्वीपस्तथा +नागनदी +नागनद्यां +नागनामकम् +नागनासोरु +नागन्तव्यं +नागन्ता +नागन्तुकं +नागपञ्चमी +नागपट्टिणमण्डलम् +नागपट्टिणम् 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+नागरस्य +नागरहोळे +नागरा +नागराः +नागराज +नागराजं +नागराजः +नागराजश्च +नागराजस्य +नागराजा +नागराजानं +नागराजानो +नागराजानौ +नागराजाय +नागराजेन +नागराजो +नागराजौ +नागराज्ञा +नागराट् +नागराणां +नागराणि +नागरातिविषा +नागरादि +नागरादिक्वाथः +नागराद्युचितं +नागरान् +नागराश्च +नागरिक +नागरिकः +नागरिकता +नागरिकतायाः +नागरिकया +नागरिकसेवा +नागरिकस्य +नागरिका +नागरिकाः +नागरिकाणां +नागरिकाणाम् +नागरिकानां +नागरिके +नागरिकेण +नागरिकेभ्यः +नागरिकैः +नागरिको +नागरी +नागरीलिपिः +नागरूपं +नागरे +नागरेण +नागरैः +नागरो +नागलता +नागलोकं +नागलोकः +नागलोकपतयो +नागलोकस्य +नागलोके +नागवङ्गौ +नागवती +नागवत् +नागवधूपभोग्यं +नागवनं +नागवर्मा +नागवर्येण +नागवला +नागवल्ली +नागवल्लीदलं +नागवल्लीदलानि +नागवल्लीपत्रं +नागवल्लीपत्रम् +नागवल्ल्या +नागवायु +नागवारिकः +नागविक्रमः +नागविक्रमम् +नागविक्रमस्य +नागविद्धा +नागविशेषः +नागवीथी +नागवृक्षाः +नागवृक्षाश्च +नागशततुल्यबलं +नागशापेन +नागशुण्डी +नागश्च +नागश्चापूरणस्तथा +नागसहस्रस्य +नागसहस्राणि +नागसहस्रेण +नागसाह्वयम् +नागसाह्वये +नागसुगन्धा +नागस्तथा +नागस्तु +नागस्प +नागस्फोता +नागस्य +नागस्येव +नागह्रदे +नागा +नागां +नागांश्च +नागाः +नागात् +नागादिवायवः +नागादीनां +नागाद्या +नागाद्याः +नागाधिपः +नागाधिराजो +नागान +नागानन्द +नागानन्दं +नागानन्दम् +नागानन्दे +नागानां +नागानामथ +नागानामयुतं +नागानाम् +नागान् +नागाभरणभूषितम् +नागाभ्रं +नागाय +नागायुतप्राणो +नागायुतबलो +नागारं +नागारे +नागार्जुन +नागार्जुनः +नागार्जुनकोण्ड +नागार्जुनसागर +नागार्जुनस्य +नागार्जुनेन +नागार्जुनो +नागार्ज्जुनो +नागालयं +नागालैंड +नागालैण्ड +नागालैण्डराज्यम् +नागालैण्डराज्यस्य +नागालैण्ड् +नागाल्याण्ड +नागाल्याण्डराज्यम् +नागाल्याण्ड् +नागाश्च +नागास्तथा +नागास्तु +नागास्ते +नागास्त्रं +नागाह्वयं +नागिनी +नागी +नागीं +नागीव +नागृहीत +नागृहीतविशेषणन्यायेन +नागृहीतविशेषणा +नागृहीते +नागे +नागेंद्र +नागेंद्रः +नागेंद्रो +नागेति +नागेन +नागेन्द्र +नागेन्द्रं +नागेन्द्रः +नागेन्द्रमिवेन्द्रवाहनम् +नागेन्द्रहस्तास्त्वचि +नागेन्द्रा +नागेन्द्राः +नागेन्द्रो +नागेन्द्रौ +नागेभ्यः +नागेभ्यो +नागेश +नागेशं +नागेशः +नागेशभट्ट +नागेशभट्टः +नागेशभट्टकृतटीकासहितः +नागेशभट्टस्य +नागेशस्य +नागेशेन +नागेशो +नागेश्वर +नागेश्वरं +नागेश्वरः +नागेश्वरी +नागेश्वरो +नागेषु +नागै +नागैः +नागैश्च +नागो +नागोजीभट्टः +नागोद्भेदे +नागोऽपि +नागोऽयं +नागौ +नागौर +नागौरमण्डलं +नागौरमण्डलम् +नाग्नजिती +नाग्नजितीं +नाग्नि +नाग्निं +नाग्निः +नाग्निचौरभयं +नाग्निना +नाग्निर्दहति +नाग्निर्न +नाग्निष्टोमो +नाग्निस्तृप्यति +नाग्नेः +नाग्नौ +नाग्नौकरणं +नाग्रं +नाग्रहः +नाग्रे +नाग्लोपि +नाग्लोपिशास्वृदिताम् +नाघ्राति +नाङ्के +नाङ्ग +नाङ्गं +नाङ्गमेजयो +नाङ्गम् +नाङ्गानि +नाङ्गित्वेन +नाङ्गी +नाङ्गीकरोति +नाङ्गीकुरुते +नाङ्गीकुर्वन्ति +नाङ्गीकृतं +नाङ्गीकृतः +नाङ्गीकृतम् +नाङ्गीकृतवन्तः +नाङ्गीकृतवान् +नाङ्गीकृताः +नाङ्गीक्रियत +नाङ्गीक्रियते +नाङ्गीचकार +नाङ्गे +नाङ्गेन +नाङ्गेषु +नाङ्ग्यकरोत् +नाङ्या +नाच +नाचक्रो +नाचक्षीत +नाचचक्षे +नाचते +नाचना +नाचने +नाचरंति +नाचरति +नाचरन्ति +नाचरितं +नाचरेत् +नाचरेदिति +नाचर्तव्यं +नाचलत् +नाचष्ट +नाचष्टे +नाचा +नाचामेत् +नाचार्य +नाचिकेत +नाचिकेतं +नाचिकेतः +नाचिकेतम् +नाचिकेतसा +नाचिकेतस्य +नाचिकेता +नाचिकेताग्निचयनम् +नाचिकेतो +नाचे +नाचेतनं +नाचेतनस्य +नाचेतने +नाचोदिता +नाच्च +नाच्चियार् +नाच्छादयति +नाज +नाजगाम +नाजनि +नाजहुः +नाजातेन +नाजानन् +नाजानन्तर्ये +नाजानात् +नाजायत +नाजायन्त +नाजित्वा +नाजी +नाजीर्णे +नाज्झलाविति +नाज्झलौ +नाज्ञातं +नाज्ञानं +नाज्ञायत +नाज्ञायि +नाज्ञासिषं +नाज्ञासिषमिति +नाज्ञासीत् +नाज्यते +नाज्यभागौ +नाझा +नाञ् +नाञ्च +नाञ्चेः +नाञ्जः +नाञ्जनं +नाञ्जलिना +नाञ्जसा +नाञ्जीत +नाट +नाटः +नाटक +नाटकं +नाटककार +नाटककारः +नाटकचन्द्रिका +नाटकञ्च +नाटकत्रयं +नाटकदीप +नाटकद्वयं +नाटकपरिभाषा +नाटकभेदः +नाटकभेदे +नाटकमथ +नाटकमपि +नाटकमस्ति +नाटकमिति +नाटकमिदं +नाटकमिदम् +नाटकमीमांसा +नाटकमू +नाटकम् +नाटकरचयिता +नाटकलक्षणम् +नाटकवत् +नाटकवन्मतम् +नाटकसन्धयः +नाटकस्य +नाटकस्यास्य +नाटका +नाटकादि +नाटकादिषु +नाटकादीनां +नाटकादौ +नाटकानां +नाटकानि +नाटकाश्रयम् +नाटकीय +नाटकीयं +नाटके +नाटकेन +नाटकेषु +नाटकेऽस्मिन् +नाटकों +नाटच् +नाटय +नाटयं +नाटयतः +नाटयति +नाटयन् +नाटयन्ति +नाटयन्ती +नाटयशा +नाटयित्वा +नाटये +नाटयेन +नाटा +नाटि +नाटिका +नाटिकां +नाटिकायां +नाटिकायाः +नाटी +नाटीति +नाटो +नाट् +नाट्य +नाट्यं +नाट्यकर्मणि +नाट्यकला +नाट्यकारः +नाट्यकाराः +नाट्यकोविदैः +नाट्यगृहे +नाट्यज्ञैः +नाट्यदर्पण +नाट्यदर्पणे +नाट्यधर्मी +नाट्यप्रयोगे +नाट्यमिदं +नाट्यमेतद्भविष्यति +नाट्यमेव +नाट्यम् +नाट्ययोक्तृभिः +नाट्यरासक +नाट्यरासकम् +नाट्यलक्षणम् +नाट्यवर्ग +नाट्यवेदं +नाट्यवेदः +नाट्यवेदस्य +नाट्यवेदो +नाट्यशा +नाट्यशाला +नाट्यशास्त्र +नाट्यशास्त्रं +नाट्यशास्त्रप्रणेता +नाट्यशास्त्रम् +नाट्यशास्त्रव्याख्या +नाट्यशास्त्रस्य +नाट्यशास्त्रे +नाट्यस्य +नाट्या +नाट्याचार्यस्य +नाट्यादौ +नाट्यानां +नाट्यालङ्कारः +नाट्यालङ्काराः +नाट्ये +नाट्येन +नाट्येषु +नाट्योक्तौ +नाड +नाडयः +नाडया +नाडयां +नाडयो +नाड़ि +नाड़िका +नाड़िकाः +नाड़ियां +नाड़ियों +नाड़ी +नाड़ीके +नाड़ीनां +नाड़ीभेदे +नाड़ीवृत्त +नाड़ीषु +नाडा +नाडायन +नाडायनः +नाडायनवाक्ये +नाडायनवाक्येषु +नाडि +नाडिः +नाडिकया +नाडिका +नाडिकाः +नाडिकादि +नाडिकानां +नाडिकामण्डले +नाडिकायाः +नाडिके +नाडिगणा +नाडिन्धम +नाडिन्धमः +नाडिन्धयः +नाडियां +नाडिशोधनात् +नाडिषु +नाडी +नाडीं +नाडीः +नाडीकन्दाणुकानि +नाडीको +नाडीचक्रं +नाडीचक्रमिति +नाडीजंघो +नाडीजङ्घः +नाडीजङ्घो +नाडीतन्त्रम् +नाडीतन्त्र्योः +नाडीति +नाडीत्रयं +नाडीद्वयं +नाडीनां +नाडीनाम् +नाडीपरीक्षा +नाडीभिः +नाडीभ्यः +नाडीभ्यां +नाडीमण्डलं +नाडीमण्डलमेव +नाडीमध्ये +नाडीमार्गेण +नाडीमार्गेषु +नाडीमुष्ट्योश्च +नाडीम् +नाडीव +नाडीवलयं +नाडीवलयमाह +नाडीविज्ञनसंस्थानम् +नाडीवृत +नाडीवृत्त +नाडीवृत्तं +नाडीवृत्तात् +नाडीवृत्तीय +नाडीवृत्ते +नाडीवृत्तेन +नाडीव्रणं +नाडीव्रणाधिकारः +नाडीव्रणे +नाडीशुद्धिं +नाडीशुद्धिः +नाडीशोधनप्राणायामः +नाडीषष्ट्या +नाडीषु +नाडीसन्धानं +नाडीसन्धानम् +नाडीसहस्रेषु +नाडीसूत्राणि +नाडीस्वेदं +नाडीस्वेदः +नाडीस्वेदेन +नाडीस्वेदो +नाडीहिङ्गु +नाडु +नाडेल +नाडेलः +नाडेला +नाडोल +नाड्य +नाड्यः +नाड्यन्तरे +नाड्यश्च +नाड्यस्तासां +नाड्यस्तास्ताः +नाड्यस्तु +नाड्या +नाड्यां +नाड्याः +नाड्यादीनां +नाड्याम् +नाड्यो +नाड्यौ +नाड्य् +नाणकं +नाणकम् +नाणकानां +नाणकानि +नाणके +नाणा +नाणु +नाणुरतच्छ्रुतेरिति +नाणे +नाण्वपि +नात +नातं +नातः +नातःपरं +नाततायिबधे +नाततायिवधे +नातदनुबन्धकस्य +नातपम् +नातपस्काय +नातपस्विनो +नातपो +नातप्ततपसा +नातप्ततपसो +नातस्य +नाता +नाति +नातिका +नातिकामति +नातिकृशा +नातिक्रमो +नातिक्रामति +नातिक्रामन्ति +नातिक्रामेत् +नातिगाढं +नातिगात्राणां +नातिग्लानिकरं +नातिचक्राम +नातिचिरं +नातिचिरेण +नातिच्छिन्नं +नातितीव्रेण +नातिदिश्यते +नातिदीर्घं +नातिदीर्घह्रस्वः +नातिदीर्घा +नातिदीर्घाः +नातिदीर्घेण +नातिदीर्घो +नातिदूरं +नातिदूरगम् +नातिदूरतः +नातिदूरम् +नातिदूरस्थो +नातिदूरात् +नातिदूरे +नातिदूरेण +नातिदेहपीडाकरं +नातिद्रुतं +नातिनिकटे +नातिनिर्वहणैषिता +नातिनीचं +नातिनीचां +नातिपरिक्षतम् +नातिपरिस्फुटशरीरलावण्या +नातिपातयति +नातिपित्तलम् +नातिपित्तलाः +नातिप्र +नातिप्रगे +नातिप्रसङ्ग +नातिप्रसङ्गः +नातिभवे +नातिभृशं +नातिमहता +नातिमात्रं +नातिमानिता +नातियन्ति +नातिरात्र +नातिरात्रे +नातिरिक्त +नातिरिक्तं +नातिरिच्यत +नातिरिच्यते +नातिरुक् +नातिरूढे +नातिलोमां +नातिवदति +नातिवर्तत +नातिवर्तते +नातिवर्तन्ते +नातिवर्तेत +नातिवर्त्तते +नातिविधे +नातिविराजते +नातिविश्वसेत् +नातिवृद्धो +नातिवेगं +नातिव्याप्तिः +नातिव्याप्तिरिति +नातिशंसति +नातिशङ्कते +नातिशयोक्तिः +नातिशीतं +नातिशीतलम् +नातिशीते +नातिशीतोष्णं +नातिशीयते +नातिशीयन्ते +नातिशुद्धं +नातिशुष्कं +नातिशेते +नातिश्रमापनयनाय +नातिष्ठत +नातिष्ठत् +नातिष्ठन्त +नातिसक्तो +नातिसायं +नातिस्थूलं +नातिस्थूलो +नातिस्निग्धं +नातिस्वल्पा +नातिहृष्टमना +नातिह्रस्वं +नातिह्रस्वा +नाति॑ +नाती +नातीतः +नातीतस्यास्ति +नातीति +नातीयात् +नातीव +नातीवाभिनिवेष्टव्यम् +नातु +नातुरः +नातुरो +नातू +नातृप्यत +नाते +नातो +नातोऽन्यथेति +नातोऽन्या +नात् +नात्तव्यं +नात्ता +नात्ति +नात्थ +नात्म +नात्मजो +नात्मज्ञस्यैष +नात्मधर्मा +नात्मधर्मो +नात्मन +नात्मनः +नात्मना +नात्मनि +नात्मने +नात्मनेपदम् +नात्मनो +नात्मभेदाभिप्रायेण +नात्ममनसोः +नात्मा +नात्मान +नात्मानं +नात्मानमवबुध्यते +नात्मानमवबुध्यसे +नात्मानमवमन्येत +नात्मानमवसादयेत् +नात्मानम् +नात्मार्थं +नात्मार्थे +नात्माश्रयः +नात्माश्रुतेर्नित्यत्वाच्च +नात्मेति +नात्मैकत्वदर्शिनः +नात्य +नात्यक्त्वा +नात्यजत् +नात्यन्त +नात्यन्तं +नात्यन्तमन्ववस्येत् +नात्यन्तमसती +नात्यन्तशस्तं +नात्यन्तशुद्धिं +नात्यन्ताभाव +नात्यन्ताय +नात्यर्थ +नात्यर्थं +नात्यवर्तत +नात्यश्नत +नात्यश्नतस्तु +नात्यु +नात्युच्चं +नात्युच्चा +नात्युच्छ्रितं +नात्युत्कृष्टो +नात्युष्णं +नात्युष्णः +नात्युष्णशीतं +नात्युष्णे +नात्येति +नात्य् +नात्र +नात्रं +नात्रसंशयः +नात्रा +नात्रापि +नात्रार्थे +नात्रास्ति +नात्राहम्भावमात्रमुच्यते +नात्रि +नात्रिवर्षस्य +नात्रेति +नात्वम् +नात्वा +नाथ +नाथं +नाथः +नाथकः +नाथकाम +नाथकामः +नाथति +नाथते +नाथमकामयत +नाथमिहि +नाथम् +नाथवती +नाथवान् +नाथवित् +नाथविदसि +नाथश्च +नाथसे +नाथस्तु +नाथस्त्वं +नाथस्य +नाथहरिः +नाथा +नाथाः +नाथाय +नाथालाल +नाथितः +नाथितम् +नाथिता +नाथितात् +नाथितो +नाथि॒तो +नाथु +नाथू +नाथृ +नाथे +नाथेति +नाथेन +नाथैः +नाथो +नाथोऽपि +नाथोऽयं +नाथोऽसि +नाथौ +नाद +नादं +नादः +नादण्ड्यो +नादत्त +नादत्तं +नादत्ते +नाददते +नाददात् +नाददानं +नाददीत +नाददे +नादद्य +नादद्यात् +नादधीत +नादधे +नादन्ति +नादबिन्दुसमायुक्तं +नादबिन्दू +नादबिन्दूपनिषत् +नादमाकर्ण्य +नादमेव +नादम् +नादयः +नादयति +नादयन् +नादयन्ती +नादयन्तो +नादयन्रथघोषेण +नादयानो +नादयेत् +नादयो +नादयोगः +नादर +नादरः +नादरणीयः +नादरणीयमिति +नादरणीयम् +नादरास्पदं +नादरूपं +नादरूपा +नादरूपिणी +नादरे +नादरेण +नादर्तव्या +नादर्शमन्यत्रमना +नादर्शयत +नादर्शि +नादवतो +नादशब्दवाच्या +नादश्च +नादस्तु +नादस्य +नादा +नादाः +नादाख्यं +नादाख्या +नादात् +नादात्मकं +नादात्मना +नादात्मा +नादान +नादानां +नादानुप्रदान +नादानुसन्धानं +नादानुसन्धानप्रकरणम् +नादानुसन्धानम् +नादान् +नादान्तं +नादान्तर्ज्योतिरेव +नादान्ते +नादाभिव्यक्तिरारोग्यं +नादाय +नादावती +नादासक्तं +नादि +नादिः +नादिकं +नादिकम् +नादिका +नादिचि +नादितं +नादितम् +नादिता +नादितां +नादिति +नादिते +नादित्यं +नादित्यर्थः +नादिना +नादिनी +नादिनो +नादिन्याक्रोशे +नादिभिः +नादिषु +नादी +नादीक्षिताय +नादीनां +नादीनि +नादृतः +नादृता +नादृत्य +नादृश्यत +नादृश्यन्त +नादृष्टं +नादे +नादेः +नादेन +नादेय +नादेयं +नादेयः +नादेयमिति +नादेयम् +नादेया +नादेयाः +नादेयाय +नादेयाश्च +नादेयी +नादेयो +नादेव +नादेश +नादेशः +नादेशे +नादे॒याय॑ +नादैः +नादो +नादोऽयं +नादोऽस्य +नादौ +नाद् +नाद्धस्य +नाद्भिः +नाद्भुतं +नाद्य +नाद्यं +नाद्यः +नाद्या +नाद्याः +नाद्याच्छूद्रस्य +नाद्यात् +नाद्यादिति +नाद्यापि +नाद्याय +नाद्यावधि +नाद्यो +नाद्यौ +नाद्रयः +नाद्रव्ये +नाद्राक्षं +नाद्राक्षीत् +नाद्रि +नाद्रियत +नाद्रियते +नाद्रियन्त +नाद्रियन्ते +नाद्रिये +नाद्रियेत +नाद्रौ +नाद्वा +नाद्वारेण +नाद्वैतं +नाध +नाधः +नाधते +नाधत्ते +नाधनो +नाधमः +नाधमानं +नाधमानम् +नाधमानस्य +नाधमानाः +नाधमानाम् +नाधमानाय +नाधमे +नाधयः +नाधयो +नाधर्मं +नाधर्मः +नाधर्मत्वमिति +नाधर्मश्चरितो +नाधर्मे +नाधर्मेण +नाधर्मो +नाधसी +नाधारमहो +नाधारो +नाधार्थप्रत्यये +नाधि +नाधिक +नाधिकं +नाधिकः +नाधिकम् +नाधिकरण्यं +नाधिकरण्येन +नाधिका +नाधिकाः +नाधिकाङ्गीं +नाधिकार +नाधिकारः +नाधिकारिणः +नाधिकारिणी +नाधिकारी +नाधिकारो +नाधिकारोऽक्रियत्वतः +नाधिकारोऽस्ति +नाधिकेन +नाधिको +नाधिक्यं +नाधिक्रियेत +नाधिगच्छति +नाधिगच्छन्ति +नाधिगच्छामि +नाधिगच्छामो +नाधिगच्छेत् +नाधिगतं +नाधिगता +नाधिगम्यते +नाधितिष्ठेत् +नाधितिष्ठेत्तु +नाधिमुच्यन्ते +नाधिरोहति +नाधिवासयति +नाधिश्रीयन्ते +नाधिष्ण्ये +नाधीतं +नाधीतश्रुतिगणा +नाधीते +नाधीयते +नाधीयन्ते +नाधीयीत +नाधीयीतामिषं +नाधीयीतेति +नाधीयीरन् +नाधुना +नाधुनापि +नाधुनाऽपि +नाधृ +नाधृषे +नाधो +नाध्य +नाध्यक्षं +नाध्यगच्छं +नाध्यगच्छत +नाध्यगच्छत् +नाध्यगच्छत्तदा +नाध्यगच्छन्त +नाध्यवसीयते +नाध्यात्मं +नाध्यास +नाध्यासः +नाध्यासीत +नाध्येतव्यं +नाध्येयं +नाध्रियत +नाध्वनि +नाध्वर्युः +नाध्वर्युर् +नाध्वसु +नाध्व॑सु +नाध॑मानम् +नाध॑मानस्य +नाध॑मानाः +नान +नानं +नानक +नानकः +नानकझरा +नानघ +नानदं +नानदतं +नानदति +नानदत् +नानदद् +नानदद्भिः +नानदम् +नानदस्य +नानदा +नानद्यतनवत् +नानद्यमानस्य +नानधीतज्योतिषाम् +नानध्यायः +नानध्याये +नाननुगमः +नाननुशिष्य +नानन्तं +नानन्तरं +नानन्तरमतो +नानन्तरम् +नानन्तर्यम् +नानन्द +नानन्दं +नानन्दयति +नानन्दयते +नानन्दाय +नानन्नं +नानया +नानयोः +नानर्थ +नानर्थं +नानर्थः +नानर्थकं +नानर्थकः +नानर्थकम् +नानर्थकस्य +नानर्थक्यं +नानर्थक्यमिति +नानर्थक्यम् +नानर्थेनानुबध्यते +नानर्थो +नानलः +नानलो +नानवस्था +नानवस्थेति +नानवाप्तमवाप्तव्यं +नानशनात् +नानशनात्परं +नानशनात्परम् +नानशनाद्भयम् +नाना +नानां +नानाकरणं +नानाकरणम् +नानाकर्माणि +नानाकारं +नानाकारा +नानाकाराः +नानाकाराणि +नानाकारैर्नामभिरभिधीयते +नानाकृत्य +नानागती +नानागते +नानाग्नेयं +नानाचित्रविचित्राढ्यं +नानाचित्रविचित्रैश्च +नानाचित्रैर्विचित्रितम् +नानाच्छन्दोगतिपथो +नानाजनपदाकीर्णं +नानाजनपदेश्वराः +नानाजातिषु +नानाजातीनि +नानाजातीया +नानाजातीयानां +नानाजातीयानि +नानाञौ +नानातन्त्रविधानेन +नानातन्त्रशास्त्रम् +नानातन्त्राणि +नानाता +नानाति +नानातीर्थेषु +नानात्मकानां +नानात्यया +नानात्ययानां +नानात्व +नानात्वं +नानात्वपक्षे +नानात्वमपि +नानात्वमिति +नानात्वमिन्द्रियार्थेषु +नानात्वम् +नानात्वम्‌ +नानात्वसंज्ञा +नानात्वस्य +नानात्वांशेन +नानात्वात् +नानात्वादि +नानात्वे +नानात्वेन +नानात्वेऽपि +नानाथर्णवसंक्षेपे +नानादानानि +नानादि +नानादिग्देशेभ्यः +नानादिग्भ्यः +नानादिग्भ्यो +नानादेवत्याः +नानादेवत्यानि +नानादेवत्याभिर् +नानादेवत्यास् +नानादेशनिवासिनाम् +नानादेशसमागताः +नानादेशीयकोशानुसारेण +नानादेशेभ्यः +नानादेशेषु +नानादेश्या +नानादेश्याः +नानाद्र +नानाद्रव्यसमन्वितम् +नानाद्रव्याणि +नानाद्रव्यैः +नानाद्रुमलताकीर्णं +नानाद्रुमलताकीर्णे +नानाद्रुमलताकीर्णो +नानाद्रुमलतायुतम् +नानाद्रुमलतावृतम् +नानाद्विजगणायुतः +नानाद्विजगणायुतम् +नानाधातुविचित्रिते +नानाधातुविचित्रैश्च +नानाधिष्ठानसंयुक्तं +नानाधिष्ण्या +नानानं +नानानदीनदशतानि +नानानना +नानानैवेद्यवेदनैः +नानापक्षिगणाकीर्णं +नानापक्षिसमाकुलम् +नानापर्यायैः +नानापादैरलंकृतम् +नानापादैरलङ्कृतम् +नानापुष्पफलोपेतं +नानापुष्पफलोपेता +नानापुष्पसमाकीर्णं +नानापुष्पैः +नानापुष्पैश्च +नानापुष्पोपशोभितम् +नानापुष्पोपशोभिते +नानाप्रकार +नानाप्रकारं +नानाप्रकारः +नानाप्रकारम् +नानाप्रकारवाद्यानि +नानाप्रकारशृङ्गारं +नानाप्रकारा +नानाप्रकाराः +नानाप्रकाराणां +नानाप्रकाराणि +नानाप्रकारार्थसंविधानरसाश्रयः +नानाप्रकारेण +नानाप्रकारैः +नानाप्रकारैर्विधभिरहमेव +नानाप्रहरणा +नानाप्रहरणाः +नानाप्रहरणानि +नानाप्रहरणायुधाः +नानाप्रहरणैः +नानाप्रहरणोद्यताः +नानाफलयुतं +नानाफलानि +नानाबीजानां +नानाभरणभूषितः +नानाभरणभूषितम् +नानाभरणभूषिता +नानाभरणभूषिताः +नानाभावं +नानाभावादतिरेकाच्च +नानाभावान् +नानाभावेन +नानाभावैः +नानाभावो +नानाभूताः +नानाभूतानां +नानाभूतानि +नानाभूय +नानाभूषणभूषितम् +नानाभूषणभूषिताः +नानाभूषणभूषिताम् +नानाम +नानामनसः +नानामन्त्रा +नानामन्त्राः +नानामसूरकस्तम्भवेदीजालकतोरणम् +नानामृगगणाकीर्ण +नानामृगगणाकीर्णं +नानाम् +नानायुद्धविशारदाः +नानायुधधरं +नानायुधधरा +नानायोनिषु +नानायोनिसहस्राणि +नानारत्न +नानारत्नमयं +नानारत्नमयानि +नानारत्नमये +नानारत्नविभूषितम् +नानारत्नविभूषिताम् +नानारत्नविभूषिते +नानारत्नसमन्वितम् +नानारत्नाकरं +नानारत्नैः +नानारत्नैश्च +नानारत्नोपशोभितम् +नानारम्बणैः +नानारसं +नानारसो +नानारूप +नानारूपं +नानारूपः +नानारूपतया +नानारूपधरं +नानारूपधरा +नानारूपधरो +नानारूपम् +नानारूपवती +नानारूपा +नानारूपाः +नानारूपाणि +नानारूपान् +नानारूपाश्च +नानारूपे +नानारूपेण +नानारूपेषु +नानारूपैः +नानारूपो +नानार्थ +नानार्थः +नानार्थकः +नानार्थकोशः +नानार्थतापत्तिः +नानार्थत्वात् +नानार्थत्वादयमेवातिशयितार्थ +नानार्थरत्नमाला +नानार्थरत्नावलिः +नानार्थवर्गः +नानार्थसंश्रयः +नानार्थस्थले +नानार्थस्य +नानार्था +नानार्थाः +नानार्थार्णव +नानार्थार्णवसंक्षेपः +नानार्थार्णवसंक्षेपे +नानार्थे +नानार्थेषु +नानालंकार +नानालंकारभूषितम् +नानालंकारसंयुक्तं +नानालंकारसंयुतम् +नानालङ्कार +नानालङ्कारभूषिताम् +नानालङ्कारसंयुक्तं +नानालङ्कारसंयुतम् +नानालाल +नानालिङ्गाध्यायः +नानालिङ्गानि +नानालीलाविशारदः +नानावर्ण +नानावर्णं +नानावर्णः +नानावर्णत्वमेव +नानावर्णमयं +नानावर्णम् +नानावर्णा +नानावर्णाः +नानावर्णाकृतीनि +नानावर्णानि +नानावर्णाश्च +नानावर्णे +नानावर्णेन +नानावर्णैः +नानावर्णैश्च +नानावर्णो +नानावस्थं +नानावस्थान्तरात्मकम् +नानावाद्यानि +नानावि +नानाविध +नानाविधं +नानाविधः +नानाविधत्वं +नानाविधप्राचीनकाव्यनाटकचम्पूभाणप्रहसन +नानाविधम् +नानाविधस्य +नानाविधा +नानाविधां +नानाविधाः +नानाविधानां +नानाविधानि +नानाविधान् +नानाविधान्यनेकप्रकाराणि +नानाविधाश्च +नानाविधास्तथा +नानाविधे +नानाविधेन +नानाविधेषु +नानाविधै +नानाविधैः +नानाविधैर्वृक्षैः +नानाविधैश्च +नानाविधो +नानावीर्यतायै +नानावीर्या +नानावीर्याः +नानावीर्याणि +नानावीर्याण्यहानि +नानावीर्ये +नानावृक्षसमाकीर्णं +नानावृक्षैः +नानावृत्तमयः +नानावेषधरा +नानाव्यपदेशात् +नानाव्यपदेशादन्यथा +नानाशरीरेषु +नानाशस्त्रधरा +नानाशस्त्रप्रहरणा +नानाशस्त्रप्रहरणाः +नानाशस्त्राणि +नानाशस्त्रास्त्रपाणयः +नानाशास्त्रविचारणात् +नानाशास्त्रविशारदाः +नानाशास्त्रेषु +नानाश्चर्यसमन्वितम् +नानाश्रया +नानासम्भारविस्तराः +नानासाहिब +नानासुखं +नानासुखैः +नानासूर्याः +नानास्ति +नानास्थानं +नानास्थाने +नानास्थानेषु +नानाहिताग्निर्नायज्वा +नानाऽस्ति +नाना॑ +नाना॒ +नानि +नानित्यं +नानित्याः +नानिमित्तं +नानिलः +नानिवेद्य +नानिष्टं +नानिष्टम् +नानिष्ट्वा +नानी +नानीता +नानीति +नानु +नानुकंपंति +नानुकम्पसे +नानुकीर्तिताः +नानुकूलं +नानुगच्छति +नानुगन्तुं +नानुगृह्णन्ति +नानुगृह्णाति +नानुजानाति +नानुजानामि +नानुजानासि +नानुज्ञातम् +नानुतप्यते +नानुतिष्ठति +नानुतिष्ठन्ति +नानुतिष्ठेयं +नानुददाति +नानुदात्तं +नानुदात्तम् +नानुदात्ता +नानुदिशेद् +नानुधावति +नानुध्यायाद्बहूञ्छब्दान्वाचो +नानुपपतिः +नानुपपतिरिति +नानुपपत्ति +नानुपपत्तिः +नानुपपत्तिरिति +नानुपपन्न +नानुपपन्नं +नानुपपन्नः +नानुपपन्नमिति +नानुपपन्नम् +नानुपपन्ना +नानुपमृद्य +नानुपलब्धिः +नानुपश्यति +नानुपश्यन्ति +नानुपश्यसि +नानुपश्यामि +नानुपसन्नाय +नानुपहत्य +नानुपहूतेन +नानुपादाय +नानुप्रयच्छति +नानुप्रयुज्यते +नानुप्रवृणक्ति +नानुप्रासः +नानुबन्धः +नानुबन्धकृतमसारूप्यम् +नानुभव +नानुभवति +नानुभवन्ति +नानुभवविरोधः +नानुभवेत् +नानुभवोऽपरः +नानुभूतं +नानुभूतः +नानुभूतवान् +नानुभूयत +नानुभूयते +नानुभूयन्ते +नानुमतम् +नानुमन्यते +नानुमन्यन्ते +नानुमन्येत +नानुमा +नानुमान +नानुमानं +नानुमानमतच्छब्दात् +नानुमानमिति +नानुमानम् +नानुमानापेक्षा +नानुमानेन +नानुमितिः +नानुमितिरिति +नानुमीयते +नानुमेने +नानुमेय +नानुमेयं +नानुमेयः +नानुयाजेषु +नानुयाजेष्विति +नानुयाजेष्वित्यत्र +नानुयाति +नानुयान्ति +नानुयास्यति +नानुयुञ्जीत +नानुरुध्यते +नानुरूपं +नानुवर्तत +नानुवर्तते +नानुवर्तन्ते +नानुवर्तयति +नानुवर्तयतीह +नानुवर्तयन्ति +नानुवर्तसे +नानुवर्तेत +नानुवर्त्तते +नानुवषट्करोति +नानुवषट्कारो +नानुवास्याः +नानुवृत्तिः +नानुशयः +नानुशासथ +नानुशासनवादाभ्यां +नानुशोचति +नानुशोचन्ति +नानुशोचसि +नानुशोचामि +नानुशोचितुमर्हसि +नानुषज्जते +नानुष्ठितं +नानुष्ठिता +नानुष्ठेय +नानुष्ठेयं +नानुसन्धत्त +नानुसेवते +नानु॑ +नानूचानाय +नानूच्येत +नानृतं +नानृतम् +नानृता +नानृतात्पातकं +नानृते +नाने +नानेकं +नानेको +नानेतव्याः +नानेति +नानेत्यादि +नानेन +नानेव +नानेवंविदं +नानेवंविदम् +नानैव +नानो +नानोदर्काः +नानोपकरणाकारैरुपतिष्ठेयमग्रतः +नानोपकरणैः +नानोपदधाति +नानोपायनपाणयः +नानोर्ज्ञः +नान् +नान्त +नान्तं +नान्तः +नान्तःप्रज्ञं +नान्तकः +नान्तत्वं +नान्तत्वात् +नान्तमथाप्यदन्तम् +नान्तमा +नान्तमेव +नान्तम् +नान्तर +नान्तरं +नान्तरः +नान्तरम् +नान्तरा +नान्तरात्मन् +नान्तराले +नान्तरिक्षं +नान्तरिक्षम् +नान्तरिक्षे +नान्तरित्यम् +नान्तरीयक +नान्तरीयकं +नान्तरीयकः +नान्तरीयकतया +नान्तरीयकत्वात् +नान्तरीयकत्वाद् +नान्तरीयकत्वेन +नान्तरीयकम् +नान्तरे +नान्तरेण +नान्तरेति +नान्तर् +नान्तर्भवति +नान्तर्भवन्ति +नान्तर्भावः +नान्तर्यामी +नान्तस्य +नान्तस्योपधाया +नान्ता +नान्ताः +नान्तात् +नान्तादसंख्यादेर्मट् +नान्तादिवत् +नान्तिके +नान्तु +नान्ते +नान्तो +नान्तोदात्तता +नान्तोऽस्ति +नान्तोऽस्तीति +नान्त्य +नान्त्यः +नान्त्यलोपः +नान्त्या +नान्त्यैर्नान्त्यावसायिभिः +नान्त्यो +नान्त्यौ +नान्दिकम् +नान्दी +नान्दीं +नान्दीकरः +नान्दीति +नान्दीपदानि +नान्दीपुरम् +नान्दीमुखं +नान्दीमुखा +नान्दीमुखाः +नान्दीमुखानां +नान्दीमुखान् +नान्दीमुखी +नान्दीमुखे +नान्दीमुखेभ्य +नान्दीमुखेभ्यः +नान्दीश्राद्ध +नान्दीश्राद्धं +नान्दीश्राद्धम् +नान्दीश्राद्धे +नान्दीश्राद्धोत्तरं +नान्देड +नान्देडमण्डलम् +नान्द्यन्ते +नान्द्या +नान्द्ये +नान्द्यै +नान्धं +नान्धकारे +नान्धकारैः +नान्धकारोऽस्ति +नान्धपरम्परा +नान्धो +नान्न +नान्नं +नान्नः +नान्ना +नान्ने +नान्मा +नान्य +नान्यं +नान्यः +नान्यगः +नान्यगामि +नान्यगामिना +नान्यच्च +नान्यच्छृणोति +नान्यच्छ्रेयो +नान्यत +नान्यतः +नान्यतरेण +नान्यता +नान्यतो +नान्यतोऽस्ति +नान्यत् +नान्यत्कार्यं +नान्यत्किं +नान्यत्किंचन +नान्यत्किंचिदस्ति +नान्यत्किञ्चन +नान्यत्किञ्चिदस्ति +नान्यत्तीर्थं +नान्यत्पश्यति +नान्यत्पश्यामि +नान्यत्फलं +नान्यत्र +नान्यत्रेति +नान्यत्रेत्यर्थः +नान्यत्वं +नान्यथा +नान्यथासिद्धिः +नान्यथेति +नान्यथेतोऽस्ति +नान्यथेत्यर्थः +नान्यथेत्याह +नान्यथैव +नान्यदतोऽस्ति +नान्यदन्येन +नान्यदपेक्षते +नान्यदस्ति +नान्यदस्तीति +नान्यदस्तीतिवादिनः +नान्यदस्तीह +नान्यदा +नान्यदिति +नान्यदित्यर्थः +नान्यदृष्टं +नान्यदेति +नान्यदेव +नान्यदोषेषु +नान्यद् +नान्यद्दानं +नान्यद्रसभङ्गस्य +नान्यद्विजानाति +नान्यद्वितरन्ति +नान्यद्वै +नान्यधृतं +नान्यमना +नान्यमातृजः +नान्यमानसः +नान्यमिति +नान्यमुपैति +नान्यम् +नान्यया +नान्ययाजिनः +नान्यस्तु +नान्यस्मात् +नान्यस्मादिति +नान्यस्मिन् +नान्यस्मिन्विधवा +नान्यस्मै +नान्यस्य +नान्यस्या +नान्यस्येति +नान्यस्येत्यर्थः +नान्या +नान्यां +नान्याः +नान्यादृशः +नान्यानि +नान्यान् +नान्याम् +नान्यार्थं +नान्यासां +नान्यास्ति +नान्ये +नान्येति +नान्येन +नान्येनेति +नान्येभ्य +नान्येभ्यः +नान्येषां +नान्येषामिति +नान्येषाम् +नान्येषु +नान्येऽन्ये +नान्यैः +नान्यैरिति +नान्यैर्देवैस्तपसा +नान्यैस्तु +नान्यो +नान्योत्पन्ना +नान्योन्य +नान्योन्यं +नान्योन्याश्रय +नान्योन्याश्रयः +नान्योस्ति +नान्योऽतोऽस्ति +नान्योऽनुभाव्यो +नान्योऽन्यं +नान्योऽपि +नान्योऽस्ति +नान्यौ +नान्वपद्यत +नान्वमन्यत +नान्वय +नान्वयं +नान्वयः +नान्वयबोधः +नान्वये +नान्वयो +नान्ववायन् +नान्वास्ते +नान्वेति +नान्वेतीति +नान्व् +नान॑दत् +नाप +नापः +नापकर्षति +नापकृतं +नापक्षीयते +नापगच्छति +नापगा +नापगानां +नापचीयते +नापणन्त +नापतति +नापतत् +नापत्तिः +नापत्तेः +नापदं +नापदः +नापदि +नापदो +नापद्यते +नापद्यपि +नापनीतक्लेशो +नापनीततुषा +नापनीयते +नापनेयं +नापभाषितवै +नापयन्ति +नापयाति +नापर +नापरं +नापरः +नापरथा +नापरमस्ति +नापरमस्माद्भवं +नापरम् +नापरस्य +नापरा +नापराधं +नापराधः +नापराधिनः +नापराधी +नापराधेन +नापराधो +नापराधोऽस्ति +नापराध्नुयात् +नापराध्नोति +नापराध्यति +नापराध्यन्ति +नापराध्यामि +नापराह्णे +नापरिणामिनि +नापरीक्ष्य +नापरुन्ध्यात् +नापरे +नापरेण +नापरैः +नापरो +नापरौ +नापवदितुं +नापवाद +नापशब्द +नापश्यं +नापश्यत् +नापश्यन् +नापश्याम +नापसर्पति +नापसव्यं +नापहरति +नापहरेत् +नापहीयते +नापह्नोतुं +नापा +नापाचायन् +नापात्रे +नापानेन +नापाय +नापि +नापित +नापितं +नापितः +नापितकर्म +नापितम् +नापितश्च +नापितश्चैव +नापितस्य +नापिता +नापिताः +नापिताङ्गना +नापिताय +नापितायनिः +नापिती +नापिते +नापितेन +नापितो +नापितोऽपि +नापिनी +नापी +नापीति +नापीह +नापुंसकः +नापुः +नापुण्यो +नापुत्रस्य +नापुत्राय +नापुत्रो +नापुनर्भवम् +नापूर्वं +नापूर्वम् +नापूर्वोपजनने +नापृच्छि +नापृष्टः +नापे +नापेक्षत +नापेक्षते +नापेक्षन्त +नापेक्षन्ते +नापेक्षा +नापेक्षित +नापेक्षितः +नापेक्षितमिति +नापेक्षितम् +नापेक्षिता +नापेक्षितो +नापेक्षेत +नापेक्ष्यत +नापेक्ष्यते +नापेक्ष्यन्ते +नापैक्षत +नापैति +नापो +नापोली +नाप्तं +नाप्तः +नाप्ता +नाप्तो +नाप्नुयात् +नाप्नुवंति +नाप्नुवन् +नाप्नुवन्ति +नाप्नो +नाप्नोति +नाप्नोत् +नाप्य +नाप्यतिनीचं +नाप्यते +नाप्यत्यन्तं +नाप्यत्र +नाप्यनहंकृतिः +नाप्यनुमानं +नाप्यनुमानम् +नाप्यनुमानेन +नाप्यनैकान्तिकः +नाप्यन्यत्र +नाप्यन्यत्रोपपन्नाः +नाप्यन्यो +नाप्ययं +नाप्यसती +नाप्यसत् +नाप्यसौ +नाप्यस्ति +नाप्यस्य +नाप्यहेतुतः +नाप्यागमः +नाप्याययन्ति +नाप्याहारं +नाप्यु +नाप्युच्यते +नाप्युपोषणम् +नाप्येवं +नाप्येष +नाप्य् +नाप्रज्ञं +नाप्रज्ञम् +नाप्रतिरूपः +नाप्रत्यक्षं +नाप्रत्यक्षे +नाप्रयोजकं +नाप्रयोजनम् +नाप्रशान्ताय +नाप्रसिद्धार्थकल्पनम् +नाप्रसिद्धिः +नाप्राप्त +नाप्राप्तकालो +नाप्राप्तिन्यायेन +नाप्राप्ते +नाप्राप्य +नाप्रामाण्यं +नाप्रामाण्यम् +नाप्रियं +नाप्रियम् +नाप्रोक्षितं +नाप्सरा +नाप्सु +नाप॑ +नाबुद्ध +नाबुध्यत +नाबुध्यन्त +नाब्धातौ +नाब्रवीत् +नाब्रह्म +नाब्राह्मणे +नाभ +नाभं +नाभः +नाभक्तानां +नाभक्ताय +नाभक्ष्यं +नाभयः +नाभये +नाभवं +नाभवत् +नाभवन् +नाभवन्नृप +नाभवम् +नाभविष्यत् +नाभस +नाभसं +नाभसम् +नाभसयोगाध्यायः +नाभसाः +नाभसी +नाभा +नाभाक +नाभाकः +नाभाकस्य +नाभाग +नाभागः +नाभागस्तु +नाभागस्य +नाभागिः +नाभागो +नाभाति +नाभानेदिष्ठं +नाभानेदिष्ठः +नाभानेदिष्ठस्य +नाभानेदिष्ठो +नाभाव +नाभावः +नाभावधि +नाभावध्येकमर्पितं +नाभावरा +नाभावस्य +नाभावात् +नाभावे +नाभावेन +नाभावो +नाभासा +नाभा॑ +नाभा॒ +नाभि +नाभिं +नाभिं॑ +नाभिं॒ +नाभिः +नाभिः॑ +नाभिकं +नाभिकः +नाभिकन्दे +नाभिकमले +नाभिकस्य +नाभिका +नाभिकामये +नाभिके +नाभिकेन्द्रं +नाभिगच्छति +नाभिघारयति +नाभिचक्रं +नाभिचक्रे +नाभिचरति +नाभिचरितवै +नाभिजातः +नाभिजानन्ति +नाभिजानाति +नाभिजानामि +नाभिजानासि +नाभिजानि +नाभिजायते +नाभितः +नाभितो +नाभिदघ्न +नाभिदघ्नं +नाभिदघ्नजले +नाभिदघ्ने +नाभिदेश +नाभिदेशं +नाभिदेशनिहितः +नाभिदेशमभिमृशति +नाभिदेशम् +नाभिदेशाच्च +नाभिदेशात् +नाभिदेशे +नाभिद्रुह्यन्ति +नाभिद्वितीयेन +नाभिधत्ते +नाभिधा +नाभिधानं +नाभिधावन्ति +नाभिधीयत +नाभिधीयते +नाभिनन्दति +नाभिनन्दन्ति +नाभिनन्दसि +नाभिनन्दामि +नाभिनन्देत +नाभिना +नाभिनेमिसमन्वितम् +नाभिपंकजे +नाभिपङ्कजं +नाभिपङ्कजे +नाभिपत्स्यसे +नाभिपद्मं +नाभिपद्मे +नाभिपद्यते +नाभिपद्यसे +नाभिपश्यन्ति +नाभिपूर्वं +नाभिप्रदेशात् +नाभिप्रदेशे +नाभिप्रवर्तते +नाभिप्रविष्टाभरणप्रभेण +नाभिप्रवृत्ता +नाभिप्रेतः +नाभिप्रेता +नाभिभवति +नाभिभवन्ति +नाभिभागे +नाभिभाषते +नाभिभाषसे +नाभिभाषेत +नाभिभिः +नाभिभूतं +नाभिभूते +नाभिभूयत +नाभिभूयते +नाभिभूयन्ते +नाभिमण्डलम् +नाभिमण्डले +नाभिमतं +नाभिमतः +नाभिमतम् +नाभिमध्ये +नाभिमन्यते +नाभिमस्मे +नाभिमात्रं +नाभिमात्रजले +नाभिमात्रे +नाभिमात्रोदके +नाभिमानं +नाभिमिति +नाभिमिव +नाभिमूले +नाभिमृशे +नाभिमेढ्रान्तरे +नाभिम् +नाभियोज्यः +नाभिरत्र +नाभिरन्ध्रं +नाभिरमते +नाभिरसि +नाभिरस्य +नाभिरिति +नाभिरिव +नाभिरूपमपि +नाभिरेव +नाभिरोजो +नाभिर् +नाभिर्दशमी +नाभिर्नाम +नाभिर्निरभिद्यत +नाभिर्भुवो +नाभिर्मे +नाभिर्यस्य +नाभिलषति +नाभिवाञ्छति +नाभिवादयेत् +नाभिवाद्यः +नाभिवाद्यम् +नाभिव्यज्यते +नाभिव्याहारयेद्ब्रह्म +नाभिश्च +नाभिश्चक्रनाभिरिवारकैः +नाभिश्चरणौ +नाभिश्रद्दधास्यन्ति +नाभिश्रद्दधास्यसि +नाभिषु +नाभिषेको +नाभिष्यन्दि +नाभिसंस्थितः +नाभिस्त +नाभिस्तनान्तरं +नाभिस्तु +नाभिस्ते +नाभिस्थाः +नाभिस्थानं +नाभिस्थानीये +नाभिस्थाने +नाभिस्थे +नाभिहितं +नाभि॑ +नाभि॑ः +नाभि॑म् +नाभि॑म॒स्मे +नाभि॑रसि +नाभि॑र्दश॒मी +नाभि॑र॒स्यानु॑ +नाभी +नाभीक्ष्णं +नाभीति +नाभीतो +नाभीपथेन +नाभीसरसि +नाभुक्तं +नाभूत +नाभूत् +नाभूत्या +नाभूत्वा +नाभूदभूमिः +नाभूदिति +नाभूदित्यर्थः +नाभूद् +नाभूवं +नाभूवन् +नाभे +नाभेः +नाभेद +नाभेदं +नाभेदः +नाभेदे +नाभेदो +नाभेरध +नाभेरधः +नाभेरधश्चोदरमेति +नाभेरधस्तात् +नाभेरधस्तादाध्मानं +नाभेरधो +नाभेरिति +नाभेरुन्मार्ष्टि +नाभेरुपरि +नाभेरुपरिजाः +नाभेरूर्द्ध्वं +नाभेरूर्ध्वं +नाभेर् +नाभेर्जात +नाभेश्च +नाभेस् +नाभेस्तथोपरि +नाभेस्तु +नाभो +नाभौ +नाभौ॑ +नाभ्य +नाभ्यं +नाभ्यजानन्त +नाभ्यञ्जीत +नाभ्यधः +नाभ्यधायि +नाभ्यधो +नाभ्यनन्दत +नाभ्यनन्दन्त +नाभ्यन्तं +नाभ्यन्तरे +नाभ्यपद्यत +नाभ्यभाषत +नाभ्यर्थ्याः +नाभ्यवर्तत +नाभ्यवर्तन्त +नाभ्यसूयामि +नाभ्यस्तस्य +नाभ्यस्तस्याचि +नाभ्यस्ता +नाभ्यस्ताच्छतु +नाभ्यस्ताच्छतुः +नाभ्यस्तात् +नाभ्या +नाभ्यां +नाभ्याः +नाभ्यादि +नाभ्यामन्तर्धीयन्ते +नाभ्याम् +नाभ्या॑ +नाभ्युदेति +नाभ्युपगच्छन्ति +नाभ्युपगतः +नाभ्युपगतमिति +नाभ्युपगम्यत +नाभ्युपगम्यते +नाभ्युपयन्ति +नाभ्युपेयत +नाभ्युपेयते +नाभ्युपैति +नाभ्येति +नाभ्यै +नाभ॑यः +नाम +नामं +नामः +नामक +नामकं +नामकः +नामकग्रन्थस्य +नामकथनम् +नामकमुदकं +नामकम् +नामकरण +नामकरणं +नामकरणः +नामकरणमपि +नामकरणम् +नामकरणसंस्कारः +नामकरणसंस्कारविधिः +नामकरणसंस्कारस्य +नामकरणस्य +नामकरणाय +नामकरणे +नामकरणेन +नामकरणोत्सवे +नामकर्म +नामकर्मणि +नामकस्य +नामका +नामकाः +नामकात् +नामकानां +नामकानि +नामकान् +नामकारणं +नामकीर्तनम् +नामके +नामकेन +नामकैः +नामको +नामकौ +नामक्कल +नामक्कलमण्डलम् +नामक्कले +नामक्कल् +नामगणाध्यायः +नामगन्धद्रव्यम् +नामगन्धद्रव्ये +नामगोत्रं +नामगोत्रतः +नामगोत्रवंशप्रवरवर्णनम् +नामगोत्राणि +नामगोत्राभ्यां +नामगोत्रे +नामगोत्रेण +नामग्रहः +नामग्रहण +नामग्रहणं +नामग्रहणम् +नामग्रहणादेव +नामग्रहणे +नामग्रहणेन +नामग्राहं +नामग्राहम् +नामजपं +नामजपः +नामजपस्य +नामजपे +नामजपेन +नामजातिग्रहं +नामजात्यादिकल्पनाः +नामत +नामतः +नामतश्च +नामतश्चैव +नामतस्तथा +नामतस्ताः +नामतस्तानि +नामतस्तान् +नामतस्तान्निबोध +नामतस्तान्निबोधत +नामतस्तु +नामता +नामतीर्थम् +नामतो +नामतोऽभवत् +नामत्रयं +नामत्वं +नामत्वम् +नामत्वात् +नामत्वे +नामत्वेन +नामदेव +नामदेवः +नामदेवस्य +नामद्वय +नामद्वयं +नामद्वयम् +नामद्वयेन +नामधा +नामधाः +नामधातवः +नामधातु +नामधातुः +नामधातुप्रत्ययाः +नामधातूनां +नामधातोः +नामधातौ +नामधारकः +नामधारका +नामधारकाः +नामधारी +नामधुन्यं +नामधे +नामधेय +नामधेयं +नामधेयः +नामधेयत्वं +नामधेयत्वम् +नामधेयत्वे +नामधेयनिरूपणम् +नामधेयप्रकरणम् +नामधेयमपि +नामधेयमात्रं +नामधेयमिति +नामधेयम् +नामधेयस्य +नामधेया +नामधेयानां +नामधेयानि +नामधेयान्तरैरुपासते +नामधेये +नामधेयेन +नामधेयैः +नामधेयैर् +नामधेयैर्जुहोति +नामधेयो +नामन +नामनं +नामनामतः +नामनि +नामनिरुक्तिः +नामनिरुक्तिर्यथा +नामनिर्देशः +नामनिर्देशन +नामनिर्देशेन +नामनिर्देशो +नामनिर्देशोऽपि +नामनिर्वचनं +नामनिर्वचनम् +नामनी +नामनो +नामन् +नामन्त्रयते +नामन्त्रिते +नामन्यत +नामन्यतरस्याम् +नामपदं +नामपदानां +नामपदानि +नामपदेन +नामपर्येषणा +नामपि +नामप्रेम +नामभाक् +नामभि +नामभिः +नामभिरेव +नामभिरेवाकृतयः +नामभिर् +नामभिर्बलिमन्त्रैश्च +नामभिर्वा +नामभिश्च +नामभिस्तेषां +नामभेदः +नामभेदतः +नामभेदा +नामभेदान् +नामभेदेन +नामभ्यां +नामभ्यामेवैने +नामभ्याम् +नाममन्त्रं +नाममन्त्रेण +नाममात्र +नाममात्रं +नाममात्रम् +नाममात्रादृते +नाममात्रे +नाममात्रेण +नाममात्रेणैव +नाममाला +नाममाहात्म्यं +नाममुद्रा +नाममुद्रां +नामम् +नामय +नामयज्ञैः +नामयज्ञैस्ते +नामयति +नामयाः +नामयित्वा +नामयेत् +नामरुपे +नामरू +नामरूप +नामरूपं +नामरूपतः +नामरूपप्रत्ययं +नामरूपप्रत्ययः +नामरूपप्रपञ्चः +नामरूपमन्नं +नामरूपम् +नामरूपयोः +नामरूपयोर्निर्वहिता +नामरूपलक्षणेन +नामरूपविभेदेन +नामरूपव्याकरणं +नामरूपव्याकरणम् +नामरूपस्य +नामरूपा +नामरूपाङ्कुरमभिनिर्वर्तयति +नामरूपाणि +नामरूपातिरेकिणी +नामरूपात्मकं +नामरूपात्मकस्य +नामरूपात्मना +नामरूपादि +नामरूपाभ्यां +नामरूपाभ्यामेव +नामरूपावलिः +नामरूपे +नामरूपेण +नामरूपेषु +नामर्तुं +नामर्मसु +नामर्षयत +नामर्षिः +नामलक्षणैः +नामलिङ्गानुशासनम् +नामलिङ्गानुशासने +नामवर्जितम् +नामवर्णनम् +नामवाली +नामविशेषः +नामविश्व +नामविषये +नामशतकम् +नामशब्दः +नामशब्दस्य +नामशब्देन +नामशब्दो +नामशोभयोः +नामश्रवणमात्रेण +नामस +नामसंकीर्तनं +नामसंकीर्तनादपि +नामसंज्ञा +नामसङ्कीर्तनं +नामसहस्र +नामसहस्रं +नामसहस्रकम् +नामसहस्रेण +नामसादृश्येन +नामसाहस्रं +नामसु +नामसे +नामस्तोत्रम् +नामस्थान +नामस्थाने +नामस्मरण +नामस्मरणं +नामस्मरणमेव +नामस्मरणम् +नामस्मरणसमये +नामस्मरणस्य +नामस्मरणार्थं +नामस्मरणे +नामस्मरणेन +नामस्य +नामऽभिः +नामा +नामां +नामांकन +नामांकित +नामांतरं +नामाकाशः +नामाकाशस्य +नामाकाशे +नामाक्षरं +नामाक्षराणि +नामाक्षराणीव +नामाख्यः +नामाख्यात +नामाख्यातसारूप्यादनिर्ज्ञातं +नामाख्याते +नामाख्यातोपसर्गनिपाताः +नामाग्ने +नामाङ्कनं +नामाङ्कनम् +नामाङ्कितं +नामाङ्कितः +नामाङ्कितम् +नामाङ्किता +नामाङ्कितो +नामाङ्ग +नामाङ्गमुपक्षिप्तम् +नामाङ्गिरसः +नामाज्ञाने +नामात्मकानां +नामात्र +नामाथ +नामादयः +नामादि +नामादिकं +नामादिभ्यः +नामादिषु +नामादिष्विव +नामादीनां +नामादीनि +नामादेशं +नामादेशमाचष्टे +नामादौ +नामाद्य +नामाद्यक्षरबीजः +नामाद्यक्षरबीजा +नामाधत्त +नामाध्यायं +नामाध्यायः +नामान +नामानं +नामानः +नामानि +नामानीति +नामानीमानि +नामानुकीर्तनम् +नामानुक्रमणिका +नामानुरूपं +नामानेि +नामानो +नामानौ +नामान्त +नामान्तर +नामान्तरं +नामान्तरम +नामान्तरमपि +नामान्तरमस्ति +नामान्तरमाह +नामान्तरमिति +नामान्तरम् +नामान्तरस्य +नामान्तराणि +नामान्तरिता +नामान्तरे +नामान्तरेण +नामान्तस्य +नामान्ते +नामान्य +नामान्यः +नामान्यनन्तस्य +नामान्यनुक्रमात् +नामान्यपि +नामान्यस्य +नामान्यहं +नामान्याख्यातजानीति +नामान्याप्नोति +नामान्याह +नामान्युक्तानि +नामान्युद्धृतानि +नामान्येतानि +नामान्येव +नामान्येषां +नामान्वयौ +नामाप +नामापरं +नामापराधी +नामापि +नामाप्सरसा +नामाप्सराः +नामाभवत् +नामाभिधानं +नामाभूत् +नामामराः +नामामृतं +नामायं +नामार्थ +नामार्थं +नामार्थः +नामार्थनिर्णयः +नामार्थयोः +नामार्थयोरिति +नामार्थस्य +नामार्थे +नामार्थो +नामार्यः +नामालंकारः +नामालङ्कारः +नामावलि +नामावलिं +नामावलिः +नामावली +नामावल्यां +नामावास्यायां +नामाशीतितमः +नामाशीतितमोऽध्यायः +नामाष्ट +नामाष्टकमिदं +नामाष्टचत्वारिंशोऽध्यायः +नामाष्टत्रिंशोऽध्यायः +नामाष्टनवतितमोऽध्यायः +नामाष्टपंचाशत्तमोऽध्यायः +नामाष्टपञ्चाशत्तमोऽध्यायः +नामाष्टमं +नामाष्टमः +नामाष्टमो +नामाष्टमोऽध्यायः +नामाष्टशतकं +नामाष्टशतमुत्तमम् +नामाष्टषष्टितमोऽध्यायः +नामाष्टसप्ततितमोऽध्यायः +नामाष्टात्रिंशोऽध्यायः +नामाष्टादशः +नामाष्टादशो +नामाष्टादशोऽध्यायः +नामाष्टाविंशः +नामाष्टाविंशतितमोऽध्यायः +नामाष्टाविंशोऽध्यायः +नामाष्टाशीतितमोऽध्यायः +नामासि +नामासीति +नामासीत् +नामासुर +नामासुरः +नामासुरो +नामासौ +नामास्ति +नामास्तीति +नामास्तु +नामास्त्रगतिः +नामास्मि +नामास्य +नामास्या +नामास्याः +नामास्य् +नामाह +नामाहं +नामाहमस्मि +नामाऽपि +नामाऽस्ति +नामाऽस्य +नामा॑नि +नामा॑नि॒ +नामा॑सि +नामा॑सि॒ +नामि +नामिः +नामिकं +नामिकः +नामिकया +नामिका +नामिकां +नामिकाम् +नामिकायां +नामिकायाः +नामिके +नामित +नामितं +नामितः +नामितम् +नामिति +नामित्यर्थः +नामिनः +नामिनो +नामिव +नामी +नामीति +नामु +नामुतः +नामुत्र +नामुदात्तो +नामुद्गसूपं +नामुना +नामूलं +नामृतं +नामृता +नामृष्टभोजी +नामृष्यत +नामृष्यन्त +नामे +नामें +नामेति +नामेत्यर्थः +नामेत्यादि +नामेत्यादिना +नामेत्याह +नामेत्य् +नामेदं +नामेदन्द्रो +नामेदम् +नामेध्यं +नामेन +नामेन्द्रो +नामेयं +नामेव +नामेष +नामेष्टकाः +नामेष्टिः +नामेह +नामै +नामैक +नामैकं +नामैकः +नामैकचत्वारिंशोऽध्यायः +नामैकत्रिंशः +नामैकत्रिंशत्तमोऽध्यायः +नामैकत्रिंशोऽध्यायः +नामैकदेशे +नामैकनवतितमोऽध्यायः +नामैकपंचाशत्तमोऽध्यायः +नामैकपञ्चाशत्तमोऽध्यायः +नामैकविंशः +नामैकविंशतितमोऽध्यायः +नामैकविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः +नामैकविंशोऽध्यायः +नामैकषष्टितमोऽध्यायः +नामैकसप्ततितमोऽध्यायः +नामैकादशं +नामैकादशः +नामैकादशी +नामैकादशोऽध्यायः +नामैकाधिकशततमोऽध्यायः +नामैकाशीतितमः +नामैकाशीतितमोऽध्यायः +नामैको +नामैकोनचत्वारिंशोऽध्यायः +नामैकोनत्रिंशत्तमोऽध्यायः +नामैकोनत्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः +नामैकोनत्रिंशोऽध्यायः +नामैकोननवतितमोऽध्यायः +नामैकोनपञ्चाशत्तमोऽध्यायः +नामैकोनविंशः +नामैकोनविंशोऽध्यायः +नामैकोनषष्टितमोऽध्यायः +नामैकोनषष्ट्युत्तरशततमोऽध्यायः +नामैकोनसप्ततितमोऽध्यायः +नामैकोनाशीतितमोऽध्यायः +नामैतच् +नामैतत् +नामैतद्यद्वाजपेयं +नामैतन्नक्षत्रं +नामैता +नामैते +नामैव +नामैवं +नामैवम् +नामैष +नामैषः +नामैषा +नामो +नामों +नामोक्त्या +नामोच्चारणं +नामोच्चारणमात्रेण +नामोच्चार्य +नामोच्यते +नामोति +नामोदीची +नामोपपद्यते +नामोपयेमे +नामोपरि +नामोपादानमुपादाता +नामोल्लेखं +नामोल्लेखः +नामोल्लेखेन +नामो॒त +नामौ +नामौचित्यम् +नामौषधिरस्य +नाम् +नाम्ति +नाम्न +नाम्नः +नाम्नश्च +नाम्ना +नाम्नां +नाम्नाथ +नाम्नापि +नाम्नाभिधीयते +नाम्नामधिकारः +नाम्नामष्टशतं +नाम्नामष्टोत्तरं +नाम्नाम् +नाम्नायं +नाम्नायस्य +नाम्नासि +नाम्नासौ +नाम्नास्ति +नाम्नास्मि +नाम्नाहं +नाम्नाऽपि +नाम्नाऽसि +नाम्नाऽहं +नाम्ना॑ +नाम्ना॒ +नाम्नि +नाम्नी +नाम्नीं +नाम्नीति +नाम्ने +नाम्नेति +नाम्नेदं +नाम्नेयं +नाम्नेहि +नाम्नेहि॒ +नाम्नेहीति +नाम्नैकवृन्दः +नाम्नैतत् +नाम्नैव +नाम्नैषा +नाम्नो +नाम्नोः +नाम्नोऽन्ते +नाम्नोऽपि +नाम्नोऽस्य +नाम्न्या +नाम्न्यां +नाम्न्याः +नाम्न्यादिशिग्रहोः +नाम्बरे +नाम्बु +नाम्भः +नाम्य +नाम्यते +नाम्रः +नाम्रा +नाम्रि +नाम्रेडितस्यान्त्यस्य +नाम्लं +नाम॑ +नाम॑स्थ॒ +नाम॑ऽभिः +नाम॒ +नाम॒धा +नाय +नायं +नायः +नायक +नायकं +नायकः +नायकगुण +नायकत्व +नायकत्वं +नायकत्वम् +नायकत्वे +नायकत्वेन +नायकप्रतिनायकौ +नायकभेदे +नायकम् +नायकयोः +नायकश्च +नायकस्तत्र +नायकस्तु +नायकस्य +नायकस्येति +नायकस्यैव +नायकस्योक्तिः +नायका +नायकाः +नायकानां +नायकानाम् +नायकान् +नायकाय +नायकाश्च +नायके +नायकेति +नायकेन +नायकेषु +नायकैः +नायको +नायकोक्तिः +नायकोऽत्र +नायकोऽपि +नायकौ +नायक् +नायच्छत् +नायडु +नायडू +नायति +नायते +नायनं +नायन्त्रितश्चतुर्वेदी +नायमचामन्त्यात्परो +नायमच्छा॑ +नायमपि +नायमयमिति +नायमयम् +नायमर्थः +नायमर्थो +नायमर्हति +नायमलंकारः +नायमस्ति +नायमस्तीति +नायमात्मा +नायमिति +नायमेक +नायमेवं +नायम् +नाययति +नाययौ +नायर +नायर् +नायसे +नायसेन +नायस्तम् +नाया +नायाँ +नायां +नायांति +नायाः +नायात +नायातः +नायाता +नायाति +नायातीति +नायातो +नायात् +नायान्ति +नायामि +नायासि +नायासो +नायि +नायिकया +नायिका +नायिकां +नायिकाः +नायिकात्वं +नायिकात्वेन +नायिकानां +नायिकानायकयोः +नायिकानायकौ +नायिकापक्षे +नायिकापि +नायिकाभेदः +नायिकाभेदे +नायिकाया +नायिकायां +नायिकायाः +नायिकायाश्च +नायिकाविशेषः +नायिकासु +नायिके +नायिकेति +नायिकेत्यर्थः +नायिकोवाच +नायुः +नायुक्तं +नायुडु +नायुधव्यसनप्राप्तं +नायुध्यमानं +नायुषः +नायुषि +नाये +नायेति +नायेन +नायै +नायैव +नायो +नायोगो +नायोध्यायै +नाय॑ते +नार +नारं +नारक +नारकं +नारकः +नारकम् +नारकस्य +नारका +नारकाः +नारकाणां +नारकाणामपि +नारकाणामिति +नारकाणाम् +नारकान् +नारकाय +नारकिणां +नारकी +नारकीं +नारकीयाश्च +नारके +नारको +नारङ्ग +नारङ्गं +नारङ्गः +नारङ्गफलं +नारङ्गफलम् +नारङ्गफलरसः +नारङ्गफलस्य +नारङ्गवृक्षः +नारङ्गे +नारण्यान् +नारण्ये +नारण्यो +नारथी +नारद +नारदं +नारदंप्रति +नारदः +नारदउवाच +नारदगिरा +नारदजी +नारदतः +नारदनारायणसंवादे +नारदपञ्चरात्रम्‌ +नारदपञ्चरात्रे +नारदपरिव्राजक +नारदपरिव्राजकोपनिषत् +नारदपरिव्राजकोपनिषत्सु +नारदपर्वतौ +नारदपर्व्वतौ +नारदपु +नारदपुराणम् +नारदपुराणस्य +नारदपुराणे +नारदप्रश्नः +नारदबहुलाश्वसंवादे +नारदमब्रवीत् +नारदमहर्षिः +नारदमुनिः +नारदमुने +नारदमेव +नारदम् +नारदवच +नारदवचनं +नारदवचनम् +नारदवचनात् +नारदवाक्यं +नारदवाक्यम् +नारदवाक्ये +नारदवाक्येन +नारदशापेन +नारदश्च +नारदश्चेति +नारदश्चैव +नारदसंवादे +नारदसंहिता +नारदस्तं +नारदस्तत्र +नारदस्तथा +नारदस्तदा +नारदस्तु +नारदस्तेन +नारदस्मरणात् +नारदस्मृतिः +नारदस्मृतेः +नारदस्मृतौ +नारदस्य +नारदस्यापि +नारदस्यैव +नारदस्योपदेशतः +नारदस्योपदेशेन +नारदहि +नारदा +नारदाख्यं +नारदागमनं +नारदागमनम् +नारदाच्च +नारदाच्छ्रुत्वा +नारदात् +नारदादयः +नारदादयो +नारदादि +नारदादिभिः +नारदादीनां +नारदाद् +नारदाद्देवदर्शनात् +नारदाद्या +नारदाद्याः +नारदाद्याश्च +नारदाद्यैः +नारदाभिधः +नारदाम्बरीषसंवादे +नारदाय +नारदी +नारदीय +नारदीयं +नारदीयकम् +नारदीयञ्च +नारदीयतान +नारदीयतानः +नारदीयपुराणम् +नारदीयपुराणे +नारदीयम् +नारदीये +नारदीयेऽपि +नारदे +नारदेति +नारदेन +नारदेनाथ +नारदेनापि +नारदेनाप्युक्तम् +नारदेनेति +नारदेनैव +नारदेनैवमुक्तस्तु +नारदेनोक्तं +नारदेनोक्तः +नारदेनोक्तम् +नारदेरितम् +नारदेशं +नारदो +नारदोक्तं +नारदोक्ताः +नारदोक्ते +नारदोक्तेः +नारदोक्तौ +नारदोपि +नारदोऽथ +नारदोऽपि +नारदोऽप्याह +नारदोऽब्रवीत् +नारदोऽयं +नारदोऽसौ +नारदोऽस्य +नारदोऽहं +नारद् +नारनौल +नारब्धव्यम् +नारभते +नारभन्त +नारभन्ते +नारभेत +नारभ्यते +नारमत +नारम् +नारम्भणीय +नारम्भणीयमिति +नारयः +नारयण +नारयो +नारळीकर +नारसिंह +नारसिंहं +नारसिंहः +नारसिंहञ्च +नारसिंहमतः +नारसिंहमानुष्टुभं +नारसिंहमिदं +नारसिंहवपुः +नारसिंहश्च +नारसिंहस्तु +नारसिंहस्य +नारसिंहाय +नारसिंहि +नारसिंही 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+नारायणमुपागमत् +नारायणमूर्तिः +नारायणमृते +नारायणमृषिं +नारायणमेव +नारायणम् +नारायणवचः +नारायणवलिः +नारायणव्यूहस्तवे +नारायणशब्देन +नारायणशास्त्री +नारायणश्च +नारायणश्चतुर्भुजः +नारायणश्चापि +नारायणश्चास्ते +नारायणश्चैव +नारायणसमं +नारायणसमा +नारायणसमो +नारायणसरो +नारायणसरोवरे +नारायणसहायवान् +नारायणस्तत्र +नारायणस्तथा +नारायणस्तदा +नारायणस्तस्य +नारायणस्तु +नारायणस्त्वं +नारायणस्मृतिः +नारायणस्य +नारायणस्यापि +नारायणस्याष्टाक्षरं +नारायणस्यैव +नारायणस्वामी +नारायणहरे +नारायणह्रदे +नारायणा +नारायणांशं +नारायणांशो +नारायणाः +नारायणाख्यं +नारायणाख्यः +नारायणाख्यस्तु +नारायणाख्यस्य +नारायणाख्येन +नारायणाख्यो +नारायणाग्रतः +नारायणाच्युत +नारायणाज्ञया +नारायणात् +नारायणात्परो +नारायणात्मकं +नारायणात्मकः +नारायणात्मकम् +नारायणात्मकाः +नारायणात्मके +नारायणात्मिका +नारायणादयः +नारायणादृते +नारायणाद् +नारायणाद्ब्रह्मा +नारायणाद्रि +नारायणाद्रुद्रो +नारायणानां +नारायणानुवाके +नारायणानुवाकेन +नारायणाय +नारायणायामितविक्रमाय +नारायणाये +नारायणायेति +नारायणाश्च +नारायणाश्रमं +नारायणाश्रमम् +नारायणाश्रमे +नारायणाश्रयः +नारायणाश्रयम् +नारायणाष्टाक्षरकल्पे +नारायणास्तथा +नारायणास्त्रं +नारायणास्त्रमोक्षपर्वणि +नारायणास्त्रेण +नारायणाह्वयम् +नारायणि +नारायणी +नारायणीं +नारायणीति +नारायणीय +नारायणीयं +नारायणीयम् +नारायणीयस्तोत्रव्याख्यायां +नारायणीये +नारायणीशाना +नारायणीशानी +नारायणीश्रि +नारायणे +नारायणेच्छया +नारायणेति +नारायणेत्यात्ममतिर्गतत्रपः +नारायणेत्युक्त्वा +नारायणेन +नारायणेनापि +नारायणेनोक्तं +नारायणो +नारायणोपनिषत् +नारायणोपनिषदि +नारायणोपि +नारायणोरुं +नारायणोऽकामयत +नारायणोऽनन्तो +नारायणोऽपि +नारायणोऽभवत् +नारायणोऽयं +नारायणोऽव्ययः +नारायणोऽहं +नारायणौ +नारायण् +नारायण्यः +नारायण्या +नारायण्यै +नारायण्यो +नारायन +नाराशँ +नाराशंस +नाराशंसं +नाराशंसः +नाराशंसम् +नाराशंसस्य +नाराशंसा +नाराशंसाः +नाराशंसानां +नाराशंसान् +नाराशंसी +नाराशंसीः +नाराशंसीनां +नाराशंसे +नाराशंसेन +नाराशंसेषु +नाराशंसो +नाराशंस्या +नाराश्च +नाराश॒ +नाराशꣳ +नाराशꣳसेन +नाराशꣳसेषु +नारि +नारिं +नारिकेल +नारिकेलं +नारिकेलः +नारिकेलकम् +नारिकेलजम् +नारिकेलजलं +नारिकेलजलम् +नारिकेलजलस्य +नारिकेलञ्च +नारिकेलतैलम् +नारिकेलतैलस्य +नारिकेलफलं +नारिकेलफलानि +नारिकेलफलाम्बुवत् +नारिकेलम् +नारिकेलवृक्षः +नारिकेलवृक्षे +नारिकेलश्च +नारिकेलस्य +नारिकेला +नारिकेलानि +नारिकेलाम्बु +नारिकेले +नारिकेलेन +नारिकेलैः +नारिकेलोदकं +नारित +नारियं +नारियल +नारियां +नारियो +नारियों +नारिरसि +नारिरसीति +नारिर् +नारिषु +नारिष्ठयोः +नारिष्ठादि +नारिष्ठान् +नारि॑षु +नारी +नारीं +नारीः +नारीः॑ +नारीकवच +नारीक्षीरेण +नारीजने +नारीणा +नारीणां +नारीणाञ्च +नारीणामकालज्ञो +नारीणामपि +नारीणामुत्तमा +नारीणाम् +नारीति +नारीत्वं +नारीपीनपयोधरोरुयुगलं +नारीपुरुषविग्रहाः +नारीभिः +नारीभिश्च +नारीभ्यो +नारीमयं +नारीमिवान्यां +नारीमुपेयाच्छयने +नारीम् +नारीयते +नारीरत्नं +नारीरविधवाः +नारीरूपं +नारीव +नारीवाद +नारीश्च +नारीषु +नारीस्तन्येन +नारी॑ +नारी॒ +नारुद्रो +नारुन्तुदः +नारूपः +नारे +नारो +नारों +नारोचत +नारोपः +नारोपिताः +नारोप्यते +नारोहति +नारोहेत् +नार्कः +नार्कप्रभां +नार्घन्ति +नार्चनं +नार्चयन्ति +नार्चयिष्यामः +नार्चयेत् +नार्चयेदेनं +नार्चितं +नार्चितो +नार्च्चयेत् +नार्च्यं +नार्जवं +नार्जवेन +नार्जितं +नार्जुनः +नार्णवे +नार्तं +नार्तिमार्च्छति +नार्तिम् +नार्ति॒मार्च्छ॑ति॒ +नार्ति॒मार्च्छ॑त्यध्व॒र्युर्न +नार्तो +नार्त्विज्यं +नार्थ +नार्थं +नार्थः +नार्थतः +नार्थदृष्टिः +नार्थभेदः +नार्थम् +नार्थवादः +नार्थस्य +नार्थस्येति +नार्था +नार्थान् +नार्थान्तरं +नार्थान्तरमिति +नार्थान्तरम् +नार्थान्तरे +नार्थाय +नार्थिनः +नार्थी +नार्थे +नार्थेन +नार्थो +नार्थोऽस्ति +नार्दति +नार्द्र +नार्द्रवासा +नार्धम् +नार्पयति +नार्पयेत् +नार्पितं +नार्पितम् +नार्म +नार्मदं +नार्मदः +नार्मदम् +नार्मदे +नार्मन् +नार्मेध +नार्मेधं +नार्मेधम् +नार्म्मदं +नार्य +नार्यः +नार्यपि +नार्यभि +नार्यमणं +नार्यश्च +नार्यश्चन्दनदिग्धाङ्ग्यो +नार्यश्चापि +नार्यसि +नार्यसीति +नार्यस्तथा +नार्यस्तदा +नार्यस्तु +नार्यस्य +नार्या +नार्यां +नार्याः +नार्यामन्तर्गतायाम् +नार्याश्च +नार्यास्तु +नार्या॑ +नार्युपब्रूते +नार्युपब्रूतेऽग्नौ +नार्युवाच +नार्यै +नार्यो +नार्यों +नार्योऽपि +नार्यौ +नार्य्यः +नार्य्यश्च +नार्य्या +नार्य्यां +नार्य्याः +नार्य्याम् +नार्य्यास्तु +नार्य्यो +नार्वा +नार्वागिन्द्रं +नार्वाचं +नार्वाञ्चं +नार्वा॑ +नार्वे +नार्षदाय +नार्षदो +नार्षेयं +नार्ह +नार्हंति +नार्हः +नार्हतः +नार्हतस्तावपि +नार्हति +नार्हतीति +नार्हतीत्यर्थः +नार्हते +नार्हत्येव +नार्हथ +नार्हन्ति +नार्हसि +नार्हसीति +नार्हसे +नार्हस्त्वं +नार्हस्येवं +नार्हा +नार्हामि +नाल +नालं +नालंकारः +नालः +नालकं +नालकम् +नालक्षयत +नालक्षि +नालक्ष्यते +नालङ्कार +नालङ्कारः +नालङ्कारतया +नालद +नालन्दा +नालन्दानगरम् +नालन्दामण्डलम् +नालन्दाविश्वविद्यालयः +नालपन् +नालपन्ति +नालपेत् +नालभत +नालभन्त +नालभ्यं +नालमस्य +नालमिति +नालमित्यादौ +नालमेकस्य +नालमेव +नालम् +नालम्बते +नालम्बसे +नालम्बिता +नालसाः +नालस्य +नाला +नालाः +नालाय +नालायनी +नालि +नालिकं +नालिका +नालिकां +नालिकायां +नालिकाशाकं +नालिके +नालिकेर +नालिकेरं +नालिकेरजलं +नालिकेरफलं +नालिकेरम् +नालिकेरस्य +नालिकेराणि +नालिकेरे +नालिकेरेण +नालिकेरोदकं +नालिङ्गितं +नालिङ्गिता +नालिता +नालिनी +नाली +नालीक +नालीकं +नालीकः +नालीकनाराचैस्तीक्ष्णाग्रैश्च +नालीका +नालीकिनी +नालीगृहं +नालीगेहं +नालीव +नाले +नालेन +नालेपयेदतः +नालो +नालोकमात्रेण +नालोकि +नालोक्य +नालोक्यते +नालोमिकां +नाल्प +नाल्पं +नाल्पपुण्येन +नाल्पमपि +नाल्पस्य +नाल्पीयसि +नाल्पे +नाल्पेन +नाल्पोऽपि +नाल्वडि +नाळं +नाव +नावं +नावं॑ +नावं॒ +नावः +नावः॑ +नावकल्पत +नावकल्पते +नावकल्पयामि +नावकल्पेत +नावकल्प्येत +नावकाश +नावकाशं +नावकाशः +नावकेशी +नावक्ष्यमिति +नावगच्छति +नावगच्छन्ति +नावगच्छसि +नावगच्छामि +नावगच्छेद् +नावगतं +नावगतः +नावगतम् +नावगम्यत +नावगम्यते +नावगाहते +नावगाहन्ते +नावगाहे +नावगाहेत +नावचक्षे +नावचारयेत् +नावच्छिद्यते +नावजानामि +नावज्ञया +नावज्ञा +नावज्ञां +नावज्ञातुं +नावज्ञेयं +नावज्ञेयः +नावज्ञेयाः +नावज्ञेयो +नावतरति +नावतरतीति +नावतरन्ति +नावति +नावतिष्ठत +नावतिष्ठति +नावतिष्ठते +नावतिष्ठन्ति +नावतिष्ठन्ते +नावतिष्ठेत +नावदत् +नावद्यन्ति +नावधारयति +नावधारयितुं +नावधारितम् +नावधार्यत +नावधार्यते +नावधिः +नावधीतमस्तु +नावधीत् +नावन +नावनं +नावनतेरपि +नावनम् +नावनात् +नावनीतं +नावने +नावपद्यन्त +नावपद्यन्ते +नावबुद्धवान् +नावबुध्यत +नावबुध्यते +नावबुध्यन्ते +नावबुध्यसे +नावबुध्यै +नावभासत +नावभासते +नावमन्तव्यः +नावमन्तव्या +नावमन्तव्याः +नावमन्तव्यो +नावमन्यते +नावमन्ये +नावमन्येत +नावमा +नावमानं +नावमानयेत् +नावमान्या +नावमारुह्य +नावमारोप्य +नावमारोहयति +नावमिके +नावमिव +नावमिवार्णवे +नावम् +नावयं +नावयज्ञिकः +नावयवाः +नावयवी +नावया +नावयेत् +नावयोः +नावयोरन्तरं +नावर्जयति +नावर्तत +नावर्तते +नावर्तन्त +नावर्तन्ते +नावर्त्तते +नावर्त्तन्ते +नावर्षत् +नावर्षत्पाकशासनः +नावलोकयन् +नावलोकयेत् +नावलोक्यते +नाववतु +नाववत्विति +नावविध्यति +नावशिष्टं +नावशिष्टम् +नावशिष्यत +नावशिष्यते +नावश्च +नावश्य +नावश्यं +नावश्यक +नावश्यकं +नावश्यकः +नावश्यकम् +नावश्यके +नावश्यमन्येन +नावश्यमिहैव +नावसरः +नावसरे +नावसादयेत् +नावसादो +नावसीदति +नावसीदन्ति +नावसीयते +नावसृजेत्परेषु +नावस्थातुं +नावस्थितिं +नावस्य +नावा +नावां +नावाच्यं +नावाप +नावाप्नोति +नावाप्यते +नावाप्स्यसि +नावाय +नावारयत +नावाहनं +नावि +नाविक +नाविकं +नाविकः +नाविकनीलः +नाविकम् +नाविका +नाविकाः +नाविकानां +नाविकाय +नाविके +नाविकेन +नाविको +नाविज्ञाते +नाविति +नाविदं +नाविदमिति +नाविदितं +नाविद्यत +नाविद्या +नाविद्यानान्तु +नाविद्यामनुधावति +नाविद्यास्ति +नाविद्यास्तीह +नाविद्वांसस्तपस्विनः +नाविद्वान् +नाविद्वान्न +नाविन्दत +नाविन्दत् +नाविन्दन् +नाविन्दन्त +नाविमुक्ते +नाविरत +नाविरतो +नाविर्भवति +नाविशेषः +नाविशेषात् +नाविष्णुः +नावीन्यं +नावुभयोः +नावुभयोर्व्रतं +नावृणीत +नावृणोति +नावृत्तिः +नावृत्तिर्न +नावृष्ट्या +नावे +नावेक्षते +नावेक्षन्ते +नावेक्षितः +नावेदविदि +नावेदविन्मनुते +नावेव +नावैति +नावैषि +नावो +नावों +नावौ +नाव् +नाव्य +नाव्यं +नाव्यक्ता +नाव्यमिति +नाव्यम् +नाव्ययीभावात् +नाव्ययीभावादतोऽम्त्वपञ्चम्याः +नाव्यवधानं +नाव्या +नाव्याः +नाव्यानां +नाव्यानाम् +नाव्याप्तिः +नाव्याप्तिरिति +नाव्याया +नाव्यारोप्य +नाव्ये +नाव्रतो +नाव्ऽध्यक्षः +नाव॑ +नाव॑म् +नावꣳ +नाश +नाशं +नाशंसे +नाशः +नाशक +नाशकं +नाशकः +नाशकत् +नाशकत्वं +नाशकत्वम् +नाशकत्वात् +नाशकत्वे +नाशकदित्यर्थः +नाशकन् +नाशकम् +नाशकरं +नाशकर्त्री +नाशका +नाशकाः +नाशकानि +नाशकाभावेन +नाशकारकः +नाशकारणं +नाशकारणम् +नाशकाले +नाशकृत् +नाशके +नाशकेन +नाशको +नाशकौ +नाशक्नुवन् +नाशक्नुवन्वारयितुं +नाशक्नोत् +नाशङ्कनीय +नाशङ्कनीयं +नाशङ्कनीयः +नाशङ्कनीयम् +नाशञ्च +नाशतः +नाशत्वेन +नाशन +नाशनं +नाशनः +नाशनमसि +नाशनमात्मनः +नाशनम् +नाशनसमर्थमित्यर्थः +नाशनाः +नाशनात् +नाशनाय +नाशनार्थं +नाशनार्थाय +नाशनासमर्थमित्यर्थः +नाशनी +नाशनीयं +नाशनीयः +नाशनीया +नाशने +नाशनो +नाशप्रतियोगिनि +नाशप्रसङ्गात् +नाशब्दं +नाशमन्वेष +नाशमभ्येति +नाशमवाप्नुयात् +नाशमात्यन्तिकं +नाशमाप्तवान् +नाशमाप्नुयात् +नाशमाप्नोति +नाशमायांति +नाशमायाति +नाशमायातु +नाशमायान्ति +नाशमाशु +नाशमिदानीं +नाशमुपयान्ति +नाशमुपैति +नाशमुपैष्यति +नाशमृच्छति +नाशमेति +नाशमेव +नाशमेष्यति +नाशमेष्यन्ति +नाशम् +नाशय +नाशयंति +नाशयत +नाशयतः +नाशयतम् +नाशयति +नाशयतीति +नाशयतीत्यर्थः +नाशयतु +नाशयते +नाशयत्यपि +नाशयत्याशु +नाशयत्येव +नाशयत्येष +नाशयत्वखिलेष्टदः +नाशयन् +नाशयन्तः +नाशयन्ति +नाशयन्ती +नाशयन्तु +नाशयन्त्याशु +नाशयसि +नाशया +नाशयाम +नाशयामः +नाशयामसि +नाशयामास +नाशयामि +नाशयामीति +नाशयामीत्यर्थः +नाशयाम्यद्य +नाशयाम्यहम् +नाशयाम्यात्मभावस्थो +नाशयाशु +नाशयिता +नाशयितुं +नाशयितुमशक्यत्वात् +नाशयितुम् +नाशयित्री +नाशयित्वा +नाशयिष्यति +नाशयिष्यन्ति +नाशयिष्यसि +नाशयिष्यामि +नाशयिष्ये +नाशये +नाशयेच्च +नाशयेच्छीघ्रं +नाशयेति +नाशयेते +नाशयेत् +नाशयेत्तस्य +नाशयेत्तिमिरं +नाशयेत्पापं +नाशयेत्यर्थः +नाशयेद् +नाशयेद्धि +नाशयेद्ध्रुवम् +नाशयेन्नात्र +नाशयेयं +नाशयेयुः +नाशय॒ +नाशरहित +नाशरहितं +नाशरहितः +नाशरहितम् +नाशरहितस्य +नाशरहिता +नाशरहिते +नाशराशिस्थे +नाशवत् +नाशवाचकः +नाशवान् +नाशश्च +नाशसमये +नाशस् +नाशस्तव +नाशस्तिस्रो +नाशस्तु +नाशस्तेषां +नाशस्त्वाश्रयनाशतः +नाशस्य +नाशहेतवः +नाशहेतवे +नाशहो +नाशा +नाशाच्च +नाशात् +नाशादिति +नाशाद् +नाशान्तमनसो +नाशान्तमानसो +नाशान्तो +नाशाभावात् +नाशाभावे +नाशाय +नाशायैव +नाशार्थं +नाशार्थम् +नाशास्ति +नाशि +नाशिक +नाशिकमण्डलम् +नाशिका +नाशित +नाशितं +नाशितः +नाशितमात्मनः +नाशितमात्मनोऽज्ञानं +नाशितम् +नाशितवन्तः +नाशितवान् +नाशिता +नाशिताः +नाशितानि +नाशितुं +नाशिते +नाशितेषु +नाशितो +नाशितौ +नाशित्वं +नाशित्वञ्च +नाशित्वम् +नाशिद्रव्योपपादितम् +नाशिनी +नाशिनीम् +नाशिवं +नाशिष्यामीति +नाशिष्याय +नाशी +नाशीति +नाशु +नाशुचिः +नाशुचौ +नाशुद्धा +नाशुभं +नाशुभा +नाशृणोत् +नाशे +नाशेन +नाशेषं +नाशेऽपि +नाशो +नाशोस्ति +नाशोऽपि +नाशोऽस्ति +नाशोऽस्य +नाशौच +नाशौचं +नाशौचम् +नाशौचोदकभाजनाः +नाश्च +नाश्चर्यं +नाश्चर्यम् +नाश्नन्ति +नाश्नाति +नाश्नात्यथाश्नाति +नाश्नामि +नाश्नीयात् +नाश्नीयात्प्राजापत्यं +नाश्नीयादिति +नाश्नीयान्न +नाश्नुत +नाश्नुते +नाश्मना +नाश्य +नाश्यं +नाश्यः +नाश्यत +नाश्यते +नाश्यन्ते +नाश्यम् +नाश्रमः +नाश्रमी +नाश्रमो +नाश्रय +नाश्रयं +नाश्रयः +नाश्रयणीयः +नाश्रयति +नाश्रयते +नाश्रयन्ति +नाश्रयितुम् +नाश्रये +नाश्रयेत् +नाश्रयो +नाश्रावि +नाश्रितं +नाश्रितः +नाश्रितम् +नाश्रिता +नाश्रित्य +नाश्रीयते +नाश्रीयेत +नाश्रु +नाश्रुतं +नाश्रुते +नाश्रोत्रियतते +नाश्रोत्रियाय +नाश्रौषं +नाश्रौषमिति +नाश्वं +नाश्वसेत् +नाश्वस्य +नाश्वाः +नाश्विल् +नाश्वो +नाषणल् +नाष्टमो +नाष्टिकस्य +नाष्टौ +नाष्ट्रा +नाष्ट्राणां +नाष्ट्राभ्यः +नास +नासं +नासंभव +नासंवत्सरवासिने +नासंवृतमुखः +नासंस्कृतं +नासंस्कृतेन +नासः +नासकामः +नासङ्गतिः +नासत +नासतः +नासति +नासती +नासते +नासतो +नासतोऽदृष्टत्वात् +नासत् +नासत्त्वम् +नासत्य +नासत्यं +नासत्यदस्रौ +नासत्यश्चैव +नासत्या +नासत्याः +नासत्याभ्यां +नासत्याभ्याम् +नासत्याय +नासत्यावश्विनौ +नासत्यावित्यौर्णवाभः +नासत्या॒ +नासत्येव +नासत्यो +नासत्योप +नासत्यौ +नासदासीत् +नासदासीदिति +नासदासीन्नो +नासदुत्पद्यते +नासद् +नासद्भिः +नासद्भूतोऽपि +नासनं +नासनप्रज्ञप्तिं +नासने +नासन् +नासन्न +नासन्निति +नासमाप्य +नासमाविति +नासमाहितः +नासमिति +नासमीक्ष्य +नासम् +नासम्भव +नासया +नासवः +नाससाद +नासह +नासहस्रदः +नासा +नासां +नासाक्षि +नासाग्र +नासाग्रं +नासाग्रमवलोकयेत् +नासाग्रमुच्यते +नासाग्रावलोकिनी +नासाग्रे +नासाग्रेण +नासाञ्च +नासादयति +नासादसीया +नासादि +नासादितं +नासादितः +नासादिता +नासाद्य +नासाद्यते +नासाधारणं +नासाधु +नासाध्यं +नासाध्यः +नासानाहे +नासान्तं +नासान्तिको +नासान्ते +नासापरिशोष +नासापुटं +नासापुटाद् +नासापुटाभ्यां +नासापुटे +नासापुटौ +नासाभङ्गो +नासाभङ्गोऽक्षिरागश्च +नासाभ्यन्तरचारिणौ +नासाभ्यां +नासामूलं +नासाम् +नासाया +नासायां +नासायाः +नासारन्ध्रे +नासारोगनिदानम् +नासारोगाधिकारः +नासारोगे +नासावंशस्य +नासावंशे +नासावंशेन +नासावात्मा +नासाविति +नासाव् +नासास्य +नासास्रावे +नासाऽस्य +नासि +नासिक +नासिकं +नासिकः +नासिकन्धमः +नासिकन्धयः +नासिकम् +नासिकया +नासिकयोः +नासिकयोच्छ्वसीत +नासिका +नासिकां +नासिकाः +नासिकाके +नासिकाग्रं +नासिकाग्रस्यावलोकने +नासिकाग्रे +नासिकातः +नासिकान्तं +नासिकापञ्जरान्वितम् +नासिकापाकमिति +नासिकापुटयोः +नासिकाप्रभवौ +नासिकाभ्यां +नासिकाभ्याम् +नासिकामलम् +नासिकाम् +नासिकाया +नासिकायां +नासिकायाः +नासिकायाञ्च +नासिकायाम् +नासिकायै +नासिकालक्षणं +नासिकाशब्दस्य +नासिकाश्चैव +नासिकास्तनयोर्ध्माधेटोः +नासिकाऽस्य +नासिके +नासिकोत्तरवेदिः +नासिकोदर +नासिकोदरौष्ठ +नासिकोष्ठौ +नासिकौष्ठौ +नासिक् +नासिक्य +नासिक्यं +नासिक्यः +नासिक्यो +नासिता +नासिद्ध +नासिद्धं +नासिद्धः +नासिद्धत्वम् +नासिद्धम् +नासिद्धिः +नासिद्धो +नासिरी +नासि॑काभ्यां॒ +नासि॑के॒ +नासी +नासीः +नासीत +नासीति +नासीत् +नासीत्तत्र +नासीदस्ति +नासीदिति +नासीदित्यर्थः +नासीदेव +नासीद् +नासीद्रजो +नासीनं +नासीनो +नासीन्न +नासीरं +नासीरसीमनि +नासीरे +नासु +नासुखं +नासुखी +नासुरा +नासुराः +नासुराणां +नासुरान् +नासुरी +नासुरेभ्यो +नासुरो +नासूचितस्य +नासूया +नासृक् +नासृजत +नासे +नासेति +नासेव +नासै +नासो +नासोमयाजी +नासौ +नास् +नास्त +नास्तं +नास्तगे +नास्तमायाति +नास्तमेता +नास्तमेति +नास्तमेतैकल +नास्ति +नास्तिं +नास्तिः +नास्तिक +नास्तिकं +नास्तिकः +नास्तिकता +नास्तिकत्वं +नास्तिकदर्शनानि +नास्तिकदर्शनेषु +नास्तिकवृत्तयः +नास्तिकस्य +नास्तिका +नास्तिकाः +नास्तिकादीनां +नास्तिकानां +नास्तिकान् +नास्तिकाय +नास्तिकाश्च +नास्तिकाश्चैव +नास्तिके +नास्तिकेन +नास्तिको +नास्तिकोऽच्छिन्नसंशयः +नास्तिक्यं +नास्तिक्यम् +नास्तिक्येन +नास्तिता +नास्तित्व +नास्तित्वं +नास्तित्वे +नास्तिबुद्ध्यनुगतप्रत्ययविषयं +नास्तिऽ +नास्ती +नास्तीति +नास्तीत्यच्युतशब्दस्य +नास्तीत्यत +नास्तीत्यतः +नास्तीत्यत्र +नास्तीत्यत्रापि +नास्तीत्यत्राह +नास्तीत्यनेन +नास्तीत्यन्वयः +नास्तीत्यपि +नास्तीत्यभिप्रायः +नास्तीत्यभिप्रायेण +नास्तीत्यभ्युपगन्तव्यम् +नास्तीत्यर्थ +नास्तीत्यर्थः +नास्तीत्यवगम्यते +नास्तीत्यस्य +नास्तीत्यादौ +नास्तीत्याशङ्कयाऽऽह +नास्तीत्याशङ्क्याह +नास्तीत्याशयेनाह +नास्तीत्याह +नास्तीत्याहुः +नास्तीत्युक्तं +नास्तीत्युक्तम् +नास्तीत्युक्ते +नास्तीत्युक्त्वा +नास्तीत्युच्यते +नास्तीत्येव +नास्तीत्येवं +नास्तीत्य् +नास्तीदं +नास्तीयमुत्तरार्चिके +नास्तीव +नास्तीष्टं +नास्तीह +नास्तु +नास्तृषीति +नास्ते +नास्तोयमुत्तरार्चिके +नास्त्य +नास्त्यकृतः +नास्त्यत +नास्त्यतः +नास्त्यतो +नास्त्यत्र +नास्त्यदेयं +नास्त्यनात्मेति +नास्त्यन्तो +नास्त्यन्ध +नास्त्यन्यज्ज्ञानकाण्डं +नास्त्यन्यन्निरतिशयं +नास्त्यन्या +नास्त्यन्यो +नास्त्यपि +नास्त्ययं +नास्त्यशुभं +नास्त्यसतः +नास्त्यसाध्यं +नास्त्यसौ +नास्त्यस्ति +नास्त्यस्य +नास्त्यस्येति +नास्त्यात्मेति +नास्त्युत्तमं +नास्त्युद्यमसमो +नास्त्ये +नास्त्येतत् +नास्त्येव +नास्त्येवं +नास्त्येवात्र +नास्त्येवासौ +नास्त्येवेति +नास्त्येवेत्यर्थः +नास्त्येष +नास्त्येषा +नास्त्यौषधम् +नास्त्य् +नास्त्रियाम् +नास्त्रेण +नास्था +नास्थाप्या +नास्थि +नास्पदम् +नास्पृशत् +नास्पृष्टो +नास्म +नास्मदादिभिः +नास्मभ्यं +नास्मरत् +नास्मा +नास्माक +नास्माकं +नास्माकमिति +नास्माकम् +नास्मात् +नास्माद् +नास्मान् +नास्माभिः +नास्मासु +नास्मि +नास्मिन् +नास्मिन्नर्थे +नास्मीति +नास्मीत्यतो +नास्मै +नास्मै॑ +नास्मै॒ +नास्य +नास्यं +नास्यः +नास्यङ्गं +नास्या +नास्यां +नास्याः +नास्याग्निं +नास्याधिकारो +नास्यान्नं +नास्यापरं +नास्याब्रह्मवित्कुले +नास्याम् +नास्यावरपुरुषाः +नास्यास्ति +नास्यास्थीनि +नास्यास्मिंल् +नास्येति +नास्येदं +नास्येन्द्रो +नास्येव +नास्यै +नास्य॑ +नास्य॒ +नास्रसत् +नास्वादयेत्सुखं +नास्वि +नास॑त्या +नास॑त्याभ्यां +नास॑त्याभ्याम् +नास॑त्या॒ +नास॑त्येव॒ +नास॒त्या +नाह +नाहं +नाहंकारो +नाहंकृतो +नाहः +नाहङ्कृतो +नाहतः +नाहति +नाहत्य +नाहत्वा +नाहन्ति +नाहमचेतनः +नाहमत +नाहमतः +नाहमत्र +नाहमद्य +नाहमस्मि +नाहमस्मीति +नाहमस्य +नाहमहं +नाहमात्मनि +नाहमात्मार्थमिच्छामि +नाहमिच्छामि +नाहमिति +नाहमितो +नाहमित्येव +नाहमिन्द्राणि +नाहमिमं +नाहमीश्वर +नाहमुवाच +नाहमेतं +नाहमेतद्वेद +नाहमेनं +नाहमेव +नाहमेवं +नाहमोदनं +नाहम् +नाहरत् +नाहरेत् +नाहर् +नाहवे +नाहारं +नाहारो +नाहि +नाहितं +नाहिनत् +नाही +नाहीं +नाहीनकर्म +नाहुः +नाहुष +नाहुषं +नाहुषः +नाहुषम् +नाहुषस्तदा +नाहुषस्य +नाहुषिः +नाहुषीषु +नाहुषो +नाहु॑षीषु +नाहूय +नाहे +नाहेत्वप्रत्ययमानन्द +नाहो +नाह॑ +नाऽकृतं +नाऽतिव्याप्ति +नाऽतो +नाऽत्र +नाऽदत्तं +नाऽदेयं +नाऽद्य +नाऽद्यः +नाऽधिकं +नाऽधीयीत +नाऽनृतं +नाऽन्नं +नाऽन्यं +नाऽन्यः +नाऽन्यत्र +नाऽन्यथा +नाऽन्यो +नाऽपरं +नाऽपरः +नाऽपरम् +नाऽपरा +नाऽपि +नाऽभवत् +नाऽभिधीयते +नाऽभुक्तं +नाऽभूत् +नाऽयं +नाऽर्हति +नाऽवशिष्यते +नाऽवाप +नाऽशुभं +नाऽसि +नाऽसौ +नाऽस्ति +नाऽस्तीति +नाऽस्त्रियाम् +नाऽस्माकं +नाऽस्य +नाऽस्या +नाऽहं +नाऽऽ +नाऽऽचरेत् +नाऽऽत्मा +नाऽऽद्यः +नाऽऽप +नाऽऽप्नुवन्ति +नाऽऽप्नोति +नाऽऽप्यते +नाऽऽप्यायनसादने +नाऽऽयाति +नाऽऽयान्ति +नाऽऽर्तिम् +नाऽऽवर्तन्ते +नाऽऽवृत्तिः +नाऽऽशौचं +नाऽऽश्यम् +नाऽऽसक्तो +नाऽऽसन् +नाऽऽसीत +नाऽऽसीत् +ना॑थि॒तो +ना॑शयामसि +ना॑सत्या +ना॑सत्या॒ +ना॒दे +ना॒र्वाञ्चं॒ +ना॒वः +ना॒वा +ना॒वाऽइ॑व +ना॒वेव॑ +ना॒वेव॒ +ना॒व्या॑नाम् +ना॒श॒या॒म॒सि॒ +ना॒स॒त्या॒ +ना᳘ननुशिष्य +ना᳘म +ना꣡भा꣢ +ना꣡मृष्टो꣢꣯अभिवा꣯जम +ना꣡म꣢ +ना꣡म꣢꣯ +ना꣡यो꣯निं꣢घृतवन्तमा꣯ +ना꣢म꣣ +ना꣢꣯जिग्युषाइ +ना꣢꣯सृ꣣जा꣤꣯सा꣥म् +नि +निं +निंग +निंदंति +निंदकः +निंदका +निंदति +निंदनं +निंदसि +निंदा +निंदां +निंदित +निंदितः +निंदिता +निंदिताः +निंदितो +निंद्य +निंद्यं +निंनानि +निंसत +निंसते +निंसनिक्षनिन्दाम् +निंस्ते +निंस्से +निं॒स॒ते॒ +निः +निःक्लेशा +निःक्वाथ्य +निःक्षत्रां +निःक्षत्रिया +निःक्षत्रियां +निःक्षि +निःक्षिपेत् +निःक्षिप्तं +निःक्षिप्य +निःक्षिप्यते +निःखनः +निःफलं +निःश +निःशंक +निःशंकं +निःशंकः +निःशंका +निःशंको +निःशकं +निःशङ्क +निःशङ्कं +निःशङ्कः +निःशङ्कतयेति +निःशङ्कमङ्के +निःशङ्कम् +निःशङ्कसूरिणा +निःशङ्का +निःशङ्के +निःशङ्को +निःशब्द +निःशब्दं +निःशब्दः +निःशब्दस्तिमिते +निःशब्दा +निःशब्दाः +निःशब्दे +निःशब्दो +निःशलाके +निःशल्यं +निःशल्यो +निःशसा +निःशस्त्रं +निःशस्त्रो +निःशीयतामघमिति +निःशुल्कं +निःशुल्कतया +निःशूको +निःशून्यं +निःशे +निःशेपं +निःशेष +निःशेषं +निःशेषः +निःशेषक्लेशनाशिनी +निःशेषच्युतचन्दनं +निःशेषतः +निःशेषतया +निःशेषतां +निःशेषतो +निःशेषमकरोत् +निःशेषमिति +निःशेषमेव +निःशेषम् +निःशेषयति +निःशेषा +निःशेषां +निःशेषाः +निःशेषाकाशवासिनाम् +निःशेषान् +निःशेषितं +निःशेषिता +निःशेषिताः +निःशेषे +निःशेषेण +निःशेषेति +निःशेषो +निःश्रीकं +निःश्रीका +निःश्रीको +निःश्रे +निःश्रेणि +निःश्रेणिः +निःश्रेणिका +निःश्रेणी +निःश्रेयस +निःश्रेयसं +निःश्रेयसः +निःश्रेयसकरं +निःश्रेयसकरः +निःश्रेयसकरावुभौ +निःश्रेयसकरौ +निःश्रेयसम् +निःश्रेयसम्‌ +निःश्रेयसस्य +निःश्रेयसाय +निःश्रेयसे +निःश्रेयसेन +निःश्वसंश्च +निःश्वसन् +निःश्वसन्तं +निःश्वसन्ती +निःश्वसन्तीं +निःश्वसन्तो +निःश्वसन्तौ +निःश्वसन्दीर्घमुष्णं +निःश्वसन्नुरगो +निःश्वसन्मुहुः +निःश्वसितं +निःश्वसितमेतद्यदृग्वेदः +निःश्वसितमेतद्यदृग्वेदो +निःश्वसितानि +निःश्वसिति +निःश्वसितेन +निःश्वस्य +निःश्वास +निःश्वासं +निःश्वासः +निःश्वासवातेन +निःश्वासस्य +निःश्वासा +निःश्वासाः +निःश्वासान्ध +निःश्वासे +निःश्वासेन +निःश्वासैः +निःश्वासो +निःश्वासोपहतस्य +निःषमम् +निःषिच्य +निःष्यन्दः +निःस +निःसंख्या +निःसंग +निःसंगः +निःसंगा +निःसंगो +निःसंज्ञं +निःसंज्ञः +निःसंज्ञा +निःसंज्ञो +निःसंदेहं +निःसंशय +निःसंशयं +निःसंशयः +निःसंशयम् +निःसंशया +निःसंशये +निःसंशयेन +निःसंशयो +निःसङ्ग +निःसङ्गं +निःसङ्गः +निःसङ्गतया +निःसङ्गता +निःसङ्गपरित्यागी +निःसङ्गा +निःसङ्गो +निःसत्तासत्तं +निःसत्त्वं +निःसत्त्वः +निःसत्त्वा +निःसन्दिग्धं +निःसन्देह +निःसन्देहं +निःसपत्नं +निःसपत्ना +निःसर +निःसरण +निःसरणं +निःसरणम् +निःसरणे +निःसरति +निःसरन्त +निःसरन्ति +निःसरन्ती +निःसरन्तीति +निःसरेत् +निःसर्गिकपाचत्तिकधर्म +निःसर्गिकपाचत्तिकम् +निःसर्पन्तः +निःससार +निःसहः +निःसहा +निःसाध्वसत्वं +निःसार +निःसारं +निःसारः +निःसारणं +निःसारणे +निःसारता +निःसारयति +निःसारयामास +निःसारयेत् +निःसारा +निःसाराः +निःसारितः +निःसारिताः +निःसारितो +निःसारे +निःसारो +निःसारौ +निःसार्य +निःसार्यते +निःसालाम् +निःसीम +निःसीमा +निःसुखः +निःसुखा +निःसृजः +निःसृजामि +निःसृत +निःसृतं +निःसृतः +निःसृतम् +निःसृता +निःसृतां +निःसृताः +निःसृतानि +निःसृते +निःसृतेव +निःसृतो +निःसृतौ +निःसृत्य +निःस्तुतिर्निर्नमस्कारो +निःस्त्रीकस्य +निःस्नेह +निःस्नेहं +निःस्नेहः +निःस्नेहता +निःस्नेहतां +निःस्नेहत्वं +निःस्नेहा +निःस्नेहाः +निःस्नेहे +निःस्नेहेन +निःस्नेहो +निःस्पृह +निःस्पृहं +निःस्पृहः +निःस्पृहता +निःस्पृहस्य +निःस्पृहस्यापि +निःस्पृहा +निःस्पृहाः +निःस्पृहाणां +निःस्पृहाणाम् +निःस्पृहो +निःस्फुरति +निःस्रवति +निःस्व +निःस्वं +निःस्वः +निःस्वता +निःस्वधाकार +निःस्वनं +निःस्वनः +निःस्वनम् +निःस्वना +निःस्वनाः +निःस्वने 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+निकषात्मजः +निकषे +निकषो +निकषोपलः +निका +निकाः +निकाम +निकामं +निकामः +निकामजलामतीत्य +निकामतः +निकामतप्ता +निकामदेव +निकाममतिशयेन +निकामम् +निकामयमानोऽभ्यतिरिच्यते +निकामरम्यम् +निकामवर्षी +निकामस्तथास्त्विति +निकामा +निकामान् +निकामे +निकामेनिकामे +निकामो +निकाय +निकायं +निकायः +निकायश्छन्दः +निकाया +निकायाः +निकायानां +निकायिनः +निकायिनां +निकाये +निकायेषु +निकायो +निकाय्य +निकाय्यं +निकार +निकारं +निकारः +निकारिणः +निकारे +निकारो +निकारोपस्कारयोः +निकाल +निकालकर +निकालते +निकालना +निकालने +निकाला +निकाली +निकाले +निकालें +निकी +निकुंजे +निकुंजेषु +निकुचं +निकुचितिः +निकुच्य +निकुच्यकर्णि +निकुञ्चकः +निकुञ्चितं +निकुञ्चितम् +निकुञ्च्य +निकुञ्ज +निकुञ्जः +निकुञ्जकुञ्जौ +निकुञ्जदेव्या +निकुञ्जदेव्याः +निकुञ्जा +निकुञ्जे +निकुञ्जेषु +निकुट्टकम् +निकुट्टितः +निकुट्टितौ +निकुम्भ +निकुम्भं +निकुम्भः +निकुम्भकुम्भौ +निकुम्भश्च +निकुम्भस्तु +निकुम्भस्य +निकुम्भिला +निकुम्भिलां +निकुम्भिलाम् +निकुम्भिलायां +निकुम्भे +निकुम्भेन +निकुम्भो +निकुरम्बं +निकृ +निकृत +निकृतं +निकृतः +निकृता +निकृति +निकृतिं +निकृतिः +निकृतिप्रज्ञं +निकृतिप्रज्ञो +निकृतिस्ताभ्यां +निकृतो +निकृतौ +निकृत्त +निकृत्तं +निकृत्तः +निकृत्तकर्णनासा +निकृत्ता +निकृत्ताः +निकृत्तानि +निकृत्ते +निकृत्तेव +निकृत्तौ +निकृत्य +निकृत्या +निकृन्तति +निकृन्तते +निकृन्तनं +निकृन्तनम् +निकृन्तन्ति +निकृन्तय +निकृन्तयेत् +निकृष्ट +निकृष्टं +निकृष्टः +निकृष्टतमां +निकृष्टतरं +निकृष्टता +निकृष्टत्वं +निकृष्टत्वात् +निकृष्टफलत्वात् +निकृष्टम् +निकृष्टस्य +निकृष्टा +निकृष्टां +निकृष्टाः +निकृष्टानां +निकृष्टानि +निकृष्टामीं +निकृष्टे +निकृष्टेषु +निकृष्टो +निकृष्य +निकृष्यते +निके +निकेत +निकेतं +निकेतः +निकेतन +निकेतनं +निकेतनः +निकेतनम् +निकेतने +निकेता +निकेतात् +निकेतानि +निकेतान् +निकेति +निकेते +निकेल +निको +निकोचकः +निकोबार् +निकोलस् +निकोला +निक् +निक्कराग्वे +निक्तं +निक्तः +निक्तम् +निक्ति +निक्तैः +निक्तो +निक्रमणं +निक्रमणादीनि +निक्रमणे +निक्वणः +निक्वाणः +निक्वाथ्य +निक्ष +निक्षति +निक्षि +निक्षिप +निक्षिपः +निक्षिपत +निक्षिपतः +निक्षिपति +निक्षिपतीति +निक्षिपन् +निक्षिपन्ति +निक्षिपन्ती +निक्षिपामि +निक्षिपितव्यम् +निक्षिपित्वा +निक्षिपिय +निक्षिपे +निक्षिपेच्च +निक्षिपेत् +निक्षिपेत्तत्र +निक्षिपेत्सूतं +निक्षिपेथ् +निक्षिपेदिति +निक्षिपेद् +निक्षिपेद्बुधः +निक्षिप्त +निक्षिप्तं +निक्षिप्तः +निक्षिप्तमिति +निक्षिप्तम् +निक्षिप्तवती +निक्षिप्तवान् +निक्षिप्तशस्त्राश् +निक्षिप्तस्य +निक्षिप्ता +निक्षिप्ताः +निक्षिप्तानि +निक्षिप्ते +निक्षिप्तो +निक्षिप्तौ +निक्षिप्य +निक्षिप्यताम् +निक्षिप्यते +निक्षिप्यन्ते +निक्षिप्यापगच्छेत् +निक्षुभा +निक्षेप +निक्षेपं +निक्षेपः +निक्षेपणं +निक्षेपणम् +निक्षेपणाय +निक्षेपम् +निक्षेपश्च +निक्षेपस्य +निक्षेपस्यापहरणं +निक्षेपाः +निक्षेपात् +निक्षेपापहारे +निक्षेपे +निक्षेपो +निक्षेपोपनिधी +निक्षेपोऽस्वामिविक्रयः +निक्षेप्तुं +निक्षेप्यं +निक्ष्व +निक्ष॑ +निख +निखनः +निखनति +निखननं +निखनन्ति +निखनावहे +निखने +निखनेत् +निखनेद् +निखनेन्न +निखन्य +निखन्यते +निखन्यन्ते +निखर्व +निखर्वं +निखर्वधा +निखात +निखातं +निखातः +निखातकः +निखातम् +निखातवान् +निखाता +निखाताः +निखाते +निखातेषु +निखातो +निखानयेत् +निखाय +निखि +निखिल +निखिलं +निखिलः 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+निगूह्यताम् +निगूह्यते +निगृ +निगृहाण +निगृहीत +निगृहीतं +निगृहीतः +निगृहीतवान् +निगृहीतश्च +निगृहीतसाध्वसं +निगृहीतस्य +निगृहीता +निगृहीताः +निगृहीतानि +निगृहीतिः +निगृहीते +निगृहीतेन्द्रियः +निगृहीतेन्द्रियद्विषः +निगृहीतेषु +निगृहीतो +निगृह्णन् +निगृह्णन्ति +निगृह्णाति +निगृह्णातु +निगृह्णामि +निगृह्णाम्युत्सृजामि +निगृह्णीयात् +निगृह्णीयाद्विक्षिप्तं +निगृह्णीष्व +निगृह्य +निगृह्यताम् +निगृह्यते +निगृह्यन्ते +निगृह्याक्षाणि +निगृह्यानुयोगे +निगृह्येत +निगृह्येति +निगौ +निग्ध +निग्धं +निग्धः +निग्धया +निग्धा +निग्र +निग्रह +निग्रहं +निग्रहः +निग्रहणं +निग्रहणम् +निग्रहणाय +निग्रहणे +निग्रहम् +निग्रहश्च +निग्रहस्तद्वद्भवेदपरिखेदतः +निग्रहस्थान +निग्रहस्थानं +निग्रहस्थानत्वं +निग्रहस्थानत्वेन +निग्रहस्थानभेदे +निग्रहस्थानमिति +निग्रहस्थानम् +निग्रहस्थानम्‌ +निग्रहस्थानानां +निग्रहस्थानानि +निग्रहस्य +निग्रहा +निग्रहागम +निग्रहागमान्तर्गते +निग्रहाचार्य +निग्रहात् +निग्रहात्पिनाकपाणिं +निग्रहादिति +निग्रहानुग्रहं +निग्रहानुग्रहे +निग्रहानुग्रहौ +निग्रहाय +निग्रहार्थं +निग्रहार्थाय 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+निपेतु +निपेतुः +निपेतुरुर्व्यां +निपेतुर्धरणीतले +निपेतुर्भुवि +निपेतुश्च +निपेतुषी +निपेतुस्तस्य +निपेतुस्ते +निपेते +निपेत् +निपेवते +निप्पाणीविधानसभाक्षेत्रम् +निप्र +निप्रत्ययः +निप्रत्ययो +निप्रहण +निप्रियायते +निब +निबंध +निबद्ध +निबद्धं +निबद्धः +निबद्धप्रश्ने +निबद्धमिति +निबद्धम् +निबद्धरतेः +निबद्धवान् +निबद्धस्य +निबद्धस्यैव +निबद्धा +निबद्धां +निबद्धाः +निबद्धानि +निबद्धास्ताः +निबद्धे +निबद्धेति +निबद्धो +निबद्धौ +निबद्ध्य +निबद्ध्यते +निबध +निबध्नन् +निबध्नन्ति +निबध्नन्तीति +निबध्नाति +निबध्नामि +निबध्नीयात् +निबध्नीयाद्धस्ताभ्यां +निबध्नीहि +निबध्य +निबध्यत +निबध्यते +निबध्यन्ते +निबध्यमाना +निबध्यमानो +निबध्याथ +निबन्ध +निबन्धं +निबन्धः +निबन्धकाराः +निबन्धकाराणां +निबन्धन +निबन्धनं +निबन्धनः +निबन्धनमस्ति +निबन्धनमिति +निबन्धनमेव +निबन्धनम् +निबन्धनस्य +निबन्धना +निबन्धनाः +निबन्धनात् +निबन्धनी +निबन्धने +निबन्धनेन +निबन्धनो +निबन्धन्ति +निबन्धमेकं +निबन्धम् +निबन्धयेत् +निबन्धस्य +निबन्धा +निबन्धाः +निबन्धानां +निबन्धान् +निबन्धाय +निबन्धायासुरी +निबन्धे +निबन्धेन 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+निमज्जनं +निमज्जनम् +निमज्जनात् +निमज्जने +निमज्जनेन +निमज्जन् +निमज्जन्तं +निमज्जन्ति +निमज्जयति +निमज्जयन्ती +निमज्जयामास +निमज्जयेत् +निमज्जसि +निमज्जितं +निमज्जितः +निमज्जिताः +निमज्जेत +निमज्जेत् +निमज्ज्य +निमज्ज्याप्सु +निमज्य +निमज्योन्मज्य +निमञ्जनं +निमन्त्रण +निमन्त्रणं +निमन्त्रणम् +निमन्त्रणे +निमन्त्रय +निमन्त्रयति +निमन्त्रयामास +निमन्त्रये +निमन्त्रयेत +निमन्त्रयेत् +निमन्त्रित +निमन्त्रितं +निमन्त्रितः +निमन्त्रितस्तु +निमन्त्रिता +निमन्त्रिताः +निमन्त्रितानां +निमन्त्रितान् +निमन्त्रिते +निमन्त्रितेषु +निमन्त्रितो +निमन्त्रेति +निमन्त्र्य +निमन्द्रा +निमम +निममज्ज +निमय +निमयः +निमा +निमाड +निमान +निमानं +निमाने +निमाय +निमार्ष्टि +निमि +निमिं +निमिः +निमित +निमितं +निमितम् +निमिता +निमितानि +निमिति +निमिते +निमित्त +निमित्तं +निमित्तः +निमित्तक +निमित्तकं +निमित्तकः +निमित्तकथनम् +निमित्तकम् +निमित्तकार +निमित्तकारण +निमित्तकारणं +निमित्तकारणत्वं +निमित्तकारणत्वमेव +निमित्तकारणमिति +निमित्तकारणमित्यर्थः +निमित्तकारणमेव +निमित्तकारणम् +निमित्तकारणस्य +निमित्तकारणहेतुषु +निमित्तकारणानि +निमित्तकारणे +निमित्तकारणेष्वेव +निमित्तके +निमित्तको +निमित्तग्रहणं +निमित्तज्ञो +निमित्तञ्च +निमित्तत +निमित्ततः +निमित्ततया +निमित्ततश्चाप्यनिमित्ततश्च +निमित्ततस्तत्र +निमित्तता +निमित्ततां +निमित्तताम् +निमित्ततेति +निमित्ततो +निमित्तत्व +निमित्तत्वं +निमित्तत्वमिति +निमित्तत्वमेव +निमित्तत्वम् +निमित्तत्वात् +निमित्तत्वाय +निमित्तत्वे +निमित्तत्वेन +निमित्तत्वेऽपि +निमित्तनैमित्तिकयोरयं +निमित्तपरीक्षणम् +निमित्तपरीष्टिः +निमित्तफलम् +निमित्तभावं +निमित्तभावः +निमित्तभावेन +निमित्तभूतं +निमित्तभूतः +निमित्तभूतया +निमित्तभूता +निमित्तभूतायां +निमित्तभूतासु +निमित्तभूते +निमित्तभूतेन +निमित्तभूतेषु +निमित्तभूतैः +निमित्तभूतो +निमित्तभेदा +निमित्तभेदात् +निमित्तभेदेन +निमित्तम +निमित्तमत्र +निमित्तमपि +निमित्तमप्रयोजकं +निमित्तमस्ति +निमित्तमस्तीति +निमित्तमस्य +निमित्तमात्र +निमित्तमात्रं +निमित्तमात्रमिति +निमित्तमात्रम् +निमित्तमात्राभिधानेन +निमित्तमात्रे +निमित्तमात्रेण +निमित्तमादाय +निमित्तमाश्रित्य +निमित्तमासाद्य +निमित्तमाह +निमित्तमिति +निमित्तमित्यर्थः +निमित्तमिह +निमित्तमुक्तं +निमित्तमुक्तम् +निमित्तमुपात्तम् +निमित्तमुपादत्ते +निमित्तमेकमाश्रित्य +निमित्तमेव +निमित्तम् +निमित्तम्‌ +निमित्तवशात् +निमित्तविशेषेण +निमित्तस +निमित्तसप्तमी +निमित्तसप्तम्येषा +निमित्तसरूपता +निमित्तस्य +निमित्ता +निमित्ताः +निमित्तात् +निमित्तात्कर्मयोगे +निमित्तात्कर्मसंयोगे +निमित्तादिति +निमित्ताद् +निमित्तानां +निमित्तानामीदृशानां +निमित्तानि +निमित्तानीति +निमित्तानीह +निमित्तानुपादानं +निमित्तानुरूपस्य +निमित्तानुविधाने +निमित्तानुसरणं +निमित्तान्तरं +निमित्तान्तरनिरपेक्षं +निमित्तान्तरस्य +निमित्तान्तरेण +निमित्तान्यशुभानि +निमित्तान्युपलक्षयेत् +निमित्तापायात् +निमित्तापाये +निमित्ताभावस्य +निमित्ताभावात् +निमित्ताभावान्न +निमित्ताभावे +निमित्ताय +निमित्तार्थं +निमित्तार्थः +निमित्तार्थता +निमित्तार्थानि +निमित्तार्थे +निमित्तार्थेन +निमित्तिनः +निमित्तिना +निमित्तिनि +निमित्तिनो +निमित्ती +निमित्तीकृत्य +निमित्ते +निमित्तेति +निमित्तेन +निमित्तेनेति +निमित्तेनेत्यर्थः +निमित्तेभ्यः +निमित्तेषु +निमित्तेऽपि +निमित्तेऽल्पेऽपि +निमित्तैः +निमित्तैश्च +निमित्तो +निमित्य +निमिना +निमिनोमि +निमिप्रमुखाः +निमिमील +निमिर्नाम +निमिश्ल +निमिष +निमिषं +निमिषः +निमिषच्च +निमिषतः +निमिषति +निमिषतो +निमिषन् +निमिषन्ति +निमिषलवमपि +निमिषा +निमिषाम्बा +निमिषार्द्धेन +निमिषार्धेन +निमिषि +निमिषे +निमिषेण +निमिषो +निमिषोऽनिमिषः +निमी +निमीत्य +निमीयते +निमील +निमीलकः +निमीलति +निमीलनं +निमीलनम् +निमीलनात् +निमीलने +निमीलनेन +निमीलनोन्मीलने +निमीलन्ति +निमीलयत +निमीलयति +निमीलित +निमीलितं +निमीलितम् +निमीलिता +निमीलिताः +निमीलिताक्षं +निमीलिताक्षः +निमीलिताक्षी +निमीलिताक्षीं +निमीलिताक्षो +निमीलितानां +निमीलितानि +निमीलिते +निमील्य +निमूल +निमूलं +निमूलकाषं +निमूलसमूलयोः +निमृज्य +निमृज्यात् +निमे +निमेः +निमेये +निमेष +निमेषं +निमेषः +निमेषक्रियावच्छिन्नस्य +निमेषणं +निमेषणे +निमेषतः +निमेषद्वयं +निमेषपर्यतं +निमेषपर्यन्तं +निमेषमपि +निमेषमात्रं +निमेषमात्रमपि +निमेषमात्रेण +निमेषरहिता +निमेषरहिताभ्यां +निमेषश्च +निमेषस्तु +निमेषस्य +निमेषा +निमेषाः +निमेषाणां +निमेषादपि +निमेषादि +निमेषादिः +निमेषाद्या +निमेषान् +निमेषान्तरमात्रेण +निमेषार्धं +निमेषार्धेन +निमेषाश्च +निमेषास्तु +निमेषिणी +निमेषे +निमेषेण +निमेषेषु +निमेषो +निमेषोन्मेष +निमेषोन्मेषणं +निमेषोन्मेषणे +निमेषौ +निम् +निम्न +निम्नं +निम्नः +निम्नकं +निम्नकम् +निम्नगः +निम्नगा +निम्नगां +निम्नगाः +निम्नगानां +निम्नगापगा +निम्नगाम् +निम्नगायां +निम्नगाशतेष्वभवन्नास्य +निम्नगासु +निम्नगे +निम्नगेव +निम्नतरं +निम्नता +निम्नतां +निम्नत्वं +निम्नदेशे +निम्ननाभि +निम्ननाभिं +निम्ननाभिः +निम्नप्रकारेण +निम्नप्रदेशे +निम्नभागः +निम्नभागे +निम्नमध्या +निम्नम् +निम्नरूपेण +निम्नलिखित +निम्नलिखितत्रिषु +निम्नलिखितबिन्दुनाम् +निम्नलिखितम् +निम्नलिखितरूपेण +निम्नलिखिता +निम्नलिखिताः +निम्नलिखितानि +निम्नसंश्रयपरं +निम्नसदनं +निम्नस्य +निम्ना +निम्नां +निम्नांकित +निम्नाः +निम्नानि +निम्नाभिमुखं +निम्ने +निम्नेन +निम्नेनेव +निम्नेव +निम्नेषु +निम्नैः +निम्नो +निम्नोन्नत +निम्नोन्नतं +निम्नोन्नतविवर्जितम् +निम्नोन्नते +निम्नोन्नतेषु +निम्नौ +निम्ब +निम्बं +निम्बः +निम्बकल्कः +निम्बकषायम् +निम्बके +निम्बक्वाथं +निम्बतैलं +निम्बदलानि +निम्बदेवं +निम्बपत्रं +निम्बपत्रकम् +निम्बपत्रञ्च +निम्बपत्राणि +निम्बम् +निम्बवती +निम्बवृक्षः +निम्बवृक्षस्य +निम्बवृक्षे +निम्बश्च +निम्बस्य +निम्बा +निम्बात् +निम्बादि +निम्बानां +निम्बार्कः +निम्बार्काचार्यः +निम्बुकं +निम्बूक +निम्बूकं +निम्बूकः +निम्बूकफलरसः +निम्बूकम् +निम्बूकरसः +निम्बूकस्य +निम्बूरसेन +निम्बे +निम्बो +निम्रगा +निम्रुक्च +निम्रुक्ते +निम्रुचः +निम्रुचश्च +निम्रुचि +निम्रोचन् +निम्रोचन्नधरान्कृधि +निम्लोचति +निय +नियं +नियंता +नियंत्रण +नियः +नियच्छ +नियच्छत +नियच्छतम् +नियच्छतात् +नियच्छति +नियच्छतीति +नियच्छतु +नियच्छन् +नियच्छन्ति +नियच्छन्तु +नियच्छसि +नियच्छामि +नियच्छेत् +नियच्छेत्तद्यच्छेच्छान्त +नियच्छेदित्यर्थः +नियच्छेयुः +नियत +नियतं +नियतः +नियतकर्मणां +नियतकालं +नियतकाला +नियतकाले +नियतकालौ +नियतक्रियम् +नियतचित्तः +नियततया +नियतत्वं +नियतत्वात् +नियतत्वाद् +नियतत्वे +नियतत्वेन +नियतपरिमाणौ +नियतपूर्व +नियतपूर्ववृत्तित्वं +नियतमयं +नियतमस्ति +नियतमागच्छति +नियतमानस +नियतमानसः +नियतमार्यायाः +नियतमिति +नियतमित्यर्थः +नियतमित्यादि +नियतमिह +नियतमेव +नियतम् +नियतया +नियतरूपेण +नियतलिङ्गत्वात् +नियतवसतिं +नियतविपाकप्रधानकर्मणाभिभूतस्य +नियतविपाकश्चानियतविपाकश्च +नियतविपाकस्य +नियतविपाकस्यैवायं +नियतविषया +नियतविषये +नियतव्रतः +नियतव्रता +नियतव्रताः +नियतश्च +नियतस्तेनैव +नियतस्य +नियतस्येति +नियतस्यैव +नियता +नियतां +नियताः +नियताञ्जलिः +नियतात्मनः +नियतात्मना +नियतात्मनापि +नियतात्मनाम् +नियतात्मभिः +नियतात्मवान् +नियतात्मा +नियतात्मानं +नियतात्मानः +नियतात्मानो +नियतानां +नियतानि +नियतान् +नियताप्तिः +नियतारोपणोपायः +नियतावस्था +नियताशनः +नियतासु +नियतास्तेषां +नियतास्मिंश्चराचरे +नियताहार +नियताहारं +नियताहारः +नियताहारा +नियताहाराः +नियताहारो +नियति +नियतिं +नियतिः +नियतिर्यदृच्छा +नियतिर्विधिः +नियतिविधिः +नियतिशक्त्या +नियतिश्च +नियती +नियते +नियतेंद्रियः +नियतेः +नियतेति +नियतेन +नियतेन्द्रियः +नियतेन्द्रियाः +नियतेरेष +नियतेषु +नियतैः +नियतैव +नियतो +नियतौ +नियत्या +नियनं +नियन्त +नियन्तः +नियन्तरि +नियन्तव्यः +नियन्तव्याः +नियन्ता +नियन्तारं +नियन्तारम् +नियन्तारो +नियन्तारौ +नियन्तासि +नियन्ति +नियन्तिरध्यवसानं +नियन्तु +नियन्तुं +नियन्तुः +नियन्तुमशक्यत्वात् +नियन्तुमिति +नियन्तुमुद्यमात् +नियन्तुम् +नियन्तुर्गुणदोषयोः +नियन्तृ +नियन्तृतया +नियन्तृत्वं +नियन्तृत्वम् +नियन्तृत्वात् +नियन्तृत्वेन +नियन्ते +नियन्तेति +नियन्त्रण +नियन्त्रणं +नियन्त्रणम् +नियन्त्रणस्य +नियन्त्रणा +नियन्त्रणात् +नियन्त्रणाय +नियन्त्रणार्थं +नियन्त्रणे +नियन्त्रन्तरं +नियन्त्रयति +नियन्त्रयन्ति +नियन्त्रयितुं +नियन्त्रा +नियन्त्रित +नियन्त्रितं +नियन्त्रितः +नियन्त्रितम् +नियन्त्रिता +नियन्त्रिताः +नियन्त्रिते +नियन्त्री +नियन्त्रे +नियन्त्र्य +नियम +नियमं +नियमः +नियमकर्त्ता +नियमकारणं +नियमकारिणः +नियमजं +नियमञ्च +नियमत +नियमतः +नियमतो +नियमदर्शनात् +नियमन +नियमनं +नियमनमिति +नियमनम् +नियमनस्थानं +नियमनस्थानम् +नियमनस्य +नियमनात् +नियमनात्परिसख्यालकार +नियमनाय +नियमनार्थं +नियमने +नियमनेन +नियमपक्षे +नियमपूर्वक +नियमपूर्वकं +नियमपूर्वकम् +नियमबद्धं +नियमबद्धमित्यतः +नियमभङ्गः +नियममातिष्ठे +नियममास्थाय +नियममास्थितः +नियममास्थिता +नियममाह +नियममेव +नियमम् +नियमय +नियमयति +नियमयतीति +नियमयन्ति +नियमयसि +नियमयुक्तस्य +नियमयेत् +नियमरूपेण +नियमवती +नियमवान् +नियमवार्तिकम् +नियमविधिः +नियमविधिजलानां +नियमविधिनिरूपणम् +नियमविधिरिति +नियमविशेषः +नियमश् +नियमश्च +नियमश्चेति +नियमश्चैव +नियमसंख्या +नियमस् +नियमस्तत्र +नियमस्तथा +नियमस्तस्य +नियमस्तु +नियमस्थया +नियमस्थस्य +नियमस्था +नियमस्थितः +नियमस्थो +नियमस्य +नियमहेतुः +नियमहेतोरभावात् +नियमहेत्वभावात् +नियमा +नियमाँश्च +नियमांश्च +नियमांस्तथा +नियमाः +नियमाकः +नियमाग्रहः +नियमाच्च +नियमात +नियमातिक्रमे +नियमात् +नियमात्मिका +नियमादि +नियमादिडभावः +नियमादिति +नियमादित्यर्थः +नियमाद् +नियमान +नियमानां +नियमानाम् +नियमानि +नियमानियमौ +नियमानुपपत्तिः +नियमानुपपत्तेः +नियमानुपपत्तेरुभयसंज्ञाभावः +नियमानुपपत्तेस्तस्योभयोः +नियमानुसारं +नियमानुसारेण +नियमान् +नियमान्न +नियमान्वितः +नियमापेक्षया +नियमाभाव +नियमाभावः +नियमाभावात् +नियमाभावे +नियमाभावेन +नियमाय +नियमार्थ +नियमार्थं +नियमार्थः +नियमार्थत्वात् +नियमार्थमिति +नियमार्थमित्याह +नियमार्थमिदं +नियमार्थमिदम् +नियमार्थम् +नियमार्था +नियमार्थे +नियमार्थो +नियमार्थोयमारम्भः +नियमार्थोऽनुवादः +नियमार्थोऽयमारम्भः +नियमावली +नियमावसाने +नियमावसितौ +नियमाश्च +नियमाश्चैव +नियमास्तथा +नियमित +नियमितं +नियमितः +नियमितत्वात् +नियमितपरिखेदा +नियमितम् +नियमितरुपेण +नियमितरूपेण +नियमितवान् +नियमिता +नियमिताः +नियमितो +नियमी +नियमे +नियमेति +नियमेन +नियमेनापेक्षते +नियमेनेति +नियमेनेत्यर्थः +नियमेनैव +नियमेव +नियमेषु +नियमेऽपि +नियमै +नियमैः +नियमैर्युतः +नियमैश्च +नियमैश्चैव +नियमो +नियमों +नियमोपपत्तेः +नियमोऽज्ञानबोधने +नियमोऽत्र +नियमोऽनर्थकः +नियमोऽपि +नियमोऽयं +नियमोऽयम् +नियमोऽस्ति +नियमोऽस्तीति +नियमौ +नियम् +नियम्य +नियम्यं +नियम्यः +नियम्यत +नियम्यतां +नियम्यते +नियम्यत्वेन +नियम्यन्ते +नियम्यमानः +नियम्या +नियम्याः +नियम्यारभतेऽर्जुन +नियम्येत +नियम्येति +नियम्येते +नियम्येत्यर्थः +नियम्येरन् +नियम्यैतदात्मन्येव +नियम्यैवं +नियम्यो +नियस +निया +नियां +नियानं +नियानम् +नियानम्ऽऽसस्रुषीःऽ +नियानेन +नियाम +नियामः +नियामक +नियामकं +नियामकः +नियामकता +नियामकत्वं +नियामकत्वात् +नियामकत्वादिति +नियामकत्वे +नियामकत्वेन +नियामकमस्ति +नियामकमिति +नियामकमित्यत +नियामकम् +नियामकस्य +नियामका +नियामकाः +नियामकात् +नियामकाभावात् +नियामके +नियामको +नियाममवक्रामति +नियामयति +नियामिका +नियाम् +नियु +नियुंक्ते +नियुक्त +नियुक्तं +नियुक्तः +नियुक्तत्वात् +नियुक्तम् +नियुक्तया +नियुक्तवती +नियुक्तवान् +नियुक्तश्च +नियुक्तस्तु +नियुक्तस्य +नियुक्ता +नियुक्ताः +नियुक्तानां +नियुक्तानि +नियुक्तायां +नियुक्ताश्च +नियुक्तास्ते +नियुक्ति +नियुक्तिं +नियुक्तिः +नियुक्तिम् +नियुक्ते +नियुक्तेन +नियुक्तेषु +नियुक्तैः +नियुक्तो +नियुक्तोस्मि +नियुक्तोऽपि +नियुक्तोऽसि +नियुक्तोऽस्मि +नियुक्तोऽहं +नियुक्तौ +नियुङ्क्त +नियुङ्क्ते +नियुङ्क्ष्व +नियुज्य +नियुज्यत +नियुज्यतां +नियुज्यताम् +नियुज्यते +नियुज्यन्ते +नियुज्यमानः +नियुज्यमाना +नियुज्यमानो +नियुज्येत +नियुञ्जते +नियुञ्जन्ति +नियुञ्जाना +नियुञ्जीत +नियुञ्ज्यात् +नियुत +नियुतं +नियुतः +नियुतञ्चैव +नियुतधार्बुदधा +नियुतम् +नियुता +नियुतानि +नियुतान्यधिकानि +नियुतामभिश्रीः +नियुताय +नियुते +नियुतो +नियुत् +नियुत्वः +नियुत्वत +नियुत्वता +नियुत्वती +नियुत्वते +नियुत्वन्तꣳ +नियुत्वान् +नियुत्वान्वायवा +नियुत्ऽभिः +नियुद्ध +नियुद्धं +नियुद्धकुशलावुभौ +नियुद्धे +नियुद्धेन +नियुद्भिः +नियुद्भिर्वायविह +नियुध्य +नियुनक्ति +नियुनक्तु +नियुनज्मि +नियुनज्मीति +नियुयोज +नियुवस्व +नियूय +निये +नियेत +नियो +नियों +नियोक्तव्य +नियोक्तव्यं +नियोक्तव्यः +नियोक्तव्या +नियोक्तव्याः +नियोक्तव्यो +नियोक्तव्यौ +नियोक्ता +नियोक्तुं +नियोक्तुम् +नियोक्तृताम् +नियोक्ष्यति +नियोक्ष्यामि +नियोक्ष्ये +नियोग +नियोगं +नियोगः +नियोगकाण्ड +नियोगकाण्डः +नियोगझण्डः +नियोगत +नियोगतः +नियोगतो +नियोगमशून्यं +नियोगमात्रं +नियोगम् +नियोगविषयः +नियोगश्च +नियोगस्य +नियोगस्यैव +नियोगा +नियोगात् +नियोगात्तु +नियोगादिति +नियोगादेव +नियोगाद् +नियोगाद्ब्रह्मणः +नियोगाभावात् +नियोगार्थं +नियोगार्थे +नियोगिनः +नियोगिना +नियोगी +नियोगे +नियोगेन +नियोगो +नियोगोत्पादितः +नियोग्यः +नियोज +नियोजन +नियोजनं +नियोजनम् +नियोजनात् +नियोजनीं +नियोजने +नियोजय +नियोजयति +नियोजयतीति +नियोजयन् +नियोजयन्ति +नियोजयसि +नियोजयामास +नियोजयामि +नियोजयितुं +नियोजयितुम् +नियोजयित्वा +नियोजयिष्यति +नियोजयेत +नियोजयेत् +नियोजयेयं +नियोजिका +नियोजित +नियोजितं +नियोजितः +नियोजितम् +नियोजितवान् +नियोजिता +नियोजिताः +नियोजिते +नियोजितो +नियोजितौ +नियोज्य +नियोज्यं +नियोज्यः +नियोज्यता +नियोज्यते +नियोज्यत्वं +नियोज्यत्वम् +नियोज्यन्ते +नियोज्यम् +नियोज्यस्य +नियोज्या +नियोज्याः +नियोज्याथ +नियोज्ये +नियोज्यो +नियोज्यौ +नियोडैमियम् +नियोन +नियौ +निर +निरं +निरंकुशा +निरंजन +निरंजनं +निरंजनः +निरंजनम् +निरंजने +निरंजनो +निरंत +निरंतर +निरंतरं +निरंतरम् +निरंश +निरंशं +निरंशः +निरंशकः +निरंशकाः +निरंशत्वात् +निरंशस्य +निरंशस्यापि +निरंशे +निरंशोऽस्मि +निरंहसः +निरः +निरकृन्तत +निरक्ष +निरक्षक्षितिजे +निरक्षदेश +निरक्षदेशात् +निरक्षदेशादितरत्र +निरक्षदेशीयं +निरक्षदेशे +निरक्षरं +निरक्षरः +निरक्षराः +निरक्षात् +निरक्षी +निरक्षे +निरक्षो +निरक्षोदयाः +निरखि +निरगच्छत् +निरगच्छन् +निरगमयः +निरगमयत् +निरगाच्च +निरगात् +निरगात्ततः +निरगाद् +निरगुः +निरगुरिव +निरग्निः +निरग्निरिति +निरग्निर्न +निरग्नेः +निरग्र +निरग्रचक्रादपि +निरग्रा +निरघ्नन् +निरङ्कुश +निरङ्कुशं +निरङ्कुशः +निरङ्कुशम् +निरङ्कुशा +निरङ्कुशाः +निरङ्कुशो +निरङ्गं +निरङ्गा +निरङ्गुलम् +निरचिनोत् +निरञ्जन +निरञ्जनं +निरञ्जनः +निरञ्जनम् +निरञ्जनस्य +निरञ्जना +निरञ्जनाः +निरञ्जनाय +निरञ्जने +निरञ्जनो +निरटङ्कि +निरणायि +निरत +निरतं +निरतः +निरतक्षत +निरतम् +निरतष्ट +निरतस्य +निरता +निरताः +निरति +निरतिशय +निरतिशयं +निरतिशयः +निरतिशयत्वं +निरतिशयत्वात् +निरतिशयपुरुषार्थत्वप्रतिपादनेन +निरतिशयपुरुषार्थरूप +निरतिशयफलत्वाभावस्तत्राह +निरतिशयम् +निरतिशययुक्तिप्रपञ्चसाधिताद्वैतभगवत्तत्त्वे +निरतिशयसुखं +निरतिशया +निरतिशयां +निरतिशयानन्द +निरतिशयानन्दं +निरतिशयानन्दलक्षणं +निरतिशयानन्दस्वरूपे +निरतिशये +निरतिशयेन +निरतिशयो +निरते +निरतो +निरतोऽभवत् +निरतौ +निरत्ययं +निरत्ययः +निरत्ययम् +निरत्यया +निरत्ययाः +निरत्ययो +निरदिक्षत् +निरदिशत् +निरधारि +निरधिष्ठान +निरधिष्ठाना +निरधिष्ठानो +निरधुक्षत +निरनिष्टो +निरनुक्रोशः +निरनुक्रोशा +निरनुक्रोशो +निरनुनासिकाश्च +निरनुबन्धः +निरनुबन्धकग्रहणे +निरनुयोज्यानुयोगः +निरनुरोधे +निरनुशया +निरनुसन्धानं +निरन्त +निरन्तकः +निरन्तम् +निरन्तर +निरन्तरं +निरन्तरः +निरन्तरचिन्तासन्तानोपकृतनैरन्तर्यादेव +निरन्तरतया +निरन्तरता +निरन्तरतायां +निरन्तरतायाः +निरन्तरत्वेन +निरन्तरमिति +निरन्तरमिवाकाशं +निरन्तरम् +निरन्तरा +निरन्तराः +निरन्तराणि +निरन्तराभिः +निरन्तराम् +निरन्तराय +निरन्तरासेवितः +निरन्तरे +निरन्तरेण +निरन्तरेति +निरन्तरैः +निरन्तरो +निरन्तरौ +निरन्नं +निरन्ने +निरन्नो +निरन्नोऽपि +निरन्वयं +निरन्वयमिति +निरन्वये +निरन्वयो +निरप +निरपः +निरपत्या +निरपत्रपः +निरपत्रपम् +निरपत्रपा +निरपत्रपाः +निरपत्रपो +निरपराधं +निरपराधः +निरपराधानां +निरपराधी +निरपराधे +निरपराधो +निरपवादं +निरपवादः +निरपामौब्जो +निरपायं +निरपाया +निरपायो +निरपे +निरपेक्ष +निरपेक्षं +निरपेक्षः +निरपेक्षकम् +निरपेक्षतया +निरपेक्षता +निरपेक्षत्वं +निरपेक्षत्वम् +निरपेक्षत्वात् +निरपेक्षत्वे +निरपेक्षत्वेन +निरपेक्षत्वेऽपि +निरपेक्षमेव +निरपेक्षम् +निरपेक्षम्‌ +निरपेक्षश्च +निरपेक्षस्त्यजाम्येष +निरपेक्षस्य +निरपेक्षा +निरपेक्षाः +निरपेक्षाणां +निरपेक्षाणि +निरपेक्षाय +निरपेक्षेण +निरपेक्षेषु +निरपेक्षो +निरपेक्षौ +निरभागं +निरभिद्यत +निरभिद्येतां +निरभिद्येताम् +निरभिसन्धानं +निरभ्योः +निरभ्रे +निरमन्थत +निरमन्थतम् +निरमात् +निरमापयत् +निरमायि +निरमित्रं +निरमित्रः +निरमिमत +निरमिमीत +निरमीयत +निरमुं +निरमुच्यत +निरमोचि +निरम्यति +निरय +निरयं +निरयः +निरयगामिनः +निरयगामी +निरयण +निरयणं +निरयते +निरयपातहेतुम् +निरयश्चात्र +निरयस्तस्य +निरयस्त्विह +निरयस्था +निरयस्थाश्चिरं +निरयस्य +निरया +निरयाः +निरयाणां +निरयात् +निरयान् +निरयाय +निरयास्तात +निरयास्त्विह +निरयी +निरये +निरयेषु +निरयेऽपि +निरयेऽशुचौ +निरयो +निररणिं +निररातिं +निरराम +निरर्गडं +निरर्गल +निरर्गलं +निरर्गलः +निरर्गलम् +निरर्गलस्य +निरर्गला +निरर्गलाः +निरर्गलानि +निरर्गलान् +निरर्गलेन +निरर्थ +निरर्थं +निरर्थः +निरर्थक +निरर्थकं +निरर्थकः +निरर्थकता +निरर्थकत्वं +निरर्थकत्वम् +निरर्थकत्वात् +निरर्थकत्वापत्तेः +निरर्थकमिति +निरर्थकमेव +निरर्थकम् +निरर्थका +निरर्थकाः +निरर्थकानि +निरर्थकान्वयप्रसङ्गात् +निरर्थके +निरर्थको +निरर्थता +निरर्थिका +निरर्बुदमटटं +निरव +निरवकाश +निरवकाशं +निरवकाशः +निरवकाशतया +निरवकाशत्वं +निरवकाशत्वम् +निरवकाशत्वात् +निरवकाशम् +निरवकाशा +निरवकाशे +निरवकाशेन +निरवग्रह +निरवग्रहं +निरवग्रहः +निरवग्रहाः +निरवच्छिन्न +निरवत्त्यै +निरवदयते +निरवदयन्ते +निरवदाय +निरवद्य +निरवद्यं +निरवद्यः +निरवद्यमिति +निरवद्यम् +निरवद्यस्य +निरवद्या +निरवद्याय +निरवद्यो +निरवधं +निरवधि +निरवधिः +निरवधिक +निरवधिकं +निरवधिकः +निरवधिको +निरवधिर्विपुला +निरवधीः +निरवपताम् +निरवपत् +निरवपन् +निरवपन्न् +निरवय +निरवयव +निरवयवं +निरवयवः +निरवयवत्वं +निरवयवत्वस्य +निरवयवत्वाच्च +निरवयवत्वात् +निरवयवत्वे +निरवयवत्वेन +निरवयवद्रव्यत्वात् +निरवयवमिति +निरवयवम् +निरवयवस्य +निरवयवा +निरवयवाः +निरवयवे +निरवयवो +निरवर्तत +निरवर्तताग्निः +निरवर्तयत् +निरवर्त्तयत् +निरवलम्बे +निरवशेष +निरवशेषं +निरवशेषः +निरवशेषतः +निरवशेषम् +निरवशेषा +निरवशेषाणि +निरवशेषेण +निरवसाययन्ति +निरवस्थानाः +निरवहत् +निरवापयत् +निरवासयत् +निरवासाययत् +निरवास्यत +निरविन्दन् +निरवोचत् +निरवोचमहं +निरशनं +निरष्टाः +निरष्ठीवत् +निरस +निरसदच्युतः +निरसन +निरसनं +निरसनम् +निरसनाय +निरसनीयः +निरसनीयमेतत् +निरसनीयम् +निरसनीयाः +निरसनीये +निरसने +निरसितुं +निरसितुमाह +निरसिष्यते +निरसिष्यमाणत्वात् +निरस्त +निरस्तं +निरस्तः +निरस्तत्वात् +निरस्तत्वादिति +निरस्तपादपे +निरस्तभियोऽभिसारिकाः +निरस्तमपि 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+निलाः +निलानदी +निलाय +निलायत +निला॑यत +निला॑यत॒ +निलिम्पति +निलिम्पा +निलिम्पाः +निलिम्पानां +निलिल्यिरे +निलिल्ये +निली +निलीन +निलीनं +निलीनः +निलीनम् +निलीना +निलीनाः +निलीनैः +निलीनो +निलीय +निलीयते +निलीयन्ते +निलीयमाना +निलीयामहे +निले +निल्य +निल्यं +निव +निवः +निवक्षसः +निवचनानि +निवचने +निवचनेकृत्य +निवत +निवतः +निवती +निवतो +निवत् +निवत्त +निवत्यै +निवत्र्यते +निवत्स्यति +निवत्स्यन्ति +निवत्स्यसि +निवत्स्यामः +निवत्स्यामि +निवत्स्ये +निवध्य +निवध्यते +निवनेव +निवपति +निवपतीति +निवपन +निवपनं +निवपनम् +निवपने +निवपन्ति +निवपन्तु +निवपेत् +निवपेयुः +निवरा +निवर्जितः +निवर्ज्यः +निवर्त +निवर्तंते +निवर्तक +निवर्तकं +निवर्तकः +निवर्तकज्ञानस्य +निवर्तकत्वं +निवर्तकत्वम् +निवर्तकत्वात् +निवर्तकत्वे +निवर्तकमिति +निवर्तकम् +निवर्तका +निवर्तकाः +निवर्तकेन +निवर्तको +निवर्तत +निवर्ततां +निवर्तताम् +निवर्तति +निवर्तते +निवर्तत् +निवर्तध्वं +निवर्तध्वमधर्मज्ञा +निवर्तध्वमिति +निवर्तध्वम् +निवर्तन +निवर्तनं +निवर्तनम् +निवर्तनात् +निवर्तनाप्रतिपादकत्वम् +निवर्तनाय +निवर्तनीयः 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+निवार्यतामिति +निवार्यताम् +निवार्यते +निवार्यन्ते +निवार्यमाणः +निवार्यमाणा +निवार्यमाणो +निवार्यमाणोऽपि +निवार्या +निवार्याथ +निवार्येति +निवार्य्य +निवार्य्यते +निवावरी +निवास +निवासं +निवासः +निवासकं +निवासकथनम् +निवासकम् +निवासकरणम् +निवासकृत् +निवासगत्योः +निवासत्वेन +निवासनं +निवासनम् +निवासनाम +निवासने +निवासभूः +निवासभूते +निवासभूमिः +निवासमकरोत् +निवासम् +निवासयति +निवासयामास +निवासयिता +निवासयित्वा +निवासयोग्यं +निवासवृक्षः +निवासश्च +निवासस्तु +निवासस्थलम् +निवासस्थान +निवासस्थानं +निवासस्थानम् +निवासस्थानानि +निवासस्थाने +निवासस्य +निवासहेतुः +निवासहेतोः +निवासा +निवासाः +निवासात् +निवासान् +निवासाय +निवासार्थं +निवासाश्च +निवासि +निवासितः +निवासिता +निवासिन +निवासिनः +निवासिना +निवासिनां +निवासिनाम् +निवासिनी +निवासिने +निवासिनो +निवासिभिः +निवासियों +निवासी +निवासे +निवासेन +निवासेषु +निवासो +निवासोऽपि +निवासोऽस्ति +निवासोऽस्य +निवास्य +निवि +निविड +निविडं +निविडः +निविड़ +निविड़े +निविडा +निविडानि +निविडो +निविडोन्नतस्तनमुरः +निविता +निवित् +निवित्पदानि +निवित्प्रकरणम् 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+निवृत्तपदार्थकः +निवृत्तपरिस्पन्दानां +निवृत्तप्रसवा +निवृत्तप्रसवां +निवृत्तप्रेषणं +निवृत्तप्रेषणाद्धातोः +निवृत्तमभिधातव्यं +निवृत्तमिति +निवृत्तमुपदिश्यते +निवृत्तम् +निवृत्तय +निवृत्तये +निवृत्तरागं +निवृत्तवनवासं +निवृत्तव्यापाराणि +निवृत्तव्यापारान् +निवृत्तश्च +निवृत्तस्तु +निवृत्तस्य +निवृत्तस्यकर्मणोऽन्यस्माद्भेदः +निवृत्ता +निवृत्तां +निवृत्ताः +निवृत्तात्मा +निवृत्तादर्शना +निवृत्तानां +निवृत्तानि +निवृत्तान्यवराभिलाषः +निवृत्ताय +निवृत्तायां +निवृत्तावपि +निवृत्ताश्च +निवृत्तास्तु +निवृत्तास्ते +निवृत्ति +निवृत्तिं +निवृत्तिः +निवृत्तिकलापाशाय +निवृत्तिकारणं +निवृत्तिके +निवृत्तिञ्च +निवृत्तितः +निवृत्तिधर्मा +निवृत्तिनिष्ठत्वं +निवृत्तिभाष्यम् +निवृत्तिमार्गे +निवृत्तिमेव +निवृत्तिम् +निवृत्तिरपि +निवृत्तिरिति +निवृत्तिरित्यर्थः +निवृत्तिरुच्यते +निवृत्तिरूप +निवृत्तिरूपं +निवृत्तिरेव +निवृत्तिर् +निवृत्तिर्न +निवृत्तिर्भवति +निवृत्तिर्भविष्यति +निवृत्तिर्वा +निवृत्तिर्हानम् +निवृत्तिलक्षणं +निवृत्तिलक्षणः +निवृत्तिलक्षणस्य +निवृत्तिलक्षणा +निवृत्तिलक्षणो 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+निवेशय +निवेशयता +निवेशयति +निवेशयतु +निवेशयत् +निवेशयन् +निवेशयन्ति +निवेशयन्ती +निवेशयन्नमृतं +निवेशयन्न् +निवेशयामास +निवेशयामि +निवेशयितुं +निवेशयित्वा +निवेशयेत् +निवेशयेथ् +निवेशयेदिति +निवेशयेद् +निवेशश्च +निवेशस्य +निवेशा +निवेशाः +निवेशात् +निवेशाय +निवेशार्थं +निवेशित +निवेशितं +निवेशितः +निवेशितत्वात् +निवेशितमिति +निवेशितम् +निवेशितवान् +निवेशितस्य +निवेशितस्यात्मनि +निवेशिता +निवेशितां +निवेशिताः +निवेशितात्मा +निवेशितानि +निवेशिताम् +निवेशिते +निवेशितैः +निवेशितो +निवेशितौ +निवेशे +निवेशेन +निवेशो +निवेश्य +निवेश्यं +निवेश्यः +निवेश्यच +निवेश्यत +निवेश्यतां +निवेश्यताम् +निवेश्यते +निवेश्यन्तां +निवेश्यन्ते +निवेश्यमिति +निवेश्यम् +निवेश्या +निवेश्याथ +निवेश्ये +निवेश्यैव +निवेश्यो +निवेश्यौ +निवेष्य +निवेष्यं +निवे॒शय॑न्न॒मृतं॒ +निवोध +निवोधत +निव् +निश +निशं +निशः +निशठोल्मुकौ +निशता +निशब्द +निशब्दस्य +निशब्दो +निशमयति +निशमयन् +निशमय्य +निशमय्येति +निशम् +निशम्य +निशम्यतां +निशम्यताम् +निशम्यते +निशम्याथ +निशम्याहं +निशम्येति +निशम्येत्थं +निशम्येदं +निशम्यैव 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+निषादपञ्चमाः +निषादपञ्चमाश्चत्वारो +निषादयति +निषादयामास +निषादवान् +निषादविषयं +निषादश्च +निषादश्चेति +निषादस्तु +निषादस्तेन +निषादस्त्री +निषादस्थपतिं +निषादस्य +निषादा +निषादांशा +निषादाः +निषादाच्छूद्रायां +निषादाधिपतिं +निषादाधिपतिर्गुहः +निषादानां +निषादानाम् +निषादाश्च +निषादितः +निषादिनः +निषादिना +निषादिनो +निषादिभिः +निषादी +निषादे +निषादेन +निषादेभ्यः +निषादेषु +निषादैः +निषादो +निषादोऽत्र +निषाद्य +निषाद्यां +निषि +निषिक्त +निषिक्तं +निषिक्तपामवोभिः +निषिक्तम् +निषिक्तस्य +निषिक्ता +निषिक्ते +निषिक्तो +निषिच्य +निषिच्यते +निषिञ्च +निषिञ्चति +निषिञ्चन्न् +निषिञ्चेज्जायेरञ्छाखाः +निषिञ्चेत् +निषिञ्चेत्तप्ततप्तानि +निषिदं +निषिद्ध +निषिद्धं +निषिद्धः +निषिद्धतया +निषिद्धता +निषिद्धत्वं +निषिद्धत्वात् +निषिद्धत्वादिति +निषिद्धत्वेन +निषिद्धभक्षणं +निषिद्धमपि +निषिद्धमिति +निषिद्धम् +निषिद्धयते +निषिद्धये +निषिद्धलिङ्गं +निषिद्धश्च +निषिद्धस्य +निषिद्धस्यापि +निषिद्धा +निषिद्धाः +निषिद्धाचरणं +निषिद्धानां +निषिद्धानि +निषिद्धायां +निषिद्धे +निषिद्धेन +निषिद्धेभ्यो +निषिद्धेषु 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+निषेधन्निव +निषेधपक्षे +निषेधपूर्वं +निषेधप्रमुखतया +निषेधमाह +निषेधमुखेन +निषेधमुखेनैव +निषेधम् +निषेधयति +निषेधयेत् +निषेधरूपं +निषेधरूपेण +निषेधवचनं +निषेधवाक्यं +निषेधवाक्यस्य +निषेधवाक्ये +निषेधवाची +निषेधविधिः +निषेधविधौ +निषेधवेषो +निषेधशास्त्रं +निषेधशास्त्रस्य +निषेधश्च +निषेधश्शङ्कय +निषेधसि +निषेधसिद्धेः +निषेधस्तु +निषेधस्य +निषेधस्यापि +निषेधस्यैव +निषेधा +निषेधाः +निषेधाच्च +निषेधात् +निषेधादिति +निषेधादेव +निषेधाद् +निषेधानवकाशः +निषेधानां +निषेधान्न +निषेधाभावात् +निषेधाभावे +निषेधाभास +निषेधाभासः +निषेधाभासमाक्षेपं +निषेधाम +निषेधाय +निषेधायोगात् +निषेधार्थ +निषेधार्थं +निषेधार्थः +निषेधार्थम् +निषेधार्थे +निषेधाश्च +निषेधे +निषेधेन +निषेधेनैव +निषेधेषु +निषेधेऽपि +निषेधो +निषेधोऽत्र +निषेधोऽपि +निषेधोऽस्ति +निषेधौ +निषेध्य +निषेध्यं +निषेध्यः +निषेध्यतया +निषेध्यत्वात् +निषेध्यत्वेन +निषेध्यम् +निषेध्यस्य +निषेध्यो +निषेवंते +निषेवणं +निषेवणम् +निषेवणात् +निषेवत +निषेवते +निषेवन्ते +निषेवमाणः +निषेवमाणस्य +निषेवमाणो +निषेवयेत् +निषेवसे +निषेवा +निषेविणाम् +निषेवितं 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+निष्ट्यायतां +निष्ट्यायां +निष्ट्या॑यतां॒ +निष्ट्यो +निष्ट्योऽभिदासतीदमहं +निष्ट्यो॒ +निष्ट॑प्ता॒ +निष्ठ +निष्ठं +निष्ठः +निष्ठता +निष्ठति +निष्ठम् +निष्ठया +निष्ठयोः +निष्ठस्य +निष्ठा +निष्ठां +निष्ठाः +निष्ठागमनं +निष्ठातः +निष्ठातकारस्य +निष्ठातस्य +निष्ठातो +निष्ठादेशः +निष्ठाद्वयं +निष्ठानको +निष्ठानत्वं +निष्ठानत्वम् +निष्ठानत्वाभावः +निष्ठानत्वे +निष्ठान्त +निष्ठान्तं +निष्ठान्तस्य +निष्ठापूर्वकं +निष्ठाप्य +निष्ठाप्रत्ययः +निष्ठाम् +निष्ठाय +निष्ठाया +निष्ठायां +निष्ठायाः +निष्ठायामण्यदर्थे +निष्ठायामनिटः +निष्ठायामनिट् +निष्ठायामिडागमो +निष्ठायामिति +निष्ठायाम् +निष्ठायै +निष्ठायोगाच्च +निष्ठावती +निष्ठावान् +निष्ठासप्तम्यौ +निष्ठित +निष्ठितं +निष्ठितः +निष्ठितमभिमृशति +निष्ठितम् +निष्ठिता +निष्ठितां +निष्ठिताः +निष्ठितान् +निष्ठिते +निष्ठितो +निष्ठी +निष्ठीव +निष्ठीवं +निष्ठीवः +निष्ठीवति +निष्ठीवते +निष्ठीवनं +निष्ठीवनम् +निष्ठीवने +निष्ठीविते +निष्ठीवेत् +निष्ठीव्य +निष्ठुर +निष्ठुरं +निष्ठुरः +निष्ठुरता +निष्ठुरतां +निष्ठुरभाषणम् +निष्ठुरम् +निष्ठुरया +निष्ठुरा +निष्ठुराः +निष्ठुरे +निष्ठुरैः +निष्ठुरो +निष्ठे +निष्ठेति +निष्ठो +निष्ठोक्ताएषा +निष्ठ्यूतं +निष्ठ्यूतान्ते +निष्ठ्यूते +निष्णात +निष्णातं +निष्णातः +निष्णाता +निष्णाताः +निष्णातो +निष्थातकारस्य +निष्प +निष्पक्वं +निष्पङ्का +निष्पतंश्च +निष्पतनं +निष्पतन्तं +निष्पतन्तः +निष्पतन्ति +निष्पतेत् +निष्पत्तये +निष्पत्ति +निष्पत्तिं +निष्पत्तिः +निष्पत्तिकारणम् +निष्पत्तितुल्या +निष्पत्तितुल्यास्ति +निष्पत्तिमात्रे +निष्पत्तिम् +निष्पत्तिरिति +निष्पत्तिर् +निष्पत्तिर्भवति +निष्पत्तिर्भविष्यति +निष्पत्तिसमाना +निष्पत्तेः +निष्पत्तेरिति +निष्पत्तौ +निष्पत्त्यर्थं +निष्पत्त्या +निष्पत्त्यै +निष्पत्य +निष्पत्र +निष्पत्रं +निष्पदः +निष्पदी +निष्पद्यत +निष्पद्यते +निष्पद्यन्ते +निष्पद्यमानं +निष्पद्येत +निष्पद्येतेति +निष्पद्येतेत्यर्थः +निष्पन्द +निष्पन्दं +निष्पन्दा +निष्पन्दो +निष्पन्न +निष्पन्नं +निष्पन्नः +निष्पन्नतया +निष्पन्नत्वात् +निष्पन्नमर्थमाह +निष्पन्नमिति +निष्पन्नमित्यर्थः +निष्पन्नमिदम् +निष्पन्नमेतत् +निष्पन्नम् +निष्पन्नस्य +निष्पन्ना +निष्पन्नाः +निष्पन्ने +निष्पन्नेन +निष्पन्नो 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+नीलकुमुद +नीलगंगा +नीलगन्धि +नीलगाय +नीलगिरि +नीलगिरिं +नीलगिरिः +नीलगिरिपर्वतः +नीलगिरिमण्डले +नीलगिरिरिति +नीलगिरीमण्डलम् +नीलग्रीव +नीलग्रीवं +नीलग्रीवः +नीलग्रीवा +नीलग्रीवाः +नीलग्रीवाय +नीलग्रीवो +नीलघट +नीलघटः +नीलङ्गोः +नीलजीमूतसंकाशं +नीलजीमूतसंनिभः +नीलजीमूतसङ्काशं +नीलजीमूतसन्निभः +नीलजीमूतसन्निभम् +नीलज्ञानस्य +नीलझिण्टी +नीलझिण्ट्यां +नीलञ्च +नीलतद्धियोः +नीलता +नीलतां +नीलतादिवत् +नीलति +नीलतोयदमध्यस्था +नीलत्व +नीलत्वं +नीलत्वे +नीलदारु +नीलदूर्वा +नीलदूर्व्वा +नीलधूमादिके +नीलनलिनानि +नीलनागाभया +नीलनिदर्शनानि +नीलनिर्भासानि +नीलनीलाम्बरराजिम् +नीलपक्ष्माण +नीलपताका +नीलपदस्य +नीलपद्मं +नीलपद्मे +नीलपयोदराजी +नीलपर्वतः +नीलपर्वतमेव +नीलपर्वतम् +नीलपर्वते +नीलपिङ्गला +नीलपिञ्जः +नीलपीतलोहितावदाता +नीलपीतादि +नीलपीते +नीलपुनर्नवा +नीलपुष्पं +नीलपुष्पः +नीलपुष्पा +नीलपुष्पी +नीलपृष्ठं +नीलपोरो +नीलपोरोऽथ +नीलफला +नीलबोधरूपं +नीलम +नीलमणि +नीलमणिं +नीलमणिः +नीलमाणिक्यमय्या +नीलमाधवम् +नीलमिति +नीलमिदं +नीलमिव +नीलमुखा +नीलमुत्तमम् +नीलमुत्पलं +नीलमुत्पलमिति +नीलमुत्पलमित्यत्र +नीलमुत्पलमित्यादौ +नीलमुत्पलम् +नीलमेघ +नीलमेघः +नीलमेघनिभं +नीलमेघप्रतीकाशं +नीलमेव +नीलमेहेन +नीलम् +नीलया +नीलरक्तं +नीलरत्न +नीलरूपं +नीलरूपस्य +नीलरूपा +नीललोहित +नीललोहितं +नीललोहितः +नीललोहितम् +नीललोहितरेतसः +नीललोहितवर्णस्य +नीललोहिताः +नीललोहिताभ्यां +नीललोहिते +नीलवत् +नीलवर्ण +नीलवर्णं +नीलवर्णः +नीलवर्णम् +नीलवर्णस्य +नीलवर्णा +नीलवर्णां +नीलवर्णाः +नीलवर्णे +नीलवर्णेन +नीलवर्णो +नीलवस्त्रं +नीलवस्त्रधरा +नीलवस्त्रधरो +नीलवाससम् +नीलवासा +नीलवासाः +नीलविशिष्टे +नीलशब्दस्य +नीलशब्दे +नीलशिखण्ड +नीलशिखण्डाय +नीलशिखण्डेन +नीलशैलस्य +नीलश्च +नीलसरस्वती +नीलस्य +नीला +नीलां +नीलांजनचयोपमम् +नीलाः +नीलाकारं +नीलाकारता +नीलाकारो +नीलाङ्ग +नीलाङ्गो +नीलाचल +नीलाचले +नीलाञ्जन +नीलाञ्जनं +नीलाञ्जनचयप्रख्यं +नीलाञ्जनचयोपमम् +नीलात् +नीलादयः +नीलादि +नीलादिः +नीलादिकं +नीलादिक्षणानां +नीलादिशब्दानां +नीलादीनां +नीलादेः +नीलादोषधौ +नीलादौ +नीलाद्रौ +नीलानि +नीलान् +नीलाब्जं +नीलाभं +नीलाभो +नीलाम्बर +नीलाम्बरं +नीलाम्बरः +नीलाम्बरधरं +नीलाम्बरधरः +नीलाम्बरधरा 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+नीवारादि +नीवारान् +नीवारे +नीवारेषु +नीवारैः +नीवि +नीविं +नीविः +नीविरसि +नीविसीम्नि +नीवी +नीवीं +नीवीमतिक्रम्य +नीवीम् +नीवीविस्रंसनः +नीवृति +नीवृत् +नीवृदन्तरे +नीवृद्भेदे +नीव्या +नीव्यां +नीव्रं +नीव्रकम् +नीषु +नीस +नीसा +नीस्वा +नीहार +नीहारं +नीहारः +नीहारमिव +नीहारादिव +नीहाराय +नीहारे +नीहारेण +नीहारेणेव +नीहारो +नीहि +नीहृकृष्वहाम् +नी॑ +नी॑यते +नी॑यते॒ +नी॑यसे +नी॒चा +नी॒य॒ते॒ +नी॒ळे +नी॒हा॒रेण॒ +नु +नुँट् +नुँम् +नुं +नुः +नुआपाडामण्डलम् +नुकं +नुकि +नुकूलं +नुक् +नुक्त +नुक्ता +नुक्रमेण +नुगता +नुगतोऽनुनासिकान्तस्य +नुगागमः +नुगागमो +नुजः +नुट +नुटः +नुटि +नुट् +नुट्च +नुट्प्रसज्येत +नुडभावः +नुडागमः +नुडागमश्च +नुडागमे +नुडागमो +नुडि +नुडिति +नुडि्वषये +नुड् +नुत +नुतं +नुतः +नुतनं +नुता +नुति +नुतिं +नुतिः +नुतिभिः +नुतिभिरुदितहासो +नुतिम् +नुते +नुतो +नुतौ +नुत् +नुत्तः +नुत्तये +नुत्ता +नुत्पत्तेः +नुत्या +नुत्यै +नुत्वा +नुद +नुदः +नुदत +नुदता +नुदतां +नुदताम् +नुदति +नुदती +नुदतीति +नुदतु +नुदते +नुदत्यधस्तादहिताशनस्य +नुदन् +नुदन्त +नुदन्ताम् +नुदन्ति +नुदन्तु +नुदन्ते +नुदमाने +नुदविद +नुदविदेति +नुदविदोन्दत्राघ्राह्रीभ्योऽन्यतरस्याम् +नुदस्व +नुदस्वाथाभयं +नुदस्वादेवयुं +नुदा +नुदाम +नुदामि +नुदि +नुदे +नुदेत् +नुदेथां +नुदेथे +नुद् +नुद्यताम् +नुद्यमानः +नुन +नुनं +नुनाव +नुनुदे +नुनुद्रे +नुनुवुस्तुष्टुवुः +नुनोद +नुन्न +नुन्नं +नुन्नः +नुन्ना +नुन्नाः +नुन्नो +नुप +नुपपत्तिः +नुपपत्तिरिति +नुपपत्तेः +नुपपत्त्या +नुपपन्नम् +नुपलम्भात् +नुपातः +नुपातेन +नुपुं +नुप्रत्ययः +नुम +नुमं +नुमः +नुमचिर +नुमचिरतृज्वद्भावेभ्यो +नुमचिरेति +नुमन्त्रयते +नुमभावः +नुमभावश्छान्दसः +नुमभावे +नुमा +नुमागम +नुमागमः +नुमागमप्रतिषेधः +नुमागमश्च +नुमागमो +नुमानं +नुमानम् +नुमाने +नुमि +नुमिति +नुमितौ +नुमित्यनुवर्तते +नुमीयते +नुमो +नुमोऽप्राप्तेः +नुमोऽवकाशः +नुम् +नुम्ग्रहणं +नुम्च +नुम्धातोः +नुम्नुटौ +नुम्प्रतिषेधः +नुम्भवति +नुम्विधौ +नुम्विसर्जनीयशर्व्यवायेऽपि +नुम्व्यवाये +नुम्‌ +नुरूपं +नुरूपा +नुरोधात् +नुरोधेन +नुव +नुवं +नुवति +नुवन्तं +नुवन्तम् +नुवन्ति +नुवर्तते +नुवाक्ये +नुवाच +नुवादेन +नुशब्दः +नुशब्दस्य +नुशब्दो +नुषा +नुष्ठानं +नुष्य +नुष्येषु +नुसारं +नुसारतः +नुसारम् +नुसारेण +नुह +नु॑नुद्रेऽव॒तं +नु॒द॒स्व॒ +नु॒नु॒द्रे॒ +नु꣢ +नू +नूँह +नूः +नूत +नूतः +नूतन +नूतनं +नूतनः +नूतनजलधररुचये +नूतनतया +नूतनत्वं +नूतनपरिवर्तनानि +नूतनमिदं +नूतनमेव +नूतनम् +नूतनस्य +नूतना +नूतनां +नूतनाः +नूतनानां +नूतनानि +नूतनान् +नूतनाभिः +नूतनाम् +नूतनाय +नूतनायाः +नूतनाश्च +नूतनासः +नूतने +नूतनेति +नूतनेन +नूतनेषु +नूतनैः +नूतनैरुत +नूतनो +नूतनोऽयं +नूतवति +नूत्नं +नूत्नः +नूत्नम् +नूत्ना +नूत्नाः +नूत्ने +नूत॑नः +नूत॑नस्य +नूत॑ना +नूत॑नाः +नूत॑नासः +नूत॑नेन +नूत॑नैरु॒त +नूद्य +नून +नूनं +नूनंपुना +नूनंपुनानः +नूनम +नूनमत्र +नूनमथवा +नूनमद्य +नूनमनया +नूनमनेन +नूनमपि +नूनमबोधपूर्वं +नूनमयं +नूनमश्विना +नूनमसौ +नूनमस्ति +नूनमस्य +नूनमात्मसदृशी +नूनमार्या +नूनमिति +नूनमित्येवमादिभिः +नूनमिदं +नूनमियं +नूनमिह +नूनमीमहे +नूनमुन्नमति +नूनमेते +नूनमेव +नूनमेष +नूनमेषा +नूनम् +नूनातिनूनं +नूपं +नूपुर +नूपुरं +नूपुरः +नूपुरपादिका +नूपुरमेकमुर्व्याम् +नूपुरम् +नूपुरशब्दः +नूपुरशब्देन +नूपुरस्य +नूपुरा +नूपुराणां +नूपुराणि +नूपुराभ्यां +नूपुरे +नूपुरेण +नूपुरैः +नूपुरो +नूपुरोऽस्त्रियाम् +नूपुरौ +नूमः +नूयते +नूर +नूरजहान् +नूर् +नूषत +नूह +नू॒नं +नू॒नमी॑महे॒ +नू॒नम् +नू꣣नं꣡ +नू꣣न꣢म् +नृ +नृकपालं +नृकपालकम् +नृकलेवरे +नृकेसरिम् +नृकेसरी +नृग +नृगं +नृगः +नृगस्य +नृगा +नृगेण +नृगो +नृघटे +नृचक्षः +नृचक्षसं +नृचक्षसः +नृचक्षसम् +नृचक्षसस्ते +नृचक्षसा +नृचक्षसां +नृचक्षसाम् +नृचक्षसे +नृचक्षसो +नृचक्षसौ +नृचक्षा +नृचक्षाः +नृचक्षुः +नृजन्म +नृणं +नृणम् +नृणा +नृणां +नृणाति +नृणाम +नृणामपि +नृणामायुः +नृणामिति +नृणामिव +नृणामिह +नृणामु +नृणामेको +नृणामेव +नृणाम् +नृत +नृतं +नृतः +नृतकरणम् +नृतम +नृतमं +नृतमः +नृतमस्य +नृतमाः +नृतमाय +नृतमो +नृतम् +नृतया +नृतये +नृतलं +नृतलानि +नृतस्य +नृति +नृती +नृतुः +नृतू +नृतूरिव +नृते +नृतेन +नृतो +नृतो॒ +नृतौ +नृत् +नृत्त +नृत्तं +नृत्तकरणम् +नृत्तकोविदैः +नृत्तगीतविशारदाः +नृत्तगीतसमायुक्तं +नृत्तगीतादिकं +नृत्तगेयसमन्वितम् +नृत्तमाख्यातं +नृत्तमाचरेत् +नृत्तमिति +नृत्तमूर्तिं +नृत्तम् +नृत्तरूपं +नृत्तस्य +नृत्तादस्याः +नृत्तानि +नृत्तान्ते +नृत्ताय +नृत्तावसाने +नृत्ते +नृत्तेन +नृत्तैर्गेयैश्च +नृत्तौ +नृत्य +नृत्यं +नृत्यंतं +नृत्यंति +नृत्यंती +नृत्यकला +नृत्यकलाः +नृत्यगीत +नृत्यगीतं +नृत्यगीतवादित्राणि +नृत्यगीतविशारदाः +नृत्यगीतादि +नृत्यगीतादिकं +नृत्यगीते +नृत्यगीतैश्च +नृत्यञ्च +नृत्यत +नृत्यतः +नृत्यता +नृत्यतां +नृत्यति +नृत्यती +नृत्यतीति +नृत्यतीव +नृत्यतु +नृत्यते +नृत्यतो +नृत्यत्सु +नृत्यद्भिरप्सरोभिश्च +नृत्यन् +नृत्यन्त +नृत्यन्तं +नृत्यन्तः +नृत्यन्तमिव +नृत्यन्तश्च +नृत्यन्ति +नृत्यन्ती +नृत्यन्तीं +नृत्यन्तीति +नृत्यन्तीव +नृत्यन्तु +नृत्यन्ते +नृत्यन्तो +नृत्यन्तौ +नृत्यन्त्यः +नृत्यन्त्या +नृत्यन्निव +नृत्यन्वै +नृत्यप्रकारः +नृत्यप्रकारस्य +नृत्यप्रकाराः +नृत्यमपि +नृत्यमानं +नृत्यमानस्य +नृत्यमाना +नृत्यमानाः +नृत्यमानाश्च +नृत्यमुच्यते +नृत्यमें +नृत्यम् +नृत्यलिप्सागते +नृत्यलिप्सायां +नृत्यवादित्रगीतैश्च +नृत्यविधौ +नृत्यविशेषः +नृत्यशाला +नृत्यशास्त्रं +नृत्यसि +नृत्यस्य +नृत्या +नृत्याङ्गना +नृत्याङ्गनाः +नृत्यात् +नृत्यादि +नृत्यानि +नृत्याभिनयक्रियाच्युतं +नृत्यामि +नृत्यारम्भे +नृत्ये +नृत्येत् +नृत्येन +नृत्येयुः +नृत्येषु 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+नृपनन्दनाः +नृपनीतिरनेकरूपा +नृपपत्नी +नृपपुंगव +नृपपुंगवः +नृपपुङ्गव +नृपपुङ्गवः +नृपप्रियः +नृपप्रिया +नृपप्रिये +नृपभयं +नृपभेदः +नृपभेदे +नृपम +नृपमंदिरे +नृपमन्दिरं +नृपमन्दिरम् +नृपमन्दिरे +नृपमब्रवीत् +नृपमानभाक् +नृपमामन्त्र्य +नृपमेव +नृपम् +नृपम्‌ +नृपलक्ष्मीः +नृपवंशजा +नृपवधो +नृपवर +नृपवरं +नृपवरः +नृपवरस्य +नृपवरैः +नृपवर्य +नृपवल्लभा +नृपविशेषः +नृपवेश्म +नृपवेश्मनः +नृपवेश्मनि +नृपवैश्ययोः +नृपशार्दूल +नृपशार्दूलं +नृपशार्दूलः +नृपशार्दूलो +नृपशार्द्दूल +नृपशासनात् +नृपशुना +नृपशून् +नृपश्च +नृपश्चक्रे +नृपश्चरेत् +नृपश्चैव +नृपश्रियः +नृपश्रियम् +नृपश्रिया +नृपश्रीः +नृपश्रीपरिरम्भणेन +नृपश्रेष्ठ +नृपश्रेष्ठं +नृपश्रेष्ठः +नृपश्रेष्ठे +नृपश्रेष्ठो +नृपसंनिधौ +नृपसंसदि +नृपसत्तम +नृपसत्तमः +नृपसत्तमम् +नृपसत्तमाः +नृपसत्तमे +नृपसत्तम् +नृपसदसि +नृपसन्निधौ +नृपसुखविमुखेन +नृपसुत +नृपसुतं +नृपसुतः +नृपसुतस्य +नृपसुता +नृपसुतां +नृपसुतो +नृपस्तं +नृपस्ततः +नृपस्तत्र +नृपस्तथा +नृपस्तदा +नृपस्तस्य +नृपस्तु +नृपस्तूर्णं +नृपस्तेन +नृपस्तेषां +नृपस्य +नृपस्याग्रे +नृपस्यापि 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+नृभिः +नृभिः॑ +नृभिर् +नृभिर्धौतो +नृभिर्नृवन्तः +नृभिर्येमानो +नृभि॑ः +नृभि॑र्येमा॒नो +नृभि॑र्य॒तः +नृभि॑र्य॒तो +नृभि॒ः +नृभूमनि +नृभूम्नि +नृभ्य +नृभ्यः +नृभ्यो +नृभ्यो॑ +नृभ्यो॒ +नृमणः +नृमणस्यसे +नृमणा +नृमणाः +नृमणो +नृमादनः +नृमादनम् +नृमिथुनं +नृमूत्रे +नृमेध +नृमेधः +नृमेधश् +नृमेधो +नृम्ण +नृम्णं +नृम्णः +नृम्णम् +नृम्णस्य +नृम्णा +नृम्णानि +नृम्णाय +नृयज्ञं +नृयज्ञः +नृयज्ञश्च +नृयज्ञोऽतिथिपूजनम् +नृलिङ्गः +नृलिङ्गकः +नृलोकं +नृलोकस्य +नृलोके +नृवतः +नृवत् +नृवत्सखा +नृवदा +नृवदिति +नृवद् +नृवन्तः +नृवर +नृवराहं +नृवरो +नृवाजिरथनागानामसम्बाधः +नृवाहसा +नृवीर +नृवीरः +नृशंस +नृशंसं +नृशंसः +नृशंसकृत् +नृशंसतर +नृशंसता +नृशंसम् +नृशंसवत् +नृशंसवादी +नृशंसश्च +नृशंसस्य +नृशंसा +नृशंसां +नृशंसाः +नृशंसानां +नृशंसानि +नृशंसानृतवादिनः +नृशंसे +नृशंसेन +नृशंसेषु +नृशंसैः +नृशंसो +नृशंस्यं +नृशण्डयोः +नृशब्दश्च +नृशब्दस्य +नृषत् +नृषदं +नृषदः +नृषदने +नृषदनेषु +नृषदे +नृषद् +नृषद्वरसदृतसद्व्योमसदब्जा +नृषह्ये +नृषा +नृषाः +नृषाचः +नृषाता +नृषाहं +नृषाह्याय +नृषाह्ये +नृषि +नृषु +नृषूतो +नृसह्ये +नृसिं +नृसिंह +नृसिंहं +नृसिंहः +नृसिंहकम् +नृसिंहकल्पपरिच्छेदे +नृसिंहकल्पे +नृसिंहजयन्ती +नृसिंहतापनी +नृसिंहपुराणे +नृसिंहप्रसादः +नृसिंहप्रसादे +नृसिंहबीजं +नृसिंहम् +नृसिंहरूपं +नृसिंहरूपी +नृसिंहवपुषा +नृसिंहशरीरे +नृसिंहश्च +नृसिंहसरस्वती +नृसिंहस्तु +नृसिंहस्य +नृसिंहा +नृसिंहाख्यं +नृसिंहाय +नृसिंहार्कवराहाणां +नृसिंहासोदे +नृसिंहे +नृसिंहेन +नृसिंहो +नृसिह +नृसिहकृतौ +नृसिहप्रसादे +नृसिहे +नृसूक्तं +नृसूक्तेन +नृसोमः +नृस्त्रियोः +नृस्त्रियोस्तु +नृस्त्री +नृहरिं +नृहरिः +नृहरे +नृहरेः +नृऽचक्षसः +नृऽचक्षसम् +नृऽचक्षाः +नृऽतमः +नृऽतमम् +नृऽत॑मः +नृऽत॑मम् +नृऽपतिम् +नृऽपते +नृऽपाय्यम् +नृऽभिः +नृऽभिः॑ +नृऽभ्यः +नृऽभ्यः॑ +नृऽमनाः +नृऽवत् +नृऽसह्ये +नृ॑पते +नृ॒चक्षा॑ +नृ॒चक्षा॑ः +नृ॒चक्षा॒ +नृ॒चक्ष॑सः +नृ॒चक्ष॑सम् +नृ॒णां +नृ॒णाम् +नृ॒तुः +नृ॒तो॒ +नृ॒तौ +नृ॒त्ताय॑ +नृ॒पतिं॒ +नृ॒पाय्य॑म् +नृ॒मणा॑ +नृ॒मणा॒ +नृ॒म्णं +नृ॒म्णम् +नृ॒म्णस्य॑ +नृ॒म्णा +नृ॒म्णानि॑ +नृ॒म्णाय॑ +नृ॒वाह॑सा +नृ॒षद्व॑र॒सदृ॑त॒सद्व्यो॑म॒सद॒ब्जा +नृ॒षद॑ने +नृ॒षाह्ये॑ +नृ॒ऽचक्षाः॑ +नृ॒ऽचक्ष॑सः +नृ॒ऽचक्ष॑सम् +नृ॒ऽपति॑म् +नृ॒ऽपाय्य॑म् +नृ॒ऽप॒ते॒ +नृ॒ऽमनाः॑ +नृ॒ऽम॒नः॒ +नृ॒ऽवत् +नृ॒ऽसह्ये॑ +नृ꣡भिः꣢ +नॄ +नॄँ +नॄँः +नॄंः +नॄः +नॄणां +नॄणामिह +नॄणाम् +नॄन् +नॄन्पे +नॅशनल् +ने +नें +नेः +नेक +नेकं +नेकचन्दमहोदयः +नेकधा +नेका +नेकानि +नेके +नेको +नेक्ता +नेक्षणेन +नेक्षते +नेक्षन्ते +नेक्षसे +नेक्षितं +नेक्षितः +नेक्षितव्यः +नेक्षिता +नेक्षितुं +नेक्षे +नेक्षेत +नेक्षेतोद्यन्तमादित्यं +नेक्षेतोद्यन्तमादित्यम् +नेक्ष्यत +नेक्ष्यते +नेगी +नेङ्गति +नेङ्गते +नेङ्गयन्ति +नेच +नेचर् +नेच्छंति +नेच्छतः +नेच्छता +नेच्छति +नेच्छतीति +नेच्छते +नेच्छत्रुः +नेच्छन् +नेच्छन्ति +नेच्छन्ती +नेच्छन्तीति +नेच्छन्नपि +नेच्छसि +नेच्छा +नेच्छामः +नेच्छामि +नेच्छे +नेच्छेतां +नेच्छेत् +नेच्छेद् +नेच्छेयं +नेजमेष +नेज्जिह्मायन्तो +नेट +नेटि +नेटीति +नेट् +नेट्यलिटि +नेडिति +नेड् +नेड्वशि +नेण +नेत +नेतं +नेतः +नेतर +नेतरं +नेतरः +नेतरत् +नेतरत्र +नेतरथा +नेतरदिति +नेतरद् +नेतरम् +नेतरयोः +नेतरस्य +नेतरस्येति +नेतरा +नेतराः +नेतराच्छन्दसि +नेतराणि +नेतरान् +नेतरि +नेतरे +नेतरेण +नेतरेषां +नेतरेषामिति 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+नेत्याहुरन्ये +नेत्याहेति +नेत्युक्तं +नेत्युक्तम् +नेत्युक्ते +नेत्युच्यते +नेत्युवाच +नेत्येके +नेत्येव +नेत्येवं +नेत्य् +नेत्र +नेत्रं +नेत्रः +नेत्रकम् +नेत्रके +नेत्रकोशयोः +नेत्रकोशाभ्यां +नेत्रकौमुदी +नेत्रगता +नेत्रगदान् +नेत्रगम्यमवलोक्य +नेत्रगोचरः +नेत्रगोलकं +नेत्रगोलकस्य +नेत्रचपलो +नेत्रजं +नेत्रजम् +नेत्रजलम् +नेत्रजा +नेत्रजैर्जलैः +नेत्रञ्च +नेत्रत्रयं +नेत्रत्रयसमन्वितम् +नेत्रत्रयाय +नेत्रद्वयं +नेत्रद्वये +नेत्रनिमीलनं +नेत्रपटलः +नेत्रपटलस्य +नेत्रपटले +नेत्रपाकः +नेत्रपाके +नेत्रपाणौ +नेत्रप्रतिघातिनीं +नेत्रप्लावश्च +नेत्रबन्धं +नेत्रबीजं +नेत्रबीजस्य +नेत्रभित्तौ +नेत्रमध्ये +नेत्रमन्त्रं +नेत्रमन्त्रेण +नेत्रमले +नेत्रमस्त्रं +नेत्रमस्य +नेत्रमीक्षणं +नेत्रमीलनकुतूहलं +नेत्रमुद्रा +नेत्रमेकं +नेत्रम् +नेत्रयुगलं +नेत्रयुग्मं +नेत्रयुग्मे +नेत्रयो +नेत्रयोः +नेत्रयोरञ्जनं +नेत्रयोरन्तरं +नेत्रयोरन्तौ +नेत्रयोरपि +नेत्रयोरिव +नेत्रयोर् +नेत्रयोर्मलम् +नेत्रयोश्च +नेत्रयोश्चापि +नेत्रयोश्चैव +नेत्ररञ्जनम् +नेत्ररोग +नेत्ररोगं +नेत्ररोगः +नेत्ररोगचिकित्सा +नेत्ररोगनिदानम् +नेत्ररोगनुत् +नेत्ररोगभेदे +नेत्ररोगवान् +नेत्ररोगविशेषः +नेत्ररोगा +नेत्ररोगाः +नेत्ररोगाधिकारः +नेत्ररोगाध्यायः +नेत्ररोगी +नेत्ररोगे +नेत्ररोगेषु +नेत्रलेन्सस्य +नेत्रवक्त्रविकारैश्च +नेत्रवाली +नेत्रवाले +नेत्रश्रियं +नेत्रसहस्रेण +नेत्रसिंहो +नेत्रसूत्रान्तं +नेत्रस्थं +नेत्रस्थाने +नेत्रस्य +नेत्रस्रावं +नेत्रहितं +नेत्रहीनः +नेत्रहीना +नेत्रहीनो +नेत्रा +नेत्रां +नेत्रांतं +नेत्राञ्जनं +नेत्राणा +नेत्राणां +नेत्राणि +नेत्राण्येव +नेत्रात् +नेत्रादीनां +नेत्रादीनि +नेत्रादौ +नेत्रानन्दं +नेत्रानन्दे +नेत्रानन्देन +नेत्रान्त +नेत्रान्तं +नेत्रान्ते +नेत्राब्जाभ्रयुगाङ्कविक्रमशरत्कालेऽत्र +नेत्राभिरामं +नेत्राभिष्यन्द +नेत्राभ्यां +नेत्राभ्याञ्च +नेत्राभ्यामश्रुपूर्णाभ्यां +नेत्राभ्याम् +नेत्रामयहरं +नेत्रामये +नेत्राम्बु +नेत्राय +नेत्रायामं +नेत्रावती +नेत्रावरणं +नेत्राश्रूणि +नेत्रि +नेत्री +नेत्रे +नेत्रेण +नेत्रेति +नेत्रेभ्यः +नेत्रेभ्यो +नेत्रेषु +नेत्रै +नेत्रैः +नेत्रैरनिमिषैरिव +नेत्रैरिवोत्पलैः +नेत्रो +नेत्रों +नेत्रोंके +नेत्रोत्सवं +नेत्रोत्सवः 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+नेन्द्रियेण +नेन्द्रो +नेन्द्रो॑ +नेन्द्र॑ +नेन्म +नेन्मा +नेन्मे +नेन्सिद्धबध्नातिषु +नेप +नेपः +नेपथ्य +नेपथ्यं +नेपथ्यगायकः +नेपथ्यगायकाः +नेपथ्यगायिका +नेपथ्यम् +नेपथ्यस्य +नेपथ्याभिमुखमवलोक्य +नेपथ्ये +नेपदं +नेपदम् +नेपपद्यते +नेपय्ये +नेपा +नेपां +नेपाल +नेपालं +नेपालः +नेपालकं +नेपालकम्बलः +नेपालदेश +नेपालदेशः +नेपालदेशसम्बद्धाः +नेपालदेशस्य +नेपालदेशे +नेपालनिम्बः +नेपालभाषा +नेपालम् +नेपाललिपिः +नेपालस्य +नेपाली +नेपालीउपन्यास +नेपालीकथा +नेपालीकविता +नेपालीनाटक +नेपालीनिबन्ध +नेपालीभाषा +नेपालीभाषायाः +नेपालीसमालाेचना +नेपालीसाहित्यम् +नेपालीसाहित्यस्य +नेपाले +नेपालेषु +नेपाल् +नेपियर् +नेपोलियन +नेप्चून् +नेप्यते +नेप्यामि +नेब्रास्‍का +नेभे +नेभ्यो +नेम +नेमं +नेमः +नेमतुः +नेमधित +नेमधिता +नेमन्निषः +नेमम् +नेमयः +नेमस्पेस +नेमस्मिन् +नेमा +नेमां +नेमाः +नेमानि +नेमान् +नेमि +नेमिं +नेमिः +नेमिकुमारः +नेमिकुमारस्य +नेमिकुमारेण +नेमिघोषेण +नेमिथ +नेमिदूतम् +नेमिनाथ +नेमिनाथः +नेमिनाथस्य +नेमिनाथेन +नेमिभागे +नेमिमण्डलात् +नेमिम् +नेमिरर्पिता +नेमिरिव +नेमिरे +नेमिस्तु 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+नेष्टृचमसयागे +नेष्टे +नेष्टो +नेष्टोन्नेता +नेष्टौ +नेष्ट्र +नेष्ट्रं +नेष्ट्रा +नेष्ट्रात् +नेष्य +नेष्यत +नेष्यति +नेष्यतीति +नेष्यते +नेष्यतोः +नेष्यन्ति +नेष्यन्ते +नेष्यसि +नेष्याम +नेष्यामः +नेष्यामि +नेष्यामो +नेष्ये +नेष्येते +नेह +नेहं +नेहः +नेहते +नेहनानास्ति +नेहरु +नेहरुः +नेहरू +नेहलः +नेहवाल +नेहस्य +नेहा +नेहाप्रतिबद्धसामर्थ्यानि +नेहाभिक्रमनाशोऽस्ति +नेहामुत्र +नेहायुर्विन्दते +नेहास्ति +नेहू +नेहे +नेहेत +नेहेति +नेहेन +नेहो +नेहोच्यते +नेह्रू +नेह्वाल् +नेऽपि +नेि +नेो +ने॑षज्ज॒रा +ने॒ता +ने॒तुर्मर्तो॑ +ने॒त्री +ने॒मधि॑ता +ने॒मऽधि॑ता +ने॒मिं +ने॒मिः +ने॒मिम् +ने॒षि॒ +ने᳘ति +ने꣢꣯षु꣣ज्ये꣤꣯ष्ठा꣥म् +नै +नैं +नैः +नैःश्रेयसं +नैःश्रेयसीं +नैःश्रेयस्याः +नैःस्वं +नैऋत +नैऋतं +नैऋते +नैऋत्य +नैऋत्यां +नैऋत्ये +नैऋर्तो +नैक +नैकं +नैकः +नैककर्मकृत् +नैकग्रामीणमतिथिं +नैकटिको +नैकट्यम् +नैकट्ये +नैकट्येन +नैकतरोपहासः +नैकता +नैकत्र +नैकत्रापि +नैकत्व +नैकत्वं +नैकत्वे +नैकदा +नैकदेशेन +नैकदेशो +नैकधा +नैकपक्षेण +नैकमत्यं +नैकमन्नमद्यादनापदि +नैकमपि +नैकमायो +नैकमिति +नैकमुदाहरणं +नैकमेव +नैकम् +नैकरसं +नैकरूप +नैकरूपः +नैकरूपा +नैकरूपो +नैकवारं +नैकवासा +नैकविधं +नैकविधा +नैकविधाः +नैकशः +नैकशृङ्गो +नैकशेषो +नैकशो +नैकसहस्ररश्मिः +नैकस्मिञ्जीवे +नैकस्मिन् +नैकस्मिन्न +नैकस्मिन्नसम्भवात् +नैकस्मिन्नेव +नैकस्य +नैकस्या +नैकस्यां +नैकस्यापि +नैकस्यार्थे +नैकस्यैव +नैका +नैकाः +नैकाकिना +नैकाकिनी +नैकाकी +नैकात्मा +नैकानां +नैकानि +नैकान् +नैकान्तं +नैकान्तः +नैकान्ततः +नैकान्ततो +नैकान्तिकं +नैकान्तेन +नैकान्तो +नैकान्नादी +नैकान्नाशी +नैकृतिकं +नैकृतिकः +नैकृतिकोऽलसः +नैके +नैकेति +नैकेन +नैकेनापि +नैकेषां +नैकेषु +नैकैः +नैको +नैकोऽध्वानं +नैकोऽपि +नैक्यं +नैक्षत +नैक्षिष्ट +नैगम +नैगमं +नैगमः +नैगमरूढिभवं +नैगमा +नैगमाः +नैगमाश्च +नैगमेयजुष्टः +नैगमेयश्च +नैगमेयेन +नैगमैः +नैगमो +नैघण्ट +नैघण्टु +नैघण्टुकं +नैघण्टुकम् +नैघण्टुकाः +नैच +नैचाशाखम् +नैचिकी +नैच्छत् +नैच्छत्स +नैच्छद् +नैच्छद्राज्यं +नैच्छन् +नैज +नैजं +नैजति +नैजा +नैजां +नैजान् +नैजाश्रमं +नैजीरिया +नैजे +नैट् +नैट्रोजन् +नैत +नैतं +नैतच् +नैतच्चित्रं +नैतच्छक्यं +नैतत् +नैतत्कर्म +नैतत्ते +नैतत्त्वय्युपपद्यते +नैतत्सारम् +नैतदचीर्णव्रतोऽधीते +नैतदन्यः +नैतदपि +नैतदशकं +नैतदस्ति +नैतदस्तीति +नैतदाश्चर्यं +नैतदिच्छन्ति +नैतदिति +नैतदित्यादि +नैतदुपपद्यते +नैतदेव +नैतदेवं +नैतदेवमिति +नैतदेवम् +नैतदौपयिकं +नैतद् +नैतद्धारयितुं +नैतद्युक्तं +नैतद्युक्तमिति +नैतद्युक्तम् +नैतद्युज्यते +नैतद्वचनमन्यथा +नैतद्विद्मः +नैतद्विशेषणसार्थक्यायेश्वरं +नैतन्न +नैतन्न्याय्यम् +नैतन्मतं +नैतन्मनसि +नैतन्मम +नैतन्मया +नैतन्मिथ्या +नैतया +नैतयोः +नैतशः +नैतस्मिन् +नैतस्य +नैतस्या +नैतस्यां +नैतस्याः +नैतस्येह +नैता +नैतां +नैताः +नैतादृक् +नैतादृशं +नैतादृशः +नैतादृशाः +नैतादृशी +नैतादृशो +नैतानि +नैतान् +नैताभ्यां +नैतावता +नैतावतैव +नैतावदेव +नैतासु +नैति +नैतिक +नैतिकता +नैति॑ +नैतीति +नैते +नैतेन +नैतेभ्यः +नैतेषां +नैतेषु +नैतोशेव +नैतौ +नैत्यक +नैत्यकं +नैत्यकम् +नैत्यके +नैत्यिकं +नैत्र +नैत॑शः +नैदाघम् +नैदानाः +नैधनं +नैधनम् +नैधने +नैधानी +नैधेयः +नैध्रुवो +नैन +नैनँ +नैनं +नैनं॑ +नैनं॒ +नैनः +नैनद्देवा +नैनमन्यत्र +नैनमिति +नैनमित्यादि +नैनमूर्ध्वं +नैनमेते +नैनम् +नैनसा +नैना +नैनां +नैनादेवी +नैनान् +नैनामीक्षेत +नैनिताल +नैनितालमण्डलं +नैनितालमण्डलम् +नैनिताल् +नैनीताल +नैनेन +नैनो +नैनꣳ +नैप +नैपातिथं +नैपातिथम् +नैपाल +नैपालः +नैपाली +नैपालो +नैपुणं +नैपुणम् +नैपुणी +नैपुण्य +नैपुण्यं +नैपुण्यम् +नैपुण्ये +नैपुण्येन +नैब +नैमि +नैमितिकं +नैमित्तं +नैमित्तः +नैमित्ति +नैमित्तिक +नैमित्तिकं +नैमित्तिकः +नैमित्तिकञ्च +नैमित्तिकञ्चैव +नैमित्तिकत्वं +नैमित्तिकत्वात् +नैमित्तिकत्वे +नैमित्तिकप्रलयप्रतिपादनं +नैमित्तिकमिति +नैमित्तिकमिदं +नैमित्तिकम् +नैमित्तिकश्च +नैमित्तिकस्य +नैमित्तिकस्याप्यपाय +नैमित्तिकस्याप्यपायः +नैमित्तिका +नैमित्तिकाः +नैमित्तिकानां +नैमित्तिकानि +नैमित्तिकी +नैमित्तिकीं +नैमित्तिके +नैमित्तिकेन +नैमित्तिकेषु +नैमित्तिकेऽपि +नैमित्तिकैः +नैमित्तिको +नैमिनिः +नैमिशं +नैमिशारण्यं +नैमिशारण्यवासिनः +नैमिशारण्ये +नैमिशीयानामुद्गाता +नैमिशे +नैमिष +नैमिषं +नैमिषम् +नैमिषारण्य +नैमिषारण्यं +नैमिषारण्यमेव +नैमिषारण्यम् +नैमिषारण्यवासिनः +नैमिषारण्यवासिनाम् +नैमिषारण्ये +नैमिषि +नैमिषीया +नैमिषीयोपाख्याने +नैमिषे +नैमिषेया +नैमिषेयास्तपस्विनः +नैमिषेऽनिमिषक्षेत्रे +नैय +नैयग्रोध +नैयग्रोधं +नैयग्रोधः +नैयग्रोधम् +नैयग्रोधेन +नैयत्यं +नैयत्येन +नैयमिकं +नैयमिकानि +नैयरः +नैया +नैयायि +नैयायिक +नैयायिकं +नैयायिकः +नैयायिकमतं +नैयायिकमतमेव +नैयायिकमते +नैयायिकस्य +नैयायिका +नैयायिकाः +नैयायिकादयः +नैयायिकादिभिः +नैयायिकादिमते +नैयायिकादीनां +नैयायिकानां +नैयायिकानामपि +नैयायिकानामिति +नैयायिकानामिव +नैयायिकानाम् +नैयायिकास्तु +नैयायिकी +नैयायिकेन +नैयायिकैः +नैयायिकैरपि +नैयायिको +नैयायिकोक्तं +नैय्यर +नैय्यायिकाः +नैर +नैरंतर्य +नैरंतर्येण +नैरन्तर्य +नैरन्तर्यं +नैरन्तर्यम् +नैरन्तर्ये +नैरन्तर्येण +नैरन्तर्य्येण +नैरपेक्ष्यं +नैरपेक्ष्येण +नैरयिकानां +नैरर्थक्यं +नैरात्म्य +नैरात्म्यं +नैराश्यं +नैराश्यमापन्ना +नैरिति +नैरुक्तः +नैरुक्तम् +नैरुक्तसमयश्च +नैरुक्ताः +नैरुक्तानां +नैरुक्तो +नैरुक्त्यं +नैरुज्यं +नैरुते +नैरुत्यां +नैरृ +नैरृत +नैरृतं +नैरृतः +नैरृतकोणे +नैरृता +नैरृताः +नैरृती +नैरृतीं +नैरृते +नैरृतेन +नैरृतो +नैरृत्य +नैरृत्या +नैरृत्यां +नैरृत्याम् +नैरृत्ये +नैर् +नैर्ऋत +नैर्ऋतं 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+नैषधीयप्रकाशव्याख्यासहितम् +नैषधीयप्रकाशे +नैषधे +नैषधेन +नैषधैः +नैषधो +नैषध्यः +नैषा +नैषां +नैषादं +नैषादः +नैषादकर्षुकः +नैषादकिः +नैषादा +नैषादिं +नैषादी +नैषाम् +नैषि +नैषीः +नैषु +नैषोऽस्ति +नैष्कर्म्य +नैष्कर्म्यं +नैष्कर्म्यमाचरेत् +नैष्कर्म्यमिति +नैष्कर्म्यमेव +नैष्कर्म्यम् +नैष्कर्म्यलक्षणां +नैष्कर्म्यसिद्धि +नैष्कर्म्यसिद्धिं +नैष्कर्म्यसिद्धिः +नैष्कर्म्यसिद्धिम् +नैष्कर्म्यसिद्धिश्चन्द्रिकासहिता +नैष्कर्म्यस्य +नैष्कर्म्यां +नैष्कर्म्येण +नैष्कशतिकः +नैष्किक +नैष्किकः +नैष्किकम् +नैष्कृतिकः +नैष्कृतिकोऽलसः +नैष्ट +नैष्ठिक +नैष्ठिकं +नैष्ठिकः +नैष्ठिकब्रह्मचारी +नैष्ठिकम् +नैष्ठिकश्च +नैष्ठिकस्य +नैष्ठिका +नैष्ठिकाः +नैष्ठिकानां +नैष्ठिकी +नैष्ठिकीं +नैष्ठिकीम् +नैष्ठिके +नैष्ठिको +नैष्ठुर्यं +नैष्फल्यं +नैष्यति +नैसर्गिक +नैसर्गिकं +नैसर्गिकः +नैसर्गिकमुन्नतत्वम् +नैसर्गिकम् +नैसर्गिकरेफस्य +नैसर्गिका +नैसर्गिकाः +नैसर्गिकी +नैसर्गिके +नैसर्गिको +नैसर्गिकोऽयं +नैस् +नैौ +नैॠत +नैॠते +नै᳘नं +नॉर्थ् +नो +नों +नोंद +नोः +नोक +नोकं +नोकः +नोकदोष +नोकम् +नोक्त +नोक्तं +नोक्तः +नोक्तञ्च +नोक्तदोष +नोक्तदोषः +नोक्तदोषप्रसङ्गः +नोक्तदोषावकाशः +नोक्तपूर्व +नोक्तपूर्वं +नोक्तमत्र +नोक्तमिति +नोक्तमित्यत +नोक्तमित्यर्थः +नोक्तम् +नोक्तम्‌ +नोक्तवान् +नोक्तस्तथापि +नोक्तस्थले +नोक्ता +नोक्ताः +नोक्तानि +नोक्तास्ते +नोक्तिः +नोक्ते +नोक्तो +नोक्त्वा +नोक्थ्ये +नोखलु +नोङ्धात्वोः +नोचित +नोचितं +नोचितः +नोचितमिति +नोचितम् +नोचिता +नोचुः +नोचे +नोचेत् +नोचेद् +नोचैः +नोच्चं +नोच्चारयति +नोच्चारयेत् +नोच्चैः +नोच्छिद्यन्ते +नोच्छिष्ट +नोच्छिष्टं +नोच्छिष्टः +नोच्छिष्टो +नोच्छेदतः +नोच्छ्वसिति +नोच्यत +नोच्यते +नोच्यन्त +नोच्यन्ते +नोच्येत +नोज्ज्वलं +नोज्झति +नोज्झन्ति +नोज्झितं +नोज्झिता +नोट +नोड् +नोत +नोति +नोते +नोत् +नोत्कण्ठां +नोत्कण्ठितुमर्हसि +नोत्क्रान्तिः +नोत्क्रामति +नोत्क्रामन्ति +नोत्क्लेदकृद्भवेत् +नोत्तमं +नोत्तमः +नोत्तमकर्तृता +नोत्तमाङ्गे +नोत्तमाधममध्यमाः +नोत्तर +नोत्तरं +नोत्तरः +नोत्तरत्र +नोत्तरपदेऽनुदात्तादौ +नोत्तरम् +नोत्तरवेदिमुपवपन्ति +नोत्तरस्य +नोत्तरा +नोत्तरान् +नोत्तरापरमस्तकः +नोत्तरि +नोत्तरे +नोत्तरेदनुपस्पृश्य +नोत्तस्थौ +नोत्ता +नोत्तिष्ठति +नोत्तिष्ठते +नोत्तिष्ठन्ति +नोत्थितः +नोत्थितो +नोत्पत्तिः +नोत्पत्तिविनाशकारणोपलब्धेः +नोत्पत्तुमर्हति +नोत्पत्तुमर्हतीति +नोत्पत्तौ +नोत्पद्यत +नोत्पद्यते +नोत्पद्यन्ते +नोत्पद्येत +नोत्पन्न +नोत्पन्नं +नोत्पन्नः +नोत्पन्नम् +नोत्पन्ना +नोत्पादः +नोत्पादकः +नोत्पादयति +नोत्पादयन्ति +नोत्पादयितुं +नोत्पादयेत् +नोत्प्रेक्षा +नोत्प्रेक्षेति +नोत्सङ्गे +नोत्सर्गः +नोत्सह +नोत्सहते +नोत्सहन्ते +नोत्सहसे +नोत्सहे +नोत्सृजति +नोत्सृजसे +नोत्सृजामि +नोत्सृजेत् +नोत्सृज्यते +नोद +नोदः +नोदकं +नोदकक्रिया +नोदके +नोदकेन +नोदतिष्ठत् +नोदतिष्ठत्ततो +नोदतिष्ठत्ततोविराट् +नोदधीनाम् +नोदन +नोदनं +नोदनम् +नोदना +नोदनात् +नोदने +नोदनेन +नोदभवत् +नोदय +नोदयं +नोदयः +नोदयति +नोदयते +नोदयामास +नोदयामासुः +नोदयिता +नोदरं +नोदरे +नोदात्तोपदेशस्य +नोदात्तोपदेशस्येति +नोदाहरणम् +नोदाहरति +नोदाहरेदस्य +नोदाहार्यम् +नोदाहृतं +नोदाहृतः +नोदाहृतम् +नोदाहृता +नोदाहृताः +नोदाह्रियते +नोदितं +नोदितः +नोदितम् +नोदिता +नोदिताः +नोदिते +नोदितो +नोदियात् +नोदे +नोदेति +नोदेतीति +नोदेष्यति +नोद् +नोद्दिष्टं +नोद्धतं +नोद्धृतं +नोद्भवति +नोद्भवन्ति +नोद्भावनीयम् +नोद्यच्छेत् +नोद्यतः +नोद्यते +नोद्यन्ति +नोद्वहेत् +नोद्वहेत्कपिलां +नोद्वाहिकेषु +नोद्विग्नं +नोद्विग्ना +नोद्विजते +नोद्विजन्ते +नोद्विजेत् +नोद्विजेत्प्राप्य +नोद्वेगं +नोद्वेगः +नोद्वेजयति +नोधः +नोधस +नोधा +नोधाः +नोन +नोनं +नोना +नोनाव +नोनुम +नोनुमः +नोनुमो +नोनुमोऽदुग्धा +नोनुमोऽभि +नोनोति +नोन्नतं +नोन्मत्तो +नोन्मूलयति +नोन्मूलयेयुर्यतः +नोप +नोपकरणे +नोपकल्पते +नोपकारं +नोपकारः +नोपकारकम् +नोपकाराय +नोपकारेण +नोपकुर्वन्ति +नोपगच्छति +नोपगच्छेत् +नोपचक्रमुः +नोपचारः +नोपचारेण +नोपचीयते +नोपजगाम +नोपजनं +नोपजायते +नोपजायन्ते +नोपजायेत +नोपजिघ्रेत् +नोपतापाय +नोपतिष्ठति +नोपतिष्ठते +नोपतिष्ठन्ति +नोपतिष्ठन्ते +नोपतिष्ठेत +नोपदध्यात् +नोपदिशामि +नोपदिश्यते +नोपदिष्टो +नोपदेशः +नोपदेशेन +नोपदेशो +नोपद्रवं +नोपध +नोपधः +नोपधात्थफान्ताद्वा +नोपधाया +नोपधायाः +नोपनमति +नोपनमेच् +नोपनमेत् +नोपन्यस्तम् +नोपप +नोपपत्स्यते +नोपपद्यत +नोपपद्यते +नोपपद्यन्त +नोपपद्यन्ते +नोपपद्येत +नोपपद्येते +नोपपद्येतेति +नोपपन्न 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+नोऽवन्तु +नोऽविता +नोऽविषत् +नोऽश्मा॑ +नोऽष्टौ +नोऽसि +नोऽसुरः +नोऽस्ति +नोऽस्तु +नोऽस्त्विति +नोऽस्मदर्थं +नोऽस्मदीयं +नोऽस्मभ्यं +नोऽस्माकं +नोऽस्माकमघं +नोऽस्माकमध्वरं +नोऽस्माकमायूंषि +नोऽस्माकमिदं +नोऽस्माकमिमं +नोऽस्माकम् +नोऽस्मानतिक्रम्यान्येभ्यो +नोऽस्मानवन्तु +नोऽस्मान् +नोऽस्मान्प्रति +नोऽहिर्बुध्न्यः +नो॑ +नो॑ऽवन्तु +नो॑ऽवन्तु॒ +नो॒ +नो॒धाः +नो॒नु॒मः॒ +नो꣡वा꣯र꣢मत्ये꣯ष्य +नो꣢ +नो꣢꣯अ꣡द्रिवाः +नो꣣ +नौ +नौः +नौकया +नौकर +नौकरी +नौकर्णधाराश्च +नौका +नौकां +नौकाः +नौकाओं +नौकादण्डः +नौकादलस्य +नौकादि +नौकानां +नौकानिस्थानं +नौकाम् +नौकाया +नौकायां +नौकायाः +नौकायानं +नौकायानक्रीडा +नौकायानम् +नौकायानेन +नौकायाम् +नौकाविहारः +नौकासु +नौगृहम् +नौचिती +नौति +नौद्विपैस्तथा +नौद्व्यचष्ठन् +नौधस +नौधसं +नौधसम् +नौधसस्य +नौधसस्यर्क्षु +नौधसे +नौभिः +नौभूतः +नौभ्याम् +नौमि +नौयानं +नौयानम् +नौयानस्य +नौरचरद्धिरण्यबन्धना +नौरिति +नौरियं +नौरिव +नौरिवाम्भसि +नौरिवार्णवे +नौर् +नौर्जले +नौर्यथा +नौल +नौलिः +नौली +नौवयोधर्म +नौवाटक +नौविमानादिविद्याविषयः +नौशाद +नौशादः +नौशादस्य +नौश्च +नौषधं +नौषधानि +नौषधैर्विना +नौषु +नौसेना +नौसेनायाः +नौस्थस्य +नौस्थो +नौ॑ +नौ॒ +न् +न्éणां +न्îअम +न्ःणां +न्कृत्वा +न्गौ +न्च +न्छ +न्जौ +न्त +न्तं +न्तः +न्तकः +न्तकम् +न्ततः +न्ततो +न्तत्वात् +न्तथा +न्तमाह +न्तम् +न्तयत् +न्तया +न्तयेत् +न्तयोः +न्तर +न्तरं +न्तरः +न्तरमपि +न्तरमाह +न्तरमिति +न्तरमेव +न्तरम् +न्तरस्य +न्तरा +न्तराणां +न्तराणि +न्तरात् +न्तराभावात् +न्तराले +न्तरिः +न्तरिक्षे +न्तरे +न्तरेण +न्तरेति +न्तरेषु +न्तरेऽपि +न्तर्गत +न्तर्गतं +न्तर्गते +न्तले +न्तव्यः +न्तव्यम् +न्तश्च +न्तस्य +न्ता +न्तां +न्ताः +न्तात् +न्तादिति +न्तादेशः +न्तानां +न्तानि +न्तान् +न्ति +न्तिः +न्तिकम् +न्तिका +न्तिके +न्तितं +न्तितम् +न्तिनः +न्ती +न्तीं +न्तीति +न्तीत्यर्थः +न्तु +न्तुं +न्ते +न्तेन +न्तेषु +न्तेऽपि +न्तो +न्तौ +न्त्य +न्त्यः +न्त्यम् +न्त्या +न्त्येव +न्त्र +न्त्रं +न्त्राणि +न्त्रेण +न्त्व +न्त्वा॒ +न्त्विति +न्थ +न्थः +न्थस्य +न्था +न्द +न्दं +न्दः +न्दति +न्दते +न्दने +न्दसः +न्दसि +न्दस्य +न्दा +न्दि +न्दिने +न्दी +न्दु +न्दृष्ट्वा +न्दे +न्दे॒वा +न्दो +न्द्र +न्द्रं +न्द्रः +न्द्रस्य +न्द्रा +न्द्राः +न्द्राग्नी +न्द्राणां +न्द्राय +न्द्रा॒ग्नो +न्द्रि +न्द्रिका +न्द्रिय +न्द्रियं +न्द्रियः +न्द्रियस्य +न्द्रियाः +न्द्रियाणां +न्द्रियाणि +न्द्रियेण +न्द्रियो +न्द्रे +न्द्रेण +न्द्रो +न्ध +न्धं +न्धः +न्धनं +न्धयः +न्धश्च +न्धस्य +न्धा +न्धात् +न्धि +न्धिः +न्धिनि +न्धिनी +न्धी +न्धीगवे +न्धु +न्धे +न्धेन +न्धो +न्न +न्नं +न्नः +न्नकृत्रिमसमुल्लसत्पुलककम्पबाष्पानुगः +न्नता +न्नपि +न्नम् +न्नरः +न्नर्थे +न्नस्य +न्ना +न्नात्र +न्नानि +न्नायं +न्नाह +न्ना॒दो +न्नि +न्निति +न्नित्यं +न्नित्यर्थः +न्निधौ +न्निव +न्नु +न्नृपः +न्ने +न्नेति +न्नेन +न्नेव +न्नेष +न्नैव +न्नो +न्प +न्प्रति +न्ब्स्प्॑ +न्ब्स्प्॑िति +न्भवति +न्म +न्मते +न्मध्ये +न्मनः +न्मनि +न्मन्त्रं +न्मन्ये +न्मम +न्मया +न्मा +न्मातः +न्माता +न्मानं +न्मुक्तो +न्मूलं +न्म् +न्य +न्यं +न्यंकुः +न्यंकुमती +न्यंकुमत्यास्तटे +न्यः +न्यकरोद् +न्यका +न्यकृन्तत +न्यक् +न्यक्करणे +न्यक्करोति +न्यक्कार +न्यक्कारं +न्यक्कारः +न्यक्कारो +न्यक्कृतं +न्यक्कृता +न्यक्कृत्य +न्यक्तं +न्यक्तपति +न्यक्तमिह +न्यक्तम् +न्यक्रमीत् +न्यक्रामत् +न्यक्ष +न्यक्षं +न्यक्षिपत् +न्यक्षेण +न्यखनन् +न्यगदत् +न्यगादीः +न्यगादीत् +न्यग्ने +न्यग्भवनं +न्यग्भावं +न्यग्भावना +न्यग्भावे +न्यग्भूतं +न्यग्भूता +न्यग्रो +न्यग्रोध +न्यग्रोधं +न्यग्रोधः +न्यग्रोधपरिमण्डलः +न्यग्रोधपरिमण्डला +न्यग्रोधपरिमण्डलाः +न्यग्रोधबीजस्थः +न्यग्रोधमूले +न्यग्रोधमेकं +न्यग्रोधशब्दः +न्यग्रोधशायी +न्यग्रोधश्च +न्यग्रोधस्य +न्यग्रोधा +न्यग्रोधादि +न्यग्रोधादिकषायेण +न्यग्रोधादिर्गणो +न्यग्रोधाय +न्यग्रोधारामं +न्यग्रोधारामे +न्यग्रोधाश्वत्थकिंशुकान् +न्यग्रोधी +न्यग्रोधे +न्यग्रोधेन +न्यग्रोधैश्च +न्यग्रोधो +न्यग्रोधोदुम्बराश्वत्थ +न्यग्रोधोपि +न्यग्रोधौ +न्यङ् +न्यङ्कसारिणी +न्यङ्कावभितो +न्यङ्काविति +न्यङ्काव् +न्यङ्कु +न्यङ्कुः +न्यङ्कुसारिणी +न्यङ्क्ते +न्यङ्क्वादित्वात् +न्यङ्ग +न्यङ्गं +न्यङ्गः +न्यङ्गमनु +न्यङ्गसंयुतम् +न्यङ्गो +न्यङ्स्वरौ +न्यच्छं +न्यज्य +न्यञ्च +न्यञ्चं +न्यञ्चति +न्यञ्चि +न्यञ्चौ +न्यत +न्यतः +न्यतरस्य +न्यतरस्यां +न्यतरस्याम् +न्यता +न्यते +न्यतो +न्यत् +न्यत्र +न्यत्रापि +न्यत्रिणम् +न्यत्वं +न्यत्वे +न्यथा +न्यथेति +न्यदधत +न्यदधात् +न्यदधुः +न्यदर्शयत् +न्यदा +न्यधंदे +न्यधत्त +न्यधाः +न्यधात् +न्यधापयत् +न्यधायि +न्यधित +न्यधी +न्यधीयत +न्यधुः +न्यधुश्च +न्यन +न्यनैषं +न्यनैषीः +न्यन्तः +न्यन्ते +न्यन्य +न्यन्यं +न्यन्यानि +न्यपतं +न्यपतच्च +न्यपतत् +न्यपतत्स +न्यपतद् +न्यपतद्भुवि +न्यपतद्भूमौ +न्यपतन् +न्यपति +न्यपातयत +न्यपातयत् +न्यपातयन् +न्यपि +न्यपीडयत् +न्यप्लवत +न्यभ्युपविषु +न्यम +न्यमज्जत +न्यमज्जत् +न्यमज्जयत् +न्यमन्त्रयत +न्यमन्त्रयत् +न्यमाङ्क्षीत् +न्यमार्ट् +न्यमिति +न्यमीलयत +न्यमीलयत् +न्यम् +न्यय +न्ययनं +न्ययनम् +न्यया +न्ययुंक्त +न्ययुक्त +न्ययुङ्क्त +न्ययुङ्ग +न्ययेन +न्ययो +न्ययोजयत +न्ययोजयत् +न्यय॑नं +न्यरुन्धां +न्यरुन्धाः +न्यरूपयत् +न्यरूपयन् +न्यरूपि +न्यरूप्यत +न्यरूरुपत् +न्यरौत्सीत् +न्यर्गच्छत् +न्यर्णः +न्यर्थात् +न्यर्पयतं +न्यर्बुदं +न्यर्बुदधा +न्यर्बुदम् +न्यर्बुदाय +न्यर्बुदे +न्यर्वता +न्यलिप्सत +न्यलीयत +न्यवदेयत् +न्यवधि +न्यवधीत् +न्यवर्तत +न्यवर्तन्त +न्यवर्तयत +न्यवर्तयत् +न्यवर्तयन् +न्यवर्त्तत +न्यवसं +न्यवसंस्तत्र +न्यवसः +न्यवसत् +न्यवसत्तत्र +न्यवसत्तदा +न्यवसत्सुखम् +न्यवसद् +न्यवसन् +न्यवसन्त +न्यवात्सीत् +न्यवारयत +न्यवारयत् +न्यवारयन् +न्यविक्षत +न्यविशत +न्यविशन्त +न्यवीविशत् +न्यवे +न्यवेदयच्च +न्यवेदयत +न्यवेदयत् +न्यवेदयदमेयात्मा +न्यवेदयद् +न्यवेदयन् +न्यवेदयन्त +न्यवेदयम् +न्यवेदि +न्यवेशयत +न्यवेशयत् +न्यवेशयन् +न्यवेशयम् +न्यवेशि +न्यवेश्यत +न्यश्च +न्यश्विना +न्यषद +न्यषादयत् +न्यषादयद् +न्यषिच्यत +न्यषिध्यत +न्यषीदच्च +न्यषीदत् +न्यषीदन् +न्यषेधत् +न्यषेधयत् +न्यषेधि +न्यषेधीत् +न्यषेवत +न्यस +न्यसः +न्यसतु +न्यसत् +न्यसनं +न्यसनम् +न्यसनीयम् +न्यसनीया +न्यसनेन +न्यसादयन्त +न्यसादि +न्यसित्वा +न्यसीदत् +न्यसीदन् +न्यसे +न्यसेच्च +न्यसेत +न्यसेत् +न्यसेत्क्रमात् +न्यसेत्ततः +न्यसेत्तत्र +न्यसेत्तथा +न्यसेत्तु +न्यसेत्पात्रं +न्यसेत्पादं +न्यसेथ् +न्यसेदिति +न्यसेदित्यर्थः +न्यसेदुपरि +न्यसेदेकं +न्यसेद् +न्यसेद्देवं +न्यसेद्देवस्य +न्यसेद्देवि +न्यसेद्धरिम् +न्यसेद्धीमान् +न्यसेद्बुध +न्यसेद्बुधः +न्यसेद्वा +न्यसेद्विष्णुं +न्यसेन् +न्यसेन्मध्ये +न्यसेन्मन्त्री +न्यस्त +न्यस्तं +न्यस्तः +न्यस्तदण्डा +न्यस्तदण्डानां +न्यस्तदेहा +न्यस्तमुपले +न्यस्तमुसले +न्यस्तम् +न्यस्तवान् +न्यस्तव्यं +न्यस्तव्या +न्यस्तव्याः +न्यस्तशस्त्रं +न्यस्तशस्त्रा +न्यस्तशस्त्राः +न्यस्तशस्त्रे +न्यस्तशस्त्रो +न्यस्तशस्त्रौ +न्यस्तस्य +न्यस्तहस्तः +न्यस्ता +न्यस्तां +न्यस्ताः +न्यस्ताक्षरा +न्यस्तात्मत्वात् +न्यस्तानां +न्यस्तानि +न्यस्तायां +न्यस्ते +न्यस्तेति +न्यस्तेन +न्यस्तेयं +न्यस्तेषु +न्यस्तैः +न्यस्तो +न्यस्तौ +न्यस्त्वा +न्यस्य +न्यस्यतया +न्यस्यता +न्यस्यतां +न्यस्यति +न्यस्यतु +न्यस्यते +न्यस्यन्ति +न्यस्यन्ते +न्यस्या +न्यस्याः +न्यस्याथ +न्यस्यास्त्राणि +न्यस्ये +न्यस्येति +न्यस्येत् +न्यस्येद् +न्यस्यैवं +न्यस्योक्ता +न्यहं +न्यहनत् +न्यहन् +न्य़्णां +न्या +न्यां +न्याः +न्याः꣡पिता꣢꣯नहिषस्यप +न्याचं +न्याचुरल् +न्यात् +न्यादः +न्यादि +न्यादौ +न्यानां +न्यानि +न्यानेन +न्यान् +न्याम् +न्याय +न्यायं +न्यायः +न्यायकणिका +न्यायकणिकायाम् +न्यायकन्दली +न्यायकारी +न्यायकुसुमाञ्जलिः +न्यायकुसुमाञ्जली +न्यायकुसुमाञ्जलौ +न्यायगम्यं +न्यायत +न्यायतः +न्यायतत्त्वं +न्यायतश्च +न्यायतस्त्वं +न्यायतो +न्यायत्वात् +न्यायदर्शन +न्यायदर्शनं +न्यायदर्शनम् +न्यायदर्शनस्य +न्यायदर्शने +न्यायदीपावलिः +न्यायन +न्यायनये +न्यायपरिशुद्धौ +न्यायपालिका +न्यायपूर्वकं +न्यायपूर्वकम् +न्यायप्रवृत्तस्य +न्यायप्राप्तत्वात् +न्यायप्राप्ता +न्यायबिन्दुः +न्यायबिन्दुटीकायां +न्यायबीजानां +न्यायभाष्यम् +न्यायभाष्ये +न्यायभेदे +न्यायमकरन् +न्यायमकरन्द +न्यायमकरन्दं +न्यायमकरन्दः +न्यायमकरन्दे +न्यायमकरन्दै +न्यायमञ्जरी +न्यायमञ्जर्याम् +न्यायमतसिद्धे +न्यायमते +न्यायमतेऽपि +न्यायमनुसृत्य +न्यायमन्त्रालयः +न्यायमपवदते +न्यायमवतारयन्ति +न्यायमार्गेण +न्यायमाश्रित्य +न्यायमाह +न्यायमिति +न्यायमूर्तिः +न्यायमेव +न्यायम् +न्यायम्‌ +न्याययुक्त +न्याययुक्तं +न्यायरत्नमाला +न्यायललावती +न्यायला +न्यायलालावतीकण्ठाभरणम् +न्यायलीला +न्यायलीलाबतीप्रकाशः +न्यायलीलावत +न्यायलीलावतकण्ठाभरण +न्यायलीलावतकण्ठाभरणम् +न्यायलीलावतकिण्ठाभरणम् +न्यायलीलावतप्रकाशः +न्यायलीलावतप्रिकाशः +न्यायलीलावती +न्यायलीलावतीकण्टाभरणम् +न्यायलीलावतीकण्ठा +न्यायलीलावतीकण्ठाभरण +न्यायलीलावतीकण्ठाभरणम् +न्यायलीलावतीकण्ठामरण +न्यायलीलावतीप्रकाश +न्यायलीलावतीप्रकाशः +न्यायलीलावतीप्रकाशविकृतिः +न्यायलीलावतीप्रकाशविवृतिः +न्यायलोलावतीकण्ठाभरणम् +न्यायवर्तिनः +न्यायवादिनः +न्यायवादिवृत्तिम् +न्यायवादी +न्यायवार्तिकतात्पर्यटीकायां +न्यायवार्तिके +न्यायवार्त्तिकतात्पर्यटीका +न्यायवार्त्तिकतात्पर्यटीकायां +न्यायवार्त्तिकम् +न्यायवित्समयः +न्यायविद +न्यायविदः +न्यायविदां +न्यायविदो +न्यायविद्भिः +न्यायविद्या +न्यायविरुद्धं +न्यायविरोधात् +न्यायविवरणम् +न्यायविवरणे +न्यायविशेषः +न्यायविस्तरः +न्यायविस्तरे +न्यायवृत्तं +न्यायवृत्ता +न्यायवृत्तिं +न्यायव्यवस्था +न्यायशब्दे +न्यायशास्त्र +न्यायशास्त्रं +न्यायशास्त्रम् +न्यायशास्त्रस्य +न्यायशास्त्रे +न्यायश्च +न्यायसङ्गतं +न्यायसभायाः +न्यायसिद्ध +न्यायसिद्धं +न्यायसिद्धः +न्यायसिद्धमेव +न्यायसिद्धम् +न्यायसिद्धा +न्यायसिद्धान्तः +न्यायसिद्धान्तमुक्तावली +न्यायसिद्धान्ते +न्यायसिद्धे +न्यायसुधा +न्यायसूत्र +न्यायसूत्रभाष्यम् +न्यायसूत्रम् +न्यायसूत्राणां +न्यायसूत्राणि +न्यायसूत्रे +न्यायस्तु +न्यायस्य +न्यायस्येति +न्याया +न्यायाः +न्यायागतं 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+न॑रो +न॑वन्ते +न॑व॒तिं +न॑श्य +न॑स्तत॒स्रे +न॑स्तो॒के +न॒ +न॒ः +न॒खेभ्यः॑ +न॒दं +न॒दस्य॑ +न॒दीनां॒ +न॒दीना॑म् +न॒दीषु॑ +न॒दीष्वा +न॒द्यः॑ +न॒द्यो॑ +न॒ना +न॒नु +न॒पा॒तः॒ +न॒पा॒त् +न॒मे॒ +न॒म॒न्ता॒म् +न॒म॒न्त॒ +न॒म॒स्यः॑ +न॒म॒स्विनः॑ +न॒य॒ +न॒य॒ति॒ +न॒य॒तु॒ +न॒य॒त् +न॒य॒त॒ +न॒य॒न्ति॒ +न॒रः॒ +न॒रां +न॒राम् +न॒रा॒ +न॒र्माय॑ +न॒व॒तिम् +न॒व॒न्ते॒ +न॒व॒न्त॒ +न॒श्चनः॑ +न॒श्शोशु॑चद॒घम् +न॒श॒त् +न॒श॒न्त॒ +न॒ष्टं +न॒ष्टम् +न॒स्तार्क्ष्यो॒ +न॒स्त्वं +न॒स्त्वम् +न॒स्त्वष्टा॑ +न॒स॒न्त॒ +न॒हि +न॒ही +न᳘तु᳘त᳘द्द्विती᳘यमस्ति +न᳘मेऽब्रवीदि᳘ति +न᳘वा᳘अरे +न᳘वे᳘द +न꣡ +न꣡जा꣯तमष्ट꣢रो꣡꣯दसी꣢꣯ +न꣡मः꣢꣯ +न꣡रः꣢꣯ +न꣢ +न꣢च्च꣣स꣤स्ना꣥इ +न꣢꣫ +न꣢꣯ +न꣣ +ऩ +प +पं +पंक +पंकं +पंकज +पंकजं +पंकजम् +पंकजानि +पंकजे +पंकजैः +पंकजोदयम् +पंकस्य +पंकिलः +पंकिलो +पंके +पंक्तयः +पंक्ति +पंक्तिं +पंक्तिः +पंक्तिपावनः +पंक्तिपावनाः +पंक्तिम् +पंक्तियाँ +पंक्तियों +पंक्तिरिन्द्रः +पंक्तिरेव +पंक्तिर् +पंक्तिशः +पंक्तिश् +पंक्तिश्छंदः +पंक्तिश्छन्दः +पंक्तिषु +पंक्तौ +पंक्त्या +पंख +पंखों +पंगु +पंगुः +पंगुत्वं +पंच +पंचक +पंचकं +पंचकम् 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+पंचविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः +पंचविंशोऽध्यायः +पंचविधं +पंचविशति +पंचशतं +पंचशतानि +पंचशिखस्तथा +पंचषष्टितमोऽध्यायः +पंचसप्ततितमोऽध्यायः +पंचसहस्राणि +पंचसु +पंचस्वेतेषु +पंचा +पंचांग +पंचांगं +पंचांगुलं +पंचांबराणि +पंचांशं +पंचाक्षरं +पंचाक्षरस्य +पंचाक्षरी +पंचाक्षरीं +पंचाक्षरेण +पंचात्मकं +पंचानन्तर्याणि +पंचानां +पंचानामपि +पंचापि +पंचामृत +पंचामृतं +पंचामृतानां +पंचामृतेन +पंचामृतैः +पंचाल +पंचाशच्च +पंचाशत् +पंचाशत्कोटियोजनम् +पंचाशत्तमोऽध्यायः +पंचाशीतितमोऽध्यायः +पंचास्यो +पंचैते +पंचैव +पंच॑ +पंच॒ +पंजरं +पंजरम् +पंजरव्यासं +पंजरव्यासमेकांशं +पंजरस्य +पंजरे +पंजाब +पंजाबी +पंडित +पंडितं +पंडितः +पंडितजन +पंडिता +पंडिताः +पंडितानां +पंडितैः +पंडितो +पंडितों +पंडितोंने +पंडितोऽपि +पंत +पंति +पंथ +पंथा +पंथां॒ +पंथाः +पंथानं +पंथानः +पंप +पंपा +पंसनीया +पंसयति +पः +पअ +पअच्छ +पइ +पइणा +पइणो +पई +पउत्तो +पए +पओओ +पओट्ठं +पओट्ठे +पक +पकं +पकः +पकड +पकड़ +पकड़कर +पकड़ता +पकड़ने +पकड़ा +पकड़े +पकता +पकत्वं +पकम् +पकरणं +पकरोति +पकस्य +पका +पकाः +पकाता +पकानां +पकानि +पकाने +पकार 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+पक्षदलेऽभ्युदेति +पक्षद्वय +पक्षद्वयं +पक्षद्वयनिरूपणम् +पक्षद्वयमपि +पक्षद्वयम् +पक्षद्वयस्य +पक्षद्वयस्यापि +पक्षद्वयात्मकः +पक्षद्वये +पक्षद्वयेन +पक्षद्वयेपि +पक्षद्वयेऽपि +पक्षद्वयेऽप्युपपत्तावीश्वर +पक्षद्वयोपस्थापकं +पक्षद्वारं +पक्षद्वारकम् +पक्षद्वारम् +पक्षधर +पक्षधरः +पक्षधरमिश्रः +पक्षधर्म +पक्षधर्मः +पक्षधर्मतया +पक्षधर्मता +पक्षधर्मताज्ञानं +पक्षधर्मताबलात् +पक्षधर्मताबलेन +पक्षधर्मताया +पक्षधर्मत्वं +पक्षधर्मत्वम् +पक्षधर्मस्य +पक्षधर्मो +पक्षनिक्षेपात् +पक्षनिर्देशः +पक्षपर्येषणं +पक्षपात +पक्षपातं +पक्षपातः +पक्षपातरहित +पक्षपातस्य +पक्षपातिता +पक्षपातिनः +पक्षपातिनी +पक्षपाती +पक्षपाते +पक्षपातेन +पक्षपातो +पक्षपुच्छानि +पक्षपुच्छेषु +पक्षपुटेन +पक्षप्रतिपक्षपरिग्रह +पक्षप्रतिपक्षपरिग्रहः +पक्षप्रतिपक्षपरिग्रहो +पक्षप्रतिपक्षाभ्यामर्थावधारणं +पक्षप्रतिपक्षाभ्याम् +पक्षप्रतिपक्षौ +पक्षप्रतिषेधे +पक्षप्रद्योतकौ +पक्षभेदे +पक्षम +पक्षमण्डलमण्डितम् +पक्षमन्यतरं +पक्षमपि +पक्षमा +पक्षमात्रं +पक्षमाश्रिताः +पक्षमाश्रित्य +पक्षमाह +पक्षमिति +पक्षमिव +पक्षमूलं +पक्षमूलम् +पक्षमें +पक्षमेकं +पक्षमेव +पक्षम् +पक्षम्‌ +पक्षयति +पक्षयित्वा +पक्षयो +पक्षयोः +पक्षयोरपि +पक्षयोरुभयोरपि +पक्षयोरुभयोरपीति +पक्षयोर् +पक्षयोर्द्वयोः +पक्षयोर्माघमासस्य +पक्षयोश्च +पक्षयोस्तु +पक्षवचनं +पक्षवचने +पक्षवञ्चितकौ +पक्षवधं +पक्षवन्तः +पक्षवर्द्धिनी +पक्षवर्धिनी +पक्षवातेन +पक्षवानिव +पक्षवान् +पक्षविदो +पक्षव्यावृत्तिः +पक्षश्च +पक्षसः +पक्षसा +पक्षसि +पक्षसी +पक्षस्तत्र +पक्षस्तदा +पक्षस्तस्य +पक्षस्तु +पक्षस्थितोऽपरः +पक्षस्य +पक्षस्यान्ते +पक्षस्यापि +पक्षस्येति +पक्षस्यैव +पक्षहतः +पक्षा +पक्षांते +पक्षांशं +पक्षांश्चिच्छेद +पक्षाः +पक्षाग्रयोः +पक्षाघात +पक्षाघातं +पक्षाघातः +पक्षाघातिनं +पक्षाघातेन +पक्षाघातो +पक्षाणां +पक्षाणाम् +पक्षाणि +पक्षात् +पक्षात्तिः +पक्षात्‌ +पक्षादन्यत्र +पक्षादि +पक्षादिः +पक्षादीनां +पक्षादूर्ध्वं +पक्षादेः +पक्षादौ +पक्षाद् +पक्षाद्वा +पक्षान् +पक्षान्त +पक्षान्तं +पक्षान्तर +पक्षान्तरं +पक्षान्तरकथनं +पक्षान्तरपरिग्रहे +पक्षान्तरमपि +पक्षान्तरमाह +पक्षान्तरमाहुः +पक्षान्तरमित्यर्थः +पक्षान्तरम् +पक्षान्तरस्य +पक्षान्तरे +पक्षान्तरेण +पक्षान्तरेऽपि +पक्षान्ते +पक्षान्तौ +पक्षाभास +पक्षाभासा +पक्षाभ्यां +पक्षाभ्याम् +पक्षाय +पक्षार्धं +पक्षावजरौ +पक्षाविति +पक्षाविव +पक्षावुभौ +पक्षावेतावभितो +पक्षाव् +पक्षाश्च +पक्षासिद्धिर्यत्र +पक्षास्तु +पक्षि +पक्षिकीटसरीसृपाः +पक्षिगण +पक्षिगणा +पक्षिगणाः +पक्षिगणान् +पक्षिजग्धं +पक्षिजातयः +पक्षिजातिः +पक्षिजातिषु +पक्षिजातौ +पक्षिण +पक्षिणं +पक्षिणः +पक्षिणमिव +पक्षिणम् +पक्षिणश्च +पक्षिणश्चान्ये +पक्षिणश्चापि +पक्षिणश्चैव +पक्षिणस्तत्र +पक्षिणस्तथा +पक्षिणस्तु +पक्षिणस्ते +पक्षिणा +पक्षिणां +पक्षिणाञ्च +पक्षिणाञ्चैव +पक्षिणामपि +पक्षिणाम् +पक्षिणि +पक्षिणी +पक्षिणीं +पक्षिणीः +पक्षिणीव +पक्षिणे +पक्षिणो +पक्षिणोऽपि +पक्षिणौ +पक्षित्वं +पक्षिधाम +पक्षिन् +पक्षिपक्षे +पक्षिभि +पक्षिभिः +पक्षिभिर् +पक्षिभिश्च +पक्षिभिश्चैव +पक्षिभेदः +पक्षिभेदे +पक्षिभ्यः +पक्षिभ्यां +पक्षिमत्स्यमृगान् +पक्षिमत्स्यान् +पक्षिमात्रे +पक्षिमृगतां +पक्षियो +पक्षियों +पक्षिराज +पक्षिराजं +पक्षिराजः +पक्षिराजस्य +पक्षिराजाय +पक्षिराजेन +पक्षिराजो +पक्षिराट् +पक्षिराडिव +पक्षिरूपं +पक्षिरूपेण +पक्षिल +पक्षिवत् +पक्षिवाहनः +पक्षिविशेष +पक्षिविशेषः +पक्षिविशेषस्य +पक्षिविशेषा +पक्षिविशेषाः +पक्षिविशेषे +पक्षिविशेषो +पक्षिविशेषौ +पक्षिषु +पक्षिसत्तम +पक्षिसत्तमौ +पक्षी +पक्षीकरणे +पक्षीकर्तुमशक्यत्वात् +पक्षीकर्तुमिति +पक्षीकृतत्वात् +पक्षीकृतस्य +पक्षीकृते +पक्षीकृत्य +पक्षीक्रियते +पक्षीति +पक्षीन्द्र +पक्षीन्द्रं +पक्षीन्द्रः +पक्षीन्द्रसत्तम +पक्षीन्द्राय +पक्षीय +पक्षीव +पक्षीश +पक्षीशो +पक्षे +पक्षेअहं +पक्षेण +पक्षेणाग्नेः +पक्षेणेति +पक्षेतर +पक्षेतरत्वात् +पक्षेतरत्वे +पक्षेति +पक्षेन +पक्षेपक्षे +पक्षेषु +पक्षेऽण् +पक्षेऽपि +पक्षेऽभ्यनुज्ञायते +पक्षेो +पक्षै +पक्षैः +पक्षैकं +पक्षैकदेशे +पक्षो +पक्षों +पक्षोपवासी +पक्षोभिः +पक्षोऽपि +पक्षोऽयं +पक्षोऽस्य +पक्षौ +पक्ष्म +पक्ष्मकोपः +पक्ष्मणश्च +पक्ष्मणा +पक्ष्मणां +पक्ष्मणी +पक्ष्मन् +पक्ष्मभिः +पक्ष्मभ्यः +पक्ष्मरोमाणि +पक्ष्मलदृशां +पक्ष्मलाक्ष्या +पक्ष्मलाक्ष्याः +पक्ष्मशातं +पक्ष्मसु +पक्ष्माणि +पक्ष्य +पक्ष्यः +पक्ष्यति +पक्ष्यतीति +पक्ष्यते +पक्ष्यन्ते +पक्ष्यहिप्रेष्यनाम्नीं +पक्ष्या +पक्ष्यादीनां +पक्ष्यामि +पक्ष्ये +पख +पखेरू +पग +पगड़ी +पगडे +पगम +पगमात् +पगमे +पगमेन +पगम्यते +पगा +पगे +पगों +पग्निरुवाच +पङक्ति +पङक्तिः +पङ् +पङ्क +पङ्कं +पङ्कः +पङ्कच्छिदः +पङ्कज +पङ्कजं +पङ्कजः +पङ्कजकोशयोः +पङ्कजनाभये +पङ्कजनाभाय +पङ्कजनिकर्तृ +पङ्कजनिकर्तृत्वेन +पङ्कजनेत्राय +पङ्कजपदं +पङ्कजमिति +पङ्कजम् +पङ्कजवत् +पङ्कजवने +पङ्कजशब्दवत् +पङ्कजस्य +पङ्कजा +पङ्कजाक्ष +पङ्कजाक्षः +पङ्कजाक्षी +पङ्कजाक्ष्यः +पङ्कजातं +पङ्कजादि +पङ्कजादिवत् +पङ्कजानां +पङ्कजानि +पङ्कजान्येव +पङ्कजासने +पङ्कजिनी +पङ्कजिनीवधूनां +पङ्कजे +पङ्कजेषु +पङ्कजै +पङ्कजैः +पङ्कजैरिव +पङ्कतां +पङ्कतामेत्य +पङ्कताम् +पङ्कदिग्धेव +पङ्कम् +पङ्कयः +पङ्कस्य +पङ्कात् +पङ्कि +पङ्किः +पङ्किलं +पङ्किलः +पङ्किला +पङ्किले +पङ्के +पङ्केन +पङ्केरुहं +पङ्को +पङ्कोऽस्त्री +पङ्कौ +पङ्क्तः +पङ्क्तयः +पङ्क्तयश् +पङ्क्तयो +पङ्क्ति +पङ्क्तिं +पङ्क्तिः +पङ्क्तिचतुष्टयेन +पङ्क्तिच्छन्दः +पङ्क्तितः +पङ्क्तित्रयं +पङ्क्तिदूषकः +पङ्क्तिदूषकाः +पङ्क्तिद्वयं +पङ्क्तिपावन +पङ्क्तिपावनः +पङ्क्तिपावनपावनः +पङ्क्तिपावनाः +पङ्क्तिपावनो +पङ्क्तिबद्धेन्द्रियपशुं +पङ्क्तिभिः +पङ्क्तिभ्यां +पङ्क्तिम् +पङ्क्तियुग्मेन +पङ्क्तिरथः +पङ्क्तिरादिरस्य +पङ्क्तिराधसं +पङ्क्तिरिति +पङ्क्तिरेव +पङ्क्तिरेषा +पङ्क्तिर् +पङ्क्तिर्वा +पङ्क्तिर्वै +पङ्क्तिर्ह +पङ्क्तिशंसं +पङ्क्तिशः +पङ्क्तिश् +पङ्क्तिश्च +पङ्क्तिश्छन्द +पङ्क्तिश्छन्दः +पङ्क्तिश्छन्दो +पङ्क्तिषु +पङ्क्तिस् +पङ्क्तिस्तस्याः +पङ्क्ती +पङ्क्तीः +पङ्क्तीनां +पङ्क्तीशं +पङ्क्ते +पङ्क्तेः +पङ्क्तौ +पङ्क्त्यङ्कः +पङ्क्त्यन्तम् +पङ्क्त्या +पङ्क्त्यां +पङ्क्त्याहुत्या +पङ्क्त्युत्तरा +पङ्क्त्यै +पङ्क्त्यौ +पङ्ग +पङ्गवः +पङ्गवो +पङ्गि +पङ्गिः +पङ्गु +पङ्गुं +पङ्गुः +पङ्गुता +पङ्गुतां +पङ्गुत्वं +पङ्गुरपि +पङ्गुरेव +पङ्गूः +पङ्गोः +पङ्गोश्च +पङ्गौ +पङ्ग्वन्धवत् +पङ्च +पङ्चमे +पङ्‌क्तिः +पङ्‌क्तित्रयं +पङ्‌क्तिद्वयं +पङ्‌क्त्या +पच +पचं +पचः +पचक +पचत +पचतं +पचतः +पचतकि +पचतभृज्जता +पचतम् +पचता +पचताम् +पचति +पचतिः +पचतिकल्पं +पचतिकल्पम् +पचतितमाम् +पचतितरां +पचतितराम् +पचतिपचति +पचतिरूपम् +पचती +पचतीति +पचतीतिवत् +पचतीत्यत्र +पचतीत्यर्थः +पचतीत्यस्य +पचतीत्यादावपि +पचतीत्यादि +पचतीत्यादौ +पचतीत्युक्ते +पचतीत्य् +पचतीव +पचतु +पचते +पचतेः +पचतेर्भावः +पचतैर् +पचतो +पचत् +पचत्यन्नं +पचत्यपि +पचत्यात्मकारणात् +पचत्याशु +पचत्येव +पचत्योदनं +पचथ +पचथः +पचध्वम् +पचध्वे +पचन +पचनं +पचनः +पचनक्रिया +पचनमिति +पचनम् +पचनाग्निं +पचनाय +पचनार्थं +पचनालयम् +पचनालये +पचनी +पचने +पचन् +पचन्तं +पचन्तः +पचन्तम् +पचन्ति +पचन्ती +पचन्तीति +पचन्तीतिवत् +पचन्तु +पचन्तूखे +पचन्ते +पचन्तौ +पचन्त्यात्मकारणात् +पचन्त्याशु +पचन्त्य् +पचपच +पचप्रतीकम् +पचम +पचमः +पचमढी +पचमान +पचमानं +पचमानः +पचमानो +पचमी +पचम् +पचम्पचा +पचय +पचयः +पचलवणा +पचष् +पचसि +पचसीत्यत्रापि +पचसे +पचा +पचाति +पचादयः +पचादित्वादच् +पचादित्वादनि +पचादित्वादन् +पचादिभ्य +पचादिराकृतिगणः +पचादिषु +पचादीनां +पचादौ +पचाद्यच +पचाद्यचि +पचाद्यच् +पचाद्यच्‌ +पचाद्यजन्तः +पचाद्यजन्ताः +पचाद्यन् +पचानां +पचानि +पचाम +पचामः +पचामहे +पचामि +पचामीति +पचाम्यन्नं +पचायच् +पचारः +पचारात् +पचाव +पचावः +पचास +पचि +पचिः +पचिक्रिया +पचिरिति +पचिरेवाह +पचिवचिभ्यां +पची +पचीस +पचे +पचेः +पचेच् +पचेच्च +पचेच्चुल्ल्यां +पचेच्छनैः +पचेज् +पचेज्जले +पचेत +पचेताम् +पचेति +पचेते +पचेतेत्यादौ +पचेत् +पचेत्ततः +पचेत्तत् +पचेत्तत्तु +पचेत्तु +पचेत्तेन +पचेत्तैलं +पचेत्तैलाढकं +पचेत्तैलावशेषं +पचेत्सर्वं +पचेथे +पचेदन्नं +पचेदष्टगुणे +पचेदिति +पचेदेतत् +पचेदेवं +पचेद् +पचेद्घृतं +पचेद्घृतम् +पचेद्भिषक् +पचेद्यथावत् +पचेद्यामं +पचेन्मृद्वग्निना +पचेयुः +पचेरन् +पचेलिमं +पचेलिमा +पचेलिमानि +पचैते +पचैव +पचो +पचौरि +पचौरिवर्यः +पच् +पच्च +पच्चएण +पच्चति +पच्चीस +पच्चीसवां +पच्चीसवें +पच्छ +पच्छः +पच्छब्दः +पच्छा +पच्छिम +पच्छो +पच्छोऽर्धर्चशः +पच्य +पच्यंते +पच्यत +पच्यतां +पच्यताम् +पच्यति +पच्यते +पच्यतेऽत्र +पच्यतेऽसौ +पच्यन्त +पच्यन्तां +पच्यन्ताम् +पच्यन्ते +पच्यमान +पच्यमानं +पच्यमानः +पच्यमानम् +पच्यमानस्तु +पच्यमानस्य +पच्यमाना +पच्यमानात् +पच्यमानानां +पच्यमाने +पच्यमानेन +पच्यमानेषु +पच्यमानो +पच्यस्व +पच्यस्वेति +पच्यस्वेन्द्राय +पच्यस्व॒ +पच्यात् +पच्यादेवं +पच्याद् +पच्येत +पच्येते +पच्य॒स्वेन्द्रा॑य +पच॑ति +पच॑ते +पच॑न्ति +पछ +पछः +पछि +पछी +पछे +पज +पज़्च +पज़्चमी +पजा +पजायते +पजारो +पजि +पज्र +पज्रं 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+पञ्चगव्यपानम् +पञ्चगव्यमिदं +पञ्चगव्यमुदाहृतम् +पञ्चगव्यम् +पञ्चगव्यसहस्रैस्तु +पञ्चगव्यस्य +पञ्चगव्यहोमे +पञ्चगव्यादि +पञ्चगव्यानां +पञ्चगव्यानि +पञ्चगव्याभिषेचनम् +पञ्चगव्याभ्यां +पञ्चगव्याशनं +पञ्चगव्याहुत्या +पञ्चगव्ये +पञ्चगव्येन +पञ्चगव्यैः +पञ्चगव्यैश्च +पञ्चगव्यैस्समभ्युक्ष्य +पञ्चगुः +पञ्चगुण +पञ्चगुणं +पञ्चगुणः +पञ्चगुणस्य +पञ्चगुणा +पञ्चगुणाः +पञ्चगुणात् +पञ्चगुणितं +पञ्चगुणे +पञ्चगुणो +पञ्चगृहीतं +पञ्चगृहीतमाज्यं +पञ्चगृहीतेन +पञ्चगोणिः +पञ्चग्रामी +पञ्चघटिका +पञ्चचत्वारिंश +पञ्चचत्वारिंशं +पञ्चचत्वारिंशः +पञ्चचत्वारिंशत् +पञ्चचत्वारिंशत्तमः +पञ्चचत्वारिंशत्तमोऽध्यायः +पञ्चचत्वारिंशदंशानां +पञ्चचत्वारिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +पञ्चचत्वारिंशदधिकशततमोऽध्यायः +पञ्चचत्वारिंशन्मुहूर्तयोगं +पञ्चचत्वारिंशी +पञ्चचत्वारिंशोऽध्यायः +पञ्चचामरः +पञ्चचामरम् +पञ्चचितिकः +पञ्चचितिकोऽग्निः +पञ्चचितीकं +पञ्चचूडा +पञ्चचूर्णैरलङ्कृतम् +पञ्चचोडा +पञ्चजन +पञ्चजनं +पञ्चजनः +पञ्चजना +पञ्चजनाः +पञ्चजनानां +पञ्चजनानाम् +पञ्चजनेभ्यो +पञ्चजनो +पञ्चजन्मसु +पञ्चज्ञानेन्द्रियाणां +पञ्चज्ञानेन्द्रियाणि +पञ्चज्यया +पञ्चत +पञ्चतः +पञ्चतक्षम् +पञ्चतक्षी +पञ्चतत्त्वं +पञ्चतत्त्वानां +पञ्चतत्त्वानि +पञ्चतत्त्वेन +पञ्चतनम् +पञ्चतन्त्र +पञ्चतन्त्रं +पञ्चतन्त्रम् +पञ्चतन्त्रस्य +पञ्चतन्त्रात् +पञ्चतन्त्रे +पञ्चतन्मात्रा +पञ्चतन्मात्राणि +पञ्चतन्मात्रेभ्यः +पञ्चतपा +पञ्चतपाः +पञ्चतपास्तु +पञ्चतया +पञ्चतयी +पञ्चतय्य +पञ्चतय्यः +पञ्चतलं +पञ्चता +पञ्चतां +पञ्चताम् +पञ्चतारं +पञ्चतारके +पञ्चतारेण +पञ्चतालं +पञ्चति +पञ्चतीर्थानि +पञ्चतीर्थी +पञ्चते +पञ्चत् +पञ्चत्रिंश +पञ्चत्रिंशं +पञ्चत्रिंशः +पञ्चत्रिंशच्च +पञ्चत्रिंशत् +पञ्चत्रिंशत्तमं +पञ्चत्रिंशत्तमः +पञ्चत्रिंशत्तमोऽध्यायः +पञ्चत्रिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +पञ्चत्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः +पञ्चत्रिंशद्भेदा +पञ्चत्रिंशद्भेदाः +पञ्चत्रिंशी +पञ्चत्रिंशे +पञ्चत्रिंशो +पञ्चत्रिंशोऽध्यायः +पञ्चत्व +पञ्चत्वं +पञ्चत्वमगमत् +पञ्चत्वमागतः +पञ्चत्वमागतम् +पञ्चत्वमागता +पञ्चत्वमागते +पञ्चत्वमाप +पञ्चत्वमापन्नः +पञ्चत्वमापन्ने +पञ्चत्वमाययौ +पञ्चत्वमायान्ति +पञ्चत्वमुपागतः +पञ्चत्वम् +पञ्चत्वात् +पञ्चत्वात्तथा +पञ्चत्वे +पञ्चद +पञ्चदर्श +पञ्चदश +पञ्चदशँ 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+पञ्चदशाह्वया +पञ्चदशी +पञ्चदशीं +पञ्चदशीञ्चैव +पञ्चदशे +पञ्चदशेति +पञ्चदशेन +पञ्चदशेऽध्याये +पञ्चदशेऽनुवाके +पञ्चदशैते +पञ्चदशैव +पञ्चदशो +पञ्चदशोक्थ्ये +पञ्चदशोत्तरम् +पञ्चदशोत्तरशततमः +पञ्चदशोत्तरशततमोऽध्यायः +पञ्चदशोऽध्याय +पञ्चदशोऽध्यायः +पञ्चदशोऽध्यायस्य +पञ्चदशौ +पञ्चदश्या +पञ्चदश्यां +पञ्चदश्याः +पञ्चदश्याञ्च +पञ्चदश्याम् +पञ्चदश्यौ +पञ्चदशꣳ +पञ्चदिनं +पञ्चदिनानि +पञ्चदीर्घं +पञ्चदुःखौघवेगां +पञ्चदेवताः +पञ्चदेवतानां +पञ्चदेवमयं +पञ्चदेवात्मकं +पञ्चद्दशतौ +पञ्चद॒शो +पञ्चधा +पञ्चधातवः +पञ्चधातु +पञ्चधात्मानं +पञ्चधापि +पञ्चधावस्थितं +पञ्चधाऽऽत्मानं +पञ्चधेति +पञ्चन +पञ्चनखः +पञ्चनखा +पञ्चनखाः +पञ्चनखान् +पञ्चनद +पञ्चनदं +पञ्चनदम् +पञ्चनदे +पञ्चनद्यः +पञ्चनवतितमः +पञ्चनवतितमी +पञ्चनवतितमोऽध्यायः +पञ्चनवत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +पञ्चनवत्यधिकशततमोऽध्यायः +पञ्चनावप्रियः +पञ्चनिधनं +पञ्चनिधनम् +पञ्चन् +पञ्चपक्षे +पञ्चपञ्च +पञ्चपञ्चा +पञ्चपञ्चाश +पञ्चपञ्चाशः +पञ्चपञ्चाशत +पञ्चपञ्चाशतं +पञ्चपञ्चाशतः +पञ्चपञ्चाशता +पञ्चपञ्चाशतो +पञ्चपञ्चाशत् +पञ्चपञ्चाशत्तमः +पञ्चपञ्चाशत्तमोऽध्यायः +पञ्चपञ्चाशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +पञ्चपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः +पञ्चपञ्चाशी +पञ्चपञ्चाशोऽध्यायः +पञ्चपञ्चाषत्तमोऽध्यायः +पञ्चपञ्चिनी +पञ्चपञ्चैव +पञ्चपदं +पञ्चपदा +पञ्चपदां +पञ्चपदी +पञ्चपदीं +पञ्चपदो +पञ्चपर्वणा +पञ्चपर्वसु +पञ्चपर्वा +पञ्चपर्वामधीमः +पञ्चपर्वैषा +पञ्चपलं +पञ्चपला +पञ्चपलिकं +पञ्चपल्लववारिणा +पञ्चपशूनां +पञ्चपाणिः +पञ्चपाणिना +पञ्चपाणौ +पञ्चपाण्डवेषु +पञ्चपात्रं +पञ्चपात्रम् +पञ्चपादं +पञ्चपादा +पञ्चपादाः +पञ्चपादिका +पञ्चपादिकाविवरणम् +पञ्चपादिकाविवरणे +पञ्चपादी +पञ्चपुटैः +पञ्चपुत्रा +पञ्चपुष्पाञ्जलिदानपर्य्यन्तं +पञ्चपूली +पञ्चपूल्य +पञ्चप्रकार +पञ्चप्रकारं +पञ्चप्रकारः +पञ्चप्रकारा +पञ्चप्रकाराः +पञ्चप्रकारेण +पञ्चप्रणव +पञ्चप्रस्थं +पञ्चप्राण +पञ्चप्राणमनोबुद्धिदशेन्द्रियसमन्वितम् +पञ्चप्राणमयं +पञ्चप्राणयुतं +पञ्चप्राणाः +पञ्चप्राणात्मकं +पञ्चप्राणानां +पञ्चफलानि +पञ्चबन्धः +पञ्चबन्धो +पञ्चबाण +पञ्चबाणः +पञ्चबाणशतानि +पञ्चबाणस्य +पञ्चबाणेन +पञ्चबिन्दुं +पञ्चबिन्दुकम् +पञ्चबिलस्य +पञ्चब्रह्म +पञ्चब्रह्ममयं +पञ्चब्रह्मात्मकं +पञ्चब्रह्मोपनिषत् +पञ्चभ +पञ्चभक्त्या 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+पञ्चमखण्डे +पञ्चमगे +पञ्चमञ्च +पञ्चमण्डलकेन +पञ्चमण्डलेन +पञ्चमदिने +पञ्चमधैवतौ +पञ्चमन्तु +पञ्चमन्त्रैः +पञ्चमपरिच्छेदे +पञ्चमपर्व +पञ्चमप्रकाशः +पञ्चमप्रपाठकः +पञ्चमप्रश्नः +पञ्चमप्रश्ने +पञ्चमभागीयाभिः +पञ्चमभावफलाध्यायः +पञ्चममधिकरणम् +पञ्चममहः +पञ्चममाह्निकम् +पञ्चममिति +पञ्चममेव +पञ्चमम् +पञ्चमयूखं +पञ्चमरागः +पञ्चमलकारे +पञ्चमवर्णः +पञ्चमशतकम् +पञ्चमशताब्द्याः +पञ्चमश्च +पञ्चमश्चेत्यमी +पञ्चमश्चैव +पञ्चमषष्ठभावफलाध्यायः +पञ्चमषष्ठयोः +पञ्चमषष्ठे +पञ्चमषष्ठौ +पञ्चमषाडवः +पञ्चमस्कन्धपरिच्छेदः +पञ्चमस्कन्धे +पञ्चमस्तथा +पञ्चमस्तबकः +पञ्चमस्तरङ्गः +पञ्चमस्तिलशैलः +पञ्चमस्तु +पञ्चमस्तृचः +पञ्चमस्थानम् +पञ्चमस्थे +पञ्चमस्य +पञ्चमस्याध्यायस्य +पञ्चमस्याह्नः +पञ्चमस्याह्नो +पञ्चमस्वर +पञ्चमस्वरः +पञ्चमस्वरसंयुतम् +पञ्चमस्वरिणौ +पञ्चमस्वरी +पञ्चमस्सर्गः +पञ्चमहलमण्डलम् +पञ्चमहा +पञ्चमहाकाव्यानि +पञ्चमहाभूतविवेकः +पञ्चमहाभूतशरीरिसमवायः +पञ्चमहाभूतानां +पञ्चमहाभूतानि +पञ्चमहाभूतेषु +पञ्चमहायज्ञ +पञ्चमहायज्ञविषयः +पञ्चमहायज्ञा +पञ्चमहायज्ञाः +पञ्चमहायज्ञानां +पञ्चमहायज्ञेषु +पञ्चमहालमण्डलम् +पञ्चमा +पञ्चमांश +पञ्चमांशः +पञ्चमांशग्रहन्यासा +पञ्चमांशा +पञ्चमांशे +पञ्चमांशेन +पञ्चमांशो +पञ्चमाः +पञ्चमाखण्डः +पञ्चमाङ्कस्य +पञ्चमाङ्के +पञ्चमात् +पञ्चमात्रं +पञ्चमात्रकम् +पञ्चमात्राणि +पञ्चमात्रिक +पञ्चमात्रिकः +पञ्चमात्रिकौ +पञ्चमादौ +पञ्चमाद् +पञ्चमाधिकरणमारचयति +पञ्चमाधिकरणम् +पञ्चमाधिकरणे +पञ्चमाध्याय +पञ्चमाध्यायस्य +पञ्चमाध्याये +पञ्चमानं +पञ्चमान्तं +पञ्चमान्ते +पञ्चमाब्दान्तं +पञ्चमारण्यके +पञ्चमावरणं +पञ्चमावरणे +पञ्चमाष्टके +पञ्चमाहवत् +पञ्चमाहिषम् +पञ्चमि +पञ्चमिः +पञ्चमित्रसंस्कारेण +पञ्चमी +पञ्चमीं +पञ्चमीकल्पे +पञ्चमीतत्पुरुषः +पञ्चमीति +पञ्चमीदशतिः +पञ्चमीदिने +पञ्चमीनिर्दिष्टे +पञ्चमीनिर्देशः +पञ्चमीनिर्देशेऽपि +पञ्चमीनिर्देशो +पञ्चमीप्रसङ्गात् +पञ्चमीभार्यः +पञ्चमीम् +पञ्चमीसमासः +पञ्चमु +पञ्चमुखं +पञ्चमुखः +पञ्चमुखहनुमते +पञ्चमुखी +पञ्चमुद्रा +पञ्चमुद्राः +पञ्चमूलं +पञ्चमूलकम् +पञ्चमूलमिदं +पञ्चमूलयोः +पञ्चमूलस्य +पञ्चमूलानां +पञ्चमूलाभ्यां +पञ्चमूली +पञ्चमूले +पञ्चमूलेन +पञ्चमूल्या +पञ्चमूल्यौ +पञ्चमे +पञ्चमेन +पञ्चमेनुवाके +पञ्चमेनेति +पञ्चमेषु +पञ्चमेऽङ्के +पञ्चमेऽधिकरणे +पञ्चमेऽध्याये +पञ्चमेऽनुवाके +पञ्चमेऽपि +पञ्चमेऽब्दे +पञ्चमेऽहनि +पञ्चमेऽह्नि +पञ्चमैः +पञ्चमैर्युक्तमन्तःस्थाभिश्च +पञ्चमॊध्यायः +पञ्चमो +पञ्चमोङ्कः +पञ्चमोच्छ्वासः +पञ्चमोध्यायः +पञ्चमोध्यायस्य +पञ्चमोपदेशः +पञ्चमोल्लासः +पञ्चमोल्लासे +पञ्चमोऽङ्क +पञ्चमोऽङ्कः +पञ्चमोऽङ्ग +पञ्चमोऽथ +पञ्चमोऽध्याय +पञ्चमोऽध्यायः +पञ्चमोऽनुवाकः +पञ्चमोऽनुवाकस्समाप्तः +पञ्चमोऽपि +पञ्चमौ +पञ्चम् +पञ्चम्य +पञ्चम्यः +पञ्चम्यन्त +पञ्चम्यन्तं +पञ्चम्यन्ततया +पञ्चम्यन्तमनुवर्तते +पञ्चम्यन्तम् +पञ्चम्यन्तस्य +पञ्चम्यन्तात् +पञ्चम्यन्ते +पञ्चम्यन्तेन +पञ्चम्यपाङ्परिभिः +पञ्चम्यपि +पञ्चम्यर्थ +पञ्चम्यर्थः +पञ्चम्यर्थद्योतकः +पञ्चम्यर्थानुवादी +पञ्चम्यर्थे +पञ्चम्यर्थो +पञ्चम्या +पञ्चम्यां +पञ्चम्याः +पञ्चम्याञ्च +पञ्चम्यादि +पञ्चम्यादिषु +पञ्चम्यामजातौ +पञ्चम्यामपि +पञ्चम्यामाहुतावपां +पञ्चम्यामाहुतावापः +पञ्चम्यामाहुतौ +पञ्चम्यामिति +पञ्चम्यामुमासंहितायां +पञ्चम्याम् +पञ्चम्याश्च +पञ्चम्यास्तसिः +पञ्चम्यास्तसिल् +पञ्चम्यास्तु +पञ्चम्येकवचनम् +पञ्चम्येकवचनस्य +पञ्चम्येकवचने +पञ्चम्येव +पञ्चम्यौ +पञ्चम्य् +पञ्चयज्ञ +पञ्चयज्ञपरायणः +पञ्चयज्ञविधानं +पञ्चयज्ञाः +पञ्चयज्ञादि +पञ्चयज्ञान् +पञ्चयज्ञान्न +पञ्चयति +पञ्चयवं +पञ्चयामं +पञ्चयोजनम् +पञ्चयोजनविस्तीर्णं +पञ्चरं +पञ्चरङ्गि +पञ्चरत्न +पञ्चरत्नं +पञ्चरत्नमिदं +पञ्चरत्नसमन्वितम् +पञ्चरत्नसमन्विताम् +पञ्चरत्नसमायुक्तं +पञ्चरत्नानि +पञ्चरसा +पञ्चरात्र +पञ्चरात्रं +पञ्चरात्रः +पञ्चरात्रकम् +पञ्चरात्रञ्च +पञ्चरात्रमिति +पञ्चरात्रम् +पञ्चरात्ररक्षायां +पञ्चरात्रविदो +पञ्चरात्रविधानेन +पञ्चरात्रविशारदः +पञ्चरात्रशास्त्रस्य +पञ्चरात्रस्य +पञ्चरात्राणां +पञ्चरात्राणि +पञ्चरात्रात् +पञ्चरात्रादिस्मृतीनां +पञ्चरात्रानुशब्दितम् +पञ्चरात्राभ्यन्तरे +पञ्चरात्रे +पञ्चरात्रेण +पञ्चरात्रेऽपि +पञ्चरात्रो +पञ्चरूपा +पञ्चरूपाणि +पञ्चरूपेषु +पञ्चर्च +पञ्चर्चं +पञ्चर्चः +पञ्चर्चमष्टमं +पञ्चर्चमाग्नेयं +पञ्चर्चमेकादशं +पञ्चर्चम् +पञ्चर्चस्य +पञ्चर्चान्त् +पञ्चर्चे +पञ्चर्चेन +पञ्चर्चो +पञ्चर्चोनाम +पञ्चर्तव +पञ्चर्तवः +पञ्चर्तवस् +पञ्चर्तवस्त्रय +पञ्चर्तवो +पञ्चर्त्विजः +पञ्चर्षिशतानि +पञ्चलक्षं +पञ्चलक्षजपेनैव +पञ्चलक्षणः +पञ्चलक्षणनिदानम् +पञ्चलक्षणम् +पञ्चलक्षणे +पञ्चलवणं +पञ्चलोहं +पञ्चव +पञ्चवक्त्र +पञ्चवक्त्रं +पञ्चवक्त्रः +पञ्चवक्त्रम् +पञ्चवक्त्रस्त्रिलोचनः +पञ्चवक्त्रस्य +पञ्चवक्त्रा +पञ्चवक्त्रे +पञ्चवक्त्रेण +पञ्चवक्त्रो +पञ्चवटी +पञ्चवटीं +पञ्चवटीवने +पञ्चवट्या +पञ्चवट्यां +पञ्चवर्गस्य +पञ्चवर्गाः +पञ्चवर्ण +पञ्चवर्णं +पञ्चवर्णः +पञ्चवर्णकम् +पञ्चवर्णकैः +पञ्चवर्णा +पञ्चवर्णाः +पञ्चवर्णानि +पञ्चवर्णेन +पञ्चवर्णैः +पञ्चवर्णो +पञ्चवर्ष +पञ्चवर्षं +पञ्चवर्षः +पञ्चवर्षसहस्राणि +पञ्चवर्षस्य +पञ्चवर्षा +पञ्चवर्षाणि +पञ्चवर्षानन्तरं +पञ्चवर्षीय +पञ्चवर्षीयः +पञ्चवर्षीया +पञ्चवर्षेषु +पञ्चवर्षो +पञ्चवलिं +पञ्चवस्तुकम् +पञ्चवा +पञ्चवाणः +पञ्चवादने +पञ्चवायवः +पञ्चवारं +पञ्चवारान् +पञ्चवारुणं +पञ्चवारुणसंयुतम् +पञ्चवार्षिकं +पञ्चवार्षिकः +पञ्चवार्षिकमिति +पञ्चवाही +पञ्चविँ +पञ्चविं +पञ्चविंश +पञ्चविंशं +पञ्चविंशः +पञ्चविंशक +पञ्चविंशकः +पञ्चविंशकमव्यक्तं +पञ्चविंशकम् +पञ्चविंशति +पञ्चविंशतिं +पञ्चविंशतिः +पञ्चविंशतिकं +पञ्चविंशतितत्त्वसिद्धिः +पञ्चविंशतितत्त्वानि +पञ्चविंशतितमं +पञ्चविंशतितमः +पञ्चविंशतितमक्षेत्रम् +पञ्चविंशतितमे +पञ्चविंशतितमोऽध्यायः +पञ्चविंशतिधा +पञ्चविंशतिभिः +पञ्चविंशतिभिर्घटैः +पञ्चविंशतिम् +पञ्चविंशतिर् +पञ्चविंशतिर्भवन्ति +पञ्चविंशतिवत्सरं +पञ्चविंशतिवर्षाणि +पञ्चविंशतिश्च +पञ्चविंशतिसंख्यया +पञ्चविंशतिसंख्याकेषु +पञ्चविंशतिसङ्ख्यया +पञ्चविंशतिसाहस्रं +पञ्चविंशती +पञ्चविंशतेः +पञ्चविंशतेर्गुरुभ्यः +पञ्चविंशतौ +पञ्चविंशत् +पञ्चविंशत्पदं +पञ्चविंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +पञ्चविंशत्यधिकशततमः +पञ्चविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः +पञ्चविंशत्या +पञ्चविंशत्यृचं +पञ्चविंशद्भिः +पञ्चविंशब्रा +पञ्चविंशब्राह्मणम् +पञ्चविंशब्राह्मणे +पञ्चविंशम् +पञ्चविंशस्तमिममात्मानं +पञ्चविंशस्य +पञ्चविंशानि +पञ्चविंशी +पञ्चविंशे +पञ्चविंशेन +पञ्चविंशैरहोभिरभिषिञ्चन्त्वेतेन +पञ्चविंशो +पञ्चविंशोऽध्याय +पञ्चविंशोऽध्यायः +पञ्चविध +पञ्चविधं +पञ्चविधः +पञ्चविधकृत्यकारित्वं +पञ्चविधत्वं +पञ्चविधम् +पञ्चविधस्य +पञ्चविधा +पञ्चविधां +पञ्चविधाः +पञ्चविधानि +पञ्चविधान् +पञ्चविधे +पञ्चविधेन +पञ्चविधो +पञ्चविभागाः +पञ्चविम्̇शो +पञ्चविशतिः +पञ्चविषयाणि +पञ्चवि॒ +पञ्चविꣳश +पञ्चविꣳशः +पञ्चविꣳशो +पञ्चवृत्तिः +पञ्चवृत्तिर्मनोवद्व्यपदिश्यते +पञ्चवृत्तेः +पञ्चवृत्तौ +पञ्चवृद्ध्या +पञ्चश +पञ्चशः +पञ्चशक्राङ्गुला +पञ्चशतं +पञ्चशतः +पञ्चशतपरिवारो +पञ्चशता +पञ्चशताः +पञ्चशतानि +पञ्चशतावरः +पञ्चशती +पञ्चशते +पञ्चशतो +पञ्चशत्या +पञ्चशब्दः +पञ्चशब्दस्य +पञ्चशब्दो +पञ्चशयनानि +पञ्चशरं +पञ्चशरः +पञ्चशरस्य +पञ्चशरा +पञ्चशराय +पञ्चशरावः +पञ्चशरावमोदनं +पञ्चशरावे +पञ्चशरावो +पञ्चशरी +पञ्चशाख +पञ्चशाखः +पञ्चशारदीयः +पञ्चशारदीयेन +पञ्चशारदीयो +पञ्चशालानां +पञ्चशिख +पञ्चशिखं +पञ्चशिखः +पञ्चशिखस्तथा +पञ्चशिखस्य +पञ्चशिखा +पञ्चशिखाचार्य +पञ्चशिखाचार्येण +पञ्चशिखाय +पञ्चशिखेन +पञ्चशिखो +पञ्चशिवशरणानां +पञ्चशीर्षा +पञ्चशीर्षाविवोरगौ +पञ्चशीलनगरमण्डलम् +पञ्चशैलोऽथ +पञ्चश्रुतिकधैवतः +पञ्चषट् +पञ्चषष्टि +पञ्चषष्टिः +पञ्चषष्टितमं +पञ्चषष्टितमः +पञ्चषष्टितमोऽध्यायः +पञ्चषष्टिसहस्राणि +पञ्चषष्टी +पञ्चषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः +पञ्चषष्ठितमः +पञ्चषा +पञ्चषाः +पञ्चषाणि +पञ्चषु +पञ्चषैः +पञ्चसंख्यया +पञ्चसंख्या +पञ्चसंख्याका +पञ्चसंख्याया +पञ्चसंवत्सरमयं +पञ्चसन्धयः +पञ्चसप्त +पञ्चसप्तति +पञ्चसप्ततिः +पञ्चसप्ततितमं +पञ्चसप्ततितमः +पञ्चसप्ततितमी +पञ्चसप्ततितमोऽध्यायः +पञ्चसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +पञ्चसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः +पञ्चसहस्रं +पञ्चसहस्रभक्ते +पञ्चसहस्रवर्षेभ्यः +पञ्चसहस्राणि +पञ्चसायके +पञ्चसाहस्रं +पञ्चसाहस्रान् +पञ्चसिद्धान्तिका +पञ्चसिद्धान्तिकायां +पञ्चसु +पञ्चसूक्तं +पञ्चसूक्ष्मं +पञ्चसूत्राणि +पञ्चसूना +पञ्चस्कन्धाः +पञ्चस्तम्भाः +पञ्चस्थानेषु +पञ्चस्रोतसि +पञ्चस्वग्निषु +पञ्चस्वन्तः +पञ्चस्वपि +पञ्चस्वरकाण्डः +पञ्चस्वरपरस्तारः +पञ्चस्वरा +पञ्चस्वराः +पञ्चस्वर्थेषु +पञ्चस्वापत्सु +पञ्चस्विति +पञ्चस्वेतेषु +पञ्चस्व् +पञ्चहस्तं +पञ्चहस्ता +पञ्चहस्ते +पञ्चहायनः +पञ्चहि +पञ्चहोता +पञ्चहोतारं +पञ्चहोतारम् +पञ्चहोतुः +पञ्चहोतेत्यासन्नाभिमर्शनम् +पञ्चहोत्रा +पञ्चऽओदनः +पञ्चऽओदनम् +पञ्चऽर्तवः +पञ्चऽर्तवस्त्रय +पञ्चा +पञ्चां +पञ्चांगानि +पञ्चांगुलं +पञ्चांशं +पञ्चांशा +पञ्चांशे +पञ्चाक्षर +पञ्चाक्षरं +पञ्चाक्षरः +पञ्चाक्षरजपविधिः +पञ्चाक्षरणिधनं +पञ्चाक्षरम् +पञ्चाक्षरस्य +पञ्चाक्षरा +पञ्चाक्षराणि +पञ्चाक्षरी +पञ्चाक्षरीं +पञ्चाक्षरे +पञ्चाक्षरेण +पञ्चाक्षरो +पञ्चाक्षान् +पञ्चाग्नयः +पञ्चाग्नयो +पञ्चाग्नि +पञ्चाग्निं +पञ्चाग्निः +पञ्चाग्निमध्यस्थो +पञ्चाग्निमध्ये +पञ्चाग्निविद्या +पञ्चाग्निविद्यां +पञ्चाग्निविद्यायां +पञ्चाग्निषु +पञ्चाग्निस्त्रिसुपर्णः +पञ्चाग्नीन् +पञ्चाग्नेयानि +पञ्चाग्रयो +पञ्चाङ्कं +पञ्चाङ्काः +पञ्चाङ्ग +पञ्चाङ्गं +पञ्चाङ्गः +पञ्चाङ्गम् +पञ्चाङ्गविप्रहीणानां +पञ्चाङ्गस्य +पञ्चाङ्गानां +पञ्चाङ्गानि +पञ्चाङ्गानुसारं +पञ्चाङ्गी +पञ्चाङ्गीं +पञ्चाङ्गुल +पञ्चाङ्गुलं +पञ्चाङ्गुलः +पञ्चाङ्गुला +पञ्चाङ्गुलानि +पञ्चाङ्गुले +पञ्चाङ्गुलो +पञ्चाङ्गे +पञ्चाङ्गेन +पञ्चाङ्गैः +पञ्चाङ्गो +पञ्चाङ्गोपासनं +पञ्चाङ्ग्या +पञ्चाजं +पञ्चाढके +पञ्चाति +पञ्चात् +पञ्चात्म +पञ्चात्मकं +पञ्चात्मकः +पञ्चात्मकमभूत्पिण्डं +पञ्चात्मके +पञ्चात्मको +पञ्चात्मा +पञ्चात्र +पञ्चाथ +पञ्चादशपर्व +पञ्चादशाङ्गुलं +पञ्चादौ +पञ्चाद्या +पञ्चाद्याः +पञ्चाधिकं +पञ्चाधिकद्विशततमोऽध्यायः +पञ्चाधिकशततमः +पञ्चाधिकशततमोऽध्यायः +पञ्चाधिकस्य +पञ्चाधिका +पञ्चाध्यायाः +पञ्चाध्यायानां +पञ्चाध्यायी +पञ्चानन +पञ्चाननं +पञ्चाननः +पञ्चानना +पञ्चाननाम् +पञ्चाननो +पञ्चानन्तर्याणि +पञ्चाना +पञ्चानां +पञ्चानामपि +पञ्चानामादित +पञ्चानामालोचनमात्रमिष्यते +पञ्चानामिति +पञ्चानामिन्द्रियाणां +पञ्चानामृचां +पञ्चानामेव +पञ्चानाम् +पञ्चानुगानम् +पञ्चानुवाकाः +पञ्चानुष्टुभः +पञ्चानृतान्याहुरपातकानि +पञ्चान् +पञ्चान्तकं +पञ्चान्तकः +पञ्चान्तको +पञ्चान्ते +पञ्चान्यद् +पञ्चान्यानि +पञ्चान्ये +पञ्चापरे +पञ्चापाने +पञ्चापि +पञ्चापूपं +पञ्चाप्सरो +पञ्चाब्दं +पञ्चाब्दा +पञ्चाब्दान्ते +पञ्चाब्दे +पञ्चाभिज्ञः +पञ्चाभिज्ञाः +पञ्चामी +पञ्चामृतं +पञ्चामृतमिदं +पञ्चामृतम् +पञ्चामृतस्नानं +पञ्चामृतादिभिः +पञ्चामृतेन +पञ्चामृतैः +पञ्चामृतैश्च +पञ्चाम्ररोपी +पञ्चाम्राः +पञ्चाम्लं +पञ्चाय +पञ्चायती +पञ्चायतीराज +पञ्चायुधं +पञ्चायुधानि +पञ्चारं +पञ्चारत्नि +पञ्चारत्निं +पञ्चारत्निः +पञ्चारे +पञ्चार्णं +पञ्चार्थाः +पञ्चार्द्रो +पञ्चार्षेयः +पञ्चार्षेयो +पञ्चाल +पञ्चालः +पञ्चालकः +पञ्चालङ्काराः +पञ्चालचण्डः +पञ्चाला +पञ्चालाः +पञ्चालानां +पञ्चालान् +पञ्चालिका +पञ्चाली +पञ्चालेषु +पञ्चालो +पञ्चावतिष्ठन्ते +पञ्चावत्तं +पञ्चावत्ता +पञ्चावत्तिनः +पञ्चावत्तिनां +पञ्चावत्तिनामपि +पञ्चावत्तिनाम् +पञ्चावत्ती 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+पञ्चासाध्या +पञ्चास्य +पञ्चास्यं +पञ्चास्यः +पञ्चास्या +पञ्चास्यो +पञ्चाह +पञ्चाहं +पञ्चाहः +पञ्चाहस्य +पञ्चाहा +पञ्चाहाः +पञ्चाहात् +पञ्चाहानां +पञ्चाहानि +पञ्चाहारगुणान् +पञ्चाहिकां +पञ्चाहुः +पञ्चाहुतीर्जुहोति +पञ्चाहे +पञ्चाहेषु +पञ्चाहो +पञ्चाह्नः +पञ्चिका +पञ्ची +पञ्चीकरण +पञ्चीकरणं +पञ्चीकरणम् +पञ्चीकरणवार्तिकम् +पञ्चीकृतानि +पञ्चीकृतेभ्यो +पञ्चे +पञ्चेति +पञ्चेत्यादि +पञ्चेध्मीयेन +पञ्चेन्द्रि +पञ्चेन्द्रिय +पञ्चेन्द्रियं +पञ्चेन्द्रियस्य +पञ्चेन्द्रियाणां +पञ्चेन्द्रियाणि +पञ्चेन्द्रियैः +पञ्चेमानि +पञ्चेमे +पञ्चेषु +पञ्चेषुः +पञ्चेषुणा +पञ्चेषुबाणैः +पञ्चेषोः +पञ्चेष्टकः +पञ्चै +पञ्चैकैकां +पञ्चैता +पञ्चैताः +पञ्चैतानि +पञ्चैतानीति +पञ्चैतान् +पञ्चैतान्यो +पञ्चैते +पञ्चैन्द्रा +पञ्चैव +पञ्चैवं +पञ्चैवेति +पञ्चैषां +पञ्चो +पञ्चोक्थानि +पञ्चोत्तरं +पञ्चोत्तरशतं +पञ्चोत्तरशततमः +पञ्चोत्तरशततमोऽध्यायः +पञ्चोदरे +पञ्चोनं +पञ्चोना +पञ्चोप +पञ्चोपचाराः +पञ्चोपचारेण +पञ्चोपचारैः +पञ्चोपचारैर्वा +पञ्चोपदंशा +पञ्चोपदधाति +पञ्चोपनिषदा +पञ्चोपनिषदां +पञ्चोपनिषदै +पञ्चोपनिषदैः +पञ्चोपनिषदैर्मन्त्रै +पञ्चोपादानस्कन्धा +पञ्चोपादानस्कन्धाः +पञ्चोष्माणः +पञ्चौदनं +पञ्चौदनः +पञ्चौदनम् +पञ्चौदनो +पञ्चौ॑दनं +पञ्चौ॑दनं॒ +पञ्चौ॑दनः +पञ्च॑ +पञ्च॑चत्वारि +पञ्च॑दश +पञ्च॑यामं +पञ्च॑वि +पञ्च॑होता +पञ्च॒ +पञ्च॒धा +पञ्ज +पञ्जमी +पञ्जर +पञ्जरं +पञ्जरः +पञ्जरम् +पञ्जरव्यासं +पञ्जरव्यासमुच्यते +पञ्जरस्थं +पञ्जरस्था +पञ्जरस्थां +पञ्जरस्थेव +पञ्जरस्य +पञ्जरा +पञ्जरात् +पञ्जरादिव +पञ्जरे +पञ्जरै +पञ्जाब +पञ्जाबः +पञ्जाबप्रदेशः +पञ्जाबप्रदेशे +पञ्जाबप्रान्ते +पञ्जाबराज्य +पञ्जाबराज्यम् +पञ्जाबराज्यसम्बद्धाः +पञ्जाबराज्यस्य +पञ्जाबराज्ये +पञ्जाबविश्वविद्यालयः +पञ्जाबस्य +पञ्जाबी +पञ्जाबीभाषा +पञ्जाबीभाषाः +पञ्जाबे +पञ्जाब् +पञ्जिका +पञ्जिकाव्याख्यासहितः +पञ्जीकरणं +पञ्जीकरणम् +पञ्जीकरणाय +पञ्जीकृतसदस्याः +पञ्जीकृता +पञ्जीकृताः +पञ्जे +पञ्जेमङ्गेशरायः +पञ्ञ्च +पञ्ञ्चकः +पञ्ञ्चमस्याध्यायस्य +पञ्ञ्चमी +पञ्ञ्चम्या +पञ्ञ्चानां +पञ्ञ्चालाः +पञ्‍चमी +पट +पटं +पटः +पटक +पटकं +पटकः +पटका +पटचूर्णं +पटच् +पटच्चर +पटच्चरं +पटच्चराः +पटज्ञानमिति +पटत +पटति +पटतू +पटत् +पटत्क +पटत्पटदिति +पटत्पटेति +पटत्वं +पटना +पटनामण्डलम् +पटनायक +पटन् +पटपटा +पटपटाकरोति +पटपटाकृत्य +पटपटायति +पटपटायते +पटमञ्जरी +पटमण्डपेषु +पटमिव +पटम् +पटयति +पटर +पटरः +पटरूपं +पटरूपस्य +पटल +पटलं +पटलः +पटलमर्बुदम् +पटलम् +पटलस्य +पटलस्समाप्तः +पटला +पटलाः +पटलानि +पटली +पटले +पटलेन +पटलेषु +पटलैः +पटलो +पटळ +पटव +पटवः +पटवच्च +पटवत् +पटवास +पटवासः +पटवासकः +पटवे +पटवो +पटश्च +पटस्तन्तुभ्यो +पटस्थं +पटस्थस्य +पटस्य +पटस्यापि +पटस्येति +पटह +पटहं +पटहः +पटहप्रतिस्वनैः +पटहशब्दः +पटहस्य +पटहा +पटहाः +पटहादिषु +पटहानकगोमुखाः +पटहानां +पटहे +पटहेन +पटहैः +पटहो +पटा +पटाः +पटाकाश +पटाक्षेपेण +पटाञ्चले +पटात् +पटादयः +पटादयो +पटादाविति +पटादि +पटादिकं +पटादिजन्मानुषङ्गिजन्मान +पटादिद्रव्येष्वेव +पटादिषु +पटादीनां +पटादीनि +पटादेः +पटादौ +पटाद् +पटानां +पटान् +पटान्तरे +पटान्ते +पटान्तेन +पटाभावः +पटाय +पटालग्ने +पटि +पटिति +पटिपाटिकाय +पटिपाटिकाये +पटिमा +पटियाला +पटियालामण्डलम् +पटिष्ठः +पटी +पटीं +पटीम् +पटीयसा +पटीयसि +पटीयसी +पटीयांसः +पटीयान् +पटु +पटुं +पटुः +पटुकरणैः +पटुकल्पः +पटुजातीयः +पटुतमं +पटुतमः +पटुतरं +पटुतरः +पटुतरो +पटुता +पटुतां +पटुत्वं +पटुत्वम् +पटुना +पटुपञ्चकम् +पटुपटुः +पटुपट्वी +पटुपर्णी +पटुप्रकारः +पटुप्रचारः +पटुभार्यः +पटुमतिः +पटुमाचष्टे +पटुरपि +पटुरिति +पटुर्धारासारो +पटुश्च +पटू +पटूनि +पटे +पटेन +पटेल +पटेलः +पटेलमहोदयः +पटेला +पटेल् +पटेषु +पटेऽपि +पटैः +पटैति +पटो +पटोः +पटोर्भावः +पटोल +पटोलं +पटोलः +पटोलकम् +पटोलजम् +पटोलञ्च +पटोलपत्रं +पटोलमूलं +पटोलम् +पटोलस्य +पटोलादि +पटोलादिक्वाथः +पटोलानि +पटोलारिष्टपत्राणि +पटोलिका +पटोली +पटोले +पटोलेन +पटोल्या +पटोळा +पटोऽपि +पटोऽयं +पटोऽस्तीति +पटौ +पट् +पट्ट +पट्टं +पट्टः +पट्टकं +पट्टकम् +पट्टके +पट्टकेन +पट्टजं +पट्टणं +पट्टणे +पट्टदकल्लु +पट्टनं +पट्टनम् +पट्टनम्तिट्टामण्डलम् +पट्टनायकः +पट्टबन्धं +पट्टबन्धनम् +पट्टभाक् +पट्टमहिषी +पट्टम् +पट्टम्माळ् +पट्टयां +पट्टराज्ञी +पट्टवस्त्रं +पट्टवस्त्रे +पट्टवस्त्रेण +पट्टसूत्रं +पट्टसूत्रस्य +पट्टसूत्रे +पट्टसूत्रेण +पट्टसैः +पट्टस्य +पट्टस्योपरि +पट्टा +पट्टाः +पट्टाभिषेकं +पट्टाभिषेकः +पट्टि +पट्टिकया +पट्टिका +पट्टिकां +पट्टिकाः +पट्टिकानां +पट्टिकान्तं +पट्टिकाभिः +पट्टिकाम् +पट्टिकाया +पट्टिकायां +पट्टिकायाः +पट्टिकायाम् +पट्टिकालोध्रः +पट्टिकालोध्रे +पट्टिकासु +पट्टिके +पट्टिकोच्चं +पट्टिकोदयम् +पट्टिश +पट्टिशं +पट्टिशः +पट्टिशानां +पट्टिशान् +पट्टिशी +पट्टिशेन +पट्टिशैः +पट्टिशैश्चैव +पट्टी +पट्टु +पट्टे +पट्टेन +पट्टैः +पट्टैश्च +पट्टो +पट्टों +पट्ट्टु +पट्यते +पट्वी +पट्व् +पट्व्या +पट्सु +पट्ऽभिः +पठ +पठंति +पठंश्च +पठः +पठकः +पठकाः +पठत +पठतः +पठतस्तु +पठता +पठतां +पठति +पठतीति +पठतीह +पठतु +पठते +पठतेऽध्यायं +पठतो +पठत् +पठत्सु +पठद्भिः +पठध्वं +पठन +पठनं +पठनकाले +पठनपाठन +पठनपाठनं +पठनपाठनविषयः +पठनपाठने +पठनम् +पठनशिबिरम् +पठनसमये +पठनस्य +पठनाच्छ्रवणाच्चापि +पठनाच्छ्रवणाच्चास्य +पठनाच्छ्रवणाच्चाऽस्य +पठनाच्छ्रवणात्त्वस्य +पठनाच्छ्रवणादपि +पठनाच्छ्रवणादस्य +पठनाच्छ्रवणाद् +पठनाच्छ्रवणाद्वापि +पठनात् +पठनादेव +पठनाय +पठनार्थं +पठनीय +पठनीयं +पठनीयः +पठनीयमस्ति +पठनीयमिति +पठनीयम् +पठनीया +पठनीयाः +पठनीयौ +पठने +पठनेन +पठन् +पठन्त +पठन्तं +पठन्तः +पठन्ति +पठन्तिवेत्ति +पठन्ती +पठन्तीति +पठन्तीत्यर्थः +पठन्तु 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+पठेदिति +पठेदित्यर्थः +पठेदिदम् +पठेदिममध्यायं +पठेद् +पठेद्देवि +पठेद्भक्तिसंयुतः +पठेद्भक्त्या +पठेद्य +पठेद्यः +पठेद्यस्तु +पठेद्यो +पठेद्वा +पठेद्वापि +पठेद्वै +पठेन +पठेनित्यं +पठेन्न +पठेन्नरः +पठेन्नामसहस्रं +पठेन्नामसहस्रकम् +पठेन्नित्यं +पठेन्मन्त्रं +पठेयुः +पठो +पठ् +पठ्य +पठ्यत +पठ्यतां +पठ्यताम् +पठ्यते +पठ्यन्त +पठ्यन्ते +पठ्यमानं +पठ्यमानः +पठ्यमानत्वात् +पठ्यमाने +पठ्यमानेषु +पठ्यसे +पठ्येत +पठ्येते +पठ्येरन् +पठ॑ति +पड +पडता +पडते +पडने +पडपि +पडरौना +पडहं +पडहे +पड़ +पड़कर +पड़ता +पड़ती +पड़ते +पड़ने +पड़ा +पड़ी +पड़े +पड़ेगा +पडा +पडि +पडिअ +पडिअं +पडिकिदिं +पडिच्छदु +पडिड्डत्ध् +पडिदो +पडिभादि +पडिल +पडिवसदि +पडिवालेहि +पडिसरा +पडिहाइ +पडी +पडुकोणे +पडू +पडे +पडेते +पडेव +पड् +पड्बीशम् +पड्भिः +पड्वीशं +पड्वीशम् +पड्वीशाद्विश्वस्माद्देवकिल्बिषात् +पढ +पढम +पढमं +पढ़ +पढ़कर +पढ़के +पढ़ता +पढ़ते +पढ़ना +पढ़ने +पढ़नेवाला +पढ़नेवाले +पढ़ा +पढ़ाओ +पढ़ाते +पढ़ाना +पढ़ाने +पढ़ानेवाले +पढ़ानेवालों +पढ़ानेहारे +पढ़ाया +पढ़ावें +पढ़ी +पढ़े +पढ़ें +पढ़ो +पढी +पढे +पढें +पण +पणं +पणः +पणजी +पणते +पणत् +पणन +पणनं +पणपादमाषशताद्यत् +पणफर +पणबन्धः +पणम +पणमामि +पणमिअ +पणम् +पणयः +पणयो +पणयोऽसुराः +पणयो॒ +पणव +पणवं +पणवः +पणवा +पणवाः +पणवानकगोमुखाः +पणवानां +पणवी +पणवो +पणशतं +पणशते +पणस्य +पणा +पणाः +पणाङ्गना +पणानां +पणानेकशफे +पणान् +पणान्दश +पणाय +पणायति +पणायते +पणायिता +पणावहे +पणि +पणिं +पणिः +पणिकं +पणितं +पणितः +पणितव्य +पणितस्तस्यापकार +पणिता +पणितुं +पणिनः +पणिना +पणिनेव +पणिनो +पणिन् +पणिभिः +पणिभिरपहृतं +पणिभिरपहृता +पणिभिरपहृताः +पणिभिरपहृतानां +पणिभिरपहृतान् +पणिभिरसुरैः +पणिभिर् +पणिभिर्गुह्यमानं +पणिम् +पणी +पणीकृत्य +पणीनां +पणीनाम् +पणीन् +पणीन्प्रति +पणे +पणेः +पणेत +पणेति +पणेन +पणैः +पणो +पणौ +पण् +पण्ड +पण्डः +पण्डकः +पण्डकस्य +पण्डके +पण्डकेन +पण्डको +पण्डते +पण्डा +पण्डि +पण्डिड्डत्ध् +पण्डित +पण्डितं +पण्डितंमन्यः +पण्डितंमन्यमानाः +पण्डितंमन्याः +पण्डितः +पण्डितकौशिकी +पण्डितजातीये +पण्डिततारानाथः +पण्डितदुर्गाप्रसादेन +पण्डितप्रवरेण +पण्डितबुद्धयः +पण्डितभेदे +पण्डितमण्डली +पण्डितमानिनः +पण्डितमानिनम् +पण्डितमानिनि +पण्डितमानिभिः +पण्डितमानी +पण्डितम् +पण्डितम्मन्यः +पण्डितराज +पण्डितराजः +पण्डितराजश्रीजगन्नाथविरचिता +पण्डितराजस्य +पण्डितराजेन +पण्डितराजो +पण्डितलक्षणम् +पण्डितवर +पण्डितवरः +पण्डितव्रजलालसूनुना +पण्डितश्च +पण्डितस्य +पण्डितस्यापि +पण्डिता +पण्डिताः +पण्डिताना +पण्डितानां +पण्डितानामपि +पण्डितानाम् +पण्डितान् +पण्डिताय +पण्डिताश्च +पण्डितास्तत्र +पण्डितास्तु +पण्डिते +पण्डितेन +पण्डितेनापि +पण्डितेभ्यः +पण्डितेर +पण्डितेषु +पण्डितै +पण्डितैः +पण्डितैश्च +पण्डितो +पण्डितों +पण्डितोत्तमः +पण्डितोऽपि +पण्डित् +पण्डो +पण्ड्या +पण्ढरपुर +पण्ढरपुरं +पण्णां +पण्मासान् +पण्य +पण्यं +पण्यकम्बल +पण्यकम्बलः +पण्यकामः +पण्यगृहं +पण्यते +पण्यमस्य +पण्यमादाय +पण्यमूल्यं +पण्यम् +पण्ययोषितः +पण्यरतिज्ञानभूषणकलासु +पण्यवीथिका +पण्यवीथ्यां +पण्यस्त्री +पण्यस्त्रीणां +पण्यस्य +पण्या +पण्याः +पण्याङ्गना +पण्याध्यक्षः +पण्यानां +पण्यानि +पण्ये +पण्येन +पण्येषु +पण्यैः +पत +पतं +पतंग +पतंगं +पतंगः +पतंगम् +पतंगवत् +पतंगा +पतंगाः +पतंगाय +पतंगाश्च +पतंगो +पतंतं +पतंति +पतंती +पतः +पतग +पतगः +पतगा +पतगेन +पतगेन्द्रेण +पतगेश्वरः +पतगेश्वरम् +पतगैः +पतगोत्तमः +पतगोरगाः +पतङ्ग +पतङ्गं +पतङ्गः +पतङ्गमक्तमसुरस्य +पतङ्गम् +पतङ्गवत् +पतङ्गवर्त्मना +पतङ्गशलभौ +पतङ्गश्च +पतङ्गसहचारिणः +पतङ्गस्य +पतङ्गस्यान्तरेण +पतङ्गा +पतङ्गाः +पतङ्गानां +पतङ्गानिव +पतङ्गान् +पतङ्गाय +पतङ्गिका +पतङ्गी +पतङ्गे +पतङ्गैः +पतङ्गो +पतङ्गोपरि +पतञ्चलस्य +पतञ्ज +पतञ्जल +पतञ्जलि +पतञ्जलिं +पतञ्जलिः +पतञ्जलिचरितम् +पतञ्जलिचरिते +पतञ्जलिना +पतञ्जलिमुनिः +पतञ्जलिम् +पतञ्जलियोगसूत्रम् +पतञ्जले +पतञ्जलेः +पतत +पततः +पततस्तस्य +पततस्तावुभावपि +पतता +पततां +पततामिव +पतताम् +पतति +पतति॒ +पतती +पततीति +पततीत्यत्र +पततीत्यर्थः +पततीत्यादौ +पततीव +पततु +पतते +पततो +पतत् +पतत्त्रिणः +पतत्त्रिणां +पतत्त्रिणाम् +पतत्त्रिणि +पतत्त्रिणो +पतत्त्रिषु +पतत्त्री +पतत्प्रकर्ष +पतत्प्रकर्षं +पतत्यग्नौ +पतत्यज्ञानतो +पतत्यत्र +पतत्यधः +पतत्यधो +पतत्यनेन +पतत्यपि +पतत्यसौ +पतत्याशु +पतत्येका +पतत्येव +पतत्येष +पतत्य् +पतत्र +पतत्रं +पतत्रि +पतत्रिण +पतत्रिणं +पतत्रिणः +पतत्रिणम् +पतत्रिणा +पतत्रिणां +पतत्रिणाम् +पतत्रिणि +पतत्रिणी +पतत्रिणीः +पतत्रिणो 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+पतयन्तमुक्षणं +पतयन्तम् +पतयन्ति +पतयश्च +पतयश्चैव +पतयस्तथा +पतया +पतयालुः +पतयिष्णु +पतये +पतयो +पतल +पतला +पतली +पतले +पतसि +पतस्य +पतस्व +पता +पताक +पताकं +पताकः +पताकया +पताकश्च +पताकस्तु +पताकस्य +पताका +पताकां +पताकाः +पताकाध्वजमालिनम् +पताकाध्वजमालिनीम् +पताकाध्वजशोभितम् +पताकानां +पताकाभिः +पताकाभिरलंकृतम् +पताकाभिरलङ्कृतम् +पताकाभिश्च +पताकाभ्यां +पताकाया +पताकायां +पताकायाः +पताकाश्च +पताकासु +पताकास्तु +पताकास्थानकं +पताकास्थानकमिदं +पताकास्थानकम् +पताकिनं +पताकिनः +पताकिना +पताकिनी +पताकिनीं +पताकिनीम् +पताकी +पताके +पताकेन +पताकेव +पताको +पताकौ +पताति +पतातो +पतात् +पतानि +पतापतः +पताम +पतामः +पतामि +पताव +पता॑ति +पति +पतिं +पतिंम् +पतिंवरा +पतिं॑ +पतिं॒ +पतिः +पतिः॑ +पतिक +पतिका +पतिकामा +पतिकुलं +पतिकुले +पतिकृतं +पतिके +पतिको +पतिगृहं +पतिगृहम् +पतिगृहे +पतिघातिनी +पतिघ्नी +पतिजुष्टेव +पतित +पतितं +पतितः +पतितञ्च +पतितत्वात् +पतितपुष्पपेशलैः +पतितमपि +पतितमिति +पतितमेव +पतितम् +पतितया +पतितवती +पतितवान् +पतितश्च +पतितसावित्रीका +पतितस्ततः +पतितस्तत्र +पतितस्तदा +पतितस्तस्य +पतितस्तु +पतितस्त्वं +पतितस्य +पतितस्यापि +पतितस्योदकं +पतिता +पतितां +पतिताः +पतितात् +पतितादिभिः +पतितानां +पतितानाञ्च +पतितानि +पतितान् +पतितान्न +पतितान्नस्य +पतितान्यपि +पतितान्युद्धरेद्यस्तु +पतिताम् +पतिताय +पतितायां +पतिताश्च +पतिताश्चैव +पतितास्तत्र +पतितास्तथा +पतितास्ते +पतितास्तोयबिन्दवः +पतितास्मि +पतितास्वपि +पतितुं +पतितुमिच्छति +पतितुम् +पतिते +पतितेति +पतितेत्युक्त्वा +पतितेन +पतितेनैषां +पतितेभ्यो +पतितेव +पतितेषु +पतितेऽपि +पतितेऽस्मिन् +पतितै +पतितैः +पतितैरपि +पतितैर्गतः +पतितैर्न +पतितैश्च +पतितैश्चैव +पतितो +पतितोत्थानं +पतितोऽपि +पतितोऽसि +पतितोऽस्मि +पतितोऽहं +पतितौ +पतित्रता +पतित्वं +पतित्वम् +पतित्वा +पतित्वान्यत्रायतनमलब्ध्वा +पतित्वे +पतित्वेन +पतिदानं +पतिदेवता +पतिदेवताः +पतिदेवतामन्यः +पतिद्वयं +पतिधर्मपरायणा +पतिधर्मा +पतिना +पतिपत्न्योः +पतिपत्न्यौ +पतिपरायणा +पतिपादोदकं +पतिपुत्त्रवती +पतिपुत्र +पतिपुत्रपृष्ठपारपदपयस्पोषेषु +पतिपुत्रवती +पतिपुत्रवतीं +पतिपुत्रवतीभिश्च +पतिपुत्रवत्यः +पतिपुत्रवत्या +पतिप्राणा +पतिप्रियहिते +पतिप्रिया +पतिब्रता +पतिभक्ता +पतिभक्तिः +पतिभक्तिपरायणा +पतिभक्तिविहीनाया +पतिभावेन +पतिभिः +पतिभ्य +पतिभ्यः +पतिभ्यो +पतिम +पतिमती +पतिमत्या +पतिमनुव्रता +पतिमन्यं +पतिमब्रवीत् +पतिमात्मनः +पतिमादाय +पतिमाप्तुमिच्छति +पतिमाप्नुयात् +पतिमाप्नुहीति +पतिमाप्स्यसि +पतिमालोक्य +पतिमासाद्य +पतिमिच्छथ +पतिमिति +पतिमिव +पतिमीश्वरम् +पतिमुपपन्ना +पतिमेकं +पतिमेकादशं +पतिमेव +पतिम् +पतियुक्ता +पतियो +पतियों +पतिरं +पतिरघ्न्यानां +पतिरता +पतिरथ +पतिरधिपतिः +पतिरन्यो +पतिरपां +पतिरपि +पतिरयं +पतिरव्ययः +पतिरसि +पतिरस्ति +पतिरस्तु +पतिरस्या +पतिरस्याः +पतिरहं +पतिरिति +पतिरित्यर्थः +पतिरियं +पतिरिव +पतिरिह +पतिरीश्वरः +पतिरुच्यते +पतिरुत्तमः +पतिरुपपन्नः +पतिरूपं +पतिरूपी +पतिरूपेण +पतिरूर्जितः +पतिरेक +पतिरेको +पतिरेधन्तां +पतिरेव +पतिरेष +पतिर् +पतिर्गुरुः +पतिर्जायां +पतिर्जीवाति +पतिर्दासो +पतिर्दिवः +पतिर्देवः +पतिर्देवो +पतिर्न +पतिर्नाम्ना +पतिर्नारायणः +पतिर्नास्ति +पतिर्बन्धुः +पतिर्बन्धेषु +पतिर्बृहस्पतिः +पतिर्ब्रह्मा +पतिर्भर्ता +पतिर्भव +पतिर्भवति +पतिर्भवेत् +पतिर्भार्यां +पतिर्भूत्वा +पतिर्मम +पतिर्मे +पतिर्यथा +पतिर्यस्या +पतिर्यस्याः +पतिर्यासां +पतिर्यो +पतिर्लब्धः +पतिर्वा +पतिर्विश्वस्य +पतिर्विष्णुः +पतिर्वृत्रहा +पतिर्वै +पतिर्हि +पतिलोकं +पतिलोके +पतिवती +पतिवत् +पतिवत्नी +पतिवर्जिता +पतिवर्त्मगा +पतिवल्लभा +पतिवाक्यं +पतिवाक्यमनादृत्य +पतिविद्ये +पतिवेदनं +पतिवेदनम् +पतिव्रत +पतिव्रतं +पतिव्रतपरायणा +पतिव्रतम् +पतिव्रतया +पतिव्रता +पतिव्रतां +पतिव्रताः +पतिव्रतात्वं +पतिव्रतानां +पतिव्रताभिः +पतिव्रतामाहात्म्यपर्वणि +पतिव्रतामाहात्म्ये +पतिव्रताम् +पतिव्रताया +पतिव्रतायां +पतिव्रतायाः +पतिव्रतायाश्च +पतिव्रताश्च +पतिव्रतासु +पतिव्रते +पतिव्रतेति +पतिव्रतोवाच +पतिव्रतौचिती +पतिशब्द +पतिशब्दः +पतिशब्दमाश्रित्य +पतिशब्दस्य +पतिशब्दे +पतिशब्देन +पतिशब्दो +पतिशुश्रूषणं +पतिशुश्रूषणे +पतिशुश्रूषया +पतिशुश्रूषां +पतिश्च +पतिश्चापि +पतिश्चेति +पतिश्चैव +पतिषु +पतिष्ठः +पतिष्यंति +पतिष्यत +पतिष्यतः +पतिष्यति +पतिष्यतीति +पतिष्यतो +पतिष्यन् +पतिष्यन्ति +पतिष्यन्तीति +पतिष्यसि +पतिष्यामि +पतिष्यामीति +पतिष्ये +पतिसुखं +पतिसे +पतिसेवनम् +पतिसेवा +पतिसेवां +पतिसेवापरा +पतिसेवापरायणा +पतिस् +पतिस्तत्र +पतिस्तथा +पतिस्तदा +पतिस्तव +पतिस्तस्मादु +पतिस्तस्य +पतिस्तस्या +पतिस्तु +पतिस्तुरीयस्ते +पतिस्ते +पतिस्त्वं +पतिस्त्वया +पतिहन्त्री +पतिहीना +पतिऽभ्यः +पति॑ना +पति॑भ्यो +पति॑भ्यो॒ +पति॑म् +पति॑र्दि॒वः +पति॑स्तु॒रीय॑स्ते +पति॑ऽभ्यः +पति॒रेक॑ +पति॒र्विश्व॑स्य॒ +पती +पतीच्छया +पतीति +पतीना +पतीनां +पतीनाम् +पतीन् +पती॑ +पती॒ +पतु +पतुर्दशः +पते +पतेः +पतेत +पतेताम् +पतेति +पतेत् +पतेत्तदा +पतेत्तु +पतेदधः +पतेदिति +पतेद् +पतेद्भुवि +पतेद्यदि +पतेन +पतेन्न +पतेन्नरके +पतेम +पतेयं +पतेयमपि +पतेरिति +पतेश्च +पतेस्थ +पतेि +पते॒ +पतैिः +पतो +पतोत्तिष्ठ +पतौ +पत् +पत्काषिणो +पत्त +पत्तं +पत्तः +पत्तकानि +पत्तकेषु +पत्तङ्ग +पत्तङ्गं +पत्तङ्गम् +पत्तन +पत्तनं +पत्तनंतिट्टा +पत्तनम् +पत्तनस्य +पत्तनात् +पत्तनानां +पत्तनानि +पत्तने +पत्तनेषु +पत्तयः +पत्तयश्च +पत्तयो +पत्तलीकृतपत्राणि +पत्तले +पत्ता +पत्ति +पत्तिं +पत्तिः +पत्तिकायं +पत्तिगणक +पत्तिना +पत्तिभिः +पत्तिभिश्च +पत्तियों +पत्तिरिति +पत्तिरित्यभिधीयते +पत्तिर्यथा +पत्तिर्यस्य +पत्तिषु +पत्ती +पत्तींश्च +पत्तीनां +पत्तीनाम् +पत्तूर +पत्तूरः +पत्ते +पत्तेः +पत्तेरिति +पत्तेश्च +पत्तो +पत्तों +पत्तोदशेनाहतेन +पत्तौ +पत्त्या +पत्त्य् +पत्त्र +पत्त्रं +पत्त्रमस्य +पत्त्रमस्याः +पत्त्रम् +पत्त्राणां +पत्त्राणि +पत्त्रिणा +पत्त्री +पत्त्रे +पत्त्रेण +पत्त्रेषु +पत्त्रैः +पत्त्रैर् +पत्थर +पत्थरत्थले +पत्थरों +पत्था +पत्थिदो +पत्न +पत्नय +पत्नयः +पत्नयो +पत्नि +पत्निका +पत्निया +पत्नियै +पत्नियों +पत्नि॑या +पत्नि॑यै +पत्नी +पत्नीँ +पत्नीं +पत्नीः +पत्नीः॑ +पत्नीञ्च +पत्नीति +पत्नीत्वं +पत्नीत्वे +पत्नीत्वेन +पत्नीदानं +पत्नीद्वयं +पत्नीनां +पत्नीनाम् +पत्नीपरिजनादानमूलशापाः +पत्नीपुत्राभ्यां +पत्नीभिः +पत्नीभिरग्निमन्वाधाय +पत्नीभिर् +पत्नीभिश्च +पत्नीभी +पत्नीभेदे +पत्नीभ्य +पत्नीभ्यः +पत्नीभ्यां +पत्नीभ्यो +पत्नीभ्योऽवद्यति +पत्नीभ्राता +पत्नीमग्निरदादायुषा +पत्नीमपि +पत्नीमवसे +पत्नीमामन्त्रयते +पत्नीमुदानयति +पत्नीमूलं +पत्नीम् +पत्नीयं +पत्नीयजमानौ +पत्नीयुतो +पत्नीरिति +पत्नीरिहा +पत्नीरुप +पत्नीरुशतीरवन्तु +पत्नीरूपा +पत्नीरूपेण +पत्नीर् +पत्नीर्यजति +पत्नीव +पत्नीवत +पत्नीवतः +पत्नीवतो +पत्नीवन् +पत्नीवन्तं +पत्नीवन्तः +पत्नीवर्जं +पत्नीव्रतं +पत्नीव्रतः +पत्नीव्रतस्य +पत्नीव्रतेन +पत्नीव्रतो +पत्नीशापात् +पत्नीशालं +पत्नीशाला +पत्नीशालां +पत्नीशाले +पत्नीश्च +पत्नीषु +पत्नीसँ +पत्नीसंयाजा +पत्नीसंयाजाः +पत्नीसंयाजानां +पत्नीसंयाजानाम् +पत्नीसंयाजान् +पत्नीसंयाजान्तं +पत्नीसंयाजान्तः +पत्नीसंयाजान्तमहः +पत्नीसंयाजान्ता +पत्नीसंयाजेभ्यः +पत्नीसंयाजेषु +पत्नीसंयाजैश्चरित्वा +पत्नीसहिता +पत्नीस्ता +पत्नी॑ +पत्नी॑भ्यः +पत्नी॑रि॒हा +पत्नी॒ +पत्नीꣳ +पत्न्य +पत्न्यः +पत्न्यन्वास्ते +पत्न्यपि +पत्न्यभावे +पत्न्यभिगामि +पत्न्यमन्त्रं +पत्न्यर्थं +पत्न्यर्थे +पत्न्यवहन्ति +पत्न्यवेक्षते +पत्न्यश्च +पत्न्यस्तु +पत्न्या +पत्न्यां +पत्न्याः +पत्न्यादित्यमुपतिष्ठते +पत्न्यादीनां +पत्न्याम् +पत्न्याशिरं +पत्न्याशीः +पत्न्याश्च +पत्न्यासीत् +पत्न्यास्तु +पत्न्या॑ +पत्न्युवाच +पत्न्येव +पत्न्येष +पत्न्यै +पत्न्यै॒ +पत्न्यो +पत्न्योः +पत्न्योऽपि +पत्न्यौ +पत्न्य् +पत्म +पत्मन् +पत्मन्नाधूनोमि +पत्मन्न् +पत्म॑न् +पत्म॒न्ना +पत्य +पत्यं +पत्यः +पत्यतिरैश्वर्यकर्मा +पत्यते +पत्यधीना +पत्यन्तत्वात् +पत्यन्तपुरोहितादिभ्यो +पत्यमानः +पत्यमानाः +पत्यमानान् +पत्यम् +पत्यर्थं +पत्यसे +पत्या +पत्यां +पत्याः +पत्याज्ञया +पत्याज्ञां +पत्यादिशब्देभ्यः +पत्यादिषु +पत्यानि +पत्याविति +पत्यावेव +पत्यावैश्वर्ये +पत्याहं +पत्या॑ +पत्यु +पत्युः +पत्युरन्तिकम् +पत्युरर्थे +पत्युरसामञ्जस्यात् +पत्युराज्ञां +पत्युरिति +पत्युरुमा +पत्युरेव +पत्युर् +पत्युर्गृहं +पत्युर्जनित्वमभि +पत्युर्ज्ञानं +पत्युर्न +पत्युर्नः +पत्युर्नो +पत्युर्मम +पत्युर्मुखं +पत्युर्मुखम् +पत्युर्मे +पत्युर्वा +पत्युश्च +पत्युस्ते +पत्ये +पत्येते +पत्येव +पत्ये॑ +पत्ये॒ +पत्यै +पत्यो +पत्योः +पत्यौ +पत्यौ॑ +पत्य॑ +पत्य॑ते +पत्य॑मानः +पत्य॑मानाः +पत्र +पत्रं +पत्रः +पत्रक +पत्रकं +पत्रकः +पत्रकम् +पत्रकर्ता +पत्रकल्कं +पत्रकाणि +पत्रकार +पत्रकारः +पत्रकारस्य +पत्रकाराः +पत्रकारिता +पत्रके +पत्रच्छायासु +पत्रञ्च +पत्रतश् +पत्रद्वारा +पत्रन्तु +पत्रपाश्या +पत्रपुटे +पत्रपुष्पफलादिभिः +पत्रपुष्पफलानि +पत्रपुष्पाणि +पत्रपुष्पादि +पत्रपुष्पादिकं +पत्रपूर्वादञ् +पत्रभङ्गः +पत्रभेदे +पत्रभोजी +पत्रम +पत्रमत्र +पत्रमलिखत् +पत्रमस्य +पत्रमस्याः +पत्रमाध्यमेन +पत्रमिति +पत्रमिव +पत्रमुत्तमम् +पत्रमेकं +पत्रमेव +पत्रम् +पत्रम्‌ +पत्रयुक्ते +पत्रयै +पत्ररथः +पत्ररथाः +पत्ररथेन +पत्रलं +पत्रलता +पत्रलमिति +पत्रलेखया +पत्रलेखा +पत्रलेखां +पत्रलेखे +पत्रवत् +पत्रवल्ली +पत्रवांस्तथा +पत्रवाहाः +पत्रविशेषकेषु +पत्रशाकं +पत्रशाकम् +पत्रशाकविशेषः +पत्रशातनम् +पत्रसंख्या +पत्रसङ्केतसङ्ख्या +पत्रस्य +पत्रा +पत्राः +पत्राख्यं +पत्राग्रं +पत्राग्रे +पत्राग्रेषु +पत्राङ्गं +पत्राणां +पत्राणामिव +पत्राणि +पत्राणीव +पत्राण्यपि +पत्राण्यस्य +पत्राण्यस्याः +पत्रात् +पत्रात्मकं +पत्रादि +पत्रादिकं +पत्रादौ +पत्राध्वर्युपरिषदश्च +पत्रारूढान्यतः +पत्रालयकूटसंख्या +पत्रालयकूतटसंख्या +पत्राली +पत्रावली +पत्रावलीं +पत्रावल्यां +पत्रावृतं +पत्राष्टके +पत्रि +पत्रिकया +पत्रिका +पत्रिकां +पत्रिकाः +पत्रिकाम् +पत्रिकाया +पत्रिकायां +पत्रिकायाः +पत्रिकायाम् +पत्रिकासु +पत्रिके +पत्रिकोद्यमम् +पत्रिकोद्यमी +पत्रिण +पत्रिणः +पत्रिणा +पत्रिणां +पत्रिणाम् +पत्रिणी +पत्रिणो +पत्रिभिः +पत्रिभिरुग्रवेगैः +पत्रिषु +पत्री +पत्रे +पत्रेण +पत्रेति +पत्रेभ्यो +पत्रेषु +पत्रेऽपि +पत्रै +पत्रैः +पत्रैराच्छादयेद्बुधः +पत्रैर् +पत्रैर्वा +पत्रैश्च +पत्रैस्तु +पत्रों +पत्रोपरि +पत्रोर्णं +पत्लृ +पत्वं +पत्वने +पत्वम् +पत्वा +पत्वात् +पत्वे +पत्वेति +पत्सु +पत्सुतःशीः +पत्स्यते +पत्‍नी +पत्‍नीं +पत्‍न्यः +पत्‍न्या +पत्‍न्यां +पत॑तः +पत॑ताम् +पत॑न्ति +पत॑न्ती +पत॑यः +पत॑ये +पत॑ये॒ +पत॑यो +पत॒ +पत॒त्रिणो॑ +पथ +पथं +पथः +पथक +पथकः +पथक्‌ +पथति +पथम +पथमं +पथमः +पथम् +पथयो +पथश्च +पथस् +पथस्तते +पथस्पथः +पथस्य +पथा +पथां +पथात् +पथानेन +पथापि +पथामजनिष्ट +पथामानक्षे +पथाम् +पथि +पथिः +पथिक +पथिकं +पथिकः +पथिकगेहिन्यः +पथिकतरुखण्डे +पथिकम् +पथिकवनिताः +पथिकस्य +पथिका +पथिकाः +पथिकाङ्गना +पथिकाङ्गनाः +पथिकानां +पथिकान् +पथिकाय +पथिकावासे +पथिकी +पथिकृत +पथिकृतः +पथिकृता +पथिकृते +पथिकृतेऽग्नये +पथिकृतेऽष्टाकपालं +पथिकृतो +पथिकृत् +पथिकृद्भ्यः +पथिके +पथिकेन +पथिकेषु +पथिकैः +पथिको +पथिदूतयोः +पथिन् +पथिन्शब्दस्य +पथिन्शब्दात् +पथिपाः +पथिप्रज्ञः +पथिभि +पथिभिः +पथिभिर् +पथिभिर्देवयानैः +पथिभिर्देवयानैरोषधीषु +पथिभिश्चरति +पथिभिश्चरन्तम् +पथिभी +पथिभ्यः +पथिभ्याम् +पथिमथोः +पथिमथ्यृभुक्षामात् +पथिरक्षय +पथिरक्षी +पथिवी +पथिषदे +पथिषु +पथिऽकृतः +पथिऽकृत् +पथिऽभिः +पथि॒कृतो॑ +पथीति +पथीनति +पथीनां +पथीनाम् +पथे +पथेति +पथेन +पथेर +पथेव +पथेि +पथो +पथोः +पथोर्न +पथ्य +पथ्यं +पथ्यः +पथ्यक्षयोः +पथ्यञ्च +पथ्यतमं +पथ्यतमः +पथ्यतिथिवसतिस्वपतेर्ढञ् +पथ्यते +पथ्यत्वं +पथ्यत्वञ्च +पथ्यत्वम् +पथ्यमत्र +पथ्यमपथ्यं +पथ्यमिति +पथ्यमिदं +पथ्यमुक्तं +पथ्यमुष्णोदकं +पथ्यमेव +पथ्यम् +पथ्यया +पथ्यश्च +पथ्यस्य +पथ्या +पथ्याँ +पथ्यां +पथ्याः +पथ्याक्वाथेन +पथ्याचूर्णं +पथ्यादीनां +पथ्यानां +पथ्यानि +पथ्यापङ्क्तिः +पथ्यापथ्यं +पथ्यापथ्यप्रयोगेण +पथ्यापथ्यम् +पथ्यापथ्यानि +पथ्याबृहती +पथ्याभिः +पथ्याम् +पथ्याम्̇ +पथ्याय +पथ्याया +पथ्यायां +पथ्यायाः +पथ्यायै +पथ्यावक्त्रं +पथ्याशतं +पथ्याशिना +पथ्याशी +पथ्याश्च +पथ्यासु +पथ्याꣳ +पथ्ये +पथ्येति +पथ्येव +पथ्यैः +पथ्यो +पथ्य् +पद +पदँ +पदं +पदंभूत्वा +पदः +पदक +पदकं +पदकः +पदकदम्बकम् +पदकप्रशस्तिः +पदकमलं +पदकम् +पदका +पदकाङ्क्षिणा +पदकाण्डम् +पदकानि +पदकार +पदकारः +पदकारा +पदकाराः +पदकाराय +पदकारैर्नाम +पदकार्यम् +पदकाले +पदकृत्यभाष्यम् +पदके +पदको +पदक्रम +पदक्रमं +पदक्रमः +पदक्रमम् +पदक्रमेण +पदक्रमैः +पदक्षोभं +पदग +पदगः +पदगता +पदगतो +पदग्रहण +पदग्रहणं +पदचतुरूर्ध्वं +पदचतुष्टयम् +पदचन्द्रिका +पदचिह्नानि +पदच्छेद +पदच्छेदं +पदच्छेदः +पदच्छेदस्तु +पदच्छेदे +पदच्छेदेन +पदच्छेदो +पदच्युतिः +पदजन्य +पदजन्यत्वं +पदजातं +पदजातानि +पदज्ञा +पदज्ञाः +पदज्ञान +पदज्ञानं +पदज्ञानस्य +पदञ्च +पदतः +पदतलं +पदतले +पदता +पदति +पदतो +पदत्यागं +पदत्रयं +पदत्रयम् +पदत्रयात् +पदत्रये +पदत्रयेण +पदत्व +पदत्वं +पदत्वम् +पदत्वस्य +पदत्वात् +पदत्वाभावात् +पदत्वाभावान्न +पदत्वे +पदत्वेन +पददोषाः +पदद्वन्द्वं +पदद्वन्द्वे +पदद्वय +पदद्वयं +पदद्वयमपि +पदद्वयमिति +पदद्वयमित्येके +पदद्वयमिदं +पदद्वयमेतत् +पदद्वयम् +पदद्वयसूचिते +पदद्वयस्य +पदद्वयीं +पदद्वये +पदद्वयेन +पदद्वयोपचारात् +पदन +पदनः +पदनामसु +पदनि +पदनिधनं +पदनिधनशुद्धाशुद्धीयम् +पदनीयं +पदनीयम् +पदन्ति +पदन्तु +पदन्न +पदन्यासं +पदन्यासः +पदन्यासैः +पदन्यासो +पदप +पदपङ्कजे +पदपङ्क्तिः +पदपङ्क्तिश्छन्दः +पदपञ्चकम् +पदपदार्थयोः +पदपदार्थानां +पदपद्धतिः +पदपद्धती +पदपर्यन्तम् +पदपाठ +पदपाठं +पदपाठः +पदपाठस्य +पदपाठे +पदपूरण +पदपूरणः +पदपूरणे +पदपूर्वकम् +पदपूर्वार्धवक्रतायाः +पदप्रकाशता +पदप्रकाशो +पदप्रकृतिः +पदप्रकृतीनि +पदप्रयोगः +पदप्रयोगो +पदबन्धः +पदबन्धे +पदभङ्गात् +पदभेदे +पदभेदेन +पदभ्यां +पदम +पदमग्नौ +पदमच्युतम् +पदमञ्जरी +पदमतः +पदमत्र +पदमध्य +पदमध्याहार्यम् +पदमध्ये +पदमध्येऽपि +पदमनामयम् +पदमनुत्तमम् +पदमनुवर्तते +पदमनुवर्त्तते +पदमन्विच्छन् +पदमपि +पदमपेक्षितम् +पदमभ्यधिकाभावात् +पदममलं +पदमर्पयन्ति +पदमवाप +पदमवाप्नुयात् +पदमवाप्नोति +पदमवाप्य +पदमव्ययं +पदमव्ययम् +पदमश्नुते +पदमस्ति +पदमस्तु +पदमस्मिन् +पदमस्मिन्दृश्यम् +पदमस्य +पदमा +पदमागतः +पदमागताः +पदमातस्थुषा +पदमात्मनः +पदमात्रं +पदमात्रे +पदमादाय +पदमाद्यं +पदमाप +पदमापदाम् +पदमाप्नुयात् +पदमाप्नुवन्ति +पदमाप्नोति +पदमामनन्ति +पदमार्यकान्तं +पदमाला +पदमासाद्य +पदमासाद्यते +पदमाह +पदमि +पदमिच्छन्ति +पदमिति +पदमित्यर्थः +पदमित्यादि +पदमिदं +पदमिव +पदमिष्यते +पदमिह +पदमीरयेत् +पदमुच्चरेत् +पदमुच्चार्य +पदमुच्यते +पदमुत्तमम् +पदमुद्धरेत् +पदमुद्धृतमुद्वहन्ती +पदमुपतिष्ठते +पदमुपपदम् +पदमुपैति +पदमृतुनिर्माल्यवासोलङ्कारमाक्रामति +पदमेकं +पदमेकमपि +पदमेकवर्जमिति +पदमेकवर्जम् +पदमेति +पदमेव +पदमेवं +पदमैश्वरम् +पदम् +पदम्‌ +पदय +पदयते +पदयात्रा +पदयात्राः +पदयात्रायाः +पदयुगं +पदयुगलं +पदयुगे +पदयुग्मं +पदयो +पदयोः +पदयोजना +पदर +पदरचना +पदरुजविशस्पृशो +पदरूपेण +पदर्थ +पदलग्नं +पदलालित्यं +पदलोपी +पदव +पदवती +पदवत् +पदवशात् +पदवाक्य +पदवाक्यप्रकाशता +पदवाक्ययोः +पदवाक्यव्यवहार +पदवाक्यानि +पदवाक्ये +पदवाच्या +पदवि +पदविग्रहः +पदविधि +पदविधिः +पदविधिरिति +पदविधिश्च +पदविन्यासं +पदविन्यासः +पदविभागः +पदवी +पदवीं +पदवीः +पदवीधरः +पदवीधरा +पदवीम् +पदवृत्तयः +पदवृद्धिः +पदवेदने +पदव्य +पदव्यः +पदव्यत्ययः +पदव्यवस्था +पदव्यवायेऽपि +पदव्यवायेऽपीति +पदव्या +पदव्यां +पदव्याः +पदव्याख्यान +पदशः +पदशक्तिः +पदशतं +पदशब्द +पदशब्दः +पदशब्दस्य +पदशब्देन +पदशब्दो +पदशो +पदश्लेषः +पदसंज्ञं +पदसंज्ञा +पदसंज्ञाया +पदसंज्ञायां +पदसंस्थितः +पदसङ्गतिः +पदसञ्ज्ञा +पदसमन्वयः +पदसमुदायः +पदसमुदायस्य +पदसमूहः +पदसमूहे +पदसमूहो +पदसम्बन्धी +पदस्तोभः +पदस्तोभाः +पदस्तोभौ +पदस्थ +पदस्थं +पदस्थः +पदस्था +पदस्थानं +पदस्थाने +पदस्थान् +पदस्थितः +पदस्थो +पदस्फोटः +पदस्य +पदस्यादौ +पदस्यान्ते +पदस्यापि +पदस्याभावात् +पदस्यार्थ +पदस्यार्थं +पदस्यार्थः +पदस्यार्थे +पदस्यार्थो +पदस्येति +पदस्येत्यधिकृतम् +पदस्येत्येव +पदस्येव +पदस्यैव +पदस्वरः +पदऽवीः +पदा +पदां +पदांबुजम् +पदांबुजे +पदांभोजं +पदाः +पदाक्रम्य +पदाङ्कदूतम् +पदाङ्गाधिकारे +पदाङ्गुष्ठनखौ +पदाजिः +पदाज्यातिगोपहतेषु +पदात +पदातय +पदातयः +पदातयश्च +पदातयो +पदाता +पदाताश्च +पदाति +पदातिं +पदातिः +पदातिकः +पदातिनं +पदातिनः +पदातिनम् +पदातिना +पदातिनाम् +पदातिनौ +पदातिभिः +पदातिरेव +पदातिश्च +पदाती +पदातींश्च +पदातीनां +पदातीन् +पदातेः +पदातौ +पदात् +पदात्पदं +पदात्पदमपि +पदात्पदम् +पदात्परत्वात् +पदात्परस्य +पदात्मा +पदाथ +पदाद +पदादपरत्वात् +पदादपरत्वेन +पदादपि +पदादय +पदादयः +पदादाविति +पदादि +पदादिः +पदादिति +पदादिषु +पदादीनां +पदादेः +पदादेव +पदादेशः +पदादेशे +पदादौ +पदाद् +पदाद्यच् +पदाधिकारः +पदाधिकारस्य +पदाधिकारात् +पदाधिकारी +पदाधिकारे +पदाध्यायः +पदाध्याहार +पदाध्याहारः +पदाध्वा +पदाध्वानं +पदान +पदाना +पदानां +पदानामपि +पदानामिति +पदानामेकीकरणं +पदानामेव +पदानाम् +पदानि +पदानीति +पदानुगः +पदानुगाः +पदानुगान् +पदानुपूर्वी +पदाने +पदान् +पदान्त +पदान्तं +पदान्तः +पदान्तग्रहणं +पदान्तत्वात् +पदान्तत्वाभावात् +पदान्तत्वे +पदान्तद्विर्वचनवरेयलोपस्वरसवर्णानुस्वारदीर्घजश्चर्विधिषु +पदान्तयोः +पदान्तर +पदान्तरं +पदान्तरम् +पदान्तरस्य +पदान्तराणां +पदान्तराणामपि +पदान्तराणि +पदान्तरे +पदान्तरेण +पदान्तरैः +पदान्तविधौ +पदान्तस्थस्य +पदान्तस्य +पदान्तस्यान्यतरस्याम् +पदान्तस्येति +पदान्ता +पदान्ताट्टोरनामिति +पदान्ताट्टोरनाम् +पदान्तात् +पदान्तादति +पदान्तादिति +पदान्तादित्यनुवर्तते +पदान्तादित्येवं +पदान्ताद्वा +पदान्ताभ्यां +पदान्ते +पदान्यत्र +पदान्यनुनिक्रामति +पदान्यनुसरन्ति +पदान्यपि +पदान्यष्टादशैतानि +पदान्यष्टौ +पदान्येव +पदान्य् +पदान्वितम् +पदापि +पदाब्जं +पदाब्जे +पदाभावेऽपि +पदाभिधा +पदाभ्या +पदाभ्यां +पदामृतम् +पदाम् +पदाम्बुजं +पदाम्बुजमाश्रितोऽभूत् +पदाम्बुजम् +पदाम्बुजे +पदाम्भोज +पदाम्भोजं +पदाम्भोजे +पदाय +पदार +पदारविन्दं +पदारविन्दम् +पदारविन्दे +पदारूढः +पदारूढा +पदार्थ +पदार्थं +पदार्थः +पदार्थको +पदार्थगतत्वेन +पदार्थजातं +पदार्थजातस्य +पदार्थजातानि +पदार्थज्ञानं +पदार्थज्ञानस्य +पदार्थज्ञाने +पदार्थतया +पदार्थता +पदार्थताम् +पदार्थत्वं +पदार्थत्वमेव +पदार्थत्वम् +पदार्थत्वात् +पदार्थत्वादिति +पदार्थत्वाद् +पदार्थत्वे +पदार्थत्वेन +पदार्थद्वारेण +पदार्थधीः +पदार्थनिदर्शना +पदार्थनिरूपणम् +पदार्थप्रतिपादनम् +पदार्थबोधिन्यां +पदार्थभावना +पदार्थभेदः +पदार्थभेदे +पदार्थभेदेन +पदार्थमात्र +पदार्थमात्रं +पदार्थमात्रवाची +पदार्थमात्रस्य +पदार्थमात्रस्यैव +पदार्थमात्रे +पदार्थमेवं +पदार्थम् +पदार्थयोः +पदार्थवत् +पदार्थवाचक +पदार्थविद्या +पदार्थविद्यां +पदार्थविधया +पदार्थविपर्यासं +पदार्थवृत्तिः +पदार्थशक्तयः +पदार्थश्च +पदार्थसंसर्ग +पदार्थसमूहम् +पदार्थसमूहस्य +पदार्थसम्भावनान्ववसर्गगर्हासमुच्चयेषु +पदार्थस्तु +पदार्थस्मरणं +पदार्थस्मरणञ्च +पदार्थस्मरणे +पदार्थस्मृतिद्वारा +पदार्थस्य +पदार्थस्वरूपं +पदार्थहेतुक +पदार्थहेतुकं +पदार्था +पदार्थांशे +पदार्थांश्च +पदार्थाः +पदार्थात् +पदार्थादर्शे +पदार्थानतिवृत्तिः +पदार्थाना +पदार्थानां +पदार्थानामभावनात् +पदार्थानामेव +पदार्थानाम् +पदार्थानि +पदार्थानुक्रमकोषः +पदार्थानुपघातेन +पदार्थानुसमयः +पदार्थानुसमयेन +पदार्थान् +पदार्थान्तर +पदार्थान्तरं +पदार्थान्तरत्वं +पदार्थान्तरत्वे +पदार्थान्तरमिति +पदार्थान्तरमेव +पदार्थान्तरम् +पदार्थान्तरवत् +पदार्थान्तरस्य +पदार्थान्तरे +पदार्थान्तरेण +पदार्थान्तरेष्वपि +पदार्थाभावनी +पदार्थाभिनयो +पदार्थाभ्यां +पदार्थावगमाः +पदार्थाश्च +पदार्थास्ते +पदार्थास्तेषां +पदार्थिनः +पदार्थी +पदार्थे +पदार्थेति +पदार्थेन +पदार्थेनान्वेति +पदार्थेनेति +पदार्थेभ्य +पदार्थेभ्यः +पदार्थेभ्यो +पदार्थेषु +पदार्थेष्वपि +पदार्थैः +पदार्थैरेव +पदार्थो +पदार्थों +पदार्थोपस्थितिः +पदार्थोपस्थितेः +पदार्थोपस्थितौ +पदार्थोऽत्र +पदार्थोऽपि +पदार्थोऽस्ति +पदार्थौ +पदार्धं +पदार्धेन +पदावग्राहम् +पदावली +पदाविहारस्य +पदावृत्तिः +पदासनम् +पदास्वैरिबाह्यापक्ष्येषु +पदाऽवधीत् +पदि +पदिक +पदिकं +पदिकः +पदिका +पदिति +पदिश्य +पदिश्यते +पदी +पदीं +पदीष्ट +पदुम +पदुमावदी +पदुमिणीए +पदे +पदेकृत्य +पदेति +पदेन +पदेनाक्रम्य +पदेनाधिष्ठाय +पदेनापि +पदेनार्थो +पदेनेति +पदेनैकेन +पदेनैव +पदेनोच्यते +पदेपदे +पदेपदेश्वमेधस्य +पदेपदेऽश्वमेधस्य +पदेभ्य +पदेभ्यः +पदेभ्यो +पदेव +पदेश +पदेशं +पदेशः +पदेशात् +पदेशे +पदेशेन +पदेषु +पदेष्वपि +पदेष्वेव +पदेसं +पदेसो +पदेऽधरः +पदेऽन्यथा +पदेऽपचयिनी +पदेऽपदेशे +पदेऽपि +पदेऽश्वमेधस्य +पदै +पदैः +पदैककेन +पदैकदेशे +पदैकवाक्यता +पदैकेन +पदैरन्यैः +पदैरपि +पदैरवाप्यते +पदैरिति +पदैरियम् +पदैरेव +पदैरेवावगम्यते +पदैर् +पदैर्युक्ता +पदैश्च +पदैश्चतुर्भिः +पदैषिणः +पदैस्तथा +पदैस्त्रिभिः +पदो +पदों +पदोः +पदोच्चयः +पदोत्तरं +पदोत्तरपदं +पदोदयम् +पदोन +पदोन्नतिं +पदोपमा +पदोपहतः +पदोपादानं +पदोपादानम् +पदौ +पद् +पद्दन +पद्दन् +पद्दन्न +पद्दन्निति +पद्दन्नो +पद्दन्नोमास् +पद्ध +पद्धतयः +पद्धति +पद्धतिं +पद्धतिः +पद्धतिम् +पद्धतिविशेषः +पद्धती +पद्धतीनां +पद्धतेः +पद्धतौ +पद्धत्या +पद्धत्यां +पद्धत्याः +पद्धयां +पद्भयां +पद्भावः +पद्भावश्च +पद्भावे +पद्भावो +पद्भिः +पद्भिरेव +पद्भ्या +पद्भ्यां +पद्भ्यामाक्रम्य +पद्भ्यामिति +पद्भ्यामुदरेण +पद्भ्यामेव +पद्भ्याम् +पद्म +पद्मं +पद्मः +पद्मक +पद्मकं +पद्मकः +पद्मकञ्च +पद्मकन्दः +पद्मकन्दे +पद्मकम् +पद्मकरः +पद्मकरा +पद्मकरां +पद्मकर्णिकसंस्थाना +पद्मकर्णिकायां +पद्मकल्पस्य +पद्मकादि +पद्मकाद्युक्तं +पद्मकाष्ठञ्च +पद्मकाष्ठम् +पद्मकाष्ठे +पद्मकुण्डं +पद्मकुण्डे +पद्मके +पद्मकेशरम् +पद्मकेसरम् +पद्मकैः +पद्मको +पद्मकोशं +पद्मकोशः +पद्मकोशप्रतीकाशं +पद्मकोशीरं +पद्मकोशौ +पद्मखण्डे +पद्मगन्धं +पद्मगन्धा +पद्मगन्धि +पद्मगन्धिः +पद्मगर्भ +पद्मगर्भं +पद्मगर्भः +पद्मगर्भसमद्युतिः +पद्मगर्भे +पद्मगर्भो +पद्मगुणान्न +पद्मचारिणी +पद्मज +पद्मजं +पद्मजः +पद्मजन्मनः +पद्मजन्मना +पद्मजन्मा +पद्मजन्मेति +पद्मजम् +पद्मजस्य +पद्मजा +पद्मजां +पद्मजे +पद्मजेन +पद्मजो +पद्मञ्च +पद्मताम्रौ +पद्मतुंगं +पद्मतुङ्गं +पद्मतुङ्गकम् +पद्मत्वस्य +पद्मत्वेन +पद्मदलं +पद्मदले +पद्मदलेक्षण +पद्मदलेक्षणः +पद्मद्वयं +पद्मधारिणी +पद्मनयने +पद्मनाभ +पद्मनाभं +पद्मनाभः +पद्मनाभकम् +पद्मनाभञ्च +पद्मनाभतीर्थः +पद्मनाभनगरविधानसभाक्षेत्रम् +पद्मनाभन् +पद्मनाभश्च +पद्मनाभस्तु +पद्मनाभस्य +पद्मनाभादयो +पद्मनाभाय +पद्मनाभे +पद्मनाभेति +पद्मनाभेन +पद्मनाभो +पद्मनाभोऽमरप्रभुः +पद्मनाभोऽरविन्दाक्षः +पद्मनालं +पद्मनाले +पद्मनालेन +पद्मनिधये +पद्मनिधिं +पद्मनिधिः +पद्मनिधिना +पद्मनिभेक्षणः +पद्मनिभेक्षणम् +पद्मनेत्र +पद्मनेत्रं +पद्मनेत्रः +पद्मनेत्रा +पद्मनेत्राय +पद्मपट्टिका +पद्मपत्र +पद्मपत्रं +पद्मपत्रनिभेक्षणः +पद्मपत्रनिभेक्षणम् +पद्मपत्रनिभेक्षणाः +पद्मपत्रमिव +पद्मपत्रमिवांभसा +पद्मपत्रमिवाम्भसा +पद्मपत्रम् +पद्मपत्रवत् +पद्मपत्रविशालाक्षं +पद्मपत्रविशालाक्षी +पद्मपत्रविशालाक्षीं +पद्मपत्रस्थः +पद्मपत्रा +पद्मपत्राक्ष +पद्मपत्राक्षं +पद्मपत्राक्षः +पद्मपत्राक्षि +पद्मपत्राक्षी +पद्मपत्राणि +पद्मपत्रायतेक्षणः +पद्मपत्रायतेक्षणम् +पद्मपत्रायतेक्षणा +पद्मपत्रायतेक्षणाः +पद्मपत्रायतेक्षणाम् +पद्मपत्रिका +पद्मपत्रे +पद्मपत्रेण +पद्मपत्रेषु +पद्मपलाशलोचनम् +पद्मपलाशाक्ष +पद्मपलाशाक्षं +पद्मपलाशाक्षः +पद्मपलाशाक्षि +पद्मपलाशाक्षी +पद्मपलाशाक्षीं +पद्मपाणिः +पद्मपात्रे +पद्मपाद +पद्मपादं +पद्मपादः +पद्मपादतीर्थयात्रावर्णनम् +पद्मपादस्य +पद्मपादो +पद्मपीठं +पद्मपीठे +पद्मपीठोपरि +पद्मपीठोपरिष्टात्तु +पद्मपुर +पद्मपुरं +पद्मपुराण +पद्मपुराणम +पद्मपुराणम् +पद्मपुराणस्य +पद्मपुराणे +पद्मपुराणेऽपि +पद्मपुष्पं +पद्मपुष्पस्य +पद्मप्रबोधाय +पद्मप्रभा +पद्मप्रभाः +पद्मप्रभुः +पद्मप्रभोः +पद्मप्रिया +पद्मप्रिये +पद्मबन्धो +पद्मबाह्ये +पद्मबीजं +पद्मबीजानि +पद्मभुवा +पद्मभूः +पद्मभूरिति +पद्मभूषण +पद्मभूषणः +पद्मभूषणप्रशस्तिं +पद्मभूषणप्रशस्तिः +पद्मभूषणम् +पद्ममंशेन +पद्ममक्षितिर्व्योमान्तः +पद्ममध्ये +पद्ममपि +पद्ममर्धेन +पद्ममष्टदलं +पद्ममष्टपत्रं +पद्ममहापद्मौ +पद्ममाला +पद्ममालिख्य +पद्ममालिनी +पद्ममालिनीम् +पद्ममाली +पद्ममिति +पद्ममिव +पद्ममुखी +पद्ममुत्तमम् +पद्ममुद्रा +पद्ममुद्रां +पद्ममुशीरं +पद्ममेकं +पद्ममेकेन +पद्ममेव +पद्मम् +पद्मया +पद्मयोनये +पद्मयोनि +पद्मयोनिं +पद्मयोनिः +पद्मयोनिना +पद्मयोने +पद्मयोनेः +पद्मयोनेस्तु +पद्मयोरिति +पद्मरथः +पद्मराग +पद्मरागं +पद्मरागः +पद्मरागकम् +पद्मरागञ्च +पद्मरागदलान्वितम् +पद्मरागनिभं +पद्मरागमयं +पद्मरागवत् +पद्मरागश्च +पद्मरागसमप्रभम् +पद्मरागस्तुलयति +पद्मरागस्य +पद्मरागा +पद्मरागाः +पद्मरागाणां +पद्मरागे +पद्मरागेण +पद्मरागैः +पद्मरागैश्च +पद्मरागो +पद्मलोचन +पद्मलोचनः +पद्मलोचनम् +पद्मलोचना +पद्मलोचनाम् +पद्मवत् +पद्मवनं +पद्मवने +पद्मवर्णं +पद्मवर्णः +पद्मवर्णा +पद्मवर्णां +पद्मवर्णेन +पद्मवर्णो +पद्मवासिनी +पद्मविभूषण +पद्मविभूषणः +पद्मविभूषणप्रशस्तिः +पद्मविभूषणम् +पद्मविष्टरे +पद्मवीजं +पद्मशङ्खौ +पद्मशीर्षं +पद्मशेखरः +पद्मश्च +पद्मश्चैव +पद्मश्री +पद्मश्रीः +पद्मश्रीपुरस्कारं +पद्मश्रीपुरस्कारः +पद्मश्रीपुरस्कारभाजः +पद्मश्रीपुरस्काराः +पद्मश्रीप्रशस्तिः +पद्मसंज्ञकम् +पद्मसंभव +पद्मसंभवः +पद्मसंभवम् +पद्मसंभवे +पद्मसंस्थं +पद्मसंस्था +पद्मसंस्थितम् +पद्मसंहिता +पद्मसदृशे +पद्मसद्म +पद्मसमं +पद्मसमूहः +पद्मसमूहे +पद्मसम्भव +पद्मसम्भवः +पद्मसरः +पद्मसरसः +पद्मसरो +पद्मसुगन्धिना +पद्मसूत्रभवा +पद्मस्थं +पद्मस्था +पद्मस्य +पद्मस्येव +पद्मस्योपरि +पद्महस्तं +पद्महस्तः +पद्महस्ता +पद्महस्तां +पद्महस्ताय +पद्महस्ते +पद्महस्तो +पद्महीनामिव +पद्मा +पद्मां +पद्माः +पद्माकर +पद्माकरं +पद्माकरः +पद्माकरा +पद्माकराः +पद्माकरे +पद्माकरो +पद्माकारं +पद्माकारा +पद्माकारे +पद्माकारेण +पद्माकारौ +पद्माकृतिं +पद्माक्ष +पद्माक्षं +पद्माक्षः +पद्माक्षि +पद्माक्षी +पद्माक्षीं +पद्माक्षे +पद्माक्षो +पद्माख्यं +पद्माख्या +पद्माग्नौ +पद्माङ्कं +पद्माटः +पद्मातपत्रेण +पद्मात् +पद्मादि +पद्मादिचित्रालङ्काराः +पद्मादिभिः +पद्मादिषु +पद्मादीनां +पद्मादौ +पद्मानद्याः +पद्मानना +पद्मानने +पद्मानां +पद्मानि +पद्मानीव +पद्मान्तं +पद्मापते +पद्माभं +पद्माभा +पद्माय +पद्माया +पद्मायां +पद्मायाः +पद्मायाश्च +पद्मायै +पद्मार्चिते +पद्मालया +पद्मालयां +पद्मालये +पद्मावति +पद्मावती +पद्मावतीं +पद्मावतीके +पद्मावतीचरणचारणचक्रवर्ती +पद्मावतीति +पद्मावतीदर्शनेन +पद्मावतीदेवी +पद्मावतीदेव्याः +पद्मावतीनारायण +पद्मावतीलम्बकः +पद्मावतीलम्बके +पद्मावतीसखी +पद्मावत्यपि +पद्मावत्या +पद्मावत्यां +पद्मावत्याः +पद्मावत्याश्च +पद्मावत्युवाच +पद्मावत्यै +पद्माश्रिता +पद्मासन +पद्मासनं +पद्मासनः +पद्मासनगतं +पद्मासनगतः +पद्मासनगता +पद्मासनगतो +पद्मासनमिति +पद्मासनमिदं +पद्मासनम् +पद्मासनस्थं +पद्मासनस्थः +पद्मासनस्था +पद्मासनस्थां +पद्मासनस्थाय +पद्मासनस्थितं +पद्मासनस्थितः +पद्मासनस्थितो +पद्मासना +पद्मासनां +पद्मासनाय +पद्मासने +पद्मासनेन +पद्मासनो +पद्मासीनं +पद्मास्या +पद्मि +पद्मिनि +पद्मिनिका +पद्मिनी +पद्मिनीं +पद्मिनीः +पद्मिनीखण्डमण्डितम् +पद्मिनीति +पद्मिनीत्वं +पद्मिनीनां +पद्मिनीनाम् +पद्मिनीपत्रं +पद्मिनीपरिणयः +पद्मिनीपरिणये +पद्मिनीभिः +पद्मिनीमिव +पद्मिनीम् +पद्मिनीव +पद्मिनीषु +पद्मिनीसम्भवः +पद्मिन्य +पद्मिन्यः +पद्मिन्या +पद्मिन्यां +पद्मिन्याः +पद्मिन्यै +पद्मिन्यो +पद्मी +पद्मे +पद्मेति +पद्मेन +पद्मेव +पद्मेश +पद्मेषु +पद्मेऽपि +पद्मै +पद्मैः +पद्मैर्विप्राः +पद्मैश्च +पद्मैस्तु +पद्मो +पद्मोच्चं +पद्मोत्तरः +पद्मोत्तरस्य +पद्मोत्तरेण +पद्मोत्तरो +पद्मोत्पल +पद्मोत्पलानां +पद्मोत्पलानि +पद्मोदरे +पद्मोद्भव +पद्मोद्भवं +पद्मोद्भवा +पद्मोपरि +पद्मोवाच +पद्मौ +पद्म् +पद्म्यां +पद्य +पद्यं +पद्यः +पद्यकादम्बर्याम् +पद्यकाव्यम् +पद्यकाव्यानि +पद्यञ्च +पद्यत +पद्यताम् +पद्यति +पद्यते +पद्यतेः +पद्यत्यतदर्थे +पद्यद्वयं +पद्यद्वये +पद्यन्त +पद्यन्ते +पद्यपि +पद्यपुष्पाञ्जलिः +पद्यप्रतीकम् +पद्यबन्धः +पद्यम +पद्यमपि +पद्यमयी +पद्यमिति +पद्यमिदं +पद्यमिदम् +पद्यमेकं +पद्यम् +पद्ययोः +पद्यरचना +पद्यर्थे +पद्यसाहित्यम् +पद्यसे +पद्यस्य +पद्यस्व +पद्या +पद्यां +पद्याः +पद्यात +पद्यात् +पद्यात्पूर्वम् +पद्यात्मकं +पद्यादनन्तरं +पद्यादनन्तरम् +पद्यादौ +पद्यानां +पद्यानामनुक्रमणी +पद्यानि +पद्यानुक्रमणिका +पद्याभिः +पद्याभिर् +पद्याभ्यां +पद्याय +पद्यायै +पद्यारम्भः +पद्यावली +पद्यावल्यां +पद्यावल्याम् +पद्या॑भिः +पद्यु +पद्ये +पद्येत +पद्येति +पद्येन +पद्येरन् +पद्येषु +पद्येऽपि +पद्येऽभिलाषे +पद्येऽस्मिन् +पद्ये॑न॒ +पद्यैः +पद्यैश्च +पद्यों +पद्र +पद्वती +पद्वतीभ्यः +पद्वते +पद्वत् +पद्वन्तं +पद्वा +पद्‌ +पद्‌भ्यां +पद्‍भ्यां +पद॒वीः +पद᳘ं +पदꣳ +पध +पधं +पधः +पधनि +पधनिस +पधनी +पधनीति +पधा +पधात् +पधानं +पधानि +पधाया +पधि +पध्दतिः +पध्यायः +पन +पनं +पनः +पनतिः +पनन्त +पनम् +पनय +पनयन्त +पनयन्ति +पनवेल +पनस +पनसं +पनसः +पनसकण्टके +पनसपाकाय +पनसफलं +पनसफलम् +पनसम् +पनसवृक्षः +पनसवृक्षे +पनसश्चैव +पनसस्तथा +पनसस्य +पनसा +पनसानां +पनसानि +पनसान् +पनसाम्रहरीतकी +पनसिका +पनसिकां +पनसे +पनसेन +पनसैः +पनसैस्तथा +पनसो +पनस्य +पनस्यते +पनस्यवे +पनस्युवः +पना +पनात् +पनाम +पनामा +पनायत +पनायति +पनाय्यं +पनाय्यम् +पनि +पनिप्नतं +पनिप्नतम् +पनिषत् +पनिषदः +पनिषदि +पनिषदियम् +पनि॑प्नतं +पनि॑प्नतम् +पनी +पनीय +पनीयसी +पनीयसे +पनी॑यसी +पनी॑यसे +पनु +पने +पनैः +पनो +पन् +पन्च +पन्त +पन्तः +पन्ति +पन्ती +पन्तु +पन्ते +पन्थ +पन्थः +पन्थक +पन्थकं +पन्थकः +पन्थकम् +पन्थकस्य +पन्थकेन +पन्थको +पन्थयति +पन्थस्य +पन्था +पन्थां +पन्थां॑ +पन्थां॒ +पन्थाः +पन्थाः॑ +पन्थान +पन्थानं +पन्थानः +पन्थानमकुतोभयम् +पन्थानमावृत्य +पन्थानमासाद्याग्निलोकमागच्छति +पन्थानमिति +पन्थानम् +पन्थानश्च +पन्थानस् +पन्थाना +पन्थानो +पन्थानौ +पन्थामगन्म +पन्थामगस्महि +पन्थामनु +पन्थामनुपस्पशानम् +पन्थामन्वेतवा +पन्थामिति +पन्थामृतस्य +पन्थाम् +पन्थाश्च +पन्थास् +पन्थास्तस्य +पन्थास्तेन +पन्था॑ +पन्था॑ः +पन्था॑नो +पन्था॑मनु॒दृश्य॒ +पन्था॑म् +पन्था॒ +पन्था॒मनु॑ +पन्था॒मन्वे॑त॒वा +पन्थो +पन्द्रह +पन्द्रहवां +पन्द्रहवें +पन्न +पन्नं +पन्नः +पन्नग +पन्नगं +पन्नगः +पन्नगगवीगुम्फेषु +पन्नगपतेः +पन्नगम् +पन्नगसत्तम +पन्नगस्य +पन्नगा +पन्नगाः +पन्नगाकृतिः +पन्नगानां +पन्नगानिव +पन्नगान् +पन्नगाशन +पन्नगाशनः +पन्नगाशिनाम् +पन्नगाश्च +पन्नगास्तक्षकादयः +पन्नगास्तथा +पन्नगी +पन्नगीम् +पन्नगे +पन्नगेन +पन्नगेन्द्र +पन्नगेन्द्रवधूमिव +पन्नगेन्द्रस्य +पन्नगेश्वरः +पन्नगेषु +पन्नगैः +पन्नगैरिव +पन्नगो +पन्नगोत्तमः +पन्नगोत्तमम् +पन्नगोत्तमाः +पन्नगोत्तमैः +पन्नगोदरं +पन्नगौ +पन्नमिति +पन्नम् +पन्नस्य +पन्ना +पन्नाः +पन्नागाराः +पन्नामण्डलम् +पन्नामण्डलस्य +पन्नी +पन्ने +पन्नेजनीः +पन्नेजनीर्गृह्णाति +पन्नो +पन्नों +पन्य +पन्यं +पन्यः +पन्यतमाय +पन्यते +पन्यसा +पन्यसे +पन्या +पन्यासः +पन्ये +पन्यो +पन्य॒ +पन्वा +पप +पपक्थ +पपच +पपच्छ +पपतुः +पपत्ति +पपत्तिः +पपत्तिरिति +पपत्तेः +पपत्त्या +पपथुः +पपद्यत +पपद्यते +पपन +पपनि +पपन्न +पपन्नं +पपन्नः +पपन्नम् +पपन्ना +पपप +पपरतुः +पपा +पपाच +पपाट +पपाठ +पपात +पपाताथ +पपाताशु +पपातास्य +पपाते +पपातेति +पपातेत्यर्थः +पपातोपरि +पपातोर्व्यां +पपाथ +पपाद +पपादयति +पपान +पपार +पपाल +पपि +पपिः +पपितफलं +पपिथ +पपिरे +पपिव +पपिवांसं +पपिवांसा +पपिवान् +पपिऽवान् +पपी +पपीः +पपीभ्यः +पपीयात् +पपु +पपुः +पपुम्पारेमण्डलम् +पपुरि +पपुरिं +पपुरिः +पपुर्जलम् +पपुर्वारि +पपुवा +पपुश्च +पपुषः +पपु॑रिं +पपृक्षे +पपृचानस्य +पपृचासि +पपृच्याम् +पपे +पपौ +पप्त +पप्तः +पप्तत +पप्तिम +पप्ने +पप्यः +पप्ये +पप्यौ +पप्र +पप्रच्च्ह +पप्रच्च्हुः +पप्रच्छ +पप्रच्छः +पप्रच्छतुः +पप्रच्छाथ +पप्रच्छाधीहि +पप्रच्छानामयं +पप्रच्छु +पप्रच्छुः +पप्रच्छुर् +पप्रच्छुर्मुनयो +पप्रच्छुर्विनयान्विताः +पप्रच्छुश्च +पप्रच्छुस्तं +पप्रच्छुस्तदनन्तरम् +पप्रच्छुस्ते +पप्रच्छुह् +पप्रच्छू +पप्रच्छेति +पप्रच्छेत्यर्थः +पप्रच्छेदं +पप्रच्छैवं +पप्रच्छोशनसं +पप्रछुः +पप्रतुः +पप्रथत् +पप्रथन्त +पप्रथाना +पप्रथानाः +पप्रथे +पप्रयः +पप्रा +पप्राथ +पप्रिं +पप्रिः +पप्रितमं +पप्रितमम् +पप्रिम् +पप्रिषे +पप्रुः +पप्रौ +पफ +पफणतुः +पफणिथ +पफणुः +पफाल +पफौ +पब +पब्लिक +पब्लिकेशन् +पब्लिक् +पब्लिशिंग +पभ +पभा +पभिः +पभो +पभ्द्यां +पम +पमं +पमः +पमदवणं +पमम् +पमा +पमाः +पमाणं +पमादो +पमानं +पमिति +पम् +पम्प +पम्पं +पम्पः +पम्पस् +पम्पस्य +पम्पा +पम्पां +पम्पाक्षेत्रम् +पम्पातीरे +पम्पाया +पम्पायां +पम्पायाः +पम्पासरः +पम्पासरसि +पम्पासलिलानि +पम्फुलीति +पम्फुल्यते +पय +पयं +पयः +पयःपयोधौ +पयःपान +पयःपानं +पयःपानम् +पयःपूरो +पयःपेटी +पयःप्रदानेन +पयःप्रभृति +पयःप्रभृतिभिः +पयःप्रभृतीनि +पयःफेननिभाः +पयःशब्देन +पयःसाम +पयःसु +पयःऽभिः +पयः॑ +पयः॑ऽभिः +पयआदिभिः +पयआदीनि +पयत +पयति +पयते +पयत् +पयन् +पयन्ति +पयमा +पयम् +पयश् +पयश्च +पयश्चापि +पयश्चैव +पयश्छागं +पयस +पयसं +पयसः +पयसश्च +पयसश्चैव +पयसस्तथा +पयसस्तु +पयसा +पयसां +पयसाग्निहोत्रं +पयसाज्येन +पयसापि +पयसाभि +पयसामर्णव +पयसामिव +पयसाम् +पयसालोड्य +पयसाऽइव +पयसाऽपि +पयसि +पयसी +पयसीव +पयसे +पयसेति +पयसेव +पयसैव +पयसैवास्मै +पयसो +पयसोः +पयसोऽपि +पयसोऽष्टगुणं +पयस् +पयस्कल्पा +पयस्काम्यति +पयस्ततः +पयस्तथा +पयस्तव +पयस्तु +पयस्तेन +पयस्पाशम् +पयस्फातिं +पयस्य +पयस्यते +पयस्यपि +पयस्यम् +पयस्यया +पयस्ययेति +पयस्या +पयस्यां +पयस्याया +पयस्यायां +पयस्यायाः +पयस्यायै +पयस्य् +पयस्व +पयस्वती +पयस्वतीं +पयस्वतीः +पयस्वतीरोषधय +पयस्वतीरोषधयः +पयस्वतीर् +पयस्वत् +पयस्वद् +पयस्वद्वीरुधां +पयस्वन् +पयस्वन्त +पयस्वन्तं +पयस्वन्तः +पयस्वन्तो +पयस्वानग्न +पयस्वानग्ने +पयस्वान् +पयस्वाꣳ +पयस्विनी +पयस्विनीं +पयस्विनीः +पयस्विनीम् +पयस्विन्यः +पयस्विन्याः +पयस्वी +पया +पयाँ +पयाँसि +पयां +पयांसि +पयांसीति +पयांसीव +पयां॑सि +पयां॑सि॒ +पयान्ति +पयामास +पयायते +पयासि +पयाꣳ +पयाꣳसि +पयि +पयितुं +पयित्वा +पयिष्यन् +पयु +पयुज्यते +पये +पयेत् +पयो +पयोः +पयोग +पयोगः +पयोगितया +पयोगे +पयोग्रहा +पयोग्रहाः +पयोग्रहाणां +पयोग्रहान् +पयोग्रहे +पयोद +पयोदः +पयोदधि +पयोदनिवहैरिव +पयोदमिव +पयोदवातादिव +पयोदसमये +पयोदसुहृदामानन्दकेकाः +पयोदस्य +पयोदा +पयोदां +पयोदाः +पयोदानां +पयोदान्ते +पयोदे +पयोदैः +पयोदो +पयोधय +पयोधयः +पयोधर +पयोधरं +पयोधरः +पयोधरतटे +पयोधरम् +पयोधरयुगं +पयोधरयुगे +पयोधरयोः +पयोधररसं +पयोधरा +पयोधराः +पयोधराणां +पयोधरान् +पयोधरीभूतचतुःसमुद्रां +पयोधरे +पयोधरेण +पयोधरेणोरसि +पयोधरेषु +पयोधरैः +पयोधरो +पयोधरोत्सेधनिपातचूर्णिताः +पयोधरोत्सेधविशीर्णसंहति +पयोधरौ +पयोधाः +पयोधि +पयोधिं +पयोधिः +पयोधिना +पयोधिमध्ये +पयोधिम् +पयोधे +पयोधेः +पयोधौ +पयोनिधनम् +पयोनिधि +पयोनिधिं +पयोनिधिः +पयोनिधिम् +पयोनिधे +पयोनिधेः +पयोनिधौ +पयोनुपानं +पयोबिन्दवः +पयोभक्षा +पयोभक्षो +पयोभि +पयोभिः +पयोभिर् +पयोभिर्वा +पयोभिश्च +पयोभ्याम् +पयोमध्ये +पयोमांसं +पयोमिश्रं +पयोमुखम् +पयोमुच +पयोमुचः +पयोमुचा +पयोमुचां +पयोमुचाम् +पयोमुचो +पयोमूलफलैर्वापि +पयोयुक्तं +पयोराशौ +पयोरूपं +पयोरूपेण +पयोवाहं +पयोवाहाः +पयोविन्दवः +पयोवृधं +पयोवृधा +पयोव्रत +पयोव्रतं +पयोव्रतः +पयोव्रतम् +पयोव्रती +पयोव्रतो +पयोष्णी +पयोष्णीं +पयोष्ण्यां +पयोऽथ +पयोऽथवा +पयोऽनुद्धृतसारञ्च +पयोऽनुपानं +पयोऽन्वितम् +पयोऽपि +पयोऽमृतं +पयोऽम्बु +पयोऽश्नुते +पयोऽसि +पयोऽसीति +पयो॑ +पयो॑भिः +पयो॑ऽसि +पयो॒ +पयो॒ऽमृतं॒ +पय॑ +पय॑ः +पय॑स +पय॑सः +पय॑सा +पय॑साऽइव +पय॑सा॒ +पय॑सा॒भि +पय॑सि॒ +पय॑सेव +पय॑स्वती +पय॑स्वतीः +पय॑स्वानग्न॒ +पय॑स्वान् +पय॒ +पय॒स्सोम॑ +पर +परं +परंकार्यत्वं +परंकार्यत्वाच्च +परंकार्यत्वे +परंज्योति +परंज्योतिः +परंतप +परंतपः +परंतपम् +परंतपाः +परंतपेति +परंतपौ +परंतु +परंधाम +परंपदम् +परंपरं +परंपरया +परंपरा +परंपरितं +परंब्रह्म +परं॑ +परं॒ +परः +परःपरः +परःशतं +परःशता +परःशताः +परःशतानि +परःशतैः +परःसहस्रा +परःसहस्राणि +परःसामसु +परःसामानः +परःसामानो +परः॑ +परएव +परक +परकथाः +परकरेषु +परकर्माण्युपहनिष्यामि +परकलत्रम् +परकलत्राभिगमनम् +परकाय +परकायप्रवेशनम् +परकायस्य +परकाये +परकार्य +परकार्यं +परकाल +परकाले +परकालेन +परकी +परकीय +परकीयं +परकीयः +परकीयनिपानेषु +परकीयमर्थं +परकीयमिति +परकीयम् +परकीयस्य +परकीया +परकीयां +परकीयाः +परकीयात्वं +परकीयानां +परकीयाया +परकीयाविव +परकीये +परकीयेति +परकीयेषु +परकीयैः +परकीयैव +परकीयो +परकुले +परकृत +परकृतं +परकृतमपि +परकृता +परकृति +परकृतिः +परके +परक्यासु +परक्रिया +परक्षेत्रप्रवापिणः +परक्षेत्रादायाति +परक्षेत्रान्न +परक्षेत्रे +परक्षेपभागा +परख +परगणा +परगणामण्डलम् +परगना +परगवे +परगाछा +परगामिनि +परगामिनी +परगामिन्यपि +परगुणं +परगुणा +परगुणात्मगुणानां +परगुणे +परगुणेषु +परगुरो +परगृहं +परगृहगतैः +परगृहवासः +परगृहे +परगेहे +परगोत्रे +परग्रहणं +परङ्य़ान +परच +परचक्रं +परचक्रप्रमथनं +परचक्रभयं +परचक्रभये +परचक्रस्य +परचक्रागमं +परचक्रागमः +परचक्रागमे +परचक्रागमो +परचक्रेण +परचित्तज्ञानं +परचित्तज्ञानम् +परचित्तानुवर्तनम् +परचित्ते +परचित्सुखरूपमेकं +परचिदम्बरनटं +परचिन्मयात्मन् +परच्छिद्रं +परच्छिद्राणि +परछाही +परछाहीं +परजनमुखवाष्पं +परजने +परजन्मनि +परजीवयोः +परज्ञानेन +परज्योतिः +परञ्च +परञ्चापरञ्च +परञ्चापरमेव +परञ्ज्योतिः +परण +परणे +परत +परतः +परतःप्रमाण +परतत्त्वं +परतत्त्वम् +परतत्त्ववित् +परतत्त्वे +परतत्त्वेन +परतत्व +परतन्त्र +परतन्त्रं +परतन्त्रः +परतन्त्रतया +परतन्त्रता +परतन्त्रत्वं +परतन्त्रत्वात् +परतन्त्रम् +परतन्त्रवृत्तयश्च +परतन्त्रस्य +परतन्त्रा +परतन्त्राः +परतन्त्राणां +परतन्त्राणि +परतन्त्राभिसंवृत्या +परतन्त्राय +परतन्त्रासिद्धः +परतन्त्रास्तिता +परतन्त्रीकृताः +परतन्त्रे +परतन्त्रेण +परतन्त्रेषु +परतन्त्रो +परतया +परतयैव +परतयोच्यते +परतर +परतरं +परतरः +परतरम् +परतरा +परतरे +परतरो +परतश्च +परतश्चापि +परतश्चेति +परतश्चेत् +परतश्चेन्न +परतश्चैव +परतश्छन्दसि +परतस्ततः +परतस्तथा +परतस्तु +परतस्त्रिषु +परतस्त्वं +परतस्त्वम् +परतस्त्वे +परता +परतां +परतापनः +परति +परतीरं +परतीरे +परतु +परतुष्टिहेतोः +परते +परतो +परतोऽन्यतरस्यां +परतोऽपि +परतोऽस्य +परत्र +परत्रापि +परत्राप्येवमेव +परत्राऽपि +परत्रे +परत्रेति +परत्रेह +परत्रैव +परत्व +परत्वं +परत्वजुषो +परत्वनाशः +परत्वमपरत्वं +परत्वमपरत्वकम् +परत्वमपि +परत्वमिति +परत्वमेव +परत्वमेवाह +परत्वम् +परत्वस्य +परत्वस्यापि +परत्वा +परत्वाच्च +परत्वात् +परत्वादतो +परत्वादनेन +परत्वादयं +परत्वादिकं +परत्वादिति +परत्वादियङ् +परत्वाद् +परत्वाद्गुणः +परत्वाद्बाधते +परत्वाद्वृद्धिः +परत्वाद्वृद्धौ +परत्वान्नित्यत्वाच्च +परत्वान्नुट् +परत्वापरत्व +परत्वापरत्वयोः +परत्वापरत्वे +परत्वाभावात् +परत्वाल्लोपः +परत्वे +परत्वेन +परत्वेऽपि +परथा +परदण्डेन +परदत्तं +परदत्तां +परदा +परदार +परदारं +परदारकृतं +परदारपरद्रव्य +परदारप्रधर्षकाः +परदाररतः +परदाररता +परदाररताः +परदाररताश्च +परदाररतो +परदारा +परदारांश्च +परदाराः +परदाराणां +परदारादिभ्यः +परदारान् +परदारान्न +परदाराभिगमनं +परदाराभिमर्शनम् +परदाराभिमर्शनात् +परदाराभिमर्षणम् +परदारावरोधस्य +परदाराश्च +परदारे +परदारेषु +परदारोपसेवकः +परदारोपसेवनम् +परदारोपसेवा +परदिन +परदिने +परदीपप्रबोधनात् +परदु +परदुःखं +परदुःखदुःखी +परदुःखप्रहाणेच्छा +परदुःखे +परदुःखेन +परदूषणे +परदृष्ट्या +परदे +परदेवता +परदेवतां +परदेवताम् +परदेवताया +परदेवतायां +परदेवतायाः +परदेश +परदेशं +परदेशगः +परदेशमें +परदेशम् +परदेशात् +परदेशी +परदेशीयानां +परदेशे +परदेहे +परदेहेषु +परदोषप्रकाशनं +परदोषप्रकाशनम् +परदोषान् +परद्र +परद्रव्य +परद्रव्यं +परद्रव्याणि +परद्रव्यापहरणं +परद्रव्यापहारकः +परद्रव्यापहारिणः +परद्रव्यापहारी +परद्रव्याभिलाषी +परद्रव्ये +परद्रव्येषु +परद्रव्येष्वभिध्यानं +परद्रोहं +परद्रोहकर्मधीः +परधनं +परधनहरणाभिरतास्तुषधान्यं +परधनहरणे +परधने +परधर्म +परधर्मं +परधर्मः +परधर्मश्च +परधर्मस्तु +परधर्मस्य +परधर्मा +परधर्मात् +परधर्मात्स्वनुष्ठितात् +परधर्मे +परधर्मेण +परधर्मो +परधर्मोऽपि +परन +परनये +परनारीं +परनि +परनिन्दकः +परनिन्दा +परनिन्दां +परनिपात +परनिपातः +परनिपाते +परनिमित्तं +परनिमित्तक +परनिमित्तकः +परनिमित्तकस्तस्य +परनिर्मितवशवर्तिनो +परनिर्मितवशवर्ती +परनिर्वृतये +परनेत्रेषु +परन् +परन्त +परन्तप +परन्तपः +परन्तपम् +परन्तपाः +परन्तपेति +परन्तपौ +परन्तु +परन्त्वत्र +परन्त्वयं +परन्धाम +परप +परपक्ष +परपक्षं +परपक्षः +परपक्षस्य +परपक्षे +परपक्षेषु +परपक्षो +परपत्नी +परपद +परपदं +परपदप्रक्रिया +परपदम् +परपदानि +परपदार्थान् +परपदे +परपरिग्रहसंश्लेषपराङ्मुखी +परपरिग्रहे +परपाकं +परपिण्डोपजीविनः +परपीडनम् +परपीडया +परपीडा +परपीडां +परपीडाकरं +परपीडाकरस्वभावः +परपीडादिहेतुत्वाद्धर्मोपयुक्तशरीरादिधारणमात्रादिविषयत्वायकामरागविवर्जितम् +परपीडावर्जनम् +परपुंसां +परपुंसि +परपुद्गलजं +परपुरंजय +परपुरंजयः +परपुरंजयम् +परपुरञ्जय +परपुरञ्जयः +परपुरुष +परपुरुषं +परपुरुषस्य +परपुरुषे +परपुरुषेण +परपुष्टः +परपुष्टया +परपुष्टा +परपुष्टे +परपूरुष +परपूरुषः +परपूरुषम् +परपूर्वत्वं +परपूर्वत्वम् +परपूर्वत्वे +परपूर्वा +परपूर्वापतिः +परपूर्वापतिस्तथा +परपूर्वासु +परप्रकरणे +परप्रकृतयो +परप्रत्ययनेयबुद्धिः +परप्रत्ययस्य +परप्रत्यायनाय +परप्रयत्नेन +परप्रयुक्तः +परप्रयुक्तानां +परप्रयुक्तेन +परप्रयोगः +परप्राप्तिः +परप्रीत्या +परप्रेमास्पदं +परप्रेमास्पदतया +परप्रेमास्पदत्वेन +परप्रेम्णा +परप्रेरणया +परप्रेष्या +परब +परबलं +परबलपर्यापनकर्तृतया +परबलप्राबल्यं +परबलभटप्रधानत्वेन +परबलमितप्रभूतं +परबलविजयाय +परबलस्य +परबलस्वबलयोः +परबलार्दनः +परबलार्दनम् +परबीजानि +परबुद्ध्या +परबोधस्वातन्त्र्यस्वभावस्य +परब्रह्म +परब्रह्मण +परब्रह्मणः +परब्रह्मणा +परब्रह्मणि +परब्रह्मणे +परब्रह्मणो +परब्रह्मन् +परब्रह्मपरं +परब्रह्मपरा +परब्रह्मप्रदायकम् +परब्रह्मभूतः +परब्रह्मभूतो +परब्रह्मरसं +परब्रह्मरूपं +परब्रह्मरूपेण +परब्रह्मर्षिः +परब्रह्मलग्नोऽस्मि +परब्रह्मलिङ्गं +परब्रह्मविदां +परब्रह्मसत्तास्वभावो +परब्रह्मसाधारणतया +परब्रह्मस्वरूपं +परब्रह्मस्वरूपः +परब्रह्मस्वरूपस्य +परब्रह्मस्वरूपा +परब्रह्मस्वरूपाय +परब्रह्मस्वरूपिणम् +परब्रह्मस्वरूपिणी +परब्रह्मस्वरूपेण +परब्रह्मा +परब्रह्माख्यं +परब्रह्मात्मकं +परब्रह्मात्मके +परब्रह्मात्मिका +परब्रह्माद्वैतपदोपक्षेपविरोधी +परब्रह्माऽक्षरातीतं +परब्रह्मेति +परब्रह्मैव +परब्रह्मोपनिषत् +परभक्ति +परभक्तिः +परभणी +परभणीमण्डलं +परभणीमण्डलम् +परभा +परभाग +परभागं +परभागः +परभागस्य +परभागे +परभागो +परभाग्योपजीविनः +परभाग्योपजीवी +परभार्या +परभार्यासु +परभाव +परभावं +परभावः +परभावस्य +परभावेन +परभावो +परभाषा +परभिन्ना +परभुक्ता +परभूते +परभूमिं +परभूमिषु +परभूमौ +परभृत +परभृतः +परभृतविरुतं +परभृतशिशो +परभृता +परभृतां +परभृताः +परभृतानां +परभृताभिरितीव +परभृताविरुतैश्च +परभृतिका +परभृतिके +परभृते +परभृतेति +परभृतोन्मुखी +परभृत् +परभेदः +परभोगिभोगान् +परम +परमं +परमंपदम् +परमः +परमऋषिभ्यः +परमऋषिभ्यो +परमकं +परमकल्याण +परमकल्याणं +परमकान्तया +परमकारण +परमकारणं +परमकारणम् +परमकारणस्य +परमकारणे +परमकारीषगन्धीपुत्रः +परमकारुणिक +परमकारुणिकं +परमकारुणिकः +परमकारुणिकतया +परमकारुणिकम् +परमकारुणिकस्य +परमकारुणिकाः +परमकारुणिके +परमकारुणिकेन +परमकारुणिको +परमकीर्त्तयः +परमकुण्डली +परमकुण्डलीम् +परमकृत्वा +परमकृपया +परमकृपालुत्वमसहमानाः +परमके +परमकैवल्यम् +परमको +परमकोपनः +परमकोपनम् +परमक्रान्ति +परमक्रान्तिज्या +परमक्रुद्धः +परमक्रुद्धा +परमक्रुद्धाः +परमक्रुद्धो +परमक्षरम् +परमक्ष्युतावरम् +परमगवः +परमगहनो +परमगुरवे +परमगुरावर्पणं +परमगुरु +परमगुरुः +परमगुरुभ्यो +परमगुरोः +परमगुरौ +परमघोरे +परमज्या +परमञ्च +परमत +परमतं +परमतः +परमतत्त्वं +परमतत्त्वम् +परमतत्त्वस्य +परमतमुपन्यस्य +परमतम् +परमता +परमतां +परमतात्पर्यनिरूपणम् +परमताम् +परमतिरिच्यत +परमते +परमतेजस्वी +परमतेन +परमतेऽपि +परमतो +परमत्थविआरे +परमत्यन्तं +परमत्र +परमत्व +परमत्वं +परमत्वम् +परमत्वे +परमथ +परमदं +परमदत्तः +परमदारुणः +परमदारुणम् +परमदारुणा +परमदारुणाः +परमदारुणाम् +परमदारुणे +परमदुःखितः +परमदुःखिता +परमदुःखिताम् +परमदुर्जयः +परमदुर्जयम् +परमदुर्मतिः +परमदुर्मनाः +परमदुर्लभः +परमदुर्लभम् +परमदुर्लभा +परमदुर्लभाम् +परमदुश्चरम् +परमदुष्करम् +परमदैवतम् +परमद्यापि +परमद्युतिः +परमधन्विनौ +परमधर्मवित् +परमधर्मात्मा +परमधर्म्मात्मा +परमधाम +परमधार्मिक +परमधार्मिकः +परमधार्मिकम् +परमधार्मिकाः +परमधार्मिकान् +परमधार्म्मिकः +परमधार्म्मिकाः +परमध्यास्महे +परमनापितः +परमनारीणां +परमनिःश्रेयसं +परमनियौ +परमनुगृह्णात्युपहन्ति +परमनेन +परमनौचित्यं +परमन्तं +परमन्तपः +परमन्त्रान् +परमन्यं +परमन्यः +परमन्यदस्ति +परमपतिव्रता +परमपद +परमपदं +परमपदस्य +परमपदे +परमपरं +परमपरः +परमपरञ्च +परमपरिमितं +परमपरिमितां +परमपवित्र +परमपवित्रं +परमपावनं +परमपावनः +परमपावनम् +परमपावनाः +परमपावनी +परमपावनीम् +परमपावने +परमपावनैः +परमपि +परमपिता +परमपुरुष +परमपुरुषं +परमपुरुषः +परमपुरुषम् +परमपुरुषशरीरतया +परमपुरुषशरीरत्वेनेति +परमपुरुषसंहिता +परमपुरुषसंहितायाः +परमपुरुषसचिवस्य +परमपुरुषसहायः +परमपुरुषस्य +परमपुरुषस्यैव +परमपुरुषार्थ +परमपुरुषार्थं +परमपुरुषार्थः +परमपुरुषार्थतया +परमपुरुषार्थलक्षणमोक्षसाधनतया +परमपुरुषार्थसाधनं +परमपुरुषार्थे +परमपुरुषार्थो +परमपुरुषे +परमपुरुषेण +परमपुरुषो +परमपूजितम् +परमपूज्य +परमपूरुषः +परमपूरुषम् +परमप्रकृतमुपसंहरति +परमप्रतीतः +परमप्रशान्तरूपं +परमप्रहृष्टाः +परमप्राप्यं +परमप्राप्यतया +परमप्रियः +परमप्रीत +परमप्रीतः +परमप्रीता +परमप्रीताः +परमप्रीतो +परमप्रीतौ +परमप्रीत्या +परमप्रेम्णा +परमफल +परमफलं +परमफलज्या +परमफले +परमबीभत्से +परमबुद्धिमान् +परमब्रह्म +परमब्रह्मभूतस्य +परमभक्तः +परमभक्ता +परमभक्तिः +परमभक्त्या +परमभट्टारक +परमभट्टारको +परमभास्वरम् +परमभिधानात् +परमभ्याददीत +परमभ्येति +परममङ्गलम् +परममद्भुतम् +परममन्नाद्यं +परममन्युमान् +परमममृतं +परममहति +परममहत्त्वं +परममहान् +परममा +परममायुधम् +परममास्थितः +परममिति +परममित्युक्त्वा +परममित्रं +परममित्रञ्च +परममी +परममुक्तौ +परममुख्यया +परममुच्यते +परममुत्कृष्टं +परममेव +परममैश्वरं +परमम् +परमम्पदम् +परमयं +परमयनं +परमयनमाश्रयो +परमया +परमयान्वितः +परमयोगी +परमरमणीया +परमरहस्यं +परमराजः +परमरूपयौवनाभिः +परमर्तः +परमर्दिदेवस्य +परमर्द्धिमत् +परमर्षय +परमर्षयः +परमर्षये +परमर्षि +परमर्षिः +परमर्षिणा +परमर्षिभिः +परमर्षीणां +परमलुवौ +परमवधूतः +परमवल्गुना +परमवस्तुनि +परमवाचा +परमवाचे +परमवाजिभिः +परमवाप्स्यथ +परमवारिणा +परमविदुषः +परमविदुषां +परमविद्वान् +परमविस्मितः +परमवीरचक्रम् +परमवीर्यवान् +परमवेगवान् +परमवैष्णवः +परमवैष्णवम् +परमवैष्णवाः +परमव्यक्तं +परमव्यक्तमव्यक्तात् +परमव्यक्तमव्यक्तात्पुरुषः +परमव्ययम् +परमव्योम +परमव्योम्नि +परमशब्दः +परमशब्देन +परमशर +परमशान्तिं +परमशिव +परमशिवं +परमशिवः +परमशिवस्य +परमशिवे +परमशोभनः +परमशोभनम् +परमशोभना +परमशोभनाः +परमशोभनाम् +परमश्च +परमश्चासौ +परमश्नुते +परमसंक्रुद्धो +परमसंमतः +परमसंमतम् +परमसंमता +परमसंविग्नो +परमसंहृष्टः +परमसंहृष्टा +परमसंहृष्टो +परमसः +परमसन्तुष्टः +परमसर्पिः +परमसह्यस्तु +परमसाधनम् +परमसुख +परमसुखं +परमसुखदं +परमसुखमयं +परमसुखमये +परमसुखैक्यमयी +परमसुन्दरम् +परमसुन्दरी +परमसुहृदे +परमसुहृदो +परमसूक्ष्मं +परमसेना +परमसौ +परमसौगत +परमसौगतः +परमस् +परमस्तथा +परमस्ति +परमस्तीति +परमस्तु +परमस्त्रीणां +परमस्य +परमस्या +परमस्यां +परमस्याः +परमस्याम् +परमहं +परमहंस +परमहंसः +परमहंसगतिं +परमहंसपरिव्राजकः +परमहंसपरिव्राजकाचार्यस्य +परमहंसपरिव्राजकानां +परमहंसपरिव्राजको +परमहंसश्च +परमहंसस्य +परमहंसा +परमहंसाः +परमहंसानां +परमहंसाय +परमहंसो +परमहर्षितः +परमहर्षिता +परमहर्षेण +परमहो +परमा +परमां +परमांसेन +परमाः +परमाकाश +परमाकाशं +परमाकाशे +परमाक्षरम् +परमाख्यानं +परमागतिः +परमाङ्गतिम् +परमाङ्गना +परमाङ्गनाः +परमाचार्यं +परमाणव +परमाणवः +परमाणवो +परमाणवोऽपि +परमाणावपि +परमाणि +परमाणी +परमाणु +परमाणुं +परमाणुः +परमाणुओं +परमाणुकः +परमाणुकारणवादः +परमाणुक्रमाङ्कः +परमाणुक्रमाङ्कम् +परमाणुगता +परमाणुताम् +परमाणुत्वे +परमाणुना +परमाणुपरममहत्त्वांतोऽस्य +परमाणुपरममहत्त्वान्तोऽस्य +परमाणुपरिमाणं +परमाणुपु +परमाणुभिः +परमाणुभ्य +परमाणुभ्यः +परमाणुभ्यो +परमाणुरजांसि +परमाणुरपि +परमाणुरिति +परमाणुरूप +परमाणुरूपं +परमाणुरूपम् +परमाणुरूपे +परमाणुर् +परमाणुवत् +परमाणुशो +परमाणुषु +परमाणू +परमाणूनां +परमाणूनामपि +परमाणूनाम् +परमाणून् +परमाणो +परमाणोः +परमाणोरपि +परमाणोर् +परमाणौ +परमाण्व +परमाण्वन्तं +परमाण्वन्तरे +परमाण्वन्तरेण +परमाण्वादयः +परमाण्वादयो +परमाण्वादि +परमाण्वादिषु +परमाण्वादीनां +परमाण्वादेः +परमाण्वादौ +परमाण्वोः +परमाण्व् +परमातुरः +परमातुराः +परमात् +परमात्म +परमात्मं +परमात्मकः +परमात्मकम् +परमात्मज्ञानं +परमात्मज्ञानम् +परमात्मज्ञाने +परमात्मतत्त्वं +परमात्मतत्त्वम् +परमात्मतत्त्वस्य +परमात्मतया +परमात्मत्वं +परमात्मत्वे +परमात्मत्वेन +परमात्मन +परमात्मनं +परमात्मनः +परमात्मनश्च +परमात्मनस्तु +परमात्मना +परमात्मनि +परमात्मनीति +परमात्मने +परमात्मनो +परमात्मनोः +परमात्मनोऽनेनापि +परमात्मनोऽन्यः +परमात्मनोऽपि +परमात्मन् +परमात्मन्नमोऽस्तु +परमात्मन्नयि +परमात्मन्यपि +परमात्मन्येव +परमात्मपदं +परमात्मपर +परमात्मपरत्वं +परमात्मपरिग्रहे +परमात्मप्राप्तिः +परमात्मप्राप्तेः +परमात्मप्राप्त्यै +परमात्मभावं +परमात्मभावः +परमात्मभावमद्वयमपेक्ष्य +परमात्ममयी +परमात्मरूपं +परमात्मरूपः +परमात्मरूपम् +परमात्मरूपे +परमात्मलक्षणं +परमात्मवत् +परमात्मवाची +परमात्मवान् +परमात्मविषयं +परमात्मविषयः +परमात्मविषयत्वभ्रमव्युदासायचतुर्मुखशब्दः +परमात्मशब्दस्य +परमात्मशरीरभूतद्रव्यप्रकारत्वेन +परमात्मसंज्ञं +परमात्मस्वरू +परमात्मस्वरूपं +परमात्मस्वरूपम् +परमात्मस्वरूपस्य +परमात्मस्वरूपिणी +परमात्मस्वरूपिणे +परमात्मस्वरूपे +परमात्मा +परमात्माख्यं +परमात्मान +परमात्मानं +परमात्मानः +परमात्मानमच्युतम् +परमात्मानमव्ययम् +परमात्मानमासाद्य +परमात्मानमिति +परमात्मानमिह +परमात्मानमीक्षते +परमात्मानमीश्वरम् +परमात्मानमेव +परमात्मानम् +परमात्माने +परमात्मान्तर्यामीति +परमात्मापि +परमात्मायं +परमात्मायत्तं +परमात्मासि +परमात्माहं +परमात्माऽग्निर्वा +परमात्माऽसौ +परमात्मे +परमात्मेति +परमात्मेत्यर्थः +परमात्मेत्युच्यते +परमात्मेत्युदाहृत +परमात्मेत्युदाहृतः +परमात्मेव +परमात्मैव +परमात्मोच्यते +परमादरः +परमादरम् +परमादरात् +परमादरेण +परमाद्भुत +परमाद्भुतं +परमाद्भुतः +परमाद्भुतम् +परमाद्भुतां +परमाद्भुताः +परमाद्भुताम् +परमाद्भुते +परमाद्भुतैः +परमाद्वैतं +परमाद्वैतम् +परमाद्‌भुतः +परमाद्‌भुतम् +परमाद्‍भुतम् +परमाधिक +परमान +परमानं +परमानंद +परमानंदं +परमानंददायिनी +परमानंदनिर्भरः +परमानंदम् +परमानन्द +परमानन्दं +परमानन्दः +परमानन्दकारकम् +परमानन्दकारणम् +परमानन्दघनं +परमानन्दता +परमानन्ददायकः +परमानन्ददायकम् +परमानन्ददायिनी +परमानन्दमिच्छताम् +परमानन्दम् +परमानन्दरूप +परमानन्दरूपं +परमानन्दरूपस्य +परमानन्दरूपा +परमानन्दरूपिणि +परमानन्दरूपिणी +परमानन्दरूपिणे +परमानन्दरूपे +परमानन्दरूपो +परमानन्दलक्षणम् +परमानन्दविग्रहम् +परमानन्दसंयुताः +परमानन्दस्य +परमानन्दा +परमानन्दाद्वयं +परमानन्दाय +परमानन्दे +परमानन्देन +परमानन्दो +परमानेन +परमान् +परमान्तरं +परमान्न +परमान्नं +परमान्नञ्च +परमान्नमत्र +परमान्नम् +परमान्ने +परमान्नेन +परमाप +परमापक +परमापक्रमज्या +परमापदः +परमापदां +परमापद्य +परमापन्नो +परमापूर्ब्बं +परमापूर्व +परमापूर्वं +परमापूर्वे +परमाप्तस्य +परमाप्तेन +परमाप्नोति +परमाम +परमामर्षी +परमामा +परमामिति +परमामृतं +परमामृतम् +परमामेति +परमामेव +परमाम् +परमाम्भसा +परमाम्रेडितम् +परमाय +परमायत्ता +परमायत्तो +परमाया +परमायां +परमायु +परमायुः +परमायुधम् +परमायुधैः +परमायुरिति +परमायुश्च +परमायुषः +परमार +परमारवंशीयः +परमार्चितः +परमार्चितम् +परमार्चिते +परमार्तवत् +परमार्तस्य +परमार्थ +परमार्थं +परमार्थः +परमार्थगन्धोऽप्यस्ति +परमार्थघनं +परमार्थज्ञानं +परमार्थज्ञाननिष्ठानां +परमार्थज्ञानलक्षणां +परमार्थत 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+परमार्थेति +परमार्थेन +परमार्थो +परमार्यः +परमाल्प +परमाल्पं +परमाल्पत्वं +परमावधिः +परमाशिषः +परमाशिषम् +परमाश्च +परमाश्चर्यं +परमाश्चर्य्यं +परमाश्रित्य +परमाष्टौ +परमासनम् +परमासनात् +परमासने +परमासिना +परमास्तकाले +परमास्तिकस्य +परमास्त्रं +परमास्त्रवित् +परमास्त्राणि +परमास्त्रेण +परमास्थाय +परमास्थितः +परमाहम् +परमाहवे +परमाह्लादकं +परमि +परमिका +परमिकां +परमिति +परमित्यत्र +परमित्यनेन +परमित्यभिधीयते +परमित्यर्थः +परमित्यस्य +परमित्यादि +परमित्येव +परमिदं +परमियं +परमिव +परमिह +परमिहोच्यते +परमी +परमीकरणं +परमीकृत्य +परमीश्वरम् +परमुखेन +परमुच्यते +परमुत्कृष्टं +परमुत्कृष्टम् +परमुत्तमं +परमुत्तमम् +परमुवाचेदं +परमे +परमें +परमेक +परमेकं +परमेण +परमेणैव +परमेणैवैनम् +परमेतत् +परमेति +परमेते +परमेत्य +परमेव +परमेवं +परमेवाक्षरं +परमेवावशिष्यते +परमेवेति +परमेश +परमेशं +परमेशः +परमेशयोः +परमेशस्य +परमेशान +परमेशानं +परमेशानः +परमेशानि +परमेशानी +परमेशानीं +परमेशाने +परमेशानो +परमेशाय +परमेशि +परमेशितुः +परमेशिना +परमेशे +परमेशेन +परमेशो +परमेश्व +परमेश्वर +परमेश्वरं +परमेश्वरः +परमेश्वरचरण +परमेश्वरत्वं +परमेश्वरप्रीत्यर्थं +परमेश्वरभक्त्यैव +परमेश्वरमभिवन्दे +परमेश्वरमेव +परमेश्वरम् +परमेश्वरयाग +परमेश्वररूपं +परमेश्वरविषयसमावेशितहृदयः +परमेश्वरशब्दः +परमेश्वरश्च +परमेश्वरसंहिता +परमेश्वरसंहितायाः +परमेश्वरस्तु +परमेश्वरस्तुतिः +परमेश्वरस्य +परमेश्वरस्येति +परमेश्वरस्यैव +परमेश्वराः +परमेश्वराख्यः +परमेश्वराचार्येण +परमेश्वरात् +परमेश्वरादेव +परमेश्वराद् +परमेश्वरानुग्रहेण +परमेश्वराय +परमेश्वराश्रया +परमेश्वरि +परमेश्वरी +परमेश्वरीं +परमेश्वरीम् +परमेश्वरे +परमेश्वरेच्छया +परमेश्वरेण +परमेश्वरेणैव +परमेश्वरेति +परमेश्वरेऽपि +परमेश्वरो +परमेश्वरोपासने +परमेश्वरोऽपि +परमेश्वरोऽसौ +परमेश्वरोऽस्ति +परमेश्वरोऽस्माच्छारीरादात्मनो +परमेश्वरौ +परमेश्वर्या +परमेष +परमेषु +परमेषुभिः +परमेष्ठः +परमेष्ठि +परमेष्ठितां +परमेष्ठिन +परमेष्ठिनं +परमेष्ठिनः +परमेष्ठिनम् +परमेष्ठिना +परमेष्ठिनाम् +परमेष्ठिनि +परमेष्ठिनी +परमेष्ठिने +परमेष्ठिनो +परमेष्ठिनौ +परमेष्ठिन् +परमेष्ठी +परमेष्ठीति +परमेष्ठ्यथ +परमेष्ठ्यादयो +परमेष्ठ्य् +परमेष्वासः +परमे॒ष्ठी +परमै +परमैः +परमैकान्तिनां +परमैकान्तिनो +परमैकान्ती +परमैश्वर्य +परमैश्वर्यं +परमैश्वर्यप्रद +परमैश्वर्यम् +परमैश्वर्ययुक्त +परमैश्वर्ययुक्तं +परमैश्वर्ययुक्तः +परमैश्वर्ययुक्तो +परमैश्वर्यवन्तं +परमैश्वर्यवान् +परमैश्वर्ये +परमैश्वर्य्य +परमैश्वर्य्ययुक्त +परमैश्वर्य्यवान् +परमैश्वर्य्ये +परमो +परमोच्चे +परमोत +परमोत्तम +परमोत्तमम् +परमोत्तमा +परमोत्सवः +परमोत्सवम् +परमोदयान्तर +परमोदार +परमोदारं +परमोदारः +परमोदारा +परमोदारो +परमोदाहरणताम् +परमोद्विग्नः +परमोद्विग्ना +परमोपयोगी +परमोपशमं +परमोऽन्नादो +परमोऽव्ययः +परमोऽसि +परमौ +परमौजसः +परमौजसम् +परमौषधं +परमौषधम् +परम् +परम्प +परम्पदम् +परम्पर +परम्परं +परम्परभावो +परम्परम् +परम्परया +परम्परयापि +परम्परयेति +परम्परयैव +परम्परा +परम्परां +परम्पराः +परम्परागत +परम्परागतं +परम्पराणां +परम्परातः +परम्परानुसारं +परम्पराप्राप्तं +परम्पराप्राप्तमिमं +परम्पराप्राप्तम् +परम्पराभि +परम्पराभिः +परम्पराम् +परम्पराया +परम्परायां +परम्परायाः +परम्परायातमपि +परम्परायाम् +परम्परासंबन्धेन +परम्परासम्बन्ध +परम्परासम्बन्धः +परम्परासम्बन्धे +परम्परासम्बन्धेन +परम्परासु +परम्परित +परम्परितं +परम्परितधावनम् +परम्परितमिति +परम्परितम् +परम्परितरूपकम् +परम्परीणः +परम्परीणां +परम्परेति +परम्परैव +परम्प्रति +परम्ब्रह्म +परम्य +परम्हि +परम्‌ +परम᳘ं +परय +परयति +परयशो +परया +परयान्वितः +परयाविष्टो +परयाऽऽविष्टः +परयुग +परयेति +परयो +परयोः +परयोगिनः +परयोगिनो +परयोपेतास्ते +परयोरिति +परयोषितः +परयोषिति +पररत्नानां +पररथारुजम् +पररहस्यं +परराष्ट्र +परराष्ट्रं +परराष्ट्रस्य +परराष्ट्राणि +परराष्ट्रे +परराष्ट्रेषु +पररीत्या +पररूप +पररूपं +पररूपत्व +पररूपत्वं +पररूपत्वम् +पररूपत्वे +पररूपमिति +पररूपमिद +पररूपमेकादेश +पररूपमेकादेशः +पररूपमेकादेशो +पररूपम् +पररूपस्य +पररूपे +पररूपेण +परर्द्धिः +परलम्बन +परलम्बेन +परली +परले +परलो +परलोक +परलोकं +परलोकः +परलोकगतस्य +परलोकगतानां +परलोकचिन्तनाय +परलोकजुषां +परलोकतः +परलोकनवप्रवासिनः +परलोकबाधाय +परलोकभयं +परलोकमभ्युपगते +परलोकमात्रोपलक्षकः +परलोकम् +परलोकयाने +परलोकयियासवः +परलोकविधौ +परलोकविरोधिनम् +परलोकश्च +परलोकसाधनं +परलोकसुखावहम् +परलोकस्थानं +परलोकस्थाने +परलोकस्य +परलोकहितार्थाय +परलोका +परलोकान्तरितस्य +परलोकाय +परलोकार्थमादरात् +परलोके +परलोकेति +परलोकेषु +परलोकेऽपि +परलोको +परल्यां +परव +परवचनम् +परवचने +परवञ्चनं +परवञ्चनाय +परवति +परवती +परवतीति +परवत् +परवन्तो +परवर्गेण +परवर्तिनः +परवर्तिनि +परवर्ती +परवर्त्तिनि +परवर्त्ती +परवलयः +परवलयस्य +परवल्लिङ्गं +परवल्लिङ्गता +परवल्लिङ्गमिति +परवल्लिङ्गम् +परवश +परवशं +परवशः +परवशतया +परवशता +परवशा +परवशाः +परवशीकृता +परवशे +परवशो +परवशोऽपि +परवशोऽयं +परवस्तु +परवस्तुषु +परवा +परवादे +परवानसि +परवानस्मि +परवान् +परवारणस्य +परवारिणि +परवाह +परवाहिनी +परवाहिनीम् +परवि +परवित्तं +परवित्तापहारी +परवित्तेषु +परविद्धा +परविद्या +परविद्यां +परविषयं +परविषया +परविषये +परवीरघ्नो +परवीरहन्ता +परवीरहा +परवीर्यं +परवृद्धिमत्सरि +परवेज +परवेझ +परवेश्मनि +परवेश्मस्था +परवैराग्यं +परवैराग्यम् +परवैराग्यस्य +परवैराग्यापरपर्यायं +परव्यसनिनी +परव्याख्या +परव्याख्यानं +परव्यूहादिभेदेन +परव्योम +परश +परशब्द +परशब्दः +परशब्दस्य +परशब्देन +परशब्दो +परशरीराण्याविशन्ति +परशरीरावेशः +परशरीरावेशे +परशरीरे +परशवे +परशिव +परशिवं +परशिवः +परशिवम् +परशिवरसिके +परशिवस्य +परशिवे +परशिवो +परशिष्याय +परशु +परशुं +परशुः +परशुधारया +परशुना +परशुमादाय +परशुम् +परशुराम +परशुरामं +परशुरामः +परशुरामचरितवर्णनम् +परशुरामश्च +परशुरामस्य +परशुरामात् +परशुरामाय +परशुरामे +परशुरामेण +परशुरामो +परशुरिव +परशुर्न +परशुर्भव +परशुर्यथा +परशुर्वा +परशुश्चैव +परशून् +परशो +परशोः +परशौ +परश्च +परश्चर +परश्चापि +परश्चासि +परश्चासौ +परश्चेति +परश्चैव +परश्राद्धे +परश्रिया +परश्व +परश्वः +परश्वथैः +परश्वध +परश्वधं +परश्वधः +परश्वधम् +परश्वधाः +परश्वधान् +परश्वधायुधो +परश्वधे +परश्वधेन +परश्वधैः +परश्वो +परश्शता +परश्शताः +परश्शतानि +परश्शेष +परस +परसंज्ञकं +परसंज्ञकः +परसंज्ञा +परसंविदि +परसत्त्वानां +परसदननिविष्टः +परसप्तमी +परसमवेतक्रियाफलशालि +परसवर्ण +परसवर्णः +परसवर्णविकल्पपक्षे +परसवर्णस्य +परसवर्णे +परसवर्णेन +परसवर्णो +परसहानुभूति +परसाई +परसिद्धेन +परसे +परसेनां +परसेनादर्शनेनेत्यर्जुनस्य +परसेनायां +परसैन्यं +परसैन्यप्रधर्षणम् +परसैन्यप्रमर्दकानाम् +परसैन्यविद्रावणकुशला +परसैन्यानां +परसैन्यानि +परसैन्ये +परसैन्येषु +परस् +परस्तथा +परस्तपरः +परस्तरम् +परस्तराम् +परस्तस्मात्तु +परस्तस्मादिति +परस्ता +परस्ताच् +परस्ताच्च +परस्तात् +परस्तात्प्रतिविहिता +परस्तादपि +परस्तादसृजत +परस्तादहमवस्तादहं +परस्तादात्मन +परस्तादायुषः +परस्तादिति +परस्ताद् +परस्ताद्धि +परस्ताद्वर्तमानं +परस्तान् +परस्तान्न +परस्तु +परस्तुतिः +परस्ते +परस्त्रिय +परस्त्रियं +परस्त्रियः +परस्त्रियम् +परस्त्रिया +परस्त्रियां +परस्त्रियाः +परस्त्री +परस्त्रीं +परस्त्रीगमनं +परस्त्रीगमने +परस्त्रीणां +परस्त्रीभिः +परस्त्रीरतः +परस्त्रीविमुखप्रवृत्ति +परस्त्रीषु +परस्त्रीसेवनं +परस्त्रीहरणे +परस्त्वं +परस्थ +परस्थं +परस्थः +परस्थाने +परस्प +परस्पर +परस्परं +परस्परः +परस्परकृता +परस्परकृतागसः +परस्परक्रिया +परस्परजयैषिणः +परस्परजयैषिणाम् +परस्परजयैषिणोः +परस्परजयैषिणौ +परस्परजिगीषया +परस्परजिगीषवः +परस्परजिघांसया +परस्परजिघांसवः +परस्परञ्च +परस्परतः +परस्परतो +परस्परन्तु +परस्परपरिहारेण +परस्परपरिहारेणैव +परस्परबोधनया +परस्परभेद +परस्परभेदः +परस्परभेदस्य +परस्परम +परस्परमतं +परस्परमतानि +परस्परमथाब्रुवन् +परस्परमथोचतुः +परस्परमनुव्रताः +परस्परमन्योन्यं +परस्परमपि +परस्परमभाषत +परस्परमवलोकयतः +परस्परमविवाहः +परस्परमवैवाह्या +परस्परमवैवाह्याः +परस्परमसङ्गिनः +परस्परमासाद्य +परस्परमिति +परस्परमेव +परस्परम् +परस्परम्‌ +परस्परवधे +परस्परवधैषिणः +परस्परवधैषिणाम् +परस्परवधैषिणौ +परस्परविरु +परस्परविरुद्ध +परस्परविरुद्धं +परस्परविरुद्धम् +परस्परविरुद्धयोः +परस्परविरुद्धा +परस्परविरुद्धानां +परस्परविरुद्धानि +परस्परविरुद्धे +परस्परविरुद्धौ +परस्परविरोध +परस्परविरोधः +परस्परविरोधस्य +परस्परविरोधात् +परस्परविरोधिनः +परस्परविरोधिनौ +परस्परविरोधे +परस्परविरोधेन +परस्परविरोधो +परस्परविलक्षणा +परस्परव्यतिहारेण +परस्परशापेन +परस्परश्लोकानाम् +परस्परसंबन्धे +परस्परसंयोगज़ं +परस्परसङ्घर्षेण +परस्परसमागमे +परस्परसमुच्चयार्थौ +परस्परसमुच्चये +परस्परसम्बन्ध +परस्परसम्बन्धः +परस्परसम्बन्धस्य +परस्परस्मिन् +परस्परस्य +परस्परस्यानुमते +परस्परस्योपरि +परस्परहितैषिणौ +परस्परा +परस्परां +परस्पराः +परस्पराक्रन्दिनि +परस्परात् +परस्परात्मत्वेन +परस्पराद् +परस्पराद्वा +परस्परानपेक्षिभिश्च +परस्परानुग्रहतन्त्रीभूय +परस्परानुप्रवेशादाप्यायेते +परस्परानुमतौ 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+परस्मैपदेषूदात्तो +परस्मैपदेष्विति +परस्मैपदेष्वित्येव +परस्मैभाषः +परस्मैभाषा +परस्मैभाषाः +परस्य +परस्या +परस्यां +परस्याः +परस्यात्मनः +परस्यात्मनो +परस्याथ +परस्यानुदात्तस्य +परस्यान्ते +परस्यान्यस्य +परस्यापि +परस्यापृक्तस्य +परस्यामो +परस्याम् +परस्यार्थे +परस्येति +परस्येत्यादिना +परस्येव +परस्यैव +परस्योत्सादनार्थं +परस्योभयलिङ्गं +परस्व +परस्वं +परस्वतः +परस्वत्वापादनं +परस्वन्तं +परस्वहरणे +परस्वादायिनः +परस्वानां +परस्वान् +परस्वे +परस्वेन +परस्वेषु +परस्स +परस्सहस्राः +परहम् +परहस्तगतं +परहस्ते +परहस्तेन +परहस्तौ +परहिंसा +परहिंसायां +परहित +परहितं +परहितनिरतो +परहितम् +परहिताधाने +परहिताय +परहिते +परहुदिए +परा +परां +परांजपे +परांठं +परांश्च +परांश्चापि +परांश्चैव +पराः +पराई +पराक +पराकं +पराकः +पराकञ्च +पराकरोति +पराकस्य +पराकात् +पराकाशं +पराकाशः +पराकाशे +पराकाष्ठा +पराकाष्ठां +पराकृत +पराकृतं +पराकृतः +पराकृतम् +पराकृता +पराकृतो +पराकृत्य +पराके +पराकेण +पराकैः +पराको +पराक् +पराक्रम +पराक्रमं +पराक्रमः +पराक्रमत +पराक्रमते +पराक्रमध्वं +पराक्रमन्ते +पराक्रमम् +पराक्रमयुक्त +पराक्रमवान् +पराक्रमवाले +पराक्रमश्च +पराक्रमस्तेन +पराक्रमस्य +पराक्रमा +पराक्रमाः +पराक्रमाणां +पराक्रमात् +पराक्रमान् +पराक्रमी +पराक्रमे +पराक्रमेण +पराक्रमेत +पराक्रमेत् +पराक्रमैः +पराक्रमो +पराक्रमों +पराक्रमौ +पराक्रम्य +पराक्रान्तं +पराक्रान्तः +पराक्रान्तम् +पराक्रान्तस्य +पराक्रान्ता +पराक्रान्ताः +पराक्रान्ते +पराक्रान्तौ +पराक्षरम् +पराक्षिप +पराक्षु +पराक्षेपः +पराख्यं +पराख्यः +पराख्ये +पराग +परागं +परागः +परागच्छ +परागत +परागतं +परागतः +परागता +परागताः +परागतिः +परागमने +परागस्य +परागा +परागाः +परागात् +परागात्क्व +परागे +परागेण +परागै +परागैः +परागो +पराग् +पराग्वसुः +पराङावर्तत +पराङावर्तते +पराङिव +पराङेव +पराङ् +पराङ्गं +पराङ्गतिम् +पराङ्गना +पराङ्गनासु +पराङ्गवत् +पराङ्गवत्स्वरे +पराङ्गवद्भाव +पराङ्गवद्भावः +पराङ्गवद्भावात् +पराङ्गवद्भावे +पराङ्गवद्भावेन +पराङ्भवति +पराङ्मुख +पराङ्मुखं +पराङ्मुखः +पराङ्मुखतया +पराङ्मुखता +पराङ्मुखत्वं +पराङ्मुखम् +पराङ्मुखस्य +पराङ्मुखा +पराङ्मुखाः +पराङ्मुखानि +पराङ्मुखान् +पराङ्मुखार्घ्यं +पराङ्मुखी +पराङ्मुखीं +पराङ्मुखीम् +पराङ्मुखे +पराङ्मुखेन +पराङ्मुखो +पराङ्मुखौ +पराच +पराचः +पराचा +पराचि +पराची +पराचीं +पराचीः +पराचीन +पराचीनं +पराचीनः +पराचीनम् +पराचीनस्य +पराचीना +पराचीनानि +पराचीनाय +पराचीने +पराचीभिः +पराचीभिर् +पराचीभिस्तिसृभ्यो +पराचीम् +पराचीर् +पराचीश्चोपदधाति +पराचीषु +पराचैः +पराचो +पराच्च +पराच्य +पराच्यो +पराच्य् +पराजघ्नुः +पराजय +पराजयं +पराजयः +पराजयकरणम् +पराजयत +पराजयति +पराजयते +पराजयनिमित्तम् +पराजयन्त +पराजयन्ते +पराजयमभिसन्धाय +पराजयम् +पराजयश्च +पराजयसे +पराजयस्य +पराजयानन्तरं +पराजयाय +पराजयार्थं +पराजये +पराजयेत् +पराजयेथे +पराजयेन +पराजयो +पराजयोऽपि +पराज़र +पराजिग्ये +पराजित +पराजितं +पराजितः +पराजितम् +पराजितवान् +पराजितश्च +पराजितस्य +पराजिता +पराजिताः +पराजितानां +पराजितान् +पराजिताश्च +पराजितास्ते +पराजिते +पराजितेन +पराजितेनापि +पराजितेषु +पराजितैः +पराजितो +पराजितोऽपि +पराजितोऽभूत् +पराजितौ +पराजित्य +पराजीयत +पराजीयते +पराजेतुं +पराजेरसोढः +पराज्ञया +पराञ्च +पराञ्चं +पराञ्चः +पराञ्चति +पराञ्चम् +पराञ्चश् +पराञ्चश्च +पराञ्चि +पराञ्चो +पराञ्चोऽपि +पराञ्चौ 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+परानन्दः +परानन्दा +परानन्दे +परानन्दो +परानपि +परानपेक्षं +परानात्मानं +परानीकं +परानुग्रह +परानुग्रहः +परानुग्रहपीडाभ्यां +परानुग्रहाय +परानुग्राहकं +परान् +परान्तकाले +परान्तश्च +परान्न +परान्नं +परान्नः +परान्नञ्च +परान्नभोजी +परान्नेन +परान्पुनात्युभयतः +परान्प्रति +परान्प्रत्यक्षेणोपलभ्य +परान्यो +परान्रणे +परान्सप्त +पराप +परापकार +परापकारं +परापत +परापतति +परापतत् +परापतत्याशुमत् +परापतन् +परापतन्ति +परापतेत् +परापम् +परापर +परापरं +परापरः +परापरतयोच्यते +परापरत्वे +परापरभाव +परापरभेदात् +परापरम् +परापररूपेण +परापरविभागतः +परापरविभागेन +परापरविभेदतः +परापरा +परापराः +परापराणां +परापराम् +परापरे +परापरेति +परापरो +परापवादं +परापवादनिरताः +परापवादे +परापश्यति +परापातुकाः +परापि +परापुरः +परापुरो +परापूतं +परापूता +परापूतꣳ +परापेक्षं +परापेक्षया +परापेक्षा +पराबभूवुः +पराभक्त्या +पराभट्टारिका +पराभव +पराभवं +पराभवः +पराभवति +पराभवत् +पराभवन् +पराभवन्तं +पराभवन्ति +पराभवन्तीर् +पराभवम् +पराभवश्च +पराभवस्य +पराभवात् +पराभवाय +पराभवितुं +पराभविष्यतीति +पराभवे +पराभवेत् +पराभवेत्ततो +पराभवेन +पराभवो +पराभावयति +पराभावयन् +पराभावयन्त +पराभावात् +पराभावुकः +पराभाव्य +पराभिः +पराभिध्यानातु +पराभिध्यानात् +पराभिध्यानात्तु +पराभिध्यानेन +पराभिनत् +पराभिप्रायः +पराभिभवसामर्थ्यं +पराभिभवेच्छा +पराभिभूता +पराभिमतं +पराभिमतो +पराभिमर्शो +पराभुवे +पराभूत +पराभूतं +पराभूतः +पराभूता +पराभूताः +पराभूतिं +पराभूतिः +पराभूते +पराभूतो +पराभूय +पराभृतं +पराभ्यां +पराम +परामपि +परामर्श +परामर्शं +परामर्शः +परामर्शकाले +परामर्शजन्यं +परामर्शदशायां +परामर्शन +परामर्शम् +परामर्शश्च +परामर्शस्य +परामर्शाः +परामर्शाच्च +परामर्शाणाञ्च +परामर्शात् +परामर्शानन्तरं +परामर्शी +परामर्शे +परामर्शेण +परामर्शेन +परामर्शो +परामशों +परामार्तिं +परामिति +परामुत्कृष्टां +परामृत +परामृतं +परामृतम् +परामृतरसापायस्तस्य +परामृताः +परामृतात्परिमुच्यन्ति +परामृद्धिं +परामृश +परामृशत +परामृशति +परामृशतीति +परामृशत् +परामृशन् +परामृशन्ति +परामृशेत् +परामृशेन्न +परामृश्य +परामृश्यत +परामृश्यते +परामृश्यन्त +परामृश्यन्ते +परामृश्येत +परामृष्ट +परामृष्टं +परामृष्टः +परामृष्टम् +परामृष्टस्य +परामृष्टा +परामृष्टां +परामृष्टाः +परामृष्टानि +परामृष्टो +परामृष्य +परामेव +पराम् +पराम्बा +पराम्बिका +पराय +परायण +परायणं +परायणः +परायणमिति +परायणम् +परायणस्य +परायणा +परायणाः +परायणान् +परायणाय +परायणे +परायणैः +परायणो +परायती +परायते +परायत्तं +परायत्ताधिकरणम् +परायन् +परायन्ति +पराया +परायां +परायाः +परायात +परायाश्च +परायुः +पराये +परायेति +परायै +परारि +परारित्नम् +परार्चिषा +परार्थ +परार्थं +परार्थः +परार्थकम् +परार्थके +परार्थघटकाः +परार्थतः +परार्थता +परार्थत्वात् +परार्थत्वादसम्बन्धः +परार्थत्वादिति +परार्थत्वाद् +परार्थत्वे +परार्थत्वेन +परार्थप्रयोगे +परार्थमिति +परार्थमेव +परार्थम् +परार्थयजनं +परार्थवत् +परार्थवादी +परार्थश्च +परार्थसुलभां +परार्थस्य +परार्था +परार्थाः +परार्थात् +परार्थानि +परार्थानुमानं +परार्थानुमानम् +परार्थानुमानस्य +परार्थानुमाने +परार्थाभिधानं +परार्थाय +परार्थाश्चक्षुरादयः +परार्थे +परार्थेति +परार्थेन +परार्थेषु +परार्थेष्विव +परार्थेऽपि +परार्थो +परार्द्ध +परार्द्धं +परार्द्धञ्च +परार्द्धमभिधीयते +परार्द्धमिति +परार्द्धे +परार्ध +परार्धं +परार्धमभिधीयते +परार्धमिति +परार्धम् +परार्धस्य +परार्धाय +परार्धे +परार्ध्य +परार्ध्यं +परार्ध्यः +परार्ध्यम् +परार्ध्या +परार्ध्यानि +परार्ध्ये +परार्ध्योऽष्टमो +परार्वाची +पराव +परावच्छब्दो +परावत +परावतं +परावतः +परावतमिन्द्रो +परावतम् +परावतश्च +परावति +परावतीति +परावतो +परावत् +परावद्भिश् +परावधीत् +परावधीत्तक्षा +परावध्यर्थे +परावनुपात्यय +परावमानी +परावर +परावरः +परावरज्ञः +परावरज्ञो +परावरतत्त्वयाथात्म्यविद +परावरदृशः +परावरनिखिलजनान्तर्बाह्यसर्वकरणानां +परावरम् +परावरयोगे +परावरवित्तमः +परावरविदो +परावरा +परावराणां +परावराधमोत्तमपूर्वाच्च +परावरान् +परावराभ्याम् +परावराम् +परावराय +परावरे +परावरेशे +परावरेशो +परावरेषां +परावर्तत +परावर्तते +परावर्तनं +परावर्तनम् +परावर्तयितुं +परावर्त्तते +परावर्त्त्य +परावर्त्य +परावसुः +परावसुना +परावसुरिति +परावसुरुवाच +परावसोः +परावस्था +परावस्थायां +परावह +परावहः +परावाक् +परावापाद् +पराविति +पराविद्या +परावृत्त +परावृत्तं +परावृत्तः +परावृत्तम् +परावृत्तहतस्य +परावृत्ता +परावृत्तिः +परावृत्ते +परावृत्तेन +परावृत्तो +परावृत्तौ +परावृत्त्य +परावृत्त्या +परावृत्य +पराश +पराशक्ति +पराशक्तिः +पराशक्तेः +पराशक्त्या +पराशर +पराशरं +पराशरः +पराशरऋषिः +पराशरतन्त्रे +पराशरपद्धतिः +पराशरभाष्ये +पराशरमतं +पराशरमताध्यायः +पराशरमतेन +पराशरमाधवीये +पराशरमुनिः +पराशरम् +पराशरव्यासशङ्खलिखिता +पराशरश्च +पराशरसुतः +पराशरसुतो +पराशरसूनुः +पराशरस्तु +पराशरस्मृतिः +पराशरस्मृतौ +पराशरस्य +पराशराः +पराशराणां +पराशरात् +पराशराद् +पराशराय +पराशरीत् +पराशरे +पराशरेण +पराशरो +पराशरोक्तं +पराशरोक्ते +पराशरोक्तेः +पराशरोऽपि +पराशाभिमुखं +पराशार +पराश्च +पराश्रयः +पराश्रयम् +पराश्रया +पराश्रये +पराश्रिता +पराश्रितौ +परास +परासः +परासवः +परासां +परासि +परासु +परासुं +परासुः +परासुता +परासुतां +परासुरयं +परासुरसंशयम् +परासुरा +परासुराः +परासुरिति +परासुव +परासूनां +परासेचि +परासोः +परास्कन्दत् +परास्त +परास्तं +परास्तः +परास्तम् +परास्ता +परास्ताः +परास्तु +परास्ते +परास्य +परास्यः +परास्यति +परास्यन्ति +परास्याप्रियो +पराह +पराहण्यते +पराहतं +पराहतः +पराहतम् +पराहता +पराहत्य +पराहन्ति +पराहृतं +पराह्णके +पराह्णे +पराह्यर्था +पराऽअयनम् +पराऽईयुः +पराऽक्षरम् +पराऽतरम् +पराऽपतत् +पराऽवतः +पराऽवति +पराऽसुराः +पराऽसु॑राः +पराऽस्य +परा॑ +परा॑च +परा॑चः +परा॑ञ्चं॒ +परा॑ञ्चो +परा॑णि +परा॑पूता॒ +परा॑सः +परा॒ +परा॒कात् +परा॒के +परा॒चैः +परा॒वतः॑ +परा॒वति॑ +परा॒वति॒ +परा॒वतो॑ +परा॒वतो॒ +परा॒वत॑ +परा॒वत॑ः +परा᳘यणँ +परा᳘यणं +परि +परिं +परिः +परिअणं +परिअणस्स +परिअणो +परिक +परिकथा +परिकथां +परिकथ्यते +परिकम्य +परिकर +परिकरं +परिकरः +परिकरघटनतात्पर्यं +परिकरबन्धयोजनाभिप्रायेण +परिकरस्तु +परिकरस्तेन +परिकरस्य +परिकराङ्कुरः +परिकराङ्कुरालंकारः +परिकरालंकारः +परिकरालङ्कारः +परिकरे +परिकरैः +परिकरो +परिकरोऽप्यलंकारः +परिकर्तिका +परिकर्तिकाम् +परिकर्ते +परिकर्त्ता +परिकर्त्तिका +परिकर्म +परिकर्मणः +परिकर्मणा +परिकर्मणि +परिकर्मविधौ +परिकर्मव्यवहारः +परिकर्मापेक्षत +परिकर्मिण +परिकर्मिणः +परिकर्मिणे +परिकर्मिभिः +परिकर्म्म +परिकर्षति +परिकलय +परिकलयन्ति +परिकलय्य +परिकलित +परिकल्कने +परिकल्प +परिकल्पः +परिकल्पते +परिकल्पनं +परिकल्पनम् +परिकल्पना +परिकल्पनां +परिकल्पनायाः +परिकल्पनीयः +परिकल्पनीयम् +परिकल्पनीया +परिकल्पनीयाः +परिकल्पने +परिकल्पय +परिकल्पयति +परिकल्पयन्ति +परिकल्पयामि +परिकल्पयितुम् +परिकल्पये +परिकल्पयेत् +परिकल्पित +परिकल्पितं +परिकल्पितः +परिकल्पितम् +परिकल्पिता +परिकल्पिताः +परिकल्पितानि +परिकल्पिताम् +परिकल्पिते +परिकल्पितेन +परिकल्पितैः +परिकल्पितो +परिकल्पितौ +परिकल्प्य +परिकल्प्यं +परिकल्प्यत +परिकल्प्यताम् +परिकल्प्यते +परिकल्प्यन्ते +परिकल्प्यमानः +परिकल्प्यमाने +परिकल्प्यम् +परिकल्प्या +परिकल्प्याः +परिकल्प्यासनं +परिकल्प्यास्ति +परिकल्प्येत +परिकस्य +परिकामतः +परिकामति +परिकामन्ति +परिकासने +परिकिरति +परिकी +परिकीतितः +परिकीतिताः +परिकीर्णा +परिकीर्णो +परिकीर्तनम् +परिकीर्तनात् +परिकीर्तने +परिकीर्तनेन +परिकीर्तयन् +परिकीर्तयन्ति +परिकीर्तयेत् +परिकीर्तित +परिकीर्तितं +परिकीर्तितः +परिकीर्तितम् +परिकीर्तिता +परिकीर्तिताः +परिकीर्तिते +परिकीर्तितेन +परिकीर्तितौ +परिकीर्त्तयेत् +परिकीर्त्ति +परिकीर्त्तित +परिकीर्त्तितं +परिकीर्त्तितः +परिकीर्त्तितमिति +परिकीर्त्तितम् +परिकीर्त्तिता +परिकीर्त्तिताः +परिकीर्त्तिते +परिकीर्त्तितौ +परिकीर्त्त्यते +परिकीर्त्यते +परिकीर्य +परिकीर्यते +परिकुप्यति +परिकूजने +परिकूलम् +परिकृतं +परिकृन्तति +परिकृष्यते +परिक्करः +परिक्करस्य +परिक्खदो +परिक्र +परिक्रम +परिक्रमं +परिक्रमः +परिक्रमण +परिक्रमणं +परिक्रमणकालः +परिक्रमणगतिः +परिक्रमणम् +परिक्रमणशीलस्य +परिक्रमणस्य +परिक्रमति +परिक्रमन् +परिक्रमा +परिक्रमां +परिक्रमात् +परिक्रमायाः +परिक्रमे +परिक्रमेत् +परिक्रम्य +परिक्रम्या +परिक्रम्यावलोक्य +परिक्रम्योपविष्टौ +परिक्रय +परिक्रयः +परिक्रयणं +परिक्रयणम् +परिक्रयणे +परिक्रये +परिक्रयो +परिक्रान्तं +परिक्रान्ता +परिक्रामतः +परिक्रामति +परिक्रामन् +परिक्रामन्ति +परिक्रामेत् +परिक्राम्यति +परिक्रियते +परिक्रिया +परिक्रीडते +परिक्रीणाति +परिक्रीणामि +परिक्रीणीते +परिक्रीतः +परिक्रीतो +परिक्रीतोऽनुब्रूहि +परिक्रीय +परिक्रीयते +परिक्रुष्टं +परिक्रोशः +परिक्लिश्य +परिक्लिश्यमाने +परिक्लिष्टं +परिक्लिष्टः +परिक्लिष्टा +परिक्लिष्टाः +परिक्लेशं +परिक्लेशः +परिक्लेशेन +परिक्लेशो +परिक्षणं +परिक्षतः +परिक्षतम् +परिक्षते +परिक्षतो +परिक्षय +परिक्षयं +परिक्षयः +परिक्षयम् +परिक्षयात् +परिक्षये +परिक्षयो +परिक्षर +परिक्षरति +परिक्षवं +परिक्षवः +परिक्षवम् +परिक्षवे +परिक्षा +परिक्षित +परिक्षितं +परिक्षितः +परिक्षितम् +परिक्षिता +परिक्षितो +परिक्षित् +परिक्षित्तु +परिक्षिप +परिक्षिपति +परिक्षिपेत् +परिक्षिप्त +परिक्षिप्तं +परिक्षिप्तः +परिक्षिप्तम् +परिक्षिप्ता +परिक्षिप्तो +परिक्षिप्य +परिक्षियतीति +परिक्षीण +परिक्षीणं +परिक्षीणः +परिक्षीणभवसंयोजनः +परिक्षीणम् +परिक्षीणवितर्कजालः +परिक्षीणा +परिक्षीणां +परिक्षीणाः +परिक्षीणे +परिक्षीणेषु +परिक्षीणो +परिक्षीयत +परिक्षीयते +परिक्षुभितमानसम् +परिक्षेत +परिक्षेपः +परिक्षेपकः +परिक्षेपी +परिक्ष्य +परिखण्ड्य +परिखा +परिखां +परिखाः +परिखाणां +परिखाभिः +परिखाभिश्च +परिखामानं +परिखाया +परिखायां +परिखायाः +परिखावलयच्छलेन +परिखासु +परिखिद्यते +परिखिद्यसे +परिखोपेतं +परिख्यातं +परिख्याता +परिख्यायत +परिख्यायते +परिग +परिगच्छ +परिगच्छति +परिगच्छन् +परिगच्छन्ति +परिगच्छसि +परिगच्छामि +परिगणन +परिगणनं +परिगणनमिति +परिगणनम् +परिगणनया +परिगणनवार्तिकम् +परिगणनस्य +परिगणना +परिगणनात् +परिगणने +परिगणनेन +परिगणयति +परिगणयन् +परिगणयन्ति +परिगणय्य +परिगणि +परिगणित +परिगणितं +परिगणितः +परिगणितत्वात् +परिगणितमस्ति +परिगणितम् +परिगणितवान् +परिगणिता +परिगणिताः +परिगणितानां +परिगणितानि +परिगणिती +परिगणिते +परिगणितेषु +परिगणितो +परिगण्य +परिगण्यते +परिगण्यन्ते +परिगत +परिगतं +परिगतः +परिगता +परिगतो +परिगत्यात्मन्नधत्तात्मन्नकुरुत +परिगधिता +परिगन्तुं +परिगम्य +परिगायति +परिगायन्ति +परिगीतानि +परिगीयते +परिगृ +परिगृहाण +परिगृहीत +परिगृहीतं +परिगृहीतः +परिगृहीतत्वविनष्टत्वादिभ्रमव्युदासाय +परिगृहीतत्वात् +परिगृहीतम् +परिगृहीतस्य +परिगृहीता +परिगृहीतां +परिगृहीताः +परिगृहीतानाम् +परिगृहीतानि +परिगृहीते +परिगृहीतो +परिगृहीत्यै +परिगृह्णतः +परिगृह्णन् +परिगृह्णन्ति +परिगृह्णन्तु +परिगृह्णन्त्य् +परिगृह्णाति +परिगृह्णातीति +परिगृह्णातु +परिगृह्णात्य् +परिगृह्णामि +परिगृह्णामीति +परिगृह्णीतः +परिगृह्णीते +परिगृह्णीयात् +परिगृह्णीष्व +परिगृह्य +परिगृह्यत +परिगृह्यतां +परिगृह्यताम् +परिगृह्यते +परिगृह्यन्ते +परिगृह्यमाणाम् +परिगृह्यमाणे +परिगृह्यवती +परिगृह्या +परिगृह्याथ +परिगृह्यान्या +परिगृह्याशु +परिगृह्येत +परिगृह्योत्थापयति +परिगृह्रते +परिगृह्रोत्थापयति +परिग्ण्यते +परिग्रह +परिग्रहं +परिग्रहः +परिग्रहणं +परिग्रहफल्गुताम् +परिग्रहबहुत्वेऽपि +परिग्रहम् +परिग्रहव्रीडां +परिग्रहश्च +परिग्रहस्य +परिग्रहहेतुः +परिग्रहा +परिग्रहाः +परिग्रहाणां +परिग्रहात् +परिग्रहान् +परिग्रहाय +परिग्रहार्थं +परिग्रहार्थः +परिग्रहार्थम् +परिग्रहीतव्यः +परिग्रहीतुः +परिग्रहीष्यामि +परिग्रहीष्यामीति +परिग्रहे +परिग्रहेण +परिग्रहेत् +परिग्रहेषु +परिग्रहो +परिग्राह +परिग्राहं +परिग्राहः +परिग्राहम् +परिग्राहात् +परिग्राह्य +परिग्राह्यं +परिग्राह्या +परिग्लानोऽध्ययनाय +परिघ +परिघं +परिघः +परिघट्टना +परिघट्टयेत् +परिघपाणयः +परिघबाहवः +परिघमित्युक्त्वोत्तिष्ठति +परिघर्म्यं +परिघस्तस्य +परिघस्य +परिघा +परिघाः +परिघाग्रेण +परिघाणां +परिघाते +परिघान् +परिघायुधः +परिघे +परिघेण +परिघैः +परिघैरपि +परिघैरिव +परिघैश्च +परिघैस्तथा +परिघो +परिघोपमाः +परिघोपमैः +परिघौ +परिच +परिचक्रमुः +परिचक्राम +परिचक्षते +परिचक्षा +परिचक्षीत +परिचक्ष्यं +परिचचार +परिचतुर्दश +परिचय +परिचयं +परिचयः +परिचयकर्ता +परिचयपत्रं +परिचयम् +परिचयस्य +परिचयात् +परिचयात्मकः +परिचयात्मकलेखः +परिचयाय +परिचयावस्था +परिचये +परिचयेन +परिचयो +परिचयोऽत्र +परिचयोऽपि +परिचर +परिचरः +परिचरण +परिचरणं +परिचरणकर्मसु +परिचरणकर्मा +परिचरणम् +परिचरणवतो +परिचरणानि +परिचरणाय +परिचरणे +परिचरणेनाज्यं +परिचरत +परिचरतः +परिचरति +परिचरते +परिचरतेति +परिचरतो +परिचरन् +परिचरन्त +परिचरन्तं +परिचरन्ति +परिचरन्ती +परिचरन्तीति +परिचरा +परिचराः +परिचरामः +परिचरामि +परिचरितुं +परिचरिष्यन्ति +परिचरिष्यसि +परिचरे +परिचरेत् +परिचरेम +परिचरेयुः +परिचर्तनानि +परिचर्य +परिचर्यया +परिचर्या +परिचर्यां +परिचर्यात्मकं +परिचर्यापरं +परिचर्यापरः +परिचर्यापरो +परिचर्यायां +परिचर्यायाः +परिचर्यायाम् +परिचर्यार्थं +परिचर्यासु +परिचर्य्यया +परिचर्य्या +परिचर्य्यां +परिचर्य्यायां +परिचायक +परिचायकं +परिचायकः +परिचायकम् +परिचाययति +परिचायितवान् +परिचायितुम् +परिचाय्य +परिचाय्यं +परिचार +परिचारक +परिचारकः +परिचारकजनं +परिचारकम् +परिचारका +परिचारकाः +परिचारकाणां +परिचारकान् +परिचारकाय +परिचारके +परिचारकैः +परिचारकैश्च +परिचारको +परिचारकौ +परिचारयतः +परिचारयति +परिचारयतो +परिचाराणां +परिचारिका +परिचारिकाः +परिचारिके +परिचारिणाम् +परिचारिणी +परिचारिणे +परिचारितः +परिचारे +परिचारेण +परिचालयम् +परिचालिताः +परिचि +परिचिक्षेप +परिचित +परिचितं +परिचितः +परिचितम् +परिचितस्य +परिचिता +परिचिताः +परिचितिः +परिचिते +परिचितो +परिचित्य +परिचिदसि +परिचिदसीति +परिचिनुयात् +परिचिनोति +परिचिनोतुं +परिचिनोमि +परिचिन्तय +परिचिन्तयन् +परिचिन्तयेत् +परिचिन्तितम् +परिचिन्त्य +परिचिन्वन्ति +परिचीयतां +परिचीयते +परिचुम्बति +परिचुम्बनं +परिचुम्बितं +परिचुम्बिता +परिचुम्ब्य +परिचेतुं +परिचोदयेत् +परिचोदितः +परिचोदितम् +परिचोद्य +परिच्छद +परिच्छदं +परिच्छदः +परिच्छदम् +परिच्छदाः +परिच्छदान् +परिच्छदे +परिच्छदैः +परिच्छदो +परिच्छाद्य +परिच्छि +परिच्छित्तिः +परिच्छिद्य +परिच्छिद्यत +परिच्छिद्यते +परिच्छिद्येत +परिच्छिनत्ति +परिच्छिनत्तीति +परिच्छिन्दन् +परिच्छिन्दन्तः +परिच्छिन्दन्ति +परिच्छिन्द्यात् +परिच्छिन्न +परिच्छिन्नं +परिच्छिन्नः +परिच्छिन्नतया +परिच्छिन्नत्वं +परिच्छिन्नत्वम् +परिच्छिन्नत्वात् +परिच्छिन्नत्वे +परिच्छिन्नत्वेन +परिच्छिन्नप्रभावर्द्धिर्न +परिच्छिन्नमनसस्ते +परिच्छिन्नम् +परिच्छिन्नस्य +परिच्छिन्नस्यैव +परिच्छिन्ना +परिच्छिन्नाः +परिच्छिन्नानि +परिच्छिन्ने +परिच्छिन्नेन +परिच्छिन्नो +परिच्छिन्नोदके +परिच्छे +परिच्छेतुं +परिच्छेत्तुं +परिच्छेत्तुमर्हति +परिच्छेत्तुम् +परिच्छेद +परिच्छेदं +परिच्छेदः +परिच्छेदक +परिच्छेदकं +परिच्छेदकः +परिच्छेदकत्वात् +परिच्छेदकम् +परिच्छेदकम्‌ +परिच्छेदरहितं +परिच्छेदस्य +परिच्छेदा +परिच्छेदाः +परिच्छेदातीतः +परिच्छेदात् +परिच्छेदाय +परिच्छेदिका +परिच्छेदे +परिच्छेदेन +परिच्छेदो +परिच्छेदोऽस्ति +परिच्छेद्य +परिच्छेद्यं +परिच्छेद्या +परिच्छेद्ये +परिच्युतं +परिच्युतः +परिच्युतम् +परिच्युतौ +परिछेदः +परिजग्रभत् +परिजग्राह +परिजणो +परिजन +परिजनं +परिजनः +परिजनश्च +परिजनस्य +परिजना +परिजनाः +परिजनानां +परिजनान् +परिजने +परिजनेन +परिजनै +परिजनैः +परिजनो +परिजप्य +परिजय्य +परिजल्पितम् +परिजहार +परिजह्रुः +परिजातः +परिजानतः +परिजानन्ति +परिजानाति +परिजायते +परिजिहीर्षति +परिजीवति +परिजृम्भणतो +परिजृम्भते +परिज्ञा +परिज्ञात +परिज्ञातं +परिज्ञातः +परिज्ञातमिति +परिज्ञातम् +परिज्ञातस्वभावस्य +परिज्ञाता +परिज्ञातुं +परिज्ञातुः +परिज्ञाते +परिज्ञातो +परिज्ञात्वा +परिज्ञान +परिज्ञानं +परिज्ञानमिति +परिज्ञानम् +परिज्ञानात् +परिज्ञानाद् +परिज्ञानाय +परिज्ञाने +परिज्ञानेन +परिज्ञाय +परिज्ञायते +परिज्ञायोपभुक्तो +परिज्ञेयं +परिज्ञेयः +परिज्ञेयमस्ति +परिज्ञेयम् +परिज्ञेया +परिज्ञेयाः +परिज्ञेयो +परिज्मन् +परिज्मा +परिज्मानं +परिज्मानमिव +परिज्मानम् +परिज्मानेव +परिज्मेव +परिज्रयः +परिण +परिणत +परिणतं +परिणतः +परिणतप्रत्ययानि +परिणतफलद्योतिभिः +परिणतमिति +परिणतमित्यर्थः +परिणतम् +परिणतया +परिणतस्य +परिणता +परिणतां +परिणताः +परिणतानां +परिणतानि +परिणतायां +परिणतायाः +परिणति +परिणतिं +परिणतिः +परिणतिभेदो +परिणतिर् +परिणते +परिणतेन +परिणतेषु +परिणतैः +परिणतो +परिणतौ +परिणत्या +परिणद्धं +परिणमत +परिणमति +परिणमतीति +परिणमते +परिणमनं +परिणमनम् +परिणमन्त +परिणमन्ति +परिणमन्ते +परिणममानं +परिणममाना +परिणमयति +परिणमयिता +परिणमयितुं +परिणमय्य +परिणमेत +परिणमेत् +परिणम्य +परिणम्यते +परिणय +परिणयं +परिणयः +परिणयति +परिणयनं +परिणयनम् +परिणयन्ति +परिणयविधौ +परिणयस्व +परिणये +परिणयेत् +परिणयेन +परिणयो +परिणयोन्मुखे +परिणश्यति +परिणा +परिणाम +परिणामं +परिणामः +परिणामकारि +परिणामकारी +परिणामकाले +परिणामक्रमः +परिणामजः +परिणामजम् +परिणामत +परिणामतः +परिणामतापसंस्कारदुःखैर्गुणवृत्तिविरोधाच्च +परिणामतो +परिणामत्रयं +परिणामत्रयसंयमादतीतानागतज्ञानम् +परिणामत्वेन +परिणामदुःखता +परिणामना +परिणामपक्षे +परिणामभवं +परिणामभेद +परिणामभेदः +परिणाममवस्थापयन्ति +परिणामम् +परिणामयति +परिणामयन्ति +परिणामयामि +परिणामयिष्यामि +परिणामयेत् +परिणामरमणीयाः +परिणामरूपेण +परिणामवती +परिणामवशात् +परिणामवादे +परिणामविवर्जितम् +परिणामविशेष +परिणामविशेषः +परिणामश् +परिणामश्च +परिणामसमुद्भवम् +परिणामसरः +परिणामसुखावहम् +परिणामस् +परिणामस्तदा +परिणामस्तु +परिणामस्य +परिणामस्यापरान्तेनावसानेन +परिणामस्वरुपं +परिणामस्वरूपं +परिणामा +परिणामाः +परिणामात् +परिणामादिति +परिणामादिविक्रियार +परिणामादिशूलघ्नी +परिणामाद् +परिणामानां +परिणामान् +परिणामान्ते +परिणामान्यत्वे +परिणामापरान्त +परिणामापरान्तनिर्ग्राह्यः +परिणामाभावे +परिणामाभ्युपगमे +परिणामालंकारः +परिणामालङ्कारः +परिणामि +परिणामितया +परिणामिता +परिणामित्वं +परिणामित्वम् +परिणामित्वात् +परिणामित्वे +परिणामिद्रव्याणां +परिणामिन +परिणामिनः +परिणामिनि +परिणामिनित्यता +परिणामिनित्यत्वं +परिणामिनी +परिणामिनो +परिणामिन्यर्थे +परिणामिन्य् +परिणामी +परिणामीति +परिणामे +परिणामेण +परिणामेति +परिणामेन +परिणामेषु +परिणामेष्व् +परिणामेऽपि +परिणामेऽमृतोपमम् +परिणामैकत्वाद् +परिणामैकत्वाद्वस्तुतत्त्वम् +परिणामैति +परिणामो +परिणामोद्भवं +परिणामोऽचेतनस्य +परिणामोऽथ +परिणामोऽपि +परिणामोऽयं +परिणामोऽस्ति +परिणामोऽस्तु +परिणामौ +परिणाम्य +परिणाम्यते +परिणायकः +परिणायकरत्नं +परिणायकरत्नमेव +परिणायकरत्नम् +परिणाह +परिणाहं +परिणाहः +परिणाहतः +परिणाहस्तु +परिणाहि +परिणाहिना +परिणाहे +परिणाहेन +परिणाहो +परिणिनाय +परिणिन्ये +परिणीतत्वे +परिणीतवती +परिणीतवान् +परिणीता +परिणीतायां +परिणीतासि +परिणीतास्ताः +परिणीय +परिणीयते +परिणेता +परिणेतुं +परिणेतुः +परिणेतुम् +परिणेतुरिष्यते +परिणेमे +परिणेया +परिणेष्यति +परिणेष्यसि +परिणेष्यामि +परिणेष्ये +परिण्यविशन्त +परित +परितं +परितंसयध्यै +परितः +परितक्म्या +परितक्म्यायां +परितक्म्यायाम् +परितत्य +परितनोति +परितपति +परितप्तं +परितप्तः +परितप्ताः +परितप्य +परितप्यत +परितप्यते +परितप्यन्ते +परितप्यसे +परितप्यस् +परितप्ये +परितर्कणे +परितर्जयन्ती +परितश्च +परितश्चापि +परितष्ठौ +परितस् +परितस्ततः +परितस्तत्र +परितस्तथा +परितस्तदा +परितस्तस्य +परितस्तार +परितस्तु +परितस्ते +परितस्त्वां +परितस्थुषः +परिता +परिताप +परितापं +परितापः +परितापयति +परितापयेत् +परितापश्च +परितापस्य +परितापाय +परितापे +परितापेन +परितापो +परिताम्यति +परितारिका +परिति +परितिष्ठति +परितीर्य +परितुष्ट +परितुष्टं +परितुष्टः +परितुष्टये +परितुष्टश्च +परितुष्टा +परितुष्टाः +परितुष्टात्मा +परितुष्टाव +परितुष्टाश्च +परितुष्टास्मि +परितुष्टाऽस्मि +परितुष्टे +परितुष्टेन +परितुष्टो +परितुष्टोस्मि +परितुष्टोऽसि +परितुष्टोऽस्मि +परितुष्य +परितुष्यति +परितुष्यन्ति +परितुष्यसि +परितृप्ता +परितृप्तो +परिते +परितो +परितोष +परितोषं +परितोषः +परितोषणम् +परितोषणाय +परितोषमेति +परितोषम् +परितोषयति +परितोषयन् +परितोषयन्ति +परितोषयिता +परितोषयेत् +परितोषश्च +परितोषाय +परितोषितः +परितोषिता +परितोषिताः +परितोषेण +परितोषो +परितोष्य +परितोऽतिरुक् +परितोऽपि +परितोऽर्चयेत् +परितोऽलिन्द्रं +परितोऽलिन्द्रमिष्यते +परितोऽष्टौ +परित्ताअदु +परित्ताअध +परित्ताअह +परित्ताआहि +परित्ताहि +परित्य +परित्यं +परित्यंह +परित्यंहर्य +परित्यक्त +परित्यक्तं +परित्यक्तः +परित्यक्तनर्तना +परित्यक्तम् +परित्यक्तवान् +परित्यक्तस्य +परित्यक्ता +परित्यक्तां +परित्यक्ताः +परित्यक्तानि +परित्यक्तुं +परित्यक्तुमर्हसि +परित्यक्तुम् +परित्यक्ते +परित्यक्तो +परित्यक्तौ +परित्यक्त्वा +परित्यक्ष्यति +परित्यक्ष्यामि +परित्यक्ष्ये +परित्यज +परित्यजत +परित्यजति +परित्यजतीति +परित्यजतु +परित्यजथ +परित्यजन् +परित्यजन्त +परित्यजन्तं +परित्यजन्तः +परित्यजन्ति +परित्यजन्तीति +परित्यजन्त्या +परित्यजन्देहम् +परित्यजसि +परित्यजाम +परित्यजामः +परित्यजामि +परित्यजे +परित्यजेत +परित्यजेति +परित्यजेत् +परित्यजेत्यर्थः +परित्यजेदर्थकामौ +परित्यजेदिति +परित्यजेयं +परित्यजेयुः +परित्यज्य +परित्यज्यताम् +परित्यज्यते +परित्यज्यात्मानमन्विच्छेत् +परित्यज्यापि +परित्यज्येति +परित्यज्येत्यर्थः +परित्यज्यैव +परित्याक्षीः +परित्याग +परित्यागं +परित्यागः +परित्यागस्तामसः +परित्यागात् +परित्यागी +परित्यागे +परित्यागेन +परित्यागो +परित्याज्य +परित्याज्यं +परित्याज्यः +परित्याज्यमिति +परित्याज्यम् +परित्याज्या +परित्याज्याः +परित्याज्यो +परित्युक्तं +परित्र +परित्रं +परित्रम् +परित्रस्ता +परित्रस्ताः +परित्रस्तो +परित्रा +परित्राजिका +परित्राट् +परित्राण +परित्राणं +परित्राणम् +परित्राणस्य +परित्राणाय +परित्राणायेति +परित्राणार्थं +परित्राणे +परित्रातं +परित्रातः +परित्रातव्या +परित्राता +परित्राताः +परित्रातुं +परित्रातुम् +परित्राते +परित्रातो +परित्रायतां +परित्रायताम् +परित्रायते +परित्रायध्वम् +परित्रायम् +परित्रायस्व +परित्रालयम् +परित्राहयम् +परित्राहि +परित्राहीति +परित्रिगर्तम् +परित्वा +परितॐऽशेन +परिदग्धं +परिदग्धा +परिददाति +परिददातु +परिददानि +परिददानीति +परिददामि +परिददामिऽ +परिददामीति +परिददाम्यघोराय +परिददाम्यभित्त्या +परिददाम्यसौ +परिददाम्यहमिति +परिददे +परिददौ +परिदद्युः +परिदधति +परिदधत्य् +परिदधाति +परिदधातु +परिदधाते +परिदधीत +परिदधे +परिदध्यात् +परिदध्यादिति +परिदध्याद् +परिदध्युः +परिदध्युस् +परिदरो +परिदर्शितम् +परिदलयन् +परिदशान् +परिदश्य +परिदहति +परिदह्यते +परिदह्यमानः +परिदां +परिदातुं +परिदानं +परिदानम् +परिदाय +परिदायी +परिदाहः +परिदाहयुक्ता +परिदाही +परिदाहो +परिदीपयति +परिदीपितः +परिदीपितम् +परिदीपिता +परिदीप्यते +परिदीयते +परिदीया +परिदूयते +परिदृश्य +परिदृश्यते +परिदृश्यन्ते +परिदृश्यमान +परिदृश्यमानं +परिदृश्यमानः +परिदृश्यमानम् +परिदृश्यमानस्य +परिदृश्यमाना +परिदृश्यमानां +परिदृश्यमानाः +परिदृश्यमानानि +परिदृश्यमाने +परिदृश्यमानो +परिदृश्येत +परिदृष्ट +परिदृष्टः +परिदृष्टकारिणः +परिदृष्टवान् +परिदृष्टा +परिदृष्टाः +परिदृष्टानि +परिदृष्टे +परिदृष्टो +परिदेवः +परिदेवकः +परिदेवति +परिदेवते +परिदेवन +परिदेवनं +परिदेवनम् +परिदेवना +परिदेवने +परिदेवनेति +परिदेवन्ति +परिदेवयन् +परिदेवसे +परिदेवितं +परिदेवितम् +परिदेवितानि +परिदेवितान्यकुर्वन् +परिदेविते +परिदेवितेन +परिदेवी +परिदेहि +परिद्यूनः +परिद्यूना +परिद्रष्टुरिमाः +परिद्वेषसो +परिध +परिधं +परिधः +परिधत्त +परिधत्तां +परिधत्ताम् +परिधत्ते +परिधत्स्व +परिधय +परिधयः +परिधयश्च +परिधयस्त्रिः +परिधयो +परिधा +परिधातवा +परिधातवै +परिधातुं +परिधान +परिधानं +परिधानप्रभृत्या +परिधानप्रभृत्याग्निमुखात् +परिधानप्रभृत्याग्निमुखात्कृत्वा +परिधानम् +परिधानस्य +परिधानात् +परिधानाद्बृहस्पतिर्विश्वे +परिधानाय +परिधानीय +परिधानीयया +परिधानीया +परिधानीयां +परिधानीयानां +परिधानीयाम् +परिधानीयाया +परिधानीयायां +परिधानीयायाः +परिधानीयायै +परिधानीयाविधिः +परिधानीये +परिधाने +परिधानेन +परिधानेऽश्रुपातने +परिधापयति +परिधापयित्वा +परिधापयेत् +परिधापितं +परिधाप्य +परिधाय +परिधायाथ +परिधायाप +परिधायोक्थवीर्यं +परिधावत +परिधावतः +परिधावता +परिधावति +परिधावनम् +परिधावन् +परिधावन्ति +परिधावन्तो +परिधावसि +परिधावी +परिधि +परिधिं +परिधिः +परिधिगुणितव्यासपादः +परिधिघ्नं +परिधितो +परिधिना +परिधिभागा +परिधिभागाः +परिधिभिः +परिधिमन्वारभ्य +परिधिमिति +परिधिम् +परिधियों +परिधिरसि +परिधिरिड +परिधिरिति +परिधिरुदितस्तैः +परिधिरुपसूर्यकमण्डले +परिधिर् +परिधिर्जीवनाय +परिधिर्भवति +परिधिषु +परिधिष्पताति +परिधिसंधिं +परिधिसंधिमन्ववहृत्य +परिधिसन्धिमन्ववहृत्य +परिधिस् +परिधिस्तु +परिधी +परिधीं +परिधींश्च +परिधीञ् +परिधीननक्ति +परिधीननुप्रहरति +परिधीनपि +परिधीनां +परिधीनिध्म +परिधीन् +परिधीन्त् +परिधीन्दधामि +परिधीन्परिदधाति +परिधीन्परिधाय +परिधीय +परिधीयते +परिधीयन्ते +परिधूपनं +परिधूय +परिधूसरे +परिधे +परिधेः +परिधेयं +परिधेयम् +परिधेयाः +परिधेयानि +परिधेस् +परिधेस्तु +परिधेहि +परिधैः +परिधो +परिधौ +परिध्मातं +परिध्यन्तर +परिध्यन्तरं +परिध्यर्थे +परिध्योः +परिध्वंसा +परिन +परिनि +परिनिर्मितम् +परिनिर्वाणं +परिनिर्वाणकालसमये +परिनिर्वाणाय +परिनिर्वाणे +परिनिर्वाति +परिनिर्वातु +परिनिर्वापयितेति +परिनिर्वापयेयम् +परिनिर्वामि +परिनिर्वास्यति +परिनिर्वास्यन्ति +परिनिर्वृत +परिनिर्वृतः +परिनिर्वृतम् +परिनिर्वृतस्य +परिनिर्वृताः +परिनिर्वृते +परिनिर्वृतो +परिनिविभ्य +परिनिविभ्यः +परिनिश्चितम् +परिनिष्ठा +परिनिष्ठाकाण्ड +परिनिष्ठाकाण्डः +परिनिष्ठित +परिनिष्ठितं +परिनिष्ठितः +परिनिष्ठितम् +परिनिष्ठिता +परिनिष्ठिताः +परिनिष्ठिते +परिनिष्ठितो +परिनिष्ठितोऽपि +परिनिष्ठितौ +परिनिष्पन्न +परिनिष्पन्नं +परिनिष्पन्नः +परिनिष्पन्ने +परिनिस्तिष्ठेदिति +परिनृत्यति +परिनृत्यन्ति +परिन्यसेत् +परिन्यासः +परिन्यासो +परिप +परिपंथिनः +परिपक +परिपक्व +परिपक्वं +परिपक्वः +परिपक्वता +परिपक्वा +परिपक्वाः +परिपक्वानि +परिपक्वाश्च +परिपक्वे +परिपक्वो +परिपचेलिमैः +परिपच्यते +परिपच्यन्ते +परिपठतीह +परिपठन्ति +परिपठिताः +परिपठ्यते +परिपणित +परिपणे +परिपणेऽपि +परिपतति +परिपतन् +परिपतन्ति +परिपतये +परिपतिं +परिपतिः +परिपदं +परिपदामिव +परिपन्थ +परिपन्थं +परिपन्थि +परिपन्थिन +परिपन्थिनं +परिपन्थिनः +परिपन्थिनम् +परिपन्थिना +परिपन्थिनां +परिपन्थिनि +परिपन्थिनी +परिपन्थिनीं +परिपन्थिनो +परिपन्थिनौ +परिपन्थिपरिपरिणौ +परिपन्थिभिः +परिपन्थी +परिपन्थीव +परिपप्रच्छ +परिपप्रच्छुः +परिपरि +परिपरिणः +परिपरिणो +परिपरी +परिपशव्ये +परिपश्यतः +परिपश्यति +परिपश्यन्ति +परिपश्यसि +परिपश्यामि +परिपश्येदेवं +परिपा +परिपाक +परिपाकं +परिपाकः +परिपाककाले +परिपाकमेति +परिपाकाय +परिपाके +परिपाकेन +परिपाको +परिपाचनम् +परिपाचयति +परिपाचयन्ति +परिपाचयेत् +परिपाचयेयम् +परिपाचितम् +परिपाचिता +परिपाचितानि +परिपाटिः +परिपाटी +परिपाट्या +परिपाट्यां +परिपाट्येते +परिपाणं +परिपाणः +परिपाण्डु +परिपातय +परिपाति +परिपातितौ +परिपातु +परिपान्तु +परिपार्श्ववर्तिनीं +परिपाल +परिपालक +परिपालकः +परिपालकम् +परिपालकाः +परिपालन +परिपालनं +परिपालनम् +परिपालनात् +परिपालनाय +परिपालनीयं +परिपालनीयः +परिपालनीया +परिपालनीयाः +परिपालने +परिपालनेन +परिपालय +परिपालयति +परिपालयन् +परिपालयन्ति +परिपालयन्ती +परिपालयन्तु +परिपालयांबभूव +परिपालयामि +परिपालयितुं +परिपालयेत् +परिपालितं +परिपालितः +परिपालितम् +परिपालितवान् +परिपालिता +परिपालिताः +परिपालिते +परिपाल्य +परिपाल्यं +परिपाल्यः +परिपाल्यताम् +परिपाल्यते +परिपाल्या +परिपाल्यो +परिपासि +परिपाहि +परिपिष्य +परिपीडं +परिपीडयन्ति +परिपीडयेत् +परिपीडितः +परिपीडितम् +परिपीडिता +परिपीडिताः +परिपीडितान् +परिपीडितौ +परिपीड्य +परिपीड्यते +परिपीय +परिपुच्छयते +परिपुष्टः +परिपुष्टमास +परिपुष्टा +परिपुष्णाति +परिपू +परिपूजनम् +परिपूजयन् +परिपूजयेत् +परिपूजितः +परिपूजिता +परिपूज्य +परिपूज्यते +परिपूज्याथ +परिपूतं +परिपूतः +परिपूतेषु +परिपूयते +परिपूर +परिपूरकं +परिपूरणं +परिपूरणम् +परिपूरणाय +परिपूरणेन +परिपूरय +परिपूरयति +परिपूरयन् +परिपूरयन्ति +परिपूरयितुं +परिपूरयितुम् +परिपूरयिष्यति +परिपूरयेत् +परिपूरशिक्षा +परिपूरित +परिपूरितं +परिपूरितः +परिपूरितम् +परिपूरिता +परिपूरिताः +परिपूरितानि +परिपूरिते +परिपूर्ण +परिपूर्णं +परिपूर्णः +परिपूर्णकामः +परिपूर्णतमं +परिपूर्णतमः +परिपूर्णतमस्य +परिपूर्णतमस्यापि +परिपूर्णतमा +परिपूर्णतमाय +परिपूर्णतमे +परिपूर्णतमो +परिपूर्णतया +परिपूर्णता +परिपूर्णतां +परिपूर्णताम् +परिपूर्णतेति +परिपूर्णत्वं +परिपूर्णत्वमभक्तच्छन्द +परिपूर्णत्वम् +परिपूर्णत्वात् +परिपूर्णमना +परिपूर्णमनोरथः +परिपूर्णमनोरथाः +परिपूर्णमभवत् +परिपूर्णमस्याः +परिपूर्णमासीत् +परिपूर्णमेतत् +परिपूर्णम् +परिपूर्णरूपस्यापि +परिपूर्णशिक्षा +परिपूर्णशिक्षाये +परिपूर्णश्च +परिपूर्णस्य +परिपूर्णा +परिपूर्णां +परिपूर्णाः +परिपूर्णानि +परिपूर्णान् +परिपूर्णाय +परिपूर्णार्थं +परिपूर्णे +परिपूर्णेन +परिपूर्णेषु +परिपूर्णो +परिपूर्णोऽपि +परिपूर्णोऽयं +परिपूर्तिः +परिपूर्य +परिपूर्यतु +परिपूर्यते +परिपूर्यन्ते +परिपूर्येत +परिपूर्व +परिपूर्वक +परिपूर्वस्य +परिपूर्वात् +परिपूर्वाद् +परिपूर्वे +परिपूर्वो +परिपृच्छ +परिपृच्छको +परिपृच्छतः +परिपृच्छति +परिपृच्छते +परिपृच्छन्तं +परिपृच्छन्ति +परिपृच्छय +परिपृच्छसि +परिपृच्छामि +परिपृच्छितम् +परिपृच्छेयुः +परिपृच्छ्य +परिपृष्टं +परिपृष्टः +परिपृष्टवान् +परिपृष्टास्ते +परिपृष्टो +परिपेचयेत् +परिपेतुः +परिपेलवम् +परिपेलवा +परिपेषितः +परिपेषितम् +परिपोटकः +परिपोटवान् +परिपोष +परिपोषं +परिपोषः +परिपोषकः +परिपोषणं +परिपोषणे +परिपोषयति +परिपोषिका +परिपोषितः +परिपोषे +परिपोषो +परिपोष्य +परिप्रत्युपापा +परिप्रध +परिप्रधन्व +परिप्रश्न +परिप्रश्नं +परिप्रश्नः +परिप्रश्ने +परिप्रश्नेन +परिप्रश्नो +परिप्रष्टव्यं +परिप्रष्टुं +परिप्रस्यन्दते +परिप्रहः +परिप्राप्यत्वाभावात् +परिप्रिया +परिप्रियादि +परिप्रीता +परिप्रुषः +परिप्रेक्ष्ये +परिप्रेप्सोः +परिप्लव +परिप्लवं +परिप्लवः +परिप्लवते +परिप्लवन्ते +परिप्लवम् +परिप्लवया +परिप्लवांश्च +परिप्लवेते +परिप्लवौ +परिप्लावयति +परिप्लाव्य +परिप्लुतं +परिप्लुतः +परिप्लुतम् +परिप्लुता +परिप्लुताः +परिप्लुताम् +परिप्लुतायां +परिप्लुते +परिप्लुतौ +परिप्वज्य +परिबभूव +परिबभ्राम +परिबाधते +परिबाधन्ते +परिबाधमानः +परिबाधमाना +परिबाधो +परिबृंहति +परिबृंहितम् +परिब्रवीमि +परिब्रूयात् +परिभयार्थे +परिभर्त्स्य +परिभव +परिभवं +परिभवः +परिभवघ्नमभीष्टदोहं +परिभवति +परिभवन् +परिभवन्ति +परिभवन्तु +परिभवपदं +परिभवम् +परिभवश्च +परिभवस्य +परिभवाख्यं +परिभवात् +परिभवान् +परिभवाय +परिभवास्पदम् +परिभवितुं +परिभविष्यन्ति +परिभवी +परिभवे +परिभवेन +परिभवो +परिभा +परिभाण्डं +परिभाति +परिभावः +परिभावना +परिभावय +परिभावयतु +परिभावयेत् +परिभावितं +परिभावितः +परिभावितम् +परिभाविता +परिभावी +परिभाव्य +परिभाष +परिभाषण +परिभाषणं +परिभाषणम् +परिभाषणहिंसातर्जनेषु +परिभाषणहिंसादानेषु +परिभाषणात् +परिभाषणे +परिभाषते +परिभाषन्ते +परिभाषया +परिभाषयैव +परिभाषा +परिभाषां +परिभाषाः +परिभाषाएँ +परिभाषाकारिकाः +परिभाषाक्षेपे +परिभाषाणां +परिभाषादिप्रकरणे +परिभाषाध्याये +परिभाषापाठः +परिभाषाप्रकरणम् +परिभाषाप्रयोजनवार्तिकम् +परिभाषामाह +परिभाषाया +परिभाषायां +परिभाषायाः +परिभाषावृत्तिः +परिभाषासिद्धम् +परिभाषाऽध्यायः +परिभाषित +परिभाषितं +परिभाषितः +परिभाषितत्वात् +परिभाषितम् +परिभाषिता +परिभाषिताः +परिभाषितुं +परिभाषिते +परिभाषे +परिभाषेति +परिभाषेन्दुशेखरः +परिभाषेन्दुशेखरस्य +परिभाषेन्दुशेखरे +परिभाषेयं +परिभाषेयम् +परिभाष्य +परिभाष्यते +परिभुंक्ते +परिभुंजते +परिभुक्तं +परिभुक्तः +परिभुक्तम् +परिभुक्ता +परिभुक्ताः +परिभुङ्क्ते +परिभुङ्क्ष्व +परिभुज +परिभुज्य +परिभुज्यते +परिभुञ्जते +परिभुवः +परिभू +परिभूः +परिभूत +परिभूतं +परिभूतः +परिभूतमं +परिभूतस्य +परिभूता +परिभूताः +परिभूतानां +परिभूतामधःशय्यां +परिभूते +परिभूतो +परिभूतोऽसि +परिभूय +परिभूयते +परिभूयसे +परिभूरदाभ्यस्तेभ्यो +परिभूरसि +परिभूरस्तु +परिभूर् +परिभूश्च +परिभूश्छन्दः +परिभूषति +परिभूषन्ति +परिभूषितः +परिभूषितम् +परिभोक्तव्यं +परिभोक्तव्यम् +परिभोक्तव्यानि +परिभोक्ता +परिभोक्तुं +परिभोक्तुमिति +परिभोक्तुम् +परिभोक्ष्यामः +परिभोगः +परिभोगदर्शिनी +परिभोगान्वयं +परिभोगाय +परिभ्रमः +परिभ्रमण +परिभ्रमणं +परिभ्रमणमाचरेत् +परिभ्रमणम् +परिभ्रमणस्य +परिभ्रमणाय +परिभ्रमणे +परिभ्रमणेन +परिभ्रमत +परिभ्रमतः +परिभ्रमता +परिभ्रमति +परिभ्रमतीति +परिभ्रमन् +परिभ्रमन्तं +परिभ्रमन्तः +परिभ्रमन्ति +परिभ्रमन्ती +परिभ्रमन्तो +परिभ्रमसि +परिभ्रमेत् +परिभ्रम्य +परिभ्रष्ट +परिभ्रष्टं +परिभ्रष्टः +परिभ्रष्टा +परिभ्रष्टां +परिभ्रष्टो +परिभ्राम्य +परिभ्राम्यति +परिभ्राम्यते +परिम +परिमज्जयति +परिमण्डल +परिमण्डलं +परिमण्डलः +परिमण्डलम् +परिमण्डला +परिमण्डलां +परिमण्डलानि +परिमण्डलाम् +परिमण्डले +परिमण्डलो +परिमण्डलौ +परिमण्डितम् +परिमथन् +परिमर +परिमरः +परिमर्दनं +परिमर्दनम् +परिमर्दयेत् +परिमर्दितम् +परिमर्द्य +परिमल +परिमलं +परिमलः +परिमलव्याख्योपेता +परिमलस्य +परिमला +परिमलालयः +परिमले +परिमलेन +परिमलै +परिमलैः +परिमलो +परिमा +परिमाण +परिमाणं +परिमाणः +परिमाणकम् +परिमाणग्रहणं +परिमाणजन्यं +परिमाणजमुच्यते +परिमाणञ्च +परिमाणतः +परिमाणतश्च +परिमाणतारतम्यत्वात् +परिमाणतो +परिमाणत्वं +परिमाणत्वात् +परिमाणभेदः +परिमाणभेदे +परिमाणभेदेन +परिमाणभेदो +परिमाणमपि +परिमाणमस्ति +परिमाणमस्य +परिमाणमस्येति +परिमाणमात्रे +परिमाणमाह +परिमाणमिति +परिमाणमित्यर्थः +परिमाणमित्यर्थे +परिमाणमेषां +परिमाणमेषामिति +परिमाणम् +परिमाणयुक्तम् +परिमाणवत् +परिमाणवदिति +परिमाणवाचक +परिमाणविशेष +परिमाणविशेषः +परिमाणस्य +परिमाणा +परिमाणाख्यायां +परिमाणाच्च +परिमाणात् +परिमाणादि +परिमाणादिति +परिमाणाधिके +परिमाणाधिक्यं +परिमाणानां +परिमाणानि +परिमाणान्तस्य +परिमाणान्तस्यासंज्ञाशाणयोः +परिमाणार्थं +परिमाणार्थम् +परिमाणार्थे +परिमाणिना +परिमाणिनि +परिमाणे +परिमाणेन +परिमाणेषु +परिमाणो +परिमाति +परिमातुं +परिमादः +परिमार्गणम् +परिमार्गणे +परिमार्गता +परिमार्गते +परिमार्गितव्यं +परिमार्गितव्यमिति +परिमार्गितव्यम् +परिमार्गितुम् +परिमार्जति +परिमार्जती +परिमार्जनं +परिमार्जनम् +परिमार्जन्ति +परिमार्जयामि +परिमार्जयेत् +परिमार्जिता +परिमार्ज्य +परिमार्ष्टि +परिमित +परिमितं +परिमितः +परिमितकथां +परिमितगुणस्य +परिमितत्वं +परिमितत्वात् +परिमितदक्षिणास्थानीयेन्द्रादिपद +परिमितमित्यर्थः +परिमितम् +परिमितस्य +परिमिता +परिमिताः +परिमितानां +परिमितानि +परिमितान् +परिमिताभरणा +परिमितार्थः +परिमिताहारा +परिमिति +परिमितिः +परिमितीकृतत्त्वात् +परिमिते +परिमितेन +परिमितैः +परिमितो +परिमितौ +परिमित्य +परिमिनोति +परिमिमीते +परिमिलनमप्राप्य +परिमीयते +परिमीयन्ते +परिमुक्तः +परिमुक्ता +परिमुक्तो +परिमुख +परिमुखं +परिमुखादिभ्य +परिमुच्य +परिमुच्यते +परिमुच्यन्ति +परिमुच्यन्ते +परिमुञ्चति +परिमुषितरत्नं +परिमुष्णीयाद् +परिमुह +परिमुह्यसि +परिमूढेन्द्रियगणो +परिमूत्री +परिमूर्छितः +परिमृज +परिमृजन्ति +परिमृजापनुदोः +परिमृजीत +परिमृजेत् +परिमृज्य +परिमृज्यावोक्ष्य +परिमृज्यैष +परिमृशति +परिमृशन् +परिमृशेत् +परिमृश्य +परिमृष्टं +परिमृष्टा +परिमृष्यति +परिमोक्षं +परिमोचय +परिमोषिण +परिमोहयते +परिमोहितः +परिमोहिता +परिमोहिताः +परिमोही +परिम्रियन्ते +परिम्लानं +परिम्लानमुखं +परिम्लानमुखश्रियः +परिम्लानमुखश्रियाम् +परिम्लाना +परिम्लाने +परिम्लायिनि +परिय +परियजति +परियन् +परियन्ति +परिययौ +परियाति +परियातो +परियान्ति +परियासि +परियोजना +परियोजनाः +परियोजनाओं +परियोजनायां +परियोजनायाः +परियोजयेत् +परिरक्ष +परिरक्षणं +परिरक्षणम् +परिरक्षणाय +परिरक्षणार्थं +परिरक्षणार्थानि +परिरक्षणीयं +परिरक्षणे +परिरक्षता +परिरक्षति +परिरक्षतु +परिरक्षन्ति +परिरक्षय +परिरक्षसि +परिरक्षित +परिरक्षितः +परिरक्षितम् +परिरक्षिता +परिरक्षिताः +परिरक्षितुं +परिरक्षितुम् +परिरक्ष्यते +परिरब्धा +परिरब्धुं +परिरभ्य +परिरभ्यते +परिरमति +परिरमसि +परिरम्भ +परिरम्भं +परिरम्भः +परिरम्भणं +परिरम्भणे +परिरम्भणेन +परिरम्भे +परिराटी +परिरेभिरे +परिरेभिषे +परिरेभे +परिरोदिति +परिरोहति +परिर्वर्जने +परिल +परिलक्षिता +परिलक्षितो +परिलक्ष्य +परिलक्ष्यते +परिलघु +परिलम्बते +परिलसन्ति +परिलिखति +परिलिखत्युत्तरवेदेरावृतोत्तरवेदिं +परिलिखित +परिलिखितमिति +परिलिखितम् +परिलिखितम्̇ +परिलिखिता +परिलिखितꣳ +परिलिखेत् +परिलिख्य +परिलिप्य +परिलिष्य +परिलिहन् +परिलुप्यते +परिलेख +परिलेखं +परिलेखः +परिलेखन +परिलेखनं +परिलेखनम् +परिलेखमाह +परिलेखयेत् +परिलेखविधि +परिलेखविधिः +परिलेखा +परिलेखे +परिलेखो +परिलेख्य +परिलेढि +परिलेपयेत् +परिलेपितम् +परिलेलिहन् +परिलेष +परिलेसिथ +परिलेही +परिव +परिवञ्चते +परिवञ्चितः +परिवञ्चिताः +परिवतीर् +परिवत्यो +परिवत्सर +परिवत्सरं +परिवत्सरः +परिवत्सरम् +परिवत्सराः +परिवत्सरान् +परिवत्सराय +परिवत्सरीणम् +परिवत्सरे +परिवत्सरो +परिवत्सरोऽसि +परिवदति +परिवदन्ति +परिवप +परिवप्यं +परिवयन्ति +परिवर्जनं +परिवर्जनम् +परिवर्जनात् +परिवर्जनीयः +परिवर्जनीयम् +परिवर्जनीया +परिवर्जनीयाः +परिवर्जने +परिवर्जय +परिवर्जयति +परिवर्जयतु +परिवर्जयन् +परिवर्जयन्ति +परिवर्जयितव्यानि +परिवर्जयेत +परिवर्जयेत् +परिवर्जयेत्तम् +परिवर्जयेत्तु +परिवर्जयेदिति +परिवर्जित +परिवर्जितः +परिवर्जितम् +परिवर्जिता +परिवर्जिताः +परिवर्जिते +परिवर्ज्जयेत् +परिवर्ज्जयेदिति +परिवर्ज्जितः +परिवर्ज्य +परिवर्णितम् +परिवर्त +परिवर्तं +परिवर्तः +परिवर्तक 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+परिवर्त्तश्च +परिवर्त्ते +परिवर्त्तेत +परिवर्त्तेन +परिवर्त्त्य +परिवर्त्य +परिवर्त्यताम् +परिवर्त्यते +परिवर्त्यन्ताम् +परिवर्त्यन्ते +परिवर्धते +परिवर्धमाना +परिवर्धितः +परिवर्यं +परिवव्रुः +परिवव्रुर्धनञ्जयम् +परिवह +परिवहः +परिवहति +परिवहन +परिवहनं +परिवहनमन्त्रालयः +परिवहनम् +परिवहनस्य +परिवहनाय +परिवहने +परिवहन् +परिवहन्ति +परिवहो +परिवा +परिवाइयम् +परिवाजपतिरिति +परिवाद +परिवादं +परिवादः +परिवादकः +परिवादकेन +परिवादिनी +परिवादी +परिवादो +परिवाप +परिवापः +परिवापणे +परिवापनम् +परिवाय +परिवार +परिवारं +परिवारः +परिवारकम् +परिवारगणस्य +परिवारगणैः +परिवारजनाः +परिवारजनेषु +परिवारजनैः +परिवारणम् +परिवारबलिं +परिवारम् +परिवारय +परिवारयुतं +परिवारयेत् +परिवारवत् +परिवारशोभि +परिवारश्च +परिवारसमन्वितः +परिवारसमन्वितम् +परिवारसमन्विते +परिवारस्य +परिवारस्‍य +परिवारा +परिवारांश्च +परिवाराः +परिवाराणां +परिवाराणि +परिवारान् +परिवाराय +परिवारार्चनं +परिवारालयं +परिवारालये +परिवाराश्च +परिवारितं +परिवारितः +परिवारितम् +परिवारिता +परिवारिताः +परिवारिताम् +परिवारिते +परिवारितो +परिवारितौ +परिवारे +परिवारेण +परिवारेभ्यः +परिवारेषु +परिवारैः +परिवारैश्च +परिवारो +परिवार्य +परिवार्यते +परिवार्याथ +परिवार्योपतस्थिरे +परिवार्य्य +परिवासः +परिवासयति +परिवासयेत् +परिवासेन +परिवास्य +परिवास्योपवेषं +परिवाहिणी +परिवाहिणीः +परिवाहितम् +परिवि +परिवित्तम् +परिवित्ति +परिवित्तिः +परिवित्तिश्च +परिवित्तिस्तु +परिवित्ते +परिवित्तो +परिविद्यते +परिविन्दति +परिविन्दन्न +परिविविदानम् +परिविशति +परिविश्योदकाय +परिविष्टं +परिविष्टाः +परिविष्टे +परिविष्य +परिविष्यते +परिविष्यमाणौ +परिविहाय +परिवीक्ष्य +परिवीत +परिवीतं +परिवीतः +परिवीतो +परिवीय +परिवीयमाणायानुब्रूहीति +परिवीयाग्नेयं +परिवीरसि +परिवीरसीति +परिवुदो +परिवृ +परिवृक्णे +परिवृक्ता +परिवृक्तायाः +परिवृक्ती +परिवृङ्ग्धि +परिवृढ +परिवृढं +परिवृढः +परिवृढम् +परिवृढस्य +परिवृढा +परिवृढानि +परिवृढाय +परिवृढेन +परिवृढो +परिवृणक्ति +परिवृणक्तु +परिवृणक्षि +परिवृत +परिवृतं +परिवृतः +परिवृतम् +परिवृतस्तदा +परिवृतस्य +परिवृता +परिवृतां +परिवृताः +परिवृताम् +परिवृते +परिवृतो +परिवृतोऽन्वहम् +परिवृतौ +परिवृत्त +परिवृत्तं +परिवृत्तः +परिवृत्ता +परिवृत्ति +परिवृत्तिं +परिवृत्तिः +परिवृत्तिरसौ +परिवृत्तिरिति +परिवृत्तिर्विनिमयो +परिवृत्तिश्च +परिवृत्तिस्तु +परिवृत्ते +परिवृत्तेः +परिवृत्तो +परिवृत्तौ +परिवृत्त्य +परिवृत्त्यलङ्कारः +परिवृत्त्या +परिवृत्य +परिवृत्या +परिवृद्धये +परिवृद्धिं +परिवृद्धिमेति +परिवृल्य +परिवृहन्न् +परिवे +परिवेक्ष्यमाणं +परिवेणा +परिवेत्ता +परिवेद +परिवेदनं +परिवेदनम् +परिवेदना +परिवेदनीया +परिवेदने +परिवेवेष्टि +परिवेश +परिवेशः +परिवेशसः +परिवेशस्य +परिवेशे +परिवेष +परिवेषं +परिवेषः +परिवेषण +परिवेषणं +परिवेषणम् +परिवेषणीयम् +परिवेषणे +परिवेषमधारयन् +परिवेषयति +परिवेषयतु +परिवेषयेत् +परिवेषस्तु +परिवेषस्य +परिवेषाः +परिवेषाद्भुतावर्त्तः +परिवेषिका +परिवेषितवती +परिवेषीव +परिवेषे +परिवेषेण +परिवेषेषु +परिवेषो +परिवेष्टनम् +परिवेष्टने +परिवेष्टय +परिवेष्टयति +परिवेष्टयन्ति +परिवेष्टयेत् +परिवेष्टा +परिवेष्टारः +परिवेष्टारम् +परिवेष्टारो +परिवेष्टित +परिवेष्टितं +परिवेष्टितः +परिवेष्टितम् +परिवेष्टिता +परिवेष्टिताः +परिवेष्टितान् +परिवेष्टिताम् +परिवेष्टितारं +परिवेष्टिते +परिवेष्टितो +परिवेष्ट्य +परिवेष्ट्यते +परिवेष्य +परिव्यथा +परिव्ययणात् +परिव्ययति +परिव्ययन्तां +परिव्ययन्ताम् +परिव्ययामसि +परिव्यवेभ्यः +परिव्याणं +परिव्याधः +परिव्याधश्च +परिव्याधो +परिव्याय +परिव्रजति +परिव्रजन् +परिव्रजन्ति +परिव्रजन्प्रोक्षति +परिव्रजेत् +परिव्रज्य +परिव्रज्या +परिव्रा +परिव्राज +परिव्राजं +परिव्राजः +परिव्राजक +परिव्राजकं +परिव्राजकः +परिव्राजकच्छद्म +परिव्राजकरूपधृत् +परिव्राजकरूपेण +परिव्राजकस्य +परिव्राजका +परिव्राजकाः +परिव्राजकाचार्य +परिव्राजकाचार्यस्य +परिव्राजकानां +परिव्राजके +परिव्राजकेन +परिव्राजकेहि +परिव्राजको +परिव्राजिका +परिव्राजिकां +परिव्राज्यम् +परिव्राट् +परिव्राडिति +परिव्राड् +परिव्राड्योगयुक्तश्च +परिव्राड्विवर्णवासा +परिव्रात् +परिशङ्कते +परिशङ्कनीयः +परिशङ्कया +परिशङ्कितः +परिशङ्कितुम् +परिशब्द +परिशब्दः +परिशब्दे +परिशाम्यति +परिशि +परिशिधम् +परिशिनष्टि +परिशिष्ट +परिशिष्टं +परिशिष्टः +परिशिष्टपर्व +परिशिष्टम +परिशिष्टम् +परिशिष्टरूपेण +परिशिष्टस्य +परिशिष्टा +परिशिष्टाः +परिशिष्टानां +परिशिष्टानि +परिशिष्टानुपलक्षयितुं +परिशिष्टास्तु +परिशिष्टे +परिशिष्टेन +परिशिष्टेषु +परिशिष्टो +परिशिष्टौ +परिशिष्य +परिशिष्यत +परिशिष्यते +परिशिष्यन्ते +परिशिष्येत +परिशिष्येतेति +परिशीलन +परिशीलनं +परिशीलनम् +परिशीलनात् +परिशीलनीयानि +परिशीलने +परिशीलनेन +परिशीलयति +परिशीलयन् +परिशीलयन्तु +परिशीलयामः +परिशीलयितुं +परिशीलयेत् +परिशीलितम् +परिशील्य +परिशु +परिशुद्ध +परिशुद्धं +परिशुद्धः +परिशुद्धता +परिशुद्धत्रिमण्डलः +परिशुद्धत्रिमण्डलाः +परिशुद्धमण्डलः +परिशुद्धम् +परिशुद्धयः +परिशुद्धये +परिशुद्धशीलम् +परिशुद्धा +परिशुद्धां +परिशुद्धाः +परिशुद्धात्मा +परिशुद्धानां +परिशुद्धिः +परिशुद्धे +परिशुद्धेन +परिशुद्धो +परिशुद्धौ +परिशुद्ध्यन्ति +परिशुध्यति +परिशुम्भति +परिशुष्कं +परिशुष्का +परिशुष्काणि +परिशुष्कास्यो +परिशुष्यता +परिशुष्यति +परिशुष्यत्स्खलद्वाक्यो +परिशून्यं +परिशेक्ष्यत +परिशेत +परिशेते +परिशेरत +परिशेरते +परिशेष +परिशेषं +परिशेषः +परिशेषतः +परिशेषा +परिशेषाः +परिशेषाणाम् +परिशेषात् +परिशेषाद् +परिशेषानुमानेन +परिशेषासु +परिशेषे +परिशेषेण +परिशेषो +परिशेष्य +परिशेष्यताम् +परिशोचति +परिशोचनम् +परिशोचितुम् +परिशोधनं +परिशोधनम् +परिशोधनीयः +परिशोधने +परिशोधयन्तु +परिशोधयामि +परिशोधयेत् +परिशोधितं +परिशोधितम् +परिशोधिता +परिशोधितानि +परिशोध्य +परिशोध्यते +परिशोभितः +परिशोभितम् +परिशोभिता +परिशोभिताम् +परिशोषयति +परिशोषयेत् +परिशोषिते +परिशोष्य +परिश्रम +परिश्रमं +परिश्रमः +परिश्रमम् +परिश्रमस्य +परिश्रमाः +परिश्रमात् +परिश्रमान् +परिश्रमी +परिश्रमे +परिश्रमेण +परिश्रमैः +परिश्रमो +परिश्रम्य +परिश्रयणं +परिश्रयति +परिश्रयन्ति +परिश्रा +परिश्रान्त +परिश्रान्तं +परिश्रान्तः +परिश्रान्तश्च +परिश्रान्तश्रमापहः +परिश्रान्तस्य +परिश्रान्ता +परिश्रान्तां +परिश्रान्ताः +परिश्रान्ते +परिश्रान्तेन +परिश्रान्तो +परिश्रान्तौ +परिश्राम्यति +परिश्रित +परिश्रितं +परिश्रितः +परिश्रितम् +परिश्रितस्ताः +परिश्रितां +परिश्रिताः +परिश्रिते +परिश्रितो +परिश्रित्य +परिश्रित्सु +परिश्रिद्भिः +परिश्रीयस्व +परिश्रुतः +परिश्रुतम् +परिश्रुता +परिश्रुताः +परिश्रुत्य +परिष +परिषत् +परिषत्त्वं +परिषत्सु +परिषत्‌ +परिषद +परिषदं +परिषदः +परिषदनुमोदनम् +परिषदप्येषा +परिषदमाजगाम +परिषदा +परिषदां +परिषदामपि +परिषदि +परिषदो +परिषद् +परिषद्देवानां +परिषद्य +परिषद्यं +परिषद्यः +परिषद्यो +परिषद्योऽसि +परिषद्वलः +परिषन्मध्ये +परिषस्खजे +परिषस्वजाते +परिषस्वजाना +परिषस्वजानाः +परिषस्वजा॒ना +परिषस्वजिरे +परिषस्वजे +परिषहते +परिषिंचति +परिषिक्त +परिषिक्तं +परिषिक्ता +परिषिक्ते +परिषिच्य +परिषिच्यते +परिषिच्यमान +परिषिच्यमानः +परिषिच्यमाने +परिषिच्याथ +परिषिच्यौदुम्बरमिध्ममभ्याधायौदुम्बर्या +परिषिञ्चत +परिषिञ्चति +परिषिञ्चतीति +परिषिञ्चन् +परिषिञ्चन्पर्येति +परिषिञ्चामि +परिषिञ्चामीति +परिषिञ्चेत् +परिषितः +परिषिषिक्षति +परिषीदन्ति +परिषीव्यति +परिषुणोति +परिषूतं +परिषूतमसि +परिषूतम् +परिषे +परिषेक +परिषेकं +परिषेकः +परिषेकश्च +परिषेकादि +परिषेकान् +परिषेके +परिषेकेण +परिषेको +परिषेचन +परिषेचनं +परिषेचनम् +परिषेचनानि +परिषेचनान्तं +परिषेचनान्ते +परिषेचने +परिषेचयेत् +परिषेवते +परिष्कण्णः +परिष्कन्दः +परिष्कन्दम् +परिष्कन्दा +परिष्कन्दौ +परिष्करणं +परिष्करोति +परिष्कर्तुं +परिष्कार +परिष्कारं +परिष्कारः +परिष्कारम् +परिष्कारस्य +परिष्कारांशानां +परिष्काराः +परिष्कारानुगुणानां +परिष्काराय +परिष्कारे +परिष्कुरुत +परिष्कृण्वन्ति +परिष्कृत +परिष्कृतं +परिष्कृतः +परिष्कृतम् +परिष्कृतस्य +परिष्कृता +परिष्कृताः +परिष्कृतान् +परिष्कृताम् +परिष्कृते +परिष्कृतैः +परिष्कृतो +परिष्कृतौ +परिष्कृत्य +परिष्टात् +परिष्टिः +परिष्टिषु +परिष्टुतिः +परिष्टुभः +परिष्टोभन्त्या +परिष्टौति +परिष्ठलम् +परिष्ठा +परिष्ठाः +परिष्यति +परिष्वक्तः +परिष्वक्तश्च +परिष्वक्ता +परिष्वक्तो +परिष्वङ्ग +परिष्वङ्गं +परिष्वङ्गः +परिष्वङ्गे +परिष्वङ्गो +परिष्वज +परिष्वजति +परिष्वजते +परिष्वजन्ते +परिष्वजमाना +परिष्वजस्व +परिष्वजे +परिष्वजेत् +परिष्वजेथाम् +परिष्वज्य +परिष्वज्येदमब्रवीत् +परिष्वज्योवाच +परिस +परिसंख्यया +परिसंख्या +परिसंख्यां +परिसंख्यातं +परिसंख्यातः +परिसंख्याता +परिसंख्यातुं +परिसंख्यानं +परिसंख्यानात् +परिसंख्यानार्थं +परिसंख्याय +परिसंख्याया +परिसंख्यायां +परिसंख्यालंकारः +परिसंख्यालङ्कारः +परिसंख्यालङ्कारसरः +परिसंख्यावार्तिकम् +परिसंख्याविधिः +परिसंख्येति +परिसंख्यैव +परिसंलिहन् +परिसंवत्सराणि +परिसंवत्सरो +परिसक्कए +परिसङ्ख्यया +परिसङ्ख्या +परिसङ्ख्यातुं +परिसङ्ख्याय +परिसङ्घयाविधिनिरूपणम् +परिसन्धिः +परिसमापयितव्यम् +परिसमाप्त +परिसमाप्तं +परिसमाप्तः +परिसमाप्तत्वात् +परिसमाप्तमिति +परिसमाप्तम् +परिसमाप्ता +परिसमाप्ति +परिसमाप्तिं +परिसमाप्तिः +परिसमाप्तिरिति +परिसमाप्ते +परिसमाप्तेः +परिसमाप्तो +परिसमाप्तौ +परिसमाप्य +परिसमाप्यत +परिसमाप्यते +परिसमुह्य +परिसमूहति +परिसमूहनं +परिसमूहनम् +परिसमूहने +परिसमूह्य +परिसर +परिसरं +परिसरः +परिसरतां +परिसरति +परिसरमालिन्यम् +परिसरविज्ञानम् +परिसरस्य +परिसराः +परिसरे +परिसरेषु +परिसरोऽयं +परिसर्प +परिसर्पः +परिसर्पणात् +परिसर्पति +परिसर्पन्ति +परिसर्पश्च +परिसर्पिताः +परिसर्या +परिसर्व्वतोभावेन +परिसांत्वयन् +परिसाधने +परिसान्त्वनम् +परिसान्त्वयन् +परिसान्त्विता +परिसान्त्व्य +परिसारी +परिसीमा +परिसुप्तशक्तित्रजेन +परिसुस्राव +परिसूतिकाले +परिसृत्य +परिसृप्तं +परिसेवितः +परिसेवितम् +परिसेविता +परिस्कन्दः +परिस्कन्नः +परिस्तरण +परिस्तरणं +परिस्तरणम् +परिस्तरणादि +परिस्तरणानि +परिस्तरणान्तम् +परिस्तरणे +परिस्तरितवै +परिस्तरेत् +परिस्तीर्य +परिस्तीर्याज्यं +परिस्तीर्योत्तरेणाग्निं +परिस्तीर्य्य +परिस्तृणन्ति +परिस्तृणाति +परिस्तृणामि +परिस्तृणीत +परिस्तृणीयात् +परिस्तृते +परिस्तोमः +परिस्तोमैरिवार्पितम् +परिस्थाप्य +परिस्थितं +परिस्थितः +परिस्थितयः +परिस्थिति +परिस्थितिं +परिस्थितिः +परिस्थितियों +परिस्थितिषु +परिस्थितीनां +परिस्थितेः +परिस्थितौ +परिस्थित्या +परिस्थित्यां +परिस्नुतं +परिस्पन्द +परिस्पन्दं +परिस्पन्दः +परिस्पन्दते +परिस्पन्दमानः +परिस्पन्दिनाम् +परिस्पन्दो +परिस्पृशन्ती +परिस्पृशेत् +परिस्पृश्य +परिस्फुट +परिस्फुटं +परिस्फुटः +परिस्फुटम् +परिस्फुटा +परिस्फुटाः +परिस्फुटानि +परिस्फुरति +परिस्फुरतीति +परिस्फुरन् +परिस्फुरन्ति +परिस्फुरन्ती +परिस्फुरन्त्या +परिस्फूर्तिः +परिस्यस्वा +परिस्यस्वानः +परिस्रजी +परिस्रव +परिस्रवः +परिस्रवति +परिस्रवम् +परिस्रसा +परिस्रावः +परिस्रावि +परिस्राविणि +परिस्रावी +परिस्रावे +परिस्रावो +परिस्राव्य +परिस्राव्युदरं +परिस्रुतं +परिस्रुतः +परिस्रुतमिति +परिस्रुतम् +परिस्रुता +परिस्रुतानि +परिस्रुते +परिस्रुतो +परिस्रुत् +परिस्रुतꣳ +परिस्वान +परिस्वानः +परिस्वानो +परिह +परिहतं +परिहता +परिहति +परिहतु +परिहत्य +परिहनु +परिहर +परिहरः +परिहरणं +परिहरणम् +परिहरणाय +परिहरणीय +परिहरणीयं +परिहरणीयः +परिहरणीयता +परिहरणीयम् +परिहरणीया +परिहरणीयाः +परिहरणीयेति +परिहरणे +परिहरत +परिहरता +परिहरतां +परिहरति +परिहरतिन +परिहरतिनेति +परिहरतिनैष +परिहरतीति +परिहरतीत्यर्थः +परिहरतु +परिहरते +परिहरतेि +परिहरन् +परिहरन्तः +परिहरन्ति +परिहरन्ती +परिहरन्नाह +परिहरसि +परिहराणीति +परिहरात +परिहरामि +परिहरि +परिहरिष्यति +परिहरिष्यते +परिहरेति +परिहरेत् +परिहरेत्यर्थः +परिहरेदिति +परिहरेद् +परिहरेयुः +परिहर्तवा +परिहर्तव्य +परिहर्तव्यं +परिहर्तव्यः +परिहर्तव्यम् +परिहर्तव्या +परिहर्तव्याः +परिहर्तव्यो +परिहर्तु +परिहर्तुं +परिहर्तुमाह +परिहर्तुम् +परिहर्त्तव्यः +परिहर्त्तव्यम् +परिहर्त्तव्या +परिहर्त्तव्यो +परिहर्त्तुं +परिहवं +परिहसतां +परिहसति +परिहसन् +परिहसन्ति +परिहससि +परिहस्य +परिहा +परिहाणिः +परिहाणे +परिहानिः +परिहापयति +परिहापयन्ति +परिहापयेत् +परिहापितः +परिहाप्य +परिहाय +परिहार +परिहारं +परिहारः +परिहारकः +परिहारकथनम् +परिहारकम् +परिहारपक्षे +परिहारभाष्यं +परिहारभाष्यम् +परिहारमाह +परिहारमाहुः +परिहारम् +परिहारश्च +परिहारस्तु +परिहारस्य +परिहारा +परिहाराः +परिहारात् +परिहारान्तरं +परिहारान्तरभाष्यम् +परिहारान्तरमाह +परिहाराय +परिहारार्थं +परिहारार्थम् +परिहारिका +परिहारे +परिहारेण +परिहारो +परिहारोऽपि +परिहारोऽभिहितः +परिहारोऽस्ति +परिहारौ +परिहार्य +परिहार्यं +परिहार्यः +परिहार्यम् +परिहार्यस्य +परिहार्या +परिहार्याः +परिहार्ये +परिहार्यो +परिहास +परिहासं +परिहासः +परिहासपुरे +परिहासपूर्वं +परिहासपूर्वम् +परिहासवचनं +परिहासविजल्पितं +परिहासश्च +परिहासस्य +परिहासाय +परिहासार्थं +परिहासाविचक्षणा +परिहासे +परिहासेन +परिहासेऽपि +परिहासो +परिहास्य +परिहास्यते +परिहित +परिहितं +परिहितम् +परिहितवानसि +परिहितस्य +परिहिता +परिहिते +परिहितो +परिहितोऽग्निर्यजमानं +परिहिनोमि +परिहियते +परिहीणं +परिहीणः +परिहीणा +परिहीनं +परिहीनम् +परिहीयत +परिहीयते +परिहीयन्ते +परिहृ +परिहृत +परिहृतं +परिहृतः +परिहृतत्वात् +परिहृतमिति +परिहृतमेतत् +परिहृतमेव +परिहृतम् +परिहृतवन्तः +परिहृतश्च +परिहृता +परिहृताः +परिहृतानि +परिहृतासु +परिहृते +परिहृतेति +परिहृतो +परिहृतौ +परिहृत्य +परिहृत्यैव +परिहृय +परिहृष्टदन्तः +परिहृष्टरोमता +परिहृष्यति +परिह्रत्य +परिह्रियत +परिह्रियते +परिह्रियन्ते +परिऽएति +परिऽकृतः +परिऽकृतम् +परिऽज्मन् +परिऽज्मा +परिऽतक्म्यायाम् +परिऽधीन् +परिऽभूः +परिऽयन् +परिऽवीतः +परिऽसिच्यमानः +परि॑ +परि॑गृहीत्यै +परि॑गृह्णाति +परि॑गृह्णामि॒ +परि॑ज्मन् +परि॑ज्मा +परि॑ज्मानं +परि॑ज्मा॒ +परि॑ज्रयः +परि॑तक्म्यायाम् +परि॑ददाम्यसौ +परि॑यन्ति +परि॑वीतो +परि॑ष्कृतं +परि॑ष्कृतः +परि॑ष्टुतिः +परि॑ऽकृतः +परि॑ऽकृतम् +परि॑ऽज्मन् +परि॑ऽज्मा +परि॑ऽज्मानम् +परि॑ऽतक्म्यायाम् +परि॑ऽवीतः +परि॑ऽवृताः +परि॒ +परि॒धिं +परि॒धिर॑स्य॒ग्निरि॒ड +परि॒भूरसि॑ +परि॒भूर॑स्तु +परि॒यन्नु॒रु +परि॒ष्ठाः +परि॒ष्वजे॑ +परि॒स्रुता॑ +परि꣢꣯ +परि꣣ +परी +परीं +परीक्ष +परीक्षक +परीक्षकः +परीक्षकस्य +परीक्षका +परीक्षकाः +परीक्षकाणां +परीक्षकेन +परीक्षकैः +परीक्षको +परीक्षण +परीक्षणं +परीक्षणः +परीक्षणम् +परीक्षणस्य +परीक्षणाः +परीक्षणानां +परीक्षणानि +परीक्षणाय +परीक्षणार्थं +परीक्षणीय +परीक्षणीयं +परीक्षणीयम् +परीक्षणीयाः +परीक्षणे +परीक्षणेन +परीक्षणेषु +परीक्षत +परीक्षते +परीक्षध्वं +परीक्षन्ते +परीक्षमाणः +परीक्षमाणो +परीक्षया +परीक्षयेत् +परीक्षसे +परीक्षस्व +परीक्षा +परीक्षां +परीक्षाः +परीक्षाकाले +परीक्षाणां +परीक्षानवस्था +परीक्षामहे +परीक्षाम् +परीक्षाया +परीक्षायां +परीक्षायाः +परीक्षायाम् +परीक्षायै +परीक्षार्थ +परीक्षार्थं +परीक्षार्थम् +परीक्षासमये +परीक्षासु +परीक्षित +परीक्षितं +परीक्षितः +परीक्षितत्वं +परीक्षितम् +परीक्षितवान् +परीक्षितव्यं +परीक्षितव्यः +परीक्षितव्यम् +परीक्षितश्च +परीक्षितस्य +परीक्षिता +परीक्षिताः +परीक्षितानि +परीक्षितान् +परीक्षिताय +परीक्षितुं +परीक्षितुकामः +परीक्षितुम् +परीक्षिते +परीक्षितेन +परीक्षितो +परीक्षितौ +परीक्षित् +परीक्षिदुवाच +परीक्षिद् +परीक्षिन्नाम +परीक्षिष्ये +परीक्षे +परीक्षेत +परीक्षेति +परीक्षेतेति +परीक्षेत् +परीक्षेयुः +परीक्ष्य +परीक्ष्यं +परीक्ष्यः +परीक्ष्यकारी +परीक्ष्यत +परीक्ष्यताम् +परीक्ष्यते +परीक्ष्यन्ते +परीक्ष्यमाणं +परीक्ष्यमाणे +परीक्ष्यमाणो +परीक्ष्यम् +परीक्ष्या +परीक्ष्याः +परीक्ष्याथ +परीक्ष्यान्यतरद्भजन्ते +परीक्ष्येत +परीक्ष्यैव +परीक्ष्यैवं +परीक्ष्यो +परीणसं +परीणसः +परीणसम् +परीणसा +परीणसो +परीणहि +परीणां +परीणामः +परीणाहं +परीणाहः +परीणाहे +परीणाहो +परीत +परीतं +परीतः +परीतत् +परीतदूतः +परीतम् +परीतस्य +परीता +परीताः +परीतात्मा +परीतानि +परीतापं +परीताश्च +परीति +परीते +परीतेति +परीतो +परीतोषि +परीतोषिं +परीत्तं +परीत्तः +परीत्तम् +परीत्तशुभानप्रमाणशुभाञ्शुभकृत्स्नाननभ्रकान् +परीत्तहेतुतो +परीत्ता +परीत्तानि +परीत्ताभानप्रमाणाभानाभास्वरान् +परीत्तैः +परीत्य +परीत्याग्निं +परीत्यान्तःपात्यदेशे +परीत्योपातिष्ठत् +परीदं +परीधत्ते +परीधाय +परीध्यः +परीपाकः +परीपृच्छ्यते +परीप्सति +परीप्सन् +परीप्सन्तः +परीप्सन्तो +परीप्सवः +परीप्सा +परीप्सायां +परीप्सायाम् +परीमं +परीमणि +परीममिन्द्र +परीममिन्द्रमायुषे +परीमाणं +परीमे +परीयसे +परीयाः +परीयात् +परीयामिति +परीयाय +परीयुः +परीरम्भ +परीरम्भरभसं +परीरम्भारम्भः +परीव +परीवर्त्तः +परीवाद +परीवादं +परीवादः +परीवादो +परीवापः +परीवार +परीवारः +परीवारो +परीवाह +परीवाहः +परीवृतं +परीवृतः +परीवृतम् +परीवृता +परीवृताः +परीवेत्ता +परीशासौ +परीष्टिः +परीहार +परीहारं +परीहारः +परीहारो +परीहासं +परीहासः +परीहासे +परीहि +परी॑णसः +परी॑णसा +परी॑वृताः +परी॒तो +परी॒मे +परु +परुः +परुःपरुः +परुः॑ +परुच्छेप +परुच्छेपः +परुच्छेपश् +परुच्छेपो +परुत् +परुत्परार्यैषमः +परुपं +परुष +परुषं +परुषः +परुषता +परुषत्वम् +परुषभाषणे +परुषमुक्तस्तु +परुषम् +परुषया +परुषवाक् +परुषस्तु +परुषस्परि +परुषस्य +परुषस्वरेण +परुषा +परुषां +परुषाः +परुषाक्षरं +परुषाक्षरम् +परुषाक्षरैः +परुषाणि +परुषातपे +परुषि +परुषिपरुषि +परुषीकृतः +परुषे +परुषेण +परुषेति +परुषैः +परुषो +परुषोक्तिभिः +परुषौ +परुष्णि +परुष्णी +परुष्ण्या +परुष्परुः +परुस्त +परु॑ष्परुः +परु॑ष्परुरनु॒घुष्या॒ +परू +परूंषि +परूष +परूषं +परूषक +परूषकं +परूषकम् +परूषकाणि +परूषकैः +परूꣳषि +परे +परेः +परेउ +परेक्षते +परेच +परेच्छया +परेच्छा +परेच्छायां +परेच्छायामपि +परेच्छायाम् +परेण +परेणात्मना +परेणान्वयः +परेणापि +परेणेति +परेणैव +परेणोक्तं +परेत +परेतं +परेतः +परेतन +परेतभूमिषु +परेतम् +परेतयोषितां +परेतराट् +परेतस्य +परेता +परेताः +परेति +परेतु +परेते +परेतो +परेतौ +परेत्य +परेद्यवि +परेद्यु +परेद्युः +परेद्युरेव +परेद्युर्वा +परेधुः +परेपा +परेपि +परेभ्य +परेभ्यः +परेभ्यश्च +परेभ्यो +परेयिवांसं +परेयुः +परेरभितोभावि +परेर्मृषः +परेर्वर्जने +परेर्वा +परेव +परेश +परेशं +परेशः +परेशत्वं +परेशम् +परेशशक्तिरात्मेव +परेशस्य +परेशान +परेशानं +परेशानि +परेशानी +परेशाय +परेशितुः +परेशे +परेशेन +परेशो +परेश्च +परेश्वर +परेश्वरं +परेश्वरः +परेश्वरम् +परेश्वरि +परेश्वरी +परेश्वरीम् +परेश्वरे +परेश्वरो +परेश्वरौ +परेषा +परेषां +परेषाञ्च +परेषामपराधेन +परेषामपि +परेषामिति +परेषामुत्कर्षातिशयकथनार्थम् +परेषामेव +परेषाम् +परेषु +परेष्वपि +परेष्विति +परेसं +परेहि +परेहीति +परेऽक्षर +परेऽक्षरे +परेऽज्ञाने +परेऽनुनासिको +परेऽन्ये +परेऽपि +परेऽवरे +परेऽव्यये +परेऽहनि +परेऽह्नि +परेि +परेिं +परे॑ +परे॑ण +परे॑षु +परे॑षु॒ +परे॑हि +परे॑हि॒ +परे॒ +परै +परैः +परैति +परैतु +परैत् +परैमि +परैरधर्षणीयत्वम् +परैरपि +परैरसंसर्गः +परैरिति +परैरिष्यतां +परैरिह +परैर् +परैर्ग्राहयित्वा +परैर्न +परैर्भाष्यते +परैर्योद्धव्यमित्यर्थः +परैर्वा +परैव +परैश् +परैश्च +परैस्तूष्णीं +परो +परों +परोक्त +परोक्तं +परोक्तः +परोक्तप्रक्रिययेन्द्रियतद्विषयादिविवक्षायां +परोक्तमयुक्तम् +परोक्तव्याप्तिस्वरूपादिखण्डनं +परोक्ता +परोक्ते +परोक्तो +परोक्ष +परोक्षं +परोक्षः +परोक्षकृतः +परोक्षकृताः +परोक्षज्ञान +परोक्षज्ञानं +परोक्षज्ञानविषयो +परोक्षज्ञानस्य +परोक्षज्ञाने +परोक्षज्ञानेन +परोक्षतः +परोक्षतया +परोक्षता +परोक्षतां +परोक्षत्व +परोक्षत्वं +परोक्षत्वम् +परोक्षत्वात् +परोक्षत्वे +परोक्षत्वेन +परोक्षदेवाः +परोक्षनिर्देशः +परोक्षप्रिया +परोक्षमन्नं +परोक्षमन्मथो +परोक्षमपरोक्षं +परोक्षमपि +परोक्षमर्थं +परोक्षमाचक्षते +परोक्षमिति +परोक्षमिव +परोक्षमुक्त्वा +परोक्षमेव +परोक्षम् +परोक्षया +परोक्षरीत्या +परोक्षरूपेण +परोक्षश्च +परोक्षस्तुतिः +परोक्षस्थले +परोक्षस्थलेऽपि +परोक्षस्य +परोक्षा +परोक्षाः +परोक्षाणां +परोक्षाणि +परोक्षाया +परोक्षायां +परोक्षायाम् +परोक्षार्थस्य +परोक्षे +परोक्षेण +परोक्षेणाह +परोक्षेणैव +परोक्षेति +परोक्षेषु +परोक्षेऽपि +परोक्षेऽर्थे +परोक्षैः +परोक्षैर्हायनैरिह +परोक्षो +परोक्षोपेतं +परोक्षोऽपि +परोगव्यूति +परोगोष्ठं +परोगोष्ठे +परोढा +परोढां +परोत्कर्षं +परोत्सादनादावेव +परोदिवो +परोप +परोपकरणं +परोपकरणे +परोपकार +परोपकारं +परोपकारः +परोपकारकरणे +परोपकारकृतये +परोपकारपद्धतिः +परोपकारव्रतिनो +परोपकाराय +परोपकारार्थ +परोपकारार्थं +परोपकारार्थमिदं +परोपकारिणः +परोपकारिणां +परोपकारिणाम् +परोपकारित्वं +परोपकारी +परोपकारे +परोपकारेण +परोपकारेषु +परोपकारो +परोपकृतये +परोपतापाय +परोपतापिनो +परोपतापी +परोपतापेन +परोपदेश +परोपदेशं +परोपदेशे +परोपि +परोपोष्या +परोप्यते +परोप्यन्त +परोबाहु +परोया +परोरजसि +परोरजसे +परोरजा +परोरजास्ते +परोवप +परोवर +परोवरपरम्परपुत्रपौत्रमनुभवति +परोवरीणः +परोवरीय +परोवरीयः +परोवरीयसो +परोवरीयस्त्वादिवत् +परोवरीयानुद्गीथः +परोवरीयो +परोवरेति +परोष्णिक् +परोष्णी +परोऽक्षं +परोऽक्षकामा +परोऽक्षमाशास्ते +परोऽक्षम् +परोऽथ +परोऽन्यः +परोऽन्यो +परोऽपरः +परोऽपि +परोऽपेहि +परोऽभवत् +परोऽर्धर्चः +परोऽसि +परोऽस्ति +परोऽस्य +परो॒ +परौ +पर् +पर्क +पर्कः +पर्कटी +पर्च +पर्चयति +पर्छ +पर्ज +पर्जन्य +पर्जन्यं +पर्जन्यः +पर्जन्यजिन्वितां +पर्जन्यनिनदोपमः +पर्जन्यनिनदोपमम् +पर्जन्यमिव +पर्जन्यम् +पर्जन्यवत् +पर्जन्यश्च +पर्जन्यश्चैव +पर्जन्यस्य +पर्जन्या +पर्जन्याः +पर्जन्यात् +पर्जन्यात्मा +पर्जन्यादन्तरिक्षात् +पर्जन्यादन्नसम्भवः +पर्जन्याद् +पर्जन्याय +पर्जन्यावाता +पर्जन्यास्त्रं +पर्जन्यास्त्रेण +पर्जन्ये +पर्जन्येन +पर्जन्येनोदवाहेन +पर्जन्यो +पर्जन्योऽथ +पर्जन्य॒ +पर्ज्जन्यः +पर्ज्जन्या +पर्ज्जन्याय +पर्ज्जन्यो +पर्ण +पर्णं +पर्णः +पर्णकुटिकां +पर्णकुटी +पर्णकुटीं +पर्णकुट्यां +पर्णकृच्छ्र +पर्णकृच्छ्रः +पर्णखण्डेन +पर्णताया +पर्णत्वं +पर्णत्वम् +पर्णध्वत् +पर्णनरं +पर्णबहुलां +पर्णमच्छिद्यत +पर्णमणिः +पर्णमयं +पर्णमयी +पर्णमयीत्वादिषु +पर्णमयेन +पर्णमस्य +पर्णमस्याः +पर्णमिव +पर्णमूले +पर्णमृगा +पर्णमृगाः +पर्णमेव +पर्णम् +पर्णयम् +पर्णवत् +पर्णवल्कं +पर्णवल्कमुत +पर्णशय्यासु +पर्णशाकम् +पर्णशाखया +पर्णशाखे +पर्णशाला +पर्णशालां +पर्णशालामुपागमत् +पर्णशालायां +पर्णशालायामुपविष्टं +पर्णशालोटजोऽस्त्रियाम् +पर्णसंस्तरे +पर्णस्य +पर्णा +पर्णाग्रे +पर्णादस्य +पर्णादो +पर्णानां +पर्णानाम् +पर्णानि +पर्णानीव +पर्णान्यस्य +पर्णान्यस्याः +पर्णान्यास्तीर्य +पर्णाशनः +पर्णाशा +पर्णासः +पर्णासे +पर्णिका +पर्णिनः +पर्णिनी +पर्णिनो +पर्णी +पर्णे +पर्णेन +पर्णेभिः +पर्णेभ्यः +पर्णेषु +पर्णैः +पर्णैश्च +पर्णैस्तृणैरिति +पर्णो +पर्ण्णं +पर्ण्णानि +पर्त +पर्ता +पर्ति +पर्त्रि +पर्थ +पर्द +पर्दते +पर्दे +पर्द्द +पर्धा +पर्ने +पर्प +पर्पट +पर्पटं +पर्पटः +पर्पटकं +पर्पटकः +पर्पटको +पर्पटम् +पर्पटश्च +पर्पटा +पर्पटादिवर्गः +पर्पटिका +पर्पटी +पर्पटीसन्निभं +पर्पटे +पर्पटो +पर्पादिभ्यः +पर्पिकः +पर्पिकी +पर्पेण +पर्प्पटः +पर्फरीका +पर्ब +पर्बत +पर्ब्ब +पर्ब्बणि +पर्ब्बतः +पर्म +पर्य +पर्यंक +पर्यंकं +पर्यंके +पर्यंकेन +पर्यंत +पर्यंतं +पर्यंन्त +पर्यंहसः +पर्यः +पर्यकल्पयत् +पर्यकल्प्यत +पर्यकूजि +पर्यके +पर्यक्रमीत् +पर्यक्रामत् +पर्यगात् +पर्यगुः +पर्यगृह्णन् +पर्यगृह्णन्त +पर्यगृह्णात् +पर्यग्नये +पर्यग्नि +पर्यग्निं +पर्यग्निकरण +पर्यग्निकरणं +पर्यग्निकरणकाले +पर्यग्निकरणम् +पर्यग्निकरणात् +पर्यग्निकरणे +पर्यग्निकृतं +पर्यग्निकृतम् +पर्यग्निकृतान् +पर्यग्निकृत्वा +पर्यग्निपञ्चगव्याभ्यां +पर्यग्निमहृषत +पर्यग्नौ +पर्यग्रं +पर्यङ्क +पर्यङ्कं +पर्यङ्कः +पर्यङ्कतां +पर्यङ्कबन्धं +पर्यङ्कमाभुज्य +पर्यङ्कम् +पर्यङ्कशयने +पर्यङ्कस्य +पर्यङ्के +पर्यङ्केण +पर्यङ्केन +पर्यङ्को +पर्यचरत् +पर्यचरत्तदा +पर्यचरन् +पर्यचिनोत् +पर्यचिन्तयत् +पर्यट +पर्यटंति +पर्यटकः +पर्यटकाः +पर्यटकानां +पर्यटकान् +पर्यटतः 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+पर्याप्तमात्रायां +पर्याप्तमात्रेण +पर्याप्तमिति +पर्याप्तमेव +पर्याप्तम् +पर्याप्तये +पर्याप्तरूपेण +पर्याप्तस्तव +पर्याप्तस्य +पर्याप्ता +पर्याप्तां +पर्याप्ताः +पर्याप्तानि +पर्याप्ति +पर्याप्तिं +पर्याप्तिः +पर्याप्तिरहमेव +पर्याप्तिवचनेषु +पर्याप्तिवचनेष्वलमर्थेषु +पर्याप्तुम् +पर्याप्ते +पर्याप्तो +पर्याप्तौ +पर्याप्त्यर्थग्रहणम् +पर्याप्त्या +पर्याप्त्यै +पर्याप्नोति +पर्याय +पर्यायं +पर्यायः +पर्यायतः +पर्यायतया +पर्यायता +पर्यायतां +पर्यायतापत्तिः +पर्यायतो +पर्यायत्वं +पर्यायत्वम् +पर्यायत्वात् +पर्यायत्वे +पर्यायत्वेन +पर्यायनाम +पर्यायनामानि +पर्यायन् +पर्यायपदम् +पर्यायपीतस्य +पर्यायमनुद्रुत्य +पर्यायम् +पर्याययोः +पर्यायरूपेण +पर्यायवचनविवेकः +पर्यायवचनाः +पर्यायवाचकम् +पर्यायवाचकाः +पर्यायवाचकैः +पर्यायवाचिनः +पर्यायवाची +पर्यायशः +पर्यायशब्दानां +पर्यायसूक्तम् +पर्यायसेवामुत्सृज्य +पर्यायस्य +पर्याया +पर्यायाः +पर्यायाणां +पर्यायाणाम् +पर्यायादप्यविरोधो +पर्यायादिषु +पर्यायानाह +पर्यायान् +पर्यायान्तरेण +पर्यायाभ्यां +पर्यायार्थम् +पर्यायालंकारः +पर्यायालङ्कारः 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+पर्युदासपक्षे +पर्युदासवृत्त्या +पर्युदासस्य +पर्युदासात् +पर्युदासादिति +पर्युदासाद् +पर्युदासान्न +पर्युदासे +पर्युदासेन +पर्युदासो +पर्युदासोऽयं +पर्युदासोऽयम् +पर्युपतप्तं +पर्युपविशन्ति +पर्युपविश्य +पर्युपस्थिते +पर्युपासत +पर्युपासते +पर्युपासतेऽनुतिष्ठन्ति +पर्युपासनं +पर्युपासनकर्म +पर्युपासनम् +पर्युपासनाय +पर्युपासनायै +पर्युपासन्त +पर्युपासन्ते +पर्युपासिता +पर्युपासिताः +पर्युपासीत +पर्युपास्ते +पर्युपास्महे +पर्युपास्य +पर्युपितं +पर्युषित +पर्युषितं +पर्युषितः +पर्युषितपरिवासो +पर्युषितम् +पर्युषिता +पर्युषितानि +पर्युषिते +पर्युषितैः +पर्युषितो +पर्युह्यमाना +पर्यू +पर्यूढः +पर्यूढा +पर्यूषु +पर्यूषुप्र +पर्यूष्वि +पर्यूष्विति +पर्यूह +पर्यूहति +पर्यूहते +पर्यूहन्ति +पर्यूहामि +पर्यूहामीति +पर्यूह्य +पर्यू॑हति +पर्यू॑हामि +पर्येण +पर्येता +पर्येति +पर्येतीति +पर्येते +पर्येत्य +पर्येत्योवाच +पर्येत्य् +पर्येनं +पर्येमि +पर्येषणं +पर्येषणा +पर्येषते +पर्येषन्ते +पर्येषमाणः +पर्येषमाणो +पर्येषि +पर्येष्य +पर्येहि +पर्ये॑ति +पर्ये॑ति॒ +पर्ये॑षि +पर्यैत् +पर्यो +पर्योज +पर्य् +पर्य्य +पर्य्यङ्कः +पर्य्यङ्कशायिनी +पर्य्यङ्के +पर्य्यटनं +पर्य्यटने +पर्य्यटन् +पर्य्यन्त +पर्य्यन्तं +पर्य्यन्तः +पर्य्यन्ते +पर्य्ययः +पर्य्यवसानं +पर्य्यवस्यति +पर्य्यवारयन् +पर्य्यश्नाति +पर्य्या +पर्य्याप्तं +पर्य्याप्तः +पर्य्याप्तम् +पर्य्याप्तिः +पर्य्याप्ते +पर्य्याप्तौ +पर्य्याप्नोति +पर्य्याप्नोतीति +पर्य्याय +पर्य्यायं +पर्य्यायः +पर्य्यायगुणाः +पर्य्यायगुणौ +पर्य्यायता +पर्य्याया +पर्य्यायाः +पर्य्यायान्तरं +पर्य्यायान्तरम् +पर्य्याये +पर्य्यायेण +पर्य्यायैः +पर्य्यायो +पर्य्यायोऽस्य +पर्य्यायोऽस्या +पर्य्यायौ +पर्य्यालोचने +पर्य्यु +पर्य्युक्ष्य +पर्य्युदासः +पर्य्युदासात् +पर्य्युपस्थिते +पर्य्युपासते +पर्य्युषितं +पर्य्युषितञ्च +पर्य्येति +पर्यॐ +पर्य॑गृह्णात् +पर्य॑ग्नि +पर्य॑पश्यत् +पर्य॑पश्यन् +पर्य॑श्विना॒ +पर्व +पर्वं +पर्वः +पर्वकारश्च +पर्वकालं +पर्वकालः +पर्वकाले +पर्वकालेषु +पर्वकालो +पर्वण +पर्वणः +पर्वणा +पर्वणां +पर्वणापर्वणा +पर्वणाम् +पर्वणि +पर्वणिपर्वणि +पर्वणी +पर्वणीव +पर्वणे +पर्वणो +पर्वणोः +पर्वण्यादित्यवारकल्पे +पर्वण्येव +पर्वण्यौदयिके +पर्वत +पर्वतं +पर्वतः +पर्वतक +पर्वतकः +पर्वतकुलं +पर्वतक्षेत्रे +पर्वतजा +पर्वतजातमात्रे +पर्वतधातूनां +पर्वतनारदौ +पर्वतपर +पर्वतप्रदेशं +पर्वतप्रदेशः +पर्वतप्रदेशस्य +पर्वतप्रदेशाः +पर्वतप्रदेशे +पर्वतप्रदेशेषु +पर्वतभेदे +पर्वतमण्डलम् +पर्वतमध्यास्ते +पर्वतमपि +पर्वतमस्तके +पर्वतमासाद्य +पर्वतमिव +पर्वतमूर्धनि +पर्वतमूर्ध्नि +पर्वतम् +पर्वतयोः +पर्वतराज +पर्वतराजः +पर्वतराजपुत्री +पर्वतराजपुत्र्या +पर्वतराजपुत्र्याः +पर्वतराजस्य +पर्वतराजा +पर्वतराजानः +पर्वतराजे +पर्वतराजो +पर्वतरोधसि +पर्वतवरं +पर्वतवरे +पर्वतवासिनः +पर्वतविशेषः +पर्वतव्रज्या +पर्वतशिखरम् +पर्वतशिखराणि +पर्वतशिखरे +पर्वतशिखरेषु +पर्वतशृङ्खला +पर्वतशृङ्खलायाः +पर्वतशृङ्गाणि +पर्वतशृङ्गे +पर्वतश्च +पर्वतश्चित् +पर्वतश्चैव +पर्वतश्रेणिः +पर्वतश्रेणी +पर्वतश्रेण्यः +पर्वतश्रेण्याः +पर्वतश्रेष्ठ +पर्वतश्रेष्ठं +पर्वतश्रेष्ठः +पर्वतश्रेष्ठे +पर्वतश्रेष्ठो +पर्वतसंकाशं +पर्वतसंकाशो +पर्वतसंनिभः +पर्वतसत्तम +पर्वतसत्तमे +पर्वतसन्निभः +पर्वतसानुषु +पर्वतस्तत्र +पर्वतस्तथा +पर्वतस्तनमण्डिते +पर्वतस्तस्य +पर्वतस्तु +पर्वतस्तेन +पर्वतस्य +पर्वतस्याग्रे +पर्वतस्यापत्यं +पर्वतस्याविदूरतः +पर्वतस्यास्य +पर्वतस्येति +पर्वतस्येव +पर्वता +पर्वताँ +पर्वतांश्च +पर्वतांश्चैव +पर्वताः +पर्वताकार +पर्वताकारं +पर्वताकारः +पर्वताकारा +पर्वताकाराः +पर्वताकारो +पर्वताग्रं +पर्वताग्राणि +पर्वताग्रे +पर्वताग्रेषु +पर्वताग्रैश्च +पर्वताच्च +पर्वतात् +पर्वतात्मजा +पर्वतात्मजे +पर्वतादपि +पर्वतादयः +पर्वतादवरोहति +पर्वतादा +पर्वतादागमं +पर्वतादि +पर्वतादिभिः +पर्वतादिव +पर्वतादिषु +पर्वतादीनां +पर्वतादौ +पर्वताद् +पर्वतानपि +पर्वताना +पर्वतानां +पर्वतानाञ्च +पर्वतानामधिपतिः +पर्वतानाम् +पर्वतानिव +पर्वतान् +पर्वतान्तरे +पर्वतारामग्रामचैत्यचयैश्चितः +पर्वतारोहणं +पर्वतारोहणम् +पर्वतारोहणाय +पर्वतारोहिणः +पर्वतावली +पर्वताविव +पर्वताश् +पर्वताश्च +पर्वताश्चापि +पर्वताश्चैव +पर्वताश्रयः +पर्वताश्रयिणः +पर्वतासः +पर्वतासो +पर्वतास्तथा +पर्वतास्ते +पर्वति +पर्वती +पर्वतीकृत्य +पर्वतीय +पर्वतीयं +पर्वतीयः +पर्वतीयक्षेत्रं +पर्वतीयक्षेत्रम् +पर्वतीयक्षेत्रे +पर्वतीयक्षेत्रेषु +पर्वतीया +पर्वतीयानि +पर्वतीयो +पर्वते +पर्वतेति +पर्वतेन +पर्वतेनेति +पर्वतेन्द्रस्य +पर्वतेन्द्राणां +पर्वतेभ्य +पर्वतेभ्यः +पर्वतेभ्यश्च +पर्वतेभ्यो +पर्वतेश्वर +पर्वतेश्वरः +पर्वतेषु +पर्वतेष्वोषधीष्वप्सु +पर्वतेष्व् +पर्वतेऽपि +पर्वतेऽमरकण्टके +पर्वतैः +पर्वतैरन्तर्मह्या +पर्वतैरिव +पर्वतैश्च +पर्वतैश्चापि +पर्वतैस्तथा +पर्वतो +पर्वतों +पर्वतोंमें +पर्वतोत्तमः +पर्वतोत्तमम् +पर्वतोत्तमाः +पर्वतोत्तमे +पर्वतोपमः +पर्वतोपमम् +पर्वतोपमाः +पर्वतोपमान् +पर्वतोपमैः +पर्वतोपरि +पर्वतोऽग्निमानिति +पर्वतोऽग्निमान् +पर्वतोऽपि +पर्वतोऽयं +पर्वतौ +पर्वत्या +पर्वत्रयं +पर्वथि +पर्वदिनं +पर्वदिनानि +पर्वदिने +पर्वदिनेषु +पर्वदिवसे +पर्वद्वयं +पर्वद्वये +पर्वनिर्णयः +पर्वन् +पर्वपरुषी +पर्वप्रतिपदोः +पर्वभिः +पर्वभिस्तु +पर्वभेदनम् +पर्वभेदश्च +पर्वभेदे +पर्वभेदो +पर्वम् +पर्ववति +पर्ववर्जं +पर्ववान् +पर्वविरामकाले +पर्वविशेषः +पर्वश +पर्वशः +पर्वशस् +पर्वशो +पर्वस +पर्वसंग्रहः +पर्वसंधिषु +पर्वसन्धिषु +पर्वसमये +पर्वसु +पर्वसूचिः +पर्वस्य +पर्वस्वपि +पर्वऽशः +पर्वा +पर्वाञ्जनादि +पर्वाणि +पर्वाण्येतानि +पर्वान्तयोगतः +पर्वास्थि +पर्वा॑णि +पर्वे +पर्वेति +पर्वेशाः +पर्वोक्तं +पर्वोत्तरमीमांसा +पर्व्व +पर्व्वकारी +पर्व्वकाले +पर्व्वणः +पर्व्वणि +पर्व्वत +पर्व्वतं +पर्व्वतः +पर्व्वतभेदः +पर्व्वतभेदे +पर्व्वतमस्तके +पर्व्वतम् +पर्व्वतविशेषः +पर्व्वतस्य +पर्व्वता +पर्व्वताः +पर्व्वतानां +पर्व्वतान् +पर्व्वताश्च +पर्व्वते +पर्व्वतेषु +पर्व्वतो +पर्व्वतोत्तमे +पर्व्वतौ +पर्व्वसन्धिषु +पर्व्वसु +पर्व्वाणि +पर्व्वाण्येतानि +पर्व॑ +पर्व॑णिपर्वणि +पर्व॑तं +पर्व॑तः +पर्व॑तम् +पर्व॑तस्य +पर्व॑तस्य॒ +पर्व॑ता +पर्व॑ताँ +पर्व॑ताः +पर्व॑तानां +पर्व॑तानाम् +पर्व॑तान् +पर्व॑तासः +पर्व॑तासो +पर्व॑तासो॒ +पर्व॑ते +पर्व॑तेन +पर्व॑तेभ्यः +पर्व॑तेभ्यो +पर्व॑तेषु +पर्व॑ते॒ष्वोष॑धीष्व॒प्सु +पर्व॑तो॒ +पर्व॒ +पर्श +पर्शव +पर्शवः +पर्शाने +पर्शियन् +पर्शिया +पर्शु +पर्शुं +पर्शुः +पर्शुका +पर्शुना +पर्शुमिति +पर्शुम् +पर्शुरामं +पर्शुरामः +पर्शुरामश्च +पर्शुरामस्य +पर्शुरामो +पर्शूनां +पर्श्वा +पर्श॑वः +पर्ष +पर्षति +पर्षत् +पर्षत्सदेवमानुषासुरगन्धर्वश्च +पर्षथ +पर्षथः +पर्षद +पर्षदं +पर्षदः +पर्षदति +पर्षदा +पर्षदां +पर्षदि +पर्षदो 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+पलित +पलितं +पलितः +पलितच्छद्मना +पलितम् +पलितस्य +पलिता +पलिताः +पलितानि +पलिते +पलितेन +पलितैरिव +पलितैर्न +पलितो +पलितौ +पलिहस्तौ +पलि॒तो +पली +पलीं +पलु +पलुग्गका +पले +पलेन +पलैः +पलैकं +पलैर्यत् +पलो +पलोएहि +पलोन्मितं +पलोन्मितः +पलोन्मितम् +पलोन्मिता +पलोन्मिताः +पलोन्मितानि +पलोन्मितान् +पलोन्मिताम् +पलोन्मितैः +पल् +पल्पूल +पल्पूलनेन +पल्य +पल्यङ्कः +पल्ययते +पल्यराजभ्यां +पल्यवर्चसम् +पल्या +पल्यै +पल्यौ +पल्ल +पल्लव +पल्लवं +पल्लवः +पल्लवक +पल्लवकोमलौ +पल्लवप्रसविषु +पल्लवभङ्गभिन्नः +पल्लवम् +पल्लवयति +पल्लवरागताम्रा +पल्लवराजानां +पल्लवराजान् +पल्लवराजैः +पल्लवलीलया +पल्लवस्थानीया +पल्लवस्य +पल्लवा +पल्लवाः +पल्लवानां +पल्लवानाम् +पल्लवानि +पल्लवान् +पल्लवान्यपि +पल्लवित +पल्लवितं +पल्लवितः +पल्लविता +पल्लवितां +पल्लविताः +पल्लविते +पल्लवितेन +पल्लवितो +पल्लविनी +पल्लवी +पल्लवे +पल्लवेति +पल्लवेन +पल्लवेषु +पल्लवैः +पल्लवैश्च +पल्लवो +पल्लवोऽस्त्री +पल्लवौ +पल्लि +पल्लिका +पल्ली +पल्लीं +पल्ल्यां +पल्ल्याः +पल्वल +पल्वलं +पल्वलम् +पल्वलस्य +पल्वलानि +पल्वले +पल्वलेषु +पल्वलोदकम् +पळ +पळनी +पळभा +पव +पवं +पवंत +पवं॑ते॒ +पवः +पवई +पवत +पवतां +पवतामस्मि +पवताम् +पवतिर्गतिकर्मा +पवते +पवतेह +पवतेऽथ +पवतेऽस्मै +पवते॒ +पवते꣣ +पवन +पवनं +पवनः +पवनचपलैः +पवनजः +पवनजे +पवनजेन +पवनतनयं +पवनदूतकाव्यम् +पवनदूतम् +पवननिवर्तकं +पवनपदवीमुद्गृहीतालकान्ताः +पवनपुरनिवासिन् +पवनपुरपते +पवनपुरवासिन् +पवनपुराधीश +पवनप्रकोपनिवर्तकः +पवनप्रकोपनिवर्तको +पवनप्रकोपो +पवनप्रबलं +पवनप्रसूताः +पवनभुवा +पवनम् +पवनश्च +पवनश्चानुकूलो +पवनश्चेति +पवनश्चैव +पवनसुतं +पवनसुतकरे +पवनस्तत्र +पवनस्तथा +पवनस्य +पवनस्येव +पवना +पवनाः +पवनात् +पवनात्मकं +पवनात्मकम् +पवनात्मकस्तु +पवनात्मज +पवनात्मजः +पवनात्मजम् +पवनात्मजे +पवनादयः +पवनादयस्तु +पवनादीनां +पवनानुगम् +पवनापहः +पवनापहाः +पवनामरौ +पवनाय +पवनाशनः +पवनाशिनाम् +पवनास्त्रेण +पवनाहतैः +पवनी +पवनीयम् +पवने +पवनेति +पवनेन +पवनेनेव +पवनेरितः +पवनेरितम् +पवनेरिताः +पवनेश +पवनेश्वर +पवनै +पवनैः +पवनैर्भस्म +पवनो +पवनों +पवनोत्तमः +पवनोत्थायां +पवनोद्धूतं +पवनोऽपि +पवनोऽस्पन्दतामिव +पवन् +पवन्त +पवन्तां +पवन्तामा +पवन्ताम् +पवन्ते +पवन्त॒ +पवमा +पवमान +पवमानँ +पवमानं +पवमानः +पवमानगुणविशिष्ट +पवमानमुखे +पवमानम् +पवमानयोः +पवमानयोर् +पवमानरूप +पवमानवती +पवमानश् +पवमानश्च +पवमानसोमदेवताकम् +पवमानस्तु +पवमानस्य +पवमानस्यजि +पवमानस्यान्धस्वतीर् +पवमानस्सुवर्जनः +पवमानस्सोमः +पवमानहविषां +पवमानहवींषि +पवमाना +पवमानाः +पवमानात् +पवमानानाम् +पवमानान् +पवमानान्ते +पवमानाभियर्षसि +पवमानाभ्यर्षसि +पवमानाय +पवमानायाग्नये +पवमानायेदम् +पवमानायेन्दवे +पवमानास +पवमानासः +पवमानास् +पवमाने +पवमानेति +पवमानेन +पवमानेभ्यो +पवमानेषु +पवमानेष्टयः +पवमानेष्टिषु +पवमानेष्टीनां +पवमानेष्टौ +पवमानैः +पवमानो +पवमानोर +पवमानौ +पवमान॒ +पवमानꣳ +पवमा꣡꣯ना +पवमेव +पवम् +पवयः +पवयति +पवयते +पवयन्ते +पवया +पवयित्वा +पवयो +पवर् +पवर्ग +पवर्गः +पवर्गस्य +पवर्गीयादिः +पवर्गे +पवस +पवसं +पवसे +पवसेऽग्ने +पवस्ते +पवस्त्र +पवस्य +पवस्व +पवस्वदा +पवस्वदे +पवस्वदेव +पवस्वम +पवस्वमधु +पवस्ववा +पवस्ववाज +पवस्वसोम +पवस्वसोमा +पवस्वा +पवस्वान्धसा +पवस्वे +पवस्वेति +पवस्वेत्यर्थः +पवस्वेन्दो +पवस्वेन्द्रमच्छा +पवस्वेन्द्रमच्छे +पवस्वेन्द्रमच्छेति +पवस्वैना +पवस्व॒ 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+पवित्रवन्तः +पवित्रवन्तो +पवित्रवन्तौ +पवित्रवान् +पवित्रश्च +पवित्रस्थानं +पवित्रस्थानम् +पवित्रस्य +पवित्रस्यात्मनः +पवित्रस्यापि +पवित्रा +पवित्रां +पवित्राः +पवित्राणां +पवित्राणि +पवित्रात् +पवित्रात्तं +पवित्रात्मा +पवित्रान् +पवित्रान्तं +पवित्रान्तर्हितायामाज्यस्थाल्यामाज्यं +पवित्रान्तर्हिते +पवित्राभ्यां +पवित्राभ्याम् +पवित्राभ्यो +पवित्राय +पवित्रारोपण +पवित्रारोपणं +पवित्रारोपणम् +पवित्रारोपणाधिकारः +पवित्रारोपणे +पवित्रारोहणं +पवित्रारोहणे +पवित्रार्थं +पवित्राश्च +पवित्रितं +पवित्रितः +पवित्रितम् +पवित्रिता +पवित्री +पवित्रीकरणं +पवित्रीकरणार्थाय +पवित्रीकुरु +पवित्रीकृतः +पवित्रीकृत्य +पवित्रे +पवित्रेण +पवित्रेणात्मना +पवित्रेणात्मानं +पवित्रेणेति +पवित्रेति +पवित्रेभिः +पवित्रेयं +पवित्रेषु +पवित्रेष्ट्या +पवित्रेष्ट्यां +पवित्रै +पवित्रैः +पवित्रैश्च +पवित्रैश्चैव +पवित्रो +पवित्रोपरि +पवित्रौ +पवित्रꣳ +पवित्वा +पविना +पविभिः +पविमन्ति +पविमिन्द्र +पविम् +पविशिअ +पविश्य +पविष्ट +पविष्टः +पविष्ट॒ +पविस +पविसदु +पविसामि +पविसामो +पविसिअ +पवी +पवीतं +पवीतारः +पवीतारमाशवो +पवीरं +पवीरवत् +पवीरवस्य +पवीरवान् +पवीरवि +पवुत्तो +पवे +पवेत +पवेति +पवेथामिति +पवेथाम् +पवेसेहि +पवेसो +पवौ +पव्यम् +पव्यया +पव्या +पव॑ते +पव॑ते॒ +पव॑न्ताम् +पव॑न्ते +पव॑न्ते॒ +पव॑मान +पव॑मानं +पव॑मानं॒ +पव॑मानः +पव॑मानः॒ +पव॑मानम् +पव॑मानश्च +पव॑मानस्य +पव॑मानस्य॒ +पव॑माना +पव॑मानाः +पव॑मानाय +पव॑मानास +पव॑मानासः +पव॑मानास॒ +पव॑माने +पव॑मानेन +पव॑मानो +पव॑मानो॒ +पव॑मान॒ +पव॑मान॒ः +पव॑से +पव॑स्व +पव॑स्व॒ +पश +पशं +पशः +पशक्तिः +पशन +पशमं +पशमः +पशव +पशवः +पशवश् +पशवश्च +पशवश्चापि +पशवश्चेमे +पशवश्चैव +पशवश्छन्दोमाः +पशवस् +पशवस्तथा +पशवस्तायन्ते +पशवस्तिष्ठन्ति +पशवस्ते +पशवस्तेन +पशवस्तेनो +पशवस्तेषां +पशवा +पशवे +पशवो +पशवोस्माकं +पशवोऽथ +पशवोऽनु +पशवोऽनुप्रजायन्ते +पशवोऽनूपतिष्ठन्ते +पशवोऽन्नं +पशवोऽपक्रामन्ति +पशवोऽपरे +पशवोऽपि +पशवोऽसृज्यन्त +पशवोऽस्माकं +पशव्य +पशव्यं +पशव्यः +पशव्यमग्निं +पशव्यमग्निमङ्गिरस +पशव्यम् +पशव्या +पशव्याः +पशव्ये +पशव्यो +पशव्योऽसि +पशा +पशावपि +पशाविति +पशावेषैव +पशाव् +पशि +पशिः +पशी +पशीद +पशीददु +पशु +पशुँ +पशुं +पशुः +पशुओं +पशुकर्म +पशुकल्पः +पशुकाम +पशुकामं +पशुकामः +पशुकामम् +पशुकामस् +पशुकामस्य +पशुकामा +पशुकामाः +पशुकामाय +पशुकामो +पशुकाल +पशुकाले +पशुगणे +पशुगणेषु +पशुग्रहणं +पशुघ्नात् +पशुघ्नी +पशुडभिः +पशुतन्त्रे +पशुतन्त्रेण +पशुता +पशुतां +पशुतिमाष्यो +पशुतो +पशुत्वं +पशुत्वम् +पशुत्वस्य +पशुत्वे +पशुत्वेन +पशुदेवता +पशुधर्माः +पशुधर्मो +पशुना +पशुनां +पशुनापि +पशुनेति +पशुनेत्यत्र +पशुनेष्टं +पशुनेहीति +पशुनैव +पशुन् +पशुपकुले +पशुपक्षिणः +पशुपक्षिणां +पशुपक्षिणाम् +पशुपक्षिमृगादयः +पशुपक्षिषु +पशुपक्षिसरीसृपादयः +पशुपक्ष्यादि +पशुपतं +पशुपतय +पशुपतये +पशुपति +पशुपतिं +पशुपतिः +पशुपतिना +पशुपतिनाथ +पशुपतिनाथः +पशुपतिनाथक्षेत्रम् +पशुपतिनाथमन्दिरम् +पशुपतिमतं +पशुपतिरपि +पशुपतिरिति +पशुपतिश्च +पशुपती +पशुपतीश्वरः +पशुपते +पशुपतेः +पशुपतेरिव +पशुपतेर्देवस्य +पशुपतेस्तत्र +पशुपतौ +पशुपदं +पशुपमन्दिरे +पशुपरूपी +पशुपस्य +पशुपहतकस्य +पशुपा +पशुपाः +पशुपाइव +पशुपाङ्गनासु +पशुपान् +पशुपाल +पशुपालः +पशुपालकः +पशुपालकाः +पशुपालकान् +पशुपालन +पशुपालनं +पशुपालनम् +पशुपालने +पशुपालश्च +पशुपालस्य +पशुपाला +पशुपालो +पशुपाश +पशुपाशविमोक्षणम् +पशुपाशविमोक्षाय +पशुपु +पशुपुत्रादिभिः +पशुपुरोडाश +पशुपुरोडाशं +पशुपुरोडाशः +पशुपुरोडाशदेवताः +पशुपुरोडाशमनु +पशुपुरोडाशस्य +पशुपुरोडाशा +पशुपुरोडाशानां +पशुपुरोडाशे +पशुपुरोडाशेन +पशुपुरोडाशो +पशुपुरोडाशौ +पशुपैः +पशुप्रायं +पशुफला +पशुबन्ध +पशुबन्धं +पशुबन्धः +पशुबन्धम् +पशुबन्धश्च +पशुबन्धस्तथाथ +पशुबन्धस्य +पशुबन्धा +पशुबन्धे +पशुबन्धेन +पशुबन्धेषु +पशुबन्धो +पशुभावं +पशुभावे +पशुभावेन +पशुभावो +पशुभि +पशुभिः +पशुभिरन्नाद्येन +पशुभिरिति +पशुभिरेव +पशुभिरेवैनँ +पशुभिरेवैनं +पशुभिर् +पशुभिर्जायते +पशुभिर्जायन्ते +पशुभिर्ब्रह्मवर्चसेन +पशुभिर्ब्रह्मवर्चसेनान्नाद्येन +पशुभिर्भव +पशुभिर्भवति +पशुभिर्भुवत् +पशुभिर्मिथुनैर्जायते +पशुभिर्मेध्यैरथ +पशुभिर्य +पशुभिर्यजमानः +पशुभिर्यजमानो +पशुभिर्यशसा +पशुभिर्यो +पशुभिर्वा +पशुभिर्विश्वरूपै +पशुभिर्विश्वरूपैः +पशुभिश् +पशुभिश्च +पशुभिस् +पशुभिस्तर्पयन्ति +पशुभिस्सह +पशुभी +पशुभूता +पशुभेदे +पशुभ्य +पशुभ्यः +पशुभ्यश् +पशुभ्यश्च +पशुभ्यस् +पशुभ्यस्त्वा +पशुभ्यां +पशुभ्यो +पशुमतः +पशुमती +पशुमतीः +पशुमतीर् +पशुमत् +पशुमद् +पशुमन्त +पशुमन्तं +पशुमन्ति +पशुमन्दिरम् +पशुमभिघारयति +पशुमादाय +पशुमानसानि +पशुमान् +पशुमान्त् +पशुमान्त्स्यादिति +पशुमान्भवति +पशुमान्स्यादिति +पशुमारं +पशुमारणम् +पशुमारममारयत् +पशुमारेण +पशुमालभते +पशुमालभन्त +पशुमालभन्ते +पशुमालभेत +पशुमालभेतेति +पशुमालभ्य +पशुमाह +पशुमिति +पशुमिव +पशुमुपाकरोति +पशुमृगोरगान् +पशुमेव +पशुम् +पशुयागः +पशुयागाः +पशुयागे +पशुयोनिं +पशुयोनिगता +पशुयोनिषु +पशुरक्षकः +पशुरपि +पशुरशना +पशुरालभ्यते +पशुरासीत् +पशुरिति +पशुरिव +पशुरुपालम्भ्यः +पशुरूपं +पशुरूपम् +पशुरूपेण +पशुरेव +पशुरेवं +पशुरेष +पशुरोमाणि +पशुर् +पशुर्न +पशुर्भवति +पशुर्यथा +पशुर्वा +पशुर्वै +पशुलक्षणं +पशुवत् +पशुवदिति +पशुवद् +पशुवर्तिनी +पशुवसूनि +पशुविधिः +पशुविशेषः +पशुव्रज +पशुशब्दयोः +पशुशब्दस्य +पशुशीर्षाणि +पशुशीर्षाण्युपदधाति +पशुशीर्षाण्य् +पशुश्च +पशुश्चेति +पशुश्रपणे +पशुष +पशुषु +पशुषे +पशुषो +पशुष्वपि +पशुष्वप्स्वन्तः +पशुष्वेव +पशुष्व् +पशुसंस्तवः +पशुसङ्कटे +पशुसनि +पशुसन्यभयसनि +पशुसाधनता +पशुसोमयोः +पशुसोमानां +पशुस् +पशुस्तं +पशुस्तद्देवत्यः +पशुस्त्रीणां +पशुस्थाने +पशुहिंसा +पशुहिरण्ययोः +पशु॒पत॑ये +पशु॒पा +पशु॒माने॒व +पशुꣳ +पशू +पशूँ +पशूँश्च +पशूंश् +पशूंश्च +पशूंश्चाप्नोति +पशूञ् +पशून +पशूनजः +पशूनपि +पशूनपिदधाति +पशूनपिदध्यात् +पशूनवरुन्द्ध +पशूनवरुन्द्धे +पशूनवरुन्धे +पशूनवृञ्जतेति +पशूनसृजत +पशूनसृजन्त +पशूनस्माकं +पशूना +पशूनाँ +पशूनां +पशूनाञ्च +पशूनाप्नोति +पशूनाम +पशूनामधिपतिः +पशूनामधिपा +पशूनामपरिग्रहोऽभूत् +पशूनामपि +पशूनामवरुद्ध्यै +पशूनामवरुध्यै +पशूनामहिंसायै +पशूनामाधिपत्यमश्नुते +पशूनामाधिपत्यमाश्नुतोभयेषां +पशूनामिति +पशूनामिव +पशूनामीशै +पशूनामीष्टे +पशूनामृषभे +पशूनामेव +पशूनाम् +पशूनाम्̇ +पशूनालभते +पशूनालभेत +पशूनाꣳ +पशूनिति +पशूनिव +पशूनेव +पशूनेवावरुन्द्धे +पशूनेवावरुन्धे +पशूनेवावरून्धे +पशूनेवास्मै +पशून् +पशून्त् +पशून्दधाति +पशून्न +पशून्नः +पशून्नियुञ्जन्ति +पशून्पुष्टिं +पशून्मयि +पशून्मा +पशून्मे +पशून्हत्वा +पशूपाकरणादि +पशू॒ना +पशू॒नां +पशे +पशो +पशोः +पशोरग्रे +पशोरन्ते +पशोरपि +पशोरवदानं +पशोरवदानानि +पशोरस्य +पशोरिव +पशोर् +पशोर्देवता +पशोर्ललाटमुपस्पृशति +पशोर्वपायां +पशोर्वा +पशोश्च +पशोस्तन्त्रं +पशोस्तु +पशौ +पश् +पश्च +पश्चकपालस्य +पश्चकाले +पश्चगव्येन +पश्चत् +पश्चदश +पश्चदशः +पश्चधा +पश्चभागः +पश्चभावः +पश्चभावो +पश्चभिः +पश्चम +पश्चमं +पश्चमः +पश्चमी +पश्चमे +पश्चषष्टितमः +पश्चा +पश्चाच +पश्चाच् +पश्चाच्च +पश्चाच्चन्द्रमसं +पश्चाच्छ्रमणं +पश्चाच्छ्रमणेन +पश्चाच्छ्रमणो +पश्चाज् +पश्चाज्जगाम +पश्चाज्जलं +पश्चाज्जातः +पश्चाज्जाता +पश्चाज्जायेत +पश्चात +पश्चातात् +पश्चात् +पश्चात्कटुतिक्तकषायकान् +पश्चात्कपाले +पश्चात्कपिञ्जल +पश्चात्कर्म +पश्चात्कार्यं +पश्चात्काले +पश्चात्किं +पश्चात्कृतं +पश्चात्कृता +पश्चात्कृताः +पश्चात्कृत्वा +पश्चात्कृष्णं +पश्चात्कोपं +पश्चात्तं +पश्चात्ततः +पश्चात्ततो +पश्चात्तत्र +पश्चात्तत्रैव +पश्चात्तथा +पश्चात्तनाः +पश्चात्तनैः +पश्चात्तप्यते +पश्चात्तमेव +पश्चात्तस्थौ +पश्चात्तस्य +पश्चात्तां +पश्चात्तात् +पश्चात्ताप +पश्चात्तापं +पश्चात्तापः +पश्चात्तापमवाप्नोति +पश्चात्तापम् +पश्चात्तापे +पश्चात्तापेन +पश्चात्तापो +पश्चात्तिरश्ची +पश्चात्तु +पश्चात्ते +पश्चात्तेन +पश्चात्तौ +पश्चात्त्वं +पश्चात्त्वां +पश्चात्पश्यति 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+पश्चादुत्सर्गाः +पश्चादुदयं +पश्चादुदिते +पश्चादुदीचीं +पश्चादुदीचीनं +पश्चादुदेता +पश्चादुदेति +पश्चादुद्धृत्य +पश्चादुपदधाति +पश्चादुपविश्य +पश्चादुपसर्गेण +पश्चादुपेत्यादरा +पश्चादुमाख्यां +पश्चादेत्य +पश्चादेनं +पश्चादेव +पश्चादेवं +पश्चादेशः +पश्चादेष +पश्चादोषाय +पश्चाद् +पश्चाद्गच्छति +पश्चाद्गत्या +पश्चाद्गामी +पश्चाद्गार्हपत्यस्य +पश्चाद्ददृशे +पश्चाद्देवं +पश्चाद्देवीं +पश्चाद्देशे +पश्चाद्देहं +पश्चाद्धि +पश्चाद्धोता +पश्चाद्धोमं +पश्चाद्ब्रह्म +पश्चाद्भक्तपिण्डपातप्रतिक्रान्तः +पश्चाद्भवति +पश्चाद्भवादौ +पश्चाद्भविष्यति +पश्चाद्भागं +पश्चाद्भागः +पश्चाद्भागम् +पश्चाद्भागे +पश्चाद्भागेन +पश्चाद्भागो +पश्चाद्भावि +पश्चाद्भावित्वं +पश्चाद्भाविनो +पश्चाद्भावे +पश्चाद्भुङ्क्ते +पश्चाद्भुञ्जीत +पश्चाद्भूमिमथो +पश्चाद्भेदमुपेयुषे +पश्चाद्यः +पश्चाद्यजनमारभेत् +पश्चाद्यत्ते +पश्चाद्यदि +पश्चाद्याति +पश्चाद्यान्ति +पश्चाद्युद्धं +पश्चाद्यो +पश्चाद्राजा +पश्चाद्वक्तव्यं +पश्चाद्वक्ष्यामि +पश्चाद्वर्ती +पश्चाद्वा +पश्चाद्वातो +पश्चाद्विभावितम् +पश्चाद्विश्वव्यचा +पश्चाद्वै +पश्चानां +पश्चान् +पश्चान्न +पश्चान्नञ्समासः +पश्चान्नास्तीति +पश्चान्नितम्बः +पश्चान्निधाय +पश्चान्मन्त्रं +पश्चान्मम +पश्चान्मया +पश्चान्महातेजा +पश्चान्मुखं +पश्चान्मुखः +पश्चान्मुखी +पश्चान्मुखेषु +पश्चान्मुखो +पश्चान्मे +पश्चापि +पश्चार्द्धे +पश्चार्द्धेन +पश्चार्धं +पश्चार्धात् +पश्चार्धे +पश्चार्धेन +पश्चाल् +पश्चाशत् +पश्चाश्च +पश्चास्य +पश्चाहं +पश्चि +पश्चिम +पश्चिमं +पश्चिमः +पश्चिमकपाल +पश्चिमकपाले +पश्चिमकामेङ्गमण्डलम् +पश्चिमक्षत्रपाः +पश्चिमक्षितिजस्थे +पश्चिमक्षितिजे +पश्चिमखासिहिल्स् +पश्चिमगत्या +पश्चिमगुजरात +पश्चिमगोदावरी +पश्चिमगोदावरीमण्डलम् +पश्चिमघट्टः +पश्चिमघट्टप्रदेशः +पश्चिमघट्टप्रदेशस्य +पश्चिमघट्टप्रदेशे +पश्चिमघट्टस्य +पश्चिमघट्टाः +पश्चिमघट्टानां +पश्चिमघट्टे +पश्चिमघट्टेषु +पश्चिमचम्पारणमण्डलम् +पश्चिमजैनतियाहिल्स् +पश्चिमत +पश्चिमतः +पश्चिमतटे +पश्चिमतश्च +पश्चिमतानेन +पश्चिमतो +पश्चिमत्रिपुरामण्डलम् +पश्चिमदक्षिणे +पश्चिमदले +पश्चिमदिक् +पश्चिमदिगन्तलम्बिना +पश्चिमदिग्भागे +पश्चिमदिशं +पश्चिमदिशः +पश्चिमदिशायां +पश्चिमदिशायाः +पश्चिमदिशि +पश्चिमदेशे 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+पश्यते +पश्यतेति +पश्यते॒ +पश्यतो +पश्यतोः +पश्यतोस्तयोः +पश्यतोहर +पश्यतोहरः +पश्यतोऽपि +पश्यतोऽब्रुवतो +पश्यत् +पश्यत्यकृतबुद्धित्वान्न +पश्यत्यचक्षुः +पश्यत्यचलं +पश्यत्यज्ञानयोगतः +पश्यत्यथ +पश्यत्यथास्मिन्प्राण +पश्यत्यन्यमीशमस्य +पश्यत्यन्यमीशम् +पश्यत्यन्यो +पश्यत्यपि +पश्यत्ययं +पश्यत्यसंस्कृता +पश्यत्यसौ +पश्यत्यस्य +पश्यत्यात्मनि +पश्यत्यात्मानं +पश्यत्यात्मानमात्मना +पश्यत्यात्मानमात्मनि +पश्यत्येव +पश्यत्य् +पश्यत्विति +पश्यत्सु +पश्यत्स्विहैव +पश्यत॒ +पश्यथ +पश्यद्भिः +पश्यध्वं +पश्यन +पश्यनि +पश्यनिति +पश्यन् +पश्यन्त +पश्यन्तं +पश्यन्तः +पश्यन्तश्चक्षुषा +पश्यन्तस्ते +पश्यन्तां +पश्यन्ति +पश्यन्ती +पश्यन्तीं +पश्यन्तीः +पश्यन्तीति +पश्यन्तीत्यर्थः +पश्यन्तीत्याह +पश्यन्तीत्युच्यते +पश्यन्तीनां +पश्यन्तीव +पश्यन्तीह +पश्यन्तु +पश्यन्ते +पश्यन्तो +पश्यन्तोऽपि +पश्यन्तौ +पश्यन्त्य +पश्यन्त्यः +पश्यन्त्यचेतसः +पश्यन्त्यथ +पश्यन्त्यन्यं +पश्यन्त्यमी +पश्यन्त्यसुरा +पश्यन्त्या +पश्यन्त्यां +पश्यन्त्याः +पश्यन्त्यात्मनि +पश्यन्त्यात्मन्यवस्थितम् +पश्यन्त्यात्मानमात्मनीति +पश्यन्त्येव +पश्यन्त्यो +पश्यन्त्य् +पश्यन्त्विति +पश्यन्न +पश्यन्नदूरान्मनसाप्यधृष्यम् +पश्यन्नपि +पश्यन्नवोचत् +पश्यन्नात्मनि +पश्यन्नाह +पश्यन्निति +पश्यन्नित्यर्थः +पश्यन्निव +पश्यन्नृजुनैव +पश्यन्नेव +पश्यन्नेवं +पश्यन्न् +पश्यन्पश्यति +पश्यन्वृजनेमावराण्या +पश्यन्वै +पश्यन्स +पश्यन्सन् +पश्यन्हि +पश्यपश्य +पश्यमानः +पश्यमानस्य +पश्यमाना +पश्यमानासः +पश्यमानो +पश्यमानौ +पश्यमि +पश्यसि +पश्यसीति +पश्यसे +पश्यस्यानन्द +पश्यस्व +पश्या +पश्याः +पश्यागत्य +पश्याति +पश्यात् +पश्यात्मानं +पश्यात्र +पश्यादित्यानिति +पश्यादित्यान् +पश्यादित्यान्वसून् +पश्यादेशः +पश्याद्य +पश्यानि +पश्यान् +पश्याम +पश्यामः +पश्यामश्च +पश्यामश्चेत् +पश्यामसि +पश्यामस्तावत् +पश्यामस्त्वां +पश्यामहे +पश्यामि +पश्यामी +पश्यामीति +पश्यामीत्यर्थः +पश्यामीत्याह +पश्यामीव +पश्यामीह +पश्यामो +पश्यामोऽत्र +पश्याम्बरं +पश्याम्यहं +पश्याम्युत +पश्याम्यूर्जा +पश्याम्येनाम् +पश्याम्य् +पश्यायं +पश्याव +पश्यावः +पश्यावो +पश्यासा +पश्यासि +पश्यास्य +पश्याहं +पश्यि +पश्ये +पश्येः +पश्येच्च +पश्येज् +पश्येत +पश्येतां +पश्येति +पश्येत् +पश्येत्कदाचन +पश्येत्कार्याणि +पश्येत्तं +पश्येत्तत्केन +पश्येत्तत्र +पश्येत्तदा +पश्येत्तमः +पश्येत्तस्य +पश्येत्तु +पश्येत्पुनरेव +पश्येत्पुरुषोत्तमम् +पश्येत्यत्र +पश्येत्यर्थः +पश्येत्यादि +पश्येत्यादौ +पश्येत्याह +पश्येत्युवाच +पश्येत्येतावत्पर्यन्तं +पश्येत्स +पश्येत्सदा +पश्येदं +पश्येदकर्मणि +पश्येदपि +पश्येदात्मनः +पश्येदानीं +पश्येदि +पश्येदिति +पश्येदित्यर्थः +पश्येदित्यादि +पश्येदृतुस्नाता +पश्येद् +पश्येद्धृदि +पश्येद्भगवद्भावमात्मनः +पश्येद्यः +पश्येद्यदि +पश्येद्रू +पश्येद्वा +पश्येद्वै +पश्येन् +पश्येन्न +पश्येन्नरो +पश्येन्निगूढवत् +पश्येन्निशि +पश्येन्मधुसूदनः +पश्येन्मां +पश्येम +पश्येमं +पश्येमां +पश्येमाः +पश्येमाक्षभिर्यजत्राः +पश्येमाक्षिभिर्यजत्राः +पश्येयं +पश्येयमिति +पश्येयम् +पश्येयुः +पश्येर्न +पश्येस्त्वं +पश्येह +पश्ये॑म +पश्यैता +पश्यैतां +पश्यैतान् +पश्यैते +पश्यैनं +पश्यैव +पश्यैष +पश्यैषा +पश्यो +पश्योदग्रप्लुतत्वाद्वियति +पश्य् +पश्य॑ +पश्य॑त +पश्य॑ति +पश्य॑न् +पश्य॑न्तः +पश्य॑न्तो +पश्य॑न्तो॒ +पश्य॑न्त॒ +पश्य॑सि +पश्य॒ +पश्व +पश्वः +पश्वङ्गं +पश्वङ्गे +पश्वङ्गेषु +पश्वनृते +पश्वभावे +पश्वर्थं +पश्वर्थे +पश्वा +पश्वादयः +पश्वादयस्ते +पश्वादि +पश्वादिकं +पश्वादिधनं +पश्वादियोनिषु +पश्वादिलक्षणं +पश्वादिषु +पश्वादिषूत्पद्यन्ते +पश्वादीनां +पश्वादीनि +पश्वादीन् +पश्वादेः +पश्वादौ +पश्वाद् +पश्विमे +पश्विषे +पश्वे +पश्वेकादशिनी +पश्वे॑ +पश्वो +पश्व् +पश्शति +पश्‍चिमे +पश्‍य +पष +पषति +पषयति +पषा +पष्ट +पष्टः +पष्टम् +पष्टि +पष्टिः +पष्टितमः +पष्टी +पष्टे +पष्टो +पष्ठ +पष्ठं +पष्ठः +पष्ठवाट् +पष्ठवाड् +पष्ठवाद् +पष्ठवाहं +पष्ठी +पष्ठे +पष्ठो +पष्ठोऽध्यायः +पष्ठौही +पष्ठौहीं +पष्ठौहीम् +पष्ठौहीर् +पष्ठौह्यो +पष्ठौ॒ही +पष्येमाक्षभिर्यजत्राः +पस +पसं +पसंद +पसंहारः +पसः +पसः॑ +पसतेः +पसन्द +पसभा +पसरन्ति +पसा +पसाएण +पसादं +पसादेण +पसादेमि +पसादो +पसि +पसिअ +पसीअउ +पसीद +पसीददु +पसीना +पसु +पसे +पसो +पस् +पस्तम्बः +पस्तु +पस्त्यं +पस्त्यमिति +पस्त्यम् +पस्त्या +पस्त्यानां +पस्त्यानाम् +पस्त्यावतः +पस्त्यासु +पस्त्यास्वा +पस्त्यास्व् +पस्त्ये +पस्त्वं +पस्थाय +पस्थितं +पस्प +पस्पन्दिरे +पस्पन्दे +पस्पर्श +पस्पशाते +पस्पशायां +पस्पशाह्निकम् +पस्पशाह्निके +पस्पशे +पस्पृधाते +पस्पृधानं +पस्पृधानम् +पस्पृधानासः +पस्पृधिरे +पस्पृशुः +पस्पृशे +पस्प॒शे +पस्य +पस्यति +पस्या +पह +पहं +पहः +पहचान +पहन +पहनने +पहने +पहम् +पहर +पहरणं +पहरे +पहल +पहलगांव +पहलवान +पहलवी +पहला +पहली +पहले +पहवदि +पहा +पहाड +पहाड़ +पहाड़िया +पहाड़ी +पहाड़ों +पहाडिया +पहाडी +पहाडीभाषाः +पहाय +पहारो +पहि +पहिं +पहिः +पहिअ +पहिओ +पहिचान +पहितं +पहिने +पहिया +पहिये +पहियों +पहिला +पहिली +पहिले +पही +पहुँ +पहुँच +पहुँचकर +पहुँचने +पहुँचा +पहुँचाता +पहुँचाने +पहुँचानेवाले +पहुँची +पहुँचे +पहुं +पहुंच +पहुंचती +पहुंचने +पहुंचा +पहुंचाइये +पहुंचाओ +पहुंचाता +पहुंचाती +पहुंचाते +पहुंचाने +पहुंचानेवाले +पहुंचावे +पहुंचावें +पहुंचे +पहुंचो +पहुदि +पहे +पहेली +पह्नवा +पह्नवाः +पह्नवाश्चीनाः +पह्नवास्तथा +पह्मं +पह्लवा +पह्लवाः +पह्लवान् +पा +पाँ +पाँइज +पाँकाल +पाँच +पाँचथरमण्डलम् +पाँचवाँ +पाँचवें +पाँचाली +पाँचों +पां +पांक्तं +पांक्तम् +पांक्ताः +पांक्ते +पांक्तो +पांच +पांचजन्यं +पांचभौतिकम् +पांचरात्रे +पांचवां +पांचवीं +पांचवें +पांचों +पांडव +पांडवः +पांडवश्रेष्ठ +पांडवा +पांडवाः +पांडवानां +पांडवैः +पांडित्यं +पांडुनंदन +पांडुनन्दन +पांडुरंगाष्टकम् +पांडोः +पांतु +पांत॒मा +पांथ +पांव +पांश +पांशवः +पांशु +पांशुं +पांशुः +पांशुकूलं +पांशुदानं +पांशुना +पांशुप्रदानं +पांशुभिः +पांशुल +पांशुलः +पांशुलवणे +पांशुला +पांशुले +पांशुवर्षं +पांशुवर्षे +पांशुवर्षेण +पांशून् +पांशौ +पांश्वञ्जलिः +पांश्वञ्जलिर्भगवतः +पांसवः +पांसवो +पांसु +पांसुं +पांसुः +पांसुकूलं +पांसुना +पांसुपिण्डः +पांसुभिः +पांसुमिः +पांसुर +पांसुरे +पांसुल +पांसुला +पांसुलानां +पांसुले +पांसुवर्षं +पांसुवर्षे +पांसुवर्षेण +पांसुषु +पांसूनां +पांसून् +पांसौ +पांꣲसुभिरिति +पाः +पाअ +पाआ +पाइ +पाइण्ट् +पाई +पाउ +पाउँ +पाउः +पाउन्ड +पाउवो +पाऊ +पाऊँ +पाऊं +पाए +पाएँ +पाओलो +पाक +पाकं +पाकः +पाकः॑ +पाककर्ण +पाककर्णपर्णपुष्पफलमूलवालोत्तरपदाच्च +पाककर्णेति +पाककर्ता +पाककर्त्तरि +पाककर्त्ता +पाककाले +पाकक्रिया +पाकक्रियां +पाकज +पाकजः +पाकजगन्धे +पाकजत्वं +पाकजरूपादौ +पाकजा +पाकजो +पाकञ्च +पाकतः +पाकतन्त्रे +पाकतां +पाकत्रा +पाकत्वं +पाकत्वेन +पाकदूर्वा +पाकपरिक्रिया +पाकपात्रं +पाकपात्राणां +पाकपात्रे +पाकप्रकारो +पाकप्रवेशे +पाकभेदं +पाकभेदे +पाकमत्रा +पाकमत्स्यः +पाकमायाति +पाकमायान्ति +पाकमिति +पाकमुपैति +पाकमूले +पाकमेति +पाकम् +पाकयज्ञ +पाकयज्ञं +पाकयज्ञः +पाकयज्ञविधानेन +पाकयज्ञसंस्था +पाकयज्ञसंस्थाः +पाकयज्ञसंस्थानां +पाकयज्ञस्य +पाकयज्ञा +पाकयज्ञाः +पाकयज्ञानां +पाकयज्ञिकः +पाकयज्ञे +पाकयज्ञेन +पाकयज्ञेषु +पाकर +पाकरणं +पाकरसं +पाकराजेश्वरः +पाकलं +पाकलः +पाकलक्षणम् +पाकला +पाकलो +पाकवशेन +पाकविशेषेण +पाकशब्दः +पाकशाला +पाकशालां +पाकशालायां +पाकशासन +पाकशासनः +पाकशासनम् +पाकशासनिः +पाकशासनिम् +पाकशासने +पाकशास्त्रम् +पाकशास्त्रसम्बद्धाः +पाकश्च +पाकसंस्थासु +पाकसमयाद्भुतावर्त्तः +पाकसमये +पाकसाधनं +पाकसामग्री +पाकस् +पाकस्थानं +पाकस्थाने +पाकस्थामा +पाकस्य +पाकहंस +पाका +पाकाः +पाकात् +पाकादन्यत्र +पाकादयः +पाकादि +पाकादिना +पाकादीनां +पाकादेः +पाकादौ +पाकाद् +पाकानन्तरं +पाकानां +पाकान्ते +पाकान्महीमयम् +पाकाभावे +पाकाय +पाकार्थं +पाकार्थमग्नेः +पाकि +पाकिमम् +पाकिस्तान +पाकिस्तानं +पाकिस्तानदेशः +पाकिस्तानदेशसम्बद्धाः +पाकिस्तानदेशस्य +पाकिस्तानदेशे +पाकिस्तानम् +पाकिस्तानस्य +पाकिस्तानी +पाकिस्ताने +पाकिस्तानेन +पाकिस्तान् +पाकिस्थान +पाकिस्थानं +पाकिस्थानदेशः +पाकिस्थानदेशस्य +पाकिस्थानदेशे +पाकिस्थानदेशेन +पाकिस्थानम् +पाकिस्थानयोः +पाकिस्थानसर्वकारः +पाकिस्थानस्य +पाकिस्थानीमानकसमयः +पाकिस्थाने +पाकिस्थानेन +पाकी +पाकुड +पाकुड़ +पाकुरमण्डलम् +पाके +पाकेति +पाकेन +पाकेनेति +पाकेनैव +पाकेश्वरस्य +पाकेषु +पाकेऽथ +पाकेऽपि +पाके॑न॒ +पाको +पाकोऽयं +पाकोऽर्भको +पाकौ +पाक् +पाक्तिः +पाक्य +पाक्यं +पाक्यः +पाक्यम् +पाक्यस्य +पाक्या +पाक्यानि +पाक्षायणः +पाक्षि +पाक्षिक +पाक्षिकं +पाक्षिकः +पाक्षिकत्वं +पाक्षिकत्वेन +पाक्षिकम् +पाक्षिकस्य +पाक्षिकी +पाक्षिके +पाक्षिको +पाक्षिकोऽपि +पाख +पाखंडिनो +पाखंडी +पाखण्ड +पाखण्डं +पाखण्डः +पाखण्डा +पाखण्डिनः +पाखण्डिनो +पाखण्डी +पाखा +पाखी +पाग +पागल +पागे +पाघ्रा +पाघ्राध्मा +पाघ्राध्माधेट्दृशः +पाङ +पाङ्कः +पाङ्क्त +पाङ्क्तं +पाङ्क्तः +पाङ्क्तत्वम् +पाङ्क्तमिदं +पाङ्क्तम् +पाङ्क्ता +पाङ्क्ताः +पाङ्क्ताय +पाङ्क्तिः +पाङ्क्ते +पाङ्क्तेन +पाङ्क्तेनैव +पाङ्क्ते॑न॒ +पाङ्क्तो +पाङ्क्तो॑ +पाङ्क्त्रान् +पाङ्गळा +पाङ्गा +पाच +पाचं +पाचक +पाचकं +पाचकः +पाचकजातीया +पाचकतमः +पाचकत्वं +पाचकदेशीया +पाचकपित्तेन +पाचकवृन्दारिका +पाचकश्च +पाचकस्य +पाचका +पाचकाः +पाचके +पाचको +पाचत्तिकं +पाचत्तिकधर्म +पाचत्तिकमासादयति +पाचत्तिकम् +पाचन +पाचनं +पाचनः +पाचनके +पाचनञ्च +पाचनतन्त्रं +पाचनतन्त्रस्य +पाचनतन्त्रे +पाचनत्वञ्च +पाचनत्वम् +पाचनदीपनः +पाचनभेदे +पाचनम् +पाचनश्चैव +पाचनाः +पाचनानि +पाचनाय +पाचनार्थं +पाचनी +पाचनीयं +पाचनीयो +पाचने +पाचनैः +पाचनो +पाचय +पाचयति +पाचयतीति +पाचयते +पाचयत्योदनं +पाचयन् +पाचयन्ति +पाचयामास +पाचयिता +पाचयित्वा +पाचयेच्चुल्ल्यां +पाचयेत +पाचयेत् +पाचयेद् +पाचयेन्मृदुनाग्निना +पाचि +पाचिका +पाचिकाभार्यः +पाचितं +पाचितः +पाचितम् +पाचिताः +पाचिते +पाचितो +पाची +पाच्छब्दस्य +पाच्छोणादीति +पाच्य +पाच्यं +पाच्यः +पाच्यमेवं +पाच्यम् +पाच्या +पाच्यो +पाछ +पाज +पाजः +पाजः॑ +पाजके +पाजसा +पाजसी +पाजसे +पाजसेति +पाजस्यं +पाजस्यम् +पाजा +पाजांसि +पाजां॑सि +पाजो +पाजो॑ +पाज॑सा +पाज॒ +पाझे +पाञ्च +पाञ्चकलापिकम् +पाञ्चजन्य +पाञ्चजन्यं +पाञ्चजन्यः +पाञ्चजन्यदेवदत्तसंज्ञोक्तिः +पाञ्चजन्यमिति +पाञ्चजन्यम् +पाञ्चजन्यया +पाञ्चजन्यश्चक्रं +पाञ्चजन्यस्य +पाञ्चजन्याः +पाञ्चजन्याय +पाञ्चजन्येन +पाञ्चजन्येष्व् +पाञ्चजन्यो +पाञ्चदशिको +पाञ्चदश्यं +पाञ्चदश्येन +पाञ्चनदं +पाञ्चनापितिः +पाञ्चभौतिकं +पाञ्चभौतिकः +पाञ्चभौतिकमिति +पाञ्चभौतिकम् +पाञ्चभौतिकस्य +पाञ्चभौतिकाः +पाञ्चभौतिके +पाञ्चभौतिको +पाञ्चमिक +पाञ्चरात्र +पाञ्चरात्रं +पाञ्चरात्रस्य +पाञ्चरात्रागमः +पाञ्चरात्रिक +पाञ्चरात्रिकाः +पाञ्चरात्रिकान् +पाञ्चरात्रे +पाञ्चरात्रेण +पाञ्चली +पाञ्चाल +पाञ्चालं +पाञ्चालः +पाञ्चालक +पाञ्चालकः +पाञ्चालगोत्रे +पाञ्चालराजं +पाञ्चालराजतनये +पाञ्चालराजस्य +पाञ्चालराजो +पाञ्चालस्य +पाञ्चाला +पाञ्चालाः +पाञ्चालानां +पाञ्चालान् +पाञ्चालाश्च +पाञ्चालि +पाञ्चालिका +पाञ्चाली +पाञ्चालीं +पाञ्चालीति +पाञ्चालीरीतिः +पाञ्चाले +पाञ्चालेषु +पाञ्चालैः +पाञ्चालो +पाञ्चाल्य +पाञ्चाल्यं +पाञ्चाल्यः +पाञ्चाल्यस्य +पाञ्चाल्या +पाञ्चाल्याः +पाञ्चाल्येन +पाञ्चाल्यो +पाञ्चाल्यौ +पाट +पाटं +पाटः +पाटके +पाटच्चर +पाटच्चरः +पाटण +पाटणमण्डलम् +पाटन +पाटनं +पाटनञ्च +पाटनपूरणे +पाटनम् +पाटना +पाटनी +पाटने +पाटय +पाटयतः +पाटयति +पाटयतीति +पाटयन्ति +पाटयामास +पाटयित्वा +पाटयेत् +पाटल +पाटलं +पाटलः +पाटलपुष्पम् +पाटलपुष्पाणां +पाटलप्रभम् +पाटलप्रियम् +पाटलम् +पाटलवर्ण +पाटलवर्णः +पाटलवर्णा +पाटलवर्णाय +पाटलश्च +पाटला +पाटलां +पाटलाः +पाटलानां +पाटलानि +पाटलाभिः +पाटलायां +पाटलायाः +पाटलायै +पाटलावृक्षः +पाटलावृक्षे +पाटलि +पाटलिः +पाटलिका +पाटलिग्रामके +पाटलिपुत्त्रं +पाटलिपुत्र +पाटलिपुत्रं +पाटलिपुत्रः +पाटलिपुत्रकः +पाटलिपुत्रकम् +पाटलिपुत्रका +पाटलिपुत्रकात् +पाटलिपुत्रके +पाटलिपुत्रकेभ्य +पाटलिपुत्रमनुप्राप्तः +पाटलिपुत्रम् +पाटलिपुत्रस्य +पाटलिपुत्राख्यं +पाटलिपुत्रात् +पाटलिपुत्रे +पाटली +पाटलीपुत्रं +पाटलीपुत्रम् +पाटलीपुत्रे +पाटले +पाटलेन +पाटलैः +पाटलो +पाटल्या +पाटव +पाटवं +पाटवम् +पाटवाः +पाटवे +पाटवेन +पाटा +पाटाः +पाटानां +पाटामूलं +पाटाश्च +पाटि +पाटित +पाटितं +पाटितम् +पाटितविपाटितं +पाटिता +पाटिते +पाटितो +पाटिल +पाटी +पाटीं +पाटीगणितम +पाटीगणितम् +पाटीगणितस्य +पाटीगणिते +पाटील +पाटीलः +पाटूरः +पाटे +पाटेन +पाटै +पाटैः +पाटैश्च +पाटो +पाट् +पाट्टा +पाट्य +पाट्यते +पाट्यतेऽपि +पाट्यन्ते +पाट्या +पाट्येते +पाठ +पाठं +पाठः +पाठक +पाठकं +पाठकः +पाठकथा +पाठकस्य +पाठका +पाठकाः +पाठकाधमाः +पाठकानां +पाठकान् +पाठकाले +पाठकाश्चैव +पाठके +पाठकेभ्यः +पाठकैः +पाठको +पाठकों +पाठकौ +पाठक्रम +पाठक्रमः +पाठक्रमस्य +पाठक्रमात् +पाठक्रमादर्थक्रमस्य +पाठक्रमादर्थक्रमो +पाठक्रमे +पाठक्रमेण +पाठक्रमो +पाठक्षया +पाठत +पाठतः +पाठतथा +पाठदर्शनात् +पाठद्वयं +पाठधर्माः +पाठन +पाठनं +पाठनम् +पाठनस्य +पाठने +पाठपक्षे +पाठपठितः +पाठभेद +पाठभेदः +पाठभेदा +पाठभेदाः +पाठभेदेन +पाठभेदो +पाठभ्रंशः +पाठमात्र +पाठमात्रेण +पाठमादृत्य +पाठमाश्रित्य +पाठम् +पाठय +पाठयति +पाठयतु +पाठयन् +पाठयन्ति +पाठया +पाठयामास +पाठयि +पाठयितुं +पाठयितुम् +पाठयित्वा +पाठयेच्च +पाठयेत् +पाठयेद् +पाठयेद्वापि +पाठयोः +पाठयोर्टश्यते +पाठयोर्दश्यते +पाठश +पाठशाला +पाठशालां +पाठशालाः +पाठशालायां +पाठशालायाः +पाठशालासु +पाठशुद्धिं +पाठशुद्धिः +पाठशुद्धिकार्यं +पाठशुद्धिविषये +पाठशुद्धिस्पर्धा +पाठशुद्ध्यनन्तरं +पाठशुद्ध्यर्थं +पाठश्च +पाठश्चेत् +पाठसामर्थ्यात् +पाठस् +पाठस्तत्र +पाठस्तथा +पाठस्तदा +पाठस्तु +पाठस्तूचितः +पाठस्य +पाठा +पाठां +पाठाः +पाठाच +पाठाच्च +पाठात +पाठात् +पाठादन्तोदात्तत्वम् +पाठादाद्युदात्तत्वम् +पाठादि +पाठादिति +पाठादेव +पाठाद् +पाठाद्यथाक्रममन्वयः +पाठानि +पाठान् +पाठान्त +पाठान्तर +पाठान्तरं +पाठान्तरन् +पाठान्तरम +पाठान्तरमुपलभ्यते +पाठान्तरम् +पाठान्तरम्‌ +पाठान्तराणि +पाठान्तरे +पाठान्तरेण +पाठान्न +पाठाभावात् +पाठामूलं +पाठाया +पाठायां +पाठायाः +पाठायाम् +पाठिका +पाठितं +पाठितः +पाठितम् +पाठितवती +पाठितवान् +पाठिता +पाठिताः +पाठी +पाठीन +पाठीनः +पाठीनरोहितावाद्यौ +पाठीनरोहितौ +पाठीनैः +पाठे +पाठेघदृश्यते +पाठेदृश्यते +पाठेन +पाठेनदृश्यते +पाठेन्द्र +पाठेपि +पाठेषु +पाठेषुदृश्यते +पाठेषुदृश्यन्ते +पाठेऽपि +पाठेऽप्ययमेवार्थः +पाठो +पाठोपि +पाठोऽत्र +पाठोऽपि +पाठोऽप्रसिद्धः +पाठोऽयं +पाठोऽस्ति +पाठौ +पाठ् +पाठ्ः +पाठ्य +पाठ्यं +पाठ्यः +पाठ्यक्रम +पाठ्यक्रमः +पाठ्यक्रमस्य +पाठ्यक्रमे +पाठ्यतां +पाठ्यते +पाठ्यन्ते +पाठ्यपुस्तक +पाठ्यपुस्तकेषु +पाठ्यम् +पाठ्यस्य +पाठ्यांशः +पाठ्याः +पाठ्यानि +पाठ्ये +पाड +पाडा +पाड्गुण्यम् +पाढ +पाण +पाणं +पाणः +पाणय +पाणयः +पाणये +पाणयो +पाणा +पाणां +पाणावभिपद्य +पाणावादाय +पाणावामलकं +पाणाविति +पाणावुपयमने +पाणावुपवीत्युच्यते +पाणावेव +पाणावेवोपपादयेत् +पाणाव् +पाणि +पाणिं +पाणिः +पाणिअं +पाणिकच्छपिकां +पाणिकमलं +पाणिकम् +पाणिका +पाणिगृहीता +पाणिगृहीतिका +पाणिगृहीती +पाणिग्रहं +पाणिग्रहः +पाणिग्रहण +पाणिग्रहणं +पाणिग्रहणकाले +पाणिग्रहणदूषिता +पाणिग्रहणमन्त्राणां +पाणिग्रहणम् +पाणिग्रहणसंस्कारः +पाणिग्रहणस्य +पाणिग्रहणात् +पाणिग्रहणादधि +पाणिग्रहणादि +पाणिग्रहणाद्धि +पाणिग्रहणिका +पाणिग्रहणे +पाणिग्रहे +पाणिग्रहेण +पाणिग्रहो +पाणिग्राहं +पाणिग्राहस्य +पाणिग्राहो +पाणिघ +पाणिघः +पाणिघताडघौ +पाणिघ्नं +पाणिचरणं +पाणिजानुप्रचारैः +पाणितः +पाणितल +पाणितलं +पाणितलद्वये +पाणितले +पाणितलेन +पाणिद्वयं +पाणिद्वये +पाणिद्वयेन +पाणिन +पाणिनः +पाणिनये +पाणिना +पाणिनां +पाणिनादाय +पाणिनि +पाणिनिं +पाणिनिः +पाणिनिकाले +पाणिनिकृतिः +पाणिनिना +पाणिनिनैव +पाणिनिमते +पाणिनिमुनिः +पाणिनिम् +पाणिनिरपि +पाणिनिरिति +पाणिनिर्न +पाणिनिर्नाम +पाणिनिव्याकरणस्य +पाणिनिश्च +पाणिनिसूत्र +पाणिनिसूत्रं +पाणिनिसूत्रम् +पाणिनिसूत्रेण +पाणिनिस्तावत् +पाणिनिस्तु +पाणिनिस्मरणात् +पाणिनिह +पाणिनी +पाणिनीय +पाणिनीयं +पाणिनीयः +पाणिनीयञ्च +पाणिनीयमतानुसारं +पाणिनीयमते +पाणिनीयमिति +पाणिनीयमेव +पाणिनीयम् +पाणिनीयव्याकरणस्य +पाणिनीयव्याकरणे +पाणिनीयशिक्षा +पाणिनीयशिक्षाया +पाणिनीयशिक्षायां +पाणिनीयशिक्षायाः +पाणिनीयसूत्र +पाणिनीयसूत्राणां +पाणिनीयसूत्रे +पाणिनीयसूत्रोपरि +पाणिनीयस्य +पाणिनीया +पाणिनीयाः +पाणिनीयानां +पाणिनीयानाम् +पाणिनीयान्येव +पाणिनीयाष्टकोपरि +पाणिनीयास्तु +पाणिनीये +पाणिनीयेन +पाणिनीयेऽपि +पाणिनीसूत्रम् +पाणिने +पाणिनेः +पाणिनेति +पाणिनेरपि +पाणिनेराचार्यस्य +पाणिनेर् +पाणिनेश्च +पाणिनैकेन +पाणिनैव +पाणिनो +पाणिनौ +पाणिन्यमरजैनेन्द्रा +पाणिन्यादि +पाणिन्यादिभिः +पाणिन्युक्ते +पाणिन्युक्तेः +पाणिपत् +पाणिपद्मे +पाणिपल्लवं +पाणिपल्लवम् +पाणिपल्लवशोभिनी +पाणिपल्लवे +पाणिपल्लवैः +पाणिपात्रो +पाणिपाद +पाणिपादं +पाणिपादचपलो +पाणिपादतले +पाणिपादमिति +पाणिपादम् +पाणिपादयोः +पाणिपादशलाकाश्च +पाणिपादस्फुटनं +पाणिपादस्य +पाणिपादान्तं +पाणिपादान्तः +पाणिपादान्निमृज्य +पाणिपादे +पाणिपादेन +पाणिपादौ +पाणिपीडनं +पाणिपीडनम् +पाणिपीडनविधेरनन्तरं +पाणिपीडने +पाणिपृष्ठं +पाणिप्रक्षालनं +पाणिप्रक्षालनादि +पाणिभि +पाणिभिः +पाणिभिरस्पृशन् +पाणिभ्या +पाणिभ्यां +पाणिभ्याम् +पाणिमग्रहीत् +पाणिमध्ये +पाणिमितो +पाणिमुक्तं +पाणिमुत्क्षिप्य +पाणिमुद्धरेत् +पाणिमुद्यम्य +पाणिम् +पाणियुग्मं +पाणियुग्मेन +पाणिरप्यस्याः +पाणिरिति +पाणिरेव +पाणिरेष +पाणिर् +पाणिर्ग्राह्यः +पाणिर्न +पाणिर्यस्य +पाणिलाघवम् +पाणिलेखा +पाणिश् +पाणिश्च +पाणिषु +पाणिसमागमेन +पाणिस्थं +पाणी +पाणीग्रहणं +पाणीति +पाणीनां +पाणीन् +पाणे +पाणेः +पाणैौ +पाणो +पाणौ +पाणौकृत्य +पाण् +पाण्ड +पाण्डं +पाण्डः +पाण्डड्डत्ध् +पाण्डर +पाण्डरं +पाण्डरः +पाण्डरम् +पाण्डरा +पाण्डराणि +पाण्डरे +पाण्डरेण +पाण्डरो +पाण्डव +पाण्डवं +पाण्डवः +पाण्डवगीता +पाण्डवचमूं +पाण्डवचरितं +पाण्डवचरितम् +पाण्डवचरिते +पाण्डवचरित्रम् +पाण्डवनन्दन +पाण्डवपक्षे +पाण्डवप्रवेशपर्वणि +पाण्डवबलं +पाण्डवबले +पाण्डवम् +पाण्डवर्षभः +पाण्डववधूकेशाम्बराकर्षिणः +पाण्डवश्च +पाण्डवश्चैव +पाण्डवश्रेष्ठ +पाण्डवश्रेष्ठं +पाण्डवश्रेष्ठः +पाण्डवसैन्यं +पाण्डवसैन्ये +पाण्डवस्तदा +पाण्डवस्य +पाण्डवा +पाण्डवांश्च +पाण्डवाः +पाण्डवादीनां +पाण्डवानभ्यवर्तन्त +पाण्डवाना +पाण्डवानां +पाण्डवानाञ्च +पाण्डवानामनीकानि +पाण्डवानामनीकिनी +पाण्डवानामनीकिनीम् +पाण्डवानामिति +पाण्डवानाम् +पाण्डवानीकं +पाण्डवानीकम् +पाण्डवान् +पाण्डवान्दृष्ट्वा +पाण्डवान्प्रति +पाण्डवान्प्राप्य +पाण्डवाय +पाण्डवार्थाय +पाण्डवार्थे +पाण्डवाश्च +पाण्डवाश्चापि +पाण्डवाश्चेति +पाण्डवाश्चैव +पाण्डवास्तत्र +पाण्डवास्तु +पाण्डवास्ते +पाण्डवास्त्वतिप्रसिद्धा +पाण्डवी +पाण्डवीं +पाण्डवीनां +पाण्डवे +पाण्डवेति +पाण्डवेत्यन्तम् +पाण्डवेन +पाण्डवेभ्यः +पाण्डवेभ्यो +पाण्डवेय +पाण्डवेयं +पाण्डवेयः +पाण्डवेयस्य +पाण्डवेया +पाण्डवेयाः +पाण्डवेयानां +पाण्डवेयाश्च +पाण्डवेयेन +पाण्डवेयेषु +पाण्डवेयैश्च +पाण्डवेयो +पाण्डवेषु +पाण्डवै +पाण्डवैः +पाण्डवैश्च +पाण्डवो +पाण्डवोऽर्जुनः +पाण्डवौ +पाण्डि +पाण्डिचेरी +पाण्डिड्डत्ध् +पाण्डित्य +पाण्डित्यं +पाण्डित्यञ्च +पाण्डित्यमात्रफल +पाण्डित्यमिति +पाण्डित्यम् +पाण्डित्यस्य +पाण्डित्ये +पाण्डित्येन +पाण्डिमा +पाण्डिमानं +पाण्डिम्नि +पाण्डीचेरी +पाण्डीचेरीनगरम् +पाण्डीचेरीमण्डलम् +पाण्डु +पाण्डुं +पाण्डुः +पाण्डुकः +पाण्डुकम्बल +पाण्डुकम्बलादिनिः +पाण्डुकम्बली +पाण्डुकवनं +पाण्डुगदं +पाण्डुच्छाया +पाण्डुच्छायोपवनवृतयः +पाण्डुजनुषा +पाण्डुञ्च +पाण्डुड्डत्ध् +पाण्डुतनयः +पाण्डुतनयाः +पाण्डुतनयेषु +पाण्डुतनयो +पाण्डुता +पाण्डुतां +पाण्डुतामानने +पाण्डुताम् +पाण्डुतीर्थं +पाण्डुत्वं +पाण्डुदन्तनखो +पाण्डुदेहो +पाण्डुनन्दन +पाण्डुनन्दनः +पाण्डुनन्दनम् +पाण्डुनन्दनाः +पाण्डुनन्दनान् +पाण्डुनन्दनैः +पाण्डुना +पाण्डुनेत्रश्च +पाण्डुपत्री +पाण्डुपयोधरेण +पाण्डुपुत्र +पाण्डुपुत्रः +पाण्डुपुत्रस्य +पाण्डुपुत्रा +पाण्डुपुत्राः +पाण्डुपुत्राणां +पाण्डुपुत्राणामाचार्य +पाण्डुपुत्राणाम् +पाण्डुपुत्रान् +पाण्डुपुत्राय +पाण्डुपुत्राश्च +पाण्डुपुत्रेण +पाण्डुपुत्रेषु +पाण्डुपुत्रैः +पाण्डुपुत्रो +पाण्डुपूर्वज +पाण्डुभावः +पाण्डुभिः +पाण्डुमधूकदाम्ना +पाण्डुर +पाण्डुरं +पाण्डुरंग +पाण्डुरः +पाण्डुरङ्ग +पाण्डुरङ्गः +पाण्डुरङ्गम् +पाण्डुरङ्गस्य +पाण्डुरङ्गाष्टकम् +पाण्डुरङ्गेन 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+पाण्ड्यराजघटोत्कचप्रभृतयः +पाण्ड्यराजेन +पाण्ड्यश्च +पाण्ड्यस्य +पाण्ड्याः +पाण्ड्यानां +पाण्ड्याश्च +पाण्ड्याश्चोलाः +पाण्ड्ये +पाण्ड्यैः +पाण्ड्यो +पाण्ड्वं +पाण्ड्वामयं +पाण्ड्वामये +पाण्ड्व् +पाण्यन्तरनिकुट्टकः +पाण्या +पाण्यादय +पाण्युपतापयोः +पाण्यो +पाण्योः +पाण्‍डवः +पात +पातं +पातं॒ +पातः +पातक +पातकं +पातकः +पातककारि +पातककृतां +पातकनाशनम् +पातकनाशिनी +पातकनाशिनीम् +पातकम् +पातकसंज्ञानि +पातकस्य +पातका +पातकाः +पातकात् +पातकानां +पातकानि +पातकान्नरः +पातकान्यपि +पातकान्याशु +पातकान्याहुः +पातकालः +पातकिनः +पातकिनां +पातकिनो +पातकी +पातके +पातकेन +पातकेभ्यः +पातकेभ्यो +पातकेषु +पातकै +पातकैः +पातकैर्घोरैः +पातकैर्नरः +पातकैर्भवेत् +पातकैस्तथा +पातङ्गिः +पातञ्जल +पातञ्जलं +पातञ्जलदर्शनम् +पातञ्जलभाष्यम् +पातञ्जलयोगदर्शनम् +पातञ्जलयोगसूत्रपाठः +पातञ्जलयोगसूत्रपाठे +पातञ्जलयोगसूत्रभाष्यविवरणम् +पातञ्जलयोगसूत्रभाष्यविवरणे +पातञ्जलयोगसूत्रम् +पातञ्जलयोगसूत्राणां +पातञ्जलयोगसूत्राणि +पातञ्जलसूत्रम् +पातञ्जलाः +पातञ्जले +पातञ्जलोक्ते +पाततः +पातन +पातनं +पातनः +पातनञ्चैव +पातनम् 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+पातिव्रत्यफलं +पातिव्रत्यबलेन +पातिव्रत्यम् +पातिव्रत्यस्य +पातिव्रत्ये +पातिव्रत्येन +पाति॑ +पाति॒ +पाती +पातीति +पातु +पातुं +पातुः +पातुका +पातुकाः +पातुमर्हति +पातुमर्हसि +पातुमिच्छति +पातुमिच्छतीति +पातुमिच्छा +पातुमिच्छामि +पातुमिति +पातुम् +पातु॒ +पातृ +पाते +पातेः +पातेति +पातेन +पातेर्डतिः +पातेर्बले +पातेषु +पातेऽथ +पातेऽथवा +पातैः +पातैनं +पातो +पातोऽपि +पातौ +पात् +पात्तम् +पात्नीवत +पात्नीवतं +पात्नीवतः +पात्नीवतग्रहः +पात्नीवतम् +पात्नीवतस्य +पात्नीवतस्याग्नीध्रो +पात्नीवते +पात्नीवतेन +पात्नीवतो +पात्य +पात्यं +पात्यंते +पात्यः +पात्यग्निर्विपो +पात्यतः +पात्यतां +पात्यताम् +पात्यते +पात्यन्ते +पात्यमानं +पात्यमाना +पात्यमानाः +पात्यमानानां +पात्यमानाश्च +पात्यमाने +पात्यमानैश्च +पात्यमानो +पात्या +पात्यो +पात्र +पात्रँ +पात्रं +पात्रं॑ +पात्रं॒ +पात्रः +पात्रकं +पात्रकम् +पात्रके +पात्रगतं +पात्रगम् +पात्रचतुष्टयम् +पात्रचीवरं +पात्रचीवरमादाय +पात्रचीवरमिति +पात्रचीवरम् +पात्रञ्च +पात्रतः +पात्रता +पात्रतां +पात्रतामेति +पात्रताम् +पात्रत्रयं +पात्रत्वं +पात्रत्वेन 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+पापैर्विमुच्यते +पापैश्च +पापैस्तुल्यो +पापो +पापों +पापोपहतचेतसः +पापोऽपापो +पापोऽपि +पापोऽयं +पापोऽयमिति +पापोऽस्मि +पापोऽहं +पापौ +पापौघ +पापौघं +पापौघः +पाप् +पाप्त +पाप्नोति +पाप्म +पाप्मन +पाप्मनः +पाप्मना +पाप्मनां +पाप्मनाम् +पाप्मनाविध्यन् +पाप्मने +पाप्मनैवैनं +पाप्मनो +पाप्मनोऽत्रायत +पाप्मनोऽपहत्या +पाप्मनोऽपहत्यै +पाप्मन् +पाप्मभिः +पाप्मभ्य +पाप्मभ्यः +पाप्मभ्यश्च +पाप्मभ्यो +पाप्मशब्दः +पाप्मसु +पाप्महा +पाप्मा +पाप्मान +पाप्मानँ +पाप्मानं +पाप्मानः +पाप्मानञ्जरया +पाप्मानमत्यवाक्षीत् +पाप्मानमनन्ते +पाप्मानमपहते +पाप्मानमपहत्य +पाप्मानमपहन्ति +पाप्मानमपाहत +पाप्मानममतिं +पाप्मानमिति +पाप्मानमुत +पाप्मानमेव +पाप्मानम् +पाप्मानो +पाप्मानोऽतो +पाप्मान्वसृज्यत +पाप्मानꣳ +पाप्मा᳘नं +पाप्मेति +पाप्य +पापꣳ +पाभ +पाम +पामनः +पामनो +पामन् +पामर +पामरं +पामरः +पामरा +पामराः +पामराणां +पामरे +पामरैः +पामरो +पामवान् +पामा +पामां +पामाः +पामादिः +पामादिभ्यो +पामानं +पामानः +पामानञ्च +पामानौ +पामाहरं +पामि +पामिति +पामी +पामे +पामेत्युक्ताः +पाम् +पाय +पायं +पायंपायं +पायः +पायकः +पायति +पायते +पायत्येष +पायनं +पायनम् +पायनानि +पायनाय +पायपेत् +पायय +पाययति +पाययते +पाययन् +पाययन्ति +पाययन्ती +पाययामास +पाययितुं +पाययित्वा +पाययिष्यतीति +पाययेच् +पाययेच्च +पाययेत +पाययेतागदं +पाययेते +पाययेत् +पाययेत्तं +पाययेत्तण्डुलाम्बुना +पाययेत्तथा +पाययेत्तु +पाययेत्तेन +पाययेत्प्रातः +पाययेदनु +पाययेदातुरं +पाययेदिति +पाययेद् +पाययेद्घृतम् +पाययेद्भिषक् +पाययेन् +पाययेन्नागं +पाययेन्निशि +पाययेल्लाजतर्पणम् +पायरा +पायवः +पायवे +पायवो +पायस +पायसं +पायसः +पायसकर्दमाः +पायसञ्च +पायसञ्चैव +पायसबलिर्नमम +पायसमश्नीयात् +पायसमेव +पायसम् +पायसस्य +पायसा +पायसादि +पायसादिकम् +पायसादिभिः +पायसादीनि +पायसाद्यं +पायसानि +पायसान्न +पायसान्नं +पायसान्नानि +पायसान्नेन +पायसान्नैः +पायसापूपमेव +पायसाशी +पायसिकः +पायसे +पायसेन +पायसेनाथ +पायसेनापि +पायसेनैव +पायसै +पायसैः +पायसैरपि +पायसैस्तथा +पायसो +पायसोत्पत्तिः +पाया +पायां +पायाः +पायात् +पायात्स +पायादिति +पायाद् +पायाद्वः +पायाद्वो +पायान् +पायान्नः +पायि +पायिका +पायिण्ट् +पायितं +पायितः +पायितमयं +पायिता +पायिनः +पायी +पायु +पायुं +पायुः +पायुना +पायुभिः +पायुभिष् +पायुम् +पायुरग्ने +पायुरदब्धः +पायुरुपस्थश्च +पायुर् +पायुर्गुदम् +पायुर्भारद्वाजः +पायुश्च +पायुऽभिः +पायूपस्थं +पायूपस्थयोः +पायूपस्थौ +पाये +पायें +पायेन +पायो +पायोः +पायोश्च +पायौ +पाय्य +पाय्यं +पार +पारं +पारंगत +पारंगतः +पारंपर्येण +पारः +पारकर +पारकामाः +पारक्यं +पारक्यः +पारक्ये +पारक्येण +पारक्यो +पारग +पारगं +पारगः +पारगता +पारगतो +पारगमने +पारगम् +पारगा +पारगाः +पारगान् +पारगामी +पारगे +पारगैः +पारगो +पारग्रामिकं +पारङ्गत +पारङ्गतः +पारण +पारणं +पारणदिने +पारणनिर्णयः +पारणन्तु +पारणमकारि +पारणमिति +पारणम् +पारणस्य +पारणा +पारणां +पारणादिने +पारणान्तं +पारणान्ते +पारणाम् +पारणायां +पारणाविधिर्न +पारणाविधौ +पारणे +पारणेन +पारणेपारणे +पारतं +पारतः +पारतन्त्र्य +पारतन्त्र्यं +पारतन्त्र्यम् +पारतन्त्र्यात् +पारतन्त्र्ये +पारतन्त्र्येण +पारत्रिकं +पारत्र्यं +पारद +पारदं +पारदः +पारदबन्धनम् +पारदमारण +पारदम् +पारदर्शकः +पारदर्शिनः +पारदर्शी +पारदशोधन +पारदश्च +पारदस्य +पारदा +पारदाः +पारदात् +पारदान् +पारदामृतलवङ्गगन्धकं +पारदारिक +पारदारिकं +पारदारिकः +पारदारिकम् +पारदारिकाः +पारदारिके +पारदार्यं +पारदाश्चैव +पारदृश्वनः +पारदृश्वा +पारदे +पारदेन +पारदेश्ये +पारदैः +पारदो +पारदोदरे +पारदौर्बल्यमर्थविप्रकर्षात् +पारधी +पारन +पारम +पारमर्षं +पारमर्षे +पारमशीमहि +पारमशीय +पारमशीयेति +पारमश्नुते +पारमहंस्यां +पारमा +पारमात्मिक +पारमात्मिकं +पारमात्मिकमेव +पारमात्मिकम् +पारमात्मिकी +पारमाथिको +पारमाप्नोति +पारमार्थि +पारमार्थिक +पारमार्थिकं +पारमार्थिकः +पारमार्थिकत्वं +पारमार्थिकत्वाकारेण +पारमार्थिकत्वात् +पारमार्थिकत्वे +पारमार्थिकत्वेन +पारमार्थिकमिति +पारमार्थिकमेव +पारमार्थिकम् +पारमार्थिकस्य +पारमार्थिका +पारमार्थिकाः +पारमार्थिकी +पारमार्थिकीं +पारमार्थिके +पारमार्थिकेति +पारमार्थिकेन +पारमार्थिको +पारमार्थिकोऽस्ति +पारमार्थिक्या +पारमिता +पारमिताः +पारमितानां +पारमितासु +पारमेश्वर +पारमेश्वरं +पारमेश्वरः +पारमेश्वरदीक्षादि +पारमेश्वरमेव +पारमेश्वरम् +पारमेश्वरव्याख्याने +पारमेश्वरसंहितायां +पारमेश्वराः +पारमेश्वरी +पारमेश्वरीम् +पारमेश्वरे +पारमेश्वरेऽपि +पारमेश्वर्यं +पारमेश्वर्या +पारमेश्वर्याः +पारमेष्ठिकः +पारमेष्ठ्यं +पारमेष्ठ्यपदं +पारमेष्ठ्याय +पारमेष्ठ्ये +पारमेष्ठ्येन +पारमैश्वर्यं +पारम् +पारम्परिक +पारम्परिकं +पारम्परिकाः +पारम्पर्य +पारम्पर्यक्रमागतः +पारम्पर्यक्रमेण +पारम्पर्यागतं +पारम्पर्येण +पारम्पर्येणापि +पारम्पर्येणेति +पारम्पर्य्यं +पारम्पर्य्यक्रमागतः +पारम्पर्य्येण +पारम्यं +पारय +पारयः +पारयतं +पारयतः +पारयति +पारयतीति +पारयतु +पारयथः +पारयन् +पारयन्ता +पारयन्ति +पारयन्ती +पारयन्तु +पारया +पारयाति +पारयामः +पारयामसि +पारयामि +पारयिता +पारयितुं +पारयित्वा +पारयिष्णवः +पारयिष्णुं +पारयिष्णुः +पारयिष्णुम् +पारयिष्णू +पारयिष्ण्वः +पारयिष्यामि +पारये +पारयेत् +पारलौकिक +पारलौकिकं +पारलौकिकः +पारलौकिकम् +पारलौकिकानां +पारलौकिकी +पारलौकिकीम् +पारलौकिके +पारवती +पारवश्यं +पारशव +पारशवं +पारशवः +पारशवाः +पारशवो +पारश्वधिकः +पारस +पारसनाथः +पारसनाथपर्वतः +पारसी +पारसीक +पारसीकभाषायां +पारसीकयवानी +पारसीका +पारसीकानां +पारसीकान् +पारसेल्सस् +पारस्कर +पारस्करः +पारस्करगृह्यसूत्र +पारस्करगृह्यसूत्रम् +पारस्करगृह्यसूत्रस्य +पारस्करगृह्यसूत्रे +पारस्करनिघण्टुः +पारस्करप्रभृतीनि +पारस्करादित्वात् +पारस्करो +पारस्तु +पारस्त्रैणेयः +पारस्परिक +पारस्परिकं +पारस्परिकनिधिः +पारस्परिको +पारस्य +पारस्यभाषा +पारहरति +पारा +पाराकं +पाराजिका +पारात् +पारान् +पारापतः +पाराय +पारायण +पारायणं +पारायणतुरायणचान्द्रायणं +पारायणफलं +पारायणम् +पारायणसमाप्तौ +पारायणस्य +पारायणिकः +पारायणे +पारार्थ्यं +पारार्थ्यम् +पारार्थ्ये +पारावत +पारावतं +पारावतः +पारावतपदी +पारावतमलं +पारावतम् +पारावतस्य +पारावतस्येव +पारावता +पारावतांशके +पारावताः +पारावतानां +पारावतान् +पारावताश्च +पारावती +पारावते +पारावतो +पारावार +पारावारं +पारावारः +पारावारस्य +पारावारीणः +पारावारे +पाराशर +पाराशरं +पाराशरः +पाराशरकल्पिकः +पाराशरगीता +पाराशराः +पाराशरिणो +पाराशरी +पाराशरीपुत्रात् +पाराशरीपुत्रो +पाराशर्य +पाराशर्यं +पाराशर्यः +पाराशर्यशिलालिभ्यां +पाराशर्यस्य +पाराशर्यात् +पाराशर्याय +पाराशर्येण +पाराशर्यो +पाराशर्य्यः +पाराशर्य्येण +पाराशर्य्यो +पारासेल्सस् +पारि +पारिकाङ्क्षी +पारिक्षित +पारिक्षितः +पारिक्षितस्य +पारिक्षिता +पारिखेयी +पारिगर्भिकम् +पारिग्रामिकः +पारिजात +पारिजातं +पारिजातः +पारिजातक +पारिजातकः +पारिजातकुसुमैः +पारिजाततरुं +पारिजातप्रसूनानां +पारिजातमञ्जरी +पारिजातवनं +पारिजातवने +पारिजातश्च +पारिजातस्य +पारिजातस्रजं +पारिजातहरं +पारिजातहरणबाणयुद्धादिमहासंग्रामेषु +पारिजातहरणे +पारिजाता +पारिजाते +पारिजातेन +पारिजातेश्वरी +पारिजातैश्च +पारिजातो +पारिजातोद्भवपुष्पमय्या +पारिजातोऽयं +पारिणामिकं +पारिणामिकः +पारिणाह्यस्य +पारित +पारितं +पारितः +पारितम् +पारिता +पारिते +पारितो +पारितोषिक +पारितोषिकं +पारितोषिकमुत्तमम् +पारितोषिकम् +पारितोषिकरूपेण +पारितोषिकाणि +पारिपन्थिकः +पारिपन्थिकश्चौरः +पारिपात्रः +पारिपात्रनिवासिनः +पारिपात्रश्च +पारिपार्श्वक +पारिपार्श्वकः +पारिपार्श्वकाः +पारिपार्श्विक +पारिपार्श्विकः +पारिप्लव +पारिप्लवं +पारिप्लवपरिप्लवे +पारिप्लवार्था +पारिप्लवे +पारिबर्हं +पारिबर्ही +पारिभद्र +पारिभद्रं +पारिभद्रः +पारिभद्रक +पारिभद्रकः +पारिभद्रकम् +पारिभद्रकाः +पारिभद्रकैः +पारिभद्रे +पारिभद्रो +पारिभा +पारिभाषिक +पारिभाषिकं +पारिभाषिकः +पारिभाषिकत्वं +पारिभाषिकमेव +पारिभाषिकम् +पारिभाषिकशब्दाः +पारिभाषिकशब्दानां +पारिभाषिकस्य +पारिभाषिकी +पारिभोगिकम् +पारिमाण्डल्यं +पारिमाण्डल्यभिन्नानां +पारिमित्यं +पारिमुखिकः +पारिमुख्यम् +पारिमे +पारियात्र +पारियात्रं +पारियात्रः +पारियात्रश्च +पारियात्रे +पारियात्रो +पारिवाज्यं +पारिवारिक +पारिव्राज्यं +पारिव्राज्यम् +पारिशेष्यात् +पारिशेष्यादप्रतिष्ठपदं +पारिशेष्यादिति +पारिशेष्याद् +पारिशेष्येण +पारिश्रमिकं +पारिषत् +पारिषद +पारिषदः +पारिषदा +पारिषदां +पारिषदाः +पारिषद्यः +पारिस्थितिकी +पारिहरति +पारिहारिकं +पारिहास्यं +पारिहीणिकं +पारी +पारीक्षितं +पारीक्षितस्य +पारीक्षितो +पारीण +पारीणः +पारीन्द्र +पारु +पारुच्छेपं +पारुच्छेपम् +पारुच्छेपीः +पारुच्छेप्यः +पारुल +पारुष्य +पारुष्यं +पारुष्यमनृतं +पारुष्यमनृतञ्चैव +पारुष्यमेव +पारुष्यम् +पारुष्ये +पारे +पारेख +पारेखः +पारेगङ्गम् +पारेजलधि +पारेण +पारेति +पारेदि +पारेन्ति +पारेप्सूनां +पारेमध्ये +पारेमि +पारेवडवा +पारेवतम् +पारेविशोकं +पारेसमुद्रं +पारेसि +पारो +पारोक्ष्यं +पारोक्ष्यशबलः +पारोक्ष्येण +पारोवर्यवित्सु +पार् +पार्क +पार्क् +पार्क्ष्वे +पार्जन्यं +पार्जन्यः +पार्जन्या +पार्जन्याः +पार्जन्ये +पार्जन्यो +पार्टि +पार्टी +पार्णि +पार्त +पार्थ +पार्थं +पार्थः +पार्थक्यं +पार्थक्यम् +पार्थक्ये +पार्थक्येन +पार्थपराक्रमव्यायोगः +पार्थमन्त्यं +पार्थमन्त्यम् +पार्थमेव +पार्थम् +पार्थयोः +पार्थवं +पार्थवम् +पार्थश्च +पार्थसारथि +पार्थसारथिः +पार्थसारथिप्रभृतयः +पार्थसारथिमिश्रः +पार्थसारथिमिश्रेण +पार्थसारथी +पार्थस् +पार्थस्तु +पार्थस्य +पार्थस्यामिततेजसः +पार्था +पार्थां +पार्थाः +पार्थात् +पार्थादभिमन्युरजायत +पार्थाद्यैरिति +पार्थानां +पार्थानि +पार्थानुचिन्तयन् +पार्थान् +पार्थाभिरक्षितम् +पार्थाय +पार्थाश्च +पार्थास्ति +पार्थाहं +पार्थि +पार्थिव +पार्थिवं +पार्थिवः +पार्थिवता +पार्थिवत्वं +पार्थिवत्वात् +पार्थिवत्वे +पार्थिवनन्दन +पार्थिवमेव +पार्थिवम् +पार्थिवर्षभ +पार्थिवर्षभः +पार्थिववत् +पार्थिवव्यञ्जनान्वितौ +पार्थिवशार्दूल +पार्थिवश्च +पार्थिवश्रेष्ठ +पार्थिवश्रेष्ठं +पार्थिवश्रेष्ठो +पार्थिवसत्तम +पार्थिवसत्तमः +पार्थिवसत्तमाः +पार्थिवस्य +पार्थिवस्यापि +पार्थिवस्यैव +पार्थिवा +पार्थिवांश्च +पार्थिवाः +पार्थिवाज्ञया +पार्थिवात् +पार्थिवात्मज +पार्थिवात्मजः +पार्थिवादि +पार्थिवादिवत् +पार्थिवादीन् +पार्थिवाद्याः +पार्थिवानां +पार्थिवानाञ्च +पार्थिवानाम् +पार्थिवानि +पार्थिवानेव +पार्थिवान् +पार्थिवाप्ययोः +पार्थिवाय +पार्थिवाश्च +पार्थिवाश्चैव +पार्थिवासः +पार्थिवासो +पार्थिवी +पार्थिवीं +पार्थिवीर्याः +पार्थिवे +पार्थिवेति +पार्थिवेन +पार्थिवेन्द्र +पार्थिवेन्द्रः +पार्थिवेन्द्रस्य +पार्थिवेभ्य +पार्थिवेभ्यः +पार्थिवेभ्यश्च +पार्थिवेभ्यो +पार्थिवेषु +पार्थिवेष्यते +पार्थिवैः +पार्थिवैश्च +पार्थिवो +पार्थिवोचितम् +पार्थिवोत्तम +पार्थिवोत्तमः +पार्थिवोऽग्निः +पार्थिवोऽपि +पार्थिवोऽयं +पार्थिवौ +पार्थि॑वं +पार्थि॑वं॒ +पार्थि॑वः +पार्थि॑वम् +पार्थि॑वस्य +पार्थि॑वस्य॒ +पार्थि॑वा +पार्थि॑वात् +पार्थि॑वानि +पार्थि॑वानि॒ +पार्थि॑वासः +पार्थि॑वासो॒ +पार्थि॑वा॒ +पार्थि॑वेभ्यः +पार्थि॑वेभ्यो॒ +पार्थि॑वे॒ +पार्थुरश्मं +पार्थुरश्मम् +पार्थुरश्मे +पार्थे +पार्थेति +पार्थेन +पार्थेनाथ +पार्थेनामिततेजसा +पार्थेषु +पार्थैः +पार्थो +पार्थोऽथ +पार्थोऽपि +पार्थौ +पार्थ्यः +पार्धम् +पार्ब्बती +पार्य +पार्यः +पार्यत +पार्यते +पार्यन्तिकं +पार्यम् +पार्या +पार्याः +पार्याणि +पार्याप्तिकः +पार्याय +पार्या॑य +पार्ये +पार्ये॑ +पार्ये॒ +पार्य्यते +पार्व +पार्वण +पार्वणं +पार्वणः +पार्वणमेव +पार्वणम् +पार्वणवत् +पार्वणविधिना +पार्वणश्राद्ध +पार्वणश्राद्धं +पार्वणश्राद्धे +पार्वणस्थालीपाकः +पार्वणस्य +पार्वणहोमः +पार्वणादिषु +पार्वणादौ +पार्वणाद्युत्तरतन्त्रम् +पार्वणानि +पार्वणी +पार्वणे +पार्वणेन +पार्वणो +पार्वणौ +पार्वत +पार्वतं +पार्वतः +पार्वतम् +पार्वतानि +पार्वति +पार्वतिः +पार्वती +पार्वतीं +पार्वतींप्रति +पार्वतीखंडे +पार्वतीखण्डः +पार्वतीखण्डे +पार्वतीति +पार्वतीत्याभिजनेन +पार्वतीदेवी +पार्वतीनन्दनः +पार्वतीनाथ +पार्वतीपतये +पार्वतीपति +पार्वतीपतिः +पार्वतीपतिम् +पार्वतीपते +पार्वतीपतेः +पार्वतीपरमेशयोः +पार्वतीपरमेश्वरौ +पार्वतीप्रतिमां +पार्वतीप्रिय +पार्वतीप्रिया +पार्वतीमात्मजन्मने +पार्वतीम् +पार्वतीयः +पार्वतीयाः +पार्वतीयाश्च +पार्वतीव +पार्वतीवचनं +पार्वतीवदनगन्धवाहिने +पार्वतीश +पार्वतीशं +पार्वतीशः +पार्वतीशस्य +पार्वतीशिवयोः +पार्वतीश्वर +पार्वतीसहितः +पार्वतीसुतः +पार्वतेयी +पार्वतो +पार्वतौ +पार्वत्य +पार्वत्यपि +पार्वत्या +पार्वत्यां +पार्वत्याः +पार्वत्यागमनं +पार्वत्याश्च +पार्वत्युवाच +पार्वत्यै +पार्वत्योः +पार्वे +पार्व्वणं +पार्व्वणम् +पार्व्वणविधिना +पार्व्वणे +पार्व्वणेन +पार्व्वति +पार्व्वती +पार्व्वतीं +पार्व्वत्या +पार्व्वत्युवाच +पार्श +पार्शवः +पार्शवौ +पार्श्व +पार्श्वं +पार्श्वः +पार्श्वकः +पार्श्वकाः +पार्श्वकुमारः +पार्श्वकुमारस्य +पार्श्वके +पार्श्वकोष्ठं +पार्श्वक्रान्तं +पार्श्वक्रान्ता +पार्श्वगं +पार्श्वगः +पार्श्वगतं +पार्श्वगतः +पार्श्वगतां +पार्श्वगतो +पार्श्वगम् +पार्श्वगरुत्साध्यसहायबलभित्तिषु +पार्श्वगा +पार्श्वगाः +पार्श्वगे +पार्श्वगौ +पार्श्वजानु +पार्श्वत +पार्श्वतः +पार्श्वतश्च +पार्श्वतश्चैव +पार्श्वतीयम् +पार्श्वतो +पार्श्वदेवः +पार्श्वदेशे +पार्श्वद्वन्द्वे +पार्श्वद्वयं +पार्श्वद्वये +पार्श्वद्वयेऽपि +पार्श्वद्वितये +पार्श्वन +पार्श्वनः +पार्श्वनाथ +पार्श्वनाथः +पार्श्वनाथस्य +पार्श्वनाथेन +पार्श्वनिग्रहः +पार्श्वप्रासादयोस्तस्य +पार्श्वभागः +पार्श्वभागे +पार्श्वमण्डलिनौ +पार्श्वमधिष्ठितः +पार्श्वमवलोकयन् +पार्श्वमवलोक्य +पार्श्वमानी +पार्श्वमाययौ +पार्श्वमासाद्य +पार्श्वमुपागतः +पार्श्वमृषभो +पार्श्वमेति +पार्श्वम् +पार्श्वयुगे +पार्श्वयो +पार्श्वयोः +पार्श्वयोरपि +पार्श्वयोरुभयोः +पार्श्वयोरुभयोरपि +पार्श्वयोर् +पार्श्वयोर्द्वयोः +पार्श्वयोश्च +पार्श्वयोश्चैव +पार्श्वयोस्तथा +पार्श्वयोस्तस्य +पार्श्वयोस्तु +पार्श्ववर्ति +पार्श्ववर्तिनं +पार्श्ववर्तिना +पार्श्ववर्तिनी +पार्श्ववर्ती +पार्श्ववाची +पार्श्वशूलं +पार्श्वशूलः +पार्श्वशूलञ्च +पार्श्वशूले +पार्श्वसञ्चरण +पार्श्वसन्धी +पार्श्वसूत्रं +पार्श्वस्तवः +पार्श्वस्थ +पार्श्वस्थं +पार्श्वस्थः +पार्श्वस्थस्य +पार्श्वस्था +पार्श्वस्थाः +पार्श्वस्थितं +पार्श्वस्थितः +पार्श्वस्थितां +पार्श्वस्थिते +पार्श्वस्थे +पार्श्वस्थेन +पार्श्वस्थैः +पार्श्वस्थो +पार्श्वस्थौ +पार्श्वस्य +पार्श्वा +पार्श्वात् +पार्श्वानि +पार्श्वान्तरप्रतिबद्धौ +पार्श्वाभ्यां +पार्श्वायता +पार्श्वास्थि +पार्श्वास्थीनि +पार्श्विकः +पार्श्वे +पार्श्वेण +पार्श्वेतु +पार्श्वेन +पार्श्वेनान्विच्छति +पार्श्वेभ्यः +पार्श्वेषु +पार्श्वेऽपि +पार्श्वेऽस्य +पार्श्वैः +पार्श्वो +पार्श्वोपपीडं +पार्श्वौ +पार्श्व॒तः +पार्ष +पार्षत +पार्षतं +पार्षतः +पार्षतम् +पार्षतस्य +पार्षती +पार्षते +पार्षतेन +पार्षतो +पार्षद +पार्षदं +पार्षदः +पार्षदत्वं +पार्षदप्रवरा +पार्षदप्रवरो +पार्षदप्रवरौ +पार्षदम् +पार्षदा +पार्षदांस् +पार्षदाः +पार्षदानां +पार्षदानि +पार्षदान् +पार्षदान्यश्च +पार्षदाश्च +पार्षदाश्चापि +पार्षदास्ते +पार्षदीश् +पार्षदेभ्यो +पार्षदेषु +पार्षदैः +पार्षदैश्च +पार्षदो +पार्षदोपमम् +पार्षदौ +पार्षे +पार्ष्णि +पार्ष्णिं +पार्ष्णिः +पार्ष्णिग्रहणे +पार्ष्णिग्राह +पार्ष्णिग्राहं +पार्ष्णिग्राहः +पार्ष्णिग्राहेण +पार्ष्णिग्राहो +पार्ष्णिघातेन +पार्ष्णिभागेन +पार्ष्णिभ्यां +पार्ष्णिसारथी +पार्ष्णी +पार्ष्ण्या +पार्ष्ण्यां +पार्ष्ण्यामन्तर्धीयन्ते +पार्ष्ण्या॑ +पार्ष्ण्योः +पार्सर +पाल +पालं +पालः +पालक +पालकं +पालकः +पालकत्वं +पालकत्वात् +पालकत्वेन +पालकमिति +पालकम् +पालकश्च +पालकस्तथा +पालकस्त्वं +पालकस्य +पालका +पालकाः +पालकाग्ने +पालकानां +पालकान् +पालकाप्पं +पालकाप्पस्ततोऽब्रवीत् +पालकाप्य +पालकाप्यं +पालकाप्यः +पालकाप्यमुनि +पालकाप्यमुनिः +पालकाप्यमुनिक्रिषितो +पालकाप्यमुनिरिचितो +पालकाप्यमुनिविरचिती +पालकाप्यमुनिविरचितो +पालकाप्यमुनिविरवितो +पालकाप्यम् +पालकाप्यसुनिविरचितो +पालकाप्यस्ततोऽब्रवीत् +पालकाप्येन +पालकाप्यो +पालकाय +पालकाव्ये +पालकी +पालके +पालकेन +पालकेन्द्र +पालकेश्वर +पालकैः +पालको +पालकोऽसि +पालकोऽस्तु +पालकौ +पालक्काट् +पालङ् +पालङ्क +पालङ्कः +पालङ्करसः +पालङ्काः +पालङ्की +पालङ्क्या +पालङ्ग +पालता +पालते +पालदः +पालदोषविनाशे +पालदोषेण +पालद्यं +पालन +पालनं +पालनकर्ता +पालनकर्त्ता +पालनपुरम् +पालनपूरणयोः +पालनमपि +पालनमेव +पालनम् +पालनसामर्थ्यमृते +पालनस्य +पालनहेतुः +पालना +पालनाच्च +पालनात् +पालनानि +पालनाभ्यवहारयोः +पालनाय +पालनार्थ +पालनार्थं +पालनार्थाय +पालनी +पालनीय +पालनीयं +पालनीयः +पालनीयमिति +पालनीयम् +पालनीया +पालनीयाः +पालनीयानि +पालनीयो +पालने +पालनेन +पालनेवाला +पालनेवाले +पालनेहारा +पालनेहारे +पालनेऽपि +पालनैः +पालम् +पालय +पालयंति +पालयत +पालयतं +पालयतः +पालयतम् +पालयतस्तस्य +पालयता +पालयतां +पालयताम् +पालयति +पालयतीति +पालयतीत्यर्थः +पालयतु +पालयते +पालयतो +पालयत्येव +पालयन् +पालयन्तः +पालयन्ति +पालयन्ती +पालयन्तीति +पालयन्तु +पालयन्तौ +पालयन्प्रजाः +पालयसि +पालयसे +पालयस्व +पालयस्वेति +पालयामास +पालयामि +पालयास्मान् +पालयितः +पालयितरिन्द्र +पालयितर्देव +पालयिता +पालयितारं +पालयितारः +पालयितारम् +पालयितारो +पालयितारौ +पालयितासि +पालयितुं +पालयितुः +पालयितुम् +पालयितॄन् +पालयित्री +पालयित्रीं +पालयित्रे +पालयित्र्यः +पालयित्वा +पालयिष्यति +पालयिष्यन्ति +पालयिष्यसि +पालयिष्यामि +पालयिष्याम्यहं +पालयिष्ये +पालये +पालयेच्च +पालयेति +पालयेत् +पालयेथाः +पालयेदिति +पालयेद् +पालयेयुः +पालयैनं +पालश्च +पालस्तत्र +पालस्य +पाला +पालाः +पालागली +पालानां +पालान् +पालाय +पालार् +पालाश +पालाशं +पालाशः +पालाशकम् +पालाशमासनं +पालाशम् +पालाशसमिध +पालाशा +पालाशाः +पालाशी +पालाशीं +पालाशीः +पालाशीश्चतस्रस्समिध +पालाशे +पालाशेन +पालाशैः +पालाशो +पालाश्च +पालाश्यः +पालाश्या +पालाश्यो +पालि +पालिः +पालिकं +पालिका +पालिकां +पालिकाः +पालिकादिषु +पालिकादीनां +पालिकादीनि +पालिकादीन् +पालिकानां +पालिकानि +पालिकान् +पालिकायां +पालिकासु +पालिकैः +पालित +पालितं +पालितः +पालितम् +पालितवती +पालितवन्तः +पालितवान् +पालिता +पालितां +पालिताः +पालिताणा +पालितानां +पालितानि +पालिताम् +पालिताश्च +पालिते +पालितो +पालित्यं +पालिनी +पालिन्दी +पालिभाषा +पालिशब्दस्य +पाली +पालीं +पालीमण्डलं +पालीमण्डलम् +पाले +पालें +पालेन +पालेवतं +पालो +पालौ +पाल् +पाल्कुरिकि +पाल्य +पाल्यं +पाल्यः +पाल्यतां +पाल्यते +पाल्यन्ते +पाल्यमानं +पाल्यमाना +पाल्या +पाल्यां +पाल्याः +पाल्याश्च +पाल्यो +पाळ +पाव +पावं +पावः +पावक +पावकं +पावकः +पावकज्वालाः +पावकद्युतिः +पावकप्रभः +पावकमारुतौ +पावकमाशयम् +पावकमिति +पावकम् +पावकया +पावकवते +पावकवतेऽष्टाकपालं +पावकवर्चाः +पावकवर्णाः +पावकशोचिषं +पावकशोचे +पावकश्च +पावकश्चापि +पावकश्चास्मि +पावकश्चैव +पावकसंकाशं +पावकस्तु +पावकस्य +पावकस्येव +पावकऽशोचिषम् +पावका +पावकाः +पावकात् +पावकादीनां +पावकान् +पावकाय +पावकायाग्नये +पावकायेदम् +पावकायै +पावकार्चिषः +पावकासः +पावकास्ता +पावकास्त्रं +पावकास्त्रेण +पावकि +पावकिः +पावकी +पावके +पावकेति +पावकेन +पावकेनेव +पावकैः +पावको +पावकोद्भवः +पावकोपमः +पावकोपमम् +पावकोपमाः +पावकोऽग्निः +पावकोऽपि +पावकौ +पावक॒ +पावगड +पावगडविधानसभाक्षेत्रम् +पावती +पावन +पावनं +पावनः +पावनतया +पावनतां +पावनत्वं +पावनत्वम् +पावनमिति +पावनमुत्तमम् +पावनम् +पावनश्च +पावनस्य +पावना +पावनां +पावनाः +पावनात् +पावनानां +पावनानि +पावनान् +पावनाय +पावनार्थं +पावनार्थाय +पावनाश्च +पावनास्ते +पावनि +पावनी +पावनीं +पावनीः +पावनीति +पावनीम् +पावनीयानि +पावने +पावनेच्छया +पावनेन +पावनै +पावनैः +पावनो +पावनोऽनलः +पावनौ +पावमान +पावमानं +पावमानः +पावमानम् +पावमानश्चान्त्यः +पावमानी +पावमानीः +पावमानीभिः +पावमानीभिरिति +पावमानीभिर् +पावमानीभ्य +पावमानीरध्येति +पावमानीर् +पावमानीर्यो +पावमानीश्च +पावमानीस्स्वस्त्ययनीः +पावमानेन +पावमान्यः +पावमान्यश्च +पावमान्यस् +पावमान्योऽनुशस्ता +पावय +पावयति +पावयतीति +पावयते +पावयन्ति +पावयन्ती +पावयन्तु +पावयामास +पावयितः +पावयिता +पावयितुं +पावयितृ़णां +पावयित्री +पावयित्वा +पावयिष्यति +पावयेत् +पावर +पावहिं +पावा +पावागढपर्वतः +पावापुरी +पावारओ +पाविका +पावित +पावितं +पावितः +पावितम् +पाविता +पाविताः +पाविताश्च +पावितो +पावितोऽहं +पावितौ +पावित्र्यं +पाविदा +पाविदो +पाविनी +पाविहिसि +पावी +पावीरवी +पावी॑रवी +पावे +पावें +पावेल +पावो +पावों +पाव्यते +पाव्यम् +पाव्लोव् +पाव॑क +पाव॒क +पाव॒कं +पाव॒कः +पाव॒का +पाव॒काः +पाव॒को +पाश +पाशं +पाशं॑ +पाशः +पाशः॑ +पाशक +पाशकं +पाशकः +पाशकम् +पाशकल्पककाम्येषु +पाशकाः +पाशके +पाशच्छेदं +पाशजालं +पाशञ्च +पाशत् +पाशद्वयेन +पाशधरः +पाशन् +पाशपः +पाशपाणिः +पाशप् +पाशबद्धं +पाशबद्धः +पाशबद्धा +पाशबद्धेव +पाशबद्धो +पाशबन्धं +पाशबन्धनम् +पाशबन्धनैः +पाशभृत् +पाशमपास्य +पाशमस्मत् +पाशमस्मदवाधमं +पाशमिव +पाशमुत्तमम् +पाशमुद्गरपाणयः +पाशमेव +पाशम् +पाशयति +पाशवं +पाशवती +पाशवम् +पाशवी +पाशवीं +पाशवे +पाशश्च +पाशस्तं +पाशस्तु +पाशस्य +पाशहस्त +पाशहस्तं +पाशहस्तः +पाशहस्तमिवान्तकम् +पाशहस्तश्च +पाशहस्तस्य +पाशहस्ता +पाशहस्तां +पाशहस्तान् +पाशहस्ताय +पाशहस्ते +पाशहस्तो +पाशा +पाशां +पाशांकुश +पाशांकुशधरं +पाशांकुशौ +पाशांश्चृतामसि +पाशाः +पाशाङ्कुश +पाशाङ्कुशं +पाशाङ्कुशधरं +पाशाङ्कुशधरां +पाशाङ्कुशाभ्यां +पाशाङ्कुशे +पाशाङ्कुशौ +पाशात् +पाशादिति +पाशादिभ्यो +पाशाद् +पाशाद्येन +पाशानां +पाशानिङ्गिडालङ्कृतान् +पाशान् +पाशान्मा +पाशाय +पाशायी +पाशायीभाषाः +पाशास्तेषां +पाशा॑त् +पाशा॑न् +पाशा॒द्येन॒ +पाशा॒न्मा +पाशिनः +पाशिनी +पाशिने +पाशिनो +पाशी +पाशु +पाशुक +पाशुकं +पाशुकः +पाशुकानि +पाशुकान्याज्यानि +पाशुपत +पाशुपतं +पाशुपतः +पाशुपतमिति +पाशुपतम् +पाशुपतयोगवर्णने +पाशुपतव्रतं +पाशुपतव्रतम् +पाशुपतस्तवः +पाशुपतस्य +पाशुपता +पाशुपताः +पाशुपतादिकम् +पाशुपतादिस्मृतीनां +पाशुपतानां +पाशुपतान् +पाशुपतास्त्रं +पाशुपतास्त्राय +पाशुपतास्त्रेण +पाशुपती +पाशुपतीं +पाशुपते +पाशुपतेन +पाशुपतैरपि +पाशुपतो +पाशुपत्यं +पाशुपाल्यं +पाशुपाल्यम् +पाशुबन्धिकं +पाशे +पाशेन +पाशेभ्यः +पाशेभ्यो +पाशेषु +पाशै +पाशैः +पाशैरिति +पाशैर् +पाशैर्बद्ध्वा +पाशैर्योऽस्मान्द्वेष्टि +पाशैश्च +पाशै॒र्योऽस्मान्द्वेष्टि॒ +पाशो +पाशौ +पाश् +पाश्च +पाश्चर् +पाश्चात्त्य +पाश्चात्त्यं +पाश्चात्त्यः +पाश्चात्त्यदेशेषु +पाश्चात्त्या +पाश्चात्त्याः +पाश्चात्त्याञ्चल +पाश्चात्त्यानां +पाश्चात्य +पाश्चात्यं +पाश्चात्यः +पाश्चात्यदेशेषु +पाश्चात्यमैथिली +पाश्चात्यविदुषां +पाश्चात्यविद्वांसः +पाश्चात्यहिन्दी +पाश्चात्या +पाश्चात्याः +पाश्चात्याञ्चल +पाश्चात्यानां +पाश्चात्ये +पाश्चात्येषु +पाश्चात्यैः +पाश्चात्यो +पाश्धम् +पाश्या +पाश्र्व +पाश्र्वतः +पाश्र्वभागे +पाश्र्वयोः +पाश्र्वे +पाश्व +पाश्वं +पाश्वे +पाश्श्वयोः +पाश्श्वेसोपानसं +पाश॑म् +पाश॑म॒स्मदवा॑ध॒मं +पाष +पाषंडा +पाषंडाः +पाषण्ड +पाषण्डं +पाषण्डः +पाषण्डदूषिताः +पाषण्डा +पाषण्डाः +पाषण्डानां +पाषण्डान् +पाषण्डिनः +पाषण्डिनस्तथा +पाषण्डिनां +पाषण्डिनो +पाषण्डी +पाषण्डीति +पाषण्डे +पाषण्डेषु +पाषण्डो +पाषा +पाषाण +पाषाणं +पाषाणः +पाषाणगर्दभः +पाषाणगैरिक +पाषाणगैरिकं +पाषाणदारणः +पाषाणनौरिव +पाषाणभस्मनि +पाषाणभेदः +पाषाणभेदकम् +पाषाणभेदी +पाषाणभेदे +पाषाणभेदो +पाषाणम् +पाषाणयुगम् +पाषाणवत् +पाषाणसम्भवम् +पाषाणस्य +पाषाणस्यापि +पाषाणा +पाषाणांश्च +पाषाणाः +पाषाणादि +पाषाणादिः +पाषाणादौ +पाषाणानां +पाषाणान् +पाषाणी +पाषाणे +पाषाणेन +पाषाणेषु +पाषाणै +पाषाणैः +पाषाणो +पाषाणोपरि +पाष्ठौहं +पाष्ठौहम् +पाष्ठौहे +पाष्णि +पाष्या +पास +पासः +पासकी +पासति +पासते +पासन +पासनं +पासना +पासा +पासादं +पासि +पासे +पासो +पास् +पास्त +पास्तग् +पास्तम् +पास्ता +पास्ते +पास्य +पास्यति +पास्यतीति +पास्यते +पास्यन्ति +पास्यसि +पास्याम +पास्यामः +पास्यामि +पाह +पाहा +पाहि +पाहि॒ +पाही +पाहीं +पाहीति +पाहीत्यर्थः +पाहीत्याह +पाहीत्य् +पाहीन्द्रियेणैष +पाहुः +पाह्यंहसः +पाह्यंहसो +पाह्यग्ने +पाह्यपानं +पाह्यस्मान् +पाह्याञ्जन +पाह्युत +पाह्येनम् +पाह्य् +पा॑ +पा॑त +पा॑तं +पा॑तु +पा॑तु॒ +पा॑न्ति +पा॑प॒त्वाय॑ +पा॑व॒कः +पा॑व॒कशो॑चिषं॒ +पा॑सि॒ +पा॑हि +पा॑हि॒ +पा॒क्या॑ +पा॒णी +पा॒त +पा॒तं +पा॒तम् +पा॒ता +पा॒ति॒ +पा॒तु॒ +पा॒त्वंह॑सः +पा॒त॒ +पा॒त॒म् +पा॒थ +पा॒थः +पा॒था +पा॒थ्यो +पा॒न्ति॒ +पा॒न्तु॒ +पा॒पया॑ +पा॒पया॑मु॒या +पा॒प्मना॑ +पा॒प्मना॒ +पा॒प्मने॑ +पा॒प्मा +पा॒प्मानं॒ +पा॒प्मान॑मे॒व +पा॒यवः॑ +पा॒यवो॑ +पा॒यव॑ः +पा॒युः +पा॒युभिः॑ +पा॒युभि॑ः +पा॒युरद॑ब्धः +पा॒युऽभिः॑ +पा॒य॒य॒ +पा॒र +पा॒रं +पा॒रम् +पा॒रय॑न्ता +पा॒रय॑न्ती +पा॒राय॑ +पा॒रे +पा॒र्श्वे +पा॒र॒य॒ +पा॒व॒कः +पा॒व॒कम् +पा॒व॒कया॑ +पा॒व॒कव॑र्चाः +पा॒व॒कऽशो॑चिषम् +पा॒व॒का +पा॒व॒काः +पा॒व॒कासः॑ +पा॒व॒को +पा॒व॒क॒ +पा॒शिनः॑ +पा॒सि॒ +पा॒हि +पा॒हि॒ +पा॒ह्यंह॑सः +पा॒ह्यंह॑सो॒ +पा᳘राशर्यः +पा᳘राशर्यात् +पा꣡त꣢वे +पा꣡रा꣢ +पा꣡र्जा꣢ +पा꣡र्थिव्या꣢꣯गिरिषुक्षयम् +पा꣢꣯ति꣡न्नराः +पा꣣हि꣡ +पा꣣हि꣢ +पाꣳसुभिः +पाꣳसुरे +पि +पिं +पिंगल +पिंगलं +पिंगलः +पिंगलक +पिंगलकः +पिंगलको +पिंगलया +पिंगला +पिंगलां +पिंगलाय +पिंगले +पिंगलो +पिंगाक्षं +पिंगाक्षो +पिंजड़े +पिंजरे +पिंड +पिंडं +पिंडः +पिंडदः +पिंडदानं +पिंडदाने +पिंडदानेन +पिंडप्रदानं +पिंडप्रदानेन +पिंडांश्च +पिंडानां +पिंडान् +पिंडारक +पिंडारके +पिंडिकां +पिंडे +पिंडैः +पिंडो +पिंश +पिंशत +पिंशति +पिंशतीति +पिंशतु +पिंषती +पिंषन्ति +पिंसयति +पिं॒श +पिः +पिअ +पिअं +पिअंवदे +पिअवअस्स +पिअवअस्सं +पिअवअस्सो +पिअसहि +पिअसहिं +पिअसही +पिअसहीए +पिअस्स +पिआ +पिआइ +पिआणं +पिउच्छा +पिए +पिएण +पिएरे +पिओ +पिक +पिकं +पिकः +पिकतनः +पिकदानी +पिकनिनदधिया +पिकपञ्चमस्य +पिकम् +पिकस्य +पिकस्वर +पिका +पिकाः +पिकाना +पिकानां +पिकायां +पिकी +पिके +पिकेन +पिको +पिघल +पिङ्कः +पिङ्क्ते +पिङ्ग +पिङ्गं +पिङ्गः +पिङ्गल +पिङ्गलं +पिङ्गलः +पिङ्गलक +पिङ्गलकं +पिङ्गलकः +पिङ्गलकस्य +पिङ्गलको +पिङ्गलकोऽपि +पिङ्गलगान्धारः +पिङ्गलछन्दःसूत्रम् +पिङ्गलनागः +पिङ्गलनागो +पिङ्गलम् +पिङ्गलया +पिङ्गलयापूर्य +पिङ्गलयैकहायन्या +पिङ्गलवत्साजीवः +पिङ्गलवर्णः +पिङ्गलवर्णे +पिङ्गलश्च +पिङ्गलस्तथा +पिङ्गलस्य +पिङ्गलस्याणिम्ना +पिङ्गला +पिङ्गलां +पिङ्गलाः +पिङ्गलाक्षं +पिङ्गलाक्षश्च +पिङ्गलाक्षि +पिङ्गलाक्षी +पिङ्गलाक्षो +पिङ्गलाचार्यः +पिङ्गलामते +पिङ्गलाम् +पिङ्गलाय +पिङ्गलायां +पिङ्गलायाः +पिङ्गलि +पिङ्गलिका +पिङ्गली +पिङ्गले +पिङ्गलेन +पिङ्गलेश्वरी +पिङ्गलैकहायनी +पिङ्गलो +पिङ्गलोक्तेः +पिङ्गलौ +पिङ्गळा +पिङ्गळायाः +पिङ्गा +पिङ्गाः +पिङ्गाक्ष +पिङ्गाक्षं +पिङ्गाक्षः +पिङ्गाक्षम् +पिङ्गाक्षी +पिङ्गाक्षीं +पिङ्गाक्षो +पिङ्गाक्ष्या +पिङ्गाक्ष्यैकहायन्या +पिङ्गानि +पिङ्गे +पिङ्गेन +पिङ्गो +पिच +पिचण्ड +पिचव्यः +पिचु +पिचुं +पिचुः +पिचुना +पिचुप्रमाणैः +पिचुमन्द +पिचुमन्दं +पिचुमन्ददलानि +पिचुमन्दमेकं +पिचुमन्दश्च +पिचुमर्दस्य +पिचुमर्द्दश्च +पिचुमर्द्दस्य +पिचुम् +पिचून्मितैः +पिच्च +पिच्चवरं +पिच्चिटः +पिच्चितं +पिच्चितमेव +पिच्चिते +पिच्छ +पिच्छं +पिच्छम् +पिच्छलं +पिच्छलमेव +पिच्छलानि +पिच्छवान् +पिच्छा +पिच्छां +पिच्छानि +पिच्छि +पिच्छिका +पिच्छिकां +पिच्छिल +पिच्छिलं +पिच्छिलः +पिच्छिलत्वम् +पिच्छिलम् +पिच्छिलश्च +पिच्छिला +पिच्छिलां +पिच्छिलाः +पिच्छिलानां +पिच्छिलानि +पिच्छिले +पिच्छिलो +पिच्छिलौ +पिच्छे +पिच्छोला +पिच्ब्लेण्ड् +पिछ +पिछला +पिछली +पिछले +पिज +पिजि +पिञ् +पिञ्च +पिञ्छं +पिञ्ज +पिञ्जयति +पिञ्जयतीति +पिञ्जर +पिञ्जरं +पिञ्जरः +पिञ्जरक +पिञ्जरकं +पिञ्जरवारिपूरां +पिञ्जरी +पिञ्जरैः +पिञ्जश्छन्दसि +पिञ्जूलीभिराप्लावयति +पिञ्जूलीराञ्जनं +पिञ्जे +पिञ्जेऽस्मिन् +पिट +पिटक +पिटकं +पिटकः +पिटकस्य +पिटका +पिटकां +पिटकाः +पिटकानां +पिटकानि +पिटकान् +पिटके +पिटको +पिटच् +पिटा +पिटाक +पिटारी +पिटिका +पिटिकां +पिटिकाः +पिटिकाचिता +पिटिकानां +पिट्ठदो +पिट्यूटरी +पिठ +पिठर +पिठरं +पिठरः +पिठरकः +पिठराणि +पिठरी +पिठरीं +पिठरीमध्ये +पिठरे +पिड +पिडका +पिडकां +पिडकाः +पिडकाचितम् +पिडकानां +पिडकापीडितं +पिडकाभिः +पिडकाभिरवेदनौ +पिडकामुग्रवेदनाम् +पिडकामुत्तमाङ्गस्थां +पिडकामुन्नतां +पिडकाश्च +पिडकोद्गमः +पिड़का +पिड़कां +पिडि +पिडिंशाक +पिडिका +पिडिकाः +पिण +पिणक् +पिणम् +पिणिस +पिणी +पिण्ड +पिण्डं +पिण्डः +पिण्डक +पिण्डकं +पिण्डकः +पिण्डकम् +पिण्डका +पिण्डकाः +पिण्डकान् +पिण्डके +पिण्डकेन +पिण्डको +पिण्डखर्जूरः +पिण्डखर्जूरस्य +पिण्डग्राह +पिण्डग्राहः 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+पिण्डोपरि +पिण्डोऽयं +पिण्डौ +पिण्ड्ढि +पिण्ड्या +पिण्ड्यां +पिण्ढि +पिण्दं +पिण्या +पिण्याक +पिण्याकं +पिण्याकः +पिण्याकम् +पिण्याकस्य +पिण्याकेन +पिण्याको +पित +पितं +पितः +पितणां +पितन् +पितम् +पितर +पितरं +पितरः +पितरःऽ +पितरः॒ +पितरञ्च +पितरम +पितरमपि +पितरमब्रवीत् +पितरमस्य +पितरमाह +पितरमिति +पितरमिव +पितरमुपससार +पितरमेव +पितरम् +पितरश् +पितरश्च +पितरश्चापि +पितरश्चास्य +पितरश्चेज्यन्ते +पितरश्चेति +पितरश्चैव +पितरस् +पितरस्तं +पितरस्तत्र +पितरस्तथा +पितरस्तदा +पितरस्तर्पिता +पितरस्तस्य +पितरस्तात +पितरस्तारितास्तेन +पितरस्तावदश्नन्ति +पितरस्तासां +पितरस्तु +पितरस्तृप्ता +पितरस्ते +पितरस्तेन +पितरस्तेषां +पितरस्त्रिकुलोद्भवाः +पितरस्त्वा +पितरस्य +पितरा +पितरामातरा +पितरावन्वभूवं +पितरावपि +पितराविति +पितराविव +पितरावृते +पितराव् +पितरि +पितरिति +पितरिमा +पितरी +पितरीति +पितरीव +पितरे +पितरेव +पितरो +पितरों +पितरोंका +पितरोपरि +पितरोम् +पितरोहाउ +पितरोऽग्निष्वात्ता +पितरोऽग्निष्वात्ताः +पितरोऽत्र +पितरोऽथ +पितरोऽनु +पितरोऽनुमदन्तु +पितरोऽन्ये +पितरोऽन्वायत्ताः +पितरोऽपि 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+पितॄणामेव +पितॄणाम् +पितॄन +पितॄनगच्छत्त्रया +पितॄनतर्पयंस्त +पितॄनथ +पितॄनन्ये +पितॄनपि +पितॄनहम् +पितॄनावाहयिष्यामि +पितॄनिति +पितॄनुत्थापयति +पितॄनुद्दिश्य +पितॄनुपतिष्ठते +पितॄनेव +पितॄन् +पितॄन्त् +पितॄन्त्सुविदत्राँ +पितॄन्त्स्वधा +पितॄन्देवांश्च +पितॄन्न +पितॄन्नमस्ये +पितॄन्पितृलोके +पितॄन्ब्रह्मपुरं +पितॄन्संतर्प्य +पितॄन्स्वर्गे +पितॄ॒णां +पिते +पितेति +पितेत्येव +पितेन +पितेव +पितेवैधि +पितैव +पितो +पितोप +पितोपजीवति +पितोवाच +पितौ +पित् +पित्ःणां +पित्ःनुद्दिश्य +पित्करणं +पित्ङ्ञां +पित्त +पित्तं +पित्तः +पित्तकः +पित्तकफ +पित्तकफयोः +पित्तकफात्मके +पित्तकफापहः +पित्तकफापहम् +पित्तकफापहा +पित्तकफास्रजित् +पित्तकफे +पित्तकफेऽधिके +पित्तकफौ +पित्तकरं +पित्तकरो +पित्तकारि +पित्तकारित्वम् +पित्तकासे +पित्तकृतं +पित्तकृतस्य +पित्तकृते +पित्तकृत् +पित्तकोपनम् +पित्तकोपात् +पित्तकोपेन +पित्तगुल्मे +पित्तघ्नं +पित्तघ्नः +पित्तघ्ना +पित्तघ्नाः +पित्तघ्नी +पित्तघ्नीं +पित्तघ्नो +पित्तज +पित्तजं +पित्तजः +पित्तजन्मनाम् +पित्तजन्यैः +पित्तजश्चापि +पित्तजस्य +पित्तजा +पित्तजां +पित्तजाः +पित्तजामाह +पित्तजायां +पित्तजित् +पित्तजे +पित्तजो +पित्तज्वरं +पित्तज्वरलिङ्गोऽतिलोहितः +पित्तज्वरविनाशनः +पित्तज्वरापहः +पित्तज्वरे +पित्तञ्च +पित्ततः +पित्ततेजसा +पित्ततो +पित्तदाहनुत् +पित्तदुष्टं +पित्तदुष्टे +पित्तदूरत्वादिरूपो +पित्तदूषणः +पित्तधरा +पित्तन +पित्तनाशनः +पित्तनाशनम् +पित्तनाशनी +पित्तनाशित्वञ्च +पित्तनाशित्वम् +पित्तनाशिनी +पित्तनुत् +पित्तन्तु +पित्तपक्वाशयान्तरे +पित्तपाण्ड्वामयी +पित्तप्रकृतिः +पित्तप्रकृतिको +पित्तप्रकृतियुक्ताः +पित्तप्रकोपं +पित्तप्रकोपणम् +पित्तप्रकोपो +पित्तप्रायं +पित्तभवं +पित्तभवे +पित्तमतिप्रकोपितं +पित्तमदात्यये +पित्तमन्ते +पित्तमन्ये +पित्तमपामसि +पित्तमसृङ्मांसं +पित्तमारुतौ +पित्तमासिथ +पित्तमिति +पित्तमिव +पित्तमीरयन् +पित्तमीरयेत् +पित्तमुदीर्णवेगम् +पित्तमुष्णं +पित्तमूषरा +पित्तमेव +पित्तम् +पित्तयुक्ते +पित्तयुतं +पित्तयोः +पित्तरक्त +पित्तरक्तं +पित्तरक्तकृतो +पित्तरक्तानिला +पित्तरोगे +पित्तल +पित्तलं +पित्तलः +पित्तलक्षणः +पित्तलम् +पित्तलस्य +पित्तला +पित्तलाः +पित्तलानां +पित्तलानि +पित्तलिङ्गोच्छ्रयो +पित्तले +पित्तलैः +पित्तलो +पित्तवत् +पित्तवद्भवेत् +पित्तवमिं +पित्तवातज्वरनाशहेतुः +पित्तवाहिन्यो +पित्तविकाराः +पित्तविदग्धदृष्टिः +पित्तविद्र +पित्तविसर्पवत् +पित्तविस्फोटलक्षणम् +पित्तवृद्धिलिङ्गश्च +पित्तव्याध्यधिकारः +पित्तशमनं +पित्तशमना +पित्तशूलिनाम् +पित्तशूली +पित्तशोणितम् +पित्तश्ले +पित्तश्लेष्म +पित्तश्लेष्मकरं +पित्तश्लेष्मज्वरापहम् +पित्तश्लेष्महरं +पित्तश्लेष्महराः +पित्तश्लेष्महरो +पित्तश्लेष्माणौ +पित्तश्लेष्माधिको +पित्तश्लेष्मान्वितो +पित्तसंयुक्ते +पित्तसंसृष्टं +पित्तसंसृष्टे +पित्तसमन्विते +पित्तसमानलिङ्गा +पित्तसमुद्भवाः +पित्तसमुद्भवे +पित्तसम्भवः +पित्तसम्भवाः +पित्तसम्भवे +पित्तस्थानानि +पित्तस्थाने +पित्तस्य +पित्तहरं +पित्तहरः +पित्तहरा +पित्तहराः +पित्तहरो +पित्तहा +पित्तहारिणी +पित्तहृत् +पित्ता +पित्ताकृतिसमन्विताः +पित्ताच्च +पित्ताच्छुक्रक्षयो +पित्तातिसार +पित्तातिसारिणाम् +पित्तात् +पित्तात्ताम्रं +पित्तात्तु +पित्तात्मकं +पित्तात्मके +पित्तात्मिकायां +पित्तादि +पित्तादिषु +पित्तादीनां +पित्तादृते +पित्ताद् +पित्ताधिके +पित्तानां +पित्तानि 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+पित्रादिसपिण्डानां +पित्रादीनां +पित्रादीनाम् +पित्रादीन् +पित्रादीन्नामगोत्रेण +पित्रादेः +पित्रादौ +पित्राद्यन्तं +पित्राद्या +पित्राद्याः +पित्राद्युद्देशेन +पित्रापि +पित्राभ्यनुज्ञाता +पित्रार्जितं +पित्राहं +पित्राऽपि +पित्रिति +पित्रीयति +पित्रुद्देशेन +पित्रे +पित्रेति +पित्रेव +पित्रेऽक्षितोऽनुपदस्तः +पित्रैवमुक्तः +पित्रो +पित्रोः +पित्रोक्तं +पित्रोक्तः +पित्रोडा +पित्रोरुपस्थे +पित्रोरेव +पित्रोर् +पित्रोर्न +पित्रोर्वा +पित्रोश्च +पित्रोस्तु +पित्र् +पित्र्य +पित्र्यं +पित्र्यः +पित्र्यञ्च +पित्र्यमंशं +पित्र्यमिति +पित्र्यमेव +पित्र्यम् +पित्र्यस्य +पित्र्या +पित्र्यां +पित्र्याः +पित्र्याणि +पित्र्या॑णि +पित्र्युपवीतं +पित्र्युपवीती +पित्र्ये +पित्र्येण +पित्र्येषु +पित्र्यो +पित्वं +पित्वः +पित्वस्त +पित्वा +पित्वात् +पित्वादनुदात्तत्वम् +पित्वादनुदात्तत्वे +पित्वे +पित्वेन +पित्वो +पित्सति +पित्सु +पित॑रो॒ +पित॑र॒मुप॑ससार +पिथं +पिथौरागढ +पिथौरागढमण्डलम् +पिदधता +पिदधति +पिदधाति +पिदधे +पिदध्यात् +पिदरं +पिदा +पिदुणो +पिद्वद्भावात् +पिद्वो +पिधत्ते +पिधा +पिधातव्यौ 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+पिन्वस्व॒ +पिन्वाते +पिन्वानाः +पिन्विरे +पिन्व॑तं॒ +पिन्व॑तम् +पिन्व॑ते +पिन्व॑मानः +पिन्व॑माना +पिन्व॑मानाः +पिन्व॑स्व॒ +पिप +पिपक्षति +पिपठिषति +पिपठीः +पिपतिषति +पिपतिषतीति +पिपरिया +पिपर्तन +पिपर्ति +पिपर्तु +पिपर्त्ति +पिपर्त्तीति +पिपर्त्तु +पिपर्मि +पिपर्षि +पिपविषते +पिपा +पिपावयिषति +पिपास +पिपासतः +पिपासता +पिपासति +पिपासते +पिपासतो +पिपासन्तीः +पिपासया +पिपासवः +पिपासवे +पिपाससि +पिपासा +पिपासां +पिपासाकुलितं +पिपासाम् +पिपासाया +पिपासायां +पिपासायाः +पिपासायाम् +पिपासार्तः +पिपासार्त्तः +पिपासित +पिपासितः +पिपासितम् +पिपासितस्य +पिपासिता +पिपासिताः +पिपासितेन +पिपासितो +पिपासितोऽपि +पिपासी +पिपासु +पिपासुः +पिपासुरिव +पिपिशे +पिपिश्रे +पिपी +पिपीलः +पिपीलक +पिपीलकः +पिपीलकैः +पिपीलिक +पिपीलिकः +पिपीलिकमध्या +पिपीलिका +पिपीलिकाः +पिपीलिकानां +पिपीलिकाभिः +पिपीलिकाभ्य +पिपीलिकामध्या +पिपीलिकामध्यानिचृद्गायत्री +पिपीलिकायां +पिपीलिकाश्च +पिपीलिकाश्चैव +पिपीलिकैः +पिपीषत +पिपीषति +पिपीषते +पिपीहि +पिपुरति +पिपूर्तः +पिपृग्धि +पिपृच्छिषति +पिपृत +पिपृतं +पिपृतः +पिपृतम् +पिपृता +पिपृतां +पिपृताम् +पिपृहि +पिपृ॒ता +पिपेश +पिपेष +पिप्प +पिप्पका +पिप्पल +पिप्पलं +पिप्पलः +पिप्पलकं +पिप्पलद्यं +पिप्पलमात्रं +पिप्पलम् +पिप्पलवृक्षः +पिप्पलश्च +पिप्पलस्य +पिप्पला +पिप्पलाः +पिप्पलाद +पिप्पलादं +पिप्पलादः +पिप्पलादमुपसन्नाः +पिप्पलादश्च +पिप्पलादस्य +पिप्पलादेति +पिप्पलादेन +पिप्पलादो +पिप्पलानां +पिप्पलायनः +पिप्पलाशनः +पिप्पलि +पिप्पली +पिप्पलीं +पिप्पलीः +पिप्पलीचूर्णं +पिप्पलीचूर्णसंयुक्तं +पिप्पलीचूर्णसंयुतः +पिप्पलीत्रिफलाचूर्णं +पिप्पलीनां +पिप्पलीनाम् +पिप्पलीपिप्पली +पिप्पलीपिप्पलीमूलचव्यचित्रकनागरैः +पिप्पलीभिः +पिप्पलीभिश्च +पिप्पलीमधुना +पिप्पलीमूल +पिप्पलीमूलं +पिप्पलीमूलमजगन्धा +पिप्पलीमूलमेव +पिप्पलीमूलम् +पिप्पलीमूले +पिप्पलीम् +पिप्पलीर् +पिप्पलीर्वा +पिप्पलीलवणान्वितम् +पिप्पलीवर्धमानं +पिप्पले +पिप्पलैः +पिप्पलो +पिप्पल्य +पिप्पल्यः +पिप्पल्या +पिप्पल्यां +पिप्पल्याः +पिप्पल्यादयश्च +पिप्पल्यादि +पिप्पल्यादिः +पिप्पल्यादिक्वाथः +पिप्पल्यादिवर्गः +पिप्पल्यामलकैः +पिप्पल्याम् +पिप्पल्याश्च +पिप्पल्यो +पिप्पल्योऽथ +पिप्पल्य् +पिप्प॑लं +पिप्य +पिप्यतं +पिप्यथुः +पिप्युः +पिप्युषी +पिप्युषीं +पिप्युषीः +पिप्युषीमिषमिन्दो +पिप्युषीम् +पिप्ये +पिप्रतः +पिप्रति +पिप्रतोः +पिप्रिये +पिप्रीषति +पिप्रीहि +पिप्रुं +पिप्रुं॒ +पिप्रुम् +पिप्रु॑म् +पिप्रोः +पिप्रोः॑ +पिप्र॑तः +पिप्र॑ति +पिप्लावयिषुः +पिप॑र्तु +पिब +पिबंतं +पिबंति +पिबंतु +पिबंतो +पिबः +पिबत +पिबतं +पिबतः +पिबतमश्विना +पिबतमश्विनेति +पिबतमित्यर्थः +पिबतम् +पिबता +पिबतां +पिबतान्तरिक्षस्य +पिबतामाज्यस्य +पिबताम् +पिबति +पिबतीति +पिबतीत्यर्थः +पिबतीव +पिबतु +पिबतूदकं +पिबते +पिबतेः +पिबतेति +पिबतेरीच्चाभ्यासस्य +पिबतेर्वा +पिबतो +पिबतोपहूतो +पिबतोऽमृतम् +पिबत् +पिबत्यपि +पिबत्यम्बु +पिबत्यसौ +पिबत्य् +पिबत्विति +पिबध्यै +पिबध्वं +पिबध्वम् +पिबन् +पिबन्त +पिबन्तं +पिबन्तः +पिबन्तम् +पिबन्तश्च +पिबन्ता +पिबन्ताविति +पिबन्ति +पिबन्ती +पिबन्तीं +पिबन्तीः +पिबन्तीति +पिबन्तीव +पिबन्तु +पिबन्तो +पिबन्तौ +पिबन्त्य +पिबन्त्यः +पिबन्त्यम्बुमयं +पिबन्त्यसन्तो +पिबन्त्यस्य +पिबन्त्येतदेवामृतं +पिबन्त्यो +पिबन्नपः +पिबन्नपि +पिबन्नमृतं +पिबन्निति +पिबन्नित्यर्थः +पिबन्निव +पिबन्न् +पिबरे +पिबसि +पिबसीति +पिबस्व +पिबस्वामृतमेतदेव +पिबा +पिबातः +पिबाति +पिबात् +पिबाथः +पिबादेशः +पिबादेशाभावश्छान्दसः +पिबाम +पिबामः +पिबामि +पिबामो +पिबाम्यहम् +पिबाम्युरस्तः +पिबाव +पिबासुत +पिबासुतस्य +पिबासोम +पिबा॑ +पिबा॑मि +पिबा॒ +पिबिअ +पिबे +पिबेच् +पिबेच्च +पिबेच्चानु +पिबेच्चापि +पिबेच्चूर्णं +पिबेच्चैव +पिबेच्छूद्रो +पिबेज् +पिबेज्जलं +पिबेज्जलम् +पिबेत +पिबेताम् +पिबेति +पिबेतु +पिबेत् +पिबेत्कषायं +पिबेत्कषायम् +पिबेत्क्वाथं +पिबेत्क्षीरं +पिबेत्तक्रं +पिबेत्ततः +पिबेत्तत्तु +पिबेत्तत्र +पिबेत्तथा +पिबेत्तु +पिबेत्तेन +पिबेत्तोयं +पिबेत्त्र्यहम् +पिबेत्पयः +पिबेत्प्रातः +पिबेत्यर्थः +पिबेत्स +पिबेत्सदा +पिबेत्सर्पिः +पिबेत्सुधीः +पिबेत्‌ +पिबेदनु +पिबेदपः +पिबेदपि +पिबेदभूरि +पिबेदम्बु +पिबेदसृक् +पिबेदिति +पिबेदित्याह +पिबेदुष्णं +पिबेदुष्णेन +पिबेद् +पिबेद्घृतं +पिबेद्दध्ना +पिबेद्द्विजः +पिबेद्धूमं +पिबेद्यः +पिबेद्यदि +पिबेद्यस्तु +पिबेद्युक्त्या +पिबेद्र +पिबेद्रसं +पिबेद्वा +पिबेद्वापि +पिबेद्वायुं +पिबेद्वारि +पिबेद्वाऽपि +पिबेद्विजः +पिबेद्विरेचनं +पिबेद॑स्य॒ 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+पिशङ्गास्त्रयो +पिशङ्गिला +पिशङ्गी +पिशङ्गीः +पिशङ्गे +पिशङ्गैः +पिशङ्गो +पिशङ्गौ +पिशा +पिशाच +पिशाचं +पिशाचः +पिशाचक +पिशाचकः +पिशाचकाः +पिशाचकान् +पिशाचकी +पिशाचके +पिशाचगृहीतं +पिशाचजुष्टः +पिशाचता +पिशाचताम् +पिशाचतो +पिशाचत्वं +पिशाचत्वमागताः +पिशाचपतगोरगाः +पिशाचभये +पिशाचभिक्षा +पिशाचमोचनं +पिशाचमोचने +पिशाचवत् +पिशाचवदनाः +पिशाचवदनैः +पिशाचवेदम् +पिशाचश्च +पिशाचसभम् +पिशाचस्य +पिशाचा +पिशाचांश्च +पिशाचाः +पिशाचादयः +पिशाचादि +पिशाचादिः +पिशाचादीनां +पिशाचादौ +पिशाचाद्या +पिशाचानां +पिशाचान् +पिशाचाय +पिशाचाश्च +पिशाचास्तत्र +पिशाचास्ते +पिशाचि +पिशाचिका +पिशाचिकाः +पिशाचिनी +पिशाची +पिशाचीं +पिशाचीव +पिशाचे +पिशाचेन +पिशाचेभ्यः +पिशाचेभ्यो +पिशाचेषु +पिशाचै +पिशाचैः +पिशाचैश्च +पिशाचो +पिशाचोच्चाटनकामः +पिशाचोरगरक्षसाम् +पिशाचोरगराक्षसाः +पिशाचोरगराक्षसान् +पिशाचोरगराक्षसैः +पिशाचोऽपि +पिशाचौ +पिशाच्य +पिशाच्यः +पिशाच्या +पिशाच्यां +पिशाच्याः +पिशाच्यो +पिशि +पिशित +पिशितं +पिशितनिभाश्च +पिशितम् +पिशितस्य +पिशिता +पिशितानि +पिशिताशनः +पिशिताशनाः +पिशिताशनानां +पिशिताशनानाम् +पिशिताशनान् +पिशिताशनाश्च +पिशिताशनैः +पिशिताशिनः +पिशिताशिनाम् +पिशिताश्रितः +पिशिते +पिशितेक्षणैः +पिशितेन +पिशितौदनम् +पिशीलमात्रा +पिशुन +पिशुनं +पिशुनः +पिशुनकैः +पिशुनता +पिशुनतां +पिशुनम् +पिशुनयति +पिशुनश्चैव +पिशुनस्तथा +पिशुनस्य +पिशुना +पिशुनाः +पिशुनानां +पिशुनाय +पिशुने +पिशुनेन +पिशुनैः +पिशुनो +पिशुनौ +पिष +पिषः +पिषि +पिषितं +पिष् +पिष्ट +पिष्टं +पिष्टः +पिष्टक +पिष्टकं +पिष्टकः +पिष्टकभेदे +पिष्टकम् +पिष्टकविशेषः +पिष्टकादि +पिष्टकृतं +पिष्टके +पिष्टकेन +पिष्टकैः +पिष्टचूर्णैरलंकृत्य +पिष्टतमया +पिष्टपं +पिष्टपम् +पिष्टपशुं +पिष्टपिण्डाः +पिष्टपेषणेन +पिष्टमयं +पिष्टमयी +पिष्टमयीं +पिष्टमिव +पिष्टमेही +पिष्टम् +पिष्टम्‌ +पिष्टया +पिष्टरात्र्याः +पिष्टलेपं +पिष्टलेपफलीकरणहोमौ +पिष्टवा +पिष्टवानेनम् +पिष्टवान् +पिष्टस्य +पिष्टा +पिष्टां +पिष्टाः +पिष्टाच्च +पिष्टातः +पिष्टात् +पिष्टानां +पिष्टानामावृता +पिष्टानामुत्पवनकाले +पिष्टानि +पिष्टान् +पिष्टान्नं +पिष्टान्युत्पूय +पिष्टाभिः +पिष्टास्ता +पिष्टिं +पिष्टिः +पिष्टिकया +पिष्टिका +पिष्टिकां +पिष्टिकाम् +पिष्टी +पिष्टीं +पिष्टीकृतो +पिष्टे +पिष्टेन +पिष्टेषु +पिष्टैः +पिष्टैर् +पिष्टैश्च +पिष्टैस्तु +पिष्टो +पिष्ट्रा +पिष्ट्वा +पिष्ट्वाथ +पिष्ट्वाभिमन्त्र्य +पिष्ठा +पिष्यते +पिष्लृ +पिष्वा +पिस +पिसि +पिसी +पिसृ +पिहित +पिहितं +पिहितः +पिहिततनौ +पिहितम् +पिहिता +पिहिताः +पिहिताननः +पिहितानि +पिहितान्यपायद्वाराणि +पिहिताम्बराणां +पिहितालङ्कारः +पिहितास्वनिलादिभिः +पिहिते +पिहितो +पिहितौ +पिहित्या +पि॑तृ॒णाम् +पि॑तृ॒षद॑नाः +पि॑तॄ॒णां +पि॑तो +पि॑तो॒ +पि॑पीषति +पि॑पृग्धि +पि॑प्यतं॒ +पि॑ब +पि॑बतु +पि॑ब॒ +पि॒ण्ड्ढि +पि॒तरं॑ +पि॒तरं॒ +पि॒तरः॑ +पि॒तरः॒ +पि॒तरा॑ +पि॒तरा॒ +पि॒तरे॑व +पि॒तरो +पि॒तरो॑ +पि॒तरो॒ +पि॒तरौ॑ +पि॒तर॑ +पि॒तर॑ः +पि॒तर॑म् +पि॒तर॒ +पि॒ता +पि॒तासि॑ +पि॒ताऽइ॑व +पि॒तुं +पि॒तुः +पि॒तुम् +पि॒तुर्न +पि॒तृभिः॑ +पि॒तृभि॑ः +पि॒तृभ्यः॑ +पि॒तृभ्यो॑ +पि॒तृभ्यो॒ +पि॒तृभ्य॑ +पि॒तृभ्य॒ +पि॒तृषु॒ +पि॒तृऽभिः॑ +पि॒तृऽभ्यः॑ +पि॒तॄन् +पि॒तॄन्ह॒विषे॒ +पि॒तॄ॒णाम् +पि॒तेव॑ +पि॒तेव॒ +पि॒तो॒ +पि॒त्रा +पि॒त्रे +पि॒त्रोः +पि॒त्रोरु॒पस्थे॑ +पि॒त्वः +पि॒त्वस्त +पि॒त्वो +पि॒त॒रः॒ +पि॒न्व॒ते॒ +पि॒पृ॒तां +पि॒प्युषी॑ +पि॒प्युषी॑म् +पि॒प्री॒हि +पि॒प॒तर्॒न॒ +पि॒प॒र्त॒न॒ +पि॒ब॒ +पि॒ब॒तु॒ +पि॒ब॒त॒ +पि॒ब॒त॒म् +पि॒ब॒न्तु॒ +पि॒शङ्गं॑ +पि॒शङ्गा॑ +पि॒शङ्ग॑म् +पि॒शङ्ग॑संदृशम् +पि꣡ब꣢ +पि꣡ब꣢꣯ +पि꣢बा꣣ +पि꣣ता꣢ +पी +पीं +पीः +पीएचपी +पीएमजेडीवाई +पीओ +पीकर +पीङ् +पीछा +पीछे +पीट +पीटं +पीटर +पीटर् +पीटा +पीट् +पीठ +पीठं +पीठः +पीठकम् +पीठके +पीठकोणेषु +पीठत्रयं +पीठनिर्णयः +पीठन्यासं +पीठन्यासः +पीठपूजनम् +पीठपूजा +पीठपूजां +पीठबन्धं +पीठमध्ये +पीठमनुञ्च +पीठमन्त्रं +पीठमर्द +पीठमर्दः +पीठमर्दो +पीठमर्द्दः +पीठमाकल्प्य +पीठमाख्यातं +पीठमानं +पीठमारचयति +पीठमुच्यते +पीठमुत्तमम् +पीठमेव +पीठमेवं +पीठम् +पीठलक्षणम् +पीठविस्तृतम् +पीठशक्तयः +पीठशक्तीः +पीठसर्पी +पीठस्थ +पीठस्थं +पीठस्थानविशेषः +पीठस्थाने +पीठस्य +पीठस्योपरि +पीठा +पीठाः +पीठात् +पीठात्मने +पीठादि +पीठादीन् +पीठादुदतिष्ठदच्युतः +पीठादौ +पीठाद् +पीठाधिपतयः +पीठाधिपतिः +पीठानां +पीठानि +पीठान्तं +पीठान्ते +पीठिका +पीठिकां +पीठिकाः +पीठिकाम् +पीठिकायां +पीठिकासु +पीठी +पीठे +पीठेति +पीठेन +पीठेषु +पीठैः +पीठो +पीठोच्छ्रायं +पीठोत्सेधं +पीठोदयं +पीठोपरि +पीठोर्ध्वे +पीड +पीडः +पीडकः +पीडका +पीडड्डत्ध् +पीडन +पीडनं +पीडनः +पीडनम् +पीडनात् +पीडनानि +पीडनाय +पीडनीयः +पीडनीया +पीडनीयो +पीडने +पीडनेन +पीडनैः +पीडनो +पीडय +पीडयंति +पीडयतः +पीडयति +पीडयती +पीडयतीति +पीडयतीत्यर्थः +पीडयते +पीडयत्यनिशं +पीडयन् +पीडयन्तः +पीडयन्ति +पीडयन्तीति +पीडयन्ते +पीडयन्तौ +पीडयसि +पीडया +पीडयामास +पीडयामि +पीडयितुं +पीडयितुम् +पीडयित्वा +पीडयित्वापि +पीडयिष्यति +पीडयेत् +पीडयेदिति +पीडयेद् +पीडयेयुः +पीड़ +पीड़के +पीड़नं +पीड़ने +पीड़यति +पीड़येत् +पीड़ा +पीड़ां +पीड़ाम् +पीड़ायां +पीड़ायाम् +पीड़ित +पीड़ितः +पीड़िता +पीड़िते +पीड़ितो +पीडा +पीडां +पीडाः +पीडाकरं +पीडाकरा +पीडाकरे +पीडाकरो +पीडामनुभवति +पीडाम् +पीडाया +पीडायां +पीडायाः +पीडायाम् +पीडायै +पीडारहितः +पीडाश्च +पीडि +पीडित +पीडितं +पीडितः +पीडितमानसः +पीडितम् +पीडितवान् +पीडितश्च +पीडितस्तु +पीडितस्तेन +पीडितस्य +पीडितस्येव +पीडिता +पीडितां +पीडिताः +पीडितानां +पीडितानि +पीडितान् +पीडिताम् +पीडिताय +पीडिताश्च +पीडितास्ते +पीडितास्मि +पीडिते +पीडितेन +पीडितेषु +पीडितैः +पीडितो +पीडितोऽनिलः +पीडितोऽपि +पीडितोऽस्मि +पीडितौ +पीडीएफ +पीडीतानां +पीडेति +पीडैव +पीड्य +पीड्यंते +पीड्यत +पीड्यते +पीड्यन्ते +पीड्यमान +पीड्यमानं +पीड्यमानः +पीड्यमानस्तु +पीड्यमानस्य +पीड्यमाना +पीड्यमानां +पीड्यमानाः +पीड्यमानास्तु +पीड्यमाने +पीड्यमानेन +पीड्यमानेषु +पीड्यमानो +पीड्यमानोऽपि +पीड्यमानौ +पीड्येत +पीढ +पीढ़ी +पीत +पीतं +पीतः +पीतकं +पीतकः +पीतकदली +पीतकनेत्रता +पीतकम् +पीतका +पीतको +पीतकोशः +पीतकौशेयवसनं +पीतकौशेयवाससः +पीतकौशेयवाससम् +पीतकौशेयवासिनी +पीतकौशेयवासिनीम् +पीतचन्दनम् +पीतचन्दने +पीतचेलं +पीतझिण्टी +पीतञ्च +पीतता +पीततां +पीततुण्ड +पीततैला +पीतत्वं +पीतत्वात् +पीतदर्शनम् +पीतदारु +पीतदुग्धा +पीतद्रु +पीतद्रुः +पीतन +पीतनः +पीतनिर्मलवाससम् +पीतन्तु +पीतपटं +पीतपादा +पीतपुष्पं +पीतपुष्पः +पीतपुष्पा +पीतपुष्पी +पीतपुष्पो +पीतप्रभं +पीतबीजा +पीतमद्ये +पीतमात्रं +पीतमात्रे +पीतमात्रेण +पीतमाशु +पीतमिति +पीतमिदं +पीतमुण्ड +पीतमुदकं +पीतमुद्गः +पीतमुद्गे +पीतमुष्णोदकं +पीतमेकत्र +पीतमेव +पीतम् +पीतया +पीतये +पीतरक्तं +पीतरोहिणी +पीतल +पीतलोहिताः +पीतवती +पीतवतीभिर् +पीतवतो +पीतवत् +पीतवन्तं +पीतवन्तः +पीतवन्तौ +पीतवर्ण +पीतवर्णं +पीतवर्णः +पीतवर्णकम् +पीतवर्णश्च +पीतवर्णस्तु +पीतवर्णस्य +पीतवर्णा +पीतवर्णां +पीतवर्णानि +पीतवर्णाभं +पीतवर्णीयं +पीतवर्णीयानि +पीतवर्णे +पीतवर्णेन +पीतवर्णो +पीतवसनं +पीतवसना +पीतवस्त्रं +पीतवस्त्रधरं +पीतवस्त्रपरीधानं +पीतवस्त्रपरीधाना +पीतवस्त्रयुगं +पीतवस्त्रा +पीतवस्त्रां +पीतवस्त्राः +पीतवस्त्रेण +पीतवस्त्रैः +पीतवस्त्रो +पीतवानसि +पीतवानस्मि +पीतवान् +पीतवासः +पीतवाससं +पीतवाससः +पीतवाससमच्युतम् +पीतवाससम् +पीतवाससा +पीतवाससी +पीतवाससे +पीतवासा +पीतवासाः +पीतवासाश्च +पीतवासाश्चतुर्भुजः +पीतवासो +पीतविण्मूत्रनेत्रत्वं +पीतविद्युल्लताकारं +पीतशालः +पीतशेषं +पीतश्च +पीतसारः +पीतसूत्रेण +पीतस् +पीतस्तथा +पीतस्तु +पीतस्त्वं +पीतस्य +पीतस्येति +पीता +पीतां +पीतांबरं +पीतांबरः +पीतांबरधरं +पीतांबरधरः +पीतांबरधरो +पीतांबरो +पीतांशुकं +पीताः +पीताङ्गी +पीतात्कन् +पीतादि +पीतानां +पीतानि +पीतान् +पीतापीतस्य +पीताभ +पीताभं +पीताभः +पीताभा +पीताभां +पीताभाः +पीताभासौ +पीताभो +पीताम्बर +पीताम्बरं +पीताम्बरः +पीताम्बरदत्त +पीताम्बरधरं +पीताम्बरधरः +पीताम्बरधरा +पीताम्बरधरां +पीताम्बरधराः +पीताम्बरधरो +पीताम्बरस्य +पीताम्बरा +पीताम्बरां +पीताम्बराय +पीताम्बरे +पीताम्बरेण +पीताम्बरो +पीताय +पीतायां +पीतावभासता +पीताश्च +पीतासः +पीतासितं +पीतास्त्रेधा +पीति +पीतिं +पीतिः +पीतिका +पीतिमा +पीतिमाशत +पीतिम् +पीती +पीते +पीतेन +पीतेषु +पीतैः +पीतैश्च +पीतो +पीतोदका +पीतोदकाः +पीतौ +पीतौषधस्य +पीत् +पीत्पा +पीत्यर्थः +पीत्या +पीत्व +पीत्वा +पीत्वाथ +पीत्वापः +पीत्वापि +पीत्वामृतं +पीत्वास्थिरकः +पीत्वाऽमृतं +पीत्वी +पीत्वेति +पीत्वेव +पीत्वैव +पीथ +पीथः +पीदा +पीदी +पीन +पीनं +पीनः +पीनता +पीनतां +पीनताम् +पीनत्वं +पीनत्वस्य +पीनत्वेन +पीनपयोधरभारभरेण +पीनपयोधरा +पीनम् +पीनवक्षा +पीनश्रोणिपयोधरा +पीनश्रोणिपयोधराम् +पीनस +पीनसं +पीनसः +पीनसम् +पीनसश्वासकासादौ +पीनसस्य +पीनसा +पीनसाः +पीनसादयः +पीनसान् +पीनसे +पीनसेन +पीनसो +पीनस्तनविमर्दनः +पीनस्तनी +पीना +पीनां +पीनांसः +पीनाः +पीनाभ्यां +पीने +पीनैः +पीनो +पीनोन्नत +पीनोन्नतपयोधरा +पीनोन्नतपयोधराः +पीनोन्नतपयोधराम् +पीनोन्नतिमत्पयोधरयुगं +पीनौ +पीपयत +पीपयत् +पीपयन् +पीपयन्त +पीपरः +पीपरत् +पीपरो +पीपल +पीपल् +पीपल्स +पीपल्स् +पीपाय +पीपिवांसं +पीपिहि +पीपी +पीपुल्स् +पीपेः +पीपेथ +पीपेरिति +पीप्याना +पीभावः +पीय +पीयत +पीयतः +पीयतां +पीयताम् +पीयति +पीयतिर्हिंसाकर्मा +पीयते +पीयन्ति +पीयन्ते +पीयमान +पीयमानं +पीयमानः +पीयमानस्य +पीयमाना +पीयमानाः +पीयमानानां +पीयमाने +पीयु +पीयुः +पीयू +पीयूक्षा +पीयूक्षावणम् +पीयूपं +पीयूष +पीयूषं +पीयूषः +पीयूषतुल्यं +पीयूषपिण्डो +पीयूषममृतं +पीयूषमिव +पीयूषमुत्तमं +पीयूषमेव +पीयूषम् +पीयूषलहरी +पीयूषवर्ष +पीयूषवर्षः +पीयूषवर्षिणी +पीयूषवर्षिण्या +पीयूषवर्षों +पीयूषसदृशं +पीयूषस्य +पीयूषे +पीयूषेण +पीयोः +पीय॑ति +पीर +पीरा +पीरुमेट् +पील +पीलति +पीला +पीलात +पीलातः +पीलातो +पीलाया +पीलायाः +पीली +पीलीभीतमण्डलम् +पीलीभीत् +पीलु +पीलुः +पीलुक +पीलुकुणः +पीलुने +पीलुपर्णी +पीलुपर्ण्यपि +पीलुवृक्षः +पीलुवृक्षे +पीलूनां +पीलूनि +पीले +पीलो +पीलोः +पीलौ +पील्वादिः +पील्वादिकर्णादिभ्यः +पीव +पीवः +पीवः॑ +पीवति +पीवर +पीवरं +पीवरः +पीवरतनुः +पीवरतां +पीवरश्च +पीवरस्तनी +पीवरस्तने +पीवरा +पीवरी +पीवरीं +पीवरीम् +पीवरे +पीवरो +पीवरोरु +पीवरौ +पीवर्यां +पीवसा +पीवसि +पीवा +पीवाञ्शुनस्सखः +पीवानं +पीवानमेव +पीवानसि +पीवा॑नं +पीवो +पीवोअन्ना +पीवोअन्नान् +पीवोपवसनादीनां +पीवोपवसनानां +पीवोपवसनानाम् +पीवो॑ +पीव॒ +पीषयेत् +पीस +पीसकर +पीसे +पीस् +पीह +पी॑पेः +पी॒त +पी॒तः +पी॒तये +पी॒तये॑ +पी॒तये॒ +पी॒ता +पी॒ताः +पी॒तिं +पी॒तिम् +पी॒तिम॑र्हसि +पी॒त्वा +पी॒त्वी +पी॒पय॑त् +पी॒पय॑न्त +पी॒पय॑न्त॒ +पी॒पाय॑ +पी॒पा॒य॒ +पी॒पे॒रिति॑ +पी॒यूषं॑ +पी॒यूषः॑ +पी॒यूष॑म् +पी॒योः +पी꣣त꣡ये꣢ +पु +पुँ +पुँटी +पुँल्लिङ्ग +पुँल्लिङ्गत्वम् +पुँल्लिङ्गे +पुँश्चली +पुँसो +पुँस्कामा +पुं +पुंगव +पुंगवः +पुंगवाः +पुंजन्म +पुंजिकस्थली +पुंडरीक +पुंडरीकं +पुंडरीकः +पुंडरीकस्य +पुंडरीकाक्ष +पुंडरीकाक्षं +पुंडरीकाक्षः +पुंडरीकाक्षो +पुंडरीको +पुंड्रं +पुंनपुंसकम् +पुंनपुंसकयोः +पुंनामधेये +पुंनाम्नो +पुंभावं +पुंभावः +पुंभिः +पुंभिर्न +पुंभूम्नि +पुंभ्य +पुंयोग +पुंयोगः +पुंयोगात् +पुंयोगादाख्यायां +पुंयोगादाख्यायाम् +पुंयोगादिति +पुंयोगे +पुंयोगेऽपि +पुंरूपं +पुंरूपा +पुंलिङ्ग +पुंलिङ्गं +पुंलिङ्गः +पुंलिङ्गता +पुंलिङ्गत्वम् +पुंलिङ्गत्वेन +पुंलिङ्गम् +पुंलिङ्गस्य +पुंलिङ्गाः +पुंलिङ्गे +पुंलिङ्गेन +पुंलिङ्गेऽपि +पुंलिङ्गो +पुंलिङ्गोऽपि +पुंल्लिङ्गः +पुंल्लिङ्गाध्यायः +पुंव +पुंवच्च +पुंवज्र +पुंवत् +पुंवत्कर्मधारय +पुंवत्कर्मधारयजातीयदेशीयेषु +पुंवत्त्वं +पुंवत्त्वम् +पुंवत्त्वे +पुंवत्प्रगल्भा +पुंवत्वं +पुंवत्वनिषेधः +पुंवत्वम् +पुंवत्वे +पुंवदिति +पुंवदेव +पुंवद् +पुंवद्गालवस्य +पुंवद्भवति +पुंवद्भाव +पुंवद्भावः +पुंवद्भावप्रतिषेधः +पुंवद्भावप्रतिषेधो +पुंवद्भावश्च +पुंवद्भावस्य +पुंवद्भावात् +पुंवद्भावे +पुंवद्भावेन +पुंवद्भावो +पुंवन्न +पुंशिला +पुंश्चलि +पुंश्चली +पुंश्चलीं +पुंश्चलीगामी +पुंश्चलीति +पुंश्चलीनां +पुंश्चलीषु +पुंश्चलूं +पुंश्चलूम् +पुंश्चल्यः +पुंश्चल्यन्नं +पुंश्चल्यश्च +पुंश्चल्या +पुंश्चल्यां +पुंश्चल्याः +पुंश्चल्यो +पुंस +पुंसः +पुंसम् +पुंसवन +पुंसवनं +पुंसवनमिति +पुंसवनम् +पुंसवनसंस्कारः +पुंसवनस्य +पुंसवनादिकर्मसु +पुंसवनानि +पुंसवनाय +पुंसवने +पुंसवे +पुंसश्च +पुंसस्तथा +पुंसस्तस्य +पुंसस्तु +पुंसा +पुंसां +पुंसाञ्च +पुंसानुजः +पुंसानुजो +पुंसामङ्गुल्या +पुंसामनन्यसाधारणमेव +पुंसामपि +पुंसामिति +पुंसामिह +पुंसाम् +पुंसार्पिता +पुंसि +पुंसी +पुंसीति +पुंसु +पुंसूक्तेन +पुंसे +पुंसेि +पुंसो +पुंसोः +पुंसोर् +पुंसोऽधिके +पुंसोऽपि +पुंसोऽल्पमेधसः +पुंसोऽसुङ् +पुंस् +पुंस्कामा +पुंस्कोकिल +पुंस्कोकिलः +पुंस्कोकिलत्वमाप्नोति +पुंस्कोकिलरुतश्रुते +पुंस्कोकिलस्य +पुंस्कोकिलस्येव +पुंस्कोकिला +पुंस्कोकिलाः +पुंस्कोकिलानां +पुंस्कोकिलो +पुंस्तत्त्वं +पुंस्ता +पुंस्त्रियोः +पुंस्त्रियौ +पुंस्त्री +पुंस्त्व +पुंस्त्वं +पुंस्त्वञ्च +पुंस्त्वमपि +पुंस्त्वमार्षम् +पुंस्त्वमिति +पुंस्त्वमेव +पुंस्त्वम् +पुंस्त्वस्य +पुंस्त्वात् +पुंस्त्वादपि +पुंस्त्वे +पुंस्त्वेन +पुंस्प्रजननस्य +पुंस्यपि +पुंस्ययम् +पुंस्याधिर्मानसी +पुंस्येते +पुंस्येव +पुं॒स +पुं॒सः +पुः +पुक +पुकार +पुकारते +पुकारा +पुकि +पुकोऽपवादः +पुक् +पुक्कशैः +पुक्कशो +पुक्कसः +पुक्कसी +पुक्कस्यां +पुख +पुखर्क +पुग +पुगन्त +पुगन्तलघूपधस्य +पुगन्तस्य +पुगागमः +पुगागमश्च +पुगागमे +पुगागमो +पुगे +पुग् +पुग्णौ +पुङ् +पुङ्ख +पुङ्खः +पुङ्खा +पुङ्खे +पुङ्खो +पुङ्गव +पुङ्गवः +पुङ्गवम् +पुङ्गवाः 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+पुत्रास्तस्य +पुत्रास्तु +पुत्रास्ते +पुत्रास्तेषां +पुत्रास्त्रयः +पुत्राहं +पुत्रि +पुत्रिका +पुत्रिकां +पुत्रिकाः +पुत्रिकाधर्मशङ्कया +पुत्रिकापुत्र +पुत्रिकापुत्रः +पुत्रिकापुत्रस्य +पुत्रिकाम् +पुत्रिकाया +पुत्रिकायां +पुत्रिकायाः +पुत्रिकासुत +पुत्रिकासुतः +पुत्रिके +पुत्रिकेव +पुत्रिकैव +पुत्रिणं +पुत्रिणः +पुत्रिणा +पुत्रिणां +पुत्रिणी +पुत्रिणीं +पुत्रिणे +पुत्रिणो +पुत्रियों +पुत्री +पुत्रीं +पुत्रीः +पुत्रीका +पुत्रीकृतो +पुत्रीके +पुत्रीणां +पुत्रीति +पुत्रीत्वेन +पुत्रीभिः +पुत्रीमती +पुत्रीम् +पुत्रीय +पुत्रीयं +पुत्रीयः +पुत्रीयति +पुत्रीयतीति +पुत्रीयन्तः +पुत्रीया +पुत्रीयां +पुत्रीयियिषति +पुत्रीरूपा +पुत्रीरूपेण +पुत्रीव +पुत्रीव्रतं +पुत्रे +पुत्रेच्छया +पुत्रेण +पुत्रेणापि +पुत्रेणामिततेजसा +पुत्रेणेति +पुत्रेणैव +पुत्रेति +पुत्रेभ्य +पुत्रेभ्यः +पुत्रेभ्यश्च +पुत्रेभ्यो +पुत्रेशे +पुत्रेषु +पुत्रेष्टिं +पुत्रेष्टौ +पुत्रेष्ट्या +पुत्रेऽनुजे +पुत्रेऽन्यतरस्याम् +पुत्रेऽपि +पुत्रै +पुत्रैः +पुत्रैरध्यापिता +पुत्रैर् +पुत्रैर्देयं +पुत्रैर्नप्तृभिर्मोदमानौ +पुत्रैर्भारं +पुत्रैर्महात्मभिः +पुत्रैर्वा +पुत्रैश्च +पुत्रैषणा +पुत्रैषणायाश्च +पुत्रैस्तव +पुत्रैस्तु +पुत्रैस्तैः +पुत्रो +पुत्रों +पुत्रोंके +पुत्रोंसे +पुत्रोत्पत्ति +पुत्रोत्पत्तिं +पुत्रोत्पत्तिः +पुत्रोत्पत्तौ +पुत्रोत्पादनाय +पुत्रोत्सव +पुत्रोत्सवं +पुत्रोत्सवस्य +पुत्रोत्सवे +पुत्रोपि +पुत्रोभवत् +पुत्रोयं +पुत्रोसि +पुत्रोहं +पुत्रोऽजायत +पुत्रोऽतितेजस्वी +पुत्रोऽत्र +पुत्रोऽथ +पुत्रोऽन्यो +पुत्रोऽपि +पुत्रोऽभवत् +पुत्रोऽभवद् +पुत्रोऽभूत् +पुत्रोऽभूद् +पुत्रोऽमुष्य +पुत्रोऽयं +पुत्रोऽसतोः +पुत्रोऽसि +पुत्रोऽसीति +पुत्रोऽसौ +पुत्रोऽस्ति +पुत्रोऽस्मि +पुत्रोऽस्य +पुत्रोऽहं +पुत्रौ +पुत्र्य +पुत्र्यं +पुत्र्यः +पुत्र्यर्थं +पुत्र्यश्च +पुत्र्यश्चापि +पुत्र्या +पुत्र्यां +पुत्र्याः +पुत्र्युवाच +पुत्र्यै +पुत्र्यो +पुत्र्यौ +पुथ +पुथि +पुद +पुदिति +पुदिनापत्रम् +पुदीना +पुदुक्कोट्टै +पुदुक्कोट्टैमण्डलम् +पुदुचेरी +पुदुच्चेरी +पुदुच्चेरीकेन्द्रशासितप्रदेशस्य +पुदुच्चेर्याः +पुद्गल +पुद्गलं +पुद्गलः +पुद्गलप्रभेदः +पुद्गलम् +पुद्गलस्य +पुद्गला +पुद्गलाः +पुद्गलात्मा +पुद्गलानां +पुद्गले +पुद्गलेन +पुद्गलो +पुन +पुनं +पुनंति +पुनंतु +पुनः +पुनःपदा +पुनःपाकेन +पुनःपुन +पुनःपुनः +पुनःपुनरतिशयेन +पुनःपुनररिन्दम +पुनःपुनरावर्तते +पुनःपुनरिति +पुनःपुनर् +पुनःपुनर्भृशं +पुनःपुनश्च +पुनःपुना +पुनःशब्दः +पुनःशब्दस्य +पुनःशब्देन +पुनःशब्दो +पुनःश्रुतिः +पुनःश्रुतिर् +पुनःश्रृणु +पुनःसंधानप्रयोगः +पुनःसंस्कारं +पुनःसंस्कारकर्मणि +पुनःसंस्कारमर्हति +पुनः॑ +पुनः॒ +पुनत +पुनती +पुनते +पुनथ +पुननिर्देशित +पुनन् +पुनन्त +पुनन्तः +पुनन्ता +पुनन्ति +पुनन्तीति +पुनन्तु +पुनन्तो +पुनन्त्युरुकालेन +पुनन्त्येते +पुनन्त्विति +पुनन्निव +पुनन्न् +पुनपुंसकम् +पुनपुनः +पुनमें +पुनर +पुनरक्षयम् +पुनरक्षरं +पुनरगात्मजावचनमीरिता +पुनरगुणाया +पुनरग्न +पुनरग्नयो +पुनरग्नावधिश्रयेत् +पुनरग्निश्चक्षुरदात् +पुनरग्निहोत्रं +पुनरग्ने +पुनरग्नौ +पुनरग्रे +पुनरङ्काश्रयणी +पुनरण् +पुनरतिशयेन +पुनरतो +पुनरत्र +पुनरत्रैव +पुनरथ +पुनरथाब्रवीत् +पुनरददुः +पुनरद्य +पुनरधुना +पुनरधो +पुनरनन्तरं +पुनरनयोः +पुनरनिष्टप्रसङ्गात् +पुनरनुदिनं +पुनरनुपातः +पुनरनेन +पुनरनेनैव +पुनरन्त +पुनरन्तरतमनिर्वृत्तौ +पुनरन्तर्हितोऽभवत् +पुनरन्ते +पुनरन्नं +पुनरन्य +पुनरन्यं +पुनरन्यः +पुनरन्यत् +पुनरन्यत्प्रवक्ष्यामि +पुनरन्यत्र +पुनरन्यथा +पुनरन्यदपि +पुनरन्यदा +पुनरन्यदेव +पुनरन्यस्मिन् +पुनरन्यस्य +पुनरन्या +पुनरन्यां +पुनरन्यानि +पुनरन्यान् +पुनरन्ये +पुनरन्येन +पुनरन्येषां +पुनरन्यो +पुनरन्योऽपि +पुनरपर +पुनरपरं +पुनरपरमानन्द +पुनरपरे +पुनरपि +पुनरपीति +पुनरपीमं +पुनरप्यथ +पुनरप्यसौ +पुनरप्यस्य +पुनरप्यहम् +पुनरप्यादिश +पुनरप्याह +पुनरप्युवाच +पुनरप्येतदेव +पुनरप्येति +पुनरप्येवं +पुनरप्येष +पुनरप्रथमे +पुनरप्सु +पुनरब्रवीत् +पुनरब्रुवन् +पुनरभाषत +पुनरभिधानं +पुनरभिधानम् +पुनरभिपतितं +पुनरभ्यगात् +पुनरभ्यधात् +पुनरभ्यर्च्य +पुनरभ्याकारं +पुनरभ्यावर्तं +पुनरभ्यावर्तम् +पुनरभ्यासः +पुनरभ्यासकृतं +पुनरभ्युक्ष्य +पुनरभ्येति +पुनरभ्येत्य +पुनरमी +पुनरमुं +पुनरमेयात्मा +पुनरम्लेन +पुनरयं +पुनरयमसीमा +पुनरयमिति +पुनरयाचत +पुनरर्चयेत् +पुनरर्जुन +पुनरर्थः +पुनरर्थकः +पुनरर्थे +पुनरलकां +पुनरलङ्कृतस्त्वं +पुनरवगम्यते +पुनरवादीत् +पुनरवाप्तवान् +पुनरवोचत् +पुनरव्रती +पुनरशकत् +पुनरश्वमावर्तयासि +पुनरष्टधा +पुनरष्टौ +पुनरसंयोगो +पुनरसति +पुनरसुकरता +पुनरसौ +पुनरस्तं +पुनरस्तमेहि +पुनरस्ति +पुनरस्तु +पुनरस्मदीयं +पुनरस्माकं +पुनरस्मासु +पुनरस्मिन् +पुनरस्य +पुनरस्या +पुनरस्याः +पुनरस्यैतदभवत् +पुनरस्यैव +पुनरहं +पुनरहंकारवियोगदार्ढ्येन +पुनरहो +पुनरा +पुनराकाशे +पुनराकूतमागात् +पुनराक्षेपः +पुनरागच्छ +पुनरागच्छति +पुनरागच्छन् +पुनरागच्छन्ति +पुनरागच्छेत् +पुनरागच्छेदिति +पुनरागतं +पुनरागतः +पुनरागतम् +पुनरागतवान् +पुनरागता +पुनरागताः +पुनरागतान् +पुनरागतिः +पुनरागते +पुनरागतौ +पुनरागत्य +पुनरागन् +पुनरागम +पुनरागमः +पुनरागमत् +पुनरागमन +पुनरागमनं +पुनरागमनम् +पुनरागमनाय +पुनरागमने +पुनरागमन् +पुनरागमम् +पुनरागमात् +पुनरागमादिति +पुनरागमाय +पुनरागम्य +पुनरागाः +पुनराचमनं +पुनराचमनीयं +पुनराचमनीयकम् +पुनराचम्य +पुनराचरेत् +पुनराचरेथ् +पुनराचामेत् +पुनराचामेद्वासो +पुनराजगाम +पुनराजायते +पुनरात्मनः +पुनरात्मनीति +पुनरात्मवान् +पुनरात्मा +पुनरात्मानं +पुनरादत्ते +पुनराददते +पुनराददीत +पुनराददे +पुनरादधीत +पुनरादातुमिच्छति +पुनरादाय +पुनरादायं +पुनरादित +पुनरादीनि +पुनराधान +पुनराधानं +पुनराधानमेव +पुनराधानम् +पुनराधेय +पुनराधेयं +पुनराधेयः +पुनराधेयम् +पुनराधेयस्य +पुनराधेये +पुनरानन्द +पुनराप +पुनरापत +पुनराप्तवान् +पुनराप्यायते +पुनराप्याययति +पुनराप्याययन्ति +पुनराभवेत् +पुनरायन्ति +पुनरायन्तु +पुनराययुः +पुनराययौ +पुनरायसि +पुनरायस्यते +पुनरायात +पुनरायातः +पुनरायाति +पुनरायान्ति +पुनरायाहि +पुनरायुः +पुनरायुरागात्पुनः +पुनरायुर्म +पुनरारभते +पुनरारम्भ +पुनरारम्भः +पुनरारुह्य +पुनरालम्भं +पुनरावत्तिः +पुनरावर्तत +पुनरावर्तते +पुनरावर्तनं +पुनरावर्तनशीलाः +पुनरावर्तन्त +पुनरावर्तन्ते +पुनरावर्तयति +पुनरावर्तिन +पुनरावर्तिनः +पुनरावर्तिनो +पुनरावर्तिनोऽर्जुन +पुनरावर्त्तते +पुनरावर्त्तित्वे +पुनरावर्त्तिनः +पुनरावृत्तं +पुनरावृत्ति +पुनरावृत्तिं +पुनरावृत्तिः +पुनरावृत्तिदुर्लभम् +पुनरावृत्तिदुर्लभाम् +पुनरावृत्तिरस्ति +पुनरावृत्तिरहितं +पुनरावृत्तिरहिता +पुनरावृत्तिरिति +पुनरावृत्तिर्न +पुनरावृत्तिलक्षणम् +पुनरावृत्तिवर्जितः +पुनरावृत्तिवर्जितम् +पुनरावृत्तिश्च +पुनरावृत्तेः +पुनरावृत्तौ +पुनरावृत्य +पुनराव्रजत् +पुनराव्रजेत् +पुनराशशंसे +पुनराश्रमेऽस्मिन् +पुनराससाद +पुनरासां +पुनरासाद्य +पुनरासीत् +पुनरास्तिकः +पुनराह +पुनराहरत् +पुनराहरेत् +पुनराहारं +पुनराहारमाज्यं +पुनराहुः +पुनराहृत्य +पुनराहेदं +पुनराह्वानं +पुनरि +पुनरितरे +पुनरिति +पुनरित्थं +पुनरित्यनेन +पुनरित्यादि +पुनरित्यादिना +पुनरित्याह +पुनरिदं +पुनरिदमवगम्यते +पुनरिदमाह +पुनरिदमुक्तम् +पुनरिदमुच्यते +पुनरिदमेव +पुनरिदम् +पुनरिदानीं +पुनरिन्द्रः +पुनरिन्द्रियाणि +पुनरिमं +पुनरिमां +पुनरिमानि +पुनरिमे +पुनरिमौ +पुनरियं +पुनरियता +पुनरिव +पुनरिषे +पुनरिह +पुनरिहागताः +पुनरिहागत्य +पुनरिहैव +पुनरिहोच्यते +पुनरिहोदाहरणम् +पुनरीक्षते +पुनरीक्ष्यते +पुनरीदृशः +पुनरीश्वरः +पुनरु +पुनरुक्त +पुनरुक्तं +पुनरुक्तः +पुनरुक्तता +पुनरुक्ततां +पुनरुक्तत्वं +पुनरुक्तत्वम् +पुनरुक्तत्वात् +पुनरुक्तप्रतीकाशं +पुनरुक्तमिति +पुनरुक्तमित्यत +पुनरुक्तमित्याशङ्क्य +पुनरुक्तम् +पुनरुक्तवदाभास +पुनरुक्तवदाभासं +पुनरुक्तवदाभासः +पुनरुक्तवदाभासस्य +पुनरुक्तवदाभासो +पुनरुक्तवादिनीं +पुनरुक्तस्य +पुनरुक्ता +पुनरुक्तार्थत्वात् +पुनरुक्ति +पुनरुक्तिं +पुनरुक्तिः +पुनरुक्तिदोष +पुनरुक्तिदोषः +पुनरुक्तिपरिहारः +पुनरुक्तिपरिहाराय +पुनरुक्तिपरिहारायाहध्यानाभिमुखीकृतकायवाङ्मनोवृत्तिरिति +पुनरुक्तिप्रसङ्गात् +पुनरुक्तिमत् +पुनरुक्तिमाशङ्क्य +पुनरुक्तिरादरार्था +पुनरुक्तिरिति +पुनरुक्तिरित्यत +पुनरुक्तिरित्यर्थः +पुनरुक्तिरित्याशङ्क्याह +पुनरुक्तिरेव +पुनरुक्तिश्च +पुनरुक्ते +पुनरुक्तेः +पुनरुक्तेन +पुनरुक्तो +पुनरुक्तौ +पुनरुक्त्या +पुनरुच्चारणं +पुनरुच्यते +पुनरुच्यन्ते +पुनरुज्जीवनं +पुनरुज्जीवनम् +पुनरुत्तमे +पुनरुत्तमेऽस्मिन् +पुनरुत्थानं +पुनरुत्थाप्य +पुनरुत्थाय +पुनरुत्थितः +पुनरुत्थिताः +पुनरुत्पतसि +पुनरुत्पत्तिं +पुनरुत्पत्तिः +पुनरुत्पत्तिप्रसङ्गः +पुनरुत्पत्तौ +पुनरुत्पत्य +पुनरुत्पद्यते +पुनरुत्पद्यमानेन +पुनरुत्पन्ने +पुनरुत्पादनमेवास्य +पुनरुत्पादयेत् +पुनरुत्पाद्य +पुनरुत्सवमाचरेत् +पुनरुत्सृष्ट +पुनरुत्सृष्टो +पुनरुत्स्यूतं +पुनरुदयतः +पुनरुदयो +पुनरुदेति +पुनरुद्धरणं +पुनरुद्धरेत् +पुनरुद्धारं +पुनरुद्धारः +पुनरुद्धृत्य +पुनरुद्भवः +पुनरुद्भवन्ति +पुनरुद्भवो +पुनरुद्भूतिः +पुनरुन्नतिः +पुनरुप +पुनरुपदेशः +पुनरुपनयनं +पुनरुपनयनम् +पुनरुपनयने 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+पुरस्तादपकर्षः +पुरस्तादपवादः +पुरस्तादपवादा +पुरस्तादपि +पुरस्तादप्रास्तं +पुरस्तादभिषेकस्य +पुरस्तादवगाढा +पुरस्तादशक्यं +पुरस्तादश्विनावभितः +पुरस्तादागतः +पुरस्तादारभ्य +पुरस्तादाहवनीयं +पुरस्तादिति +पुरस्तादित्यनेन +पुरस्तादिदं +पुरस्तादिव +पुरस्तादिह +पुरस्तादुत +पुरस्तादुत्तरतो +पुरस्तादुत्तरवेदिं +पुरस्तादुदेता +पुरस्तादुन्नतं +पुरस्तादुपदधाति +पुरस्तादुपधाय +पुरस्तादुपयाचितो +पुरस्तादुपयामा +पुरस्तादुपरिष्टाच्च +पुरस्तादुपस्थानं +पुरस्तादेव +पुरस्तादेवाग्रेऽथ +पुरस्ताद् +पुरस्ताद्गोप्तारं +पुरस्ताद्दधाति +पुरस्ताद्धरेत् +पुरस्ताद्धि +पुरस्ताद्धोम +पुरस्ताद्धोमसंस्थितहोमानुद्धृत्य +पुरस्ताद्धोमसंस्थितहोमैर् +पुरस्ताद्धोमाः +पुरस्ताद्धोमान् +पुरस्ताद्बृहती +पुरस्ताद्ब्रह्म +पुरस्ताद्भवति +पुरस्ताद्भिक्षुसंघस्य +पुरस्ताद्य +पुरस्ताद्यमुदाजहार +पुरस्ताद्युक्तो +पुरस्ताद्वा +पुरस्ताद्वि +पुरस्ताद्वितृतीयदेशे +पुरस्ताद्वै +पुरस्तान् +पुरस्तान्न +पुरस्तान्नयति +पुरस्तान्निदधाति +पुरस्तान्निषण्णा +पुरस्तान्निषण्णो +पुरस्तान्नो +पुरस्तान्मण्डपं +पुरस्तान्मम +पुरस्तान्माध्यंदिनस्य +पुरस्ताल् +पुरस्ताल्लक्ष्मा +पुरस्ताल्ललाटे +पुरस्तिष्ठति +पुरस्तु +पुरस्ते +पुरस्तेषां +पुरस्त्रियः +पुरस्त्वं +पुरस्थं +पुरस्थितः +पुरस्थितम् +पुरस्य +पुरस्यान्तःपुरस्य +पुरस्यापि +पुरस्याभ्यन्तरे +पुरस्यास्य +पुरस्वामिनः +पुरस्सरं +पुरस्सरः +पुरस्सरम् +पुरस्सराः +पुरहन्त्रा +पुरहर +पुरा +पुरां +पुराः +पुराकरोत् +पुराकल्प +पुराकल्पः +पुराकल्पे +पुराकल्पो +पुराकाले +पुराकृतं +पुराकृतः +पुराकृतम् +पुराकृतानां +पुराकृतानि +पुराकृतैः +पुराकृत्वा +पुराख्यातं +पुराग्निर् +पुराङ्गना +पुराङ्गनाः +पुराङ्गनानां +पुराङ्गनानाम् +पुराजाः +पुराण +पुराणं +पुराणः +पुराणकं +पुराणकथा +पुराणकथाः +पुराणकम् +पुराणगणकैरादेश +पुराणगाः +पुराणज्ञं +पुराणज्ञः +पुराणज्ञस्य +पुराणज्ञा +पुराणज्ञाः +पुराणज्ञाय +पुराणज्ञे +पुराणज्ञैः +पुराणज्ञो +पुराणञ्च +पुराणतया +पुराणता +पुराणत्वं +पुराणनाम +पुराणनामचूडामणिः +पुराणनामसु +पुराणनामैतत् +पुराणन्तु +पुराणन्यायमीमांसा +पुराणन्यायमीमांसाधर्मशास्त्राङ्गमिश्रिताः +पुराणपठनं +पुराणपात्राणि +पुराणपुरुष +पुराणपुरुषं +पुराणपुरुषः +पुराणपुरुषस्य +पुराणपुरुषाय +पुराणपुरुषो +पुराणपुरुषोत्तम +पुराणपुरुषोत्तमः +पुराणपुरुषोत्तमम् +पुराणप्रसिद्धम् +पुराणप्रसिद्धाः +पुराणप्रसिद्धिः +पुराणप्रोक्तेषु +पुराणभेदे +पुराणमखिलं +पुराणमजरं +पुराणमनुशासितारम् +पुराणमपि +पुराणमिति +पुराणमित्येव +पुराणमिदं +पुराणमिदमग्निनामकमपि +पुराणमेव +पुराणम् +पुराणयोः +पुराणलक्षणं +पुराणलक्षणम् +पुराणवचनः +पुराणवचनम् +पुराणवचनात् +पुराणवचनानि +पुराणवत् +पुराणवाक्यानि +पुराणवाणी +पुराणवारणम् +पुराणवित् +पुराणविदो +पुराणवेत्ता +पुराणवेदम् +पुराणशतानि +पुराणशब्दे +पुराणशास्त्रम् +पुराणश्च +पुराणश्रवणं +पुराणश्रवणस्य +पुराणश्रवणादिभिः +पुराणश्रवणादेव +पुराणश्रवणे +पुराणश्रवणेन +पुराणसंग्रहे +पुराणसंहितां +पुराणसमुच्चये +पुराणसम्मतिमाह +पुराणसर्पिः +पुराणसर्पिषः +पुराणसारे +पुराणसूत्रं +पुराणस्य +पुराणस्यापि +पुराणस्यास्य +पुराणा +पुराणां +पुराणाः +पुराणात् +पुराणात्मा +पुराणादि +पुराणादिषु +पुराणादौ +पुराणाद्याः +पुराणानां +पुराणानाम् +पुराणानि +पुराणानुसारं +पुराणान् +पुराणान्तरे +पुराणान्यखिलानि +पुराणाय +पुराणार्थं +पुराणार्थविशारद +पुराणार्थविशारदः +पुराणार्थे +पुराणावृषिसत्तमौ +पुराणाश्च +पुराणि +पुराणिं +पुराणिक +पुराणिकः +पुराणी +पुराणीं +पुराणीः +पुराणे +पुराणेति +पुराणेन +पुराणेभ्यः +पुराणेषु +पुराणेष्वपि +पुराणेष्वितिहासेषु +पुराणेष्विव +पुराणेऽपि +पुराणेऽस्मिन् +पुराणै +पुराणैः +पुराणैश्च +पुराणो +पुराणों +पुराणोक्त +पुराणोक्तं +पुराणोक्तः +पुराणोक्ता +पुराणोदकभूयिष्ठाः +पुराणोऽनादिः +पुराणोऽयं +पुराणोऽसौ +पुराणौ +पुराण्यथ +पुराण्यपि +पुराण्या +पुराण्येतानि +पुरातत्त्व +पुरातत्त्वविभागस्य +पुरातत्त्वशास्त्रम् +पुरातत्व +पुरातन +पुरातनं +पुरातनः +पुरातनकाले +पुरातनप्रबन्धसङ्ग्रहः +पुरातनम् +पुरातनस् +पुरातनस्य +पुरातना +पुरातनाः +पुरातनानां +पुरातनानामिव +पुरातनानि +पुरातनान् +पुरातनाय +पुरातनी +पुरातनीं +पुरातनीः +पुरातनीम् +पुरातने +पुरातनेषु +पुरातनैः +पुरातनो +पुरातनोऽपि +पुरातनौ +पुरातन्यः +पुरातात्त्विक +पुरात् +पुरात्ततः +पुरादितः +पुरादिषु +पुरादेशश्च +पुरादौ +पुराद् +पुराद्बहिः +पुराधिप +पुराधीयते +पुराध्यक्षः +पुरान +पुरानघ +पुराना +पुरानी +पुराने +पुरान् +पुरान्तक +पुरान्तकः +पुरान्तरं +पुरान्नम् +पुरान्निर्गत्य +पुरान्निर्वासनाङ्कने +पुरापि +पुराभवं +पुराभवत् +पुराभवम् +पुराभवे +पुरामसि +पुराम् +पुराय +पुरायं +पुरायुषः +पुरायुषो +पुरारि +पुरारिं +पुरारिः +पुरारिणा +पुरारिमप्राप्तमुखः +पुरारिम् +पुरारिवसतिः +पुरारी +पुरारे +पुरारेः +पुरालेखः +पुरालेखाः +पुरावत् +पुराविद +पुराविदः +पुराविदो +पुराविदों +पुराविद्भिः +पुरावृत्त +पुरावृत्तं +पुरावृत्तम् +पुरावृत्तां +पुरावृत्ते +पुराशब्दयोगे +पुराषाट् +पुरासीत् +पुरास्ति +पुरास्त्रीकृतो +पुरास्य +पुराह +पुराहं +पुराहमभवं +पुराऽजाः +पुराऽनघ +पुराऽपि +पुराऽभवत् +पुराऽयं +पुराऽस्य +पुराऽहं +पुराऽऽयुषः +पुराऽऽसीत् +पुरा॒जाः +पुरि +पुरिः +पुरिका +पुरिमा +पुरिमायां +पुरिमे +पुरिशय +पुरिशयं +पुरिशयः +पुरिशयो +पुरिसा +पुरिसे +पुरिसो +पुरी +पुरीं +पुरीः +पुरीणां +पुरीततं +पुरीतति +पुरीतत् +पुरीति +पुरीद्वारा +पुरीप +पुरीपं +पुरीपस्य +पुरीपाल +पुरीप्रस्थानम् +पुरीभेदे +पुरीम +पुरीमण्डलम् +पुरीमयोध्यां +पुरीमवस्कन्द +पुरीमावासयामास +पुरीमिति +पुरीमिमां +पुरीमिमाम् +पुरीमेत्य +पुरीम् +पुरीयं +पुरीविशेषः +पुरीष +पुरीषं +पुरीषजाः +पुरीषजे +पुरीषञ्च +पुरीषनिवपनविधानं +पुरीषपदानि +पुरीषमसि +पुरीषमसीति +पुरीषमस्यप्सो +पुरीषमास्यादथवा +पुरीषमाहुतयः +पुरीषमिव +पुरीषमुपधाय +पुरीषम् +पुरीषवती +पुरीषवतीं +पुरीषवतीम् +पुरीषवन्तं +पुरीषवातसङ्गश्च +पुरीषवाहणः +पुरीषवाहनः +पुरीषवेगेऽभिहते +पुरीषस्य +पुरीषा +पुरीषाणि +पुरीषात् +पुरीषाधानं +पुरीषिणं +पुरीषिणः +पुरीषिणम् +पुरीषु +पुरीषे +पुरीषेण +पुरीषेणाभ्यूहति +पुरीषैर् +पुरीषोत्था +पुरीषोत्सर्गः +पुरीषोत्सर्गे +पुरीष्य +पुरीष्यं +पुरीष्यः +पुरीष्यमङ्गिरस्वदच्छेम +पुरीष्यमिति +पुरीष्यम् +पुरीष्या +पुरीष्याः +पुरीष्याधिपा +पुरीष्यासः +पुरीष्यासो +पुरीष्यो +पुरीष्योऽसि +पुरी॑षं॒ +पुरी॑षमसि +पुरी॑षम् +पुरी॑षात् +पुरु +पुरुं +पुरुः +पुरुकुत्स +पुरुकुत्सं +पुरुकुत्सः +पुरुकुत्सश्च +पुरुकुत्सस्य +पुरुकुत्साय +पुरुकुत्सो +पुरुकृत् +पुरुक्षु +पुरुक्षुं +पुरुक्षुः +पुरुक्षो +पुरुक्षोः +पुरुचेतनः +पुरुजित् +पुरुजित्कुन्तिभोजशैब्यानां +पुरुजित्कुन्तिभोजश्च +पुरुतमं +पुरुतमः +पुरुतमस्य +पुरुतमा +पुरुतमानि +पुरुत्रा +पुरुत्रारण्येषु +पुरुदंसं +पुरुदंससा +पुरुदस्मो +पुरुदिनेषु +पुरुद्वन्तः +पुरुध +पुरुधा +पुरुनिष्षिधे +पुरुप +पुरुपं +पुरुपः +पुरुपके +पुरुपस्य +पुरुपा +पुरुपुत्रां +पुरुपे +पुरुपेण +पुरुपैः +पुरुपो +पुरुप्रशस्तः +पुरुप्रिय +पुरुप्रियं +पुरुप्रियः +पुरुप्रियम् +पुरुप्रिया +पुरुप्रियाग्ने +पुरुप्रियो +पुरुप्रि॒यम् +पुरुभिः +पुरुभिर्बहुभिः +पुरुभुजा +पुरुभूतमा +पुरुभोजसं +पुरुभोजसः +पुरुभोजसम् +पुरुमन्तू +पुरुमायः +पुरुमित्रश्च +पुरुमित्रस्य +पुरुमित्रो +पुरुमि॒त्रस्य॒ +पुरुमीढश्च +पुरुमीढाजमीढौ +पुरुरवसः +पुरुरवसा +पुरुरवस् +पुरुरवा +पुरुरवाः +पुरुराव्णः +पुरुराव्णो +पुरुरूप +पुरुरूपं +पुरुरूपा +पुरुरूपाय +पुरुर्नाम +पुरुलिया +पुरुलियामण्डलम् +पुरुवं +पुरुवंशः +पुरुवंशस्य +पुरुवंश्ये +पुरुवर्पसमृभ्वमिनतममाप्त्यमाप्त्यानाम् +पुरुवशः +पुरुवसुः +पुरुवसो +पुरुवार +पुरुवारं +पुरुवारः +पुरुवारो +पुरुवीरं +पुरुवीरस्य +पुरुवैः +पुरुशब्दस्य +पुरुशब्दात् +पुरुशाक +पुरुश्चन्द्रं +पुरुश्चन्द्रः +पुरुश्चन्द्रस्य +पुरुश्चन्द्रैरभिद्युभिः +पुरुष +पुरुषँ +पुरुषं +पुरुषः +पुरुषःपुरुषो +पुरुषका +पुरुषकार +पुरुषकारं +पुरुषकारः +पुरुषकारव्याख्यासमेतम् +पुरुषकारश्च +पुरुषकारस्य +पुरुषकाराधिपतिफले +पुरुषकारे +पुरुषकारेण +पुरुषकारो +पुरुषकारोपेतम् +पुरुषकी +पुरुषकृतः +पुरुषकृता +पुरुषके +पुरुषको +पुरुषख्यातिं +पुरुषख्यातेर्गुणवैतृष्ण्यम् +पुरुषगत +पुरुषगतो +पुरुषगात्रं +पुरुषच्छाया +पुरुषज्ञानं +पुरुषज्ञानम् +पुरुषञ्च +पुरुषतत्त्वं +पुरुषतत्त्वस्य +पुरुषता +पुरुषत्रये +पुरुषत्रा +पुरुषत्व +पुरुषत्वं +पुरुषत्वता +पुरुषत्वम् +पुरुषत्वे +पुरुषत्वेन +पुरुषदम्यसारथिः +पुरुषदैवत्या +पुरुषदोषेण +पुरुषद्वयसम् +पुरुषद्वेषिणी +पुरुषधर्म +पुरुषधर्मः +पुरुषधर्मत्वात् +पुरुषधर्मो +पुरुषधौरेयः +पुरुषधौरेयस्य +पुरुषनाय +पुरुषनिष्ठ +पुरुषने +पुरुषन्त्योरा +पुरुषपदं +पुरुषपदेन +पुरुषपरचिदात्माभिधं +पुरुषपरीक्षा +पुरुषपर्यायः +पुरुषपशुं +पुरुषपात्राणि +पुरुषपुङ्गवः +पुरुषपुद्गलाः +पुरुषप्रत्ययेन +पुरुषप्रधानः +पुरुषप्रमाणं +पुरुषप्रयत्न +पुरुषप्रयत्नं +पुरुषप्रयत्नः +पुरुषप्रयत्नमन्तरेण +पुरुषप्रयत्नस्य +पुरुषप्रयत्नो +पुरुषप्रवीर +पुरुषप्रवीरः +पुरुषप्रवीराः +पुरुषप्रवीरौ +पुरुषप्रवृत्तिः +पुरुषप्राधान्यम् +पुरुषबहुत्वं +पुरुषबुद्धिरित्येके +पुरुषभेद +पुरुषभेदे +पुरुषभेदेन +पुरुषमन्त्रेण +पुरुषमपि +पुरुषमभिध्यायीत +पुरुषमहिलानां 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+पुरुषसूक्त +पुरुषसूक्तं +पुरुषसूक्तकम् +पुरुषसूक्तञ्च +पुरुषसूक्ततः +पुरुषसूक्तन +पुरुषसूक्तम् +पुरुषसूक्तस्य +पुरुषसूक्ते +पुरुषसूक्तेन +पुरुषसूतं +पुरुषसे +पुरुषस् +पुरुषस्तं +पुरुषस्ततः +पुरुषस्तत्र +पुरुषस्तथा +पुरुषस्तदा +पुरुषस्तद्विश्वमुपजीवति +पुरुषस्तमेवाहमुपास +पुरुषस्तस्य +पुरुषस्तु +पुरुषस्ते +पुरुषस्तेजस +पुरुषस्तेन +पुरुषस्त्वं +पुरुषस्त्वन्य +पुरुषस्त्वन्यः +पुरुषस्य +पुरुषस्या +पुरुषस्यात्यन्तिको +पुरुषस्यानादिः +पुरुषस्यापरिणामित्वं +पुरुषस्यापरिणामित्वमनुमापयति +पुरुषस्यापरिणामित्वात् +पुरुषस्यापि +पुरुषस्यामिश्रीभावः +पुरुषस्यायुः +पुरुषस्यार्थं +पुरुषस्यार्थः +पुरुषस्यार्थो +पुरुषस्याल्पमेधसः +पुरुषस्यासिंहासनं +पुरुषस्यास्थिसंग्रहः +पुरुषस्यास्थीनि +पुरुषस्यास्थ्ना +पुरुषस्येति +पुरुषस्येत्यर्थः +पुरुषस्येन्द्रियाणां +पुरुषस्येयमसाविति +पुरुषस्येव +पुरुषस्येह +पुरुषस्यैव +पुरुषस्योपजायते +पुरुषस्स +पुरुषहस्तिभ्यामण् +पुरुषहस्तिभ्यामण्च +पुरुषा +पुरुषांश्च +पुरुषाः +पुरुषाकार +पुरुषाकारं +पुरुषाकारः +पुरुषाकृति +पुरुषाकृतिं +पुरुषाकृतिः +पुरुषाकृतिम् +पुरुषाख्यं +पुरुषाख्यः +पुरुषाख्याः +पुरुषाख्येन +पुरुषाग्नौ +पुरुषाणा +पुरुषाणां +पुरुषाणाञ्च +पुरुषाणामपि +पुरुषाणाम् +पुरुषातिशयो +पुरुषात् +पुरुषात्केशलोमानि +पुरुषात्परम् +पुरुषात्पुरुषात् +पुरुषात्प्रमाणेऽन्यतरस्याम् +पुरुषात्मकम् +पुरुषात्मना +पुरुषात्मने +पुरुषात्मा +पुरुषात्मानं +पुरुषाद +पुरुषादं +पुरुषादः +पुरुषादकः +पुरुषादकम् +पुरुषादकाः +पुरुषादतिरिच्यते +पुरुषादधि +पुरुषादयः +पुरुषादाकाशः +पुरुषादि +पुरुषादी +पुरुषादीनां +पुरुषादीन् +पुरुषादो +पुरुषाद् +पुरुषाधम +पुरुषाधमः +पुरुषाधमम् +पुरुषाधमाः +पुरुषाधिष्ठितं +पुरुषाधिष्ठितत्वाच्च +पुरुषाधिष्ठिता +पुरुषाधीनत्वात् +पुरुषानहम् +पुरुषानुद्धरिष्यामीति +पुरुषानृते +पुरुषानेकविंशतिम् +पुरुषान् +पुरुषान्तं +पुरुषान्तर +पुरुषान्तरं +पुरुषान्तरः +पुरुषान्तरम् +पुरुषान्तरस्य +पुरुषान्तरे +पुरुषान्तरेण +पुरुषान्ते +पुरुषान्न +पुरुषान्यता +पुरुषान्वयी +पुरुषान्वा +पुरुषापसदैः +पुरुषापाश्रया +पुरुषापेक्षया +पुरुषाभिप्रायमेव +पुरुषाभ्यां +पुरुषाय +पुरुषायणाः +पुरुषायते +पुरुषायितं +पुरुषायिते +पुरुषायितेषु +पुरुषायुषं +पुरुषायुषजीविन्यो 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+पुरुषोत्तमत्वेन +पुरुषोत्तमदास +पुरुषोत्तमदासः +पुरुषोत्तमदेव +पुरुषोत्तमदेवस्य +पुरुषोत्तममासमाहात्म्ये +पुरुषोत्तममासस्य +पुरुषोत्तममासे +पुरुषोत्तममासोऽयं +पुरुषोत्तममाहात्म्यं +पुरुषोत्तममाहात्म्ये +पुरुषोत्तममेव +पुरुषोत्तमम् +पुरुषोत्तमयोगः +पुरुषोत्तमयोगस्य +पुरुषोत्तमरूपं +पुरुषोत्तमरूपेण +पुरुषोत्तमलिङ्गा +पुरुषोत्तमलिङ्गाः +पुरुषोत्तमवर्णनम् +पुरुषोत्तमव्याख्या +पुरुषोत्तमश्च +पुरुषोत्तमसंज्ञस्य +पुरुषोत्तमसंज्ञोऽहं +पुरुषोत्तमसंहिता +पुरुषोत्तमसंहितायाः +पुरुषोत्तमस्तु +पुरुषोत्तमस्य +पुरुषोत्तमा +पुरुषोत्तमाः +पुरुषोत्तमाख्यं +पुरुषोत्तमात् +पुरुषोत्तमाय +पुरुषोत्तमायेति +पुरुषोत्तमी +पुरुषोत्तमीम् +पुरुषोत्तमे +पुरुषोत्तमेति +पुरुषोत्तमेन +पुरुषोत्तमैः +पुरुषोत्तमो +पुरुषोत्तमोऽपि +पुरुषोत्तमौ +पुरुषोत्तम् +पुरुषोपकरणे +पुरुषोपभोगाय +पुरुषोपरागो +पुरुषोपि +पुरुषोऽ +पुरुषोऽङ्गना +पुरुषोऽजायत +पुरुषोऽत्र +पुरुषोऽथ +पुरुषोऽनेनेति +पुरुषोऽन्तरात्मा +पुरुषोऽन्नरसमय +पुरुषोऽन्नरसमयः +पुरुषोऽपरः +पुरुषोऽपसार्यतामिति +पुरुषोऽपि +पुरुषोऽब्रवीत् +पुरुषोऽभवत् +पुरुषोऽभिरूपो +पुरुषोऽमृषा +पुरुषोऽयं +पुरुषोऽयमेव +पुरुषोऽर्जुनदर्शिवान् +पुरुषोऽव्ययः +पुरुषोऽशयिष्ट +पुरुषोऽश्नुते +पुरुषोऽसत् +पुरुषोऽसि +पुरुषोऽस्ति +पुरुषोऽस्य +पुरुषोऽहं +पुरुषौ +पुरुष् +पुरुष्टुत +पुरुष्टुतं +पुरुष्टुतः +पुरुष्टुतम् +पुरुष्टुतस्य +पुरुष्टु॒तः +पुरुसः +पुरुसो +पुरुस्कृत्य +पुरुस्पृहं +पुरुस्पृहः +पुरुस्पृहम् +पुरुस्पृहो +पुरुहन्मन्न् +पुरुहन्मा +पुरुहूत +पुरुहूतं +पुरुहूतः +पुरुहूतमिन्द्रं +पुरुहूतमुख्याः +पुरुहूतम् +पुरुहूतश्च +पुरुहूतसन्निभः +पुरुहूतस्य +पुरुहूता +पुरुहूताय +पुरुहूतेन +पुरुहूतो +पुरुहूत॒ +पुरुहू॒त +पुरुहू॒तं +पुरुहू॒तो +पुरु़षः +पुरुऽकृत् +पुरुऽक्षुः +पुरुऽक्षुम् +पुरुऽक्षो +पुरुऽतमम् +पुरुऽत्रा +पुरुऽप्रियम् +पुरुऽभुजा +पुरुऽवसुः +पुरुऽवसो +पुरुऽवारः +पुरुऽस्तुत +पुरुऽस्तुतः +पुरुऽस्पृहः +पुरुऽस्पृहम् +पुरुऽहूत +पुरुऽहूतः +पुरुऽहूतम् +पुरु॑ष +पुरु॑षं +पुरु॑षं॒ +पुरु॑षः +पुरु॑षम् +पुरु॑षश्श॒तेन्द्रि॑यः +पुरु॑षस्य +पुरु॑षस्य॒ +पुरु॑षाय +पुरु॑षे +पुरु॑षे॒ +पुरु॑षो +पुरु॑षो॒ +पुरु॑ष॒ +पुरु॑ष॒एवेदंसर्व॒यद्भू॒तंयच्च॒भव्य॑म् +पुरु॑हूत॒ +पुरु॒क्षुं +पुरु॒क्षुः +पुरु॒क्षुम् +पुरु॒क्षोः +पुरु॒तमं॑ +पुरु॒त्रा +पुरु॒त्रार॑ण्येषु॒ +पुरु॒दंसं॑ +पुरु॒धा +पुरु॒राव्णो॑ +पुरु॒वारो॑ +पुरु॒षता॒ +पुरु॒स्पृहं॑ +पुरु॒स्पृहो॒ +पुरू +पुरूची +पुरूचीः +पुरूचीर्वसूनि +पुरूचीस्तिरो +पुरूणां +पुरूणामीशानं +पुरूणाम् +पुरूणि +पुरूण्यग्ने +पुरूतमं +पुरूतमम् +पुरून् +पुरूप +पुरूरवः +पुरूरवस +पुरूरवसं +पुरूरवसंज्ञका +पुरूरवसः +पुरूरवसा +पुरूरवसि +पुरूरवसे +पुरूरवसो +पुरूरवा +पुरूरवाः +पुरूरवाश्च +पुरूरवो +पुरूरुणा +पुरूर्क +पुरूवसुं +पुरूवसुः +पुरूवसुर्निष्कर्ता +पुरूवसू +पुरूवसो +पुरूवसो॒ +पुरूष +पुरूषं +पुरूषः +पुरूषस्य +पुरूषाः +पुरूषो +पुरू॑रवः +पुरे +पुरेण +पुरेति +पुरेत्यादि +पुरेपुरे +पुरेभ्यो +पुरेरितः +पुरेरितम् +पुरेव +पुरेषु +पुरेऽस्मिन् +पुरै +पुरैः +पुरैव +पुरैश्च +पुरो +पुरों +पुरोः +पुरोक्तं +पुरोक्तवत् +पुरोक्ता +पुरोक्तानि +पुरोक्षꣳ +पुरोग +पुरोगः +पुरोगतं +पुरोगतः +पुरोगतम् +पुरोगताः +पुरोगतिः +पुरोगतेन +पुरोगमः +पुरोगमा +पुरोगमाः +पुरोगवः +पुरोगवी +पुरोगा +पुरोगाः +पुरोगाणां +पुरोगामिनी +पुरोगामी +पुरोगाम् +पुरोगेण +पुरोचनः +पुरोचनम् +पुरोजवः +पुरोजिती +पुरोजितीति +पुरोजितीवः +पुरोजितीवो +पुरोडड्डत्ध् +पुरोडा +पुरोडाः +पुरोडाश +पुरोडाशँ +पुरोडाशं +पुरोडाशः +पुरोडाशकपालानि +पुरोडाशकपालेन +पुरोडाशमयं +पुरोडाशमवदाय +पुरोडाशमष्टाकपालं +पुरोडाशमासन्नमभिमृशति +पुरोडाशमिति +पुरोडाशमेकादशकपालं +पुरोडाशम् +पुरोडाशयोः +पुरोडाशसहचरितो +पुरोडाशस् +पुरोडाशस्य +पुरोडाशस्यानुवाक्या +पुरोडाशस्यावद्यति +पुरोडाशा +पुरोडाशाँ +पुरोडाशांश्चरूंश्चैव +पुरोडाशाः +पुरोडाशात् +पुरोडाशादि +पुरोडाशादिकं +पुरोडाशादिना +पुरोडाशादीनि +पुरोडाशादेः +पुरोडाशानां +पुरोडाशानामिति +पुरोडाशानाम् +पुरोडाशानासाद्य +पुरोडाशान् +पुरोडाशान्प्रस्थितान्प्रेष्येति +पुरोडाशाय +पुरोडाशार्थान् +पुरोडाशावासादयति +पुरोडाशासादने +पुरोडाशाꣳ +पुरोडाशिकी +पुरोडाशिन्य +पुरोडाशे +पुरोडाशेन +पुरोडाशेषु +पुरोडाशैः +पुरोडाशैर् +पुरोडाशो +पुरोडाशौ +पुरोडाश्च +पुरोडाशꣳ +पुरोत्तमम् +पुरोत्तमात् +पुरोत्तमे +पुरोदधे +पुरोदितं +पुरोदितः +पुरोदितम् +पुरोदिता +पुरोदिताः +पुरोदितैः +पुरोदेशे +पुरोद्यानं +पुरोद्यानानि +पुरोद्याने +पुरोधस +पुरोधसं +पुरोधसः +पुरोधसम् +पुरोधसा +पुरोधसां +पुरोधसाम् +पुरोधसि +पुरोधसे +पुरोधसो +पुरोधा +पुरोधां +पुरोधाः +पुरोधाकाम +पुरोधाकामः +पुरोधाकामो +पुरोधाम् +पुरोधाय +पुरोधाया +पुरोधायामस्मिन् +पुरोधायामस्यां +पुरोधायाम् +पुरोधाश्च +पुरोधास्तस्य +पुरोधास्तु +पुरोनुवाक्यया +पुरोनुवाक्या +पुरोनुवाक्यां +पुरोनुवाक्याः +पुरोनुवाक्यामनूच्य +पुरोनुवाक्यामन्वाह +पुरोनुवाक्याम् +पुरोनुवाक्ये +पुरोनुवा॒क्या॑ +पुरोपकण्ठे +पुरोभये +पुरोभाग +पुरोभागः +पुरोभागी +पुरोभागे +पुरोमुखः +पुरोयायी +पुरोयुधा +पुरोरथमिति +पुरोरथमिन्द्राय +पुरोरथम् +पुरोरुक् +पुरोरुगेका +पुरोरुग् +पुरोरुच +पुरोरुचं +पुरोरुचः +पुरोरुचम् +पुरोरुचा +पुरोरुचां +पुरोरुचो +पुरोरुचौ +पुरोर्वंशे +पुरोळाः +पुरोळाशं +पुरोळाशम् +पुरोवत् +पुरोवर्ति +पुरोवर्तिन +पुरोवर्तिनं +पुरोवर्तिनः +पुरोवर्तिना +पुरोवर्तिनि +पुरोवर्तिनी +पुरोवर्तिनीं +पुरोवर्तिनो +पुरोवर्ती +पुरोवर्त्तिनि +पुरोवसो +पुरोवाक् +पुरोवाच +पुरोवात +पुरोवातं +पुरोवातः +पुरोवातम् +पुरोवातसनिर् +पुरोवाते +पुरोवातो +पुरोहविषि +पुरोहित +पुरोहितं +पुरोहितः +पुरोहितकर्माणि +पुरोहितमते +पुरोहितमिति +पुरोहितम् +पुरोहितश्च +पुरोहितश्चैव +पुरोहितस्य +पुरोहिता +पुरोहिताः +पुरोहितादयः +पुरोहितानां +पुरोहितान् +पुरोहिताय +पुरोहिताव् +पुरोहिते +पुरोहितेति +पुरोहितेन +पुरोहितैः +पुरोहितो +पुरोहितोऽध्वर्युर्वा +पुरोहितौ +पुरोऽ +पुरोऽग्निः +पुरोऽग्रतः +पुरोऽग्रतोऽग्रेषु +पुरोऽग्रे +पुरोऽथ +पुरोऽनु +पुरोऽनुवाक्या +पुरोऽनुवाक्याः +पुरोऽनुवाक्याम् +पुरोऽनुवाक्यायै +पुरोऽनुवाक्ये +पुरोऽपि +पुरोऽभवत् +पुरोऽवलोक्य +पुरोऽव्ययम् +पुरोऽस्य +पुरो॑ +पुरो॒ +पुरो॒गाः +पुरो॒डाशं॒ +पुरो॒डाशो॑ +पुरो॒डाश॑म॒ष्टाक॑पालं॒ +पुरो॒ळाशं॑ +पुरौ +पुरौकसः +पुरौकसाम् +पुर् +पुर्ण +पुर्तगाल +पुर्तगाली +पुर्तगालीभाषा +पुर्तुगल् +पुर्य +पुर्यः +पुर्यष्टकं +पुर्यष्टकस्य +पुर्यष्टके +पुर्यष्टकेन +पुर्या +पुर्यां +पुर्याः +पुर्यामयोध्यायां +पुर्याम् +पुर्यो +पुर्य्या +पुर्य्यां +पुर्व +पुर्वं +पुर्वणीक +पुर्ववत् +पुर्वाञ्चलविकासक्षेत्रस्य +पुर्वे +पुर॑ +पुर॑म् +पुर॑म्ऽधिः +पुर॑म्ऽधिम् +पुर॑म्ऽधीः +पुर॑म्ऽध्या +पुर॒ +पुल +पुलं +पुलः +पुलक +पुलकं +पुलकः +पुलका +पुलकां +पुलकांचितविग्रहः +पुलकांचितविग्रहाः +पुलकाः +पुलकाङ्कितसर्वाङ्गः +पुलकाञ्चितविग्रहः +पुलकाञ्चितसर्वाङ्गो +पुलकाञ्चिते +पुलकानां +पुलकित +पुलकितं +पुलकितः +पुलकितमिव +पुलकिता +पुलकितो +पुलकी +पुलके +पुलकेन +पुलकै +पुलकैः +पुलको +पुलकोद्गमः +पुलकोपगूढः +पुलवामा +पुलवामामण्डलम् +पुलस्तये +पुलस्ति +पुलस्तिः +पुलस्त्य +पुलस्त्यं +पुलस्त्यः +पुलस्त्यभार्यायां +पुलस्त्यश्च +पुलस्त्यश्चेति +पुलस्त्यस्य +पुलस्त्याय +पुलस्त्येन +पुलस्त्यो +पुलस्य +पुलह +पुलहं +पुलहः +पुलहश्च +पुलहश्चैव +पुलहस्तथा +पुलहस्य +पुलहाय +पुलहेन +पुलहो +पुला +पुलाक +पुलाकः +पुलाकतोयप्रतिमं +पुलाका +पुलाकाः +पुलाको +पुलि +पुलिकेशिः +पुलिकेशिनगरविधानसभाक्षेत्रम् +पुलिङ्ग +पुलिङ्गत्वात् +पुलिन +पुलिनं +पुलिनमधुना +पुलिनम् +पुलिनवनान्तरोपसेवी +पुलिनानि +पुलिने +पुलिनेषु +पुलिनैः +पुलिन्द +पुलिन्दं +पुलिन्दः +पुलिन्दसुन्दरकरस्पर्शक्षमं +पुलिन्दा +पुलिन्दांश्च +पुलिन्दाः +पुलिन्दान् +पुलिन्दाश्च +पुलिन्दिका +पुलिन्दिनी +पुलिन्दैः +पुलिन्दो +पुलिश +पुलिस +पुलिस् +पुली +पुले +पुलो +पुलोमजा +पुलोमतनया +पुलोमतनयालकोचितैः +पुलोमन् +पुलोमपुत्री +पुलोमपुत्रीं +पुलोमा +पुलोमानं +पुलोम्नस्तु +पुलोम्नो +पुलोष +पुल्कस +पुल्कसं +पुल्कसः +पुल्कसी +पुल्ल +पुल्लिंग +पुल्लिङ्ग +पुल्लिङ्गं +पुल्लिङ्गः +पुल्लिङ्गा +पुल्लिङ्गाध्यायः +पुल्लिङ्गे +पुल्लिङ्गो +पुल्लेल +पुल्वघो +पुव +पुवं +पुवः +पुवत् +पुवत्त्वे +पुवत्त्वेन +पुवा +पुवो +पुव्वं +पुश +पुश्च +पुष +पुषः +पुषा +पुषाण +पुषादि +पुषादिः +पुषादित्वात् +पुषादित्वादङ् +पुषादित्वान्नित्यं +पुषादिद्युताद्य्लृदितः +पुषि +पुषे +पुषेम +पुषेयं +पुषेयमिति +पुषेयम् +पुष् +पुष्क +पुष्कं +पुष्कर +पुष्करं +पुष्करः +पुष्करक्षेत्रे +पुष्करजं +पुष्करञ्च +पुष्करणी +पुष्करतीर्थे +पुष्करत्रयम् +पुष्करद्वीपे +पुष्करनगरम् +पुष्करपणे +पुष्करपर्ण +पुष्करपर्णं +पुष्करपर्णमुपदधाति +पुष्करपर्णम् +पुष्करपर्णे +पुष्करपर्णेन +पुष्करपर्णेषु +पुष्करपर्णꣳ +पुष्करपलाश +पुष्करमध्येन +पुष्करमम्बरम् +पुष्करमालिने +पुष्करमालिनौ +पुष्करमासाद्य +पुष्करमूलं +पुष्करमूलकम् +पुष्करमूलञ्च +पुष्करमूलम् +पुष्करमूले +पुष्करम् +पुष्करवाक्ये +पुष्करवाद्ये +पुष्करश्च +पुष्करश्चैव +पुष्करसत् +पुष्करसद् +पुष्करसाद +पुष्करसादिः +पुष्करसादो +पुष्करसारिणं +पुष्करसारिणम् +पुष्करसारिणो +पुष्करसारिन् +पुष्करसारिन्न् +पुष्करसारी +पुष्करस्था +पुष्करस्य +पुष्करस्याथ +पुष्करस्रजं +पुष्करस्रजम् +पुष्करस्रजा +पुष्करस्रजौ +पुष्करा +पुष्कराः +पुष्कराक्ष +पुष्कराक्षं +पुष्कराक्षः +पुष्कराक्षस्य +पुष्कराक्षाय +पुष्कराक्षेण +पुष्कराक्षो +पुष्कराक्षोऽपि +पुष्कराख्यं +पुष्कराख्ये +पुष्कराख्येन +पुष्कराख्यो +पुष्कराचे +पुष्कराणां +पुष्कराणि +पुष्करात् +पुष्करादधि +पुष्करादधीति +पुष्करादध्यथर्वा +पुष्करादि +पुष्करादिः +पुष्करादिभ्यो +पुष्करादीनि +पुष्कराद् +पुष्कराद्यानि +पुष्करान् +पुष्करायते +पुष्करारण्यं +पुष्करारण्यमासाद्य +पुष्करारण्ये +पुष्करावती +पुष्करावतीम् +पुष्करावर्तका +पुष्करावर्तकादिषु +पुष्करावर्तकानां +पुष्कराह्व +पुष्कराह्वयः +पुष्कराह्वयम् +पुष्करि +पुष्करिका +पुष्करिकेति +पुष्करिणी +पुष्करिणीं +पुष्करिणीः +पुष्करिणीतीरे +पुष्करिणीद्वयं +पुष्करिणीम् +पुष्करिणीषु +पुष्करिण्य +पुष्करिण्यः +पुष्करिण्यश्च +पुष्करिण्या +पुष्करिण्यां +पुष्करिण्याः +पुष्करिण्याश्च +पुष्करिण्यास्तीरे +पुष्करिण्यो +पुष्करे +पुष्करेक्षण +पुष्करेक्षणः +पुष्करेक्षणम् +पुष्करेक्षणे +पुष्करेण +पुष्करेषु +पुष्करेष्वक्षयं +पुष्करेष्वाहतेषु +पुष्करैः +पुष्करो +पुष्करोपाख्याने +पुष्करोऽपि +पुष्कल +पुष्कलं +पुष्कलः +पुष्कलकारणे +पुष्कलको +पुष्कलतया +पुष्कलम् +पुष्कलयोगं +पुष्कलयोगस्वरूपसाधनतया +पुष्कलस्य +पुष्कला +पुष्कलां +पुष्कलाः +पुष्कलानि +पुष्कलान् +पुष्कलाभिः +पुष्कलाम् +पुष्कले +पुष्कलेन +पुष्कलैः +पुष्कलो +पुष्कलौ +पुष्कसः +पुष्कसेन +पुष्कसोऽपि +पुष्किरिणी +पुष्क॑रस्रजा +पुष्क॑रा॒दध्यथ॑र्वा॒ +पुष्क॑रे +पुष्क॒रिणीः॒ +पुष्ट +पुष्टं +पुष्टः +पुष्टता +पुष्टतां +पुष्टत्वं +पुष्टफला +पुष्टम् +पुष्टयः +पुष्टया +पुष्टये +पुष्टश्च +पुष्टस्य +पुष्टा +पुष्टां +पुष्टाः +पुष्टाङ्गः +पुष्टाङ्गो +पुष्टानां +पुष्टानि +पुष्टाश्च +पुष्टि +पुष्टिं +पुष्टिं॑ +पुष्टिः +पुष्टिकरं +पुष्टिकरः +पुष्टिकरी +पुष्टिकरो +पुष्टिकर्त्ता +पुष्टिकर्म +पुष्टिकर्मसु +पुष्टिकाम +पुष्टिकामं +पुष्टिकामः +पुष्टिकामश्च +पुष्टिकामस्तु +पुष्टिकामस्य +पुष्टिकामा +पुष्टिकामाय +पुष्टिकामो +पुष्टिकारक +पुष्टिकारकम् +पुष्टिकारि +पुष्टिकृत् +पुष्टिगुः +पुष्टिञ्च +पुष्टितम् +पुष्टिद +पुष्टिदं +पुष्टिदः +पुष्टिदम् +पुष्टिदा +पुष्टिपतये +पुष्टिपतिः +पुष्टिपतिर्दधातु +पुष्टिप्रदा +पुष्टिमती +पुष्टिमत्यै +पुष्टिमथो +पुष्टिमद्वसु +पुष्टिमर्यादानुकूलापरानुरक्तिरीश्वरे +पुष्टिमश्नुते +पुष्टिमान् +पुष्टिमार्गस्य +पुष्टिमार्गे +पुष्टिमुत्साहं +पुष्टिमेति +पुष्टिमेव +पुष्टिम् +पुष्टिरसि +पुष्टिरस्तु +पुष्टिरिति +पुष्टिरेव +पुष्टिर् +पुष्टिर्न +पुष्टिर्मेधा +पुष्टिर्या +पुष्टिर्वै +पुष्टिवर्द्धनः +पुष्टिवर्द्धनम् +पुष्टिवर्धन +पुष्टिवर्धनं +पुष्टिवर्धनः +पुष्टिवर्धनमिति +पुष्टिवर्धनम् +पुष्टिवर्धना +पुष्टिवर्धनाः +पुष्टिविवर्धनम् +पुष्टिश्च +पुष्टिषु +पुष्टिस्तथा +पुष्टिस्तुष्टिः +पुष्टिस्त्वं +पुष्टी +पुष्टीनां +पुष्टे +पुष्टेः +पुष्टेन +पुष्टेषु +पुष्टैः +पुष्टो +पुष्टौ +पुष्ट्यर्थं +पुष्ट्यर्थी +पुष्ट्या +पुष्ट्याम् +पुष्ट्यै +पुष्णंति +पुष्णती +पुष्णन् +पुष्णन्तः +पुष्णन्ति +पुष्णन्तीति +पुष्णन्तु +पुष्णा +पुष्णाति +पुष्णातीति +पुष्णातु +पुष्णामि +पुष्णासि +पुष्णो +पुष्प +पुष्पं +पुष्पः +पुष्पक +पुष्पकं +पुष्पकः +पुष्पकचन्द्रशालाः +पुष्पकम् +पुष्पकरण्डकं +पुष्पकविमानं +पुष्पकविमानम् +पुष्पकविमानस्य +पुष्पकविमाने +पुष्पकविमानेन +पुष्पकस्य +पुष्पका +पुष्पकादवरुह्य +पुष्पकाले +पुष्पकासीसं +पुष्पकासीसम् +पुष्पकासीसे +पुष्पके +पुष्पकेण +पुष्पकेतु +पुष्पकेतुः +पुष्पकेन +पुष्पकैः +पुष्पको +पुष्पकोपरि +पुष्पगण्डिका +पुष्पगन्ध +पुष्पगन्धानुलेपनम् +पुष्पगन्धानुलेपनैः +पुष्पगिरिः +पुष्पगुच्छं +पुष्पगृहाणि +पुष्पचन्दनचर्चितम् +पुष्पचन्दनचर्चिताम् +पुष्पचन्दनचर्चिते +पुष्पचन्दनतल्पे +पुष्पचन्दनवायुना +पुष्पचन्दनैः +पुष्पचयं +पुष्पचापं +पुष्पचापः +पुष्पचापस्य +पुष्पचूर्णं +पुष्पजं +पुष्पजा +पुष्पजातीनां +पुष्पञ्च +पुष्पतल्पे +पुष्पतश् +पुष्पति +पुष्पदंतं +पुष्पदन्त +पुष्पदन्तं +पुष्पदन्तः +पुष्पदन्तकः +पुष्पदन्तश्च +पुष्पदन्तस्य +पुष्पदन्ताय +पुष्पदन्ते +पुष्पदन्तेन +पुष्पदन्तो +पुष्पदन्तोऽथ +पुष्पदन्तोऽपि +पुष्पदर्शनं +पुष्पदानं +पुष्पदानम् +पुष्पदाम +पुष्पदोलोत्सवं +पुष्पधनुषः +पुष्पधनुषो +पुष्पधन्वनः +पुष्पधन्वना +पुष्पधन्वा +पुष्पधूपविलेपनैः +पुष्पधूपादिकं +पुष्पधूपादिना +पुष्पधूपादिभिः +पुष्पधूपादिभिर्भक्त्या +पुष्पधूपानुलेपनैः +पुष्पधूपान्नवारिभिः 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+पुष्परहिताः +पुष्पराग +पुष्परागं +पुष्परागः +पुष्परागेण +पुष्परागो +पुष्पलता +पुष्पलावीमुखानाम् +पुष्पवती +पुष्पवतीं +पुष्पवतीः +पुष्पवतीति +पुष्पवत् +पुष्पवत्यः +पुष्पवत्यपि +पुष्पवत्या +पुष्पवनं +पुष्पवन्तं +पुष्पवन्तश्च +पुष्पवन्तो +पुष्पवन्तौ +पुष्पवर्ष +पुष्पवर्षं +पुष्पवर्षञ्च +पुष्पवर्षणम् +पुष्पवर्षम् +पुष्पवर्षाणि +पुष्पवर्षिणः +पुष्पवर्षे +पुष्पवर्षेण +पुष्पवांस्तथा +पुष्पवाटिका +पुष्पवान् +पुष्पवान्नाम +पुष्पवासितम् +पुष्पवाहनः +पुष्पविशेषः +पुष्पवृक्षः +पुष्पवृक्षविशेषः +पुष्पवृक्षाः +पुष्पवृक्षे +पुष्पवृष्टयः +पुष्पवृष्टि +पुष्पवृष्टिं +पुष्पवृष्टिः +पुष्पवृष्टिभिः +पुष्पवृष्टिभिरेव +पुष्पवृष्टिर्बभूव +पुष्पवृष्टिश्च +पुष्पवृष्टिस्तदा +पुष्पवृष्ट्या +पुष्पव्यतिरिक्तमस्त्रं +पुष्पशबला +पुष्पशयने +पुष्पशय्या +पुष्पशय्यां +पुष्पशय्यायां +पुष्पशरः +पुष्पशाकम् +पुष्पशालिनः +पुष्पशालिनाम् +पुष्पशेखरः +पुष्पश्रिया +पुष्पसंयुतम् +पुष्पसमयः +पुष्पसारं +पुष्पसारां +पुष्पस्य +पुष्पहस्तं +पुष्पहस्तः +पुष्पहस्ता +पुष्पहारं +पुष्पहारान् +पुष्पहारी +पुष्पहारैः +पुष्पहासः +पुष्पहासा 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+पुष्पितपादपः +पुष्पितपादपम् +पुष्पितम् +पुष्पितया +पुष्पितस्य +पुष्पिता +पुष्पितां +पुष्पिताः +पुष्पिताग्रा +पुष्पिताग्राभिधं +पुष्पिताग्रावृत्तम् +पुष्पिताग्रेषु +पुष्पिताग्रैश्च +पुष्पिताना +पुष्पितानां +पुष्पितानि +पुष्पितान् +पुष्पितामा +पुष्पिताम् +पुष्पिताविव +पुष्पिते +पुष्पितेन +पुष्पितैः +पुष्पितैरिव +पुष्पितैश्च +पुष्पितो +पुष्पितौ +पुष्पी +पुष्पे +पुष्पेण +पुष्पेति +पुष्पेभ्य +पुष्पेभ्यः +पुष्पेभ्यो +पुष्पेषु +पुष्पेषुः +पुष्पेषुणा +पुष्पेषोः +पुष्पै +पुष्पैः +पुष्पैरञ्जलिमापूर्य +पुष्पैरन्यैश्च +पुष्पैरपि +पुष्पैरभ्यर्च्य +पुष्पैरलंकृतम् +पुष्पैरवकिरन्ति +पुष्पैरवकीर्य +पुष्पैर् +पुष्पैर्गन्धैः +पुष्पैर्गन्धैश्च +पुष्पैर्धूपैः +पुष्पैर्धूपैश्च +पुष्पैर्धूपैस्तथा +पुष्पैर्नानाविधैः +पुष्पैर्नानुलेपनैः +पुष्पैर्वा +पुष्पैर्विना +पुष्पैश्च +पुष्पैश्चान्यैः +पुष्पैश्चैव +पुष्पैस्तथा +पुष्पैस्तु +पुष्पो +पुष्पों +पुष्पोच्चयं +पुष्पोच्चयः +पुष्पोत्कटा +पुष्पोत्करैः +पुष्पोत्सवः +पुष्पोदकं +पुष्पोदकेन +पुष्पोद्गम +पुष्पोद्गमो +पुष्पोद्भेदं +पुष्पोद्यानं +पुष्पोद्यानानि +पुष्पोद्याने +पुष्पोद्यानैः +पुष्पोपहारं +पुष्पोऽपि +पुष्पौघेण +पुष्प्यति +पुष्प्यन्ति +पुष्प॑वतीः +पुष्य +पुष्यं +पुष्यः +पुष्यकं +पुष्यत +पुष्यतं +पुष्यतः +पुष्यता +पुष्यति +पुष्यति॒ +पुष्यतीति +पुष्यतु +पुष्यते +पुष्यत्येष +पुष्यनक्षत्रं +पुष्यनक्षत्रम् +पुष्यनक्षत्रयुक्ता +पुष्यनक्षत्रे +पुष्यनीताः +पुष्यनेत्राः +पुष्यन् +पुष्यन्तः +पुष्यन्ति +पुष्यन्ति॒ +पुष्यन्ती +पुष्यन्तु +पुष्यमासः +पुष्यमासस्य +पुष्यमासे +पुष्यमित्रं +पुष्यमित्रः +पुष्यमित्रस्य +पुष्यमित्रो +पुष्यम् +पुष्ययुक्ता +पुष्ययोगं +पुष्ययोगे +पुष्ययोगेन +पुष्यरागं +पुष्यर्क्षे +पुष्यर्क्षेण +पुष्यश्च +पुष्यस +पुष्यसंयुता +पुष्यसि +पुष्यसिध्यौ +पुष्यसि॒ +पुष्यसे +पुष्यस्नानं +पुष्यस्य +पुष्या +पुष्यात् +पुष्याभिषेकः +पुष्यार्के +पुष्याश्लेषा +पुष्यासम् +पुष्यास्म +पुष्या॑त् +पुष्ये +पुष्येण +पुष्येत् +पुष्येम +पुष्यै +पुष्यो +पुष्योद्धृतं +पुष्य॑ति +पुष्य॑ति॒ +पुष्य॑न् +पुष्य॑सि॒ +पुस +पुसः +पुसक +पुसके +पुसले +पुसा +पुसां +पुसि +पुसे +पुसो +पुसोऽसुड् +पुस् +पुस्कोकिल +पुस्त +पुस्तं +पुस्तक +पुस्तकं +पुस्तकएव +पुस्तकञ्च +पुस्तकटिप्पण्यां +पुस्तकटिप्पण्याम् +पुस्तकद्वयं +पुस्तकद्वये +पुस्तकद्वयेऽपि +पुस्तकधारिणी +पुस्तकपाठ +पुस्तकपाठः +पुस्तकमपि +पुस्तकमिदं +पुस्तकम् +पुस्तकयो +पुस्तकयोः +पुस्तकयोर्न +पुस्तकयोर्नास्ति +पुस्तकरूपेण +पुस्तकवाचनम् +पुस्तकस्था +पुस्तकस्य +पुस्तकातिरिक्तपुस्तकेषु +पुस्तकात् +पुस्तकादि +पुस्तकानां +पुस्तकानाम् +पुस्तकानि +पुस्तकान्तरे +पुस्तकालय +पुस्तकालयः +पुस्तकालयस्य +पुस्तकालये +पुस्तकालयों +पुस्तके +पुस्तकें +पुस्तकेन +पुस्तकेषु +पुस्तकेषुदृश्यते +पुस्तकेऽधिकः +पुस्तकेऽन्यथा +पुस्तकेऽपि +पुस्तकै +पुस्तकैः +पुस्तको +पुस्तकों +पुस्तिका +पुस्तिकां +पुस्तिकाम् +पुस्त्व +पुस्त्वं +पुस्त्वम् +पुस्त्वे +पुस्फोट +पुस्फोर +पु॑त्र +पु॑नातु +पु॑ना॒न +पु॑ना॒नो +पु॑नीहि +पु॑पोष +पु॑रा॒णा +पु॑रा॒णाः +पु॑रुष्टुत॒ +पु॑रुहूत +पु॑रुहू॒त +पु॑रुहू॒तः +पु॑रु॒त्रा +पु॑रु॒ध +पु॑रु॒वीरं॑ +पु॑रु॒स्पृहं॑ +पु॑रु॒स्पृह॑म् +पु॑रो॒डाशः॑ +पु॑रो॒धाया॑म॒स्यां +पु॒त्र +पु॒त्रं +पु॒त्रः +पु॒त्रमदि॑ते॒र्यो +पु॒त्रमा +पु॒त्रमि॑व +पु॒त्रम् +पु॒त्रम्ऽइ॑व +पु॒त्रम॒सौ +पु॒त्रश्चि॒श्चा +पु॒त्रस्य॑ +पु॒त्रस्य॒ +पु॒त्रा +पु॒त्राः +पु॒त्रान् +पु॒त्राय॑ +पु॒त्रासः॑ +पु॒त्रासो॒ +पु॒त्रेभ्यः॑ +पु॒त्रेभ्यो॒ +पु॒त्रैः +पु॒त्रो +पु॒त्र॒ +पु॒नन्ति॑ +पु॒नन्तु॑ +पु॒नन्तु॒ +पु॒नाति॑ +पु॒ना॒तु॒ +पु॒ना॒न +पु॒ना॒नः +पु॒ना॒नम् +पु॒ना॒नस्य॑ +पु॒ना॒ना +पु॒ना॒नाः +पु॒ना॒नाय॑ +पु॒ना॒नो +पु॒ना॒मि॒ +पु॒नी॒त॒न॒ +पु॒नी॒हि +पु॒नी॒हि॒ +पु॒न॒न्ति॒ +पु॒र +पु॒रः +पु॒रःऽहि॑तः +पु॒रःऽहि॑तम् +पु॒रः॒ऽए॒ता +पु॒रः॒ऽगाः +पु॒रस्ता +पु॒रस्ता॑त् +पु॒रस्ता॑दु॒त +पु॒रस्ता॒दुप॑ +पु॒रस्ता॒द्वि +पु॒रा +पु॒रां +पु॒राम् +पु॒रा॒णी +पु॒रा॒ऽजाः +पु॒रु +पु॒रु॒त्रा +पु॒रु॒ध +पु॒रु॒धा +पु॒रु॒व॒सो॒ +पु॒रु॒ऽअ॒नी॒क॒ +पु॒रु॒ऽकृ॒त् +पु॒रु॒ऽक्षुः +पु॒रु॒ऽक्षुम् +पु॒रु॒ऽतम॑म् +पु॒रु॒ऽत्रा +पु॒रु॒ऽदंस॑म् +पु॒रु॒ऽप्रि॒यम् +पु॒रु॒ऽभु॒जा॒ +पु॒रु॒ऽवसुः॑ +पु॒रु॒ऽवारः॑ +पु॒रु॒ऽस्तु॒तः +पु॒रु॒ऽस्तु॒त॒ +पु॒रु॒ऽस्पृहः॑ +पु॒रु॒ऽस्पृह॑म् +पु॒रु॒ऽहू॒तः +पु॒रु॒ऽहू॒तम् +पु॒रु॒ऽहू॒त॒ +पु॒रू +पु॒रूणि॑ +पु॒रूणि॒ +पु॒रू॒णाम् +पु॒रू॒तमं॑ +पु॒रो +पु॒रोहि॑तं +पु॒रोहि॑तः +पु॒रोहि॑तो +पु॒रोहि॑तो॒ +पु॒रो॒ळाशं॑ +पु॒रो॒ळाश॑म् +पु॒ष्टं +पु॒ष्टम् +पु॒ष्टिं +पु॒ष्टिः +पु॒ष्टिम् +पु॒ष्टि॒ऽवर्ध॑नः +पु॒ष्टे +पु॒ष्टौ +पु॒ष्ट्यै +पु॒ष्पिणीः॑ +पु॒ष्यसे॑ +पु॒ष्यसे॒ +पु॒ष्य॒ति॒ +पु॒ष्य॒सि॒ +पु᳘नः +पु᳘रुष +पु᳘रुषँ +पु᳘रुषं +पु᳘रुषः +पु᳘रुषस्य +पु᳘रुषो +पु꣣नानः꣢ +पु꣣रः꣢ +पु꣣रा꣢ +पु꣣रु +पु꣣रु꣢ +पुꣳसः +पू +पूं +पूंजी +पूः +पूःसर्वयोर्दारिसहोः +पूःऽभिः +पूःऽभित् +पूः॒ऽभिः +पूः॒ऽभित् +पूआ +पूई +पूक्षे +पूग +पूगं +पूगः +पूगकृताः +पूगचर्वितरसामृतम् +पूगफलं +पूगफलम् +पूगफलस्य +पूगफलानि +पूगफलैः +पूगवृक्षः +पूगवृक्षे +पूगस्य +पूगा +पूगांस्तांश्च +पूगाः +पूगाञ्ञ्योऽग्रामणीपूर्वात् +पूगानि +पूगी +पूगीफलं +पूगीफलानि +पूगे +पूगेष्वन्यतरस्याम् +पूगैः +पूगो +पूङ +पूङः +पूङश्च +पूङो +पूङ् +पूङ्यजोः +पूछ +पूछता +पूछते +पूछना +पूछने +पूछा +पूछी +पूछे +पूछें +पूछो +पूज +पूजक +पूजकं +पूजकः +पूजकमुनिभ्यां +पूजकस्तु +पूजकस्य +पूजका +पूजकाः +पूजकानां +पूजकाय +पूजके +पूजकेन +पूजकैः +पूजको +पूजकौ +पूजते +पूजन +पूजनं +पूजनक्रमम् +पूजनञ्च +पूजनमाचरेत् +पूजनमारभेत् +पूजनमिति +पूजनमुपदेशनं +पूजनमें +पूजनमेव +पूजनम् +पूजनस्य +पूजना +पूजनात् +पूजनादि +पूजनादिकम् +पूजनादिति +पूजनादिना 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+पूजयिष्यन्ति +पूजयिष्यामः +पूजयिष्यामि +पूजयिष्ये +पूजयीत +पूजये +पूजयेच्च +पूजयेच्चण्डिकां +पूजयेच्चापि +पूजयेच्छिवम् +पूजयेच्छिवाम् +पूजयेज्जगतां +पूजयेज्जगतामीशं +पूजयेत +पूजयेति +पूजयेत् +पूजयेत्क्रमात् +पूजयेत्तं +पूजयेत्ततः +पूजयेत्तत्र +पूजयेत्तथा +पूजयेत्तदनन्तरम् +पूजयेत्तस्य +पूजयेत्तां +पूजयेत्तान् +पूजयेत्तु +पूजयेत्परमेश्वरम् +पूजयेत्परया +पूजयेत्पश्चात् +पूजयेत्पितृदेवताः +पूजयेत्पुनः +पूजयेत्पुरुषोत्तमम् +पूजयेत्पूर्वं +पूजयेत्प्रभुम् +पूजयेत्प्रयतः +पूजयेत्प्रयतो +पूजयेत्सततं +पूजयेत्सदा +पूजयेत्साधकोत्तमः +पूजयेत्सुधीः +पूजयेत्सुसमाहितः +पूजयेथ् +पूजयेद +पूजयेदतिथिं +पूजयेदत्र +पूजयेदपि +पूजयेदशनं +पूजयेदष्टविग्रहैः +पूजयेदिति +पूजयेदित्यर्थः +पूजयेदुपचारकैः +पूजयेद् +पूजयेद्गन्धचन्दनैः +पूजयेद्गरुडध्वजम् +पूजयेद्दुर्गां +पूजयेद्देवं +पूजयेद्देवदेवेशं +पूजयेद्देवमीशानं +पूजयेद्देवान् +पूजयेद्देवि +पूजयेद्देवीं +पूजयेद्द्विज +पूजयेद्धरम् +पूजयेद्धरिं +पूजयेद्धरिम् +पूजयेद्बुधः +पूजयेद्भक्तितत्परः +पूजयेद्भक्तितो +पूजयेद्भक्तिभावतः +पूजयेद्भक्तिभावेन +पूजयेद्भक्तिसंयुतः +पूजयेद्भक्त्या +पूजयेद्भानुं +पूजयेद्भास्करं +पूजयेद्यः +पूजयेद्यदि +पूजयेद्यस्तु +पूजयेद्यो +पूजयेद्रविम् +पूजयेद्राजा +पूजयेद्वा +पूजयेद्वाचकं +पूजयेद्विधिना +पूजयेद्विधिवद्भक्त्या +पूजयेद्विधिवन्नरः +पूजयेद्विविधैः +पूजयेद्विष्णुं +पूजयेद्वै +पूजयेद्व्रती +पूजयेद्‌ +पूजयेन् +पूजयेन्न +पूजयेन्नरः +पूजयेन्नित्यं +पूजयेन्निशि +पूजयेन्नृप +पूजयेन्मधुसूदनम् +पूजयेन्मध्ये +पूजयेन्मन्त्री +पूजयेन्मां +पूजयेन्मृण्मयाकृतिम् +पूजयेयुः +पूजयेल्लक्ष्मीं +पूजयेल्लिङ्गं +पूज़ +पूजा +पूजां +पूजांते +पूजांशं +पूजाः +पूजाकरणम् +पूजाकर्म +पूजाकर्मण +पूजाकर्मणः +पूजाकर्मणि +पूजाकर्मणे +पूजाकर्मा +पूजाकर्म्मणि +पूजाकाले +पूजाकृते +पूजाक्रमं +पूजाक्रमः +पूजाक्रमेण +पूजाङ्गे +पूजाञ्च +पूजाञ्चकार +पूजाञ्चैव +पूजाडम्बरेणेति +पूजात +पूजातः +पूजातो +पूजादि +पूजादिकं +पूजादिना +पूजादिभिः +पूजादिषु +पूजादौ +पूजाद्य +पूजाद्यं +पूजाद्रव्यं +पूजाद्रव्याणि +पूजाधिकारः +पूजानन्तरं +पूजानां +पूजानिशामनयोः +पूजान्ते +पूजापद्धतिः +पूजापरा +पूजापरिभवयोः +पूजापरो +पूजापात्राणि +पूजाप्रकारं +पूजाप्रकारः +पूजाप्रकारे +पूजाप्रकाशसुता +पूजाप्रयोगः +पूजाफलं +पूजाफलमाप्नोति +पूजाबलिक्रमम् +पूजाभागं +पूजाभिः +पूजामंत्रः +पूजामन्त्रः +पूजामपि +पूजामर्हति +पूजामात्रेण +पूजामादाय +पूजामिमां +पूजाम् +पूजाया +पूजायां +पूजायाः +पूजायाञ्च +पूजायाम +पूजायामर्थे +पूजायामिति +पूजायाम् +पूजायाश्च +पूजायै +पूजारम्भे +पूजार्थ +पूजार्थं +पूजार्थः +पूजार्थम् +पूजार्थे +पूजार्ह +पूजार्हं +पूजार्हः +पूजार्हा +पूजार्हाः +पूजार्हाणि +पूजार्हावरिसूदन +पूजार्हेण +पूजार्हो +पूजार्हौ +पूजालोपे +पूजावचनः +पूजावसरे +पूजावसाने +पूजावस्तूनि +पूजाविधयः +पूजाविधानं +पूजाविधानकम् +पूजाविधानञ्च +पूजाविधावर्घः +पूजाविधिं +पूजाविधिः +पूजाविधिक्रमम् +पूजाविधिना +पूजाविधेः +पूजाविधौ +पूजाशेषं +पूजाश्च +पूजासत्कारं +पूजासमये +पूजासु +पूजास्तु +पूजास्थानं +पूजास्थानानि +पूजास्थाने +पूजास्य +पूजाहीने +पूजाहोमकर्म्मणि +पूजाहोमादिकं +पूजि +पूजित +पूजितं +पूजितः +पूजितमात्रेण +पूजितम् +पूजितवन्तः +पूजितवान् +पूजितव्यः +पूजितव्या +पूजितव्यो +पूजितश्च +पूजितश्चापि +पूजितश्चैव +पूजितस्तत्र +पूजितस्तथा +पूजितस्तदा +पूजितस्तया +पूजितस्तु +पूजितस्तेन +पूजितस्य +पूजिता +पूजितां +पूजिताः +पूजितानां +पूजितानि +पूजितान् +पूजिताम् +पूजिताय +पूजिताश्च +पूजिताश्चापि +पूजितासि +पूजितास्तर्पिताः +पूजितास्ते +पूजितास्तेन +पूजितुं +पूजिते +पूजितेन +पूजितेषु +पूजितैः +पूजितो +पूजितोऽपि +पूजितोऽसि +पूजितोऽस्मि +पूजितोऽहं +पूजितौ +पूजे +पूजेति +पूजेयं +पूजैव +पूजोत्तरं +पूजोपकरणं +पूजोपकरणानि +पूजोपयुक्तं +पूज् +पूज्य +पूज्यं +पूज्यंते +पूज्यः +पूज्यत +पूज्यतम +पूज्यतमं +पूज्यतमः +पूज्यतमा +पूज्यतमाः +पूज्यतमो +पूज्यतमौ +पूज्यतरो +पूज्यता +पूज्यतां +पूज्यताम् +पूज्यतॆ +पूज्यते +पूज्यतेऽसौ +पूज्यत्वं +पूज्यत्वम् +पूज्यत्वात् +पूज्यत्वे +पूज्यत्वेन +पूज्यन्तां +पूज्यन्ते +पूज्यन्तेऽत्र +पूज्यपाद +पूज्यपूजाव्यतिक्रमः +पूज्यमान +पूज्यमानं +पूज्यमानः +पूज्यमानता +पूज्यमानम् +पूज्यमानस्तु +पूज्यमाना +पूज्यमानाः +पूज्यमाने +पूज्यमानैः +पूज्यमानो +पूज्यमानोऽप्सरोगणैः +पूज्यमानोऽप्सरोभिश्च +पूज्यम् +पूज्यश्च +पूज्यसे +पूज्यस्तथा +पूज्यस्तु +पूज्यस्य +पूज्या +पूज्यां +पूज्याः +पूज्यानां +पूज्यानाञ्च +पूज्यानि +पूज्यान् +पूज्याय +पूज्यायां +पूज्यायै +पूज्याश्च +पूज्यास्तु +पूज्यास्ते +पूज्ये +पूज्येति +पूज्येन +पूज्येषु +पूज्यैः +पूज्यो +पूज्योऽत्र +पूज्योऽपि +पूज्योऽयं +पूज्योऽसि +पूज्योऽसौ +पूज्योऽस्ति +पूज्योऽहं +पूज्यौ +पूञ +पूञो +पूञ् +पूञ्छ +पूण +पूणं +पूणिमा +पूणे +पूणों +पूत +पूतं +पूतः +पूतःऽ +पूतक्रतायी +पूतक्रतुः +पूतक्रतोः +पूतक्रतोरै +पूतञ्च +पूततां +पूतत्वं +पूतदक्षं +पूतदक्षः +पूतदक्षम् +पूतदक्षसः +पूतदक्षसा +पूतन +पूतना +पूतनां +पूतनाः +पूतनागृहीतः +पूतनाया +पूतनायां +पूतनायाः +पूतनायै +पूतने +पूतपापा +पूतपापाः +पूतभृत +पूतभृतं +पूतभृतः +पूतभृतम् +पूतभृति +पूतभृतो +पूतभृत्यवनीय +पूतभृदाधवनीयौ +पूतभृदाहवनीयौ +पूतमश्नाति +पूतमात्मानं +पूतम् +पूतवान् +पूतविजनौ +पूतशीते +पूतश्च +पूतस् +पूतस्त +पूतस्तत +पूतस्य +पूता +पूतां +पूताः +पूतात्मा +पूतानि +पूताय +पूतासः +पूतास्ते +पूतास्सूर्यस्य +पूति +पूतिं +पूतिः +पूतिक +पूतिकं +पूतिकः +पूतिकरजः +पूतिकरञ्जः +पूतिकरञ्जे +पूतिकर्णकः +पूतिकर्णके +पूतिकर्णे +पूतिकस्य +पूतिका +पूतिकाष्ठं +पूतिगन्ध +पूतिगन्धं +पूतिगन्धः +पूतिगन्धा +पूतिगन्धि +पूतिगन्धिः +पूतिगन्धे +पूतिनस्यं +पूतिनाशकस्य +पूतिनासः +पूतिनासिकः +पूतिपुष्पिका +पूतिफलीति +पूतिभावः +पूतिमांसं +पूतिमारुतम् +पूतिमाष +पूतियोनौ +पूतिर् +पूतिर्मुखनासिकाभ्यां +पूतिवक्त्रस्तु +पूतिविशीर्णमांसम् +पूती +पूतीक +पूतीकः +पूतीका +पूतीकाः +पूतीकानभिषुणुयात् +पूतीकानां +पूतीकान् +पूतीकाश्च +पूतीकाꣳश्च +पूतीनि +पूतीभावे +पूते +पूतेन +पूतेषु +पूतैः +पूतो +पूतोभवति +पूतोष्णे +पूतोऽहं +पूतौ +पूत्या +पूत्य् +पूत्वा +पून +पूनः +पूना +पूप +पूपं +पूपः +पूपलिकां +पूपलिकाः +पूपा +पूपाः +पूपान् +पूपैः +पूपो +पूय +पूयं +पूयंते +पूयः +पूयकुण्डं +पूयति +पूयते +पूयतेऽनेनेति +पूयन्ते +पूयमान +पूयमानं +पूयमानः +पूयमानस्त्वं +पूयमानस्त्वम् +पूयमानस्य +पूयमानाः +पूयमानाय +पूयमानो +पूयम् +पूयरक्तं +पूयरुधिरं +पूयवहः +पूयवहे +पूयशोणितं +पूयशोणितम् +पूयशोणितसङ्काशं +पूयशोणिते +पूयश्च +पूयसे +पूयस्य +पूयस्रावश्च +पूया +पूयालसः +पूयालसे +पूयास्रं +पूयास्रावी +पूयी +पूये +पूयेत +पूयो +पूर +पूरं +पूरः +पूरक +पूरकं +पूरकः +पूरकत्वेन +पूरकम् +पूरकवार्तिकम् +पूरकश्चैव +पूरकाख्यं +पूरकान्ते +पूरकुम्भकरेचकैः +पूरके +पूरकेण +पूरकैः +पूरको +पूरकौ +पूरण +पूरणं +पूरणः +पूरणगुण +पूरणगुणसुहितार्थसदव्ययतव्यसमानाधिकरणेन +पूरणप्रत्ययस्य +पूरणप्रत्ययान्ते +पूरणमात्रेण +पूरणमेव +पूरणम् +पूरणयोः +पूरणस्य +पूरणा +पूरणाः +पूरणात् +पूरणादस्य +पूरणाद् +पूरणाद्भागे +पूरणाय +पूरणार्थं +पूरणार्थः +पूरणार्थत्वं +पूरणार्थे +पूरणार्धाट्ठन् +पूरणावसरे +पूरणी +पूरणीति +पूरणीय +पूरणीयं +पूरणीयः +पूरणीयम् +पूरणीया +पूरणीयाः +पूरणे +पूरणेन +पूरणेऽप्याहुः +पूरणैकप्रयोजनम् +पूरणो +पूरणौ +पूरण्यां +पूरण्याः +पूरति +पूरद्वादशवर्षा +पूरब +पूरम् +पूरय +पूरयत +पूरयतः +पूरयतम् +पूरयति +पूरयतीति +पूरयतु +पूरयते +पूरयतेर्वा +पूरयत्यविपक्वैव +पूरयत्येव +पूरयत्य् +पूरयन् +पूरयन्तं +पूरयन्तः +पूरयन्ति +पूरयन्ती +पूरयन्तीति +पूरयन्तु +पूरयन्तो +पूरयन्नवतारयति +पूरयन्नाह +पूरयन्निव +पूरयसि +पूरयस्व +पूरया +पूरयामास +पूरयामासुः +पूरयामि +पूरयि +पूरयितव्या +पूरयितव्ये +पूरयितव्येऽन्यतरस्याम् +पूरयिता +पूरयितारः +पूरयितु +पूरयितुं +पूरयितुमशक्यं +पूरयितुम् +पूरयितृ +पूरयित्री +पूरयित्र्यः +पूरयित्वा +पूरयित्वाऽनिलो +पूरयित्वेति +पूरयिष्यति +पूरयिष्यन्ति +पूरयिष्यामि +पूरयिष्ये +पूरयेच्च +पूरयेति +पूरयेत् +पूरयेत्ततः +पूरयेत्तेन +पूरयेत्यर्थः +पूरयेथ् +पूरयेदन्नैस्तोयेनैकं +पूरयेदिति +पूरयेदुदरं +पूरयेद् +पूरयेद्वायुं +पूरयोध्या +पूरव +पूरवः +पूरविंशतिवर्षा +पूरवे +पूरसि +पूरा +पूरास्ते +पूरि +पूरिका +पूरिकां +पूरिकाः +पूरिकाश्च +पूरित +पूरितं +पूरितः +पूरितमित्यर्थः +पूरितम् +पूरितवन्तः +पूरितवान् +पूरितस्य +पूरितस्यागतिर्येन +पूरिता +पूरितां +पूरिताः +पूरितानि +पूरितान् +पूरिति +पूरिते +पूरितैः +पूरितो +पूरितौ +पूरी +पूरीषम् +पूरु +पूरुं +पूरुः +पूरुञ्च +पूरुणा +पूरुमवाप्नुहि +पूरुम् +पूरुश्च +पूरुष +पूरुषं +पूरुषः +पूरुषम् +पूरुषस्य +पूरुषा +पूरुषाः +पूरुषान् +पूरुषु +पूरुषे +पूरुषो +पूरु॑षः +पूरु॑षम् +पूरू +पूरे +पूरेः +पूरेण +पूरै +पूरैः +पूरो +पूरोः +पूरोत्पीडे +पूरोस्तु +पूरौ +पूर् +पूर्ण +पूर्णं +पूर्णः +पूर्णक +पूर्णकः +पूर्णकलशं +पूर्णकाकुत् +पूर्णकाम +पूर्णकामं +पूर्णकामः +पूर्णकामताम् +पूर्णकामस्य +पूर्णकामा +पूर्णकामाय +पूर्णकामो +पूर्णकालं +पूर्णकुंभं +पूर्णकुम्भ +पूर्णकुम्भं +पूर्णकुम्भः +पूर्णकुम्भञ्च 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+पूर्णस्तु +पूर्णस्य +पूर्णस्वरश्चायम् +पूर्णहोमं +पूर्णहोमे +पूर्णा +पूर्णां +पूर्णांतं +पूर्णाः +पूर्णाङ्गं +पूर्णाञ्जलिं +पूर्णातिथौ +पूर्णात् +पूर्णात्पूर्णं +पूर्णात्पूर्णमुदच्यते +पूर्णात्पूर्णानि +पूर्णात्मा +पूर्णादर्वि +पूर्णाद् +पूर्णाद्विभाषा +पूर्णानन्द +पूर्णानन्दं +पूर्णानन्दः +पूर्णानन्दो +पूर्णानां +पूर्णानि +पूर्णान् +पूर्णान्त +पूर्णान्तं +पूर्णान्तकाल +पूर्णान्तकाले +पूर्णान्ते +पूर्णापि +पूर्णाभ +पूर्णामृता +पूर्णाम् +पूर्णाय +पूर्णायतविसृष्टेन +पूर्णायतोत्सृष्टैः +पूर्णायतोत्सृष्टैरन्योन्यमभिजघ्नतुः +पूर्णाया +पूर्णायां +पूर्णायाः +पूर्णावस्थायां +पूर्णाश्छात्रा +पूर्णासु +पूर्णाहुति +पूर्णाहुतिँ +पूर्णाहुतिं +पूर्णाहुतिः +पूर्णाहुतिमथाचरेत् +पूर्णाहुतिमुत्तमां +पूर्णाहुतिम् +पूर्णाहुतिर्भवेत् +पूर्णाहुती +पूर्णाहुतेः +पूर्णाहुतौ +पूर्णाहुत्यन्तं +पूर्णाहुत्यवसाने +पूर्णाहुत्या +पूर्णाहुत्यां +पूर्णि +पूर्णिका +पूर्णिमा +पूर्णिमां +पूर्णिमातः +पूर्णिमातिथौ +पूर्णिमादिने +पूर्णिमान्तः +पूर्णिमान्ते +पूर्णिमाम् +पूर्णिमाया +पूर्णिमायां +पूर्णिमायाः +पूर्णिमायान्तु +पूर्णिमायाम् +पूर्णिया +पूर्णियामण्डलम् +पूर्णी +पूर्णीकृत्य +पूर्णे +पूर्णेति +पूर्णेन +पूर्णेन्दु +पूर्णेन्दुः +पूर्णेन्दुना +पूर्णेन्दुरिव +पूर्णेन्दुवदना +पूर्णेन्दुसदृशानना +पूर्णेन्दोः +पूर्णेन्दोरकलङ्कता +पूर्णेयं +पूर्णेषु +पूर्णेऽपि +पूर्णैः +पूर्णैव +पूर्णो +पूर्णोदरी +पूर्णोपमा +पूर्णोपमाया +पूर्णोपमालंकारः +पूर्णोऽपि +पूर्णोऽयं +पूर्णोऽवधिः +पूर्णोऽसि +पूर्णौ +पूर्ण्णं +पूर्ण्णा +पूर्ण्णिमा +पूर्ण्णे +पूर्णꣳ +पूर्त +पूर्तं +पूर्तः +पूर्तमित्यभिधीयते +पूर्तम् +पूर्तये +पूर्तस्य +पूर्तानि +पूर्ति +पूर्तिं +पूर्तिः +पूर्ती +पूर्ते +पूर्तेन +पूर्तेषु +पूर्तौ +पूर्त्तं +पूर्त्तमित्यभिधीयते +पूर्त्तिः +पूर्त्ते +पूर्त्तौ +पूर्त्यर्थं +पूर्त्या +पूर्त्यै +पूर्तꣳ +पूर्धि +पूर्ब +पूर्बं +पूर्बवत् +पूर्बुद्धिः +पूर्ब्ब +पूर्ब्बं +पूर्ब्बः +पूर्ब्बकं +पूर्ब्बखण्डे +पूर्ब्बजः +पूर्ब्बतः +पूर्ब्बतो +पूर्ब्बत्र +पूर्ब्बदिने +पूर्ब्बदिशि +पूर्ब्बनिपातः +पूर्ब्बन्तु +पूर्ब्बपक्षं +पूर्ब्बपक्षः +पूर्ब्बपदस्य +पूर्ब्बपदात् +पूर्ब्बपदादिति +पूर्ब्बफल्गुनी +पूर्ब्बभागे +पूर्ब्बभाद्रपदा 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+पूर्वज्ञातं +पूर्वज्ञानं +पूर्वज्ञानस्य +पूर्वञ्च +पूर्वण +पूर्वत +पूर्वतः +पूर्वतटे +पूर्वतत्त्वानुत्पन्नरसप्रधानत्वात् +पूर्वतन +पूर्वतनं +पूर्वतनः +पूर्वतनम् +पूर्वतनस्य +पूर्वतना +पूर्वतनाः +पूर्वतनी +पूर्वतनो +पूर्वतन्त्र +पूर्वतन्त्रं +पूर्वतन्त्रम् +पूर्वतन्त्रे +पूर्वतपःसमाधिना +पूर्वतपसा +पूर्वतर +पूर्वतरं +पूर्वतरा +पूर्वतराम् +पूर्वतरे +पूर्वतरैः +पूर्वतश्च +पूर्वतस्तु +पूर्वति +पूर्वतीरे +पूर्वतुल्यम् +पूर्वतो +पूर्वतोऽपि +पूर्वत्र +पूर्वत्रयं +पूर्वत्रा +पूर्वत्रान्वयः +पूर्वत्रापि +पूर्वत्रासिद्धमिति +पूर्वत्रासिद्धम् +पूर्वत्रासिद्धीयमद्वित्वे +पूर्वत्रासिद्धीयमद्विर्वचने +पूर्वत्रासिद्धीये +पूर्वत्रासिद्धे +पूर्वत्रेति +पूर्वत्रेत्यादि +पूर्वत्रैराशिके +पूर्वत्रैव +पूर्वत्रोत्तरत्र +पूर्वत्व +पूर्वत्वं +पूर्वत्वञ्च +पूर्वत्वम् +पूर्वत्वात् +पूर्वत्वे +पूर्वत्वेन +पूर्वथा +पूर्वदक्षिणतः +पूर्वदक्षिणतो +पूर्वदक्षिणा +पूर्वदक्षिणे +पूर्वदत्तां +पूर्वदर्शनात् +पूर्वदलं +पूर्वदले +पूर्वदिक् +पूर्वदिगिति +पूर्वदिग्देशे +पूर्वदिग्भागे +पूर्वदिङ्मुखं +पूर्वदिङ्मुखः +पूर्वदिन 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+पूर्वपदस्थान्निमित्तात्परस्य +पूर्वपदस्थान्निमित्तादुत्तरस्य +पूर्वपदस्य +पूर्वपदस्वरः +पूर्वपदात् +पूर्वपदात्संज्ञायामग +पूर्वपदात्संज्ञायामगः +पूर्वपदात्संज्ञायाम् +पूर्वपदादिति +पूर्वपदाद्युदात्तत्वम् +पूर्वपदानि +पूर्वपदान्तस्य +पूर्वपदान्तोदात्तत्वं +पूर्वपदान्तोदात्तत्वम् +पूर्वपदार्थ +पूर्वपदार्थं +पूर्वपदार्थप्रधानः +पूर्वपदार्थप्रधानोऽव्ययीभावः +पूर्वपदार्थे +पूर्वपदिकः +पूर्वपदे +पूर्वपदेन +पूर्वपद्ये +पूर्वपरग्रहणं +पूर्वपरयो +पूर्वपरयोः +पूर्वपरयोरिति +पूर्वपरयोरित्यधिकृतम् +पूर्वपरावरदक्षिणोत्तरापराधराणि +पूर्वपराशयोः +पूर्वपरिग्रहः +पूर्वपरिभाषया +पूर्वपरीक्षा +पूर्वपश्चिम +पूर्वपश्चिमता +पूर्वपश्चिमताया +पूर्वपश्चिमतो +पूर्वपश्चिमम् +पूर्वपश्चिमयोः +पूर्वपश्चिमा +पूर्वपश्चिमे +पूर्वपश्चिमौ +पूर्वपा +पूर्वपादं +पूर्वपादयोः +पूर्वपादे +पूर्वपानं +पूर्वपापानि +पूर्वपार्श्वे +पूर्वपितामहः +पूर्वपितामहाः +पूर्वपीठिका +पूर्वपीतय +पूर्वपीतये +पूर्वपीतिः +पूर्वपुटम् +पूर्वपुण्यानां +पूर्वपुण्येन +पूर्वपुरुषः +पूर्वपुरुषा +पूर्वपुरुषाः +पूर्वपुरुषाणां +पूर्वपूर्व +पूर्वपूर्वं 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+पूर्वमगुणोऽपि +पूर्वमग्निं +पूर्वमते +पूर्वमत् +पूर्वमत्र +पूर्वमथ +पूर्वमदृष्टं +पूर्वमदृष्टानि +पूर्वमद्य +पूर्वमध्यम +पूर्वमनन्यात्म +पूर्वमनुक्तं +पूर्वमन्ते +पूर्वमन्तोदात्तम् +पूर्वमन्त्र +पूर्वमन्त्रे +पूर्वमन्त्रेण +पूर्वमन्यासु +पूर्वमपरं +पूर्वमपरो +पूर्वमपि +पूर्वमपेक्ष्य +पूर्वमभिवर्तन्ते +पूर्वमभिवादयेत् +पूर्वमभिवाद्य +पूर्वमभ्यर्च्य +पूर्वमयं +पूर्वमयुतं +पूर्वमर्धर्चं +पूर्वमविद्यमानवत् +पूर्वमस्माभिः +पूर्वमस्य +पूर्वमहं +पूर्वमहः +पूर्वमहर्भवति +पूर्वमहाविदेहस्य +पूर्वमा +पूर्वमागतः +पूर्वमागताः +पूर्वमाचरेत् +पूर्वमात्रस्य +पूर्वमादाय +पूर्वमादौ +पूर्वमानेन +पूर्वमाप्यायनं +पूर्वमामन्त्र्य +पूर्वमाराधितो +पूर्वमाराध्य +पूर्वमारिण्यै +पूर्वमासं +पूर्वमासन् +पूर्वमासीत् +पूर्वमासे +पूर्वमितरसुखनिरपेक्षत्वपरम् +पूर्वमिति +पूर्वमित्यर्थः +पूर्वमित्यादि +पूर्वमित्यादिना +पूर्वमिदं +पूर्वमिदानीं +पूर्वमिव +पूर्वमिह +पूर्वमी +पूर्वमीमांसा +पूर्वमीमांसादर्शनम् +पूर्वमीमांसायां +पूर्वमीमांसायाः +पूर्वमीरितः +पूर्वमीरितम् +पूर्वमीरिताः +पूर्वमु +पूर्वमुक्त +पूर्वमुक्तं +पूर्वमुक्तः +पूर्वमुक्तत्वात् +पूर्वमुक्तमपि +पूर्वमुक्तमिति +पूर्वमुक्तमेव +पूर्वमुक्तम् +पूर्वमुक्ता +पूर्वमुक्ताः +पूर्वमुक्तानि +पूर्वमुक्ते +पूर्वमुक्तो +पूर्वमुक्त्वा +पूर्वमुखं +पूर्वमुखः +पूर्वमुखे +पूर्वमुखो +पूर्वमुख्यपृष्ठस्य +पूर्वमुच्चार्य +पूर्वमुच्चार्य्य +पूर्वमुच्यते +पूर्वमुत्पन्ना +पूर्वमुदकं +पूर्वमुदये +पूर्वमुदाहृतं +पूर्वमुदाहृतम् +पूर्वमुदाहृता +पूर्वमुद्दिष्टं +पूर्वमुद्धृत्य +पूर्वमुद्‌धृत्य +पूर्वमुपोषितः +पूर्वमृतां +पूर्वमे +पूर्वमें +पूर्वमेक +पूर्वमेकार्णवे +पूर्वमेघ +पूर्वमेघः +पूर्वमेतत् +पूर्वमेति +पूर्वमेदिनीपुर +पूर्वमेदिनीपुरमण्डलम् +पूर्वमेदिनीपुरमण्डलस्य +पूर्वमेव +पूर्वमेवं +पूर्वमेवात्र +पूर्वमेवाहं +पूर्वमेवाहमिहासमिति +पूर्वमेवेति +पूर्वमेवेत्यर्थः +पूर्वमेवोक्त +पूर्वमेवोक्तं +पूर्वमेवोक्तः +पूर्वमेवोक्तत्वात् +पूर्वमेवोक्तमिति +पूर्वमेवोक्तम् +पूर्वमेवोक्ता +पूर्वमेवोक्ताः +पूर्वमेवोक्तानि +पूर्वमेवोदाहृतम् +पूर्वमेवोपपादितम् +पूर्वमेष +पूर्वमेषां +पूर्वम् +पूर्वम्ऽ +पूर्वम्‌ +पूर्वया +पूर्वयामे +पूर्वयालभते +पूर्वयैव +पूर्वयो +पूर्वयोः +पूर्वयोगेन +पूर्वयोजना +पूर्वरङ्ग +पूर्वरङ्गं +पूर्वरङ्गः +पूर्वरङ्गस्य +पूर्वरङ्गे +पूर्वरङ्गो +पूर्वरसं +पूर्वरा +पूर्वरागः +पूर्वरात्रः +पूर्वरात्रापररात्रं +पूर्वरात्रे +पूर्वरात्रौ +पूर्वराशिं +पूर्वरीत्या +पूर्वरूप +पूर्वरूपं +पूर्वरूपता +पूर्वरूपत्वं +पूर्वरूपत्वम् +पूर्वरूपमपि +पूर्वरूपमाह +पूर्वरूपमिति +पूर्वरूपमेकादेश +पूर्वरूपमेकादेशः +पूर्वरूपम् +पूर्वरूपसन्धिः +पूर्वरूपस्य +पूर्वरूपाणि +पूर्वरूपाभावे +पूर्वरूपालङ्कारः +पूर्वरूपे +पूर्वरूपेण +पूर्वरूपोत्तररूपे +पूर्वरेखायां +पूर्वलक्षणम् +पूर्वलक्षे +पूर्वलिखितः +पूर्वव +पूर्ववक्त्राय +पूर्ववचनं +पूर्ववचने +पूर्ववच् +पूर्ववच्च +पूर्ववच्चरेत् +पूर्ववच्छन्दोदेवते +पूर्ववच्छेषं +पूर्ववच्छेषम् +पूर्ववज्ज्ञेयम् +पूर्ववत +पूर्ववत् +पूर्ववत्कर्मणि +पूर्ववत्कारयेत् +पूर्ववत्कारयेद्बुधः +पूर्ववत्कार्यं +पूर्ववत्कुर्यात् +पूर्ववत्कृत्वा +पूर्ववत्क्रमयोगेन +पूर्ववत्क्रमात् +पूर्ववत्क्रामणं +पूर्ववत्तत्र +पूर्ववत्तथा +पूर्ववत्तस्य +पूर्ववत्तीं +पूर्ववत्तु +पूर्ववत्त्वात् +पूर्ववत्परम् +पूर्ववत्परिकल्पयेत् +पूर्ववत्प्रायश्चित्तं +पूर्ववत्सकलं +पूर्ववत्सन +पूर्ववत्सनः +पूर्ववत्समासः +पूर्ववत्सर्वं +पूर्ववत्सालंकारं +पूर्ववत्सुसमाहितः +पूर्ववत्‌ +पूर्ववथ् +पूर्ववद +पूर्ववदग्निं +पूर्ववदत्र +पूर्ववदत्रापि +पूर्ववदन्यत् +पूर्ववदन्वयः +पूर्ववदभिप्रायः +पूर्ववदभिलापात् +पूर्ववदभ्यर्च्य +पूर्ववदभ्युपैति +पूर्ववदर्चयेत् +पूर्ववदर्थः +पूर्ववदश्वबडबौ +पूर्ववदहीनसंततयः +पूर्ववदाचम्य +पूर्ववदाचरेत् +पूर्ववदाचरेथ् +पूर्ववदायतम् +पूर्ववदिति +पूर्ववदित्यर्थः +पूर्ववदित्यादि +पूर्ववदिष्यते +पूर्ववदिहापि +पूर्ववदु +पूर्ववदुक्त्वा +पूर्ववदुद्दिष्टं +पूर्ववदुपाकृत्य +पूर्ववदृषिदेवते +पूर्ववदे +पूर्ववदेव +पूर्ववदेवं +पूर्ववदेवेति +पूर्ववद् +पूर्ववद्दत्वा +पूर्ववद्दद्यात् +पूर्ववद्दीर्घः +पूर्ववद्देहं +पूर्ववद्धि +पूर्ववद्धोमं +पूर्ववद्ध्यात्वा +पूर्ववद्भवेत् +पूर्ववद्यजेत् +पूर्ववद्यावत् +पूर्ववद्यावत्पूजयन्ति +पूर्ववद्यावत्फलन्ति +पूर्ववद्यावत्स +पूर्ववद्यावत्संप्रहर्ष्य +पूर्ववद्यावत्सातिसारो +पूर्ववद्यावदाभोगः +पूर्ववद्यावदुपनिषदमपि +पूर्ववद्यावद्धौतहस्तमपनीतपात्रं +पूर्ववद्यावन्निरवेक्षो +पूर्ववद्योज्यम् +पूर्ववद्वा +पूर्ववद्वेदितव्यम् +पूर्ववद्व्याख्या +पूर्ववद्व्याख्येयम् +पूर्ववन् +पूर्ववन्तो +पूर्ववन्न +पूर्ववन्न्यसेत् +पूर्ववन्मण्डलं +पूर्ववन्मतः +पूर्ववन्मताः +पूर्ववर्णस्य +पूर्ववर्तिता +पूर्ववर्तित्वं +पूर्ववर्तिनः +पूर्ववर्ती +पूर्ववर्त्तिनि +पूर्ववर्त्ती +पूर्ववर्त्मना +पूर्ववल्लिखेत् +पूर्ववव्याख्येयम् +पूर्ववस्त्रं +पूर्ववाक्य +पूर्ववाक्यं +पूर्ववाक्यस्य +पूर्ववाक्ये +पूर्ववाक्येन +पूर्ववाक्येऽपि +पूर्ववादं +पूर्ववादिनः +पूर्ववादिना +पूर्ववादी +पूर्ववादे +पूर्ववार्षिकम् +पूर्ववासनया +पूर्ववासरे +पूर्ववासिष्ठम् +पूर्ववाहिनी +पूर्ववि +पूर्वविकल्पः +पूर्वविकल्पाधिकरणम् +पूर्वविज्ञानं +पूर्वविदेहो +पूर्वविद्धा +पूर्वविद्धां +पूर्वविद्धैव +पूर्वविधानेन +पूर्वविधाविति +पूर्वविधि +पूर्वविधिः +पूर्वविधिना +पूर्वविधौ +पूर्वविप्रतिषिद्धम् +पूर्वविप्रतिषेध +पूर्वविप्रतिषेधवार्तिकम् +पूर्वविप्रतिषेधेन +पूर्वविप्रतिषेधेनेति +पूर्वविप्रतिषेधो +पूर्वविभागे +पूर्वविषये +पूर्वविहितानि +पूर्ववृता +पूर्ववृत्तं +पूर्ववृत्तमनुस्मरन् +पूर्ववृत्तस्य +पूर्ववृत्तान्तं +पूर्ववृत्तान्तः +पूर्ववृत्तित्वं +पूर्ववैरं +पूर्ववैरमनुस्मरन् +पूर्वव्याख्याने +पूर्वशः +पूर्वशब्द +पूर्वशब्दः +पूर्वशब्दस्य +पूर्वशब्दात् +पूर्वशब्दे +पूर्वशब्देन +पूर्वशब्दो +पूर्वशरीरं +पूर्वशालाप्रियः +पूर्वशास्त्रानुसारेण +पूर्वशास्त्रेषु +पूर्वशिञ्जिनी +पूर्वशिलायुगस्य +पूर्वशेष +पूर्वशेषः +पूर्वश् +पूर्वश्च +पूर्वश्लोक +पूर्वश्लोकः +पूर्वश्लोकस्थविशेषणानामप्यत्र +पूर्वश्लोकार्थं +पूर्वश्लोके +पूर्वश्लोकेन +पूर्वश्लोकोक्तं +पूर्वश्लोकोक्ता +पूर्वश्लोकोक्तानां +पूर्वषट्के +पूर्वषट्केन +पूर्वस +पूर्वसं +पूर्वसंचितम् +पूर्वसंयोगनाश +पूर्वसंयोगनाशः +पूर्वसंस्कारो +पूर्वसंस्कृतैः +पूर्वसङ्गताध्यायार्थस्थितौ +पूर्वसञ्चितम् +पूर्वसदृशमिह +पूर्वसदृशसमोनार्थकलहनिपुणमिश्रश्लक्ष्णैः +पूर्वसद्भ्यो +पूर्वसन्देशः +पूर्वसमं +पूर्वसरः +पूर्वसर्गे +पूर्वसवर्ण +पूर्वसवर्णः +पूर्वसवर्णत्वम् +पूर्वसवर्णदीर्घ +पूर्वसवर्णदीर्घः +पूर्वसवर्णदीर्घत्वम् +पूर्वसवर्णदीर्घनिषेधे +पूर्वसवर्णदीर्घस्य +पूर्वसवर्णदीर्घे +पूर्वसवर्णदीर्घो +पूर्वसवर्णादेशः +पूर्वसवर्णाभावे +पूर्वसवर्णे +पूर्वसवर्णो +पूर्वसागरम् +पूर्वसागरे +पूर्वसाहसम् +पूर्वसिक्किममण्डलम् +पूर्वसिद्ध +पूर्वसिद्धं +पूर्वसिद्धः +पूर्वसिद्धतमसो +पूर्वसिद्धस्य +पूर्वसिद्धस्यापि +पूर्वसिद्धे +पूर्वसिद्धो +पूर्वसियाङ्गमण्डलम् +पूर्वसीमा +पूर्वसीमायां +पूर्वसुकृतं +पूर्वसूक्त +पूर्वसूक्तार्थेन +पूर्वसूक्ते +पूर्वसूक्तेन +पूर्वसूक्तोक्तार्थेन +पूर्वसूचना +पूर्वसूचनां +पूर्वसूत्र +पूर्वसूत्रं +पूर्वसूत्रमनुवर्तते +पूर्वसूत्रम् +पूर्वसूत्रविषये +पूर्वसूत्रस्य +पूर्वसूत्रात् +पूर्वसूत्रात्तु +पूर्वसूत्रादनुवर्तते +पूर्वसूत्राद् +पूर्वसूत्रार्थः +पूर्वसूत्रितस्य +पूर्वसूत्रे +पूर्वसूत्रेण +पूर्वसूत्रेणैव +पूर्वसूत्रेऽपि +पूर्वसूरिभिः +पूर्वसृष्टं +पूर्वस् +पूर्वस्तस्य +पूर्वस्तु +पूर्वस्थानं +पूर्वस्थाने +पूर्वस्थित्यनुयाय्यपि +पूर्वस्मात् +पूर्वस्मादपि +पूर्वस्मादिति +पूर्वस्मादेव +पूर्वस्माद् +पूर्वस्माद्विच्छित्तिविशेषः +पूर्वस्माद्विशेषः +पूर्वस्मान्मन्त्रात् +पूर्वस्मिन् +पूर्वस्मिन्कल्पे +पूर्वस्मिन्काण्डे +पूर्वस्मिन्काले +पूर्वस्मिन्ग्रन्थे +पूर्वस्मिन्नधिकरणे +पूर्वस्मिन्नध्याये +पूर्वस्मिन्नपि +पूर्वस्मिन्नहनि +पूर्वस्मिन्नहन्युत्तरस्मा +पूर्वस्मिन्निति +पूर्वस्मिन्नुदाहरणे +पूर्वस्मिन्नेव +पूर्वस्मिन्न् +पूर्वस्मिन्पक्षे +पूर्वस्मिन्प्रकरणे +पूर्वस्मिन्वाक्ये +पूर्वस्मै +पूर्वस्य +पूर्वस्या +पूर्वस्यां +पूर्वस्याः +पूर्वस्याणो +पूर्वस्यात +पूर्वस्यान्दिशि +पूर्वस्यापवादः +पूर्वस्यापि +पूर्वस्यामन्त्रितस्य +पूर्वस्यामाहुत्याꣳ +पूर्वस्यामृचि +पूर्वस्याम् +पूर्वस्याश्च +पूर्वस्याह्नः +पूर्वस्याह्नो +पूर्वस्येति +पूर्वस्यैव +पूर्वस्यैवायं +पूर्वस्योदात्तत्वम् +पूर्वस्वरूपं +पूर्वस्वस्तिक +पूर्वस्वस्तिके +पूर्वस्वामी +पूर्वस्साहसदण्ड +पूर्वस्साहसदण्डः +पूर्वहस्तं +पूर्वहस्ते +पूर्वहस्तेन +पूर्वहिन्द +पूर्वहिन्दी +पूर्वहुब्बळ्ळीधारवाडविधानसभाक्षेत्रम् +पूर्वहूतौ +पूर्वहेत्वभावात् +पूर्वऽचित्तये +पूर्वऽथा +पूर्वऽपीतये +पूर्वऽहूतौ +पूर्वा +पूर्वां +पूर्वांश्च +पूर्वाः +पूर्वाः॑ +पूर्वाक्षरः +पूर्वाख्यानं +पूर्वागत +पूर्वागतं +पूर्वागता +पूर्वागतो +पूर्वाग्नौ +पूर्वाग्रं +पूर्वाङ्गं +पूर्वाङ्गे +पूर्वाचार्य +पूर्वाचार्यसंज्ञा +पूर्वाचार्या +पूर्वाचार्याः +पूर्वाचार्याणां +पूर्वाचार्यैः +पूर्वाच्च +पूर्वाञ्चल +पूर्वाञ्चलविकासक्षेत्रम् +पूर्वाणां +पूर्वाणाम् +पूर्वाणि +पूर्वाणो +पूर्वाण्यहानि +पूर्वात् +पूर्वात्रयं +पूर्वात्रये +पूर्वादं +पूर्वादय +पूर्वादयः +पूर्वादयो +पूर्वादारभ्य +पूर्वादि +पूर्वादिः +पूर्वादिके +पूर्वादिक्रमतो +पूर्वादिक्रमयोगत +पूर्वादिक्रमयोगतः +पूर्वादिक्रमयोगेन +पूर्वादिक्रमेण +पूर्वादिचतुर्दिक्षु +पूर्वादितः +पूर्वादिदिक्षु +पूर्वादिनिः +पूर्वादिप्रादक्षिण्येन +पूर्वादिभ्यो +पूर्वादिषु +पूर्वादीनां +पूर्वादीनि +पूर्वादीशानपर्यन्तं +पूर्वादेव +पूर्वादौ +पूर्वाद् +पूर्वाद्धे +पूर्वाद्यष्टदिक्षु +पूर्वाद्या +पूर्वाद्याः +पूर्वाद्याशासु +पूर्वाद्रेः +पूर्वाधं +पूर्वाधरावराणामसि +पूर्वाधिकम् +पूर्वाधिकरण +पूर्वाधिकरणे +पूर्वाधिकारे +पूर्वाधे +पूर्वाधेन +पूर्वाध्याय +पूर्वाध्यायान्ते +पूर्वाध्याये +पूर्वाध्यायेयो +पूर्वाध्यायोक्तरीत्या +पूर्वाध्यायोक्तलक्षणो +पूर्वाध्यायोक्तानुवादत्वं +पूर्वाननं +पूर्वानीत +पूर्वानुभव +पूर्वानुभवः +पूर्वानुभवस्य +पूर्वानुभूतं +पूर्वानुभूतस्य +पूर्वानुभूता +पूर्वानुभूतार्थविषया +पूर्वानुमानं +पूर्वानुमाने +पूर्वानुरागः +पूर्वानुष्ठितश्चायं +पूर्वानुसारेण +पूर्वान् +पूर्वान्त +पूर्वान्तं +पूर्वान्तः +पूर्वान्तत्वे +पूर्वान्तत्वेन +पूर्वान्ते +पूर्वान्दश +पूर्वान्दशापरान् +पूर्वान्वयि +पूर्वान्सप्त +पूर्वाप +पूर्वापर +पूर्वापरं +पूर्वापरकपालयोः +पूर्वापरकोटिपरीक्षा +पूर्वापरगं +पूर्वापरप्रथमचरमजघन्यसमानमध्यमध्यमवीराश्च +पूर्वापरभाव +पूर्वापरभावेन +पूर्वापरभूमिकाभेदेन +पूर्वापरमविमृश्य +पूर्वापरम् +पूर्वापरयोः +पूर्वापररेखा +पूर्वापररेखायां +पूर्वापरविरुद्धम् +पूर्वापरविरोधं +पूर्वापरविरोधः +पूर्वापरवृत्त +पूर्वापरसहक्रमाः +पूर्वापरसूत्र +पूर्वापरसूत्रस्य +पूर्वापरा +पूर्वापरां +पूर्वापरात् +पूर्वापराधभीतस्य +पूर्वापराधरोत्तरमेकदेशिनैकाधिकरणे +पूर्वापरानुसंधानेन +पूर्वापरान् +पूर्वापराभ्यां +पूर्वापरायतं +पूर्वापराह्णयोः +पूर्वापरीभावः +पूर्वापरीभूत +पूर्वापरीभूतं +पूर्वापरीभूता +पूर्वापरे +पूर्वापरेण +पूर्वापरौ +पूर्वापूर्वा +पूर्वापेक्षया +पूर्वाफाल्गुनी +पूर्वाफाल्गुन्यां +पूर्वाबद्धो +पूर्वाभाद्र +पूर्वाभाद्रपद +पूर्वाभाद्रपदा +पूर्वाभाद्रा +पूर्वाभावे +पूर्वाभि +पूर्वाभिः +पूर्वाभिभाषी +पूर्वाभिमुख +पूर्वाभिमुखं +पूर्वाभिमुखः +पूर्वाभिमुखम् +पूर्वाभिमुखस्य +पूर्वाभिमुखी +पूर्वाभिमुखे +पूर्वाभिमुखो +पूर्वाभ्यस्तं +पूर्वाभ्यां +पूर्वाभ्यासः +पूर्वाभ्यासवासनया +पूर्वाभ्यासस्य +पूर्वाभ्यासेन +पूर्वाभ्रं +पूर्वामनलसमनसो +पूर्वामनु +पूर्वामलकसहक्षणो +पूर्वामावास्या +पूर्वामाहुतिं +पूर्वामेके +पूर्वाम् +पूर्वाम्लभाण्डमध्ये +पूर्वाम्लेनैव +पूर्वाय +पूर्वायां +पूर्वायाः +पूर्वारभ्य +पूर्वार्चिकः +पूर्वार्चिके +पूर्वार्जितं +पूर्वार्जितानां +पूर्वार्थ +पूर्वार्थे +पूर्वार्द्ध +पूर्वार्द्धं +पूर्वार्द्धः +पूर्वार्द्धम् +पूर्वार्द्धस्य +पूर्वार्द्धे +पूर्वार्ध +पूर्वार्धं +पूर्वार्धः +पूर्वार्धपरार्धभिन्ना +पूर्वार्धम् +पूर्वार्धस्य +पूर्वार्धस्यार्थः +पूर्वार्धस्योत्तरार्धेन +पूर्वार्धादवदायापरार्धादवद्यत्यभिघारयति +पूर्वार्धार्थः +पूर्वार्धे +पूर्वार्धेन +पूर्वार्धो +पूर्वालापिनः +पूर्वालाभे +पूर्वाले +पूर्वावधीरितं +पूर्वावमर्शः +पूर्वावस्था +पूर्वावस्थां +पूर्वावस्थात +पूर्वावस्थातो +पूर्वाशास्यं +पूर्वाशौचेन +पूर्वाश् +पूर्वाश्च +पूर्वाश्रमः +पूर्वाश्रमसंचितं +पूर्वाश्रमस्य +पूर्वाश्रमे +पूर्वाषाढ 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+पूर्वेद्युर्वा +पूर्वेद्युश्च +पूर्वेन +पूर्वेन्द्रचरितं +पूर्वेभिः +पूर्वेभ्य +पूर्वेभ्यः +पूर्वेभ्यो +पूर्वेयुः +पूर्वेव +पूर्वेषा +पूर्वेषां +पूर्वेषामपि +पूर्वेषामिति +पूर्वेषामेव +पूर्वेषाम् +पूर्वेषु +पूर्वेषुकामशमी +पूर्वेष्वपि +पूर्वेष्व् +पूर्वेस +पूर्वेऽन्ये +पूर्वेऽपि +पूर्वेऽहनि +पूर्वेऽहन्साम +पूर्वे॑ +पूर्वे॑भ्यः +पूर्वे॑षां +पूर्वे॑षां॒ +पूर्वे॑षाम् +पूर्वे॒ +पूर्वै +पूर्वैः +पूर्वैरनुष्ठितः +पूर्वैरपि +पूर्वैराचरितं +पूर्वैरिति +पूर्वैरिह +पूर्वैरेवं +पूर्वैर् +पूर्वैव +पूर्वैश्च +पूर्वैषुकामशमः +पूर्वो +पूर्वोक +पूर्वोकं +पूर्वोकपाल +पूर्वोका +पूर्वोक्त +पूर्वोक्तं +पूर्वोक्तंनात्यश्नतः +पूर्वोक्तः +पूर्वोक्तकाले +पूर्वोक्तक्रमयोगेन +पूर्वोक्तक्रमेण +पूर्वोक्तत्वात् +पूर्वोक्तत्वात्सेनयोरुभयोरपि +पूर्वोक्तदिशा +पूर्वोक्तदोष +पूर्वोक्तन +पूर्वोक्तनयेन +पूर्वोक्तनिरतिशयपुरुषार्थत्वेनैव +पूर्वोक्तनीत्या +पूर्वोक्तन्यायेन +पूर्वोक्तप्रकार +पूर्वोक्तप्रकाराद्दुर्योधनात् +पूर्वोक्तप्रकारेण +पूर्वोक्तभोगैश्वर्ययोः +पूर्वोक्तमखिलं +पूर्वोक्तमनुवदति +पूर्वोक्तमन्त्रेण +पूर्वोक्तमपि +पूर्वोक्तमार्गतः +पूर्वोक्तमार्गेण +पूर्वोक्तमिति +पूर्वोक्तमित्यर्थः +पूर्वोक्तमुपसंहरति +पूर्वोक्तमेव +पूर्वोक्तमेवार्थं +पूर्वोक्तम् +पूर्वोक्तया +पूर्वोक्तयुक्त्या +पूर्वोक्तयोः +पूर्वोक्तरीत्या +पूर्वोक्तरूपं +पूर्वोक्तरूपेण +पूर्वोक्तलक्षणं +पूर्वोक्तलक्षणम् +पूर्वोक्तलक्षणस्य +पूर्वोक्तलक्षणा +पूर्वोक्तलक्षणे +पूर्वोक्तवत् +पूर्वोक्तवर्त्मना +पूर्वोक्तविधानेन +पूर्वोक्तविधिना +पूर्वोक्तविषये +पूर्वोक्तश्च +पूर्वोक्तसङ्ख्यया +पूर्वोक्तसप्रकारसात्त्विकधृतिपरामर्शमाहविषयविमुखीकरणेनेति +पूर्वोक्तस्य +पूर्वोक्तस्यैव +पूर्वोक्ता +पूर्वोक्तां +पूर्वोक्ताः +पूर्वोक्तात् +पूर्वोक्तादेव +पूर्वोक्ताद् +पूर्वोक्तानां +पूर्वोक्तानामसंभवे +पूर्वोक्तानि +पूर्वोक्तानुवादः +पूर्वोक्तान् +पूर्वोक्तान्येव +पूर्वोक्ताभिः +पूर्वोक्ताभ्यां +पूर्वोक्ताय +पूर्वोक्ताया +पूर्वोक्तायाः +पूर्वोक्तार्थ +पूर्वोक्तार्थस्य +पूर्वोक्ताश्च +पूर्वोक्तासु +पूर्वोक्ते +पूर्वोक्तेः +पूर्वोक्तेति +पूर्वोक्तेन +पूर्वोक्तेनेति +पूर्वोक्तेनैव +पूर्वोक्तेभ्यः +पूर्वोक्तेभ्यो +पूर्वोक्तेषु +पूर्वोक्तेष्वेव +पूर्वोक्तैः +पूर्वोक्तैरेव +पूर्वोक्तैव +पूर्वोक्तैश्च +पूर्वोक्तो +पूर्वोक्तोऽर्थः +पूर्वोक्तौ +पूर्वोक्त्या +पूर्वोत +पूर्वोत्त +पूर्वोत्तं +पूर्वोत्तर +पूर्वोत्तरं +पूर्वोत्तरकालयोर्विशेषः +पूर्वोत्तरदिशि +पूर्वोत्तरपक्षावाह +पूर्वोत्तरपक्षौ +पूर्वोत्तरपदयोः +पूर्वोत्तरपदयोर्युगपत्प्रकृतिस्वरत्वम् +पूर्वोत्तरपदे +पूर्वोत्तरभागयोः +पूर्वोत्तरमीमांसा +पूर्वोत्तरयोः +पूर्वोत्तरवाक्यसाधारणतया +पूर्वोत्तरविरोधः +पूर्वोत्तरश्लोकफलितार्थविवक्षया +पूर्वोत्तरस्यां +पूर्वोत्तरा +पूर्वोत्तराः +पूर्वोत्तराञ्चल +पूर्वोत्तराणां +पूर्वोत्तराध्याययोः +पूर्वोत्तराभ्यां +पूर्वोत्तरार्धयोः +पूर्वोत्तरार्धाभ्यां +पूर्वोत्तरीत्या +पूर्वोत्तरे +पूर्वोत्तरेण +पूर्वोत्तरेषु +पूर्वोत्तरौ +पूर्वोत्थायी +पूर्वोत्पन्न +पूर्वोत्पन्नं +पूर्वोत्पन्नमसक्तं +पूर्वोदाहरण +पूर्वोदाहरणवदेव +पूर्वोदाहरणाद्विशेषः +पूर्वोदाहरणे +पूर्वोदाहरणेभ्यो +पूर्वोदाहरणेषु +पूर्वोदाहृत +पूर्वोदाहृते +पूर्वोदित +पूर्वोदितं +पूर्वोदिता +पूर्वोदितां +पूर्वोदितानां +पूर्वोदिते +पूर्वोदितेन +पूर्वोदितैः +पूर्वोदितो +पूर्वोद्दिष्टं +पूर्वोद्दिष्टेन +पूर्वोपात्तं +पूर्वोऽतिक्रान्तो +पूर्वोऽतिथेरश्नाति +पूर्वोऽपि +पूर्वोऽभ्यासः +पूर्वोऽयं +पूर्वोऽर्धर्च +पूर्वोऽर्धर्चः +पूर्वोऽर्धर्चो +पूर्वो॑ +पूर्वो॒ +पूर्वौ +पूर्वौक्तः +पूर्व् +पूर्व्य +पूर्व्यं +पूर्व्यं॒ +पूर्व्यः +पूर्व्यम् +पूर्व्यस्तुतिः +पूर्व्या +पूर्व्याः +पूर्व्याणि +पूर्व्याय +पूर्व्यासः +पूर्व्ये +पूर्व्येण +पूर्व्येभिः +पूर्व्यैः +पूर्व्यो +पूर्व्य॑ +पूर्व्य॑म् +पूर्व्य॒ +पूर्व्व +पूर्व्वं +पूर्व्वः +पूर्व्वकाले +पूर्व्वखण्डे +पूर्व्वजः +पूर्व्वतः +पूर्व्वतो +पूर्व्वत् +पूर्व्वत्र +पूर्व्वदिने +पूर्व्वपक्षः +पूर्व्वपुरुषा +पूर्व्वपुरुषाणां +पूर्व्वभागे +पूर्व्वमेव +पूर्व्वम् +पूर्व्ववत् +पूर्व्वस्मात् +पूर्व्वस्मिन् +पूर्व्वस्य +पूर्व्वस्यां +पूर्व्वा +पूर्व्वां +पूर्व्वाः +पूर्व्वादि +पूर्व्वादिदिक्षु +पूर्व्वादौ +पूर्व्वाषाढा +पूर्व्वाह्णे +पूर्व्वे +पूर्व्वेण +पूर्व्वेद्युः +पूर्व्वो +पूर्व्वोक्त +पूर्व्वोक्तं +पूर्व्वोक्तविधिना +पूर्व्वौ +पूर्व॑ +पूर्व॑म् +पूर्व॑या +पूर्व॑स्य॒ +पूर्व॒ +पूर्व॒मप॑रं +पूर्वꣳ +पूर्षु +पूल +पूला +पूल् +पूल्वोः +पूव +पूवं +पूवः +पूवत्तरमीमांस +पूवत्तरमीमांसा +पूववत् +पूवात्तरमामासा +पूवे +पूवों +पूवोंक्त +पूश्च +पूश्च॑ +पूष +पूषं +पूषञ्छिवतमामेरयस्व +पूषण +पूषणं +पूषणः +पूषणम् +पूषणा +पूषणि +पूषणौ +पूषण्वत +पूषण्वते +पूषण्वान् +पूषति +पूषदेवताकम् +पूषदेवत्याः +पूषन् +पूषन्तव +पूषन्नपावृणु +पूषन्नावो +पूषन्निति +पूषन्निह +पूषन्नेकर्षे +पूषन्न् +पूषन्ऽ +पूषरातयः +पूषर्या +पूषा +पूषाणं +पूषाध्वनः +पूषासि +पूषासीति +पूषाऽसीति +पूषे +पूषेति +पूषेमा +पूषेव +पूषोपरि +पूष्ण +पूष्णः +पूष्णश्च +पूष्णस् +पूष्णस्तान्यपि +पूष्णा +पूष्णि +पूष्णे +पूष्णेऽग्नये +पूष्णो +पूष्णोऽहं +पूष॑न् +पूष॑न्नि॒ह +पूष॑रातयः +पूो +पू॒त +पू॒तं +पू॒तः +पू॒तद॑क्षं॒ +पू॒तद॑क्षसा +पू॒तम् +पू॒ता +पू॒ताः +पू॒तासः॑ +पू॒यमा॑नः +पू॒यमा॑नाः +पू॒यमा॑नो +पू॒रवः॑ +पू॒रवे॑ +पू॒रुं +पू॒रुम् +पू॒रुषु॑ +पू॒र्ण +पू॒र्णं +पू॒र्णः +पू॒र्णम् +पू॒र्णया॑ +पू॒र्णा +पू॒र्णां +पू॒र्णेन॑ +पू॒र्धि +पू॒र्भित् +पू॒र्वचि॑त्तये +पू॒र्वचि॑त्तये॒ +पू॒र्वथा॑ +पू॒र्वपी॑तये +पू॒र्वहू॑तौ +पू॒र्वऽचि॑त्तये +पू॒र्वऽथा॑ +पू॒र्वऽपी॑तये +पू॒र्वऽहू॑तौ +पू॒र्वी +पू॒र्वीः +पू॒र्वीभिः॑ +पू॒र्वीरिषो॑ +पू॒र्वीरु॒त +पू॒र्वीरु॒षसो॒ +पू॒र्वीरृ॒तस्य॑ +पू॒र्व्यं +पू॒र्व्यः +पू॒र्व्यम् +पू॒र्व्या +पू॒र्व्याणि॑ +पू॒र्व्याय॑ +पू॒र्व्याय॒ +पू॒र्व्ये +पू॒र्व्यो +पू॒षणं॑ +पू॒षणं॒ +पू॒षण॑म् +पू॒षा +पू॒षेमा +पू॒ष्ण +पू॒ष्णः +पू॒ष्णा +पू॒ष्णे +पू॒ष्णो +पू॒ष॒न् +पू꣡ना꣢ +पू꣣य꣡मा꣢नः +पू꣣षा꣢ +पृ +पृक्का +पृक्कायां +पृक्तं +पृक्तः +पृक्ते +पृक्ष +पृक्षं +पृक्षः +पृक्षः॑ +पृक्षम् +पृक्षयामेषु +पृक्षस्य +पृक्षासः +पृक्षु +पृक्षे +पृक्षेण +पृक्षो +पृक्षो॑ +पृक्ष॑ः +पृङ् +पृङ्क्त +पृङ्क्तं +पृङ्क्तम् +पृङ्क्ते +पृङ्क्तेति +पृच +पृची +पृचीमहि +पृच् +पृच्छ +पृच्छं +पृच्छंति +पृच्छकं +पृच्छकः +पृच्छकस्य +पृच्छका +पृच्छकेन +पृच्छको +पृच्छत +पृच्छतः +पृच्छतस्तस्य +पृच्छता +पृच्छतां +पृच्छताम् +पृच्छति +पृच्छतिअथेति +पृच्छतिकः +पृच्छतिकथं +पृच्छतिकथमिति +पृच्छतिकथम् +पृच्छतिकस्मात् +पृच्छतिकिं +पृच्छती +पृच्छतीति +पृच्छतीत्यर्थः +पृच्छतीत्याह +पृच्छतु +पृच्छते +पृच्छतेति +पृच्छतेदु +पृच्छतेव +पृच्छतो +पृच्छतौ +पृच्छत् +पृच्छत्यन्नं +पृच्छथ +पृच्छन् +पृच्छन्तं +पृच्छन्ति +पृच्छन्ती +पृच्छन्तीं +पृच्छन्तीति +पृच्छन्तीनां +पृच्छन्तु +पृच्छन्तौ +पृच्छमानः +पृच्छमानाः +पृच्छमानो +पृच्छमानौ +पृच्छमि +पृच्छय +पृच्छयत +पृच्छयतां +पृच्छयते +पृच्छसि +पृच्छसीति +पृच्छसीत्यत +पृच्छसे +पृच्छस्व +पृच्छा +पृच्छां +पृच्छानीति +पृच्छान् +पृच्छाम +पृच्छामः +पृच्छामस्त्वां +पृच्छामि +पृच्छामी +पृच्छामीति +पृच्छामीत्यर्थः +पृच्छामो +पृच्छाम्यहं +पृच्छायां +पृच्छायाम् +पृच्छाव +पृच्छावः +पृच्छासि +पृच्छि +पृच्छितं +पृच्छितव्यम् +पृच्छितव्या +पृच्छितव्यो +पृच्छितो +पृच्छीयति +पृच्छे +पृच्छेः +पृच्छेत +पृच्छेति +पृच्छेत् +पृच्छेत्क्षत्रबन्धुमनामयम् +पृच्छेदृतं +पृच्छेद् +पृच्छेद्गोत्रचरणं +पृच्छेन्न +पृच्छेम +पृच्छेयं +पृच्छेयम् +पृच्छेयुः +पृच्छैव +पृच्छ्य +पृच्छ्यतां +पृच्छ्यतामिति +पृच्छ्यताम् +पृच्छ्यते +पृच्छ्यमानः +पृच्छ्यमानत्वात् +पृच्छ्यमाना +पृच्छ्यमानो +पृच्यत +पृच्यतां +पृच्यताम् +पृच्यते +पृच्यध्वम् +पृच्यन्तां +पृच्यन्ताम् +पृच्यन्ताम्ऽ +पृच्यस्व +पृच्यस्वेति +पृछति +पृछामि +पृछे +पृछेत् +पृजि +पृञ्च +पृञ्चतीः +पृञ्चतीर्मधुना +पृञ्चते +पृञ्चन् +पृञ्चन्ता +पृञ्चन्ति +पृञ्चीत +पृञ्चे +पृड +पृडति +पृण +पृणक्ति +पृणक्तु +पृणक्त्विन्द्रियं +पृणक्षि +पृणच्मि +पृणत +पृणतः +पृणता +पृणति +पृणते +पृणतो +पृणध्वं +पृणध्वम् +पृणन् +पृणन्तं +पृणन्तम् +पृणन्ति +पृणन्ती +पृणस्व +पृणस्वा +पृणाति +पृणातु +पृणातेः +पृणाथो +पृणानः +पृणासि +पृणीत +पृणीतः +पृणीहि +पृणी॒त +पृणे +पृणेति +पृणेत्यथ +पृणेत्य् +पृणेथाम् +पृणोति +पृत +पृतं +पृतः +पृतना +पृतनां +पृतनाः +पृतनाजमाशुं +पृतनाजि +पृतनाजितं +पृतनाज्ये +पृतनाज्येषु +पृतनानां +पृतनापतिः +पृतनापतित्वे +पृतनाभिः +पृतनामुखे +पृतनाम् +पृतनायत +पृतनायतः +पृतनायाः +पृतनाय॒तः +पृतनाशब्दस्य +पृतनाशब्दात् +पृतनाश्च +पृतनाषाट् +पृतनाषाडसि +पृतनाषाड् +पृतनाषाह्याय +पृतनासहं +पृतनासु +पृतनाहवेषु +पृतनाऽयतः +पृतनेति +पृतन्यत +पृतन्यतः +पृतन्यति +पृतन्यतो +पृतन्यतोऽधरे +पृतन्यन्तं +पृतन्यन्ति +पृतन्यव +पृतन्यवः +पृतन्यसि +पृतन्यात् +पृतन्यादप +पृतन्युम् +पृतन्यून् +पृतन्य॒तः +पृतन्य॒तो +पृता +पृत् +पृत्त्या +पृत्वा +पृत्सु +पृत्सुतीः +पृत्सुतूर्षु +पृत्सुतौ +पृत्सुषु +पृत्ऽसु +पृत॑ना +पृत॑नाः +पृत॑नाश्च॒ +पृत॑नासु +पृत॑नासु॒ +पृत॒नाज्ये॑षु +पृत॒न्यून् +पृथ +पृथं +पृथः +पृथक +पृथकं +पृथकत्वेन +पृथकार्यम् +पृथकू +पृथक् +पृथक्क +पृथक्करण +पृथक्करणं +पृथक्करणम् +पृथक्करणस्य +पृथक्करणात् +पृथक्करणाय +पृथक्करणे +पृथक्करणेन +पृथक्करोति +पृथक्करोतु +पृथक्कर्ता +पृथक्कर्तुं +पृथक्कर्म +पृथक्कर्मणि +पृथक्कारे +पृथक्कार्यः +पृथक्कार्यम् +पृथक्कार्या +पृथक्कुरु +पृथक्कुरुत +पृथक्कुर्यात् +पृथक्कुर्वन्ति +पृथक्कुर्वन्तु +पृथक्कृतः +पृथक्कृतम् +पृथक्कृता +पृथक्कृताः +पृथक्कृते +पृथक्कृत्य +पृथक्कृत्वा +पृथक्क्रिया +पृथक्क्रियाः +पृथक्च +पृथक्चेष्टा +पृथक्ततः +पृथक्तत्र +पृथक्तत्व +पृथक्तया +पृथक्तां +पृथक्तेन +पृथक्त्व +पृथक्त्वं +पृथक्त्वचा +पृथक्त्वतः +पृथक्त्वमस्ति +पृथक्त्वमिति +पृथक्त्वमेव +पृथक्त्वम् +पृथक्त्वस्य +पृथक्त्वात् +पृथक्त्वे +पृथक्त्वेन +पृथक्त्वेनेति +पृथक्त्वेऽपि +पृथक्पञ्च +पृथक्पदं +पृथक्पदत्वं +पृथक्पदम् +पृथक्पर्णी +पृथक्पाको +पृथक्पात्रेषु +पृथक्पादेषु +पृथक्पानं +पृथक्पृथक +पृथक्पृथक् +पृथक्पृथगिति +पृथक्पृथगेव +पृथक्पृथग्दण्ड्या +पृथक्फलश्रवणात् +पृथक्फलानि +पृथक्रियते +पृथक्व +पृथक्संस्थाश्च +पृथक्सर्वं +पृथक्सूत्रं +पृथक्स्थं +पृथक्स्था +पृथक्स्थितम् +पृथक्‌ +पृथग +पृथगत्र +पृथगथ +पृथगन्तरं +पृथगपि +पृथगभिधानं +पृथगभिधानम् +पृथगभिधानात् +पृथगर्थः +पृथगर्थता +पृथगर्थौ +पृथगलंकारता +पृथगष्टोत्तरं +पृथगष्टौ +पृथगस्ति +पृथगा +पृथगात्मता +पृथगात्मानं +पृथगादिषु +पृथगाह +पृथगि +पृथगिति +पृथगित्यर्थः +पृथगित्यादिना +पृथगिदं +पृथगिव +पृथगिह +पृथगीरितम् +पृथगु +पृथगुक्तं +पृथगुक्तः +पृथगुक्तत्वात् +पृथगुक्तम् +पृथगुक्ता +पृथगुक्ताः +पृथगुक्तानि +पृथगुक्तिः +पृथगुक्तेः +पृथगुच्यते +पृथगुद्देशे +पृथगुपदेशः +पृथगुपदेशात् +पृथगुपदेशो +पृथगुपन्यासः +पृथगुपस्थितेः +पृथगुपात्ताः +पृथगुपादानं +पृथगुपादानम् +पृथगुपादानात् +पृथगुपादानेन +पृथगेकशश्च +पृथगेते +पृथगेव +पृथगेवं +पृथगेवेति +पृथग् +पृथग्गणना +पृथग्गुणः +पृथग्ग्रहणं +पृथग्ग्रहणम् +पृथग्ग्रहणात् +पृथग्घ्यप्रतिबन्धः +पृथग्जन +पृथग्जनं +पृथग्जनः +पृथग्जनकल्याणकानां +पृथग्जनत्वं +पृथग्जनम् +पृथग्जनस्य +पृथग्जना +पृथग्जनाः +पृथग्जनानां +पृथग्जनानाम् +पृथग्जनैः +पृथग्जनो +पृथग्जनोऽपि +पृथग्जातिषु +पृथग्दण्ड्या +पृथग्दशपलान् +पृथग्दृष्टान्तो +पृथग्दोषाः +पृथग्दोषैः +पृथग्द्र +पृथग्द्रव्या +पृथग्द्वन्द्वैः +पृथग्द्वयम् +पृथग्धर्माः +पृथग्धूमा +पृथग्बालाः +पृथग्भवति +पृथग्भवन्ति +पृथग्भवेत् +पृथग्भाव +पृथग्भावं +पृथग्भावः +पृथग्भावस्य +पृथग्भावात् +पृथग्भावे +पृथग्भावेन +पृथग्भावो +पृथग्भूत +पृथग्भूतं +पृथग्भूतः +पृथग्भूतम् +पृथग्भूता +पृथग्भूताः +पृथग्भूतानि +पृथग्भूतान्यनेकशः +पृथग्भूते +पृथग्भूतेषु +पृथग्भूतो +पृथग्भूतौ +पृथग्भूत्वा +पृथग्भूय +पृथग्यज्ञो +पृथग्यद्देवैर्न्युप्ता +पृथग्योगं +पृथग्योगकरणं +पृथग्योगकरणमुत्तरार्थम् +पृथग्राशीकृतौ +पृथग्रूपं +पृथग्रूपाणि +पृथग्रूपेण +पृथग्लक्षणं +पृथग्वक्ष्यमाणत्वात् +पृथग्वचनं +पृथग्वचनम् +पृथग्वद +पृथग्वर्त्मा +पृथग्वर्त्मात्मा +पृथग्वा +पृथग्विदुः +पृथग्विधं +पृथग्विधः +पृथग्विधम् +पृथग्विधयः +पृथग्विधा +पृथग्विधाः +पृथग्विधानि +पृथग्विधान् +पृथग्विधाम् +पृथग्विधैः +पृथग्विना +पृथग्विनानानाभिस्तृतीयान्यतरस्याम् +पृथग्विवेकतो +पृथग्वृत्तिरसंहतः +पृथग्वेदेषु +पृथग्वैश्वदेवपक्षे +पृथग्व्यापारवान् +पृथग्‌ +पृथङ +पृथङ् +पृथङ्क +पृथङ्ग +पृथङ्न +पृथङ्निर्देश +पृथङ्निर्देशः +पृथङ्निर्देशात् +पृथङ्निर्देशे +पृथङ्नैव +पृथङ्नोक्तः +पृथया +पृथवः +पृथवाने +पृथवी +पृथवे +पृथवो +पृथा +पृथां +पृथानन्दन +पृथापि +पृथाया +पृथायाः +पृथासुतः +पृथासुता +पृथासुताः +पृथासुतानां +पृथासुतैः +पृथासूनुः +पृथि +पृथिव +पृथिवा +पृथिवि +पृथिविक्षिते +पृथिवित्वम् +पृथिविषदं +पृथिविषद्भ्य +पृथिविषद्भ्यः +पृथिवि॒ +पृथिवी +पृथिवीँ +पृथिवीं +पृथिवीः +पृथिवीक्षितः +पृथिवीक्षिता +पृथिवीक्षिताम् +पृथिवीक्षिते +पृथिवीगुणाः +पृथिवीचालस्य +पृथिवीचालस्य् +पृथिवीजयः +पृथिवीजयद्वारेण +पृथिवीत +पृथिवीतः +पृथिवीतत्त्वं +पृथिवीतत्त्वे +पृथिवीतरेभ्यो +पृथिवीतलं +पृथिवीतलम् +पृथिवीतले +पृथिवीति +पृथिवीतो +पृथिवीत्यन्तरिक्षनाम +पृथिवीत्यन्तरिक्षनामसु +पृथिवीत्यादिना +पृथिवीत्यादिश्रुतिरुदाहृता +पृथिवीत्व +पृथिवीत्वं +पृथिवीत्वमिति +पृथिवीत्वस्य +पृथिवीत्वा +पृथिवीत्वात् +पृथिवीत्वादिना +पृथिवीत्वे +पृथिवीत्वेन +पृथिवीदानं +पृथिवीधरः +पृथिवीधरे +पृथिवीधातुः +पृथिवीधातौ +पृथिवीनां +पृथिवीनाथः +पृथिवीनाथो +पृथिवीनाम +पृथिवीनामसु +पृथिवीनामैतत् +पृथिवीपत +पृथिवीपतयोऽभवन् +पृथिवीपति 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+पृथिवीश्वराः +पृथिवीषद्भ्य +पृथिवीसमः +पृथिवीस्थानः +पृथिवीस्थाना +पृथिवीꣳ +पृथिवो +पृथिव्य +पृथिव्यंशाः +पृथिव्यः +पृथिव्यकारः +पृथिव्यग्निरन्नमादित्य +पृथिव्यग्नेः +पृथिव्यदितिः +पृथिव्यन्तं +पृथिव्यन्तरिक्षं +पृथिव्यन्तरिक्षम् +पृथिव्यपि +पृथिव्यप्तेजसां +पृथिव्यप्तेजांसि +पृथिव्यप्तेजो +पृथिव्यप्तेजोवायुयोगात् +पृथिव्यप्सु +पृथिव्यब्रवीत् +पृथिव्यभवत् +पृथिव्यर्थे +पृथिव्यसि +पृथिव्यसीति +पृथिव्या +पृथिव्याँ +पृथिव्यां +पृथिव्याः +पृथिव्याञ्च +पृथिव्यात्मकं +पृथिव्यात्मने +पृथिव्यादयः +पृथिव्यादयो +पृथिव्यादि +पृथिव्यादिकं +पृथिव्यादिकों +पृथिव्यादितत्त्वानामेव +पृथिव्यादिना +पृथिव्यादिभिः +पृथिव्यादिभिरात्मभिः +पृथिव्यादिभूतारब्धशरीरम् +पृथिव्यादिभ्यो +पृथिव्यादिलोकभ्रमणविषयः +पृथिव्यादिवत् +पृथिव्यादिषु +पृथिव्यादी +पृथिव्यादीनां +पृथिव्यादीनाम् +पृथिव्यादीनि +पृथिव्यादीनीति +पृथिव्यादीन् +पृथिव्यादेः +पृथिव्यादौ +पृथिव्याद्या +पृथिव्यापश्च +पृथिव्यापस्तथा +पृथिव्यापस्तेजो +पृथिव्यापो +पृथिव्याम +पृथिव्यामग्नये +पृथिव्यामग्निश्चेतव्यो +पृथिव्यामतिषितं +पृथिव्यामधि +पृथिव्यामध्यासते +पृथिव्यामन्तरिक्षे +पृथिव्यामन्तरिक्षेऽहमुत्तरो +पृथिव्यामपि +पृथिव्याममृतं +पृथिव्याममृतस्य +पृथिव्यामसि +पृथिव्यामस्ति +पृथिव्यामस्यायुषा +पृथिव्यामा +पृथिव्यामाशा +पृथिव्यामिति +पृथिव्यामिव +पृथिव्यामिह +पृथिव्यामीश्वरः +पृथिव्यामुपरि +पृथिव्यामेकराड् +पृथिव्यामेव +पृथिव्यामोषधयः +पृथिव्याम् +पृथिव्याम्̇ +पृथिव्याश्च +पृथिव्याश्चापि +पृथिव्यास +पृथिव्यास् +पृथिव्यास्ततो +पृथिव्यास्तु +पृथिव्यास्ते +पृथिव्यास्त्वचि +पृथिव्यास्त्वा +पृथिव्यास्सधस्थे +पृथिव्याꣳ +पृथिव्यु +पृथिव्युच्यते +पृथिव्युद्धरणार्थाय +पृथिव्युपरि +पृथिव्युवाच +पृथिव्येव +पृथिव्यै +पृथिव्यै॒ +पृथिव्योः +पृथिव्योपरि +पृथिव्यौ +पृथिव्य् +पृथि॑वि +पृथि॒वी +पृथि॒वीं +पृथि॒वीमनु॑ +पृथि॒वीमनु॒ +पृथि॒वीमु॒त +पृथि॒वीम् +पृथि॒वीम॑ग्ने +पृथि॒वीम॒भितो॑ +पृथि॒व्या +पृथि॒व्यां +पृथि॒व्याः +पृथि॒व्यामसि॒ +पृथि॒व्याम् +पृथि॒व्याᳪ +पृथि॒व्याᳪं᳭ +पृथि॒व्यै +पृथि॒व्य॒सि +पृथी +पृथु +पृथुं +पृथुः +पृथुक +पृथुकं +पृथुकः +पृथुकस्य +पृथुका +पृथुकाः +पृथुकानां +पृथुकानि +पृथुकान् +पृथुकार्तस्वरपात्रं +पृथुकाश्च +पृथुकीर्तिः +पृथुकीर्त्तिः +पृथुके +पृथुकौ +पृथुग्रीवो +पृथुचक्रो +पृथुचरितवर्णनम् +पृथुचरिते +पृथुजघना +पृथुजघनोरस्का +पृथुतर +पृथुतरं +पृथुतरस्ततो +पृथुतरा +पृथुता +पृथुतां +पृथुत्वं +पृथुत्वम् +पृथुत्वे +पृथुत्वेन +पृथुना +पृथुनि +पृथुपराक्रमः +पृथुपलाशिका +पृथुपाजवत्यौ +पृथुपाजसा +पृथुपाजसे +पृथुपाजा +पृथुप्रगामा +पृथुबुध्न +पृथुबुध्नः +पृथुबुध्नो +पृथुभिः +पृथुभूतं +पृथुमपि +पृथुम् +पृथुयशाः +पृथुरिति +पृथुरुक्मश्च +पृथुरुरसि +पृथुरुवाच +पृथुरेव +पृथुरोमा +पृथुर् +पृथुर्नाम +पृथुर्भव +पृथुर्विपृथुरेव +पृथुर्वैण्यः +पृथुर्वैन्यः +पृथुर्वैन्यो +पृथुल +पृथुलं +पृथुलः +पृथुला +पृथुलाश्च +पृथुलासु +पृथुले +पृथुलैः +पृथुलो +पृथुलोचन +पृथुलोचना +पृथुलौ +पृथुवक्षा +पृथुवारं +पृथुवृत्ततनुस्थूलाः +पृथुश्च +पृथुश्रवः +पृथुश्रवा +पृथुश्रवाः +पृथुश्रीः +पृथुश्रोणि +पृथुश्रोणी +पृथुश्रोणीं +पृथुष्टुके +पृथुष्टो +पृथुस्तु +पृथु॑ष्टुके॒ +पृथू +पृथूदकं +पृथूदकः +पृथूदकम् +पृथूदके +पृथूदरम् +पृथूदरी +पृथूनि +पृथूपदिष्टां +पृथे +पृथैव +पृथो +पृथोः +पृथोरपि +पृथोर्जन्म +पृथोर्भावः +पृथोर्वैन्यस्य 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+पृष्टम् +पृष्टयः +पृष्टया +पृष्टयो +पृष्टवती +पृष्टवते +पृष्टवन्तं +पृष्टवन्तः +पृष्टवन्तौ +पृष्टवानसि +पृष्टवानस्मि +पृष्टवान् +पृष्टश् +पृष्टश्च +पृष्टस्तं +पृष्टस्ततः +पृष्टस्तथा +पृष्टस्तदा +पृष्टस्तया +पृष्टस्तु +पृष्टस्तेन +पृष्टस्त्वङ्गराजेन +पृष्टस्त्वया +पृष्टस्य +पृष्टह् +पृष्टा +पृष्टां +पृष्टाः +पृष्टाङ्क +पृष्टाङ्काः +पृष्टानि +पृष्टापि +पृष्टाश्च +पृष्टास्तत्क्षणं +पृष्टास्तु +पृष्टास्ते +पृष्टाह् +पृष्टि +पृष्टित +पृष्टी +पृष्टीः +पृष्टीरपि +पृष्टीर्मे +पृष्टे +पृष्टेति +पृष्टेन +पृष्टेषु +पृष्टो +पृष्टोथ +पृष्टोऽङ्गराजेन +पृष्टोऽथ +पृष्टोऽपि +पृष्टोऽब्रवीत्पुनः +पृष्टोऽब्रवीदिदम् +पृष्टोऽसि +पृष्टोऽसौ +पृष्टोऽस्मि +पृष्टोऽहं +पृष्टौ +पृष्ट्यः +पृष्ट्यामयम् +पृष्ट्यामयी +पृष्ट्वा +पृष्ठ +पृष्ठं +पृष्ठः +पृष्ठके +पृष्ठक्षितिज +पृष्ठगः +पृष्ठगतं +पृष्ठगता +पृष्ठगते +पृष्ठङ्कः +पृष्ठङ्काः +पृष्ठजं +पृष्ठजः +पृष्ठज्या +पृष्ठत +पृष्ठतः +पृष्ठतश्च +पृष्ठतश्चापि +पृष्ठतश्चैव +पृष्ठतस्तथा +पृष्ठतस्तदा +पृष्ठतस्तस्मात् +पृष्ठतस्तस्य +पृष्ठतस्तु +पृष्ठतस्ते +पृष्ठतो 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+पृ॑ण॒तो +पृ॑थिवि +पृ॑थिवि॒ +पृ॑थि॒वी +पृ॑थि॒वीं +पृ॑थि॒व्या +पृ॑थि॒व्यां +पृ॑थि॒व्याः +पृ॑थि॒व्यामध्येका॑दश॒ +पृ॑थि॒व्यै +पृ॒क्ष +पृ॒क्षं +पृ॒क्षः +पृ॒क्षम् +पृ॒क्षासः॑ +पृ॒क्षे +पृ॒क्षो +पृ॒ङ्क्तं +पृ॒च्छतेदु॒ +पृ॒च्छमा॑नाः +पृ॒च्छामि॑ +पृ॒च्छामि॒ +पृ॒च्छा॒मि॒ +पृ॒च्छे +पृ॒णक्षि॑ +पृ॒णन्ति॑ +पृ॒णन्त॑म् +पृ॒णाति॑ +पृ॒ण॒ +पृ॒ण॒तः +पृ॒ण॒न्ति॒ +पृ॒त्सु +पृ॒त्ऽसु +पृ॒त॒ना॒षाट् +पृ॒त॒न्यून् +पृ॒त॒न्य॒तः +पृ॒थि॒वि॒ +पृ॒थि॒वी +पृ॒थि॒वीं +पृ॒थि॒वीम् +पृ॒थि॒वी॒ +पृ॒थि॒व्या +पृ॒थि॒व्याः +पृ॒थि॒व्याम् +पृ॒थि॒व्यै +पृ॒थु +पृ॒थुं +पृ॒थुः +पृ॒थुम् +पृ॒थू +पृ॒थूनि॑ +पृ॒थ्वी +पृ॒थ्वीं +पृ॒थ्वीम् +पृ॒ष्टः +पृ॒ष्टो +पृ॒ष्ठं +पृ॒ष्ठम् +पृ॒ष्ठानि॑ +पृ॒ष्ठानि॒ +पृ॒ष्ठे +पृ॒ष्ठ्ये॑न +पृ꣣थिवी꣢म् +पृ꣣थिव्याः꣢ +पॄ +पॆटिका +पे +पें +पेंच +पेअर्ल् +पेक्ख +पेक्खदि +पेक्खदु +पेक्खध +पेक्खन्ती +पेक्खसि +पेक्खामि +पेक्खिअ +पेक्खिदुं +पेक्खिस्सं +पेक्ष +पेक्षं +पेक्षः +पेक्षते +पेक्षया +पेक्षा +पेक्षायां +पेक्ष्य +पेक्ष्यते +पेच +पेचक +पेचकं +पेचकः +पेचके +पेचतुः +पेचाते +पेचानः +पेचिथ +पेचिम +पेचिरे +पेचिव +पेचिवान् +पेचुः +पेचुली +पेचे +पेच्च +पेच्छ +पेच्छसि +पेच्छह +पेज +पेट +पेटक +पेटकं +पेटकः +पेटके +पेटति +पेटा +पेटायां +पेटारी +पेटिका +पेटिकां +पेटिकायां +पेटी +पेट् +पेट्रिक +पेट्रोलियम् +पेट्रोल् +पेठ +पेठुः +पेड़ +पेड़ों +पेडा +पेडायां +पेण +पेणे +पेत +पेतं +पेतः +पेततुः +पेततुर्धरणीतले +पेतथुः +पेता +पेति +पेतु +पेतुः +पेतुरिति +पेतुरुर्व्यां +पेतुरुल्काः +पेतुर्धरण्यां +पेतुर्महीतले +पेतुश्च +पेतुस्ते +पेते +पेतो +पेत् +पेत्य +पेत्रोविच् +पेत्वं +पेत्वः +पेत्वस्यान्तरा +पेदवे +पेदिरे +पेदे +पेन +पेनिसिलिन् +पेन् +पेन्द्र +पेन्सिल्वेनिया +पेन्‍सिल्‍वेनिया +पेपर् +पेपिशाने +पेपीयते +पेप्सिन् +पेम्मं +पेम्मस्स +पेय +पेयं +पेयः +पेयजलं +पेयते +पेयमपि +पेयमिति +पेयमेव +पेयम् +पेयस्य +पेया +पेयां +पेयाः +पेयात् +पेयादि +पेयानां +पेयानि +पेयापेयं +पेयाम् +पेयालं +पेयालम् +पेयाश्च +पेयूष +पेयूषं +पेये +पेयैश्च +पेयो +पेर +पेरणी +पेरम्बलूरु +पेरम्बलूरुमण्डलम् +पेरम्बलूर् +पेरवः +पेरिकार्डियम +पेरियार +पेरियार् +पेरिस +पेरिस् +पेरु +पेरुं +पेरुः +पेरुरसीति +पेरुर् +पेरू +पेरेन +पेरेनमण्डलम् +पेरोनियल +पेर॑वः +पेल +पेलवं +पेलवः +पेलवपुष्पपत्रिणः +पेलवम् +पेलवा +पेलवो +पेलृ +पेले +पेवते +पेवृ +पेश +पेशः +पेशः॑ +पेशनानि +पेशल +पेशलं +पेशलः +पेशलता +पेशलम् +पेशला +पेशलाः +पेशले +पेशलैः +पेशलैरिन्द्रनीलैः +पेशलो +पेशवा +पेशवे +पेशसा +पेशसो +पेशस्कारी +पेशा +पेशांसि +पेशावर +पेशावरम् +पेशी +पेशीं +पेशीनां +पेशीभिः +पेशीशतानि +पेशो +पेशो॑ +पेशो॒ +पेश्यः +पेश्यो +पेषं +पेषंवासवाहनधिषु +पेषः +पेषण +पेषणं +पेषणम् +पेषणशिला +पेषणस्य +पेषणार्थान् +पेषणी +पेषणे +पेषणेन +पेषण्यां +पेषण्युपस्करः +पेषयित्वा +पेषयेत् +पेषितं +पेषितम् +पेषिता +पेषिताः +पेषितैः +पेषी +पेषु +पेषे +पेष्टा +पेष्टुं +पेष्यं +पेसिदा +पेसिदो +पेसिफिक् +पेसृ +पेस् +पेस्ट +पेस्वरः +पेऽपि +पेि +पे॒दवे॑ +पै +पैः +पैक +पैङ्गराजः +पैङ्गराजो +पैङ्गल +पैङ्गलं +पैङ्गल्यं +पैङ्गिनां +पैङ्गी +पैङ्ग्यं +पैङ्ग्यः +पैङ्ग्यम् +पैजवन +पैजवनः +पैजवनस्य +पैजवनोपाख्याने +पैजव॒नस्य॒ +पैठणी +पैठीनसि +पैठीनसिः +पैठीनसिना +पैड्वस्य +पैणृ +पैत +पैता +पैतामहं +पैतामहः +पैतामहाः +पैतामही +पैतामहे +पैतामहेन +पैतामहो +पैतालीस +पैति +पैतृ +पैतृक +पैतृकं +पैतृकः +पैतृकमश्वा +पैतृकम् +पैतृकादेव +पैतृकाद्धनात् +पैतृकी +पैतृकीं +पैतृके +पैतृकेषु +पैतृकैर्गुणैः +पैतृको +पैतृमत्यः +पैतृमत्यम् +पैतृमेधिकं +पैतृमेधिकम् +पैतृष्वसेयः +पैतृष्वसेयी +पैतृष्वसेयीं +पैत्तं +पैत्तम् +पैत्तलं +पैत्तस्य +पैत्तिक +पैत्तिकं +पैत्तिकः +पैत्तिकगुल्मरूपम् +पैत्तिकमाह +पैत्तिकम् +पैत्तिकश्चैव +पैत्तिकस्तु +पैत्तिकस्य +पैत्तिका +पैत्तिकाः +पैत्तिकानां +पैत्तिकाश्चैव +पैत्तिकी +पैत्तिके +पैत्तिकेन +पैत्तिकेषु +पैत्तिको +पैत्ते +पैत्तेषु +पैत्र +पैत्रं +पैत्रः +पैत्रम् +पैत्रिके +पैत्री +पैत्रे +पैत्रो +पैत्र्यं +पैत्र्ये +पैद +पैदल +पैदा +पैद्व +पैद्वं +पैद्वः +पैद्वमिव +पैद्वस्य +पैद्वो +पैन +पैन् +पैप् +पैप्पलाद +पैप्पलादं +पैप्पलादकम् +पैप्पलादसंहिता +पैप्पलादसंहितायां +पैप्पलादाः +पैप्पलादो +पैर +पैरा +पैराथायराइड +पैरामीटर +पैरिस +पैरैः +पैरों +पैरोंमें +पैल +पैलं +पैलः +पैलादिभ्यश्च +पैलुवहकः +पैलेस +पैलो +पैल्वस्य +पैव +पैशाच +पैशाचं +पैशाचः +पैशाचमिति +पैशाचश्चाष्टमोऽधमः +पैशाचश्चासुरश्चैव +पैशाची +पैशाचीं +पैशाचे +पैशाचो +पैशाच्या +पैशुनं +पैशुनम् +पैशुन्य +पैशुन्यं +पैशुन्यञ्चापि +पैशुन्यमनृतं +पैशुन्यम् +पैशुन्ये +पैशुन्येन +पैशून्यं +पैशून्ये +पैश्च +पैष्टं +पैष्टिकं +पैष्टी +पैष्टीं +पैसं +पैसा +पैसे +पैौ +पैौरुष +पैौरुषं +पैौर्णमास्यां +पै॒द्वः +पै॒द्वो +पॉट +पॉल +पॉलि +पॊन्नानी +पो +पों +पोः +पोइसोन् +पोका +पोखरा +पोखरेल +पोखारा +पोगण्डः +पोगण्डो +पोगरं +पोगरोन्मुक्तं +पोङ्गल् +पोङ्ग्ल +पोचमपैल्ली +पोट +पोटः +पोटगलः +पोटगले +पोटयति +पोटलिकां +पोटली +पोटलीं +पोटा +पोटायुवति +पोटाषियं +पोटासियम् +पोटेन +पोट्टर् +पोड +पोडश +पोडशं +पोडशः +पोडशी +पोडशोऽध्यायः +पोडा +पोडाल्स्क् +पोडेलः +पोढा +पोत +पोतं +पोतः +पोतक +पोतकः +पोतकी +पोतन +पोतनपुर +पोतभङ्गे +पोतमन्त्रालयः +पोतम् +पोतर्यज +पोतस्य +पोता +पोतान् +पोतारं +पोतारा +पोतारौ +पोताश्रयः +पोताश्रयस्य +पोताश्रयाः +पोता॑ +पोता॒ +पोति +पोतिका +पोतिकारहितं +पोती +पोतुः +पोतृ +पोतृतमं +पोते +पोतेन +पोतेन्च्य् +पोतैः +पोतो +पोत्र +पोत्रं +पोत्रम् +पोत्रा +पोत्रात् +पोत्राद्यज्ञं +पोत्रिणः +पोत्रिणी +पोत्री +पोत्रे +पोथकी +पोथक्य +पोथक्या +पोथक्यो +पोथयामास +पोथी +पोद्दार +पोन्न +पोन्नः +पोन्स् +पोप +पोपण +पोपुवः +पोर +पोरदुपधात् +पोरबन्दर +पोरबन्दरमण्डलम् +पोरव +पोर्चुगल् +पोर्चुगीस् +पोर्ट +पोर्टलण्ड् +पोर्ट् +पोल +पोलति +पोला +पोलिका +पोलिकां +पोलिकाः +पोलिकाम् +पोलिनीशियन +पोलिनीशियनभाषाः +पोलियो +पोलिश +पोली +पोलॅण्ड् +पोलेण्ड् +पोलैंड +पोलो +पोलोक्रीडा +पोळ +पोश +पोशाक +पोष +पोषं +पोषं॑ +पोषं॒ +पोषः +पोषक +पोषकं +पोषकः +पोषकत्वात् +पोषकद्रव्यं +पोषकम् +पोषकस्य +पोषका +पोषकाः +पोषकाणि +पोषकाय +पोषके +पोषको +पोषकौ +पोषण +पोषणं +पोषणकर्ता +पोषणमूतयः +पोषणम् +पोषणयोः +पोषणस्य +पोषणाय +पोषणार्थं +पोषणी +पोषणीयम् +पोषणीया +पोषणे +पोषणेन +पोषति +पोषधं +पोषधे +पोषधो +पोषमास्ते +पोषमुपसंव्ययस्व +पोषम् +पोषम्̇ +पोषय +पोषयत +पोषयतः +पोषयति +पोषयतीति +पोषयतीह +पोषयन् +पोषयन्तः +पोषयन्ति +पोषयपोषय +पोषयसि +पोषयामास +पोषयामि +पोषयिता +पोषयितुं +पोषयितृ +पोषयित्नु +पोषयित्वा +पोषयिष्णु +पोषयिष्णुः +पोषयेत् +पोषस्य +पोषा +पोषान् +पोषाय +पोषा॑य +पोषा॑य॒ +पोषिका +पोषिणी +पोषित +पोषितं +पोषितः +पोषितम् +पोषितवती +पोषितवान् +पोषिता +पोषिताः +पोषिते +पोषितो +पोषितौ +पोषे +पोषेण +पोषेणेत्य् +पोषे॑ण +पोषैः +पोषैरभि +पोषैरिति +पोषै॑ +पोषो +पोष्टा +पोष्णं +पोष्य +पोष्यं +पोष्यः +पोष्यते +पोष्यवर्गः +पोष्यवर्गस्य +पोष्या +पोष्याः +पोष्याश्च +पोष्ये +पोष॑म् +पोषꣳ +पोस्ट +पोस्ट् +पोह्य +पोऽन्यतरस्याम् +पो॒त्रं +पो॒त्रम् +पो॒त्रात् +पौ +पौंड्रको +पौंस्नं +पौंस्नः +पौंस्नम् +पौंस्यं +पौंस्यं॑ +पौंस्यं॒ +पौंस्यम् +पौंस्या +पौंस्यानि +पौंस्यानीति +पौंस्या॑ +पौंस्या॑नि +पौंस्या॒ +पौंस्ये +पौंस्येभिः +पौंस्ये॑ +पौंस्ये॑भिः +पौंस्यैः +पौंस्यैश्च +पौंस्य॑म् +पौः +पौगण्डं +पौडी +पौडीगढवालमण्डलम् +पौडेल +पौणिक्या +पौण्डकवासुदेवः +पौण्डरीक +पौण्डरीकं +पौण्डरीकञ्च +पौण्डरीकफलं +पौण्डरीकमवाप्नोति +पौण्डरीकस्य +पौण्डरीकाग्निं +पौण्डरीकाग्नौ +पौण्डरीके +पौण्ड् +पौण्ड्र +पौण्ड्रं +पौण्ड्रः +पौण्ड्रक +पौण्ड्रकं +पौण्ड्रकः +पौण्ड्रकश्च +पौण्ड्रकस्य +पौण्ड्रकाश्चौड्रद्रविडाः +पौण्ड्रको +पौण्ड्रवर्धनम् +पौण्ड्रश्च +पौण्ड्रस्य +पौण्ड्रान् +पौण्ड्रो +पौण्ड्रोऽनन्तविजयः +पौतव +पौतिमाष्यो +पौतुद्र +पौत्तिकं +पौत्तिकम् +पौत्त्रं +पौत्त्रः +पौत्त्रस्य +पौत्त्राश्च +पौत्त्री +पौत्त्रो +पौत्र +पौत्रं +पौत्रः +पौत्रकः +पौत्रदौहित्रयोर्लोके +पौत्रप्रभृति +पौत्रप्रभृतीति +पौत्रमघं +पौत्रमृत्युं +पौत्रम् +पौत्रवत् +पौत्रश्च +पौत्रश्चासीत् +पौत्रस्तव +पौत्रस्तु +पौत्रस्ते +पौत्रस्त्वं +पौत्रस्य +पौत्रा +पौत्रांश्च +पौत्राः +पौत्राणां +पौत्रादावपत्ये +पौत्रादि +पौत्रादिः +पौत्रादौ +पौत्रान् +पौत्राय +पौत्रायण +पौत्रायणः +पौत्रायणस्य +पौत्रायणो +पौत्राश्च +पौत्रास्तथा +पौत्री +पौत्रीं +पौत्रे +पौत्रेण +पौत्रेणानन्त्यमश्नुते +पौत्रेषु +पौत्रैः +पौत्रैश्च +पौत्रो +पौत्रोऽग्निः +पौत्रोऽमुष्य +पौत्रौ +पौत्वा +पौधा +पौधे +पौधों +पौन +पौनः +पौनःपुन्य +पौनःपुन्यं +पौनःपुन्यम् +पौनःपुन्ये +पौनःपुन्येन +पौनरु +पौनरुक्तयम् +पौनरुक्त्य +पौनरुक्त्यं +पौनरुक्त्यदोषः +पौनरुक्त्यपरिहारः +पौनरुक्त्यपरिहाराय +पौनरुक्त्यप्रसङ्गः +पौनरुक्त्यप्रसङ्गात् +पौनरुक्त्यमाशङ्क्य +पौनरुक्त्यमिति +पौनरुक्त्यम् +पौनरुक्त्यव्युदासाय +पौनरुक्त्यात् +पौनरुक्त्यापत्तेः +पौनरुक्त्ये +पौनरुक्त्येन +पौनरुत्यम् +पौनर्नवं +पौनर्नवरसेन +पौनर्भव +पौनर्भवं +पौनर्भवः +पौनर्भवश्च +पौनर्भवस्तथा +पौनर्भवाः +पौनर्भविकी +पौनर्भवे +पौनर्भवेन +पौनर्भवो +पौर +पौरं +पौरंदरं +पौरः +पौरकन्याः +पौरकार्याणि +पौरजनः +पौरजनस्य +पौरजना +पौरजनाः +पौरजनैः +पौरजानपदं +पौरजानपदप्रियः +पौरजानपदा +पौरजानपदाः +पौरजानपदानां +पौरजानपदान् +पौरजानपदाश्चैव +पौरजानपदास्तथा +पौरजानपदेषु +पौरजानपदैः +पौरजानपदो +पौरटं +पौरटी +पौरत्वं +पौरनारीणां +पौरनिवृत्तिः +पौरन्दरं +पौरन्दरी +पौरन्दरे +पौरमोहनम् +पौरम् +पौरयाचनम् +पौरयोषितः +पौरव +पौरवं +पौरवः +पौरवकुल +पौरवकुलस्य +पौरवनन्दनः +पौरवम् +पौरवर्गः +पौरवस्य +पौरवाः +पौरवाणां +पौरवाणाम् +पौरवाश्चैव +पौरवी +पौरवीयः +पौरवे +पौरवेण +पौरवो +पौरश्चरणिकः +पौरसख्यं +पौरस्त्यः +पौरस्त्या +पौरस्त्यायां +पौरा +पौरांश्च +पौराः +पौराङ्गनानां +पौराणं +पौराणः +पौराणयवनसंस्कृतिः +पौराणा +पौराणां +पौराणामहिते +पौराणाम् +पौराणिक +पौराणिकं +पौराणिकः +पौराणिककथा +पौराणिककथाः +पौराणिककथानुसारं +पौराणिकत्वात् +पौराणिकदृष्ट्या +पौराणिकधार्मिकमहिलाः +पौराणिकधार्मिकव्यक्तयः +पौराणिकव्यक्तयः +पौराणिकसंदर्भाः +पौराणिका +पौराणिकाः +पौराणिकानि +पौराणिकाय +पौराणिकाश्च +पौराणिकास्तु +पौराणिकी +पौराणिकीं +पौराणिकीयाः +पौराणिके +पौराणिकेषु +पौराणिकैः +पौराणिको +पौराणिकोत्तम +पौराणिकोत्तमः +पौराणी +पौराणीं +पौराणे +पौराणैः +पौराणो +पौरान् +पौराली +पौराश्च +पौरास्ते +पौरी +पौरीगढवालमण्डलम् +पौरु +पौरुकुत्स्यः +पौरुमद्गं +पौरुमद्गम् +पौरुमीढं +पौरुमीढम् +पौरुशिष्टिः +पौरुष +पौरुषं +पौरुषः +पौरुषकमला +पौरुषमात्मशक्त्या +पौरुषमाश्रित्य +पौरुषमिति +पौरुषमेधिकं +पौरुषमेव +पौरुषमेवेह +पौरुषम् +पौरुषरसः +पौरुषस्य +पौरुषा +पौरुषाः +पौरुषाणि +पौरुषात् +पौरुषादेव +पौरुषायां +पौरुषी +पौरुषीं +पौरुषे +पौरुषेण +पौरुषेणापि +पौरुषेणाप्यते +पौरुषेणैव +पौरुषेय +पौरुषेयं +पौरुषेयः +पौरुषेयतया +पौरुषेयता +पौरुषेयत्वं +पौरुषेयत्वमेव +पौरुषेयत्वम् +पौरुषेयत्वे +पौरुषेयत्वेन +पौरुषेयमपौरुषेयं +पौरुषेयम् +पौरुषेयवृता +पौरुषेयश्चित्तवृत्तिबोधः +पौरुषेयस्य +पौरुषेया +पौरुषेयाः +पौरुषेयाणामाज्ञा +पौरुषेयाणि +पौरुषेयी +पौरुषेये +पौरुषेयेण +पौरुषेयेषु +पौरुषेयो +पौरुषेय्या +पौरुषैः +पौरुषो +पौरुष्यां +पौरुहन्मनं +पौरुहन्मनम् +पौरुहूते +पौरु॑षेयेण +पौरूमद्गेन +पौरे +पौरेण +पौरेषु +पौरै +पौरैः +पौरैरनुगतो +पौरैश्च +पौरो +पौरोडाशः +पौरोडाशिक +पौरोडाशिकं +पौरोडाशिकः +पौरोभाग्यं +पौरोहित्यं +पौरोहित्यम् +पौरोहित्याय +पौरोहित्ये +पौरोहित्येन +पौर्ण +पौर्णमा +पौर्णमास +पौर्णमासं +पौर्णमासः +पौर्णमासम् +पौर्णमासवैमृधाभ्यामिष्ट्वा +पौर्णमासश्च +पौर्णमासस्य +पौर्णमासात् +पौर्णमासी +पौर्णमासीं +पौर्णमासीति +पौर्णमासीदिने +पौर्णमासीनां +पौर्णमासीनाम् +पौर्णमासीमिव +पौर्णमासीमुपवसेत् +पौर्णमासीमेव +पौर्णमासीम् +पौर्णमासीर् +पौर्णमासीविकारः +पौर्णमासीषु +पौर्णमासे +पौर्णमासेन +पौर्णमासेनेष्ट्वा +पौर्णमासेनेष्ट्वोदवसायानुदवसाय +पौर्णमासेनैव +पौर्णमास्य +पौर्णमास्यः +पौर्णमास्यतिक्रान्ता +पौर्णमास्यन्ते +पौर्णमास्यमावास्ये +पौर्णमास्यष्टकासु +पौर्णमास्यस्मिन् +पौर्णमास्या +पौर्णमास्याँ +पौर्णमास्यां +पौर्णमास्याः +पौर्णमास्याञ्च +पौर्णमास्यान्तु +पौर्णमास्यामथापि +पौर्णमास्यामध्यायमुपाकृत्य +पौर्णमास्यामनन्तं +पौर्णमास्यामपि +पौर्णमास्याममायां +पौर्णमास्याममावास्यां +पौर्णमास्याममावास्यायां +पौर्णमास्यामसुराः +पौर्णमास्यामस्तमित +पौर्णमास्यामस्तमिते +पौर्णमास्यामापूर्यमाणपक्षे +पौर्णमास्यामिति +पौर्णमास्यामेव +पौर्णमास्याम् +पौर्णमास्येन +पौर्णमास्यै +पौर्णमास्यौ +पौर्णमास्य् +पौर्णमासꣳ +पौर्णिमा +पौर्णिमायां +पौर्ण्ण +पौर्ण्णमास्यां +पौर्वकाल्यं +पौर्वकाल्ये +पौर्वदेहिकं +पौर्वदेहिकम् +पौर्वदैहिकम् +पौर्वपदिकः +पौर्वमद्रः +पौर्वशालः +पौर्वा +पौर्वापर्य +पौर्वापर्यं +पौर्वापर्यनियमः +पौर्वापर्यपर्यालोचनया +पौर्वापर्यमस्ति +पौर्वापर्यमिति +पौर्वापर्यम् +पौर्वापर्यविचारः +पौर्वापर्यविपर्ययः +पौर्वापर्यविपर्यये +पौर्वापर्यस्य +पौर्वापर्यालोचनया +पौर्वापर्ये +पौर्वापर्येण +पौर्वाह्णिकं +पौर्वाह्णिकीं +पौर्वाह्णिकीभ्यां +पौर्वाह्निकीभ्यां +पौर्विकीं +पौर्विकीम् +पौल +पौलं +पौलः +पौलम् +पौलस्त्य +पौलस्त्यं +पौलस्त्यः +पौलस्त्यनन्दन +पौलस्त्यवधमित्येव +पौलस्त्यस्य +पौलस्त्या +पौलस्त्याः +पौलस्त्यानां +पौलस्त्यान् +पौलस्त्ये +पौलस्त्येन +पौलस्त्यो +पौलस्य +पौलहश्चैव +पौलिं +पौलिः +पौलिश +पौली +पौलुषिः +पौलेन +पौलो +पौलोमपर्वणि +पौलोमाः +पौलोमान् +पौलोमी +पौलोमीं +पौलोमीव +पौलोम्या +पौल् +पौल्कसं +पौल्कसः +पौल्कसम् +पौल्कसो +पौष +पौषं +पौषः +पौषमहः +पौषमाघे +पौषमाघौ +पौषमासः +पौषमासस्य +पौषमासे +पौषम् +पौषशुक्लस्य +पौषस्य +पौषस्यैकादशी +पौषी +पौषे +पौषो +पौष्कर +पौष्करं +पौष्करम् +पौष्करसादि +पौष्करसादिः +पौष्करसादेः +पौष्करसादेरिति +पौष्करे +पौष्करैः +पौष्कल +पौष्कलं +पौष्कलम् +पौष्कलश्रुध्यौष्णिहाः +पौष्कलस्य +पौष्कले +पौष्कल्यं +पौष्टिक +पौष्टिकं +पौष्टिकः +पौष्टिकम् +पौष्टिकानि +पौष्टिके +पौष्टिकेषु +पौष्ण +पौष्णं +पौष्णः +पौष्णद्वये +पौष्णभं +पौष्णभे +पौष्णम् +पौष्णश् +पौष्णश्चरुः +पौष्णस्य +पौष्णा +पौष्णाः +पौष्णान्तानि +पौष्णान्ते +पौष्णी +पौष्णीं +पौष्णे +पौष्णेन +पौष्णो +पौष्णौ +पौष्पं +पौष्पी +पौष्य +पौष्यं +पौष्यः +पौष्यस्य +पौष्यां +पौष्यो +पौ॑रुषेय्या +पौ॒ष्णं +पौ॒ष्णाः +प् +प्ण +प्त +प्तं +प्तमी +प्तम् +प्तस्य +प्ता +प्ताः +प्तानि +प्ति +प्तिः +प्तिरिति +प्तिवारणाय +प्तिश्च +प्ते +प्तो +प्तौ +प्त्या +प्त्ऱ्ठक् +प्नुयात् +प्नोति +प्नोति॒ +प्प +प्पसीद +प्प् +प्य +प्यं +प्यञ् +प्यत +प्यति +प्यते +प्यत्र +प्यथ +प्यधित +प्यन्ते +प्यम् +प्ययं +प्यसि +प्यसौ +प्यस्ति +प्यस्य +प्या +प्याः +प्याज +प्याट् +प्याट्रिक् +प्यात् +प्याय +प्यायः +प्यायतां +प्यायतामयम् +प्यायतामा +प्यायताम् +प्यायते +प्यायतेर्लिटि +प्यायध्वमघ्निया +प्यायध्वम् +प्यायन्ताम् +प्यायन्ते +प्यायय +प्याययति +प्याययन्ति +प्याययन्तु +प्यायसे +प्यायस्व +प्यायस्वेति +प्यायस्वेत्य् +प्यायी +प्यार +प्यारा +प्यारासिंह +प्यारासिंहः +प्यारासिंहस्य +प्यारिस् +प्यारी +प्यारे +प्यारेलाल +प्यार् +प्यालेस् +प्यास +प्यासा +प्यासिषीमहि +प्यासे +प्याह +प्या॑यतां +प्या॑यतां॒ +प्या॑यस्व +प्या॑यस्व॒ +प्या॒य॒स्व॒ +प्यु +प्युक्तं +प्युक्तम् +प्युट् +प्युष +प्ये +प्येण +प्येति +प्येवं +प्येषा +प्यै +प्यैङ् +प्यो +प्योट्र +प्य् +प्र +प्रं +प्रः +प्रइ +प्रउग +प्रउगं +प्रउगः +प्रउगचितं +प्रउगतृचानि +प्रउगम् +प्रउगशब्दोपरि +प्रउगशस्त्र +प्रउगशस्त्रं +प्रउगशस्त्रतृच +प्रउगशस्त्रम् +प्रउगशस्त्रस्य +प्रउगशस्त्रे +प्रउगे +प्रउगो +प्रक +प्रकः +प्रकचति +प्रकट +प्रकटं +प्रकटः +प्रकटतया +प्रकटता +प्रकटतां +प्रकटनं +प्रकटनम् +प्रकटनेन +प्रकटमपि +प्रकटमूषायां +प्रकटमेव +प्रकटम् +प्रकटय +प्रकटयतः +प्रकटयता +प्रकटयति +प्रकटयतीत्यर्थः +प्रकटयतु +प्रकटयन् 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+प्रकम्पितः +प्रकम्पिता +प्रकम्पिताः +प्रकम्पितायां +प्रकम्प्य +प्रकम्य +प्रकर +प्रकरं +प्रकरः +प्रकरण +प्रकरणं +प्रकरणग्रन्थाः +प्रकरणपञ्चिका +प्रकरणपञ्चिकायां +प्रकरणप्रतिपाद्यस्य +प्रकरणप्रमाणम् +प्रकरणभेद +प्रकरणभेदप्रतिपादनार्थमाह +प्रकरणभेदात् +प्रकरणभेदात्परोवरीयस्त्वादिवत् +प्रकरणम +प्रकरणमस्ति +प्रकरणमारभते +प्रकरणमारभ्यते +प्रकरणमिति +प्रकरणमिदं +प्रकरणमुपसंहरति +प्रकरणमें +प्रकरणमेव +प्रकरणम् +प्रकरणम्‌ +प्रकरणवशात् +प्रकरणवशेन +प्रकरणविरोधात् +प्रकरणविशेषितं +प्रकरणसम +प्रकरणसमः +प्रकरणसामर्थ्यात् +प्रकरणस्य +प्रकरणा +प्रकरणाच् +प्रकरणाच्च +प्रकरणात +प्रकरणात् +प्रकरणात्तु +प्रकरणादपि +प्रकरणादसन्निहितत्वाच्च +प्रकरणादि +प्रकरणादिकं +प्रकरणादिज्ञानस्य +प्रकरणादिति +प्रकरणादिना +प्रकरणादिभिः +प्रकरणादिभ्यो +प्रकरणादिवशात् +प्रकरणादिवशेन +प्रकरणादीनां +प्रकरणादेव +प्रकरणादौ +प्रकरणाद् +प्रकरणाद्यवच्छेदेन +प्रकरणाद्वा +प्रकरणाधिकरणम् +प्रकरणानां +प्रकरणानि +प्रकरणानुरोधात् +प्रकरणानुरोधेन +प्रकरणानुसारं +प्रकरणान्तरम् +प्रकरणान्तरारम्भ +प्रकरणान्तरे +प्रकरणान्तरेण 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+प्रकल्पना +प्रकल्पने +प्रकल्पन्ते +प्रकल्पय +प्रकल्पयति +प्रकल्पयते +प्रकल्पयन् +प्रकल्पयन्प्रज्ञां +प्रकल्पयामास +प्रकल्पयितुं +प्रकल्पयिष्यति +प्रकल्पये +प्रकल्पयेत +प्रकल्पयेत् +प्रकल्पयेथ् +प्रकल्पयेदिति +प्रकल्पस्य +प्रकल्पा +प्रकल्पाः +प्रकल्पानां +प्रकल्पाय +प्रकल्पिका +प्रकल्पिकाः +प्रकल्पित +प्रकल्पितं +प्रकल्पितः +प्रकल्पितम् +प्रकल्पितवान् +प्रकल्पिता +प्रकल्पिताः +प्रकल्पिताम् +प्रकल्पिते +प्रकल्पितैः +प्रकल्पितो +प्रकल्पे +प्रकल्पेत +प्रकल्पेते +प्रकल्पेन +प्रकल्पेऽस्मिन् +प्रकल्प्य +प्रकल्प्यं +प्रकल्प्यः +प्रकल्प्यताम् +प्रकल्प्यते +प्रकल्प्यन्ते +प्रकल्प्यम् +प्रकल्प्या +प्रकल्प्याः +प्रकल्प्याथ +प्रकल्प्यानि +प्रकल्प्येत +प्रकल्प्येति +प्रकल्प्यैव +प्रका +प्रकाण्ड +प्रकाण्डं +प्रकाण्डः +प्रकाण्डपण्डितः +प्रकाण्डे +प्रकाण्डो +प्रकाण्सयन् +प्रकान्ते +प्रकाम +प्रकामं +प्रकामः +प्रकामतः +प्रकामभुजः +प्रकामम् +प्रकामस्य +प्रकामाय +प्रकामोद्याय +प्रकार +प्रकारं +प्रकारः +प्रकारक +प्रकारकं +प्रकारकः +प्रकारकथनम् +प्रकारका +प्रकारकाः +प्रकारकी +प्रकारके +प्रकारको +प्रकारण 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+प्रकृतानुपयुक्तमित्यतस्तत्तात्पर्यमाह +प्रकृतानुपयोगात् +प्रकृतानुरोधेन +प्रकृतान् +प्रकृतान्वयिनां +प्रकृताप्रकृतयोः +प्रकृताप्रकृतयोरुपमानोपमेयभावः +प्रकृताप्रकृतश्लेषः +प्रकृतामेव +प्रकृताया +प्रकृतायां +प्रकृतायाः +प्रकृतार्थ +प्रकृतार्थं +प्रकृतार्थः +प्रकृतार्थपरैः +प्रकृतार्थस्य +प्रकृतार्थानां +प्रकृतार्थे +प्रकृतावपि +प्रकृतावहमभिमान +प्रकृताविति +प्रकृताविव +प्रकृतावूहो +प्रकृतावेव +प्रकृताव् +प्रकृति +प्रकृतिं +प्रकृतिः +प्रकृतिकर्म +प्रकृतिका +प्रकृतिकार्ये +प्रकृतिकुटिलं +प्रकृतिकृपणाश्चेतनाचेतनेषु +प्रकृतिके +प्रकृतिको +प्रकृतिकोपं +प्रकृतिकोमलाः +प्रकृतिखण्डः +प्रकृतिखण्डम् +प्रकृतिखण्डे +प्रकृतिगुणः +प्रकृतिग्रहणं +प्रकृतिग्रहणे +प्रकृतिग्रहणेन +प्रकृतिचरां +प्रकृतिचिकित्सा +प्रकृतिजन्यबोधे +प्रकृतिजान् +प्रकृतिजान्गुणान् +प्रकृतिजैः +प्रकृतिजैर्गुणैः +प्रकृतिजैर्मुक्तं +प्रकृतिञ्च +प्रकृतित +प्रकृतितः +प्रकृतितत्त्वम् +प्रकृतितो +प्रकृतित्व +प्रकृतित्वं +प्रकृतित्वम् +प्रकृतित्वात् +प्रकृतित्वे +प्रकृतित्वेन +प्रकृतिद्वयं +प्रकृतिद्वयस्य +प्रकृतिनिर्देशः +प्रकृतिपुरुष +प्रकृतिपुरुषं +प्रकृतिपुरुषयोः +प्रकृतिपुरुषविवेकज्ञानं +प्रकृतिपुरुषसंयोगाद्भवति +प्रकृतिपुरुषौ +प्रकृतिपूरुषौ +प्रकृतिप्रत्यय +प्रकृतिप्रत्ययबोधकवार्तिकम् +प्रकृतिप्रत्यययोः +प्रकृतिप्रत्ययविभागेन +प्रकृतिप्रत्ययसमुदायस्य +प्रकृतिप्रत्ययस्य +प्रकृतिप्रत्ययादिवत् +प्रकृतिप्रत्ययाभ्यां +प्रकृतिप्रत्ययार्थयोः +प्रकृतिप्रत्ययौ +प्रकृतिप्रत्यापत्तिः +प्रकृतिप्रवृत्तौ +प्रकृतिप्रियः +प्रकृतिप्रियकाम्यया +प्रकृतिप्रियाणां +प्रकृतिभागस्य +प्रकृतिभाव +प्रकृतिभावं +प्रकृतिभावः +प्रकृतिभावमात्रं +प्रकृतिभावश्च +प्रकृतिभावस्तु +प्रकृतिभावस्य +प्रकृतिभावात् +प्रकृतिभावान्न +प्रकृतिभावे +प्रकृतिभावेन +प्रकृतिभावो +प्रकृतिभिः +प्रकृतिभिर्न +प्रकृतिभूत +प्रकृतिभूतं +प्रकृतिभूतः +प्रकृतिभूतस्य +प्रकृतिभूताः +प्रकृतिभूते +प्रकृतिभेदात् +प्रकृतिभेदेन +प्रकृतिभ्य +प्रकृतिभ्यः +प्रकृतिभ्यो +प्रकृतिमण्डलं +प्रकृतिमण्डलम् +प्रकृतिमण्डले +प्रकृतिमधुराः +प्रकृतिमध्ये +प्रकृतिमवष्टभ्य +प्रकृतिमहतां +प्रकृतिमहति +प्रकृतिमहते +प्रकृतिमात्रस्य +प्रकृतिमापन्नः +प्रकृतिमापन्नो +प्रकृतिमापेदे +प्रकृतिमाश्रिताः +प्रकृतिमाह +प्रकृतिमिति +प्रकृतिमित्यादि +प्रकृतिमुखरो +प्रकृतिमुखेनेश्वरस्य +प्रकृतिमुपासते +प्रकृतिमेव +प्रकृतिम् +प्रकृतिरञ्जनात् +प्रकृतिरत्र +प्रकृतिरपरा +प्रकृतिरपि +प्रकृतिरप्यनादिः +प्रकृतिरविद्या +प्रकृतिरष्टधा +प्रकृतिरस्ति +प्रकृतिरस्य +प्रकृतिराकृतिः +प्रकृतिरि +प्रकृतिरिति +प्रकृतिरित्यपि +प्रकृतिरित्यर्थः +प्रकृतिरियं +प्रकृतिरीश्वरी +प्रकृतिरुक्ता +प्रकृतिरुच्यते +प्रकृतिरूपं +प्रकृतिरूपस्य +प्रकृतिरूपा +प्रकृतिरूपे +प्रकृतिरेव +प्रकृतिर् +प्रकृतिर्जलस्य +प्रकृतिर्जायते +प्रकृतिर्ज्ञेया +प्रकृतिर्देवी +प्रकृतिर्द्विविधा +प्रकृतिर्न +प्रकृतिर्नाम +प्रकृतिर्नास्ति +प्रकृतिर्नित्या +प्रकृतिर्ब्रह्म +प्रकृतिर्भवति +प्रकृतिर्भवेत् +प्रकृतिर्मातङ्गदारिका +प्रकृतिर्माया +प्रकृतिर्मायाख्या +प्रकृतिर्यथा +प्रकृतिर्यस्य +प्रकृतिर्या +प्रकृतिर्विकृतिः +प्रकृतिर्विकृतिश्च +प्रकृतिर्वेति +प्रकृतिर्हि +प्रकृतिलक्षणः +प्रकृतिलय +प्रकृतिलयः +प्रकृतिलयाः +प्रकृतिलयानां +प्रकृतिलयान् +प्रकृतिलीनस्य +प्रकृतिलीनस्योत्तरा +प्रकृतिलीने +प्रकृतिवच्च +प्रकृतिवत् +प्रकृतिवदिति +प्रकृतिवदेव +प्रकृतिवद् +प्रकृतिवद्विकृतिः +प्रकृतिवशः +प्रकृतिवशवर्तित्वे +प्रकृतिविकार +प्रकृतिविकारभाव +प्रकृतिविकारभावः +प्रकृतिविकारभावे +प्रकृतिविकारभावो +प्रकृतिविकारयोः +प्रकृतिविकृतयः +प्रकृतिविकृति +प्रकृतिविकृतिः +प्रकृतिविकृतिभाव +प्रकृतिविकृतिभावः +प्रकृतिवियुक्तं +प्रकृतिवियुक्तेति +प्रकृतिविशेषणं +प्रकृतिविशेषणम् +प्रकृतिव्यसनं +प्रकृतिव्यसनवर्गः +प्रकृतिव्यसनानि +प्रकृतिशब्दः +प्रकृतिशब्दस्य +प्रकृतिशब्दस्यात्र +प्रकृतिशब्देन +प्रकृतिशब्दो +प्रकृतिशून्यः +प्रकृतिशून्यता +प्रकृतिश् +प्रकृतिश्च +प्रकृतिश्चाधिष्ठाता +प्रकृतिश्चेतना +प्रकृतिश्चेति +प्रकृतिश्चैव +प्रकृतिश्लेषः +प्रकृतिषु +प्रकृतिसंभवत्वं +प्रकृतिसंभवा +प्रकृतिसंभवाः +प्रकृतिसंभवान् +प्रकृतिसंसर्गेण +प्रकृतिसंसृष्टतया +प्रकृतिसंसृष्टस्य +प्रकृतिसम्पदा +प्रकृतिसम्बन्धरहिते +प्रकृतिसम्भवाः +प्रकृतिसम्भवान् +प्रकृतिसिद्धमिदं +प्रकृतिसुभगा +प्रकृतिसे +प्रकृतिसौन्दर्यस्य +प्रकृतिस् +प्रकृतिस्तत्र +प्रकृतिस्तथा +प्रकृतिस्तस्य +प्रकृतिस्तस्याः +प्रकृतिस्तु +प्रकृतिस्तेन +प्रकृतिस्त्रिगुणा +प्रकृतिस्त्रिगुणात्मिका +प्रकृतिस्त्वं 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+प्रकृत्याश्रयं +प्रकृत्याश्रयः +प्रकृत्यास्य +प्रकृत्याऽके +प्रकृत्याऽऽह +प्रकृत्युपरमे +प्रकृत्युपादानकालभाग्याख्याः +प्रकृत्येति +प्रकृत्येदं +प्रकृत्येव +प्रकृत्यै +प्रकृत्यैकाच् +प्रकृत्यैव +प्रकृत्यैवेति +प्रकृत्योः +प्रकृत्योच्यते +प्रकृत्य् +प्रकृत्वा +प्रकृत्वैव +प्रकृय +प्रकृया +प्रकृल्या +प्रकृशितः +प्रकृष्ट +प्रकृष्टं +प्रकृष्टः +प्रकृष्टज्ञानं +प्रकृष्टज्ञानः +प्रकृष्टज्ञानाः +प्रकृष्टज्ञानौ +प्रकृष्टतया +प्रकृष्टतरं +प्रकृष्टत्वं +प्रकृष्टत्वात् +प्रकृष्टप्रकाशश्चन्द्र +प्रकृष्टम् +प्रकृष्टया +प्रकृष्टसत्त्वनिमित्तम् +प्रकृष्टस्य +प्रकृष्टा +प्रकृष्टां +प्रकृष्टाः +प्रकृष्टानां +प्रकृष्टानि +प्रकृष्टाय +प्रकृष्टायां +प्रकृष्टार्थे +प्रकृष्टाश्च +प्रकृष्टे +प्रकृष्टेन +प्रकृष्टेऽध्वनि +प्रकृष्टैः +प्रकृष्टो +प्रकृष्टोपकारकं +प्रकृष्य +प्रकृष्यते +प्रकेत +प्रकेतः +प्रकेतम् +प्रकेतुना +प्रकेतो +प्रकेतोऽसि +प्रको +प्रकोप +प्रकोपं +प्रकोपः +प्रकोपणम् +प्रकोपणैः +प्रकोपतः +प्रकोपनं +प्रकोपनम् +प्रकोपनैः +प्रकोपमापद्यते +प्रकोपमापद्यन्ते +प्रकोपमुपगम्य +प्रकोपयति +प्रकोपयेत् 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+प्रख्यातोदात्तनायकम् +प्रख्यातौ +प्रख्याने +प्रख्यापनतात्पर्याच्च +प्रख्यापय +प्रख्यापयति +प्रख्यापयन् +प्रख्यापयन्ति +प्रख्यापयेत् +प्रख्यापितं +प्रख्यापितः +प्रख्यापितम् +प्रख्यापिता +प्रख्याप्य +प्रख्याप्रवृत्तिस्थितिरूपा +प्रख्याय +प्रख्यायते +प्रख्यारूपं +प्रख्याशीलं +प्रख्ये +प्रख्यो +प्रग +प्रगंतव्यं +प्रगच्छ +प्रगच्छंति +प्रगच्छत +प्रगच्छति +प्रगच्छतु +प्रगच्छन् +प्रगच्छन्ति +प्रगच्छन्तु +प्रगच्छसि +प्रगच्छामि +प्रगट +प्रगटे +प्रगटेउ +प्रगणय्य +प्रगणे +प्रगण्डी +प्रगत +प्रगतं +प्रगतः +प्रगता +प्रगताः +प्रगति +प्रगतिं +प्रगतिः +प्रगतिपथे +प्रगतिम् +प्रगतिस्तरः +प्रगते +प्रगतेः +प्रगतो +प्रगतौ +प्रगत्यै +प्रगदतां +प्रगदिन् +प्रगन्तव्यं +प्रगन्तुं +प्रगमः +प्रगमनं +प्रगमनम् +प्रगमनाय +प्रगमयत +प्रगम्य +प्रगयणं +प्रगर्धिनः +प्रगल्भ +प्रगल्भं +प्रगल्भः +प्रगल्भत +प्रगल्भता +प्रगल्भतां +प्रगल्भते +प्रगल्भन्ते +प्रगल्भम् +प्रगल्भश्च +प्रगल्भसे +प्रगल्भस्य +प्रगल्भा +प्रगल्भाः +प्रगल्भानां +प्रगल्भाय +प्रगल्भे +प्रगल्भेति +प्रगल्भेन +प्रगल्भेऽपि +प्रगल्भैः +प्रगल्भो +प्रगल्भौ +प्रगा 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+प्रचक्ष्व +प्रचचार +प्रचचाल +प्रचट +प्रचण्ड +प्रचण्डं +प्रचण्डः +प्रचण्डचण्डिका +प्रचण्डयोः +प्रचण्डशक्तिः +प्रचण्डश्च +प्रचण्डस्य +प्रचण्डा +प्रचण्डां +प्रचण्डाः +प्रचण्डातपतापिता +प्रचण्डाय +प्रचण्डे +प्रचण्डेन +प्रचण्डैः +प्रचण्डो +प्रचण्डोग्रा +प्रचण्डौ +प्रचय +प्रचयं +प्रचयः +प्रचयवान्बाष्पः +प्रचयस्य +प्रचयादपि +प्रचये +प्रचयेन +प्रचयो +प्रचयोऽभ्युपैति +प्रचर +प्रचरं +प्रचरणं +प्रचरणकल्पो +प्रचरणकाले +प्रचरणम् +प्रचरणात् +प्रचरणीं +प्रचरणीयं +प्रचरण्या +प्रचरण्यां +प्रचरत +प्रचरतः +प्रचरतां +प्रचरति +प्रचरतीति +प्रचरतो +प्रचरत्येतावदेवैतदहः +प्रचरत्सु +प्रचरन् +प्रचरन्ति +प्रचरन्तीति +प्रचरन्तो +प्रचरन्तौ +प्रचरा +प्रचरितं +प्रचरिते +प्रचरितैः +प्रचरिष्यति +प्रचरिष्यन्ति +प्रचरिष्यामो +प्रचरेति +प्रचरेत् +प्रचरेयुः +प्रचर्य +प्रचर्योपसदा +प्रचल +प्रचलं +प्रचलः +प्रचलतः +प्रचलता +प्रचलतां +प्रचलति +प्रचलतीति +प्रचलते +प्रचलत् +प्रचलन +प्रचलनं +प्रचलनम् +प्रचलने +प्रचलन् +प्रचलन्तः +प्रचलन्ति +प्रचलन्ती +प्रचलन्त्यः +प्रचलाक +प्रचलित +प्रचलितं +प्रचलितः +प्रचलितभ्रमरं +प्रचलितमस्ति +प्रचलितम् +प्रचलितस्य +प्रचलिता +प्रचलिताः +प्रचलितानां +प्रचलितानि +प्रचलिताऽऽसीत् +प्रचलितुं +प्रचलिते +प्रचलितेषु +प्रचलितो +प्रचलितौ +प्रचलिष्यति +प्रचले +प्रचलेषु +प्रचस्कन्द +प्रचा +प्रचार +प्रचारं +प्रचारः +प्रचारक +प्रचारकः +प्रचारकाः +प्रचारम् +प्रचारय +प्रचारयत +प्रचारयति +प्रचारयन् +प्रचारयन्ति +प्रचारयामास +प्रचारयितुं +प्रचारयितुम् +प्रचारयेत् +प्रचारश्च +प्रचारसंवेदनं +प्रचारसंवेदनाच्च +प्रचारस्य +प्रचारा +प्रचारात् +प्रचाराय +प्रचारार्थ +प्रचारार्थं +प्रचारार्थम् +प्रचारित +प्रचारितं +प्रचारितः +प्रचारितवान् +प्रचारिता +प्रचारिताः +प्रचारे +प्रचारेण +प्रचारो +प्रचार्य +प्रचार्य्य +प्रचालयति +प्रचालयन् +प्रचालयेत् +प्रचालितः +प्रचालिता +प्रचालिताः +प्रचालितानि +प्रचालिते +प्रचाल्य +प्रचाल्यते +प्रचाल्यन्ते +प्रचाल्यमानः +प्रचि +प्रचिंतयेत् +प्रचिकितः +प्रचिकितो +प्रचिकित्स +प्रचिक्षिपुः +प्रचिक्षेप +प्रचिच्छेद +प्रचित +प्रचितं +प्रचितः +प्रचितकसमभिधो +प्रचिततनुः +प्रचिनोति +प्रचिन्त्य +प्रचिन्वतः +प्रचीयते +प्रचु +प्रचुकोप +प्रचुक्रुशुः +प्रचुक्रोध +प्रचुक्रोश +प्रचुक्षुभे +प्रचुर +प्रचुरं +प्रचुरः +प्रचुरतया +प्रचुरता +प्रचुरनित्यधनागमा +प्रचुरप्रयोगः +प्रचुरमन्मथः +प्रचुरम् +प्रचुरश्रमः +प्रचुरा +प्रचुराः +प्रचुराणि +प्रचुरान् +प्रचुरे +प्रचुरेण +प्रचुरो +प्रचूर्णयेत् +प्रचृतति +प्रचे +प्रचेत +प्रचेतः +प्रचेतन +प्रचेतय +प्रचेतयति +प्रचेतस +प्रचेतसं +प्रचेतसः +प्रचेतसम् +प्रचेतसा +प्रचेतसां +प्रचेतसाम् +प्रचेतसि +प्रचेतसे +प्रचेतसो +प्रचेतसौ +प्रचेतस् +प्रचेता +प्रचेताः +प्रचेताश्च +प्रचेतास् +प्रचेतास्तस्य +प्रचेतास्तु +प्रचेतास्त्वा +प्रचेतुने +प्रचेतो +प्रचेतोभ्यो +प्रचेलुः +प्रचेले +प्रचेष्टा +प्रचे॑तस +प्रचे॑तसं॒ +प्रचे॑तसः +प्रचे॑तसा +प्रचे॑तसे +प्रचे॑तसो॒ +प्रचे॑ता +प्रचे॑ताः +प्रचे॑ता॒ +प्रचो +प्रचोदनं +प्रचोदनी +प्रचोदय +प्रचोदयति +प्रचोदयत् +प्रचोदयन् +प्रचोदयन्ता +प्रचोदया +प्रचोदयात् +प्रचोदयाथ् +प्रचोदयादिति +प्रचोदयाद् +प्रचोदयान्त् +प्रचोदयामास +प्रचोदयिता +प्रचोदितः +प्रचोदितम् +प्रचोदिता +प्रचोदिताः +प्रचोदितो +प्रचो॒दया +प्रचो॒दया॑त् +प्रच्छ +प्रच्छः +प्रच्छकः +प्रच्छच्छन्दः +प्रच्छदः +प्रच्छदपट +प्रच्छदपटः +प्रच्छनं +प्रच्छन्न +प्रच्छन्नं +प्रच्छन्नः +प्रच्छन्नकामुकम् +प्रच्छन्नगुप्तं +प्रच्छन्नचारी +प्रच्छन्नपापा +प्रच्छन्नपापानां +प्रच्छन्नमिव +प्रच्छन्नम् +प्रच्छन्नरूपेण +प्रच्छन्नश्च +प्रच्छन्ना +प्रच्छन्नां +प्रच्छन्नाः +प्रच्छन्नानि +प्रच्छन्ने +प्रच्छन्नो +प्रच्छन्नौ +प्रच्छर्दन +प्रच्छर्दनं +प्रच्छर्दनम् +प्रच्छर्दनविधारणाभ्यां +प्रच्छर्दिका +प्रच्छा +प्रच्छादन +प्रच्छादनं +प्रच्छादनपटं +प्रच्छादनम् +प्रच्छादनार्थ +प्रच्छादनार्थं +प्रच्छादयति +प्रच्छादयतीति +प्रच्छादयन् +प्रच्छादयन्ति +प्रच्छादयामास +प्रच्छादयेत् +प्रच्छादयेथ् +प्रच्छादितं +प्रच्छादिता +प्रच्छाद्य +प्रच्छाद्यते +प्रच्छाद्यमानं +प्रच्छाय +प्रच्छायशीतले +प्रच्छायसुलभनिद्रा +प्रच्छाये +प्रच्छि +प्रच्छितं +प्रच्छिदम् +प्रच्छिद्य +प्रच्छिनत्ति +प्रच्छेदको +प्रच्छ् +प्रच्य +प्रच्यवते +प्रच्यवनं +प्रच्यवन्ते +प्रच्यवमानं +प्रच्यवस्व +प्रच्यवेत +प्रच्यवेताध्वरेषु +प्रच्यावनं +प्रच्यावयति +प्रच्यावयन्ति +प्रच्याव्य +प्रच्याव्यते +प्रच्युत +प्रच्युतं +प्रच्युतः +प्रच्युतस्य +प्रच्युता +प्रच्युताः +प्रच्युतिं +प्रच्युतिः +प्रच्युते +प्रच्युतो +प्रच्यु॑तो॒ +प्रच॑रति +प्रछ +प्रछा +प्रछाद्य +प्रज +प्रजः +प्रजगाद +प्रजगाम +प्रजगुर्देवगन्धर्वा +प्रजगृहुः +प्रजगौ +प्रजग्धं +प्रजग्मतुः +प्रजग्मुः +प्रजग्मुस्ते +प्रजग्राह +प्रजघान +प्रजजाप +प्रजज्ञ +प्रजज्ञिरे +प्रजज्ञिवान् +प्रजज्ञुः +प्रजज्ञे +प्रजज्वलुः +प्रजज्वाल +प्रजति +प्रजन +प्रजनं +प्रजनः +प्रजनन +प्रजननं +प्रजननकामः +प्रजननकामो +प्रजननकाले +प्रजननम् +प्रजननस् +प्रजनना +प्रजननात् +प्रजननाद् +प्रजननाय +प्रजनने +प्रजननेन +प्रजनम् +प्रजनय +प्रजनयतः +प्रजनयति +प्रजनयतीति +प्रजनयतु +प्रजनयन् +प्रजनयन्ति +प्रजनयन्परीहि +प्रजनयाद् +प्रजनयामेति +प्रजनयावहै +प्रजनयितवे +प्रजनयिता +प्रजनयितेति +प्रजनयिष्णुर् +प्रजनयिष्यथः +प्रजनयेति +प्रजनश्च +प्रजनश्चास्मि +प्रजनार्थं +प्रजनिषीय +प्रजनिष्णुः +प्रजनिष्यन्ते +प्रजनिष्येथे +प्रजने +प्रजनो +प्रजपतु +प्रजपन् +प्रजपेच +प्रजपेच्च +प्रजपेत् +प्रजपेत्सुधीः +प्रजपेन्मंत्रं +प्रजपेन्मनुम् +प्रजपेन्मन्त्रं +प्रजप्तेन +प्रजप्य +प्रजय +प्रजयति +प्रजया +प्रजयां +प्रजयैवैनं +प्रजयैवैनम् +प्रजल्पः +प्रजल्पतः +प्रजल्पति +प्रजल्पनम् +प्रजल्पन् +प्रजल्पन्ति +प्रजल्पन्मत्पदे +प्रजल्पसि +प्रजल्पितम् +प्रजल्पितायामभिजातवाचि +प्रजल्पो +प्रजवं +प्रजविना +प्रजवी +प्रजहत्यपि +प्रजहर्ष +प्रजहाति +प्रजहातीति +प्रजहातु +प्रजहार +प्रजहास +प्रजहि +प्रजहिहि +प्रजहुः +प्रजहौ +प्रजह्रुः +प्रजह्रे +प्रजा +प्रजाँ +प्रजां +प्रजाः +प्रजाओं +प्रजाकरः +प्रजाकाम +प्रजाकामं +प्रजाकामः +प्रजाकामस्तोषयामास +प्रजाकामस्य +प्रजाकामा +प्रजाकामाः +प्रजाकामानां +प्रजाकामाय +प्रजाकामेन +प्रजाकामो +प्रजाकार्यं +प्रजाकृते +प्रजाको +प्रजाक्षयः +प्रजाक्षये +प्रजागण +प्रजागर +प्रजागरं +प्रजागरः +प्रजागरकषायलोचनं +प्रजागरपर्वणि +प्रजागरम् +प्रजागराः +प्रजागराच्छीतजलातिपानात् +प्रजागरे +प्रजागरेण +प्रजागरो +प्रजाघ्नी +प्रजाजन +प्रजाजनः +प्रजाजना +प्रजाजनाः +प्रजाजनानां +प्रजाजनानाम् +प्रजाजनान् +प्रजाजने +प्रजाजनैः +प्रजाजनों +प्रजात +प्रजातं +प्रजातः +प्रजातन्तु +प्रजातन्तुं +प्रजातन्त्र +प्रजातन्त्रप्रकार +प्रजातन्त्रम् +प्रजातन्त्रस्य +प्रजातन्त्रे +प्रजातम् +प्रजातयः +प्रजातस्य +प्रजाता +प्रजातां +प्रजाताः +प्रजातानां +प्रजातानि +प्रजातान् +प्रजातान्त्रिक +प्रजातासि +प्रजातासु +प्रजाति +प्रजातिं +प्रजातिः +प्रजातिकामस्य +प्रजातिकामो +प्रजातिम् +प्रजातिरस्मि +प्रजातिर् +प्रजातिश्च +प्रजाते +प्रजातेः +प्रजातो +प्रजातौ +प्रजात्या +प्रजात्यां +प्रजात्यै +प्रजादयः +प्रजादिभिः +प्रजादिषु +प्रजादीनां +प्रजाद्वारं +प्रजाधर्मेण +प्रजाध्यक्ष +प्रजाध्यक्षो +प्रजानति +प्रजानती +प्रजानतीव +प्रजानत्यघ्न्ये +प्रजानन् +प्रजानन्त +प्रजानन्तः +प्रजानन्ति +प्रजानन्निति +प्रजानन्न् +प्रजानन्मैनं +प्रजाना +प्रजानाँ +प्रजानां +प्रजानाञ्च +प्रजानाति +प्रजानातीति +प्रजानाथ +प्रजानाथं +प्रजानाथो +प्रजानान्तु +प्रजानामधिपः +प्रजानामधिपतिः +प्रजानामनुग्रहाय +प्रजानामपि +प्रजानामहिते +प्रजानामि +प्रजानामिति +प्रजानामिह +प्रजानामीति +प्रजानामुत +प्रजानामुदयत्येष +प्रजानामुपकाराय +प्रजानामेव +प्रजानाम् +प्रजानाम्̇ +प्रजानाशः +प्रजानाशो +प्रजानाꣳ +प्रजानि +प्रजानिमित्तं +प्रजानीहि +प्रजान्तकः +प्रजाप +प्रजापत +प्रजापतय +प्रजापतयः +प्रजापतये +प्रजापतयेऽग्नये +प्रजापतयो +प्रजापतयोऽभवन् +प्रजापता +प्रजापतावेव +प्रजापताव् +प्रजापति +प्रजापतिं +प्रजापतिः +प्रजापतिकृतं +प्रजापतिगृहीतया +प्रजापतित्वं +प्रजापतित्वम् +प्रजापतित्वेन +प्रजापतिदेवत्या +प्रजापतिना +प्रजापतिनाऽत्यृषभेण +प्रजापतिनैवाग्निं +प्रजापतिनैवास्यान्नाद्यम् +प्रजापतिनैवैनं +प्रजापतिनोक्तं +प्रजापतिपतिः +प्रजापतिपतिर्ब्रह्मा +प्रजापतिपितृब्रह्मदेवतीर्थान्यनुक्रमात् +प्रजापतिपुत्रस्य +प्रजापतिमब्रुवन् +प्रजापतिमब्रुवन्नानुष्टुभस्य +प्रजापतिमाप्नोति +प्रजापतिमिव +प्रजापतिमुपादाय +प्रजापतिमुपाधावंस्तेभ्य +प्रजापतिमेव +प्रजापतिमेवाप्नोति +प्रजापतिमेवोपाधावन् +प्रजापतिम् +प्रजापतिरकल्पयत् +प्रजापतिरकल्मषः +प्रजापतिरकामयत +प्रजापतिरग्निमसृजत +प्रजापतिरग्निर्यावानग्निर्यावत्यस्य +प्रजापतिरथाब्रवीत् +प्रजापतिरपि +प्रजापतिरब्रवीत् +प्रजापतिरभवत् +प्रजापतिरभाषत +प्रजापतिरभूच्चन्द्रो +प्रजापतिरश्वमेधमसृजत +प्रजापतिरसि +प्रजापतिरात्मनो +प्रजापतिरिति +प्रजापतिरिदं +प्रजापतिरिव +प्रजापतिरिवापरः +प्रजापतिरुदधिं +प्रजापतिरुवाच +प्रजापतिरूपेण +प्रजापतिरृषि +प्रजापतिरृषिरनुष्टुप् +प्रजापतिरेकः +प्रजापतिरेते +प्रजापतिरेव +प्रजापतिरेषोऽग्निः +प्रजापतिर् +प्रजापतिर्ऋषिः +प्रजापतिर्जयानिन्द्राय +प्रजापतिर्दश +प्रजापतिर्दशहोता +प्रजापतिर्देवता +प्रजापतिर्देवानसृजतासृग्रमिति +प्रजापतिर्देवेभ्य +प्रजापतिर्धाता +प्रजापतिर्बृहती +प्रजापतिर्ब्रह्मा +प्रजापतिर्भूत्वा +प्रजापतिर्मनवे +प्रजापतिर्मा +प्रजापतिर्य +प्रजापतिर्यं +प्रजापतिर्यज्ञः +प्रजापतिर्यज्ञमसृजत +प्रजापतिर्यो +प्रजापतिर्वा +प्रजापतिर्वाजपेयः +प्रजापतिर्विराट् +प्रजापतिर्विश्वकर्मा +प्रजापतिर्विश्वेभ्यो +प्रजापतिर्वेधा +प्रजापतिर्वै +प्रजापतिर्व्यस्रंसत +प्रजापतिर्ह +प्रजापतिर्हि +प्रजापतिर्हिरण्यगर्भः +प्रजापतिलोक +प्रजापतिलोकं +प्रजापतिलोका +प्रजापतिलोकेषु +प्रजापतिविशेषः +प्रजापतिव्रतं +प्रजापतिश् +प्रजापतिश्च +प्रजापतिश्चतुस्त्रिंशो +प्रजापतिश्चरति +प्रजापतिश्चरसि +प्रजापतिश्चेति +प्रजापतिश्चैव +प्रजापतिश्छन्दो +प्रजापतिष्ट्वा +प्रजापतिष्ट्वाय +प्रजापतिसमः +प्रजापतिसमा +प्रजापतिसमो +प्रजापतिसुतं +प्रजापतिसुतः +प्रजापतिसुता +प्रजापतिसुते +प्रजापतिसुतो +प्रजापतिसृष्टया +प्रजापतिसृष्टानां +प्रजापतिस् +प्रजापतिस्ततो +प्रजापतिस्तत्प्रजापतिमुज्जयति +प्रजापतिस्तद्ब्रह्म +प्रजापतिस्तस्य +प्रजापतिस्तस्यायने +प्रजापतिस्तु +प्रजापतिस्त्रिष्टुप् +प्रजापतिस्त्वं +प्रजापतिस्त्वा +प्रजापतिस्मृतिः +प्रजापतिस्स +प्रजापतिꣳ +प्रजापती +प्रजापतीनां +प्रजापतीनामप्यस्ति +प्रजापतीन् +प्रजापते +प्रजापतेः +प्रजापतेरपि +प्रजापतेरात्मानं +प्रजापतेरानन्दाः +प्रजापतेराप्त्यै +प्रजापतेरार्षं +प्रजापतेरार्षम् +प्रजापतेरिति +प्रजापतेरुद्भित्त्वं +प्रजापतेरेव +प्रजापतेर् +प्रजापतेर्जायमानाः +प्रजापतेर्दुहितरौ +प्रजापतेर्नाविकम् +प्रजापतेर्यत्सहजं +प्रजापतेर्वर्णः +प्रजापतेर्वा +प्रजापतेर्वो +प्रजापतेर्हृदयं +प्रजापतेर्हृदयेन +प्रजापतेश्च +प्रजापतेष्ट्वा +प्रजापतेस् +प्रजापतेस्तन्वं +प्रजापतेस्तपः +प्रजापतेस्तपसा +प्रजापतेस्तु +प्रजापतेस्ते +प्रजापतेस्त्वा +प्रजापतौ +प्रजापत्यं +प्रजापत्यम् +प्रजापत्या +प्रजापत्याः +प्रजापत्यात्मना +प्रजापत्ये +प्रजापाल +प्रजापालं +प्रजापालः +प्रजापालकः +प्रजापालन +प्रजापालनं +प्रजापालनतत्परः +प्रजापालनतत्पराः +प्रजापालनम् +प्रजापालने +प्रजापाला +प्रजापालो +प्रजापीडा +प्रजापुरुष +प्रजाप्रभुत्वस्य +प्रजाभक्षाः +प्रजाभागी +प्रजाभि +प्रजाभिः +प्रजाभिरिह +प्रजाभिर् +प्रजाभिश्च +प्रजाभिस्तपसा +प्रजाभिस्तु +प्रजाभ्य +प्रजाभ्यः +प्रजाभ्यश्च +प्रजाभ्यस् +प्रजाभ्यस्तनुवे +प्रजाभ्यस्त्वा +प्रजाभ्यस्त्वेति +प्रजाभ्यस्सर्वाभ्यो +प्रजाभ्यो +प्रजामनु +प्रजामनुप्रजायसे +प्रजामस्मभ्यं +प्रजामस्यै +प्रजामिति +प्रजामिषम् +प्रजामिष्टां +प्रजामिह +प्रजामें +प्रजामेका +प्रजामेधयोः +प्रजामेव +प्रजाम् +प्रजाय +प्रजायंते +प्रजायत +प्रजायताम् +प्रजायते +प्रजायतेऽन्येषु +प्रजायत् +प्रजायध्वं +प्रजायध्वमिहाश्वा +प्रजायन्त +प्रजायन्ते +प्रजायमाना +प्रजायमानानाम् +प्रजायसे +प्रजायस्व +प्रजाया +प्रजायां +प्रजायाः +प्रजायामहा +प्रजायामुद्गीथं +प्रजायाम् +प्रजायाश्च +प्रजायेत +प्रजायेति +प्रजायेते +प्रजायेमहि +प्रजायेमहीति +प्रजायेय +प्रजायेयाथ +प्रजायेयेति +प्रजायै +प्रजारक्षणं +प्रजारक्षणार्थं +प्रजारूपं +प्रजारूपेण +प्रजार्थं +प्रजार्थी +प्रजार्थे +प्रजालोपनिमीलितः +प्रजावतः +प्रजावता +प्रजावति +प्रजावती +प्रजावतीं +प्रजावतीः +प्रजावतीम् +प्रजावतीरनमीवा +प्रजावतीर् +प्रजावतीर्यशसो +प्रजावतो +प्रजावत् +प्रजावत्या +प्रजावत्सलः +प्रजावत्सावीः +प्रजावदस्मे +प्रजावद् +प्रजावन्तं +प्रजावन्तः +प्रजावन्तो +प्रजावर्ग +प्रजावांश्च +प्रजावाणी +प्रजावानेति +प्रजावान् +प्रजावान्भवति +प्रजाविरचनाय +प्रजावृद्धिं +प्रजाशब्दः +प्रजाश् +प्रजाश्च +प्रजाश्चापि +प्रजाश्चेमाः +प्रजाश्चैव +प्रजास +प्रजासंयमनं +प्रजासंयमनो +प्रजासंहरणे +प्रजासनि +प्रजासर्ग +प्रजासर्गं +प्रजासर्गः +प्रजासर्गे +प्रजासर्गो +प्रजासर्गोपवर्णनम् +प्रजासहत्वकर्मभ्यः +प्रजासु +प्रजासुखं +प्रजासुखत्वे +प्रजासुखे +प्रजासृजः +प्रजासृजा +प्रजासृष्टिं +प्रजास् +प्रजास्तं +प्रजास्ततः +प्रजास्तत्र +प्रजास्तथा +प्रजास्तदा +प्रजास्तस्य +प्रजास्ता +प्रजास्ताः +प्रजास्तात +प्रजास्तासां +प्रजास्तीह +प्रजास्तु +प्रजास्ते +प्रजास्तेन +प्रजास्त्रेतायुगे +प्रजास्त्वं +प्रजास्त्विमाः +प्रजास्थ +प्रजास्था +प्रजास्यति +प्रजास्यन्ति +प्रजास्वपि +प्रजास्विह +प्रजास्वेव +प्रजास्वेवं +प्रजास्व् +प्रजास्सर्वा +प्रजास्सृजेयेति +प्रजास्सृष्ट्वा +प्रजाहितः +प्रजाहितचिकीर्षया +प्रजाहितम् +प्रजाहिताय +प्रजाहितार्थं +प्रजाहिते +प्रजाहीनो +प्रजाऽपतिः +प्रजाऽवतीः +प्रजाऽवत् +प्रजा॑ता +प्रजा॑पते॒ +प्रजा॑यते +प्रजा॑ये॒येति॑ +प्रजा॒नन् +प्रजा॒नन्न् +प्रजाꣳ +प्रजिगाय +प्रजिघाय +प्रजितस्य +प्रजीवति +प्रजीवनम् +प्रजीवसे +प्रजुह्वति +प्रजे +प्रजेति +प्रजेत् +प्रजेप्सया +प्रजेयं +प्रजेश +प्रजेशं +प्रजेशः +प्रजेशस्य +प्रजेशा +प्रजेशाः +प्रजेशानां +प्रजेशो +प्रजेश्वर +प्रजेश्वरः +प्रजेश्वरम् +प्रजेश्वराः +प्रजो +प्रजोत्पादने +प्रजोरिनिः +प्रज्ञ +प्रज्ञं +प्रज्ञः +प्रज्ञता +प्रज्ञपय +प्रज्ञपयति +प्रज्ञपयन्ति +प्रज्ञपयेदन्यत्र +प्रज्ञपयेमहि +प्रज्ञपिय +प्रज्ञप्त +प्रज्ञप्तं +प्रज्ञप्तः +प्रज्ञप्तम् +प्रज्ञप्ता +प्रज्ञप्ताः +प्रज्ञप्तानि +प्रज्ञप्तान् +प्रज्ञप्ति +प्रज्ञप्तिः +प्रज्ञप्तिरुपादाय +प्रज्ञप्तेः +प्रज्ञप्तो +प्रज्ञप्तौ +प्रज्ञप्य +प्रज्ञप्यते +प्रज्ञया +प्रज्ञयेति +प्रज्ञयैव +प्रज्ञा +प्रज्ञां +प्रज्ञाः +प्रज्ञाकरमतिः +प्रज्ञाकरमतिविरचितायां +प्रज्ञाकृताः +प्रज्ञाचक्षुः +प्रज्ञाचक्षुषमीश्वरम् +प्रज्ञाचक्षुषा +प्रज्ञात +प्रज्ञातं +प्रज्ञातः +प्रज्ञातम् +प्रज्ञातव्यं +प्रज्ञातस्य +प्रज्ञाता +प्रज्ञातां +प्रज्ञातांश्च +प्रज्ञातानि +प्रज्ञाते +प्रज्ञातेन +प्रज्ञातेष्टिर् +प्रज्ञातो +प्रज्ञातौ +प्रज्ञात्मत्वं +प्रज्ञात्मा +प्रज्ञात्मानन्दोऽजरोऽमृतः +प्रज्ञात्मेदं +प्रज्ञात्या +प्रज्ञात्यै +प्रज्ञादि +प्रज्ञादित्वात् +प्रज्ञादित्वात्स्वार्थेऽण् +प्रज्ञादित्वादण् +प्रज्ञादिभ्यश्च +प्रज्ञाद्यण् +प्रज्ञान +प्रज्ञानं +प्रज्ञानघन +प्रज्ञानघनं +प्रज्ञानघनः +प्रज्ञानतृप्तस्य +प्रज्ञानधन +प्रज्ञानम् +प्रज्ञानस्य +प्रज्ञानां +प्रज्ञानात्मा +प्रज्ञानानि +प्रज्ञानाम +प्रज्ञानामसु +प्रज्ञानाय +प्रज्ञाने +प्रज्ञानेत्रं +प्रज्ञानेत्रो +प्रज्ञानेन +प्रज्ञानेनैनमाप्नुयात् +प्रज्ञापकं +प्रज्ञापकः +प्रज्ञापकाः +प्रज्ञापनं +प्रज्ञापनीय +प्रज्ञापय +प्रज्ञापयति +प्रज्ञापयन्ति +प्रज्ञापयन्ती +प्रज्ञापयेत् +प्रज्ञापराध +प्रज्ञापराधं +प्रज्ञापराधः +प्रज्ञापारमितया +प्रज्ञापारमिता +प्रज्ञापारमितां +प्रज्ञापारमितायां +प्रज्ञापारमितायाः +प्रज्ञापारमितायै +प्रज्ञापारमितोपदेशशास्त्रे +प्रज्ञापि +प्रज्ञापेतं +प्रज्ञापेता +प्रज्ञापेतौ +प्रज्ञाप्य +प्रज्ञाप्यते +प्रज्ञाबलं +प्रज्ञाबलेन +प्रज्ञाभिः +प्रज्ञामात्रं +प्रज्ञामात्रा +प्रज्ञामात्राः +प्रज्ञामात्रास्वर्पिताः +प्रज्ञामिति +प्रज्ञाम् +प्रज्ञाय +प्रज्ञायत +प्रज्ञायते 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+प्रज्वालयन्ति +प्रज्वालयामास +प्रज्वालयितव्यो +प्रज्वालयितुं +प्रज्वालयेत् +प्रज्वालयेत्तत्र +प्रज्वालयेदधः +प्रज्वालितं +प्रज्वालितः +प्रज्वालिता +प्रज्वालितो +प्रज्वाल्य +प्रज्वाल्यते +प्रज्वाल्यन्ते +प्रज्वाल्याग्निं +प्रज॑नयति +प्रडीनं +प्रण +प्रणं +प्रणः +प्रणक् +प्रणङ्मर्त्यस्य +प्रणत +प्रणतं +प्रणतः +प्रणतमपि +प्रणतम् +प्रणतवत्सल +प्रणतवत्सलः +प्रणतवान् +प्रणतश्च +प्रणतश्चैव +प्रणतस्य +प्रणता +प्रणतां +प्रणताः +प्रणतात्मना +प्रणतानां +प्रणतानि +प्रणतान् +प्रणताय +प्रणतार्तिविनाशनः +प्रणतार्तिविनाशनम् +प्रणतार्तिहर +प्रणतार्तिहरं +प्रणतार्तिहा +प्रणति +प्रणतिं +प्रणतिः +प्रणतिपूर्वकम् +प्रणतिभिः +प्रणतिरेव +प्रणते +प्रणतेन +प्रणतेषु +प्रणतैः +प्रणतो +प्रणतोस्मि +प्रणतोऽब्रवीत् +प्रणतोऽस्मि +प्रणतोऽस्म्यहम् +प्रणतौ +प्रणत्य +प्रणत्या +प्रणत्वा +प्रणत्वैवं +प्रणदति +प्रणनाम +प्रणनामाथ +प्रणनामाऽपि +प्रणने +प्रणन्तुं +प्रणब +प्रणबस्य +प्रणब् +प्रणभ्य +प्रणम +प्रणमंति +प्रणमत +प्रणमतः +प्रणमता +प्रणमतां +प्रणमति +प्रणमते +प्रणमतो +प्रणमन् +प्रणमन्त +प्रणमन्तं +प्रणमन्तः +प्रणमन्ति +प्रणमन्तीति +प्रणमय्य +प्रणमसे +प्रणमाम +प्रणमामः +प्रणमामि +प्रणमाम्यहं +प्रणमाम्यहम् +प्रणमितोऽस्मि +प्रणमिष्यति +प्रणमिष्यामीति +प्रणमे +प्रणमेच्च +प्रणमेच्चैव +प्रणमेत +प्रणमेत् +प्रणमेत्ततः +प्रणमेत्तु +प्रणमेत्सुधीः +प्रणमेद् +प्रणमेद्दण्डवद्भुवि +प्रणमेद्धरिम् +प्रणम् +प्रणम्य +प्रणम्यं +प्रणम्यः +प्रणम्यते +प्रणम्यमानः +प्रणम्यमाना +प्रणम्या +प्रणम्याग्रे +प्रणम्याथ +प्रणम्यादौ +प्रणम्यान्यान् +प्रणम्याशु +प्रणम्यासौ +प्रणम्याह +प्रणम्याहं +प्रणम्येति +प्रणम्येशं +प्रणम्यैनं +प्रणम्यैव +प्रणम्यैवं +प्रणम्यैवानुमान्य +प्रणम्योचुः +प्रणम्योच्चैः +प्रणम्योत्थाय +प्रणम्योपविष्टः +प्रणम्योवाच +प्रणय +प्रणयं +प्रणयः +प्रणयकलहे +प्रणयकुपिता +प्रणयकुपितां +प्रणयकोप +प्रणयकोपः +प्रणयत +प्रणयतः +प्रणयति +प्रणयतीति +प्रणयते +प्रणयन +प्रणयनं +प्रणयनकाल +प्रणयनकालः +प्रणयनकाले +प्रणयनकालो +प्रणयनम् +प्रणयनस्य +प्रणयनात् +प्रणयने +प्रणयनेन +प्रणयन् +प्रणयन्त +प्रणयन्ति +प्रणयन्तु +प्रणयन्त्य् +प्रणयन्त्विति +प्रणयन्नुपाधिभिः +प्रणयपेशलम् +प्रणयमस्य +प्रणयमानः +प्रणयम् +प्रणयवचनं +प्रणयवता +प्रणयवती +प्रणयवान् +प्रणयवान्मृगतृष्णिकायाम् +प्रणयसि +प्रणयस्य +प्रणयस्व +प्रणयाः +प्रणयात् +प्रणयादिति +प्रणयादेव +प्रणयाद् +प्रणयानि +प्रणयामि +प्रणयि +प्रणयिक्रियैव +प्रणयिता +प्रणयितां +प्रणयिन +प्रणयिनं +प्रणयिनः +प्रणयिना +प्रणयिनां +प्रणयिनि +प्रणयिनी +प्रणयिनीं +प्रणयिनीव +प्रणयिनो +प्रणयिषु +प्रणयी +प्रणयीकृतानि +प्रणये +प्रणयेति +प्रणयेत् +प्रणयेदिति +प्रणयेद् +प्रणयेद्दण्डं +प्रणयेद्राजा +प्रणयेन +प्रणयेयुरुष्णिहि +प्रणयैः +प्रणयो +प्रणयोन्मुखे +प्रणव +प्रणवं +प्रणवः +प्रणवजपो +प्रणवपूर्वं +प्रणवपूर्वकं +प्रणवमुच्चार्य +प्रणवम् +प्रणवश्च +प्रणवश्चैव +प्रणवष्टेः +प्रणवस्तथा +प्रणवस्तु +प्रणवस्य +प्रणवस्येति +प्रणवस्वरूपं +प्रणवस्वरूपम् +प्रणवा +प्रणवाः +प्रणवाख्यं +प्रणवात्मकः +प्रणवात्मकम् +प्रणवात्मा +प्रणवादि +प्रणवादिं +प्रणवादिकम् +प्रणवादिकाः +प्रणवादिनमोन्तेन +प्रणवादिनमोन्तैः +प्रणवादिनमोऽन्तेन +प्रणवादिना +प्रणवादिपवित्राणां +प्रणवादिभिः +प्रणवादिव्यतिरिक्तवर्जनम् +प्रणवादीनि +प्रणवाद्यं +प्रणवाद्यन्तसंयुतम् +प्रणवाद्या +प्रणवाद्यां +प्रणवाद्याः +प्रणवाद्येन +प्रणवानामयुतं +प्रणवान्त +प्रणवान्तं +प्रणवान्तरितान् +प्रणवान्ते +प्रणवान्वयः +प्रणवान्वितम् +प्रणवाभिधेयस्य +प्रणवाय +प्रणवार्थं +प्रणवे +प्रणवेन +प्रणवेनाथ +प्रणवेनासनं +प्रणवेनैव +प्रणवेषु +प्रणवै +प्रणवैः +प्रणवो +प्रणवोपनिषत् +प्रणश्य +प्रणश्यंति +प्रणश्यंतु +प्रणश्यति +प्रणश्यतीति +प्रणश्यतीत्यन्तम् +प्रणश्यतु +प्रणश्यते +प्रणश्यन्ति +प्रणश्यन्तु +प्रणश्यामि +प्रणश्यामीति +प्रणश्येत +प्रणश्येत् +प्रणष्ट +प्रणष्टं +प्रणष्टः +प्रणष्टस्य +प्रणष्टस्वामिकं +प्रणष्टा +प्रणष्टाः +प्रणष्टासु +प्रणष्टे +प्रणष्टेषु +प्रणष्टो +प्रणसः +प्रणस्य +प्रणा +प्रणाः +प्रणाड्या +प्रणादः +प्रणादश्च +प्रणादेन +प्रणादैः +प्रणादो +प्रणान् +प्रणाम +प्रणामं +प्रणामः +प्रणामकर +प्रणामपूर्वं +प्रणामपूर्वकं +प्रणाममकरोत् +प्रणाममकरोत्तदा +प्रणाममपि +प्रणामम् +प्रणामश्च +प्रणामसंज्ञस्य +प्रणामस्य +प्रणामा +प्रणामाः +प्रणामाञ्जलिः +प्रणामाञ्जलिसम्पुटेषु +प्रणामादि +प्रणामानन्तरं +प्रणामाय +प्रणामार्थं +प्रणामावसरं +प्रणामी +प्रणामे +प्रणामेन +प्रणामैः +प्रणामो +प्रणामोऽष्टाङ्ग +प्रणाम्य +प्रणाय +प्रणायकः +प्रणाय्यः +प्रणाय्यो +प्रणाय्योऽसम्मतौ +प्रणालं +प्रणालिकया +प्रणाली +प्रणालीं +प्रणालोचितः +प्रणाल्यः +प्रणाल्या +प्रणाल्यां +प्रणाल्याः +प्रणाश +प्रणाशं +प्रणाशः +प्रणाशनः +प्रणाशनम् +प्रणाशम् +प्रणाशय +प्रणाशयति +प्रणाशयेत् +प्रणाशे +प्रणाशो +प्रणि +प्रणिगदति +प्रणिददाति +प्रणिदधाति +प्रणिदधीत +प्रणिदधे +प्रणिदध्यात् +प्रणिदाता +प्रणिदाने +प्रणिदेग्धि +प्रणिधत्ते +प्रणिधयः +प्रणिधान +प्रणिधानं +प्रणिधानपारमिता +प्रणिधानमिति +प्रणिधानम् +प्रणिधानयोग्यया +प्रणिधानवशेन +प्रणिधाना +प्रणिधानात् +प्रणिधानाद् +प्रणिधानानि +प्रणिधानाभ्यां +प्रणिधाने +प्रणिधानेन +प्रणिधाय +प्रणिधि +प्रणिधिं +प्रणिधिः +प्रणिधिभिः +प्रणिधी +प्रणिधीनां +प्रणिधीयते +प्रणिधौ +प्रणिनदति +प्रणिनाय +प्रणिनायेति +प्रणिनीषेण्यं +प्रणिनीषेण्यमिव +प्रणिन्ये +प्रणिपतति +प्रणिपत्य +प्रणिपत्याग्रे +प्रणिपत्याथ +प्रणिपत्यादौ +प्रणिपत्याभिवाद्य +प्रणिपत्याह +प्रणिपत्येति +प्रणिपत्येदमब्रवीत् +प्रणिपत्येदमब्रुवन् +प्रणिपत्यैनं +प्रणिपत्योच्चैः +प्रणिपत्योपतस्थिरे +प्रणिपत्योवाच +प्रणिपपात +प्रणिपात +प्रणिपातं +प्रणिपातः +प्रणिपातपुरः +प्रणिपातपुरःसरम् +प्रणिपाताञ्जलियाचितश्चिताम् +प्रणिपातादिस्तु +प्रणिपाते +प्रणिपातेन +प्रणिपातैः +प्रणिपातैश्च +प्रणिपातो +प्रणिपेतुः +प्रणिमयते +प्रणियाति +प्रणिहन्ति +प्रणिहित +प्रणिहितं +प्रणिहितः +प्रणिहिता +प्रणिहिताः +प्रणिहितात्मा +प्रणिहिते +प्रणिहितो +प्रणि॒नाय॑ +प्रणी +प्रणीत +प्रणीतं +प्रणीतः +प्रणीतत्वात् +प्रणीतमस्ति +प्रणीतमासीत् +प्रणीतमासीदिति +प्रणीतमिति +प्रणीतम् +प्रणीतये +प्रणीतवानासीत् +प्रणीतवानिति +प्रणीतवान् +प्रणीतश्च +प्रणीतश्चाप्रणीतश्च +प्रणीतस्तु +प्रणीतस्य +प्रणीता +प्रणीतां +प्रणीताः +प्रणीतानां +प्रणीतानाम् +प्रणीतानि +प्रणीतान् +प्रणीतापात्रं +प्रणीताप्रणयनं +प्रणीताप्रणयनमनुमन्त्रयते +प्रणीताभ्यः +प्रणीतायां +प्रणीताश्च +प्रणीतासु +प्रणीताऽस्ति +प्रणीताऽऽसीत् +प्रणीताऽऽसीदिति +प्रणीतिः +प्रणीतिषु +प्रणीती +प्रणीते +प्रणीतेति +प्रणीतेन +प्रणीतेनाहारेण +प्रणीतेषु +प्रणीतेषू +प्रणीतो +प्रणीतोऽयं +प्रणीतोऽस्ति +प्रणीतौ +प्रणीत्या +प्रणीय +प्रणीयः +प्रणीयत +प्रणीयताम् +प्रणीयते +प्रणीयन्ते +प्रणीयमान +प्रणीयमानः +प्रणीयमाना +प्रणीयमानाभ्यामनुब्रूहीति +प्रणीयमानायानुब्रूहीति +प्रणीयमानासु +प्रणीयमाने +प्रणीयमानेभ्योऽनुब्रूहीति +प्रणीयाग्नये +प्रणीयोपसमाधाय +प्रणीर् +प्रणीर्यज्ञानां +प्रणी॑ती +प्रणी॑तौ +प्रणु +प्रणुतः +प्रणुतमहिमा +प्रणुतां +प्रणुत् +प्रणुत्य +प्रणुद +प्रणुदत +प्रणुदति +प्रणुदतु +प्रणुदते +प्रणुदा +प्रणुदाति +प्रणुदेत् +प्रणुद्य +प्रणुन्नः +प्रणुन्ना +प्रणुमः +प्रणुयात् +प्रणे +प्रणेतः +प्रणेतर्भग +प्रणेता +प्रणेतार +प्रणेतारं +प्रणेतारः +प्रणेतारौ +प्रणेतुं +प्रणेतुः +प्रणेतृत्वेन +प्रणेतृमती +प्रणेतेति +प्रणेत्रा +प्रणेदुः +प्रणेदुश्च +प्रणेन +प्रणेमतुः +प्रणेमतुस्तौ +प्रणेमिरे +प्रणेमुः +प्रणेमुर्देवताः +प्रणेमुश्च +प्रणेमुस्तं +प्रणेमुस्तां +प्रणेमुस्ते +प्रणेमे +प्रणेय +प्रणेयं +प्रणेयः +प्रणेयम् +प्रणेषु +प्रणेष्यामि +प्रणे॑त॒र्भग॒ +प्रणे॒ता +प्रणैः +प्रणो +प्रणोदितः +प्रणोदिताः +प्रणोद्य +प्रणौति +प्रणौमि +प्रण॑क् +प्रण॑यति +प्रण॒ङ्मर्त्य॑स्य +प्रत +प्रतं +प्रतः +प्रतक्वा +प्रतक्वासि +प्रतक्ष्य +प्रतत +प्रततं +प्रततः +प्रततमथो +प्रततश्च +प्रतता +प्रतताप +प्रततामह +प्रतते +प्रततो +प्रतत्पराणाम् +प्रतद्वसू +प्रतद्विष्णु +प्रतद्विष्णुः +प्रतद्विष्णुरिति +प्रतनं +प्रतनम् +प्रतनु +प्रतनुते +प्रतनुषु +प्रतनूकरोति +प्रतनूकृत्य +प्रतनोति +प्रतनोषि +प्रतन्यत +प्रतन्यते +प्रतन्यन्ते +प्रतन्वन्ति +प्रतपति +प्रतपनं +प्रतपने +प्रतपन् +प्रतपन्तं +प्रतपन्तमिवादित्यं +प्रतपन्ति +प्रतपेत् +प्रतप्त +प्रतप्तं +प्रतप्तस्येव +प्रतप्ता +प्रतप्ते +प्रतप्तो +प्रतप्तौ +प्रतप्य +प्रतप्यते +प्रतम +प्रतमं +प्रतमको +प्रतमो +प्रतम् +प्रतयः +प्रतये +प्रतर +प्रतरं +प्रतरणं +प्रतरणः +प्रतरणाय +प्रतरणीं +प्रतरणो +प्रतरता +प्रतरति +प्रतरन्ति +प्रतरम् +प्रतरां +प्रतरिष्यति +प्रतरीता +प्रतरीतोषसां +प्रतरेत +प्रतरेयं +प्रतर्कः +प्रतर्दन +प्रतर्दनं +प्रतर्दनः +प्रतर्दनम् +प्रतर्दनस्य +प्रतर्दनाः +प्रतर्दनो +प्रतर्पयेत् +प्रतर्पिताः +प्रतर्प्य +प्रतवसे +प्रतवसो +प्रतस्थ +प्रतस्थतुः +प्रतस्थाते +प्रतस्थिरे +प्रतस्थिवान् +प्रतस्थुः +प्रतस्थुस्ते +प्रतस्थे +प्रतस्थेऽथ +प्रतस्थौ +प्रतस्य +प्रता +प्रताः +प्रताडयेत् +प्रताडिताः +प्रताड्य +प्रतान +प्रतानं +प्रतानकम् +प्रतानवत्यः +प्रतानवान् +प्रताना +प्रतानाः +प्रतानि +प्रतानिका +प्रतानिनी +प्रतानेन +प्रतान् +प्रताप +प्रतापं +प्रतापः +प्रतापक्षतिशीतलाः +प्रतापगडदुर्गम् +प्रतापगढ +प्रतापगढमण्डलम् +प्रतापतः +प्रतापतपनः +प्रतापनं +प्रतापनः +प्रतापनमवीचिमर्बुदं +प्रतापने +प्रतापभानु +प्रतापमिव +प्रतापमुकुटो +प्रतापम् +प्रतापयुक्त +प्रतापयेत् +प्रतापरुद्र +प्रतापरुद्रः +प्रतापरुद्रदेवः +प्रतापरुद्रदेवस्य +प्रतापरुद्रमहादेवमहाराजः +प्रतापरुद्रयशोभूषणम् +प्रतापरुद्रयशोभूषणेऽलंकारशास्त्रे +प्रतापरुद्रस्य +प्रतापरुद्रीये +प्रतापरुद्रे +प्रतापरुद्रेण +प्रतापरुद्रो +प्रतापवत् +प्रतापवान् +प्रतापशीलाः +प्रतापश्च +प्रतापसः +प्रतापसिंह +प्रतापसिंहः +प्रतापस्ते +प्रतापस्य +प्रतापा +प्रतापाग्र्यं +प्रतापाग्र्यः +प्रतापात् +प्रतापाद् +प्रतापानलः +प्रतापाय +प्रतापितः +प्रतापिताः +प्रतापिनं +प्रतापिनः +प्रतापिनम् +प्रतापिना +प्रतापिनि +प्रतापी +प्रतापे +प्रतापेन +प्रतापैः +प्रतापो +प्रताप्य +प्रताम् +प्रताम्य +प्रताम्यति +प्रताम्यन्तमसंज्ञकल्पम् +प्रताम्येत् +प्रतायत +प्रतायते +प्रतायन्ते +प्रतारक +प्रतारकः +प्रतारका +प्रतारकाः +प्रतारको +प्रतारणं +प्रतारणपरं +प्रतारणम् +प्रतारणा +प्रतारणे +प्रतारयति +प्रतारयतीति +प्रतारयसि +प्रतारयामि +प्रतारयितुं +प्रतारयेत् +प्रतारितः +प्रतारिता +प्रतारिताः +प्रतारिषः +प्रतारिषत् +प्रतार्य +प्रतार्यते +प्रति +प्रतिं +प्रतिः +प्रतिक +प्रतिकः +प्रतिकणः +प्रतिकण्ठ +प्रतिकण्ठं +प्रतिकरिष्यामि +प्रतिकरोति +प्रतिकर्तव्यं +प्रतिकर्तव्यम् +प्रतिकर्तु +प्रतिकर्तुं +प्रतिकर्तुकामः +प्रतिकर्तुमशक्तस्य +प्रतिकर्तुम् +प्रतिकर्म +प्रतिकर्मणा +प्रतिकर्मणि +प्रतिकर्म्म +प्रतिकर्षति +प्रतिकल +प्रतिकलं +प्रतिकल्पं +प्रतिकल्पे +प्रतिकांक्षितव्या +प्रतिकाङ्क्षितव्या +प्रतिकाण्डं +प्रतिकाननम् +प्रतिकामं +प्रतिकामाय +प्रतिकाम्यः +प्रतिकारं +प्रतिकारः +प्रतिकारकं +प्रतिकारयेत् +प्रतिकारेण +प्रतिकार्यं +प्रतिकालं +प्रतिका॒मम॑त्तु +प्रतिकी +प्रतिकुण्डं +प्रतिकुम्भं +प्रतिकुर्यात् +प्रतिकुर्युः +प्रतिकुर्वीत +प्रतिकुलं +प्रतिकू +प्रतिकूल +प्रतिकूलं +प्रतिकूलः +प्रतिकूलतः +प्रतिकूलतया +प्रतिकूलता +प्रतिकूलतामुपगते +प्रतिकूलतायाः +प्रतिकूलत्वं +प्रतिकूलनीयो +प्रतिकूलमिति +प्रतिकूलम् +प्रतिकूलवर्ती +प्रतिकूलवादिनि +प्रतिकूलवायुना +प्रतिकूलविचारः +प्रतिकूलवेदनीयं +प्रतिकूलवेदनीयत्वात् +प्रतिकूलशब्दा +प्रतिकूलस्य +प्रतिकूला +प्रतिकूलाः +प्रतिकूलात्मकं +प्रतिकूलात्मकत्वादुद्वेजयति +प्रतिकूलात्मकमेवं +प्रतिकूलात्मकम् +प्रतिकूलानां +प्रतिकूलानि +प्रतिकूलार्थं +प्रतिकूले +प्रतिकूलेन +प्रतिकूलेषु +प्रतिकूलेऽपि +प्रतिकूलो +प्रतिकृतं +प्रतिकृतय +प्रतिकृतयः +प्रतिकृताविति +प्रतिकृति +प्रतिकृतिं +प्रतिकृतिः +प्रतिकृतिमग्नौ +प्रतिकृतिम् +प्रतिकृतिरर्चा +प्रतिकृतिर्ब्राह्मणजातीयानां +प्रतिकृतिश्चेत् +प्रतिकृती +प्रतिकृतीः +प्रतिकृतेः +प्रतिकृतौ +प्रतिकृत्य +प्रतिकृत्येव +प्रतिकृष्य +प्रतिको +प्रतिकोणं +प्रतिक्रमं +प्रतिक्रमणं +प्रतिक्रमति +प्रतिक्रमन्ति +प्रतिक्रम्य +प्रतिक्रान्तः +प्रतिक्राम +प्रतिक्रियं +प्रतिक्रियते +प्रतिक्रियया +प्रतिक्रिया +प्रतिक्रियां +प्रतिक्रियाः +प्रतिक्रियाणां +प्रतिक्रियाम् +प्रतिक्रियायाः +प्रतिक्षण +प्रतिक्षणं +प्रतिक्षणपरिणामिनो +प्रतिक्षणम् +प्रतिक्षत्र +प्रतिक्षत्रः +प्रतिक्षत्रस्य +प्रतिक्षत्रे +प्रतिक्षपम् +प्रतिक्षा +प्रतिक्षिपति +प्रतिक्षिपतीति +प्रतिक्षिपन् +प्रतिक्षिपन्ति +प्रतिक्षिपेत् +प्रतिक्षिप्त +प्रतिक्षिप्तं +प्रतिक्षिप्तः +प्रतिक्षिप्तम् +प्रतिक्षिप्ता +प्रतिक्षिप्तानि +प्रतिक्षिप्ते +प्रतिक्षिप्तो +प्रतिक्षिप्य +प्रतिक्षिप्यत +प्रतिक्षिप्यते +प्रतिक्षियन्तं +प्रतिक्षेत्रं +प्रतिक्षेप +प्रतिक्षेपं +प्रतिक्षेपः +प्रतिक्षेपात् +प्रतिक्षेप्तुं +प्रतिक्ष्यन्तम् +प्रतिखुरः +प्रतिख्यातः +प्रतिख्याय +प्रतिगच्छ +प्रतिगच्छत +प्रतिगच्छतः +प्रतिगच्छति +प्रतिगच्छतु +प्रतिगच्छन् +प्रतिगच्छन्ति +प्रतिगच्छसि +प्रतिगच्छामि +प्रतिगज +प्रतिगजं +प्रतिगण्डड्डत्ध् +प्रतिगत +प्रतिगतं +प्रतिगतः +प्रतिगतमक्षं +प्रतिगता +प्रतिगते +प्रतिगतो +प्रतिगन्तुं +प्रतिगन्तुमर्हसि +प्रतिगमनं +प्रतिगमनम् +प्रतिगमनाय +प्रतिगमने +प्रतिगम्य +प्रतिगम्यताम् +प्रतिगर +प्रतिगरं +प्रतिगरः +प्रतिगरस्य +प्रतिगराः +प्रतिगरे +प्रतिगरो +प्रतिगरौ +प्रतिगर्जताम् +प्रतिगर्जति +प्रतिगर्भं +प्रतिगां +प्रतिगीर्य +प्रतिगीर्यादत्ते +प्रतिगुणं +प्रतिगुप्ते +प्रतिगृ +प्रतिगृणाति +प्रतिगृणात्य् +प्रतिगृध्यति +प्रतिगृभ्णातु +प्रतिगृभ्णीत +प्रतिगृह +प्रतिगृहं +प्रतिगृहम् +प्रतिगृहाण +प्रतिगृहीत +प्रतिगृहीतं +प्रतिगृहीतः +प्रतिगृहीतम् +प्रतिगृहीतवन्तः +प्रतिगृहीतवान् +प्रतिगृहीता +प्रतिगृहीते +प्रतिगृहीतो +प्रतिगृह्ण +प्रतिगृह्णंति +प्रतिगृह्णत +प्रतिगृह्णतः +प्रतिगृह्णन् +प्रतिगृह्णन्तं +प्रतिगृह्णन्ति +प्रतिगृह्णन्तु +प्रतिगृह्णन्त्विमं +प्रतिगृह्णाति +प्रतिगृह्णातीति +प्रतिगृह्णातु +प्रतिगृह्णात्विति +प्रतिगृह्णानो +प्रतिगृह्णामि +प्रतिगृह्णामीति +प्रतिगृह्णीत +प्रतिगृह्णीते +प्रतिगृह्णीध्वम् +प्रतिगृह्णीमः +प्रतिगृह्णीयात् +प्रतिगृह्णीयादराजन्यप्रसूतितः +प्रतिगृह्णीयादिति +प्रतिगृह्णीयाद् +प्रतिगृह्णीयाद्वा +प्रतिगृह्णीयान्न +प्रतिगृह्णीयुः +प्रतिगृह्णीष्व +प्रतिगृह्य +प्रतिगृह्यतां +प्रतिगृह्यतामिति +प्रतिगृह्यताम् +प्रतिगृह्यते +प्रतिगृह्यम् +प्रतिगृह्याथ +प्रतिगृह्याभिमन्त्रयते +प्रतिगृह्येति +प्रतिगृह्येप्सितं +प्रतिगृह्यैव +प्रतिगृ॒ह्णाति॑ +प्रतिगेहं +प्रतिग्र +प्रतिग्रह +प्रतिग्रहं +प्रतिग्रहः +प्रतिग्रहणं +प्रतिग्रहणम् +प्रतिग्रहणे +प्रतिग्रहपरीमाणं +प्रतिग्रहम् +प्रतिग्रहश्च +प्रतिग्रहश्चेति +प्रतिग्रहश्चैव +प्रतिग्रहसमर्थोऽपि +प्रतिग्रहस्तु +प्रतिग्रहस्त्याज्यस्त्याज्यो +प्रतिग्रहस्य +प्रतिग्रहा +प्रतिग्रहाः +प्रतिग्रहात् +प्रतिग्रहादपावृत्तः +प्रतिग्रहादि +प्रतिग्रहादिना +प्रतिग्रहादुपावृत्तः +प्रतिग्रहार्थं +प्रतिग्रही +प्रतिग्रहीता +प्रतिग्रहीतारं +प्रतिग्रहीतु +प्रतिग्रहीतुं +प्रतिग्रहीतुः +प्रतिग्रहीतुश्च +प्रतिग्रहीत्र +प्रतिग्रहीत्रा +प्रतिग्रहीत्रे +प्रतिग्रहीष्यति +प्रतिग्रहीष्यन् +प्रतिग्रहीष्यन्ति +प्रतिग्रही॒ता +प्रतिग्रही॒त्रे +प्रतिग्रहे +प्रतिग्रहेण +प्रतिग्रहेषु +प्रतिग्रहो +प्रतिग्रहोऽधिको +प्रतिग्रामं +प्रतिग्रामम् +प्रतिग्राहयता +प्रतिग्राहयति +प्रतिग्राहिता +प्रतिग्राहितानि +प्रतिग्राही +प्रतिग्राह्य +प्रतिग्राह्यं +प्रतिग्राह्यम् +प्रतिघ +प्रतिघः +प्रतिघचित्तः +प्रतिघचित्तो +प्रतिघटिकं +प्रतिघन्टा +प्रतिघा +प्रतिघात +प्रतिघातं +प्रतिघातः +प्रतिघातार्थं +प्रतिघाते +प्रतिघातेन +प्रतिघातो +प्रतिघातोत्थितार्चिषा +प्रतिघातोऽस्ति +प्रतिघो +प्रतिघ्नन्ति +प्रतिचक्रं +प्रतिचक्रम +प्रतिचक्रमिरे +प्रतिचक्रमे +प्रतिचक्रे +प्रतिचक्षणाय +प्रतिचक्षणे +प्रतिचतुरश्रकिलोमीटर् +प्रतिचतुरश्रमैल् +प्रतिचतुरस्रकिलोमीटर् +प्रतिचतुरस्रकिलोमीटर्मिते +प्रतिचरणं +प्रतिचरणम् +प्रतिचरणविवृद्धरेफाः +प्रतिचरति +प्रतिचस्करे +प्रतिचाकशान् +प्रतिचिकीर्षया +प्रतिचिच्छेद +प्रतिचुचूषिथ +प्रतिचोदनाम् +प्रतिच्छन्दः +प्रतिच्छन्नं +प्रतिच्छन्नः +प्रतिच्छन्ना +प्रतिच्छन्नां +प्रतिच्छन्नो +प्रतिच्छादयति +प्रतिच्छाद्य +प्रतिच्छाया +प्रतिच्छायां +प्रतिच्छायेव +प्रतिच्छितुम् +प्रतिजगाद +प्रतिजगाम +प्रतिजग्मिरे +प्रतिजग्मुः +प्रतिजग्मुर्यथागतम् +प्रतिजग्रहुषः +प्रतिजग्राह +प्रतिजघान +प्रतिजज्ञिरे +प्रतिजज्ञिषे +प्रतिजज्ञे +प्रतिजन +प्रतिजनं +प्रतिजनादिभ्यः +प्रतिजने +प्रतिजन्म +प्रतिजन्मनि +प्रतिजपति +प्रतिजपत्सु +प्रतिजहज्जातो +प्रतिजा +प्रतिजागृहि +प्रतिजाति +प्रतिजानते +प्रतिजानन्ति +प्रतिजानाति +प्रतिजानातु +प्रतिजानानः +प्रतिजानामि +प्रतिजानीत +प्रतिजानीते +प्रतिजानीत् +प्रतिजानीमहे +प्रतिजानीयात् +प्रतिजानीहि +प्रतिजानीह्यस्मान् +प्रतिजाने +प्रतिजापः +प्रतिजायसे +प्रतिजिह्वा +प्रतिजिह्विका +प्रतिजीवं +प्रतिजुहुयात् +प्रतिज्ञ +प्रतिज्ञया +प्रतिज्ञा +प्रतिज्ञां +प्रतिज्ञाः +प्रतिज्ञाकरणं +प्रतिज्ञाकरणम् +प्रतिज्ञाञ्च +प्रतिज्ञात +प्रतिज्ञातं +प्रतिज्ञातः +प्रतिज्ञातत्वात् +प्रतिज्ञातमर्थं +प्रतिज्ञातमिति +प्रतिज्ञातमेव +प्रतिज्ञातम् +प्रतिज्ञातवान् +प्रतिज्ञातस्त्वया +प्रतिज्ञातस्य +प्रतिज्ञातस्यार्थस्य +प्रतिज्ञाता +प्रतिज्ञातां +प्रतिज्ञातानि +प्रतिज्ञातार्थमुपसंहरति +प्रतिज्ञातार्थसाधनम् +प्रतिज्ञातार्थस्य +प्रतिज्ञातुं +प्रतिज्ञातुम् +प्रतिज्ञाते +प्रतिज्ञातो +प्रतिज्ञात्वं +प्रतिज्ञादीनां +प्रतिज्ञादृष्टान्तानुपरोधात् +प्रतिज्ञादृष्टान्तौ +प्रतिज्ञादोषनिर्मुक्तं +प्रतिज्ञान +प्रतिज्ञानं +प्रतिज्ञानन्तरं +प्रतिज्ञानम् +प्रतिज्ञानां +प्रतिज्ञानात् +प्रतिज्ञानुनासिक्याः +प्रतिज्ञाने +प्रतिज्ञान्तरं +प्रतिज्ञान्तरम् +प्रतिज्ञापत्रं +प्रतिज्ञापर्वणि +प्रतिज्ञापालनं +प्रतिज्ञापालनाय +प्रतिज्ञापि +प्रतिज्ञापूर्वकं +प्रतिज्ञामनुपालयन् +प्रतिज्ञामात्रेण +प्रतिज्ञामारुह्य +प्रतिज्ञामिव +प्रतिज्ञाम् +प्रतिज्ञाय +प्रतिज्ञायत +प्रतिज्ञायते +प्रतिज्ञाया +प्रतिज्ञायां +प्रतिज्ञायाः +प्रतिज्ञायाम् +प्रतिज्ञायाश्च +प्रतिज्ञायेत +प्रतिज्ञायेति +प्रतिज्ञायौगन्धरायणम् +प्रतिज्ञायौगन्धरायणे +प्रतिज्ञार्थ +प्रतिज्ञार्थं +प्रतिज्ञार्थः +प्रतिज्ञार्थस्य +प्रतिज्ञार्थे +प्रतिज्ञार्थो +प्रतिज्ञावचनं +प्रतिज्ञावाक्यं +प्रतिज्ञावाक्ये +प्रतिज्ञाविरोध +प्रतिज्ञाविरोधः +प्रतिज्ञाविरोधो +प्रतिज्ञाविषयः +प्रतिज्ञासिद्धेर्लिङ्गमाश्मरथ्यः +प्रतिज्ञासूत्रम् +प्रतिज्ञाहानिः +प्रतिज्ञाहान्या +प्रतिज्ञाहेतू +प्रतिज्ञाहेतूदाहरणोपनयनिगमनानि +प्रतिज्ञाहेतूदाहरणोपनयनिगमनान्यवयवाः +प्रतिज्ञाहेत्वोर्विरोधः +प्रतिज्ञे +प्रतिज्ञेति +प्रतिज्ञेयं +प्रतिज्ञैव +प्रतिज्ञैषा +प्रतिज्ञोपरोधो +प्रतितत्त्वं +प्रतितन्त्र +प्रतितन्त्रसिद्धान्तः +प्रतितपति +प्रतितपनं +प्रतितप्य +प्रतितरु +प्रतितलं +प्रतितालः +प्रतिताले +प्रतितालेन +प्रतिति +प्रतितिष्ठ +प्रतितिष्ठत +प्रतितिष्ठतः +प्रतितिष्ठति +प्रतितिष्ठतीति +प्रतितिष्ठते +प्रतितिष्ठत्येतेन +प्रतितिष्ठत्येवं +प्रतितिष्ठत्योजो +प्रतितिष्ठन्तं +प्रतितिष्ठन्तः +प्रतितिष्ठन्ति +प्रतितिष्ठन्ती +प्रतितिष्ठन्तीर् +प्रतितिष्ठन्ते +प्रतितिष्ठन्तो +प्रतितिष्ठसि +प्रतितिष्ठा +प्रतितिष्ठामि +प्रतितिष्ठाम्यात्मन् +प्रतितिष्ठेत् +प्रतितिष्ठेदिति +प्रतितिष्ठेषम् +प्रतितीर्थं +प्रतितुंगं +प्रतितूनी +प्रतितूनीति +प्रतित्र्यहं +प्रतिदत्तं +प्रतिददाति +प्रतिदद्यात् +प्रतिदधति +प्रतिदधाति +प्रतिदर्शं +प्रतिदलं +प्रतिदह +प्रतिदहती +प्रतिदहन्न् +प्रतिदातव्यं +प्रतिदान +प्रतिदानं +प्रतिदानम् +प्रतिदाने +प्रतिदापयेत् +प्रतिदास्यामि +प्रतिदि +प्रतिदिक्षु +प्रतिदिन +प्रतिदिनं +प्रतिदिनमथवा +प्रतिदिनमपि +प्रतिदिनमिव +प्रतिदिनमुदयेऽस्ते +प्रतिदिनम् +प्रतिदिनस्य +प्रतिदिने +प्रतिदिवस +प्रतिदिवसं +प्रतिदिवसम् +प्रतिदिवससिक्तेन +प्रतिदिवा +प्रतिदिवानौ +प्रतिदिश +प्रतिदिशं +प्रतिदिशमक्ष्णया +प्रतिदिशमपरस्त्रीसङ्गशंसी +प्रतिदिशमुपतिष्ठते +प्रतिदिशमेकां +प्रतिदिशम् +प्रतिदीयताम् +प्रतिदीव्ना +प्रतिदीव्ने +प्रतिदीव्यति +प्रतिदुग्धामिति +प्रतिदुहा +प्रतिदुहीयत् +प्रतिदूतं +प्रतिदृङ् +प्रतिदृश्यते +प्रतिदृश्यन्ते +प्रतिदृष्टान्तेन +प्रतिदेयं +प्रतिदेवतं +प्रतिदेशं +प्रतिदेशयामि +प्रतिदेहं +प्रतिदेहमेकं +प्रतिदैवतं +प्रतिदैवतम् +प्रतिदोग्धि +प्रतिदोषं +प्रतिद्रव्य +प्रतिद्रव्यं +प्रतिद्वन्द्वी +प्रतिद्वारं +प्रतिद्वारवृत्तानि +प्रतिधयः +प्रतिधर्ता +प्रतिधा +प्रतिधातवे +प्रतिधातु +प्रतिधाम +प्रतिधामिषुम् +प्रतिधावन्ति +प्रतिधिरसि +प्रतिधिर् +प्रतिधीयते +प्रतिधुक् +प्रतिधुषा +प्रतिधृषे +प्रतिध्वनि +प्रतिध्वनिः +प्रतिध्वनिस्तेन +प्रतिध्वनौ +प्रतिनक्षत्रं +प्रतिनगरं +प्रतिनन्दत्ययं +प्रतिनन्दन्ति +प्रतिनन्दन्त्ययं +प्रतिनन्दितः +प्रतिनन्दिताः +प्रतिनन्द्य +प्रतिनन्द्यते +प्रतिनवजपापुष्परक्तं +प्रतिनवान् +प्रतिना +प्रतिनादः +प्रतिनादितम् +प्रतिनादितानि +प्रतिनादितान् +प्रतिनायक +प्रतिनायकः +प्रतिनायिका +प्रतिनि +प्रतिनिःसरति +प्रतिनिःसरेय +प्रतिनिःसर्गाय +प्रतिनिःसर्गार्हं +प्रतिनिगद्य +प्रतिनिग्राह्यं +प्रतिनित्यं +प्रतिनिदधाति +प्रतिनिधत्ते +प्रतिनिधयः +प्रतिनिधयो +प्रतिनिधाय +प्रतिनिधि +प्रतिनिधिं +प्रतिनिधिः +प्रतिनिधित्व +प्रतिनिधित्वं +प्रतिनिधित्वम् +प्रतिनिधित्वे +प्रतिनिधित्वेन +प्रतिनिधिना +प्रतिनिधिप्रतिदानयोः +प्रतिनिधिप्रतिदाने +प्रतिनिधिम् +प्रतिनिधिरस्ति +प्रतिनिधिरिति +प्रतिनिधिरूपेण +प्रतिनिधिर् +प्रतिनिधिर्न +प्रतिनिधिर्नास्ति +प्रतिनिधिश्च +प्रतिनिधिषु +प्रतिनिधी +प्रतिनिधीनां +प्रतिनिधीयत +प्रतिनिधीयते +प्रतिनिधीयन्ते +प्रतिनिधेः +प्रतिनिधौ +प्रतिनिमित्तं +प्रतिनियत +प्रतिनियतं +प्रतिनियतः +प्रतिनियतस्य +प्रतिनियता +प्रतिनियतानि +प्रतिनियमः +प्रतिनियमात् +प्रतिनियमादयुगपत्प्रवृत्तेश्च +प्रतिनियमेन +प्रतिनियमो +प्रतिनिर्ग्राह्यं +प्रतिनिर्दिशति +प्रतिनिर्दिश्यते +प्रतिनिर्दिश्यन्तेऽवस्थान्तरतो +प्रतिनिर्देश +प्रतिनिर्देशः +प्रतिनिर्देशस्थयोगशब्दानन्वयाच्चेति +प्रतिनिर्वपति +प्रतिनिवर्ततां +प्रतिनिवर्तते +प्रतिनिवर्तनम् +प्रतिनिवर्तयितुं +प्रतिनिवर्तामहे +प्रतिनिवर्तितः +प्रतिनिवर्त्तते +प्रतिनिवर्त्य +प्रतिनिविष्टमूर्खजनचित्तमाराधयेत् +प्रतिनिवृत्त +प्रतिनिवृत्तः +प्रतिनिवृत्तस्य +प्रतिनिवृत्ता +प्रतिनिवृत्ताः +प्रतिनिवृत्तिः +प्रतिनिवृत्तेन +प्रतिनिवृत्तो +प्रतिनिवृत्त्य +प्रतिनिवृत्य +प्रतिनिशं +प्रतिनिष्क्रामति +प्रतिनिसर्गो +प्रतिनिसृजति +प्रतिनीय +प्रतिनीयाश्नाति +प्रतिनुदते +प्रतिनुदन् +प्रतिनुदन्ते +प्रतिनेष्यति +प्रतिन्यायं +प्रतिप +प्रतिपक्ष +प्रतिपक्षं +प्रतिपक्षः +प्रतिपक्षकालः +प्रतिपक्षतया +प्रतिपक्षभावनं +प्रतिपक्षभावनम् +प्रतिपक्षभावनया +प्रतिपक्षभावना +प्रतिपक्षभावनातो +प्रतिपक्षभावनोपहताः +प्रतिपक्षभूता +प्रतिपक्षस्य +प्रतिपक्षा +प्रतिपक्षाः +प्रतिपक्षाणां +प्रतिपक्षान् +प्रतिपक्षाभ्याम्‌ +प्रतिपक्षितः +प्रतिपक्षी +प्रतिपक्षे +प्रतिपक्षेण +प्रतिपक्षेति +प्रतिपक्षो +प्रतिपक्षोपपत्तेः +प्रतिपक्षौ +प्रतिपङ्क्ति +प्रतिपच्च +प्रतिपति +प्रतिपत् +प्रतिपत्कार्या +प्रतिपत्क्षिप्राभिज्ञा +प्रतिपत्त +प्रतिपत्तः +प्रतिपत्तथा +प्रतिपत्तयः +प्रतिपत्तये +प्रतिपत्तयो +प्रतिपत्तव्य +प्रतिपत्तव्यं +प्रतिपत्तव्यः +प्रतिपत्तव्यमिति +प्रतिपत्तव्यम् +प्रतिपत्तव्या +प्रतिपत्तव्याः +प्रतिपत्तव्ये +प्रतिपत्तव्यो +प्रतिपत्ता +प्रतिपत्तारं +प्रतिपत्तारः +प्रतिपत्तारम् +प्रतिपत्तावपि +प्रतिपत्ति +प्रतिपत्तिं +प्रतिपत्तिः +प्रतिपत्तिकर्म +प्रतिपत्तिकर्माणि +प्रतिपत्तिच्छेदौ +प्रतिपत्तितः +प्रतिपत्तिथिः +प्रतिपत्तिथिमारभ्य +प्रतिपत्तिथौ +प्रतिपत्तिदार्ढ्येन +प्रतिपत्तिपात्रे +प्रतिपत्तिभिः +प्रतिपत्तिमान् +प्रतिपत्तिरस्ति +प्रतिपत्तिरिति +प्रतिपत्तिरीदृशी +प्रतिपत्तिरेव +प्रतिपत्तिर् +प्रतिपत्तिर्न +प्रतिपत्तिर्भवति +प्रतिपत्तिर्यतो +प्रतिपत्तिर्युक्ता +प्रतिपत्तिर्हि +प्रतिपत्तिवन्ध्या +प्रतिपत्तिविधौ +प्रतिपत्तिश्च +प्रतिपत्तिषु +प्रतिपत्तिसौकर्याय +प्रतिपत्तिसौकर्यार्थं +प्रतिपत्तिस्तु +प्रतिपत्तिहेतुः +प्रतिपत्ती +प्रतिपत्तु +प्रतिपत्तुं +प्रतिपत्तुः +प्रतिपत्तुमर्हति +प्रतिपत्तुमिति +प्रतिपत्तुम् +प्रतिपत्तुश्च +प्रतिपत्तृचस्य +प्रतिपत्तृप्रत्यक्षस्य +प्रतिपत्तृभिः +प्रतिपत्तृभिरिति +प्रतिपत्तृषु +प्रतिपत्तॄणां +प्रतिपत्तेः +प्रतिपत्तौ +प्रतिपत्त्यभिसंधिः +प्रतिपत्त्यर्थं +प्रतिपत्त्यर्थमिति +प्रतिपत्त्यर्थम् +प्रतिपत्त्या +प्रतिपत्त्यै +प्रतिपत्त्य् +प्रतिपत्त्रा +प्रतिपत्नि +प्रतिपत्प्रभृति +प्रतिपत्प्रभृतिक्रमात् +प्रतिपत्प्रभृतिष्वेकां +प्रतिपत्रं +प्रतिपत्सु +प्रतिपत्सैव +प्रतिपत्स्य +प्रतिपत्स्यत +प्रतिपत्स्यति +प्रतिपत्स्यते +प्रतिपत्स्यथ +प्रतिपत्स्यन्ति +प्रतिपत्स्यसे +प्रतिपत्स्यामि +प्रतिपत्स्ये +प्रतिपथ +प्रतिपथं +प्रतिपथमेति +प्रतिपथेन +प्रतिपद +प्रतिपदं +प्रतिपदंबिभेद +प्रतिपदः +प्रतिपदनुचरौ +प्रतिपदन्तो +प्रतिपदपाठ +प्रतिपदपाठः +प्रतिपदपाठैरस्मिन्नध्याये +प्रतिपदमारभ्य +प्रतिपदमाह +प्रतिपदमुक्तम् +प्रतिपदमुदश्रु +प्रतिपदमुपहूतः +प्रतिपदम् +प्रतिपदविधाना +प्रतिपदा +प्रतिपदादि +प्रतिपदादिक्रमेणैव +प्रतिपदादितिथिषु +प्रतिपदादिषु +प्रतिपदादीनां +प्रतिपदायां +प्रतिपदार्थं +प्रतिपदि +प्रतिपदिति +प्रतिपदे +प्रतिपदो +प्रतिपदोक्त +प्रतिपदोक्तं +प्रतिपदोक्तः +प्रतिपदोक्तत्वादेव +प्रतिपदोक्तस्य +प्रतिपदोक्तस्यैव +प्रतिपदोक्तस्यैवेति +प्रतिपदोक्तानां +प्रतिपदौ +प्रतिपद् +प्रतिपद्दर्शषष्ठीषु +प्रतिपद्दिनमारभ्य +प्रतिपद्दिने +प्रतिपद्दिवसे +प्रतिपद्धनदस्योक्ता +प्रतिपद्धन्धाभिज्ञा +प्रतिपद्धर्माणां +प्रतिपद्भवति +प्रतिपद्य +प्रतिपद्यंते +प्रतिपद्यत +प्रतिपद्यतां +प्रतिपद्यताम् +प्रतिपद्यति +प्रतिपद्यते +प्रतिपद्यतेति +प्रतिपद्यथ +प्रतिपद्यन्त +प्रतिपद्यन्ति +प्रतिपद्यन्ते +प्रतिपद्यपि +प्रतिपद्यमान +प्रतिपद्यमानं +प्रतिपद्यमानः +प्रतिपद्यमानस्य +प्रतिपद्यमाना +प्रतिपद्यमानाः +प्रतिपद्यमानो +प्रतिपद्यस +प्रतिपद्यसे +प्रतिपद्यस्व +प्रतिपद्या +प्रतिपद्यां +प्रतिपद्यामहे +प्रतिपद्याश्विने +प्रतिपद्यितव्यं +प्रतिपद्यितव्यम् +प्रतिपद्युता +प्रतिपद्ये +प्रतिपद्येकभक्ताशी +प्रतिपद्येत +प्रतिपद्येताक्षितमस्यच्युतमसि +प्रतिपद्येते +प्रतिपद्येतेति +प्रतिपद्येमहि +प्रतिपद्येरन् +प्रतिपद्येव +प्रतिपनं +प्रतिपन्न +प्रतिपन्नं +प्रतिपन्नः +प्रतिपन्नकः +प्रतिपन्नकल्पम् +प्रतिपन्नकाः +प्रतिपन्नत्वात् +प्रतिपन्नम् +प्रतिपन्नरूपः +प्रतिपन्नवत् +प्रतिपन्नवमी +प्रतिपन्नवान् +प्रतिपन्नश्च +प्रतिपन्नस्य +प्रतिपन्ना +प्रतिपन्नां +प्रतिपन्नाः +प्रतिपन्नानां +प्रतिपन्नाम +प्रतिपन्नास्ते +प्रतिपन्ने +प्रतिपन्नेन +प्रतिपन्नेषु +प्रतिपन्नो +प्रतिपन्नोपाधौ +प्रतिपन्मुख्याः +प्रतिपय +प्रतिपरसमनुभ्योऽक्ष्णः +प्रतिपरिक्रम्य +प्रतिपरियन्ति +प्रतिपरीयुः +प्रतिपरेत्य +प्रतिपर्णं +प्रतिपर्यनवः +प्रतिपर्यायं +प्रतिपर्येति +प्रतिपर्व +प्रतिपशु +प्रतिपश्यति +प्रतिपश्यामि +प्रतिपा +प्रतिपात्रं +प्रतिपाद +प्रतिपादं +प्रतिपादः +प्रतिपादक +प्रतिपादकं +प्रतिपादकः +प्रतिपादकतया +प्रतिपादकत्वं +प्रतिपादकत्वम् +प्रतिपादकत्वात् +प्रतिपादकत्वेन +प्रतिपादकम् +प्रतिपादकस्य +प्रतिपादका +प्रतिपादकाः +प्रतिपादकानां +प्रतिपादकानि +प्रतिपादके +प्रतिपादकेहि +प्रतिपादको +प्रतिपादन +प्रतिपादनं +प्रतिपादनपरं +प्रतिपादनमस्ति +प्रतिपादनमात्रं +प्रतिपादनमिति +प्रतिपादनमेव +प्रतिपादनम् +प्रतिपादनशैली 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+प्रतिबद्धः +प्रतिबद्धचित्तः +प्रतिबद्धचित्ताः +प्रतिबद्धता +प्रतिबद्धत्वं +प्रतिबद्धम् +प्रतिबद्धरागम् +प्रतिबद्धस्य +प्रतिबद्धा +प्रतिबद्धाः +प्रतिबद्धानां +प्रतिबद्धानि +प्रतिबद्धे +प्रतिबद्धेति +प्रतिबद्धो +प्रतिबध्नन्ति +प्रतिबध्नाति +प्रतिबध्नातीति +प्रतिबध्य +प्रतिबध्यत +प्रतिबध्यते +प्रतिबन्दी +प्रतिबन्दीं +प्रतिबन्द्या +प्रतिबन्ध +प्रतिबन्धं +प्रतिबन्धः +प्रतिबन्धक +प्रतिबन्धकं +प्रतिबन्धकः +प्रतिबन्धकतया +प्रतिबन्धकता +प्रतिबन्धकताया +प्रतिबन्धकतायाः +प्रतिबन्धकतावच्छेदकत्वे +प्रतिबन्धकतावादः +प्रतिबन्धकत्व +प्रतिबन्धकत्वं +प्रतिबन्धकत्वकल्पनात् +प्रतिबन्धकत्वमिति +प्रतिबन्धकत्वम् +प्रतिबन्धकत्वस्य +प्रतिबन्धकत्वाच्च +प्रतिबन्धकत्वात् +प्रतिबन्धकत्वादिति +प्रतिबन्धकत्वाभावात् +प्रतिबन्धकत्वावश्यकतया +प्रतिबन्धकत्वे +प्रतिबन्धकत्वेन +प्रतिबन्धकत्वेऽपि +प्रतिबन्धकमिति +प्रतिबन्धकम् +प्रतिबन्धकसद्भावान्न +प्रतिबन्धकस्य +प्रतिबन्धका +प्रतिबन्धकाः +प्रतिबन्धकाभावत्वेन +प्रतिबन्धकाभावस्य +प्रतिबन्धकाभावात् +प्रतिबन्धकाभावे +प्रतिबन्धके +प्रतिबन्धकेन +प्रतिबन्धको +प्रतिबन्धक्षये +प्रतिबन्धमिदं +प्रतिबन्धम् +प्रतिबन्धशङ्का +प्रतिबन्धसिद्धिः +प्रतिबन्धस्य +प्रतिबन्धा +प्रतिबन्धाः +प्रतिबन्धात् +प्रतिबन्धादिति +प्रतिबन्धाद् +प्रतिबन्धापगमे +प्रतिबन्धाभ्यनुज्ञाभ्यां +प्रतिबन्धि +प्रतिबन्धिका +प्रतिबन्धिकेति +प्रतिबन्धी +प्रतिबन्धे +प्रतिबन्धेन +प्रतिबन्धो +प्रतिबन्धोपदर्शनं +प्रतिबन्धोऽस्ति +प्रतिबलं +प्रतिबलः +प्रतिबलकर्म +प्रतिबलम् +प्रतिबलश्च +प्रतिबला +प्रतिबलाधीश्वरत्वेन +प्रतिबलो +प्रतिबाधतः +प्रतिबाधसे +प्रतिबाहु +प्रतिबि +प्रतिबिंब +प्रतिबिंबः +प्रतिबिंबति +प्रतिबिंबस्य +प्रतिबिंबो +प्रतिबिभृयात् +प्रतिबिम्ब +प्रतिबिम्बं +प्रतिबिम्बः +प्रतिबिम्बकं +प्रतिबिम्बके +प्रतिबिम्बक्रिया +प्रतिबिम्बतया +प्रतिबिम्बति +प्रतिबिम्बते +प्रतिबिम्बत्वं +प्रतिबिम्बत्वात् +प्रतिबिम्बत्वेन +प्रतिबिम्बनं +प्रतिबिम्बनम् +प्रतिबिम्बन्ति +प्रतिबिम्बपक्षे +प्रतिबिम्बमनातपः +प्रतिबिम्बमिव +प्रतिबिम्बम् +प्रतिबिम्बयति +प्रतिबिम्बरूपेण +प्रतिबिम्बवत् +प्रतिबिम्बव्याजेन +प्रतिबिम्बसमा +प्रतिबिम्बस्य +प्रतिबिम्बा +प्रतिबिम्बानां +प्रतिबिम्बानि +प्रतिबिम्बित +प्रतिबिम्बितं +प्रतिबिम्बितः +प्रतिबिम्बितम् +प्रतिबिम्बितस्य +प्रतिबिम्बिता +प्रतिबिम्बिताः +प्रतिबिम्बितानि +प्रतिबिम्बितेन +प्रतिबिम्बितेव +प्रतिबिम्बितो +प्रतिबिम्बे +प्रतिबिम्बेन +प्रतिबिम्बेषु +प्रतिबिम्बैः +प्रतिबिम्बो +प्रतिबिम्वरूपेणाभिलक्ष्यं +प्रतिबुद्ध +प्रतिबुद्धः +प्रतिबुद्धवस्तुः +प्रतिबुद्धश्च +प्रतिबुद्धस्तु +प्रतिबुद्धस्य +प्रतिबुद्धा +प्रतिबुद्धाः +प्रतिबुद्धेन +प्रतिबुद्धो +प्रतिबुद्धोऽथ +प्रतिबुद्ध्यते +प्रतिबुधं +प्रतिबुध्य +प्रतिबुध्यत +प्रतिबुध्यति +प्रतिबुध्यते +प्रतिबुध्यन्ते +प्रतिबुध्यस्व +प्रतिबुध्येत +प्रतिबोध +प्रतिबोधः +प्रतिबोधनं +प्रतिबोधनम् +प्रतिबोधने +प्रतिबोधयति +प्रतिबोधयन्ति +प्रतिबोधयितुं +प्रतिबोधवत्यः +प्रतिबोधविदितं +प्रतिबोधश्च +प्रतिबोधितः +प्रतिबोधिता +प्रतिबोधिताः +प्रतिबोधितो +प्रतिबोधे +प्रतिबोधेन +प्रतिबोध्य +प्रतिबोध्यते +प्रतिबोध्यमानमपि +प्रतिबोध्यापहोतुम् +प्रतिब्रूते +प्रतिब्रूयात् +प्रतिब्रूयादेनम् +प्रतिब्रूयुः +प्रतिभ +प्रतिभक्षयति +प्रतिभट +प्रतिभटं +प्रतिभटः +प्रतिभटो +प्रतिभणि +प्रतिभति +प्रतिभद्रं +प्रतिभयं +प्रतिभयता +प्रतिभया +प्रतिभये +प्रतिभवनं +प्रतिभा +प्रतिभां +प्रतिभाः +प्रतिभागं +प्रतिभागिनः +प्रतिभागे +प्रतिभात +प्रतिभातं +प्रतिभातः +प्रतिभाति +प्रतिभातीति +प्रतिभातीत्यर्थः +प्रतिभातीत्याह +प्रतिभातु +प्रतिभात्यतः +प्रतिभात्येव +प्रतिभान +प्रतिभानं +प्रतिभानप्रतिसंविदा +प्रतिभानम् +प्रतिभानवान् +प्रतिभानात् +प्रतिभाने +प्रतिभानेन +प्रतिभान्ति +प्रतिभान्वितः +प्रतिभामाह +प्रतिभाम् +प्रतिभाया +प्रतिभायां +प्रतिभायाः +प्रतिभावं +प्रतिभावत +प्रतिभावतः +प्रतिभावतां +प्रतिभावान् +प्रतिभाशाली +प्रतिभाषते +प्रतिभाषसे +प्रतिभाषितम् +प्रतिभाष्य +प्रतिभास +प्रतिभासं +प्रतिभासः +प्रतिभासत +प्रतिभासते +प्रतिभासतो +प्रतिभासधर्मः +प्रतिभासनम् +प्रतिभासनात् +प्रतिभासन्ते +प्रतिभासमान +प्रतिभासमानं +प्रतिभासमानः +प्रतिभासमानत्वात् +प्रतिभासमानस्य +प्रतिभासमानानां +प्रतिभासमाने +प्रतिभासम्पन्नः +प्रतिभासस्य +प्रतिभासात् +प्रतिभासार +प्रतिभासि +प्रतिभासे +प्रतिभासेत +प्रतिभासेते +प्रतिभासो +प्रतिभास्यति +प्रतिभास्यन्ति +प्रतिभिद्य +प्रतिभुवं +प्रतिभुवः +प्रतिभुवा +प्रतिभुवि +प्रतिभुवे +प्रतिभुवो +प्रतिभुवौ +प्रतिभू +प्रतिभूः +प्रतिभूतं +प्रतिभूदत्तस्य +प्रतिभूर्ग्राह्यः +प्रतिभूर्भवेत् +प्रतिभृतस्य +प्रतिभेदं +प्रतिभेदः +प्रतिभैव +प्रतिभोजनं +प्रतिभोजनम् +प्रतिभोजयेत् +प्रतिभोजितम् +प्रतिम +प्रतिमं +प्रतिमण्ठकः +प्रतिमण्ठेन +प्रतिमण्ड +प्रतिमण्डल +प्रतिमण्डलं +प्रतिमण्डलपदानि +प्रतिमण्डलभूविवरम् +प्रतिमण्डलम् +प्रतिमण्डलविमण्डलयोः +प्रतिमण्डलस्य +प्रतिमण्डलानि +प्रतिमण्डले +प्रतिमण्डलेऽपि +प्रतिमध्यमः +प्रतिमन्त्रं +प्रतिमन्त्रणम् +प्रतिमन्त्रमिति +प्रतिमन्त्रम् +प्रतिमन्त्रयते +प्रतिमन्त्रयेत +प्रतिमन्त्रिते +प्रतिमन्त्र्य +प्रतिमन्दिरम् +प्रतिमन्वन्तरं +प्रतिमन्वन्तरञ्चैषा +प्रतिमन्वानः +प्रतिमन्वानो +प्रतिमया +प्रतिमयोन्मया +प्रतिमर्शः +प्रतिमर्शश्च +प्रतिमर्शस्य +प्रतिमर्शो +प्रतिमा +प्रतिमां +प्रतिमाः +प्रतिमाच्छलेन +प्रतिमाञ्च +प्रतिमाति +प्रतिमात्ममबादीनां +प्रतिमात्वेनात्र +प्रतिमादि +प्रतिमादिकं +प्रतिमादिषु +प्रतिमादिष्विव +प्रतिमादौ +प्रतिमान +प्रतिमानं +प्रतिमानभूतं +प्रतिमानम् +प्रतिमानसमीभूतो +प्रतिमानस्य +प्रतिमानां +प्रतिमानाः +प्रतिमानाटकम् +प्रतिमानानि +प्रतिमानि +प्रतिमाने +प्रतिमान् +प्रतिमामिति +प्रतिमाम् +प्रतिमाया +प्रतिमायां +प्रतिमायाः +प्रतिमायाश्च +प्रतिमायास्तु +प्रतिमार्ष्टि +प्रतिमालक्षणं +प्रतिमालक्षणम् +प्रतिमाश्च +प्रतिमाष्टविधा +प्रतिमास +प्रतिमासं +प्रतिमासञ्च +प्रतिमासन्तु +प्रतिमासम् +प्रतिमासि +प्रतिमासु +प्रतिमासे +प्रतिमास्थापनं +प्रतिमास्थितः +प्रतिमास्यानि +प्रतिमिता +प्रतिमिमीते +प्रतिमीयते +प्रतिमुक्तं +प्रतिमुक्तः +प्रतिमुक्तश्च +प्रतिमुक्तस्तु +प्रतिमुख +प्रतिमुखं +प्रतिमुखम् +प्रतिमुखसन्धिः +प्रतिमुखसन्धौ +प्रतिमुखसन्ध्यङ्गम् +प्रतिमुखस्य +प्रतिमुखे +प्रतिमुच्य +प्रतिमुच्यते +प्रतिमुञ्च +प्रतिमुञ्चत +प्रतिमुञ्चति +प्रतिमुञ्चते +प्रतिमुञ्चन्ति +प्रतिमुञ्चन्वाचयति +प्रतिमुञ्चमाना +प्रतिमुञ्चमानाः +प्रतिमुञ्चामि +प्रतिमुहुः +प्रतिमे +प्रतिमेव +प्रतिमो +प्रतिमोक्ष्यामि +प्रतिमोदध्वं +प्रतिमोदमाना +प्रतिमोपरि +प्रतिमौ +प्रतिय +प्रतियच्छति +प्रतियजति +प्रतियज्ञं +प्रतियतांश् +प्रतियते +प्रतियत्न +प्रतियत्नः +प्रतियत्ने +प्रतियत्नो +प्रतियन्ति +प्रतिययुः +प्रतिययौ +प्रतिया +प्रतियाँ +प्रतियाचते +प्रतियात +प्रतियातना +प्रतियाति +प्रतियातु +प्रतियातुं +प्रतियाते +प्रतियान्ति +प्रतियास्यति +प्रतियास्यसि +प्रतियास्यामि +प्रतियुगं +प्रतियुगम् +प्रतियुतो +प्रतियुध्येत +प्रतियूपं +प्रतियो +प्रतियों +प्रतियोगं +प्रतियोगि +प्रतियोगिक +प्रतियोगिज्ञानं +प्रतियोगिज्ञानस्य +प्रतियोगितया +प्रतियोगिता +प्रतियोगिताः +प्रतियोगिताका +प्रतियोगिताकाभाव +प्रतियोगिताकाभावस्य +प्रतियोगिताया +प्रतियोगितायां +प्रतियोगितायाः +प्रतियोगिताव +प्रतियोगितावच्छेदक +प्रतियोगितावच्छेदकं +प्रतियोगितावच्छेदकत्वं +प्रतियोगितासंबन्धेन +प्रतियोगितासम्बन्धेन +प्रतियोगितासु +प्रतियोगित्व +प्रतियोगित्वं +प्रतियोगित्वम् +प्रतियोगित्वस्य +प्रतियोगित्वे +प्रतियोगित्वेन +प्रतियोगिन +प्रतियोगिनं +प्रतियोगिनः +प्रतियोगिनमपेक्षते +प्रतियोगिना +प्रतियोगिनां +प्रतियोगिनाम् +प्रतियोगिनि +प्रतियोगिनो +प्रतियोगिनोऽपि +प्रतियोगिभेदेन +प्रतियोगिविनिर्मुक्तं +प्रतियोगिव्यधिकरणत्वं +प्रतियोगिषु +प्रतियोगी +प्रतियोगीति +प्रतियोगे +प्रतियोग्य +प्रतियोग्यनधिकरणत्वं +प्रतियोग्यपेक्षया +प्रतियोजयेत् +प्रतियोत्स्यामि +प्रतियोद्धा +प्रतियोद्धारं +प्रतियोद्धारः +प्रतियोद्धारो +प्रतियोद्धुं +प्रतियोन्याद्रवति +प्रतिर +प्रतिरक्षा +प्रतिरजनि +प्रतिरति +प्रतिरथं +प्रतिरथः +प्रतिरथे +प्रतिरथ्यं +प्रतिरन् +प्रतिरन्त +प्रतिरन्तु +प्रतिरन्ते +प्रतिरन्नेति +प्रतिरवः +प्रतिरवाः +प्रतिरसं +प्रतिराजस्य +प्रतिराजा +प्रतिरात्रं +प्रतिरात्रि +प्रतिराधान् +प्रतिराधैः +प्रतिराध्नुवन्ति +प्रतिराष्ट्रस्य +प्रतिरित्सति +प्रतिरुद्धं +प्रतिरुद्धः +प्रतिरुद्धम् +प्रतिरुद्धा +प्रतिरुद्धे +प्रतिरुध्य +प्रतिरुध्यते +प्रतिरुध्यैवास्मै +प्रतिरूप +प्रतिरूपं +प्रतिरूपः +प्रतिरूपक +प्रतिरूपकं +प्रतिरूपकः +प्रतिरूपकसाहसैः +प्रतिरूपकाः +प्रतिरूपतया +प्रतिरूपमिति +प्रतिरूपम् +प्रतिरूपस्य +प्रतिरूपा +प्रतिरूपाणि +प्रतिरूपे +प्रतिरूपेण +प्रतिरूपो +प्रतिरोगं +प्रतिरोद्धा +प्रतिरोद्धुं +प्रतिरोध +प्रतिरोधं +प्रतिरोधः +प्रतिरोधक +प्रतिरोधकाः +प्रतिरोधको +प्रतिरोधात् +प्रतिरोधी +प्रतिरोधे +प्रतिरोहन्ति +प्रतिलप्स्यते +प्रतिलप्स्यन्ते +प्रतिलप्स्यसे +प्रतिलब्ध +प्रतिलब्धं +प्रतिलब्धः +प्रतिलब्धम् +प्रतिलब्धवान् +प्रतिलब्धस्वरूपाः +प्रतिलब्धा +प्रतिलब्धाः +प्रतिलब्धात्मकं +प्रतिलब्धात्मकम् +प्रतिलब्धानि +प्रतिलब्धो +प्रतिलभते +प्रतिलभन्ते +प्रतिलभेत +प्रतिलभेयुः +प्रतिलभ्य +प्रतिलभ्यते +प्रतिलम्भः +प्रतिलम्भयति +प्रतिलम्भे +प्रतिलम्भो +प्रतिलाभेच्छया +प्रतिलामीति +प्रतिलिपि +प्रतिलिपिं +प्रतिलिपिः +प्रतिलेभे +प्रतिलेहयन्ति +प्रतिलो +प्रतिलोभयन्ती +प्रतिलोम +प्रतिलोमं +प्रतिलोमः +प्रतिलोमगतिः +प्रतिलोमगानि +प्रतिलोमजः +प्रतिलोमजाः +प्रतिलोमजानां +प्रतिलोमजैः +प्रतिलोमत +प्रतिलोमतः +प्रतिलोमप्रसूतानां +प्रतिलोमम् +प्रतिलोमयमकम् +प्रतिलोमा +प्रतिलोमां +प्रतिलोमाः +प्रतिलोमानां +प्रतिलोमानि +प्रतिलोमानुलोमजाः +प्रतिलोमानुलोमपादः +प्रतिलोमानुलोमाभ्यां +प्रतिलोमावृत्त्या +प्रतिलोमाश्च +प्रतिलोमास्तु +प्रतिलोमे +प्रतिलोमेन +प्रतिलोमेषु +प्रतिलोमो +प्रतिव +प्रतिवक्तव्यं +प्रतिवक्तव्यः +प्रतिवक्ता +प्रतिवक्ति +प्रतिवक्तुं +प्रतिवक्तुमर्हसि +प्रतिवक्तुम् +प्रतिवक्त्रं +प्रतिवक्ष्यति +प्रतिवक्ष्यसि +प्रतिवक्ष्यामि +प्रतिवचः +प्रतिवचन +प्रतिवचनं +प्रतिवचनः +प्रतिवचनमपि +प्रतिवचनमाह +प्रतिवचनमिति +प्रतिवचनमुत्थापयति +प्रतिवचनम् +प्रतिवचनस्य +प्रतिवचनानि +प्रतिवचनावसरे +प्रतिवचने +प्रतिवचनेन +प्रतिवचो +प्रतिवत्सरं +प्रतिवत्सरम् +प्रतिवदति +प्रतिवदसि +प्रतिवनं +प्रतिवन्ध +प्रतिवन्धक +प्रतिवन्धकत्वं +प्रतिवर्ग +प्रतिवर्गं +प्रतिवर्ण +प्रतिवर्णं +प्रतिवर्ष +प्रतिवर्षं +प्रतिवर्षम् +प्रतिवर्षे +प्रतिवषट्कारं +प्रतिवसतः +प्रतिवसति +प्रतिवसतीति +प्रतिवसन्ति +प्रतिवसन्त्येताभ्यश्च +प्रतिवस्तु +प्रतिवस्तूपमा +प्रतिवस्तूपमालंकारः +प्रतिवस्तूपमालङ्कारः +प्रतिवस्तूपमासरः +प्रतिवस्तोः +प्रतिवा +प्रतिवाक्य +प्रतिवाक्यं +प्रतिवाक्यभूतं +प्रतिवाक्यम् +प्रतिवाक्ये +प्रतिवाचं +प्रतिवाचमदत्त +प्रतिवाचिकं +प्रतिवाजन +प्रतिवाजनम् +प्रतिवातं +प्रतिवातेऽनुवाते +प्रतिवादं +प्रतिवादि +प्रतिवादिन +प्रतिवादिनं +प्रतिवादिनः +प्रतिवादिना +प्रतिवादिनि +प्रतिवादिनो +प्रतिवादी +प्रतिवादे +प्रतिवापं +प्रतिवापः +प्रतिवापेन +प्रतिवारं +प्रतिवारणम् +प्रतिवारयितुं +प्रतिवार्य +प्रतिवाश्य +प्रतिवासर +प्रतिवासरं +प्रतिवासरम् +प्रतिवासिनः +प्रतिवासिभिः +प्रतिवि +प्रतिविगतः +प्रतिविज्ञप्तिः +प्रतिविदध्यात् +प्रतिविधत्ते +प्रतिविधानं +प्रतिविधानम् +प्रतिविधाय +प्रतिविधीयताम् +प्रतिविधीयते +प्रतिविधेयं +प्रतिविधेयम् +प्रतिविधेयाः +प्रतिविध्य +प्रतिविध्यति +प्रतिविनोदयति +प्रतिविनोदयितुम् +प्रतिविनोद्य +प्रतिविन्ध्य +प्रतिविन्ध्यं +प्रतिविन्ध्यः +प्रतिविन्ध्यादयः +प्रतिविन्ध्यानां +प्रतिविन्ध्यो +प्रतिविबुध्य +प्रतिविभज्य +प्रतिविम्ब +प्रतिविम्बं +प्रतिविम्बः +प्रतिविम्बम् +प्रतिविम्बितं +प्रतिविम्बितः +प्रतिविम्बितम् +प्रतिविम्बे +प्रतिविरति +प्रतिविरमामि +प्रतिविव्याध +प्रतिविशिष्टं +प्रतिविशिष्टतरं +प्रतिविशेषः +प्रतिविशेषणं +प्रतिविशेषेण +प्रतिविश्वं +प्रतिविश्वेषु +प्रतिविषं +प्रतिविषयं +प्रतिविषयाध्यवसायो +प्रतिविषा +प्रतिविषायते +प्रतिविहितं +प्रतिविहिता +प्रतिविहिते +प्रतिवीक्षितुम् +प्रतिवीक्ष्य +प्रतिवृत्त +प्रतिवृत्तं +प्रतिवृत्तस्य +प्रतिवृत्तीय +प्रतिवृत्ते +प्रतिवेत्तु +प्रतिवेदं +प्रतिवेदम् +प्रतिवेदय +प्रतिवेदयन्ति +प्रतिवेदयाम +प्रतिवेदयामि +प्रतिवेदान्तं +प्रतिवेश +प्रतिवेशं +प्रतिवेशः +प्रतिवेशमोदनं +प्रतिवेशा +प्रतिवेशिदेशाः +प्रतिवेशिनः +प्रतिवेशिनि +प्रतिवेशिनी +प्रतिवेशिनो +प्रतिवेशी +प्रतिवेशो +प्रतिवेश्म +प्रतिवे॒दय॑न्न॒जः +प्रतिव्यक्ति +प्रतिव्यक्तिनियतं +प्रतिव्याजहार +प्रतिव्यूहं +प्रतिव्यूहेत +प्रतिव्यूह्य +प्रतिव्रता +प्रतिश +प्रतिशत +प्रतिशतं +प्रतिशतम् +प्रतिशब्द +प्रतिशब्दं +प्रतिशब्दः +प्रतिशब्दस्य +प्रतिशब्दे +प्रतिशब्देन +प्रतिशब्दो +प्रतिशरीरं +प्रतिशा +प्रतिशाखं +प्रतिशाखा +प्रतिशाखानाडीसहस्राणि +प्रतिशाखाभेदेन +प्रतिशापं +प्रतिशाम्य +प्रतिशिश्ये +प्रतिशीनः +प्रतिशुक्रं +प्रतिशुक्रो +प्रतिशुश्राव +प्रतिशुश्रूषति +प्रतिशृणुयात् +प्रतिशृणोति +प्रतिशृणोमि +प्रतिशोध +प्रतिशोधं +प्रतिशोधाय +प्रतिश्या +प्रतिश्याय +प्रतिश्यायं +प्रतिश्यायः +प्रतिश्यायकरा +प्रतिश्यायपुरःसराः +प्रतिश्यायमुदीरयेत्तु +प्रतिश्यायश्च +प्रतिश्यायसमानलिङ्गम् +प्रतिश्याया +प्रतिश्यायाः +प्रतिश्याये +प्रतिश्यायेषु +प्रतिश्यायेऽनिलात्मके +प्रतिश्यायो +प्रतिश्यायोऽरुचिः +प्रतिश्रयं +प्रतिश्रयः +प्रतिश्रयप्रदानेन +प्रतिश्रयम् +प्रतिश्रयो +प्रतिश्रवः +प्रतिश्रवणे +प्रतिश्रवम् +प्रतिश्रवाय +प्रतिश्रुतं +प्रतिश्रुतः +प्रतिश्रुतम् +प्रतिश्रुतस्य +प्रतिश्रुता +प्रतिश्रुतिः +प्रतिश्रुतिश् +प्रतिश्रुते +प्रतिश्रुत् +प्रतिश्रुत्काया +प्रतिश्रुत्कायै +प्रतिश्रुत्य +प्रतिश्लोकं +प्रतिष +प्रतिषि +प्रतिषिक्तं +प्रतिषिक्ता +प्रतिषिञ्चति +प्रतिषिञ्चेत् +प्रतिषिद्ध +प्रतिषिद्धं +प्रतिषिद्धः +प्रतिषिद्धकारिषु +प्रतिषिद्धत्वात् +प्रतिषिद्धत्वेन +प्रतिषिद्धमपि +प्रतिषिद्धमिति +प्रतिषिद्धमेकेषाम् +प्रतिषिद्धम् +प्रतिषिद्धश्च +प्रतिषिद्धसेवा +प्रतिषिद्धस्य +प्रतिषिद्धा +प्रतिषिद्धाः +प्रतिषिद्धानां +प्रतिषिद्धानि +प्रतिषिद्धापि +प्रतिषिद्धायां +प्रतिषिद्धे +प्रतिषिद्धेति +प्रतिषिद्धेषु +प्रतिषिद्धेऽपि +प्रतिषिद्धो +प्रतिषिद्धोऽपि +प्रतिषिद्धौ +प्रतिषिद्ध्यते +प्रतिषिद्यते +प्रतिषिध्य +प्रतिषिध्यत +प्रतिषिध्यते +प्रतिषिध्यतेऽत्र +प्रतिषिध्यन्ते +प्रतिषिध्यमान +प्रतिषिध्येत +प्रतिषिध्येते +प्रतिषे +प्रतिषेद्धव्याः +प्रतिषेद्धा +प्रतिषेद्धुं +प्रतिषेद्धुम् +प्रतिषेध +प्रतिषेधं +प्रतिषेधः +प्रतिषेधकः +प्रतिषेधकाः +प्रतिषेधगतो +प्रतिषेधतः +प्रतिषेधति +प्रतिषेधतीति +प्रतिषेधत्सु +प्रतिषेधनं +प्रतिषेधनम् +प्रतिषेधन्ति +प्रतिषेधमात्रत्वात् +प्रतिषेधमाह +प्रतिषेधमुखेन +प्रतिषेधयति +प्रतिषेधयन्ति +प्रतिषेधयामि +प्रतिषेधयेत् +प्रतिषेधयोः +प्रतिषेधवचनं +प्रतिषेधविप्रतिषेधे +प्रतिषेधविषय +प्रतिषेधविषये +प्रतिषेधश्च +प्रतिषेधसिद्धिः +प्रतिषेधस्तु +प्रतिषेधस्य +प्रतिषेधहेतुः +प्रतिषेधा +प्रतिषेधाच् +प्रतिषेधाच्च +प्रतिषेधात् +प्रतिषेधात्‌ +प्रतिषेधादिति +प्रतिषेधाद् +प्रतिषेधानुपपत्तिः +प्रतिषेधान्न +प्रतिषेधाभावः +प्रतिषेधार्थ +प्रतिषेधार्थं +प्रतिषेधार्थः +प्रतिषेधार्थम् +प्रतिषेधार्थीयः +प्रतिषेधालङ्कारः +प्रतिषेधाश्च +प्रतिषेधितः +प्रतिषेधे +प्रतिषेधेत् +प्रतिषेधेन +प्रतिषेधेऽपि +प्रतिषेधेऽप्रधानता +प्रतिषेधो +प्रतिषेधोपदेशौ +प्रतिषेधोपसंख्यानवार्तिकम् +प्रतिषेधोऽनर्थकः +प्रतिषेधोऽपि +प्रतिषेधोऽप्रतिषेधः +प्रतिषेधोऽयं +प्रतिषेधोऽयम् +प्रतिषेधोऽस्ति +प्रतिषेधौ +प्रतिषेध्य +प्रतिषेध्यं +प्रतिषेध्यः +प्रतिषेध्यते +प्रतिषेध्यम् +प्रतिषेध्यस्य +प्रतिषेध्यानां +प्रतिषेध्ये +प्रतिष्कभे +प्रतिष्कश +प्रतिष्कशः +प्रतिष्कशश्च +प्रतिष्ट +प्रतिष्टब्धमथो +प्रतिष्टम्भे +प्रतिष्टा +प्रतिष्टां +प्रतिष्टाप्य +प्रतिष्टितं +प्रतिष्टितः +प्रतिष्टितम् +प्रतिष्टिता +प्रतिष्टुतिः +प्रतिष्ठ +प्रतिष्ठं +प्रतिष्ठंति +प्रतिष्ठः +प्रतिष्ठत +प्रतिष्ठता +प्रतिष्ठताम् +प्रतिष्ठति +प्रतिष्ठते +प्रतिष्ठन्त +प्रतिष्ठन्तां +प्रतिष्ठन्ति +प्रतिष्ठन्तीर् +प्रतिष्ठन्तु +प्रतिष्ठन्ते +प्रतिष्ठमानः +प्रतिष्ठमानस्य +प्रतिष्ठमाना +प्रतिष्ठमानाः +प्रतिष्ठमानानां +प्रतिष्ठमाने +प्रतिष्ठमानो +प्रतिष्ठम् +प्रतिष्ठया +प्रतिष्ठयामास +प्रतिष्ठयेत् +प्रतिष्ठस्य +प्रतिष्ठस्व +प्रतिष्ठस्वेदानीम् +प्रतिष्ठा +प्रतिष्ठां +प्रतिष्ठाः +प्रतिष्ठाकर्म +प्रतिष्ठाकर्मणि +प्रतिष्ठाकाम +प्रतिष्ठाकामः +प्रतिष्ठाकामम् +प्रतिष्ठाकामस्य +प्रतिष्ठाकामा +प्रतिष्ठाकामाः +प्रतिष्ठाकामानाम् +प्रतिष्ठाकामो +प्रतिष्ठाक्रमे +प्रतिष्ठाख्यं +प्रतिष्ठाचेत् +प्रतिष्ठाञ्च +प्रतिष्ठातन्त्रे +प्रतिष्ठाता +प्रतिष्ठात्वेन +प्रतिष्ठादि +प्रतिष्ठादिवसात्पूर्वं +प्रतिष्ठादिवसे +प्रतिष्ठादिषु +प्रतिष्ठादौ +प्रतिष्ठाद्यं +प्रतिष्ठान +प्रतिष्ठानं +प्रतिष्ठानन्तरं +प्रतिष्ठानपुरे +प्रतिष्ठानम् +प्रतिष्ठानस्य +प्रतिष्ठानां +प्रतिष्ठानात् +प्रतिष्ठानानि +प्रतिष्ठानीयम् +प्रतिष्ठाने +प्रतिष्ठान्तं +प्रतिष्ठान्ते +प्रतिष्ठापकः +प्रतिष्ठापनं +प्रतिष्ठापनम् +प्रतिष्ठापना +प्रतिष्ठापनाय +प्रतिष्ठापने +प्रतिष्ठापय +प्रतिष्ठापयतः +प्रतिष्ठापयति +प्रतिष्ठापयतीति +प्रतिष्ठापयते +प्रतिष्ठापयत्येषा +प्रतिष्ठापयन्ति +प्रतिष्ठापयामास +प्रतिष्ठापयामि +प्रतिष्ठापयामीति +प्रतिष्ठापयितव्य +प्रतिष्ठापयितव्याः +प्रतिष्ठापयिता +प्रतिष्ठापयितुं +प्रतिष्ठापयितुम् +प्रतिष्ठापयित्वा +प्रतिष्ठापयिष्यति +प्रतिष्ठापयिष्यामः +प्रतिष्ठापयिष्यामीति +प्रतिष्ठापयेत् +प्रतिष्ठापयेत्सूचीमात्रां +प्रतिष्ठापयेयं +प्रतिष्ठापयेयम् +प्रतिष्ठापित +प्रतिष्ठापितं +प्रतिष्ठापितः +प्रतिष्ठापितत्वात् +प्रतिष्ठापितम् +प्रतिष्ठापितवती +प्रतिष्ठापितवन्तः +प्रतिष्ठापितवान् +प्रतिष्ठापिता +प्रतिष्ठापिताः +प्रतिष्ठापितानि +प्रतिष्ठापिते +प्रतिष्ठापितो +प्रतिष्ठापितौ +प्रतिष्ठाप्य +प्रतिष्ठाप्यं +प्रतिष्ठाप्यः +प्रतिष्ठाप्यते +प्रतिष्ठाप्या +प्रतिष्ठाप्यानि +प्रतिष्ठाप्यावृता +प्रतिष्ठाप्यौदुम्बरेण +प्रतिष्ठामाचरेत् +प्रतिष्ठामाचरेत्पुन +प्रतिष्ठामिति +प्रतिष्ठाम् +प्रतिष्ठाय +प्रतिष्ठाया +प्रतिष्ठायां +प्रतिष्ठायाः +प्रतिष्ठायामस्याम् +प्रतिष्ठायामुत्सवे +प्रतिष्ठायाम् +प्रतिष्ठायाश्च +प्रतिष्ठायै +प्रतिष्ठायोत्तिष्ठन्ति +प्रतिष्ठायोदृचम् +प्रतिष्ठार्थं +प्रतिष्ठालक्षणं +प्रतिष्ठालिप्सयोर्ग्रन्थे +प्रतिष्ठावान् +प्रतिष्ठाविधिः +प्रतिष्ठाविधिना +प्रतिष्ठाविधिमाचरेत् +प्रतिष्ठाविधिमुत्तमम् +प्रतिष्ठाविधिरुच्यते +प्रतिष्ठाविधिर्नाम +प्रतिष्ठाविशेषं +प्रतिष्ठासमये +प्रतिष्ठासि +प्रतिष्ठासीति +प्रतिष्ठासु +प्रतिष्ठासुः +प्रतिष्ठास्मि +प्रतिष्ठास्यति +प्रतिष्ठास्यामि +प्रतिष्ठास्यामीति +प्रतिष्ठाहं +प्रतिष्ठाहममृतस्याव्ययस्य +प्रतिष्ठाहमेव +प्रतिष्ठाहम् +प्रतिष्ठाऽसि +प्रतिष्ठाऽहं +प्रतिष्ठा᳘ +प्रतिष्ठा᳘ं +प्रतिष्ठि +प्रतिष्ठित +प्रतिष्ठितं +प्रतिष्ठितः +प्रतिष्ठितत्वं +प्रतिष्ठितत्वम् +प्रतिष्ठितत्वात् +प्रतिष्ठितपदेन +प्रतिष्ठितमभिघारयति +प्रतिष्ठितमाधत्ते +प्रतिष्ठितमाविरावीर्म +प्रतिष्ठितमिति +प्रतिष्ठितमित्यन्तम् +प्रतिष्ठितमित्यर्थः +प्रतिष्ठितमित्युपास्यम् +प्रतिष्ठितम् +प्रतिष्ठितस् +प्रतिष्ठितस्तं +प्रतिष्ठितस्य +प्रतिष्ठिता +प्रतिष्ठितां +प्रतिष्ठिताः +प्रतिष्ठितानां +प्रतिष्ठितानि +प्रतिष्ठितानीति +प्रतिष्ठितान् +प्रतिष्ठिताम् +प्रतिष्ठितायां +प्रतिष्ठितिः +प्रतिष्ठिते +प्रतिष्ठितेति +प्रतिष्ठितेत्यर्थः +प्रतिष्ठितेन +प्रतिष्ठितेनारिष्टेन +प्रतिष्ठितेषु +प्रतिष्ठितो +प्रतिष्ठितौ +प्रतिष्ठित्या +प्रतिष्ठित्यै +प्रतिष्ठीकृतां +प्रतिष्ठे +प्रतिष्ठेत +प्रतिष्ठेति +प्रतिष्ठेत्यर्थः +प्रतिष्ठेत्य् +प्रतिष्ठेयं +प्रतिष्ठैकाहः +प्रतिष्ठैव +प्रतिष्ठो +प्रतिष्ठोक्तक्रमेणैव +प्रतिष्ठोक्तेन +प्रतिष्ठोत्सवे +प्रतिष्णातम् +प्रतिस +प्रतिसं +प्रतिसंक्रमः +प्रतिसंक्रान्तेव +प्रतिसंख्या +प्रतिसंख्यानिरोधः +प्रतिसंख्याय +प्रतिसंचरः +प्रतिसंचरे +प्रतिसंजहार +प्रतिसंदधति +प्रतिसंदधाति +प्रतिसंदधे +प्रतिसंधत्ते +प्रतिसंधत्तेति +प्रतिसंधानं +प्रतिसंधिं +प्रतिसंबन्धि +प्रतिसंमोदते +प्रतिसंयतामहा +प्रतिसंरब्धो +प्रतिसंलयनाद्व्युत्थाय +प्रतिसंवत्सरं +प्रतिसंविदः +प्रतिसंवेदयति +प्रतिसंवेदयते +प्रतिसंवेदी +प्रतिसंशिक्षते +प्रतिसंसर्गं +प्रतिसंस्कारं +प्रतिसंस्कृतैः +प्रतिसंहर +प्रतिसंहर्तव्यानि +प्रतिसंहारे +प्रतिसंहृत्य +प्रतिसङ्क्रमः +प्रतिसङ्क्रान्तेव +प्रतिसञ्चरः +प्रतिसञ्चरे +प्रतिसञ्जहार +प्रतिसदृक्षास +प्रतिसदृङ् +प्रतिसन्दधाति +प्रतिसन्धत्ते +प्रतिसन्धान +प्रतिसन्धानं +प्रतिसन्धानम् 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+प्रतिस्पन्दः +प्रतिस्पर्धा +प्रतिस्पशः +प्रतिस्रोत +प्रतिस्रोतः +प्रतिस्रोतो +प्रतिस्वं +प्रतिस्वाहाकारं +प्रतिह +प्रतिहट्टपथे +प्रतिहत +प्रतिहतं +प्रतिहतः +प्रतिहतक्रियाः +प्रतिहतममङ्गलम् +प्रतिहतम् +प्रतिहता +प्रतिहताः +प्रतिहतानां +प्रतिहतामिव +प्रतिहतायां +प्रतिहतिं +प्रतिहतिः +प्रतिहते +प्रतिहतो +प्रतिहतौ +प्रतिहत्य +प्रतिहन्ति +प्रतिहन्तीति +प्रतिहन्तुं +प्रतिहन्यत +प्रतिहन्यते +प्रतिहन्यन्ते +प्रतिहन्यमाना +प्रतिहन्यमानाः +प्रतिहन्यान्न +प्रतिहन्येत +प्रतिहर +प्रतिहरणेनाघायते +प्रतिहरति +प्रतिहरमाणानि +प्रतिहर्तर्या +प्रतिहर्ता +प्रतिहर्ताथ +प्रतिहर्तारं +प्रतिहर्तुः +प्रतिहर्त्ता +प्रतिहर्त्रे +प्रतिहर्य +प्रतिहर्यते +प्रतिहर्षे +प्रतिहस्तं +प्रतिहार +प्रतिहारं +प्रतिहारः +प्रतिहारकः +प्रतिहारभाजिनो +प्रतिहारभूमिं +प्रतिहारभूमिम् +प्रतिहारमन्वायत्ता +प्रतिहारम् +प्रतिहाररक्षी +प्रतिहाराः +प्रतिहारी +प्रतिहारीः +प्रतिहारे +प्रतिहारेण +प्रतिहारेन्दुराजा +प्रतिहारो +प्रतिहितः +प्रतिहिता +प्रतिहिताः +प्रतिहिताभिरस्ता +प्रतिहिताय +प्रतिहितो +प्रतिहृतत्वात् +प्रतिहृत्य +प्रतिहेतु +प्रतिहोमः +प्रतिहोमो +प्रतिऽप्राशः +प्रतिऽमानम् +प्रति॑ +प्रति॑गृभ्णा॒त्वच्छि॑द्रेण +प्रति॑तिष्ठति +प्रति॑तिष्ठामि +प्रति॑दधाति +प्रति॑धातवेऽकरु॒ताप॑व॒क्ता +प्रति॑प्राशो +प्रति॑बुद्धा +प्रति॑भृतस्य॒ +प्रति॑वेशा +प्रति॑ष्ठापयति +प्रति॑ष्ठितः +प्रति॑ष्ठितम् +प्रति॑ष्ठिता +प्रति॑ष्ठित्या +प्रति॑ष्ठित्या॒ +प्रति॑ष्ठित्यै +प्रति॑ष्ठित्यै॒ +प्रति॑ष्ठित॒माध॑त्ते +प्रति॑हिताभि॒रस्ता॑ +प्रति॒ +प्रति॒मा +प्रति॒मां +प्रति॒मानं॑ +प्रति॒रन्त॒ +प्रति॒ष्ठा +प्रति॒ष्ठां +प्रति॒ष्ठायै॑ +प्रती +प्रतीक +प्रतीकं +प्रतीकः +प्रतीकग्रहणं +प्रतीकचिह्नम् +प्रतीकत्वेन +प्रतीकधारणं +प्रतीकमस्ति +प्रतीकमादाय +प्रतीकमिति +प्रतीकमुपादाय +प्रतीकम् +प्रतीकरूपेण +प्रतीकवते +प्रतीकवाद +प्रतीकसूची +प्रतीकस्य +प्रतीका +प्रतीकाः +प्रतीकादिभिश्च +प्रतीकाधिकरणम् +प्रतीकानां +प्रतीकानामपि +प्रतीकानि +प्रतीकाभावप्रसङ्गमवोचाम +प्रतीकार +प्रतीकारं +प्रतीकारः +प्रतीकारमाह +प्रतीकारम् +प्रतीकारश्च +प्रतीकारस्य +प्रतीकाराः +प्रतीकाराय +प्रतीकारे +प्रतीकारैः +प्रतीकारो +प्रतीकाश +प्रतीकाशं +प्रतीकाशः +प्रतीके +प्रतीकेन 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+प्रतीपमलंकारः +प्रतीपमिति +प्रतीपमुपमानस्य +प्रतीपम् +प्रतीपयेत् +प्रतीपस्तस्य +प्रतीपस्य +प्रतीपा +प्रतीपां +प्रतीपाः +प्रतीपालंकारः +प्रतीपालंकारसरः +प्रतीपालङ्कारः +प्रतीपे +प्रतीपो +प्रतीबोधेन +प्रतीम +प्रतीमः +प्रतीमानं +प्रतीमो +प्रतीय +प्रतीयं +प्रतीयत +प्रतीयतां +प्रतीयतामिति +प्रतीयताम् +प्रतीयते +प्रतीयतेस्म +प्रतीयतेऽत +प्रतीयन्त +प्रतीयन्ते +प्रतीयमा +प्रतीयमान +प्रतीयमानं +प्रतीयमानः +प्रतीयमानतया +प्रतीयमानत्वं +प्रतीयमानत्वम् +प्रतीयमानत्वात् +प्रतीयमानत्वादिति +प्रतीयमानत्वेन +प्रतीयमानत्वेऽपि +प्रतीयमानमपि +प्रतीयमानमिति +प्रतीयमानम् +प्रतीयमानया +प्रतीयमानयोः +प्रतीयमानस्य +प्रतीयमानस्यापि +प्रतीयमानस्यार्थस्य +प्रतीयमानस्येत्यादि +प्रतीयमाना +प्रतीयमानां +प्रतीयमानांशस्य +प्रतीयमानाः +प्रतीयमानानां +प्रतीयमानानि +प्रतीयमानापेक्षया +प्रतीयमानायां +प्रतीयमानायाः +प्रतीयमानार्थः +प्रतीयमानार्थस्य +प्रतीयमाने +प्रतीयमानेति +प्रतीयमानेन +प्रतीयमानेषु +प्रतीयमानेऽपि +प्रतीयमानो +प्रतीयमानोत्प्रेक्षा +प्रतीयमानोत्प्रेक्षाया +प्रतीयमानोऽपि +प्रतीयमानोऽर्थः +प्रतीयमुक्तिः +प्रतीयस +प्रतीयसे +प्रतीया +प्रतीयात् +प्रतीयादिति +प्रतीयाय +प्रतीयिरे +प्रतीयुः +प्रतीये +प्रतीयेत +प्रतीयेतसर्वत्र +प्रतीयेते +प्रतीयेतेति +प्रतीयेतेत्यर्थः +प्रतीयेयातां +प्रतीयेरन् +प्रतीयेरन्निति +प्रतीर +प्रतीरे +प्रतीर्य +प्रतीव +प्रतीवाप +प्रतीवापं +प्रतीवापः +प्रतीवाहो +प्रतीव्यं +प्रतीषिषति +प्रतीष्या +प्रतीह +प्रतीहार +प्रतीहारं +प्रतीहारः +प्रतीहारमादिशत् +प्रतीहारम् +प्रतीहारस्तु +प्रतीहारस्य +प्रतीहारा +प्रतीहाराः +प्रतीहारी +प्रतीहारे +प्रतीहारेण +प्रतीहारेन्दुराजः +प्रतीहारेन्दुराजेन +प्रतीहारो +प्रतीहारौ +प्रतीहार्या +प्रतीहि +प्रती॑कं॒ +प्रती॑कम् +प्रती॒ची +प्रती॒पं +प्रतु +प्रतुद +प्रतुदा +प्रतुदाः +प्रतुदाम् +प्रतुद्य +प्रतुद्र +प्रतुद्रव +प्रतुष्टये +प्रतुष्टाव +प्रतुष्टुवुः +प्रतुष्टोऽस्मि +प्रतुष्यति +प्रतू +प्रतूर्त +प्रतूर्तं +प्रतूर्तिः +प्रतूर्तिरष्टादश +प्रतूर्तिर् +प्रतूर्तिषु +प्रतूर्तिष्वभि +प्रतूर्वन् +प्रतूर्वन्न् +प्रतृण्णं +प्रते +प्रतेः +प्रतेन +प्रतेनु +प्रतेने +प्रतेरंश्वादयस्तत्पुरुषे +प्रतेरुरसः +प्रतेश्च +प्रतेि +प्रतो +प्रतोद +प्रतोदं +प्रतोदः +प्रतोदश्च +प्रतोदे +प्रतोदेन +प्रतोदो +प्रतोदौ +प्रतोली +प्रतोलीं +प्रतोलीषु +प्रतोल्यां +प्रतोषः +प्रतोषयामास +प्रतोषयेत् +प्रतोषितः +प्रतोषिता +प्रतोषिताः +प्रतोष्य +प्रतौ +प्रत् +प्रत्त +प्रत्तं +प्रत्तः +प्रत्तम् +प्रत्तस्य +प्रत्ता +प्रत्तां +प्रत्तानां +प्रत्तानि +प्रत्तान् +प्रत्तासु +प्रत्तिं +प्रत्ते +प्रत्त्यै +प्रत्तꣳ +प्रत्न +प्रत्नं +प्रत्नः +प्रत्नथा +प्रत्नथेति +प्रत्नमद्भिः +प्रत्नम् +प्रत्नवती +प्रत्नवतीश् +प्रत्नवत् +प्रत्नवद्भिः +प्रत्नशब्दः +प्रत्नस्य +प्रत्नऽथा +प्रत्नऽवत् +प्रत्ना +प्रत्नां +प्रत्नाः +प्रत्नानि +प्रत्नानुरूप +प्रत्नानुरूपः +प्रत्नामनु +प्रत्नामनुद्युतम् +प्रत्नाम् +प्रत्नाय +प्रत्नास +प्रत्नासः +प्रत्नासो +प्रत्ने +प्रत्नेन +प्रत्नेभिः +प्रत्नो +प्रत्नꣳ +प्रत्य +प्रत्यं +प्रत्यंगं +प्रत्यंगानि +प्रत्यंगिरा +प्रत्यंचं +प्रत्यंशं +प्रत्यः +प्रत्यक +प्रत्यकं +प्रत्यकुर्वत +प्रत्यक् +प्रत्यक्चिति +प्रत्यक्चेतनं +प्रत्यक्चेतनस्य +प्रत्यक्चेतनादिगमोऽप्यंतरायाभावश्च +प्रत्यक्चेतनाधिगमोऽप्यन्तरायाभावश्च +प्रत्यक्चैतन्यं +प्रत्यक्तः +प्रत्यक्तया 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+प्रत्यक्षदर्शी +प्रत्यक्षदृश्या +प्रत्यक्षदृष्ट +प्रत्यक्षदृष्टं +प्रत्यक्षदृष्टः +प्रत्यक्षदृष्टस्य +प्रत्यक्षदेवता +प्रत्यक्षद्विषः +प्रत्यक्षनिरूपणम् +प्रत्यक्षनेतृचरितो +प्रत्यक्षन्तु +प्रत्यक्षपरा +प्रत्यक्षपरिच्छेदः +प्रत्यक्षपरीक्षा +प्रत्यक्षपरोक्षानुमेया +प्रत्यक्षप्रमा +प्रत्यक्षप्रमाणं +प्रत्यक्षप्रमाणम् +प्रत्यक्षप्रमाणेन +प्रत्यक्षप्रामाण्यात् +प्रत्यक्षफलं +प्रत्यक्षफलत्वाच्च +प्रत्यक्षफलम् +प्रत्यक्षबलेनैव +प्रत्यक्षबाधः +प्रत्यक्षबाधितत्वात् +प्रत्यक्षम +प्रत्यक्षमथवा +प्रत्यक्षमनुमानं +प्रत्यक्षमनुमानञ्च +प्रत्यक्षमनुमानमागमो +प्रत्यक्षमपश्यत् +प्रत्यक्षमपि +प्रत्यक्षमप्यनुमितिस्तथोपमितिशब्दजे +प्रत्यक्षमयी +प्रत्यक्षमस्ति +प्रत्यक्षमाह +प्रत्यक्षमिति +प्रत्यक्षमित्यर्थः +प्रत्यक्षमिव +प्रत्यक्षमिह +प्रत्यक्षमुक्त्वा +प्रत्यक्षमुत्पद्यते +प्रत्यक्षमुपलभ्यते +प्रत्यक्षमेकं +प्रत्यक्षमेव +प्रत्यक्षमेवेति +प्रत्यक्षम् +प्रत्यक्षम्‌ +प्रत्यक्षया +प्रत्यक्षर +प्रत्यक्षरं +प्रत्यक्षरलक्षं +प्रत्यक्षरूप +प्रत्यक्षरूपः +प्रत्यक्षरूपा +प्रत्यक्षरूपेण +प्रत्यक्षलक्षणं +प्रत्यक्षलक्षणम् +प्रत्यक्षलक्षणसिद्धान्तसूत्र +प्रत्यक्षलक्षणे +प्रत्यक्षलवणं +प्रत्यक्षलवणानि +प्रत्यक्षवचनं +प्रत्यक्षवचनेन +प्रत्यक्षवच्चेति +प्रत्यक्षवत् +प्रत्यक्षवदिति +प्रत्यक्षवद् +प्रत्यक्षवादः +प्रत्यक्षवारणाय +प्रत्यक्षविरुद्ध +प्रत्यक्षविरुद्धं +प्रत्यक्षविरुद्धत्वात् +प्रत्यक्षविरुद्धम् +प्रत्यक्षविरोध +प्रत्यक्षविरोधः +प्रत्यक्षविरोधात् +प्रत्यक्षविरोधादिति +प्रत्यक्षविरोधे +प्रत्यक्षविरोधेन +प्रत्यक्षविषय +प्रत्यक्षविषयः +प्रत्यक्षविषयता +प्रत्यक्षविषयत्वं +प्रत्यक्षविषयत्वात् +प्रत्यक्षविषये +प्रत्यक्षविषयो +प्रत्यक्षशब्दः +प्रत्यक्षशब्देन +प्रत्यक्षशिष्टत्वात् +प्रत्यक्षश्च +प्रत्यक्षश्रुतिविरोधे +प्रत्यक्षश्रुत्या +प्रत्यक्षसामग्री +प्रत्यक्षसि +प्रत्यक्षसिद्ध +प्रत्यक्षसिद्धं +प्रत्यक्षसिद्धः +प्रत्यक्षसिद्धत्वात् +प्रत्यक्षसिद्धत्वादिति +प्रत्यक्षसिद्धत्वेन +प्रत्यक्षसिद्धत्वेऽपि +प्रत्यक्षसिद्धम् +प्रत्यक्षसिद्धस्य +प्रत्यक्षसिद्धा +प्रत्यक्षसिद्धे +प्रत्यक्षसिद्धोऽपि +प्रत्यक्षसूत्रे +प्रत्यक्षस् +प्रत्यक्षस्तुतिः +प्रत्यक्षस्ते +प्रत्यक्षस्थले +प्रत्यक्षस्य +प्रत्यक्षस्यापि +प्रत्यक्षस्येति +प्रत्यक्षस्यैव +प्रत्यक्षा +प्रत्यक्षां +प्रत्यक्षाः +प्रत्यक्षागमाभ्यां +प्रत्यक्षाणां +प्रत्यक्षाणि +प्रत्यक्षातिरिक्तं +प्रत्यक्षात् +प्रत्यक्षात्‌ +प्रत्यक्षादयः +प्रत्यक्षादयो +प्रत्यक्षादावपि +प्रत्यक्षादि +प्रत्यक्षादिकं +प्रत्यक्षादिति +प्रत्यक्षादिना +प्रत्यक्षादिप्रमाणानां +प्रत्यक्षादिप्रमाणैः +प्रत्यक्षादिभिः +प्रत्यक्षादिभिर् +प्रत्यक्षादिभ्यो +प्रत्यक्षादिव +प्रत्यक्षादिवत् +प्रत्यक्षादिविरुद्धं +प्रत्यक्षादिविरोध +प्रत्यक्षादिविरोधः +प्रत्यक्षादिविरोधात् +प्रत्यक्षादिविरोधे +प्रत्यक्षादिषु +प्रत्यक्षादीति +प्रत्यक्षादीनां +प्रत्यक्षादीनामपि +प्रत्यक्षादीनामिव +प्रत्यक्षादीनाम् +प्रत्यक्षादीनि +प्रत्यक्षादेः +प्रत्यक्षादेरपि +प्रत्यक्षादेव +प्रत्यक्षादौ +प्रत्यक्षाद् +प्रत्यक्षानन्तरं +प्रत्यक्षानिव +प्रत्यक्षानुपलम्भाभ्यां +प्रत्यक्षानुमान +प्रत्यक्षानुमानागमाः +प्रत्यक्षानुमानाभ्यां +प्रत्यक्षानुमानाभ्याम् +प्रत्यक्षानुमाने +प्रत्यक्षानुमानोपमानशब्दाः +प्रत्यक्षानुरूपान् +प्रत्यक्षानुरोधेन +प्रत्यक्षान् +प्रत्यक्षान्न +प्रत्यक्षापत्तेः +प्रत्यक्षाप्रत्यक्षरीत्या +प्रत्यक्षाभावात् +प्रत्यक्षाभावे +प्रत्यक्षाभिः +प्रत्यक्षाम् +प्रत्यक्षायमाणत्वं +प्रत्यक्षालङ्कारः +प्रत्यक्षावगतं +प्रत्यक्षावगमं +प्रत्यक्षावगमम् +प्रत्यक्षाविरोधाय +प्रत्यक्षाश्च +प्रत्यक्षी +प्रत्यक्षीकरणे +प्रत्यक्षीकरणेन +प्रत्यक्षीकरिष्यामि +प्रत्यक्षीकर्तव्यः +प्रत्यक्षीकृतं +प्रत्यक्षीकृतः +प्रत्यक्षीकृता +प्रत्यक्षीकृते +प्रत्यक्षीकृत्य +प्रत्यक्षीभवति +प्रत्यक्षीभूय +प्रत्यक्षु +प्रत्यक्षे +प्रत्यक्षेण +प्रत्यक्षेणानुमानेन +प्रत्यक्षेणानुमित्या +प्रत्यक्षेणापि +प्रत्यक्षेणावगम्यते +प्रत्यक्षेणेति +प्रत्यक्षेणैव +प्रत्यक्षेणोच्यते +प्रत्यक्षेणोपलभ्यते +प्रत्यक्षेति +प्रत्यक्षेपि +प्रत्यक्षेषु +प्रत्यक्षेऽपि +प्रत्यक्षेऽर्थे +प्रत्यक्षैव +प्रत्यक्षो +प्रत्यक्षोपदेशादिति +प्रत्यक्षोऽपि +प्रत्यक्षोऽवगमोऽस्येति +प्रत्यक्षोऽहं +प्रत्यक्षौ +प्रत्यक्षꣳ +प्रत्यग +प्रत्यगच्छत् +प्रत्यगपवर्गं +प्रत्यगपवर्गता +प्रत्यगभिन्नं +प्रत्यगभिन्ने +प्रत्यगभेदेन +प्रत्यगा +प्रत्यगात् +प्रत्यगात्म +प्रत्यगात्मतया +प्रत्यगात्मत्वेन +प्रत्यगात्मन +प्रत्यगात्मनः +प्रत्यगात्मना +प्रत्यगात्मनि +प्रत्यगात्मनो +प्रत्यगात्मन् +प्रत्यगात्मन्येव +प्रत्यगात्मविषयं +प्रत्यगात्मस्वरूपं +प्रत्यगात्मा +प्रत्यगात्मानं +प्रत्यगात्मानमैक्षत् +प्रत्यगात्मानमैक्षदावृत्तचक्षुरमृतत्वमिच्छन् +प्रत्यगात्मेति +प्रत्यगात्मैव +प्रत्यगानन्दं +प्रत्यगारं +प्रत्यगाशिषो +प्रत्यगास्तेन +प्रत्यगिति +प्रत्यगृभ्णन् +प्रत्यगृहात् +प्रत्यगृह्णत +प्रत्यगृह्णन् +प्रत्यगृह्णन्त +प्रत्यगृह्णात् +प्रत्यगेनान् +प्रत्यगेव +प्रत्यगेवाहमस्मि +प्रत्यग् +प्रत्यग्गतिः +प्रत्यग्द्वारं +प्रत्यग्नि +प्रत्यग्निं +प्रत्यग्निः +प्रत्यग्ने +प्रत्यग्बोधैकलक्षणः +प्रत्यग्भूतं +प्रत्यग्भूते +प्रत्यग्भ्रमणं +प्रत्यग्र +प्रत्यग्रं +प्रत्यग्रः +प्रत्यग्रभीष्म +प्रत्यग्रहणपरिभाषया +प्रत्यग्रहीत् +प्रत्यग्रा +प्रत्यग्राः +प्रत्यग्राणि +प्रत्यग्रूपं +प्रत्यग्रे +प्रत्यग्रेण +प्रत्यग्रैः +प्रत्यग्रो +प्रत्यग्वा +प्रत्यङ +प्रत्यङ् +प्रत्यङ्कं +प्रत्यङ्क् +प्रत्यङ्ग +प्रत्यङ्गं +प्रत्यङ्गः +प्रत्यङ्गम् +प्रत्यङ्गानि +प्रत्यङ्गिरा +प्रत्यङ्गिरे +प्रत्यङ्गुलं +प्रत्यङ्गुलीनां +प्रत्यङ्गे +प्रत्यङ्गेषु +प्रत्यङ्ङसि +प्रत्यङ्ङाद्रुत्य +प्रत्यङ्ङुदेषि +प्रत्यङ्ङ् +प्रत्यङ्जनास्तिष्ठति +प्रत्यङ्देवानां +प्रत्यङ्द्रुत्वा +प्रत्यङ्मुख +प्रत्यङ्मुखं +प्रत्यङ्मुखः +प्रत्यङ्मुखस्य +प्रत्यङ्मुखा +प्रत्यङ्मुखाः +प्रत्यङ्मुखी +प्रत्यङ्मुखे +प्रत्यङ्मुखो +प्रत्यङ्मुखौ +प्रत्यङ्मुख्या +प्रत्यङ्विश्वं +प्रत्यङ्सुषिः +प्रत्यच् +प्रत्यजातान् +प्रत्यजादेशो +प्रत्यज्य +प्रत्यञ् +प्रत्यञ्च +प्रत्यञ्चं +प्रत्यञ्चः +प्रत्यञ्चति +प्रत्यञ्चतीति +प्रत्यञ्चमत्साः +प्रत्यञ्चमर्कं +प्रत्यञ्चमर्चिषा +प्रत्यञ्चमोदनं +प्रत्यञ्चम् +प्रत्यञ्चा +प्रत्यञ्चाव् +प्रत्यञ्चि +प्रत्यञ्चो +प्रत्यञ्चौ +प्रत्यञ्जनं +प्रत्यति +प्रत्यतिष्ठंस्त +प्रत्यतिष्ठत् +प्रत्यतिष्ठदेवाहं +प्रत्यतिष्ठन् +प्रत्यदर्शि +प्रत्यदृश्यत +प्रत्यदृश्यन्त +प्रत्यधत्तम् +प्रत्यधत्तां +प्रत्यधत्ताम् +प्रत्यधावत +प्रत्यधिकरणं +प्रत्यधिदेवता +प्रत्यधिदेवताः +प्रत्यधिदैवतम् +प्रत्यध्यायं +प्रत्यन +प्रत्यनक्ति +प्रत्यनक्त्यत्याक्रम्याश्राव्याह +प्रत्यनक्त्यवदाने +प्रत्यनज्म्येनत्तत्त +प्रत्यनध्यायः +प्रत्यनन्तरः +प्रत्यनन्तरम् +प्रत्यनन्तरे +प्रत्यनन्दत +प्रत्यनन्दन् +प्रत्यनलं +प्रत्यनिलं +प्रत्यनीक +प्रत्यनीकं +प्रत्यनीकः +प्रत्यनीकत्वात् +प्रत्यनीकपृतनाः +प्रत्यनीकम् +प्रत्यनीकस्य +प्रत्यनीकालंकारः +प्रत्यनीकालङ्कारः +प्रत्यनीके +प्रत्यनीकेषु +प्रत्यनीको +प्रत्यनु +प्रत्यनुपयोगात् +प्रत्यनुभवतः +प्रत्यनुभवति +प्रत्यनुभवन्ति +प्रत्यनुभवामि +प्रत्यनुभविष्यति +प्रत्यनुभूतं +प्रत्यन्त +प्रत्यन्तं +प्रत्यन्तः +प्रत्यन्तपर्वताः +प्रत्यन्तर +प्रत्यन्तरे +प्रत्यन्तर्दशाफलम् +प्रत्यन्तर्दशाफलाध्यायः +प्रत्यन्ते +प्रत्यन्तो +प्रत्यपकारेण +प्रत्यपद्महि +प्रत्यपद्यत +प्रत्यपद्यन्त +प्रत्यपादयत् +प्रत्यपादयन् +प्रत्यपादि +प्रत्यपालयत् +प्रत्यपि +प्रत्यपिभ्यां +प्रत्यपिसृज्य +प्रत्यपीति +प्रत्यपीपदत् +प्रत्यपूजयत् +प्रत्यपूजयन् +प्रत्यपोर्णुते +प्रत्यप्रयोजकत्वात् +प्रत्यबुध्यत +प्रत्यबुध्यन्त +प्रत्यबोधयत् +प्रत्यबोधयन् +प्रत्यबोधि +प्रत्यब्दं +प्रत्यब्दशुद्धयध्यायः +प्रत्यब्दशुद्धिः +प्रत्यब्दादिशुद्धिविधिः +प्रत्यब्दे +प्रत्यब्रवीत् +प्रत्यभात् +प्रत्यभाषत +प्रत्यभाषत् +प्रत्यभाषन्त +प्रत्यभासत +प्रत्यभासन्त +प्रत्यभि +प्रत्यभिघारयति +प्रत्यभिघारयेत् +प्रत्यभिघार्य +प्रत्यभिजानाति +प्रत्यभिजानामि +प्रत्यभिजानासि +प्रत्यभिजानीमः +प्रत्यभिजानीमो +प्रत्यभिज्ञया +प्रत्यभिज्ञा +प्रत्यभिज्ञां +प्रत्यभिज्ञातः +प्रत्यभिज्ञातम् +प्रत्यभिज्ञाता +प्रत्यभिज्ञादर्शनम् +प्रत्यभिज्ञान +प्रत्यभिज्ञानं +प्रत्यभिज्ञानमपि +प्रत्यभिज्ञानमस्ति +प्रत्यभिज्ञानमिति +प्रत्यभिज्ञानम् +प्रत्यभिज्ञानवत् +प्रत्यभिज्ञानस्य +प्रत्यभिज्ञानाच्च +प्रत्यभिज्ञानात् +प्रत्यभिज्ञाने +प्रत्यभिज्ञानेन +प्रत्यभिज्ञानेऽपि +प्रत्यभिज्ञाप्यते +प्रत्यभिज्ञाय +प्रत्यभिज्ञायत +प्रत्यभिज्ञायते +प्रत्यभिज्ञायन्ते +प्रत्यभिज्ञायमानत्वात् +प्रत्यभिज्ञायमानानां +प्रत्यभिज्ञायमाने +प्रत्यभिज्ञाया +प्रत्यभिज्ञायां +प्रत्यभिज्ञायाः +प्रत्यभिज्ञायामप्यसौ +प्रत्यभिज्ञायाम् +प्रत्यभिज्ञायेते +प्रत्यभिज्ञाहृदयम् +प्रत्यभिज्ञेति +प्रत्यभिज्ञेयौ +प्रत्यभिज्ञैव +प्रत्यभिमर्शः +प्रत्यभिमृशति +प्रत्यभिमृशते +प्रत्यभिमृशन्ते +प्रत्यभियोजयेत् +प्रत्यभिवदति +प्रत्यभिवाद +प्रत्यभिवादनं +प्रत्यभिवादनम् +प्रत्यभिवादवाक्यान्ते +प्रत्यभिवादे +प्रत्यभिवादेऽशूद्रे +प्रत्यभिषिच्यते +प्रत्यभिषिञ्चति +प्रत्यमुञ्चत +प्रत्यमुञ्चत् +प्रत्यय +प्रत्ययं +प्रत्ययः +प्रत्ययकरणम् +प्रत्ययकारकम् +प्रत्ययकारणं +प्रत्ययकारणम् +प्रत्ययकारिणी +प्रत्ययकाले +प्रत्ययग्रहणं +प्रत्ययग्रहणपरिभाषया +प्रत्ययग्रहणम् +प्रत्ययग्रहणे +प्रत्ययत +प्रत्ययतः +प्रत्ययते +प्रत्ययतो +प्रत्ययत्व +प्रत्ययत्वं +प्रत्ययत्वात् +प्रत्ययत्वात्तदन्तग्रहणम् +प्रत्ययत्वेन +प्रत्ययन +प्रत्ययनं +प्रत्ययनस्त्वाय +प्रत्ययनिमित्ते +प्रत्ययनियमे +प्रत्ययनिरोधे +प्रत्ययनिष्पन्नः +प्रत्ययपरत्वे +प्रत्ययपरीक्षा +प्रत्ययप्रवाहो +प्रत्ययप्रसङ्गः +प्रत्ययभेदे +प्रत्ययमयं +प्रत्ययमात्रं +प्रत्ययमात्रकं +प्रत्ययमात्रस्य +प्रत्ययमात्रे +प्रत्ययमाधत्ते +प्रत्ययमानन्द +प्रत्ययमुत्तमं +प्रत्ययमुत्पादयति +प्रत्ययम् +प्रत्यययो +प्रत्यययोः +प्रत्ययरूपेण +प्रत्ययलक्षण +प्रत्ययलक्षणं +प्रत्ययलक्षणनिषेधात् +प्रत्ययलक्षणप्रतिषेधः +प्रत्ययलक्षणप्रतिषेधात् +प्रत्ययलक्षणमाश्रित्य +प्रत्ययलक्षणमिति +प्रत्ययलक्षणम् +प्रत्ययलक्षणाभावात् +प्रत्ययलक्षणेन +प्रत्ययलक्षणेनाश्रित्य +प्रत्ययलोपे +प्रत्ययवती +प्रत्ययवत् +प्रत्ययविधानं +प्रत्ययविधानम् +प्रत्ययविधानात् +प्रत्ययविधाने +प्रत्ययविधिः +प्रत्ययविधिरयम् +प्रत्ययविधिवार्तिकम् +प्रत्ययविधिसूत्रम् +प्रत्ययविधिस्तदादि +प्रत्ययविधौ +प्रत्ययविध्यर्थम् +प्रत्ययविशिष्ट +प्रत्ययविशेषः +प्रत्ययविषयः +प्रत्ययशब्दस्य +प्रत्ययश् +प्रत्ययश्च +प्रत्ययश्लेषः +प्रत्ययसंज्ञा +प्रत्ययसंनियोगेन +प्रत्ययसन्नियोगेन +प्रत्ययसर्गो +प्रत्ययसामग्री +प्रत्ययस् +प्रत्ययस्तत्र +प्रत्ययस्तथा +प्रत्ययस्तद्धितः +प्रत्ययस्तस्य +प्रत्ययस्तु +प्रत्ययस्थात् +प्रत्ययस्थात्कात्पूर्वस्य +प्रत्ययस्थात्कात्पूर्वस्यात +प्रत्ययस्य +प्रत्ययस्यात्र +प्रत्ययस्यापि +प्रत्ययस्यार्थः +प्रत्ययस्येति +प्रत्ययस्यैकतानता +प्रत्ययस्यैव +प्रत्ययस्योत्पद्यमानस्य +प्रत्ययस्वर +प्रत्ययस्वरः +प्रत्ययस्वरे +प्रत्ययस्वरेण +प्रत्ययस्वरेणाद्युदात्तः +प्रत्ययस्वरेणान्तोदात्तः +प्रत्ययस्वरेणान्तोदात्तत्वम् +प्रत्ययस्वरेणैव +प्रत्ययस्वरेणोदात्तः +प्रत्ययस्वरेणोदात्तत्वम् +प्रत्ययहेतुत्वं +प्रत्यया +प्रत्ययाः +प्रत्ययाच्च +प्रत्ययाच्छन्दसि +प्रत्ययात् +प्रत्ययात्पूर्वं +प्रत्ययात्पूर्वमुदात्तं +प्रत्ययात्पूर्वस्योदात्तत्वं +प्रत्ययात्पूर्वस्योदात्तत्वम् +प्रत्ययात्मका +प्रत्ययात्मकाः +प्रत्ययात्मकेन +प्रत्ययादर्शनं +प्रत्ययादव्यतिरेकात् +प्रत्ययादसंयोगपूर्वात् +प्रत्ययादिति +प्रत्ययादिषु +प्रत्ययादीनाम् +प्रत्ययादौ +प्रत्ययाद् +प्रत्ययाद्युदात्तत्वं +प्रत्ययाद्युदात्तत्वम् +प्रत्ययानां +प्रत्ययानामिति +प्रत्ययानाम् +प्रत्ययानुपपत्तिः +प्रत्ययानुपश्यः +प्रत्ययानुभवे +प्रत्ययान् +प्रत्ययान्त +प्रत्ययान्तं +प्रत्ययान्तः +प्रत्ययान्तत्वात् +प्रत्ययान्तरं +प्रत्ययान्तरकरणं +प्रत्ययान्तरम् +प्रत्ययान्तराणि +प्रत्ययान्तरानुत्पादे +प्रत्ययान्तरेण +प्रत्ययान्तस्य +प्रत्ययान्ताः +प्रत्ययान्तात् +प्रत्ययान्तेन +प्रत्ययान्तो +प्रत्ययाभावः +प्रत्ययाभ्यां +प्रत्ययाय +प्रत्ययार्थ +प्रत्ययार्थं +प्रत्ययार्थः +प्रत्ययार्थत्वात् +प्रत्ययार्थत्वे +प्रत्ययार्थत्वेन +प्रत्ययार्थबहुत्वे +प्रत्ययार्थविशेषणं +प्रत्ययार्थविशेषणपक्षे +प्रत्ययार्थविशेषणम् +प्रत्ययार्थविशेषणे +प्रत्ययार्थश्च +प्रत्ययार्थस्तु +प्रत्ययार्थस्य +प्रत्ययार्थस्यैव +प्रत्ययार्था +प्रत्ययार्थे +प्रत्ययार्थेन +प्रत्ययार्थो +प्रत्ययावयवत्वात् +प्रत्ययावयवस्य +प्रत्ययाविति +प्रत्ययाविशेषो +प्रत्ययावृत्तिः +प्रत्ययाश्च +प्रत्ययाश्रयः +प्रत्ययास्तदा +प्रत्ययितः +प्रत्ययी +प्रत्ययु +प्रत्ययुध्यत +प्रत्यये +प्रत्ययेति +प्रत्ययेन +प्रत्ययेनाभिधीयते +प्रत्ययेनैव +प्रत्ययेभ्यः +प्रत्ययेषु +प्रत्ययेऽङ्गम् +प्रत्ययेऽपि +प्रत्ययै +प्रत्ययैः +प्रत्ययैकतानता +प्रत्ययो +प्रत्ययों +प्रत्ययोः +प्रत्ययोत्तरपदयोः +प्रत्ययोत्तरपदयोश्च +प्रत्ययोत्पत्तिः +प्रत्ययोत्पत्तेः +प्रत्ययोत्पादनं +प्रत्ययोद्भवः +प्रत्ययोपनिबन्धतश्च +प्रत्ययोपनिबन्धो +प्रत्ययोऽत्र +प्रत्ययोऽधीनशपथज्ञानविश्वासहेतुषु +प्रत्ययोऽनुविधायकः +प्रत्ययोऽपि +प्रत्ययोऽस्ति +प्रत्ययौ +प्रत्यरा +प्रत्यरि +प्रत्यरिः +प्रत्यरे +प्रत्यरौ +प्रत्यर्च +प्रत्यर्च्य +प्रत्यर्णं +प्रत्यर्थ +प्रत्यर्थं +प्रत्यर्थः +प्रत्यर्थनियतं +प्रत्यर्थनियतम् +प्रत्यर्थम् +प्रत्यर्थि +प्रत्यर्थिन +प्रत्यर्थिनः +प्रत्यर्थिना +प्रत्यर्थिनां +प्रत्यर्थिनि +प्रत्यर्थिनो +प्रत्यर्थिनोऽग्रतो +प्रत्यर्थिनोऽर्थिनो +प्रत्यर्थिप्रहितोऽपि +प्रत्यर्थिभिः +प्रत्यर्थिवचनं +प्रत्यर्थिषु +प्रत्यर्थी +प्रत्यर्थे +प्रत्यर्पणं +प्रत्यर्पणम् +प्रत्यर्पणीयम् +प्रत्यर्पणे +प्रत्यर्पय +प्रत्यर्पयति +प्रत्यर्पयितुं +प्रत्यर्पयित्वा +प्रत्यर्पयेत्तथा +प्रत्यर्पितं +प्रत्यर्पितवान् +प्रत्यर्पिता +प्रत्यर्पिताः +प्रत्यर्प्य +प्रत्यल्पनासाढ्यं +प्रत्यल्पनासिका +प्रत्यव +प्रत्यवतिष्ठते +प्रत्यवतिष्ठन्त +प्रत्यवतिष्ठन्ते +प्रत्यवदत् +प्रत्यवदद् +प्रत्यवदधाति +प्रत्यवदन् +प्रत्यवदास्यामि +प्रत्यवनेजनम् +प्रत्यवभासते +प्रत्यवभासन्ते +प्रत्यवमर्श +प्रत्यवमर्शः +प्रत्यवमर्शात् +प्रत्यवमर्शात्मा +प्रत्यवमर्शिनी +प्रत्यवमर्शेन +प्रत्यवमर्शो +प्रत्यवमृशति +प्रत्यवमृश्यते +प्रत्यवमृश्यन्ते +प्रत्यवयवं +प्रत्यवयवम् +प्रत्यवरः +प्रत्यवराः +प्रत्यवरुह्य +प्रत्यवरूढ्या +प्रत्यवरोह +प्रत्यवरोहणं +प्रत्यवरोहणम् +प्रत्यवरोहति +प्रत्यवरोहन्ति +प्रत्यवरोहीण्युक्थानि +प्रत्यवरोहेत् +प्रत्यवरोहेन्न +प्रत्यवरोहो +प्रत्यवसान +प्रत्यवसानं +प्रत्यवसृप्य +प्रत्यवस्कन्दनं +प्रत्यवस्कन्दने +प्रत्यवस्थं +प्रत्यवस्थानं +प्रत्यवस्थानम् +प्रत्यवस्थानम्‌ +प्रत्यवस्थानस्य +प्रत्यवस्थाने +प्रत्यवस्थितः +प्रत्यवस्थिता +प्रत्यवस्थिताः +प्रत्यवस्थिते +प्रत्यवस्थीयते +प्रत्यवा +प्रत्यवादीत् +प्रत्यवाय +प्रत्यवायं +प्रत्यवायः +प्रत्यवायपरिहारं +प्रत्यवायपरिहारः +प्रत्यवायपरिहारार्थं +प्रत्यवायप्रसङ्गात् +प्रत्यवायमाह +प्रत्यवायश्च +प्रत्यवायश्रवणात् +प्रत्यवायस्य +प्रत्यवायहेतुत्वं +प्रत्यवायात् +प्रत्यवायाभाव +प्रत्यवायाभावः +प्रत्यवायाय +प्रत्यवायी +प्रत्यवाये +प्रत्यवायेन +प्रत्यवायो +प्रत्यवायोऽपि +प्रत्यवारयत् +प्रत्यवारयन् +प्रत्यविदूरत्वात् +प्रत्यविध्यत +प्रत्यविध्यत्स्तनान्तरे +प्रत्यविशिष्टत्वात् +प्रत्यवे +प्रत्यवेक्षते +प्रत्यवेक्षमाणस्य +प्रत्यवेक्षमाणो +प्रत्यवेक्षस्व +प्रत्यवेक्षा +प्रत्यवेक्षेत +प्रत्यवेक्ष्य +प्रत्यवेदयत् +प्रत्यवेदयन् +प्रत्यवेयात् +प्रत्यवैक्षत +प्रत्यवैति +प्रत्यवैमि +प्रत्यवोचं +प्रत्यवोचत +प्रत्यवोचत् +प्रत्यवोचद् +प्रत्यव्दं +प्रत्यशृणोत् +प्रत्यशृण्वन् +प्रत्यश्चि +प्रत्यश्रौषी +प्रत्यश्रौषीः +प्रत्यश्रौषीत् +प्रत्यश्रौषुः +प्रत्यश्वं +प्रत्यश्वेषु +प्रत्यषेधत् +प्रत्यषेधयत् +प्रत्यष्टमि +प्रत्यष्टा +प्रत्यष्ठात् +प्रत्यष्ठात्काञ्चनमय् +प्रत्यष्ठापि +प्रत्यष्ठीला +प्रत्यष्ठीलामिति +प्रत्यसिद्धत्वात् +प्रत्यसिद्धेः +प्रत्यस्तं +प्रत्यस्तमयन्ते +प्रत्यस्तमित +प्रत्यस्तमितभेदं +प्रत्यस्तम् +प्रत्यस्ता +प्रत्यस्ति +प्रत्यस्तो +प्रत्यस्थापयत् +प्रत्यस्मै +प्रत्यस्य +प्रत्यस्यति +प्रत्यस्यते +प्रत्यस्येत् +प्रत्यह +प्रत्यहं +प्रत्यहञ्च +प्रत्यहन् +प्रत्यहमिति +प्रत्यहमेव +प्रत्यहम् +प्रत्यहेतुत्वात् +प्रत्या +प्रत्याकाशस्य +प्रत्याक्रम्य +प्रत्याक्रम्यायतने +प्रत्याक्षेपनिरासभाष्यम् +प्रत्याक्षेपभाष्यम् +प्रत्याक्षेपवार्तिकम् +प्रत्याक्षेपसमाधानभाष्यम् +प्रत्याख्या +प्रत्याख्यात +प्रत्याख्यातं +प्रत्याख्यातः +प्रत्याख्यातत्वात् +प्रत्याख्यातमाकरे +प्रत्याख्यातम् +प्रत्याख्यातविशेषकं +प्रत्याख्यातश्च +प्रत्याख्याता +प्रत्याख्याताः +प्रत्याख्याति +प्रत्याख्यातुं +प्रत्याख्यातुमशक्यत्वात् +प्रत्याख्यातुमिति +प्रत्याख्यातुम् +प्रत्याख्याते +प्रत्याख्यातो +प्रत्याख्यातोऽस्मि +प्रत्याख्यान +प्रत्याख्यानं +प्रत्याख्यानबाधकभाष्यम् +प्रत्याख्यानभाष्यम् +प्रत्याख्यानमिति +प्रत्याख्यानम् +प्रत्याख्यानवार्तिकम् +प्रत्याख्यानसाधकभाष्यम् +प्रत्याख्यानात् +प्रत्याख्यानाधिकरणम् +प्रत्याख्याने +प्रत्याख्यामि +प्रत्याख्याय +प्रत्याख्यायते +प्रत्याख्यायाचरेत् +प्रत्याख्यायापि +प्रत्याख्यास्यसि +प्रत्याख्याहि +प्रत्याख्येयं +प्रत्याख्येयः +प्रत्याख्येयम् +प्रत्याख्येयस्तथाविधः +प्रत्याख्येया +प्रत्याख्येयो +प्रत्यागच्छ +प्रत्यागच्छत +प्रत्यागच्छतः +प्रत्यागच्छति +प्रत्यागच्छतु +प्रत्यागच्छत् +प्रत्यागच्छन् +प्रत्यागच्छन्ति +प्रत्यागच्छेत् +प्रत्यागत +प्रत्यागतं +प्रत्यागतः +प्रत्यागतप्राणः +प्रत्यागतम् +प्रत्यागतवती +प्रत्यागतवान् +प्रत्यागतस्य +प्रत्यागता +प्रत्यागताः +प्रत्यागते +प्रत्यागतेन +प्रत्यागतो +प्रत्यागतौ +प्रत्यागत्य +प्रत्यागन्तुं +प्रत्यागमं +प्रत्यागमत् +प्रत्यागमन +प्रत्यागमनं +प्रत्यागमनकाले +प्रत्यागमनम +प्रत्यागमनम् +प्रत्यागमनस्य +प्रत्यागमनानन्तरं +प्रत्यागमनाय +प्रत्यागमने +प्रत्यागमिष्यति +प्रत्यागमिष्यामि +प्रत्यागम्य +प्रत्यागृणाति +प्रत्याङ्भ्यां +प्रत्याचक्षते +प्रत्याचक्षीत +प्रत्याचक्षीयाताम् +प्रत्याचक्षे +प्रत्याचक्ष्महे +प्रत्याचख्यौ +प्रत्याचचक्षे +प्रत्याचष्ट +प्रत्याचष्टे +प्रत्याजगाम +प्रत्याजातः +प्रत्याजाता +प्रत्याजाताः 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+प्रत्यायकत्वात् +प्रत्यायकम् +प्रत्यायको +प्रत्यायति +प्रत्यायते +प्रत्यायन +प्रत्यायनं +प्रत्यायनम् +प्रत्यायनम्‌ +प्रत्यायनात् +प्रत्यायने +प्रत्यायनौ +प्रत्यायन् +प्रत्यायन्ति +प्रत्याययति +प्रत्याययतीति +प्रत्याययतीव +प्रत्याययन्ति +प्रत्याययितव्यम् +प्रत्याययितुं +प्रत्याययितुम् +प्रत्याययिष्यति +प्रत्याययिष्यतीति +प्रत्याययेत् +प्रत्याययौ +प्रत्यायाति +प्रत्यायान्ति +प्रत्यायितः +प्रत्यायोपनयः +प्रत्याय्य +प्रत्याय्यत +प्रत्याय्यते +प्रत्याय्यन्ते +प्रत्याय्यस्य +प्रत्याय्येत +प्रत्यारम्भः +प्रत्यारम्भे +प्रत्यारम्भो +प्रत्यारोचयति +प्रत्यारोपण +प्रत्यारोपित +प्रत्यालीढं +प्रत्यावर्तत +प्रत्यावर्तनं +प्रत्यावर्तनम् +प्रत्यावर्तय +प्रत्यावर्तयेमाः +प्रत्यावर्तीधारा +प्रत्यावृज्य +प्रत्यावृत्तं +प्रत्यावृत्तः +प्रत्यावृत्तस्त्वयि +प्रत्यावृत्तिः +प्रत्यावृत्तो +प्रत्यावृत्तौ +प्रत्यावृत्त्य +प्रत्यावृत्य +प्रत्याव्रज्य +प्रत्याशं +प्रत्याशंसितव्या +प्रत्याशया +प्रत्याशा +प्रत्याशां +प्रत्याशित्वेन +प्रत्याशी +प्रत्याश्रमं +प्रत्याश्रयं +प्रत्याश्रावणं +प्रत्याश्रावणम् +प्रत्याश्रावयति +प्रत्याश्राविते +प्रत्याश्रुते +प्रत्याश्वसन्तं +प्रत्याश्वसिहि +प्रत्याश्वस्तां +प्रत्यास +प्रत्यासत्ति +प्रत्यासत्तिं +प्रत्यासत्तिः +प्रत्यासत्तित्वे +प्रत्यासत्तिरस्ति +प्रत्यासत्तिरिति +प्रत्यासत्तिश्च +प्रत्यासत्तेः +प्रत्यासत्तौ +प्रत्यासत्त्या +प्रत्यासत्या +प्रत्यासन्न +प्रत्यासन्नं +प्रत्यासन्नः +प्रत्यासन्नस्य +प्रत्यासन्ना +प्रत्यासन्नाः +प्रत्यासन्नानि +प्रत्यासन्नाश्च +प्रत्यासन्ने +प्रत्यासन्नेन +प्रत्यासन्नो +प्रत्यासन्नौ +प्रत्यासिञ्चति +प्रत्यासीदति +प्रत्यास्तरणं +प्रत्यास्वर +प्रत्याह +प्रत्याहतास्त्रो +प्रत्याहरणं +प्रत्याहरति +प्रत्याहरत्यधः +प्रत्याहरन्ति +प्रत्याहरन्त्य् +प्रत्याहरेत् +प्रत्याहाथ +प्रत्याहार +प्रत्याहारं +प्रत्याहारः +प्रत्याहारग्रहणं +प्रत्याहारग्रहणम् +प्रत्याहारपरायणः +प्रत्याहारमुपक्रमेत् +प्रत्याहारश्च +प्रत्याहारसूत्राणि +प्रत्याहारस्तु +प्रत्याहारस्य +प्रत्याहारा +प्रत्याहाराः +प्रत्याहाराणा +प्रत्याहारे +प्रत्याहारेण +प्रत्याहारेषु +प्रत्याहारो +प्रत्याहारोऽथ +प्रत्याहाहं +प्रत्याहुः +प्रत्याहुति +प्रत्याहृतं +प्रत्याहृते +प्रत्याहृत्य +प्रत्याहृत्याप्लावयति +प्रत्याह्वयते +प्रत्याह्वयतेऽध्वर्युः +प्रत्यु +प्रत्युअद +प्रत्युक्त +प्रत्युक्तं +प्रत्युक्तः +प्रत्युक्तत्वात् +प्रत्युक्तमिति +प्रत्युक्तम् +प्रत्युक्तम्‌ +प्रत्युक्तवानित्याह +प्रत्युक्तवान् +प्रत्युक्ता +प्रत्युक्ताः +प्रत्युक्तानि +प्रत्युक्ति +प्रत्युक्तिः +प्रत्युक्तिरियम् +प्रत्युक्ते +प्रत्युक्तो +प्रत्युक्तौ +प्रत्युक्त्वा +प्रत्युक्षति +प्रत्युच्चारणं +प्रत्युच्यते +प्रत्युच्यमानाम् +प्रत्युजगाम +प्रत्युज्जगाम +प्रत्युज्जीवति +प्रत्युज्जीवनं +प्रत्युत +प्रत्युतेति +प्रत्युत् +प्रत्युत्तब्ध्यै +प्रत्युत्तर +प्रत्युत्तरं +प्रत्युत्तरमाह +प्रत्युत्तरम् +प्रत्युत्तरे +प्रत्युत्तरेण +प्रत्युत्तिष्ठति +प्रत्युत्तिष्ठेत् +प्रत्युत्तीर्य +प्रत्युत्थान +प्रत्युत्थानं +प्रत्युत्थानाभिवादनादिः +प्रत्युत्थानाभिवादनैः +प्रत्युत्थानाभिवादाभ्यां +प्रत्युत्थानासनादिभिः +प्रत्युत्थानेन +प्रत्युत्थाय +प्रत्युत्थायी +प्रत्युत्पत्य +प्रत्युत्पन्न +प्रत्युत्पन्नं +प्रत्युत्पन्नः +प्रत्युत्पन्नता +प्रत्युत्पन्नदुःखमायत्यां +प्रत्युत्पन्नमति +प्रत्युत्पन्नमतिः +प्रत्युत्पन्नमतिर्धीमान् +प्रत्युत्पन्नमतिश्च +प्रत्युत्पन्नमतिस्तथा +प्रत्युत्पन्नम् +प्रत्युत्पन्नस्य +प्रत्युत्पन्ना +प्रत्युत्पन्नानां +प्रत्युत्पन्ने +प्रत्युत्पन्नेन +प्रत्युत्पन्नेषु +प्रत्युत्पन्नो +प्रत्युत्पन्नोऽनागतश्च +प्रत्युत्सारस्तथोद्धारः +प्रत्युत्सेधं +प्रत्युदतरत् +प्रत्युदा +प्रत्युदाव्रजन्ति +प्रत्युदाहरण +प्रत्युदाहरणं +प्रत्युदाहरणभाष्यम् +प्रत्युदाहरणमाह +प्रत्युदाहरणम् +प्रत्युदाहरणानि +प्रत्युदाहरणे +प्रत्युदाहरणेषु +प्रत्युदाहरति +प्रत्युदाहरन्ति +प्रत्युदाहृतम् +प्रत्युदाह्रियते +प्रत्युदित +प्रत्युदितख्यातिः +प्रत्युदितख्यातेः +प्रत्युदितवान् +प्रत्युदियाय +प्रत्युदैद्धरुणं +प्रत्युद्गच्छति +प्रत्युद्गत +प्रत्युद्गतः +प्रत्युद्गता +प्रत्युद्गताः +प्रत्युद्गतो +प्रत्युद्गतौ +प्रत्युद्गम्य +प्रत्युद्दिश्य +प्रत्युद्धृतं +प्रत्युद्यच्छति +प्रत्युद्यमः +प्रत्युद्यमाय +प्रत्युद्ययुः +प्रत्युद्ययौ +प्रत्युद्यातः +प्रत्युद्यामिनीं +प्रत्युद्याहि +प्रत्युप +प्रत्युपकार +प्रत्युपकारं +प्रत्युपकारः +प्रत्युपकारतः +प्रत्युपकारनिरपेक्षतया +प्रत्युपकारस्य +प्रत्युपकाराय +प्रत्युपकारार्थं +प्रत्युपकारासमर्थाय +प्रत्युपकारिणां +प्रत्युपकारेण +प्रत्युपकारोऽपि +प्रत्युपक्रियाम् +प्रत्युपचारतश्चतुरया +प्रत्युपतिष्ठते +प्रत्युपदिश्यते +प्रत्युपदेशः +प्रत्युपदेशोऽनर्थकः +प्रत्युपनह्येतरं +प्रत्युपस्थित +प्रत्युपस्थितं +प्रत्युपस्थितः +प्रत्युपस्थितम् +प्रत्युपस्थितविषयजाला +प्रत्युपस्थिता +प्रत्युपस्थिताः +प्रत्युपस्थिते +प्रत्युपस्थितेषु +प्रत्युपस्थितो +प्रत्युपस्थितौ +प्रत्युपेक्षान्यनिश्चयत्वेन +प्रत्युपेत्य +प्रत्युपोहनम् +प्रत्युरसं +प्रत्युरसम् +प्रत्युलूककान् +प्रत्युवाच +प्रत्युवाचाथ +प्रत्युवाचेति +प्रत्युवाचेत्यर्थः +प्रत्युवाचेदं +प्रत्युवाचैनं +प्रत्युवाचोत्तरं +प्रत्युषः +प्रत्युषसि +प्रत्युषसी +प्रत्युष्टँ +प्रत्युष्टं +प्रत्युष्टमिति +प्रत्युष्टमित्याहवनीये +प्रत्युष्टा +प्रत्युष्टाः +प्रत्युष्टꣳ +प्रत्युह्य +प्रत्यु॑ष्टा॒ +प्रत्यु॑ष्ट॒ +प्रत्यू +प्रत्यूचं +प्रत्यूचतुः +प्रत्यूचुः +प्रत्यूचुस्तं +प्रत्यूचुस्ते +प्रत्यूचे +प्रत्यूढं +प्रत्यूढा +प्रत्यूढाः +प्रत्यूपे +प्रत्यूर्द्ध्वं +प्रत्यूर्ध्वं +प्रत्यूष +प्रत्यूषं +प्रत्यूषः +प्रत्यूषकाले +प्रत्यूषवर्णनम् +प्रत्यूषव्रज्या +प्रत्यूषश्च +प्रत्यूषसमये +प्रत्यूषसि +प्रत्यूषस्य +प्रत्यूषे +प्रत्यूषेषु +प्रत्यूषो +प्रत्यूषोऽहर्मुखं +प्रत्यूह +प्रत्यूहं +प्रत्यूहः +प्रत्यूहति +प्रत्यूहाः +प्रत्यूहो +प्रत्यूह्य +प्रत्यृचं +प्रत्यृचमष्टौ +प्रत्यृचम् +प्रत्यृतः +प्रत्यृतु +प्रत्ये +प्रत्येक +प्रत्येकं +प्रत्येकः +प्रत्येकञ्च +प्रत्येकतया +प्रत्येकतो +प्रत्येकन्तु +प्रत्येकबुद्ध +प्रत्येकबुद्धं +प्रत्येकबुद्धः +प्रत्येकबुद्धशतानि +प्रत्येकबुद्धस्य +प्रत्येकबुद्धा +प्रत्येकबुद्धाः +प्रत्येकबुद्धानां +प्रत्येकबुद्धाय +प्रत्येकबुद्धेन +प्रत्येकबुद्धो +प्रत्येकबोधिं +प्रत्येकभागः +प्रत्येकम +प्रत्येकमतद्वचनात् +प्रत्येकमन्वयः +प्रत्येकमन्वयादेकवचनम् +प्रत्येकमन्वितः +प्रत्येकमन्वेतव्यम् +प्रत्येकमन्वेति +प्रत्येकमपि +प्रत्येकमभिसंबध्यते +प्रत्येकमभिसम्बद्ध्यते +प्रत्येकमभिसम्बध्यते +प्रत्येकमयुतं +प्रत्येकमष्टोत्तरशतं +प्रत्येकमस्ति +प्रत्येकमस्य +प्रत्येकमिति +प्रत्येकमित्यर्थः +प्रत्येकमित्युक्तम् +प्रत्येकमुदितं +प्रत्येकमेकैकं +प्रत्येकमेतानि +प्रत्येकमेव +प्रत्येकमेवं +प्रत्येकमेषां +प्रत्येकम् +प्रत्येकरूपेण +प्रत्येकविवक्षया +प्रत्येकशः +प्रत्येकशो +प्रत्येकस्मिन् +प्रत्येकस्य +प्रत्येकस्याः +प्रत्येकस्यापि +प्रत्येकस्यैव +प्रत्येका +प्रत्येकां +प्रत्येकापेक्षया +प्रत्येकाभिप्रायेणैकवचनम् +प्रत्येकाय +प्रत्येकायां +प्रत्येके +प्रत्येकेन +प्रत्येकेषु +प्रत्येतन +प्रत्येतव्य +प्रत्येतव्यं +प्रत्येतव्यः +प्रत्येतव्यमिति +प्रत्येतव्यम् +प्रत्येतव्या +प्रत्येतव्याः +प्रत्येतव्यानि +प्रत्येतव्यो +प्रत्येता +प्रत्येति +प्रत्येतीति +प्रत्येतु +प्रत्येतुं +प्रत्येतुमशक्यत्वात् +प्रत्येतुम् +प्रत्येत्य +प्रत्येत्येष्टका +प्रत्येनसः +प्रत्येनसि +प्रत्येनाः +प्रत्येनान्नुदेऽस्मिन् +प्रत्येमि +प्रत्येयाय +प्रत्येव +प्रत्येवं +प्रत्येवाभिमृशन्ते +प्रत्येवेति +प्रत्येषि +प्रत्येष्यत +प्रत्येष्यति +प्रत्येष्यते +प्रत्येहि +प्रत्ये॑ति +प्रत्ये॒व +प्रत्यैक्षत +प्रत्यैरयतम् +प्रत्योषन्तीस्तनुवो +प्रत्यौहतामश्विना +प्रत्यौहन् +प्रत्य् +प्रत्य॑गृह्णात् +प्रत्य॑शृणोत् +प्रत्य॑स्य॒ +प्रत्र +प्रत्राजितो +प्रत्वक्षसं +प्रत्वक्षसः +प्रत्वे +प्रतॎ +प्रत॒रं +प्रथ +प्रथं +प्रथः +प्रथक् +प्रथक्‌ +प्रथग् +प्रथत +प्रथतां +प्रथतामिति +प्रथताम् +प्रथताꣳ +प्रथते +प्रथन +प्रथनं +प्रथनम् +प्रथनादि +प्रथने +प्रथन्त +प्रथन्तु +प्रथन्ते +प्रथम +प्रथमँ +प्रथमं +प्रथमः +प्रथमःपादः +प्रथमःऽ +प्रथमकं +प्रथमकक्षा +प्रथमकल्पस्य +प्रथमकल्पे +प्रथमकाण्ड +प्रथमकाण्डः +प्रथमकाण्डम् +प्रथमकाण्डे +प्रथमकृतं +प्रथमके +प्रथमक्षणमात्रमेव +प्रथमक्षणे +प्रथमक्षेत्रम् +प्रथमखंडे +प्रथमखण्ड +प्रथमखण्डं +प्रथमखण्डः +प्रथमखण्डस्य +प्रथमखण्डे +प्रथमगणनमाचार्यपरितोषार्थम् +प्रथमगणनवद्विकर्णाद्यपेक्षया +प्रथमगर्भ +प्रथमगर्भाः +प्रथमगर्भायाश्चतुर्थे +प्रथमगर्भे +प्रथमग्रहणं +प्रथमच +प्रथमचतुर्थ +प्रथमचतुर्थयोः +प्रथमचतुर्थौ +प्रथमचरणः +प्रथमचरणे +प्रथमचरम +प्रथमचरमतयाल्पार्धकतिपयनेमाश्च +प्रथमचरमेति +प्रथमचित्तोत्पादिको +प्रथमच्छत् +प्रथमच्छाया +प्रथमछन्दोमः +प्रथमजं +प्रथमजः +प्रथमजत्वं +प्रथमजम् +प्रथमजस्य +प्रथमजा +प्रथमजां +प्रथमजाः +प्रथमजामहीनाम् +प्रथमजाम् +प्रथमजे +प्रथमजो +प्रथमज्या +प्रथमज्यावाप्तं +प्रथमत +प्रथमतः +प्रथमतन्त्रम् +प्रथमतया +प्रथमतरं +प्रथमतरमेव +प्रथमतश् +प्रथमता +प्रथमतृचः +प्रथमतृतीय +प्रथमतृतीयपञ्चमा +प्रथमतृतीययमौ +प्रथमतृतीययोः +प्रथमतृतीयौ +प्रथमते +प्रथमतो +प्रथमत्वं +प्रथमत्वे +प्रथमत्वेन +प्रथमथकारस्य +प्रथमदर्शन +प्रथमदर्शनं +प्रथमदर्शने +प्रथमदशके +प्रथमदिनम् +प्रथमदिनाङ्के +प्रथमदिने +प्रथमदिवसे +प्रथमद्विती +प्रथमद्वितीय +प्रथमद्वितीयतृतीयपादगतं +प्रथमद्वितीयतृतीयोच्छ्वासाः +प्रथमद्वितीयपादगतं +प्रथमद्वितीयभावफलाध्यायः +प्रथमद्वितीययोः +प्रथमद्वितीया +प्रथमद्वितीयाभ्यां +प्रथमद्वितीये +प्रथमद्वितीयौ +प्रथमध्यायस्य +प्रथमनिर्देशः +प्रथमनिहतं +प्रथमन्तु +प्रथमपक्ष +प्रथमपक्षे +प्रथमपटलः +प्रथमपटले +प्रथमपत्न्याः +प्रथमपद +प्रथमपदं +प्रथमपदम् +प्रथमपदे +प्रथमपरिगृहीतं +प्रथमपरिच्छेदः +प्रथमपरिच्छेदे +प्रथमपरिहासे +प्रथमपर्याये +प्रथमपर्व +प्रथमपर्वणि +प्रथमपाताः +प्रथमपाद +प्रथमपादं +प्रथमपादः +प्रथमपादस्य +प्रथमपादे +प्रथमपादेन +प्रथमपुत्रस्य +प्रथमपुरुष +प्रथमपुरुषः +प्रथमपुरुषस्य +प्रथमपुरुषे +प्रथमपुरुषैकवचनम् +प्रथमपुरुषैकवचने +प्रथमपुरुषो +प्रथमपूरणयोः +प्रथमप्र +प्रथमप्रकरणम् +प्रथमप्रकारे +प्रथमप्रकाशः +प्रथमप्रतिषेधः +प्रथमप्रतीतौ +प्रथमप्रधानमन्त्री +प्रथमप्रपाठक +प्रथमप्रपाठकः +प्रथमप्रपाठके +प्रथमप्रबुद्धा +प्रथमप्रयोग +प्रथमप्रयोगे +प्रथमप्रवृत्तौ +प्रथमप्रश्न +प्रथमप्रश्नः +प्रथमप्रश्नस्य +प्रथमप्रश्नस्योत्तरमाह +प्रथमप्रश्ने +प्रथमप्रहरे +प्रथमबहुवचने +प्रथमभक्ष +प्रथमभक्षः +प्रथमभाग +प्रथमभागः +प्रथमभागस्य +प्रथमभागे +प्रथमभाजं +प्रथमभाविनः +प्रथमभाविनी +प्रथमभावी +प्रथमभूमिकायां +प्रथमम +प्रथममङ्गम् +प्रथममञ्जरी +प्रथममण्डलस्य +प्रथममण्डले +प्रथममथ +प्रथममध्यमोत्तमाः +प्रथममध्ययोगरेखा +प्रथममध्यान्तररेखा +प्रथममनुत्तरायां +प्रथममनुष्ठानम् +प्रथममन्त्रे +प्रथममपि +प्रथममवगम्यते +प्रथममवदानमवद्यति +प्रथममस्मभ्यं +प्रथममह +प्रथममहः +प्रथममहरथ +प्रथममहराह +प्रथममादौ +प्रथममाद्यं +प्रथममारभ्य +प्रथममास +प्रथममासं +प्रथममाह +प्रथममाह्निकम् +प्रथममिति +प्रथममित्यर्थः +प्रथममित्यादि +प्रथममिदं +प्रथममिह +प्रथममुक्तः +प्रथममुक्तम् +प्रथममुक्ता +प्रथममुख्यमन्त्री +प्रथममुच्यते +प्रथममुण्डके +प्रथममुद्देशः +प्रथममुन्नयन्ति +प्रथममेव +प्रथममेवं +प्रथमम् +प्रथमयज्ञ +प्रथमयज्ञे +प्रथमया +प्रथमयामे +प्रथमयेति +प्रथमयैव +प्रथमयो +प्रथमयोः +प्रथमयोरम् +प्रथमयोरिति +प्रथमयौवनम् +प्रथमयौवने +प्रथमरागः +प्रथमरात्रौ +प्रथमर्ग् +प्रथमर्तौ +प्रथमलिङ्गग्रहणं +प्रथमवत् +प्रथमवदिति +प्रथमवयसा +प्रथमवयसि +प्रथमवर्णकम् +प्रथमवर्णके +प्रथमवर्णस्य +प्रथमवर्षस्य +प्रथमवर्षे +प्रथमवल्ली +प्रथमवाक्ये +प्रथमवादी +प्रथमवारं +प्रथमवारम् +प्रथमवासरे +प्रथमवास्यं +प्रथमविधिः +प्रथमविश्वयुद्धे +प्रथमवैयाकरणः +प्रथमव्याख्याने +प्रथमशकलं +प्रथमशतकं +प्रथमशतकम् +प्रथमशतकस्य +प्रथमशतके +प्रथमशताब्दीपूर्वतनाः +प्रथमशताब्द्याः +प्रथमशब्दः +प्रथमशब्दस्य +प्रथमशब्देन +प्रथमशब्दो +प्रथमशरीरी +प्रथमश् +प्रथमश्च +प्रथमश्चित्तोत्पादः +प्रथमश्रवणे +प्रथमश्रुतः +प्रथमश्रुतो +प्रथमश्रेण्या +प्रथमश्रेण्यां +प्रथमश्लोकः +प्रथमश्लोकस्य +प्रथमश्लोके +प्रथमश्लोकेन +प्रथमसंगमे +प्रथमसंभोगे +प्रथमसंविदनुगृहीतम् +प्रथमसङ्ग्रामः +प्रथमसर्गः +प्रथमसर्गे +प्रथमसाहसं +प्रथमसाहसः +प्रथमसाहसम् +प्रथमसुकृतापेक्षया +प्रथमसूक्ते +प्रथमसूत्र +प्रथमसूत्रं +प्रथमसूत्रार्थः +प्रथमसूत्रार्थवर्णनम् +प्रथमसूत्रे +प्रथमसूत्रेण +प्रथमस् +प्रथमस्कन्धे +प्रथमस्तत्र +प्रथमस्तप +प्रथमस्तबकः +प्रथमस्तरङ्गः +प्रथमस्तस्य +प्रथमस्तु +प्रथमस्तृचः +प्रथमस्तेषां +प्रथमस्थानं +प्रथमस्थानम् +प्रथमस्थाने +प्रथमस्य +प्रथमस्या +प्रथमस्याद्यं +प्रथमस्याध्यायस्य +प्रथमस्यानुष्टुप् +प्रथमस्याभिप्लवस्य +प्रथमस्याह्न +प्रथमस्याह्नः +प्रथमस्याह्नो +प्रथमस्याह्नोऽस्य +प्रथमस्येति +प्रथमस्यैकाचो +प्रथमस्यैव +प्रथमस्योत्तरम् +प्रथमस्वरे +प्रथमस्वातन्त्र्यसङ्ग्रामः +प्रथमस्सर्गः +प्रथमऽजाः +प्रथमा +प्रथमां +प्रथमांशः +प्रथमांशाख्ये +प्रथमांशे +प्रथमाः +प्रथमाको +प्रथमाक्षरं +प्रथमाङ्क +प्रथमाङ्कः +प्रथमाङ्के +प्रथमाङ्को +प्रथमाङ्कोऽध्यायस्य +प्रथमाज्यभागानुवाक्या +प्रथमाज्यस्तोत्रं +प्रथमातिक्रमणे +प्रथमातिक्रमे +प्रथमातृतीयाद्या +प्रथमात् +प्रथमादशतिः +प्रथमादि +प्रथमादिति +प्रथमादिषु +प्रथमादीनां +प्रथमादेव +प्रथमाद् +प्रथमाद्या +प्रथमाद्वा +प्रथमाद्वितीययोरचि +प्रथमाद्वितीये +प्रथमाद्विवचने +प्रथमाधिकरणमारचयति +प्रथमाधिकरणम् +प्रथमाधिकरणस्य +प्रथमाधिकरणे +प्रथमाध्याय +प्रथमाध्यायः +प्रथमाध्यायस्य +प्रथमाध्याये +प्रथमाध्यायेन +प्रथमान +प्रथमानं +प्रथमानः +प्रथमानम् +प्रथमाना +प्रथमानां +प्रथमानाः +प्रथमानि +प्रथमानिर्दिष्टं +प्रथमानिर्दिष्टः +प्रथमानिर्दिष्टत्वात् +प्रथमानिर्दिष्टम् +प्रथमानुमाने +प्रथमानुवाके +प्रथमानुवाक्या +प्रथमान् +प्रथमान्त +प्रथमान्तं +प्रथमान्तः +प्रथमान्ततया +प्रथमान्तत्वं +प्रथमान्तपाठे +प्रथमान्तम् +प्रथमान्तररेखा +प्रथमान्तस्य +प्रथमान्ता +प्रथमान्तात् +प्रथमान्ताद् +प्रथमान्तानि +प्रथमान्तार्थ +प्रथमान्तार्थः +प्रथमान्तार्थमुख्यविशेष्यक +प्रथमान्तार्थमुख्यविशेष्यको +प्रथमान्तार्थस्य +प्रथमान्तार्थे +प्रथमान्ते +प्रथमान्तेन +प्रथमान्तेभ्यः +प्रथमान्मुखात् +प्रथमान्यासन् +प्रथमान्य् +प्रथमानꣳ +प्रथमापत्तिको +प्रथमापराधसमये +प्रथमापि +प्रथमाप्तजन्मनां +प्रथमाबहुवचनम् +प्रथमाबहुवचनस्य +प्रथमाबहुवचने +प्रथमाभिनयः +प्रथमाभ्यां +प्रथमाभ्यासे +प्रथमामनूच्य +प्रथमामन्वाह +प्रथमामाह +प्रथमामाहुतिं +प्रथमाम् +प्रथमाय +प्रथमाया +प्रथमायां +प्रथमायाः +प्रथमायामादितः +प्रथमायामुपसदि +प्रथमायामृचि +प्रथमायाम् +प्रथमायाश्च +प्रथमायास्तु +प्रथमायै +प्रथमारण्यके 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+प्रथमेऽर्धे +प्रथमेऽश्रवणादिति +प्रथमेऽहनि +प्रथमेऽह्नि +प्रथमै +प्रथमैक +प्रथमैकरात्रे +प्रथमैकवचनं +प्रथमैकवचनम् +प्रथमैकवचनस्य +प्रथमैकवचनान्तम् +प्रथमैकवचने +प्रथमैकादशी +प्रथमैरङ्गैः +प्रथमैव +प्रथमो +प्रथमोखण्डः +प्रथमोङ्कः +प्रथमोच्छ्वासः +प्रथमोत +प्रथमोत्तमयोः +प्रथमोत्तमयोर्वा +प्रथमोत्तमाभ्यां +प्रथमोत्तमे +प्रथमोत्तमौ +प्रथमोत्पन्नं +प्रथमोत्पन्नप्रदीपप्रभावदिति +प्रथमोत्पन्ना +प्रथमोत्पन्नाः +प्रथमोदबिन्दवः +प्रथमोदाहरणे +प्रथमोदितं +प्रथमोद्दिष्टं +प्रथमोद्दिष्टस्य +प्रथमोद्द्योत +प्रथमोद्द्योते +प्रथमोद्योत +प्रथमोद्योतः +प्रथमोद्योते +प्रथमोध्याय +प्रथमोध्यायः +प्रथमोध्यायस्य +प्रथमोनुवाकः +प्रथमोन्मेषः +प्रथमोपदेशः +प्रथमोपनिषत् +प्रथमोपन्यासे +प्रथमोपस्थितत्वात् +प्रथमोभागः +प्रथमोऽङ्क +प्रथमोऽङ्कः +प्रथमोऽङ्ग +प्रथमोऽथ +प्रथमोऽधिकारः +प्रथमोऽध्य +प्रथमोऽध्याय +प्रथमोऽध्यायः +प्रथमोऽनुबन्धः +प्रथमोऽनुवाक +प्रथमोऽनुवाकः +प्रथमोऽनुवाकस्समाप्तः +प्रथमोऽपि +प्रथमोऽभिनयो +प्रथमोऽयं +प्रथमोऽर्द्धः +प्रथमोऽर्धर्चः +प्रथमोऽसौ +प्रथमौ +प्रथम् +प्रथम॒जा +प्रथमꣳ +प्रथय +प्रथयत +प्रथयता +प्रथयताम् +प्रथयति +प्रथयतीति +प्रथयतु +प्रथयते +प्रथयत्य् +प्रथयन् +प्रथयन्ति +प्रथयन्तु +प्रथयन्तो +प्रथयसि +प्रथयसे +प्रथयस्व +प्रथया +प्रथयि +प्रथयिता +प्रथयितुं +प्रथयित्वा +प्रथयिष्यन् +प्रथर्म +प्रथश्च +प्रथसं +प्रथसः +प्रथसा +प्रथसे +प्रथस्नुर्भुवनस्य +प्रथस्व +प्रथस्वतीं +प्रथस्वतीम् +प्रथस्वेति +प्रथस्वोरु +प्रथा +प्रथां +प्रथाः +प्रथाना +प्रथाम् +प्रथायाः +प्रथास्ति +प्रथि +प्रथित +प्रथितं +प्रथितः +प्रथितप्रबोधं +प्रथितप्रभावः +प्रथितम् +प्रथितयशसां +प्रथितविदिशालक्षणां +प्रथितश्च +प्रथितस्य +प्रथिता +प्रथितां +प्रथिताः +प्रथितानि +प्रथितानुभावः +प्रथिताया +प्रथिते +प्रथितेन +प्रथितैः +प्रथितो +प्रथितोऽपि +प्रथितोऽभवत् +प्रथितौ +प्रथितौजसः +प्रथिना +प्रथिमा +प्रथिमानं +प्रथिमानमेति +प्रथिमिनी +प्रथिम्नः +प्रथिम्ना +प्रथिम्रदिभ्रस्जां +प्रथिवी +प्रथिष्ट +प्रथिष्ठं +प्रथिष्ठः +प्रथिष्ठम् +प्रथीयः +प्रथीयसी +प्रथीयसीं +प्रथीयांसो +प्रथीयान् +प्रथे +प्रथेः +प्रथेत +प्रथेरमच् +प्रथो +प्रथ् +प्रथ्यन्थरे +प्रथ॑ते +प्रथ॒मं +प्रथ॒मः +प्रथ॒मस्य॑ +प्रथ॒मस्य॒ +प्रथ॒मा +प्रथ॒मानि॑ +प्रथ॒मानि॒ +प्रथ॒मान्या॑सन् +प्रथ॒माय॑ +प्रथ॒मो +प्रद +प्रदं +प्रदः +प्रदक्षणीकृत्य +प्रदक्षि +प्रदक्षिण +प्रदक्षिणँ +प्रदक्षिणं +प्रदक्षिणः +प्रदक्षिणकालः +प्रदक्षिणक्रमेण +प्रदक्षिणक्रमेणैव +प्रदक्षिणगतिः +प्रदक्षिणचतुष्टयम् +प्रदक्षिणञ्च +प्रदक्षिणत्रयं +प्रदक्षिणनमस्कारान्विधाय +प्रदक्षिणन्तु +प्रदक्षिणम +प्रदक्षिणमग्निं +प्रदक्षिणमग्निमनुपरिणीय +प्रदक्षिणमङ्गारैः +प्रदक्षिणमथाकरोत् +प्रदक्षिणमथाचरेत् +प्रदक्षिणमथो +प्रदक्षिणमनुपरिक्रामन्प्रतिदिशं +प्रदक्षिणमनुपरिप्लावयति +प्रदक्षिणमनुव्रज्य +प्रदक्षिणमश्वं +प्रदक्षिणमावर्तते +प्रदक्षिणमावर्तन्ते +प्रदक्षिणमावर्तयति +प्रदक्षिणमावर्तयते +प्रदक्षिणमावर्तयेत् +प्रदक्षिणमावृत्य +प्रदक्षिणमावृत्याप +प्रदक्षिणमिति +प्रदक्षिणमिष्टकागणैः +प्रदक्षिणमुपचारः +प्रदक्षिणमुपचारो +प्रदक्षिणमुपनिनयेदिति +प्रदक्षिणमुपावृत्य +प्रदक्षिणमृषिं +प्रदक्षिणमेव +प्रदक्षिणम् +प्रदक्षिणयति +प्रदक्षिणवशेन +प्रदक्षिणविधिः +प्रदक्षिणशतं +प्रदक्षिणशिखो +प्रदक्षिणश्चैव +प्रदक्षिणा +प्रदक्षिणां +प्रदक्षिणाः +प्रदक्षिणात् +प्रदक्षिणात्रयं +प्रदक्षिणादिकं +प्रदक्षिणानि +प्रदक्षिणान् +प्रदक्षिणाम् +प्रदक्षिणायां +प्रदक्षिणावर्तः +प्रदक्षिणावर्ता +प्रदक्षिणित् +प्रदक्षिणी +प्रदक्षिणीकरोति +प्रदक्षिणीकुर्वन् +प्रदक्षिणीकुर्वाणं +प्रदक्षिणीकृता +प्रदक्षिणीकृत्य +प्रदक्षिणीकृत्वा +प्रदक्षिणे +प्रदक्षिणेति +प्रदक्षिणेन +प्रदक्षिणेनैव +प्रदक्षिणैः +प्रदक्षिणो +प्रदक्षिणꣳ +प्रदग्धं +प्रदग्धा +प्रदग्धाः +प्रदग्धुं +प्रदग्धे +प्रदग्धो +प्रदत्त +प्रदत्तं +प्रदत्तः +प्रदत्तमस्ति +प्रदत्तम् +प्रदत्तवन्तः +प्रदत्तवान् +प्रदत्तस्य +प्रदत्ता +प्रदत्तां +प्रदत्ताः +प्रदत्तानां +प्रदत्तानि +प्रदत्ताश्च +प्रदत्तासु +प्रदत्ते +प्रदत्तेन +प्रदत्तो +प्रदत्त्वा +प्रदत्वञ्च +प्रदत्वा +प्रदत्वैव +प्रददति +प्रददर्श +प्रददाति +प्रददातीति +प्रददातु +प्रददात्यपि +प्रददामि +प्रददाम्यहम् +प्रददासि +प्रददाह +प्रददुः +प्रददुश्च +प्रददुश्चापि +प्रददुषे +प्रददुस्ततः +प्रददृशुः +प्रददे +प्रददौ +प्रदद्यां +प्रदद्याच्च +प्रदद्यात् +प्रदद्यात्तु +प्रदद्याद् +प्रदद्याद्यः +प्रदद्याद्वा +प्रदद्याद्वै +प्रदद्यान्न +प्रदद्यान्मे +प्रदद्युः +प्रदधाति +प्रदध्मतुः +प्रदध्मुः +प्रदध्मुरिति +प्रदध्मौ +प्रदध्यौ +प्रदनः +प्रदम् +प्रदय +प्रदर +प्रदरं +प्रदरः +प्रदरा +प्रदरे +प्रदरो +प्रदर्थ +प्रदर्य +प्रदर्यं +प्रदर्यत +प्रदर्यते +प्रदर्यन्ते +प्रदर्श +प्रदर्शक +प्रदर्शकं +प्रदर्शकः +प्रदर्शके +प्रदर्शन +प्रदर्शनं +प्रदर्शनपूर्वकं +प्रदर्शनमात्रम् +प्रदर्शनमिति +प्रदर्शनम् +प्रदर्शनस्य +प्रदर्शना +प्रदर्शनात् +प्रदर्शनानि +प्रदर्शनाय +प्रदर्शनायोक्तंमय्येवावस्थिता +प्रदर्शनार्थ +प्रदर्शनार्थं +प्रदर्शनार्थः +प्रदर्शनार्थत्वात् +प्रदर्शनार्थमिति +प्रदर्शनार्थम् +प्रदर्शनीयं +प्रदर्शनीयः +प्रदर्शनीयम् +प्रदर्शनीया +प्रदर्शनीये +प्रदर्शनीयेति +प्रदर्शनीयौ +प्रदर्शने +प्रदर्शनेन +प्रदर्शय +प्रदर्शयता +प्रदर्शयति +प्रदर्शयतीति +प्रदर्शयतु +प्रदर्शयत् +प्रदर्शयन् +प्रदर्शयन्तः +प्रदर्शयन्ति +प्रदर्शयन्ती +प्रदर्शयन्नाह +प्रदर्शयामः +प्रदर्शयामास +प्रदर्शयामासिथ +प्रदर्शयामि +प्रदर्शयितु +प्रदर्शयितुं +प्रदर्शयितुमाह +प्रदर्शयितुमेव +प्रदर्शयितुम् +प्रदर्शयित्वा +प्रदर्शयिष्यति +प्रदर्शयिष्यते +प्रदर्शयिष्यन् +प्रदर्शयिष्यन्ते +प्रदर्शयिष्याम +प्रदर्शयिष्यामः +प्रदर्शयिष्यामि +प्रदर्शये +प्रदर्शयेत +प्रदर्शयेते +प्रदर्शयेत् +प्रदर्शयेदिति +प्रदर्शर्यते +प्रदर्शि +प्रदर्शिका +प्रदर्शित +प्रदर्शितं +प्रदर्शितः +प्रदर्शितत्वात् +प्रदर्शितमिति +प्रदर्शितमित्यर्थः +प्रदर्शितमेव +प्रदर्शितम् +प्रदर्शितवती +प्रदर्शितवन्तः +प्रदर्शितवान् +प्रदर्शितस्य +प्रदर्शिता +प्रदर्शितां +प्रदर्शिताः +प्रदर्शितानां +प्रदर्शितानि +प्रदर्शिते +प्रदर्शितेति +प्रदर्शितेन +प्रदर्शितेषु +प्रदर्शितो +प्रदर्शितोऽस्ति +प्रदर्शितौ +प्रदर्शिनी +प्रदर्श्य +प्रदर्श्यत +प्रदर्श्यताम् +प्रदर्श्यते +प्रदर्श्यन्ते +प्रदर्श्या +प्रदर्श्याथ +प्रदर्श्येदानीं +प्रदर्श्यैव +प्रदश +प्रदशित +प्रदशितः +प्रदशितम् +प्रदशिता +प्रदश्य +प्रदश्यं +प्रदश्यंते +प्रदश्यते +प्रदश्यन्ते +प्रदश्येते +प्रदश्र्य +प्रदश्र्यते +प्रदश्र्यन्ते +प्रदश्र्या +प्रदह +प्रदहः +प्रदहति +प्रदहत् +प्रदहन् +प्रदहन्ति +प्रदहन्निव +प्रदहेत् +प्रदहो +प्रदह्यति +प्रदह्यते +प्रदह्यन्ते +प्रदा +प्रदां +प्रदाः +प्रदातव्य +प्रदातव्यं +प्रदातव्यः +प्रदातव्यम् +प्रदातव्या +प्रदातव्याः +प्रदातव्यो +प्रदातव्यौ +प्रदाता +प्रदातारं +प्रदातारः +प्रदातारम् +प्रदातारो +प्रदातारौ +प्रदातारꣳ +प्रदाति +प्रदातु +प्रदातुं +प्रदातुः +प्रदातुम् +प्रदातोप +प्रदात् +प्रदात्री +प्रदात्रे +प्रदान +प्रदानं +प्रदानकम् +प्रदानकालस्ते +प्रदानकाले +प्रदानञ्च +प्रदानत +प्रदानतः +प्रदानमपि +प्रदानमिति +प्रदानम् +प्रदानवदेव +प्रदानशक्ताः +प्रदानस्य +प्रदाना +प्रदानाच्च +प्रदानात् +प्रदानाद् +प्रदानाद्धि +प्रदानाधिकरणम् +प्रदानानाम् +प्रदानानि +प्रदानान् +प्रदानान्तानि +प्रदानाय +प्रदानार्थं +प्रदाने +प्रदानेन +प्रदानैः +प्रदानैश्च +प्रदान् +प्रदापय +प्रदापयति +प्रदापयिता +प्रदापयेत +प्रदापयेत् +प्रदापयेथ् +प्रदापितः +प्रदाप्य +प्रदाप्यः +प्रदाप्यापहृतं +प्रदाम् +प्रदाय +प्रदायकं +प्रदायकः +प्रदायकम् +प्रदायाथ +प्रदायिनः +प्रदायिनी +प्रदायिनीम् +प्रदायैव +प्रदाव्यः +प्रदाव्ये +प्रदाशः +प्रदास्यंति +प्रदास्यति +प्रदास्यते +प्रदास्यन्ति +प्रदास्यसि +प्रदास्यामि +प्रदास्यामीति +प्रदास्यामो +प्रदास्ये +प्रदास्येऽहं +प्रदाहयेत् +प्रदि +प्रदिग्धं +प्रदिव +प्रदिवः +प्रदिवस्ते +प्रदिवि +प्रदिवो +प्रदिश +प्रदिशं +प्रदिशंतु +प्रदिशः +प्रदिशति +प्रदिशतु +प्रदिशन् +प्रदिशन्ति +प्रदिशन्तु +प्रदिशम् +प्रदिशश् +प्रदिशश्च +प्रदिशश्चतस्र +प्रदिशश्चतस्रः +प्रदिशश्चतस्रस्त्वयाध्यक्षेण +प्रदिशश्चतस्रो +प्रदिशश्चैव +प्रदिशसि +प्रदिशस्तथा +प्रदिशा +प्रदिशामि +प्रदिशि +प्रदिशेत् +प्रदिशो +प्रदिशोऽनु +प्रदिश्य +प्रदिश्यते +प्रदिश्यन्ते +प्रदिष्ट +प्रदिष्टं +प्रदिष्टः +प्रदिष्टमिह +प्रदिष्टम् +प्रदिष्टा +प्रदिष्टां +प्रदिष्टाः +प्रदिष्टानि +प्रदिष्टायां +प्रदिष्टे +प्रदिष्टो +प्रदिष्टौ +प्रदिह्य +प्रदिह्यात् +प्रदी +प्रदीध्याना +प्रदीप +प्रदीपं +प्रदीपः +प्रदीपकं +प्रदीपकः +प्रदीपकम् +प्रदीपकल्पाः +प्रदीपकैः +प्रदीपदानस्य +प्रदीपन +प्रदीपनः +प्रदीपनम् +प्रदीपप्रकाशो +प्रदीपप्रभा +प्रदीपमिव +प्रदीपम् +प्रदीपयति +प्रदीपयेत् +प्रदीपवच्चार्थतो +प्रदीपवत् +प्रदीपवदिति +प्रदीपवद् +प्रदीपव्रज्या +प्रदीपश्च +प्रदीपस्य +प्रदीपस्येव +प्रदीपा +प्रदीपाः +प्रदीपात् +प्रदीपादिना +प्रदीपादिवत् +प्रदीपादिषु +प्रदीपादौ +प्रदीपानां +प्रदीपान् +प्रदीपान्तरं +प्रदीपाश्च +प्रदीपिका +प्रदीपित +प्रदीपिता +प्रदीपिते +प्रदीपे +प्रदीपेन +प्रदीपेषु +प्रदीपैः +प्रदीपो +प्रदीपोऽपि +प्रदीप्त +प्रदीप्तं +प्रदीप्तः +प्रदीप्तमिति +प्रदीप्तमिव +प्रदीप्तम् +प्रदीप्तस्य +प्रदीप्ता +प्रदीप्तां +प्रदीप्ताः +प्रदीप्तानां +प्रदीप्तानि +प्रदीप्ताभिः +प्रदीप्ताम् +प्रदीप्तायां +प्रदीप्ते +प्रदीप्तेन +प्रदीप्तेव +प्रदीप्तेऽग्नौ +प्रदीप्तैः +प्रदीप्तैरिव +प्रदीप्तो +प्रदीप्य +प्रदीप्यते +प्रदीप्यन्ते +प्रदीयत +प्रदीयतां +प्रदीयताम् +प्रदीयते +प्रदीयन्ते +प्रदीयेत +प्रदीव्य +प्रदुद्राव +प्रदुद्रुवुः +प्रदुद्रुवे +प्रदुष्ट +प्रदुष्टं +प्रदुष्टः +प्रदुष्टपवनोदकैः +प्रदुष्टस्य +प्रदुष्टा +प्रदुष्टाः +प्रदुष्टानां +प्रदुष्टे +प्रदुष्टेषु +प्रदुष्टो +प्रदुष्य +प्रदुष्यति +प्रदुष्यन्ति +प्रदुष्येत +प्रदूयते +प्रदूयन्ते +प्रदूयेत +प्रदूयेतैवं +प्रदूषकः +प्रदूषकाः +प्रदूषणं +प्रदूषणम् +प्रदूषणस्य +प्रदूषयति +प्रदूषयन् +प्रदूषयन्ति +प्रदूषयेत् +प्रदूषितं +प्रदूषितः +प्रदूषितम् +प्रदूषिता +प्रदूषिताम् +प्रदूष्य +प्रदूष्यास्थिसमाश्रिताः +प्रदृश्य +प्रदृश्यंते +प्रदृश्यते +प्रदृश्यत् +प्रदृश्यन्ते +प्रदृश्येत +प्रदृष्टं +प्रदृष्टः +प्रदृष्टा +प्रदॆश +प्रदे +प्रदेय +प्रदेयं +प्रदेयः +प्रदेयन्तु +प्रदेयमिति +प्रदेयम् +प्रदेयस्य +प्रदेया +प्रदेयाः +प्रदेयानि +प्रदेयाश्च +प्रदेये +प्रदेयेति +प्रदेयो +प्रदेश +प्रदेशं +प्रदेशः +प्रदेशकः +प्रदेशकान् +प्रदेशके +प्रदेशतः +प्रदेशनम् +प्रदेशभेदे +प्रदेशभेदेन +प्रदेशमनुप्राप्तः +प्रदेशम् +प्रदेशयोः +प्रदेशवता +प्रदेशविशेष +प्रदेशविशेषे +प्रदेशविशेषेषु +प्रदेशश्च +प्रदेशसम्बद्धानि +प्रदेशस्य +प्रदेशस्योपरि +प्रदेशा +प्रदेशांश्च +प्रदेशाः +प्रदेशात् +प्रदेशादि +प्रदेशादिति +प्रदेशानां +प्रदेशानाम् +प्रदेशान् +प्रदेशान्तरे +प्रदेशाय +प्रदेशाश्च +प्रदेशास्तव +प्रदेशिनी +प्रदेशिनीं +प्रदेशिनीम् +प्रदेशिन्या +प्रदेशिन्यां +प्रदेशिन्याः +प्रदेशीयः +प्रदेशीयाः +प्रदेशे +प्रदेशेन +प्रदेशेभ्यः +प्रदेशेषु +प्रदेशेऽपि +प्रदेशैः +प्रदेशो +प्रदेशों +प्रदेशोद्देशनिर्देशवाक्यशेषाः +प्रदेशोऽपि +प्रदेशोऽयं +प्रदेशोऽस्ति +प्रदेशौ +प्रदेषु +प्रदेष्टा +प्रदेष्टारः +प्रदेह +प्रदेहं +प्रदेहः +प्रदेहयेत् +प्रदेहश्च +प्रदेहा +प्रदेहांश्च +प्रदेहाः +प्रदेहि +प्रदेहीति +प्रदेहे +प्रदेहैः +प्रदेहो +प्रदेह्यत्र +प्रदो +प्रदोष +प्रदोषं +प्रदोषः +प्रदोषकः +प्रदोषकाले +प्रदोषपश्चिमौ +प्रदोषमापद्यते +प्रदोषम् +प्रदोषवर्णनम् +प्रदोषव्यापिनी +प्रदोषव्याप्तौ +प्रदोषसमये +प्रदोषा +प्रदोषाः +प्रदोषान्ते +प्रदोषान्तो +प्रदोषे +प्रदोषेषु +प्रदोषो +प्रद्द +प्रद्यु +प्रद्युतितः +प्रद्युम्न +प्रद्युम्नं +प्रद्युम्नः +प्रद्युम्ननामा +प्रद्युम्नमनिरुद्धं +प्रद्युम्नमेव +प्रद्युम्नविजये +प्रद्युम्नश्च +प्रद्युम्नश्चानिरुद्धकः +प्रद्युम्नश्चानिरुद्धश्च +प्रद्युम्नसाम्बौ +प्रद्युम्नस्तं +प्रद्युम्नस्तु +प्रद्युम्नस्य +प्रद्युम्नस्यापि +प्रद्युम्नाख्यं +प्रद्युम्नाभ्युदयम् +प्रद्युम्नाय +प्रद्युम्नायानिरुद्धाय +प्रद्युम्ने +प्रद्युम्नेन +प्रद्युम्नो +प्रद्यो +प्रद्योत +प्रद्योतं +प्रद्योतः +प्रद्योतते +प्रद्योतनं +प्रद्योतनः +प्रद्योतनो +प्रद्योतमानं +प्रद्योतयति +प्रद्योतवंशः +प्रद्योतस्य +प्रद्योतितः +प्रद्योतेन +प्रद्योतेनैष +प्रद्योतो +प्रद्र +प्रद्रवन्ति +प्रद्रवाणि +प्रद्राणक +प्रद्रावः +प्रद्रावी +प्रद्राव्य +प्रद्रुतं +प्रद्रुतम् +प्रद्रुता +प्रद्रुताः +प्रद्विषन्त +प्रद्विषन्तः +प्रद्विषन्तो +प्रद्विषन्तोऽभ्यसूयकाः +प्रद्वेष +प्रद्वेषः +प्रद्वेषयुक्तेन +प्रद्वेषो +प्रद्वेष्टि +प्रध +प्रधः +प्रधक्ष्यति +प्रधत्ते +प्रधन +प्रधनं +प्रधनस्य +प्रधनांगणे +प्रधने +प्रधनेषु +प्रधन्व +प्रधन्वति +प्रधमं +प्रधमनं +प्रधमनानि +प्रधमेत् +प्रधमेद् +प्रधयः +प्रधर्षणं +प्रधर्षणम् +प्रधर्षणे +प्रधर्षयितुमिच्छति +प्रधर्षयेत् +प्रधर्षितः +प्रधर्षितम् +प्रधर्षितवान् +प्रधर्षिता +प्रधा +प्रधान +प्रधानं +प्रधानः +प्रधानकम् +प्रधानकर्तृकसृष्टेः +प्रधानकर्म +प्रधानकर्मणि +प्रधानकर्मणी +प्रधानकर्मणो +प्रधानकर्मण्याख्येये +प्रधानकर्मण्यावापगमनं +प्रधानकर्मत्वं +प्रधानकर्माणि +प्रधानकर्म्मणो +प्रधानकारणम् +प्रधानकारणवाद +प्रधानकारणवादो +प्रधानकारणीभूता +प्रधानकार्यालयः +प्रधानक्रियया +प्रधानक्रिया +प्रधानक्रियाया +प्रधानक्रियायां +प्रधानक्षेत्रज्ञपतिर्गुणेशः +प्रधानगुणभावाभ्यां +प्रधानगुणभावेन +प्रधानजय +प्रधानजयश्च +प्रधानञ्च +प्रधानत +प्रधानतः +प्रधानतमं +प्रधानतमः +प्रधानतममित्युक्तं +प्रधानतया +प्रधानतयेति +प्रधानता +प्रधानतां +प्रधानताम् +प्रधानतो +प्रधानत्व +प्रधानत्वं +प्रधानत्वम् +प्रधानत्वात् +प्रधानत्वादिति +प्रधानत्वे +प्रधानत्वेन +प्रधानदेवता +प्रधानदेशा +प्रधानदैवज्ञनिवेदिते +प्रधानधर्मनिर्देशप्रकरणत्वाद्बीजशब्दोऽत्रोपादानत्वाख्यस्वभावपरः +प्रधाननगरी +प्रधानपात्रं +प्रधानपुरी +प्रधानपुरुष +प्रधानपुरुषं +प्रधानपुरुषः +प्रधानपुरुषयोः +प्रधानपुरुषव्यतिरिक्तः +प्रधानपुरुषस्य +प्रधानपुरुषात्मकम् +प्रधानपुरुषाय +प्रधानपुरुषावुभौ +प्रधानपुरुषेशाय +प्रधानपुरुषेश्वरः +प्रधानपुरुषेश्वराणां +प्रधानपुरुषो +प्रधानपुरुषौ +प्रधानपूरणीग्रहणं +प्रधानप्रत्ययार्थवचनमर्थस्यान्यप्रमाणत्वात् +प्रधानप्रवृत्तेः +प्रधानभावेन +प्रधानभूत +प्रधानभूतं +प्रधानभूतः +प्रधानभूतम् +प्रधानभूतरसगन्धादिप्रकारीभूतोऽहमिति +प्रधानभूतस्य +प्रधानभूता +प्रधानभूतां +प्रधानभूताः +प्रधानभूतानि +प्रधानभूताया +प्रधानभूतायाः +प्रधानभूते +प्रधानभूतो +प्रधानमंत्री +प्रधानमचेतनं +प्रधानमत्र +प्रधानमन्त्रि +प्रधानमन्त्रिकार्यालयः +प्रधानमन्त्रिक्रमः +प्रधानमन्त्रिजनधनयोजना +प्रधानमन्त्रिणः +प्रधानमन्त्रिणा +प्रधानमन्त्रिणी +प्रधानमन्त्रिपदे +प्रधानमन्त्रिरूपेण +प्रधानमन्त्री +प्रधानमन्त्रेः +प्रधानमपि +प्रधानमपेक्षते +प्रधानमप्रधानं +प्रधानमभिधीयते +प्रधानममृताक्षरं +प्रधानमात्रं +प्रधानमिति +प्रधानमित्यर्थः +प्रधानमेव +प्रधानमेवेति +प्रधानम् +प्रधानम्‌ +प्रधानया +प्रधानयागकाले +प्रधानयागे +प्रधानयाजका +प्रधानयाजकाः +प्रधानरूपेण +प्रधानवत् +प्रधानवशित्वमनुत्तमं +प्रधानविषया +प्रधानव्यवहारं +प्रधानव्यापारे +प्रधानशब्दवाच्या +प्रधानश्च +प्रधानसम्पादकः +प्रधानस्तु +प्रधानस्थाने +प्रधानस्य +प्रधानस्याक्रिया +प्रधानस्यापि +प्रधानस्येति +प्रधानस्यैव +प्रधानहेतुः +प्रधानहोमं +प्रधानहोमः +प्रधानहोमाः +प्रधानहोमानन्तरं +प्रधानहोमे +प्रधाना +प्रधानां +प्रधानांशस्वरूपा +प्रधानाः +प्रधानाग्नौ +प्रधानाङ्गं +प्रधानात् +प्रधानात्मा +प्रधानादि +प्रधानादिकं +प्रधानादिपरतया +प्रधानादीनां +प्रधानादीनि +प्रधानादौ +प्रधानाद् +प्रधानाद्यं +प्रधानाध्यापकेन +प्रधानानां +प्रधानानि +प्रधानानीति +प्रधानानुरोधेन +प्रधानान् +प्रधानाप्सरसः +प्रधानाय +प्रधानार्थ +प्रधानार्थं +प्रधानार्थम् +प्रधानावस्था +प्रधानाश्च +प्रधानास्तु +प्रधानाहुतीर्जुहोति +प्रधानाहुतीर्हुत्वा +प्रधानी +प्रधानीकृत्य +प्रधाने +प्रधानेतरयोर्यत्र +प्रधानेति +प्रधानेन +प्रधानेषु +प्रधानेऽन्यत्र +प्रधानेऽपि +प्रधानैः +प्रधानैश्च +प्रधानो +प्रधानोपकाराय +प्रधानोपसर्जनभावेनावस्थितः +प्रधानौ +प्रधान्य +प्रधान्यं +प्रधान्यात् +प्रधान्येन +प्रधाय +प्रधारयेत् +प्रधार्य +प्रधार्यते +प्रधावंति +प्रधावत +प्रधावतः +प्रधावतां +प्रधावताम् +प्रधावति +प्रधावनम् +प्रधावन् +प्रधावन्तं +प्रधावन्तः +प्रधावन्ति +प्रधावन्तो +प्रधावसि +प्रधावितः +प्रधावितम् +प्रधाविता +प्रधाविताः +प्रधाविताभ्यां +प्रधावितैः +प्रधावितो +प्रधावितौ +प्रधाव्य +प्रधाव्यैव +प्रधि +प्रधिं +प्रधिः +प्रधिमालिखेत् +प्रधिमुखे +प्रधिर्नेमिः +प्रधी +प्रधीः +प्रधीभ्यः +प्रधीयते +प्रधीशब्दस्य +प्रधुक् +प्रधुम्नेन +प्रधुम्नो +प्रधुरे +प्रधून्वन् +प्रधूपयेत् +प्रधूमिता +प्रधृष्य +प्रध्मातं +प्रध्मापयन्नेति +प्रध्माप्य +प्रध्माय +प्रध्य +प्रध्यः +प्रध्यम् +प्रध्या +प्रध्यानपरं +प्रध्यानपरः +प्रध्यानशीलः +प्रध्यायितव्यम् +प्रध्योः +प्रध्यौ +प्रध्वं +प्रध्वंस +प्रध्वंसं +प्रध्वंसः +प्रध्वंसते +प्रध्वंसस्य +प्रध्वंसाभाव +प्रध्वंसाभावः +प्रध्वंसो +प्रध्वस्त +प्रध्वस्तं +प्रध्वस्ता +प्रन +प्रनत +प्रनर्दति +प्रनवउँ +प्रनष्ट +प्रनष्टं +प्रनष्टः +प्रनष्टज्ञानविज्ञानस्तथा +प्रनष्टस्ते +प्रनष्टस्वामिकं +प्रनष्टा +प्रनष्टाः +प्रनष्टे +प्रनष्टेषु +प्रनष्टो +प्रना +प्रनाम +प्रनायको +प्रनि +प्रनिरन्तः +प्रनिसं +प्रनृत्यति +प्रनृत्यन्ति +प्रनो +प्रन्तर +प्रन्थ +प्रन्थं +प्रन्थः +प्रन्थस्य +प्रन्थे +प्रन्थेन +प्रन्थेषु +प्रन्थो +प्रप +प्रपंच +प्रपंचं +प्रपंचयति +प्रपंचस्य +प्रपंचितः +प्रपंचे +प्रपंचेन +प्रपंचो +प्रपक्वानि +प्रपक्षौ +प्रपचति +प्रपचतितराम् +प्रपच्छ +प्रपच्यंते +प्रपच्यते +प्रपच्यन्ते +प्रपञ्च +प्रपञ्चं +प्रपञ्चः +प्रपञ्चचतुरं +प्रपञ्चजातं +प्रपञ्चतः +प्रपञ्चत्रिगते +प्रपञ्चनं +प्रपञ्चनम् +प्रपञ्चनात् +प्रपञ्चमखिलं +प्रपञ्चमाचक्षते +प्रपञ्चमिथ्यात्वं +प्रपञ्चमिथ्यात्वानुमानखण्डनम् +प्रपञ्चमिथ्यात्वे +प्रपञ्चम् +प्रपञ्चय +प्रपञ्चयति +प्रपञ्चयतीत्यर्थः +प्रपञ्चयतीत्युक्तम् +प्रपञ्चयते +प्रपञ्चयन् +प्रपञ्चयन्ति +प्रपञ्चयन्नाह +प्रपञ्चयितुं +प्रपञ्चयितुमाह +प्रपञ्चयिष्यते +प्रपञ्चयिष्यन् +प्रपञ्चयिष्यामः +प्रपञ्चयेत् +प्रपञ्चरूपेण +प्रपञ्चवाची +प्रपञ्चश्च +प्रपञ्चसार +प्रपञ्चसारः +प्रपञ्चसारे +प्रपञ्चस्तु +प्रपञ्चस्य +प्रपञ्चस्यापि +प्रपञ्चस्येव +प्रपञ्चा +प्रपञ्चात् +प्रपञ्चात्मना +प्रपञ्चाय +प्रपञ्चार्थं +प्रपञ्चार्थमिति +प्रपञ्चार्थमिदम् +प्रपञ्चार्थमेव +प्रपञ्चार्थम् +प्रपञ्चित +प्रपञ्चितं +प्रपञ्चितः +प्रपञ्चितत्वात् +प्रपञ्चितमस्माभिः +प्रपञ्चितमिति +प्रपञ्चितम् +प्रपञ्चिता +प्रपञ्चिताः +प्रपञ्चितानि +प्रपञ्चिते +प्रपञ्चितो +प्रपञ्ची +प्रपञ्चे +प्रपञ्चेन +प्रपञ्चेऽपि +प्रपञ्चेऽस्मिन् +प्रपञ्चैरप्रपञ्चितम् +प्रपञ्चो +प्रपञ्चोक्तिः +प्रपञ्चोपमा +प्रपञ्चोपशमं +प्रपञ्चोपशमः +प्रपञ्चोऽपि +प्रपञ्चोऽयं +प्रपञ्च्य +प्रपञ्च्यत +प्रपञ्च्यते +प्रपञ्च्यन्ते +प्रपठति +प्रपठेत् +प्रपठ्यते +प्रपणं +प्रपत +प्रपतति +प्रपतत्तुरङ्गमं +प्रपतत्तुषारो +प्रपतत्यपि +प्रपतनं +प्रपतनः +प्रपतने +प्रपतन् +प्रपतन्तं +प्रपतन्ति +प्रपतन्त्यापो +प्रपतामि +प्रपतिं +प्रपतिः +प्रपतितं +प्रपतितः +प्रपतितपर्णः +प्रपतिता +प्रपतितो +प्रपतिष्यन्ति +प्रपते +प्रपतेः +प्रपतेत् +प्रपत्ति +प्रपत्तिं +प्रपत्तिः +प्रपत्तिरिति +प्रपत्तेः +प्रपत्तौ +प्रपत्त्या +प्रपत्र +प्रपत्स्यते +प्रपत्स्यसे +प्रपत्स्ये +प्रपथे +प्रपथेषु +प्रपथ्यः +प्रपथ्याय +प्रपद +प्रपदं +प्रपदनं +प्रपदम् +प्रपदान्तं +प्रपदाभ्यां +प्रपदाभ्याम् +प्रपदे +प्रपदेन +प्रपदैः +प्रपदैर्दिनम् +प्रपद्य +प्रपद्यंते +प्रपद्यत +प्रपद्यतां +प्रपद्यताम् +प्रपद्यते +प्रपद्यन्त +प्रपद्यन्ति +प्रपद्यन्ते +प्रपद्यन्तेऽन्यदेवताः +प्रपद्यमानं +प्रपद्यमानः +प्रपद्यमानस्य +प्रपद्यमाना +प्रपद्यसे +प्रपद्यस्व +प्रपद्या +प्रपद्यामहे +प्रपद्यामि +प्रपद्याशु +प्रपद्ये +प्रपद्येत +प्रपद्येति +प्रपद्येते +प्रपद्येथाः +प्रपद्येऽमुनामुनामुना +प्रपद्येऽमुनाऽमुनाऽमुना +प्रपद्येऽहं +प्रपन +प्रपन्न +प्रपन्नं +प्रपन्नः +प्रपन्नपारिजात +प्रपन्नपारिजातः +प्रपन्नपारिजाते +प्रपन्नमिमां +प्रपन्नमुद्दिश्य +प्रपन्नम् +प्रपन्नया +प्रपन्नश्च +प्रपन्नस्तनुभिरवतु +प्रपन्नस्तु +प्रपन्नस्य +प्रपन्ना +प्रपन्नां +प्रपन्नाः +प्रपन्नानां +प्रपन्नानि +प्रपन्नान् +प्रपन्नाम् +प्रपन्नाय +प्रपन्नाया +प्रपन्नार्तिहरं +प्रपन्नास्ते +प्रपन्नास्मि +प्रपन्नाऽस्मि +प्रपन्ने +प्रपन्नेषु +प्रपन्नैः +प्रपन्नो +प्रपन्नोस्मि +प्रपन्नोऽभूवं +प्रपन्नोऽस्मि +प्रपन्नोऽस्मीति +प्रपन्नोऽहं +प्रपन्नौ +प्रपये +प्रपर्णः +प्रपलानः +प्रपलायते +प्रपलायन्ते +प्रपलायितः +प्रपलायी +प्रपलाय्य +प्रपश्च +प्रपश्चः +प्रपश्चित +प्रपश्चितः +प्रपश्चितम् +प्रपश्य +प्रपश्यंति +प्रपश्यत +प्रपश्यतः +प्रपश्यतां +प्रपश्यताम् +प्रपश्यति +प्रपश्यते +प्रपश्यद्भिः +प्रपश्यद्भिर्जनार्दन +प्रपश्यन् +प्रपश्यन्तः +प्रपश्यन्ति +प्रपश्यन्तु +प्रपश्यन्तो +प्रपश्यसि +प्रपश्यामि +प्रपश्ये +प्रपश्येत +प्रपश्येत् +प्रपा +प्रपां +प्रपाः +प्रपाकं +प्रपाठक +प्रपाठकः +प्रपाठकस्य +प्रपाठकस्समाप्तः +प्रपाठकाः +प्रपाठके +प्रपाठकेषु +प्रपात +प्रपातं +प्रपातः +प्रपातनम् +प्रपातयेत् +प्रपातस्तु +प्रपातस्य +प्रपाता +प्रपाताः +प्रपातु +प्रपाते +प्रपातेषु +प्रपातो +प्रपात्य +प्रपादयति +प्रपादयन्ति +प्रपादानं +प्रपादुकाः +प्रपाद्य +प्रपापालिकया +प्रपापालिका +प्रपामध्ये +प्रपाम् +प्रपाय +प्रपाया +प्रपायां +प्रपायाः +प्रपालनम् +प्रपालय +प्रपालयेत् +प्रपाश्च +प्रपाहि +प्रपि +प्रपिता +प्रपितामह +प्रपितामहं +प्रपितामहः +प्रपितामहपूर्वकम् +प्रपितामहम् +प्रपितामहश्च +प्रपितामहस्य +प्रपितामहा +प्रपितामहाः +प्रपितामहादि +प्रपितामहाद्दधे +प्रपितामहानां +प्रपितामहान् +प्रपितामहाय +प्रपितामहाश्च +प्रपितामहाश्चानुगैः +प्रपितामहासौ +प्रपितामही +प्रपितामहीः +प्रपितामहीभ्यः +प्रपितामहे +प्रपितामहेन +प्रपितामहेभ्य +प्रपितामहेभ्यः +प्रपितामहेभ्यो +प्रपितामहैः +प्रपितामहो +प्रपितामह्यै +प्रपित्व +प्रपित्वे +प्रपित्सोः +प्रपिधाय +प्रपिबन् +प्रपिबन्ति +प्रपिबन्ते +प्रपिबन्निव +प्रपिबेत् +प्रपिष्टभागः +प्रपिष्टभागो +प्रपिष्टभागोऽदन्तको +प्रपिष्य +प्रपि॑तामहाः +प्रपि॒त्वे +प्रपी +प्रपीडनम् +प्रपीडयेत् +प्रपीडा +प्रपीडितः +प्रपीडितम् +प्रपीडिता +प्रपीडिताः +प्रपीडितो +प्रपीड्य +प्रपीड्यते +प्रपीड्यन्ते +प्रपीता +प्रपीताः +प्रपीनम् +प्रपीना +प्रपीनां +प्रपीनाः +प्रपीय +प्रपी॑ता +प्रपु +प्रपुटेन +प्रपुनाति +प्रपुन्नाटो +प्रपुन्नाडः +प्रपुष्णाति +प्रपू +प्रपूजकः +प्रपूजनं +प्रपूजनम् +प्रपूजनात् +प्रपूजने +प्रपूजय +प्रपूजयन् +प्रपूजया +प्रपूजयेत् +प्रपूजयेद् +प्रपूजा +प्रपूजित +प्रपूजितं +प्रपूजितः +प्रपूजितम् +प्रपूजिता +प्रपूजिताः +प्रपूजितो +प्रपूज्य +प्रपूज्यते +प्रपूज्यन्ते +प्रपूज्या +प्रपूज्याथ +प्रपूज्यैव +प्रपूरणं +प्रपूरणम् +प्रपूरणशब्दो +प्रपूरणात् +प्रपूरणाय +प्रपूरणे +प्रपूरय +प्रपूरयति +प्रपूरयन्ति +प्रपूरयेत् +प्रपूरितं +प्रपूरितः +प्रपूरितम् +प्रपूरिता +प्रपूरिताः +प्रपूरिताम् +प्रपूरिते +प्रपूर्ण +प्रपूर्णं +प्रपूर्णः +प्रपूर्णा +प्रपूर्य +प्रपूर्यते +प्रपूर्याथ +प्रपूर्यान्तः +प्रपूर्यैव +प्रपूर्य्य +प्रपूर्य्यते +प्रपूर्वः +प्रपूर्वक +प्रपूर्वस्तिरतिर्वर्धनार्थः +प्रपूर्वस्य +प्रपूर्वात् +प्रपूर्वाद् +प्रपूर्वो +प्रपृञ्चती +प्रपृथक् +प्रपृष्ठः +प्रपेति +प्रपेतुः +प्रपेदिरे +प्रपेदिवान् +प्रपेदे +प्रपेषयेत् +प्रपेषितम् +प्रपोदकं +प्रपोषयेत् +प्रपौण्डरीक +प्रपौण्डरीकं +प्रपौण्डरीकञ्च +प्रपौण्डरीकम् +प्रपौत्त्रः +प्रपौत्र +प्रपौत्रं +प्रपौत्रः +प्रपौत्रस्य +प्रपौत्रे +प्रपौत्रो +प्रप्त +प्रप्तः +प्रप्तम् +प्रप्तवान् +प्रप्ते +प्रप्नोति +प्रप्य +प्रप्यते +प्रप्र +प्रप्रच्छ +प्रप्रथम +प्रप्रथमं +प्रप्रथमः +प्रप्रथमतया +प्रप्रथमम् +प्रप्रथमरविः +प्रप्रथमवारं +प्रप्रथमवारम् +प्रप्रथमसोमः +प्रप्रथमा +प्रप्रथमे +प्रप्रायमग्निर्भरतस्य +प्रप्रायम् +प्रप्रेति +प्रप्र॑ +प्रप्लवन्ते +प्रप्लावयति +प्रप्लाव्य +प्रप्लुतः +प्रप॑थे +प्रप॑दाभ्याम् +प्रप॑द्ये +प्रप॑द्ये॒ +प्रफ +प्रफर्वी +प्रफर्व्यं +प्रफुल्ल +प्रफुल्लं +प्रफुल्लः +प्रफुल्लकाशा +प्रफुल्लचन्द्र +प्रफुल्लचन्द्रः +प्रफुल्लता +प्रफुल्लनीलोत्पलशोभितानि +प्रफुल्लम् +प्रफुल्ला +प्रफुल्लानां +प्रफुल्लानि +प्रफुल्लित +प्रफुल्लितः +प्रफुल्लिता +प्रफुल्लिताः +प्रफुल्लितौ +प्रफुल्ले +प्रब +प्रबंध +प्रबंधक +प्रबंधन +प्रबद्ध +प्रबद्धः +प्रबद्धकरसंपुटः +प्रबद्धकरसंपुटाः +प्रबद्धा +प्रबध्नन्ति +प्रबध्नाति +प्रबध्य +प्रबध्यते +प्रबन्ध +प्रबन्धं +प्रबन्धः +प्रबन्धक +प्रबन्धकः +प्रबन्धकल्पना +प्रबन्धकल्पनां +प्रबन्धकाः +प्रबन्धकानां +प्रबन्धकान् +प्रबन्धचिन्तामणि +प्रबन्धचिन्तामणिः +प्रबन्धचिन्तामणौ +प्रबन्धन +प्रबन्धनं +प्रबन्धनम् +प्रबन्धनस्य +प्रबन्धने +प्रबन्धनेन +प्रबन्धप्रकरणम् +प्रबन्धप्रकाश +प्रबन्धप्रकाशः +प्रबन्धम् +प्रबन्धयेत् +प्रबन्धरचनाया +प्रबन्धस्य +प्रबन्धा +प्रबन्धाः +प्रबन्धाध्यायः +प्रबन्धानां +प्रबन्धान् +प्रबन्धे +प्रबन्धेन +प्रबन्धेषु +प्रबन्धेऽपि +प्रबन्धो +प्रबन्धोयं +प्रबन्धोऽयं +प्रबबन्ध +प्रबभूव +प्रबभौ +प्रबल +प्रबलं +प्रबलः +प्रबलतमसामेवंप्रायाः +प्रबलतया +प्रबलतर +प्रबलता +प्रबलत्वात् +प्रबलत्वेन +प्रबलमपि +प्रबलमिति +प्रबलम् +प्रबलयति +प्रबलया +प्रबलस्य +प्रबला +प्रबलां +प्रबलाः +प्रबलाधिष्ठितत्वात् +प्रबलानामेव +प्रबलानि +प्रबलान् +प्रबले +प्रबलेन +प्रबलेषु +प्रबलैः +प्रबलो +प्रबलोऽनिलः +प्रबलोऽपि +प्रबलौ +प्रबाधते +प्रबाधन्ते +प्रबाधितुम् +प्रबाध्यते +प्रबाल +प्रबालं +प्रबालः +प्रबाले +प्रबाहवा +प्रबाहुक् +प्रबाहुग् +प्रबाहू +प्रबिभेद +प्रबीना +प्रबुद्ध +प्रबुद्धं +प्रबुद्धः +प्रबुद्धता +प्रबुद्धनगरमण्डलम् +प्रबुद्धपुण्डरीकाक्षं +प्रबुद्धम् +प्रबुद्धलीलोवाच +प्रबुद्धवान् +प्रबुद्धश्च +प्रबुद्धस्तु +प्रबुद्धस्य +प्रबुद्धस्यैव +प्रबुद्धा +प्रबुद्धां +प्रबुद्धाः +प्रबुद्धात्मा +प्रबुद्धानां +प्रबुद्धान् +प्रबुद्धाय +प्रबुद्धाश्च +प्रबुद्धास्तु +प्रबुद्धे +प्रबुद्धेन +प्रबुद्धैः +प्रबुद्धो +प्रबुद्धोऽथ +प्रबुद्धोऽपि +प्रबुद्धोऽसि +प्रबुद्धोऽस्मि +प्रबुद्धोऽहं +प्रबुद्धौ +प्रबुद्ध्यते +प्रबुधा +प्रबुधां +प्रबुधे +प्रबुध्य +प्रबुध्यत +प्रबुध्यते +प्रबुध्यन्ते +प्रबुध्यमानाय +प्रबुध्यस्व +प्रबुध्यैव +प्रबुबुधे +प्रबुबोध +प्रबूत +प्रबूहि +प्रबेभिदय्य +प्रबेशार्थं +प्रबो +प्रबोध +प्रबोधं +प्रबोधः +प्रबोधक +प्रबोधकम् +प्रबोधकाले +प्रबोधचन्द्रोदयः +प्रबोधचन्द्रोदयम् +प्रबोधचन्द्रोदये +प्रबोधतः +प्रबोधन +प्रबोधनं +प्रबोधनम् +प्रबोधनात् +प्रबोधनाय +प्रबोधनार्थं +प्रबोधनी +प्रबोधने +प्रबोधन्यां +प्रबोधन्यान्तु +प्रबोधप्रकरणम् +प्रबोधम् +प्रबोधय +प्रबोधयति +प्रबोधयन् +प्रबोधयन्ति +प्रबोधयन्ती +प्रबोधयामास +प्रबोधयामि +प्रबोधयितुं +प्रबोधयितुमिच्छति +प्रबोधयेत् +प्रबोधयेत्यादिशता +प्रबोधवान् +प्रबोधवासरे +प्रबोधश्च +प्रबोधसमये +प्रबोधसुधाकरः +प्रबोधस्य +प्रबोधात् +प्रबोधानन्तरं +प्रबोधाय +प्रबोधार्थं +प्रबोधितः +प्रबोधितवता +प्रबोधितस्तेन +प्रबोधिता +प्रबोधिताः +प्रबोधितो +प्रबोधिनी +प्रबोधिनीं +प्रबोधिन्या +प्रबोधिन्यां +प्रबोधे +प्रबोधेन +प्रबोधो +प्रबोध्य +प्रबोध्यते +प्रब्रवाम +प्रब्रवामा +प्रब्रवामेति +प्रब्रवीति +प्रब्रवीतु +प्रब्रवीमि +प्रब्रवीम्यहम् +प्रब्रवीषि +प्रब्रवीहि +प्रब्रुवाणः +प्रब्रुवाणा +प्रब्रुवीत +प्रब्रूत +प्रब्रूतात्प्रप्र +प्रब्रूतादिति +प्रब्रूताद्यज्ञम्प्रप्र +प्रब्रूते +प्रब्रूतेत्याहुः +प्रब्रूयात् +प्रब्रूयुः +प्रब्रूषे +प्रब्रूहि +प्रब्रूहीति +प्रभ +प्रभं +प्रभंजनः +प्रभः +प्रभक्तानां +प्रभक्तितः +प्रभक्षिताः +प्रभग्नं +प्रभग्ना +प्रभग्नां +प्रभग्नाः +प्रभग्ने +प्रभग्नेषु +प्रभञ्जन +प्रभञ्जनं +प्रभञ्जनः +प्रभञ्जनम् +प्रभञ्जनेन +प्रभञ्जनो +प्रभञ्जन् +प्रभति +प्रभद्रकं +प्रभद्रकम् +प्रभद्रकाः +प्रभद्रकैः +प्रभद्रादिवर्गः +प्रभमाह +प्रभम् +प्रभया +प्रभयेव +प्रभयैव +प्रभर +प्रभरध्वम् +प्रभरा +प्रभरामहे +प्रभरे +प्रभर्मणि +प्रभव +प्रभवं +प्रभवंति +प्रभवः +प्रभवत +प्रभवतः +प्रभवता +प्रभवतां +प्रभवति +प्रभवतीति +प्रभवतीत्यर्थः +प्रभवतु +प्रभवते +प्रभवतो +प्रभवत्यपि +प्रभवत्यस्मादिति +प्रभवत्यहरागमे +प्रभवत्येव +प्रभवनम् +प्रभवनशीलं +प्रभवन् +प्रभवन्ति +प्रभवन्ती +प्रभवन्तीः +प्रभवन्तीति +प्रभवन्तु +प्रभवन्ते +प्रभवन्तो +प्रभवन्त्यपि +प्रभवन्त्यहरागमे +प्रभवन्त्युग्रकर्माणः +प्रभवन्त्येते +प्रभवन्त्येव +प्रभवप्रलययोः +प्रभवम् +प्रभवश्च +प्रभवश्चैव +प्रभवसि +प्रभवस्तथा +प्रभवस्तस्य +प्रभवस्य +प्रभवहेतुः +प्रभवा +प्रभवाः +प्रभवाणि +प्रभवात् +प्रभवात्प्रत्यक्षानुमानाभ्याम् +प्रभवादयः +प्रभवादि +प्रभवादेः +प्रभवाप्यय +प्रभवाप्ययः +प्रभवाप्ययधर्माण +प्रभवाप्ययधर्माणाः +प्रभवाप्ययम् +प्रभवाप्यययोगेन +प्रभवाप्ययौ +प्रभवाम +प्रभवामः +प्रभवामि +प्रभवाम्यहम् +प्रभवाय +प्रभवाव्ययम् +प्रभविता +प्रभवितुं +प्रभविष्णवः +प्रभविष्णवे +प्रभविष्णु +प्रभविष्णुः +प्रभविष्णुता +प्रभविष्णुना +प्रभविष्णुभिः +प्रभविष्णुषु +प्रभविष्यंति +प्रभविष्यतः +प्रभविष्यति +प्रभविष्यन्ति +प्रभविष्यामि +प्रभवे +प्रभवेण +प्रभवेत् +प्रभवेदिति +प्रभवेन्मनोहरमिदं +प्रभवेयुः +प्रभवेषु +प्रभवो +प्रभवोऽपि +प्रभवोऽव्ययः +प्रभा +प्रभां +प्रभाः +प्रभाउ +प्रभाऊ +प्रभाकर +प्रभाकरं +प्रभाकरः +प्रभाकरम् +प्रभाकरस्य +प्रभाकराय +प्रभाकरी +प्रभाकरीविवृतिसहिता +प्रभाकरे +प्रभाकरेण +प्रभाकरो +प्रभाकरौ +प्रभाकर्यां +प्रभाक् +प्रभाक्षयः +प्रभाग +प्रभागः +प्रभागाः +प्रभागे +प्रभाणां +प्रभात +प्रभातं +प्रभातकल्पा +प्रभातकाले +प्रभातके +प्रभातनीलोत्पलदीनलोचनः +प्रभातमिति +प्रभातम् +प्रभातवर्णनम् +प्रभातवेला +प्रभातवेलां +प्रभातवेलेव +प्रभातसमय +प्रभातसमये +प्रभाता +प्रभातां +प्रभाताः +प्रभातायां +प्रभातायाम् +प्रभाति +प्रभाते +प्रभातेषु +प्रभातेऽथ +प्रभातेऽस्वस्तिदाःऽ +प्रभान्ति +प्रभान्वितः +प्रभान्विताः +प्रभापते +प्रभाभिः +प्रभामण्डलमण्डितम् +प्रभामयः +प्रभामहत्या +प्रभामिव +प्रभाम् +प्रभाय +प्रभाया +प्रभायां +प्रभायाः +प्रभायाश्च +प्रभायै +प्रभारसम् +प्रभारूपा +प्रभालेपी +प्रभाव +प्रभावं +प्रभावः +प्रभावक +प्रभावज्ञाः +प्रभावज्ञो +प्रभावञ्च +प्रभावतः +प्रभावतश्च +प्रभावताम् +प्रभावति +प्रभावती +प्रभावतीं +प्रभावतीम् +प्रभावतो +प्रभावत् +प्रभावत्या +प्रभावत्यां +प्रभावत्याः +प्रभावत्याम् +प्रभावत्याश्च +प्रभावना +प्रभावनाः +प्रभावन्तः +प्रभावन्तो +प्रभावमतुलं +प्रभावमालोक्य +प्रभावमुच्चैस्तव +प्रभावम् +प्रभावयति +प्रभावयन्ति +प्रभावयितुं +प्रभावयेति +प्रभावयेत् +प्रभाववान् +प्रभाववित् +प्रभावशालिनः +प्रभावशाली +प्रभावश्च +प्रभावसे +प्रभावस्तु +प्रभावस्ते +प्रभावस्य +प्रभावा +प्रभावाः +प्रभावाच्च +प्रभावात् +प्रभावात्तस्य +प्रभावात्तु +प्रभावादिति +प्रभावादेव +प्रभावाद् +प्रभावाद्धि +प्रभावाद्विविधोऽभवत् +प्रभावान् +प्रभावान्नात्र +प्रभावाश्च +प्रभावि +प्रभाविणः +प्रभावित +प्रभावितं +प्रभावितः +प्रभावितम् +प्रभावितयन्ति +प्रभाविता +प्रभाविताः +प्रभावितानि +प्रभावितो +प्रभाविनः +प्रभावी +प्रभावे +प्रभावेण +प्रभावेणैव +प्रभावेन +प्रभावेषु +प्रभावैः +प्रभावैश्च +प्रभावो +प्रभावोऽपि +प्रभावोऽयं +प्रभावोऽस्य +प्रभावौ +प्रभाव्यते +प्रभाष +प्रभाषत +प्रभाषते +प्रभाषन्ते +प्रभाषसे +प्रभाषितं +प्रभाषितः +प्रभाषितम् +प्रभाषिता +प्रभाषितुम् +प्रभाषेत +प्रभाष्य +प्रभाष्यते +प्रभास +प्रभासं +प्रभासः +प्रभासकम् +प्रभासके +प्रभासक्षेत्र +प्रभासक्षेत्रं +प्रभासक्षेत्रमासाद्य +प्रभासक्षेत्रमाहात्म्य +प्रभासक्षेत्रमाहात्म्ये +प्रभासक्षेत्रस्य +प्रभासक्षेत्रे +प्रभासखंडे +प्रभासखण्डः +प्रभासखण्डे +प्रभासतीर्थे +प्रभासते +प्रभासमिति +प्रभासमेत्य +प्रभासयन् +प्रभासश्च +प्रभासस्य +प्रभासा +प्रभासां +प्रभासादीनि +प्रभासाद्यानि +प्रभासाय +प्रभासि +प्रभासु +प्रभासे +प्रभासेति +प्रभासेन +प्रभासो +प्रभास् +प्रभास्मि +प्रभास्वरं +प्रभास्वरः +प्रभास्वरम् +प्रभास्वरा +प्रभाहि +प्रभाऽस्मि +प्रभिद्यते +प्रभिद्यन्ते +प्रभिन्ते +प्रभिन्दन् +प्रभिन्न +प्रभिन्नं +प्रभिन्नः +प्रभिन्नकरटामुखाः +प्रभिन्नदिग्वारणवाहनो +प्रभिन्नमिव +प्रभिन्ना +प्रभिन्नाः +प्रभिन्नानां +प्रभिन्नाविव +प्रभिन्ने +प्रभिन्नेन +प्रभिन्नो +प्रभी +प्रभु +प्रभुं +प्रभुंक्ते +प्रभुंक्ष्व +प्रभुंजति +प्रभुंजते +प्रभुः +प्रभुक्त +प्रभुक्तं +प्रभुक्त्वा +प्रभुक्त्वैव +प्रभुज्य +प्रभुज्यते +प्रभुञ्जती +प्रभुञ्जते +प्रभुञ्जीत +प्रभुणा +प्रभुतया +प्रभुता +प्रभुतां +प्रभुत्व +प्रभुत्वं +प्रभुत्वमपि +प्रभुत्वमविवेकिता +प्रभुत्वम् +प्रभुत्वात् +प्रभुत्वे +प्रभुत्वेन +प्रभुत्वेनावतिष्ठते +प्रभुदत्तशास्त्री +प्रभुधियः +प्रभुना +प्रभुपादः +प्रभुप्रसादो +प्रभुभक्तश्च +प्रभुभिः +प्रभुमव्ययम् +प्रभुमीशानं +प्रभुमीश्वरम् +प्रभुम् +प्रभुर +प्रभुरच्युतः +प्रभुरत्र +प्रभुरपि +प्रभुरयं +प्रभुरव्ययः +प्रभुरस्मि +प्रभुरहं +प्रभुरहमन्यनृणां +प्रभुरागत्य +प्रभुरात्मनः +प्रभुरात्मा +प्रभुरायुषः +प्रभुरिति +प्रभुरिव +प्रभुरीश्वरः +प्रभुरेकः +प्रभुरेव +प्रभुरेष +प्रभुर् +प्रभुर्गात्राणि +प्रभुर्धनपरायणः +प्रभुर्न +प्रभुर्नारायणो +प्रभुर्भवति +प्रभुर्भवेत् +प्रभुर्मतः +प्रभुर्यः +प्रभुर्यतः +प्रभुर्वा +प्रभुर्वै +प्रभुर्हरिः +प्रभुर्हि +प्रभुविमितं +प्रभुशक्ति +प्रभुशक्तिं +प्रभुशक्तिः +प्रभुशक्तिसमन्विताः +प्रभुशक्त्या +प्रभुश्च +प्रभुश्चेति +प्रभुश्चैव +प्रभुषु +प्रभुस्तत्र +प्रभुस्तस्य +प्रभुस्त्वं +प्रभुऽवसो +प्रभू +प्रभूः +प्रभूणा +प्रभूणां +प्रभूणामपि +प्रभूणाम् +प्रभूत +प्रभूतं +प्रभूतः +प्रभूतकनकान्नगोमहीदानादिका +प्रभूतञ्च +प्रभूततया +प्रभूततरं +प्रभूततरा +प्रभूततोया +प्रभूतधन +प्रभूतधनः +प्रभूतधनधान्यवान् +प्रभूतधनस्य +प्रभूतपयसो +प्रभूतमन्नं +प्रभूतमाह +प्रभूतम् +प्रभूतयवसेन्धनम् +प्रभूतया +प्रभूतस्य +प्रभूतहविषं +प्रभूता +प्रभूतां +प्रभूताः +प्रभूतात्मस्वसुखलाभादिति +प्रभूतादिभ्यः +प्रभूतानां +प्रभूतानि +प्रभूतान् +प्रभूतान्नं +प्रभूतान्व्रीहीन्निर्वपति +प्रभूताय +प्रभूताविलमूत्रता +प्रभूताश्च +प्रभूति +प्रभूतिश्च +प्रभूती +प्रभूते +प्रभूतेन +प्रभूतेषु +प्रभूतै +प्रभूतैः +प्रभूतो +प्रभूतौ +प्रभूत्यै +प्रभूनां +प्रभून् +प्रभूयते +प्रभूरसि +प्रभूवसुराङ्गिरसः +प्रभूवसो +प्रभूषतः +प्रभृ +प्रभृतं +प्रभृतः +प्रभृतम् +प्रभृतय +प्रभृतयः +प्रभृतयश्च +प्रभृतयो +प्रभृतयोऽप्यत्र +प्रभृतस्य +प्रभृता +प्रभृति +प्रभृतिं +प्रभृतिः +प्रभृतिग्रहणस्य +प्रभृतिभिः +प्रभृतिभ्यः +प्रभृतिभ्यो +प्रभृतिर्मुखं +प्रभृतिशब्देन +प्रभृतिषु +प्रभृतीति +प्रभृतीनां +प्रभृतीनाम् +प्रभृतीनि +प्रभृतीन् +प्रभृतीरभिव्याहारयति +प्रभृतेः +प्रभृतो +प्रभृतौ +प्रभृत्यवनताङ्गि +प्रभृत्यसौ +प्रभृत्या +प्रभृत्याग्रहायणी +प्रभृत्येव +प्रभृत्येष +प्रभृत्य् +प्रभृथे +प्रभृथेषु +प्रभृ॑तस्य +प्रभृ॑ता॒ +प्रभृ॒थे +प्रभे +प्रभेति +प्रभेद +प्रभेदं +प्रभेदः +प्रभेदतः +प्रभेदमाह +प्रभेदयेत् +प्रभेदस्य +प्रभेदा +प्रभेदाः +प्रभेदानां +प्रभेदान् +प्रभेदे +प्रभेदेन +प्रभेदेषु +प्रभेदैः +प्रभेदो +प्रभेदोऽयं +प्रभेदौ +प्रभेव +प्रभैव +प्रभो +प्रभोः +प्रभोकृष्ण +प्रभोक्तव्यं +प्रभोक्ता +प्रभोजनम् +प्रभोजयेत् +प्रभोत्स्यते +प्रभोनारायण +प्रभोरग्रे +प्रभोरभूत् +प्रभोरिति +प्रभोर् +प्रभोर्दर्शनं +प्रभोऽधुना +प्रभौ +प्रभ्रश्यते +प्रभ्रष्टं +प्रभ्वी +प्रभ्वीस्तास्ते +प्रम +प्रमँहिष्ठीयं +प्रमंहिष्ठीयं +प्रमंहिष्ठीयम् +प्रमः +प्रमगन्दस्य +प्रमज्यते +प्रमण +प्रमणं +प्रमणम् +प्रमतः +प्रमति +प्रमतिं +प्रमतिः +प्रमतिम् +प्रमतिरस्य +प्रमतिरुवाच +प्रमतिर्नाम +प्रमत्त +प्रमत्तं +प्रमत्तः +प्रमत्तगीतं +प्रमत्तता +प्रमत्तताम् +प्रमत्तश्च +प्रमत्तस्य +प्रमत्ता +प्रमत्तां +प्रमत्ताः +प्रमत्तानां +प्रमत्तानाम् +प्रमत्ताय +प्रमत्ताश्च +प्रमत्ते +प्रमत्तेन +प्रमत्तेषु +प्रमत्तो +प्रमत्तौ +प्रमत्य +प्रमत्या +प्रमथ +प्रमथः +प्रमथगणाः +प्रमथदैवतः +प्रमथनं +प्रमथनम् +प्रमथनशीलम् +प्रमथनशीलानि +प्रमथनाथ +प्रमथपतये +प्रमथा +प्रमथाः +प्रमथादीनां +प्रमथाधिप +प्रमथाधिपः +प्रमथानां +प्रमथानीकं +प्रमथान् +प्रमथाश्च +प्रमथासुरसैन्ययोः +प्रमथासुराः +प्रमथास्तथा +प्रमथिताः +प्रमथितुं +प्रमथे +प्रमथेश्वरः +प्रमथेषु +प्रमथैः +प्रमथैश्च +प्रमथ्नाति +प्रमथ्य +प्रमथ्या +प्रमद +प्रमदं +प्रमदः +प्रमदनं +प्रमदया +प्रमदवनं +प्रमदवनम् +प्रमदवनस्य +प्रमदवने +प्रमदसंकुलाः +प्रमदसंमदौ +प्रमदसम्मदौ +प्रमदा +प्रमदां +प्रमदाः +प्रमदाजनः +प्रमदाजनस्य +प्रमदाजनानां +प्रमदाजनानाम् +प्रमदातनौ +प्रमदादयः +प्रमदानां +प्रमदानामधुना +प्रमदाप्रियः +प्रमदाभिः +प्रमदाभ्यो +प्रमदामः +प्रमदामधिकृत्य +प्रमदामिव +प्रमदाय +प्रमदायां +प्रमदायाः +प्रमदावनम् +प्रमदावने +प्रमदाशतम् +प्रमदाश्च +प्रमदाश्चैव +प्रमदासु +प्रमदितव्यं +प्रमदितव्यम् +प्रमदे +प्रमदेन +प्रमदेव +प्रमदो +प्रमदोत्तमा +प्रमदोत्तमाः +प्रमदोत्तमाम् +प्रमद्वरा +प्रमद्वराम् +प्रमना +प्रमनाः +प्रमन्दते +प्रमन्महे +प्रमन्यवः +प्रममाथ +प्रममार्ज +प्रमय +प्रमयं +प्रमया +प्रमयाभिमया +प्रमये +प्रमर +प्रमर्दनः +प्रमर्दनम् +प्रमर्दने +प्रमर्दयन् +प्रमर्दयेत् +प्रमर्द्दनः +प्रमहसा +प्रमा +प्रमां +प्रमाः +प्रमाकरणं +प्रमाजनकत्वं +प्रमाण +प्रमाणं +प्रमाणः +प्रमाणकं +प्रमाणकथनम् +प्रमाणकम् +प्रमाणके +प्रमाणकोट्यां +प्रमाणज्ञानं +प्रमाणज्ञानस्य +प्रमाणज्ञैः +प्रमाणञ्च +प्रमाणत +प्रमाणतः +प्रमाणतया +प्रमाणतर्कसाधनोपालम्भः +प्रमाणतर्काभ्यां +प्रमाणतश्च +प्रमाणता +प्रमाणतां +प्रमाणताम् +प्रमाणतो +प्रमाणतोऽर्थप्रतिपत्तौ +प्रमाणत्रयं +प्रमाणत्व +प्रमाणत्वं +प्रमाणत्वमिति +प्रमाणत्वम् +प्रमाणत्वस्य +प्रमाणत्वात् +प्रमाणत्वादिति +प्रमाणत्वे +प्रमाणत्वेन +प्रमाणद्वयम् +प्रमाणद्वारा +प्रमाणन +प्रमाणनिरूपणम् +प्रमाणन्तु +प्रमाणपत्रं +प्रमाणपत्रम् +प्रमाणपत्राणि +प्रमाणपदं +प्रमाणपदवीं +प्रमाणपद्धतिमध्यास्ते +प्रमाणपरतया +प्रमाणपरिच्छेदे +प्रमाणपरिमाणाभ्यां +प्रमाणपुरस्सरं +प्रमाणपूर्वकं +प्रमाणप्रकरणे +प्रमाणप्रमेय +प्रमाणप्रसिद्धिं +प्रमाणफलं +प्रमाणफलमिति +प्रमाणफलम् +प्रमाणबलात् +प्रमाणबलेन +प्रमाणबाधः +प्रमाणबाधितत्वात् +प्रमाणभावं +प्रमाणभूत +प्रमाणभूतं +प्रमाणभूतः +प्रमाणभूतश्रुतिविरोधात् +प्रमाणभूता +प्रमाणभूताः +प्रमाणभूतानि +प्रमाणभूतो +प्रमाणम +प्रमाणमत +प्रमाणमत्र +प्रमाणमधुना +प्रमाणमन्तः +प्रमाणमन्तःकरणप्रवृत्तयः +प्रमाणमपि +प्रमाणमप्रमाणं +प्रमाणमफलं +प्रमाणमभिधाय +प्रमाणमभिधीयते +प्रमाणमस्ति +प्रमाणमस्तीति +प्रमाणमस्तु +प्रमाणमस्य +प्रमाणमस्या +प्रमाणमस्याः +प्रमाणमस्येति +प्रमाणमाला +प्रमाणमाह +प्रमाणमाहुः +प्रमाणमि +प्रमाणमिच्छा +प्रमाणमिति +प्रमाणमित्यत +प्रमाणमित्यर्थः +प्रमाणमित्यादि +प्रमाणमित्याशङ्क्याह +प्रमाणमित्याह +प्रमाणमित्युक्तं +प्रमाणमित्युक्तम् +प्रमाणमिदं +प्रमाणमिदमीरितम् +प्रमाणमिष्टं +प्रमाणमिष्यते +प्रमाणमिह +प्रमाणमीमांसा +प्रमाणमुक्तं +प्रमाणमुक्तम् +प्रमाणमुच्यते +प्रमाणमुपलभामह +प्रमाणमेव +प्रमाणमेवं +प्रमाणमेवेति +प्रमाणम् +प्रमाणम्ऽ +प्रमाणम्‌ +प्रमाणय +प्रमाणयति +प्रमाणयन् +प्रमाणयन्ति +प्रमाणया +प्रमाणयितुं +प्रमाणयोः +प्रमाणयोग्यता +प्रमाणयोर्विरोधे +प्रमाणरहितं +प्रमाणराशिः +प्रमाणराशिना +प्रमाणरूपेण +प्रमाणलक्षणं +प्रमाणलक्षणम् +प्रमाणलक्षणे +प्रमाणवचनं +प्रमाणवचनादीना +प्रमाणवचनादीनां +प्रमाणवचनानि +प्रमाणवती +प्रमाणवतो +प्रमाणवत् +प्रमाणवाचिनि +प्रमाणवान् +प्रमाणवार्तिकम् +प्रमाणवाली +प्रमाणविपर्ययविकल्पनिद्रास्मृतयः +प्रमाणविरुद्धं +प्रमाणविरुद्धमिति +प्रमाणविरुद्धम् +प्रमाणविरोधः +प्रमाणविशेषः +प्रमाणविषयः +प्रमाणविषयता +प्रमाणविषये +प्रमाणव्यापारः +प्रमाणशब्दः +प्रमाणशब्देन +प्रमाणशून्यत्वात् +प्रमाणसंबन्धः +प्रमाणसिद्ध +प्रमाणसिद्धं +प्रमाणसिद्धः +प्रमाणसिद्धत्वात् +प्रमाणसिद्धम् +प्रमाणसिद्धस्य +प्रमाणसिद्धे +प्रमाणसिद्ध्या +प्रमाणस्य +प्रमाणस्यापि +प्रमाणस्येति +प्रमाणस्यैव +प्रमाणहीने +प्रमाणा +प्रमाणां +प्रमाणांशे +प्रमाणाः +प्रमाणात +प्रमाणात् +प्रमाणादयः +प्रमाणादयो +प्रमाणादि +प्रमाणादिना +प्रमाणादिभिः +प्रमाणादीनां +प्रमाणादीनि +प्रमाणादेः +प्रमाणादेव +प्रमाणाद् +प्रमाणाद्धि +प्रमाणाधिकः +प्रमाणानां +प्रमाणानामिति +प्रमाणानाम् +प्रमाणानाम्‌ +प्रमाणानि +प्रमाणानीति +प्रमाणानुपपत्तिः +प्रमाणानुसारेण +प्रमाणान्त +प्रमाणान्तर +प्रमाणान्तरं +प्रमाणान्तरतः +प्रमाणान्तरतो +प्रमाणान्तरत्वं +प्रमाणान्तरत्वे +प्रमाणान्तरप्रतिपन्नानामपि +प्रमाणान्तरमपि +प्रमाणान्तरमस्ति +प्रमाणान्तरमाह +प्रमाणान्तरमिति +प्रमाणान्तरमेव +प्रमाणान्तरम् +प्रमाणान्तरविरोध +प्रमाणान्तरविरोधः +प्रमाणान्तरविरोधे +प्रमाणान्तरविरोधेन +प्रमाणान्तरविरोधो +प्रमाणान्तरविषयत्वे +प्रमाणान्तरसंभवे +प्रमाणान्तरसिद्ध +प्रमाणान्तरसिद्धत्वे +प्रमाणान्तरसिद्धे +प्रमाणान्तरस्य +प्रमाणान्तरा +प्रमाणान्तरागोचरत्वात् +प्रमाणान्तरागोचरे +प्रमाणान्तराणि +प्रमाणान्तरात् +प्रमाणान्तराधीनः +प्रमाणान्तरानुसाराच्चतुर्युगपरः +प्रमाणान्तरापेक्षत्वात् +प्रमाणान्तरापेक्षा +प्रमाणान्तराबाधिते +प्रमाणान्तराभावात् +प्रमाणान्तरे +प्रमाणान्तरेण +प्रमाणान्तरेणाभिभूयते +प्रमाणान्तरेणार्थमुपलभ्य +प्रमाणान्तरेणेति +प्रमाणान्तरेति +प्रमाणान्याह 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+प्रमादालस्यनिद्राभिस्तन्निबध्नाति +प्रमादित्वं +प्रमादिनः +प्रमादिनम् +प्रमादिना +प्रमादिनां +प्रमादिनाम् +प्रमादिनो +प्रमादिभिः +प्रमादिषु +प्रमादी +प्रमादे +प्रमादेन +प्रमादेनापि +प्रमादेषु +प्रमादो +प्रमादोऽनवधानता +प्रमाद्यतः +प्रमाद्यति +प्रमाद्यन्तं +प्रमाद्यन्ति +प्रमाद्यसि +प्रमाद्येत +प्रमापकं +प्रमापकः +प्रमापणं +प्रमापणम् +प्रमापणे +प्रमापयति +प्रमापयेत् +प्रमापितः +प्रमाप्य +प्रमाप्याकामतो +प्रमाय +प्रमायते +प्रमाया +प्रमायां +प्रमायाः +प्रमायास्तु +प्रमायुकं +प्रमायुकः +प्रमायुका +प्रमायुकाः +प्रमायुको +प्रमार्जति +प्रमार्जनं +प्रमार्जनम् +प्रमार्जनी +प्रमार्जयेत् +प्रमार्जितं +प्रमार्जिष्यामि +प्रमार्ज्य +प्रमार्ण +प्रमार्ष्टि +प्रमार्ष्टुं +प्रमार्ष्टुम् +प्रमालक्षणं +प्रमाविषय +प्रमासि +प्रमाहेतुः +प्रमि +प्रमिणोति +प्रमित +प्रमितं +प्रमितः +प्रमितत्वात् +प्रमितत्वे +प्रमितत्वेन +प्रमितम् +प्रमितस्य +प्रमितस्यैव +प्रमिता +प्रमिताक्षरा +प्रमिताक्षरापि +प्रमिताक्षरावृत्तम् +प्रमिताधिकरणम् +प्रमिताल्पाशनं +प्रमिति +प्रमितिः +प्रमितिरिति +प्रमितिर्नाम +प्रमितिविषय +प्रमिते 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+प्रमुच्य +प्रमुच्यंते +प्रमुच्यत +प्रमुच्यताम् +प्रमुच्यते +प्रमुच्यन्त +प्रमुच्यन्ते +प्रमुच्येत +प्रमुञ्च +प्रमुञ्चत +प्रमुञ्चति +प्रमुञ्चतु +प्रमुञ्चन् +प्रमुञ्चन्ति +प्रमुञ्चन्ती +प्रमुञ्चन्तो +प्रमुञ्चमाना +प्रमुञ्चेयुः +प्रमुञ्चेऽहं +प्रमुद +प्रमुदं +प्रमुदः +प्रमुदा +प्रमुदित +प्रमुदितं +प्रमुदितः +प्रमुदितचित्तः +प्रमुदितमनसः +प्रमुदितमना +प्रमुदितमनाः +प्रमुदितवदना +प्रमुदितविहारे +प्रमुदितहृदयः +प्रमुदिता +प्रमुदिताः +प्रमुदितायां +प्रमुदितु +प्रमुदिते +प्रमुदितेन +प्रमुदितैः +प्रमुदितो +प्रमुदितोऽभवत् +प्रमुदे +प्रमुदो +प्रमुमुग्धि +प्रमुमुग्ध्यस्मत् +प्रमुमुचे +प्रमुमोक्तु +प्रमुमोच +प्रमुमोद +प्रमुमोह +प्रमुषिता +प्रमुषितो +प्रमुह्यति +प्रमूढता +प्रमूढाः +प्रमृजेत् +प्रमृज्य +प्रमृज्यताम् +प्रमृज्यात् +प्रमृज्यात्ततो +प्रमृणन् +प्रमृणन्तमोजसा +प्रमृणन्तम् +प्रमृणाभिः +प्रमृणीहि +प्रमृणो +प्रमृतं +प्रमृता +प्रमृति +प्रमृते +प्रमृतेन +प्रमृद्य +प्रमृशतः +प्रमृशाय +प्रमृषे +प्रमृष्ट +प्रमृष्टं +प्रमृष्टम् +प्रमृष्टा +प्रमृष्टे +प्रमृ॒णन्त॒मोज॑सा +प्रमृ॒णो +प्रमे +प्रमेण 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+प्रमोचय +प्रमोचयेत् +प्रमोद +प्रमोदं +प्रमोदः +प्रमोदकः +प्रमोदकम् +प्रमोदतः +प्रमोदते +प्रमोदनं +प्रमोदनः +प्रमोदनम् +प्रमोदन्ते +प्रमोदम् +प्रमोदश्च +प्रमोदस्थानम् +प्रमोदस्य +प्रमोदा +प्रमोदाः +प्रमोदात् +प्रमोदात्मा +प्रमोदादुद्भ्रान्ता +प्रमोदामोदसंमदाः +प्रमोदाय +प्रमोदितः +प्रमोदिताः +प्रमोदिनी +प्रमोदे +प्रमोदेन +प्रमोदो +प्रमोषीः +प्रमोषीरिति +प्रमोषे +प्रमोषो +प्रमोह +प्रमोहं +प्रमोहः +प्रमोहयन्त्याशु +प्रमोहे +प्रमोहो +प्रम् +प्रम्लानारुणिमेव +प्रम्लोचन्ती +प्रम्लोचा +प्रम्लोचोवाच +प्रम्लोचोवाच॒ +प्रम॑तिं +प्रम॑तिः +प्रम॑दित॒व्यम् +प्रमꣳहिष्ठीयम् +प्रय +प्रयं +प्रयंसत् +प्रयंसि +प्रयः +प्रयः॑ +प्रयक्षं +प्रयक्षे +प्रयच्छ +प्रयच्छंति +प्रयच्छंती +प्रयच्छंतु +प्रयच्छत +प्रयच्छतं +प्रयच्छतः +प्रयच्छतमित्यर्थः +प्रयच्छतम् +प्रयच्छता +प्रयच्छतां +प्रयच्छताम् +प्रयच्छति +प्रयच्छतीति +प्रयच्छतीत्यर्थः +प्रयच्छतीत्येकेषाम् +प्रयच्छतु +प्रयच्छते +प्रयच्छतेति +प्रयच्छतेत्यर्थः +प्रयच्छतो +प्रयच्छत् +प्रयच्छत्यथ +प्रयच्छत्विति +प्रयच्छत्वित्यर्थः +प्रयच्छथ +प्रयच्छध्वं +प्रयच्छन् +प्रयच्छन्त +प्रयच्छन्तं +प्रयच्छन्तः +प्रयच्छन्तम् +प्रयच्छन्ति +प्रयच्छन्ती +प्रयच्छन्तीति +प्रयच्छन्तीत्यर्थः +प्रयच्छन्तु +प्रयच्छन्तो +प्रयच्छन्त्यरयो +प्रयच्छन्त्विति +प्रयच्छन्नाह +प्रयच्छन्न् +प्रयच्छसि +प्रयच्छसीति +प्रयच्छसीत्यर्थः +प्रयच्छस्व +प्रयच्छाद्य +प्रयच्छाम +प्रयच्छामः +प्रयच्छामि +प्रयच्छामीति +प्रयच्छामो +प्रयच्छाशु +प्रयच्छास्मै +प्रयच्छे +प्रयच्छेत +प्रयच्छेति +प्रयच्छेत् +प्रयच्छेत्तु +प्रयच्छेत्यर्थः +प्रयच्छेदिति +प्रयच्छेद् +प्रयच्छेयुः +प्रयच्छेश्वरे +प्रयच्छेष्टं +प्रयछति +प्रयछेत् +प्रयज्यते +प्रयज्यवः +प्रयज्यवो +प्रयज्यो +प्रयत +प्रयतं +प्रयतः +प्रयतत +प्रयतते +प्रयतध्वं +प्रयतध्वम् +प्रयतनं +प्रयतनीयं +प्रयतनीयम् +प्रयतन्त +प्रयतन्ते +प्रयतमानः +प्रयतमानम् +प्रयतमानसः +प्रयतमानस्य +प्रयतमाना +प्रयतमानाः +प्रयतमानानां +प्रयतमाने +प्रयतम् +प्रयतवस्त्रामलंकृतां +प्रयतश्च +प्रयतसे +प्रयतस्ततः +प्रयतस्य +प्रयतस्व +प्रयता +प्रयतां +प्रयताः +प्रयतात्मनः +प्रयतात्मना +प्रयतात्मनाम् +प्रयतात्मवान् +प्रयतात्मा +प्रयतानां +प्रयतानि +प्रयतान् +प्रयतामहे +प्रयताम् +प्रयति +प्रयतिं +प्रयतिः +प्रयतितं +प्रयतितमनसस्त्वां +प्रयतितम् +प्रयतितवान् +प्रयतितव्यं +प्रयतितव्यमिति +प्रयतितव्यमित्याह +प्रयतितव्यम् +प्रयतिता +प्रयतिष्यामि +प्रयतिष्ये +प्रयती +प्रयते +प्रयतेत +प्रयतेतारीन्न +प्रयतेन +प्रयतेनान्तरात्मना +प्रयतेरन् +प्रयतैः +प्रयतो +प्रयतोऽन्वहम् +प्रयतोऽपि +प्रयतौ +प्रयत्तवान् +प्रयत्न +प्रयत्नं +प्रयत्नः +प्रयत्नकरणम् +प्रयत्नत +प्रयत्नतः +प्रयत्नतो +प्रयत्नत्रैविध्यं +प्रयत्नपूर्वक +प्रयत्नपूर्वकं +प्रयत्नभेदे +प्रयत्नमकरोत् +प्रयत्नमपेक्ष्य +प्रयत्नम् +प्रयत्नवता +प्रयत्नवान् +प्रयत्नविशेषः +प्रयत्नविशेषेण +प्रयत्नशब्देन +प्रयत्नशील +प्रयत्नशीलः +प्रयत्नशीलाः +प्रयत्नशैथिल्यानन्तसमापत्तिभ्याम् +प्रयत्नश्च +प्रयत्नसंस्तम्भितविक्रियाणां +प्रयत्नस्तु +प्रयत्नस्य +प्रयत्ना +प्रयत्नाः +प्रयत्नात् +प्रयत्नादिति +प्रयत्नादेव +प्रयत्नाद् +प्रयत्नाद्यतमानस्तु +प्रयत्नानन्तरं +प्रयत्नानन्तरम् +प्रयत्नानन्तरीयकत्वं +प्रयत्नानन्तरीयकत्वम् +प्रयत्नानन्तरीयकत्वाद् +प्रयत्नानां +प्रयत्नान् +प्रयत्नान्तरं +प्रयत्नाभिसमाहितानि +प्रयत्नाश्च +प्रयत्ने +प्रयत्नेन +प्रयत्नेनापि +प्रयत्नेनेति +प्रयत्नेनैव +प्रयत्नेनोपपादयेत् +प्रयत्नैः +प्रयत्नो +प्रयत्नोऽपि +प्रयत्नोऽयं +प्रयत्य +प्रयत्यत +प्रयत्यते +प्रयत्यध्वरे +प्रयत्य् +प्रयत्र +प्रयत्रतः +प्रयत्रेन +प्रयत्सु +प्रयत्‍नतः +प्रयत्‍नेन +प्रयद्गा +प्रयद्गावो +प्रयन +प्रयन् +प्रयन्त +प्रयन्तर +प्रयन्ता +प्रयन्ति +प्रयन्तीति +प्रयन्तु +प्रयन्ते +प्रयन्तो +प्रयन्त्यभिसंविशन्ति +प्रयन्त्यभिसंविशन्तीति +प्रयन्त्य् +प्रयन्त्स्वः +प्रयन्धि +प्रयन्नेव +प्रयम +प्रयमं +प्रयमणं +प्रयमे +प्रयम् +प्रयम्य +प्रयय +प्रययः +प्रययतुः +प्रयया +प्रययावथ +प्रययावमरावतीम् +प्रययु +प्रययुः +प्रययुर्मुदा +प्रययुर्यत्र +प्रययुस्ततः +प्रययुस्तदा +प्रययुस्तस्य +प्रययुस्ते +प्रयये +प्रययो +प्रययौ +प्रयल +प्रयलतः +प्रयलेन +प्रयश्चित्तं +प्रयसः +प्रयसा +प्रयसे +प्रयस् +प्रयस्ता +प्रयस्य +प्रयस्यतां +प्रयस्यति +प्रयस्वत् +प्रयस्वन्तः +प्रयस्वन्तो +प्रयस्वान् +प्रया +प्रयां +प्रयांतं +प्रयांति +प्रयांतु +प्रयांत्येते +प्रयांत्येव +प्रयांसि +प्रयां॑सि +प्रयां॑सि॒ +प्रयाः +प्रयाग +प्रयागं +प्रयागः +प्रयागकः +प्रयागकम् +प्रयागके +प्रयागगमनं +प्रयागञ्च +प्रयागतीर्थे +प्रयागनगरे +प्रयागन्तु +प्रयागमरणं +प्रयागमरणेन +प्रयागमाहात्म्यं +प्रयागमाहात्म्ये +प्रयागमिति +प्रयागम् +प्रयागराज +प्रयागराजः +प्रयागश्च +प्रयागस्य +प्रयागा +प्रयागाख्यं +प्रयागाच्च +प्रयागात् +प्रयागादपि +प्रयागादिषु +प्रयागादीनि +प्रयागादौ +प्रयागे +प्रयागेण +प्रयागो +प्रयागोऽपर +प्रयाचते +प्रयाचितः +प्रयाच्य +प्रयाज +प्रयाजः +प्रयाजदेवं +प्रयाजदेवः +प्रयाजदेवतया +प्रयाजदेवता +प्रयाजदेवतां +प्रयाजदेवताः +प्रयाजदेवताभिः +प्रयाजदेवौ +प्रयाजप्रैषाः +प्रयाजयाज्याः +प्रयाजवत् +प्रयाजवद् +प्रयाजशेषेण +प्रयाजा +प्रयाजाः +प्रयाजादय +प्रयाजादयः +प्रयाजादयो +प्रयाजादि +प्रयाजादिवत् +प्रयाजादिषु +प्रयाजादीनां +प्रयाजादीनाम् +प्रयाजादीनि +प्रयाजादेः +प्रयाजानां +प्रयाजानामिष्टौ +प्रयाजानामुतानूयाजानाम् +प्रयाजानाम् +प्रयाजानिष्ट्वा +प्रयाजानिष्ट्वोदङ्ङत्याक्रम्य +प्रयाजानुयाजा +प्रयाजानुयाजाः +प्रयाजानुयाजानां +प्रयाजानुयाजौ +प्रयाजानूयाजान् +प्रयाजानूयाजेषु +प्रयाजान् +प्रयाजान्मे +प्रयाजान्यजति +प्रयाजे +प्रयाजेन +प्रयाजेप्रयाजे +प्रयाजेभ्यः +प्रयाजेभ्यो +प्रयाजेषु +प्रयाजेष्व् +प्रयाजैः +प्रयाजो +प्रयाण +प्रयाणं +प्रयाणकम् +प्रयाणकाल +प्रयाणकाले +प्रयाणकालेऽपि +प्रयाणकालौचित्यपर्येषाम् +प्रयाणकैः +प्रयाणन्तु +प्रयाणमुषसो +प्रयाणम् +प्रयाणवत् +प्रयाणवर्णनम् +प्रयाणविधिः +प्रयाणसमये +प्रयाणस्य +प्रयाणां +प्रयाणानन्तरं +प्रयाणाभिमुखस्य +प्रयाणाय +प्रयाणि +प्रयाणीयम् +प्रयाणे +प्रयाणेति +प्रयाणेषु +प्रयाणैः +प्रयात +प्रयातं +प्रयातः +प्रयातम् +प्रयातव्यं +प्रयातस्य +प्रयाता +प्रयातां +प्रयाताः +प्रयातानां +प्रयातानि +प्रयाताम् +प्रयातायां +प्रयाताश्च +प्रयातासि +प्रयातास्ते +प्रयाति +प्रयातीति +प्रयातीत्यर्थः +प्रयातु +प्रयातुं +प्रयातुः +प्रयातुकामः +प्रयातुमस्माकमियं +प्रयातुम् +प्रयाते +प्रयातेति +प्रयातेन +प्रयातेषु +प्रयातैः +प्रयातो +प्रयातोऽसि +प्रयातोऽसौ +प्रयातौ +प्रयात्यपि +प्रयात्ययं +प्रयात्यसौ +प्रयात्याशु +प्रयात्येतद्वै +प्रयात्येव +प्रयात्येवं +प्रयात्येष +प्रयात्य् +प्रयादि +प्रयाना +प्रयान् +प्रयान्तं +प्रयान्तः +प्रयान्तम् +प्रयान्ति +प्रयान्ती +प्रयान्तीति +प्रयान्तु +प्रयान्त्या +प्रयान्त्याशु +प्रयान्त्येते +प्रयान्त्येव +प्रयान्त्वद्य +प्रयाम +प्रयामः +प्रयामि +प्रयामो +प्रयाम्यहम् +प्रयाय +प्रयायात् +प्रयायाद् +प्रयावः +प्रयास +प्रयासं +प्रयासः +प्रयासम् +प्रयासरतः +प्रयासश्च +प्रयासस्य +प्रयासा +प्रयासाः +प्रयासात् +प्रयासान् +प्रयासाय +प्रयासि +प्रयासे +प्रयासेन +प्रयासैः +प्रयासो +प्रयास्यंति +प्रयास्यतः +प्रयास्यति +प्रयास्यतो +प्रयास्यथ +प्रयास्यन् +प्रयास्यन्ति +प्रयास्यसि +प्रयास्यामः +प्रयास्यामि +प्रयास्यामो +प्रयास्ये +प्रयाहि +प्रयाहीति +प्रया॒जा +प्रयी +प्रयु +प्रयुंक्ते +प्रयुंजीत +प्रयुक् +प्रयुक्त +प्रयुक्तं +प्रयुक्तः +प्रयुक्तत्वं +प्रयुक्तत्वात् +प्रयुक्तत्वाद् +प्रयुक्तपाणिग्रहणं +प्रयुक्तपाणिग्रहणोपचारौ +प्रयुक्तपूर्वः +प्रयुक्तपूर्वे +प्रयुक्तमिति +प्रयुक्तमित्यर्थः +प्रयुक्तमेव +प्रयुक्तम् +प्रयुक्तया +प्रयुक्तवन्तः +प्रयुक्तवानित्यर्थः +प्रयुक्तवान् +प्रयुक्तश्च +प्रयुक्तसत्कारविशेषमात्मना +प्रयुक्तस्तु +प्रयुक्तस्य +प्रयुक्ता +प्रयुक्तां +प्रयुक्ताः +प्रयुक्तानां +प्रयुक्तानि +प्रयुक्तान् +प्रयुक्तायां +प्रयुक्तायाः +प्रयुक्ताशीर्वादा +प्रयुक्ताश्च +प्रयुक्तासु +प्रयुक्तास्ते +प्रयुक्ति +प्रयुक्तिः +प्रयुक्तिविद्या +प्रयुक्तिषु +प्रयुक्ते +प्रयुक्तेः +प्रयुक्तेति +प्रयुक्तेन +प्रयुक्तेषु +प्रयुक्तेऽपि +प्रयुक्तै +प्रयुक्तैः +प्रयुक्तो +प्रयुक्तोऽपि +प्रयुक्तोऽयं +प्रयुक्तोऽस्ति +प्रयुक्तौ +प्रयुङ्के +प्रयुङ्क्त +प्रयुङ्क्ते +प्रयुङ्क्ष्व +प्रयुङ्गे +प्रयुङ्‌क्ते +प्रयुच्छसि +प्रयुच्छसीति +प्रयुच्यते +प्रयुज +प्रयुजँ +प्रयुजं +प्रयुजः +प्रयुजां +प्रयुजाꣳ +प्रयुजीत +प्रयुजे +प्रयुजेऽग्नये +प्रयुजो +प्रयुज्य +प्रयुज्यत +प्रयुज्यतां +प्रयुज्यताम् +प्रयुज्यते +प्रयुज्यन्त +प्रयुज्यन्ते +प्रयुज्यमान +प्रयुज्यमानं +प्रयुज्यमानः +प्रयुज्यमानत्वात् +प्रयुज्यमानमक्षरपदं +प्रयुज्यमानम् +प्रयुज्यमानस्य +प्रयुज्यमाना +प्रयुज्यमानाः +प्रयुज्यमानानां +प्रयुज्यमानानि +प्रयुज्यमाने +प्रयुज्यमानेषु +प्रयुज्यमानो +प्रयुज्यमानौ +प्रयुज्याथ +प्रयुज्येत +प्रयुज्येते +प्रयुज्येरन् +प्रयुजꣳ +प्रयुञ्जत +प्रयुञ्जतः +प्रयुञ्जताम् +प्रयुञ्जते +प्रयुञ्जन् +प्रयुञ्जन्ति +प्रयुञ्जन्ते +प्रयुञ्जान +प्रयुञ्जानः +प्रयुञ्जानस्य +प्रयुञ्जाना +प्रयुञ्जानाः +प्रयुञ्जानेन +प्रयुञ्जानो +प्रयुञ्जीत +प्रयुञ्जीतेति +प्रयुञ्जीयात् +प्रयुञ्जीरन् +प्रयुञ्जे +प्रयुञ्ज्महे +प्रयुञ्ज्यात् +प्रयुञ्ञ्जते +प्रयुत +प्रयुतं +प्रयुतः +प्रयुतधा +प्रयुतम् +प्रयुता +प्रयुतानि +प्रयुतान्यर्बुदानि +प्रयुताय +प्रयुती +प्रयुते +प्रयुतो +प्रयुद्धौ +प्रयुध्य +प्रयुनक्ति +प्रयुनक्तीति +प्रयुनक्तीत्यर्थः +प्रयुयुजे +प्रयु॑क्ति +प्रये +प्रयेकं +प्रयेग +प्रयेगः +प्रयेगे +प्रयेण +प्रयेोगे +प्रयेोजनं +प्रयै +प्रयो +प्रयों +प्रयोक्त +प्रयोक्तरि +प्रयोक्तरीति +प्रयोक्तव्य +प्रयोक्तव्यं +प्रयोक्तव्यः +प्रयोक्तव्यमिति +प्रयोक्तव्यम् +प्रयोक्तव्यस्य +प्रयोक्तव्या +प्रयोक्तव्याः +प्रयोक्तव्यानि +प्रयोक्तव्ये +प्रयोक्तव्यो +प्रयोक्तव्यौ +प्रयोक्ता +प्रयोक्तारः +प्रयोक्तारो +प्रयोक्तुं +प्रयोक्तुः +प्रयोक्तुमर्हति +प्रयोक्तुम् +प्रयोक्तृ +प्रयोक्तृधर्मः +प्रयोक्तृभिः +प्रयोक्तृभ्यः +प्रयोक्तॄणां +प्रयोक्त्रा +प्रयोक्त्रीति +प्रयोक्ष्यते +प्रयोक्ष्यामि +प्रयोग +प्रयोगं +प्रयोगः +प्रयोगकाले +प्रयोगकुशलो +प्रयोगक्रमः +प्रयोगगः +प्रयोगचणाः +प्रयोगचन्द्रि +प्रयोगचन्द्रिकायां +प्रयोगज्ञैः +प्रयोगत +प्रयोगतः +प्रयोगतो +प्रयोगदर्पणे +प्रयोगदर्शनात् +प्रयोगदर्शनादिति +प्रयोगदर्शनेन +प्रयोगनिमित्तं +प्रयोगनियमः +प्रयोगनियमो +प्रयोगपारिजाते +प्रयोगपृष्ठम् +प्रयोगपृष्ठे +प्रयोगप्रधानं +प्रयोगप्रसङ्गात् +प्रयोगप्राचुर्यात् +प्रयोगभेद +प्रयोगभेदः +प्रयोगभेदात् +प्रयोगभेदे +प्रयोगभेदेन +प्रयोगभेदेऽपि +प्रयोगभेदो +प्रयोगमञ्जरी +प्रयोगमर्हति +प्रयोगमवतरति +प्रयोगमवतरन्दृष्टः +प्रयोगमात्रे +प्रयोगमात्रेण +प्रयोगमाद्यं +प्रयोगमार्गः +प्रयोगमाह +प्रयोगमिच्छन्ति +प्रयोगम् +प्रयोगयोः +प्रयोगराट् +प्रयोगव +प्रयोगवचन +प्रयोगवचनः +प्रयोगवचने +प्रयोगवचनेन +प्रयोगवचनो +प्रयोगवशगौ +प्रयोगवारणाय +प्रयोगविज्ञानं +प्रयोगविज्ञानम् +प्रयोगवित् +प्रयोगविधानं +प्रयोगविधिः +प्रयोगविधिना +प्रयोगविधौ +प्रयोगविषय +प्रयोगविषयः +प्रयोगविषये +प्रयोगवैज +प्रयोगवैजयन्त्यां +प्रयोगशाला +प्रयोगशालां +प्रयोगशालाः +प्रयोगशालाएँ +प्रयोगशालानां +प्रयोगशालायां +प्रयोगशालायाः +प्रयोगश् +प्रयोगश्च +प्रयोगश्चिन्त्य +प्रयोगसम्भवे +प्रयोगसारः +प्रयोगसारे +प्रयोगसिद्धिः +प्रयोगस्तत्र +प्रयोगस्तदा +प्रयोगस्तस्य +प्रयोगस्तु +प्रयोगस्थं +प्रयोगस्य +प्रयोगा +प्रयोगाः +प्रयोगाच्च +प्रयोगाणां +प्रयोगात +प्रयोगातिशयः +प्रयोगातिशयश्चेति +प्रयोगातिशयो +प्रयोगात् +प्रयोगात्तत्र +प्रयोगात्‌ +प्रयोगादर्शनात् +प्रयोगादि +प्रयोगादिति +प्रयोगादिह +प्रयोगादेव +प्रयोगाद् +प्रयोगानन्तरं +प्रयोगानुपपत्तिः +प्रयोगानुपपत्तेः +प्रयोगानुसारेण +प्रयोगान् +प्रयोगान्तरं +प्रयोगान्तरकरणे +प्रयोगान्तरमाह +प्रयोगान्तरे +प्रयोगान्ते +प्रयोगान्न +प्रयोगापत्तिः +प्रयोगापत्तेः +प्रयोगाभावः +प्रयोगाभावात् +प्रयोगाभावेन +प्रयोगाय +प्रयोगार्थं +प्रयोगार्थः +प्रयोगार्थम् +प्रयोगार्थे +प्रयोगार्ह +प्रयोगार्हं +प्रयोगार्हः +प्रयोगार्हम् +प्रयोगार्हानन्वितैकार्थबोधकाः +प्रयोगार्हो +प्रयोगालयः +प्रयोगालये +प्रयोगाश्च +प्रयोगास्तु +प्रयोगिणः +प्रयोगे +प्रयोगेण +प्रयोगेणैव +प्रयोगेन +प्रयोगेषु +प्रयोगेऽपि +प्रयोगैः +प्रयोगैश्च +प्रयोगो +प्रयोगों +प्रयोगोपपत्तेः +प्रयोगोपाधयः +प्रयोगोऽत्र +प्रयोगोऽनुपपन्न +प्रयोगोऽनुपपन्नः +प्रयोगोऽपि +प्रयोगोऽय +प्रयोगोऽयं +प्रयोगोऽयम् +प्रयोगोऽस्ति +प्रयोगोऽस्य +प्रयोगौ +प्रयोग्य +प्रयोज +प्रयोजक +प्रयोजकं +प्रयोजकः +प्रयोजककर्ता +प्रयोजककर्तृत्वं +प्रयोजकतया +प्रयोजकता +प्रयोजकत्व +प्रयोजकत्वं +प्रयोजकत्वमिति +प्रयोजकत्वम् +प्रयोजकत्वस्य +प्रयोजकत्वात् +प्रयोजकत्वादिति +प्रयोजकत्वे +प्रयोजकत्वेन +प्रयोजकत्वेऽपि +प्रयोजकमिति +प्रयोजकमित्यर्थः +प्रयोजकम् +प्रयोजकव्यापार +प्रयोजकव्यापारे +प्रयोजकव्यापारो +प्रयोजकस्य +प्रयोजका +प्रयोजकाः +प्रयोजकादीनां +प्रयोजके +प्रयोजकेन +प्रयोजकेऽसति +प्रयोजको +प्रयोजकौ +प्रयोजन +प्रयोजनं +प्रयोजनः +प्रयोजनकं +प्रयोजनकथनं +प्रयोजनकथनम् +प्रयोजनकम् +प्रयोजनकारिणी +प्रयोजनञ्च +प्रयोजनतया +प्रयोजनत्वं +प्रयोजनत्वात् +प्रयोजनत्वेन +प्रयोजननिराकरणभाष्यम् +प्रयोजननिरासभाष्यम् +प्रयोजननिरूपणं +प्रयोजनपरिच्छेदः +प्रयोजनबाधकभाष्यम् +प्रयोजनभाष्यम् +प्रयोजनम +प्रयोजनमनुद्दिश्य +प्रयोजनमपश्यन् +प्रयोजनमपि +प्रयोजनमपेक्षन्ते +प्रयोजनमपेक्ष्य +प्रयोजनमस्ति +प्रयोजनमस्तीति +प्रयोजनमस्य +प्रयोजनमस्येति +प्रयोजनमाह +प्रयोजनमिति +प्रयोजनमित्यत +प्रयोजनमित्यत्राह +प्रयोजनमित्यर्थ +प्रयोजनमित्यर्थः +प्रयोजनमित्यर्थे +प्रयोजनमित्याह +प्रयोजनमिदं +प्रयोजनमुक्तं +प्रयोजनमुक्तम् +प्रयोजनमुक्त्वा +प्रयोजनमुच्यते +प्रयोजनमुद्दिश्य +प्रयोजनमुररीकृत्य +प्रयोजनमेतत् +प्रयोजनमेव +प्रयोजनम् +प्रयोजनम्‌ +प्रयोजनवती +प्रयोजनवत् +प्रयोजनवत्तया +प्रयोजनवत्त्वं +प्रयोजनवत्त्वात् +प्रयोजनवन्तो +प्रयोजनवशेन +प्रयोजनवान् +प्रयोजनवार्तिकम् +प्रयोजनविरहेण +प्रयोजनशब्देन +प्रयोजनसाधकभाष्यम् +प्रयोजनस्य +प्रयोजना +प्रयोजनाक्षेपपरिहारनिरूपणम् +प्रयोजनाक्षेपभाष्यम् +प्रयोजनात् +प्रयोजनानां +प्रयोजनानि +प्रयोजनान्तरं +प्रयोजनान्तरभाष्यम् +प्रयोजनान्तरमाह +प्रयोजनान्तरवार्तिकम् +प्रयोजनान्तराभावात् +प्रयोजनान्यत्वम् +प्रयोजनापेक्षया +प्रयोजनापेक्षितया +प्रयोजनाभाव +प्रयोजनाभावं +प्रयोजनाभावः +प्रयोजनाभावाच +प्रयोजनाभावाच्च +प्रयोजनाभावात् +प्रयोजनाभावादिति +प्रयोजनाभावाद् +प्रयोजनाभावान्न +प्रयोजनाभावे +प्रयोजनाभावेन +प्रयोजनाभावेऽपि +प्रयोजनाभिधानं +प्रयोजनाय +प्रयोजनायेति +प्रयोजनार्थं +प्रयोजनार्थम् +प्रयोजनीयं +प्रयोजनीयम् +प्रयोजने +प्रयोजनेति +प्रयोजनेन +प्रयोजनेनान्वितानां +प्रयोजनेषु +प्रयोजनैः +प्रयोजनों +प्रयोजयतः +प्रयोजयति +प्रयोजयतीति +प्रयोजयन् +प्रयोजयन्ति +प्रयोजयामास +प्रयोजयिता +प्रयोजयेत् +प्रयोजयेदिति +प्रयोजयेद् +प्रयोजिका +प्रयोजिकाः +प्रयोजिकेति +प्रयोजितं +प्रयोजितः +प्रयोजितम् +प्रयोजितवान् +प्रयोजिता +प्रयोजिताः +प्रयोजितैः +प्रयोजितो +प्रयोज्य +प्रयोज्यं +प्रयोज्यः +प्रयोज्यकर्ता +प्रयोज्यकर्तुः +प्रयोज्यकर्त्रा +प्रयोज्यकर्मणि +प्रयोज्यता +प्रयोज्यते +प्रयोज्यत्वं +प्रयोज्यत्वात् +प्रयोज्यनियोज्यौ +प्रयोज्यमिति +प्रयोज्यम् +प्रयोज्यवृद्धस्य +प्रयोज्यस्तु +प्रयोज्यस्य +प्रयोज्या +प्रयोज्याः +प्रयोज्यानि +प्रयोज्यास्ते +प्रयोज्ये +प्रयोज्येन +प्रयोज्यैः +प्रयोज्यो +प्रयोज्यौ +प्रयोदश +प्रयोदशः +प्रयोभिः +प्रयो॑ +प्रयो॑भि॒रा +प्रयो॒ +प्रयौति +प्रय॑ः +प्रय॑च्छति +प्रय॑तं +प्रय॑ता +प्रय॑तानि +प्रय॑सा +प्रय॑स्वन्तः +प्रय॑स्वान् +प्रय॒ति +प्रय॒त्य॑ध्व॒रे +प्रर +प्ररं +प्ररक्ष +प्ररक्षणम् +प्ररक्षतम् +प्ररक्षति +प्ररक्षतु +प्ररक्षय +प्ररक्षयेत् +प्ररक्ष्य +प्ररा +प्रराध्यं +प्ररि +प्ररिक्वा +प्ररिणी +प्ररिरिचे +प्ररुढं +प्ररुदती +प्ररुदन्ति +प्ररुदन्नुवाच +प्ररुदिता +प्ररुद्य +प्ररुरोद +प्ररुहो +प्ररूढ +प्ररूढं +प्ररूढः +प्ररूढम् +प्ररूढा +प्ररूढानि +प्ररूढे +प्ररूढो +प्ररूपयेत् +प्ररूपयेयुः +प्ररे +प्ररो +प्ररोचते +प्ररोचनं +प्ररोचनम् +प्ररोचना +प्ररोचनां +प्ररोचनार्थम् +प्ररोचनार्था +प्ररोचनेन +प्ररोचयति +प्ररोदिति +प्ररोपयेत् +प्ररोह +प्ररोहं +प्ररोहंति +प्ररोहः +प्ररोहकारणं +प्ररोहकारणम् +प्ररोहणं +प्ररोहणम् +प्ररोहणे +प्ररोहति +प्ररोहतीति +प्ररोहन्ति +प्ररोहन्ती +प्ररोहम् +प्ररोहसमर्था +प्ररोहा +प्ररोहाः +प्ररोहात् +प्ररोहाभिमुखोऽपि +प्ररोहाय +प्ररोही +प्ररोहे +प्ररोहेण +प्ररोहेयुः +प्ररोहे᳘युः +प्ररोहैः +प्ररोहो +प्ररोहोऽसि +प्रल +प्रलं +प्रलंबं +प्रलंबयेत् +प्रलंबो +प्रलप +प्रलपतः +प्रलपता +प्रलपतां +प्रलपति +प्रलपनं +प्रलपनमपहन्युः +प्रलपन् +प्रलपन्ति +प्रलपन्तीं +प्रलपन्निति +प्रलपन्विसृजन्गृह्णन् +प्रलपन्विसृजन्गृह्णन्नुन्मिषन्निमिषन्नपि +प्रलपसि +प्रलपामि +प्रलपितं +प्रलपितम् +प्रलपितेन +प्रलप्य +प्रलब्धा +प्रलब्धो +प्रलभेत +प्रलभ्यते +प्रलम्ब +प्रलम्बं +प्रलम्बः +प्रलम्बकूर्दनम् +प्रलम्बता +प्रलम्बते +प्रलम्बनामा +प्रलम्बबाहुं +प्रलम्बबाहुः +प्रलम्बबाहुर्विस्तीर्णललाटः +प्रलम्बमानं +प्रलम्बयेत् +प्रलम्बश्च +प्रलम्बा +प्रलम्बासुरवधवर्णनम् +प्रलम्बितम् +प्रलम्बितानि +प्रलम्बे +प्रलम्बेन +प्रलम्बो +प्रलम्बौ +प्रलम्भन +प्रलम्भनं +प्रलम्भनम् +प्रलम्भने +प्रलय +प्रलयं +प्रलयः +प्रलयकाल +प्रलयकालः +प्रलयकालस्य +प्रलयकालीन +प्रलयकाले +प्रलयकालेऽपि +प्रलयत्वाय +प्रलयदशायां +प्रलयम् +प्रलयवर्णनम् +प्रलयश्च +प्रलयश्चैव +प्रलयसमये +प्रलयस्तथा +प्रलयस्थितिसर्गाणां +प्रलयस्थितिसर्गाणामेकः +प्रलयस्य +प्रलया +प्रलयाकल +प्रलयाकलः +प्रलयाकलाः +प्रलयाग्निशिखोपमम् +प्रलयात् +प्रलयादि +प्रलयादिकं +प्रलयादीति +प्रलयादौ +प्रलयानल +प्रलयानलसन्निभः +प्रलयानलसन्निभम् +प्रलयानां +प्रलयानिले +प्रलयान्त +प्रलयान्ता +प्रलयान्तां +प्रलयान्तामुपाश्रिताः +प्रलयान्ताम् +प्रलयान्ते +प्रलयान्तोन्मिषिते +प्रलयापदि +प्रलयाभावात् +प्रलयाभिमुखाः +प्रलयाम्बुदः +प्रलयाय +प्रलयार्णवे +प्रलयावसाने +प्रलयावस्थायां +प्रलये +प्रलयेन +प्रलयेपि +प्रलयेषु +प्रलयेऽपि +प्रलयेऽप्यक्षयं +प्रलयो +प्रलयोदयतया +प्रलयोदयौ +प्रलयोऽयं +प्रला +प्रलाप +प्रलापं +प्रलापः +प्रलापकः +प्रलापञ्च +प्रलापमाला +प्रलापम् +प्रलापश्च +प्रलापश्छर्दिरेव +प्रलापा +प्रलापाः +प्रलापान् +प्रलापिता +प्रलापिनः +प्रलापिनी +प्रलापी +प्रलापे +प्रलापेन +प्रलापैः +प्रलापो +प्रलापोऽनर्थकं +प्रलिखते +प्रलिप्तं +प्रलिप्तानि +प्रलिप्ते +प्रलिप्य +प्रलिप्यते +प्रलिप्यमानेन +प्रलिप्याथ +प्रलिप्यावघोषणं +प्रलिप्यावघोषणम् +प्रलिम्पति +प्रलिम्पन्निव +प्रलिम्पेत् +प्रलीन +प्रलीनं +प्रलीनः +प्रलीनम् +प्रलीनशशिभास्करे +प्रलीनस्तमसि +प्रलीना +प्रलीनाः +प्रलीने +प्रलीनेषु +प्रलीनो +प्रलीयंते +प्रलीयत +प्रलीयते +प्रलीयतेऽनेनेति +प्रलीयन्त +प्रलीयन्ते +प्रलीयमानं +प्रलीयसे +प्रलीयेत +प्रलुलुभे +प्रलुलोभ +प्रलूतानां +प्रले +प्रलेखनस्य +प्रलेपं +प्रलेपः +प्रलेपकं +प्रलेपकः +प्रलेपतः +प्रलेपनं +प्रलेपनम् +प्रलेपनात् +प्रलेपयेत् +प्रलेपश्च +प्रलेपिका +प्रलेपिताः +प्रलेपे +प्रलेपेन +प्रलेपैरपि +प्रलेपैश्च +प्रलेपो +प्रलेपोऽय +प्रलेपोऽयं +प्रलेभिरे +प्रलेहः +प्रलोभनं +प्रलोभनम् +प्रलोभय +प्रलोभयति +प्रलोभयन् +प्रलोभयित्वा +प्रलोभयेत् +प्रलोभयेयुः +प्रलोभितः +प्रलोभेन +प्रलोभ्य +प्रलोभ्यमानोऽपि +प्रळये +प्रव +प्रवः +प्रवकः +प्रवक्तव्यं +प्रवक्तव्या +प्रवक्ता +प्रवक्तारं +प्रवक्तारः +प्रवक्तारो +प्रवक्ति +प्रवक्तुं +प्रवक्तुमुपचक्रमे +प्रवक्तुरध्येतुश्च +प्रवक्तेति +प्रवक्त्रे +प्रवक्षामि +प्रवक्ष्यति +प्रवक्ष्यते +प्रवक्ष्यन्ति +प्रवक्ष्यन्ते +प्रवक्ष्यन्नाह +प्रवक्ष्यसि +प्रवक्ष्यामः +प्रवक्ष्यामि +प्रवक्ष्यामीति +प्रवक्ष्यामो +प्रवक्ष्याम्यत +प्रवक्ष्याम्यथ +प्रवक्ष्याम्यनसूयवे +प्रवक्ष्याम्यनुपूर्वशः +प्रवक्ष्याम्यशेषतः +प्रवक्ष्ये +प्रवक्ष्येऽथ +प्रवक्ष्येऽहं +प्रवक्ष्येऽहमितिहासं +प्रवच +प्रवचन +प्रवचनं +प्रवचनम् +प्रवचनरूपेण +प्रवचनस्य +प्रवचनात् +प्रवचनानि +प्रवचनीय +प्रवचनीयो +प्रवचने +प्रवचनेन +प्रवच्मि +प्रवज्यां +प्रवण +प्रवणं +प्रवणः +प्रवणता +प्रवणम् +प्रवणवता +प्रवणा +प्रवणां +प्रवणाः +प्रवणे +प्रवणेन +प्रवणेषु +प्रवणैः +प्रवणो +प्रवत +प्रवतः +प्रवतत +प्रवतते +प्रवता +प्रवति +प्रवतीः +प्रवतीम् +प्रवतीर् +प्रवते +प्रवतो +प्रवत् +प्रवत्तते +प्रवत्य +प्रवत्यो +प्रवत्र्तते +प्रवत्वति +प्रवत्वती +प्रवत्स्यति +प्रवत्स्यत्पतिका +प्रवत्स्यन् +प्रवद +प्रवदंति +प्रवदतस्तस्य +प्रवदतां +प्रवदतामहम् +प्रवदताम् +प्रवदति +प्रवदतो +प्रवदन् +प्रवदन्ति +प्रवदन्तीह +प्रवदन्तु +प्रवदन्त्यविपश्चितः +प्रवदामि +प्रवदाम्यहम् +प्रवदिता +प्रवदितोः +प्रवदेत +प्रवदेत् +प्रवद् +प्रवद्भार्गवं +प्रवद्भार्गवम् +प्रवद्यामना +प्रवन +प्रवन्त +प्रवन्तवे +प्रवन्ति +प्रवन्धः +प्रवपति +प्रवपाणि +प्रवपे +प्रवम +प्रवयणं +प्रवयणत +प्रवयति +प्रवयसं +प्रवयसः +प्रवयसा +प्रवयसो +प्रवया +प्रवयाः +प्रवयास्तु +प्रवय्या +प्रवर +प्रवरं +प्रवरः +प्रवरणं +प्रवरत्रयमेव +प्रवरत्रयसंयुताः +प्रवरम् +प्रवरर्षिभेदे +प्रवरश्च +प्रवरसेनः +प्रवरसेनस्य +प्रवरसेनोथ +प्रवरस्तदा +प्रवरस्तेषां +प्रवरस्य +प्रवरा +प्रवरां +प्रवराः +प्रवराणां +प्रवराणि +प्रवरात् +प्रवराध्यायः +प्रवराध्याये +प्रवरानुकीर्तने +प्रवरान् +प्रवराय +प्रवराविमौ +प्रवराश्च +प्रवरास्तु +प्रवरे +प्रवरेण +प्रवरैः +प्रवरैश्च +प्रवरो +प्रवरोऽयं +प्रवरोऽसुरः +प्रवरौ +प्रवर् +प्रवर्ग्य +प्रवर्ग्यं +प्रवर्ग्यः +प्रवर्ग्यकर्मणि +प्रवर्ग्यम् +प्रवर्ग्यसाम +प्रवर्ग्यस्तदेतमेवैतत्प्रीणाति +प्रवर्ग्यस्य +प्रवर्ग्याचरणेन +प्रवर्ग्याय +प्रवर्ग्यावर्तभूषणः +प्रवर्ग्ये +प्रवर्ग्येण +प्रवर्ग्येऽभिष्टव +प्रवर्ग्येऽभिष्टवे +प्रवर्ग्यो +प्रवर्ग्योपरि +प्रवर्ग्योपसदौ +प्रवर्ग्योपसद्भ्यां +प्रवर्ग्योऽमुं +प्रवर्ण्यते +प्रवर्त +प्रवर्तं +प्रवर्तंते +प्रवर्तक +प्रवर्तकं +प्रवर्तकः +प्रवर्तकतया +प्रवर्तकता +प्रवर्तकत्वं +प्रवर्तकत्वनिर्धारणम् +प्रवर्तकत्वमिति +प्रवर्तकत्वम् +प्रवर्तकत्वात् +प्रवर्तकत्वावधारणम् +प्रवर्तकत्वे +प्रवर्तकत्वेन +प्रवर्तकमिति +प्रवर्तकम् +प्रवर्तकस्य +प्रवर्तका +प्रवर्तकाः +प्रवर्तके +प्रवर्तकेन +प्रवर्तकेषु +प्रवर्तको +प्रवर्तकौ +प्रवर्तत +प्रवर्ततः +प्रवर्ततां +प्रवर्ततामि +प्रवर्ततामिति +प्रवर्तताम् +प्रवर्तति +प्रवर्तते +प्रवर्ततेऽपि +प्रवर्तत् +प्रवर्तन +प्रवर्तनं +प्रवर्तनमिति +प्रवर्तनम् +प्रवर्तना +प्रवर्तनां +प्रवर्तनाकर्मभूता +प्रवर्तनात् +प्रवर्तनात्वं +प्रवर्तनात्वेन +प्रवर्तनाय +प्रवर्तनायां +प्रवर्तनालक्षणा +प्रवर्तनीय +प्रवर्तनीयः +प्रवर्तनीया +प्रवर्तने +प्रवर्तनेन +प्रवर्तनैः +प्रवर्तन्त +प्रवर्तन्तां +प्रवर्तन्ताम् +प्रवर्तन्ते +प्रवर्तन्तेऽधिकाराय +प्रवर्तमान +प्रवर्तमानं +प्रवर्तमानः +प्रवर्तमानम् +प्रवर्तमानस्तु +प्रवर्तमानस्य +प्रवर्तमाना +प्रवर्तमानाः +प्रवर्तमानानां +प्रवर्तमानानि +प्रवर्तमानायां +प्रवर्तमाने +प्रवर्तमानेन +प्रवर्तमानेषु +प्रवर्तमानो +प्रवर्तमानोऽपि +प्रवर्तय +प्रवर्तयतः +प्रवर्तयति +प्रवर्तयतीति +प्रवर्तयतीत्यर्थः +प्रवर्तयतु +प्रवर्तयत् +प्रवर्तयन् +प्रवर्तयन्तः +प्रवर्तयन्ति +प्रवर्तयन्ती +प्रवर्तयन्पुरुषं +प्रवर्तयसि +प्रवर्तयामास +प्रवर्तयामि +प्रवर्तयितव्यः +प्रवर्तयिता +प्रवर्तयितुं +प्रवर्तयित्वा +प्रवर्तयिष्यति +प्रवर्तयिष्यामि +प्रवर्तये +प्रवर्तयेति +प्रवर्तयेत् +प्रवर्तयेदिति +प्रवर्तसे +प्रवर्तस्व +प्रवर्ति +प्रवर्तिका +प्रवर्तिकेति +प्रवर्तित +प्रवर्तितं +प्रवर्तितः +प्रवर्तितम् +प्रवर्तितवान् +प्रवर्तितव्यं +प्रवर्तितव्यमिति +प्रवर्तितव्यम् +प्रवर्तितश्च +प्रवर्तिता +प्रवर्तिताः +प्रवर्तितानि +प्रवर्तितुं +प्रवर्तितुमर्हति +प्रवर्तितुमुत्सहते +प्रवर्तितुम् +प्रवर्तिते +प्रवर्तितेषु +प्रवर्तितैः +प्रवर्तितो +प्रवर्तितोऽस्मि +प्रवर्तिनः +प्रवर्तिनी +प्रवर्तिष्यत +प्रवर्तिष्यते +प्रवर्तिष्ये +प्रवर्ते +प्रवर्तेत +प्रवर्तेते +प्रवर्तेतेति +प्रवर्तेय +प्रवर्तेरन् +प्रवर्तेरन्निति +प्रवर्तौ +प्रवर्त्त +प्रवर्त्तंते +प्रवर्त्तक +प्रवर्त्तकं +प्रवर्त्तकः +प्रवर्त्तकत्वं +प्रवर्त्तकत्वात् +प्रवर्त्तकमिति +प्रवर्त्तकम् +प्रवर्त्तके +प्रवर्त्तको +प्रवर्त्तत +प्रवर्त्तते +प्रवर्त्तनं +प्रवर्त्तनम् +प्रवर्त्तना +प्रवर्त्तनात् +प्रवर्त्तनात्वेन +प्रवर्त्तने +प्रवर्त्तन्त +प्रवर्त्तन्ते +प्रवर्त्तमान +प्रवर्त्तमानं +प्रवर्त्तमानम् +प्रवर्त्तमानस्य +प्रवर्त्तमाना +प्रवर्त्तमानाः +प्रवर्त्तमाने +प्रवर्त्तमानो +प्रवर्त्तय +प्रवर्त्तयति +प्रवर्त्तयतीति +प्रवर्त्तयन्ति +प्रवर्त्तयामास +प्रवर्त्तयेत् +प्रवर्त्तसे +प्रवर्त्तिका +प्रवर्त्तितं +प्रवर्त्तितः +प्रवर्त्तितम् +प्रवर्त्तितव्यम् +प्रवर्त्तिता +प्रवर्त्तिताः +प्रवर्त्तितायां +प्रवर्त्तिते +प्रवर्त्तितो +प्रवर्त्तेत +प्रवर्त्तेरन् +प्रवर्त्य +प्रवर्त्यः +प्रवर्त्यतां +प्रवर्त्यताम् +प्रवर्त्यते +प्रवर्त्यमानाभ्यामनुब्रूहीति +प्रवर्त्यमाने +प्रवर्त्स्यति +प्रवर्द्धते +प्रवर्द्धन्ते +प्रवर्धताम् +प्रवर्धते +प्रवर्धनम् +प्रवर्धन्ते +प्रवर्धमानं +प्रवर्धमानः +प्रवर्धमानस्य +प्रवर्धमाने +प्रवर्धय +प्रवर्धयत +प्रवर्धयतम् +प्रवर्धयति +प्रवर्धयतु +प्रवर्धयन् +प्रवर्धयन्ति +प्रवर्धयन्तु +प्रवर्धयिता +प्रवर्धयेत् +प्रवर्धितः +प्रवर्धितम् +प्रवर्धिता +प्रवर्धिते +प्रवर्य +प्रवर्यः +प्रवर्यते +प्रवर्यस्य +प्रवर्र्तकम् +प्रवर्र्तते +प्रवर्ष +प्रवर्षणं +प्रवर्षणम् +प्रवर्षणे +प्रवर्षति +प्रवर्षतु +प्रवर्षन्ति +प्रवर्षिता +प्रवल +प्रवल्हिका +प्रवल्हिकाः +प्रवल्हिकाभिर् +प्रवल्हिकास् +प्रववर्ष +प्रववुः +प्रववृतिरे +प्रववृते +प्रववृधे +प्रववृहुस् +प्रववौ +प्रवव्रजुः +प्रवव्राज +प्रवसतः +प्रवसता +प्रवसति +प्रवसतीति +प्रवसते +प्रवसतो +प्रवसन् +प्रवसन्तं +प्रवसन्ति +प्रवसन्येषु +प्रवसेत् +प्रवसेद् +प्रवसेयुस्त +प्रवस्तव्यं +प्रवस्तव्यम् +प्रवह +प्रवहं +प्रवहंति +प्रवहः +प्रवहण +प्रवहणं +प्रवहणम् +प्रवहणे +प्रवहणेन +प्रवहत +प्रवहतः +प्रवहतां +प्रवहतावद्यं +प्रवहति +प्रवहतीति +प्रवहते +प्रवहतेति +प्रवहत्येव +प्रवहन् +प्रवहन्तः +प्रवहन्ति +प्रवहन्ती +प्रवहन्तीत्यर्थः +प्रवहन्तु +प्रवहन्त्यः +प्रवहन्त्याः +प्रवहमाना +प्रवहवशेन +प्रवहवायुना +प्रवहश्चैव +प्रवहस्तेन +प्रवहस्य +प्रवहाख्यो +प्रवहानिलेन +प्रवहानिलैः +प्रवहाहतः +प्रवहेण +प्रवहेत् +प्रवहो +प्रवह्य +प्रवह्य्य +प्रवह्लिका +प्रवा +प्रवाः +प्रवाचनं +प्रवाच्य +प्रवाच्यं +प्रवाच्यम् +प्रवाच्या +प्रवाच्यो +प्रवाजिनो +प्रवाणी +प्रवात +प्रवातं +प्रवातः +प्रवाता +प्रवाति +प्रवाते +प्रवातेऽपि +प्रवाद +प्रवादं +प्रवादः +प्रवादयन्ति +प्रवादा +प्रवादाः +प्रवादिनः +प्रवादिनां +प्रवादिनाम् +प्रवादी +प्रवादे +प्रवादेन +प्रवादेषु +प्रवादो +प्रवादोऽयं +प्रवाधते +प्रवान्ति +प्रवापयति +प्रवापयेत् +प्रवाय +प्रवायति +प्रवारणं +प्रवारणा +प्रवारितः +प्रवारिता +प्रवाल +प्रवालं +प्रवालः +प्रवालकं +प्रवालकम् +प्रवालत्वं +प्रवालमासामनुबन्धि +प्रवालम् +प्रवालशय्याशरणं +प्रवालशोभा +प्रवालस्य +प्रवाला +प्रवालाः +प्रवालानां +प्रवालानि +प्रवालाभं +प्रवाले +प्रवालेषु +प्रवालैः +प्रवालैश्च +प्रवालो +प्रवालोपहितं +प्रवावृजे +प्रवाशति +प्रवास +प्रवासं +प्रवासः +प्रवासचिन्ता +प्रवासनं +प्रवासनम् +प्रवासने +प्रवासम् +प्रवासयति +प्रवासयेत् +प्रवासयेद्दण्डयित्वा +प्रवासरुचिता +प्रवासविधिः +प्रवासव्यवस्थां +प्रवासश्च +प्रवासस्य +प्रवासादागतस्य +प्रवासादेत्य +प्रवासाय +प्रवासार्थं +प्रवासाश्रया +प्रवासिजनाः +प्रवासितं +प्रवासितः +प्रवासिनः +प्रवासिनां +प्रवासिनाम् +प्रवासिनो +प्रवासिभिः +प्रवासिस्थानम् +प्रवासी +प्रवासीव +प्रवासे +प्रवासेन +प्रवासेषु +प्रवासो +प्रवासोद्यमः +प्रवास्येत +प्रवाह +प्रवाहं +प्रवाहः +प्रवाहचित्तं +प्रवाहचित्तस्य +प्रवाहण +प्रवाहणं +प्रवाहणः +प्रवाहणम् +प्रवाहणस्य +प्रवाहणात् +प्रवाहणे +प्रवाहणेयः +प्रवाहणो +प्रवाहतः +प्रवाहपतितं +प्रवाहपतिते +प्रवाहमवधिं +प्रवाहमिव +प्रवाहम् +प्रवाहयति +प्रवाहयन्ति +प्रवाहयेत् +प्रवाहरूप +प्रवाहरूपेण +प्रवाहस्तु +प्रवाहस्य +प्रवाहा +प्रवाहांशस्यैव +प्रवाहाः +प्रवाहाणां +प्रवाहात् +प्रवाहान् +प्रवाहार्थं +प्रवाहाश्च +प्रवाहि +प्रवाहिका +प्रवाहिकां +प्रवाहिकाः +प्रवाहिकातः +प्रवाहिकाम् +प्रवाहिकायां +प्रवाहिकायाः +प्रवाहिणी +प्रवाहित +प्रवाहितं +प्रवाहितः +प्रवाहितम् +प्रवाहिता +प्रवाहिताः +प्रवाहिते +प्रवाहिष्ठाः +प्रवाही +प्रवाहे +प्रवाहेण +प्रवाहेत +प्रवाहेन +प्रवाहेषु +प्रवाहैः +प्रवाहो +प्रवाहोऽपि +प्रवाहौ +प्रवाह्य +प्रवाह्याय +प्रवाऽस्य् +प्रवि +प्रविकल्प्य +प्रविकसति +प्रविकीर्य +प्रविगाह्य +प्रविचरति +प्रविचरन् +प्रविचलन्ति +प्रविचलित +प्रविचारयेत् +प्रविचारितम् +प्रविचार्य +प्रविचार्यं +प्रविचार्यते +प्रविचिन्तयेत् +प्रविचिन्त्य +प्रविजया +प्रविजानन्ति +प्रविजानाति +प्रविजृम्भते +प्रविज्ञाय +प्रविततं +प्रवितता +प्रवितताः +प्रविततार +प्रवितते +प्रवितत्य +प्रवितन्यते +प्रवितरन्ति +प्रवितरन्तु +प्रवितीर्य +प्रविदधे +प्रविदारणम् +प्रविदार्य +प्रविद्धं +प्रविद्धो +प्रविद्म +प्रविद्यते +प्रविद्यन्ते +प्रविद्वान् +प्रविधाय +प्रविधि +प्रविधी +प्रविधीयते +प्रविध्य +प्रविध्यति +प्रविन +प्रविनश्यति +प्रविन्दति +प्रविन्दते +प्रविन्यसेत् +प्रविन्यस्य +प्रविभक्त +प्रविभक्तं +प्रविभक्तः +प्रविभक्तमनेकधा +प्रविभक्तमित्यर्थः +प्रविभक्तम् +प्रविभक्ता +प्रविभक्ताः +प्रविभक्तानि +प्रविभक्ते +प्रविभजन्ते +प्रविभज्य +प्रविभज्यत +प्रविभज्यते +प्रविभज्यैतद्बाणमवष्टभ्य +प्रविभाग +प्रविभागं +प्रविभागः +प्रविभागज्ञः +प्रविभागतः +प्रविभागशः +प्रविभागश्च +प्रविभागस्तयोः +प्रविभागाः +प्रविभागानुपपत्तिः +प्रविभागे +प्रविभागेन +प्रविभागो +प्रविभाजयेत् +प्रविभाजिते +प्रविभाति +प्रविभान्ति +प्रविभाव्य +प्रविमुच्य +प्रविमृश्य +प्रविरला +प्रविराजते +प्रविलयं +प्रविलयः +प्रविलये +प्रविलयो +प्रविलापनं +प्रविलापयन्ति +प्रविलापयन्तीत्यर्थः +प्रविलापयामि +प्रविलापयेत् +प्रविलापिते +प्रविलाप्य +प्रविलीन +प्रविलीयत +प्रविलीयते +प्रविलीयन्त +प्रविलीयन्ति +प्रविलीयन्ते +प्रविलोकयन् +प्रविलोक्य +प्रविविक्तभुक् +प्रविविक्तभुग्यतो +प्रविविक्तां +प्रविविक्ताहार +प्रविविक्ताहारतर +प्रविविक्ताहारतरोऽयं +प्रविविक्षताम् +प्रविविक्षति +प्रविविक्षुः +प्रविविक्षूणां +प्रविविच्य +प्रविविच्यते +प्रविविशुः +प्रविविशुस्तदा +प्रविवेके +प्रविवेको +प्रविवेचितः +प्रविवेश +प्रविवेशाथ +प्रविवेशामरावतीम् +प्रविवेशाश्रमं +प्रविवेशाश्रमपदं +प्रविवेशेति +प्रविश +प्रविशंति +प्रविशंश्च +प्रविशत +प्रविशतः +प्रविशता +प्रविशतां +प्रविशति +प्रविशतीति +प्रविशतीत्यर्थः +प्रविशतीत्यादि +प्रविशतु +प्रविशते +प्रविशतेति +प्रविशतेि +प्रविशतो +प्रविशत् +प्रविशत्यथ +प्रविशत्यपः +प्रविशत्याकाशयानेन +प्रविशत्येकवेणीधरा +प्रविशत्य् +प्रविशत्वार्यः +प्रविशत्विति +प्रविशथ +प्रविशद्भिर्जनैः +प्रविशध्वं +प्रविशन् +प्रविशन्त +प्रविशन्तं +प्रविशन्तः +प्रविशन्तम् +प्रविशन्ति +प्रविशन्ती +प्रविशन्तीं +प्रविशन्तीति +प्रविशन्तीत्यर्थः +प्रविशन्तु +प्रविशन्तेन +प्रविशन्तो +प्रविशन्तौ +प्रविशन्त्युत +प्रविशन्नभ्रजालानि +प्रविशन्नेव +प्रविशसि +प्रविशस्व +प्रविशाग्रतः +प्रविशानि +प्रविशानीति +प्रविशाम +प्रविशामः +प्रविशामि +प्रविशामीति +प्रविशामो +प्रविशाम्यहम् +प्रविशाव +प्रविशावः +प्रविशितव्यम् +प्रविशितुम् +प्रविशित्वा +प्रविशे +प्रविशेच्च +प्रविशेज्जलम् +प्रविशेत +प्रविशेति +प्रविशेत् +प्रविशेत्तत्र +प्रविशेत्पात्रं +प्रविशेत्स +प्रविशेदालयं +प्रविशेदिति +प्रविशेद् +प्रविशेद्यदि +प्रविशेद्यागमण्डपम् +प्रविशेन्न +प्रविशेम +प्रविशेमहि +प्रविशेयुः +प्रविशोधयेत् +प्रविशोध्य +प्रविश्य +प्रविश्यताम् +प्रविश्यति +प्रविश्यते +प्रविश्या +प्रविश्याग्निं +प्रविश्याग्रेण +प्रविश्यात्र +प्रविश्याथ +प्रविश्यान्तः +प्रविश्यान्तःपुरं +प्रविश्यापटीक्षेपेण +प्रविश्यापरेण +प्रविश्यापि +प्रविश्याभिहिता +प्रविश्याभ्यन्तरं +प्रविश्यावलोक्य +प्रविश्याशु +प्रविश्याश्रमं +प्रविश्याश्रमपदं +प्रविश्याहं +प्रविश्येति +प्रविश्येत्यादि +प्रविश्येव +प्रविश्यैव +प्रविश्योपविश्य +प्रविश्य् +प्रविष्ट +प्रविष्टं +प्रविष्टः +प्रविष्टतया +प्रविष्टन्तु +प्रविष्टमात्रं +प्रविष्टमात्रस्य +प्रविष्टमात्रे +प्रविष्टमिति +प्रविष्टमित्यर्थः +प्रविष्टम् +प्रविष्टया +प्रविष्टवती +प्रविष्टवन्तः +प्रविष्टवान् +प्रविष्टश्च +प्रविष्टश्शास्ता +प्रविष्टस्तु +प्रविष्टस्त्वं +प्रविष्टस्य +प्रविष्टा +प्रविष्टां +प्रविष्टाः +प्रविष्टानां +प्रविष्टानि +प्रविष्टान् +प्रविष्टाम् +प्रविष्टाय +प्रविष्टायां +प्रविष्टावात्मानौ +प्रविष्टाश्च +प्रविष्टासु +प्रविष्टास्तान्देवान्परिगृह्णामि +प्रविष्टास्तु +प्रविष्टास्ते +प्रविष्टुं +प्रविष्टे +प्रविष्टेति +प्रविष्टेन +प्रविष्टेषु +प्रविष्टो +प्रविष्टोस्मि +प्रविष्टोऽत्र +प्रविष्टोऽथ +प्रविष्टोऽन्तःपुरं +प्रविष्टोऽपि +प्रविष्टोऽयं +प्रविष्टोऽसि +प्रविष्टोऽसौ +प्रविष्टोऽस्ति +प्रविष्टोऽस्मि +प्रविष्टोऽहं +प्रविष्टोऽहमिदं +प्रविष्टौ +प्रविष्ठा +प्रविष्ठाः +प्रविष्य +प्रविसार्य +प्रविसृते +प्रविस्तरम् +प्रविहाय +प्रवि॑शन्ति॒ +प्रवि॑ष्टः +प्रवि॑ष्टा +प्रवी +प्रवीक्षितुम् +प्रवीक्ष्य +प्रवीक्ष्यैव +प्रवीण +प्रवीणं +प्रवीणः +प्रवीणा +प्रवीणाः +प्रवीणे +प्रवीणैः +प्रवीणो +प्रवीण् +प्रवीता +प्रवीमि +प्रवीर +प्रवीरं +प्रवीरः +प्रवीरमनघं +प्रवीरया +प्रवीरश्च +प्रवीरा +प्रवीराः +प्रवीराणां +प्रवीराणामृक्षवानररक्षसाम् +प्रवीरान् +प्रवीरे +प्रवीरैः +प्रवीरो +प्रवीरौ +प्रवृ +प्रवृक्तः +प्रवृज्य +प्रवृज्यते +प्रवृञ्ज्यात् +प्रवृञ्ज्यात्सर्वं +प्रवृञ्ज्याद् +प्रवृणक्ति +प्रवृणजानि +प्रवृणजानीति +प्रवृणते +प्रवृणीत +प्रवृणीते +प्रवृत +प्रवृतं +प्रवृतः +प्रवृता +प्रवृताहुतीर् +प्रवृति +प्रवृतिं +प्रवृतिं्त +प्रवृतिः +प्रवृते +प्रवृतेः +प्रवृतो +प्रवृतौ +प्रवृत् +प्रवृत्त +प्रवृत्तं +प्रवृत्तः +प्रवृत्तकं +प्रवृत्तकम् +प्रवृत्तकर्माणः +प्रवृत्तचक्रतां +प्रवृत्तचक्रो +प्रवृत्तञ्च +प्रवृत्ततया +प्रवृत्तत्वं +प्रवृत्तत्वात् +प्रवृत्तत्वेन +प्रवृत्तभोगानां +प्रवृत्तमपि +प्रवृत्तमिति +प्रवृत्तमित्यर्थः +प्रवृत्तमित्याह +प्रवृत्तमिदं +प्रवृत्तमेव +प्रवृत्तम् +प्रवृत्तय +प्रवृत्तयः +प्रवृत्तयश्च +प्रवृत्तया +प्रवृत्तये +प्रवृत्तयो +प्रवृत्तयोः +प्रवृत्तवान् +प्रवृत्तश्च +प्रवृत्तस्तु +प्रवृत्तस्य +प्रवृत्तस्यापि +प्रवृत्तह् +प्रवृत्ता +प्रवृत्तां +प्रवृत्ताः +प्रवृत्तात् +प्रवृत्तानां +प्रवृत्तानामपि +प्रवृत्तानामिमाः +प्रवृत्तानाम् +प्रवृत्तानि +प्रवृत्तानीति +प्रवृत्तान् +प्रवृत्ताभ्यां +प्रवृत्ताम् +प्रवृत्ताय +प्रवृत्ताया +प्रवृत्तायां +प्रवृत्तायाः +प्रवृत्तावपि +प्रवृत्तावुपलब्धायां +प्रवृत्ताश्च +प्रवृत्तासि +प्रवृत्तासु +प्रवृत्तास्तु +प्रवृत्तास्ते +प्रवृत्ति +प्रवृत्तिं +प्रवृत्तिः +प्रवृत्तिकारणं +प्रवृत्तिकारणम् +प्रवृत्तिकाले +प्रवृत्तिक्रमः +प्रवृत्तिञ्च +प्रवृत्तितः +प्रवृत्तितो +प्रवृत्तित्वं +प्रवृत्तित्वात् +प्रवृत्तित्वावच्छिन्नं +प्रवृत्तिदर्शनात् +प्रवृत्तिदोषजनितोऽर्थः +प्रवृत्तिन +प्रवृत्तिनि +प्रवृत्तिनिमि +प्रवृत्तिनिमित्त +प्रवृत्तिनिमित्तं +प्रवृत्तिनिमित्ततया +प्रवृत्तिनिमित्तमिति +प्रवृत्तिनिमित्तम् +प्रवृत्तिनिमित्तस्य +प्रवृत्तिनिमित्ते +प्रवृत्तिनिमित्तेन +प्रवृत्तिनिमित्तैक्ये +प्रवृत्तिनियमः +प्रवृत्तिनियमो +प्रवृत्तिनिवृत्ती +प्रवृत्तिनिवृत्त्योः +प्रवृत्तिपर्यन्ता +प्रवृत्तिप्रसङ्गः +प्रवृत्तिप्रसङ्गात् +प्रवृत्तिभिः +प्रवृत्तिभेदः +प्रवृत्तिभेदे +प्रवृत्तिभेदेन +प्रवृत्तिमपि +प्रवृत्तिमर्हति +प्रवृत्तिमात्रं +प्रवृत्तिमात्रे +प्रवृत्तिमार्गे +प्रवृत्तिमाह +प्रवृत्तिमिति +प्रवृत्तिमित्त्यादि +प्रवृत्तिमुपलभ्य +प्रवृत्तिम् +प्रवृत्तिरज्ञस्य +प्रवृत्तिरत +प्रवृत्तिरपि +प्रवृत्तिरस्ति +प्रवृत्तिरस्तीति +प्रवृत्तिरारम्भः +प्रवृत्तिरासीच्छब्दानां +प्रवृत्तिरिति +प्रवृत्तिरित्यत +प्रवृत्तिरित्यर्थः +प्रवृत्तिरित्याशङ्क्याह +प्रवृत्तिरित्याह +प्रवृत्तिरित्येवं +प्रवृत्तिरुक्ता +प्रवृत्तिरुत्पन्ना +प्रवृत्तिरुपपद्यत +प्रवृत्तिरुपपद्यते +प्रवृत्तिरुपलभ्यते +प्रवृत्तिरूपा +प्रवृत्तिरेव +प्रवृत्तिरेषा +प्रवृत्तिर् +प्रवृत्तिर्जायते +प्रवृत्तिर्दृश्यते +प्रवृत्तिर्दृष्टा +प्रवृत्तिर्न +प्रवृत्तिर्भवति +प्रवृत्तिर्भवतीति +प्रवृत्तिर्भूतानां +प्रवृत्तिर्मम +प्रवृत्तिर्युक्ता +प्रवृत्तिर्वा +प्रवृत्तिर्वृत्तिरेव +प्रवृत्तिर्वृद्धिरेव +प्रवृत्तिर्हि +प्रवृत्तिलक्षणं +प्रवृत्तिलक्षणस्य +प्रवृत्तिलक्षणा +प्रवृत्तिलक्षणे +प्रवृत्तिलक्षणो +प्रवृत्तिविज्ञानं +प्रवृत्तिविशेष +प्रवृत्तिविशेषः +प्रवृत्तिविशेषे +प्रवृत्तिविषयं +प्रवृत्तिश्च +प्रवृत्तिषु +प्रवृत्तिसम्भवात् +प्रवृत्तिसामर्थ्यं +प्रवृत्तिसामान्ये +प्रवृत्तिसिद्धेः +प्रवृत्तिस्तत्र +प्रवृत्तिस्तत्राह +प्रवृत्तिस्तथा +प्रवृत्तिस्तर्हि +प्रवृत्तिस्तस्य +प्रवृत्तिस्तु +प्रवृत्तिस्थितिसंहृतीः +प्रवृत्तिस्वभावा +प्रवृत्तिहेतु +प्रवृत्तिहेतुं +प्रवृत्तिहेतुः +प्रवृत्तिहेतुतया +प्रवृत्तिहेतुत्वं +प्रवृत्तिहेतुत्वम् +प्रवृत्तिहेतुत्वात् +प्रवृत्तिहेतुभूता +प्रवृत्तिहेतुरिति +प्रवृत्तिहेतोः +प्रवृत्तिहेतौ +प्रवृत्ती +प्रवृत्तीः +प्रवृत्तीति +प्रवृत्तीनां +प्रवृत्ते +प्रवृत्तेः +प्रवृत्तेति +प्रवृत्तेन +प्रवृत्तेयं +प्रवृत्तेरपि +प्रवृत्तेरिति +प्रवृत्तेर् +प्रवृत्तेर्न +प्रवृत्तेश्च +प्रवृत्तेषु +प्रवृत्तैः +प्रवृत्तो +प्रवृत्तोऽपि +प्रवृत्तोऽयं +प्रवृत्तोऽसि +प्रवृत्तोऽसीति +प्रवृत्तोऽस्मि +प्रवृत्तोऽहं +प्रवृत्तौ +प्रवृत्त्य +प्रवृत्त्यङ्गं +प्रवृत्त्यदर्शनात् +प्रवृत्त्यनन्तरं +प्रवृत्त्यनुपपत्तिः +प्रवृत्त्यनुपपत्तिरिति +प्रवृत्त्यनुपपत्तेः +प्रवृत्त्यन्यथानुपपत्त्या +प्रवृत्त्यपाये +प्रवृत्त्यप्रवृत्ती +प्रवृत्त्यभावः +प्रवृत्त्यभावात् +प्रवृत्त्यभावे +प्रवृत्त्ययोगात् +प्रवृत्त्यर्थं +प्रवृत्त्यर्थम् +प्रवृत्त्यसम्भवात् +प्रवृत्त्या +प्रवृत्त्यादि +प्रवृत्त्यापत्तिः +प्रवृत्त्यालोकन्यासात् +प्रवृत्त्युपपत्तेः +प्रवृत्त्यै +प्रवृत्त्य् +प्रवृत्य +प्रवृत्या +प्रवृदसि +प्रवृद् +प्रवृद्ध +प्रवृद्धं +प्रवृद्धः +प्रवृद्धभक्त्या +प्रवृद्धमध्यहीनैस्तु +प्रवृद्धमिति +प्रवृद्धम् +प्रवृद्धया +प्रवृद्धये +प्रवृद्धश्च +प्रवृद्धस्य +प्रवृद्धा +प्रवृद्धां +प्रवृद्धाः +प्रवृद्धादीनां +प्रवृद्धानां +प्रवृद्धानि +प्रवृद्धान् +प्रवृद्धाय +प्रवृद्धाया +प्रवृद्धि +प्रवृद्धिं +प्रवृद्धिः +प्रवृद्धिम् +प्रवृद्धे +प्रवृद्धेन +प्रवृद्धेषु +प्रवृद्धैः +प्रवृद्धो +प्रवृद्धौ +प्रवृश्चति +प्रवृष्ट +प्रवृहति +प्रवृहन्तु +प्रवृहामि +प्रवृह्य +प्रवे +प्रवेक्ष्य +प्रवेक्ष्यति +प्रवेक्ष्यते +प्रवेक्ष्यन्ति +प्रवेक्ष्यसि +प्रवेक्ष्यामः +प्रवेक्ष्यामि +प्रवेक्ष्यामो +प्रवेक्ष्ये +प्रवेगेन +प्रवेणी +प्रवेता +प्रवेत्ति +प्रवेत्थ +प्रवेद +प्रवेदय +प्रवेदयते +प्रवेदयन्ति +प्रवेधसे +प्रवेपती +प्रवेपते +प्रवेपमानः +प्रवेपमाना +प्रवेपमानाधरलक्ष्यकोपया +प्रवेपयन्ति +प्रवेयम् +प्रवेश +प्रवेशं +प्रवेशः +प्रवेशक +प्रवेशकः +प्रवेशकरणम् +प्रवेशकालः +प्रवेशकाले +प्रवेशके +प्रवेशकेन +प्रवेशकैः +प्रवेशञ्च +प्रवेशद्वार +प्रवेशद्वारं +प्रवेशद्वारः +प्रवेशद्वारम् +प्रवेशद्वारस्य +प्रवेशद्वारे +प्रवेशन +प्रवेशनं +प्रवेशनम् +प्रवेशनात् +प्रवेशनादिकं +प्रवेशनिर्गमौ +प्रवेशने +प्रवेशनेन +प्रवेशपत्रं +प्रवेशपूर्वं +प्रवेशमात्रेण +प्रवेशम् +प्रवेशय +प्रवेशयत +प्रवेशयति +प्रवेशयत्यन्तः +प्रवेशयन् +प्रवेशयन्ति +प्रवेशयामास +प्रवेशयामि +प्रवेशयितव्यः +प्रवेशयितव्यम् +प्रवेशयितुं +प्रवेशयित्वा +प्रवेशयिष्यसि +प्रवेशये +प्रवेशयेति +प्रवेशयेत् +प्रवेशयेद् +प्रवेशयैनम् +प्रवेशश्च +प्रवेशसमये +प्रवेशस्तत्र +प्रवेशस्तु +प्रवेशस्य +प्रवेशा +प्रवेशाः +प्रवेशात् +प्रवेशादिपुरस्कृताः +प्रवेशाद् +प्रवेशानन्तरं +प्रवेशाभावात् +प्रवेशाय +प्रवेशार्थं +प्रवेशावकाशः +प्रवेशित +प्रवेशितं +प्रवेशितः +प्रवेशितम् +प्रवेशितवान् +प्रवेशिता +प्रवेशिताः +प्रवेशिताम् +प्रवेशिते +प्रवेशितो +प्रवेशितौ +प्रवेशे +प्रवेशेति +प्रवेशेन +प्रवेशेऽपि +प्रवेशो +प्रवेशोऽत्र +प्रवेशोऽपि +प्रवेशोऽस्ति +प्रवेश्य +प्रवेश्यं +प्रवेश्यतां +प्रवेश्यताम् +प्रवेश्यते +प्रवेश्यमानेन +प्रवेश्याथ +प्रवेश्यैव +प्रवेष्टव्य +प्रवेष्टव्यं +प्रवेष्टव्यम् +प्रवेष्टव्या +प्रवेष्टव्यानि +प्रवेष्टा +प्रवेष्टितम् +प्रवेष्टु +प्रवेष्टुं +प्रवेष्टुकामो +प्रवेष्टुमपि +प्रवेष्टुमिच्छति +प्रवेष्टुमिच्छामि +प्रवेष्टुमुपचक्रमे +प्रवेष्टुम् +प्रवेष्टो +प्रवेष्ट्य +प्रवेिश्य +प्रवो +प्रवोच +प्रवोचं +प्रवोचत् +प्रवोचन्तं +प्रवोचम् +प्रवोढुम् +प्रवोमहे +प्रवोवाजा +प्रव्यक्तम् +प्रव्यक्ता +प्रव्यथितं +प्रव्यथितः +प्रव्यथितम् +प्रव्यथिता +प्रव्यथिताः +प्रव्यथितान्तरात्मा +प्रव्यथितो +प्रव्यथितोऽन्तरात्मा +प्रव्याहरत +प्रव्र +प्रव्रज +प्रव्रजतः +प्रव्रजति +प्रव्रजनं +प्रव्रजन्ति +प्रव्रजन्तीति +प्रव्रजन्त्यकृतोद्वाहाः +प्रव्रजामि +प्रव्रजित +प्रव्रजितं +प्रव्रजितः +प्रव्रजितस्य +प्रव्रजिता +प्रव्रजिताः +प्रव्रजितागमने +प्रव्रजितानां +प्रव्रजितानि +प्रव्रजितामपि +प्रव्रजितुम् +प्रव्रजिते +प्रव्रजितेन +प्रव्रजितो +प्रव्रजित्वा +प्रव्रजिष्यति +प्रव्रजिष्यामि +प्रव्रजिष्यामीति +प्रव्रजेच्च +प्रव्रजेत् +प्रव्रजेदिति +प्रव्रजेद् +प्रव्रजेद्गृहात् +प्रव्रजेद्गृहाद्वा +प्रव्रज्य +प्रव्रज्यया +प्रव्रज्या +प्रव्रज्यां +प्रव्रज्यामुपसंपदं +प्रव्रज्यामुपसम्पदं +प्रव्रज्याया +प्रव्रज्यायां +प्रव्रज्यायाः +प्रव्रज्यायै +प्रव्रज्यायोगः +प्रव्रज्यायोगाध्यायः +प्रव्रज्यार्थं +प्रव्रज्यावसितः +प्रव्रज्यावसितो +प्रव्रज्यासु +प्रव्राजं +प्रव्राजकस्य +प्रव्राजकेन +प्रव्राजनं +प्रव्राजय +प्रव्राजयति +प्रव्राजयतु +प्रव्राजयिष्यति +प्रव्राजयिष्यामीति +प्रव्राजयेयुः +प्रव्राजिका +प्रव्राजित +प्रव्राजितः +प्रव्राजिता +प्रव्राजिते +प्रव्राजितेति +प्रव्राजितो +प्रव्राजिनो +प्रव्राज्य +प्रव्राट् +प्रव्रियमाणे +प्रव॒णे +प्रश +प्रशं +प्रशंस +प्रशंसंति +प्रशंसंतो +प्रशंसक +प्रशंसकः +प्रशंसत +प्रशंसता +प्रशंसति +प्रशंसतु +प्रशंसते +प्रशंसथ +प्रशंसन +प्रशंसनं +प्रशंसनपूर्वकं +प्रशंसनम् +प्रशंसनात् +प्रशंसनीय +प्रशंसनीयं +प्रशंसनीयः +प्रशंसनीयम् +प्रशंसनीया +प्रशंसनीयाः +प्रशंसनीये +प्रशंसने +प्रशंसन् +प्रशंसन्तः +प्रशंसन्ति +प्रशंसन्ती +प्रशंसन्तु +प्रशंसन्तो +प्रशंसया +प्रशंससि +प्रशंसा +प्रशंसां +प्रशंसाः +प्रशंसाओं +प्रशंसातः +प्रशंसादि +प्रशंसापूर्वकं +प्रशंसाभिः +प्रशंसामः +प्रशंसामाह +प्रशंसामि +प्रशंसाम् +प्रशंसाय +प्रशंसाया +प्रशंसायां +प्रशंसायाः +प्रशंसायामिति +प्रशंसायामिनिः +प्रशंसायाम् +प्रशंसायुक्त +प्रशंसार्थ +प्रशंसार्थं +प्रशंसार्था +प्रशंसार्थे +प्रशंसावचनैश्च +प्रशंसित +प्रशंसितं +प्रशंसितः +प्रशंसितम् +प्रशंसितवन्तः +प्रशंसितवान् +प्रशंसिता +प्रशंसिताः +प्रशंसितानि +प्रशंसितुं +प्रशंसितुम् +प्रशंसितो +प्रशंसेति +प्रशंसेत् +प्रशंसेम +प्रशंसेयुः +प्रशंसैव +प्रशंस्य +प्रशंस्यं +प्रशंस्यते +प्रशक्यते +प्रशनः +प्रशप्तौ +प्रशब्द +प्रशब्दः +प्रशब्दस्य +प्रशब्दात् +प्रशब्देन +प्रशब्दो +प्रशम +प्रशमं +प्रशमः +प्रशमनं +प्रशमनम् +प्रशमनानि +प्रशमनाय +प्रशमने +प्रशमनेन +प्रशममागते +प्रशममायाति +प्रशमम् +प्रशमय +प्रशमयति +प्रशमयतु +प्रशमयन् +प्रशमयन्ति +प्रशमयसि +प्रशमयितुं +प्रशमयेत् +प्रशमयेत्तथा +प्रशमय्य +प्रशमश्च +प्रशमस्तस्य +प्रशमस्य +प्रशमादरीणां +प्रशमाय +प्रशमार्थ +प्रशमित +प्रशमिता +प्रशमिते +प्रशमी +प्रशमे +प्रशमेन +प्रशमो +प्रशर्ध +प्रशशंस +प्रशशंसुः +प्रशशंसुश्च +प्रशशंसुस्तदा +प्रशशाम +प्रशशास +प्रशसनं +प्रशसन्ति +प्रशसा +प्रशसाया +प्रशसायाम् +प्रशसित +प्रशस्त +प्रशस्तं +प्रशस्तः +प्रशस्तकम् +प्रशस्तकालः +प्रशस्तञ्च +प्रशस्ततमं +प्रशस्ततमम् +प्रशस्ततया +प्रशस्ततरं +प्रशस्ततरः +प्रशस्ततरम् +प्रशस्ततरा +प्रशस्तता +प्रशस्तत्वं +प्रशस्तत्वम् +प्रशस्तत्वात् +प्रशस्तत्वेन +प्रशस्तदेशे +प्रशस्तपत्रश्रवणां +प्रशस्तपादः +प्रशस्तपादभाष्यम् +प्रशस्तपादभाष्यस्य +प्रशस्तपादभाष्ये +प्रशस्तपादेन +प्रशस्तमन्नं +प्रशस्तमिति +प्रशस्तमित्यर्थः +प्रशस्तमेव +प्रशस्तम् +प्रशस्तय +प्रशस्तयः +प्रशस्तया +प्रशस्तये +प्रशस्तयो +प्रशस्तवाचकान्यमूनि +प्रशस्तवाची +प्रशस्तश्च +प्रशस्तस्य +प्रशस्ता +प्रशस्तां +प्रशस्ताः +प्रशस्ताचरणं +प्रशस्तानां +प्रशस्तानि +प्रशस्तान् +प्रशस्तान्यधिकानि +प्रशस्ताभिः +प्रशस्ताय +प्रशस्तायां +प्रशस्ताश्च +प्रशस्तास्तिथयो +प्रशस्ति +प्रशस्तिं +प्रशस्तिः +प्रशस्तिपुरस्काराः +प्रशस्तिपुरस्काराणाम् +प्रशस्तिभिः +प्रशस्तिभूषिताः +प्रशस्तिमम्ब +प्रशस्तिम् +प्रशस्तिरभिधीयते +प्रशस्तिरिति +प्रशस्तिव्रज्या +प्रशस्तिश्च +प्रशस्तिषु +प्रशस्तिऽभिः +प्रशस्ते +प्रशस्तेः +प्रशस्तेति +प्रशस्तेन +प्रशस्तेभ्यो +प्रशस्तेषु +प्रशस्तेऽभ्यर्हिते +प्रशस्तेऽहनि +प्रशस्तैः +प्रशस्तो +प्रशस्तौ +प्रशस्त्या +प्रशस्त्यै +प्रशस्य +प्रशस्यं +प्रशस्यः +प्रशस्यत +प्रशस्यतमं +प्रशस्यतमम् +प्रशस्यतमो +प्रशस्यतरं +प्रशस्यतरः +प्रशस्यतरम् +प्रशस्यते +प्रशस्यत् +प्रशस्यनामसु +प्रशस्यन्ते +प्रशस्यमघमर्षणम् +प्रशस्यमानः +प्रशस्यमाना +प्रशस्यमानो +प्रशस्यमानौ +प्रशस्यम् +प्रशस्यशब्दस्य +प्रशस्यशब्दात् +प्रशस्यस्य +प्रशस्या +प्रशस्यां +प्रशस्याः +प्रशस्याथ +प्रशस्यानि +प्रशस्ये +प्रशस्येत +प्रशस्येति +प्रशस्येते +प्रशस्यो +प्रशस्यौ +प्रशा +प्रशां +प्रशांतं +प्रशांतये +प्रशांतात्मा +प्रशाखा +प्रशाखाः +प्रशाखाश्च +प्रशात्य +प्रशाधि +प्रशान +प्रशानो +प्रशान् +प्रशान्त +प्रशान्तं +प्रशान्तः +प्रशान्तकलिकलहडिम्बडमरं +प्रशान्तचित्ताय +प्रशान्तता +प्रशान्तत्वे +प्रशान्तधीः +प्रशान्तमनसं +प्रशान्तमनसमिति +प्रशान्तमहासागरः +प्रशान्तमृगयूथश्च +प्रशान्तम् +प्रशान्तये +प्रशान्तयोः +प्रशान्तरोषो +प्रशान्तवाहिता +प्रशान्तश्च +प्रशान्तस्य +प्रशान्ता +प्रशान्ताः +प्रशान्तात्मा +प्रशान्तानि +प्रशान्ताय +प्रशान्तायां +प्रशान्ति +प्रशान्तिं +प्रशान्तिः +प्रशान्तिकर +प्रशान्तिम् +प्रशान्ते +प्रशान्तेति +प्रशान्तेन +प्रशान्तेन्द्रिय +प्रशान्तेषु +प्रशान्तो +प्रशान्तोऽपि +प्रशान्तौ +प्रशान्त्यर्थं +प्रशान्‍त +प्रशाम्य +प्रशाम्यति +प्रशाम्यतु +प्रशाम्यते +प्रशाम्यदवस्था +प्रशाम्यन्ति +प्रशासक +प्रशासकः +प्रशासकस्य +प्रशासकाः +प्रशासकानुमतयः +प्रशासकेन +प्रशासकैः +प्रशासतः +प्रशासतस्तस्य +प्रशासति +प्रशासत् +प्रशासन +प्रशासनं +प्रशासनकाले +प्रशासनम् +प्रशासनसौकर्यार्थं +प्रशासनस्य +प्रशासनात् +प्रशासनिक +प्रशासनिकः +प्रशासनिकविभागः +प्रशासनिकविभागाः +प्रशासनिकविभाजनम् +प्रशासनिकसंस्थाः +प्रशासने +प्रशासनेन +प्रशासितः +प्रशासितम् +प्रशासिता +प्रशासितारं +प्रशासितारम् +प्रशासितुं +प्रशासितुम् +प्रशासितृ +प्रशास्त +प्रशास्तः +प्रशास्तरिति +प्रशास्ता +प्रशास्तारं +प्रशास्तारौ +प्रशास्ति +प्रशास्तिः +प्रशास्तु +प्रशास्तुः +प्रशास्तृ +प्रशास्त्रं +प्रशास्त्रा +प्रशास्त्रीयं +प्रशास्त्रे +प्रशास्त्रोः +प्रशास्महे +प्रशास्य +प्रशिक्षकः +प्रशिक्षण +प्रशिक्षणं +प्रशिक्षणम् +प्रशिक्षणवर्गः +प्रशिक्षणस्य +प्रशिक्षिताः +प्रशिक्ष्यन्ते +प्रशिथिल +प्रशिथिलस्य +प्रशिथिलामिव +प्रशिथिले +प्रशिषं +प्रशिषः +प्रशिषा +प्रशिष्टा +प्रशिष्याश्च +प्रशिष्यैश्च +प्रशुद्ध्यति +प्रशुश्रुवे +प्रशुष्यन्ति +प्रशेमुः +प्रशोचति +प्रशोभते +प्रशोषयेत् +प्रश् +प्रश्च +प्रश्चोतयति +प्रश्ते +प्रश्न +प्रश्नं +प्रश्नः +प्रश्नकरणम् +प्रश्नकर्ता +प्रश्नकाकुः +प्रश्नकारके +प्रश्नकाले +प्रश्नतः +प्रश्नतत्परमनङ्गशासनम् +प्रश्नत्रयं +प्रश्नद्वयं +प्रश्नद्वयम् +प्रश्नद्वारा +प्रश्नध्याय +प्रश्नन +प्रश्ननिरूपणाभ्याम् +प्रश्नन् +प्रश्नपूर्वं +प्रश्नपूर्वकं +प्रश्नपूर्वकमाह +प्रश्नपूर्वकम् +प्रश्नपूर्विका +प्रश्नप्रकारमाह +प्रश्नप्रतिवचनाभ्यां +प्रश्नप्रतिवचने +प्रश्नप्रतिवचनेन +प्रश्नबीजं +प्रश्नबीजानि +प्रश्नभारो +प्रश्नभाष्यम् +प्रश्नमपृच्छत +प्रश्नमाह +प्रश्नमिति +प्रश्नमिमं +प्रश्नमुत्तमम् +प्रश्नमुत्थापयति +प्रश्नमुत्थाप्य +प्रश्नमेकं +प्रश्नमेतं +प्रश्नम् +प्रश्नयति +प्रश्नयोः +प्रश्नवाक्यं +प्रश्नवाक्ये +प्रश्नविदां +प्रश्नविधिः +प्रश्नविषयः +प्रश्नव्याकरण +प्रश्नशास्त्रे +प्रश्नश्च +प्रश्नसंहिता +प्रश्नसंहितायाः +प्रश्नस्तु +प्रश्नस्त्रिभिः +प्रश्नस्य +प्रश्नस्ययत्र +प्रश्नस्यापि +प्रश्नस्यास्य +प्रश्नस्योत्तरं +प्रश्नस्योत्तरमाह +प्रश्नस्योत्तरमुक्तं +प्रश्नस्योत्तरमुच्यत +प्रश्नस्योत्तरम् +प्रश्नहेतुभूतां +प्रश्ना +प्रश्नाः +प्रश्नाख्यानयोः +प्रश्नाख्यानयोश्च +प्रश्नात् +प्रश्नाध्याय +प्रश्नाध्यायं +प्रश्नाध्यायः +प्रश्नाध्याये +प्रश्नाध्यायो +प्रश्नानन्तरं +प्रश्नानां +प्रश्नानामुत्तराणि +प्रश्नानाम् +प्रश्नानाह +प्रश्नानि +प्रश्नानुक्त्वा +प्रश्नानुसारतः +प्रश्नानुसारेण +प्रश्नान् +प्रश्नान्तरं +प्रश्नान्तरम् +प्रश्नान्ताभिपूजितयोः +प्रश्नान्ते +प्रश्नाभिप्रायः +प्रश्नार्थ +प्रश्नार्थः +प्रश्नार्थे +प्रश्नार्थो +प्रश्नालापेन +प्रश्नावतारः +प्रश्नावधारणानुज्ञानुनयामन्त्रणे +प्रश्नाशयः +प्रश्नास्तथा +प्रश्निनम् +प्रश्ने +प्रश्नेति +प्रश्नेन +प्रश्नेभ्यः +प्रश्नेषु +प्रश्नेऽपि +प्रश्नै +प्रश्नैः +प्रश्नैरुदैरयत् +प्रश्नो +प्रश्नों +प्रश्नोति +प्रश्नोत्तर +प्रश्नोत्तरं +प्रश्नोत्तरमाह +प्रश्नोत्तरम् +प्रश्नोत्तररत्नमाला +प्रश्नोत्तररत्नमालिका +प्रश्नोत्तररूपेण +प्रश्नोत्तरविषयः +प्रश्नोत्तरस्य +प्रश्नोत्तराणि +प्रश्नोत्तराभ्यां +प्रश्नोत्तरे +प्रश्नोत्तरैः +प्रश्नोपनिषत् +प्रश्नोपनिषदि +प्रश्नोपनिषद् +प्रश्नोऽनुयोगः +प्रश्नोऽयं +प्रश्नोऽस्ति +प्रश्नौ +प्रश्य +प्रश्र +प्रश्रः +प्रश्रथ +प्रश्रय +प्रश्रयं +प्रश्रयः +प्रश्रयावनतं +प्रश्रयावनतः +प्रश्रयावनता +प्रश्रयावनतो +प्रश्रयेण +प्रश्रयो +प्रश्रस्य +प्रश्राः +प्रश्रितं +प्रश्रितः +प्रश्रिता +प्रश्रितो +प्रश्रे +प्रश्र्नः +प्रश्र्ने +प्रश्र्नो +प्रश्लिष्ट +प्रश्लिष्टं +प्रश्लिष्टः +प्रश्लिष्टनिर्देश +प्रश्लिष्टनिर्देशोऽयम् +प्रश्लिष्टस्य +प्रश्लिष्टा +प्रश्लिष्य +प्रश्लिष्यते +प्रश्लेष +प्रश्लेषः +प्रश्लेषे +प्रश्लेषेण +प्रश्व +प्रश्वसन् +प्रश्वसामीति +प्रश्वसितव्यम् +प्रश्वसिति +प्रश्वास +प्रश्वासं +प्रश्वासः +प्रश्वासपूर्वको +प्रश्वासयोर् +प्रश्वासे +प्रश्वासो +प्रश्श्रोत्तराध्यायः +प्रश॑स्तयः +प्रश॑स्तये +प्रश॑स्तये॒ +प्रश॑स्तिं +प्रश॑स्तिं॒ +प्रश॑स्तिभिः +प्रश॑स्तिऽभिः +प्रश॒स्तं +प्रष +प्रष्ट +प्रष्टं +प्रष्टकवर्गः +प्रष्टकवर्गफल +प्रष्टकवर्गफलम् +प्रष्टव्य +प्रष्टव्यं +प्रष्टव्यः +प्रष्टव्यमिति +प्रष्टव्यम् +प्रष्टव्या +प्रष्टव्याः +प्रष्टव्यो +प्रष्टा +प्रष्टारं +प्रष्टिः +प्रष्टिर्वहति +प्रष्टिवाहिनं +प्रष्टिवाहिनꣳ +प्रष्टिवाही +प्रष्टी +प्रष्टु +प्रष्टुं +प्रष्टुः +प्रष्टुकामः +प्रष्टुमना +प्रष्टुमनास्तपोधने +प्रष्टुमर्हसि +प्रष्टुमारब्धः +प्रष्टुमिच्छामि +प्रष्टुम् +प्रष्टुरभिप्रायो +प्रष्टुरभीष्टनाड्यस्तदैव +प्रष्टो +प्रष्ट्रा +प्रष्ठ +प्रष्ठं +प्रष्ठः +प्रष्ठी +प्रष्ठो +प्रष्ठोऽग्रगामिनि +प्रष्ठौह +प्रष्ठौहः +प्रष्ठौहा +प्रष्ठौही +प्रस +प्रसं +प्रसंख्यया +प्रसंख्याता +प्रसंख्यातुं +प्रसंख्यानं +प्रसंख्यानपरो +प्रसंख्यानम् +प्रसंख्यानात् +प्रसंख्याने +प्रसंख्यानेन +प्रसंख्यानेऽप्यकुसीदस्य +प्रसंख्यानेऽप्य् +प्रसंख्याय +प्रसंग +प्रसंगं +प्रसंगः +प्रसंगतः +प्रसंगतो +प्रसंगा +प्रसंगात् +प्रसंगादपि +प्रसंगाद् +प्रसंगे +प्रसंगेन +प्रसंगेनापि +प्रसंगो +प्रसंभ्यां +प्रसः +प्रसक्त +प्रसक्तं +प्रसक्तः +प्रसक्तत्वात् +प्रसक्तप्रतिषेधात्मा +प्रसक्तप्रतिषेधे +प्रसक्तमिति +प्रसक्तम् +प्रसक्तया +प्रसक्तवेगस्तु +प्रसक्तस्य +प्रसक्तस्यादर्शनं +प्रसक्ता +प्रसक्तां +प्रसक्ताः +प्रसक्तादर्शनं +प्रसक्तानां +प्रसक्तानि +प्रसक्तानुप्रसक्तं +प्रसक्तानुप्रसक्त्या +प्रसक्तायां +प्रसक्ताव्यक्तभाषिणः +प्रसक्ताश्रुमुखी +प्रसक्ति +प्रसक्तिं +प्रसक्तिः +प्रसक्तिरिति +प्रसक्तिरित्यत +प्रसक्तिरेव +प्रसक्ते +प्रसक्तेः +प्रसक्तेति +प्रसक्तेन +प्रसक्तो +प्रसक्तौ +प्रसक्त्यभावात् +प्रसक्त्या +प्रसग़्गः +प्रसग़्गात्‌ +प्रसगा +प्रसगाभ +प्रसङ्ख्यान +प्रसङ्ख्यानस्य +प्रसङ्ख्यानेन +प्रसङ्ख्याय +प्रसङ्ग +प्रसङ्गं +प्रसङ्गः +प्रसङ्गत +प्रसङ्गतः +प्रसङ्गतो +प्रसङ्गन +प्रसङ्गमापाद्य +प्रसङ्गम् +प्रसङ्गरहिताहोरात्रवेदिव्युत्पादनरूपं +प्रसङ्गवशात् +प्रसङ्गविज्ञानं +प्रसङ्गविज्ञानात् +प्रसङ्गविनिवृत्तये +प्रसङ्गश्च +प्रसङ्गश्छलनं +प्रसङ्गसङ्गत्या +प्रसङ्गस्य +प्रसङ्गा +प्रसङ्गाः +प्रसङ्गागतं +प्रसङ्गाच् +प्रसङ्गाच्च +प्रसङ्गात् +प्रसङ्गात्स्वस्वभावोक्तिः +प्रसङ्गादत्र +प्रसङ्गादाह +प्रसङ्गादिति +प्रसङ्गादुक्तम् +प्रसङ्गादुच्यते +प्रसङ्गादेव +प्रसङ्गाद् +प्रसङ्गानां +प्रसङ्गान् +प्रसङ्गाभावात् +प्रसङ्गार्थंसर्वत्रगम् +प्रसङ्गिनः +प्रसङ्गे +प्रसङ्गेन +प्रसङ्गेनापि +प्रसङ्गेनेति +प्रसङ्गेषु +प्रसङ्गेऽस्मिन् +प्रसङ्गो +प्रसङ्गोऽपि +प्रसङ्गोऽस्ति +प्रसङ्गौ +प्रसजति +प्रसजेत् +प्रसजेदिति +प्रसज्जति +प्रसज्जते +प्रसज्जेत +प्रसज्ज्येत +प्रसज्य +प्रसज्यत +प्रसज्यते +प्रसज्यतेति +प्रसज्यन्ते +प्रसज्यप्रतिषेध +प्रसज्यप्रतिषेधः +प्रसज्यप्रतिषेधे +प्रसज्यप्रतिषेधेऽपि +प्रसज्यप्रतिषेधो +प्रसज्यमान +प्रसज्ये +प्रसज्येत +प्रसज्येते +प्रसज्येतेति +प्रसज्येतेत्यत +प्रसज्येतेत्यर्थः +प्रसज्येयाताम् +प्रसज्येरन् +प्रसज्येरन्निति +प्रसञ्जनं +प्रसञ्जनम् +प्रसञ्जयति +प्रसञ्जयेदिति +प्रसता +प्रसते +प्रसत्राः +प्रसदृक्षश्च +प्रसद्य +प्रसद्येति +प्रसन +प्रसनं +प्रसन्न +प्रसन्नं +प्रसन्नः +प्रसन्नकाण्डे +प्रसन्नगम्भीरपदाः +प्रसन्नचित्त +प्रसन्नचित्तं +प्रसन्नचित्तः +प्रसन्नचित्तस्य +प्रसन्नचित्ता +प्रसन्नचित्तेन +प्रसन्नचित्तो +प्रसन्नचेतःसलिलः +प्रसन्नचेतसः +प्रसन्नचेतसो +प्रसन्नचेता +प्रसन्नचेताः +प्रसन्नञ्च +प्रसन्नतया +प्रसन्नता +प्रसन्नतां +प्रसन्नताम् +प्रसन्नतायां +प्रसन्नतायाः +प्रसन्नतायै +प्रसन्नतार्थं +प्रसन्नतोयानि +प्रसन्नत्वं +प्रसन्नत्वात् +प्रसन्नदृष्ट्या +प्रसन्नदोषं +प्रसन्नधीः +प्रसन्नपदायां +प्रसन्नमध्यः +प्रसन्नमनसं +प्रसन्नमनसः +प्रसन्नमनसस्तथा +प्रसन्नमनसा +प्रसन्नमनसो +प्रसन्नमना +प्रसन्नमनाः +प्रसन्नमानसः +प्रसन्नमानसा +प्रसन्नमानसाः +प्रसन्नमानसो +प्रसन्नमिति +प्रसन्नमुख +प्रसन्नमुखः +प्रसन्नमुखवर्णा +प्रसन्नमूर्तिः +प्रसन्नमेकाग्रं +प्रसन्नम् +प्रसन्नयति +प्रसन्नया +प्रसन्नरसं +प्रसन्नराघवम् +प्रसन्नराघवस्य +प्रसन्नराघवे +प्रसन्नवक्त्रं +प्रसन्नवदन +प्रसन्नवदनं +प्रसन्नवदनः +प्रसन्नवदना +प्रसन्नवदनां +प्रसन्नवदनाः +प्रसन्नवदनेक्षणः +प्रसन्नवदनेक्षणम् +प्रसन्नवदनेक्षणा +प्रसन्नवदनेक्षणाः +प्रसन्नवदनेक्षणाम् +प्रसन्नवदनो +प्रसन्नश्च +प्रसन्नसलिला +प्रसन्नसलिलां +प्रसन्नसलिलानि +प्रसन्नसलिले +प्रसन्नस्तं +प्रसन्नस्तु +प्रसन्नस्ते +प्रसन्नस्त्वं +प्रसन्नस्य +प्रसन्नहृदयः +प्रसन्नहृदया +प्रसन्नहृदयो +प्रसन्ना +प्रसन्नां +प्रसन्नाः +प्रसन्नात् +प्रसन्नात्मा +प्रसन्नात्मात्मनि +प्रसन्नात्मेन्द्रि +प्रसन्नादिः +प्रसन्नादिरलङ्कारः +प्रसन्नाद्यन्त +प्रसन्नाद्यन्तः +प्रसन्नाननं +प्रसन्नानां +प्रसन्नानि +प्रसन्नान् +प्रसन्नान्तः +प्रसन्नान्तो +प्रसन्नापि +प्रसन्नाभ्यां +प्रसन्नाम् +प्रसन्नाय +प्रसन्नायां +प्रसन्नायाश्च +प्रसन्नाश्च +प्रसन्नास्ते +प्रसन्नास्मि +प्रसन्नास्यं +प्रसन्नास्यः +प्रसन्नास्या +प्रसन्नास्याः +प्रसन्नास्यो +प्रसन्नाहं +प्रसन्नाऽभूत् +प्रसन्नाऽस्मि +प्रसन्नाऽहं +प्रसन्ने +प्रसन्नेति +प्रसन्नेन +प्रसन्नेनांतरात्मना +प्रसन्नेनान्तरात्मना +प्रसन्नेन्दुनिभाननम् +प्रसन्नेन्द्रियमानसः +प्रसन्नेषु +प्रसन्नेऽपि +प्रसन्नैः +प्रसन्नो +प्रसन्नोसि +प्रसन्नोस्मि +प्रसन्नोहं +प्रसन्नोऽपि +प्रसन्नोऽभूत् +प्रसन्नोऽभूद् +प्रसन्नोऽभून्महेश्वरः +प्रसन्नोऽसि +प्रसन्नोऽसौ +प्रसन्नोऽस्तु +प्रसन्नोऽस्मि +प्रसन्नोऽस्मीति +प्रसन्नोऽहं +प्रसन्नौ +प्रसभ +प्रसभं +प्रसभमहो +प्रसभमिह +प्रसभमेव +प्रसभम् +प्रसभेन +प्रसमा +प्रसमीक्षितुम् +प्रसमीक्ष्य +प्रसमुपोदः +प्रसम्भ्यां +प्रसय +प्रसयति +प्रसयनात्तन्तुर्वा +प्रसर +प्रसरं +प्रसरः +प्रसरण +प्रसरणं +प्रसरणम् +प्रसरणशीलः +प्रसरणे +प्रसरतः +प्रसरता +प्रसरति +प्रसरतीति +प्रसरतु +प्रसरत् +प्रसरन् +प्रसरन्तं +प्रसरन्ति +प्रसरन्ती +प्रसरन्तु +प्रसरन्तो +प्रसरन्त्या +प्रसरविसरदम्भस्याकुलाः +प्रसरसि +प्रसराः +प्रसरात् +प्रसरिष्यति +प्रसरे +प्रसरेण +प्रसरेत् +प्रसरेऽपि +प्रसरो +प्रसर्गे +प्रसर्प +प्रसर्पका +प्रसर्पकेभ्यो +प्रसर्पण +प्रसर्पणं +प्रसर्पतः +प्रसर्पता +प्रसर्पति +प्रसर्पतु +प्रसर्पत् +प्रसर्पथ +प्रसर्पन् +प्रसर्पन्ति +प्रसर्पिणी +प्रसलवि +प्रसव +प्रसवं +प्रसवः +प्रसवकाले +प्रसवतल्पके +प्रसवति +प्रसवधर्मि +प्रसवन्ति +प्रसवबन्धनम् +प्रसवभूमिः +प्रसवमाकाङ्क्षति +प्रसवविकारशान्त्यध्यायः +प्रसववेदनया +प्रसवश् +प्रसवश्च +प्रसवश्चेति +प्रसवसमये +प्रसवस्तथा +प्रसवस्य +प्रसवा +प्रसवाः +प्रसवात् +प्रसवाद्भुतावर्त्तः +प्रसवानन्तरं +प्रसवानां +प्रसवानामिति +प्रसवानामीशे +प्रसवानाम् +प्रसवानाꣳ +प्रसवाय +प्रसवायैव +प्रसवायोपधावति +प्रसवार्थं +प्रसवितः +प्रसविता +प्रसवितुः +प्रसवित्र +प्रसवित्रा +प्रसवित्री +प्रसवित्रे +प्रसविष्यति +प्रसविष्यतीति +प्रसविष्यते +प्रसविष्यध्वं +प्रसविष्यध्वमेष +प्रसविष्यध्वम् +प्रसविष्यन्ति +प्रसविष्यसि +प्रसवी +प्रसवे +प्रसवेत् +प्रसवेन +प्रसवेनेति +प्रसवेनोद्ग्राभेणोद् +प्रसवेऽश्विनोर्बाहुभ्यां +प्रसवैः +प्रसवैश्वर्ययोः +प्रसवो +प्रसवोचिते +प्रसवोन्मुखीं +प्रसवोऽभ्यनुज्ञानम् +प्रसव्यं +प्रसव्यम् +प्रसव्या +प्रससाद +प्रससादोदयादम्भः +प्रससार +प्रससाहिषे +प्रसस्त्रुः +प्रसस्मार +प्रसस्रुः +प्रसह +प्रसहः +प्रसहते +प्रसहन +प्रसहनं +प्रसहने +प्रसहा +प्रसहाः +प्रसहानां +प्रसहितुं +प्रसहितुम् +प्रसहिष्यति +प्रसहेत +प्रसह्य +प्रसह्यकरणे +प्रसह्यते +प्रसह्याजौ +प्रसह्यापि +प्रसह्येति +प्रसह्यैव +प्रसा +प्रसाङ्क्षीदिति +प्रसाद +प्रसादं +प्रसादः +प्रसादकः +प्रसादकम् +प्रसादकृत् +प्रसादके +प्रसादजं +प्रसादजननं +प्रसादजम् +प्रसादजा +प्रसादजातः +प्रसादजातया +प्रसादजातश्च +प्रसादजातेन +प्रसादजातो +प्रसादजो +प्रसादञ्च +प्रसादत +प्रसादतः +प्रसादतो +प्रसादनं +प्रसादनः +प्रसादनम् +प्रसादनात् +प्रसादनाय +प्रसादनार्थं +प्रसादनीया +प्रसादनीयाः +प्रसादने +प्रसादपात्रं +प्रसादभोजनं +प्रसादमकरोत् +प्रसादमतुलं +प्रसादमधिगच्छति +प्रसादमात्रेण +प्रसादमायाति +प्रसादमासाद्य +प्रसादमिति +प्रसादमुत्तमम् +प्रसादमेति +प्रसादम् +प्रसादय +प्रसादयत +प्रसादयति +प्रसादयन् +प्रसादयन्ति +प्रसादयन्ती +प्रसादयसि +प्रसादयामास +प्रसादयामासुः +प्रसादयामि +प्रसादयितुं +प्रसादयितुमर्हसि +प्रसादयितुम् +प्रसादयित्वा +प्रसादयिष्ये +प्रसादये +प्रसादयेत् +प्रसादरूपेण +प्रसादलाभेन +प्रसादवत् +प्रसादवान् +प्रसादश्च +प्रसादसंजननार्थं +प्रसादसुमुखं +प्रसादसुमुखः +प्रसादसुमुखी +प्रसादसुमुखे +प्रसादसुमुखो +प्रसादस्तव +प्रसादस्तु +प्रसादस्ते +प्रसादस्य +प्रसादस्स +प्रसादा +प्रसादाः +प्रसादाख्यो +प्रसादाच्च +प्रसादाच्चक्रपाणिनः +प्रसादाच्चरणो +प्रसादाच्छंकरस्य +प्रसादात् +प्रसादात्तव +प्रसादात्तस्य +प्रसादात्तु +प्रसादात्ते +प्रसादात्त्वं +प्रसादात्परमेष्ठिनः +प्रसादादस्य +प्रसादादात्मनो +प्रसादादि +प्रसादादिति +प्रसादादेव +प्रसादाद् +प्रसादाद्देवदेवस्य +प्रसादाद्देवेश +प्रसादाद्धि +प्रसादाद्भास्करस्य +प्रसादानन्दसमयाः +प्रसादानां +प्रसादान् +प्रसादान्न +प्रसादान्नं +प्रसादान्मम +प्रसादान्महिमानमात्मनः +प्रसादान्महिमानमीशम् +प्रसादान्माधवस्य +प्रसादान्मे +प्रसादाभिमुखं +प्रसादाभिमुखो +प्रसादाय +प्रसादार्थं +प्रसादि +प्रसादिकः +प्रसादित +प्रसादितं +प्रसादितः +प्रसादितम् +प्रसादितश्च +प्रसादिता +प्रसादिताः +प्रसादिते +प्रसादितो +प्रसादिनः +प्रसादिनी +प्रसादी +प्रसादीकृतः +प्रसादीति +प्रसादे +प्रसादेति +प्रसादेन +प्रसादेनैव +प्रसादो +प्रसादोऽनुग्रहः +प्रसादोऽपि +प्रसादोऽयं +प्रसादोऽस्य +प्रसादौ +प्रसाद् +प्रसाद्य +प्रसाद्यः +प्रसाद्यतां +प्रसाद्यताम् +प्रसाद्यते +प्रसाद्यमानः +प्रसाद्यमाना +प्रसाद्यश्च +प्रसाद्याद्य +प्रसाद्येति +प्रसाद्यैव +प्रसाध +प्रसाधकं +प्रसाधकम् +प्रसाधका +प्रसाधकाः +प्रसाधन +प्रसाधनं +प्रसाधनकर्मा +प्रसाधनमग्निं +प्रसाधनम् +प्रसाधनविशेषः +प्रसाधनस्तन्तुर्देवेष्वाततः +प्रसाधनात् +प्रसाधनाय +प्रसाधनी +प्रसाधनीदेवीहोमान्तं +प्रसाधनीदेव्यन्तं +प्रसाधने +प्रसाधन्यै +प्रसाधय +प्रसाधयतः +प्रसाधयति +प्रसाधयतु +प्रसाधयन् +प्रसाधयन्ति +प्रसाधयन्नाह +प्रसाधयामि +प्रसाधयितुं +प्रसाधयितुम् +प्रसाधयेत् +प्रसाधिका +प्रसाधिकाः +प्रसाधिकालम्बितमग्रपादमाक्षिप्य +प्रसाधित +प्रसाधितं +प्रसाधितः +प्रसाधितम् +प्रसाधिता +प्रसाधिताशा +प्रसाधिते +प्रसाध्य +प्रसाध्यं +प्रसाध्यः +प्रसाध्यत +प्रसाध्यति +प्रसाध्यते +प्रसाध्यम् +प्रसाध्या +प्रसाध्याः +प्रसाध्ये +प्रसायं 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+प्रसिद्धान्येव +प्रसिद्धाम् +प्रसिद्धाय +प्रसिद्धाया +प्रसिद्धायां +प्रसिद्धायाः +प्रसिद्धार्थ +प्रसिद्धार्थः +प्रसिद्धार्थपदत्वं +प्रसिद्धार्थपरित्यागादिभिर्निरस्ताः +प्रसिद्धार्थे +प्रसिद्धावपि +प्रसिद्धाश्च +प्रसिद्धासु +प्रसिद्धास्त +प्रसिद्धास्ति +प्रसिद्धास्ते +प्रसिद्धाऽस्ति +प्रसिद्धाऽऽसीत् +प्रसिद्धि +प्रसिद्धिं +प्रसिद्धिः +प्रसिद्धितः +प्रसिद्धिप्रकर्षादिसिद्धं +प्रसिद्धिमान् +प्रसिद्धिमाह +प्रसिद्धिम् +प्रसिद्धिरपि +प्रसिद्धिरस्ति +प्रसिद्धिरस्य +प्रसिद्धिरिति +प्रसिद्धिरेव +प्रसिद्धिर् +प्रसिद्धिवर्णनम् +प्रसिद्धिविरोधः +प्रसिद्धिव्याख्या +प्रसिद्धिश्च +प्रसिद्धिस्तु +प्रसिद्धिहतम् +प्रसिद्धी +प्रसिद्धे +प्रसिद्धेः +प्रसिद्धेति +प्रसिद्धेन +प्रसिद्धेनैव +प्रसिद्धेभ्यः +प्रसिद्धेभ्यो +प्रसिद्धेयं +प्रसिद्धेरविवक्षातः +प्रसिद्धेरिति +प्रसिद्धेव +प्रसिद्धेश्च +प्रसिद्धेषु +प्रसिद्धेष्टिः +प्रसिद्धेऽपि +प्रसिद्धैः +प्रसिद्धैव +प्रसिद्धो +प्रसिद्धोपदेशात् +प्रसिद्धोपमानस्य +प्रसिद्धोऽपि +प्रसिद्धोऽभिषवः +प्रसिद्धोऽभून्महीतले +प्रसिद्धोऽयं +प्रसिद्धोऽर्थः +प्रसिद्धोऽवभृथ +प्रसिद्धोऽस्ति +प्रसिद्धौ +प्रसिद्धौचित्यबन्धस्तु +प्रसिद्ध्यति +प्रसिद्ध्यतिशयार्थं +प्रसिद्ध्यन्ति +प्रसिद्ध्यर्थं +प्रसिद्ध्यर्थः +प्रसिद्ध्या +प्रसिद्ध्येत् +प्रसिद्ध्येदकर्मणः +प्रसिद्ध्यै +प्रसिध्द +प्रसिध्दं +प्रसिध्दः +प्रसिध्दम् +प्रसिध्दा +प्रसिध्दाः +प्रसिध्दानि +प्रसिध्दिः +प्रसिध्यतः +प्रसिध्यति +प्रसिध्यतीति +प्रसिध्यतु +प्रसिध्यते +प्रसिध्यन्ति +प्रसिध्येत् +प्रसिस्रते +प्रसि॑तिं +प्रसि॑तौ +प्रसी +प्रसीद +प्रसीदंति +प्रसीदंतु +प्रसीदत +प्रसीदतः +प्रसीदतां +प्रसीदतामेष +प्रसीदताम् +प्रसीदति +प्रसीदतीति +प्रसीदतु +प्रसीदत्वार्यः +प्रसीदन् +प्रसीदन्ति +प्रसीदन्तु +प्रसीदसि +प्रसीदस्व +प्रसीदाधुना +प्रसीदामि +प्रसीदेच्च +प्रसीदेत +प्रसीदेति +प्रसीदेश +प्रसीद् +प्रसु +प्रसुग्मन्ता +प्रसुत +प्रसुतः +प्रसुता +प्रसुते +प्रसुतेन +प्रसुतो +प्रसुन्वा +प्रसुन्वाना +प्रसुप्त +प्रसुप्तं +प्रसुप्तः +प्रसुप्तगात्रावयवः +प्रसुप्ततनुविच्छिन्नो +प्रसुप्ततनुविच्छिन्नोदाराणाम् +प्रसुप्तमिव +प्रसुप्तम् +प्रसुप्तस्य +प्रसुप्ता +प्रसुप्तां +प्रसुप्ताः +प्रसुप्तानां +प्रसुप्तान् +प्रसुप्तासु +प्रसुप्तिः +प्रसुप्तिर् +प्रसुप्ते +प्रसुप्तो +प्रसुप्तोऽसि +प्रसुप्तौ +प्रसुव +प्रसुवति +प्रसुवते +प्रसुवन् +प्रसुवा +प्रसुवाति +प्रसुवाते +प्रसुवीत +प्रसुवेति +प्रसुश्रुतः +प्रसुषुवे +प्रसुस्राव +प्रसुस्रुवुः +प्रसुहीति +प्रसु॑व +प्रसू +प्रसूं +प्रसूः +प्रसूत +प्रसूतं +प्रसूतः +प्रसूततायै +प्रसूतम् +प्रसूतये +प्रसूतवती +प्रसूतस्य +प्रसूता +प्रसूतां +प्रसूताः +प्रसूतानां +प्रसूतानि +प्रसूताया +प्रसूतायां +प्रसूतायाः +प्रसूतासु +प्रसूति +प्रसूतिं +प्रसूतिः +प्रसूतिका +प्रसूतिकाले +प्रसूतिकृत् +प्रसूतिघर +प्रसूतिभाजः +प्रसूतिम् +प्रसूतिरिति +प्रसूतिरुत्पत्तिः +प्रसूतिविकलेन +प्रसूतिश्च +प्रसूतिसमये +प्रसूती +प्रसूते +प्रसूतेः +प्रसूतेति +प्रसूतो +प्रसूतौ +प्रसूत्यनन्तरं +प्रसूत्या +प्रसूत्यां +प्रसूत्यै +प्रसून +प्रसूनं +प्रसूनता +प्रसूनधन्वा +प्रसूनमिव +प्रसूनम् +प्रसूनानां +प्रसूनानि +प्रसूने +प्रसूनै +प्रसूनैः +प्रसूमयं +प्रसूम् +प्रसूय +प्रसूयंते +प्रसूयत +प्रसूयते +प्रसूयत् +प्रसूयध्वं +प्रसूयध्वम् +प्रसूयन्ते +प्रसूयमाना +प्रसूयमानां +प्रसूयेत +प्रसूयेते +प्रसूर्माता +प्रसूवरीः +प्रसूश्च +प्रसूषु +प्रसू॑तः +प्रसू॑ता +प्रसू॑त॒ +प्रसृ +प्रसृजति +प्रसृज्यन्ते +प्रसृत +प्रसृतं +प्रसृतः +प्रसृतमिति +प्रसृतम् +प्रसृतश्च +प्रसृतस्य +प्रसृता +प्रसृतां +प्रसृताः +प्रसृताङ्गुलिकौ +प्रसृतानां +प्रसृतानि +प्रसृतायां +प्रसृतास्तस्य +प्रसृति +प्रसृतिं +प्रसृतिः +प्रसृतित्रयम् +प्रसृतिद्वयम् +प्रसृतिर्ज्ञेया +प्रसृते +प्रसृतेन +प्रसृतैः +प्रसृतो +प्रसृतौ +प्रसृत्य +प्रसृत्या +प्रसृप्य +प्रसृष्टा +प्रसृष्टाभिस्तथैव +प्रसे +प्रसेक +प्रसेकं +प्रसेकः +प्रसेका +प्रसेके +प्रसेको +प्रसेचयेत् +प्रसेत्स्यति +प्रसेदिवान् +प्रसेदुः +प्रसेदुषः +प्रसेदे +प्रसेन +प्रसेनं +प्रसेनः +प्रसेनजितं +प्रसेनजितः +प्रसेनजिता +प्रसेनजितो +प्रसेनजित् +प्रसेनजित्कौशल +प्रसेनजित्कौशलः +प्रसेनजित्कौशलस्तीर्थ्यानिदमवोचत् +प्रसेनजित्कौशलस्तेनोपसंक्रान्तः +प्रसेनजित्कौशलो +प्रसेनजिद्राजा +प्रसेनजिन्नाम +प्रसेनमवधीत् +प्रसेनश्च +प्रसेनस्तेन +प्रसेनस्य +प्रसेनो +प्रसेवः +प्रसेवकः +प्रसेवते +प्रसेवनम् +प्रसेवनात् +प्रसेवन्तां +प्रसेवन्ते +प्रसेवय +प्रसेवया +प्रसेवयेत् +प्रसेविका +प्रसेवितः +प्रसेवेत +प्रसेव्य +प्रसेव्यते +प्रसेहिरे +प्रसेहे +प्रसोढुं +प्रसोतुम् +प्रसोम +प्रसोमदे +प्रसोमदेव +प्रसोमादेव +प्रसोमासः +प्रसोमासो +प्रसौति +प्रस् +प्रस्कण्व +प्रस्कण्वः +प्रस्कण्वदृष्टा +प्रस्कण्वमाविथ +प्रस्कण्वस्य +प्रस्कण्वहरिश्चन्द्रावृषी +प्रस्कन्दनं +प्रस्कन्दनान्तं +प्रस्कन्दन्ति +प्रस्कन्दयति +प्रस्कन्देद् +प्रस्कन्द्य +प्रस्कन्नं +प्रस्कन्नः +प्रस्क॑ण्वस्य +प्रस्खलन् +प्रस्खलन्ती +प्रस्त +प्रस्तं +प्रस्तः +प्रस्तब्धे +प्रस्तर +प्रस्तरँ +प्रस्तरं +प्रस्तरः +प्रस्तरकार्ये +प्रस्तरपरिधि +प्रस्तरपाणिः +प्रस्तरप्रहरणं +प्रस्तरभेदः +प्रस्तरभेदे +प्रस्तरमनक्ति +प्रस्तरमा +प्रस्तरमादत्ते +प्रस्तरमेव +प्रस्तरम् +प्रस्तरम्प्रस्तरे +प्रस्तरश्च +प्रस्तरस्य +प्रस्तरस्योदयं +प्रस्तरा +प्रस्तराः +प्रस्तराणां +प्रस्तरान्तं +प्रस्तरान्वितम् +प्रस्तरे +प्रस्तरेण +प्रस्तरेषु +प्रस्तरेष्ठा +प्रस्तरेष्ठाः +प्रस्तरैः +प्रस्तरो +प्रस्तरोच्चं +प्रस्तरोत्तुङ्गं +प्रस्तरोत्सेधं +प्रस्तरोदयमीरितम् +प्रस्तरोदयम् +प्रस्तरोपरि +प्रस्तरोर्ध्वे +प्रस्तरोऽसि +प्रस्तरꣳ +प्रस्तवते +प्रस्ता +प्रस्ताः +प्रस्तार +प्रस्तारं +प्रस्तारः +प्रस्तारपङ्क्तिः +प्रस्तारपङ्क्ती +प्रस्तारस्य +प्रस्तारा +प्रस्तारांश्चिकीर्षेथ् +प्रस्तारादि +प्रस्ताराꣳश्चिकीर्षेत् +प्रस्तारि +प्रस्तारे +प्रस्तारेण +प्रस्तारो +प्रस्तारोऽयं +प्रस्तार्यर्म +प्रस्तार्य्यर्म्म +प्रस्ताव +प्रस्तावं +प्रस्तावः +प्रस्तावदेवतायाः +प्रस्तावन +प्रस्तावना +प्रस्तावनां +प्रस्तावनान्ते +प्रस्तावनापि +प्रस्तावनायां +प्रस्तावनायाः +प्रस्तावनायाम् +प्रस्तावनेति +प्रस्तावप्रतिहाराभ्यां +प्रस्तावमन्वायत्ता +प्रस्तावम् +प्रस्तावयति +प्रस्तावश्च +प्रस्तावसदृशं +प्रस्तावसभा +प्रस्तावस्य +प्रस्तावाः +प्रस्तावात् +प्रस्तावान्तरे +प्रस्तावित +प्रस्तावितं +प्रस्तावितः +प्रस्तावितम् +प्रस्तावितवान् +प्रस्ताविताः +प्रस्तावे +प्रस्तावेन +प्रस्तावेनैव +प्रस्तावेषु +प्रस्तावो +प्रस्तावों +प्रस्ती +प्रस्तीतः +प्रस्तीतवान् +प्रस्तीमः +प्रस्तीमवान् +प्रस्तीर्य +प्रस्तीर्यते +प्रस्तु +प्रस्तुत +प्रस्तुतं +प्रस्तुतः +प्रस्तुतत्वं +प्रस्तुतत्वम् +प्रस्तुतत्वात् +प्रस्तुतत्वे +प्रस्तुतत्वेन +प्रस्तुतब्रह्मशब्दाभिप्रेतविषयबुद्धिगोचरः +प्रस्तुतमस्ति +प्रस्तुतमुच्यते +प्रस्तुतमेव +प्रस्तुतम् +प्रस्तुतयोरेव +प्रस्तुतवन्तः +प्रस्तुतवान् +प्रस्तुतस्य +प्रस्तुतस्यैव +प्रस्तुता +प्रस्तुतां +प्रस्तुताः +प्रस्तुताक्षेपि +प्रस्तुताङ्कुरः +प्रस्तुताङ्कुरालंकारः +प्रस्तुतात् +प्रस्तुतानां +प्रस्तुतानामप्रस्तुतानां +प्रस्तुतानि +प्रस्तुतानुपयुक्तशब्दादिप्राकृतगुणव्यवच्छेदायाहसत्त्वादिभिरिति +प्रस्तुताप्रस्तुतयोः +प्रस्तुताप्रस्तुतानां +प्रस्तुताय +प्रस्तुताया +प्रस्तुतायां +प्रस्तुतायाः +प्रस्तुतार्थस्य +प्रस्तुताश्रया +प्रस्तुतासङ्गतं +प्रस्तुति +प्रस्तुतिं +प्रस्तुतिः +प्रस्तुतिभङ्गी +प्रस्तुतीकरणं +प्रस्तुते +प्रस्तुतेन +प्रस्तुतेषु +प्रस्तुतेऽन्यस्य +प्रस्तुतेऽपि +प्रस्तुतेऽप्रस्तुतस्य +प्रस्तुतो +प्रस्तुतोऽभवत् +प्रस्तुतोऽर्थः +प्रस्तुत्य +प्रस्तुम्पति +प्रस्तुवन्ति +प्रस्तुहि +प्रस्तू +प्रस्तूय +प्रस्तूयत +प्रस्तूयतां +प्रस्तूयते +प्रस्तूयन्ते +प्रस्तूयमानस्य +प्रस्तूयमाने +प्रस्तृणाति +प्रस्ते +प्रस्तो +प्रस्तोकः +प्रस्तोतः +प्रस्तोतर्या +प्रस्तोता +प्रस्तोतान्ववैति +प्रस्तोतारं +प्रस्तोतारमुवाच +प्रस्तोतुं +प्रस्तोतुः +प्रस्तोतृप्रतिहर्तारौ +प्रस्तोतृप्रतिहर्तृभ्याम् +प्रस्तोत्रा +प्रस्तोत्रादयः +प्रस्तोत्रादीनां +प्रस्तोत्रे +प्रस्तौता +प्रस्तौति +प्रस्तौमि +प्रस्त्योऽन्यतरस्याम् +प्रस्थ +प्रस्थं +प्रस्थः +प्रस्थद्वयं +प्रस्थपादं +प्रस्थपुरवहान्ताच्च +प्रस्थपुष्पः +प्रस्थमात्रं +प्रस्थमात्रम् +प्रस्थमितं +प्रस्थमेकं +प्रस्थमेकन्तु +प्रस्थम् +प्रस्थसम्मितम् +प्रस्थस्फ +प्रस्थस्य +प्रस्था +प्रस्थाः +प्रस्थातव्यं +प्रस्थातव्यम् +प्रस्थाता +प्रस्थातुं +प्रस्थातुमुपचक्रमे +प्रस्थादि +प्रस्थादौ +प्रस्थान +प्रस्थानं +प्रस्थानकाले +प्रस्थानके +प्रस्थानचर्चा +प्रस्थानत्रयम् +प्रस्थानभङ्गः +प्रस्थानभिन्नां +प्रस्थानभेदः +प्रस्थानमिति +प्रस्थानम् +प्रस्थानसमये +प्रस्थानस्य +प्रस्थानां +प्रस्थानात् +प्रस्थानानन्तरं +प्रस्थानानि +प्रस्थानाय +प्रस्थाने +प्रस्थानेन +प्रस्थानेषु +प्रस्थानोल्लाप्यकाव्यानि +प्रस्थान् +प्रस्थापनं +प्रस्थापनम् +प्रस्थापय +प्रस्थापयति +प्रस्थापयामास +प्रस्थापयामि +प्रस्थापयेत् +प्रस्थापितं +प्रस्थापितः +प्रस्थापितम् +प्रस्थापिता +प्रस्थापिताः +प्रस्थापितानि +प्रस्थापिते +प्रस्थापितो +प्रस्थापितोऽहं +प्रस्थाप्य +प्रस्थाप्यते +प्रस्थाय +प्रस्थायी +प्रस्थार्द्धं +प्रस्थार्धं +प्रस्थास्याम +प्रस्थास्यामीति +प्रस्थि +प्रस्थित +प्रस्थितं +प्रस्थितः +प्रस्थितम् +प्रस्थितयाज्या +प्रस्थितयाज्याः +प्रस्थितयाज्यानां +प्रस्थितवती +प्रस्थितवन्तः +प्रस्थितवांस्ततः +प्रस्थितवान् +प्रस्थितश्च +प्रस्थितस्ततः +प्रस्थितस्तदा +प्रस्थितस्त्वं +प्रस्थितस्य +प्रस्थिता +प्रस्थितां +प्रस्थिताः +प्रस्थितानां +प्रस्थितानाम् +प्रस्थितान् +प्रस्थितायां +प्रस्थितासि +प्रस्थितास्ते +प्रस्थितास्मि +प्रस्थितिः +प्रस्थिते +प्रस्थितेन +प्रस्थितेषु +प्रस्थितो +प्रस्थितोऽभवत् +प्रस्थितोऽसि +प्रस्थितोऽहं +प्रस्थितौ +प्रस्थि॑तं +प्रस्थि॑तस्य +प्रस्थि॑ता +प्रस्थे +प्रस्थेन +प्रस्थो +प्रस्थोन्मितं +प्रस्थौ +प्रस्न +प्रस्नवने +प्रस्नविता +प्रस्नातारौ +प्रस्नाति +प्रस्नान्ति +प्रस्नापयन्त +प्रस्नायेयुस् +प्रस्निग्धाः +प्रस्नुतस्तनी +प्रस्नुते +प्रस्नेयः +प्रस्नेयो +प्रस्नौति +प्रस्पन्दते +प्रस्फुट +प्रस्फुटं +प्रस्फुटः +प्रस्फुटम् +प्रस्फुटा +प्रस्फुटाः +प्रस्फुटान्तरौ +प्रस्फुटो +प्रस्फुटौ +प्रस्फुर +प्रस्फुरणं +प्रस्फुरति +प्रस्फुरद्बोधतृप्त +प्रस्फुरन्तं +प्रस्फुरन्ति +प्रस्फुरितं +प्रस्फुरिताधरः +प्रस्फुरिताधरा +प्रस्फोटनं +प्रस्फोट्य +प्रस्मरणं +प्रस्मर्तव्यम् +प्रस्मृतं +प्रस्मृतः +प्रस्य +प्रस्यन्दते +प्रस्यन्दि +प्रस्यन्दिनो +प्रस्रंसिनी +प्रस्रप्स्यन् +प्रस्रब्धिः +प्रस्रभ्य +प्रस्रभ्यन्ति +प्रस्रवः +प्रस्रवण +प्रस्रवणं +प्रस्रवणः +प्रस्रवणम् +प्रस्रवणस्य +प्रस्रवणानि +प्रस्रवणाविव +प्रस्रवणे +प्रस्रवणेन +प्रस्रवणेषु +प्रस्रवणैः +प्रस्रवति +प्रस्रवते +प्रस्रवन्ति +प्रस्रवन्ती +प्रस्रवाणि +प्रस्रवे +प्रस्रवेण +प्रस्रावं +प्रस्रावः +प्रस्रावयति +प्रस्रावे +प्रस्राव्य +प्रस्रुतं +प्रस्रुतः +प्रस्रुता +प्रस्रुतो +प्रस्व +प्रस्वः +प्रस्वपनं +प्रस्वपन्ति +प्रस्वपिति +प्रस्वा +प्रस्वापं +प्रस्वापनं +प्रस्वापयति +प्रस्वापे +प्रस्विद्यन्ति +प्रस्वेदं +प्रस्वेदः +प्रस्वेदबिन्दवः +प्रस्वेदितः +प्रस्वेदो +प्रस॒व +प्रस॒वाय॒ +प्रस॒वे +प्रस॒वेनापो॑हामि +प्रस॒वेन॒ +प्रह +प्रहं +प्रहः +प्रहण +प्रहणं +प्रहणनं +प्रहणमिति +प्रहणम् +प्रहणात् +प्रहणे +प्रहण्मः +प्रहण्यते +प्रहण्वः +प्रहतं +प्रहतः +प्रहतमुरजाः +प्रहता +प्रहते +प्रहतो +प्रहत्य +प्रहनिधिः +प्रहन्ता +प्रहन्ति +प्रहन्यते +प्रहन्वः +प्रहम्तं +प्रहर +प्रहरं +प्रहरः +प्रहरकमपनीय +प्रहरण +प्रहरणं +प्रहरणकलिका +प्रहरणकलिता +प्रहरणमस्य +प्रहरणमस्यां +प्रहरणमिति +प्रहरणम् +प्रहरणसाधनानि +प्रहरणस्य +प्रहरणात् +प्रहरणानां +प्रहरणानि +प्रहरणान्तरे +प्रहरणाय +प्रहरणार्थेभ्यः +प्रहरणार्थेभ्यश्च +प्रहरणे +प्रहरणैः +प्रहरणो +प्रहरत +प्रहरतः +प्रहरतां +प्रहरति +प्रहरतीति +प्रहरतेः +प्रहरतो +प्रहरत्रयम् +प्रहरद्वयं +प्रहरद्वयम् +प्रहरद्वये +प्रहरन् +प्रहरन्तं +प्रहरन्ति +प्रहरन्तो +प्रहरन्तौ +प्रहरपर्यन्तं +प्रहरमें +प्रहरविरतौ +प्रहरसि +प्रहरस्य +प्रहरस्व +प्रहरस्वेति +प्रहरा +प्रहराः +प्रहरान्ते +प्रहराम +प्रहरामि +प्रहरार्द्धं +प्रहरिष्यता +प्रहरिष्यति +प्रहरिष्यन् +प्रहरिष्यन्ति +प्रहरिष्यामि +प्रहरी +प्रहरे +प्रहरेण +प्रहरेत +प्रहरेति +प्रहरेत् +प्रहरेदिति +प्रहरेद् +प्रहरेम +प्रहरेयुः +प्रहरेषु +प्रहरो +प्रहरोंमें +प्रहर्गण +प्रहर्तव्यं +प्रहर्तव्यमभीतवत् +प्रहर्ता +प्रहर्तु +प्रहर्तुं +प्रहर्तुः +प्रहर्तुकामो +प्रहर्तुम् +प्रहर्त्ता +प्रहर्त्तुं +प्रहर्ष +प्रहर्षं +प्रहर्षः +प्रहर्षणं +प्रहर्षणम् +प्रहर्षणालङ्कारः +प्रहर्षणी +प्रहर्षणीयम् +प्रहर्षतः +प्रहर्षद्योतनाय +प्रहर्षमतुलं +प्रहर्षय +प्रहर्षयन् +प्रहर्षयेत् +प्रहर्षवान् +प्रहर्षश्च +प्रहर्षात् +प्रहर्षिणी +प्रहर्षिणीयम् +प्रहर्षिणीवृत्तम् +प्रहर्षिणो +प्रहर्षितः +प्रहर्षिता +प्रहर्षिताः +प्रहर्षितो +प्रहर्षे +प्रहर्षेण +प्रहर्षो +प्रहर्षोत्फुल्ललोचनः +प्रहर्षोत्फुल्ललोचनाः +प्रहल +प्रहवण +प्रहवणेषु +प्रहश्यते +प्रहसंति +प्रहसंती +प्रहसति +प्रहसन +प्रहसनं +प्रहसनमिति +प्रहसनम् +प्रहसनस्य +प्रहसने +प्रहसन् +प्रहसन्ति +प्रहसन्ती +प्रहसन्तीव +प्रहसन्त्येता +प्रहसन्नाह +प्रहसन्निदमब्रवीत् +प्रहसन्निव +प्रहसन्नेव +प्रहसन्प्राह +प्रहसन्वाक्यं +प्रहसन्वाक्यमब्रवीत् +प्रहसित +प्रहसितं +प्रहसितः +प्रहसितमुखी +प्रहसितवदनः +प्रहसितवदना +प्रहसितवदनो +प्रहसिता +प्रहसिताः +प्रहसिताननः +प्रहसिताननम् +प्रहसिताननाः +प्रहस्त +प्रहस्तं +प्रहस्तः +प्रहस्तवधः +प्रहस्तश्च +प्रहस्तस्य +प्रहस्ते +प्रहस्तेन +प्रहस्तो +प्रहस्य +प्रहस्याह +प्रहस्येदमुवाच +प्रहस्यैनं +प्रहस्यैव +प्रहस्योवाच +प्रहा +प्रहां +प्रहाः +प्रहाण +प्रहाणं +प्रहाणतः +प्रहाणमार्गे +प्रहाणम् +प्रहाणशालायां +प्रहाणस्य +प्रहाणां +प्रहाणात्पूर्वमेव +प्रहाणात्प्रहाणधातुरित्युच्यते +प्रहाणाद्दुःखस्य +प्रहाणाद्वा +प्रहाणाय +प्रहाणार्थं +प्रहाणे +प्रहाणेन +प्रहातव्यं +प्रहातव्यः +प्रहातव्याः +प्रहापयति +प्रहाय +प्रहार +प्रहारं +प्रहारः +प्रहारम् +प्रहारय +प्रहारस्य +प्रहारा +प्रहाराः +प्रहाराणां +प्रहारान् +प्रहाराय +प्रहारिणः +प्रहारिणम् +प्रहारिणाम् +प्रहारिभिः +प्रहारी +प्रहारे +प्रहारेण +प्रहारैः +प्रहारैर्जर्जरीकृतः +प्रहारैर्जर्जरीकृताः +प्रहारैश्च +प्रहारैस् +प्रहारो +प्रहास +प्रहासं +प्रहासः +प्रहासीः +प्रहासीत् +प्रहासे +प्रहास्यति +प्रहास्यसि +प्रहास्यसीति +प्रहि +प्रहिः +प्रहिणु +प्रहिणुत +प्रहिणुयात् +प्रहिणोति +प्रहिणोतु +प्रहिणोमि +प्रहिणोम्यक्षिताः +प्रहिण्मः +प्रहिण्वन् +प्रहित +प्रहितं +प्रहितः +प्रहितम् +प्रहितवती +प्रहितवान् +प्रहितश्च +प्रहितस्य +प्रहिता +प्रहितां +प्रहिताः +प्रहितात्मा +प्रहितानि +प्रहितान् +प्रहिताय +प्रहिते +प्रहितैः +प्रहितो +प्रहितोः +प्रहितोऽसि +प्रहितौ +प्रहित्य +प्रहिन्वान +प्रहिन्वानः +प्रही +प्रहीण +प्रहीणं +प्रहीणः +प्रहीणदोषाय +प्रहीणाः +प्रहीणानि +प्रहीणे +प्रहीणो +प्रहीता +प्रहीयते +प्रहीयन्ते +प्रहीयेत +प्रहीयेरन् +प्रहुत +प्रहुतं +प्रहुतः +प्रहुतमेव +प्रहुता +प्रहुतिं +प्रहुतो +प्रहूयसे +प्रहृ +प्रहृत +प्रहृतं +प्रहृतः +प्रहृतम् +प्रहृतवान् +प्रहृता +प्रहृतिः +प्रहृते +प्रहृतेषु +प्रहृतो +प्रहृत्य +प्रहृत्येदं +प्रहृत्वे +प्रहृष्ट +प्रहृष्टं +प्रहृष्टः +प्रहृष्टचेताः +प्रहृष्टमनसः +प्रहृष्टमनसा +प्रहृष्टमनसो +प्रहृष्टमनसौ +प्रहृष्टमना +प्रहृष्टमनाः +प्रहृष्टमानसः +प्रहृष्टमानसो +प्रहृष्टया +प्रहृष्टरूपः +प्रहृष्टरोमा +प्रहृष्टवत् +प्रहृष्टवदनः +प्रहृष्टवदनाः +प्रहृष्टवदनो +प्रहृष्टवान् +प्रहृष्टश्च +प्रहृष्टहृदयः +प्रहृष्टा +प्रहृष्टां +प्रहृष्टाः +प्रहृष्टात्मा +प्रहृष्टानां +प्रहृष्टानि +प्रहृष्टाश्च +प्रहृष्टास्तत्र +प्रहृष्टास्ते +प्रहृष्टे +प्रहृष्टेन +प्रहृष्टेनांतरात्मना +प्रहृष्टेनान्तरात्मना +प्रहृष्टैः +प्रहृष्टो +प्रहृष्टौ +प्रहृष्य +प्रहृष्यति +प्रहृष्यन् +प्रहृष्यन्ति +प्रहृष्यमाणः 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+प्रह्वीभूय +प्रह्वे +प्रह्वो +प्रह॑रति +प्रऽअविता +प्रऽआशीः +प्रऽकेतः +प्रऽचेतः +प्रऽचेतसः +प्रऽचेतसम् +प्रऽचेतसा +प्रऽचेताः +प्रऽचे॑तसः +प्रऽचे॑तसम् +प्रऽचे॑तसे +प्रऽचे॑ताः +प्रऽजया +प्रऽजाः +प्रऽजानन् +प्रऽजाभिः +प्रऽजाम् +प्रऽजायै +प्रऽतरम् +प्रऽदक्षिणित् +प्रऽदिवः +प्रऽदिवि +प्रऽदिशः +प्रऽदिशा +प्रऽनी॑ती +प्रऽनेतः +प्रऽपथे +प्रऽपित्वे +प्रऽप्र +प्रऽप्र॑ +प्रऽप॑थे +प्रऽमतिः +प्रऽमतिम् +प्रऽम॑तिः +प्रऽम॑तिम् +प्रऽयज्यो +प्रऽयता +प्रऽयति +प्रऽयुजः +प्रऽय॑ता +प्रऽवतः +प्रऽवता +प्रऽवाच्यम् +प्रऽविद्वान् +प्रऽशस्तम् +प्रऽशस्तयः +प्रऽशस्तये +प्रऽश॑स्तयः +प्रऽश॑स्तये +प्रऽश॑स्तिम् +प्रऽसवे +प्रऽसितिम् +प्रऽसि॑तिम् +प्रऽस्थि॑तस्य +प्रऽस्वः +प्रऽस॒वे +प्रा +प्रां +प्रांगणं +प्रांगणे +प्रांगणेऽद्य +प्रांचं +प्रांजलयः +प्रांजलयस्तदा +प्रांजलयो +प्रांजलिं +प्रांजलिः +प्रांजलिर्भूत्वा +प्रांत +प्रांतरे +प्रांते +प्रांशवः +प्रांशवो +प्रांशु +प्रांशुं +प्रांशुः +प्रांशुना +प्रांशुलभ्ये +प्रांशू +प्राः +प्राइ +प्राई +प्राक +प्राकटयत् +प्राकटयन् +प्राकट्य +प्राकट्यं +प्राकट्यमिति +प्राकट्यमित्यादि +प्राकट्यमित्यादिनिरूपणनामा +प्राकट्यमेव +प्राकट्यम् +प्राकट्ये +प्राकपाले +प्राकम्पत +प्राकम्पन्त +प्राकर +प्राकरणिक +प्राकरणिकं +प्राकरणिकः +प्राकरणिकत्वं +प्राकरणिकमर्थमध्याहृत्योक्तंयुद्धायोत्तिष्ठेति +प्राकरणिकयोः +प्राकरणिकस्य +प्राकरणिकेन +प्राकरणिको +प्राकर्षम् +प्राका +प्राकांयं +प्राकाम्य +प्राकाम्यं +प्राकाम्यमीशित्वं +प्राकाम्यमेव +प्राकाम्यम् +प्राकाम्ये +प्राकाम्येन +प्राकार +प्राकारं +प्राकारः +प्राकारपरिखायुक्तं +प्राकारम् +प्राकारलक्षणविधिपटलः +प्राकारस्थो +प्राकारस्य +प्राकारा +प्राकाराः +प्राकाराणां +प्राकाराणि +प्राकारान् +प्राकाराभ्यन्तरे +प्राकारीया +प्राकारे +प्राकारेण +प्राकारेणार्कवर्णेन +प्राकारेषु +प्राकारैः +प्राकारैश्च +प्राकारो +प्राकारोपरि +प्राकाशयत् +प्राकाशयन् +प्राकाशि +प्राकाश्य +प्राकाश्यं +प्राकाश्ये +प्राकू +प्राकृ +प्राकृत +प्राकृतं +प्राकृतः +प्राकृतग्रंथे +प्राकृतत्वं +प्राकृतत्वात् +प्राकृतत्वेन +प्राकृतपिङ्गले +प्राकृतप्रकाशः +प्राकृतप्रलयः +प्राकृतप्रलये +प्राकृतभाषया +प्राकृतभाषा +प्राकृतभाषायां +प्राकृतमन्त्रेण +प्राकृतमन्नं +प्राकृतमिति +प्राकृतमुच्यते +प्राकृतमेव +प्राकृतम् +प्राकृतयोः +प्राकृतवत् +प्राकृतव्याकरणं +प्राकृतश्च +प्राकृतश्चानिलोद्भवः +प्राकृतस्तथा +प्राकृतस्य +प्राकृतस्यापि +प्राकृता +प्राकृतां +प्राकृताः +प्राकृताङ्गानुवादेन +प्राकृतात् +प्राकृतानां +प्राकृतानाम् +प्राकृतानि +प्राकृतान् +प्राकृताय +प्राकृतायां +प्राकृतास्तु +प्राकृतिक +प्राकृतिकं +प्राकृतिकः +प्राकृतिकदृश्यानि +प्राकृतिकम् +प्राकृतिकविज्ञानम् +प्राकृतिकविपत्तयः +प्राकृतिकविशेषाः +प्राकृतिकसौन्दर्यं +प्राकृतिकसौन्दर्यम् +प्राकृतिकसौन्दर्येण +प्राकृतिकस्तथैवात्यन्तिको +प्राकृतिकस्वभावः +प्राकृतिका +प्राकृतिकाः +प्राकृतिकानि +प्राकृतिकी +प्राकृतिके +प्राकृतिकेऽखिलायाः +प्राकृतिको +प्राकृती +प्राकृतीं +प्राकृतीभ्य +प्राकृतीभ्यो +प्राकृते +प्राकृतेति +प्राकृतेन +प्राकृतेनेव +प्राकृतेनैव +प्राकृतेव +प्राकृतेषु +प्राकृतेऽपि +प्राकृतेऽर्थे +प्राकृतैः +प्राकृतैरपि +प्राकृतैर्गुणैः +प्राकृतैर्जनैः +प्राकृतैर्नरैः +प्राकृतो +प्राकृतोऽनिलात् +प्राकृतोऽपि +प्राकृतौ +प्राक् +प्राक्कडारात्समासः +प्राक्कथनम् +प्राक्कपालस्थे +प्राक्कपाले +प्राक्कर्म +प्राक्काले +प्राक्कूलेषु +प्राक्कृतं +प्राक्केवलं +प्राक्क्रीताच्छः +प्राक्च +प्राक्छाये +प्राक्छिरसं +प्राक्टेः +प्राक्त +प्राक्तं +प्राक्तन +प्राक्तनं +प्राक्तनः +प्राक्तनजन्मविद्याः +प्राक्तनमत्र +प्राक्तनमेव +प्राक्तनम् +प्राक्तनस्य +प्राक्तना +प्राक्तनाः +प्राक्तनानां +प्राक्तनानि +प्राक्तनी +प्राक्तनीं +प्राक्तने +प्राक्तनेन +प्राक्तनैः +प्राक्तनैर्नवभिरध्यायैर्य +प्राक्तनो +प्राक्ता +प्राक्तु +प्राक्तेन +प्राक्तो +प्राक्पदान्तवत् +प्राक्पश्चात् +प्राक्पश्चिमाश्रिता +प्राक्पश्चिमे +प्राक्पुष्पा +प्राक्पूर्वं +प्राक्प्रतिपादितं +प्राक्प्रतिपादितम् +प्राक्प्रध्वंससदात्वेन +प्राक्प्रपञ्चितम् +प्राक्प्रबोधात् +प्राक्प्रयोगः +प्राक्रमत +प्राक्रामत् +प्राक्शरीरविमोक्षणात् +प्राक्शिरसं +प्राक्शिरसमग्ग्नौ +प्राक्शिरा +प्राक्शिराः +प्राक्षितिजे +प्राक्षिपत् +प्राक्षु +प्राक्संस्थं +प्राक्सन्ध्या +प्राक्सर्गे +प्राक्सितात् +प्राक्सितादड्व्यवायेऽपि +प्राक्सुबुत्पत्तेः +प्राक्सृष्टेः +प्राक्सृष्ट्यां +प्राक्सोमे +प्राक्सौमिकीः +प्राक्स्रोतसं +प्राक्स्विष्टकृतः +प्राक्स्विष्टकृतो +प्राक्‌ +प्राग +प्रागकचि +प्रागकच् +प्रागग्नीषोमीयात् +प्रागग्रं +प्रागग्रतो +प्रागग्रमुदगग्रं +प्रागग्रा +प्रागग्रां +प्रागग्रान् +प्रागग्रान्दर्भान्संस्तीर्य +प्रागग्रे +प्रागग्रेषु +प्रागग्रैः +प्रागग्रैर्दर्भैरग्निं +प्रागञ्चनं +प्रागञ्चनाः +प्रागत +प्रागथ +प्रागन +प्रागनुभूतं +प्रागन्तं +प्रागपरं +प्रागपरयोः +प्रागपरसूत्रं +प्रागपरा +प्रागपरे +प्रागपवर्ग +प्रागपवर्गं +प्रागपवर्गम् +प्रागपवर्गाण्युदगपवर्गाणि +प्रागपागिति +प्रागपागुदक् +प्रागपागुदगिति +प्रागपागुदङ्न्यग्वा +प्रागपि +प्रागभा +प्रागभाव +प्रागभावं +प्रागभावः +प्रागभावप्रतियोगित्वं +प्रागभावप्रतियोगित्वम् +प्रागभावस्तथा +प्रागभावस्तु +प्रागभावस्य +प्रागभावस्यापि +प्रागभावस्यैव +प्रागभावात् +प्रागभावादिभेदेन +प्रागभावे +प्रागभावेति +प्रागभावेन +प्रागभावेऽपि +प्रागभावो +प्रागभावोऽपि +प्रागभिहितं +प्रागभिहितम् +प्रागयं +प्रागर्जितं +प्रागर्णवस्य +प्रागर्थेषु +प्रागल्भ्य +प्रागल्भ्यं +प्रागल्भ्यमित्यपरे +प्रागल्भ्यम् +प्रागल्भ्ये +प्रागल्भ्येन +प्रागव +प्रागवस्था +प्रागवस्थायां +प्रागविद्यमानस्य +प्रागवोचाम +प्रागसतः +प्रागसतो +प्रागसत्त्वे +प्रागसाध्य +प्रागस्तमयो +प्रागस्य +प्रागहं +प्रागा +प्रागागतः +प्रागात् +प्रागात्ऽ +प्रागाथं +प्रागाथः +प्रागाथम् +प्रागादि +प्रागादिक्रमेण +प्रागादिचतुर्दिक्षु +प्रागादिदिक्षु +प्रागादिषु +प्रागादेशेभ्यो +प्रागादौ +प्रागाद् +प्रागाद्देवो +प्रागाद्यं +प्रागाद्याः +प्रागानङः +प्रागायतं +प्रागायतः +प्रागायता +प्रागायतां +प्रागायताः +प्रागायतानि +प्रागायते +प्रागायतो +प्रागायतौ +प्रागास्य +प्रागा॒च्छस॑नं +प्रागि +प्रागिति +प्रागित्यर्थः +प्रागित्यादि +प्रागिदं +प्रागिव +प्रागिवात्कः +प्रागिवार्थोऽप्रकाशः +प्रागिवीय +प्रागिवीयप्रकरणम् +प्रागिवैव +प्रागीषं +प्रागीषमुदगीषं +प्रागु +प्रागुक्त +प्रागुक्तं +प्रागुक्तः +प्रागुक्तक्रमेण +प्रागुक्तत्वात् +प्रागुक्तदिशा +प्रागुक्तनिरपेक्षत्वबुद्धियोगो +प्रागुक्तन्यायात् +प्रागुक्तन्यायेन +प्रागुक्तप्रकारेण +प्रागुक्तप्रक्रियया +प्रागुक्तमपि +प्रागुक्तमिति +प्रागुक्तमेव +प्रागुक्तम् +प्रागुक्तया +प्रागुक्तयुक्तिशतशोधितेन +प्रागुक्तरीत्या +प्रागुक्तवचनात् +प्रागुक्तवत् +प्रागुक्तवत्कुर्यात्सर्वालङ्कारसंयुतम् +प्रागुक्तवन्नयेत् +प्रागुक्तविधिना +प्रागुक्तस्य +प्रागुक्तस्यैव +प्रागुक्ता +प्रागुक्तां +प्रागुक्ताः +प्रागुक्तानां +प्रागुक्तानि +प्रागुक्ताभ्यां +प्रागुक्ते +प्रागुक्तेः +प्रागुक्तेन +प्रागुक्तेषु +प्रागुक्तैः +प्रागुक्तैव +प्रागुक्तो +प्रागुक्तोपदेशेन +प्रागुक्तोऽथ +प्रागुक्तौ +प्रागुत्तमाया +प्रागुत्तमायाः +प्रागुत्तरं +प्रागुत्तरदिशि +प्रागुत्तरस्यां +प्रागुत्तरां +प्रागुत्तरात्परिग्राहात्कृत्वा +प्रागुत्तरे +प्रागुत्तरेण +प्रागुत्पत्तेः +प्रागुत्पत्तेरिति +प्रागुदक् +प्रागुदक्प्रवणं +प्रागुदक्प्रवणा +प्रागुदक्प्रवणां +प्रागुदक्प्रवणे +प्रागुदक्प्लवनं +प्रागुदगग्रं +प्रागुदगग्राः +प्रागुदग्दिशि +प्रागुदग्वा +प्रागुदङ्मुखः +प्रागुदञ्चं +प्रागुदयं +प्रागुदयादिवाम्भः +प्रागुदयो +प्रागुदाहृतः +प्रागुदाहृतम् +प्रागुदाहृते +प्रागुदाहृतेषु +प्रागुदितं +प्रागुदीची +प्रागुदीचीं +प्रागुदीच्यां +प्रागुदीरितम् +प्रागुदीरिताः +प्रागुदेति +प्रागुद्गमः +प्रागुपदेशेन +प्रागुपमार्ष्टि +प्रागुपान्त्यक्रीडा +प्रागुपान्त्यक्रीडायां +प्रागुर् +प्रागूर्ध्वं +प्रागृणं +प्रागृह्णात् +प्रागे +प्रागेकादशभ्यः +प्रागेतस्मात् +प्रागेव +प्रागेवं +प्रागेवास्य +प्रागेवेति +प्रागेवेत्यर्थः +प्रागेवोक्तं +प्रागेवोक्तः +प्रागेवोक्तत्वात् +प्रागेवोक्तम् +प्रागेवोक्ता +प्राग् +प्राग्गतिः +प्राग्गतित्वं +प्राग्गतेः +प्राग्गत्या +प्राग्गामिनं +प्राग्ग्रामम् +प्राग्ग्रीवं +प्राग्ग्रीवमुत्तरलोम +प्राग्ग्रीवे +प्राग्घिताद्यत् +प्राग्घितीयप्रकरणम् +प्राग्जन्म +प्राग्जन्मनि +प्राग्ज्योतिष +प्राग्ज्योतिषं +प्राग्ज्योतिषपुरं +प्राग्ज्योतिषपुरे +प्राग्ज्योतिषां +प्राग्ज्योतिषाश्च +प्राग्ज्योतिषे +प्राग्ज्योतिषेश्वरः +प्राग्ज्योतिषो +प्राग्दक्षिणं +प्राग्दक्षिणां +प्राग्दक्षिणे +प्राग्दण्डं +प्राग्दले +प्राग्दिश +प्राग्दिशः +प्राग्दिशि +प्राग्दिशीय +प्राग्दिशीयप्रकरणम् +प्राग्दिशीये +प्राग्दिशो +प्राग्दीव्यत +प्राग्दीव्यतः +प्राग्दीव्यतीयः +प्राग्दीव्यतीये +प्राग्दीव्यतीयेषु +प्राग्दीव्यतीयेष्वर्थेषु +प्राग्दीव्यतीयो +प्राग्दीव्यतोऽण् +प्राग्दृग्ग्रहः +प्राग्दृश्यं +प्राग्दृष्टं +प्राग्देशे +प्राग्द्वारं +प्राग्द्वारप्रत्यग्द्वारेष्वप्सु +प्राग्द्वारे +प्राग्धातोः +प्राग्नये +प्राग्नये॑ +प्राग्बहुव्रीहेः +प्राग्भक्तं +प्राग्भवं +प्राग्भवति +प्राग्भवीयं +प्राग्भवीयः +प्राग्भवीयकर्मानुसारेण +प्राग्भवीयो +प्राग्भवे +प्राग्भागे +प्राग्भारः +प्राग्भारे +प्राग्भूय +प्राग्भूविभागे +प्राग्य +प्राग्यथा +प्राग्रं +प्राग्रसरः +प्राग्रहरः +प्राग्रीवौ +प्राग्रीश्वरान्निपाताः +प्राग्रूपं +प्राग्रूपे +प्राग्रे +प्राग्लक्षणे +प्राग्लक्षितगुणस्वरूपवैचित्र्यात् +प्राग्व +प्राग्वँ +प्राग्वंश +प्राग्वंशं +प्राग्वंशः +प्राग्वंशकायो +प्राग्वंशस्य +प्राग्वंशे +प्राग्वंशो +प्राग्वचनं +प्राग्वचने +प्राग्वच्च +प्राग्वत +प्राग्वतीयष्ठञ् +प्राग्वतीये +प्राग्वतेः +प्राग्वतेष्ठञ् +प्राग्वत् +प्राग्वत्कृत्वा +प्राग्वत्ततो +प्राग्वदधो +प्राग्वदाचरेत् +प्राग्वदाह +प्राग्वदिति +प्राग्वदेव +प्राग्वद् +प्राग्वद्वा +प्राग्वन् +प्राग्वन्न +प्राग्वहतेष्ठक् +प्राग्वा +प्राग्विधानेन +प्राग्विषुवत +प्राग्वुनः +प्राग्वृत्तं +प्राग्वै +प्राग्व्याख्यातं +प्राग्व्याख्यातः +प्राग्व्याख्यातम् +प्राग्वꣳशं +प्राघूणिकाः +प्राघ्नन् +प्राङ +प्राङभिसृप्य +प्राङायन्नाह +प्राङासीनः +प्राङासीनो +प्राङिति +प्राङीक्षते +प्राङुत्क्रम्य +प्राङुदेत्य +प्राङुपोपविवेश +प्राङेत्य +प्राङेत्योद्यच्छत +प्राङ् +प्राङ्कणे +प्राङ्गण +प्राङ्गणं +प्राङ्गणम् +प्राङ्गणे +प्राङ्गणेषु +प्राङ्गने +प्राङ्न्यायकारणोक्तौ +प्राङ्न्याये +प्राङ्भुखो +प्राङ्मया +प्राङ्मु +प्राङ्मुख +प्राङ्मुखं +प्राङ्मुखः +प्राङ्मुखत्वं +प्राङ्मुखमासीनं +प्राङ्मुखमुपवेश्य +प्राङ्मुखम् +प्राङ्मुखश्च +प्राङ्मुखस्तिष्ठन् +प्राङ्मुखस्य +प्राङ्मुखा +प्राङ्मुखाः +प्राङ्मुखानां +प्राङ्मुखान् +प्राङ्मुखी +प्राङ्मुखीं +प्राङ्मुखीमुपवेश्य +प्राङ्मुखे +प्राङ्मुखेन +प्राङ्मुखो +प्राङ्मुखोदङ्मुखो +प्राङ्मुखोदङ्मुखोऽपि +प्राङ्मुखोऽन्नानि +प्राङ्मुखौ +प्राङ्मुख्या +प्राङ्मुख्याः +प्राङ्वोदङ्वा +प्राङ्सुषिः +प्राङ्‌ +प्राङ्‌मुखं +प्राङ्‌मुखः +प्राङ्‌मुखो +प्राच +प्राचः +प्राचः॑ +प्राचरत् +प्राचल +प्राचलत् +प्राचलन् +प्राचलानि +प्राचा +प्राचां +प्राचांग्रहणं +प्राचामर्वाचां +प्राचामवृद्धात् +प्राचामाचार्याणां +प्राचामाशयः +प्राचामिति +प्राचामुपादेरडज्वुचौ +प्राचाम् +प्राचारयत् +प्राचारयन् +प्राचार्य +प्राचार्यः +प्राचार्यस्य +प्राचार्योक्त +प्राचि +प्राची +प्राचीं +प्राचीः +प्राचीः॑ +प्राचीति +प्राचीन +प्राचीनं +प्राचीनः +प्राचीनकाल +प्राचीनकालतः +प्राचीनकालस्य +प्राचीनकालात् +प्राचीनकालादपि +प्राचीनकालादेव +प्राचीनकाले +प्राचीनकुम्बाम् +प्राचीनगुरवः +प्राचीनगोवा +प्राचीनग्रन्थानां +प्राचीनग्रन्थे +प्राचीनग्रन्थेषु +प्राचीनग्रीव +प्राचीनग्रीवं +प्राचीनग्रीवमुत्तरलोमास्तीर्य +प्राचीनग्रीवमुत्तरलोमास्तृणाति +प्राचीनग्रीवमुत्तरलोमाऽऽस्तीर्य +प्राचीनग्रीवमुत्तरलोमाऽऽस्तृणाति +प्राचीनग्रीवमुत्तरलोमोपस्तृणाति +प्राचीनग्रीवे +प्राचीनजन्मयुगलं +प्राचीनटीका +प्राचीनतम +प्राचीनतमं +प्राचीनतमः +प्राचीनतमम् +प्राचीनतमा +प्राचीनतमाः +प्राचीनतमासु +प्राचीनतमेषु +प्राचीनतमो +प्राचीनतर +प्राचीनतरं +प्राचीनतरः +प्राचीनता +प्राचीनतां +प्राचीनतायाः +प्राचीनत्वं +प्राचीनत्वम् +प्राचीनत्वे +प्राचीनपरम्परा +प्राचीनप्रवण +प्राचीनप्रवणं +प्राचीनप्रवणे +प्राचीनबर्हिर्भगवान् +प्राचीनबर्हिषं +प्राचीनबर्हिषः +प्राचीनभारतम् +प्राचीनभारतसम्बद्धाः +प्राचीनभारतस्य +प्राचीनभारतीयशिल्पकला +प्राचीनभारते +प्राचीनमञ्जलिं +प्राचीनमतं +प्राचीनमते +प्राचीनमन्दिराणि +प्राचीनमात्रा +प्राचीनमिति +प्राचीनमुदीचीनं +प्राचीनम् +प्राचीनम्̇ +प्राचीनया +प्राचीनयुगः +प्राचीनयोग्य +प्राचीनयोग्येति +प्राचीनयोग्योपास्स्व +प्राचीनराजाः +प्राचीनरीत्या +प्राचीनवँ +प्राचीनवंशं +प्राचीनवंशावली +प्राचीनवꣳशं +प्राचीनशाल +प्राचीनसाहित्ये +प्राचीनस्य +प्राचीना +प्राचीनां +प्राचीनाः +प्राचीनाग्राः +प्राचीनाग्रेषु +प्राचीनाचार्य +प्राचीनाचार्याणां +प्राचीनाचार्यों +प्राचीनानां +प्राचीनानामेव +प्राचीनानाम् +प्राचीनानि +प्राचीनान् +प्राचीनामलकं +प्राचीनावशेषाः +प्राचीनावी +प्राचीनावीत +प्राचीनावीतं +प्राचीनावीतमेव +प्राचीनावीतम् +प्राचीनावीतानि +प्राचीनावीतिनः +प्राचीनावीतिना +प्राचीनावीतिनो +प्राचीनावीती +प्राचीनावीत्यवाचीनपाणिः +प्राचीनावीत्येव +प्राचीनासु +प्राचीनास्तु +प्राचीने +प्राचीनेति +प्राचीनेतिहासः +प्राचीनेन +प्राचीनेषु +प्राचीनै +प्राचीनैः +प्राचीनैरपि +प्राचीनैरिति +प्राचीनैरुक्तं +प्राचीनो +प्राचीनों +प्राचीनौ +प्राचीनꣳ +प्राचीप्रतीच्यौ +प्राचीभिः +प्राचीमनु +प्राचीमभिमुखं +प्राचीमावृत्य +प्राचीमुदीची +प्राचीमुदीचीं +प्राचीमुपवेश्य +प्राचीमूले +प्राचीमेकशृङ्गां +प्राचीमेव +प्राचीम् +प्राचीर +प्राचीरं +प्राचीरः +प्राचीरम् +प्राचीरस्य +प्राचीराः +प्राचीरायातयति +प्राचीरिष्टका +प्राचीरुदीचीश्च +प्राचीरुपदधाति +प्राचीरे +प्राचीर् +प्राचीर्दश +प्राचीव +प्राचीसरस्वत्यां +प्राचीस् +प्राची॑ +प्राची॒ +प्राची॒मनु॑ +प्राची॒रज॑ग॒न्तोरो॑ +प्राची॒र्दश॑ +प्राचुच्यवुः +प्राचुर्य +प्राचुर्यं +प्राचुर्यम् +प्राचुर्यात् +प्राचुर्यार्थः +प्राचुर्यार्थे +प्राचुर्ये +प्राचुर्येण +प्राचुर्य्ये +प्राचे +प्राचेतस +प्राचेतसं +प्राचेतसः +प्राचेतसस्तथा +प्राचेतसस्य +प्राचेतसादासीत् +प्राचेतसान्तेवासी +प्राचेतसीं +प्राचेतसे +प्राचेतसो +प्राचेतसोऽभवत् +प्राचैः +प्राचो +प्राचोक्तं +प्राचोक्तम् +प्राच् +प्राच्य +प्राच्यं +प्राच्यः +प्राच्यकठाः +प्राच्यपरं +प्राच्यपरया +प्राच्यपरा +प्राच्यपराया +प्राच्यपरे +प्राच्यभरतेषु +प्राच्यम् +प्राच्यविद्या +प्राच्यविद्यासंशोधनालयः +प्राच्यवृत्तिः +प्राच्यस्य +प्राच्या +प्राच्यां +प्राच्याः +प्राच्यादि +प्राच्यादिदिक्षु +प्राच्यादिव्यवहारः +प्राच्यादिषु +प्राच्यादीनां +प्राच्यादौ +प्राच्याद्या +प्राच्याद्याः +प्राच्यानां +प्राच्यान् +प्राच्यामिति +प्राच्यामुदीच्यां +प्राच्यामुदेति +प्राच्याम् +प्राच्याश्च +प्राच्या॑ +प्राच्युदीची +प्राच्ये +प्राच्येति +प्राच्येभ्यः +प्राच्येव +प्राच्येषु +प्राच्यै +प्राच्यैः +प्राच्यो +प्राच्योदीच्या +प्राच्योऽन्या +प्राच्यौ +प्राच्य् +प्राज +प्राजकस्य +प्राजको +प्राजति +प्राजनं +प्राजनम् +प्राजनयतां +प्राजनयत् +प्राजनयद् +प्राजनयन् +प्राजनि +प्राजरुहा +प्राजर्या +प्राजहित +प्राजहितं +प्राजहितम् +प्राजा +प्राजाताः +प्राजानन् +प्राजानात् +प्राजाप +प्राजापत्य +प्राजापत्यं +प्राजापत्यः +प्राजापत्यञ्च +प्राजापत्यत्रयं +प्राजापत्यद्वयं +प्राजापत्यन्तु +प्राजापत्यमनिच्छया +प्राजापत्यमा +प्राजापत्यमिति +प्राजापत्यमित्याज्यमभिमन्त्रयते +प्राजापत्यमिदं +प्राजापत्यमुदाहृतम् +प्राजापत्यमृषभं +प्राजापत्यम् +प्राजापत्ययर्चा +प्राजापत्यया +प्राजापत्यर्क्षसंयुता +प्राजापत्यव्रतं +प्राजापत्यश्च +प्राजापत्यस्तथा +प्राजापत्यस्तथासुरः +प्राजापत्यस्तथाऽऽसुरः +प्राजापत्यस्तूपर +प्राजापत्यस्य +प्राजापत्या +प्राजापत्यां +प्राजापत्याः +प्राजापत्यादि +प्राजापत्यादीनां +प्राजापत्यानां +प्राजापत्यानाम् +प्राजापत्यानि +प्राजापत्यानुष्टुप् +प्राजापत्यान् +प्राजापत्यामेवेष्टिं +प्राजापत्याम् +प्राजापत्याय +प्राजापत्यास्तपस्विनः +प्राजापत्याꣳ +प्राजापत्ये +प्राजापत्येन +प्राजापत्येषु +प्राजापत्यो +प्राजापत्योऽश्वः +प्राजापत्योऽश्वो +प्राजापल्या +प्राजाप॒त्या +प्राजाप॒त्यो +प्राजायत +प्राजायन्त +प्राजा॑यत +प्राजा॑यत॒ +प्राजिक +प्राजिता +प्राजीजनद्य +प्राजेक्ट् +प्राजेशं +प्राज्ञ +प्राज्ञं +प्राज्ञः +प्राज्ञता +प्राज्ञदानं +प्राज्ञवत् +प्राज्ञवदिति +प्राज्ञश्च +प्राज्ञस्तं +प्राज्ञस्तद्यच्छेज्ज्ञान +प्राज्ञस्तु +प्राज्ञस्तृतीयः +प्राज्ञस्त्रिधा +प्राज्ञस्त्वं +प्राज्ञस्य +प्राज्ञस्यापि +प्राज्ञा +प्राज्ञाः +प्राज्ञाद् +प्राज्ञानां +प्राज्ञान् +प्राज्ञायत +प्राज्ञायन्त +प्राज्ञाश्च +प्राज्ञासिषमिति +प्राज्ञी +प्राज्ञे +प्राज्ञेति +प्राज्ञेन +प्राज्ञेनात्मना +प्राज्ञेनात्मनान्वारूढ +प्राज्ञेषु +प्राज्ञै +प्राज्ञैः +प्राज्ञो +प्राज्ञोऽथ +प्राज्ञोऽपि +प्राज्ञौ +प्राज्य +प्राज्यं +प्राज्यः +प्राज्यम् +प्राज्यविक्रमाः +प्राज्ये +प्राज्योष्मा +प्राज्वालयत् +प्राझे +प्राञ् +प्राञ्च +प्राञ्चँ +प्राञ्चं +प्राञ्चं॑ +प्राञ्चः +प्राञ्चः॑ +प्राञ्चति +प्राञ्चमिध्ममुपसमाधाय +प्राञ्चमुदञ्चं +प्राञ्चमुद्गातारो +प्राञ्चमुद्धृत्य +प्राञ्चमुपवेश्य +प्राञ्चमुपसमाधाय +प्राञ्चम् +प्राञ्चस् +प्राञ्चस्तु +प्राञ्चा +प्राञ्चि +प्राञ्चो +प्राञ्चोऽभिप्रव्रजन्ति +प्राञ्चोऽश्वप्रथमा +प्राञ्चो॑ +प्राञ्चौ +प्राञ्च्युदञ्चि +प्राञ्च॑म् +प्राञ्चꣳ +प्राञ्जलः +प्राञ्जलता +प्राञ्जलयः +प्राञ्जलयश्चैनं +प्राञ्जलयस्तथागतं +प्राञ्जलयस्तदा +प्राञ्जलयो +प्राञ्जलयोऽब्रुवन् +प्राञ्जला +प्राञ्जलि +प्राञ्जलिं +प्राञ्जलिः +प्राञ्जलिना +प्राञ्जलिरग्रतः +प्राञ्जलिरब्रवीत् +प्राञ्जलिरस्मि +प्राञ्जलिरानतोऽस्मि +प्राञ्जलिरुवाचेदं +प्राञ्जलिर्जलजासनम् +प्राञ्जलिर्भूत्वा +प्राञ्जलिर्वाक्यं +प्राञ्जलिर्वाक्यमब्रवीत् +प्राञ्जलिर्वाक्यमुवाच +प्राञ्जलिश्च +प्राञ्जलिस्थितम् +प्राञ्जली +प्राट् +प्राड़िवाकः +प्राडिति +प्राड् +प्राड्विवाक +प्राड्विवाकः +प्राड्विवाकश्च +प्राड्विवाकस्ततः +प्राड्विवाकस्ततो +प्राड्विवाकेन +प्राड्विवाको +प्राड्विवाकोऽथ +प्राड्‌विपाक +प्राड्‌विपाकदुर्योधनसंवादे +प्राण +प्राणँ +प्राणं +प्राणः +प्राणक +प्राणकराणि +प्राणकर्म +प्राणकर्माणि +प्राणकलान्तरं +प्राणकेहि +प्राणको +प्राणगतेश्च +प्राणगथे +प्राणगुरु +प्राणग्रहाः +प्राणजयः +प्राणत +प्राणतः +प्राणतस्तथा +प्राणता +प्राणति +प्राणतुल्यं +प्राणतुल्या +प्राणते +प्राणतो +प्राणतोऽपि +प्राणत् +प्राणत्याग +प्राणत्यागं +प्राणत्यागः +प्राणत्यागे +प्राणत्यागेन +प्राणत्यागो +प्राणत्राणाय +प्राणत्वं +प्राणत्वम् +प्राणत्वेन +प्राणथेन +प्राणद +प्राणदं +प्राणदः +प्राणदन् +प्राणदयितो +प्राणदशाफलाध्यायः +प्राणदश्च +प्राणदा +प्राणदाः +प्राणदाता +प्राणदानं +प्राणदानाद्धि +प्राणदानाय +प्राणदानेन +प्राणदाय +प्राणदायि +प्राणदेवः +प्राणदेवत्या +प्राणदो +प्राणधनेश्वरम् +प्राणधर्मः +प्राणधारण +प्राणधारणं +प्राणधारणनिमित्तभूतां +प्राणधारणम् +प्राणधारणात् +प्राणधारणाय +प्राणधारणे +प्राणधारिणी +प्राणन +प्राणनं +प्राणनम् +प्राणनव्यापारं +प्राणनस्य +प्राणना +प्राणनाथ +प्राणनाथं +प्राणनाथः +प्राणनाथस्य +प्राणनाथां +प्राणनाथे +प्राणनाथेति +प्राणनाथो +प्राणनाशः +प्राणनाशकः +प्राणनाशनः +प्राणनाशनम् +प्राणनाशनाः +प्राणनाशे +प्राणनाशो +प्राणनिग्रहः +प्राणनिग्रहात् +प्राणनिमित्तां +प्राणनिरोधः +प्राणनिरोधेन +प्राणनिलयः +प्राणने +प्राणन् +प्राणन्तं +प्राणन्तः +प्राणन्ति +प्राणन्तु +प्राणन्नेव +प्राणपञ्चकसञ्चारे +प्राणपणेनापि +प्राणपतिः +प्राणपदं +प्राणपदे +प्राणपरित्यागं +प्राणपरित्यागो +प्राणपरीप्सया +प्राणपा +प्राणपाः +प्राणप्रतिष्ठा +प्राणप्रतिष्ठां +प्राणप्रतिष्ठापने +प्राणप्रतिष्ठामन्त्रेण +प्राणप्रतिष्ठायां +प्राणप्रदः +प्राणप्रदो +प्राणप्रपीडकम् +प्राणप्रयाणसमये +प्राणप्रिय +प्राणप्रियं +प्राणप्रियः +प्राणप्रिया +प्राणप्रियां +प्राणप्रिये +प्राणबन्धनं +प्राणभक्षं +प्राणभयं +प्राणभाजां +प्राणभावेन +प्राणभूतं +प्राणभूतः +प्राणभूता +प्राणभूताः +प्राणभूतो +प्राणभृच्च +प्राणभृज्जाति +प्राणभृज्जातिवयोवचनोद्गात्रादिभ्योऽञ् +प्राणभृत +प्राणभृतः +प्राणभृता +प्राणभृतां +प्राणभृतामिव +प्राणभृतो +प्राणभृत् +प्राणभृत्सु +प्राणभृदनुप्रविश्य +प्राणभृन्मात्रस्य +प्राणमनु +प्राणमनूत्क्रामन्तं +प्राणमन् +प्राणमन्तरो +प्राणमपरे +प्राणमपानं +प्राणमपि +प्राणमप्येति +प्राणमभ्युज्जिहते +प्राणमय +प्राणमयं +प्राणमयः +प्राणमयकोशः +प्राणमयश्चक्षुर्मयः +प्राणमयस्य +प्राणमये +प्राणमयो +प्राणमसृजत +प्राणमसृजत् +प्राणमात्रं +प्राणमाधाय +प्राणमायाति +प्राणमायुर्नि +प्राणमारोप्य +प्राणमावेश्य +प्राणमावेश्येति +प्राणमास्थितो +प्राणमिति +प्राणमुत +प्राणमुद्रा +प्राणमूचुः +प्राणमूचुस्त्वं +प्राणमेव +प्राणमेवाभिसंविशन्ति +प्राणमेवास्मिन्नेतद्दधाति +प्राणमेवैतया +प्राणम् +प्राणयति +प्राणयात्रा +प्राणयात्रां +प्राणयात्रार्थं +प्राणयात्रिकमात्रः +प्राणये +प्राणरक्षणं +प्राणरक्षणम् +प्राणरक्षणार्थं +प्राणरक्षा +प्राणरक्षां +प्राणरक्षायै +प्राणरक्षार्थं +प्राणरूप +प्राणरूपं +प्राणरूपः +प्राणरूपा +प्राणरूपिणी +प्राणरूपेण +प्राणरूपो +प्राणरोधो +प्राणलिङ्गं +प्राणलिङ्गी +प्राणलिङ्गीति +प्राणवतः +प्राणवता +प्राणवतां +प्राणवती +प्राणवत् +प्राणवन्तं +प्राणवन्तः +प्राणवर्धनम् +प्राणवल्लभ +प्राणवल्लभः +प्राणवल्लभम् +प्राणवल्लभा +प्राणवल्लभाम् +प्राणवल्लभे +प्राणवान् +प्राणवायवः +प्राणवायु +प्राणवायुं +प्राणवायुः +प्राणवायुना +प्राणवायुस्य +प्राणवायोः +प्राणवायौ +प्राणवाहिन्यो +प्राणविदः +प्राणविदो +प्राणविद्या +प्राणविद्यायाः +प्राणवियोगः +प्राणवियोगकाले +प्राणवियोगो +प्राणवृत्ति +प्राणवृत्तिं +प्राणवृत्तिः +प्राणवृत्तिनिबन्धना +प्राणवृत्तिमतिक्रम्य +प्राणवृत्तिम् +प्राणव्ययेनापि +प्राणशक्ति +प्राणशक्तिं +प्राणशक्तिः +प्राणशक्तिकेन्द्रं +प्राणशब्द +प्राणशब्दं +प्राणशब्दस्य +प्राणशब्देन +प्राणशब्दो +प्राणशरीर +प्राणशरीरं +प्राणशरीरः +प्राणशरीरनेता +प्राणशरीरो +प्राणश् +प्राणश्च +प्राणश्चक्षुः +प्राणश्चक्षुरादित्यं +प्राणश्चापानश्च +प्राणश्चेति +प्राणश्चैव +प्राणसं +प्राणसंकटे +प्राणसंक्षयः +प्राणसंदेहे +प्राणसंयमः +प्राणसंयमनं +प्राणसंयमम् +प्राणसंयमान् +प्राणसंरोधः +प्राणसंवादादिषु +प्राणसंवादे +प्राणसंशय +प्राणसंशयं +प्राणसंशयः +प्राणसंशयमापन्नं +प्राणसंशयम् +प्राणसंशयात् +प्राणसंशये +प्राणसङ्कटे +प्राणसञ्चारस्य +प्राणसञ्चारे +प्राणसन्धारणार्थं +प्राणसमं +प्राणसमः +प्राणसमा +प्राणसमां +प्राणसमो +प्राणस् +प्राणस्त +प्राणस्तत्साम +प्राणस्तथानुगमात् +प्राणस्तथैव +प्राणस्तदयमग्निः +प्राणस्तदु +प्राणस्तस्य +प्राणस्तु +प्राणस्तूड्डीयते +प्राणस्ते +प्राणस्तेजसा +प्राणस्तेजसि +प्राणस्तेजसीति +प्राणस्तेजोमयी +प्राणस्तेन +प्राणस्त्वं +प्राणस्त्वा +प्राणस्थानं +प्राणस्थानानि +प्राणस्थाने +प्राणस्थापनमाचरेत् +प्राणस्थितिहेतुर्वा +प्राणस्पन्दनवासने +प्राणस्पन्दनिरोधनम् +प्राणस्पन्दो +प्राणस्य +प्राणस्यान्नमिदं +प्राणस्यापः +प्राणस्यापि +प्राणस्यायतनानि +प्राणस्येति +प्राणस्येदं +प्राणस्येन्द्रियाणां +प्राणस्यैव +प्राणहर +प्राणहरं +प्राणहरः +प्राणहरणं +प्राणहरा +प्राणहराः +प्राणहराणि +प्राणहरी +प्राणहरे +प्राणहरैः +प्राणहरो +प्राणहा +प्राणहानिः +प्राणहारकः +प्राणहारिणः +प्राणहारिणम् +प्राणहारिणी +प्राणहारी +प्राणहीनं +प्राणहेतुः +प्राणा +प्राणाँस्तत्याज +प्राणां +प्राणांश् +प्राणांश्च +प्राणांश्चाप्यवलम्बते +प्राणांस् +प्राणांस्तत्याज +प्राणांस्तत्र +प्राणांस्तु +प्राणांस्त्यक्तुं +प्राणांस्त्यक्त्वा +प्राणांस्त्यक्ष्यति +प्राणांस्त्यक्ष्यन्ति +प्राणांस्त्यक्ष्यामि +प्राणांस्त्यक्ष्ये +प्राणांस्त्यजति +प्राणांस्त्यजाम्यहम् +प्राणाः +प्राणाख्यं +प्राणाख्यां +प्राणाख्यो +प्राणाग्नय +प्राणाग्नि +प्राणाग्निहोत्र +प्राणाग्निहोत्रं +प्राणाग्निहोत्रस्य +प्राणाग्न्यपानान् +प्राणाचार्यं +प्राणाच्च +प्राणाच्छ्रद्धां +प्राणाञ् +प्राणाणुत्वाधिकरणम् +प्राणाति +प्राणातिपातं +प्राणातिपातः +प्राणातिपातस्य +प्राणातिपातात्प्रतिविरतो +प्राणातिपातो +प्राणात् +प्राणात्मना +प्राणात्मने +प्राणात्मा +प्राणात्मानं +प्राणात्यय +प्राणात्यये +प्राणात्ययेष्वपि +प्राणात्ययेऽपि +प्राणादधि +प्राणादपानतः +प्राणादपानती +प्राणादपि +प्राणादभ्यन्तरं +प्राणादय +प्राणादयः +प्राणादयो +प्राणादि +प्राणादिः +प्राणादिपञ्चकं +प्राणादिपञ्चकस्य +प्राणादिभिः +प्राणादिमत्त्वस्य +प्राणादिमत्त्वात् +प्राणादिरिति +प्राणादिवायवः +प्राणादिषु +प्राणादिस्तु +प्राणादीनां +प्राणादु +प्राणादेः +प्राणादेव +प्राणादेवाधि +प्राणादौ +प्राणाद् +प्राणाद्भूयः +प्राणाद्या +प्राणाद्याः +प्राणाद्येन +प्राणाद्वा +प्राणाद्वायुरजायत +प्राणाधिक +प्राणाधिकं +प्राणाधिकः +प्राणाधिकप्रियतमा +प्राणाधिकप्रिया +प्राणाधिकरणम् +प्राणाधिका +प्राणाधिकां +प्राणाधिके +प्राणाधिको +प्राणाधिपः +प्राणाधिपतये +प्राणाधिष्ठातृदेवी +प्राणान +प्राणानधारयत् +प्राणानपि +प्राणानवासृजत् +प्राणानसाध्यास्तु +प्राणानस्मिन् +प्राणानस्य +प्राणानहं +प्राणाना +प्राणानाँ +प्राणानां +प्राणानाञ्च +प्राणानादाय +प्राणानाप्याय्य +प्राणानामनिलेन +प्राणानामपि +प्राणानामवरुध्यै +प्राणानामुत्सृष्ट्यै +प्राणानामेव +प्राणानाम् +प्राणानायम्य +प्राणानाशु +प्राणानाꣳ +प्राणानिति +प्राणानिन्द्रियाणि +प्राणानिले +प्राणानिव +प्राणानिह +प्राणानुत्ससर्ज +प्राणानुपस्पृशेत् +प्राणानेतदाह +प्राणानेव +प्राणानेवास्मिन्नेतद्दधाति +प्राणानेवास्मै +प्राणानेवास्य +प्राणानेवैतदुपदधाति +प्राणान् +प्राणान्कृत्वा +प्राणान्त +प्राणान्तं +प्राणान्तकृद्यश्च +प्राणान्तिकं +प्राणान्तिकी +प्राणान्तिके +प्राणान्तिको +प्राणान्ते +प्राणान्तेऽपि +प्राणान्त् +प्राणान्दधाति +प्राणान्धारयति +प्राणान्धारयते +प्राणान्धारयितुं +प्राणान्न +प्राणान्परित्यजेत् +प्राणान्परित्यज्य +प्राणान्पशुषु +प्राणान्प्राणेषु +प्राणान्मम +प्राणान्मयि +प्राणान्मुमोच +प्राणान्यदि +प्राणान्विमुञ्चति +प्राणान्हरिष्यति +प्राणापनौ +प्राणापहारी +प्राणापाणौ +प्राणापान +प्राणापानगती +प्राणापानयो +प्राणापानयोः +प्राणापानयोरेव +प्राणापानयोर्जुहोम्यक्षितमसि +प्राणापानवशो +प्राणापानव्यानोदानसमाना +प्राणापानव्यानोदानसमानाः +प्राणापानसमाक्षिप्तस्तथा +प्राणापानसमानानामुदानव्यानयोस्तथा +प्राणापानसमायुक्तः +प्राणापाना +प्राणापानाः +प्राणापानादयो +प्राणापानादिका +प्राणापानादीनां +प्राणापानानां +प्राणापानानामवरुध्यै +प्राणापानान् +प्राणापानान्तरे +प्राणापानाभ्यां +प्राणापानाभ्याम् +प्राणापानावरुद्ध्यै +प्राणापानाविति +प्राणापानावुदानश्च +प्राणापानाव् +प्राणापानेन +प्राणापानैः +प्राणापानौ +प्राणापा॒नौ +प्राणाभरणम् +प्राणाय +प्राणायतनानि +प्राणायतनेषु +प्राणायनः +प्राणायनो +प्राणायम +प्राणाया +प्राणायापानाय +प्राणायापानायायुषे +प्राणायाम +प्राणायामं +प्राणायामः +प्राणायामतत्पराः +प्राणायामत्रयं +प्राणायामपरा +प्राणायामपरायणः +प्राणायामपरायणा +प्राणायामपरायणाः +प्राणायामपरेषु +प्राणायामपरो +प्राणायामम् +प्राणायामविधिः +प्राणायामशतं +प्राणायामशतेन +प्राणायामश्च +प्राणायामस्ततः +प्राणायामस्तथा +प्राणायामस्तु +प्राणायामस्त्रिधा +प्राणायामस्य +प्राणायामा +प्राणायामाः +प्राणायामात् +प्राणायामादिकं +प्राणायामान् +प्राणायामान्तं +प्राणायामाभ्यासादेव +प्राणायामाभ्यासाद् +प्राणायामास्तु +प्राणायामी +प्राणायामे +प्राणायामेन +प्राणायामेषु +प्राणायामैः +प्राणायामैर्दहेद्दोषान् +प्राणायामैश्च +प्राणायामैस्तथा +प्राणायामैस्त्रिभिः +प्राणायामो +प्राणायि +प्राणायिता +प्राणायेति +प्राणायैव +प्राणारामं +प्राणार्थी +प्राणाशिशु +प्राणाशिशुः +प्राणाश्च +प्राणाश्रयं +प्राणास् +प्राणास्त +प्राणास्तदाश्रयाः +प्राणास्तु +प्राणास्ते +प्राणास्तैरेव +प्राणाहुतिं +प्राणाहुतिम् +प्राणाहुतीः +प्राणाहुतीर्जुहोति +प्राणा॑पानौ +प्राणि +प्राणिः +प्राणिकायः +प्राणिगणस्य +प्राणिगर्भविमोचने +प्राणिजन्यः +प्राणिजातं +प्राणिजातमधिकृत्य +प्राणिजातम् +प्राणिजातयः +प्राणिजातस्य +प्राणिजातानि +प्राणिणत् +प्राणिणिषति +प्राणितं +प्राणिता +प्राणिति +प्राणितीति +प्राणितुं +प्राणितूर्यसेनाङ्गानाम् +प्राणित्य् +प्राणिद्यूते +प्राणिन +प्राणिनं +प्राणिनः +प्राणिनम् +प्राणिनश्च +प्राणिनस्तत्र +प्राणिनस्तथा +प्राणिनस्तदा +प्राणिनस्तु +प्राणिनस्तुल्यदृष्टयः +प्राणिना +प्राणिनां +प्राणिनामपि +प्राणिनामपीडनम् +प्राणिनामभ्युदयनिःश्रेयससाधनस्य +प्राणिनामिति +प्राणिनामिह +प्राणिनामुपकाराय +प्राणिनामुरसि +प्राणिनामेतदेव +प्राणिनामेते +प्राणिनाम् +प्राणिनि +प्राणिनिकायस्य +प्राणिने +प्राणिनो +प्राणिनोऽत्र +प्राणिनोऽपि +प्राणिनौ +प्राणिपक्षिणः +प्राणिप्रसवे +प्राणिभिः +प्राणिभिरस्य +प्राणिभिरिति +प्राणिभेदे +प्राणिभ्यः +प्राणिभ्यो +प्राणिमात्र +प्राणिमात्रं +प्राणिमात्रस्य +प्राणिमात्रे +प्राणिमि +प्राणियो +प्राणियों +प्राणियोंके +प्राणिरजतादिभ्योऽञ् +प्राणिवधः +प्राणिवधे +प्राणिवधो +प्राणिवर्गस्य +प्राणिविज्ञानम् +प्राणिविज्ञानसम्बद्धाः +प्राणिविज्ञानस्य +प्राणिविशेषः +प्राणिशतसहस्राणि +प्राणिशतसहस्रैः +प्राणिशतसहस्रैर्महान् +प्राणिशरीराणि +प्राणिशास्त्रम् +प्राणिषि +प्राणिषु +प्राणिसङ्ग्रहालयः +प्राणिसहस्राणि +प्राणिस्थमविकारजम् +प्राणिस्थात् +प्राणिस्थादातो +प्राणिहि +प्राणिहिंसकाः +प्राणिहिंसा +प्राणिहिंसां +प्राणिहिते +प्राणी +प्राणीति +प्राणीत् +प्राणीनां +प्राणीमात्र +प्राणुदत +प्राणुदन्त +प्राणे +प्राणेति +प्राणेन +प्राणेना +प्राणेनाभि +प्राणेनेति +प्राणेनेषिरो +प्राणेनैति +प्राणेनैव +प्राणेनोद्गात्रा +प्राणेनोप +प्राणेन्द्रियं +प्राणेन्द्रियाणि +प्राणेभ्य +प्राणेभ्यः +प्राणेभ्यश्च +प्राणेभ्यो +प्राणेभ्योपि +प्राणेभ्योऽधि +प्राणेभ्योऽपि +प्राणेश +प्राणेशं +प्राणेशः +प्राणेशस्य +प्राणेशा +प्राणेशि +प्राणेशे +प्राणेश्वर +प्राणेश्वरं +प्राणेश्वरः +प्राणेश्वरि +प्राणेश्वरी +प्राणेश्वरीं +प्राणेश्वरे +प्राणेश्वरो +प्राणेषु +प्राणेषूत्क्रममाणेषु +प्राणेष्वपि +प्राणेष्वापो +प्राणेष्विति +प्राणेष्वेव +प्राणेष्व् +प्राणेऽन्ने +प्राणेऽपानं +प्राणेऽपि +प्राणेऽर्पिताः +प्राणेऽस्तमेति +प्राणेो +प्राणे᳘न +प्राणै +प्राणैः +प्राणैरप +प्राणैरपि +प्राणैरयममुष्मिन् +प्राणैरिति +प्राणैरेव +प्राणैरेवैनं +प्राणैर् +प्राणैर्न +प्राणैर्वा +प्राणैर्विना +प्राणैर्विमुच्यते +प्राणैर्वियुज्यते +प्राणैर्व्ययुज्यत +प्राणैश्च +प्राणैश्चित्तं +प्राणैस् +प्राणो +प्राणों +प्राणोदानावेवास्मिन्नेतद्दधाति +प्राणोदानौ +प्राणोपरि +प्राणोपेतं +प्राणोहमस्मि +प्राणोऽग्निः +प्राणोऽग्निरुदयते +प्राणोऽजायत +प्राणोऽतो +प्राणोऽथ +प्राणोऽथर्वा +प्राणोऽनूत्क्रामति +प्राणोऽनूपदस्यति +प्राणोऽन्नं +प्राणोऽपान +प्राणोऽपानं +प्राणोऽपानः +प्राणोऽपानस्तथा +प्राणोऽपानो +प्राणोऽपि +प्राणोऽसि +प्राणोऽसौ +प्राणोऽस्मि +प्राणोऽस्य +प्राणोऽहमस्मि +प्राणौ +प्राण् +प्राण्य +प्राण्यङ्गत्वात् +प्राण्यङ्गत्वादेकवद्भावः +प्राण्यङ्गादेव +प्राण्यङ्गानां +प्राण्यङ्गे +प्राण्यात् +प्राण्याद्यदेष +प्राण्यापान्य +प्राण्योषधिवृक्षेभ्यः +प्राण्य् +प्राण॒ +प्राण᳘ः +प्राणꣳ +प्रात +प्रातं +प्रातः +प्रातःकाल +प्रातःकालं +प्रातःकालः +प्रातःकालस्य +प्रातःकालात् +प्रातःकालीनं +प्रातःकाले +प्रातःकालो +प्रातःकृत्यं +प्रातःकृत्यादिपीठन्यासान्तं +प्रातःप्रातः +प्रातःसंध्यां +प्रातःसन्ध्या +प्रातःसन्ध्यां +प्रातःसमय +प्रातःसमये +प्रातःसवन +प्रातःसवनं +प्रातःसवनम् +प्रातःसवनस्य +प्रातःसवनादिरूपं +प्रातःसवनादीनि +प्रातःसवनाद् +प्रातःसवनाय +प्रातःसवनीयाननुवर्तन्ते +प्रातःसवने +प्रातःसवनेन +प्रातःसवनेनागू +प्रातःसायं +प्रातःसावस्य +प्रातःसावे +प्रातःस्नात्वा +प्रातःस्नानं +प्रातःस्नानमहं +प्रातःस्नानादिकं +प्रातःस्नाने +प्रातःस्नानेन +प्रातःस्नायी +प्रातःस्मरणस्तोत्रम् +प्रातःऽयावानम् +प्रातर +प्रातरं +प्रातरग्निं +प्रातरग्निः +प्रातरग्निहोत्र +प्रातरग्निहोत्रं +प्रातरग्निहोत्रे +प्रातरतन्द्रितः +प्रातरत्र +प्रातरधीयानो +प्रातरनुवाक +प्रातरनुवाकं +प्रातरनुवाकः +प्रातरनुवाकन्यायेन +प्रातरनुवाकप्रकरणम् +प्रातरनुवाकमनुब्रुवत 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+प्रादां +प्रादाः +प्रादाच्च +प्रादात् +प्रादात्ततो +प्रादात्तस्मै +प्रादात्स +प्रादादिति +प्रादाद् +प्रादाद्राज्यं +प्रादाद्वरं +प्रादान् +प्रादाय +प्रादायि +प्रादि +प्रादिः +प्रादित +प्रादिभ्यो +प्रादिषु +प्रादिसमास +प्रादिसमासः +प्रादिसमासे +प्रादिसमासो +प्रादीनां +प्रादु +प्रादुः +प्रादुःषन्ति +प्रादुःष्यात् +प्रादुरभवत् +प्रादुरभवन् +प्रादुरभूत् +प्रादुरभूत्तत्र +प्रादुरभूदुमायाः +प्रादुरभूवन् +प्रादुराविः +प्रादुरास +प्रादुरासंस्तदा +प्रादुरासन् +प्रादुरासन्सहस्रशः +प्रादुरासीत् +प्रादुरासीत्ततो +प्रादुरासीत्तदा +प्रादुरासीत्तमोनुदः +प्रादुरासीद् +प्रादुरासीन्महास्वनः +प्रादुरास्तां +प्रादुरिति +प्रादुर् +प्रादुर्बभूव +प्रादुर्बभूवुः +प्रादुर्बभौ +प्रादुर्भवति +प्रादुर्भवतीति +प्रादुर्भवतीत्यर्थः +प्रादुर्भवतु +प्रादुर्भवन् +प्रादुर्भवन्ति +प्रादुर्भवन्तीति +प्रादुर्भवन्तु +प्रादुर्भवन्तो +प्रादुर्भवन्नेव +प्रादुर्भवसि +प्रादुर्भवाम्यहम् +प्रादुर्भविष्यति +प्रादुर्भविष्यन्ति +प्रादुर्भवेत् +प्रादुर्भवेद्यथा +प्रादुर्भवेयुः +प्रादुर्भा +प्रादुर्भाव +प्रादुर्भावं +प्रादुर्भावः +प्रादुर्भावगणो +प्रादुर्भावम् +प्रादुर्भावश्च +प्रादुर्भावस्य +प्रादुर्भावा +प्रादुर्भावाः +प्रादुर्भावात् +प्रादुर्भावान् +प्रादुर्भावान्तरं +प्रादुर्भावाय +प्रादुर्भावाश्च +प्रादुर्भावे +प्रादुर्भावेषु +प्रादुर्भावो +प्रादुर्भावौ +प्रादुर्भूत +प्रादुर्भूतं +प्रादुर्भूतः +प्रादुर्भूतम् +प्रादुर्भूतस्तमोमयः +प्रादुर्भूतस्य +प्रादुर्भूता +प्रादुर्भूतां +प्रादुर्भूताः +प्रादुर्भूतानि +प्रादुर्भूते +प्रादुर्भूतेषु +प्रादुर्भूतो +प्रादुर्भूतोऽसि +प्रादुर्भूतौ +प्रादुर्भूय +प्रादुश्चकार +प्रादुश्चक्रे +प्रादुष्कृतं +प्रादुष्कृताग्निषु +प्रादुष्कृतेष्वग्निषु +प्रादुष्कृत्य +प्रादुस् +प्रादूहोढोढ्येषैष्येषु +प्रादे +प्रादेः +प्रादेश +प्रादेशं +प्रादेशः +प्रादेशनं +प्रादेशप्रमाणां +प्रादेशप्रमिता +प्रादेशमात्र +प्रादेशमात्रं +प्रादेशमात्रः +प्रादेशमात्रत्वं +प्रादेशमात्रमभिविमानमात्मानं +प्रादेशमात्रमिव +प्रादेशमात्रा +प्रादेशमात्राः +प्रादेशमात्राणि +प्रादेशमात्रान् +प्रादेशमात्री +प्रादेशमात्रीं +प्रादेशमात्रीः +प्रादेशमात्रीरादधाति +प्रादेशमात्रे +प्रादेशमात्रो +प्रादेशमात्रौ +प्रादेशमिति 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+प्रार्थयामासुरच्युतम् +प्रार्थयामासुरत्यर्थं +प्रार्थयामासुरुत्सुकाः +प्रार्थयामासेति +प्रार्थयामि +प्रार्थयामो +प्रार्थयाम्यहम् +प्रार्थयितव्य +प्रार्थयिता +प्रार्थयितुं +प्रार्थयित्वा +प्रार्थयिष्यति +प्रार्थयिष्ये +प्रार्थयीत +प्रार्थये +प्रार्थयेच्च +प्रार्थयेत +प्रार्थयेत् +प्रार्थयेत्ततः +प्रार्थयेदिति +प्रार्थयेदिदम् +प्रार्थयेद् +प्रार्थयेद्धरिमव्ययम् +प्रार्थयेऽहं +प्रार्थि +प्रार्थित +प्रार्थितं +प्रार्थितः +प्रार्थितत्वात् +प्रार्थितदुर्लभः +प्रार्थितम् +प्रार्थितवती +प्रार्थितवन्त +प्रार्थितवन्तः +प्रार्थितवन्तौ +प्रार्थितवान् +प्रार्थितश्च +प्रार्थितस्तेन +प्रार्थितस्य +प्रार्थिता +प्रार्थितां +प्रार्थिताः +प्रार्थितापि +प्रार्थिते +प्रार्थितेन +प्रार्थितो +प्रार्थितोऽपि +प्रार्थितोऽहं +प्रार्थितौ +प्रार्थी +प्रार्थ्य +प्रार्थ्यं +प्रार्थ्यः +प्रार्थ्यत +प्रार्थ्यतां +प्रार्थ्यतामिति +प्रार्थ्यते +प्रार्थ्यन्ते +प्रार्थ्यमानः +प्रार्थ्यमाना +प्रार्थ्यमानापि +प्रार्थ्यमानेन +प्रार्थ्यमानो +प्रार्थ्यमानोऽपि +प्रार्थ्यसे +प्रार्थ्या +प्रार्थ्यैवं +प्रार्पणः +प्रार्पयति +प्रार्पयतु +प्रार्पयत्विति +प्रार्प्य +प्रार्य +प्रालम्भि +प्रालीयत +प्रालेय +प्रालेयं +प्रालेयाद्रिं +प्राव +प्रावः +प्रावणेभिः +प्रावण्यं +प्रावत +प्रावतं +प्रावता +प्रावतु +प्रावत् +प्रावधानं +प्रावधानम् +प्रावन्तु +प्रावयति +प्रावर +प्रावरकः +प्रावरण +प्रावरणं +प्रावरणम् +प्रावरणानि +प्रावरणे +प्रावरितव्यम् +प्रावरिता +प्रावरित्वा +प्रावरिय +प्रावर्तंत +प्रावर्तत +प्रावर्तन्त +प्रावर्तयः +प्रावर्तयत +प्रावर्तयत् +प्रावर्त्तत +प्रावर्त्तन्त +प्रावर्धत +प्रावर्षत् +प्रावल्यम् +प्रावहत् +प्रावहन् +प्रावा +प्रावादुकानां +प्रावाद्यन्त +प्रावार +प्रावारं +प्रावारः +प्रावारकं +प्रावारकः +प्रावारकम् +प्रावारोत्तरासङ्गौ +प्रावाहणिर् +प्रावाहणेयः +प्रावाहणेयिः +प्रावाहिकता +प्रावि +प्राविक्षत् +प्राविक्षदिति +प्राविडेन्स् +प्राविता +प्रावितार +प्राविरकार्षीत् +प्राविरास +प्राविरासं +प्राविर्बभूव +प्राविर्भावेश्वरपरमानन्दम् +प्राविश +प्राविशं +प्राविशत +प्राविशतां +प्राविशत् +प्राविशत्तं +प्राविशत्तदा +प्राविशत्पुरम् +प्राविशत्पुरीम् +प्राविशत्स +प्राविशदशयदेव +प्राविशदादित्यश्चक्षुर्भूत्वाऽक्षिणी +प्राविशदापो +प्राविशदिति +प्राविशद् +प्राविशद्गृहम् +प्राविशद्दिशः +प्राविशद्यदा +प्राविशद्राजा +प्राविशद्वनम् +प्राविशद्वायुः +प्राविशन् +प्राविशन्तान्साच्छादयत् +प्राविशन्नगरं +प्राविशन्नोषधिवनस्पतयो +प्राविशन्मृत्युरपानो +प्राविशस्त्वं +प्राविष्कुर्वन्ति +प्रावि॑शत् +प्रावि॑शन् +प्रावि॒ता +प्रावीः +प्रावीण्यं +प्रावीण्यम् +प्रावीण्ये +प्रावीण्येन +प्रावीविपद्वाच +प्रावृ +प्रावृट् +प्रावृट्काल +प्रावृट्कालं +प्रावृट्कालः +प्रावृट्काले +प्रावृट्शरत्कालदिवां +प्रावृट्‌काले +प्रावृडन्ते +प्रावृडिति +प्रावृडिव +प्रावृडृतौ +प्रावृड् +प्रावृड्वर्णनम् +प्रावृड्व्रज्या +प्रावृणत +प्रावृणोति +प्रावृत +प्रावृतं +प्रावृतः +प्रावृतस्य +प्रावृता +प्रावृतां +प्रावृताः +प्रावृतो +प्रावृत्य +प्रावृष +प्रावृषं +प्रावृषः +प्रावृषष्ठप् +प्रावृषा +प्रावृषायणी +प्रावृषि +प्रावृषिकः +प्रावृषिजः +प्रावृषीव +प्रावृषेण्य +प्रावृषेण्यं +प्रावृषेण्यः +प्रावृषेण्यम् +प्रावृषेण्या +प्रावृषेण्यो +प्रावृषो +प्रावृष् +प्रावृहत +प्रावृहत् +प्रावृ॑तस्य +प्रावृ॑ता॒ +प्रावेपत +प्रावेपा +प्रावेपाः +प्रावेशयत् +प्रावेशयत्ततः +प्रावेशयन् +प्रावेशिकी +प्रावो +प्रावोच +प्रावोचं +प्रावोचत् +प्रावोचन् +प्रावो॒ +प्राव्राजीः +प्राव्राजीत् +प्राव॑ +प्राव॑तं +प्राव॑ता॒ +प्राव॑न्तु +प्राश +प्राशं +प्राशंसत् +प्राशंसन् +प्राशंसि +प्राशं॒ +प्राशः +प्राशते +प्राशन +प्राशनं +प्राशनम् +प्राशनान्ते +प्राशने +प्राशनेन +प्राशम् +प्राशयति +प्राशयन्ति +प्राशयामि +प्राशयित्वा +प्राशयेत् +प्राशयेद् +प्राशयेद्रात्रौ +प्राशयेन्निशि +प्राशस्त्य +प्राशस्त्यं +प्राशस्त्यमाह +प्राशस्त्यम् +प्राशस्त्यस्य +प्राशस्त्ये +प्राशस्त्येन +प्राशस्त्येनास्त्यस्य +प्राशा +प्राशान +प्राशा॑न +प्राशि +प्राशित +प्राशितं +प्राशितमनुमन्त्रयते +प्राशितम् +प्राशितवान् +प्राशिता +प्राशितायां +प्राशितारः +प्राशितारम् +प्राशितैः +प्राशित्र +प्राशित्रं +प्राशित्रमवद्यति +प्राशित्रम् +प्राशित्रस्य +प्राशित्रहरणं +प्राशित्रहरणम् +प्राशित्रहरणे +प्राशित्रे +प्राशिषं +प्राशिषमिति +प्राशिषम् +प्राशि॑षं॒ +प्राशी +प्राशीः +प्राशीत् +प्राशीद् +प्राशीर्याभ्यां +प्राशीर्याभ्यामेतमग्रे +प्राशीर्येन +प्राशीर्येनैतमग्रे +प्राशीर्यैश्चैतं +प्राशीस्त्वामोदना +प्राशी॒र्याभ्यां॑ +प्राशी॒र्येन॑ +प्राशु +प्राशूः +प्राशूर्भवा +प्राशृङ्गम् +प्राशृङ्गा +प्राशृङ्गाः +प्राशेदेकभोजनम् +प्राशो +प्राशोति +प्राश्च +प्राश्नन् +प्राश्नन्तं +प्राश्नन्ति +प्राश्नन्तु +प्राश्नाति +प्राश्नातु +प्राश्नात् +प्राश्नात्य् +प्राश्नामि +प्राश्नामीति +प्राश्नामीत्येनं +प्राश्नामीत्य् +प्राश्निक +प्राश्निकः +प्राश्निका +प्राश्निको +प्राश्नीपुत्र +प्राश्नीयाच्छ्रुतनिगादी +प्राश्नीयात् +प्राश्नीयात्साज्यं +प्राश्नीयादेकभोजनम् +प्राश्नीयादेतामेव +प्राश्नीयादेवैनं +प्राश्नीयाद् +प्राश्नीयुः +प्राश्नुत +प्राश्नुते +प्राश्न॑न् +प्राश्य +प्राश्यं +प्राश्यः +प्राश्या +प्राश्याचम्य +प्राश्याचम्यायं +प्राश्याप +प्राश्यापो +प्राश्येतरस्याः +प्रास +प्रासं +प्रासः +प्रासङ्ग +प्रासङ्गं +प्रासङ्गिक +प्रासङ्गिकं +प्रासङ्गिकः +प्रासङ्गिकता +प्रासङ्गिकत्वं +प्रासङ्गिकमिति +प्रासङ्गिकम् +प्रासङ्गिकी +प्रासङ्गिके +प्रासङ्गिकेन +प्रासङ्गिको +प्रासङ्ग्यः +प्रासनं +प्रासने +प्रासरत् +प्रासरद् +प्रासर्पत् +प्रासस्तु +प्रासहं +प्रासहा +प्रासा +प्रासां +प्रासाः +प्रासाद +प्रासादं +प्रासादः +प्रासादकरणं +प्रासादद्वारि +प्रासादपृष्ठे +प्रासादभेदे +प्रासादमथ +प्रासादमानके +प्रासादमानविधिना +प्रासादमारुह्य +प्रासादमालासु +प्रासादमुत्तमम् +प्रासादमेव +प्रासादम् +प्रासादरूपे +प्रासादलक्षणं +प्रासादवत् +प्रासादवदलङ्कृतम् +प्रासादशिखरे +प्रासादशृङ्गाणि +प्रासादश्च +प्रासादस्तु +प्रासादस्थं +प्रासादस्थो +प्रासादस्य +प्रासादस्याग्रतः +प्रासादस्याग्रतो +प्रासादस्याभिधीयते +प्रासादस्यास्य +प्रासादस्येह +प्रासादस्योत्तरे +प्रासादा +प्रासादांश्च +प्रासादाः +प्रासादाग्रे +प्रासादात् +प्रासादात्प्रेक्षते +प्रासादादि +प्रासादादिषु +प्रासादादीनि +प्रासादादौ +प्रासादाद् +प्रासादानां +प्रासादान् +प्रासादान्तः +प्रासादाभिमुखं +प्रासादाभिमुखे +प्रासादाभ्यन्तरं +प्रासादाभ्यन्तरे +प्रासादार्धेन +प्रासादाश्च +प्रासादास्त्वां +प्रासादिक +प्रासादिकं +प्रासादिकः +प्रासादिकम् +प्रासादिका +प्रासादिकी +प्रासादिकेन +प्रासादिको +प्रासादिकोऽतिक्रान्तो +प्रासादीयं +प्रासादीयति +प्रासादे +प्रासादेति +प्रासादेन +प्रासादेनैव +प्रासादेषु +प्रासादेऽत्र +प्रासादैः +प्रासादैश्च +प्रासादो +प्रासादोपरि +प्रासादोऽपि +प्रासादोऽयं +प्रासादौ +प्रासानां +प्रासान् +प्रासारयत् +प्रासावीः +प्रासावीत् +प्रासावीद् +प्रासावीरिति +प्रासाश्च +प्रासि +प्रासिकः +प्रासिञ्चत् +प्रासिञ्चन् +प्रासीदत् +प्रासुवत् +प्रासूत +प्रासूयत +प्रासृजत् +प्रासे +प्रासेन +प्रासैः +प्रासैश्च +प्रासो +प्रासोष्ट +प्रास्त +प्रास्तं +प्रास्तस्य +प्रास्तारिकः +प्रास्ताविकं +प्रास्ताविकम् +प्रास्ताहुतिः +प्रास्तुवत +प्रास्तौत् +प्रास्तौदुच्च +प्रास्थानिकं +प्रास्थापयत् +प्रास्थिकं +प्रास्थिकः +प्रास्थिकम् +प्रास्थिकी +प्रास्थित +प्रास्नोष्ट +प्रास्मा +प्रास्मै +प्रास्मै॑ +प्रास्य +प्रास्यत +प्रास्यति +प्रास्यतीति +प्रास्यते +प्रास्यत् +प्रास्यन्ति +प्रास्यामि +प्रास्यामीति +प्रास्येत् +प्रास्य॒ +प्रास्रवणं +प्राह +प्राहं +प्राहः +प्राहतुः +प्राहरत् +प्राहरद् +प्राहरन् +प्राहात्र +प्राहाथ +प्राहाऽत्र +प्राहाऽहं +प्राहिणवं +प्राहिणोच्च +प्राहिणोत् +प्राहिणोत्तं +प्राहिणोत्ततः +प्राहिणोत्तदा +प्राहिणोद् +प्राहिणोद्भीमसेनाय +प्राहिणोद्यमसादनम् +प्राहिणोन्नृपः +प्राहिणोन्मृत्युलोकाय +प्राहिण्वन् +प्राहु +प्राहुः +प्राहुरध्यात्मचिन्तकाः +प्राहुरन्ये +प्राहुरपरे +प्राहुरव्ययम् +प्राहुराचार्याः +प्राहुराचार्य्यवर्य्याः +प्राहुरार्याः +प्राहुरिति +प्राहुरिदं +प्राहुरुपरूपकाणि +प्राहुरेके +प्राहुरेवं +प्राहुर् +प्राहुर्न +प्राहुर्ब्राह्मणा +प्राहुर्मनीषिणः +प्राहुर्महर्षयः +प्राहुर्मुनयो +प्राहुर्योगं +प्राहुर्वयं +प्राहुर्वेदविदो +प्राहुर्वै +प्राहुर्व्याधिं +प्राहुर्होतुः +प्राहुश्च +प्राहुस्तं +प्राहुस्तथा +प्राहुस्तदा +प्राहुस्तु +प्राहुस्ते +प्राहुस्त्यागं +प्राहू +प्राहे +प्राहेति +प्राहेदं +प्राहेलिका +प्राहेशः +प्राहैत्तमत्त +प्राहैनं +प्राहैवं +प्राहै॒त्तम॑त्त॒ +प्राह् +प्राह्ण +प्राह्णः +प्राह्णम् +प्राह्णे +प्राह्य +प्राह्यं +प्राह्यम् +प्राह्या +प्राऽऽह +प्रा॑जाप॒त्याः +प्रा॑णापा॒नौ +प्रा॑ण॒तो +प्रा॒चा +प्रा॒चीनं॑ +प्रा॒चीनं॒ +प्रा॒चीन॑म् +प्रा॒जा॒प॒त्या +प्रा॒जा॒प॒त्यो +प्रा॒ण +प्रा॒णं +प्रा॒णः +प्रा॒णमायु॒र्नि +प्रा॒णमे॒व +प्रा॒णम् +प्रा॒णम्मे॑ +प्रा॒णश्च॑ +प्रा॒णस्य॑ +प्रा॒णा +प्रा॒णाः +प्रा॒णाने॒व +प्रा॒णाया॑पा॒नाय॑ +प्रा॒णाय॑ +प्रा॒णाय॒ +प्रा॒णा॒पा॒नौ 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+प्रियङ्गुकम् +प्रियङ्गुका +प्रियङ्गुञ्च +प्रियङ्गुणा +प्रियङ्गुना +प्रियङ्गुभिः +प्रियङ्गुमञ्जरी +प्रियङ्गुवृक्षः +प्रियङ्गुवृक्षे +प्रियङ्गुश्च +प्रियङ्गुषु +प्रियङ्गुसप्तमा +प्रियङ्गू +प्रियङ्गूणां +प्रियङ्गौ +प्रियचतसा +प्रियचतस्रः +प्रियचतस्रौ +प्रियचत्वः +प्रियचत्वाः +प्रियचत्वारः +प्रियचत्वारौ +प्रियचिकीर्षया +प्रियचिकीर्षवः +प्रियचूतप्रसवो +प्रियजनः +प्रियजनपरिभुक्तं +प्रियजनस्य +प्रियजने +प्रियजनेन +प्रियञ्च +प्रियत +प्रियतद्धिता +प्रियतनुरक्तवस्त्रधारी +प्रियतम +प्रियतमं +प्रियतमः +प्रियतमम् +प्रियतमया +प्रियतमश्च +प्रियतमस्य +प्रियतमा +प्रियतमां +प्रियतमाः +प्रियतमादयालुना +प्रियतमानां +प्रियतमामवारयत् +प्रियतमामादाय +प्रियतमाम् +प्रियतमाय +प्रियतमाया +प्रियतमायाः +प्रियतमे +प्रियतमेति +प्रियतमेन +प्रियतमेषु +प्रियतमैः +प्रियतमैर्हरेः +प्रियतमो +प्रियतमौ +प्रियतमꣳ +प्रियतया +प्रियतर +प्रियतरं +प्रियतरः +प्रियतरम् +प्रियतरा +प्रियतराः +प्रियतराख्यानं +प्रियतरो +प्रियतरौ +प्रियता +प्रियतां +प्रियतिसा +प्रियतिसृ +प्रियतिसृणि +प्रियतिसृणी +प्रियतिस्र +प्रियतिस्रः +प्रियतिस्रौ +प्रियते +प्रियत्रयः +प्रियत्रि +प्रियत्रिः +प्रियत्री +प्रियत्वं +प्रियत्वम् +प्रियत्वात् +प्रियत्वेन +प्रियत्वेऽधिकृता +प्रियद +प्रियदत्तेति +प्रियदर्शन +प्रियदर्शनं +प्रियदर्शनः +प्रियदर्शनम् +प्रियदर्शनस्य +प्रियदर्शना +प्रियदर्शनां +प्रियदर्शनाः +प्रियदर्शनाम् +प्रियदर्शने +प्रियदर्शनेन +प्रियदर्शनो +प्रियदर्शनोऽपि +प्रियदर्शनौ +प्रियदर्शिका +प्रियद्वेष्यौ +प्रियधर्म +प्रियधा +प्रियधामभ्यः +प्रियनाथविद्याभूषण +प्रियनाशं +प्रियपतिं +प्रियपथः +प्रियपरिगीतगन्धमाल्यः +प्रियपुत्रा +प्रियप्रसादेन +प्रियप्रियेण +प्रियप्रेम +प्रियबन्धोस्तव +प्रियभार्यस्य +प्रियभाषणम् +प्रियभाषिणि +प्रियभाषिणी +प्रियभूतं +प्रियभूतः +प्रियम +प्रियमण्डनापि +प्रियमत्त्यन्नं +प्रियमनु +प्रियमपि +प्रियमप्रियं +प्रियमप्रियदर्शना +प्रियमभि +प्रियमस्ति +प्रियमस्य +प्रियमहो +प्रियमाख्यातं +प्रियमाख्यातुं +प्रियमाख्यामि +प्रियमात्मजम् +प्रियमात्मनः +प्रियमात्मानं +प्रियमानसानां +प्रियमिति +प्रियमित्यादि +प्रियमित्येवं +प्रियमित्रः +प्रियमिदं +प्रियमिन्द्रस्य +प्रियमिव +प्रियमिवातिथिम् +प्रियमिवैकपुत्रकं +प्रियमिष्टं +प्रियमिह +प्रियमुक्त्वा +प्रियमुत्तमम् +प्रियमुपकरोमि +प्रियमुपहरामि +प्रियमुपासीत +प्रियमुपास्ते +प्रियमेध +प्रियमेधः +प्रियमेधा +प्रियमेधाः +प्रियमेधासो +प्रियमेव +प्रियमेषां +प्रियम् +प्रियम्वदा +प्रियम्वदे +प्रियया +प्रिययैवैनं +प्रिययोः +प्रियरूप +प्रियलोकसङ्गः +प्रियवचनं +प्रियवचनेन +प्रियवचसि +प्रियवती +प्रियवयस्य +प्रियवयस्यं +प्रियवयस्यः +प्रियवयस्यक +प्रियवयस्यस्य +प्रियवयस्येन +प्रियवयस्यो +प्रियवशे +प्रियवसतिं +प्रियवाक् +प्रियवाक्ये +प्रियवाक्यैश्च +प्रियवाग् +प्रियवाद +प्रियवादितया +प्रियवादिता +प्रियवादिनः +प्रियवादिनम् +प्रियवादिना +प्रियवादिनाम् +प्रियवादिनी +प्रियवादिनीम् +प्रियवादी +प्रियवादेन +प्रियविच्छेदे +प्रियविप्रयोगः +प्रियविप्रयोगे +प्रियवियोगे +प्रियविरहोऽत्र +प्रियविश्वाय +प्रियव्रत +प्रियव्रतः +प्रियव्रतसुतो +प्रियव्रतस्य +प्रियव्रता +प्रियव्रतात् +प्रियव्रतान् +प्रियव्रतेन +प्रियव्रतेभ्यो +प्रियव्रतो +प्रियव्रतोत्तानपादौ +प्रियशतैराक्रम्य +प्रियशब्दस्य +प्रियशिष्यः +प्रियशिष्या +प्रियशिष्याणां +प्रियश् +प्रियश्च +प्रियश्चासौ +प्रियषषाम् +प्रियसंगमः +प्रियसंगमे +प्रियसंवासो +प्रियसख +प्रियसखं +प्रियसखः +प्रियसखममुं +प्रियसखि +प्रियसखी +प्रियसखीं +प्रियसखीमुर्वशीं +प्रियसखीवृत्तिं +प्रियसखीसमागता +प्रियसख्या +प्रियसख्याः +प्रियसख्यौ +प्रियसङ्गमः +प्रियसङ्गमाय +प्रियसङ्गमेऽपि +प्रियसत्यात्मिका +प्रियसर्पिष्कः +प्रियसहचरी +प्रियसास +प्रियसाहसः +प्रियसाहसाः +प्रियसुखयोरन्यतरस्याम् +प्रियसुहृदि +प्रियस् +प्रियस्तव +प्रियस्ते +प्रियस्तोत्रो +प्रियस्त्वं +प्रियस्थिर +प्रियस्थिरेति +प्रियस्य +प्रियस्यापि +प्रियस्येति +प्रियहितं +प्रियहितम् +प्रियहिताभ्यां +प्रियहिते +प्रियऽमेधाः +प्रिया +प्रियां +प्रियाः +प्रियाख्येभ्यः +प्रियागमे +प्रियाजनैः +प्रियाणां +प्रियाणामिति +प्रियाणाम् +प्रियाणि +प्रियाणी +प्रियाणीति +प्रियातिथिं +प्रियातिथिः +प्रियातिथिम् +प्रियात् +प्रियात्मज +प्रियादिः +प्रियादिषु +प्रियादीनां +प्रियादौ +प्रियानपि +प्रियानुकरणं +प्रियानुरागेण +प्रियान् +प्रियान्तिकम् +प्रियान्तिके +प्रियान्विताः +प्रियाप्रियं +प्रियाप्रियम् +प्रियाप्रिययोरपहतिरस्ति +प्रियाप्रिया +प्रियाप्रिये +प्रियाप्रियेषु +प्रियाप्रियैः +प्रियाप्रियौ +प्रियाभिः +प्रियाभ्यां +प्रियामवलोकयामि +प्रियामिति +प्रियामिव +प्रियामुखं +प्रियामुखम् +प्रियामुखरसं +प्रियामुखीभूय +प्रियामुखे +प्रियाम् +प्रियाय +प्रियाया +प्रियायां +प्रियायाः +प्रियायाम् +प्रियायार्हसि +प्रियायाश्च +प्रियायुतः +प्रियायै +प्रियार्थ +प्रियार्थं +प्रियार्थाय +प्रियार्थी +प्रियार्थे +प्रियार्हा +प्रियार्हां +प्रियार्हे +प्रियाल +प्रियालं +प्रियालः +प्रियालापिनि +प्रियालोकफलो +प्रियावचः +प्रियावहम् +प्रियावाक्यं +प्रियाश्च +प्रियाष्टा +प्रियाष्टान +प्रियाष्टानौ +प्रियासः +प्रियासखः +प्रियासखीम् +प्रियासि +प्रियासु +प्रियास् +प्रियास्तनुव +प्रियास्तनुवः +प्रियास्तनोत्सङ्गे +प्रियास्तन्वः +प्रियास्तिस्रो +प्रियास्ते +प्रियास्य +प्रियास्यं +प्रियाहीनो +प्रियाऽभवत् +प्रिया᳘भवन्ति +प्रिये +प्रियेण +प्रियेणेति +प्रियेणेत्यासादनम् +प्रियेणैव +प्रियेणैवैनं +प्रियेणैवैनौ +प्रियेति +प्रियेभिः +प्रियेभ्यः +प्रियेभ्यो +प्रियेयं +प्रियेव +प्रियेषु +प्रियै +प्रियैः +प्रियैर् +प्रियैव +प्रियैश्च +प्रियैश्चैव +प्रियैषी +प्रियो +प्रियोक्तिः +प्रियोदन्तं +प्रियोसि +प्रियोऽतिथिः +प्रियोऽपि +प्रियोऽभवत् +प्रियोऽयं +प्रियोऽसि +प्रियोऽसीति +प्रियोऽस्य +प्रियौ +प्रिय᳘ं +प्रियꣳ +प्रिवी +प्रि॒य +प्रि॒यं +प्रि॒यः +प्रि॒यमप्ये॑ति॒ +प्रि॒यमिन्द्र॑स्य॒ +प्रि॒यमे॑धा +प्रि॒यम् +प्रि॒यस्य॑ +प्रि॒यस्य॒ +प्रि॒यऽमे॑धाः +प्रि॒या +प्रि॒यां +प्रि॒याः +प्रि॒याणां॑ +प्रि॒याणि॑ +प्रि॒याम् +प्रि॒याय॑ +प्रि॒यासः॑ +प्रि॒यासु॑ +प्रि॒यास॑ः +प्रि॒ये +प्रि॒येण॑ +प्रि॒येण॒ +प्रि॒येषु॑ +प्रि॒यो +प्रि॒यꣳ +प्रि꣣यं꣢ +प्रि꣣यः꣢ +प्रि꣣या꣢ +प्रि꣣य꣢म् +प्री +प्रीं +प्रीङ् +प्रीञ् +प्रीण +प्रीणन +प्रीणनं +प्रीणनः +प्रीणनम् +प्रीणनाय +प्रीणनार्थं +प्रीणनार्थः +प्रीणनार्थाः +प्रीणनार्थाय +प्रीणने +प्रीणनो +प्रीणन् +प्रीणन्ति +प्रीणन्तु +प्रीणय +प्रीणयंति +प्रीणयत +प्रीणयतम् +प्रीणयति +प्रीणयतीति +प्रीणयतीत्यर्थः +प्रीणयतु +प्रीणयते +प्रीणयथ +प्रीणयन् +प्रीणयन्तं +प्रीणयन्तः +प्रीणयन्तम् +प्रीणयन्ति +प्रीणयन्ती +प्रीणयन्तीत्यर्थः +प्रीणयन्तु +प्रीणयन्निव +प्रीणयसि +प्रीणयसे +प्रीणयामास +प्रीणयामि +प्रीणयामीति +प्रीणयिता +प्रीणयितारं +प्रीणयितुं +प्रीणयितुम् +प्रीणयितॄणि +प्रीणयित्री +प्रीणयित्रीं +प्रीणयित्रे +प्रीणयित्र्यः +प्रीणयित्र्यो +प्रीणयित्र्यौ +प्रीणयित्वा +प्रीणयेच्च +प्रीणयेत् +प्रीणयेद् +प्रीणा +प्रीणाति +प्रीणाति॒ +प्रीणातीति +प्रीणातु +प्रीणातेर्वा +प्रीणात्यथो +प्रीणात्य् +प्रीणानः +प्रीणानि +प्रीणानो +प्रीणामि +प्रीणामीति +प्रीणाम्यनेन +प्रीणासि +प्रीणाहि +प्रीणा॒नो +प्रीणितं +प्रीणितः +प्रीणिता +प्रीणिताः +प्रीणिते +प्रीणितो +प्रीणीत +प्रीणीते +प्रीणीमः +प्रीणीयात् +प्रीणीहि +प्रीत +प्रीतं +प्रीतः +प्रीतम +प्रीतमनसः +प्रीतमनसा +प्रीतमनसो +प्रीतमना +प्रीतमनाः +प्रीतमनाश्च +प्रीतमनास्तदा +प्रीतमनास्तस्य +प्रीतमानसः +प्रीतमानसा +प्रीतमानसाः +प्रीतम् +प्रीतयः +प्रीतया +प्रीतये +प्रीतयो +प्रीतवान् +प्रीतश्च +प्रीतस्तस्मै +प्रीतस्तस्य +प्रीतस्तु +प्रीतस्तेऽहं +प्रीतस्य +प्रीता +प्रीतां +प्रीताः +प्रीतात्मना +प्रीतात्मा +प्रीतानि +प्रीताविति +प्रीताश्च +प्रीतास्तु +प्रीतास्ते +प्रीतास्तेभ्यो +प्रीतास्तेभ्योनमोस्तुवः +प्रीतास्मि +प्रीति +प्रीतिं +प्रीतिः +प्रीतिकण्टकितत्वचः +प्रीतिकरं +प्रीतिकरः +प्रीतिकरम् +प्रीतिकरा +प्रीतिकराः +प्रीतिकराणि +प्रीतिकरी +प्रीतिकरे +प्रीतिकरो +प्रीतिकर्मणि +प्रीतिकर्मा +प्रीतिकारक +प्रीतिकारकम् +प्रीतिकारणम् +प्रीतिकारिणी +प्रीतिजनकं +प्रीतिजननं +प्रीतिजननी +प्रीतिजननो +प्रीतिञ्च +प्रीतितो +प्रीतिदं +प्रीतिदः +प्रीतिदत्तं +प्रीतिदा +प्रीतिदानं +प्रीतिदायं +प्रीतिदायकः +प्रीतिदायकम् +प्रीतिपात्रं +प्रीतिपात्रः +प्रीतिपात्रम् +प्रीतिपुरस्कृतः +प्रीतिपूर्वं +प्रीतिपूर्वक +प्रीतिपूर्वकं +प्रीतिपूर्वकम् +प्रीतिपूर्वमिव +प्रीतिप्रमुखवचनं +प्रीतिमता +प्रीतिमती +प्रीतिमतीं +प्रीतिमना +प्रीतिमन्तः +प्रीतिमन्तो +प्रीतिमन्यैः +प्रीतिमयैः +प्रीतिमवाप +प्रीतिमांश्चक्रवाकः +प्रीतिमानभवद्राजा +प्रीतिमानभूत् +प्रीतिमान् +प्रीतिमाप +प्रीतिमापन्नो +प्रीतिमायाति +प्रीतिमावहन् +प्रीतिमावहेत् +प्रीतिमासाद्य +प्रीतिमिच्छता +प्रीतिमिति +प्रीतिमुत्तमाम् +प्रीतिमुत्पादयति +प्रीतिमुत्पादयन्तु +प्रीतिमुत्पाद्य +प्रीतिमेति +प्रीतिमेव +प्रीतिमेष्यति +प्रीतिम् +प्रीतियुक्त +प्रीतियुक्तं +प्रीतियुक्तः +प्रीतियुक्ता +प्रीतियुक्ताः +प्रीतियुक्ते +प्रीतियुक्तेन +प्रीतियुक्तो +प्रीतियुता +प्रीतियोगं +प्रीतियोगात् +प्रीतियोगेन +प्रीतिरङ्गदा +प्रीतिरजायत +प्रीतिरनुत्तमा +प्रीतिरवर्धत +प्रीतिरविवेकानां +प्रीतिरस्ति +प्रीतिरस्तु +प्रीतिरानन्दः +प्रीतिरायुष्मान् +प्रीतिरासीत् +प्रीतिरिति +प्रीतिरुच्यते +प्रीतिरुत्तमा +प्रीतिरुपजायते +प्रीतिरूपं +प्रीतिरूपा +प्रीतिरेव +प्रीतिरेषा +प्रीतिर् +प्रीतिर्जायते +प्रीतिर्दीर्घा +प्रीतिर्न +प्रीतिर्नास्ति +प्रीतिर्भवति +प्रीतिर्भविष्यति +प्रीतिर्मम +प्रीतिर्मे +प्रीतिर्यथा +प्रीतिर्यदि +प्रीतिर्यस्य +प्रीतिर्या +प्रीतिर्येषां +प्रीतिर्वा +प्रीतिर्विरूपाक्ष +प्रीतिर्हरौ +प्रीतिर्हि +प्रीतिलक्षणः +प्रीतिलक्षणम् +प्रीतिलता +प्रीतिलतायाः +प्रीतिवर्जितः +प्रीतिवर्द्धनः +प्रीतिवर्द्धनम् +प्रीतिवर्धनः +प्रीतिवर्धनम् +प्रीतिविषयः +प्रीतिविषयो +प्रीतिश्च +प्रीतिसंजननैः +प्रीतिसंयुक्तं +प्रीतिसंयुतः +प्रीतिसमन्वितः +प्रीतिसमायुक्तो +प्रीतिसुखं +प्रीतिसेवनयोः +प्रीतिसौमनस्यजातः +प्रीतिस्तत्पूर्वकं +प्रीतिस्तथा +प्रीतिस्तथैव +प्रीतिस्तया +प्रीतिस्तव +प्रीतिस्तां +प्रीतिस्तु +प्रीतिस्ते +प्रीतिस्त्वं +प्रीतिस्त्वयि +प्रीतिस्निग्धैर्जनपदवधूलोचनैः +प्रीतिहेतवः +प्रीतिहेतुः +प्रीती +प्रीते +प्रीतेः +प्रीतेन +प्रीतेरेव +प्रीतेर्विरागादुपेक्षको +प्रीतेषु +प्रीतेऽपि +प्रीतैः +प्रीतो +प्रीतोस्मि +प्रीतोहं +प्रीतोऽथ +प्रीतोऽभवत्तदा +प्रीतोऽभवद्धरिः +प्रीतोऽभवद्राजा +प्रीतोऽसि +प्रीतोऽस्मि +प्रीतोऽहं +प्रीतौ +प्रीत्य +प्रीत्यतिशयः +प्रीत्यतिशयेन +प्रीत्यप्रीतिविषादात्मकाः +प्रीत्यर्थ +प्रीत्यर्थं +प्रीत्यर्थः +प्रीत्यर्थम् +प्रीत्यर्थे +प्रीत्या +प्रीत्यां +प्रीत्यादीनां +प्रीत्येति +प्रीत्येव +प्रीत्यै +प्रीत्यैव +प्रीत्वा +प्रीत्वैतैः +प्रीमियर् +प्रीयंते +प्रीयत +प्रीयता +प्रीयतां +प्रीयतामत्र +प्रीयतामनया +प्रीयतामिति +प्रीयतामित्युदीरयेत् +प्रीयताम् +प्रीयते +प्रीयध्वं +प्रीयन्तां +प्रीयन्तामिति +प्रीयन्ताम् +प्रीयन्ते +प्रीयमाण +प्रीयमाणं +प्रीयमाणः +प्रीयमाणस्त्वं +प्रीयमाणा +प्रीयमाणाः +प्रीयमाणाय +प्रीयमाणेन +प्रीयमाणो +प्रीयमाणौ +प्रीयसे +प्रीयस्व +प्रीयामहे +प्रीये +प्रीयेत +प्रीयेतां +प्रीयेताम् +प्रीयेते +प्रीयेऽहं +प्री॑णाति +प्री॑णाति॒ +प्री॒तः +प्री॒ता +प्री॒तो +प्रु +प्रुङ् +प्रुथक् +प्रुष +प्रुषायति +प्रुषायत् +प्रुषायन् +प्रुषायन्त +प्रुषायन्ते +प्रुषितस्य +प्रुषु +प्रुष्णते +प्रुष्णाति +प्रुष्णुते +प्रुष्णुवन्ति +प्रुष्वा +प्रुष्वाः +प्रुसृल्वः +प्रु॑ष्णुते +प्रे +प्रेंखा +प्रेंखां +प्रेंखायां +प्रेक्ता +प्रेक्ष +प्रेक्षकः +प्रेक्षकवदवस्थितः +प्रेक्षकस्य +प्रेक्षका +प्रेक्षकाः +प्रेक्षकाणां +प्रेक्षकानां +प्रेक्षकान् +प्रेक्षके +प्रेक्षकेषु +प्रेक्षको +प्रेक्षण +प्रेक्षणं +प्रेक्षणः +प्रेक्षणकं +प्रेक्षणके +प्रेक्षणम् +प्रेक्षणस्य +प्रेक्षणानि +प्रेक्षणालम्भमुपघातं +प्रेक्षणीयं +प्रेक्षणीयः +प्रेक्षणीयप्रदानेन +प्रेक्षणीयस्थलानि +प्रेक्षणीयस्थानानां +प्रेक्षणीयस्थानानि +प्रेक्षणीयाः +प्रेक्षणीयानि +प्रेक्षणीयो +प्रेक्षणे +प्रेक्षणेन +प्रेक्षत +प्रेक्षतां +प्रेक्षति +प्रेक्षते +प्रेक्षध्वं +प्रेक्षन्त +प्रेक्षन्ते +प्रेक्षमाणं +प्रेक्षमाणः +प्रेक्षमाणस्य +प्रेक्षमाणा +प्रेक्षमाणाः +प्रेक्षमाणानां +प्रेक्षमाणायाः +प्रेक्षमाणे +प्रेक्षमाणो +प्रेक्षमाणौ +प्रेक्षयति +प्रेक्षया +प्रेक्षसे +प्रेक्षस्व +प्रेक्षस्वेति +प्रेक्षा +प्रेक्षां +प्रेक्षागृहाणां +प्रेक्षापूर्वं +प्रेक्षापूर्वकारी +प्रेक्षामहे +प्रेक्षामात्रेण +प्रेक्षायां +प्रेक्षावतः +प्रेक्षावता +प्रेक्षावतां +प्रेक्षावताम् +प्रेक्षावदनुपादेयत्वम् +प्रेक्षावन्तः +प्रेक्षावन्तो +प्रेक्षावान् +प्रेक्षितं +प्रेक्षितः +प्रेक्षितम् +प्रेक्षिता +प्रेक्षितुं +प्रेक्षितुम् +प्रेक्षिष्यते +प्रेक्षिष्यन्ते +प्रेक्षिष्ये +प्रेक्षी +प्रेक्षे +प्रेक्षेत +प्रेक्ष्य +प्रेक्ष्यं +प्रेक्ष्यः +प्रेक्ष्यतां +प्रेक्ष्यते +प्रेक्ष्यन्ते +प्रेक्ष्यमाणं +प्रेक्ष्यमाणः +प्रेक्ष्यमेतत्पुरस्ता +प्रेक्ष्यस्य +प्रेक्ष्या +प्रेक्ष्ये +प्रेक्ष्येति +प्रेक्ष्यो +प्रेक्ष्योपान्तस्फुरिततडितं +प्रेङ्खं +प्रेङ्खः +प्रेङ्खणं +प्रेङ्खणम् +प्रेङ्खस्य +प्रेङ्खा +प्रेङ्खासु +प्रेङ्खे +प्रेङ्खो +प्रेजते +प्रेण +प्रेणा +प्रेत +प्रेतं +प्रेतः +प्रेतकर्म +प्रेतकल्पे +प्रेतकाण्डः +प्रेतकार्य +प्रेतकार्यं +प्रेतकार्याणि +प्रेतकार्ये +प्रेतकार्येषु +प्रेतकार्य्याणि +प्रेतकृत्यं +प्रेतके +प्रेतक्रिया +प्रेतगतस्य +प्रेतगतिं +प्रेतचारिकां +प्रेतचारिकायाः +प्रेतचीवरवसा +प्रेतता +प्रेततां +प्रेतत्वं +प्रेतत्वमागताः +प्रेतत्वे +प्रेतत्वेन +प्रेतदेहं +प्रेतधूमं +प्रेतनगरं +प्रेतनायकः +प्रेतनायकम् +प्रेतपक्षके +प्रेतपक्षे +प्रेतपक्षेऽथवा +प्रेतपतेः +प्रेतपदोहः +प्रेतपात्रं +प्रेतपिण्डं +प्रेतपिण्डा +प्रेतपुरं +प्रेतभागं +प्रेतभावं +प्रेतभावेन +प्रेतभूतस्य +प्रेतभूता +प्रेतमग्नावभ्यादधति +प्रेतमिति +प्रेतमुद्दिश्य +प्रेतमोक्षप्रदो +प्रेतम् +प्रेतयोनिं +प्रेतयोनितः +प्रेतरङ्कः +प्रेतराजः +प्रेतराजपुरं +प्रेतराजस्य +प्रेतराट् +प्रेतरान्सृजन्ति +प्रेतरूपं +प्रेतरूपेण +प्रेतलक्षणम् +प्रेतलोकं +प्रेतलोके +प्रेतवत् +प्रेतवाहनः +प्रेतशरीरं +प्रेतशरीरे +प्रेतशापात् +प्रेतशिला +प्रेतशिलादौ +प्रेतशुद्धिं +प्रेतश्च +प्रेतश्राद्धं +प्रेतश्राद्धानि +प्रेतश्राद्धे +प्रेतसंचारा +प्रेतसंभवा +प्रेतसम्भवा +प्रेतसूतके +प्रेतस्तथैव +प्रेतस्य +प्रेता +प्रेतां +प्रेताः +प्रेतात्र +प्रेताधिपतये +प्रेताधिपो +प्रेतानां +प्रेतानामिव +प्रेतान् +प्रेतान्न +प्रेतान्नं +प्रेतान्ने +प्रेताय +प्रेतायाः +प्रेतायान्नं +प्रेताश्च +प्रेतास् +प्रेतास्तु +प्रेतास्ते +प्रेता॒ +प्रेति +प्रेतिरसि +प्रेतिर् +प्रेती +प्रेतीभूतं +प्रेतु +प्रेते +प्रेतेति +प्रेतेन +प्रेतेभ्यो +प्रेतेषु +प्रेतेष्वनध्यायः +प्रेतैः +प्रेतैश्च +प्रेतो 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+प्रेमलक्षणाम् +प्रेमवती +प्रेमविह्वलः +प्रेमविह्वला +प्रेमविह्वलाः +प्रेमस्य +प्रेमा +प्रेमां +प्रेमाणं +प्रेमाणम् +प्रेमातिशयात् +प्रेमातिशयेन +प्रेमान्धया +प्रेमापि +प्रेमाबन्धे +प्रेमाम् +प्रेमार्द्राः +प्रेमास्ति +प्रेमास्पदं +प्रेमी +प्रेमे +प्रेमेति +प्रेमैव +प्रेमोल्लसन्मानसा +प्रेम् +प्रेम्ण +प्रेम्णः +प्रेम्णा +प्रेम्णि +प्रेम्णैव +प्रेम्णो +प्रेम्नः +प्रेम्ना +प्रेम्नि +प्रेय +प्रेयं +प्रेयः +प्रेयमगाद्धिषणा +प्रेयश्च +प्रेयस +प्रेयसः +प्रेयसा +प्रेयसां +प्रेयसि +प्रेयसी +प्रेयसीं +प्रेयसीति +प्रेयसीनां +प्रेयसीमुखम् +प्रेयसीम् +प्रेयसो +प्रेयस्या +प्रेयस्यां +प्रेयस्याः +प्रेया +प्रेयांसं +प्रेयात् +प्रेयाद् +प्रेयानिति +प्रेयान् +प्रेयाय +प्रेयुः +प्रेयो +प्रेयोलङ्कारस्य +प्रेयोऽलंकारः +प्रेयोऽलङ्कारः +प्रेर +प्रेरक +प्रेरकं +प्रेरकः +प्रेरकता +प्रेरकत्वं +प्रेरकत्वेन +प्रेरकमग्निमुद्दिश्य +प्रेरकम् +प्रेरकश्च +प्रेरकस्य +प्रेरकस्यादित्यस्य +प्रेरका +प्रेरकाः +प्रेरके +प्रेरकेण +प्रेरकैः +प्रेरको +प्रेरकौ +प्रेरण +प्रेरणं +प्रेरणम् +प्रेरणया +प्रेरणा +प्रेरणां +प्रेरणानुमतिभ्यां +प्रेरणाम् +प्रेरणाय +प्रेरणाया +प्रेरणायां +प्रेरणायाः +प्रेरणायाम् +प्रेरणास्रोतः +प्रेरणे +प्रेरणेन +प्रेरते +प्रेरय +प्रेरयं +प्रेरयत +प्रेरयतः +प्रेरयतम् +प्रेरयति +प्रेरयतीति +प्रेरयतीत्यर्थः +प्रेरयतु +प्रेरयते +प्रेरयन् +प्रेरयन्तः +प्रेरयन्ति +प्रेरयन्ती +प्रेरयन्तीति +प्रेरयन्तु +प्रेरयन्तौ +प्रेरयसि +प्रेरयस्व +प्रेरयामः +प्रेरयामास +प्रेरयामासुः +प्रेरयामि +प्रेरयिता +प्रेरयितारं +प्रेरयितुं +प्रेरयितुम् +प्रेरयित्री +प्रेरयित्वा +प्रेरयिष्यति +प्रेरयेत् +प्रेरयेत्यर्थः +प्रेरि +प्रेरिका +प्रेरित +प्रेरितं +प्रेरितः +प्रेरितम् +प्रेरितवती +प्रेरितवन्तः +प्रेरितवान् +प्रेरितश्च +प्रेरितस्तदा +प्रेरितस्तेन +प्रेरितस्त्वं +प्रेरितस्य +प्रेरिता +प्रेरितां +प्रेरिताः +प्रेरितानां +प्रेरितानि +प्रेरितान् +प्रेरिताय +प्रेरितारं +प्रेरितारश्च +प्रेरिते +प्रेरितेन +प्रेरितैः +प्रेरितो +प्रेरितोऽयं +प्रेरितोऽसौ +प्रेरितोऽहं +प्रेरितौ +प्रेर्य +प्रेर्यं +प्रेर्यत +प्रेर्यते +प्रेर्यन्ते +प्रेर्यमाण +प्रेर्यमाणं +प्रेर्यमाणः +प्रेर्यमाणा +प्रेर्यमाणाः +प्रेर्यमाणानां 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+प्रेष्ठः॑ +प्रेष्ठम् +प्रेष्ठस्य +प्रेष्ठा +प्रेष्ठां +प्रेष्ठाः +प्रेष्ठा॑ +प्रेष्ठो +प्रेष्ठौ +प्रेष्ठ॑म् +प्रेष्य +प्रेष्यं +प्रेष्यः +प्रेष्यजनस्य +प्रेष्यतां +प्रेष्यतामिति +प्रेष्यताम् +प्रेष्यति +प्रेष्यतीति +प्रेष्यते +प्रेष्यत्वं +प्रेष्यदारिका +प्रेष्यन्ते +प्रेष्यब्रुवोः +प्रेष्यब्रुवोर्हविषो +प्रेष्यश्च +प्रेष्यस्य +प्रेष्या +प्रेष्याः +प्रेष्याणां +प्रेष्यान् +प्रेष्ये +प्रेष्येण +प्रेष्येति +प्रेष्येत् +प्रेष्येत्युत्तरान् +प्रेष्येयुर् +प्रेष्यो +प्रेष्योऽपि +प्रेस +प्रेसिडेन्सि +प्रेसिडेन्सी +प्रेस् +प्रेहि +प्रेहि॑ +प्रेहि॒ +प्रेहीति +प्रेहीत्य् +प्रेह्य् +प्रेोक्त +प्रेोक्तं +प्रेोक्ता +प्रै +प्रैक्षत +प्रैक्षन्त +प्रैक्षि +प्रैक्षिष्ट +प्रैणान् +प्रैतशं +प्रैति +प्रैतीति +प्रैतु +प्रैतु॒ +प्रैते +प्रैधते +प्रैभ्यो +प्रैमि +प्रैमि॑ +प्रैयंगवं +प्रैयकं +प्रैयमेधम् +प्रैयमेधस्य +प्रैयव्रत +प्रैयव्रतो +प्रैरयत् +प्रैरयन् +प्रैव +प्रैष +प्रैषं +प्रैषः +प्रैषकाले +प्रैषकृतं +प्रैषकृदग्रतः +प्रैषमन्त्रः +प्रैषमैच्छन् +प्रैषम् +प्रैषयत् +प्रैषयन् +प्रैषवन्तः +प्रैषस्य +प्रैषा +प्रैषाः +प्रैषातिसर्ग +प्रैषातिसर्गप्राप्तकालेषु +प्रैषादिषु +प्रैषादौ +प्रैषान् +प्रैषार्थ +प्रैषार्थः +प्रैषे +प्रैषेण +प्रैषेभिः +प्रैषेषु +प्रैषैः +प्रैषो +प्रैषौ +प्रैष्य +प्रैष्यं +प्रैष्यः +प्रैष्यभावे +प्रैष्याननुब्रूयात् +प्रैहि +प्रो +प्रों +प्रोक +प्रोकं +प्रोको +प्रोक् +प्रोक्का +प्रोक्त +प्रोक्तं +प्रोक्तः +प्रोक्तगुणो +प्रोक्तञ्च +प्रोक्तप्रत्ययान्तानि +प्रोक्तमज्ञानं +प्रोक्तमतः +प्रोक्तमत्र +प्रोक्तमथ +प्रोक्तमदत्तं +प्रोक्तमधिदैवं +प्रोक्तमधीते +प्रोक्तमधीयते +प्रोक्तमन्नं +प्रोक्तमष्टमं +प्रोक्तमात्मबुद्धिप्रसादजम् +प्रोक्तमासीदिति +प्रोक्तमिति +प्रोक्तमित्यर्थः +प्रोक्तमित्यर्थे +प्रोक्तमिदं +प्रोक्तमृषिभिः +प्रोक्तमेतत् +प्रोक्तमेव +प्रोक्तमेवं +प्रोक्तम् +प्रोक्तम्‌ +प्रोक्तवती +प्रोक्तवत् +प्रोक्तवदेव +प्रोक्तवन्तः +प्रोक्तवानसि +प्रोक्तवानस्मीति +प्रोक्तवानहमव्ययम् +प्रोक्तवानिति +प्रोक्तवान् +प्रोक्तश्च +प्रोक्तस्तं +प्रोक्तस्ततो +प्रोक्तस्तत्र +प्रोक्तस्तथा +प्रोक्तस्तनयेषु +प्रोक्तस्तया +प्रोक्तस्तव +प्रोक्तस्तस्य +प्रोक्तस्तु +प्रोक्तस्ते +प्रोक्तस्तेन +प्रोक्तस्त्वया +प्रोक्तस्य +प्रोक्ता +प्रोक्तां +प्रोक्ताः +प्रोक्तात् +प्रोक्तादयश्च +प्रोक्तानां +प्रोक्तानि +प्रोक्तानीति +प्रोक्तानीह +प्रोक्तान् +प्रोक्तान्येतानि +प्रोक्ताल्लुक् +प्रोक्ताश्च +प्रोक्ताश्चतुर्दश +प्रोक्ताश्चत्वारः +प्रोक्तास्तत्र +प्रोक्तास्तथा +प्रोक्तास्तद्भागवतचेतसः +प्रोक्तास्तु +प्रोक्तास्ते +प्रोक्तास्तेषां +प्रोक्ते +प्रोक्तेति +प्रोक्तेन +प्रोक्तेषु +प्रोक्तैः +प्रोक्तो +प्रोक्तोऽपि +प्रोक्तोऽयं +प्रोक्तोऽसौ +प्रोक्तौ +प्रोक्त्वा +प्रोक्ष +प्रोक्षण +प्रोक्षणं +प्रोक्षणञ्च +प्रोक्षणमन्त्रः +प्रोक्षणम् +प्रोक्षणस्य +प्रोक्षणा +प्रोक्षणात् +प्रोक्षणादयः +प्रोक्षणादि +प्रोक्षणादिना +प्रोक्षणादिभिः +प्रोक्षणान्तं +प्रोक्षणी +प्रोक्षणीं +प्रोक्षणीः +प्रोक्षणीपात्रं +प्रोक्षणीपात्रमुपवेषं +प्रोक्षणीभिः +प्रोक्षणीभिरुपोत्तिष्ठतीध्मं +प्रोक्षणीयं +प्रोक्षणीरभिमन्त्र्य +प्रोक्षणीरासादय +प्रोक्षणीरासादयेति +प्रोक्षणीरासादयेध्माबर्हिरुपसादय +प्रोक्षणीरुत्पुनाति +प्रोक्षणीर् +प्रोक्षणीशेषं +प्रोक्षणीशेषमवटेऽवनीय +प्रोक्षणीश्च +प्रोक्षणीश्चोत्पूय +प्रोक्षणीषु +प्रोक्षणीस्संस्कृत्य +प्रोक्षणे +प्रोक्षणेन +प्रोक्षणै +प्रोक्षणैः +प्रोक्षण्यः +प्रोक्षण्यवशेषं +प्रोक्षण्यां +प्रोक्षण्युद्रेकेण +प्रोक्षति +प्रोक्षती +प्रोक्षतीति +प्रोक्षन् +प्रोक्षन्ति +प्रोक्षयति +प्रोक्षयामास +प्रोक्षयित्वा +प्रोक्षये +प्रोक्षयेच्च +प्रोक्षयेत् +प्रोक्षयेत्ततः +प्रोक्षयेत्तेन +प्रोक्षयेदस्त्रवारिणा +प्रोक्षयेद् +प्रोक्षयेन्मूलविद्यया +प्रोक्षामि +प्रोक्षामिऽ +प्रोक्षामीति +प्रोक्षामीन्द्राग्निभ्यां +प्रोक्षाम्यग्नये +प्रोक्षा॑मि +प्रोक्षा॑मि॒ +प्रोक्षित +प्रोक्षितं +प्रोक्षितः +प्रोक्षितम् +प्रोक्षिता +प्रोक्षितां +प्रोक्षिताः +प्रोक्षितानि +प्रोक्षिताभ्यां +प्रोक्षिते +प्रोक्षितेन +प्रोक्षितेषु +प्रोक्षितो +प्रोक्षितौ +प्रोक्षिष्यामि +प्रोक्षे +प्रोक्षेत् +प्रोक्षेदाज्यं +प्रोक्षेदिति +प्रोक्षेयुः +प्रोक्ष्य +प्रोक्ष्यते +प्रोक्ष्योपनिनीय +प्रोख्ष॑ति +प्रोग्रां +प्रोचतुः +प्रोचिरे +प्रोचुः +प्रोचुरदृश्यदृश्यकगिरिं +प्रोचुश्च +प्रोचुस्तं +प्रोचुस्तां +प्रोचुस्ते +प्रोचे +प्रोच्चारयत +प्रोच्चार्य +प्रोच्चैः +प्रोच्य +प्रोच्यत +प्रोच्यतां +प्रोच्यताम् +प्रोच्यते +प्रोच्यतेऽधुना +प्रोच्यन्ते +प्रोच्यमानं +प्रोच्यमानमशेषेण +प्रोच्यसे +प्रोजेक्ट् +प्रोज्जहार +प्रोज्ज्वलं +प्रोज्ज्वला +प्रोज्झ +प्रोज्झितकैतवोऽत्र +प्रोज्झिता +प्रोज्झितुं +प्रोज्झ्य +प्रोज्य +प्रोझ्य +प्रोञ्छति +प्रोञ्छनलब्धतार्धमलिनेनारम्भि +प्रोटान् +प्रोटिन् +प्रोटीन +प्रोटीन् +प्रोटो +प्रोडक्ट्स् +प्रोड्डीय +प्रोढवान् +प्रोत +प्रोतं +प्रोतः +प्रोतघने +प्रोतञ्च +प्रोतत्वं +प्रोतमित्यर्थः +प्रोतम् +प्रोतये +प्रोतवृत्त +प्रोतश्च +प्रोतश्चेति +प्रोता +प्रोतां +प्रोताः +प्रोतानि +प्रोताश्च +प्रोताश्चेति +प्रोति +प्रोतीय +प्रोते +प्रोतो +प्रोतौ +प्रोत् +प्रोत्कण्ठ +प्रोत्तस्थौ +प्रोत्थाय +प्रोत्थितः +प्रोत्थितकन्दलीदलैः +प्रोत्य +प्रोत्सर्पत्खचरं +प्रोत्सारितार्धासनो +प्रोत्सार्य +प्रोत्साहं +प्रोत्साहः +प्रोत्साहन +प्रोत्साहनं +प्रोत्साहनम् +प्रोत्साहना +प्रोत्साहनाय +प्रोत्साहनार्थं +प्रोत्साहने +प्रोत्साहनेन +प्रोत्साहयति +प्रोत्साहयतीत्यर्थः +प्रोत्साहयन्ति +प्रोत्साहयितुं +प्रोत्साहयेत् +प्रोत्साहित +प्रोत्साहितं +प्रोत्साहितः +प्रोत्साहितवान् +प्रोत्साहिता +प्रोत्साहिताः +प्रोत्साहेन +प्रोत्साह्य +प्रोथ +प्रोथः +प्रोथति +प्रोथते +प्रोथदश्व +प्रोथदश्वो +प्रोथद् +प्रोथमस्त्रियाम् +प्रोथृ +प्रोथौ +प्रोदुच्तिओन् +प्रोद्गते +प्रोद्गातुः +प्रोद्गातॄणाम् +प्रोद्गीतं +प्रोद्धरत्यम्बु +प्रोद्धरेत्ततः +प्रोद्धृतता +प्रोद्धृते +प्रोद्धृतो +प्रोद्धृत्य +प्रोद्भवन्ति +प्रोद्य +प्रोद्यतं +प्रोद्यन् +प्रोद्वाहः +प्रोन्नतं +प्रोन्नता +प्रोन्नमति +प्रोन्मील्य +प्रोपसर्गस्य +प्रोपाभ्यां +प्रोपेर्तिएस् +प्रोपोसेस् +प्रोफ़ेसर +प्रोफेसर +प्रोफेसर् +प्रोर्णविता +प्रोर्णुते +प्रोर्णुनाव +प्रोर्णुवाथाम् +प्रोर्णु॑ष्व॒ +प्रोर्णोति +प्रोर्णोनूयते +प्रोर्णौति +प्रोर्ण्वाथाम् +प्रोलैक्टिन् +प्रोल्लसद्धारः +प्रोवा +प्रोवाच +प्रोवाचाथ +प्रोवाचासुरये +प्रोवाचेति +प्रोवाचेदं +प्रोवास +प्रोषति +प्रोषित +प्रोषितं +प्रोषितः +प्रोषितपतिका +प्रोषितप्रिया +प्रोषितभर्तृका +प्रोषितभर्त्तृका +प्रोषितस्य +प्रोषिता +प्रोषितानां +प्रोषिते +प्रोषितेन +प्रोषितेषु +प्रोषितो +प्रोषितौ +प्रोष्ठ +प्रोष्ठं +प्रोष्ठपद +प्रोष्ठपदः +प्रोष्ठपदयोः +प्रोष्ठपदा +प्रोष्ठपदाः +प्रोष्ठपदानाम् +प्रोष्ठपदासु +प्रोष्ठपदासो +प्रोष्ठपदे +प्रोष्ठपदेभ्यः +प्रोष्ठपदैः +प्रोष्ठपद्यां +प्रोष्ठपद्यामतीतायां +प्रोष्ठपादे +प्रोष्ठपादो +प्रोष्ठी +प्रोष्ठो +प्रोष्य +प्रोष्यपापीयान् +प्रोष्यागत्योवाच +प्रोष्वस्मै +प्रोहकर्दमा +प्रोहति +प्रोहन्ति +प्रोहामि +प्रोहा॑मि +प्रोह्य +प्रोह्यते +प्रोह्यपदि +प्रोह्यमाणः +प्रो᳘ताश्चे᳘ति +प्रौ +प्रौक्षत् +प्रौक्षन् +प्रौगं +प्रौगम् +प्रौगस् +प्रौञ्छि +प्रौढ +प्रौढं +प्रौढः +प्रौढतरो +प्रौढता +प्रौढत्वं +प्रौढत्वम् +प्रौढधी +प्रौढपादः +प्रौढपादश्च +प्रौढपादो +प्रौढपुष्पैः +प्रौढमनोरमा +प्रौढमनोरमाया +प्रौढमनोरमायां +प्रौढम् +प्रौढया +प्रौढयौवना +प्रौढवादितया +प्रौढशालायां +प्रौढशालायाः +प्रौढशालायाम् +प्रौढशिक्षणं +प्रौढसभासु +प्रौढसम्पादकानां +प्रौढस्य +प्रौढ़ +प्रौढ़ा +प्रौढा +प्रौढां +प्रौढाः +प्रौढानां +प्रौढानुभूतिः +प्रौढाय +प्रौढि +प्रौढिं +प्रौढिः +प्रौढिमा +प्रौढिरोजः +प्रौढे +प्रौढेन +प्रौढेषु +प्रौढो +प्रौढोक्तिः +प्रौढोक्त्यलङ्कारः +प्रौढोक्त्या +प्रौढ्या +प्रौद्योगिकी +प्रौद्योगिक्याः +प्रौद्यौगिकी +प्रौष्ठपदः +प्रौष्ठपदे +प्रौष्ठपद्यां +प्रौष्ठपद्यामतीतायां +प्रौहः +प्र् +प्र्प्र् +प्र॑ति +प्र॑तिध॒र्ता +प्र॑ति॒मा +प्र॑ति॒ष्ठा +प्र॑ति॒ष्ठां +प्र॑ति॒ष्ठाया॑म॒स्यां +प्र॑त॒रं +प्र॑त॒स्थुः +प्र॑थन्तु +प्र॑थम॒जा +प्र॑थस्व +प्र॑थस्वो॒रु +प्र॑थि॒ना +प्र॑थ॒मं +प्र॑थ॒मः +प्र॑थ॒मा +प्र॑थ॒मे +प्र॑थ॒मो +प्र॑थ॒मोषा +प्र॑मि॒नाम॑ +प्र॑वि॒द्म +प्र॑शस्त +प्र॑स॒व +प्र॑स॒वः +प्र॑स॒वे +प्र॑स॒वेऽश्विनो॑र्बा॒हुभ्यां॑ +प्र॒चर॑न्ति +प्र॒चे॒त॒ +प्र॒चो॒दय॑न्ता +प्र॒जन॑नं +प्र॒जन॑नाय +प्र॒जया॑ +प्र॒जया॒ +प्र॒जा +प्र॒जां +प्र॒जाः +प्र॒जाना +प्र॒जानां +प्र॒जानां॑ +प्र॒जानां॒ +प्र॒जाना॒ +प्र॒जाप॑तये +प्र॒जाप॑तये॒ +प्र॒जाप॑ति +प्र॒जाप॑तिं +प्र॒जाप॑तिं॒ +प्र॒जाप॑तिः +प्र॒जाप॑तिः॒ +प्र॒जाप॑तिगृहीतया॒ +प्र॒जाप॑तिना +प्र॒जाप॑तिमे॒व +प्र॒जाप॑तिरकामयत +प्र॒जाप॑तिरकामयत॒ +प्र॒जाप॑तिरे॒व +प्र॒जाप॑तिर्दे॒वेभ्यो॑ +प्र॒जाप॑तिर्धा॒ता +प्र॒जाप॑तिर्वि॒श्वक॑र्मा॒ +प्र॒जाप॑तिस्त्वा +प्र॒जाप॑ति॒मुपा॑धाव॒त्तस्मा॑ +प्र॒जाप॑ति॒र्वा +प्र॒जाप॑ति॒र्वै +प्र॒जाप॑ते +प्र॒जाप॑तेः +प्र॒जाप॑तेर्वो॒ +प्र॒जाप॑ते॒राप्त्यै +प्र॒जाप॑ते॒राप्त्यै॑ +प्र॒जाप॑तौ +प्र॒जाभि॑ +प्र॒जाभि॑र्जायते॒ +प्र॒जाभ्यः॑ +प्र॒जाभ्यो॑ +प्र॒जाभ्य॑ +प्र॒जाभ्य॑स्त्वा +प्र॒जामि॒ह +प्र॒जामे॒व +प्र॒जाम् +प्र॒जाया॑ +प्र॒जाया॒ +प्र॒जायै॑ +प्र॒जायै॒ +प्र॒जावा +प्र॒जाव॑तः +प्र॒जाव॑ता॒ +प्र॒जाव॑तीः +प्र॒जाव॑द॒स्मे +प्र॒जाव॑न्तं +प्र॒जाव॑न्तः +प्र॒जाव॑न्तो +प्र॒जासु॑ +प्र॒जासु॒ +प्र॒जास्वे॒व +प्र॒जाऽप॑तिः +प्र॒जाऽव॑तः +प्र॒जाऽव॑तीः +प्र॒जाऽव॑त् +प्र॒जाᳪ +प्र॒जाᳪं᳭ +प्र॒णीय॒ +प्र॒तर॑णः +प्र॒ति॒ष्ठा +प्र॒ति॒ऽमान॑म् +प्र॒तीची॑ +प्र॒तीची॒ +प्र॒तीची॒र्दशोदी॑ची॒र्दशो॒र्ध्वाः +प्र॒तीच्या॑ +प्र॒ती॒ची +प्र॒ती॒ची॒नः +प्र॒त्नं +प्र॒त्नः +प्र॒त्नथा॑ +प्र॒त्नथा॒ +प्र॒त्नथा॒ऽयं +प्र॒त्नम् +प्र॒त्नस्य॑ +प्र॒त्नस्य॒ +प्र॒त्नऽथा॑ +प्र॒त्ना +प्र॒त्नामनु॒ +प्र॒त्नाय॑ +प्र॒त्नासः॑ +प्र॒त्नासो॑ +प्र॒त्नास॑ +प्र॒त्नेन॑ +प्र॒त्नेन॒ +प्र॒त्नो +प्र॒त्न॒ऽवत् +प्र॒त्यक्षं॒ +प्र॒त्यगे॑नान्प्रतिस॒रेण॑ +प्र॒त्यङ् +प्र॒त्यङ्ङ् +प्र॒त्यञ्चं॑ +प्र॒त्यञ्च॑म् +प्र॒थ॒मः +प्र॒थ॒मम् +प्र॒थ॒मस्य॑ +प्र॒थ॒मा +प्र॒थ॒माः +प्र॒थ॒मानि॑ +प्र॒थ॒मे +प्र॒थ॒म॒ऽजाः +प्र॒दिवः॑ +प्र॒दिवि॑ +प्र॒दिवि॒ +प्र॒दिवो॒ +प्र॒दिव॑ः +प्र॒दिव॒ +प्र॒दिशं॒ +प्र॒दिशः॑ +प्र॒दिशा॑ +प्र॒दिशि॒ +प्र॒दिशो॑ +प्र॒दिशो॒ +प्र॒दिश्यृ॒तस्य॑ +प्र॒दिश॑ +प्र॒दिश॒श्चत॑स्रः +प्र॒धने॑ +प्र॒धने॑षु॒ +प्र॒धाव॑ति॒ +प्र॒भु +प्र॒भुः +प्र॒भु॒व॒सो॒ +प्र॒भूष॑तः +प्र॒मायु॑कः +प्र॒मायु॑को॒ +प्र॒याण॒मन्व॒न्य +प्र॒युजो॒ +प्र॒यै +प्र॒वता॑ +प्र॒वता॒ +प्र॒वतो॑ +प्र॒वतो॒ +प्र॒वत॑ +प्र॒वत॒ +प्र॒वाच्यं॑ +प्र॒वाच्यं॒ +प्र॒वाच्या॑ +प्र॒व॒णे +प्र॒शिषं॒ +प्र॒सूव॑रीः +प्र॒स॒व +प्र॒ऽअ॒वि॒ता +प्र॒ऽके॒तः +प्र॒ऽजया॑ +प्र॒ऽजाः +प्र॒ऽजाभिः॑ +प्र॒ऽजाम् +प्र॒ऽजायाः॑ +प्र॒ऽजायै॑ +प्र॒ऽजा॒नन् +प्र॒ऽतर॑णः +प्र॒ऽति॒रन् +प्र॒ऽत॒रम् +प्र॒ऽदिवः॑ +प्र॒ऽदिवि॑ +प्र॒ऽदिशः॑ +प्र॒ऽदिशा॑ +प्र॒ऽद॒क्षि॒णित् +प्र॒ऽपि॒त्वे +प्र॒ऽभुः +प्र॒ऽयुजः॑ +प्र॒ऽय॒ज्य॒वः॒ +प्र॒ऽय॒ति +प्र॒ऽय॒न्ता +प्र॒ऽवतः॑ +प्र॒ऽवता॑ +प्र॒ऽवाच्या॑ +प्र॒ऽवाच्य॑म् +प्र॒ऽवृ॒द्ध॒ +प्र॒ऽश॒स्तम् +प्र॒ऽस्वः॑ +प्र॒ऽस॒वे +प्र᳘तिष्ठितं +प्र꣡ +प्र꣡तिभा꣢꣯ग꣡न्नदी꣯धि꣢मः +प्र꣡ति꣢ +प्र꣡ति꣢꣯ +प्र꣢ +प्र꣢ति꣣ +प्र꣢꣫ +प्र꣣ +प्र꣣ति +प्र꣣त्ने꣢न꣣ +प्ल +प्लक्ष +प्लक्षं +प्लक्षः +प्लक्षद्वीपं +प्लक्षद्वीपस्य +प्लक्षद्वीपादिषु +प्लक्षद्वीपे +प्लक्षद्वीपेश्वरश्चापि +प्लक्षद्वीपेश्वरस्य +प्लक्षद्वीपेश्वरा +प्लक्षद्वीपो +प्लक्षन्यग्रोधम् +प्लक्षन्यग्रोधाः +प्लक्षन्यग्रोधौ +प्लक्षप्रस्रवणं +प्लक्षभोजनाः +प्लक्षमूले +प्लक्षम् +प्लक्षवणम् +प्लक्षवान् +प्लक्षवृक्षः +प्लक्षवृक्षे +प्लक्षशाखया +प्लक्षशाखां +प्लक्षशाखाभिर्वा +प्लक्षशाखाम् +प्लक्षश्च +प्लक्षश्छादयति +प्लक्षस्य +प्लक्षा +प्लक्षाः +प्लक्षादिभ्योऽण् +प्लक्षान् +प्लक्षाभ्याम् +प्लक्षाय +प्लक्षावतरणं +प्लक्षे +प्लक्षेण +प्लक्षैः +प्लक्षो +प्लक्षोपि +प्लक्षोऽपि +प्लक्षौ +प्लक्ष्णोति +प्लतेः +प्लव +प्लवं +प्लवंगम +प्लवंगमः +प्लवंगमम् +प्लवंगमाः +प्लवंगमान् +प्लवंगमैः +प्लवंगानां +प्लवः +प्लवक +प्लवग +प्लवगं +प्लवगः +प्लवगतिः +प्लवगतौ +प्लवगर्षभः +प्लवगर्षभाः +प्लवगशार्दूलं +प्लवगशार्दूले +प्लवगसत्तमः +प्लवगा +प्लवगाः +प्लवगाधिपः +प्लवगाधिपस्तदा +प्लवगेश्वर +प्लवगेश्वरः +प्लवगेश्वरम् +प्लवगैः +प्लवगो +प्लवगोत्तम +प्लवगोत्तमः +प्लवगोत्तमम् +प्लवङ्ग +प्लवङ्गः +प्लवङ्गम +प्लवङ्गमः +प्लवङ्गमम् +प्लवङ्गमा +प्लवङ्गमाः +प्लवङ्गमान् +प्लवङ्गमैः +प्लवङ्गा +प्लवङ्गाः +प्लवङ्गानां +प्लवङ्गैः +प्लवङ्गो +प्लवत +प्लवतां +प्लवति +प्लवते +प्लवन +प्लवनं +प्लवनतरणयोः +प्लवनम् +प्लवने +प्लवन् +प्लवन्त +प्लवन्तं +प्लवन्तश्च +प्लवन्तां +प्लवन्ति +प्लवन्ते +प्लवन्तो +प्लवमानं +प्लवमानः +प्लवमानस्य +प्लवमाना +प्लवमानो +प्लवम् +प्लवस्य +प्लवस्व +प्लवा +प्लवाः +प्लवामहे +प्लवे +प्लवेत +प्लवेन +प्लवैः +प्लवैर्हंसैः +प्लवो +प्लस् +प्लाक्ष +प्लाक्षं +प्लाक्षफलं +प्लाक्षफलम् +प्लाक्षम् +प्लाक्षायणः +प्लाक्षिः +प्लाक्षी +प्लाङ्क् +प्लाज्मा +प्लातः +प्लान्क +प्लान्ट् +प्लायते +प्लावन +प्लावनं +प्लावनम् +प्लावय +प्लावयति +प्लावयन् +प्लावयन्ति +प्लावयन्ती +प्लावयन्तो +प्लावयामास +प्लावयित्वा +प्लावयिष्यति +प्लावयिष्यन्ति +प्लावयेत् +प्लावयेदमृतेन +प्लावयेल्लोकपावनी +प्लावित +प्लावितं +प्लाविता +प्लावितानि +प्लाविते +प्लाविनी +प्लावो +प्लाव्य +प्लाव्यते +प्लाव्यमानं +प्लाव्यमाना +प्लाशयः +प्लासी +प्लासीयुद्धम् +प्लास्टिक +प्लास्टिक् +प्लास्मोडियम् +प्लिह +प्लिहा +प्ली +प्लीह +प्लीहनाशनम् +प्लीहबद्धक्षतोदकैः +प्लीहयकृदधिकारः +प्लीहरोगे +प्लीहा +प्लीहाकर्णः +प्लीहानं +प्लीहानमुग्रं +प्लीहानमुदरं +प्लीहाभिवृद्धिं +प्लीहामयं +प्लीहामवातौ +प्लीहोदरं +प्लीहोदरे +प्लीह्नः +प्लीह्ना +प्लीह्नि +प्लीह्नो +प्लु +प्लुङ् +प्लुत +प्लुतं +प्लुतः +प्लुतगतौ +प्लुतपूर्वस्य +प्लुतप्रगृह्या +प्लुतम् +प्लुतश्च +प्लुतश्चेति +प्लुतश्चैव +प्लुतस्तु +प्लुतस्य +प्लुतस्यासिद्धत्वादत +प्लुता +प्लुताः +प्लुतानां +प्लुताम् +प्लुतावैच +प्लुति +प्लुतिः +प्लुते +प्लुतेन +प्लुतैः +प्लुतो +प्लुतोऽचि +प्लुतोऽपि +प्लुतौ +प्लुष +प्लुषिणा +प्लुषी +प्लुषु +प्लुष्ट +प्लुष्टं +प्लुष्टः +प्लुष्टा +प्लुष्टो +प्लुष्णाति +प्लुष्यति +प्लूं +प्लूटो +प्ले +प्लेक्सस +प्लेग +प्लेग् +प्लेटिनम् +प्लेटो +प्लेट् +प्लेबैक +प्लेमिङ्ग् +प्लेस् +प्लेहते +प्लोत +प्लोतं +प्लोतवस्त्रेण +प्लोतेन +प्लोषणं +प्लोषति +प्ल॒तेः +प्व +प्वपि +प्वादयः +प्वादिः +प्वादित्वात् +प्वादित्वाद्ध्रस्वः +प्वादीनां +प्वृत्फ् +प्स +प्सरः +प्सरः॑ +प्सरसे +प्सरो॒ +प्सर॑से +प्सा +प्सातम् +प्साति +प्सितम् +प्सु +प्सुरः +प्सो +प्हलं +प्‌ +प॑ञ्चद॒शः +प॑त +प॑त्यते॒ +प॑त॒ +प॑द्यते +प॑द्ये +प॑द्ये॒ +प॑प्रथे॒ +प॑प्राथ +प॑प्रौ॒ +प॑रा॒वतः॑ +प॑रा॒वति॒ +प॑रा॒वत॑ः +प॑रा॒वत॒ +प॑रि॒धिं +प॑र॒मं +प॑र॒मा +प॑र॒मे +प॑र॒मोत +प॑वत +प॑वते +प॑वते॒ +प॑वमान +प॑वमान॒ +प॑वसे +प॑वस्व +प॑वस्वा +प॑वस्वा॒ +प॑वस्व॒ +प॑शू॒ना +प॑शू॒नां +प॑शू॒नाम् +प॑श्य +प॑श्यति +प॑श्यति॒ +प॑श्यथ +प॑श्यन्ति +प॑श्यन्ति॒ +प॒क्वं +प॒क्वः +प॒क्वम् +प॒क्वा +प॒क्वाः +प॒क्वेन॑ +प॒क्षः +प॒क्षा +प॒क्षिणः॑ +प॒क्षिणी॑ +प॒क्षे +प॒क्षौ +प॒ङ्क्तिः +प॒ङ्क्तिरा॑धसं +प॒ङ्क्तिश्छन्द॑ +प॒ङ्क्त्या +प॒च्यमा॑नाद॒भि +प॒च॒ति॒ +प॒ज्रः +प॒ज्राः +प॒ट्ऽभिः +प॒णयः॑ +प॒णयो॒ +प॒णिं +प॒णिः +प॒णिम् +प॒णीन् +प॒णी॒नाम् +प॒णेः +प॒ण॒यः॒ +प॒तय॑न्त +प॒तय॑न्तं +प॒तय॑न्तः +प॒तय॑न्तम् +प॒तय॑न्ति +प॒ती॒ +प॒ते॒ +प॒त्य॒ते॒ +प॒त॒ +प॒त॒ति॒ +प॒त॒त्रि +प॒त॒त्रिणः॑ +प॒थ +प॒थः +प॒था +प॒थां +प॒थाम् +प॒थि +प॒थिभिः॑ +प॒थिभि॑ +प॒थिभि॑ः +प॒थिभि॑र्देव॒यानै॑ +प॒थिभि॑र्देव॒यानै॑र्वि॒द्यामे॒षं +प॒थिभि॒ः +प॒थिभि॒श्चर॑न्तम् +प॒थिभी॒ +प॒थिऽभिः॑ +प॒थि॒ऽकृत् +प॒थो +प॒थ्याः॑ +प॒थ्या॑ +प॒थ्या॑म् +प॒द +प॒दं +प॒दः +प॒दमव॑ +प॒दम् +प॒दा +प॒दानि॑ +प॒दानि॒ +प॒दाय॑ +प॒दि +प॒दी॒ष्ट +प॒दे +प॒देन॒ +प॒देप॑दे +प॒दैरनु॑ +प॒दो +प॒द्भ्यां +प॒द्वती॑ +प॒द॒ऽवीः +प॒पि॒ऽवान् +प॒पौ +प॒प्रथ॑च्च॒ +प॒प्रौ +प॒प्रौ॒ +प॒प्र॒थे॒ +प॒र +प॒रः +प॒रस्ता +प॒रस्ता॑त् +प॒राय॑णम् +प॒रा॒कात् +प॒रा॒चैः +प॒रा॒वतो॒ +प॒रा॒ऽअय॑नम् +प॒रा॒ऽत॒रम् +प॒रा॒ऽवतः॑ +प॒रा॒ऽवति॑ +प॒रि॒ऽएति॑ +प॒रि॒ऽधिम् +प॒रि॒ऽधीन् +प॒रि॒ऽभूः +प॒रि॒ऽयन् +प॒रि॒ऽसि॒च्यमा॑नः +प॒रीत्य॑ +प॒रो +प॒र्जन्यं॑ +प॒र्जन्यं॒ +प॒र्जन्यः॑ +प॒र्जन्या॑य +प॒र्जन्या॑य॒ +प॒र्जन्या॒वाता॑ +प॒र्जन्यो॑ +प॒र्जन्यो॒ +प॒र्जन्य॑ +प॒र्जन्य॑म् +प॒र्णं +प॒र्णा +प॒र्णे +प॒र्णो +प॒र्यप॑श्य॒द्दक्षं॒ +प॒र्याव॑र्तते॒ +प॒र्याव॑र्तन्ते॒ +प॒र्येति॑ +प॒र्व॒ऽशः +प॒र्षि॒ +प॒र्ष॒त् +प॒र॒मम् +प॒र॒मा +प॒र॒मे +प॒र॒मे॒ष्ठी +प॒र॒शुः +प॒लि॒तः +प॒वयः॑ +प॒वयो॑ +प॒वित्रं॑ +प॒वित्रं॒ +प॒वित्रा॑ +प॒वित्रा॒ +प॒वित्रे॑ +प॒वित्रे॑ण +प॒वित्रे॑ण॒ +प॒वित्रे॒ +प॒वित्रैः॑ +प॒वित्र॑मसि +प॒वित्र॑म् +प॒वित्र॑रथो॒ +प॒वित्र॒ +प॒वित्र॒मति॑ +प॒वित्र॒मत्ये॑ति॒ +प॒विमि॑न्द्र +प॒व्या +प॒व॒ते॒ +प॒व॒न्ते॒ +प॒व॒मा॒न॒ +प॒व॒से॒ +प॒व॒स्व॒ +प॒शवः॑ +प॒शवः॒ +प॒शवोऽङ्गा॑नि॒ +प॒शवो॑ +प॒शवो॑ऽसृज्यन्त +प॒शवो॑ऽसृज्यन्त॒ +प॒शवो॒ +प॒शव॑ +प॒शव॒ +प॒शु +प॒शुं +प॒शुः +प॒शुना॑ +प॒शुभिः॑ +प॒शुभि॑र्ब्रह्मवर्च॒सेन॑ +प॒शुभि॑र्मिथु॒नैर्जा॑यते +प॒शुभि॑र्वि॒श्वरू॑पैः +प॒शुभि॒र्यज॑मानः +प॒शुभ्यः॑ +प॒शुम् +प॒शुरा॑सी॒त्तेना॑यजन्त॒ +प॒शुर्न +प॒शुषु॑ +प॒शुषु॒ +प॒शु॒पाःऽइ॑व +प॒शू +प॒शूनव॑ +प॒शूनव॑रुन्धे +प॒शूने॒व +प॒शूने॒वाव॑ +प॒शूने॒वाव॑रुन्धे +प॒शून् +प॒शून्न +प॒शून्पुष्टि॒य्यँशः॑ +प॒शून्मे॑ +प॒श्चा +प॒श्चाता॑त् +प॒श्चात् +प॒श्चात्क॒वयो॑ +प॒श्चादनु॑ +प॒श्चादु॒त +प॒श्चादु॒तोत्त॑रस्मा॒दध॑रादघा॒योः +प॒श्चाद्भूमि॒मथो॑ +प॒श्ये॒म॒ +प॒श्य॒ +प॒श्य॒ति॒ +प॒श्य॒त॒ +प॒श्य॒न्ति॒ +प॒श्व +प॒श्वः +प॒श्वा +प॒श्वो +प॒स्त्या॑नाम् +प॒स्त्या॑सु +प᳘लाशानी᳘ति +प᳘श्यति +प꣡तिः꣢꣯ +प꣡ति꣢꣯म् +प꣡रा꣢ +प꣡रा꣢꣯ +प꣡रि꣢ +प꣡रि꣢꣯ +प꣡व꣢मान +प꣡व꣢मानस्य +प꣡व꣢मानो +प꣡व꣢मान꣣ +प꣡व꣢स्व +प꣡व꣢स्व꣣ +प꣡व꣢꣯स्व +प꣢रि꣣ +प꣢वते꣣ +प꣢वस्व +प꣢वस्व꣣ +प꣣तिः +प꣣तिम् +प꣣ते +प꣣रि +प꣣वते +प꣣वस्व +प꣣वि꣡त्रे꣢ +प꣣वि꣢त्रे꣣ +प꣣वि꣢त्र꣣ +फ +फँ +फं +फंड +फंसे +फः +फक +फकरुद्दीन +फकारं +फकारः +फकि +फको +फकोज्या +फक् +फक्क +फक्कः +फक्कति +फक्किका +फक्त +फक्प्रत्ययो +फक्‌ +फखं +फखरुद्दीन +फखि +फगिति +फछ +फजिल्का +फजिल्कामण्डलम् +फज्या +फञ् +फञ्जिका +फञ्जी +फट +फटं +फटा +फटाटोपो +फटिति +फटे +फट् +फट्कारं +फट्कारग्रथितां +फट्कारी +फट्कारेण +फट्कारो +फट्किरी +फट्क्षः +फट्नमः +फट्फट्स्वाहा +फट्स्वाहा +फट्‌ +फड +फडं +फडंतेन +फडणवीस +फडन्तं +फडन्ता +फडन्तेन +फडिति +फढखछघां +फण +फणं +फणः +फणकाययोः +फणके +फणति +फणभृतां +फणम् +फणयति +फणया +फणरत्नशोभाः +फणा +फणां +फणाः +फणादि +फणादिः +फणादीनां +फणानां +फणाभृतः +फणाम् +फणायां +फणासु +फणि +फणिज्झकः +फणितं +फणितम् +फणिन +फणिनं +फणिनः +फणिना +फणिनां +फणिनि +फणिनो +फणिन् +फणिपति +फणिपतिः +फणिपतौ +फणिभिः +फणिमनसा +फणिराज +फणिराजि +फणिरिपुर्न +फणिशिखरिणि +फणी +फणीति +फणीन्द्र +फणीन्द्रं +फणीन्द्रः +फणीन्द्रा +फणीन्द्राः +फणीन्द्रो +फणीव +फणीशं +फणीश्वर +फणीश्वरः +फणीश्वरम् +फणे +फणेति +फणैः +फणोपरि +फणौ +फत +फतहसिंह +फतहसिंहः +फतहसिंहानुसारेण +फतहसिंहेन +फतिहा +फते +फतेह +फतेहगढ +फतेहगढसाहिबमण्डलम् +फतेहपुरमण्डलम् +फतेहपुरम् +फतेहपुरसीकरी +फतेहाबाद +फतेहाबादमण्डलम् +फतेहाबाद् +फतेह् +फत् +फन +फनं +फनि +फन् +फन्न +फन्नं +फन्ने +फम् +फर +फरक +फरके +फरवरी +फरवरीमासस्य +फरवरीमासे +फरसा +फरा +फराहबाद +फरिश्ता +फरीद +फरीदकोट +फरीदकोटमण्डलम् +फरीदाबाद +फरीदाबादमण्डलम् +फरीदाबाद् +फरे +फरोति +फर्क +फर्के +फर्डिनाण्ड् +फर्नांडीस +फर्नान्डिस् +फर्नेल् +फर्फरायते +फर्फरीकादयश्च +फर्म +फर्माणि +फर्मी +फर्रुकाबादमण्डलम् +फर्ल +फर्वरेषु +फर्स्ट +फल +फलं +फलंति +फलं॑ +फलः +फलइ +फलक +फलकं +फलकः +फलकथनं +फलकथनम् +फलकथनेन +फलकमिव +फलकम् +फलकला +फलकलाः +फलकल्पना +फलकसम्भाषणम् +फलकस्य +फलका +फलकां +फलकांक्षिभिः +फलकाः +फलकाङ्क्षिभिः +फलकादिषु +फलकानां +फलकानि +फलकामः +फलकामनया +फलकामना +फलकामनायाः +फलकामस्य +फलकामा +फलकामो +फलकायां +फलकाले +फलकास्तीर्णा +फलकी +फलकीर्तनाय +फलके +फलकेन +फलकेषु +फलकैः +फलको +फलकोटिज्यया +फलकोटिज्या +फलकोटिज्यातः +फलकोपरि +फलकोषयोः +फलगुणाः +फलग्रहिः +फलग्रहिस्तस्य +फलघृतं +फलचमसः +फलचमसो +फलजं +फलजनकं +फलजनकत्वम् +फलजनने +फलजातं +फलजिज्ञासायां +फलज्ञानं +फलज्ञानस्य +फलज्ञाने +फलज्यया +फलज्या +फलज्यास्फुटीकरणविधिः +फलञ्च +फलञ्चैव +फलत +फलतः +फलतया +फलतश् +फलतश्च +फलता +फलतां +फलतारतम्यं +फलति +फलतीति +फलतीत्याह +फलतु +फलते +फलतैलं +फलतो +फलतोऽपि +फलत्यपि +फलत्याग +फलत्यागं +फलत्यागः +फलत्यागी +फलत्यागेन +फलत्येव +फलत्रयं +फलत्रयम् +फलत्रयस्य +फलत्रिकं +फलत्रिकञ्च +फलत्रिकम् +फलत्रिकेणापि +फलत्रिकैः +फलत्व +फलत्वं +फलत्वमिति +फलत्वम् +फलत्वात् +फलत्वे +फलत्वेन +फलत्वेनोत्प्रेक्ष्यते +फलद +फलदं +फलदः +फलदर्शनात् +फलदशायां +फलदा +फलदां +फलदाः +फलदाता +फलदातारं +फलदातृत्वं +फलदातृत्वाभवः +फलदातृत्वे +फलदात्री +फलदानं +फलदानां +फलदानाय +फलदानासमर्थत्वात् +फलदानि +फलदाने +फलदानेन +फलदायक +फलदायकः +फलदायकम् +फलदायकाः +फलदायि +फलदायिनः +फलदायिनी +फलदायिने +फलदायी +फलदायै +फलदीपिका +फलदे +फलदो +फलदौ +फलद्वयं +फलद्वयम् +फलद्वारा +फलन +फलनाशे +फलनाशो +फलनि +फलनिरपेक्षः +फलनिरूपणं +फलनिरूपणम् +फलनिर्णयः +फलनिर्णये +फलनिर्देशः +फलनिर्वृत्तिः +फलनिश्चयत्वात् +फलनिष्पत्तिं +फलनिष्पत्तिः +फलने +फलन्ति +फलन्तीति +फलन्तु +फलन्त्यन्ये +फलन्त्येव +फलप +फलपदं +फलपरत्वे +फलपर्यन्तं +फलपर्यन्तता +फलपर्यवसायिनी +फलपल्लवसंयुतैः +फलपाक +फलपाकः +फलपाकसमयो +फलपाका +फलपाकान्ता +फलपाकान्ताः +फलपाको +फलपातने +फलपिप्पलीनां +फलपुष्प +फलपुष्पयोः +फलपुष्पसमन्वितम् +फलपुष्पाणि +फलपुष्पादि +फलपुष्पादिकं +फलपुष्पाद्यैः +फलपुष्पाय +फलपुष्पैः +फलपुष्पोद्भवानां +फलपूरकः +फलप्रतिपादनं +फलप्रत्ययस्य +फलप्रद +फलप्रदं +फलप्रदः +फलप्रदत्वं +फलप्रदत्वम् +फलप्रदत्वेन +फलप्रदम् +फलप्रदर्शनं +फलप्रदा +फलप्रदां +फलप्रदाः +फलप्रदाता +फलप्रदाने +फलप्रदानेन +फलप्रदे +फलप्रदो +फलप्रधाने +फलप्रमाणं +फलप्राप्तिं +फलप्राप्तिः +फलप्राप्तेः +फलप्राप्तौ +फलप्रिया +फलप्रेक्षा +फलप्रेप्साविरहेण +फलप्रेप्सुः +फलबर्हाभ्यामिनच् +फलबलात् +फलबलेन +फलभाक् +फलभागिनः +फलभागी +फलभाग् +फलभाग्भवेत् +फलभारेण +फलभावनायां +फलभावनायाः +फलभूतं +फलभूतः +फलभूतस्य +फलभूता +फलभूतां +फलभूतिं +फलभूते +फलभूमा +फलभूयस्त्वं +फलभेद +फलभेदं +फलभेदः +फलभेदमाह +फलभेदात् +फलभेदे +फलभेदेन +फलभेदो +फलभोक्ता +फलभोगः +फलभोगाय +फलभोगिनः +फलभोगेन +फलभोग्यः +फलभोग्यो +फलम +फलमक्षयमश्नुते +फलमत +फलमतः +फलमत्र +फलमदत्त्वा +फलमद्य +फलमध्ये +फलमनभिसंधाय +फलमनेन +फलमन्तरेण +फलमन्तर्गतं +फलमन्यत्र +फलमन्यथा +फलमपि +फलमभिनिर्वर्तते +फलमवाप्नुयात् +फलमवाप्नुहि +फलमवाप्नोति +फलमवाप्यते +फलमविकलं +फलमश्नन्ति +फलमश्नुत +फलमश्नुते +फलमश्रुते +फलमष्टगुणं +फलमस्ति +फलमस्तीति +फलमस्तु +फलमस्य +फलमस्या +फलमस्याः +फलमा +फलमागतम् +फलमात्रं +फलमात्रस्य +फलमात्रेयो +फलमादाय +फलमादिशेत् +फलमानीय +फलमाप्नुयात् +फलमाप्नुवन्ति +फलमाप्नुहि +फलमाप्नोति +फलमाप्नोत्यसंशयम् +फलमाप्यते +फलमाल्यानुलेपनैः +फलमासाद्य +फलमाह +फलमाहुः +फलमाहुर्मनीषिणः +फलमाहेत्यर्थः +फलमि +फलमिच्छता +फलमिच्छन्ति +फलमिति +फलमित्यत +फलमित्यपि +फलमित्यर्थः +फलमित्यादि +फलमित्याह +फलमित्युक्तं +फलमित्युक्तम् +फलमित्युच्यते +फलमिदं +फलमिदम् +फलमिव +फलमिष्टं +फलमिष्यते +फलमिह +फलमिहास्य +फलमीदृशम् +फलमीध्त्ऱ्शम् +फलमीप्सितम् +फलमीरितम् +फलमुक्तं +फलमुक्तम् +फलमुक्तिप्रदायकम् +फलमुक्त्वा +फलमुखगौरवस्यादोषत्वात् +फलमुच्यते +फलमुत्कृष्टं +फलमुत्तमम् +फलमुत्तरम् +फलमुत्पद्यते +फलमुदाहृतम् +फलमुद्दिश्य +फलमुद्दिष्टं +फलमुपपद्यते +फलमुपसंहरति +फलमुपाददते +फलमूलं +फलमूलादि +फलमूलादिकं +फलमूलानि +फलमूलाशनं +फलमूलाशना +फलमूलाशनो +फलमूलाशनौ +फलमूलिन्यो +फलमूले +फलमूलेन +फलमूलेभ्यः +फलमूलैः +फलमूलैश्च +फलमृणं +फलमृते +फलमेकं +फलमेतत् +फलमेतदन्वभूत् +फलमेतस्य +फलमेति +फलमेव +फलमेवं +फलम् +फलम्‌ +फलय +फलयुक्ताः +फलयुक्ते +फलयुतं +फलयुता +फलयुते +फलयोः +फलयोगः +फलयोगश्च +फलयोगे +फलयोगो +फलयोरन्तरं +फलरसं +फलरसः +फलरसस्य +फलरसो +फलरागे +फलराशिः +फलरूप +फलरूपं +फलरूपत्वेन +फलरूपा +फलरूपेण +फलरूपो +फललक्षणा +फललताविशेषः +फललाभाय +फलव +फलवचनं +फलवचनम् +फलवचनेन +फलवत +फलवतः +फलवता +फलवतां +फलवति +फलवती +फलवतीं +फलवतीति +फलवतो +फलवत् +फलवत्तया +फलवत्ता +फलवत्तां +फलवत्त्वं +फलवत्त्वमिति +फलवत्त्वम् +फलवत्त्वस्य +फलवत्त्वात् +फलवत्त्वे +फलवत्यः +फलवत्यो +फलवत्संनिधावफलं +फलवत्सन्निधावफलं +फलवदिति +फलवद् +फलवद्भिश्च +फलवन्तः +फलवन्तश्च +फलवन्ति +फलवन्तो +फलवर्गः +फलवर्गे +फलवर्णनम् +फलवाक्ये +फलवाक्येन +फलवान् +फलवारिणा +फलवासना +फलविधिः +फलविपाकं +फलविपाकः +फलविपाकम् +फलविपाको +फलविभागिता +फलविशेष +फलविशेषं +फलविशेषः +फलविशेषमनभिसंदधानाः +फलविशेषमाह +फलविशेषानुसन्धानं +फलविशेषार्थं +फलविशेषे +फलविशेषेण +फलविशेषो +फलवृक्ष +फलवृक्षविशेषः +फलवृत्तिस्वभावतः +फलवैलक्षण्यम् +फलवैषम्यं +फलव्यापारयोः +फलव्यापारयोर्धातुः +फलव्यापारयोर्धातुराश्रये +फलव्याप्यत्वमेवास्य +फलशब्दस्य +फलशब्देन +फलशाकानि +फलशालित्वलक्षणमुख्यकर्तृत्वं +फलशालिनः +फलश्रवणम् +फलश्रवणात् +फलश्रुति +फलश्रुतिं +फलश्रुतिः +फलश्रुतिरियं +फलश्रुतिर्न +फलश्रुतेः +फलश्रुतेरित्यात्रेयः +फलश्रुतौ +फलसं +फलसंकल्पस्य +फलसंन्यासं +फलसंपदः +फलसंपदे +फलसंबन्धः +फलसंबन्धे +फलसंबन्धो +फलसंयुक्तं +फलसंयुतम् +फलसङ्गं +फलसप्तमी +फलसमन्विताः +फलसमृद्धेः +फलसम्बन्ध +फलसम्बन्धः +फलसम्बन्धे +फलसम्बन्धो +फलसहितं +फलसाधकं +फलसाधन +फलसाधनं +फलसाधनतया +फलसाधनता +फलसाधनत्वं +फलसाधनत्वेन +फलसाधनम् +फलसाधनशक्तौ +फलसाधने +फलसिद्धयः +फलसिद्धये +फलसिद्धि +फलसिद्धिं +फलसिद्धिः +फलसिद्धौ +फलस्था +फलस्य +फलस्यानित्यतया +फलस्यान्तो +फलस्यापि +फलस्येति +फलस्येव +फलस्येह +फलस्यैकस्य +फलस्यैव +फलस्वरूप +फलस्वरूपं +फलस्वरूपतया +फलस्वरूपेण +फलहकं +फलहस्तः +फलहानिः +फलहारी +फलहीनं +फलहीनता +फलहीना +फलहीनाश्च +फलहेतव +फलहेतवः +फलहेतुं +फलहेतुः +फलहेतुत्वं +फलहेतुभ्याम् +फलहेत्वोः +फलहेत्वोर्भवः +फला +फलां +फलांशे +फलाः +फलाकांक्षी +फलाकाङ्क्षा +फलाकाङ्क्षारहितैः +फलाकाङ्क्षी +फलाकारं +फलाख्यं +फलागमः +फलागमे +फलाढ्या +फलात् +फलादि +फलादिकं +फलादिकम् +फलादिना +फलादिभावत्यागतः +फलादिभिः +फलादिषु +फलादीनां +फलादीनि +फलादेः +फलादेश +फलादेशं +फलादेशः +फलादेशाय +फलादौ +फलाद् +फलाद्यं +फलाधिकं +फलाधिकरणम् +फलाधिक्यं +फलान +फलानभिलाषेण +फलानभिसंधानं +फलानयन +फलानयनं +फलानयनम् +फलानयने +फलाना +फलानां +फलानाञ्च +फलानामपि +फलानामिव +फलानाम् +फलानि +फलानीति +फलानीमानि +फलानीव +फलानुमेयाः +फलान् +फलान्तर +फलान्तरं +फलान्तरमपि +फलान्तरमाह +फलान्तरम् +फलान्तराभावात् +फलान्तरे +फलान्यगुडमैक्षवम् +फलान्यत्र +फलान्यन्यानि +फलान्यपि +फलान्यमृतकल्पानि +फलान्यम्लानि +फलान्यस्य +फलान्यादाय +फलान्याभरणानि +फलान्याहृत्य +फलान्युक्तानि +फलान्युच्यन्ते +फलान्युत +फलान्यूह्यानि +फलान्येतानि +फलान्येव +फलान्य् +फलान्वितम् +फलान्विताः +फलान्वितैः +फलापूर्वे +फलापेक्षया +फलापेक्षां +फलाप्तये +फलाप्राप्तौ +फलाफलिका +फलाफले +फलाभाव +फलाभावं +फलाभावः +फलाभावस्य +फलाभावात् +फलाभावे +फलाभावेन +फलाभावेऽपि +फलाभावो +फलाभिधानं +फलाभिधानम् +फलाभिलाषं +फलाभिलाषरहितः +फलाभिलाषशून्यः +फलाभिसंधिं +फलाभिसंधिदोषान्नाशयशुद्धिं +फलाभिसंधिना +फलाभिसंधिरहितः +फलाभिसंधिराहित्येन +फलाभिसन्धिं +फलाभिसन्धिना +फलाभिसन्धिभन्तरेण +फलाभिसन्धिरहितं +फलाभिसन्धिरहितस्य +फलाभिसन्धौ +फलाभ्यां +फलाभ्याम् +फलाम्बु +फलाम्बुभिः +फलाम्लं +फलाय +फलायते +फलाया +फलायेति +फलायेदं +फलारम्भे +फलार्थ +फलार्थं +फलार्थः +फलार्थत्वात् +फलार्था +फलार्थित्वात् +फलार्थिन +फलार्थिनं +फलार्थिनः +फलार्थिना +फलार्थिनां +फलार्थिनाम् +फलार्थिनो +फलार्थिभिः +फलार्थी +फलार्थे +फलार्थेन +फलावसानं +फलावहम् +फलावाप्तिः +फलाविष्टमहोदयाय +फलाशनः +फलाशनो +फलाशया +फलाशा +फलाशिनः +फलाशी +फलाश्रयः +फलाश्रयत्वम् +फलाश्रवणात् +फलासक्तिं +फलासङ्गं +फलाहारं +फलाहारः +फलाहारा +फलाहारी +फलाहारेण +फलाहारो +फलि +फलिका +फलिगं +फलिगः +फलिगम् +फलित +फलितं +फलितः +फलितज्योतिषम् +फलितमर्थमाह +फलितमाह +फलितमिति +फलितमुपसंहरति +फलितम् +फलितस्य +फलिता +फलितांशः +फलिताः +फलितानि +फलितार्थ +फलितार्थः +फलितार्थकथनम् +फलितार्थमाह +फलिते +फलितेति +फलितैः +फलितो +फलितोक्तिः +फलितोक्तिरियम् +फलितोऽर्थ +फलितोऽर्थः +फलिन +फलिनं +फलिनः +फलिनश्चैव +फलिना +फलिनां +फलिनी +फलिनीः +फलिनीति +फलिनीरफला +फलिनीर् +फलिनीर्या +फलिनो +फलिन्यां +फलिन्यो +फलिपाटि +फलिष्यति +फलिष्यतीति +फली +फलीकरणं +फलीकरणाः +फलीकरणाञ्जुहोति +फलीकरणान् +फलीकरोति +फलीकृत्य +फलीभूतं +फलु +फलुइ +फले +फलें +फलेग्रहि +फलेग्रहिः +फलेग्रहिरात्मम्भरिश्च +फलेच्छया +फलेच्छा +फलेच्छां +फलेच्छायाः +फलेति +फलेत् +फलेन +फलेना +फलेनापि +फलेनेति +फलेनेह +फलेनैव +फलेन्मूर्धा +फलेप्सुभिः +फलेभ्य +फलेभ्यः +फलेभ्यो +फलेरुहा +फलेर्गुक् +फलेषु +फलेष्वपि +फलेष्वाभरणानि +फलेष्विति +फलेऽपि +फलेऽस्य +फलै +फलैः +फलैक्यं +फलैक्ये +फलैरपि +फलैर् +फलैर्नानाविधैः +फलैर्नानाविधैरपि +फलैर्मूलैः +फलैर्वा +फलैर्वापि +फलैश्च +फलैश्चापि +फलैश्चैव +फलैस् +फलैस्तथा +फलैस्तु +फलो +फलों +फलोत्तमा +फलोत्पत्तिः +फलोत्पत्तौ +फलोत्प्रेक्षा +फलोत्प्रेक्षायां +फलोदकं +फलोदकम् +फलोदकेन +फलोदयं +फलोदयः +फलोदयम् +फलोदयाः +फलोदयान्ताय +फलोदये +फलोद्देशेन +फलोद्भवः +फलोनं +फलोन्मुखं +फलोपधानं +फलोपभोग +फलोपभोगाय +फलोपभोगेन +फलौघं +फल् +फल्गु +फल्गुं +फल्गुः +फल्गुतया +फल्गुतीर्थं +फल्गुतीर्थे +फल्गुन +फल्गुनं +फल्गुनः +फल्गुनम् +फल्गुनस्य +फल्गुना +फल्गुनाय +फल्गुनि +फल्गुनी +फल्गुनीनक्षत्रे +फल्गुनीपूर्णमासे +फल्गुनीप्रोष्ठपदानां +फल्गुनीभ्यां +फल्गुनीषु +फल्गुने +फल्गुनेन +फल्गुनो +फल्गुन्यः +फल्गुन्यषाढाभ्यां +फल्गुन्यां +फल्गुन्योः +फल्गुन्योर्हस्ते +फल्गुन्यौ +फल्गुलुका +फल्गूत्सवं +फल्गूनि +फल्गूर् +फल्यते +फल॑स्य +फळ +फळं +फळम् +फळे +फस +फसे +फस्य +फ़ +फ़रवरी +फ़ल +फ़ांटम् +फ़ाइल +फ़ाइलें +फ़ारसी +फ़िलिपीन्स् +फ़िल्म +फ़िल्मफ़ेयर +फ़ीनिक्स् +फ़ुकोका +फ़ुट +फ़े +फ़ेब्रवरी +फ़ेब्रुवरि +फ़् +फ़्रुड् +फ़्रेन्ड् +फ़्रोय्ड् +फा +फांसी +फाइनल +फाईल +फाउंडेशन +फाउण्डेशन् +फाउन्डेशन् +फाटक +फाड़ +फाणित +फाणितं +फाणितः +फाणितम् +फाणितस्य +फाणिते +फाण्ट +फाण्टं +फाण्टः +फाण्टमिति +फाण्टम् +फाण्टाहृतः +फाण्टाहृतायनिः +फाण्टाहृति +फाण्टाहृतिमिमताभ्यां +फातिमा +फान +फायदेमंद +फार +फारस +फारसी +फारसीभाषा +फारसीभाषायां +फारसीभाषायाः +फारुख +फार् +फाल +फालं +फालः +फालकृष्टे +फालगुने +फालदती +फालम् +फालय +फाला +फालाः +फालाग्रं +फालाहतमपि +फाले +फालेन +फालेन्जस्य +फालैः +फालो +फालोपियस् +फाल् +फाल्गु +फाल्गुण +फाल्गुणे +फाल्गुन +फाल्गुनं +फाल्गुनः +फाल्गुनदी +फाल्गुनमासः +फाल्गुनमासस्य +फाल्गुनमासे +फाल्गुनम् +फाल्गुनश्च +फाल्गुनस्य +फाल्गुनस्याप्यमावास्या +फाल्गुनस्यैव +फाल्गुनानि +फाल्गुनामलपक्षस्य +फाल्गुनाय +फाल्गुनिः +फाल्गुनिकः +फाल्गुनी +फाल्गुनीश्रवणाकार्तिकीचैत्रीभ्यः +फाल्गुनीषु +फाल्गुने +फाल्गुनेन +फाल्गुनेऽपि +फाल्गुनो +फाल्गुन्या +फाल्गुन्यां +फाल्गुन्याः +फाल्गुन्याम् +फाल्गुन्यौ +फाळके +फासिह् +फासु +फासो +फास्फोरस +फि +फिंच +फिङ्गा +फिजिक्स् +फिजी +फिजीहिन्दी +फिजीहिन्दीभाषा +फिञः +फिञो +फिञ् +फिञ्च +फिञ्प्रत्ययो +फिञ्वा +फिञ्‌ +फिट् +फिट्सूत्रेषु +फिट्स्वरः +फिट्स्वरेण +फितर् +फिनिक्स् +फिन् +फिन्लैण्ड् +फिमिति +फिमेल +फिम् +फिर +फिरङ्ग +फिरङ्गं +फिरङ्गः +फिरङ्गरोगाधिकारः +फिरङ्गसंज्ञके +फिरङ्गस्तस्य +फिरङ्गस्य +फिरत +फिरते +फिरि +फिरूशिनः +फिरूशिनश्च +फिरूशिनां +फिरूशिनो +फिरे +फिरोज +फिरोजपुर +फिरोजपुरमण्डलम् +फिरोजपुरम् +फिरोज् +फिरोझाबादमण्डलम् +फिरोझाबाद् +फिर् +फिल +फिलं +फिलासफि +फिलिप +फिलिपिनः +फिलिपीन्स +फिलिप् +फिलिप्स +फिलोसोफिकल +फिल् +फिल्म +फिल्मफेयर +फिल्मफेर् +फिल्मस् +फिल्म् +फिल्म्फेर् +फिल्म्स +फिल्म्‌फेर् +फिषोऽन्त +फी +फीकी +फीट +फीट् +फीति +फीमरस्य +फीरोज +फील्ड् +फील्ड्स् +फु +फुः +फुकोका +फुङ्कटमिश्रः +फुट +फुटं +फुटः +फुटबाल् +फुटमितं +फुटमिता +फुटम् +फुटे +फुट् +फुट्बाल् +फुडं +फुतुहूस्सलातीन +फुत्कारः +फुप्फुसः +फुप्फुसश्च +फुप्फुसे +फुफ्फुस +फुफ्फुसं +फुफ्फुसः +फुफ्फुसकपाटः +फुफ्फुसस्य +फुफ्फुसाः +फुफ्फुसेषु +फुर +फुरु +फुल +फुलं +फुलकम् +फुलर +फुले +फुल्ल +फुल्लं +फुल्लः +फुल्लति +फुल्लदाम +फुल्लन्ति +फुल्लपङ्कजाः +फुल्लस्य +फुल्ला +फुल्लां +फुल्लाः +फुल्लानां +फुल्लानि +फुल्लारदेवी +फुल्लासु +फुल्लिका +फुल्ले +फुल्लेन्दीवरकान्तिमिन्दुवदनं +फुल्लेषु +फुल्लैः +फुल्लो +फू +फूट +फूटी +फूड् +फूत्कार +फूत्कारं +फूत्कारेण +फूत्कारैः +फूत्कृत्य +फूल +फूलके +फूलदेव +फूलने +फूले +फूलो +फूलों +फूल् +फे +फें +फेंक +फेंकने +फेः +फेक +फेकमण्डलम् +फेक् +फेञ्च् +फेटकं +फेडरर् +फेडरेशन् +फेण +फेणतुः +फेणिका +फेणिथ +फेणी +फेणुः +फेति +फेत् +फेत्कारिणी +फेत्कारी +फेन +फेनं +फेनः +फेनकः +फेनचन्दनम् +फेनपस्य +फेनपा +फेनपिण्डोपमं +फेनप्रख्यः +फेनमिव +फेनमुद्वमति +फेनम् +फेनलः +फेनवान् +फेनस्य +फेना +फेनागमः +फेनादि +फेनादिलच्च +फेनानुविद्धमधिकं +फेनान् +फेनायते +फेनायमानं +फेनिल +फेनिलं +फेनिलः +फेनिलमल्पमल्पं +फेनिलम् +फेनिला +फेनी +फेने +फेनेन +फेने॑न॒ +फेनैः +फेनो +फेनोपमं +फेन्याय +फेब्रवरि +फेब्रवरिमासस्य +फेब्रवरी +फेब्रवरीमासस्य +फेब्रवरीमासे +फेब्रुआरी +फेब्रुवरि +फेब्रुवरी +फेब्रुवरीमासस्य +फेब्रुवारी +फेर +फेरव +फेरी +फेरौ +फेर् +फेल +फेलतुः +फेला +फेलां +फेलिथ +फेलुः +फेलृ +फेलो +फेलोशिप् +फेवा +फेश्छ +फेस्टिवल् +फेस्बुक् +फै +फैजाबाद +फैजाबादमण्डलम् +फैल +फैलती +फैलते +फैलने +फैला +फैलाकर +फैलाता +फैलाते +फैलाना +फैलाने +फैली +फैले +फॉर +फॉर् +फो +फोकट +फोटो +फोड़ +फोड़ा +फोन +फोर् +फोर्ट् +फोर्ब्स् +फोलर +फौ +फौज +फौज् +फौण्डेशन् +फ् +फ्य्स् +फ्रण्ट् +फ्रम् +फ्रांक्फोर्ट् +फ्रांस +फ्रांसीसी +फ्रांस् +फ्राकास्टोरो +फ्राञ्ज् +फ्रान्क +फ्रान्स +फ्रान्सदेशः +फ्रान्सदेशे +फ्रान्सिस् +फ्रान्सिस्को +फ्रान्स् +फ्रान्स्व +फ्रायड +फ्रायडः +फ्रायडस्य +फ्रायड् +फ्राय्ड् +फ्रिडरिक् +फ्री +फ्रीडम् +फ्रे +फ्रें +फ्रेंच +फ्रेञ्च +फ्रेञ्चभाषा +फ्रेञ्च् +फ्रेडरिक +फ्रेडरिक् +फ्रेड्रिक् +फ्रैएर्स् +फ्रैङ्कलिन् +फ्रॉयडस्य +फ्रॉयड् +फ्रों +फ्रोटीनस्य +फ्लेमिङ्गो +फ्लोरिडा +फ्लोरेंस +फ॒लिनी॒र्या +ब +बँचे +बँटे +बँधे +बं +बंग +बंगं +बंगला +बंगलादेश +बंगलोर +बंगलौर +बंगाल +बंगाली +बंद +बंदउ +बंदउँ +बंदि +बंदी +बंध +बंधं +बंधः +बंधकी +बंधन +बंधनं +बंधनम् +बंधनात् +बंधनानि +बंधनाय +बंधने +बंधनैः +बंधमोक्षयोः +बंधमोक्षौ +बंधयेत् +बंधस्य +बंधा +बंधाय +बंधी +बंधु +बंधुं +बंधुः +बंधुभिः +बंधुर् +बंधुश्च +बंधुषु +बंधूनां +बंधे +बंधो +बंबई +बंस +बंहि +बंहिमा +बंहिष्ठः +बः +बइ +बई +बउलावलिआ +बक +बकं +बकः +बकपुष्पं +बकभ्राता +बकमिन्स्टर +बकम् +बकरी +बकरे +बकर्णजलपातः +बकवधपर्वणि +बकस्तथा +बकस्तु +बकस्य +बका +बकाः +बकानां +बकाय +बकार +बकारः +बकारस्य +बकारो +बकासुरं +बकासुरः +बकी +बकु +बकुरेण +बकुल +बकुलं +बकुलः +बकुलमालिका +बकुलवृक्षे +बकुलस्य +बकुला +बकुलां +बकुलागमनम् +बकुलान् +बकुलावलिका +बकुलावलिके +बकुलावलेिका +बकुलास्तथा +बकुले +बकुलैः +बकुलो +बके +बकेन +बको +बकोट +बकोणो +बकोऽपि +बक्तव्यं +बक्तव्यम् +बक्ति +बक्र +बक्री +बक्रेश्वरम् +बक्ष +बक्षण +बक्षणः +बक्षप्तिडकारकानुक्रमणिका +बक्षि +बक्ष्यते +बक्ष्ये +बक्सर +बक्सरमण्डलम् +बक्सा +बक्सामण्डलम् +बख +बखान +बखाना +बखानी +बखाने +बख्श +बग +बगदाद +बगल +बगला +बगलामुखी +बगली +बगीचे +बघ +बघू +बघेलखण्ड +बघेली +बघ्नन्ति +बघ्नाति +बङ्काः +बङ्किमचन्द्र +बङ्किमचन्द्रस्य +बङ्ग +बङ्गं +बङ्गप्रदेशस्य +बङ्गभाषया +बङ्गम् +बङ्गला +बङ्गा +बङ्गाः +बङ्गारप्प +बङ्गारप्पः +बङ्गाल +बङ्गालः +बङ्गालम् +बङ्गालराज्यम् +बङ्गालराज्यस्य +बङ्गालराज्ये +बङ्गालविभजनम् +बङ्गालसमुद्रस्य +बङ्गालस्य +बङ्गालाखातसमुद्रः +बङ्गाली +बङ्गालीभाषया +बङ्गाले +बङ्गालो +बङ्गालोपसागरे +बङ्गाल् +बङ्गेषु +बङ्ग्ला +बच +बचः +बचकर +बचन +बचनं +बचनको +बचनम् +बचना +बचने +बचनेन +बचपन +बचा +बचाओ +बचाता +बचाने +बचाम् +बची +बचे +बचेन्द्री +बचो +बच्चन +बच्चनः +बच्चनस्य +बच्चन् +बच्चा +बच्चे +बच्चों +बछ +बछड़ा +बछड़े +बछड़ों +बछवान् +बज +बजं +बजने +बजभुजो +बजरङ्गदासः +बजरेखा +बजा +बजाई +बजाज +बजाते +बजाने +बजाय +बजार +बजे +बजेति +बजेत् +बजेश्वर +बज्जिका +बज्जिकाभाषा +बझ +बझं +बझा +बझार् +बञ्चनेन +बट +बटलोई +बटवः +बटवे +बटवो +बटु +बटुं +बटुः +बटुक +बटुकं +बटुकः +बटुकेश्वर +बटुको +बटुना +बटुभिः +बटुम् +बटुरुवाच +बटूनां +बटेर +बटो +बटोः +बट् +बट्टनपालजलपातः +बट्सूर्य +बठिण्डा +बठिण्डामण्डलम् +बड +बडगांव +बडगांवमण्डलम् +बडबा +बडवा +बडवानल +बडवानलः +बडवानी +बडवानीमण्डलम् +बडवामुखः +बडवामुखम् +बडवाया +बडवायां +बड़ +बड़प्पन +बड़वा +बड़ा +बड़ाई +बड़ि +बड़ी +बड़े +बड़ेबड़े +बड़ों +बड़ौदा +बडा +बडादित्य +बडि +बडिः +बडित्था +बडिश +बडिशं +बडिशः +बडिशम् +बडिशे +बडिशेन +बडिशो +बडी +बडु +बडे +बडोदा +बडौदा +बड् +बढ +बढं +बढती +बढ़ +बढ़ई +बढ़कर +बढ़ता +बढ़ती +बढ़ते +बढ़ना +बढ़ने +बढ़ा +बढ़ाइये +बढ़ाओ +बढ़ाकर +बढ़ाता +बढ़ाती +बढ़ाते +बढ़ाना +बढ़ाने +बढ़ानेवाला +बढ़ानेवाले +बढ़ाया +बढ़ावे +बढ़ावें +बढ़ी +बढ़े +बढा +बढी +बढे +बढ्यः +बढ्यो +बढ्वा +बण +बणः +बणिक् +बणिग्जने +बणिजः +बणिजां +बणिजो +बणिज् +बण् +बण्ट्वाळ +बण्ट्वाळविधानसभाक्षेत्रम् +बण्डिपोरा +बण्डिपोरामण्डलम् +बण्णद +बण्महाँ +बण्महां +बत +बतं +बतः +बतला +बतलाइए +बतलाई +बतलाता +बतलाते +बतलाया +बता +बताई +बताए +बताएँ +बताकर +बताता +बताती +बताते +बताना +बताने +बताभूः +बतायं +बताया +बतायी +बताये +बतासि +बतास्य +बताहं +बताहम् +बति +बती +बतुर +बते +बतेति +बतेत्याश्चर्ये +बतेत्येव +बतेदं +बतेमे +बतेयं +बतो +बत् +बत्त +बत्ती +बत्तीस +बत्र +बत्रा +बथ +बथा +बद +बदं +बदः +बदति +बदन +बदनं +बदने +बदन् +बदन्ति +बदन्ती +बदन्तीति +बदर +बदरं +बदरः +बदरद्वीपमहापत्तनस्य +बदरमिति +बदरम् +बदरस्य +बदरा +बदराणां +बदराणि +बदरामलकानि +बदरामलके +बदरि +बदरिका +बदरिकाश्रमं +बदरिकाश्रमः +बदरिकाश्रममाहात्म्यम् +बदरिकाश्रममाहात्म्ये +बदरिकाश्रमम् +बदरिकाश्रमे +बदरी +बदरीं +बदरीणां +बदरीति +बदरीदेवि +बदरीदेवी +बदरीनाथ +बदरीनाथः +बदरीनाथस्य +बदरीफलमात्रं +बदरीफलम् +बदरीफले +बदरीभिश्च +बदरीमनु +बदरीयं +बदरीवनम् +बदरीवने +बदरीशं +बदरे +बदरेखा +बदरेण +बदरैः +बदरो +बदर्या +बदर्यां +बदर्याः +बदर्याख्यं +बदर्याश्रममासाद्य +बदल +बदलकर +बदलते +बदलने +बदला +बदलाव +बदली +बदले +बदा +बदांयू +बदांयूमण्डलम् +बदायूँ +बदायूँमण्डलम् +बदि +बदॄउअलित्य् +बद् +बद्द +बद्दः +बद्ध +बद्धं +बद्धः +बद्धकोशमपि +बद्धगुदं +बद्धगुदे +बद्धगोधाङ्गुलित्रवान् +बद्धगोधाङ्गुलित्राणः +बद्धघण्टा +बद्धतृष्णान् +बद्धत्वात् +बद्धदृष्टिः +बद्धन +बद्धनि +बद्धनिश्चयः +बद्धपदं +बद्धपदो +बद्धपद्मासन +बद्धपद्मासनं +बद्धपद्मासनः +बद्धपद्मासनासीनं +बद्धपद्मासनो +बद्धभावा +बद्धभावाः +बद्धमत्सरा +बद्धमिति +बद्धमिदं +बद्धमिव +बद्धमुक्तयोः +बद्धमुक्तो +बद्धमुष्टिः +बद्धमूत्रं +बद्धमूत्रवर्चा +बद्धमूत्राः +बद्धमूलं +बद्धमूलस्य +बद्धमूला +बद्धमूलां +बद्धमूले +बद्धमौनम् +बद्धम् +बद्धया +बद्धरतिः +बद्धलक्ष्यः +बद्धवत्सा +बद्धवद्भाति +बद्धवन्तः +बद्धवर्चसः +बद्धवा +बद्धवान् +बद्धविट्कता +बद्धविण्मूत्रं +बद्धविण्मूत्रा +बद्धवैरश्च +बद्धवैरस्य +बद्धवैराणां +बद्धशिखो +बद्धश्च +बद्धसौहृदाः +बद्धस्तथा +बद्धस्तिष्ठति +बद्धस्तु +बद्धस्तेन +बद्धस्त्वं +बद्धस्य +बद्धा +बद्धां +बद्धांजलिः +बद्धांजलिपुटा +बद्धांजलिपुटो +बद्धाः +बद्धाञ्जलि +बद्धाञ्जलिं +बद्धाञ्जलिः +बद्धाञ्जलिना +बद्धाञ्जलिपुटं +बद्धाञ्जलिपुटः +बद्धाञ्जलिपुटा +बद्धाञ्जलिपुटाः +बद्धाञ्जलिपुटो +बद्धादरः +बद्धादरा +बद्धादराः +बद्धानां +बद्धानि +बद्धान् +बद्धापराणि +बद्धाभक्षयतिनेयेषु +बद्धाम् +बद्धाय +बद्धाल्पवर्चसः +बद्धास्ते +बद्धुं +बद्धृा +बद्धे +बद्धेति +बद्धेन +बद्धेषु +बद्धैः +बद्धो +बद्धोत्सवं +बद्धोदरिणे +बद्धोपि +बद्धोऽपि +बद्धोऽयमञ्जलिः +बद्धोऽसि +बद्धोऽस्मि +बद्धोऽस्म्यर्थेन +बद्धोऽहं +बद्धोऽहमिति +बद्धौ +बद्ध्यते +बद्ध्वा +बद्ध्वाथ +बद्ध्वापि +बद्ध्वावस्थितः +बद्बधे +बद्र +बद्रि +बद्रिका +बद्रिकाश्रमे +बद्रिके +बद्रिप्रिये +बद्री +बद्रीं +बद्रीनाथं +बद्रीप्रभे +बद्रीप्रिये +बद्रीरमे +बद्वा +बद्व्वा +बद्‌ध्वा +बद्‍ध्वा +बध +बधं +बधः +बधते +बधमर्हति +बधस्तथा +बधस्य +बधा +बधात् +बधान +बधानेति +बधाय +बधार्थं +बधि +बधिर +बधिरं +बधिरः +बधिरकर्णजापः +बधिरता +बधिरत्वं +बधिरश्च +बधिरस्तथा +बधिरस्य +बधिरा +बधिराः +बधिरान् +बधिराय +बधिराश्च +बधिरे +बधिरो +बधिरोऽपि +बधिरौ +बधू +बधूं +बधूः +बधूनां +बधूरिव +बधे +बधेका +बधेन +बधो +बध्द्वा +बध्नंतु +बध्नतो +बध्नन् +बध्नन्ति +बध्नन्तीति +बध्नन्तु +बध्नन्न् +बध्ना +बध्नाति +बध्नातीति +बध्नातु +बध्नामि +बध्नामीति +बध्नाम्यायुषे +बध्नाम्य् +बध्नासि +बध्नी +बध्नीत +बध्नीतः +बध्नीते +बध्नीमः +बध्नीया +बध्नीयात् +बध्नीयादित्यर्थः +बध्नीयादेवं +बध्नीयाद् +बध्नीयाद्दक्षिणे +बध्नीयुः +बध्नीहि +बध्य +बध्यं +बध्यंते +बध्यः +बध्यत +बध्यतां +बध्यतामिति +बध्यताम् +बध्यते +बध्यतेऽनेन +बध्यतेऽसौ +बध्यन्तां +बध्यन्ते +बध्यमानं +बध्यमानः +बध्यमानमनु +बध्यमानम् +बध्यमाना +बध्यमानां +बध्यमानाः +बध्यमाने +बध्यसे +बध्यस्य +बध्या +बध्ये +बध्येत +बध्येते +बध्यो +बध्वा +बध्वाः +बन +बनं +बनकर +बनता +बनती +बनते +बनना +बनने +बनमाला +बनम् +बनर्जी +बनवा +बनवाना +बनवासी +बनशङ्करी +बना +बनाइये +बनाई +बनाए +बनाओ +बनाकर +बनाता +बनाति +बनाती +बनाते +बनाना +बनानी +बनाने +बनानेवाला +बनान्ते +बनाम +बनाय +बनाया +बनायी +बनाये +बनारस +बनारसहिन्दुविश्वविद्यालयः +बनारसी +बनारसीदास +बनारस् +बनाव +बनावे +बनावें +बनासकाठामण्डलम् +बनि +बनी +बने +बनें +बनेगा +बनेति +बनेन +बनेषु +बनो +बन् +बन्कुर +बन्ढनं +बन्द +बन्दं +बन्दः +बन्दर +बन्दा +बन्दिन +बन्दिनं +बन्दिनः +बन्दिनम् +बन्दिनश्चैव +बन्दिनस्तथा +बन्दिना +बन्दिनां +बन्दिनाम् +बन्दिनो +बन्दिभिः +बन्दिभ्यः +बन्दिभ्यो +बन्दिवृन्दानां +बन्दिषु +बन्दी +बन्दीकृतः +बन्दीकृता +बन्दीकृत्य +बन्दे +बन्द्धुं +बन्द्युवाच +बन्ध +बन्धं +बन्धः +बन्धक +बन्धकं +बन्धकः +बन्धकत्वं +बन्धकत्वम् +बन्धकत्वात् +बन्धकत्वादिति +बन्धकत्वेन +बन्धकमिति +बन्धकम् +बन्धकस्य +बन्धका +बन्धकाः +बन्धकानि +बन्धकारणं +बन्धकारणशैथिल्यात् +बन्धकारी +बन्धकी +बन्धकीं +बन्धकृत् +बन्धके +बन्धकेन +बन्धको +बन्धकोटिः +बन्धक्यः +बन्धक्या +बन्धक्यो +बन्धच्छाया +बन्धता +बन्धत्रयमिदं +बन्धदा +बन्धन +बन्धनं +बन्धनः +बन्धनमनुभूय +बन्धनमपि +बन्धनमिति +बन्धनमेव +बन्धनम् +बन्धनरज्जुः +बन्धनरूप +बन्धनसाधने +बन्धनस्थो +बन्धनस्य +बन्धना +बन्धनागारं +बन्धनागारे +बन्धनात् +बन्धनादि +बन्धनादितो +बन्धनाद् +बन्धनानां +बन्धनानि +बन्धनान् +बन्धनान्मुच्यते +बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय +बन्धनाय +बन्धनार्थ +बन्धनार्थं +बन्धनालये +बन्धनिमित्तत्वनिरासः +बन्धनिवृत्तिः +बन्धनी +बन्धनीयं +बन्धनीयः +बन्धनीयम् +बन्धनीया +बन्धनीयाः +बन्धने +बन्धनेन +बन्धनेभ्यः +बन्धनेषु +बन्धनैः +बन्धनो +बन्धनों +बन्धनोपरम +बन्धबन्ध +बन्धबिन्दुः +बन्धभाक् +बन्धभेदे +बन्धमायाति +बन्धमिथ्यात्वं +बन्धमुक्तं +बन्धमुक्तावस्थे +बन्धमुक्तो +बन्धमुपयाति +बन्धमोक्षकलने +बन्धमोक्षणे +बन्धमोक्षपरीक्षा +बन्धमोक्षयोः +बन्धमोक्षयोर्वैयधिकरण्यापत्तिः +बन्धमोक्षाय +बन्धमोक्षावस्थे +बन्धमोक्षौ +बन्धम् +बन्धय +बन्धयति +बन्धयतो +बन्धयामास +बन्धयामि +बन्धयितुं +बन्धयित्री +बन्धयित्वा +बन्धयिष्यामि +बन्धयेच्च +बन्धयेत् +बन्धयेद् +बन्धयेद्दक्षिणे +बन्धयेद्वस्त्रे +बन्धरूपं +बन्धव +बन्धवः +बन्धवश्च +बन्धविपर्ययौ +बन्धविशेषः +बन्धवे +बन्धवो +बन्धश्च +बन्धस्तस्य +बन्धस्तु +बन्धस्य +बन्धहेतवः +बन्धहेतुः +बन्धहेतुत्वं +बन्धहेतुत्वात् +बन्धहेतूनां +बन्धहेतोः +बन्धहेतोरपि +बन्धा +बन्धाः +बन्धाच्च +बन्धात् +बन्धात्प्रमुच्यते +बन्धादीनां +बन्धाद् +बन्धाधायकमेवेति +बन्धानां +बन्धानाम् +बन्धान् +बन्धाभावे +बन्धाय +बन्धाविव +बन्धि +बन्धिः +बन्धिका +बन्धितः +बन्धितव्या +बन्धित्वा +बन्धिनः +बन्धिनी +बन्धिया +बन्धी +बन्धीयात् +बन्धु +बन्धुं +बन्धुः +बन्धुः॑ +बन्धुओं +बन्धुकृत्यं +बन्धुजन +बन्धुजनं +बन्धुजनः +बन्धुजनप्रयोजनम् +बन्धुजनशोचनीया +बन्धुजनस्य +बन्धुजनान् +बन्धुजने +बन्धुजनेन +बन्धुजनैः +बन्धुजनो +बन्धुजीवं +बन्धुजीवकः +बन्धुजीवतिलकेन +बन्धुजीवश्च +बन्धुजीवे +बन्धुतया +बन्धुता +बन्धुतां +बन्धुताम् +बन्धुत्वं +बन्धुत्वे +बन्धुत्वेन +बन्धुदत्तं +बन्धुद्वेषनृशंसत्वप्रतिभटभयादिना +बन्धुद्वेषी +बन्धुना +बन्धुनाशं +बन्धुनाशः +बन्धुनाशनम् +बन्धुनि +बन्धुपक्षभयात्तदा +बन्धुपुत्रादिप्रमात्रगोचरे +बन्धुप्रियः +बन्धुप्रियां +बन्धुप्रीत्या +बन्धुभावः +बन्धुभि +बन्धुभिः +बन्धुभिश्च +बन्धुभूता +बन्धुभूताः +बन्धुभ्यः +बन्धुभ्यो +बन्धुमता +बन्धुमती +बन्धुमतीं +बन्धुमतो +बन्धुमत्यां +बन्धुमध्ये +बन्धुमसति +बन्धुमस्तकम् +बन्धुमान् +बन्धुमिच्छति +बन्धुमिच्छती +बन्धुमिति +बन्धुमृत्विग्याज्यौ +बन्धुम् +बन्धुर +बन्धुरं +बन्धुरः +बन्धुरगात्रि +बन्धुरथ +बन्धुरपि +बन्धुरम् +बन्धुरयं +बन्धुरस्य +बन्धुरा +बन्धुराः +बन्धुरात्मा +बन्धुरात्मात्मनस्तस्य +बन्धुरात्मेति +बन्धुरात्मैव +बन्धुरिति +बन्धुरिव +बन्धुरुच्यते +बन्धुरे +बन्धुरेव +बन्धुरेष +बन्धुर् +बन्धुर्ऋषिः +बन्धुर्जनिता +बन्धुर्न +बन्धुर्नास्ति +बन्धुर्भवति +बन्धुर्मे +बन्धुर्वयः +बन्धुलः +बन्धुवत् +बन्धुवधादिकमुपेक्षते +बन्धुवधादिनिमित्तं +बन्धुवर्ग +बन्धुवर्गं +बन्धुवर्गः +बन्धुवर्गस्य +बन्धुवर्गाश्च +बन्धुवर्गे +बन्धुवर्गेण +बन्धुविनाशाद्भीतेन +बन्धुविश्लेषजनितशोकसंविग्नमानसः +बन्धुव्यपदेशमात्रयोग्यशत्रुवधानिच्छया +बन्धुशब्दे +बन्धुशब्देन +बन्धुश्च +बन्धुषु +बन्धुसुन्दरी +बन्धुस्नेहेन +बन्धुस्नेहेनेत्यादि +बन्धु॒मस॑ति॒ +बन्धू +बन्धूंश्च +बन्धूक +बन्धूकं +बन्धूकः +बन्धूकपुष्पः +बन्धूकवृक्षः +बन्धूके +बन्धूको +बन्धूनां +बन्धूनामेव +बन्धूनाम् +बन्धूनाहूय +बन्धून् +बन्धे +बन्धेति +बन्धेन +बन्धेभ्यो +बन्धेर्ब्रधिबुधी +बन्धेषु +बन्धैः +बन्धो +बन्धोः +बन्धोपतापैः +बन्धोरेव +बन्धोऽभिधीयते +बन्धोऽयं +बन्धोऽस्ति +बन्धौ +बन्ध् +बन्ध्य +बन्ध्यं +बन्ध्यः +बन्ध्यस्तथैव +बन्ध्या +बन्ध्यां +बन्ध्याकर्कोटकी +बन्ध्यानां +बन्ध्यापि +बन्ध्यायां +बन्ध्ये +बन्ध्वादयः +बन्ध॑नात् +बन्ध॑नानि +बन्ध॑नानि॒ +बन्ध॑नान्मृ॒त्योर्मु॑क्षीय॒ +बन्न +बन्नी +बन्ने +बन्नेरुघट्ट +बन्य +बन्यो +बपि +बप्सतः +बप्सता +बप्सति +बप्सती +बप्सत् +बप्स॑तः +बप्स॑ता +बप्स॑ती॒ +बब +बबंध +बबई +बबन्ध +बबन्धतुः +बबन्धुः +बबन्धुरपि +बबन्धुश्च +बबन्धेति +बबरः +बबर्ह +बबलेश्वरविधानसभाक्षेत्रम् +बबाद +बबाधिरे +बबाधे +बब्धां +बभ +बभंज +बभक्ष +बभञ्ज +बभञ्जिरे +बभञ्जुः +बभणतुः +बभणुः +बभतुः +बभर्ज +बभर्थ +बभव +बभस्ति +बभस्तीति +बभा +बभाज +बभाण +बभापे +बभार +बभाविति +बभावित्यर्थः +बभाष +बभाषिरे +बभाषे +बभाषेदं +बभाषेऽथ +बभास +बभासिरे +बभासे +बभीयात् +बभु +बभुः +बभुव +बभू +बभूत्र +बभूथ +बभूथा +बभूथाततन्थ +बभूब +बभूबुः +बभूय +बभूयात् +बभूव +बभूवः +बभूवतु +बभूवतुः +बभूवतुरिति +बभूवतुरित्यर्थः +बभूवतुरुभावपि +बभूवतुर्भृशं +बभूवतुस्तौ +बभूवथुः +बभूवन् +बभूवह +बभूवाङ्गुष्ठमात्रकः +बभूवातिभयंकरः +बभूवातीव +बभूवात्र +बभूवाथ +बभूवाद्भुतदर्शनः +बभूवान् +बभूवापि +बभूवायोधनं +बभूवावस्थितस्तत्र +बभूवावस्थितस्तदा +बभूवाशु +बभूवासौ +बभूवास्य +बभूवाहं +बभूवाऽथ +बभूवाऽपि +बभूविथ +बभूविम +बभूविरे +बभूविव +बभूवु +बभूवुः +बभूवुरथ +बभूवुरिति +बभूवुरित्थं +बभूवुरित्यर्थ +बभूवुरित्यर्थः +बभूवुरेते +बभूवुरेव +बभूवुर् +बभूवुर्भयविह्वलाः +बभूवुर्भरतर्षभ +बभूवुर्वै +बभूवुर्हि +बभूवुश्च +बभूवुषी +बभूवुस् +बभूवुस्तत्र +बभूवुस्तत्राग्निमुपसमाधाय +बभूवुस्तदा +बभूवुस्तस्य +बभूवुस्ता +बभूवुस्तानि +बभूवुस्तुल्यविक्रमाः +बभूवुस्ते +बभूवुस्तेन +बभूवू +बभूवे +बभूवेति +बभूवेत्यन्वयः +बभूवेत्यर्थ +बभूवेत्यर्थः +बभूवेह +बभूवैवं +बभूव् +बभूव॒ +बभृम +बभृव +बभृषे +बभौ +बभ्र +बभ्रज्ज +बभ्रति +बभ्रतुः +बभ्रमतुः +बभ्रमुः +बभ्रमुश्च +बभ्रव +बभ्रवः +बभ्रवे +बभ्रवो +बभ्राज +बभ्राजिरे +बभ्राजे +बभ्राम +बभ्राशे +बभ्रिः +बभ्रु +बभ्रुं +बभ्रुः +बभ्रुणा +बभ्रुणायसि +बभ्रुणो +बभ्रुनीकाशाः +बभ्रुमूत्रेण +बभ्रुम् +बभ्रुरिव +बभ्रुरेक +बभ्रुर् +बभ्रुवर्ण +बभ्रुवर्णः +बभ्रुवर्णा +बभ्रुवर्णाः +बभ्रुवर्णानां +बभ्रुवाहनः +बभ्रुवाहनम् +बभ्रुश्च +बभ्रू +बभ्रूणां +बभ्रूणाम् +बभ्रूषु +बभ्रे +बभ्रेरध्वर्यो +बभ्रो +बभ्रोः +बभ्रोर्देवावृधादपि +बभ्लाशे +बभ्लुशाय +बम +बमः +बमपि +बमार +बमूव +बम् +बम्ब +बम्बई +बम्भारिः +बम्भारे +बम्भ्रमीति +बम्हण +बम्हणं +बम्हणस्स +बम्हणो +बय +बयं +बयः +बयलुसीमे +बयस्य +बया +बयो +बयोकान् +बय् +बर +बरं +बरः +बरगढमण्डलम् +बरणे +बरतन +बरन +बरनउँ +बरना +बरनालामण्डलम् +बरनि +बरनी +बरवाळिया +बरष +बरस +बरसा +बरसाने +बरह +बरा +बराक +बराक् +बराबर +बराबरी +बराह +बराहनगरमठे +बराहा +बरिआई +बरी +बरीभरीति +बरु +बरुआ +बरूथा +बरे +बरेली +बरेलीमण्डलम् +बरो +बरोडा +बर् +बर्करः +बर्करी +बर्गमान +बर्ज +बर्जयेत् +बर्तत +बर्तते +बर्तन +बर्तन्ते +बर्द्धते +बर्धमान +बर्धमानमण्डलम् +बर्धमान् +बर्नाला +बर्नालामण्डलम् +बर्फ +बर्ब +बर्बर +बर्बरं +बर्बरक +बर्बरता +बर्बरा +बर्बराः +बर्बरी +बर्बरीक +बर्बरीकं +बर्बरे +बर्बरो +बर्बृहि +बर्ब्याङ्क् +बर्मन +बर्मन् +बर्मा +बर्मादेशः +बर्मादेशस्य +बर्मिङ्घम् +बर्मी +बर्मीभाषा +बर्मीभाषाः +बर्मीलिपिः +बर्या +बर्लि +बर्लिन +बर्लिन् +बर्ष +बर्षा +बर्षे +बर्सौ +बर्ह +बर्हं +बर्हः +बर्हणा +बर्हणावता +बर्हति +बर्हभारेषु +बर्हम् +बर्हय +बर्हयः +बर्हाः +बर्हाणि +बर्हावतंसप्रियं +बर्हि +बर्हिः +बर्हिःप्रोक्षणम् +बर्हिःस्तृतं +बर्हिण +बर्हिणं +बर्हिणः +बर्हिणमेव +बर्हिणम् +बर्हिणवाससः +बर्हिणा +बर्हिणां +बर्हिणाम् +बर्हिणो +बर्हिरग्न +बर्हिरच्छ +बर्हिरनुप्रहरति +बर्हिरन्तः +बर्हिरसि +बर्हिरा +बर्हिराज्यं +बर्हिरादाय +बर्हिरानुषक् +बर्हिरासदे +बर्हिरासन्नं +बर्हिरासाद्य +बर्हिरासाद्यमानम् +बर्हिराहरति +बर्हिराहृत्य +बर्हिरिति +बर्हिरिव +बर्हिरुदपात्रमुपसाद्य +बर्हिरूर्णामृदु +बर्हिर् +बर्हिर्गृहीत्वा +बर्हिर्दाति +बर्हिर्देवसदनं +बर्हिर्भवति +बर्हिर्भ्यां +बर्हिर्मुखाः +बर्हिर्मुष्टिं +बर्हिर्यजति +बर्हिर्यजुषा +बर्हिर्येषां +बर्हिर्वसुवने +बर्हिर्वा +बर्हिर्वारितीनां +बर्हिर्हविषा +बर्हिर्हृदयं +बर्हिश् +बर्हिश्च +बर्हिष +बर्हिषः +बर्हिषत् +बर्हिषद +बर्हिषदं +बर्हिषदः +बर्हिषदम् +बर्हिषदश्च +बर्हिषदश्चैव +बर्हिषदस्तथा +बर्हिषदां +बर्हिषदाम् +बर्हिषदे +बर्हिषदो +बर्हिषद्भ्य +बर्हिषद्भ्यः +बर्हिषद्भ्यो +बर्हिषदꣳ +बर्हिषम् +बर्हिषस्तृणे +बर्हिषा +बर्हिषां +बर्हिषावस्तीर्य +बर्हिषि +बर्हिषी +बर्हिषे +बर्हिषो +बर्हिषोऽग्रं +बर्हिषोऽहं +बर्हिष्मतः +बर्हिष्मती +बर्हिष्मतीं +बर्हिष्मते +बर्हिष्मतो +बर्हिष्मन् +बर्हिष्यं +बर्हिष्यम् +बर्हिष्या +बर्हिष्याधायान्वालभ्याथ +बर्हिष्येषु +बर्हिष्य् +बर्हिस् +बर्हिस्तृणीहि +बर्हिऽसदः +बर्हि॑षदः +बर्ही +बर्हींषि +बर्हीः +बर्हीत् +बर्हे +बर्हेणेव +बल +बलं +बलं॑ +बलं॒ +बलः +बलकरं +बलकरः +बलकरम् +बलकराः +बलकरी +बलकरो +बलका +बलकाण्डः +बलकामः +बलकायं +बलकायेन +बलकारकः +बलकारित्वं +बलकारित्वम् +बलकारी +बलकृतानर्थानकृतान् +बलकृत् +बलकृद् +बलकृष्णौ +बलकेशवौ +बलको +बलक्कारेण +बलक्ष +बलक्षं +बलक्षः +बलक्षयं +बलक्षयः +बलक्षयञ्च +बलक्षयम् +बलक्षयात् +बलक्षये +बलक्षयो +बलक्षी +बलखानिं +बलखानिः +बलखानिना +बलखानिर्महाबलः +बलखानिश्च +बलखानिस्तु +बलगम +बलगम् +बलगर्वितः +बलगर्वितम् +बलगर्विताः +बलगहनः +बलगहनम् +बलगहनौ +बलचक्रवर्तिराज्यं +बलचक्रवर्ती +बलज्ञोऽहं +बलज्येष्ठं +बलञ्च +बलतः +बलति +बलते +बलतो +बलद +बलदं +बलदः +बलदर्पसमन्विताः +बलदर्पितः +बलदर्पितम् +बलदर्पिताः +बलदर्पितान् +बलदा +बलदाः +बलदेव +बलदेवं +बलदेवः +बलदेवश्च +बलदेवसहायवान् +बलदेवस्तु +बलदेवस्य +बलदेवानुजो +बलदेवाय +बलदेवे +बलदेवेन +बलदेवो +बलदेवोऽपि +बलदो +बलद्विषः +बलनं +बलनाम +बलनामसु +बलनामैतत् +बलनिषूदनः +बलपराक्रमौ +बलपुत्रदेवः +बलपुष्टिकरं +बलपुष्टिदम् +बलपुष्टिप्रदं +बलपूर्वकं +बलपौरुषम् +बलप्रदं +बलप्रदः +बलप्रदत्वञ्च +बलप्रदत्वम् +बलप्रदम् +बलप्रदा +बलप्रदाः +बलप्रमथनाय +बलप्रमथनी +बलप्रमथिनी +बलप्रमथिन्यै +बलप्राणनयोः +बलप्राणेन +बलबन्धुः +बलभद्र +बलभद्रं +बलभद्रः +बलभद्रकं +बलभद्रखण्डः +बलभद्रखण्डे +बलभद्रश्च +बलभद्रस्य +बलभद्रा +बलभद्राय +बलभद्रिका +बलभद्रे +बलभद्रेण +बलभद्रो +बलभरेण +बलभिच्च +बलभित् +बलभित्सखो +बलभिदा +बलभिद् +बलभी +बलम +बलमग्निर्हि +बलमध्ये +बलमनुत्तमम् +बलमपर्याप्तं +बलमपि +बलमवाप्नुयात् +बलमसि +बलमस्ति +बलमस्तु +बलमस्माकं +बलमस्य +बलमस्यास्तीति +बलमहो +बलमांसविहीनस्य +बलमाक्रम्य +बलमातनोति +बलमात्मनः +बलमात्मनि +बलमादाय +बलमादास्ये +बलमाधत्ते +बलमायुश्च +बलमारोग्यं +बलमारोग्यमायुश्च +बलमारोग्यमायुषः +बलमाश्रित्य +बलमासाद्य +बलमास्थाय +बलमिच्छता +बलमिति +बलमित्यर्थः +बलमित्युच्यते +बलमिन्द्रि +बलमिन्द्रियं +बलमिन्द्रियाणि +बलमिन्द्रो +बलमिव +बलमुख्याश्च +बलमुच्यते +बलमुत्तमम् +बलमेतेषां +बलमेव +बलमोजश्च +बलमोजो +बलम् +बलम्‌ +बलय +बलयः +बलयति +बलयश्च +बलयश्चैव +बलया +बलयुक्त +बलयुक्तं +बलयुक्ते +बलयुत +बलयुते +बलयुतो +बलये +बलयो +बलरंहसी +बलरजसा +बलराम +बलरामं +बलरामः +बलरामपुरमण्डलम् +बलरामपुरम् +बलरामशुक्लः +बलरामस्य +बलरामे +बलरामेण +बलरामो +बलरिपुः +बलव +बलवंतं +बलवच्च +बलवच्चापं +बलवत +बलवतः +बलवतश्चानभिजातस्य +बलवता +बलवतां +बलवति +बलवती +बलवतीं +बलवतीति +बलवते +बलवतो +बलवत् +बलवत्कर्म +बलवत्तदा +बलवत्तम +बलवत्तमं +बलवत्तमः +बलवत्तमाम् +बलवत्तमेन्द्र +बलवत्तया +बलवत्तर +बलवत्तरं +बलवत्तरः +बलवत्तरम् +बलवत्तरा +बलवत्तराः +बलवत्तरानपि +बलवत्तरे +बलवत्तरेण +बलवत्तरैः +बलवत्तरौ +बलवत्ता +बलवत्तां +बलवत्त्वं +बलवत्त्वमिति +बलवत्त्वम् +बलवत्त्वात् +बलवत्त्वादिति +बलवत्त्वान्न +बलवत्त्वे +बलवत्त्वेन +बलवत्पुरुषे +बलवत्यः +बलवत्यपि +बलवत्या +बलवत्युत्तरा +बलवत्यो +बलवत्वं +बलवत्वात् +बलवत्वे +बलवत्सु +बलवत्स्वल्पदोषेषु +बलवद +बलवदनिष्ट +बलवदनिष्टाननुबन्धित्वं +बलवदनिष्टाननुबन्धित्वस्य +बलवदपि +बलवदिति +बलवद् +बलवद्दृढम् +बलवद्धनुः +बलवद्धर्मशास्त्रमिति +बलवद्बली +बलवद्भिः +बलवद्भूरकम्पत +बलवन् +बलवन्त +बलवन्तं +बलवन्तः +बलवन्तमन्नवन्तं +बलवन्तमपि +बलवन्तम् +बलवन्तश्च +बलवन्ति +बलवन्तो +बलवन्तोऽपि +बलवन्तौ +बलवन्नग्ने +बलवन्नादं +बलवन्निन्द्र +बलवर्जिते +बलवर्ण +बलवर्णकरं +बलवर्णकरः +बलवर्णकरो +बलवर्णकृत् +बलवर्णाग्निनाशनम् +बलवर्णाग्निवर्द्धनम् +बलवर्णौ +बलवर्द्धनः +बलवर्द्धनत्वञ्च +बलवर्द्धनम् +बलवर्द्धनाः +बलवर्द्धिनी +बलवर्धकः +बलवर्धनं +बलवर्धनः +बलवर्धनम् +बलवर्धनाः +बलवर्धनी +बलवा +बलवांश्च +बलवांश्चापि +बलवांस्तत्र +बलवांस्तदा +बलवांस्तस्थौ +बलवाञ्शूरः +बलवान +बलवानन्नवान् +बलवानपि +बलवानभूत् +बलवानरोगः +बलवानसि +बलवाना +बलवानिति +बलवानिन्द्रियग्रामो +बलवानिव +बलवानिह +बलवानेव +बलवानेष +बलवान् +बलवान्दृष्ट्वा +बलवान्न +बलवान्नृपः +बलवान्भवति +बलवान्भवेत् +बलवान्राजा +बलवान्वा +बलवान्व्यवहारतः +बलवान्स +बलवान्सुखी +बलवाले +बलविकरणाय +बलविकरणी +बलविज्ञाय +बलविज्ञायः +बलविद्विषा +बलविशेषेण +बलवीर्य +बलवीर्यतः +बलवीर्यसमन्वितः +बलवीर्येण +बलवृत्रहा +बलवृद्धये +बलवृद्धिः +बलव्यसनवर्गः +बलशालिनः +बलशालिना +बलशालिनाम् +बलशालिनि +बलशालिनौ +बलशाली +बलशुक्रकरं +बलशुक्रकराः +बलशुक्रकृत् +बलश्च +बलश्लाघी +बलसंयुक्ते +बलसंयुतः +बलसंयुते +बलसमन्वितः +बलसमाद् +बलसमाद्द् +बलसमुद्दानं +बलसमेन +बलसागरम् +बलसाम्ये +बलसिद्धिव्याख्या +बलसूदन +बलसूदनः +बलसूदनम् +बलसे +बलसेनो +बलस्था +बलस्य +बलस्यापि +बलस्यास्य +बलस्येति +बलहरं +बलहरो +बलहा +बलहानिं +बलहानिमुग्रां +बलहानिश्च +बलहानिस्तथैव +बलहीन +बलहीनं +बलहीनः +बलहीनस्य +बलहीना +बलहीने +बलहीनेन +बलहीनो +बला +बलां +बलांगीरमण्डलम् +बलाः +बलाआ +बलाक +बलाकं +बलाकया +बलाकश्च +बलाका +बलाकां +बलाकाः +बलाकानां +बलाकाया +बलाकायां +बलाकायाः +बलाकाश्च +बलाकाश्वो +बलाकिका +बलाकिनी +बलाकी +बलाको +बलाक्वाथाढकं +बलाग्रतो +बलाच्च +बलाज्जग्राह +बलाढ्यः +बलाढ्याः +बलाढ्ये +बलात +बलातैलं +बलातैलेन +बलात् +बलात्कार +बलात्कारं +बलात्कारः +बलात्कारे +बलात्कारेण +बलात्कारो +बलात्कुरुत +बलात्कृतः +बलात्कृत्य +बलात्ततः +बलात्पुनः +बलादथ +बलादधि +बलादन्यत्र +बलादपि +बलादमी +बलादमुं +बलादहम् +बलादाकृष्य +बलादाहरणं +बलादि +बलादिः +बलादिकम् +बलादिचूर्णम् +बलादितः +बलादिति +बलादिभिः +बलादिभ्यो +बलादिव +बलादिह +बलादीनां +बलादीनि +बलादुद्धरते +बलादेकं +बलादेनां +बलादेव +बलादेवानयन्तः +बलादेवामी +बलाद् +बलाद्गृहीत्वा +बलाद्गृह्य +बलाद्दत्तं +बलाद्धि +बलाद्बली +बलाद्भुक्तं +बलाद्या +बलाद्येन +बलाद्वा +बलाद्वाहं +बलाधानं +बलाधाने +बलाधिकः +बलाधिकम् +बलाधिका +बलाधिकाः +बलाधिकान् +बलाधिक्यं +बलाध्यक्ष +बलाध्यक्षः +बलाध्यक्षाः +बलाध्यक्षान् +बलाध्यक्षो +बलाना +बलानां +बलानाम् +बलानि +बलानुजः +बलान् +बलान्न +बलान्नरः +बलान्नीता +बलान्नेतुं +बलान्मां +बलान्वितः +बलान्वितम् +बलान्विता +बलान्विताः +बलान्विते +बलान्वितो +बलान्वितौ +बलाबलं +बलाबलम् +बलाबले +बलाबलेन +बलाभ्यां +बलामतिबलां +बलामूलं +बलामोटा +बलाम् +बलाय +बलायाः +बलायाविस्रंसाय +बलायोपचयाय +बलारोग्ये +बलार्णवे +बलार्थं +बलार्थम् +बलार्थिनः +बलावलम् +बलावष्टम्भेन +बलावहः +बलावहा +बलावहाः +बलास +बलासं +बलासः +बलासम् +बलासस्य +बलासावतते +बलासुरस्य +बलासे +बलासेन +बलासो +बलाहक +बलाहकं +बलाहकः +बलाहकच्छेदविभक्तरागामकालसंध्यामिव +बलाहकस्य +बलाहका +बलाहकाः +बलाहकानां +बलाहकान् +बलाहके +बलाहकैः +बलाहको +बला॑नि +बला॑य +बला॑य॒ +बलि +बलिँ +बलिं +बलिंदत्वा +बलिः +बलिअं +बलिकर्म +बलिकर्मणा +बलिकर्मणि +बलिकर्माणि +बलिकर्मेण +बलिकाङ्क्षिणः +बलिक्रिया +बलिगेहे +बलिचक्रवर्ती +बलिजित्कायः +बलिञ्च +बलितुङ्गः +बलित्रयं +बलित्वं +बलिदान +बलिदानं +बलिदानम् +बलिदानस्य +बलिदानानि +बलिदानाय +बलिदानार्थं +बलिदाने +बलिदानेन +बलिद्रव्यं +बलिद्रव्याणि +बलिध्वंसी +बलिन +बलिनं +बलिनः +बलिनम् +बलिनश्च +बलिनश्चोत्तरोत्तरम् +बलिनस्तथा +बलिनस्तदजाताम्बु +बलिनस्तस्य +बलिनस्ते +बलिना +बलिनां +बलिनांवरः +बलिनामपि +बलिनि +बलिने +बलिनो +बलिनोः +बलिनोक्तं +बलिनोऽपि +बलिनौ +बलिन् +बलिन्तस्य +बलिन्दत्वा +बलिपात्रं +बलिपात्रे +बलिपीठं +बलिपीठकम् +बलिपीठस्य +बलिपीठे +बलिपुत्रश्च +बलिपुत्रो +बलिपूजोपहारैश्च +बलिप्रतिग्राहिका +बलिप्रतिपत् +बलिप्रदानं +बलिप्रिया +बलिबिम्बं +बलिबिम्बस्य +बलिबिम्बे +बलिबेरं +बलिबेरे +बलिबेरेण +बलिभिः +बलिभुक् +बलिभुजः +बलिभुजा +बलिभुजां +बलिभुजो +बलिमते +बलिमपि +बलिमस्मै +बलिमाकाशतो +बलिमाचरेत् +बलिमादाय +बलिमाराध्य +बलिमावहन्ति +बलिमाहरेत् +बलिमिच्छन्तः +बलिमिच्छन्तो +बलिमिव +बलिमुत्तमम् +बलिमुपहरति +बलिमेभ्यो +बलिमेव +बलिम् +बलियज्ञे +बलिया +बलियामण्डलम् +बलिराज +बलिराज्यं +बलिराज्ये +बलिराम +बलिराह +बलिरिति +बलिरिन्द्रो +बलिरिव +बलिरिष्यते +बलिरुवाच +बलिरूपेण +बलिरेव +बलिरेष +बलिर् +बलिर्दातव्यः +बलिर्देयः +बलिर्देयो +बलिर्देव +बलिर्दैत्यो +बलिर्न +बलिर्नाम +बलिर्बद्धः +बलिर्बद्धो +बलिर्बाणो +बलिर्भवति +बलिर्भवेत् +बलिर्भौतो +बलिवासवयोरिव +बलिविधानं +बलिविष्टरम् +बलिव्याकुला +बलिशेषं +बलिश् +बलिश्च +बलिश्चैव +बलिषड्भागं +बलिषु +बलिष्ठ +बलिष्ठं +बलिष्ठः +बलिष्ठम् +बलिष्ठश्च +बलिष्ठस् +बलिष्ठा +बलिष्ठाः +बलिष्ठानां +बलिष्ठान् +बलिष्ठे +बलिष्ठेन +बलिष्ठो +बलिष्ठौ +बलिसद्म +बलिसुतं +बलिसूनुना +बलिस्तथा +बलिस्तदा +बलिस्तस्य +बलिस्ताभ्यस्ते +बलिस्तु +बलिहरणं +बलिहरणम् +बलिहरणे +बलिहस्तांशवः +बलिहीने +बलिहृतः +बलिहृतस्करत् +बलिहृतो +बलिहोमार्चितं +बलिꣳ +बली +बलीति +बलीनां +बलीन् +बलीपलितनाशनम् +बलीमुखाः +बलीय +बलीयः +बलीयस +बलीयसः +बलीयसा +बलीयसाम् +बलीयसि +बलीयसी +बलीयसीति +बलीयसे +बलीयसो +बलीयस् +बलीयस्तदपि +बलीयस्तेजो +बलीयस्त्वं +बलीयस्त्वम् +बलीयस्त्वात् +बलीयस्त्वादिति +बलीयस्त्वे +बलीयस्त्वेन +बलीयस्या +बलीया +बलीयांस +बलीयांसं +बलीयांसः +बलीयानिति +बलीयान् +बलीयान्भवति +बलीयो +बलीवर्द +बलीवर्दं +बलीवर्दः +बलीवर्दस्य +बलीवर्दा +बलीवर्दाः +बलीवर्दानां +बलीवर्दान् +बलीवर्दे +बलीवर्दै +बलीवर्दैः +बलीवर्दो +बलीवर्दौ +बलु +बलूचिस्तान +बलूचिस्थान +बलूचिस्थानप्रदेशः +बलूची +बलूचीभाषा +बलूलः +बले +बलेः +बलेति +बलेन +बलेनापि +बलेनास्य +बलेनेति +बलेनैव +बलेनोदकराक्षसम् +बलेर् +बलेर्बलवतो +बलेर्वैरोचनस्य +बलेश्च +बलेषु +बलेस्तु +बलेऽपि 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+बसन्ती +बसन्ते +बसप्प +बसप्पः +बसयानानि +बसयानैः +बसरा +बसव +बसवः +बसवकल्याणम् +बसवकल्याणविधानसभाक्षेत्रम् +बसवजयन्ती +बसवण्णः +बसवण्णस्य +बसवनगुडि +बसवनगुडीविधानसभाक्षेत्रम् +बसवनबागेवाडि +बसवनबागेवाडी +बसवनबागेवाडीविधानसभाक्षेत्रम् +बसवराज +बसवराजः +बसवेश्वरः +बसवेश्वरस्य +बसहिं +बसा +बसाई +बसाने +बसि +बसिडिव्याख्या +बसिष्ठ +बसिष्ठः +बसी +बसु +बसुधा +बसे +बसें +बसेदोन् +बसौ +बस् +बस्टर्ड् +बस्त +बस्तं +बस्तः +बस्तमूत्रं +बस्तमूत्रेण +बस्तयः +बस्तयो +बस्तर +बस्तरमण्डलम् +बस्तस्य +बस्ताजिनं +बस्ताजिने +बस्तान्त्री +बस्ति +बस्तिं +बस्तिः +बस्तिकर्म +बस्तिकर्मणि +बस्तिना +बस्तिभिः +बस्तिमण्डलम् +बस्तिमेहनयोः +बस्तिरिष्यते +बस्तिरेव +बस्तिर्न +बस्तिशूलं +बस्तिशूलो +बस्तिशोधनम् +बस्तिश्च +बस्तिषु +बस्तिस्तु +बस्ती +बस्तीन् +बस्तु +बस्तेः +बस्तो +बस्तौ +बस्य +बस्रि +बह +बहं +बहः +बहता +बहति +बहती +बहतीति +बहते +बहत्तर +बहदूरे +बहद्दूरः +बहन +बहनं +बहना +बहनां +बहनि +बहने +बहन् +बहबः +बहमनिसुल्तानानां +बहमनी +बहमन्यत +बहरामपुर +बहरी +बहरैचमण्डलम् +बहरैच् +बहरैन +बहल +बहलं +बहलः +बहलसिन्दूरे +बहला +बहले +बहलेन +बहलो +बहव +बहवः +बहवश्च +बहवश्चापि +बहवस् +बहवस्तत्र +बहवस्तथा +बहवस्तदा +बहवस्तस्य +बहवस्तु +बहवस्ते +बहवस्तेन +बहवस्तेषां +बहवस्तैश्च +बहवस्सन्ति +बहवृचब्राह्मणारण्यकाण्डे +बहवे +बहवो +बहवोऽत्र +बहवोऽनेके +बहवोऽनेन +बहवोऽपरे +बहवोऽपि +बहवोऽप्येकयत्नतः +बहवोऽभवन् +बहवोऽम्बुवेगाः +बहवोऽम्बूनां +बहवोऽर्था +बहवोऽर्थाः +बहवोऽविनयान्नष्टा +बहवोऽस्य +बहव्यः +बहा +बहाँ +बहाते +बहादुर +बहादूर +बहाना +बहाने +बहामास +बहासा +बहि +बहिं +बहिः +बहिःपरिधि +बहिःपवमाने +बहिःपूर्णः +बहिःप्रज्ञं +बहिःप्रज्ञः +बहिःप्रज्ञो +बहिःप्रदेशे +बहिःसूत्रं +बहिःस्थं +बहिःस्था +बहिःस्थितं +बहिःस्थिता +बहिण +बहिदि +बहिन +बहिना +बहिनों +बहिर +बहिरंतश्च +बहिरकल्पिता +बहिरङ्ग +बहिरङ्गं +बहिरङ्गः +बहिरङ्गतया +बहिरङ्गत्वं +बहिरङ्गत्वात् +बहिरङ्गत्वेन +बहिरङ्गमन्तरङ्ग +बहिरङ्गमन्तरङ्गे +बहिरङ्गमिति +बहिरङ्गम् +बहिरङ्गलक्षणत्वात् +बहिरङ्गलक्षणमन्तरङ्गलक्षणे +बहिरङ्गलक्षणश्च +बहिरङ्गलक्षणस्य +बहिरङ्गस्य +बहिरङ्गा +बहिरङ्गानि +बहिरङ्गे +बहिरङ्गो +बहिरनुपतितः +बहिरन्तः +बहिरन्तरं +बहिरन्तर्वा +बहिरन्तश्च +बहिरन्यथा +बहिरपि +बहिरयं +बहिरर्थे +बहिरवस्थिताः +बहिरस्ति +बहिरस्तीति +बहिरस्य +बहिरस्वातन्त्र्यात् +बहिरा +बहिराकाश +बहिरागच्छति +बहिरागतः +बहिरागतवान् +बहिरागत्य +बहिरात्मना +बहिरात्मा +बहिरानीय +बहिराययौ +बहिरालिखेत् +बहिरावरणे +बहिरिति +बहिरिन्द्रिय +बहिरिन्द्रियत्वात् +बहिरिन्द्रियाणां +बहिरिव +बहिरिह +बहिरुपवनं +बहिरेत्य +बहिरेव +बहिर् +बहिर्गच्छ +बहिर्गच्छति +बहिर्गतं +बहिर्गतः +बहिर्गतम् +बहिर्गता +बहिर्गताः +बहिर्गते +बहिर्गतो +बहिर्गतौ +बहिर्गत्वा +बहिर्गन्तुं +बहिर्गन्तुमियेष +बहिर्गमनं +बहिर्गमनम् +बहिर्ग्रामात् +बहिर्जानु +बहिर्दशारे +बहिर्दिक्षु +बहिर्देवपञ्चजनेभ्यश्चेति +बहिर्देवसदनं +बहिर्देशे +बहिर्द्धा +बहिर्द्वारं +बहिर्द्वारि +बहिर्धा +बहिर्धेव +बहिर्न +बहिर्नगरस्य +बहिर्नान्तरे +बहिर्नि +बहिर्निः +बहिर्निःसारणम् +बहिर्निःसृत्य +बहिर्निधनं +बहिर्निरस्य +बहिर्निर्गच्छति +बहिर्निर्गत्य +बहिर्निर्गमनं +बहिर्निर्गमनार्थं +बहिर्निर्गम्य +बहिर्निर्मन्त्रयामहे +बहिर्निष्कास्य +बहिर्निष्क्रमणं +बहिर्नीत्वा +बहिर्न्यसेत् +बहिर्बभूव +बहिर्बहिः +बहिर्बालिति +बहिर्बाह्यांश्चक्षुश्चैवान्तरे +बहिर्बाह्यान् +बहिर्बिलम् +बहिर्भव +बहिर्भवति +बहिर्भवेत् +बहिर्भवो +बहिर्भागः +बहिर्भागे +बहिर्भावं +बहिर्भावः +बहिर्भावस्य +बहिर्भावस्यादृष्टस्य +बहिर्भावे +बहिर्भावेन +बहिर्भूतं +बहिर्भूतस्यैव +बहिर्भूता +बहिर्भूय +बहिर्मधुमयश्चातीव +बहिर्मायया +बहिर्मुख +बहिर्मुखं +बहिर्मुखः +बहिर्मुखतया +बहिर्मुखम् +बहिर्मुखस्य +बहिर्मुखा +बहिर्मुखाः +बहिर्मुखानां +बहिर्मुखान् +बहिर्मुखी +बहिर्मुखेन +बहिर्मुखो +बहिर्ययौ +बहिर्याता +बहिर्याति +बहिर्यान्ति +बहिर्योग +बहिर्योगे +बहिर्योगोपसंव्यानयोः +बहिर्लिखेत् +बहिर्लेपो +बहिर्लोम +बहिर्लोमः +बहिर्वत् +बहिर्वा +बहिर्वापि +बहिर्विहारस्य +बहिर्वृत्तिः +बहिर्वृत्तीनां +बहिर्वेति +बहिर्वेदि +बहिर्वेदी +बहिर्वेद्यां +बहिर्व्रजेत् +बहिश्च +बहिश्चकार +बहिश्चक्रं +बहिश्चर +बहिश्चरं +बहिश्चरः +बहिश्चराः +बहिश्चान्तः +बहिश्चापि +बहिश्चित्ताः +बहिश्चेतोगृहीतं +बहिश्चैव +बहिष +बहिषः +बहिषष्टिलोपश्च +बहिषष्टिलोपो +बहिषा +बहिषि +बहिषी +बहिषो +बहिष् +बहिष्करणं +बहिष्करणम् +बहिष्करणे +बहिष्कर्तुं +बहिष्कारः +बहिष्कारस्य +बहिष्कुलायादमृतश्चरित्वा +बहिष्कृत +बहिष्कृतः +बहिष्कृतम् +बहिष्कृता +बहिष्कृताः +बहिष्कृते +बहिष्कृतौ +बहिष्कृत्य +बहिष्ट +बहिष्टात् +बहिष्टे +बहिष्ठं +बहिष्पथं +बहिष्परिधि +बहिष्पव +बहिष्पवमान +बहिष्पवमानँ +बहिष्पवमानं +बहिष्पवमानः +बहिष्पवमानम् +बहिष्पवमानस्य +बहिष्पवमानात् +बहिष्पवमानाय +बहिष्पवमाने +बहिष्पवमानेन +बहिष्पवमान्यो +बहिष्पवमानꣳ +बहिस् +बहिस्तं +बहिस्ततः +बहिस्तथा +बहिस्तदा +बहिस्तस्य +बहिस्तु +बहिस्ते +बहिस्थं +बही +बहीं +बहीरूपतया +बहु +बहुं +बहुः +बहुअं +बहुआ +बहुकं +बहुकः +बहुकण्टकः +बहुकण्टकम् +बहुकण्टकाम् +बहुकन्दरशोभितम् +बहुकफे +बहुकरः +बहुकरा +बहुकर्मन् +बहुकर्मन्निन्द्र +बहुकर्मा +बहुकर्माणं +बहुकर्माणम् +बहुकल्पकोटियो +बहुकल्पकोट्यः +बहुकल्याणमीप्सुभिः +बहुकार +बहुकारः +बहुकाल +बहुकालं +बहुकालतः +बहुकालपर्यन्तं +बहुकालम् +बहुकालात् +बहुकाले +बहुकालेन +बहुकालो +बहुकिमपि +बहुकुमारीकः +बहुकुरुचरा +बहुकृता +बहुकृत्व +बहुकृत्वः +बहुकृत्वो +बहुक्लेशं +बहुक्षमां +बहुक्षीरा +बहुक्षीरास्तथा +बहुखं +बहुखट्वकः +बहुगण +बहुगणवतुडति +बहुगते +बहुगन्धा +बहुगर्ह्यवाक् +बहुगुडो +बहुगुण +बहुगुणं +बहुगुणः +बहुगुणा +बहुगुणाः +बहुगुणो +बहुग्वै +बहुचारी +बहुचि +बहुचित्रं +बहुचिन्तया +बहुच् +बहुच्छिद्रं +बहुच्छिद्रे +बहुच्पुरस्तात्तु +बहुजन +बहुजनप्रियः +बहुजनसङ्ख्यायुक्तानां +बहुजनसमाज +बहुजनसमाजवादी +बहुजनसुखाय +बहुजनहितं +बहुजनहिताय +बहुजना +बहुजनाः +बहुजन्मभिः +बहुजन्मविपाकेन +बहुजन्मसु +बहुजला +बहुजले +बहुज्ञ +बहुज्ञस्य +बहुज्ञा +बहुज्ञेन +बहुज्ञेनापि +बहुणा +बहुत +बहुतः +बहुतन्त्री +बहुतन्त्रीका +बहुतमसा +बहुतया +बहुतयाः +बहुतर +बहुतरं +बहुतरः +बहुतरकं +बहुतरको +बहुतरजनताहिताय +बहुतरजनुषामन्त +बहुतरमिव +बहुतरमेव +बहुतरम् +बहुतरविशेषणद्वारेण +बहुतरसन्देहप्रसरा +बहुतरा +बहुतरां +बहुतराः +बहुतराणि +बहुतरे +बहुतरेति +बहुतरो +बहुतसे +बहुतही +बहुता +बहुतां +बहुतिथं +बहुतिथः +बहुतिथी +बहुतिथे +बहुतृणं +बहुतेजोमयं +बहुतेरे +बहुतों +बहुतोयासु +बहुत्र +बहुत्रा +बहुत्री +बहुत्रीहि +बहुत्रीहिः +बहुत्रीहेः +बहुत्रीहौ +बहुत्व +बहुत्वं +बहुत्वञ्च +बहुत्वमपि +बहुत्वमिति +बहुत्वमेव +बहुत्वम् +बहुत्वविवक्षायां +बहुत्वसंख्या +बहुत्वस्य +बहुत्वाच्च +बहुत्वात् +बहुत्वाद् +बहुत्वान्नामधेयानां +बहुत्वे +बहुत्वेन +बहुत्वेऽपि +बहुथा +बहुदंष्ट्राकरालं +बहुदक्षिणः +बहुदक्षिणम् +बहुदक्षिणाः +बहुदक्षिणान् +बहुदक्षिणाम् +बहुदक्षिणेन +बहुदक्षिणैः +बहुदण्डिका +बहुदण्डी +बहुदा +बहुदानानि +बहुदायी +बहुदिनं +बहुदिनानि +बहुदुःखिता +बहुदुग्धि +बहुदूरं +बहुदूरे +बहुदृष्ट्या +बहुदेयं +बहुदेवत्या +बहुदेवत्यो +बहुदैवत्यम् +बहुदोषं +बहुदोषयुक्तः +बहुदोषस्य +बहुदोषा +बहुदोषे +बहुदोषेषु +बहुदोषो +बहुद्रव्यं +बहुद्रव्यस्य +बहुद्रव्याणि +बहुद्वारस्य +बहुद्वारां +बहुध +बहुधन +बहुधनं +बहुधनः +बहुधनम् +बहुधनवान् +बहुधनस्य +बहुधना +बहुधनी +बहुधनेन्द्र +बहुधनो +बहुधा +बहुधात्मानं +बहुधान्यश्च +बहुधान्यो +बहुधापि +बहुधाप्येकं +बहुधारं +बहुधारः +बहुधारायुक्तः +बहुधाऽपि +बहुधाऽप्येकं +बहुधाऽभवत् +बहुधीवरी +बहुधीवा +बहुधेति +बहुधैकरूपाः +बहुधैकोऽनुगच्छन् +बहुधैव +बहुधैवं +बहुधोषो +बहुन +बहुना +बहुनां +बहुनाडिः +बहुनाडीकः +बहुनात्र +बहुनापि +बहुनाम +बहुनामसु +बहुनामैतत् +बहुनाऽत्र +बहुनाऽपि +बहुनि +बहुनिष्कम् +बहुनीहि +बहुनेति +बहुनेत्रफलम् +बहुनैतेन +बहुनो +बहुनोक्तेन +बहुन् +बहुन्यपि +बहुपटव +बहुपटुः +बहुपत्रा +बहुपत्रिका +बहुपदा +बहुपरिगणनेन +बहुपरिव्राजका +बहुपर्णं +बहुपर्णा +बहुपर्णां +बहुपर्णी +बहुपशुर् +बहुपाक्य +बहुपादमपादकम् +बहुपादा +बहुपादाश्च +बहुपादो +बहुपापानि +बहुपित्तो +बहुपु +बहुपुटी +बहुपुण्यदम् +बहुपुण्यदा +बहुपुण्येन +बहुपुत्त्रिका +बहुपुत्त्री +बहुपुत्र +बहुपुत्रः +बहुपुत्रताम् +बहुपुत्रवान् +बहुपुत्रश् +बहुपुत्रश्च +बहुपुत्रस्य +बहुपुत्रा +बहुपुत्राय +बहुपुत्रिका +बहुपुत्रो +बहुपुष्पफलं +बहुपुष्पफले +बहुपुष्पफलोपगाः +बहुपुष्पी +बहुपूगगणसंघस्य +बहुपूगगणसङ्घस्य +बहुप्रकार +बहुप्रकारं +बहुप्रकारः +बहुप्रकारम् +बहुप्रकारा +बहुप्रकाराः +बहुप्रकाराणि +बहुप्रकारान् +बहुप्रकारेण +बहुप्रकारैः +बहुप्रकृतिरेव +बहुप्रजः +बहुप्रजा +बहुप्रजाः +बहुप्रज्ञ +बहुप्रतिज्ञं +बहुप्रद +बहुप्रदः +बहुप्रदे +बहुप्रपञ्चं +बहुप्रलपितैः +बहुप्रसिद्धः +बहुप्रसिद्धम् +बहुफलं +बहुफलः +बहुफलप्रदम् +बहुफलमिदमपि +बहुफला +बहुफलो +बहुफेनधूमाश्च +बहुबल +बहुबलः +बहुबाहूरुपादम् +बहुबिधि +बहुबिस्तम् +बहुबीजा +बहुबेरं +बहुबेरविधाने +बहुबेरे +बहुब्रह्मबन्धूकः +बहुब्रीहि +बहुब्रीहिः +बहुब्रीहिसमासः +बहुब्रीहौ +बहुभवनम् +बहुभस्त्रिका +बहुभागः +बहुभाग्यवान् +बहुभार्यः +बहुभार्यस्य +बहुभावतः +बहुभावेन +बहुभाषकः +बहुभाषणम् +बहुभाषाणां +बहुभाषिणि +बहुभाषिता +बहुभाषी +बहुभि +बहुभिः +बहुभिरपि +बहुभिरायसैः +बहुभिराहूत +बहुभिराहूतः +बहुभिराहूतम् +बहुभिराहूतेन्द्र +बहुभिरिति +बहुभिरेव +बहुभिर् +बहुभिर्गुणैः +बहुभिर्जनैः +बहुभिर्जन्मभिः +बहुभिर्न +बहुभिर्नरैः +बहुभिर्बहुधा +बहुभिर्बहुधोल्लेखादेकस्योल्लेख +बहुभिर्बाणैः +बहुभिर्भेदैर्भिद्यते +बहुभिर्मुखैः +बहुभिर्यज्ञैः +बहुभिर्यतः +बहुभिर्यो +बहुभिर्वसुधा +बहुभिर्वा +बहुभिर्वाक्यैः +बहुभिर्वृतः +बहुभिर्वृताम् +बहुभिश्च +बहुभिस्तथा +बहुभिस्तु +बहुभी +बहुभुक् +बहुभुजः +बहुभुजा +बहुभुजो +बहुभेदं +बहुभेदा +बहुभेदाः +बहुभ्य +बहुभ्यः +बहुभ्यां +बहुभ्यो +बहुमत +बहुमतं +बहुमतः +बहुमतम् +बहुमता +बहुमतां +बहुमताः +बहुमतिं +बहुमतिः +बहुमतेन +बहुमतो +बहुमत्स्योऽयं +बहुमदा +बहुमनुषे +बहुमन्तव्यः +बहुमन्यते +बहुमन्यन्ते +बहुमन्यमानः +बहुमन्यमानाः +बहुमन्यसे +बहुमन्ये +बहुमा +बहुमात्रायां +बहुमान +बहुमानं +बहुमानः +बहुमानतः +बहुमानद +बहुमानपुरःसरम् +बहुमानपुरस्सरम् +बहुमानपूर्वया +बहुमानम् +बहुमानश्च +बहुमानाच्च +बहुमानात् +बहुमानितः +बहुमानिता +बहुमाने +बहुमानेन +बहुमानो +बहुमान्य +बहुमान्यः +बहुमाया +बहुमालकः +बहुमालाकः +बहुमाषतिलायै +बहुमिः +बहुमित्रः +बहुमित्रो +बहुमुखं +बहुमुख्यम् +बहुमूत्रं +बहुमूत्रता +बहुमूत्रताम् +बहुमूल +बहुमूलकः +बहुमूलफलो +बहुमूलफलोदकः +बहुमूलफलोदके +बहुमूल्य +बहुमूल्यं +बहुमूल्यः +बहुमूल्यम् +बहुमूल्या +बहुमूल्याः +बहुमूल्यानि +बहुमूल्ये +बहुमृगद्विजम् +बहुमेने +बहुम् +बहुयज्वा +बहुयत्नतः +बहुयत्नेन +बहुयवा +बहुयाचनको +बहुयाजिनो +बहुयाजी +बहुयाज्यः +बहुयुक्तिभिः +बहुयुगं +बहुयुगे +बहुयोजनम् +बहुयोजनविस्तृतम् +बहुयोजनविस्तृते +बहुयोनिषु +बहुरत्नानि +बहुरस्य +बहुराजा +बहुराजे +बहुराज्ञी +बहुरि +बहुरिति +बहुरुजं +बहुरुजापीडितोऽयं +बहुरुद्रदेवत्या +बहुरूप +बहुरूपं +बहुरूपः +बहुरूपगर्भस्तोत्रम् +बहुरूपता +बहुरूपताम् +बहुरूपधरा +बहुरूपधृक् +बहुरूपमालभेत +बहुरूपमुमापतिम् +बहुरूपम् +बहुरूपया +बहुरूपवान् +बहुरूपश्च +बहुरूपस्य +बहुरूपा +बहुरूपां +बहुरूपाः +बहुरूपाणि +बहुरूपान् +बहुरूपाम् +बहुरूपाय +बहुरूपाश्च +बहुरूपास्त्रयो +बहुरूपिणः +बहुरूपिणी +बहुरूपी +बहुरूपे +बहुरूपेण +बहुरूपो +बहुरेखाः +बहुरेखेण +बहुरेव +बहुरोगपुरोगमः +बहुरोमा +बहुर् +बहुर्भव +बहुर्भवति +बहुर्वीहिः +बहुल +बहुलं +बहुलः +बहुलकस्य +बहुलग्रहणं +बहुलग्रहणस्य +बहुलग्रहणात् +बहुलग्रहणे +बहुलग्रहणेन +बहुलतया +बहुलतरं +बहुलता +बहुलत्वं +बहुलमन्यत्रापि +बहुलमाभीक्ष्ण्ये +बहुलमिति +बहुलमिष्ठवच्च +बहुलमुपलभ्यन्ते +बहुलमुपलम्भात् +बहुलमुपसंख्यानम् +बहुलमेतन्निदर्शनम् +बहुलम् +बहुलवचनं +बहुलवचनात् +बहुलवचनादस्मादपि +बहुलवचनान्न +बहुलवल्कलः +बहुलस्य +बहुला +बहुलां +बहुलाः +बहुलाक्षेत्रम् +बहुलानां +बहुलानि +बहुलान् +बहुलाभवान् +बहुलाभिमानः +बहुलायासं +बहुलाश् +बहुलाश्च +बहुलाश्व +बहुलाश्वं +बहुलाश्वेन +बहुलाश्वो +बहुलासु +बहुली +बहुलीकरणं +बहुलीकृतः +बहुलीकृतम् +बहुलीकृता +बहुलीकृताः +बहुलीभवन्ति +बहुले +बहुलेति +बहुलेन +बहुलेषु +बहुलेऽपि +बहुलैः +बहुलो +बहुलोकानां +बहुळ +बहुळं +बहुळग्रहणात् +बहुळग्रहणादिति +बहुळमिति +बहुळम् +बहुव +बहुवक्त्र +बहुवक्त्रनेत्रं +बहुवक्त्राणि +बहुवच +बहुवचन +बहुवचनं +बहुवचननिर्देशः +बहुवचननिर्देशात् +बहुवचनप्रयोगः +बहुवचनप्रयोगात् +बहुवचनप्रयोगो +बहुवचनमतन्त्रम् +बहुवचनमन्यतरस्याम् +बहुवचनमपि +बहुवचनमिति +बहुवचनमेव +बहुवचनम् +बहुवचनविषयत्वात् +बहुवचनविषयात् +बहुवचनस्य +बहुवचनात् +बहुवचनानि +बहुवचनान्त +बहुवचनान्तं +बहुवचनान्तः +बहुवचनान्ततया +बहुवचनान्तस्य +बहुवचनान्ता +बहुवचनान्तानां +बहुवचनान्तेन +बहुवचनान्तो +बहुवचनान्तोऽयं +बहुवचनान्तोऽयम् +बहुवचने +बहुवचनेन +बहुवचनेनैव +बहुवत् +बहुवत्सरम् +बहुवत्सरान् +बहुवर्णं +बहुवर्णा +बहुवर्णे +बहुवर्षं +बहुवर्षसहस्राणि +बहुवर्षाणि +बहुवर्षेभ्यः +बहुवल्लभः +बहुवस्तुभिः +बहुवा +बहुवातस्य +बहुवाताय +बहुवादिनम् +बहुवारं +बहुवारः +बहुवारकफलम् +बहुवारम् +बहुवार्षिकम् +बहुवासरम् +बहुवासरान् +बहुविघ्नं +बहुविघ्नानि +बहुवित्तं +बहुवित्तवान् +बहुवित्तव्ययायाससाध्ये +बहुवित्तसंयुताः +बहुवित्तानि +बहुविदग्निमुद्धरेत् +बहुविद्यावान् +बहुविध +बहुविधं +बहुविधः +बहुविधत्वात् +बहुविधधारोपेतः +बहुविधभावितात्मनः +बहुविधम् +बहुविधस्य +बहुविधा +बहुविधां +बहुविधाः +बहुविधान +बहुविधानां +बहुविधानि +बहुविधान् +बहुविधे +बहुविधेन +बहुविधै +बहुविधैः +बहुविधो +बहुविषया +बहुविस्तरं +बहुविस्तरः +बहुविस्तरम् +बहुविस्तरा +बहुविस्तराः +बहुविस्तरे +बहुविस्तरैः +बहुवीर्या +बहुवेगेन +बहुवेदनः +बहुव्यामा +बहुव्रणम् +बहुव्री +बहुव्रीहयः +बहुव्रीहावपि +बहुव्रीहाविति +बहुव्रीहावित्यर्थः +बहुव्रीहि +बहुव्रीहिं +बहुव्रीहिः +बहुव्रीहिगर्भो +बहुव्रीहिग्रहणं +बहुव्रीहिणा +बहुव्रीहिणैव +बहुव्रीहित्वम् +बहुव्रीहित्वात् +बहुव्रीहिनिर्देशः +बहुव्रीहिपक्षे +बहुव्रीहियवायै +बहुव्रीहिरपि +बहुव्रीहिरयं +बहुव्रीहिरयम् +बहुव्रीहिरिति +बहुव्रीहिरित्याह +बहुव्रीहिरुत्तरपदलोपश्च +बहुव्रीहिरेव +बहुव्रीहिर्न +बहुव्रीहिर्भवति +बहुव्रीहिर्भविष्यति +बहुव्रीहिर्वक्तव्यः +बहुव्रीहिर्वा +बहुव्रीहिर्वाच्यः +बहुव्रीहिर्वाच्यो +बहुव्रीहिवत् +बहुव्रीहिवत्त्वे +बहुव्रीहिश्च +बहुव्रीहिसंज्ञासूत्रम् +बहुव्रीहिसमासः +बहुव्रीहिसमासनिष्पन्नः +बहुव्रीहिसमासे +बहुव्रीहिस्तत्र +बहुव्रीहिस्वरं +बहुव्रीहिस्वरः +बहुव्रीहिस्वरेण +बहुव्रीही +बहुव्रीहे +बहुव्रीहेः +बहुव्रीहेरिति +बहुव्रीहेरूधसो +बहुव्रीहेर्न +बहुव्रीहेश्च +बहुव्रीहेश्चान्तोदात्तात् +बहुव्रीहौ +बहुव्रीह्यर्थे +बहुश +बहुशः +बहुशत्रुः +बहुशब्द +बहुशब्दपर्यायोऽयं +बहुशब्दस्य +बहुशब्दात् +बहुशब्दो +बहुशलाकं +बहुशल्यश्च +बहुशश्च +बहुशस्तत्र +बहुशस्तथा +बहुशस्तदा +बहुशस्तु +बहुशस्तेन +बहुशस्या +बहुशाः +बहुशाखं +बहुशाखत्वं +बहुशाखा +बहुशाखाः +बहुशाखायुक्ताः +बहुशाखो +बहुशिरा +बहुशीघ्रं +बहुशो +बहुशोभनम् +बहुशोऽपि +बहुश्च +बहुश्रुत +बहुश्रुतं +बहुश्रुतः +बहुश्रुतम् +बहुश्रुता +बहुश्रुताः +बहुश्रुतानां +बहुश्रुतान् +बहुश्रुताय +बहुश्रुते +बहुश्रुतेः +बहुश्रुतो +बहुश्रुतौ +बहुश्रेयसि +बहुश्रेयसी +बहुश्रेयसीति +बहुश्रेयस्या +बहुश्रेयस्याः +बहुश्रेयस्यै +बहुश्रेयान् +बहुश्लेष्मा +बहुष +बहुषु +बहुष्वनियमः +बहुष्वपि +बहुष्वप्सरसः +बहुष्वर्थेषु +बहुष्विति +बहुष्वित्येव +बहुष्वेव +बहुष्व् +बहुस +बहुसंख्या +बहुसंख्याकं +बहुसंख्याकाः +बहुसंसारयोनिषु +बहुसंस्थिते +बहुसङ्ख्याकाः +बहुसम्मतः +बहुसम्मताः +बहुसाधनता +बहुसाहस्रा +बहुसाहस्राः +बहुसुता +बहुसुन्दरं +बहुसुवर्णकः +बहुसूवरी +बहुसो +बहुसौख्यं +बहुस्त्रीकं +बहुस्यां +बहुस्रवा +बहुस्रावा +बहुहस्तिकायै +बहुऽधा +बहुऽभ्यः +बहु॒धा +बहु॒धैक॑रूपाः +बहु॒लं +बहु॒ला +बहु॒लाभि॑मानः +बहु॒ले +बहू +बहूं +बहूंश्च +बहूक्तं +बहूक्तेन +बहूक्त्या +बहूणि +बहूत +बहूदक +बहूदकं +बहूदकः +बहूदकम् +बहूदकस्य +बहूदका +बहूदकाः +बहूदके +बहूदको +बहूदरं +बहून +बहूनपि +बहूनर्थान् +बहूना +बहूनां +बहूनाञ्च +बहूनाम +बहूनामपि +बहूनामर्थानां +बहूनामिति +बहूनामिह +बहूनामेकं +बहूनामेमि +बहूनामेव +बहूनाम् +बहूनि +बहूनिति +बहूनीति +बहूनीन्द्रसहस्राणि +बहूनीह +बहून् +बहून्यत्र +बहून्यथ +बहून्यदृष्टपूर्वाणि +बहून्यन्यानि +बहून्यपत्यानि +बहून्यपि +बहून्यब्दशतान्यपि +बहून्यब्दसहस्राणि +बहून्यस्य +बहून्यहानि +बहून्येतस्याः +बहून्येव +बहून्य् +बहूपकरणा +बहूपकृतं +बहूर्जि +बहू॒धा +बहे +बहेन +बहो +बहोः +बहोरपि +बहोरि +बहोरिति +बहोरेव +बहोर् +बहोर्धाऽविप्रकृष्टकाले +बहोर्नञ्वदुत्तरपदभूम्नि +बहोर्लोपो +बहौ +बह् +बह्गवान् +बह्नि +बह्निं +बह्निना +बह्नौ +बह्म +बह्मण +बह्मणि +बह्मणो +बह्मसिद्धिव्याख्या +बह्मा +बह्मेति +बह्व +बह्वः +बह्वङ्कुरा +बह्वच +बह्वचः +बह्वचाः +बह्वचो +बह्वचोऽनजिरादीनाम् +बह्वचोऽन्तोदात्तात् +बह्वच् +बह्वच्कत्वात् +बह्वजङ्गात् +बह्वजाविकायै +बह्वति 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+बांकुडामण्डलस्य +बांग्ला +बांट +बांदा +बांध +बांधकर +बांधता +बांधते +बांधना +बांधने +बांधव +बांधवं +बांधवः +बांधवम् +बांधवा +बांधवाः +बांधवानां +बांधवान् +बांधवैः +बांधा +बांधे +बांला +बांलादेशस्य +बांलालिपिः +बांस +बांसवाडा +बांसवाडामण्डलम् +बाः +बाइचिङ्ग +बाइट्स +बाइबल +बाई +बाईं +बाईसवां +बाएँ +बाएं +बाकम् +बाकानि +बाकी +बाकुची +बाकुरं +बाक्य +बाक्यं +बाक्सैट् +बाग +बागपतमण्डलम् +बागपत् +बागमती +बागलकोटे +बागलकोटेमण्डलम् +बागलकोटेमण्डलस्य +बागलकोटेमण्डले +बागलकोटेलोकसभाक्षेत्रम् +बागलकोटेलोकसभाक्षेत्रे +बागलकोटेविधानसभाक्षेत्रम् +बागा +बागे +बागेव +बागेश्वर +बागेश्वरमण्डलम् +बागेश्वरम् +बाग् +बाघ +बाघः +बाघकाभावात् +बाघ् +बाङ्का +बाङ्कामण्डलम् +बाङ्गला +बाङ्गलादेश +बाङ्गलादेशः +बाङ्गलादेशस्य +बाङ्गलादेशे +बाङ्गलापत्रिकाणाम् +बाङ्गलाभाषा +बाङ्गलालिपिः +बाङ्गलावर्णमाला +बाङ्गाली +बाङ्ग्ला +बाङ्ग्लादेश +बाङ्ग्लादेशः +बाङ्ग्लादेशस्य +बाङ्ग्लादेशे +बाच +बाचं +बाचा +बाचि +बाच्यं +बाच्यम् +बाज +बाजरा +बाजरी +बाजा +बाजाओं +बाजार +बाजार् +बाजि +बाजी +बाजीराव +बाजु +बाजूस +बाजे +बाझे +बाट +बाटी +बाट्मान् +बाड +बाडमेर +बाडमेरमण्डलम् +बाडव +बाडवः +बाडवो +बाड्मिण्टन् +बाढ +बाढं +बाढमर्थः +बाढमस्ति +बाढमिति +बाढमित्यब्रवीत् +बाढमित्याह +बाढमित्युक्त्वा +बाढमित्येव +बाढमित्येवमुक्त्वा +बाढमुक्त्वा +बाढमेवं +बाढम् +बाढ़ +बाण +बाणं +बाणः +बाणगङ्गा +बाणगणैः +बाणगतिं +बाणजालं +बाणजालेन +बाणजालैः +बाणज्येष्ठं +बाणतां +बाणत्वं +बाणपथं +बाणपरम्परा +बाणपाणिर्धनुर्धरः +बाणपुत्री +बाणभट्ट +बाणभट्टः +बाणभट्टस्य +बाणभट्टेन +बाणमयं +बाणमादाय +बाणमेकं +बाणमेव +बाणम् +बाणयुद्धे +बाणरूपा +बाणलिङ्गं +बाणलिङ्गस्य +बाणलिङ्गानि +बाणलिङ्गे +बाणवत् +बाणवन्तः +बाणवन्तौ +बाणवर्षं +बाणवर्षेण +बाणवर्षैः +बाणवान् +बाणविंशत्या +बाणविशेषः +बाणवृष्टिं +बाणशब्दे +बाणश्च +बाणस्तु +बाणस्य +बाणहस्तः +बाणा +बाणां +बाणांधकारे +बाणांश्च +बाणाः +बाणात् +बाणाना +बाणानां +बाणान् +बाणान्धकारे +बाणापर्णीं +बाणाभ्यां +बाणाय +बाणावलीः +बाणावसरं +बाणाश्च +बाणासनं +बाणासुर +बाणासुरः +बाणासुरस्य +बाणासुरो +बाणास्तरिष्यन्ति +बाणास्तु +बाणास्तेषां +बाणिजके +बाणिज्य +बाणिज्यं +बाणिज्यम् +बाणिज्ये +बाणिज्येन +बाणिनी +बाणी +बाणे +बाणेति +बाणेन +बाणेनैकेन +बाणेषु +बाणै +बाणैः +बाणैरताडयत् +बाणैरिति +बाणैर्न +बाणैर्विव्याध +बाणैश्च +बाणो +बाणों +बाणोऽपि +बाणोऽयं +बाणौ +बाणौघान् +बाणौघैः +बाणौधैः +बात +बातः +बातको +बातचीत +बाता +बाति +बाते +बातें +बातो +बातों +बात् +बाथ +बाद +बादः +बादर +बादरं +बादरायण +बादरायणः +बादरायणस्य +बादरायणस्यानपेक्षत्वात् +बादरायणस्यैवं +बादरायणिः +बादरायणेन +बादरायणो +बादरायणोऽतः +बादरायणोऽस्ति +बादरिः +बादरिकः +बादरिरस्य +बादरिराचार्यो +बादरिराह +बादरिर् +बादल +बादलों +बादल् +बादशाह +बादामि +बादामी +बादामीनगरे +बादामीविधानसभाक्षेत्रम् +बादी +बाध +बाधं +बाधंते +बाधः +बाधक +बाधकं +बाधकः +बाधकज्ञानं +बाधकतत्त्वानि +बाधकत्व +बाधकत्वं +बाधकत्वमिति +बाधकत्वम् +बाधकत्वात् +बाधकत्वे +बाधकत्वेन +बाधकप्रत्ययाभावात् +बाधकप्रत्ययो +बाधकप्रमाणाभावो +बाधकप्रमाविरहो +बाधकबाधनार्थम् +बाधकभाष्यम् +बाधकमस्ति +बाधकमाह +बाधकमिति +बाधकमित्यत +बाधकमित्यर्थः +बाधकमुक्तम् +बाधकम् +बाधकसत्त्वात् +बाधकसद्भावात् +बाधकस्तर्कः +बाधकस्य +बाधका +बाधकाः +बाधकात् +बाधकानां +बाधकानि +बाधकान् +बाधकान्तरमाह +बाधकान्येव +बाधकाभाव +बाधकाभावः +बाधकाभावाच्च +बाधकाभावात् +बाधकाभावादिति +बाधकाभावे +बाधकाभावेन +बाधकामावेन +बाधके +बाधकेति +बाधकेन +बाधको +बाधकोक्तिः +बाधकोद्धारः +बाधकौ +बाधज्ञानं +बाधज्ञानस्य +बाधत +बाधतां +बाधतामितः +बाधताम् +बाधति +बाधते +बाधतेऽत्यर्थं +बाधते॒ +बाधथाः +बाधदर्शनात् +बाधध्वे +बाधन +बाधनं +बाधनम् +बाधनस्पर्शनयोः +बाधना +बाधनात् +बाधनाय +बाधनार्थं +बाधनार्थम् +बाधनालक्षणं +बाधनालक्षणः +बाधनिश्चयस्य +बाधने +बाधन्त +बाधन्ते +बाधप्रसङ्गात् +बाधमान +बाधमानं +बाधमानः +बाधमाना +बाधमानाः +बाधमानो +बाधमाह +बाधयति +बाधया +बाधवर्जितः +बाधवारणाय +बाधश्च +बाधसे +बाधस्य +बाधस्व +बाधस्वेत्यर्थः +बाधा +बाधां +बाधाः +बाधात् +बाधादिति +बाधादित्यर्थः +बाधादेव +बाधानुपपत्तेः +बाधान्न +बाधापत्तेः +बाधाभावात् +बाधाभावे +बाधामहे +बाधामहे॒ +बाधाम् +बाधाय +बाधाया +बाधायां +बाधायाम् +बाधायोगात् +बाधि +बाधिका +बाधिकाः +बाधिकेति +बाधित +बाधितं +बाधितः +बाधितत्वं +बाधितत्वम् +बाधितत्वाच्च +बाधितत्वात् +बाधितत्वादिति +बाधितत्वादित्यर्थः +बाधितत्वे +बाधितत्वेन +बाधितमपि +बाधितमिति +बाधितमेव +बाधितमेवेति +बाधितम् +बाधितविषयं +बाधितविषयत्वं +बाधितविषयत्वम् +बाधितविषयम् +बाधितव्यः +बाधितव्यम् +बाधितस्य +बाधिता +बाधिताः +बाधितानि +बाधितानुवृत्तिः +बाधितानुवृत्त्या +बाधिताय +बाधितासः +बाधितु +बाधितुं +बाधितुम् +बाधिते +बाधितेति +बाधितो +बाधितोऽपि +बाधित्वा +बाधिर्य +बाधिर्यं +बाधिर्ये +बाधिर्य्यं +बाधिर्य्ये +बाधिष्ट +बाधिष्यत +बाधिष्यते +बाधी +बाधृ +बाधे +बाधेत +बाधेति +बाधेते +बाधेतेति +बाधेथां +बाधेन +बाधेयाताम् +बाधेरन् +बाधेऽपि +बाधे॑ +बाधो +बाधोपपत्तेः +बाधोऽपि +बाधोऽस्ति +बाध्द्यत +बाध्द्यते +बाध्य +बाध्यं +बाध्यः +बाध्यकारी +बाध्यत +बाध्यतया +बाध्यता +बाध्यतां +बाध्यताम् +बाध्यते +बाध्यत्वं +बाध्यत्वमिति +बाध्यत्वम् +बाध्यत्वात् +बाध्यत्वे +बाध्यत्वेन +बाध्यन्त +बाध्यन्ते +बाध्यबाधकभाव +बाध्यबाधकभावं +बाध्यबाधकभावः +बाध्यबाधकभावो +बाध्यमानं +बाध्यमानः +बाध्यमानत्वात् +बाध्यमानस्य +बाध्यमाना +बाध्यमाने +बाध्यमानो +बाध्यमानोऽपि +बाध्यमिति +बाध्यम् +बाध्यसे +बाध्यस्य +बाध्या +बाध्ये +बाध्येत +बाध्येति +बाध्येते +बाध्येतेति +बाध्येरन् +बाध्यो +बाध्वः +बाध॑तां॒ +बाध॑ते +बाध॑ते॒ +बाध॑मानः +बाध॑माना +बाध॑माना॒ +बाध॑से +बाध॑स्व +बान +बानर +बाना +बानि +बानी +बाने +बान् +बान्ति +बान्दा +बान्दामण्डलम् +बान्द्रा +बान्ध +बान्धकिनेयः +बान्धव +बान्धवं +बान्धवः +बान्धवगढ +बान्धवजनस्याज्ञातपीडागमे +बान्धवजनो +बान्धवत्यागो +बान्धवम् +बान्धवस्य +बान्धवा +बान्धवांश्च +बान्धवाः +बान्धवादयः +बान्धवानपि +बान्धवानां +बान्धवानाम् +बान्धवान् +बान्धवार्थं +बान्धवाश्च +बान्धवास्तथा +बान्धवास्ते +बान्धवास्त्वां +बान्धवी +बान्धवे +बान्धवेन +बान्धवेभ्यः +बान्धवेभ्यो +बान्धवेषु +बान्धवैः +बान्धवैरुदकक्रिया +बान्धवैर्मुक्तं +बान्धवैश्च +बान्धवो +बाप +बापा +बापि +बापु +बापू +बापूदेव +बापूदेवः +बापूदेवेन +बापूदेवोक्तं +बापूदेवोक्तः +बापूदेवोक्तो +बाप्प +बाब +बाबधे +बाबर +बाबरः +बाबरी +बाबा +बाबाबुडनगिरिः +बाबासाहेब +बाबी +बाबु +बाबुभाई +बाबुल् +बाबू +बाभ्रवं +बाभ्रवीयाः +बाभ्रव्य +बाभ्रव्यः +बाभ्रव्यशाखायाम् +बाभ्रव्यायणी +बाभ्रव्यो +बाम +बामे +बामेन +बाम्बे +बाय +बायस +बाया +बायां +बायी +बायीं +बायुः +बाये +बायें +बायेन +बायो +बायोः +बाय्सी +बार +बारं +बारंबार +बारः +बारडोली +बारडोलीमण्डले +बारदोलोई +बारबार +बारम्बार +बारह +बारहवाँ +बारहवां +बारहवें +बारहें +बारहों +बारा +बाराबङ्की +बाराबङ्कीमण्डलम् +बारामण्डलम् +बारामती +बारामूला +बारामूलामण्डलम् +बारासात +बारि +बारिधि +बारी +बारीक +बारे +बारोग् +बार् +बार्पेट +बार्पेटमण्डलम् +बार्बर +बार्बरा +बार्ह +बार्हत +बार्हतं +बार्हतः +बार्हतम् +बार्हता +बार्हताः +बार्हतानां +बार्हतानाम् +बार्हतानि +बार्हताय +बार्हती +बार्हते +बार्हतेन +बार्हतेऽहनि +बार्हतैः +बार्हतो +बार्हतौ +बार्हदुक्थं +बार्हदुक्थम् +बार्हदुक्थस्य +बार्हदुक्थे +बार्हद्गिरं +बार्हद्गिरम् +बार्हद्रथं +बार्हद्रथो +बार्हस्पत्य +बार्हस्पत्यं +बार्हस्पत्यः +बार्हस्पत्यम् +बार्हस्पत्यश् +बार्हस्पत्यश्च +बार्हस्पत्यश्चरुः +बार्हस्पत्यस्य +बार्हस्पत्या +बार्हस्पत्यां +बार्हस्पत्याः +बार्हस्पत्यामिति +बार्हस्पत्याम् +बार्हस्पत्ये +बार्हस्पत्येति +बार्हस्पत्येन +बार्हस्पत्यो +बार्हस्पत्यौ +बार्ह॑तैः +बाल +बालं +बालः +बालअ +बालक +बालकं +बालकः +बालकके +बालकको +बालकप्रिया +बालकम् +बालकयोः +बालकल्याणमण्डली +बालकवत् +बालकविः +बालकश्च +बालकस्तत्र +बालकस्तथा +बालकस्य +बालकस्यापि +बालकस्येव +बालका +बालकाः +बालकाख्यायिका +बालकाण्ड +बालकाण्डः +बालकाण्डम् +बालकाण्डे +बालकानां +बालकानाम् +बालकान् +बालकान्वितां +बालकाय +बालकाश्च +बालकुन्दानुविद्धं +बालकृष्ण +बालकृष्णं +बालकृष्णः +बालकृष्णकः +बालकृष्णकम् +बालकृष्णदीक्षितः +बालकृष्णश्च +बालकृष्णसरश्चापि +बालकृष्णस्तदा +बालकृष्णस्तु +बालकृष्णस्य +बालकृष्णाज्ञया +बालकृष्णाय +बालकृष्णालयं +बालकृष्णाऽनादिकृष्णनारायण +बालकृष्णे +बालकृष्णेन +बालकृष्णो +बालकृष्णोऽपि +बालके +बालकेन +बालकेभ्यः +बालकेलिः +बालकेलिषु +बालकेषु +बालकै +बालकैः +बालको +बालकों +बालकोऽपि +बालकौ +बालक्रीडनकं +बालक्रीडनकानि +बालक्रीडया +बालक्रीडां +बालक्रीडावर्णनम् +बालखिल्या +बालखिल्याः +बालखिल्याश्च +बालगङ्गाधर +बालगङ्गाधरतिलकः +बालगङ्गाधरनाथस्वामी +बालगर्भिणी +बालगेहं +बालगोपालः +बालग्रहा +बालग्रहाः +बालघातिनी +बालघाती +बालचन्द्र +बालचन्द्रं +बालचन्द्रः +बालचन्द्रमाः +बालचन्द्रस्य +बालचन्द्रिका +बालचरितं +बालचरितम् +बालचरिते +बालजनस्य +बालतया +बालता +बालतां +बालतृण +बालतृणं +बालतृणम् +बालतृणानि +बालत्वं +बालत्वात् +बालत्वे +बालत्वेऽपि +बालदिनम् +बालधनं +बालधिः +बालध्वनिं +बालनीतिकथामाला +बालपत्रश्च +बालपीडा +बालपुत्रा +बालपुरस्कारभाजः +बालपृथग्जनाः +बालप्रिया +बालप्रियालोचनभाष्यसमेतम् +बालबाला +बालबालिकाः +बालबिम्बं +बालबिल्वं +बालबोधाय +बालबोधिनी +बालभारत +बालभारतम् +बालभारती +बालभावं +बालभावः +बालभावस्य +बालभावे +बालभावेन +बालभावेऽपि +बालमनोरमा +बालमनोरमायां +बालमन्दारवृक्षः +बालमादाय +बालमित्याहुः +बालमित्रं +बालमिमं +बालमिव +बालमुपादाय +बालमुरलीकृष्णः +बालमुशीरं +बालमूलकम् +बालमूषिका +बालमृगाक्षि +बालमृगेन्द्रं +बालमृगेन्द्रम् +बालमेघनादः +बालम् +बालया +बालयोः +बालयोगिनी +बालयोगिनीगीतायां +बालयोगिन्या +बालरण्डा +बालरामायण +बालरामायणं +बालरामायणम् +बालरामायणे +बालरूप +बालरूपं +बालरूपः +बालरूपधृक् +बालरूपाय +बालरूपिणः +बालरूपिणम् +बालरूपी +बालरूपेण +बालरूपो +बालरोगनिदानम् +बालरोगाधिकारः +बाललीलया +बाललीला +बाललीलां +बालवत् +बालवनिता +बालवपुः +बालवपुषे +बालवल्लभः +बालवल्लभस्य +बालवल्ल्यः +बालवासा +बालविवाह +बालवृद्धकृशातुरान् +बालवृद्धयोः +बालवृद्धातुराणां +बालवृद्धानां +बालवृद्धौ +बालवे +बालशिक्षणस्य +बालश्च +बालसाहित्यकाराः +बालसाहित्यम् +बालसाहित्यस्य +बालसुब्रह्मण्यम् +बालस्तं +बालस्तथा +बालस्तु +बालस्ते +बालस्त्वं +बालस्थानं +बालस्थाने +बालस्य +बालस्यापि +बालस्यास्य +बालस्येव +बालस्स +बालहत्या +बालहन्ता +बालहा +बाला +बालाँश्च +बालां +बालांश्च +बालाः +बालाक +बालाकिं +बालाकिः +बालाकिर्न +बालाकिर्य +बालाके +बालाकोट् +बालाक्या +बालागारं +बालागारे +बालाग्रं +बालाग्रशतभागस्य +बालाघाट +बालाघाटमण्डलम् +बालाजी +बालाजीमन्दिरम् +बालातपः +बालातपनिभांशुकम् +बालातपरक्तसानुः +बालातपेन +बालादपि +बालादयः +बालादीनां +बालाद्या +बालान +बालानन्दिनीव्याख्यासहिता +बालानपि +बालाना +बालानां +बालानाञ्च +बालानादाय +बालानामजगल्लिका +बालानामपि +बालानामिव +बालानामेव +बालानाम् +बालानि +बालान् +बालापत्या +बालापत्यानि +बालापि +बालाभिः +बालाभ्यां +बालाम् +बालाम्बुदमेचकेन +बालाय +बालाया +बालायां +बालायाः +बालायै +बालारुणकोमलेन +बालारुणबभ्रु +बालार्क +बालार्कं +बालार्कसदृशप्रभम् +बालार्कस्तरुणं +बालालय +बालालयं +बालालयस्य +बालालये +बालालापैः +बालावबोधार्थ +बालावबोधार्थं +बालाविव +बालाश्च +बालासु +बालास्त +बालास्तु +बालास्ते +बालाहोऽश्वराजः +बालि +बालिकया +बालिका +बालिकां +बालिकाः +बालिकानां +बालिकाभ्यः +बालिकाम् +बालिकायाः +बालिकाश्च +बालिकाश्चापि +बालिकास्तथा +बालिके +बालिखिल्या +बालिति +बालिति॑ +बालिना +बालियोल +बालिवुड् +बालिश +बालिशं +बालिशः +बालिशजातीयो +बालिशतया +बालिशम् +बालिशस्तु +बालिशस्त्वं +बालिशस्य +बालिशा +बालिशाः +बालिशानां +बालिशीक्रियते +बालिशे +बालिशेन +बालिशेषु +बालिशैः +बालिशो +बालिश्यं +बालिश्याद् +बाली +बालु +बालुकम् +बालुका +बालुकाभिः +बालुकायां +बालुकेव +बालुरघाट +बाले +बालेति +बालेन +बालेनापि +बालेनैव +बालेन्दु +बालेभ्यः +बालेभ्यो +बालेय +बालेयं +बालेयः +बालेया +बालेयास्तण्डुलाः +बालेव +बालेश्वर +बालेश्वरमण्डलम् +बालेषु +बालेष्वपि +बालेऽपि +बालै +बालैः +बालैरपि +बालैव +बालैश्च +बालो +बालों +बालोपि +बालोऽपि +बालोऽयं +बालोऽयमिति +बालोऽसि +बालोऽसौ +बालोऽहं +बालौ +बाल् +बाल्टिस्थानम् +बाल्टी +बाल्टो +बाल्मीकीये +बाल्य +बाल्यं +बाल्यकाल +बाल्यकालः +बाल्यकालस्य +बाल्यकालात् +बाल्यकालादेव +बाल्यकाले +बाल्यजीवनं +बाल्यजीवनम् +बाल्यञ्च +बाल्यतः +बाल्यनाम 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+बाहवस्ते +बाहवा +बाहविः +बाहवे +बाहवेति +बाहवो +बाहा +बाहि +बाहिनी +बाहिर +बाहिरकं +बाहिरतो +बाही +बाहीकः +बाहीकग्रामेभ्यश्च +बाहु +बाहुं +बाहुः +बाहुक +बाहुकं +बाहुकः +बाहुकम् +बाहुकस्य +बाहुका +बाहुके +बाहुकेन +बाहुको +बाहुकोटिज्ये +बाहुच्युता +बाहुच्युतो +बाहुजः +बाहुजवेश्मनि +बाहुजाः +बाहुजातोरुजातानां +बाहुजानां +बाहुतः +बाहुतेव +बाहुदण्डयोः +बाहुदा +बाहुदां +बाहुदामथ +बाहुदीर्घं +बाहुद्वयं +बाहुद्वये +बाहुद्वयेन +बाहुना +बाहुनामसु +बाहुनामैतत् +बाहुपञ्जरे +बाहुपर्यन्तविस्तारं +बाहुपाशेन +बाहुपृष्ठतः +बाहुप्रतापार्जितम् +बाहुप्रहरणो +बाहुबल +बाहुबलं +बाहुबलिः +बाहुबलिनः +बाहुबली +बाहुबले +बाहुबलेः +बाहुबलेन +बाहुभिः +बाहुभिश्च +बाहुभूषणम् +बाहुभूषणे +बाहुभ्यां +बाहुभ्याञ्च +बाहुभ्यामुत +बाहुभ्यामुद्यच्छ +बाहुभ्यामेव +बाहुभ्याम् +बाहुभ्याꣳ +बाहुमध्ये +बाहुमनु +बाहुमन्यमिच्छस्व +बाहुमन्वारभ्य +बाहुमन्वावर्तते +बाहुमभिप्रसार्य +बाहुमात्रं +बाहुमात्रः +बाहुमात्रा +बाहुमात्राः +बाहुमात्रे +बाहुमान् +बाहुमिति +बाहुमुत्क्षिप्य +बाहुमुद्धृत्य +बाहुमुद्यम्य +बाहुमुपावहृत्य +बाहुमूलं +बाहुमूलयोः +बाहुमूले +बाहुम् +बाहुयुगलं +बाहुयुग्मं +बाहुयुग्मे +बाहुयुद्ध +बाहुयुद्धं +बाहुयुद्धे +बाहुयुद्धेन +बाहुरकम्पत +बाहुरयं +बाहुरसि +बाहुरिति +बाहुरेव +बाहुर् +बाहुर्नाम +बाहुर्नित्यं +बाहुर्भग्नशाख +बाहुर्भुजो +बाहुर्यस्य +बाहुर्वा +बाहुल +बाहुलं +बाहुलकं +बाहुलका +बाहुलकात् +बाहुलकादरः +बाहुलकादिति +बाहुलकादौणादिक +बाहुलकाद् +बाहुलकाद्गुणः +बाहुलकेन +बाहुलतया +बाहुलतां +बाहुलतान्तरे +बाहुलतिकायाः +बाहुलतोपधायिनी +बाहुलिको +बाहुली +बाहुलीना +बाहुलेय +बाहुलेयः +बाहुलेयस्य +बाहुल्य +बाहुल्यं +बाहुल्यभिया +बाहुल्यमिति +बाहुल्यम् +बाहुल्या +बाहुल्यात् +बाहुल्यादिति +बाहुल्याद् +बाहुल्ये +बाहुल्येन +बाहुल्येनेति +बाहुल्येनैव +बाहुवनं +बाहुवीर्यं +बाहुवीर्यमुपाश्रितः +बाहुवीर्ये +बाहुवीर्येण +बाहुवोः +बाहुवोर् +बाहुशतमुद्यम्य +बाहुशर्धी +बाहुशालिनः +बाहुशालिना +बाहुशालिनाम् +बाहुशाली +बाहुशीर्षे +बाहुश्च +बाहुश्रुत्यं +बाहुषु +बाहुसहस्रं +बाहुसहस्रन्तु +बाहुसहस्रभृत् +बाहुसहस्रवान् +बाहुसहस्रस्य +बाहुसहस्रेण +बाहुसीमान्तं +बाहुस् +बाहुस्य +बाहुऽच्युता +बाहुऽभ्याम् +बाहु॒च्युता॑ +बाहू +बाहूंश्च +बाहूदरं +बाहूनां +बाहून् +बाहूबाहवि +बाहृ +बाहो +बाहोः +बाहोश्च +बाहौ +बाह्म +बाह्मण +बाह्मणः +बाह्मणानां +बाह्मणो +बाह्मे +बाह्य +बाह्यं +बाह्यः +बाह्यकरण +बाह्यकरणानाम् +बाह्यकर्णः +बाह्यके +बाह्यकोपात् +बाह्यचिन्ता +बाह्यज्ञानं +बाह्यञ्च +बाह्यत +बाह्यतः +बाह्यतन्तूनि +बाह्यतया +बाह्यतश्च +बाह्यता +बाह्यतो +बाह्यतोऽन्तश्च +बाह्यत्वं +बाह्यत्वेन +बाह्यदृष्ट्या +बाह्यदेवताः +बाह्यदेशे +बाह्यद्रुति +बाह्यनुबन्धाः +बाह्यपदार्थानां +बाह्यपरिसन्धयः +बाह्यपूजा +बाह्यपूजां +बाह्यप्रदेशे +बाह्यप्रयत्न +बाह्यप्रयत्नाः +बाह्यप्रयत्नाश्च +बाह्यप्रयत्नास्तु +बाह्यभागः +बाह्यभित्तिः +बाह्यभित्तिस्तु +बाह्यभेदाश्च +बाह्यभ्रमरी +बाह्यमपि +बाह्यमाध्यात्मिकं +बाह्यमान्तरं +बाह्यमाभ्यंतरं +बाह्यमाभ्यन्तरं +बाह्यमिति +बाह्यमेव +बाह्यम् +बाह्यरूपेण +बाह्यवत् +बाह्यवस्तुषु +बाह्यवारं +बाह्यविद्या +बाह्यविषयेषु +बाह्यशृङ्खला +बाह्यशोकेनाप्याविष्टमित्यर्थः +बाह्यश्च +बाह्यसंपर्कतन्तुः +बाह्यसम्पर्कः +बाह्यसम्पर्कतन्तवः +बाह्यसम्पर्कतन्तु +बाह्यसम्पर्कतन्तुः +बाह्यसम्पर्कन्तुः +बाह्यसम्पर्काः +बाह्यसम्पर्काणि +बाह्यसुखनिस्स्पृहत्वात् +बाह्यस्तु +बाह्यस्थं +बाह्यस्थाः +बाह्यस्पर्शेषु +बाह्यस्पर्शेष्वसक्तात्मा +बाह्यस्पर्शेष्विति +बाह्यस्य +बाह्यस्यापि +बाह्यस्वरूपं +बाह्यहेतोः +बाह्या +बाह्यां +बाह्याः +बाह्याकारेण +बाह्याञ्छब्दाञ्छक्नुयाद्ग्रहणाय +बाह्यात् +बाह्यात्मा +बाह्याद् +बाह्याध्यात्मिकानां +बाह्यानां +बाह्यानामपि +बाह्यानि +बाह्यानिति +बाह्यानुबंधाः +बाह्यानुबन्धः +बाह्यानुबन्धाः +बाह्यान् +बाह्यान्तः +बाह्याभ्यन्तर +बाह्याभ्यन्तरं +बाह्याभ्यन्तरः +बाह्याभ्यन्तरतः +बाह्याभ्यन्तरभेदतः +बाह्याभ्यन्तरभेदेन +बाह्याभ्यन्तरमध्यमासु +बाह्याभ्यन्तरयोः +बाह्याभ्यन्तरविषयाक्षेपी +बाह्याभ्यन्तरस्तम्भवृत्तिर्देशकालसंख्याभिः +बाह्याभ्यन्तरे +बाह्याभ्यन्तरो +बाह्यायां +बाह्यायामं +बाह्यार्थ +बाह्यार्थं +बाह्यार्थः +बाह्यार्थस्य +बाह्यार्थे +बाह्यार्थो +बाह्याविद्यात्मशत्रुहननलक्षणं +बाह्याश्च +बाह्यास्तत्र +बाह्ये +बाह्येति +बाह्येन +बाह्येनोपनिष्क्रम्य +बाह्येन्द्रिय +बाह्येन्द्रियनिग्रहः +बाह्येन्द्रियव्यापारं +बाह्येन्द्रियसंयमः +बाह्येन्द्रियाणां +बाह्येन्द्रियाणि +बाह्येषु +बाह्येष्वपि +बाह्येष्वाभ्यन्तरेषु +बाह्येऽपि +बाह्येऽर्थे +बाह्यैः +बाह्यो +बाह्योद्यानस्थितहरशिरश्चन्द्रिकाधौतहर्म्या +बाह्योऽर्थः +बाह्योऽर्थो +बाह्यौ +बाह्र +बाह्रं +बाह्रोः +बाह्लिकः +बाह्लिकम् +बाह्लिका +बाह्लिके +बाह्लिकैः +बाह्लीक +बाह्लीकं +बाह्लीकः +बाह्लीकश्च +बाह्लीकस्य +बाह्लीका +बाह्लीकाः +बाह्लीके +बाह्लीकेन +बाह्लीको +बाह्वन्तं +बाह्वन्तरं +बाह्वन्तरे +बाह्वन्तात्संज्ञायाम् +बाह्वादित्वादिञ् +बाह्वादिभ्यश्च +बाह्वृच्यम् +बाह्वो +बाह्वोः +बाह्वोरुरसि +बाह्वोर् +बाह्वोर्बलं +बाह्वोश्च +बाह्वोस्तु +बाह्‍य +बाऽपि +बा॑धते +बा॑धस्व +बा॒णाः +बा॒ध॒ते॒ +बा॒ध॒स्व॒ +बा॒हवा॑ +बा॒हुं +बा॒हुभ्यां॒ +बा॒हुभ्या॒मिति॑ +बा॒हुर॑सि॒ +बा॒हुषु॑ +बा॒हुऽभ्या॑म् +बा॒हू +बा॒ह्वोः +बि +बिं +बिंद +बिंदवः +बिंदु +बिंदुः +बिंदुना +बिंब +बिंबं +बिंबधर +बिंबस्य +बिंबानां +बिंबानि +बिंबे +बिंबेषु +बिंबोष्ठीं +बिः +बिअ +बिक +बिकल +बिकानेर +बिखरे +बिख्याता +बिग +बिगाड़ +बिगाड़ने +बिग् +बिग्यान +बिघा +बिच +बिचार +बिचारा +बिचारि +बिचारी +बिचारे +बिचित्र +बिजनौर +बिजनौरमण्डलम् +बिजय +बिजली +बिजापुर +बिजापुरं +बिजापुरनगरविधानसभाक्षेत्रम् +बिजापुरनगरे +बिजापुरमण्डलम् +बिजापुरमण्डलस्य +बिजापुरमण्डले +बिजापुरम् +बिजापुरलोकसभाक्षेत्रम् +बिजापुरलोकसभाक्षेत्रे +बिजापुरस्य +बिजुली +बिजुलीरूप +बिजौलिया +बिज्जलः +बिट +बिटप +बिटिष् +बिड +बिडं +बिडः +बिडङ्गं +बिडम् +बिडम्बना +बिडयोगेन +बिडला +बिडाल +बिडालं +बिडालः +बिडालकः +बिडालपदकं +बिडालश्च +बिडालस्य +बिडाला +बिडाली +बिडालेन +बिडालो +बिडौजसा +बिडौजा +बिडौजाः +बित +बिता +बिति +बिद +बिदकुलं +बिदनूरु +बिदा +बिदाः +बिदादिभ्योऽञ् +बिदादी +बिदानामपत्यं +बिदि +बिदित +बिदुः +बिद्धि +बिद्यते +बिद्या +बिधा +बिधाता +बिधानचन्द्रः +बिधि +बिधिः +बिधीयते +बिधु +बिन +बिनती +बिनय +बिनवउँ +बिना +बिनीता +बिनु +बिने +बिनेट् +बिन् +बिन्द +बिन्दति +बिन्दव +बिन्दवः +बिन्दवो +बिन्दु +बिन्दुं +बिन्दुः +बिन्दुओं +बिन्दुकं +बिन्दुकः +बिन्दुकम् +बिन्दुगतं +बिन्दुतः +बिन्दुत्रयं +बिन्दुद्वयं +बिन्दुधारणात् +बिन्दुना +बिन्दुनाद +बिन्दुनादविभूषितम् +बिन्दुनादसमन्वितम् +बिन्दुनादात्मकं +बिन्दुनादौ +बिन्दुनेन्दुना +बिन्दुपृषताः +बिन्दुप्रवेशकौ +बिन्दुभिः +बिन्दुमती +बिन्दुमत् +बिन्दुमत्या +बिन्दुमध्ये +बिन्दुमात्रं +बिन्दुमान् +बिन्दुमालिनी +बिन्दुम् +बिन्दुयुक्तं +बिन्दुयुक्ताः +बिन्दुयुतं +बिन्दुरच्छेदकारणम् +बिन्दुरपि +बिन्दुरिति +बिन्दुरिवाम्भसः +बिन्दुरुच्यते +बिन्दुरूपं +बिन्दुरूपेण +बिन्दुरेखा +बिन्दुरेव +बिन्दुर् +बिन्दुशः +बिन्दुश्च +बिन्दुषु +बिन्दुसंयुक्तं +बिन्दुसंयुतम् +बिन्दुसरः +बिन्दुसरो +बिन्दुसहितं +बिन्दुसारः +बिन्दुसारस्य +बिन्दुसारेण +बिन्दुसारो +बिन्दुस्ततो +बिन्दुस्तु +बिन्दुस्थानं +बिन्दुस्थाने +बिन्दू +बिन्दूनां +बिन्दून् +बिन्दो +बिन्दोः +बिन्दौ +बिन्द्वन्तं +बिन्द्वीं +बिन्ध्यराज +बिन्ध्यश्च +बिन्ध्ये +बिपति +बिपाशा +बिपिन +बिपिन् +बिपुल +बिप्र +बिबस +बिबिध +बिबिसि +बिबेक +बिबेका +बिब्बोकः +बिब्बोको +बिभ +बिभति +बिभयांचकार +बिभयाञ्चकार +बिभरांबभूव +बिभराञ्चकार +बिभराणि +बिभरामास +बिभर्ति +बिभर्ति॒ +बिभर्तीति +बिभर्तीत्यर्थः +बिभर्तीमं +बिभर्तु +बिभर्तुं +बिभर्तेः +बिभर्त्ति +बिभर्त्तीति +बिभर्त्ययं +बिभर्त्यव्यय +बिभर्मि +बिभर्मीति +बिभर्षि +बिभर्षि॒ +बिभागा +बिभाति +बिभाय +बिभावयिषति +बिभिक्षे +बिभितः +बिभित्सति +बिभित्सन् +बिभित्सवः +बिभिदतुः +बिभिदिव +बिभिदुः +बिभिदुश्च +बिभिदुस्ते +बिभिदे +बिभी +बिभीत +बिभीतः +बिभीतकं +बिभीतकम् +बिभीतके +बिभीतन +बिभीतो +बिभीमः +बिभीमो +बिभीयात् +बिभीयाद् +बिभीवान् +बिभीषण +बिभीषणः +बिभीषणम् +बिभीषिका +बिभीहि +बिभु +बिभूतिभूषण +बिभृत +बिभृतः +बिभृतस् +बिभृतां +बिभृतामुपस्थे +बिभृताम् +बिभृते +बिभृतो +बिभृथ +बिभृथः +बिभृथा +बिभृथो +बिभृमः +बिभृमसि +बिभृमो +बिभृयात् +बिभृयादिति +बिभृयाद् +बिभृयाद्वै +बिभृयान्न +बिभृयान्नित्यं +बिभृयुः +बिभृहि +बिभे +बिभेः +बिभेति +बिभेतीति +बिभेतु +बिभेतेर्हेतुभये +बिभेत्यल्पश्रुताद्वेदो +बिभेत्यस्मादसौ +बिभेत्यस्मादिति +बिभेद +बिभेदिथ +बिभेदेति +बिभेदेत्यन्वयः +बिभेमि +बिभेमीति +बिभेम्यहं +बिभेम्यहम् +बिभेर्न +बिभेषि +बिभ्यत +बिभ्यतः +बिभ्यता +बिभ्यति +बिभ्यती +बिभ्यतीति +बिभ्यतु +बिभ्यतुः +बिभ्यतो +बिभ्यत् +बिभ्यत्यस्मादिति +बिभ्यद् +बिभ्यन्ति +बिभ्यन्न +बिभ्युः +बिभ्युषा +बिभ्युषे +बिभ्र +बिभ्रच्च +बिभ्रत +बिभ्रतं +बिभ्रतः +बिभ्रतम् +बिभ्रतस्तनुम् +बिभ्रता +बिभ्रतां +बिभ्रति +बिभ्रती +बिभ्रतीं +बिभ्रतीः +बिभ्रतीति +बिभ्रतीम् +बिभ्रतु +बिभ्रते +बिभ्रतो +बिभ्रतोः +बिभ्रतौ +बिभ्रत् +बिभ्रत्तिलकमुज्ज्वलम् +बिभ्रत्या +बिभ्रत्याप +बिभ्रत्युत्पुलकां +बिभ्रत्यो +बिभ्रत्स +बिभ्रत्ऽ +बिभ्रदस्तीति +बिभ्रदिति +बिभ्रद् +बिभ्रद्वः +बिभ्रद्वसुवनिः +बिभ्रद्व्रतपा +बिभ्रन् +बिभ्रन्तं +बिभ्रन्ति +बिभ्रन्निष्कं +बिभ्रमाणाः +बिभ्राण +बिभ्राणं +बिभ्राणः +बिभ्राणम् +बिभ्राणा +बिभ्राणां +बिभ्राणाः +बिभ्राणे +बिभ्राणो +बिभ्र॑तं +बिभ्र॑तं॒ +बिभ्र॑तः +बिभ्र॑तम् +बिभ्र॑ता +बिभ्र॑ता॒ +बिभ्र॑ति +बिभ्र॑ती +बिभ्र॑तीः +बिभ्र॑ती॒ +बिभ्र॑तो॒ +बिभ्र॑त् +बिभ॑र्ति +बिभ॑र्षि +बिम +बिमल +बिमोह +बिम्ब +बिम्बं +बिम्बः +बिम्बकला +बिम्बकलाः +बिम्बकेन्द्र +बिम्बति +बिम्बप्रतिबिम्बभाव +बिम्बप्रतिबिम्बभावः +बिम्बप्रतिबिम्बभावमापन्नो +बिम्बप्रतिबिम्बभावापन्ने +बिम्बप्रतिबिम्बभावापन्नो +बिम्बप्रतिबिम्बभावे +बिम्बप्रतिबिम्बभावेन +बिम्बप्रतिबिम्बभावो +बिम्बप्रान्तौ +बिम्बफलं +बिम्बफलप्रतिष्ठां +बिम्बफलम् +बिम्बफलस्य +बिम्बफलाधरोष्ठे +बिम्बमादाय +बिम्बमान +बिम्बमानं +बिम्बमिव +बिम्बमुत्तमम् +बिम्बमेव +बिम्बम् +बिम्बयोजनानि +बिम्बवत् +बिम्बस्थं +बिम्बस्य +बिम्बा +बिम्बाग्रे +बिम्बात् +बिम्बात्मना +बिम्बादौ +बिम्बाधं +बिम्बाधर +बिम्बाधरं +बिम्बाधरः +बिम्बाधरा +बिम्बाधराणां +बिम्बाधरालक्तकः +बिम्बाधरासन्नचरं +बिम्बाधरे +बिम्बानां +बिम्बानि +बिम्बार्ध +बिम्बाहरे +बिम्बिका +बिम्बितं +बिम्बितः +बिम्बितम् +बिम्बिता +बिम्बिसार +बिम्बिसारं +बिम्बिसारः +बिम्बिसारस्य +बिम्बिसारेण +बिम्बिसारो +बिम्बी +बिम्बीं +बिम्बीय +बिम्बीयाहोरात्रवृत्त +बिम्बे +बिम्बेति +बिम्बेन +बिम्बेषु +बिम्बेऽस्मिन् +बिम्बो +बिम्बोष्ठ +बिम्बोष्ठं +बिम्बोष्ठि +बिम्बोष्ठी +बिम्बोष्ठीं +बिम्बोष्ठे +बिम्बोऽस्त्री +बिम्बौ +बिम्बौष्ठी +बिम्ब्याः +बिया +बिरंचि +बिरला +बिराग +बिरागा +बिराम +बिरुदं +बिरुदम् +बिरुदैः +बिर्जू +बिर्ला +बिर्लामन्दिरम् +बिल +बिलं +बिलकुल +बिलद्वारं +बिलद्वारि +बिलद्वारे +बिलमपिहितं +बिलमाविशत् +बिलमुख +बिलम् +बिलयोनयः +बिलशयानिव +बिलस्य +बिलात् +बिलानि +बिलासपुर +बिलासपुरमण्डलम् +बिलासपुरम् +बिलासा +बिलास्पुर +बिलियन +बिलियन् +बिलियर्ड्स् +बिले +बिलेन +बिलेशयः +बिलेशया +बिलेशयाः +बिलेषु +बिलोकत +बिलोकि +बिलोकी +बिलोक्य +बिलोचन +बिल् +बिल्कुल +बिल्मं +बिल्मिने +बिल्ली +बिल्व +बिल्वं +बिल्वः +बिल्वक +बिल्वकादिभ्यश्छस्य +बिल्वके +बिल्वकैः +बिल्वजं +बिल्वञ्च +बिल्वपत्र +बिल्वपत्रं +बिल्वपत्राणि +बिल्वपत्रेण +बिल्वपत्रैः +बिल्वपत्रैश्च +बिल्वफलं +बिल्वमध्यं +बिल्वमात्रं +बिल्वमूलं +बिल्वमूले +बिल्वमेव +बिल्वम् +बिल्ववनं +बिल्ववने +बिल्ववृक्षं +बिल्ववृक्षः +बिल्ववृक्षस्य +बिल्ववृक्षे +बिल्वसप्तरात्रः +बिल्वस्य +बिल्वा +बिल्वाः +बिल्वादि +बिल्वादिपञ्चमूलेन +बिल्वादिभ्योऽण् +बिल्वानां +बिल्वानि +बिल्वाष्टकम् +बिल्वे +बिल्वेन +बिल्वैः +बिल्वैश्च +बिल्वो +बिल्वोऽग्निमन्थः +बिल्हण +बिल्हणः +बिल्हणकाव्यम् +बिल्हणविरचिते +बिल्हणस्य +बिल्हणेन +बिल॑म् +बिळिगिरिरङ्गनबेट्ट +बिश +बिशे +बिशेष +बिशेषः +बिशेषेण +बिश्रामा +बिष +बिषं +बिषय +बिषयः +बिष्कले +बिष्णु +बिष्णुपुर +बिष्णुप्रिया +बिष्नु +बिस +बिसं +बिसकण्ठिका +बिसद +बिसम् +बिसलता +बिसस्तैन्यं +बिसानि +बिसाल +बिसाला +बिसि +बिसिनी +बिसिनीपत्रशयनम् +बिसी +बिसेन +बिसेषी +बिसो +बिस्ताच्च +बिस्मार्क +बिस्मार्क् +बिस्मिल +बिस्मिलः +बिस्मिलस्य +बिस्मिल्ला +बिस्व +बिस्वास +बिहसि +बिहाय +बिहार +बिहारः +बिहारम् +बिहारराज्य +बिहारराज्यं +बिहारराज्यम् +बिहारराज्यसम्बद्धाः +बिहारराज्यस्य +बिहारराज्ये +बिहारशरीफ +बिहारस्य +बिहारी +बिहारीभाषाः +बिहारे +बिहार् +बिहु +बिहू +बि॑भर्ति +बि॑भर्ति॒ +बि॑भर्षि +बि॑भी॒तो +बि॑भेः +बि॒भर्ति॑ +बि॒भृ॒तः॒ +बि॒भेद॑ +बि॒भ॒र्ति॒ +बि॒भ॒र्मि॒ +बि॒भ॒र्षि॒ +बी +बीः +बीकानेर +बीकानेरमण्डलम् +बीके +बीक्ष्य +बीच +बीचकी +बीचमें +बीच् +बीज +बीजं +बीजं॑ +बीजः +बीजकः +बीजकम् +बीजकर्माह +बीजकाण्डरुहाण्येव +बीजकाले +बीजक्रियया +बीजगणित +बीजगणितं +बीजगणितम् +बीजगणितस्य +बीजगणिते +बीजगर्भसमुद्भवम् +बीजग्रहणं +बीजजन्मनि +बीजञ्च +बीजता +बीजतां +बीजतो +बीजत्रयं +बीजत्वं +बीजत्वादिना +बीजत्वेन +बीजद्वयं +बीजन्तु +बीजपञ्चकम् +बीजपात्रं +बीजपात्रे +बीजपूर +बीजपूरं +बीजपूरः +बीजपूरक +बीजपूरकं +बीजपूरकमूलानि +बीजपूरकम् +बीजपूरकैः +बीजपूरफलम् +बीजपूरफलरसः +बीजपूरम् +बीजपूरस्य +बीजपूरैः +बीजपूरो +बीजप्रदः +बीजप्रदो +बीजप्ररोहसंरक्षणार्थं +बीजभावं +बीजभावेन +बीजभावोपगमः +बीजभूतं +बीजभूतः +बीजभूतस्य +बीजभूता +बीजभूताः +बीजभूते +बीजमङ्कुरं +बीजमङ्कुरतामिव +बीजमङ्गानि +बीजमज +बीजमत्र +बीजमद्यैव +बीजमपि +बीजमवासृजत् +बीजमव्ययम् +बीजमस्ति +बीजमस्य +बीजमात्रं +बीजमादाय +बीजमाह +बीजमिति +बीजमित्यर्थः +बीजमित्युच्यते +बीजमिदं +बीजमिव +बीजमिवोषरे +बीजमीरितम् +बीजमुक्तं +बीजमुख्येन +बीजमुच्यते +बीजमुत्तमम् +बीजमुद्धृतम् +बीजमुप्तं +बीजमेव +बीजम् +बीजम्‌ +बीजरहितं +बीजरूप +बीजरूपं +बीजरूपा +बीजरूपिणी +बीजरूपे +बीजरूपेण +बीजरूपो +बीजलोहानां +बीजवतां +बीजवत् +बीजवन्तो +बीजवपनम् +बीजवरं +बीजवर्णाभिधानम् +बीजवापः +बीजवीर्येन्द्रियाणि +बीजशक्तिः +बीजशक्ती +बीजसंताने +बीजसंस्कार +बीजसन्ताने +बीजसमुत्पत्तिर्नानार्थरससम्भवा +बीजसामर्थ्यं +बीजस्य +बीजस्यान्वेषणं +बीजस्येव +बीजा +बीजांशे +बीजाः +बीजाक्षरं +बीजाक्षराणां +बीजाक्षरेण +बीजाङ्कुर +बीजाङ्कुरः +बीजाङ्कुरन्यायेन +बीजाङ्कुरवत् +बीजाच्च +बीजाञ्जलिः +बीजात् +बीजात्मकं +बीजादङ्कुर +बीजादि +बीजादिकं +बीजादिषु +बीजादीनां +बीजादेव +बीजाद् +बीजाद्बीजं +बीजानां +बीजानामपि +बीजानाम् +बीजानि +बीजान् +बीजान्यग्न्युपदग्धानि +बीजान्युप्तानि +बीजान्य् +बीजाभाव +बीजाभावः +बीजाभावात् +बीजाभावे +बीजाय +बीजारम्भसमन्वयात् +बीजार्थं +बीजावापं +बीजिङ्ग् +बीजिनं +बीजिनः +बीजिने +बीजिनो +बीजी +बीजुजनतादलम् +बीजू +बीजे +बीजेति +बीजेन +बीजेनानेन +बीजेनैव +बीजेभ्यः +बीजेभ्यो +बीजेषु +बीजै +बीजैः +बीजैर् +बीजैश्च +बीजो +बीजों +बीज॑म् +बीटा +बीड +बीडमण्डलम् +बीडी +बीड् +बीणा +बीत +बीतने +बीता +बीती +बीते +बीदर +बीदरतः +बीदरनगरम् +बीदरमण्डलम् +बीदरमण्डलस्य +बीदरमण्डले +बीदरलोकसभाक्षेत्रम् +बीदरलोकसभाक्षेत्रे +बीदरविधानसभाक्षेत्रम् +बीदर् +बीदसरम् +बीन +बीना +बीबी +बीबीसी +बीभत्स +बीभत्सं +बीभत्सः +बीभत्सचेष्टितैः +बीभत्सते +बीभत्समान +बीभत्सरसः +बीभत्सस्य +बीभत्सा +बीभत्सां +बीभत्साद्भुतशान्ताख्या +बीभत्साद्भुतशान्ताश्च +बीभत्साद्भुतसंज्ञौ +बीभत्सायै +बीभत्सुं +बीभत्सुः +बीभत्सुना +बीभत्सुरपराजितः +बीभत्सुरिति +बीभत्सूनां +बीभत्से +बीभत्सो +बीभत्सोः +बीभत्सौ +बीभयत् +बीमा +बीमार +बीमारी +बीयात् +बीर +बीरं +बीरबल +बीरभूम +बीरभूममण्डलम् +बीरभूममण्डले +बीरा +बीरिटे +बीरो +बीळगीविधानसभाक्षेत्रम् +बीस +बीसवां +बीसवें +बीहु +बी॒भ॒त्सायै॑ +बु +बुं +बुक +बुकडिपो +बुक् +बुक्क +बुक्कः +बुक्कति +बुक्कम् +बुक्कयति +बुक्कराजः +बुक्करायः +बुक्का +बुक्स +बुक्स् +बुगि +बुघः +बुजम् +बुझ +बुझा +बुञ् +बुट +बुट्टा +बुड +बुडति +बुडिल +बुड्ढे +बुढप्राणगथे +बुढ़ापे +बुढि +बुढे +बुत् +बुद +बुदिं्ध +बुद् +बुद्ध +बुद्धं +बुद्धः +बुद्धकार्यं +बुद्धकुले +बुद्धकृत्यं +बुद्धकोटीनामेकमतेनैकस्वरेण +बुद्धक्षेत्र +बुद्धक्षेत्रं +बुद्धक्षेत्रगुणव्यूहं +बुद्धक्षेत्रगुणव्यूहां +बुद्धक्षेत्रपरमाणुरजःसमान् +बुद्धक्षेत्रपरमाणुरजःसमेषु +बुद्धक्षेत्रस्य +बुद्धक्षेत्रा +बुद्धक्षेत्राः +बुद्धक्षेत्राणि +बुद्धक्षेत्रे +बुद्धक्षेत्रेभ्यो +बुद्धक्षेत्रेषु +बुद्धक्षेत्रेऽनुत्तरां +बुद्धगया +बुद्धच +बुद्धचक्षुषा +बुद्धचरितम् +बुद्धचरिते +बुद्धचा +बुद्धचैत्येषु +बुद्धजन्मोत्सवः +बुद्धजन्मोत्सवस्य +बुद्धजयन्ती +बुद्धज्ञाने +बुद्धत्वं +बुद्धत्वमेव +बुद्धत्वम् +बुद्धत्वे +बुद्धथा +बुद्धदर्शनम् +बुद्धदेवः +बुद्धधर्मा +बुद्धधर्माः +बुद्धधर्माणां +बुद्धपुत्रोऽस्मि +बुद्धप्रतिमा +बुद्धप्रमुखं +बुद्धप्रमुखस्य +बुद्धप्रमुखो +बुद्धबोधिसत्त्वाः +बुद्धबोधिसत्त्वानां +बुद्धभूमौ +बुद्धभेदः +बुद्धभेदे +बुद्धमतं +बुद्धमनोरथेन् +बुद्धमिति +बुद्धमूर्तिः +बुद्धमेव +बुद्धम् +बुद्धय +बुद्धयः +बुद्धयते +बुद्धया +बुद्धयादि +बुद्धये +बुद्धयेत +बुद्धयेति +बुद्धयो +बुद्धयोऽव्यवसायिनाम् +बुद्धवचनं +बुद्धवचने +बुद्धवा +बुद्धवानसि +बुद्धवान् +बुद्धविशेषः +बुद्धशक्तिविशेषः +बुद्धशब्दे +बुद्धशब्दो +बुद्धशासने +बुद्धशासन् +बुद्धश्च +बुद्धस्य +बुद्धस्वामी +बुद्धा +बुद्धां +बुद्धाः +बुद्धादीनां +बुद्धाद्यागमेन +बुद्धानां +बुद्धानामुत्पादे +बुद्धानुभावेन +बुद्धानुस्मृतिः +बुद्धान् +बुद्धान्तं +बुद्धान्तायैव +बुद्धान्ते +बुद्धाय +बुद्धायेति +बुद्धावनारोहात् +बुद्धावपि +बुद्धाविति +बुद्धावेव +बुद्धाव् +बुद्धाश्च +बुद्धि +बुद्धिं +बुद्धिः +बुद्धिकर्म +बुद्धिकर्मणी +बुद्धिकर्मणोः +बुद्धिकृत +बुद्धिकृतौ +बुद्धिके +बुद्धिको +बुद्धिक्षयकरा +बुद्धिगतं +बुद्धिगतमुल्लासविशेषं +बुद्धिगताः +बुद्धिगुणा +बुद्धिगुणाः +बुद्धिगुणेनैव +बुद्धिगुहायां +बुद्धिग्राह्यं +बुद्धिग्राह्यम् +बुद्धिजन्म +बुद्धिजीविनः +बुद्धिजीवौ +बुद्धिञ्च +बुद्धितः +बुद्धितत्त्वं +बुद्धितत्त्वमिति +बुद्धितत्त्वस्य +बुद्धितत्त्वे +बुद्धितत्वं +बुद्धितत्वयुताय +बुद्धितो +बुद्धित्वं +बुद्धिदाता +बुद्धिद्वयं +बुद्धिद्वारा +बुद्धिधर्मः +बुद्धिधर्मनिरूपणम् +बुद्धिधर्माः +बुद्धिधर्मो +बुद्धिना +बुद्धिनाशः +बुद्धिनाशनम् +बुद्धिनाशात् +बुद्धिनाशात्प्रणश्यति +बुद्धिनाशे +बुद्धिनाशो +बुद्धिनिश्चये +बुद्धिन्द्रियाणि +बुद्धिपरीक्षा +बुद्धिपरीक्षां +बुद्धिपरीक्षाः +बुद्धिपरीक्षाणां +बुद्धिपरीक्षायाः +बुद्धिपुरुषयोः +बुद्धिपूर्व +बुद्धिपूर्वं +बुद्धिपूर्वक +बुद्धिपूर्वकं +बुद्धिपूर्वकः +बुद्धिपूर्वकप्रवेशे +बुद्धिपूर्वकम् +बुद्धिपूर्वकाः +बुद्धिपूर्वकारिणः +बुद्धिपूर्वकारी +बुद्धिपूर्वके +बुद्धिपूर्वम् +बुद्धिपूर्वा +बुद्धिपूर्वे +बुद्धिपौरुषहीनानां +बुद्धिप्रतिसंवेदिनं +बुद्धिप्रदं +बुद्धिप्रबोधनम् +बुद्धिप्रसादो +बुद्धिबलेन +बुद्धिबुद्धिः +बुद्धिबुद्धेरतिप्रसङ्गः +बुद्धिबोधः +बुद्धिबोध्यं +बुद्धिभक्षार्थयोः +बुद्धिभिः +बुद्धिभेद +बुद्धिभेदं +बुद्धिभेदः +बुद्धिभेदो +बुद्धिमतः +बुद्धिमता +बुद्धिमतां +बुद्धिमताम् +बुद्धिमति +बुद्धिमतिके +बुद्धिमती +बुद्धिमते +बुद्धिमतो +बुद्धिमत् +बुद्धिमत्तरः +बुद्धिमत्ता +बुद्धिमत्तायाः +बुद्धिमत्त्वं +बुद्धिमत्सु +बुद्धिमदिए +बुद्धिमद्भिः +बुद्धिमनसी +बुद्धिमन् +बुद्धिमन्तं +बुद्धिमन्तः +बुद्धिमन्तो +बुद्धिमा +बुद्धिमांश्च +बुद्धिमात्रं +बुद्धिमान +बुद्धिमानपि +बुद्धिमानिति +बुद्धिमानित्यादि +बुद्धिमानों +बुद्धिमान् +बुद्धिमान्नरः +बुद्धिमान्मनुष्येषु +बुद्धिमान्स्यात्कृतकृत्यश्च +बुद्धिमापनार्थं +बुद्धिमारोहति +बुद्धिमास्थाय +बुद्धिमाह +बुद्धिमिति +बुद्धिमुत्पादयति +बुद्धिमेव +बुद्धिमोहेन +बुद्धिम् +बुद्धियुक्त +बुद्धियुक्तं +बुद्धियुक्तः +बुद्धियुक्तस्य +बुद्धियुक्ता +बुद्धियुक्ताः +बुद्धियुक्तानि +बुद्धियुक्तो +बुद्धियों +बुद्धियोगं +बुद्धियोगः +बुद्धियोगमुपाश्रित्य +बुद्धियोगम् +बुद्धियोगस्य +बुद्धियोगात् +बुद्धियोगाद्धनंजय +बुद्धियोगाद्धनञ्जय +बुद्धियोगाय +बुद्धियोगे +बुद्धियोगेन +बुद्धियोगो +बुद्धिरचला +बुद्धिरजायत +बुद्धिरत्र +बुद्धिरध्यवसायात्मिका +बुद्धिरन्तःकरणं +बुद्धिरन्तःकरणस्य +बुद्धिरपि +बुद्धिरप्रतिहता +बुद्धिरभवत् +बुद्धिरयुक्तस्य +बुद्धिरव्यक्तमेव +बुद्धिरस्ति +बुद्धिरस्तीति +बुद्धिरस्य +बुद्धिरस्याधिष्ठानमुच्यते +बुद्धिरहंकार +बुद्धिरहंकारः +बुद्धिरहंकारश्चित्तं +बुद्धिरहंकारो +बुद्धिरहङ्कारश्चित्तं +बुद्धिरहङ्कारो +बुद्धिरात्मबुद्धिस्तस्याः +बुद्धिरात्मा +बुद्धिरात्मेति +बुद्धिरिति +बुद्धिरित्यर्थः +बुद्धिरित्यादि +बुद्धिरियं +बुद्धिरिष्यते +बुद्धिरिह +बुद्धिरीदृशी +बुद्धिरुक्ता +बुद्धिरुच्यते +बुद्धिरुत्तमा +बुद्धिरुत्पद्यत +बुद्धिरुत्पद्यते +बुद्धिरुत्पन्ना +बुद्धिरुपजायते +बुद्धिरूपं +बुद्धिरूपा +बुद्धिरूपे +बुद्धिरूपेण +बुद्धिरेका +बुद्धिरेकेह +बुद्धिरेव +बुद्धिरेवं +बुद्धिरेषा +बुद्धिर् +बुद्धिर्जनार्दन +बुद्धिर्जायते +बुद्धिर्ज्ञानं +बुद्धिर्ज्ञानमसंमोहः +बुद्धिर्ज्ञानमसम्मोहः +बुद्धिर्ज्ञानम् +बुद्धिर्ज्ञानेन +बुद्धिर्न +बुद्धिर्नाम +बुद्धिर्नास्ति +बुद्धिर्निद्रा +बुद्धिर्निश्चयात्मिका +बुद्धिर्नोत्पद्यत +बुद्धिर्बलं +बुद्धिर्बुद्धिमतां +बुद्धिर्बुद्धिमतामस्मि +बुद्धिर्बुद्धेरात्मा +बुद्धिर्भवति +बुद्धिर्भवतीति +बुद्धिर्भविष्यति +बुद्धिर्भावाभावानुयायिनी +बुद्धिर्मनः +बुद्धिर्मनीषा +बुद्धिर्मम +बुद्धिर्मा +बुद्धिर्मेधा +बुद्धिर्मोहात्मकमविवेकरुपं +बुद्धिर्यदा +बुद्धिर्यस्य +बुद्धिर्या +बुद्धिर्येषां +बुद्धिर्येषामिति +बुद्धिर्यो +बुद्धिर्योगे +बुद्धिर्लज्जा +बुद्धिर्वा +बुद्धिर्व्यतितरिष्यति +बुद्धिर्हि +बुद्धिलक्षणः +बुद्धिलाघवं +बुद्धिवत् +बुद्धिवदिति +बुद्धिवर्जितः +बुद्धिवर्द्धनम् +बुद्धिवान +बुद्धिवान् +बुद्धिवाला +बुद्धिवाले +बुद्धिविपर्ययः +बुद्धिविवर्धनम् +बुद्धिविवृद्धये +बुद्धिविषयः +बुद्धिवृत्तयः +बुद्धिवृत्तिः +बुद्धिवृत्तीनां +बुद्धिवृत्तेः +बुद्धिवृत्तेरनुकारमात्रतया +बुद्धिवृत्तौ +बुद्धिवृत्त्यविशिष्टा +बुद्धिवृत्त्या +बुद्धिव्यपदेशौ +बुद्धिशक्तिं +बुद्धिशक्तिः +बुद्धिशब्देन +बुद्धिशब्दोऽत्र +बुद्धिशालिनः +बुद्धिशुद्धिः +बुद्धिशुद्धिद्वारा +बुद्धिश् +बुद्धिश्च +बुद्धिश्चलति +बुद्धिश्चेति +बुद्धिषु +बुद्धिस +बुद्धिसंयोगं +बुद्धिसत्तमः +बुद्धिसत्त्वं +बुद्धिसत्त्वम् +बुद्धिसत्त्वस्य +बुद्धिसत्त्वस्यायं +बुद्धिसत्त्वे +बुद्धिसत्वं +बुद्धिसत्वस्य +बुद्धिसत्वे +बुद्धिसाक्षिणे +बुद्धिसागर +बुद्धिसागरं +बुद्धिसागरः +बुद्धिसागरेण +बुद्धिसाम्यं +बुद्धिसिद्धं +बुद्धिसे +बुद्धिस् +बुद्धिस्कन्धमयश्चैव +बुद्धिस्ततो +बुद्धिस्तत्र +बुद्धिस्तथा +बुद्धिस्तदा +बुद्धिस्तव +बुद्धिस्तस्य +बुद्धिस्तामसी +बुद्धिस्तासां +बुद्धिस्तु +बुद्धिस्ते +बुद्धिस्तेषां +बुद्धिस्त्वं +बुद्धिस्थ +बुद्धिस्थं +बुद्धिस्थः +बुद्धिस्थक्रमेण +बुद्धिस्थत्वं +बुद्धिस्थत्वात् +बुद्धिस्थम् +बुद्धिस्था +बुद्धिस्थानां +बुद्धिस्थे +बुद्धिस्थो +बुद्धिस्य +बुद्धिस्वास्थ्यं +बुद्धिहीन +बुद्धिहीनः +बुद्धिहीना +बुद्धी +बुद्धींद्रियाणि +बुद्धीः +बुद्धीति +बुद्धीत्यादिना +बुद्धीनां +बुद्धीनाम् +बुद्धीनाम्‌ +बुद्धीन्द्रि +बुद्धीन्द्रियं +बुद्धीन्द्रियमनःप्राणान् +बुद्धीन्द्रियशरीरेभ्यो +बुद्धीन्द्रियाणां +बुद्धीन्द्रियाणि +बुद्धीश +बुद्धे +बुद्धेः +बुद्धेति +बुद्धेन +बुद्धेभ्यो +बुद्धेरन्यथाकरणम् +बुद्धेरपि +बुद्धेरात्मनि +बुद्धेरात्मा +बुद्धेरिति +बुद्धेरेव +बुद्धेर् +बुद्धेर्गुणेनात्मगुणेन +बुद्धेर्ज्यायस्त्वं +बुद्धेर्द्रष्टा +बुद्धेर्धृतेश्च +बुद्धेर्न +बुद्धेर्निवासं +बुद्धेर्भेदं +बुद्धेर्मोहः +बुद्धेर्वा +बुद्धेर्विषयतां +बुद्धेश् +बुद्धेश्च +बुद्धेषु +बुद्धेस् +बुद्धेस्त्रैविध्यं +बुद्धैः +बुद्धो +बुद्धोत्पादः +बुद्धोत्पादो +बुद्धोऽपि +बुद्धौ +बुद्ध्य +बुद्ध्यति +बुद्ध्यते +बुद्ध्यधिष्ठातृदेवी +बुद्ध्यन्तरं +बुद्ध्यन्ते +बुद्ध्यर्थः +बुद्ध्यर्थे +बुद्ध्यवस्थानिबन्धनः +बुद्ध्यसे +बुद्ध्यस्व +बुद्ध्या +बुद्ध्यां +बुद्ध्याः +बुद्ध्यात्मना +बुद्ध्यात्मा +बुद्ध्यादयः +बुद्ध्यादयो +बुद्ध्यादि +बुद्ध्यादिभ्यो +बुद्ध्यादिषट्कं +बुद्ध्यादिषु +बुद्ध्यादीनां +बुद्ध्यादीनि +बुद्ध्यादेः +बुद्ध्यादेरपि +बुद्ध्यादौ +बुद्ध्यामहे +बुद्ध्यारूढेन +बुद्ध्यारोहाय +बुद्ध्यास्ति +बुद्ध्येत +बुद्ध्येति +बुद्ध्येत्यर्थः +बुद्ध्यै +बुद्ध्यैव +बुद्ध्योः +बुद्ध्य् +बुद्ध्वा +बुद्ध्वाग्ने +बुद्ध्वाथ +बुद्ध्वापि +बुद्ध्वेति +बुद्ध्वैव +बुद्बुद +बुद्बुदं +बुद्बुदः +बुद्बुदम् +बुद्बुदयाशवः +बुद्बुदस्य +बुद्बुदा +बुद्बुदाः +बुद्बुदेषु +बुद्बुदो +बुद्या +बुद्य्धा +बुद्वा +बुद्‌ध्या +बुद्‌ध्वा +बुद्‍ध्वा +बुद‍्ध्या +बुध +बुधं +बुधः +बुधका +बुधकी +बुधके +बुधको +बुधकौशिकः +बुधक्षेत्रे +बुधग्रहः +बुधग्रहस्य +बुधग्रहे +बुधजन +बुधजीवशुक्राः +बुधजीवसितार्कजाः +बुधजीवौ +बुधदिने +बुधदृष्टिफलम् +बुधन्त +बुधपातस्य +बुधपुत्रस्य +बुधफलमाह +बुधफलम् +बुधभार्गवयोः +बुधम् +बुधयुते +बुधवार +बुधवारः +बुधवारे +बुधवारेण +बुधवारो +बुधवासरः +बुधवासरे +बुधवेश्मगते +बुधशीघ्र +बुधशीघ्रस्य +बुधशुक्रयोः +बुधशुक्रयोस्तु +बुधशुक्रौ +बुधश्च +बुधश्चैव +बुधश्रवणसंयुक्ता +बुधसितौ +बुधसौरौ +बुधस्तथा +बुधस्तवोचितः +बुधस्तु +बुधस्य +बुधस्यापि +बुधा +बुधाः +बुधात् +बुधादीनां +बुधाद् +बुधाद्भुतावर्त्तः +बुधानः +बुधानां +बुधानाम् +बुधान् +बुधान्तर्दशाफलाध्यायः +बुधाय +बुधाष्टमी +बुधाष्टमीं +बुधाह्नि +बुधि +बुधिर् +बुधे +बुधेः +बुधेति +बुधेन +बुधेनान्तरमासाद्य +बुधै +बुधैः +बुधैरपि +बुधैरिति +बुधैरुक्ता +बुधैर्ज्ञेया +बुधैर्निगदिता +बुधैर्यः +बुधैस्तु +बुधो +बुधोत्तमाः +बुधोपमः +बुधोऽङ्गारकः +बुधोऽपि +बुधौ +बुध् +बुध्द्या +बुध्न +बुध्नं +बुध्नः +बुध्नमन्तरिक्षं +बुध्नम् +बुध्नवती +बुध्नस्य +बुध्नात् +बुध्नाद् +बुध्निय +बुध्निया +बुध्नियाय +बुध्नियो +बुध्ने +बुध्नो +बुध्न्य +बुध्न्यं +बुध्न्यः +बुध्न्यम् +बुध्न्या +बुध्न्याय +बुध्न्यो +बुध्य +बुध्यत +बुध्यतां +बुध्यताम् +बुध्यति +बुध्यते +बुध्यतेः +बुध्यतेऽनयेति +बुध्यध्वं +बुध्यध्वम् +बुध्यध्वे +बुध्यन्त +बुध्यन्ति +बुध्यन्ते +बुध्यमानं +बुध्यमानः +बुध्यमानस्तु +बुध्यमानस्य +बुध्यमाना +बुध्यमानो +बुध्यमानोऽपि +बुध्यस +बुध्यसि +बुध्यसे +बुध्यस्व +बुध्यस्वाग्ने +बुध्यस्वेति +बुध्या +बुध्यामहे +बुध्ये +बुध्येत +बुध्वा +बुनियादी +बुन् +बुन्द +बुन्दं +बुन्दम् +बुन्देलखण्ड +बुन्देलखण्डस्य +बुन्देली +बुन्देलीभाषा +बुफिनच +बुबा +बुबुधिरे +बुबुधुषा +बुबुधे +बुबोध +बुबोधति +बुबोधथ +बुबो॑धति +बुभु +बुभुक्खाए +बुभुक्षते +बुभुक्षया +बुभुक्षवः +बुभुक्षा +बुभुक्षां +बुभुक्षापिपासागर्धेषु +बुभुक्षाम् +बुभुक्षायां +बुभुक्षायाः +बुभुक्षायाम् +बुभुक्षित +बुभुक्षितं +बुभुक्षितः +बुभुक्षितस्य +बुभुक्षिता +बुभुक्षिताः +बुभुक्षितानां +बुभुक्षितान् +बुभुक्षिताय +बुभुक्षिते +बुभुक्षितेन +बुभुक्षितेषु +बुभुक्षितो +बुभुक्षितोऽसि +बुभुक्षितोऽस्मि +बुभुक्षितौ +बुभुक्षुः +बुभुक्षूणां +बुभुक्षोः +बुभुजाते +बुभुजिरे +बुभुजुः +बुभुजुश्च +बुभुजुस्ते +बुभुजे +बुभुज्रिरे +बुभुत्सते +बुभुत्सन्ते +बुभुत्समानः +बुभुत्सया +बुभुत्सा +बुभुत्साया +बुभुत्सितार्थप्रतिपत्तये +बुभुत्सिते +बुभुत्सुः +बुभुत्सुना +बुभुत्सुरर्जुन +बुभुत्सेत +बुभूर्षति +बुभूषतः +बुभूषता +बुभूषताम् +बुभूषति +बुभूषते +बुभूषन् +बुभूषन्न् +बुभूषुः +बुभूषुभिः +बुभूषेत् +बुभोज +बुभोजिथ +बुरहानपुर +बुरहानपुरमण्डलम् +बुरहानपुरम् +बुरा +बुराइयों +बुरी +बुरुंडी +बुरुड +बुरुडेजोगजलपातः +बुरे +बुर्कीना +बुल +बुलढाणा +बुलढाणामण्डलं +बुलढाणामण्डलम् +बुलन्दशहर +बुलन्दशहरमण्डलम् +बुला +बुलाकर +बुलाता +बुलाते +बुलाने +बुलाया +बुलाये +बुलावे +बुल् +बुल्गारिया +बुल्ली +बुव +बुवः +बुवते +बुवन् +बुवन्तं +बुवन्ति +बुवा +बुवाणं +बुवाणस्य +बुवे +बुवो +बुश +बुस +बुसं +बुसम् +बुस्त +बुस्तो +बु॒ध्न +बु॒ध्नः +बु॒ध्नम् +बु॒ध्नात् +बु॒ध्ने +बु॒ध्न्यः॑ +बु॒ध्न्या॑ +बू +बूंद +बूट् +बूढ़े +बूत +बूते +बूत्वा +बूथ +बून्दी +बून्दीमण्डलम् +बूम +बूमः +बूमि +बूमो +बूयात् +बूलर +बूहि +बृ +बृं +बृंहकं +बृंहण +बृंहणं +बृंहणः +बृंहणत्वम् +बृंहणत्वाच्च +बृंहणम् +बृंहणश्च +बृंहणा +बृंहणाः +बृंहणी +बृंहणीयं +बृंहणीयो +बृंहणे +बृंहणैः +बृंहणो +बृंहति +बृंहन्ति +बृंहयति +बृंहयेत् +बृंहित +बृंहितं +बृंहितः +बृंहितम् +बृंहितानि +बृंहिते +बृंहितेन +बृंहितैः +बृंहेर्नलोपश्च +बृद्धा +बृद्धिः +बृद्धे +बृन्द +बृन्दं +बृन्दम् +बृन्दस्य +बृन्दानि +बृन्दारका +बृन्दावनं +बृन्दावने +बृन्दे +बृबुः +बृषकेतु +बृसयस्य +बृसी +बृसीं +बृसीः +बृस्यां +बृह +बृहंतं +बृहच् +बृहच्च +बृहच्छब्दरत्न +बृहच्छोचा +बृहच्छ्रवसः +बृहच्छ्रवाः +बृहज् +बृहज्जम्बीरं +बृहज्जातकम् +बृहज्जातकस्य +बृहज्जातकादयः +बृहज्जातके +बृहज्जाबालोपनिषत् +बृहज्ज्याभिः +बृहज्ज्योतिः +बृहज्ज्योतिषं +बृहणं +बृहत +बृहतं +बृहतः +बृहतश् +बृहतश्च +बृहतस् +बृहता +बृहतां +बृहताम् +बृहति +बृहतिं +बृहतिका +बृहती +बृहतीं +बृहतीः +बृहतीगर्भा +बृहतीच्छन्दः +बृहतीछन्दः +बृहतीजात्यन्ताः +बृहतीति +बृहतीद्वयं +बृहतीद्वयम् +बृहतीन्द्रः +बृहतीफलं +बृहतीफलम् +बृहतीभिः +बृहतीमिन्द्राय +बृहतीम् +बृहतीरिषः +बृहतीरिषो +बृहतीर् +बृहतीर्विश्वमिन्वा +बृहतीषु +बृहतीसतोबृहत्यौ +बृहतीसहस्रं +बृहतीसहस्रस्य +बृहते +बृहतेर्मन्प्रत्ययोऽमागमश्च +बृहतो +बृहतोरसा +बृहत् +बृहत्क +बृहत्कं +बृहत्कः +बृहत्कथा +बृहत्कथां +बृहत्कथामञ्जरी +बृहत्कथामञ्जर्यां +बृहत्कथामारी +बृहत्कथाया +बृहत्कथायां +बृहत्कथायाः +बृहत्कथासारे +बृहत्कम् +बृहत्कर्मा +बृहत्कल्पे +बृहत्कातीषादीये +बृहत्कायः +बृहत्कायो +बृहत्कालोत्तरे +बृहत्कुक्षिः +बृहत्क्षत्रस्य +बृहत्तनुः +बृहत्तमं +बृहत्तमः +बृहत्तमम् +बृहत्तमा +बृहत्तमाः +बृहत्तमानि +बृहत्तमासु +बृहत्तमेषु +बृहत्तरं +बृहत्तरः +बृहत्तरम् +बृहत्तरस्य +बृहत्तराः +बृहत्तिसृषु +बृहत्ते +बृहत्तेजाः +बृहत्त्वं +बृहत्त्वम् +बृहत्त्वाच्च +बृहत्त्वात् +बृहत्पारा +बृहत्पाराशरह +बृहत्पाराशरहो +बृहत्पाराशरहोर +बृहत्पाराशरहोरा +बृहत्पाराशरहोराश +बृहत्पाराशरहोराशास +बृहत्पाराशरहोराशास् +बृहत्पाराशरहोराशास्त +बृहत्पाराशरहोराशास्त् +बृहत्पाराशरहोराशास्त्र +बृहत्पाराशरहोराशास्त्रम +बृहत्पाराशरहोराशास्त्रम् +बृहत्पृथु +बृहत्पृष्ठं +बृहत्पृष्ठः +बृहत्पृष्ठस्य +बृहत्पृष्ठे +बृहत्पृष्ठेषु +बृहत्पृष्ठो +बृहत्प्रमाणेन +बृहत्फला +बृहत्फलानबृहानतपान् +बृहत्य +बृहत्यः +बृहत्या +बृहत्यां +बृहत्याः +बृहत्याम् +बृहत्याश्च +बृहत्येव +बृहत्यै +बृहत्यैव +बृहत्यैवास्मै +बृहत्यो +बृहत्यौ +बृहत्य् +बृहत्संहि +बृहत्संहिता +बृहत्संहितायां +बृहत्संहितायाम् +बृहत्सह +बृहत्साम +बृहत्सामा +बृहत्सामाथ +बृहत्सामुद्रिकाशास्त्र +बृहत्सामेति +बृहत्साम्नः +बृहत्साम्ना +बृहत्साम्नो +बृहत्सु +बृहत्सेना +बृहत्सेने +बृहत्सोमो +बृहत्स्तोत्ररत्नाकरः +बृहत्स्तोत्ररत्नाकरान्तर्गतम् +बृहत्स्तोत्ररत्नाकरे +बृहत्ऽ +बृहद +बृहदग्ने +बृहदश्व +बृहदश्वः +बृहदश्वो +बृहदसि +बृहदस्ति +बृहदा +बृहदाग्नेयम् +बृहदाचार्यः +बृहदान्त्रस्य +बृहदान्त्रे +बृहदारण्यक +बृहदारण्यकं +बृहदारण्यकम् +बृहदारण्यके +बृहदारण्यकेऽपि +बृहदारण्यकोपनिषत +बृहदारण्यकोपनिषत् +बृहदारण्यकोपनिषद +बृहदारण्यकोपनिषदः +बृहदारण्यकोपनिषदि +बृहदारण्यकोपनिषद् +बृहदारण्यकोपनिषद्भाष्यम् +बृहदारण्यकोपनिषद्भाष्ये +बृहदारण्यकोपनिषद्‌ +बृहदिति +बृहदिन्द्रमर्केभिरर्किणः +बृहदिन्द्राय +बृहदीश्वरदेवालयः +बृहदु +बृहदुक्थ +बृहदुक्थं +बृहदुक्थः +बृहदुक्थाय +बृहदुक्थो +बृहदुक्षः +बृहदुक्षाय +बृहदुक्षे +बृहदुत्तमं +बृहदुत्तरे +बृहदुपस्थानं +बृहदुपस्थानम् +बृहदुपाख्याने +बृहदृ +बृहदेला +बृहदेव +बृहदोपशा +बृहद् +बृहद्गर्भो +बृहद्गायत्रवर्तनि +बृहद्गायन्तः +बृहद्गौतमीये +बृहद्ग्रावा +बृहद्ग्रावासि +बृहद्दिवः +बृहद्दिवा +बृहद्दिवेषु +बृहद्दिवो +बृहद्दे +बृहद्देवता +बृहद्देवतायां +बृहद्देवतायाः +बृहद्देशी +बृहद्दैवज्ञरंजने +बृहद्दैवज्ञरञ्जनम् +बृहद्द्युम्नं +बृहद्ध +बृहद्धतुरूपावल्याम् +बृहद्धनुः +बृहद्धर्म्मपुराणे +बृहद्धातुरूपाचश्याम् +बृहद्धातुरूपावलिः +बृहद्धातुरूपावल्याम् +बृहद्धि +बृहद्बदरीसमिध +बृहद्बलं +बृहद्बलः +बृहद्बलम् +बृहद्बलो +बृहद्बृहत्या +बृहद्भा +बृहद्भाः +बृहद्भानुं +बृहद्भानुः +बृहद्भानो +बृहद्भारद्वाजम् +बृहद्भिः +बृहद्भिर् +बृहद्यजमाने +बृहद्यश +बृहद्यशः +बृहद्यशो +बृहद्यात्रा +बृहद्यात्रायां +बृहद्र +बृहद्रथं +बृहद्रथंतराभ्यां +बृहद्रथंतराभ्याम् +बृहद्रथंतरे +बृहद्रथः +बृहद्रथन्तरयोः +बृहद्रथन्तरयोर् +बृहद्रथन्तरयोस् +बृहद्रथन्तराभ्यां +बृहद्रथन्तराभ्याम् +बृहद्रथन्तरे +बृहद्रथन्त॒राभ्यां +बृहद्रथम् +बृहद्रथस्य +बृहद्रथात् +बृहद्रथेन +बृहद्रथो +बृहद्रये +बृहद्रवाः +बृहद्रूपः +बृहद्वचः +बृहद्वते +बृहद्वदेम +बृहद्वनं +बृहद्वपुः +बृहद्वय +बृहद्वयः +बृहद्वयस्तस्मै +बृहद्वयो +बृहद्वा +बृहद्वासिष्ठे +बृहन् +बृहन्त +बृहन्तं +बृहन्तः +बृहन्तमपां +बृहन्तमिति +बृहन्तम् +बृहन्ता +बृहन्ति +बृहन्ते +बृहन्तो +बृहन्तौ +बृहन्नधि +बृहन्नन्दीविग्रहः +बृहन्नमः +बृहन्नला +बृहन्नले +बृहन्नसि +बृहन्नारदीये +बृहन्निति +बृहन्निधनं +बृहन्नीलतन्त्रम् +बृहन्नीलतन्त्रे +बृहन्नुषसामूर्ध्वो +बृहन्न् +बृहन्मते +बृहन्मनाः +बृहन्मनुः +बृहन्महतोरुपसंख्यानम् +बृहन्महत् +बृहसति +बृहस्प +बृहस्पत +बृहस्पतय +बृहस्पतये +बृहस्पति +बृहस्पतिँ +बृहस्पतिं +बृहस्पतिः +बृहस्पतिकः +बृहस्पतिका +बृहस्पतिकी +बृहस्पतिको +बृहस्पतिग्रहस्य +बृहस्पतिना +बृहस्पतिनावसृष्टां +बृहस्पतिपुत्रस्य +बृहस्पतिपुरोगमाः +बृहस्पतिपुरोहिता +बृहस्पतिपुरोहिताः +बृहस्पतिप्रसूता +बृहस्पतिप्रसूताः +बृहस्पतिप्रसूतास्ता +बृहस्पतिभ्यामिन्द्रा +बृहस्पतिमभाषत +बृहस्पतिमिन्द्रं +बृहस्पतिमेव +बृहस्पतिम् +बृहस्पतिरकामयत +बृहस्पतिरपि +बृहस्पतिरभाषत +बृहस्पतिरा +बृहस्पतिराङ्गिरसः +बृहस्पतिराङ्गिरसो +बृहस्पतिराह +बृहस्पतिरिति +बृहस्पतिरिन्द्राय +बृहस्पतिरिव +बृहस्पतिरिवापरः +बृहस्पतिरुदारधीः +बृहस्पतिरुपवक्ता +बृहस्पतिरुवाच +बृहस्पतिरुवाचेदं +बृहस्पतिरेव +बृहस्पतिर् +बृहस्पतिर्दक्षिणा +बृहस्पतिर्दधातु +बृहस्पतिर्देवता +बृहस्पतिर्देवानां +बृहस्पतिर्नः +बृहस्पतिर्नो +बृहस्पतिर्ब्रह्म +बृहस्पतिर्ब्रह्मा +बृहस्पतिर्म +बृहस्पतिर्मणिं +बृहस्पतिर्वा +बृहस्पतिर्वै +बृहस्पतिर्वो +बृहस्पतिर्हन्त्यमित्रमर्कैः +बृहस्पतिवते +बृहस्पतिवतो +बृहस्पतिश् +बृहस्पतिश्च +बृहस्पतिश्चापि +बृहस्पतिश्चिकित्वान् +बृहस्पतिश्चैव +बृहस्पतिष्ट्वा +बृहस्पतिसमं +बृहस्पतिसमः +बृहस्पतिसमो +बृहस्पतिसवः +बृहस्पतिसवस्य +बृहस्पतिसवे +बृहस्पतिसवेन +बृहस्पतिसवो +बृहस्पतिसुतस्य +बृहस्पतिसे +बृहस्पतिस् +बृहस्पतिस्तदा +बृहस्पतिस्तु +बृहस्पतिस्त्वा +बृहस्पतिस्मरणात् +बृहस्पतिस्मृतिः +बृहस्पतिꣳ +बृहस्पती +बृहस्पते +बृहस्पतेः +बृहस्पतेति +बृहस्पतेरग्नेरिन्द्रस्य +बृहस्पतेरपि +बृहस्पतेरानन्दः +बृहस्पतेरिति +बृहस्पतेर् +बृहस्पतेर्भागं +बृहस्पतेर्भागे +बृहस्पतेर्मूर्ध्ना +बृहस्पतेर्वा +बृहस्पतेश्च +बृहस्पतेस् +बृहस्पतेस्तु +बृहस्पतेस्तुल्यो +बृहस्पतेस्त्वा +बृहस्पतौ +बृहस्पत्यद्भुतावर्त्तः +बृहि +बृह्द्रथन्तरे +बृह॑द्भानो॒ +बृह॑स्पते +बृह॑स्पते॒ +बृह॒तः +बृह॒ता +बृह॒ती +बृह॒तीं +बृह॒ते +बृह॒तो +बृह॒स्पतिं॑ +बृह॒स्पतिं॒ +बृह॒स्पतिः॑ +बृह॒स्पतिः॒ +बृह॒स्पति॑ +बृह॒स्पति॑ः +बृह॒स्पति॑ना +बृह॒स्पति॑प्रसूता॒स्ता +बृह॒स्पति॑म् +बृह॒स्पति॑राङ्गिर॒सो +बृह॒स्पति॑र्दधातु +बृह॒स्पति॑र्न॒ः +बृह॒स्पति॒ः +बृह॒स्पति॒नाव॑सृष्टां॒ +बृह॒स्पति॒र्दक्षि॑णा +बृह॒स्पते +बृह॒स्पतेः॑ +बृह॒स्पत॑ये +बृह॒स्पत॑ये॒ +बृ॑हद्रथन्त॒रे +बृ॑ह॒तः +बृ॑ह॒ता +बृ॑ह॒ती +बृ॑ह॒ते +बृ॑ह॒तो +बृ॒हंतं॑ +बृ॒हच्च॑ +बृ॒हच्छो॑चा +बृ॒हत् +बृ॒हदा +बृ॒हदा॒भ्यामे॒व +बृ॒हद् +बृ॒हद्ग॑भी॒रं +बृ॒हद्दि॑वेषु॒ +बृ॒हद्द्यु॒म्नं +बृ॒हद्भा +बृ॒हद्भाः +बृ॒हद्यज॑माने॒ +बृ॒हद्वयो॑ +बृ॒हद्वय॑ +बृ॒हद्व॑देम +बृ॒हद॑ग्ने +बृ॒हन् +बृ॒हन्त +बृ॒हन्तं॑ +बृ॒हन्तं॒ +बृ॒हन्तः॑ +बृ॒हन्ता॑ +बृ॒हन्त॑मध्व॒रे +बृ॒हन्त॑म् +बृ॒हन्नु॒षसा॑मू॒र्ध्वो +बृ॒हन्मि॒त्रस्य॒ +बृ॒ह॒तः +बृ॒ह॒ता +बृ॒ह॒ती +बृ॒ह॒तीः +बृ॒ह॒तीम् +बृ॒ह॒ते +बृ꣣ह꣢त् +बॄ +बॆङ्गळूरु +बे +बेंगळूरु +बेइ +बेकल् +बेगम +बेगम् +बेगि +बेगुसराय +बेगूसराय +बेगूसरायमण्डलम् +बेङगलूरुतः +बेङ्क् +बेङ्गलुरु +बेङ्गलूरु +बेङ्गलूरुतः +बेङ्गलूरुनगरं +बेङ्गलूरुनगरस्य +बेङ्गलूरुनगरे +बेङ्गलूर् +बेङ्गलॊरु +बेङ्गळुरु +बेङ्गळूरु +बेङ्गळूरुग्रामान्तरमण्डलम् +बेङ्गळूरुग्रामान्तरम् +बेङ्गळूरुग्रामान्तरलोकसभाक्षेत्रम् +बेङ्गळूरुग्रामान्तरलोकसभाक्षेत्रे +बेङ्गळूरुतः +बेङ्गळूरुनगरमण्डलम् +बेङ्गळूरुनगरमण्डले +बेङ्गळूरुनगरस्य +बेङ्गळूरुनगरे +बेङ्गाली +बेङ्गाल् +बेच +बेञ्जामिन् +बेट +बेटगेरी +बेटन +बेटा +बेटी +बेटे +बेट् +बेट्ट +बेट्टद +बेट्मिन्टन् +बेड्मिण्टन् +बेतवन +बेतवा +बेताल +बेतालपञ्चविंशतिका +बेति +बेतिया +बेत् +बेत्ति +बेथ +बेद +बेदः +बेदस्य +बेदा +बेदार्थसंग्रह +बेदी +बेदे +बेध +बेधः +बेन +बेनगल् +बेनारस् +बेनिन् +बेनेगल +बेनेट +बेन्द्रे +बेभिदिता +बेभिद्यते +बेमियादी +बेर +बेरं +बेरपूजा +बेरमुच्यते +बेरस्य +बेराणां +बेराणि +बेरार +बेरिलियम् +बेरिस्टर् +बेरे +बेर्सेत्शुन्ग्नछ्परल्लेनिन् +बेल +बेलं +बेला +बेलीज +बेलुडमठे +बेलूरु +बेलूरुविधानसभाक्षेत्रम् +बेले +बेल् +बेल्जियं +बेल्जियम +बेल्जियम् +बेळगावी +बेळगावीमण्डलम् +बेळगावीमण्डलस्य +बेळगावीमण्डले +बेळगावीलोकसभाक्षेत्रम् +बेळगावीलोकसभाक्षेत्रे +बेळ्तङ्गडी +बेळ्तङ्गडीविधानसभाक्षेत्रम् +बेळ्ळूरु +बेष +बेषु +बेस +बेसन्ट् +बेसरा +बेसुध +बेस्ट +बेस्ट् +बेस्संतर +बेस्सेर् +बेह +बेहतर +बेहुला +बेहुलायाः +बेि +बै +बैं +बैंक +बैंकः +बैंड +बैक +बैकुण्ठम् +बैक् +बैक्स् +बैखानसगृह्यसूत्र +बैङ्क +बैङ्क् +बैङ्ग +बैजिकं +बैठ +बैठक +बैठकर +बैठता +बैठते +बैठना +बैठने +बैठा +बैठाए +बैठाकर +बैठाने +बैठाय +बैठाया +बैठाहय +बैठाहूय +बैठाहोय +बैठी +बैठे +बैठें +बैडमिण्टन् +बैडालं +बैढन +बैतवन +बैतूल +बैतूलमण्डलम् +बैद +बैदं +बैदः +बैदस्य +बैदी +बैदौ +बैन +बैन्दवं +बैन्दवे +बैन्दूरु +बैन्दूरुविधानसभाक्षेत्रम् +बैबल् +बैबिल् +बैर +बैरल +बैरी +बैरे +बैल +बैलहोङ्गलविधानसभाक्षेत्रम् +बैलहोङ्गल् +बैलों +बैल्वं +बैल्वः +बैल्वकाः +बैल्वपालाशौ +बैल्वम् +बैल्वा +बैल्वाः +बैल्वो +बैश +बैशा +बैशाख +बैसे +बॉक्साइट् +बॉट +बॉबी +बॉम्बे +बॉर्ड +बॉलीवुड +बो +बों +बोः +बोका +बोकारो +बोकारोमण्डलम् +बोगाइगांवमण्डलम् +बोजं +बोझ +बोझे +बोट् +बोडा +बोडाणा +बोडो +बोडोभाषा +बोडोभाषायां +बोढुं +बोतलस्य +बोते +बोत्सवाना +बोथे +बोद्ध +बोद्धं +बोद्धयम् +बोद्धरि +बोद्धव्य +बोद्धव्यं +बोद्धव्यः +बोद्धव्यमस्ति +बोद्धव्यमस्तीति +बोद्धव्यमिति +बोद्धव्यमित्यर्थः +बोद्धव्यमित्याह +बोद्धव्यम् +बोद्धव्यस्य +बोद्धव्या +बोद्धव्याः +बोद्धव्यानि +बोद्धव्ये +बोद्धव्येषु +बोद्धव्यो +बोद्धव्यौ +बोद्धा +बोद्धारः +बोद्धारो +बोद्धुं +बोद्धुः +बोद्धुम् +बोद्धृत्वं +बोद्ध्यम् +बोद्यम् +बोध +बोधं +बोधः +बोधक +बोधकं +बोधकः +बोधकतया +बोधकता +बोधकत्वं +बोधकत्वम् +बोधकत्वस्य +बोधकत्वात् +बोधकत्वे +बोधकत्वेन +बोधकमिति +बोधकम् +बोधकस्य +बोधका +बोधकाः +बोधकानां +बोधकाले +बोधके +बोधको +बोधगम्यं +बोधगया +बोधजा +बोधटीकायां +बोधत +बोधतं +बोधतः +बोधतम् +बोधति +बोधतु +बोधन +बोधनं +बोधनम् +बोधनस्य +बोधनात् +बोधनादिति +बोधनाय +बोधनार्थं +बोधनी +बोधनीय +बोधनीयं +बोधनीयः +बोधनीयमिति +बोधनीयम् +बोधनीया +बोधनीयाः +बोधने +बोधनेन +बोधनेऽपि +बोधन्तु +बोधमतुलं +बोधमयं +बोधमात्रं +बोधमुल्लासयेत् +बोधम् +बोधय +बोधयंति +बोधयत +बोधयतः +बोधयता +बोधयतातिथिम् +बोधयति +बोधयतीति +बोधयतीत्यर्थः +बोधयतु +बोधयते +बोधयत् +बोधयत्येव +बोधयत्य् +बोधयदपि +बोधयन् +बोधयन्गृहमेधिनः +बोधयन्त +बोधयन्तं +बोधयन्तः +बोधयन्ति +बोधयन्ती +बोधयन्तीं +बोधयन्तीति +बोधयन्तीत्यर्थः +बोधयन्तौ +बोधयन्नरान् +बोधयन्नाह +बोधयन्निति +बोधयन्निबद्ध +बोधयसि +बोधयामास +बोधयामि +बोधयाम्यहम् +बोधयाशु +बोधयि +बोधयिता +बोधयितु +बोधयितुं +बोधयितुमर्हति +बोधयितुमशक्यत्वात् +बोधयितुमशक्यत्वादिति +बोधयितुमाह +बोधयितुम् +बोधयित्वा +बोधयिष्यति +बोधयिष्यतीति +बोधयिष्यसि +बोधयिष्यामि +बोधये +बोधयेत +बोधयेति +बोधयेत् +बोधयेदिति +बोधयेद् +बोधयेद्देवीं +बोधयोषो +बोधरूप +बोधरूपं +बोधरूपता +बोधरूपमेव +बोधरूपस्य +बोधवह्निः +बोधवान् +बोधवासरे +बोधविषयो +बोधव्याकरणम् +बोधश्च +बोधसंभवात् +बोधसिद्धये +बोधस्तु +बोधस्य +बोधस्यैव +बोधस्वरूपं +बोधा +बोधाः +बोधाति +बोधात् +बोधात्मकं +बोधात्मको +बोधात्मा +बोधादिति +बोधाद् +बोधानन्तरं +बोधानन्दवृत्तिः +बोधानलः +बोधापत्तेः +बोधाभ्यासं +बोधामसि +बोधाय +बोधायन +बोधायनः +बोधायनवचनात् +बोधायनवृत्तिकारगतः +बोधायनस्य +बोधायनीयगृह्यसूत्रे +बोधायनीये +बोधायनेन +बोधायनो +बोधार्थं +बोधावकाशरूपतया +बोधा॑ +बोधि +बोधिं +बोधिः +बोधिका +बोधिचर्यां +बोधिचर्यायां +बोधिचर्यावतारः +बोधिचर्यावतारपञ्जिकायां +बोधिचर्यावतारे +बोधिचर्याव्रतं +बोधिचारिकां +बोधिचारिणः +बोधिचित्तं +बोधिचित्तपरिग्रहो +बोधिचित्तबलादेव +बोधिचित्तमिति +बोधिचित्तम् +बोधिचित्तस्य +बोधिचित्ते +बोधिचित्तोत्पादं +बोधिचित्तोत्पादसूत्रशास्त्रम् +बोधिचित्तोत्पादसूत्रशास्त्रे +बोधित +बोधितं +बोधितः +बोधितत्वात् +बोधितमित्यर्थः +बोधितम् +बोधितवती +बोधितवन्तः +बोधितवान् +बोधितस्तु +बोधितस्य +बोधिता +बोधिताः +बोधिते +बोधितो +बोधितोऽपि +बोधितोऽसौ +बोधितौ +बोधिद्रुमं +बोधिनी +बोधिपक्ष्या +बोधिपक्ष्येषु +बोधिप्राप्तस्य +बोधिमण्डनिषण्णं +बोधिमण्डे +बोधिमण्डो +बोधिमार्गम् +बोधिमार्गे +बोधिमासाद्य +बोधिमासाध्य +बोधिमूलं +बोधिम् +बोधिरिति +बोधिर्न +बोधिवृक्षं +बोधिवृक्षः +बोधिवृक्षमूले +बोधिवृक्षस्य +बोधिवृक्षो +बोधिस +बोधिसंभारं +बोधिसंवरम् +बोधिसत +बोधिसतेन +बोधिसत्त्रं +बोधिसत्त्व +बोधिसत्त्वं +बोधिसत्त्वः +बोधिसत्त्वगणं +बोधिसत्त्वचर्या +बोधिसत्त्वचर्यां +बोधिसत्त्वचर्यायां +बोधिसत्त्वचारिकां +बोधिसत्त्वत्वबुद्धत्वमनुमोदे +बोधिसत्त्वपदम् +बोधिसत्त्वपरिभोगं +बोधिसत्त्वपिटके +बोधिसत्त्वभूतः +बोधिसत्त्वभूतेन +बोधिसत्त्वभूमयः +बोधिसत्त्वभूमावाधारे +बोधिसत्त्वभूमिः +बोधिसत्त्वभूमिषु +बोधिसत्त्वभूमौ +बोधिसत्त्वमातरमुपसंक्रम्य +बोधिसत्त्वमाता +बोधिसत्त्वमुवाच +बोधिसत्त्वमेतदवोचत् +बोधिसत्त्वमेवमाह +बोधिसत्त्वम् +बोधिसत्त्वशिक्षा +बोधिसत्त्वशिक्षापदानि +बोधिसत्त्वशिक्षायामानुपूर्व्या +बोधिसत्त्वशिक्षासु +बोधिसत्त्वशीलसंवरसमादानं +बोधिसत्त्वश्च +बोधिसत्त्वसमाधिं +बोधिसत्त्वसहस्रैः +बोधिसत्त्वस्तं +बोधिसत्त्वस्तस्य +बोधिसत्त्वस्तेन +बोधिसत्त्वस्तेनोपसंक्रामत् +बोधिसत्त्वस्य +बोधिसत्त्वस्यैतदभवत् +बोधिसत्त्वस्यैतदभूत् +बोधिसत्त्वा +बोधिसत्त्वांशः +बोधिसत्त्वाः +बोधिसत्त्वानां +बोधिसत्त्वानामागच्छन्ति +बोधिसत्त्वानाम् +बोधिसत्त्वान् +बोधिसत्त्वाय +बोधिसत्त्वावदानकल्पलतायां +बोधिसत्त्वाश्च +बोधिसत्त्वे +बोधिसत्त्वेन +बोधिसत्त्वेनैवं +बोधिसत्त्वेषु +बोधिसत्त्वैः +बोधिसत्त्वैश्च +बोधिसत्त्वो +बोधिसत्त्वोऽनुत्तरां +बोधिसत्त्वोऽपि +बोधिसत्त्वौ +बोधिसत्व +बोधिसत्वं +बोधिसत्वः +बोधिसत्वस्त्र +बोधिसत्वस्थ +बोधिसत्वस्य +बोधिसत्वस्व +बोधिसत्वा +बोधिसत्वे +बोधिसत्वेन +बोधिसत्वो +बोधिस्नपनं +बोधि॒ +बोधी +बोधीति +बोधीये +बोधे +बोधेति +बोधेन +बोधेऽपि +बोधो +बोधों +बोधोत्तरं +बोधोपपत्तेः +बोधोऽपि +बोधोऽहं +बोधौ +बोध्द्य +बोध्द्यम् +बोध्य +बोध्यं +बोध्यः +बोध्यङ्गानि +बोध्यत +बोध्यते +बोध्यत्वात् +बोध्यन्ते +बोध्यम +बोध्यमानं +बोध्यमानः +बोध्यमाना +बोध्यमाने +बोध्यमानो +बोध्यमानोऽपि +बोध्यमिति +बोध्यमित्यर्थः +बोध्यमेव +बोध्यम् +बोध्यविता +बोध्यवि॒ता +बोध्यश्च +बोध्यस्य +बोध्या +बोध्याः +बोध्यानि +बोध्युरुशंस +बोध्ये +बोध्येत +बोध्येति +बोध्यो +बोध्यौ +बोध्य् +बोध॑ +बोध॑न्तु +बोन +बोनापार्ट +बोने +बोन्न् +बोपदेव +बोपदेवः +बोबुधीषि +बोभविता +बोभवीति +बोभवीतीति +बोभवीतु +बोभू +बोभूतः +बोभूतु +बोभूत्विति +बोभूयते +बोभूयात् +बोभोति +बोमडिला +बोम्बे +बोम्मनहळ्ळीविधानसभाक्षेत्रम् +बोम्मायी +बोम्मायीमहोदयः +बोयिङ्ग् +बोयी +बोर +बोरडोलोई +बोरदी +बोरसद +बोर्ड +बोर्डोलोयि +बोर्ड् +बोर्न् +बोर्लाग् +बोल +बोलं +बोलः +बोलकर +बोलता +बोलते +बोलना +बोलने +बोलनेवाला +बोलनेवाळा +बोला +बोलि +बोलिविया +बोली +बोलीं +बोले +बोलें +बोलेउ +बोलो +बोल् +बोल्ट् +बोव्यम् +बोस +बोसः +बोस् +बोस्टन +बोह्र +बो॑धय +बो॑धि +बो॒धय॑न्ती +बो॒धि +बो॒धि॒ +बो॒ध॒त॒म् +बो॒ध॒य॒ +बौ +बौद्ध +बौद्धं +बौद्धः +बौद्धदर्शनं +बौद्धदर्शनम् +बौद्धदर्शनस्य +बौद्धदर्शने +बौद्धधर्म +बौद्धधर्मं +बौद्धधर्मः +बौद्धधर्मस्य +बौद्धधर्मे +बौद्धपक्षप्रकरणम् +बौद्धभेदे +बौद्धमत +बौद्धमतं +बौद्धमतम् +बौद्धमतसिद्धे +बौद्धमतस्य +बौद्धमते +बौद्धमतेन +बौद्धमनुपश्यति +बौद्धम् +बौद्धविहारः +बौद्धविहारे +बौद्धसाहित्ये +बौद्धस्य +बौद्धा +बौद्धाः +बौद्धानां +बौद्धानाम् +बौद्धान् +बौद्धार्थः +बौद्धाश्च +बौद्धास्तु +बौद्धिक +बौद्धिकं +बौद्धिकः +बौद्धे +बौद्धेन +बौद्धेषु +बौद्धैः +बौद्धो +बौधमण्डलम् +बौधा +बौधाय +बौधायन +बौधायनं +बौधायनः +बौधायनगृह्यसूत्रम् +बौधायनगृह्ये +बौधायनधर्मसूत्रम् +बौधायनधर्मसूत्रे +बौधायनश्रौतसूत्रम् +बौधायनसूत्रे +बौधायनस् +बौधायनस्तु +बौधायनस्मृतिः +बौधायनस्य +बौधायनस्यात्रो +बौधायनस्योत्तरः +बौधायनीये +बौधायने +बौधायनेन +बौधायनेनोक्तं +बौधायनेनोक्तम् +बौधायनो +बौधायनोक्तं +बौधायनोक्तेः +बौधायनोऽपि +बौधायनोऽरण्योः +बौधिः +बौधे +बौध्यः +बौर +बौली +ब् +ब्च्द् +ब्जं +ब्द +ब्दः +ब्दस्य +ब्दा +ब्दात् +ब्दानां +ब्दाभ्यां +ब्दार्थः +ब्दे +ब्देन +ब्दो +ब्ध +ब्धम् +ब्धा +ब्धि +ब्धिः +ब्धी +ब्य +ब्या +ब्याख्या +ब्याङ्क् +ब्याङ्ग् +ब्याचष्टे +ब्याटरायनपुरविधानसभाक्षेत्रम् +ब्याडगि +ब्याडगीविधानसभाक्षेत्रम् +ब्याड्मिण्टन् +ब्यानर्जि +ब्यानर्जी +ब्यापक +ब्याप्टिस्ट् +ब्यायलीलावती +ब्यायलीलावतीकण्ठाभरण +ब्यास +ब्याह +ब्युरो +ब्य् +ब्र +ब्रं +ब्रः +ब्रक्षसिद्धिव्याख्या +ब्रक्षेति +ब्रज +ब्रजः +ब्रजति +ब्रजन् +ब्रजन्ति +ब्रजभाषा +ब्रजामि +ब्रजे +ब्रजेति +ब्रजेत् +ब्रण +ब्रणः +ब्रणा +ब्रणे +ब्रत +ब्रतं +ब्रतम् +ब्रतानि +ब्रती +ब्रते +ब्रध्न +ब्रध्नं +ब्रध्नः +ब्रध्नमरुषं +ब्रध्नमिति +ब्रध्नम् +ब्रध्नस्य +ब्रध्नस्याप्नोति +ब्रध्ने +ब्रध्नो +ब्रन +ब्रम +ब्रमः +ब्रमणि +ब्रम् +ब्रयात् +ब्रल +ब्रव +ब्रवः +ब्रवणः +ब्रवते +ब्रवत् +ब्रवदयं +ब्रवन् +ब्रवसि +ब्रवाणि +ब्रवाणीति +ब्रवाम +ब्रवावहै +ब्रवा॑म +ब्रविजय +ब्रवी +ब्रवीत +ब्रवीतन +ब्रवीति +ब्रवीतीति +ब्रवीतु +ब्रवीतु॒ +ब्रवीत् +ब्रवीत्विति +ब्रवीपि +ब्रवीमि +ब्रवीमिते +ब्रवीमि॒ +ब्रवीमीति +ब्रवीमीत्यर्थः +ब्रवीम्यतस्तान् +ब्रवीम्यत्र +ब्रवीम्यद्य +ब्रवीम्यमासि +ब्रवीम्यविनाशी +ब्रवीम्यहं +ब्रवीम्यहम् +ब्रवीम्योमित्येतत् +ब्रवीषि +ब्रवीषिअहं +ब्रवीषीति +ब्रवीष्येवमित्यादि +ब्रवीहि +ब्रवी॑मि +ब्रवे +ब्रवै +ब्रव॑त् +ब्रव॒ः +ब्रश +ब्रश्च +ब्रस +ब्रसू +ब्रस्स् +ब्रह +ब्रहः +ब्रहम +ब्रहमा +ब्रहमोवाच +ब्रहा +ब्रहि +ब्रहे +ब्रहेति +ब्रहैव +ब्रहोति +ब्रहौव +ब्रह् +ब्रह्न +ब्रह्नन् +ब्रह्ना +ब्रह्नोति +ब्रह्म +ब्रह्मं +ब्रह्मंस्तं +ब्रह्मंस्तथा +ब्रह्मंस्तव +ब्रह्मंस्त्वं +ब्रह्मंस्त्वया +ब्रह्मः +ब्रह्मकर्म +ब्रह्मकर्मसमाधिना +ब्रह्मकर्म्म +ब्रह्मकला +ब्रह्मकल्पे +ब्रह्मका +ब्रह्मकाण्ड +ब्रह्मकाण्डं +ब्रह्मकाण्डः +ब्रह्मकाण्डस्य +ब्रह्मकाण्डे +ब्रह्मकायिक +ब्रह्मकायिका +ब्रह्मकायिकाः +ब्रह्मकायिकानां +ब्रह्मकायिकान् +ब्रह्मकार्यं +ब्रह्मकुण्डं +ब्रह्मकुण्डमिति +ब्रह्मकुण्डे +ब्रह्मकुलं +ब्रह्मकुले +ब्रह्मकूर्च +ब्रह्मकूर्चं +ब्रह्मकूर्चविधानेन +ब्रह्मकूर्चव्रतं +ब्रह्मकूर्चहोमप्रयोगः +ब्रह्मकूर्चेन +ब्रह्मकृत +ब्रह्मकृतं +ब्रह्मकृतः +ब्रह्मकृता +ब्रह्मकृतिं +ब्रह्मकृते +ब्रह्मकृतो +ब्रह्मके +ब्रह्मको +ब्रह्मकोशं +ब्रह्मकोशस्य +ब्रह्मक्षत्रं +ब्रह्मक्षत्रविशः +ब्रह्मक्षत्रविशां +ब्रह्मक्षत्रविशो +ब्रह्मक्षत्रस्य +ब्रह्मक्षत्रादिकं +ब्रह्मक्षत्रे +ब्रह्मक्षेत्रं +ब्रह्मक्षेत्रे +ब्रह्मखंडे +ब्रह्मखण्ड +ब्रह्मखण्डं +ब्रह्मखण्डः +ब्रह्मखण्डम् +ब्रह्मखण्डे +ब्रह्मखमेव +ब्रह्मगतिं +ब्रह्मगर्भं +ब्रह्मगर्भाय +ब्रह्मगर्भो +ब्रह्मगवी +ब्रह्मगा +ब्रह्मगिरिः +ब्रह्मगिरेः +ब्रह्मगिरौ +ब्रह्मगीता +ब्रह्मगीतासु +ब्रह्मगीतिका +ब्रह्मगुप्त +ब्रह्मगुप्तं +ब्रह्मगुप्तः +ब्रह्मगुप्तकृतिरत्र +ब्रह्मगुप्तकृतो +ब्रह्मगुप्तस्य +ब्रह्मगुप्तादिभिः +ब्रह्मगुप्तादीनां +ब्रह्मगुप्ते +ब्रह्मगुप्तेन +ब्रह्मगुप्तो +ब्रह्मगुप्तोक्त +ब्रह्मगृहं +ब्रह्मग्रन्थिं +ब्रह्मघने +ब्रह्मघातकः +ब्रह्मघातलक्षाणि +ब्रह्मघातिका +ब्रह्मघातिनाम् +ब्रह्मघातिनी +ब्रह्मघोषं +ब्रह्मघोषनिनादितम् +ब्रह्मघोषसमन्वितम् +ब्रह्मघोषेण +ब्रह्मघोषैः +ब्रह्मघोषैश्च +ब्रह्मघोषो +ब्रह्मघ्नं +ब्रह्मघ्नः +ब्रह्मघ्नश्च +ब्रह्मघ्नस्य +ब्रह्मघ्ना +ब्रह्मघ्नानां +ब्रह्मघ्नाश्च +ब्रह्मघ्नी +ब्रह्मघ्ने +ब्रह्मघ्नो +ब्रह्मघ्नोऽपि +ब्रह्मच +ब्रह्मचक्रं +ब्रह्मचक्रम् +ब्रह्मचक्रे +ब्रह्मचरी +ब्रह्मचर्य +ब्रह्मचर्यं +ब्रह्मचर्यतः +ब्रह्मचर्यपरा +ब्रह्मचर्यपराः +ब्रह्मचर्यपरायणः +ब्रह्मचर्यपरायणा +ब्रह्मचर्यपरायणाः +ब्रह्मचर्यपरिग्रहः +ब्रह्मचर्यपरो +ब्रह्मचर्यपर्यवसानं +ब्रह्मचर्यप्रतिष्ठायां +ब्रह्मचर्यमस्य +ब्रह्मचर्यमहिंसा +ब्रह्मचर्यमहिंसां +ब्रह्मचर्यमागामुप +ब्रह्मचर्यमिति +ब्रह्मचर्यमिदं +ब्रह्मचर्यमुवास +ब्रह्मचर्यमूषुर्देवा +ब्रह्मचर्यमेतदेवाष्टलक्षणम् +ब्रह्मचर्यमेव +ब्रह्मचर्यम् +ब्रह्मचर्यया +ब्रह्मचर्यरतो +ब्रह्मचर्यवान् +ब्रह्मचर्यवान्प्रव्रजति +ब्रह्मचर्यवासः +ब्रह्मचर्यव्रतं +ब्रह्मचर्यव्रते +ब्रह्मचर्यसमन्वितः +ब्रह्मचर्यस्य +ब्रह्मचर्या +ब्रह्मचर्यातो +ब्रह्मचर्यात् +ब्रह्मचर्यादि +ब्रह्मचर्यादिकं +ब्रह्मचर्यादेव +ब्रह्मचर्यापरिग्रहौ +ब्रह्मचर्याय +ब्रह्मचर्याश्रम +ब्रह्मचर्याश्रमं +ब्रह्मचर्याश्रमः +ब्रह्मचर्याश्रमादेव +ब्रह्मचर्याश्रमे +ब्रह्मचर्ये +ब्रह्मचर्येण +ब्रह्मचर्येणर्षिभ्यो +ब्रह्मचर्येणानुविन्दन्ति +ब्रह्मचर्येति +ब्रह्मचर्योपपन्नम् +ब्रह्मचर्य्य +ब्रह्मचर्य्यं +ब्रह्मचर्य्यञ्च +ब्रह्मचर्य्यमहिंसा +ब्रह्मचर्य्यम् +ब्रह्मचर्य्या +ब्रह्मचर्य्ये +ब्रह्मचर्य्येण +ब्रह्मचा +ब्रह्मचारि +ब्रह्मचारिकाण्डे +ब्रह्मचारिण +ब्रह्मचारिणं +ब्रह्मचारिणः +ब्रह्मचारिणमिच्छते +ब्रह्मचारिणम् +ब्रह्मचारिणश्च +ब्रह्मचारिणा +ब्रह्मचारिणां +ब्रह्मचारिणाम् +ब्रह्मचारिणि +ब्रह्मचारिणी +ब्रह्मचारिणीं +ब्रह्मचारिणीम् +ब्रह्मचारिणे +ब्रह्मचारिणो +ब्रह्मचारिणौ +ब्रह्मचारिण्य +ब्रह्मचारिण्यो +ब्रह्मचारित्वं +ब्रह्मचारिधर्माः +ब्रह्मचारिनियमाः +ब्रह्मचारिन् +ब्रह्मचारिन्नेदमुपास्महे +ब्रह्मचारिप्रकरणम् +ब्रह्मचारिभिः +ब्रह्मचारिभ्यो +ब्रह्मचारिवासः +ब्रह्मचारिवासी +ब्रह्मचारिव्रतलोपप्रायश्चित्तम् +ब्रह्मचारिव्रते +ब्रह्मचारिषु +ब्रह्मचारिस्वरूपेण +ब्रह्मचारी +ब्रह्मचारीणां +ब्रह्मचारीति +ब्रह्मचार्यसि +ब्रह्मचार्याचार्यकुलवासी +ब्रह्मचार्यादीनां +ब्रह्मचार्येति +ब्रह्मचार्येव +ब्रह्मचार्य् +ब्रह्मचार्य्येव +ब्रह्मचा॒री +ब्रह्मचिन्तनम् +ब्रह्मचिन्तने +ब्रह्मचैतन्यं +ब्रह्मचोदनौ +ब्रह्मजज्ञ +ब्रह्मजज्ञं +ब्रह्मजज्ञमिति +ब्रह्मजज्ञान +ब्रह्मजज्ञानं +ब्रह्मजज्ञानमिति +ब्रह्मजत्वं +ब्रह्मजन्म +ब्रह्मजपं +ब्रह्मजा +ब्रह्मजातयः +ब्रह्मजाया +ब्रह्मजायां +ब्रह्मजायाचित्त्या +ब्रह्मजा॒याचि॑त्त्या +ब्रह्मजिज्ञासया +ब्रह्मजिज्ञासा +ब्रह्मजिज्ञासां +ब्रह्मजिज्ञासाया +ब्रह्मजिज्ञासायाः +ब्रह्मजिज्ञासायोग्यता +ब्रह्मजिज्ञासेति +ब्रह्मजूतस्तन्वा +ब्रह्मज्ञ +ब्रह्मज्ञः +ब्रह्मज्ञा +ब्रह्मज्ञाः +ब्रह्मज्ञान +ब्रह्मज्ञानं +ब्रह्मज्ञानमपि +ब्रह्मज्ञानमिति +ब्रह्मज्ञानमेव +ब्रह्मज्ञानम् +ब्रह्मज्ञानस्य +ब्रह्मज्ञानात् +ब्रह्मज्ञानाय +ब्रह्मज्ञानावली +ब्रह्मज्ञानावलीमाला +ब्रह्मज्ञानिनः +ब्रह्मज्ञानी +ब्रह्मज्ञाने +ब्रह्मज्ञानेन +ब्रह्मज्ञो +ब्रह्मज्य +ब्रह्मज्यं +ब्रह्मज्यस्य +ब्रह्मज्येष्ठा +ब्रह्मज्योतिः +ब्रह्मज्योतिरसि +ब्रह्मञ्छ्रोतुमिच्छामि +ब्रह्मण +ब्रह्मणं +ब्रह्मणः +ब्रह्मणम् +ब्रह्मणश् +ब्रह्मणश्च +ब्रह्मणश्चतुर्थः +ब्रह्मणश्चापि +ब्रह्मणश्चैव +ब्रह्मणस् +ब्रह्मणस्तटस्थलक्षणमाह +ब्रह्मणस्तत्र +ब्रह्मणस्तथा +ब्रह्मणस्तदा +ब्रह्मणस्तनयो +ब्रह्मणस्तस्य +ब्रह्मणस्तु +ब्रह्मणस्ते +ब्रह्मणस्तेन +ब्रह्मणस्त्रिविधः +ब्रह्मणस्त्व +ब्रह्मणस्त्वं +ब्रह्मणस्त्वः +ब्रह्मणस्त्वा +ब्रह्मणस्पत +ब्रह्मणस्पति +ब्रह्मणस्पतिं +ब्रह्मणस्पतिः +ब्रह्मणस्पतिना +ब्रह्मणस्पतिम् +ब्रह्मणस्पतिरिति +ब्रह्मणस्पतिर् +ब्रह्मणस्पतिर्मन्त्रं +ब्रह्मणस्पते +ब्रह्मणस्पतेः +ब्रह्मणस्य +ब्रह्मणा +ब्रह्मणां +ब्रह्मणाः +ब्रह्मणाग्निः +ब्रह्मणानां +ब्रह्मणानेन +ब्रह्मणानेनेति +ब्रह्मणान् +ब्रह्मणान्नम् +ब्रह्मणापि +ब्रह्मणाभिहितं +ब्रह्मणाभ्य +ब्रह्मणामपि +ब्रह्मणामित्रान् +ब्रह्मणाम् +ब्रह्मणाय +ब्रह्मणाऽन्नं +ब्रह्मणाऽपि +ब्रह्मणि +ब्रह्मणी +ब्रह्मणीति +ब्रह्मणीत्यर्थः +ब्रह्मणीव +ब्रह्मणे +ब्रह्मणेति +ब्रह्मणेन +ब्रह्मणेभ्यो +ब्रह्मणेऽनन्तशक्तये +ब्रह्मणेो +ब्रह्मणैव +ब्रह्मणैवं +ब्रह्मणैवास्मै +ब्रह्मणैवैनं +ब्रह्मणैवैनम् +ब्रह्मणैवैनाः +ब्रह्मणैवोभयतः +ब्रह्मणैषां +ब्रह्मणो +ब्रह्मणों +ब्रह्मणोंतिकम् +ब्रह्मणोंऽतिकम् +ब्रह्मणोंऽशेन +ब्रह्मणोः +ब्रह्मणोक्तं +ब्रह्मणोदितः +ब्रह्मणोदितम् +ब्रह्मणोपि +ब्रह्मणोऽ +ब्रह्मणोऽग्रे +ब्रह्मणोऽनन्तवान्नाम +ब्रह्मणोऽन्तिकम् +ब्रह्मणोऽन्तिके +ब्रह्मणोऽन्तिमरात्र्यागममपि +ब्रह्मणोऽन्ते +ब्रह्मणोऽन्यः +ब्रह्मणोऽन्यत् +ब्रह्मणोऽन्यत्र +ब्रह्मणोऽन्यन्न +ब्रह्मणोऽन्यस्य +ब्रह्मणोऽपत्यं +ब्रह्मणोऽपि +ब्रह्मणोऽपीति +ब्रह्मणोऽप्यादिकर्त्रे +ब्रह्मणोऽव्यक्तजन्मनः +ब्रह्मणोऽस्तित्वं +ब्रह्मणोऽस्य +ब्रह्मणोऽहं +ब्रह्मण्य +ब्रह्मण्यं +ब्रह्मण्यः +ब्रह्मण्यज्ञाननाशाय +ब्रह्मण्यता +ब्रह्मण्यदेव +ब्रह्मण्यदेवं +ब्रह्मण्यदेवः +ब्रह्मण्यदेवस्य +ब्रह्मण्यदेवाय +ब्रह्मण्यदेवेति +ब्रह्मण्यदेवो +ब्रह्मण्यद्वितीये +ब्रह्मण्यनिर्देश्ये +ब्रह्मण्यपि +ब्रह्मण्यभिव्यक्तिकराणि +ब्रह्मण्यश्च +ब्रह्मण्यस्मिन् +ब्रह्मण्यस्य +ब्रह्मण्या +ब्रह्मण्याः +ब्रह्मण्याधाय +ब्रह्मण्यानां +ब्रह्मण्याय +ब्रह्मण्यासक्तचित्ता +ब्रह्मण्युच्यते +ब्रह्मण्ये +ब्रह्मण्येव +ब्रह्मण्येवावतिष्ठते +ब्रह्मण्येवेति +ब्रह्मण्यो +ब्रह्मण्यौ +ब्रह्मण्य् +ब्रह्मण्वदा +ब्रह्मण्वन्तो +ब्रह्मण्वान् +ब्रह्मतः +ब्रह्मतत्त्व +ब्रह्मतत्त्वं +ब्रह्मतत्त्वम् +ब्रह्मतत्त्वस्य +ब्रह्मतत्परः +ब्रह्मतत्पराः +ब्रह्मतत्वं +ब्रह्मतत्वम् +ब्रह्मतत्वाच्छुरितत्वे +ब्रह्मतया +ब्रह्मता +ब्रह्मतां +ब्रह्मति +ब्रह्मतीर्थ +ब्रह्मतीर्थं +ब्रह्मतीर्थे +ब्रह्मतीर्थेन +ब्रह्मतुल्य +ब्रह्मतेजः +ब्रह्मतेजसा +ब्रह्मतेजो +ब्रह्मतेजोबलं +ब्रह्मतेजोमयं +ब्रह्मतो +ब्रह्मत्व +ब्रह्मत्वं +ब्रह्मत्वमपि +ब्रह्मत्वममरत्वं +ब्रह्मत्वमिति +ब्रह्मत्वमेव +ब्रह्मत्वम् +ब्रह्मत्वस्य +ब्रह्मत्वात् +ब्रह्मत्वादिति +ब्रह्मत्वाभिधानमनर्थकं +ब्रह्मत्वाय +ब्रह्मत्वे +ब्रह्मत्वेन +ब्रह्मत्वेनैव +ब्रह्मत्वेऽर्पणादीनामेव +ब्रह्मदं +ब्रह्मदः +ब्रह्मदण्ड +ब्रह्मदण्डं +ब्रह्मदण्डः +ब्रह्मदण्डहता +ब्रह्मदण्डी +ब्रह्मदण्डेन +ब्रह्मदत्त +ब्रह्मदत्तं +ब्रह्मदत्तः +ब्रह्मदत्तवदयं +ब्रह्मदत्तवरो +ब्रह्मदत्तश्च +ब्रह्मदत्तस्य +ब्रह्मदत्तां +ब्रह्मदत्तानां +ब्रह्मदत्ताय +ब्रह्मदत्ते +ब्रह्मदत्तेन +ब्रह्मदत्तो +ब्रह्मदर्शनं +ब्रह्मदर्शनम् +ब्रह्मदर्शनस्य +ब्रह्मदर्शने +ब्रह्मदानं +ब्रह्मदारु +ब्रह्मदारुवृक्षः +ब्रह्मदिनं +ब्रह्मदिनान्तकाले +ब्रह्मदिनान्ते +ब्रह्मदिने +ब्रह्मदृष्टया +ब्रह्मदृष्टिं +ब्रह्मदृष्टिः +ब्रह्मदृष्टिरुत्कर्षात् +ब्रह्मदृष्ट्या +ब्रह्मदेया +ब्रह्मदेयां +ब्रह्मदेव +ब्रह्मदेवं +ब्रह्मदेवः +ब्रह्मदेवत्या +ब्रह्मदेवस्य +ब्रह्मदेवेन +ब्रह्मदेश +ब्रह्मदेशः +ब्रह्मदैवतम् +ब्रह्मदैवत्यं +ब्रह्मदो +ब्रह्मद्वारं +ब्रह्मद्वारमुखं +ब्रह्मद्वारा +ब्रह्मद्वारेण +ब्रह्मद्विट् +ब्रह्मद्विषं +ब्रह्मद्विषः +ब्रह्मद्विषश्च +ब्रह्मद्विषां +ब्रह्मद्विषे +ब्रह्मद्विषो +ब्रह्मद्वेषि +ब्रह्मधर्माः +ब्रह्मधाम +ब्रह्मधाम्नि +ब्रह्मध्यानं +ब्रह्मध्यायिनो +ब्रह्मन +ब्रह्मनंदे +ब्रह्मनाडिगः +ब्रह्मनाडी +ब्रह्मनाडीं +ब्रह्मनाडीति +ब्रह्मनाड्या +ब्रह्मनाम +ब्रह्मनारदसंवादे +ब्रह्मनिरूपणम् +ब्रह्मनिर्मितः +ब्रह्मनिर्मितम् +ब्रह्मनिर्मिते +ब्रह्मनिर्वाणं +ब्रह्मनिर्वाणमृच्छति +ब्रह्मनिर्वाणमृषयः +ब्रह्मनिर्वाणम् +ब्रह्मनिष्ठ +ब्रह्मनिष्ठं +ब्रह्मनिष्ठः +ब्रह्मनिष्ठम् +ब्रह्मनिष्ठस्य +ब्रह्मनिष्ठा +ब्रह्मनिष्ठाः +ब्रह्मनिष्ठानां +ब्रह्मनिष्ठामुपसंहरति +ब्रह्मनिष्ठो +ब्रह्मनिष्ठोक्ता +ब्रह्मन् +ब्रह्मन्कथं +ब्रह्मन्किं +ब्रह्मन्केन +ब्रह्मन्त् +ब्रह्मन्न +ब्रह्मन्नद्य +ब्रह्मन्नपः +ब्रह्मन्नविष +ब्रह्मन्नश्वं +ब्रह्मन्निति +ब्रह्मन्निष्कले +ब्रह्मन्नुताहो +ब्रह्मन्नुत्तरं +ब्रह्मन्नृषयो +ब्रह्मन्न् +ब्रह्मन्प्रवक्ष्यामि +ब्रह्मन्प्रस्थास्यामः +ब्रह्मन्ब्राह्मणो +ब्रह्मन्ब्रूहि +ब्रह्मन्मम +ब्रह्मन्मया +ब्रह्मन्येन +ब्रह्मन्वद +ब्रह्मन्वाचं +ब्रह्मन्विधे +ब्रह्मन्स +ब्रह्मन्स्तोष्यामः +ब्रह्मपञ्चकम् +ब्रह्मपत्नी +ब्रह्मपत्न्यो +ब्रह्मपत्रेषु +ब्रह्मपथ +ब्रह्मपथः +ब्रह्मपथे +ब्रह्मपद +ब्रह्मपदं +ब्रह्मपदस्य +ब्रह्मपदे +ब्रह्मपदेन +ब्रह्मपर +ब्रह्मपरं +ब्रह्मपरः +ब्रह्मपरतया +ब्रह्मपरत्वं +ब्रह्मपरत्वे +ब्रह्मपरमं +ब्रह्मपरम् +ब्रह्मपरा +ब्रह्मपरायणाः +ब्रह्मपरे +ब्रह्मपरो +ब्रह्मपवित्रेण +ब्रह्मपारं +ब्रह्मपुच्छं +ब्रह्मपुत्त्र +ब्रह्मपुत्त्रः +ब्रह्मपुत्त्रस्य +ब्रह्मपुत्त्रो +ब्रह्मपुत्र +ब्रह्मपुत्रं +ब्रह्मपुत्रः +ब्रह्मपुत्रकः +ब्रह्मपुत्रनदः +ब्रह्मपुत्रश्च +ब्रह्मपुत्रस्य +ब्रह्मपुत्रा +ब्रह्मपुत्रां +ब्रह्मपुत्राः +ब्रह्मपुत्रानदी +ब्रह्मपुत्राय +ब्रह्मपुत्राश्च +ब्रह्मपुत्रिका +ब्रह्मपुत्री +ब्रह्मपुत्रेण +ब्रह्मपुत्रो +ब्रह्मपुर +ब्रह्मपुरं +ब्रह्मपुरम् +ब्रह्मपुरस्सराः +ब्रह्मपुराण +ब्रह्मपुराणं +ब्रह्मपुराणम् +ब्रह्मपुराणवचनात् +ब्रह्मपुराणात् +ब्रह्मपुराणे +ब्रह्मपुराणेऽपि +ब्रह्मपुरी +ब्रह्मपुरीं +ब्रह्मपुरुषं +ब्रह्मपुरुषाः +ब्रह्मपुरुषान् +ब्रह्मपुरुषेभ्य +ब्रह्मपुरे +ब्रह्मपुरोगमाः +ब्रह्मपुरोहिताः +ब्रह्मपुरोहितान्महाब्रह्मणः +ब्रह्मपूता +ब्रह्मपूतो +ब्रह्मप्रजापती +ब्रह्मप्रणवः +ब्रह्मप्रदेशे +ब्रह्मप्रभो +ब्रह्मप्रलये +ब्रह्मप्राप्ति +ब्रह्मप्राप्तिः +ब्रह्मप्राप्तिमार्गे +ब्रह्मप्राप्तेः +ब्रह्मप्राप्तो +ब्रह्मप्राप्तौ +ब्रह्मप्राप्त्युपायभूते +ब्रह्मप्रियं +ब्रह्मप्रिया +ब्रह्मप्रियाः +ब्रह्मप्रियाणां +ब्रह्मप्रियादिकाः +ब्रह्मप्रियादिभिः +ब्रह्मप्रियाद्याः +ब्रह्मप्रियापते +ब्रह्मप्रियाभिः +ब्रह्मप्रियाश्च +ब्रह्मप्रियासमन्वितः +ब्रह्मप्रियासु +ब्रह्मप्रियास्तथा +ब्रह्मप्रोक्तं +ब्रह्मबन्धु +ब्रह्मबन्धुः +ब्रह्मबन्धुतरा +ब्रह्मबन्धुरिव +ब्रह्मबन्धूः +ब्रह्मबन्धो +ब्रह्मबन्धोः +ब्रह्मबन्धौ +ब्रह्मबलं +ब्रह्मबिन्दु +ब्रह्मबिन्दूपनिषद् +ब्रह्मबिलं +ब्रह्मबीजं +ब्रह्मबुद्ध्या +ब्रह्मभवनं +ब्रह्मभवनाय +ब्रह्मभागं +ब्रह्मभागे +ब्रह्मभागो +ब्रह्मभाव +ब्रह्मभावं +ब्रह्मभावः +ब्रह्मभावनः +ब्रह्मभावनया +ब्रह्मभावस्य +ब्रह्मभावाय +ब्रह्मभावे +ब्रह्मभावेन +ब्रह्मभावो +ब्रह्मभि +ब्रह्मभिः +ब्रह्मभिन्नस्य +ब्रह्मभुवनं +ब्रह्मभुवनात् +ब्रह्मभूत +ब्रह्मभूतं +ब्रह्मभूतः +ब्रह्मभूतमकल्मषम् +ब्रह्मभूतम् +ब्रह्मभूतस्य +ब्रह्मभूता +ब्रह्मभूते +ब्रह्मभूतेन +ब्रह्मभूतो +ब्रह्मभूतोऽधिगच्छति +ब्रह्मभूयं +ब्रह्मभूयम् +ब्रह्मभूयसे +ब्रह्मभूयाय +ब्रह्मभूयिष्ठा +ब्रह्मभ्य +ब्रह्मभ्यः +ब्रह्मभ्यो +ब्रह्मभ्रूणवृत्रेषु +ब्रह्ममयं +ब्रह्ममयः +ब्रह्ममयी +ब्रह्ममयीं +ब्रह्ममये +ब्रह्ममयेन +ब्रह्ममयो +ब्रह्ममयोऽमृतमयः +ब्रह्ममात्रं +ब्रह्ममात्रकम् +ब्रह्ममात्रमवतिष्ठते +ब्रह्ममीमांसा +ब्रह्ममीमांसाया +ब्रह्ममीमांसायां +ब्रह्ममुखं +ब्रह्ममुखा +ब्रह्ममूलम् +ब्रह्ममें +ब्रह्ममेतत् +ब्रह्ममेतु +ब्रह्ममेध्यां +ब्रह्ममेव +ब्रह्मयजमानभागौ +ब्रह्मयजमानौ +ब्रह्मयज्ञ +ब्रह्मयज्ञं +ब्रह्मयज्ञः +ब्रह्मयज्ञस्य +ब्रह्मयज्ञा +ब्रह्मयज्ञे +ब्रह्मयज्ञेन +ब्रह्मयज्ञो +ब्रह्मयामले +ब्रह्मयुजा +ब्रह्मयोगः +ब्रह्मयोगयुक्तात्मा +ब्रह्मयोगे +ब्रह्मयोगेन +ब्रह्मयोनिं +ब्रह्मयोनिः +ब्रह्मयोनिना +ब्रह्मयोनिम् +ब्रह्मयोनिस्था +ब्रह्मयोने +ब्रह्मयोनौ +ब्रह्मयोषितः +ब्रह्मयोषिताम् +ब्रह्मरंध्रे +ब्रह्मरंध्रेण +ब्रह्मरक्षसः +ब्रह्मरक्षसा +ब्रह्मरक्षसाम् +ब्रह्मरन्धं +ब्रह्मरन्ध्र +ब्रह्मरन्ध्रं +ब्रह्मरन्ध्रपर्यन्तं +ब्रह्मरन्ध्रमुखं +ब्रह्मरन्ध्रम् +ब्रह्मरन्ध्रात् +ब्रह्मरन्ध्रान्तं +ब्रह्मरन्ध्रे +ब्रह्मरन्ध्रेण +ब्रह्मरसं +ब्रह्मरसः +ब्रह्मरसो +ब्रह्मराक्षस +ब्रह्मराक्षसः +ब्रह्मराक्षसम् +ब्रह्मराक्षसाः +ब्रह्मराक्षसैः +ब्रह्मराक्षसो +ब्रह्मराक्षसौ +ब्रह्मराजन्याभ्यां +ब्रह्मरात्रे +ब्रह्मराशिं +ब्रह्मराशिः +ब्रह्मरुद्रयोः +ब्रह्मरुद्रादिदैवतैः +ब्रह्मरुद्रादिभिरन्यैश्च +ब्रह्मरुद्रादीनां +ब्रह्मरुद्रौ +ब्रह्मरुपेण +ब्रह्मरूप +ब्रह्मरूपं +ब्रह्मरूपः +ब्रह्मरूपतया +ब्रह्मरूपत्वं +ब्रह्मरूपत्वात् +ब्रह्मरूपधरं +ब्रह्मरूपधृक् +ब्रह्मरूपस्य +ब्रह्मरूपा +ब्रह्मरूपां +ब्रह्मरूपाय +ब्रह्मरूपिणः +ब्रह्मरूपिणम् +ब्रह्मरूपिणा +ब्रह्मरूपिणि +ब्रह्मरूपिणी +ब्रह्मरूपिणीम् +ब्रह्मरूपिणे +ब्रह्मरूपी +ब्रह्मरूपे +ब्रह्मरूपेण +ब्रह्मरूपो +ब्रह्मर्षयः +ब्रह्मर्षयश्च +ब्रह्मर्षयश्चैव +ब्रह्मर्षयस्तथा +ब्रह्मर्षयो +ब्रह्मर्षयोऽमलाः +ब्रह्मर्षि +ब्रह्मर्षिं +ब्रह्मर्षिः +ब्रह्मर्षिगणसेवितम् +ब्रह्मर्षिणा +ब्रह्मर्षितां +ब्रह्मर्षित्वप्राप्तिः +ब्रह्मर्षिदेशः +ब्रह्मर्षिदेशो +ब्रह्मर्षिन्यासः +ब्रह्मर्षिभिः +ब्रह्मर्षिमुख्येभ्यः +ब्रह्मर्षिसत्तमाः +ब्रह्मर्षिसमतां +ब्रह्मर्षिसेवितम् +ब्रह्मर्षी +ब्रह्मर्षीणां +ब्रह्मर्षे +ब्रह्मर्षेः +ब्रह्मलक्षणं +ब्रह्मलक्षणम् +ब्रह्मलिङ्गं +ब्रह्मलिङ्गम् +ब्रह्मलिङ्गाः +ब्रह्मलो +ब्रह्मलोक +ब्रह्मलोकं +ब्रह्मलोकः +ब्रह्मलोकगमनं +ब्रह्मलोकगमनम् +ब्रह्मलोकगाः +ब्रह्मलोकजिगीषया +ब्रह्मलोकञ्च +ब्रह्मलोकतः +ब्रह्मलोकदः +ब्रह्मलोकदम् +ब्रह्मलोकनिवासिनः +ब्रह्मलोकपर्यन्तं +ब्रह्मलोकपर्यन्तानामिति +ब्रह्मलोकप्रदं +ब्रह्मलोकप्राप्तिः +ब्रह्मलोकप्राप्तिश्च +ब्रह्मलोकब्रह्मशरीरब्रह्माण्डादीनां +ब्रह्मलोकभाक् +ब्रह्मलोकमतिक्रम्य +ब्रह्मलोकमनामयम् +ब्रह्मलोकमभिसंपद्यते +ब्रह्मलोकमवाप्नुयात् +ब्रह्मलोकमवाप्नोति +ब्रह्मलोकमाप्नोति +ब्रह्मलोकमिति +ब्रह्मलोकम् +ब्रह्मलोकश्च +ब्रह्मलोकसहिताः +ब्रह्मलोकस्तु +ब्रह्मलोकस्थो +ब्रह्मलोकस्य +ब्रह्मलोका +ब्रह्मलोकाः +ब्रह्मलोकात् +ब्रह्मलोकादधः +ब्रह्मलोकादि +ब्रह्मलोकादीन् +ब्रह्मलोकान् +ब्रह्मलोकाय +ब्रह्मलोकावाप्तिः +ब्रह्मलोके +ब्रह्मलोकेन +ब्रह्मलोकेषु +ब्रह्मलोकेष्विति +ब्रह्मलोको +ब्रह्मव +ब्रह्मवक्षसि +ब्रह्मवचः +ब्रह्मवत् +ब्रह्मवद् +ब्रह्मवद्यम् +ब्रह्मवधं +ब्रह्मवध्या +ब्रह्मवध्यां +ब्रह्मवनं +ब्रह्मवनि +ब्रह्मवनिं +ब्रह्मवनिः +ब्रह्मवरणं +ब्रह्मवरणम् +ब्रह्मवरणादि +ब्रह्मवर्चस +ब्रह्मवर्चसं +ब्रह्मवर्चसः +ब्रह्मवर्चसकाम +ब्रह्मवर्चसकामः +ब्रह्मवर्चसकामम् +ब्रह्मवर्चसकामस्तु +ब्रह्मवर्चसकामस्य +ब्रह्मवर्चसकामा +ब्रह्मवर्चसकामाः +ब्रह्मवर्चसकामादीनां +ब्रह्मवर्चसकामेन +ब्रह्मवर्चसकामो +ब्रह्मवर्चसमवरुन्धे +ब्रह्मवर्चसमिति +ब्रह्मवर्चसमेव +ब्रह्मवर्चसम् +ब्रह्मवर्चसस्य +ब्रह्मवर्चसा +ब्रह्मवर्चसाय +ब्रह्मवर्चसायेति +ब्रह्मवर्चसितरः +ब्रह्मवर्चसिनं +ब्रह्मवर्चसिनः +ब्रह्मवर्चसिनो +ब्रह्मवर्चसी +ब्रह्मवर्चसे +ब्रह्मवर्चसेन +ब्रह्मवर्चसेनान्नाद्येन +ब्रह्मवर्चसेनेति +ब्रह्मवर्चस्य +ब्रह्मवर्चस्यं +ब्रह्मवर्चस्यन्नादो +ब्रह्मवर्चस्य् +ब्रह्मवर्चस्विनः +ब्रह्मवर्चस्वी +ब्रह्मवर्च॒सं +ब्रह्मवर्च॒सेन॑ +ब्रह्मवर्च॒स्ये॑व +ब्रह्मवस्तु +ब्रह्मवाक्यं +ब्रह्मवाक्यम् +ब्रह्मवाक्ये +ब्रह्मवाद +ब्रह्मवादं +ब्रह्मवादि +ब्रह्मवादिन +ब्रह्मवादिनं +ब्रह्मवादिनः +ब्रह्मवादिनम् +ब्रह्मवादिना +ब्रह्मवादिनां +ब्रह्मवादिनाम् +ब्रह्मवादिनि +ब्रह्मवादिनी +ब्रह्मवादिनो +ब्रह्मवादिनौ +ब्रह्मवादिन्यः +ब्रह्मवादिन्यौ +ब्रह्मवादिभिः +ब्रह्मवादिषु +ब्रह्मवादी +ब्रह्मवादे +ब्रह्मवाद्यम् +ब्रह्मवायू +ब्रह्मवासरम् +ब्रह्मवाहः +ब्रह्मवाहसे +ब्रह्मवा॒दिनो॑ +ब्रह्मवि +ब्रह्मविचारः +ब्रह्मविचारे +ब्रह्मविच्च +ब्रह्मविज्ञानं +ब्रह्मविज्ञानमानन्दं +ब्रह्मविज्ञाने +ब्रह्मविज्ञानेन +ब्रह्मवित् +ब्रह्मवित्तम +ब्रह्मवित्तमः +ब्रह्मवित्तमम् +ब्रह्मवित्तमाः +ब्रह्मवित्त्वं +ब्रह्मवित्सु +ब्रह्मवित्स्वयम् +ब्रह्मविद +ब्रह्मविदं +ब्रह्मविदः +ब्रह्मविदपि +ब्रह्मविदस्तथा +ब्रह्मविदा +ब्रह्मविदां +ब्रह्मविदांवर +ब्रह्मविदाप्नोति +ब्रह्मविदामपि +ब्रह्मविदामोति +ब्रह्मविदि +ब्रह्मविदिति +ब्रह्मविदिव +ब्रह्मविदुत्तमः +ब्रह्मविदे +ब्रह्मविदो +ब्रह्मविदोऽपि +ब्रह्मविद् +ब्रह्मविद्ब्रह्मणि +ब्रह्मविद्ब्रह्मैव +ब्रह्मविद्ब्राह्मणो +ब्रह्मविद्भवति +ब्रह्मविद्भिः +ब्रह्मविद्यया +ब्रह्मविद्या +ब्रह्मविद्यां +ब्रह्मविद्यापरायणः +ब्रह्मविद्याफलं +ब्रह्मविद्याम् +ब्रह्मविद्याया +ब्रह्मविद्यायां +ब्रह्मविद्यायाः +ब्रह्मविद्यावतां +ब्रह्मविद्याविषयः +ब्रह्मविद्यासम्बन्धी +ब्रह्मविद्यैव +ब्रह्मविद्यो +ब्रह्मविद्योपनिषत् +ब्रह्मविधानेन +ब्रह्मविनिर्मितम् +ब्रह्मविभुशब्दावैकार्थ्यपरिहाराय +ब्रह्मविषयं +ब्रह्मविषयः +ब्रह्मविषयम् +ब्रह्मविषया +ब्रह्मविषये +ब्रह्मविष्णु +ब्रह्मविष्णुगिरिशाः +ब्रह्मविष्णुपुरोगमाः +ब्रह्मविष्णुमहेशाद्या +ब्रह्मविष्णुमहेशाद्याः +ब्रह्मविष्णुमहेशाद्यैः +ब्रह्मविष्णुमहेशानां +ब्रह्मविष्णुमहेशाश्च +ब्रह्मविष्णुमहेश्वरा +ब्रह्मविष्णुमहेश्वराः +ब्रह्मविष्णुमहेश्वरान् +ब्रह्मविष्णुमहेश्वरैः +ब्रह्मविष्णुरुद्रा +ब्रह्मविष्णुरुद्राणां +ब्रह्मविष्णुरुद्रेन्द्रास्ते +ब्रह्मविष्णुशिवा +ब्रह्मविष्णुशिवाः +ब्रह्मविष्णुशिवात्मकः +ब्रह्मविष्णुशिवात्मकम् +ब्रह्मविष्णुशिवात्मकाः +ब्रह्मविष्णुशिवादयः +ब्रह्मविष्णुशिवादीनां +ब्रह्मविष्णुशिवाद्यैश्च +ब्रह्मविष्णुशिवानां +ब्रह्मविष्णुशिवैः +ब्रह्मविष्णुसंवादे +ब्रह्मविष्णुहरादयः +ब्रह्मविष्णू +ब्रह्मविष्णूपदिष्टश्च +ब्रह्मविष्ण्वादयः +ब्रह्मविष्ण्वोः +ब्रह्मवृक्षः +ब्रह्मवृक्षस्य +ब्रह्मवृक्षो +ब्रह्मवृत्तिं +ब्रह्मवेत्ता +ब्रह्मवेद +ब्रह्मवेदं +ब्रह्मवेदः +ब्रह्मवेदनं +ब्रह्मवेदनम् +ब्रह्मवेदिः +ब्रह्मवेदिनः +ब्रह्मवेदो +ब्रह्मवै +ब्रह्मवैवर्त +ब्रह्मवैवर्तं +ब्रह्मवैवर्तपुराण +ब्रह्मवैवर्तपुराणम +ब्रह्मवैवर्तपुराणम् +ब्रह्मवैवर्तमहापुराणम् +ब्रह्मवैवर्तमेव +ब्रह्मवैवर्ते +ब्रह्मवैवर्तेऽपि +ब्रह्मवैवर्त्त +ब्रह्मवैवर्त्तं +ब्रह्मवैवर्त्तपुराणम् +ब्रह्मवैवर्त्तपुराणे +ब्रह्मवैवर्त्तात् +ब्रह्मवैवर्त्ते +ब्रह्मव्यतिरिक्तं +ब्रह्मव्यतिरिक्तस्य +ब्रह्मव्यतिरेकि +ब्रह्मव्यतिरेकेण +ब्रह्मव्रतं +ब्रह्मश +ब्रह्मशंकराभ्यां +ब्रह्मशक्त्या +ब्रह्मशब्द +ब्रह्मशब्दः +ब्रह्मशब्दवत् +ब्रह्मशब्दस्य +ब्रह्मशब्दस्यात्र +ब्रह्मशब्दात् +ब्रह्मशब्देन +ब्रह्मशब्दो +ब्रह्मशब्दोऽत्र +ब्रह्मशम्भुः +ब्रह्मशम्भुपद्धतौ +ब्रह्मशम्भुपादैः +ब्रह्मशरीरं +ब्रह्मशरीरादेव +ब्रह्मशर्वादीनामपि +ब्रह्मशस्त्रे +ब्रह्मशाप +ब्रह्मशापं +ब्रह्मशापः +ब्रह्मशापतः +ब्रह्मशापात् +ब्रह्मशापेन +ब्रह्मशापो +ब्रह्मशाश्वतम् +ब्रह्मशिरः +ब्रह्मशिरश्चैव +ब्रह्मशिरो +ब्रह्मशिला +ब्रह्मशिलां +ब्रह्मशिलोपरि +ब्रह्मशीर्षो +ब्रह्मशीला +ब्रह्मशीलाश्च +ब्रह्मस +ब्रह्मसंज्ञं +ब्रह्मसंज्ञितः +ब्रह्मसंज्ञितम् +ब्रह्मसंभवः +ब्रह्मसंभवम् +ब्रह्मसंमितः +ब्रह्मसंमितम् +ब्रह्मसंशितम् +ब्रह्मसंशिता +ब्रह्मसंशिते +ब्रह्मसंसदि +ब्रह्मसंस्थ +ब्रह्मसंस्थः +ब्रह्मसंस्थता +ब्रह्मसंस्थस्य +ब्रह्मसंस्थोऽमृतत्वमेति +ब्रह्मसंस्पर्शं +ब्रह्मसंस्पर्शमत्यन्तं +ब्रह्मसंस्पर्शम् +ब्रह्मसंहितायां +ब्रह्मसती +ब्रह्मसत्तमाः +ब्रह्मसत्ता +ब्रह्मसत्त्वं +ब्रह्मसत्यं +ब्रह्मसत्रं +ब्रह्मसत्रेण +ब्रह्मसदन +ब्रह्मसदनं +ब्रह्मसदनम् +ब्रह्मसदनात् +ब्रह्मसदनात्तृणं +ब्रह्मसदने +ब्रह्मसदसि +ब्रह्मसदो +ब्रह्मसनातनम् +ब्रह्मसभा +ब्रह्मसभां +ब्रह्मसभायां +ब्रह्मसमं +ब्रह्मसमा +ब्रह्मसमाजः +ब्रह्मसमाजस्य +ब्रह्मसमीपे +ब्रह्मसमो +ब्रह्मसम्बन्धः +ब्रह्मसम्भवः +ब्रह्मसम्मितम् +ब्रह्मसरः +ब्रह्मसरसि +ब्रह्मसरो +ब्रह्मसर्गयोः +ब्रह्मसाक्षात्कारः +ब्रह्मसाक्षात्कारस्य +ब्रह्मसाक्षात्काराय +ब्रह्मसाक्षात्कारे +ब्रह्मसाक्षात्कारो +ब्रह्मसाधनम् +ब्रह्मसाम +ब्रह्मसामं +ब्रह्मसामनी +ब्रह्मसामम् +ब्रह्मसामविधानं +ब्रह्मसामानि +ब्रह्मसामानुष्टुभ्यच्छावाकसाम +ब्रह्मसायुज्यं +ब्रह्मसिद्धान्त +ब्रह्मसिद्धान्तः +ब्रह्मसिद्धान्ते +ब्रह्मसिद्धान्तेऽपि +ब्रह्मसिद्धिः +ब्रह्मसिद्धिकारिकाः +ब्रह्मसिद्धिकारिकानुक्रमणिका +ब्रह्मसिद्धिव्याख्या +ब्रह्मसिद्धौ +ब्रह्मसु +ब्रह्मसुखं +ब्रह्मसुत +ब्रह्मसुतः +ब्रह्मसुता +ब्रह्मसुतो +ब्रह्मसुवर्चला +ब्रह्मसुवर्च्चला +ब्रह्मसूः +ब्रह्मसूक्तं +ब्रह्मसूत्र +ब्रह्मसूत्रं +ब्रह्मसूत्रकम् +ब्रह्मसूत्रपदैः +ब्रह्मसूत्रपदैश्च +ब्रह्मसूत्रपदैश्चैव +ब्रह्मसूत्रभाष्यम् +ब्रह्मसूत्रभाष्ये +ब्रह्मसूत्रम् +ब्रह्मसूत्रस्य +ब्रह्मसूत्राणां +ब्रह्मसूत्राणि +ब्रह्मसूत्री +ब्रह्मसूत्रे +ब्रह्मसूत्रेण +ब्रह्मसूनुना +ब्रह्मसृष्टिः +ब्रह्मसे +ब्रह्मस्थान +ब्रह्मस्थानं +ब्रह्मस्थाने +ब्रह्मस्फुट +ब्रह्मस्फुटसिद्धान्त +ब्रह्मस्फुटसिद्धान्तः +ब्रह्मस्फुटसिद्धान्ते +ब्रह्मस्व +ब्रह्मस्वं +ब्रह्मस्वभाव +ब्रह्मस्वभावहीनैव +ब्रह्मस्वरः +ब्रह्मस्वरूप +ब्रह्मस्वरूपं +ब्रह्मस्वरूपमिति +ब्रह्मस्वरूपमेव +ब्रह्मस्वरूपम् +ब्रह्मस्वरूपस्य +ब्रह्मस्वरूपस्यैव +ब्रह्मस्वरूपा +ब्रह्मस्वरूपां +ब्रह्मस्वरूपाक्षेपानुग्राहकं +ब्रह्मस्वरूपाय +ब्रह्मस्वरूपिणः +ब्रह्मस्वरूपिणम् +ब्रह्मस्वरूपिणी +ब्रह्मस्वरूपे +ब्रह्मस्वरूपेण +ब्रह्मस्वरूपो +ब्रह्मस्वहरणं +ब्रह्मस्वहरणे +ब्रह्मस्वहरणेन +ब्रह्मस्वहारी +ब्रह्मस्वे +ब्रह्महणं +ब्रह्महणि +ब्रह्महणो +ब्रह्महत्यया +ब्रह्महत्या +ब्रह्महत्यां +ब्रह्महत्याः +ब्रह्महत्याकृतं +ब्रह्महत्यात्पूतो +ब्रह्महत्यादि +ब्रह्महत्यादिकं +ब्रह्महत्यादिकानि +ब्रह्महत्यादिकैः +ब्रह्महत्यादिना +ब्रह्महत्यादिनाशनम् +ब्रह्महत्यादिपातकम् +ब्रह्महत्यादिपातकैर्मुक्तो +ब्रह्महत्यादिपापानां +ब्रह्महत्यादिपापानि +ब्रह्महत्यादिभिः +ब्रह्महत्यादिशोधकम् +ब्रह्महत्यादीनां +ब्रह्महत्यानाशः +ब्रह्महत्यापनोदाय +ब्रह्महत्यापहारिणी +ब्रह्महत्याफलं +ब्रह्महत्यामवाप्नोति +ब्रह्महत्याम् +ब्रह्महत्याया +ब्रह्महत्यायां +ब्रह्महत्यायाः +ब्रह्महत्यायुतं +ब्रह्महत्यायै +ब्रह्महत्याविनाशनम् +ब्रह्महत्याव्रतं +ब्रह्महत्याशतं +ब्रह्महत्याश्च +ब्रह्महत्यासमं +ब्रह्महत्यासमानि +ब्रह्महत्यासहस्रं +ब्रह्महत्यासहस्राणि +ब्रह्महत्येति +ब्रह्महत्येयं +ब्रह्महत्योवाच +ब्रह्महरादयः +ब्रह्महस्तिभ्यां +ब्रह्महा +ब्रह्महापि +ब्रह्महृदयम् +ब्रह्मह्रदं +ब्रह्मह्रदे +ब्रह्मऽ +ब्रह्मऽइति +ब्रह्मऽकृतः +ब्रह्मऽचर्येण +ब्रह्मऽचारी +ब्रह्मऽद्विषः +ब्रह्मऽद्विषे +ब्रह्मा +ब्रह्माँ +ब्रह्मां +ब्रह्मांगानां +ब्रह्मांड +ब्रह्मांडं +ब्रह्मांडगोलके +ब्रह्मांडमखिलं +ब्रह्मांडस्य +ब्रह्मांडानां +ब्रह्मांडानि +ब्रह्मांडे +ब्रह्मांशे +ब्रह्मांशो +ब्रह्माः +ब्रह्माकार +ब्रह्माकारं +ब्रह्माकारतया +ब्रह्माके +ब्रह्माको +ब्रह्माक्षरं +ब्रह्माक्षरसमुद्भवम् +ब्रह्माख्यं +ब्रह्माख्या +ब्रह्माग्नावपरे +ब्रह्माग्नाविति +ब्रह्माग्नौ +ब्रह्माग्रे +ब्रह्माङ्गानि +ब्रह्माच्युतं +ब्रह्माजी +ब्रह्माज्ञया +ब्रह्माज्ञानस्य +ब्रह्माञ्जलिं +ब्रह्माञ्जलिः +ब्रह्माञ्जलिकृतोऽध्याप्यो +ब्रह्माण +ब्रह्माणं +ब्रह्माणः +ब्रह्माणञ्च +ब्रह्माणमग्निं +ब्रह्माणमग्रतः +ब्रह्माणमपि +ब्रह्माणमभ्यर्च्य +ब्रह्माणममितौजसम् +ब्रह्माणमसृजत् +ब्रह्माणमामन्त्रयते +ब्रह्माणमामन्त्र् +ब्रह्माणमामन्त्र्य +ब्रह्माणमामन्त्र्येध्मं +ब्रह्माणमावाहयामि +ब्रह्माणमाह +ब्रह्माणमिति +ब्रह्माणमिदमब्रवीत् +ब्रह्माणमिदमब्रुवन् +ब्रह्माणमिन्द्रं +ब्रह्माणमिव +ब्रह्माणमीशं +ब्रह्माणमुपगम्य +ब्रह्माणमुवाच +ब्रह्माणमूचुः +ब्रह्माणमेव +ब्रह्माणम् +ब्रह्माणश्च +ब्रह्माणस् +ब्रह्माणस्ते +ब्रह्माणस्त्वा +ब्रह्माणा +ब्रह्माणां +ब्रह्माणि +ब्रह्माणी +ब्रह्माणीं +ब्रह्माणीति +ब्रह्माणे +ब्रह्माणो +ब्रह्माण्ड +ब्रह्माण्डं +ब्रह्माण्डकोटयः +ब्रह्माण्डगोलके +ब्रह्माण्डञ्च +ब्रह्माण्डदाने +ब्रह्माण्डपु +ब्रह्माण्डपुराण +ब्रह्माण्डपुराणम् +ब्रह्माण्डपुराणात् +ब्रह्माण्डपुराणे +ब्रह्माण्डपुराणेऽपि +ब्रह्माण्डभाण्डजठरे +ब्रह्माण्डभाण्डोदरे +ब्रह्माण्डमखिलं +ब्रह्माण्डमण्डलम् +ब्रह्माण्डमध्ये +ब्रह्माण्डमपि +ब्रह्माण्डमिति +ब्रह्माण्डमिव +ब्रह्माण्डमेतत् +ब्रह्माण्डमेतन्मितमस्तु +ब्रह्माण्डमेव +ब्रह्माण्डम् +ब्रह्माण्डस्य +ब्रह्माण्डा +ब्रह्माण्डाः +ब्रह्माण्डाख्यं +ब्रह्माण्डात् +ब्रह्माण्डाद् +ब्रह्माण्डानां +ब्रह्माण्डानि +ब्रह्माण्डान्त +ब्रह्माण्डान्तं +ब्रह्माण्डान्तः +ब्रह्माण्डान्तर्गतानि +ब्रह्माण्डीयः +ब्रह्माण्डे +ब्रह्माण्डेषु +ब्रह्माण्डोऽयं +ब्रह्माण्यै +ब्रह्माण्यैरत +ब्रह्माण्य् +ब्रह्मातिरिक्तं +ब्रह्मातिरिक्तस्य +ब्रह्मात् +ब्रह्मात्म +ब्रह्मात्मकं +ब्रह्मात्मकतया +ब्रह्मात्मकत्वं +ब्रह्मात्मकम् +ब्रह्मात्मके +ब्रह्मात्मचिन्ता +ब्रह्मात्मजं +ब्रह्मात्मतया +ब्रह्मात्मत्वं +ब्रह्मात्मत्वे +ब्रह्मात्मना +ब्रह्मात्मनि +ब्रह्मात्मने +ब्रह्मात्मनो +ब्रह्मात्मभूः +ब्रह्मात्मा +ब्रह्मात्मानं +ब्रह्मात्मैकत्वं +ब्रह्मात्मैकत्वविज्ञानं +ब्रह्मात्मैकत्वविषयं +ब्रह्मात्मैक्यं +ब्रह्मात्यये +ब्रह्मात्र +ब्रह्माथ +ब्रह्मादय +ब्रह्मादयः +ब्रह्मादयश्च +ब्रह्मादयस्तथा +ब्रह्मादयस्ते +ब्रह्मादयो +ब्रह्मादयोऽपि +ब्रह्मादि +ब्रह्मादिः +ब्रह्मादिकं +ब्रह्मादिकान् +ब्रह्मादिजातिभेदेन +ब्रह्मादितृणपर्यन्तं +ब्रह्मादितृणपर्य्यन्तं +ब्रह्मादिदेवताः +ब्रह्मादिदेवतानां +ब्रह्मादिदेवानां +ब्रह्मादिदेवानामागमनम् +ब्रह्मादिदेवैः +ब्रह्मादिभिः +ब्रह्मादिभिरपि +ब्रह्मादिभोगेषु +ब्रह्मादिभ्यः +ब्रह्मादिभ्यो +ब्रह्मादिशरीरपरमात्माधीनसृष्टत्वम्अहं +ब्रह्मादिषु +ब्रह्मादिष्वेव +ब्रह्मादिस्तंबपर्यंतं +ब्रह्मादिस्तम्बपर्यन्तं +ब्रह्मादिस्तम्बपर्यन्तः +ब्रह्मादिस्तम्बपर्यन्तानां +ब्रह्मादिस्तम्बपर्यन्तानि +ब्रह्मादिस्तम्बपर्यन्तेषु +ब्रह्मादिस्थावरान्तस्य +ब्रह्मादिस्थावरान्तानि +ब्रह्मादिस्थावरान्तेषु +ब्रह्मादीनपि +ब्रह्मादीनां +ब्रह्मादीनाञ्च +ब्रह्मादीनामपि +ब्रह्मादीनाम् +ब्रह्मादीनि +ब्रह्मादीन् +ब्रह्मादीशानपर्यन्तं +ब्रह्मादेः +ब्रह्मादौ +ब्रह्माद्यं +ब्रह्माद्या +ब्रह्माद्याः +ब्रह्माद्याश्च +ब्रह्माद्यैः +ब्रह्माद्यैरपि +ब्रह्माद्वयं +ब्रह्माद्वैतं +ब्रह्माधिगच्छति +ब्रह्माधिगमे +ब्रह्माधिदैवं +ब्रह्माधिपतये +ब्रह्माधिपतिर्ब्रह्मणोऽधिपतिर्ब्रह्मा +ब्रह्माधीत्य +ब्रह्मान +ब्रह्मानंद +ब्रह्मानंदं +ब्रह्मानंदे +ब्रह्मानंदो +ब्रह्मानन्द +ब्रह्मानन्दं +ब्रह्मानन्दः +ब्रह्मानन्दपरिप्लुतः +ब्रह्मानन्दमयो +ब्रह्मानन्दम् +ब्रह्मानन्दवल्ली +ब्रह्मानन्दस्य +ब्रह्मानन्दा +ब्रह्मानन्दाभिधे +ब्रह्मानन्दे +ब्रह्मानन्देन +ब्रह्मानन्दो +ब्रह्मानन्यत्वं +ब्रह्मानुचिन्तनम् +ब्रह्मानुमन्त्रयते +ब्रह्मानुशासनम् +ब्रह्माने +ब्रह्मान्वेषमाणा +ब्रह्मापरं +ब्रह्मापि +ब्रह्मापीति +ब्रह्मापेतोऽथ +ब्रह्माप्नोति +ब्रह्माप्येति +ब्रह्माप्येतीति +ब्रह्माप्रतिरथं +ब्रह्माब्रवीत् +ब्रह्माभयं +ब्रह्माभवत् +ब्रह्माभिधानं +ब्रह्माभिधीयते +ब्रह्माभिन्नं +ब्रह्माभिन्नतया +ब्रह्माभेदस्य +ब्रह्माभेदेनोच्यते +ब्रह्माभ्यासं +ब्रह्माभ्येति +ब्रह्मामृतं +ब्रह्मायं +ब्रह्मायतनीया +ब्रह्मायतने +ब्रह्मायुः +ब्रह्मायुषि +ब्रह्मारम्भेऽवसाने +ब्रह्मार्पणं +ब्रह्मार्पणमिति +ब्रह्मार्पणमिदं +ब्रह्मार्पणम् +ब्रह्मावगतिः +ब्रह्मावगम्यते +ब्रह्मावर्त +ब्रह्मावर्तं +ब्रह्मावर्तमिति +ब्रह्मावर्ते +ब्रह्मावर्त्तं +ब्रह्मावर्त्ते +ब्रह्मावादिषम् +ब्रह्मावाप्तिः +ब्रह्माविष्णुमहेश्वराः +ब्रह्माविष्णुश्च +ब्रह्माव्यक्तं +ब्रह्माश्रमपदे +ब्रह्मासन +ब्रह्मासनं +ब्रह्मासनमन्वीक्षते +ब्रह्मासनम् +ब्रह्मासने +ब्रह्मासि +ब्रह्मासीति +ब्रह्मासृज्यत +ब्रह्मासे +ब्रह्मास्ति +ब्रह्मास्ते +ब्रह्मास्त्रं +ब्रह्मास्त्रम् +ब्रह्मास्त्रस्य +ब्रह्मास्त्रे +ब्रह्मास्त्रेण +ब्रह्मास्त्रेणैव +ब्रह्मास्माकं +ब्रह्मास्मि +ब्रह्मास्मी +ब्रह्मास्मीति +ब्रह्मास्मीत्येव +ब्रह्मास्म्यहं +ब्रह्मास्य +ब्रह्माह +ब्रह्माहं +ब्रह्माहमस्मि +ब्रह्माहमस्मीति +ब्रह्माहमस्म्यहं +ब्रह्माहमिति +ब्रह्माऽक्षरं +ब्रह्माऽथ +ब्रह्माऽधिगच्छति +ब्रह्माऽपि +ब्रह्माऽभवत् +ब्रह्माऽसि +ब्रह्माऽसौ +ब्रह्माऽहं +ब्रह्माऽऽजगाम +ब्रह्मा॑ +ब्रह्मा॑णि +ब्रह्मा॑णि॒ +ब्रह्मा॒स्माकं॒ +ब्रह्मि +ब्रह्मिष्ठ +ब्रह्मिष्ठं +ब्रह्मिष्ठः +ब्रह्मिष्ठा +ब्रह्मिष्ठाः +ब्रह्मिष्ठानां +ब्रह्मिष्ठान् +ब्रह्मिष्ठाय +ब्रह्मिष्ठो +ब्रह्मिष्ठोऽसीति +ब्रह्मी +ब्रह्मीभूय +ब्रह्मीयान् +ब्रह्मे +ब्रह्मेति +ब्रह्मेति॑ +ब्रह्मेति॒ +ब्रह्मेत्यर्थः +ब्रह्मेत्यवस्थानं +ब्रह्मेत्याचक्षते +ब्रह्मेत्यादि +ब्रह्मेत्यादिना +ब्रह्मेत्यादेशः +ब्रह्मेत्याह +ब्रह्मेत्युक्तं +ब्रह्मेत्युक्तम् +ब्रह्मेत्युच्यते +ब्रह्मेत्युपासीत +ब्रह्मेत्युपास्त +ब्रह्मेत्युपास्ते +ब्रह्मेत्युपास्तेऽस्ति +ब्रह्मेत्येक +ब्रह्मेत्येव +ब्रह्मेत्य् +ब्रह्मेदँ +ब्रह्मेदं +ब्रह्मेदमिति +ब्रह्मेद्धावग्नी +ब्रह्मेन्द्र +ब्रह्मेन्द्राय +ब्रह्मेन्द्रा॑य +ब्रह्मेन्द्रो +ब्रह्मेमं +ब्रह्मेमे +ब्रह्मेव +ब्रह्मेश +ब्रह्मेशं +ब्रह्मेशः +ब्रह्मेशानपुरोगमाः +ब्रह्मेशानाच्युतेशाय +ब्रह्मेशानादयः +ब्रह्मेशानादयस्तथा +ब्रह्मेशानौ +ब्रह्मेशो +ब्रह्मेशौ +ब्रह्मेश्वरं +ब्रह्मेश्वरः +ब्रह्मेह +ब्रह्मैकं +ब्रह्मैकत्वं +ब्रह्मैकमेव +ब्रह्मैको +ब्रह्मैक्यं +ब्रह्मैता +ब्रह्मैव +ब्रह्मैवं +ब्रह्मैवाविद्यया +ब्रह्मैवास्ति +ब्रह्मैवास्मि +ब्रह्मैवास्मीति +ब्रह्मैवाहं +ब्रह्मैवाहमिति +ब्रह्मैवाहम् +ब्रह्मैवेति +ब्रह्मैवेत्यर्थः +ब्रह्मैवेदं +ब्रह्मैवेदममृतं +ब्रह्मैवैक +ब्रह्मैष +ब्रह्मो +ब्रह्मोक्त +ब्रह्मोक्तं +ब्रह्मोक्तो +ब्रह्मोच्यते +ब्रह्मोज्झं +ब्रह्मोज्झता +ब्रह्मोडुपेन +ब्रह्मोति +ब्रह्मोत्तर +ब्रह्मोत्तरं +ब्रह्मोत्तरखण्डे +ब्रह्मोद्गाता +ब्रह्मोद्गातारं +ब्रह्मोद्गातारौ +ब्रह्मोद्भवं +ब्रह्मोद्भवम् +ब्रह्मोद्यं +ब्रह्मोद्यम् +ब्रह्मोद्याश्च +ब्रह्मोद्ये +ब्रह्मोपदेशं +ब्रह्मोपदेशः +ब्रह्मोपदेशेन +ब्रह्मोपनिषत् +ब्रह्मोपनिषदं +ब्रह्मोपादानत्वं +ब्रह्मोपास +ब्रह्मोपासका +ब्रह्मोपासते +ब्रह्मोपासनं +ब्रह्मोपास्ते +ब्रह्मोपास्यमिति +ब्रह्मोवाच +ब्रह्मोवाच॒ +ब्रह्मौदन +ब्रह्मौदनं +ब्रह्मौदनः +ब्रह्मौदनप्रवर्ग्याव् +ब्रह्मौदनम् +ब्रह्मौदनस्य +ब्रह्मौदनिकमग्निं +ब्रह्मौदने +ब्रह्मौपनिषदं +ब्रह्म् +ब्रह्म॑ +ब्रह्म॑कृति॒मवि॑ष्ठो +ब्रह्म॑जूतस्त॒न्वा॑ +ब्रह्म॑ण +ब्रह्म॑णः +ब्रह्म॑णस्पते॒ +ब्रह्म॑णा +ब्रह्म॑णा॒ +ब्रह्म॑णा॒नेन॒ +ब्रह्म॑णि +ब्रह्म॑णे +ब्रह्म॑णे॒ +ब्रह्म॑णै॒व +ब्रह्म॑णो +ब्रह्म॑णो॒ +ब्रह्म॑ण॒स्पतिं॑ +ब्रह्म॑ण॒स्पतिः॑ +ब्रह्म॑ण॒स्पति॑ः +ब्रह्म॑ण॒स्पति॑म् +ब्रह्म॑न् +ब्रह्म॒ +ब्रह्म॒ज्यस्य॒ +ब्रह्म॒द्विषे॒ +ब्रह्म॒द्विषो॑ +ब्रह्म॒वनि॑ +ब्रह्म॒विदो॒ +ब्रह्य +ब्रह्रैव +ब्रा +ब्रां +ब्राउन +ब्राग +ब्राजील +ब्राजील् +ब्राझं +ब्राझे +ब्राणि +ब्राण्ड् +ब्राध्नायन्यः +ब्रायंस्य +ब्रावीति +ब्रासील +ब्राह +ब्राहं +ब्राहुई +ब्राहुईभाषा +ब्राहृ +ब्राहृजिज्ञासा +ब्राहृण +ब्राहृणः +ब्राहृणा +ब्राहृणि +ब्राहृणो +ब्राहृणोऽपि +ब्राहृत्वं +ब्राहृलोकं +ब्राहृविदः +ब्राहृविदाप्नोति +ब्राहृविदो +ब्राहृशब्दस्य +ब्राहृा +ब्राहृाण्डड्डत्ध् +ब्राहृानन्दवल्ल्यां +ब्राहृास्मि +ब्राहृेति +ब्राहृेत्युपास्ते +ब्राहृैव +ब्राहृैवेदं +ब्राहे +ब्राहो +ब्राह्ने +ब्राह्म +ब्राह्मं +ब्राह्मः +ब्राह्मकाले +ब्राह्मखण्डे +ब्राह्मञ्च +ब्राह्मण +ब्राह्मणं +ब्राह्मणः +ब्राह्मणक +ब्राह्मणकन्यया +ब्राह्मणकम्बलः +ब्राह्मणकल्पेषु +ब्राह्मणकाम्यया +ब्राह्मणकुटुम्बे +ब्राह्मणकुमारयोः +ब्राह्मणकुलं +ब्राह्मणकुलमिति +ब्राह्मणकुलम् +ब्राह्मणकुलस्य +ब्राह्मणकुलात् +ब्राह्मणकुलानाम् +ब्राह्मणकुलानि +ब्राह्मणकुलाय +ब्राह्मणकुले +ब्राह्मणकुलेन +ब्राह्मणके +ब्राह्मणको +ब्राह्मणकोष्णिके +ब्राह्मणक्षत्त्रियविशां +ब्राह्मणक्षत्त्रियवैश्यकर्त्तृकज्ञानकृतवधः +ब्राह्मणक्षत्रियविट्शूद्राः +ब्राह्मणक्षत्रियविशां +ब्राह्मणक्षत्रियविशाम् +ब्राह्मणक्षत्रियवैश्यशूद्राः +ब्राह्मणक्षत्रियवैश्यशूद्रास्तेषां +ब्राह्मणक्षत्रियवैश्यानां +ब्राह्मणक्षत्रियाभ्यां +ब्राह्मणक्षत्रियौ +ब्राह्मणगीता +ब्राह्मणगृहं +ब्राह्मणगृहपतय +ब्राह्मणगृहपतयः +ब्राह्मणगृहपतयो +ब्राह्मणगृहपतीनां +ब्राह्मणगृहपतीन् +ब्राह्मणगृहे +ब्राह्मणग्रन्थ +ब्राह्मणग्रन्थः +ब्राह्मणग्रन्था +ब्राह्मणग्रन्थाः +ब्राह्मणग्रन्थानां +ब्राह्मणग्रन्थे +ब्राह्मणग्रन्थेषु +ब्राह्मणग्रन्थों +ब्राह्मणग्रहणं +ब्राह्मणजातिं +ब्राह्मणजातिः +ब्राह्मणजातीयः +ब्राह्मणजातेः +ब्राह्मणञ्च +ब्राह्मणतर्पणं +ब्राह्मणतर्पणम् +ब्राह्मणतर्पणान्तं +ब्राह्मणता +ब्राह्मणतां +ब्राह्मणतामेति +ब्राह्मणत्रा +ब्राह्मणत्व +ब्राह्मणत्वं +ब्राह्मणत्वम् +ब्राह्मणत्वस्य +ब्राह्मणत्वात्तावद्युद्धाकुशलस्त्वं +ब्राह्मणत्वादि +ब्राह्मणत्वे +ब्राह्मणत्वेन +ब्राह्मणदायाद +ब्राह्मणदारकः +ब्राह्मणदारिका +ब्राह्मणद्रव्यं +ब्राह्मणद्वारा +ब्राह्मणनिकायः +ब्राह्मणनिरूपणम् +ब्राह्मणन्तु +ब्राह्मणपदस्य +ब्राह्मणपरिवारे +ब्राह्मणपरिव्राजकन्यायेन +ब्राह्मणपुंगवः +ब्राह्मणपुङ्गवाः +ब्राह्मणपुत्रकः +ब्राह्मणपुत्रकाः +ब्राह्मणपुत्रस्य +ब्राह्मणपूजनम् +ब्राह्मणप्रमुखा +ब्राह्मणप्रशंसा +ब्राह्मणप्रिय +ब्राह्मणप्रियः +ब्राह्मणप्रियम् +ब्राह्मणब्रुवः +ब्राह्मणब्रुवे +ब्राह्मणभागः +ब्राह्मणभागो +ब्राह्मणभेदे +ब्राह्मणभोजन +ब्राह्मणभोजनं +ब्राह्मणभोजनम् +ब्राह्मणभोजनस्य +ब्राह्मणभोजनादि +ब्राह्मणभोजने +ब्राह्मणमगधमहामात्रो +ब्राह्मणमग्रतः +ब्राह्मणमत्रानुसंधेयम् +ब्राह्मणमद्य +ब्राह्मणमनुसंधेयम् +ब्राह्मणमपि +ब्राह्मणमसृजत +ब्राह्मणमाक्रुश्य +ब्राह्मणमाजगाम +ब्राह्मणमात्रस्य +ब्राह्मणमानय +ब्राह्मणमालभेत +ब्राह्मणमाह +ब्राह्मणमाहूय +ब्राह्मणमिति +ब्राह्मणमिदं +ब्राह्मणमिव +ब्राह्मणमिश्रो +ब्राह्मणमुखे +ब्राह्मणमुपनयीत +ब्राह्मणमुपनयेत् +ब्राह्मणमुवाच +ब्राह्मणमेव +ब्राह्मणमेवमाम्नायते +ब्राह्मणम् +ब्राह्मणयष्टिका +ब्राह्मणयाजकः +ब्राह्मणयोः +ब्राह्मणयोनिं +ब्राह्मणराजो +ब्राह्मणरूपेण +ब्राह्मणर्षभ +ब्राह्मणर्षभः +ब्राह्मणर्षभाः +ब्राह्मणलक्षणम् +ब्राह्मणवत् +ब्राह्मणवत्सलः +ब्राह्मणवदधीते +ब्राह्मणवधे +ब्राह्मणवन्त +ब्राह्मणवर्चसं +ब्राह्मणवर्चसम् +ब्राह्मणवर्चसेन +ब्राह्मणवर्णी +ब्राह्मणवाक्यं +ब्राह्मणवाक्यानां +ब्राह्मणवाक्यानि +ब्राह्मणवाक्येन +ब्राह्मणवाचनम् +ब्राह्मणविशेषः +ब्राह्मणवेदं +ब्राह्मणवेशेन +ब्राह्मणवेश्मनि +ब्राह्मणवेषेण +ब्राह्मणवैश्ययोः +ब्राह्मणव्याख्याताः +ब्राह्मणव्याख्यातानि +ब्राह्मणशब्दः +ब्राह्मणशब्दस्य +ब्राह्मणशब्देन +ब्राह्मणशब्दो +ब्राह्मणशार्दूला +ब्राह्मणशुश्रूषा +ब्राह्मणश् +ब्राह्मणश्च +ब्राह्मणश्चापि +ब्राह्मणश्चैति +ब्राह्मणश्चैव +ब्राह्मणश्रुतिः +ब्राह्मणश्रेष्ठ +ब्राह्मणश्रेष्ठः +ब्राह्मणश्रेष्ठा +ब्राह्मणश्रेष्ठाः +ब्राह्मणश्रेष्ठो +ब्राह्मणसंघ +ब्राह्मणसंस्थासु +ब्राह्मणसत्तम +ब्राह्मणसत्तमः +ब्राह्मणसत्तमम् +ब्राह्मणसत्तमाः +ब्राह्मणसन्निधौ +ब्राह्मणसमूहः +ब्राह्मणसर्वस्वे +ब्राह्मणसात्करोति +ब्राह्मणसेनम् +ब्राह्मणसेना +ब्राह्मणस् +ब्राह्मणस्तं +ब्राह्मणस्तत्र +ब्राह्मणस्तथा +ब्राह्मणस्तदा +ब्राह्मणस्तपसैव +ब्राह्मणस्तस्य +ब्राह्मणस्तां +ब्राह्मणस्तु +ब्राह्मणस्तेन +ब्राह्मणस्त्रिभिः +ब्राह्मणस्त्वं +ब्राह्मणस्त्वया +ब्राह्मणस्त्वा +ब्राह्मणस्त्वाहवनीयार्थे +ब्राह्मणस्पत्यं +ब्राह्मणस्पत्यः +ब्राह्मणस्पत्यम् +ब्राह्मणस्पत्या +ब्राह्मणस्पत्ये +ब्राह्मणस्य +ब्राह्मणस्याधिकं +ब्राह्मणस्याध्ययनमध्यापनं +ब्राह्मणस्यान्नं +ब्राह्मणस्यापि +ब्राह्मणस्यास्ति +ब्राह्मणस्यास्य +ब्राह्मणस्ये +ब्राह्मणस्येति +ब्राह्मणस्येदं +ब्राह्मणस्येदन्त +ब्राह्मणस्येव +ब्राह्मणस्येह +ब्राह्मणस्यैव +ब्राह्मणस्यैवाधिकारः +ब्राह्मणस्योक्तं +ब्राह्मणस्योक्त्वा +ब्राह्मणस्योपनायनम् +ब्राह्मणस्वं +ब्राह्मणस्वभावस्य +ब्राह्मणस्वर्णहारी +ब्राह्मणस्स +ब्राह्मणहस्ते +ब्राह्मणा +ब्राह्मणाँ +ब्राह्मणाँश्च +ब्राह्मणां +ब्राह्मणांश्च +ब्राह्मणांश्चापि +ब्राह्मणांश्चैव +ब्राह्मणांस्तत्र +ब्राह्मणांस्तु +ब्राह्मणाः +ब्राह्मणाचाराः +ब्राह्मणाच्छँ +ब्राह्मणाच्छंसि +ब्राह्मणाच्छंसिन +ब्राह्मणाच्छंसिनं +ब्राह्मणाच्छंसिनः +ब्राह्मणाच्छंसिने +ब्राह्मणाच्छंसिनो +ब्राह्मणाच्छंसिशस्त्रे +ब्राह्मणाच्छंसी +ब्राह्मणाच्छंसीयाम् +ब्राह्मणाच्छंस्य् +ब्राह्मणाच्छꣳ +ब्राह्मणाच्छꣳसी +ब्राह्मणाछँ +ब्राह्मणाज्जातः +ब्राह्मणाज्जातो +ब्राह्मणाज्ञया +ब्राह्मणातिक्रमत्यागो +ब्राह्मणातिक्रमेण +ब्राह्मणातिक्रमो +ब्राह्मणातिदेशः +ब्राह्मणात् +ब्राह्मणादय +ब्राह्मणादयः +ब्राह्मणादयो +ब्राह्मणादर्शनेन +ब्राह्मणादि +ब्राह्मणादिः +ब्राह्मणादिक्रमेण +ब्राह्मणादिति +ब्राह्मणादित्वात् +ब्राह्मणादित्वात्ष्यञ् +ब्राह्मणादिभिः +ब्राह्मणादिभ्यः +ब्राह्मणादिभ्यश्च +ब्राह्मणादिभ्यो +ब्राह्मणादिराकृतिगणः +ब्राह्मणादिवत् +ब्राह्मणादिवर्णानां +ब्राह्मणादिषु +ब्राह्मणादीनां +ब्राह्मणादीनाम् +ब्राह्मणादीन् +ब्राह्मणादृते +ब्राह्मणादेः +ब्राह्मणादेराकृतिगणत्वात् +ब्राह्मणादौ +ब्राह्मणाद् +ब्राह्मणाद्या +ब्राह्मणाद्याः +ब्राह्मणाधमः +ब्राह्मणाधमाः +ब्राह्मणाधीनं +ब्राह्मणान +ब्राह्मणानं +ब्राह्मणानन्नेन +ब्राह्मणानपि +ब्राह्मणाना +ब्राह्मणानां +ब्राह्मणानाञ्च +ब्राह्मणानान्तु +ब्राह्मणानामकल्पयत् +ब्राह्मणानामकल्पयन् +ब्राह्मणानामदर्शनात् +ब्राह्मणानामनुज्ञया +ब्राह्मणानामन्त्रयते +ब्राह्मणानामन्त्रयस्व +ब्राह्मणानामपि +ब्राह्मणानामिदꣳ +ब्राह्मणानामुपासिता +ब्राह्मणानामेव +ब्राह्मणानाम् +ब्राह्मणानार्षेयानृत्विजो +ब्राह्मणानाहूय +ब्राह्मणानाꣳ +ब्राह्मणानि +ब्राह्मणानिति +ब्राह्मणानिदमब्रवीत् +ब्राह्मणानीति +ब्राह्मणानुज्ञया +ब्राह्मणानुमते +ब्राह्मणानुसारेण +ब्राह्मणानेव +ब्राह्मणान् +ब्राह्मणान्ग्राहयित्वा +ब्राह्मणान्न +ब्राह्मणान्परिविष्य +ब्राह्मणान्पूजयामास +ब्राह्मणान्प्रति +ब्राह्मणान्भक्तेनोपेप्सन्ति +ब्राह्मणान्भक्त्या +ब्राह्मणान्भोजयति +ब्राह्मणान्भोजयामास +ब्राह्मणान्भोजयित्वा +ब्राह्मणान्भोजयित्वाशिषो +ब्राह्मणान्भोजयित्वैव +ब्राह्मणान्भोजयेच्छक्त्या +ब्राह्मणान्भोजयेत् +ब्राह्मणान्भोजयेत्ततः +ब्राह्मणान्भोजयेत्तत्र +ब्राह्मणान्भोजयेद्भक्त्या +ब्राह्मणान्वाचयित्वा +ब्राह्मणान्वेदपारगान् +ब्राह्मणान्संभोज्य +ब्राह्मणान्सप्त +ब्राह्मणान्सम्पूज्याशिषो +ब्राह्मणान्स्वस्ति +ब्राह्मणाभ्यां +ब्राह्मणाभ्युपपत्तौ +ब्राह्मणाम् +ब्राह्मणाय +ब्राह्मणायाहिताग्नये +ब्राह्मणायेव +ब्राह्मणायैव +ब्राह्मणायोपपादयेत् +ब्राह्मणार्थ +ब्राह्मणार्थं +ब्राह्मणार्थः +ब्राह्मणार्था +ब्राह्मणार्थाय +ब्राह्मणार्थे +ब्राह्मणार्थो +ब्राह्मणावसथे +ब्राह्मणावसथेषु +ब्राह्मणावेक्षो +ब्राह्मणाश् +ब्राह्मणाश्च +ब्राह्मणाश्चापि +ब्राह्मणाश्चुक्रुधुः +ब्राह्मणाश्चैव +ब्राह्मणासः +ब्राह्मणासो +ब्राह्मणास् +ब्राह्मणास्तं +ब्राह्मणास्ततः +ब्राह्मणास्तत्र +ब्राह्मणास्तथा +ब्राह्मणास्तपसा +ब्राह्मणास्तस्य +ब्राह्मणास्तात +ब्राह्मणास्तारयितुं +ब्राह्मणास्तु +ब्राह्मणास्ते +ब्राह्मणास्तेन +ब्राह्मणास्तेषां +ब्राह्मणास्त्रिसुपर्णं +ब्राह्मणाᳪ +ब्राह्मणि +ब्राह्मणिकः +ब्राह्मणिचेली +ब्राह्मणितमा +ब्राह्मणितरा +ब्राह्मणी +ब्राह्मणीं +ब्राह्मणीः +ब्राह्मणीगमनेन +ब्राह्मणीगामी +ब्राह्मणीति +ब्राह्मणीनां +ब्राह्मणीपुत्रः +ब्राह्मणीपुत्रो +ब्राह्मणीम् +ब्राह्मणीषु +ब्राह्मणे +ब्राह्मणेंद्राणां +ब्राह्मणेति +ब्राह्मणेत्यादि +ब्राह्मणेन +ब्राह्मणेनापि +ब्राह्मणेनासमेत्य +ब्राह्मणेनेति +ब्राह्मणेनेह +ब्राह्मणेनैव +ब्राह्मणेनोक्तं +ब्राह्मणेनोक्तम् +ब्राह्मणेन्द्राणां +ब्राह्मणेन्द्राय +ब्राह्मणेभ्य +ब्राह्मणेभ्यः +ब्राह्मणेभ्यश्च +ब्राह्मणेभ्यस्तथा +ब्राह्मणेभ्यस्तु +ब्राह्मणेभ्यो +ब्राह्मणेभ्योऽथ +ब्राह्मणेभ्योऽपि +ब्राह्मणेषु +ब्राह्मणेष्वक्षयो +ब्राह्मणेष्वथ +ब्राह्मणेष्वपि +ब्राह्मणेष्वमृतꣳ +ब्राह्मणेष्वेव +ब्राह्मणेष्व् +ब्राह्मणेऽपि +ब्राह्मणै +ब्राह्मणैः +ब्राह्मणैरभ्यनुज्ञातः +ब्राह्मणैरेव +ब्राह्मणैर् +ब्राह्मणैर्ब्रह्मवादिभिः +ब्राह्मणैर्वेदपारगैः +ब्राह्मणैर्हताः +ब्राह्मणैश्च +ब्राह्मणैश्चैव +ब्राह्मणैस्तु +ब्राह्मणैस्सह +ब्राह्मणो +ब्राह्मणों +ब्राह्मणोंके +ब्राह्मणोंको +ब्राह्मणोक्ता +ब्राह्मणोत्तम +ब्राह्मणोत्तमः +ब्राह्मणोत्तमम् +ब्राह्मणोत्तमाः +ब्राह्मणोत्तमान् +ब्राह्मणोत्तरान् +ब्राह्मणोन +ब्राह्मणोपासक +ब्राह्मणोऽग्निमादधीत +ब्राह्मणोऽग्नीनादधीत +ब्राह्मणोऽनाश्वान्गृहे +ब्राह्मणोऽपि +ब्राह्मणोऽब्रवीत् +ब्राह्मणोऽभवत् +ब्राह्मणोऽभूत् +ब्राह्मणोऽयं +ब्राह्मणोऽर्धुक +ब्राह्मणोऽर्हति +ब्राह्मणोऽवोचदिति +ब्राह्मणोऽसीति +ब्राह्मणोऽसौ +ब्राह्मणोऽस्य +ब्राह्मणोऽहं +ब्राह्मणोऽहमिति +ब्राह्मणौ +ब्राह्मण् +ब्राह्मण्य +ब्राह्मण्यं +ब्राह्मण्यः +ब्राह्मण्यपि +ब्राह्मण्यमपि +ब्राह्मण्यमिव +ब्राह्मण्यमुत्तमम् +ब्राह्मण्यम् +ब्राह्मण्यस्य +ब्राह्मण्या +ब्राह्मण्यां +ब्राह्मण्याः +ब्राह्मण्यादि +ब्राह्मण्यादिविशिष्टो +ब्राह्मण्यादेव +ब्राह्मण्युवाच +ब्राह्मण्ये +ब्राह्मण्येन +ब्राह्मण्यै +ब्राह्मण्यो +ब्राह्मण्यौ +ब्राह्मदिन +ब्राह्मन +ब्राह्मनम् +ब्राह्मपर्व +ब्राह्ममस्त्रं +ब्राह्ममहः +ब्राह्ममुच्यते +ब्राह्ममुहूर्ते +ब्राह्ममेव +ब्राह्मम् +ब्राह्मया +ब्राह्मये +ब्राह्मसमाजे +ब्राह्मस्पुटसिद्धान्ते +ब्राह्मस्फटसिद्धान्तः +ब्राह्मस्फुट +ब्राह्मस्फुटसद्धान्ते +ब्राह्मस्फुटसिद्धान्त +ब्राह्मस्फुटसिद्धान्तः +ब्राह्मस्फुटसिद्धान्तपरीक्षाध्यायः +ब्राह्मस्फुटसिद्धान्तस्य +ब्राह्मस्फुटसिद्धान्ते +ब्राह्मस्फुटसिद्धान्तेः +ब्राह्मस्य +ब्राह्मा +ब्राह्मां +ब्राह्माः +ब्राह्माणाः +ब्राह्मात् +ब्राह्मादिषु +ब्राह्मादीनि +ब्राह्माय +ब्राह्मि +ब्राह्मी +ब्राह्मीं +ब्राह्मीकषायम् +ब्राह्मीकषायस्य +ब्राह्मीघृतं +ब्राह्मीति +ब्राह्मीपुत्रः +ब्राह्मीयं +ब्राह्मीरसं +ब्राह्मीलिपिः +ब्राह्मीलिपितः +ब्राह्मीलिपेः +ब्राह्मीलिप्या +ब्राह्मीलिप्याः +ब्राह्मे +ब्राह्मेण +ब्राह्मेणास्त्रेण +ब्राह्मो +ब्राह्मोक्तेः +ब्राह्मोऽजातौ +ब्राह्म्य +ब्राह्म्यं +ब्राह्म्यः +ब्राह्म्यनुष्टुप् +ब्राह्म्या +ब्राह्म्यां +ब्राह्म्याद्या +ब्राह्म्याद्याः +ब्राह्म्ये +ब्राह्म्यै +ब्राह्म्यो +ब्राह्म॒णं +ब्राह्म॒णा +ब्राह्म॒णो +ब्राह्यं +ब्राह्या +ब्रााहृणः +ब्रााहृणम् +ब्रााहृणा +ब्रााहृणाः +ब्रााहृणो +ब्राुवन् +ब्राूम +ब्राूमः +ब्राूयात् +ब्राूहि +ब्रा॑ह्म॒णं +ब्रा॑ह्म॒णो +ब्रा॒ह्म॒णासः॑ +ब्रा॒ह्म॒णो +ब्रि +ब्रिटन् +ब्रिटानिका +ब्रिटिश +ब्रिटिशाः +ब्रिटिशानां +ब्रिटिश् +ब्रिटिष् +ब्रिटीश् +ब्रिटीष् +ब्रिटेन +ब्रिटेनदेशस्य +ब्रिटेनस्य +ब्रिटेन् +ब्रिट्न् +ब्रितानी +ब्रिस्टल् +ब्री +ब्रीडा +ब्रीहयः +ब्रीहयो +ब्रीहि +ब्रीहिः +ब्रीहिभेदः +ब्रीहीणां +ब्रीहीन् +ब्रीह्यादि +ब्रीह्यादिभ्यश्च +ब्रु +ब्रुमः +ब्रुव +ब्रुवंतं +ब्रुवंति +ब्रुवंतु +ब्रुवः +ब्रुवत +ब्रुवतः +ब्रुवतश्च +ब्रुवतस्तस्य +ब्रुवता +ब्रुवतां +ब्रुवति +ब्रुवती +ब्रुवतीं +ब्रुवते +ब्रुवतो +ब्रुवतोऽयं +ब्रुवत् +ब्रुवत्यां +ब्रुवत्येवं +ब्रुवत्सु +ब्रुवन् +ब्रुवन्त +ब्रुवन्तं +ब्रुवन्तः +ब्रुवन्तस्ते +ब्रुवन्ति +ब्रुवन्ती +ब्रुवन्तीं +ब्रुवन्तु +ब्रुवन्तु॒ +ब्रुवन्तो +ब्रुवन्तोऽस्यां +ब्रुवन्त्या +ब्रुवन्त्यां +ब्रुवन्त्विति +ब्रुवन्दाप्यो +ब्रुवन्नपि +ब्रुवन्नेव +ब्रुवन्नेवं +ब्रुवन्न् +ब्रुवन्स +ब्रुवन्साक्षी +ब्रुवम् +ब्रुवा +ब्रुवाण +ब्रुवाणं +ब्रुवाणः +ब्रुवाणमेवं +ब्रुवाणम् +ब्रुवाणस्य +ब्रुवाणा +ब्रुवाणां +ब्रुवाणाः +ब्रुवाणे +ब्रुवाणेति +ब्रुवाणेन +ब्रुवाणेषु +ब्रुवाणो +ब्रुवाणोऽहं +ब्रुवाणौ +ब्रुवाते +ब्रुवा॒णो +ब्रुविशासिगुणेन +ब्रुवीत +ब्रुवीतेति +ब्रुवीमहि +ब्रुवे +ब्रुवेऽधुना +ब्रुवे॒ +ब्रुवो +ब्रु॑वन्तु +ब्रु॒वा॒णः +ब्रु॒वे॒ +ब्रु॒व॒ते॒ +ब्रु॒व॒न्तु॒ +ब्रू +ब्रूक् +ब्रूञः +ब्रूञो +ब्रूञ् +ब्रूत +ब्रूतं +ब्रूतः +ब्रूतम् +ब्रूतां +ब्रूतात् +ब्रूतादिति +ब्रूतादेष +ब्रूतादे॒ष +ब्रूताद् +ब्रूताम् +ब्रूते +ब्रूतेति +ब्रूतेदेव +ब्रूतेमित्र +ब्रूतेऽत्र +ब्रूत॒ +ब्रूथ +ब्रूनै +ब्रूम +ब्रूमः +ब्रूमःऽ +ब्रूमस्तव +ब्रूमस्तस्य +ब्रूमस्ते +ब्रूमहे +ब्रूमऽ +ब्रूमि +ब्रूमो +ब्रूमोऽथ +ब्रूया +ब्रूयां +ब्रूयाः +ब्रूयाच् +ब्रूयाच्च +ब्रूयात +ब्रूयात् +ब्रूयात्कथं +ब्रूयात्तं +ब्रूयात्तथा +ब्रूयात्तदा +ब्रूयात्प्राणा +ब्रूयात्प्रियं +ब्रूयात्स +ब्रूयात्सत्यमप्रियम् +ब्रूयात्‌ +ब्रूयादथ +ब्रूयादिति +ब्रूयादित्यर्थः +ब्रूयादेनं +ब्रूयादेष +ब्रूयाद् +ब्रूयाद्भिषगथ +ब्रूयाद्यं +ब्रूयाद्यः +ब्रूयाद्यदि +ब्रूयाद्योजनानां +ब्रूयाद्विकृतं +ब्रूयाद्विचक्षणः +ब्रूयाद्विरामोऽस्त्विति +ब्रूयान् +ब्रूयान्न +ब्रूयान्मा +ब्रूयान्मूर्धा +ब्रूयाम +ब्रूयामिति +ब्रूयाम् +ब्रूयाश्चैनं +ब्रूयास्त्वं +ब्रूयु +ब्रूयुः +ब्रूयुरिति +ब्रूयुर्ब्राह्मणास्तदनन्तरम् +ब्रूयुस्तथा +ब्रूयुस्ते +ब्रूवः +ब्रूवते +ब्रूष +ब्रूषे +ब्रूस +ब्रूस् +ब्रूहि +ब्रूहि॒ +ब्रूही +ब्रूहीति +ब्रूहीत्यर्थः +ब्रूहीत्युवाच +ब्रूहीत्येवं +ब्रूहीत्य् +ब्रूहीदानीं +ब्रूही᳘ति +ब्रूह्य् +ब्रू॑हि +ब्रू॒हि॒ +ब्रेन +ब्रेशिया +ब्रो +ब्रोग्ली +ब्रोति +ब्रोन्ची +ब्रोन्शे +ब्रौन् +ब्रौव +ब्र् +ब्र॑वाम +ब्र॑वामा +ब्र॑वीतु॒ +ब्र॑वीमि +ब्र॑ह्मचा॒री +ब्र॑ह्मजा॒यां +ब्र॑ह्मणस्पते +ब्र॑ह्मणस्पते॒ +ब्र॑ह्मवर्च॒समव॑ +ब्र॑ह्मवर्च॒सी +ब्र॒ध्नः +ब्र॒ध्नम॑रु॒षं +ब्र॒ध्नस्य॑ +ब्र॒वा॒म॒ +ब्र॒वी॒तु॒ +ब्र॒वी॒मि॒ +ब्र॒ह्मणः॑ +ब्र॒ह्मणे॑ +ब्र॒ह्मणे॒ +ब्र॒ह्मभ्यो॒ +ब्र॒ह्मा +ब्र॒ह्माणं॑ +ब्र॒ह्माणं॒ +ब्र॒ह्माणः॑ +ब्र॒ह्माणो॑ +ब्र॒ह्माण॑म् +ब्र॒ह्माण॑स्त्वा +ब्र॒ह्म॒णः॒ +ब्र॒ह्म॒वा॒दिनो॑ +ब्र॒ह्म॒ऽकृतः॑ +ब्र॒ह्म॒ऽजा॒याम् +ब्र॒ह्म॒ऽद्विषः॑ +ब्र॒ह्म॒ऽद्विषे॑ +ब्र᳘ह्म +ब्र᳘ह्मेद᳘ँ +ब्र᳘ह्मो᳘पास +ब्लड +ब्लाक +ब्लाकेट +ब्लाक् +ब्ली +ब्लू +ब्लूं +ब्लूमफील्ड +ब्लें +ब्लेयर +ब्लेयर् +ब्ल्याक् +ब्ल्याक्वेल् +ब्व् +ब॑भूथ +ब॑भूव +ब॑भूव॒ +ब॑ल॒दा +ब॑हुरू॒पा +ब॑हु॒धा +ब॑हु॒लं +ब॑हु॒ला +ब॑हु॒ले +ब॒द्धं +ब॒द्धः +ब॒द्धान् +ब॒द्धो +ब॒न्धुता॑ +ब॒भूथ॑ +ब॒भूवि॑थ +ब॒भूव॑ +ब॒भूव॒ +ब॒भू॒थ॒ +ब॒भू॒व॒ +ब॒भ्रवः॑ +ब॒भ्रवे॒ +ब॒भ्रुः +ब॒भ्रू +ब॒र्हणा॑ +ब॒र्हणा॒ +ब॒र्हिः +ब॒र्हिरा +ब॒र्हिरा॑नु॒षक् +ब॒र्हिरा॒सदे॑ +ब॒र्हिषः॑ +ब॒र्हिषा॑ +ब॒र्हिषि॑ +ब॒र्हिषि॒ +ब॒र्हिषो॒ +ब॒र्हिष्म॑ते +ब॒र्हिष्या +ब॒र्ही +ब॒र्॒हिः +ब॒ऱ्हिः +ब॒लिं +ब॒लिम् +ब॒स्तो +ब॒हवः॑ +ब॒हवो॑ +ब॒हवो॒ +ब॒हिर्निर्म॑न्त्रयामहे +ब॒हिर्बिल॑म् +ब॒हु +ब॒हुं +ब॒हुः +ब॒हुभ्य॒ +ब॒हुर॑स्य +ब॒हुऽभ्यः॑ +ब॒हु॒धा +ब॒हु॒लम् +ब॒होः +ब॒ह्वीः +ब॒ह्वी॒नां +ब꣣र्हिः꣢ +ब꣣र्हि꣡षि꣢ +भ +भं +भंक्त्वा +भंग +भंगं +भंगः +भंगी +भंगे +भंगो +भंजन +भंजय +भंडारी +भः +भअ +भअं +भअव +भअवं +भअवदा +भअवदि +भअवदी +भअवदीए +भअवदो +भअवन्तं +भअवन्तो +भअवो +भइ +भइः +भइति +भई +भए +भएण +भक +भकं +भकक्षा +भका +भकार +भकारं +भकारः +भकारश्च +भकारस्य +भकारादौ +भकारेण +भकारो +भकुर्छुराम् +भकूटं +भके +भको +भक् +भक्का +भक्त +भक्तं +भक्तः +भक्तकम् +भक्तकानि +भक्तकृत्यं +भक्तगण +भक्तचूडामणिः +भक्तच्छेदकृशस्य +भक्तजन +भक्तजनं +भक्तजनप्रिय +भक्तजनप्रियः +भक्तजनस्य +भक्तजनाः +भक्तजनानां +भक्तजनान् +भक्तजने +भक्तजनैः +भक्तञ्च +भक्ततं +भक्ततमा +भक्तत्वं +भक्तत्वेन +भक्तथा +भक्तदत्तं +भक्तदायकाः +भक्तदासः +भक्तदासतां +भक्तदासश्च +भक्तदासायितं +भक्तदासो +भक्तद्वेषस्तथैव +भक्तद्वेषो +भक्तद्वेषोऽतिसारश्च +भक्तपराधीनो +भक्तप्रिय +भक्तप्रियं +भक्तप्रियः +भक्तप्रियव्याख्यासहितम् +भक्तप्रियाख्यायां +भक्तप्रियाख्यायाम् +भक्तप्रियाय +भक्तप्रियो +भक्तमण्डे +भक्तमन्दार +भक्तमन्नं +भक्तमन्नम् +भक्तमभिमन्त्र्य +भक्तमस्मै +भक्तमिति +भक्तमिदं +भक्तमेव +भक्तम् +भक्तय +भक्तयः +भक्तया +भक्तये +भक्तयैव +भक्तयोगेन +भक्तरक्षकः +भक्तरक्षणदीक्षित +भक्तराट् +भक्तराड् +भक्तल् +भक्तव +भक्तवत्सल +भक्तवत्सलं +भक्तवत्सलः +भक्तवत्सलम् +भक्तवत्सलश्च +भक्तवत्सला +भक्तवत्सलाः +भक्तवत्सलाम् +भक्तवत्सलाय +भक्तवत्सले +भक्तवत्सलो +भक्तवश्यो +भक्तवात्सल्येन +भक्तवेतनं +भक्तवेतनम् +भक्तश्च +भक्तसत्तमः +भक्तसुखावहम् +भक्तस् +भक्तस्तं +भक्तस्तत्र +भक्तस्तदा +भक्तस्तव +भक्तस्तु +भक्तस्त्वं +भक्तस्त्वयि +भक्तस्थलं +भक्तस्थले +भक्तस्य +भक्तस्यापि +भक्ता +भक्ताँश्च +भक्तां +भक्तांश्च +भक्ताः +भक्ताख्यास्तदर्थेषु +भक्ताग्रे +भक्ताण्णः +भक्तात् +भक्तात्मा +भक्तादणन्यतरस्याम् +भक्तादि +भक्ताद् +भक्ताधीनो +भक्तान +भक्ताना +भक्तानां +भक्तानामनुकंपया +भक्तानामनुकम्पया +भक्तानामपि +भक्तानामभयंकर +भक्तानामभयप्रद +भक्तानामभयप्रदम् +भक्तानामशक्यं +भक्तानामेव +भक्तानाम् +भक्तानि +भक्तानुकंपया +भक्तानुकंपी +भक्तानुकम्पया +भक्तानुकम्पिनं +भक्तानुकम्पी +भक्तानुग्रह +भक्तानुग्रहकातरः +भक्तानुग्रहकातरम् +भक्तानुग्रहकातराम् +भक्तानुग्रहकाम्यया +भक्तानुग्रहकारक +भक्तानुग्रहकारकः +भक्तानुग्रहकारकम् +भक्तानुग्रहकारणात् +भक्तानुग्रहविग्रह +भक्तानुग्रहविग्रहः +भक्तानुग्रहविग्रहम् +भक्तानुग्रहविग्रहा +भक्तानुग्रहाय +भक्तानुग्रहार्थं +भक्तान् +भक्ताभिसारस्तेनोपसंक्रान्तः +भक्ताभीष्टप्रदः +भक्ताभ्यां +भक्तामरस्तोत्रम् +भक्ताय +भक्ताया +भक्तायाः +भक्तार्थं +भक्तार्पितं +भक्तावपि +भक्ताश्च +भक्तासि +भक्तासु +भक्तास् +भक्तास्तव +भक्तास्तु +भक्तास्ते +भक्तास्तेषां +भक्तास्तेऽतीव +भक्तास्त्वां +भक्ताऽस्मि +भक्ति +भक्तिं +भक्तिः +भक्तिकरणं +भक्तिकारिणः +भक्तिगम्यं +भक्तिगम्या +भक्तिगम्याय +भक्तिगम्यो +भक्तिगीतरचयितारः +भक्तिगीतानि +भक्तिचन्द्रिकायां +भक्तिच्छेदैरिव +भक्तिज्ञानविरागाणां +भक्तिज्ञाने +भक्तिञ्च +भक्तित +भक्तितः +भक्तितत्परः +भक्तितत्परा +भक्तितत्पराः +भक्तितत्परैः +भक्तितो +भक्तिदं +भक्तिदानं +भक्तिदार्ढ्यं +भक्तिद्वारा +भक्तिनम्रं +भक्तिनम्रः +भक्तिनम्रस्य +भक्तिनम्रा +भक्तिनम्राः +भक्तिनम्रात्मकंधरः +भक्तिनम्रात्मकंधरा +भक्तिनम्रात्मकंधराः +भक्तिनम्रात्मकन्धरः +भक्तिनम्रात्मकन्धरा +भक्तिनम्रात्मकन्धराः +भक्तिनम्रेण +भक्तिनम्रो +भक्तिपरा +भक्तिपरायणः +भक्तिपरायणा +भक्तिपरायणाः +भक्तिपरो +भक्तिपुरःसरम् +भक्तिपूर्त्यै +भक्तिपूर्वं +भक्तिपूर्वक +भक्तिपूर्वकं +भक्तिपूर्वकम् +भक्तिप्रदा +भक्तिप्रयोगेण +भक्तिप्रह्वेण +भक्तिप्रार्थना +भक्तिप्रियाय +भक्तिफलं +भक्तिभरेण +भक्तिभाजा +भक्तिभाजां +भक्तिभाजाम् +भक्तिभाव +भक्तिभावं +भक्तिभावः +भक्तिभावतः +भक्तिभावसमन्वितः +भक्तिभावितः +भक्तिभावेन +भक्तिभिः +भक्तिभिर्बहुविधाभिरर्पिता +भक्तिमंतो +भक्तिमतः +भक्तिमता +भक्तिमतां +भक्तिमती +भक्तिमतो +भक्तिमत्यः +भक्तिमत्यो +भक्तिमत्सु +भक्तिमद्भिः +भक्तिमन्त +भक्तिमन्तं +भक्तिमन्तः +भक्तिमन्तो +भक्तिमयं +भक्तिमात्रं +भक्तिमात्रसुलभे +भक्तिमात्रेण +भक्तिमान +भक्तिमानं +भक्तिमानिति +भक्तिमान् +भक्तिमान्नरः +भक्तिमान्यः +भक्तिमाप्नोति +भक्तिमार्गं +भक्तिमार्गः +भक्तिमार्गस्य +भक्तिमार्गे +भक्तिमार्गेण +भक्तिमाश्रिताः +भक्तिमास्थाय +भक्तिमिति +भक्तिमित्थम्भूतगुणो +भक्तिमुत्तमाम् +भक्तिमुदस्य +भक्तिमुद्वहन् +भक्तिमुपागताः +भक्तिमेकां +भक्तिमेव +भक्तिम् +भक्तियुक्त +भक्तियुक्तं +भक्तियुक्तः +भक्तियुक्तया +भक्तियुक्तश्च +भक्तियुक्तस्तु +भक्तियुक्तस्य +भक्तियुक्ता +भक्तियुक्ताः +भक्तियुक्तान् +भक्तियुक्ताय +भक्तियुक्ताश्च +भक्तियुक्तेन +भक्तियुक्तो +भक्तियुतं +भक्तियुतः +भक्तियुता +भक्तियुताः +भक्तियुतो +भक्तियोग +भक्तियोगं +भक्तियोगः +भक्तियोगतः +भक्तियोगपरतया +भक्तियोगम् +भक्तियोगश्च +भक्तियोगस्तु +भक्तियोगस्य +भक्तियोगाख्य +भक्तियोगात् +भक्तियोगिनः +भक्तियोगे +भक्तियोगेन +भक्तियोगो +भक्तियोगोऽस्य +भक्तिरत्र +भक्तिरपि +भक्तिरव्यभिचारिणी +भक्तिरष्टविधा +भक्तिरस +भक्तिरसः +भक्तिरसप्रेमवचनं +भक्तिरसस्य +भक्तिरसामृतसिन्धुः +भक्तिरसामृतसिन्धौ +भक्तिरसायने +भक्तिरसो +भक्तिरस्ति +भक्तिरस्तु +भक्तिरस्य +भक्तिरस्येति +भक्तिरहिताय +भक्तिरिच्छा +भक्तिरिति +भक्तिरित्यभिधीयते +भक्तिरित्यर्थः +भक्तिरित्युच्यते +भक्तिरीदृशी +भक्तिरुच्यते +भक्तिरुत्तमा +भक्तिरुत्पद्यते +भक्तिरुत्पन्ना +भक्तिरुवाच +भक्तिरूपं +भक्तिरूपा +भक्तिरूपेण +भक्तिरेका +भक्तिरेव +भक्तिरेवात्र +भक्तिरेषा +भक्तिर् +भक्तिर्ज्ञानं +भक्तिर्दृढा +भक्तिर्दृढाऽस्तु +भक्तिर्न +भक्तिर्नाम +भक्तिर्भक्त्या +भक्तिर्भगवति +भक्तिर्भवति +भक्तिर्भवतु +भक्तिर्भविष्यति +भक्तिर्भवे +भक्तिर्मम +भक्तिर्मयि +भक्तिर्मे +भक्तिर्यथा +भक्तिर्यस्य +भक्तिर्या +भक्तिर्येषां +भक्तिर्वा +भक्तिर्हरौ +भक्तिर्हि +भक्तिलक्षणः +भक्तिलक्षणम् +भक्तिलभ्यमित्यावेदितं +भक्तिवर्द्धिन्यां +भक्तिवर्धनम् +भक्तिवशो +भक्तिवानो +भक्तिविलासाख्यं +भक्तिविषये +भक्तिवेदान्तस्वामी +भक्तिशब्दस्य +भक्तिशब्देन +भक्तिशाली +भक्तिश् +भक्तिश्च +भक्तिश्चित्तज्ञता +भक्तिश्चेन्नवलक्षणा +भक्तिश्रद्धातिशयेन +भक्तिश्रद्धासमन्वितः +भक्तिश्रद्धासमन्वितैः +भक्तिश्रद्धे +भक्तिश्शिवे +भक्तिसंयुक्तः +भक्तिसंयुतः +भक्तिसंयुता +भक्तिसंयुताः +भक्तिसमन्वितः +भक्तिसमन्विताः +भक्तिसिद्ध्यर्थं +भक्तिसुलभे +भक्तिसे +भक्तिस्तत्र +भक्तिस्तदा +भक्तिस्तया +भक्तिस्तव +भक्तिस्तस्य +भक्तिस्तु +भक्तिस्ते +भक्तिस्त्वयि +भक्तिस्वरूपतत्कार्यवर्णनम् +भक्तिहीनं +भक्तिहीनः +भक्तिहीना +भक्तिहीनाय +भक्तिहीनो +भक्ती +भक्तीति +भक्तीत्यर्थः +भक्तीनां +भक्तु +भक्तुं +भक्ते +भक्तेः +भक्तेति +भक्तेन +भक्तेनैकेन +भक्तेनोपनिमन्त्रितः +भक्तेनोपेप्सन्ति +भक्तेन्द्र +भक्तेभ्य +भक्तेभ्यः +भक्तेभ्यश्च +भक्तेभ्यो +भक्तेरपि +भक्तेरिति +भक्तेरेव +भक्तेर्भक्तानां +भक्तेशं +भक्तेशो +भक्तेश्च +भक्तेषु +भक्तेष्विति +भक्तेष्वेतन्निरूपणम् +भक्तेस्तु +भक्तै +भक्तैः +भक्तैर्भागवतैः +भक्तैश्च +भक्तो +भक्तों +भक्तोक्तिः +भक्तोद्भवा +भक्तोसि +भक्तोऽथ +भक्तोऽपि +भक्तोऽयं +भक्तोऽसि +भक्तोऽसीति +भक्तोऽसौ +भक्तोऽस्ति +भक्तोऽस्मि +भक्तोऽहं +भक्तौ +भक्त्तया +भक्त्त्या +भक्त्यतिशयेन +भक्त्यर्थं +भक्त्या +भक्त्यां +भक्त्याः +भक्त्यात्मकं +भक्त्यात्र +भक्त्याथ +भक्त्यादीनां +भक्त्याहं +भक्त्याऽहं +भक्त्युत्पत्तिविवृद्ध्यर्था +भक्त्युपहृतं +भक्त्युपहृतमश्नामि +भक्त्युपहृतम् +भक्त्युपासनम् +भक्त्येति +भक्त्येत्याशङ्कायामाह +भक्त्यै +भक्त्यैव +भक्त्वा +भक्या +भक्ष +भक्षं +भक्षः +भक्षक +भक्षकं +भक्षकः +भक्षकम् +भक्षका +भक्षकाः +भक्षके +भक्षको +भक्षण +भक्षणं +भक्षणकाले +भक्षणनिषेधो +भक्षणमन्त्रः +भक्षणमात्रेण +भक्षणमिति +भक्षणम् +भक्षणस्य +भक्षणात् +भक्षणात्त्वं +भक्षणानां +भक्षणान्मृदः +भक्षणाभावे +भक्षणाय +भक्षणार्थ +भक्षणार्थं +भक्षणार्थम् +भक्षणीय +भक्षणीयं +भक्षणीयः +भक्षणीयम् +भक्षणीया +भक्षणीयाः +भक्षणे +भक्षणेन +भक्षणेऽपि +भक्षत +भक्षति +भक्षते +भक्षत् +भक्षत्कन्यासु +भक्षनिरूपणम् +भक्षन्ति +भक्षमन्त्रं +भक्षमन्त्रः +भक्षमन्त्रꣳ +भक्षम् +भक्षय +भक्षयंति +भक्षयत +भक्षयतः +भक्षयता +भक्षयताम् +भक्षयति +भक्षयतीति +भक्षयतीत्यर्थः +भक्षयतु +भक्षयते +भक्षयतो +भक्षयत्युपहूतस्तस्मिन् +भक्षयत्येव +भक्षयध्वं +भक्षयन् +भक्षयन्त +भक्षयन्तं +भक्षयन्तः +भक्षयन्ति +भक्षयन्ती +भक्षयन्तीं +भक्षयन्तीति +भक्षयन्तीत्य् +भक्षयन्तु +भक्षयन्ते +भक्षयन्तो +भक्षयन्तौ +भक्षयन्त्येते +भक्षयन्त्विति +भक्षयन्नपि +भक्षयन्नुवाच +भक्षयसि +भक्षयस्व +भक्षयाम +भक्षयामः +भक्षयामास +भक्षयामि +भक्षयामीति +भक्षयाम्यहम् +भक्षयितव्यम् +भक्षयिता +भक्षयितारः +भक्षयितुं +भक्षयितुम् +भक्षयित्वा +भक्षयित्वोपविष्टानां +भक्षयिष्यति +भक्षयिष्यन्ति +भक्षयिष्यसि +भक्षयिष्याम +भक्षयिष्यामः +भक्षयिष्यामि +भक्षयिष्ये +भक्षये +भक्षयेच्च +भक्षयेच्चानु +भक्षयेच्चैव +भक्षयेति +भक्षयेत् +भक्षयेत्तु +भक्षयेत्तेन +भक्षयेत्प्रातः +भक्षयेत्प्रातरुत्थितः +भक्षयेत्यर्थः +भक्षयेत्सदा +भक्षयेदपि +भक्षयेदब्दं +भक्षयेदिति +भक्षयेदित्यत्र +भक्षयेदित्यादौ +भक्षयेद् +भक्षयेद्दंतधावनम् +भक्षयेद्दन्तधावनम् +भक्षयेद्दन्तपवनं +भक्षयेद्यदि +भक्षयेद्यस्तु +भक्षयेद्यो +भक्षयेद्वा +भक्षयेन् +भक्षयेन्न +भक्षयेन्नरः +भक्षयेन्नित्यं +भक्षयेन्मधुसर्पिषा +भक्षयेन्मांसं +भक्षयेयुः +भक्षयेयुर् +भक्षस्य +भक्षहसनयोः +भक्षा +भक्षाः +भक्षाणां +भक्षान् +भक्षाय +भक्षार्थं +भक्षार्थी +भक्षि +भक्षिणः +भक्षिणी +भक्षित +भक्षितं +भक्षितः +भक्षितमात्रेण +भक्षितमिति +भक्षितम् +भक्षितवन्तः +भक्षितवान् +भक्षितस्य +भक्षिता +भक्षितां +भक्षिताः +भक्षितानां +भक्षितानि +भक्षिताश्च +भक्षितुं +भक्षितुम् +भक्षिते +भक्षितेन +भक्षितेनापि +भक्षितेषु +भक्षितेऽपि +भक्षितैः +भक्षितो +भक्षितौ +भक्षित्वा +भक्षी +भक्षीत्याह +भक्षीमहि +भक्षीय +भक्षीयेति +भक्षीयोर्ज +भक्षीय॒ +भक्षु +भक्षे +भक्षेण +भक्षेत +भक्षेत् +भक्षेषु +भक्षेहि +भक्षेहीत्यादि +भक्षैः +भक्षो +भक्ष्य +भक्ष्यं +भक्ष्यंते +भक्ष्यः +भक्ष्यञ्च +भक्ष्यत +भक्ष्यतां +भक्ष्यति +भक्ष्यते +भक्ष्यतेऽपूपादि +भक्ष्यत्वात् +भक्ष्यत्वेन +भक्ष्यद्रव्यं +भक्ष्यद्रव्याणि +भक्ष्यन्ति +भक्ष्यन्ते +भक्ष्यभेदे +भक्ष्यभोज्यं +भक्ष्यभोज्यस्य +भक्ष्यभोज्यादि +भक्ष्यभोज्यादिकं +भक्ष्यभोज्यादिभिः +भक्ष्यभोज्यानि +भक्ष्यभोज्यापहरणे +भक्ष्यभोज्यैः +भक्ष्यभोज्यैरनेकशः +भक्ष्यभोज्यैश्च +भक्ष्यमाणं +भक्ष्यमाणः +भक्ष्यमाणस्य +भक्ष्यमाणा +भक्ष्यमाणाः +भक्ष्यमाणे +भक्ष्यमाणेषु +भक्ष्यमाणो +भक्ष्यमाणोऽपि +भक्ष्यमिति +भक्ष्यम् +भक्ष्यवस्तु +भक्ष्यविशेषः +भक्ष्यस्य +भक्ष्या +भक्ष्यांश्च +भक्ष्याः +भक्ष्याणां +भक्ष्याणि +भक्ष्यादि +भक्ष्यान् +भक्ष्याभक्ष्यं +भक्ष्याभक्ष्यप्रकरणम् +भक्ष्याभक्ष्येषु +भक्ष्यामि +भक्ष्यार्थं +भक्ष्यार्थी +भक्ष्यार्थे +भक्ष्याश्च +भक्ष्ये +भक्ष्येण +भक्ष्येषु +भक्ष्येष्वपि +भक्ष्यैः +भक्ष्यैर्भोज्यैश्च +भक्ष्यैश्च +भक्ष्यो +भख +भखि +भग +भगं +भगंदरः +भगं॑ +भगं॒ +भगः +भगः॑ +भगक्लिन्ने +भगगुह्ये +भगजीवी +भगण +भगणं +भगणः +भगणकला +भगणज्ञानम् +भगणत्रयं +भगणनिर्देशः +भगणरगणौ +भगणशेष +भगणशेषं +भगणशेषम् +भगणस्य +भगणा +भगणांश +भगणांशाः +भगणांशाङ्कितं +भगणाः +भगणाङ्किते +भगणात् +भगणादयः +भगणादि +भगणादिकं +भगणादिफलं +भगणादिशेष +भगणादीनां +भगणाद्या +भगणाद्याः +भगणाध्यायः +भगणानां +भगणान् +भगणान्तं +भगणान्तरं +भगणाश्च +भगणाश्रिताः +भगणे +भगणेन +भगणेषु +भगणैः +भगणैर्विवर्जिता +भगणो +भगणों +भगणौ +भगत +भगतसिंह +भगतसिंहः +भगतसिंहनगरमण्डलम् +भगतसिंहस्य +भगतसिंहेन +भगति +भगत् +भगदत्त +भगदत्तं +भगदत्तः +भगदत्तश्च +भगदत्तस्य +भगदत्ते +भगदत्तेन +भगदत्तो +भगदैवतं +भगदैवते +भगद्वारा +भगद्व्यापारानुरागित्वं +भगनेत्रहा +भगन्दर +भगन्दरं +भगन्दरः +भगन्दरञ्च +भगन्दरम् +भगन्दरविनाशनम् +भगन्दरा +भगन्दराः +भगन्दरात् +भगन्दराधिकारः +भगन्दरान् +भगन्दरी +भगन्दरे +भगन्दरो +भगभक्तस्य +भगमस्या +भगमाला +भगमालिनि +भगमालिनी +भगमाले +भगमिति +भगमिन्द्रश्च +भगमुग्रं +भगम् +भगरण +भगरणादि +भगराशे +भगरूपे +भगल +भगव +भगवं +भगवंत +भगवंतं +भगवंस् +भगवंस्तत्र +भगवंस्तथा +भगवंस्तव +भगवंस्ते +भगवंस्त्वं +भगवंस्त्वत्प्रसादेन +भगवंस्त्वया +भगवंस्त्वां +भगवंस्त्वामहं +भगवः +भगवच्चिन्तनं +भगवच्छक्तिः +भगवच्छब्दः +भगवच्छब्दवाच्यानि +भगवच्छब्दस्य +भगवच्छब्देन +भगवच्छा +भगवच्छाखे +भगवच्छासनं +भगवच्छासने +भगवच्छासनेऽभिप्रसादितः +भगवच्छासे +भगवच्छास्त्र +भगवच्छास्त्रे +भगवच्छास्त्रेषु +भगवच्छास्र +भगवज्ज्ञानं +भगवञ्छ्रोतुमिच्छामि +भगवञ्श्रोतुमिच्छामि +भगवत +भगवतं +भगवतः +भगवतश्च +भगवतश्चेतसा +भगवतसिंहः +भगवतसिंहस्य +भगवतस्तत्त्वं +भगवतस्तस्य +भगवतस्तूष्णींभावेनाधिवासनां +भगवतस्तूष्णीभावेनाधिवासनां +भगवता +भगवतां +भगवतापि +भगवतामज्ञातमदृष्टमविदितमविज्ञातम् +भगवताम् +भगवताऽपि +भगवति +भगवती +भगवतीं +भगवतीः +भगवतीचरण +भगवतीचरणः +भगवतीचरणस्य +भगवतीति +भगवतीम् +भगवतीह +भगवते +भगवतेति +भगवतैव +भगवतो +भगवतोंऽशः +भगवतोः +भगवतोक्तं +भगवतोक्तम् +भगवतोक्ता +भगवतोदितम् +भगवतोऽन्तिकं +भगवतोऽन्तिकम् +भगवतोऽन्तिकाच्छ्रुतं +भगवतोऽन्तिकात्प्रक्रान्तः +भगवतोऽन्तिकात्प्रक्रान्तो +भगवतोऽन्तिके +भगवतोऽन्यत् +भगवतोऽपि +भगवतोऽभिप्रायः +भगवतोऽर्थाय +भगवत् 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+भगवन्मानुषाः +भगवन्मायया +भगवन्मार्गीया +भगवन्मार्गीयाचार्योपदेशद्वारा +भगवन्मार्गे +भगवन्मुनिशार्दूल +भगवन्मूर्तेः +भगवन्मे +भगवन्यत्त्वया +भगवन्यदि +भगवन्येन +भगवन्वक्तुमर्हसि +भगवन्वतुमर्हसि +भगवन्वद +भगवन्विष्णो +भगवन्व्यक्तिं +भगवन्श्रोतुमिच्छामि +भगवन्सर्वं +भगवन्सर्वतत्त्वज्ञ +भगवन्सर्वधर्मज्ञ +भगवन्सर्वभूतेश +भगवन्सर्वमाख्यातं +भगवन्सर्वे +भगवन्‌ +भगवल्लोकं +भगवस् +भगवा +भगवाँल्लोकपूजितः +भगवाँल्लोकभावनः +भगवाँश्च +भगवाँस्ततः +भगवाँस्तत्र +भगवाँस्तु +भगवां +भगवांच्छास्ता +भगवांल्लोके +भगवांश्च +भगवांश्चापि +भगवांस् +भगवांस्तं +भगवांस्ततः +भगवांस्तत्र +भगवांस्तत्रैवान्तरधीयत +भगवांस्तथा +भगवांस्तथागतोऽर्हन् +भगवांस्तदा +भगवांस्तमुवाच +भगवांस्तस्मै +भगवांस्तस्य +भगवांस्तस्या +भगवांस्तस्यां +भगवांस्तां +भगवांस्तिमिरापहः +भगवांस्तु +भगवांस्तुष्टो +भगवांस्ते +भगवांस्तेन +भगवांस्तेनांजलिं +भगवांस्तेनाञ्जलिं +भगवांस्तेनोपजगाम +भगवांस्तेनोपसंक्रमित्वा +भगवांस्तेनोपसंक्रान्तः +भगवांस्तेनोपसंक्रान्ता +भगवांस्तेनोपसंक्रान्ताः +भगवांस्तेषां +भगवांस्तेषामपि +भगवांस्त्रिपुरांतकः +भगवांस्त्रिशङ्कुः +भगवांस्त्रिशङ्कुह् +भगवांस्त्रैमासीं +भगवांस्त्वेव +भगवाञ् +भगवाञ्छंभुः +भगवाञ्छशिशेखरः +भगवाञ्छिवः +भगवाञ्छोकस्य +भगवाञ्जगाम +भगवाञ्जातः +भगवाञ्शिवः +भगवाञ्श्रावस्त्यां +भगवाञ्श्वोऽन्तर्गृहे +भगवान +भगवानका +भगवानको +भगवानगस्त्यः +भगवानग्निः +भगवानजः +भगवानतीतं +भगवानत्र +भगवानथ +भगवानदास +भगवानदासः +भगवानद्य +भगवाननंतः +भगवाननङ्गः +भगवाननन्तः +भगवाननन्तो +भगवाननादिः +भगवाननुभवति +भगवानपि +भगवानमूमुहन्न +भगवानयं +भगवानयम् +भगवानरविन्दनाभः +भगवानर्जुनं +भगवानर्जुनाय +भगवानवकाशं +भगवानवोचत् +भगवानवोचत्कतमा +भगवानसौ +भगवानस्माकं +भगवानहम् +भगवानहिंसारूपं +भगवाना +भगवानाग्निवेश्यः +भगवानाचार्यः +भगवानाजगाम +भगवानाज्ञापयति +भगवानात्ममायया +भगवानात्मा +भगवानात्रेयः +भगवानात्रेयो +भगवानादत्ते +भगवानादित्यः +भगवानादिपूरुषः +भगवानानेयः +भगवानायुष्मन्तं +भगवानायुष्मन्तमानन्दमामन्त्रयते +भगवानायुष्मन्तमानन्दमेतदवोचत् +भगवानायुष्मन्तमानन्दम् +भगवानास्त +भगवानास्ते +भगवानाह +भगवानिति +भगवानित्थं +भगवानित्यर्थः +भगवानिदं +भगवानिदमब्रवीत् +भगवानिन्द्रः +भगवानिव +भगवानिह +भगवानीशः +भगवानीशो +भगवानीश्वरः +भगवानीश्वरो +भगवानुक्तः +भगवानुक्तवानित्याह +भगवानुक्त्वा +भगवानुत +भगवानुपरि +भगवानुपवर्षः +भगवानुपास्यः +भगवानुवाच +भगवानुषित्वा +भगवानूचे +भगवानृचीकस्य +भगवानृषिः +भगवानेक +भगवानेव +भगवानेवं +भगवानेवमाह +भगवानेवेति +भगवानेवैको +भगवानेष +भगवान् +भगवान्कमलापतिः +भगवान्कालाग्निरुद्रः +भगवान्कालो +भगवान्किं +भगवान्कृष्णः +भगवान्कृष्णो +भगवान्गरुडध्वजः +भगवान्ददौ +भगवान्दासः +भगवान्दासश्च +भगवान्देव +भगवान्देवः +भगवान्देवकीसुतः +भगवान्देवो +भगवान्धर्मः +भगवान्न +भगवान्नाथः +भगवान्नारदः +भगवान्नारदो +भगवान्नारायणः +भगवान्नारायणो +भगवान्निर्मितं +भगवान्नीललोहितः +भगवान्ने +भगवान्पतञ्जलिः +भगवान्परः +भगवान्परमात्मा +भगवान्परमेश्वरः +भगवान्पा +भगवान्पाकशासनः +भगवान्पालकाप्य +भगवान्पालकाप्यः +भगवान्पालकाप्यो +भगवान्पुनः +भगवान्पुरा +भगवान्पुरुषोत्तमः +भगवान्प्रत्युवाच +भगवान्प्रभुः +भगवान्प्राह +भगवान्प्रीतः +भगवान्प्रीतो +भगवान्बादरायणः +भगवान्बोधायनः +भगवान्बौधायनः +भगवान्ब्रवीत्विति +भगवान्ब्रह्म +भगवान्ब्रह्मा +भगवान्भक्तवत्सलः +भगवान्भगनेत्रहा +भगवान्भवः 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+भग्नावशेषाः +भग्नाशस्य +भग्नाशो +भग्नाश्च +भग्नासु +भग्ने +भग्नेति +भग्नेन +भग्नेशकार्मुकः +भग्नेषु +भग्नेऽपि +भग्नैः +भग्नो +भग्नोद्यमः +भग्नौ +भग्यन्नादः +भग्रह +भग्रहयुतौ +भग्रहयुत्यधिकारः +भग्रहयुत्यादिविधिः +भग्रहयोगाध्यायः +भग्रहाणां +भग्रा +भग॑ +भग॑ः +भग॑म् +भग॑वन्तः +भग॑श्च +भग॑स्य +भग॑स्य॒ +भग॒ +भग॒ः +भङ्क्ता +भङ्क्तुं +भङ्क्त्वा +भङ्क्त्वाऽज्ञानविमोहमन्थरमयीं +भङ्क्त्वेति +भङ्ग +भङ्गं +भङ्गः +भङ्गकारस्य +भङ्गकारो +भङ्गताल +भङ्गप्रसङ्गात् +भङ्गमायाति +भङ्गम् +भङ्गयन्तरेण +भङ्गया +भङ्गश्च +भङ्गस्तरङ्ग +भङ्गस्तु +भङ्गस्य +भङ्गा +भङ्गाः +भङ्गात् +भङ्गानां +भङ्गापत्तेः +भङ्गाय +भङ्गि +भङ्गिः +भङ्गिद्वयं +भङ्गी +भङ्गुर +भङ्गुरं +भङ्गुरः +भङ्गुरत्वं +भङ्गुरम् +भङ्गुरा +भङ्गुरां +भङ्गुरावतः +भङ्गुरावताम् +भङ्गु॒राव॑तः +भङ्गे +भङ्गेन +भङ्गेऽपि +भङ्गो +भङ्ग्यः +भङ्ग्यन्तरेण +भङ्ग्यन्तरेणाह +भङ्ग्यम् +भङ्ग्यश्रवो +भङ्ग्या +भङ्धि +भङ्‍क्त्वा +भच +भचक्र +भचक्रं +भचक्रनाभौ +भचक्रभ्रमणं +भचक्रम् +भचक्रस्य +भचक्रे +भचतुष्टये +भछट +भज +भजंति +भजंते +भजः +भजगोविन्दम् +भजजला +भजत +भजतं +भजतः +भजतम् +भजतश्चापस्य +भजता +भजतां +भजताम् +भजति +भजतीति +भजतीत्याह +भजतु +भजते +भजतेः +भजतेऽशनम् +भजतो +भजतोऽपि +भजत् +भजत्यपि +भजत्येकत्वमास्थितः +भजत्येव +भजथः +भजध्वं +भजध्वम् +भजन +भजनं +भजनप्रकारं +भजनप्रकारमाह +भजनभवनं +भजनभवने +भजनमेव +भजनम् +भजनस्य +भजनात् +भजनानि +भजनार्थं +भजनीय +भजनीयं +भजनीयः +भजनीयम् +भजनीयस्त्वं +भजनीयस्य +भजनीया +भजनीयाः +भजनीये +भजनीयो +भजने +भजनेन +भजनेषु +भजन् +भजन्त +भजन्तं +भजन्तः +भजन्तां +भजन्ति +भजन्ती +भजन्तीं +भजन्तीति +भजन्तीत्यर्थः +भजन्तु +भजन्ते +भजन्तो +भजन्त्यः +भजन्त्यनन्यभावेन +भजन्त्यनन्यमनसो +भजन्त्या +भजन्त्युत +भजमान +भजमानं +भजमानः +भजमानञ्च +भजमानश्च +भजमानस्तु +भजमानस्य +भजमाना +भजमानां +भजमानाः +भजमानानां +भजमानाय +भजमानो +भजसा +भजसि +भजसे +भजस्व +भजस्वेति +भजा +भजानि +भजाम +भजामः +भजामहा +भजामहे +भजामि +भजामीति +भजामो +भजाम्यहं +भजाम्यहम् +भजाव +भजासि +भजि +भजितम् +भजितुमर्हसि +भजित्वा +भजिष्यंति +भजिष्यति +भजिष्यन्ति +भजिष्यसि +भजिष्यामि +भजिष्ये +भजे +भजेः +भजेच्च +भजेत +भजेतां +भजेताम् +भजेति +भजेते +भजेत् +भजेत्तं +भजेत्तौ +भजेत्सदा +भजेत्‌ +भजेथ +भजेथा +भजेथाः +भजेदिति +भजेद् +भजेद्यो +भजेद्वा +भजेन्न +भजेन्नरः +भजेम +भजेमहि +भजेय +भजेयं +भजेयम् +भजेयुः +भजेरन् +भजेरन्निति +भजेरन्मातृकं +भजेहं +भजेऽनिशम् +भजेऽहं +भजेऽहम् +भजैनं +भजो +भजौ +भज् +भज्य +भज्यः +भज्यत +भज्यते +भज्यन्तां +भज्यन्ते +भज्यमानं +भज्यमाना +भज्या +भज्येत +भज्येतेति +भज्येरन्नुत्पद्येरन्न +भज॑न्त +भञ्च +भञ्ज +भञ्जकं +भञ्जति +भञ्जन +भञ्जनं +भञ्जनकसंज्ञितः +भञ्जनम् +भञ्जनाय +भञ्जनी +भञ्जने +भञ्जन् +भञ्जन्ति +भञ्जभासमिदो +भञ्जय +भञ्जयति +भञ्जयित्वा +भञ्जीत +भञ्जेश्च +भञ्जो +भञ्ज् +भट +भटं +भटः +भटति +भटनागर +भटबलाग्रं +भटश्च +भटस्य +भटा +भटाः +भटाना +भटानां +भटानाम् +भटान् +भटाय +भटाश्च +भटिण्डा +भटिण्डामण्डलम् +भटे +भटेन +भटेषु +भटै +भटैः +भटो +भट् +भट्कळ +भट्कळविधानसभाक्षेत्रम् +भट्ट +भट्टं +भट्टः +भट्टक +भट्टकः +भट्टकथनं +भट्टके +भट्टगोप +भट्टगोपालः +भट्टगोपीनाथदीक्षितः +भट्टगोपीनाथदीक्षितविरचिता +भट्टगोविन्दावतारिते +भट्टतौ +भट्टतौतः +भट्टनायक +भट्टनायकः +भट्टनायकस्य +भट्टनायकेन +भट्टनारायण +भट्टनारायणः +भट्टनारायणस्य +भट्टनारायणेन +भट्टनारायणो +भट्टपादं +भट्टपादः +भट्टपादैः +भट्टपादो +भट्टबाणः +भट्टबाणस्य +भट्टभास्कर +भट्टभास्करः +भट्टभौतः +भट्टमते +भट्टमल्लः +भट्टमाधवः +भट्टराई +भट्टर् +भट्टश्यामलस्य +भट्टस्य +भट्टा +भट्टाः +भट्टाचार्य +भट्टाचार्यः +भट्टाचार्यसुताद्दिवाकर +भट्टाचार्याः +भट्टाचार्येण +भट्टाचार्यैः +भट्टानां +भट्टारं +भट्टारक +भट्टारकः +भट्टारको +भट्टारिका +भट्टि +भट्टिः +भट्टिका +भट्टिकाव्य +भट्टिकाव्यं +भट्टिकाव्यम् +भट्टिकाव्यस्य +भट्टिकाव्ये +भट्टिणा +भट्टिणि +भट्टिणी +भट्टिणीए +भट्टिणो +भट्टिदामोदळेण +भट्टिदामोदळो +भट्टिदारअ +भट्टिदारअस्स +भट्टिदारओ +भट्टिदारिअं +भट्टिदारिआ +भट्टिदारिआए +भट्टिदारिए +भट्टिना +भट्टिनि +भट्टिनी +भट्टिन्या +भट्टिन्यै +भट्टिमादा +भट्टे +भट्टेः +भट्टेन +भट्टेन्दुराजः +भट्टेन्दुराजस्य +भट्टेन्दुराजा +भट्टैः +भट्टो +भट्टोजि +भट्टोजिः +भट्टोजिदीक्षित +भट्टोजिदीक्षितः +भट्टोजिदीक्षितस्य +भट्टोजिदीक्षितेन +भट्टोजीदीक्षितः +भट्टोत्पल +भट्टोत्पलः +भट्टोत्पलश्च +भट्टोत्पलेन +भट्टोत्पलो +भट्टोद्भट +भट्टोद्भटेन +भट्टौ +भट्ट् +भट्ठा +भट्नागरः +भड +भडि +भडित +भडिल +भण +भणं +भणइ +भणउ +भणत +भणतः +भणति +भणतीति +भणतु +भणथ +भणनं +भणन् +भणन्ति +भणसि +भणह +भणा +भणादि +भणादु +भणामः +भणामि +भणाशि +भणासि +भणाहि +भणि +भणिअ +भणिअं +भणिएण +भणित +भणितं +भणितः +भणितम् +भणितव्यं +भणितव्यम् +भणिता +भणिति +भणितिः +भणितुं +भणितुम् +भणितो +भणितोऽसि +भणित्वा +भणिदं +भणिदम् +भणिदव्वं +भणिदा +भणिदुं +भणिदो +भणिमो +भणिष्यति +भणिष्यसि +भणिष्यामि +भणिस्सं +भणिस्सदि +भणे +भणेशि +भणेहि +भण् +भण्टाकी +भण्ड +भण्डं +भण्डः +भण्डते +भण्डदानवः +भण्डनं +भण्डस्य +भण्डा +भण्डार +भण्डारं +भण्डारः +भण्डारकर +भण्डारा +भण्डारामण्डलम् +भण्डारी +भण्डासुरं +भण्डासुरस्य +भण्डिः +भण्डित +भण्डिल +भण्डिलो +भण्डी +भण्डीतकी +भण्डीर +भण्डीरः +भण्डीरी +भण्डे +भण्डो +भण्णइ +भण्यत +भण्यतां +भण्यताम् +भण्यते +भण्यन्ते +भत +भतं +भतः +भतम् +भतया +भतरं +भता +भतानि +भतारं +भति +भतिः +भतिथिकरणयोगानां +भती +भतीति +भतु +भतुणो +भतृ +भते +भतो +भत् +भत्त +भत्तया +भत्ता +भत्तारं +भत्ति +भत्तुणो +भत्ते +भत्तो +भत्त्या +भत्र +भत्रयं +भत्रयमोजगतं +भत्रा +भत्रितयं +भत्री +भत्रे +भत्र्रा +भत्र्सने +भत्वं +भत्वम् +भत्वा +भत्वाज्जश्त्वं +भत्वात् +भत्वान्न +भत्वे +भत्वेन +भथ +भद +भदं +भदः +भदन्त +भदन्तं +भदन्तः +भदन्तस्य +भदन्ता +भदन्ताः +भदन्तानन्द +भदन्तेति +भदन्तेत्यायुष्मानानन्दो +भदन्तेन +भदन्तो +भदन्तोपनन्द +भदन्त् +भदा +भदि +भदिनं +भदिनानि +भदे +भदेन +भदो +भदौ +भद् +भद्द +भद्दमुह +भद्दवदिं +भद्दवदी +भद्दवदीए +भद्दिलपुर +भद्दे +भद्य +भद्यते +भद्र +भद्रं +भद्रंकरं +भद्रंकरे +भद्रंभद्रं +भद्रः +भद्रक +भद्रकं +भद्रकः +भद्रकमण्डलम् +भद्रकम् +भद्रकरं +भद्रकर्णं +भद्रकर्णिका +भद्रकर्णे +भद्रकल्पे +भद्रका +भद्रकारा +भद्रकालि +भद्रकालिका +भद्रकाली +भद्रकालीं +भद्रकालीति +भद्रकाल्या +भद्रकाल्याः +भद्रकाल्याश्च +भद्रकाल्यास्तु +भद्रकाल्यै +भद्रकृत् +भद्रके +भद्रको +भद्रकोष्ठमिदं +भद्रगिरि +भद्रतनुः +भद्रतनुरुवाच +भद्रता +भद्रतां +भद्रताम् +भद्रतालं +भद्रतुरगं +भद्रदा +भद्रदारु +भद्रनामा +भद्रनासी +भद्रन्ते +भद्रपदा +भद्रपदे +भद्रपर्णी +भद्रपाणिं +भद्रपीठं +भद्रपीठके +भद्रपीठे +भद्रप्रदस्तथा +भद्रबला +भद्रबाहुं +भद्रबाहुः +भद्रबाहूः +भद्रभाषिणी +भद्रमकर्यो +भद्रमण्डलम् +भद्रमतये +भद्रमतिः +भद्रमतेः +भद्रमदा +भद्रमना +भद्रमन्यत्राशुभमेव +भद्रमभद्रं +भद्रमश्नुते +भद्रमस्तु +भद्रमस्य +भद्रमा +भद्रमावद +भद्रमाशीस्तु +भद्रमिति +भद्रमुख +भद्रमुखः +भद्रमुखाः +भद्रमुञ्जः +भद्रमुत्तरतो +भद्रमुस्तं +भद्रमुस्तकम् +भद्रमुस्तके +भद्रमुस्ता +भद्रमेव +भद्रम् +भद्रया +भद्ररथः +भद्ररोहिणी +भद्रलोहिता +भद्रवटं +भद्रवती +भद्रवतीं +भद्रवत्या +भद्रवत्याः +भद्रवनं +भद्रवर्मन् +भद्रवला +भद्रवाचो +भद्रवाच्याय +भद्रविराट् +भद्रविष्टरे +भद्रशतानि +भद्रशिला +भद्रशिलायां +भद्रशोचे +भद्रश्च +भद्रश्रवा +भद्रश्रेण्यस्य +भद्रसुभद्रकौ +भद्रसेन +भद्रसेनः +भद्रसेनस्य +भद्रसेनो +भद्रसोमा +भद्रस्तु +भद्रस्य +भद्रहस्तं +भद्रहस्ता +भद्रा +भद्रां +भद्राः +भद्राइन्द्रस्यरातयः +भद्राकरोति +भद्राख्या +भद्राच्चेति +भद्राणां +भद्राणि +भद्राण्यभिहन्तु +भद्रात्मनो +भद्रादिवाचकाः +भद्राद् +भद्रानदी +भद्रान् +भद्रान्नः +भद्रामिति +भद्रामुखं +भद्राम् +भद्राय +भद्राया +भद्रायां +भद्रायाः +भद्रायुः +भद्रायुषं +भद्राये +भद्रायै +भद्रावती +भद्रावतीं +भद्रावतीविधानसभाक्षेत्रम् +भद्राश्च +भद्राश्व +भद्राश्वं +भद्राश्वः +भद्राश्ववर्षे +भद्राश्वस्य +भद्राश्वा +भद्राश्वाः +भद्राश्वाय +भद्राश्वे +भद्राश्वो +भद्रासन +भद्रासनं +भद्रासनगतं +भद्रासनम् +भद्रासने +भद्रासनोपविष्टस्य +भद्रासु +भद्रास्संनतयस्संनमन्तु +भद्राहं +भद्रा꣡꣯इन्द्रस्य꣢रा꣯त꣡यः +भद्रिकः +भद्रिका +भद्रिकाः +भद्रिकेण +भद्रे +भद्रेण +भद्रेति +भद्रेभिः +भद्रेश्वर +भद्रेश्वरं +भद्रेश्वरे +भद्रेषु +भद्रै +भद्रैः +भद्रैला +भद्रैषां +भद्रो +भद्रोदनी +भद्रोभद्रया +भद्रोऽपि +भद्रौ +भद्रꣳ +भद्वयं +भद्वै +भध +भधु +भध्य +भध्ये +भन +भनं +भनः +भनक्ति +भनज्मि +भनति +भनन्दाग्नि +भनन्दाग्निहते +भनम् +भनय +भनयाश्च +भनवाग्निनिघ्ने +भनसा +भना +भनाः +भनि +भनिति +भनी +भनुः +भनुष्यके +भनुष्यों +भने +भनें +भनेत् +भनेन +भनो +भनौ +भन् +भन्ज +भन्त +भन्ति +भन्ते +भन्त्स्यामि +भन्थे +भन्द +भन्दं +भन्दते +भन्दना +भन्दनाः +भन्दनीयः +भन्दनीयम् +भन्दनीयाः +भन्दनीये +भन्दनीयेन +भन्दमानः +भन्दमाने +भन्दा +भन्दिष्ठस्य +भन्न +भन्नं +भन्नः +भन्ना +भन्नानि +भन्ने +भन्म +भन्यते +भन्यथा +भन्यन्ते +भन्या +भन्ये +भन्यो +भप +भपंजरः +भपञ्जर +भपञ्जरः +भपञ्जरस्य +भपञ्जरे +भपति +भपतिः +भपि +भफलं +भब +भबति +भबुवा +भबेत् +भभ +भभा +भभुवा +भभोग +भभोगेन +भभ्र +भभ्रम +भभ्रमः +भभ्रमा +भभ्रमाः +भभ्रमास्तु +भम +भमं +भमंतो +भमः +भमइ +भमण्डलं +भमण्डलम् +भमण्डलस्य +भमण्डले +भमति +भमती +भमन्तो +भमर +भमरो +भमा +भमाणमाला +भमात्रे +भमिति +भमिनीविलसे +भमुनिमृगव्याधानां +भमो +भमौ +भम् +भम्माणपञ्चमः +भय +भयँ +भयं +भयंकर +भयंकरं +भयंकरः +भयंकरम् +भयंकरा +भयंकराः +भयंकराणि +भयंकरान् +भयंकरी +भयंकरीम् +भयंकरे +भयंकरो +भयंकरौ +भयः +भयउ +भयऊ +भयकर +भयकरं +भयकरः +भयकरा +भयकातरः +भयकातराः +भयकारकः +भयकारकम् +भयकारणं +भयकारणम् +भयकृत् +भयकृद् +भयको +भयक्रोधयोः +भयघ्नं +भयङ्कर +भयङ्करं +भयङ्करः +भयङ्करम् +भयङ्करा +भयङ्कराः +भयङ्कराणि +भयङ्करी +भयङ्करे +भयङ्करैः +भयङ्करो +भयचकितो +भयचलनयोः +भयजनक +भयजनकं +भयजनकः +भयजनकम् +भयञ्च +भयत +भयतः +भयति +भयते +भयतो +भयत्र +भयत्रस्तं +भयत्रस्ता +भयत्रस्ताः +भयत्रस्तो +भयत्राता +भयत्रापि +भयदं +भयदः +भयदर्शनम् +भयदर्शिनः +भयदर्शिनी +भयदर्शी +भयदा +भयदां +भयदाः +भयदानं +भयदायि +भयदायिनी +भयदे +भयदो +भयद्रुतः +भयन +भयनाशनः +भयनाशनम् +भयनाशिनी +भयनि +भयनिमित्तं +भयनिवृत्तये +भयन्तथा +भयन्ति +भयन्ते +भयपरिस्खलितांशुकान्ता +भयपीडितः +भयपीडिताः +भयप्रदं +भयप्रदः +भयप्रदम् +भयप्रदा +भयप्रदाः +भयप्रदो +भयप्राप्तिं +भयभीत +भयभीतः +भयभीतस्य +भयभीता +भयभीताः +भयभीतानां +भयभीताश्च +भयभीतेन +भयभीतो +भयम +भयमण्वपि +भयमपि +भयमभयं +भयमर्थवतां +भयमवाप +भयमस्ति +भयमागतम् +भयमादधत् +भयमादिशेत् +भयमानः +भयमानो +भयमाप +भयमापन्नः +भयमापन्ना +भयमाप्नोति +भयमावहेत् +भयमाविशत् +भयमाशु +भयमासाद्य +भयमिति +भयमित्यर्थः +भयमिव +भयमुत्तमम् +भयमुत्पद्यते +भयमुत्पन्नं +भयमुत्सृज्य +भयमुपस्थितम् +भयमुल्बणम् +भयमेति +भयमेव +भयमोहितः +भयमोहिताः +भयम् +भयरहित +भयरहितं +भयरहिता +भयरहिताः +भयरहितो +भयराहित्यं +भयवर्जितः +भयवर्जिता +भयवर्जिताः +भयवर्द्धनम् +भयवर्धनः +भयवर्धनम् +भयवर्धने +भयवर्धिनी +भयविक्लवः +भयविध्वंसिनी +भयविह्वलः +भयविह्वलम् +भयविह्वला +भयविह्वलाः +भयविह्वलाम् +भयशब्देन +भयशीला +भयशीले +भयशून्यत्वेन +भयशोकसमाविष्टा +भयश्रमाभ्यां +भयसंत्रस्तः +भयसंत्रस्ता +भयसंत्रस्तो +भयसंभ्रमः +भयसंविग्ना +भयसे +भयस्थानं +भयस्थानशतानि +भयस्थाने +भयस्य +भयहरं +भयहरो +भयहा +भयहारिणी +भयहास्यजम् +भयहेतु +भयहेतुः +भयहेतुरिति +भयहेतोः +भयहेतौ +भयहो +भया +भयां +भयाकुलः +भयाकुलम् +भयाकुला +भयाकुलाः +भयाकुलाम् +भयाकुलो +भयागमे +भयाच्च +भयाच्चैव +भयात +भयातुरः +भयातुरम् +भयातुरा +भयातुराः +भयाते +भयात् +भयात्तदा +भयात्तपति +भयात्तस्य +भयात्तु +भयात्परिजनस्य +भयात्सर्वं +भयादपि +भयादस्याग्निस्तपति +भयादहम् +भयादि +भयादिकं +भयादिति +भयादिना +भयादिन्द्रश्च +भयादिभिः +भयादिव +भयादेः +भयादेव +भयादौ +भयाद् +भयाद्भयम् +भयाद्भीतो +भयाद्रणादुपरतं +भयाद्वा +भयान +भयानक +भयानकं +भयानकः +भयानकम् +भयानकरसः +भयानकस्य +भयानका +भयानकाः +भयानकानि +भयानकाम् +भयानके +भयानकेन +भयानकैः +भयानको +भयानां +भयानाम् +भयानि +भयान् +भयान्न +भयान्मुच्येत +भयान्यपदेऽपि +भयान्वितं +भयान्वितः +भयान्विता +भयान्विताः +भयापह +भयापहः +भयापहम् +भयापहा +भयाभये +भयाभावं +भयाभावः +भयाभावे +भयाभावेन +भयामह +भयामहे +भयाय +भयार्तं +भयार्तः +भयार्तस्य +भयार्ता +भयार्ताः +भयार्तानां +भयार्ते +भयार्तो +भयार्त्ता +भयार्त्ताः +भयार्थं +भयार्दितः +भयार्दितम् +भयार्दिता +भयार्दिताः +भयावह +भयावहं +भयावहः +भयावहम् +भयावहा +भयावहाः +भयावहानि +भयावहान् +भयावहाम् +भयावहे +भयावहैः +भयावहो +भयाविष्टानि +भयुक् +भये +भयेडको +भयेति +भयेत् +भयेन +भयेनेति +भयेनैव +भयेभ्यः +भयेभ्यश्च +भयेभ्यो +भयेषु +भयेष्वभयदः +भयेऽपि +भयै +भयैः +भयो +भयोः +भयोद्विग्ना +भयोद्विग्नाः +भयोद्विग्नो +भयोरपि +भयौ +भय्यप्रवय्ये +भय॑न्ते +भय॑न्ते॒ +भय॑मानः +भयꣳ +भर +भरं +भरः +भरकर +भरचुक्कीजलपातः +भरट +भरटिकः +भरण +भरणं +भरणम् +भरणा +भरणाच्च +भरणात् +भरणानि +भरणाय +भरणार्थं +भरणार्थाय +भरणि +भरणी +भरणीं +भरणीयं +भरणीयः +भरणीयम् +भरणीया +भरणीयाः +भरणीषु +भरणे +भरणेन +भरण्य +भरण्यः +भरण्या +भरण्यां +भरण्याः +भरण्यादीनि +भरण्याम् +भरत +भरतं +भरतः +भरतकल्पलता +भरतकल्पलतामञ्जरी +भरतकोशः +भरतक्षये +भरतक्षेत्रस्य +भरतक्षेत्रे +भरतखण्डे +भरतगोत्रे +भरतग्रहणं +भरतचरितम् +भरतचरिते +भरतद्बिरूपकोषः +भरतद्विरूपकोषः +भरतधृतरत्नकोषः +भरतधृतरभसः +भरतधृतवाचस्पतिः +भरतधृतव्याडिः +भरतना +भरतनाट्यम् +भरतनाट्यस्य +भरतपुर +भरतपुरमण्डलम् +भरतपुरम् +भरतमते +भरतमारोप्य +भरतमुनि +भरतमुनिः +भरतमुनिना +भरतमुनिप्रणीतं +भरतमुनेः +भरतम् +भरतराजः +भरतरोहकं +भरतरोहकः +भरतर्षभ +भरतर्षभः +भरतर्षभम् +भरतर्षभाः +भरतर्षभेति +भरतलक्ष्मणौ +भरतवंशमर्यादामनुसंधायापि +भरतवंशोद्भवत्वेन +भरतवत् +भरतवन्दितः +भरतवाक्यं +भरतवाक्यम् +भरतशत्रुघ्नौ +भरतशार्दूल +भरतशास्त्रे +भरतश्च +भरतश्चापि +भरतश्चैव +भरतश्रे +भरतश्रेष्ठ +भरतश्रेष्ठं +भरतश्रेष्ठः +भरतश्रेष्ठो +भरतसत्तम +भरतसत्तमः +भरतस्ततोऽभूत् +भरतस्तत्र +भरतस्तथा +भरतस्तदा +भरतस्तु +भरतस्त्रियः +भरतस्य +भरतस्याग्रतो +भरतस्याथ +भरतस्यापि +भरतस्याभिषेचनम् +भरतस्याश्रमे +भरतस्येति +भरतस्यैव +भरतस्वामी +भरतस्वामीविवृति +भरता +भरताः +भरतागमनं +भरताग्रज +भरताग्रजः +भरताग्रजो +भरतात् +भरतादयः +भरतादिभिः +भरतादीनां +भरतानां +भरतानाम् +भरतानुज +भरतानुजः +भरतान् +भरतामप +भरताम् +भरताय +भरताश्रमे +भरति +भरती +भरतीति +भरतीये +भरते +भरतेति +भरतेन +भरतेनात्मना +भरतेनापि +भरतेनैव +भरतेनोक्तं +भरतेभ्यः +भरतेषु +भरते॒ +भरतो +भरतोत्तम +भरतोपमाः +भरतोऽग्रजन्मा +भरतोऽथ +भरतोऽपि +भरतौ +भरत् +भरत्या +भरत्य् +भरत्समप्सुजित् +भरत्ऽवाजाय +भरथ +भरथः +भरथरी +भरथुः +भरथो +भरदो +भरद्वा +भरद्वाज +भरद्वाजं +भरद्वाजंप्रति +भरद्वाजः +भरद्वाजदर्शनम् +भरद्वाजदृष्टा +भरद्वाजमहर्षिः +भरद्वाजमुनेः +भरद्वाजम् +भरद्वाजश्च +भरद्वाजस्तथा +भरद्वाजस्तु +भरद्वाजस्य +भरद्वाजस्यार्षं +भरद्वाजा +भरद्वाजाः +भरद्वाजाय +भरद्वाजाश्रमं +भरद्वाजाश्रमे +भरद्वाजे +भरद्वाजेन +भरद्वाजेषु +भरद्वाजो +भरद्वाजोऽथ +भरद्वाजोऽपि +भरद्वानः +भरध्वं +भरध्वं॒ +भरध्वम् +भरनभनलगैः +भरना +भरने +भरन् +भरन्त +भरन्तः +भरन्तम् +भरन्ति +भरन्ती +भरन्तीः +भरन्तु +भरन्ते +भरन्तो +भरन्धारयन् +भरन्नग्निं +भरन्न् +भरपूर +भरमा +भरमाणः +भरमाणस्य +भरमाणा +भरमाणाः +भरमाणो +भरमुरगपतौ +भरम् +भरसहं +भरसा +भरस्य +भरस्व +भरहूतये +भरहूतौ +भरा +भराः +भराति +भरात् +भराम +भरामः +भरामसि +भरामहे +भरामि +भराम्यहम् +भराय +भरासः +भरा॑ +भरा॑य +भरा॑य॒ +भरि +भरित +भरितं +भरिता +भरिताकारा +भरिते +भरिभ्रति +भरिभ्रत् +भरिमो +भरिष्यति +भरिष्यन्ती +भरिष्यामः +भरिष्यामि +भरी +भरीमभिः +भरी॑मभिः +भरुः +भरुच +भरुचमण्डल +भरुचमण्डलम् +भरुज +भरे +भरें +भरेण +भरेत +भरेति +भरेते +भरेत् +भरेत्य् +भरेभरे +भरेम +भरेमहि +भरेयं +भरेरत +भरेषु +भरेषुजाम् +भरेषुजाꣳ +भरेष्व् +भरेऽभरे +भरे॑ +भरे॑भरे +भरे॑षु +भरे॑षु॒ +भरे॑ऽभरे +भरैः +भरो +भरोस +भरौ +भर् +भर्ग +भर्गं +भर्गः +भर्गः॑ +भर्गयशसी +भर्गवः +भर्गश्च +भर्गस् +भर्गस्य +भर्गा +भर्गाख्यं +भर्गात् +भर्गाय +भर्गे +भर्गेण +भर्गेषु +भर्गो +भर्गो॑ +भर्जते +भर्जन +भर्जनं +भर्जनम् +भर्जनार्थे +भर्जने +भर्जयति +भर्जयित्वा +भर्जयेत् +भर्जितं +भर्जितम् +भर्जिता +भर्जिताः +भर्जितानि +भर्ज् +भर्ज्यं +भर्ज्यम् +भर्त +भर्तः +भर्तरि +भर्तवे +भर्तवै +भर्तव्यः +भर्तव्या +भर्तव्याः +भर्तव्यो +भर्तव्यौ +भर्ता +भर्ताज्ञापयति +भर्तापि +भर्तार +भर्तारं +भर्तारः +भर्तारमनुगच्छन्ती +भर्तारमपत्यं +भर्तारमपि +भर्तारमब्रवीत् +भर्तारमात्मसदृशं +भर्तारमासाद्य +भर्तारमिति +भर्तारमिदमब्रवीत् +भर्तारम् +भर्तारस्ते +भर्तारो +भर्तारौ +भर्ति +भर्ती +भर्तु +भर्तुं +भर्तुः +भर्तुम् +भर्तुरग्रे +भर्तुरत्र +भर्तुरनादृता +भर्तुरर्थे +भर्तुरवधीरणापरा +भर्तुराज्ञया +भर्तुराज्ञा +भर्तुराज्ञां +भर्तुराज्ञामादाय +भर्तुरिति +भर्तुरिष्टे +भर्तुरेनां +भर्तुरेव +भर्तुर् +भर्तुर्धनहरी +भर्तुर्न +भर्तुर्नित्यं +भर्तुर्निवेद्य +भर्तुर्बहुमता +भर्तुर्भाग्यं +भर्तुर्महात्मनः +भर्तुर्मित्रं +भर्तुर्मे +भर्तुर्या +भर्तुर्वाक्यं +भर्तुर्विज्ञाय +भर्तुर्विप्रकृतापि +भर्तुर्विप्रवासे +भर्तुश् +भर्तुश्च +भर्तुश्चैव +भर्तुस्ते +भर्तू +भर्तृ +भर्तृगृहं +भर्तृगृहे +भर्तृतः +भर्तृतत्परा +भर्तृत्वं +भर्तृत्वे +भर्तृत्वेन +भर्तृदर्शनलालसा +भर्तृदर्शनलालसाम् +भर्तृदामोदरेण +भर्तृदारक +भर्तृदारकः +भर्तृदारकस्य +भर्तृदारको +भर्तृदारिकया +भर्तृदारिका +भर्तृदारिकाया +भर्तृदारिकायाः +भर्तृदारिके +भर्तृदृढव्रता +भर्तृपिण्डस्य +भर्तृप्रत्ययलक्षणः +भर्तृभक्तया +भर्तृभक्तानां +भर्तृभिः +भर्तृभिक्षा +भर्तृभिश्चैव +भर्तृमतीं +भर्तृयज्ञ +भर्तृयज्ञं +भर्तृयज्ञेन +भर्तृयज्ञो +भर्तृरूपेण +भर्तृवचः +भर्तृवल्लभतया +भर्तृवाक्येन +भर्तृवियोगदुःखितां +भर्तृशुश्रूषणे +भर्तृषु +भर्तृसन्निधौ +भर्तृहरि +भर्तृहरिः +भर्तृहरिणा +भर्तृहरिरपि +भर्तृहरिसुभाशितम् +भर्तृहरिसुभाषितम् +भर्तृहरेः +भर्तृहरौ +भर्तृहिते +भर्तृहीना +भर्तॄणां +भर्तॄन् +भर्तेति +भर्तैव +भर्त् +भर्त्तः +भर्त्तरि +भर्त्तव्या +भर्त्ता +भर्त्तारं +भर्त्तारौ +भर्त्तु +भर्त्तुः +भर्त्तुरग्रतः +भर्त्तुराज्ञया +भर्त्तुरेव +भर्त्तृ +भर्त्तृहरिः +भर्त्तृहरिणा +भर्त्त्रा +भर्त्रा +भर्त्री +भर्त्रे +भर्त्स +भर्त्सन +भर्त्सनं +भर्त्सनदीप्त्योः +भर्त्सनम् +भर्त्सना +भर्त्सनां +भर्त्सनाश्च +भर्त्सने +भर्त्सयति +भर्त्सयतीत्यर्थः +भर्त्सयते +भर्त्सयन् +भर्त्सयन्ति +भर्त्सयन्निव +भर्त्सयामास +भर्त्सयित्वा +भर्त्सस्तर्ज्जनम् +भर्त्सितः +भर्त्सिता +भर्त्सितां +भर्त्सितो +भर्त्से +भर्त्स्यते +भर्त्स्यमाना +भर्त॑वे +भर्दावमदुर्योगशान्त्यध्यायः +भर्ना +भर्नु +भर्भ +भर्म +भर्मणि +भर्मणे +भर्म्म +भर्या +भर्व +भर्वति +भर्वन् +भर्ष्टा +भर्सने +भर॑ +भर॑त +भर॑ता +भर॑ताम् +भर॑ता॒मप॒ +भर॑ति +भर॑ते +भर॑ते॒ +भर॑त् +भर॑न्तः +भर॑न्ति +भर॑न्ती +भर॑न्तीः +भर॑न्तु॒ +भर॑न्त॒ +भर॑माणो॒ +भर॑म् +भर॒ +भल +भलं +भलते +भलन्दन +भला +भलाई +भलि +भली +भलीभांति +भले +भलो +भल्ल +भल्लं +भल्लः +भल्लकीय +भल्लटशतकम् +भल्लते +भल्लप्रक्षेपणक्रीडा +भल्लस्य +भल्ला +भल्लाक्ष +भल्लाट +भल्लाटं +भल्लाटः +भल्लाटश्च +भल्लाटाय +भल्लाटे +भल्लात +भल्लातं +भल्लातः +भल्लातक +भल्लातकं +भल्लातकः +भल्लातकफलं +भल्लातकफलम् +भल्लातकफलानि +भल्लातकम् +भल्लातकवृक्षः +भल्लातकवृक्षे +भल्लातकसहस्राणि +भल्लातकस्य +भल्लातकानां +भल्लातकानि +भल्लातकान् +भल्लातकास्थिसंस्थाना +भल्लातकी +भल्लातके +भल्लातकैः +भल्लान् +भल्लाभ्यां +भल्लायुधं +भल्ली +भल्लु +भल्लुकः +भल्लुकम् +भल्लुका +भल्लूक +भल्लूकं +भल्लूकः +भल्लूकाः +भल्लूके +भल्लूको +भल्लेन +भल्लैः +भल्लैश्च +भल्लैश्चिच्छेद +भल्लो +भव +भवं +भवंत +भवंतं +भवंतः +भवंति +भवंतीति +भवंतीह +भवंतु +भवंतो +भवंतौ +भवंत्यत्र +भवंत्येते +भवंत्येव +भवः +भवक्षये +भवखण्डन +भवगता +भवच +भवच्च +भवच्छब्दः +भवच्छब्दस्य +भवच्छिदं +भवच्छिदः +भवच्छिदे +भवजलं +भवज्जातकमन्वपृच्छन् +भवणं +भवत +भवतं +भवतं॒ +भवतः +भवतः॒ +भवतति +भवतमद्य +भवतमिति +भवतमिन्दवे +भवतम् +भवतश् +भवतश्च +भवतश्चात्र +भवतष्ठक्छसौ +भवतस् +भवतस्ततः +भवतस्तत्त्वं +भवतस्तत्र +भवतस्तथा +भवतस्तदा +भवतस्तव +भवतस्तु +भवतस्ते +भवतस्तेन +भवतस्तौ +भवता +भवतां +भवतात् +भवतात्र +भवतादिति +भवताद् +भवताद्य +भवताधुना +भवतानघ +भवतानुन्मुखा +भवतापं +भवतापहृता +भवतापहृत् +भवतापि +भवतामद्य +भवतामपि +भवतामर्थे +भवतामवोभिः +भवतामहम् +भवतामिति +भवतामित्यर्थः +भवतामिह 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+भवतीत्य् +भवतीत्साह +भवतीदं +भवतीनां +भवतीनि +भवतीन्द्रियं +भवतीन्द्रियम् +भवतीन्द्रियस्य +भवतीभिः +भवतीभिश्च +भवतीभ्यां +भवतीभ्यो +भवतीमहम् +भवतीमे +भवतीम् +भवतीयं +भवतीलाह +भवतील्यर्थ +भवतीव +भवतीश्वरः +भवतीश्वरस्यानीश्वरस्य +भवतीश्वरे +भवतीषु +भवतीष्टकालः +भवतीष्वष्टरसाश्रयो +भवतीह +भवती᳘ति +भवतु +भवतुः +भवतु॒ +भवते +भवतेः +भवतेति +भवतेत्यर्थः +भवतेदं +भवतेरः +भवतेरन्तर्भावितण्यर्थात् +भवतेरिता +भवतेर्धातोः +भवतेर्लुङि +भवतेर्लेटि +भवतेव +भवतेऽपि +भवतेि +भवतैव +भवतो +भवतोः +भवतोति +भवतोपि +भवतोर्देवदत्तः +भवतोऽज्ञानमेव +भवतोऽथ +भवतोऽनिच्छतोऽपि +भवतोऽपि +भवतोऽवरजां +भवतोऽस्ति +भवतौ +भवतौति +भवत् +भवत्कमपि +भवत्कीर्तयः +भवत्कृते +भवत्कृतेन +भवत्कृपया +भवत्ति +भवत्पक्षे +भवत्पक्षेऽपि +भवत्पदं +भवत्पदे +भवत्परा +भवत्पराः +भवत्पिता +भवत्पुत्राणां +भवत्पुत्राणामित्यनेन +भवत्पूर्वं +भवत्पूर्वया +भवत्प्रसादा +भवत्प्रसादात् +भवत्प्रापकं +भवत्प्रेरणयैव +भवत्य +भवत्यः +भवत्यग्निर्वै +भवत्यग्ने +भवत्यग्रे +भवत्यजः +भवत्यणुः +भवत्यत +भवत्यतः +भवत्यति +भवत्यतीसारो +भवत्यतो +भवत्यत्यागिनां +भवत्यत्र +भवत्यथ +भवत्यथाप्युदाहरन्ति +भवत्यथो +भवत्यद्य +भवत्यधिके +भवत्यध्यात्मं +भवत्यनिष्टादपि +भवत्यनेन +भवत्यनेनास्तु +भवत्यनेनेति +भवत्यन्तरङ्गतः +भवत्यन्धतामिस्रः +भवत्यन्नं +भवत्यन्नाद्यस्यावरुध्यै +भवत्यन्यतरस्यां +भवत्यन्यतरस्याम् +भवत्यन्यत्र +भवत्यन्यथा +भवत्यन्यस्य +भवत्यन्येषामधिपतिः +भवत्यपरं +भवत्यपाक्षीत् +भवत्यपि +भवत्यप्रयतो +भवत्यभावाय +भवत्यभीक्ष्णं +भवत्यभेदी +भवत्यमतं +भवत्यमावास्यायां +भवत्यमृतं +भवत्ययं +भवत्ययम् +भवत्यरोगः +भवत्यरोगो +भवत्यर्थः +भवत्यर्थे +भवत्यर्थो +भवत्यलं +भवत्यलम् +भवत्यव +भवत्यवज्ञा +भवत्यवश्यं +भवत्यवश्यम् +भवत्यविद्या +भवत्यश्च +भवत्यश्वस्यैव +भवत्यसङ्गो +भवत्यसम्वास्या +भवत्यसामान्या +भवत्यसौ +भवत्यस्माच्छारीरारादात्मनः +भवत्यस्मात् +भवत्यस्मादिति +भवत्यस्मिन् +भवत्यस्य +भवत्यहं +भवत्यहो +भवत्यह्नो +भवत्या +भवत्यां +भवत्याः +भवत्यागस्त्य +भवत्याङ्गिरस +भवत्याजिजित्यायै +भवत्याजीवनं +भवत्यात्मनस्तु +भवत्यात्मना +भवत्यात्मशब्दः +भवत्यात्मा +भवत्याम् +भवत्यायतनं +भवत्याशु +भवत्युचितः +भवत्युत +भवत्युत्थानयोग्यं +भवत्युत्पत्स्यति 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+भवन्तोऽद्य +भवन्तोऽपि +भवन्तोऽस्य +भवन्तौ +भवन्तौति +भवन्त्य +भवन्त्यंशाः +भवन्त्यः +भवन्त्यत +भवन्त्यतः +भवन्त्यतितरां +भवन्त्यतो +भवन्त्यत्र +भवन्त्यथ +भवन्त्यथेतरे +भवन्त्यद्भुताः +भवन्त्यनिलवेदनाः +भवन्त्यन्तो +भवन्त्यन्ये +भवन्त्यपि +भवन्त्यपेयाः +भवन्त्यभिमुखाः +भवन्त्यभिहितानि +भवन्त्यमी +भवन्त्यर्थे +भवन्त्यव्यभिचारिण्यो +भवन्त्यशक्तिश्च +भवन्त्यष्टौ +भवन्त्यस्य +भवन्त्यह्नो +भवन्त्या +भवन्त्याण्डजं +भवन्त्यात्मनस्तु +भवन्त्यादियुगागमे +भवन्त्यापश्च +भवन्त्यापो +भवन्त्यायुष्मत्पुरुषाणि +भवन्त्युत +भवन्त्युत्तरवादिनः +भवन्त्युपेक्षया +भवन्त्यूर्ध्वा +भवन्त्येके +भवन्त्येता +भवन्त्येताः +भवन्त्येतानि +भवन्त्येते +भवन्त्येव +भवन्त्येवं +भवन्त्येवंविधा +भवन्त्येवेति +भवन्त्येषां +भवन्त्यो +भवन्त्य् +भवन्त्वद्य +भवन्त्वप +भवन्त्विति +भवन्त्वित्यर्थः +भवन्त्विन्द्राग्निभ्यामव +भवन्त्विह +भवन्त्व् +भवन्त्व॒ग्नय॒ +भवन्न +भवन्नपि +भवन्नाम्ना +भवन्निति +भवन्निषेवा +भवन्नेव +भवन्मते +भवन्मतेऽपि +भवन्मध्यं +भवन्मनः +भवन्माया +भवन्मुखस्पृशी +भवन्मुखस्य +भवन्मुखात् +भवन्मुखेन +भवन्येते +भवन्विति +भवन्‌ +भवपत्नी +भवपारं +भवपूर्वपत्नी +भवप्रकाशिक +भवप्रकाशिका +भवप्रत्यय +भवप्रत्ययः +भवप्रत्ययश्च +भवप्रत्यया +भवप्रत्ययो +भवप्रसादेन +भवप्रिया +भवबंधनात् +भवबन्धनात् +भवबन्धविमुक्तये +भवभयं +भवभीतानां +भवभूति +भवभूतिः +भवभूतिना +भवभूतिराह +भवभूते +भवभूतेः +भवभूमिषु +भवभेदने +भवमये +भवमरुभूमौ +भवमास्यं +भवमिति +भवमित्यर्थः +भवमुक्तये +भवम् +भवर +भवरोगिणाम् +भवलयस्य +भवलयस्यापि +भवलये +भवलाभलोभसत्कारपराङ्मुखः +भवलाभलोभसत्कारपराङ्मुखा +भवल्लब्धवरोदीर्णस्तारकाख्यो +भववत् +भववल्लभा +भववि +भवविति +भववित्यर्थः +भवश्च +भवश्चैव +भवष्यति +भवसंततिः +भवसहस्रसुदुर्लभदर्शन +भवसागर +भवसागरं +भवसागरः +भवसागरम् +भवसागरस्य +भवसागरात् +भवसागरे +भवसि +भवसि॒ +भवसीति +भवसीत्यर्थः +भवसुखे +भवस्तत्र +भवस्तथा +भवस्तदा +भवस्तस्य +भवस्तु +भवस्थितौ +भवस्य +भवस्यपि +भवस्याग्रे +भवस्यापि +भवस्यामिततेजसः +भवस्यायतनं +भवस्येव +भवस्व +भवस्वामी +भवस्विति +भवऽ +भवा +भवां +भवांत +भवांतरे +भवांश्च +भवांश्चिनोति +भवांश्चैव +भवांस् +भवांस्तत्र +भवांस्तथा +भवांस्तरति +भवांस्तु +भवांस्तेन +भवांस्त्वं +भवाः +भवाग्रे +भवाचारं +भवाचिरम् +भवाच्च +भवाच्युत +भवात +भवाति +भवाते +भवात् +भवात्र +भवाथ +भवाथः +भवादि +भवादिति +भवादुद्धर +भवादृक् +भवादृशं +भवादृशः +भवादृशम् +भवादृशा +भवादृशां +भवादृशाः +भवादृशानां +भवादृशानि +भवादृशाम् +भवादृशी +भवादृशे +भवादृशेषु +भवादृशैः +भवादृशैर्लक्ष्यते +भवादृशो +भवादौ +भवाद् +भवाद्य +भवाद्यर्थे +भवाधुना +भवाध्वचारिणः +भवाध्वनि +भवान +भवानः +भवानघ +भवानत्र +भवानद्य +भवानन्दस्य +भवानपि +भवानर्हति +भवानस्तु +भवानस्य +भवानहं +भवानां +भवानाज्ञापयति +भवानास्ते +भवानाह +भवानि +भवानिति +भवानित्यर्थः +भवानित्याह +भवानिदं +भवानिन्द्रो +भवानिव +भवानिह +भवानी +भवानीं +भवानीति +भवानीदयितः +भवानीदेवी +भवानीपतिं +भवानीपतिः +भवानीपुरम् +भवानीम् +भवानीश +भवानीशङ्करौ +भवानुग्ररूपः +भवानुग्ररूपो +भवानृक्षरा +भवानृक्ष॒रा +भवानेकनराधिपः +भवानेको +भवानेव +भवानेवं +भवानेवम् +भवानोंतत्सदोमित्यदः +भवान् +भवान्कस्य +भवान्किं +भवान्को +भवान्खलु +भवान्त +भवान्तरे +भवान्तरेषु +भवान्तरेऽपि +भवान्ति +भवान्न +भवान्नः +भवान्नारायणो +भवान्नित्यं +भवान्परः +भवान्प्रभो +भवान्भव +भवान्भीष्मश्च +भवान्भुवि +भवान्मतः +भवान्मन्यते +भवान्मम +भवान्मया +भवान्मे +भवान्यतः +भवान्यदि +भवान्यष्टकम् +भवान्या +भवान्यां +भवान्याः +भवान्याश्च +भवान्यै +भवान्राजा +भवान्वक्ष्यतीति +भवान्वृषलं +भवान्वेत्ति +भवान्वै +भवान्स +भवान्सदा +भवान्हि +भवान्ऽ +भवान्‌ +भवापहम् +भवाप्ययाविति +भवाप्ययौ +भवाप्यायौ +भवाब्धिं +भवाब्धितरणे +भवाब्धेः +भवाब्धौ +भवाभवे +भवाभवौ +भवाम +भवामः +भवामहे +भवामि +भवामीति +भवामीत्यर्थः +भवामीत्याह +भवामीह +भवामेति +भवामो +भवामोऽत्र +भवाम् +भवाम्बिके +भवाम्बुधिम् +भवाम्बुधेः +भवाम्बुधौ +भवाम्बुराशौ +भवाम्भोधिं +भवाम्भोधौ +भवाम्यत्र +भवाम्यद्य +भवाम्यस्य +भवाम्यहं +भवाम्यहम् +भवाम्येव +भवाम्येष +भवाय +भवायास्तु +भवायास्य +भवारण्ये +भवारुद्रौ +भवार्जुन +भवार्णवं +भवार्णवः +भवार्णवतरणे +भवार्णवम् +भवार्णवात् +भवार्णवे +भवार्तिशमनं +भवार्थं +भवार्थिना +भवार्थे +भवालये +भवाव +भवावः +भवाशर्वौ +भवाशवौ +भवाश्च +भवासि +भवास्तु +भवास्यूतिभिः +भवाहि +भवाही +भवाऽत्र +भवा॑ +भवा॑ति +भवा॑ति॒ +भवा॒ +भवि +भविंतु +भविः +भविअ +भविक +भविकं +भविकम् +भवित +भवितं +भवितरि +भवितव्य +भवितव्यं 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+भविष्यच्छ्रयताꣳ +भविष्यञ्च +भविष्यत +भविष्यतः +भविष्यतश्च +भविष्यतस्तस्य +भविष्यता +भविष्यतां +भविष्यताम् +भविष्यति +भविष्यती +भविष्यतीति +भविष्यतीत्यत +भविष्यतीत्यत्राह +भविष्यतीत्यदोषः +भविष्यतीत्यभिप्रायः +भविष्यतीत्यभिप्रायेणाह +भविष्यतीत्यर्थः +भविष्यतीत्याप +भविष्यतीत्याशङ्क्य +भविष्यतीत्याशङ्क्याह +भविष्यतीत्याह +भविष्यतीत्युक्त्वा +भविष्यतीत्युच्यते +भविष्यतीत्येव +भविष्यतीत्येवं +भविष्यतीत्य् +भविष्यतीदं +भविष्यतीह +भविष्यते +भविष्यतेि +भविष्यतो +भविष्यत् +भविष्यत्काल +भविष्यत्कालः +भविष्यत्कालता +भविष्यत्कालस्य +भविष्यत्काले +भविष्यत्ता +भविष्यत्त्वं +भविष्यत्पुराणे +भविष्यत्यचिरेण +भविष्यत्यत +भविष्यत्यत्र +भविष्यत्यथ +भविष्यत्यद्य +भविष्यत्यन्यथा +भविष्यत्यपि +भविष्यत्यमृतं +भविष्यत्यर्थे +भविष्यत्यसौ +भविष्यत्यस्य +भविष्यत्येव +भविष्यत्येवेति +भविष्यत्येष +भविष्यत्य् +भविष्यत्वद्योतको +भविष्यत्सु +भविष्यत्स्वर्गफलेन +भविष्यथ +भविष्यथः +भविष्यथेति +भविष्यदपि +भविष्यदर्थे +भविष्यदिति +भविष्यदुत्तरं +भविष्यद् +भविष्यद्वा +भविष्यद्वाक्यं +भविष्यद्वाक्यम् +भविष्यद्वादिनः +भविष्यद्वादिनां +भविष्यद्वादिनो +भविष्यद्वादी +भविष्यद्वृत्तिरिति +भविष्यध्वं +भविष्यन् +भविष्यन्तं +भविष्यन्ति +भविष्यन्ती +भविष्यन्तीति +भविष्यन्तीत्यत +भविष्यन्तीत्यर्थः +भविष्यन्तीह +भविष्यन्तो +भविष्यन्त्याः +भविष्यन्त्येव +भविष्यपर्व +भविष्यपर्वणि +भविष्यपर्व्वणि +भविष्यपु +भविष्यपुराण +भविष्यपुराणम् +भविष्यपुराणे +भविष्यमहापुराणम् +भविष्यमाणाः +भविष्यम् +भविष्यवाणी +भविष्यवाणीं +भविष्यश्च +भविष्यसि +भविष्यसीति +भविष्यसीत्यभिप्रायः +भविष्यसीत्यर्थः +भविष्यसीत्येनमाह +भविष्यसे +भविष्यस्तु +भविष्यस्य +भविष्या +भविष्यांश्च +भविष्याः +भविष्याणां +भविष्याणि +भविष्यात +भविष्याम +भविष्यामः +भविष्यामस्तव +भविष्यामि +भविष्यामीति +भविष्यामीत्य् +भविष्यामो +भविष्याम्यनागतेऽध्वनि +भविष्याम्यहं +भविष्यावः +भविष्यावो +भविष्याश्च +भविष्ये +भविष्येते +भविष्येषु +भविष्येऽपि +भविष्यैः +भविष्यो +भविष्योक्तम् +भविष्योत्तरपुराणम् +भविष्योत्तरपुराणे +भविष्योत्तरे +भविष्योत्तरेऽपि +भविष्योत्तरोक्तम् +भविस्यति +भविस्सं +भविस्सदि +भवी +भवीयसा +भवृत्तं +भवृत्ते +भवे +भवेंसुः +भवेः +भवेच +भवेच् +भवेच्च +भवेच्चक्रं +भवेच्चात्र +भवेच्चापं +भवेच्चापि +भवेच्चित्रं +भवेच्चिरम् +भवेच्चेत् +भवेच्चेष्टा +भवेच्चैव +भवेच्छक्तिः +भवेच्छत्रा +भवेच्छन्दो +भवेच्छब्दो +भवेच्छाला +भवेच्छिरः +भवेच्छिव +भवेच्छिवः +भवेच्छीघ्रं +भवेच्छुचि +भवेच्छुचिः +भवेच्छुद्धः +भवेच्छुद्धो +भवेच्छुभम् +भवेच्छूद्रः +भवेच्छूद्रो +भवेच्छेदः +भवेच्छैत्यं +भवेच्छोषः +भवेच्छौचं +भवेच्छ्राद्धं +भवेच्छ्रेयः +भवेज् +भवेज्जगत् +भवेज्जङ्घा +भवेज्जनः +भवेज्जन्तुः +भवेज्जन्म +भवेज्जन्मनि +भवेज्जन्मनिजन्मनि +भवेज्जन्मान्तरे +भवेज्जातु +भवेज्जातो +भवेज्जिह्वा +भवेज्ज्ञानं +भवेज्ज्वरः +भवेत +भवेतं +भवेतदा +भवेतम् +भवेता +भवेतां +भवेतामिति +भवेताम् +भवेति +भवेतिति +भवेतु +भवेतू +भवेते +भवेत् +भवेत्कचित् +भवेत्कण्ठे +भवेत्कथं +भवेत्कथम् +भवेत्कन्या +भवेत्कर्म +भवेत्कवित्वं +भवेत्कस्यचिदाशङ्का +भवेत्कार्यं +भवेत्काले +भवेत्किं +भवेत्किल +भवेत्केन +भवेत्को +भवेत्क्रमात् +भवेत्क्रिया +भवेत्क्वचित् +भवेत्क्वापि +भवेत्क्षणात् +भवेत्क्षयः +भवेत्खलु +भवेत्त +भवेत्तं +भवेत्तच्च +भवेत्तत +भवेत्ततः +भवेत्ततो +भवेत्तत् +भवेत्तत्तु +भवेत्तत्र +भवेत्तथा +भवेत्तदा +भवेत्तदेव +भवेत्तद्धि +भवेत्तन्मे +भवेत्तर्हि +भवेत्तव +भवेत्तस्मात् +भवेत्तस्मिन् +भवेत्तस्य +भवेत्तस्या +भवेत्तस्याः +भवेत्तां +भवेत्तात +भवेत्तावत् +भवेत्तासां +भवेत्तिथिः +भवेत्तु +भवेत्तृप्तिः +भवेत्तृष्णा +भवेत्ते +भवेत्तेन +भवेत्तेषां +भवेत्तोदो +भवेत्पात्रं +भवेत्पापं +भवेत्पिता +भवेत्पीडा +भवेत्पुंसां +भवेत्पुण्यं +भवेत्पुत्रः +भवेत्पुत्रो +भवेत्पुनः +भवेत्पुमान् +भवेत्पूज्यो +भवेत्पूतः +भवेत्पूतो +भवेत्पूर्णं +भवेत्पूर्वं +भवेत्पूर्वा +भवेत्पृथ्वी +भवेत्प्रभो +भवेत्प्राणः +भवेत्प्रिये +भवेत्फलम् +भवेत्यभिप्रायः +भवेत्यर्थः +भवेत्याह +भवेत्युक्त्वा +भवेत्य् +भवेत्र +भवेत्षष्ठी +भवेत्स +भवेत्संध्या +भवेत्सः +भवेत्सत्त्वं +भवेत्सत्यं +भवेत्सदा +भवेत्सद्यो +भवेत्सर्वं +भवेत्सर्वा +भवेत्सा +भवेत्सिद्धं +भवेत्सिद्धकवचो +भवेत्सिद्धम् +भवेत्सिद्धिः +भवेत्सिद्धो +भवेत्सुखम् +भवेत्सुखी +भवेत्सुतः +भवेत्सूतो +भवेत्सैव +भवेत्सोपि +भवेत्सोऽपि +भवेत्सौख्यं +भवेत्स्त्रीणां +भवेत्स्नानं +भवेत्स्फुटम् +भवेत्स्वयम् +भवेत्स्वर्णं +भवेत्ऽ +भवेत्‌ +भवेथा +भवेथाः +भवेथ् +भवेद +भवेदग्निः +भवेदग्निकुमारकः +भवेदग्रं +भवेदङ्कः +भवेदङ्गमेभिस्तवेति +भवेदङ्गी +भवेदत +भवेदतः +भवेदतिथींश्च +भवेदतो +भवेदत्र +भवेदथ +भवेदद्य +भवेदनन्तस्य +भवेदनर्थः +भवेदनु +भवेदनेन +भवेदन्ते +भवेदन्धः +भवेदन्नं +भवेदन्यः +भवेदन्यथा +भवेदन्वयकल्पना +भवेदपि +भवेदभावो +भवेदभिनयोऽवस्थानुकारः +भवेदयं +भवेदयम् +भवेदवन्ती +भवेदश्वस्तनिक +भवेदसाध्यः +भवेदसौ +भवेदस्मिन् +भवेदस्य +भवेदस्यां +भवेदात्मा +भवेदादौ +भवेदायुः +भवेदावृत्तिदीपकम् +भवेदाशु +भवेदि +भवेदिच्छा +भवेदितरथा +भवेदिति +भवेदित्यत +भवेदित्यत्र +भवेदित्यन्वयः +भवेदित्यपि +भवेदित्यभिप्रायः +भवेदित्यर्थ +भवेदित्यर्थः +भवेदित्यस्वरसादाह +भवेदित्याह +भवेदित्युपदिश्यते +भवेदित्युपनिषत् +भवेदिदं +भवेदिदम् +भवेदियं +भवेदियम् +भवेदिष्टं +भवेदिष्टफलं +भवेदिह +भवेदीशो +भवेदुग्ररुजोऽतिमात्रम् +भवेदुद्दीपनं +भवेदुपमितौ +भवेदुभयोः +भवेदुष्णं +भवेदू +भवेदूर्ध्वं +भवेदृषिः +भवेदे +भवेदेकं +भवेदेका +भवेदेकादशी +भवेदेको +भवेदेतत् +भवेदेतदेवं +भवेदेतद् +भवेदेतद्यद्यत्र +भवेदेतस्य +भवेदेव +भवेदेवं +भवेदेवम् +भवेदेवेति +भवेदेष +भवेदेषा +भवेदेषां +भवेद् +भवेद्गन्धो +भवेद्गर्भो +भवेद्गात्रं +भवेद्गिरिरिहोत्तमः +भवेद्गीतं +भवेद्गुरुः +भवेद्गृही +भवेद्गोप्ता +भवेद्गौरी +भवेद्घण्टा +भवेद्दण्डः +भवेद्दण्डकः +भवेद्दण्ड्यो +भवेद्दत्तं +भवेद्दत्ता +भवेद्दमः +भवेद्दासी +भवेद्दिव्यं +भवेद्दीक्षा +भवेद्दीर्घा +भवेद्दुःखं +भवेद्दृढम् +भवेद्देयं +भवेद्देयो +भवेद्देव +भवेद्देवि +भवेद्देवी +भवेद्देवो +भवेद्देहे +भवेद्दोषः +भवेद्दोषो +भवेद्द्रव्यं +भवेद्द्रोणः +भवेद्द्विज +भवेद्द्विजः +भवेद्द्विधा +भवेद्धनम् +भवेद्धरिः +भवेद्धरेः +भवेद्धर्मः +भवेद्धर्मो +भवेद्धवम् +भवेद्धि +भवेद्धृदि +भवेद्ध्रुवं +भवेद्ध्रुवम् +भवेद्बली +भवेद्बहु +भवेद्बाधा +भवेद्बुद्धः +भवेद्बुधः +भवेद्ब्रह्मा +भवेद्भक्तिः +भवेद्भयम् +भवेद्भर्ता +भवेद्भवः +भवेद्भवम् +भवेद्भस्म +भवेद्भारते +भवेद्भार्या +भवेद्भिक्षा +भवेद्भुवम् +भवेद्भुवि +भवेद्भूमिः +भवेद्भूमौ +भवेद्य +भवेद्यः +भवेद्यच्च +भवेद्यतः +भवेद्यतिः +भवेद्यत् +भवेद्यत्तु +भवेद्यत्र +भवेद्यथा +भवेद्यदा +भवेद्यदि +भवेद्यद्वा +भवेद्यस्तु +भवेद्यस्मात् +भवेद्यस्मिन् +भवेद्यस्य +भवेद्या +भवेद्यावत् +भवेद्युगपदुत्थिता +भवेद्युद्धं +भवेद्येन +भवेद्येषां +भवेद्यो +भवेद्योगी +भवेद्योगो +भवेद्र +भवेद्रक्तं +भवेद्रमे +भवेद्रसः +भवेद्रागो +भवेद्राजन् +भवेद्राजवल्लभः +भवेद्राजा +भवेद्राज्ञः +भवेद्राज्ञा +भवेद्राज्ञो +भवेद्राज्यं +भवेद्राम +भवेद्राशिर्भगणो +भवेद्रुद्रो +भवेद्रूपं +भवेद्रेखा +भवेद्रो +भवेद्रोगः +भवेद्रोगी +भवेद्रोगो +भवेद्रौप्यं +भवेद्वक्ता +भवेद्वक्तुं +भवेद्वधः +भवेद्वन्ध्या +भवेद्वर्षं +भवेद्वश्यः +भवेद्वस्तु +भवेद्वा +भवेद्वाक्यं +भवेद्वापि +भवेद्वासः +भवेद्वि +भवेद्विकारः +भवेद्विजः +भवेद्विद्या +भवेद्विधिः +भवेद्विप्र +भवेद्विप्रः +भवेद्विप्रस्त्रिभिः +भवेद्विप्रा +भवेद्विप्रो +भवेद्विभक्तानां +भवेद्विश्वं +भवेद्वीथी +भवेद्वीर +भवेद्वीरो +भवेद्वृत्तं +भवेद्वेदी +भवेद्वै +भवेद्वैश्यः +भवेद्वैश्यो +भवेद्व्याधिः +भवेद्व्याधिस्ततश्चोर्ध्वं +भवेद्व्रती +भवेद्‌ +भवेद्‌ध्रुवम् +भवेन +भवेन् +भवेन्न +भवेन्नः +भवेन्ननु +भवेन्नभजरैः +भवेन्नर +भवेन्नरः +भवेन्नरस्य +भवेन्नराणां +भवेन्नरो +भवेन्नहि +भवेन्ना +भवेन्नाडी +भवेन्नात्र +भवेन्नापि +भवेन्नाम +भवेन्नारी +भवेन्नाशः +भवेन्नास्त्यत्र +भवेन्नित्यं +भवेन्नित्यमशक्तौ +भवेन्निशि +भवेन्नूनं +भवेन्नृणां +भवेन्नृणाम् +भवेन्नृप +भवेन्नृपः +भवेन्नॄणां +भवेन्नेता +भवेन्नेत्रं +भवेन्नेमे +भवेन्नैव +भवेन्नो +भवेन्नौ +भवेन्मतिः +भवेन्मध्ये +भवेन्मनः +भवेन्मनुः +भवेन्मनुष्यः +भवेन्मनुष्यो +भवेन्मन्त्रः +भवेन्मन्त्री +भवेन्मन्त्रो +भवेन्मम +भवेन्मया +भवेन्मयि +भवेन्मर्त्यः +भवेन्मर्त्यो +भवेन्मह्यं +भवेन्माता +भवेन्मात्रा +भवेन्मानं +भवेन्मानवश्च +भवेन्मासः +भवेन्मित्रं +भवेन्मित्रः +भवेन्मिथ्या +भवेन्मुक्तिः +भवेन्मुक्तो +भवेन्मुद्रा +भवेन्मुनिः +भवेन्मुने +भवेन्मूर्च्छा +भवेन्मूलं +भवेन्मृत्युः +भवेन्मे +भवेन्मेऽत्र +भवेन्मोक्ष +भवेन्मोक्षः +भवेन्मोक्षो +भवेन्मोहो +भवेभवे +भवेभ्यः +भवेम +भवेमेति +भवेमेत्यर्थः +भवेय +भवेयं +भवेयमहमेवार्कः +भवेयमिति +भवेयमित्यर्थः +भवेयमुपजीव्योऽहं +भवेयम् +भवेया +भवेयु +भवेयुः +भवेयुरनुत्तरायां +भवेयुरिति +भवेयुरित्यर्थः +भवेयुरित्याह +भवेयुरित्युपदिश्यते +भवेयुरेव +भवेयुर् +भवेयुर्दोषवर्जिताः +भवेयुर्न +भवेयुर्नात्र +भवेयुर्भुवि +भवेयुर्यदि +भवेयुर्ये +भवेयुर्वै +भवेयुश्च +भवेयुस्ततः +भवेयुस्तथा +भवेयुस्तदा +भवेयुस्तर्हि +भवेयुस्तस्य +भवेयुस्ता +भवेयुस्ते +भवेयुस्तेऽपि +भवेरिति +भवेल्लाभो +भवेल्लिंगं +भवेल्लिङ्गं +भवेल्लेख्यं +भवेल्लोके +भवेल्लोको +भवेव +भवेश्वरः +भवेश्वरम् +भवेषु +भवेसि +भवेस्त्वं +भवेह +भवेऽत्र +भवेऽपि +भवेऽर्थे +भवेऽस्मिन् +भवे॑म +भवै +भवैः +भवो +भवोती +भवोदधेः +भवोद्भव +भवोद्भवं +भवोद्भवः +भवोद्भवम् +भवोद्भवाय +भवोपि +भवोर्ध्वा +भवोऽभावो +भवोऽविद्या +भवौ +भव् +भव्ति +भव्य +भव्यं +भव्यं॑ +भव्यः +भव्यगेय +भव्यगेयप्रवचनीयोपस्थानीयजन्याप्लाव्यापात्या +भव्यता +भव्यताम् +भव्यत्वादनभिभूतबुद्धिसत्त्वेन +भव्यमन्दिरं +भव्यमिति +भव्यम् +भव्यरूपेण +भव्यस्य +भव्या +भव्यां +भव्यांश्च +भव्याः +भव्याच्च +भव्यानां +भव्यानि +भव्यान् +भव्याय +भव्यायोपदिश्यते +भव्याश्च +भव्ये +भव्येति +भव्येन +भव्यैः +भव्यो +भव्य॑म् +भव॑ +भव॑त +भव॑तं +भव॑तः +भव॑तम् +भव॑ता +भव॑ति +भव॑ति॒ +भव॑त्या॒त्मना +भव॑त्या॒त्मना॒ +भव॑त्ये॒व +भव॑थः +भव॑न् +भव॑न्ति +भव॑न्ति॒ +भव॑न्तु +भव॒ +भव॒त्विंद्र॑ +भव॒त्विन्द्र॑ +भशे +भश्च +भश्चान्तादेशः +भश्टके +भष +भषकः +भषट्कं +भषणं +भषणे +भषति +भषन्ति +भषा +भषि +भषे +भष् +भष्भाव +भष्भावः +भष्भावे +भष्ये +भस +भसंज्ञं +भसंज्ञक +भसंज्ञया +भसंज्ञा +भसंज्ञायां +भसंज्ञायाः +भसंज्ञायाम् +भसः +भसञ्ज्ञा +भसत् +भसद्यं +भसा +भसि +भसित +भसितं +भसिता +भसितेन +भसीन +भसे +भस् +भस्त्र +भस्त्रका +भस्त्रफला +भस्त्रया +भस्त्रा +भस्त्रां +भस्त्राख्यं +भस्त्राभ्यां +भस्त्रिकः +भस्त्रिका +भस्त्रिकी +भस्त्रेव +भस्त्रैषा +भस्थ +भस्म +भस्मं +भस्मकं +भस्मकूटस्य +भस्मकूटे +भस्मगन्धा +भस्मगन्धिनी +भस्मगर्भा +भस्मगुण्ठनम् +भस्मच्छन्नमिवानलम् +भस्मच्छन्नो +भस्मजाबालोपनिषत् +भस्मज्योतिरिति +भस्मतः +भस्मता +भस्मतां +भस्मताम् +भस्मतो +भस्मत्रिपुण्ड्रेण +भस्मत्वं +भस्मदिग्धो +भस्मधारणं +भस्मन +भस्मनः +भस्मना +भस्मनां +भस्मनाऽरणी +भस्मनि +भस्मनिष्ठ +भस्मनिष्ठस्य +भस्मनीव +भस्मनैव +भस्मनो +भस्मनोद्धूलनं +भस्मन् +भस्मन्यपि +भस्मन्येव +भस्मप्रहरणो +भस्मभिः +भस्ममाहात्म्यं +भस्ममिश्रानङ्गारान्निरूह्य +भस्ममुष्टिं +भस्मराशिं +भस्मराशौ +भस्मरुद्रा +भस्मशायी +भस्मसमं +भस्मसा +भस्मसाच्च +भस्मसात् +भस्मसात्कर्तुं +भस्मसात्कुरु +भस्मसात्कुरुते +भस्मसात्कुरुतेऽर्जुन +भस्मसात्कृतः +भस्मसात्कृताः +भस्मसात्कृत्वा +भस्मसादभवत्क्षणात् +भस्मसादभूत् +भस्मसाद् +भस्मसाद्भवेत् +भस्मसाद्भूतं +भस्मसाद्भूते +भस्मसु +भस्मसूतं +भस्मसूतकः +भस्मस्नानं +भस्मस्नानविशुद्धात्मा +भस्मस्नानेन +भस्मस्नायी +भस्महुतं +भस्मा +भस्माङ्गं +भस्मादिना +भस्माद्भिः +भस्मानि +भस्मान्तं +भस्मान्ते +भस्मापि +भस्मापोह्य +भस्मावशेषं +भस्मास्थि +भस्मास्य् +भस्मितः +भस्मी +भस्मीकरणम् +भस्मीकरणे +भस्मीकरिष्यतः +भस्मीकरिष्यति +भस्मीकरोति +भस्मीकरोमि +भस्मीकर्तुं +भस्मीकुरु +भस्मीकुर्वन्ति +भस्मीकृतं +भस्मीकृतः +भस्मीकृता +भस्मीकृते +भस्मीकृतो +भस्मीकृत्य +भस्मीचकार +भस्मीभवति +भस्मीभवतु +भस्मीभवन्ति +भस्मीभविष्यति +भस्मीभावं +भस्मीभावः +भस्मीभूत +भस्मीभूतं +भस्मीभूतः +भस्मीभूतस्य +भस्मीभूता +भस्मीभूतां +भस्मीभूतानि +भस्मीभूते +भस्मीभूतो +भस्मेति +भस्मेव +भस्मेश्वरो +भस्मैतत् +भस्मैव +भस्मो +भस्मोदकप्रतीकाशं +भस्मोद्धूलितविग्रहः +भस्मोद्धूलितविग्रहाः +भस्मोद्धूलितसर्वाङ्गं +भस्म॑ना +भस्य +भस्याढे +भस्याऽढे +भस्येति +भस्येत्यधिकृतम् +भस्रादिभ्यः +भह +भहाराज +भा +भाँ +भाँड +भाँति +भां +भांडं +भांडानां +भांडानि +भांडीरवने +भांडीरे +भांडे +भांति +भांश +भांशा +भांशाः +भांशे +भांशै +भांशैः +भाः +भाअणं +भाआमि +भाआहि +भाइ +भाइः +भाइयों +भाई +भाईकाका +भाऊसाहेब +भाऋजीकः +भाऋजीको +भाकः +भाकर +भाका +भाक् +भाक्त +भाक्तं +भाक्तः +भाक्तत्वं +भाक्तत्वात् +भाक्तमाहुस्तमन्ये +भाक्तमेव +भाक्तम् +भाक्तो +भाक्त्वम् +भाखतः +भाग +भागँ +भागं +भागः +भागकम् +भागकर्मणी +भागकलाः +भागकल्पना +भागकल्पनेति +भागग्रहणं +भागग्रहणम् +भागग्रहणाय +भागग्राहिणः +भागचतुष्टयं +भागचतुष्टयम् +भागत +भागतः +भागता +भागते +भागतो +भागत्रयं +भागत्रये +भागत्रयेण +भागत्वेन +भागदा +भागदुघम् +भागदुघस्य +भागद्वयं +भागद्वयम् +भागद्वये +भागद्वयेन +भागधा +भागधारकाणां +भागधे +भागधेय +भागधेयं +भागधेयः +भागधेयम् +भागधेयानि +भागधेयी +भागधेयीः +भागधेये +भागधेयेन +भागधेयेनैवैनं +भागधेयेनैवैनम्̇ +भागधेयेनैवैनाञ् +भागधेयेनैवैनान् +भागधेयेनैवैनौ +भागधेयेनैवैनꣳ +भागधेयेनोप +भागधेयेनोपधावति +भागधेयेनोपसृतः +भागधेयेनोपासरत् +भागधेयेषु +भागना +भागने +भागपादेन +भागभेदः +भागमकल्पयत् +भागमण्डलम् +भागमधारयन्विश्वाः +भागमवेक्षते +भागमा +भागमादाय +भागमानं +भागमानतः +भागमानेन +भागमायुषः +भागमिति +भागमिव +भागमिष्यते +भागमुच्छ्रितम् +भागमें +भागमेकं +भागमेकेन +भागमेकेभ्यः +भागमेकैकं +भागमेतं +भागमेतु +भागमेव +भागमेवं +भागम् +भागया +भागयुग्ममरिचेन +भागयोः +भागरूपनामभ्यो +भागरूपा +भागलक्षणया +भागलक्षणा +भागलपुर +भागलपुरमण्डलम् +भागलपुरम् +भागलब्धम् +भागलिः +भागवत +भागवतं +भागवतः +भागवततात्पर्यनिर्णयः +भागवतपुराण +भागवतपुराणम् +भागवतपुराणस्य +भागवतपुराणे +भागवतप्रधानः +भागवतमाहात्म्यम् +भागवतमाहात्म्ये +भागवतम् +भागवतरु +भागवतवाक्यात् +भागवतसम्प्रदायस्य +भागवतस्य +भागवतस्स्मृतः +भागवता +भागवताः +भागवतात् +भागवतादौ +भागवतानां +भागवतानुसारेण +भागवतान् +भागवती +भागवतीं +भागवते +भागवतेन +भागवतेषु +भागवतेऽपि +भागवतैः +भागवतो +भागवतोक्तेः +भागवतोत्तम +भागवतोत्तमः +भागवतोत्तमम् +भागवतोत्तमाः +भागवत् +भागवान् +भागवित्तिकः +भागविशेषः +भागवृत्ति +भागवृत्तिः +भागवृत्तेः +भागवृत्तौ +भागवृद्ध्या +भागश +भागशः +भागशो +भागशोऽनूद्य +भागश्च +भागस् +भागस्तं +भागस्तथा +भागस्तपसा +भागस्तु +भागस्तेषां +भागस्य +भागस्यार्धेन +भागहर +भागहरः +भागहरणे +भागहरा +भागहराः +भागहार +भागहारः +भागहारस्थाने +भागहाराः +भागहारिणः +भागहारे +भागहारेण +भागहारो +भागहीनं +भागऽधेयम् +भागा +भागां +भागांश् +भागांश्च +भागांस्त्रीन् +भागाः +भागात् +भागात्मक +भागात्मकं +भागात्मिका +भागादि +भागादिकं +भागाद् +भागाद्यच्च +भागानां +भागानाम् +भागानि +भागान् +भागान्तरे +भागाभ्यां +भागाय +भागार्थं +भागार्थिनो +भागार्थे +भागार्ध +भागार्धं +भागार्धे +भागार्धेन +भागार्हा +भागार्हास्तनया +भागाश्च +भागाष्टकं +भागासिद्धिः +भागासिद्धेः +भागास् +भागास्ते +भागि +भागिकं +भागिकः +भागिकम् +भागिका +भागिकानि +भागिकी +भागिकीं +भागिके +भागिको +भागिकौ +भागित्वं +भागित्वम् +भागित्वात् +भागिन +भागिनं +भागिनः +भागिनी +भागिनीं +भागिनीः +भागिनेय +भागिनेयं +भागिनेयः +भागिनेयश्च +भागिनेयस्य +भागिनेया +भागिनेयाय +भागिनेयाश्च +भागिनेयी +भागिनेयीं +भागिनेये +भागिनेयेन +भागिनेयो +भागिनेयोऽथ +भागिनो +भागिनौ +भागिन्यौ +भागी +भागीकृत्य +भागीयं +भागीरथि +भागीरथी +भागीरथीं +भागीरथीजलम् +भागीरथीतटे +भागीरथीति +भागीरथीतीरे +भागीरथीनिर्झरसीकराणां +भागीरथीम् +भागीरथ्या +भागीरथ्यां +भागीरथ्याः +भागीरथ्याश्च +भागु +भागुरायण +भागुरायणः +भागुरि +भागुरिः +भागुरिमते +भागुरिमतेन +भागुरिरपि +भागुरिरल्लोपमवाप्योरुपसर्गयोः +भागुरिश्च +भागुरी +भागुरे +भागे +भागेन +भागेनैकेन +भागेनोप +भागेभ्यः +भागेभ्यो +भागेषु +भागेष्वेतेषु +भागै +भागैः +भागैक +भागैकं +भागैरिव +भागैर् +भागैर्विभागेऽपरे +भागैश्च +भागैश्चतुर्भिः +भागो +भागों +भागोत्तरं +भागोनं +भागोन्नतं +भागोसि +भागोऽत्र +भागोऽपि +भागोऽयं +भागोऽसि +भागोऽसीति +भागोऽस्ति +भागोऽस्तु +भागौ +भाग् +भाग्भवेत् +भाग्य +भाग्यं +भाग्यक्रमेण +भाग्यक्षये +भाग्यगौरवात् +भाग्यतः +भाग्यतो +भाग्यनगरम् +भाग्यभावफलाध्यायः +भाग्यभावस्थे +भाग्यमतः +भाग्यमहो +भाग्यमिति +भाग्यमुपासते +भाग्यमेव +भाग्यम् +भाग्ययोगेन +भाग्यरेखा +भाग्यवतां +भाग्यवती +भाग्यवतीषु +भाग्यवन्त +भाग्यवन्तं +भाग्यवन्तः +भाग्यवन्तो +भाग्यवशात् +भाग्यवशेनैव +भाग्यवान +भाग्यवानसि +भाग्यवान् +भाग्यविपर्ययः +भाग्यविपर्ययात् +भाग्यवृद्धिः +भाग्यशालिनः +भाग्यशालिनी +भाग्यशाली +भाग्यस्य +भाग्यहीन +भाग्यहीनं +भाग्यहीनः +भाग्यहीनस्य +भाग्यहीना +भाग्यहीने +भाग्यहीनो +भाग्या +भाग्यात् +भाग्यानां +भाग्यानि +भाग्याय +भाग्ये +भाग्येन +भाग्येशे +भाग्येषु +भाग्येष्वनुत्सेकिनी +भाग्यैः +भाग्यो +भाग्योदय +भाग्योदयं +भाग्योदये +भाग्योदयेन +भाग्योदयो +भाग्योन्नतिः +भाग्रं +भाग॒धेय +भाग॒धेयं॒ +भाग॒धेये॑न +भाग॒धेये॒नोप॑ +भाग॒धेये॒नोप॑धावति॒ +भागꣳ +भाघ +भाघः +भाङ् +भाङ्गज्येन +भाङ्गन +भाङ्गस्वरिर्नृपः +भाच +भाचार्य +भाचे +भाज +भाजं +भाजः +भाजक +भाजकः +भाजकभक्ते +भाजकस्य +भाजके +भाजकेन +भाजको +भाजते +भाजन +भाजनं +भाजनः +भाजनत्वं +भाजनभूता +भाजनमिति +भाजनम् +भाजनलोकः +भाजनलोकस्य +भाजनस्य +भाजना +भाजनाः +भाजनादि +भाजनानां +भाजनानि +भाजने +भाजनेन +भाजनेषु +भाजनैः +भाजनो +भाजप +भाजपा +भाजपादलस्य +भाजम् +भाजय +भाजयत +भाजयति +भाजयतेह +भाजयते॒ह +भाजयन्ति +भाजयितव्यम् +भाजयेत् +भाजा +भाजां +भाजाम् +भाजि +भाजित +भाजितं +भाजितः +भाजितम् +भाजिता +भाजिताः +भाजितात् +भाजिते +भाजितो +भाजितौ +भाजी +भाजीं +भाजो +भाज्य +भाज्यं +भाज्यः +भाज्यते +भाज्यभाजकयोः +भाज्यम् +भाज्यराशिः +भाज्यशेषे +भाज्यशेषेण +भाज्यस् +भाज्यस्य +भाज्यहरौ +भाज्यहाराभ्यां +भाज्यहारौ +भाज्या +भाज्याः +भाज्यात् +भाज्ये +भाज्येति +भाज्येन +भाज्यो +भाज्यौ +भाञ्जि +भाट +भाटं +भाटक +भाटकं +भाटकम् +भाटकयानानि +भाटकयानेन +भाटकयानैः +भाटके +भाटकेन +भाटयित्वा +भाटा +भाटिया +भाटी +भाट्ट +भाट्टचिन्तामणौ +भाट्टतन्त्ररहस्ये +भाट्टमतानुरोधं +भाट्टमते +भाट्टमतेन +भाट्टसिद्धान्तः +भाट्टसिद्धान्ते +भाट्टा +भाट्टाः +भाट्टानां +भाट्टालङ्कार +भाट्टालङ्कारटीकायुतः +भाट्टालङ्कारसहितमीमांसान्यायप्रकाश +भाट्टालङ्कारसहितमीमांसान्यायप्रकाशे +भाट्टास्तु +भाट्टे +भाट्टैः +भाट्टैरपि +भाट्टैश्च +भाट्टैस्तावत् +भाड +भाडा +भाण +भाणं +भाणः +भाणवत् +भाणवाणी +भाणवाणीं +भाणव्यायोगसमवकारडिमाः +भाणिका +भाणिकेति +भाणे +भाणो +भाण्ड +भाण्डं +भाण्डकम् +भाण्डके +भाण्डजलं +भाण्डपूर्णानि +भाण्डभेदे +भाण्डमद्भिरेव +भाण्डमध्ये +भाण्डमिव +भाण्डम् +भाण्डस्थं +भाण्डस्य +भाण्डा +भाण्डागारं +भाण्डागारम् +भाण्डागारिकः +भाण्डागारे +भाण्डानां +भाण्डानि +भाण्डार +भाण्डारः +भाण्डारिको +भाण्डारी +भाण्डि +भाण्डी +भाण्डीर +भाण्डीरं +भाण्डीरकं +भाण्डीरदेशे +भाण्डीरे +भाण्डे +भाण्डेन +भाण्डेषु +भाण्ये +भात +भातं +भातः +भातमपि +भातम् +भातरं +भातस्य +भाता +भाति +भातिः +भातितरां +भाति॑ +भाति॒ +भाती +भातीति +भातीत्यन्वयः +भातीत्यर्थः +भातीत्याह +भातीत्येवं +भातीदं +भातीव +भातु +भातुं +भातुः +भातृ +भाते +भातेर्डवतुः +भातो +भात् +भात्यग्निः +भात्यग्निराविर्विश्वानि +भात्यत्र +भात्यन्तः +भात्यस्य +भात्येव +भात्येवं +भात्येष +भात्येषा +भात्य् +भात्य॒न्तः +भात्र +भात्रः +भात्रप्रकाशिका +भात्रा +भाथ +भाद +भादा +भादि +भादिकं +भादिति +भादिषु +भादौ +भाद्यं +भाद्र +भाद्रः +भाद्रकृष्णचतुर्द्दश्यां +भाद्रपद +भाद्रपदं +भाद्रपदः +भाद्रपदमासः +भाद्रपदमासस्य +भाद्रपदमासे +भाद्रपदस्य +भाद्रपदा +भाद्रपदाः +भाद्रपदायां +भाद्रपदाश्वयुजौ +भाद्रपदाश्विने +भाद्रपदासु +भाद्रपदे +भाद्रपदेऽष्टम्यां +भाद्रपदो +भाद्रपदोऽधिमासः +भाद्रमातुरः +भाद्रमासे +भाद्रमौञ्जीं +भाद्रवदि +भाद्रशुक्लचतुर्थ्यां +भाद्रस्य +भाद्री +भाद्रे +भाद्वयस्य +भाध +भाधं +भाधः +भाधप्रकाशिका +भाधे +भाध्य +भाध्ये +भान +भानं +भानः +भानन्द +भानप्रकार +भानमिति +भानमेव +भानम् +भानव +भानवः +भानवी +भानवे +भानवो +भानस्य +भाना +भानां +भानात् +भानाभावात् +भानामधः +भानाम् +भानि +भानी +भानु +भानुं +भानुः +भानुचन्द्रौ 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+भार्गवस्तथा +भार्गवस्तदा +भार्गवस्तु +भार्गवस्य +भार्गवा +भार्गवाः +भार्गवाणां +भार्गवात् +भार्गवाद्भुतावर्त्तः +भार्गवाय +भार्गवाह्वयम् +भार्गवि +भार्गवी +भार्गवीं +भार्गवीम् +भार्गवीये +भार्गवे +भार्गवेण +भार्गवो +भार्गवोपाख्याने +भार्गवोऽपि +भार्गवौ +भार्गवौर्वजामदग्न्येति +भार्गव्या +भार्गव्याः +भार्गी +भार्गीं +भार्गो +भार्ग्या +भार्ग्यां +भार्ग्याम् +भार्ङ्गी +भार्ङ्गीं +भार्थी +भार्धं +भार्धान्तरत्वान्न +भार्धान्तरितस्य +भार्धे +भार्धेऽधिके +भार्म्यश्व +भार्य +भार्यं +भार्यः +भार्यम् +भार्यया +भार्ययेति +भार्यस्य +भार्या +भार्यां +भार्याः +भार्याणां +भार्यातनयविक्रयः +भार्यात्वं +भार्यात्वाय +भार्यात्वे +भार्यात्वेन +भार्याथ +भार्यादीनां +भार्याद्वयं +भार्यान् +भार्यापती +भार्यापहारिणम् +भार्यापि +भार्यापुत्रसमन्वितः +भार्याभिः +भार्याभ्यां +भार्यामन्यां +भार्यामपि +भार्याममिततेजसः +भार्यामवष्टभ्य +भार्यामवाप +भार्यामवाप्स्यसि +भार्यामविन्दत +भार्यामाह +भार्यामुपेयात् +भार्यामुवाच +भार्यामृचीको +भार्याम् +भार्याया +भार्यायां +भार्यायाः +भार्यायाम् +भार्यायाश्च +भार्यायै +भार्यारूपेण +भार्यार्थं +भार्यार्थाय् +भार्यार्थी +भार्यार्थे +भार्यावचः +भार्यावन्तः +भार्याशतं +भार्याश्च +भार्यासमं +भार्यासु +भार्यास्ति +भार्यास्तु +भार्यास्ते +भार्यास्य +भार्याहं +भार्याहीनो +भार्याऽपि +भार्याऽभवत्साध्वी +भार्याऽस्ति +भार्याऽस्य +भार्याऽहं +भार्ये +भार्येति +भार्येभ्यो +भार्येयं +भार्येव +भार्यो +भार्योवाच +भार्य्यया +भार्य्या +भार्य्यां +भार्य्याः +भार्य्याञ्च +भार्य्यापती +भार्य्याभिस्तिसृभिः +भार्य्यामूलं +भार्य्याया +भार्य्यायां +भार्य्यायाः +भार्य्यायाम् +भार्य्यायै +भार्य्यार्थे +भार्य्यासु +भार्य्याहीनो +भार्य्ये +भार्य्येति +भार॑ती +भार॑तीभिः +भार॑तीम् +भार॑ती॒ +भाल +भालं +भालः +भालके +भालचन्द्र +भालचन्द्रं +भालचन्द्रो +भालतले +भालत्वचं +भालदेशे +भालन्दनो +भालफलके +भालमध्ये +भालस्थले +भाला +भालूकः +भाले +भालेक्षणाग्नौ +भालो +भाल्की +भाल्कीविधानसभाक्षेत्रम् +भाल्लविनः +भाल्लवेयः +भाल्लवेयो +भाव +भावं +भावः +भावःआशयः +भावक +भावकं +भावकः +भावकत्वं +भावकरणयोः +भावकरणादौ +भावकरणे +भावकर्मकर्तारः +भावकर्मणी +भावकर्मणो +भावकर्मणोः +भावकर्मणोरर्थयोः +भावकर्मणोरिति +भावकर्मणोरुपदेशेऽज्झनग्रहदृशां +भावकर्मणोरेव +भावकर्मप्रकिया +भावकर्मप्रक्रिया +भावकर्मवचनः +भावकर्मवाचिनि +भावका +भावकाः +भावकानां +भावकृत्प्र +भावके +भावको +भावकोविदैः +भावगम्भीरं +भावगम्यं +भावगर्हायां +भावगर्हायाम् +भावगोचरौ +भावग्रहणं +भावग्राह्यो +भावचित्रम् +भावचिन्ता +भावचेष्टितैः +भावजातं +भावजातम् +भावजातस्य +भावजाते +भावज्ञ +भावज्ञः +भावज्ञा +भावज्ञानं +भावज्ञेन +भावज्ञो +भावत +भावतः +भावतया +भावतस्तदा +भावता +भावतां +भावति +भावतो +भावत् +भावत्क +भावत्कं +भावत्कः +भावत्काः +भावत्की +भावत्को +भावत्व +भावत्वं +भावत्वमपि +भावत्वमिति +भावत्वमेव +भावत्वम् +भावत्वस्य +भावत्वा +भावत्वात् +भावत्वे +भावत्वेन +भावदुष्टं +भावदुष्टो +भावध्वनिः +भावन +भावनं +भावनः +भावनगर +भावनगरं +भावनगरमण्डलम् +भावनगरमण्डलस्य +भावनगरम् +भावनगरविश्वविद्यालयः +भावनम् +भावनया +भावनयापि +भावनयेद्धया +भावनयैव +भावना +भावनां +भावनाः +भावनाओं +भावनाक्रमः +भावनाख्यस्तु +भावनाचक्षुषि +भावनातः +भावनातश्चित्तप्रसादनम् +भावनातो +भावनात् +भावनात्मक +भावनात्वं +भावनानां +भावनानाम् +भावनाफलं +भावनाभाव्य +भावनाभेद +भावनामखिलां +भावनामयं +भावनामयम् +भावनामयी +भावनामात्रं +भावनामार्गः +भावनामार्गे +भावनामार्गेण +भावनामार्गो +भावनाम् +भावनाय +भावनाया +भावनायां +भावनायाः +भावनायामन्वेति +भावनायाश्च +भावनार्थं +भावनासु +भावनाहेयाः +भावनाऽपि +भावनी +भावनीय +भावनीयं +भावनीयः +भावनीयमिति +भावनीयम् +भावनीया +भावनीयाः +भावनीयेषु +भावनीयो +भावने +भावनेति +भावनैः +भावनैव +भावनैवोच्यते +भावनो +भावनोच्यते +भावनौषधं +भावन्ति +भावपक्षे +भावपदं +भावपदस्य +भावपि +भावपूर्वकम् +भावप्र +भावप्रकशिका +भावप्रकाश +भावप्रकाशः +भावप्रकाशसंहिता +भावप्रकाशस्य +भावप्रकाशिक +भावप्रकाशिका +भावप्रकाशिकायां +भावप्रकाशे +भावप्रकाशेिका +भावप्रत्यय +भावप्रत्ययं +भावप्रत्ययः +भावप्रत्ययस्य +भावप्रत्यये +भावप्रत्ययेन +भावप्रत्ययो +भावप्रत्याख्यानम् +भावप्रधान +भावप्रधानं +भावप्रधानः +भावप्रधानमाख्यातं +भावप्रधानमाख्यातम् +भावप्रधानमिति +भावप्रधानम् +भावप्रधाने +भावप्रधानो +भावप्रसङ्गात् +भावफल +भावफलं +भावबोधकः +भावभक्त्या +भावभावना +भावभिन्न +भावभिन्नत्वं +भावभेद +भावभेदस्य +भावभेदे +भावमङ्गैः +भावमजानन्तः 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+भावयेद्विविधैर्नयैः +भावयेन्नित्यं +भावयोः +भावरूप +भावरूपं +भावरूपः +भावरूपता +भावरूपत्वात् +भावरूपत्वे +भावरूपमज्ञानं +भावरूपमिति +भावरूपमेव +भावरूपस्य +भावरूपा +भावरूपाज्ञाने +भावरूपे +भावरूपो +भावर्ताः +भावलक्षण +भावलक्षणं +भावलक्षणम् +भावलक्षणसप्तमी +भावलक्षणा +भावलक्षणे +भावलिङ्गं +भाववचनं +भाववचनः +भाववचना +भाववचनाः +भाववचनात् +भाववचनानां +भाववचनानामज्वरेः +भाववचनाश्च +भाववचने +भाववचनो +भाववति +भाववत् +भाववाचि +भाववान् +भावविकार +भावविकारः +भावविकारा +भावविकाराः +भावविकाराणां +भावविकारेषु +भाववित् +भावविवेक +भावविवेकः +भावविवेकाध्यायः +भावविशेषः +भावविशेषा +भाववृत्तं +भाववृत्तम् +भावव्युत्पत्त्या +भावशक्तयः +भावशतकम् +भावशबलता +भावशब्द +भावशब्दः +भावशब्दस्य +भावशब्दा +भावशब्दाः +भावशब्देन +भावशब्दो +भावशब्दोऽत्र +भावशुद्धिं +भावशुद्धिः +भावशुद्धेन +भावश्च +भावश्चेति +भावसंशुद्धिः +भावसंशुद्धिरित्येतत्तपो +भावसमन्विताः +भावसाधन +भावसाधनं +भावसाधनः +भावसाधनस्य +भावसाधने +भावसाधनो +भावसे +भावस् +भावस्तता +भावस्तत्ता +भावस्तत्तां +भावस्तत्त्वं +भावस्तत्त्वमिति +भावस्तत्त्वम् +भावस्तत्र +भावस्तत्वं +भावस्तथा +भावस्तदा +भावस्तव +भावस्तस्मात् +भावस्तस्मादात्मेति +भावस्तस्य +भावस्तां +भावस्तु +भावस्तेन +भावस्त्वतलौ +भावस्थमिमं +भावस्थिराणि +भावस्य +भावस्या +भावस्यात्मा +भावस्यापि +भावस्येति +भावस्यैव +भावस्योपपद्यते +भावस्वभाव +भावस्वभावः +भावस्वभावो +भावहावहेलास्त्रयोऽङ्गजाः +भावा +भावां +भावांशे +भावांश्च +भावाः +भावाकूतं +भावाङ्गत्वे +भावाच +भावाच् +भावाच्च +भावात +भावातीतं +भावात् +भावात्मक +भावात्मकं +भावात्मकतया +भावात्मकता +भावात्मके +भावात्मा +भावात्मिका +भावात्‌ +भावाद +भावादि +भावादिकर्मणोः +भावादिति +भावादित्यर्थः +भावादीनां +भावादुभयत्र +भावादेव +भावादौ +भावाद् +भावाद्द्रव्ये +भावाद्वैतं +भावाधिपे +भावान +भावानचेतनानपि +भावानयने +भावानवबोधात् +भावाना +भावानां +भावानामपि +भावानामिति +भावानामेव +भावानाम् +भावानिति +भावानुरक्ता +भावानुरूपेण +भावान् +भावान्तरं +भावान्तरमभावो +भावान्तरमिति +भावान्तरम् +भावान्तरस्य +भावान्तरेण +भावान्न +भावान्यथात्वं +भावापत्तिः +भावापन्ना +भावाभा +भावाभाव +भावाभावं +भावाभावः +भावाभावकरं +भावाभावतया +भावाभावयोः +भावाभावरूपतया +भावाभावविनिर्मुक्तं +भावाभावविभाविना +भावाभावविवर्जितम् +भावाभावा +भावाभावात् +भावाभावानुयायिनी +भावाभावाभ्यां +भावाभावाय +भावाभावी +भावाभावे +भावाभावेति +भावाभावेषु +भावाभावैः +भावाभावौ +भावाभास +भावाभासः +भावाभासो +भावाभिधायि +भावाय +भावार्थ +भावार्थं +भावार्थः +भावार्थदीपिका +भावार्थदीपिकायां +भावार्थमाह +भावार्थविवरणम् +भावार्थस्य +भावार्था +भावार्थाः +भावार्थाधिकरणे +भावार्थे +भावार्थेन +भावार्थो +भावार्य +भावालङ्कारः +भावावेशाच्च +भावाश्च +भावाश्रय +भावाश्रयं +भावाश्रयफलम् +भावास्तथा +भावास्तु +भावास्ते +भावास्तेषां +भावि +भाविक +भाविकं +भाविकः +भाविकत्वं +भाविकमिति +भाविकमुपदिश्यते +भाविकम् +भाविकल्याणस्य +भाविकल्याणानां +भाविकस्य +भाविका +भाविकालङ्कारः +भाविकाले +भाविकी +भाविके +भाविको +भावित +भावितं +भावितः +भावितके +भावितचेतसः +भावितत्वं +भावितत्वात् +भावितपूतः +भावितमन्तःकरणं +भावितम् +भावितवन्तः +भावितवान् +भावितस्मर्तव्या +भावितस्य +भाविता +भावितां +भाविताः +भावितात्मनः +भावितात्मना +भावितात्मनां +भावितात्मनाम् +भावितात्मवान् +भावितात्मा +भावितात्मानं +भावितात्मानः +भावितात्मानो +भावितानां +भावितानि +भावितान् +भावितान्तःकरणः +भावितान्तःकरणत्वात् +भाविते +भावितेन +भावितेषु +भावितैः +भावितो +भावित्वं +भावित्वात् +भावित्वेन +भाविन +भाविनं +भाविनः +भाविनश्च +भाविना +भाविनां +भाविनि +भाविनी +भाविनीं +भाविनीति +भाविनीम् +भाविनो +भाविनोर्थस्य +भाविनोर्ऽथस्य +भाविनोऽपि +भाविनोऽर्थस्य +भाविनौ +भाविन् +भाविन्यपि +भाविन्या +भाविन्याः +भाविन्‌ +भाविमहिमोचितगौरवं +भाविषीष्ट +भाविषु +भाविष्यति +भाविष्यते +भाविसर्गस्य +भावी +भावीति +भावीनि +भावुक +भावुकं +भावुकः +भावुकम् +भावुका +भावुकाः +भावुकानां +भावुकी +भावुको +भावे +भावेक्तः +भावेति +भावेत्यादि +भावेन +भावेनान्यथा +भावेनापि +भावेनाह +भावेनाऽह +भावेनाऽऽह +भावेनेति +भावेनैव +भावेनोक्तम् +भावेपि +भावेभ्यः +भावेभ्यो +भावेल्युट् +भावेशफलाध्यायः +भावेषु +भावेष्विति +भावेष्वेव +भावेष्व् +भावेऽनुपसर्गस्य +भावेऽपि +भावेऽपीति +भावेऽप् +भावेऽर्थे +भावेऽसुन् +भावै +भावैः +भावैकरसं +भावैति +भावैरधिवासितं +भावैरनिष्टैः +भावैर् +भावैश्च +भावो +भावों +भावोंमें +भावोत्पत्तिर् +भावोदयः +भावोदयालंकारः +भावोदयो +भावोन्नता +भावोपनिषत् +भावोपहतानि +भावोपि +भावोऽत्र +भावोऽनुपलब्धेः +भावोऽपि +भावोऽभावश्च +भावोऽभावो +भावोऽभिप्रायः +भावोऽभिप्रायो +भावोऽयं +भावोऽसौ +भावोऽस्ति +भावोऽस्य +भावौ +भाव् +भाव्य +भाव्यं +भाव्यः +भाव्यञ्च +भाव्यत +भाव्यतया +भाव्यतां +भाव्यताम् +भाव्यते +भाव्यत्वं +भाव्यत्वेन +भाव्यन्ते +भाव्यमतोऽन्यथा +भाव्यमान +भाव्यमानं +भाव्यमानः +भाव्यमानस्य +भाव्यमाने +भाव्यमानेन +भाव्यमानो +भाव्यमिति +भाव्यमित्यत +भाव्यमित्यर्थः +भाव्यमेव +भाव्यम् +भाव्यस्य +भाव्या +भाव्याः +भाव्यानि +भाव्याश्च +भाव्ये +भाव्येत +भाव्येते +भाव्यो +भाशा +भाष +भाषंते +भाषः +भाषण +भाषणं +भाषणभाषा +भाषणम् +भाषणस्य +भाषणात् +भाषणानां +भाषणानि +भाषणीयम् +भाषणे +भाषणेन +भाषणेषु +भाषणैः +भाषत +भाषतः +भाषतां +भाषताम् +भाषतु +भाषते +भाषतो +भाषन्त +भाषन्तः +भाषन्ति +भाषन्ते +भाषन्तो +भाषमाण +भाषमाणं +भाषमाणः +भाषमाणम् +भाषमाणस्य +भाषमाणा +भाषमाणां +भाषमाणाः +भाषमाणे +भाषमाणो +भाषमाणौ +भाषय +भाषयति +भाषया +भाषयेत् +भाषयोः +भाषस +भाषसे +भाषस्य +भाषस्व +भाषा +भाषां +भाषाः +भाषाअअर्थः +भाषाएँ +भाषाओं +भाषाका +भाषाकाले +भाषाकुटुम्बः +भाषाकुटुम्बानां +भाषाकुटुम्बानाम् +भाषाङ्गं +भाषाटीकया +भाषाटीका +भाषाटीकास +भाषाटीकासहित +भाषाटीकासहितम् +भाषाटीकासहिता +भाषाणां +भाषाणाम् +भाषातः +भाषादीकासहितम् +भाषानुबन्धः +भाषानुबन्धयोजनीयाः +भाषानुबन्धरिहतपृष्ठेषु +भाषानुबन्धाः +भाषानुवाद +भाषानुसारं +भाषान्तर +भाषापतिः +भाषापरि +भाषापरिच्छेदः +भाषापरिच्छेदे +भाषापरिवारस्य +भाषापादः +भाषाभिः +भाषाभ्यः +भाषामहे +भाषाम् +भाषाया +भाषायां +भाषायाः +भाषायामपि +भाषायामिति +भाषायामेव +भाषायाम् +भाषार्थ +भाषार्थः +भाषार्थे +भाषार्य +भाषाविज्ञानं +भाषाविज्ञानम् +भाषाविज्ञानिनां +भाषाविदां +भाषाविषये +भाषावृत्ति +भाषावृत्तिः +भाषावृत्तौ +भाषाशः +भाषाशब्देन +भाषाशास्त्रदृष्ट्या +भाषाशास्त्रम् +भाषाशास्त्रस्य +भाषाशुद्धिः +भाषाशैली +भाषाशोधनार्थम् +भाषाश्च +भाषाश्लेषः +भाषासु +भाषासूचिः +भाषासूची +भाषास्य +भाषाहरू +भाषि +भाषिक +भाषिणः +भाषिणम् +भाषिणी +भाषिणीम् +भाषित +भाषितं +भाषितः +भाषितत्वात् +भाषितपुंस्क +भाषितपुंस्कं +भाषितपुंस्कः +भाषितपुंस्कत्वाभावात् +भाषितपुंस्कम् +भाषितपुंस्कस्य +भाषितपुंस्कात् +भाषितपुंस्कादनूङ् +भाषितपुंस्कौ +भाषितभाषा +भाषितभाषात्वं +भाषितमभिनन्द्यानुमोद्य +भाषितमभ्यनन्दन् +भाषितमभ्यनन्दन्निति +भाषितमाकर्ण्य +भाषितमिति +भाषितम् +भाषितवान् +भाषितव्यं +भाषितस्य +भाषिता +भाषिताः +भाषितानि +भाषिताम् +भाषितुं +भाषितुम् +भाषिते +भाषितेन +भाषितैः +भाषितो +भाषित्वा +भाषिष्ठाः +भाषिष्ये +भाषी +भाषीकासहित +भाषे +भाषेत +भाषेति +भाषेयं +भाषेरन् +भाषोपचयः +भाष् +भाष्य +भाष्यं +भाष्यकरणशङ्कासमाधानादिविषयः +भाष्यकर्ता +भाष्यका +भाष्यकार +भाष्यकारं +भाष्यकारः +भाष्यकारमते +भाष्यकारश्च +भाष्यकारस्तु +भाष्यकारस्य +भाष्यकारा +भाष्यकाराः +भाष्यकाराणां +भाष्यकारीयं +भाष्यकारे +भाष्यकारेण +भाष्यकारेणापि +भाष्यकारेणोक्तं +भाष्यकारेणोक्तम् +भाष्यकारैः +भाष्यकारो +भाष्यकारोऽपि +भाष्यकृत +भाष्यकृतः +भाष्यकृता +भाष्यकृतां +भाष्यकृतेति +भाष्यकृत् +भाष्यकृद् +भाष्यकृद्भिः +भाष्यकृद्भिस्तु +भाष्यके +भाष्यकैयटयो +भाष्यकैयटयोः +भाष्यग्रन्थेन +भाष्यञ्च +भाष्यटीका +भाष्यटीकाकृतः +भाष्यत +भाष्यते +भाष्यतेऽनयेति +भाष्यत्रयोपेतम् +भाष्यद्वयोपेता +भाष्यन्ते +भाष्यपाठ +भाष्यपाठः +भाष्यप्रयोगात् +भाष्यम +भाष्यमते +भाष्यमनुभाष्य +भाष्यमपि +भाष्यमयुक्तम् +भाष्यमवतारयति +भाष्यमस्ति +भाष्यमस्य +भाष्यमाणा +भाष्यमाणाः +भाष्यमाणानां +भाष्यमाणे +भाष्यमानाः +भाष्यमिति +भाष्यमिदं +भाष्यमुपलक्षणं +भाष्यमू +भाष्यमेव +भाष्यम् +भाष्यम्‌ +भाष्ययोः +भाष्ययोर्दर्शितं +भाष्यरूपमस्ति +भाष्यवाक्यम् +भाष्यवार्तिकम् +भाष्यविदः +भाष्यविदो +भाष्यविरुद्धं +भाष्यविरुद्धम् +भाष्यविरोध +भाष्यविरोधः +भाष्यव्याख्यया +भाष्यसहित +भाष्यसहितम् +भाष्यसुधामुदारः +भाष्यस्य +भाष्यस्यापि +भाष्यस्यायमर्थः +भाष्या +भाष्याच्च +भाष्याणां +भाष्याणि +भाष्यात् +भाष्यादिति +भाष्यादिषु +भाष्यादौ +भाष्याद् +भाष्यानि +भाष्यानुसारी +भाष्यानुसारेण +भाष्यार्थ +भाष्यार्थः +भाष्ये +भाष्येण +भाष्येषु +भाष्येऽपि +भाष्येऽभिहितम् +भाष्यो +भाष्योक्तं +भाष्योक्तरीत्या +भाष्योक्ता +भाष्योक्तेः +भाष्योक्तेश्च +भास +भासं +भासंते +भासः +भासक +भासकं +भासकः +भासकत्वं +भासकत्वेन +भासकम् +भासकर्णश्च +भासको +भासत +भासतः +भासता +भासतां +भासताम् +भासति +भासती +भासते +भासतो +भासत्वम् +भासदं +भासदात् +भासदौ +भासन +भासनं +भासनम् +भासनात् +भासने +भासन् +भासन्त +भासन्ति +भासन्ते +भासपक्षी +भासमान +भासमानं +भासमानः +भासमानत्वं +भासमानत्वात् +भासमानत्वे +भासमानत्वेन +भासमानमपि +भासमानम् +भासमानस्य +भासमाना +भासमानां +भासमानाः +भासमानानां +भासमानानि +भासमाने +भासमानेषु +भासमानेऽपि +भासमानो +भासमानोऽपि +भासम् +भासयति +भासयतीति +भासयते +भासयन् +भासयन्तं +भासयन्तः +भासयन्ति +भासयन्ती +भासयन्तीं +भासयन्तो +भासयन्दिशः +भासयामास +भासयेत् +भासश्च +भाससे +भासस्तवोग्राः +भासस्तु +भासस्य +भासा +भासां +भासाः +भासान् +भासाम् +भासि +भासितं +भासितम् +भासिता +भासिनी +भासी +भासीं +भासीति +भासुर +भासुरं +भासुरः +भासुरक +भासुरको +भासुरम् +भासुरा +भासुराः +भासुरे +भासृ +भासे +भासेत +भासेति +भासेते +भासेन +भासेरन् +भासो +भासौ +भास् +भास्क +भास्कर +भास्करं +भास्करः +भास्करकण्ठः +भास्करकर्णभक्तम् +भास्करक्षेत्रे +भास्करदर्शनेन +भास्करपुत्रस्य +भास्करप्रतिमं +भास्करप्रभः +भास्करप्रभम् +भास्करप्रियम् +भास्करप्रिया +भास्करभट्ट +भास्करमते +भास्करम् +भास्कररायः +भास्कररायेण +भास्करवत् +भास्करविधिना +भास्करश्च +भास्करस्तथा +भास्करस्तिमिरं +भास्करस्तु +भास्करस्य +भास्करस्याचलोत्तमः +भास्करस्यापि +भास्करस्येव +भास्करस्येह +भास्करस्यैव +भास्करा +भास्कराः +भास्कराचा +भास्कराचार्य +भास्कराचार्यं +भास्कराचार्यः +भास्कराचार्यस्य +भास्कराचार्याः +भास्कराचार्येण +भास्कराचार्येणापि +भास्कराचार्योऽपि +भास्करात् +भास्करादयः +भास्करादिभिः +भास्करादीनां +भास्करान्तिके +भास्कराभं +भास्कराय +भास्कराराधनं +भास्कराराधने +भास्करालये +भास्कराह्वयम् +भास्करिः +भास्करिम् +भास्करी +भास्करीं +भास्करीय +भास्करे +भास्करेः +भास्करेण +भास्करेणापि +भास्करेणेव +भास्करेऽपि +भास्करेऽस्तमुपागते +भास्करो +भास्करोक्त +भास्करोक्तं +भास्करोक्तमिदं +भास्करोक्तमेतदनुरूपमेव +भास्करोक्ति +भास्करोक्तेन +भास्करोत +भास्करोत्तमेतदनुरूपमेव +भास्करोदये +भास्करोदिते +भास्करोपमः +भास्करोपमम् +भास्करोऽपि +भास्करौ +भास्मनः +भास्य +भास्यं +भास्यत +भास्यतया +भास्यते +भास्या +भास्याम्यहमिति +भास्ये +भास्व +भास्वत +भास्वतः +भास्वता +भास्वतां +भास्वताम् +भास्वति +भास्वती +भास्वतीं +भास्वतीः +भास्वते +भास्वतो +भास्वत् +भास्वत्कलनूपुराणां +भास्वत्या +भास्वदिति +भास्वन्तं +भास्वन्तः +भास्वन्ति +भास्वन्तो +भास्वर +भास्वरं +भास्वरः +भास्वरत्वं +भास्वरम् +भास्वररूपं +भास्वरस्य +भास्वरा +भास्वराः +भास्वराणि +भास्वरान् +भास्वराम् +भास्वरे +भास्वरेण +भास्वरो +भास्वानपि +भास्वानिव +भास्वानुदेष्यति +भास्वानेष +भास्वान् +भास्वान्प्रयातः +भास्वान्स +भास्व॑ती +भाह +भाहालकारसहितमीमांसान्यायप्रकाशे +भाहालङ्कारसहितमीमांसान्यायपकाशे +भाहालङ्कारसहितमीमांसान्यायप्रकाश +भाहालङ्कारसहितमीमांसान्यायप्रकाशे +भाहालङ्कारसहितमीमांसान्यायमकाशे +भाहि +भा॑ग॒धेये॑न॒ +भा॑ति +भा॑सि +भा॑हि +भा॒ग +भा॒गं +भा॒गः +भा॒गमधा॑रय॒न्विश्वा॑ः +भा॒गम् +भा॒गे +भा॒गो +भा॒गो॒ऽसि +भा॒गो॒ऽसि॒ +भा॒ग॒ऽधेय॑म् +भा॒ति॒ +भा॒त्यग्र॑ +भा॒नवः॑ +भा॒नि +भा॒नुं +भा॒नुः +भा॒नुना॑ +भा॒नुना॒ +भा॒नुम् +भा॒नुऽभिः॑ +भा॒मिनो॑ +भा॒रं +भा॒सा +भा॒सि॒ +भा॒हि॒ +भा᳘रद्वाजाद् +भा᳘रद्वाजो +भि +भिं +भिंधि +भिंधीति +भिः +भिक +भिक्खं +भिक्खा +भिक्खु +भिक्खू +भिक्ष +भिक्षणे +भिक्षते +भिक्षन्त +भिक्षमाण +भिक्षमाणः +भिक्षमाणा +भिक्षमाणाः +भिक्षमाणे +भिक्षमाणो +भिक्षम् +भिक्षया +भिक्षव +भिक्षवः +भिक्षवश्च +भिक्षवश्चापालं +भिक्षवस् +भिक्षवस्तथागतः +भिक्षवस्तथागतस्य +भिक्षवस्तथागतस्यैतदभवत् +भिक्षवस्तथागतो +भिक्षवस्ते +भिक्षवस्तेन +भिक्षवे +भिक्षवो +भिक्षवोऽतीतेऽध्वनि +भिक्षवोऽतीतेऽध्वन्यस्मिन्नेव +भिक्षवोऽन्यतमस्मिन् +भिक्षवोऽन्ये +भिक्षा +भिक्षां +भिक्षाः +भिक्षाकः +भिक्षाकपालं +भिक्षाचरं +भिक्षाचरः +भिक्षाचरो +भिक्षाचर्य +भिक्षाचर्यं +भिक्षाचर्या +भिक्षाञ्च +भिक्षाटनं +भिक्षाटनकाव्यम् +भिक्षाटनकाव्ये +भिक्षाटनम् +भिक्षाटनादि +भिक्षाटनादिकं +भिक्षाटनादिरूपं +भिक्षाटनादौ +भिक्षाटने +भिक्षाणां +भिक्षादि +भिक्षादिभ्योऽण् +भिक्षादिषु +भिक्षान्नं +भिक्षान्नकृतभोजनः +भिक्षान्नमपि +भिक्षापात्रं +भिक्षापात्रे +भिक्षाभागं +भिक्षाभाजनं +भिक्षामट +भिक्षामथापि +भिक्षामयाचत +भिक्षामलब्ध्वा +भिक्षामात्रं +भिक्षामिति +भिक्षाम् +भिक्षाया +भिक्षायां +भिक्षायाः +भिक्षायामुत्पन्नायां +भिक्षायै +भिक्षार्थ +भिक्षार्थं +भिक्षार्थमटनं +भिक्षार्थी +भिक्षार्थे +भिक्षावेला +भिक्षाशनं +भिक्षाशित्वं +भिक्षाशी +भिक्षासि +भिक्षासेनादायेषु +भिक्षाहारो +भिक्षि +भिक्षितं +भिक्षिता +भिक्षितुं +भिक्षितो +भिक्षित्वा +भिक्षु +भिक्षुं +भिक्षुः +भिक्षुक +भिक्षुकं +भिक्षुकः +भिक्षुकम् +भिक्षुकस्य +भिक्षुका +भिक्षुकाः +भिक्षुकाणां +भिक्षुकान् +भिक्षुकाय +भिक्षुकाश्च +भिक्षुकी +भिक्षुके +भिक्षुकेण +भिक्षुकेभ्यश्च +भिक्षुकेभ्यो +भिक्षुको +भिक्षुकोपनिषत् +भिक्षुगणपरिवृतो +भिक्षुणा +भिक्षुणी +भिक्षुणीं +भिक्षुणीति +भिक्षुणीनां +भिक्षुणीनाम् +भिक्षुणीप्रकीर्णक +भिक्षुणीभावं +भिक्षुणीभावः +भिक्षुणीभावम् +भिक्षुणीभावो +भिक्षुणीमेवं +भिक्षुणीय +भिक्षुणीये +भिक्षुणीयो +भिक्षुणीसंघं +भिक्षुणीसंघो +भिक्षुणीहि +भिक्षुणीहीति +भिक्षुण्यः +भिक्षुण्या +भिक्षुण्याः +भिक्षुण्यो +भिक्षुता +भिक्षुनटसूत्रयोः +भिक्षुनी +भिक्षुभावं +भिक्षुभावम् +भिक्षुभिः +भिक्षुभिरुद्गृह्य +भिक्षुभिर्भगवान् +भिक्षुभ्यः +भिक्षुभ्यो +भिक्षुम् +भिक्षुरपि +भिक्षुरागच्छेत्स +भिक्षुराजो +भिक्षुराह +भिक्षुरिति +भिक्षुरिदं +भिक्षुरिहोच्यते +भिक्षुरुच्यते +भिक्षुरुवाच +भिक्षुरूपं +भिक्षुरूपेण +भिक्षुरेव +भिक्षुर् +भिक्षुर्न +भिक्षुर्भगवन्तमिदमवोचत् +भिक्षुर्भवति +भिक्षुर्भविष्यति +भिक्षुर्भिक्षोश्चीवरकाणि +भिक्षुर्महोदधिः +भिक्षुर्वा +भिक्षुविनये +भिक्षुशतानां +भिक्षुशतानि +भिक्षुश्च +भिक्षुषु +भिक्षुसंघ +भिक्षुसंघं +भिक्षुसंघः +भिक्षुसंघपुरस्कृतो +भिक्षुसंघमुपनिमन्त्र्य +भिक्षुसंघस्य +भिक्षुसंघाग्रतस्थितः +भिक्षुसंघातो +भिक्षुसंघाय +भिक्षुसंघे +भिक्षुसंघेन +भिक्षुसंघेनेति +भिक्षुसंघेन् +भिक्षुसंघो +भिक्षुसङ्घं +भिक्षुसङ्घस्य +भिक्षुसङ्घेन +भिक्षुसूत्रं +भिक्षुस्तं +भिक्षुस्तस्यां +भिक्षुस्तेन +भिक्षुस्य +भिक्षू +भिक्षूं +भिक्षूंश्च +भिक्षूणां +भिक्षूणामारोचयति +भिक्षूणाम् +भिक्षूनामन्त्रयते +भिक्षूनुवाच +भिक्षून् +भिक्षूहि +भिक्षे +भिक्षेत +भिक्षेति +भिक्षो +भिक्षोः +भिक्षोरपि +भिक्षोरिति +भिक्षौ +भिक्ष् +भिक्ष॑माणः +भिक्ष॑माणा +भिक्ष॑माणाः +भिगमनं +भिघवो +भिघारयति +भिचव +भिचवः +भिचवो +भिचार +भिचारः +भिचारात् +भिण्ड +भिण्डकः +भिण्डमण्डलम् +भिण्डरवाला +भिण्डा +भित +भितं +भितः +भितम् +भिति +भिते +भितो +भितौ +भित् +भित्त +भित्तं +भित्तय +भित्तयः +भित्तयो +भित्ति +भित्तिं +भित्तिः +भित्तिकं +भित्तिकम् +भित्तिका +भित्तिकाः +भित्तिकायाः +भित्तिके +भित्तिचित्राणि +भित्तिचित्रे +भित्तिपार्श्वे +भित्तिभिः +भित्तिमध्यं +भित्तिमध्ये +भित्तिविस्तारं +भित्तिव्यासं +भित्तिषु +भित्ती +भित्तीनां +भित्ते +भित्तेः +भित्तौ +भित्त्यर्थं +भित्त्या +भित्त्वा +भित्त्वेव +भित्त्वैव +भित्था +भित्थाः +भित्र +भित्रं +भित्रे +भित्वा +भित्सीष्ट +भिद +भिदः +भिदा +भिदां +भिदाः +भिदादयः +भिदादित्वादङ् +भिदाम् +भिदि +भिदिर +भिदिर् +भिदुर +भिदुरं +भिदुरम् +भिदे +भिदेः +भिदो +भिद् +भिद्य +भिद्यंते +भिद्यः +भिद्यत +भिद्यतां +भिद्यतामिति +भिद्यताम् +भिद्यते +भिद्यतेति +भिद्यतेऽथ +भिद्यन्त +भिद्यन्ते +भिद्यमान +भिद्यमानं +भिद्यमानः +भिद्यमानस्य +भिद्यमाना +भिद्यमानाः +भिद्यमानानां +भिद्यमानाश्च +भिद्यमाने +भिद्यमानेषु +भिद्यमानो +भिद्यवः +भिद्यस्व +भिद्यात् +भिद्येत +भिद्येते +भिद्येतेति +भिद्येरन् +भिद्योद्ध्यौ +भिधः +भिधा +भिधानं +भिधानमिति +भिधानम् +भिधानस्य +भिधानात् +भिधाने +भिधानेन +भिधाय +भिधीयते +भिन +भिनं +भिनति +भिनत् +भिनत्ति +भिनत्तीति +भिनत्तु +भिनत्त्येव +भिनत्त्य् +भिनत्सि +भिनदः +भिनदत् +भिनद्मि +भिनव +भिना +भिनौ +भिन् +भिन्त +भिन्ते +भिन्त्त +भिन्द +भिन्दतः +भिन्दति +भिन्दते +भिन्दन् +भिन्दन्त +भिन्दन्तः +भिन्दन्ति +भिन्दन्तीति +भिन्दन्तु +भिन्दन्तो +भिन्दन्निव +भिन्दन्नूर्मिभिः +भिन्दानं +भिन्दानो +भिन्दि +भिन्दिपालैश्च +भिन्दुः +भिन्दुर्युवा +भिन्द्धि +भिन्द्धीति +भिन्द्धीदं +भिन्द्या +भिन्द्यात् +भिन्द्याद् +भिन्द्युः +भिन्द्युरसंशयम् +भिन्धि +भिन्धीति +भिन्न +भिन्नं +भिन्नः +भिन्नएव +भिन्नकः +भिन्नकक्ष्यं +भिन्नकम् +भिन्नकर्तृकत्वे +भिन्नकल्पानाम् +भिन्नकांस्ये +भिन्नकालं +भिन्नकालानां +भिन्नकाले +भिन्नकूटं +भिन्नकैशिकमध्यमः +भिन्नक्रम +भिन्नक्रमः +भिन्नक्रमश्च +भिन्नक्रमेण +भिन्नक्रमो +भिन्नक्रमौ +भिन्नगतेरसंशयं +भिन्नगर्भं +भिन्नगोत्राणां +भिन्नघटादिवाम्भो +भिन्नजातीयत्वात् +भिन्नजातीया +भिन्नजातीयाः +भिन्नजातीयानां +भिन्नजातीयेभ्यो +भिन्नञ्च +भिन्नत +भिन्नतया +भिन्नता +भिन्नतां +भिन्नताम् +भिन्नतायाः +भिन्नतायाम् +भिन्नतिलकं +भिन्नत्वं +भिन्नत्वम् +भिन्नत्वस्य +भिन्नत्वात् +भिन्नत्वे +भिन्नत्वेन +भिन्नत्वेऽपि +भिन्नदर्शिनः +भिन्नदिक्त्वे +भिन्नदेशत्वं +भिन्नदेशीयानां +भिन्नदेशे +भिन्नदेहा +भिन्नपञ्चमः +भिन्नपत्रं +भिन्नपथा +भिन्नपात्रे +भिन्नपुरीषवर्णो +भिन्नप्रकारस्य +भिन्नप्रकारेण +भिन्नभाण्डेषु +भिन्नभिन्न +भिन्नभिन्नं +भिन्नभिन्नरूपेण +भिन्नभिन्नानि +भिन्नमनुष्या +भिन्नमपि +भिन्नमभिन्नं +भिन्नमर्मा +भिन्नमर्याद +भिन्नमर्यादं +भिन्नमर्यादा +भिन्नमर्यादान् +भिन्नमस्ति +भिन्नमिति +भिन्नमिदं +भिन्नमिव +भिन्नमिवैकपङ्कजम् +भिन्नमूर्तेः +भिन्नमेव +भिन्नमेवेति +भिन्नम् +भिन्नम्‌ +भिन्नया +भिन्नयोः +भिन्नयोरपि +भिन्नयोरेव +भिन्नरुचिर्हि +भिन्नरुचेर्जनस्य +भिन्नरूपं +भिन्नरूपतया +भिन्नरूपा +भिन्नरूपे +भिन्नरूपेण +भिन्नलक्षणम् +भिन्नलक्षणान् +भिन्नलिङ्गानां +भिन्नवर्गेषु +भिन्नवर्चसः +भिन्नवर्मा +भिन्नवाक्यत्वे +भिन्नवान् +भिन्नविषयतया +भिन्नविषयत्वं +भिन्नविषयत्वात् +भिन्नविषयत्वे +भिन्नविषयत्वेन +भिन्नविषये +भिन्नवृत्तं +भिन्नवेद्यप्रथात्रैव +भिन्नशिखण्डिबर्हः +भिन्नश्च +भिन्नषड्जः +भिन्नषड्जसमुद्भवा +भिन्नसन्धानं +भिन्नस्य +भिन्नस्वरं +भिन्नस्वरः +भिन्नहृदयः +भिन्नहृदयो +भिन्ना +भिन्नां +भिन्नाः +भिन्नाको +भिन्नाञ्जनचयोपमः +भिन्नाञ्जननिभा +भिन्नाञ्जनसमप्रभम् +भिन्नात् +भिन्नाधिकरणे +भिन्नानां +भिन्नानामपि +भिन्नानामेव +भिन्नानाम् +भिन्नानि +भिन्नानीति +भिन्नान् +भिन्नापि +भिन्नाभिन्न +भिन्नाभिन्नं +भिन्नाभिन्नः +भिन्नाभिन्नम् +भिन्नाभिन्नस्य +भिन्नाभिन्ना +भिन्नाभिप्रायाः +भिन्नाया +भिन्नार्थं +भिन्नार्थे +भिन्नाविति +भिन्नावेव +भिन्नाश्च +भिन्नाश्रया +भिन्नासु +भिन्ने +भिन्नेक +भिन्नेति +भिन्नेत्युक्तम् +भिन्नेन +भिन्नेव +भिन्नेषु +भिन्नेष्वपि +भिन्नेऽपि +भिन्नै +भिन्नैः +भिन्नैकसेतू +भिन्नैव +भिन्नैश्च +भिन्नो +भिन्नोदरा +भिन्नोदराणां +भिन्नोऽपि +भिन्नोऽभिन्नो +भिन्नोऽयं +भिन्नोऽयमिति +भिन्नोऽस्ति +भिन्नौ +भिपक +भिपक् +भिपग्जितम् +भिपजा +भिपजां +भिपजो +भिप्राय +भिप्रायं +भिप्रायः +भिप्रायेण +भिप्रेत्य +भिभूतिः +भिम +भिमतं +भिमतः +भिमन्त्रयते +भिमानः +भिमुखं +भिमुखः +भिय +भियं +भियः +भियत +भियते +भियम् +भियसं +भियसा +भिया +भियां +भियानाः +भिये +भियेति +भियेव +भियो +भियोगे +भियोऽन्यतरस्याम् +भिरपि +भिरि +भिरिति +भिरेव +भिर्वा +भिर्विभवैः +भिल +भिलपति +भिल्ल +भिल्लं +भिल्लः +भिल्लस्य +भिल्ला +भिल्लाः +भिल्लानां +भिल्ली +भिल्लेन +भिल्लो +भिव +भिवयो +भिवा +भिवानी +भिवानीमण्डलम् +भिश्च +भिष +भिषक +भिषक् +भिषक्कर्म +भिषक्छ्रेष्ठ +भिषक्तमं +भिषक्तमः +भिषक्त्वं +भिषक्श्रेष्ठ +भिषक्‌ +भिषगादिशेत् +भिषगादीनां +भिषगाहृत्य +भिषगिन्द्रस्य +भिषगुत्तम +भिषगुत्तमः +भिषगुत्तमैः +भिषग् +भिषग्जितम् +भिषग्भिः +भिषग्भिराद्यैः +भिषग्भेषजस्यासि +भिषग्भ्यो +भिषग्वर +भिषग्वरः +भिषग्वरा +भिषग्वराः +भिषग्वरिष्ठ +भिषग्वरैः +भिषग्वरौ +भिषग्विदध्यात् +भिषङ् +भिषङ्माता +भिषज +भिषजं +भिषजः +भिषजश्च +भिषजा +भिषजां +भिषजांवर +भिषजि +भिषजे +भिषजेव +भिषजो +भिषजौ +भिषज् +भिषज्यतः +भिषज्यतम् +भिषज्यति +भिषज्यतु +भिषज्यथः +भिषज्यन् +भिषज्यन्ति +भिषज्यामेति +भिषज्यायै +भिषज्येत् +भिषवो +भिषा +भिषिक्त +भिष्णज् +भिस +भिसः +भिसि +भिसो +भिस् +भिस्तथा +भिस्तु +भिस्सा +भिहितं +भिहितः +भिहितम् +भिहिता +भि॒नत् +भि॒नद॒दुज्जनि॑त्वैः +भि॒न्दन्तो॑ +भि॒न्द्धि +भि॒यसा॑ +भि॒यसा॒ +भि॒या +भि॒षक् +भि॒षग्र॑क्षो॒हामी॑व॒चात॑नः +भि॒षजः॑ +भि॒षजा॑ +भि॒षजा॒ +भी +भीं +भीः +भीकरं +भीक्षां +भीक्ष्णं +भीखाइजी +भीखायीजी +भीग +भीजिनेन्द्र +भीड़ +भीत +भीतं +भीतः +भीतचेताः +भीतभीत +भीतभीतः +भीतभीता +भीतमेनं +भीतम् +भीतयः +भीतया +भीतर +भीतरी +भीतवत् +भीतव्याधितकृपणेषु +भीतश्च +भीतस्तु +भीतस्त्रस्तः +भीतस्य +भीता +भीतां +भीताः +भीतानां +भीतानि +भीतान् +भीताम् +भीताय +भीताश्च +भीतास्तस्य +भीतास्ते +भीतास्त्रस्ता +भीतास्मि +भीताऽस्मि +भीति +भीतिं +भीतिः +भीतिकृत् +भीतितः +भीतिदा +भीतिदानतां +भीतिनिवारिणि +भीतिप्रत्युपस्थितेरनन्तरं +भीतिम् +भीतिरिति +भीतिर्न +भीतिर्भीः +भीतिषु +भीते +भीतेः +भीतेन +भीतेव +भीतेषु +भीतैः +भीतो +भीतोऽसि +भीतोऽस्मि +भीतोऽहं +भीतौ +भीत्या +भीत्यापि +भीत्येति +भीत्येव +भीत्रा +भीत्रार्थानां +भीत्रार्थानाम् +भीत्वा +भीन +भीम +भीमं +भीमंप्रति +भीमः +भीमक +भीमकः +भीमकर्मणा +भीमकर्मणाम् +भीमकर्मा +भीमकर्माणं +भीमकर्माणो +भीमकर्म्मा +भीमकान्तैर्नृपगुणैः +भीमजया +भीमजा +भीमजी +भीमतमा +भीमतरं +भीमदर्शनः +भीमदर्शनम् +भीमदर्शनाः +भीमदर्शने +भीमदेवः +भीमद्रामायणे +भीमद्वादशी +भीमधन्वानं +भीमनन्दिनी +भीमनादं +भीमनादिनि +भीमनादिनी +भीमनादो +भीमनामकः +भीमनिःस्वनम् +भीमनिर्ह्रादं +भीमपराक्रम +भीमपराक्रमः +भीमपराक्रमम् +भीमपराक्रमाः +भीमपराक्रमे +भीमपराक्रमौ +भीमपार्थौ +भीमबलं +भीमबलो +भीमबेट्का +भीमबेट्कायाः +भीमभटं +भीमभटः +भीमभटस्य +भीमभटो +भीमभटोऽब्रवीत् +भीमभीष्मशब्दयोर्विपर्यासात्पाठभेदः +भीमभुवो +भीमभूपतिः +भीममन्तर्दधे +भीममार्तस्वरं +भीममुग्रं +भीममुपहत्नुमुग्रम् +भीमम् +भीमया +भीमरथ +भीमरथः +भीमरथस्यापि +भीमरथी +भीमरथीं +भीमरथो +भीमराज +भीमराव +भीमराव् +भीमरूपं +भीमरूपः +भीमरूपया +भीमरूपा +भीमरूपाय +भीमरूपे +भीमरूपेण +भीमरूपो +भीमवाक्यम् +भीमविक्रम +भीमविक्रमं +भीमविक्रमः +भीमविक्रमम् +भीमविक्रमाः +भीमविक्रमौ +भीमवेगं +भीमवेगया +भीमवेगा +भीमवेगानां +भीमवेगो +भीमशङ्करः +भीमशासनात् +भीमश्च +भीमसंकाशं +भीमसुता +भीमसुतामनः +भीमसेण +भीमसेन +भीमसेनं +भीमसेनः +भीमसेनजिघांसया +भीमसेनधनञ्जयौ +भीमसेनपुरोगमाः +भीमसेनभयार्दिताः +भीमसेनमरिन्दमम् +भीमसेनमिदं +भीमसेनम् +भीमसेनरथं +भीमसेनवचः +भीमसेनवत् +भीमसेनश्च +भीमसेनस्ततः +भीमसेनस्तथा +भीमसेनस्तदा +भीमसेनस्तु +भीमसेनस्य +भीमसेनात् +भीमसेनादिशङ्खचतुष्टयविशेषे +भीमसेनादीनां +भीमसेनाय +भीमसेनार्जुनौ +भीमसेने +भीमसेनेन +भीमसेनो +भीमसेनोग्रसेनौ +भीमसेनोऽथ +भीमसेनोऽपि +भीमस्तं +भीमस्तदा +भीमस्तस्य +भीमस्तु +भीमस्य +भीमा +भीमां +भीमाः +भीमाक्षं +भीमाक्षि +भीमाख्या +भीमादयो +भीमादयोऽपादाने +भीमादिभि +भीमादीनां +भीमादेवी +भीमानदी +भीमानद्याः +भीमानां +भीमानि +भीमान् +भीमाभिरक्षितं +भीमाभिरक्षितभीष्माभिरक्षितयोर्विपर्यासादेकःअपर्याप्तं +भीमाभिरक्षितमिति +भीमाभिरक्षितम् +भीमाय +भीमायां +भीमायाः +भीमार्जुनसमा +भीमार्जुनसमाः +भीमार्जुनाभ्यां +भीमार्जुनौ +भीमाशङ्कर +भीमाशङ्करः +भीमाश्च +भीमासः +भीमासु +भीमे +भीमेति +भीमेन +भीमेनाभिरक्षितं +भीमेश्वरं +भीमेश्वरी +भीमेषु +भीमैः +भीमो +भीमोपि +भीमोऽथ +भीमोऽपि +भीमौ +भीम्पलासरागः +भीयते +भीर +भीरपि +भीरवः +भीरवे +भीरवो +भीरु +भीरुं +भीरुः +भीरुकः +भीरुकजनो +भीरुकस्तथा +भीरुका +भीरुके +भीरुको +भीरुणा +भीरुता +भीरुत्वं +भीरुत्वम् +भीरुभिः +भीरुम् +भीरुरयं +भीरुरिति +भीरुरिवाहवम् +भीरुर्यदि +भीरुश्च +भीरुष्ठानम् +भीरू +भीरूणां +भीरो +भीरोः +भीरौ +भीर्न +भीर्भयं +भील +भीलभाषाः +भीलवाडा +भीलवाडामण्डलम् +भीली +भीलीभाषा +भीलुकः +भीश्च +भीष +भीषण +भीषणं +भीषणः +भीषणनामिकाम् +भीषणम् +भीषणरवेण +भीषणश्च +भीषणश्चैव +भीषणस्तथा +भीषणा +भीषणां +भीषणाः +भीषणाकृतिः +भीषणाकृतिम् +भीषणानि +भीषणान् +भीषणाम् +भीषणाय +भीषणी +भीषणे +भीषणेति +भीषणेन +भीषणैः +भीषणो +भीषय +भीषयति +भीषयते +भीषयन् +भीषयन्ति +भीषयसि +भीषयसे +भीषया +भीषयामास +भीषयितुं +भीषयित्वा +भीषये +भीषा +भीषास्मादग्निश्चेन्द्रश्च +भीषास्माद्वातः +भीषाऽस्माद्वातः +भीषिका +भीषितः +भीषिता +भीषिताः +भीषु +भीषोदेति +भीष्ट +भीष्टं +भीष्ण +भीष्म +भीष्मं +भीष्मंप्रति +भीष्मः +भीष्मक +भीष्मकं +भीष्मकः +भीष्मकन्या +भीष्मकश्च +भीष्मकस्य +भीष्मकेण +भीष्मको +भीष्मद्रोणकृपादीनां +भीष्मद्रोणप्रमुखतः +भीष्मद्रोणप्रमुखान् +भीष्मद्रोणयोः +भीष्मद्रोणादयः +भीष्मद्रोणादयो +भीष्मद्रोणादिकान् +भीष्मद्रोणादिरक्षितं +भीष्मद्रोणादिवीरपुरुषप्रतियोगिकं +भीष्मद्रोणादीनां +भीष्मद्रोणौ +भीष्मपंचकम् +भीष्मपञ्चकम् +भीष्मपर्व +भीष्मपर्वणि +भीष्मपितामहः +भीष्मप्रभृतीनां +भीष्ममहं +भीष्ममासाद्य +भीष्ममुदारं +भीष्ममेव +भीष्ममेवाभिरक्षन्तु +भीष्मम् +भीष्मवधपर्वणि +भीष्मश्च +भीष्मसमपौरुषत्वेन +भीष्मस्तस्य +भीष्मस्तु +भीष्मस्य +भीष्मा +भीष्मादयः +भीष्मादयो +भीष्मादिभिः +भीष्मादिभ्यो +भीष्मादीनां +भीष्मादीन् +भीष्मापेक्षयाचार्यस्य +भीष्माभिरक्षितं +भीष्माभिरक्षितमपर्याप्तं +भीष्माभिरक्षितमस्माद्बलं +भीष्माभिरक्षितम् +भीष्माय +भीष्मे +भीष्मेण +भीष्मेणि +भीष्मेणैव +भीष्मेति +भीष्मो +भीष्मोऽपि +भीष्‍मः +भीस्म्योर्हेतुभये +भीह्री +भीह्रीभृहुमदजनधनदरिद्राजागरां +भीह्रीभृहुवां +भी॒ते +भी॒म +भी॒मं +भी॒मः +भी॒मम् +भी॒मा +भी॒माय॑ +भी॒मो +भी॒षा +भी॒षाँ +भु +भुंक्त +भुंक्ते +भुंक्त्वा +भुंक्षे +भुंक्ष्व +भुंक्ष्वेति +भुंजंति +भुंजति +भुंजते +भुंजन् +भुंजन्ति +भुंजानः +भुंजाना +भुंजानो +भुंजीत +भुंजे +भुः +भुकं +भुका +भुके +भुको +भुक् +भुक्का +भुक्त +भुक्तं +भुक्तः +भुक्तकाल +भुक्तञ्च +भुक्तपूर्वी +भुक्तफलत्वं +भुक्तभोगः +भुक्तभोगा +भुक्तभोगां +भुक्तभोगामजोऽन्यः +भुक्तभोगेन +भुक्तभोगो +भुक्तभोग्यकालौ +भुक्तभोग्यौ +भुक्तमन्नं +भुक्तमसाधूनां +भुक्तमात्रस्य +भुक्तमात्रे +भुक्तमाममेव +भुक्तमिति +भुक्तमिनिठनौ +भुक्तमेव +भुक्तम् +भुक्तयः +भुक्तये +भुक्तयो +भुक्तवंतं +भुक्तवज्जने +भुक्तवतः +भुक्तवतश्च +भुक्तवतां +भुक्तवति +भुक्तवती +भुक्तवते +भुक्तवतो +भुक्तवत्सु +भुक्तवत्स्वथ +भुक्तवद्भ्यो +भुक्तवन्तं +भुक्तवन्तः +भुक्तवन्तश्च +भुक्तवन्तो +भुक्तवन्तौ +भुक्तवा +भुक्तवांश्च +भुक्तवानपि +भुक्तवान् +भुक्तवृष्यः +भुक्तशेषं +भुक्तशेषन्तु +भुक्तसमुज्झितम् +भुक्तस्य +भुक्तस्योपरि +भुक्ता +भुक्तां +भुक्ताः +भुक्तानां +भुक्तानि +भुक्तान् +भुक्तान्नं +भुक्तान्नादेः +भुक्तावली +भुक्तावळी +भुक्तावशिष्टम् +भुक्ताश्च +भुक्तासवः +भुक्तास्ते +भुक्ति +भुक्तिं +भुक्तिः +भुक्तिदं +भुक्तिदा +भुक्तिमुक्तये +भुक्तिमुक्ति +भुक्तिमुक्तिकरं +भुक्तिमुक्तिदं +भुक्तिमुक्तिदः +भुक्तिमुक्तिदम् +भुक्तिमुक्तिदा +भुक्तिमुक्तिदायकं +भुक्तिमुक्तिप्रद +भुक्तिमुक्तिप्रदं +भुक्तिमुक्तिप्रदः +भुक्तिमुक्तिप्रदा +भुक्तिमुक्तिप्रदां +भुक्तिमुक्तिप्रदाः +भुक्तिमुक्तिप्रदानि +भुक्तिमुक्तिप्रदायकं +भुक्तिमुक्तिप्रदायकः +भुक्तिमुक्तिप्रदायकम् +भुक्तिमुक्तिप्रदायिनी +भुक्तिमुक्तिप्रदायिनीम् +भुक्तिमुक्तिप्रदे +भुक्तिमुक्तिप्रदो +भुक्तिमुक्तिफलं +भुक्तिमुक्तिफलप्रदः +भुक्तिमुक्तिफलप्रदम् +भुक्तिमुक्तिफलप्रदा +भुक्तिमुक्तिफलप्रदाः +भुक्तिमुक्तिभाक् +भुक्तिमुक्तिमवाप्नुयात् +भुक्तिमुक्तिमान् +भुक्तिमुक्ती +भुक्तिमुक्त्यर्थं +भुक्तियोगेन +भुक्तिरागमेन +भुक्तिरिष्यते +भुक्तिरेव +भुक्तिर्मुक्तिः +भुक्तिर्मुक्तिर्भवत्येव +भुक्तिर्मुक्तिर्भवेच्चापि +भुक्तिर्मुक्तिर्भवेत् +भुक्तिर्मुक्तिर्भवेत्तथा +भुक्तिर्मुक्तिर्भवेदपि +भुक्तिर्मुक्तिर्भवेदेव +भुक्तिर्मुक्तिर्भवेद् +भुक्तिर्मुक्तिश्च +भुक्तिर्मुक्तिस्तथा +भुक्तिश्च +भुक्तिस्तत्र +भुक्तिस्तथा +भुक्तिस्तु +भुक्ती +भुक्ते +भुक्तेः +भुक्तेति +भुक्तेन +भुक्तेयं +भुक्तेषु +भुक्तेऽन्ने +भुक्तैः +भुक्तो +भुक्तोच्छिष्टं +भुक्तोत्तरं +भुक्तोपरि +भुक्तौ +भुक्त्यन्तरेण +भुक्त्यर्थं +भुक्त्या +भुक्त्यादौ +भुक्त्यै +भुक्त्रा +भुक्त्वा +भुक्त्वाथ +भुक्त्वान्नं +भुक्त्वापि +भुक्त्वाऽथ +भुक्त्वाऽन्नं +भुक्त्वेति +भुक्त्वेह +भुक्त्वैव +भुक्वा +भुक्षिषीय +भुक्षिषीयेति +भुक्ष्व +भुखं +भुखी +भुखे +भुग +भुग् +भुग्न +भुग्नं +भुग्नः +भुग्ननेत्रः +भुग्ना +भुग्ने +भुङ +भुङक्त +भुङक्ते +भुङ् +भुङ्क +भुङ्कते +भुङ्के +भुङ्क्त +भुङ्क्तां +भुङ्क्ते +भुङ्क्तेऽन्नं +भुङ्क्थाः +भुङ्क्ष +भुङ्क्षे +भुङ्क्ष्व +भुङ्क्ष्वेति +भुङ्ग +भुङ्गे +भुङ्ते +भुङ्‌क्ते +भुङ्‌क्ष्व +भुचि +भुछ +भुज +भुजं +भुजंग +भुजंगं +भुजंगः +भुजंगप्रयातं +भुजंगम +भुजंगमः +भुजंगमम् +भुजंगमाः +भुजंगमान् +भुजंगवत् +भुजंगश्च +भुजंगा +भुजंगाः +भुजंगाधिपतेः +भुजंगानां +भुजंगी +भुजंगेन +भुजंगैः +भुजंगो +भुजः +भुजः॑ +भुजकला +भुजको +भुजकोटि +भुजकोटिजीवे +भुजकोटिज्या +भुजकोटिज्ये +भुजकोटी +भुजकोट्योः +भुजग +भुजगं +भुजगः +भुजगशिशुभृता +भुजगस्य +भुजगा +भुजगाः +भुजगानां +भुजगान् +भुजगाशनः +भुजगी +भुजगे +भुजगेन +भुजगेन्द्रेण +भुजगेश्वराणां +भुजगैः +भुजगो +भुजगोत्तमः +भुजगोत्तमाः +भुजङ्ग +भुजङ्गं +भुजङ्गः +भुजङ्गकुण्डली +भुजङ्गता +भुजङ्गत्रासितं +भुजङ्गप्रयात +भुजङ्गप्रयातं +भुजङ्गप्रयातम् +भुजङ्गभुक् +भुजङ्गम +भुजङ्गमः +भुजङ्गमम् +भुजङ्गमा +भुजङ्गमाः +भुजङ्गमानां +भुजङ्गमान् +भुजङ्गमे +भुजङ्गमेन +भुजङ्गमो +भुजङ्गम् +भुजङ्गवत् +भुजङ्गविजृम्भितम् +भुजङ्गश्च +भुजङ्गसौभाग्यगुणेन +भुजङ्गस्य +भुजङ्गा +भुजङ्गाः +भुजङ्गाक्षी +भुजङ्गानां +भुजङ्गान् +भुजङ्गासनम् +भुजङ्गी +भुजङ्गे +भुजङ्गेन +भुजङ्गेशः +भुजङ्गैः +भुजङ्गो +भुजजीवा +भुजज्य +भुजज्यया +भुजज्या +भुजज्यां +भुजज्यायाः +भुजति +भुजते +भुजदंडाभ्यां +भुजदण्ड +भुजदण्डचण्डिमा +भुजदण्डाभ्यां +भुजदण्डेन +भुजदण्डैः +भुजद्वय +भुजद्वयं +भुजद्वयम् +भुजद्वयस्य +भुजद्वये +भुजद्वयेन +भुजन्युब्जौ +भुजपञ्जरे +भुजप्रभादण्ड +भुजफ +भुजफल +भुजफलं +भुजफलचापे +भुजफलम् +भुजफलस्य +भुजबन्धौ +भुजबल +भुजबलः +भुजबलभीमे +भुजबलेन +भुजबाहू +भुजमध्ये +भुजमानं +भुजमानम् +भुजमानानयनाय +भुजमुच्यते +भुजमुद्यम्य +भुजम् +भुजया +भुजयुगले +भुजयुगेन +भुजयुग्मं +भुजयुग्मे +भुजयो +भुजयोः +भुजयोश्च +भुजयोस् +भुजलता +भुजलतां +भुजलते +भुजवनं +भुजविभवं +भुजवीर्येण +भुजवेगेन +भुजशालिनाम् +भुजश्च +भुजस् +भुजस्तत्र +भुजस्तदा +भुजस्तस्य +भुजस्तु +भुजस्त्रिज्या +भुजस्य +भुजा +भुजां +भुजांश +भुजांशा +भुजांशाः +भुजाः +भुजाओं +भुजाकर्णवर्गविशेषमूलम् +भुजाकर्णवर्गविशेषस्य +भुजाग्र +भुजाग्रं +भुजाग्रे +भुजाज्या +भुजात् +भुजादि +भुजान +भुजाना +भुजानां +भुजानो +भुजान् +भुजान्तर +भुजान्तरं +भुजान्तरकर्म +भुजान्तरम् +भुजान्तरे +भुजाफल +भुजाफलं +भुजाफलस्य +भुजाभुजि +भुजाभ्यां +भुजाभ्याम् +भुजाम् +भुजाया +भुजायां +भुजायाः +भुजार्जिताम् +भुजालम्बं +भुजावपि +भुजावर्गः +भुजावाले +भुजावुभौ +भुजाश्च +भुजास् +भुजि +भुजिं +भुजिः +भुजिक्रिया +भुजिना +भुजिष्य +भुजिष्यं +भुजिष्यः +भुजिष्या +भुजिष्यां +भुजिष्याः +भुजिष्यासु +भुजी +भुजीत +भुजे +भुजेः +भुजेति +भुजेन +भुजेम +भुजेषु +भुजेऽपि +भुजै +भुजैः +भुजैरिति +भुजैश्चतुर्भिः +भुजो +भुजों +भुजोत्क्रमज्या +भुजोपरि +भुजोऽत्र +भुजोऽनवने +भुजोऽपमज्या +भुजौ +भुजौजसा +भुज् +भुज्मा +भुज्य +भुज्यंते +भुज्यत +भुज्यता +भुज्यतां +भुज्यतामिति +भुज्यताम् +भुज्यते +भुज्यन्त +भुज्यन्तां +भुज्यन्ते +भुज्यमान +भुज्यमानं +भुज्यमाना +भुज्यमानानि +भुज्यमानान् +भुज्यमानाया +भुज्यमाने +भुज्यमानेषु +भुज्या +भुज्युं +भुज्युः +भुज्युमूहथुः +भुज्युम् +भुज्येत +भुज्यै +भुझे +भुञ्च +भुञ्ज +भुञ्जंति +भुञ्जत +भुञ्जतः +भुञ्जता +भुञ्जतां +भुञ्जताम् +भुञ्जति +भुञ्जती +भुञ्जते +भुञ्जतो +भुञ्जध्वं +भुञ्जन् +भुञ्जन्त +भुञ्जन्तां +भुञ्जन्ति +भुञ्जन्तु +भुञ्जन्ते +भुञ्जन्तो +भुञ्जन्त्येवमेवैष +भुञ्जाते +भुञ्जान +भुञ्जानं +भुञ्जानः +भुञ्जानश्च +भुञ्जानस्तु +भुञ्जानस्य +भुञ्जानस्यापि +भुञ्जाना +भुञ्जानां +भुञ्जानाः +भुञ्जानानां +भुञ्जानान् +भुञ्जाने +भुञ्जानेषु +भुञ्जानो +भुञ्जानोऽपि +भुञ्जानौ +भुञ्जामि +भुञ्जितव्यम् +भुञ्जी +भुञ्जीत +भुञ्जीता +भुञ्जीतानुपस्थितः +भुञ्जीतान्नं +भुञ्जीतेति +भुञ्जीतेत्यर्थः +भुञ्जीथा +भुञ्जीथाः +भुञ्जीमहि +भुञ्जीय +भुञ्जीयां +भुञ्जीयातां +भुञ्जीयाताम् +भुञ्जीयात् +भुञ्जीयेति +भुञ्जीरंस्तेऽपि +भुञ्जीरन् +भुञ्जृत +भुञ्जे +भुञ्जेय +भुञ्जोत +भुञ्ज्महे +भुड्क्ते +भुत +भुतं +भुतानि +भुति +भुते +भुतो +भुत् +भुत्ता +भुत्वा +भुत्सीष्ट +भुदा +भुन +भुनक्ति +भुनक्तीति +भुनक्तु +भुनजामहै +भुनज्मि +भुनि +भुने +भुपेन +भुब +भुबि +भुभां +भुमि +भुमेः +भुमौ +भुम् +भुयु +भुर +भुरण +भुरणा +भुरणावजीगः +भुरणौ +भुरण्यति +भुरण्यथो +भुरण्यन् +भुरण्यन्तं +भुरण्यन्तम् +भुरण्यवः +भुरण्यसि +भुरण्युः +भुरण्युम् +भुरण्युरिति +भुरण्युर् +भुरण्यू +भुरन्तु +भुरि +भुरिक् +भुरिक्पङ्क्तिश्छन्दः +भुरिगनुष्टुप् +भुरिगार्षी +भुरिगुष्णिक् +भुरिग्जगती +भुरिग्बृहती +भुरिजोः +भुरिजोरिव +भुरिजौ +भुरिषाट् +भुर्भुवः +भुर्वणि +भुर्वणिः +भुर॒ण्यन्तं॒ +भुले +भुव +भुवं +भुवः +भुवः॑ +भुवञ्च +भुवति +भुवत् +भुवत्स +भुवदध +भुवदूती +भुवद् +भुवद्वद्भ्यो +भुवद्वाजेष्वविता +भुवन +भुवनं +भुवनः +भुवनकोश +भुवनकोशः +भुवनकोशप्रभः +भुवनकोशप्रश्नः +भुवनकोशवर्णनं +भुवनकोशवर्णने +भुवनकोषः +भुवनच्यवानां +भुवनच्य॒वानां॒ +भुवनज्ञानं +भुवनतलं +भुवनत्रयं +भुवनत्रयम् +भुवनत्रयस्य +भुवनत्रयीं +भुवनत्रये +भुवनत्रयेऽपि +भुवनत्रितये +भुवनत्रितयेऽपि +भुवननाथ +भुवननायकम् +भुवनपतये +भुवनपतिः +भुवनपतिरहं +भुवनपते +भुवनपालिनी +भुवनपावनी +भुवनपावनीम् +भुवनप्रभुः +भुवनभरणे +भुवनमङ्गल +भुवनमण्डलमण्डनाय +भुवनमदन +भुवनमधि +भुवनमसि +भुवनमहोत्सवे +भुवनमा +भुवनमाविवेश +भुवनमाशु +भुवनमिति +भुवनमिदं +भुवनमेव +भुवनम् +भुवनविदिता +भुवनविदिते +भुवनविन्यास +भुवनविन्यासः +भुवनविन्यासो +भुवनश् +भुवनस्पते +भुवनस्य +भुवनस्याधि +भुवनस्यास्य +भुवनस्येति +भुवना +भुवनात् +भुवनादि +भुवनाद्भुताः +भुवनाधार +भुवनाधि +भुवनाधिपः +भुवनाधिपतिं +भुवनाध्वा +भुवनाना +भुवनानां +भुवनानामभिश्रियोर्वी +भुवनानामभिश्रीः +भुवनानाम् +भुवनानि +भुवनानीति +भुवनानु +भुवनान् +भुवनान्तरे +भुवनान्यन्ये +भुवनान्यपि +भुवनाभि +भुवनाय +भुवनालोकनप्रीतिः +भुवनाविवेश +भुवने +भुवनेति +भुवनेन +भुवनेभ्यः +भुवनेभ्यो +भुवनेश +भुवनेशमीड्यम् +भुवनेशानी +भुवनेशान्तगं +भुवनेशाय +भुवनेशी +भुवनेशीं +भुवनेशीम् +भुवनेश्वर +भुवनेश्वरं +भुवनेश्वरः +भुवनेश्वरम् +भुवनेश्वरस्य +भुवनेश्वराः +भुवनेश्वरि +भुवनेश्वरी +भुवनेश्वरीं +भुवनेश्वरीबीजं +भुवनेश्वरीम् +भुवनेश्वर्यै +भुवनेषु +भुवनेष्वन्तः +भुवनेष्वन्तरिति +भुवनेष्वन्तस्ततो +भुवनेष्वपि +भुवनेष्वर्पितः +भुवनेष्व् +भुवनेऽस्मिन्वचनानि +भुवनैः +भुवनैकभर्ता +भुवनो +भुवनों +भुवनोदरे +भुवनोपरि +भुवन् +भुवन्तये +भुवन्मित्रो +भुवपतये +भुवमागत्य +भुवमासाद्य +भुवमिति +भुवम् +भुवरिति +भुवर् +भुवर्लोकं +भुवर्लोकः +भुवर्लोकस्ततः +भुवर्लोकस्तु +भुवर्लोके +भुवर्लोकोऽस्य +भुवश्च +भुवश्चेति +भुवस् +भुवस्तथा +भुवस्तलं +भुवस्तलमिव +भुवस्तलम् +भुवस्तले +भुवस्तस्य +भुवस्त्वमिन्द्र +भुवस्त्वयि +भुवस्पत +भुवस्पते +भुवस्स्वाहा +भुवा +भुवां +भुवानि +भुवाम् +भुवि +भुविं +भुविः +भुवी +भुवीति +भुवे +भुवै +भुवो +भुवोः +भुवोर्मध्ये +भुवोऽवकल्कने +भुवोऽवज्ञाने +भुवो॑ +भुवो॒ +भुवौ +भुव्यंतरिक्षे +भुव्यच्वेः +भुव्यच्वेर्लोपश्च +भुव्यन्तरिक्षे +भुव॑ः +भुव॑त् +भुव॑नं +भुव॑नं॒ +भुव॑नम् +भुव॑नस्य +भुव॑नस्य॒ +भुव॑ना +भुव॑नानामभि॒श्रीः +भुव॑नानाम् +भुव॑नानि +भुव॑नानि॒ +भुव॑नाय +भुव॑ना॒ +भुव॑ना॒भि +भुव॑ने +भुव॑नेषु +भुव॑नेषु॒ +भुव॑नेष्व॒न्तः +भुव॑ने॒ष्वर्पि॑तः +भुव॒ +भुव॒नाधि॑ +भुशुण्ड +भुशुण्डी +भुशुण्डीं +भुशुण्डोपाख्याने +भुश्क्ते +भुष +भुषि +भुसुण्डः +भु॑वं॒ +भु॑वत् +भु॑वदू॒ती +भु॑वन्मि॒त्रो +भु॒ङ्क्ते +भु॒जे +भु॒ज्युं +भु॒ज्युम् +भु॒र्वणि॑ +भु॒वः॒ +भु॒वा +भु॒वे +भु॒व॒त् +भु॒व॒न् +भु॒व॒म् +भू +भूँ +भूँइ +भूं +भूः +भूःस्वाहेत्यप्सु +भूः॒ +भूओ +भूक +भूकं +भूकंप +भूकम्प +भूकम्पं +भूकम्पः +भूकम्पमपि +भूकम्पस्य +भूकम्पे +भूकम्पेन +भूकम्पो +भूकृञोः +भूकेन्द्र +भूकेन्द्रम् +भूकेन्द्रात् +भूकेन्द्राद् +भूख +भूखं +भूखण्डं +भूखण्डस्य +भूखण्डाः +भूखण्डे +भूखा +भूखे +भूग +भूगतं +भूगतम् +भूगता +भूगताः +भूगते +भूगर्ते +भूगर्भ +भूगर्भं +भूगर्भगोल +भूगर्भगोलीय +भूगर्भशास्त्रम् +भूगर्भस्थो +भूगर्भस्य +भूगर्भे +भूगर्भो +भूगु +भूगृहं +भूगृहे +भूगो +भूगोल +भूगोलं +भूगोलः +भूगोलमध्ये +भूगोलम् +भूगोलविवरणम् +भूगोलशब्दे +भूगोलसम्बद्धाः +भूगोलस्य +भूगोलान् +भूगोले +भूगोलो +भूगोलों +भूगोलोपाख्याने +भूग्र +भूङ्क्ते +भूच +भूचं +भूचक्रं +भूचक्रे +भूचरं +भूचरा +भूचराः +भूचरी +भूचरे +भूची +भूच्च +भूच्छायया +भूच्छाया +भूच्छायां +भूच्छायायां +भूछायया +भूछाया +भूछायां +भूज +भूजौ +भूञ्जीत +भूटाङ्गस्य +भूटान +भूटानदेशस्य +भूटिया +भूत +भूतं +भूतः +भूतक +भूतकारणं +भूतकारणम् +भूतकाल +भूतकालः +भूतकालता +भूतकालस्य +भूतकाले +भूतकालो +भूतकृत +भूतकृतं +भूतकृतः +भूतकृतस्ते +भूतकृतो +भूतकृत् +भूतकृद्भूतभृद्भावो +भूतकेशः +भूतकेशी +भूतकोटिः +भूतक्रूरबलिं +भूतक्रूरेण +भूतगण +भूतगणं +भूतगणः +भूतगणा +भूतगणांश्च +भूतगणांश्चान्ये +भूतगणाः +भूतगणान् +भूतगणाश्च +भूतगणे +भूतगणैः +भूतगुणाः +भूतग्रस्त +भूतग्रहणं +भूतग्राम +भूतग्रामं +भूतग्रामः +भूतग्राममचेतसः +भूतग्राममिमं +भूतग्रामम् +भूतग्रामश्चतुर्विधः +भूतग्रामस्य +भूतग्रामाय +भूतग्रामे +भूतग्रामेषु +भूतग्रामो +भूतघ्नः +भूतघ्नी +भूतचिन्तकाः +भूतजटा +भूतजातं +भूतजातम् +भूतजातयः +भूतजातस्य +भूतजातानां +भूतजातानि +भूतजातीनां +भूतजातेषु +भूतज्वरे +भूतञ्च +भूतडामरतंत्रे +भूततः +भूतता +भूततो +भूततोऽभूततो +भूतत्रातैर्यदुबलमशङ्कं +भूतत्वं +भूतत्वमिति +भूतत्वम् +भूतत्वस्य +भूतत्वात् +भूतत्वे +भूतत्वेन +भूतदया +भूतद्रोहेण +भूतधरां +भूतधर्मा +भूतधात्रि +भूतधात्री +भूतधात्रीम् +भूतधारिणि +भूतधारिणी +भूतधारिण्या +भूतन +भूतनाथ +भूतनाथं +भूतनाथः +भूतनाथम् +भूतनाथस्य +भूतनाथाय +भूतनायकः +भूतनाशनः +भूतनिर्देशः +भूतप +भूतपः +भूतपञ्चकं +भूतपञ्चकम् +भूतपञ्चकस्य +भूतपञ्चके +भूतपतये +भूतपति +भूतपतिं +भूतपतिः +भूतपतिना +भूतपते +भूतपतेः +भूतपतेर्विवेश +भूतपरम्परा +भूतपाल +भूतपालः +भूतपीठे +भूतपुर्वं +भूतपूर्व +भूतपूर्वं +भूतपूर्वः +भूतपूर्वगत्या +भूतपूर्वप्रधानमन्त्री +भूतपूर्वमतीतेऽध्वनि +भूतपूर्वमुख्यमन्त्री +भूतपूर्वस्य +भूतपूर्वा +भूतपूर्वां +भूतपूर्वे +भूतपूर्वो +भूतपृथग्भावं +भूतपृथग्भावमित्यत्र +भूतपृथग्भावमेकस्थमनुपश्यति +भूतपृथग्भावम् +भूतप्रकृतयो +भूतप्रकृतिमोक्षं +भूतप्रत्यवेक्षा +भूतप्रादुर्भावे +भूतप्रेत +भूतप्रेतपिशाचकाः +भूतप्रेतपिशाचांश्च +भूतप्रेतपिशाचाद्या +भूतप्रेतपिशाचाद्याः +भूतप्रेतपिशाचानां +भूतप्रेतपिशाचाश्च +भूतप्रेतपिशाचेभ्यो +भूतबलि +भूतबलिं +भूतबलिः +भूतबाधा +भूतभर्तुः +भूतभर्तृ +भूतभविष्य +भूतभविष्यती +भूतभविष्यतोः +भूतभविष्यद्वर्तमानेषु +भूतभविष्यन्तौ +भूतभव्य +भूतभव्यभवत्प्रभुः +भूतभव्यभवत्प्रभुम् +भूतभव्यभवन्नाथ +भूतभव्यभवन्नाथः +भूतभव्यभविष्यवित् +भूतभव्यभविष्यस्य +भूतभव्यस्य +भूतभव्यानि +भूतभव्येश +भूतभागं +भूतभावन +भूतभावनः +भूतभावनम् +भूतभावि +भूतभाविनः +भूतभाविनी +भूतभाविनोः +भूतभावेन +भूतभावोद्भवकरः +भूतभावोद्भवकरो +भूतभाव्युपयोगं +भूतभाषया +भूतभृत् +भूतभृन्न +भूतभौतिकं +भूतभौतिकानि +भूतमधिकं +भूतमपि +भूतमप्यनुपन्यस्तं +भूतमयं +भूतमर्थं +भूतमसि +भूतमहेश्वरं +भूतमहेश्वरः +भूतमहेश्वरम् +भूतमाता +भूतमातुः +भूतमात्रं +भूतमात्रा +भूतमात्राः +भूतमात्रे +भूतमिति +भूतमित्यर्थः +भूतमिदं +भूतमेतत्सर्वमभिसम्पद्यते +भूतमेव +भूतम् +भूतम्‌ +भूतय +भूतयः +भूतयज्ञं +भूतयज्ञः +भूतयज्ञञ्च +भूतयज्ञो +भूतया +भूतये +भूतयो +भूतयोः +भूतयोनिं +भूतयोनिः +भूतयोनेः +भूतराजो +भूतराट् +भूतरात्रे +भूतल +भूतलं +भूतलमिति +भूतलमेव +भूतलम् +भूतलस्य +भूतलात् +भूतलादि +भूतलादौ +भूतले +भूतलेऽपि +भूतल् +भूतवच +भूतवच्च +भूतवती +भूतवत् +भूतवदुपचारः +भूतवर्गाश्च +भूतवस्तूत्पत्तिकर +भूतवादी +भूतवान् +भूतविद्धा +भूतविद्या +भूतविद्यां +भूतविनाशिनीम् +भूतविशेषसंघान् +भूतविशेषसङ्घान् +भूतविशेषाः +भूतविशेषाणां +भूतशब्द +भूतशब्दः +भूतशब्दस्य +भूतशब्दस्यात्र +भूतशब्देन +भूतशब्देनात्र +भूतशब्दो +भूतशब्दोऽत्र +भूतशब्दोऽत्राचिद्विशिष्टक्षेत्रज्ञपरः +भूतशुद्धिं +भूतशुद्धिः +भूतशुद्धौ +भूतशुद्ध्यादिकं +भूतश्च +भूतसंघाः +भूतसंघैः +भूतसंतापनो +भूतसंहारकारकः +भूतसङ्घानां +भूतसङ्घाश्च +भूतसन्तापनस्तथा +भूतसमुदायः +भूतसर्ग +भूतसर्गं +भूतसर्गः +भूतसर्गे +भूतसर्गो +भूतसर्गौ +भूतसाधनी +भूतसामान्यलक्षणाः +भूतसामान्ये +भूतसूक्ष्मं +भूतसूक्ष्मगतो +भूतसूक्ष्मम् +भूतसूक्ष्मसमापन्नं +भूतसूक्ष्माणां +भूतसूक्ष्माणि +भूतसूक्ष्मैः +भूतसूक्ष्मोपरक्तं +भूतसृष्टिः +भूतस्तु +भूतस्थः +भूतस्थो +भूतस्य +भूतस्याग्ने +भूतस्याध्यक्षेभ्यो +भूतस्यापि +भूतस्येति +भूतस्यैव +भूतस्योत्पन्नस्य +भूतहरः +भूतहितं +भूतहितार्थिना +भूतहिते +भूता +भूतां +भूतांशं +भूतांशः +भूतांशे +भूतांशो +भूताः +भूताकाश +भूताकाशं +भूताकाशः +भूताकाशमिति +भूताकाशस्य +भूताकाशस्यापि +भूताकाशे +भूताच +भूताच्च +भूतात् +भूतात्मकं +भूतात्मना +भूतात्मने +भूतात्मन् +भूतात्मा +भूतात्मानं +भूताथ +भूतादयः +भूतादि +भूतादिं +भूतादिः +भूतादिकं +भूतादिकानां +भूतादिना +भूतादिभिः +भूतादिमव्ययम् +भूतादिम् +भूतादिरिति +भूतादिर्ग्रसते +भूतादिर्महता +भूतादिश्चैव +भूतादिस्तु +भूतादीनां +भूतादेः +भूतादेस्तन्मात्रः +भूतादौ +भूताद्या +भूताधिपतये +भूताधिपतिः +भूताधिपतिरेष +भूतान +भूतानद्यतन +भूतानद्यतनपरोक्षे +भूतानद्यतने +भूताना +भूतानां +भूतानाञ्च +भूतानाम +भूतानामचरं +भूतानामधिपतिः +भूतानामधिपतिर्बभूव +भूतानामधिपती +भूतानामनुकम्पार्थं +भूतानामन्त +भूतानामन्तः +भूतानामन्तरात्मा +भूतानामपि +भूतानामभयं +भूतानाममृतत्वाय +भूतानामल्पद्रोहेण +भूतानामविहिंसकः +भूतानामवेष्टीर्जुहोति +भूतानामशुभं +भूतानामस्मि +भूतानामागतिं +भूतानामात्मा +भूतानामायुः +भूतानामिति +भूतानामिव +भूतानामिह +भूतानामीश्वरोऽपि +भूतानामुत्पत्तिरपि +भूतानामेव +भूतानाम् +भूतानि +भूतानी +भूतानीति +भूतानीत्यर्थः +भूतानीदं +भूतानीन्द्रियाणि +भूतानीव +भूतानुकम्पा +भूतानुकम्पी +भूतानुग्रहः +भूतानेि +भूतान् +भूतान्तरात्मा +भूतान्यत्येति +भूतान्यन्तरो +भूतान्यपि +भूतान्यभिक्षरन्ति +भूतान्यभिवर्तते +भूतान्यभीवर्तो +भूतान्यवन्ति +भूतान्यशेषेण +भूतान्या +भूतान्याकाशादीनि +भूतान्याकाशादेव +भूतान्यात्मत्वेन +भूतान्यात्मनि +भूतान्यात्मन्येवानुपश्यति +भूतान्यात्मैवाभूद्विजानतः +भूतान्यासन् +भूतान्युच्यन्ते +भूतान्युद्दिश्य +भूतान्युपजीवन्ति +भूतान्युपभोगः +भूतान्येतानि +भूतान्येव +भूतान्य् +भूतापहारिणम् +भूतापहारिणि +भूताभिषङ्गात् +भूताभिषङ्गादुद्वेगो +भूताभ्यां +भूतामिति +भूताम् +भूताय +भूताया +भूतायां +भूतायाः +भूताराग्रहविवरं +भूताराग्रहविवरम् +भूतार्थ +भूतार्थं +भूतार्थः +भूतार्थता +भूतार्थत्वात् +भूतार्थत्वेन +भूतार्थमपि +भूतार्थम् +भूतार्थवादः +भूतार्थवादो +भूतार्थविषयः +भूतार्थशोभाह्रियमाणनेत्राः +भूतार्थस्य +भूतार्थाद् +भूतार्थानां +भूतार्थे +भूतार्थो +भूतालयो +भूताली +भूतावचाकशत् +भूतावास +भूतावासं +भूतावासः +भूतावासमिमं +भूतावासो +भूताविष्टः +भूतावेशः +भूतावेशन्यायेन +भूताश्च +भूताश्चार्था +भूतास्ते +भूताहे +भूता॑नि॒ +भूता᳘नां +भूता᳘नि +भूता᳘न्यभि᳘क्षरन्ति +भूति +भूतिं +भूतिं॒ +भूतिः +भूतिक +भूतिकं +भूतिकः +भूतिकरं +भूतिकश्च +भूतिकाम +भूतिकामं +भूतिकामः +भूतिकामस्य +भूतिकामेन +भूतिकामैर्नरैर्नित्यं +भूतिकामो +भूतिति +भूतिदं +भूतिदः +भूतिदम् +भूतिदा +भूतिदो +भूतिना +भूतिभूषणम् +भूतिमङ्गे +भूतिमात्मनः +भूतिमान् +भूतिमिच्छता +भूतिम् +भूतिया +भूतिरसि +भूतिराजतनयहेलाराजकृते +भूतिरिति +भूतिरिव +भूतिर् +भूतिर्दध्ना +भूतिर्ध्रुवा +भूतिर्भवति +भूतिर्भस्म +भूतिर्भस्मनि +भूतिर्विशोकः +भूतिवर्धनम् +भूतिश्च +भूतिषु +भूतिसमुत्सुकेन +भूतिसितेन +भूतिहेतवः +भूती +भूतीकं +भूतु +भूतु॒ +भूतृणं +भूतृणम् +भूतृणे +भूते +भूतें +भूतेः +भूतेच्छदः +भूतेछदः +भूतेज्या +भूतेज्याः +भूतेति +भूतेन +भूतेनाविश +भूतेन्द्रिय +भूतेन्द्रियजयी +भूतेन्द्रियप्रकृतिवशिनो +भूतेन्द्रियमनसां +भूतेन्द्रियवशिनो +भूतेन्द्रियाणां +भूतेन्द्रियाणि +भूतेन्द्रियात्मकं +भूतेन्द्रियेषु +भूतेपि +भूतेभूते +भूतेभ्य +भूतेभ्यः +भूतेभ्यश्च +भूतेभ्यस् +भूतेभ्यस्त्वा +भूतेभ्यस्त्वेति +भूतेभ्यो +भूतेभ्योऽन्तरो +भूतेश +भूतेशं +भूतेशः +भूतेशस्य +भूतेशाय +भूतेशे +भूतेशो +भूतेश्वर +भूतेश्वरं +भूतेश्वरः +भूतेश्वराय +भूतेश्वरे +भूतेश्वरो +भूतेषु +भूतेषुऽ +भूतेषूत्कृष्टेषु +भूतेषूपजीवनीयं +भूतेष्टका +भूतेष्वपि +भूतेष्वलोलुप्त्वं +भूतेष्वात्मानं +भूतेष्विति +भूतेष्व् +भूतेऽपि +भूतेऽप्यर्थे +भूतेऽर्थे +भूतै +भूतैः +भूतैरिव +भूतैर्न +भूतैर्भूतानि +भूतैर्वा +भूतैव +भूतैश्च +भूतैश्चतुर्भिः +भूतैस्तु +भूतो +भूतों +भूतोंमें +भूतोत्पादक +भूतोपघातपरैव +भूतोपघाताय +भूतोपसृष्टानां +भूतोपहतचित्तेव +भूतोऽपि +भूतोऽमी +भूतौ +भूत् +भूत्तस्य +भूत्ते +भूत्त्वा +भूत्यर्थं +भूत्या +भूत्याः +भूत्याम् +भूत्या॑ +भूत्यै +भूत्यै॑ +भूत्यै॒ +भूत्र +भूत्रं +भूत्रम् +भूत्राणि +भूत्रे +भूत्व +भूत्वविता +भूत्ववि॒ता +भूत्वश्विना +भूत्वा +भूत्वां +भूत्वातिष्ठत् +भूत्वात्मन्येवात्मानं +भूत्वात्मानं +भूत्वात्र +भूत्वाथ +भूत्वानुव्यचलद् +भूत्वानुव्यचलन् +भूत्वाप +भूत्वापि +भूत्वासौ +भूत्वाहं +भूत्वाऽक्षरं +भूत्वाऽथ +भूत्वाऽन्येन +भूत्वाऽपि +भूत्वाऽहरत् +भूत्वाऽऽत्मन्येवाऽऽत्मानं +भूत्वी +भूत्वेति +भूत्वेत्यन्वय +भूत्वेत्यर्थः +भूत्वेत्यादि +भूत्वेदं +भूत्वेमं +भूत्वेह +भूत्वैतम् +भूत्वैव +भूत्वैवं +भूत्वोत्क्रान्तं +भूत्वोत्तरतस्तस्थौ +भूत्वोदतिष्ठन्यदेतत्साम +भूत्वोपयेमे +भूत्‌ +भूतꣳ +भूथ् +भूद +भूदत्र +भूदयं +भूदललिप्ताः +भूदसौ +भूदस्य +भूदान +भूदानं +भूदार +भूदि +भूदिति +भूदित्यत +भूदित्यर्जुनाभिप्रायः +भूदित्यर्थः +भूदित्याह +भूदित्येतदर्थम् +भूदित्येवं +भूदित्येवमर्थम् +भूदिन +भूदिनं +भूदिनानि +भूदिने +भूदिनैः +भूदिवसाः +भूदिवसानाम् +भूदेव +भूदेवं +भूदेवता +भूदेवम् +भूदेवा +भूदेवाः +भूदेवानां +भूदेवी +भूदेवो +भूदेव्या +भूदेव्याः +भूदेशे +भूदेष +भूद् +भूध +भूधर +भूधरं +भूधरः +भूधरकुलस्य +भूधरतामवेक्ष्य +भूधरपाचनम् +भूधरम् +भूधरस्य +भूधरा +भूधराः +भूधराख्ये +भूधराणां +भूधराणामधिपेन +भूधराणामुत +भूधरान् +भूधरे +भूधरो +भूधातुः +भूधातोः +भूधातौ +भूधात्री +भून +भूना +भूनाग +भूनागं +भूनागः +भूनागसत्त्व +भूनानि +भूनाम्न्येकाहे +भूनि +भूनिम्ब +भूनिम्बं +भूनिम्बः +भूनिम्बे +भूनिम्बो +भूने +भूनौ +भून् +भून्नरकं +भून्नाम +भून्नि +भून्मम +भून्मामालम्ब्य +भून्मे +भूप +भूपं +भूपः +भूपटः +भूपटे +भूपण +भूपणं +भूपतयः +भूपतये +भूपतयो +भूपति +भूपतिं +भूपतिः +भूपतित्वं +भूपतिना +भूपतिनिदेशकथां +भूपतिभिः +भूपतिम् +भूपतिरहं +भूपतिर् +भूपतिर्भवेत् +भूपतिर्वा +भूपतिश्च +भूपतिस्तस्याः +भूपती +भूपतीनां +भूपतीनाम् +भूपतीन् +भूपते +भूपतेः +भूपतेरपि +भूपतेर् +भूपतेस्तस्य +भूपतौ +भूपदी +भूपम् +भूपरि +भूपरिधि +भूपरिधिः +भूपरिधिचतुर्भागे +भूपरिधियोजन +भूपरिधेः +भूपरिध्याद्यध्यायः +भूपरीक्षा +भूपरीक्षां +भूपर्पटी +भूपवचः +भूपश्च +भूपस्य +भूपा +भूपांश्च +भूपाः +भूपाटली +भूपानां +भूपानाम् +भूपान् +भूपाय +भूपाल +भूपालं +भूपालः +भूपालरत्न +भूपालस्तं +भूपालस्य +भूपाला +भूपालाः +भूपालानां +भूपालिरागः +भूपाली +भूपाले +भूपालेन +भूपालैः +भूपालो +भूपाश्च +भूपास्ते +भूपीठं +भूपीठे +भूपुत्रे +भूपुर +भूपुरं +भूपुरे +भूपृ +भूपृष्ठ +भूपृष्ठं +भूपृष्ठजं +भूपृष्ठाच्च +भूपृष्ठे +भूपे +भूपेति +भूपेन +भूपेन्द्र +भूपेषु +भूपै +भूपैः +भूपो +भूपोऽपि +भूप्रदूषणं +भूप्रदेशः +भूप्रदेशस्य +भूप्रदेशे +भूप्रदेशो +भूबदरी +भूबिम्बं +भूबिम्बमालिखेत् +भूबिम्बे +भूब्र्भुवः +भूभर्तुः +भूभर्त्रा +भूभवभूतपूर्वैः +भूभा +भूभाग +भूभागं +भूभागः +भूभागस्य +भूभागाः +भूभागे +भूभागेषु +भूभाया +भूभारं +भूभारभूता +भूभारहरणं +भूभारहरणाय +भूभारहरणार्थं +भूभारहरणे +भूभावः +भूभावाभावः +भूभिं +भूभिः +भूभुक् +भूभुज +भूभुजः +भूभुजम् +भूभुजा +भूभुजां +भूभुजामपि +भूभुजाम् +भूभुजि +भूभुजे +भूभुजो +भूभुवः +भूभृत +भूभृतं +भूभृतः +भूभृतम् +भूभृता +भूभृतां +भूभृताम् +भूभृति +भूभृते +भूभृतो +भूभृत् +भूभृत्स +भूभृत्सु +भूभौ +भूभ्यः +भूम +भूमंडलं +भूमंडले +भूमः +भूमज्यायस्त्वाधिकरणम् +भूमण्डल +भूमण्डलं +भूमण्डलमिति +भूमण्डलम् +भूमण्डलस्य +भूमण्डले +भूमध्य +भूमध्यं +भूमध्यतः +भूमध्या +भूमध्यात् +भूमध्याद् +भूमध्ये +भूमनः +भूमना +भूमनि +भूमनिन्दाप्रशंसासु +भूमनो +भूमन् +भूमन्निति +भूमय +भूमयः +भूमये +भूमयो +भूमविद्यायां +भूमा +भूमाख्यं +भूमाधिकरणम् +भूमाधिपतिः +भूमानं +भूमानमगच्छत् +भूमानमुप +भूमानम् +भूमाय +भूमार्गः +भूमार्गेण +भूमार्थे +भूमावजृम्भयत +भूमावपातयत् +भूमावपि +भूमावप्येककेदारे +भूमावसपत्नमृद्धं +भूमावादीप्तायां +भूमाविति +भूमाविव +भूमावुन्मज्जति +भूमावेव +भूमाव् +भूमा॑ +भूमा॒ +भूमि +भूमिं +भूमिं॑ +भूमिं॒ +भूमिः +भूमिः॑ +भूमिकत्वानवस्थितत्वानि +भूमिकदम्बः +भूमिकम्पः +भूमिकम्पनम् +भूमिकम्पश्च +भूमिकम्पादीनि +भूमिकम्पाद्भुतावर्त्तः +भूमिकम्पानां +भूमिकम्पे +भूमिकम्पेन +भूमिकम्पो +भूमिकया +भूमिकर्षकरूपायाग्नय +भूमिका +भूमिकां +भूमिकाः +भूमिकाजयक्रमेण +भूमिकात्रितयं +भूमिकानां +भूमिकामारचयति +भूमिकामाह +भूमिकामिताः +भूमिकामेत्य +भूमिकाम् +भूमिकायां +भूमिकायाः +भूमिकायाम् +भूमिकासु +भूमिके +भूमिकेति +भूमिको +भूमिखंडे +भूमिखण्डः +भूमिखण्डे +भूमिगत +भूमिगतं +भूमिगता +भूमिगते +भूमिगतौ +भूमिगृहं +भूमिगृहे +भूमिचलने +भूमिचले +भूमिचालविचालिताः +भूमिच्छिद्र +भूमिज +भूमिजं +भूमिजः +भूमिजगुग्गुलुः +भूमिजम् +भूमिजम्बुः +भूमिजम्बुका +भूमिजम्बूः +भूमिजयक्रमेण +भूमिजयात् +भूमिजयादुभयाक्षेपपूर्वको +भूमिजा +भूमिजाः +भूमिजे +भूमिजो +भूमिञ्च +भूमितः +भूमितल +भूमितलं +भूमितले +भूमितल् +भूमितो +भूमित्वं +भूमित्वमुपयान्ति +भूमित्वम् +भूमिदं +भूमिदः +भूमिदम् +भूमिदस्य +भूमिदाता +भूमिदानं +भूमिदानफलं +भूमिदानमनुत्तमम् +भूमिदानसमं +भूमिदानस्य +भूमिदानात्परं +भूमिदाने +भूमिदानेन +भूमिदुन्दुभिम् +भूमिदेव +भूमिदेवत्यं +भूमिदेवा +भूमिदेवाः +भूमिदेवानां +भूमिदेवाश्च +भूमिदेशे +भूमिदैवत्यं +भूमिदो +भूमिधरः +भूमिप +भूमिपं +भूमिपः +भूमिपतयः +भूमिपति +भूमिपतिं +भूमिपतिः +भूमिपतित्वमीयात् +भूमिपतिना +भूमिपतिप्रधान +भूमिपतिर्विद्वांसं +भूमिपते +भूमिपतेः +भूमिपतौ +भूमिपम् +भूमिपरीक्षा +भूमिपस्य +भूमिपा +भूमिपाः +भूमिपानां +भूमिपाल +भूमिपालं +भूमिपालः +भूमिपालक +भूमिपालश्च +भूमिपालस्य +भूमिपाला +भूमिपालाः +भूमिपालानां +भूमिपालाश्च +भूमिपाले +भूमिपालेन +भूमिपालो +भूमिपुत्र +भूमिपुत्रः +भूमिपुत्रस्य +भूमिपुत्रे +भूमिपुत्रेण +भूमिपृष्ठे +भूमिपे +भूमिपैः +भूमिपो +भूमिप्रदानं +भूमिप्रदानस्य +भूमिबुध्नो +भूमिभर्तुः +भूमिभागं +भूमिभागः +भूमिभागाः +भूमिभागे +भूमिभुजा +भूमिभुजां +भूमिभुजो +भूमिभृतः +भूमिभृता +भूमिभृतां +भूमिभृत् +भूमिमंडलम् +भूमिमंडले +भूमिमण्डलम् +भूमिमण्डले +भूमिमत्येष्योजसा +भूमिमथो +भूमिमध्ये +भूमिमन्तरिक्षं +भूमिमयो +भूमिमवेक्षते +भूमिमसृजत +भूमिमान् +भूमिमाप्नुयात् +भूमिमारभ्य +भूमिमालभते +भूमिमावृत्य +भूमिमासाद्य +भूमिमाह +भूमिमिति +भूमिमुद्भिद्य +भूमिमुपादाय +भूमिमें +भूमिमेतामुरुव्यचसं +भूमिम् +भूमिय +भूमियज्ञ +भूमियों +भूमिरङ्गं +भूमिरन्तरिक्षं +भूमिरपि +भूमिरसि +भूमिरस्ति +भूमिरस्य +भूमिरा +भूमिरापः +भूमिरापस्तथा +भूमिरापो +भूमिरापोऽनलः +भूमिरापोऽनलो +भूमिरावपनं +भूमिरिति +भूमिरित्यर्थः +भूमिरियं +भूमिरिव +भूमिरुक्ता +भूमिरुच्यते +भूमिरुदकं +भूमिरुवाच +भूमिरूपा +भूमिरूर्ध्वमधित्यका +भूमिरेव +भूमिरेषा +भूमिर् +भूमिर्दिशः +भूमिर्देया +भूमिर्धूम्रा +भूमिर्न +भूमिर्भवति +भूमिर्भूत्वा +भूमिर्भूमिमगान्माता +भूमिर्भूम्ना +भूमिर्भूम्नेति +भूमिर्माता +भूमिर्यत्र +भूमिर्या +भूमिर्वा +भूमिर्वि +भूमिर्व्यवस्थाप्यते +भूमिर्हि +भूमिलग्नमिव +भूमिलाभं +भूमिलाभः +भूमिलाभश्च +भूमिलोके +भूमिवत् +भूमिवलये +भूमिवशेन +भूमिविस्तारं +भूमिशयः +भूमिशयांश्चैव +भूमिशय्या +भूमिशय्यासनादिषु +भूमिशायी +भूमिशास्त्रम् +भूमिशुद्धिः +भूमिश् +भूमिश्च +भूमिश्चैव +भूमिषु +भूमिष्ट्वा +भूमिष्ठ +भूमिष्ठं +भूमिष्ठः +भूमिष्ठा +भूमिष्ठानिव +भूमिष्ठे +भूमिष्ठो +भूमिसंस्थिताः +भूमिसन्धिः +भूमिसमं +भूमिसुतः +भूमिसुतस्य +भूमिसुते +भूमिसुतो +भूमिस् +भूमिस्तत्र +भूमिस्तथा +भूमिस्तदा +भूमिस्तस्य +भूमिस्तावद्यानेन +भूमिस्तु +भूमिस्थ +भूमिस्थं +भूमिस्था +भूमिहर्ता +भूमि॑म् +भूमी +भूमीं +भूमीः +भूमीः॑ +भूमीए +भूमीनां +भूमीभृताम् +भूमीरुत +भूमीर् +भूमीर्धारयन् +भूमीषु +भूमे +भूमें +भूमेः +भूमेति +भूमेरधः +भूमेरपत्यं +भूमेरपि +भूमेरर्द्धं +भूमेरस्या +भूमेरिति +भूमेरुन्नतभागास्तत्राक्षच्छायया +भूमेरुपरि +भूमेरेव +भूमेर् +भूमेर्गन्धं +भूमेर्भरम् +भूमेर्मध्ये +भूमेश्च +भूमेस् +भूमेस्तु +भूमेिं +भूमै +भूमैव +भूमैौ +भूमो +भूमौ +भूम्न +भूम्नः +भूम्ना +भूम्नि +भूम्ने +भूम्नो +भूम्न्यर्थ +भूम्न्यर्थे +भूम्न्येव +भूम्य +भूम्यः +भूम्यनन्तरः +भूम्यनन्तराः +भूम्यनृतं +भूम्यनृते +भूम्यन्तं +भूम्यम् +भूम्यर्थं +भूम्यर्थे +भूम्यर्द्धं +भूम्यर्द्धे +भूम्या +भूम्यां +भूम्यां॑ +भूम्याः +भूम्याः॑ +भूम्याक्रमणम् +भूम्यादि +भूम्यादिकं +भूम्यादिशब्दैः +भूम्यादिषु +भूम्यादीनां +भूम्यादीनि +भूम्यादौ +भूम्यामधि +भूम्यामलकी +भूम्यामलक्यां +भूम्यामलक्याम् +भूम्यामली +भूम्याम् +भूम्याश्च +भूम्यासनं +भूम्या॑ +भूम्या॑म् +भूम्या॒ +भूम्युपरि +भूम्यै +भूम्यै॑ +भूम्यो +भूम्योः +भूम्य् +भूम्रा +भूम॑ +भूम॑नः +भूम॒ +भूय +भूयं +भूयः +भूयःसु +भूयः॑ +भूयएव +भूयत +भूयतां +भूयताम् +भूयते +भूयन्ते +भूयमानं +भूयशः +भूयश् +भूयश्च +भूयश्चान्ते +भूयश्चापि +भूयश्चास्य +भूयश्चैव +भूयश्व +भूयस +भूयसः +भूयसा +भूयसां +भूयसामपि +भूयसाम् +भूयसि +भूयसी +भूयसीं +भूयसीः +भूयसीदक्षिणादानं +भूयसीनां +भूयसीम् +भूयसीर् +भूयसीषु +भूयसे +भूयसेति +भूयसो +भूयस् +भूयस्कृद् +भूयस्तं +भूयस्ततो +भूयस्तत्कालकान्तिद्विगुणितसुरतप्रीतिना +भूयस्तत्र +भूयस्तथा +भूयस्तदा +भूयस्तपस्वी +भूयस्तया +भूयस्तरां +भूयस्तरे +भूयस्तव +भूयस्तस्य +भूयस्ता +भूयस्तां +भूयस्तु +भूयस्ते +भूयस्तेन +भूयस्तेनैव +भूयस्त्वं +भूयस्त्वमर्थस्य +भूयस्त्वमिति +भूयस्त्वमेव +भूयस्त्वम् +भूयस्त्वया +भूयस्त्वां +भूयस्त्वात् +भूयस्त्वात्त्वनुबन्धः +भूयस्त्वे +भूयस्त्वेन +भूयस्यः +भूयस्या +भूयस्यां +भूयस्येहि +भूयस्यो +भूयस्स +भूयस्सु +भूया +भूयाँ +भूयां +भूयांश्च +भूयांस +भूयांसं +भूयांसः +भूयांसमर्थं +भूयांसश्च +भूयांसि +भूयांसो +भूयाः +भूयाच्च +भूयात् +भूयात्ते +भूयात्सदा +भूयात्‌ +भूयाथ् +भूयादिति +भूयादित्यर्थः +भूयादिदं +भूयाद् +भूयाद्यत्र +भूयाद्यो +भूयानपि +भूयानिति +भूयानिव +भूयान् +भूयान्न +भूयान्नो +भूयान्भवति +भूयान्मम +भूयान्मयो +भूयान्मे +भूयाम +भूयाम्̇सो +भूयाय +भूयास +भूयासँ +भूयासं +भूयासं॒ +भूयासमतीर्णानां +भूयासमदितिरिव +भूयासमधरे +भूयासमस्य +भूयासमिति +भूयासमित्यर्थः +भूयासमुत्तम +भूयासमुत्तमः +भूयासम् +भूयासम्इति +भूयासि +भूयासुः +भूयासुर्योऽस्मान् +भूयासुर्योऽस्मान्द्वेष्टि +भूयास् +भूयास्त +भूयास्तं +भूयास्तम् +भूयास्तां +भूयास्ताम् +भूयास्म +भूयास्मेति +भूयासꣳ +भूया॒ +भूयाꣳस +भूयाꣳसो +भूयिष्टं +भूयिष्ठ +भूयिष्ठं +भूयिष्ठः +भूयिष्ठता +भूयिष्ठभाक्तमः +भूयिष्ठभाजो +भूयिष्ठमन्नं +भूयिष्ठमन्यविषया +भूयिष्ठमेभिरेव +भूयिष्ठम् +भूयिष्ठस्य +भूयिष्ठा +भूयिष्ठां +भूयिष्ठाः +भूयिष्ठानि +भूयिष्ठाम् +भूयिष्ठे +भूयिष्ठेन +भूयिष्ठैः +भूयिष्ठो +भूयि॑ष्ठां +भूयु +भूये +भूयेत +भूयो +भूयोदर्शनं +भूयोदर्शनगम्या +भूयोदर्शनस्य +भूयोदर्शनेन +भूयोपि +भूयोभावाय +भूयोभिः +भूयोभिजायत +भूयोभूय +भूयोभूयः +भूयोभूयश्च +भूयोभूयो +भूयोविद्यः +भूयोऽ +भूयोऽत्र +भूयोऽथ +भूयोऽधिकं +भूयोऽनुव्याख्यास्यामि +भूयोऽन्यज्ज्ञातव्यमवशिष्यते +भूयोऽन्यदिने +भूयोऽन्यया +भूयोऽपि +भूयोऽप्यस्य +भूयोऽप्याह +भूयोऽप्येवं +भूयोऽप्येवमिति +भूयोऽप्येषु +भूयोऽप्य् +भूयोऽभिजायते +भूयोऽभिवर्धते +भूयोऽयं +भूयोऽस्ति +भूयोऽस्तीति +भूयोऽस्य +भूयोऽहं +भूयो॑ +भूयो॑भूयः॒ +भूय॑ +भूय॑सः +भूय॑सा +भूय॑सीः +भूय॒ +भूर +भूरग्नये +भूरग्निं +भूरचला +भूरध +भूरधो +भूरपि +भूरभूत् +भूरमेध्या +भूरयः +भूरयो +भूरसि +भूरसीति +भूरा +भूरागांव +भूरादयः +भूरादयो +भूरादि +भूरादीनां +भूरादेशः +भूराद्यांश्चतुरो +भूरि +भूरिं +भूरिः +भूरिकर्मणे +भूरिकर्मा +भूरिणा +भूरितमसो +भूरितरं +भूरिति +भूरिति॒ +भूरितेजसः +भूरितेजसम् +भूरित्यग्नौ +भूरित्यर्थः +भूरित्युपतिष्ठेत +भूरित्येव +भूरिद +भूरिदः +भूरिदक्षिण +भूरिदक्षिणः +भूरिदक्षिणम् +भूरिदक्षिणा +भूरिदक्षिणाः +भूरिदक्षिणान् +भूरिदक्षिणाम् +भूरिदक्षिणैः +भूरिदा +भूरिदाः +भूरिदानं +भूरिदावत्तरा +भूरिदावा +भूरिद्युम्नः +भूरिद्युम्नो +भूरिद्रविणतेजसाम् +भूरिधनाः +भूरिधायसम् +भूरिपुत्रा +भूरिप्रयोगः +भूरिफेना +भूरिभागा +भूरिभारः +भूरिभारेण +भूरिभिः +भूरिभेदं +भूरिम् +भूरियं +भूरियम् +भूरिरेतसा +भूरिरेताः +भूरिर्भूरिश्रवाः +भूरिलाभं +भूरिव +भूरिवर्पसः +भूरिवर्पसम् +भूरिवारं +भूरिविक्रमः +भूरिश +भूरिशः +भूरिशालैः +भूरिशृंगा +भूरिशृङ्गा +भूरिशृङ्गाः +भूरिशो +भूरिश्च +भूरिश्रवसः +भूरिश्रवसमाहवे +भूरिश्रवसमेव +भूरिश्रवसा +भूरिश्रवसि +भूरिश्रवसो +भूरिश्रवा +भूरिश्रवाः +भूरिश्रवास्तथा +भूरिषु +भूरिस्थात्रां +भूरिह +भूरिऽभिः +भूरि॑ +भूरि॑भिः +भूरि॑रेतसा +भूरि॑शृङ्गा +भूरि॒ +भूरि॒दाव्न॒ +भूरि॒ह +भूरी +भूरीणि +भूरीति +भूरी॑णि +भूरी॑णि॒ +भूरुज्जयिन्याः +भूरुत्पत्तिर्यस्य +भूरुहः +भूरुहमयानि +भूरुहा +भूरुहां +भूरुहाः +भूरुहाणां +भूरुहाम् +भूरुहे +भूरुहो +भूरूपं +भूरूपा +भूरे +भूरेः +भूरेः॑ +भूरेर् +भूरेव +भूरेषा +भूरे॑ः +भूरे॑र॒या +भूरौ +भूर् +भूर्ज +भूर्जं +भूर्जः +भूर्जत्वचः +भूर्जत्वचो +भूर्जपत्र +भूर्जपत्रं +भूर्जपत्रे +भूर्जपत्रेण +भूर्जपत्रेषु +भूर्जयन्तं +भूर्जलं +भूर्जले +भूर्जवृक्षः +भूर्जवृक्षे +भूर्जे +भूर्जो +भूर्ज्जपत्रे +भूर्ज्जवृक्षः +भूर्ज्जे +भूर्णय +भूर्णयः +भूर्णये +भूर्णिं +भूर्णिः +भूर्ण॑यः +भूर्ण॑ये +भूर्न +भूर्नित्या +भूर्भवति +भूर्भुव +भूर्भुवं +भूर्भुवः +भूर्भुवःसुवः +भूर्भुवःसुवरोमिति +भूर्भुवःस्वः +भूर्भुवःस्वराख्यं +भूर्भुवःस्वरिति +भूर्भुवःस्वश्च +भूर्भुवःस्वस्तरुस्तारः +भूर्भुवस्तत्सवितुर्वरेण्यं +भूर्भुवस्सुवः +भूर्भुवस्सुवरोमिति +भूर्भुवस्सुवस्स्वाहा +भूर्भुवस्स्वः +भूर्भुवस्स्वरिति +भूर्भुवादिकम् +भूर्भुव॒ +भूर्भुव॒स्सुवः॑ +भूर्भूमिः +भूर्मा +भूर्या +भूर्युपद्र +भूर्योजा +भूर्योजाः +भूर्य् +भूर्लोक +भूर्लोकं +भूर्लोकः +भूर्लोकस्य +भूर्लोके +भूर्लोको +भूर्लोकोऽथ +भूर्लोकोऽयं +भूर्वा +भूर्वायुरग्निश्च +भूर॑यः +भूल +भूलं +भूलग्नं +भूलग्ना +भूलता +भूला +भूलाभं +भूले +भूलोक +भूलोकं +भूलोकः +भूलोकम् +भूलोकश्च +भूलोकस्य +भूलोकात् +भूलोके +भूव +भूवं +भूवः +भूवति +भूवनः +भूवन् +भूवन्निति +भूवन्नित्यर्थः +भूवन्भङ्गुरा +भूवमहं +भूवमिति +भूवम् +भूवराह +भूवलयं +भूवलये +भूवल्लभ +भूवशात् +भूवा +भूवादयः +भूवादयो +भूवादि +भूवादिः +भूवादिगण +भूवादिगणः +भूवादिषु +भूवादिसूत्रे +भूवादीनां +भूवादौ +भूवायुरावह +भूवायौ +भूवि +भूविज्ञानम् +भूविज्ञानसम्बद्धाः +भूविज्ञानस्य +भूविज्ञानी +भूविवरं +भूविवरे +भूविस्तृतेः +भूविस्मयाः +भूवृत्तं +भूवृत्तपादे +भूवे +भूवेति +भूवौ +भूव् +भूव्या +भूव्याई +भूव्यास +भूव्यासः +भूव्यासहीनं +भूव्यासाधं +भूव्यासार्ध +भूव्यासार्धम् +भूव्यासार्धेन +भूव्यासेन +भूव्यासो +भूश +भूशक्रस्य +भूशयनं +भूशयो +भूशय्या +भूशय्यां +भूशायी +भूशुद्धिं +भूशोधनं +भूश्च +भूष +भूषण +भूषणं +भूषणः +भूषणतां +भूषणत्वं +भूषणपर्याप्तिवारणेषु +भूषणपर्याप्तिशक्तिवारणवाचकम् +भूषणभट्टः +भूषणभूष्यभावः +भूषणभेदे +भूषणमिति +भूषणमिव +भूषणमुपक्षिप्तम् +भूषणमेव +भूषणम् +भूषणयोजनम् +भूषणस्य +भूषणा +भूषणाः +भूषणाच्छादनादिकम् +भूषणाच्छादनादिभिः +भूषणाच्छादनाशनैः +भूषणादि +भूषणादिकम् +भूषणादीनां +भूषणादौ +भूषणाद्यं +भूषणाना +भूषणानां +भूषणानाञ्च +भूषणानि +भूषणानीति +भूषणान्तरे +भूषणान्यपि +भूषणाय +भूषणार्थं +भूषणार्थे +भूषणे +भूषणेन +भूषणेषु +भूषणेऽलम् +भूषणै +भूषणैः +भूषणैरपि +भूषणैरिव +भूषणैर् +भूषणैर्भूषितं +भूषणैश्च +भूषणो +भूषणों +भूषणोत्तमभूषितम् +भूषणोत्तमैः +भूषत +भूषतम् +भूषति +भूषतु +भूषथः +भूषन +भूषन् +भूषन्ति +भूषन्त्यस्य +भूषन्त्य् +भूषय +भूषयति +भूषयतीति +भूषयते +भूषयन्ताविमं +भूषयन्ति +भूषयन्तौ +भूषया +भूषयामास +भूषयितव्याश्च +भूषयित्वा +भूषयेत् +भूषयेद् +भूषसि +भूषा +भूषां +भूषाः +भूषाणां +भूषाम्बराणि +भूषायां +भूषायाम् +भूषायै +भूषार्थं +भूषाश्च +भूषासु +भूषास्थानविपर्ययः +भूषि +भूषित +भूषितं +भूषितः +भूषितनिःशेषपरिजनं +भूषितम् +भूषिता +भूषितां +भूषिताः +भूषिताङ्गं +भूषितानां +भूषितानि +भूषितान् +भूषिताम् +भूषिते +भूषितेन +भूषितै +भूषितैः +भूषितो +भूषितौ +भूषु +भूषे +भूषेति +भूषेम +भूष्णुः +भूष्य +भूष्यते +भूष्यन्ते +भूष॑न् +भूसमं +भूसममेव +भूसारिका +भूसु +भूसुतः +भूसुते +भूसुतो +भूसुधियो +भूसुधियोः +भूसुर +भूसुरः +भूसुरम् +भूसुरा +भूसुराः +भूसुराणां +भूसुरान् +भूसुराय +भूसुरे +भूसुरैः +भूसुरो +भूसुरोत्तम +भूसुवोः +भूसुवोस्तिङि +भूसूक्त +भूसूक्तं +भूसूक्तेन +भूसेना +भूस् +भूस्खलनेन +भूस्तत्सवितुर्वरेण्यं +भूस्तया +भूस्तरे +भूस्तृण +भूस्तृणं +भूस्तृणो +भूस्ते +भूस्त्वं +भूस्त्वयि +भूस्थं +भूस्थः +भूस्था +भूस्थो +भूस्प +भूस्वामिनः +भूस्वामी +भूस्स्वाहा +भू॑यासं॒ +भू॑यासम् +भू॑यास॒ +भू॒त +भू॒तं +भू॒तम् +भू॒तस्य॑ +भू॒तस्य॒ +भू॒ता +भू॒तानां +भू॒तानां॒ +भू॒तानि॑ +भू॒तानि॒ +भू॒तु॒ +भू॒ते +भू॒तेभ्यः॑ +भू॒तो +भू॒त् +भू॒त्वा +भू॒त्वी +भू॒त॒ +भू॒त॒म् +भू॒ना +भू॒मा +भू॒म्ने +भू॒म॒ +भू॒या +भू॒याः +भू॒याः॒ +भू॒याम॑ +भू॒ष॒ति॒ +भू॒ष॒न्ति॒ +भू꣢꣯रि꣣यो꣤꣯जाः꣥ +भू꣣त꣢म् +भृ +भृंगिणं +भृंगिणा +भृंगी +भृकुटि +भृकुटिं +भृकुटिः +भृकुटी +भृकुटीं +भृकुटीकुटिलं +भृग +भृगं +भृगः +भृगव +भृगवः +भृगवश्च +भृगवाणे +भृगवे +भृगवो +भृगु +भृगुं +भृगुः +भृगुकच्छ +भृगुकच्छं +भृगुकच्छे +भृगुकुले +भृगुकुलोद्वह +भृगुकुलोद्वहः +भृगुक्षेत्रं +भृगुक्षेत्रे +भृगुजः +भृगुजस्य +भृगुजे +भृगुजेन +भृगुजो +भृगुणा +भृगुतनये +भृगुतीर्थं +भृगुतीर्थे +भृगुतुङ्गं +भृगुतुङ्गे +भृगुदृष्टिफलम् +भृगुनंदनः +भृगुनन्दन +भृगुनन्दनः +भृगुनन्दनम् +भृगुनन्दने +भृगुपति +भृगुपतियशोवर्त्म +भृगुपत्नी +भृगुपुत्रः +भृगुपुत्रस्य +भृगुपुत्रे +भृगुपुत्रो +भृगुप्रधान +भृगुप्रसादेन +भृगुप्रोक्तायां +भृगुफलमाह +भृगुफलम् +भृगुबुधयोः +भृगुबुधसौराः +भृगुबुधौ +भृगुभिः +भृगुभिर्द्रविणोदा +भृगुमङ्गिरसं +भृगुमहर्षेः +भृगुम् +भृगुरत्रिर्वसिष्ठश्च +भृगुरपि +भृगुरहं +भृगुरुवाच +भृगुरेव +भृगुर् +भृगुर्न +भृगुर्भवो +भृगुर्मरीचिश्च +भृगुर्वै +भृगुवंश +भृगुवंशविवर्धन +भृगुवंशीय +भृगुवर्य +भृगुवल्यां +भृगुवल्लयध्याये +भृगुवल्ली +भृगुवल्ल्या +भृगुवल्ल्यां +भृगुवारे +भृगुवासरे +भृगुशापेन +भृगुशार्दूल +भृगुशार्दूलः +भृगुश्च +भृगुश्चैव +भृगुश्रेष्ठ +भृगुश्रेष्ठं +भृगुश्रेष्ठः +भृगुषु +भृगुसंहिता +भृगुसत्तम +भृगुसत्तमः +भृगुसुतः +भृगुसुते +भृगुस्तथा +भृगुस्तदा +भृगुस्तु +भृगूणां +भृगूणामङ्गिरसां +भृगूणाम् +भृगूत्तम +भृगूत्तमः +भृगूद्वह +भृगूद्वहः +भृगून् +भृगे +भृगो +भृगोः +भृगोर् +भृगोर्दिने +भृगोर्वारे +भृगोश्च +भृगोश्चरुविपर्यासे +भृगोस्तथा +भृगोस्तु +भृगौ +भृग्वङ्गिरसः +भृग्वङ्गिरसां +भृग्वङ्गिरसो +भृग्वङ्गिराः +भृग्वङ्गिरोमयं +भृग्वङ्गिरोमयम् +भृग्वङ्गिरोवित् +भृग्वङ्गिरोविदा +भृग्वङ्गिरोविद्भ्यः +भृग्वादय +भृग्वादयः +भृग्वादयस्तु +भृग्वादयो +भृग्वादिभिः +भृग्वादीनां +भृग्वाद्या +भृग्वाद्याः +भृग्वाद्याश्च +भृग॑वः +भृग॑वो +भृग॑वो॒ +भृङ्ग +भृङ्गं +भृङ्गः +भृङ्गम् +भृङ्गयुवा +भृङ्गरजस्य +भृङ्गरजो +भृङ्गरसे +भृङ्गराज +भृङ्गराजं +भृङ्गराजः +भृङ्गराजरसं +भृङ्गराजरसेन +भृङ्गराजरसेनापि +भृङ्गराजरसैः +भृङ्गराजवृक्षः +भृङ्गराजश्च +भृङ्गराजस्य +भृङ्गराजे +भृङ्गराजेन +भृङ्गराजैस्तथा +भृङ्गराजो +भृङ्गराट् +भृङ्गवत् +भृङ्गश्च +भृङ्गस्य +भृङ्गा +भृङ्गाः +भृङ्गाणां +भृङ्गान् +भृङ्गार +भृङ्गारं +भृङ्गारः +भृङ्गारी +भृङ्गारे +भृङ्गाली +भृङ्गावली +भृङ्गिं +भृङ्गिणं +भृङ्गिणः +भृङ्गिणा +भृङ्गिणि +भृङ्गिमहाकालौ +भृङ्गिरिटिः +भृङ्गी +भृङ्गीश +भृङ्गीशः +भृङ्गीशाय +भृङ्गे +भृङ्गेण +भृङ्गेष्टा +भृङ्गैः +भृङ्गो +भृङ्गौ +भृजी +भृज् +भृज्जति +भृज्जते +भृज्जन्ति +भृञ +भृञः +भृञामित् +भृञो +भृञोऽसंज्ञायाम् +भृञ् +भृञ्ञः +भृट् +भृत +भृतं +भृतः +भृतक +भृतकं +भृतकः +भृतकस्य +भृतका +भृतकाध्यापकः +भृतकाध्यापको +भृतकाध्यापितस्तथा +भृतकाय +भृतकेन +भृतको +भृतम् +भृतयः +भृतयो +भृतस्तेषां +भृतस्य +भृता +भृतां +भृताः +भृतानां +भृतानि +भृताम् +भृति +भृतिं +भृतिः +भृतिकया +भृतिदानेन +भृतिभोगयोः +भृतिम् +भृतिरूपेण +भृतिर्वेतनं +भृतिस्तुष्ट्या +भृतीनां +भृतृवृजि +भृतॄवृजि +भृतॄवृजिधारिसहितपिदमः +भृते +भृतो +भृतौ +भृत् +भृत्य +भृत्यं +भृत्यः +भृत्यता +भृत्यतां +भृत्यत्वं +भृत्यत्वे +भृत्यद्वारा +भृत्यभरणं +भृत्यभावेन +भृत्यम् +भृत्यर्थं +भृत्यवत् +भृत्यवर्गस्य +भृत्यवर्गाश्च +भृत्यवर्गे +भृत्यवर्गेषु +भृत्यवृत्तये +भृत्यश्च +भृत्यश्चोत्तरदायकः +भृत्यस्य +भृत्या +भृत्याँश्च +भृत्यां +भृत्यांश्च +भृत्याः +भृत्यादिषु +भृत्यादीन् +भृत्यादेः +भृत्यादेर्निकृष्टस्य +भृत्यादौ +भृत्यानां +भृत्यानाञ्च +भृत्यानाम् +भृत्यान् +भृत्याम् +भृत्याय +भृत्याश्च +भृत्यास्ते +भृत्ये +भृत्येन +भृत्येभ्यः +भृत्येभ्यो +भृत्येषु +भृत्यै +भृत्यैः +भृत्यैर् +भृत्यैश्च +भृत्यैस्तावानृशंस्यं +भृत्यो +भृत्यों +भृत्योऽर्हो +भृत्योऽहं +भृत्यौ +भृत्वा +भृथम् +भृथे +भृमयो +भृमिं +भृमिः +भृमृदृशि +भृश +भृशं +भृशः +भृशकोपनाः +भृशतरं +भृशदारुणः +भृशदारुणम् +भृशदारुणाः +भृशदारुणे +भृशदाहपाकवान् +भृशदुःखितः +भृशदुःखितम् +भृशदुःखिता +भृशदुःखिताः +भृशदुःखिताम् +भृशदुःखितौ +भृशदुर्गन्धि +भृशदुश्चिकित्स्यं +भृशदुष्टं +भृशपीडितः +भृशम +भृशमक्षेत्रपतितः +भृशमतिनिष्ठुरोऽतिशूरः +भृशमतिशयेन +भृशमत्यर्थं +भृशमत्यर्थवेदनः +भृशमपि +भृशमरतिं +भृशमार्ताः +भृशमिति +भृशमिह +भृशमीक्षते +भृशमुद्विग्ना +भृशमेति +भृशम् +भृशविह्वलः +भृशविह्वला +भृशशीतलम् +भृशश्चैव +भृशसंक्रुद्धो +भृशस्विदः +भृशा +भृशातुरः +भृशातुरम् +भृशातुरा +भृशातुराः +भृशादिभ्यः +भृशादिभ्यो +भृशादिषु +भृशादिष्वितराणि +भृशायते +भृशार्त्तिः +भृशार्थश्च +भृशार्थे +भृशार्थो +भृशाहतः +भृशि +भृशु +भृशे +भृशो +भृशोष्णं +भृशोष्मता +भृशोष्मा +भृश्य +भृश्यति +भृषीष्ट +भृष्ट +भृष्टं +भृष्टः +भृष्टतण्डुलः +भृष्टधान्यम् +भृष्टयवाः +भृष्टयवान् +भृष्टा +भृष्टां +भृष्टाः +भृष्टानां +भृष्टानि +भृष्टान् +भृष्टिः +भृष्टो +भृष्ट्वा +भॄ +भे +भेंट +भेः +भेक +भेकं +भेकः +भेकवर्णो +भेकस्य +भेका +भेकाः +भेकानां +भेकाभः +भेकी +भेकुरयो +भेके +भेकेन +भेकैः +भेको +भेग +भेज +भेजकर +भेजतुः +भेजते +भेजना +भेजने +भेजा +भेजाते +भेजानासः +भेजानो +भेजिथ +भेजिर +भेजिरे +भेजी +भेजुः +भेजुर्मां +भेजे +भेजें +भेट +भेड़ +भेड़िया +भेडाघाट +भेडाघाट् +भेण्डा +भेत +भेतव्यं +भेतव्यमिति +भेतव्यम् +भेतव्ये +भेता +भेति +भेत् +भेत्तव्यं +भेत्तव्यम् +भेत्ता +भेत्तारं +भेत्तारम् +भेत्तारो +भेत्तुं +भेत्तुमर्हति +भेत्तुम् +भेत्तृत्वं +भेत्स्यति +भेत्स्यतीति +भेत्स्यते +भेत्स्यन्ति +भेत्स्यामि +भेद +भेदं +भेदः +भेदक +भेदकं +भेदकः +भेदकत्वं +भेदकत्वम् +भेदकत्वात् +भेदकथनं +भेदकमाह +भेदकमिति +भेदकम् +भेदकरणं +भेदकलना +भेदकल्पनया +भेदकल्पना +भेदकल्पनेति +भेदकस्य +भेदका +भेदकाः +भेदकातिशयोक्तिः +भेदकानि +भेदकारणं +भेदकारणम् +भेदकारि +भेदकार्यं +भेदकाले +भेदकृत् +भेदके +भेदकैः +भेदको +भेदग्रह +भेदग्रहः +भेदग्रहणरूपेण +भेदग्रहरूपेण +भेदग्रहस्य +भेदग्रहात् +भेदग्रहे +भेदग्रहो +भेदचतुष्टयं +भेदचतुष्टयम् +भेदजं +भेदजातं +भेदज्ञानं +भेदज्ञानम् +भेदज्ञानस्य +भेदज्ञाने +भेदतः +भेदता +भेदति +भेदतो +भेदत्रयं +भेदत्रयम् +भेदत्वात् +भेदत्वे +भेदत्वेन +भेददण्डाभ्यां 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+भेदवत् +भेदवन्तः +भेदवर्जितम् +भेदवाक्यं +भेदवाक्यानां +भेदवादः +भेदवादनयेन +भेदवादिनः +भेदवादिनां +भेदवादी +भेदवानिव +भेदवान् +भेदविवक्षया +भेदविवक्षायां +भेदव्यपदेशः +भेदव्यपदेशश्च +भेदव्यपदेशाच्च +भेदव्यपदेशाच्चान्यः +भेदव्यपदेशात् +भेदव्यपदेशो +भेदव्यवहारः +भेदव्यवहारस्य +भेदव्यवहारे +भेदशङ्कया +भेदशब्दस्य +भेदश् +भेदश्च +भेदश्रुति +भेदश्रुतीनां +भेदश्रुतेः +भेदश्रुतेश्च +भेदश्रुत्यर्थ +भेदसत्त्वे +भेदसमाः +भेदसमुच्चयार्थः +भेदसम्बन्धेन +भेदसाधनं +भेदसाधने +भेदसाध्या +भेदसिद्धिः +भेदसिद्धिरिति +भेदसिद्धेः +भेदसिद्धौ +भेदसे +भेदस् +भेदस्तत्र +भेदस्तथा +भेदस्तथापि +भेदस्तमसोऽष्टविधो +भेदस्तव +भेदस्तु +भेदस्य +भेदस्यापि +भेदस्येति +भेदस्यैव +भेदहेतवः +भेदहेतुः +भेदहेतुर्वा +भेदहेतोरभावतः +भेदा +भेदांशं +भेदांश्च +भेदाः +भेदाख्यं +भेदाख्यानाय +भेदाग्रह +भेदाग्रहः +भेदाग्रहस्य +भेदाग्रहात् +भेदाग्रहे +भेदाग्रहो +भेदाच् +भेदाच्च +भेदात् +भेदात्परं +भेदात्सुगतौ +भेदात्‌ +भेदादि +भेदादिकं +भेदादिति +भेदादिहोपपन्नाः +भेदादेव +भेदाद् +भेदाधिष्ठानत्वात् +भेदाधिष्ठानस्य +भेदानां +भेदानामिति +भेदानाम् +भेदानाह +भेदानि +भेदानुपपत्तेः +भेदान् +भेदान्तरं +भेदान्तरमपि +भेदान्तरमाह +भेदान्तरमुदाहर्तुमाह +भेदान्न +भेदान्नरकेषूपपद्यते +भेदान्नेति +भेदापगमे +भेदापत्तेः +भेदाभाव +भेदाभावः +भेदाभावात् +भेदाभावाद् +भेदाभावान्न +भेदाभावे +भेदाभावेन +भेदाभावेऽपि +भेदाभिधानात् +भेदाभेद +भेदाभेदः +भेदाभेदतुल्यत्वे +भेदाभेदयोः +भेदाभेदयोश्च +भेदाभेदवादं +भेदाभेदाभ्यां +भेदाभेदाभ्युपगमे +भेदाभेदाविति +भेदाभेदावेकत्र +भेदाभेदे +भेदाभेदेन +भेदाभेदो +भेदाभेदौ +भेदाभ्यां +भेदाय +भेदार्थ +भेदावभास +भेदावभासः +भेदाविति +भेदाविशेषेऽपि +भेदावुभौ +भेदाशी +भेदाश्च +भेदाश्रया +भेदाश्रयो +भेदाष्टकस्य +भेदास् +भेदास्तस्य +भेदास्तु +भेदास्ते +भेदास्तेषां +भेदि +भेदिका +भेदिकेति +भेदित +भेदितं +भेदितः +भेदितम् +भेदिता +भेदिताः +भेदितुं +भेदिते +भेदितो +भेदिनः +भेदिना +भेदिनी +भेदिभ्यां +भेदी +भेदे +भेदेति +भेदेन +भेदेनापि +भेदेनाभेदेन +भेदेनेति +भेदेनैनमधीयते +भेदेनैव +भेदेनोपदर्शित +भेदेनोपन्यासः +भेदेनोपादानं +भेदेपि +भेदेषु +भेदेऽपि +भेदेऽभेदो +भेदै +भेदैः +भेदैति +भेदैर्भिद्यते +भेदैस्तां +भेदो +भेदों +भेदोक्तिरुक्तविधया +भेदोक्तौ +भेदोन्मुखं +भेदोपि +भेदोस्ति +भेदोऽत्र +भेदोऽथ +भेदोऽपि +भेदोऽभिधीयते +भेदोऽयं +भेदोऽवगन्तव्यः +भेदोऽवसीयते +भेदोऽस्ति +भेदोऽस्तीति +भेदोऽस्तु +भेदौ +भेद् +भेद्य +भेद्यं +भेद्यता +भेद्यते +भेद्यत्वेन +भेद्यम् +भेद्यलिङ्गं +भेद्यलिङ्गः +भेद्यलिङ्गकः +भेद्यलिङ्गकम् +भेद्यवत् +भेद्या +भेद्याः +भेद्यानि +भेद्ये +भेन +भेने +भेप +भेपज +भेपजं +भेपजम् +भेपजस्य +भेपजे +भेपनं +भेपर्ज +भेम +भेरा +भेरि +भेरिका +भेरी +भेरीं +भेरीः +भेरीणां +भेरीमृदङ्गशङ्खानां +भेरीरवाणां +भेरीशब्देन +भेरीशब्दो +भेरीश्च +भेरुण्ड +भेरुण्डा +भेरे +भेर् +भेर्मा +भेर्यः +भेर्यश्च +भेर्या +भेर्यां +भेर्यो +भेर्य्यश्च +भेल +भेलः +भेलकः +भेलके +भेलसंहिता +भेलसंहितायां +भेला +भेलाचार्यः +भेले +भेव +भेवत् +भेवेत् +भेष +भेषज +भेषजँ +भेषजं +भेषजः +भेषजकृतो +भेषजञ्च +भेषजत्वेन +भेषजमथो +भेषजमन्नहीनं +भेषजमसि +भेषजमिति +भेषजमिदं +भेषजमुत्तमम् +भेषजमेव +भेषजमौषधं +भेषजमौषधम् +भेषजम् +भेषजस्य +भेषजा +भेषजानां +भेषजानि +भेषजान्तरे +भेषजाय +भेषजार्थं +भेषजी +भेषजीः +भेषजीम् +भेषजीरापो +भेषजे +भेषजेन +भेषजेभिः +भेषजेभ्यः +भेषजैः +भेषजो +भेषजौ +भेषजꣳ +भेषति +भेषु +भेषृ +भेष्यति +भेष्यते +भेष्यसि +भेष्यामि +भेष॒जं +भेष॒जङ्क॑रोति +भेष॒जम् +भेष॒जा +भेष॒जानि॑ +भेष॒जी +भेऽथ +भेि +भेो +भेोः +भे॑ष॒जं +भे॑ष॒जम् +भे॑ष॒जम॒पामु॒त +भे॒त् +भे॒र्मा +भे॒ष॒जम् +भे॒ष॒जा +भै +भैं +भैः +भैक्ष +भैक्षं +भैक्षचर्या +भैक्षभुक् +भैक्षमपि +भैक्षमाचरन्नुदरपात्रेण +भैक्षमाहरेत् +भैक्षमिति +भैक्षमेव +भैक्षम् +भैक्षवे +भैक्षाचरणं +भैक्षाहारो +भैक्षे +भैक्षेण +भैक्ष्य +भैक्ष्यं +भैक्ष्यचर्या +भैक्ष्यचर्यां +भैक्ष्यमपीह +भैक्ष्यम् +भैक्ष्ये +भैक्ष्येण +भैमरथी +भैमसेनिं +भैमसेनिः +भैमसेनिर्महाबलः +भैमा +भैमानां +भैमि +भैमी +भैमीं +भैमीति +भैमीनलौ +भैमीनेत्रे +भैमीभ्रुवौ +भैमीमिति +भैमीमुखं +भैमीम् +भैमीवनेन +भैमीविनोदाय +भैमीसमीपे +भैम्यपि +भैम्या +भैम्यां +भैम्याः +भैम्येव +भैम्यै +भैया +भैरप्प +भैरप्पः +भैरव +भैरवं +भैरवः +भैरवतन्त्रे +भैरवत्रिपाठिनः +भैरवत्वं +भैरवपर्वतः +भैरवभट्टारकः +भैरवभेदे +भैरवभैरवीसंवादे +भैरवमिश्रस्य +भैरवम् +भैरवरागः +भैरवरागस्य +भैरवरूपं +भैरवरूपस्य +भैरवविशेषः +भैरवश्च +भैरवस्तत्र +भैरवस्तथा +भैरवस्तु +भैरवस्य +भैरवस्वनम् +भैरवस्वरा +भैरवा +भैरवाः +भैरवाख्यं +भैरवाचार्योऽपि +भैरवाणां +भैरवात्म +भैरवादयः +भैरवानन्दयोगिना +भैरवान् +भैरवान्रवान् +भैरवाय +भैरवाश्च +भैरवि +भैरवी +भैरवीं +भैरवीचक्रे +भैरवीम् +भैरवीये +भैरवीरागः +भैरवीसंवादे +भैरवे +भैरवेण +भैरवेश्वरमाहात्म्यवर्णनम् +भैरवेषु +भैरवैः +भैरवो +भैरवोऽपि +भैरवोऽस्य +भैरवौ +भैरव्या +भैरव्याः +भैरव्यै +भैरिति +भैरोंसिंह +भैर्मा +भैषजं +भैषजम् +भैषज्य +भैषज्यं +भैषज्यगुरुवैदूर्यप्रभस्य +भैषज्यग्रहणे +भैषज्यमाचरेत् +भैषज्यमिति +भैषज्यमिदमस्तु +भैषज्यमिदमुत्तमम् +भैषज्यमुच्यते +भैषज्यम् +भैषज्यरत्नावली +भैषज्यरत्नावल्यां +भैषज्यरोचनम् +भैषज्यवस्तु +भैषज्यसेन +भैषज्यसेनं +भैषज्यसेनो +भैषज्यानाम् +भैषज्यानि +भैषज्यानीति +भैषज्यान्युच्यन्ते +भैषज्याय +भैषज्ये +भैषज्येन +भैषी +भैषीः +भैषीरिति +भैषीर्न +भैषीस्त्वं +भैष् +भैष्ट +भैष्टेति +भैष्टेत्यभयं +भैष्मी +भैष्मीविवाहे +भैस +भैस्त्वं +भैौ +भो +भों +भोंसले +भोः +भोअणं +भोई +भोईमण्डलम् +भोकृत्वं +भोक्त +भोक्तं +भोक्तः +भोक्तत्वं +भोक्तरि +भोक्तव्य +भोक्तव्यं +भोक्तव्यः +भोक्तव्यमन्नं +भोक्तव्यमिति +भोक्तव्यमेव +भोक्तव्यम् +भोक्तव्या +भोक्तव्याः +भोक्तव्यानि +भोक्तव्यो +भोक्ता +भोक्तापि +भोक्तार +भोक्तारं +भोक्तारः +भोक्तारमिति +भोक्तारम् +भोक्तारश्च +भोक्तारो +भोक्तारौ +भोक्तासि +भोक्तास्ति +भोक्तास्महे +भोक्ताहं +भोक्तु +भोक्तुं +भोक्तुः +भोक्तुकामः +भोक्तुकामा +भोक्तुमन्तःपुरं +भोक्तुमर्हति +भोक्तुमिच्छति +भोक्तुमिच्छामि +भोक्तुमिति +भोक्तुम् +भोक्तुरपि +भोक्तुर् +भोक्तुर्न +भोक्तुश्च +भोक्तृ +भोक्तृणां +भोक्तृतया +भोक्तृता +भोक्तृतां +भोक्तृतामेति +भोक्तृत्व +भोक्तृत्वं +भोक्तृत्वमपि +भोक्तृत्वमिति +भोक्तृत्वमेव +भोक्तृत्वम् +भोक्तृत्वस्य +भोक्तृत्वात् +भोक्तृत्वे +भोक्तृत्वेन +भोक्तृत्वेऽपि +भोक्तृभावात् +भोक्तृभिः +भोक्तृभोग्यरूपेण +भोक्तृरूपेण +भोक्तृशक्तिः +भोक्तृशक्तिरप्रतिसंक्रमा +भोक्तृषु +भोक्तृस्वरूपं +भोक्तृ़णां +भोक्तॄणां +भोक्तेति +भोक्तेत्यर्थः +भोक्तेत्याहुर्मनीषिणः +भोक्तेव +भोक्तैव +भोक्त्रा +भोक्त्रापत्त्याधिकरणम् +भोक्त्री +भोक्त्रे +भोक्ष +भोक्ष्य +भोक्ष्यंति +भोक्ष्यत +भोक्ष्यति +भोक्ष्यते +भोक्ष्यथ +भोक्ष्यन् +भोक्ष्यन्ति +भोक्ष्यन्तीमां +भोक्ष्यन्ते +भोक्ष्यस +भोक्ष्यसि +भोक्ष्यसे +भोक्ष्यामः +भोक्ष्यामहे +भोक्ष्यामि +भोक्ष्यामीति +भोक्ष्यामो +भोक्ष्यावहे +भोक्ष्ये +भोक्ष्येऽहं +भोख +भोखं +भोग +भोगं +भोगः +भोगकर +भोगकरी +भोगकाल +भोगकालः +भोगकाले +भोगकालेऽपि +भोगको +भोगक्रिया +भोगजालं +भोगञ्च +भोगतः +भोगता +भोगतृष्णया +भोगते +भोगदः +भोगदा +भोगदायिनी +भोगदेहं +भोगद्वारा +भोगना +भोगनी +भोगने +भोगनेवाला +भोगनेवाले +भोगपक्षेऽपि +भोगपरायणाः +भोगप्रत्यययोः +भोगप्रदं +भोगभागीयस्य +भोगभूः +भोगभूमय +भोगभूमयः +भोगभूमिः +भोगमात्रसाम्यलिङ्गाच्च +भोगमाप्नोति +भोगमुत्तमम् +भोगमोक्षदा +भोगमोक्षप्रदं +भोगमोक्षप्रदा +भोगमोक्षफलप्रदम् +भोगमोक्षफलप्रदा +भोगमोक्षयोः +भोगमोक्षौ +भोगम् +भोगयोग्यं +भोगयोग्या +भोगरूपेण +भोगलालसम् +भोगवती +भोगवतीं +भोगवतीमिव +भोगवत् +भोगवत्या +भोगवत्यां +भोगवर्जितः +भोगवर्जिताः +भोगवर्धनी +भोगवर्मणः +भोगवर्मा +भोगवान् +भोगवासनाः +भोगविवर्जितः +भोगवृद्धिः +भोगव्यवस्था +भोगशब्दः +भोगशान्तौ +भोगश् +भोगश्च +भोगश्चेति +भोगसमये +भोगसाधनं +भोगसाधनम् +भोगसाधनानि +भोगसाधने +भोगसुखादिदृष्टार्थमेतद्युद्धं +भोगस्तं +भोगस्तत्कारणं +भोगस्तथा +भोगस्तदभावे +भोगस्तदा +भोगस्तु +भोगस्थानं +भोगस्थानम् +भोगस्थानानि +भोगस्थाने +भोगस्य +भोगस्यैव +भोगहेतवे +भोगहेतोः +भोगा +भोगां +भोगांश्च +भोगांस्तु +भोगाः +भोगाढ्या +भोगात् +भोगात्मकं +भोगादि +भोगादिकं +भोगादिना +भोगादिभ्यः +भोगादृते +भोगादेव +भोगाद्विना +भोगाधिकार +भोगाधिष्ठाने +भोगान +भोगाननुत्तमान् +भोगाननेकशः +भोगानन्ते +भोगानवाप्नोति +भोगानां +भोगानाप्नोति +भोगानाम् +भोगानि +भोगानिति +भोगानिह +भोगानिहेप्सितान् +भोगानुगुणा +भोगान् +भोगान्ते +भोगान्न +भोगान्भुक्त्वा +भोगान्भुङ्क्ते +भोगान्मनोरमान् +भोगान्यथाकामं +भोगान्यथेप्सितान् +भोगान्स +भोगापवर्ग +भोगापवर्गयोः +भोगापवर्गार्थं +भोगापवर्गार्थता +भोगापवर्गार्थतायां +भोगापवर्गौ +भोगापेक्षया +भोगाभावः +भोगाभावे +भोगाभोगा +भोगाभ्यास +भोगाभ्यासमनु +भोगाभ्यासेन +भोगाय +भोगायतनं +भोगायतनत्वात् +भोगायतनानि +भोगायतने +भोगायेति +भोगार्थ +भोगार्थं +भोगार्थम् +भोगार्थी +भोगार्थे +भोगार्हे +भोगावली +भोगावस्थायां +भोगाशा +भोगाश्च +भोगास्ते +भोगास्थैर्यवर्णनम् +भोगा॑य +भोगि +भोगिकृतः +भोगिन +भोगिनं +भोगिनः +भोगिनश्च +भोगिना +भोगिनां +भोगिनामिव +भोगिनाम् +भोगिनी +भोगिने +भोगिनो +भोगिभिः +भोगिभोगे +भोगिलोकैः +भोगिषु +भोगी +भोगीन्द्र +भोगीलाल +भोगीव +भोगे +भोगें +भोगेच्छया +भोगेच्छा +भोगेच्छां +भोगेति +भोगेन +भोगेनापरामृष्टः +भोगेनापवर्गेण +भोगेनैव +भोगेभिः +भोगेभ्यः +भोगेभ्यो +भोगेषु +भोगेष्वनुत्सेकिनी +भोगेष्व् +भोगेऽपि +भोगै +भोगैः +भोगैति +भोगैरिति +भोगैर् +भोगैर्जीवितेन +भोगैश्च +भोगैश्वर्यं +भोगैश्वर्यगतिं +भोगैश्वर्यप्रसक्तानां +भोगैश्वर्यप्रसक्तानामिति +भोगैश्वर्यप्रसक्तानाम् +भोगैश्वर्यसाधनक्रियाकलापप्रतिपादिकामिति +भोगैश्वर्ये +भोगो +भोगों +भोगोपकरणानि +भोगोऽपि +भोग्य +भोग्यं +भोग्यः +भोग्यकाल +भोग्यखण्ड +भोग्यखण्डं +भोग्यखण्डम् +भोग्यखण्डस्य +भोग्यखण्डेन +भोग्यजातं +भोग्यज्यया +भोग्यतया +भोग्यता +भोग्यतां +भोग्यताबुद्धिवर्जनम् +भोग्यताम् +भोग्यत्वं +भोग्यत्वात् +भोग्यत्वेन +भोग्यभावेन +भोग्यमित्यत्र +भोग्यमेव +भोग्यम् +भोग्यवस्तु +भोग्यवस्तुनि +भोग्यवस्तूनि +भोग्यस्तथैव +भोग्यस्तनुभुक्तयुक्तो +भोग्यस्य +भोग्या +भोग्यां +भोग्यांश +भोग्यांशाः +भोग्याः +भोग्यात् +भोग्याधौ +भोग्यानां +भोग्यानि +भोग्यान् +भोग्याय +भोग्यासवः +भोग्ये +भोग्येन +भोग्येषु +भोग्यो +भोग्योऽधिकभुक्तयुक्तो +भोग॑म् +भोघ +भोज +भोजं +भोजः +भोजकं +भोजकः +भोजकटं +भोजकटे +भोजकस्तु +भोजकस्य +भोजका +भोजकाः +भोजकानां +भोजकाश्च +भोजके +भोजकेन +भोजको +भोजते +भोजदेव +भोजदेवः +भोजदेवविरचितवृत्तिसमेतानि +भोजदेवस्य +भोजदेवेन +भोजन +भोजनं +भोजनः +भोजनकाल +भोजनकाले +भोजनके +भोजनगृहं +भोजनञ्च +भोजनदानं +भोजनदानेन +भोजननियमाः +भोजननिषेधः +भोजनपात्रं +भोजनपात्राणि +भोजनपात्रे +भोजनपात्रेषु +भोजनपानादि +भोजनपानानां +भोजनमपि +भोजनमाचरेत् +भोजनमिति +भोजनमिष्यते +भोजनमेव +भोजनम् +भोजनलोपे +भोजनलोपेऽपि +भोजनविधिः +भोजनविरामः +भोजनवेलायां +भोजनव्यवस्था +भोजनशक्तिश्च +भोजनशाला +भोजनसमये +भोजनस्थानं +भोजनस्य +भोजना +भोजनांते +भोजनाः +भोजनाग्रे +भोजनाच्छादनं +भोजनाच्छादनतत्परस्य +भोजनाच्छादनादिभिः +भोजनाच्छादने +भोजनात् +भोजनादि +भोजनादिकं +भोजनादिकम् +भोजनादिना +भोजनादिभिः +भोजनादिवत् +भोजनादिषु +भोजनादीनि +भोजनादेः +भोजनादौ +भोजनाद्यं +भोजनानन्तरं +भोजनानां +भोजनानि +भोजनान्ते +भोजनाभावः +भोजनाभावे +भोजनाय +भोजनार्थ +भोजनार्थं +भोजनार्थम् +भोजनार्थाय +भोजनार्थे +भोजनालयः +भोजनालयाः +भोजनालये +भोजनावसरे +भोजनीयं +भोजनीयः +भोजनीयम् +भोजनीया +भोजनीयाः +भोजनीयाश्च +भोजनीयेन +भोजनृपते +भोजनृपतेस्तत्त्यागलीलायितम् +भोजने +भोजनेच्छा +भोजनेन +भोजनेनैव +भोजनेषु +भोजनेऽपि +भोजनैः +भोजनैश्च +भोजनोत्तरं +भोजनोत्तरम् +भोजनोत्सवम् +भोजनोपरि +भोजपतेः +भोजपुर +भोजपुरं +भोजपुरमण्डलम् +भोजपुरम् +भोजपुरी +भोजपुरीभाषा +भोजपेत् +भोजप्र +भोजप्रबन्ध +भोजप्रबन्धः +भोजप्रबन्धे +भोजप्रवन्धः +भोजमते +भोजमतेन +भोजम् +भोजय +भोजयतः +भोजयति +भोजयतीति +भोजयतु +भोजयते +भोजयन् +भोजयन्ति +भोजयामः +भोजयामास +भोजयामासुः +भोजयामासुरच्युतम् +भोजयामासुरत्यर्थं +भोजयामासुरीशेशं +भोजयामि +भोजयि +भोजयितव्य +भोजयितव्यः +भोजयितव्या +भोजयिता +भोजयितुं +भोजयित्वा +भोजयित्वाथ +भोजयित्वादौ +भोजयित्वाऽनुवासयेत् +भोजयित्वैव +भोजयिष्यति +भोजयिष्यामि +भोजयिष्यामीति +भोजयिष्ये +भोजये +भोजयेच्च +भोजयेच्चापि +भोजयेच्चैनं +भोजयेच्चैव +भोजयेच्छक्तितो +भोजयेच्छक्त्या +भोजयेच्छ्राद्धे +भोजयेत +भोजयेति +भोजयेत् +भोजयेत्तं +भोजयेत्ततः +भोजयेत्तत्र +भोजयेत्तथा +भोजयेत्सह +भोजयेत्सुसमृद्धोऽपि +भोजयेदन्नं +भोजयेदपि +भोजयेदिति +भोजयेदेकं +भोजयेद् +भोजयेद्द्विजम् +भोजयेद्द्विजान् +भोजयेद्ब्राह्मणान्भक्त्या +भोजयेद्भक्त्या +भोजयेद्यदि +भोजयेद्यस्तु +भोजयेद्वारणं +भोजयेद्विप्रं +भोजयेद्विप्रान् +भोजयेन्न +भोजयेन्नागं +भोजयेन्नित्यं +भोजयेन्मित्रं +भोजरा +भोजराज +भोजराजं +भोजराजः +भोजराजकृतयुक्तिकल्पतरुः +भोजराजस्तु +भोजराजस्य +भोजराजे +भोजराजेन +भोजराजो +भोजराट् +भोजवृत्तिः +भोजवृष्ण्यन्धकैर्गुप्तां +भोजशाला +भोजश्च +भोजसंवादे +भोजसे +भोजस्तत्र +भोजस्तु +भोजस्य +भोजा +भोजाः +भोजानां +भोजान् +भोजाय +भोजाश्च +भोजितं +भोजितः +भोजिता +भोजिताः +भोजितानि +भोजितास्तथा +भोजिते +भोजितो +भोजिनः +भोजिनाम् +भोजी +भोजे +भोजेति +भोजेन +भोजेनोक्तं +भोजेन्द्र +भोजेषु +भोजैः +भोजो +भोजोऽपि +भोज्य +भोज्यं +भोज्यः +भोज्यजातं +भोज्यञ्च +भोज्यतां +भोज्यते +भोज्यत्वं +भोज्यन्तां +भोज्यन्ताम् +भोज्यमन्नं +भोज्यमिति +भोज्यमेव +भोज्यम् +भोज्यरसं +भोज्यवेलायां +भोज्यस्य +भोज्या +भोज्यां +भोज्याः +भोज्यादिकं +भोज्यानां +भोज्यानामवरोधश्च +भोज्यानि +भोज्यान् +भोज्यान्नता +भोज्यान्ना +भोज्यान्नाः +भोज्याय +भोज्यासनं +भोज्यासनम् +भोज्यासने +भोज्ये +भोज्येन +भोज्येषु +भोज्यैः +भोज्यो +भोज्योष्णम् +भोज॑नं +भोज॑नं॒ +भोज॑नम् +भोज॑ना +भोज॑नानि +भोज॑नानि॒ +भोज॑से +भोटु +भोटे +भोति +भोतु +भोतुं +भोत्स्यते +भोदया +भोदि +भोदी +भोदीए +भोदु +भोध +भोन्ति +भोन्ती +भोन्तु +भोपाटीकासहितम् +भोपाल +भोपालनगरम् +भोपालमण्डलम् +भोपालमण्डलस्य +भोपालविभागे +भोपाला +भोभगो +भोभगोअघो +भोभगोअघोअपूर्वस्य +भोभो +भोभोः +भोभोस्तपोधनाः +भोम +भोमस्य +भोयत्र +भोय् +भोर +भोरबाग् +भोरा +भोरि +भोरिति +भोर् +भोश्चारुदत्त +भोसले +भोस् +भोस्तपस्विनः +भोस्तपस्विन् +भोस्तात +भोस्त्रिशङ्को +भोहि +भो॒क्ष्यसे॑ +भो॒गैः +भो॒जं +भो॒जः +भो॒जम् +भो॒जा +भो॒जाः +भो॒जेषु॒ +भो॒ज्या॑ +भौ +भौंरे +भौंरों +भौगोलिक +भौगोलिकं +भौगोलिकतया +भौगोलिकता +भौगोलिकदृष्ट्या +भौगोलिकम् +भौगोलिकस्थितिः +भौगोलिकी +भौजङ्गे +भौज्यं +भौणिक्या +भौत +भौतं +भौतः +भौतविज्ञानं +भौतविज्ञानम् +भौतविज्ञानस्य +भौतविज्ञानी +भौतविज्ञाने +भौतशास्त्रं +भौतशास्त्रज्ञः +भौतशास्त्रम् +भौतशास्त्रस्य +भौतशास्त्रे +भौति +भौतिक +भौतिकं +भौतिकः +भौतिकचिकित्सा +भौतिकतत्त्वम् +भौतिकत्वं +भौतिकत्वे +भौतिकपदार्थवत् +भौतिकम् +भौतिकरूपेण +भौतिकविज्ञानम् +भौतिकविज्ञानसम्बद्धाः +भौतिकशास्त्रं +भौतिकशास्त्रम् +भौतिकशास्त्रस्य +भौतिकशास्त्रे +भौतिकसंरचनायाः +भौतिकस्य +भौतिका +भौतिकाः +भौतिकानां +भौतिकानाम् +भौतिकानि +भौतिकास्तु +भौतिकी +भौतिकीं +भौतिके +भौतिकेषु +भौतिको +भौतिकोऽग्निः +भौतिकौ +भौत्यः +भौत्यस्य +भौत्यस्यैते +भौत्यो +भौम +भौमं +भौमः +भौमगृहं +भौमजीवौ +भौमदिने +भौमदृष्टिफलम् +भौमदृष्फिलम् +भौमपातस्य +भौमफलमाह +भौमफलम् +भौमबुधौ +भौमभास्करौ +भौमम् +भौमवारे +भौमवारेण +भौमवासरे +भौमशनैश्चरौ +भौमशुक्रौ +भौमश्च +भौमसौरौ +भौमस्य +भौमस्यापि +भौमा +भौमाः +भौमात् +भौमादि +भौमादिकानां +भौमादिग्रहाणां +भौमादीनां +भौमाद्या +भौमाद्याः +भौमानां +भौमानि +भौमान् +भौमाप्याग्नेयवायव्याः +भौमाय +भौमी +भौमे +भौमेति +भौमेन +भौमेनोष्मणा +भौमेषु +भौमो +भौमोऽत्रिः +भौर +भौरिकि +भौरिकिविधम् +भौरो +भौरों +भौलिकि +भौलिकिविधम् +भौलिङ्गि +भौवनः +भौवनश् +भौवनस्य +भौवनाय +भौवनो +भौवादिक +भौवादिकः +भौवादिकस्य +भौवायनः +भौवायनो +भौव॒नाय॒ +भ् +भ्किषुसंघे +भ्गौ +भ्ग्सू +भ्त्ऱ्गोः +भ्त्ऱ्गौ +भ्नौ +भ्बा +भ्मौ +भ्य +भ्यं +भ्यः +भ्यः॒ +भ्यत +भ्यते +भ्यन्तरे +भ्यन्ते +भ्यम् +भ्यर्च्य +भ्यश्च +भ्यष्टच् +भ्यस +भ्यसः +भ्यसते +भ्यसि +भ्यसेत् +भ्यसो +भ्यस् +भ्यस्ते +भ्यस्त्वा +भ्या +भ्यां +भ्यां॒ +भ्याञ्च +भ्यामादौ +भ्यामि +भ्यामिति +भ्यामेव +भ्याम् +भ्यास +भ्यासः +भ्यासस्य +भ्यासे +भ्यासो +भ्या॒ +भ्या॒मित्या॑ह॒ +भ्यु +भ्युपगमात् +भ्युपगमे +भ्युपगम्यते +भ्ये +भ्येति +भ्येत्य +भ्यो +भ्योऽपि +भ्यो॒ +भ्यौ +भ्य॒ +भ्र +भ्रं +भ्रंश +भ्रंशं +भ्रंशः +भ्रंशते +भ्रंशथुं +भ्रंशनं +भ्रंशयति +भ्रंशयिष्यामि +भ्रंशितः +भ्रंशितो +भ्रंशु +भ्रंशे +भ्रंशो +भ्रंसु +भ्रः +भ्रकुंसः +भ्रकुटिः +भ्रकुटी +भ्रजः +भ्रजश्छन्दः +भ्रटच् +भ्रण +भ्रत +भ्रति +भ्रन्श +भ्रम +भ्रमं +भ्रमंति +भ्रमंती +भ्रमंश्च +भ्रमंस्तत्र +भ्रमः +भ्रमजनकं +भ्रमण +भ्रमणं +भ्रमणमिति +भ्रमणम् +भ्रमणशीलः +भ्रमणस्य +भ्रमणा +भ्रमणात् +भ्रमणानि +भ्रमणाय +भ्रमणार्थं +भ्रमणार्थम् +भ्रमणी +भ्रमणे +भ्रमणेन +भ्रमणेनैव +भ्रमत +भ्रमतः +भ्रमतस्तस्य +भ्रमता +भ्रमतां +भ्रमति +भ्रमती +भ्रमतीति +भ्रमतीत्यर्थः +भ्रमतीव +भ्रमतीह +भ्रमतु +भ्रमते +भ्रमतेऽसौ +भ्रमतो +भ्रमत् +भ्रमत्यजस्रं +भ्रमत्यत्र +भ्रमत्यनवस्थितम् +भ्रमत्यपि +भ्रमत्येव +भ्रमत्येवं +भ्रमत्येष +भ्रमत्य् +भ्रमत्व +भ्रमत्वं +भ्रमत्वमिति +भ्रमत्वम् +भ्रमत्वस्य +भ्रमत्वात् +भ्रमत्वे +भ्रमत्वेन +भ्रमत्वेऽपि +भ्रमद् +भ्रमद्दृश्यते +भ्रमद्भचक्रं +भ्रमद्भिः +भ्रमन् +भ्रमन्त +भ्रमन्तं +भ्रमन्तः +भ्रमन्तम् +भ्रमन्ति +भ्रमन्ती +भ्रमन्तीं +भ्रमन्तीति +भ्रमन्तीत्यर्थः +भ्रमन्तीव +भ्रमन्तीह +भ्रमन्ते +भ्रमन्तो +भ्रमन्तौ +भ्रमन्त्य +भ्रमन्त्यः +भ्रमन्त्या +भ्रमन्त्येव +भ्रमन्नपि +भ्रमन्निह +भ्रमन्वनान्ते +भ्रममाण +भ्रममाणं +भ्रममाणः +भ्रममाणस्य +भ्रममाणा +भ्रममाणानि +भ्रममाणेन +भ्रममाणो +भ्रममाणौ +भ्रममेति +भ्रमम् +भ्रमय +भ्रमयति +भ्रमयन् +भ्रमयन्ति +भ्रमयित्वा +भ्रमयेत् +भ्रमर +भ्रमरं +भ्रमरः +भ्रमरकं +भ्रमरकः +भ्रमरच्छल्ली +भ्रमरध्वनिसंयुक्ते +भ्रमरमाला +भ्रमरयुवा +भ्रमरविलसितं +भ्रमरविलसितम् +भ्रमरविलसिता +भ्रमरस्तथा +भ्रमरस्य +भ्रमरा +भ्रमराः +भ्रमराणा +भ्रमराणां +भ्रमरादयः +भ्रमरान् +भ्रमरावली +भ्रमराश्च +भ्रमराष्टके +भ्रमरास्तेषां +भ्रमरिका +भ्रमरिके +भ्रमरी +भ्रमरीं +भ्रमरूपा +भ्रमरे +भ्रमरेण +भ्रमरेणेव +भ्रमरेषु +भ्रमरैः +भ्रमरैरिव +भ्रमरो +भ्रमरों +भ्रमरोगः +भ्रमरोऽपि +भ्रमविषयाणां +भ्रमश्च +भ्रमश्चैव +भ्रमसि +भ्रमसे +भ्रमस्तथा +भ्रमस्तमः +भ्रमस्तस्य +भ्रमस्तृष्णा +भ्रमस्थले +भ्रमस्य +भ्रमहेतुः +भ्रमा +भ्रमाः +भ्रमातुरः +भ्रमात् +भ्रमात्मकं +भ्रमात्मकम् +भ्रमादपि +भ्रमादीनां +भ्रमाद्यजन्यत्वं +भ्रमाद्यजन्यत्वस्य +भ्रमान् +भ्रमान्न +भ्रमापाकरणायाहअतिशयितेति +भ्रमामः +भ्रमामि +भ्रमाम्यहम् +भ्रमाय +भ्रमास +भ्रमासः +भ्रमि +भ्रमिं +भ्रमिः +भ्रमित +भ्रमितं +भ्रमितः +भ्रमितव्यं +भ्रमितव्यमिति +भ्रमितव्यम् +भ्रमिता +भ्रमितुं +भ्रमिते +भ्रमितो +भ्रमित्वा +भ्रमिमरतिमलसहृदयतां +भ्रमिमारोप्य +भ्रमिम् +भ्रमिष्यति +भ्रमिष्यन्ति +भ्रमिष्यामि +भ्रमी +भ्रमीः +भ्रमु +भ्रमे +भ्रमेः +भ्रमेण +भ्रमेणेति +भ्रमेति +भ्रमेत् +भ्रमेषु +भ्रमेऽपि +भ्रमैः +भ्रमो +भ्रमोद्वेष्टनजृम्भदाहाः +भ्रमोऽतिसारः +भ्रमोऽपि +भ्रमोऽयं +भ्रमोऽरुचिः +भ्रमौ +भ्रम् +भ्रम्यति +भ्रम्यते +भ्रवोर्मध्ये +भ्रवौ +भ्रश +भ्रशत् +भ्रशु +भ्रश्यत +भ्रश्यति +भ्रश्यतु +भ्रश्यते +भ्रश्यन्ति +भ्रश्यन्ते +भ्रश्येत +भ्रष्ट +भ्रष्टं +भ्रष्टः +भ्रष्टतण्डुलः +भ्रष्टतेजा +भ्रष्टम् +भ्रष्टराज्यं +भ्रष्टराज्याः +भ्रष्टराज्येन +भ्रष्टराज्यो +भ्रष्टश्रियो +भ्रष्टश्रीः +भ्रष्टस्य +भ्रष्टा +भ्रष्टां +भ्रष्टाः +भ्रष्टाचार +भ्रष्टाचारं +भ्रष्टाचारः +भ्रष्टाचारस्य +भ्रष्टाचारा +भ्रष्टानां +भ्रष्टानि +भ्रष्टे +भ्रष्टेऽभ्यस्यति +भ्रष्टैः +भ्रष्टैश्वर्यः +भ्रष्टैश्वर्या +भ्रष्टो +भ्रष्टौ +भ्रसंयोगेन +भ्रस्ज +भ्रस्जः +भ्रस्जो +भ्रस्ज् +भ्रा +भ्रांत +भ्रांतं +भ्रांति +भ्रांतिं +भ्रांत्या +भ्रांत्वा +भ्राज +भ्राजं +भ्राजः +भ्राजकं +भ्राजता +भ्राजति +भ्राजते +भ्राजत् +भ्राजत्ऽऋष्टयः +भ्राजदृष्टयः +भ्राजन् +भ्राजन्त +भ्राजन्तः +भ्राजन्ति +भ्राजन्ती +भ्राजन्ते +भ्राजन्तो +भ्राजन्त्य् +भ्राजभास +भ्राजभासभाषदीपजीवमीलपीडामन्यतरस्याम् +भ्राजमान +भ्राजमानं +भ्राजमानः +भ्राजमानम् +भ्राजमाना +भ्राजमानां +भ्राजमानेषु +भ्राजमानो +भ्राजम् +भ्राजसा +भ्राजसे +भ्राजस्वत +भ्राजस्वते +भ्राजा +भ्राजाओवा +भ्राजाङ्घारे +भ्राजाभ्राजे +भ्राजाय +भ्राजिष्ठ +भ्राजिष्ठो +भ्राजिष्णवे +भ्राजिष्णवो +भ्राजिष्णु +भ्राजिष्णुः +भ्राजिष्णुना +भ्राजिष्णुर्भोजनं +भ्राजिष्णूनि +भ्राजृ +भ्राजेते +भ्राजो +भ्राजोऽसि +भ्राज् +भ्राज॑त्ऽऋष्टयः +भ्राज॑दृष्टयः +भ्राज॑न्ते +भ्राज॑न्तो +भ्राज॑सा +भ्राज॑स्वते +भ्राट् +भ्राड् +भ्रात +भ्रातः +भ्रातर +भ्रातरं +भ्रातरः +भ्रातरमब्रवीत् +भ्रातरमाश्वास्य +भ्रातरम् +भ्रातरश्च +भ्रातरश्चापि +भ्रातरश्चास्य +भ्रातरश्चैव +भ्रातरस्तत्र +भ्रातरस्तथा +भ्रातरस्तस्य +भ्रातरस्तात +भ्रातरस्ते +भ्रातरस्त्रयः +भ्रातरावुभौ +भ्रातरि +भ्रातरिति +भ्रातरो +भ्रातरौ +भ्रातर् +भ्रातर्वसवो +भ्रातश्चातक +भ्रातस्तव +भ्रातस्त्वं +भ्राता +भ्रातापि +भ्रातास्य +भ्राता॑ +भ्राता॒ +भ्रातु +भ्रातुः +भ्रातुः॑ +भ्रातुरग्रतः +भ्रातुरन्वेषणे +भ्रातुरर्थाय +भ्रातुराज्ञाय +भ्रातुरुच्छिष्टं +भ्रातुर् +भ्रातुर्ज्येष्ठस्य +भ्रातुर्मृतस्य +भ्रातुर्वचः +भ्रातुर्वचनमाज्ञाय +भ्रातुर्व्यच्च +भ्रातुश्च +भ्रातुष्पुत्रः +भ्रातुस्ते +भ्रातृ +भ्रातृंश्च +भ्रातृकम् +भ्रातृगण +भ्रातृगणं +भ्रातृगामि +भ्रातृजं +भ्रातृजः +भ्रातृजाया +भ्रातृजायां +भ्रातृजायाम् +भ्रातृजो +भ्रातृणां +भ्रातृणाम् +भ्रातृत्वं +भ्रातृत्वेन +भ्रातृदत्तं +भ्रातृद्वितीया +भ्रातृनाशः +भ्रातृन् +भ्रातृपत्नी +भ्रातृपुत्त्रः +भ्रातृपुत्रस्य +भ्रातृपुत्राणां +भ्रातृपुत्राश्च +भ्रातृपुत्रेण +भ्रातृपुत्रो +भ्रातृपुत्रौ +भ्रातृभगिन्योः +भ्रातृभार्या +भ्रातृभार्यां +भ्रातृभावेन +भ्रातृभि +भ्रातृभिः +भ्रातृभिर् +भ्रातृभिश्च +भ्रातृभ्यः +भ्रातृभ्यां +भ्रातृभ्यो +भ्रातृमतीं +भ्रातृमातृपितृप्राप्तं +भ्रातृमान् +भ्रातृरक्षिता +भ्रातृवत्सल +भ्रातृवत्सलः +भ्रातृवत्सलम् +भ्रातृवधं +भ्रातृवर्गस्य +भ्रातृवलः +भ्रातृवृद्धिः +भ्रातृव्य +भ्रातृव्यँ +भ्रातृव्यं +भ्रातृव्यः +भ्रातृव्यदेवत्यो +भ्रातृव्यमस्मै +भ्रातृव्यमेव +भ्रातृव्यम् +भ्रातृव्यम्पश्यते +भ्रातृव्यलोकं +भ्रातृव्यलोकम् +भ्रातृव्यवतः +भ्रातृव्यवता +भ्रातृव्यवतो +भ्रातृव्यवन्तं +भ्रातृव्यवानिति +भ्रातृव्यवान् +भ्रातृव्यवान्त् +भ्रातृव्यवान्यजेत +भ्रातृव्यस् +भ्रातृव्यस्य +भ्रातृव्यस्यैव +भ्रातृव्यहा +भ्रातृव्या +भ्रातृव्याः +भ्रातृव्याणां +भ्रातृव्यान् +भ्रातृव्यापनुत्त्यै +भ्रातृव्याभिभूत्यै +भ्रातृव्याय +भ्रातृव्यायैव +भ्रातृव्ये +भ्रातृव्येण +भ्रातृव्येणा +भ्रातृव्येभ्यः +भ्रातृव्येभ्यो +भ्रातृव्यो +भ्रातृव्यौ +भ्रातृव्यꣳ +भ्रातृशतं +भ्रातृशतस्य +भ्रातृशापात् +भ्रातृषु +भ्रातृसमो +भ्रातृहणं +भ्रातृहा +भ्रातृ़णामपि +भ्रातृ॑व्य +भ्रातृ॑व्यं +भ्रातृ॑व्यं॒ +भ्रातृ॑व्यमस्मै +भ्रातृ॑व्यवा॒न्थ्स्याथ्स +भ्रातृ॑व्यस्य +भ्रातृ॑व्यस्यै॒व +भ्रातृ॑व्यस्य॒ +भ्रातृ॑व्याभिभूत्यै +भ्रातृ॑व्याभिभूत्यै॒ +भ्रातृ॑व्याय॒ +भ्रातृ॑व्या॒न्प्र +भ्रातृ॑व्येण +भ्रातृ॑व्यो +भ्रातृ॑व्यो॒ +भ्रातॄंश्च +भ्रातॄणां +भ्रातॄणामविभक्तानां +भ्रातॄन् +भ्रातेति +भ्रातेव +भ्रातोत +भ्रात्र +भ्रात्रा +भ्रात्रादिभिः +भ्रात्रादीन् +भ्रात्रीयः +भ्रात्रे +भ्रात्रोः +भ्रात॑रं॒ +भ्रात॑रः +भ्रान्त +भ्रान्तं +भ्रान्तः +भ्रान्तचित्तः +भ्रान्तचित्ता +भ्रान्तता +भ्रान्तत्वं +भ्रान्तत्वप्रसङ्गात् +भ्रान्तत्वमिति +भ्रान्तत्वात् +भ्रान्तत्वे +भ्रान्तमानसः +भ्रान्तमिति +भ्रान्तम् +भ्रान्तयः +भ्रान्तश्च +भ्रान्तस्य +भ्रान्ता +भ्रान्ताः +भ्रान्तानां +भ्रान्तापह्नुतिः +भ्रान्ति +भ्रान्तिं +भ्रान्तिः +भ्रान्तिकल्पितः +भ्रान्तिजनकं +भ्रान्तिज्ञानं +भ्रान्तिज्ञानमपि +भ्रान्तित्वं +भ्रान्तित्वम् +भ्रान्तित्वात् +भ्रान्तित्वे +भ्रान्तिदर्शनं +भ्रान्तिदर्शनतः +भ्रान्तिप्रकारस्तव +भ्रान्तिबीजं +भ्रान्तिमदलंकारः +भ्रान्तिमदलंकारसरः +भ्रान्तिमदलंकारो +भ्रान्तिमदलङ्कारः +भ्रान्तिमात्रं +भ्रान्तिमात्रमिदं +भ्रान्तिमानलंकारः +भ्रान्तिमानलङ्कारः +भ्रान्तिमानिति +भ्रान्तिमान् +भ्रान्तिम् +भ्रान्तिरपि +भ्रान्तिरलंकारः +भ्रान्तिरिति +भ्रान्तिरियं +भ्रान्तिरुच्यते +भ्रान्तिरूपं +भ्रान्तिरेव +भ्रान्तिरेवेति +भ्रान्तिर्न +भ्रान्तिर्भवति +भ्रान्तिर्विपर्ययज्ञानं +भ्रान्तिवारणे +भ्रान्तिश्च +भ्रान्तीति +भ्रान्तुं +भ्रान्ते +भ्रान्तेः +भ्रान्तेन +भ्रान्तो +भ्रान्तोऽसि +भ्रान्तोऽस्मि +भ्रान्तौ +भ्रान्त्या +भ्रान्त्यापि +भ्रान्त्येति +भ्रान्त्वा +भ्राम +भ्रामं +भ्रामंभ्रामं +भ्रामक +भ्रामकं +भ्रामकः +भ्रामकस्य +भ्रामको +भ्रामणं +भ्रामणी +भ्रामणे +भ्रामय +भ्रामयति +भ्रामयते +भ्रामयन् +भ्रामयन्तं +भ्रामयन्ति +भ्रामयन्ती +भ्रामयन्सर्वभूतानि +भ्रामयामास +भ्रामयितुं +भ्रामयित्वा +भ्रामयित्वाथ +भ्रामयेच्च +भ्रामयेत् +भ्रामयेत्ततः +भ्रामयेद् +भ्रामयेद्धरिम् +भ्रामयेन्नगरे +भ्रामरं +भ्रामरम् +भ्रामरी +भ्रामरीति +भ्रामरीदेवी +भ्रामितं +भ्रामितः +भ्रामिता +भ्रामितो +भ्राम्य +भ्राम्यं +भ्राम्यंते +भ्राम्यतः +भ्राम्यता +भ्राम्यतां +भ्राम्यति +भ्राम्यतीति +भ्राम्यते +भ्राम्यतो +भ्राम्यत् +भ्राम्यत्तिमिङ्गिलकुलं +भ्राम्यत्पिण्डितचण्डिमा +भ्राम्यन् +भ्राम्यन्त +भ्राम्यन्ति +भ्राम्यन्ती +भ्राम्यन्ते +भ्राम्यन्तो +भ्राम्यमाणं +भ्राम्यमाणः +भ्राम्यमाणस्य +भ्राम्यमाणा +भ्राम्यमाणे +भ्राम्यमाणेन +भ्राम्यसि +भ्राम्यामि +भ्राश +भ्राशते +भ्राशभ्लाशभ्रमुक्रमुक्लमुत्रसित्रुटिलषः +भ्राशृ +भ्राशेति +भ्राश्यते +भ्राष्ट्र +भ्राष्ट्रं +भ्राष्ट्रमट +भ्राष्ट्रमिन्धः +भ्राष्ट्रम् +भ्राष्ट्रा +भ्राष्ट्राग्न्योरिन्धे +भ्राष्ट्रे +भ्राष्ट्रो +भ्रास +भ्रा॒ज॒न्ते॒ +भ्रा॒तः॒ +भ्रियते +भ्रियन्त +भ्रियन्ते +भ्रियमाणे +भ्रियमाणो +भ्रियात् +भ्रियासम् +भ्री +भ्रीं +भ्रु +भ्रुकुंसः +भ्रुकुटि +भ्रुकुटिं +भ्रुकुटिः +भ्रुकुटी +भ्रुकुटीं +भ्रुकुटीकुटिलाननः +भ्रुकुटीकुटिलेक्षणम् +भ्रुकुटीभीषणाननम् +भ्रुकुटीमुखः +भ्रुकुट्या +भ्रुव +भ्रुवं +भ्रुवः +भ्रुवम् +भ्रुवा +भ्रुवां +भ्रुवाम् +भ्रुवि +भ्रुवे +भ्रुवै +भ्रुवो +भ्रुवोः +भ्रुवोरन्तरं +भ्रुवोरन्तरे +भ्रुवोरन्तर्गता +भ्रुवोरुपरि +भ्रुवोर् +भ्रुवोर्घ्राणस्य +भ्रुवोर्मध्यं +भ्रुवोर्मध्ये +भ्रुवोर्म्मध्ये +भ्रुवोर्लेखा +भ्रुवोर्वा +भ्रुवौ +भ्रू +भ्रूः +भ्रूकुंसः +भ्रूकुटिः +भ्रूक्षेपमात्रेण +भ्रूचापे +भ्रूण +भ्रूणं +भ्रूणघ्नि +भ्रूणघ्ने +भ्रूणस्य +भ्रूणहत्यया +भ्रूणहत्या +भ्रूणहत्यां +भ्रूणहत्यायां +भ्रूणहत्यायै +भ्रूणहत्यासमं +भ्रूणहनं +भ्रूणहा +भ्रूणाम् +भ्रूपल्लवं +भ्रूभंगलीलया +भ्रूभङ्ग +भ्रूभङ्गं +भ्रूभङ्गमात्रेण +भ्रूभङ्गलीलया +भ्रूभङ्गे +भ्रूभङ्गेन +भ्रूभेदिभिः +भ्रूभ्यां +भ्रूमध्य +भ्रूमध्यं +भ्रूमध्ये +भ्रूय +भ्रूयुगं +भ्रूयुगे +भ्रूयुग्मं +भ्रूलता +भ्रूलते +भ्रूविक्षेपं +भ्रूविलासान् +भ्रूसंज्ञया +भ्रे +भ्रेजिरे +भ्रेजृ +भ्रेजे +भ्रेमतुः +भ्रेमुः +भ्रेशे +भ्रेष +भ्रेषं +भ्रेषते +भ्रेषम् +भ्रेषृ +भ्रेषो +भ्रौ +भ्रौणघ्नः +भ्रौणहत्ये +भ्रौवेयः +भ्रꣳशते +भ्लक्ष +भ्लाशते +भ्लाश्यते +भ्लेशे +भ्वति +भ्वा +भ्वां +भ्वादय +भ्वादयः +भ्वादयो +भ्वादि +भ्वादिं +भ्वादिः +भ्वादिगणः +भ्वादिगणे +भ्वादिपक्षे +भ्वादिपरपदप्रक्रिया +भ्वादिप्रकरणम् +भ्वादिमिश्रप्रक्रिया +भ्वादिषु +भ्वादेः +भ्वादौ +भ॑क्षत्क॒न्या॑सु +भ॑ज +भ॑जा॒ +भ॑ज॒ +भ॑र +भ॑रँ॒ +भ॑रत +भ॑रन्ति +भ॑रा +भ॑रामसि +भ॑रामहे +भ॑रा॒ +भ॑रा॒स्मभ्यं॑ +भ॑रे +भ॑र॒ +भ॑व +भ॑वत +भ॑वतः +भ॑वतम॒द्य +भ॑वता +भ॑वति +भ॑वति॒ +भ॑वतु +भ॑वतु॒ +भ॑वन्ति +भ॑वन्ति॒ +भ॑वन्तु +भ॑वन्त्विन्द्रा॒ग्निभ्या॒मव॑ +भ॑वसि +भ॑वसि॒ +भ॑वा +भ॑वाति +भ॑वा॒त्युज्जा॒तेन॑ +भ॑विष्यति॒ +भ॑वेम +भ॑वे॒ह +भ॑वो॒ती +भ॑व॒ +भ॒क्षं +भ॒क्षः +भ॒क्षम् +भ॒क्षीत्याह॑ +भ॒क्षी॒महि॑ +भ॒क्षो +भ॒क्ष॒त् +भ॒ज॒ +भ॒द्रं +भ॒द्रः +भ॒द्रम् +भ॒द्रया॑ +भ॒द्रस्य॑ +भ॒द्रा +भ॒द्राः +भ॒द्राय॑ +भ॒द्रे +भ॒द्रेण॑ +भ॒द्रेण॒ +भ॒द्रो +भ॒न्दना॑ +भ॒यं +भ॒यम् +भ॒य॒ते॒ +भ॒रत्ऽवा॑जाय +भ॒रद्वा॑जाय +भ॒रा॒म॒हे॒ +भ॒रे॒ +भ॒र्ता +भ॒र॒ +भ॒र॒ते॒ +भ॒र॒त् +भ॒र॒त॒ +भ॒र॒ध्व॒म् +भ॒र॒न्ति॒ +भ॒र॒न्ते॒ +भ॒वति +भ॒वस्य॑ +भ॒वाय॑ +भ॒वा॒ति॒ +भ॒वे॒म॒ +भ॒वो +भ॒व॒ +भ॒व॒तः॒ +भ॒व॒ति॒ +भ॒व॒तु॒ +भ॒व॒त॒ +भ॒व॒त॒म् +भ॒व॒न्ति॒ +भ॒व॒न्तु॒ +भ॒व॒सि॒ +भ᳘गवते +भ᳘वति +भ꣢र +भ꣢꣯र +भ꣣द्रा꣢ +भ꣣द्र꣢म् +भ꣣र +म +मँ +मं +मंकित +मंकिना +मंक्षु +मंग +मंगछ +मंगट +मंगल +मंगलं +मंगलः +मंगलकर्मणि +मंगलको +मंगलप्रदः +मंगलप्रदम् +मंगलम् +मंगलयान +मंगलश्च +मंगलस्य +मंगला +मंगलां +मंगलाः +मंगलाचरणम् +मंगलानां +मंगलानि +मंगलाय +मंगलायनम् +मंगलायै +मंगलार्थं +मंगलालयम् +मंगले +मंगलेन +मंगलैः +मंगलो +मंगल्यं +मंगळ +मंगळं +मंगळकी +मंगळस्य +मंगळे +मंगाकर +मंगोलिया +मंच +मंचं +मंचमानं +मंचे +मंचोच्चं +मंजरी +मंजिष्ठा +मंजु +मंजुघोषा +मंजुल +मंजुला +मंजूषा +मंजूषायां +मंटप +मंटपं +मंटपम् +मंटपे +मंडनं +मंडपं +मंडपम् +मंडपस्य +मंडपे +मंडल +मंडलं +मंडलके +मंडलम् +मंडलस्थं +मंडलस्य +मंडला +मंडलानि +मंडली +मंडले +मंडळ +मंडितं +मंडितः +मंडूक +मंडूकान् +मंडूकेन +मंत +मंतः +मंतव्यं +मंतव्यः +मंतव्या +मंतव्यो +मंता +मंतिदं +मंत्र +मंत्रं +मंत्रः +मंत्रज्ञो +मंत्रतः +मंत्रद्वयं +मंत्रपूतं +मंत्रपूर्वकम् +मंत्रमहोदधौ +मंत्रमुत्तमम् +मंत्रमुदीरयेत् +मंत्रमेतमुदीरयेत् +मंत्रम् +मंत्रयामास +मंत्रयित्वा +मंत्रयेत् +मंत्ररत्नं +मंत्रराजं +मंत्रराजेन +मंत्रवर्णः +मंत्रवित् +मंत्रसारे +मंत्रसे +मंत्रस्नानं +मंत्रस्य +मंत्रस्यास्य +मंत्रहीनं +मंत्रा +मंत्रांश्च +मंत्राः +मंत्राणां +मंत्राणि +मंत्रान् +मंत्राभ्यां +मंत्रार्थं +मंत्रालय +मंत्राश्च +मंत्रि +मंत्रिण +मंत्रिणं +मंत्रिणः +मंत्रिणा +मंत्रिणां +मंत्रिणे +मंत्रिणो +मंत्रिणौ +मंत्रितं +मंत्रिन् +मंत्रिभिः +मंत्रियों +मंत्री +मंत्रे +मंत्रेण +मंत्रेणानेन +मंत्रेषु +मंत्रै +मंत्रैः +मंत्रैश्च +मंत्रो +मंत्रों +मंत्रोऽयं +मंत्रौ +मंथ +मंथरक +मंथरकः +मंथरको +मंथानं +मंद +मंदं +मंदः +मंदधीः +मंदफलं +मंदम् +मंदर +मंदरं +मंदरः +मंदराचले +मंदरे +मंदरो +मंदवारे +मंदस्य +मंदा +मंदाकिनी +मंदाकिनीं +मंदाकिन्यां +मंदिर +मंदिरं +मंदिरः +मंदिरम् +मंदिराणि +मंदिरे +मंदे +मंदेहा +मंदो +मंद्रः +मंद्रस्य +मंमं +मंये +मंश +मंशं +मंसं +मंसते +मंससे +मंसि +मंसीमहि +मंसीरत +मंस्था +मंस्थाः +मंस्यते +मंस्यन्त +मंस्यन्ते +मंस्यसे +मंहतिर्दानकर्मा +मंहते +मंहना +मंहनीयं +मंहनीयानि +मंहय +मंहयद्रयिः +मंहयुः +मंहसे +मंहिता +मंहिष्ठ +मंहिष्ठं +मंहिष्ठः +मंहिष्ठम् +मंहिष्ठस्य +मंहिष्ठा +मंहिष्ठाय +मंहिष्ठो +मंहि॑ष्ठं +मंहि॑ष्ठः +मंहि॑ष्ठम् +मंहि॑ष्ठा +मंहि॑ष्ठाय +मंहि॑ष्ठो +मंही +मंह॑ते +मंह॒यद्र॑यिः +मं॒दी +मं॒द्रं +मं॒द्रो +मं॒सी॒महि॑ +मं॒स॒ते॒ +मं॒हना॑ +मं॒हना॒ +मः +मअ +मअणो +मइ +मई +मईमासस्य +मईमासे +मईव +मए +मओ +मक +मकं +मकः +मकबरा +मकम् +मकर +मकरं +मकरंद +मकरंदं +मकरंदो +मकरः +मकरकच्छपौ +मकरकुण्डले +मकरके +मकरकेतनः +मकरकेतवे +मकरकेतुना +मकरकेतोः +मकरगे +मकरण +मकरदंष्ट्रा +मकरध्वज +मकरध्वजः +मकरध्वजम् +मकरध्वजस्य +मकरध्वजाय +मकरध्वजे +मकरध्वजेन +मकरन्द +मकरन्दं +मकरन्दः +मकरन्दःः +मकरन्दनिर्भरे +मकरन्दम् +मकरन्दश्च +मकरन्दस्य +मकरन्दिका +मकरन्दिकाम् +मकरन्दे +मकरन्देन +मकरन्दो +मकरराशिः +मकरराशिगत +मकरराशिमें +मकरराशौ +मकरश्च +मकरश्चास्मि +मकरश्चैव +मकरसंक्रान्तौ +मकरसङ्क्रमणदिने +मकरसङ्क्रमणम् +मकरसङ्क्रान्तिः +मकरस्तथा +मकरस्थे +मकरस्थो +मकरस्य +मकरा +मकराः +मकराकरम् +मकराकरे +मकराकारे +मकराक्षं +मकराक्षस्य +मकराक्षो +मकराणां +मकरादयः +मकरादावृणं +मकरादि +मकरादिकेन्द्र +मकरादिकेन्द्रे +मकरादित्ये +मकरादिषु +मकरादौ +मकरान् +मकराय +मकरालय +मकरालयः +मकरालयम् +मकरालये +मकरावासं +मकराश्च +मकरास्यं +मकरास्ये +मकरिका +मकरी +मकरीं +मकरे +मकरेण +मकरैः +मकरो +मकरोत् +मकल +मकस्य +मका +मकान +मकार +मकारं +मकारः +मकारञ्च +मकारलोपः +मकारलोपो +मकारश्च +मकारश्रुत्येतिहासपुराणं +मकारस्तु +मकारस्य +मकारात् +मकारादेशो +मकारान्त +मकारान्तं +मकारान्तः +मकारान्तत्वं +मकारान्तप्रकरणम् +मकारान्तमव्ययम् +मकारान्तस्य +मकाराय +मकारे +मकारेण +मकारेणोच्यते +मकारो +मकार्षीत् +मकि +मकुट +मकुटं +मकुटबन्धनं +मकुटी +मकुटे +मकुष्टकः +मकुष्ठो +मकूलकः +मकृत +मके +मको +मकौ +मक् +मक्क +मक्कल्ल +मक्का +मक्तः +मक्ता +मक्त्या +मक्प्रत्ययः +मक्ष +मक्षः +मक्षरं +मक्षा +मक्षि +मक्षिका +मक्षिकां +मक्षिकाः +मक्षिकाणां +मक्षिकाणामभावो +मक्षिकाभिः +मक्षिकाभिश्च +मक्षिकायां +मक्षिकायाः +मक्षिकाश +मक्षिकाश्चैव +मक्षि॑का +मक्षु +मक्षू +मक्षे +मख +मखं +मखः +मखघ्न +मखघ्ने +मखजं +मखत्राता +मखभुजां +मखमुखे +मखमुत्तमम् +मखम् +मखरक्षणार्थम् +मखशतपरिपूतं +मखस्य +मखस्यसे +मखस्युवः +मखा +मखाः +मखानां +मखान् +मखान्तकृत् +मखाय +मखायेति +मखाश्च +मखि +मखिलं +मखी +मखे +मखेन +मखेभ्यः +मखेषु +मखेऽत्र +मखैः +मखो +मख्यं +मख्या +मग +मगः +मगच्छत् +मगण +मगणः +मगणरगणौ +मगणो +मगणौ +मगध +मगधं +मगधः +मगधजा +मगधदेश +मगधदेशः +मगधदेशस्य +मगधदेशे +मगधपतिना +मगधभूभृता +मगधराजस्य +मगधराजाय +मगधराजेन +मगधराज्यं +मगधस्य +मगधा +मगधाः +मगधाधिपः +मगधाधिपतेः +मगधानां +मगधान् +मगधी +मगधे +मगधेशस्य +मगधेश्वरः +मगधेश्वरस्य +मगधेषु +मगधो +मगन +मगने +मगम +मगमत् +मगर +मगरि +मगरिस +मगवान +मगवान् +मगही +मगहीभाषा +मगा +मगात् +मगानां +मगि +मगे +मगो +मग्ग +मग्गं +मग्गे +मग्गो +मग्दलीनी +मग्न +मग्नं +मग्नः +मग्नचूचुकौ +मग्नता +मग्नम् +मग्नवान् +मग्नस्य +मग्ना +मग्नां +मग्नाः +मग्नानां +मग्नानि +मग्नान् +मग्नाम् +मग्निं +मग्निष्टोमसाम +मग्ने +मग्नेन +मग्नो +मग्नोऽपि +मग्नोऽहं +मग्नौ +मग्र +मग्रं +मग्रा +मग्रे +मग्रेऽपि +मघ +मघं +मघः +मघत्तये +मघदेयाय +मघमिति +मघम् +मघव +मघवञ्छग्धि +मघवत +मघवतः +मघवता +मघवति +मघवती +मघवते +मघवतो +मघवत् +मघवत्तम +मघवत्सु +मघवत्ऽभ्यः +मघवत्ऽसु +मघवद्भ्यः +मघवद्भ्यश्च +मघवद्भ्यो +मघवन +मघवन् +मघवन्तं +मघवन्तः +मघवन्तौ +मघवन्त् +मघवन्नभिष्णक् +मघवन्नस्ति +मघवन्निति +मघवन्निन्द्र +मघवन्नृजीषिन् +मघवन्न् +मघवन्भूय +मघवन्मर्त्यं +मघवन्महित्वा +मघवन्मा +मघवन्विचर्षणे +मघवन्विदा +मघवन्वृत्रहत्याय +मघवा +मघवाँ +मघवादत्त +मघवानं +मघवानः +मघवानमिन्द्रमस्मिन्भरे +मघवानमीमहे +मघवानमूतये +मघवानम् +मघवाना +मघवानिति +मघवानिव +मघवानो +मघवानौ +मघवान् +मघवेति +मघव॒न्नायु॑धा॒न्युत्सत्व॑नां +मघस्य +मघऽवन् +मघऽवा +मघऽवानः +मघऽवानम् +मघा +मघां +मघाः +मघादौ +मघाद्यं +मघानक्षत्रं +मघानक्षत्रे +मघानां +मघानि +मघाभिः +मघाभ्यः +मघाय +मघायां +मघायुक्ता +मघाश्लेषा +मघासु +मघास्विन्दुः +मघि +मघु +मघुरं +मघेव +मघैः +मघो +मघोन +मघोनः +मघोनश्च +मघोना +मघोनां +मघोनाम् +मघोनि +मघोनी +मघोने +मघोनो +मघ्ये +मघ॑ऽवन् +मङ +मङ् +मङ्कणकः +मङ्कणेन +मङ्कते +मङ्क्ता +मङ्क्तुम् +मङ्क्षु +मङ्क्ष्यति +मङ्खः +मङ्खकः +मङ्खस्य +मङ्ग +मङ्गं +मङ्गः +मङ्गति +मङ्गम् +मङ्गल +मङ्गलं +मङ्गलः +मङ्गलकरं +मङ्गलकरः +मङ्गलकर्मणि +मङ्गलकारकः +मङ्गलकारके +मङ्गलकारी +मङ्गलकाले +मङ्गलग्रहः +मङ्गलग्रहस्य +मङ्गलग्रहे +मङ्गलचण्डिका +मङ्गलचण्डिकाम् +मङ्गलचण्डी +मङ्गलञ्च +मङ्गलतूर्यघोषः +मङ्गलत्वम् +मङ्गलप्रदः +मङ्गलप्रदम् +मङ्गलप्रदा +मङ्गलप्रदाः +मङ्गलमकार्पण्यमस्पृहा +मङ्गलमध्यानि +मङ्गलमय +मङ्गलमयी +मङ्गलमाचरति +मङ्गलमातनोति +मङ्गलमिति +मङ्गलमित्युपात्तम् +मङ्गलमेव +मङ्गलम् +मङ्गलम्‌ +मङ्गलयानम् +मङ्गलरूपं +मङ्गलरूपा +मङ्गलवति +मङ्गलवती +मङ्गलवाचनम् +मङ्गलवादः +मङ्गलवारे +मङ्गलवासरः +मङ्गलवासरे +मङ्गलशब्देन +मङ्गलश्च +मङ्गलश्लो +मङ्गलस्नानं +मङ्गलस्नानविशुद्धगात्री +मङ्गलस्य +मङ्गला +मङ्गलां +मङ्गलाः +मङ्गलाख्येन +मङ्गलाचरण +मङ्गलाचरणं +मङ्गलाचरणपूर्वकं +मङ्गलाचरणम् +मङ्गलाचरणे +मङ्गलाचार +मङ्गलाचारः +मङ्गलाचारयुक्तानां +मङ्गलादि +मङ्गलादीनि +मङ्गलानन्तरारम्भप्रश्नकार्त्स्न्येष्वथो +मङ्गलानां +मङ्गलानाञ्च +मङ्गलानाम् +मङ्गलानि +मङ्गलान् +मङ्गलान्तानि +मङ्गलान्यष्टौ +मङ्गलाय +मङ्गलायतनं +मङ्गलायै +मङ्गलार्थ +मङ्गलार्थं +मङ्गलार्थः +मङ्गलार्थम् +मङ्गलार्थे +मङ्गलार्हं +मङ्गलालम्भनं +मङ्गलालयम् +मङ्गलाशासनम् +मङ्गलाष्टकम् +मङ्गली +मङ्गलूरु +मङ्गले +मङ्गलेन +मङ्गलेषु +मङ्गलेऽपि +मङ्गलैः +मङ्गलो +मङ्गल्य +मङ्गल्यं +मङ्गल्यः +मङ्गल्यकः +मङ्गल्यम् +मङ्गल्या +मङ्गल्यानां +मङ्गल्यानि +मङ्गल्याश्च +मङ्गल्ये +मङ्गळ +मङ्गळं +मङ्गळम् +मङ्गळस्य +मङ्गळूरु +मङ्गळूरुतः +मङ्गळूरुविधानसभाक्षेत्रम् +मङ्गळे +मङ्गीकृत्य +मङ्गे +मङ्गेश +मङ्गेशकर +मङ्गेशकरः +मङ्गेश्कर् +मङ्गोलिया +मङ्घते +मङ्‌गलं +मङ्‌गलम् +मङ्‌गले +मच +मचक्रुकस्य +मचते +मचर्चिका +मचा +मचि +मचे +मच् +मच्चितः +मच्चिता +मच्चित्त +मच्चित्तं +मच्चित्तः +मच्चित्ता +मच्चित्ताः +मच्चित्ते +मच्चित्तेऽस्ति +मच्चित्तो +मच्चिन्तनपराः +मच्छ +मच्छन्दादेव +मच्छपथामधि +मच्छब्दमात्रेण +मच्छब्दार्थे +मच्छर +मच्छरणं +मच्छरणो +मच्छरीरं +मच्छरीरतया +मच्छरीरे +मच्छापेन +मच्छासनं +मच्छासनपराङ्मुखीम् +मच्छृणु +मच्छेषभूता +मछ +मछली +मछलीपट्टनम् +मज +मजं +मजः +मजति +मजदूर +मजनि +मजन्ति +मजपा +मजा +मजाक +मजापहित +मजापहितसाम्राज्यम् +मजि +मजिलपुर +मजुभाषिणी +मजुमदार +मजुमदारः +मजुम्दार् +मजुव्याख्या +मजूपा +मजूमदार +मजूषा +मजे +मज्ज +मज्जंति +मज्जगुणाः +मज्जगे +मज्जतः +मज्जतां +मज्जताम् +मज्जति +मज्जती +मज्जतीति +मज्जतीव +मज्जतु +मज्जते +मज्जतो +मज्जन +मज्जनं +मज्जनमात्रेण +मज्जनम् +मज्जनात् +मज्जनाय +मज्जनार्थं +मज्जनि +मज्जने +मज्जनेन +मज्जन् +मज्जन्तं +मज्जन्ति +मज्जन्ती +मज्जन्तीं +मज्जन्तो +मज्जन्त्या +मज्जन्म +मज्जभ्यः +मज्जमानस्य +मज्जमिश्रं +मज्जमेही +मज्जयति +मज्जयित्वा +मज्जयेत् +मज्जसि +मज्जसु +मज्जा +मज्जां +मज्जाः +मज्जागतं +मज्जानं +मज्जानञ्च +मज्जानमपि +मज्जानम् +मज्जानो +मज्जाभं +मज्जामि +मज्जाया +मज्जायां +मज्जायाः +मज्जास्थि +मज्जितं +मज्जिता +मज्जिताः +मज्जीवितुमिति +मज्जेत् +मज्जोपमा +मज्ज्ञः +मज्ज्ञा +मज्ज्ञानं +मज्ज्ञि +मज्ज्ञो +मज्झ +मज्झे +मज्ञ +मज्ञानं +मज्मना +मज्मनि +मझ +मझा +मझे +मञ्च +मञ्चं +मञ्चः +मञ्चक +मञ्चकं +मञ्चकः +मञ्चकगतः +मञ्चकम् +मञ्चके +मञ्चति +मञ्चते +मञ्चमानं +मञ्चमानमुदाहृतम् +मञ्चम् +मञ्चस्थं +मञ्चस्य +मञ्चा +मञ्चाः +मञ्चान्मञ्चं +मञ्चिका +मञ्चे +मञ्चेषु +मञ्चोच्चं +मञ्ज +मञ्जति +मञ्जनं +मञ्जन्ति +मञ्जरी +मञ्जरीं +मञ्जरीः +मञ्जरीति +मञ्जरीभिः +मञ्जरीम् +मञ्जरीष्विव +मञ्जर्य +मञ्जर्यः +मञ्जर्या +मञ्जर्यां +मञ्जर्याः +मञ्जर्यो +मञ्जर्य्यां +मञ्जर्य्याम् +मञ्जा +मञ्जि +मञ्जिल +मञ्जिष्टा +मञ्जिष्ठया +मञ्जिष्ठा +मञ्जिष्ठां +मञ्जिष्ठादिरयं +मञ्जिष्ठायां +मञ्जिष्ठायाम् +मञ्जीर +मञ्जीरं +मञ्जीरक +मञ्जीरमाला +मञ्जीरा +मञ्जीरो +मञ्जु +मञ्जुगुणि +मञ्जुघोषः +मञ्जुघोषव्रज्या +मञ्जुघोषा +मञ्जुभाषिणी +मञ्जुल +मञ्जुलं +मञ्जुलदर्शना +मञ्जुलम् +मञ्जुला +मञ्जुलां +मञ्जुले +मञ्जुश्रिया +मञ्जुश्रिये +मञ्जुश्रीः +मञ्जुश्रीराह +मञ्जूपा +मञ्जूषा +मञ्जूषां +मञ्जूषायां +मञ्जेश्वर +मञ्झानपुरम् +मट +मटचीहतेषु +मटर +मटा +मट् +मट्टिः +मट्टी +मठ +मठं +मठः +मठग्रामः +मठति +मठमट +मठम् +मठर +मठस्य +मठाः +मठाधिपतिः +मठाधीशः +मठानां +मठि +मठिका +मठिकां +मठिकामध्ये +मठिकायाः +मठे +मठेषु +मठो +मड +मडगाँव +मडगांव +मडगास्कर +मडवराज्यं +मडागमः +मडि +मडिकेरी +मडिकेरीविधानसभाक्षेत्रम् +मड्डुक +मड्डुकं +मण +मणं +मणः +मणति +मणम् +मणय +मणयः +मणयश्च +मणयस्तेषां +मणयो +मणयोऽपि +मणा +मणावपि +मणि +मणिं +मणिः +मणिक +मणिकं +मणिकः +मणिकया +मणिकर्ण +मणिकर्णः +मणिकर्णिका +मणिकर्णिकाम् +मणिकर्णिकायां +मणिकर्णिकाष्टकम् +मणिकर्णी +मणिकर्णीश्वरं +मणिकर्ण्यां +मणिका +मणिकाञ्चनसमन्वयः +मणिकारः +मणिकुट्टिमे +मणिकुण्डलं +मणिकुण्डले +मणिकूटं +मणिकूटो +मणिकृतः +मणिकृता +मणिकृपाणदर्पणादिषु +मणिके +मणिकेतुः +मणिकेषु +मणिको +मणिगणा +मणिगणाः +मणिगुणनिकरः +मणिग्रीव +मणिग्रीवं +मणिग्रीवो +मणिच्छिद्रा +मणिजं +मणिजा +मणित +मणितं +मणितटा +मणितुण्ड +मणितुण्डक +मणितेजसा +मणिदर्पणे +मणिदाम +मणिद्वीपं +मणिद्वीपे +मणिधरि +मणिना +मणिनूपुरम् +मणिनूपुरा +मणिपर्वतम् +मणिपादुकोपरि +मणिपाली +मणिपुच्छी +मणिपुर +मणिपुरं +मणिपुरम् +मणिपुरराज्यम् +मणिपुरराज्यस्य +मणिपुरस्य +मणिपुरी +मणिपुरीनृत्यम् +मणिपुरीभाषा +मणिपुष्पकं +मणिपुष्पकश्चेति +मणिपूरं +मणिपूरक +मणिपूरकं +मणिपूरकम् +मणिपूरके +मणिपूरमनाहतम् +मणिपूरे +मणिप्रभा +मणिप्रभायां +मणिबन्ध +मणिबन्धं +मणिबन्धः +मणिबन्धके +मणिबन्धने +मणिबन्धयोः +मणिबन्धस्य +मणिबन्धादाकनिष्ठं +मणिबन्धान्तं +मणिबन्धे +मणिबन्धौ +मणिबा +मणिबेन +मणिभद्र +मणिभद्रं +मणिभद्रः +मणिभद्रकः +मणिभद्रश्च +मणिभद्रस्य +मणिभद्राय +मणिभद्रेण +मणिभद्रो +मणिभिः +मणिभिरमरप्रार्थिता +मणिभिश्च +मणिभी +मणिभूषणानि +मणिभूषिताः +मणिभेदे +मणिमञ्जरी +मणिमण्डप +मणिमण्डपे +मणिमत्यां +मणिमन्तं +मणिमन्त्रादिन्यायेन +मणिमन्त्रौषधीनां +मणिमन्दिरम् +मणिमपि +मणिमय +मणिमयं +मणिमयः +मणिमयभुवस्तुङ्गमभ्रंलिहाग्राः +मणिमयरथं +मणिमया +मणिमयानां +मणिमयानि +मणिमयास्तत्र +मणिमयी +मणिमयीं +मणिमये +मणिमयो +मणिमविन्दत् +मणिमस्य +मणिमादाय +मणिमान् +मणिमान्नाम +मणिमाला +मणिमालिका +मणिमाशवे +मणिमिति +मणिमुकुटाख्याने +मणिमुक्ताप्रबालानां +मणिमुक्ताप्रवालानां +मणिमुक्ताप्रवालानि +मणिमुक्तावसूनि +मणिमेखला +मणिमेखलानां +मणिम् +मणियष्टयः +मणियों +मणिरत्न +मणिरत्नं +मणिरत्नञ्च +मणिरत्नम् +मणिरत्नविभूषितम् +मणिरत्नस्य +मणिरत्नानि +मणिरत्ने +मणिरत्नेन +मणिरत्‍नम्‌ +मणिरयं +मणिरामः +मणिरिति +मणिरिव +मणिरेव +मणिर् +मणिर्न +मणिर्मणिः +मणिर्यथा +मणिर्वीरो +मणिवः +मणिवद्भिन्नं +मणिवप्रा +मणिवरं +मणिवर्मा +मणिविद्रुमचित्राणि +मणिविद्रुमभूषितम् +मणिविशेषः +मणिविशेषो +मणिवेधे +मणिशेखरः +मणिश्च +मणिश्रेष्ठं +मणिषु +मणिसारविकारैश्च +मणिस्तम्भचतुष्टयेन +मणिस्त्रपुणि +मणी +मणींश्च +मणीचक +मणीति +मणीना +मणीनां +मणीनाञ्च +मणीनामाकरो +मणीनामिव +मणीनाम् +मणीन् +मणीन्द्रं +मणीन्द्राणां +मणीन्द्रेण +मणीव +मणुश्शे +मणुस्सो +मणे +मणेः +मणेन +मणेरिति +मणेरिव +मणेर् +मणेर्ग्रहीतृग्रहणग्राह्येषु +मणो +मणोरहं +मणोरहो +मणौ +मण् +मण्टपं +मण्टपम् +मण्टपस्य +मण्टपानां +मण्टपे +मण्ठः +मण्ठते +मण्ठो +मण्ड +मण्डं +मण्डः +मण्डकं +मण्डकः +मण्डका +मण्डकाः +मण्डको +मण्डड्डत्ध् +मण्डति +मण्डते +मण्डन +मण्डनं +मण्डनः +मण्डनपण्डितोऽपि +मण्डनमङ्गयष्टेरनासवाख्यं +मण्डनमिति +मण्डनमिश्र +मण्डनमिश्रः +मण्डनमिश्रस्य +मण्डनम् +मण्डनस्य +मण्डना +मण्डनानि +मण्डनार्हाममण्डिताम् +मण्डने +मण्डनेन +मण्डनैः +मण्डनो +मण्डनोऽपि +मण्डप +मण्डपं +मण्डपः +मण्डपभेदे +मण्डपमध्ये +मण्डपमुत्तमम् +मण्डपम् +मण्डपलक्षणम् +मण्डपस्तत्र +मण्डपस्य +मण्डपस्योत्तरे +मण्डपा +मण्डपाः +मण्डपाकारं +मण्डपाख्यानं +मण्डपात् +मण्डपादि +मण्डपादिषु +मण्डपादीनि +मण्डपादौ +मण्डपानां +मण्डपानि +मण्डपान् +मण्डपान्तः +मण्डपान्तरे +मण्डपाय +मण्डपे +मण्डपेन +मण्डपेषु +मण्डपेऽत्र +मण्डपेऽपि +मण्डपैः +मण्डपो +मण्डपोपरि +मण्डपोऽस्त्री +मण्डम् +मण्डयति +मण्डयन् +मण्डयन्ति +मण्डयन्ती +मण्डयितुं +मण्डयित्वा +मण्डयेत् +मण्डर +मण्डल +मण्डलं +मण्डलः +मण्डलकं +मण्डलके +मण्डलकेन्द्रं +मण्डलकेन्द्रम् +मण्डलकेन्द्रस्य +मण्डलञ्च +मण्डलतः +मण्डलत्रयम् +मण्डलत्रितयं +मण्डलत्वेन +मण्डलदृष्ट्या +मण्डलद्रष्टा +मण्डलद्वयं +मण्डलद्वयम् +मण्डलन्तु +मण्डलपुच्छकः +मण्डलबाह्ये +मण्डलब्राह्मणोपनिषत् +मण्डलभागेषु +मण्डलभेदे +मण्डलमध्ये +मण्डलमपि +मण्डलमस्ति +मण्डलमालिखेत् +मण्डलमालिख्य +मण्डलमिति +मण्डलमिदं +मण्डलमिदम् +मण्डलमिव +मण्डलमुच्यते +मण्डलमेव +मण्डलम् +मण्डलम्‌ +मण्डलयोः +मण्डलयोनिः +मण्डलवर्तिनाम् +मण्डलवर्षं +मण्डलशेषम् +मण्डलसङ्गाहकः +मण्डलस्थं +मण्डलस्थः +मण्डलस्थस्य +मण्डलस्थानके +मण्डलस्थाय +मण्डलस्थे +मण्डलस्य +मण्डलस्याथ +मण्डलस्यास्य +मण्डलस्येन्दोः +मण्डलस्येश्वरश्च +मण्डलस्योत्तरे +मण्डलस्वस्तिकं +मण्डला +मण्डलाः +मण्डलाकार +मण्डलाकारं +मण्डलाकारा +मण्डलाकारे +मण्डलाकारेण +मण्डलाकृति +मण्डलाकृतिः +मण्डलाख्यं +मण्डलाग्र +मण्डलाग्रं +मण्डलाग्रः +मण्डलाग्रमिव +मण्डलाग्रे +मण्डलाग्रेण +मण्डलात् +मण्डलादि +मण्डलादिपरिभाषयाग्निर्देवता +मण्डलादिषु +मण्डलादूर्ध्वं +मण्डलाद् +मण्डलाधिपतिः +मण्डलानां +मण्डलानाञ्च +मण्डलानाम् +मण्डलानि +मण्डलानीव +मण्डलान्तरे +मण्डलान्तर्गतं +मण्डलान्ते +मण्डलामण्डलम् +मण्डलाय +मण्डलाराधनं +मण्डलार्धे +मण्डलिनः +मण्डलिना +मण्डलिनां +मण्डलिनो +मण्डली +मण्डलीं +मण्डलीकृतकार्मुकः +मण्डलीकृत्य +मण्डलीनां +मण्डलीभूताः +मण्डलीभूय +मण्डलीमते +मण्डले +मण्डलेन +मण्डलेनाभिलीनः +मण्डलेभ्यः +मण्डलेशस्य +मण्डलेश्वर +मण्डलेश्वरः +मण्डलेश्वरतां +मण्डलेश्वरम् +मण्डलेश्वरे +मण्डलेषु +मण्डलेष्टका +मण्डलेष्टकाम् +मण्डलेष्वपि +मण्डलेस्मिन् +मण्डलेऽपि +मण्डलेऽस्मिन् +मण्डलैः +मण्डलैर्विविधैश्चित्राः +मण्डलो +मण्डलोत्तमे +मण्डलोपरि +मण्डल्या +मण्डल्याः +मण्डस्य +मण्डा +मण्डाकको +मण्डिका +मण्डित +मण्डितं +मण्डितः +मण्डितम् +मण्डिता +मण्डितां +मण्डिताः +मण्डिते +मण्डितो +मण्डी +मण्डीमण्डलम् +मण्डु +मण्डू +मण्डूक +मण्डूकं +मण्डूकः +मण्डूकपर्णिका +मण्डूकपर्णी +मण्डूकपर्ण्याः +मण्डूकप्लुति +मण्डूकप्लुतिरेव +मण्डूकप्लुत्या +मण्डूकमेव +मण्डूकवसया +मण्डूकस्य +मण्डूका +मण्डूकाः +मण्डूकात् +मण्डूकानां +मण्डूकान् +मण्डूकासनम् +मण्डूकि +मण्डूकी +मण्डूके +मण्डूकेति +मण्डूकेन +मण्डूको +मण्डूकोपरि +मण्डूक्या +मण्डूर +मण्डूरं +मण्डूरधाणिकीः +मण्डूरमुच्यते +मण्डूषिकां +मण्डे +मण्डेन +मण्डेल +मण्डेला +मण्डो +मण्डोदरी +मण्ड्य +मण्ड्यमण्डलम् +मण्ड्यमण्डलस्य +मण्ड्यमण्डले +मण्ड्यलोकसभाक्षेत्रम् +मण्ड्यलोकसभाक्षेत्रे +मण्ड्यविधानसभाक्षेत्रम् +मण्णे +मण्मीयौ +मण्य +मण्यते +मण्यभावस्य +मण्या +मण्यादि +मण्यादीनां +मण्यादेः +मत +मतं +मतंग +मतंगजः +मतंगस्य +मतंगो +मतः +मतःपरम् +मतङ्ग +मतङ्गं +मतङ्गः +मतङ्गज +मतङ्गजं +मतङ्गजः +मतङ्गजम् +मतङ्गजा +मतङ्गजाः +मतङ्गजे +मतङ्गजो +मतङ्गमुनिः +मतङ्गवाप्यां +मतङ्गस्तु +मतङ्गस्य +मतङ्गस्याश्रमं +मतङ्गे +मतङ्गेन +मतङ्गो +मतजनहलात् +मतञ्च +मतत्रये +मतदान +मतदानं +मतदानस्य +मतदानेन +मतद्वयं +मतद्वयम् +मतद्वये +मतद्वयेऽपि +मतभेद +मतभेदं +मतभेदः +मतभेदमाह +मतभेदाः +मतभेदात् +मतभेदे +मतभेदेन +मतभेदो +मतम +मतमत्र +मतमनुसृत्य +मतमनूद्य +मतमपास्तम् +मतमपि +मतमविज्ञातं +मतमस्ति +मतमस्य +मतमाज्ञाय +मतमादाय +मतमाश्रित्य +मतमासीत् +मतमास्थाय +मतमाह +मतमिति +मतमित्यर्थः +मतमिदं +मतमुत्तमम् +मतमुपन्यस्य +मतमुपन्यस्यति +मतमेतत् +मतमेव +मतमेवं +मतम् +मतम्‌ +मतय +मतयः +मतया +मतये +मतयो +मतल्लिका +मतवचसा +मतवान् +मतवाले +मतश्च +मतश्चैषां +मतस्तथा +मतस्तव +मतस्तु +मतस्तेषां +मतस्नाभ्यां +मतस्नाभ्याम् +मतस्ने +मतस्नौ +मतस्य +मता +मतां +मतांतरे +मताः +मतानां +मतानाम् +मतानि +मतानुज्ञा +मतानुयायी +मतानुसार +मतानुसारं +मतानुसारम् +मतानुसारेण +मतान्तर +मतान्तरं +मतान्तरमाह +मतान्तरमुत्थापयति +मतान्तरम् +मतान्तरस्य +मतान्तराणि +मतान्तरे +मतान्तरेण +मतान्तरेऽपि +मतान्यालोच्य +मतान्युद्धरति +मतान्युपन्यस्यति +मताम् +मताविति +मतास्तथा +मतास्तु +मति +मतिं +मतिः +मतिक्रम्य +मतिगुणम् +मतिदा +मतिधीरा +मतिनारः +मतिपूर्वं +मतिपूर्वे +मतिबलं +मतिबुद्धि +मतिबुद्धिपूजार्थेभ्यश्च +मतिबुद्धिपूजार्थेभ्यश्चेति +मतिभिः +मतिभिर् +मतिभिर्वसिष्ठाः +मतिभी +मतिभेदो +मतिभ्याम् +मतिभ्रंशो +मतिभ्रमः +मतिभ्रमो +मतिम +मतिमता +मतिमतां +मतिमतांवर +मतिमति +मतिमन्तः +मतिमन्तश्च +मतिमन्तो +मतिमपि +मतिमा +मतिमां +मतिमांश्च +मतिमाधाय +मतिमान +मतिमान् +मतिमान्न +मतिमान्नरः +मतिमान्भिषक् +मतिमान्‌ +मतिमास्थाय +मतिमुत्तमाम् +मतिमोहं +मतिम् +मतिरजायत +मतिरपि +मतिरस्ति +मतिरस्य +मतिरापनेया +मतिरिति +मतिरियं +मतिरिह +मतिरीदृशी +मतिरुत्क्रमणीया +मतिरुत्पन्ना +मतिरेव +मतिरेषा +मतिर् +मतिर्जाता +मतिर्जीवेशवादयोः +मतिर्दृढा +मतिर्न +मतिर्नाम +मतिर्भवति +मतिर्भवेत् +मतिर्भिन्ना +मतिर्मतिरिव +मतिर्मम +मतिर्ममेत्यन्तम् +मतिर्मे +मतिर्यस्य +मतिर्या +मतिर्येषां +मतिर्व्याधिस्तथोन्मादस्तथा +मतिविदः +मतिविदस्तृतीयस्य +मतिविदो +मतिविप्लवं +मतिविभवः +मतिविभ्रमः +मतिविभ्रमो +मतिश् +मतिश्च +मतिश्चित्तं +मतिश्चैव +मतिषु +मतिस् +मतिस्तत्र +मतिस्तथा +मतिस्तव +मतिस्तस्य +मतिस्तात +मतिस्तु +मतिस्ते +मतिऽभिः +मती +मतीं +मतीः +मतीति +मतीना +मतीनां +मतीनामिति +मतीनाम् +मतीव +मतीविदे +मती॒नां +मती॒नाम् +मतु +मतुः +मतुथाः +मतुप +मतुपः +मतुपा +मतुपि +मतुपो +मतुप् +मतुप्प्रत्ययः +मतुप्प्रत्ययो +मतुप्‌ +मतुबन्यतरस्याम् +मतुबर्थिकः +मतुबर्थे +मतुबादयः +मतुब् +मतुब्ङीपौ +मतुब्लोपः +मतुब्लोपे +मतुलं +मतुवसो +मतुवसोः +मतुवसोरु +मतृका +मते +मतेः +मतेति +मतेत्यन्तम् +मतेन +मतेर्मन्तारं +मतेषु +मतेऽपि +मतेऽस्मिन् +मतैः +मतैक्यं +मतैश्च +मतो +मतों +मतोः +मतोर्मस्य +मतोर्लुक् +मतोर्वत्वं +मतोर्वोऽयवादिभ्यः +मतोश्च +मतोऽधिकः +मतोऽनिलेन +मतोऽन्यथा +मतोऽभिप्रेतः +मतौ +मत् +मत्क +मत्कथा +मत्कथां +मत्कथाः +मत्कथादौ +मत्कथाश्रवणादौ +मत्कथाश्रवणे +मत्कपितृक +मत्कर्म +मत्कर्मकृत् +मत्कर्मकृदिति +मत्कर्मकृन्मत्परमो +मत्कर्मपरमः +मत्कर्मपरमो +मत्कान्तं +मत्कामा +मत्कारी +मत्कार्मुकस्यास्य +मत्कार्यं +मत्कुण +मत्कुणः +मत्कुणस्य +मत्कुणा +मत्कुणाविव +मत्कुणे +मत्कुणो +मत्कुलं +मत्कृत +मत्कृतं +मत्कृततुलादानादिपद्धतौ +मत्कृतम् +मत्कृता +मत्कृतां +मत्कृतानि +मत्कृतिं +मत्कृते +मत्कृतेन +मत्कृतेऽनघ +मत्कृपया +मत्क्रीडार्थं +मत्क्रोधकलुषीकृता +मत्त +मत्तं +मत्तः +मत्तएव +मत्तकाशिनि +मत्तकाशिनी +मत्तगजे +मत्तगामिनी +मत्तता +मत्तदन्तिनः +मत्तद्विपानां +मत्तभ्रमरनादितम् +मत्तम +मत्तमयूरं +मत्तमयूरम् +मत्तमातङ्गः +मत्तमातङ्गगामिनः +मत्तमातङ्गगामिनम् +मत्तमातङ्गगामिनि +मत्तमातङ्गविक्रमः +मत्तमातङ्गा +मत्तमिव +मत्तमेहं +मत्तम् +मत्तया +मत्तरः +मत्तर्षभ +मत्तवारणः +मत्तवारणम् +मत्तवारणविक्रमः +मत्तवारणी +मत्तविलासग्रहसनम् +मत्तविलासपहसनम् +मत्तविलासप्रहसनम् +मत्तश्च +मत्तसमं +मत्तस्ते +मत्तस्त्वं +मत्तस्य +मत्तस्योन्मत्तकस्य +मत्तहस्तिनः +मत्तहस्तिनि +मत्तहस्ती +मत्ता +मत्तां +मत्ताः +मत्ताक्रीडं +मत्ताक्रीडा +मत्ताङ्गनापाङ्गभङ्गलोलं +मत्तानां +मत्तान् +मत्तायां +मत्तावस्थायां +मत्ताविव +मत्ताश्च +मत्ति +मत्तु +मत्तुल्यः +मत्तुल्या +मत्तुल्यो +मत्ते +मत्तेजसा +मत्तेति +मत्तेन +मत्तेभकः +मत्तेभकुम्भतटपाटनलम्पटस्य +मत्तेभा 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+मत्प्रसादान्न +मत्प्रसादेन +मत्प्रसूतं +मत्प्रसूता +मत्प्राणा +मत्प्रातः +मत्प्राप्तये +मत्प्राप्तिः +मत्प्राप्तिपरास्तु +मत्प्राप्तिरेव +मत्प्राप्तौ +मत्प्राप्त्यर्थं +मत्प्रियं +मत्प्रियः +मत्प्रियत्वातिरेकेण +मत्प्रियत्वेन +मत्प्रियम् +मत्प्रिया +मत्प्रियां +मत्प्रियाः +मत्प्रियाया +मत्प्रियार्थं +मत्प्रिये +मत्प्रियो +मत्प्रीतये +मत्प्रीतिं +मत्प्रीत्यर्थं +मत्प्रीत्या +मत्प्रीत्यै +मत्प्रेप्सः +मत्य +मत्यं +मत्यः +मत्यक्ष +मत्यन्तं +मत्यपि +मत्यम् +मत्यर्थ +मत्यर्थं +मत्या +मत्यां +मत्याः +मत्याम् +मत्ये +मत्येति +मत्येन +मत्येव +मत्यै +मत्यैः +मत्यों +मत्योः +मत्र +मत्रं +मत्रः +मत्रम् +मत्रयित्वा +मत्रस्य +मत्रा +मत्रापि +मत्रि +मत्रिणं +मत्रिणः +मत्रिणा +मत्रिणां +मत्रिणो +मत्रिभिः +मत्रिषु +मत्री +मत्रे +मत्रेण +मत्रैव +मत्रो +मत्र्यो +मत्व +मत्वं +मत्वन्तस्य +मत्वम् +मत्वर्थ +मत्वर्थः +मत्वर्थलक्षणया +मत्वर्थलक्षणा +मत्वर्थस्य +मत्वर्थीय +मत्वर्थीयः +मत्वर्थीयप्रकरणम् +मत्वर्थीयस्य +मत्वर्थीया +मत्वर्थीयाः +मत्वर्थीये +मत्वर्थीयेन +मत्वर्थीयो +मत्वर्थीयोऽच् +मत्वर्थे +मत्वर्थो +मत्वा +मत्वात् +मत्वापि +मत्वास्य +मत्वाह +मत्वाऽपि +मत्वाऽऽह +मत्वे +मत्वेति +मत्वेत्यर्थः +मत्वेन +मत्वेव +मत्वैव +मत्वैवं +मत्वोक्तं +मत्स +मत्संबन्धी +मत्संस्थां +मत्संस्थामधिगच्छति +मत्सकाशं +मत्सकाशात् +मत्सकाशे +मत्सखा +मत्सखी +मत्सख्या +मत्सत +मत्सति +मत्सत् +मत्सत्तया +मत्सथ +मत्सदन्धसः +मत्सदृशं +मत्सदृशः +मत्सदृशाय +मत्सदृशी +मत्सदृशो +मत्सन् +मत्सन्निधौ +मत्सपत्नाः +मत्सम +मत्समं +मत्समः +मत्समक्षं +मत्समम् +मत्समा +मत्समानाकारं +मत्समानाकारम् +मत्समीप +मत्समीपं +मत्समीपतः +मत्समीपम् +मत्समीपे +मत्समो +मत्सम्बन्धे +मत्सर +मत्सरं +मत्सरः +मत्सरम् +मत्सरस्य +मत्सरा +मत्सराः +मत्सरात् +मत्सरादिव +मत्सरासः +मत्सरासो +मत्सरिणः +मत्सरिणी +मत्सरिणो +मत्सरिन्तमः +मत्सरिन्ऽतमः +मत्सरी +मत्सरे +मत्सरेण +मत्सरो +मत्सरोऽन्यशुभद्वेषे +मत्सादृश्यं +मत्साधिताः +मत्सामर्थ्येन +मत्सायुज्यं +मत्सि +मत्सि॑ +मत्सि॒ +मत्सी +मत्सुतं +मत्सुतः +मत्सुता +मत्सुतो +मत्सुमुर +मत्सेतुना +मत्सेवनं +मत्सेवया +मत्स्त्री +मत्स्था +मत्स्थानं +मत्स्थानि +मत्स्थानीति +मत्स्थानीत्युपधारय +मत्स्मरणं +मत्स्य +मत्स्यं +मत्स्यः +मत्स्यकः +मत्स्यकच्छपौ +मत्स्यकूर्मौ +मत्स्यकेतुः +मत्स्यगन्धा +मत्स्यग्रहणं +मत्स्यघाती +मत्स्यजालं +मत्स्यजीविनः +मत्स्यञ्च +मत्स्यण्डिका +मत्स्यण्डी +मत्स्यदेशः +मत्स्यधानी +मत्स्यध्वजा +मत्स्यन्धसो +मत्स्यन्ध॑सो॒ +मत्स्यपायि +मत्स्यपित्ता +मत्स्यपित्तेन +मत्स्यपु +मत्स्यपुराण +मत्स्यपुराणं +मत्स्यपुराणम् +मत्स्यपुराणविष्णुधर्मोत्तरयोः +मत्स्यपुराणविष्णुधर्मोत्तरयोस्तु +मत्स्यपुराणात् +मत्स्यपुराणे +मत्स्यपुराणेऽपि +मत्स्यभक्षणनिषेधो +मत्स्यभेदः +मत्स्यभेदे +मत्स्यभोजी +मत्स्यमांसं +मत्स्यमांसानि +मत्स्यमांसेन +मत्स्यमुदके +मत्स्यमुद्रया +मत्स्यमूर्तिः +मत्स्यम् +मत्स्ययुग्मं +मत्स्ययोनौ +मत्स्यरङ्कः +मत्स्यराजः +मत्स्यराजस्य +मत्स्यरूपं +मत्स्यरूपाय +मत्स्यरूपिणा +मत्स्यरूपी +मत्स्यरूपेण +मत्स्यरूपो +मत्स्यविशेषः +मत्स्यवेधन +मत्स्यशकला +मत्स्यश्च +मत्स्यसूक्ते +मत्स्यस्तथा +मत्स्यस्तिमिर्नाम +मत्स्यस्तु +मत्स्यस्य +मत्स्या +मत्स्यांश्च +मत्स्याः +मत्स्याकृति +मत्स्याक्षकः +मत्स्याक्षी +मत्स्यागारः +मत्स्यात्मकं +मत्स्यादः +मत्स्यादनी +मत्स्यादयः +मत्स्यादि +मत्स्यादिरूपेण +मत्स्यादीनां +मत्स्यादीन् +मत्स्यादौ +मत्स्याना +मत्स्यानां +मत्स्यानाम् +मत्स्यानि +मत्स्यान् +मत्स्यान्न +मत्स्यान्नं +मत्स्यामिषं +मत्स्याम्भसा +मत्स्याय +मत्स्यार्थी +मत्स्यावतारं +मत्स्यावतारः +मत्स्यावतारवर्णनम् +मत्स्यावतारस्य +मत्स्यावतारेण +मत्स्याविव +मत्स्याश्च +मत्स्यासनम् +मत्स्यास्तु +मत्स्यी +मत्स्ये +मत्स्येन +मत्स्येन्द्र +मत्स्येषु +मत्स्येष्वपि +मत्स्यैः +मत्स्यैस्तथा +मत्स्यो +मत्स्योदके +मत्स्योदरी +मत्स्योदरीं +मत्स्योदर्य्यां +मत्स्योद्यमः +मत्स्यौ +मत्स्व +मत्स्वरूपं +मत्स्वरूपमभेदेन +मत्स्वरूपम् +मत्स्वरूपा +मत्स्वरूपिणः +मत्स्वरूपिणी +मत्स्वरूपे +मत्स्वरूपेण +मत्स्वरूपो +मत्स्वा +मत्स्वामिनं +मत्स्वामिनो +मत्स्वा॑ +मत्स्व॑ +मत्स॑था +मत्स॒दन्ध॑सः +मत्स॒र +मत्स॒रं +मत्स॒रः +मत्स॒रम् +मत्स॒रा +मत्स॒रो +मत॑स्नाभ्यां +मथ +मथः +मथति +मथन +मथनं +मथनदण्डेन +मथनम् +मथने +मथनेन +मथनो +मथमं +मथवा +मथा +मथाचरेत् +मथापि +मथापिवा +मथायति +मथि +मथित +मथितं +मथितः +मथितम् +मथितवान् +मथितस्य +मथिता +मथितुं +मथिते +मथितेन +मथितो +मथितोद्भवः +मथित्वा +मथित्वाग्निं +मथित्वाग्नीन्विहृत्य +मथिन् +मथिलिखितः +मथीः +मथीत् +मथु +मथुरा +मथुरां +मथुराक्षेत्रमाहात्म्ये +मथुराखंडे +मथुराखण्डः +मथुरागमनं +मथुरातः +मथुरानाथ +मथुरानाथः +मथुरापतिः +मथुरापुरी +मथुरापुरे +मथुराप्रवेशवर्णनम् +मथुराभवम् +मथुरामण्डलम् +मथुरामण्डले +मथुरामनुप्राप्तः +मथुरामाहात्म्ये +मथुरामेत्य +मथुराम् +मथुराया +मथुरायां +मथुरायाः +मथुरायान्तु +मथुरायाम् +मथुरायाश्च +मथुरावत् +मथुरावासिनो +मथुराविजयम् +मथुरेशः +मथे +मथो +मथ् +मथ्नतां +मथ्नन्ति +मथ्नन्तु +मथ्ना +मथ्नाति +मथ्नातीति +मथ्नामि +मथ्नीयात् +मथ्य +मथ्यतां +मथ्यति +मथ्यते +मथ्यन्ते +मथ्यमानः +मथ्यमानमनुमन्त्रयते +मथ्यमानस्य +मथ्यमानाद्वै +मथ्यमानायानु +मथ्यमानायानुब्रूहीति +मथ्यमाने +मथ्यमानेऽमृते +मथ्यमानो +मद +मदं +मदंति +मदंशं +मदंशः +मदंशतः +मदंशत्वात् +मदंशत्वेन +मदंशभूता +मदंशस्य +मदंशा +मदंशो +मदं॑ +मदं॒ +मदः +मदः॑ +मदः॒ +मदकरं +मदकरः +मदकरटी +मदकरम् +मदकरश्च +मदकरस्य +मदकराः +मदकराणि +मदकरे +मदकरेण +मदकरो +मदकल +मदकलं +मदकलः +मदकारणम् +मदकारि +मदकाले +मदक्षीणो +मदगन्धा +मदगन्धेन +मदगर्वितः +मदगर्वितम् +मदग्रा +मदग्रे +मदघ्नी +मदङ्गे +मदच्युत +मदच्युतं +मदच्युतः +मदच्युतम् +मदच्युता +मदजल +मदजलं +मदजलेन +मदज्वरः +मदणिए +मदत +मदति +मदथ +मदथः +मदद +मददन्तिनः +मदद्रवे +मदधारा +मदधीतं +मदधीनं +मदधीना +मदधीनां +मदधीनाः +मदन +मदनं +मदनः +मदनकं +मदनज्वरः +मदनतापभरेण +मदनदहनः +मदनद्रुमे +मदनद्वादशी +मदनद्विपस्य +मदनपारिजात +मदनपारिजातः +मदनपारिजाते +मदनपाल +मदनपालः +मदनपालस्य +मदनफलं +मदनफलम् +मदनफलानि +मदनम +मदनमचुके +मदनमझुकालम्बकः +मदनमञ्चका +मदनमञ्चकाम् +मदनमञ्चुका +मदनमञ्चुकाम् +मदनमञ्चुकालम्बके +मदनमञ्चुके +मदनमञ्जरी +मदनमपि +मदनमोहन +मदनमोहनः +मदनमोहनमालवीयः +मदनमोहनस्य +मदनमोहितः +मदनमोहिता +मदनम् +मदनरत्ने +मदनललिता +मदनलाल +मदनलालः +मदनलालस्य +मदनलालेन +मदनलेखं +मदनवती +मदनवधूरुपप्लवान्तं +मदनविनोदः +मदनवृक्षः +मदनवृक्षस्य +मदनवृक्षे +मदनवेगं +मदनव्रज्या +मदनश्च +मदनसारिका +मदनसुन्दरी +मदनसुन्दरीम् +मदनसुन्दर्या +मदनसेना +मदनस्तथा +मदनस्य +मदना +मदनाग्निं +मदनाग्निना +मदनातुरः +मदनातुरा +मदनानलः +मदनानलस्य +मदनानलो +मदनान्तक +मदनाय +मदनार्ता +मदनार्दितः +मदनालसा +मदनिका +मदनिकां +मदनिके +मदनिवासयोः +मदनी +मदनीयं +मदनु +मदनुग्रहं +मदनुग्रहः +मदनुग्रहकाम्यया +मदनुग्रहात् +मदनुग्रहाय +मदनुग्रहायेति +मदनुग्रहेण +मदनुज्ञया +मदनुमान +मदनुमानं +मदनुमानम् +मदनुमानस्य +मदनुवर्तिना +मदने +मदनेति +मदनेन +मदनेनैव +मदनेषवः +मदनो +मदनोत्सवः +मदनोत्सवे +मदनोन्मादिनी +मदनोपमः +मदनोऽपि +मदन् +मदन्त +मदन्तं +मदन्तः +मदन्तरे +मदन्तर्यामी +मदन्ता +मदन्ति +मदन्तिकम् +मदन्तिका +मदन्तिके +मदन्ती +मदन्तीः +मदन्तीभिः +मदन्तीरधिश्रयति +मदन्तीरधिश्रित्य +मदन्तीरुपस्पृश्य +मदन्तु +मदन्ते +मदन्तो +मदन्तौ +मदन्त्यूमा +मदन्त्यूमाः +मदन्य +मदन्यः +मदन्या +मदन्येन +मदन्यो +मदपती +मदपारवश्यं +मदपित्तकरं +मदपेक्षया +मदभिन्ना +मदभिषेकार्थे +मदभिहितविज्ञानप्रमाणपुरःसरीकारेण +मदभ्यागमकारणं +मदमत्त +मदमत्ता +मदमभि +मदमलिनकपोलभित्तिषु +मदमलिनगण्डाः +मदमिति +मदमूढ +मदमेव +मदमोहितः +मदम् +मदम्ब +मदम्बाम् +मदम्बाम्‌ +मदय +मदयति +मदयतीति +मदयतु +मदयते +मदयन् +मदयन्ति +मदयन्तिका +मदयन्तिकाम् +मदयन्ती +मदयन्तीं +मदयन्त्या +मदयन्त्युद्धता +मदयापितलज्जया +मदयिता +मदयित्री +मदर +मदरसा +मदरास् +मदर् +मदर्चनम् +मदर्चां +मदर्थ +मदर्थं +मदर्थः +मदर्थमपि +मदर्थमेव +मदर्थम् +मदर्था +मदर्थे +मदर्पणं +मदर्पणम् +मदर्पितं +मदर्पितम् +मदर्पितान्तःकरणाः +मदर्पितेन्द्रियप्राणाः +मदलेखया +मदलेखा +मदलेखां +मदवद्वै +मदवारि +मदवारिभिः +मदविह्वलः +मदविह्वला +मदविह्वलाः +मदशक्तिवत् +मदश्च +मदसंज्ञां +मदसि +मदस्तथा +मदस्तु +मदस्तृषा +मदस्तृष्णा +मदस्थानगे +मदस्य +मदस्रावी +मदस्व +मदहेतवः +मदहेतुः +मदऽच्युतः +मदऽच्युतम् +मदऽच्युता +मदा +मदाः +मदाः॑ +मदाघूर्णितलोचनः +मदाघूर्णितलोचना +मदाज्ञया +मदाज्ञां +मदाज्ञात्वेन +मदाज्ञारूपत्वेन +मदातुरः +मदातुरा +मदात् +मदात्मकं +मदात्मकः +मदात्मकम् +मदात्मका +मदात्मकाः +मदात्मकान् +मदात्मनः +मदात्मना +मदात्मिका +मदात्मिकाः +मदात्ययं +मदात्ययः +मदात्ययम् +मदात्ययस्य +मदात्ययादीनां +मदात्ययाधिकारः +मदात्यये +मदाद् +मदाना +मदानां +मदानाम् +मदान्ध +मदान्धः +मदान्धस्य +मदान्धा +मदान्धाः +मदान्धे +मदान्धेन +मदान्धो +मदान्वितः +मदामदं +मदामसि +मदामो +मदाय +मदाये +मदायेति +मदायोदग्राभस्य +मदार +मदाराधनरूपः +मदाराधनरूपस्य +मदार्थं +मदार्थम् +मदालसं +मदालसम् +मदालसा +मदालसां +मदालसाचम्पूः +मदालसाम् +मदालसायाः +मदालसे +मदालसोवाच +मदावहम् +मदाश्रय +मदाश्रयं +मदाश्रयः +मदाश्रयम् +मदाश्रयाः +मदाश्रयाम् +मदाश्रयेण +मदाश्रयो +मदाश्रिता +मदासः +मदासने +मदासो +मदाहनो +मदा॑ +मदा॑नां॒ +मदा॑य +मदा॑य॒ +मदा॑सः +मदा॑सो +मदा॒ +मदि +मदिक् +मदिङ् +मदिच्छया +मदिच्छयैव +मदिच्छा +मदिति +मदिनी +मदिन्तम +मदिन्तमं +मदिन्तमः +मदिन्तमस् +मदिन्तमस्तं +मदिन्तमस्य +मदिन्तमाः +मदिन्तमो +मदिन्तम॒ +मदिन्ऽतम +मदिन्ऽतमः +मदिरं +मदिरः +मदिरम् +मदिरया +मदिरस्य +मदिरा +मदिरां +मदिराक्षि +मदिराक्षी +मदिराक्ष्या +मदिराक्ष्याः +मदिरागृहम् +मदिरामदान्धः +मदिराया +मदिरायां +मदिरायाः +मदिरायाम् +मदिरावती +मदिरावत्या +मदिराशब्दे +मदिरासः +मदिरे +मदिरेक्षणा +मदिरेक्षणाम् +मदिरेक्षणायाः +मदिरेक्षणे +मदिरेण +मदिरेव +मदिरो +मदिष्टं +मदिष्ठ +मदिष्ठया +मदिष्ठये +मदिष्ठयेति +मदिष्ठयेत्य् +मदिष्णू +मदि॑ष्ठया॒ +मदि॒रं +मदि॒रो +मदी +मदीप्सितस्य +मदीय +मदीयं +मदीयः +मदीयकम् +मदीयत्वेन +मदीयमनसः +मदीयमपि +मदीयमाह्वानं +मदीयमिति +मदीयमिदं +मदीयमेव +मदीयम् +मदीयया +मदीयस्य +मदीया +मदीयां +मदीयाः +मदीयात्मन् +मदीयानां +मदीयानि +मदीयान् +मदीयान्तरात्मन् +मदीयाम् +मदीयाय +मदीयाया +मदीयायां +मदीयाश्च +मदीये +मदीयेति +मदीयेन +मदीयेयं +मदीयेषु +मदीयैः +मदीयैव +मदीयो +मदीयोऽयं +मदीयोऽयमिति +मदीश्वरः +मदु +मदुक्त +मदुक्तं +मदुक्तप्रकारेण +मदुक्तम् +मदुक्तिं +मदुक्तिम् +मदुक्तिश्चेदन्तर्मदयति +मदुक्ते +मदुत्थाने +मदुपरि +मदुरसि +मदुरै +मदृ +मदृते +मदे +मदेः +मदेकचित्तः +मदेकचित्ता +मदेकनिष्ठया +मदेकपुत्रा +मदेकशरणः +मदेकशरणत्वमाश्रितः +मदेकशरणो +मदेति +मदेन +मदेम +मदेमदे +मदेमेति +मदेरू +मदेव +मदेषु +मदेष्वा +मदेष्व् +मदे॑ +मदे॑न +मदे॑म +मदे॑षु +मदे॒ +मदे॒ष्वा +मदैः +मदो +मदोत्कट +मदोत्कटं +मदोत्कटः +मदोत्कटम् +मदोत्कटा +मदोत्कटाः +मदोत्कटे +मदोत्कटैः +मदोत्कटो +मदोत्कटौ +मदोदग्रा +मदोदग्राः +मदोदयः +मदोद्धतं +मदोद्धतः +मदोद्धता +मदोद्धताः +मदोद्धतौ +मदोन्मत्त +मदोन्मत्तः +मदोन्मत्ता +मदोन्मत्ताः +मदोन्मत्तो +मदोन्मत्तौ +मदोऽनुपसर्गे +मदोऽयं +मदो॑ +मदो॒ +मदौ +मद् +मद्गतप्राणा +मद्गतप्राणाः +मद्गतिं +मद्गतेन +मद्गतेनान्तरात्मना +मद्गिरा +मद्गु +मद्गुः +मद्गुणश्रुतिमात्रेण +मद्गुभूतं +मद्गुभूतः +मद्गुरः +मद्गुरादयश्च +मद्गुरुः +मद्गुरो +मद्गुरोः +मद्गून् +मद्गृहं +मद्गृहम् +मद्गृहे +मद्गेहिन्याः +मद्गेहे +मद्गोत्राङ्कं +मद्द +मद्दत +मद्दत्तं +मद्दत्तां +मद्दत्तेन +मद्दत्तेनाम्बुना +मद्दर्शनं +मद्दर्शनायेति +मद्दर्शने +मद्दा +मद्दिनं +मद्दिने +मद्दूरु +मद्दूरुविधानसभाक्षेत्रम् +मद्दे +मद्देहे +मद्द्वितीया +मद्ध +मद्धस्ते +मद्धाम +मद्धिते +मद्धे +मद्धेतुश्च +मद्ध्ये +मद्बलात् +मद्भक्त +मद्भक्तं +मद्भक्तः +मद्भक्तपूजाभ्यधिका +मद्भक्तश्च +मद्भक्तश्चैव +मद्भक्तस्पर्शदर्शनात् +मद्भक्तस्य +मद्भक्ता +मद्भक्ताः +मद्भक्तानां +मद्भक्तान् +मद्भक्ताय +मद्भक्तास्तु +मद्भक्तिं +मद्भक्तिः +मद्भक्तियुक्तो +मद्भक्तियोगेन +मद्भक्ते +मद्भक्तेभ्यो +मद्भक्तेषु +मद्भक्तेष्वभि +मद्भक्तेष्वभिधास्यति +मद्भक्तैः +मद्भक्तो +मद्भक्तोऽपि +मद्भक्तौ +मद्भक्त्या +मद्भजनं +मद्भजने +मद्भजनेन +मद्भयं +मद्भर्ता +मद्भर्तुः +मद्भाग्यसंक्षयात् +मद्भार्या +मद्भाव +मद्भावं +मद्भावः +मद्भावमागता +मद्भावमागताः +मद्भावम् +मद्भावा +मद्भावाः +मद्भावाय +मद्भावायोपपद्यते +मद्भिः +मद्भिन्नं +मद्भुक्तं +मद्भ्राता +मद्य +मद्यं +मद्यं॒ +मद्यः +मद्यगन्धं +मद्यजनशीलो +मद्यञ्च +मद्यतः +मद्यति +मद्यतुल्यं +मद्यते +मद्यनित्ये +मद्यप +मद्यपं +मद्यपः +मद्यपस्तथा +मद्यपस्त्रीनिषेवणम् +मद्यपस्य +मद्यपा +मद्यपाः +मद्यपान +मद्यपानं +मद्यपानम् +मद्यपानस्य +मद्यपानां +मद्यपाने +मद्यपानेन +मद्यपे +मद्यपो +मद्यभेदे +मद्यमदः +मद्यमम्लं +मद्यमयामि +मद्यमिति +मद्यमेव +मद्यम् +मद्ययोः +मद्यवर्गः +मद्यविशेषः +मद्यस्य +मद्याजिनः +मद्याजिनो +मद्याजिनोऽपि +मद्याजी +मद्यादि +मद्यादिना +मद्यानां +मद्यानि +मद्यापि +मद्याम्बु +मद्याय +मद्याह्ने +मद्ये +मद्येन +मद्यैः +मद्यो +मद्योगं +मद्योगमाश्रितः +मद्योगम् +मद्योगे +मद्यो॒ +मद्य॑मयामि॒ +मद्य॑म् +मद्र +मद्रं +मद्रकं +मद्रकः +मद्रकम् +मद्रका +मद्रकाः +मद्रकारः +मद्रके +मद्रकैः +मद्रङ्करः +मद्रचरी +मद्रदेशे +मद्रराज +मद्रराजं +मद्रराजः +मद्रराजरथं +मद्रराजश्च +मद्रराजसुता +मद्रराजस्य +मद्रराजे +मद्रराजेन +मद्रराजो +मद्रराट् +मद्रवृज्योः +मद्रशब्दो +मद्रा +मद्राः +मद्राणां +मद्रात्परिवापणे +मद्राधिपं +मद्राधिपतिं +मद्रान् +मद्रास +मद्रासनगरे +मद्रासस्य +मद्रासे +मद्रास् +मद्रास्नगरे +मद्रिका +मद्रिक् +मद्रिद् +मद्री +मद्रूप +मद्रूपं +मद्रूपः +मद्रूपतां +मद्रूपत्वं +मद्रूपा +मद्रूपां +मद्रूपात् +मद्रे +मद्रेभ्योऽञ् +मद्रेश +मद्रेशं +मद्रेशो +मद्रेषु +मद्र्यक् +मद्वंशे +मद्वचः +मद्वचन +मद्वचनं +मद्वचनात् +मद्वचनात्स +मद्वचनादवधारयेति +मद्वचनाद् +मद्वचने +मद्वचनेन +मद्वचसा +मद्वचो +मद्वती +मद्वतीभिर् +मद्वतीभिर्यजन्ति +मद्वतीर् +मद्वत् +मद्वत्यः +मद्वत्या +मद्वद् +मद्वद्द् +मद्वने +मद्वयं +मद्वरात् +मद्वरेण +मद्वशगा +मद्वशे +मद्वा +मद्वाक्यं +मद्वाक्ये +मद्वाक्येन +मद्वाचि +मद्वाणि +मद्वान् +मद्विधः +मद्विधस्य +मद्विधा +मद्विधाः +मद्विधानां +मद्विधे +मद्विधेषु +मद्विधैः +मद्विधो +मद्विना +मद्विनाशाय +मद्विभूतयः +मद्विभूतिं +मद्विभूतिः +मद्वियोगेन +मद्विरहं +मद्विरहः +मद्विरहेण +मद्विषयं +मद्विषयम् +मद्विषया +मद्विषये +मद्विषयेण +मद्विषयोपगाः +मद्विहितया +मद्विहीना +मद्वृत्तं +मद्व्यतिरिक्तं +मद्व्यतिरिक्तप्राप्यान्तरनिश्चयवन्तोऽपीत्यर्थः +मद्व्यतिरिक्तस्य +मद्व्यपाश्रयः +मद्व्रतस्य +मद्‍भक्तस्पर्शदर्शनात् +मद॑ +मद॑ः +मद॑न्तः +मद॑न्ता +मद॑न्ति +मद॑न्तीः +मद॑न्तो॒ +मद॑म् +मद॑स्य +मद॒ +मद॒ः +मद॒च्युतं॒ +मध +मधं +मधः +मधनि +मधनी +मधमं +मधवा +मधवे +मधव्यं +मधव्यः +मधव्येन +मधव्यो +मधा +मधाचरेत् +मधावधि +मधाविव +मधासु +मधि +मधिकं +मधिकृत्य +मधिगच्छति +मधिष्ठानं +मधी +मधीते +मधीयते +मधु +मधुं +मधुः +मधुक +मधुकं +मधुकः +मधुकञ्चेति +मधुकमेव +मधुकम् +मधुकर +मधुकरं +मधुकरः +मधुकरमयी +मधुकरराजानं +मधुकरराजानमुत्क्रामन्तं +मधुकरस्य +मधुकरा +मधुकराः +मधुकराङ्गनया +मधुकराणां +मधुकरिका +मधुकरिके +मधुकरी +मधुकरे +मधुकरेण +मधुकरेति +मधुकरैः +मधुकरो +मधुकर्कटिका +मधुकर्कटी +मधुकर्कटीफलम् +मधुकशा +मधुकस्य +मधुका +मधुकाननान्ते +मधुकानि +मधुकान्वितम् +मधुकाम्बुना +मधुकुल्या +मधुकुल्यां +मधुकुल्याः +मधुकृत +मधुकृतः +मधुकृतो +मधुकृत् +मधुके +मधुकेन +मधुकेश्वरदेवालयः +मधुकैः +मधुकैटभ +मधुकैटभनाशिनी +मधुकैटभयो +मधुकैटभयोः +मधुकैटभाख्यौ +मधुकैटभाभ्यां +मधुकैटभारेः +मधुकैटभौ +मधुको +मधुकोत्पलम् +मधुकोत्पलैः +मधुगण्डूषधारणम् +मधुगन्धि +मधुगन्धिनः +मधुगन्धिषु +मधुगिरि +मधुगिरिः +मधुगिरिविधानसभाक्षेत्रम् +मधुगिरेः +मधुघातिनः +मधुघृतं +मधुघृतान्वितम् +मधुघृताप्लुतम् +मधुघृताभ्यां +मधुच्छन्द +मधुच्छन्दः +मधुच्छन्दसः +मधुच्छन्दा +मधुच्छन्दाः +मधुच्छन्दो +मधुच्छन्दोदृष्टा +मधुच्युतः +मधुजा +मधुजातयः +मधुजाता +मधुजालं +मधुजित् +मधुजिह्व +मधुजिह्वं +मधुजिह्वः +मधुजिह्वम् +मधुजिह्वा +मधुजिह्वाः +मधुतरो +मधुतृणः +मधुतैलं +मधुत्वं +मधुदुघे +मधुद्रवः +मधुद्रुमः +मधुद्विषं +मधुद्विषः +मधुद्विषम् +मधुद्विषो +मधुधारा +मधुधाराः +मधुधाराम् +मधुधेनुं +मधुन +मधुनः +मधुनश्च +मधुनश्चैव +मधुनस्तत्र +मधुना +मधुनाक्तेन +मधुनाङ्क्तं +मधुनाड्यः +मधुनाड्यो +मधुनापि +मधुनाभि +मधुनाऽपि +मधुनाऽवलिह्यात् +मधुनि +मधुनिषूदनः +मधुनी +मधुनीन्द्रियवर्गः +मधुने +मधुनेव +मधुनैव +मधुनो +मधुनोः +मधुन्याहितशक्तयः +मधुप +मधुपं +मधुपः +मधुपर्क +मधुपर्कं +मधुपर्कः +मधुपर्ककम् +मधुपर्कमाहारयति +मधुपर्कमिति +मधुपर्कम् +मधुपर्कश्च +मधुपर्कस्य +मधुपर्कादि +मधुपर्कादिकं +मधुपर्काय +मधुपर्के +मधुपर्केण +मधुपर्को +मधुपर्क्कं +मधुपर्क्कस्य +मधुपर्णिका +मधुपर्णी +मधुपस्य +मधुपा +मधुपाः +मधुपाकफलम् +मधुपाकफलरसः +मधुपात्रं +मधुपानं +मधुपानम् +मधुपानां +मधुपाने +मधुपायसं +मधुपायसम् +मधुपिङ्गलवर्णाभं +मधुपिङ्गलाः +मधुपिपासुप्रभृतीनां +मधुपुरं +मधुपुरी +मधुपुरीं +मधुपुर्यां +मधुपुष्पः +मधुपूर्णं +मधुपे +मधुपेन +मधुपेयम् +मधुपो +मधुपौ +मधुप्रतीका +मधुप्रवृत्तिम् +मधुप्रियः +मधुप्लुतेन +मधुफला +मधुबनी +मधुबनीमण्डलम् +मधुबोधितमाधवीमधुसमृद्धिसमेधितमेधया +मधुभिः +मधुभिदा +मधुभूमिकः +मधुभ्यः +मधुभ्यां +मधुभ्याम् +मधुमक्खियों +मधुमक्षिका +मधुमक्षिकाः +मधुमङ्गलः +मधुमच्च +मधुमत +मधुमतः +मधुमतस्कृधि +मधुमता +मधुमति +मधुमती +मधुमतीं +मधुमतीः +मधुमतीछन्दः +मधुमतीभिः +मधुमतीमिव +मधुमतीम् +मधुमतीरिति +मधुमतीरिमाः +मधुमतीर् +मधुमतीर्न +मधुमतीर्मधुमतीभिः +मधुमतीस्सादयामि +मधुमतो +मधुमत् +मधुमत्तम +मधुमत्तमं +मधुमत्तमः +मधुमत्तमम् +मधुमत्तमस्य +मधुमत्तमा +मधुमत्तमाः +मधुमत्तमꣳ +मधुमत्तरः +मधुमत्ता +मधुमत्पवन्ते +मधुमत्पार्थिवं +मधुमत्पिन्वमाना +मधुमत्यः +मधुमत्यश्विना +मधुमत्या +मधुमत्यां +मधुमत्यो +मधुमत्य् +मधुमत्ऽतमः +मधुमत्ऽतमम् +मधुमथन +मधुमथनस्य +मधुमदं +मधुमदः +मधुमदेन +मधुमद् +मधुमद्घृतं +मधुमद्दुहानाः +मधुमन् +मधुमन्त +मधुमन्तं +मधुमन्तः +मधुमन्तमूर्मिं +मधुमन्तमूर्व +मधुमन्तम् +मधुमन्ति +मधुमन्तो +मधुमन्थं +मधुमन्थे +मधुमन्मे +मधुमयं +मधुमा +मधुमाँ +मधुमां +मधुमांसं +मधुमांसस्य +मधुमांसाशने +मधुमांसे +मधुमाधवाविव +मधुमाधवी +मधुमाधवे +मधुमाधवौ +मधुमान +मधुमान् +मधुमान्नो +मधुमास +मधुमासलक्ष्म्या +मधुमाससंभृतजलधरपटलीप्रेरितमम्भः +मधुमासस्य +मधुमासि +मधुमासे +मधुमासेन +मधुमाꣳ +मधुमिश्रं +मधुमिश्रेण +मधुमिश्रेणावोक्षति +मधुमेव +मधुमेह +मधुमेहं +मधुमेहः +मधुमेहत्वमायान्ति +मधुमेहाख्या +मधुमेहिनाम् +मधुमेहिनो +मधुमेही +मधुमेहे +मधुमेहो +मधुम् +मधुयष्टिका +मधुयष्टिकाम् +मधुयष्टी +मधुयष्ट्याः +मधुयुक्तं +मधुयुक्ता +मधुयुक्तेन +मधुयुतं +मधुयुतः +मधुयुतां +मधुर +मधुरं +मधुरः +मधुरकूष्माण्डम् +मधुरकैः +मधुरको +मधुरगिरः +मधुरञ्च +मधुरतमेति +मधुरतया +मधुरतरं +मधुरता +मधुरतां +मधुरतिक्तकषायाः +मधुरत्रयम् +मधुरत्वं +मधुरत्वञ्च +मधुरत्वम् +मधुरत्वे +मधुरद्र +मधुरध्वनि +मधुरध्वनिः +मधुरप्रायं +मधुरप्रियः +मधुरभक्ष्याणां +मधुरभाषणम् +मधुरभाषिणी +मधुरभाषिणीम् +मधुरमधिकं +मधुरमधुरं +मधुरमपि +मधुरमब्रवीत् +मधुरमम्लं +मधुरमम्लोऽम्ल +मधुरमासां +मधुरमिति +मधुरमेव +मधुरम् +मधुरया +मधुररसं +मधुररसः +मधुररसयुक्तं +मधुररसस्य +मधुररसे +मधुररसेन +मधुररसोपेतं +मधुररसोपेताः +मधुररुचियुक्ता +मधुरवचनैः +मधुरवाक् +मधुरवाणी +मधुरविपाका +मधुरशीतलम् +मधुरशीतलौ +मधुरश्च +मधुरस +मधुरसं +मधुरसः +मधुरसा +मधुरसां +मधुरसो +मधुरस्तिक्तः +मधुरस्तिक्तो +मधुरस्तु +मधुरस्तुवरो +मधुरस्ते +मधुरस्निग्धशीतानि +मधुरस्मितगर्भाः +मधुरस्य +मधुरस्वनम् +मधुरस्वरं +मधुरस्वरः +मधुरस्वरम् +मधुरस्वरा +मधुरस्वराः +मधुरस्वरेण +मधुरा +मधुरां +मधुरांश्च +मधुराः +मधुराकृतिः +मधुराकृतिम् +मधुराक्षरम् +मधुराक्षरया +मधुराक्षराणि +मधुराणां +मधुराणि +मधुराण्यपि +मधुरादयः +मधुरादि +मधुरादिः +मधुरादिना +मधुरादीनां +मधुराधिपतेरखिलं +मधुरान् +मधुरापि +मधुराभाषी +मधुराम्ल +मधुराम्लं +मधुराम्लः +मधुराम्लत्वम् +मधुराम्लरसं +मधुराम्ललवणा +मधुराम्लौ +मधुरायते +मधुराया +मधुरायां +मधुरायाः +मधुरायामिव +मधुरालापः +मधुरालापनिसर्गपण्डिताम् +मधुरालापा +मधुरालापैः +मधुराविजय +मधुराविजयं +मधुराविजयम् +मधुराविजये +मधुराश्च +मधुराश्चैव +मधुराष्टकम् +मधुरास्फुटे +मधुरास्यता +मधुरिका +मधुरिकायां +मधुरिति +मधुरिपुं +मधुरिपुः +मधुरिपुणा +मधुरिपो +मधुरिपोः +मधुरिपौ +मधुरिमा +मधुरिमाणं +मधुरी +मधुरीभूतं +मधुरे +मधुरेण +मधुरेणुः +मधुरेति +मधुरेव +मधुरेश्वरः +मधुरेषु +मधुरै +मधुरैः +मधुरैनगरे +मधुरैमण्डलम् +मधुरैरपि +मधुरैर् +मधुरैर्युताम् +मधुरैश्च +मधुरो +मधुरोऽम्लः +मधुरौ +मधुरौषध +मधुरौषधसाधितम् +मधुरौषधैः +मधुर् +मधुर्जजृम्भे +मधुर्नाम +मधुर्मधुरः +मधुर्मधुरा +मधुर्मधुरो +मधुर्माधव +मधुर्वसन्त +मधुर्वसन्तः +मधुला +मधुलिका +मधुलिट् +मधुलिट्त्साये +मधुलिहः +मधुलिहां +मधुलिहो +मधुली +मधुलुब्धो +मधुवत् +मधुवन +मधुवनं +मधुवने +मधुवर्गः +मधुवर्णं +मधुवल्ली +मधुवा +मधुवाता +मधुवातेति +मधुवादिनी +मधुवाहने +मधुविद्या +मधुविद्यां +मधुविद्यायां +मधुविद्विषः +मधुविद्विषम् +मधुव्रत +मधुव्रतः +मधुव्रता +मधुव्रताः +मधुव्रतानां +मधुव्रते +मधुव्रतेन +मधुव्रतो +मधुशब्दः +मधुशब्दस्य +मधुशब्देन +मधुशब्दो +मधुशर्करया +मधुशर्करयान्विता +मधुशर्करा +मधुशाखः +मधुशिग्रु +मधुशिग्रुः +मधुशुक्ला +मधुश् +मधुश्च +मधुश्चुत +मधुश्चुतं +मधुश्चुतः +मधुश्चुतम् +मधुश्चुता +मधुश्चुन्निधनं +मधुश्चुन्निधनम् +मधुश्चैव +मधुश्च्युतः +मधुश्रीः +मधुश्रीरिव +मधुश्रीस्तिलकं +मधुश्रेणी +मधुषा +मधुषु +मधुष्ठीलो +मधुस +मधुसंयुक्तं +मधुसंयुक्ता +मधुसंयुतं +मधुसंयुतः +मधुसंयुतम् +मधुसंयुता +मधुसंयुताः +मधुसंयुताम् +मधुसमये +मधुसयुतम् +मधुसर्पिः +मधुसर्पिःसमन्वितम् +मधुसर्पिःसमायुक्तं +मधुसर्पिभ्यां +मधुसर्पिर्भ्यां +मधुसर्पिर्युतं +मधुसर्पिषा +मधुसर्पिषाम् +मधुसर्पिषी +मधुसर्पिषोः +मधुसिन्धुशिलोषणैः +मधुसूदन +मधुसूदनं +मधुसूदनः +मधुसूदनप्रपन्नान् +मधुसूदनम् +मधुसूदनशब्देन +मधुसूदनसरस्वती +मधुसूदनसरस्वतीव्याख्या +मधुसूदनसरस्वतीश्रीधरस्वामिकृतटीकाभ्यां +मधुसूदनसरस्वतीश्रीधरस्वामितटीकाभ्यां +मधुसूदनसूनुनोदितो +मधुसूदनस्य +मधुसूदनात् +मधुसूदनाय +मधुसूदनारिसूदनेति +मधुसूदनी +मधुसूदने +मधुसूदनेति +मधुसूदनेन +मधुसूदनो +मधुसैन्धवसंयुतम् +मधुस्यति +मधुस्रवः +मधुस्रवा +मधुस्रवाः +मधुस्रावे +मधुस्वादस्य +मधुस्वादुना +मधुस्वादेन +मधुस्वादोपेता +मधुहन्तारं +मधुहरस्य +मधुहा +मधुऽमती +मधुऽमत् +मधुऽमन्तः +मधुऽमन्तम् +मधुऽमान् +मधुऽश्चुतः +मधुऽश्चुतम् +मधु॑ +मधु॑जिह्वा +मधु॑नः +मधु॑ना +मधु॑ना॒ +मधु॑ना॒भि +मधु॑नो +मधु॑मंतं +मधु॑मती॒र्मधु॑मतीभिः +मधु॑मत्तमं +मधु॑मत्तमं॒ +मधु॑मत्तमः +मधु॑मत्तमम् +मधु॑मत्ऽतमः +मधु॑मत्ऽतमम् +मधु॑मत॒ +मधु॑मन्तं +मधु॑मन्तमू॒र्मिं +मधु॑मन्तो +मधु॑मन्नो +मधु॑माँ +मधु॑माँ॒ +मधु॑मान्नो॒ +मधु॑म॒त्पिन्व॑माना॒ +मधु॑म॒त्यश्वि॑ना +मधु॑ऽमतीः +मधु॑ऽमत् +मधु॑ऽमन्तः +मधु॑ऽमन्तम् +मधु॑ऽमान् +मधु॒ +मधु॒पेय॑मश्विना +मधु॒ला +मधु॒श्चुतं॑ +मधु॒श्चुत॑म् +मधु॒षुदु॒च्यते॑ +मधू +मधूः +मधूक +मधूकं +मधूकः +मधूकपुष्पं +मधूकमाला +मधूकम् +मधूकवृक्षः +मधूकश्च +मधूकसारं +मधूकसारसिन्धूत्थवचोषणकणाः +मधूकस्य +मधूकाः +मधूकानां +मधूकानि +मधूकाश्च +मधूके +मधूको +मधूचः +मधूचा +मधूचे +मधूच्छिष्ट +मधूच्छिष्टं +मधूच्छिष्टे +मधूच्छिष्टेन +मधूत्थं +मधूत्सवः +मधूत्सवे +मधूदकं +मधूदकम् +मधूदके +मधूनां +मधूनाम् +मधूनि +मधून् +मधून्यपि +मधूलकः +मधूलकम् +मधूलिका +मधूली +मधू॑नाम् +मधू॑नि +मधे +मधेन +मधेपुरा +मधेपुरामण्डलम् +मधेशप्रदेशः +मधो +मधोः +मधोः॑ +मधोरधि +मधोरहं +मधोर् +मधोर्घृतस्य +मधोर्ञ +मधोर्दिवो +मधोर्वसन्तस्य +मधोर्व्याशत +मधोर्हि +मधोश्च +मधोश्चकानश्चारुर्मदाय +मधोस्तृप्ता +मधौ +मधौ॑ +मध् +मध्ध्ये +मध्य +मध्यं +मध्यंदिन +मध्यंदिनं +मध्यंदिनः 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+मध्यतां +मध्यतुल्यं +मध्यतुल्यः +मध्यतो +मध्यतोऽपि +मध्यतोऽभिषिच्यते +मध्यतोऽवक्रम्य +मध्यत्वेन +मध्यदग्धे +मध्यदिने +मध्यदेश +मध्यदेशं +मध्यदेशः +मध्यदेशतः +मध्यदेशमवाप्तवान् +मध्यदेशश्च +मध्यदेशस्य +मध्यदेशे +मध्यदेशेन +मध्यदेशेऽस्य +मध्यदेशो +मध्यदेश्या +मध्यदेहलीमण्डलम् +मध्यन +मध्यनाडी +मध्यनाड्या +मध्यनिम्ना +मध्यन्दिन +मध्यन्दिनं +मध्यन्दिनः +मध्यन्दिनम् +मध्यन्दिनस्य +मध्यन्दिनस्यैव +मध्यन्दिने +मध्यन्दिनो +मध्यपट्टं +मध्यपद +मध्यपदलोपः +मध्यपदलोपश्च +मध्यपदलोपिसमासः +मध्यपदलोपी +मध्यपदस्य +मध्यपदे +मध्यपात्रप्रयोजितः +मध्यपिण्डितविसूत्रमेखलम् +मध्यपित्तो +मध्यप्रदेश +मध्यप्रदेशः +मध्यप्रदेशराज्य +मध्यप्रदेशराज्यं +मध्यप्रदेशराज्यम् +मध्यप्रदेशराज्यसम्बद्धाः +मध्यप्रदेशराज्यस्य +मध्यप्रदेशराज्ये +मध्यप्रदेशस्य +मध्यप्रदेशे +मध्यप्रभा +मध्यफलं +मध्यफलः +मध्यफला +मध्यबेङ्गळूरु +मध्यबेङ्गळूरुलोकसभाक्षेत्रम् +मध्यबेङ्गळूरुलोकसभाक्षेत्रे +मध्यभं +मध्यभद्र +मध्यभद्रं +मध्यभद्रकम् +मध्यभाग +मध्यभागं +मध्यभागः +मध्यभागतः +मध्यभागम् +मध्यभागस्य +मध्यभागात् +मध्यभागे +मध्यभागेन 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+मध्यमवयसं +मध्यमवृद्धः +मध्यमवृद्धस्य +मध्यमव्यायोग +मध्यमव्यायोगः +मध्यमव्यायोगस्य +मध्यमशब्दस्य +मध्यमशर +मध्यमशीः +मध्यमशीरिव +मध्यमश्च +मध्यमश्चासौ +मध्यमश्चैव +मध्यमसमासा +मध्यमसावनेन +मध्यमसाहसं +मध्यमसाहसः +मध्यमसाहसम् +मध्यमस्तथा +मध्यमस्तु +मध्यमस्थ +मध्यमस्था +मध्यमस्थाना +मध्यमस्थाने +मध्यमस्थानो +मध्यमस्य +मध्यमस्यापि +मध्यमस्याम् +मध्यमस्वरः +मध्यमह्नः +मध्यमा +मध्यमां +मध्यमांशः +मध्यमांशा +मध्यमाः +मध्यमाकं +मध्यमाक्षर +मध्यमाङ्गणम् +मध्यमाङ्गुल्या +मध्यमाञ्चलम् +मध्यमाञ्चलविकासक्षेत्रम् +मध्यमाञ्चलविकासक्षेत्रस्य +मध्यमातर्जनीभ्यां +मध्यमात् +मध्यमादि +मध्यमादिः +मध्यमादिकम् +मध्यमादौ +मध्यमाद् +मध्यमाधमम् +मध्यमाधिकार +मध्यमाधिकारः +मध्यमाधिकारिणः +मध्यमाधिकारे +मध्यमाधिकारेऽधिकमासादिनिर्णयाध्यायः +मध्यमाध्यायः +मध्यमानं +मध्यमानयनं +मध्यमानयनम् +मध्यमानां +मध्यमानामा +मध्यमानामिकाभ्यां +मध्यमानामिके +मध्यमानाम् +मध्यमानि +मध्यमाने +मध्यमानेन +मध्यमान् +मध्यमान्ता +मध्यमापदे +मध्यमाभ्यां +मध्यमाम् +मध्यमाय +मध्यमाया +मध्यमायां +मध्यमायाः +मध्यमायाम् +मध्यमायाश्च +मध्यमायुः +मध्यमारभटी +मध्यमार्क +मध्यमार्कः +मध्यमार्कस्य +मध्यमार्ग +मध्यमार्गं +मध्यमार्गे +मध्यमावती +मध्यमावरयोः +मध्यमावस्था +मध्यमाश्च +मध्यमाश्रिताः +मध्यमासु +मध्यमास् +मध्यमास्तु +मध्यमास्ते +मध्यमिका +मध्यमिकायां +मध्यमिति +मध्यमिदं +मध्यमी +मध्यमीयः +मध्यमु +मध्यमे +मध्यमें +मध्यमेति +मध्यमेधतां +मध्यमेन +मध्यमेनान्तमेन +मध्यमेनाह्ना +मध्यमेनैव +मध्यमेलाख्यवीणायां +मध्यमेव +मध्यमेश्वरः +मध्यमेषु +मध्यमेष्ठा +मध्यमेऽधमे +मध्यमेऽपि +मध्यमेऽहनि +मध्यमैकवचनम् +मध्यमैकवचने +मध्यमैव +मध्यमो +मध्यमोत्कृष्टं +मध्यमोत्तम +मध्यमोत्तमम् +मध्यमोत्तमयोः +मध्यमोत्तमावनियतौ +मध्यमोत्तमावपि +मध्यमोत्तमौ +मध्यमोदीच्यवा +मध्यमोपलनिभे +मध्यमोऽधमः +मध्यमोऽधमो +मध्यमोऽपि +मध्यमोऽस्मद्युत्तम +मध्यमौ +मध्यम् +मध्यमꣳ +मध्यया +मध्ययात्रायां +मध्ययुगः +मध्ययुगस्य +मध्ययुगीयधार्मिकमहिलाः +मध्ययुगीयधार्मिकव्यक्तयः +मध्ययुगे +मध्ययोः +मध्यरङ्गं +मध्यरात्र +मध्यरात्रे +मध्यरात्रौ +मध्यराशौ +मध्यरेखा +मध्यरेखां +मध्यरेखातः +मध्यरेखाया +मध्यरेखायां +मध्यरेखायाः +मध्यरेखे +मध्यरोगनिदानपरिशिष्टम् +मध्यलग्न +मध्यलग्नं +मध्यलग्नमिति +मध्यलग्नम् +मध्यलग्नसमे +मध्यलग्नस्य +मध्यलोके +मध्यलोपी +मध्यवर्ति +मध्यवर्तिनं +मध्यवर्तिनः +मध्यवर्तिनी +मध्यवर्ती +मध्यवर्त्ती +मध्यवलनं +मध्यविस्तारं +मध्यवेगश्च +मध्यवेगेन +मध्यश +मध्यशब्दस्य +मध्यशब्दात् +मध्यशरः +मध्यशाला +मध्यशूनम् +मध्यश्च +मध्यषड्जं +मध्यषड्जेन +मध्यसंस्था +मध्यसंस्थितम् +मध्यसंस्थिते +मध्यसमं +मध्यसिद्धान्तकौमुदी +मध्यसूत्रं +मध्यसूत्रस्य +मध्यसूत्रात् +मध्यसूत्रे +मध्यस् +मध्यस्थ +मध्यस्थं +मध्यस्थः +मध्यस्थता +मध्यस्थतां +मध्यस्थरेखे +मध्यस्थस्थापितं +मध्यस्थस्य +मध्यस्था +मध्यस्थां +मध्यस्थाः +मध्यस्थानं +मध्यस्थाना +मध्यस्थानां +मध्यस्थानि +मध्यस्थाने +मध्यस्थानो +मध्यस्थान् +मध्यस्थायाः +मध्यस्थारुणरत्नकान्तिरुचिरां +मध्यस्थित +मध्यस्थितं +मध्यस्थिता +मध्यस्थिते +मध्यस्थे +मध्यस्थेन +मध्यस्थो +मध्यस्य +मध्या +मध्यां +मध्यांश +मध्याः +मध्याञ्चल +मध्यात् +मध्यात्तु +मध्यात्पूर्वार्धाच्च +मध्यादपि +मध्यादि +मध्यादिनोन्नतांश +मध्यादिषु +मध्याद् +मध्याद्गुरौ +मध्याद्यं +मध्याद्यमिह +मध्याधमा +मध्यानां +मध्यानि +मध्यान् +मध्यान्त 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+मध्व् +मध्व॑ +मध्व॑ः +मध्व॒ +मध्व॒ः +मध्‍यक्षेत्रे +मध्‍ये +मन +मनं +मनः +मनःकल्पनया +मनःकल्पितं +मनःकान्तं +मनःपर्यवज्ञानिनः +मनःपीडा +मनःपूतं +मनःपूर्वं +मनःपूर्वकं +मनःपूर्वङ्गमा +मनःप्रग्रहवान्नरः +मनःप्रभृतीनां +मनःप्रवृत्तिः +मनःप्रसाद +मनःप्रसादं +मनःप्रसादः +मनःप्रसादो +मनःप्राणेन्द्रियक्रियाः +मनःप्राणेन्द्रियाणां +मनःप्रियम् +मनःशब्देन +मनःशल्यं +मनःशिला +मनःशिलां +मनःशिलाम् +मनःशिलायां +मनःशिलायाम् +मनःशिलाले +मनःशिलाविच्छुरिता +मनःशुद्धिं +मनःशौचं +मनःश्रेष्ठा +मनःषष्ठानि +मनःषष्ठानीन्द्रियाणि +मनःषष्ठेन्द्रियातीतं +मनःसमाधानं +मनःसु +मनःसुखम् +मनःस्थितिः +मनःस्वामी +मनःस्वास्थ्यं +मनःऽजवाः +मनः॑ +मनः॑ऽजवाः +मनः॒ +मनआदि +मनआदिभिः +मनआदीनि +मनउत्सवादिषु +मनएव +मनक +मनका +मनकी +मनके +मनको +मनकोडी +मनगळु +मनति +मनन +मननं +मनननिदिध्यासनयोः +मनननिदिध्यासनयोरपि +मनननिदिध्यासने +मननमिति +मननम् +मननशील +मननशीलः +मननशीलाः +मननशीलानां +मननस्य +मनना +मननात् +मननादि +मननादिना +मननानि +मननीयं +मननीयम् +मननीयाः +मननीयानि +मननीयेन +मननीयैः +मनने +मननेन +मनन्त +मनन्तं +मनन्तरम् +मनन्ति +मनन्या +मनपेक्ष्य +मनम +मनमः +मनमा +मनमाने +मनमी +मनमें +मनमो +मनमोहकं +मनमोहकानि +मनमोहन +मनमोहनः +मनमोहनसिंहः +मनमोहनसिंहमहोदयः +मनम् +मनया +मनर +मनव +मनवः +मनवते +मनवश्च +मनवश्चतुर्दश +मनवश्चैव +मनवस्तथा +मनवस्तु +मनवस्ते +मनवा +मनवे +मनवै +मनवो +मनवोऽपरे +मनश् +मनश्च +मनश्चकार +मनश्चक्रे +मनश्चक्षुरादि +मनश्चञ्चलमस्थिरम् +मनश्चन्द्रं +मनश्चन्द्रो +मनश्चात्र +मनश्चापि +मनश्चायं +मनश्चारुतया +मनश्चास्मि +मनश्चितः +मनश्चित् +मनश्चित्तं +मनश्चित्सु +मनश्चिदादयः +मनश्चिदादीनां +मनश्चेति +मनश्चेन्न +मनश्चैव +मनश्छन्दः +मनश्छन्दो +मनश्छित्त्वा +मनश्शिला +मनश्शिलां +मनश्शिलाम् +मनस +मनसं +मनसः +मनसश् +मनसश्च +मनसश्चन्द्रमा +मनसश्चन्द्रमाः +मनसश्चापि +मनसश्चेन्द्रियाणां +मनसश्चेन्द्रियाणाञ्च +मनसश्चैव +मनसश्छिद्रं +मनसस् +मनसस्तथा +मनसस्तव +मनसस्तस्य +मनसस्तु +मनसस्पत +मनसस्पतिना +मनसस्पतिम् +मनसस्पते +मनसा +मनसां +मनसाचलेन +मनसाथ +मनसादेवी +मनसादेवीं +मनसादेव्यां +मनसादेव्यै +मनसानिष्टचिन्तनम् +मनसानुद्रुत्य +मनसानुद्रुत्याहवनीये +मनसापि +मनसाभिगच्छति +मनसाभ्यागात् +मनसामण्डलम् +मनसाऽचलेन +मनसाऽनुद्रुत्य +मनसाऽपि +मनसि +मनसिकारं +मनसिकारः +मनसिकारेण +मनसिकारो +मनसिकुरु +मनसिकुर्वतः +मनसिकृत्य +मनसिकृत्याह +मनसिज +मनसिजं +मनसिजः +मनसिजरुजः +मनसिजस्य +मनसिजे +मनसिजेन +मनसिशय +मनसी +मनसीति +मनसीदं +मनसीप्सितम् +मनसीव +मनसे +मनसेच्छति +मनसेच्छसि +मनसेति +मनसेत्यर्थः +मनसेत्य् +मनसेदं +मनसेप्सितं +मनसेप्सितम् +मनसेप्सितान् +मनसेव +मनसेऽग्नये +मनसेि +मनसैतान् +मनसैव +मनसैवं +मनसैवमिति +मनसैवात्येति +मनसैवानु +मनसैवानुद्रष्टव्यं +मनसैवानुद्रष्टव्यमेतदप्रमयं +मनसैवानुद्रष्टव्यम् +मनसैवेदमाप्तव्यं +मनसैवेन्द्रियग्रामं +मनसो +मनसोः +मनसोद्गायति +मनसोपि +मनसोवाच +मनसोऽपि +मनसोऽप्रतिष्ठस्य +मनस् +मनस्कर्म +मनस्कार +मनस्कारः +मनस्कारेण +मनस्कारो +मनस्त +मनस्तः +मनस्ततः +मनस्तत्त्वं +मनस्तत्र +मनस्तत्रैव +मनस्तथा +मनस्तदा +मनस्तनूषु +मनस्तव +मनस्तस्मिंस्तस्य +मनस्तस्य +मनस्तां +मनस्तात +मनस्ताप +मनस्तापं +मनस्तापः +मनस्तापेन +मनस्तापो +मनस्तावती +मनस्तिष्ठति +मनस्तु +मनस्ते +मनस्तेन +मनस्तेषां +मनस्त्वं +मनस्त्वया +मनस्त्वयि +मनस्त्वाष्टु +मनस्त्वे +मनस्त्वेन +मनस्थं +मनस्मयं +मनस्य +मनस्यकरवम् +मनस्यति +मनस्यन्यत्र +मनस्यपि +मनस्यवे +मनस्ये +मनस्येकं +मनस्येकीभवति +मनस्येव +मनस्येवं +मनस्येषां +मनस्य् +मनस्वती +मनस्वतीं +मनस्वते +मनस्वत्या +मनस्वन्तꣳ +मनस्वानिति +मनस्वान् +मनस्वि +मनस्विता +मनस्विन +मनस्विनं +मनस्विनः +मनस्विनम् +मनस्विना +मनस्विनां +मनस्विनाम् +मनस्विनि +मनस्विनी +मनस्विनीनां +मनस्विनीमानविघातदक्षं +मनस्विनीम् +मनस्विनो +मनस्विनौ +मनस्विन्या +मनस्विन्यां +मनस्विन्याः +मनस्वी +मनस्सं +मनस्समाधानं +मनस्समाधाय +मनस्सर्वेन्द्रियाणि +मनस्सु +मनस्‌ +मनहुँ +मना +मनाँसि +मनां +मनांसि +मनांसिऽ +मनांसीति +मनांस्योतानि +मनांस्य् +मनां॑सि +मनां॑सि॒ +मनाः +मनाक +मनाकू +मनाक् +मनाक्प्रिये +मनाग +मनागनभ्यावृत्त्या +मनागपि +मनागभूत् +मनागिति +मनागिव +मनागेव +मनाग् +मनाङ +मनाङ् +मनाज्ये +मनात +मनाति +मनादेशः +मनानि +मनाने +मनापं +मनापः +मनापश्च +मनापा +मनामयम् +मनामह +मनामहे +मनाम् +मनाय +मनायति +मनाया +मनायी +मनायुः +मनायै +मनायोः +मनाली +मनावधि +मनावी +मनास +मनासि +मनासीत्य् +मनास् +मना॑महे +मना॑महे॒ +मनि +मनिः +मनित्थियं +मनिन +मनिनी +मनिन् +मनिन्क्वनिब्वनिपश्च +मनिन्प्रत्ययः +मनिन्प्रत्ययेन +मनिषाण +मनिष्ये +मनी +मनीष +मनीषया +मनीषयेति +मनीषा +मनीषां +मनीषाः +मनीषाणां +मनीषाणाम् +मनीषादिः +मनीषादित्वात् +मनीषापञ्चकम् +मनीषाम् +मनीषि +मनीषिण +मनीषिणं +मनीषिणः +मनीषिणम् +मनीषिणा +मनीषिणां +मनीषिणाम् +मनीषिणे +मनीषिणो +मनीषिणौ +मनीषितं +मनीषितम् +मनीषिता +मनीषिताः +मनीषितानि +मनीषिन् +मनीषिभि +मनीषिभिः +मनीषिभिरिति +मनीषिऽभिः +मनीषी +मनीषेति +मनी॑षिणः +मनी॑षिणो॒ +मनी॒षया॑ +मनी॒षा +मनी॒षां +मनी॒षाः +मनी॒षाम् +मनी॒षिणः॑ +मनी॒षिणो॑ +मनी॒षिण॑ः +मनी॒षिभिः॑ +मनी॒षिभि॑ः +मनी॒षी +मनु +मनुं +मनुः +मनुःऽहितः +मनुः॑ +मनुः॑ऽहितः +मनुकुलस्य +मनुचितं +मनुज +मनुजं +मनुजः +मनुजधिया +मनुजपशुभिर्निर्मर्यादैर्भवद्भिरुदायुधैः +मनुजपुङ्गव +मनुजर्षभ +मनुजर्षभः +मनुजव्याघ्र +मनुजशार्दूल +मनुजश्रेष्ठ +मनुजसत्तम +मनुजसुतः +मनुजसुतस्य +मनुजस्य +मनुजा +मनुजां +मनुजाः +मनुजाकारं +मनुजाता +मनुजादयः +मनुजाधमः +मनुजाधमाः +मनुजाधिप +मनुजाधिपः +मनुजानां +मनुजानाम् +मनुजान् +मनुजाश्च +मनुजास्तत्र +मनुजास्तथा +मनुजी +मनुजे +मनुजेन +मनुजेन्द्र +मनुजेश्वर 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+मनुवचने +मनुवचनेन +मनुवरं +मनुवर्तते +मनुवर्येण +मनुवाक्ये +मनुविष्णू +मनुवृत्तौ +मनुश्च +मनुश्चापि +मनुश्चैव +मनुष +मनुषं +मनुषः +मनुषस्य +मनुषा +मनुषाय +मनुषी +मनुषु +मनुषे +मनुषो +मनुष्टुभि +मनुष्प +मनुष्पकं +मनुष्पके +मनुष्य +मनुष्यं +मनुष्यः +मनुष्यक +मनुष्यकं +मनुष्यकक्ष +मनुष्यका +मनुष्यकामानां +मनुष्यकी +मनुष्यकृतस्यैनसोऽवयजनमसि +मनुष्यके +मनुष्यको +मनुष्यगणः +मनुष्यगन्धर्वाणामानन्दः +मनुष्यगन्धर्वाणामानन्दाः +मनुष्यग्रहणं +मनुष्यचर्मणा +मनुष्यछन्दसं +मनुष्यजन्म +मनुष्यजन्मनि +मनुष्यजन्मा +मनुष्यजा +मनुष्यजाः +मनुष्यजातस्य +मनुष्यजातानि +मनुष्यजातिः +मनुष्यजातिषु +मनुष्यजातेः +मनुष्यजातौ +मनुष्यजीवनस्य +मनुष्यतत्स्थयोर्वुञ् +मनुष्यतया +मनुष्यता +मनुष्यतां +मनुष्यताम् +मनुष्यत्रा +मनुष्यत्व +मनुष्यत्वं +मनुष्यत्वम् +मनुष्यत्वात् +मनुष्यत्वे +मनुष्यत्वेन +मनुष्यदृष्ट्या +मनुष्यदेवाः +मनुष्यदेहे +मनुष्यदेहेन +मनुष्यधर्मः +मनुष्यधर्मरहितः +मनुष्यधर्मा +मनुष्यधर्मे +मनुष्यनाम +मनुष्यनामसु +मनुष्यनामानि +मनुष्यनामैतत् +मनुष्यनाम्नः +मनुष्यनिर्मिते +मनुष्यपन +मनुष्यपरिणामं 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+मनुष्याणाम् +मनुष्यात् +मनुष्यादयः +मनुष्यादि +मनुष्यादिः +मनुष्यादिकं +मनुष्यादिकों +मनुष्यादितुल्यता +मनुष्यादिवर्गः +मनुष्यादिषु +मनुष्यादीति +मनुष्यादीनां +मनुष्यादीनि +मनुष्यादीन् +मनुष्यादेः +मनुष्यादौ +मनुष्याधिकारत्वाच्छास्त्रस्य +मनुष्याधिकारत्वात् +मनुष्यानां +मनुष्यानाम् +मनुष्यानिति +मनुष्यानिन्दव +मनुष्यानौषधेनेह +मनुष्यान् +मनुष्यान्त् +मनुष्याय +मनुष्यालय +मनुष्यालयचन्द्रिका +मनुष्यालयचन्द्रिकायां +मनुष्याश् +मनुष्याश्च +मनुष्यासु +मनुष्यास् +मनुष्यास्तर्केण +मनुष्यास्तु +मनुष्यास्ते +मनुष्ये +मनुष्येण +मनुष्येति +मनुष्येन +मनुष्येन्द्र +मनुष्येभ्य +मनुष्येभ्यः +मनुष्येभ्यश्च +मनुष्येभ्यस्तिरो +मनुष्येभ्यो +मनुष्येषु +मनुष्येषूत्पद्यन्ते +मनुष्येषूपपद्यते +मनुष्येष्वपि +मनुष्येष्विति +मनुष्येष्विह +मनुष्येष्व् +मनुष्येसु +मनुष्येऽस्तीत्येके +मनुष्यै +मनुष्यैः +मनुष्यैरपि +मनुष्यैरेवं +मनुष्यैर् +मनुष्यैर्न +मनुष्यैर्नहि +मनुष्यैर्यः +मनुष्यैर्यथा +मनुष्यैर्यो +मनुष्यैश्च +मनुष्यो +मनुष्यों +मनुष्योंका +मनुष्योंकी +मनुष्योंके +मनुष्योंको +मनुष्योंमें +मनुष्योपपत्तिं 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+मनोजवाः +मनोजवान् +मनोजवास् +मनोजवास्त्वा +मनोजवित्वं +मनोजवित्वम् +मनोजवे +मनोजवेन +मनोजवैः +मनोजवो +मनोजस्य +मनोजाता +मनोजाताः +मनोजिघ्रः +मनोजुवं +मनोजुवः +मनोजुवम् +मनोजुवा +मनोजुवो +मनोज्ञ +मनोज्ञं +मनोज्ञः +मनोज्ञता +मनोज्ञम् +मनोज्ञया +मनोज्ञरूपा +मनोज्ञस्य +मनोज्ञा +मनोज्ञां +मनोज्ञाः +मनोज्ञानं +मनोज्ञानि +मनोज्ञान् +मनोज्ञाम् +मनोज्ञे +मनोज्ञेन +मनोज्ञेषु +मनोज्ञैः +मनोज्ञो +मनोज्योतिः +मनोज्योतिरिति +मनोज्योतिर्यो +मनोतरा +मनोता +मनोताः +मनोतायै +मनोतिवेगेन +मनोदण्डं +मनोदण्डः +मनोदण्डश्च +मनोदत्ता +मनोदधे +मनोदुःखं +मनोदूतम् +मनोदृश्यमिदं +मनोदैन्यं +मनोधर्मः +मनोधर्मा +मनोधर्मोः +मनोन +मनोनाम्नी +मनोनाशवासनाक्षयौ +मनोनाशो +मनोनिग्रह +मनोनिग्रहं +मनोनिग्रहः +मनोनिग्रहप्रकरणम् +मनोनिग्रहोपायं +मनोनिन्दाप्रकरणम् +मनोनियमनं +मनोनियमनस्य +मनोनिरूपणम् +मनोनिरोधः +मनोनिरोधे +मनोनिर्विषयार्थकामया +मनोनीतं +मनोनुकूलं +मनोनुकूले +मनोनुगः +मनोनेत्रादि +मनोन्मथिनी +मनोन्मनाय +मनोन्मनी +मनोन्मनीं +मनोन्मनीम् +मनोन्मन्या +मनोन्मन्यै +मनोबलं +मनोबुद्धिरहङ्कारश्चित्तं +मनोबुद्धी 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+मनोरथान् +मनोरथाय +मनोरथाश्च +मनोरथे +मनोरथेन +मनोरथेषु +मनोरथैः +मनोरथो +मनोरथोऽपि +मनोरथोऽस्याः +मनोरन्तरमुच्यते +मनोरपत्यं +मनोरपत्यम् +मनोरपि +मनोरम +मनोरमं +मनोरमः +मनोरमम् +मनोरमया +मनोरमा +मनोरमां +मनोरमाः +मनोरमाकुचमर्दनम् +मनोरमाणि +मनोरमान् +मनोरमाम् +मनोरमायां +मनोरमायाः +मनोरमे +मनोरमेति +मनोरमैः +मनोरम्यं +मनोरम्ये +मनोरश्वासि +मनोरस्य +मनोराज्यं +मनोराज्यस्य +मनोराज्ये +मनोरिति +मनोरिव +मनोरुजः +मनोरुजम् +मनोरूपं +मनोरूपेण +मनोरेते +मनोरेव +मनोरौ +मनोर् +मनोर्जातावञ्यतौ +मनोर्दीपनमुच्यते +मनोर्दुहिता +मनोर्यजत्रा +मनोर्वंशे +मनोर्वै +मनोर्वैवस्वतस्य +मनोर्वैवस्वतस्यासन् +मनोर्वैवस्वतस्यैते +मनोलयं +मनोलयः +मनोलयप्रकरणम् +मनोवचः +मनोवती +मनोवत् +मनोवहा +मनोवहानि +मनोवाक् +मनोवाक्कर्मभिः +मनोवाक्काय +मनोवाक्कायकर्मणा +मनोवाक्कायकर्मभिः +मनोवाक्कायकर्म्मभिः +मनोवाक्कायव्यापारनिवृत्त्यादेरुक्तत्वाच्छान्तशब्दोऽत्र +मनोवाक्कायैः +मनोवागतीतं +मनोवाग्देहसंयता +मनोवाचामगोचरम् +मनोवार्ता +मनोविकारं +मनोविकारः +मनोविकारे +मनोविकारो +मनोविकासः +मनोविकासस्य +मनोविज्ञान +मनोविज्ञानं +मनोविज्ञानक्षेत्रे +मनोविज्ञानधातुः +मनोविज्ञानमपि +मनोविज्ञानम् +मनोविज्ञानस्य +मनोविज्ञानस्येयं +मनोविज्ञाने +मनोविज्ञानेन +मनोविनोदाय +मनोविश्लेषणात्मकसिद्धान्तस्य +मनोविषयः +मनोवृत्तयः +मनोवृत्तयो +मनोवृत्ति +मनोवृत्तिं +मनोवृत्तिः +मनोवृत्तिप्रकरणात् +मनोवृत्तिरूपत्वं +मनोवृत्तीनां +मनोवृत्तेः +मनोवृत्तौ +मनोवृत्त्या +मनोवेगं +मनोवेगः +मनोवेगा +मनोवेगाः +मनोवेगो +मनोवैज्ञानिक +मनोवैज्ञानिकं +मनोवैज्ञानिकः +मनोवैज्ञानिकपरीक्षणस्य +मनोवैज्ञानिकपरीक्षा +मनोवैज्ञानिकपरीक्षाः +मनोवैज्ञानिकपरीक्षाणां +मनोवैज्ञानिकपरीक्षायाः +मनोवैज्ञानिकरूपेण +मनोवैज्ञानिकाः +मनोवैज्ञानिकानां +मनोवैज्ञानिकेन +मनोवैज्ञानिकैः +मनोवैभवे +मनोव्यथा +मनोश्च +मनोश्चैव +मनोसामाजिकविकासस्य +मनोसामाजिकशक्तिः +मनोसामाजिकसिद्धान्तः +मनोस्तस्य +मनोस्तात +मनोस्तु +मनोह +मनोहं +मनोहतः +मनोहत्य +मनोहर +मनोहरं +मनोहरः +मनोहरकाण्डे +मनोहरकाव्यमाला +मनोहरत्वं +मनोहरनामधेया +मनोहरम् +मनोहरया +मनोहरा +मनोहरां +मनोहराः +मनोहराणि +मनोहरान् +मनोहराम् +मनोहराय +मनोहराया +मनोहरायाः +मनोहरी +मनोहरे +मनोहरेण +मनोहरेति +मनोहरेषु +मनोहरैः +मनोहरो +मनोहरौ +मनोहा +मनोहारि +मनोहारिका +मनोहारिणा +मनोहारिणि +मनोहारिणी +मनोहारिणीं +मनोहारिणीम् +मनोहारी +मनोहारीणि +मनोह्वया +मनोह्वा +मनोह्वाल +मनोऽ +मनोऽकरोत् +मनोऽतिवेगेन +मनोऽत्र +मनोऽधि +मनोऽधुना +मनोऽध्यात्मं +मनोऽनन्ता +मनोऽनुकूलं +मनोऽनुकूला +मनोऽनुकूलाः +मनोऽनुगतं +मनोऽनुमन्ता +मनोऽनेन +मनोऽन्तःकरणं +मनोऽन्तःकरणम् +मनोऽन्तरिक्षलोकः +मनोऽन्यत्र +मनोऽन्वाहार्यपचन +मनोऽप +मनोऽपि +मनोऽप्यन्यत्र +मनोऽभवत् +मनोऽभिरामं +मनोऽभिलषितं +मनोऽभीष्टं +मनोऽभूदित्याह +मनोऽसि +मनोऽस्माकं +मनोऽस्य +मनोऽहं +मनो॑ +मनो॑जवा +मनो॑जवा॒ +मनो॑जाता +मनो॒ +मनो॒जुवं॒ +मनो॒युजो॒ +मनो॒र्यज॑त्रा +मनौ +मन् +मन्क्तिन् +मन्ज +मन्जूषा +मन्टेगेनियर् +मन्त +मन्तं +मन्तः +मन्तर +मन्तरं +मन्तरा +मन्तरेण +मन्तर् +मन्तवः +मन्तवे +मन्तवो +मन्तव्य +मन्तव्यं +मन्तव्यः +मन्तव्यमिति +मन्तव्यमित्याह +मन्तव्यम् +मन्तव्या +मन्तव्याः +मन्तव्यानि +मन्तव्ये +मन्तव्येनार्थेनोपरक्तं +मन्तव्यो +मन्तव्यौ +मन्ता +मन्ताः +मन्तारं +मन्ति +मन्तिदं +मन्ती +मन्तु +मन्तुं +मन्तुः +मन्तुमः +मन्तुम् +मन्तुश्च +मन्तूयति +मन्तृ +मन्ते +मन्तेदि +मन्तेसि +मन्तो +मन्तौ +मन्त्यं +मन्त्यमिति +मन्त्यम् +मन्त्र +मन्त्रँ +मन्त्रं +मन्त्रं॑ +मन्त्रः +मन्त्रः॑ +मन्त्रकम् +मन्त्रकरणम् +मन्त्रकरणे +मन्त्रकर्म +मन्त्रकाः +मन्त्रकाण्डे +मन्त्रकाले +मन्त्रकालो +मन्त्रकृत +मन्त्रकृतः +मन्त्रकृतां +मन्त्रकृतो +मन्त्रकृत् +मन्त्रकृद्भ्यो +मन्त्रकैः +मन्त्रकोविदम् +मन्त्रक्रमेण +मन्त्रगणं +मन्त्रगणः +मन्त्रगणस्य +मन्त्रगणेन +मन्त्रगतं +मन्त्रगुप्तिः +मन्त्रगृहं +मन्त्रग्रहणं +मन्त्रग्रहणमात्रतः +मन्त्रग्रहणमात्रेण +मन्त्रग्रामं +मन्त्रग्रामो +मन्त्रचक्रं +मन्त्रचतुष्टयं +मन्त्रचैतन्यं +मन्त्रजपं +मन्त्रजपः +मन्त्रजपेन +मन्त्रजपो +मन्त्रजातं +मन्त्रजापं +मन्त्रजापी +मन्त्रजापेन +मन्त्रज्ञ +मन्त्रज्ञं +मन्त्रज्ञः +मन्त्रज्ञा +मन्त्रज्ञानं +मन्त्रज्ञैः +मन्त्रज्ञो +मन्त्रञ्च +मन्त्रण +मन्त्रणं +मन्त्रणम् +मन्त्रणा +मन्त्रणां +मन्त्रणाम् +मन्त्रणे +मन्त्रत +मन्त्रतः +मन्त्रतन्त्रविशारदः +मन्त्रतर्पणं +मन्त्रतस्तु +मन्त्रतो +मन्त्रत्रयं +मन्त्रत्रयस्य +मन्त्रत्रयस्याग्निर्विश्वे +मन्त्रत्रयेण +मन्त्रत्वं +मन्त्रत्वे +मन्त्रत्वेन 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+मन्त्रशक्तिः +मन्त्रशक्त्या +मन्त्रशास्त्रे +मन्त्रशास्त्रेषु +मन्त्रशुद्धिं +मन्त्रशुद्धिः +मन्त्रश् +मन्त्रश्च +मन्त्रश्चायं +मन्त्रश्रेष्ठं +मन्त्रसंख्या +मन्त्रसंवादेन +मन्त्रसंस्कृतम् +मन्त्रसंस्क्रियाः +मन्त्रसंहितया +मन्त्रसन्तर्पणं +मन्त्रसाधनम् +मन्त्रसिद्धं +मन्त्रसिद्धये +मन्त्रसिद्धान्त +मन्त्रसिद्धिं +मन्त्रसिद्धिः +मन्त्रसिद्धिर्भवेद्यस्य +मन्त्रसिद्धिर्भवेन्नृणाम् +मन्त्रसिद्धो +मन्त्रस्तं +मन्त्रस्तस्य +मन्त्रस्तु +मन्त्रस्नानं +मन्त्रस्पृक् +मन्त्रस्य +मन्त्रस्यापि +मन्त्रस्यार्थो +मन्त्रस्यास्य +मन्त्रस्येति +मन्त्रस्यैव +मन्त्रस्वाध्यायादिरूपं +मन्त्रहीनं +मन्त्रहीनमदक्षिणम् +मन्त्रहीनम् +मन्त्रहीनस्तु +मन्त्रहीने +मन्त्रहोमेन +मन्त्रा +मन्त्रांश्च +मन्त्राः +मन्त्राः॑ +मन्त्राक्षरं +मन्त्राक्षराणां +मन्त्राक्षराणि +मन्त्राख्या +मन्त्राणा +मन्त्राणां +मन्त्राणामकारादिवर्णक्रमकोशः +मन्त्राणामपि +मन्त्राणामर्थ +मन्त्राणामुपदेष्टा +मन्त्राणामुपयोगे +मन्त्राणामेव +मन्त्राणाम् +मन्त्राणि +मन्त्रात् +मन्त्रात्पाहि +मन्त्रात्मकं +मन्त्रात्मन् +मन्त्रात्मा +मन्त्रात्मानं +मन्त्रादि +मन्त्रादिना +मन्त्रादिभिः +मन्त्रादिर्विक्रियते +मन्त्रादिषु +मन्त्रादीनां +मन्त्रादौ +मन्त्राधिकारः +मन्त्राध्वा +मन्त्राध्वानं +मन्त्रानपि +मन्त्रानादेशे +मन्त्रानाह +मन्त्रान् +मन्त्रान्त +मन्त्रान्तः +मन्त्रान्तरं +मन्त्रान्तरमाह +मन्त्रान्तरम् +मन्त्रान्तरे +मन्त्रान्तान् +मन्त्रान्ते +मन्त्रान्तेन +मन्त्रान्विधाय +मन्त्रान्विनियुज्य +मन्त्राभिधानम् +मन्त्राभिमन्त्रितं +मन्त्राभ्यां +मन्त्राभ्यामेकैकां +मन्त्राभ्यासः +मन्त्रामन्त्र +मन्त्राय +मन्त्राराधनतत्परेण +मन्त्रार्णसंख्यया +मन्त्रार्थ +मन्त्रार्थं +मन्त्रार्थः +मन्त्रार्थवादानां +मन्त्रार्थवादेषु +मन्त्रार्थस्तु +मन्त्रार्थे +मन्त्रार्थो +मन्त्रालय +मन्त्रालयः +मन्त्रालयम् +मन्त्रालयस्य +मन्त्रावसरं +मन्त्रावृत्तिः +मन्त्रावृत्तिरिति +मन्त्रावृत्तिश्च +मन्त्रावृत्त्या +मन्त्रावृत्या +मन्त्राश् +मन्त्राश्च +मन्त्रासनं +मन्त्रास्त +मन्त्रास्तत्र +मन्त्रास्तिष्ठन्ति +मन्त्रास्तु +मन्त्रास्ते +मन्त्रास्तेषां +मन्त्रि +मन्त्रिका +मन्त्रिको +मन्त्रिकोपनिषत् +मन्त्रिण +मन्त्रिणं +मन्त्रिणः +मन्त्रिणम् +मन्त्रिणश्च +मन्त्रिणश्चैव +मन्त्रिणस्तथा +मन्त्रिणस्तस्य +मन्त्रिणस्तु +मन्त्रिणस्ते +मन्त्रिणा +मन्त्रिणां +मन्त्रिणामपि +मन्त्रिणाम् +मन्त्रिणि +मन्त्रिणी +मन्त्रिणीदण्डनाथे +मन्त्रिणे +मन्त्रिणो +मन्त्रिणोक्तं +मन्त्रिणोऽपि +मन्त्रिणौ +मन्त्रित +मन्त्रितं +मन्त्रितः +मन्त्रितमः +मन्त्रितम् +मन्त्रिता +मन्त्रितां +मन्त्रिताम् +मन्त्रिते +मन्त्रितो +मन्त्रित्वं +मन्त्रित्वे +मन्त्रित्वेन +मन्त्रिन् +मन्त्रिपदं +मन्त्रिपरिषदं +मन्त्रिपरिषदः +मन्त्रिपरिषदा +मन्त्रिपरिषद् +मन्त्रिपुत्रं +मन्त्रिपुत्रः +मन्त्रिपुत्रेण +मन्त्रिपुत्रो +मन्त्रिभि +मन्त्रिभिः +मन्त्रिभिश्च +मन्त्रिभिस्सह +मन्त्रिभ्यः +मन्त्रिमण्डलं +मन्त्रिमण्डलम् +मन्त्रिमण्डलस्य +मन्त्रिमण्डले +मन्त्रिमुख्ये +मन्त्रिमुख्येन +मन्त्रियों +मन्त्रिवचः +मन्त्रिवृद्धेन +मन्त्रिषु +मन्त्रिसत्तमः +मन्त्रिसत्तमम् +मन्त्रिसत्तमाः +मन्त्रिसहितः +मन्त्रिसुतः +मन्त्री +मन्त्रे +मन्त्रेण +मन्त्रेणा +मन्त्रेणाग्निमाजिघ्रेत् +मन्त्रेणाज्यं +मन्त्रेणानेन +मन्त्रेणावाहयिष्यसि +मन्त्रेणाष्टाक्षरेण +मन्त्रेणाऽनेन +मन्त्रेणेति +मन्त्रेणेत्यर्थः +मन्त्रेणेमां +मन्त्रेणैव +मन्त्रेणोच्यते +मन्त्रेति +मन्त्रेन +मन्त्रेभ्यः +मन्त्रेभ्यो +मन्त्रेशं +मन्त्रेशस्य +मन्त्रेश्वरं +मन्त्रेषु +मन्त्रेष्वपि +मन्त्रेष्वाङ्यादेरात्मनः +मन्त्रेष्वाड्यादेरात्मनः +मन्त्रेऽपि +मन्त्रै +मन्त्रैः +मन्त्रैरपि +मन्त्रैरिति +मन्त्रैरिव +मन्त्रैरेव +मन्त्रैर् +मन्त्रैर्यथान्युप्तं +मन्त्रैर्यस्योदितो +मन्त्रैर्वा +मन्त्रैश् +मन्त्रैश्च +मन्त्रैस्तु +मन्त्रो +मन्त्रों +मन्त्रोक्तं +मन्त्रोक्तम् +मन्त्रोक्तस्य +मन्त्रोक्ता +मन्त्रोक्ताः +मन्त्रोक्तानि +मन्त्रोक्तान् +मन्त्रोच्चारणं +मन्त्रोच्चारणस्य +मन्त्रोच्चारणे +मन्त्रोद्धारं +मन्त्रोद्धारः +मन्त्रोद्धारःः +मन्त्रोद्धारो +मन्त्रोपदेशं +मन्त्रोपनिषदं +मन्त्रोपनिषदि +मन्त्रोयं +मन्त्रोऽत्र +मन्त्रोऽपि +मन्त्रोऽभिवदति +मन्त्रोऽयं +मन्त्रोऽस्ति +मन्त्रोऽहमहमेवाज्यमहमग्निरहं +मन्त्रो॑ +मन्त्रौ +मन्त्रौषधादिना +मन्त्र्य +मन्त्र्युवाच +मन्त्र॑म् +मन्त्रꣳ +मन्त॑वः +मन्थ +मन्थं +मन्थः +मन्थखेदं +मन्थत +मन्थति +मन्थतु +मन्थतुऽ +मन्थदण्डे +मन्थन +मन्थनं +मन्थनः +मन्थनम् +मन्थनी +मन्थने +मन्थनेन +मन्थन्ति +मन्थमाधाय +मन्थमुपमथ्य +मन्थम् +मन्थयेत् +मन्थर +मन्थरं +मन्थरः +मन्थरक +मन्थरको +मन्थरगामिना +मन्थरया +मन्थरस्य +मन्थरा +मन्थरां +मन्थराक्रान्तवृत्तिः +मन्थरामिदमब्रवीत् +मन्थराया +मन्थरायाः +मन्थरायै +मन्थरे +मन्थरो +मन्थरोपजापः +मन्थरोपदेशः +मन्थस्य +मन्था +मन्थां +मन्थाः +मन्थाचलः +मन्थान +मन्थानं +मन्थानः +मन्थानदण्डः +मन्थानदण्डे +मन्थानम् +मन्थानो +मन्थानौ +मन्थान् +मन्थान्तानि +मन्थामि +मन्थामि॒ +मन्थाम् +मन्थिग्रह +मन्थितव्यः +मन्थिता +मन्थिन +मन्थिनं +मन्थिनः +मन्थिना +मन्थिनो +मन्थिन् +मन्थिपाः +मन्थिपात्रं +मन्थिपात्रम् +मन्थिवतो +मन्थिशोचिषा +मन्थी +मन्थे +मन्थेत् +मन्थेन +मन्थो +मन्थौदन +मन्थ्यः +मन्थ्यग्रान् +मन्थ॑ +मन्द +मन्दं +मन्दंमन्दं +मन्दः +मन्दकं +मन्दकर्णः +मन्दकर्म +मन्दकर्मणि +मन्दकेन्द्र +मन्दकेन्द्रं +मन्दकेन्द्रम् +मन्दगति +मन्दगतिः +मन्दगतिफल +मन्दगतौ +मन्दगत्या +मन्दगमना +मन्दगा +मन्दगाः +मन्दगामिनः +मन्दगामिनी +मन्दगामी +मन्दगास्तथा +मन्दगुणा +मन्दगुणानपि +मन्दघटी +मन्दचले +मन्दचेतसः +मन्दचेता +मन्दजरा +मन्दज्वरः +मन्दज्वरविलेपी +मन्दज्वराग्निः 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+मन्दमानायान्धस +मन्दमावाति +मन्दमिति +मन्दमुकुन्दः +मन्दमुवाच +मन्दमेव +मन्दम् +मन्दयति +मन्दयत्सखम् +मन्दयन् +मन्दया +मन्दयुते +मन्दर +मन्दरं +मन्दरः +मन्दरकन्दरस्थः +मन्दरकन्दरासु +मन्दरगिरिं +मन्दरगिरिः +मन्दरगिरेः +मन्दरदेवं +मन्दरदेवस्य +मन्दरमेव +मन्दरम् +मन्दरशैलस्य +मन्दरश्चैव +मन्दरस्तथा +मन्दरस्य +मन्दरा +मन्दरागं +मन्दराचलं +मन्दराचलः +मन्दराचलम् +मन्दराचले +मन्दराद्रिं +मन्दराद्रिः +मन्दराद्रिणा +मन्दराद्रिम् +मन्दराद्रौ +मन्दरान्तरितमूर्तिना +मन्दरुजं +मन्दरुजः +मन्दरुजा +मन्दरे +मन्दरेण +मन्दरो +मन्दरोऽस्य +मन्दवह्नौ +मन्दवायुना +मन्दवारे +मन्दविक्रमः +मन्दविषेण +मन्दविसर्पिणी +मन्दवीर्य +मन्दवृत्तम् +मन्दवृत्तस्य +मन्दवेगो +मन्दवेदनः +मन्दवेदनता +मन्दवेदनम् +मन्दवेदनाः +मन्दशीघ्र +मन्दशीघ्रयोः +मन्दश्च +मन्दसंज्ञकः +मन्दसानः +मन्दसाना +मन्दसानाः +मन्दसानेति +मन्दसानो +मन्दसा॒नः +मन्दसा॒नो +मन्दसे +मन्दसौर +मन्दसौरमण्डलम् +मन्दस्तीक्ष्णोऽथ +मन्दस्तु +मन्दस्पन्दं +मन्दस्पष्ट +मन्दस्पष्टः +मन्दस्पष्टगति +मन्दस्पष्टगत्या +मन्दस्पष्टग्रह +मन्दस्पष्टग्रहः +मन्दस्पष्टा +मन्दस्पष्टे +मन्दस्पष्टो +मन्दस्फुट +मन्दस्फुटं +मन्दस्फुटः +मन्दस्फुटगत्या +मन्दस्फुटा +मन्दस्फुटात् +मन्दस्फुटे +मन्दस्फुटो +मन्दस्मित +मन्दस्मितं +मन्दस्मितेन +मन्दस्य +मन्दस्यान्तर्गते +मन्दस्यापि +मन्दस्व +मन्दस्वा +मन्दहास +मन्दहासं +मन्दहासः +मन्दहासी +मन्दहास्यं +मन्दा +मन्दां +मन्दांशे +मन्दाः +मन्दाकिनि +मन्दाकिनी +मन्दाकिनीं +मन्दाकिनीतटे +मन्दाकिनीति +मन्दाकिनीतीरे +मन्दाकिनीसैकतवेदिकाभिः +मन्दाकिन्या +मन्दाकिन्यां +मन्दाकिन्याः +मन्दाक्रान्ता +मन्दाक्रान्ताछन्दः +मन्दाक्रान्तावृत्तम् +मन्दाक्ष +मन्दाक्षं +मन्दाक्षेण +मन्दाग्नये +मन्दाग्नयो +मन्दाग्नि +मन्दाग्निं +मन्दाग्निः +मन्दाग्नित्वं +मन्दाग्निना +मन्दाग्निश्च +मन्दाग्नीनां +मन्दाग्नेः +मन्दाग्नेरहिताशिनः +मन्दाग्नौ +मन्दात् +मन्दात्मन् +मन्दात्मा +मन्दादधः +मन्दादरः +मन्दादरो +मन्दादि +मन्दान +मन्दानं +मन्दानः +मन्दानम् +मन्दानलं +मन्दानलत्वं +मन्दानले +मन्दानलो +मन्दाना +मन्दानां +मन्दानि +मन्दानो +मन्दान् +मन्दान्धकारे +मन्दामहे +मन्दायते +मन्दायन्ते +मन्दाया +मन्दायां +मन्दार +मन्दारं +मन्दारः +मन्दारदेवस्य +मन्दारपुष्पैः +मन्दारमञ्जरी +मन्दारमरन्दचम्पूः +मन्दारमरन्दे +मन्दारमाला +मन्दारवती +मन्दारवतीं +मन्दारवत्याख्या +मन्दारवत्याख्यायिका +मन्दारस्य +मन्दाराणां +मन्दारिन +मन्दारिनभाषा +मन्दारे +मन्दारेति +मन्दारैः +मन्दारो +मन्दाशङ्कानिरासार्थमाह +मन्दाश्चरितं +मन्दास्तेऽनुकम्प्यन्ते +मन्दि +मन्दिन +मन्दिनं +मन्दिनः +मन्दिनम् +मन्दिना +मन्दिने +मन्दिभिः +मन्दिमिन्द्राय +मन्दिर +मन्दिरं +मन्दिरः +मन्दिरनिर्माणं +मन्दिरमपि +मन्दिरमस्ति +मन्दिरमहो +मन्दिरमाययौ +मन्दिरमिदं +मन्दिरम् +मन्दिरस्य +मन्दिरस्यान्तः +मन्दिरस्यास्य +मन्दिरा +मन्दिराग्रे +मन्दिराणां +मन्दिराणाम् +मन्दिराणि +मन्दिराण्येयुषी +मन्दिरात् +मन्दिरादौ +मन्दिरान्तरे +मन्दिराभिमुखं +मन्दिराय +मन्दिरे +मन्दिरेण +मन्दिरेभ्यः +मन्दिरेषु +मन्दिरेऽपि +मन्दिरेऽस्मिन् +मन्दिरैः +मन्दिरो +मन्दिरों +मन्दिषीमहि +मन्दिष्ट +मन्दी +मन्दीकृत्य +मन्दीचकार +मन्दीभवति +मन्दीभूते +मन्दुरजः +मन्दुरा +मन्दुरायां +मन्दू +मन्दे +मन्देति +मन्देन +मन्देषु +मन्देहा +मन्देऽग्नौ +मन्देऽनले +मन्दो +मन्दोच +मन्दोच्च +मन्दोच्चं +मन्दोच्चम् +मन्दोच्चस्य +मन्दोच्चात् +मन्दोच्चानां +मन्दोच्चानि +मन्दोच्चे +मन्दोदरी +मन्दोदरीं +मन्दोदरीसुतः +मन्दोदर्या +मन्दोष्णं +मन्दोऽपि +मन्द् +मन्द्यते +मन्द्र +मन्द्रं +मन्द्रः +मन्द्रचतुर्था +मन्द्रचतुर्थादिक +मन्द्रचतुर्थादिकं +मन्द्रचतुर्थादिकम् +मन्द्रजिह्वं +मन्द्रजिह्वम् +मन्द्रतमं +मन्द्रतृतीयादिकं +मन्द्रतृतीयादिकम् +मन्द्रद्वितीयादिकं +मन्द्रद्वितीयादिकम् +मन्द्रमध्यमा +मन्द्रमन्द्रादिकं +मन्द्रमन्द्रादिकम् +मन्द्रम् +मन्द्रया +मन्द्रयुवो +मन्द्रश्च +मन्द्रषड्जेन +मन्द्रषड्जो +मन्द्रस्तु +मन्द्रस्य +मन्द्रस्वरादिकं +मन्द्रस्वरादिकम् +मन्द्रस्वरेण +मन्द्रा +मन्द्राः +मन्द्राजनी +मन्द्राणि +मन्द्रादिक +मन्द्रादिकं +मन्द्रादिकम् +मन्द्राभिभूतिः +मन्द्रे +मन्द्रेण +मन्द्रेषमूर्जं +मन्द्रैः +मन्द्रैरिन्द्र +मन्द्रो +मन्द॑तु +मन्द॑न्तु +मन्द॑मानः +मन्द॑से +मन्द॑स्व +मन्धरं +मन्धाता +मन्न +मन्नं +मन्नः +मन्नन्त +मन्नन्तात् +मन्ना +मन्नाथ +मन्नाथं +मन्नाथः +मन्नाम +मन्नाम्ना +मन्निमित्तं +मन्निमित्तम् +मन्नियोगेन +मन्निष्ठः +मन्निष्ठा +मन्निष्ठो +मन्नू +मन्ने +मन्प्रत्ययः +मन्प्रत्यये +मन्म +मन्मक्षितीश +मन्मतं +मन्मतम् +मन्मतिः +मन्मते +मन्मतेऽपि +मन्मथ +मन्मथं +मन्मथः +मन्मथमर्दनात्मजं +मन्मथमर्दनेन +मन्मथम् +मन्मथवशंवदा +मन्मथस्त्वं +मन्मथस्य +मन्मथस्यापि +मन्मथहन्तृसूनुना +मन्मथा +मन्मथाय +मन्मथे +मन्मथेन +मन्मथो +मन्मथोद्भेदस्तदागमनहेतुकः +मन्मन +मन्मनः +मन्मनसि +मन्मना +मन्मनाः +मन्मनि +मन्मनो +मन्मन् +मन्मन्त्रं +मन्मन्दिरं +मन्मभिः +मन्मभूप +मन्मयं +मन्मयः +मन्मयतामेति +मन्मयत्वेन +मन्मयम् +मन्मया +मन्मयाः +मन्मयानि +मन्मयी +मन्मसाधनः +मन्महे +मन्मऽभिः +मन्माता +मन्मातुः +मन्मानसं +मन्मानि +मन्माभ्याम् +मन्मायया +मन्मायामोहितत्वात् +मन्मा॑नि +मन्मुखं +मन्मुखात् +मन्मुखे +मन्मुखेन +मन्मुखेनेदमाह +मन्मूर्तिं +मन्मूर्तेः +मन्मूर्तौ +मन्म॑ +मन्म॑ना +मन्म॑ना॒ +मन्म॑नि +मन्म॑भिः +मन्म॑ऽभिः +मन्म॒ +मन्य +मन्यं +मन्यंते +मन्यः +मन्यकर्मणि +मन्यकर्मण्यनादरे +मन्यच्च +मन्यत +मन्यतः +मन्यतां +मन्यतामनु +मन्यताम् +मन्यति +मन्यतिः +मन्यतिरर्चतिकर्मा +मन्यते +मन्यतेः +मन्यतेरुत्तम +मन्यतेस्म +मन्यतेऽतः +मन्यतेऽथ +मन्यतेऽनुगतं +मन्यतेऽपि +मन्यतेऽसौ +मन्यत् +मन्यत्र +मन्यत्रापि 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+मन्युस्तं +मन्युस्तस्य +मन्युस्त्वया +मन्युꣳ +मन्ये +मन्येत +मन्येताजितोऽस्मीति +मन्येतानभिक्रम्य +मन्येते +मन्येतेति +मन्येथाः +मन्येथे +मन्येन +मन्येमहि +मन्येरन् +मन्येव +मन्येशब्दप्रयोगो +मन्येषां +मन्येहं +मन्येऽमुना +मन्येऽहं +मन्येऽहमसंशयः +मन्येऽहम् +मन्ये॑ +मन्ये॒ +मन्यैर्द्विजैः +मन्यो +मन्योः +मन्योपपदे +मन्योरुपरि +मन्योऽ +मन्यो॒ +मन्यौ +मन्य॑ते +मन्य॑मानः +मन्य॑मानस्तु॒रश्चि॒द्राजा॑ +मन्य॑मानाः +मन्य॑मानान् +मन्य॑से +मन्रिणः +मन्व +मन्वं +मन्वंतरं +मन्वंतरशतं +मन्वंतरस्य +मन्वंतराणां +मन्वंतराणि +मन्वंतरे +मन्वंतरेषु +मन्वंशं +मन्वत +मन्वतरं +मन्वते +मन्वत्रिविष्णुहारीतयाज्ञवल्क्योशनोऽङ्गिराः +मन्वन्त +मन्वन्तर +मन्वन्तरं +मन्वन्तरत्रयं +मन्वन्तरभेदे +मन्वन्तरमिहोच्यते +मन्वन्तरमुदाहृतम् +मन्वन्तरम् +मन्वन्तरव्यवस्था +मन्वन्तरशतं +मन्वन्तरस्य +मन्वन्तरा +मन्वन्तराख्यः +मन्वन्तराणां +मन्वन्तराणि +मन्वन्तराणीह +मन्वन्तराण्यसंख्यानि +मन्वन्तरादावेव +मन्वन्तरादिषु +मन्वन्तरादौ +मन्वन्तराधिपः +मन्वन्तरान्ते +मन्वन्तरे +मन्वन्तरेण +मन्वन्तरेशानुकथा +मन्वन्तरेषु +मन्वन्तरेष्वतीतेषु +मन्वन्तरेष्विह +मन्वन्तरो +मन्वन्तरों +मन्वन्ते +मन्वयः +मन्वर्थमुक्तावलीसंवलिता +मन्वर्थविपरीता +मन्वा +मन्वादय +मन्वादयः +मन्वादयो +मन्वादि +मन्वादिकं +मन्वादिभि +मन्वादिभिः +मन्वादिषु +मन्वादीनां +मन्वादौ +मन्वाद्या +मन्वान +मन्वानं +मन्वानः +मन्वानश्चोदयति +मन्वानस्य +मन्वाना +मन्वानाः +मन्वानेन +मन्वानो +मन्वानोऽर्जुन +मन्वितम् +मन्विद्ध +मन्वीत +मन्वीथा +मन्वीथाः +मन्वे +मन्सुरी +मन॑ +मन॑ः +मन॑वः +मन॑वे +मन॑वे॒ +मन॑वो +मन॑श्च +मन॑सः +मन॑सस्पत +मन॑सा +मन॑सा॒ +मन॑सा॒राद॑जानाम॒वो +मन॑सि +मन॑से +मन॑से॒ +मन॑सो +मन॑सो॒ +मन॑स्त॒नूषु॒ +मन॒ +मन॒ः +मप +मपति +मपधनि +मपरं +मपरे +मपर्यन्त +मपर्यन्तस्य +मपश्यत् +मपहाय +मपा +मपां +मपि +मपीति +मपीत्यर्थः +मपु +मपुसा +मपुसिनदोकः +मपूर्वः +मपूर्वोऽपत्येऽवर्मणः +मपेक्षते +मपौ +मप् +मप्तमे +मप्यत्र +मप्यस्तीति +मप्र +मप्रत्ययः +मफलं +मबि +मब्रवीत् +मभ +मभवत् +मभावे +मभि +मभिः +मभिधाय +मभिधीयते +मभिप्रेत्य +मभिमन्त्रयते +मभिहितम् +मभूत् +मभ्यर्च्य +मभ्येति +मभ्येत्य +मभ्र +मम +ममं +ममंथुः +ममः +ममक +ममकस्य +ममकादेशः +ममकाय +ममकारः +ममकारस्यापि +ममच्चन +ममज +ममज्ज +ममज्जुः +ममञ्ज +ममत +ममतं +ममतः +ममतया +ममता +ममतां +ममतादि +ममताया +ममतायां +ममतायाः +ममतारहितः +ममताशून्यः +ममतु +ममते +ममत्तन +ममत्तु +ममत्व +ममत्वं +ममत्वमुच्चैः +ममत्वमुच्चैःशिरसां +ममत्वम् +ममत्वाकृष्टचेतनः +ममत्विन +ममत्वेन +ममदः +ममद्धि +ममध +ममन +ममनि +ममन्ततः +ममन्थ +ममन्थुः +ममन्थुरब्धिं +ममन्थुरमितौजसः +ममन्थुर्दक्षिणं +ममन्थुस्ते +ममन्थू +ममन्द +ममन्द्रा +ममम +ममर्द +ममर्दिथ +ममर्ष +ममलं +ममहन्तां +ममहन्ताम् +ममहे +ममा +ममांगे +ममांतिकं +ममांतिकम् +ममांतिके +ममांशः +ममांशाः +ममांशो +ममाकर्तुरलेपस्य +ममाखिलम् +ममाख्याहि +ममागतः +ममागमनकारणम् +ममाग्न +ममाग्ने +ममाग्रजः +ममाग्रतः +ममाग्रतो +ममाग्रमहिषी +ममाग्रे +ममाङ्के +ममाङ्गं +ममाङ्गानि +ममाचक्ष्व +ममाच्युत +ममाज्ञया +ममाज्ञा +ममाज्ञां +ममाञ्चलं +ममातिथ्यं +ममातीव +ममातुला +ममाते +ममात्मज +ममात्मजं +ममात्मजः +ममात्मजम् +ममात्मजा +ममात्मजाः +ममात्मनः +ममात्मनो +ममात्मभावः +ममात्मा +ममात्मानं +ममात्मेति +ममात्यन्तं +ममात्ययात्सर्वस्वापतेयमपुत्रकमिति +ममात्ययाद्राज्यं +ममात्यर्थं +ममात्र +ममाथ +ममाद +ममादृश्यो +ममादेशं +ममादेशान्महाकालवनं +ममाद्य +ममाद्यापि +ममाद्यैव +ममाद॒ +ममाधिं +ममाधुना +ममाध्या +ममाध्वरं +ममान +ममानघ +ममानघाः +ममानघे +ममानया +ममानिथैनां +ममानिष्टं +ममानुकम्पया +ममानुग्रहकाम्यया +ममानुजः +ममानुज्ञां +ममानुस्मरणं +ममानेन +ममान्तरं +ममान्तरमाविशः +ममान्तरम् +ममान्तरात्मा +ममान्तरिक्षमुरुलोकमस्तु +ममान्तिकं +ममान्तिकम् +ममान्तिके +ममान्नं +ममापत्यं +ममापनुद्याद् +ममापरः +ममापराधं +ममापराधः +ममापराधो +ममापि +ममापीति +ममाप्यशून्यास्तु +ममाप्यस्ति +ममाप्येवं +ममाप्येष +ममाप्य् +ममाभवत् +ममाभाति +ममाभिप्रायं +ममाभिमत +ममाभिलाषः +ममाभीष्टं +ममाभूत् +ममामित्रान् +ममामित्रे +ममामी +ममामुना +ममामुष्य +ममाय +ममायं +ममायत्तं +ममायमिति +ममायम् +ममायुः +ममार +ममारासौ +ममार्गे +ममार्चनं +ममार्चनम् +ममार्ज +ममार्थाय +ममार्थे +ममार्य +ममार्हसि +ममालयं +ममालयम् +ममालये +ममावतु +ममावि +ममाव्ययमनुत्तमम् +ममाशक्यं +ममाशिषा +ममाशु +ममाशुभम् +ममाश्रमं +ममाश्रमपदे +ममाश्रमम् +ममाश्रमसमीपतः +ममाश्रमसमीपे +ममाश्रमे +ममाश्रयात् +ममाश्रिताः +ममास +ममासवः +ममासि +ममासीत् +ममासुभिः +ममासौ +ममास्ति +ममास्तीति +ममास्तु +ममास्त्रं +ममास्त्रे +ममास्त्वव्याहतं +ममास्य +ममास्यां +ममाह +ममाहं +ममाहमिति +ममाहितं +ममाहो +ममाऽक्षरम् +ममाऽग्रतः +ममाऽग्रे +ममाऽत्र +ममाऽद्य +ममाऽपि +ममाऽयं +ममाऽस्ति +ममाऽऽज्ञया +ममाऽऽज्ञां +ममि +ममिति +ममिथ +ममिरे +ममिव +ममी +ममु +ममुः +ममुपायांतु +ममुस्तत्र +ममृजुः +ममृजे +ममृतं +ममृषे +ममे +ममेच्छया +ममेच्छा +ममेति +ममेत् +ममेत्यभिमन्यते +ममेत्यर्थः +ममेत्यस्य +ममेत्यहमिति +ममेत्यादि +ममेत्यादिना +ममेत्युक्त्वा +ममेत्येव +ममेत्येवं +ममेत्य् +ममेदं +ममेदमार्तवम् +ममेदमिति +ममेदमित्येवं +ममेदमिष्टं +ममेदम् +ममेदह +ममेदानीं +ममेदिह +ममेदृशं +ममेदृशः +ममेदृशम् +ममेदृशी +ममेन्द्रस्य +ममेप्सितं +ममेप्सितः +ममेप्सितम् +ममेमं +ममेमां +ममेय +ममेयं +ममेयमिति +ममेयमुक्तिरिति +ममेरितम् +ममेव +ममेश्वर +ममेश्वरस्य +ममेश्वराः +ममेष्टं +ममेह +ममै +ममैकं +ममैकः +ममैकस्य +ममैका +ममैको +ममैत +ममैतत् +ममैतद् +ममैतद्धि +ममैतन्माहात्म्यं +ममैतया +ममैतां +ममैतानि +ममैति +ममैते +ममैतेन +ममैतौ +ममैव +ममैवं +ममैवंविधं +ममैवम् +ममैवांश +ममैवांशः +ममैवांशो +ममैवाज्ञा +ममैवाज्ञे +ममैवायं +ममैवाराधने +ममैवावान्तरतनुं +ममैवासौ +ममैवास्तु +ममैवेति +ममैवेदं +ममैवेयं +ममैवैकस्या +ममैश्वरं +ममैश्वर्यं +ममैष +ममैषा +ममो +ममोक्तं +ममोचितः +ममोचितम् +ममोत्कण्ठा +ममोत्तमा +ममोत्पन्नं +ममोत्संगे +ममोदरात् +ममोदरे +ममोदितम् +ममोद्यमः +ममोद्विजते +ममोपकाराय +ममोपकारो +ममोपभोगादिभिः +ममोपरि +ममोपरोधस्तव +ममोपायं +ममोभा +ममोरसि +ममोरुयुग्मम् +ममोर्वशी +ममौ +मम् +मम्जूपा +मम्जूषा +मम्बु +मम्मट +मम्मटः +मम्मटभट्टस्य +मम्मटभट्टैः +मम्मटस्य +मम्मटेन +मम्मा +मम्मुट्टि +मम्मुट्टिः +मम्यक् +मम्रिरे +मम्रुः +मम्ले +मम्लौ +मम॑ +मम॑च्च॒न +मम॒ +मय +मयं +मयः +मयःऽभु +मयःऽभुवः +मयःऽभुवम् +मयःऽभुवा +मयः॑ +मयइव +मयका +मयकि +मयङ्क +मयट +मयटः +मयटमिच्छन्ति +मयटा +मयटि +मयटो +मयटोऽपवादः +मयट् +मयट्प्रत्ययो +मयट्‌ +मयडिति +मयड् +मयणल्लदेवी +मयत +मयतारपुरोगमाः +मयति +मयते +मयतेरिदन्यतरस्याम् +मयत्र +मयत्वेन +मयदर्शनपर्वणि +मयदा +मयनं +मयनम् +मयना +मयन्ते +मयन्मार् +मयम +मयमतं +मयमतम् +मयमते +मयमले +मयम् +मयरा +मयश्च +मयश्चैव +मयसः +मयस् +मयस्करः +मयस्करत् +मयस्कराय +मयस्तदा +मयस्तु +मयस्तोकेभ्यस्कृधि +मयस्य +मया +मयां +मयाः +मयाकारि +मयाखिलम् +मयाख्यातं +मयाख्याता +मयागत्य +मयाग्ने +मयाग्रतः +मयाञ्जलिः +मयातः +मयात्ताः +मयात्मना +मयात्मा +मयात्यर्थं +मयात्र +मयात्रैव +मयाथ +मयाद्य +मयाद्यापि +मयाधुना +मयाध्यक्षेण +मयानघ +मयानघे +मयानयोः +मयानि +मयानीता +मयानुकूलेन +मयानुभूतं +मयानुवर्तनीय +मयान्नं +मयापकृतं +मयापि +मयाप्तं +मयाप्युक्तं +मयाप्युक्तम् +मयाप्येवं +मयाप्येषा +मयाभिहितम् +मयाय +मयायं +मयायमात्मा +मयार्जितम् +मयार्पितम् +मयार्पिता +मयालम्बितं +मयालोक्य +मयावश्यं +मयाश्रावि +मयासकृत् +मयासि +मयासुरः +मयासौ +मयास्ति +मयास्मै +मयास्य +मयास्याः +मयास्योपकृतं +मयाहमिति +मयाऽकारि +मयाऽत्र +मयाऽद्य +मयाऽधुना +मयाऽध्यक्षेण +मयाऽनघ +मयाऽनघाः +मयाऽनघे +मयाऽपि +मयाऽयं +मयाऽर्पितः +मयाऽर्पितम् +मयाऽसकृत् +मयाऽसौ +मयाऽस्य +मयाऽऽख्यातं +मयाऽऽत्मा +मयाऽऽनीतं +मया॑ +मया॒ +मयि +मयिं +मयि॑ +मयि॒ +मयी +मयीं +मयीति +मयीदं +मयीन्द्र +मयीन्द्रियं +मयीश्वरे +मयु +मयुं +मयुः +मयुक्तं +मयुक्तम् +मयुखः +मयुतं +मयुरभञ्जमण्डलम् +मयू +मयूख +मयूखः +मयूखयुक्तौ +मयूखस्तेनासौ +मयूखा +मयूखाः +मयूखान् +मयूखान्त् +मयूखे +मयूखैः +मयूखो +मयूर +मयूरं +मयूरः +मयूरक +मयूरकः +मयूरकण्ठाभं +मयूरकम् +मयूरकर्ण +मयूरचित्रे +मयूरध्वज +मयूरनगरं +मयूरपिच्छं +मयूरपिच्छचूडं +मयूरपुच्छचूडं +मयूरम् +मयूरराट् +मयूररोमभिः +मयूरवत् +मयूरवरवाहनम् +मयूरवरवाहना +मयूरवर्मा +मयूरव्यंसक +मयूरव्यंसकः +मयूरव्यंसकादयश्च +मयूरव्यंसकादिः +मयूरव्यंसकादित्वात् +मयूरव्यंसकादित्वात्समासः +मयूरव्यंसकादिषु +मयूरशर्मा +मयूरशिखा +मयूरशिखावृक्षे +मयूरश्च +मयूरश्रीकरं +मयूरसारिणी +मयूरस्तस्य +मयूरस्य +मयूरस्येव +मयूरा +मयूरांश्च +मयूराः +मयूराक्षि +मयूराणा +मयूराणां +मयूरात् +मयूरान् +मयूराश्च +मयूरासनम् +मयूरिका +मयूरी +मयूरीं +मयूरीकुक्कुटाविमौ +मयूरीव +मयूरे +मयूरेण +मयूरेति +मयूरेश +मयूरेशं +मयूरेशः +मयूरेशस्य +मयूरेशो +मयूरेश्वर +मयूरैः +मयूरो +मयूर्यः +मये +मयेक्षितः +मयेक्षिता +मयेति +मयेत्यर्थः +मयेत्यादि +मयेत्यादिना +मयेदं +मयेदम् +मयेदानीं +मयेन +मयेयं +मयेरितं +मयेरितः +मयेरितम् +मयेरिता +मयेरिताः +मयेव +मयेश्वरेण +मयेषु +मयेह +मयेि +मयै +मयैः +मयैकाकिना +मयैकेन +मयैतत् +मयैतत्ते +मयैतदुक्त +मयैतद् +मयैतानि +मयैते +मयैव +मयैवं +मयैवेति +मयैवेत्यर्थः +मयैवेयं +मयैवैकेन +मयैवैते +मयैष +मयैषा +मयो +मयों +मयोः +मयोक +मयोक्त +मयोक्तं +मयोक्तः +मयोक्तमिति +मयोक्तम् +मयोक्तश्च +मयोक्तस्य +मयोक्ता +मयोक्ताः +मयोक्तानि +मयोक्ते +मयोक्तेन +मयोक्तो +मयोच्यते +मयोच्यमानं +मयोदितं +मयोदितः +मयोदितम् +मयोदिता +मयोदिताः +मयोदितानि +मयोदितुम् +मयोदिते +मयोद्यतः +मयोद्यताम् +मयोपकृतं +मयोपदिष्टं +मयोपदिष्टो +मयोपनीतम् +मयोपलब्धः +मयोभवाय +मयोभवे +मयोभु +मयोभुः +मयोभुव +मयोभुवं +मयोभुवः +मयोभुवम् +मयोभुवस् +मयोभुवस्ता +मयोभुवा +मयोभुवो +मयोभूः +मयोभून् +मयोभूर् +मयोभूर्य +मयोभूर्वातो +मयोभूश्च +मयोऽसि +मयो॑ +मयो॒ +मयो॒भुवा॑ +मयो॒भुव॑ +मयौ +मय् +मय्य +मय्यग्निस्तेजो +मय्यतीव +मय्यनाथे +मय्यनुग्रहः +मय्यनुरक्ता +मय्यनुरागं +मय्यपि +मय्यर्पणं +मय्यर्पितं +मय्यर्पितमनोबुद्धिः +मय्यर्पितमनोबुद्धिर्यो +मय्यर्पितसर्वात्मभावः +मय्यविश्वासिनी +मय्यस्ति +मय्या +मय्यागते +मय्यावेशितचेतसाम् +मय्यावेशितचेतस्त्वाभावात् +मय्यावेश्य +मय्यासक्तमना +मय्यासक्तमनाः +मय्येव +मय्येवं +मय्येवावतिष्ठते +मय्येवास्तु +मय्येवेति +मय्य् +मय॑ +मय॑ः +मय॑श्च +मय॑स्करत् +मर +मरं +मरः +मरइ +मरउ +मरक +मरकं +मरकः +मरकत +मरकतं +मरकतप्रभः +मरकतप्रभम् +मरकतमणिः +मरकतमणिमेदिनीधरो +मरकतमणौ +मरकतम् +मरकतस्य +मरकते +मरकतो +मरके +मरको +मरजाव +मरटीका +मरटीकायां +मरण +मरणं +मरणकाल +मरणकालसमये +मरणकाले +मरणजं +मरणजन्मनी +मरणञ्च +मरणञ्चापि +मरणतो +मरणत्रास +मरणत्रासः +मरणदण्डनं +मरणदशायां +मरणदा +मरणदुर्भिक्षं +मरणधर्मरहित +मरणधर्मरहितं +मरणधर्मरहितः +मरणधर्मरहितस्य +मरणधर्मरहिता +मरणधर्मरहिताः +मरणधर्मरहितेषु +मरणधर्मा +मरणधर्माणं +मरणधर्माणः +मरणधर्माणम् +मरणधर्माणो +मरणधर्मेण +मरणपर्यन्तं +मरणप्रदाः +मरणभयं +मरणभयात्तव +मरणमग्रतः +मरणमथवा +मरणमपि +मरणमवश्यमेव +मरणमस्तु +मरणमात्मनः +मरणमादिशेत् +मरणमाप्नुयात् +मरणमाप्नोति +मरणमिति +मरणमित्यर्थः +मरणमृच्छति +मरणमेव +मरणमेवान्तो +मरणम् +मरणरहित +मरणरहितं +मरणरहितः +मरणरहितम् +मरणरहितस्य +मरणरूपं +मरणवार्तां +मरणशरणं +मरणशीलं +मरणसमये +मरणसमयेऽपि +मरणसीमाकरणं +मरणस्थानम् +मरणस्य +मरणस्यैव +मरणहेतुः +मरणा +मरणाच्च +मरणात् +मरणात्तस्य +मरणात्प्रागपि +मरणादतिरिच्यते +मरणादधिकं +मरणादपि +मरणादयः +मरणादि +मरणादिति +मरणादूर्ध्वं +मरणादेव +मरणादौ +मरणाद् +मरणाद्भयम् +मरणानन्तरं +मरणानन्तरमपि +मरणानन्तरम् +मरणानि +मरणान्तं +मरणान्तानि +मरणान्तिकं +मरणान्तिकः +मरणान्तिकम् +मरणान्ते +मरणान्न +मरणाभिमुखं +मरणाय +मरणायेति +मरणायैव +मरणार्थं +मरणावधि +मरणावसरे +मरणावस्था +मरणावस्थायां +मरणासन्न +मरणे +मरणेति +मरणेन +मरणेऽपि +मरणो +मरणोत्तरं +मरणोत्तरम् +मरणोत्तरा +मरणोन्मुखः +मरणोन्मुखी +मरत +मरतः +मरतकं +मरता +मरति +मरती +मरते +मरतो +मरन +मरना +मरने +मरन्ति +मरन्दं +मरभरतौ +मरम +मरम् +मरवा +मरस्य +मरा +मराः +मराठवाडा +मराठा +मराठाः +मराठाराजाः +मराठाराजानाम् +मराठाराज्यस्य +मराठासाम्राज्यम् +मराठासाम्राज्यस्य +मराठासेना +मराठासेनायाः +मराठि +मराठी +मराठीभाषया +मराठीभाषा +मराठीभाषायां +मराठीभाषायाः +मराठीभाषितस्य +मराति +मराम +मरामहे +मरामि +मराय +मरायु +मराये +मराल +मरालः +मराला +मरालानां +मराली +मराविव +मरि +मरिगांवमण्डलम् +मरिगाव् +मरिच +मरिचं +मरिचः +मरिचञ्च +मरिचम् +मरिचस्य +मरिचाज्यं +मरिचाद्यमिदं +मरिचानां +मरिचानि +मरिचान्वितम् +मरिचे +मरिचेन +मरिचैः +मरियम् +मरिष्यत +मरिष्यतः +मरिष्यति +मरिष्यतीति +मरिष्यतीत्येनमाह +मरिष्यतो +मरिष्यन् +मरिष्यन्ति +मरिष्यन्तीति +मरिष्यसि +मरिष्यसीति +मरिष्यसीत्येनमाह +मरिष्याम +मरिष्यामि +मरिष्यामीति +मरिष्यामो +मरिष्ये +मरिसा +मरी +मरीच +मरीचं +मरीचकम् +मरीचकषायम् +मरीचचूर्णं +मरीचचूर्णम् +मरीचम् +मरीचय +मरीचयः +मरीचये +मरीचयो +मरीचयोऽप्सरस +मरीचयोऽर्कस्यास्तं +मरीचस्य +मरीचादि +मरीचादिः +मरीचानि +मरीचि +मरीचिं +मरीचिः +मरीचिका +मरीचिकाः +मरीचिकायाः +मरीचिकासु +मरीचिनम् +मरीचिना +मरीचिपाः +मरीचिपेभ्य +मरीचिपेभ्यः +मरीचिप्रमुखा +मरीचिप्रोक्ते +मरीचिप्रोते +मरीचिभिः +मरीचिमत्रिं +मरीचिमत्र्यङ्गिरसौ +मरीचिमालिनि +मरीचिमाली +मरीचिमिश्रा +मरीचिमुख्या +मरीचिरङ्गिरा +मरीचिरत्रिः +मरीचिरत्रिर्भगवानङ्गिराः +मरीचिरत्र्यङ्गिरसौ +मरीचिरिति +मरीचिरुवाच +मरीचिर्ज्वालिनी +मरीचिर्दमनो +मरीचिर्नाम +मरीचिर्ब्रह्मणः +मरीचिर्मरुतामस्मि +मरीचिश्च +मरीचिषु +मरीचिसंहिता +मरीचिस्तस्य +मरीचिस्तु +मरीचिस्वप्नसंनिभाः +मरीची +मरीचीः +मरीचीनां +मरीचीर्मरमापः +मरीचे +मरीचेः +मरीचेन +मरीचेस्तु +मरीचौ +मरीच्य +मरीच्यादय +मरीच्यादयः +मरीच्यादयो +मरीच्यादि +मरीच्याद्या +मरीच्याद्याः +मरीच्यै +मरीन +मरीनो +मरीमृजः +मरीयमिपुत्र +मरु +मरुं +मरुः +मरुच्च +मरुच्चलो +मरुज्जयः +मरुत +मरुतं +मरुतः +मरुतः॒ +मरुतश् +मरुतश्च +मरुतश्चाश्विनौ +मरुतश्चिदत्र +मरुतश्चैव +मरुतश्चोष्मपाश्च +मरुतस् +मरुतस्तथा +मरुतस्तव +मरुतस्तस्य +मरुतस्ते +मरुतस्त्वा +मरुतस्य +मरुता +मरुताँ +मरुतां +मरुतांधेनु +मरुतामथ +मरुतामनीकं +मरुतामपि +मरुतामिति +मरुतामिव +मरुतामुग्रा +मरुतामेव +मरुतामोज +मरुताम् +मरुताꣳ +मरुति +मरुते +मरुतो +मरुतोऽपि +मरुतोऽभवन् +मरुतोऽस्य +मरुतो॒ +मरुतौ +मरुत् +मरुत्कराः +मरुत्त +मरुत्तं +मरुत्तः +मरुत्तत्र +मरुत्तश्च +मरुत्तस्तस्य +मरुत्तस्य +मरुत्ते +मरुत्तेन +मरुत्तो +मरुत्पतिः +मरुत्पते +मरुत्पथम् +मरुत्पुरपते +मरुत्पुराधीश +मरुत्पुरीनिलय +मरुत्प्रपतनं +मरुत्व +मरुत्वः +मरुत्वत +मरुत्वतः +मरुत्वता +मरुत्वती +मरुत्वतीः +मरुत्वतीय +मरुत्वतीयं +मरुत्वतीयः +मरुत्वतीयग्रहः +मरुत्वतीयम् +मरुत्वतीययोः +मरुत्वतीयशस्त्र +मरुत्वतीयशस्त्रं +मरुत्वतीयशस्त्रम् +मरुत्वतीयशस्त्रस्य +मरुत्वतीयशस्त्रे +मरुत्वतीयस्य +मरुत्वतीया +मरुत्वतीयाः +मरुत्वतीयात् +मरुत्वतीयानाम् +मरुत्वतीयान् +मरुत्वतीये +मरुत्वतीयेन +मरुत्वतीयौ +मरुत्वतीर् +मरुत्वतीषु +मरुत्वते +मरुत्वतो +मरुत्वत् +मरुत्वत्यां +मरुत्वद् +मरुत्वन् +मरुत्वन्तं +मरुत्वन्तः +मरुत्वन्तमिति +मरुत्वन्तम् +मरुत्वन्ता +मरुत्वन्तो +मरुत्वाँ +मरुत्वां +मरुत्वानिन्द्रः +मरुत्वानिन्द्रो +मरुत्वानिव +मरुत्वान् +मरुत्वान्नो +मरुत्वान्मघवा +मरुत्सखा +मरुत्सु +मरुत्सुतः +मरुत्सोमेन +मरुत्स्तोमो +मरुत्ऽभिः +मरुत्ऽभ्यः +मरुत्ऽसखा +मरुत्ऽसु +मरुत॒ +मरुत॒ः +मरुदादयः +मरुदादयो +मरुदादिभिः +मरुदाशुगोक्षकः +मरुदिति +मरुदेव +मरुदेवा +मरुदेवी +मरुदेव्या +मरुदेशं +मरुदेशे +मरुद् +मरुद्गण +मरुद्गणं +मरुद्गणः +मरुद्गणम् +मरुद्गणस्य +मरुद्गणा +मरुद्गणाः +मरुद्गणानां +मरुद्गणान् +मरुद्गणाश्चैव +मरुद्गणे +मरुद्गणैः +मरुद्देवताकम् +मरुद्देवत्यः +मरुद्देहे +मरुद्भि +मरुद्भिः +मरुद्भिरग्न +मरुद्भिरस्माकं +मरुद्भिरिति +मरुद्भिरिन्द्र +मरुद्भिरिव +मरुद्भिरुग्रः +मरुद्भिर् +मरुद्भिश्च +मरुद्भी +मरुद्भेदे +मरुद्भ्य +मरुद्भ्यः +मरुद्भ्यश्च +मरुद्भ्यस्त्वा +मरुद्भ्यो +मरुद्रुमः +मरुद्वृधा +मरुद्वृधादित्वात् +मरुद्वृधे +मरुद्‌भिः +मरुधन्वसु +मरुधन्वानौ +मरुन् +मरुन्नेत्रा +मरुन्नेत्रेभ्यो +मरुन्माला +मरुबकः +मरुभुवः +मरुभुवि +मरुभूतिं +मरुभूतिः +मरुभूतिकः +मरुभूतिना +मरुभूमात्रमेव +मरुभूमि +मरुभूमिं +मरुभूमिः +मरुभूमिषु +मरुभूमौ +मरुमरीचिका +मरुमरीचिषु +मरुमार्ग +मरुव +मरुवः +मरुवक +मरुवकं +मरुवकः +मरुवकवृक्षः +मरुवके +मरुषु +मरुस्थलम् +मरुस्थलीयभूमिः +मरुस्थले +मरु॑तः +मरु॑तो +मरु॑तो॒ +मरू +मरे +मरें +मरो +मरोः +मरौ +मर्क +मर्कः +मर्कट +मर्कटं +मर्कटः +मर्कटकः +मर्कटका +मर्कटभाष्यम् +मर्कटम् +मर्कटशतानां +मर्कटस्य +मर्कटह्रदतीरे +मर्कटा +मर्कटाः +मर्कटिका +मर्कटी +मर्कटीं +मर्कटे +मर्कटो +मर्कति +मर्काय +मर्कोऽसुरः +मर्ग +मर्गः +मर्गे +मर्च +मर्चति +मर्चयता +मर्चयति +मर्चयेत् +मर्जयध्वम् +मर्जयन्त +मर्जयन्तः +मर्जयन्ति +मर्जयामसि +मर्ज्यं +मर्ज्यः +मर्ज्यः॑ +मर्ज्यम् +मर्ज्य॑म् +मर्डिता +मर्डितारं +मर्डितारम् +मर्डितेन्द्र +मर्त +मर्तं +मर्तं॑ +मर्तः +मर्तः॑ +मर्तभोजनं +मर्तम् +मर्तव्यं +मर्तव्यमिति +मर्तव्ये +मर्तस्य +मर्ता +मर्ताँ॒ +मर्ताः +मर्ताः॑ +मर्तात् +मर्तानां +मर्तान् +मर्ताय +मर्तास +मर्तासः +मर्तासो +मर्ता॑ +मर्ता॑ः +मर्ता॑न् +मर्ता॑य +मर्ता॑स +मर्ता॑सः +मर्ता॑सो +मर्ता॒ +मर्तु +मर्तुं +मर्तुकाम +मर्तुकामा +मर्तुमिच्छामि +मर्तुम् +मर्ते +मर्तेषु +मर्ते॑षु +मर्ते॑ष्व॒ग्निर॒मृतो॒ +मर्तैः +मर्तो +मर्तो॑ +मर्तो॒ +मर्त्कारी +मर्त्तं +मर्त्तः +मर्त्तम् +मर्त्तव्यं +मर्त्तस्य +मर्त्ता +मर्त्ताः +मर्त्ताय +मर्त्तासः +मर्त्तो +मर्त्त्यः +मर्त्त्यलोके +मर्त्त्या +मर्त्त्याः +मर्त्त्यानां +मर्त्त्ये +मर्त्त्येषु +मर्त्त्यो +मर्त्य +मर्त्यं +मर्त्यं॑ +मर्त्यं॒ +मर्त्यः +मर्त्यः॑ +मर्त्यकृतम् +मर्त्यजात्यन्तरे +मर्त्यतां +मर्त्यताम् +मर्त्यत्रा +मर्त्यत्वं +मर्त्यधर्मा +मर्त्यममृतं +मर्त्यमवा +मर्त्यमिति +मर्त्यम् +मर्त्यलक्ष्मीश्च +मर्त्यलोक +मर्त्यलोकं +मर्त्यलोकम् +मर्त्यलोकस्य +मर्त्यलोके +मर्त्यलोकेषु +मर्त्यलोको +मर्त्यवासिनां +मर्त्यस्तस्य +मर्त्यस्य +मर्त्यस्यैतस्य +मर्त्या +मर्त्याँ +मर्त्यां +मर्त्याः +मर्त्याः॑ +मर्त्यात् +मर्त्यानां +मर्त्यानाम् +मर्त्यान् +मर्त्यामृतम् +मर्त्याय +मर्त्यावतारस्तव +मर्त्याश्च +मर्त्यासः +मर्त्यासु +मर्त्यासोऽस्रेमाणं +मर्त्यास्ते +मर्त्या॑नाम् +मर्त्या॑य +मर्त्या॑सः +मर्त्याꣳ +मर्त्ये +मर्त्येन +मर्त्येना +मर्त्येभ्यः +मर्त्येभ्यो +मर्त्येषु +मर्त्येष्वा +मर्त्येष्व् +मर्त्ये॑ना॒ +मर्त्ये॑भ्यः +मर्त्ये॑षु +मर्त्ये॑षु॒ +मर्त्ये॒ष्वा +मर्त्यै +मर्त्यैः +मर्त्यैर् +मर्त्यै॒र्मर्त्य॑कृतं +मर्त्यो +मर्त्योऽमृतो +मर्त्यो॑ +मर्त्यो॒ +मर्त्य॑ +मर्त्य॑ः +मर्त्य॑म् +मर्त्य॑स्य +मर्त्य॒त्रा +मर्त्य॒मवा॒ +मर्त॑ +मर्त॑ः +मर्त॑म् +मर्त॑स्य +मर्त॑स्य॒ +मर्थ +मर्थं +मर्थः +मर्थम् +मर्थस्य +मर्था +मर्थे +मर्थो +मर्थ्य +मर्थ्यात् +मर्द +मर्दः +मर्दकः +मर्दके +मर्दति +मर्दन +मर्दनं +मर्दनः +मर्दनपूर्वकं +मर्दनम् +मर्दनाख्यं +मर्दनात् +मर्दनार्थं +मर्दनी +मर्दने +मर्दनेन +मर्दनैः +मर्दय +मर्दयति +मर्दयन् +मर्दयन्ति +मर्दयन्तीव +मर्दयन्तु +मर्दयन्तो +मर्दयामास +मर्दयित्वा +मर्दयेच्च +मर्दयेत् +मर्दयेत्कन्यकाद्रवैः +मर्दयेत्खल्वे +मर्दयेत्तप्तखल्वे +मर्दयेत्तेन +मर्दयेत्त्रिदिनं +मर्दयेत्समम् +मर्दयेत्सर्वं +मर्दयेत्सूतं +मर्दयेदम्लवर्गेण +मर्दयेद् +मर्दयेद्दिनमेकं +मर्दयेद्दिनम् +मर्दयेद्दिवसत्रयम् +मर्दयेद्दृढम् +मर्दयेद्यामं +मर्दल +मर्दलं +मर्दले +मर्दित +मर्दितं +मर्दितः +मर्दितम् +मर्दिता +मर्दितां +मर्दिताः +मर्दितानि +मर्दितुं +मर्दितुमोजसा +मर्दितुम् +मर्दिते +मर्दितो +मर्दितौ +मर्दिनी +मर्दे +मर्द्द +मर्द्दः +मर्द्दकः +मर्द्दनं +मर्द्दनम् +मर्द्दने +मर्द्दयति +मर्द्दयित्वा +मर्द्दयेत् +मर्द्दलः +मर्द्दितं +मर्द्दितम् +मर्द्दे +मर्द्य +मर्द्यं +मर्द्यो +मर्धं +मर्धतः +मर्धति +मर्धते +मर्धन्ति +मर्धिष्टं +मर्धिष्ट॒मा +मर्धीः +मर्नु +मर्ब +मर्म +मर्मं +मर्मः +मर्मगते +मर्मघाती +मर्मच्छिदं +मर्मच्छिदो +मर्मच्छेदश्च +मर्मज्ञ +मर्मज्ञः +मर्मज्ञा +मर्मज्ञाः +मर्मज्ञो +मर्मणां +मर्मणि +मर्मणी +मर्मन् +मर्मभेदिनः +मर्मभेदिभिः +मर्मरः +मर्मव्यथां +मर्मशतं +मर्मशतम् +मर्मसु +मर्मस्थं +मर्मस्थानं +मर्मस्थानानि +मर्मस्थाने +मर्मस्थानेषु +मर्मस्वताडयत् +मर्मस्वपि +मर्मा +मर्माणि +मर्माण्य् +मर्मानुसारी +मर्मावित् +मर्माविधं +मर्माश्रिताः +मर्मा॑णि +मर्मृजत् +मर्मृजन्त +मर्मृजान +मर्मृजानः +मर्मृज्यते +मर्मृज्यन्ते +मर्मृज्यमानः +मर्मृज्यमाना +मर्मृज्यमानाः +मर्मृशत् +मर्मृ॑जत् +मर्मृ॑शत् +मर्मृ॒ज्यन्ते॑ +मर्मे +मर्म्म +मर्म्मणि +मर्म्मणी +मर्म्मसु +मर्म्माणि +मर्म॑ +मर्म॑न् +मर्य +मर्यं +मर्यं॒ +मर्यः +मर्यः॑ +मर्यते +मर्यम् +मर्यश्रीः +मर्या +मर्याः +मर्याः॑ +मर्यादया +मर्यादा +मर्यादां +मर्यादाः +मर्यादानां +मर्यादापुष्टिभक्तः +मर्यादाभिः +मर्यादाभिविधौ +मर्यादाभिविध्योः +मर्यादाम् +मर्यादाया +मर्यादायां +मर्यादायाः +मर्यादायाममर्यादाः +मर्यादायाम् +मर्यादायै +मर्यादावचने +मर्यादावचनेऽवरस्मिन् +मर्यादासु +मर्यादीकृत्य +मर्याय +मर्यासः +मर्या॑ +मर्या॒ +मर्ये +मर्यो +मर्यो॑ +मर्यो॒ +मर्य्या +मर्य्याः +मर्य्यादया +मर्य्यादा +मर्य्यादां +मर्य्यादागिरयः +मर्य्यादायाम् +मर्य॑ +मर्य॑श्रीः +मर्व +मर्वं +मर्वत्र +मर्वदा +मर्वा +मर्वाणि +मर्वे +मर्वेषां +मर्श +मर्शः +मर्शस्य +मर्शे +मर्ष +मर्षः +मर्षण +मर्षणं +मर्षणम् +मर्षणे +मर्षति +मर्षते +मर्षय +मर्षयति +मर्षयतु +मर्षयन् +मर्षयन्ति +मर्षयामि +मर्षयिष्यति +मर्षये +मर्षयेत् +मर्षितः +मर्षितम् +मर्षितवान् +मर्षित्वा +मर्षिष्ठाः +मर्षी +मर्स्याङ्दी +मर्हति +मर्हतीति +मर्हन्ति +मर्हसि +मर॑ते॒ +मल +मलं +मलं॑ +मलः +मलकं +मलकर्षणम् +मलकानगिरिमण्डलम् +मलग्रहः +मलजा +मलते +मलत्यागे +मलत्रयं +मलदा +मलदाश्च +मलदूषितम् +मलधात्रीभ्यां +मलधारिश्रीदेवप्रभसूरिविरचिते +मलना +मलनां +मलनाड् +मलपङ्किनी +मलपङ्कोपदिग्धता +मलपूः +मलप्पुरम +मलप्पुरममण्डलम् +मलप्पुरम् +मलप्पुऱम् +मलप्रभा +मलप्रवृत्तिरुत्क्लेशः +मलबन्धं +मलम +मलमन्नानां +मलमास +मलमासं +मलमासः +मलमासतत्त्वं +मलमासतत्त्वम् +मलमासतत्त्वे +मलमासस्य +मलमासे +मलमासेऽपि +मलमासो +मलमिति +मलमिदं +मलमिव +मलमुच्यते +मलमूत्रं +मलमूत्रयोः +मलम् +मलय +मलयं +मलयः +मलयकेतुं +मलयकेतुः +मलयकेतुना +मलयकेतौ +मलयगिरिः +मलयज +मलयजं +मलयजः +मलयजे +मलयजो +मलयद्रोणीं +मलयध्वजं +मलयध्वजः +मलयध्वजम् +मलयपर्वत +मलयपर्वतः +मलयपर्वतस्य +मलयपर्वते +मलयमरुता +मलयमारुत +मलयमारुतः +मलयमारुतकम्पितपल्लवा +मलयमारुतस्य +मलयमारुते +मलयमेव +मलयवती +मलयवतीं +मलयवतीम् +मलयवत्या +मलयवत्याः +मलयवायूनां +मलयसम्भवम् +मलयसुन्दरि +मलयसुन्दरी +मलयसुन्दर्याः +मलयस्य +मलया +मलयाचल +मलयाचलः +मलयाचलम् +मलयाचलस्य +मलयाचले +मलयात् +मलयाद्रौ +मलयानिल +मलयानिलः +मलयानिलस्य +मलयानिलाः +मलयानिले +मलयानिलेन +मलयानिलो +मलयालम +मलयालमलिपिः +मलयालम् +मलयाळ +मलयाळं +मलयाळभाषया +मलयाळभाषा +मलयाळभाषायाः +मलयाळम् +मलयाळम्‌ +मलयाळलिपिः +मलयाळविकिपीडिया +मलयाळविकिपीडियायाः +मलये +मलयेति +मलयेन +मलयेशिया +मलयो +मलयोद्भवम् +मलर +मलरूपेण +मलवद् +मलवद्वाससा +मलवद्वासा +मलवद्वासाः +मलवाताप्रवृत्तिश्च +मलशब्देन +मलसंयुतम् +मलसञ्चयम् +मलसञ्चयात् +मलस्नानं +मलस्य +मलस्यापि +मलहरं +मला +मलाः +मलाकुलम् +मलाक्तं +मलाक्तादर्शसन्निभम् +मलाख्याः +मलात् +मलादि +मलादिव +मलादीनां +मलाद् +मलाधिक्यं +मलानां +मलानाम् +मलानि +मलान् +मलापकर्षणं +मलापहम् +मलापहा +मलायनानि +मलावहम् +मलावी +मलाशये +मला॑दिव +मलि +मलिक +मलिका +मलिक् +मलिन +मलिनं +मलिनः +मलिनता +मलिनतादिकृत् +मलिनत्वं +मलिनत्वम् +मलिनधियां +मलिनमपि +मलिनमम्बरम् +मलिनमेव +मलिनम् +मलिनयति +मलिनयन्ति +मलिनयितुं +मलिनवसने +मलिनश्च +मलिनस्य +मलिना +मलिनां +मलिनाः +मलिनाथ +मलिनानि +मलिनाम्बरसंवीता +मलिनाम्बरा +मलिनिमा +मलिनी +मलिनीकरणीयेषु +मलिनीकरोति +मलिनीकरोषि +मलिनीकर्तुं +मलिनीकृतः +मलिनीभवन्ति +मलिने +मलिनेन +मलिनेऽपि +मलिनैः +मलिनैकधा +मलिनो +मलिम्लव +मलिम्लुच +मलिम्लुचः +मलिम्लुचा +मलिम्लुचाय +मलिम्लुचे +मलिम्लुचो +मलिम्लुसेना +मलिम्लून् +मली +मलीन +मलीमस +मलीमसं +मलीमसः +मलीमसमिवाञ्जनम् +मलीमसम् +मलीमसा +मलीमसाः +मलीमसामाददते +मलीमसे +मलीमसेन +मले +मलेकुडियजनाङ्गः +मलेति +मलेन +मलेनाडु +मलेपं +मलेमहदेश्वरबेट्ट +मलेरिया +मलेरियारोगः +मलेरियारोगस्य +मलेशिया +मलेषु +मलेष्या +मलै +मलैः +मलैर्द्वादशभिः +मलो +मलोद्भवाः +मलोन्मिश्रः +मलोप +मलोपः +मलोपश्च +मलोपश्छान्दसः +मलोपे +मलोपो +मलौ +मल् +मल्कांगिरि +मल्कीषेदकः +मल्पं +मल्पे +मल्ल +मल्लं +मल्लः +मल्लक +मल्लकं +मल्लकः +मल्लकन्यायो +मल्लकम् +मल्लके +मल्लकेन +मल्लक्रीडा +मल्लक्रीडायाः +मल्लक्षणो +मल्लघटी +मल्लते +मल्लप्प +मल्लमूषा +मल्लयतां +मल्लयुद्ध +मल्लयुद्धं +मल्लयुद्धे +मल्लयुद्धेन +मल्लश्च +मल्लस्य +मल्ला +मल्लाः +मल्लाडिहळ्ळि +मल्लानां +मल्लान् +मल्लाय +मल्लारि +मल्लारी +मल्लार्जुनं +मल्लार्जुनो +मल्लाश्च +मल्लि +मल्लिंगं +मल्लिः +मल्लिक +मल्लिका +मल्लिकां +मल्लिकाः +मल्लिकानां +मल्लिकापुष्प +मल्लिकाभेदे +मल्लिकायां +मल्लिकायाः +मल्लिकार्जुन +मल्लिकार्जुनः +मल्लिकार्जुनम् +मल्लिकार्जुनस्य +मल्लिकुमारी +मल्लिके +मल्लिक् +मल्लिनाथ +मल्लिनाथः +मल्लिनाथकृत +मल्लिनाथधृतवाक्यम् +मल्लिनाथव्याख्या +मल्लिनाथव्याख्योपेतम् +मल्लिनाथसूरिः +मल्लिनाथस्य +मल्लिनाथेन +मल्ली +मल्लीस्वारी +मल्ले +मल्लेन +मल्लेनास्यं +मल्लेश्वरविधानसभाक्षेत्रम् +मल्लेश्वरी +मल्लेश्वर्या +मल्लेश्वर्याः +मल्लेषु +मल्लैः +मल्लो +मल्लोकं +मल्लोके +मल्लौ +मल्हा +मल्हां +मल्हार +मल्हारी +मल्होत्रा +मळवळ्ळी +मळवळ्ळीविधानसभाक्षेत्रम् +मळे +मव +मवं +मवः +मवगम्य +मवगम्यते +मवतः +मवता +मवतारयति +मवति +मवती +मवतीति +मवतीत्यर्थः +मवतु +मवते +मवत् +मवन्ति +मवन्तीति +मवरुध्यन्ते +मवलम्ब्य +मवलोक्य +मवश्यं +मवा +मवां +मवाद +मवान् +मवाप +मवाप्नुयात् +मवाप्नोति +मवाप्य +मवाय +मवि +मविज्ञाय +मविष्यति +मवु +मवुमण्डलम् +मवे +मवेक्ष्य +मवेति +मवेत् +मवेत्‌ +मव्य +मव्यक्तं +मव्यति +मव्ययं +मव्ययम् +मव्ये +मश +मशं +मशः +मशक +मशकं +मशकः +मशका +मशकाः +मशकादिष्वपि +मशकानां +मशकान् +मशकावती +मशकाश्चैव +मशके +मशकेन +मशकैः +मशको +मशकोऽपि +मशक्यत्वात् +मशक्यम् +मशक्ये +मशति +मशब्दस्य +मशीन +मश् +मश्च +मश्चापीश्वरवाचकः +मश्नाति +मश्नुते +मश्र +मष +मषं +मषकाः +मषति +मषि +मषी +मषीं +मषीजीवी +मष्ट +मष्टं +मष्टा +मष्टौ +मष्या +मस +मसं +मसः +मसकः +मसत् +मसन +मसस्य +मसहमानाः +मसा +मसान +मसानबु +मसार +मसारः +मसाले +मसि +मसिः +मसिद्धो +मसिना +मसी +मसीजीवी +मसीति +मसीनिभम् +मसीय +मसीशः +मसु +मसुरा +मसू +मसूर +मसूरं +मसूरः +मसूरकं +मसूरकः +मसूरकम् +मसूरञ्च +मसूरविदला +मसूरा +मसूरांश्च +मसूरांश्चणकान् +मसूराः +मसूराकृतिसंस्थानाः +मसूराणां +मसूरान्नं +मसूराश्च +मसूरिका +मसूरिकाः +मसूरिकानिदानम् +मसूरिकाम् +मसूरिकायां +मसूरिकाशीतलाऽधिकारः +मसूरी +मसूरीं +मसूरे +मसूरो +मसूर्यां +मसूर्यो +मसृण +मसृणं +मसृणः +मसृणत्वं +मसृणा +मसृणे +मसृणो +मसे +मसो +मसोः +मसौ +मस् +मस्क +मस्कर +मस्करः +मस्करमस्करिणौ +मस्करिन् +मस्करी +मस्करो +मस्कीविधानसभाक्षेत्रम् +मस्ज +मस्जि +मस्जिद +मस्जिदः +मस्जिद् +मस्जिनशोर्झलि +मस्जेः +मस्जो +मस्ज् +मस्त +मस्तं +मस्तः +मस्तक +मस्तकं +मस्तकः +मस्तकपर +मस्तकमें +मस्तकम् +मस्तकशिखः +मस्तकस्य +मस्तका +मस्तकात् +मस्तकानि +मस्तकान्ते +मस्तके +मस्तकेन +मस्तकेषु +मस्तको +मस्तकों +मस्तकोपरि +मस्तस्य +मस्ता +मस्ति +मस्तिष्क +मस्तिष्कं +मस्तिष्कः +मस्तिष्कप्रकोष्ठस्य +मस्तिष्कम् +मस्तिष्कस्य +मस्तिष्काज्जिह्वाया +मस्तिष्कात् +मस्तिष्के +मस्तिष्केण +मस्तिष्केन +मस्तिष्को +मस्ती +मस्तीति +मस्तु +मस्तुनः +मस्तुना +मस्तुभिः +मस्तुलुङ्ग +मस्तुलुङ्गं +मस्तुलुङ्गस्य +मस्ते +मस्त्येव +मस्त्विति +मस्त्व् +मस्थाने +मस्म +मस्मसा +मस्माकं +मस्माभिः +मस्मि +मस्मिन् +मस्मीति +मस्य +मस्यति +मस्यते +मस्यन्ते +मस्यवः +मस्या +मस्याः +मस्याधारः +मस्यापि +मस्येति +मस्व +मस्वा +मस्सा +मह +महँ +महँगा +महं +महंत्वि +महः +महःऽभिः +महः॑ +महः॑ऽभिः +महइ +महच +महच् +महच्च +महच्चक्रं +महच्चक्रे +महच्चापं +महच्चापि +महच्चित्रं +महच्चेति +महच्छन्दा +महच्छब्दः +महच्छब्दस्य +महच्छब्दात् +महच्छब्देन +महच्छब्दो +महच्छर्म +महच्छिरः +महच्छूलं +महच्छ्रुत्वा +महज्जलम् +महज्जातं +महत +महतः +महतश्च +महतश्चैव +महतस्तपसः +महतस्तमसः +महतस्तु +महतस्तेजसो +महता +महतां +महतादरेण +महतान्वितः +महतान्विता +महतान्विताः +महतापि +महताब +महतामपि +महतामिति +महतामिव +महतामिह +महतामेकरूपता +महतामेव +महतामेषां +महताम् +महतायासेन +महतार्थेन +महताविष्टः +महताविष्टा +महताविष्टाः +महताविष्टो +महतावृतः +महताऽन्वितः +महताऽन्विता +महताऽन्विताः +महताऽपि +महताऽऽविष्टः +महताऽऽविष्टो +महति +महती +महतीं +महतीः +महतीति +महतीनां +महतीभिः +महतीभ्यां +महतीमपि +महतीम् +महतीयं +महतीषु +महतीह +महते +महतेति +महतेऽपि +महतो +महतों +महतोक्थेन +महतोऽपभाषते +महतोऽपि +महतोऽप्येनसो +महतोऽहंकारः +महतोऽहङ्कारः +महत् +महत्कर्म +महत्कष्टं +महत्कार्यं +महत्कार्यमुपस्थितम् +महत्कृच्छ्रं +महत्कृतं +महत्कृतम् +महत्कृत्वा +महत्कौतूहलं +महत्क्षेत्रं +महत्खण्डं +महत्खण्डेन +महत्खलु +महत्त +महत्तत् +महत्तत्त्व +महत्तत्त्वं +महत्तत्त्वम् +महत्तत्त्वस्य +महत्तत्त्वे +महत्तत्र +महत्तत्व +महत्तत्वं +महत्तत्वम् +महत्तत्वे +महत्तत्सोमो +महत्तथा +महत्तदा +महत्तप +महत्तपः +महत्तपो +महत्तम +महत्तमं +महत्तमः +महत्तमम् +महत्तमा +महत्तमां +महत्तमाः +महत्तमान् +महत्तमाम् +महत्तमे +महत्तमैकान्त +महत्तया +महत्तर +महत्तरं +महत्तरः +महत्तरम् +महत्तरस्यार्जुनस्य +महत्तरा +महत्तरां +महत्तराः +महत्तरान् +महत्तराम् +महत्तरी +महत्तरे +महत्तरेण +महत्तरैः +महत्तरो +महत्तस्य +महत्ता +महत्तां +महत्तायाः +महत्तीर्थं +महत्ते +महत्तेजः +महत्तेजो +महत्तेन +महत्त्व +महत्त्वं +महत्त्वञ्च +महत्त्वदीर्घत्वे +महत्त्वपूर्ण +महत्त्वपूर्णं +महत्त्वपूर्णः +महत्त्वपूर्णमस्ति +महत्त्वपूर्णम् +महत्त्वपूर्णा +महत्त्वपूर्णां +महत्त्वपूर्णाः +महत्त्वपूर्णानि +महत्त्वपूर्णेषु +महत्त्वभूतं +महत्त्वमपि +महत्त्वमस्ति +महत्त्वमिति +महत्त्वमीयात् +महत्त्वमेव +महत्त्वम् +महत्त्वयुतं +महत्त्वस्य +महत्त्वस्यापि +महत्त्वा +महत्त्वाच्च +महत्त्वात् +महत्त्वानि +महत्त्वाय +महत्त्वे +महत्त्वेति +महत्त्वेन +महत्पदं +महत्पदम् +महत्परिमाणस्य +महत्पापं +महत्पुण्यं +महत्पुरम् +महत्प्रभम् +महत्प्रभूतं +महत्प्रमाणो +महत्प्रयासाः +महत्प्रयासेन +महत्प्राप्य +महत्फलं +महत्फलम् +महत्मा +महत्य +महत्यः +महत्यपि +महत्यरण्ये +महत्यर्थे +महत्यवकाशे +महत्या +महत्यां +महत्याः +महत्यात्मनि +महत्यात्मन्यवस्थाय +महत्यामपि +महत्याम् +महत्युक्थे +महत्येव +महत्येषा +महत्यै +महत्यो +महत्यौ +महत्य् +महत्व +महत्वं +महत्वञ्च +महत्वपूर्ण +महत्वपूर्णं +महत्वपूर्णः +महत्वपूर्णमस्ति +महत्वपूर्णम् +महत्वपूर्णा +महत्वपूर्णाः +महत्वपूर्णानि +महत्वमस्ति +महत्वम् +महत्वस्य +महत्वे +महत्वेन +महत्सरः +महत्सा +महत्सु +महत्सुखं +महत्सुखम् +महत्सैन्यं +महत्सौख्यं +महत्सौभाग्यं +महत्स्थानं +महत्स्वपि +महत्स्वेव +महत्ऽभिः +महत्‌ +महथ् +महद +महदको +महदद्भुतं +महदद्भुतम् +महदद्य +महदद्‍भुतम् +महदन्तरं +महदन्तरम् +महदन्तरिक्षं +महदन्नं +महदपि +महदरण्यं +महदल्पं +महदशा +महदश्नुते +महदस्ति +महदहः +महदा +महदाख्यानं +महदाख्यानमुत्तमम् +महदादयः +महदादयो +महदादि +महदादिकं +महदादिक्रमेण +महदादिना +महदादिरूपेण +महदादिविषयः +महदादिषु +महदादिसूक्ष्मपर्यन्तम् +महदादीनां +महदादीनि +महदादेः +महदाद्यं +महदाद्या +महदाद्याः +महदाद्याकारेण +महदाप्नुयात् +महदाप्नोति +महदाश्चर्यं +महदाश्चर्यमुत्तमम् +महदाश्चर्यम् +महदाश्रयः +महदास्थाय +महदिति +महदित्यर्थः +महदिदं +महदिन्दोः +महदिह +महदुःखं +महदुक्थं +महदुक्थमृचाम् +महदुक्थम् +महदुत्पद्यते +महदेनो +महदेव +महदैश्वर्यं +महदैश्वर्यम् +महदैश्वर्ययुक्त +महद् +महद्गतेन +महद्दिव्यं +महद्दीर्घं +महद्दीर्घवद् +महद्दीर्घवद्वा +महद्दुःखं +महद्दुखं +महद्दृष्टं +महद्दृष्ट्वा +महद्देवानामसुरत्वमेकम् +महद्धनं +महद्धनम् +महद्धनुः +महद्धाम +महद्धि +महद्धिमं +महद्धोरं +महद्बलं +महद्बलम् +महद्ब्रह्म +महद्भयं +महद्भयमुपस्थितम् +महद्भयम् +महद्भवति +महद्भवेत् +महद्भाग्यं +महद्भि +महद्भिः +महद्भिरपि +महद्भिश्च +महद्भुतम् +महद्भूतं +महद्भूतमनन्तमपारं +महद्भूतम् +महद्भ्य +महद्भ्यः +महद्भ्यश्च +महद्भ्यो +महद्यक्षं +महद्यश +महद्यशः +महद्युद्धं +महद्युद्धमचीकरत् +महद्योगदानं +महद्योगदानम् +महद्योनिरहं +महद्राज्यं +महद्रूपं +महद्वच्च +महद्वत् +महद्वदष्टमेऽहनि +महद्वदष्टमेऽहन्यष्टमस्याह्नो +महद्वद्द् +महद्वनं +महद्वनम् +महद्वपुः +महद्वा +महद्वाक्यं +महद्विमानं +महद्विषम् +महद्वृत्तं +महद्वेश्म +महद्वै +महद्वैरं +महद्वैलक्षण्यं +महद्व्योम +महन +महना +महनीय +महनीयं +महनीयः +महनीयम् +महनीयस्य +महनीया +महन् +महन्त +महन्तं +महन्तः +महन्ति +महन्ती +महन्ते +महन्तेण +महन्तो +महन्न +महन्नाम +महन्नामसु +महन्नामैतत् +महन्मम +महन्महः +महन्महत्त्वं +महन्मे +महबूबनगरमण्डलम् +महबूब् +महब्रह्म +महमद +महमह +महमा +महमिममुपयान्तु +महमूद +महमूदः +महमूदो +महम् +महम्मद +महम्मदीयाः +महम्मदीयानां +महम्मद् +महय +महयं +महयति +महयन् +महयन्तः +महयन्ति +महयन्तो +महयशाः +महयसि +महया +महयामसि +महयाय्याय +महये +महर +महराज +महरादिषु +महरालये +महरि +महर् +महर्घं +महर्घता +महर्जनस्तपः +महर्त्विजः +महर्त्विजो +महर्द्धयः +महर्द्धिकः +महर्द्धिका +महर्द्धिकाः +महर्द्धिको +महर्द्धिनां +महर्द्धिमत् +महर्द्धिमान् +महर्पयः +महर्पिणा +महर्लोक +महर्लोकं +महर्लोकः +महर्लोकनिवासिनः +महर्लोकाज्जनं +महर्लोके +महर्लोको +महर्ष +महर्षः +महर्षभः +महर्षय +महर्षयः +महर्षयश्च +महर्षयस्तथा +महर्षये +महर्षयो +महर्षयोऽपि +महर्षि +महर्षिं +महर्षिः +महर्षिकल्पो +महर्षिगणसेवितम् +महर्षिगणसेविता +महर्षिगणसेविते +महर्षिणः +महर्षिणा +महर्षिणां +महर्षिणाम् +महर्षिपाणिनेः +महर्षिपुत्रं +महर्षिभि +महर्षिभिः +महर्षिभिरलंकृताः +महर्षिभिश्च +महर्षिभ्यः +महर्षिभ्यो +महर्षिम् +महर्षियों +महर्षिरिति +महर्षिर् +महर्षिवचनानि +महर्षिश्च +महर्षिषु +महर्षिसिद्धसंघाः +महर्षिसिद्धसङ्घाः +महर्षिस्तं +महर्षिस्तु +महर्षी +महर्षींश्च +महर्षीणां +महर्षीणामिति +महर्षीणाम् +महर्षीन् +महर्षीन्प्रति +महर्षे +महर्षेः +महर्षेर् +महर्षेर्भावितात्मनः +महर्षेर्वचनं +महर्षेस्तस्य +महर्षेस्तु +महर्षेि +महर्षौ +महर्ष्यात्रेयभाषिते +महल +महलों +महल् +महल्लकः +महल्लको +महल्लिंगं +महल्लिका +महल्लिकाम् +महश् +महश्च +महश्चित् +महषि +महस +महसं +महसः +महसा +महसां +महसि +महसी +महसूस +महसे +महसो +महस् +महस्तथा +महस्तव +महस्ते +महस्तेजः +महस्तेजो +महस्थ +महस्य +महस्रशः +महस्राणि +महस्व +महस्वत् +महस्वन्तः +महस्वसरस्य +महस्वान् +महह +महा +महाँ +महां +महांतं +महांतः +महांतम् +महांति +महांतो +महांत्यपि +महांश्च +महांश्चापि +महांश्चासौ +महांश्चैव +महांसि +महांस्तत्र +महांस्तथा +महांस्तस्मै +महांस्तात +महांस्तु +महांस्ते +महांस्तेषु +महांस्त्वं +महां॑सि +महाः +महाक +महाकक्षे +महाकचा +महाकथा +महाकदम्बः +महाकन्दः +महाकपालः +महाकपिः +महाकपिम् +महाकपिल +महाकपे +महाकपेः +महाकरः +महाकरञ्जः +महाकरञ्जे +महाकरुणया +महाकरुणा +महाकरुणां +महाकरुणापरिभाविताः +महाकर्णा +महाकर्णो +महाकर्ता +महाकर्मा +महाकला +महाकल्प +महाकल्पं +महाकल्पः +महाकल्पान्त +महाकल्पे +महाकल्पेषु +महाकल्पो +महाकल्याणकं +महाकवयः +महाकवयो +महाकवि +महाकविः +महाकविकालिदासेन +महाकवित्वं +महाकविना +महाकविप्रबन्धेषु +महाकविभिः +महाकवियो +महाकवियों +महाकविरयं +महाकविश्रीकालिदासकृतौ +महाकविश्रीकालिदासविरचितं +महाकविश्रीक्षेमेन्द्रविरचिते +महाकविश्रीनीलकण्ठदीक्षितप्रणीते +महाकविश्रीसोमदेवभट्टविरचितः +महाकविश्रीसोमदेवभट्टविरचिते +महाकविश्रीहरिचन्द्रविरचिते +महाकवी +महाकवीनां +महाकवीनाम् +महाकवे +महाकवेः +महाकवेरस्य +महाकवेस्तौ +महाकष्टं +महाकष्टेन +महाका +महाकात्यायनं +महाकात्यायनः +महाकात्यायनस्य +महाकात्यायनेन +महाकात्यायनो +महाकामी +महाकाय +महाकायं +महाकायः +महाकायम् +महाकाया +महाकायाः +महाकायान् +महाकाये +महाकायो +महाकायौ +महाकारं +महाकारुणिक +महाकारुणिकं +महाकारुणिकः +महाकारुणिकस्य +महाकारुणिका +महाकारुणिकानां +महाकारुणिको +महाकार्त्तिकी +महाकार्यं +महाकार्ये +महाकाल +महाकालं +महाकालः +महाकालमासाद्य +महाकालमिति +महाकालम् +महाकालवनं +महाकालवने +महाकालवनोत्तमे +महाकालश्च +महाकालस्य +महाकालाय +महाकालि +महाकाली +महाकालीं +महाकालीति +महाकाले +महाकालेति +महाकालेन +महाकालेश्वर +महाकालेश्वरं +महाकालेश्वरः +महाकालो +महाकालोऽपि +महाकाल्यथ +महाकाल्या +महाकाल्याः +महाकाल्यै +महाकाळ +महाकाव्य +महाकाव्यं +महाकाव्यभेदे +महाकाव्यमपि +महाकाव्यमस्ति +महाकाव्यमिति +महाकाव्यमिदं +महाकाव्यमुच्यते +महाकाव्यम् +महाकाव्यरचयितारः +महाकाव्यस्य +महाकाव्यानि +महाकाव्ये +महाकाव्येषु +महाकाव्येऽस्मिन् +महाकाश +महाकाशं +महाकाशः +महाकाशम् +महाकाशे +महाकाशो +महाकाश्यपेन +महाकु +महाकुंभं +महाकुण्डं +महाकुम्भं +महाकुम्भजलेन +महाकुम्भस्य +महाकुम्भे +महाकुल +महाकुलः +महाकुलम् +महाकुलात् +महाकुलादञ्खञौ +महाकुलानां +महाकुलानि +महाकुलीन +महाकुलीनः +महाकुलीना +महाकुले +महाकुष्ठानि +महाकूटं +महाकूटः +महाकूटे +महाकृतिः +महाकृत्या +महाकृपा +महाकृपाणं +महाकेशो +महाकोपं +महाकोशातकी +महाकोशो +महाकौर्मे +महाकौर्मेअनेकयुगपर्यन्तं +महाक्रतुः +महाक्रतुम् +महाक्रतूनां +महाक्रतोः +महाक्रतौ +महाक्रुद्धा +महाक्रुद्धो +महाक्रूरा +महाक्रोधा +महाक्रोधी +महाक्रोधो +महाक्षये +महाक्षेत्रं +महाक्षेत्रे +महाक्षोभं +महाखगः +महाखण्डे +महाखनम् +महाखलः +महाखलम् +महाख्यं +महाख्यानं +महाग +महागज +महागजः +महागजप्रमाणानि +महागजम् +महागजा +महागजाः +महागजानां +महागजान् +महागजैः +महागजो +महागजौ +महागणः +महागणपतये +महागणपति +महागणपतिं +महागणपतिस्तोत्रम् +महागणपते +महागणपतेः +महागणेश +महागतिः +महागदं +महागदः +महागदम् +महागदा +महागदाः +महागदाम् +महागदे +महागन्धा +महागयमिति +महागयम् +महागर्ते +महागर्भो +महागिरिं +महागिरिः +महागिरिम् +महागिरीन् +महागिरे +महागिरेः +महागिरौ +महागुण +महागुणं +महागुणः +महागुणम् +महागुणस्य +महागुणाः +महागुणैः +महागुदाः +महागुरुः +महागुरुनिपातने +महागुरुनिपाते +महागुरुम् +महागुल्मा +महागुहा +महागुह्यं +महागृहम् +महागृहाणां +महागोधूम +महागोधूमः +महागौरि +महागौरी +महागौरीं +महाग्रन्थिबन्धनस्य +महाग्रहः +महाग्रहम् +महाग्रहाः +महाग्रहैः +महाग्रहौ +महाग्रामो +महाग्रासाय +महाग्रीवः +महाग्रीवो +महाघनाः +महाघासः +महाघृतम् +महाघोर +महाघोरं +महाघोरः +महाघोरा +महाघोरां +महाघोराः +महाघोराणि +महाघोरान् +महाघोरे +महाघोरैः +महाघोरो +महाघोरौ +महाघोषं +महाघोषः +महाघोषा +महाघोषो +महाङ्कुशा +महाङ्गः +महाच +महाचक्रं +महाचक्रे +महाचण्ड +महाचण्डा +महाचण्डे +महाचन्द्रमहीधरौ +महाचपला +महाचमूः +महाचमूनां +महाचमूम् +महाचल +महाचलः +महाचलम् +महाचलाः +महाचले +महाचारी +महाचार्यः +महाचितः +महाचिति +महाचितेः +महाज +महाजं +महाजडः +महाजन +महाजनं +महाजनः +महाजनकायः +महाजनकायस्य +महाजनकायेन +महाजनकायो +महाजनपदाः +महाजनपदानां +महाजनपदेषु +महाजनपरिग्रहः +महाजनम् +महाजनस्य +महाजना +महाजनाः +महाजनानां +महाजनान् +महाजनाय +महाजने +महाजनेन +महाजनैः +महाजनो +महाजम्बूः +महाजया +महाजलं +महाजलम् +महाजले +महाजवं +महाजवः +महाजवम् +महाजवा +महाजवाः +महाजवान् +महाजवैः +महाजातीयः +महाजिह्वा +महाज्ञान +महाज्ञानं +महाज्ञानयुतां +महाज्ञानी +महाज्ञानेन +महाज्ञेयं +महाज्यैष्ठी +महाज्यैष्ठ्यां +महाज्योतिष्मती +महाज्वराङ्कुशो +महाज्वरे +महाज्वाल +महाज्वालं +महाज्वालः +महाज्वाला +महाज्वाले +महाज्वालो +महाञ् +महाञ्जज्ञे +महाञ्जातः +महाञ्जातो +महाटवी +महाटवीं +महाटवीम् +महाटव्यां +महाडीनं +महात +महातनुः +महातनुम् +महातन्त्रं +महातन्त्रे +महातपः +महातपस्विनी +महातपस्वी +महातपा +महातपाः +महातपे +महातमः +महातमसि +महातरुः +महातरुम् +महातरोः +महातल +महातलं +महातलम् +महातले +महाता +महातात्पर्यं +महातात्पर्यम् +महातात्पर्याच्च +महातात्पर्येति +महातारा +महातिक्तं +महातिक्ता +महातिथिः +महातिथौ +महातीर्थं +महातीर्थे +महातेज +महातेजं +महातेजः +महातेजस्वी +महातेजा +महातेजाः +महातेजास्तं +महातेजास्तथा +महातेजास्ते +महातेजो +महातैलं +महात्म +महात्मन +महात्मनः +महात्मनश्चतुरो +महात्मनस्तव +महात्मनस्तस्य +महात्मना +महात्मनां +महात्मनामपि +महात्मनामिति +महात्मनाम् +महात्मनि +महात्मने +महात्मनो +महात्मनोः +महात्मन् +महात्मन्नक्षुद्रचित्तेत्यल्पार्थप्रतीतिनिरासार्थमाह +महात्मभिः +महात्मवान् +महात्मशब्देन +महात्मसु +महात्मा +महात्माओं +महात्मागान्धिः +महात्मागान्धिनः +महात्मागान्धिमहोदयस्य +महात्मागान्धी +महात्मागान्धेः +महात्मान +महात्मानं +महात्मानः +महात्मानमूचुः +महात्मानम् +महात्मानस्तु +महात्मानस्ते +महात्मानस्तेषां +महात्मानस्त्विति +महात्मानां +महात्मानावुभौ +महात्मानो +महात्मानौ +महात्मासौ +महात्मेति +महात्म्य +महात्म्यं +महात्ययम् +महात्यागी +महात्रिपुरसुन्दरी +महात्रिपुरसुन्दरीम् +महाद +महादंष्ट्र +महादंष्ट्रं +महादंष्ट्रा +महादंष्ट्रो +महादक्षा +महादण्डं +महादन्तो +महादरात् +महादरिद्रः +महादर्शे +महादश +महादशा +महादा +महादानं +महादानमनुत्तमम् +महादानविशेषः +महादानस्य +महादानानि +महादानानुकीर्तनम् +महादाने +महादानेषु +महादाहां +महादिक्षु +महादिवाकीर्त्यं +महादिवाकीर्त्यम् +महादिवाकीर्त्यस्य +महादिवाकीर्त्यानि +महादिव्य +महादिव्यं +महादिव्या +महादिव्ये +महादिव्यो +महादिशः +महादीक्षां +महादीनां +महादीपं +महादीपः +महादीप्तं +महादीर्घं +महादुःख +महादुःखं +महादुःखप्रशमनं +महादुःखी +महादुःखेन +महादुर्गं +महादुर्गा +महादुर्गे +महादुष्ट +महादुष्टं +महादुष्टः +महादुष्टा +महादुष्टे +महादुष्टो +महादे +महादेव +महादेवं +महादेवः +महादेवकृतबैजयन्तीव्याख्यासमेतम् +महादेवकृतवैजयन्तीब्याख्यासमेतम् +महादेवकृतवैजयन्तीव्याख्यासमेतम् +महादेवकृतायां +महादेवगृहे +महादेवगोविन्द +महादेवन +महादेवपुरविधानसभाक्षेत्रम् +महादेवप्रसादतः +महादेवप्रसादाच्च +महादेवप्रसादेन +महादेवप्रिया +महादेवभाई +महादेवमिदं +महादेवमुमापतिम् +महादेवमुवाच +महादेवम् +महादेवशास्त्रि +महादेवशास्त्रिसंकलितपयोगचन्द्रिकाच्याख्यासमेतम् +महादेवशास्त्रिसंकलितपयोगचन्द्रिकाव्याख्यासमेतम् +महादेवशास्त्रिसंकलितप्रयोगचन्द्रिकाच्याख्यासमेतम् +महादेवशास्त्रिसंकलितप्रयोगचन्द्रिकान्याख्यासमेतम् +महादेवशास्त्रिसंकलितप्रयोगचन्द्रिकाव्याख्यासमेतम् +महादेवशास्त्रिसंकलितप्रयोगचन्द्रिकाव्याख्यासमैतम् +महादेवशास्त्रिसंकलितमयोगचन्द्रिकान्याख्यासमेतम् +महादेवशास्त्रिसंकलितमयोगचन्द्रिकाव्याख्यासमेतम् +महादेवशास्त्रिसंकलितायां +महादेवश्च +महादेवस्ततः +महादेवस्तत्रैवान्तरधीयत +महादेवस्तस्य +महादेवस्तु +महादेवस्य +महादेवा +महादेवाज्ञया +महादेवात् +महादेवादिसमागमनिमित्तां +महादेवाय +महादेवि +महादेवी +महादेवीं +महादेवे +महादेवेति +महादेवेन +महादेवो +महादेवोऽपि +महादेव्या +महादेव्याः +महादेव्यै +महादेव्यो +महादेशः +महादेशो +महादेश्वरा +महादैत्य +महादैत्यं +महादैत्यः +महादैत्या +महादैत्याः +महादैत्ये +महादैत्यो +महादैत्यौ +महादोषं +महादोषः +महादोषा +महादोषाः +महादोषे +महादोषो +महाद्भुतं +महाद्भुतः +महाद्भुतम् +महाद्भुता +महाद्भुतानि +महाद्भुताम् +महाद्युति +महाद्युतिः +महाद्युतिम् +महाद्युती +महाद्युते +महाद्युतेः +महाद्रयः +महाद्रिणा +महाद्रुम +महाद्रुमः +महाद्रुमम् +महाद्रुमस्य +महाद्रुमाः +महाद्रुमाणां +महाद्रुमान् +महाद्रुमैः +महाद्वारं +महाद्वारम् +महाद्वारस्य +महाद्वाराणि +महाद्वारे +महाद्विजः +महाद्विपः +महाद्विपम् +महाद्विपाः +महाद्विपान् +महाद्वीप +महाद्वीपं +महाद्वीपः +महाद्वीपस्य +महाद्वीपाः +महाद्वीपे +महाद्वीपेषु +महाद्‌भुतम् +महाधन +महाधनं +महाधनः +महाधनम् +महाधनस्य +महाधना +महाधनाः +महाधनानि +महाधनान् +महाधनी +महाधनुः +महाधनुरादिमत्त्वेऽपि +महाधनुर्धरः +महाधनुषि +महाधने +महाधनैः +महाधनो +महाधमनी +महाधमनीकपाटः +महाधरप्रासादे +महाधर्मो +महाधारे +महाधियः +महाधिया +महाधियाम् +महाधुरः +महाधूर्तः +महाधृतिः +महाध्वजं +महाध्वजः +महाध्वजम् +महाध्वजाः +महाध्वनि +महाध्वनिः +महाध्वरः +महाध्वरम् +महाध्वरे +महान +महानंदो +महानगर +महानगरं +महानगरपालिका +महानगरम् +महानगरविस्तारः +महानगरस्थं +महानगरस्थे +महानगरस्य +महानगराणां +महानगराणि +महानगरात् +महानगराय +महानगरी +महानगरीं +महानगरीय +महानगरीयक्षेत्रम् +महानगरे +महानगरेण +महानगरेषु +महानगर्यां +महानग्निः +महानग्नी +महानग्न्युप +महानग्रे +महानघ्न्या +महानज +महानटः +महानतिशयो +महानत्र +महानद +महानदः +महानदश्चैव +महानदि +महानदी +महानदीं +महानदीनां +महानदीम् +महानदीषु +महानदे +महानद्य +महानद्यः +महानद्यवतरति +महानद्या +महानद्यां +महानद्याः +महानद्यो +महाननः +महाननम् +महाननर्थ +महाननर्थः +महानना +महाननुग्रहो +महानन्द +महानन्दं +महानन्दः +महानन्दप्रदं +महानन्दस्तथा +महानन्दा +महानन्दिनः +महानन्दिसुतो +महानन्दी +महानन्दे +महानन्दो +महानपि +महानभूत् +महानभ्युदयो +महानयं +महानयम् +महानरकजालेषु +महानरकमेव +महानरके +महानलः +महानलम् +महानले +महानवमी +महानवम्यां +महानव्यक्तमेव +महानव्यक्ते +महानस +महानसं +महानसः +महानसम् +महानसस्य +महानसात् +महानसादौ +महानसानि +महानसि +महानसे +महानसेषु +महानसौ +महानस्ति +महानस्मि +महानस्य +महानहं +महानहम् +महाना +महानां +महानाग +महानागं +महानागः +महानागा +महानागाः +महानागो +महानागौ +महानाटक +महानाटकं +महानाटकम् +महानाटके +महानाडी +महानात्मा +महानात्मेति +महानाद +महानादं +महानादः +महानादरः +महानादा +महानादान् +महानादो +महानाभश्च +महानाभो +महानाम् +महानाम्नयः +महानाम्नी +महानाम्नीनां +महानाम्नीनाम् +महानाम्नीभिर् +महानाम्नीभ्यः +महानाम्नीषु +महानाम्न्य +महानाम्न्यः +महानाम्न्यश्च +महानाम्न्या +महानाम्न्यार्चिकः +महानाम्न्यो +महानायकः +महानारायण +महानारायणोपनिषत् +महानासा +महानासि +महानासी +महानासीत् +महानासीत्तत्र +महानासीत्तव +महानासीद् +महानासीद्देवानां +महानासीन्न +महानासो +महानास्ते +महानि +महानिति +महानित्यर्थः +महानिदेशकः +महानिद्रा +महानिद्रां +महानिधानम् +महानिधिः +महानिधी +महानिन्द्रः +महानिम्बं +महानिम्बः +महानिम्बो +महानिरष्टो +महानिर्व्वाणतन्त्रे +महानिव +महानिशा +महानिशाम् +महानिशायां +महानिशि +महानिह +महानीकं +महानीराजनं +महानील +महानीलं +महानीलः +महानीला +महानीलास्तु +महानीली +महानीले +महानीलो +महानु +महानुद्वेग +महानुपकारः +महानुपयोग +महानुपयोगः +महानुभाव +महानुभावं +महानुभावः +महानुभावता +महानुभावत्वं +महानुभावम् +महानुभावस्य +महानुभावा +महानुभावाः +महानुभावानां +महानुभावान् +महानुभावाय +महानुभावे +महानुभावेन +महानुभावेषु +महानुभावो +महानुभावौ +महानुष्णो +महानृपः +महानृषिः +महानेकः +महानेव +महानेष +महानेषः +महानौरिव +महान् +महान्कलकलः +महान्कालो +महान्कीर्त्या +महान्त +महान्तं +महान्तः +महान्तञ्च +महान्तम +महान्तमनल्पमूलं +महान्तमपि +महान्तमात्मानं +महान्तमादित्यवर्णं +महान्तमिति +महान्तमीश्वरं +महान्तमुत +महान्तमेभिः +महान्तमेव +महान्तम् +महान्तश्च +महान्तस्ते +महान्ता +महान्ति +महान्तेषु +महान्तो +महान्तोपि +महान्तोऽन्यैरप्रधृष्या +महान्तोऽपि +महान्तौ +महान्त्यत्र +महान्त्यपि +महान्त्समुद्रः +महान्देवो +महान्दोष +महान्दोषः +महान्दोषो +महान्धकार +महान्धकारे +महान्न +महान्नादः +महान्नादो +महान्नाम +महान्नृप +महान्परः +महान्प्रजया +महान्प्रयत्न +महान्भवति +महान्भवसि +महान्भवेत् +महान्मम +महान्महात्मा +महान्मही +महान्मे +महान्यत्नः +महान्राजा +महान्वसुः +महान्विराट् +महान्विशेषः +महान्वै +महान्स +महान्स्मृतः +महान्स्वीकृतः +महान्हि +महान्‌ +महाप +महापकारे +महापक्षि +महापक्षी +महापक्षे +महापगा +महापङ्के +महापङ्क्तिः +महापङ्क्तिस्त्र्यवसाना +महापञ्चरात्रे +महापट्टी +महापण्डितः +महापतिः +महापतिव्रता +महापथ +महापथं +महापथः +महापथम् +महापथा +महापथि +महापथे +महापदं +महापदः +महापदम् +महापदि +महापद्म +महापद्मं +महापद्मः +महापद्मनन्दः +महापद्मश्च +महापद्मसहस्राणां +महापद्मस्तु +महापद्मस्य +महापद्मानि +महापद्मे +महापद्मो +महापद्मोऽथ +महापराधे +महापर्व +महापर्वणि +महापर्वतराजः +महापशूनां +महापा +महापाठशाला +महापाठशालापत्रिका +महापाठे +महापात +महापातं +महापातक +महापातकं +महापातककोटयः +महापातकजं +महापातकजान्यपि +महापातकतुल्यानि +महापातकदूषितः +महापातकदूषितम् +महापातकनाशनं +महापातकनाशनः +महापातकनाशनम् +महापातकनाशने +महापातकनाशिनी +महापातकनाशिनीम् +महापातकमिति +महापातकम् +महापातकयुक्तानां +महापातकयुक्तो +महापातकयुक्तोऽपि +महापातकवानपि +महापातकसंयुक्तो +महापातकसंयुतः +महापातकादौ +महापातकानि +महापातकिन +महापातकिनं +महापातकिनः +महापातकिनश्चैव +महापातकिनस्त्वेते +महापातकिना +महापातकिनां +महापातकिनामपि +महापातकिनो +महापातकिनोऽपि +महापातकिभिः +महापातकिभिर्युक्तं +महापातकिभिर्युतम् +महापातकी +महापातके +महापातकैर्युक्ता +महापात्र +महापात्रं +महापात्रः +महापाप +महापापं +महापापः +महापापकरं +महापापप्रशमनं +महापापहरं +महापापा +महापापाः +महापापातिपापानां +महापापात् +महापापात्प्रमुच्यते +महापापानि +महापापी +महापापे +महापापैः +महापापो +महापापोपपापाभ्यां +महापाप्मा +महापार्श्व +महापार्श्वं +महापार्श्वः +महापार्श्वमहोदरौ +महापार्श्वस्य +महापार्श्वे +महापार्श्वेन +महापार्श्वो +महापाशुपतं +महापाशुपता +महापिण्डीतरुः +महापितृयज्ञः +महापितृयज्ञहवीँ +महापितृयज्ञे +महापीठ +महापीठं +महापीठे +महापु +महापुण्य +महापुण्यं +महापुण्यः +महापुण्यतमा +महापुण्यता +महापुण्यप्रदं +महापुण्यफलप्रदम् +महापुण्या +महापुण्यां +महापुण्याः +महापुण्ये +महापुण्यो +महापुरं +महापुरम् +महापुरवरे +महापुराण +महापुराणं +महापुराणएकाशीतिसाहस्र्यां +महापुराणत्वं +महापुराणभेदे +महापुराणमिति +महापुराणम् +महापुराणानि +महापुराणे +महापुराणेषु +महापुराणेऽष्टादशसाहस्र्या +महापुराणेऽष्टादशसाहस्र्यां +महापुरि +महापुरी +महापुरीम् +महापुरुष +महापुरुषं +महापुरुषः +महापुरुषत्वं +महापुरुषदन्ता +महापुरुषपूर्वज +महापुरुषम् +महापुरुषलक्षणं +महापुरुषलक्षणम् +महापुरुषलक्षणानि +महापुरुषलक्षणैः +महापुरुषसंश्रयः +महापुरुषस्य +महापुरुषा +महापुरुषाः +महापुरुषाणां +महापुरुषाय +महापुरुषे +महापुरुषेण +महापुरुषेभ्यः +महापुरुषेषु +महापुरुषैः +महापुरुषो +महापुरुषों +महापुरे +महापुर्यां +महापूजा +महापूजां +महापूतं +महापूरुष +महापूरे +महापूर्वा +महापृथिवी +महापृथिवीं +महापृथिवीचालो +महापैशाचिकं +महापौरः +महापौरपरिषद् +महाप्रजापती 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+महाप्राणाः +महाप्राणो +महाप्रातिहार्यं +महाप्रीतिः +महाप्रीत्या +महाप्रेम्णा +महाफल +महाफलं +महाफलः +महाफलत्वं +महाफलत्वात् +महाफलमवाप्नुयात् +महाफलम् +महाफला +महाफलाः +महाफलानि +महाफलान् +महाफले +महाफलेन +महाफलो +महाब +महाबन्ध +महाबन्धस्थितो +महाबन्धो +महाबल +महाबलं +महाबलः +महाबलपराक्रम +महाबलपराक्रमः +महाबलपराक्रमम् +महाबलपराक्रमा +महाबलपराक्रमाः +महाबलपराक्रमान् +महाबलपराक्रमाय +महाबलपराक्रमौ +महाबलम् +महाबलश्च +महाबलसमन्वितः +महाबलसहस्रेभ्योऽपि +महाबलस्य +महाबला +महाबलाः +महाबलाद्यं +महाबलानां +महाबलान् +महाबलाम् +महाबलाय +महाबलास्ते +महाबलिं +महाबलिनः +महाबलिपुरम् +महाबली +महाबले +महाबलेन +महाबलेश्वर +महाबलैः +महाबलो +महाबलोऽपि +महाबलौ +महाबळेश्वरम् +महाबाणो +महाबाहु +महाबाहुं +महाबाहुः +महाबाहुरर्जुनः +महाबाहुर्न +महाबाहुर्भीमो +महाबाहुर्महाबलः +महाबाहुस्तारकश्च +महाबाहू +महाबाहो +महाबाहोः +महाबाहौ +महाबिलं +महाबिलम् +महाबिसी +महाबीजं +महाबीजम् +महाबुद्धिं +महाबुद्धिः +महाबुद्धिर्महावीर्यो +महाबुद्धे +महाबुद्धेः +महाबुध्न +महाबृहती +महाबेरे +महाबोधिः +महाबोधौ +महाब्धयः +महाब्धौ +महाब्रह्म +महाब्रह्मा +महाब्रह्माणः +महाब्राह्मण +महाब्राह्मणः +महाब्राह्मी +महाभक्त +महाभक्ता +महाभक्ताः +महाभक्तो +महाभक्त्या +महाभगवदीयो +महाभट +महाभटाः +महाभटान् +महाभद्र +महाभद्रं +महाभद्रस्य +महाभद्रा +महाभय +महाभयं +महाभयः +महाभयम् +महाभया +महाभयाः +महाभयात् +महाभयानि +महाभयाय +महाभये +महाभयेषु +महाभरते +महाभा +महाभाअ +महाभाग +महाभागं +महाभागः +महाभागम् +महाभागवतं +महाभागवतः +महाभागवतस्य +महाभागवता +महाभागवताः +महाभागवती +महाभागवते +महाभागवतो +महाभागवतोत्तमः +महाभागवतोत्तमाः +महाभागवतोऽसुरः +महाभागस्य +महाभागा +महाभागां +महाभागाः +महाभागानां +महाभागान् +महाभागाय +महाभागायाः +महाभागे +महाभागेन +महाभागैः +महाभागैर्वेदवेदाङ्गपारगैः +महाभागो +महाभागौ +महाभाग्यं +महाभाग्यम् +महाभाग्यवान् +महाभाग्या +महाभाग्येन +महाभार +महाभारं +महाभारः +महाभारत +महाभारतं +महाभारतकाले +महाभारततात्पर्यनिर्णयः +महाभारतमाख्यानं +महाभारतमुच्यते +महाभारतमुत्तमम् +महाभारतम् +महाभारतयुद्धं +महाभारतयुद्धस्य +महाभारतयुद्धे +महाभारतस्य +महाभारता +महाभारतात् +महाभारतादौ +महाभारतानुसारं +महाभारतीयं +महाभारतीयां +महाभारते +महाभारतेऽपि +महाभाष्य +महाभाष्यं +महाभाष्यकार +महाभाष्यकारः +महाभाष्यकारेण +महाभाष्यदीपिका +महाभाष्यम् +महाभाष्यव्याख्या +महाभाष्यस्य +महाभाष्यात् +महाभाष्ये +महाभाष्येऽपि +महाभास्करीय +महाभास्करीयम् +महाभास्वराः +महाभिज्ञं +महाभिज्ञः +महाभिज्ञा +महाभिज्ञाः +महाभिज्ञो +महाभियोगस्य +महाभियोगे +महाभियोगेषु +महाभियोगेष्वेतानि +महाभिषः +महाभिषक् +महाभिषवः +महाभिषेकं +महाभिषेकः +महाभिषेककथा +महाभिषेकेण +महाभिषेको +महाभिष्यन्दि +महाभीतं +महाभीता +महाभीतिः +महाभीतो +महाभीमं +महाभीमः +महाभीमा +महाभीमां +महाभीमाः +महाभीमे +महाभीमो +महाभुज +महाभुजं +महाभुजः +महाभुजगः +महाभुजम् +महाभुजा +महाभुजाः +महाभुजाय +महाभुजौ +महाभूकम्पः +महाभूत +महाभूतं +महाभूतबलिं +महाभूतवशिनो +महाभूतविवेक +महाभूतविशाखश्च +महाभूतसमाधिना +महाभूतस्य +महाभूता +महाभूताः +महाभूतादि +महाभूतादिधृत्यन्तं +महाभूतानां +महाभूतानि +महाभूतानीति +महाभूतानीत्यादिना +महाभूतान्यहंकारो +महाभूतान्यहङ्कारः +महाभूतान्यहङ्कारो +महाभूतान्युपादाय +महाभूतेन +महाभूतेषु +महाभूतैः +महाभूतो +महाभूमिप्रविष्टानां +महाभैरव +महाभोक्ता +महाभोगं +महाभोगः +महाभोगश्च +महाभोगा +महाभोगाः +महाभोगानि +महाभोगान् +महाभोगी +महाभोगे +महाभोगैः +महाभोगो +महाभ्राणि +महाभ्राणीव +महाम +महामंत्र +महामंत्रं +महामंत्री +महामंत्रो +महामखः +महामखम् +महामखाः +महामखान् +महामखी +महामखे +महामखैः +महामणिः +महामणिम् +महामणिरिव +महामण्डपे +महामण्डल +महामण्डलभवन +महामति +महामतिं +महामतिः +महामतिमन्तो +महामतिम् +महामती +महामते +महामतेः +महामतौ +महामत्स्य +महामत्स्यं +महामत्स्यः +महामत्स्यो +महामदः +महामनः +महामनसां +महामनसाम् +महामना +महामनाः +महामनास्तु +महामनीषी +महामनुः +महामनुम् +महामने +महामनेजलपातः +महामनोः +महामन्त्र +महामन्त्रं +महामन्त्रः +महामन्त्रस्य +महामन्त्रिणः +महामन्त्री +महामन्त्रो +महामरीचिका +महामरीचिकां +महामरीचिकायाः +महामर्कटाय +महामर्यादि +महामर्षा +महामवृधत्कस्य +महामसि +महामस्तकाभिषेकः +महामह +महामहः +महामहांसि +महामहिम +महामहिमश्रीमूलकरामवर्मकुलशेखरमहाराजशासनेन +महामहिम्ना +महामहिम्नो +महामहिषमारूढं +महामहेति +महामहो +महामहोपाध्याय +महामहोपाध्यायः +महामहोपाध्यायकोलाचलमल्लिनाथसूरिविरचितया +महामहोपाध्यायचरकचतुराननश्रीमचक्रपाणिदत्त +महामहोपाध्यायश्रीपुरुषोत्तमदेवकृतायां +महामहोपाध्यायश्रीमच्छालिकनाथमिश्रप्रणीतायां +महामहोपाध्यायश्रीशालिकनाथमिश्रप्रणीतायां +महामहोपाध्यायाः +महामहोपाध्यायेन +महामा +महामांसं +महामांसस्य +महामाता +महामात्य +महामात्यं +महामात्यः +महामात्यैः +महामात्यो +महामात्र +महामात्रं +महामात्रः +महामात्रस्य +महामात्रा +महामात्राः +महामात्रे +महामात्रो +महामानी +महामाय +महामायं +महामायः +महामाया +महामायां +महामायानगरमण्डलम् +महामायाप्रभावेण +महामायायाः +महामायायै +महामायाविमोहिताः +महामायाविमोहितौ +महामायी +महामाये +महामायेति +महामायेत्यविद्येति +महामायो +महामारते +महामारि +महामारी +महामार्ग +महामार्गः +महामार्गाः +महामार्गे +महामाली +महामुक्ता +महामुक्तानिका +महामुक्तो +महामुखः +महामुखम् +महामुण्डी +महामुद्रया +महामुद्रा +महामुद्रां +महामुनयः +महामुनि +महामुनिं +महामुनिः +महामुनिकृते +महामुनिना +महामुनिम् +महामुनी +महामुनीनां +महामुनीन् +महामुने +महामुनेः +महामुनौ +महामुरुं +महामूढ +महामूढा +महामूढो +महामूर्खः +महामूर्तिं +महामूर्तिः +महामूलं +महामूला +महामूल्यं +महामूल्ये +महामृगः +महामृगाः +महामृत्युं +महामृधे +महामेघ +महामेघं +महामेघः +महामेघनिभं +महामेघप्रभां +महामेघस्वरूपिणी +महामेघा +महामेघाः +महामेघो +महामेदा +महामेदायां +महामेधा +महामेरुं +महामेरुः +महामेरोः +महामेरौ +महामोक्षं +महामोक्षप्रदं +महामोक्षप्रदायिनी +महामोह +महामोहं +महामोहः +महामोहमयेनेन्द्रजालेन +महामोहस्तामिस्रो +महामोहस्य +महामोहा +महामोहे +महामोहेन +महामोहो +महामौद्गल्यायन +महामौद्गल्यायनमिदमवोचत् +महामौद्गल्यायनस्य +महामौद्गल्यायनेन +महामौनं +महामौनी +महाम् +महाम्बरे +महाम्बुजम् +महाम्बुधौ +महाम्भसः +महाम्भसि +महाम्भोधौ +महाय +महायक्षः +महायक्षसेनापतिः +महायक्षी +महायक्षो +महायज्ञ +महायज्ञं +महायज्ञः +महायज्ञा +महायज्ञाः +महायज्ञान् +महायज्ञे +महायज्ञैः +महायज्ञैश्च +महायज्ञो +महायतिः +महायत्नं +महायन्त्रं +महायमकं +महायमकम् +महायशः +महायशा +महायशाः +महायाजकः +महायाजकस्य +महायाजकेन +महायाजको +महायाज्ञिक +महायात्रा +महायात्रां +महायान +महायानं +महायानम् +महायानसंप्रस्थितानां +महायानसूत्रं +महायानसूत्रम् +महायानसूत्ररत्नराजं +महायानसूत्ररत्नराजस्य +महायानसूत्रराजं +महायानस्य +महायाने +महायुग +महायुगं +महायुगम् +महायुगानि +महायुगे +महायुद्ध +महायुद्धं +महायुद्धस्य +महायुद्धे +महायुद्धेषु +महायुधैः +महायूथपयूथपः +महायोग +महायोगं +महायोगः +महायोगपीठे +महायोगबलोपेता +महायोगा +महायोगाः +महायोगिनः +महायोगिने +महायोगिन् +महायोगिभ्य +महायोगी +महायोगे +महायोगेन +महायोगेश्वरः +महायोगेश्वरो +महायोगो +महायोनिः +महार +महारक्ता +महारङ्गं +महारङ्गे +महारज +महारजः +महारजत +महारजतं +महारजतकाञ्चने +महारजनं +महारणं +महारणः +महारणम् +महारणे +महारण्य +महारण्यं +महारण्ये +महारत्न +महारत्नं +महारत्नानि +महारथ +महारथं +महारथः +महारथम् +महारथस्य +महारथा +महारथाः +महारथाएव +महारथात् +महारथानां +महारथानाम् +महारथान् +महारथिनः +महारथी +महारथे +महारथैः +महारथैश्च +महारथो +महारथौ +महारमा +महारम्भं +महारम्भः +महारम्भा +महारम्भाः +महारम्भो +महारम्यं +महारम्या +महारम्ये +महारयं +महारवं +महारवः +महारवम् +महारवा +महारवान् +महारवो +महारस +महारसः +महारसम् +महारसाः +महारा +महाराअ +महाराअं +महाराअस्स +महाराएण +महाराओ +महाराज +महाराजं +महाराजः +महाराजचक्रवर्तिनां +महाराजचूतः +महाराजप्रसादेन +महाराजमामन्त्रयते +महाराजम् +महाराजयोगः +महाराजश्च +महाराजसयाजीराव +महाराजस्य +महाराजा +महाराजाः +महाराजागञ्ज +महाराजागञ्जमण्डलम् +महाराजात् +महाराजाधिराज +महाराजाधिराजः +महाराजाधिराजपरमेश्वरश्रीभोजदेवविरचिते +महाराजाधिराजश्रीभोजदेवविरचिते +महाराजाधिराजस्य +महाराजाधिराजो +महाराजानः +महाराजानां +महाराजानो +महाराजान्यः +महाराजाय +महाराजिक +महाराजिकसाध्याश्च +महाराजे +महाराजेति +महाराजेन +महाराजो +महाराज् +महाराज्ञः +महाराज्ञा +महाराज्ञि +महाराज्ञी +महाराज्ञीं +महाराज्ञे +महाराज्ञो +महाराज्ञ्या +महाराज्ञ्याः +महाराज्यं +महाराज्ये +महाराणा +महाराणाप्रतापः +महारात्र +महारात्रिः +महारात्रिश्च +महारात्रे +महारानी +महाराने +महारावं +महाराष्ट्र +महाराष्ट्रं +महाराष्ट्रः +महाराष्ट्रम् +महाराष्ट्रराज्य +महाराष्ट्रराज्यं +महाराष्ट्रराज्यम् +महाराष्ट्रराज्यसम्बद्धाः +महाराष्ट्रराज्यस्य +महाराष्ट्रराज्ये +महाराष्ट्रस्य +महाराष्ट्रा +महाराष्ट्राश्रयां +महाराष्ट्री +महाराष्ट्रीं +महाराष्ट्रे +महारिपुः +महारी +महारुजः +महारुद्र +महारुद्रं +महारुद्रः +महारुद्राय +महारुद्रो +महारुषा +महारुष्टा +महारूपं +महारूपः +महारूपा +महारूपो +महारोग +महारोगः +महारोगस्थाने +महारोगा +महारोगाः +महारोगिण +महारोगिणः +महारोगी +महारोगे +महारोगेण +महारोगो +महारोमा +महारौद्र +महारौद्रं +महारौद्रः +महारौद्रा +महारौद्राः +महारौद्री +महारौद्रीं +महारौद्रे +महारौद्रो +महारौरव +महारौरवं +महारौरवः +महारौरवमासाद्य +महारौरवरौरवौ +महार्घ +महार्घं +महार्घः +महार्घता +महार्घाणि +महार्घ्यं +महार्चिषः +महार्णव +महार्णवं +महार्णवः +महार्णवम् +महार्णवस्य +महार्णवा +महार्णवाः +महार्णवात् +महार्णवानां +महार्णवे +महार्णवो +महार्णवौ +महार्थं +महार्थमञ्चरी +महार्थमञ्जरी +महार्थम् +महार्थस्य +महार्था +महार्थे +महार्यभटसिद्धान्ततिलके +महार्यभटीयकृते +महार्षयः +महार्ह +महार्हं +महार्हः +महार्हम् +महार्हशयनोचितः +महार्हशय्यापरिवर्तनच्युतैः +महार्हस्य +महार्हा +महार्हाः +महार्हाणां +महार्हाणि +महार्हास्तरणोपेतैरुपपन्नं +महार्हे +महार्हेण +महार्हेषु +महार्हैः +महाल +महालक्ष्मि +महालक्ष्मी +महालक्ष्मीं +महालक्ष्मीः +महालक्ष्मीरत्नकोशे +महालक्ष्मीरिति +महालक्ष्मीरुवाच +महालक्ष्मीर्महाकाली +महालक्ष्मीश्च +महालक्ष्मीस्तथा +महालक्ष्मीस्तु 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+महावास्तुपरिग्रहः +महावाहो +महाविघ्नं +महाविघ्नो +महाविदुषः +महाविदुषा +महाविदुषां +महाविदुषो +महाविदेहा +महाविद्या +महाविद्यां +महाविद्याः +महाविद्याराज्ञी +महाविद्याराज्ञीं +महाविद्यालय +महाविद्यालयं +महाविद्यालयः +महाविद्यालयतः +महाविद्यालयस्य +महाविद्यालयाः +महाविद्यालयात् +महाविद्यालये +महाविद्यालयेषु +महाविद्यालस्य +महाविद्यासु +महाविद्ये +महाविद्येश्वरी +महाविद्वांसः +महाविद्वान् +महाविपत्तौ +महाविप्र +महाविभवविस्तरैः +महाविभाषया +महाविभाषा +महाविभुः +महाविभूति +महाविभूतिः +महाविभूतिपतये +महाविभूते +महाविभूतेः +महाविभूत्याख्ये +महाविभूत्येतदेव +महाविभो +महाविमानं +महाविराट् +महाविशिष्टः +महाविश्वासपूर्वकम् +महाविष +महाविषः +महाविषम् +महाविषयत्वात् +महाविषाः +महाविष्णवे +महाविष्णु +महाविष्णुं +महाविष्णुः +महाविष्णुकी +महाविष्णुरुवाच +महाविष्णुश्च +महाविष्णो +महाविष्णोः +महाविष्णोश्च +महाविष्णोस्तथा +महाविष्णौ +महावी +महावीणा +महावीतं +महावीतः +महावीते +महावीर +महावीरं +महावीरः +महावीरचरितम् +महावीरचरिते +महावीरजयन्ती +महावीरपात्रग्रहणम् +महावीरम् +महावीरसंभरणं +महावीरस्य +महावीरस्वामिनः +महावीरस्वामिस्तोत्रम् +महावीरा +महावीराः +महावीराचार्यस्य +महावीरात् +महावीरान् +महावीराय +महावीरे +महावीरेण +महावीरो +महावीरौ +महावीर्य +महावीर्यं +महावीर्यः +महावीर्यपराक्रमः +महावीर्यस्य +महावीर्या +महावीर्याः +महावीर्यान् +महावीर्याय +महावीर्ये +महावीर्यो +महावीर्यौ +महावीर्य्यं +महावीर्य्यः +महावीर्य्या +महावीर्य्याः +महावीर्य्यो +महावीर्य्यौ +महावीरꣳ +महावृक्ष +महावृक्षं +महावृक्षः +महावृक्षस्याग्रं +महावृक्षाः +महावृक्षान् +महावृक्षे +महावृक्षेषु +महावृक्षैः +महावृक्षो +महावृक्षौ +महावृषः +महावृषम् +महावृषाः +महावृषान् +महावृषेषु +महावृष्टिं +महावृष्टिः +महावेग +महावेगं +महावेगः +महावेगा +महावेगां +महावेगाः +महावेगान् +महावेगेन +महावेगैः +महावेगो +महावेगौ +महावेदिः +महावेदी +महावेदीं +महावेदेः +महावेद्या +महावेद्यां +महावेधः +महावेधश्च +महावेश्या +महावैकुण्ठे +महावैयाकरणेन +महावैराजम् +महावैराजे +महावैराज्यम् +महावैश्वामित्रम् +महावैष्टम्भं +महावैष्टम्भम् +महावैष्टम्भस्य +महावैष्टम्भे +महाव्यथा +महाव्याधिः +महाव्याहृतयः +महाव्याहृतयस्तथा +महाव्याहृतयो +महाव्याहृतयोऽव्ययाः +महाव्याहृति +महाव्याहृतिभिः +महाव्याहृतिभिर्हुत्वा +महाव्याहृतिभिर्होमः +महाव्याहृतिहोमं +महाव्याहृतीः +महाव्याहृतीर् +महाव्याहृतेः +महाव्याहृत्या +महाव्युत्पत्ति +महाव्यूहं +महाव्यूहः +महाव्यूहो +महाव्योमेन +महाव्योम्नि +महाव्रत +महाव्रतं +महाव्रतः +महाव्रतत्वम् +महाव्रतधरो +महाव्रतप्रकरणम् +महाव्रतमतिरात्रः +महाव्रतमतिरात्रश्च +महाव्रतमतिरात्रे +महाव्रतमिदं +महाव्रतम् +महाव्रतवान् +महाव्रतस्य +महाव्रता +महाव्रताः +महाव्रतानि +महाव्रताय +महाव्रती +महाव्रतीयम् +महाव्रतीये +महाव्रते +महाव्रतेन +महाव्रतेऽपि +महाव्रतौ +महाव्रीहीणां +महाश +महाशंखं +महाशक्ति +महाशक्तिं +महाशक्तिः +महाशक्तिर्महाद्युतिः +महाशक्ते +महाशक्त्या +महाशक्त्यै +महाशङ्क +महाशङ्कुः +महाशङ्ख +महाशङ्खं +महाशङ्खः +महाशता +महाशतावरी +महाशन +महाशनं +महाशनः +महाशना +महाशनाः +महाशनाश्च +महाशनिः +महाशनो +महाशब्द +महाशब्दं +महाशब्दः +महाशब्दा +महाशब्दो +महाशय +महाशयः +महाशयम् +महाशयस्य +महाशया +महाशयाः +महाशयानां +महाशये +महाशयेन +महाशयैः +महाशयो +महाशयों +महाशयौ +महाशय्या +महाशरः +महाशरम् +महाशरान् +महाशल्कं +महाशल्काः +महाशा +महाशांतिं +महाशाकं +महाशाखं +महाशाखा +महाशाखे +महाशाख्ने +महाशान्ति +महाशान्तिं +महाशान्तिः +महाशान्तिञ्च +महाशान्तिमावपते +महाशान्तिमुच्चैरभिनिगदति +महाशान्तिरौत्पातिकफलगुरुलाघवमवगम्य +महाशान्तो +महाशान्तौ +महाशाल +महाशालं +महाशाला +महाशालिः +महाशालोऽङ्गिरसं +महाशासु +महाशास्त्रं +महाशास्त्रे +महाशिरा +महाशिराः +महाशिला +महाशिलाः +महाशिलाम् +महाशिवपुराणयोः +महाशिवरात्रि +महाशिवरात्रिः +महाशिषः +महाशूद्र +महाशूद्री +महाशून्यं +महाशून्यता +महाशूरं +महाशूरः +महाशूरा +महाशूराः +महाशूरो +महाशूली +महाशृङ्गः +महाशैल +महाशैलं +महाशैलः +महाशैलाः +महाशैले +महाशैलो +महाशोभा +महाश्चर्यं +महाश्चर्यकरं +महाश्चर्यमिदं +महाश्चर्य्यं +महाश्मशानं +महाश्मशाने +महाश्यामा +महाश्रमं +महाश्रमणः +महाश्रमम् +महाश्रमे +महाश्रयम् +महाश्रावका +महाश्रावको +महाश्रावणिका +महाश्रियम् +महाश्रीः +महाश्रेष्ठं +महाश्रोत्रियाः +महाश्वासः +महाश्वासो +महाश्वेतं +महाश्वेतया +महाश्वेता +महाश्वेतां +महाश्वेतायाः +महाश्वेते +महाषष्ठी +महाष्टमी +महाष्टमीति +महाष्टम्यां +महास +महासंज्ञा +महासंहिता +महासंहितायाम् +महासङ्कटे +महासचिव +महासचिवः +महासती +महासतीं +महासतीम् +महासतोबृहती +महासत्ता +महासत्त्व +महासत्त्वं +महासत्त्वः +महासत्त्वता +महासत्त्वमामन्त्रयति +महासत्त्वमेतदवोचत् +महासत्त्वम् +महासत्त्वस्तं +महासत्त्वस्तया +महासत्त्वस्य +महासत्त्वा +महासत्त्वाः +महासत्त्वानां +महासत्त्वान् +महासत्त्वाय +महासत्त्वे +महासत्त्वेन +महासत्त्वो +महासत्त्वौ +महासत्रं +महासत्रमयो +महासत्व +महासत्वं +महासत्वः +महासत्वा +महासत्वाः +महासत्वे +महासत्वो +महासत्वौ +महासनं +महासनम् +महासने +महासभा +महासभायाः +महासमङ्गा +महासमुदमण्डलम् +महासमुद्र +महासमुद्रं +महासमुद्रः +महासमुद्रगमनीयं +महासमुद्रमवतीर्णः +महासमुद्रस्य +महासमुद्रा +महासमुद्रे +महासमुद्रेण +महासमुन्दमण्डलम् +महासरः +महासरसि +महासरस्वती +महासरांसि +महासर्गेषु +महासर्प +महासर्पः +महासर्पो +महासहा +महासांतपनं +महासागर +महासागरः +महासागरस्य +महासागराः +महासागरीयजलस्य +महासागरे +महासागरेषु +महासाध्वि +महासाध्वी +महासाध्वीं +महासान्तपनं +महासान्तपनः +महासामराजम् +महासामानि +महासारं +महासाराणि +महासार्थं +महासार्थवाह +महासार्थवाहं +महासार्थवाहः +महासार्थवाहो +महासाला +महासिंह +महासिंहं +महासिंहाय +महासिंहासने +महासिद्ध +महासिद्धा +महासिद्धान्त +महासिद्धान्तः +महासिद्धान्तस्य +महासिद्धान्ते +महासिद्धान्तै +महासिद्धि +महासिद्धिं +महासिद्धिः +महासिद्धो +महासिना +महासु +महासुखः +महासुखम् +महासुखी +महासुगन्धा +महासुदर्शन +महासुदर्शनस्य +महासुदर्शनो +महासुर +महासुरं +महासुरः +महासुरम् +महासुरस्य +महासुरा +महासुराः +महासुराणां +महासुरान् +महासुरी +महासुरे +महासुरेन्द्रो +महासुरैः +महासुरो +महासुरौ +महासेणो +महासेतुं +महासेन +महासेनं +महासेनः +महासेनस्य +महासेना +महासेनां +महासेनाय +महासेनेन +महासेनो +महासैन्यं +महासौख्यं +महासौधे +महास्कन्धं +महास्कन्धः +महास्कन्धो +महास्तोत्रं +महास्त्र +महास्त्रं +महास्त्रवित् +महास्त्राणि +महास्त्रादिकं +महास्त्रेण +महास्त्रैः +महास्थानं +महास्थानम् +महास्थाने +महास्नानं +महास्नेहं +महास्मृतिः +महास्यं +महास्रोतः +महास्वनं +महास्वनः +महास्वनम् +महास्वना +महास्वनाः +महास्वनाम् +महास्वनैः +महास्वनो +महास्वामी +महाहंस +महाहंसाय +महाहनु +महाहनुः +महाहनुम् +महाहर +महाहरः +महाहरिः +महाहरिम् +महाहरो +महाहवः +महाहवम् +महाहवात् +महाहवि +महाहविः +महाहविर्नि +महाहविर्निवेद्याथ +महाहविर्होता +महाहवीँ +महाहवे +महाहस्ती +महाहारा +महाहिक्केति +महाहिना +महाहृष्टो +महाह्रद +महाह्रदं +महाह्रदः +महाह्रदम् +महाह्रदे +महाह्रदो +महाऽधने +महा꣡꣯दे꣯व꣢महाँ꣡꣯असि꣢ +महा꣢न् +महाꣳ +महाꣳसि +महि +महिं +महिः +महिका +महिङ् +महित +महितं +महितः +महितम् +महितस्य +महिता +महितां +महिताः +महिते +महितो +महित्री +महित्वं +महित्वनं +महित्वना +महित्वमाहुः +महित्वम् +महित्वा +महित्वाद्या +महित्वैक +महित्व॒नं +महित्व॒ना +महिदास +महिदेव +महिन +महिनः +महिनस्य +महिना +महिनि +महिनी +महिने +महिनैकादश +महिनो +महिप +महिपाला +महिपी +महिम +महिमनः +महिमन् +महिमभट्ट +महिमभट्टः +महिमभट्टस्य +महिमा +महिमां +महिमातो +महिमान +महिमानं +महिमानः +महिमानमनुभवति +महिमानमाप्नोति +महिमानमाहुरनद्यमानो +महिमानमिति +महिमानमित्युपनिषत् +महिमानमिन्द्रम् +महिमानमिन्द्रियं +महिमानम् +महिमानो +महिमानौ +महिमावान् +महिमावान्महाबलः +महिमास्ति +महिमास्य +महिमे +महिमेति +महिमोच्यते +महिम् +महिम्न +महिम्नः +महिम्ना +महिम्नान्तरिक्षस्य +महिम्नि +महिम्नीति +महिम्ने +महिम्नैव +महिम्नो +महिलया +महिला +महिलां +महिलाः +महिलाकवयः +महिलादिनम् +महिलानां +महिलानाम् +महिलाभिः +महिलाभ्यः +महिलायाः +महिलारोप्यं +महिलाविभागस्य +महिलाशल्यचिकित्सा +महिलाश्च +महिलासहस्सभरिए +महिलासु +महिलास्वातन्त्र्ययोधाः +महिलाह्वया +महिले +महिवृधे +महिव्रत +महिव्रतः +महिष +महिषं +महिषः +महिषघ्नी +महिषघ्नीं +महिषमर्दिनी +महिषमर्द्दिनी +महिषम् +महिषवाहनः +महिषवाहनम् +महिषश्च +महिषश्चकारापां +महिषस्तथा +महिषस्तु +महिषस्थं +महिषस्य +महिषस्यापि +महिषा +महिषांश्च +महिषाः +महिषाक्ष +महिषाक्षं +महिषाक्षः +महिषाक्षो +महिषाख्यं +महिषाख्यो +महिषाणां +महिषाणाञ्च +महिषादयः +महिषादीनां +महिषादौ +महिषान् +महिषाय +महिषारूढं +महिषारूढा +महिषाश्च +महिषासुर +महिषासुरं +महिषासुरः +महिषासुरमर्दिनि +महिषासुरमर्दिनी +महिषासुरमर्द्दिनीम् +महिषासुरम् +महिषासुरस्य +महिषासुरे +महिषासुरेण +महिषि +महिषी +महिषीं +महिषीः +महिषीणां +महिषीति +महिषीत्युच्यते +महिषीदुग्धेन +महिषीरसि +महिषीर् +महिषीव +महिषीसखः +महिषीसमम् +महिषे +महिषेण +महिषैः +महिषैश्च +महिषैस्तदम्भः +महिषो +महिषोपरि +महिषोष्ट्रगवां +महिषोऽपि +महिषौ +महिष्ठः +महिष्ठाय +महिष्मान् +महिष्मान्नाम +महिष्य +महिष्यः +महिष्यश्च +महिष्यस्ता +महिष्या +महिष्यां +महिष्याः +महिष्यादिभ्यः +महिष्यादीनां +महिष्याद्यास्तिस्रः +महिष्यास्तु +महिष्यै +महिष्यो +महिष्यौ +महिऽत्वना +महिऽत्वम् +महिऽत्वा +महि॑ +महि॑षी +महि॒ +महि॒त्वं +महि॒त्वा +महि॒ना +महि॒नैका॑दश॒ +महि॒मा +महि॒मानं॑ +महि॒मानं॒ +महि॒मान॑मिन्द्रि॒यम् +महि॒म्ने +महि॒षं +महि॒षः +महि॒षस्य॒ +महि॒षा +महि॒षो +मही +महीं +महीः +महीकृते +महीक्षितः +महीक्षिता +महीक्षितां +महीक्षिताम् +महीक्षितो +महीक्षित् +महीगतम् +महीङ् +महीच्छाया +महीजः +महीजीवा +महीजे +महीणां +महीतल +महीतलं +महीतलम् +महीतलात् +महीतले +महीति +महीत्यनेन +महीदुर्गं +महीदुर्गमब्दुर्गं +महीदेव +महीधर +महीधरं +महीधरः +महीधरकृतभाषाटीकासहिता +महीधरम् +महीधरस्य +महीधरस्यार्थः +महीधरा +महीधराः +महीधराणां +महीधरान् +महीधराय +महीधरे +महीधरेण +महीधरेषु +महीधरो +महीध्र +महीध्रः +महीध्राः +महीध्रे +महीन +महीनदी +महीनले +महीना +महीनां +महीनाथ +महीनाथः +महीनाथो +महीनाम् +महीने +महीनेमें +महीनों +महीनोंमें +महीन्द्रः +महीन्द्राणां +महीप +महीपः +महीपत +महीपति +महीपतिं +महीपतिः +महीपतिम् +महीपतिस्तु +महीपतीना +महीपतीनां +महीपतीनाम् +महीपतीन् +महीपते +महीपतेः +महीपतौ +महीपस्य +महीपानां +महीपाल +महीपालं +महीपालः +महीपाला +महीपालाः +महीपालान् +महीपाले +महीपालो +महीपुत्रो +महीपृष्ठे +महीभर्ता +महीभर्तुः +महीभर्त्तुः +महीभागे +महीभिः +महीभुज +महीभुजः +महीभुजम् +महीभुजा +महीभुजां +महीभुजाम् +महीभुजे +महीभुजो +महीभृत +महीभृतः +महीभृता +महीभृतां +महीभृताम् +महीभृते +महीभृतो +महीमखिलां +महीमण्डलं +महीमण्डले +महीमदितिं +महीमयम् +महीमयी +महीमयीम् +महीमहेन्द्रः +महीमानकाः +महीमानकान् +महीमाना +महीमानाः +महीमानानां +महीमानान् +महीमानेभ्य +महीमितादहर्गणात् +महीमिति +महीमिमां +महीमिमाम् +महीमिव +महीमिषं +महीमिषम् +महीमू +महीमूषु +महीमे +महीमेतां +महीम् +महीय +महीयं +महीयः +महीयत +महीयते +महीयन्ते +महीयमानश्चरति +महीयम् +महीयसः +महीयसा +महीयसां +महीयसाम् +महीयसि +महीयसी +महीयसीं +महीयसे +महीयसो +महीयस्या +महीया +महीयां +महीयांसं +महीयांसः +महीयानात्मा +महीयानात्मास्य +महीयानिति +महीयान् +महीयाम् +महीयुवः +महीयै +महीयो +महीरनु +महीरपो +महीराजं +महीराजः +महीराजमुपागम्य +महीराजस्तु +महीराजस्य +महीराजाय +महीराजेन +महीराजो +महीरिति +महीरुह +महीरुहः +महीरुहम् +महीरुहा +महीरुहां +महीरुहाः +महीरुहाणां +महीरुहान् +महीरुहाम् +महीरुहे +महीरुहेषु +महीरुहो +महीरुहोर्मध्यगतो +महीर् +महीलता +महीव +महीवचः +महीवृत्तं +महीशः +महीशस्य +महीशूर +महीश्वरः +महीषी +महीस +महीसागरसंगमः +महीसागरसंगमम् +महीसागरसंगमे +महीसुतः +महीसुते +महीसुर +महीसुरः +महीसुराः +महीसूक्तं +महीऽ +महु +महुँ +महुअर +महुअरो +महुडी +महुया +महुरं +महुरो +महुवा +महे +महें +महेंद्र +महेंद्रं +महेंद्रः +महेंद्रश्च +महेंद्रस्य +महेंद्राय +महेंद्रे +महेंद्रेण +महेंद्रो +महेः +महेच्छ +महेच्छः +महेच्छता +महेच्छा +महेज्यश्च +महेत +महेता +महेति +महेत्यादि +महेन +महेन्द्र +महेन्द्रं +महेन्द्रः +महेन्द्रकः +महेन्द्रगढमण्डलम् +महेन्द्रत्वं +महेन्द्रत्वम् +महेन्द्रपालस्य +महेन्द्रप्रभवाः +महेन्द्रप्रमुखा +महेन्द्रभवनं +महेन्द्रभूभृति +महेन्द्रमिव +महेन्द्रमुख्याः +महेन्द्रम् +महेन्द्रयाजिनः +महेन्द्रवरुणोपमः +महेन्द्रवरुणोपमम् +महेन्द्रवरुणोपमौ +महेन्द्रवर्मणः +महेन्द्रवर्मन् +महेन्द्रवर्मा +महेन्द्रवारुणी +महेन्द्रविक्रमवर्मा +महेन्द्रशैलस्य +महेन्द्रश्च +महेन्द्रसदृशं +महेन्द्रसदृशानुभावेन +महेन्द्रसदृशो +महेन्द्रसमविक्रमः +महेन्द्रसमविक्रमाः +महेन्द्रसिंहः +महेन्द्रसूरिणा +महेन्द्रस् +महेन्द्रस्तं +महेन्द्रस्तु +महेन्द्रस्त्वं +महेन्द्रस्य +महेन्द्रस्याहं +महेन्द्रस्येव +महेन्द्रा +महेन्द्राणी +महेन्द्रादि +महेन्द्राद् +महेन्द्राद्धाणौ +महेन्द्राद्या +महेन्द्राद्याः +महेन्द्राद्रिं +महेन्द्राद्रौ +महेन्द्रानुचरा +महेन्द्राय +महेन्द्राशनिकल्पेन +महेन्द्रि +महेन्द्रीयम् +महेन्द्रे +महेन्द्रेण +महेन्द्रेणेव +महेन्द्रो +महेन्द्रोपम +महेन्द्रोऽपि +महेम +महेमा +महेरणा +महेरणाय +महेरिनण् +महेरुणा +महेला +महेश +महेशं +महेशः +महेशता +महेशपुत्राय +महेशभूपतिः +महेशमवबुध्यते +महेशम् +महेशयोगी +महेशश्च +महेशस्तु +महेशस्य +महेशा +महेशाख्या +महेशाख्यो +महेशान +महेशानं +महेशानः +महेशानि +महेशानी +महेशानीं +महेशानो +महेशान्या +महेशाय +महेशि +महेशितुः +महेशिना +महेशी +महेशे +महेशेन +महेशो +महेशोऽपि +महेश् +महेश्वर +महेश्वरं +महेश्वरः +महेश्वरतीर्थः +महेश्वरत्वं +महेश्वरप्रसादेन +महेश्वरम् +महेश्वरव्रज्या +महेश्वरश्च +महेश्वरश्चैव +महेश्वरस्तदर्थिनी +महेश्वरस्य +महेश्वरा +महेश्वराः +महेश्वरात् +महेश्वरानन्दः +महेश्वरान् +महेश्वराय +महेश्वरि +महेश्वरी +महेश्वरीं +महेश्वरीम् +महेश्वरे +महेश्वरेण +महेश्वरेति +महेश्वरो +महेश्वरोपान्तिकवर्तमानं +महेश्वरोऽपि +महेश्वारत् +महेषु +महेषुः +महेषुणा +महेषुधी +महेषुभिः +महेष्वास +महेष्वासं +महेष्वासः +महेष्वासा +महेष्वासाः +महेष्वासान् +महेष्वासे +महेष्वासैः +महेष्वासो +महेष्वासौ +महेस +महेसाणा +महेसाणामण्डलम् +महेसी +महेि +महे॒न्द्राय॑ +महे꣢ +महैतरेयं +महैश्वर्यं +महॊदयस्य +महो +महोक्ष +महोक्षं +महोक्षः +महोक्षा +महोक्षाः +महोक्षो +महोक्षोत्सृष्टपशवः +महोग्रं +महोग्रसेनश्च +महोग्रा +महोच्छ्रयम् +महोच्छ्वासा +महोज्ज्वलं +महोज्ज्वलः +महोज्ज्वलम् +महोज्ज्वला +महोत् +महोत्कटः +महोत्कटम् +महोत्कटा +महोत्तमः +महोत्तमम् +महोत्तमा +महोत्तमे +महोत्पलं +महोत्पलम् +महोत्पला +महोत्पातं +महोत्पातः +महोत्पाता +महोत्पाताः +महोत्पातान् +महोत्पाते +महोत्पातेषु +महोत्पातो +महोत्सव +महोत्सवं +महोत्सवः +महोत्सवपुरस्सरम् +महोत्सवमकारयत् +महोत्सवम् +महोत्सवश्च +महोत्सवस्तत्र +महोत्सवस्तदा +महोत्सवस्य +महोत्सवा +महोत्सवाः +महोत्सवाद्युत्सवेषु +महोत्सवान् +महोत्सवाय +महोत्सवे +महोत्सवेन +महोत्सवेषु +महोत्सवैः +महोत्सवो +महोत्साह +महोत्साहं +महोत्साहः +महोत्साहा +महोत्साहां +महोत्साहाः +महोत्साहान् +महोत्साहो +महोत्साहौ +महोत्सेधं +महोदधि +महोदधिं +महोदधिः +महोदधिम् +महोदधिरिवोदये +महोदधे +महोदधेः +महोदधौ +महोदय +महोदयं +महोदयः +महोदयम् +महोदयश्च +महोदयस्तु +महोदयस्य +महोदया +महोदयाः +महोदयात् +महोदयानां +महोदयानुसारम् +महोदयानुसारेण +महोदयान् +महोदयाय +महोदयायाः +महोदये +महोदयेन +महोदयैः +महोदयो +महोदयौ +महोदर +महोदरं +महोदरः +महोदरमहापार्श्वौ +महोदरमहापाव +महोदरम् +महोदरस्तु +महोदरस्य +महोदरा +महोदराः +महोदराय +महोदरी +महोदरीम् +महोदरे +महोदरेण +महोदरो +महोदस्य +महोदार +महोदारः +महोदारो +महोद्यमः +महोद्यानं +महोद्यानानि +महोद्याने +महोधाः +महोनां +महोन्नतं +महोन्नतः +महोन्नतम् +महोन्नतिः +महोपकाराय +महोपनिषत् +महोपनिषत्सु +महोपनिषदं +महोपनिषदि +महोपाध्याय +महोबा +महोबामण्डलम् +महोभिः +महोभ्यः +महोरग +महोरगं +महोरगः +महोरगम् +महोरगा +महोरगाः +महोरगाणां +महोरगान् +महोरगाश्च +महोरगे +महोरगैः +महोरसि +महोरस्कं +महोरस्कः +महोरस्को +महोर्मयः +महोर्मि +महोर्मिभिः +महोल्का +महोल्कानां +महोल्कानाञ्च +महोल्काभां +महोल्काय +महोल्काश्च +महोल्केव +महोल्बणम् +महो॑ +महो॑भिः +महो॒ +महौ +महौघेन +महौजस +महौजसं +महौजसः +महौजसम् +महौजसा +महौजसां +महौजसाम् +महौजसि +महौजसे +महौजसो +महौजसौ +महौजा +महौजाः +महौषध +महौषधं +महौषधः +महौषधम् +महौषधि +महौषधिं +महौषधिः +महौषधिम् +महौषधी +महौषधीः +महौषधीनां +महौषधीम् +महौषधीश्च +महौषध्यः +महौषध्या +मह् +मह्न +मह्ना +मह्मं +मह्य +मह्यँ +मह्यं +मह्यं॑ +मह्यं॒ +मह्यते +मह्यमन्नाद्याय +मह्यमपि +मह्यमसपत्नमेव +मह्यमस्तु +मह्यमापो +मह्यमावह +मह्यमिति +मह्यमित्यब्रवीत् +मह्यमिन्द्राय +मह्यमृषये +मह्यमेव +मह्यम् +मह्यम्̇ +मह्या +मह्यां +मह्याः +मह्यै +मह्यौ +मह्य॑म् +मह्यꣳ +मह॑श्च +मह॑सा +मह॑सा॒ +मह॑से +मह॒ +मह॒त +मह॒ता +मह॒ति +मह॒ते +मह॒तो +मा +माँ +माँगे +माँसं +मां +मांग +मांगता +मांगते +मांगने +मांगल्यं +मांगल्ये +मांगी +मांगे +मांडव्यस्य +मांडव्यो +मांधाता +मांधातुः +मांधातोवाच +मांधात्रा +मांप्रति +मांशकाः +मांश्च +मांश्चत्वे +मांस +मांसं +मांसः +मांसकम् +मांसकामा +मांसखण्डं +मांसखण्डानि +मांसगं +मांसगते +मांसगुणाः +मांसगृद्धिनः +मांसगे +मांसग्रन्थी +मांसचक्षुषा +मांसच्छदा +मांसजालसमावृता +मांसञ्च +मांसतानः +मांसतानश्च +मांसत्वं +मांसदारणाः +मांसदुष्टौ +मांसधरा +मांसनिषेवणं +मांसन्तु +मांसपाकः +मांसपाकश्च +मांसपाञ्चालिकायास्तु +मांसपिण्ड +मांसपिण्डं +मांसपिण्डः +मांसपिण्डम् +मांसपिण्डवदुद्गतौ +मांसपिण्डस्य +मांसपिण्डाभ्यां +मांसपिण्डे +मांसपिण्डौ +मांसपेशयः +मांसपेशिकाः +मांसपेशिनां +मांसपेशियों +मांसपेशी +मांसपेशीं +मांसपेशीः +मांसपेशीनां +मांसपेशीयाः +मांसपेशीषु +मांसपेश्यः +मांसप्रक्षालनाभं +मांसभक्षकः +मांसभक्षकाः +मांसभक्षणं +मांसभक्षणम् +मांसभक्षणात् +मांसभक्षणे +मांसभक्षा +मांसभागः +मांसभारं +मांसभिक्षामुपासते +मांसभुक् +मांसभेदे +मांसभोजनम् +मांसभोजिनः +मांसमत्तीति +मांसमम्बु +मांसमयी +मांसमर्म्माणि +मांसमश्नाति +मांसमश्नीयात् +मांसमश्नीयान्न +मांसमसि +मांसमसृक् +मांसमस्थि +मांसमस्थीनि +मांसमादाय +मांसमानय +मांसमिति +मांसमिदं +मांसमिव +मांसमुत्कृत्य +मांसमुत्सृजेत् +मांसमेव +मांसम् +मांसरज्जवः +मांसरसं +मांसरसः +मांसरसेन +मांसरसो +मांसरहित +मांसरोहिणी +मांसल +मांसलं +मांसलः +मांसलम् +मांसला +मांसलाः +मांसलुब्धो +मांसले +मांसलेषु +मांसलो +मांसलौ +मांसवत् +मांसवर्गः +मांसवर्गे +मांसवर्जितम् +मांसविक्रयिणः +मांसविक्रयिणस्तथा +मांसविक्रयी +मांसवृद्धिञ्च +मांसशीला +मांसशोणितकर्दमः +मांसशोणितकर्दमम् +मांसशोणितकर्दमा +मांसशोणितकर्दमाम् +मांसशोणितभोजनाः +मांसशोणितम् +मांसशोणितलेपनम् +मांसशोणिते +मांसशोणितैः +मांससमाश्रिते +मांससम्भवम् +मांसस्थे +मांसस्नेहः +मांसस्य +मांसहीन +मांसा +मांसाङ्कुराः +मांसात् +मांसाद +मांसादः +मांसादनं +मांसादा +मांसादाः +मांसादि +मांसादिना +मांसादिवर्गः +मांसादो +मांसादौ +मांसानां +मांसानि +मांसान् +मांसान्मेदः +मांसान्यत्त +मांसान्यस्य +मांसाभावे +मांसाय +मांसार्थी +मांसार्बुदं +मांसावृते +मांसाशनं +मांसाशिनः +मांसाशिनां +मांसाशिनो +मांसाशी +मांसासृक्पूयविण्मूत्रस्नायुमज्जास्थिसंहतौ +मांसास्थि +मांसास्थीनि +मांसाहारं +मांसाहारः +मांसाहारी +मांसि +मांसिक +मांसिकः +मांसी +मांसीं +मांसीयन्ति +मांसे +मांसेति +मांसेन +मांसेषु +मांसैः +मांसैरन्या +मांसैर् +मांसैश्च +मांसो +मांसोच्छ्रयैः +मांसोदकाभं +मांसोदनं +मांसौदन +मांसौदनं +मांस् +मांस्पचन्या +मांस्पचन्याः +मांस्पृत्स्नूनामुपसंख्यानम् +मांस्यां +मां॒सं +मां॒सान्य॑त्त +माः +माःसु +माइ +माइकल +माइक्रो +माइक्रोसाफ्ट् +माइटोकॉन्ड्रिया +माइट्रल +माइल +माइल् +माई +माउण्ट् +माए +माओ +माक +माकं +माकड +माकन्द +माकन्दं +माकन्दः +माकन्दिकः +माकन्दिकेन +माकन्दी +माकरं +माकरी +माकर्ण्य +माकलय्य +माकारं +माकार्षीः +माकिं +माकिः +माकिः॑ +माकिम् +माकिर् +माकिर्देवानामप +माकिर्नो +माकिष्टे +माकि॑र्दे॒वाना॒मप॑ +माकि॑र्नो +माकीं +माकु +माकुर्वित्यर्थः +माकृथाः +माकृष्य +माक् +माक्रम्य +माक्षि +माक्षिक +माक्षिकं +माक्षिकः +माक्षिकञ्च +माक्षिकधातुः +माक्षिकधातुश्च +माक्षिकमेव +माक्षिकम् +माक्षिकसंयुतः +माक्षिकसंयुतम् +माक्षिकसत्वं +माक्षिकसर्पिषा +माक्षिकस्य +माक्षिकात् +माक्षिके +माक्षिकेण +माक्षिकेत्यादि +माक्षिकैः +माक्षिको +माक्षिपति +माक्षिप्य +माक्षीकं +माक्षीकशर्करा +माक्स +माक्स् +माखनलाल +माखलु +माखु +माख्यातं +माग +मागं +मागः +मागच्छ +मागच्छति +मागच्छन्ति +मागडि +मागडी +मागडीविधानसभाक्षेत्रम् +मागतं +मागतः +मागता +मागताः +मागत्य +मागध +मागधं +मागधः +मागधकया +मागधकानां +मागधक्षपणमेव +मागधन +मागधम् +मागधशोणौ +मागधश्च +मागधस्य +मागधा +मागधाः +मागधानां +मागधान् +मागधाय +मागधाश्च +मागधाश्चैव +मागधिका +मागधी +मागधीं +मागधीनां +मागधीप्राकृतम् +मागधे +मागधेन +मागधेषु +मागधैः +मागधो +मागध्यां +मागन् +मागम +मागमः +मागमत् +मागम्य +मागवते +मागहु +मागा +मागाः +मागि +मागी +मागु +मागे +मागें +मागेन +मागेव +मागो +मागों +मागोडुजलपातः +माग् +माग्गं +माग्ने +माग्नेयं +माग्लासीरिति +माघ +माघं +माघः +माघकाव्ये +माघकृष्णचतुर्दशी +माघकृष्णचतुर्दश्यां +माघपण्डितं +माघपत्नी +माघफाल्गुनयोर्मध्ये +माघफाल्गुनौ +माघमास +माघमासं +माघमासः +माघमासस्य +माघमासि +माघमासे +माघमाहात्म्ये +माघम् +माघव +माघवः +माघवनम् +माघशंसः +माघशुक्लचतुर्थ्यां +माघशुक्लतृतीयायां +माघशुक्लत्रयोदश्यां +माघशुक्लसप्तमी +माघशुक्लस्य +माघशुक्ले +माघश्रावणयोः +माघस्तु +माघस्नानं +माघस्नानफलं +माघस्नानेन +माघस्नायी +माघस्य +माघा +माघादयो +माघादि +माघादिषु +माघादौ +माघायव +माघायवः +माघायवो +माघी +माघे +माघेन +माघेमासि +माघेऽथ +माघो +माघोनम् +माघोने +माघ्या +माघ्यां +माघ्याः +माङ +माङः +माङयोगे +माङि +माङो +माङ् +माङ्के +माङ्गं +माङ्गलिक +माङ्गलिकं +माङ्गलिकावुभौ +माङ्गलिके +माङ्गली +माङ्गल्य +माङ्गल्यं +माङ्गल्यम् +माङ्गल्यविवृद्धये +माङ्गल्या +माङ्गल्याः +माङ्गल्यानि +माङ्गल्याभरणं +माङ्गल्ये +माङ्गल्येषु +माङ्गस्य +माङ्युपपदे +माङ्योग +माङ्योगे +माङ्योगेऽपि +माच +माचक्षते +माचरति +माचरेत् +माचरेथ् +माचलः +माचष्टे +माचा +माचार +माचार्यं +माचार्येण +माचिका +माचिरम् +माची +माचे +माच्छाससिसूभ्यो +माच्छिदत् +माछ +माछा +माजं +माजगाम +माजा +माज्यं +माझ +माझं +माझा +माझी +माझे +माञ्च +माञ्जरा +माञ्जिष्ठं +माञ्जिष्ठमेहेन +माटी +माठ +माठर +माठरं +माठरः +माड +माडि +माडिसन् +माडो +माड् +माड्डुकः +माड्डुकिकः +माढव्य +माढिः +माण +माणं +माणः +माणकं +माणत्वं +माणत्वात् +माणम् +माणव +माणवं +माणवः +माणवक +माणवकं +माणवकः +माणवकपक्षे +माणवकमिति +माणवकमुपनयते +माणवकम् +माणवकस्य +माणवका +माणवकाः +माणवकादौ +माणवकानां +माणवकाय +माणवके +माणवकेन +माणवको +माणवकौ +माणवचरकाभ्यां +माणवा +माणवाय +माणविका +माणविके +माणवो +माणव्यं +माणव्यम् +माणस्य +माणहे +माणा +माणां +माणाः +माणात् +माणानां +माणानि +माणि +माणिक +माणिकं +माणिका +माणिकी +माणिकीं +माणिकीपतिम् +माणिक्य +माणिक्यं +माणिक्यधाराजलपातः +माणिक्यमुक्ताफलविद्रुमाणि +माणिक्यमेव +माणिक्यम् +माणिक्यया +माणिक्यस्य +माणिक्या +माणिक्यां +माणिक्यानां +माणिक्यानि +माणिक्यायै +माणिक्ये +माणिक्येन +माणिभद्रं +माणिभद्रः +माणिभद्रो +माणिमन्थेन +माणिमाधवचाक्यारः +माणु +माणे +माणेन +माणेषु +माणो +माणौ +माण्टेः +माण्ड +माण्डलिक +माण्डलिकः +माण्डलिकाः +माण्डलिकानां +माण्डलिकान् +माण्डलिको +माण्डवं +माण्डवगढ +माण्डवम् +माण्डवी +माण्डवीं +माण्डवे +माण्डव्य +माण्डव्यं +माण्डव्यः +माण्डव्यस्य +माण्डव्या +माण्डव्याः +माण्डव्याय +माण्डव्ये +माण्डव्येन +माण्डव्यो +माण्डिनो +माण्डु +माण्डुक्योपनिषत् +माण्डुक्योपनिषद् +माण्डू +माण्डूक +माण्डूकः +माण्डूकायनी +माण्डूकिः +माण्डूकी +माण्डूकेयः +माण्डूक्य +माण्डूक्ये +माण्डूक्योपनिषत् +माण्डूक्योपनिषदि +माण्डे +माण्यं +मात +मातं +मातंग +मातंगं +मातंगा +मातंगी +मातंगीं +मातंगो +मातंग्याः +मातः +मातङ्ग +मातङ्गं +मातङ्गः +मातङ्गचर्माम्बरे +मातङ्गमिव +मातङ्गस्य +मातङ्गा +मातङ्गाः +मातङ्गानां +मातङ्गान् +मातङ्गि +मातङ्गिनी +मातङ्गिन्याः +मातङ्गी +मातङ्गीं +मातङ्गे +मातङ्गेन +मातङ्गैः +मातङ्गो +मातङ्गौ +मातङ्ग्याः +मातङ्ग्यास्तस्यास्तु +मातच् +मातजादेशः +मातम +मातर +मातरं +मातरः +मातरञ्च +मातरञ्चैव +मातरपितरावुदीचाम् +मातरपितरौ +मातरम +मातरमनु +मातरमपि +मातरमप्यगात् +मातरमब्रवीत् +मातरमभि +मातरमभिमन्त्रयते +मातरमाश्रित्य +मातरमिति +मातरमिव +मातरमेवाग्रे +मातरम् +मातरश्च +मातरश्चापि +मातरश्चैव +मातरस्तत्र +मातरस्तथा +मातरस्ता +मातरस्तु +मातरहं +मातरा +मातरि +मातरिति +मातरिदं +मातरिपुरुषः +मातरिश्व +मातरिश्वः +मातरिश्वन +मातरिश्वनः +मातरिश्वना +मातरिश्वनि +मातरिश्वने +मातरिश्वनो +मातरिश्वन् +मातरिश्वा +मातरिश्वानमाहुः +मातरिश्वानम् +मातरिश्वेति +मातरिश्वेव +मातरीव +मातरेव +मातरो +मातरोऽपि +मातरौ +मातर् +मातर्न +मातर्नमामि +मातर्नमो +मातर्नमोस्तु +मातर्नमोऽस्तु +मातर्भवानि +मातर्मम +मातर्मा +मातर्मां +मातर्मे +मातर्मेदिनि +मातर्यन्तरिक्षे +मातर्यपि +मातर्लक्ष्मि +मातर्हा +मातर॒स्तद्वो॑ +मातरꣳ +मातलि +मातलिं +मातलिः +मातलिना +मातलिम् +मातलिरुवाच +मातलिर्नन्दनं +मातलिर्नाम +मातलिश्च +मातली +मातले +मातलेः +मातश्च +मातस्ततो +मातस्तथा +मातस्तव +मातस्तात +मातस्तु +मातस्तुभ्यं +मातस्ते +मातस्त्वं +मातस्त्वया +मातस्त्वां +माता +माताः +माताओं +माताके +माताको +माताथ +माताथो +मातादित्यानां +मातान्नपूर्णेश्वरी +मातापि +मातापितरं +मातापितरः +मातापितराउ +मातापितरावनुज्ञाप्य +मातापितराविति +मातापितरावेव +मातापितराव् +मातापितरौ +मातापिता +मातापितृगुरुत्यागी +मातापितृजा +मातापितृजाः +मातापितृणां +मातापितृतीर्थवर्णने +मातापितृभिः +मातापितृभूते +मातापितृभ्यां +मातापितृभ्याम् +मातापितृवियोगजं +मातापितृविहीनो +मातापितृषु +मातापितृसहस्राणि +मातापितॄणां +मातापित्रो +मातापित्रोः +मातापित्रोरपि +मातापित्रोरिति +मातापित्रोरेव +मातापित्रोर्गुरोस्तथा +मातापित्रोर्मृतेऽहनि +मातापित्रोर्यमन्तिकात् +मातापित्रोर्हितः +मातापित्रोश्च +मातापित्रोस्तथैव +मातापित्रोस्तदिष्यते +मातापित्रोस्तु +मातापुत्रयोः +मातापुत्रौ +माताप्यंशं +मातामह +मातामहं +मातामहः +मातामहकुले +मातामहगृहं +मातामहगृहे +मातामहदोषेण +मातामहपार्वणे +मातामहपितामहौ +मातामहश्राद्धं +मातामहश्राद्धे +मातामहसुतो +मातामहस्तत्पिता +मातामहस्तेन +मातामहस्य +मातामहा +मातामहाः +मातामहादयः +मातामहादीनां +मातामहादीनामपि +मातामहानपि +मातामहानां +मातामहानामप्येवं +मातामहाय +मातामही +मातामहे +मातामहेन +मातामहेभ्यः +मातामहेभ्यश्च +मातामहो +मातामह्या +मातायं +माताराम +मातारामः +मातारामराजवंश +मातारामराजवंशः +मातालिः +मातासि +मातासौ +मातास्य +माताहं +माताऽथ +माताऽपि +माताऽस्य +माताऽहं +माति +मातिक्रान्तो +मातिप्राक्षीः +मातिप्राक्षीरिति +माति॑ +माती +मातीति +मातु +मातुं +मातुः +मातुःष्वसा +मातुःस्वसा +मातुम् +मातुरग्रे +मातुरग्रेऽधिजननं +मातुरङ्के +मातुरध्येति +मातुरन्तःपुरं +मातुरन्तिकम् +मातुरन्तिके +मातुरपि +मातुररक्षिता +मातुरर्थे +मातुरसगोत्रा +मातुरस्यति +मातुरस्या +मातुराख्या +मातुराज्ञया +मातुराज्ञा +मातुराज्ञां +मातुरिति +मातुरुच्चार +मातुरुत् +मातुरुत्संख्यासंभद्रपूर्वायाः +मातुरुदरस्था +मातुरुदरे +मातुरुपस्थ +मातुरुपस्थे +मातुरेव +मातुर् +मातुर्गर्भं +मातुर्गर्भे +मातुर्गिरा +मातुर्जठरे +मातुर्जनयित्र्या +मातुर्दुहितरः +मातुर्न +मातुर्नाकारुण्यं +मातुर्नाम +मातुर्निवृत्ते +मातुर्भ्राता +मातुर्माता +मातुर्मे +मातुर्यदग्रे +मातुर्वचः +मातुर्वचनं +मातुर्वचस्तव +मातुर्वा +मातुर्वै +मातुल +मातुलं +मातुलः +मातुलकुलं +मातुलगृहं +मातुलगृहे +मातुलङ्गं +मातुलञ्च +मातुलपुत्त्रकः +मातुलम् +मातुलश्च +मातुलस्तस्य +मातुलस्य +मातुला +मातुलांश्च +मातुलाः +मातुलादयः +मातुलानां +मातुलानी +मातुलानीं +मातुलान् +मातुलिंगं +मातुलिङ्गं +मातुली +मातुलुंगं +मातुलुङ्ग +मातुलुङ्गं +मातुलुङ्गः +मातुलुङ्गफलकेशरो +मातुलुङ्गम् +मातुलुङ्गरसं +मातुलुङ्गरसश्चैव +मातुलुङ्गरसेन +मातुलुङ्गरसेनापि +मातुलुङ्गरसैः +मातुलुङ्गरसो +मातुलुङ्गरसोपेतं +मातुलुङ्गस्य +मातुलुङ्गा +मातुलुङ्गी +मातुलुङ्ग्याः +मातुले +मातुलेन +मातुलेय +मातुलेयं +मातुलो +मातुलोऽपि +मातुलौ +मातुश्च +मातुश्चरणौ +मातुश्चैव +मातुस्तथैव +मातुस्तव +मातुस्तु +मातुस्ते +मातू +मातृ +मातृः +मातृक +मातृकं +मातृकम् +मातृकया +मातृका +मातृकां +मातृकाः +मातृकाग्रन्थः +मातृकाग्रन्थस्य +मातृकाग्रन्थाः +मातृकाग्रन्थानां +मातृकाग्रन्थानाम् +मातृकाग्रन्थे +मातृकाणां +मातृकान्तरे +मातृकान्यास +मातृकान्यासं +मातृकान्यासः +मातृकान्यासे +मातृकान्यासेऽस्य +मातृकापुटितं +मातृकापूजनं +मातृकाभेदतन्त्रे +मातृकाभेदे +मातृकाम् +मातृकाया +मातृकायां +मातृकायाः +मातृकायाम् +मातृकावर्णक्रमेणानुक्रमणी +मातृकाश्च +मातृकासु +मातृकास्थानेषु +मातृकुलं +मातृके +मातृको +मातृगणं +मातृगणः +मातृगणा +मातृगणाः +मातृगमनं +मातृगया +मातृगर्भे +मातृगामि +मातृगामी +मातृगुप्त +मातृगुप्तं +मातृगुप्तः +मातृगुप्तस्य +मातृगुप्तो +मातृगृहं +मातृगृहे +मातृगोत्रां +मातृग्रामं +मातृग्रामः +मातृग्रामस्य +मातृग्रामे +मातृग्रामो +मातृघातः +मातृजं +मातृजश्चायं +मातृजानि +मातृणां +मातृणाम् +मातृत +मातृतः +मातृतीर्थं +मातृतुल्या +मातृतुल्याः +मातृतो +मातृत्वं +मातृत्वम् +मातृत्वेन +मातृदत्तः +मातृदत्तवैजयन्तीकारौ +मातृदत्तेन +मातृदर्शनम् +मातृदिवसः +मातृदेवो +मातृदोषं +मातृदोषेण +मातृद्रोही +मातृधनं +मातृनामभिर्जुहुयात् +मातृनामा +मातृनामानि +मातृनाशः +मातृपक्षस्य +मातृपक्षे +मातृपदं +मातृपदस्य +मातृपिण्डं +मातृपितृ +मातृपितृभ्यां +मातृपित्रोः +मातृपूजनपूर्वकम् +मातृबन्धुभ्यः +मातृबन्धुषु +मातृभक्त्या +मातृभावं +मातृभावेन +मातृभाषया +मातृभाषा +मातृभाषावक्तृणां +मातृभिः +मातृभिर्न +मातृभिश्च +मातृभिस् +मातृभूता +मातृभूताः +मातृभूमिं +मातृभूमिः +मातृभूमेः +मातृभेदे +मातृभोगीणः +मातृभ्यः +मातृभ्यस्स्वधा +मातृभ्यां +मातृभ्यो +मातृमण्डलम् +मातृमातामहादयः +मातृमातुलौ +मातृमान् +मातृमान्पितृमानाचार्यवान्ब्रूयात्तथा +मातृमृष्टेव +मातृरक्षिता +मातृरूपा +मातृरूपेण +मातृवंशे +मातृवचः +मातृवत् +मातृवत्परदारेषु +मातृवत्सलः +मातृवदस्याः +मातृवधं +मातृवधेन +मातृवर्गस्य +मातृवाक्यं +मातृवाहिनी +मातृशब्दस्य +मातृशब्दात् +मातृशापात् +मातृश्च +मातृश्राद्धं +मातृषु +मातृष्वसा +मातृष्वसुः +मातृष्वसुश्च +मातृष्वसृ +मातृष्वसेयः +मातृष्वस्रीयः +मातृसदृशः +मातृसमं +मातृसमः +मातृसमा +मातृसमो +मातृस्थानं +मातृस्थानीया +मातृस्थाने +मातृस्नेहेन +मातृस्वसा +मातृहत्यां +मातृहा +मातृहृदयं +मातृऽभिः +मातॄ +मातॄः +मातॄणां +मातॄणामपि +मातॄणामेकां +मातॄणाम् +मातॄश्च +माते +मातेति +मातेयं +मातेव +मातेवास्मा +मातैकः +मातैव +मातो +मातोप +मातोवाच +मात् +मात्नावृतम् +मात्मन +मात्मनः +मात्मना +मात्मनि +मात्मनो +मात्मा +मात्मानं +मात्य +मात्या +मात्र +मात्रं +मात्रः +मात्रकं +मात्रकम् +मात्रकाणि +मात्रके +मात्रग्रहणं +मात्रग्रहणात् +मात्रग्रहणेन +मात्रच +मात्रचः +मात्रचो +मात्रच् +मात्रच्प्रत्ययः +मात्रञ्च +मात्रतः +मात्रतया +मात्रता +मात्रत्वे +मात्रपदं +मात्रपदम् +मात्रपदेन +मात्रप्राप्तेरेव +मात्रमिति +मात्रमेव +मात्रम् +मात्रम्‌ +मात्रया +मात्रयापि +मात्रयाऽपि +मात्रयेति +मात्रशब्दः +मात्रशब्दस्य +मात्रशब्देन +मात्रशब्दो +मात्रशब्दोऽवधारणे +मात्रस्य +मात्रस्यैव +मात्रा +मात्रां +मात्रांगुलेन +मात्रां॑ +मात्राः +मात्राओं +मात्रागुरुरिष्यते +मात्राङ्गुलमुदाहृतम् +मात्राङ्गुलेन +मात्राज्ञया +मात्राणां +मात्राणि +मात्रात् +मात्रात्मकं +मात्रात्मिका +मात्रात्रयं +मात्रादयः +मात्रादयो +मात्रादि +मात्रादिभिः +मात्रादिषु +मात्रादीनां +मात्राद् +मात्राधिकं +मात्रापचारे +मात्रापि +मात्राप्रमाणं +मात्राभिः +मात्राभिर्निर्मितो +मात्राभेदेन +मात्राभ्यो +मात्रामपादाय +मात्रामुपजीवन्ति +मात्रामुपजीवन्ती +मात्राम् +मात्राया +मात्रायां +मात्रायाः +मात्रायाम् +मात्राये +मात्रार्थं +मात्रार्थे +मात्रार्धं +मात्रावित्तं +मात्रावृतम् +मात्रावृत्तभेदे +मात्रावृत्तम् +मात्रावृत्तानि +मात्रावृत्ते +मात्राशब्दः +मात्राशब्देन +मात्राशी +मात्राश्च +मात्रासंख्या +मात्रासंप्रतिपत्तौ +मात्रासंसर्गस्त्वस्य +मात्रासमकं +मात्रासु +मात्रास् +मात्रास्ति +मात्रास्पर्शा +मात्रास्पर्शाः +मात्रास्पर्शानां +मात्रास्पर्शास्तु +मात्रास्य +मात्राहीनं +मात्रा॒ +मात्राꣳ +मात्रिकं +मात्रिकः +मात्रिकस्य +मात्रिका +मात्रिको +मात्री +मात्रीयति +मात्रे +मात्रेण +मात्रेणापि +मात्रेणेति +मात्रेणैव +मात्रेति +मात्रेयं +मात्रेव +मात्रेऽपि +मात्रे॒ +मात्रै +मात्रैः +मात्रैला +मात्रैव +मात्रो +मात्रोः +मात्रोत्तमा +मात्रोपज्ञोपक्रमच्छाये +मात्र॑या +मात्र॑या॒ +मात्वं +मात्वा +मात्सर्य +मात्सर्यं +मात्सर्यप्रहाणाय +मात्सर्यमुत्पन्नम् +मात्सर्यमुत्सार्य +मात्सर्यमेव +मात्सर्यम् +मात्सर्यस्य +मात्सर्यावहित्थालज्जाचिह्नीकृतवाङ्मुखदृष्टयः +मात्सर्ये +मात्सर्येण +मात्सर्य्यं +मात्स्य +मात्स्यं +मात्स्यः +मात्स्यम् +मात्स्यस्य +मात्स्यहारिणकौरभ्रशाकुनच्छागपार्षतैः +मात्स्याः +मात्स्यानां +मात्स्यिकः +मात्स्ये +मात्स्येन +मात्स्यो +मात॑ली +मात॒रिश्वा॑ +माथ +माथः +माथवे +माथा +माथाभाङा +माथाविद्यातनुभ्यां +माथि +माथी +माथुर +माथुरं +माथुरः +माथुरमण्डलम् +माथुरम् +माथुरस्य +माथुरा +माथुराः +माथुराणां +माथुरान् +माथुरी +माथुरे +माथुरेण +माथुरो +माथे +माथेरान् +माद +मादक +मादकं +मादके +मादते +मादत्ते +मादधाति +मादन +मादनं +मादनः +मादनम् +मादने +मादय +मादयः +मादयति +मादयतीति +मादयतु +मादयध्यै +मादयध्वं +मादयध्वमिति +मादयध्वम् +मादयन् +मादयन्तां +मादयन्तामिति +मादयन्ताम् +मादयन्ति +मादयन्तु +मादयन्ते +मादयसे +मादयस्व +मादयाध्वै +मादयासे +मादयिता +मादयितारः +मादयितुं +मादयितुम् +मादयितृतम +मादयितृतमः +मादयित्नवे +मादयिष्णवः +मादयेते +मादयेथां +मादयेथाम् +मादयेथे +मादयैते +मादयो +मादरं +मादरात् +मादस्थयोश्छन्दसि +मादा +मादाः +मादाय +मादि +मादिके +मादितः +मादिति +मादित्यवर्णं +मादित्या +मादिना +मादिनी +मादिशेत् +मादिषु +मादी +मादीनां +मादुपधायाः +मादुपधायाश्च +मादुळ +मादृश +मादृशं +मादृशः +मादृशम् +मादृशस्य +मादृशा +मादृशां +मादृशाः +मादृशानां +मादृशाम् +मादृशि +मादृशी +मादृशीं +मादृशे +मादृशेऽपि +मादृशैः +मादृशो +मादे +मादेशः +मादो +मादौ +माद् +माद्भ्यः +माद्य +माद्यं +माद्यत +माद्यति +माद्यतीति +माद्यतेः +माद्यन् +माद्यन्तः +माद्यन्ति +माद्यन्ते +माद्यन्तो +माद्यन्तौ +माद्यन्त्यमृतरसमरन्दस्य +माद्यसि +माद्या +माद्यायाम् +माद्येत् +माद्रवतीसुतः +माद्रवतीसुतौ +माद्रास +माद्रि +माद्री +माद्रीं +माद्रीपुत्रं +माद्रीपुत्रः +माद्रीपुत्रौ +माद्रीसुतौ +माद्रेय +माद्र्या +माद्र्यां +माद्र्याः +माद॒यध्यै॑ +माध +माधं +माधः +माधत्ते +माधरं +माधव +माधवं +माधवः +माधवकरः +माधवग्रन्थे +माधवदासः +माधवदासस्य +माधवदासेन +माधवनिदान +माधवनिदानपरिशिष्ट +माधवनिदानपरिशिष्टे +माधवनिदानम् +माधवनिदाने +माधवन् +माधवपाण्डवौ +माधवप्रियः +माधवप्रिया +माधवप्रिये +माधवभट्ट +माधवभट्टः +माधवमते +माधवमासस्य +माधवमासि +माधवम् +माधवयोगिनः +माधवश् +माधवश्च +माधवश्चेति +माधवश्चैव +माधवसमो +माधवसेनः +माधवसेनो +माधवस्तथा +माधवस्तु +माधवस्य +माधवा +माधवाः +माधवाचार्य +माधवाचार्यः +माधवाचार्यस्य +माधवाचार्य्यः +माधवाच्युत +माधवात् +माधवादयः +माधवादिषु +माधवानन्त +माधवाय +माधवायेति +माधवि +माधविका +माधवी +माधवीं +माधवीति +माधवीनां +माधवीभिः +माधवीमण्डप +माधवीम् +माधवीय +माधवीयधातुवृत्तौ +माधवीया +माधवीये +माधवीलता +माधवीलतायां +माधवीलतायाम् +माधवे +माधवेति +माधवेन +माधवेनाभिमतेन +माधवेनोक्तं +माधवेनोक्तम् +माधवो +माधवोऽपि +माधवौ +माधव्य +माधव्या +माधव्यां +माधव्याः +माधव्यै +माधव्यो +माधा +माधातोः +माधात् +माधान +माधाय +माधि +माधी +माधु +माधुकरीं +माधुच् +माधुच्छन्दस +माधुच्छन्दसं +माधुच्छन्दसः +माधुच्छन्दसम् +माधुच्छन्दसस्य +माधुय्र्यं +माधुरं +माधुरः +माधुरी +माधुरीं +माधुर्य +माधुर्यं +माधुर्यखण्डः +माधुर्यखण्डे +माधुर्यमक्षरव्यक्तिः +माधुर्यमपि +माधुर्यमास्यस्य +माधुर्यमिति +माधुर्यम् +माधुर्यसौकुमार्योपपन्ना +माधुर्यस्य +माधुर्याख्यो +माधुर्याच्च +माधुर्यादयो +माधुर्यादीति +माधुर्ये +माधुर्येण +माधुर्योपेतं +माधुर्योपेतः +माधुर्योपेता +माधुर्योपेताः +माधुर्योपेतेन +माधुर्य्यं +माधुर्य्यञ्च +माधुश्छन्दसम् +माधूकं +माधे +माधेपुरम् +माधो +माधोपुर +माधोपुरमण्डलम् +माधोपुरम् +माध्य +माध्यं +माध्यंदिन +माध्यंदिनँ +माध्यंदिनं +माध्यंदिनः +माध्यंदिनपवमानेऽपि +माध्यंदिनम् +माध्यंदिनम्̇ +माध्यंदिनसवने +माध्यंदिनसवनेनादित्यास् +माध्यंदिनस्य +माध्यंदिनान् +माध्यंदिनान्त्यम् +माध्यंदिनाय +माध्यंदिने +माध्यंदिनेन +माध्यंदिनꣳ +माध्यं॑दिनस्य॒ +माध्यं॑दिने॒ +माध्यः +माध्यदिनस्य +माध्यदिने +माध्यन्दिन +माध्यन्दिनं +माध्यन्दिनः +माध्यन्दिनपवमानस्य +माध्यन्दिनम् +माध्यन्दिनशाखा +माध्यन्दिनसवनम् +माध्यन्दिनसवने +माध्यन्दिनस्य +माध्यन्दिनाः +माध्यन्दिनात् +माध्यन्दिनिर्वष्टि +माध्यन्दिनी +माध्यन्दिनीयायां +माध्यन्दिनीये +माध्यन्दिने +माध्यन्दिनेन +माध्यन्दिनो +माध्यम +माध्यमं +माध्यमः +माध्यमम् +माध्यमस्य +माध्यमा +माध्यमाः +माध्यमानाम् +माध्यमानि +माध्यमिक +माध्यमिकं +माध्यमिकः +माध्यमिककाल +माध्यमिकशिक्षणं +माध्यमिकस्तरः +माध्यमिकस्य +माध्यमिका +माध्यमिकां +माध्यमिकाः +माध्यमिकानां +माध्यमिकाया +माध्यमिकी +माध्यमिको +माध्यमे +माध्यमेन +माध्यमेनैव +माध्यमेषु +माध्यस्थ्यं +माध्यस्थ्यम् +माध्यस्थ्ये +माध्या +माध्यां +माध्याः +माध्यावर्षं +माध्याह्निकं +माध्याह्निकी +माध्याह्निकीं +माध्यिका +माध्ये 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+मानमिति +मानमित्यत +मानमित्यर्थः +मानमित्याह +मानमिदं +मानमिष्यते +मानमीरितम् +मानमुक्तं +मानमुक्तम् +मानमुच्यते +मानमुत्सृज्य +मानमेयोदयः +मानमेयोदयकारः +मानमेयोदये +मानमेव +मानमेवं +मानमोहौ +मानमौनं +मानम् +मानम्‌ +मानय +मानयज्ञः +मानयत +मानयति +मानयतीति +मानयते +मानयन +मानयन् +मानयन्तः +मानयन्ति +मानयन्तु +मानयन्तो +मानयस्व +मानया +मानयामास +मानयामि +मानयितव्यः +मानयितव्या +मानयिता +मानयितुं +मानयित्वा +मानयिष्यति +मानयिष्यन् +मानयिष्यन्ति +मानयिष्यामः +मानयेत् +मानयेद् +मानयोः +मानलक्षणम् +मानव +मानवं +मानवः +मानवगृह्यसूत्रम् +मानवजातेः +मानवजीवनं +मानवजीवनस्य +मानवजीवने +मानवता +मानवतां +मानवतायाः +मानवतावादी +मानवती +मानवतीं +मानवतीजनस्य +मानवतीनां +मानवत्या +मानवनिर्मितः +मानवनिर्मितानि +मानवमावर्त +मानवमावर्तं +मानवमावर्त्तं +मानवम् +मानवरहितविमानम् +मानवरूपेण +मानवर्जितः +मानवर्जितम् +मानवर्धनः +मानवर्धनम् +मानवल्लि +मानववर्षम् +मानवविज्ञानम् +मानवव्यवहारः +मानवव्यवहारस्य +मानवशब्देन +मानवशरीररचनाविज्ञानम् +मानवशरीरस्य +मानवशरीरे +मानवशुल्बसूत्रम् +मानवश्च +मानवश्रेष्ठ +मानवसंसाधनसूची +मानवसभ्यतायाः +मानवसमाजस्य +मानवसम्बन्धाः +मानवसूत्रे +मानवस्य +मानवस्यते +मानवस्वभावस्य +मानवा +मानवाः +मानवात् +मानवात्मनः +मानवादयः +मानवाद्यम् +मानवाद्याश्च +मानवाधमः +मानवाधिकाराणां +मानवानां +मानवानाञ्च +मानवानाम् +मानवान् +मानवाय +मानवाश्च +मानवाश्चापि +मानवाश्चैव +मानवास्तत्र +मानवास्तथा +मानवास्तदा +मानवास्तु +मानवास्ते +मानवि +मानविधा +मानविवर्जितं +मानविवेकः +मानवी +मानवीं +मानवीः +मानवीम् +मानवीय +मानवीयं +मानवीयसमस्यानाम् +मानवे +मानवेतद्ये +मानवेति +मानवेन +मानवेन्द्रेण +मानवेभ्यः +मानवेभ्यो +मानवेषु +मानवेष्वपि +मानवै +मानवैः +मानवैर्भुवि +मानवैश्च +मानवो +मानवोक्ता +मानवोत्तमः +मानवोत्तमाः +मानवोत्तरम् +मानवोऽपि +मानवोऽयं +मानवौ +मानव्य +मानव्यः +मानव्यनामा +मानव्ययं +मानव्यो +मानशौर्यपद्धतिः +मानश्च +मानश्चित्तसमुन्नतिः +मानस +मानसं +मानसः +मानसजन्मा +मानसञ्च +मानसञ्चैव +मानसत्वं +मानसपटले +मानसपुत्रः +मानसपूजया +मानसपूजा +मानसप्रत्यक्ष +मानसप्रत्यक्षं +मानसप्रत्यक्षस्य +मानसप्रत्यक्षे +मानसमिति +मानसमुच्यते +मानसमेव +मानसम् +मानसराष्ट्रियोद्यानम् +मानसरोवर +मानसरोवरः +मानसरोवरे +मानसवत् +मानसवन्यजन्तुधाम +मानसवेगं +मानसवेगस्य +मानसवेगाख्यो +मानसवेगेन +मानसश्च +मानसश्चैव +मानससरसो +मानससरो +मानससरोवर +मानसस्तथा +मानसस्तु +मानसस्य +मानसस्यापि +मानसस्येह +मानसस्यैव +मानसा +मानसां +मानसाः +मानसाख्यं +मानसाचलकन्दरे +मानसाचले +मानसात् +मानसादि +मानसाद् +मानसानपि +मानसानां +मानसानात्मनः +मानसानामेव +मानसानि +मानसान् +मानसान्यपि +मानसान्येव +मानसामण्डलम् +मानसाय +मानसारे +मानसाश्च +मानसि +मानसिंह +मानसिंहः +मानसिंहस्य +मानसिंहेन +मानसिंहो +मानसिक +मानसिकं +मानसिकः +मानसिकक्रियाणां +मानसिकक्षमता +मानसिकता +मानसिकरूपेण +मानसिकरोगः +मानसिकरोगस्य +मानसिकरोगाणां +मानसिकवयसः +मानसिकस्थितिः +मानसिकस्वास्थ्यं +मानसिकस्वास्थ्यस्य +मानसिकाः +मानसिकास्वस्थः +मानसिकी +मानसी +मानसीं +मानसीः +मानसीन +मानसीम् +मानसीस्वरूपमुक्तं +मानसूत्रं +मानसूत्राद् +मानसे +मानसेन +मानसेप्सितम् +मानसेषु +मानसेऽपि +मानसैः +मानसैरन्त्यजातिताम् +मानसैरुपचारकैः +मानसो +मानसोत्काः +मानसोत्तरः +मानसोत्तरम् +मानसोत्तरशैले +मानसोत्तरे +मानसोपचारैः +मानसोल्लास +मानसोल्लासः +मानसोल्लासे +मानसोऽपि +मानसोऽयमतो +मानसौ +मानसौकसः +मानस् +मानस्तथा +मानस्तोक +मानस्तोके +मानस्तोकेति +मानस्तोकेन +मानस्य +मानस्यः +मानस्यापि +मानस्यैव +मानस्यो +मानहविर्निवाससामिधेनीषु +मानहा +मानहानि +मानहानिं +मानहानिः +मानहानिश्च +मानहीनं +मानहीनस्य +मानहीना +मानहीने +माना +मानां +मानांगुलं +मानांगुलेन +मानाः +मानाग्निहोत्रमुत +मानाङ्गुलेन +मानाच्च +मानाति +मानात् +मानादि +मानादेव +मानादौ +मानाद् +मानाधीना +मानाध्याय +मानाध्यायः +मानानां +मानानि +मानान् +मानान्तर +मानान्तरं +मानान्तरमाह +मानान्तरम् +मानान्तरविरोधे +मानान्तरस्येति +मानान्तरा +मानान्तरात् +मानान्तरे +मानान्तरेण +मानापमानयोः +मानापमानयोरिति +मानापमानयोस्तुल्यः +मानापमानयोस्तुल्यस्तुल्यो +मानापमानाभ्यामात्मानं +मानापमानौ +मानाभा +मानाभाव +मानाभावः +मानाभावा +मानाभावाच्च +मानाभावाच्चेति +मानाभावात +मानाभावात् +मानाभावादिति +मानाभावादित्यर्थः +मानाभावाद् +मानाभावान्न +मानाभावे +मानाभावेन +मानाभावो +मानाभ्यां +मानाम् +मानाय +मानाया +मानारल् +मानार्थ +मानार्थं +मानार्थी +मानार्थे +मानार्थेषु +मानार्द्धं +मानार्ह +मानार्हं +मानार्हः +मानावमाने +मानावमानौ +मानावस्था +मानावस्थायां +मानासः +मानि +मानिक +मानिका +मानित +मानितं +मानितः +मानितश्च +मानिता +मानिताः +मानिताश्च +मानितो +मानित्वं +मानित्वादि +मानित्वादीनि +मानिन +मानिनं +मानिनः +मानिनम् +मानिना +मानिनां +मानिनाम् +मानिनि +मानिनी +मानिनीं +मानिनीति +मानिनीना +मानिनीनां +मानिनीम् +मानिनीव्रज्या +मानिने +मानिनो +मानिन् +मानिन्या +मानिन्यो +मानिवासमाश्रये +मानिषु +मानी +मानीति +मानीय +मानु +मानुपं +मानुबन्धः +मानुष +मानुषं +मानुषः +मानुषञ्च +मानुषतां +मानुषत्वं +मानुषत्वमनुप्राप्य +मानुषत्वमुपागतः +मानुषत्वमुपागताः +मानुषत्वे +मानुषत्वेऽपि +मानुषदैविके +मानुषमात्रेण +मानुषमिति +मानुषम् +मानुषयोनयः +मानुषराक्षसाः +मानुषरूपिणी +मानुषरूपेण +मानुषवर्जितम् +मानुषवर्णमसंप्राप्तश्च +मानुषस्य +मानुषहीनो +मानुषा +मानुषांश्च +मानुषाः +मानुषाणां +मानुषाणाञ्च +मानुषाणाम् +मानुषाणि +मानुषात् +मानुषादयः +मानुषाद् +मानुषाद्धोतुः +मानुषाद्वापि +मानुषान् +मानुषाय +मानुषाश्च +मानुषासः +मानुषास्तथा +मानुषास्तु +मानुषास्थि +मानुषि +मानुषिकाभि +मानुषी +मानुषीं +मानुषीः +मानुषीणां +मानुषीणाम् +मानुषीति +मानुषीभ्यः +मानुषीभ्यस् +मानुषीम् +मानुषीरीडते +मानुषीरीळते +मानुषीर् +मानुषीश्चाहोरात्रे +मानुषीषु +मानुषे +मानुषेण +मानुषेणाग्निना +मानुषेणैव +मानुषेति +मानुषेभिः +मानुषेभ्यः +मानुषेभ्यो +मानुषेषु +मानुषेष्वपि +मानुषेष्वा +मानुषेष्विह +मानुषेष्वेव +मानुषेऽथैवं +मानुषेऽपि +मानुषैः +मानुषैश्च +मानुषो +मानुषोऽपि +मानुषोऽयं +मानुषौ +मानुष्य +मानुष्यं +मानुष्यः +मानुष्यकं +मानुष्यकम् +मानुष्यकस्य +मानुष्यके +मानुष्यतां +मानुष्यमतिदुर्लभम् +मानुष्यमासाद्य +मानुष्यमेव +मानुष्यम् +मानुष्यश्चैकविधः +मानुष्या +मानुष्यां +मानुष्याः +मानुष्याणां +मानुष्ये +मानुष्येण +मानुष्येऽपि +मानुष्यो +मानुस्मर +मानु॑ +मानु॑षः +मानु॑षस्य +मानु॑षस्य॒ +मानु॑षा +मानु॑षाः +मानु॑षाणां +मानु॑षाणाम् +मानु॑षान् +मानु॑षासः +मानु॑षीः +मानु॑षीणां +मानु॑षीणाम् +मानु॑षीषु +मानु॑षे +मानु॑षेभिः +मानु॑षेषु +मानु॑षे॒ +मानु॑षे॒ष्वा +मानु॑षो +मानु॑षो॒ +माने +मानें +मानेति +मानेन +मानेनाधीतमुत +मानेनानेन +मानेनेति +मानेनैव +मानेर्जिज्ञासायाम् +मानेषु +मानेष्र्ये +मानेऽपमाने +मानेऽपि +मानेऽवधारणे +मानै +मानैः +मानैक्य +मानैक्यखण्डं +मानैक्यखण्डेन +मानैक्यार्ध +मानैक्यार्धवृत्ते +मानैक्यार्धात् +मानो +मानों +मानोगे +मानोज्ञकम् +मानोन्नता +मानोन्नतिं +मानोऽन्यासङ्गिनि +मानोऽपि +मानोऽहंकारो +मानौ +मान् +मान्टगोमेरी +मान्ट्पेलियर् +मान्त +मान्तं +मान्तः +मान्तत्वं +मान्तरं +मान्तस्य +मान्तस्यानाचमेः +मान्ता +मान्ताः +मान्ति +मान्ते +मान्तो +मान्त्रं +मान्त्रवर्णिकमेव +मान्त्रवर्णिकी +मान्त्रिक +मान्त्रिकं +मान्त्रिकः +मान्त्रिकाः +मान्त्रिके +मान्त्रिकोपनिषत् +मान्त्री +मान्द +मान्दं +मान्दम् +मान्दा +मान्दाः +मान्दार +मान्दार्यः +मान्दार्यस्य +मान्दासु +मान्दे +मान्द्य +मान्द्यं +मान्द्यब्दादिफलाध्यायः +मान्द्यम् +मान्द्ये +मान्धातः +मान्धाता +मान्धातारं +मान्धातुः +मान्धातुस्तु +मान्धातृ +मान्धातेति +मान्धातोवाच +मान्धात्रा +मान्न +मान्नं +मान्ने +मान्बधदान्शान्भ्यो +मान्मथं +मान्मथः +मान्मथा +मान्मथो +मान्य +मान्यं +मान्यः +मान्यता +मान्यतां +मान्यतायाः +मान्यते +मान्यत्वं +मान्यथा +मान्यभक्तिरथवा +मान्यम् +मान्यश्च +मान्यस्थानानि +मान्यस्य +मान्या +मान्यां +मान्याः +मान्यानां +मान्यानि +मान्यान् +मान्याय +मान्यावेतौ +मान्याश्च +मान्यास्ते +मान्ये +मान्येन +मान्यो +मान्योऽभिवाद्यश्च +मान्योऽसि +मान्यौ +मान्वी +मान्वीविधानसभाक्षेत्रम् +मान्सं +मान्‍टाना +मान॑म् +मान॒वं +माप +मापं +मापः +मापकः +मापकाः +मापकेन +मापगात +मापतिः +मापते +मापदंड +मापद्यते +मापन +मापनं +मापनप्रविधिः +मापनम् +मापनस्य +मापनार्थं +मापने +मापनेन +मापयति +मापयन्ति +मापयामास +मापयितुं +मापयित्वा +मापयेत् +मापा +मापाः +मापातालनिमग्नपीवरतनुर्जानाति +मापामापरि +मापायाम् +मापि +मापिकायाः +मापितं +मापितः +मापितमभूत् +मापिता +मापिताः +मापितानि +मापितुं +मापितोऽभूत् +मापी +मापुपेत्य +मापे +मापो +माप्त +माप्तः +माप्ति +माप्नुयात् +माप्नोति +माप्य +माप्यं +माप्यते +माप्रहासीः +माप॑ +माभवा +माभाति +माभि +माभिः +माभूः +माभूत +माभूत् +माभूत्ते +माभूदिति +माभूदित्यर्थः +माभैष्ट +माभ्यवनिक्षि +माभ्यव॑निक्षि +माभ्यां +माभ्युदिहि +माम +मामः +मामक +मामकं +मामकः +मामकम् +मामकलक्षणानि +मामका +मामकाः +मामकानां +मामकानाम् +मामकान् +मामकी +मामकीं +मामकीनं +मामकीनः +मामकीनस्त्वम् +मामकीने +मामकीम् +मामके +मामकैः +मामको +मामक्षरं +मामगदयन् +मामजमनादिं +मामजमव्ययम् +मामज्ञात्वा +मामतः +मामति +मामतेयं +मामतेयः +मामतेयम् +मामतेयो +मामते॒यं +मामत्र +मामथ +मामद्य +मामनन्यचेताः +मामनन्यभाक् +मामनवद्याङ्गि +मामनागसम् +मामनाथं +मामनाथां +मामनादृत्य +मामनिर्जित्य +मामनिशं +मामनु +मामनुगता +मामनुज्ञातुमर्हसि +मामनुधावति +मामनुपृच्छसि +मामनुयातुं +मामनुव्रता +मामनुसरसि +मामनुस्मर +मामनुस्मरन्निति +मामनु॑ +मामनेन +मामनेनसम् +मामन्तरेण +मामन्नादं +मामन्यं +मामन्यथा +मामन्युश्च +मामपहाय +मामपि +मामपीत्यन्तम् +मामप्रतीकारमशस्त्रं +मामप्रतीकारम् +मामप्राप्य +मामप्राप्यैव +मामबुद्धयः +मामब्रवीत् +मामब्रवीद्ब्रह्मा +मामभाषत +मामभि +मामभिगच्छति +मामभिजानन्ति +मामभिजानाति +मामभितः +मामभिवाहि +माममृतं +माममृतोद्भवम् +मामम्ब +मामय +मामयं +मामयम् +मामयाचत +मामर्हसि +मामलमिति +मामलर्क +मामले +मामल्लदेवी +मामव +मामवज्ञाय +मामवति +मामवतु +मामवतुवक्तारम् +मामवदत् +मामवधूय +मामवन्तु +मामवन्त्वनु +मामवमन्यसे +मामवलोक्य +मामवादीत् +मामवेक्ष्य +मामवेदसंहिता +मामवेहि +मामवोचत् +मामशोकं +मामष्टु +मामसौ +मामहं +मामहन्तां +मामहन्तामदितिः +मामहन्ताम् +मामहन्ता॒मदि॑तिः॒ +मामहन्ता॒मदि॑ति॒ः +मामहस्व +मामहान +मामहानः +मामहे +मामहो +मामा +मामाकाशप्रणिहितभुजं +मामागतं +मामाज्ञापय +मामात्थ +मामात्मपरदेहेषु +मामात्मानं +मामादाय +मामान्य +मामामयात् +मामामयेभ्यः +मामामामा +मामायुरमृतमित्युपास्स्व +मामायुषा +मामायुष्मन्तं +मामाराध्य +मामार्य +मामार्यः +मामालम्ब्य +मामाविशतु +मामाशु +मामाश्रितो +मामाश्रित्य +मामासाद्य +मामाह +मामाहुः +मामाहूय +मामाह्वयति +मामि +मामिका +मामिकां +मामिकाम् +मामिकेति +मामिच्छसि +मामिच्छाप्तुं +मामित +मामितः +मामितमण्डलम् +मामिति +मामितो +मामित्थं +मामित्यनेन +मामित्यर्थः +मामित्यादि +मामित्यादिना +मामित्युक्तम् +मामित्युपसार्य +मामिदं +मामिदानीं +मामिन्द्र +मामिमं +मामिमम् +मामिमे +मामियं +मामिला +मामिव +मामिष्ट्वा +मामिह +मामी +मामीदृशं +मामीश +मामीश्वरं +मामीषां +मामु +मामुक्तवान् +मामुक्त्वा +मामुज्झित्वा +मामुत +मामुतः +मामुत्तरं +मामुत्सृज्य +मामुद्दिश्य +मामुद्धर +मामुद्धराशेषदुःखसंसारसागरात् +मामुद्धर्तुं +मामुद्वीक्ष्य +मामुपतिष्ठन्तु +मामुपयान्ति +मामुपसर्पति +मामुपस्थितम् +मामुपस्थिता +मामुपागतः +मामुपाश्रिता +मामुपाश्रिताः +मामुपाश्रित्य +मामुपासत +मामुपासते +मामुपास्ते +मामुपेक्षसे +मामुपेत्य +मामुपैति +मामुपैष्यसि +मामुया +मामुरीकरोतु +मामुवाच +मामुवाचेदं +मामूचुः +मामूचे +मामृजुः +मामृजे +मामृतात् +मामृतादिति +मामृते +मामृषयो +मामे +मामेकं +मामेकमेव +मामेकां +मामेति +मामेते +मामेत्य +मामेभ्यः +मामेव +मामेवं +मामेवमसंमूढो +मामेवमसम्मूढो +मामेवानुत्तमां +मामेवान्ते +मामेवाभेदतया +मामेवार्चय +मामेवासौ +मामेवेति +मामेवैष्यति +मामेवैष्यत्यसंशयः +मामेवैष्यसि +मामेवोपासते +मामेष +मामेषा +मामेहि +मामैवं +मामोदन +मामोदनः +माम् +माम्̇सम् +माम्ना +माम॑वन्तु +माम॒कानां॒ +माम॒मृतं॑ +माय +मायं +मायः +मायकोण्डविधानसभाक्षेत्रम् +मायणभूषणे +मायतं +मायतम् +मायति +मायते +मायनम् +मायन्ति +मायम् +माययति +मायया +माययाथ +माययापहृतज्ञाना +माययावृताः +माययाऽपहृतज्ञाना +माययेति +माययैतौ +माययैव +माययौ +मायवः +माया +मायाँ +मायां +मायाः +मायाकल्पितं +मायाकार +मायाकारः +मायाकार्य +मायाकार्यं +मायाकृतं +मायाके +मायाख्यं +मायाख्या +मायाख्यां +मायाजालं +मायाजालनिकृन्तनम् +मायाजाले +मायात +मायातः +मायातत्त्वं +मायातत्त्वे +मायातन्त्रे +मायाति +मायातिक्रमः +मायातीतं +मायातीतः +मायातुं +मायातो +मायात्मकं +मायात्मको +मायात्मने +मायात्वं +मायादि +मायादिना +मायादिष्वपि +मायादेवी +मायादेव्याः +मायाद्युत्थापितं +मायाधरं +मायाधिनाथं +मायानां +मायानुसारी +मायानृतं +मायान्तं +मायान्ति +मायान्तु +मायान्ते +मायापटवो +मायापदं +मायापदे +मायापदेऽपि +मायापरः +मायापाशेन +मायापि +मायापुरं +मायापुरी +मायापुर्यां +मायाबलं +मायाबलेन +मायाबीजं +मायाबीजेन +मायाभासेन +मायाभिः +मायाम +मायामते +मायामदालसे +मायामनुष्यस्य +मायामय +मायामयं +मायामयः +मायामयत्वं +मायामयान् +मायामयाय +मायामयी +मायामयीं +मायामयीमिव +मायामये +मायामयेन +मायामयो +मायामात्र +मायामात्रं +मायामात्रत्वम् +मायामात्रमिदं +मायामात्रम् +मायामादाय +मायामारुतविभ्रमात् +मायामालवगौलरागे +मायामालवौलमेलजन्यः +मायामाळगौळ +मायामाश्रित्य +मायामास्थाय +मायामिति +मायामिमां +मायामिव +मायामृगं +मायामेतां +मायामोहं +मायामोहितचेतसः +मायामोहेन +मायाम् +मायाय +मायाया +मायायां +मायायाः +मायायाम् +मायायाश्च +मायायुद्धेन +मायायै +मायायोगविदो +मायायोगेन +मायारचितेषु +मायारूपं +मायारूपां +मायारूपेण +मायावती +मायावतीं +मायावत्या +मायावशात् +मायावाद +मायावादं +मायावादः +मायावादखण्डनम् +मायावादिनः +मायावादिना +मायावादिनां +मायावादिनो +मायावादी +मायावान् +मायावि +मायाविजृम्भितम् +मायाविद्धे +मायाविद्ये +मायाविन +मायाविनं +मायाविनः +मायाविना +मायाविनां +मायाविनि +मायाविनी +मायाविने +मायाविनेव +मायाविनो +मायाविनौ +मायाविमोहितः +मायाविमोहिताः +मायाविलसितं +मायाविशारदः +मायाविषु +मायाविहितं +मायावी +मायावीति +मायावीव +मायाशक्तिः +मायाशक्तिमत् +मायाशक्त्या +मायाशक्त्यैव +मायाशबलं +मायाशब्दः +मायाशब्दप्रयोगात् +मायाशब्दस्य +मायाशब्दो +मायाश्च +मायासहस्रं +मायासिद्धिप्रकरणम् +मायासीतां +मायासीतायाः +मायासु +मायासूत्रं +मायासे +मायाऽपि +मायाऽहं +मायि +मायिक +मायिकं +मायिकः +मायिकत्वं +मायिकम् +मायिकस्य +मायिका +मायिकाः +मायिकी +मायिके +मायिकेषु +मायिको +मायिनं +मायिनः +मायिनम् +मायिना +मायिनां +मायिनामपि +मायिनाम् +मायिनि +मायिनी +मायिने +मायिनो +मायी +मायीयं +मायीयः +मायीये +मायु +मायुं +मायुः +मायुम् +मायुराज +मायुराजः +मायुष्मानायुष्मन्तं +मायुष्यं +मायूर +मायूरं +मायूरः +मायूरम् +मायूरिकः +मायूरी +मायूरीं +मायूरेण +मायूरो +माये +मायेति +मायेत्यसुराः +मायेयं +मायेयमिति +मायेव +मायेश +मायेशो +मायै +मायैव +मायैषा +मायो +मायोदरे +मायोपजीविनः +मायोपम +मायोपमं +मायोपमः +मायोपमा +मायोपमाः +मायोपाधिक +मायोपाधिकं +मायोपाधिर्जगद्योनिः +मायोभवाय +मायोर्ध्वे +मायौ +मार +मारं +मारः +मारक +मारकं +मारकः +मारकतं +मारकत्वं +मारकभेदाध्यायः +मारकम् +मारकर +मारकलक्षणाः +मारका +मारकाः +मारके +मारको +मारगणान् +मारजन्या +मारजित् +मारण +मारणं +मारणतोषणनिशामनेषु +मारणम् +मारणविधिः +मारणात् +मारणादिकम् +मारणादौ +मारणान्तिकाः +मारणान्न +मारणाय +मारणार्थं +मारणीयः +मारणीया +मारणे +मारणेन +मारणैः +मारणोद्यतस्य +मारत +मारतः +मारता +मारति +मारते +मारधर्षणपरिवर्तः +मारना +मारने +मारनेवाला +मारनेवाले +मारपुत्रः +मारबलं +मारभते +मारभेत +मारभेत् +मारभ्य +मारभ्यते +मारमा +मारमोहिता +मारम् +मारय +मारयत +मारयति +मारयतीति +मारयतीत्यर्थः +मारयतु +मारयते +मारयत्येव +मारयन् +मारयन्तं +मारयन्तः +मारयन्ति +मारयन्तु +मारयमारय +मारयसि +मारयामास +मारयामि +मारयिता +मारयितुं +मारयितुम् +मारयित्वा +मारयिष्यति +मारयिष्यतीति +मारयिष्यामि +मारयिष्ये +मारयेति +मारयेत् +मारयेत्यर्थः +मारवः +मारवा +मारवाड +मारवाड़ी +मारवाडी +मारवाडीभाषा +मारश्च +मारस्य +मारा +माराः +माराणां +माराध्य +मारान् +माराय +मारि +मारिः +मारिओ +मारिका +मारिकांबा +मारिटेनिया +मारित +मारितं +मारितः +मारितम् +मारितवन्तः +मारितवान् +मारितस्तेन +मारितस्य +मारिता +मारिताः +मारिते +मारितेति +मारितो +मारिया +मारिष +मारिषं +मारिषः +मारिषस् +मारिषा +मारिषाम् +मारिषायां +मारिषेति +मारिषो +मारी +मारीच +मारीचं +मारीचः +मारीचश्च +मारीचस्य +मारीचस्यैव +मारीचा +मारीचात् +मारीचाय +मारीची +मारीचे +मारीचेन +मारीचेनार्चितो +मारीचेस्तु +मारीचो +मारीभये +मारीस् +मारु +मारुत +मारुतं +मारुतः +मारुतकोपतः +मारुतकोपनम् +मारुतक्षये +मारुतजां +मारुतजे +मारुततुल्यवेगं +मारुतनिविद्धानम् +मारुतपुराधिप +मारुतमसि +मारुतमिति +मारुतम् +मारुतयोजने +मारुतशृतं +मारुतश्च +मारुतश्चैव +मारुतसम्भवायां +मारुतस्तत्र +मारुतस्तथा +मारुतस्तु +मारुतस्तूरसि +मारुतस्य +मारुतस्येव 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+मार्कण्डेयशिवाष्टकम् +मार्कण्डेयश्च +मार्कण्डेयसमास्यापर्वणि +मार्कण्डेयस्तु +मार्कण्डेयस्य +मार्कण्डेयाय +मार्कण्डेये +मार्कण्डेयेन +मार्कण्डेयो +मार्कण्डेयोपरि +मार्कण्डेयोऽथ +मार्कण्डो +मार्कलिखितः +मार्कव +मार्कवं +मार्कवः +मार्कवस्य +मार्कवो +मार्केट् +मार्कोनी +मार्क् +मार्क्स +मार्क्सवादी +मार्क्स् +मार्ग +मार्गं +मार्गः +मार्गके +मार्गको +मार्गगः +मार्गगा +मार्गगाः +मार्गज्ञता +मार्गण +मार्गणं +मार्गणः +मार्गणम् +मार्गणस्य +मार्गणा +मार्गणाः +मार्गणानां +मार्गणान् +मार्गणे +मार्गणेन +मार्गणैः +मार्गणो +मार्गत +मार्गतः +मार्गति +मार्गते +मार्गतो +मार्गत्रयं +मार्गदर्शक +मार्गदर्शकः +मार्गदर्शकाः +मार्गदर्शन +मार्गदर्शनं +मार्गदर्शनम् +मार्गदर्शनस्य +मार्गदर्शनाय +मार्गदर्शनार्थं +मार्गदर्शने +मार्गदर्शनेन +मार्गदर्शिका +मार्गदर्शी +मार्गदेशिकः +मार्गद्वयं +मार्गद्वयभ्रष्टानां +मार्गद्वयम् +मार्गद्वयेऽपि +मार्गध्वं +मार्गनिरोधने +मार्गनिर्माणं +मार्गन् +मार्गन्तां +मार्गपदेन +मार्गपार्श्वे +मार्गपालीं +मार्गभ्रष्टो +मार्गमध्ये +मार्गमनुवर्तन्ते +मार्गमनुष्ठितः +मार्गमपि +मार्गमाणः +मार्गमाणस्तु +मार्गमाणस्य +मार्गमाणा +मार्गमाणाः +मार्गमाणानां +मार्गमाणो +मार्गमाणौ +मार्गमादेशय +मार्गमावृत्य +मार्गमाश्रित्य +मार्गमासे +मार्गमास्थाय +मार्गमास्थितः +मार्गमिति +मार्गमुत्तमम् +मार्गमुत्सृज्य +मार्गमें +मार्गमेव +मार्गम् +मार्गयति +मार्गयन् +मार्गयन्तः +मार्गयन्ति +मार्गयन्ते +मार्गयन्त्यः +मार्गयामास +मार्गयामि +मार्गयितुं +मार्गयित्वा +मार्गयोः +मार्गरेट +मार्गरेट् +मार्गवं +मार्गवर्तिभिः +मार्गवशादुपेतं +मार्गव्ययः +मार्गशब्देन +मार्गशिर +मार्गशिरे +मार्गशीर्ष +मार्गशीर्षं +मार्गशीर्षः +मार्गशीर्षके +मार्गशीर्षपूर्णिमा +मार्गशीर्षपौर्णमास्यां +मार्गशीर्षमासः +मार्गशीर्षमासमाहात्म्यम् +मार्गशीर्षमासस्य +मार्गशीर्षमासे +मार्गशीर्षमाहात्म्ये +मार्गशीर्षश्च +मार्गशीर्षस्य +मार्गशीर्षादथारभ्य +मार्गशीर्षादिमासेषु +मार्गशीर्षी +मार्गशीर्षे +मार्गशीर्षेऽथ +मार्गशीर्षो +मार्गशीर्षोऽहमृतूनां +मार्गशीर्ष्या +मार्गशीर्ष्यां +मार्गशोभा +मार्गशोभां +मार्गश्च +मार्गश्रमं +मार्गसत्यं +मार्गसत्ये +मार्गसूची +मार्गस्तत्र +मार्गस्तु +मार्गस्ते +मार्गस्थं +मार्गस्थः +मार्गस्था +मार्गस्थितस्यापि +मार्गस्थो +मार्गस्य +मार्गस्यावरणेन +मार्गा +मार्गाः +मार्गाचलव्यतिकराकुलितेव +मार्गाणां +मार्गाणाम् +मार्गाणि +मार्गात् +मार्गादीनां +मार्गादौ +मार्गाद् +मार्गानुसारकः +मार्गानुसारिणः +मार्गान् +मार्गान्तरं +मार्गान्तरेण +मार्गाभेदः +मार्गाभ्यां +मार्गाय +मार्गारम् +मार्गावुपसंहरति +मार्गाश्च +मार्गिकः +मार्गितं +मार्गितव्यं +मार्गितव्यस्ततस्ततः +मार्गितव्या +मार्गिता +मार्गितुं +मार्गित्वा +मार्गी +मार्गीयवं +मार्गीयवम् +मार्गीयवे +मार्गीयवेण +मार्गे +मार्गेण +मार्गेणाधर्षितः +मार्गेणानेन +मार्गेणेति +मार्गेणैव +मार्गेत +मार्गेति +मार्गेभ्यः +मार्गेषु +मार्गेऽपि +मार्गैः +मार्गो +मार्गों +मार्गोऽपि +मार्गोऽयं +मार्गोऽस्ति +मार्गौ +मार्ग्गन्ति +मार्च +मार्चमासस्य +मार्चमासे +मार्च् +मार्ज +मार्जति +मार्जन +मार्जनं +मार्जनमाचमनं +मार्जनमिति +मार्जनम् +मार्जनस्य +मार्जना +मार्जनाचमने +मार्जनात् +मार्जनादिकम् +मार्जनान्ते +मार्जनी +मार्जनीं +मार्जनीयं +मार्जनीयम् +मार्जने +मार्जनेन +मार्जन्ति +मार्जन्या +मार्जय +मार्जयति +मार्जयते +मार्जयन्त +मार्जयन्तां +मार्जयन्तामिति +मार्जयन्ताम् +मार्जयन्ति +मार्जयन्ते +मार्जयन्तेऽथ +मार्जयन्तेऽथाह +मार्जयामास +मार्जयामि +मार्जयितुं +मार्जयित्वा +मार्जयित्वेध्माबर्हिरुपसाद्य +मार्जयेते +मार्जयेत् +मार्जयेद् +मार्जा +मार्जार +मार्जारं +मार्जारः +मार्जारतां +मार्जारनकुलौ +मार्जारश्च +मार्जारस्य +मार्जारा +मार्जाराः +मार्जाराणां +मार्जाराविव +मार्जारी +मार्जारे +मार्जारेण +मार्जारो +मार्जाल +मार्जालः +मार्जालीय +मार्जालीयं +मार्जालीयः +मार्जालीयदेशे +मार्जालीयम् +मार्जालीये +मार्जालीयो +मार्जितं +मार्जिता +मार्जिते +मार्ज्ज +मार्ज्जनं +मार्ज्जनम् +मार्ज्जने +मार्ज्जार +मार्ज्जारः +मार्ज्जारी +मार्ज्मि +मार्टि +मार्टिन +मार्टिन् +मार्डीकं +मार्डीकम् +मार्त +मार्तंड +मार्तंडं +मार्तंडो +मार्तण्ड +मार्तण्डं +मार्तण्डः +मार्तण्डमण्डलं +मार्तण्डमण्डले +मार्तण्डस्य +मार्तण्डे +मार्तण्डो +मार्ताण्ड +मार्ताण्डं +मार्ताण्डः +मार्ताण्डमास्यत् +मार्ताण्डाय +मार्ताण्डो +मार्तिकं +मार्त्तण्ड +मार्त्तण्डः +मार्त्तण्डस्य +मार्त्तण्डे +मार्त्तण्डेन +मार्त्तण्डो +मार्त्तिकं +मार्त्तिकः +मार्त्तिक्यं +मार्थ +मार्थे +मार्दङ्गिकः +मार्दङ्गिकपाणविकम् +मार्दव +मार्दवं +मार्दवमुरुता +मार्दवम् +मार्दवे +मार्दवेन +मार्द्दवं +मार्द्वीकं +मार्न +मार्प +मार्य +मार्यते +मार्यन्ते +मार्या +मार्याः +मार्य्या +मार्शल +मार्शल् +मार्ष +मार्षा +मार्षाः +मार्ष्टा +मार्ष्टि +मार्ष्टीति +मार्ष्टु +मार्ष्टुं +मार्ष्टुम् +मार्ष्टेर्गतिकर्मणः +मार्स +मार्सेलो +मार्स् +माल +मालं +मालः +मालइकुसुमसरिच्छं +मालक +मालकंसरागः +मालका +मालति +मालतिका +मालतिके +मालती +मालतीं +मालतीकुन्दगुल्मैश्च +मालतीकुसुमसदृशं +मालतीकुसुमैः +मालतीनां +मालतीपुष्पं +मालतीपुष्पवृन्ताभं +मालतीभिः +मालतीमाधव +मालतीमाधवं +मालतीमाधवम् +मालतीमाधवे +मालतीमालया +मालतीमाला +मालतीमालां +मालतीमाल्यभूषितम् +मालतीमाल्यमण्डितम् +मालतीमाल्यशोभितम् +मालतीमाल्यसंयुतम् +मालतीम् +मालतीवनम् +मालतीशशभृल्लेखाकदलीनां +मालत्या +मालत्यां +मालत्याः +मालत्यादीनां +मालत्याम् +मालदा +मालदामण्डलम् +मालभारिणी +मालभारी +मालम् +मालम्ब्य +मालयं +मालया +मालयापि +मालर्ती +मालव +मालवं +मालवः +मालवकः +मालवकैशिकः +मालवकैशिके +मालवदेशे +मालवपञ्चमः +मालवपञ्चमे +मालववेसरी +मालवश्रीः +मालवस्य +मालवा +मालवाः +मालवानां +मालवान् +मालवाश्च +मालवाश्चैव +मालवि +मालविअं +मालविआ +मालविआए +मालविका +मालविकां +मालविकाग्निमित्र +मालविकाग्निमित्रं +मालविकाग्निमित्रनाटके +मालविकाग्निमित्रम् +मालविकाग्निमित्रस्य +मालविकाग्निमित्रे +मालविकामिमित्रे +मालविकाया +मालविकायां +मालविकायाः +मालविकायाम् +मालविकाशिभित्रम् +मालविकाििमत्रे +मालविकेति +मालवी +मालवीय +मालवीयः +मालवीयस्य +मालवीरागः +मालवे +मालवो +मालव्य +मालव्यः +मालव्यां +मालशेज +मालसी +मालस्य +माला +मालां +मालाः +मालाओं +मालाकन्दः +मालाका +मालाकार +मालाकारः +मालाकारस्य +मालाकाराय +मालाकारी +मालाकारे +मालाकारेण +मालाकारो +मालागुणपरिक्षिप्ता +मालाजालैर्विराजितम् +मालाञ्च +मालातिलकौ +मालादीनां +मालादीपकं +मालादीपकम् +मालादीपकालंकारः +मालादूर्व्वा +मालाद्वीपः +मालाधरी +मालाधरो +मालानां +मालाप्रस्थकः +मालाबार +मालाभिः +मालाभिश्च +मालामन्त्रं +मालामन्त्रः +मालामन्त्रस्य +मालामन्त्राः +मालामन्त्रे +मालामम्लानपङ्कजाम् +मालामिव +मालाम् +मालाया +मालायां +मालायाः +मालायाम् +मालायै +मालारूपं +मालारूपकं +मालारूपत्वं +मालारूपा +मालारूपेण +मालावती +मालावतीं +मालावत्या +मालावत्युवाच +मालावान् +मालाविहारस्य +मालाश्च +मालासु +मालि +मालिअ +मालिक +मालिकः +मालिका +मालिकां +मालिकाः +मालिकाम् +मालिकायां +मालिके +मालिखेत् +मालिख्य +मालिदा +मालिदे +मालिन +मालिनं +मालिनः +मालिना +मालिनि +मालिनी +मालिनीं +मालिनीछन्दः +मालिनीतन्त्रे +मालिनीति +मालिनीतीरेषु +मालिनीमते +मालिनीम् +मालिनीविजयं +मालिनीविजये +मालिनीविजयोत्तर +मालिनीवृत्तमेतत् +मालिनीवृत्तम् +मालिने +मालिन्य +मालिन्यं +मालिन्यम् +मालिन्यस्य +मालिन्या +मालिन्यां +मालिन्यै +मालिश +माली +मालीयः +मालीयति +मालुः +मालूम +मालूर +मालूरः +मालूरफलं +मालूरस्य +मालूरु +माले +मालेति +मालेध +मालेन्द्रः +मालेयं +मालेरः +मालेव +मालैव +मालो +मालोक्य +मालोच्य +मालोपमा +माल् +माल्कम +माल्टो +माल्पीगिः +माल्य +माल्यं +माल्यग्रथनविकल्पाः +माल्यञ्च +माल्यमोदकहस्तैश्च +माल्यम् +माल्यवंतं +माल्यवतः +माल्यवता +माल्यवति +माल्यवती +माल्यवतो +माल्यवद्गन्धमादनौ +माल्यवन्तं +माल्यवस्त्रविभूषणैः +माल्यवांश्च +माल्यवांश्चैव +माल्यवांस्तथा +माल्यवानपि +माल्यवानिति +माल्यवान् +माल्यवान्नाम +माल्यस्य +माल्यादि +माल्यानां +माल्यानि +माल्यानुलेपनं +माल्यानुलेपनम् +माल्यानुलेपनैः +माल्ये +माल्येन +माल्येषु +माल्यै +माल्यैः +माल्यैर् +माल्यैश्च +माल्लं +माल्व्यं +माळ +माळस्य +माळा +माव +मावः +मावत +मावतः +मावतु +मावते +मावत्वस्मिन् +मावधीः +मावधीरय +मावन्तु +मावमंस्था +मावमंस्थाः +मावळ +मावश्यक +मावश्यकं +मावश्यकमिति +मावसाना +मावसानाः +मावस्य +मावह +मावहति +मावा +मावास्यायां +मावाहयामि +मावाह्य +मावि +माविश +माविश्य +माविष्टमश्विना +मावृत्य +मावे +मावेन् +मावेलिक्करा +मावो +माव॑ +माव॑तः +माव॑ते +माश +माशङ्कय +माशङ्क्य +माशब्द +माशब्दः +माशब्दस्य +माशब्दादिभ्य +माशब्दिकः +माशब्दो +माशयः +माशा +माशीः +माशु +माशुच +माशुचः +माश्च +माश्रये +माश्रितः +माश्रिताः +माश्रित्य +माष +माषं +माषः +माषकं +माषकः +माषकम् +माषकस्य +माषका +माषकाः +माषकेण +माषकैः +माषको +माषचूर्णं +माषचूर्णेन +माषद्वयं +माषद्वयमितं +माषपर्णी +माषपर्ण्यां +माषपर्ण्याम् +माषभक्तबलिं +माषभक्तबलिर्नमम +माषमन्थं +माषमयं +माषमात्रं +माषमितं +माषमेकं +माषवत् +माषवापाणि +माषवापानि +माषवापिणौ +माषवापिनौ +माषवापेण +माषविकलम् +माषशः +माषसूपेन +माषस्ते +माषस्य +माषस्यैका +माषा +माषांश्च +माषाः +माषाटीकासहित +माषाणां +माषाणामश्नीयात् +माषाणी +माषादि +माषानष्टौ +माषानस्मै +माषान् +माषान्नं +माषाश् +माषाश्च +माषास् +माषीणं +माषे +माषेण +माषेण्डरीं +माषेष्वश्वं +माषैः +माषैकं +माषैश्च +माषैश्चतुर्भिः +माषो +माषौ +माष्टादंष्ट्र +माष्यम् +मास +मासं +मासः +मासका +मासकृतं +मासकृत् +मासके +मासगणः +मासग्राह्या +मासचतुष्टयं +मासचतुष्टयम् +मासचतुष्टये +मासचतुष्टयेन +मासचुसेट्‍स +मासजात +मासजातः +मासजाता +मासतः +मासतत्त्वम् +मासतन्वोः +मासतुल्या +मासते +मासत्रयं +मासत्रयस्य +मासत्रयादूर्ध्वतः +मासत्रयानन्तरं +मासत्रये +मासत्रयेण +मासद्वयं +मासद्वयस्य +मासद्वये +मासद्वयेन +मासनं +मासनक्षत्रे +मासनामानि +मासनाम्ना +मासने +मासन्जोर् +मासपक्षान्तौ +मासपत्रिका +मासपर्यन्तं +मासपर्यन्तम् +मासपारायण +मासपूर्वः +मासपूर्वाय +मासभेदे +मासमग्निहोत्रं +मासमधीते +मासमध्ये +मासमात्रं +मासमात्रप्रयोगेण +मासमात्रम् +मासमात्रे +मासमात्रेण +मासमासीत +मासमास्ते +मासमास्यते +मासमिति +मासमिदं +मासमुपयुज्य +मासमुष्य +मासमेक +मासमेकं +मासमेकन्तु +मासमेकभक्तेन +मासमेकम् +मासमेकविंशेन +मासमेव +मासम् +मासयोः +मासरं +मासरः +मासरकुम्भं +मासरम् +मासरेण +मासरैः +मासर्क्षे +मासवृद्ध्याभितृप्यन्ति +मासव्रतं +मासश +मासशः +मासशब्दस्य +मासश्च +मासश्चान्द्रमसः +मासश्छन्दसि +मासषट्कं +मासषट्के +मासषट्केन +मासषोडशयोगेन +मासस् +मासस्तु +मासस्थितं +मासस्य +मासा +मासां +मासांते +मासांश् +मासांश्च +मासांश्चतुरः +मासांश्चतुरो +मासांस्तान् +मासांस्तान्नैते +मासांस्तान्मासेभ्यः +मासांस्तु +मासाः +मासाः॑ +मासाः॒ +मासातै +मासात् +मासात्पुनन्त्यहरहः +मासात्सुखीभवति +मासादि +मासादिकं +मासादिना +मासादूर्द्ध्वं +मासादूर्ध्वं +मासादौ +मासाद् +मासाद्य +मासाद्वयसि +मासाद्वा +मासाद्विपच्यते +मासान +मासानन्तः +मासानष्टौ +मासानां +मासानामत्ययात्प्रसूता +मासानाम् +मासानि +मासानिति +मासानुपयन्ति +मासानुमासं +मासानेकादशैव +मासानेव +मासान् +मासान्त +मासान्तं +मासान्तपाद +मासान्तपादे +मासान्तरे +मासान्ते +मासान्त् +मासान्न +मासान्यन्ति +मासान्स +मासाभ्यन्तरे +मासाभ्यां +मासाभ्यान्तरं +मासाभ्यान्तरम् +मासाम् +मासाय +मासार्द्धं +मासार्ध +मासार्धं +मासार्धमेव +मासार्धे +मासार्धेन +मासावधिमासकौ +मासावरः +मासावृतुः +मासाव् +मासाश् +मासाश्च +मासाश्चार्धमासाश्च +मासाष्टकं +मासास् +मासास्तथा +मासास्तु +मासास्ते +मासा॑ +मासा॑तै +मासा॒ +मासि +मासिक +मासिकं +मासिकः +मासिकम् +मासिकश्राद्धप्रयोगः +मासिकस्य +मासिका +मासिकानि +मासिकी +मासिके +मासिको +मासिमासि +मासिमास्य् +मासिर +मासिश्राद्धं +मासिश्राद्धमासिकश्राद्धे +मासिश्राद्धे +मासिश्राद्धेन +मासि॒ +मासी +मासीति +मासीत् +मासीनं +मासीनः +मासीष्ट +मासु +मासुः +मासुरी +मासे +मासेति +मासेन +मासेनैकेन +मासेनैव +मासेनैवोपभुञ्जीत +मासेनोपचितं +मासेपु +मासेभ्यः +मासेभ्यो +मासेमासे +मासेषु +मासेष्वतीतेषु +मासेऽतीते +मासेऽथ +मासेऽपि +मासेऽष्टमे +मासेऽस्मिन् +मासेि +मासै +मासैः +मासैकं +मासैकेन +मासैर् +मासैश्चान्तरन्यं +मासैस्तु +मासो +मासों +मासोत्तरं +मासोपरि +मासोपवासं +मासोपवासिनः +मासोपवासी +मासोऽपि +मासोऽयं +मासोऽस्य +मासौ +मासौ॑ +मास् +मास्को +मास्कोनगरम् +मास्टर +मास्टर् +मास्टर्स् +मास्ति +मास्तिवर्यः +मास्तु +मास्ते +मास्त्विति +मास्त्वित्यर्थः +मास्थाय +मास्थितः +मास्भावः +मास्म +मास्माकं +मास्मान् +मास्मिन् +मास्य +मास्यं +मास्यः +मास्यति +मास्यते +मास्यतो +मास्यन्नप्राशनम् +मास्यन्नरूपा +मास्यर्बुदं +मास्यष्टमे +मास्यसिते +मास्या +मास्यां +मास्याः +मास्यापूर्यमाणपक्षे +मास्यायुः +मास्य् +मास्लो +मास्व +मास्सु +मास॑रं॒ +मास॒ +माह +माहं +माहकाः +माहा +माहाकुलः +माहाकुलीनः +माहाचमस्यः +माहात्मा +माहात्म्य +माहात्म्यं +माहात्म्यकथनम् +माहात्म्यज्ञानपूर्वकभक्तिमन्तो +माहात्म्यञ्च +माहात्म्यमखिलं +माहात्म्यमतुलं +माहात्म्यमधिकं +माहात्म्यमपि +माहात्म्यमविमुक्तस्य +माहात्म्यमस्य +माहात्म्यमाह +माहात्म्यमिति +माहात्म्यमुक्तम् +माहात्म्यमुत्तमम् +माहात्म्यमेव +माहात्म्यम् +माहात्म्यवर्णनंनाम +माहात्म्यवर्णनम +माहात्म्यवर्णनम् +माहात्म्यव्रज्या +माहात्म्यस्य +माहात्म्यात् +माहात्म्यादि +माहात्म्ये +माहात्म्येन +माहात्स्यं +माहारजनं +माहारजनम् +माहाराजिकः +माहाऽऽपस्तम्बः +माहि +माहिं +माहिंसीः +माहितः +माहिती +माहित्थिः +माहित्रं +माहिनं +माहिनः +माहिनमत्यो +माहिनम् +माहिना +माहिनाय +माहिपं +माहिष +माहिषं +माहिषः +माहिषकं +माहिषका +माहिषञ्च +माहिषम् +माहिषिकः +माहिषी +माहिषे +माहिषेण +माहिषो +माहिष्मती +माहिष्मतीं +माहिष्मतीपतिः +माहिष्मत्यां +माहिष्मत्याः +माहिष्येण +माहि॑नं॒ +माहि॑नः +माहि॑नम् +माहि॑ना +माहि॑नाय +माहि॒ +माही +माहीं +माहुः +माहूय +माहृ +माहे +माहेंद्री +माहेन्द्र +माहेन्द्रं +माहेन्द्रः +माहेन्द्रग्रहः +माहेन्द्रनिवासिनः +माहेन्द्रमम्भः +माहेन्द्रम् +माहेन्द्रस्य +माहेन्द्रा +माहेन्द्री +माहेन्द्रीं +माहेन्द्रे +माहेन्द्रो +माहेमण्डलम् +माहेय +माहेयं +माहेयः +माहेयम् +माहेयाः +माहेयी +माहेशं +माहेशी +माहेश्वर +माहेश्वरं +माहेश्वरः +माहेश्वरखण्डः +माहेश्वरखण्डे +माहेश्वरखण्डेऽरुणाचलमाहात्म्य +माहेश्वरखण्डेऽरुणाचलमाहात्म्ये +माहेश्वरशिरोमणेः +माहेश्वरसूत्राणि +माहेश्वरस्य +माहेश्वरा +माहेश्वराः +माहेश्वराणि +माहेश्वरि +माहेश्वरी +माहेश्वरीं +माहेश्वरे +माहेश्वरेण +माहेश्वरो +माहेश्वर्यमित्येतदनेन +माहेश्वर्यमेषामिति +माहेश्वर्यै +माह्नः +माह्नो +माऽ +माऽति +माऽतिरीरिचो +माऽत्र +माऽद्य +माऽधा +माऽनेनेति +माऽप +माऽपि +माऽभि +माऽभिपाहि +माऽमृता +माऽमृतात् +माऽयं +माऽवतु +माऽवते +माऽवमंस्थाः +माऽव॑तः +माऽव॑ते +माऽस्तु +माऽस्त्विति +माऽस्य +माऽहं +माऽहमस्माल्लोकादस्माच्च +माऽहम् +माऽऽ +मा॑ +मा॑ग्ने॒ +मा॑त॒रिश्वा॑ +मा॑त॒रिश्वा॒ +मा॑दयन्ताम् +मा॑दयस्व +मा॑द॒यध्यै॑ +मा॑मृजुः +मा॑मृजे +मा॑रु॒तः +मा॑वतु +मा॒ +मा॒तरं॑ +मा॒तरं॒ +मा॒तरः॑ +मा॒तरा॑ +मा॒तरा॒ +मा॒तरो॑ +मा॒तरो॒ +मा॒तर॑ +मा॒तर॑ः +मा॒तर॑म् +मा॒ता +मा॒तुः +मा॒तुर॒स्या +मा॒तृभ्यो॒ +मा॒तृषु॑ +मा॒तृऽभिः॑ +मा॒तॄः +मा॒तेव॑ +मा॒त्रा +मा॒त्रे +मा॒त्रोः +मा॒त॒रिश्वा॑ +मा॒त॒रिश्व॑ने +मा॒दया॑से +मा॒दय॑ध्वं +मा॒दय॑न्ते +मा॒दय॑स्व +मा॒दय॑स्व॒ +मा॒द॒यध्यै॑ +मा॒द॒ये॒था॒म् +मा॒द॒य॒ध्व॒म् +मा॒द॒य॒न्ता॒म् +मा॒द॒य॒स्व॒ +मा॒ध्वी॒ +मा॒न्दा॒र्यस्य॑ +मा॒न्यस्य॑ +मा॒न॒वम् +मा॒यं +मा॒यया॑ +मा॒यया॒ +मा॒ययै॒तौ +मा॒या +मा॒याः +मा॒याभिः॑ +मा॒यिनं॑ +मा॒यिनं॒ +मा॒यिनः॑ +मा॒यिनो॑ +मा॒यिन॑म् +मा॒यी +मा॒युं +मा॒युम् +मा॒र्जय॑न्तां॒ +मा॒सः +मा॒सां +मा॒सि +मा॒सि॒ +मा॒सो +मा᳘मैत᳘स्मिन्त्स᳘ंवदिष्ठा +मा꣡ +मा꣢ +मा꣣ +मा꣣त꣡रः꣢ +मा꣣य꣡या꣢ +माꣳ +माꣳसं +माꣳसमश्नाति +माꣳसम् +माꣳसेन +मि +मिं +मिः +मिअ +मिक +मिकः +मिका +मिकावो +मिकी +मिक् +मिक्षा +मिखाइल् +मिग +मिग् +मिग्नेल् +मिच +मिच्च +मिच्छ +मिच्छता +मिच्छति +मिच्छन् +मिच्छन्ति +मिच्छसि +मिच्छा +मिच्छामि +मिछ +मिजि +मिजो +मिजोभाषा +मिजोरम +मिजोरमराज्यम् +मिजोराम +मिजोरामराज्यम् +मिजोरामराज्यसम्बद्धाः +मिजोरामराज्यस्य +मिजोरामराज्ये +मिजोराम् +मिझोरामराज्ये +मिञ् +मिट +मिटा +मिटाते +मिटाने +मिटार् +मिटि +मिट् +मिट्टी +मिठुने +मिड +मिडियाविकि +मिडीयाविकी +मिड् +मिढ् +मिण +मिण्ढको +मित +मितं +मितः +मितकथे +मितत्वापाकरणम् +मितद्रवः +मितद्रुः +मितद्रौ +मितद्र्वादित्वात् +मितद्र्वादिभ्य +मितनखे +मितभाषिणः +मितभाषिणि +मितभाषिणी +मितभाषी +मितभुक् +मितमन्नकाले +मितमिति +मितमे +मितमेव +मितम् +मितम्पचा +मितया +मितयो +मितविषयतया +मितवैक्रमाब्दः +मितवैक्रमाब्दमभितः +मितवैक्रमाब्दमभितो +मितवैक्रमाब्दमभितोऽनुमितः +मितवैक्रमाब्दानभितः +मितवैक्रमाब्दानभितो +मितवैक्रमाब्दानभितोऽनुमितः +मितवैक्रमाब्दान्तरालवर्ती +मितवैक्रमाब्दान्तराले +मितवैक्रमाब्दान्तरालेऽनुमितः +मितवैक्रमाब्दाभ्यणे +मितवैक्रमाब्दाभ्यणें +मितवैक्रमाब्दाभ्यर्णे +मितवैक्रमाब्दे +मितशकाब्दमभितः +मितशकाब्दे +मितश् +मितश्च +मितस् +मितस्य +मिता +मितां +मिताः +मिताक्षर +मिताक्षरं 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+मिथ्याभिशंसने +मिथ्याभिशस्तिं +मिथ्याभूत +मिथ्याभूतं +मिथ्याभूतमपि +मिथ्याभूतस्य +मिथ्याभूतस्यापि +मिथ्याभूतस्यैव +मिथ्याभूता +मिथ्याभूताः +मिथ्याभूते +मिथ्यामतिः +मिथ्याम्ब +मिथ्यायोग +मिथ्यायोगः +मिथ्यारूप +मिथ्यार्था +मिथ्यार्थे +मिथ्यावचनं +मिथ्यावस्तु +मिथ्यावाक् +मिथ्यावाक्यं +मिथ्यावादिनि +मिथ्यावादी +मिथ्यावादे +मिथ्यावादो +मिथ्याविनीतश्च +मिथ्याविश्वासेन +मिथ्यावृत्तं +मिथ्यासाक्षिप्रदातारं +मिथ्यासाक्षी +मिथ्यासाक्ष्यं +मिथ्याहारविहारतः +मिथ्याहारविहारिणाम् +मिथ्येति +मिथ्येत्यर्थः +मिथ्येत्यादि +मिथ्यैतत् +मिथ्यैतदिति +मिथ्यैतन्नाभिजानामि +मिथ्यैव +मिथ्यैवेति +मिथ्यैष +मिथ्योक्तौ +मिथ्योत्तरं +मिथ्योत्तरे +मिथ्योपचरितो +मिथ्योपचारः +मिथ्योपचारतः +मिथ्योपचारात् +मिथ्योपपदात् +मिथ्योपपदात्कृञोऽभ्यासे +मिद +मिदं +मिदचोन्त्यात्पर +मिदचोऽन्त्यात् +मिदचोऽन्त्यात्परः +मिदमिति +मिदम् +मिदा +मिदानीं +मिदि +मिदृ +मिदेर्गुण +मिदेर्गुणः +मिद् +मिद्गाथिनो +मिद्धं +मिद्यते +मिध +मिन +मिनं +मिनः +मिनट +मिनतीः +मिनत् +मिनत्ति +मिनन् +मिनन्ता +मिनन्ति +मिना +मिनाति +मिनामि +मिनार् +मिनि +मिनिः +मिनिट् +मिनिट्स् +मिनी +मिनीमसि +मिनुते +मिनुयात् +मिनुयाद् +मिने +मिनेसोटा +मिनो +मिनोति +मिनोतीति +मिनोतु +मिनोत्य् +मिनोमि +मिन् +मिन्दा +मिन्दाभूत् +मिन्दाहुती +मिन्दौ +मिन्द्र +मिन्द्रियं +मिन्द्रियाणां +मिन्द्रो +मिन्न +मिन्नं +मिन्नः +मिन्नम् +मिन्ना +मिन्ने +मिन्नो +मिन्नौ +मिन्वति +मिन्वन् +मिन्वन्ति +मिन्हाज +मिप +मिपः +मिपक् +मिपि +मिपो +मिप् +मिप्रत्ययः +मिम +मिमं +मिमत +मिमते +मिमते॒ +मिमन्ति +मिमा +मिमां +मिमाति +मिमाते +मिमानः +मिमानमनुमन्त्रयते +मिमाना +मिमानाः +मिमाने +मिमानो +मिमानौ +मिमाम् +मिमाय +मिमा॑ति +मिमा॑नः +मिमा॑ना +मिमा॑नाः +मिमा॑ना॒ +मिमा॑नो +मिमा॑नो॒ +मिमि +मिमिक्ष +मिमिक्षतं +मिमिक्षतम् +मिमिक्षतां +मिमिक्षताम् +मिमिक्षति +मिमिक्षिरे +मिमिक्षुः +मिमिक्षे +मिमिक्ष्व +मिमिदे +मिमिलुः +मिमी +मिमीत +मिमीतं +मिमीतम् +मिमीतामश्विना +मिमीतामिति +मिमीताम् +मिमीते +मिमीध्वम् +मिमीमहे +मिमीमहे॒ +मिमीयाः +मिमीयात् +मिमीष्व +मिमीहि +मिमी॑ते +मिमी॑त॒ +मिमे +मिमेति +मिमेथ +मिम् +मिम्यक्ष +मिम्ये +मिय +मियं +मियः +मियते +मियर्थः +मिया +मियां +मियाओ +मियात् +मिये +मियेधः +मियेधे +मियेध्य +मियो +मिर +मिरज +मिरि +मिरे +मिर्च +मिर्ज़ा +मिर्जा +मिर्जापुरमण्डलम् +मिर्जापुरम् +मिर्यते +मिल +मिलइ +मिलकर +मिलके +मिलत +मिलतः +मिलता +मिलतां +मिलति +मिलती +मिलतु +मिलते +मिलत्यलम् +मिलत्येव +मिलदिति +मिलन +मिलनं +मिलनम् +मिलना +मिलने +मिलनेका +मिलन् +मिलन्तः +मिलन्ति +मिला +मिलाकर +मिलान +मिलाने +मिलाप +मिलावे +मिलि +मिलिखा +मिलित +मिलितं +मिलितः +मिलितत्वात् +मिलितम् +मिलितयोः +मिलितवती +मिलितवन्तः +मिलितवन्तौ +मिलितवान् +मिलितस्य +मिलिता +मिलितां +मिलिताः +मिलितानां +मिलितानि +मिलितान् +मिलितावेव +मिलितास्तु +मिलितास्ते +मिलितुं +मिलिते +मिलितेन +मिलितेभ्य +मिलितेषु +मिलितैः +मिलितो +मिलितौ +मिलित्वा +मिलित्वैव +मिलिन्द +मिलिन्दः +मिलिन्दाः +मिलिन्दे +मिलिय +मिलियन +मिलियने +मिलियनेर् +मिलियन् +मिलिया +मिलिष्यति +मिलिष्यन्ति +मिली +मिलीमीटर +मिले +मिलें +मिलेंगे +मिलेगा +मिलेगी +मिलेताम् +मिलेत् +मिलेद् +मिलो +मिल् +मिल्खा +मिल्लीमीटर्मितः +मिल्स् +मिळिन्दः +मिव +मिवारप्रतापम् +मिवि +मिवेति +मिश +मिशन +मिशनरी +मिशन् +मिशि +मिशिः +मिशिगन +मिशी +मिशेल +मिश्च +मिश्या +मिश्र +मिश्रं +मिश्रः +मिश्रक +मिश्रकं +मिश्रकः +मिश्रकम् +मिश्रकव्यवहारः +मिश्रकव्यवहारे +मिश्रका +मिश्रकादिवर्गः +मिश्रकाद्भुतावर्त्तः +मिश्रकावणम् +मिश्रके +मिश्रकेण +मिश्रकेशी +मिश्रको +मिश्रग्रहणे +मिश्रञ्च +मिश्रण +मिश्रणं +मिश्रणम् +मिश्रणस्य +मिश्रणा +मिश्रणात् +मिश्रणामिश्रणयोः +मिश्रणे +मिश्रणेन +मिश्रता +मिश्रतां +मिश्रत्वं +मिश्रदेशस्य +मिश्रधनम् +मिश्रधनेन +मिश्रधान्यानि +मिश्रपुष्पा +मिश्रप्रकरणम् +मिश्रप्रकरणे +मिश्रफलं +मिश्रफला +मिश्रमव्यवहितमादिभागयमकम् +मिश्रमिति +मिश्रमिव +मिश्रम् +मिश्रय +मिश्रयति +मिश्रयतीति +मिश्रयन् +मिश्रयन्ति +मिश्रयन्ती +मिश्रया +मिश्रयिता +मिश्रयितृतम +मिश्रयित्वा +मिश्रयेत् +मिश्रवनं +मिश्रवाससः +मिश्रविरचितायां +मिश्रविष्कम्भः +मिश्रशैल्या +मिश्रश्च +मिश्रश्रीवाचस्पतिविरचितायां +मिश्रस्य +मिश्रा +मिश्रां +मिश्राः +मिश्राणां +मिश्राणि +मिश्रात् +मिश्रान् +मिश्रास्तु +मिश्रित +मिश्रितं +मिश्रितः +मिश्रितम् +मिश्रिता +मिश्रितां +मिश्रिताः +मिश्रितानि +मिश्रितान् +मिश्रितासु +मिश्रिते +मिश्रितेन +मिश्रितैः +मिश्रितो +मिश्री +मिश्रीकरणं +मिश्रीकरणम् +मिश्रीकरणे +मिश्रीकृतं +मिश्रीकृत्य +मिश्रीक्रियते +मिश्रीभवन्ति +मिश्रीभावं +मिश्रीभावः +मिश्रीभूते +मिश्रे +मिश्रेण +मिश्रेति +मिश्रेयसस्यम् +मिश्रेया +मिश्रेयायां +मिश्रैः +मिश्रैर्मिश्रं +मिश्रो +मिश्रौ +मिश्र्यते +मिष +मिषं +मिषः +मिषतः +मिषता +मिषतां +मिषतामाच्छिनत्ति +मिषति +मिषतो +मिषत् +मिषन्तं +मिषन्ति +मिषात् +मिषिः +मिषु +मिषेण +मिष् +मिष्ट +मिष्टं +मिष्टः +मिष्टञ्च +मिष्टभोजनम् +मिष्टमन्नं +मिष्टमश्नाति +मिष्टमिष्टं +मिष्टम् +मिष्टा +मिष्टां +मिष्टानां +मिष्टानि +मिष्टान् +मिष्टान्न +मिष्टान्नं +मिष्टान्नभोजनम् +मिष्टान्नमितरे +मिष्टान्नानां +मिष्टान्नानि +मिष्टान्नेन +मिष्टालुकम् +मिष्टेन +मिष्टो +मिष्ठान्नभोजनम् +मिष्यति +मिष्यते +मिस +मिसि +मिसिः +मिसिसिपी +मिसी +मिसूरी +मिस् +मिस्टर +मिस्टर् +मिस्र +मिस्सिन्ग् +मिह +मिहं +मिहं॒ +मिहः +मिहः॑ +मिहम् +मिहि +मिहिका +मिहिर +मिहिरं +मिहिरः +मिहिरस्य +मिहिरेण +मिहे +मिहेः +मिहो +मिह् +मिह॑म् +मिित +मिी +मि॑त्र +मि॑त्रावरुणा +मि॑थु॒ना +मि॑नत् +मि॑नन्ति +मि॑नन्ति॒ +मि॑नाति +मि॑नाति॒ +मि॑माय॒ +मि॑मिक्षतम् +मि॑मिक्षताम् +मि॑मीहि॒ +मि॑येध्य +मि॒तद्र॑वः +मि॒ता +मि॒त्र +मि॒त्रं +मि॒त्रः +मि॒त्रम् +मि॒त्रश्च॑ +मि॒त्रश्च॒ +मि॒त्रस्तन्नो॒ +मि॒त्रस्या॑र्य॒म्णः +मि॒त्रस्य॑ +मि॒त्रस्य॒ +मि॒त्रा +मि॒त्राग्निं +मि॒त्राय॑ +मि॒त्राय॒ +मि॒त्रावरु॑णा +मि॒त्रावरु॑णाभ्यां +मि॒त्रावरु॑णा॒ +मि॒त्रावरु॑णौ +मि॒त्रावरु॑णौ॒ +मि॒त्रासः॑ +मि॒त्रासो॒ +मि॒त्रा॒व॒रु॒णा॒ +मि॒त्रा॒व॒रु॒णौ॒ +मि॒त्रिणः॑ +मि॒त्रे +मि॒त्रेण॒ +मि॒त्रो +मि॒त्र॒ +मि॒त्र॒ऽम॒हः॒ +मि॒त्वा +मि॒थः +मि॒थु॒ना +मि॒थु॒नौ +मि॒थो +मि॒नन्ति॑ +मि॒ना॒ति॒ +मि॒न॒न्ति॒ +मि॒मा॒य॒ +मि॒मि॒क्षुः॒ +मि॒मि॒क्ष॒त॒म् +मि॒मी॒ते॒ +मि॒म्यक्ष॒ +मि॒म॒ते॒ +मि॒येधः॑ +मि॒ये॒ध्य॒ +मि॒श्रा +मि꣣ +मि꣣त्रः꣢ +मि꣣त्रो꣡ +मी +मीं +मीः +मीङ् +मीच +मीञ् +मीटर +मीटरदूरे +मीटरमितं +मीटरमितम् +मीटरम् +मीटर् +मीटर्मितं +मीटर्मितः +मीटर्मितम् +मीटर्मिते +मीटर्युतः +मीटर्स् +मीठा +मीठी +मीठे +मीडिया +मीडियाविकि +मीडियाविकिसम्भाषणम् +मीढः +मीढुष +मीढुषः +मीढुषी +मीढुषे +मीढुषो +मीढुष्टम +मीढुष्टमः +मीढुष्टमाय +मीढुष्यै +मीढ्वः +मीढ्वस् +मीढ्वस्तोकाय +मीढ्वाँ +मीढ्वां +मीढ्वांश्च +मीढ्वांसं +मीढ्वान् +मीढ्व॑स्तो॒काय॒ +मीणा +मीत +मीतया +मीता +मीति +मीतै +मीतो +मीत्यर्थः +मीत्या +मीत्वा +मीन +मीनं +मीनः +मीनकृषिविभागः +मीनकेतन +मीनकेतनः +मीनकेतुः +मीनगते +मीनगन्धा +मीनघोषौ +मीनध्वजस्य +मीनभाषा +मीनमबाक्कम +मीनमबाक्कम् +मीनमेषयोः +मीनमेषसन्धौ +मीनम् +मीनयोनौ +मीनरङ्कः +मीनराशिः +मीनराशिगत +मीनराशिगते +मीनराशिमें +मीनराशौ +मीनलग्ने +मीनलोचना +मीनवती +मीनश्च +मीनसंस्थे +मीनस्तु +मीनस्थे +मीनस्य +मीना +मीनांशे +मीनाः +मीनाक्षि +मीनाक्षी +मीनाक्षीं +मीनाक्षीपञ्चरत्नम् +मीनाक्षीस्तोत्रम् +मीनाति +मीनातिमिनोति +मीनातिमिनोतिदीङां +मीनातेर्निगमे +मीनादि +मीनादिस्थो +मीनादौ +मीनानां +मीनान् +मीनान्तं +मीनान्तात् +मीनाम्बिके +मीनाश्च +मीनीते +मीने +मीनेन +मीनैः +मीनो +मीनोदये +मीनौ +मीपे +मीम +मीमा +मीमाँ +मीमाँसन्ते +मीमाँसा +मीमां +मीमांस +मीमांसक +मीमांसकं +मीमांसकः +मीमांसककञ्चुकानुप्रविष्टाः +मीमांसकमते +मीमांसकमतेऽपि +मीमांसकस्य +मीमांसका +मीमांसकाः +मीमांसकादीनां +मीमांसकानां +मीमांसकानामपि +मीमांसकानाम् +मीमांसकास्तु +मीमांसकेन +मीमांसकेषु +मीमांसकै +मीमांसकैः +मीमांसकैरपि +मीमांसकैश्च +मीमांसको +मीमांसकोक्तं +मीमांसकोक्ते +मीमांसते +मीमांसन्त +मीमांसन्ते +मीमांसमानस्य +मीमांसया +मीमांसा +मीमांसां +मीमांसाः +मीमांसाकंचुक +मीमांसाकरणं +मीमांसादर्शनम् +मीमांसादर्शनस्य +मीमांसादर्शने +मीमांसान्यायप्रकाशः +मीमांसाभाष्ये +मीमांसाया +मीमांसायां +मीमांसायाः +मीमांसायाम् +मीमांसाशास्त्रं +मीमांसाशास्त्रम् +मीमांसाशास्त्रस्य +मीमांसाशास्त्रे +मीमांसाश्लोकवार्त्तिकं +मीमांसाश्लोकवार्त्तिकम् +मीमांसासूत्राणां +मीमांसासूत्राणि +मीमांसितः +मीमांसितम् +मीमांसितस्य +मीमांसिषते +मीमांसेत +मीमांस्यं +मीमांस्यते +मीमाघुरभलभशकपतपदामच +मीमाय +मीमृ +मीमृषः +मीमृषो +मीम् +मीय +मीयत +मीयतां +मीयते +मीयतेऽनेन +मीयतेऽनेनेति +मीयन्त +मीयन्ते +मीयमानः +मीयमानस्य +मीयमाना +मीयमाने +मीयमानैकरूपेषु +मीयमानो +मीयात् +मीयेत +मीर +मीरा +मीराबाई +मीराबेन +मीरायाः +मीरितं +मीरितम् +मीर् +मील +मीलति +मीलनं +मीलनाय +मीलने +मीलन्ति +मीलयितुं +मीलयित्वा +मीलि +मीलित +मीलितं +मीलितमिति +मीलितम् +मीलितलोचनः +मीलिता +मीलिताक्षं +मीलिताक्षस्य +मीलितालङ्कारः +मीलिते +मीले +मील् +मील्यते +मीळ्हुषः +मीळ्हुषे +मीळ्हुष्टमाय +मीळ्हे +मीव +मीवति +मीवा +मीश्वरम् +मीसू +मी॒ढुषे +मी॒ढ्वः॒ +मी॒ढ्वाँ +मी॒ढ्वान् +मी॒ळ्हुषः॑ +मी॒ळ्हुषे॑ +मी॒ळ्हुषो॑ +मी॒ळ्हुष॑ः +मी॒ळ्हे +मु +मुँह +मुं +मुंगेर +मुंच +मुंचंति +मुंचत +मुंचति +मुंचते +मुंचामि +मुंचेति +मुंज +मुंड +मुंडं +मुंडनं +मुंडा +मुंडिदे +मुंडी +मुंबई +मुंबय्यां +मुंह +मुः +मुअम्मर् +मुक +मुकं +मुकः +मुकय +मुकयी +मुकर्जी +मुका +मुकाः +मुकावली +मुकावळी +मुकावळ्यां +मुकि +मुकु +मुकुं +मुकुंद +मुकुंदं +मुकुंदस्य +मुकुंदा +मुकुंदो +मुकुट +मुकुटं +मुकुटः +मुकुटद्वयम् +मुकुटमणि +मुकुटमणिः +मुकुटम् +मुकुटस्य +मुकुटा +मुकुटाः +मुकुटादयः +मुकुटानां +मुकुटानि +मुकुटान् +मुकुटी +मुकुटे +मुकुटेकार्षापणम् +मुकुटेन +मुकुटेनापवृत्तेन +मुकुटेनार्कवर्णेन +मुकुटेश्वरी +मुकुटेषु +मुकुटैः +मुकुटो +मुकुटोपरि +मुकुन्द +मुकुन्दं +मुकुन्दः +मुकुन्दकुन्दनीलाश्च +मुकुन्दमाला +मुकुन्दमालायाम् +मुकुन्दम् +मुकुन्दविक्रमो +मुकुन्दश्च +मुकुन्दस्तेन +मुकुन्दस्य +मुकुन्दा +मुकुन्दाय +मुकुन्दे +मुकुन्देन +मुकुन्दो +मुकुन्दोऽपि +मुकुन्दोऽमितविक्रमः +मुकुर +मुकुरं +मुकुरः +मुकुरस्य +मुकुरादर्शौ +मुकुरे +मुकुरेण +मुकुरो +मुकुरोदरसन्निभा +मुकुल +मुकुलं +मुकुलः +मुकुलम् +मुकुलस्तथा +मुकुलस्य +मुकुला +मुकुलाकारं +मुकुलानि +मुकुलित +मुकुलितं +मुकुलितः +मुकुलिता +मुकुलिताक्षी +मुकुलिताक्षीं +मुकुलिते +मुकुलीकृताङ्गुलौ +मुकुलीकृत्य +मुकुलीभवन्ति +मुकुले +मुकुलैः +मुकुलो +मुकुष्टकः +मुकूलकः +मुके +मुकेशः +मुकेशस्य +मुक् +मुक्का +मुक्कावली +मुक्कावळी +मुक्कावळ्यां +मुक्के +मुक्को +मुक्त +मुक्तं +मुक्तः +मुक्तक +मुक्तकं +मुक्तकः +मुक्तकच्छशिखोऽपि +मुक्तकण्ठं +मुक्तकण्ठेन +मुक्तकम् +मुक्तकानि +मुक्तकिल्बिषाः +मुक्तके +मुक्तकेशं +मुक्तकेशः +मुक्तकेशा +मुक्तकेशां +मुक्तकेशाः +मुक्तकेशाय +मुक्तकेशाश्च +मुक्तकेशी +मुक्तकेशीं +मुक्तकेशेन +मुक्तकेशो +मुक्तकेषु +मुक्तकोटयः +मुक्तकोणः +मुक्तजीवः +मुक्ततया +मुक्तता +मुक्ततां +मुक्ततामेति +मुक्तताम् +मुक्तत्वं +मुक्तत्वम् +मुक्तत्वात् +मुक्तत्वे +मुक्तपतिं +मुक्तपते +मुक्तपरिवार +मुक्तपापो +मुक्तपुरुषेषु +मुक्तपुष्पाणां +मुक्तप्राय +मुक्तबन्धः +मुक्तबन्धनः +मुक्तमपि +मुक्तमिति +मुक्तमिदं +मुक्तमूर्धजा +मुक्तमूर्धजाः +मुक्तमेव +मुक्तमौनः +मुक्तम् +मुक्तय +मुक्तयः +मुक्तया +मुक्तये +मुक्तयोः +मुक्तराट् +मुक्तलज्जां +मुक्तवत् +मुक्तवा +मुक्तवान् +मुक्तविचारयेति +मुक्तविरोधः +मुक्तविरोधादिति +मुक्तशापं +मुक्तशापो +मुक्तशिखो +मुक्तश्च +मुक्तसंगः +मुक्तसंशयं +मुक्तसंशयः +मुक्तसंशयाः +मुक्तसङ्ग +मुक्तसङ्गः +मुक्तसङ्गो +मुक्तसङ्गोऽनहंवादी +मुक्तसङ्‌गः +मुक्तस्ततो +मुक्तस्तथा +मुक्तस्तदा +मुक्तस्तया +मुक्तस्तु +मुक्तस्त्वं +मुक्तस्य +मुक्तस्यापि +मुक्तस्येति +मुक्तस्वरूपं +मुक्तहस्तता +मुक्ता +मुक्तां +मुक्ताः +मुक्ताकणः +मुक्ताकलापस्य +मुक्ताकारतया +मुक्तागुणमिव +मुक्ताजालग्रथितमलकं +मुक्ताजालैः +मुक्तातपत्रं +मुक्तात्मनः +मुक्तात्मनां +मुक्तात्मनो +मुक्तात्मा +मुक्तात्मानो +मुक्तादाम +मुक्तादामविभूषितम् +मुक्तादि +मुक्तानन्दस्वामी +मुक्ताना +मुक्तानां +मुक्तानामपि +मुक्तानाम् +मुक्तानि +मुक्तानिका +मुक्तानिकां +मुक्तानिकाः +मुक्तानिकास्तथा +मुक्तानी +मुक्तानीनां +मुक्तान् +मुक्तान्य +मुक्तान्यः +मुक्तान्यो +मुक्तापीडस्य +मुक्ताफल +मुक्ताफलं +मुक्ताफलकेतुं +मुक्ताफलकेतुः +मुक्ताफलकेतुना +मुक्ताफलकेतुश्च +मुक्ताफलतां +मुक्ताफलध्वजः +मुक्ताफलध्वजो +मुक्ताफलम् +मुक्ताफलवज्रयुक्तो +मुक्ताफलस्य +मुक्ताफलानां +मुक्ताफलानि +मुक्ताफलानीव +मुक्ताफलाष्टकयुतं +मुक्ताफले +मुक्ताफलेषु +मुक्ताफलैः +मुक्ताभिः +मुक्तामणिः +मुक्तामणिविभूषितम् +मुक्तामय +मुक्तामयं +मुक्तामयी +मुक्तामाणिक्य +मुक्तामाणिक्यहीरकम् +मुक्तामाला +मुक्तामालां +मुक्ताय +मुक्तायज्ञोपवीतानि +मुक्ताया +मुक्तायां +मुक्तालता +मुक्ताव +मुक्तावपि +मुक्तावली +मुक्तावलीं +मुक्तावलीयं +मुक्तावल्या +मुक्तावल्यां +मुक्तावळा +मुक्तावळी +मुक्तावळ्यां +मुक्तावस्थायां +मुक्ताविति +मुक्तावुत्तिष्ठते +मुक्ताश्च +मुक्तासनं +मुक्तासु +मुक्तास्तथा +मुक्तास्तिष्ठन्ति +मुक्तास्तु +मुक्तास्ते +मुक्तास्फोट +मुक्तास्फोटः +मुक्ताहार +मुक्ताहारं +मुक्ताहारः +मुक्ताहाराः +मुक्ताहाराख्याने +मुक्ताहारेण +मुक्ताहारैः +मुक्ताहारो +मुक्ति +मुक्तिं +मुक्तिः +मुक्तिकरं +मुक्तिका +मुक्तिकामः +मुक्तिकामस्तु +मुक्तिकामस्य +मुक्तिकामो +मुक्तिकारणम् +मुक्तिकाले +मुक्तिको +मुक्तिकोपनिषत् +मुक्तिकोपनिषदि +मुक्तिक्षेत्रं +मुक्तिक्षेत्रमिदं +मुक्तिक्षेत्रेषु +मुक्तिगः +मुक्तिगाः +मुक्तिगो +मुक्तिञ्च +मुक्तिद +मुक्तिदं +मुक्तिदः +मुक्तिदम् +मुक्तिदशायां +मुक्तिदश्च +मुक्तिदा +मुक्तिदां +मुक्तिदाः +मुक्तिदाता +मुक्तिदानं +मुक्तिदानि +मुक्तिदाय +मुक्तिदायकः +मुक्तिदायकम् +मुक्तिदायकाः +मुक्तिदायिका +मुक्तिदायिनी +मुक्तिदो +मुक्तिद्वारं +मुक्तिधर्मे +मुक्तिपदं +मुक्तिप्रदं +मुक्तिप्रदा +मुक्तिप्रदायकम् +मुक्तिप्रदायिनी +मुक्तिप्रदो +मुक्तिफलं +मुक्तिफलप्रदा +मुक्तिबीजं +मुक्तिबीजमनुत्तमम् +मुक्तिभाक् +मुक्तिभागिनः +मुक्तिभागी +मुक्तिभाग् +मुक्तिभाग्भवेत् +मुक्तिभाजः +मुक्तिभाजनम् +मुक्तिभाजां +मुक्तिभाजो +मुक्तिमवाप +मुक्तिमवाप्नुयात् +मुक्तिमवाप्नोति +मुक्तिमवाप्स्यसि +मुक्तिमस्मात् +मुक्तिमाप +मुक्तिमाप्तवान् +मुक्तिमाप्नुयात् +मुक्तिमाप्नुयुः +मुक्तिमाप्नोति +मुक्तिमायांति +मुक्तिमायान्ति +मुक्तिमार्ग +मुक्तिमार्गं +मुक्तिमार्गः +मुक्तिमार्गस्य +मुक्तिमार्गे +मुक्तिमिच्छता +मुक्तिमिच्छति +मुक्तिमिच्छसि +मुक्तिमेति +मुक्तिमेव +मुक्तिम् +मुक्तियोग्या +मुक्तियोग्याः +मुक्तियोग्यानां +मुक्तिरपि +मुक्तिरपेक्षते +मुक्तिरस्ति +मुक्तिरस्तीति +मुक्तिराश्रयः +मुक्तिरिति +मुक्तिरित्यत +मुक्तिरित्यर्थः +मुक्तिरित्यादि +मुक्तिरित्यादिनिरूपणनामा +मुक्तिरित्याह +मुक्तिरित्युक्तम् +मुक्तिरिष्यते +मुक्तिरीरिता +मुक्तिरुक्ता +मुक्तिरुच्यते +मुक्तिरूपा +मुक्तिरेव +मुक्तिरेषा +मुक्तिर् +मुक्तिर्न +मुक्तिर्नास्ति +मुक्तिर्भवति +मुक्तिर्भवतीति +मुक्तिर्भविष्यति +मुक्तिर्भवेत् +मुक्तिर्भवेद् +मुक्तिर्लभ्यते +मुक्तिर्वा +मुक्तिर्वै +मुक्तिर्हि +मुक्तिलक्षणम् +मुक्तिविषयः +मुक्तिश्च +मुक्तिश्चापि +मुक्तिश्चेति +मुक्तिश्चेत्यादि +मुक्तिश्चेत्यादिनिरूपणनामा +मुक्तिसाधनं +मुक्तिसाधनत्वं +मुक्तिसाधनम् +मुक्तिसाधने +मुक्तिसिद्धये +मुक्तिस्तत्र +मुक्तिस्तथा +मुक्तिस्तस्य +मुक्तिस्तु +मुक्तिस्ते +मुक्तिस्तेषां +मुक्तिस्थानं +मुक्तिहेतवे +मुक्तिहेतुः +मुक्तिहेतुत्वं +मुक्ती +मुक्ते +मुक्तेः +मुक्तेति +मुक्तेन +मुक्तेरपि +मुक्तेर्न +मुक्तेव +मुक्तेश +मुक्तेशं +मुक्तेश्च +मुक्तेषु +मुक्तेष्वपि +मुक्तेस्तुल्यां +मुक्तै +मुक्तैः +मुक्तैर्मोक्षस्य +मुक्तैव +मुक्तैश्च +मुक्तो +मुक्तोभवति +मुक्तोसि +मुक्तोऽत्र +मुक्तोऽथ +मुक्तोऽपि +मुक्तोऽभवत् +मुक्तोऽयं +मुक्तोऽसि +मुक्तोऽसौ +मुक्तोऽस्मि +मुक्तोऽहं +मुक्तोऽहमिति +मुक्तौ +मुक्त्यर्थं +मुक्त्यर्थानां +मुक्त्यर्थे +मुक्त्या +मुक्त्यै +मुक्त्वा +मुक्त्वेति +मुक्त्वैकं +मुक्त्वैकां +मुक्त्वैव +मुक्वा +मुक्षत +मुक्षीजयेव +मुक्षीय +मुख +मुखँ +मुखं +मुखं॑ +मुखं॒ +मुखः +मुखकमल +मुखकमलं +मुखकमलम् +मुखके +मुखको +मुखग्रहणं +मुखचन्द्र +मुखचन्द्रं +मुखचन्द्रः +मुखचन्द्रस्य +मुखचन्द्रेण +मुखचन्द्रो +मुखचपला +मुखच्छाया +मुखच्छायानुकारी +मुखज +मुखजा +मुखजानामयं +मुखजेनाग्निना +मुखजो +मुखञ्च +मुखत +मुखतः +मुखतस् +मुखतस्त्रिवृतं +मुखतारं +मुखतारा +मुखतिक्तता +मुखतीयम् +मुखतुण्डकेन +मुखतुलयुतिः +मुखतो +मुखतोभूय +मुखत्वात् +मुखत्वेन +मुखदं +मुखदन्तामयापहम् +मुखदुष्टा +मुखदूषिकाः +मुखद्वयम् +मुखद्वारं +मुखद्वारा +मुखधावनम् +मुखधावने +मुखन +मुखनासिका +मुखनासिकाभ्यां +मुखनासिकावचनोऽनुनासिकः +मुखनिःसृतम् +मुखनिर्वहणे +मुखन्तु +मुखपंकजम् +मुखपङ्कजं +मुखपङ्कजम् +मुखपङ्कजे +मुखपत्र +मुखपद्मं +मुखपद्मानि +मुखपर +मुखपाकनुत् +मुखपाके +मुखपाको +मुखपुटम् +मुखपुटस्य +मुखपुटे +मुखपृष्ठ +मुखपृष्ठं +मुखपृष्ठम् +मुखपृष्ठस्य +मुखपृष्ठे +मुखप्रक्षालनं +मुखप्रतिमुखे +मुखप्रसाधनविधौ +मुखप्रसेकश्च +मुखप्रियः +मुखबन्धनं +मुखबाहूरुपज्जानां +मुखबाहूरुपादतः +मुखभद्र +मुखभद्रं +मुखभद्रकम् +मुखभागं +मुखभागे +मुखभेदेन +मुखम +मुखमंसविवर्ति +मुखमग्रे +मुखमङ्ग्धि +मुखमण्डप +मुखमण्डपः +मुखमण्डपम् +मुखमण्डपे +मुखमण्डलं +मुखमण्डलम् +मुखमण्डले +मुखमण्डिका +मुखमध्ये +मुखमनक्षरं +मुखमनेन +मुखमपि +मुखमपोहामीति +मुखमसि +मुखमस्ति +मुखमस्य +मुखमस्याः +मुखमा +मुखमागत्य +मुखमाच्छाद्य +मुखमात्रे +मुखमात्रेण +मुखमाधुर्यं +मुखमानं +मुखमारुतेन +मुखमालोक्य +मुखमाविर्भवति +मुखमावृत्य +मुखमासीत् +मुखमासीद् +मुखमासीद्बाहू +मुखमिति +मुखमित्यत्र +मुखमित्यादौ +मुखमिदं +मुखमिन्दुर्यथा +मुखमिव +मुखमुच्यते +मुखमुद्रा +मुखमुन्नमय्य +मुखमें +मुखमेकं +मुखमेव +मुखम् +मुखम्ऽ +मुखयोः +मुखर +मुखरं +मुखरः +मुखरकेण +मुखरको +मुखरता +मुखरत्वं +मुखरन्ध्रमग्नि +मुखरन्ध्रस्य +मुखरय +मुखरयति +मुखरस्य +मुखरा +मुखराः +मुखरागं +मुखरागः +मुखरागो +मुखराणि +मुखरित +मुखरिता +मुखरी +मुखरीकरोति +मुखरीभवन्तु +मुखरुचा +मुखरे +मुखरैः +मुखरो +मुखरोग +मुखरोगं +मुखरोगः +मुखरोगनिदानम् +मुखरोगभेदे +मुखरोगहरं +मुखरोगा +मुखरोगाणां +मुखरोगाधिकारः +मुखरोगिणाम् +मुखरोगे +मुखरोगेषु +मुखर्जि +मुखर्जी +मुखलाच्च +मुखवर्जं +मुखवर्णं +मुखवर्णश्च +मुखवातेन +मुखवाद्यं +मुखवाद्यम् +मुखवान् +मुखवाली +मुखवाले +मुखवास +मुखवासं +मुखवासः +मुखवासकम् +मुखवासनः +मुखवासनम् +मुखवासादि +मुखविस्तारं +मुखवृत्तं +मुखवृत्ते +मुखवैशद्यसौगन्ध्यकान्तिसौष्ठवकारकम् +मुखशब्दः +मुखशब्दस्य +मुखशब्देन +मुखशशिनि +मुखशुण्डाभ्यां +मुखशुद्धिं +मुखशोधनम् +मुखशोभा +मुखशोषं +मुखशोषः +मुखशोषश्च +मुखशोषे +मुखशोषो +मुखश्रिया +मुखश्रीः +मुखसंधौ +मुखसन्ध्यङ्गम् +मुखसहिता +मुखसुखार्थः +मुखसुरं +मुखसे +मुखस्थं +मुखस्था +मुखस्थाने +मुखस्थो +मुखस्य +मुखस्येति +मुखस्येव +मुखस्यैव +मुखस्योपरि +मुखस्रावो +मुखा +मुखाः +मुखाग्रे +मुखाच्च +मुखाच्च्युतम् +मुखाच्छुत्वा +मुखाच्छ्रुतम् +मुखाच्छ्रुत्वा +मुखात् +मुखात्तव +मुखात्तस्य +मुखादग्निरजायत +मुखादारभ्य +मुखादि +मुखादिति +मुखादिन्द्रश्चाग्निश्च +मुखादिवाक्षिपन् +मुखादिषु +मुखादिस्थानेभ्यः +मुखादीनां +मुखादीनि +मुखादेः +मुखादेव 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+मुण्डकोपनिषदि +मुण्डकोपनिषद् +मुण्डञ्च +मुण्डड्डत्ध् +मुण्डति +मुण्डते +मुण्डन +मुण्डनं +मुण्डनम् +मुण्डने +मुण्डनेन +मुण्डपृष्ठस्य +मुण्डपृष्ठे +मुण्डमालं +मुण्डमाला +मुण्डमालां +मुण्डमालातन्त्रम् +मुण्डमालातन्त्रे +मुण्डमालाधरं +मुण्डमालाधरा +मुण्डमालायाम् +मुण्डमालाविभूषिता +मुण्डमालाविभूषिताम् +मुण्डमिश्र +मुण्डम् +मुण्डयति +मुण्डयितारः +मुण्डयित्वा +मुण्डश्च +मुण्डस्य +मुण्डा +मुण्डां +मुण्डांश्च +मुण्डाः +मुण्डात्तीक्ष्णं +मुण्डान् +मुण्डाय +मुण्डाश्च +मुण्डिका +मुण्डित +मुण्डितं +मुण्डितः +मुण्डितम् +मुण्डिताः +मुण्डितिका +मुण्डिते +मुण्डितो +मुण्डिरी +मुण्डी +मुण्डीति +मुण्डीरी +मुण्डे +मुण्डो +मुण्डोऽपरिग्रहः +मुण्ड्यते +मुत +मुतं +मुतः +मुतरां +मुता +मुतां +मुताः +मुति +मुतेः +मुतो +मुत् +मुत्त +मुत्तम +मुत्तमं +मुत्तमम् +मुत्तरं +मुत्तरे +मुत्ता +मुत्ति +मुत्तुस्वामी +मुत्तो +मुत्थाप्य +मुत्थाय +मुत्पद्यते +मुत्पात +मुत्पाद्य +मुत्प्रीतिः +मुत्र +मुत्वं +मुत्वे +मुत्सवं +मुत्सृज्य +मुथहा +मुथा +मुद +मुदं +मुदः +मुदकं +मुदमवाप +मुदमादधौ +मुदमाप +मुदमिति +मुदमुलूकः +मुदम् 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+मुद्गलम् +मुद्गलस्य +मुद्गला +मुद्गलानी +मुद्गलाय +मुद्गलेन +मुद्गलो +मुद्गलोपनिषत् +मुद्गलोऽपि +मुद्गसन्निभा +मुद्गसूपं +मुद्गस्य +मुद्गा +मुद्गांश्च +मुद्गाः +मुद्गादण् +मुद्गादि +मुद्गादीनां +मुद्गानां +मुद्गान् +मुद्गान्नं +मुद्गामलकयूषस्तु +मुद्गाश् +मुद्गाश्च +मुद्गास्तिला +मुद्गे +मुद्गेन +मुद्गैः +मुद्गो +मुद्गौदनं +मुद्ग॑लः +मुद्दणः +मुद्दा +मुद्दामानि +मुद्दिश्य +मुद्दे +मुद्देनहळ्ळि +मुद्देबिहाळविधानसभाक्षेत्रम् +मुद्धरेत् +मुद्धा +मुद्धृत्य +मुद्धे +मुद्यते +मुद्र +मुद्रं +मुद्रः +मुद्रक +मुद्रकः +मुद्रण +मुद्रणं +मुद्रणम् +मुद्रणस्य +मुद्रणाय +मुद्रणार्थं +मुद्रणालयः +मुद्रणालयस्य +मुद्रणालये +मुद्रणे +मुद्रया +मुद्रयित्वा +मुद्रयूषेण +मुद्रयेत् +मुद्ररक +मुद्रराक्षसे +मुद्रा +मुद्रां +मुद्राः +मुद्राएँ +मुद्राएं +मुद्राक्षरैरङ्कयित्वा +मुद्राङ्कितं +मुद्राणां +मुद्रात्प्रतिमुद्र +मुद्रादि +मुद्रादोषात् +मुद्रापयित्वा +मुद्रापितम् +मुद्राप्य +मुद्राबन्धं +मुद्राबन्धेन +मुद्राभञ्जनः +मुद्राभिः +मुद्राभेदे +मुद्रामक्षगुणं +मुद्राम् +मुद्राया +मुद्रायां +मुद्रायाः +मुद्रायामुद्धारे +मुद्रायै +मुद्राराक्षस +मुद्राराक्षसं +मुद्राराक्षसनाटकव्याख्याने +मुद्राराक्षसम् +मुद्राराक्षसस्य +मुद्राराक्षसे +मुद्रालक्षणे +मुद्रालङ्कारः +मुद्रालये +मुद्राविशेषः +मुद्राविषयकम् +मुद्राशब्दे +मुद्राश्च +मुद्रासरः +मुद्रासु +मुद्रास्थानं +मुद्राऽध्यक्षः +मुद्रि +मुद्रिका +मुद्रिकां +मुद्रिकाः +मुद्रिकाकारं +मुद्रिकाम् +मुद्रित +मुद्रितं +मुद्रितः +मुद्रितकौटिलीयार्थशास्त्रपाठः +मुद्रितग्रन्थे +मुद्रितपुस्तकपाठः +मुद्रितपुस्तके +मुद्रितपुस्तकेषु +मुद्रितम् +मुद्रितस्य +मुद्रिता +मुद्रिताः +मुद्रितानि +मुद्रिते +मुद्रितेषु +मुद्रितो +मुद्रे +मुद्रेति +मुद्रेयं +मुद्रैषा +मुद्रो +मुद्वंशीय +मुद्‌गरं +मुध +मुधा +मुधेति +मुधैव +मुधोळविधानसभाक्षेत्रम् +मुन +मुनः +मुनय +मुनयः +मुनयश् +मुनयश्च +मुनयश्चापि +मुनयश्चैव +मुनयस् +मुनयस्तं +मुनयस्तत्त्वदर्शिनः +मुनयस्तत्र +मुनयस्तथा +मुनयस्तदा +मुनयस्तु +मुनयस्ते +मुनयस्सर्वे +मुनये +मुनयो +मुनयोपि +मुनयोऽत्र +मुनयोऽथ +मुनयोऽपरे +मुनयोऽपि +मुनयोऽब्रुवन् +मुनयोऽभवन् +मुनयोऽमलाः +मुनशी +मुना +मुनि +मुनिं +मुनिः +मुनिः॑ 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+मुनिसुव्रतनाथस्य +मुनिसुव्रतनाथेन +मुनिसूनुशतं +मुनिसेवितम् +मुनिस्तं +मुनिस्ततः +मुनिस्तत्र +मुनिस्तथा +मुनिस्तदा +मुनिस्तव +मुनिस्तस्मै +मुनिस्तस्य +मुनिस्तां +मुनिस्तु +मुनिस्तूर्णं +मुनिस्तेन +मुनिस्तेषु +मुनिस्तौ +मुनिस्वर्गपुराध्वराः +मुनिहि +मुनी +मुनीं +मुनींद्र +मुनींद्रः +मुनींद्रस्य +मुनींद्राः +मुनींद्राणां +मुनींद्रैः +मुनींश्च +मुनीति +मुनीनपि +मुनीना +मुनीनां +मुनीनाञ्च +मुनीनामपि +मुनीनामप्यहं +मुनीनामाश्रमे +मुनीनामाश्रमेषु +मुनीनामूर्ध्वरेतसाम् +मुनीनाम् +मुनीन् +मुनीन्द्र +मुनीन्द्रं +मुनीन्द्रः +मुनीन्द्रम् +मुनीन्द्रस्य +मुनीन्द्रा +मुनीन्द्राः +मुनीन्द्राणां +मुनीन्द्रान् +मुनीन्द्राय +मुनीन्द्राश्च +मुनीन्द्रे +मुनीन्द्रेः +मुनीन्द्रेण +मुनीन्द्रैः +मुनीन्द्रैश्च +मुनीन्द्रो +मुनीन्द्रोऽपि +मुनीन्द्रौ +मुनीन्प्रति +मुनीवती +मुनीश +मुनीशो +मुनीश्वर +मुनीश्वरं +मुनीश्वरः +मुनीश्वरम् +मुनीश्वरस्य +मुनीश्वरा +मुनीश्वराः +मुनीश्वरान् +मुनीश्वरेण +मुनीश्वरैः +मुनीश्वरो +मुनीसा +मुने +मुनेः +मुनेरगस्त्यस्य +मुनेरङ्गिरसः +मुनेरपत्यं +मुनेरपि +मुनेरस्य +मुनेरिति +मुनेरिव +मुनेर् +मुनेर्मनः +मुनेर्माता +मुनेर्वचः +मुनेर्वाक्यं +मुनेर्विजानत +मुनेश्च +मुनेस्तदा +मुनेस्तस्य +मुनेस्तु +मुनौ +मुन्दर +मुन्न +मुन्नतम् +मुन्ना +मुन्नेत्र +मुन्यन्नं +मुन्यन्नमेव +मुन्यन्नानि +मुन्यन्नैः +मुन्यादीनां +मुन्शी +मुप +मुपजायते +मुपतिष्ठते +मुपपद्यते +मुपपादयति +मुपरि +मुपलक्षणम् +मुपवसेत् +मुपसंहरति +मुपा +मुपागतः +मुपादाय +मुपाधिः +मुपासते +मुपासीत +मुपास्ते +मुपेत्य +मुपैति +मुपोष्य +मुफ +मुबारक +मुभगं +मुभव +मुभावस्य +मुभावो +मुम +मुमा +मुमागम +मुमागमः +मुमागमश्च +मुमागमे +मुमागमो +मुमि +मुमु +मुमुक्तमेनम् +मुमुक्तम् +मुमुक्ष +मुमुक्षणां +मुमुक्षति +मुमुक्षते +मुमुक्षया +मुमुक्षव +मुमुक्षवः +मुमुक्षवश्च +मुमुक्षवे +मुमुक्षवो +मुमुक्षा +मुमुक्षां +मुमुक्षु +मुमुक्षुं +मुमुक्षुः +मुमुक्षुणा +मुमुक्षुणां +मुमुक्षुणेति +मुमुक्षुता +मुमुक्षुत्व +मुमुक्षुत्वं +मुमुक्षुत्वे +मुमुक्षुप्रकरणम् +मुमुक्षुप्रकरणे +मुमुक्षुभिः +मुमुक्षुभिरिति +मुमुक्षुभिर्नियमितप्राणादिभिर्मृग्यते +मुमुक्षुरपि +मुमुक्षुर्दृढमभ्यसेत् +मुमुक्षुर्न +मुमुक्षुर्वै +मुमुक्षुव्यवहारप्रकरणम् +मुमुक्षुव्यवहारप्रकरणे +मुमुक्षुश्च +मुमुक्षूणां +मुमुक्षूणाम् +मुमुक्षून् +मुमुक्षो +मुमुक्षोः +मुमुक्षोरपि +मुमुक्षोरिति +मुमुक्षोरेव +मुमुक्षौ +मुमुक्ष्वपेक्षया +मुमुग्धि +मुमुग्ध्य् +मुमुचानः +मुमुचाना +मुमुचिरे +मुमुचुः +मुमुचुश्च +मुमुचुस्ते +मुमुचे +मुमुच्महे +मुमुदाते +मुमुदिरे +मुमुदुः +मुमुदे +मुमुलु +मुमुषिषति +मुमुहुः +मुमुहुर्वीक्ष्य +मुमुहुश्च +मुमुहुषि +मुमुहुस्तत्र +मुमुहे +मुमूर्च्छ +मुमूर्छ +मुमूर्षतः +मुमूर्षतां +मुमूर्षताम् +मुमूर्षति +मुमूर्षया +मुमूर्षवः +मुमूर्षवे +मुमूर्षा +मुमूर्षु +मुमूर्षुं +मुमूर्षुः +मुमूर्षुणा +मुमूर्षुश्च +मुमूर्षूणां +मुमूर्षोः +मुमूर्षोरिव +मुमो +मुमोक्तु +मुमोच +मुमोचतम् +मुमोचति +मुमोचाथ +मुमोचाशु +मुमोचाश्रूणि +मुमोचास्त्रं +मुमोचेति +मुमोद +मुमोष +मुमोह +मुम् +मुम्च +मुम्बई +मुम्बईनगरं +मुम्बईनगरस्य +मुम्बईनगरे +मुम्बईमण्डलम् +मुम्बयी +मुम्बयीतः +मुम्बयीनगरस्य +मुम्बयीनगरे +मुम्बय्या +मुम्बय्यां +मुम्बाई +मुम्बापुरवासिना +मुम्बै +मुम्बैनगरे +मुम्वक्तव्यः +मुया +मुर +मुरं +मुरः +मुरज +मुरजं +मुरजः +मुरजबन्धः +मुरजा +मुरजादिकम् +मुरजितः +मुरजे +मुरजेषु +मुरति +मुरद्विषः +मुरद्विषो +मुरम् +मुररिपो +मुरला +मुरलिकां +मुरली +मुरलीं +मुरलीधर +मुरलीधरः +मुरलीधरम् +मुरलीहस्तं +मुरले +मुरव +मुरवं +मुरविद्विषः +मुरवे +मुरवैरिणः +मुरवैरिणा +मुरवैरिणो +मुरस्य +मुरहर +मुरा +मुरां +मुराः +मुरानामगन्धद्रव्यम् +मुरानामगन्धद्रव्ये +मुरामांसी +मुराम् +मुरारये +मुरारि +मुरारिं +मुरारिः +मुरारिकपुरारिपुराणि +मुरारिणा +मुरारे +मुरारेः +मुरारेर् +मुरारौ +मुरीय +मुरु +मुरुं +मुरुः +मुरुकाष्टकम् +मुरुघामठः +मुरुड +मुरुडेश्वरम् +मुरे +मुरैः +मुरैना +मुरैनामण्डलम् +मुरो +मुरौ +मुर्ख +मुर्च्छ +मुर्च्छा +मुर्छा +मुर्ती +मुर्ध्नि +मुर्मू +मुर्वी +मुर्शिदाबाद +मुर्शिदाबादमण्डलम् +मुल +मुलं +मुला +मुलायम +मुलु +मुले +मुल्तान +मुल्या +मुल्लरः +मुळ +मुळिय +मुळुबागिलु +मुळ्ळय्यनगिरिः +मुव +मुवः +मुवा +मुवाच +मुवि +मुशर्रफ +मुशल +मुशलं +मुशलस्य +मुशली +मुशलेन +मुश्किल +मुश्च +मुश्चत +मुश्चति +मुश्रुते +मुष +मुषः +मुषलं +मुषलस्य +मुषली +मुषले +मुषलेन +मुषलोलूखले +मुषाण +मुषाय +मुषायति +मुषायत् +मुषित +मुषितं +मुषितः +मुषितमिव +मुषितम् +मुषितस्मृतिता +मुषिता +मुषिताः +मुषितानि +मुषितो +मुषितोऽस्मि +मुषित्वा +मुष् +मुष्क +मुष्कः +मुष्कक +मुष्ककः +मुष्ककवृक्षः +मुष्कयोः +मुष्कयोरन्तरेऽनिलः +मुष्कयोर् +मुष्कयोश्च +मुष्करः +मुष्करा +मुष्कराः +मुष्कवल्लम्बते +मुष्का +मुष्कायामं +मुष्कावदरणं +मुष्कावशेषं +मुष्के +मुष्को +मुष्कौ +मुष्टं +मुष्टयः +मुष्टया +मुष्टयो +मुष्टा +मुष्टामुष्टि +मुष्टि +मुष्टिं +मुष्टिः +मुष्टिकं +मुष्टिकः +मुष्टिकस्य +मुष्टिका +मुष्टिकाताडनक्रीडा +मुष्टिकाताडनक्रीडालवः +मुष्टिके +मुष्टिकेन +मुष्टिको +मुष्टिग्राह्यं +मुष्टिग्राह्या +मुष्टिघातेन +मुष्टित्रयं +मुष्टिदेशे +मुष्टिना +मुष्टिनैकेन +मुष्टिप्रमाणं +मुष्टिप्रहारेण +मुष्टिबन्धं +मुष्टिबन्धः +मुष्टिबन्धेन +मुष्टिभि +मुष्टिभिः +मुष्टिभिरेव +मुष्टिभिर्जानुभिः +मुष्टिभिश्च +मुष्टिभ्यां +मुष्टिमध्ये +मुष्टिमात्रं +मुष्टिमात्राणि +मुष्टिमात्रेण +मुष्टिमादाय +मुष्टिमुद्यम्य +मुष्टिम् +मुष्टिरसि +मुष्टिर् +मुष्टिश्च +मुष्टिहत्यया +मुष्टिहा +मुष्टी +मुष्टीकरणं +मुष्टीकरोति +मुष्टीकृत्य +मुष्टीनां +मुष्टीन् +मुष्टीन्निर्वपति +मुष्टीन्व्रीहीणां +मुष्टीमुष्टि +मुष्टेः +मुष्टो +मुष्टौ +मुष्ट्या +मुष्णं +मुष्णता +मुष्णतां +मुष्णन् +मुष्णन्तमिव +मुष्णन्ति +मुष्णन्ती +मुष्णाति +मुष्णातीति +मुष्णातु +मुष्णासि +मुष्य +मुष्यते +मुस +मुसकान +मुसल +मुसलं +मुसलः +मुसलमादत्ते +मुसलमादाय +मुसलमान +मुसलम् +मुसलस्य +मुसलाः +मुसलानि +मुसलामुसलि +मुसलाय +मुसलायुधः +मुसलायुधम् +मुसलिना +मुसलिने +मुसली +मुसले +मुसलेन +मुसलैः +मुसलैश्च +मुसलोलूखले +मुसल्मान +मुसल्मानाः +मुसा +मुसारगल्वो +मुसिदो +मुसोलिनी +मुस् +मुस्कराते +मुस्कुरा +मुस्त +मुस्तं +मुस्तः +मुस्तकं +मुस्तकः +मुस्तकम् +मुस्तके +मुस्तञ्च +मुस्तफ +मुस्तमेव +मुस्तम् +मुस्तया +मुस्ता +मुस्तां +मुस्तानां +मुस्ताफा +मुस्ताभेदे +मुस्ते +मुस्यति +मुस्लिं +मुस्लिम +मुस्लिमजनाः +मुस्लिमजनानां +मुस्लिमधर्मः +मुस्लिमलीग +मुस्लिमशासकैः +मुस्लिम् +मुस्वं +मुस्वी +मुह +मुहं +मुहः +मुहचन्दस्स +मुहम्मद +मुहम्मद् +मुहर +मुहरें +मुहरों +मुहा +मुहादो +मुहु +मुहुः +मुहुः॑ +मुहुत्तं +मुहुत्तअं +मुहुरनुपतति +मुहुरपि +मुहुरयाचत +मुहुरहो +मुहुरा +मुहुरात्मानं +मुहुराममर्श +मुहुरिति +मुहुरीक्षते +मुहुरुक्था +मुहुरुन्मदध्वनिभृता +मुहुरेव +मुहुर् +मुहुर्त +मुहुर्तं +मुहुर्ते +मुहुर्दाहो +मुहुर्दृष्ट्वा +मुहुर्नमः +मुहुर्मध्यगता +मुहुर्महुः +मुहुर्मुहः +मुहुर्मुहु +मुहुर्मुहुः +मुहुर्मुहुरिति +मुहुर्मुहुर्देहं +मुहुर्मुहुर्वायुरुदेति +मुहुर्मुहुर्वारंवारं +मुहुर्मुहुश्च +मुहुर्मूत्रयतीह +मुहुर्म्मुहुः +मुहुर्वदनान्निरेति +मुहुर्वदन् +मुहुर्वलितकन्धरमाननं +मुहुर्वारं +मुहुर्वारंवारं +मुहुर्विदधती +मुहुर्हसन् +मुहुश्च +मुहुश्चापि +मुहुस् +मुहू +मुहूः +मुहूत +मुहूतं +मुहूते +मुहूर्त +मुहूर्तं +मुहूर्तः +मुहूर्तकं +मुहूर्तकम् +मुहूर्तकर्णोत्पलतां +मुहूर्तके +मुहूर्तचिन्तामणौ +मुहूर्तजाः +मुहूर्तदीपक +मुहूर्तदीपकः +मुहूर्तप्रकरणम् +मुहूर्तमथ +मुहूर्तमनुसंचिन्त्य +मुहूर्तमपि +मुहूर्तमात्रं +मुहूर्तमात्रमपि +मुहूर्तमात्रेण +मुहूर्तमानं +मुहूर्तमिति +मुहूर्तमिव +मुहूर्तमुपविश्य +मुहूर्तमेव +मुहूर्तम् +मुहूर्तश्च +मुहूर्तसुखम् +मुहूर्तस्तु +मुहूर्तस्य +मुहूर्तस्याष्टमं +मुहूर्ता +मुहूर्ताः +मुहूर्ताच्च +मुहूर्तात् +मुहूर्तादथ +मुहूर्तादिव +मुहूर्तादेव +मुहूर्ताद् +मुहूर्तानां +मुहूर्तानि +मुहूर्तानुपदधाति +मुहूर्तान् +मुहूर्तायां +मुहूर्तार्धं +मुहूर्ताश्च +मुहूर्ते +मुहूर्तेन +मुहूर्तेनैव +मुहूर्तेषु +मुहूर्तेऽभिजिति +मुहूर्तैश्च +मुहूर्तो +मुहूर्तोऽयं +मुहूर्त्त +मुहूर्त्तं +मुहूर्त्तः +मुहूर्त्तचिन्तामणिः +मुहूर्त्तचिन्तामणौ +मुहूर्त्तमपि +मुहूर्त्तमिव +मुहूर्त्तम् +मुहूर्त्तस्य +मुहूर्त्ता +मुहूर्त्तांस्त्रीन् +मुहूर्त्ताः +मुहूर्त्तात् +मुहूर्त्तानां +मुहूर्त्तान् +मुहूर्त्तास्तु +मुहूर्त्ते +मुहूर्त्तेन +मुहूर्त्तैस्तावदृक्षाणि +मुहूर्त्तो +मुहृत् +मुहे +मुहेः +मुहेण +मुहो +मुह् +मुह्य +मुह्यंति +मुह्यत +मुह्यति +मुह्यती +मुह्यतीति +मुह्यते +मुह्यत्येव +मुह्यन् +मुह्यन्ति +मुह्यन्तीत्याह +मुह्यन्तु +मुह्यन्त्वन्ये +मुह्यमानं +मुह्यमानः +मुह्यमानो +मुह्यसि +मुह्यसे +मुह्यामि +मुह्येत +मुह्येत् +मुह्य॑न्त्व॒न्ये +मु॑ख॒तो +मु॑ञ्चतु +मु॑ञ्चामि॒ +मु॑मुग्ध्य॒स्मत् +मु॑षायति +मु॒ख॒त +मु॒ञ्चन्तु॑ +मु॒ञ्चामि॑ +मु॒ञ्च॒ति॒ +मु॒दे +मु॒मु॒ग्धि॒ +मु॒मोच॑तम् +मु॒मो॒क्तु॒ +मु॒षा॒य +मु॒ष्टिर॑सि +मू +मूÐध्न +मूँह +मूं +मूः +मूक +मूकं +मूकः +मूकता +मूकतां +मूकताम् +मूकत्वं +मूकमूषागतं +मूकवच्च +मूकवत् +मूकश्च +मूकस्य +मूका +मूकाः +मूकाण्डजं +मूकानां +मूकान् +मूकान्धबधिरोपमः +मूकीभव +मूके +मूकेव +मूको +मूकोऽपि +मूख +मूखः +मूखी +मूखे +मूखै +मूखों +मूङ् +मूचे +मूच्छ +मूच्छित +मूच्छितः +मूच्छिता +मूच्छी +मूछ +मूछाँ +मूछी +मूजवतः +मूजवतो +मूजवतोऽतीहि +मूञ्छितः +मूडबिद्रि +मूडबिद्रिविधानसभाक्षेत्रम् +मूडिगेरे +मूडिगेरेविधानसभाक्षेत्रम् +मूढ +मूढं +मूढः +मूढगर्भके +मूढगर्भा +मूढगर्भे +मूढग्राहेण +मूढग्राहेणात्मनो +मूढग्राहेणाविवेककृतेन +मूढचेतनः +मूढचेतसः +मूढचेतसाम् +मूढजनविलक्षणानि +मूढज्ञानं +मूढतमो +मूढतया +मूढता +मूढतां +मूढताम् +मूढत्वं +मूढत्वात् +मूढत्वे +मूढदृष्टेः +मूढदृष्ट्या +मूढधियः +मूढधियो +मूढधी +मूढधीः +मूढबुद्धयः +मूढबुद्धिः +मूढबुद्धे +मूढभावोऽपि +मूढमतिः +मूढमते +मूढमनसः +मूढमनसो +मूढमाविशन्ति +मूढमिति +मूढम् +मूढया +मूढयोनिषु +मूढवत् +मूढवातानुलोमनम् +मूढश्च +मूढस्तु +मूढस्त्वं +मूढस्य +मूढस्यापि +मूढ़ +मूढ़ं +मूढ़ः +मूढ़ा +मूढ़ाः +मूढ़ो +मूढा +मूढां +मूढाः +मूढाचारः +मूढात्मा +मूढानां +मूढानाम् +मूढान् +मूढाय +मूढाल्पापटुनिर्भाग्या +मूढाश्च +मूढास्तामजितात्मानो +मूढास्तु +मूढास्ते +मूढास्तेषां +मूढे +मूढेति +मूढेन +मूढेषु +मूढैः +मूढो +मूढोऽपि +मूढोऽयं +मूढोऽसि +मूढोऽसौ +मूढोऽहं +मूढौ +मूत +मूतं +मूतः +मूतकार्यमन्नाद्यकामस्य +मूतम् +मूतयोः +मूताः +मूतानि +मूति +मूतिः +मूते +मूतेय्बेट्ट +मूतो +मूतौ +मूत् +मूत्र +मूत्रं +मूत्रकम् +मूत्रकाले +मूत्रकुण्डं +मूत्रकृच्छ्र +मूत्रकृच्छ्रं +मूत्रकृच्छ्रकम् +मूत्रकृच्छ्रञ्च +मूत्रकृच्छ्रमधः +मूत्रकृच्छ्रम् +मूत्रकृच्छ्रविकारेषु +मूत्रकृच्छ्रस्य +मूत्रकृच्छ्राणि +मूत्रकृच्छ्राधिकारः +मूत्रकृच्छ्री +मूत्रकृच्छ्रे +मूत्रकोशः +मूत्रकोशस्य +मूत्रक्षयं +मूत्रक्षये +मूत्रग्रन्थिः +मूत्रग्रहे +मूत्रजः +मूत्रञ्च +मूत्रतुल्यगन्धिः +मूत्रत्वमाप्नुयात् +मूत्रद्वारेण +मूत्रधारणशीलस्य +मूत्रनिग्रहः +मूत्रनिग्रहे +मूत्रपुटं +मूत्रपुरीष +मूत्रपुरीषं +मूत्रपुरीषम् +मूत्रपुरीषयोः +मूत्रपुरीषविसर्गार्थे +मूत्रपुरीषाणि +मूत्रपुरीषाभ्यां +मूत्रपुरीषे +मूत्रपुरीषेण +मूत्रपुरीषोत्सर्गं +मूत्रमल्पाल्पमथवा +मूत्रमानीय +मूत्रमार्गः +मूत्रमार्गस्य +मूत्रमार्गे +मूत्रमिति +मूत्रमेव +मूत्रम् +मूत्रयतः +मूत्रयति +मूत्रयतीह +मूत्रयुक्तं +मूत्रयेत् +मूत्रयेन्मुहुः +मूत्ररोघे +मूत्ररोधं +मूत्ररोधो +मूत्रलं +मूत्रलः +मूत्रलम् +मूत्रला +मूत्रलाः +मूत्रवर्णादिभेदेन +मूत्रवहे +मूत्रवाहिषु +मूत्रविण्मार्गरोधिनीम् +मूत्रविनिग्रहश्च +मूत्रशकृत् +मूत्रशुक्रं +मूत्रशौचं +मूत्रसङ्गं +मूत्रसङ्गश्च +मूत्रसङ्गे +मूत्रसङ्गो +मूत्रसमं +मूत्रसादं +मूत्रस्य +मूत्रस्याकुशलो +मूत्रस्रावी +मूत्रस्रोतो +मूत्रा +मूत्राघात +मूत्राघातं +मूत्राघातः +मूत्राघातनिदानम् +मूत्राघाताधिकारः +मूत्राघाते +मूत्राघातेषु +मूत्राघातो +मूत्राणां +मूत्राणि +मूत्रातिसारं +मूत्रातीतः +मूत्रात् +मूत्रादि +मूत्राय +मूत्रावृते +मूत्राशयः +मूत्राशयस्य +मूत्राशये +मूत्राशयो +मूत्रितस्य +मूत्रिते +मूत्रे +मूत्रेण +मूत्रेषु +मूत्रैः +मूत्रैर् +मूत्रैर्वा +मूत्रो +मूत्रोच्चारं +मूत्रोत्सङ्गः +मूत्रोत्सङ्गसंज्ञितः +मूत्रोत्सर्गे +मूत्वा +मूदिति +मूद्‌र्ध्नि +मूध +मूध्नि +मून +मूनि +मूने +मून् +मूमौ +मूम्चत +मूर +मूरदेवान् +मूरमादधे +मूरम् +मूरा +मूराः +मूरु +मूर् +मूर्ख +मूर्खं +मूर्खः +मूर्खजनस्य +मूर्खता +मूर्खतां +मूर्खत्वं 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+मूर्तिमत्यः +मूर्तिमत्यश्च +मूर्तिमत्स्वाङ्गं +मूर्तिमद् +मूर्तिमद्भिः +मूर्तिमन्त +मूर्तिमन्तं +मूर्तिमन्तः +मूर्तिमन्तश्च +मूर्तिमन्ति +मूर्तिमन्तो +मूर्तिमन्तौ +मूर्तिमन्त्रं +मूर्तिमन्त्रेण +मूर्तिमन्त्रैश्च +मूर्तिमयं +मूर्तिमान +मूर्तिमानिव +मूर्तिमान् +मूर्तिमास्थाय +मूर्तिमुत्तमाम् +मूर्तिमेव +मूर्तिमेष +मूर्तिम् +मूर्तिरजायत +मूर्तिरमूर्तिमान् +मूर्तिरस्ति +मूर्तिरात्मनः +मूर्तिरिति +मूर्तिरियं +मूर्तिरिव +मूर्तिरूपं +मूर्तिरूपा +मूर्तिरूपेण +मूर्तिरूपो +मूर्तिरेका +मूर्तिरेव +मूर्तिरेषा +मूर्तिर् +मूर्तिर्जलमयी +मूर्तिर्न +मूर्तिर्नाम्ना +मूर्तिर्बिभिदे +मूर्तिर्यस्य +मूर्तिर्या +मूर्तिर्वा +मूर्तिर्वै +मूर्तिवत् +मूर्तिशिल्पानि +मूर्तिश्च +मूर्तिषु +मूर्तिष्वाद्यं +मूर्तिस्तस्य +मूर्तिस्तु +मूर्तिहोमं +मूर्ती +मूर्तीः +मूर्तीनां +मूर्तीश्च +मूर्ते +मूर्तेः +मूर्तेन +मूर्तेव +मूर्तेश्च +मूर्तेषु +मूर्तेस्तु +मूर्तेि +मूर्तो +मूर्तौ +मूर्त्त +मूर्त्तं +मूर्त्तः +मूर्त्तत्वं +मूर्त्तत्वात् +मूर्त्तद्रव्याणि +मूर्त्तयः +मूर्त्तये +मूर्त्तयो +मूर्त्ताः +मूर्त्ति +मूर्त्तिं 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+मृजन्तीव +मृजन्तु +मृजन्त्यायवः +मृजन्त्यृषिषाण +मृजया +मृजा +मृजाते +मृजानः +मृजाना +मृजानाः +मृजू +मृजूष् +मृजे +मृजेः +मृजेत् +मृजेरजादौ +मृजेर्विभाषा +मृजेर्वृद्धिः +मृज् +मृज्जलादिजनितं +मृज्जलादिभिः +मृज्जलाभ्यां +मृज्जलैः +मृज्महे +मृज्य +मृज्यः +मृज्यते +मृज्यमान +मृज्यमानः +मृज्यमानाः +मृज्यमानो +मृज्यसे +मृज्यात् +मृञ्जत +मृट् +मृड +मृडं +मृडः +मृडत +मृडतं +मृडतम्ऽ +मृडता +मृडताम् +मृडति +मृडत॒ +मृडन्तु +मृडमृदगुधकुषक्लिशवदवसः +मृडय +मृडयत +मृडयताम् +मृडयन्तः +मृडयन्ति +मृडयन्तु +मृडयन्तु॒ +मृडया +मृडयाति +मृडयासि +मृड़ +मृडा +मृडात +मृडाति +मृडातीदृशे +मृडानार्भव +मृडानि +मृडानी +मृडान्या +मृडाय +मृडित्वा +मृडीकं +मृडीकꣳ +मृडो +मृड् +मृड्ढि +मृड्ढ्वं +मृण +मृणं +मृणन् +मृणसि +मृणा +मृणाति +मृणाल +मृणालं +मृणालकण्ठ +मृणालगौरं +मृणालञ्च +मृणालमिव +मृणालमृदुभिः +मृणालम् +मृणालसूत्रं +मृणालसूत्रान्तरमप्यलभ्यम् +मृणालानि +मृणालिका +मृणालिकाः +मृणालिनी +मृणाली +मृणाले +मृणालेन +मृणालैरिति +मृणीहि +मृणु +मृण् +मृण्मय +मृण्मयं +मृण्मयः +मृण्मयपात्रे +मृण्मयमेव +मृण्मयम् +मृण्मयस्य 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+मृत्युदः +मृत्युदण्डं +मृत्युदण्डः +मृत्युदण्डम् +मृत्युदण्डस्य +मृत्युदा +मृत्युदारिद्र्यनाशनम् +मृत्युदिनाङ्कः +मृत्युदेवत्या +मृत्युदो +मृत्युद्वारं +मृत्युनः +मृत्युना +मृत्युनाशनं +मृत्युनाशनम् +मृत्युनाशिनी +मृत्युनैवैनं +मृत्युपथं +मृत्युपदं +मृत्युपर्यन्तं +मृत्युपाशस्तमेवास्योन्मुञ्चति +मृत्युपाशस्तस्मादेवैनं +मृत्युपाशात् +मृत्युपाशानुन्मुच्याथैनं +मृत्युपाशान् +मृत्युपाशावपाशिताः +मृत्युपाशेन +मृत्युप्रदा +मृत्युभयं +मृत्युभाक् +मृत्युभावस्थे +मृत्युमतिक्रम्य +मृत्युमतिक्रान्तो +मृत्युमतिवहति +मृत्युमतिवहतीति +मृत्युमत्यः +मृत्युमत्यमुच्यत +मृत्युमत्येति +मृत्युमत्यैताम् +मृत्युमन्तरे +मृत्युमन्वेषसे +मृत्युमपहत्य +मृत्युमपि +मृत्युमवाप्नुयात् +मृत्युमवाप्नोति +मृत्युमातङ्गकेसरी +मृत्युमात्मनः +मृत्युमादिशेत् +मृत्युमाप्नुयात् +मृत्युमाप्नोति +मृत्युमिति +मृत्युमुखं +मृत्युमुखात् +मृत्युमुखात्प्रमुच्यते +मृत्युमुखे +मृत्युमुपगृह्णाति +मृत्युमृच्छति +मृत्युमृत्युं +मृत्युमेति +मृत्युमेव +मृत्युम् +मृत्युयुक्तः +मृत्युयुक्ते +मृत्युयोगः +मृत्युयोगकः +मृत्युयोगे +मृत्युरपि 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+मृत्यू +मृत्यून् +मृत्यो +मृत्योः +मृत्योरनन्तरं +मृत्योरन्तिकं +मृत्योरन्नं +मृत्योरपि +मृत्योरबिभयुस्ते +मृत्योरस्पृणोत् +मृत्योरात्मानं +मृत्योरिति +मृत्योरिव +मृत्योरीशे +मृत्योरुत्सृजति +मृत्योरेव +मृत्योर् +मृत्योर्जुहोमि +मृत्योर्दंष्ट्रान्तरं +मृत्योर्द्वाराणि +मृत्योर्न +मृत्योर्भयं +मृत्योर्मा +मृत्योर्मामृतं +मृत्योर्माऽमृतं +मृत्योर्मुक्षीय +मृत्योर्मृत्युं +मृत्योर्वा +मृत्योश्च +मृत्योस् +मृत्योस्तु +मृत्योस्स +मृत्यो॒ +मृत्यौ +मृत्वा +मृत्वापि +मृत्सा +मृत्सुरभि +मृत्सुवर्णादि +मृत्स्नया +मृत्स्ना +मृत्स्नां +मृथा +मृथाः +मृद +मृदं +मृदंग +मृदंगं +मृदः +मृदङ्ग +मृदङ्गं +मृदङ्गः +मृदङ्गम् +मृदङ्गवादनं +मृदङ्गवाद्यम् +मृदङ्गा +मृदङ्गाः +मृदङ्गानां +मृदङ्गाश्च +मृदङ्गे +मृदङ्गो +मृदब्रवीत् +मृदमादाय +मृदमानीय +मृदमालिप्य +मृदमाहरेत् +मृदम् +मृदयोपलिप्तं +मृदवः +मृदवश्च +मृदवे +मृदवो +मृदस्तिकन् +मृदा +मृदां +मृदात्मको +मृदात्मना +मृदादयः +मृदादि +मृदादिकारणस्य +मृदादिना +मृदादिष्वपि +मृदादीनां +मृदादीनि +मृदादेः +मृदापि +मृदालिप्य +मृदालेपं +मृदाहरणम् +मृदि +मृदित +मृदितं 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+मृदुलौ +मृदुवह्निना +मृदुश्च +मृदुश्चलोऽवलम्बी +मृदुश्चैव +मृदुषु +मृदुसंवेगो +मृदुस्पर्श +मृदुस्पर्शं +मृदुस्पर्शा +मृदुस्वना +मृदुस्वभावः +मृदुहासभाजा +मृदू +मृदूकरण +मृदूकरोति +मृदूनां +मृदूनि +मृदून् +मृदूपायो +मृदेव +मृदैव +मृदो +मृदौ +मृद् +मृद्गती +मृद्गवके +मृद्गाति +मृद्गोमयं +मृद्धट +मृद्धर्मी +मृद्धी +मृद्धीका +मृद्नाति +मृद्नातीति +मृद्नीयात् +मृद्भाजने +मृद्भाण्डं +मृद्भाण्डे +मृद्भाति +मृद्भिः +मृद्भिरद्भिश्च +मृद्यते +मृद्यमानानि +मृद्वग्निना +मृद्वग्निसाधितम् +मृद्वग्नौ +मृद्वङ्गी +मृद्वल्पवेदनं +मृद्वस्त्रेण +मृद्वा +मृद्वापि +मृद्वारि +मृद्वासने +मृद्वि +मृद्विका +मृद्विति +मृद्वी +मृद्वीं +मृद्वीका +मृद्वीकां +मृद्वीकानां +मृद्वीकाया +मृद्वीकायाः +मृद्व् +मृद्व्यतिरेकेण +मृध +मृधं +मृधः +मृधः॑ +मृधमास्कन्दनं +मृधम् +मृधश्च +मृधा +मृधि +मृधु +मृधे +मृधो +मृधोऽप +मृधो॑ +मृधो॒ +मृध्रम् +मृध्रवाचः +मृध॑ +मृध॑ः +मृन् +मृन्न +मृन्मय +मृन्मयं +मृन्मयः +मृन्मयम् +मृन्मयानां +मृन्मयानि +मृन्मयी +मृन्मयीं +मृन्मये +मृन्मयेन +मृन्मयेषु +मृन्मयेऽपि +मृन्मयो +मृप +मृपा +मृयते +मृयुः +मृल +मृले +मृल् +मृल्लवणैः +मृल्लेपं +मृल्लोहविस्फुलिङ्गाद्यैः +मृळ +मृळत +मृळता +मृळन्तु +मृळय +मृळयन्तु +मृळयाति +मृळयासि +मृळा +मृळात +मृळातः +मृळाति +मृळात् +मृळीकं +मृळीकः +मृळीकाय +मृळीके +मृळी॒काय॑ +मृश +मृशं +मृशति +मृशते +मृशत्य् +मृशन् +मृशसे +मृशस्व +मृशामसि +मृशेत् +मृश् +मृष +मृषः +मृषस्तितिक्षायाम् +मृषा +मृषात्वं +मृषार्थता +मृषावाद +मृषावादं +मृषावादः +मृषावादस्य +मृषावादिमते +मृषावादी +मृषावादो +मृषा॑ +मृषि +मृषित्वा +मृषीष्ट +मृषु +मृषेति +मृषेव +मृषैव +मृषोद्यं +मृषोद्यम् +मृष् +मृष्ट +मृष्टं +मृष्टः +मृष्टकुण्डलाः +मृष्टमन्नं +मृष्टम् +मृष्टवान् +मृष्टा +मृष्टाः +मृष्टानि +मृष्टान्नं +मृष्टान्यन्नानि +मृष्टे +मृष्टेन +मृष्टो +मृष्ट्वा +मृष्यत +मृष्यतां +मृष्यताम् +मृष्यति +मृष्यतीति +मृष्यते +मृष्यन्ति +मृष्यन्ते +मृष्यामः +मृष्यामहे +मृष्यामि +मृष्ये +मृही +मृ॑जंति॒ +मृ॑जन्ति॒ +मृ॑ण +मृ॑णीहि॒ +मृ॒गं +मृ॒गः +मृ॒गम् +मृ॒गस्य॑ +मृ॒गा +मृ॒गाणां॑ +मृ॒गाणां॒ +मृ॒गाणा॑म् +मृ॒गो +मृ॒जंति॑ +मृ॒जंति॒ +मृ॒जन्ति॑ +मृ॒जा॒नः +मृ॒ज्यते॑ +मृ॒ज्यते॒ +मृ॒ज्यमा॑नः +मृ॒ज्यमा॑नो +मृ॒ज्यमा॑नो॒ +मृ॒ज्य॒ते॒ +मृ॒ज॒न्ति॒ +मृ॒ण +मृ॒ण॒ +मृ॒तस्य॑ +मृ॒त्यवेऽथो॑ +मृ॒त्यवे॑ +मृ॒त्यवे॒ +मृ॒त्युं +मृ॒त्युः +मृ॒त्युम् +मृ॒त्युर॑सि +मृ॒त्योः +मृ॒त्योर्मा॑ +मृ॒ध्रवा॑चः +मृ॒ध्रऽवा॑चः +मृ॒ळ +मृ॒ळता॑ +मृ॒ळत॑ +मृ॒ळया॑ति +मृ॒ळया॑सि +मृ॒ळय॑ +मृ॒ळा +मृ॒ळी॒काय॑ +मृ॒ळ॒ +मृ॒ळ॒य॒ +मृ॒ळ॒य॒न्तु॒ +मृ꣡डा꣢ +मृ꣡डा꣢मृ꣡डा꣢ +मृ꣡त꣢꣯म् +मॄ +मॆदिनिपुर् +मे +मेँ +में +मेः +मेइ +मेइतेइ +मेक +मेकं +मेकः +मेकत्र +मेकम् +मेकलाश्चोत्कलैः +मेकस्याम् +मेका +मेकां +मेकांशं +मेकादशकपालं +मेकान्वयं +मेके +मेकेदाटु +मेकेन +मेकैकं +मेको +मेक् +मेक्का +मेक्लिन्टाक् +मेक्षण +मेक्षणं +मेक्षणमादधाति +मेक्षणम् +मेक्षणे +मेक्षणेन +मेक्षणेनोपघातं +मेक्सिको +मेक्सिकोदेशे +मेक्‍सिको +मेखलया +मेखला +मेखलां +मेखलाः +मेखलागुणैरुत +मेखलातरुषु +मेखलात्रयं +मेखलात्रयसंयुक्तं +मेखलात्रितयं +मेखलादीनि +मेखलानां +मेखलान्तरपत्रं +मेखलान्तरपत्रे +मेखलाप्रणयलोलतां +मेखलामजिनं +मेखलामणिना +मेखलाम् +मेखलाया +मेखलायां +मेखलायाः +मेखलासु +मेखलासूपयुज्यते +मेखलाꣳ +मेखली +मेखले +मेखलेति +मेखलेयम् +मेखलेव +मेखलैका +मेखलोपरि +मेगनीसियम +मेगा +मेगावाट् +मेग्सेसे +मेघ +मेघं +मेघः +मेघकाले +मेघगंभीरया +मेघगम्भीरनिःस्वनः +मेघगम्भीरया +मेघगर्जनं +मेघघोषाणां +मेघच्छन्ने +मेघच्छन्नेऽह्नि +मेघजलार्द्रपल्लवतया +मेघजालं +मेघजालानि +मेघटूते +मेघदुन्दुभिनिस्वनः +मेघदूत +मेघदूतं +मेघदूतम् +मेघदूतस्य +मेघदूते +मेघद्वारं +मेघद्वारा +मेघध्वनौ +मेघना +मेघनाथ +मेघनाद +मेघनादं +मेघनादः +मेघनादगभीरया +मेघनादम् +मेघनादस्य +मेघनादा +मेघनादाय +मेघनादे +मेघनादेन +मेघनादो +मेघनाम +मेघनामसु +मेघनामा +मेघनामैतत् +मेघनायाः +मेघनिःस्वना +मेघनिर्घोषो +मेघपुष्पं +मेघप्रभवा +मेघमण्डल +मेघमण्डलं +मेघमण्डलम् +मेघमण्डले +मेघमध्ये +मेघमाल +मेघमाला +मेघमालां +मेघमाली +मेघमालेव +मेघमाश्लिष्टसानुं +मेघमिव +मेघमुक्तं +मेघम् +मेघयन्ती +मेघरथः +मेघरागः +मेघरागश्च +मेघरागस्य +मेघरागो +मेघरूपेण +मेघरूपो +मेघर्तिभयेषु +मेघलयस्य +मेघलेखेव +मेघवत् +मेघवनं +मेघवर्ण +मेघवर्णं +मेघवर्णः +मेघवर्णस्य +मेघवर्णा +मेघवर्णेन +मेघवर्णो +मेघवान् +मेघवासा +मेघवाहन +मेघवाहनः +मेघविस्फूर्जितं +मेघविस्फूर्जिता +मेघवृन्दानि +मेघशब्दः +मेघशब्दे +मेघश्च +मेघश्याम +मेघश्यामं +मेघश्यामः +मेघश्यामा +मेघश्यामेन +मेघश्यामो +मेघसंकाशं +मेघसंकाशः +मेघसंकाशो +मेघसंबन्ध +मेघसन्देशः +मेघसन्देशे +मेघसन्निभः +मेघसमूहः +मेघस्तनितनिःस्वनम् +मेघस्तस्य +मेघस्य +मेघस्येव +मेघस्वनमहास्वनः +मेघस्वना +मेघा +मेघां +मेघाः +मेघागमे +मेघाच्छन्नः +मेघात् +मेघात्मना +मेघादयः +मेघादि +मेघाद्भुतावर्त्तः +मेघान +मेघानन्दा +मेघाना +मेघानां +मेघानामिव +मेघानाम् +मेघानिव +मेघानुमानात् +मेघान् +मेघान्ते +मेघाभं +मेघाम्बुशीतप्राग्वातैः +मेघाय +मेघायते +मेघालय +मेघालयः +मेघालयम् +मेघालयराज्यम् +मेघालयराज्यसम्बद्धाः +मेघालयराज्यस्य +मेघालयराज्ये +मेघालयस्य +मेघालये +मेघालोके +मेघावयवान् +मेघाविव +मेघावी +मेघाश्च +मेघास्तु +मेघास्ते +मेघास्तेषां +मेघे +मेघेति +मेघेन +मेघेनेव +मेघेभ्य +मेघेभ्यः +मेघेषु +मेघैः +मेघैरन्तरितः +मेघो +मेघों +मेघोऽपि +मेघौ +मेघ्याय +मेङ +मेङः +मेङ् +मेङ्गनीस् +मेङ्गलोर +मेङ्गलौर +मेच +मेचक +मेचकं +मेचकः +मेचकत्वम् +मेचकम् +मेचकल्याणीमेलजन्यः +मेचकस्य +मेचका +मेचकाः +मेचकाभो +मेचके +मेची +मेचे +मेजर +मेजर् +मेजे +मेट +मेटा +मेटाकार्पल +मेटाटार्सल +मेट् +मेट्रिक +मेट्रिक् +मेट्रो +मेट्रोरेल +मेट्रोरेलनिगमः +मेट्रोरेल् +मेड +मेडक +मेडता +मेडम +मेडलिन् +मेडलीन +मेडलीन् +मेडल् +मेडिकल +मेडिकल् +मेडिसिन् +मेढ़ +मेढ़े +मेढा +मेढी +मेढीभूतः +मेढृ +मेढ्र +मेढ्रं +मेढ्रः +मेढ्रतः +मेढ्रमध्ये +मेढ्रमूलान्तं +मेढ्रम् +मेढ्ररोगेण +मेढ्रस्य +मेढ्राच्च +मेढ्रात् +मेढ्रादधो +मेढ्रादिष्वपि +मेढ्रादुपरि +मेढ्रान्तं +मेढ्रे +मेढ्रो +मेण +मेणआ +मेण्डेलस्य +मेण्डेल् +मेण्ढको +मेत +मेतं +मेतः +मेतत् +मेतदिति +मेतल्स् +मेता +मेतां +मेतानि +मेति +मेतु +मेते +मेतेन +मेतेषां +मेत् +मेत्तं +मेत्य +मेत्युक्त्वा +मेत्यृगेव +मेत्र +मेत्रे +मेथ +मेथति +मेथामसि +मेथिका +मेथिकापत्रम् +मेथिकायां +मेथिकायाः +मेथिनी +मेथी +मेथीं +मेथे +मेथेते +मेद +मेदं +मेदः +मेदःस्थे +मेदक +मेदकः +मेदकमण्डलम् +मेदक् +मेदति +मेदते +मेदनम् +मेदयति +मेदयथा +मेदश्च +मेदश्छेदकृशोदरं +मेदस +मेदसः +मेदसश्च +मेदसा +मेदसां +मेदसि +मेदसो +मेदसोऽनुब्रूहि +मेदसोऽस्थि +मेदस् +मेदस्तः +मेदस्तु +मेदस्तृतीयं +मेदस्य +मेदस्विनः +मेदस्विनो +मेदस्वी +मेदा +मेदां +मेदाः +मेदात् +मेदायां +मेदि +मेदिच् +मेदिनं +मेदिनः +मेदिना +मेदिनि +मेदिनिः +मेदिनी +मेदिनीं +मेदिनीकरहेमचन्द्रौ +मेदिनीकरौ +मेदिनीकोशः +मेदिनीति +मेदिनीपतिः +मेदिनीपते +मेदिनीपर्वतः +मेदिनीपुर +मेदिनीपृष्ठे +मेदिनीभृतः +मेदिनीम् +मेदिनीशब्दरत्नावल्यौ +मेदिनो +मेदिन्या +मेदिन्यां +मेदिन्याः +मेदिन्याम् +मेदिन्यौ +मेदी +मेदुर +मेदुरः +मेदुरम् +मेदुरा +मेदुराः +मेदुरैः +मेदृ +मेदे +मेदेति +मेदेन +मेदो +मेदोगतस्तृतीयेऽह्नि +मेदोघ्नं +मेदोघ्नः +मेदोघ्ना +मेदोजीरकग्रन्थिः +मेदोजे +मेदोधरा +मेदोभरभृन्ति +मेदोमेहकृमीन् +मेदोरूपा +मेदोरोगनिदानम् +मेदोऽपि +मेदोऽस्थि +मेद् +मेद्य +मेद्यति +मेद्यतो +मेद्यन्ति +मेद्येधि +मेद॑सः +मेद॑सा +मेद॑सो +मेद॒ +मेध +मेधं +मेधं॑ +मेधः +मेधति +मेधते +मेधपतये +मेधपतिं +मेधपतिभ्यां +मेधमुपतिष्ठन्ते +मेधम् +मेधया +मेधवा +मेधसः +मेधसा +मेधसातये +मेधसाता +मेधसाताविव +मेधसातौ +मेधस् +मेधस्य +मेधा +मेधां +मेधाः +मेधाकरं +मेधाकामः +मेधाकामस्य +मेधाकामो +मेधाकारं +मेधाग्नि +मेधाजननं +मेधाजननम् +मेधाजननानि +मेधातपसी +मेधातिथ +मेधातिथि +मेधातिथिं +मेधातिथिः +मेधातिथिगोविन्दराजौ +मेधातिथिदृष्टा +मेधातिथिदृष्टे +मेधातिथिना +मेधातिथिर् +मेधातिथिर्ऋषिः +मेधातिथिर्वसुः +मेधातिथिश्च +मेधातिथिस्तु +मेधातिथे +मेधातिथेः +मेधातिथेर्मेष +मेधातिथ्योपरि +मेधानां +मेधान् +मेधान्ते +मेधापुत्रः +मेधाभिरीयते +मेधामयासिषं +मेधामयासिषम् +मेधामृतस्य +मेधाम् +मेधाय +मेधाया +मेधायां +मेधायालभन्त +मेधायै +मेधारथाभ्यामिरन्निरचौ +मेधावती +मेधावान् +मेधावि +मेधाविन +मेधाविनं +मेधाविनः +मेधाविनम् +मेधाविना +मेधाविनां +मेधाविनाम +मेधाविनामसु +मेधाविनामैतत् +मेधाविनाम् +मेधाविनि +मेधाविनी +मेधाविने +मेधाविनो +मेधाविनौ +मेधाविन् +मेधाविभिः +मेधाविरुद्र +मेधावी +मेधावीति +मेधाव्रताचार्यः +मेधास्मृतिमतिप्रदम् +मेधाहिंसनयोः +मेधा॑य +मेधिः +मेधिर +मेधिरः +मेधिराः +मेधिराय +मेधिरो +मेधि॑रः +मेधि॑राः +मेधि॑राय +मेधि॑रो +मेधी +मेधृ +मेधे +मेधेन +मेधेषु +मेधेऽ +मेधैः +मेधो +मेधोऽपाक्रामत् +मेध्य +मेध्यं +मेध्यं॑ +मेध्यः +मेध्यतरं +मेध्यता +मेध्यतां +मेध्यते +मेध्यत्वम् +मेध्यत्वाय +मेध्यत्वायेति +मेध्यमिति +मेध्यमिदं +मेध्यमेवैनं +मेध्यम् +मेध्यश् +मेध्यस्य +मेध्या +मेध्यां +मेध्याः +मेध्यातिथिं +मेध्यातिथिः +मेध्यातिथिम् +मेध्यातिथे +मेध्यातिथेः +मेध्यानि +मेध्यान् +मेध्याभ्यवहरणादि +मेध्यामेवैनां +मेध्याम् +मेध्याय +मेध्याश्च +मेध्यासः +मेध्यास्तु +मेध्ये +मेध्येन +मेध्येनावभृथादपि +मेध्येनेजे +मेध्येनेष्ट्वाऽयꣳ +मेध्येषु +मेध्यैः +मेध्यो +मेध्यौ +मेध्य॑स्य +मेध्य॑स्य॒ +मेध्य॒त्वाय॑ +मेन +मेनं +मेनकया +मेनका +मेनकां +मेनकात्मजा +मेनकापि +मेनकाम् +मेनकाया +मेनकायां +मेनकायाः +मेनकायै +मेनके +मेनकोवाच +मेनन +मेनन् +मेनया +मेनस् +मेना +मेनां +मेनाते +मेनापि +मेनामुखमुदैक्षत +मेनामेनं +मेनाम् +मेनाया +मेनायां +मेनायाः +मेनि +मेनिं +मेनिः +मेनिम् +मेनिर +मेनिरसि +मेनिरे +मेनिर्भवति +मेने +मेनेति +मेने॑ +मेने॒ +मेनैव +मेनोवाच +मेन् +मेन्द्रियेणाविश +मेन्द्रो +मेन्या +मेप +मेपः +मेपि +मेपो +मेम +मेमं +मेमासस्य +मेमासे +मेमे +मेमोरियल् +मेम् +मेम्बर +मेम्यत् +मेम्य॑द्वि॒श्वरू॑प +मेय +मेयं +मेयः +मेयता +मेयम् +मेयर +मेयस्य +मेया +मेये +मेयो +मेय् +मेर +मेरठ +मेरठमण्डलम् +मेरभक्ता +मेरा +मेरागः +मेरावपि +मेरि +मेरिति +मेरिलैण्ड +मेरी +मेरु +मेरुं +मेरुः +मेरुगतं +मेरुगताः +मेरुगिरिः +मेरुगिरेः +मेरुगुहां +मेरुञ्च +मेरुणा +मेरुतन्त्रे +मेरुतुल्यं +मेरुतुल्यसुवर्णानि +मेरुतुल्यानि +मेरुदण्ड +मेरुदण्डं +मेरुदण्डः +मेरुदण्डस्य +मेरुदण्डात् +मेरुदण्डे +मेरुदुहिता +मेरुदेव्या +मेरुदेव्यां +मेरुद्वितयस्य +मेरुध्वजः +मेरुध्वजो +मेरुपर्वतः +मेरुपर्वतम् +मेरुपर्वते +मेरुपृष्ठ +मेरुपृष्ठं +मेरुपृष्ठे +मेरुमध्ये +मेरुमन्दरः +मेरुमन्दरमात्रोऽपि +मेरुमन्दरौ +मेरुमर्कप्रभा +मेरुमूर्द्धनि +मेरुमूर्धनि +मेरुमेत्य +मेरुम् +मेरुरथांशुमान् +मेरुरिति +मेरुरिव +मेरुरिवाचलः +मेरुरुच्छ्रितः +मेरुरुच्यते +मेरुरेव +मेरुर्न +मेरुर्नाम +मेरुर्महागिरिः +मेरुलङ्घने +मेरुशिखरं +मेरुशिखराकारं +मेरुशिखरे +मेरुशृंगं +मेरुशृंगे +मेरुशृङ्गं +मेरुशृङ्गाणि +मेरुशृङ्गे +मेरुश्च +मेरुश्रृङ्गे +मेरुसंकाशं +मेरुसंस्थानमाह +मेरुसखः +मेरुसमं +मेरुस्तत्र +मेरुस्तस्य +मेरुस्तु +मेरुस्थानां +मेरू +मेरे +मेरेको +मेरो +मेरों +मेरोः +मेरोरपि +मेरोरिव +मेरोरुपरि +मेरोरुपान्तेष्विव +मेरोरुभयतो +मेरोश्च +मेरोश्चतुर्दिशं +मेरोस्तपसि +मेरोस्तु +मेरौ +मेर्चुर्य् +मेर्निः +मेर्वपेक्षया +मेल +मेलं +मेलः +मेलक +मेलकं +मेलकः +मेलकर्ता +मेलकर्तृरागः +मेलकर्तृरागव्यवस्था +मेलकर्तृरागव्यवस्थायाः +मेलकर्तृरागाः +मेलके +मेलको +मेलगः +मेलजन्यः +मेलन +मेलनं +मेलनम् +मेलनस्य +मेलनात् +मेलनानन्तरं +मेलनाय +मेलनार्थं +मेलने +मेलनेन +मेलप्रकरणम् +मेलप्रस्तारके +मेलयति +मेलयित्वा +मेलयेत् +मेलरगः +मेलराग +मेलरागः +मेललक्षणे +मेला +मेलाः +मेलागः +मेलानां +मेलापः +मेलापकः +मेलापन +मेलायाः +मेलितम् +मेलितुं +मेलितुम् +मेलुकोटे +मेलुकोटेविधानसभाक्षेत्रम् +मेले +मेलो +मेल् +मेल्गरागः +मेल्पुत्तूर् +मेल्लागः +मेळ +मेळकर्तारागाः +मेळरागः +मेळिं +मेव +मेवं +मेवः +मेवच +मेवते +मेवम् +मेवम्‌ +मेववा +मेवा +मेवाड +मेवात +मेवातमण्डलम् +मेवात्र +मेवाप्येति +मेवास्तमेति +मेवास्ति +मेवाह +मेवृ +मेवे +मेवेति +मेवेत्यर्थः +मेवेत्याह +मेवेदं +मेश्वरः +मेष +मेषं +मेषः +मेषगते +मेषगे +मेषतुलादौ +मेषदि +मेषप्रतिकृती +मेषप्रमाणं +मेषमजं +मेषमवदधाति +मेषमिति +मेषम् +मेषयोः +मेषराशिः +मेषराशिगत +मेषराशिमें +मेषराशेः +मेषराशौ +मेषरूपस्य +मेषरूपिणम् +मेषलग्ने +मेषवाहनः +मेषविषाणिका +मेषवृत्ते +मेषवृषौ +मेषशावकस्य +मेषशृङ्गं +मेषशृङ्गस्य +मेषशृङ्गी +मेषश्च +मेषसंक्रमणे +मेषसंस्थे +मेषस् +मेषस्त्वा +मेषस्थं +मेषस्थे +मेषस्य +मेषा +मेषां +मेषाः +मेषाणां +मेषात् +मेषादयः +मेषादयो +मेषादयोऽमी +मेषादि +मेषादिः +मेषादिकानामुदयासवः +मेषादिगे +मेषादितः +मेषादितो +मेषादिद्वादश +मेषादिराशयः +मेषादिराशीनां +मेषादिलोम्नि +मेषादिषु +मेषादिस्थे +मेषादीनां +मेषादीनाम् +मेषादीन् +मेषादेः +मेषादेरनुलोमं +मेषादेरारभ्य +मेषादौ +मेषाद्य +मेषाद्या +मेषाद्याः +मेषान् +मेषान्त +मेषान्ते +मेषाय +मेषारूढं +मेषाश्च +मेषी +मेषीं +मेषीक्षीरेण +मेषीमवदधाति +मेषीम् +मेषु +मेषे +मेषेण +मेषेषु +मेषो +मेषोदयज्या +मेषोदयमान +मेषौ +मेष्टस्य +मेष्ठाः +मेष्य +मेष्यः +मेष्यति +मेष्या +मेष्यां +मेष्ये +मेष्यै +मेसोपोटामिया +मेसोमोर्फी +मेस्ति +मेस्तु +मेह +मेहं +मेहः +मेहघ्नी +मेहतः +मेहता +मेहति +मेहतीति +मेहते +मेहतो +मेहत्न्वा +मेहत्युदकमेहेन +मेहन +मेहनं +मेहनः +मेहनम् +मेहनस्य +मेहना +मेहनाः +मेहनात् +मेहनावतः +मेहने +मेहन्तं +मेहन्ति +मेहन्ती +मेहबूब् +मेहमानस्य +मेहमूद् +मेहसाणा +मेहसाणामण्डलम् +मेहस्य +मेहा +मेहांश्च +मेहाः +मेहानां +मेहान् +मेहाश्च +मेहास्तेषामेतास्तु +मेहि +मेहिनः +मेहिनां +मेही +मेहीति +मेहे +मेहेत +मेहेत् +मेहेदच्छं +मेहेन +मेहेषु +मेहो +मेह्ता +मेऽ +मेऽक्षरं +मेऽक्षरम् +मेऽखिलम् +मेऽग्रतः +मेऽङ्ग +मेऽङ्गानि +मेऽङ्गा॑नि +मेऽच्युत +मेऽजनि +मेऽतीव +मेऽत्र +मेऽत्रास्ति +मेऽद्य +मेऽद्यापि +मेऽधुना +मेऽनघ +मेऽनघे +मेऽनया +मेऽनुग्रहं +मेऽनुग्रहः +मेऽनुमन्यन्तां +मेऽनेनाङ्गं +मेऽन्तिकम् +मेऽन्नं +मेऽपकृतं +मेऽपराधं +मेऽपराधः +मेऽपराध्यति +मेऽपवक्तार +मेऽपहृतं +मेऽपि +मेऽब्रवीदिति +मेऽब्रवीदित्येकपाद्वा +मेऽभवत् +मेऽभूत् +मेऽमन्यत +मेऽमुष्मादिदमवरुन्धां +मेऽमृतम् +मेऽम्ब +मेऽयं +मेऽर्पयेत् +मेऽव +मेऽवगच्छति +मेऽवतारा +मेऽवरुद्ध्या +मेऽवोचः +मेऽवोचो +मेऽव्ययः +मेऽष्टौ +मेऽसवः +मेऽसि +मेऽसीति +मेऽसौ +मेऽस्ति +मेऽस्तु +मेऽस्त्विति +मेऽस्मिन् +मेऽस्य +मेऽहं +मेि +मेिं +मेिताक्षरासहिता +मेिति +मेो +मे॑ +मे॑द॒स्तः +मे॑ऽसि॒ +मे॒ +मे॒धया +मे॒धया॑ +मे॒धसा॑ता +मे॒धऽसा॑तये +मे॒धा +मे॒धां +मे॒धाम् +मे॒धाम॑यासिषम् +मे॒धायै॑ +मे॒न्या +मे॒षं +मे॒षः +मे॒षम् +मे॒षस्य॑ +मे॒षा +मे॒षान् +मे॒षाय॑ +मे॒षी +मे॒षो +मे॒ष्यः॑ +मे॒हना॑ +मे꣣ +मै +मैं +मैंटल +मैंने +मैः +मैक +मैकल् +मैकेल् +मैक् +मैक्यं +मैक्रो +मैक्रोस्कोप् +मैक्स +मैक्समूलर +मैक्सिको +मैग्मा +मैग्सेसे +मैङ्गनीज् +मैच +मैच्छत् +मैतं +मैतस्मिन् +मैतस्मिन्त्संवदिष्ठा +मैतस्मिन्संवदिष्ठा +मैतस्मिन्संवदिष्ठाः +मैतस्मिन्समवादयिष्ठा +मैतस्मिन्समवादयिष्ठाः +मैतस्या +मैतस्यै +मैतां +मैति +मैतु +मैत्र +मैत्रं +मैत्रः +मैत्रकन्यक +मैत्रकन्यकस्य +मैत्रकन्यको +मैत्रचित्तः +मैत्रचित्ता +मैत्रचित्ताः +मैत्रचित्तो +मैत्रञ्च +मैत्रता +मैत्रमनुराधा +मैत्रमनूराधाः +मैत्रम् +मैत्रय +मैत्रया +मैत्रश्च +मैत्रस्य +मैत्रा +मैत्राः +मैत्रात् +मैत्राद्यपादे +मैत्राबार्हस्पत्यं +मैत्राबार्हस्पत्या +मैत्राय +मैत्रायज्ञो +मैत्रायण +मैत्रायणी +मैत्रायणीय +मैत्रायणीयानां +मैत्रायणीसंहिता +मैत्रायण्युपनिषत् +मैत्रायण्युपनिषत्सु +मैत्राव +मैत्रावरुण +मैत्रावरुणं +मैत्रावरुणः +मैत्रावरुणग्रहः +मैत्रावरुणचमसं +मैत्रावरुणचमसीया +मैत्रावरुणचमसे +मैत्रावरुणचमसेन +मैत्रावरुणदण्डं +मैत्रावरुणदण्डेन +मैत्रावरुणधिष्ण्यस्य +मैत्रावरुणब्राह्मणाच्छंस्यच्छावाकानां +मैत्रावरुणम् +मैत्रावरुणशस्त्रे +मैत्रावरुणश् +मैत्रावरुणश्च +मैत्रावरुणषष्ठा +मैत्रावरुणसाम +मैत्रावरुणसामविधानं +मैत्रावरुणस् +मैत्रावरुणस्य +मैत्रावरुणस्योक्थं +मैत्रावरुणाः +मैत्रावरुणाग्रान् +मैत्रावरुणादीनां +मैत्रावरुणानि +मैत्रावरुणाय +मैत्रावरुणिः +मैत्रावरुणिर्वसिष्ठः +मैत्रावरुणी +मैत्रावरुणीं +मैत्रावरुणीमामिक्षां +मैत्रावरुणीयाम् +मैत्रावरुणे +मैत्रावरुणेन +मैत्रावरुणो +मैत्रावरुणोऽच्छावाको +मैत्रावरुणौ +मैत्रावरुण्यः +मैत्रावरुण्यनूबन्ध्या +मैत्रावरुण्या +मैत्रावरुण्याः +मैत्रावरुण्यामिक्षया +मैत्रावरुण्यामिक्षयामावास्यायां +मैत्रावरुण्यै +मैत्री +मैत्रीं +मैत्रीकरुणामुदितोपेक्षणां +मैत्रीकरुणामुदितोपेक्षाणां +मैत्रीपरः +मैत्रीप्रधानं +मैत्रीप्रभावतः +मैत्रीमेति +मैत्रीम् +मैत्रे +मैत्रेण +मैत्रेय +मैत्रेयं +मैत्रेयः +मैत्रेयरक्षित +मैत्रेयरक्षितः +मैत्रेयस्तु +मैत्रेयस्य +मैत्रेयाय +मैत्रेयि +मैत्रेयी +मैत्रेयीं +मैत्रेयीति +मैत्रेयीब्राह्मणे +मैत्रेयेण +मैत्रेयो +मैत्रेय्या +मैत्रेय्युपनिषत् +मैत्रेय्यै +मैत्रो +मैत्र्यं +मैत्र्यः +मैत्र्या +मैत्र्यां +मैत्र्याः +मैत्र्यात् +मैत्र्यात्मकः +मैत्र्यादयो +मैत्र्यादिभिर्गुणैर्युक्तं +मैत्र्यादिवासना +मैत्र्यादिषु +मैत्र्य् +मैत्रꣳ +मैथि +मैथिल +मैथिलः +मैथिलस्य +मैथिलाः +मैथिलानां +मैथिलि +मैथिली +मैथिलीं +मैथिलीति +मैथिलीभाषा +मैथिलीम +मैथिलीम् +मैथिलीवोन्मुखी +मैथिलीशरणः +मैथिलीहासः +मैथिले +मैथिलेन +मैथिलेन्द्र +मैथिलेयौ +मैथिलेश्वर +मैथिलो +मैथिलोक्तं +मैथिल्या +मैथिल्यां +मैथिल्याः +मैथिल्याश्च +मैथु +मैथुन +मैथुनं +मैथुनकाले +मैथुनञ्च +मैथुनञ्चैव +मैथुनधर्मेण +मैथुनप्रिये +मैथुनमाचरेत् +मैथुनमातपम् +मैथुनमिति +मैथुनमेव +मैथुनम् +मैथुनवर्जनं +मैथुनस्य +मैथुनात् +मैथुनानि +मैथुनान् +मैथुनाय +मैथुनायोपचक्रमुः +मैथुनायोपचक्रमे +मैथुनायोपमन्त्रिता +मैथुनार्थं +मैथुनिनः +मैथुनी +मैथुने +मैथुनेच्छा +मैथुनेन +मैथुनैः +मैथुन्यं +मैथुन्यः +मैदान +मैधातिथं +मैधातिथम् +मैधातिथस्य +मैन +मैनँ +मैनं +मैनपुरी +मैनपुरीमण्डलम् +मैनमग्ने +मैनम्̇ +मैनसः +मैना +मैनां +मैनाक +मैनाकं +मैनाकः +मैनाकमिव +मैनाकस्य +मैनाके +मैनाकेन +मैनाको +मैनाम् +मैनालम् +मैनिकः +मैने +मैनेजर +मैन् +मैन्दं +मैन्दश्च +मैन्दस्तु +मैन्दस्य +मैन्देन +मैन्दो +मैन्द्रं +मैन्य +मैन॑मग्ने॒ +मैनꣳ +मैप +मैम +मैमतः +मैमतायनः +मैमतायनिः +मैया +मैरवं +मैरी +मैरेय +मैरेयं +मैरेयः +मैरेये +मैरेयो +मैल +मैलरागः +मैल् +मैव +मैवं +मैवमिति +मैवमित्यादि +मैवमित्याह +मैवम् +मैवम्‌ +मैश्रधान्यं +मैश्रधान्ये +मैष +मैषा +मैषां +मैषां॒ +मैसं +मैसुरु +मैसूर +मैसूरु +मैसूरुतः +मैसूरुनगरं +मैसूरुनगरम् +मैसूरुनगरस्य +मैसूरुनगरे +मैसूरुमण्डलम् +मैसूरुमण्डलस्य +मैसूरुमण्डले +मैसूरुराज्यं +मैसूरुराज्यम् +मैसूरुराज्यस्य +मैसूरुराज्ये +मैसूरुलोकसभाक्षेत्रम् +मैसूरुलोकसभाक्षेत्रे +मैसूरुविश्वविद्यानिलयः +मैसूरुविश्वविद्यालयः +मैसूरुविश्वविद्यालयस्य +मैसूरुसंस्थानं +मैसूरुसंस्थानम् +मैसूरुसंस्थानस्य +मैसूर् +मैौन +मैौनं +मॉडर्न +मो +मों +मोः +मोइदो +मोकल +मोकारं +मोकी +मोको +मोकोकचुङ्ग +मोक्खे +मोक्खो +मोक्तं +मोक्तव्य +मोक्तव्यं +मोक्तव्यः +मोक्तव्यम् +मोक्तव्या +मोक्तव्याः +मोक्तव्यो +मोक्ता +मोक्ताः +मोक्तारमिति +मोक्तारमिव +मोक्तुं +मोक्तुमर्हसि +मोक्तुमिच्छा +मोक्तुम् +मोक्तो +मोक्ष +मोक्षं +मोक्षः +मोक्षकः +मोक्षकरं +मोक्षकरी +मोक्षकर्मणि +मोक्षका +मोक्षकांक्षया +मोक्षकांक्षिभिः +मोक्षकाङ्क्षिणः +मोक्षकाङ्क्षिभिः +मोक्षकाण्डः +मोक्षकाम +मोक्षकामः +मोक्षकामस्य +मोक्षकामा +मोक्षकामो +मोक्षकारकम् +मोक्षकारणं +मोक्षकारणम् +मोक्षकाल +मोक्षकालः +मोक्षकाले +मोक्षकी +मोक्षकृत् +मोक्षके +मोक्षको +मोक्षगतिं +मोक्षगामिनः +मोक्षगुण्डं +मोक्षञ्च +मोक्षण +मोक्षणं +मोक्षणमित्यादि +मोक्षणमित्यादिनिरूपणनामा +मोक्षणम् +मोक्षणाय +मोक्षणार्थं +मोक्षणे +मोक्षति +मोक्षतीर्थं +मोक्षते +मोक्षत्वात् +मोक्षत्वाद् +मोक्षद +मोक्षदं +मोक्षदः +मोक्षदत्वेन +मोक्षदम् +मोक्षदशायां +मोक्षदश्च +मोक्षदस्तथा +मोक्षदस्तु +मोक्षदा +मोक्षदां +मोक्षदाः +मोक्षदाता +मोक्षदातुः +मोक्षदात्री +मोक्षदात्रे +मोक्षदानं +मोक्षदानां +मोक्षदानि +मोक्षदानेन +मोक्षदान् +मोक्षदाम् +मोक्षदाय +मोक्षदायक +मोक्षदायकः +मोक्षदायकम् +मोक्षदायिकाः +मोक्षदायिनी +मोक्षदायिनीम् +मोक्षदायै +मोक्षदे +मोक्षदेव +मोक्षदेवः +मोक्षदो +मोक्षद्वारं +मोक्षद्वारमपावृतम् +मोक्षद्वारे +मोक्षद्वेषिणस्ते +मोक्षधर्म +मोक्षधर्मं +मोक्षधर्मः +मोक्षधर्मपर्वणि +मोक्षधर्माणां +मोक्षधर्मान् +मोक्षधर्मे +मोक्षधर्मेषु +मोक्षधर्मेऽपिनित्यं +मोक्षधर्म्मः +मोक्षधर्म्मे +मोक्षनामनि +मोक्षनिमित्तं +मोक्षनिरूपणम् +मोक्षपथं +मोक्षपद +मोक्षपदं +मोक्षपदे +मोक्षपरायण +मोक्षपरायणः +मोक्षपरायणो +मोक्षपुर्यः +मोक्षप्रदं +मोक्षप्रदः +मोक्षप्रदा +मोक्षप्रदाः +मोक्षप्रदायकः +मोक्षप्रदायकम् +मोक्षप्रदे +मोक्षप्रदो +मोक्षप्राप्तिः +मोक्षप्राप्तेः +मोक्षप्राप्तौ +मोक्षफलं +मोक्षफलकं +मोक्षफलम् +मोक्षफलस्य +मोक्षफला +मोक्षफलाय +मोक्षफले +मोक्षबीजं +मोक्षभाक् +मोक्षभागिनः +मोक्षभागी +मोक्षभाग् +मोक्षभाग्भवेत् +मोक्षभाजनम् +मोक्षमपि +मोक्षमवाप +मोक्षमवाप्तवान् +मोक्षमवाप्नुयात् +मोक्षमवाप्नुयुः +मोक्षमवाप्नोति +मोक्षमवाप्स्यति +मोक्षमवाप्स्यथ +मोक्षमवाप्स्यसि +मोक्षमश्नुते +मोक्षमहमाप्नुयां +मोक्षमाचक्षते +मोक्षमाणा +मोक्षमाणानां +मोक्षमाप्नुयात् +मोक्षमाप्नुयुः +मोक्षमाप्नोति +मोक्षमाप्स्यसि +मोक्षमार्ग +मोक्षमार्गं +मोक्षमार्गः +मोक्षमार्गश्रवणेन +मोक्षमार्गस्य +मोक्षमार्गे +मोक्षमार्गो +मोक्षमाह +मोक्षमिच्छता +मोक्षमिच्छन्ति +मोक्षमिति +मोक्षमुत्तमम् +मोक्षमूलर +मोक्षमूलरोक्तिः +मोक्षमेति +मोक्षमेव +मोक्षमेष्यति +मोक्षम् +मोक्षय +मोक्षयति +मोक्षयतो +मोक्षयामास +मोक्षयितुं +मोक्षयितुम् +मोक्षयित्वा +मोक्षयिष्यति +मोक्षयिष्यामि +मोक्षयिष्ये +मोक्षयेत् +मोक्षयेद् +मोक्षयेद्भिषक् +मोक्षयोः +मोक्षरसिकः +मोक्षरूप +मोक्षरूपं +मोक्षलक्षणं +मोक्षलक्षणः +मोक्षलक्षणम् +मोक्षलक्षणां +मोक्षलक्षणे +मोक्षलक्ष्म्या +मोक्षवान् +मोक्षवित् +मोक्षवित्तु +मोक्षविषये +मोक्षशास्त्रं +मोक्षशास्त्रम् +मोक्षशास्त्राणामध्ययनं +मोक्षशास्त्राध्ययनं +मोक्षशास्त्रे +मोक्षशास्त्रेषु +मोक्षश्च +मोक्षश्चापि +मोक्षश्चेति +मोक्षश्चेत्यादिनिरूपणनामा +मोक्षसंन्यासयोगः +मोक्षसंन्यासयोगस्य +मोक्षसाधन +मोक्षसाधनं +मोक्षसाधनतया +मोक्षसाधनता +मोक्षसाधनत्वं +मोक्षसाधनत्वम् +मोक्षसाधनत्वात् +मोक्षसाधनत्वे +मोक्षसाधनत्वेन +मोक्षसाधनभूतं +मोक्षसाधनभूता +मोक्षसाधनमिति +मोक्षसाधनमुच्यते +मोक्षसाधनमुत्तमम् +मोक्षसाधनमुपदिष्टः +मोक्षसाधनम् +मोक्षसाधनानि +मोक्षसाधने +मोक्षसिद्धये +मोक्षसिद्धिः +मोक्षसुख +मोक्षसुखं +मोक्षसुखस्य +मोक्षस्तथा +मोक्षस्तव +मोक्षस्तस्य +मोक्षस्तु +मोक्षस्ते +मोक्षस्तेषां +मोक्षस्य +मोक्षस्यापि +मोक्षस्येति +मोक्षस्यैव +मोक्षस्वरूपं +मोक्षस्वरूपम् +मोक्षहेतवे +मोक्षहेतु +मोक्षहेतुं +मोक्षहेतुः +मोक्षहेतुत्वं +मोक्षहेतुत्वम् +मोक्षहेतुत्वाच्च +मोक्षहेतुत्वात् +मोक्षहेतुरिति +मोक्षा +मोक्षाख्यं +मोक्षाख्यः +मोक्षाख्यम् +मोक्षाख्यस्य +मोक्षाख्यां +मोक्षाख्याम् +मोक्षाणां +मोक्षात् +मोक्षात्मकं +मोक्षात्मिकायाम् +मोक्षादि +मोक्षाधिकारे +मोक्षानुपपत्तिः +मोक्षापेक्षया +मोक्षाभावः +मोक्षाय +मोक्षायेति +मोक्षायेत्यर्थः +मोक्षायैव +मोक्षार्थ +मोक्षार्थं +मोक्षार्थचिन्तकः +मोक्षार्थत्वात् +मोक्षार्थमेव +मोक्षार्थिनां +मोक्षार्थिनो +मोक्षार्थी +मोक्षार्थे +मोक्षार्थो +मोक्षावस्था +मोक्षावस्थायां +मोक्षाश्रमं +मोक्षिणः +मोक्षिणां +मोक्षिणाम् +मोक्षितं +मोक्षितः +मोक्षिता +मोक्षितो +मोक्षी +मोक्षे +मोक्षेच्छया +मोक्षेच्छा +मोक्षेण +मोक्षेति +मोक्षेशं +मोक्षेषु +मोक्षेऽपि +मोक्षैति +मोक्षो +मोक्षोपदेशात् +मोक्षोपाय +मोक्षोपायं +मोक्षोपायः +मोक्षोपायटीका +मोक्षोपायाः +मोक्षोपाये +मोक्षोपायेषु +मोक्षोपायेषूत्पत्तिप्रकरणे +मोक्षोपायेषूपशमप्रकरणे +मोक्षोस्ति +मोक्षोऽपि +मोक्षोऽभिधीयते +मोक्षोऽसि +मोक्षोऽस्ति +मोक्षौ +मोक्ष्य +मोक्ष्यति +मोक्ष्यतीति +मोक्ष्यते +मोक्ष्यन्ति +मोक्ष्यन्ते +मोक्ष्यस +मोक्ष्यसि +मोक्ष्यसे +मोक्ष्यसेऽशुभात् +मोक्ष्यसेऽशुभादिति +मोक्ष्यामि +मोक्ष्यामीति +मोक्ष्ये +मोगल +मोगलवंशीयानां +मोगल् +मोगा +मोगामण्डलम् +मोग्धा +मोग्रं +मोघ +मोघं +मोघं॒ +मोघः +मोघकर्माणः +मोघकर्माणो +मोघज्ञाना +मोघज्ञानाः +मोघमन्नं +मोघमेव +मोघम् +मोघयत्नविधुरा +मोघल +मोघलसाम्राज्यम् +मोघलसाम्राज्यस्य +मोघलसाम्राज्‍यम् +मोघल् +मोघा +मोघाः +मोघानि +मोघाशा +मोघाशाः +मोघाशे +मोघे +मोघो +मोघ॑म् +मोच +मोचं +मोचक +मोचकं +मोचकः +मोचन +मोचनं +मोचनम् +मोचनाय +मोचनी +मोचनीयः +मोचने +मोचनेन +मोचय +मोचयति +मोचयतीति +मोचयतु +मोचयत्येव +मोचयन्ति +मोचयन्तु +मोचयामास +मोचयामि +मोचयाशु +मोचयिता +मोचयितुं +मोचयितुम् +मोचयित्वा +मोचयिष्यति +मोचयिष्यामि +मोचये +मोचयेति +मोचयेत् +मोचयेद् +मोचयेयं +मोचरसं +मोचरसः +मोचरसस्तथा +मोचरसो +मोचा +मोचाफलं +मोचि +मोचिका +मोचित +मोचितः +मोचितवान् +मोचितस्तेन +मोचिता +मोचिताः +मोचितुं +मोचिते +मोचितो +मोचितौ +मोचो +मोच्य +मोच्यते +मोच्या +मोजनं +मोजने +मोजम्बीक +मोटः +मोटकं +मोटनं +मोटनम् +मोटने +मोटय +मोटयति +मोटर +मोटरतन्तुः +मोटरयानेन +मोटर् +मोटा +मोटी +मोटे +मोट्ट +मोट्टायितं +मोट्टायितम् +मोड +मोढा +मोढेरा +मोत +मोति +मोतियो +मोतियों +मोतिलाल् +मोतिहारी +मोती +मोतीलाल +मोत्क्रमीः +मोत्तूण +मोद +मोदं +मोदंते +मोदः +मोदअमळ्ळअं +मोदआ +मोदक +मोदकं +मोदकः +मोदकमल्लकं +मोदकमल्लकम् +मोदकम् +मोदकस्य +मोदका +मोदकांश्च +मोदकाः +मोदकादि +मोदकानां +मोदकानि +मोदकान् +मोदकारिणी +मोदकी +मोदके +मोदकेन +मोदकेषु +मोदकैः +मोदकैश्च +मोदको +मोदकौ +मोदत +मोदतां +मोदति +मोदते +मोदध्वं +मोदध्वम् +मोदन +मोदनं +मोदनम् +मोदने +मोदन्त +मोदन्तां +मोदन्ति +मोदन्ते +मोदमान +मोदमानं +मोदमानः +मोदमाना +मोदमानाः +मोदमानाय +मोदमानो +मोदमानौ +मोदमाप +मोदम् +मोदय +मोदयति +मोदयतीति +मोदयन् +मोदयन्ति +मोदवान् +मोदशाली +मोदश्च +मोदसे +मोदस्य +मोदस्व +मोदा +मोदाः +मोदाकं +मोदात् +मोदाम +मोदामहे +मोदाय +मोदाश्च +मोदि +मोदितं +मोदितः +मोदितम् +मोदिता +मोदिताः +मोदिताहे +मोदिनी +मोदिशासनम् +मोदिष्य +मोदिष्ये +मोदी +मोदे +मोदेत +मोदेन +मोदैवेति +मोदो +मोन +मोनाको +मोन् +मोप +मोपदसः +मोपदसद्दिशां +मोपरि +मोपसीद +मोपहृथा +मोपह्वयताँ +मोपैष्यसीति +मोप॑ +मोम +मोमं +मोमस्य +मोमूत्र्यते +मोमेन +मोमो +मोम् +मोयिलि +मोर +मोरङमण्डलम् +मोरजिम +मोरट +मोरटं +मोरटः +मोरटा +मोरबी +मोरा +मोरादाबादमण्डलम् +मोरादाबाद् +मोरारजी +मोरारी +मोरार्जी +मोरि +मोरी +मोरु +मोरे +मोरें +मोरोक्को +मोर् +मोर्चा +मोर्जयन्त्या +मोर्जा +मोल +मोलेतै +मोळकाल्मूरु +मोळकाल्मूरुविधानसभाक्षेत्रम् +मोवाच +मोषं +मोषः +मोषणं +मोषति +मोषधर्म +मोषधर्माणः +मोषयेत् +मोषीः +मोषु +मोषुणः +मोसेस् +मोह +मोहं +मोहः +मोहक +मोहकं +मोहकः +मोहकरं +मोहकरम् +मोहकरी +मोहकरीं +मोहकलिलं +मोहकलिलम् +मोहकारणम् +मोहकारिणी +मोहकृत् +मोहको +मोहजं +मोहजननी +मोहजालं +मोहजालसमावृताः +मोहजालस्य +मोहजालेन +मोहजो +मोहतः +मोहतमः +मोहतो +मोहन +मोहनं +मोहनः +मोहनगृहं +मोहनजोदाड़ो +मोहनदास +मोहनदासः +मोहनदासकरमचन्दगान्धिः +मोहनमात्मनः +मोहनम् +मोहनरावभागवत +मोहनलाल +मोहनस्य +मोहना +मोहनानि +मोहनाय +मोहनार्थं +मोहनार्थानि +मोहनार्थाय +मोहनाशनः +मोहनाशनम् +मोहनाशाय +मोहनास्त्रं +मोहनास्त्रेण +मोहनी +मोहनीं +मोहनीयम् +मोहने +मोहनेन +मोहनो +मोहन् +मोहपरायणा +मोहपुरुष +मोहपुरुषा +मोहप्राप्तिः +मोहमधिगच्छति +मोहमपि +मोहमयं +मोहमयीं +मोहमहिमा +मोहमापद्यते +मोहमापन्ना +मोहमापन्नो +मोहमायाति +मोहमार्गे +मोहमास्थितः +मोहमुद्गरः +मोहमुपगत +मोहमुपगतः +मोहमुपागतः +मोहमुपादत्ते +मोहमूर्च्छा +मोहमूहे +मोहमेति +मोहमेव +मोहम् +मोहम्मद +मोहम्मदः +मोहम्मदस्य +मोहम्मद् +मोहय +मोहयंति +मोहयति +मोहयतीति +मोहयतु +मोहयन् +मोहयन्तं +मोहयन्ति +मोहयन्ती +मोहयन्निव +मोहयसि +मोहयसीव +मोहयामास +मोहयितुं +मोहयित्वा +मोहयिष्यति +मोहयिष्यामि +मोहयेत् +मोहयेद्ध +मोहयैतौ +मोहर +मोहरहितः +मोहरूपं +मोहलक्षणामविद्यां +मोहवशं +मोहवशात् +मोहवशेन +मोहविषयसमानाधिकरण +मोहशब्देन +मोहशास्त्राणि +मोहशूरोत्तरे +मोहश्च +मोहश्चेति +मोहसमन्वितः +मोहसमापन्नो +मोहसमुच्छ्राययोः +मोहसागरे +मोहस् +मोहस्तथा +मोहस्तस्य +मोहस्तु +मोहस्तृष्णा +मोहस्य +मोहा +मोहाः +मोहाकुलं +मोहाच्च +मोहात् +मोहात्तस्य +मोहात्तु +मोहात्ते +मोहात्मक +मोहात्मकं +मोहात्मा +मोहात्स +मोहादग्निवर्णां +मोहादङ्गनेव +मोहादज्ञानतो +मोहादारभ्यते +मोहादि +मोहादिति +मोहादुडुपेनास्मि +मोहादुद्वहन्तो +मोहादुपजीवन्ति +मोहादेव +मोहाद् +मोहाद्दुःखप्रपातिनाम् +मोहाद्धि +मोहाद्यः +मोहाद्राजा +मोहाद्वा +मोहान् +मोहान्तसुरतक्षमा +मोहान्ति +मोहान्धः +मोहान्धकारं +मोहान्न +मोहान्मया +मोहाय +मोहायैषां +मोहार्थं +मोहाली +मोहि +मोहिका +मोहित +मोहितं +मोहितः +मोहितम् +मोहितश्च +मोहितश्शिवमायया +मोहितस्तव +मोहितस्य +मोहिता +मोहितां +मोहिताः +मोहितानां +मोहिताम् +मोहितास्तस्य +मोहितास्ते +मोहितुं +मोहिते +मोहितेन +मोहितो +मोहितौ +मोहिनि +मोहिनी +मोहिनीं +मोहिनीचरितं +मोहिनीचरिते +मोहिनीदर्शनेन +मोहिनीम् +मोहिनीयाट्टम् +मोहिनीरूपं +मोहिनीवचनं +मोहिनीवसुसंवादे +मोहिनीवाक्यं +मोहिनीसमाख्यया +मोहिन्या +मोहिन्यां +मोहिन्याः +मोहिन्युवाच +मोहिन्यै +मोहिष्यति +मोही +मोहे +मोहेच्छाद्वेषकर्मजः +मोहेञ्जोदारो +मोहेति +मोहेन +मोहेनेति +मोहेनैकेन +मोहेषु +मोहो +मोहोऽतीव +मोहोऽथ +मोहोऽपि +मोहोऽयं +मोहोऽस्ति +मोहौ +मोऽध्यायः +मोऽनुस्वार +मोऽनुस्वारः +मोऽन्तः +मोऽपि +मो॑चि +मो॑षीः +मो॒षीः॒ +मौ +मौंजी +मौकरवट् +मौका +मौक् +मौक्ति +मौक्तिक +मौक्तिकं +मौक्तिकग्रहणाय +मौक्तिकदाम +मौक्तिकमाला +मौक्तिकमालाछन्दः +मौक्तिकमिति +मौक्तिकमेव +मौक्तिकम् +मौक्तिकसरः +मौक्तिकस्य +मौक्तिका +मौक्तिकाः +मौक्तिकानां +मौक्तिकानि +मौक्तिकान् +मौक्तिके +मौक्तिकै +मौक्तिकैः +मौक्तिकैरिव +मौक्षं +मौक्षम् +मौक्षस्य +मौक्षिक +मौक्षिकं +मौक्षिकः +मौक्षिके +मौक्षे +मौखिक +मौखिकबुद्धिपरीक्षा +मौखिकरूपेण +मौख्यं +मौगिति +मौग्ध्यं +मौजवतस्य +मौजी +मौजूद +मौञ्जं +मौञ्जविवाना +मौञ्जायन +मौञ्जिबन्धनम् +मौञ्जिबन्धनात् +मौञ्जी +मौञ्जीं +मौञ्जे +मौञ्जेः +मौञ्जेन +मौञ्जैः +मौञ्ज्या +मौढ्यं +मौढ्यमेव +मौढ्यम् +मौढ्यात् +मौढ्याद् +मौढ्येन +मौण्ट् +मौण्डी +मौण्ड्यं +मौण्ड्ये +मौत +मौदकम् +मौदकिकः +मौदकिकम् +मौदाः +मौद्गः +मौद्गल्य +मौद्गल्यं +मौद्गल्यः +मौद्गल्यम् +मौद्गल्यस्य +मौद्गल्या +मौद्गल्याः +मौद्गल्यायन +मौद्गल्यायनो +मौद्गल्यो +मौद्गिकं +मौद्गीनम् +मौद्रिकं +मौन +मौनं +मौनमात्मविनिग्रहः +मौनमालम्ब्य +मौनमास्थाय +मौनमास्थितः +मौनमास्थितम् +मौनमास्थिता +मौनमास्थिताः +मौनमिति +मौनमुच्यते +मौनमुद्रा +मौनमुपागमत् +मौनमेव +मौनम् +मौनवान् +मौनव्रतं +मौनव्रती +मौनव्रतेन +मौनस्य +मौना +मौनि +मौनित्वं +मौनिनः +मौनिना +मौनिनी +मौनिनो +मौनी +मौनीति 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+म्बन्धः +म्बन्धिनि +म्बन्धे +म्बन्धेन +म्बन्धो +म्बयति +म्बर +म्बरं +म्बरम् +म्बरी +म्बरे +म्बा +म्बानां +म्बि +म्बिका +म्बिनी +म्बी +म्बु +म्बू +म्भ +म्भं +म्भः +म्भव +म्भवं +म्भवः +म्भवति +म्भवात् +म्भवे +म्भसा +म्भस्य +म्भा +म्भात् +म्भे +म्भेन +म्भो +म्भौ +म्म +म्य +म्यं +म्यः +म्यक् +म्यत +म्यति +म्यते +म्यन्ति +म्यम् +म्यर्थे +म्यस्य +म्यहं +म्यहम् +म्या +म्यां +म्याः +म्यात् +म्याथयास् +म्यादिति +म्यान +म्यानमारदेशः +म्यानमार् +म्यान् +म्यान्मार +म्यान्मारदेशः +म्यान्मार् +म्यापि +म्याम् +म्यायमकरन्दे +म्यायलीलावती +म्यायलीलावतीकण्ठाभरण +म्यासः +म्युनिसिपल +म्युनिसिपल् +म्युलर् +म्यूजिक +म्यूजियम् +म्यूल्लर् +म्यूसिक् +म्यूसियं +म्यूसियम् +म्ये +म्येति +म्यौ +म्य्थ् +म्र +म्रक्ष +म्रक्षः +म्रक्षणं +म्रक्षणे +म्रक्षति +म्रक्षयित्वा +म्रक्षयेत् +म्रक्षो +म्रद +म्रदयति +म्रदिमा +म्रदिम्ना +म्रदीयः +म्रदीयसी +म्रभ्नैर्यानां +म्रा +म्रिय +म्रियंति +म्रियंते +म्रियत +म्रियतां +म्रियताम् +म्रियते +म्रियतेः +म्रियतेर्लुङ्लिङोश्च +म्रियतेऽपि +म्रियन्त +म्रियन्ति +म्रियन्ते +म्रियन्तेऽष्टपुटैः +म्रियमाण +म्रियमाणं +म्रियमाणः +म्रियमाणस्य +म्रियमाणा +म्रियमाणांश्च +म्रियमाणानां +म्रियमाणान् +म्रियमाणे +म्रियमाणेन +म्रियमाणेषु +म्रियमाणो +म्रियमाणोऽप्याददीत +म्रियसे +म्रियस्व +म्रियस्वेति +म्रियामहे +म्रिये +म्रियेत +म्रियेते +म्रियेतेति +म्रियेरन् +म्रुचु +म्रे +म्रो +म्रौ +म्ल +म्ला +म्लान +म्लानं +म्लानः +म्लानता +म्लानतां +म्लानत्वं +म्लानमुखी +म्लानम् +म्लानस्य +म्लाना +म्लानाः +म्लानाङ्गः +म्लानानि +म्लानि +म्लानिं +म्लानिः +म्लाने +म्लानो +म्लानौ +म्लायति +म्लायते +म्लायन्ति +म्लायन्ते +म्लायसि +म्लायिनि +म्लिष्ट +म्लिष्टं +म्लुचु +म्लूं +म्ले +म्लेच्छ +म्लेच्छं +म्लेच्छः +म्लेच्छजातयः +म्लेच्छजातिभेदे +म्लेच्छजातिविशेषः +म्लेच्छतां +म्लेच्छति +म्लेच्छत्वं +म्लेच्छदेशं +म्लेच्छदेशः +म्लेच्छदेशे +म्लेच्छदेशो +म्लेच्छने +म्लेच्छभाषया +म्लेच्छभाषा +म्लेच्छभोजनः +म्लेच्छमध्ये +म्लेच्छमुखं +म्लेच्छराजस्य +म्लेच्छवाचश्चार्य्यवाचः +म्लेच्छसेवी +म्लेच्छस्य +म्लेच्छा +म्लेच्छांश्च +म्लेच्छाः +म्लेच्छादीनां +म्लेच्छानां +म्लेच्छानामपि +म्लेच्छान् +म्लेच्छाश्च +म्लेच्छाश्चार्याश्च +म्लेच्छास्तु +म्लेच्छास्ते +म्लेच्छितवै +म्लेच्छे +म्लेच्छेन +म्लेच्छेषु +म्लेच्छेऽपि +म्लेच्छैः +म्लेच्छैश्च +म्लेच्छो +म्लेछ +म्लेवते +म्लेवृ +म्लै +म्लोचन्ति +म्व +म्वं +म्वयं +म्वा +म्वोः +म्वोश्च +म्सुअव् +म्सौ +म्स् +म्स्वि +म्स्विइ +म्स्व् +म्ह +म्हणजे +म्हणे +म्हारा +म्हि +म्ही +म्‌ +म॑ +म॑घवन्निन्द्र +म॑घवन्बोधि +म॑घव॒न् +म॑घोनि +म॑णे +म॑ती॒नां +म॑ती॒नाम् +म॑दच्युता +म॑दन्ति +म॑दन्ति॒ +म॑दन्तु +म॑देम +म॑ध्यम॒शीरि॑व +म॑ध्य॒तः +म॑ध्य॒तो +म॑ध्य॒मं +म॑ध्य॒मा +म॑नामहे +म॑नी॒षा +म॑नी॒षिणः॑ +म॑नु॒ष्या॑ +म॑नु॒ष्ये +म॑नु॒ष्ये॑षु +म॑नु॒ष्ये॒षु +म॑न्दसा॒ना +म॑न्दस्वा॒ +म॑न्दा॒नो +म॑न्यता॒मनु॑ +म॑न्यते +म॑न्ये +म॑न्ये॒ +म॑मत्तु +म॑मिरे +म॑यो॒भुवा॑ +म॑यो॒भुव॒स्ता +म॑राति॒ +म॑रामा॒रे +म॑रुत +म॑रुतः +म॑रुतो +म॑रुतो॒ +म॑रुत॒ः +म॑र्जयन्त +म॑र्मृजा॒न +म॑हया +म॑हाध॒ने +म॑हित्व॒ना +म॑हि॒त्वं +म॑हि॒त्वा +म॑हि॒त्वैक॒ +म॑हि॒ना +म॑हि॒मा +म॑हि॒मानं॒ +म॑हि॒म्ना +म॑हि॒षस्य॑ +म॑हि॒षेवाव॑ +म॑ह॒तो +म॒ +म॒क्षु +म॒क्षू +म॒खः +म॒खस्य॑ +म॒खस्य॒ +म॒खा +म॒खाय॑ +म॒खो +म॒घत्त॑ये +म॒घम् +म॒घवा॑ +म॒घवा॑नं +म॒घवा॑नः +म॒घवा॑नमेनं +म॒घवा॑नो +म॒घवा॑नो॒ +म॒घवा॑न॒मिंद्र॑म॒स्मिन्भरे॒ +म॒घवा॑न॒मिन्द्र॑म॒स्मिन्भरे॒ +म॒घवा॒ +म॒घव॑त्सु +म॒घव॑त्ऽभ्यः +म॒घव॑त्ऽसु +म॒घव॑द्भ्य +म॒घव॑द्भ्यः +म॒घव॑द्भ्यश्च॒ +म॒घव॑द्भ्यस्तनुष्व॒ +म॒घव॑द्भ्यो +म॒घस्य॑ +म॒घऽवा॑ +म॒घऽवा॑नः +म॒घऽवा॑नम् +म॒घा +म॒घानि॑ +म॒घोनः॑ +म॒घोनां॑ +म॒घोनां॒ +म॒घोना॑म् +म॒घोनी॑ +म॒घोनो॑ +म॒घोन॑ः +म॒घो॒नि॒ +म॒घ॒ऽव॒न् +म॒ज्जभ्यः॒ +म॒ज्जभ्य॒ +म॒ज्जा +म॒ज्मना॑ +म॒ज्मना॒ +म॒णिं +म॒णिः +म॒णिना॑ +म॒णिना॒ +म॒णिमा॒शवे॑ +म॒णिम् +म॒तयः॑ +म॒तयः॒ +म॒तयो॑ +म॒तयो॒ +म॒तय॒ः +म॒तिं +म॒तिः +म॒तिभिः॑ +म॒तिभि॑ः +म॒तिभि॒र्वसि॑ष्ठाः +म॒तिभी॑ +म॒तिम् +म॒तिऽभिः॑ +म॒ती +म॒तीः +म॒ती॒नाम् +म॒त्या +म॒त्स्व॒ +म॒त्स॒रः +म॒त्स॒रम् +म॒त्स॒राः +म॒त्स॒रासः॑ +म॒त्स॒रिन्ऽत॑मः +म॒दिन्ऽत॑मः +म॒दि॒न्ऽत॒म॒ +म॒दि॒रः +म॒दे॒म॒ +म॒द्रिक् +म॒द॒न्ति॒ +म॒द॒ऽच्युतः॑ +म॒द॒ऽच्युत॑म् +म॒धु॒ला +म॒धु॒ऽश्चुत॑म् +म॒ध्यंदि॑ने +म॒ध्यन्दि॑ने +म॒ध्या +म॒ध्य॒त +म॒ध्य॒तः +म॒ध्य॒मम् +म॒नः॒ऽजुवः॑ +म॒नः॒ऽयुजः॑ +म॒नव॑ते +म॒ना +म॒नावधि॑ +म॒ना॒म॒हे॒ +म॒नी॒षा +म॒नी॒षाः +म॒नी॒षाम् +म॒नी॒षिणः॑ +म॒नी॒षिऽभिः॑ +म॒नी॒षी +म॒नु॒ष्याः॑ +म॒नु॒ष्या॑ +म॒नु॒ष्वत् +म॒नोता॑ +म॒नो॒जुवो॒ +म॒न्त्रय॑न्ते +म॒न्थी +म॒न्दा॒नः +म॒न्दिनं॒ +म॒न्दिनः॑ +म॒न्दिना॑ +म॒न्दिने॑ +म॒न्दिन॑म् +म॒न्दी +म॒न्दू +म॒न्द्र +म॒न्द्रं +म॒न्द्रः +म॒न्द्रत॑मो +म॒न्द्रम् +म॒न्द्रया॑ +म॒न्द्रस्य॑ +म॒न्द्रा +म॒न्द्राः +म॒न्द्रैरि॑न्द्र॒ +म॒न्द्रो +म॒न्द॒सा॒नः +म॒न्यवे॑ +म॒न्यवे॒ +म॒न्युं +म॒न्युः +म॒न्युना॑ +म॒न्युना॒ +म॒न्युमि॑न्द्र +म॒न्युम् +म॒न्ये॒ +म॒न्योः +म॒न्यो॒ +म॒न्य॒ते॒ +म॒मत्तु॑ +म॒मत्तु॒ +म॒मि॒रे॒ +म॒मे +म॒मे॒ +म॒म॒त्तु॒ +म॒म॒ह॒न्ता॒म् +म॒यः॒ऽभु +म॒यः॒ऽभुः +म॒यः॒ऽभुवः॑ +म॒यः॒ऽभुवा॑ +म॒यः॒ऽभुव॑म् +म॒यः॒ऽभूः +म॒यूर॑रोमभिः +म॒यो॒भूर्वातो॑ +म॒रायु॑ +म॒रा॒म॒ +म॒रुतः॑ +म॒रुतः॒ +म॒रुतां॑ +म॒रुतां॒ +म॒रुता॑मिव +म॒रुता॑म् +म॒रुता॒मनी॑कं +म॒रुतो॑ +म॒रुतो॒ +म॒रुत्वाँ॑ +म॒रुत्वा॑न् +म॒रुत्वा॑न्नो +म॒रुत्व॑त +म॒रुत्व॑ता +म॒रुत्व॑ते +म॒रुत्व॑न्तं +म॒रुत्व॑न्तम् +म॒रुत्व॑न्ता +म॒रुत्सु॑ +म॒रुत्सु॒ +म॒रुत्स॑खा॒ +म॒रुत्ऽभिः॑ +म॒रुत्ऽभ्यः॑ +म॒रुत्ऽसु॑ +म॒रुत्ऽस॑खा +म॒रुत॑ +म॒रुत॑ः +म॒रुत॑श्च +म॒रुत॑श्चि॒दत्र॑ +म॒रुत॒ +म॒रुत॒ः +म॒रुद्भिः॑ +म॒रुद्भिः॒ +म॒रुद्भि॑ः +म॒रुद्भि॑रग्न॒ +म॒रुद्भि॑रु॒ग्रः +म॒रुद्भि॒ः +म॒रुद्भ्यः॑ +म॒रुद्भ्यो॑ +म॒रुद्भ्यो॒ +म॒रुद्भ्य॑ +म॒रुद्भ्य॑ः +म॒रु॒तः॒ +म॒र्चय॑ति +म॒र्जय॑न्तः +म॒र्ज॒य॒न्त॒ +म॒र्डि॒ता +म॒र्डि॒तार॑म् +म॒र्त्य॒ऽत्रा +म॒र्त॒ऽभोज॑नम् +म॒र्मृ॒जा॒नः +म॒र्मृ॒ज्यन्ते॑ +म॒स्तिष्का॑ज्जि॒ह्वाया॒ +म॒ह +म॒हः +म॒हत् +म॒हत्ऽभिः॑ +म॒हद्दे॒वाना॑मसुर॒त्वमेक॑म् +म॒हय॑न्तः +म॒हश्चि॒द्यस्य॑ +म॒हस्ते॑ +म॒हा +म॒हाँ +म॒हां +म॒हांस्तस्मै॑ +म॒हानां॑ +म॒हाना॑म् +म॒हानि॑ +म॒हान् +म॒हान्तं॑ +म॒हान्ता॑ +म॒हान्ता॒ +म॒हान्ति॑ +म॒हान्तो॑ +म॒हान्त॑मु॒त +म॒हान्त॑म् +म॒हान्भ॑वति +म॒हामु॒रुं +म॒हाम् +म॒हाम॑नसां +म॒हा॒ऽध॒ने +म॒हि॒ +म॒हि॒ना +म॒हि॒मा +म॒हि॒मानः॑ +म॒हि॒मान॑म् +म॒हि॒षः +म॒हि॒षम् +म॒हि॒षस्य॑ +म॒हि॒षाः +म॒हि॒ऽत्वम् +म॒हि॒ऽत्वा +म॒हि॒ऽत्व॒नम् +म॒हि॒ऽत्व॒ना +म॒ही +म॒हीं +म॒हीः +म॒हीनां॑ +म॒हीनां॒ +म॒हीना॑म् +म॒हीमदि॑तिं॒ +म॒हीमिषं॒ +म॒हीमू॒ +म॒हीम् +म॒हीम॒रम॑तिं +म॒हीर॒पो +म॒हीव॒ +म॒ही॒य॒ते॒ +म॒हे +म॒हो +म॒ह्ना +म॒ह्या +म॒ह्यै +म॒ह॒तः +म॒ह॒ता +म॒ह॒ताम् +म॒ह॒ते +म᳘धु +म᳘न +म᳘नः +म᳘नसा +म᳘नो +म᳘न्थे +म꣡दः꣢ +म꣡दः꣢꣯ +म꣡दा꣢य +म꣡दा꣢꣯य +म꣡दे꣢षु +म꣡द꣢म् +म꣡धु꣢ +म꣡नः꣢꣯ +म꣡म꣢ +म꣡र्त्यः꣢ +म꣡र्त्यः꣢꣯ +म꣡हि꣢꣯ +म꣢घ꣡वन्वा꣢ +म꣢हस्त꣡वा +म꣢हि꣣ +म꣣घवन् +म꣣घो꣡ना꣢म् +म꣣घ꣡वा꣢ +म꣣तिः꣢ +म꣣न्दी꣡ +म꣣न्द्र꣡या꣢ +म꣣रु꣡तः꣢ +म꣣रु꣡त्व꣢ते +म꣣रु꣡द्भ्यः꣢ +म꣣हः꣢ +म꣣हा꣡न्तं꣢ +म꣣हा꣡ꣳ +म꣣हा꣢न् +म꣣हे꣡ +म꣣हे꣢ +य +यँ +यं +यंग +यंगुलं +यंत +यंता +यंतारं +यंति +यंति॒ +यंते +यंत् +यंत्र +यंत्रं +यंत्रम् +यंत्राणि +यंत्रे +यंत्रेण +यंथा +यंदा +यंधि +यंयं +यंयं॒ +यंयमीति +यंयम्यते +यंशं +यंशकं +यंशे +यंसतः +यंसते +यंसत् +यंसन् +यंसि +यंस्य +यं॑सत् +यं॒स॒त् +यं॒स॒न् +यं꣡ +यं꣢ +यः +यःकरोति +यःकुरुते +यः꣡ +यः꣢ +यऄ +यइति +यई +यऊ +यएते +यएव +यएवं +यओजिष्ठः +यक +यकं +यकः +यकन् +यकन्नादेशः +यकपूर्वाया +यकपूर्वायाः +यकम् +यका +यकार +यकारं +यकारः +यकारमात्रस्य +यकारम् +यकारलोप +यकारलोपः +यकारलोपे +यकारवकाराभ्यां +यकारश्च +यकारस्तु +यकारस्य +यकारस्यापि +यकारस्येति +यकाराक्षरभासुरम् +यकारादकारस्य +यकारादि +यकारादौ +यकारे +यकारेण +यकारो +यकारौ +यकासकौ +यकि +यकी +यकृच्च +यकृत +यकृतं +यकृतः +यकृता +यकृति +यकृते +यकृतो +यकृत् +यकृत्प्लीहानौ +यकृदिव +यकृद्दाल्युदरं +यकृद्वा +यकृन् +यकृन्मेदः +यके +यकेन +यको +यक् +यक्चिणाविति +यक्चिणोः +यक्चिणौ +यक्त +यक्तं +यक्तम् +यक्ता +यक्नः +यक्नस्ते +यक्ना +यक्प्रत्ययः +यक्ष +यक्षं +यक्षः +यक्षकर्दम +यक्षकिन्नराः +यक्षगंधर्वकिन्नराः +यक्षगन्धर्व +यक्षगन्धर्वकिन्नराः +यक्षगन्धर्वकिन्नरैः +यक्षगन्धर्वरक्षसाम् +यक्षगन्धर्वराक्षसाः +यक्षगन्धर्वाः +यक्षगान +यक्षगानं +यक्षगानम् +यक्षगानस्य +यक्षगाने +यक्षग्रहपरिपीडितो +यक्षतां +यक्षतामि॒मम् +यक्षताम् +यक्षते +यक्षत् +यक्षत्तिस्रो +यक्षत्वं +यक्षत्स्वं +यक्षदग्निं +यक्षदग्नेर्होतुः +यक्षदश्विना +यक्षदश्विनौ +यक्षदिति +यक्षदिन्द्रं +यक्षदिन्द्रा +यक्षदृशो +यक्षद् +यक्षद्दैव्या +यक्षद्वनस्पतिम् +यक्षद॒श्विनौ॒ +यक्षधूपः +यक्षन् +यक्षभेदे +यक्षमामन्त्रयते +यक्षमिति +यक्षम् +यक्षयते +यक्षयुगेन +यक्षयुद्धपर्वणि +यक्षरक्ष +यक्षरक्षः +यक्षरक्षःपिशाचानां +यक्षरक्षःपिशाचाश्च +यक्षरक्षसां +यक्षरक्षसाम् +यक्षरक्षांसि +यक्षराक्षस +यक्षराक्षसकिन्नराः +यक्षराक्षसनागाश्च +यक्षराक्षसपन्नगाः +यक्षराक्षसाः +यक्षराक्षसान् +यक्षराज +यक्षराजः +यक्षराजस्य +यक्षराजो +यक्षराट् +यक्षरूपं +यक्षरूपेण +यक्षलोके +यक्षविद्याधरादीनां +यक्षश्च +यक्षश्चक्रे +यक्षस्तं +यक्षस्तादृशो +यक्षस्तु +यक्षस्य +यक्षा +यक्षांश्च +यक्षाः +यक्षाणां +यक्षाणामपि +यक्षाणि +यक्षानुरूपो +यक्षान् +यक्षाय +यक्षाश्च +यक्षास्तथा +यक्षास्तु +यक्षास्ते +यक्षि +यक्षिणी +यक्षिणीं +यक्षिणीनां +यक्षिणीम् +यक्षिण्या +यक्षि॑ +यक्षि॒ +यक्षी +यक्षीं +यक्षीध्वम् +यक्षीषितो +यक्षीष्ट +यक्षे +यक्षेण +यक्षेन्द्र +यक्षेन्द्रः +यक्षेन्द्रस्य +यक्षेन्द्रो +यक्षेभ्यः +यक्षेभ्यो +यक्षेशो +यक्षेश्वरः +यक्षेश्वराणां +यक्षेषु +यक्षैः +यक्षैर्न +यक्षैश्च +यक्षो +यक्षोरगराक्षसाः +यक्ष्म +यक्ष्मं +यक्ष्मं॑ +यक्ष्मं॒ +यक्ष्मः +यक्ष्मगृहीतस्य +यक्ष्मग्रस्तो +यक्ष्मणः +यक्ष्मणा +यक्ष्मणि +यक्ष्मणे +यक्ष्मणो +यक्ष्मनाशनः +यक्ष्मनाशनम् +यक्ष्ममङ्गेभ्यो +यक्ष्मम् +यक्ष्मसु +यक्ष्मस्य +यक्ष्मा +यक्ष्माः +यक्ष्माणं +यक्ष्माणां +यक्ष्मात् +यक्ष्मादस्मादामयत +यक्ष्मिणं +यक्ष्मिणः +यक्ष्मिणां +यक्ष्मी +यक्ष्मे +यक्ष्मेण +यक्ष्मे॑ण॒ +यक्ष्मो +यक्ष्म॑म् +यक्ष्म॑स्य +यक्ष्य +यक्ष्यग्ने +यक्ष्यत +यक्ष्यति +यक्ष्यते +यक्ष्यन् +यक्ष्यन्ति +यक्ष्यन्तीति +यक्ष्यन्ते +यक्ष्यमाण +यक्ष्यमाणं +यक्ष्यमाणः +यक्ष्यमाणस्य +यक्ष्यमाणा +यक्ष्यमाणाः +यक्ष्यमाणान् +यक्ष्यमाणे +यक्ष्यमाणेन +यक्ष्यमाणो +यक्ष्यामह +यक्ष्यामहे +यक्ष्यामि +यक्ष्यामीति +यक्ष्ये +यक्ष्येऽहं +यक्ष्य् +यक्ष्व +यक्‌ +यख +यग +यगः +यगण +यगणः +यगणा +यगणेन +यगणौ +यगभावः +यगादौ +यगि +यगिति +यगो +यग् +यग्य +यघा +यङ +यङः +यङचङ्लुकौ +यङन्त +यङन्तप्रक्रिया +यङन्तस्य +यङन्ताः +यङन्तात् +यङन्तेभ्यः +यङलुक +यङश्चाप् +यङा +यङि +यङीति +यङो +यङोऽचि +यङ् +यङ्ग +यङ्गुलं +यङ्गुलविवर्धनात् +यङ्ग् +यङ्ङकि +यङ्यङ्लुकोः +यङ्लुकि +यङ्लुको +यङ्लुकोः +यङ्लुक् +यङ्लुगन्तं +यङ्लुगन्तप्रक्रिया +यङ्लुगन्तम् +यङ्लुगन्तस्य +यङ्लुगन्तस्यापि +यङ्लुगन्तात् +यङ्लुगन्तो +यङ्लोपे +यङ्‌लुकि +यच +यचं +यचा +यचापि +यचि +यचूंषि +यचे +यचेति +यच् +यच्च +यच्चकार +यच्चक्रं +यच्चक्रे +यच्चक्षुः +यच्चक्षुषा +यच्चतुर्थं +यच्चन्द्रमसि +यच्चन्द्रमा +यच्चन्द्रमाः +यच्चयत्रयोः +यच्चरमं +यच्चरितं +यच्चा +यच्चाग्नौ +यच्चातुर्मास्यानि +यच्चात्ति +यच्चात्र +यच्चादः 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+यच्छति +यच्छतीति +यच्छतु +यच्छते +यच्छतो +यच्छत् +यच्छत्या +यच्छत्यानक्षत्रेभ्यः +यच्छत्य् +यच्छत्वर्यमा +यच्छत्वर्य॒मा +यच्छत्व् +यच्छन् +यच्छन्तां +यच्छन्ति +यच्छन्ती +यच्छन्तु +यच्छन्दांसि +यच्छन्दो +यच्छन्दोमाः +यच्छब्द +यच्छब्दः +यच्छब्दयोगात् +यच्छब्दरूपं +यच्छब्दस्य +यच्छब्दात् +यच्छब्दाध्याहारः +यच्छब्दाध्याहारेण +यच्छब्दार्थस्य +यच्छब्दे +यच्छब्देन +यच्छब्दो +यच्छमलं +यच्छरीरं +यच्छरीरस्थं +यच्छलेनानुविद्धम् +यच्छसि +यच्छसे +यच्छस्व +यच्छा +यच्छात् +यच्छादेशः +यच्छाद्धं +यच्छान् +यच्छान्तरिक्षं +यच्छामि +यच्छाम्यहं +यच्छास्तारं +यच्छास्त्रं +यच्छास्मै +यच्छा॑ +यच्छिखेति +यच्छिद्रं +यच्छिर +यच्छिरः +यच्छिवं +यच्छिष्टं +यच्छीतलं +यच्छीलं +यच्छुक्लं +यच्छुत्वा +यच्छुद्धं +यच्छुभं +यच्छुभम् +यच्छुभाशुभम् +यच्छूद्धं +यच्छूद्रे +यच्छून्यं +यच्छूलं +यच्छूलमुपजायते +यच्छे +यच्छेति +यच्छेते +यच्छेत् +यच्छेदिति +यच्छेद् +यच्छेद्वाङ्मनसी +यच्छेयुः +यच्छेष +यच्छेषं +यच्छोणितं +यच्छ्रद्धः +यच्छ्रद्धया +यच्छ्राद्धं +यच्छ्रायन्तीयं +यच्छ्रुतं +यच्छ्रुतम् +यच्छ्रुत्वा +यच्छ्रुत्वापि 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+यजि॑ष्ठ +यजि॑ष्ठं +यजि॑ष्ठं॒ +यजि॑ष्ठः +यजि॑ष्ठम् +यजि॑ष्ठो +यजि॑ष्ठो॒ +यजीयान् +यजी॑यान् +यजु +यजुः +यजुःशब्दः +यजुःशाखा +यजुःषु +यजुः॑ +यजुरनुष्टुप् +यजुरन्ता +यजुरन्ताः +यजुरन्ते +यजुरिति +यजुरुत्पूताभिः +यजुरुष्णिक् +यजुरेव +यजुरेष +यजुर् +यजुर्गायत्री +यजुर्जगती +यजुर्जपेत् +यजुर्बृहती +यजुर्भिः +यजुर्भिरकरोच्छाखा +यजुर्भिरन्तरिक्षं +यजुर्भिरुन्नीयते +यजुर्भेषप्रायश्चित्तं +यजुर्भ्यः +यजुर्मध्या +यजुर्मन्त्रः +यजुर्मयं +यजुर्मयः +यजुर्मयम् +यजुर्याज्याश्च +यजुर्युक्तꣳ +यजुर्लक्ष्मीं +यजुर्वा +यजुर्विदः +यजुर्विदम् +यजुर्वे +यजुर्वेद +यजुर्वेदं +यजुर्वेदः +यजुर्वेदप्रवक्तारं +यजुर्वेदभाष्यम् +यजुर्वेदभाष्यारम्भः +यजुर्वेदभाष्ये +यजुर्वेदम् +यजुर्वेदसंहिता +यजुर्वेदस्तु +यजुर्वेदस्य +यजुर्वेदात् +यजुर्वेदाय +यजुर्वेदीय +यजुर्वेदीया +यजुर्वेदे +यजुर्वेदेन +यजुर्वेदो +यजुर्व्वेदं +यजुर्व्वेदः +यजुर्व्वेदस्य +यजुर्व्वेदी +यजुर्व्वेदे +यजुश्च +यजुष +यजुषः +यजुषा +यजुषां +यजुषाध्वर्यवं +यजुषान्यां +यजुषामुत +यजुषामेव +यजुषाम् +यजुषाऽभिमन्त्रयते +यजुषि +यजुषी +यजुषे +यजुषेति +यजुषेमां 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+यज्जनितं +यज्जनिष्यते +यज्जनो +यज्जन्म +यज्जप्तं +यज्जराव्याधिविध्वंसि +यज्जलं +यज्जलद +यज्जलम् +यज्जाग्रतो +यज्जातं +यज्जाता +यज्जातीयं +यज्जातीयस्य +यज्जायते +यज्जायथा +यज्जिगाति +यज्जीवनं +यज्जीवितं +यज्जीव्यते +यज्जुहोति +यज्जुहोषि +यज्ज्ञातं +यज्ज्ञात्वा +यज्ज्ञात्वामृतमश्नुते +यज्ज्ञात्वेति +यज्ज्ञानं +यज्ज्ञानमुपजायते +यज्ज्ञानम् +यज्ज्ञेयं +यज्ज्योतिः +यज्ञ +यज्ञँ +यज्ञं +यज्ञं᳘ +यज्ञः +यज्ञकरणम् +यज्ञकर्ता +यज्ञकर्त्ता +यज्ञकर्म +यज्ञकर्मणा +यज्ञकर्मणि +यज्ञकर्मणे +यज्ञकर्मभिः +यज्ञकर्मव्यापृतेषु +यज्ञकर्मसु +यज्ञकर्माणि +यज्ञकर्मार्था +यज्ञकर्म्मणि +यज्ञका +यज्ञकामः +यज्ञकामस्य +यज्ञकामो +यज्ञकारणात् +यज्ञकार्यं +यज्ञकार्याणि +यज्ञकार्ये +यज्ञकार्येषु +यज्ञकालविधिस्तु +यज्ञकाले +यज्ञकि +यज्ञकुण्डसमुद्भवा +यज्ञकुण्डे +यज्ञकृत +यज्ञकृतः +यज्ञकृतो +यज्ञकृत् +यज्ञको +यज्ञकोटिफलं +यज्ञकोपश्च +यज्ञक्रतव +यज्ञक्रतवः +यज्ञक्रतवो +यज्ञक्रतुं +यज्ञक्रतुः +यज्ञक्रतुना +यज्ञक्रतुभिर् +यज्ञक्रतुमपश्यत् +यज्ञक्रतुमपश्यत्तमाहरत्तेनायजत +यज्ञक्रतुमपश्यन् +यज्ञक्रतुम् +यज्ञक्रतुर् +यज्ञक्रतुषु +यज्ञक्रतू +यज्ञक्रतूनां +यज्ञक्रतूनाम् +यज्ञक्रतून् +यज्ञक्रतोः +यज्ञक्रतौ +यज्ञक्रमाः +यज्ञक्रिया +यज्ञक्रियाः +यज्ञक्षपितकल्मषाः +यज्ञगतेन +यज्ञगाथा +यज्ञगृहं +यज्ञगृहद्वार +यज्ञगृहद्वारः +यज्ञगृहद्वारो +यज्ञगृहम् +यज्ञगृहाणि +यज्ञगृहान् +यज्ञगृहे +यज्ञग्रहणं +यज्ञघ्नं +यज्ञघ्नान् +यज्ञच्छिद्रं +यज्ञज्ञा +यज्ञञ्च +यज्ञतः +यज्ञतत्त्वमुवाच +यज्ञतनूः +यज्ञतनूर् +यज्ञतन्त्रे +यज्ञतपःक्रिया +यज्ञतपःक्रियाः +यज्ञतपसां +यज्ञतपसाम् +यज्ञतपोदानादि +यज्ञतपोदानानां +यज्ञतपोदानानि +यज्ञतीर्थं +यज्ञत्रैविध्यं +यज्ञत्वं +यज्ञत्वसंपादनं +यज्ञत्वेन +यज्ञदक्षिणा +यज्ञदक्षिणाम् +यज्ञदत्त +यज्ञदत्तं +यज्ञदत्तः +यज्ञदत्तकः +यज्ञदत्तस्य +यज्ञदत्ता +यज्ञदत्तात् +यज्ञदत्ताय +यज्ञदत्तेन +यज्ञदत्तेनेति +यज्ञदत्तो +यज्ञदान +यज्ञदानं +यज्ञदानतपः +यज्ञदानतपःकर्म +यज्ञदानतपःक्रियाः +यज्ञदानतपःप्रभृतीनां +यज्ञदानतपांसि +यज्ञदानतपांसीह +यज्ञदानव्रतानि +यज्ञदानादि +यज्ञदानादिकं +यज्ञदानानि +यज्ञदीक्षायां +यज्ञदेव +यज्ञदेवत्या +यज्ञदेशं +यज्ञदैवतं +यज्ञद्वारा +यज्ञध्वजोपाख्यानान्ते +यज्ञनाम +यज्ञनामसु +यज्ञनामैतत् +यज्ञनारायणः +यज्ञनियम् +यज्ञनिष्पत्तये +यज्ञनीः +यज्ञन्यम् +यज्ञपतय +यज्ञपतये +यज्ञपताव् +यज्ञपति +यज्ञपतिं +यज्ञपतिः +यज्ञपतिना +यज्ञपतिमृषय +यज्ञपतिम् +यज्ञपतिरा +यज्ञपतिराशिषा +यज्ञपतिराशिषेति +यज्ञपतिर् +यज्ञपतिर्यज्वा +यज्ञपती +यज्ञपते +यज्ञपतेः +यज्ञपतौ +यज्ञपत्नी +यज्ञपरुषा +यज्ञपरुषो +यज्ञपशुं +यज्ञपात्र +यज्ञपात्रं +यज्ञपात्रभेदे +यज्ञपात्राणां +यज्ञपात्राणि +यज्ञपात्रे +यज्ञपात्रैश्च +यज्ञपार्श्वः +यज्ञपार्श्वे +यज्ञपुच्छं +यज्ञपुमान् +यज्ञपुरुष +यज्ञपुरुषं +यज्ञपुरुषः +यज्ञपुरुषस्य +यज्ञपुरुषे +यज्ञपुरुषो +यज्ञपूरुषः +यज्ञपूरुषम् +यज्ञप्रवर्त्तनं +यज्ञप्रसादं +यज्ञप्रीः +यज्ञफलं +यज्ञफलम् +यज्ञफलाय +यज्ञफले +यज्ञबाह्यो +यज्ञबुद्ध्या +यज्ञभागं +यज्ञभागभुक् +यज्ञभागभुजः +यज्ञभागभुजां +यज्ञभागभुजो +यज्ञभागविवर्जिताः +यज्ञभागा +यज्ञभागांश्च +यज्ञभागान् +यज्ञभागाश्च +यज्ञभागिनः +यज्ञभागिनौ +यज्ञभागेन +यज्ञभागो +यज्ञभाजो +यज्ञभाविताः +यज्ञभुक् +यज्ञभुग् +यज्ञभुजः +यज्ञभुजां +यज्ञभुजो +यज्ञभूमिं +यज्ञभूमिः +यज्ञभूमिर्विधीयताम् +यज्ञभूमौ +यज्ञभेदः +यज्ञभेदे +यज्ञभोक्ता +यज्ञभ्रेष +यज्ञम +यज्ञमंडपे +यज्ञमण्डपं +यज्ञमण्डपमाययुः +यज्ञमण्डपम् +यज्ञमण्डपे +यज्ञमतन्वत +यज्ञमत्नत +यज्ञमथाकरोत् +यज्ञमध्ये +यज्ञमध्वरं +यज्ञमनु +यज्ञमनुत्तमम् +यज्ञमनुयच्छस्व +यज्ञमनुष्ठाय +यज्ञमन्यदेव +यज्ञमन्वेषि +यज्ञमभि +यज्ञमभिनक्षमाणाः +यज्ञममृतेषु +यज्ञमयजन्त +यज्ञमर्हति +यज्ञमव +यज्ञमवत +यज्ञमवतामध्वरं +यज्ञमवतु +यज्ञमवन्तु +यज्ञमस्थित +यज्ञमस्मदीयं +यज्ञमा +यज्ञमात्मन +यज्ञमाप्नोति +यज्ञमारभे +यज्ञमारो +यज्ञमार्गेण +यज्ञमाली +यज्ञमासीद +यज्ञमाह +यज्ञमिच्छते +यज्ञमिति +यज्ञमिदं +यज्ञमिमं +यज्ञमिष्ट्वा +यज्ञमुख +यज्ञमुखं +यज्ञमुखम् +यज्ञमुखाद् +यज्ञमुखे +यज्ञमुखेन +यज्ञमुखेनैव +यज्ञमुखेयज्ञमुखे +यज्ञमुखꣳ +यज्ञमुत +यज्ञमुत्तमम् +यज्ञमुप +यज्ञमुपयाहि +यज्ञमुषः +यज्ञमुषो +यज्ञमुषोऽन्तरिक्षेऽध्यासते +यज्ञमु॒खेन॒ +यज्ञमूर्तिं +यज्ञमूर्ते +यज्ञमृन्धन् +यज्ञमेतं +यज्ञमेव +यज्ञमेवावरुन्द्धे +यज्ञम् +यज्ञम्̇ +यज्ञयशसेनार्पयति +यज्ञयशसेनार्पयेयमिति +यज्ञयशसेनार्पयेयम् +यज्ञयाजी +यज्ञयोग्यं +यज्ञयोग्यो +यज्ञरूप +यज्ञरूपं +यज्ञरूपा +यज्ञरूपाय +यज्ञरूपी +यज्ञरूपेण +यज्ञरूपो +यज्ञर्त्विग्भ्यां +यज्ञलक्षणं +यज्ञवचा +यज्ञवन्तं +यज्ञवन्तः +यज्ञवराह +यज्ञवराहस्य +यज्ञवराहाय +यज्ञवराहेण +यज्ञवाटं +यज्ञवाटः +यज्ञवाटमुपागमत् +यज्ञवाटस्य +यज्ञवाटे +यज्ञवान् +यज्ञवास्तु +यज्ञवास्तुन्य् +यज्ञवास्तुम् +यज्ञवास्तौ +यज्ञवास्त्व् +यज्ञवाहनः +यज्ञवाहसः +यज्ञवाहसा +यज्ञवाहसे +यज्ञविघ्नं +यज्ञविघ्नकरं +यज्ञविघ्नकरौ +यज्ञविदः +यज्ञविदां +यज्ञविदो +यज्ञविद्या +यज्ञविधिं +यज्ञविभ्रष्टः +यज्ञविभ्रष्टो +यज्ञविशेषः +यज्ञविषये +यज्ञविष्कन्धम् +यज्ञवृधो +यज्ञवेशसं +यज्ञशतं +यज्ञशतैरपि +यज्ञशब्दः +यज्ञशब्दस्य +यज्ञशब्देन +यज्ञशब्दो +यज्ञशमलं +यज्ञशर्मणः +यज्ञशर्मन् +यज्ञशर्मा +यज्ञशाला +यज्ञशालां +यज्ञशालायां +यज्ञशालासु +यज्ञशिष्टं +यज्ञशिष्टामृतभुजः +यज्ञशिष्टामृतभुजो +यज्ञशिष्टाशनं +यज्ञशिष्टाशिन +यज्ञशिष्टाशिनः +यज्ञशिष्टेति +यज्ञशीलानां +यज्ञशीलो +यज्ञशेषं +यज्ञशेषे +यज्ञश् +यज्ञश्च +यज्ञश्छिद्यते +यज्ञश्रियं +यज्ञश्रियम् +यज्ञसंपादिनः +यज्ञसंबन्धि +यज्ञसंयोग +यज्ञसंयोगः +यज्ञसंयोगात् +यज्ञसंयोगे +यज्ञसदृशी +यज्ञसमाप्तिं +यज्ञसमाप्तिः +यज्ञसमाप्तौ +यज्ञसमृद्धये +यज्ञसमो +यज्ञसम्बन्धी +यज्ञसहिताः +यज्ञसाधं +यज्ञसाधनं +यज्ञसाधनः +यज्ञसाधनभूतं +यज्ञसाधनानि +यज्ञसाधने +यज्ञसाधम् +यज्ञसारथि +यज्ञसारथिगानम् +यज्ञसिद्धये +यज्ञसिद्ध्यर्थं +यज्ञसूत्रं +यज्ञसूत्रञ्च +यज्ञसूत्रम् +यज्ञसूत्रस्य +यज्ञसूत्रे +यज्ञसेनः +यज्ञसेनस्य +यज्ञस् +यज्ञस्तं +यज्ञस्ततो +यज्ञस्तत्र +यज्ञस्तथा +यज्ञस्तथैव +यज्ञस्तपस्तथा +यज्ञस्तपो +यज्ञस्तमालब्ध +यज्ञस्तस्य +यज्ञस्तायते +यज्ञस्तु +यज्ञस्ते +यज्ञस्तेन +यज्ञस्त्वं +यज्ञस्त्वदक्षिणः +यज्ञस्थले +यज्ञस्थाणुम् +यज्ञस्थानं +यज्ञस्थानम् +यज्ञस्थाने +यज्ञस्थायर्त्विजे +यज्ञस्य +यज्ञस्यं +यज्ञस्यर्द्ध्यै +यज्ञस्यर्ध्नोति +यज्ञस्यागुर +यज्ञस्याग्रे +यज्ञस्याङ्गं +यज्ञस्याङ्गम् +यज्ञस्याङ्गानि +यज्ञस्याञ्जसायनी +यज्ञस्यातिथ्यं +यज्ञस्यातिरिच्यते +यज्ञस्यात्मा +यज्ञस्यानुख्यात्यै +यज्ञस्यान्ततः +यज्ञस्यान्तरगाद् +यज्ञस्यान्ते +यज्ञस्यान्यूनातिरिक्तं +यज्ञस्यापराजितं +यज्ञस्यापि +यज्ञस्याभिगरौ +यज्ञस्याभिजित्यै +यज्ञस्यायुः +यज्ञस्यायुर् +यज्ञस्यायुष +यज्ञस्यायुषि +यज्ञस्यायुषे +यज्ञस्याशिषम् +यज्ञस्याशीरागच्छतु +यज्ञस्याशीर् +यज्ञस्यास्य +यज्ञस्याऽऽशीरागच्छतु +यज्ञस्याऽऽशीर् +यज्ञस्येति +यज्ञस्यैव +यज्ञस्यैवान्तं +यज्ञस्यैवारम्भाय +यज्ञस्योदकस्य +यज्ञस्योदृचं +यज्ञस्योदृचः +यज्ञस्योदृचि +यज्ञस्योद्यत्यै +यज्ञस्वामी +यज्ञहन +यज्ञहनं +यज्ञहनः +यज्ञहनश्च +यज्ञहनो +यज्ञहन् +यज्ञहा +यज्ञा +यज्ञां +यज्ञांगं +यज्ञांगो +यज्ञांते +यज्ञांशं +यज्ञांशो +यज्ञांश्च +यज्ञाः +यज्ञाकि +यज्ञाख्यं +यज्ञाख्ये +यज्ञाख्येभ्यः +यज्ञाख्यो +यज्ञाग्निः +यज्ञाग्नौ +यज्ञाङ्ग +यज्ञाङ्गं +यज्ञाङ्गम् +यज्ञाङ्गयोनित्वमवेक्ष्य +यज्ञाङ्गानि +यज्ञाङ्गे +यज्ञाङ्गेषु +यज्ञाङ्गो +यज्ञाच्च +यज्ञात् +यज्ञात्मकं +यज्ञात्मने +यज्ञादन्यत्र +यज्ञादयः +यज्ञादयश्च +यज्ञादयो +यज्ञादि +यज्ञादिकं +यज्ञादिकर्म +यज्ञादिकर्मसु +यज्ञादिकर्माणि +यज्ञादिकाः +यज्ञादिना +यज्ञादिन्द्र +यज्ञादिभिः +यज्ञादिरूपं +यज्ञादिश्रुतेरश्ववत् +यज्ञादिषु +यज्ञादीनां +यज्ञादीनामपि +यज्ञादीनाम् +यज्ञादीनि +यज्ञादेः +यज्ञादेव +यज्ञादौ +यज्ञाद् +यज्ञाद्भवति +यज्ञाद्याः +यज्ञाद्र +यज्ञाद्वै +यज्ञाधिकारः +यज्ञाधिकारे +यज्ञाधिष्ठाता +यज्ञान +यज्ञानां +यज्ञानामिति +यज्ञानाम् +यज्ञानाꣳ +यज्ञानि +यज्ञानुष्ठाता +यज्ञानुष्ठान +यज्ञानुष्ठानं +यज्ञानुष्ठानेन +यज्ञान् +यज्ञान्तरमाह +यज्ञान्ते +यज्ञान्त् +यज्ञान्न +यज्ञाभिमुखं +यज्ञाय +यज्ञायज्ञा +यज्ञायज्ञावः +यज्ञायज्ञियं +यज्ञायज्ञियम् +यज्ञायज्ञियस्य +यज्ञायज्ञिये +यज्ञायज्ञियेन +यज्ञायज्ञीय +यज्ञायज्ञीयं +यज्ञायज्ञीयम +यज्ञायज्ञीयमग्निष्टोमसाम +यज्ञायज्ञीयम् +यज्ञायज्ञीयस्य +यज्ञायज्ञीयस्यर्क्षु +यज्ञायज्ञीयानि +यज्ञायज्ञीये +यज्ञायज्ञीयेन +यज्ञायतनं +यज्ञायते +यज्ञायाचरतः +यज्ञायातिष्ठमाना +यज्ञायापिदधाम्यहम् +यज्ञायुतफलं +यज्ञायुधानि +यज्ञायुधानीति +यज्ञायुधी +यज्ञायुधीति +यज्ञायुरनुसंचरान् +यज्ञायेति +यज्ञायेदम् +यज्ञायैव +यज्ञारंभो +यज्ञारम्भे +यज्ञाराधन +यज्ञार्तिं +यज्ञार्थ +यज्ञार्थं +यज्ञार्थमभिप्रवृत्ताः +यज्ञार्थमिति +यज्ञार्थमेव +यज्ञार्थम् +यज्ञार्थात् +यज्ञार्थात्कर्मणोऽन्यत्र +यज्ञार्थादिति +यज्ञार्थानि +यज्ञार्थे +यज्ञार्ह +यज्ञार्हं +यज्ञार्हः +यज्ञार्हम् +यज्ञार्हस्य +यज्ञार्हा +यज्ञार्हाः +यज्ञार्हाणां +यज्ञार्हान् +यज्ञालये +यज्ञावचरः +यज्ञावसाने +यज्ञाव् +यज्ञाश्च +यज्ञाश्वं +यज्ञासः +यज्ञास् +यज्ञास्तथा +यज्ञास्ते +यज्ञिकः +यज्ञिय +यज्ञियं +यज्ञियः +यज्ञियम् +यज्ञियम्̇ +यज्ञियस्य +यज्ञियस्यापि +यज्ञिया +यज्ञियां +यज्ञियाः +यज्ञियानां +यज्ञियानामपि +यज्ञियानाम् +यज्ञियानि +यज्ञियान् +यज्ञियाम् +यज्ञियाय +यज्ञियायां +यज्ञियाश्च +यज्ञियाश्चैव +यज्ञियासः +यज्ञियासु +यज्ञियासो +यज्ञियास्ताः +यज्ञियाꣳ +यज्ञिये +यज्ञियेभिः +यज्ञियेभ्यः +यज्ञियेभ्यो +यज्ञियेषु +यज्ञियेऽहन्सुत्या +यज्ञियैः +यज्ञियो +यज्ञियꣳ +यज्ञिरे +यज्ञी +यज्ञीयं +यज्ञीया +यज्ञीये +यज्ञे +यज्ञेति +यज्ञेन +यज्ञेनानेन +यज्ञेनापिप्रेम् +यज्ञेनेजे +यज्ञेनेति +यज्ञेनेष्ट्वा +यज्ञेनैव +यज्ञेनैवोपजुह्वति +यज्ञेभिः +यज्ञेभिरीमहे +यज्ञेभिर् +यज्ञेभ्य +यज्ञेभ्यः +यज्ञेभ्यो +यज्ञेयज्ञे +यज्ञेश +यज्ञेशं +यज्ञेशः +यज्ञेशाच्युत +यज्ञेशाय +यज्ञेशो +यज्ञेश्वर +यज्ञेश्वरं +यज्ञेश्वरः +यज्ञेश्वराय +यज्ञेश्वरो +यज्ञेषु +यज्ञेष्विति +यज्ञेष्वीड्यः +यज्ञेष्व् +यज्ञेऽ +यज्ञेऽकुर्वत +यज्ञेऽत्र +यज्ञेऽपि +यज्ञेऽस्मिन् +यज्ञेऽहं +यज्ञै +यज्ञैः +यज्ञैरथर्वा +यज्ञैरिष्ट्वा +यज्ञैर् +यज्ञैर्दानैस्तपोभिश्च +यज्ञैर्न +यज्ञैर्मामिष्ट्वा +यज्ञैर्यजन्ति +यज्ञैर्यजन्ते +यज्ञैर्वा +यज्ञैर्विधेम +यज्ञैर्विविधदक्षिणैः +यज्ञैश्च +यज्ञैस्त्यागेन +यज्ञैस्त्रेतायां +यज्ञो +यज्ञों +यज्ञोत्सवविवाहेषु +यज्ञोप +यज्ञोपकरणानि +यज्ञोपवी +यज्ञोपवीत +यज्ञोपवीतं +यज्ञोपवीतकं +यज्ञोपवीतकम् +यज्ञोपवीतञ्च +यज्ञोपवीतद्वितयं +यज्ञोपवीतमात्राणि +यज्ञोपवीतमिति +यज्ञोपवीतम् +यज्ञोपवीतवान् +यज्ञोपवीतसंयुक्तं +यज्ञोपवीतस्य +यज्ञोपवीतादि +यज्ञोपवीतानि +यज्ञोपवीतिनं +यज्ञोपवीतिनः +यज्ञोपवीतिना +यज्ञोपवीतिनां +यज्ञोपवीतिनो +यज्ञोपवीती +यज्ञोपवीते +यज्ञोपवीतेन +यज्ञोपवीत्यप +यज्ञोपवीत्याचान्तः +यज्ञोपवीत्येव +यज्ञोस्माकं +यज्ञोऽगात्ततो +यज्ञोऽथ +यज्ञोऽध्ययनं +यज्ञोऽनुष्ठातव्य +यज्ञोऽनृतेन +यज्ञोऽपि +यज्ञोऽयं +यज्ञोऽयमस्तु +यज्ञोऽसि +यज्ञोऽसौ +यज्ञोऽस्ति +यज्ञोऽस्माकं +यज्ञोऽहं +यज्ञौ +यज्ञ॑ +यज्ञ᳘स्य +यज्ञꣳ +यज्य +यज्यत +यज्यते +यज्यवः +यज्यवे +यज्यवो +यज्या +यज्यू +यज्य॑वे +यज्वन +यज्वनः +यज्वना +यज्वनां +यज्वनाम् +यज्वने +यज्वनो +यज्वपत्न्युद्धरणवर्णनम् +यज्वभिः +यज्वरीः +यज्वरीरिष +यज्वरीरिषः +यज्वसु +यज्वा +यज्वान +यज्वानं +यज्वानः +यज्वानो +यज्वानौ +यज्वा॑ +यज्विनः +यज्विनां +यज्विनो +यज्व॑नः +यज्व॑नो +यज॑ +यज॑ति +यज॑ते +यज॑ते॒ +यज॑त्रं +यज॑त्रः +यज॑त्रम् +यज॑त्रा +यज॑त्राः +यज॑त्रैः +यज॑त॒ +यज॑ध्यै +यज॑न्ति +यज॑न्ति॒ +यज॑न्ते +यज॑मान +यज॑मानं +यज॑मानं॒ +यज॑मानः +यज॑मानः॒ +यज॑मानमे॒व +यज॑मानम् +यज॑मानश्च +यज॑मानस्य +यज॑मानस्य॒ +यज॑माना +यज॑मानाः +यज॑मानाय +यज॑मानाय॒ +यज॑माना॒ +यज॑माने +यज॑मानेन॒ +यज॑मानेषु +यज॑मानो +यज॑मानो॒ +यज॑मान॒ +यज॑मान॒स्याप॑राभावाय +यज॑मा॒नोऽव॑रुन्धे +यज॑स्व +यज॒ +यज॒तं +यज॒तस्य॑ +यज॒ता +यज॒ते +यज॒तो +यञ +यञः +यञञोश्च +यञञौ +यञन्तत्वात् +यञन्तात् +यञश्च +यञादौ +यञि +यञिञोश्च +यञिञौ +यञीति +यञो +यञ् +यञ्च +यञ्चापि +यञ्चोक्तं +यञ्च॑ +यञ्छावन्यतरस्याम् +यञ्ञन्तं +यञ्ञि +यञ्ञ् +यञ्ञ्यो +यञ्प्रत्ययः +यञ्प्रत्ययो +यञ्‌ +यट +यटि +यटु +यटुक्तं +यट् +यड +यडि +यडिः +यडियूरप्प +यडियूरप्पः +यडू +यडो +यड् +यड्ढकञौ +यड्ढकौ +यड्लुकि +यण +यणं +यणः +यणचि +यणम् +यणम्बाधित्वा +यणा +यणाः +यणादि +यणादिक +यणादिकं +यणादिपरं +यणादेश +यणादेशः +यणादेशश्च +यणादेशस्य +यणादेशे +यणादेशेन +यणादेशो +यणि +यणिति +यणी +यणीया +यणे +यणेन +यणेव +यणो +यण् +यण्न +यण्वं +यण्वम् +यण्वसन्तनि +यण्वस्य +यण्सन्धिः +यत +यतं +यतंते +यतः +यतःकुतश्चित् +यतःप्रभृति +यतः॑ +यतः॒ +यतआह +यतइति +यतएवमतो +यतचित्तस्य +यतचित्तात्मा +यतचित्तेन्द्रियक्रियः +यतचेतसां +यतचेतसाम् +यतत +यततः +यतता +यततां +यततामपि +यतति +यतते +यततो +यतत् +यतथः +यतध्वं +यतध्वे +यतन +यतनं +यतनम् +यतनशीलाः +यतनीयं +यतनीयमित्यभिप्रायः +यतनीयम् +यतने +यतनो +यतन्त +यतन्तः +यतन्तश्च +यतन्ताम् +यतन्ति +यतन्ते +यतन्तो +यतन्तोऽपि +यतन्तोऽप्यकृतात्मानो +यतम +यतमः +यतमस्यां +यतमा +यतमान +यतमानं +यतमानः +यतमानम् +यतमानसंज्ञा +यतमानसः +यतमानसाः +यतमानस्य +यतमाना +यतमानाः +यतमानानां +यतमाने +यतमानेन +यतमानो +यतमानोऽपि +यतमानौ +यतमे +यतमो +यतम् +यतय +यतयः +यतयश्च +यतयस्तथा +यतया +यतये +यतयो +यतयोऽपि +यतयोऽमलाः +यतर +यतरः +यतरत् +यतरस्मिन् +यतरा +यतरान् +यतरे +यतरो +यतवाक् +यतवाक्कायमानसः +यतवाग् +यतव्या +यतव्रत +यतव्रतः +यतव्रतम् +यतव्रता +यतव्रताः +यतश् +यतश्च +यतश्चर +यतश्चात्मा +यतश्चात्र +यतश्चाध्वकालनिर्माणं +यतश्चायं +यतश्चाहं +यतश्चेति +यतश्चेदं +यतश्चैव +यतश्चैवं +यतश्चोदेति +यतसे +यतस् +यतस्त +यतस्तं +यतस्तत +यतस्ततः +यतस्ततो +यतस्ततोऽपि +यतस्तत् +यतस्तत्र +यतस्तत्रापि +यतस्तत्रैव +यतस्तथा +यतस्तदा +यतस्तदेव +यतस्तद् +यतस्तया +यतस्तयोः +यतस्तव +यतस्तस्मात् +यतस्तस्मिन् +यतस्तस्य +यतस्तस्या +यतस्तस्यां +यतस्तस्याः +यतस्ता +यतस्तां +यतस्तानि +यतस्तु +यतस्ते +यतस्तेन +यतस्तेनैव +यतस्तेषां +यतस्तेषाम् +यतस्तैः +यतस्तौ +यतस्त्वं +यतस्त्वमसि +यतस्त्वमेव +यतस्त्वम् +यतस्त्वया +यतस्त्वयि +यतस्त्वां +यतस्य +यतस्रुचः +यतस्रुचा +यतस्व +यतस्वेति +यतऽस्रुचः +यता +यतां +यताः +यताक्रमम् +यतात्मना +यतात्मनाम् +यतात्मने +यतात्मनोऽप्रमत्तस्य +यतात्मवान् +यतात्मा +यतात्मानः +यतात्मानो +यतानाः +यतानि +यतामहे +यतामिति +यताम् +यतायै +यताविधि +यताहारो +यता॑नाः +यति +यतिं +यतिः +यतिचान्द्रायणं +यतितं +यतितम् +यतितव्यं +यतितव्यमिति +यतितव्यम् +यतित्वं +यतिधर्मप्रकरणम् +यतिधा +यतिनः +यतिना +यतिनां +यतिनी +यतिनृपतिसंवादवर्णनम् +यतिने +यतिनो +यतिन् +यतिपतेः +यतिपात्राणि +यतिभङ्गः +यतिभिः +यतिभिराशीर्दा +यतिभ्यश्च +यतिभ्यो +यतिभ्रष्टं +यतिम् +यतिरपि +यतिराज +यतिराजः +यतिराजविजयमू +यतिराजविजयम् +यतिराजविजयव्याख्या +यतिराजस्य +यतिरिति +यतिरेव +यतिर्न +यतिर्भगवान् +यतिर्भवति +यतिर्भवेत् +यतिर्भूत्वा +यतिर्मुक्तोऽपि +यतिर्यत्र +यतिर्यथा +यतिर्यदि +यतिर्ययातिः +यतिर्वा +यतिर्वापि +यतिर्विषयेष्वपि +यतिवर +यतिविशेषः +यतिश्च +यतिश्चरेत् +यतिश्चैव +यतिषु +यतिष्यते +यतिष्यामि +यतिष्ये +यतिष्येऽहं +यतिस्तथा +यतिस्तु +यति॑ +यति॒ +यती +यतींस्तथा +यतीः +यतीति +यतीत्यर्थः +यतीनां +यतीनाञ्च +यतीनान्तु +यतीनाम् +यतीन् +यतीन्त् +यतीन्द्र +यतीन्द्रं +यतीन्द्रः +यतीन्द्रस्य +यतीन्द्रेण +यतीन्सालावृकेभ्यः +यतीश्वरः +यतीश्वरम् +यतु +यतुं +यतुः +यतुक्तं +यतुच् +यतुच्प्रत्ययः +यते +यतेंद्रियः +यतेः +यतेत +यतेति +यतेते +यतेतेति +यतेत् +यतेथाः +यतेन +यतेन्द्रिय +यतेन्द्रियः +यतेन्द्रियमनोबुद्धिः +यतेन्द्रियमनोबुद्धिर्मुनिर्मोक्षपरायणः +यतेन्द्रियेति +यतेम +यतेमहि +यतेरन् +यतेरपि +यतेश्च +यतेि +यतेो +यतैः +यतो +यतोजाः +यतोयं +यतोयतः +यतोयतो +यतोर्क +यतोसौ +यतोहं +यतोहि +यतोऽ +यतोऽत +यतोऽतः +यतोऽतो +यतोऽत्र +यतोऽद्य +यतोऽधिकम् +यतोऽधिकरणम् +यतोऽनाव +यतोऽनावः +यतोऽनेन +यतोऽन्तरं +यतोऽन्यत्र +यतोऽन्यथा +यतोऽन्यदस्ति +यतोऽपवादः +यतोऽपि +यतोऽभवत् +यतोऽयं +यतोऽयमात्मा +यतोऽयम् +यतोऽवशः +यतोऽव्यक्तं +यतोऽव्ययः +यतोऽशक्यः +यतोऽसि +यतोऽसौ +यतोऽस्ति +यतोऽस्माकं +यतोऽस्मिन् +यतोऽस्य +यतोऽहं +यतोऽहम् +यतो॑ +यतो॒ +यतौ +यत् +यत्क +यत्कठिनं +यत्कथं +यत्कथयति +यत्कथा +यत्कथितं +यत्कथ्यते +यत्कपाले +यत्करः +यत्करणं +यत्करणीयं +यत्करा +यत्करोति +यत्करोत्येकरात्रेण +यत्करोमि +यत्करोषि +यत्कर्तव्यं +यत्कर्तुं +यत्कर्तुमायाति +यत्कर्त्तव्यं +यत्कर्म +यत्कर्म्म +यत्कल्पितं +यत्कल्याणं +यत्कस्यामपि +यत्का +यत्काम +यत्कामं +यत्कामः +यत्कामयते +यत्कामयेत +यत्कामा +यत्कामास् +यत्कामास्ते +यत्कामो +यत्कारकं +यत्कारणं +यत्कारणम् +यत्कारिषु +यत्कारी +यत्कार्य +यत्कार्यं +यत्कार्यम् +यत्कार्य्यं +यत्कालं +यत्काले +यत्काव्यं +यत्काश्यां +यत्काष्ठं +यत्का॑मास्ते +यत्कि +यत्किं +यत्किंच +यत्किंचन +यत्किंचि +यत्किंचित् +यत्किंचित्कर्म +यत्किंचित्कुरुते +यत्किंचित्क्रियते +यत्किंचित्तत्र +यत्किंचित्तत्सर्वं +यत्किंचित्त्रिषु +यत्किंचित्सचराचरम् +यत्किंचित्सर्वं +यत्किंचिदपि +यत्किंचिदशुभं +यत्किंचिदिति +यत्किंचिदिह +यत्किंचिदेतत् +यत्किंचिदेव +यत्किंचिद् +यत्किंचिद्दीयते +यत्किंचिद्दुष्कृतं +यत्किंचिद्दृश्यते +यत्किंचिद्वस्तु +यत्किंचिद्वा +यत्किंचिद्विद्यते +यत्किंचिन्न +यत्किंचेदं +यत्किच +यत्किचित् +यत्किचेदं +यत्किञ्च +यत्किञ्चन +यत्किञ्चि +यत्किञ्चित् +यत्किञ्चित्कर्म +यत्किञ्चित्कुरुते +यत्किञ्चिदपि +यत्किञ्चिदशुभं +यत्किञ्चिदस्ति +यत्किञ्चिदिति +यत्किञ्चिदेकं +यत्किञ्चिदेतत् +यत्किञ्चिदेव +यत्किञ्चिद् +यत्किञ्चिद्दीयते +यत्किञ्चिद्वस्तु +यत्किञ्चिन्मधुना +यत्किञ्चिन्मधुरं +यत्किञ्चिन्मनसेच्छति +यत्किञ्चिन्मनसेप्सितम् +यत्किञ्चेदं +यत्किञ्चेह +यत्किञ्च॑ +यत्किमपि +यत्किल +यत्कुक्षौ +यत्कुमारं +यत्कुरुते +यत्कुर्वन्ति +यत्कृत +यत्कृतं +यत्कृतः +यत्कृतकं +यत्कृतम् +यत्कृतवांस्तदाह +यत्कृता +यत्कृते +यत्कृतेन +यत्कृतो +यत्कृत्तिकाः +यत्कृत्यं +यत्कृत्वा +यत्कृत्स्नं +यत्कृष्णं +यत्कृष्णः +यत्कृष्णम् +यत्कृष्णसर्पानने +यत्कृष्णा +यत्कृष्णो +यत्केवलं +यत्कौशलं +यत्क्रतुर्भवति +यत्क्रमेण +यत्क्रियते +यत्क्रिया +यत्क्रियायुक्ता +यत्क्रियायुक्ताः +यत्क्रियायुक्तास्तं +यत्क्रीतं +यत्क्रोधनो +यत्क्रौञ्चमिथुनादेकमवधीः +यत्क्षणो +यत्क्षमं +यत्क्षमम् +यत्क्षीरं +यत्क्षुरेण +यत्क्षेत्रं +यत्क्षेमं +यत्खञौ +यत्खलु +यत्खौ +यत्ख्यातं +यत्चित्तं +यत्ज्ञानं +यत्त +यत्तं +यत्तः +यत्तच्च +यत्तच्छब्दरूपं +यत्तच्छब्दान्वयप्रकारमजानन्तःसुखमात्यन्तिकं +यत्तच्छब्दौ +यत्तच्छान्तमजरममृतमभयं +यत्तच्छृणु +यत्तज्जातः +यत्तज्ज्ञानं +यत्ततः +यत्ततो +यत्तत् +यत्तत्किमपि +यत्तत्कृतं +यत्तत्तव +यत्तत्तामसमुच्यते +यत्तत्तु +यत्तत्त्वं +यत्तत्पदं +यत्तत्परं +यत्तत्पश्यसि +यत्तत्पीतं +यत्तत्प्रथमासमर्थं +यत्तत्प्रवक्ष्यामि +यत्तत्फलं +यत्तत्र +यत्तत्रैव +यत्तत्वं +यत्तत्सर्वं +यत्तत्सात्त्विकमुच्यते +यत्तत्सिध्यतु +यत्तथा +यत्तथागतो +यत्तथैव +यत्तद +यत्तदग्रे +यत्तदजायत +यत्तदत्र +यत्तदद्रेश्यम् +यत्तदपि +यत्तदर्थं +यत्तदस्य +यत्तदा +यत्तदाचक्षते +यत्तदार्या +यत्तदिति +यत्तदित्यादि +यत्तदित्यादिना +यत्तदिदं +यत्तदुक्तं +यत्तदेतेभ्यः +यत्तदेव +यत्तदेवाहमस्मि +यत्तदो +यत्तदोः +यत्तदोर्नित्यसंबन्धात् +यत्तदोश्च +यत्तदौ +यत्तद् +यत्तद्बुद्धिग्राह्यमतीन्द्रियम् +यत्तद्ब्रह्म +यत्तद्भवति +यत्तद्भ्यां +यत्तद्रूपं +यत्तद्वै +यत्तन्न +यत्तन्नित्यं +यत्तन्मे +यत्तपः +यत्तपस्तप्तं +यत्तपस्यसि +यत्तपो +यत्तमः +यत्तया +यत्तयोः +यत्तर्हि +यत्तव +यत्तस्मिन् +यत्तस्मै +यत्तस्य +यत्तस्या +यत्तस्यां +यत्ता +यत्तां +यत्ताः +यत्तादृशं +यत्तानि +यत्ताभ्यां +यत्तारं +यत्तावत् +यत्तावदिति +यत्तावदुक्तं +यत्तावदुच्यते +यत्तावद् +यत्ताश्च +यत्ति +यत्तिलकं +यत्तिष्ठति +यत्तीर्थं +यत्तीव्रसोमेन +यत्तु +यत्तुं +यत्तुभ्यं +यत्तुल्यं +यत्तू +यत्तूक्तं +यत्तूक्तम् +यत्तूच्यते +यत्तृतीयं +यत्ते +यत्तेज +यत्तेजः +यत्तेजसा +यत्तेजो +यत्तेन +यत्तेषां +यत्तेषु +यत्तेऽनाधृष्टं +यत्तेऽना॑धृष्टं॒ +यत्तेऽभिलषितं +यत्तेऽर्चिस्तेन +यत्तेऽहं +यत्ते॑ +यत्ते॒ +यत्तैः +यत्तैलं +यत्तो +यत्तोयं +यत्तौ +यत्त्यक्तं +यत्त्र +यत्त्रिदोषमसाध्यं +यत्त्व +यत्त्वं +यत्त्वचि +यत्त्वत्र +यत्त्वन्नेत्रसमानकान्ति +यत्त्वन्ये +यत्त्वपरे +यत्त्वमिच्छसि +यत्त्वमेवं +यत्त्वम् +यत्त्वया +यत्त्वयि +यत्त्वयोक्तं +यत्त्वस्य +यत्त्वस्याः +यत्त्वा +यत्त्वां +यत्त्वाहुः +यत्त्वा॑ +यत्त्वा॒ +यत्त्विति +यत्त्वित्यादि +यत्त्विदं +यत्त्विह +यत्त्वेमहे +यत्त्वेवं +यत्त॑ +यत्थ +यत्न +यत्नं +यत्नः +यत्नत +यत्नतः +यत्नतस्ततः +यत्नतस्त्यजेत् +यत्नतो +यत्नतोऽपि +यत्नपरत्त्वात् +यत्नपरो +यत्नपूर्वक +यत्नमकरोत् +यत्नमाचरेत् +यत्नमारभते +यत्नमास्थाय +यत्नमास्थितः +यत्नमास्थिताः +यत्नम् +यत्नवता +यत्नवन्तो +यत्नवन्तोऽपि +यत्नवांश्च +यत्नवानपि +यत्नवान् +यत्नवान्भव +यत्नशतैरपि +यत्नशीलाः +यत्नश्च +यत्नसाध्यं +यत्नसाध्यत्वात् +यत्नसाध्याः +यत्नसे +यत्नस्तु +यत्नस्य +यत्ना +यत्नाः +यत्नात् +यत्नात्तं +यत्नादपि +यत्नादिव +यत्नाद् +यत्नान्तरं +यत्नान्तरमास्थेयम् +यत्नान्न +यत्नार्थत्वं +यत्ने +यत्नेति +यत्नेन +यत्नेनानुमितोऽप्यर्थः +यत्नेनापि +यत्नेनेति +यत्नेनैव +यत्नेनोपायेन +यत्नैः +यत्नैरपि +यत्नो +यत्नोपचर्यः +यत्नोऽपि +यत्नोऽभ्यसनीयः +यत्नोऽभ्यासः +यत्नोऽस्यां +यत्प +यत्पक्वं +यत्पञ्च +यत्पञ्चमं +यत्पठ्यते +यत्पण्यं +यत्पतन्तं +यत्पत्नी +यत्पथ्यं +यत्पद +यत्पदं +यत्पदमामनन्ति +यत्पदम् +यत्पदस्य +यत्पदांभोजं +यत्पदानि +यत्पदाम्भोजं +यत्पदार्थस्य +यत्पदे +यत्पदेन +यत्पद्मं +यत्पन्न +यत्पयः +यत्पयस्तेन +यत्पर +यत्परं +यत्परः +यत्परमं +यत्परम् +यत्परस्य +यत्परायणम् +यत्परिकीर्तितम् +यत्परिमाणं +यत्परिमाणे +यत्परुषि +यत्परो +यत्परो॒ +यत्पर्जन्यः +यत्पर्शाने +यत्पलायितः +यत्पवित्रं +यत्पशवः +यत्पशुभ्यस्तृणोदकं +यत्पश्यति +यत्पश्यन्ति +यत्पश्यसि +यत्पश्येत् +यत्पा +यत्पाकत्रा +यत्पाञ्चजन्यया +यत्पाटवं +यत्पातकं +यत्पात्रं +यत्पात्रे +यत्पादपद्मं +यत्पादौ +यत्पानं +यत्पापं +यत्पारमार्थिकं +यत्पारियाः +यत्पार्श्वे +यत्पिता +यत्पितृभ्यः +यत्पितृभ्यो +यत्पित्तं +यत्पिबति +यत्पीडया +यत्पीतं +यत्पीत्वा +यत्पुंसः +यत्पुंसां +यत्पुटं +यत्पुण्य +यत्पुण्यं +यत्पुण्यफलं +यत्पुन +यत्पुनः +यत्पुनरिति +यत्पुनरिदं +यत्पुनरुक्तं +यत्पुनरुक्तम् +यत्पुनरुच्यते +यत्पुनरेतदुक्तम् +यत्पुनर् +यत्पुनर्दानं +यत्पुनर्न +यत्पुनर्भवतोक्तम् +यत्पुरं +यत्पुरः +यत्पुरा +यत्पुराणम् +यत्पुराणविदो +यत्पुरुषं +यत्पुरुषः +यत्पुरुषस्य +यत्पुरुषेण +यत्पुरु॑षं॒ +यत्पुरु॑षेण +यत्पुरो +यत्पुरोडाशः +यत्पु॒रा +यत्पूजां +यत्पूजितं +यत्पूर्व +यत्पूर्वं +यत्पूर्वपदं +यत्पूर्वमुक्तं +यत्पूर्वस्मिन्नहन्युत्तरस्मा +यत्पूर्वेद्युः +यत्पूर्वैव +यत्पूर्वोक्तं +यत्पृच्छध्वं +यत्पृच्छसि +यत्पृच्छामि +यत्पृथक्पृथक् +यत्पृथिवीं +यत्पृथिवीमचरत्तत्प्रविष्टं +यत्पृथिव्या +यत्पृथिव्यां +यत्पृष्टं +यत्पृष्टोऽस्मि +यत्पृष्टोऽहं +यत्पृष्टोऽहमिह +यत्पृष्ठानि +यत्पृ॑थि॒वीं +यत्प्र +यत्प्रकारिका +यत्प्रकाशते +यत्प्रकाशेन +यत्प्रकीर्तितम् +यत्प्रकृतं +यत्प्रजा +यत्प्रजापतौ +यत्प्रणिधानं +यत्प्रणीताः +यत्प्रतापेन +यत्प्रति +यत्प्रतिज्ञातं +यत्प्रतिपादितं +यत्प्रतिष्ठितम् +यत्प्रतीचीनं +यत्प्रतीति +यत्प्रतीत्य +यत्प्रत्यक् +यत्प्रत्यक्षं +यत्प्रत्यय +यत्प्रत्ययः +यत्प्रत्ययान्तस्य +यत्प्रत्ययान्तो +यत्प्रत्यये +यत्प्रत्ययो +यत्प्रत्याहरणं +यत्प्रत्युत +यत्प्रथमं +यत्प्रथमः +यत्प्रथमा +यत्प्रथमासमर्थं +यत्प्रथमोदिते +यत्प्रदत्तं +यत्प्रदानान्नरो +यत्प्रदिष्टं +यत्प्रदीयते +यत्प्रदेयमुपनीय +यत्प्रधानं +यत्प्रभाव +यत्प्रभावं +यत्प्रभावः +यत्प्रभावश्च +यत्प्रभावश्चेति +यत्प्रभावा +यत्प्रभावेण +यत्प्रभावेन +यत्प्रभुः +यत्प्रभो +यत्प्रमाणं +यत्प्रमाणेन +यत्प्रयन्त्यभिसंविशन्ति +यत्प्रयाति +यत्प्रयुज्यते +यत्प्रयोजनं +यत्प्रवक्ष्यामि +यत्प्रवदन्ति +यत्प्रवर्ग्यः +यत्प्रवर्तते +यत्प्रसादतः +यत्प्रसादाच्च +यत्प्रसादेन +यत्प्रसिद्धं +यत्प्राक् +यत्प्रागाज्यग्रहणात्तत्कृत्वा +यत्प्रागुक्तं +यत्प्रागुक्तम् +यत्प्राङ्माहेन्द्रात्तस्मिन्कृते +यत्प्राणः +यत्प्राणेन +यत्प्राणो +यत्प्रातः +यत्प्रातःसवनं +यत्प्रातिपदिकं +यत्प्राप्तं +यत्प्राप्तये +यत्प्राप्तौ +यत्प्राप्नोति +यत्प्राप्य +यत्प्राप्यं +यत्प्राप्यते +यत्प्रायश्चित्तं +यत्प्रार्थयते +यत्प्रार्थितं +यत्प्रार्थ्यते +यत्प्राह +यत्प्रियं +यत्प्रियः +यत्प्रियम् +यत्प्रीतिसंयुक्तं +यत्प्रीत्या +यत्प्रेण्यः +यत्प्रेति +यत्प्रेम +यत्प्रैरत +यत्प्रोक्तं +यत्प्र॑व॒र्ग्यः॑ +यत्फल +यत्फलं +यत्फलमवाप्नोति +यत्फलमाप्नुयात् +यत्फलमाप्नोति +यत्फलमाप्यते +यत्फलमुद्दिष्टं +यत्फलम् +यत्फलार्थितया +यत्य +यत्यं +यत्यते +यत्यम् +यत्या +यत्याश्रमं +यत्यै +यत्र +यत्रं +यत्रः +यत्रकामं +यत्रकुत्र +यत्रकुत्रचित् +यत्रकुत्रापि +यत्रच +यत्रतः +यत्रतत्र +यत्रतु +यत्रम् +यत्रयत्र +यत्रयत्राभिजायते +यत्रयत्रैव +यत्रर्षयः +यत्रशब्दः +यत्रस्थं +यत्रस्थः +यत्रस्था +यत्रस्थो +यत्रा +यत्रांशुकाक्षेपविलज्जितानां +यत्राकृण्वन् +यत्राकृतिस्तत्र +यत्राक्षोऽङ्गरसा +यत्रागस्त्यो +यत्राग्नयोऽपि +यत्राग्निं +यत्राग्निः +यत्राग्नेः +यत्राग्नेर् +यत्राङ्गं +यत्राङ्गे +यत्रात्मा +यत्राथ +यत्रादौ +यत्राद्य +यत्राधि +यत्राधिकं +यत्राधिकरणे +यत्राधिकृत्य +यत्राधि॒ +यत्रानन्दाश्च +यत्रानुकूल्यं +यत्रानृतेन +यत्रानेन +यत्रान्नं +यत्रान्यं +यत्रान्यः +यत्रान्यत् +यत्रान्यत्पश्यति +यत्रान्यत्पश्यत्यन्यच्छृणोत्यन्यद्विजानाति +यत्रान्यथा +यत्रान्या +यत्रान्यो +यत्रान्योन्यं +यत्रान्योन्यस्मितमनुनयो +यत्राप +यत्रापः +यत्रापरे +यत्रापस्तद्यन्त्यनवेक्षमाणाः +यत्रापि +यत्रापीति +यत्रापो +यत्राप्येकस्तदनु +यत्राब्दे +यत्राभावः +यत्राभि +यत्राभिजानाति +यत्राभिजायते +यत्राभिसायं +यत्रामृतः +यत्रायं +यत्रायजत +यत्रायुधं +यत्रायु॑धं॒ +यत्रारे +यत्रार्थ +यत्रार्थः +यत्रार्थवशेन +यत्रार्थस्य +यत्रार्था +यत्रार्थानां +यत्रार्थे +यत्रार्थो +यत्रालकायां +यत्रावच्छेदार्थेन +यत्रावसन् +यत्राविष्क्रियते +यत्राश्रमपदं +यत्राश्वा +यत्रासते +यत्रासां +यत्रासि +यत्रासीत् +यत्रासौ +यत्रास्तमितशायी +यत्रास्तां +यत्रास्ति +यत्रास्तु +यत्रास्ते +यत्रास्मा +यत्रास्मै +यत्रास्य +यत्रास्या +यत्रास॑ते +यत्राह +यत्राहं +यत्राहमपि +यत्राहमस्मि +यत्राहम् +यत्राऽपि +यत्राऽभवत् +यत्राऽसौ +यत्राऽस्ति +यत्राऽहं +यत्राऽऽपः +यत्राऽऽस्ते +यत्रा॑ +यत्रा॒ +यत्रा॒मृता॑स॒ +यत्रि +यत्री +यत्रे +यत्रेच्छति +यत्रेच्छसि +यत्रेच्छा +यत्रेण +यत्रेतरो +यत्रेति +यत्रेत्यर्थः +यत्रेत्यस्य +यत्रेत्यादि +यत्रेत्यादिना +यत्रेदं +यत्रेदमिति +यत्रेदमुक्तं +यत्रेदमुक्तम् +यत्रेदम् +यत्रेदानीं +यत्रेन +यत्रेन्द्रः +यत्रेन्द्रस्य +यत्रेमा +यत्रेमे +यत्रेमौ +यत्रेयं +यत्रेष्टं +यत्रेष्ट्वा +यत्रेह +यत्रै +यत्रैः +यत्रैक +यत्रैकं +यत्रैकः +यत्रैकत्र +यत्रैकमेव +यत्रैकस्मिन् +यत्रैकस्य +यत्रैकस्यैव +यत्रैका +यत्रैकाग्रता +यत्रैकादेशो +यत्रैकेन +यत्रैको +यत्रैत +यत्रैतं +यत्रैतत् +यत्रैतत्पुरुषः +यत्रैतत्स्वप्न्यया +यत्रैतदस्माच्छरीरादुत्क्रामत्यथैतैरेव +यत्रैतदूर्ध्वोच्छ्वासी +यत्रैतद् +यत्रैता +यत्रैतां +यत्रैतानि +यत्रैतान् +यत्रैतान्वेत्थ +यत्रैतास्तु +यत्रैति +यत्रैते +यत्रैतेन +यत्रैनं +यत्रैनमामन्त्रयते +यत्रैनान्वेत्थ +यत्रैव +यत्रैवं +यत्रैवंविदं +यत्रैवंविद्ब्रह्मा +यत्रैवंविद्वान् +यत्रैष +यत्रैषा +यत्रैषां +यत्रै॒तेन॑ +यत्रै॒व +यत्रो +यत्रोक्तं +यत्रोक्तम् +यत्रोक्ता +यत्रोक्तौ +यत्रोचितं +यत्रोच्यते +यत्रोत्तरपदेन +यत्रोत्पलानि +यत्रोत्सहन्तीयो +यत्रोदकं +यत्रोदात्तलोपः +यत्रोदितं +यत्रोदितः +यत्रोदितोऽर्कः +यत्रोदेति +यत्रोद्वेगो +यत्रोपगच्छति +यत्रोपजीवामेति +यत्रोपदिश्यते +यत्रोपपद्यते +यत्रोपमानं +यत्रोपरमत +यत्रोपरमते +यत्रोपरि +यत्रोपरुध्यते +यत्रोपलभ्यते +यत्रोपविष्टा +यत्रोभयं +यत्रोभयोः +यत्रोभे +यत्रोभौ +यत्रोर्वी +यत्रोल्लसति +यत्रौषधयो +यत्रौषधीः +यत्र॑ +यत्र॒ +यत्व +यत्वं +यत्वमिति +यत्वम् +यत्वया +यत्वस्तु +यत्वस्य +यत्वस्यासिद्धत्वात् +यत्वा +यत्वात् +यत्विति +यत्वे +यत्वेन +यत्षडहे +यत्स +यत्संख्याका +यत्संचरति +यत्संप्रति +यत्संबन्धितया +यत्संबन्धेन +यत्संवत्सरं +यत्संवत्सरः +यत्संवत्सराय +यत्संस्कृतं +यत्सः +यत्सचते +यत्सतां +यत्सत् +यत्सत्तया +यत्सत्त्वं +यत्सत्त्वे +यत्सत्यं +यत्सत्यम् +यत्सत्वं +यत्सत्वे +यत्सदा +यत्सदुपलब्धिलक्षणप्राप्तं +यत्सदृशं +यत्सनवथ +यत्सन्निकृष्टकरणेन +यत्सन्निधौ +यत्सप्तदश +यत्सप्तान्नानि +यत्सभायां +यत्समं +यत्समये +यत्समयोचितम् +यत्समवर्तयत् +यत्समवेतं +यत्समवेतमिति +यत्समाः +यत्समादिशति +यत्समानं +यत्समारब्धं +यत्समिद्धः +यत्समि॑द्धः +यत्समुदाहृतम् +यत्समुद्रस्य +यत्समूलं +यत्सर्व +यत्सर्वं +यत्सर्वत्र +यत्सर्वदा +यत्सर्वहृदयानुगम् +यत्सर्वे +यत्सर्वेषु +यत्सलिलं +यत्सवनानि +यत्सवितारं +यत्सह +यत्सहस्रं +यत्सा +यत्सांख्यैः +यत्सांख्यैरिति +यत्साक्षादपरोक्षाद्ब्रह्म +यत्साङ्ख्यैः +यत्साङ्ख्यैरिति +यत्सादृश्यं +यत्साधनं +यत्साधितं +यत्साधु +यत्साध्यं +यत्सानोः +यत्साम +यत्सामर्थ्यं +यत्सामानि +यत्सामान्यं +यत्साम्यं +यत्सायं +यत्सारं +यत्सारभूतं +यत्सारमादौ +यत्सिद्धं +यत्सीं +यत्सीमुपह्वरे +यत्सी॒माग॑श्चकृ॒मा +यत्सु +यत्सुकरं +यत्सुकृतं +यत्सुखं +यत्सुखमात्मनो +यत्सुखम् +यत्सुरा +यत्सुरामं +यत्सुरैरपि +यत्सुषिरं +यत्सु॑न्व॒ते +यत्सु॒रामं॒ +यत्सूक्तं +यत्सूक्ष्मं +यत्सूचितं +यत्सूत्रं +यत्सूर्यो +यत्सूर्यो॒ +यत्सेवया +यत्सैन्यं +यत्सोम +यत्सोमं +यत्सोमः +यत्सोममिन्द्र +यत्सौ +यत्सौख्यं +यत्सौत्रामणी +यत्सौम्यं +यत्सौम्यः +यत्स्तनयति +यत्स्तोत्रं +यत्स्त्री +यत्स्थानं +यत्स्थाने +यत्स्थितं +यत्स्थितम् +यत्स्थिरं +यत्स्थिरे +यत्स्नानं +यत्स्मरणं +यत्स्मितं +यत्स्मृतं +यत्स्मृतम् +यत्स्मृतिः +यत्स्या +यत्स्याज्जनान्ते +यत्स्यात् +यत्स्यादित्यर्थः +यत्स्यान्मया +यत्स्व +यत्स्वं +यत्स्वपन्तः +यत्स्वपन्तश्च +यत्स्वप्ने +यत्स्वभावं +यत्स्वभावा +यत्स्वभावैकनिष्ठत्वं +यत्स्वभावो +यत्स्वयं +यत्स्वयमेव +यत्स्वयम् +यत्स्वरूपं +यत्स्वरूपः +यत्स्वरूपतो +यत्स्वरूपा +यत्स्वरूपो +यत्स्वल्पमपि +यत्स्वां +यत्स्वादाद्विरसा +यत्स्वाहेति +यत्स॒नव॑थ॒ +यत्‌ +यत्‍नं +यत्‍नतः +यत्‍नेन +यत॑ +यत॑ते +यत॑माने॒ +यत॒ +यत॒मो +यथ +यथं +यथः +यथआ +यथऋत्विजौ +यथति +यथते +यथम् +यथर्तु +यथर्तुष्वृतुलिङ्गानि +यथर्षभं +यथर्षि +यथर्ष्याधानेन +यथव +यथवा +यथा +यथाँ +यथां +यथांशं +यथांशतः +यथाः +यथाइति +यथाई +यथाकथं +यथाकथंचित् +यथाकथंचित्पिण्डानां +यथाकथंचिदपि +यथाकथंचिदिति +यथाकथंचिदेव +यथाकथञ्चित् +यथाकथञ्चिद् +यथाकथमपि +यथाकथा +यथाकथाच +यथाकर्म +यथाकल्पं +यथाका +यथाकाम +यथाकामं +यथाकामचारो +यथाकामम् +यथाकामी +यथाकामो +यथाकारं +यथाकारी +यथाकार्यं +यथाकाल +यथाकालँ +यथाकालं +यथाकालमसंस्कृताः +यथाकालमिति +यथाकालम् +यथाकाले +यथाकाश +यथाकाशं +यथाकाशस्थितः +यथाकाशस्थितो +यथाकाशे +यथाकाशो +यथाकुलधर्मं +यथाकुलम् +यथाकृतं +यथाकृतम् +यथाकृतिः +यथाक्तं +यथाक्र +यथाक्रतुरस्मिन् +यथाक्रम +यथाक्रमं +यथाक्रमः +यथाक्रमम +यथाक्रममाह +यथाक्रममिति +यथाक्रममुदाहरणानि +यथाक्रममेव +यथाक्रमम् +यथाक्रमम्‌ +यथाक्रमसे +यथाक्रमात् +यथाक्रमान्वये +यथाक्रमेण +यथाक्रमेणैव +यथाक्रमोऽयं +यथाक्षणं +यथाक्षणम् +यथाक्षमम् +यथाक्षरं +यथाक्षरे +यथाक्षेत्रं +यथाखातं +यथाखिलम् +यथाख्यातं +यथागत +यथागतं +यथागतः +यथागतमिति +यथागतमित्यर्थः +यथागतमेव +यथागतम् +यथागता +यथागताः +यथागतेन +यथागतेनैव +यथागत्य +यथागमं +यथागमम् +यथागारं +यथागुणं +यथागुणम् +यथागृहं +यथागृहम् +यथागृहीतं +यथाग्नि +यथाग्निं +यथाग्निः +यथाग्निगर्भा +यथाग्निना +यथाग्निहोत्रं +यथाग्नेः +यथाग्नेर्ज्वलतो +यथाग्नेर्मन्थनमाजेः +यथाग्नौ +यथाग्रे +यथाङ्कुरः +यथाङ्कुरो +यथाङ्गं +यथाङ्गः +यथाङ्गानि +यथाङ्गारकारकः +यथाङ्गेन +यथाच +यथाचमसं +यथाचलम् +यथाचारं +यथाचारी +यथाचे +यथाचेति +यथाचैतत् +यथाचोदितम् +यथाछन्दसं +यथाछन्दसम् +यथाजातं +यथाजाति +यथाजातीयकानां +यथाजोषं +यथाजौ +यथाज्ञः +यथाज्ञप्तं +यथाज्ञस्य +यथाज्ञानं +यथाज्ञापयति +यथाज्ञापयत्यायुष्मान् +यथाज्ञापयसि +यथाज्येष्ठं +यथाण्डं +यथातत्त्वं +यथातत्त्वमाख्यातुमुपचक्रमे +यथातत्त्वेन +यथातत्वं +यथातथ +यथातथं +यथातथमिति +यथातथम् +यथातथयथापुरयोः +यथातथयोरसूयाप्रतिवचने +यथातथा +यथातथ्यं +यथातथ्येन +यथातपः +यथात्थ +यथात्मनः +यथात्मना +यथात्मनि +यथात्मनो +यथात्मनोऽभीष्टा +यथात्मसदृशं +यथात्मा +यथात्मानं +यथात्र +यथात्रेति +यथात्रैव +यथात्वन्यैर् +यथादर्शतलप्रख्ये +यथादर्शनं +यथादर्शनम् +यथादर्शितं +यथादर्शितार्थं +यथादर्शे +यथादितिः +यथादित्यः +यथादित्या +यथादित्यो +यथादिशं +यथादिशम् +यथादिष्टं +यथादृष्टं +यथादृष्टमेव +यथादृष्टार्थवादिनः +यथादेवतं +यथादेवतमिति +यथादेवतमेनेन +यथादेवतम् +यथादेशं +यथादेशकालं +यथादैवतं +यथादोपं +यथादोष +यथादोषं +यथादोषञ्च +यथादोषबलं +यथादोषबलाश्रयाः +यथादोषवलाश्रयाः +यथादोषोच्छ्रयं +यथादोषोदयं +यथादौ +यथाद्य +यथाद्रव्यं +यथाधनं +यथाधनम् +यथाधर्मं +यथाधिकारं +यथाधिकारम् +यथाधीतं +यथाधो +यथाध्यायमध्येतव्यमिति +यथाध्वरे +यथानलः +यथानलम् +यथानलो +यथानाम +यथानामा +यथानिदेशं +यथानियमं +यथानिर्दिष्टं +यथानिर्दिष्टः +यथानिर्दिष्टा +यथानिर्दिष्टेषु +यथानिर्दिष्टो +यथानिर्देशं +यथानिलः +यथानिवेशं +यथानुक्रमयोगतः +यथानुपूर्व्या +यथानुभवं +यथानुभूतं +यथानुमितं +यथानुरूपं +यथानुरूपम् +यथानुशासनं +यथानेन +यथान्तः +यथान्तकः +यथान्तरं +यथान्तरम् +यथान्तरिक्षं +यथान्तरिक्षे +यथान्धकारे +यथान्धाः +यथान्धो +यथान्नं +यथान्य +यथान्यः +यथान्यत्र +यथान्यस्तं +यथान्या +यथान्याय +यथान्यायं +यथान्यायमिदं +यथान्यायम् +यथान्यायेन +यथान्याय्यं +यथान्यासं +यथान्यासमेव +यथान्यासमेवास्तु +यथान्यासमेवाऽस्तु +यथान्युप्तं +यथान्ये +यथान्येषां +यथान्येषाम् +यथान्यैः +यथान्यो +यथाप +यथापः +यथापरं +यथापराधं +यथापरु +यथापां +यथापाठं +यथापि +यथापुर +यथापुरं +यथापुरमेव +यथापुरम् +यथापुरस्तात् +यथापुरस्ताद्ब्राह्मणानन्नेन +यथापुरा +यथापूर्बं +यथापूर्ब्बं +यथापूर्व +यथापूर्वं +यथापूर्वकल्पनं +यथापूर्वमकल्पयत् +यथापूर्वमतिष्ठत +यथापूर्वमेव +यथापूर्वम् +यथापूर्वी +यथापूर्व्वं +यथापृष्टं +यथापेक्षं +यथापौराणं +यथापौराणः +यथाप्रकरणं +यथाप्रकृति +यथाप्रकृत्येव +यथाप्रज्ञं +यथाप्रतिज्ञं +यथाप्रतिभासं +यथाप्रतीति +यथाप्रत्ययं +यथाप्रदेशं +यथाप्रदेशमद्यापि +यथाप्रधानं +यथाप्रधानम् +यथाप्रभावम् +यथाप्रमाणं +यथाप्रयोगं +यथाप्रयोजनं +यथाप्रश्नं +यथाप्रसिद्धि +यथाप्राणं +यथाप्राप्त +यथाप्राप्तं +यथाप्राप्तमेव +यथाप्राप्तम् +यथाप्राप्तहेवाकितया +यथाप्राप्तानुवर्तिनः +यथाप्राप्तानुवृत्तिमान् +यथाप्राप्ते +यथाप्राप्तेन +यथाप्राप्तैः +यथाप्रीति +यथाप्रोक्तं +यथाप्सु +यथाप॑रं॒ +यथाबलं +यथाबलमिति +यथाबलम् +यथाबीजं +यथाबुद्धि +यथाबोधं +यथाभक्ति +यथाभजमानम् +यथाभवति +यथाभवत् +यथाभवेत् +यथाभव्यतया +यथाभाग +यथाभागं +यथाभागमवस्थिताः +यथाभागमावृषायध्वमिति +यथाभागमाशिषुरित्येवैतदाह +यथाभागम् +यथाभाग्यं +यथाभावं +यथाभावो +यथाभाष्यं +यथाभिधानं +यथाभिप्रायं +यथाभिप्रेतं +यथाभिमतं +यथाभिमतध्यानाद्वा +यथाभिरुचितं +यथाभिलषितं +यथाभिलाषं +यथाभिलाषम् +यथाभीष्टं +यथाभूत +यथाभूतं +यथाभूतः +यथाभूतपरिज्ञानं +यथाभूतपरिज्ञानम् +यथाभूतपरिज्ञानानि +यथाभूतमज्ञासिषम् +यथाभूतमिदं +यथाभूतम् +यथाभूतवादि +यथाभूतस्य +यथाभूता +यथाभूतानि +यथाभूतार्थदर्शिनी +यथाभूतार्थवचनम् +यथाभूतो +यथाभोगान्यनेकधा +यथाभ्यासं +यथामङ्गलं +यथामतम् +यथामति +यथामयम् +यथामरः +यथामराः +यथामरुशतके +यथामलम् +यथामात्रं +यथामानं +यथामार्ग +यथामार्गं +यथामी +यथामुं +यथामुख +यथामुखं +यथामुखसंमुखस्य +यथामुखीनः +यथामूलं +यथामृतं +यथामृतम् +यथाम्नातँ +यथाम्नातं +यथाम्नातम् +यथाम्नायं +यथाम्बरे +यथाम्बु +यथाम्बुदः +यथाम्भः +यथाम्भसि +यथाम्भोधौ +यथाय +यथायं +यथायजुरेवैतत् +यथायजुर् +यथायतनँ +यथायतनं +यथायतनाद् +यथायतनꣳ +यथायथ +यथायथं +यथायथमिति +यथायथमूह्यम् +यथायथमेव +यथायथम् +यथायथा +यथायथोपासते +यथायमरपा +यथायु +यथायुक्तं +यथायुक्ति +यथायुक्त्या +यथायुधानां +यथायो +यथायोग +यथायोगं +यथायोगमिति +यथायोगम् +यथायोगेन +यथायोग्य +यथायोग्यं +यथायोग्यतया +यथायोग्यम् +यथायोग्या +यथायोग्यां +यथायोग्यानि +यथायोग्यान् +यथायोनि +यथार +यथारण्यं +यथारण्ये +यथारब्धं +यथारसं +यथारसम् +यथारुचि +यथारूपं +यथारूपमितर +यथारूपमेव +यथारूपा +यथारूपेण +यथारोगं +यथार्कः +यथार्णवः +यथार्णवम् +यथार्णवे +यथार्थ +यथार्थं +यथार्थः +यथार्थकथनं +यथार्थकम् +यथार्थज्ञानं +यथार्थज्ञानम् +यथार्थज्ञाने +यथार्थत +यथार्थतः +यथार्थतया +यथार्थतरं +यथार्थतस्तु +यथार्थता +यथार्थतां +यथार्थतात्पर्यकत्वं +यथार्थताम् +यथार्थतो +यथार्थत्वं +यथार्थत्वात् +यथार्थत्वे +यथार्थत्वेन +यथार्थदर्शी +यथार्थनामा +यथार्थभाषणं +यथार्थभाषणम् +यथार्थमपि +यथार्थमिति +यथार्थमुत्तरं +यथार्थमूहः +यथार्थमेव +यथार्थमेवेति +यथार्थम् +यथार्थरूपेण +यथार्थवक्ता +यथार्थवत् +यथार्थस्तु +यथार्थस्य +यथार्थस्वरूपस्य +यथार्था +यथार्थां +यथार्थाः +यथार्थाक्षरः +यथार्थानि +यथार्थानुभव +यथार्थानुभवः +यथार्थाभिधानम् +यथार्थित्वं +यथार्थे +यथार्थेति +यथार्थेन +यथार्थेषु +यथार्थेऽव्ययीभावः +यथार्थो +यथार्द्रैधाग्नेरभ्याहितस्य +यथार्ह +यथार्हं +यथार्हकं +यथार्हकम् +यथार्हतः +यथार्हम् +यथार्हवर्णः +यथार्हेण +यथालक्षणं +यथालक्षणमप्रयुक्ते +यथालक्ष्यं +यथालब्धं +यथालब्धेन +यथालाभ +यथालाभं +यथालाभम् +यथालाभे +यथालाभेन +यथालाभोपपन्नेषु +यथालिङ्ग +यथालिङ्गं +यथालिङ्गमङ्गानि +यथालिङ्गमिति +यथालिङ्गम् +यथालोकं +यथालोकमावृषायध्वमिति +यथालोके +यथाव +यथावं +यथावकाशं +यथावकाशम् +यथावचनं +यथावच्च +यथावच्छृणु +यथावच्छ्रुतम् +यथावत +यथावत् +यथावत्कथयामि +यथावत्कथयाशु +यथावत्कथितं +यथावत्तं +यथावत्तत्र +यथावत्तां +यथावत्तु +यथावत्त्वं +यथावत्स +यथावदखिलं +यथावदनुपूर्ब्बशः +यथावदनुपूर्वशः +यथावदनुपूर्वेण +यथावदनुभवतीत्यर्थः +यथावदनुवर्णितम् +यथावदभिधीयते +यथावदभ्यर्च्य +यथावदवचारयेत् +यथावदवधारय +यथावदिति +यथावदिह +यथावदुक्तं +यथावदेव +यथावद् +यथावद्धि +यथावद्भरतर्षभ +यथावद्भाविकतया +यथावद्वक्तुमर्हसि +यथावद्वद +यथावद्वस्तुवर्णनम् +यथावद्विदितं +यथावद्वृत्त +यथावद्वै +यथावन्न +यथावन्मे +यथावभासं +यथावयः +यथावयविनो +यथावयो +यथावर्ण +यथावर्णं +यथावलं +यथावलम् +यथावशं +यथावशत् +यथावशम् +यथावश्यकं +यथावसरं +यथावसरम् +यथावसु +यथावस्तु +यथावस्थं +यथावस्थित +यथावस्थितं +यथावस्थितः +यथावस्थितमेव +यथावस्थितम् +यथावस्थिता +यथावस्थितात्मतत्त्वविषयया +यथावा +यथावि +यथाविकारं +यथावितानं +यथावित्तं +यथावित्तानुसारत +यथावित्तानुसारतः +यथावित्तानुसारेण +यथाविथि +यथाविधं +यथाविधः +यथाविधम् +यथाविधा +यथाविधानं +यथाविधानेन +यथाविधि +यथाविधिं +यथाविधिः +यथाविधिना +यथाविधीति +यथाविधेन +यथाविध्यनुप्रयोगः +यथाविभव +यथाविभवं +यथाविभवतः +यथाविभवतो +यथाविभवमात्मनः +यथाविभवमादरात् +यथाविभवविस्तरम् +यथाविभवविस्तरैः +यथाविभवविस्तारं +यथाविभवशक्तितः +यथाविभवसारेण +यथाविभागं +यथाविवक्षं +यथाविशेषितं +यथाविषयं +यथाविहित +यथाविहितं +यथावीर्यं +यथावृत्तं +यथावृत्तकथनमात्रम् +यथावृत्तमाचचक्षे +यथावृत्तमारोचितम् +यथावृत्तमिदं +यथावृत्तम् +यथावृत्तो +यथावृद्धं +यथावृद्धिकाय +यथावेति +यथावेदनीयं +यथावेदितं +यथाव्यपदिष्टोक्तेः +यथाव्याख्यातं +यथाव्याधि +यथाव्युत्पत्ति +यथाव॒शं +यथाशं +यथाशक्ति +यथाशक्तिं +यथाशक्तिः +यथाशक्तीति +यथाशक्त्य +यथाशक्त्यनुसारतः +यथाशक्त्या +यथाशक्त्य् +यथाशनिः +यथाशब्दं +यथाशब्दः +यथाशब्दमितरयोश्च +यथाशब्दस्य +यथाशब्दो +यथाशयम् +यथाशा +यथाशाखं +यथाशास्त्र +यथाशास्त्रं +यथाशास्त्रम् +यथाशिष्टम् +यथाशु +यथाशुभम् +यथाशोभं +यथाश्मानमाखणमृत्वा +यथाश्मानमृत्वा +यथाश्रद्धं +यथाश्रद्धमन्नं +यथाश्रमं +यथाश्रयभावः +यथाश्रयभावाधिकरणम् +यथाश्रयमृते +यथाश्रयम् +यथाश्राद्धं +यथाश्रीं +यथाश्रु +यथाश्रुत +यथाश्रुतं +यथाश्रुतः +यथाश्रुतमेव +यथाश्रुतम् +यथाश्रुतस्य +यथाश्रुतार्थ +यथाश्रुति +यथाश्रुतीति +यथाश्रुते +यथाश्रेष्ठं +यथाश्वं +यथाश्वः +यथाश्वत्थ +यथाश्वमेधः +यथाश्वा +यथाश्वो +यथास +यथासं +यथासंकल्पितं +यथासंख्य +यथासंख्यं +यथासंख्यमत्र +यथासंख्यमनुदेशः +यथासंख्यमन्वयः +यथासंख्यमलंकारः +यथासंख्यमिति +यथासंख्यम् +यथासंख्यालंकारः +यथासंख्यालङ्कारः +यथासंख्येन +यथासंपद्वा +यथासंप्रत्ययं +यथासंप्रैषं +यथासंभव +यथासंभवं +यथासंभवमाचरेत् +यथासंभवमिति +यथासंभवम् +यथासंभवि +यथासंयोगं +यथासंवेदनं +यथासख्यपरिभाषया +यथासङ्खय +यथासङ्खयं +यथासङ्खयपरिभाषया +यथासङ्खयम् +यथासङ्ख्य +यथासङ्ख्यं +यथासङ्ख्यम् +यथासङ्ख्येन +यथासति +यथासत् +यथासत्त्वं +यथासत्यं +यथासत्वं +यथासथ +यथासन्नं +यथासमयं +यथासमाम्नातं +यथासमाम्नातम् +यथासम्भव +यथासम्भवं +यथासम्भवमर्थसम्बन्धः +यथासम्भवम् +यथासम्भाषितं +यथाससि +यथासात्म्यं +यथासाध्यं +यथासाम +यथासामर्थ्यं +यथासारं +यथासि +यथासुखं +यथासुखमत +यथासुखमिति +यथासुखमुखः +यथासुखम् +यथासुष्ठु +यथासूत्रं +यथासूत्रमेव +यथासेतुभोगं +यथासो +यथासो॑ +यथासौ +यथासौख्यं +यथास्ति +यथास्ते +यथास्तोमं +यथास्थलम् +यथास्थान +यथास्थानँ +यथास्थानं +यथास्थानम् +यथास्थाने +यथास्थानेषु +यथास्थाम +यथास्थित +यथास्थितं +यथास्थितः +यथास्थितमवस्थितम् +यथास्थितमिदं +यथास्थितमेव +यथास्थितम् +यथास्थिता +यथास्थिताः +यथास्थितान् +यथास्थिति +यथास्थितिः +यथास्थिते +यथास्थितैव +यथास्थूलं +यथास्माकं +यथास्मिन् +यथास्मृति +यथास्मै +यथास्य +यथास्या +यथास्यां +यथास्याः +यथास्यात्तथा +यथास्यै +यथास्यैव +यथास्व +यथास्वं +यथास्वभावं +यथास्वमावृतः +यथास्वमिति +यथास्वमेनं +यथास्वमेव +यथास्वम् +यथास्वरूपं +यथास्वे +यथास॑त् +यथास॑थ +यथाह +यथाहं +यथाहनि +यथाहमेषां +यथाहम् +यथाहान्यनुपूर्वं +यथाहि +यथाहिर् +यथाहिस्त्वचो +यथाहीति +यथाहु +यथाहुः +यथाहुरिति +यथाहृतं +यथाऽ +यथाऽक्षरे +यथाऽग्नि +यथाऽग्निः +यथाऽग्नेः +यथाऽग्नौ +यथाऽचलः +यथाऽत्र +यथाऽत्रैव +यथाऽद्य +यथाऽधिकारं +यथाऽध्वरे +यथाऽनलः +यथाऽनलम् +यथाऽनित्यः +यथाऽनिलः +यथाऽनेन +यथाऽन्नं +यथाऽन्यः +यथाऽन्यत्र +यथाऽन्या +यथाऽन्ये +यथाऽन्येषां +यथाऽपराधं +यथाऽप्सु +यथाऽभवत् +यथाऽभिमतध्यानाद्वा +यथाऽमरः +यथाऽमृतम् +यथाऽयं +यथाऽयथा +यथाऽरण्यं +यथाऽर्मके +यथाऽर्हं +यथाऽवशम् +यथाऽसति +यथाऽसादृश्ये +यथाऽसौ +यथाऽस्माकं +यथाऽस्मिन् +यथाऽस्य +यथाऽस्यां +यथाऽस्याः +यथाऽस्यै +यथाऽह +यथाऽहं +यथाऽहुः +यथाऽऽकाशं +यथाऽऽकाशे +यथाऽऽगतं +यथाऽऽगतम् +यथाऽऽज्ञापयति +यथाऽऽत्थ +यथाऽऽत्मनि +यथाऽऽत्मा +यथाऽऽत्मानं +यथाऽऽदर्शे +यथाऽऽदित्यः +यथाऽऽदिष्टं +यथाऽऽह +यथाऽऽहु +यथाऽऽहुः +यथा॑ +यथा॑यथा +यथा॑ऽयथा +यथा॒ +यथा꣢꣯ +यथा꣣ +यथे +यथेच्छ +यथेच्छं +यथेच्छति +यथेच्छन्ति +यथेच्छम् +यथेच्छया +यथेच्छसि +यथेच्छसी +यथेच्छा +यथेच्छाभ्यर्थितो +यथेत +यथेतं +यथेतमनेवं +यथेतमेत्य +यथेतम् +यथेतराणीन्द्रियाणि +यथेतरे +यथेतरेषां +यथेति +यथेत्यर्थः +यथेत्यादि +यथेत्यादिः +यथेत्यादिना +यथेदं +यथेदमिति +यथेदम् +यथेदानीं +यथेन्दुः +यथेन्द्र +यथेन्द्रं +यथेन्द्रः +यथेन्द्रशत्रुः +यथेन्द्रस्य +यथेन्द्रस्यामरावती +यथेन्द्राणी +यथेन्द्रियं +यथेन्द्रियाणां +यथेन्द्रियाणि +यथेन्द्रेण +यथेन्द्रो +यथेप्सया +यथेप्सित +यथेप्सितं +यथेप्सितः +यथेप्सितम् +यथेप्सिताः +यथेप्सितानि +यथेप्सितान् +यथेप्सिताम् +यथेमं +यथेमा +यथेमां +यथेमाः +यथेमे +यथेय +यथेयं +यथेयम् +यथेरिणे +यथेरितम् +यथेरिताः +यथेरितौ +यथेव +यथेश्वरः +यथेश्वरेण +यथेश्वरो +यथेष +यथेषु +यथेषुका +यथेष्ट +यथेष्टं +यथेष्टः +यथेष्टकम् +यथेष्टचारी +यथेष्टचेष्टस्त्रिसुगन्धियुक्तम् +यथेष्टचेष्टस्य +यथेष्टचेष्टा +यथेष्टतः +यथेष्टदिशि +यथेष्टमिति +यथेष्टमेव +यथेष्टम् +यथेष्टा +यथेष्टां +यथेष्टाङ्गतिमाप्नुयात् +यथेष्टाचरणं +यथेष्टानि +यथेष्टान् +यथेष्टासनो +यथेष्टे +यथेष्टैकं +यथेष्टो +यथेष्ट्यैवं +यथेष्ठं +यथेष्यते +यथेह +यथे॒यं +यथे॒ह +यथै +यथैः +यथैक +यथैकं +यथैकः +यथैकता +यथैकस्मिन् +यथैकस्मिन्नेव +यथैकस्य +यथैकस्यां +यथैकस्यापि +यथैकस्यैव +यथैका +यथैकेन +यथैकैकशङ्खध्वनिरेव +यथैको +यथैकोऽपि +यथैतं +यथैतत् +यथैतद् +यथैता +यथैतां +यथैताः +यथैतानि +यथैते +यथैधांसि +यथैनं +यथैव +यथैवं +यथैवात्मा +यथैवादः +यथैवादो +यथैवान्नं +यथैवायं +यथैवायान्ति +यथैवास्य +यथैवाहं +यथैवेति +यथैवेदं +यथैवेश्वरः +यथैवेह +यथैवैका +यथैवैते +यथैवैष +यथैवोक्तं +यथैवोपकरणवतां +यथैष +यथैषा +यथैषां +यथैौ +यथो +यथोक +यथोकं +यथोक्त +यथोक्तं +यथोक्तंन +यथोक्तः +यथोक्तकरणेन +यथोक्तकर्मफलादित्यागाद्विशुद्धया +यथोक्तकारिणां +यथोक्तकारिणे +यथोक्तकारी +यथोक्तकाले +यथोक्तक्रमेण +यथोक्तगुणाः +यथोक्ततं +यथोक्तदर्शिनः +यथोक्तदोषहीनेषु +यथोक्तन +यथोक्तप्रकारः +यथोक्तप्रकारे +यथोक्तप्रकारेण +यथोक्तफलदो +यथोक्तफलो +यथोक्तम +यथोक्तमनुपालयन् +यथोक्तमहिर्बुध्न्यसंहितायाम् +यथोक्तमादौ +यथोक्तमार्गेण +यथोक्तमिति +यथोक्तमुपपन्नम् +यथोक्तमुपसमाधाय +यथोक्तमेव +यथोक्तम् +यथोक्तया +यथोक्तरीत्या +यथोक्तलक्षण +यथोक्तलक्षणं +यथोक्तलक्षणे +यथोक्तवचनं +यथोक्तवत् +यथोक्तवादी +यथोक्तवान् +यथोक्तविधिना +यथोक्तविशेषणं +यथोक्तव्यापारा +यथोक्तशिक्षाप्रतिपत्तिहेतोः +यथोक्तशेषः +यथोक्तस्थाने +यथोक्तस्य +यथोक्ता +यथोक्तां +यथोक्ताः +यथोक्तात् +यथोक्तानां +यथोक्तानि +यथोक्तान् +यथोक्तान्यपि +यथोक्ताम् +यथोक्ताया +यथोक्ते +यथोक्तेति +यथोक्तेन +यथोक्तेनैव +यथोक्तेभ्यः +यथोक्तेषु +यथोक्तेऽर्थे +यथोक्तैः +यथोक्तो +यथोक्तौ +यथोक्त्या +यथोक्य +यथोचि +यथोचित +यथोचितं +यथोचितः +यथोचितम् +यथोचितां +यथोचिताः +यथोचितानुपानेन +यथोचितान् +यथोचिताम् +यथोचिते +यथोचितेन +यथोचितैः +यथोच्चलति +यथोच्यते +यथोढां +यथोत +यथोतय +यथोतये +यथोत्तमा +यथोत्तर +यथोत्तरं +यथोत्तरम् +यथोत्तररामचरिते +यथोत्पन्नं +यथोत्पन्नः +यथोत्पन्नेन +यथोत्पादो +यथोत्सर्गेण +यथोत्साहं +यथोदकं +यथोदकम् +यथोदके 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+यदग्नये +यदग्ना +यदग्नि +यदग्निं +यदग्निः +यदग्निमयजन्त +यदग्निरापो +यदग्निष्टोमः +यदग्निहोत्रं +यदग्निहोत्रम् +यदग्ने +यदग्नेः +यदग्नौ +यदग्रे +यदघं +यदङ्ग +यदङ्गं +यदङ्गमिति +यदङ्गान्येजयति +यदङ्गिरः +यदङ्गेषु +यदचेतनोऽपि +यदच्छन्दोमं +यदच्छावाक्या +यदजः +यदजा +यदज्ञातं +यदज्ञानं +यदज्ञानकृतं +यदञ्जनं +यदणौ +यदत +यदतः +यदतिरिच्यते +यदतिरेचयति +यदतीतं +यदतीव +यदतो +यदतोऽन्यथा +यदत्तं +यदत्यन्तं +यदत्यरीरिचाम +यदत्र +यदत्राधिक्यं +यदत्रानन्तरं +यदत्रापि +यदत्रास्ति +यदत्रेति +यदत्रोक्तं +यदत्रोक्तम् +यदत्रोपरि +यदत्रोपसमाहार्यं +यदत्र॑ +यदथ +यदथर्वाङ्गिरसः +यदद +यददः +यददश्चन्द्र +यददीव्यन्नृणमहं +यददो +यदद्भिः +यदद्भुतं +यदद्भुतम् +यदद्य +यदद्यपि +यदद्यापि +यदद्रयः +यदद्वयं +यदधः +यदधिकं +यदधिकृत्य +यदधिशेषं +यदधिष्ठानं +यदधिष्ठितम् +यदधीतं +यदधीते +यदधीनं +यदधीना +यदधुना +यदधो +यदध्यक्षेण +यदध्ययनं +यदध्यस्तं +यदध्यात्मं +यदध्यासितमर्हद्भिस्तद्धि +यदध्वर्युः +यदन +यदनं +यदनन्तरं +यदनन्तरः +यदनन्तरम् +यदनया +यदनयोः +यदनस्था +यदना +यदनादि +यदनामयम् +यदनित्यं +यदनिरुक्तं +यदनिशं +यदनु +यदनुक्तं +यदनुगतं +यदनुग्रहतः +यदनुग्रहात् +यदनुग्रहेण +यदनुब्रूते +यदनुभूतं +यदनुवर्तते +यदनुष्ठितम् +यदनुष्ठेयं +यदनृतं +यदनृतम् +यदने +यदनेन +यदनेनापि +यदन्त +यदन्तं +यदन्तः +यदन्तरं +यदन्तरज्ञाः +यदन्तरम् +यदन्तरा +यदन्तरात्मा +यदन्तरालं +यदन्तरिक्ष +यदन्तरिक्षं +यदन्तरिक्षमिति +यदन्तरिक्षे +यदन्तरे +यदन्तरेण +यदन्ति +यदन्ते +यदन्त्रं +यदन्न +यदन्नं +यदन्नः +यदन्नमद्यते +यदन्नम् +यदन्ना +यदन्नाद्यं +यदन्नेनातिरोहति +यदन्ने॑नाति॒रोह॑ति +यदन्य +यदन्यं +यदन्यः +यदन्यगोषु +यदन्यच्च +यदन्यत +यदन्यतः +यदन्यत् +यदन्यत्कुरुते +यदन्यत्प्राप्नोति +यदन्यत्र +यदन्यत्वप्रकल्पनम् +यदन्यथा +यदन्यदपि +यदन्यद् +यदन्यस्य +यदन्यां +यदन्यानि +यदन्ये +यदन्येन +यदन्येषां +यदन्यैः +यदन्यैरुक्तं +यदन्यो +यदन्वेष्टव्यं +यदप +यदपः +यदपक्वौषधाम्बुभ्यां +यदपत्यं +यदपरं +यदपरः +यदपशब्दः +यदपस्पृधेथां +यदपां +यदपादाय +यदपानिति +यदपि +यदपीति +यदपेक्षं +यदपेक्षया +यदपेक्ष्य +यदपो +यदप्यकारणम् +यदप्याहुः +यदप्युक्त +यदप्युक्तं +यदप्युक्तम् +यदप्युच्चते +यदप्युच्यते +यदप्रधानं +यदप्राप्यं +यदप्सु +यदबला +यदबुधो +यदब्रवीत् +यदब्रुवन् +यदब्रुवन्नेवमनम्बराद्या +यदभाव +यदभावः +यदभावस्य +यदभावात् +यदभावि +यदभावे +यदभावो +यदभाषत +यदभि +यदभिधीयते +यदभिन्नं +यदभिप्रेतं +यदभिप्रेतमस्मासु +यदभिमतं +यदभिमुखीभूतं +यदभियुज्यते +यदभिरामताधिके +यदभिरुचितं +यदभिषुण्वन्ति +यदभिहितं +यदभीप्सितं +यदभीप्सितम् +यदभीष्टं +यदभू +यदभूत् +यदभ्यर्च्य +यदभ्यवचरणोऽभ्यवैषि +यदभ्यस्तं +यदभ्यासङ्ग्यः +यदमी +यदमुं +यदमुत्र +यदमुना +यदमुष्य +यदमूर्तं +यदमृतं +यदमृता +यदमेध्यं +यदमोघमपामन्तरुप्तं +यदम्बु +यदम्भः +यदय +यदयं +यदयपि +यदयमात्मा +यदयमात्मेति +यदयमेव +यदयम् +यदयातं +यदयुक्तं +यदर +यदरण्यायनमित्याचक्षते +यदरण्ये +यदरयः +यदरयस्तत्राप्यसौ +यदरोदीत् +यदर्च्यते +यदर्जितं +यदर्ज्यते +यदर्थ +यदर्थं +यदर्थः +यदर्थप्रतिपादने +यदर्थमम्भोजमिवोष्णवारणं +यदर्थमयं +यदर्थमशुभं +यदर्थमहमागतः +यदर्थमागता +यदर्थमिह +यदर्थमेषा +यदर्थम् +यदर्थस्य +यदर्था +यदर्थाः +यदर्थानां +यदर्थे +यदर्थेन +यदर्थो +यदर्थोऽयं +यदर्धं +यदर्धे +यदर्पणं +यदर्पितं +यदर्पितम् +यदर्प्यते +यदर्य +यदर्यो +यदर॑ण्ये॒ +यदल +यदलं +यदलक्तकमार्जनम् +यदल्पं +यदल्पमपि +यदव +यदवः +यदवगतं +यदवगम्यते +यदवच्छेदेन +यदवदानानि +यदवधि +यदवन्ति +यदवमशेषं +यदवरं +यदवरमाग्रहायण्यास्तत्र +यदवशिष्टं +यदवशिष्यते +यदवशेषं +यदवश्यं +यदवस्थानं +यदवस्फूर्जति +यदवाक् +यदवाक्पृथिव्या +यदवादि +यदवाप +यदवाप्तं +यदवाप्नोति +यदवाप्य +यदवाप्यते +यदविद्यया +यदविद्वान्यच्च +यदवे +यदवो +यदवोचं +यदवोचस्तदवैमि +यदव्ययं +यदव्ययम् +यदव॑न्ति +यदशक्यं +यदशना +यदशनीयस्य +यदशुभं +यदशोकोऽयमुदीरयिष्यति +यदश्नाति +यदश्नामि +यदश्नासि +यदश्नुते +यदश्रु +यदश्वं +यदश्वः +यदश्वमेधः +यदश्वस्य +यदश्वाय +यदश्वा॑य॒ +यदश्विना +यदश्वेन +यदश्व॑स्य +यदष्टमेऽहनि +यदष्टाकपालो +यदष्टादश +यदष्टौ +यदसज्जायते +यदसा +यदसाधारणं +यदसाधु +यदसाध्यं +यदसि +यदसितं +यदसौ +यदस्तं +यदस्ति +यदस्ति॑ +यदस्ति॒ +यदस्तीति +यदस्तीह +यदस्तु +यदस्त्रं +यदस्थाज्जीवं +यदस्थि +यदस्मा +यदस्माकं +यदस्माभिः +यदस्मासु +यदस्मि +यदस्मिन् +यदस्मिन्निदं +यदस्मृति +यदस्मृतीति +यदस्मै +यदस्य +यदस्या +यदस्यां +यदस्याः +यदस्याङ्गानां +यदस्यायनं +यदस्यार्धं +यदस्येति +यदस्यै +यदह +यदहं +यदहंकारमाश्रित्य +यदहः +यदहमद्राक्षं +यदहरेव +यदहरेषां +यदहर्वा +यदहस्त्वेव +यदहितं +यदहो +यदह्ना +यदह्नि +यदा +यदां +यदाकदाचित् +यदाकदापि +यदाकदावा +यदाकर्ण्य +यदाकारं +यदाकारस्य +यदाकारा +यदाकाशे +यदाकूतात् +यदाकूतादिति +यदाख्यातं +यदागता +यदागमः +यदागमा +यदाग्नेय +यदाग्नेयो +यदाग्नेयोऽष्टाकपाल +यदाग्नेयोऽष्टाकपालः +यदाग्नेयोऽष्टाकपालोऽमावास्यायां +यदाच +यदाचरति +यदाज्ञप्तं +यदाज्ञया +यदाज्ञा +यदाज्ञां +यदाज्ञातं +यदाज्ञापयति +यदाज्ञापयत्यायुष्मान् +यदाज्ञापयत्यार्य +यदाज्ञापयत्यार्यपुत्रः +यदाज्ञापयत्युपाध्याय +यदाज्यं +यदाज्यभागौ +यदाज्यम् +यदाञ्जनं +यदाणुमात्रिको +यदातपत्रं +यदातिथ्याया +यदातु +यदात्थ +यदात्मकं +यदात्मकः +यदात्मकम् +यदात्मज्ञानं +यदात्मनः +यदात्मना +यदात्मनि +यदात्मनो +यदात्मा +यदात्मानं +यदात्मीयं +यदात्र +यदादत्ते +यदादानं +यदादिग्रहणं +यदादित्यगतं +यदादित्यगतमित्यादि +यदादित्यगतमित्यादिना +यदादित्यगतम् +यदादित्यस्य +यदादित्ये +यदादित्येत्यादि +यदादित्यो +यदादिशति +यदादिशसि +यदादिष्टं +यदादौ +यदाद्यं +यदाधारं +यदाधारा +यदाधिक्यं +यदान +यदानन्तर्यं +यदानन्द +यदानिलौ +यदानीतं +यदानेन +यदान्त्रेषु +यदाप +यदापः +यदापि +यदापो +यदापो॒ +यदाप्तं +यदाप्तम् +यदाप्नुयात् +यदाप्नोति +यदाप्यते +यदाप्रभृति +यदाबध्नन् +यदाभवत् +यदाभाति +यदाभिषिक्तः +यदामयति +यदाम्नातं +यदायं +यदायत्यां +यदायदा +यदायद्योरुपसंख्यानम् +यदायन् +यदायाचनहेतोः +यदायाति +यदायुः +यदायुधम् +यदारब्धं +यदारभ्य +यदारोग्याय +यदारोहति +यदार्य +यदार्यपुत्र +यदार्यमस्यामभिलाषि +यदार्याज्ञापयति +यदार्षेयं +यदालम्बनं +यदालम्ब्य +यदालोकनं +यदालोके +यदालोक्य +यदावगच्छेदायत्यामाधिक्यं +यदावरणं +यदाविथ +यदावि॑थ +यदावेदयते +यदाशसा +यदाशिषा +यदाश्चर्यं +यदाश्रमे +यदाश्रयः +यदाश्रया +यदाश्रयात् +यदाश्रयेण +यदाश्रितं +यदाश्रितम् +यदाश्रित्य +यदाश्रौषं +यदाश्विनो +यदासनं +यदासां +यदासाद्य +यदासीत् +यदासीदज्ञानं +यदासु +यदासौ +यदास्ते +यदास्थितं +यदास्माकं +यदास्य +यदास्येन +यदास्यैव +यदाह +यदाहं +यदाहमनागते +यदाहवनीय +यदाहवनीये +यदाहारं +यदाहारा +यदाहारो +यदाहि +यदाहु +यदाहुः +यदाहुराचार्यवर्याः +यदाहुरित्यादि +यदाहृतं +यदाहेति +यदाहेषे +यदाऽ +यदाऽत्र +यदाऽपि +यदाऽभवत् +यदाऽयं +यदाऽश्रौषं +यदाऽसौ +यदाऽस्य +यदाऽहं +यदा॑ +यदा॑सु॒ +यदा॒मय॑ति॒ +यदि +यदिं +यदिः +यदिच +यदिच्छति +यदिच्छन्ति +यदिच्छन्तो +यदिच्छया +यदिच्छसि +यदिच्छा +यदिच्छामि +यदिच्छेत् +यदिज्यते +यदित +यदितः +यदिति +यदितु +यदितोऽधि +यदित्थं +यदित्यर्थः +यदित्यव्ययं +यदित्यादि +यदित्यादिना +यदिद +यदिदं +यदिदमद्यते +यदिदमस्मिन् +यदिदमस्मिन्ब्रह्मपुरे +यदिदमस्य +यदिदमायुष्मतः +यदिदमिति +यदिदमुक्तं +यदिदमुपासते +यदिदम् +यदिदानीं +यदिदानीम् +यदिध्यते +यदिन +यदिनक्षत् +यदिनाम +यदिन्द्र +यदिन्द्रचित्र +यदिन्द्रया +यदिन्द्रा +यदिन्द्राग्नी +यदिन्द्राय +यदिन्द्राहं +यदिन्द्रा॑य +यदिन्द्रि +यदिन्द्रियं +यदिन्द्रिये +यदिन्द्रो +यदिन्द्रो॒ +यदिमं +यदिमा +यदिमां +यदिमाः +यदिमे +यदिमौ +यदियं +यदिव +यदिवा +यदिवेति +यदिवेदमस्मि +यदिशब्दः +यदिशब्दो +यदिषवः +यदिष्टं +यदिष्टमित्याचक्षते +यदिष्यते +यदिह +यदिहास्ति +यदिहि +यदिहेच्छसि +यदिा +यदि॑ +यदि॑न्द्र +यदि॑न्द्राग्नी +यदि॑न्द्राग्नी॒ +यदि॑न्द्र॒ +यदि॒ +यदि॒त्था +यदि॒दं +यदि॒मा +यदि॒षे +यदी +यदीं +यदींगणस्य +यदीं॑ +यदीं॒ +यदीक्षणं +यदीक्षते +यदीक्ष्यते +यदीच्छति +यदीच्छथ +यदीच्छसि +यदीच्छा +यदीच्छे +यदीच्छेः +यदीच्छेच्छुभमात्मनः +यदीच्छेच्छ्रेय +यदीच्छेत +यदीच्छेत् +यदीच्छेत्परमां +यदीच्छेत्सिद्धिमात्मनः +यदीच्छेदात्मनः +यदीच्छेदात्मनो +यदीच्छेद् +यदीच्छेद्भूतिमात्मनः +यदीतरं +यदीतरम् +यदीतरे +यदीतासुर् +यदीति +यदीत्थं +यदीत्यनेन +यदीत्यर्थः +यदीत्यर्थे +यदीत्यादि +यदीत्यादिना +यदीत्युक्तम् +यदीद +यदीदं +यदीदम् +यदीदानीं +यदीदृशं +यदीदृशः +यदीदृशम् +यदीदृशी +यदीद् +यदीप्सितं +यदीप्सितम् +यदीमं +यदीमनु +यदीमहे +यदीमां +यदीमानि +यदीमे +यदीम॑हे +यदीय +यदीयं +यदीयः +यदीयखड्गः +यदीयभित्तौ +यदीयम् +यदीयसौधध्वजपट्टपट्टिकाः +यदीया +यदीयां +यदीयाः +यदीयावुपजातयस्ताः +यदीये +यदीयो +यदीयौ +यदीरितम् +यदीशाने +यदीश्वर +यदीश्वरः +यदीश्वरस्य +यदीश्वरे +यदीश्वरो +यदीष्टं +यदीष्टाः +यदीष्ट्या +यदीष्यते +यदीह +यदी॑ +यदी॒ +यदी॒तासु॒र्भव॑ति॒ +यदु +यदुं +यदुं॑ +यदुः +यदुःखं +यदुक +यदुकं +यदुकुल +यदुकुलकाम्भोजी +यदुकुलम् +यदुकुलस्य +यदुकुले +यदुकुलोद्वह +यदुक्त +यदुक्तं +यदुक्तः +यदुक्तमत्र +यदुक्तमन्यत्र +यदुक्तमापस्तम्बेन +यदुक्तमिति +यदुक्तमिदं +यदुक्तम् +यदुक्तवान् +यदुक्ता +यदुक्थानि +यदुखा +यदुगिरीशचरणकमलार्चकस्य +यदुग्रं +यदुचितं +यदुच्चनीचस्वरितैः +यदुच्छिष्टं +यदुच्यते +यदुञ्च +यदुत +यदुतं +यदुतम् +यदुताहं +यदुत्कृष्टं +यदुत्तमं +यदुत्तमम् +यदुत्तमे +यदुत्तरं +यदुत्तरतरम् +यदुत्तरपदं +यदुत्तरम् +यदुत्तरवेदीनाभिः +यदुत्तरे +यदुत्तिष्ठति +यदुत्थाय +यदुत्थितः +यदुत्पद्यते +यदुत्पन्नं +यदुत्पलं +यदुदकं +यदुदङ् +यदुदञ्चो +यदुदरं +यदुदरे +यदुदाहृतं +यदुदाहृतम् +यदुदितं +यदुदिति +यदुदीचीं +यदुदीरत +यदुदीरितम् +यदुदुद्वत +यदुदेति +यदुद्गीथः +यदुद्घ्नन्तो +यदुद्दिश्य +यदुद्दिष्टं +यदुद्देशेन +यदुद्भवः +यदुद्भूतं +यदुद्वतो +यदुनंदन +यदुनंदनः +यदुनन्दन +यदुनन्दनः +यदुनन्दनम् +यदुना +यदुनाथ +यदुनाथः +यदुप +यदुपचितमन्यजन्मनि +यदुपतिः +यदुपते +यदुपतेः +यदुपदिष्टं +यदुपदेश +यदुपपद्यते +यदुपमन्त्रयते +यदुपमेयं +यदुपयुक्तं +यदुपयोगि +यदुपरि +यदुपलब्धिलक्षणप्राप्तं +यदुपलभ्यते +यदुपशमात्मकं +यदुपांशु +यदुपादानं +यदुपादानकारणम् +यदुपादीयते +यदुपायेन +यदुपार्जितम् +यदुपुङ्गव +यदुपुङ्गवः +यदुपुङ्गवाः +यदुपेक्षया +यदुपेति +यदुप्रवीरा +यदुभयं +यदुभयोः +यदुभिः +यदुभिश्च +यदुभौ +यदुमतिक्रम्य +यदुम् +यदुराजः +यदुराजाय +यदुराजो +यदुरुवाच +यदुर्नाम +यदुलूको +यदुवंशक्षोभणम् +यदुवंशाचार्यत्वात् +यदुवंशी +यदुवंशे +यदुवंश्ये +यदुवक्थानृतं +यदुवाच +यदुशार्दूल +यदुश्रेष्ठ +यदुश्रेष्ठं +यदुश्रेष्ठः +यदुश्रेष्ठो +यदुषु +यदुष्णं +यदुसत्तम +यदुसिंहेन +यदुसैन्ये +यदुस्त्रियः +यदु॑म् +यदु॒खा +यदु॒भौ +यदू +यदूचतुः +यदूचिम +यदूचे +यदूढया +यदूत्तम +यदूत्तमः +यदूत्तमम् +यदूत्तमाः +यदूत्तमौ +यदूद्वह +यदूद्वहः +यदूधः +यदूनं +यदूना +यदूनां +यदूनाम् +यदून् +यदूपं +यदूर्ध्वं +यदूव॑ध्यमु॒दर॑स्याप॒वाति॒ +यदूषा +यदूषाः +यदृ +यदृक्षं +यदृचा +यदृचोऽधीते +यदृच्छ +यदृच्छया +यदृच्छयापि +यदृच्छयेति +यदृच्छयैव +यदृच्छयोपपन्नेन +यदृच्छा +यदृच्छालाभः +यदृच्छालाभसंतुष्टः +यदृच्छालाभसंतुष्टो +यदृच्छालाभसन्तुष्टः +यदृच्छालाभसन्तुष्टो +यदृच्छालाभस्य +यदृच्छेति +यदृणं +यदृतं +यदृते +यदृत्तं +यदृश्यते +यदृषीणां +यदृष्टं +यदे +यदेक +यदेकं +यदेकः +यदेकत्र +यदेकत्वं +यदेकधा +यदेकया +यदेकरात्रेण +यदेकवचनं +यदेकस्मिन् +यदेकस्य +यदेकस्याधि +यदेकस्यैव +यदेका +यदेकां +यदेकादश +यदेके +यदेकेन +यदेको +यदेकोऽपि +यदेच्छति +यदेजति +यदेत +यदेतं +यदेतच्चन्द्रान्तर्जलदलवलीलां +यदेतत् +यदेतत्कर्म +यदेतत्ते +यदेतत्परमं +यदेतत्साम +यदेतदक्षरमेतदमृतमभयं +यदेतदक्ष्णः +यदेतदखिलं +यदेतदर्चिर्दीप्यते +यदेतदादित्यस्य +यदेतदिति +यदेतदुक्तं +यदेतदुच्यते +यदेतद् +यदेतद्दृश्यते +यदेतद्द्रविणं +यदेतद्धृदयं +यदेतद्भवता +यदेतद्भूतान्यन्वाविश्य +यदेतद्यक्षमिति +यदेतद्रेतः +यदेतद्वचनं +यदेतद्विद्युतो +यदेतन्मण्डलं +यदेतन्मनुष्या +यदेतन्मम +यदेतया +यदेतस्मिन् +यदेतस्य +यदेता +यदेतां +यदेताः +यदेतादृशं +यदेतानि +यदेति +यदेते +यदेतेन +यदेतेषां +यदेतेषु +यदेतौ +यदेत् +यदेत्यर्थः +यदेत्यादि +यदेत्यादिना +यदेदयुक्त +यदेद् +यदेन +यदेनं +यदेनः +यदेनमदो +यदेनमन्धो +यदेनमाह +यदेनया +यदेनश्चकृमा +यदेनां +यदेनेनायोपयंस्तस्माद्यूपो +यदेनेनार्चन्ति +यदेनो +यदेन्दुः +यदेन॑श्चकृ॒मा +यदेप +यदेभिः +यदेभ्यः +यदेभ्यो +यदेभ्योऽशनं +यदेयं +यदेव +यदेवं +यदेवंभूतं +यदेवंविधं +यदेवमतः +यदेवात्र +यदेवादः +यदेवाध्वर्युः +यदेवान्ते +यदेवास्य +यदेवास्या +यदेवास्यात्र +यदेवास्यैते +यदेवेति +यदेवेदं +यदेवेदमप्रतिरूपं +यदेवेह +यदेवैतदादित्यस्य +यदेवैनं +यदेवैषां +यदेवोपमानं +यदेष +यदेषः +यदेषा +यदेषां +यदेषामधिष्ठानभूतं +यदेषि +यदेषु +यदेह +यदेि +यदे॑षां +यदे॒ता +यदे॒ते +यदे॒व +यदे॒वास्या॑ +यदे॒ष +यदै +यदैक +यदैकं +यदैकत्र +यदैकत्वं +यदैकराशौ +यदैकस्य +यदैक्यं +यदैतं +यदैतम् +यदैते +यदैनं +यदैन्द्र +यदैन्द्रं +यदैव +यदैवं +यदैवेति +यदैश्वर्यं +यदैष +यदैषां +यदैषि +यदैि +यदो +यदोंकारः +यदोः +यदोङ्कार +यदोत्क्रमिष्यन्भवति +यदोदयः +यदोदये +यदोदेति +यदोमित्येतदक्षरमिति +यदोर्वंशं +यदोर्वंशे +यदोश्च +यदोषधीरप्यसरद्यदापः +यदोस्तु +यदौ +यदौचित्यं +यदौदुम्बरी +यदौषधं +यदौषधम् +यद् +यद्गच्छेद्विक्रियां +यद्गणशः +यद्गतं +यद्गतम् +यद्गतसादृश्यप्रतियोगी +यद्गताः +यद्गत्वा +यद्गदितं +यद्गरं +यद्गर्भे +यद्गर्भोऽवृणीत +यद्गर्हितेनार्जयन्ति +यद्गवे +यद्गात्रे +यद्गानं +यद्गायत्री +यद्गायत्रीषु +यद्गायत्रे +यद्गावः +यद्गावो +यद्गीतं +यद्गीयते +यद्गुणं +यद्गुणः +यद्गुणो +यद्गुहा +यद्गुह्यं +यद्गृहं +यद्गृहीतं +यद्गृहे +यद्गृह्णाति +यद्गृह्यते +यद्गेहे +यद्गोत्रस्त्वमसि +यद्गोभि॑र्वासयि॒ष्यसे॑ +यद्गौरीवितं +यद्ग्रहणं +यद्ग्रहाः +यद्ग्रामे +यद्ग्रामे॒ +यद्ग्राह्यं +यद्घर्मः +यद्द +यद्दक्षिणं +यद्दक्षिणा +यद्दक्षिणां +यद्दग्धं +यद्दतं +यद्दत्त +यद्दत्तं +यद्दत्तम् +यद्दत्त्वा +यद्ददाति +यद्ददासि +यद्ददे +यद्ददौ +यद्दद॑न्नः +यद्दधि +यद्दर्भा +यद्दर्भाः +यद्दर्शनं +यद्दर्शने +यद्दलं +यद्दव्यं +यद्दश +यद्दशानां +यद्दा +यद्दातुः +यद्दानं +यद्दानमपात्रेभ्यश्च +यद्दारु +यद्दारुणं +यद्दित्स॑सि +यद्दिनं +यद्दिने +यद्दिवा +यद्दिवि +यद्दिव्यं +यद्दिशि +यद्दि॒वि +यद्दीदयच्छवस +यद्दीयते +यद्दुःखं +यद्दुकूलं +यद्दुरापं +यद्दुर्लभं +यद्दुवः +यद्दुष्कृतं +यद्दूरं +यद्दूरे +यद्दृश्यं +यद्दृश्यते +यद्दृष्टं +यद्दृष्टौ +यद्दृष्ट्वा +यद्देयं +यद्देव +यद्देवं +यद्देवतात्मगमनम् +यद्देवत्यं +यद्देवत्यः +यद्देवत्यो +यद्देवनसमाह्वयौ +यद्देवस्य +यद्देवा +यद्देवाः +यद्देवादि +यद्देवानां +यद्देवापिः +यद्देवासो +यद्देवि +यद्देवी +यद्देवेषु +यद्देव्याज्ञापयति +यद्देशे +यद्दे॑वा +यद्दे॑वा॒ +यद्दे॒वा +यद्दे॒वेषु॑ +यद्दोषा +यद्द् +यद्द्याव +यद्द्याव॑ +यद्द्र +यद्द्रव्यं +यद्द्रव्येण +यद्द्वादश +यद्द्वारं +यद्द्वारा +यद्द्वितीयं +यद्द्वितीये +यद्द्वे +यद्द॑र््शपूर्णमा॒सौ +यद्द॑शरा॒त्रो +यद्द॑स्यु॒हत्ये॑ +यद्ध +यद्धं +यद्धकि +यद्धतं +यद्धनं +यद्धनम् +यद्धरिणो +यद्धर्तेति +यद्धर्मं +यद्धर्मः +यद्धर्मान्तरं +यद्धर्मो +यद्धलं +यद्धविः +यद्धविर्धानं +यद्धसति +यद्धस्ताभ्यां +यद्धस्त॑योः +यद्धा +यद्धात्रा +यद्धान्यं +यद्धाम +यद्धि +यद्धिङ्कृत्य +यद्धितं +यद्धितम् +यद्धितुपरं +यद्धिरण्यं +यद्धिरण्यम् +यद्धिरण्यशल्कैः +यद्धीति +यद्धुतं +यद्धुत्वा +यद्धृतं +यद्धृत्वा +यद्धृदयं +यद्धृदि +यद्धे +यद्धेति +यद्धेतोः +यद्धैतावन्तरेणान्यो +यद्धैनच्छ्रोत्रेणाग्रहैष्यच्छ्रुत्वा +यद्धोता +यद्धौतं +यद्ध्यस्य +यद्ध्यानं +यद्ध्यायति +यद्ध्यायतो +यद्ध्येव +यद्ध॑ +यद्ध॒ +यद्बद्धं +यद्बभूव +यद्बलं +यद्बलम् +यद्बलात् +यद्बलेन +यद्बहुषु +यद्बा +यद्बाधितं +यद्बार्हस्पत्यो +यद्बाल्ये +यद्बाहू +यद्बाह्यं +यद्बिम्बं +यद्बीजं +यद्बृहती +यद्बोधिसत्त्वः +यद्ब्रवीति +यद्ब्रवीमि +यद्ब्रवीषि +यद्ब्रह्म +यद्ब्रह्मतनुं +यद्ब्रह्मविदो +यद्ब्रह्मविद्यया +यद्ब्रह्मा +यद्ब्रा +यद्ब्राह्मण +यद्ब्राह्मणाः +यद्ब्रूयुः +यद्भ +यद्भक्तः +यद्भक्त्या +यद्भक्ष्यं +यद्भगवता +यद्भगवानपि +यद्भगवान् +यद्भद्रं +यद्भयं +यद्भयाच्च +यद्भयात् +यद्भयाद्वाति +यद्भयेन +यद्भर्तुः +यद्भवता +यद्भवति +यद्भवतु +यद्भवनं +यद्भवनेषु +यद्भवानाह +यद्भवान् +यद्भविष्यति +यद्भविष्यो +यद्भवेत् +यद्भवेत्पुण्यं +यद्भवेदहमास्पदम् +यद्भवेदिह +यद्भवेद्वित्तं +यद्भस्म +यद्भाति +यद्भानं +यद्भावनं +यद्भावयति +यद्भावि +यद्भाव्यं +यद्भाषितं +यद्भासा +यद्भीतिपलायितस्य +यद्भुक्तं +यद्भुङ्क्ते +यद्भुञ्जीत +यद्भुवि +यद्भूतं +यद्भूतयोनिं +यद्भूत्वा +यद्भूपतीनां +यद्भूमौ +यद्भूयः +यद्भूयसा +यद्भूयो +यद्भू॒तं +यद्भेषजं +यद्भोग्यं +यद्भोग्यखण्डं +यद्भोज्यं +यद्भ॒द्रं +यद्य +यद्यं +यद्यः +यद्यक्ष +यद्यग्निः +यद्यग्निष्टोमः +यद्यग्रे +यद्यङ्गीक्रियते +यद्यङ्गोपाङ्गसंयुतः +यद्यच्च +यद्यजते +यद्यजमानः +यद्यजुषा +यद्यजूंषि +यद्यज्जनो +यद्यज्ञ +यद्यज्ञं +यद्यज्ञः +यद्यज्ञे +यद्यज्ञेऽभिरूपं +यद्यज्ञो +यद्यत +यद्यतः +यद्यतयो +यद्यति +यद्यतिरात्र +यद्यतिरात्रः +यद्यते +यद्यतो +यद्यत् +यद्यत्करोति +यद्यत्कर्म +यद्यत्कामयते +यद्यत्कार्यं +यद्यत्कृतं +यद्यत्तत्तद्व्यक्तमिति +यद्यत्तु +यद्यत्ते +यद्यत्परं +यद्यत्पश्यति +यद्यत्पृष्टं +यद्यत्फलं +यद्यत्र +यद्यत्संवेद्यते +यद्यत्सत्त्वं +यद्यत्समासादितम् +यद्यत्सर्वं +यद्यत्साधु +यद्यत्सुखं +यद्यत्स्वं +यद्यथ +यद्यथा +यद्यदङ्गं +यद्यदस्ति +यद्यदा +यद्यदाकाङ्क्षितं +यद्यदाचरति +यद्यदाचरतीति +यद्यदाचरतीत्यादेरपरा +यद्यदाचरितं +यद्यदि +यद्यदिच्छति +यद्यदिच्छन्ति +यद्यदिच्छसि +यद्यदिति +यद्यदिष्टं +यद्यदिष्टतमं +यद्यदुक्तं +यद्यदुत्तरम् +यद्यदृष्टं +यद्यदेव +यद्यद् +यद्यद्ददाति +यद्यद्दानं +यद्यद्द्रव्यं +यद्यद्धि +यद्यद्भवति +यद्यद्भवन्ति +यद्यद्य +यद्यद्यथा +यद्यद्रूपं +यद्यद्रोचेत +यद्यद्वस्तु +यद्यद्वा +यद्यद्वाञ्छति +यद्यद्विभूतिमत्सत्त्वं +यद्यद्विभूतिमत्सत्त्वम् +यद्यद्वै +यद्यधर्मेण +यद्यधर्मो +यद्यधिक +यद्यधिकं +यद्यधिकास्तदा +यद्यनया +यद्यनुग्राह्यता +यद्यनुवर्तते +यद्यनूढा +यद्यनूढायां +यद्यनूयाजा +यद्यनेन +यद्यनो +यद्यन्तरं +यद्यन्तरिक्षे +यद्यन्ते +यद्यन्त्रं +यद्यन्न +यद्यन्नमत्ति +यद्यन्मनसि +यद्यन्य +यद्यन्यं +यद्यन्यः +यद्यन्यत्र +यद्यन्यथा +यद्यन्या +यद्यन्ये +यद्यन्यो +यद्यन्योऽतिथिराव्रजेत् +यद्यन्वयी +यद्यप +यद्यपरं +यद्यपरा +यद्यपानेनाभ्यपानितं +यद्यपि +यद्यपी +यद्यपीति +यद्यपीत्यादि +यद्यपीत्यादिना +यद्यपीदं +यद्यपीयं +यद्यपीह +यद्यपूर्णे +यद्यप्य +यद्यप्यङ्गानि +यद्यप्यत्र +यद्यप्यत्रापि +यद्यप्यधीताः +यद्यप्यनेन +यद्यप्यन्यत्र +यद्यप्यम्बुप्रसादकम् +यद्यप्ययं +यद्यप्यसौ +यद्यप्यस्ति +यद्यप्यस्मा +यद्यप्यस्मिन् +यद्यप्यस्य +यद्यप्यहं +यद्यप्यात्मा +यद्यप्युक्तं +यद्यप्येक +यद्यप्येकमेव +यद्यप्येको +यद्यप्येतत् +यद्यप्येतदुच्यते +यद्यप्येतानि +यद्यप्येतावत् +यद्यप्येते +यद्यप्येवं +यद्यप्येवमपि +यद्यप्येवम् +यद्यप्येष +यद्यप्येषा +यद्यप्येषां +यद्यप्य् +यद्यप्सु +यद्यब्राह्मणो +यद्यभविष्यत् +यद्यभिचरेत् +यद्यभिषिच्यते +यद्यमस्य +यद्यमा +यद्यमी +यद्यमुं +यद्ययं +यद्यरुणाय +यद्यर्थ +यद्यर्थिता +यद्यर्थे +यद्यर्शसां +यद्यव +यद्यवं +यद्यवश्यं +यद्यविद्या +यद्यविशेषेण +यद्यवेक्षसे +यद्यशः +यद्यशक्तः +यद्यशक्तो +यद्यशून्यं +यद्यशून्यमिदं +यद्यशो +यद्यश्रातो +यद्यश्वं +यद्यसि +यद्यसौ +यद्यस्तमितः +यद्यस्तमिते +यद्यस्ति +यद्यस्त्येव +यद्यस्माकं +यद्यस्मात् +यद्यस्मात्कारणात् +यद्यस्मासु +यद्यस्मि +यद्यस्मिन् +यद्यस्मै +यद्यस्य +यद्यस्यां +यद्यस्याः +यद्यह +यद्यहं +यद्यहङ्कारमाश्रित्य +यद्यहम् +यद्यहोरात्रासुभिः +यद्या +यद्याज्ञा +यद्याज्ञां +यद्यातुरः +यद्यात्मनः +यद्यात्मनि +यद्यात्मा +यद्यात्मानं +यद्यात्यहरहः +यद्याद्यः +यद्यापि +यद्यामं +यद्याम्योत्तरमन्तरं +यद्याव +यद्यावइन्द्रतेशतम् +यद्याह +यद्याहिताग्निः +यद्याहिताग्निर्भवति +यद्यु +यद्युक्तं +यद्युक्तो +यद्युक्थ्यः +यद्युख्ये +यद्युच्यते +यद्युच्येत +यद्युच्येतेति +यद्युज्यते +यद्युत्थानं +यद्युदक +यद्युद्गाता +यद्युद्द्रुतस्य +यद्युद्धं +यद्युभयोरपि +यद्युष्माकं +यद्यूयं +यद्यूर्ध्वं +यद्ये +यद्येक +यद्येकं +यद्येकः +यद्येकजाता +यद्येकत्र +यद्येकमपि +यद्येकस्मिन् +यद्येकस्मिन्काले +यद्येकस्य +यद्येका +यद्येकेन +यद्येकैकं +यद्येको +यद्येकोपि +यद्येकोऽपि +यद्येत +यद्येतज्ज्ञाप्यते +यद्येतत् +यद्येतदेवं +यद्येता +यद्येताः +यद्येतानि +यद्येतावत्प्रयोजनं +यद्येते +यद्येतेषां +यद्येतौ +यद्येन +यद्येनं +यद्येनां +यद्येनꣳ +यद्येव +यद्येवं +यद्येवमत +यद्येवमपि +यद्येवमभविष्यदेकैकस्य +यद्येवमिति +यद्येवमित्यत +यद्येवमित्यादि +यद्येवमुच्यते +यद्येवम् +यद्येष +यद्येषा +यद्येषां +यद्येषु +यद्यो +यद्योगादनिघातः +यद्योगादनिघाते +यद्योगिनो +यद्योगे +यद्योगेनात्मदर्शनम् +यद्योग्यं +यद्योन्यां +यद्यौ +यद्य् +यद्य॒ज्ञं +यद्य॒ज्ञेऽकु॑र्वत॒ +यद्र +यद्रक्तं +यद्रजः +यद्रजतं +यद्रजो +यद्रणे +यद्रतं +यद्रतिः +यद्रत्नं +यद्रपः +यद्रपः॑ +यद्रपो +यद्रपो॒ +यद्रमते +यद्रव्यं +यद्रसः +यद्रसयेत् +यद्रहस्यं +यद्रा +यद्राजा +यद्राजानं +यद्राज्ञः +यद्राज्ञा +यद्राज्यं +यद्राज्यसुखलोभेन +यद्राज्ये +यद्रात्रिः +यद्रात्रौ +यद्राम +यद्रामेण +यद्राष्ट्रं +यद्रिप्रं +यद्रुपं +यद्रू +यद्रूक्षं +यद्रूपं +यद्रूपसमृद्धं +यद्रूपा +यद्रूपेण +यद्रे +यद्रेत +यद्रोचते +यद्रोदसी +यद्व +यद्वंशे +यद्वंहिष्ठं +यद्वः +यद्वकि +यद्वक्तव्यं +यद्वक्तव्यः +यद्वक्ति +यद्वक्तुं +यद्वक्त्रं +यद्वक्ष्यति +यद्वक्ष्यते +यद्वक्ष्यामः +यद्वक्ष्यामस्तत्र +यद्वक्ष्यामि +यद्वक्ष्ये +यद्वचः +यद्वचनं +यद्वचो +यद्वच्च +यद्वच्मि +यद्वति +यद्वत् +यद्वत्खलु +यद्वत्तं +यद्वत्तथा +यद्वत्तस्य +यद्वदति +यद्वदन्ति +यद्वदसि +यद्वदामि +यद्वदाशये +यद्वदिति +यद्वदिष्यति +यद्वदेत् +यद्वद् +यद्वनं +यद्वने +यद्वन् +यद्वन्न +यद्वपया +यद्वपुः +यद्वम्रो +यद्वय +यद्वयं +यद्वरं +यद्वरम् +यद्वर्चः +यद्वर्चो +यद्वर्णनं +यद्वर्तते +यद्वर्त्म +यद्वर्मी +यद्वर्ष +यद्वर्षं +यद्वर्षति +यद्ववक्षे +यद्वशा +यद्वशात् +यद्वशे +यद्वशेन +यद्वसु +यद्वस्तु +यद्वस्त्रं +यद्वहति +यद्वही +यद्वा +यद्वां +यद्वां॑ +यद्वां॒ +यद्वाआत्मानं +यद्वाक् +यद्वाक्च +यद्वाक्य +यद्वाक्यं +यद्वागिति +यद्वाग्वदन्त्यविचेतनानि +यद्वाचं +यद्वाचः +यद्वाचस्तृष्टं +यद्वाचा +यद्वाचानभ्युदितं +यद्वाचानभ्युदितम् +यद्वाचि +यद्वाचो +यद्वाच्यं +यद्वाजिनो +यद्वात +यद्वातो +यद्वात्र +यद्वाधित +यद्वापि +यद्वामश्वावदीमहे +यद्वायं +यद्वायमर्थः +यद्वायवे +यद्वायव्यं +यद्वायुः +यद्वायुरन्विष्टमृगैः +यद्वायोः +यद्वायौ +यद्वारि +यद्वारुणो +यद्वाव +यद्वावान +यद्वावानेति +यद्वासः +यद्वासेनयोरुभयोर्मध्ये +यद्वासो +यद्वास्य +यद्वास्या +यद्वाहिष्ठं +यद्वाहिष्ठीयं +यद्वाहिष्ठीयम् +यद्वाहिष्ठीये +यद्वाहिष्ठीयोत्तरम् +यद्वाऽत्र +यद्वाऽनेन +यद्वा॑ +यद्वा॒ +यद्वा॒जिनो॑ +यद्वा॒जिनो॒ +यद्वा॒हम॑भिदु॒द्रोह॒ +यद्वि +यद्विकारि +यद्विजानीयात् +यद्विज्ञानं +यद्विज्ञाय +यद्वित्तं +यद्विदधाति +यद्विद्यते +यद्विद्योतते +यद्विद्वद्भवनेषु +यद्विद्वांसो +यद्विधानं +यद्विधिः +यद्विधीयते +यद्विधूनुते +यद्विधूय +यद्विधेयं +यद्विधौ +यद्विना +यद्विपुनाति +यद्विभाति +यद्विरचितं +यद्विराजसि +यद्विरुद्धं +यद्विरुद्धधर्माध्यासः +यद्विरोचते +यद्विलिष्टं +यद्विलिष्टम् +यद्विलि॑ष्टम् +यद्विवरं +यद्विशिष्टं +यद्विशेषण +यद्विशेषणं +यद्विशेषतः +यद्विशेषयोः +यद्विशेषयोरिति +यद्विश्रम्य +यद्विश्वं +यद्विश्वे +यद्विश्वेषु +यद्विषं +यद्विषम् +यद्विषयं +यद्विषयकत्वेन +यद्विषया +यद्विषये +यद्विषयो +यद्विषुरूपा +यद्विषु॑रूपा॒ +यद्विष्णोः +यद्विष्णोरनिवेदितम् +यद्विहित +यद्विहितं +यद्वि॒द्मा +यद्वीजं +यद्वीर +यद्वीरं +यद्वीर्यं +यद्वी॒रं +यद्वृत्तं +यद्वृत्तमुत्पद्यते +यद्वृत्तयोगात् +यद्वृत्तयोगादनिघातः +यद्वृत्तान्नित्यम् +यद्वृत्तेन +यद्वृथा +यद्वेति +यद्वेत्ति +यद्वेत्थ +यद्वेत्यादिना +यद्वेद +यद्वेदादौ +यद्वेदितव्यम् +यद्वेद्यं +यद्वेव +यद्वेवाह +यद्वेवैता +यद्वेवैते +यद्वेवैनं +यद्वेश्म +यद्वेष्टं +यद्वेष्टितशिरा +यद्वै +यद्वैचित्र्यं +यद्वैद्युतं +यद्वैरं +यद्वैराजं +यद्वैरिविलासिनीनां +यद्वैरूपं +यद्वैश्यः +यद्वैश्वदेवं +यद्वैश्वदेवेन +यद्वैष्णव +यद्वैष्णवं +यद्वो +यद्वो॑ +यद्व्यञ्जकत्वं +यद्व्यवस्थितम् +यद्व्यावृत्तं +यद्व्योम +यद्व्रतं +यद्व्रतम् +यद्व॒ +यद्व॒र्मी +यद्व॒शा +यद्‌ +यद्‌भावि +यद्‌रूपं +यद्‍भयात् +यद॑ग्न +यद॑ग्ने +यद॑ग्ने॒ +यद॑न्त॒रा +यद॑न॒स्था +यद॑श्विना +यद॑स्य +यद॑स्य॒ +यद॒ग्नये॒ +यद॒ग्निं +यद॒ग्निः +यद॒ङ्ग +यद॒ञ्जिभि॑र्वा॒घद्भि॑र्वि॒ह्वया॑महे +यद॒दो +यद॒द्य +यद॒र्यो +यद॒हं +यध +यधपि +यधा +यधाक्रमम् +यधाविथि +यधाविधि +यधि +यध्यपि +यध्या +यन +यनं +यनः +यनते +यनमान +यनमानस्य +यनमानो +यनम् +यनस्य +यना +यनादि +यनि +यनिः +यनी +यनु +यने +यनेत +यनेतेति +यनेन +यनो +यनौ +यन् +यन्त +यन्तं +यन्तं॑ +यन्तः +यन्तः॑ +यन्तन +यन्तमवसे +यन्तम् +यन्तरि +यन्तवे +यन्तव्या +यन्ता +यन्तारं +यन्तारः +यन्तारा +यन्तारौ +यन्तासि +यन्ताऽसि +यन्ता॑ +यन्ता॒ +यन्ति +यन्तिः +यन्तिऽ +यन्ति॑ +यन्ति॒ +यन्ती +यन्तीति +यन्तीत्यर्थः +यन्ती॒यं +यन्तु +यन्तुं +यन्तुः +यन्तुमर्हति +यन्तुम् +यन्तुर् +यन्तुर्यन्त्रिये +यन्तुर्यन्त्रेण +यन्तुऽ +यन्तु॒ +यन्तु꣣ +यन्ते +यन्तेति +यन्तेव +यन्तो +यन्तौ +यन्त् +यन्त्यक्तुभिः +यन्त्यथ +यन्त्यध्वभिर्जामयो +यन्त्यनपभ्रंशाय +यन्त्यस्य +यन्त्या +यन्त्यां +यन्त्याकाशो +यन्त्य् +यन्त्य॒न्या +यन्त्र +यन्त्रं +यन्त्रः +यन्त्रकद्वारा +यन्त्रकम् +यन्त्रके +यन्त्रकेन्द्रं +यन्त्रच्छिद्रेण +यन्त्रञ्च +यन्त्रण +यन्त्रणं +यन्त्रणम् +यन्त्रणा +यन्त्रणां +यन्त्रणे +यन्त्रद्वारा +यन्त्रध्यायः +यन्त्रभेदे +यन्त्रमध्ये +यन्त्रमशीय +यन्त्रमिति +यन्त्रमिदं +यन्त्रमिव +यन्त्रमुक्तं +यन्त्रम् +यन्त्रयति +यन्त्रयित्वा +यन्त्रयुक्तां +यन्त्रयोगेन +यन्त्रराजे +यन्त्रविदां +यन्त्रविशेषः +यन्त्रवेधविधिना +यन्त्रशास्त्रम् +यन्त्रस्य +यन्त्रा +यन्त्राः +यन्त्रागारः +यन्त्रागाराः +यन्त्रागाराणां +यन्त्रागारे +यन्त्राणां +यन्त्राणाम् +यन्त्राणि +यन्त्रादि +यन्त्रादेव +यन्त्राध्याय +यन्त्राध्यायः +यन्त्राध्याये +यन्त्राध्यायो +यन्त्राभ्यां +यन्त्राय +यन्त्रारूढानि +यन्त्रालय +यन्त्रालये +यन्त्रि +यन्त्रिका +यन्त्रितः +यन्त्रितम् +यन्त्रिता +यन्त्रिताः +यन्त्रितात्मा +यन्त्रितो +यन्त्री +यन्त्रे +यन्त्रेण +यन्त्रेषु +यन्त्रैः +यन्त्रैश्च +यन्त्रो +यन्त्रों +यन्त्रोपकरणानि +यन्त्र्यते +यन्त्वधमं +यन्त्विति +यन्धि +यन्न +यन्नं +यन्नः +यन्नक्तं +यन्नक्षत्रं +यन्नक्षत्राणि +यन्नदीभ्य +यन्नपि +यन्नरः +यन्नव +यन्नवतामुपैति +यन्नवनीतं +यन्नवे +यन्नष्टं +यन्नसौ +यन्ना +यन्नाकर्म +यन्नाट्यवस्तुनः +यन्नाद्यापि +यन्नाना +यन्नाम +यन्नामधेयं +यन्नामश्रुतिमात्रेण +यन्नामस्मरणादेव +यन्नामापि +यन्नाम्ना +यन्नाम्नि +यन्नाश्रयति +यन्नासिके +यन्नास्ति +यन्नाह +यन्नाहं +यन्ना॑सत्या +यन्नि +यन्नित्यं +यन्निधीयते +यन्निबध्यते +यन्निबन्धनं +यन्निमित्तं +यन्निमित्ता +यन्नियतं +यन्नियतविभक्तिकं +यन्निरुक्तं +यन्निरुद्धं +यन्निर्गुणं +यन्निर्णिजा +यन्निर्दहति +यन्निर्दिष्टं +यन्निर्मितं +यन्निव +यन्निशि +यन्निश्चितं +यन्निषद्य +यन्निषिद्धं +यन्निषिध्यते +यन्निषिध्यान्यत्साध्यते +यन्निष्ठा +यन्निष्पद्यते +यन्निहितं +यन्नि॒र्णिजा॒ +यन्नीक्षणं +यन्नीति +यन्नीलं +यन्नु +यन्नूनं +यन्नेति +यन्नेत्रं +यन्नेन +यन्नेहास्ति +यन्नैव +यन्नैवं +यन्नो +यन्नोक्तं +यन्नोपलभ्यते +यन्न् +यन्न्यूनं +यन्न्वहं +यन्म +यन्मखमागताः +यन्मङ्गलं +यन्मण्डलं +यन्मतं +यन्मतम् +यन्मते +यन्मत्स्यशकलोपमम् +यन्मदन्यन्नास्ति +यन्मदर्थे +यन्मदीयं +यन्मधु +यन्मधुनो +यन्मधुरं +यन्मध्यं +यन्मध्यमं +यन्मध्ये +यन्मध्वाथर्वणो +यन्मन +यन्मनः +यन्मनसः +यन्मनसा +यन्मनसि +यन्मनसेच्छसि +यन्मनसेप्सितम् +यन्मनसो +यन्मनुष्या +यन्मनुष्याणां +यन्मनुष्यान् +यन्मनुष्यान्वासयते +यन्मनो +यन्मनोगतम् +यन्मनोऽनुविधीयते +यन्मन्त्रं +यन्मन्यते +यन्मन्यन्ते +यन्मन्यसे +यन्मन्वीत +यन्मम +यन्ममान्तिके +यन्ममास्ति +यन्मयं +यन्मयः +यन्मयम् +यन्मया +यन्मयाः +यन्मयाद्य +यन्मयासादितं +यन्मयासि +यन्मयि +यन्मयोक्तं +यन्मयोदितम् +यन्मरणं +यन्मरोः +यन्मलं +यन्महतो +यन्महत् +यन्महाराज +यन्महो +यन्मह्यमित्यादिना +यन्मा +यन्मां +यन्मांसं +यन्मातरं +यन्मातली +यन्माता +यन्मात्रं +यन्मानं +यन्मानसं +यन्मानिनः +यन्मानुषं +यन्मायया +यन्मा॑ +यन्मा॒ +यन्मित्रं +यन्मिथः +यन्मिथुनं +यन्मिथ्या +यन्मिन् +यन्मुखं +यन्मुखग्रहणमक्षताधरं +यन्मुखानि +यन्मुखे +यन्मुखेन +यन्मुने +यन्मुहूर्तं +यन्मूर्तं +यन्मूर्तौ +यन्मूर्ध्नि +यन्मूलं +यन्मूल्यं +यन्मृषा +यन्मे +यन्मेहति +यन्मेऽत्र +यन्मेऽद्य +यन्मेऽस्ति +यन्मे॑ +यन्मे॒ +यन्मै +यन्मैथुनं +यन्मोहात्करिष्यस्यवशोऽपि +यन्मौक्तिकं +यन्मौनमित्याचक्षते +यन्म्रियते +यन्म॑रुतो॒ +यन्य +यन्या +यन्ये +यन्वहं +यन्वहमेनं +यप +यपक्षे +यपि +यप् +यप्रत्ययः +यप्रत्यये +यप्रत्ययेन +यप्रत्ययो +यब +यब्धा +यभ +यभति +यभा +यभार +यभेदे +यभो +यम +यमं +यमंशं +यमः +यमक +यमकं +यमकः +यमकघटकपदानां +यमकनमरडीविधानसभाक्षेत्रम् +यमकपदयोः +यमकभारतम् +यमकमिति +यमकम् +यमकस्य +यमकानां +यमकानि +यमकानीतराणि +यमकालङ्कारः +यमकिंकराः +यमकिंकरान् +यमकिंकरैः +यमकिङ्करः +यमकिङ्कराः +यमकिङ्करैः +यमके +यमकेन +यमकोटि +यमकोटिः +यमकोटिरस्याः +यमकोटिरेव +यमकोटीति +यमकोपमादयः +यमक्षयं +यमक्षयम् +यमक्षयात् +यमक्षये +यमक्षरं +यमगृहं +यमगृहम् +यमगृहे +यमग्निं +यमग्निर्न +यमग्ने +यमघण्टे +यमचोदिताः +यमजं +यमजिह्वा +यमजौ +यमञ्च +यमति +यमतीर्थं +यमतीर्थे +यमते +यमतो +यमत् +यमत्र +यमत्वं +यमत्वादिना +यमदंष्ट्रा +यमदण्डं +यमदण्डकल्पां +यमदण्डेन +यमदण्डोपमं +यमदण्डोपमां +यमदा +यमदिशि +यमदूत +यमदूतं +यमदूतः +यमदूता +यमदूतांश्च +यमदूताः +यमदूतानां +यमदूताश्च +यमदूतिका +यमदूती +यमदूतेन +यमदूतैः +यमदूतैर्महाबलैः +यमदूतैश्च +यमदूतो +यमदेवत +यमदेवत्यं +यमदैवतः +यमदैवतम् +यमद्भिः +यमद्वारे +यमद्वितीया +यमधर्मराजेन +यमधिकृत्य +यमधिगम्य +यमधो +यमधोनिनीषति +यमन +यमनं +यमनः +यमनक्षत्राणि +यमनन्तं +यमनन्यमानसा +यमनसभला +यमनसभलागः +यमनियमा +यमनियमाः +यमनियमासनप्राणायामप्रत्याहारधारणाध्यानसमाधयो +यमनियमासनप्राणायामप्रत्याहारधारणाध्यानसमाधयोऽष्टावङ्गानि +यमनी +यमने +यमनो +यमन् +यमन्तमभिकामो +यमन्तस्समुद्रे +यमन्वा +यमपत्नी +यमपि +यमपुण्यजनेश्वरौ +यमपुत्रो +यमपुरं +यमपुरी +यमपुरीं +यमपुरुष +यमपुरुषा +यमपुरुषेभ्यो +यमपुरे +यमपुर्यां +यमपूर्यां +यमप्नवानो +यमप्न॑वानो॒ +यमप्येति +यमबध्नाद् +यमबध्नाद्बृहस्पतिर्देवेभ्यो +यमबध्नाद्बृहस्पतिर्वाताय +यमब्राह्मणसंवादे +यमब॑ध्ना॒द्बृह॒स्पति॑र्दे॒वेभ्यो॒ +यमब॑ध्ना॒द्बृह॒स्पति॒र्वाता॑य +यमभटा +यमभटान् +यमभटैः +यमभिप्रैति +यमभिशंसन्ति +यमभेदे +यममंदिरम् +यममन्दिरम् +यममार्गं +यममार्गः +यममार्गे +यममेव +यमम् +यमय +यमयं +यमयति +यमयतीति +यमयत्येष +यमयम्यौ +यमयातना +यमयातनाः +यमयातनाम् +यमयितृत्वं +यमयुङ्क्त +यमयोः +यमर +यमरम +यमरमनमातां +यमराज +यमराजं +यमराजः +यमराजदेवः +यमराजश्च +यमराजस्तु +यमराजस्य +यमराजानः +यमराजेन +यमराजो +यमराज्ञः +यमराज्ञो +यमराज्यं +यमराज्ये +यमराट् +यमराष्ट्रविवर्धनम् +यमरूपं +यमर्थ +यमर्थं +यमर्थः +यमर्थमधिकृत्य +यमर्यमा +यमल +यमलं +यमलयोः +यमला +यमलां +यमलार्जुनभञ्जनवर्णनम् +यमलार्जुनौ +यमली +यमले +यमलोक +यमलोकं +यमलोकस्य +यमलोके +यमलोको +यमलौ +यमवचनम् +यमवचनात् +यमवचने +यमवसरे +यमवाक्यं +यमवाप्य +यमवाहनः +यमवृणीथा +यमवोचाम +यमव्रतं +यमव्रतम् +यमशासनम् +यमशासने +यमश् +यमश्च +यमश्चापि +यमश्चैव +यमश्चैवार्यमा +यमश्विना +यमसदनं +यमसदनसमा +यमसदने +यमसभीयः +यमसमीपं +यमसादनं +यमसादनम् +यमसादने +यमसूक्तं +यमसे +यमसौ +यमस्तं +यमस्तत्र +यमस्तथा +यमस्तदा +यमस्तस्य +यमस्तस्या +यमस्तां +यमस्ति +यमस्तु +यमस्त्वं +यमस्मरणात् +यमस्मृतिः +यमस्मृतौ +यमस्य +यमस्यथ +यमस्यापि +यमस्येव +यमस्वसा +यमहं +यमहन +यमहनः +यमा +यमां +यमाः +यमाकारं +यमाकाशो +यमाग्रतः +यमाच्चेति +यमाज्ञया +यमाणे +यमात् +यमात्थ +यमात्मा +यमात्मानं +यमात्मानमन्विष्य +यमादपि +यमादयः +यमादयस्तु +यमादयो +यमादि +यमादित्या +यमादित्यो +यमादिभिः +यमादिभ्यः +यमादिस्थे +यमादीनां +यमाद् +यमाद्यैः +यमान +यमानं +यमानः +यमानत्वात् +यमानस्य +यमाना +यमानां +यमानिका +यमानी +यमानुगाः +यमानुगैः +यमाने +यमान् +यमान्तिकम् +यमान्सेवेत +यमापस्तम्बसंवर्त्ताः +यमापो +यमाभ्यां +यमामनन्ति +यमामनन्त्यात्मभुवोऽपि +यमामिति +यमाम् +यमाय +यमायते +यमायाङ्गिरस्वते +यमायेति +यमायैव +यमारयोः +यमाराध्य +यमारे +यमार्थं +यमालयं +यमालयः +यमालयम् +यमालयात् +यमालये +यमावपि +यमावित्यभिधीयेते +यमाव॑त +यमाशं +यमाश्च +यमाश्रित्य +यमाष्टकं +यमाह +यमाहुः +यमाहुरेकपुरुषं +यमाहुर्मणिवाहनम् +यमाहुर्यं +यमाहुर्वै +यमि +यमिका +यमिके +यमिच्छति +यमिच्छसि +यमित +यमिता +यमिति +यमित्यर्थः +यमित्यादि +यमित्येकमक्षरम् +यमिदं +यमिनं +यमिनः +यमिनां +यमिनाम् +यमिने +यमिनो +यमिन् +यमिन्द्र +यमिन्द्रं +यमिन्द्रमाहुर्वरुणं +यमिन्द्राग्नी +यमिन्द्रो +यमिन्धते +यमिमं +यमिमे +यमिष्ठासः +यमिह +यमी +यमीं +यमीः +यमीतटे +यमीमहि +यमीशं +यमु +यमुः +यमुग्र +यमुच्यते +यमुद्दिश्य +यमुन +यमुनया +यमुनयोः +यमुना +यमुनां +यमुनाकूले +यमुनाजलं +यमुनाजले +यमुनाञ्च +यमुनातटम् +यमुनातटान्ते +यमुनातटे +यमुनातीरं +यमुनातीरे +यमुनातीरेषु +यमुनादक्षिणे +यमुनाद्वीपे +यमुनानगरं +यमुनानगरमण्डलम् +यमुनानगरम् +यमुनानदी +यमुनानद्या +यमुनानद्याः +यमुनापुलिने +यमुनाप्रभवं +यमुनाभ्राता +यमुनामनु +यमुनाम् +यमुनाम्भसि +यमुनाया +यमुनायां +यमुनायाः +यमुनायाम् +यमुनायाश्च +यमुनायास्तटं +यमुनायास्तटे +यमुनायै +यमुनावनान्ते +यमुनावर्णनचम्पू +यमुनाष्टकम् +यमुनास्नानं +यमुनाह्रदं +यमुनाह्रदे +यमुने +यमुनेति +यमुनेव +यमुनोत्री +यमुनोपकण्ठे +यमुन्निनीषति +यमुपासते +यमु॑ +यमृत्विजो +यमे +यमेः +यमेइव +यमेकं +यमेतत्कर्णावपिधाय +यमेतमादित्ये +यमेति +यमेन +यमेनापि +यमेनैव +यमेनोक्तम् +यमेभ्यो +यमेव +यमेवं +यमेवावरुन्धे +यमेवैष +यमेशं +यमेश्वर +यमेश्वरं +यमेश्वरम् +यमेष +यमेषु +यमेष्टम् +यमे॒व +यमैः +यमैच्छाम +यमैश्च +यमो +यमों +यमोक्तेः +यमोदनं +यमोपमौ +यमोपि +यमोहाउ +यमोऽग्रन्थे +यमोऽथ +यमोऽपरिवेषणे +यमोऽपि +यमोऽसि +यमोऽहं +यमौ +यम् +यम्̇ +यम्प +यम्मात् +यम्य +यम्यं +यम्यते +यम्यन्ते +यम्यन्य +यम्यमानपदानां +यम्यम् +यम्या +यम्यां +यम्याः +यम्ये +यम्यै +यम्‌ +यम॑ग्ने +यम॑म् +यम॑श्विना +यम॒ +यम॒ग्निं +यम॒श्विना॒ +यम᳘यति +यय +ययं +ययः +ययति +ययतुः +ययतुश्च +ययतुस्ततः +ययतुस्तौ +ययतोश्चातदर्थे +ययतौ +ययथुः +ययन +ययन्थ +ययम् +यया +ययां +ययाः +ययाच +ययाचिरे +ययाचे +ययाति +ययातिं +ययातिः +ययातिचरितं +ययातिचरित्रे +ययातिना +ययातिमिव +ययातिरपराजितः +ययातिरिव +ययातिरुवाच +ययातिर्नहुषात्मजः +ययातिर्नाम +ययातिर्नाहुषः +ययातिर्नाहुषो +ययातिश्च +ययातिस्तु +ययाते +ययातेः +ययातेरिव +ययातेश्च +ययातेस्तु +ययाथ +ययाम +ययावग्रे +ययावाशु +ययाविति +ययासौ +ययास्य +ययाह +ययाहं +ययाऽस्य +यया॑ +यया॒ +ययि +ययिं +ययिथ +ययिना +ययिम् +ययिवान् +ययी +ययु +ययुः +ययुक्तं +ययुरग्रे +ययुरिति +ययुरित्यर्थः +ययुर् +ययुर्गृहम् +ययुर्गृहान् +ययुर्गोप्यः +ययुर्जनाः +ययुर्दश +ययुर्दिवम् +ययुर्देवा +ययुर्देवाः +ययुर्द्रुतम् +ययुर्धाम +ययुर्धामाऽक्षरं +ययुर्न +ययुर्निजालयान् +ययुर्नैजं +ययुर्नैजान् +ययुर्मुदा +ययुर्यत्र +ययुर्वै +ययुर्वैकुण्ठमेव +ययुर्हि +ययुर्हृष्टा +ययुश्च +ययुश्चापि +ययुस्ततः +ययुस्तत्र +ययुस्तथा +ययुस्तदा +ययुस्ता +ययुस्ताः +ययुस्तूर्णं +ययुस्ते +ययुस्तैः +ययुस्सर्वे +ययू +यये +ययेति +ययेदं +ययेव +ययै +ययैव +ययैौ +ययो +ययोः +ययोः॑ +ययोरस्ति +ययोरिति +ययोरिदं +ययोरिदम् +ययोरेव +ययोरोजसा +ययोर् +ययोश्च +ययोस् +ययोस्तयोः +ययोस्तादृशौ +ययोस्ताभ्यां +ययोस्तिष्ठति +ययोस्ती +ययोस्तु +ययोस्ते +ययोस्तो +ययोस्तौ +ययौ +ययौं +यय् +यय्यं +यर +यरः +यरता +यरय +यरलवा +यरलवाः +यरामः +यरामस्य +यरि +यरे +यरो +यरोऽनुनासिक +यरोऽनुनासिके +यरोऽनुनासिकेऽनुनासिको +यरौ +यर् +यर्थ +यर्थः +यर्था +यर्द्धिस् +यर्हि +यर्ह्य् +यल +यलं +यलः +यलम् +यले +यलेगळु +यलेन +यलो +यलोप +यलोपं +यलोपः +यलोपविधिं +यलोपश्च +यलोपस्य +यलोपे +यलोपो +यल् +यल्बुर्गाविधानसभाक्षेत्रम् +यल्लक्षणं +यल्लक्ष्यं +यल्लग्नं +यल्लघु +यल्लब्ध +यल्लब्धं +यल्लब्धम् +यल्लभते +यल्लभ्यं +यल्लभ्यते +यल्लापुर +यल्लापुरम् +यल्लापुरविधानसभाक्षेत्रम् +यल्लाप्रगड +यल्लाप्रगडसुब्बरावः +यल्लिंगं +यल्लिखितं +यल्लिङ्गं +यल्लेख्यं +यल्लोकधारकत्वं +यल्लोके +यल्लोहं +यल्लोहितं +यल्लौकिकं +यल्लौहं +यव +यवं +यवंयवं +यवं॑ +यवं॒ +यवः +यवः॑ +यवक +यवकः +यवका +यवके +यवको +यवकोलकुलत्थानां +यवक्रियौ +यवक्रीत +यवक्रीतस्य +यवक्रीतो +यवक्रीतोऽथ +यवक्वाथेन +यवक्षारं +यवक्षारः +यवक्षारयुतं +यवक्षारश्च +यवक्षारादिः +यवक्षारे +यवक्षारेण +यवक्षारो +यवखद +यवगोधूमचूर्णानां +यवगोधूमजं +यवगोधूममाषाणां +यवगोधूमा +यवगोधूमाः +यवचिञ्चा +यवचूर्णं +यवजः +यवजो +यवत +यवतमाल +यवतमाळ +यवतमाळमण्डलम् +यवति +यवतिक्ता +यवतिक्तायां +यवत् +यवत्रयम् +यवत्वं +यवत्वम् +यवद्रोणं +यवद्वयम् +यवद्वयेन +यवद्वीप +यवद्वीपं +यवन +यवनं +यवनः +यवनकाम्बोजाः +यवनदार्शनिकः +यवनदेशः +यवनराजः +यवनशब्देन +यवनश्च +यवनसैनिकाः +यवनसैनिकैः +यवनस्य +यवना +यवनाः +यवनानां +यवनानाम् +यवनानी +यवनान् +यवनाल +यवनालः +यवनालजः +यवनालस्य +यवनाल्लिप्याम् +यवनाश्च +यवनाश्चैव +यवनास्तथा +यवनास्तु +यवनिका +यवनिकां +यवनी +यवनीमुखपद्मानां +यवने +यवनेन +यवनेभ्यः +यवनेश्वरः +यवनेश्वरस्तु +यवनेषु +यवनेष्टो +यवनैः +यवनो +यवन् +यवपदस्य +यवपल्ले +यवपिष्टं +यवपिष्टेन +यवप्रख्या +यवप्रख्येति +यवप्ररोहः +यवफलः +यवफलप्रमाणं +यवफलो +यवमणिं +यवमतीभिः +यवमतीर् +यवमत्ति +यवमद्गोमदिन्द्र +यवमध्य +यवमध्यं +यवमध्यः +यवमध्या +यवमध्ये +यवमन्त +यवमन्तः +यवमन्तो +यवमयं +यवमयः +यवमयम् +यवमयश्चरुर्भवति +यवमयो +यवमात्रं +यवमानं +यवमान् +यवमिति +यवमिव +यवम् +यवय +यवयति +यवयवकषष्टिकाद्यत् +यवया +यवयारातीः +यवयारातीरिति +यवयास्मद् +यवयास्मद्द्वेषो +यवयोः +यवराणां +यवर्गे +यवलपरे +यवला +यवस +यवसं +यवसः +यवसक्तुभिः +यवसमिच्छतु +यवसम् +यवसस्य +यवसानां +यवसानि +यवसाऽइव +यवसुरम् +यवसुरा +यवसे +यवसेन +यवसेव +यवसेषु +यवस्य +यवा +यवां +यवांश्च +यवांस्तथा +यवांस्तिलान् +यवाः +यवाकारं +यवाकारा +यवागुं +यवागू +यवागूं +यवागूः +यवागूपाकस्य +यवागूम् +यवागूये +यवागूरिति +यवागूरुष्णिका +यवागूर्वा +यवाग्रजः +यवाग्वश्च +यवाग्वा +यवाग्वां +यवाग्वाः +यवाग्वाग्निहोत्रं +यवाचितम् +यवाञ्जुहोति +यवात् +यवादयः +यवादि +यवादिकं +यवादिभ्यः +यवादिषु +यवादीनां +यवाद्दोषे +यवाद्वा +यवाधिकं +यवाधिकम् +यवाननपहतानप्रतीहारं +यवानपि +यवानां +यवानाञ्च +यवानामिव +यवानाम् +यवानावपति +यवानि +यवानिका +यवानी +यवानीं +यवानोप्य +यवान् +यवान्न +यवान्नं +यवान्नञ्च +यवान्नम् +यवान्निर्वपति +यवान्पिबेत् +यवान्या +यवान्यां +यवान्याः +यवाभ्यां +यवार्थास्तु +यवार्धं +यवालक +यवाशिरं +यवाशिरः +यवाशिरमिति +यवाशिरम् +यवाशिरो +यवाश्च +यवाश्चैव +यवास +यवासः +यवासकम् +यवासशर्करा +यवासे +यवासो +यवास्तथा +यवास्तु +यवा॑शिरं +यवि +यविता +यविति +यविभ्रमः +यविष्ठ +यविष्ठं +यविष्ठः +यविष्ठम् +यविष्ठाय +यविष्ठेति +यविष्ठो +यविष्ठ्य +यविष्ठ्यः +यविष्ठ्येति +यविष्ठ॒ +यवि॑ष्ठः +यवि॑ष्ठम् +यवी +यवीनरो +यवीयसः +यवीयसा +यवीयसां +यवीयसाम् +यवीयसी +यवीयसीं +यवीयसीम् +यवीयसे +यवीयसो +यवीयस्य +यवीयांसं +यवीयांस्तु +यवीयानपि +यवीयानिति +यवीयान् +यवे +यवेन +यवेभ्यो +यवेषु +यवे॑न +यवे॑न॒ +यवै +यवैः +यवैरामैः +यवैरिति +यवैरेव +यवैर् +यवैर्यजेत +यवैर्वा +यवैश्च +यवैस्तिलार्थः +यवैस्तु +यवो +यवोदकं +यवोदकेन +यवोनं +यवोपरि +यवोर्वरा +यवोसि +यवोऽष्टसर्षपैः +यवोऽसि +यवोऽसीति +यवो॑ऽसि +यवो॒ +यवौ +यवौदनं +यव्य +यव्यं +यव्यम् +यव्या +यव्यानि +यव्यायै +यव्ये +यव॑मन्तो॒ +यव॑म् +यव॑से +यव॑से॒ +यव॑स्य +यव॒सादो॒ +यश +यशं +यशः +यशःकेतुः +यशःशरीरे +यशः॑ +यशको +यशदं +यशब्दस्य +यशब्दो +यशरूपी +यशर् +यशवन्त +यशवन्तपुरविधानसभाक्षेत्रम् +यशवाळा +यशश् +यशश्च +यशश्चैव +यशस +यशसं +यशसः +यशसम् +यशसश्च +यशसस्य +यशसा +यशसां +यशसार्पयति +यशसि +यशसी +यशसे +यशसेव +यशसेऽर्थकृते +यशसेऽर्थाय +यशसो +यशस् +यशस्कम् +यशस्कर +यशस्करं +यशस्करः +यशस्करम् +यशस्करी +यशस्करे +यशस्करो +यशस्कल्पम् +यशस्कामः +यशस्कामस्य +यशस्कामाः +यशस्काम्यति +यशस्तथा +यशस्तमः +यशस्तव +यशस्तस्य +यशस्तु +यशस्ते +यशस्तेज +यशस्तेषां +यशस्य +यशस्यं +यशस्यः +यशस्यमायुष्यं +यशस्यम् +यशस्या +यशस्ये +यशस्य् +यशस्वतः +यशस्वति +यशस्वती +यशस्वतीः +यशस्वन्तो +यशस्वान् +यशस्वि +यशस्वितमः +यशस्वितया +यशस्विता +यशस्विनं +यशस्विनः +यशस्विनम् +यशस्विना +यशस्विनां +यशस्विनाम् +यशस्विनि +यशस्विनी +यशस्विनीं +यशस्विनीम् +यशस्विने +यशस्विनो +यशस्विनौ +यशस्विन् +यशस्वी +यशस्साम +यशा +यशांसि +यशाः +यशासि +यशे +यशेन +यशो +यशों +यशोदया +यशोदा +यशोदां +यशोदाङ्कगतं +यशोदानन्दनः +यशोदापि +यशोदाम् +यशोदाया +यशोदायां +यशोदायाः +यशोदायै +यशोदावचनं +यशोदाशयने +यशोदे +यशोदोवाच +यशोधन +यशोधनं +यशोधनः +यशोधनाः +यशोधरं +यशोधरः +यशोधरा +यशोधरे +यशोधा +यशोभगिन्यै +यशोभग्यः +यशोभागी +यशोभि +यशोभिः +यशोमतिः +यशोमती +यशोमत्या +यशोमत्याः +यशोयुक्तं +यशोराजः +यशोरेश्वरी +यशोर्थं +यशोवती +यशोवत्या +यशोवर्मणः +यशोवर्मणा +यशोवर्मा +यशोवान् +यशोविरोधी +यशोव्रज्या +यशोहीनं +यशोऽधिगन्तुं +यशोऽन्नं +यशोऽपि +यशोऽभिवृद्धये +यशोऽमलम् +यशोऽयशः +यशोऽर्थं +यशोऽर्थी +यशोऽर्थे +यशोऽसि +यशोऽस्य +यशोऽहं +यशो॑ +यशो॒ +यश् +यश्च +यश्चकार +यश्चक्रं +यश्चक्रे +यश्चक्षुरन्तरो +यश्चक्षुषा +यश्चक्षुषि +यश्चतुष्पदस्तेभ्यो +यश्चन्द्र +यश्चन्द्रः +यश्चन्द्रतारके +यश्चमसो +यश्चरते +यश्चरेत् +यश्चा +यश्चाग्निं +यश्चाग्निः +यश्चाज्ञया +यश्चात्मानं +यश्चात्र +यश्चादेयं +यश्चाधनः +यश्चाधर्मेण +यश्चाधि॑पति॒र्यश्च॑ +यश्चानिक्षिप्य +यश्चानिरुध्यमानस्तु +यश्चानिलापहः +यश्चान्नं +यश्चापि +यश्चाप्सरोविभ्रममण्डनानां +यश्चायं +यश्चायमध्यात्मं +यश्चायमन्तरात्मन्नाकाश +यश्चायमस्मिन् +यश्चायमस्यां +यश्चासावादित्य +यश्चासावादित्ये +यश्चासौ +यश्चास्ति +यश्चास्ते +यश्चास्मि +यश्चास्य +यश्चाहं +यश्चितयन्त्या +यश्चितेऽग्निर्निधीयते +यश्चित्तं +यश्चित्ते +यश्चिद्धि +यश्चिरं +यश्चि॒दापो॑ +यश्चि॒द्धि +यश्चेतनमात्रः +यश्चेति +यश्चेत्यादि +यश्चेदं +यश्चेन्द्रः +यश्चेमं +यश्चेमां +यश्चेह +यश्चैकः +यश्चैतच्छृणुयाद्भक्त्या +यश्चैतच्छृणुयान्नित्यं +यश्चैतत् +यश्चैतत्पठते +यश्चैतदेवं +यश्चैतान् +यश्चैनं +यश्चैनां +यश्चैव +यश्चैवं +यश्चैवंविद्वानेवं +यश्चैवमेतत्तत्त्वं +यश्चैष +यश्चैषां +यश्चैषोऽग्नौ +यश्चोपजीवति +यश्चोभयमुखीं +यश्चोभयोः +यश्च॑ +यश्च॒ +यश्च॒क्रे +यश्छन्दसां +यश्छन्दसामृषभो +यश्र +यश्व +यश्वासावादित्ये +यश्शब्दः +यश॑ +यश॑श्च +यश॑श्च॒क्रे +यश॑सा +यश॑सा॒ +यश॑स्वतः +यश॒ +यष +यषा +यषां +यषि +यष् +यष्ट +यष्टं +यष्टः +यष्टय +यष्टयः +यष्टया +यष्टयां +यष्टयो +यष्टवे +यष्टव्य +यष्टव्यं +यष्टव्यः +यष्टव्यतया +यष्टव्यत्वेन +यष्टव्यमिति +यष्टव्यमेव +यष्टव्यमेवेति +यष्टव्यम् +यष्टव्या +यष्टव्याः +यष्टव्यानां +यष्टव्यान् +यष्टव्याय +यष्टव्ये +यष्टव्यो +यष्टव्यौ +यष्टा +यष्टारं +यष्टारः +यष्टारम् +यष्टारो +यष्टाह +यष्टा॑ +यष्टि +यष्टिं +यष्टिः +यष्टिक +यष्टिकं +यष्टिकन्दुकक्रीडा +यष्टिका +यष्टिकां +यष्टिकाः +यष्टिकायाः +यष्टिके +यष्टित्रयस्य +यष्टित्रय्या +यष्टिभिः +यष्टिमधु +यष्टिमधुकं +यष्टिमधुका +यष्टिमधौ +यष्टिमस्तकम् +यष्टिमादाय +यष्टिमारोपयेद्बदरीपत्रमात्रं +यष्टियन्त्रेण +यष्टिरिति +यष्टिरिव +यष्टिरिवानुविद्धा +यष्टिशीर्षकम् +यष्टिश्च +यष्टिषु +यष्टी +यष्टीं +यष्टीः +यष्टीनाम् +यष्टीमधु +यष्टीमधुक +यष्टीमधुकं +यष्टीमधुकमेव +यष्टीमधुकस्य +यष्टुं +यष्टुः +यष्टुकामो +यष्टुमिच्छति +यष्टुमिच्छते +यष्टुमिच्छसि +यष्टुमिच्छामि +यष्टुम् +यष्टृ +यष्टृतमं +यष्टृतमः +यष्टृभिः +यष्टृभ्यश्च +यष्टॄणां +यष्टॄन् +यष्टेः +यष्टेति +यष्टौ +यष्ट्या +यष्ट्यां +यष्ट्याः +यष्ट्याह्वं +यष्ट्याह्वयं +यष्ट्य् +यष्ट्वा +यष्ट॑वे +यष्या +यस +यसं +यसः +यसको +यसगा +यसति +यसमा +यसस्य +यसा +यसि +यसिन् +यसी +यसीं +यसु +यसे +यसै +यसो +यसोऽनुपसर्गात् +यसौ +यस् +यस्क +यस्का +यस्काः +यस्कादिभ्यो +यस्कादिषु +यस्ख +यस्त +यस्तं +यस्ततः +यस्ततो +यस्तत् +यस्तत्कर्म +यस्तत्कर्मसाक्षी +यस्तत्त्वतो +यस्तत्पूजयते +यस्तत्र +यस्तत्सम्बुद्धौ +यस्तथा +यस्तदा +यस्तद् +यस्तद्दर्शपूर्णमासयो +यस्तद्वेद +यस्तद्वेदोभयँ +यस्तद्वेदोभयं +यस्तन्न +यस्तन्वि +यस्तपो +यस्तपोवनमिति +यस्तमः +यस्तमग्रे +यस्तम् +यस्तया +यस्तयोः +यस्तर्केणानुसंधत्ते +यस्तर्केणानुसन्धत्ते +यस्तर्हि +यस्तल्लिंगं +यस्तव +यस्तवैष +यस्तस्तम्भ +यस्तस्थौ +यस्तस्मिन् +यस्तस्मै +यस्तस्य +यस्तस्या +यस्तस्यां +यस्तस्याः +यस्तस्यैव +यस्ता +यस्तां +यस्ताः +यस्ताकृ॑णोः +यस्तात्पर्येण +यस्तानि +यस्तान् +यस्तान्पूजयते +यस्ताभ्यां +यस्ताम्यति +यस्ताम्यमानः +यस्ताम्रो +यस्तावत्प्रतिगृह्णीयात्सोऽस्या +यस्ति +यस्तिग्मशृङ्ग +यस्तिग्मशृङ्गो +यस्तित्याज +यस्तिलकः +यस्तिष्ठति +यस्तिष्ठेत्स +यस्ति॒त्याज॑ +यस्तु +यस्तुभ्यं +यस्तुभ्यं॒ +यस्तुरः +यस्तुरीयमेवास्तमेति +यस्तु॒रः +यस्तूपायो +यस्तृतीयस्यां +यस्तृषितश्चरेत् +यस्ते +यस्तेजसा +यस्तेजसि +यस्तेजो +यस्तेन +यस्तेमदः +यस्तेमदो +यस्तेषां +यस्तेषु +यस्ते॑ +यस्ते॒ +यस्तै +यस्तैः +यस्तो +यस्तोयं +यस्तौ +यस्त्यक्त्वा +यस्त्यजति +यस्त्यजेत् +यस्त्यजेदात्मनस्तनुम् +यस्त्र +यस्त्रिसन्ध्याविहीनश्च +यस्त्वं +यस्त्वचि +यस्त्वत्तो +यस्त्वत्र +यस्त्वधर्मेण +यस्त्वन्यः +यस्त्वमसि +यस्त्वमेध्यमनापदि +यस्त्वमेवं +यस्त्वम् +यस्त्वयं +यस्त्वया +यस्त्वसौ +यस्त्वस्यां +यस्त्वा +यस्त्वां +यस्त्वात्मरतिरेव +यस्त्वामद्य +यस्त्वामनु +यस्त्वाम् +यस्त्वाश्रमं +यस्त्वाह +यस्त्वा॑ +यस्त्वा॒ +यस्त्विति +यस्त्वित्यादि +यस्त्वित्यादिना +यस्त्विदं +यस्त्विन्द्रियाणि +यस्त्विमं +यस्त्विमां +यस्त्विह +यस्त्वे +यस्त्वेकाग्रे +यस्त्वेतमेवं +यस्त्वेतर्हि +यस्त्वेतां +यस्त्वेतानि +यस्त्वेनं +यस्त्वेवं +यस्त्वेष +यस्त्वैवं +यस्त॑ +यस्त॒ +यस्त॒स्तम्भ॒ +यस्त॒स्थौ +यस्थ +यस्थं +यस्था +यस्प +यस्पतिः +यस्पतिरेक +यस्म +यस्मत् +यस्मा +यस्माच +यस्माच् +यस्माच्च +यस्माच्चेति +यस्माच्चैवं +यस्माज् +यस्माज्जातं +यस्माज्जातो +यस्माज्जिह्वा +यस्मात +यस्मात् +यस्मात्कारणात् +यस्मात्कोशादुदभराम +यस्मात्क्रियते +यस्मात्क्षरं +यस्मात्क्षरमतीतोऽहमक्षरादपि +यस्मात्क्षरमतीतोऽहम् +यस्मात्त +यस्मात्तं +यस्मात्ततो +यस्मात्तत् +यस्मात्तत्र +यस्मात्तत्रायं +यस्मात्तद्रजो +यस्मात्तम् +यस्मात्तर्हि +यस्मात्तव +यस्मात्तस्माच्छिवं +यस्मात्तस्मात् +यस्मात्तस्मात्त्वं +यस्मात्तस्मादतिथिरुच्यते +यस्मात्तस्मान्न +यस्मात्तस्मिन् +यस्मात्तस्य +यस्मात्तस्या +यस्मात्तादृशम् +यस्मात्तु +यस्मात्तूष्णीमेवमेतं +यस्मात्तूष्णीमेवमेतद्धारयामि +यस्मात्ते +यस्मात्तेन +यस्मात्तेषां +यस्मात्तौ +यस्मात्त्वं +यस्मात्त्वमेव +यस्मात्त्वया +यस्मात्त्वां +यस्मात्न +यस्मात्परं +यस्मात्परतरं +यस्मात्परो +यस्मात्पाप +यस्मात्पूर्वं +यस्मात्प्रत्ययविधिस्तदादि +यस्मात्प्रवर्तते +यस्मात्स +यस्मात्संतानः +यस्मात्सः +यस्मात्सतां +यस्मात्सर्व +यस्मात्सर्वं +यस्मात्सर्वमयो +यस्मात्सर्वमिदं +यस्मात्सर्वस्य +यस्मात्सर्वे +यस्मात्सर्वेषां +यस्मात्सा +यस्मात्सोऽयं +यस्मात्स्वमहिम्ना +यस्मात्स्वयं +यस्मात्‌ +यस्माद +यस्मादतः +यस्मादतस्ते +यस्मादतस्तेन +यस्मादतीव +यस्मादतो +यस्मादतोऽस्मिन् +यस्मादत्र +यस्मादधिकं +यस्मादधिकम् +यस्मादनेन +यस्मादन्तःस्थितः +यस्मादन्नरसाः +यस्मादन्यथा +यस्मादभूदेष +यस्मादभूद्रविः +यस्मादमृतसम्भवः +यस्मादयं +यस्मादर्थे +यस्मादवश्यम्भावि +यस्मादविश्रान्तं +यस्मादसौ +यस्मादस्ति +यस्मादस्य +यस्मादहं +यस्मादहमेव +यस्मादात्मा +यस्मादात्मैव +यस्मादासां +यस्मादाह +यस्मादिति +यस्मादित्यर्थः +यस्मादित्यर्थे +यस्मादित्यस्य +यस्मादित्यस्यापेक्षितं +यस्मादित्यादि +यस्मादित्यादिना +यस्मादिदं +यस्मादिमाः +यस्मादियं +यस्मादिह +यस्मादुक्तं +यस्मादुक्तम् +यस्मादुच्चार्यमाण +यस्मादुत्पद्यते +यस्मादुद्विजते +यस्मादेतत् +यस्मादेतानि +यस्मादेते +यस्मादेतेषु +यस्मादेव +यस्मादेवं +यस्मादेवम् +यस्मादेष +यस्मादेषा +यस्मादेषां +यस्माद् +यस्माद्दृश्यते +यस्माद्देवरातस्ततोऽभवत् +यस्माद्देवा +यस्माद्धर्मानाचिनोति +यस्माद्धातोः +यस्माद्धि +यस्माद्धे +यस्माद्धेतोः +यस्माद्भयं +यस्माद्भयाद्बिभेमि +यस्माद्भवति +यस्माद्भवन्ति +यस्माद्भीषा +यस्माद्भूयो +यस्माद्य +यस्माद्यस्मात् +यस्माद्यस्य +यस्माद्यो +यस्माद्वयं +यस्माद्वा +यस्माद्वासुदेवस्य +यस्माद्विश्वं +यस्माद्वेद +यस्माद्वै +यस्मान +यस्मान् +यस्मान्न +यस्मान्नाणीयो +यस्मान्नायं +यस्मान्नावर्तते +यस्मान्नास्ति +यस्मान्निर्दोषं +यस्मान्नोद्विजते +यस्मान्मम +यस्मान्मया +यस्मान्मां +यस्मान्मे +यस्माल्लभ्यं +यस्माल्लूनं +यस्मा॑ +यस्मा॑त् +यस्मा॒ +यस्मा॒न्न +यस्मि +यस्मिँल्लोके +यस्मिँश्च +यस्मिँस्तत् +यस्मिँस्तम् +यस्मिँस्तस्मिन् +यस्मिँस्तस्मै +यस्मिं +यस्मिंल्लोका +यस्मिंश् +यस्मिंश्च +यस्मिंस् +यस्मिंस्त +यस्मिंस्तं +यस्मिंस्तत् +यस्मिंस्तत्तथा +यस्मिंस्तत्तथोक्तं +यस्मिंस्तत्तथोक्तम् +यस्मिंस्तद् +यस्मिंस्तद्यथा +यस्मिंस्तम् +यस्मिंस्तस्मिन् +यस्मिंस्तस्य +यस्मिंस्तादृशं +यस्मिंस्तादृशे +यस्मिंस्तिष्ठति +यस्मिंस्तीर्थे +यस्मिंस्तु +यस्मिंस्ते +यस्मिंस्तेन +यस्मिञ् +यस्मिञ्जाते +यस्मिञ्जीवति +यस्मिञ्जुहोति +यस्मिञ्ज्ञाते +यस्मित् +यस्मिन +यस्मिन् +यस्मिन्कर्मणि +यस्मिन्कस्मिंश्च +यस्मिन्कस्मिंश्चित्पात्रे +यस्मिन्काल +यस्मिन्काले +यस्मिन्काव्ये +यस्मिन्कुले +यस्मिन्कृते +यस्मिन्गता +यस्मिन्गृहे +यस्मिन्ग्रामे +यस्मिन्तत् +यस्मिन्तस्मिन् +यस्मिन्त् +यस्मिन्त्सप्त +यस्मिन्दिने +यस्मिन्दृष्टे +यस्मिन्देवा +यस्मिन्देशे +यस्मिन्द्यौः +यस्मिन्न +यस्मिन्नंशे +यस्मिन्नक्षत्रे +यस्मिन्नग्नौ +यस्मिन्नदृष्ट्वापि +यस्मिन्नधिकरणे +यस्मिन्नधिष्ठाने +यस्मिन्ननुदात्ते +यस्मिन्नन्तरिक्षे +यस्मिन्नपि +यस्मिन्नभ्युदिते +यस्मिन्नयं +यस्मिन्नयने +यस्मिन्नर्थे +यस्मिन्नर्धे +यस्मिन्नवस्थाविशेषे +यस्मिन्नश्वास +यस्मिन्नसति +यस्मिन्नसौ +यस्मिन्नस्य +यस्मिन्नहनि +यस्मिन्नात्मनि +यस्मिन्नाशङ्क्यमाने +यस्मिन्नास्ते +यस्मिन्निति +यस्मिन्नित्यादि +यस्मिन्निदं +यस्मिन्निन्द्रो +यस्मिन्निविद्धीयते +यस्मिन्निवेशिते +यस्मिन्नीश्वर +यस्मिन्नुपकुशः +यस्मिन्नृक्षे +यस्मिन्नृचः +यस्मिन्नृणं +यस्मिन्नेताः +यस्मिन्नेतानि +यस्मिन्नेतावुपाश्रितौ +यस्मिन्नेते +यस्मिन्नेव +यस्मिन्नेवं +यस्मिन्नोतानि +यस्मिन्न् +यस्मिन्पक्षे +यस्मिन्पञ्च +यस्मिन्पदे +यस्मिन्पुरुषे +यस्मिन्पुरे +यस्मिन्प्रतिष्ठिता +यस्मिन्प्रदेशे +यस्मिन्भागे +यस्मिन्भूतं +यस्मिन्मनसि +यस्मिन्मनो +यस्मिन्मन्त्रे +यस्मिन्मार्गे +यस्मिन्मासे +यस्मिन्यज्ञे +यस्मिन्यथा +यस्मिन्यदा +यस्मिन्यस्मिन्काले +यस्मिन्व +यस्मिन्वसति +यस्मिन्वस्तुनि +यस्मिन्वा +यस्मिन्वाक्ये +यस्मिन्विधिस्तदादावल्ग्रहणे +यस्मिन्विश्वा +यस्मिन्विश्वानि +यस्मिन्विषये +यस्मिन्वृक्षे +यस्मिन्वृत्ते +यस्मिन्स +यस्मिन्सः +यस्मिन्सति +यस्मिन्सन्ति +यस्मिन्सप्त +यस्मिन्सर्वं +यस्मिन्सर्वाणि +यस्मिन्स्थाने +यस्मिन्स्थितो +यस्मिन्स्नातो +यस्मिन्‌ +यस्मिश्च +यस्मिस्तं +यस्मिस्तत् +यस्मिस्तत्तथा +यस्मिस्तथोक्तम् +यस्मिस्तद् +यस्मिस्तम् +यस्मिस्तस्य +यस्मि॑न् +यस्मि॑न्दे॒वा +यस्मि॑न्रा॒ष्ट्रे +यस्मि॑न्वृ॒क्षे +यस्मि॒न् +यस्मि॒न्नश्वा॑स +यस्मि॒न्निन्द्रो॒ +यस्मि॒न्विश्वा॑नि॒ +यस्मि॒न्विश्वा॒ +यस्मे +यस्मै +यस्मैकं +यस्मै॑ +यस्मै॒ +यस्य +यस्यं +यस्यः +यस्यकस्यचित् +यस्यकस्यापि +यस्यति +यस्यते +यस्यम् +यस्ययस्य +यस्यस +यस्यसः +यस्या +यस्यां +यस्यां॑ +यस्यां॒ +यस्याः +यस्याः॑ +यस्याः॒ +यस्याकाशः +यस्याक्षरं +यस्याक्षरस्य +यस्याक्षिराज्यो +यस्याखण्डाकारा +यस्याखिलं +यस्यागमः +यस्यागृहीता +यस्याग्निः +यस्याग्निमनुद्धृतँ +यस्याग्निमनुद्धृतꣳ +यस्याग्निरास्यं +यस्याग्निर् +यस्याग्निहोत्रं +यस्याग्निहोत्री +यस्याग्निहोत्रेऽधिश्रिते +यस्याग्नेः +यस्याग्रसरोरुहाणि +यस्याग्रे +यस्याङ्गस्य +यस्याङ्गुल्यो +यस्याङ्गे +यस्याज्ञया +यस्याज्ञा +यस्याज्ञां +यस्याज्ञानं +यस्याज्ञायां +यस्याञ्च +यस्यात +यस्यातपवन्ति +यस्यातुरस्य +यस्यात् +यस्यात्मनः +यस्यात्मनि +यस्यात्मन्नुपाधत्त +यस्यात्मा +यस्यात्यर्थं +यस्यात्र +यस्याथ +यस्यादित्यः +यस्यादित्यो +यस्याद्य +यस्याद्यापि +यस्याधिकं +यस्यानाज्ञातम् +यस्यानिलो +यस्यानुवित्तः +यस्यानो +यस्यान्तं +यस्यान्तः +यस्यान्तःस्थानि +यस्यान्ताः +यस्यान्तिके +यस्यान्तु +यस्यान्ते +यस्यान्तो +यस्यान्नं +यस्यान्नेनोदरस्थेन +यस्यान्वये +यस्यान्ववाये +यस्यापः +यस्यापरे +यस्यापाक्रामत् +यस्यापि +यस्याभावे +यस्याभिनन्दन्ति +यस्याभ्यासेन +यस्यामतं +यस्यामतिर् +यस्यामतिर्भा +यस्यामन्नं +यस्यामभ्युदितो +यस्यामयति +यस्यामवस्थायां +यस्यामसेवन्त +यस्यामसौ +यस्यामस्य +यस्यामिति +यस्यामित्रो +यस्यामिदं +यस्यामुशन्तः +यस्यामृचि +यस्यामेव +यस्याम् +यस्यायं +यस्यायतनं +यस्यायतनमग्निर्लोको +यस्यायतनम् +यस्यायमधिकारः +यस्यायम् +यस्यार्थ +यस्यार्थं +यस्यार्थः +यस्यार्थयुक्तं +यस्यार्थस्तस्य +यस्यार्थस्य +यस्यार्था +यस्यार्थाः +यस्यार्थाय +यस्यार्थास्तस्य +यस्यार्थिनो +यस्यार्थे +यस्यार्थो +यस्यार्योऽनुमते +यस्याव्यक्तं +यस्याशु +यस्याश्च +यस्याश्चतस्रः +यस्याश्रद्धेयार्थो +यस्याश्विने +यस्याश्वो +यस्यासीत् +यस्यासौ +यस्यास् +यस्यास्त +यस्यास्तत्संबुद्धिः +यस्यास्तत्सम्बुद्धौ +यस्यास्तथा +यस्यास्तथाभूता +यस्यास्तथोक्ता +यस्यास्तया +यस्यास्तव +यस्यास्तस्या +यस्यास्तस्याः +यस्यास्ता +यस्यास्तां +यस्यास्तादृशि +यस्यास्तादृशी +यस्यास्तादृशीं +यस्यास्तादृशीम् +यस्यास्ताम् +यस्यास्ति +यस्यास्तीति +यस्यास्तीरे +यस्यास्तु +यस्यास्ते +यस्यास्तेन +यस्यास्तोये +यस्यास्थि +यस्यास्मि +यस्यास्य +यस्यास्येन +यस्यास्सा +यस्यास्सेति +यस्याह +यस्याहं +यस्याहवे +यस्याहुः +यस्याऽस्ति +यस्याऽस्य +यस्या॑ +यस्या॑मि॒दं +यस्या॒ +यस्या॒ग्निमनु॑द्धृत॒ +यस्ये +यस्येच्छया +यस्येच्छा +यस्येति +यस्येत्थं +यस्येत्यनेन +यस्येत्यर्थः +यस्येत्यादि +यस्येत्यादिना +यस्येत्येवं +यस्येदं +यस्येदमप्यं +यस्येदमा +यस्येदम् +यस्येदानीं +यस्येदृशं +यस्येदृशः +यस्येदृशी +यस्येन्द्रस्य +यस्येन्द्रियं +यस्येन्द्रियाणि +यस्येन्द्रो +यस्येप्सितं +यस्येमाः +यस्येमे +यस्येयं +यस्येश्वरस्य +यस्येह +यस्येहा +यस्येहानुशयो +यस्ये॒दं +यस्ये॒माः +यस्ये॒मे +यस्यै +यस्यैकं +यस्यैको +यस्यैकोऽपि +यस्यैतत् +यस्यैतद् +यस्यैतस्य +यस्यैता +यस्यैताः +यस्यैतादृशं +यस्यैतादृशः +यस्यैतादृशो +यस्यैतानि +यस्यैते +यस्यैव +यस्यैवं +यस्यैवंभूतः +यस्यैवंविदुषो +यस्यैवंविद्वान् +यस्यैवंविधं +यस्यैवंविधः +यस्यैवम् +यस्यैष +यस्यैषा +यस्यै॑ +यस्यै॒ता +यस्यै॒वं +यस्यो +यस्योचुः +यस्योच्चारं +यस्योच्चारणे +यस्योदये +यस्योदरे +यस्योदिता +यस्योपरि +यस्योपान्ते +यस्योभयं +यस्योरुषु +यस्योर्ध्वं +यस्योष्णमङ्गारचितं +यस्यो॒रुषु॑ +यस्यौषधीः +यस्य् +यस्य॑ +यस्य॒ +यस्व +यस्विति +यस्स +यस्सदा +यस्सर्वज्ञः +यस्सर्वज्ञस्सर्ववित् +यस्सा +यह +यहं +यहः +यहच्छया +यहम् +यहा +यहाँ +यहाँपर +यहां +यहाः +यहात् +यहि +यहिं +यही +यहीं +यहुः +यहुत +यहू +यहूदी +यहूनां +यहे +यहो +यह् +यह्व +यह्वं +यह्वः +यह्वम् +यह्वस्य +यह्वा +यह्वाः +यह्वी +यह्वीः +यह्वो +यह्व॒ +य़ +य़ः +य़ुङ्ग् +यऽ +या +याँ +याँता +याँश्च +याँश्च॑ +यां +यांग +यांच +यांत +यांतं +यांति +यांतु +यांद +यांनी +यांयां +यांश् +यांश्च +यांसहित +यांस्तु +यांस्ते +यांस्त्रीन् +यांस्त्वं +याः +याआनई +याइ +याई +याक +याकिनी +याकूबः +याकूबो +याकूब् +याक् +याक्षं +याक्षे +याख्या +याग +यागं +यागः +यागकर्त्ता +यागकर्मणि +यागकालः +यागकाले +यागक्रिया +यागगृहं +यागगृहे +यागगृहेषु +यागगेहं +यागग्रहणं +यागत +यागत्वं +यागदानादिकं +यागदिने +यागदेशं +यागदेशे +यागद्रव्यं +यागद्रव्याणि +यागद्वारा +यागद्वारेण +यागफलं +यागभूमिं +यागभूमौ +यागभेदः +यागभेदे +यागमण्टपं +यागमण्डपं +यागमण्डपमासाद्य +यागमण्डपमेव +यागमण्डपम् +यागमण्डपे +यागमात्रे +यागम् +यागवचनो +यागविधानं +यागविधिः +यागविशेष +यागविशेषः +यागविषयकं +यागविषये +यागशाला +यागशालां +यागशालायां +यागश्च +यागसंबन्धो +यागसदनं +यागसाधनं +यागसाधनत्वेन +यागसाधनम् +यागस्तु +यागस्थानं +यागस्य +यागस्यापि +यागस्येति +यागस्येव +यागस्यैव +यागहोमादिषु +यागा +यागाः +यागाङ्गं +यागाङ्गत्वम् +यागात् +यागादयः +यागादयो +यागादि +यागादिः +यागादिकं +यागादिकर्मभिः +यागादिक्रिया +यागादिना +यागादिभिः +यागादिरूपेण +यागादिषु +यागादीनां +यागादीनि +यागादेः +यागादौ +यागानन्तरं +यागानां +यागानाम् +यागान् +यागान्तरं +यागान्तरम् +यागान्ते +यागाय +यागार्थ +यागार्थं +यागार्थम् +यागार्हा +यागालयं +यागे +यागेन +यागेनेति +यागेनेष्टं +यागेशं +यागेश्वरः +यागेषु +यागेऽपि +यागैः +यागो +यागोपकरणं +यागोऽपि +यागौ +याग्नौ +याघं +याङ +याङि +याङ्गना +याङ्ग् +याङ्र +याच +याचं +याचक +याचकं +याचकः +याचकस्य +याचका +याचकाः +याचकाना +याचकानां +याचकान् +याचकाय +याचकार्थिनौ +याचकाश्च +याचके +याचकेभ्यः +याचकेभ्यो +याचकेषु +याचको +याचकों +याचत +याचतः +याचतां +याचतात् +याचति +याचतीति +याचतु +याचते +याचतो +याचद्भ्यो +याचध्वं +याचन +याचनं +याचनक +याचनकं +याचनकस्तथा +याचनका +याचनकेन +याचनकेषु +याचनको +याचनम् +याचना +याचनां +याचनाम् +याचनाय +याचनीयं +याचनीयः +याचनीयम् +याचने +याचन् +याचन्त +याचन्तं +याचन्ति +याचन्ते +याचमान +याचमानं +याचमानः +याचमानमकिंचनम् +याचमानस्य +याचमाना +याचमानाः +याचमानानां +याचमानाय +याचमानाया +याचमाने +याचमानेन +याचमानेभ्यो +याचमानेषु +याचमानो +याचय +याचयति +याचयते +याचयामास +याचयामि +याचयित्वा +याचयिष्यति +याचयेत् +याचष्ट +याचसि +याचसे +याचस्व +याचस्वेति +याचा +याचामह +याचामहे +याचामि +याचि +याचिका +याचित +याचितं +याचितः +याचितकं +याचितकमादाय +याचितकम् +याचितम् +याचितवन्तः +याचितवानसि +याचितवान् +याचितव्यः +याचितव्यम् +याचितव्या +याचितश्च +याचितस्तु +याचितस्त्वं +याचितस्याप्रयच्छतः +याचिता +याचितां +याचिताः +याचितानया +याचितानि +याचितान्युपगूढानि +याचितार +याचितारं +याचितारः +याचितारश्च +याचितारो +याचितुं +याचितुम् +याचिते +याचितेन +याचितेनापि +याचितो +याचितोऽपि +याचितौ +याचित्वा +याचिषत् +याचिषामहे +याचिष्म +याचिष्यति +याचिष्यते +याचिष्ये +याची +याचृ +याचे +याचेत +याचेत् +याचेदिति +याचेमि +याचेय +याचेरन् +याचेऽहं +याच् +याच्च +याच्ञया +याच्ञा +याच्ञां +याच्ञाप्रसारितकरः +याच्ञायां +याच्ञायाम् +याच्य +याच्यं +याच्यः +याच्यतां +याच्यते +याच्यन्ते +याच्यमान +याच्यमानं +याच्यमानः +याच्यमाना +याच्यमानो +याच्यम् +याच्यस +याच्या +याच्यो +याज +याजक +याजकं +याजकः +याजकवच्चरितार्थत्वमेषाम् +याजकश्च +याजकस्य +याजका +याजकाः +याजकादिः +याजकादिभिः +याजकादिभिश्च +याजकानां +याजकान् +याजकाय +याजकाश्च +याजके +याजकेन +याजकेषु +याजको +याजन +याजनं +याजनम् +याजना +याजनादिना +याजनाध्यापनं +याजनाध्यापनाद् +याजनाध्यापने +याजनाध्यापनेनापि +याजनाय +याजने +याजमान +याजमानं +याजमानः +याजमानताधिकरणम् +याजमानप्रकरणम् +याजमानप्रश्ने +याजमानम् +याजमानसूत्रे +याजमाना +याजमानानि +याजमाने +याजमानैर्यजमानोऽनुमन्त्रयेतेत्यत्रो +याजमानैश्च +याजय +याजयत +याजयति +याजयतीति +याजयते +याजयन्ति +याजयस्व +याजयां +याजयांचकार +याजयानि +याजयाम +याजयामास +याजयिता +याजयित्वा +याजयिष्यति +याजयिष्यामि +याजयेति +याजयेत् +याजयेदिति +याजयेद् +याजयेयुः +याजयेयुरिति +याजाः +याजादेशः +याजि +याजिनः +याजी +याजुष +याजुषं +याजुषज्योतिषम् +याजुषज्यौतिषं +याजुषज्यौतिषम् +याजुषाचार्यः +याजुषी +याजुषे +याजेन +याजो +याजोपयाजौ +याज्ञ +याज्ञतुर 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+याज्ञिका +याज्ञिकांश्च +याज्ञिकाः +याज्ञिकानां +याज्ञिकाय +याज्ञिकाश्च +याज्ञिकाश्वः +याज्ञिकी +याज्ञिकीभ्यो +याज्ञिके +याज्ञिकेन +याज्ञिकेषु +याज्ञिकैः +याज्ञिको +याज्ञिक्यम् +याज्ञिक्यो +याज्ञीयं +याज्ञे +याज्य +याज्यं +याज्यः +याज्यत्वम् +याज्यम् +याज्यया +याज्यश्च +याज्या +याज्यां +याज्याः +याज्यादि +याज्यानां +याज्यानु +याज्यानुवाक्ययोः +याज्यानुवाक्या +याज्यानुवाक्याः +याज्यानुवाक्यानां +याज्यानुवाक्ये +याज्यानुवा॒क्ये॑ +याज्यान्तः +याज्यान्ते +याज्यापुरोनुवाक्याः +याज्यापुरोनुवाक्यानां +याज्यापुरोनुवाक्ये +याज्यापुरोरुचोः +याज्यापुरोऽनुवाक्या +याज्याभिः +याज्यामन्त्राणां +याज्याम् +याज्याया +याज्यायां +याज्यायाः +याज्यायै +याज्यार्थे +याज्याश् +याज्याश्च +याज्यासु +याज्यास्ताः +याज्याऽनुवाक्ये +याज्ये +याज्येति +याज्यैव +याज्यो +याज्यौ +याञ् +याञ्च +याञ्चा +याञ्चां +याञ्चाकर्मसु +याञ्चाक्रयणम् +याञ्चायां +याञ्चायाम् +याट् +याडाप +याडापः +याडि +याण +याणं +याणम् +याणा +याणां +याणाञ्च +याणाम् +याणि +याणे +याण्ड +यात +यातं +यातं॒ +यातः +यातन +यातना +यातनां +यातनाः +यातनागताः +यातनानां +यातनाभ्यः +यातनाम् +यातनायां +यातनाश्च +यातनासु +यातनास्थानं +यातमथा +यातमद्रिभिः +यातमर्वाक् +यातमश्विना +यातमिति +यातमुप +यातम् +यातय +यातयज्जनः +यातयज्जनो +यातयति +यातयते +यातयन् +यातयन्तामगदोऽयमस्तु +यातयन्ति +यातया +यातयात् +यातयाम +यातयामं +यातयाममिति +यातयामा +यातयामानि +यातयामे +यातयामेव +यातयाम्नी +यातयिष्ये +यातयेत् +यातरः +यातरि +यातव +यातवः +यातवे +यातवो +यातव्य +यातव्यं +यातव्यः +यातव्यम् +यातव्यवृत्तिः +यातव्या +यातव्यो +यातश्च +यातस्य +याता +यातां +याताः +याताग्ने +याताधिकमासहीनदिवसा +यातानां +यातानि +यातान् +यातामनु +याताम् +याताया +यातायां +यातायाः +यातायात +यातायातं +यातायातः +यातायातव्यवस्था +यातायातस्य +यातायाते +यातारं +यातारो +याताश्च +यातासि +यातासु +यातास्ते +यातास्मि +याता॒ +याति +यातिः +याति॑ +याति॒ +याती +यातीति +यातीत्यत्र +यातीत्यर्थः +यातीत्यस्य +यातीव +यातीह +यातु +यातुं +यातुः +यातुकामा +यातुचातनम् +यातुजूनां +यातुजूनाम् +यातुधान +यातुधानं +यातुधानः +यातुधानम् +यातुधानस्य +यातुधाना +यातुधानाः +यातुधानानां +यातुधानान् +यातुधानावुदाहृतौ +यातुधानाश्च +यातुधानि +यातुधानी +यातुधानीः +यातुधाने +यातुधानेत्याह +यातुधानेभ्यः +यातुधानैः +यातुधानो +यातुधानौ +यातुधान्य +यातुधान्यः +यातुधान्यश्च +यातुधान्युवाच +यातुधान्यो +यातुधा॒न्यः॑ +यातुमतीनाम् +यातुमद्भ्यः +यातुमर्हसि +यातुमान् +यातुम् +यातुरक्षसी +यातुर् +यातुश्च +यातुहा +यातुऽधानः +यातुऽधानस्य +यातुऽधानाः +यातुऽधानान् +यातुऽधान्यः +यातुऽऽसं +यातु॒धाना॑ +यातु॒धाना॑न् +यातु॒धान॑ः +यातु॒धान॑स्य +यातूनां +यातूनि +यातृ +याते +यातेः +यातेति +यातेन +यातेव +यातेषु +यातेऽथ +यातेऽपि +यातेऽस्तं +यातेि +यातैः +यातैष्ययोः +यातो +यातोऽसि +यातोऽसौ +यातोऽस्मि +यातोऽहं +यातौ +यात् +यात्मा +यात्यंते +यात्यक्षरं +यात्यग्नी +यात्यण्व्या +यात्यधः +यात्यधोगतिम् +यात्यनावृत्तिमन्ययावर्तते +यात्यन्तं +यात्यन्ते +यात्यमनीभावं +यात्ययम् +यात्यसंशयम् +यात्यसौ +यात्यस्तं +यात्या +यात्यायाति +यात्याशु +यात्युदयं +यात्यूर्ध्वं +यात्येव +यात्येष +यात्य् +यात्र +यात्रम् +यात्रया +यात्रा +यात्रां +यात्राः +यात्राओं +यात्राकर्म +यात्राकालं +यात्राकाले +यात्राकृते +यात्राक्षेपः +यात्रादानम् +यात्रादि +यात्रादिषु +यात्रादौ +यात्रान्ते +यात्रापि +यात्राप्रकरणम् +यात्राफलं +यात्राफलमवाप्नुयात् +यात्रामहोत्सवः +यात्रामात्रं +यात्राम् +यात्राया +यात्रायां +यात्रायाः +यात्रायाम् +यात्रायै +यात्रार्थ +यात्रार्थं +यात्रार्थमिति +यात्रार्थे +यात्राविधानं +यात्राश्च +यात्रासमये +यात्रासिद्धिं +यात्रासिद्धिः +यात्रासु +यात्रास्थलं +यात्रास्थलम् +यात्रि +यात्रिकं +यात्रिकः +यात्रिका +यात्रिकाः +यात्रिकाणां +यात्रिकाणाम् +यात्रिकानां +यात्रिकान् +यात्रिकेभ्यः +यात्रिकैः +यात्रिणः +यात्रिणां +यात्रियों +यात्री +यात्रीणां +यात्रेति +यात्रेयं +यात्रोत्सवं +यात्रोत्सवे +यात्रोपकरणैः +यात्वयं +यात्वा +यात्विति +यात्विन्द्रः +यात्वेष +यात्व् +यात्व॒र्वाङ् +यात॑वे +यात॑वे॒ +याथ +याथः +याथन +याथा +याथाकामी +याथाकाम्यम् +याथातथ्यं +याथातथ्यतः +याथातथ्यम् +याथातथ्येन +याथात्म्यं +याथात्म्यम् +याथात्म्येन +याथार्थ्य +याथार्थ्यं +याथार्थ्यमिति +याथार्थ्यमेव +याथार्थ्यम् +याथार्थ्यविदः +याथार्थ्यादिति +याथार्थ्ये +याथार्थ्येन +याथो +याद +यादः +यादगिरि +यादगिरिमण्डलम् +यादगिरिविधानसभाक्षेत्रम् +यादमानः +यादमानाः +यादयः +यादयश्च +यादयो +यादव +यादवं +यादवः +यादवकुलम् +यादवकुलस्य +यादवकुले +यादवगणानां +यादवनन्दन +यादवनन्दनः +यादवनन्दनम् +यादवपुंगवाः +यादवप्रकाशः +यादवमात्रे +यादवम् +यादववंशमुख्य +यादवश्रेष्ठ +यादवसैन्यस्य +यादवस्य +यादवा +यादवाः +यादवानां +यादवानाम् +यादवान् +यादवाभ्युदयम् +यादवाभ्युदये +यादवाश्च +यादवी +यादवीं +यादवे +यादवेंद्रो +यादवेन +यादवेन्द्र +यादवेन्द्रः +यादवेन्द्रो +यादवेश्वर +यादवेश्वरः +यादवेश्वरम् +यादवेषु +यादवैः +यादवैर्वृताम् +यादवो +यादवौ +यादव् +यादसां +यादसांपतिः +यादसामपि +यादसामहम् +यादसामिव +यादसाम् +यादसाम्पतिः +यादसे +यादा +यादांसि +यादाद्रिनाथ +यादावार्धधातुके +यादि +यादिः +यादिकं +यादिति +यादित्यर्थः +यादिना +यादिभिः +यादिव्या +यादिषु +यादी +यादीनां +यादीनि +यादुरी +यादृ +यादृक् +यादृक्कीदृक् +यादृक्कीदृक्च +यादृक्च +यादृक्षः +यादृगिति +यादृगेव +यादृग् +यादृग्रूपं +यादृग्वै +यादृङ् +यादृच्छिक +यादृच्छिकं +यादृच्छिकः +यादृच्छिकत्वं +यादृच्छिकम् +यादृच्छिकी +यादृच्छिको +यादृश +यादृशं +यादृशः +यादृशमिति +यादृशम् +यादृशश्च +यादृशस्तादृशो +यादृशस्य +यादृशा +यादृशां +यादृशाः +यादृशानि +यादृशान् +यादृशार्थस्य +यादृशाश्च +यादृशि +यादृशी +यादृशीं +यादृशे +यादृशेन +यादृशैः +यादृशो +यादृशोऽयं +यादृशोऽसि +यादृशोऽस्य +यादृश्मिन् +यादृश्यः +यादृश्या +यादे +यादेरियः +यादेव +यादेश +यादेशः +यादेशस्य +यादेशे +यादेशो +यादो +यादौ +याद् +याद्या +याद्याः +याद्वं +याद्वा +याध +यान +यानं +यानः +यानई +यानकं +यानकाले +यानके +यानगं +यानगः +यानपात्रं +यानपात्राणि +यानपात्रे +यानभेदे +यानमाने +यानमारुह्य +यानमारोप्य +यानमारोहयति +यानमासनं +यानमासनमेव +यानमिति +यानमिदं +यानमेव +यानम् +यानयुग्यस्य +यानव्यवस्था +यानशय्याप्रदो +यानशय्यासनस्य +यानशय्यासनानि +यानशालां +यानसन्धिपर्वणि +यानसमूह +यानस्थः +यानस्य +यानस्वामिन +यानहं +याना +यानां +यानाः +यानात् +यानादवतीर्य +यानादि +यानादिके +यानादिना +यानादिषु +यानादौ +यानाद् +यानानां +यानानि +यानान् +यानान्ययुक्तानि +यानाम् +यानाय +यानारूढा +यानारूढे +यानार्थं +यानासनाशनात् +यानासने +यानाह +याना॑न् +याना॒न्मध्वा॑ +यानि +यानित +यानिति +यानियानि +यानि॑ +यानि॒ +यानी +यानीतराणि +यानीति +यानीत्यादि +यानीन्द्रियाणि +यानीमानि +यानीह +यानु +यानुगच्छति +यानुच्चार्या +याने +यानेतान् +यानेन +यानेव +यानेवेति +यानेषु +यानेि +यानैः +यानैर्वा +यानैश्च +यानो +यानों +यान् +यान्त +यान्तं +यान्तः +यान्तमनुयाति +यान्तमनुयान्ति +यान्तम् +यान्तरं +यान्तरिक्षे +यान्तवान्तादेशसन्धिः +यान्तस्य +यान्ता +यान्ति +यान्ति॑ +यान्ती +यान्तीं +यान्तीति +यान्तीत्यर्थः +यान्तीनां +यान्तीह +यान्तु +यान्ते +यान्तो +यान्तौ +यान्त्यकषायसत्पथे +यान्त्यक्षरं +यान्त्यतः +यान्त्यधमां +यान्त्यधोगतिम् +यान्त्यनेनेति +यान्त्यपराङ्मुखाः +यान्त्यपि +यान्त्या +यान्त्याः +यान्त्यायान्ति +यान्त्येते +यान्त्येव +यान्त्येवं +यान्त्य् +यान्त्रिक +यान्त्रिकः +यान्त्रिकी +यान्न +यान्नरकपाला +यान्य +यान्यं +यान्यङ्गानि +यान्यत्र +यान्यनवद्यानि +यान्यनादिष्टवृक्षाणि +यान्यन्तरिक्षे +यान्यन्नानि +यान्यन्यानि +यान्यपि +यान्यभीष्टानि +यान्यल्पसाराणि +यान्यवशिष्टानि +यान्यसि +यान्यसीति +यान्यस्माकं +यान्यस्मिन् +यान्यस्य +यान्यहानि +यान्या +यान्यान्प्रार्थयते +यान्यायुधानि +यान्याश्रितानि +यान्यासन् +यान्यासेचनवन्ति +यान्याहुः +यान्युक्तानि +यान्युत +यान्ये +यान्येतानि +यान्येव +यान्य् +यान्वो +याप +यापत्तेः +यापन +यापनं +यापनम् +यापना +यापनार्थं +यापनीयः +यापने +यापनो +यापय +यापयतां +यापयति +यापयतीति +यापयतो +यापयत् +यापयन् +यापयन्तः +यापयन्ति +यापयन्ती +यापयन्तो +यापयामः +यापयामास +यापयामि +यापयितुं +यापयितुम् +यापयित्वा +यापयेत् +यापयेद् +यापि +यापित +यापितः +यापितम् +यापितवती +यापितवन्तः +यापितवान् +यापिता +यापिताः +यापितानि +यापो +यापोः +याप्त +याप्य +याप्यं +याप्यः +याप्यते +याप्यत्वमायान्ति +याप्यन्ते +याप्यमसाध्यं +याप्यमुच्यते +याप्यम् +याप्यस्तमकः +याप्या +याप्याः +याप्याश्चासाध्यतां +याप्ये +याप्यो +याब +याबत् +याभि +याभिः +याभिः॑ +याभिः॒ +याभिरादित्यस्तपति +याभिरिति +याभिरिदं +याभिरूतिभिः +याभिर् +याभिर्ददासि +याभिर्देवा +याभिर्मदाय +याभिर्मदेम +याभिर्यजते +याभिर्यासि +याभिर्वर्तिकां +याभिर्वा +याभिर्विना +याभिर्विभूतिभिर्लोकानिमांस्त्वं +याभिश्च +याभिस्ता +याभिस्ताः +याभि॑ः +याभि॑र्वा॒ +याभि॒ः +याभि॒र्मदा॑य॒ +याभि॒र्मदे॑म +याभी +याभी॑ +याभी॒ +याभ्य +याभ्यः +याभ्यस्ताः +याभ्या +याभ्यां +याभ्यामिति +याभ्याम् +याभ्याꣳ +याभ्यो +याम +यामं +यामः +यामः॑ +यामकः +यामकम् +यामचतुष्टयम् +यामञ्च +यामतः +यामत्रयं +यामत्रये +यामदत्त्वा +यामद्वयं +यामध्यास्ते +यामनि +यामनियामनि +यामनी +यामनो +यामन् +यामन्न् +यामन्यो +यामपि +यामप्रहरौ +यामभिः +याममध्ये +याममन्त्यं +याममम्लेन +याममात्रं +याममात्रकम् +याममात्रे +याममात्रेण +याममेकं +यामम् +यामय +यामयं +यामयति +यामयन्ति +यामयुग्मं +यामल +यामलं +यामलम् +यामले +यामवती +यामवत्यां +यामवस्थां +यामस्य +यामहं +यामहम् +यामा +यामां +यामांस्तुषितान्निर्माणरतीन् +यामाः +यामानां +यामानामधिपो +यामानि +यामान् +यामान्ते +यामाय +यामायनः +यामार्द्धं +यामार्धं +यामालिङ्ग्य +यामाश्रित्य +यामास +यामासः +यामासाद्य +यामाह +यामाहुः +यामाहुतिं +यामा॑य +यामि +यामिः +यामिकं +यामिकः +यामिकतां +यामिका +यामिच्छेत् +यामिजा +यामिति +यामित्र +यामित्रं +यामित्रे +यामिदं +यामिनयन्ति +यामिनी +यामिनीं +यामिनीति +यामिनीपतिः +यामिनीम् +यामिनीविरहिणा +यामिनीषु +यामिन्यः +यामिन्या +यामिन्यां +यामिन्याः +यामिन्याम् +यामिन्यो +यामिमां +यामिमामिति +यामिमामित्यादि +यामिमाम् +यामिषुं +यामि॑ +यामि॒ +यामी +यामीं +यामीति +यामु +यामुनं +यामुनः +यामुनम् +यामुने +यामुनेन +यामुनेषु +यामुनैः +यामुन्दायनिः +यामुन्दायनीयः +यामुपोष्य +यामुष्ट्रो +यामे +यामेतां +यामेति +यामेन +यामेभिः +यामेयामे +यामेव +यामेवामूं +यामेषु +यामेऽनुपधिशेषे +यामे॑षु +यामैः +यामैकं +यामैकेन +यामो +यामो॑ +यामौ +याम् +याम्पे +याम्य +याम्यं +याम्यः +याम्यगः +याम्यगोले +याम्यचक्रे +याम्यतः +याम्यदिग्गमनं +याम्यदिशं +याम्यनता +याम्यपुरं +याम्यभागे +याम्यमघे +याम्यमेव +याम्यम् +याम्यया +याम्यलोकं +याम्यलोके +याम्यश्च +याम्यसूत्रे +याम्यसौम्यं +याम्यस्य +याम्यहं +याम्यहम् +याम्या +याम्यां +याम्याः +याम्याक्षवशादृजुत्वम् +याम्यादि +याम्यानां +याम्यामैन्द्री +याम्याम् +याम्याय +याम्यायनं +याम्यायने +याम्यायां +याम्यायाम् +याम्याश्च +याम्ये +याम्येन +याम्येऽथ +याम्यै +याम्यैः +याम्यो +याम्योत्तर +याम्योत्तरं +याम्योत्तरः +याम्योत्तरक्षितिजवत् +याम्योत्तरमण्डले +याम्योत्तरवृत्त +याम्योत्तरवृत्तं +याम्योत्तरवृत्ते +याम्योत्तरा +याम्योत्तरायां +याम्योत्तरे +याम्योत्तरेण +याम्योदक् +याम्योदक्समकोणभाः +याम॑ +याम॑नि +याम॑नि॒ +याम॑न् +याम॑भिः +याम॑म् +याम॒न्ना +याय +यायं +यायः +यायजूक +यायजूकः +यायजूकाः +यायज्यते +यायणः +यायते +यायन् +यायन्ते +यायलीलावतीकण्ठाभरण +याया +यायां +यायाः +यायाताम् +यायात् +यायात्तु +यायात्सतां +यायादरिपुरं +यायादिति +यायाद् +यायाद्यदि +यायान्न +यायान्नराधिपः +यायामिति +यायाम् +यायावर +यायावरः +यायावरा +यायावरीयः +यायावरो +यायास्त्रिभुवनगुरोर्धाम +यायिन +यायिनं +यायिनः +यायिनम् +यायिना +यायिनां +यायिनाम् +यायिनो +यायी +यायु +यायुः +याये +यायो +यार +यारु +यारे +यारो +यार्क +यार्क् +यार्थ +यार्थं +यार्थः +यार्थेषु +यार्षेयः +याल +यालकाण्डम् +याला +याल्लोकान् +याव +यावं +यावंत +यावंतः +यावंति +यावंतो +यावः +यावक +यावकं +यावकः +यावकपानम् +यावकम् +यावकस्य +यावके +यावकेन +यावकैः +यावको +यावक्रीतिकः +यावच +यावच् +यावच्च +यावच्चंद्र +यावच्चंद्रदिवाकरौ +यावच्चंद्रश्च +यावच्चक्रं +यावच्चक्रे +यावच्चन्द्रदिवाकरम् +यावच्चन्द्रदिवाकरौ +यावच्चन्द्रश्च +यावच्चन्द्रार्कतारकम् +यावच्चन्द्रार्कतारकाः +यावच्चरति +यावच्चित्तं +यावच्चिन्तयते +यावच्चेन्द्रियशक्तिरप्रतिहता +यावच्छ +यावच्छक्ति +यावच्छक्त्या +यावच्छक्यं +यावच्छब्दः +यावच्छब्दोऽत्र +यावच्छरीरं +यावच्छरीरभावितया +यावच्छरीरभाविधातुदोषविकलितचिवृत्तेर्जडतां +यावच्छर्करं +यावच्छिक्षापदं +यावच्छिवपुराणं +यावच्छो +यावजीवं +यावज् +यावज्जन्म +यावज्जरा +यावज्जलं +यावज्जलपरिषेकं +यावज्जलसेकं +यावज्जिवं +यावज्जीर्यति +यावज्जीव +यावज्जीवं +यावज्जीवकृतं +यावज्जीवति +यावज्जीवनं +यावज्जीवनकालेन +यावज्जीवनपर्यन्तं +यावज्जीवमग्निहोत्रं +यावज्जीवमधीते +यावज्जीवमहं +यावज्जीवमुत्साहो +यावज्जीवम् +यावज्जीविकं +यावज्ज्ञानं +यावज्ज्वलति +यावटे +यावत +यावतः +यावतस्त्वमिति +यावतस्त्वमेतावदहमीशीय +यावतस्त्वम् +यावता +यावतां +यावतान्तरेण +यावतामेव +यावति +यावतिका +यावतिथः +यावतिथे +यावती +यावतीं +यावतीः +यावतीभिः +यावतीयं +यावतीर् +यावतीर्गोपयोषितः +यावतीर्वा +यावतीषु +यावतु +यावतेति +यावतो +यावतोऽश्वान् +यावतोऽश्वान्प्रतिगृह्णीयात्तावतो +यावत् +यावत्कठिनतां +यावत्करोति +यावत्कर्म +यावत्कल्पं +यावत्कल्पशतं +यावत्कार्यं +यावत्कालं +यावत्कालपर्यन्तं +यावत्कालस्य +यावत्कालेन +यावत्कालो +यावत्किं +यावत्किल +यावत्कुमारो +यावत्कुरुते +यावत्क्रमेण +यावत्क्रियते +यावत्क्षयं +यावत्क्षिप्येन्मनस्तावदादित्यं +यावत्त +यावत्तं +यावत्ततः +यावत्तत् +यावत्तत्त्वं +यावत्तत्र +यावत्तत्सर्वं +यावत्तथा +यावत्तन्न +यावत्तपति +यावत्तया +यावत्तव +यावत्तस्मिन् +यावत्तस्य +यावत्ता +यावत्तां +यावत्तानि +यावत्तावच्च +यावत्तावता +यावत्तावत् +यावत्तावत्तु +यावत्तावत्‌ +यावत्तावदेकं +यावत्तावदेव +यावत्तावद् +यावत्तावन्मानं +यावत्तावन्मानम् +यावत्तिष्ठंति +यावत्तिष्ठति +यावत्तिष्ठन्ति +यावत्तिष्यरक्षिता +यावत्तु +यावत्तृतीयकं +यावत्तृतीयकः +यावत्तृतीयकमुपसंपदं +यावत्तृतीयको +यावत्तृतीये +यावत्तृष्णा +यावत्ते +यावत्तेन +यावत्तेनासौ +यावत्तेषां +यावत्तौ +यावत्त्रिरपि +यावत्त्वं +यावत्त्वया +यावत्त्वां +यावत्न +यावत्पतति +यावत्पदं +यावत्पदानि +यावत्पर्यन्तं +यावत्पर्यन्तम् +यावत्पर्यवदातानि +यावत्पश्यति +यावत्पश्यन्ति +यावत्पश्यामि +यावत्पश्याम्यहं +यावत्पापं +यावत्पुण्यं +यावत्पुनरपि +यावत्पुरा +यावत्पुरानिपातयोर्लट् +यावत्पुरुषो +यावत्प्रज्ञप्तिः +यावत्प्रज्ञापारमितायां +यावत्प्रत्ययसामग्री +यावत्प्रधानं +यावत्प्रमाणं +यावत्प्रमाणा +यावत्प्रयोजनं +यावत्प्रवर्तते +यावत्प्रविशामि +यावत्फलं +यावत्य +यावत्यः +यावत्यस्तु +यावत्यस्य +यावत्या +यावत्येव +यावत्यो +यावत्य् +यावत्र +यावत्स +यावत्संख्यं +यावत्संख्या +यावत्संजायते +यावत्संपातमुषित्वा +यावत्संवत्सरं +यावत्संसारभावित्वात् +यावत्सञ्जायते +यावत्सत्त्वं +यावत्सप्त +यावत्सप्तमे +यावत्सर्गायुषः +यावत्सर्वं +यावत्सर्वत्र +यावत्सर्वे +यावत्सा +यावत्सु +यावत्सूत्रं +यावत्सूर्यो +यावत्स्थविरशाणकवासी +यावत्स्थविरो +यावत्स्थविरोपगुप्तः +यावत्स्थविरोपगुप्तो +यावत्स्थास्यन्ति +यावत्स्नात्वा +यावत्स्नानं +यावत्स्वयं +यावत्स्वस्थमिदं +यावत्‌ +यावथ् +यावद +यावदंशा +यावदंशो +यावदकुशलमूलसमवधानगता +यावदग्निं +यावदग्रे +यावदत्र +यावदद्य +यावदधिकं +यावदधिकारमवस्थितिराधिकारिकाणाम् +यावदध्ययनं +यावदध्ययनमेतद्व्रतं +यावदध्यायसमाप्ति +यावदनु +यावदनुपूर्वेण +यावदनुवर्तते +यावदनेन +यावदन्तं +यावदन्तम् +यावदन्तरं +यावदन्ते +यावदन्नं +यावदन्यतमः +यावदन्यतमस्मिन् +यावदन्यतमो +यावदन्यतरः +यावदपक्रामामि +यावदपरेण +यावदपि +यावदपेक्षितं +यावदब्दं +यावदभ्येति +यावदमत्रं +यावदयं +यावदर्थ +यावदर्थं +यावदवतरामि +यावदवधारणे +यावदविशेषः +यावदशोकः +यावदश्नन्ति +यावदष्टौ +यावदसौ +यावदस्तं +यावदस्तमयं +यावदस्ति +यावदस्थि +यावदस्थीनि +यावदस्मि +यावदस्य +यावदस्या +यावदस्याः +यावदहं +यावदहमपि +यावदहोरात्रं +यावदा +यावदां +यावदाक्रमते +यावदागच्छामि +यावदागत्य +यावदागमनं +यावदाचन्द्रतारकम् +यावदात्मनि +यावदात्मनिवेदनम् +यावदात्मभावित्वाच्च +यावदात्मानं +यावदादित्य +यावदादित्यः +यावदादेयं +यावदाप्तं +यावदाभूतसंप्लवम् +यावदाभूतसम्प्लवम् +यावदाम +यावदायाति +यावदायान्ति +यावदायुः +यावदायुषं +यावदावर्तते +यावदावां +यावदाशौचं +यावदासीत् +यावदास्ते +यावदाहूतनारकी +यावदाहूतसंप्लवम् +यावदाह्वानदर्शनम् +यावदि +यावदिंद्राश्चतुर्दश +यावदिंद्राश्चतुर्द्दश +यावदिच्छं +यावदिच्छति +यावदिच्छसि +यावदिच्छा +यावदिच्छामि +यावदितरत्र +यावदिति +यावदित्थं +यावदित्यादि +यावदिदं +यावदिदानीं +यावदिन्द्राश्चतुर्दश +यावदिन्द्राश्चतुर्द्दश +यावदिमं +यावदिमां +यावदियं +यावदिष्टं +यावदिह +यावदीक्षते +यावदीप्सितम् +यावदीशानगोचरम् +यावदु +यावदुक्तं +यावदुक्तम् +यावदुपगुप्तेन +यावदुपसर्पामि +यावदुपैति +यावदुपोष्य +यावदुष्णं +यावदू +यावदूनं +यावदूर्ध्वं +यावदेकं +यावदेका +यावदेको +यावदेकोऽपि +यावदेतयोर्न +यावदेतर्ह्यपि +यावदेतस्य +यावदेतानि +यावदेतान् +यावदेतान्निरीक्षेऽहं +यावदेति +यावदेते +यावदेतेषां +यावदेनं +यावदेनां +यावदेव +यावदेवं +यावदेवात्राध्वर्युश्चेष्टति +यावदेवास्ति +यावदेष +यावदेषा +यावदेषु +यावद् +यावद्गङ्गां +यावद्गच्छति +यावद्गर्भं +यावद्गिरः +यावद्गुप्तस्य +यावद्ग्रहणं +यावद्दत्तं +यावद्दशगुणं +यावद्दासी +यावद्दिनं +यावद्दिनचतुष्टयम् +यावद्दिनानि +यावद्दिनेशदर्शनं +यावद्दूरं +यावद्देयोद्यतस्तथा +यावद्देवदत्तः +यावद्देवमनुष्येभ्यः +यावद्देहं +यावद्देहभावित्वाद्दर्शयति +यावद्द्वितीयः +यावद्ध +यावद्धनं +यावद्धस्तचतुष्टयम् +यावद्धि +यावद्बद्धा +यावद्बलं +यावद्बिन्दुः +यावद्बुद्धप्रमुखेन +यावद्बुद्धो +यावद्बोधिपर्यन्तेन +यावद्ब्रह्म +यावद्ब्रह्मा +यावद्भगवता +यावद्भगवानाह +यावद्भगवान् +यावद्भयमनागतम् +यावद्भवति +यावद्भवानज्ञाततत्पदः +यावद्भाविकतया +यावद्भिः +यावद्भुङ्क्ते +यावद्भूमिर्धरिष्यति +यावद्भ्यो +यावद्य +यावद्यत्र +यावद्यथा +यावद्यथाभ्यां +यावद्यथाभ्याम् +यावद्याति +यावद्यामं +यावद्यावत् +यावद्ये +यावद्रसं +यावद्राजा +यावद्राज्ञा +यावद्राज्ञाभिहितम् +यावद्राज्ञाशोकेन +यावद्राज्ञोऽशोकस्य +यावद्रूपं +यावद्रोगापुनर्भवः +यावद्वचनं +यावद्वत्सस्य +यावद्वयं +यावद्वर्षं +यावद्वर्षशतं +यावद्वर्षाणि +यावद्वस्तु +यावद्वा +यावद्वाचो +यावद्वायुः +यावद्वारं +यावद्विकारं +यावद्विटपान्तरेणावलोकयामि +यावद्विपश्यी +यावद्विभाज्ये +यावद्वेदं +यावद्वै +यावद्‌ +यावन +यावनं +यावनः +यावना +यावनालः +यावनाली +यावनी +यावन् +यावन्त +यावन्तं +यावन्तः +यावन्तम् +यावन्तश्च +यावन्तस्ते +यावन्ति +यावन्तो +यावन्तोऽङ्का +यावन्तोऽत्र +यावन्तोऽसुरा +यावन्तोऽस्य +यावन्त्यः +यावन्त्यस्य +यावन्त्यहानि +यावन्त्येतानि +यावन्त्येव +यावन्त्यो +यावन्त्य् +यावन्न +यावन्नरकपाला +यावन्नाक्रमते +यावन्नाभ्युदितो +यावन्नाम्नो +यावन्नायाति +यावन्निरीक्षते +यावन्नैव +यावन्नो +यावन्नोक्ता +यावन्नोत्तरदर्शनम् +यावन्नोदयते +यावन्नोदेति +यावन्नौ +यावन्मनुष्या +यावन्मनो +यावन्मन्वन्तरं +यावन्मम +यावन्मया +यावन्मयि +यावन्मरणं +यावन्मही +यावन्मां +यावन्मातुः +यावन्मात्रं +यावन्मात्रेण +यावन्मानं +यावन्मासं +यावन्मासान् +यावन्मितं +यावन्मुक्तिसमाश्रयाः +यावन्मुहूर्त्तान् +यावन्मूल्यं +यावन्मे +यावमा +यावमुष्य +यावय +यावयते +यावया +यावर +यावल् +यावल्लोका +यावशूकं +यावशूको +यावश्च +यावस्था +यावस्येशथे +यावा +यावां +यावांश्च +यावात् +यावादिः +यावादिभ्यः +यावानग्निः +यावानग्निर्यावत्यस्य +यावानग्निश्च +यावानर्थ +यावानर्थः +यावानर्थो +यावानलः +यावानलस्य +यावानसौ +यावानाम् +यावानिति +यावानेव +यावानेवास्यात्मा +यावान् +यावान्यश्चास्मि +यावान्वा +यावान्‌ +यावा॑ने॒व +याविति +याविन्द्राग्नी +यावी +यावीः +यावृद्धि +यावे +यावेतौ +यावो +याव् +याव्यम् +याव॑ती +याव॑ती॒ +याव॑त् +याव॑न्तो +याश +याश् +याश्च +याश्चकृषे +याश्चान्या +याश्चान्याः +याश्चित्तवृत्तयः +याश्चे॒दमु॑पशृ॒ण्वन्ति॒ +याश्चैता +याश्चैव +याश्च॑ +याश्च॒ +याश्य +याष्टमी +याष्टीक +याष्टीकः +यास +यासं +यासः +यासत् +यासम् +यासयोः +यासश्च +यासा +यासां +यासां॑ +यासां॒ +यासामपां +यासामिति +यासामूधश्चतुर्बिलं +यासाम् +यासावविद्या +यासा॑म् +यासाꣳ +यासि +यासिष्टं +यासिष्टम् +यासिसीष्ठाः +यासि॑ +यासि॒ +यासी +यासीः +यासीति +यासीत् +यासीष्ट +यासु +यासुट +यासुटः +यासुटि +यासुटो +यासुट् +यासुडागमे +यासुडागमो +यासु॑ +यासु॒ +यासेन +यासो +यासौ +यास् +यास्क +यास्कः +यास्कपक्षे +यास्कमुनि +यास्कमुनिरिमं +यास्कमुनिरेवं +यास्कवचनात् +यास्कवादस्य +यास्कस्तु +यास्कस्त्वाह +यास्कस्य +यास्काचार्यः +यास्काचार्येण +यास्केन +यास्केनैवं +यास्केनोक्तत्वात् +यास्केनोक्तम् +यास्को +यास्कोक्तेः +यास्त +यास्तत्र +यास्तथा +यास्तव +यास्तस्य +यास्ता +यास्ताः +यास्ताम् +यास्तासां +यास्ति +यास्तिस्रः +यास्तिस्रो +यास्तु +यास्ते +यास्तेषां +यास्ते॑ +यास्ते॒ +यास्त्वं +यास्त्वया +यास्म +यास्मिन् +यास्य +यास्यं +यास्यंति +यास्यतः +यास्यति +यास्यतीति +यास्यते +यास्यत्यद्य +यास्यत्ययं +यास्यत्येव +यास्यथ +यास्यन् +यास्यन्ति +यास्यन्त्येव +यास्यसि +यास्यसीति +यास्यसे +यास्या +यास्याम +यास्यामः +यास्यामहे +यास्यामि +यास्यामीति +यास्यामो +यास्यामोऽन्यत्र +यास्याम्यहं +यास्याव +यास्यावः +यास्यावो +यास्यासि +यास्ये +यास्येऽहं +यास्यै +यास्व +यास्वग्निः +यास्व् +याह +याहं +याहि +याहियाहीति +याहि॒ +याही +याहीति +याहीत्यर्थः +याहीत्य् +याहू +याह्यग्ने +याह्यद्रिभिः +याह्यद्रिवः +याह्यर्वाङुप +याह्या +याह्युप +याह्य् +याऽ +याऽत्र +याऽनुगच्छति +याऽपि +याऽवसानेऽस्य +याऽसौ +याऽस्ति +याऽस्य +याऽस्यै +याऽहं +याऽऽह +या॑चामि +या॑त +या॑तं +या॑तं॒ +या॑तमश्विना +या॑तमश्वि॒ना +या॑तम॒र्वाक् +या॑ति +या॑ति॒ +या॑तु +या॑तु॒ +या॑त॒ +या॑त॒मुप॑ +या॑न्ति +या॑सि +या॑सि॒ +या॑सीष्ट +या॑हि +या॑हि॒ +या॑ह्यग्ने +या॒ज्या॑ +या॒त +या॒तं +या॒तः +या॒तमथा॒ +या॒तम् +या॒तवः॒ +या॒तामनु॒ +या॒ताम् +या॒ति॒ +या॒तु॒ +या॒तु॒ऽधानः॑ +या॒तु॒ऽधानाः॑ +या॒तु॒ऽधाना॑न् +या॒तु॒ऽधान॑स्य +या॒त॒ +या॒त॒म् +या॒थः +या॒थः॒ +या॒न्ति॒ +या॒मि॒ +या॒वया॑ +या॒सि॒ +या॒सी॒ष्ट॒ +या॒हि +या॒हि॒ +या॒ह्यच्छा॒ +या॒ह्या +या᳘ज्ञवल्क्यः +या᳘ज्ञवल्क्ये᳘ति +या᳘ज्ञवल्क्यो +या꣡ +या꣢ +या꣢हि +या꣣ति +या꣣हि +याꣳ +यि +यिं +यिः +यिक +यिका +यिकाः +यिट् +यितं +यितः +यितव्यं +यितव्यः +यितव्यम् +यितव्यो +यिता +यितु +यितुं +यितुमाह +यितुम् +यित्वं +यित्वा +यिन +यिनः +यिना +यिनाम् +यिनि +यिनी +यिनीं +यिनीम् +यिनो +यिन् +यिम +यियक्षति +यियक्षते +यियविषति +यियावयिषति +यियासतः +यियासतस्तस्य +यियासता +यियासति +यियासतो +यियासवः +यियासु +यियासुं +यियासुः +यियासुना +यियासुभिः +यियासोः +यिरा +यिरूशालमं +यिरूशालमम् +यिरूशालमि +यिरूशालम् +यिरूशालम्नगरं +यिरूशालम्नगरे +यिष्यति +यिष्यते +यिष्यन् +यिष्यन्ति +यिष्यामः +यिष्यामि +यिष्ये +यिहूदा +यिहूदाः +यिहूदी +यिहूदीयलोका +यिहूदीया +यिहूदीयाः +यिहूदीयानां +यिहूदीयान् +यिहूदीयास्तं +यिा +यी +यीं +यीत +यीति +यीभावः +यीवर्णयोर्दीधीवेव्योः +यीशवे +यीशु +यीशुं +यीशुः +यीशुख्रीष्टस्य +यीशुख्रीष्टे +यीशुख्रीष्टेन +यीशुना +यीशुम् +यीशुरकथयद् +यीशुरवदत् +यीशुरवदद् +यीशुरिति +यीशुरुवाच +यीशुस्तं +यीशुस्तान् +यीशुस्तेषां +यीशो +यीशोः +यीशौ +यु +युं +युंक्ते +युंगस्य +युंजीत +युः +युक +युकं +युकः +युकम् +युका +युकि +युके +युको +युक् +युक्चिण्कृतोः +युक्त +युक्तं +युक्तंयुक्तं +युक्तः +युक्तगीतार्थभाषिणा +युक्तग्रावा +युक्तग्रावेन्द्राय +युक्तचेतस +युक्तचेतसः +युक्तचेष्टस्य +युक्तञ्च +युक्तञ्चैतत् +युक्ततमः +युक्ततमत्वं +युक्ततमा +युक्ततमाः +युक्ततमो +युक्ततया +युक्ततर +युक्ततरं +युक्ततरः +युक्ततरमिति +युक्ततरम् +युक्ततरो +युक्तता +युक्ततां +युक्तति +युक्तत्वं +युक्तत्वम् +युक्तत्वाच्च +युक्तत्वात् +युक्तत्वादिति +युक्तत्वे +युक्तत्वेन +युक्तन +युक्तपरश्च +युक्तम +युक्तमत +युक्तमत्र +युक्तमनन्तरं +युक्तमपि +युक्तमब्रवीत् +युक्तमभिहितं +युक्तमयुक्तं +युक्तमशक्तं +युक्तमस्य +युक्तमात्मानं +युक्तमाश्रयितुम् +युक्तमाह +युक्तमि +युक्तमिति +युक्तमित्यत +युक्तमित्यत्र +युक्तमित्यर्थः +युक्तमित्यर्थे +युक्तमित्यादि +युक्तमित्यादिना +युक्तमित्याह +युक्तमित्येव +युक्तमिदं +युक्तमिदम् +युक्तमिव +युक्तमुक्त +युक्तमुक्तं +युक्तमुक्ततम् +युक्तमुक्तमिति +युक्तमुक्तम् +युक्तमुत्तुङ्गकायञ्च +युक्तमुत्पश्यामः +युक्तमेतत् +युक्तमेतदिति +युक्तमेव +युक्तमेवं +युक्तमेवेति +युक्तमेवेत्यर्थः +युक्तमेवेत्याह +युक्तमेवैतत् +युक्तमेवोक्तमिति +युक्तमेवोक्तम् +युक्तम् +युक्तम्‌ +युक्तय +युक्तयः +युक्तया +युक्तयुञ्जानभेदतः +युक्तयो +युक्तयोः +युक्तरथो +युक्तरसा +युक्तरूपं +युक्तरूपः +युक्तरूपमिदं +युक्तरूपम् +युक्तरूपा +युक्तरूपेण +युक्तवत् +युक्तवद् +युक्तवद्भाव +युक्तवद्भावे +युक्तवद्भावो +युक्तवद्व्यक्तिवचने +युक्तवान् +युक्तशब्दस्य +युक्तश् +युक्तश्च +युक्तश्चायमर्थः +युक्तश्छन्दांस्यधीयीत +युक्तसमाचाराः +युक्तस् +युक्तस्तं +युक्तस्तत्त्वदर्शी +युक्तस्तत्र +युक्तस्तथा +युक्तस्तदा +युक्तस्तदैक्यं +युक्तस्तव +युक्तस्तस्य +युक्तस्तस्या +युक्तस्तस्याराधनमीहते +युक्तस्तु +युक्तस्ते +युक्तस्तेन +युक्तस्त्वं +युक्तस्य +युक्तस्येति +युक्तस्वप्नावबोधस्य +युक्तहीना +युक्ता +युक्तां +युक्ताः +युक्तात् +युक्तात्मा +युक्तात्मानः +युक्तात्मानो +युक्ताद् +युक्तान +युक्तानां +युक्तानाम् +युक्तानि +युक्तान् +युक्ताभिः +युक्ताभ्यां +युक्ताम् +युक्ताय +युक्तायनांशोंऽशशतं +युक्ताया +युक्तायां +युक्तायाः +युक्तायुक्तं +युक्तायुक्तत्वे +युक्तारोही +युक्तारोह्यादयश्च +युक्तार्थे +युक्ताविति +युक्ताश् +युक्ताश्च +युक्ताश्वो +युक्तासः +युक्तासो +युक्तास् +युक्तास्ते +युक्ताहारविहारस्य +युक्ताहारेति +युक्ति +युक्तिं +युक्तिः +युक्तिकल्पतरुः +युक्तिकल्पतरौ +युक्तिचिन्ताभावनामये +युक्तित +युक्तितः +युक्तितश्च +युक्तितो +युक्तितोऽपि +युक्तिदण्डहरेषु +युक्तिदर्शनात् +युक्तिपूर्वक +युक्तिबलात् +युक्तिभिः +युक्तिमती +युक्तिमत् +युक्तिमनिन्दिताम् +युक्तिमप्याह +युक्तिमानित्याह +युक्तिमान् +युक्तिमाह +युक्तिमिति +युक्तिम् +युक्तियुक्त +युक्तियुक्तं +युक्तियुक्तः +युक्तियुक्तमिति +युक्तियुक्तम् +युक्तियुक्ता +युक्तियुक्ते +युक्तियुक्तो +युक्तियुक्तोऽयमर्थो +युक्तियुतं +युक्तियों +युक्तिरत्रोच्यते +युक्तिरपि +युक्तिरिति +युक्तिरित्युच्यते +युक्तिरिष्यते +युक्तिरुच्यते +युक्तिरुपपत्तिमती +युक्तिरेव +युक्तिर् +युक्तिर्न +युक्तिविरुद्धं +युक्तिविरोधः +युक्तिविरोधात् +युक्तिविरोधोऽभिप्रेतः +युक्तिविशेषेण +युक्तिशतैः +युक्तिश् +युक्तिश्च +युक्तिसह +युक्तिसहः +युक्तिसहम् +युक्तिसिद्धं +युक्तिसिद्धमेतत् +युक्तिसिद्धम् +युक्तिस्तु +युक्ती +युक्तीः +युक्तीति +युक्तीनां +युक्ते +युक्तेः +युक्तेति +युक्तेत्यर्थः +युक्तेत्याह +युक्तेन +युक्तेनैव +युक्तेभ्यः +युक्तेभ्यो +युक्तेयं +युक्तेश्च +युक्तेषु +युक्तैः +युक्तैर् +युक्तैव +युक्तैवेति +युक्तैश्च +युक्तो +युक्तोऽधीयीय +युक्तोऽपि +युक्तोऽयं +युक्तोऽयमर्थः +युक्तोऽसि +युक्तौ +युक्त्य +युक्त्यन्तरमाह +युक्त्यन्तरेण +युक्त्यभावात् +युक्त्यलङ्कारः +युक्त्या +युक्त्यागमाभ्यां +युक्त्यापि +युक्त्येति +युक्त्यै +युक्त्यैव +युक्त्वा +युक्त्वाय +युक्त्वैवमात्मानं +युक्पादे +युक्या +युक्र +युक्रे +युक्षु +युक्ष्व +युक्ष्वा +युग +युगं +युगंधरः +युगः +युगकोटिशतं +युगकोटिसहस्राणि +युगक्षयम् +युगक्षयात् +युगक्षये +युगगतं +युगचतुष्टयम् +युगचरण +युगचरणाः +युगच्छिद्रं +युगणे +युगणो +युगतर्द्मना +युगत्रयं +युगत्रयम् +युगत्रये +युगद्वयम् +युगधर्म +युगधर्मः +युगधर्मा +युगधर्माः +युगधारिणे +युगन्धर +युगन्धरः +युगन्धराः +युगन्धरे +युगप +युगपच् +युगपच्च +युगपज् +युगपज्ज्ञानानि +युगपत +युगपत् +युगपत्क्रमेण +युगपत्तु +युगपत्तौ +युगपत्पपात +युगपत्प्राप्तौ +युगपत्रकः +युगपत्स +युगपत्सर्वं +युगपद +युगपदङ्गभावं +युगपदधिकरणवचनता +युगपदधिकरणवचनताया +युगपदधिकरणवचनतायां +युगपदनेकत्र +युगपदपि +युगपदिति +युगपदुत +युगपदुत्थितस्य +युगपदुत्थिता +युगपदुत्पत्तिः +युगपदुन्मिषितेन +युगपदुभे +युगपदेकत्र +युगपदेकदा +युगपदेकस्यां +युगपदेव +युगपद् +युगपद्दृश्यते +युगपद्धि +युगपद्भवति +युगपद्यत्र +युगपद्यदि +युगपद्युगबाहुभ्यः +युगपद्योगात्परमाणोः +युगपद्वा +युगपद्‌ +युगपन् +युगपन्न +युगपर्यये +युगपस्तृणपः +युगपादाः +युगप्रमाणम् +युगभगणा +युगभगणाः +युगभगणैः +युगभुग्नकेसरैः +युगभेदे +युगभेदेन +युगमध्ये +युगमन्वन्तरकल्पाः +युगमात्रं +युगमानं +युगमानम् +युगमासाद्य +युगमाहुः +युगमिति +युगमुच्यते +युगमेव +युगम् +युगयुजोः +युगरविभगणाः +युगल +युगलं +युगलकम् +युगलक्रीडायां +युगलञ्च +युगलम् +युगलरूपेण +युगलस्य +युगला +युगलाङ्गलं +युगलानां +युगलानि +युगले +युगलेन +युगवत् +युगवर्षमासदिवसाः +युगशः +युगशतं +युगशब्दः +युगशब्दश्चात्र +युगशब्दस्य +युगषष्टिसहस्राणि +युगसंक्षये +युगसंख्या +युगसहस्र +युगसहस्रं +युगसहस्रम् +युगसहस्रस्य +युगसहस्रांतं +युगसहस्राणि +युगसहस्रान्तं +युगसहस्रान्तां +युगसहस्रान्ते +युगसहस्रे +युगसहस्रेण +युगसाहस्रं +युगसेवापरिश्रमः +युगस्य +युगस्यान्ते +युगस्यापि +युगा +युगांगुलं +युगांगुलम् +युगांतिके +युगांते +युगांशं +युगांशकम् +युगांशे +युगाः +युगाक्षकोटी +युगाख्या +युगाख्यां +युगागमः +युगागमश्च +युगागमो +युगाङ्गुलम् +युगाङ्गुल्यं +युगाचार्य +युगात् +युगात्यये +युगादयः +युगादि +युगादिः +युगादिकृद्युगावर्तो +युगादिषु +युगादीनां +युगादौ +युगाद्या +युगाद्याः +युगाद्यायां +युगाध्यक्षं +युगानां +युगानान्तु +युगानामयुतं +युगानामेकसप्ततिः +युगानाम् +युगानि +युगानुरूपं +युगान्त +युगान्तं +युगान्तः +युगान्तकाल +युगान्तकालप्रतिसंहृतात्मनो +युगान्तकाले +युगान्तचलितस्य +युगान्तदहनोपमा +युगान्तमिव +युगान्तरे +युगान्तसमयं +युगान्तसमये +युगान्ताग्निरिव +युगान्ताग्निरिवोत्थितः +युगान्ताग्निसमप्रभः +युगान्ताग्निसमप्रभम् +युगान्तिके +युगान्ते +युगान्तेति +युगान्तेषु +युगान्तो +युगान्यत्र +युगाय +युगायते +युगार्जितम् +युगार्धम् +युगावस्था +युगाश्रं +युगाश्रकम् +युगि +युगिति +युगे +युगेति +युगेन +युगेयुगे +युगेषु +युगेऽपि +युगैः +युगैरपि +युगो +युगों +युग् +युग्गम् +युग्म +युग्मं +युग्मः +युग्मक +युग्मकं +युग्मकम् +युग्मकृष्णलं +युग्मके +युग्मतालं +युग्मतिथौ +युग्मतो +युग्मन्तश् +युग्मन्तश्चायुजश्च +युग्मपदस्य +युग्मपदान्ते +युग्मपदे +युग्मफला +युग्मम +युग्ममिति +युग्मम् +युग्मम्‌ +युग्मयोः +युग्मविपुला +युग्मस्य +युग्मा +युग्मां +युग्मांशं +युग्माः +युग्मात् +युग्मानां +युग्मानि +युग्मान् +युग्मान्ते +युग्मान्दैवे +युग्मान्ब्राह्मणानन्नेन +युग्मायुग्मं +युग्मासु +युग्मिनी +युग्मी +युग्मे +युग्मेन +युग्मेनाह +युग्मेषु +युग्मेऽब्दे +युग्मौ +युग्य +युग्यं +युग्यः +युग्यम् +युग्या +युग्ये +युग्येन +युग्यो +युघि +युङ् +युङ्ककाण्डम् +युङ्क्त +युङ्क्ते +युङ्क्तेति +युङ्क्त्वा +युङ्क्ष्व +युङ्क्ष्वा +युङ्गति +युङ्गस्य +युङ्गी +युङ्ग्धि +युङ्ग्ध्वम् +युङ्ङसि +युङ्ङ् +युच +युचं +युचि +युचो +युच् +युच्छ +युच्छतः +युच्छति +युच्छस्य् +युच्प्रत्ययः +युच्प्रत्ययो +युच्यते +युच्या +युछ +युज +युजं +युजं॑ +युजं॒ +युजः +युजन्त +युजम् +युजा +युजां +युजादिः +युजान +युजानः +युजाना +युजानाः +युजानो +युजा॒नः +युजि +युजिक्रुञ्चां +युजिर +युजिरुचितिजां +युजिर् +युजिर्योगे +युजे +युजेः +युजेरयज्ञपात्रेषु +युजेरसमासे +युजो +युजोः +युजोर्जेन +युजौ +युज् +युज्महे +युज्य +युज्यं +युज्यंते +युज्यं॒ +युज्यः +युज्यत +युज्यता +युज्यतां +युज्यतामिति +युज्यताम् +युज्यते +युज्यतेऽनेन +युज्यध्वं +युज्यन्त +युज्यन्तां +युज्यन्ते +युज्यमानं +युज्यमानः +युज्यमानम् +युज्यमानया +युज्यमाना +युज्यमानाः +युज्यमाने +युज्यमानेन +युज्यमानो +युज्यमानौ +युज्यम् +युज्यया +युज्यसे +युज्यस्व +युज्यस्सखा +युज्या +युज्यां +युज्याय +युज्या॑य +युज्या॑य॒ +युज्येत +युज्येते +युज्येतेति +युज्येभिः +युज्येरन् +युज्ये॑भिः +युज्यो +युज्य॑म् +युज्य॒ +युज॑म् +युञ् +युञ्ज +युञ्जः +युञ्जत +युञ्जतः +युञ्जति +युञ्जते +युञ्जतो +युञ्जन् +युञ्जन्ति +युञ्जन्तिऽ +युञ्जन्तीति +युञ्जन्तु +युञ्जन्त्यस्य +युञ्जन्त्य् +युञ्जन्निति +युञ्जन्नेवं +युञ्जन्मदाश्रयः +युञ्जम् +युञ्जा +युञ्जाते +युञ्जाथां +युञ्जाथामिति +युञ्जाथामिह +युञ्जाथाम् +युञ्जाथाꣳ +युञ्जाथे +युञ्जान +युञ्जानः +युञ्जानस्य +युञ्जाना +युञ्जानाः +युञ्जानास्तस्मै +युञ्जानेषु +युञ्जानो +युञ्जीत +युञ्जीतेति +युञ्जीयात् +युञ्जे +युञ्जौ +युञ्ज्याच् +युञ्ज्यात् +युञ्ज्यादित्युक्तम् +युञ्ज्याद् +युञ्ज्याद्योगमात्मविशुद्धये +युट +युट् +युडचि +युढे +युत +युतं +युतः +युतकं +युतकम् +युतमिति +युतम् +युतया +युतवान् +युतश्च +युतसिद्धावयवः +युतस् +युतस्तथा +युतस्तु +युतस्य +युतहीना +युता +युतां +युताः +युताच्छरोऽतः +युतात् +युतानि +युतान् +युताम् +युतावञ्जलिः +युताश्च +युतास्ते +युति +युतिं +युतिः +युतिकाल +युतिकाले +युतिम् +युतिरिति +युतिर्भवति +युतिर्याता +युतिस् +युती +युतृ +युते +युतेः +युतेक्षिते +युतेन +युतेऽयं +युतैः +युतैर् +युतो +युतोनं +युतोनः +युतोनस्य +युतोना +युतोनिता +युतोनोनयुतं +युतोऽथ +युतोऽथवा +युतोऽपि +युतौ +युत् +युत्कारेण +युत्का॒रेण॑ +युत्त +युत्तया +युत्तु +युत्या +युत्वा +युत्सु +युत्ऽसु +युथ +युद +युदलेन +युदुक्तं +युद् +युद्द +युद्ध +युद्धं +युद्धः +युद्धकरणम् +युद्धकरणे +युद्धकर्मणि +युद्धकर्माणि +युद्धका +युद्धकाङ्क्षिणः +युद्धकाङ्क्षी +युद्धकाण्ड +युद्धकाण्डः +युद्धकाण्डघ्याख्याने +युद्धकाण्डम् +युद्धकाण्डव्या +युद्धकाण्डव्याख्याने +युद्धकाण्डे +युद्धकामस्य +युद्धकामा +युद्धकाल +युद्धकाले +युद्धकुशलः +युद्धकुशला +युद्धकृत् +युद्धके +युद्धकोविदः +युद्धकोविदम् +युद्धकोविदाः +युद्धकौशलं +युद्धकौशलाभावमाशङ्क्याह +युद्धक्षेत्रात् +युद्धक्षेत्रे +युद्धखंडे +युद्धखण्डः +युद्धखण्डे +युद्धजयाणवे +युद्धजयार्णवे +युद्धदिदृक्षया +युद्धदिवसः +युद्धदुर्मदः +युद्धदुर्मदम् +युद्धदुर्मदाः +युद्धदुर्मदान् +युद्धदुर्मदौ +युद्धदेशे +युद्धधर्मं +युद्धनिरतो +युद्धपरिश्रान्तं +युद्धपुरस्काराः +युद्धप्राप्तः +युद्धप्रोत्साहनाय +युद्धप्रोत्साहनायैव +युद्धभयं +युद्धभुवि +युद्धभूमयः +युद्धभूमि +युद्धभूमिं +युद्धभूमिः +युद्धभूमौ +युद्धमकरोत् +युद्धमध्ये +युद्धमपि +युद्धमभवत् +युद्धमभवद् +युद्धमभूत् +युद्धमभूद्घोरं +युद्धमभूद्धोरं +युद्धमभून्महत् +युद्धमवर्तत +युद्धमवर्त्तत +युद्धमात्रे +युद्धमायोधनं +युद्धमार्गविशारदः +युद्धमासीत् +युद्धमासीत्सुदारुणम् +युद्धमासीन्महाघोरं +युद्धमिति +युद्धमिदं +युद्धमिव +युद्धमीदृशम् +युद्धमुद्धतम् +युद्धमें +युद्धमेव +युद्धम् +युद्धम्‌ +युद्धयज्ञे +युद्धयात्रा +युद्धयोः +युद्धयोग्यतामस्य +युद्धरङ्गे +युद्धरूपं +युद्धलक्षणं +युद्धलालसः +युद्धलालसाः +युद्धवर्णनं +युद्धवर्णनम् +युद्धविद्या +युद्धविमानम् +युद्धविशारद +युद्धविशारदः +युद्धविशारदाः +युद्धविशारदौ +युद्धविषये +युद्धवीरः +युद्धवीरो +युद्धवैमुख्यं +युद्धशालिनः +युद्धशालिनाम् +युद्धशौण्डेन +युद्धसमये +युद्धसमागमौ +युद्धसाधनानि +युद्धस्थलं +युद्धस्य +युद्धस्व +युद्धहरणात् +युद्धहरणात्पैशाचः +युद्धा +युद्धाकाङ्क्षी +युद्धाख्यं +युद्धाख्ये +युद्धाचार्यस्तथैव +युद्धाच्छ्रेयोऽन्यत्क्षत्रियस्य +युद्धातिथ्यं +युद्धात् +युद्धात्तं +युद्धादन्यत्र +युद्धादाविति +युद्धादि +युद्धादिकं +युद्धादिकर्म +युद्धादिना +युद्धादिषु +युद्धादीनि +युद्धादौ +युद्धाद् +युद्धाद्यैः +युद्धानन्तरं +युद्धानन्तरम् +युद्धानां +युद्धानि +युद्धान्ते +युद्धान्निवृत्तः +युद्धाभिनन्दिनः +युद्धाय +युद्धायाभिमुखो +युद्धायेति +युद्धायैव +युद्धायोत्तिष्ठ +युद्धारम्भः +युद्धारम्भे +युद्धार्थ +युद्धार्थं +युद्धार्थमवस्थिताः +युद्धार्थम् +युद्धार्थी +युद्धार्थे +युद्धावसरे +युद्धे +युद्धेः +युद्धेच्छा +युद्धेच्छुं +युद्धेति +युद्धेन +युद्धेषु +युद्धेष्ववध्य +युद्धेऽपि +युद्धेऽर्जुनोऽर्जुन +युद्धो +युद्धों +युद्धोद्यतं +युद्धोद्यमं +युद्धोद्योगे +युद्धोद्योगो +युद्धोन्मत्तं +युद्धोन्मत्तश्च +युद्धोन्मत्तस्य +युद्धोपकरणानि +युद्धोपरामस्य +युद्ध्य +युद्ध्यतां +युद्ध्यति +युद्ध्यते +युद्ध्यन्ति +युद्ध्यन्ते +युद्ध्यस्व +युद्ध्येत +युद्ध्वा +युद्रुदुवः +युद्वं +युद्वे +युध +युधं +युधः +युधम् +युधये +युधा +युधां +युधाजिच्च +युधाजितं +युधाजितः +युधाजितम् +युधाजिता +युधाजिति +युधाजित् +युधामन्युं +युधामन्युः +युधामन्युश्च +युधामन्यूत्तमौजसौ +युधि +युधिष्टिर +युधिष्टिरः +युधिष्ठर +युधिष्ठि +युधिष्ठिर +युधिष्ठिरं +युधिष्ठिरंप्रति +युधिष्ठिरः +युधिष्ठिरउवाच +युधिष्ठिरनारदसंवादे +युधिष्ठिरनिवेशने +युधिष्ठिरपदेन +युधिष्ठिरपुरोगमाः +युधिष्ठिरभीमादयश्च +युधिष्ठिरमभाषत +युधिष्ठिरमीमांसकः +युधिष्ठिरमीमांसकेन +युधिष्ठिरमुखाः +युधिष्ठिरमुपाद्रवत् +युधिष्ठिरमुवाचेदं +युधिष्ठिरम् +युधिष्ठिरम्प्रति +युधिष्ठिरराजः +युधिष्ठिरवृकोदरादयः +युधिष्ठिरश्च +युधिष्ठिरसंवादे +युधिष्ठिरस्तु +युधिष्ठिरस्य +युधिष्ठिरस्यानुमते +युधिष्ठिराः +युधिष्ठिराज्ञया +युधिष्ठिरात् +युधिष्ठिरादय +युधिष्ठिरादयः +युधिष्ठिरादयो +युधिष्ठिरादिभिः +युधिष्ठिरादिषु +युधिष्ठिरादीना +युधिष्ठिरादीनां +युधिष्ठिरादीन्प्रति +युधिष्ठिराय +युधिष्ठिरार्जुनौ +युधिष्ठिरे +युधिष्ठिरेण +युधिष्ठिरेणेति +युधिष्ठिरो +युधिष्ठिरोऽपि +युधीति +युधे +युधेः +युधेन्यानि +युधैः +युधो +युधो॑ +युध् +युध्दं +युध्दम् +युध्दस्य +युध्दाय +युध्दे +युध्म +युध्मः +युध्मस्य +युध्मो +युध्य +युध्यख +युध्यत +युध्यतः +युध्यता +युध्यतां +युध्यतामेव +युध्यताम् +युध्यति +युध्यतीति +युध्यते +युध्यतेः +युध्यतेऽसौ +युध्यतो +युध्यतोः +युध्यध्वं +युध्यन् +युध्यन्त +युध्यन्तं +युध्यन्तः +युध्यन्ति +युध्यन्तु +युध्यन्ते +युध्यन्तौ +युध्यमानं +युध्यमानः +युध्यमानयोः +युध्यमानश्च +युध्यमानस्य +युध्यमाना +युध्यमानाः +युध्यमानानां +युध्यमाने +युध्यमानेषु +युध्यमानो +युध्यमानौ +युध्यसे +युध्यस्व +युध्यस्वेति +युध्यस्वेत्यर्थः +युध्यामहे +युध्येत +युध्येतां +युध्येताप्रतिग्रहः +युध्येते +युध्येत् +युध्येदनूपे +युध्येदिति +युध्येयुः +युध्येरन् +युध्य॑तः +युध्य॑न् +युध्य॑न्ते +युध्वा +युध्वा॑ +युध॒ +युन +युनः +युनक्त +युनक्ति +युनक्ति॒ +युनक्तीति +युनक्तु +युनक्त्य् +युनक्त्विति +युनक्षि +युनज +युनजते +युनजत् +युनजन् +युनज्मि +युनज्मि॒ +युनज्मीति +युनज्म्य् +युना +युनाइटेड् +युनाति +युनानि +युनि +युनिकोड +युनिकोड् +युनिवर्सिटि +युनिवर्सिटी +युनीते +युने +युनेस्को +युनेस्कोसंस्थया +युनैटेड् +युप +युप्माकं +युप्यति +युप्रत्ययः +युभिः +युम +युयं +युयवन् +युयात् +युयाव +युयु +युयुजानः +युयुजुः +युयुजे +युयुज्रे +युयुतं +युयुते +युयुत्सतः +युयुत्सता +युयुत्सताम् +युयुत्सति +युयुत्सन् +युयुत्सया +युयुत्सवः +युयुत्सवो +युयुत्ससे +युयुत्सुं +युयुत्सुः +युयुत्सुना +युयुत्सुनेव +युयुत्सुभिः +युयुत्सुम् +युयुत्सुश्च +युयुत्सू +युयुत्सूनवस्थितान् +युयुत्सूनां +युयुत्सून् +युयुधतुः +युयुधयः +युयुधयो +युयुधाते +युयुधातेऽतिसंरब्धौ +युयुधान +युयुधानं +युयुधानः +युयुधानरथं +युयुधानविराटद्रुपदानां +युयुधानश्च +युयुधानस्य +युयुधाने +युयुधानेन +युयुधानो +युयुधिरे +युयुधुः +युयुधुश्च +युयुधुस्तत्र +युयुधुस्ते +युयुधुस्तेन +युयुधे +युयूषतः +युयूषति +युयोज +युयोजते +युयोत +युयोतन +युयोतु +युयोथाः +युयोध +युयोधि +युयोध्यस्मज्जुहुराणमेनः +युयोध्यस्मज्जुहुराणमेनो +युयोध्य् +युयोप +युयोपिम +युर +युरिति +युरेनस् +युरेनियं +युरेनियम् +युरोप +युरोपखण्डः +युरोपखण्डस्य +युरोपखण्डे +युरोपियन् +युरोपीय +युरोप् +युव +युवँ +युवं +युवः +युवक +युवकं +युवकः +युवकयोः +युवकस्य +युवका +युवकाः +युवकानां +युवकान् +युवकाम् +युवकेन +युवखलतिः +युवजनाः +युवजनानां +युवजानिः +युवत +युवतम +युवतमः +युवतमाग्ने +युवतय +युवतयः +युवतयश्च +युवतयो +युवता +युवति +युवतिं +युवतिः +युवतिजनेन +युवतिनैपुणं +युवतिभिः +युवतिभिर्बहुधा +युवतिम् +युवतियों +युवतिरिव +युवतिर्नाभिवाद्येह +युवतिवर्णनव्रज्या +युवतिश्च +युवतिषु +युवती +युवतीं +युवतीः +युवतीति +युवतीना +युवतीनां +युवतीनाम् +युवते +युवतेः +युवतेरिव +युवतौ +युवत् +युवत्य +युवत्यः +युवत्यश्च +युवत्या +युवत्यां +युवत्याः +युवत्याम् +युवत्यो +युवत्योः +युवत्वं +युवद्रिक् +युवन +युवनाश्व +युवनाश्वः +युवनाश्वस्तु +युवनाश्वस्य +युवनाश्वो +युवन् +युवन्त +युवन्ति +युवप्रत्ययस्य +युवभिः +युवभ्यः +युवभ्यां +युवभ्याम् +युवभ्यो +युवमध्वराय +युवमश्विना +युवमिति +युवमिन्द्रश्च +युवमेतानि +युवम् +युवयो +युवयोः +युवयोरनुग्रहात् +युवयोरन्योन्यानुरागः +युवयोरर्थं +युवयोरिति +युवयोरियम् +युवयोरेव +युवयोरेष +युवयोर् +युवयोर्मध्ये +युवयोर्युष्माकं +युवयोर्यो +युवयोश्च +युवयोस्तु +युवराज +युवराजं +युवराजः +युवराजत्वं +युवराजपदे +युवराजभयं +युवराजश्च +युवराजस्तु +युवराजस्य +युवराजा +युवराजानं +युवराजानमभिषेक्ष्यामि +युवराजे +युवराजेन +युवराजो +युववल्लभः +युववल्लभस्य +युवशा +युवसंज्ञा +युवसु +युवसे +युवस्व +युवऽभ्याम् +युवा +युवां +युवाकवः +युवाकु +युवाकुः +युवादिः +युवादित्वादण् +युवादित्वादण्प्रत्ययः +युवादिषु +युवादेशः +युवान +युवानं +युवानः +युवानमिति +युवानमेकं +युवानम् +युवानश्च +युवाना +युवानो +युवानोऽपि +युवानो॒ +युवानौ +युवापत्यं +युवापत्ये +युवापि +युवाप्यधीयानस्तं +युवाभ्या +युवाभ्यां +युवाभ्यामेव +युवाभ्याम् +युवामनु +युवामपि +युवामहं +युवामागच्छतम् +युवामिति +युवामित् +युवामिमे +युवामिह +युवामुभौ +युवामेव +युवाम् +युवायते +युवाल्पयोः +युवावस्था +युवावस्थां +युवावस्थायां +युवावस्थायाम् +युवावौ +युवासुवासा +युवाऽपि +युवा॑ +युवा॑नं +युवा॑नः +युवा॑नम् +युवा॑ना +युवा॒ +युवे +युवेति +युवेत्यर्थे +युवेव +युवैव +युवो +युवोः +युवोग्रश्चक्राम +युवोरनाकौ +युवोर्हि +युव॒तयो॒ +युव॒तिं +युव॒तिः +युव॒ती +युव॒शा +युवꣳ +युश्च +युष +युषः +युषा +युष् +युष्म +युष्मकाभिः +युष्मकासु +युष्मच्छब्दस्य +युष्मच्छब्दात् +युष्मच्छब्देन +युष्मत् +युष्मत्कृते +युष्मत्तः +युष्मत्तत्ततक्षुःष्वन्तःपादम् +युष्मत्तेजोमयेन +युष्मत्तो +युष्मत्पिता +युष्मत्पुत्रः +युष्मत्प्रसादात् +युष्मत्प्रसादेन +युष्मत्संबन्धि +युष्मत्समीपं +युष्मत्समीपे +युष्मद +युष्मदः +युष्मदनुग्रहात् +युष्मदर्थ +युष्मदर्थं +युष्मदर्थः +युष्मदर्थम् +युष्मदर्थस्य +युष्मदर्थे +युष्मदस्मदन्येषु +युष्मदस्मदादेशा +युष्मदस्मदी +युष्मदस्मदो +युष्मदस्मदोः +युष्मदस्मदोरनादेशे +युष्मदस्मदोरन्यतरस्यां +युष्मदस्मदोरुपपदयोर्मध्यमोत्तमावुच्येते +युष्मदस्मदोर्ङसि +युष्मदस्मदोर्मपर्यन्तस्य +युष्मदस्मद्भयां +युष्मदस्मद्भ्यां +युष्मदस्मद्भ्यामुत्तरस्य +युष्मदा +युष्मदागमनं +युष्मदादयः +युष्मदादेशाः +युष्मदि +युष्मदीयं +युष्मदीयः +युष्मदीयम् +युष्मदीयस्य +युष्मदीया +युष्मदीयाः +युष्मदीयानि +युष्मदीये +युष्मदीयेन +युष्मदीयैः +युष्मदो +युष्मद् +युष्मद्देहेषु +युष्मद्यच्चाऽस्मत्तदाश्रयौ +युष्मद्युपपदे +युष्मन् +युष्मन्निमित्तं +युष्मन्मध्ये +युष्मभ्यं +युष्मभ्यः +युष्मभ्यमहं +युष्मभ्यम् +युष्मा +युष्मांश्च +युष्माः +युष्माक +युष्माकं +युष्माकमन्तरं +युष्माकमपि +युष्माकमस्तु +युष्माकमस्माकं +युष्माकमिति +युष्माकमिदं +युष्माकमिमं +युष्माकमुत्सहते +युष्माकमेव +युष्माकमेवं +युष्माकमेष +युष्माकम् +युष्माकादेशः +युष्माकास्माकौ +युष्माकेन +युष्माकोती +युष्मान +युष्मानतियथार्थं +युष्मानधि +युष्मानहं +युष्मानिति +युष्मानेव +युष्मान् +युष्मान्न +युष्मान्पातु +युष्माभि +युष्माभिः +युष्माभिरपि +युष्माभिरिति +युष्माभिरिह +युष्माभिरेव +युष्माभिर् +युष्माभिर्न +युष्माभिर्मम +युष्माभिश्चेति +युष्माभिस्तु +युष्माभी +युष्मासु +युष्मास्वपीतेषु +युष्मास्ववस्थिता +युष्मास्वहं +युष्मास्वित्याह +युष्माꣳस् +युष्मे +युष्म् +युष्य +युष्यसिभ्यां +युस +युसुफजई +युस् +युहि +यु॑ङ्क्ते +यु॑ज्यते॒ +यु॑ञ्जते॒ +यु॑ञ्जन्ति॒ +यु॑वते॒ +यु॒क्त +यु॒क्तः +यु॒क्ता +यु॒क्ताः +यु॒क्तान् +यु॒क्तासः॑ +यु॒क्तो +यु॒क्तौ +यु॒क्त्वा +यु॒क्ष्व +यु॒क्ष्वा +यु॒ख्ष्वा +यु॒गम् +यु॒गा +यु॒गानि॑ +यु॒गानि॒ +यु॒गे +यु॒गेयु॑गे॒ +यु॒गेऽयु॑गे +यु॒ङ्क्ते +यु॒ङ्ग्ध्वं +यु॒जा +यु॒जा॒नः +यु॒जे +यु॒ज्यसे॑ +यु॒ञ्जते॑ +यु॒ञ्जते॒ +यु॒ञ्जन्ति॑ +यु॒ञ्जन्ति॒ +यु॒ञ्जन्त्य॑स्य॒ +यु॒ञ्ज॒ते॒ +यु॒ञ्ज॒न्ति॒ +यु॒त्सु +यु॒त्ऽसु +यु॒धये॑ +यु॒धये॒ +यु॒धा +यु॒धि +यु॒धे +यु॒ध्म +यु॒ध्मः +यु॒नक्त॒ +यु॒नज्मि॑ +यु॒यु॒जे +यु॒योत॑ +यु॒यो॒त॒ +यु॒यो॒धि॒ +यु॒यो॒ध्यस्मज्जु॑हुरा॒णमेनो॒ +यु॒व +यु॒वं +यु॒वते॒ +यु॒वमिन्द्र॑श्च॒ +यु॒वम् +यु॒वम॑श्विना +यु॒वऽभ्या॑म् +यु॒वां +यु॒वाकुः॑ +यु॒वाकु॑ +यु॒वाक॑वः +यु॒वाभ्यां॑ +यु॒वाभ्या॑म् +यु॒वाम् +यु॒वा॒ना॒ +यु॒वो +यु॒वोः +यु॒वोर्हि +यु॒व॒तयः॑ +यु॒व॒तिः +यु॒व॒तिम् +यु॒व॒ते॒ +यु॒ष्माकं॑ +यु॒ष्माक॑मस्तु॒ +यु॒ष्माक॑म् +यु॒ष्मान् +यु॒ष्मे +यु꣢जि꣡यश्चा꣢ +यु꣣जा꣢ +यू +यूं +यूः +यूआरएल +यूक +यूकः +यूका +यूकाः +यूकामक्षिकमत्कुणम् +यूकालिक्षम् +यूकाश्च +यूके +यूक्लिड् +यूटाह +यूटीसी +यूट्यूब +यूत +यूतं +यूति +यूतिः +यूते +यूथ +यूथं +यूथः +यूथनाथ +यूथनाथस्तु +यूथप +यूथपः +यूथपतिं +यूथपतिः +यूथपम् +यूथपा +यूथपाः +यूथपानां +यूथपान् +यूथपैः +यूथपो +यूथपौ +यूथभ्रष्टा +यूथमध्ये +यूथम् +यूथशो +यूथस्य +यूथा +यूथात् +यूथाधिप +यूथाधिपं +यूथानां +यूथानि +यूथाऽइव +यूथिका +यूथिकानां +यूथिकायां +यूथी +यूथे +यूथेन +यूथेव +यूथेषु +यूथैः +यूथो +यून +यूनः +यूनश्च +यूनस्तद्वत्परमरमणीयापि +यूनस्तस्य +यूनस्ति +यूनस्तिः +यूना +यूनां +यूनाइटेड +यूनाइटेड् +यूनान +यूनानि +यूनानी +यूनानीय +यूनान् +यूनाम् +यूनि +यूनिकोड +यूनिकोडरूपेण +यूनिटि +यूनिटेरियन् +यूनिट् +यूनियन +यूनियन् +यूनिवर्सिटी +यूनी +यूने +यूनेति +यूनेस्को +यूने॑ +यूनो +यूनोः +यूनोऽपि +यून्यपत्ये +यूप +यूपँ +यूपं +यूपः +यूपकटकः +यूपणं +यूपत्वं +यूपदंष्ट्रः +यूपदारु +यूपदेवत्यम् +यूपदेवत्या +यूपदेशं +यूपमभ्यैति +यूपमरत्नी +यूपमाहवनीयं +यूपमुच्छ्रयति +यूपमुच्छ्रयन्ति +यूपमुत्तरेण +यूपमुत्सृज्याग्नीषोमीयं +यूपम् +यूपवत् +यूपवाहाः +यूपवृक्ष +यूपव्रस्का +यूपव्रस्काः +यूपशकल +यूपशकलं +यूपशकलम् +यूपशकलो +यूपशब्दः +यूपशब्दस्य +यूपशब्दो +यूपश्च +यूपसंस्कारमारभ्य +यूपसत्क्रिया +यूपस् +यूपस्य +यूपस्यावृता +यूपस्येति +यूपा +यूपाः +यूपाक्षः +यूपाङ्गभावेन +यूपाङ्गम् +यूपात् +यूपानां +यूपान् +यूपान्तरालानि +यूपान्संमिनोति +यूपाय +यूपार्थं +यूपावटं +यूपावटे +यूपाश्च +यूपाहुतिं +यूपाहुतिꣳ +यूपे +यूपेन +यूपेषु +यूपैः +यूपैकादशिनी +यूपैकादशिन्यां +यूपो +यूपो॑ +यूप्या +यूपꣳ +यूय +यूयं +यूयञ्च +यूयते +यूयन्ते +यूयम +यूयमत्र +यूयमधीध्वे +यूयमपि +यूयमप्याचरत +यूयमस्मभ्यं +यूयमस्माकं +यूयमस्मान् +यूयमस्मिन् +यूयमागताः +यूयमापो +यूयमापोऽस्माकं +यूयमिति +यूयमित्याह +यूयमिमं +यूयमिह +यूयमुग्रा +यूयमेते +यूयमेव +यूयम् +यूयवयौ +यूरिक +यूरिया +यूरेनियम +यूरो +यूरोप +यूरोपखण्डः +यूरोपखण्डस्य +यूरोपदेशवासी +यूरोपमहाद्वीपे +यूरोपस्य +यूरोपीय +यूरोपीयभाषाः +यूरोपे +यूरोप् +यूर्य +यूष +यूषं +यूषः +यूषणं +यूषन् +यूषन्नवधाय +यूषन्नादेशः +यूषफः +यूषफ् +यूषम् +यूषस्य +यूषा +यूषांश्च +यूषाः +यूषान् +यूषार्थे +यूषाश्च +यूषे +यूषेण +यूषै +यूषैः +यूषैर् +यूषो +यूष्ण +यूष्णः +यूष्णा +यूष्णो +यूष्माकं +यू॑पवा॒हाश्च॒षालं॒ +यू॒था +यू॒थाऽइ॑व +यू॒थे +यू॒थेन॑ +यू॒थेव॑ +यू॒थेव॒ +यू॒प॒व्र॒स्का +यू॒यं +यू॒यम् +यू॒ष्ण +ये +यें +येंऽशा +येः +येइ +येक +येच +येच्च +येजना +येजयति +येण +येणारी +येणाह +येणेति +येणैव +येत +येतात +येति +येतिरे +येतु +येते +येतेति +येतो +येत् +येत्यर्थः +येत्यादि +येत्र +येत्विति +येत्वित्यादि +येथ +येथा +येथे +येद +येदं +येदिति +येद् +येन +येनं +येनकेन +येनकेनचित् +येनकेनचिदाशितः +येनकेनापि +येनकेनाप्युपायेन +येनयेन +येनर्षय +येना +येनांशेन +येनाकारि +येनाक्रियन्त +येनाक्षरं +येनाक्षरसमाम्नायमधिगम्य +येनाग्निना +येनाग्ने +येनाङ्किता +येनाङ्गविकार +येनाङ्गविकारः +येनाङ्गिरसो +येनाङ्गेन +येनाजेन +येनाढ्ये +येनात्मना +येनात्मनि +येनात्मा +येनात्मानं +येनात्मैवात्मना +येनात्र +येनादर्शनमिच्छति +येनादित्या +येनादौ +येनाद्य +येनाद्यापि +येनाधुना +येनानवस्था +येनानेन +येनान्नेन +येनान्योन्याश्रयः +येनापि +येनापो +येनाभिहताः +येनामी +येनामुना +येनामोदिनि +येनायं +येनायुष्मान् +येनार्चितो +येनार्थः +येनार्थी +येनार्थेन +येनावधार्यते +येनावपत् +येनावपत्सविता +येनावपदिति +येनावृतं +येनाशयेन +येनाशु +येनाश्रुतं +येनासावमृती +येनासावमृतीभूत्वा +येनासि +येनासिञ्चद्बलमिन्द्रे +येनासीः +येनासौ +येनास्ति +येनास्माकं +येनास्मि +येनास्मिन् +येनास्य +येनास्याः +येनाह +येनाहं +येनाहमपि +येनाहम् +येनाहुर्मनो +येनाऽसौ +येनाऽहं +येना॑ +येना॑ग्ने +येना॒ +येना॒न्तरि॑क्षमु॒र्वा॑त॒तन्थ॑ +येनि +येने +येनेति +येनेत्यस्य +येनेत्यादि +येनेदं +येनेदमखिलं +येनेदमन्नं +येनेदमावृतं +येनेदम् +येनेन्द्रस्य +येनेन्द्राय +येनेन्द्रियेण +येनेन्द्रो +येनेन्द्रो॑ +येनेमं +येनेमा +येनेमां +येनेमाः +येनेमे +येनेयं +येनेश्वरेण +येनेष्टं +येनेष्ट्वा +येनेह +येने॒मा +येनै +येनैकं +येनैकान्तेन +येनैकेन +येनैतत् +येनैतदेवं +येनैतद् +येनैति +येनैते +येनैनं +येनैव +येनैवं +येनैवंभूतः +येनैवंविधं +येनैवमाह +येनैवमुच्यते +येनैष +येनैषा +येनैषां +येनो +येनोक्तं +येनोक्तदोषः +येनोच्चारितेन +येनोच्यते +येनोत्तम्भितानि +येनोत्तरम् +येनोदितेन +येनोपदिश्येत +येनोपदिष्टा +येनोपनिषदां +येनोपमिमीते +येनोपायेन +येनोपेक्षणीयता +येन् +येन्द्रपदातिमात्र +येन्द्रपदादि +येन्न +येन्ये +येन॑ +येन॒ +येपा +येपां +येपाम् +येपि +येपु +येप्येते +येभिः +येभिः॑ +येभिर् +येभिर्वाचं +येभि॑ः +येभि॒ः +येभ्य +येभ्यः +येभ्यः॑ +येभ्यश्च +येभ्यस्ते +येभ्यस्तेषु +येभ्यस्त्वं +येभ्यो +येभ्यो॒ +येम +येमतुः +येमथुः +येमन +येमानः +येमिर +येमिरे +येमिरे॒ +येमुः +येमे +येय +येयं +येयः +येयजामह +येयजामहं +येयजामहः +येयजामहे +येयजामहो +येयमिति +येयमेषां +येयम् +येयुः +येये +येर +येरन् +येल +येव +येवं +येशुदास +येशुदासः +येष +येषं +येषा +येषाँ +येषां +येषांते +येषां॑ +येषां॒ +येषाञ्च +येषान्तानि +येषान्तु +येषान्ते +येषाम +येषामग्रे +येषामध्येति +येषामपि +येषामभिसन्धाय +येषामयं +येषामर्थाय +येषामर्थे +येषामस्ति +येषामस्तीति +येषामहं +येषामादिर्हेतुः +येषामिति +येषामित्यादि +येषामिदं +येषामिन्दीवरश्यामो +येषामिन्द्रियाणि +येषामिन्द्रो +येषामीशे +येषामुपरि +येषामेते +येषामेव +येषामेवं +येषामेवंभूता +येषाम् +येषाम्‌ +येषा॑म् +येषा॒मिन्द्रो॒ +येषाꣳ +येषु +येषुयेषु +येषु॑ +येषु॒ +येष्वपि +येष्वर्थेषु +येष्विति +येष्वेव +येष्व् +येसं +येसां +येसुदास् +येस्य +येह +येहि +येऽ +येऽंशा +येऽग्नयः +येऽङ्गद्वारेण +येऽङ्गारा +येऽङ्गिनं +येऽतीता +येऽतीताः +येऽत्र +येऽत्राधिकारिणो +येऽत्र॒ +येऽथ +येऽधमाः +येऽधिका +येऽधिशेरते +येऽनभिसंहितेषु +येऽनुतिष्ठन्ति +येऽनुपश्यन्ति +येऽनुभजन्ति +येऽनुयान्ति +येऽनृतं +येऽनेन +येऽन्तरिक्षे +येऽन्तस्तु +येऽन्त्या +येऽन्नं +येऽन्य +येऽन्यजन्मनि +येऽन्यथा +येऽन्यथातो +येऽन्ये +येऽन्येऽपि +येऽन्योन्यतो +येऽपरे +येऽपि +येऽपीति +येऽपीत्यादि +येऽप्यदग्धाः +येऽप्यन्यदेवताभक्ता +येऽप्यन्ये +येऽप्रमाणतः +येऽबान्धवा +येऽभवन् +येऽभिगच्छन्ति +येऽभिनन्दन्ति +येऽमावास्यां +येऽमी +येऽर्चयंति +येऽर्चयन्ति +येऽर्चयिष्यंति +येऽर्चयिष्यन्ति +येऽर्च्चयन्ति +येऽर्च्यन्ते +येऽर्था +येऽर्थाः +येऽवशिष्टा +येऽवस्थिताः +येऽविद्यामुपासते +येऽविपश्चितो +येऽश्नन्ति +येऽष्टकासु +येऽष्टौ +येऽसंभूतिमुपासते +येऽसम्भूतिमुपासते +येऽसुरा +येऽस्माकं +येऽस्मिन् +येऽस्य +येऽस्या +येऽस्यां +येा +येाजयति +येाज्यम् +येि +येो +येोगः +येोजना +ये॒ति॒रे॒ +ये॒मा॒नः +ये॒मि॒रे॒ +ये᳘शत᳘ं +ये꣡ +ये꣢ +यै +यैः +यैति +यैते +यैन +यैनं +यैरपि +यैरयं +यैरस्य +यैरहं +यैराहतः +यैरिति +यैरिदं +यैरिमा +यैरिमे +यैरियं +यैरिह +यैरुक्तं +यैरेव +यैरेष +यैरेषा +यैर् +यैर्दत्तं +यैर्दृष्टं +यैर्दृष्टा +यैर्द्विजोत्तमैः +यैर्न +यैर्नरैः +यैर्नाम +यैर्भुक्तं +यैर्यत्र +यैर्यैः +यैर्योद्धव्यं +यैर्वयं +यैर्वा +यैर्विना +यैर्व्याप्तमखिलं +यैर्व्याप्ता +यैर्हि +यैव +यैवं +यैवासौ +यैवास्य +यैश् +यैश्च +यैषा +यैषां +यैस् +यैस्तथा +यैस्तथोक्ता +यैस्तथोक्ताः +यैस्तव +यैस्तानि +यैस्तान् +यैस्तु +यैस्ते +यैस्तेषां +यैस्तेषाम् +यैस्तेषु +यैस्तै +यैस्तैः +यैस्त्वं +यैस्य +यॉकोहामा +यॉर्क +यॉर्क् +यो +यों +योंऽशः +योः +योक +योकारं +योक्तं +योक्तम् +योक्तव्य +योक्तव्यं +योक्तव्यः +योक्तव्या +योक्तव्याः +योक्तव्यो +योक्तव्योऽभ्यसनीयः +योक्ता +योक्तारं +योक्तुं +योक्तुमर्हसि +योक्तुम् +योक्त्या +योक्त्र +योक्त्रं +योक्त्रपाशं +योक्त्रम् +योक्त्रा +योक्त्राणि +योक्त्रे +योक्त्रेण +योक्ष्यति +योक्ष्यते +योक्ष्यसे +योक्ष्ये +योग +योगं +योगः +योगकथनं +योगकरणं +योगकलया +योगकल्पनम् +योगका +योगकारक +योगकारकसंयुते +योगकारकाध्यायः +योगकारकौ +योगकाले +योगकी +योगकृत्यं +योगके +योगको +योगक्षेम +योगक्षेमं +योगक्षेमः +योगक्षेमञ्च +योगक्षेमम् +योगक्षेमसाधनं +योगक्षेमस्य +योगक्षेमाय +योगक्षेमार्थम् +योगक्षेमार्थसिद्धये +योगक्षेमे +योगक्षेमेण +योगक्षेमेऽन्यथा +योगक्षेमो +योगक्षेमौ +योगगतिं +योगगम्या +योगगम्याय +योगगम्यो +योगगुणे +योगगुरवः +योगचक्षुषा +योगचक्षुषाम् +योगचक्षुषे +योगचूडामण्युपनिषत् +योगज +योगजं +योगजः +योगजम् +योगजस्तथा +योगजा +योगजागमवचनानुसारेण +योगजिज्ञासामात्रेणैव +योगजे +योगजेन +योगजो +योगज्ञः +योगज्ञा +योगज्ञाः +योगज्ञाने +योगज्ञैः +योगज्ञो +योगञ्च +योगत +योगतः +योगतत्त्व +योगतत्त्वं +योगतत्त्वोपनिषत् +योगतत्परः +योगतारया +योगतारा +योगतारां +योगतारावली +योगतो +योगदं +योगदर्शन +योगदर्शनं +योगदर्शनप्रवेशद्वारस्य +योगदर्शनम् +योगदर्शनस्य +योगदर्शने +योगदशायां +योगदशैव +योगदा +योगदान +योगदानं +योगदानप्रतिग्रहम् +योगदानमस्ति +योगदानम् +योगदानस्य +योगदानानि +योगदानार्थं +योगदानिनिभ्यः +योगदानेन +योगदिवसः +योगदृष्ट्या +योगद्वयं +योगद्वयेन +योगधर्मः +योगधर्मस्य +योगधर्मिणः +योगधारणया +योगधारणां +योगधारणाम् +योगनन्दश्च +योगनन्दस्य +योगनन्दोऽथ +योगनिद्रया +योगनिद्रा +योगनिद्रां +योगनिद्राया +योगनिद्रायां +योगनिष्ठः +योगनिष्ठस्य +योगनिष्ठा +योगनिष्ठानां +योगनिष्ठाश्च +योगनिष्ठो +योगपक्षे +योगपट्टं +योगपट्टेन +योगपतये +योगपदं +योगपद्येन +योगपरम्परा +योगपरायणः +योगपरायणाः +योगपादः +योगपादस्य +योगपादे +योगपारगाः +योगपीठं +योगपीठस्य +योगपीठे +योगप्रज्ञया +योगप्रतिकूलमवसादं +योगप्रतिपक्षा +योगप्रत्युक्त्यधिकरणम् +योगप्रदीपः +योगप्रभावं +योगप्रभावात् +योगप्रमाणे +योगफलं +योगफलम् +योगबल +योगबलं +योगबलतः +योगबलात् +योगबलेन +योगबलेनैव +योगबुद्धिं +योगबुद्धिः +योगबुद्धिमाश्रित्य +योगबुद्ध्याश्रयां +योगभाष्ये +योगभूतं +योगभूमिः +योगभूमिका +योगभूमिकाम् +योगभेदः +योगभेदे +योगभ्रष्ट +योगभ्रष्टः +योगभ्रष्टजन्म +योगभ्रष्टस्य +योगभ्रष्टा +योगभ्रष्टो +योगभ्रष्टोऽपि +योगभ्रष्टोऽभिजायते +योगमठस्य +योगमनुत्तमम् +योगमन्तरेण +योगमपि +योगमभ्यसेत् +योगमभ्यस्य +योगमयं +योगमर्हतः +योगमला +योगमवाप्नुयात् +योगमवाप्स्यसि +योगमहिम्ना 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+योगरूपिणी +योगरेखा +योगर्द्धेः +योगलक्षणम् +योगलक्षे +योगवतां +योगवत् +योगवरः +योगवलेन +योगवान् +योगवामनम् +योगवार्तिक +योगवासिष्ठः +योगवासिष्ठे +योगवाहः +योगवाहि +योगवाहिका +योगवाही +योगवि +योगवित् +योगवित्तमः +योगवित्तमा +योगवित्तमाः +योगवित्तमैः +योगविदः +योगविदां +योगविदो +योगविद्यया +योगविद्या +योगविधानं +योगविधिं +योगविधिः +योगविधिना +योगविधौ +योगविभाग +योगविभागं +योगविभागः +योगविभागस्तु +योगविभागात् +योगविभागात्कप्रत्ययः +योगविभागात्समासः +योगविभागात्सिद्धम् +योगविभागादच् +योगविभागादन्यत्रापि +योगविभागादिति +योगविभागाद् +योगविभागाद्वा +योगविभागे +योगविभागेन +योगविभागो +योगविभागोऽत्र +योगवियोगादिकं +योगविरतिकालेष्वपि +योगविरोधित्वाभावात्वासनाबलमिति +योगविशारदः +योगविशेषः +योगविशेषे +योगविषयया +योगविषयाणि +योगविषये +योगविसृष्टदेहा +योगवृत्तम् +योगवृत्त्या +योगशक्तिः +योगशक्त्या +योगशब्द +योगशब्दः +योगशब्दनिर्दिष्टं +योगशब्दस्य +योगशब्दार्थमाह +योगशब्दितं +योगशब्देन +योगशब्दोऽप्यनेन +योगशायिनम् +योगशास्त्र +योगशास्त्रं +योगशास्त्रम् +योगशास्त्रसम्बद्धाः +योगशास्त्रस्य +योगशास्त्राणि +योगशास्त्रे +योगशास्त्रेषु +योगशास्त्रेऽपि +योगशास्त्रोक्ते +योगशिखा +योगशिखां +योगशिखोपनिषत् +योगशिखोपनिषत्सु +योगश् +योगश्च +योगश्चित्तवृत्ति +योगश्चित्तवृत्तिनिरोध +योगश्चित्तवृत्तिनिरोधः +योगश्चेति +योगसंज्ञितं +योगसंज्ञितम् +योगसंन्यस्तकर्माणं +योगसंन्यस्तकर्माणम् +योगसंसिद्धः +योगसंसिद्धा +योगसंसिद्धिं +योगसंसिद्धिमप्राप्य +योगसन्न्यस्तकर्माणं +योगसमाधिना +योगसमापत्तिः +योगसमापत्त्या +योगसम्बद्धभाषानुबन्धः +योगसम्भवाय +योगसांख्ये +योगसाधकः +योगसाधनं +योगसाधनम् +योगसाधने +योगसामर्थ्येन +योगसारं +योगसारमञ्जर्याम् +योगसारसंग्रहः +योगसारे +योगसिद्धः +योगसिद्धये +योगसिद्धस्य +योगसिद्धा +योगसिद्धाः +योगसिद्धिं +योगसिद्धिः +योगसिद्धिवर्णनम् +योगसिद्धीरपुनर्भवं +योगसिद्धेः +योगसिद्धो +योगसू +योगसूत्र +योगसूत्रं +योगसूत्रक्रमः +योगसूत्रटीका +योगसूत्रम् +योगसूत्रस्य +योगसूत्राणां +योगसूत्राणि +योगसूत्रे +योगसूत्रेण +योगसे +योगसेवया +योगस् +योगस्तं +योगस्तडित्तोयदयोरिवास्तु +योगस्ततः +योगस्तत्र +योगस्तथा +योगस्तदा +योगस्तदुच्यते +योगस्तस्मात्स +योगस्तस्य +योगस्तु +योगस्तेन +योगस्तेनैव +योगस्त्वया +योगस्थ +योगस्थः +योगस्था +योगस्थानं +योगस्थाने +योगस्य +योगस्यापि +योगस्येति +योगस्यैव +योगस्वरूपं +योगहीनं +योगा +योगांश्च +योगाः +योगाख्यं +योगाख्यानं +योगाग्निना +योगाग्निमयं +योगाङ्कुरभूतात्मज्ञानगर्भतया +योगाङ्ग +योगाङ्गं +योगाङ्गता +योगाङ्गत्वेन +योगाङ्गानां +योगाङ्गानि +योगाङ्गानुष्ठानं +योगाङ्गानुष्ठानादशुद्धिक्षये +योगाङ्गानुष्ठानाद् +योगाङ्गान्य् +योगाङ्गे +योगाचार +योगाचारः +योगाचारमते +योगाचारस्य +योगाचारा +योगाचाराः +योगाचारेण +योगाचारो +योगाचार्य +योगाचार्यस्य +योगाचार्याय +योगाचार्यो +योगाच्च +योगाच्चलितमानसः +योगात् +योगात्परतरं +योगात्मने +योगात्मा +योगात्मानो +योगात्स +योगात्स्वाध्यायमामनेत् +योगादि +योगादिति +योगादेव +योगाद् +योगाद्यच्च +योगाद्यादेवी +योगाद्वा +योगाद्व्यतिरेकः +योगाधमनविक्रीतं +योगाधिपतये +योगाधिरूढा +योगाध्याय +योगाध्यायः +योगानंदाख्य +योगानन्द +योगानन्दः +योगानन्दनाथभाष्यसमेतम् +योगानन्दभट्टाचार्यस्य +योगानन्दस्य +योगानन्देन +योगानां +योगानाम् +योगानि +योगानीतं +योगानुशासनं +योगानुशासनम् +योगानुशासनस्य +योगानुसाशनम् +योगान् +योगान्तर +योगान्तरं +योगान्तरमाह +योगान्तरम् +योगान्तराया +योगान्तरे +योगान्ते +योगान्न +योगापेक्षं +योगापेक्षां +योगाभावे +योगाभ्यां +योगाभ्यास +योगाभ्यासं +योगाभ्यासः +योगाभ्यासनिष्ठस्याहारादिनियममाह +योगाभ्यासरतः +योगाभ्यासरतो +योगाभ्यासस्य +योगाभ्यासी +योगाभ्यासे +योगाभ्यासेन +योगाभ्यासो +योगामृतार्थ +योगाय +योगायै +योगारम्भं +योगारम्भे +योगारुढस्य +योगारूढ +योगारूढः +योगारूढतामापादयेदित्यर्थः +योगारूढत्वं +योगारूढत्वमासाद्य +योगारूढस्तदोच्यते +योगारूढस्य +योगारूढस्येति +योगारूढो +योगार्थ +योगार्थं +योगार्थः +योगार्थस्य +योगार्थे +योगार्हः +योगावस्था +योगाश्च +योगाष्टकं +योगासन +योगासनं +योगासनम् +योगासनस्य +योगासनानि +योगासने +योगासनेषु +योगास् +योगास्ते +योगा॑य +योगि +योगिक +योगिकौ +योगिगण +योगिगम्यं +योगिचित्तस्य +योगिज्ञानं +योगिज्ञानम् +योगिज्ञानस्य +योगितया +योगिता +योगित्वं +योगित्वशान्तत्वादिनिमित्तोऽपि +योगित्वात् +योगिदुर्लभम् +योगिध्येयं +योगिध्येयः +योगिन +योगिनं +योगिनः +योगिनमुत्तमं +योगिनमेव +योगिनम् +योगिनश् +योगिनश्च +योगिनश्चापि +योगिनश्चित्तं +योगिनश्चैनं +योगिनस् +योगिनस्तं +योगिनस्तत्र +योगिनस्तथा +योगिनस्तस्य +योगिनस्तु +योगिनस्ते +योगिनस्त्रिविधमितरेषाम् +योगिनस्त्वां +योगिना +योगिनां +योगिनान्तु +योगिनामपि +योगिनामप्यगम्यः +योगिनाममृतं +योगिनामिति +योगिनामित्यर्थः +योगिनामिव +योगिनामीश्वर +योगिनामेव +योगिनाम् +योगिनि +योगिनी +योगिनीं +योगिनीः +योगिनीकोटिभिः +योगिनीगणाः +योगिनीचक्रं +योगिनीतन्त्रे +योगिनीनां +योगिनीप्रियः +योगिनीभिः +योगिनीभेदे +योगिनीभ्यः +योगिनीभ्यो +योगिनीम् +योगिनीयं +योगिनीव +योगिनीविशेषः +योगिनीस्ताः +योगिनीहृदयं +योगिनीहृदये +योगिने +योगिनो +योगिनोक्तं +योगिनोऽनन्ते +योगिनोऽपि +योगिनौ +योगिन् +योगिन्य +योगिन्यः +योगिन्यश्च +योगिन्या +योगिन्यां +योगिन्येकादशी +योगिन्यै +योगिन्यो +योगिन्योऽष्टौ +योगिन्यौ +योगिप्रत्यक्षं +योगिप्रत्यक्षे +योगिबुद्धिगम्य +योगिभि +योगिभिः +योगिभिरपि +योगिभिर् +योगिभिर्गम्यं +योगिभिश्च +योगिभ्यः +योगिभ्यो +योगियाज्ञ +योगियाज्ञवल्क्यः +योगियाज्ञवल्क्येन +योगियों +योगिराट् +योगिवत् +योगिवर +योगिषु +योगी +योगींद्र +योगींद्रः +योगींद्राणां +योगींद्रो +योगीके +योगीति +योगीत्यादि +योगीन्द्र +योगीन्द्रं +योगीन्द्रः +योगीन्द्रा +योगीन्द्राः +योगीन्द्राणां +योगीन्द्रैः +योगीन्द्रैरपि +योगीन्द्रो +योगीव +योगीश +योगीशं +योगीशः +योगीशो +योगीश्वर +योगीश्वरं +योगीश्वरः +योगीश्वराः +योगीश्वराणां +योगीश्वरी +योगीश्वरेण +योगीश्वरो +योगे +योगेति +योगेन +योगेनानेन +योगेनान्ते +योगेनार्थान्तरकल्पनम् +योगेनाव्यभिचारिण्या +योगेनेति +योगेनैव +योगेयोगे +योगेश +योगेशं +योगेशः +योगेशा +योगेशाय +योगेशी +योगेशो +योगेश्वर +योगेश्वरं +योगेश्वरः +योगेश्वरश्च +योगेश्वरस्य +योगेश्वरा +योगेश्वराः +योगेश्वराणां +योगेश्वरात् +योगेश्वरात्कृष्णात्साक्षात्कथयतः +योगेश्वराय +योगेश्वरि +योगेश्वरी +योगेश्वरीं +योगेश्वरेति +योगेश्वरेभ्यश्च +योगेश्वरेश्वरः +योगेश्वरैः +योगेश्वरो +योगेश्वर्येण +योगेषु +योगेष्टं +योगेऽपि +योगेऽस्मिन् +योगे॑ +योगे॑योगे +योगे॒ +योगैः +योगैरपि +योगैश्च +योगैश्वर्यं +योगैश्वर्याणि +योगैश्वर्येण +योगो +योगों +योगोक्तेन +योगोद्देशेन +योगोद्वहनं +योगोपकरणं +योगोपनिषद् +योगोपाधिके +योगोऽङ्गीक्रियते +योगोऽत्र +योगोऽद्य +योगोऽनिर्विण्णचेतसा +योगोऽन्तरं +योगोऽपि +योगोऽय +योगोऽयं +योगोऽयममृतोपमः +योगोऽस्ति +योगौ +योग् +योग्य +योग्यं +योग्यः +योग्यकम् +योग्यकालः +योग्यकाले +योग्यक्रियाध्याहारः +योग्यतम +योग्यतया +योग्यतयैव +योग्यता +योग्यतां +योग्यताः +योग्यताज्ञान +योग्यताज्ञानं +योग्यताज्ञानस्य +योग्यतादिकं +योग्यतादिवशात् +योग्यतानुसारेण +योग्यतापि +योग्यताभ्रमात् +योग्यतामात्रेण +योग्यतामापन्नः +योग्यताम् +योग्यताया +योग्यतायां +योग्यतायाः +योग्यतायाम् +योग्यतायाश्च +योग्यतावच्छिन्ना +योग्यतावशात् +योग्यतावशेन +योग्यतावादः +योग्यताविरहात् +योग्यतास्ति +योग्यतेति +योग्यतैव +योग्यत्व +योग्यत्वं +योग्यत्वम् +योग्यत्वस्य +योग्यत्वाच्च +योग्यत्वात् +योग्यत्वे +योग्यत्वेन +योग्यत्वेऽपि +योग्यमपि +योग्यमस्ति +योग्यमिति +योग्यमित्यर्थः +योग्यमुत्तरं +योग्यमुत्तरम् +योग्यमेव +योग्यम् +योग्यया +योग्यरीत्या +योग्यविभुविशेषगुणानां +योग्यश्च +योग्यस्थाने +योग्यस्य +योग्या +योग्यां +योग्याः +योग्यानां +योग्यानि +योग्यानु +योग्यानुपलब्धिः +योग्यानुपलब्धेः +योग्यानुपलब्ध्या +योग्यान् +योग्याभिः +योग्याम् +योग्याय +योग्यायोग्यं +योग्यायोग्ये +योग्याश्च +योग्यासि +योग्ये +योग्येति +योग्येन +योग्येयं +योग्येषु +योग्यैः +योग्यो +योग्यों +योग्योस्मि +योग्योऽयं +योग्योऽयमिति +योग्योऽसि +योग्योऽसीति +योग्योऽसीत्यर्थः +योग्योऽसौ +योग्योऽस्ति +योग्योऽस्मि +योग्यौ +योग॒ +योङ +योच्यते +योज +योजक +योजकं +योजकः +योजकनाम +योजकफलकम् +योजकफलकानि +योजकमञ्जूषा +योजकमिति +योजकसम्भाषणम् +योजकस्य +योजकाः +योजकानां +योजकैः +योजको +योजत +योजति +योजते +योजन +योजनं +योजनः +योजनकर्णः +योजनकर्णा +योजनगन्धा +योजनजाः +योजनत्रयम् +योजनद्वयमायता +योजनद्वयम् +योजनमात्रं +योजनमायतम् +योजनमायतौ +योजनमायामेन +योजनमितः +योजनमिति +योजनमेव +योजनम् +योजनया +योजनवल्ल्यपि +योजनशत +योजनशतं +योजनशतम् +योजनसंख्यया +योजनसंख्या +योजनसहस्रं +योजनसहस्राणि +योजनस्य +योजना +योजनां +योजनाः +योजनाग्रेण +योजनात् +योजनात्मक +योजनात्मकं +योजनात्मककर्णस्य +योजनात्मकेन +योजनात्मिका +योजनानां +योजनानान्तु +योजनानाम् +योजनानि +योजनानीति +योजनानुसारं +योजनान्तरे +योजनान्ते +योजनान्न +योजनाम् +योजनाय +योजनायतम् +योजनायताम् +योजनायां +योजनायाः +योजनायामं +योजनायाम् +योजनायाह +योजनायुतम् +योजनायै +योजनायोगः +योजनार्थं +योजनार्थः +योजनावधि +योजनासु +योजनी +योजनीय +योजनीयं +योजनीयः +योजनीयमिति +योजनीयम् +योजनीया +योजनीयाः +योजनीयानि +योजनीये +योजनीयेति +योजनीयो +योजनीयौ +योजने +योजनेति +योजनेन +योजनेषु +योजनैः +योजनैस्तन्निबोधत +योजनों +योजनोच्छ्रितः +योजपेत् +योजय +योजयंति +योजयत +योजयतः +योजयता +योजयति +योजयतीति +योजयतीत्यर्थः +योजयतु +योजयते +योजयत् +योजयध्वं +योजयन् +योजयन्ति +योजयन्तीति +योजयन्तु +योजयन्नाह +योजयसि +योजयस्व +योजयामः +योजयामास +योजयामि +योजयितव्यः +योजयितव्यम् +योजयितव्या +योजयितव्याः +योजयितव्यानि +योजयितुं +योजयितुमाह +योजयितुम् +योजयितुर्वचनीयता +योजयित्वा +योजयिष्यति +योजयिष्यतीति +योजयिष्यसि +योजयिष्यामि +योजये +योजयेच्च +योजयेत +योजयेत् +योजयेत्क्रमात् +योजयेत्ततः +योजयेत्तत्र +योजयेत्तु +योजयेथ् +योजयेदिति +योजयेद् +योजयेद्बुधः +योजयेद्भिषक् +योजयेद्यदि +योजयेयुः +योजा +योजा॒ +योजि +योजित +योजितं +योजितः +योजितम् +योजितवती +योजितवन्तः +योजितवान् +योजितव्यम् +योजिता +योजिताः +योजितात्मा +योजितानि +योजिताम् +योजिते +योजितेन +योजितेषु +योजितैः +योजितो +योजितौ +योज्य +योज्यं +योज्यः +योज्यखण्डे +योज्यतां +योज्यताम् +योज्यते +योज्यन्ताम् +योज्यन्ते +योज्यमिति +योज्यमित्यर्थः +योज्यमौदयिके +योज्यम् +योज्या +योज्याः +योज्यानि +योज्यास्ते +योज्ये +योज्येति +योज्यो +योज्यौ +योज॑ +योज॑नं +योज॑नम् +योज॑ना +योज॑नानि +योढुं +योढुम् +योत +योतते +योति +योत्तमा +योत्तरा +योत्यते +योत्र +योत्रम् +योत्स्य +योत्स्यति +योत्स्यते +योत्स्यन्ति +योत्स्यन्ते +योत्स्यमानः +योत्स्यमानानवेक्षेऽहं +योत्स्यमानानहमवेक्षे +योत्स्यमानानिति +योत्स्यमानान् +योत्स्यसे +योत्स्याम +योत्स्यामहे +योत्स्यामि +योत्स्यामीति +योत्स्यामो +योत्स्ये +योत्स्येऽहं +योदद्यात् +योदितम् +योदेति +योद्ध +योद्धं +योद्धम् +योद्धरि +योद्धव्य +योद्धव्यं +योद्धव्यः +योद्धव्यमिति +योद्धव्यम् +योद्धा +योद्धाओं +योद्धार +योद्धारं +योद्धारः +योद्धारो +योद्धारोऽत्रेति +योद्धारोऽस्य +योद्धारौ +योद्धु +योद्धुं +योद्धुः +योद्धुकामं +योद्धुकामः +योद्धुकामा +योद्धुकामाः +योद्धुकामान् +योद्धुकामो +योद्धुकामौ +योद्धुमभ्याययौ +योद्धुमसमर्थं +योद्धुमिच्छति +योद्धुमिच्छसि +योद्धुमिच्छामि +योद्धुमुत्सहते +योद्धुमुपस्थिताः +योद्धुम् +योद्धृणां +योद्धृन् +योद्धृभिः +योद्धृभिरत्रेति +योद्धृभ्यः +योद्धृषु +योद्धॄणां +योद्धॄन् +योद्धे +योद्या +योद्वुकामस्त्वदर्थे +योध +योधं +योधः +योधनं +योधनम् +योधनागरिकादीनां +योधनाय +योधने +योधभेदे +योधमुख्याः +योधमुख्यैः +योधय +योधयति +योधयन्तः +योधयन्ति +योधयन्तो +योधया +योधयामास +योधयितुं +योधयित्वा +योधयिष्यामि +योधयेत् +योधयेद्यस्तु +योधवीरान् +योधस्य +योधा +योधांश्च +योधाः +योधानां +योधान् +योधारया +योधाश्च +योधास्ते +योधि +योधितवान् +योधिनः +योधिनां +योधी +योधीः +योधे +योधेषु +योधै +योधैः +योधो +योध्यम् +योध्या +योन +योनः +योनय +योनयः +योनयो +योनरः +योना +योनावृतस्य +योनावेव +योनाव् +योना॑ +योना॑वृ॒तस्य॑ +योना॒ +योनि +योनिं +योनिं॑ +योनिं॒ +योनिः +योनिःऽ +योनिः॑ +योनिः॒ +योनिकन्दनिदानम् +योनिकुण्डे +योनिगतस्य +योनिजं +योनिजः +योनिजठरादिषु +योनिजमयोनिजं +योनिजम् +योनिजा +योनिजाः +योनिजीवी +योनिजो +योनिञ्च +योनितः +योनितो +योनिदुष्टा +योनिदेशाच्च +योनिदोषहरः +योनिदोषहृत् +योनिदोषे +योनिदोषेण +योनिद्वारं +योनिद्वारे +योनिद्वारेण +योनिना +योनिनिर्देशः +योनिनी +योनिपीठे +योनिप्रदोषाच्च +योनिप्रवाहं +योनिभ्यो +योनिमग्रे +योनिमण्डलम् +योनिमण्डले +योनिमध्ये +योनिमनु +योनिमन्ये +योनिमपि +योनिमपिगच्छत +योनिमभि +योनिमसतश्च +योनिमा +योनिमाकुञ्चयेद्गुदम् +योनिमापद्यन्ते +योनिमापद्येरन् +योनिमापन्ना +योनिमापन्नाः +योनिमाप्नुयात् +योनिमाप्नोति +योनिमारैक् +योनिमार्गे +योनिमाशये +योनिमाश्रितः +योनिमाश्रित्य +योनिमासदं +योनिमासदत् +योनिमासदम् +योनिमासाद्य +योनिमासीद +योनिमिति +योनिमुखं +योनिमुद्रया +योनिमुद्रा +योनिमुद्रां +योनिमृच्छति +योनिमृतस्य +योनिमेतु +योनिमेव +योनिम् +योनियों +योनिरग्नये +योनिरग्नेः +योनिरन्तरतः +योनिरप्स्वन्तः +योनिरसि +योनिरसीति +योनिरस्मि +योनिरस्य +योनिरिति +योनिरिन्द्रा +योनिरिन्द्राग्निभ्यां +योनिरिन्द्राय +योनिरुच्यते +योनिरुत्पत्तिस्थानं +योनिरुत्पत्तिस्थानम् +योनिरूपं +योनिरृत्विय +योनिरृत्वियः +योनिरृत्वियो +योनिरेव +योनिरोगाधिकारः +योनिरोगान् +योनिरोगे +योनिर् +योनिर्ऋत्विय +योनिर्ऋत्वियः +योनिर्ऋत्वियो +योनिर्दाहपाकज्वरान्विता +योनिर्भवति +योनिर्महद्ब्रह्म +योनिर्मित्रावरुणाभ्यां +योनिर्मोदाय +योनिर्यस्य +योनिर्येषां +योनिर्वा +योनिर्विश्वेभ्यस्त्वा +योनिर्वीरतां +योनिर्वै +योनिर्हि +योनिविशुद्धिञ्च +योनिव्यापत्सु +योनिश +योनिशः +योनिशतं +योनिशब्दः +योनिशब्दस्य +योनिशब्दो +योनिशूलं +योनिशूले +योनिशो +योनिश् +योनिश्च +योनिषु +योनिष्ट +योनिसंबन्धे +योनिसंबन्धेभ्यः +योनिसंवरणं +योनिसम्बन्धं +योनिसम्बन्धे +योनिसम्बन्धेभ्यः +योनिसहस्रेषु +योनिस् +योनिस्तथैव +योनिस्तदेकं +योनिस्तव +योनिस्तस्यां +योनिस्तेजसे +योनिस्थानं +योनिस्थाने +योनि॑ +योनि॑मा॒शये॑ +योनि॑मा॒सदं॑ +योनि॑मा॒सद॑म् +योनि॑म् +योनि॑रसि +योनि॑र्महे॒न्द्राय॑ +योनि॑र्वैश्वान॒राय॑ +योनि॑र॒ग्नेः +योनि॑षु +योनि॒ +योनि॒मग्रे॑ +योनि॒मनु॑ +योनि॒मनु॒ +योनि॒मस॑तश्च॒ +योनि॒मा +योनि॒रिन्द्रा॑य +योनि॒र्विश्वे +योनि॒र्विश्वे॑भ्यस्त्वा +योनी +योनीः +योनीनां +योनीर् +योनीश्च +योनीषु +योने +योनेः +योनेरसृज्यत +योनेर् +योनेर्जनयति +योनेर्हस्ताभ्यां +योनेश् +योनोव +योनौ +योनौ॑ +योनौ॒ +योन्य +योन्यः +योन्यन्तरं +योन्यन्तरी +योन्या +योन्यां +योन्याः +योन्याकारं +योन्याम् +योन्याश्च +योन्यासनं +योन्य् +योपधत्वात् +योपधप्रतिषेधे +योपधा +योपधात् +योपधादपि +योपधाद् +योपयामसि +योपयित्वा +योपि +योपितः +योपितां +योपिताम् +योपितो +योभुङ्क्ते +योम +योय +योयं +योयते +योयमग्निः +योयस्य +योयुपित्वा +योयुप्यते +योयुवत्यो +योयुवे +योयो +योयोति +योर +योरनादेशः +योरन्तरं +योरपि +योरभि +योरभिस्रवन्तु +योररपो +योराजा +योरावृणीमहे +योरिति +योरिव +योरेव +योर् +योर्थः +योर्मध्ये +योर्वा +योर॑र॒पो +योर॒भि +योव +योवा +योवै +योव्या +योश्च +योश्च॒ +योषं +योषणः +योषणा +योषणां +योषणाम् +योषणासु +योषणे +योषणो +योषति +योषत् +योषत्या +योषम् +योषा +योषां +योषाः +योषाग्नौ +योषामभ्येति +योषाम् +योषाया +योषायां +योषायै +योषाऽइव +योषा॑ +योषा॑म् +योषा॑ऽइव +योषा॒ +योषि +योषिच्च +योषित +योषितं +योषितः +योषितम् +योषितश्च +योषितस्तथा +योषितस्तदा +योषिता +योषितां +योषितामपि +योषितामिति +योषिताम् +योषितायां +योषिति +योषिते +योषितो +योषितोऽपि +योषित् +योषित्सु +योषिदबला +योषिदिव +योषिदेषा +योषिद् +योषिद्भिः +योषिद्भ्यः +योषिन् +योषिन्मुखं +योषे +योषेति +योषेव +योषे॑व +योष्ट +योष्ठाः +योष॑णः +योष॑णा +योष॑णां +योष॑णाम् +योष॑णे +योष॑णो॒ +योसि +योसौ +योस्ति +योस्तु +योस्मान् +योस्य +योस्यि +योह +योहं +योहनं +योहनः +योहनलिखितः +योहनस्य +योहना +योहनो +योहन् +योहान +योहानेस +योहि +योऽ +योऽकामां +योऽकामो +योऽकार +योऽकारः +योऽकारस्तस्य +योऽक्षरमन्तरे +योऽक्ष्णोर्निमेषस्य +योऽगं +योऽग्निं +योऽग्निः +योऽग्निमान् +योऽग्निमुद्वासयते +योऽग्निर्नृमणा +योऽग्निर्मृत्युस्सः +योऽग्निहोत्रं +योऽग्नौ +योऽग्रजे +योऽग्रे +योऽघायुरागच्छति +योऽङ्कः +योऽचि +योऽच् +योऽजं +योऽणिमा +योऽणिष्ठः +योऽणिष्ठस्तन्मनः +योऽत +योऽति +योऽतिमात्रं +योऽतिसार्यते +योऽतीतः +योऽतीतमनुशोचति +योऽत्ति +योऽत्यन्तं +योऽत्यर्थं +योऽत्र +योऽथ +योऽदक्षिणेन +योऽदत्तादायिनो +योऽद्य +योऽद्यापि +योऽधारयत् +योऽधि +योऽधिकः +योऽधिकारी +योऽधिकृत्य +योऽधिगच्छति +योऽधिगन्तुं +योऽधितिष्ठति +योऽधिरोहति +योऽधीते +योऽधीतेऽहन्यहन्येतां +योऽधीत्य +योऽध्यापयति +योऽध्यापयेज्जपेद्वापि +योऽध्यायः +योऽध्वानं +योऽनधीत्य +योऽनन्तः +योऽनन्तस्तत्तारं +योऽनया +योऽनायासः +योऽनाहिताग्निः +योऽनु +योऽनुकल्पेन +योऽनुगच्छति +योऽनुतिष्ठति +योऽनुदिते +योऽनुदिनं +योऽनुपश्यति +योऽनुरज्येत +योऽनुवर्तते +योऽनूचानः +योऽनृतमभिवदति +योऽनेन +योऽन् +योऽन्तः +योऽन्तःसुखोऽन्तरारामः +योऽन्तकाले +योऽन्तरिक्षे +योऽन्तरिति +योऽन्तर्मुखो +योऽन्त्यो +योऽन्न +योऽन्नं +योऽन्नमत्ति +योऽन्नमश्नुते +योऽन्य +योऽन्यं +योऽन्यः +योऽन्यत्र +योऽन्यत्रात्मनो +योऽन्यथा +योऽन्यमात्मनः +योऽन्यमालम्बते +योऽन्यस्मै +योऽन्यस्य +योऽन्यां +योऽन्यान् +योऽन्येषां +योऽन्यो +योऽन्योऽपि +योऽन्वहं +योऽन्वहम् +योऽपक्षीयते +योऽपरः +योऽपरुद्धः +योऽपां +योऽपामायतनं +योऽपि +योऽपीति +योऽपेक्ष्य +योऽपो +योऽपोऽन्तरो +योऽप्यत्र +योऽप्यनुक्रमणीमेतां +योऽप्यन्यः +योऽप्ययं +योऽप्यसौ +योऽप्सु +योऽभवत् +योऽभावः +योऽभिगच्छति +योऽभिजानाति +योऽभिधीयते +योऽभिमन्यते +योऽभियुक्तः +योऽभिरक्षति +योऽभिरोहति +योऽभिलाषः +योऽभिवाञ्छति +योऽभिषेकं +योऽभूत् +योऽभ्यसूयति +योऽभ्यसेत् +योऽभ्यासः +योऽभ्यासस्तस्य +योऽभ्युद्धरति +योऽमुं +योऽय +योऽयं +योऽयमग्निः +योऽयमग्निश्चीयतेऽथ +योऽयमध्वा +योऽयमन्तः +योऽयमर्थः +योऽयमात्मा +योऽयमात्मानं +योऽयमात्मेदममृतमिदं +योऽयमात्मेदममृतमिदम्ब्रह्मेदं +योऽयमिति +योऽयम् +योऽयम्पवते +योऽरण्ये +योऽरण्येऽनुवाक्यो +योऽर्कस्य +योऽर्चयेत +योऽर्चयेत् +योऽर्चयेद् +योऽर्चां +योऽर्च्चयेत् +योऽर्जुन +योऽर्थ +योऽर्थं +योऽर्थः +योऽर्थज्ञ +योऽर्थमभिधत्ते +योऽर्थम् +योऽर्थस्तस्य +योऽर्थिनं +योऽर्थी +योऽर्थे +योऽर्थो +योऽर्पयेत् +योऽलं +योऽलमन्नाद्याय +योऽल् +योऽवतिष्ठति +योऽवतिष्ठते +योऽवमन्यते +योऽवमन्येत +योऽवरः +योऽवलम्बते +योऽवशिष्टः +योऽवशिष्येत +योऽविद्वान् +योऽविद्वान्प्रतिगृह्णाति +योऽविसर्गी +योऽव्यक्तमन्तरे +योऽव्यभिचारेण +योऽव्ययः +योऽव्ययो +योऽशनायापिपासे +योऽशि +योऽश्नाति +योऽश्नीयात् +योऽश्वं +योऽश्वः +योऽश्वमेधेन +योऽसमानोऽरातीयति +योऽसा +योऽसावसौ +योऽसावादित्यपुरुषः +योऽसावादित्ये +योऽसाविति +योऽसि +योऽसौ +योऽस्ति +योऽस्मत्पाकतर +योऽस्मत्प्रत्ययशब्दयोः +योऽस्मा +योऽस्माकं +योऽस्माकमविद्यायाः +योऽस्मात्पूर्वो +योऽस्मान् +योऽस्मान्द्वेष्टि +योऽस्मान्द्वेष्टि॒ +योऽस्माभिः +योऽस्मासु +योऽस्मि +योऽस्मिन् +योऽस्मै +योऽस्य +योऽस्या +योऽस्यां +योऽस्याः +योऽस्येशे +योऽस्योर्ध्वः +योऽह +योऽहं +योऽहमस्मि +योऽहम् +यो॑ऽपामा॒यत॑न॒व्वेँद॑ +यो॒धाः +यो᳘वै᳘त᳘ं +यो᳘ह +यो꣡ +यो꣢ +यो꣢꣫ +यौ +यौं +यौः +यौक्तस्रुचं +यौक्तस्रुचम् +यौक्ताश्वं +यौक्ताश्वम् +यौक्ताश्वाद्यम् +यौक्तिकं +यौगंधरायणः +यौगन्धरः +यौगन्धरकः +यौगन्धरायण +यौगन्धरायणं +यौगन्धरायणः +यौगन्धरायणम् +यौगन्धरायणस्य +यौगन्धरायणात् +यौगन्धरायणाद्याश्च +यौगन्धरायणे +यौगन्धरायणेन +यौगन्धरायणो +यौगन्धरिः +यौगपद्य +यौगपद्यं +यौगपद्यमन्यथा +यौगपद्यम् +यौगपद्यस्य +यौगपद्यात् +यौगपद्याभावात् +यौगपद्ये +यौगपद्येन +यौगपद्येऽपि +यौगि +यौगिक +यौगिकं +यौगिकः +यौगिकत्वं +यौगिकत्वम् +यौगिकत्वे +यौगिकत्वेन +यौगिकमेव +यौगिकम् +यौगिकस्य +यौगिका +यौगिकाः +यौगिकानां +यौगिकार्थ +यौगिकार्थस्य +यौगिकी +यौगिके +यौगिकेषु +यौगिकैः +यौगिको +यौजनशतिकः +यौजनिकः +यौतकं +यौतकम् +यौतकानि +यौति +यौतीति +यौतु +यौतुकं +यौतुकम् +यौतेः +यौथमन्त्रालयः +यौधाजय +यौधाजयं +यौधाजयमध्यास्यायाम् +यौधाजयमेकस्याम् +यौधाजयम् +यौधाजयस्य +यौधाजये +यौधिष्ठिरं +यौधिष्ठिरी +यौधिष्ठिरे +यौधेय +यौधेयः +यौधेया +यौधेयाः +यौधेयादिः +यौधेयी +यौन +यौनं +यौनसम्बन्धः +यौनात् +यौमि +यौव +यौवतं +यौवतम् +यौवतैः +यौवन +यौवनं +यौवनकाले +यौवनञ्च +यौवनपिडका +यौवनमङ्गेषु +यौवनमद +यौवनमनिवर्ति +यौवनमिति +यौवनमुद्वहन्त्या +यौवनमेव +यौवनम् +यौवनलक्षणं +यौवनवती +यौवनवतीं +यौवनवनच्छेदे +यौवनश्रियः +यौवनश्रिया +यौवनश्रीः +यौवनसम्पन्नां +यौवनस्थं +यौवनस्थस्य +यौवनस्था +यौवनस्थां +यौवनस्थायां +यौवनस्थे +यौवनस्थो +यौवनस्य +यौवना +यौवनानि +यौवनान्तं +यौवनान्विताः +यौवनावस्थां +यौवनाश्व +यौवनाश्वं +यौवनाश्वः +यौवनाश्वस्तृतीयकः +यौवनाश्वस्य +यौवनाश्वेति +यौवनाश्वेन +यौवनाश्वो +यौवनिका +यौवनी +यौवने +यौवनेन +यौवनेऽपि +यौवनो +यौवनोद्भेदं +यौवनोन्मत्ता +यौवनोपेता +यौवनोपेतां +यौवराज्य +यौवराज्यं +यौवराज्यप्रतिपत्तिपात्रम् +यौवराज्यमवाप्नुहि +यौवराज्यम् +यौवराज्यस्थं +यौवराज्याभिषेचनम् +यौवराज्याय +यौवराज्ये +यौवराज्येन +यौवराज्येऽभिषिक्तवान् +यौवराज्येऽभिषेक्ष्यति +यौवराज्येऽभ्यषिञ्चत्तं +यौवराज्येऽभ्यषेचयत् +यौषि +यौष्टं +यौष्टम् +यौष्माकः +यौष्माकीणः +यौऽसौ +यौ॑ष्टं +यौ॒ष्ट॒म् +य् +य्य +य्यं +य्यः +य्यते +य्यम् +य्या +य्येव +य्लूं +य्वाभ्यां +य्वाभ्याम् +य्वृणां +य्वोः +य्वोरिति +य्वोरियङुवङौ +य्सय +य॑ +य॑क्षि +य॑क्ष्म॒ +य॑च्छ +य॑च्छतम् +य॑च्छति +य॑च्छति॒ +य॑च्छस्व +य॑च्छ॒ +य॑छ +य॑छतु +य॑ज +य॑जति +य॑जति॒ +य॑जत्र +य॑जस्व +य॑जाति +य॑ज॒तं +य॑तते॒ +य॑तन्ते॒ +य॑थाव॒शं +य॑न्त +य॑न्ति +य॑न्ति॒ +य॑न्तु +य॑न्तु॒ +य॑न्धि +य॑मते +य॑मत् +य॑युः +य॑विष्ठ +य॑विष्ठ्य +य॒ +य॒क्नः +य॒क्षं +य॒क्षि॒ +य॒क्ष॒ता॒म् +य॒क्ष॒त् +य॒च्छ॒ +य॒च्छ॒तु॒ +य॒च्छ॒त॒ +य॒च्छ॒त॒म् +य॒च्छ॒न्तु॒ +य॒जथा॑य +य॒जा॒ति॒ +य॒जा॒म॒हे॒ +य॒ज्ञ +य॒ज्ञं +य॒ज्ञः +य॒ज्ञप॑तिं +य॒ज्ञप॑तिं॒ +य॒ज्ञप॑तिर्ह्वार्षीत् +य॒ज्ञप॑ति॒मिति॑ +य॒ज्ञमत॑न्वत +य॒ज्ञमा +य॒ज्ञमि॒दं +य॒ज्ञमि॒मं +य॒ज्ञमि॒ष्टये॑ +य॒ज्ञमुप॑ +य॒ज्ञमे॒व +य॒ज्ञमे॒वाव॑ +य॒ज्ञम् +य॒ज्ञम॑यजन्त +य॒ज्ञश्च॑ +य॒ज्ञश्च॒ +य॒ज्ञस्या +य॒ज्ञस्यायु॑षे +य॒ज्ञस्यै॒व +य॒ज्ञस्य॑ +य॒ज्ञस्य॒ +य॒ज्ञऽप॑तिम् +य॒ज्ञा +य॒ज्ञाः +य॒ज्ञात् +य॒ज्ञादे॒व +य॒ज्ञानां॑ +य॒ज्ञानां॒ +य॒ज्ञाना॑म् +य॒ज्ञाय॑ +य॒ज्ञियं॑ +य॒ज्ञियं॒ +य॒ज्ञियः॑ +य॒ज्ञियाः॑ +य॒ज्ञिया॑ +य॒ज्ञिया॑ः +य॒ज्ञिया॑नाम् +य॒ज्ञिया॑ना॒मपि॑ +य॒ज्ञिया॑नि +य॒ज्ञिया॑न् +य॒ज्ञिया॑म् +य॒ज्ञिया॑य +य॒ज्ञिया॑सः +य॒ज्ञिया॑सु +य॒ज्ञिया॒ +य॒ज्ञिये॑ +य॒ज्ञिये॑भ्यः +य॒ज्ञियो॑ +य॒ज्ञियो॒ +य॒ज्ञिय॑ः +य॒ज्ञिय॑म् +य॒ज्ञिय॑स्य +य॒ज्ञिय॒स्यापि॑ +य॒ज्ञि॒या॒सः॒ +य॒ज्ञे +य॒ज्ञेनै॒व +य॒ज्ञेन॑ +य॒ज्ञेन॒ +य॒ज्ञेभिः॑ +य॒ज्ञेषु॑ +य॒ज्ञेषु॒ +य॒ज्ञेऽय॑ज्ञे +य॒ज्ञैः +य॒ज्ञैरथ॑र्वा +य॒ज्ञैर्वि॑धेम॒ +य॒ज्ञो +य॒ज्ञ॒ऽसाध॑म् +य॒ज्ञᳪ +य॒ज्ञᳪं᳭ +य॒ज॒ +य॒ज॒तः +य॒ज॒तम् +य॒ज॒ता +य॒ज॒त्राः॒ +य॒ज॒त्रा॒ +य॒ज॒त्र॒ +य॒ज॒ध्व॒म् +य॒ज॒स्व॒ +य॒तः +य॒तस्रु॑चः +य॒तस्रु॑चा +य॒तऽस्रु॑चः +य॒ती +य॒तीः +य॒ते +य॒तो +य॒त॒ते॒ +य॒त॒न्ते॒ +य॒था॒ +य॒था॒य॒जुरे॒वैतत् +य॒था॒ऽव॒शम् +य॒दा +य॒देदन्ता॒ +य॒देदयु॑क्त +य॒न्ता +य॒न्तारा॑ +य॒न्तासि॒ +य॒न्ति॒ +य॒न्तु॒ +य॒न्त्यथो॑ +य॒न्त्राय॑ +य॒न्धि॒ +य॒म +य॒मं +य॒मः +य॒मम् +य॒मस्य॑ +य॒मस्य॒ +य॒मा +य॒माय॑ +य॒माय॒ +य॒मे +य॒मेन॑ +य॒मेन॒ +य॒मो +य॒म्या॑ +य॒म॒ +य॒म॒ते॒ +य॒म॒त् +य॒य +य॒याथ॑ +य॒यिं +य॒युः +य॒युः॒ +य॒युस्तत्र॑ +य॒वय॑ +य॒वि॒ष्ठ्य॒ +य॒वि॒ष्ठ॒ +य॒व्या +य॒व॒य॒ +य॒शसं॑ +य॒शसः॑ +य॒शसा॑ +य॒शसा॒ +य॒शसो॒ +य॒शस॑म् +य॒शा +य॒हो॒ +य॒ह्वं +य॒ह्वः +य॒ह्वम् +य॒ह्वा +य॒ह्वी +य॒ह्वीः +य॒ह्वो +य᳘ँ +य᳘ं +य᳘ः +य᳘एनँ +य᳘एवा᳘य᳘ं +य᳘एव᳘ं +य᳘च्च +य᳘त्र +य᳘था +य᳘दिद᳘ँ +य᳘दिद᳘ं +य᳘मा᳘त्थ +य᳘श्चाय᳘मध्यात्म᳘ं +य᳘स् +य᳘स्य +य꣡ +य꣡त्र꣢꣯ +य꣡था꣢ +य꣡था꣢꣯ +य꣡दि꣢न्द्र꣣ +य꣡शः꣢꣯ +य꣡स्ते꣢ +य꣡स्य꣢ +य꣡स्य꣢꣯ +य꣢ +य꣢तो꣡꣯जज्ञाइ +य꣢त् +य꣢था꣣ +य꣢भि꣡य +य꣢म् +य꣢स्य꣣ +य꣢स्वा꣡꣯दु +य꣣ज्ञं꣡ +य꣣ज्ञे꣡षु꣢ +य꣣ज्ञ꣡स्य꣢ +य꣣न्ति +यꣳ +र +रं +रंक +रंग +रंगं +रंगकी +रंगके +रंगदास +रंगमध्ये +रंगमश्च +रंगवाली +रंगा +रंगे +रंजकं +रंजन +रंजनं +रंजयेत् +रंडा +रंतुं +रंध्र +रंध्रं +रंभ +रंभया +रंभा +रंभां +रंभाफलं +रंभायै +रंभे +रंभोरु +रंभोवाच +रंरमीति +रंरम्यते +रंस्यते +रंस्यसे +रंस्यामहे +रंस्ये +रंह +रंहः +रंहणं +रंहणस्वभावं +रंहति +रंहतीति +रंहते +रंहमाणः +रंहमाणा +रंहयः +रंहयन्तः +रंहसः +रंहसा +रंहसे +रंहस्तरसी +रंहिः +रंहिः॑ +रंहितस्यामृतस्य +रंहो +रंह्या +रंह्या॑ +रः +रइदं +रए +रक +रकं +रकः +रकम् +रकसा +रकस्य +रका +रकाः +रकार +रकारं +रकारः +रकारश्च +रकारादीनि +रकारान्त +रकारान्तमव्ययम् +रकारे +रकारो +रकालं +रकि +रकी +रके +रको +रक् +रक्कवर्णः +रक्को +रक्ख +रक्खा +रक्खिदा +रक्खी +रक्खे +रक्खें +रक्खो +रक्त +रक्तं +रक्तः +रक्तकः +रक्तकण्ठ +रक्तकण्ठश्च +रक्तकफोद्भवा +रक्तकम् +रक्तकाञ्चनः +रक्तकालं +रक्तको +रक्तकोशिकानां +रक्तक्षये +रक्तखदिरः +रक्तगान्धारी +रक्तगुल्मं +रक्तगुल्मस्तु +रक्तगुल्मे +रक्तगे +रक्तगौरश्च +रक्तगौराङ्गं +रक्तगौराङ्गः +रक्तघ्नं +रक्तचंदनम् +रक्तचन्दन +रक्तचन्दनं +रक्तचन्दनचर्चिताम् +रक्तचन्दनभूषितः +रक्तचन्दनमेव +रक्तचन्दनम् +रक्तचन्दनसंयुक्तं +रक्तचन्दने +रक्तचन्दनैः +रक्तचापः +रक्तचित्ता +रक्तचित्रकः +रक्तचित्रके +रक्तच्छदत्वं +रक्तजं +रक्तजः +रक्तजमाह +रक्तजलं +रक्तजा +रक्तजानां +रक्तजे +रक्तजेषु +रक्तजो +रक्तञ्च +रक्ततरं +रक्ततरता +रक्ततलौ +रक्तता +रक्ततां +रक्तताम् +रक्ततुलसी +रक्तत्रिवृति +रक्तत्रिवृत् +रक्तत्वं +रक्तत्वात् +रक्तत्वे +रक्तदन्तिका +रक्तदला +रक्तदुर्गं +रक्तदुर्गम् +रक्तदुर्गस्य +रक्तदुर्गे +रक्तदृक् +रक्तदोषः +रक्तधारा +रक्तन +रक्तनयनः +रक्तनाड्यः +रक्तनालाः +रक्तनिभं +रक्तनिष्ठीवनं +रक्तनीले +रक्तनेत्रं +रक्तनेत्रः +रक्तनेत्रा +रक्तनेत्रे +रक्तनेत्रो +रक्तन्तु +रक्तप +रक्तपंकजलोचना +रक्तपङ्कजलोचना +रक्तपद्मं +रक्तपद्मानि +रक्तपद्मे +रक्तपर्यन्तं +रक्तपर्य्यन्तं +रक्तपा +रक्तपाद +रक्तपादः +रक्तपादांश्च +रक्तपादाश्च +रक्तपादी +रक्तपित्त +रक्तपित्तं +रक्तपित्तः +रक्तपित्तकफापहः +रक्तपित्तकरं +रक्तपित्तकृत् +रक्तपित्तघ्नं +रक्तपित्तचिकित्सितं +रक्तपित्तजाः +रक्तपित्तजित् +रक्तपित्तञ्च +रक्तपित्तनिदानम् +रक्तपित्तनुत् +रक्तपित्तप्रकोपणः +रक्तपित्तप्रशमनः +रक्तपित्तप्रसादनम् +रक्तपित्तमिति +रक्तपित्तम् +रक्तपित्तयोः +रक्तपित्तविकारिणाम् +रक्तपित्तविधानेन +रक्तपित्तविनाशनम् +रक्तपित्तस्य +रक्तपित्तहरं +रक्तपित्तहरः +रक्तपित्तहरा +रक्तपित्तहराः +रक्तपित्तहराणि +रक्तपित्तहरो +रक्तपित्तहृत् +रक्तपित्तादौ +रक्तपित्ताधिकारः +रक्तपित्तानां +रक्तपित्तानि +रक्तपित्तानिलापहा +रक्तपित्ताभ्यामुत्पातः +रक्तपित्तिनां +रक्तपित्तिनाम् +रक्तपित्ती +रक्तपित्ते +रक्तपित्तेन +रक्तपित्तोत्तरं +रक्तपित्तोत्था +रक्तपित्तोद्भवा +रक्तपीतं +रक्तपीतकपिशाः +रक्तपीता +रक्तपीताकुलेक्षणः +रक्तपीतासितप्रभाः +रक्तपुनर्नवा +रक्तपुनर्नवायाम् +रक्तपुष्पं +रक्तपुष्पः +रक्तपुष्पकः +रक्तपुष्पश्च +रक्तपुष्पा +रक्तपुष्पाणां +रक्तपुष्पाणि +रक्तपुष्पिका +रक्तपुष्पी +रक्तपुष्पैः +रक्तपुष्पैश्च +रक्तपूर्णे +रक्तपैत्तिकः +रक्तपैत्तिके +रक्तप्रवाहस्य +रक्तप्रवाहे +रक्तप्रसाधितभुवः +रक्तप्राप्ते +रक्तफलः +रक्तफला +रक्तफेनजः +रक्तबिन्दवः +रक्तबीज +रक्तबीजं +रक्तबीजः +रक्तबीजविनाशिनी +रक्तबीजश्च +रक्तबीजस्य +रक्तबीजा +रक्तबीजो +रक्तभावमपहाय +रक्तमण्डलम् +रक्तमथापि +रक्तमपि +रक्तमरीचिका +रक्तमादाय +रक्तमाला +रक्तमाल्यं +रक्तमाल्या +रक्तमाल्यानुलेपनः +रक्तमाल्यानुलेपनम् +रक्तमाल्यानुलेपना +रक्तमाल्यानुलेपनाः +रक्तमाल्यानुलेपनैः +रक्तमाल्याम्बरधरं +रक्तमाल्याम्बरधरः +रक्तमाल्याम्बरधरो +रक्तमाश्रित्य +रक्तमिति +रक्तमुखो +रक्तमूत्रं +रक्तमूत्रता +रक्तमेव +रक्तमोक्षं +रक्तमोक्षणमेकतः +रक्तमोक्षणम् +रक्तम् +रक्तयष्टिका +रक्तया +रक्तयोः +रक्तरूपं +रक्तरूपा +रक्तला +रक्तलेखमपरा +रक्तलोकः +रक्तलोचनः +रक्तलोचनम् +रक्तलोचना +रक्तलोचनाः +रक्तलोचनाम् +रक्तलोध्रे +रक्तवर्गः +रक्तवर्गेण +रक्तवर्ण +रक्तवर्णं +रक्तवर्णः +रक्तवर्णकम् +रक्तवर्णम् +रक्तवर्णश्च +रक्तवर्णस्तु +रक्तवर्णस्य +रक्तवर्णा +रक्तवर्णां +रक्तवर्णाः +रक्तवर्णानि +रक्तवर्णाय +रक्तवर्णीयं +रक्तवर्णीयः +रक्तवर्णीया +रक्तवर्णीयानि +रक्तवर्णे +रक्तवर्णेन +रक्तवर्णैः +रक्तवर्णो +रक्तवर्णौ +रक्तवसना +रक्तवस्त्र +रक्तवस्त्रं +रक्तवस्त्रधरा +रक्तवस्त्रपरीधाना +रक्तवस्त्रपरीधानां +रक्तवस्त्रा +रक्तवस्त्रां +रक्तवस्त्राणि +रक्तवस्त्रापहृन्नरः +रक्तवस्त्रेण +रक्तवस्त्रैः +रक्तवहा +रक्तवहाः +रक्तवाससं +रक्तवाससः +रक्तवाससम् +रक्तवाससा +रक्तवासा +रक्तवासाः +रक्तवासिनी +रक्तवाहिकाः +रक्तवाहिनीनां +रक्तवाहिन्यश्च +रक्तवाहिशिराणां +रक्तवाहीनि +रक्तविद्युल्लताकारं +रक्तविद्र +रक्तवृष्टिं +रक्तशाकं +रक्तशाकञ्च +रक्तशालयः +रक्तशालि +रक्तशालिः +रक्तशालिश्च +रक्तशालीनां +रक्तशाल्यादयः +रक्तशाल्योदनं +रक्तशिग्रुः +रक्तशिग्रौ +रक्तशिराः +रक्तशीर्ष +रक्तशीर्षः +रक्तशोभाञ्जने +रक्तश्च +रक्तश्चुम्बति +रक्तष्ठीविनि +रक्तष्ठीवी +रक्तसंस्रवात् +रक्तसञ्चारः +रक्तसम्भवाः +रक्तसारं +रक्तसारः +रक्तसारश्च +रक्तसारा +रक्तसूत्रेण +रक्तस्तथा +रक्तस्तु +रक्तस्त्वं +रक्तस्था +रक्तस्थानं +रक्तस्थे +रक्तस्य +रक्तस्याष्टौ +रक्तस्रग्वसनाः +रक्तस्रावं +रक्तस्रावः +रक्तस्रावा +रक्तस्रावे +रक्तस्रावो +रक्तस्रुतिं +रक्तहीनतां +रक्ता +रक्तां +रक्तांबरं +रक्तांबरधरः +रक्तांबरधरो +रक्ताः +रक्ताकल्पं +रक्ताक्ष +रक्ताक्षं +रक्ताक्षः +रक्ताक्षा +रक्ताक्षाः +रक्ताक्षि +रक्ताक्षी +रक्ताक्षेण +रक्ताक्षो +रक्ताख्या +रक्ताङ्ग +रक्ताङ्गं +रक्ताङ्गः +रक्ताङ्गी +रक्ताङ्गो +रक्ताच्च +रक्ताज्ज्ञेया +रक्तातिसार +रक्तातिसारं +रक्तातिसारे +रक्तातीसार +रक्तातीसारनाशनम् +रक्तात् +रक्तात्मकः +रक्तादि +रक्तादीनां +रक्तादीनि +रक्ताद् +रक्ताद्यर्थकप्रकरणम् +रक्ताधिक्ये +रक्तानां +रक्तानि +रक्तान् +रक्तान्तलोचनः +रक्तान्ते +रक्तान्यपि +रक्तापामार्गः +रक्तापि +रक्ताब्जं +रक्ताभं +रक्ताभः +रक्ताभा +रक्ताभिः +रक्ताभिपन्ने +रक्तामयं +रक्ताम्बरं +रक्ताम्बरधरं +रक्ताम्बरधरः +रक्ताम्बरधरा +रक्ताम्बरधरां +रक्ताम्बरधराः +रक्ताम्बरधरो +रक्ताम्बरा +रक्ताम्बरां +रक्ताम्बरो +रक्ताम्लानः +रक्ताम्लाने +रक्ताय +रक्ताया +रक्तायां +रक्तायै +रक्तार्शसां +रक्तार्शसि +रक्तावसेचनं +रक्तावसेचनम् +रक्तावृते +रक्ताशोक +रक्ताशोकं +रक्ताशोकः +रक्ताशोकरुचा +रक्ताशोकस्य +रक्ताश्च +रक्तासने +रक्तास्तथा +रक्तास्यं +रक्तास्या +रक्तास्यो +रक्तास्रावः +रक्ति +रक्तिः +रक्तिका +रक्तिकामितः +रक्तिमा +रक्ती +रक्तीकृतं +रक्ते +रक्तेक्षणत्वं +रक्तेक्षणो +रक्तेक्षुः +रक्तेति +रक्तेत्यादि +रक्तेन +रक्तेव +रक्तेषु +रक्तेऽपि +रक्तै +रक्तैः +रक्तैकलोचनः +रक्तैरण्डः +रक्तैरण्डे +रक्तैश्च +रक्तैस्तु +रक्तो +रक्तोत्पत्तिः +रक्तोत्पल +रक्तोत्पलं +रक्तोत्पलम् +रक्तोत्पलस्य +रक्तोत्पलानि +रक्तोत्पले +रक्तोत्पलेन +रक्तोद्भवे +रक्तोपसृष्टौ +रक्तोल्वणा +रक्तोऽपि +रक्तोऽयं +रक्तौ +रक्त्वा +रक्प्रत्ययः +रक्ष +रक्षं +रक्षंति +रक्षंतु +रक्षः +रक्षःपतेः +रक्षःपतेर्गृहे +रक्षःपिशाचा +रक्षःप्रभृतयः +रक्षःप्रभृतीनां +रक्षःसहस्राणि +रक्षःसु +रक्षःऽहा +रक्षः॑ +रक्षः॒ +रक्षक +रक्षकं +रक्षकः +रक्षकत्वात् +रक्षकत्वेन +रक्षकम् +रक्षकश्च +रक्षकस्तथा +रक्षकस्य +रक्षका +रक्षकाः +रक्षकाणां +रक्षकान् +रक्षकाय +रक्षकाश्च +रक्षकास्ते +रक्षके +रक्षकेण +रक्षकैः +रक्षको +रक्षकोऽसि +रक्षकोऽस्ति +रक्षकौ +रक्षण +रक्षणं +रक्षणः +रक्षणञ्च +रक्षणनिमित्तं +रक्षणमिति +रक्षणमेव +रक्षणम् +रक्षणविधौ +रक्षणस्य +रक्षणहेतवे +रक्षणा +रक्षणाच्च +रक्षणात् +रक्षणादि +रक्षणादिकं +रक्षणादिकम् +रक्षणादिना +रक्षणादिभिः +रक्षणादिषु +रक्षणाद्याय +रक्षणाद्येन +रक्षणानि +रक्षणाय +रक्षणायैव +रक्षणार्थ +रक्षणार्थं +रक्षणार्थम् +रक्षणार्थाय +रक्षणार्थे +रक्षणि +रक्षणीय +रक्षणीयं +रक्षणीयः +रक्षणीयमिति +रक्षणीयम् +रक्षणीयस्त्वया +रक्षणीया +रक्षणीयाः +रक्षणीयानि +रक्षणीये +रक्षणीयो +रक्षणीयोऽहं +रक्षणीयौ +रक्षणे +रक्षणेन +रक्षणैः +रक्षत +रक्षतं +रक्षतः +रक्षतमिति +रक्षतम् +रक्षता +रक्षतां +रक्षतात् +रक्षताद् +रक्षताम् +रक्षति +रक्षति॒ +रक्षतीति +रक्षतीत्यर्थः +रक्षतु +रक्षतु॒ +रक्षते +रक्षतेति +रक्षतैनं +रक्षतो +रक्षत्येव +रक्षत्वर्वतः +रक्षत्विति +रक्षत्व् +रक्षथ +रक्षथः +रक्षथा +रक्षध्वं +रक्षध्वमिति +रक्षध्वम् +रक्षन् +रक्षन्तं +रक्षन्तः +रक्षन्तम् +रक्षन्ति +रक्षन्ती +रक्षन्तीति +रक्षन्तु +रक्षन्ते +रक्षन्तो +रक्षन्तौ +रक्षन्त्या +रक्षन्त्वग्नयः +रक्षन्त्वित्यर्थः +रक्षन्नवरं +रक्षमा +रक्षमां +रक्षमाणः +रक्षमाणा +रक्षमाणाः +रक्षमाणो +रक्षमाम् +रक्षय +रक्षयन्ति +रक्षया +रक्षयामास +रक्षयामि +रक्षयिता +रक्षयितुं +रक्षयित्वा +रक्षयिष्यति +रक्षयिष्यामि +रक्षयिष्ये +रक्षयेच्च +रक्षयेत् +रक्षयेद् +रक्षरक्ष +रक्षरक्षेति +रक्षस +रक्षसः +रक्षसस्तपिष्ठैः +रक्षसा +रक्षसां +रक्षसान्य् +रक्षसापहृता +रक्षसामत्र +रक्षसामन्तर्हित्यै +रक्षसामपहत्या +रक्षसामपहत्यै +रक्षसामपहन्ता +रक्षसामपि +रक्षसामिति +रक्षसामिव +रक्षसामीश्वरं +रक्षसामेष +रक्षसाम् +रक्षसि +रक्षसीति +रक्षसे +रक्षसो +रक्षस् +रक्षस्तु +रक्षस्त्वं +रक्षस्या +रक्षस्व +रक्षस्वाग्ने +रक्षस्विनः +रक्षस्विने +रक्षस्वी +रक्षस्वेति +रक्षस्वेन्द्राग्नी +रक्षस्सु +रक्षा +रक्षाँ +रक्षाँसि +रक्षां +रक्षांसि +रक्षांसीति +रक्षांस्यजिघांसन् +रक्षांस्यन्वसचन्त +रक्षांस्यपहन्ति +रक्षांस्यपि +रक्षांस्योषधे +रक्षांस्य् +रक्षां॑सि +रक्षां॑सि॒ +रक्षाः +रक्षाओं +रक्षाकरं +रक्षाकरः +रक्षाकरी +रक्षाकरो +रक्षाकर्मा +रक्षाकर्म्म +रक्षाकामः +रक्षाके +रक्षादि +रक्षादीपं +रक्षाधिकृताः +रक्षापुरुषा +रक्षाबन्धं +रक्षाबन्धन +रक्षाबन्धनं +रक्षाबन्धनम् +रक्षाबन्धनस्य +रक्षाभिः +रक्षाम +रक्षामः +रक्षामणिना +रक्षामन्त्रं +रक्षामन्त्रालयः +रक्षामन्त्री +रक्षामि +रक्षामीति +रक्षामेतां +रक्षामेति +रक्षाम् +रक्षाम्̇सि +रक्षाम्̇स्य् +रक्षाम्यहं +रक्षाय +रक्षाया +रक्षायां +रक्षायाः +रक्षायाम् +रक्षायै +रक्षार्थ +रक्षार्थं +रक्षार्थमस्य +रक्षार्थमायुषः +रक्षार्थमेव +रक्षार्थम् +रक्षार्थे +रक्षावती +रक्षावरणगुप्तिं +रक्षाविधानं +रक्षाविधिः +रक्षाविधौ +रक्षाव्यवस्था +रक्षाश्च +रक्षासि +रक्षासूत्रं +रक्षासूत्रस्य +रक्षासूत्राणि +रक्षासूत्रेण +रक्षास्थानं +रक्षास्थानम् +रक्षा॑ +रक्षा॒ +रक्षाꣳ +रक्षाꣳसि +रक्षाꣳस्य् +रक्षि +रक्षिका +रक्षिण +रक्षिणः +रक्षिणां +रक्षिणाम् +रक्षिणी +रक्षिणे +रक्षिणो +रक्षिणौ +रक्षित +रक्षितं +रक्षितः +रक्षितम् +रक्षितरि +रक्षितवती +रक्षितवन्तः +रक्षितवन्तौ +रक्षितवानसि +रक्षितवान् +रक्षितव्य +रक्षितव्यं +रक्षितव्यः +रक्षितव्यमस्मात् +रक्षितव्यम् +रक्षितव्या +रक्षितव्याः +रक्षितव्यो +रक्षितश्च +रक्षितस्तेन +रक्षितस्त्वया +रक्षितस्य +रक्षिता +रक्षितां +रक्षिताः +रक्षितानि +रक्षिताम् +रक्षितारं +रक्षितारः +रक्षितारम् +रक्षितारश्च +रक्षितारो +रक्षितारौ +रक्षिताश्च +रक्षितासि +रक्षितु +रक्षितुं +रक्षितुः +रक्षितुमक्षमः +रक्षितुमर्हति +रक्षितुमर्हसि +रक्षितुमलं +रक्षितुमिच्छन्ति +रक्षितुमीश्वरः +रक्षितुम् +रक्षितृभ्यो +रक्षिते +रक्षितेति +रक्षितेन +रक्षितो +रक्षितोऽसि +रक्षितोऽस्मि +रक्षितोऽहं +रक्षितौ +रक्षित्र +रक्षित्री +रक्षित्रे +रक्षित्वा +रक्षिभिः +रक्षिषः +रक्षिषत् +रक्षिषु +रक्षिष्यति +रक्षिष्यतीति +रक्षिष्यन्ति +रक्षिष्यामि +रक्षिष्ये +रक्षि॒ता +रक्षि॒तृभ्यो॒ +रक्षे +रक्षेः +रक्षेच्च +रक्षेत +रक्षेतां +रक्षेति +रक्षेत् +रक्षेत्कन्यां +रक्षेत्पाणिपादं +रक्षेत्प्रयत्नतः +रक्षेत्यर्थः +रक्षेथां +रक्षेथाम् +रक्षेथे +रक्षेदात्मानमात्मवान् +रक्षेदिति +रक्षेदिमाः +रक्षेदुन्मादिनं +रक्षेद् +रक्षेद्दारान्रक्षेद्धनैरपि +रक्षेद्दारैरपि +रक्षेद्बालं +रक्षेद्विवरमात्मनः +रक्षेमां +रक्षेयं +रक्षेयुः +रक्षैनं +रक्षो +रक्षोगणं +रक्षोगणा +रक्षोगणाः +रक्षोगणास्तत्र +रक्षोगणैः +रक्षोघाते +रक्षोघ्न +रक्षोघ्नं +रक्षोघ्नः +रक्षोघ्नानि +रक्षोघ्नाय +रक्षोघ्नी +रक्षोघ्नीः +रक्षोघ्ने +रक्षोघ्नो +रक्षोदिशि +रक्षोदेवजनेभ्यः +रक्षोधिपः +रक्षोधिपतिर्महात्मा +रक्षोबलं +रक्षोभिः +रक्षोभिश्च +रक्षोभी +रक्षोभूतपिशाचानां +रक्षोभ्य +रक्षोभ्यः +रक्षोभ्यो +रक्षोयक्षादिसत्त्वानां +रक्षोराजेन +रक्षोरूपं +रक्षोहण +रक्षोहणं +रक्षोहणः +रक्षोहणम् +रक्षोहणस्ते +रक्षोहणो +रक्षोहणौ +रक्षोहा +रक्षोहामीवचातनः +रक्षोहावि +रक्षोहाऽमीवचातनः +रक्षोऽधमं +रक्षोऽधिपतिर्महात्मा +रक्षोऽन्तरिता +रक्षोऽवधूता +रक्षोऽवबाध +रक्षोऽव॑धूता॒ +रक्षो॑ +रक्षो॒ +रक्षो॒हा +रक्ष् +रक्ष्णः +रक्ष्य +रक्ष्यं +रक्ष्यः +रक्ष्यत +रक्ष्यतां +रक्ष्यतामिति +रक्ष्यताम् +रक्ष्यते +रक्ष्यन्ते +रक्ष्यमाणं +रक्ष्यमाणः +रक्ष्यमाणा +रक्ष्यमाणाः +रक्ष्यमाणायां +रक्ष्यमाणे +रक्ष्यमाणो +रक्ष्यमाणोऽपि +रक्ष्यम् +रक्ष्यश्च +रक्ष्यस्य +रक्ष्या +रक्ष्याः +रक्ष्यामि +रक्ष्याश्च +रक्ष्ये +रक्ष्यो +रक्ष॑ +रक्ष॑तं +रक्ष॑तम् +रक्ष॑न्ति +रक्ष॑न्ति॒ +रक्ष॑माणः +रक्ष॑माणा +रक्ष॑माणाः +रक्ष॑सां +रक्ष॑सा॒मप॑हत्यै +रक्ष॑सि +रक्ष॑से +रक्ष॒ +रख +रखकर +रखता +रखति +रखती +रखते +रखना +रखनी +रखने +रखनेवाला +रखनेवाली +रखनेवाले +रखरखाव +रखा +रखानि +रखि +रखिये +रखी +रखे +रखें +रखेः +रखो +रख्या +रख्षा +रख्षा॒ +रख्ष॑सा॒मप॑हत्यै +रख्ष॑सा॒मप॑हत्यै॒ +रग +रगः +रगक +रगण +रगणः +रगणजगणौ +रगणा +रगणाः +रगणैः +रगणो +रगणौ +रगति +रगन्ती +रगऴे +रगि +रगे +रगोनाम् +रगौ +रग्न +रग्रे +रघ +रघं +रघः +रघवंशे +रघवः +रघवे +रघवो +रघि +रघु +रघुं +रघुः +रघुकार +रघुकुलतिलकं +रघुकुले +रघुकुलेन्दो +रघुकुलोद्वह +रघुणा +रघुतनय +रघुदिग्विजयः +रघुदेवः +रघुद्रुवः +रघुनंदन +रघुनंदनः +रघुनन्दन +रघुनन्दनं +रघुनन्दनः +रघुनन्दनम् +रघुनन्दनस्य +रघुनन्दने +रघुनन्दनेन +रघुनन्दनो +रघुनन्दनौ +रघुनाथ +रघुनाथं +रघुनाथः +रघुनाथचक्रवर्त्ती +रघुनाथमते +रघुनाथस्य +रघुनाथाचार्यः +रघुनाथाय +रघुनाथेन +रघुनाथो +रघुनाथोऽपि +रघुनायक +रघुनायकस्य +रघुपति +रघुपतिं +रघुपतिः +रघुपतिपदैरङ्कितं +रघुपते +रघुपतेः +रघुपत्वा +रघुपत्वानः +रघुपुङ्गवः +रघुपुङ्गवराजधानी +रघुप्रवीरः +रघुबर +रघुमहाराजः +रघुम् +रघुरपि +रघुराघवौ +रघुराजपुत्रः +रघुराज्याभिषेकः +रघुराम +रघुवंश +रघुवंशं +रघुवंशः +रघुवंशजः +रघुवंशमहाकाव्यम् +रघुवंशमहाकाव्ये +रघुवंशम् +रघुवंशवर्धनः +रघुवंशस्य +रघुवंशादि +रघुवंशे +रघुवर +रघुवरं +रघुवरः +रघुवरचरितं +रघुवरेण +रघुवीर +रघुवीरं +रघुवीरः +रघुशार्दूल +रघुश्च +रघुश्रेष्ठ +रघुश्रेष्ठं +रघुश्रेष्ठः +रघुश्रेष्ठो +रघुष्यदः +रघुष्यदो +रघुसत्तम +रघुसत्तमः +रघुसत्तमम् +रघू +रघूणा +रघूणां +रघूणामन्वयं +रघूणाम् +रघूत्तम +रघूत्तमं +रघूत्तमः +रघूत्तमतीर्थः +रघूत्तमम् +रघूत्तमे +रघूत्तमौ +रघूद्वह +रघूद्वहः +रघूद्वहम् +रघूद्वहस्य +रघो +रघोः +रघौ +रघ्वीरिव +रङ् +रङ्क +रङ्कः +रङ्कु +रङ्कुः +रङ्कोरमनुष्येऽण्च +रङ्क्ता +रङ्क्त्वा +रङ्ग +रङ्गं +रङ्गः +रङ्गण्ण +रङ्गति +रङ्गदा +रङ्गदास +रङ्गदृढा +रङ्गदेवी +रङ्गद्वारं +रङ्गनाथ +रङ्गनाथः +रङ्गनाथन् +रङ्गनाथशर्मा +रङ्गनाथस्य +रङ्गनाथस्वामी +रङ्गनाथाभ्यां +रङ्गनाथेन +रङ्गपीठं +रङ्गपीठस्य +रङ्गपीठे +रङ्गप्रवेशः +रङ्गभङ्गच्युतं +रङ्गभुवं +रङ्गभूमि +रङ्गभूमिं +रङ्गभूमिः +रङ्गभूमौ +रङ्गमञ्चीयाभिनवशैली +रङ्गमञ्चे +रङ्गमण्डपे +रङ्गमध्ये +रङ्गमाता +रङ्गम् +रङ्गयोग +रङ्गरजतयोरिमे +रङ्गरजते +रङ्गरामानुज +रङ्गरामानुजं +रङ्गरामानुजः +रङ्गरामानुजमहादेशिकाय +रङ्गरामानुजमहादेशिकेभ्यो +रङ्गवती +रङ्गवल्ली +रङ्गविघ्नोपशान्तये +रङ्गशाला +रङ्गसहस्रचित्रो +रङ्गस्य +रङ्गा +रङ्गाः +रङ्गानि +रङ्गाय +रङ्गारेड्डि +रङ्गारेड्डिमण्डलम् +रङ्गावतरणं +रङ्गावतारकस्य +रङ्गिणी +रङ्गी +रङ्गीला +रङ्गून +रङ्गे +रङ्गेण +रङ्गैः +रङ्गो +रङ्गोपजीवी +रङ्ग् +रच +रचकर +रचता +रचते +रचन +रचनं +रचनम् +रचनया +रचनस्य +रचना +रचनां +रचनाः +रचनाओं +रचनाकारः +रचनाकाल +रचनाकालः +रचनाकाले +रचनाक्रमः +रचनात्मकं +रचनादयः +रचनानन्तरं +रचनानि +रचनानुपपत्तेश्च +रचनाभिः +रचनाम् +रचनाय +रचनाया +रचनायां +रचनायाः +रचनायाम् +रचनायें +रचनायै +रचनार्थं +रचनाविशेषः +रचनाविशेषा +रचनाशैली +रचनासु +रचनाऽस्ति +रचनीयं +रचनीया +रचनीयाः +रचने +रचनेवाला +रचनेवाले +रचय +रचयतः +रचयति +रचयतीति +रचयतु +रचयन् +रचयन्ति +रचयन्तु +रचयन्नवोचत +रचयसि +रचयांचकार +रचयाञ्चकार +रचयामास +रचयामासुः +रचयामि +रचयाम्यहम् +रचयित +रचयिता +रचयितारः +रचयितु +रचयितुं +रचयितुः +रचयितुम् +रचयित्रा +रचयित्वा +रचयिष्यन्ति +रचयिष्यामि +रचये +रचयेच्च +रचयेति +रचयेत् +रचयेत्सुधीः +रचयेद् +रचा +रचि +रचित +रचितं +रचितः +रचितत्वे +रचितमस्ति +रचितमानसोर्मयः +रचितमिति +रचितम् +रचितया +रचितवती +रचितवन्तः +रचितवान् +रचितस्य +रचिता +रचितां +रचिताः +रचिताञ्जलिः +रचितानां +रचितानि +रचितापानभूमयः +रचितासु +रचिते +रचितेषु +रचितैः +रचितो +रचितोऽयं +रचितौ +रचित्वा +रची +रचु +रचे +रच् +रच्यते +रच्यन्ते +रज +रजं +रजः +रजःकणाः +रजःकार्यं +रजःकृष्यासुतिपरिषदो +रजःशब्दो +रजःशया +रजःसंज्ञं +रजःसत्त्वतमांसि +रजःसत्त्वतमोगुणैः +रजःसत्त्वतमोयुक्तं +रजःसु +रजः॑ +रजउपसर्जनं +रजक +रजकं +रजकः +रजकणाः +रजकरजनरजःसूपसंख्यानम् +रजकश्चर्मकारश्च +रजकस्य +रजका +रजकाः +रजकानां +रजकाय +रजकी +रजके +रजकेन +रजको +रजक्यां +रजखला +रजत +रजतं +रजतः +रजतकुम्भ +रजतज्ञानं +रजतज्ञानस्य +रजतज्ञाने +रजतज्ञानेन +रजतञ्च +रजततया +रजततादात्म्यं +रजतत्व +रजतत्वं +रजतत्वप्रकारकं +रजतत्वस्य +रजतत्वेन +रजतनाभस्तु +रजतनाभी +रजतपदकं +रजतप्रत्ययो +रजतप्रभः +रजतप्रभम् +रजतबिन्दुभिः +रजतभ्रमे +रजतमपि +रजतमयं +रजतमयी +रजतमस्ति +रजतमि +रजतमिति +रजतमित्यत्र +रजतमिदमिति +रजतमिव +रजतमेव +रजतम् +रजतरङ्गे +रजतवत् +रजतवद् +रजतशतमानं +रजतस्थितिः +रजतस्य +रजतस्यापि +रजतस्येति +रजतस्यैव +रजता +रजतां +रजताः +रजताकारेण +रजताचलः +रजतात्मना +रजतादयसः +रजतादि +रजतादिः +रजतादिकं +रजतादेः +रजतादौ +रजताद्रिणा +रजतानां +रजतानि +रजतान्वितम् +रजतान्वितैः +रजताभावं +रजतामिति +रजतार्थिनः +रजतार्थी +रजति +रजते +रजतेन +रजतेनापि +रजतेनैव +रजतेऽपि +रजतैः +रजतो +रजतꣳ +रजन +रजनं +रजनम् +रजनय +रजनि +रजनिः +रजनिचर +रजनिदिवसौ +रजनी +रजनीं +रजनीः +रजनीकर +रजनीकरः +रजनीकरे +रजनीकान्तः +रजनीक्षये +रजनीचर +रजनीचरः +रजनीचरम् +रजनीचराः +रजनीचरान् +रजनीचरेश +रजनीचरैः +रजनीचूर्णं +रजनीति +रजनीतिमिरावगुण्ठिते +रजनीत्यर्थः +रजनीद्वयं +रजनीद्वयम् +रजनीप्रवृद्धा +रजनीमुखं +रजनीमुखम् +रजनीमुखे +रजनीमुष्य +रजनीमेकां +रजनीम् +रजनीयं +रजनीयुग्मं +रजनीरजनी +रजनीव +रजनीवधूः +रजनीश +रजनीशः +रजनीषु +रजने +रजनौ +रजन् +रजन्ति +रजन्य +रजन्या +रजन्यां +रजन्याः +रजन्यामतैलपूराः +रजन्याम् +रजन्यो +रजन्यौ +रजपूताः +रजपूतानां +रजम् +रजय +रजयति +रजश्च +रजश्चैव +रजश्छलेन +रजश्छाया +रजस +रजसं +रजसः +रजसश् +रजसश्च +रजसस् +रजसस्तमसश्चैव +रजसस्तानि +रजसस्तु +रजसा +रजसां +रजसापध्वस्यति +रजसापि +रजसि +रजसी +रजसीति +रजसे +रजसेति +रजसो +रजसोऽपि +रजस् +रजस्त +रजस्तत्र +रजस्तथा +रजस्तम +रजस्तमः +रजस्तमःप्रकृतयः +रजस्तमःप्रधाना +रजस्तमःस्वभावं +रजस्तमश्च +रजस्तमश्चाभिं +रजस्तमश्चाभिभूय +रजस्तमश्चेति +रजस्तमश्चैव +रजस्तमसी +रजस्तमसोः +रजस्तमो +रजस्तमोभ्या +रजस्तमोभ्यां +रजस्तमोभ्याम् +रजस्तमोमयी +रजस्तमोमूलं +रजस्तमोलेशानभिभूतं +रजस्तमोविलये +रजस्तु +रजस्तुरं +रजस्तुरम् +रजस्त्रेता +रजस्त्वं +रजस्यपि +रजस्या +रजस्याय +रजस्युद्रिच्यमाने +रजस्युपरते +रजस्येतानि +रजस्वल +रजस्वलः +रजस्वलमनित्यं +रजस्वलमनित्यञ्च +रजस्वलया +रजस्वला +रजस्वलां +रजस्वलाः +रजस्वलान्योन्यं +रजस्वलाम् +रजस्वलाया +रजस्वलायां +रजस्वलायाः +रजस्वलासु +रजस्वलाऽन्योन्यं +रजस्वले +रजस्वलेव +रजस्वलो +रजा +रजाँसि +रजांसि +रजांसीति +रजांस्युच्यन्ते +रजां॑सि +रजां॑सि॒ +रजाः +रजाम्̇सि +रजाशया +रजासि +रजाꣳसि +रजि +रजिं +रजिः +रजिष्ठम् +रजिष्ठया +रजिष्ठाः +रजिष्ठैः +रजि॑ष्ठैः +रजि॑ष्ठ॒मनु॑ +रजी +रजु +रजुः +रजे +रजेः +रजेन्द्र +रजो +रजोगुण +रजोगुणं +रजोगुणः +रजोगुणमयः +रजोगुणसमुद्भवः +रजोगुणस्य +रजोगुणा +रजोगुणात् +रजोगुणी +रजोगुणे +रजोगुणेन +रजोगुणो +रजोजुषे +रजोजुष्टं +रजोदर्शनं +रजोदर्शने +रजोदोषं +रजोदोषे +रजोनाशो +रजोनिमीलिताः +रजोनिवृत्तौ +रजोभि +रजोभिः +रजोमयी +रजोमात्रया +रजोमोहावृतात्मनः +रजोयुक्तं +रजोयुक्ता +रजोयुजः +रजोरूपं +रजोलब्धवृत्तिकं +रजोवती +रजोविशालो +रजोऽधिकाः +रजोऽपि +रजो॑ +रजो॑भिः +रजौ +रज्ज +रज्जं +रज्जवः +रज्जवो +रज्जु +रज्जुं +रज्जुः +रज्जुके +रज्जुखण्ड +रज्जुच्छेदे +रज्जुत्वं +रज्जुना +रज्जुबन्धं +रज्जुभिः +रज्जुमुभयतःपाशां +रज्जुमेव +रज्जुम् +रज्जुरश्वस्य +रज्जुरिति +रज्जुरियं +रज्जुरियम् +रज्जुरिव +रज्जुरेव +रज्जुरेवेति +रज्जुरेषा +रज्जुर् +रज्जुर्नु +रज्जुश्च +रज्जुषु +रज्जुसर्प +रज्जुसर्पवत् +रज्जुसृड्भ्याम् +रज्जुस्तया +रज्जु॑रस्य +रज्जू +रज्जूः +रज्जूनां +रज्जो +रज्जोः +रज्जौ +रज्ज्वा +रज्ज्वां +रज्ज्वाः +रज्ज्वादाविव +रज्ज्वादिषु +रज्ज्वादौ +रज्ज्वामिव +रज्ज्वाम् +रज्ज्वेव +रज्ज्वोत्तमां +रज्ञः +रज्ञा +रज्य +रज्यत +रज्यतः +रज्यति +रज्यतीति +रज्यते +रज्यतेऽनेन +रज्यतेऽनेनेति +रज्यन्ति +रज्यन्ते +रज्यसि +रज्यस्य +रज्या +रज्येत +रज्वा +रज्वां +रज॑ +रज॑ः +रज॑स +रज॑सः +रज॑सश्च +रज॑सा +रज॑सा॒ +रज॑सि +रज॑सी +रज॑सी॒ +रज॑सो +रज॑सो॒ +रज॒ +रज॒ः +रज॒स्या +रञ् +रञ्च +रञ्ज +रञ्जक +रञ्जकं +रञ्जकः +रञ्जकपित्तस्य +रञ्जकम् +रञ्जकस्य +रञ्जको +रञ्जन +रञ्जनं +रञ्जनः +रञ्जनम् +रञ्जना +रञ्जनाच्चैव +रञ्जनात् +रञ्जनाय +रञ्जनार्थं +रञ्जनालिपिः +रञ्जनी +रञ्जनीयस्य +रञ्जनीयाः +रञ्जने +रञ्जनेन +रञ्जनो +रञ्जय +रञ्जयति +रञ्जयतीति +रञ्जयतु +रञ्जयते +रञ्जयन् +रञ्जयन्ति +रञ्जयन्ती +रञ्जयसि +रञ्जयामास +रञ्जयामि +रञ्जयितुं +रञ्जयित्वा +रञ्जयेत् +रञ्जि +रञ्जिका +रञ्जित +रञ्जितं +रञ्जितः +रञ्जितम् +रञ्जिता +रञ्जिताः +रञ्जितानि +रञ्जिते +रञ्जितो +रञ्जित्सिन्हजी +रञ्जिनी +रञ्जेः +रञ्जेर्णौ +रञ्जेश्च +रञ्ज् +रट +रटणं +रटति +रटतीति +रटनं +रटन् +रटन्तः +रटन्ति +रटन्ती +रटन्तीह +रटन्तो +रटन्त्याख्या +रटसि +रटितं +रट् +रट्ट +रठ +रण +रणं +रणंगमं +रणंगमः +रणंगमस्य +रणंगमेन +रणंगमो +रणं॑ +रणः +रणए +रणकर्कश +रणकर्कशः +रणकर्कशम् +रणकर्म +रणकर्मणा +रणकर्मणि +रणकर्मसु +रणकोविदः +रणकोविदाः +रणक्षितिः +रणक्षितौ +रणजित् +रणजी +रणजीत +रणजीतसिंहः +रणतया +रणता +रणति +रणत् +रणत्वं +रणत्वात् +रणत्वे +रणदिव +रणदीक्षा +रणदुर्जयः +रणदुर्मदः +रणदुर्मदाः +रणद्भिराघट्टनया +रणधृष्टः +रणन् +रणन्ति +रणन्ती +रणपक्षी +रणपण्डितः +रणपरिश्रमः +रणपांसुषु +रणप्राङ्गणे +रणप्रियः +रणप्रियम् +रणप्रिया +रणबीर +रणभुवि +रणभूमि +रणभूमिं +रणभूमिः +रणभूमिमपरित्यज्यावस्थिताः +रणभूमिषु +रणभूमौ +रणमंडले +रणमण्डले +रणमध्ये +रणमपि +रणमिति +रणमुखे +रणमुल्बणम् +रणमूर्द्धनि +रणमूर्धनि +रणमूर्ध्नि +रणमेव +रणम् +रणयन् +रणयन्त +रणया +रणरङ्गे +रणरणक +रणरणकमकारणं +रणरणकेन +रणरूपी +रणविशारदः +रणविशारदाः +रणविशारदौ +रणवीर +रणवृत्तान्तं +रणव्योमनि +रणशालिना +रणशिरसि +रणशिष्य +रणश्लाघी +रणसमुद्यमे +रणस्थलम् +रणस्थले +रणस्य +रणा +रणां +रणांगणम् +रणांगणात् +रणांगणे +रणाः +रणाग्रे +रणाङ्गणं +रणाङ्गणम् +रणाङ्गणात् +रणाङ्गणे +रणाङ्गणेषु +रणाङ्गने +रणाजिरं +रणाजिरम् +रणाजिरात् +रणाजिरे +रणात् +रणादपि +रणादि +रणादौ +रणानां +रणानि +रणान्ते +रणाय +रणायेति +रणारम्भे +रणार्थं +रणा॑य +रणा॑य॒ +रणि +रणितं +रणिता +रणितेन +रणिष्टन +रणी +रणीयं +रणे +रणेति +रणेन +रणेरणे +रणेषु +रणेऽपि +रणेऽर्जुनम् +रणेऽस्मिन् +रणे॑ +रणे॑रणे +रणे॑षु +रणैः +रणो +रणोत्कटः +रणोत्सवः +रणोत्सवे +रणोत्सवेषु +रणोत्साहं +रणोत्सुकः +रणोद्यमे +रणोन्मुखः +रणौ +रण् +रण्ड +रण्डः +रण्डा +रण्डे +रण्णा +रण्णो +रण्यं +रण्यः +रण्यति +रण्यन्ति +रण्यस्य +रण्या +रण्यानि +रण्या॑ +रण्या॑नि +रण्ये +रण्येन +रण्य॑ति +रण्व +रण्वं +रण्वः +रण्वति +रण्वतु +रण्वम् +रण्वया +रण्वा +रण्वाः +रण्वो +रण॑न्ति +रण॑म् +रण॒ +रत +रतं +रतः +रतक्षमासु +रतत्वेन +रतन +रतनटाटा +रतनर्मणि +रतना +रतने +रतन् +रतमृगद्विजे +रतम् +रतया +रतये +रतलाम +रतलाममण्डलम् +रतश्च +रतस्य +रतहिण्डकः +रता +रतां +रताः +रतानां +रतानाम् +रतानि +रतान् +रतान्तरे +रतान्तरेषु +रतान्ते +रताम् +रताय +रतावसाने +रताश्च +रतासक्तं +रति +रतिं +रतिः +रतिकरं +रतिकरः +रतिकरीं +रतिकरो +रतिकलहभग्नं +रतिका +रतिकामयोः +रतिकामिके +रतिकाम्यया +रतिकाले +रतिकूजितम् +रतिक्रिया +रतिक्रीडा +रतिखेदसमुत्पन्ना +रतिगृहं +रतिगृहे +रतिज्ञं +रतिदुःखशीलताम् +रतिदूतिपदेषु +रतिद्वितीये +रतिपण्डित +रतिपतिं +रतिपतिः +रतिपते +रतिपतेः +रतिपतेरिव +रतिपुत्रफला +रतिप्रदा +रतिप्रिय +रतिप्रियः +रतिप्रियम् +रतिप्रिया +रतिप्रियाः +रतिप्रिये +रतिफलं +रतिबन्धभेदे +रतिबन्धविशेषः +रतिभावः +रतिमञ्जरी +रतिमञ्जर्य्याम् +रतिमनुभवति +रतिमनुभूतवान् +रतिमन्दिरे +रतिमभ्युपपत्तुमातुरां +रतिमाकाशभवा +रतिमात्रं +रतिमाप्नोति +रतिमुभयप्रार्थना +रतिम् +रतिया +रतिरत्नसम्पदा +रतिरपि +रतिरसं +रतिरस्तु +रतिरहस्ये +रतिरिति +रतिरिव +रतिरुच्यते +रतिरुपलभ्यते +रतिरुवाच +रतिरूपा +रतिरेव +रतिर् +रतिर्देवादिविषया +रतिर्धृतिः +रतिर्न +रतिर्नाम +रतिर्नास्ति +रतिर्बभूव +रतिर्भवति +रतिर्भवेत् +रतिर्मम +रतिर्मुदा +रतिर्यत्र +रतिर्यथा +रतिर्यस्य +रतिर्वा +रतिर्हासश्च +रतिलालसः +रतिलालसा +रतिवलयपदाङ्के +रतिवल्लभस्य +रतिविगलितबन्धे +रतिविपरीते +रतिविलापः +रतिव्यत्यये +रतिशूरं +रतिश्च +रतिश्चैव +रतिश्च्युता +रतिश्रमेण +रतिश्रान्ता +रतिषु +रतिसमये +रतिसर्वस्वमधरं +रतिसुखं +रतिस्तं +रतिस्तत्र +रतिस्तथा +रतिस्तव +रतिस्तु +रती +रतीति +रतीनां +रतीव +रतीशं +रतीशः +रतीशस्य +रतीश्वरः +रतु +रते +रतेः +रतेन +रतेरपि +रतेरिव +रतेषु +रतैः +रतो +रतोत्सवं +रतोत्सवः +रतोत्सवेन +रतोत्सवेषु +रतौ +रत् +रत्त +रत्ता +रत्ति +रत्तो +रत्न +रत्नं +रत्नं॑ +रत्नं॒ +रत्नकलशं +रत्नकि +रत्नकिरीटा +रत्नकिरीटाख्याने +रत्नकुंडलयुग्मेन +रत्नकुण्डलयुग्मेन +रत्नकूटं +रत्नकूटः +रत्नकोटिं +रत्नकोशः +रत्नकोशे +रत्नकोषः +रत्नखचितं +रत्नखचिते +रत्नगर्भं +रत्नगर्भः +रत्नगर्भगृहोचिताम् +रत्नगर्भस्तथागत +रत्नगर्भस्तथागतो +रत्नगर्भस्तथागतोऽर्हन् +रत्नगर्भस्य +रत्नगर्भा +रत्नगर्भेण +रत्नगर्भो +रत्नगिरि +रत्नगिरिमण्डलम् +रत्नगिरिमण्डले +रत्नग्रीवस्य +रत्नचित्रं +रत्नचित्रे +रत्नच्छत्रं +रत्नच्छायाव्यतिकर +रत्नजं +रत्नजटित +रत्नजा +रत्नजां +रत्नजातं +रत्नतल्पे +रत्नतेजसा +रत्नत्रयं +रत्नत्रयपरीक्षा +रत्नत्रयाय +रत्नत्रये +रत्नदर्पणम् +रत्नदानेन +रत्नदीपस्य +रत्नदीपिका +रत्नदूषयिता +रत्नद्वीपं +रत्नद्वीपे +रत्नधा +रत्नधाः +रत्नधातमं +रत्नधातमः +रत्नधातमम् +रत्नधामभि +रत्नधाम् +रत्नधेयं +रत्नधेयानि +रत्नधेयाय +रत्ननिर्माणयानेन +रत्ननिर्मितम् +रत्नन्यासं +रत्नन्यासः +रत्नपरीक्षकेण +रत्नपरीक्षा +रत्नपर्यङ्के +रत्नपर्वतं +रत्नपाणिर्बोधिसत्त्वो +रत्नपात्रं +रत्नपात्राणि +रत्नपीठं +रत्नपीठे +रत्नपुर +रत्नपुरं +रत्नपुरे +रत्नपूरितम् +रत्नपूर्णं +रत्नपूर्णा +रत्नपूर्णां +रत्नपूर्णानि +रत्नप्रदीपं +रत्नप्रदीपा +रत्नप्रभं +रत्नप्रभया +रत्नप्रभा +रत्नप्रभां +रत्नप्रभायाम् +रत्नप्रभालम्बके +रत्नप्रभोपेते +रत्नबन्धं +रत्नभाण्डं +रत्नभित्तिषु +रत्नभूतं +रत्नभूता +रत्नभूतां +रत्नभूषणभूषितः +रत्नभूषणभूषितम् +रत्नभूषणभूषिता +रत्नभूषणभूषिताः +रत्नभूषणभूषिताम् +रत्नभूषणभूषितैः +रत्नभूषणम् +रत्नभूषणैः +रत्नभूषितम् +रत्नभूषिता +रत्नभूषिताम् +रत्नभूषिते +रत्नभेदे +रत्नमण्डपः +रत्नमन्विष्यति +रत्नमय +रत्नमयं +रत्नमयः +रत्नमयाः +रत्नमयानि +रत्नमयी +रत्नमयीं +रत्नमये +रत्नमयो +रत्नमय्यां +रत्नमवाप्नुयात् +रत्नमादाय +रत्नमालया +रत्नमाला +रत्नमालां +रत्नमालायां +रत्नमालायाम् +रत्नमालाविभूषितम् +रत्नमालिका +रत्नमालिकाम् +रत्नमालेव +रत्नमिति +रत्नमिव +रत्नमुत्तमम् +रत्नमेव +रत्नम् +रत्नयागस्य +रत्नयानं +रत्नयानेन +रत्नयुक्तं +रत्नयुतं +रत्नयोनयः +रत्नराशिं +रत्नरुचिरं +रत्नलाभः +रत्नवती +रत्नवन्ति +रत्नवर्मा +रत्नवर्षं +रत्नवलयं +रत्नविभूषितम् +रत्नविशेषः +रत्नविशेषाणां +रत्नव्यूहं +रत्नशब्दो +रत्नशलाकयेव +रत्नशालासु +रत्नशिखिनं +रत्नशिखिनः +रत्नशिखी +रत्नशिलातलेषु +रत्नसंचयम् +रत्नसंयुतम् +रत्नसन्निभः +रत्नसानुः +रत्नसानौ +रत्नसारपरिच्छदम् +रत्नसारफल्गुकुप्यानां +रत्नसारविनिर्मितः +रत्नसारविनिर्मितम् +रत्नसारेण +रत्नसिंहासनं +रत्नसिंहासनस्थं +रत्नसिंहासनस्था +रत्नसिंहासनस्थितम् +रत्नसिंहासने +रत्नसिंहासनोपरि +रत्नसूरपि +रत्नस्तम्भेषु +रत्नस्य +रत्नहारं +रत्नहारान् +रत्नहारी +रत्नऽधाः +रत्नऽधेयम् +रत्ना +रत्नाः +रत्नाकर +रत्नाकरं +रत्नाकरः +रत्नाकरस्य +रत्नाकरा +रत्नाकरास्तथा +रत्नाकरे +रत्नाकरो +रत्नाक्षसूत्राः +रत्नागिरि +रत्नागिरिमण्डलम् +रत्नागिरिमण्डलस्य +रत्नागिरी +रत्नाङ्गुलीयकम् +रत्नाढ्यं +रत्नादि +रत्नादिकं +रत्नादीनां +रत्नादीनि +रत्नादौ +रत्नाधिपतिः +रत्नान +रत्नाना +रत्नानां +रत्नानाञ्च +रत्नानामप्यलाभे +रत्नानामलाभे +रत्नानामिव +रत्नानाम् +रत्नानि +रत्नानीव +रत्नान्यथो +रत्नान्यनेकानि +रत्नान्यमूनि +रत्नान्यादाय +रत्नान्युक्तानि +रत्नान्युपादाय +रत्नाभरणधारणम् +रत्नाभरणभूषितम् +रत्नाभरणभूषिता +रत्नाभरणभूषिताम् +रत्नाय +रत्नालंकारभूषितम् +रत्नालंकारभूषिता +रत्नालंकारभूषिताः +रत्नावती +रत्नावली +रत्नावलीं +रत्नावल्या +रत्नावल्यां +रत्नावल्याः +रत्नावल्याम् +रत्नावळी +रत्नावळीसरः +रत्नावळ्यलङ्कारः +रत्नासनं +रत्नासने +रत्ना॑ +रत्ना॑नि +रत्ना॑नि॒ +रत्ना॒ +रत्नि +रत्निः +रत्निनः +रत्निनाँ +रत्निनां +रत्निमात्रं +रत्ने +रत्नेति +रत्नेन +रत्नेश +रत्नेशं +रत्नेश्वरं +रत्नेश्वरस्य +रत्नेषु +रत्नै +रत्नैः +रत्नैरिव +रत्नैर् +रत्नैर्न +रत्नैश्च +रत्नों +रत्नोंसे +रत्नोदकं +रत्नोदकेन +रत्नोपरि +रत्न॑मभजन्त॒ +रत्न॑म् +रत्न॒धात॑मम् +रत्यन्ते +रत्यभावे +रत्यर्थं +रत्या +रत्यां +रत्याः +रत्याख्यं +रत्याख्यः +रत्याख्यो +रत्यादयः +रत्यादयो +रत्यादि +रत्यादिः +रत्यादिकं +रत्यादिकानां +रत्यादीनां +रत्यादे +रत्यादेः +रत्यादौ +रत्यै +रत्र +रत्रं +रत्रदीपिका +रत्रमाला +रत्रमेखलाख्याने +रत्रि +रत्रौ +रत्व +रत्वं +रत्वमापद्यते +रत्वम् +रत्वा +रत्वात् +रत्वादिति +रत्वे +रत्वेन +रत्सि +रत्‍नं +रत्‍नभूषणभूषितम् +रत्‍नभूषणभूषिताम् +रत्‍नमालां +रत्‍नसिंहासने +रत्‍नानि +रथ +रथँ +रथं +रथंतरँ +रथंतरं +रथंतरपृष्ठः +रथंतरम् +रथंतरम्̇ +रथंतरसामा +रथंतरसाम्ना +रथंतरस्य +रथंतरे +रथंतरेण +रथंतरꣳ +रथंत॒रं +रथं॑ +रथं॒ +रथः +रथःपतिः +रथः॑ +रथः॒ +रथकट्या +रथकर्म +रथकानान्तु +रथकायं +रथकार +रथकारं +रथकारः +रथकारस्य +रथकाराः +रथकारे +रथकारेण +रथकारो +रथकूबरम् +रथकेतनं +रथकेतनम् +रथकौ +रथक्रांते +रथक्रान्ते +रथगणक +रथगतं +रथगतः +रथगृत्सश्च +रथघोषं +रथघोषेण +रथचक्रं +रथचक्रचितं +रथचक्रमारोहति +रथचक्रम् +रथचक्रवत् +रथचक्रस्य +रथचक्रा +रथचक्राणि +रथचक्रे +रथचक्रेण +रथचरणौ +रथचर्यासु +रथजवात् +रथत्वेन +रथदेवत्यम् +रथनागाश्वकलिलं +रथनागाश्वपत्तीनां +रथनाभौ +रथनिर्घोषं +रथनिर्घोषो +रथनीडादपातयत् +रथनेमिस्वनेन +रथनेमिस्वनोन्मुखैः +रथनेमी +रथन्तर +रथन्तरँ +रथन्तरं +रथन्तरपृष्ठे +रथन्तरमिति +रथन्तरम् +रथन्तरयोर् +रथन्तरसाम +रथन्तरसामा +रथन्तरसाम्नः +रथन्तरसाम्ना +रथन्तरसाम्नो +रथन्तरस्य +रथन्तराणि +रथन्तरादीनां +रथन्तरादीनि +रथन्तराय +रथन्तरे +रथन्तरेण +रथन्त॒र +रथन्त॒रं +रथप्राम् +रथमधि +रथमधिरुह्य +रथमध्ये +रथमन्यं +रथममृतस्य +रथमश्वं +रथमश्वाय +रथमा +रथमातिष्ठ +रथमादधाति +रथमादाय +रथमानय +रथमारुरोह +रथमारुहत् +रथमारुह्य +रथमारूढः +रथमारोपयामास +रथमारोप्य +रथमारोह +रथमारोहति +रथमारोहयति +रथमार्गेषु +रथमास्थाय +रथमास्थितः +रथमिति +रथमिन्द्र +रथमिव +रथमुखे +रथमुख्येन +रथमुत्तमम् +रथमुत्सृज्य +रथमुपावहरति +रथमेकचक्रमेको +रथमेव +रथम् +रथय +रथया +रथयात्रा +रथयात्रां +रथयुक्ता +रथयुक्तान् +रथयुगप्रासङ्गम् +रथयुग्यमात्रनियमनं +रथयुजं +रथयूथपयूथपः +रथयोगा +रथयोगान् +रथराजयोऽपि +रथर्यति +रथर्यसि +रथर्षभः +रथवंशेन +रथवते +रथवत् +रथवदयोश्च +रथवद् +रथवन्तो +रथवरं +रथवरः +रथवरे +रथवर्त्म +रथवा +रथवाजिनः +रथवाजिनाम् +रथवान् +रथवाहणं +रथवाहनं +रथवाहनः +रथवाहनम् +रथवाहनवाहो +रथवाहनस्य +रथवाहने +रथविमोचनीयं +रथविमोचनीयानि +रथवेगं +रथवेगेन +रथव्रजान् +रथशक्तिं +रथशक्त्या +रथशब्दात् +रथशब्देन +रथशीर्षे +रथश्च +रथश्रेष्ठं +रथसत्तमः +रथसत्तमम् +रथसत्तमे +रथसत्तमौ +रथसप्तमी +रथसहस्राणि +रथसहस्रेण +रथसीताहलेभ्यो +रथस् +रथस्तथा +रथस्तस्य +रथस्तु +रथस्तृतीयं +रथस्ते +रथस्त्रिचक्रः +रथस्त्वेकेन +रथस्थ +रथस्थं +रथस्थः +रथस्थत्वकथनम् +रथस्थत्वे +रथस्थम् +रथस्थश्च +रथस्थस्तु +रथस्थस्य +रथस्था +रथस्थां +रथस्थाः +रथस्थाने +रथस्थितं +रथस्थितः +रथस्थितम् +रथस्थितानां +रथस्थे +रथस्थेन +रथस्थो +रथस्थौ +रथस्पा +रथस्य +रथस्यारेषु +रथस्यास्य +रथस्येति +रथस्येदं +रथस्येव +रथस्येशे +रथस्यैकं +रथस्योत्तम्भनी +रथस्योपरि +रथस्वनः +रथस्वामी +रथा +रथाँ +रथाँ॑ +रथांगं +रथांगे +रथांश्च +रथांश्चैव +रथाः +रथाःऽइव +रथाः॑ +रथाः॑ऽइव +रथाइव +रथाकारं +रथाक्षेण +रथाग्रे +रथाङ्ग +रथाङ्गं +रथाङ्गः +रथाङ्गनामा +रथाङ्गनाम्नां +रथाङ्गनेमयः +रथाङ्गपाणिरक्षोभ्य +रथाङ्गपाणेः +रथाङ्गमिथुनं +रथाङ्गम् +रथाङ्गलाङ्गलच्छत्रस्वस्तिकाङ्कुशधारिणः +रथाङ्गस्य +रथाङ्गानि +रथाङ्गी +रथाङ्गे +रथाङ्गेन +रथाच्च +रथातिरथसंख्यानपर्वणि +रथातिरथसंख्यानम् +रथात् +रथात्तूर्णं +रथात्तूर्णमवप्लुत्य +रथात्प्रस्कन्द्य +रथादयः +रथादयोऽवकाशं +रथादवततार +रथादवतीर्य +रथादवप्लुत्य +रथादवरुह्य +रथादाप्लुत्य +रथादि +रथादिति +रथादिषु +रथादीनां +रथादीनि +रथादीन् +रथादुत्तीर्य +रथादौ +रथाद् +रथाद्यत् +रथाद्युपकरणे +रथाना +रथानां +रथानामयुतं +रथानाम् +रथानास्थाय +रथानिव +रथानीकं +रथान् +रथान्तर +रथान्तरे +रथान्ऽइव +रथाभावे +रथाभ्यां +रथाय +रथारूढं +रथारूढः +रथारूढस्य +रथारूढा +रथारूढो +रथारोहणम् +रथारोहणानन्तरं +रथाश्च +रथाश्चैव +रथाश्वं +रथासः +रथास्तथा +रथास्तेषां +रथा॑ +रथा॑नां +रथा॑नां॒ +रथा॑नाम् +रथा॑न्ऽइव +रथा॑य +रथा॑य॒ +रथा॑सः +रथा॒ +रथि +रथिः +रथिक +रथिकः +रथिका +रथिकाः +रथिके +रथिको +रथित्वं +रथिन +रथिनं +रथिनः +रथिनम् +रथिनश्च +रथिनस्तथा +रथिनस्तदा +रथिना +रथिनां +रथिनांवरः +रथिनी +रथिनीरिषः +रथिने +रथिनो +रथिनौ +रथिभिः +रथिभिस्तत्र +रथिभ्यो +रथिरः +रथिरा +रथिरासः +रथिरो +रथिऽतमः +रथी +रथीः +रथीःऽइव +रथीतमं +रथीतमः +रथीतमम् +रथीतमश् +रथीतमा +रथीतमौ +रथीतमꣳ +रथीतर +रथीतरः +रथीतराणां +रथीनां +रथीनाम् +रथीरभून्मुद्गलानी +रथीरिव +रथीर् +रथीव +रथुः +रथे +रथेति +रथेन +रथेना +रथेनाजौ +रथेनातिपताकेन +रथेनादित्यवर्चसा +रथेनादित्यवर्णेन +रथेनानेन +रथेनाम्बुदनादिना +रथेनायं +रथेनाशु +रथेनेति +रथेनैकेन +रथेनैव +रथेभिः +रथेभिरध्रिगुः +रथेभ्यः +रथेभ्यश्च +रथेभ्यो +रथेरथे +रथेशुभम् +रथेषां +रथेषु +रथेष्ठा +रथेष्ठाः +रथेऽवस्थितो +रथे॑ +रथे॑न +रथे॑न॒ +रथे॑भिः +रथे॑षु +रथे॑षु॒ +रथे॒ +रथे॒ना +रथे॒ष्वा +रथै +रथैः +रथैरिव +रथैर् +रथैश्च +रथैश्चापि +रथो +रथों +रथोः +रथोत्कर्षकथनार्थं +रथोत्तमं +रथोत्तमः +रथोत्तमम् +रथोत्तमात् +रथोत्तमे +रथोत्सवः +रथोदाराः +रथोद्धता +रथोद्धताछन्दः +रथोद्धतावृत्तम् +रथोद्धतावृत्तेन +रथोपरि +रथोपस्थ +रथोपस्थं +रथोपस्थे +रथोळ्ह +रथोऽधिष्ठितो +रथोऽपि +रथोऽयं +रथोऽयमपवाहितः +रथोऽर्धरथो +रथोऽस्य +रथोऽस्यास्तीति +रथो॑ +रथो॒ +रथौ +रथौघाः +रथौजाः +रथौजाश्च +रथ् +रथ्य +रथ्यं +रथ्यः +रथ्यमिन्द्र +रथ्यम् +रथ्यया +रथ्या +रथ्यां +रथ्याः +रथ्याकर्दमतोयानि +रथ्यानां +रथ्यामाक्रम्य +रथ्यायां +रथ्यावीथीचत्वरशृङ्गाटकेषु +रथ्याश्च +रथ्यासः +रथ्यासु +रथ्याऽइव +रथ्या॑ +रथ्या॑ऽइव +रथ्ये +रथ्येव +रथ्ये॑व +रथ्यो +रथ्योपसर्पणे +रथ॑ +रथ॑ः +रथ॑मिन्द्र +रथ॑मिव॒ +रथ॑मि॒वाश्वा॑ +रथ॑म् +रथ॑म॒मृत॑स्य +रथ॑स्य +रथ॑स्य॒ +रथ॒ +रथ॒ः +रथ॒मधि॒ +रथ॒मा +रथ॒मुप॑ +रथꣳ +रद +रदं +रदः +रदच्छदः +रदणिए +रदति +रदन +रदनच्छदं +रदनच्छदः +रदनच्छदे +रदनच्छदौ +रदना +रदनाः +रदनिका +रदनिकां +रदनिके +रदन्ता +रदरफोर्ड +रदरसयमला +रदा +रदाः +रदानां +रदान् +रदाब्धयोऽयुताहताः +रदाभ्या +रदाभ्यां +रदाभ्यामिति +रदाभ्याम् +रदावसो +रदितं +रदिते +रदे +रदैः +रदो +रदौ +रद् +रद्द +रद्धा +रद्यापि +रध +रधं +रधः +रधम् +रधादिभ्यश्च +रधाम +रधि +रधिका +रधिजभोरचि +रधिता +रधीः +रधुः +रधेः +रधो +रध् +रध्य +रध्यति +रध्यतिर्वशगमने +रध्यामो +रध्येति +रध्रं +रध्रचोदनं +रध्रस्य +रन +रनं +रनकोशे +रनभसैः +रनमाला +रनस्य +रना +रनावल्याम् +रनि +रनिया +रनु +रनुव्याख्यानस्य +रने +रन् +रन्ज +रन्ज् +रन्त +रन्तः +रन्तयः +रन्तरं +रन्तरे +रन्तरेण +रन्तव्यं +रन्तव्या +रन्ता +रन्ति +रन्तिः +रन्तिदेव +रन्तिदेवं +रन्तिदेवः +रन्तिदेवश्च +रन्तिदेवस्य +रन्तिदेवो +रन्तिरस्तु +रन्तिरिह +रन्तिर् +रन्तिर्नामासि +रन्ती +रन्तु +रन्तुं +रन्तुमिति +रन्तुम् +रन्ते +रन्त्यं +रन्त्यः +रन्त्यो +रन्त्रे +रन्त्वा +रन्धं +रन्धकः +रन्धनाय +रन्धय +रन्धयति +रन्धयन् +रन्धयन्ति +रन्धयन्मो +रन्धयम् +रन्धया +रन्धयानि +रन्धयासि +रन्धया॒ +रन्धयैनम् +रन्धितं +रन्धीः +रन्धे +रन्धेषु +रन्ध्र +रन्ध्रं +रन्ध्रः +रन्ध्रद्वारा +रन्ध्रभावस्थे +रन्ध्रम् +रन्ध्रस्थे +रन्ध्रस्य +रन्ध्रा +रन्ध्राणां +रन्ध्राणि +रन्ध्रान्वेषी +रन्ध्रे +रन्ध्रेण +रन्ध्रेशे +रन्ध्रेषु +रन्न +रन्नः +रन्नकिरीटाख्याने +रन्नमेखलाख्याने +रन्नावल्यां +रन्प्रत्ययः +रन्प्रत्ययान्तो +रन्यत्र +रन्ये +रन्यो +रप +रपः +रपः॑ +रपणं +रपति +रपत् +रपत्ये +रपर +रपरः +रपरत्व +रपरत्वं +रपरत्वमिति +रपरत्वम् +रपरत्वे +रपरसृपिसृजिस्पृशिस्पृहिसवनादीनाम् +रपरे +रपरो +रपलं +रपसा +रपसो +रपांसि +रपां॑सि +रपामि +रपि +रपी +रपीति +रपेम +रपो +रपो॒ +रप् +रप्रकरणे +रप्रत्ययः +रप्रत्ययो +रप्शते +रप्सुदा +रप॑ः +रप॑सा +रफ +रफि +रफी +रब +रबर +रबि +रबी +रबौ +रब्धं +रब्धा +रब्बर् +रब्बी +रभ +रभः +रभतां +रभते +रभध्वं +रभध्वम् +रभध्वᳪँ +रभन्ताम् +रभन्ते +रभस +रभसं +रभसः +रभसया +रभसविलसत्पुच्छं +रभसस्तु +रभसस्त्वाह +रभसस्य +रभसा +रभसाः +रभसात् +रभसानि +रभसाय +रभसासः +रभसी +रभसेन +रभसो +रभसोऽपठीत् +रभस्व +रभस्वतः +रभस्वऽ +रभा +रभामहे +रभाव +रभावः +रभावात् +रभावे +रभि +रभिष्ठया +रभिष्ठाः +रभीयस +रभे +रभेत् +रभेदे +रभेमहि +रभेरशब्लिटोः +रभ् +रभ्य +रभ्यते +रभ्यसः +रभ्यासादाशु +रभ॑स्वतः +रभ॒सं +रम +रमं +रमंति +रमंते +रमः +रमख +रमजान +रमठ +रमण +रमणं +रमणः +रमणकं +रमणके +रमणमहर्षिः +रमणम् +रमणवसतिं +रमणविरहेष्वङ्गनानां +रमणसाधनं +रमणस्तथा +रमणस्थानं +रमणस्य +रमणा +रमणाय +रमणार्थं +रमणाश्रमम् +रमणाश्रमे +रमणि +रमणिज्जं +रमणियों +रमणी +रमणीं +रमणीओ +रमणीनां +रमणीय +रमणीयं +रमणीयः +रमणीयकं +रमणीयचरणा +रमणीयचरणाः +रमणीयञ्च +रमणीयतया +रमणीयतरं +रमणीयतरः +रमणीयता +रमणीयतां +रमणीयताम् +रमणीयताया +रमणीयतायाः +रमणीयत्वं +रमणीयत्वम् +रमणीयत्वात् +रमणीयत्वे +रमणीयमिति +रमणीयमेव +रमणीयम् +रमणीयया +रमणीयश्च +रमणीयस्य +रमणीया +रमणीयां +रमणीयाः +रमणीयादिष्वतिप्रसङ्गो +रमणीयानां +रमणीयानि +रमणीयान् +रमणीयान्यरण्यानि +रमणीयाय +रमणीयार्थप्रतिपादकः +रमणीयाश्च +रमणीये +रमणीयेति +रमणीयेन +रमणीयेषु +रमणीयो +रमणीयौ +रमणीषु +रमणे +रमणेन +रमणेषु +रमणैः +रमणो +रमणोत्सुकः +रमणोत्सुका +रमण्यः +रमण्या +रमण्याः +रमण्यो +रमत +रमतः +रमतश्चानुकूल्येन +रमता +रमतां +रमताम् +रमति +रमतिः +रमतु +रमते +रमतेः +रमतेऽत्र +रमतो +रमध्वं +रमध्वमिति +रमध्वमिह +रमध्वम् +रमन +रमने +रमन् +रमन्त +रमन्तं +रमन्तां +रमन्तामग्निं +रमन्ताम् +रमन्ति +रमन्तु +रमन्ते +रमन्तेऽस्मिन् +रमन्तेऽस्मिन्निति +रमन्तौ +रमन्यतरस्याम् +रमपि +रममाण +रममाणं +रममाणः +रममाणयोः +रममाणश्च +रममाणस्तया +रममाणस्तु +रममाणस्य +रममाणा +रममाणां +रममाणाः +रममाणे +रममाणो +रममाणौ +रमम् +रमय +रमयंति +रमयः +रमयत +रमयतां +रमयति +रमयतीति +रमयतु +रमयते +रमयन् +रमयन्त +रमयन्ति +रमयन्ती +रमयन्तु +रमयसि +रमया +रमयामकः +रमयामास +रमयामि +रमयिता +रमयितुं +रमयित्वा +रमयिष्यति +रमयेत् +रमयो +रमयोः +रमल +रमसः +रमसे +रमस्य +रमस्व +रमस्वेति +रमस्वेह +रमा +रमां +रमाः +रमाकरुणया +रमाकान्त +रमाकान्तं +रमाकान्तः +रमाकान्तशुक्लः +रमाकान्तो +रमाजाने +रमाणाम् +रमादिकाः +रमादेवी +रमाधीश +रमानाथ +रमानाथं +रमानाथः +रमानाथस्तु +रमानाथो +रमानि +रमापति +रमापतिं +रमापतिः +रमापतिम् +रमापतिस्तत्र +रमापते +रमापतेः +रमापि +रमाबाई +रमाबायीनगरमण्डलम् +रमाबायीनगरम् +रमाबीजं +रमाभिः +रमाभ्यां +रमाभ्याम् +रमामि +रमाम् +रमाम्यहम् +रमाय +रमायण +रमाया +रमायां +रमायाः +रमायाम् +रमायाश्च +रमायै +रमावत् +रमासमा +रमासु +रमाह +रमि +रमिः +रमिक +रमिजपोः +रमितं +रमितवल्लभे +रमिता +रमिति +रमित्यर्थः +रमित्वा +रमित्वापि +रमिष्यति +रमु +रमे +रमेः +रमेत +रमेतां +रमेति +रमेत् +रमेथां +रमेथामिति +रमेमहि +रमेयं +रमेव +रमेश +रमेशं +रमेशः +रमेशकृष्णन् +रमेशस्य +रमेशाय +रमेशेन +रमेश्वर +रमेश्वरः +रमेश्वरम् +रमेस्त +रमेऽहं +रमैव +रमो +रमोन् +रम् +रम्ज़ान् +रम्णातिः +रम्णातु +रम्बते +रम्बतेऽन्तरा +रम्ब॑ते +रम्ब॑तेऽन्त॒रा +रम्भ +रम्भं +रम्भः +रम्भणं +रम्भते +रम्भया +रम्भश्च +रम्भस्य +रम्भा +रम्भां +रम्भाः +रम्भाद्या +रम्भापि +रम्भाफलं +रम्भाया +रम्भायां +रम्भायाः +रम्भिणीव +रम्भे +रम्भेण +रम्भेति +रम्भेव +रम्भो +रम्भोरु +रम्भोरूः +रम्भोवाच +रम्भोऽपि +रम्मा +रम्य +रम्यं +रम्यः +रम्यक +रम्यकं +रम्यकपर्दिनि +रम्यकहिरण्मयकुरूणां +रम्यका +रम्यके +रम्यको +रम्यतरं +रम्यता +रम्यतां +रम्यतामिति +रम्यतामिह +रम्यताम् +रम्यते +रम्यतेऽत्र +रम्यत्वं +रम्यदेशे +रम्यबिन्दुः +रम्यमरम्यं +रम्यमावसथं +रम्यमाश्रमम् +रम्यमिति +रम्यमिदं +रम्यम् +रम्यरूपा +रम्यस्तथैव +रम्या +रम्यां +रम्याः +रम्याणां +रम्याणि +रम्यान् +रम्यान्तरः +रम्यामयोध्यां +रम्याम् +रम्याय +रम्यायां +रम्याश्च +रम्यासु +रम्ये +रम्येण +रम्येति +रम्येषु +रम्यै +रम्यैः +रम्यो +रम्यौ +रय +रयं +रयः +रयत +रयति +रयते +रयन् +रयम् +रयस्य +रया +रयात् +रयि +रयिँ +रयिं +रयिः +रयिञ्च +रयिणा +रयितुं +रयिन्दाः +रयिपतिः +रयिपते +रयिमते +रयिमत् +रयिमत्यै +रयिमद् +रयिमन्तावाज्यभागौ +रयिमर्ष +रयिमश्नवत् +रयिमस्मासु +रयिमस्मे +रयिमा +रयिमान् +रयिमिति +रयिमित्यनेन +रयिमिव +रयिम् +रयिरिति +रयिरेव +रयिर् +रयिर्देवः +रयिर्न +रयिर्नशत् +रयिर्भग +रयिर्भगः +रयिर्यः +रयिर्वा +रयिवः +रयिवृधः +रयिवो +रयिशब्दात् +रयिषाट् +रयिष्ठं +रयिष्ठम् +रयिस् +रयि॒षाळम॑र्त्यः +रयिꣳ +रयी +रयीणा +रयीणां +रयीणामिति +रयीणाम् +रयी॒णां +रयी॒णाम् +रये +रयेण +रयेत् +रयेर्मतौ +रयो +रयोः +रयोहो +रयौ +रय्या +रय्येति +रय्येत्य् +रय्यै +रर +ररक्ष +ररक्षतुः +ररक्षिथ +ररक्षुः +ररण +ररते +ररन्धि +ररन्धिव +रराज +रराजतुः +रराजिरे +रराजे +रराजेति +रराट +रराटमसि +रराटमसीति +रराटम् +रराटानि +रराटीं +रराटे +रराट्या +रराण +रराणः +रराणता +रराणा +रराणाः +रराणो +रराथाम् +रराद +रराध +रराधतुः +रराधिथ +रराम +ररामः +ररामस्य +ररामो +ररावा +ररास +ररासे +ररास्व +ररा॑णः +ररा॑णा +ररा॑णो +ररा॑णो॒ +ररिम +ररिमा +ररिवान् +ररि॒मा +ररीध्वम् +ररे +ररौ +रर्थः +रल +रलं +रलंकृतम् +रलंकृत्य +रलः +रलङ्कारः +रलम् +रलयोः +रलयोरभेदः +रलयोरभेदात् +रलयोरैक्यम् +रलयोरैक्यात् +रला +रले +रलो +रलोपः +रलोपे +रलौ +रल् +रल्लकः +रव +रवं +रवं॑ +रवः +रवकान् +रवण +रवणः +रवति +रवती +रवते +रवत् +रवथः +रवम् +रवयः +रवये +रवलु +रवळ +रवश्यं +रवस्य +रवा +रवाः +रवाण्डा +रवात् +रवान् +रवाविति +रवि +रविं +रविः +रविक +रविकक्षा +रविकक्षां +रविकक्षायां +रविकरस्पर्शेनैव +रविकरा +रविकरैः +रविकरैश्च +रविकर्ण +रविकर्णः +रविकर्णेन +रविकिरणानुगृहीतानि +रविकीर्तिः +रविकुजौ +रविकेन्द्र +रविक्रान्तिः +रविक्रान्तेः +रविक्रान्त्या +रविगति +रविगतिः +रविगतिर्लभ्यते +रविगत्या +रविगुणो +रविग्रह +रविग्रहणं +रविग्रहणाधिकारः +रविग्रहणाधिकारे +रविग्रहणे +रविग्रहे +रविचन्द्र +रविचन्द्रगत्यन्तरक +रविचन्द्रपाता +रविचन्द्रयो +रविचन्द्रयोः +रविचन्द्रयोगलिप्ताः +रविचन्द्रयोर्गत्यन्तरेण +रविचन्द्रा +रविचन्द्रान्तर +रविचन्द्रान्तरं +रविचन्द्रान्तरांश +रविचन्द्राभ्यां +रविचन्द्रौ +रविचरदले +रविचारेण +रविचिह्न +रविचिह्नं +रविचिह्नस्य +रविजं +रविजः +रविजस्य +रविजाः +रविजे +रविजेन +रविजो +रविण +रविणा +रवित +रवितः +रवितनयः +रवितनये +रविता +रवितीर्थे +रवितुल्यरूपः +रवितेजसः +रवितो +रविदत्तदृष्टयः +रविदिगनया +रविदितगतयामा +रविदिनानि +रविदिने +रविदुग्धेन +रविदृग्ज्यका +रविदृष्टिफलम् +रविदृष्फिलम् +रविधौ +रविनति +रविनतिः +रविनन्दन +रविनन्दनः +रविनन्दनम् +रविपदं +रविपीतजला +रविपुत्रेण +रविपुला +रविप्रभम् +रविप्रभा +रविप्रियं +रविफलमाह +रविफलम् +रविबिम्ब +रविबिम्बं +रविबिम्बकला +रविबिम्बम् +रविबिम्बस्य +रविभगण +रविभगणा +रविभगणाः +रविभुक्त्या +रविभुजज्या +रविभूयोगाः +रविभौमौ +रविभ्रमति +रविमंडलम् +रविमंडले +रविमण्डलं +रविमण्डलम् +रविमण्डलस्य +रविमण्डलान्तिका +रविमण्डलान्ते +रविमण्डले +रविमध्ये +रविमन्द +रविमहो +रविमागतम् +रविमार्गे +रविमासा +रविमासाः +रविम् +रवियोगाध्यायः +रविरंशुमान् +रविरपि +रविरश्मयः +रविरश्मिभिः +रविरस्तं +रविरातपम् +रविरिति +रविरिव +रविरुत्तरस्याम् +रविरुदेति +रविरुवाच +रविरेव +रविर् +रविर्न +रविर्भवति +रविर्भवेत् +रविर्यथा +रविर्यदा +रविर्विरोचनः +रविलम्बनकला +रविलवगतां +रविलोचनः +रविवत् +रविवद् +रविवर्तते +रविवर्मणः +रविवर्मणा +रविवर्मा +रविवर्षाणां +रविवर्षाणि +रविवर्षे +रविवार +रविवारः +रविवारको +रविवारे +रविवारेण +रविवारो +रविवासरः +रविवासरे +रविविधू +रविशङ्कर +रविशङ्करः +रविशङ्करस्य +रविशङ्करेण +रविशशि +रविशशिनक्षत्रगणाः +रविशशिनोः +रविशशिनौ +रविशशियोगाः +रविशीतगू +रविशीतमयूखौ +रविशुक्रदिने +रविशुद्धौ +रविश्च +रविश्चन्द्रः +रविश्चन्द्रो +रविसंक्रमः +रविसंक्रमणे +रविसंक्रमे +रविसंक्रान्तिरेव +रविसमं +रविसहितम् +रविसिद्धान्तमञ्जरी +रविसुता +रविसुते +रविसुतो +रविसूनुं +रविसोमयोः +रविस् +रविस्ततः +रविस्तत्र +रविस्तथा +रविस्तदा +रविस्तस्य +रविस्तिष्ठति +रविस्तु +रविस्थान +रविहरः +रवी +रवींद्वोः +रवीति +रवीन्दु +रवीन्दुयोगात् +रवीन्दू +रवीन्दोः +रवीन्द्र +रवीन्द्रः +रवीन्द्रनाथ +रवीन्द्रनाथः +रवीन्द्रनाथठाकुरः +रवीन्द्रनाथठागूरः +रवीन्द्रप्रभातः +रवीन्द्रस्य +रवीन्द्र्नाथठागोरवर्येण +रवीन्द्वोः +रवीन्द्वोर्युतेः +रवीन्द्वोस्तिथिस्त्विदं +रवे +रवेः +रवेण +रवेरग्रतो +रवेरधः +रवेरन्तर्गते +रवेरपि +रवेरभ्यधिकं +रवेरिति +रवेरिव +रवेरुदयमीक्षन्ते +रवेरुपरि +रवेर् +रवेर्गतिः +रवेर्दशायां +रवेर्दिने +रवेर्दिवा +रवेर्दीधितयो +रवेर्मयूखैरभितापितो +रवेर्मासाः +रवेर्यथा +रवेर्वारे +रवेश्च +रवेश्चन्द्रः +रवेस्तत्र +रवेस्तथा +रवेस्तु +रवे॑ण +रवै +रवैः +रवैौ +रवो +रवोऽस्य +रवौ +रव्यब्दा +रव्यब्दाः +रव्यब्दान्ते +रव्या +रव्यादयः +रव्यादयो +रव्यादि +रव्यादिवर्षाद्भुतावर्त्तः +रव्यादिषु +रव्यादीनां +रव्युदया +रव्युदयात् +रव्युदये +रश +रशनया +रशनयाधित +रशना +रशनां +रशनाः +रशनाकलापम् +रशनागुणान् +रशनादेशे +रशनाभिः +रशनाभ्यां +रशनामादत्ते +रशनामादाय +रशनामृतस्य +रशनाम् +रशनाया +रशनायां +रशनायाः +रशने +रशनोत्कर्षी +रशनोपमा +रशब्दे +रशादेशश्च +रशिः +रशिया +रशियादेशः +रशियादेशस्य +रशियादेशे +रशी +रशो +रश्च +रश्चान्तादेशः +रश्चेति +रश्चैव +रश्दी +रश्न +रश्म +रश्मय +रश्मयः +रश्मयश्च +रश्मयस् +रश्मयस्तस्य +रश्मयस्ता +रश्मयस्ते +रश्मये +रश्मयो +रश्मि +रश्मिं +रश्मिः +रश्मिकेतुः +रश्मिकेतुश्च +रश्मिजालं +रश्मिजालम् +रश्मिजालेन +रश्मिद्वारा +रश्मिना +रश्मिनामसु +रश्मिनैकेन +रश्मिपवित्राभिः +रश्मिफलाध्यायः +रश्मिभावनः +रश्मिभि +रश्मिभिः +रश्मिभिःऽ +रश्मिभिरिति +रश्मिभिरुषसां +रश्मिभिरूर्ध्वमाक्रमते +रश्मिभिर् +रश्मिभिर्जलम् +रश्मिभिर्नभ +रश्मिभिर्यजमानं +रश्मिभिर्वा +रश्मिभिर्वाजसातमः +रश्मिभिश्च +रश्मिभिस् +रश्मिभिस्ताभिः +रश्मिभ्य +रश्मिभ्यः +रश्मिमन्तं +रश्मिमान् +रश्मिमाली +रश्मिम् +रश्मिरसि +रश्मिरिति +रश्मिर् +रश्मिर्वृष्टिवनिर्नाम +रश्मिवन्तं +रश्मिवानिव +रश्मिवान् +रश्मिश्च +रश्मिषु +रश्मिसमूहः +रश्मिसहस्रं +रश्मिसहस्रन्तु +रश्मिसहस्रेण +रश्मिऽभिः +रश्मी +रश्मींश्च +रश्मीननु +रश्मीनन्वाततान +रश्मीनां +रश्मीनाम् +रश्मीनिति +रश्मीन् +रश्मीन्वा +रश्मेः +रश्मेर् +रश्मौ +रश्म्यङ्घ्रितुर्यांशाः +रश्म्यनुसारित्वम् +रश्म्यनुसारी +रश॒नया॑ +रश॒ना +रष +रषाभ्यां +रषाभ्यामिति +रषाभ्याम् +रषि +रषिया +रष्या +रष्यादेशस्य +रष्यादेशे +रस +रसँ +रसं +रसं॑ +रसं॒ +रसः +रसः॑ +रसक +रसकं +रसकः +रसकर्म +रसकर्मणि +रसकर्माणि +रसकस्य +रसकुल्या +रसकृत +रसकृत् +रसके +रसकेन +रसको +रसकोविदैः +रसक्रिया +रसक्रियाम् +रसक्षये +रसक्षयोक्तानि +रसग +रसगगाधर +रसगङ्गाधर +रसगङ्गाधरः +रसगङ्गाधरकारः +रसगङ्गाधरकारस्तु +रसगङ्गाधरमर्मप्रकाशे +रसगङ्गाधरे +रसगन्धकौ +रसगन्धयोः +रसगन्धौ +रसगर्भे +रसगुण +रसगुणपूर्णमही +रसगुणवर्षेण +रसगुल्माः +रसघन +रसचन्द्रिका +रसचर्वणा +रसच्युतः +रसजं +रसजः +रसजा +रसजातं +रसजानां +रसजानि +रसजारणे +रसज्ञ +रसज्ञः +रसज्ञया +रसज्ञा +रसज्ञाः +रसज्ञानं +रसज्ञानां +रसज्ञाने +रसज्ञाया +रसज्ञे +रसज्ञैः +रसज्ञो +रसञ्च +रसञ्चापि +रसटी +रसतः +रसतत्त्वं +रसतन्त्रम् +रसतन्मात्रं +रसतन्मात्रकं +रसतन्मात्रम् +रसतम +रसतमः +रसतया +रसतरङ्गिणी +रसता +रसतां +रसतामेति +रसति +रसतीति +रसतु +रसतुल्यं +रसते +रसतेः +रसतो +रसत् +रसत्व +रसत्वं +रसत्वम् +रसत्वादिकंचेत्यर्थः +रसत्वेन +रसद +रसदं +रसदा +रसदाः +रसदानं +रसदानेन +रसदृष्टयः +रसदोषः +रसदोषमलेषु +रसदोषाः +रसद्वारा +रसधातुः +रसधातुश्च +रसधेनुं +रसधेनुः +रसध्वनेः +रसध्वनेरध्वनि +रसन +रसनं +रसनः +रसनम् +रसनया +रसना +रसनां +रसनाः +रसनाग्राह्यो +रसनाग्रे +रसनाग्रेण +रसनाया +रसनायां +रसनायाः +रसनिष्पत्तिः +रसने +रसनेति +रसनेन +रसनेन्द्रियं +रसनो +रसनोत्कर्षी +रसन् +रसन्तः +रसन्ति +रसन्तु +रसपङ्क +रसपदं +रसपदार्थः +रसपदेन +रसपद्धत्याम् +रसपर्पटी +रसपाकतः +रसपाकयोः +रसपाकाभ्यां +रसपार्थिवस्य +रसपूर्णं +रसपूर्णे +रसप्रतीतिः +रसप्रतीतिरिति +रसप्रदीपे +रसप्रस्थं +रसप्रस्थमेकं +रसबन्ध +रसबन्धं +रसबन्धः +रसबन्धकाः +रसबन्धनम् +रसबन्धाभिनिवेशिनः +रसबन्धे +रसबन्धोक्तमौचित्यं +रसबीजं +रसबुद्धिः +रसबुद्धेः +रसबोध +रसभङ्गः +रसभस्म +रसभागं +रसभागो +रसभावं +रसभावतदाभास +रसभावनिरन्तरम् +रसभावयोः +रसभावसमन्वितम् +रसभावाः +रसभावादि +रसभावानां +रसभावेषु +रसभेदे +रसभैरवम् +रसमजर्याख्यटीकाद्वयोपेतम् +रसमझर्याख्यटीकाद्वयोपेतम् +रसमञ्जरी +रसमञ्जर्याख्यटीकाद्वयोपेतम् +रसमञ्जर्याम् +रसमञ्जर्य्याम् +रसमध्ये +रसमन्नस्य +रसमपश्यंस्तदनुन्यतुदन् +रसमय +रसमयं +रसमयः +रसमये +रसमा +रसमात्रं +रसमादत्त +रसमादाय +रसमारणं +रसमालयं +रसमिति +रसमिवात्यर्थं +रसमिश्रमश्नाति +रसमुत्तमम् +रसमुपजीवनं +रसमेव +रसमोषधीनां +रसम् +रसय +रसयत +रसयति +रसयते +रसयन्ति +रसया +रसयितव्यं +रसयिता +रसयितुं +रसयितू +रसयित्वा +रसयुक्त +रसयुक्तानि +रसयुगहयैर्न्सौ +रसयेत् +रसयोः +रसरक्तस्थः +रसरञ्जकम् +रसरत्नसमुच्चय +रसरत्नसमुच्चयः +रसरत्नसमुच्चयटीका +रसरत्नसमुच्चयबोधिनी +रसरत्नहारः +रसरत्नाकरः +रसरत्नाकरे +रसरसाग्रता +रसरसायने +रसराजं +रसराजः +रसराजश्च +रसराजस्य +रसराजे +रसराजो +रसरामा +रसरूप +रसरूपं +रसरूपः +रसरूपस्य +रसरूपा +रसरूपिणी +रसरूपे +रसरूपेण +रसरूपो +रसलक्षणम् +रसलिङ्गं +रसलिङ्गस्य +रसलिङ्गे +रसव +रसवंति +रसवचनः +रसवच्च +रसवत +रसवतः +रसवता +रसवति +रसवती +रसवतीं +रसवतीः +रसवतो +रसवत् +रसवत्ता +रसवत्तां +रसवत्तृतीयसवनं +रसवत्त्वं +रसवत्प्रेय +रसवत्यो +रसवदलंकारः +रसवदलङ्कारः +रसवदलङ्कारस्य +रसवदलङ्कारे +रसवदाद्यलङ्कारः +रसवदाद्यलङ्काराः +रसवद् +रसवन्तं +रसवन्तः +रसवन्तम् +रसवन्ति +रसवरं +रसवर्जं +रसवर्जम् +रसवर्त्मसु +रसवहा +रसवहाः +रसवादिभिः +रसवान् +रसवाहिनीभिः +रसवि +रसविक्रयी +रसविदां +रसविद्धं +रसविद्या +रसविमानं +रसविमाने +रसविशेषः +रसविशेषे +रसविशेषो +रसविषये +रसविषयो +रसवीर्यविपाकतः +रसवीर्यविपाकेषु +रसशब्दः +रसशब्देन +रसशब्दो +रसशाला +रसशालां +रसशालाः +रसशास्त्रं +रसशास्त्रे +रसशेषतः +रसशेषे +रसश् +रसश्च +रसश्चरति +रसश्चापि +रससंख्यया +रससंग्रहः +रससंधानं +रससंयुतम् +रससंवित् +रससरत्नसमुच्चयटीका +रससरत्नसमुच्चयबोधिनी +रससाधने +रससारे +रससिद्धस्य +रससिद्धा +रससिद्धाः +रससिद्धिं +रससिन्दूर +रससिन्दूरं +रससुधाकरे +रसस् +रसस्त +रसस्तं +रसस्ततः +रसस्तत्र +रसस्तथा +रसस्तमहमस्मा +रसस्तस्य +रसस्तीक्ष्णेन +रसस्तु +रसस्तेन +रसस्तेषां +रसस्थे +रसस्य +रसस्याङ्गिनो +रसस्यात्र +रसस्यानतिक्षाराय +रसस्यापि +रसस्यालौकिकत्वं +रसस्याष्टगुणा +रसस्येति +रसस्यैव +रसस्यो +रसस्योपनिषत्परा +रसस्वरूप +रसहितौ +रसहीनं +रसहृदये +रसा +रसाँस्तथा +रसां +रसांगुलम् +रसांशं +रसांशकम् +रसांशे +रसांश्च +रसांश्चैव +रसांस्तथा +रसाः +रसाः॑ +रसाकुलं +रसाङ्कुशीम् +रसाच्च +रसाजीर्णे +रसाञ्जन +रसाञ्जनं +रसाञ्जनम् +रसाञ्जनस्य +रसाञ्जने +रसाञ्जनेन +रसाञ्जनैः +रसाढके +रसाढ्या +रसातल +रसातलं +रसातलगता +रसातलगतां +रसातलतलं +रसातलतले +रसातलम् +रसातलात् +रसातलाद् +रसातलान्ते +रसातले +रसात् +रसात्मक +रसात्मकं +रसात्मकः +रसात्मकम् +रसात्मको +रसात्मना +रसात्मा +रसात्मिका +रसात्मिकाः +रसादय +रसादयः +रसादयश्च +रसादयस्तु +रसादयस्ते +रसादयो +रसादयोऽङ्गभूता +रसादयोऽपि +रसादि +रसादिः +रसादिकं +रसादिकमपि +रसादिकम् +रसादितात्पर्ये +रसादित्वे +रसादिधर्मविशिष्टे +रसादिध्वनिः +रसादिपरता +रसादिप्रतीतिः +रसादिभिः +रसादिभ्यः +रसादिभ्यश्च +रसादिभ्यो +रसादिमय +रसादिमानिनां +रसादिरिति +रसादिविक्रयी +रसादिविषये +रसादिवैश्वरूप्यं +रसादिशब्दा +रसादिषु +रसादिष्वथ +रसादिसम्पत्त्या +रसादिस्तत्सारत्वादिश्चेति +रसादिस्वभावाना +रसादिस्वभावास्तेषां +रसादींश्च +रसादीति +रसादीनां +रसादीनामपि +रसादीनामिति +रसादीनाम् +रसादीनि +रसादीन् +रसादृते +रसादे +रसादेः +रसादेरबादिधर्मेषु +रसादेरलङ्कारस्य +रसादेरिति +रसादेर्भोगः +रसादेव +रसादौ +रसाद् +रसाद्यनुगुणत्वेन +रसाद्र +रसाद्रक्तं +रसाधिपत्यम् +रसानपि +रसाना +रसानां +रसानाञ्च +रसानामपि +रसानामिति +रसानाम् +रसानाशयति +रसानि +रसानिति +रसानिमान् +रसानिव +रसान् +रसान्त +रसान्तरं +रसान्तरम् +रसान्तरसमावेशः +रसान्तराणि +रसान्तरे +रसान्तरेण +रसान्तरेषु +रसान्त्ये +रसान्न +रसान्वितं +रसान्विता +रसान्विताः +रसान्वितैः +रसापकर्षका +रसाभास +रसाभासः +रसाभासस्य +रसाभासे +रसाभासो +रसाभिव्यक्तिः +रसाभिव्यक्त्यपेक्षया +रसाभ्यन्तरः +रसाभ्यां +रसाम् +रसाय +रसायन +रसायनं +रसायनः +रसायनगुणैषिणा +रसायनतन्त्रं +रसायनतन्त्रम् +रसायनत्वं +रसायनत्वञ्च +रसायनत्वम् +रसायनप्रयोगेषु +रसायनमनुत्तमम् +रसायनमन्त्रालयः +रसायनमयी +रसायनमिति +रसायनमिदं +रसायनमिव +रसायनमिवर्षीणां +रसायनम् +रसायनविज्ञानम् +रसायनविज्ञानी +रसायनविधानतः +रसायनविधानेन +रसायनशास्त्र +रसायनशास्त्रं +रसायनशास्त्रज्ञः +रसायनशास्त्रम् +रसायनशास्त्रसम्बद्धाः +रसायनशास्त्रस्य +रसायनशास्त्रे +रसायनस्य +रसायना +रसायनात् +रसायनाधिकारः +रसायनाधिकारे +रसायनानां +रसायनानि +रसायनिक +रसायनी +रसायने +रसायनेन +रसायनेषु +रसायनैः +रसायनो +रसायन्यरुणा +रसाया +रसायां +रसायाः +रसायाम् +रसायेति +रसाय्यः +रसार्णवसुधाकर +रसार्णवसुधाकरः +रसार्णवसुधाकरे +रसार्णवे +रसार्थं +रसार्थिनाम् +रसाल +रसालं +रसालः +रसालम् +रसालवृक्षः +रसालस्य +रसाला +रसालां +रसालानां +रसाले +रसालोऽसौ +रसावस्थः +रसावहः +रसावहा +रसावेशेन +रसाश्च +रसाश्चैव +रसाश्रयम् +रसाश्रया +रसाश्रयात् +रसासार +रसासृङ्मांसमेदोऽस्थिमज्जशुक्राणि +रसासृजी +रसास् +रसास्तथा +रसास्तु +रसास्तेषां +रसास्वाद +रसास्वादः +रसास्वादन +रसास्वादस्य +रसास्वादे +रसास्वादेन +रसास्वादो +रसि +रसिक +रसिकं +रसिकः +रसिकजनं +रसिकतया +रसिकता +रसिकतां +रसिकप्रिया +रसिकरञ्जनम् +रसिकस्य +रसिका +रसिकां +रसिकाः +रसिकानन्दं +रसिकानन्दः +रसिकानन्दस्य +रसिकानन्देन +रसिकानन्दो +रसिकानां +रसिकानाम् +रसिकालिकुलं +रसिके +रसिकेश्वरः +रसिकेश्वरी +रसिकैः +रसिको +रसितं +रसितम् +रसिता +रसितेन +रसितैः +रसिन +रसिनः +रसिनो +रसी +रसीभवति +रसीभवन्ति +रसीया +रसे +रसेति +रसेत्यादि +रसेन +रसेनातिसन्दध्यात् +रसेनाथ +रसेनानक्ति +रसेनान्नं +रसेनापि +रसेनामलकानां +रसेनेति +रसेनेव +रसेनैव +रसेनोत्पर्जन्यस्य +रसेन्दवः +रसेन्द्र +रसेन्द्रं +रसेन्द्रः +रसेन्द्रचिन्तामणौ +रसेन्द्रचूडामणि +रसेन्द्रजारणे +रसेन्द्रसारसंग्रहे +रसेन्द्रस्य +रसेन्द्रे +रसेन्द्रो +रसेपु +रसेभ्यः +रसेभ्यो +रसेव +रसेश्वरः +रसेश्वरम् +रसेषु +रसेष्वपि +रसेऽपि +रसे॑न +रसे॑न॒ +रसै +रसैः +रसैरुपसिच्याश्नाति +रसैरेषां +रसैर् +रसैर्जसजसा +रसैर्भाव्यं +रसैर्युतम् +रसैर्वा +रसैश्च +रसैश्चैव +रसैस्तथा +रसो +रसों +रसोई +रसोत्तमः +रसोत्तरं +रसोत्पत्तिः +रसोदयः +रसोदरे +रसोद्बोधे +रसोद्भवः +रसोद्भवम् +रसोन +रसोनं +रसोनः +रसोनकः +रसोनकल्कं +रसोनञ्च +रसोनम् +रसोनश्च +रसोनस्य +रसोनो +रसोपरि +रसोपेताः +रसोल्लासा +रसोऽजायत +रसोऽत्यरिच्यत +रसोऽत्र +रसोऽद्भुतः +रसोऽपि +रसोऽप्यस्य +रसोऽमृतं +रसोऽमृतम् +रसोऽय +रसोऽयं +रसोऽसौ +रसोऽस्ति +रसोऽस्य +रसोऽस्याः +रसोऽस्रवत् +रसोऽहं +रसोऽहमप्सु +रसोऽहमिति +रसोऽहमित्यादिविज्ञानम् +रसोऽहम् +रसो॑ +रसो॒ +रसौ +रसौदनः +रसौदनम् +रस् +रस्त +रस्तं +रस्तथा +रस्ता +रस्ति +रस्तु +रस्थ +रस्प +रस्मिन् +रस्य +रस्यं +रस्यत +रस्यते +रस्या +रस्यां +रस्याः +रस्यापि +रस्येति +रस्सी +रस॑ +रस॑म् +रस॑स्य +रस॑स्य॒ +रस॒ +रस॒स्तस्य॑ +रसꣳ +रह +रहं +रहः +रहःस्थले +रहःस्थाने +रहकर +रहता +रहति +रहती +रहते +रहन +रहना +रहने +रहनेवाला +रहनेवाली +रहनेवाले +रहमान +रहमानः +रहमानस्य +रहमानुद्दीनः +रहमान् +रहयति +रहश्च +रहश्चोपांशु +रहस +रहसः +रहसा +रहसि +रहसीति +रहस् +रहस्त्वदुत्सङ्गनिषण्णमूर्धा +रहस्त्वां +रहस्य +रहस्यं +रहस्यकम् +रहस्यको +रहस्यपि +रहस्यप्रायश्चित्तम् +रहस्यभूत् +रहस्यमपि +रहस्यमय +रहस्यमिति +रहस्यमिदं +रहस्यमिदमीरितम् +रहस्यमिदमुत्तमम् +रहस्यमृषिभिः +रहस्यमेतत् +रहस्यमेतत्पितरो +रहस्यम् +रहस्यवित् +रहस्यसारे +रहस्यस्य +रहस्या +रहस्यां +रहस्याख्यायीव +रहस्यातिरहस्यं +रहस्यातिरहस्यकम् +रहस्यानां +रहस्यानि +रहस्युपस्थितां +रहस्युपाघ्राय +रहस्युपालभ्यत +रहस्ये +रहस्येकान्ते +रहस्येन +रहस्येव +रहस्यो +रहस्यों +रहस्योद्घाटनेन +रहस्सं +रहा +रहाभ्यां +रहाभ्यामिति +रहाभ्याम् +रहि +रहित +रहितं +रहितः +रहितत्वम् +रहितत्वात् +रहितत्वे +रहितमिति +रहितमित्यर्थः +रहितम् +रहितया +रहितस्य +रहिता +रहितां +रहिताः +रहितात् +रहितानां +रहितानि +रहिते +रहितेन +रहितैः +रहितो +रहितोऽपि +रहितौ +रही +रहीं +रहूँगा +रहूं +रहूगण +रहूगणः +रहे +रहें +रहेंगे +रहेगा +रहेगी +रहेण +रहै +रहैं +रहो +रहोगतः +रहोगतस्य +रहोगता +रहोगे +रहोऽनुशास्ता +रहौ +रह्वन्तर्दशाफलाध्यायः +रा +राँची +रां +रांची +राः +राअ +राअउलं +राअदारिआ +राअमग्गे +राआ +राआणो +राइ +राइट +राइट् +राई +राउ +राउरकेला +राऊ +राएसिणा +राएसिणो +राएसी +राओ +राक +राका +राकां +राकागमव्याख्यासहितः +राकागमसहिते +राकाचन्द्रे +राकामहं +राकामहमिति +राकाम् +राकाया +राकायां +राकायाः +राकायै +राकारं +राकारो +राकासि +राकिणी +राकिनी +राके +राकेति +राकेश +राक् +राक्ष +राक्षः +राक्षमा +राक्षस +राक्षसं +राक्षसः +राक्षसकण्टकम् +राक्षसकन्यानां +राक्षसकुलं +राक्षसगण +राक्षसगणः +राक्षसघ्नी +राक्षसचेष्टितः +राक्षसतां +राक्षसत्वं +राक्षसत्वमुपागतः +राक्षसत्वे +राक्षसपुंगवः +राक्षसपुंगवाः +राक्षसपुंगवान् +राक्षसपुङ्गव +राक्षसपुङ्गवः +राक्षसपुङ्गवम् +राक्षसपुङ्गवाः +राक्षसबलं +राक्षसभेदे +राक्षसम् +राक्षसराज +राक्षसराजः +राक्षसराजलक्ष्मीः +राक्षसराजस्य +राक्षसराजेन +राक्षसर्षभ +राक्षसर्षभः +राक्षसवायसादिवत् +राक्षसविशेषः +राक्षसशार्दूल +राक्षसशार्दूलं +राक्षसश्च +राक्षसश्चैव +राक्षसश्रेष्ठ +राक्षसश्रेष्ठं +राक्षसश्रेष्ठः +राक्षसश्रेष्ठो +राक्षससेवितम् +राक्षससेविते +राक्षसस्तत्र +राक्षसस्तथा +राक्षसस्तदा +राक्षसस्य +राक्षसस्यास्य +राक्षसस्येति +राक्षसा +राक्षसां +राक्षसांश्च +राक्षसांस्तान् +राक्षसाः +राक्षसाकृतिः +राक्षसात् +राक्षसादयः +राक्षसादिः +राक्षसादिकं +राक्षसादीनां +राक्षसादीन् +राक्षसादेः +राक्षसाधम +राक्षसाधमः +राक्षसाधमम् +राक्षसाधिप +राक्षसाधिपः +राक्षसाधिपतिः +राक्षसाधिपते +राक्षसाधिपतेः +राक्षसाधिपम् +राक्षसान +राक्षसानपि +राक्षसाना +राक्षसानां +राक्षसानाञ्च +राक्षसानामभावाय +राक्षसानामयं +राक्षसानामिदं +राक्षसानामुद्यानानि +राक्षसानामुपस्थितम् +राक्षसानाम् +राक्षसान् +राक्षसान्तकम् +राक्षसान्तरे +राक्षसाभ्यां +राक्षसाय +राक्षसाश्च +राक्षसाश्चापि +राक्षसाश्चैव +राक्षसास्तत्र +राक्षसास्तथा +राक्षसास्तदा +राक्षसास्तस्य +राक्षसास्तु +राक्षसास्ते +राक्षसास्तेन +राक्षसि +राक्षसी +राक्षसीं +राक्षसीः +राक्षसीगणैः +राक्षसीतर्जनं +राक्षसीति +राक्षसीनां +राक्षसीभिः +राक्षसीभिश्च +राक्षसीभ्य +राक्षसीमध्ये +राक्षसीमासुरीं +राक्षसीमिति +राक्षसीम् +राक्षसीर्घोरदर्शनाः +राक्षसीव +राक्षसीवशमागता +राक्षसीविशेषः +राक्षसे +राक्षसेंद्रं +राक्षसेंद्रस्य +राक्षसेन +राक्षसेनैव +राक्षसेन्द्र +राक्षसेन्द्रं +राक्षसेन्द्रः +राक्षसेन्द्रनिवेशनम् +राक्षसेन्द्रमकम्पनम् +राक्षसेन्द्रम् +राक्षसेन्द्रम्य +राक्षसेन्द्रसुतं +राक्षसेन्द्रस्तु +राक्षसेन्द्रस्य +राक्षसेन्द्रा +राक्षसेन्द्राणां +राक्षसेन्द्राय +राक्षसेन्द्रे +राक्षसेन्द्रेण +राक्षसेन्द्रो +राक्षसेभ्यः +राक्षसेभ्यश्च +राक्षसेभ्यो +राक्षसेश्वर +राक्षसेश्वरः +राक्षसेश्वरम् +राक्षसेश्वरौ +राक्षसेषु +राक्षसै +राक्षसैः +राक्षसैरपि +राक्षसैर्घोरैः +राक्षसैर्बहुभिः +राक्षसैर्बहुभिर्वृतः +राक्षसैर्वृतः +राक्षसैश्च +राक्षसो +राक्षसों +राक्षसोत्तम +राक्षसोत्तमः +राक्षसोत्तमम् +राक्षसोत्तमाः +राक्षसोऽथ +राक्षसोऽपि +राक्षसोऽब्रवीत् +राक्षसोऽभवत् +राक्षसोऽभ्येत्य +राक्षसोऽयं +राक्षसोऽसौ +राक्षसोऽहं +राक्षसौ +राक्षस्य +राक्षस्यः +राक्षस्या +राक्षस्यां +राक्षस्याः +राक्षस्युवाच +राक्षस्यो +राक्षस्यौ +राक्षा +राक्षां +राक्षी +राक्षोघ्नं +राक्षोघ्नम् +राख +राखा +राखाल +राखालशशा +राखि +राखृ +राखो +राख्यं +राग +रागं +रागः +रागकाले +रागजं +रागजः +रागण +रागत +रागतः +रागतत्त्वं +रागतो +रागदोषाः +रागद्रव्ये +रागद्वे +रागद्वेष +रागद्वेषपरिहारेण +रागद्वेषभयादीनामनुरूपं +रागद्वेषमलापहे +रागद्वेषमोहसन्निश्रयेण +रागद्वेषमोहा +रागद्वेषमोहानां +रागद्वेषमोहान्निश्रित्य +रागद्वेषयोः +रागद्वेषयोर्वशं +रागद्वेषरहित +रागद्वेषरहितः +रागद्वेषरहिता +रागद्वेषराहित्येन +रागद्वेषविनिर्मुक्ता +रागद्वेषविमुक्तया +रागद्वेषवियुक्तैः +रागद्वेषवियुक्तैस्तु +रागद्वेषविवर्जितः +रागद्वेषविवर्जिताः +रागद्वेषादयः +रागद्वेषादयो +रागद्वेषादि +रागद्वेषादितानवे +रागद्वेषाभावे +रागद्वेषाभ्यां +रागद्वेषाविति +रागद्वेषौ +रागनिबन्धना +रागप्रकरणम् +रागप्रहाणं +रागप्राप्तस्य +रागप्राप्तिः +रागप्राप्ते +रागभयक्रोधा +रागभरं +रागभेदः +रागभेदे +रागमयी +रागमाला +रागमोहितः +रागम् +रागयुक्तं +रागयोः +रागरक्तपरीक्षा +रागरक्तपरीक्षानाम +रागरक्तयोः +रागरक्तौ +रागलोभात्मको +रागवती +रागवन्ति +रागवर्धनी +रागवान् +रागविशेषः +रागवेदिभिः +रागशब्देन +रागशब्दो +रागश्च +रागश्रिया +रागषाडवसट्टकान् +रागषाडवाः +रागसङ्ख्या +रागसमं +रागसागरः +रागस् +रागस्तथा +रागस्तीक्ष्णे +रागस्तु +रागस्ते +रागस्नेहबलानि +रागस्य +रागस्यापि +रागस्यैव +रागा +रागाः +रागाग्निना +रागाङ्गरागः +रागाणां +रागात् +रागात्मकं +रागात्मा +रागात्मिका +रागादय +रागादयः +रागादयो +रागादि +रागादिः +रागादिति +रागादिदोषरहितं +रागादिना +रागादिभिः +रागादिमत्त्वं +रागादिमत्त्वस्य +रागादिमान् +रागादिरहितस्य +रागादिषु +रागादीनां +रागादीनाम् +रागादीनि +रागादीन् +रागादेः +रागादेव +रागादौ +रागाद् +रागाद्गलितं +रागाद्याः +रागाध्याये +रागानि +रागानुगा +रागान् +रागान्धः +रागान्धो +रागापरागौ +रागाभावः +रागाभावे +रागाय +रागाश्च +रागाश्रु +रागि +रागिणं +रागिणः +रागिणा +रागिणां +रागिणाम् +रागिणि +रागिणी +रागिणीं +रागिणीभेदे +रागिणीविशेषः +रागिणो +रागिण्यः +रागिण्या +रागिण्यो +रागिता +रागिनी +रागिषु +रागी +रागीति +रागीधान्यं +रागीधान्यम् +रागीधान्यस्य +रागीपानीयम् +रागीपिष्टम् +रागे +रागेण +रागेणैव +रागेति +रागेन +रागेषु +रागैः +रागो +रागोऽनिष्टे +रागोऽपि +रागोऽमुत्र +रागोऽयं +रागोऽस्य +रागौ +राघ +राघते +राघव +राघवं +राघवः +राघवकुञ्जरम् +राघवधर्मपत्नी +राघवनन्दन +राघवनन्दनः +राघवन् +राघवपाण्डवीयापरनानि +राघवपाण्डवीये +राघवप्रत्ययार्थं +राघवभट्टः +राघवभट्टधृतम् +राघवम +राघवमब्रवीत् +राघवमागतं +राघवम् +राघवम्य +राघवरथं +राघवराजधानीं +राघवलक्ष्मणौ +राघवविप्रमुक्ताः +राघवविलासः +राघवश्च +राघवश्चिन्तनीयः +राघवश्चैव +राघवसागरेण +राघवस्तदा +राघवस्तु +राघवस्य +राघवस्यापि +राघवस्याभिषेचनम् +राघवस्यार्थसिद्धये +राघवस्यार्थे +राघवा +राघवाः +राघवाङ्कः +राघवाणां +राघवात् +राघवादन्यं +राघवानुजः +राघवाभ्यां +राघवाय +राघवार्थे +राघवे +राघवेण +राघवेणाभिपालितः +राघवेणैवमुक्तस्तु +राघवेणोक्तं +राघवेति +राघवेन्द्र +राघवेन्द्रः +राघवेन्द्रस्य +राघवेन्द्रस्वामिनः +राघवेन्द्रस्वामी +राघवो +राघवोऽपि +राघवोऽब्रवीत् +राघवौ +राघृ +राघो +राङ्क +राङ्कवं +राङ्कवः +राङ्कवको +राङ्कवो +राङ्गा +राच +राचा +राज +राजँस्तव +राजँस्ते +राजँस्त्वं +राजं +राजंते +राजंस् +राजंस्तं +राजंस्ततो +राजंस्तत्र +राजंस्तत्रैवान्तरधीयत +राजंस्तथा +राजंस्तथैव +राजंस्तदा +राजंस्तव +राजंस्तस्य +राजंस्तां +राजंस्ते +राजंस्तेन +राजंस्तेषां +राजंस्त्वं +राजंस्त्वया +राजंस्त्वां +राजः +राजक +राजकं +राजकः +राजकन्यका +राजकन्यकाः +राजकन्यकाम् +राजकन्यया +राजकन्या +राजकन्यां +राजकन्याः +राजकन्याभिः +राजकन्यायाः +राजकन्याश्च +राजकपूरस्य +राजकमल +राजकम् +राजकरके +राजकर्कटी +राजकर्म +राजकर्मणि +राजकर्मसु +राजकर्माणि +राजकविः +राजकस्य +राजका +राजकार्य +राजकार्यं +राजकार्यस्य +राजकार्याणि +राजकार्ये +राजकार्येषु +राजकीय +राजकीयं +राजकीयः +राजकीयक्षेत्रे +राजकीयजीवनम् +राजकीयनेता +राजकीयपक्षः +राजकीयपक्षाः +राजकीयप्रवेशः +राजकीयमुद्रणयन्त्रालये +राजकीयम् +राजकीया +राजकीयाः +राजकीये +राजकुञ्जरः +राजकुमार +राजकुमारं +राजकुमारः +राजकुमारकः +राजकुमारकाः +राजकुमारस्य +राजकुमारा +राजकुमाराः +राजकुमाराणां +राजकुमाराय +राजकुमारी +राजकुमारीं +राजकुमारेण +राजकुमारो +राजकुमार्याः +राजकुल +राजकुलं +राजकुलमेव +राजकुलम् +राजकुलस्य +राजकुलानां +राजकुलानि +राजकुले +राजकुलेषु +राजकृतं +राजकृतः +राजकृतश्च +राजकृत्येषु +राजकृत्वा +राजके +राजकोट +राजकोटमण्डलम् +राजकोपं +राजकोपः +राजकोशातकी +राजकोषातकी +राजकोषे +राजक्षवकः +राजगढ +राजगढमण्डलम् +राजगद्दी +राजगामि +राजगामी +राजगिर +राजगुरु +राजगुरुं +राजगुरुः +राजगुरुणा +राजगुरुम् +राजगुरोः +राजगुह्यं +राजगुह्यम् +राजगृह +राजगृहं +राजगृहमनुप्राप्तः +राजगृहमुपनिश्रित्य +राजगृहम् +राजगृहस्य +राजगृहाणि +राजगृही +राजगृहे +राजगोपालाचारी +राजगोपालाचार्यः +राजघ +राजघः +राजचक्रवर्त्ती +राजचक्रस्य +राजचन्द्रः +राजचन्द्रस्य +राजचिह्न +राजचिह्नानि +राजचूडामणिः +राजचोरसर्पसिंहव्याघ्राग्न्याद्युपद्रवं +राजच्छत्रं +राजजन +राजजनों +राजजम्बूः +राजञ् +राजञ्छृणु +राजञ्छृतं +राजञ्शृणु +राजत +राजतँ +राजतं +राजतः +राजतञ्च +राजतनयं +राजतनयः +राजतनया +राजतनयां +राजतनयो +राजतमः +राजतमानेन +राजतम् +राजतर +राजतरंगिणी +राजतरङ्गि +राजतरङ्गिणी +राजतरङ्गिण्यां +राजतरङ्गिण्याम् +राजतरुः +राजतवैदूर्यस्फटिकहेममणिमयानि +राजतस्य +राजता +राजतां +राजताः +राजतानां +राजतानि +राजतान् +राजताम् +राजति +राजतिरैश्वर्यकर्मा +राजती +राजतीं +राजतीति +राजतीभिर्वैडूर्यमयीभिः +राजतीम् +राजतु +राजतुल्यो +राजते +राजतेः +राजतेन +राजतेषु +राजतैः +राजतो +राजतौ +राजत् +राजत्या +राजत्यागः +राजत्व +राजत्वं +राजत्वकाल +राजत्वम् +राजत्वस्य +राजत्वे +राजत्वेन +राजथ +राजथः +राजदण्डं +राजदण्डः +राजदण्डेन +राजदण्डो +राजदत्ता +राजदत्तां +राजदन्त +राजदन्तः +राजदन्ता +राजदन्ताः +राजदन्तादि +राजदन्तादित्वात् +राजदन्तादित्वादुपसर्जनस्य +राजदन्तादिषु +राजदर्शनं +राजदर्शनम् +राजदर्शितमार्गेण +राजदारा +राजदाराः +राजदारिका +राजदुहिता +राजदूत +राजदूतः +राजदूता +राजदूताः +राजदृष्टिः +राजदेहप्रवेशादिकथनम् +राजदैविकम् +राजदैवोपघातेन +राजद्रोहस्य +राजद्वार +राजद्वारं +राजद्वारमुपागमत् +राजद्वारि +राजद्वारे +राजद्वारेषु +राजद्विष्टं +राजद्वेषी +राजधनं +राजधर्म +राजधर्मं +राजधर्मः +राजधर्मकथनं +राजधर्मकथनम् +राजधर्मणः +राजधर्मपर्वणि +राजधर्मप्रकरणम् +राजधर्ममाह +राजधर्मवर्णने +राजधर्मस्य +राजधर्मा +राजधर्माः +राजधर्माणां +राजधर्माश्च +राजधर्मे +राजधर्मेण +राजधर्मेषु +राजधर्मो +राजधर्म्मः +राजधर्म्मे +राजधानि +राजधानी +राजधानीं +राजधानीतः +राजधानीति +राजधानीत्वेन +राजधानीप्रदेशः +राजधानीमनुप्राप्तः +राजधानीमुपनिश्रित्य +राजधानीम् +राजधानीषु +राजधान्यः +राजधान्या +राजधान्यां +राजधान्याः +राजधान्याम् +राजधुरा +राजन +राजनं +राजनः +राजनन्दगांवमण्डलम् +राजनन्दन +राजनन्दनः +राजनम् +राजनस्य +राजनात् +राजनाथ +राजनाथसिंहः +राजनापितः +राजनि +राजनिकटं +राजनिघण्टः +राजनिघण्टु +राजनिघण्टुः +राजनिति +राजनिर्घ +राजनिर्घण्टः +राजनिर्घण्टश्च +राजनिर्घण्टे +राजनिर्घण्टोक्तगुणपर्य्यायौ +राजनिर्घण्ठः +राजनिर्धण्टः +राजनिर्मितम् +राजनिवेशनम् +राजनीति +राजनीतिं +राजनीतिः +राजनीतिक +राजनीतिकथनं +राजनीतिकथनम् +राजनीतिक्षेत्रं +राजनीतिक्षेत्रे +राजनीतिज्ञः +राजनीतिज्ञा +राजनीतिप्रवेशः +राजनीतिरत्नाकरे +राजनीतिरपस्पशा +राजनीतिषु +राजनीतेः +राजनीतौ +राजनीत्या +राजनीत्यां +राजनीत्येव +राजनेता +राजनेतारः +राजनेन +राजनैतिक +राजनैतिकं +राजनैतिकः +राजनैतिकक्षेत्रे +राजनैतिकजीवनम् +राजनैतिकदलम् +राजनैतिकदृष्ट्या +राजनैतिकपक्षः +राजनैतिकपक्षस्य +राजनैतिकपक्षाः +राजनैतिकसमूहाः +राजनैतिकस्थितिः +राजनैतिकी +राजन् +राजन्कथं +राजन्कथां +राजन्का +राजन्किं +राजन्गमिष्यामि +राजन्गोसहस्रफलं +राजन्त +राजन्तं +राजन्तमध्वराणां +राजन्तम् +राजन्ति +राजन्ती +राजन्तीं +राजन्ते +राजन्तौ +राजन्त् +राजन्दमयन्ती +राजन्दुर्मन्त्रिते +राजन्दृश्यते +राजन्दृष्ट्वा +राजन्न +राजन्नग्निष्टोमफलं +राजन्नत्र +राजन्नथ +राजन्नद्य +राजन्नपि +राजन्नभिवाद्य +राजन्नरतिः +राजन्नलं +राजन्नवहितः +राजन्नवहितो +राजन्नश्वमेधफलं +राजन्नस्ति +राजन्नस्माकं +राजन्नहं +राजन्नाकाशे +राजन्नात्र +राजन्नार्हन्ति +राजन्नाहं +राजन्निति +राजन्नितो +राजन्नित्यं +राजन्निदं +राजन्निह +राजन्नेवं +राजन्नेष +राजन्नैव +राजन्न् +राजन्पारयामसि +राजन्पिता +राजन्पुत्रस्ते +राजन्पुनः +राजन्पुरा +राजन्प्रवक्ष्यामि +राजन्ब्रूहि +राजन्भविष्यति +राजन्भिषजः +राजन्मम +राजन्मया +राजन्महात्मनः +राजन्महाबाहो +राजन्महाभाग +राजन्महामते +राजन्महायोगेश्वरो +राजन्मा +राजन्मानुषं +राजन्मुच्यते +राजन्मे +राजन्य +राजन्यं +राजन्यः +राजन्यकं +राजन्यकः +राजन्यकम् +राजन्यत्र +राजन्यथा +राजन्यथापूर्वं +राजन्यथावृत्तं +राजन्यदि +राजन्यपत्यवत् +राजन्यबन्धुः +राजन्यबन्धोर्द्वाविंशे +राजन्यमनुष्ययुवानः +राजन्यम् +राजन्यविशां +राजन्यवैश्ययोः +राजन्यवैश्यौ +राजन्यश्च +राजन्यसत्तम +राजन्यस् +राजन्यस्तु +राजन्यस्य +राजन्यस्यौदुम्बरं +राजन्या +राजन्यां +राजन्याः +राजन्यात् +राजन्यादिभ्यो +राजन्यानां +राजन्यान् +राजन्याय +राजन्ये +राजन्येन +राजन्येभ्यश्च +राजन्येव +राजन्यैः +राजन्यो +राजन्योपनिमन्त्रणाय +राजन्य् +राजन्राजा +राजन्वती +राजन्वतीमाहुरनेन +राजन्वयं +राजन्वरुण +राजन्वान् +राजन्विमना +राजन्विव्याध +राजन्स +राजन्संस्मृत्य +राजन्सततं +राजन्सत्यं +राजन्सदा +राजन्सद्यः +राजन्समन्ततः +राजन्समरे +राजन्सर्वत्र +राजन्सर्वे +राजन्सा +राजन्सुचिरं +राजन्स्थिरो +राजन्स्वर्गलोके +राजन्‌ +राजप +राजपक्षे +राजपण्यं +राजपत्नी +राजपत्नीं +राजपत्न्यः +राजपत्न्यभिगामी +राजपत्न्या +राजपत्न्याः +राजपत्न्युवाच +राजपथ +राजपथं +राजपथः +राजपथस्य +राजपथा +राजपथे +राजपथेन +राजपद +राजपदं +राजपदस्य +राजपदेन +राजपद्धतिः +राजपरिवारस्य +राजपलाण्डौ +राजपात्रो +राजपीडा +राजपीपळा +राजपुताना +राजपुत्त्रः +राजपुत्त्रस्य +राजपुत्त्री +राजपुत्त्रो +राजपुत्र +राजपुत्रं +राजपुत्रः +राजपुत्रकः +राजपुत्रकम् +राजपुत्रनिवहस्ते +राजपुत्रमभाषत +राजपुत्रम् +राजपुत्रयोः +राजपुत्रवत् +राजपुत्रश्च +राजपुत्रस्तं +राजपुत्रस्तां +राजपुत्रस्तु +राजपुत्रस्य +राजपुत्रा +राजपुत्राः +राजपुत्राणां +राजपुत्रान् +राजपुत्राय +राजपुत्राश्च +राजपुत्रि +राजपुत्रिका +राजपुत्री +राजपुत्रीं +राजपुत्रीणां +राजपुत्रीति +राजपुत्रीमनिन्दिताम् +राजपुत्रीमभाषत +राजपुत्रीम् +राजपुत्रे +राजपुत्रेण +राजपुत्रेभ्यः +राजपुत्रैः +राजपुत्रैश्च +राजपुत्रो +राजपुत्रोऽथ +राजपुत्रोऽपि +राजपुत्रोऽयं +राजपुत्रोऽसि +राजपुत्रौ +राजपुत्र्या +राजपुत्र्यां +राजपुत्र्याः +राजपुत्र्यो +राजपुर +राजपुरं +राजपुरीं +राजपुरुष +राजपुरुषं +राजपुरुषः +राजपुरुषमानयेत्युक्ते +राजपुरुषस्य +राजपुरुषा +राजपुरुषाः +राजपुरुषाणां +राजपुरुषादौ +राजपुरुषान् +राजपुरुषे +राजपुरुषै +राजपुरुषैः +राजपुरुषो +राजपुरुषों +राजपुरोहितः +राजपुरोहितानां +राजपुरोहितौ +राजपुर्या +राजपूजा +राजपूजां +राजपूजितः +राजपूज्यः +राजपूज्यो +राजपूत +राजपूताः +राजपूतानां +राजपूरुषाः +राजपूरुषान् +राजपूरुषैः +राजप्रकृतयः +राजप्रजा +राजप्रजाजना +राजप्रजाधर्मविषयः +राजप्रतिग्रहो +राजप्रत्येनाः +राजप्रभृतीनां +राजप्रासादं +राजप्रासादः +राजप्रासादे +राजप्रियं +राजप्रियः +राजप्रिया +राजप्रियो +राजप्रीतिं +राजप्रीतिकरं +राजबलं +राजबला +राजबल्लभः +राजबीजिनः +राजबीजी +राजब्राह्मणः +राजभटः +राजभटा +राजभट्टिका +राजभयं +राजभये +राजभवन +राजभवनं +राजभवनम् +राजभवनस्य +राजभवने +राजभागः +राजभागस्य +राजभार्यां +राजभावे +राजभाषा +राजभि +राजभिः +राजभिश्च +राजभी +राजभीत्या +राजभृतस्तेषां +राजभृत्यः +राजभृत्यस्य +राजभृत्या +राजभृत्याः +राजभृत्यैः +राजभृत्यो +राजभेदः +राजभेदे +राजभोजनाः +राजभ्य +राजभ्यः +राजभ्यश्च +राजभ्यां +राजभ्याम् +राजभ्यो +राजभ्राता +राजमण्डलं +राजमण्डलम् +राजमण्डले +राजमण्ड्री +राजमध्ये +राजमन्त्रिणः +राजमन्त्रिणौ +राजमन्त्रिभिः +राजमन्त्री +राजमन्दिर +राजमन्दिरं +राजमन्दिरम् +राजमन्दिरात् +राजमन्दिरे 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+राजाब्रवीत् +राजाब्रवीदिदम् +राजाभवत् +राजाभिषेक +राजाभिषेकः +राजाभिषेके +राजाभिहितः +राजाभूच्चक्रवर्ती +राजाभूत् +राजाभोज +राजामात्य +राजामात्यो +राजामि +राजामृतं +राजामेधाभिरीयते +राजाय +राजायं +राजायते +राजारणेमी +राजारविवर्मणः +राजाराज +राजाराम +राजारामः +राजाराष्ट्रं +राजार्कः +राजार्थं +राजार्थे +राजार्हं +राजार्हति +राजार्हे +राजार्हो +राजालये +राजाले +राजालोग +राजावर्त +राजावर्तं +राजावर्तः +राजावर्तो +राजावर्त्तः +राजावर्त्तो +राजावली +राजाशोकः +राजाशोको +राजाश्रय +राजाश्रयं +राजाश्व +राजास +राजासन +राजासनं +राजासनम् +राजासने +राजासन्दी +राजासन्दीं +राजासन्द्या +राजासि +राजासीत् +राजासीत्काञ्चनप्रभः +राजासीदैलस्तु +राजासे +राजासौ +राजास्ति +राजास्तु +राजास्थानम् +राजास्थानस्य +राजास्माकं +राजास्य +राजाह +राजाहं +राजाहः +राजाहःसखि +राजाहःसखिभ्यः +राजाहःसखिभ्यष्टच् +राजाहमिति +राजाहस्सखिभ्यः +राजाहस्सखिभ्यष्टच् +राजाह्कथम् +राजाऽ +राजाऽइव +राजाऽथ +राजाऽपि +राजाऽब्रवीत् +राजाऽभवत् +राजाऽभूत् +राजाऽभूद् +राजाऽमनुष्यपूर्वा +राजाऽयं +राजाऽसि +राजाऽसौ +राजाऽस्मि +राजाऽहं +राजाऽऽसीत् +राजाऽऽह +राजा॑ +राजा॑न +राजा॑नं +राजा॑नं॒ +राजा॑नः +राजा॑नमि॒ह +राजा॑नम् +राजा॑ना +राजा॑नो +राजा॑नो॒ +राजा॑मि +राजा॑ऽइव +राजा॒ +राजि +राजिं +राजिः +राजिका +राजिकां +राजिकायां +राजिग +राजिगस्य +राजितं +राजितः +राजितम् +राजिता +राजिताः +राजिते +राजितैः +राजिभिः +राजिमत्फला +राजिमन्तश्च +राजिमन्तो +राजिला +राजिलानां +राजिलोत्थो +राजी +राजीं +राजीः +राजीभिः +राजीमती +राजीमत्या +राजीयति +राजीव +राजीवं +राजीवः +राजीवगान्धिः +राजीवगान्धी +राजीवनेत्रं +राजीवपत्राक्षो +राजीवमिव +राजीवम् +राजीवलोचन +राजीवलोचनं +राजीवलोचनः +राजीवलोचनम् +राजीवलोचना +राजीवलोचनाम् +राजीवस्तु +राजीवस्य +राजीवा +राजीविनीजीवितवल्लभस्य +राजीवे +राजीवोऽपि +राजु +राजू +राजृ +राजे +राजेंद्र +राजेंद्रः +राजेंद्रो +राजेः +राजेच्छया +राजेति +राजेते +राजेत्यत्र +राजेत्यर्थः +राजेत्यादि +राजेत्याह +राजेत्याहुर्ब्राह्मणीः +राजेन +राजेन्दुरिन्दुः +राजेन्द्र +राजेन्द्रं +राजेन्द्रः +राजेन्द्रकर्णपूरः +राजेन्द्रकर्णपूरे +राजेन्द्रकुमारः +राजेन्द्रचोळः +राजेन्द्रत्वं +राजेन्द्रप्रसाद +राजेन्द्रप्रसादः +राजेन्द्रस्य +राजेन्द्राः 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+राज्यायेति +राज्यार्थ +राज्यार्थं +राज्यार्थी +राज्यार्थे +राज्यार्धं +राज्ये +राज्येति +राज्येत्यादि +राज्येन +राज्येनापि +राज्येभ्यः +राज्येशे +राज्येषु +राज्येऽपि +राज्येऽभिषिक्तः +राज्येऽभिषिच्य +राज्येऽभिषिच्यताम् +राज्येऽभिषिच्यते +राज्येऽभिषेकः +राज्येऽभिषेक्ष्यति +राज्येऽभ्यषेचयत् +राज्येऽस्मिन् +राज्यैः +राज्यैश्वर्याधिपत्यं +राज्यो +राज्यों +राज्योत्सवः +राज्य् +राज्‍य +राज॑नि +राज॑नि॒ +राज॑न् +राज॑न्तमध्व॒राणां॑ +राज॑न्तम् +राज॑भिः +राज॑सु +राज॑ऽभिः +राझा +राञ्ची +राञ्चीमण्डलम् +राञ्जा +राट् +राठ +राडसि +राडिति +राड् +राढा +राढायां +राण +राणः +राणा +राणां +राणाप्रतापः +राणाप्रतापसिंहः +राणाम् +राणायनीया +राणि +राणिका +राणी +राणीबायी +राणूदेवी +राणे +राणेबेन्नूरु +राणेबेन्नूरुविधानसभाक्षेत्रम् +राण्मित्राय +रात +रातं +रातः +राततमा +रातभर +रातम् +रातय +रातयः +रातये +रातयो +रातहव्य +रातहव्यः +रातहव्या +रातहव्याय +रातहव्यो +रातऽहव्यः +राता +रातां +रातानि +राति +रातिं +रातिं्र +रातिः +रातिना +रातिभिः +रातिम् +रातिरस्तु +रातिर् +रातिर्दातुः +रातिर्दानं +रातिर्दानम् +रातिर्भवति +रातिषाचः +रातिषाचो +रातिषु +रातिऽसाचः +राती +रातीति +रातु +राते +रातेः +रातो +रातौ +रात् +रात्तो +रात्मा +रात्मानं +रात्र +रात्रं +रात्रः +रात्रम् +रात्रय +रात्रयः +रात्रयश्च +रात्रयस् +रात्रये +रात्रयो +रात्रस्य +रात्रा +रात्राणि +रात्रात् +रात्राद् +रात्रार्द्ध +रात्रावत्र +रात्रावथो +रात्रावपि +रात्रावहनि +रात्रावासीत +रात्राविति +रात्राविव +रात्रावुपशयानं +रात्रावेकाकी +रात्रावेतेनैवाभिगीय +रात्रावेव +रात्रावेवं +रात्राव् +रात्राह्न +रात्राह्नाहाः +रात्रि +रात्रिं +रात्रिंदिवं +रात्रिः +रात्रिः॑ +रात्रिकः +रात्रिका +रात्रिकापालिकीयम् +रात्रिकाले +रात्रिकृतं +रात्रिके +रात्रिक्षये +रात्रिगतं +रात्रिचर +रात्रिचरः +रात्रिचरमात्रे +रात्रिचरा +रात्रिचोदिता +रात्रिजं +रात्रिजागरः +रात्रिजागरणं +रात्रिजागरम् +रात्रिञ्च +रात्रिञ्चरः +रात्रितक +रात्रिदलं +रात्रिदिनं +रात्रिदिने +रात्रिदिवं +रात्रिदिवसानां +रात्रिदिवसौ +रात्रिदेवत्या +रात्रिदोषं +रात्रिनाम +रात्रिनामसु +रात्रिनामिका +रात्रिनामैतत् +रात्रिन्दिवं +रात्रिन्दिवम् +रात्रिपर्यन्तं +रात्रिपर्यायः +रात्रिपर्यायशस्त्रप्रकरणम् +रात्रिपर्याये +रात्रिपर्यायेषु +रात्रिपर्यायैः +रात्रिपूजावसानके +रात्रिपूजावसाने +रात्रिभागे +रात्रिभिः +रात्रिभिर्मासतुल्याभिर्गर्भस्रावे +रात्रिभिश्च +रात्रिभोजनं +रात्रिभोजनम् +रात्रिभोजनस्य +रात्रिमखिलां +रात्रिमग्निहोत्रं +रात्रिमटः +रात्रिमतिथिर्गृहे +रात्रिमतीत्य +रात्रिमध्ये +रात्रिमपि +रात्रिमान +रात्रिमिति +रात्रिमिव +रात्रिमुखे +रात्रिमुवास +रात्रिमें +रात्रिमेकां +रात्रिमेतया +रात्रिमेव +रात्रिम् +रात्रिया +रात्रियुद्धे +रात्रियै +रात्रियों +रात्रियोगे +रात्रिरजायत +रात्रिरधीता +रात्रिरपि +रात्रिरर्चिः +रात्रिरहश्च +रात्रिरिति +रात्रिरियं +रात्रिरिव +रात्रिरिवोदितेन +रात्रिरुच्यते +रात्रिरूपा +रात्रिरेव +रात्रिरेवं +रात्रिर् +रात्रिर्गता +रात्रिर्गमिष्यति +रात्रिर्दिवा +रात्रिर्न +रात्रिर्भवति +रात्रिर्मनोजवा +रात्रिर्यथा +रात्रिर्वा +रात्रिर्वै +रात्रिवत् +रात्रिवृत्तं +रात्रिवृत्तम् +रात्रिवृत्तान्तं +रात्रिशतं +रात्रिशब्दस्य +रात्रिशेष +रात्रिशेषं +रात्रिशेषे +रात्रिशेषेण +रात्रिश् +रात्रिश्च +रात्रिश्चेति +रात्रिषाम +रात्रिषु +रात्रिसत्रन्यायेन +रात्रिसत्रे +रात्रिसमये +रात्रिसूक्तं +रात्रिसूक्तञ्च +रात्रिसूक्तम् +रात्रिस् +रात्रिस्तथा +रात्रिस्तथैव +रात्रिस्तु +रात्रिस्त्रियामा +रात्रिस्त्रिवृत् +रात्रिस्त्रिवृत्सन्धिः +रात्रिहुतशेषं +रात्रि॑ +रात्रि॑यै +रात्री +रात्रीँ +रात्रीं +रात्रीः +रात्रीः॑ +रात्रीणां +रात्रीणाम् +रात्रीति +रात्रीभिः +रात्रीम् +रात्रीरुपयन्ति +रात्रीर् +रात्रीर्व्रतं +रात्रीव +रात्रीश्च +रात्रीषु +रात्री॑ +रात्री॒ +रात्रे +रात्रेः +रात्रेण +रात्रेरपि +रात्रेरागमे +रात्रेरेव +रात्रेर् +रात्रेश् +रात्रेश्च +रात्रेश्चाजसौ +रात्रेस्तमसो +रात्रेस्तु +रात्रेस्त्रिर्दिवसस्य +रात्रै +रात्रैौ +रात्रो +रात्रौ +रात्र् +रात्र्य +रात्र्यंते +रात्र्यः +रात्र्यटः +रात्र्यन्ते +रात्र्यन्धता +रात्र्यभिमानिनी +रात्र्यभिमानी +रात्र्यर्धं +रात्र्यर्धे +रात्र्यवसाने +रात्र्यहः +रात्र्यहःसंवत्सराच्च +रात्र्यहनी +रात्र्यहानि +रात्र्या +रात्र्यां +रात्र्याः +रात्र्यागमशब्द +रात्र्यागमे +रात्र्यादौ +रात्र्याम् +रात्र्या॒ +रात्र्युषसे +रात्र्युषसौ +रात्र्यै +रात्र्यै॑ +रात्र्य् +रात्सस्य +राथ +राथंतरं +राथंतरम् +राथंतराय +राथंतरेण 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+रामादिः +रामादिभिः +रामादिवत् +रामादीनां +रामादीन् +रामादेः +रामादेवी +रामादौ +रामाद् +रामाद्या +रामान +रामानन्द +रामानन्दं +रामानन्दः +रामानन्दस्य +रामानु +रामानुज +रामानुजं +रामानुजः +रामानुजदर्शनम् +रामानुजन् +रामानुजभाष्यं +रामानुजभाष्यम् +रामानुजमतानुगम् +रामानुजस्तदा +रामानुजस्य +रामानुजाचार्य +रामानुजाचार्यः +रामानुजाचार्यस्य +रामानुजाय +रामानुजे +रामानुजेन +रामानुजो +रामानुशासनम् +रामानुसाररसनिर्गतपौरवर्गा +रामान् +रामान्तिकं +रामान्नास्ति +रामाभिः +रामाभिषेक +रामाभिषेकः +रामाभिषेकचिन्तनम् +रामाभिषेकनिश्चयः +रामाभिषेके +रामाभिषेचनं +रामाभिषेचनम् +रामाभिषेचने +रामाभ्यनुज्ञा +रामाभ्यनुज्ञातं +रामाभ्याम् +रामाभ्युदये +रामामात्य +रामामात्येन +रामाम् +रामाय +रामायण +रामायणं +रामायणः +रामायणकथा +रामायणकथामञ्जरी +रामायणकथासारे +रामायणकाले +रामायणगानम् +रामायणप्रसिद्धे +रामायणमञ्जरी +रामायणमिति +रामायणमिदं +रामायणम् +रामायणस्य +रामायणाख्यं +रामायणादि +रामायणादौ +रामायणी +रामायणे +रामायणेऽपि +रामाया +रामायेति +रामार्थं +रामार्थे +रामावतार +रामावतारः +रामावतारस्य +रामावतारे +रामावरजः +रामाश्च +रामाश्रमं +रामाश्रमः +रामाश्रमी +रामाश्वमेधे +रामाष्टप्रासः +रामासु +रामास्वामी +रामाह्वानम् +रामि +रामी +रामु +रामे +रामेण +रामेणाक्लिष्टकर्मणा +रामेणापि +रामेणामिततेजसा +रामेणेति +रामेणेव +रामेणैव +रामेति +रामेत्यादि +रामेत्युक्त्वा +रामेभ्य +रामेभ्यः +रामेशं +रामेशो +रामेश्वर +रामेश्वरं +रामेश्वरः +रामेश्वरमहालिंगं +रामेश्वरम् +रामेश्वरस्य +रामेश्वराय +रामेश्वरे +रामेश्वरो +रामेषु +रामेष्टः +रामेऽथ +रामेऽपि +रामै +रामैः +रामो +रामोजी +रामोपरोधव्यथितां +रामोपाख्यानपर्वणि +रामोपि +रामोऽखिलं +रामोऽत्र +रामोऽथ +रामोऽन्वकीर्तयत् +रामोऽपि +रामोऽयं +रामोऽयमिति +रामोऽसौ +रामोऽस्मि +रामोऽस्य +रामोऽहं +रामौ +राम् +राम्या +राम्रो +राय +रायं +रायः +रायः॑ +रायः॒ +रायगड +रायगडदुर्गम् +रायगडमण्डलं +रायगडमण्डलम् +रायगडामण्डलम् +रायगढ +रायगढमण्डलम् +रायगढ्मण्डलम् +रायचूरु +रायचूरुग्रामान्तरविधानसभाक्षेत्रम् +रायचूरुमण्डलम् +रायचूरुमण्डलस्य +रायचूरुमण्डले +रायचूरुलोकसभाक्षेत्रम् +रायचूरुलोकसभाक्षेत्रे +रायचूरुविधानसभाक्षेत्रम् +रायण +रायणं +रायणः +रायणे +रायण्ण +रायण्णः +रायतः +रायता +रायति +रायन +रायपुर +रायपुरमण्डलम् +रायपुरम् +रायबरेली +रायबरेलीमण्डलम् +रायबाग +रायबागविधानसभाक्षेत्रम् +रायमुकुटः +रायमुकुटादयः +रायम् +रायरणजिद्भूपश्च +रायल् +रायल्स् +रायवाकक्षको +रायश्च +रायसेन +रायसेनमण्डलम् +रायसेनमण्डले +रायस् +रायस्कामः +रायस्पूर्धि +रायस्पोष +रायस्पोषँ +रायस्पोषं +रायस्पोषः +रायस्पोषदाव्ने +रायस्पोषदे +रायस्पोषमिषमूर्जमस्मासु +रायस्पोषमुत +रायस्पोषम् +रायस्पोषवनि +रायस्पोषवनिं +रायस्पोषवनिः +रायस्पोषवनिम् +रायस्पोषस्य +रायस्पोषा +रायस्पोषाय +रायस्पोषे +रायस्पोषेण +रायस्पोषेणेति +रायस्पोषो +रायस्पोष॒वनि॒ +रायस्पोषꣳ +रायस्य +रायस्समु +रायहरिः +रायहरिस्तत्र +राया +रायां +रायाः +रायामीश +रायाम् +रायि +राये +रायो +रायोवाजः +रायोवाजीयं +रायोवाजीयम् +रायोऽनु॑मार्ष्टु +रायो॑ +रायो॒ +रायौ +राय् +राय॑ +राय॑ः +राय॒ +रार +रारजत् +रारण +रारणत् +रारणे +रारणेति +रारन्धि +रारभ्यते +राराजते +राराजन्ते +रारि +रार्थ +रार्थं +राल +रालः +रालपल्लि +राला +राले +रालेख्यानां +रालेय् +रालो +रालौ +राल्फ +राल्लोपः +राव +रावं +रावः +रावट् +रावण +रावणं +रावणंप्रति +रावणः +रावणगृहे +रावणचोदिताः +रावणपालिता +रावणपालिताम् +रावणपुत्त्रः +रावणप्रतिकूलिताः +रावणप्रतिमो +रावणभ्राता +रावणमासाद्य +रावणमाहवे +रावणमिति +रावणम् +रावणम्य +रावणयोषितः +रावणवध +रावणवधं +रावणवधः +रावणवधनिमित्तम् +रावणवधम् +रावणवधस्य +रावणवधानन्तरं +रावणवधे +रावणवेगेन +रावणश्च +रावणश्चापि +रावणस्तं +रावणस्तत्र +रावणस्तस्य +रावणस्तु +रावणस्य +रावणस्यानुजो +रावणस्यापि +रावणस्यार्थे +रावणस्याहं +रावणस्येति +रावणस्येव +रावणस्येह +रावणस्यैव +रावणहृतां +रावणा +रावणाङ्कगम् +रावणाज्ञया +रावणात् +रावणात्मजः +रावणात्मजम् +रावणात्मजे +रावणादयः +रावणादिवत् +रावणादिषु +रावणादीनां +रावणानुज +रावणानुजः +रावणानुजम् +रावणान्तःपुरं +रावणान्तःपुरे +रावणाय +रावणारिम् +रावणारे +रावणार्जुनीयम् +रावणालये +रावणावरजा +रावणि +रावणिं +रावणिः +रावणिम् +रावणिश्चापि +रावणिस्तु +रावणी +रावणे +रावणेः +रावणेति +रावणेन +रावणेनेति +रावणेनैवमुक्तस्तु +रावणेनोभयं +रावणो +रावणोपि +रावणोरसि +रावणोऽपि +रावणोऽब्रवीत् +रावत +रावत् +रावन +रावल +रावलपिण्डी +रावला +रावा +राविणी +राविषं +रावी +रावीतं +रावे +रावो +राव् +राश +राशः +राशदिभ्यां +राशन +राशय +राशयः +राशयश्च +राशयस् +राशयस्तत्र +राशयस्तथा +राशयस्ते +राशयो +राशा +राशां +राशि +राशिं +राशिः +राशिक +राशिकं +राशिकला +राशिका +राशिके +राशिकेन +राशिको +राशिगत +राशिगते +राशिगुणाः +राशिचक्र +राशिचक्रं +राशिचक्रम् +राशिचक्रस्थे +राशिचक्रस्य +राशिचक्रे +राशिज्या +राशित्रय +राशित्रयं +राशित्रयम् +राशित्रयस्य +राशित्रये +राशित्रयेण +राशिदृष्टिकथनाध्यायः +राशिद्वय +राशिद्वयं +राशिद्वयम् +राशिद्वयस्य +राशिना +राशिनाथे +राशिपर +राशिफल +राशिफलं +राशिफलम् +राशिभावः +राशिभिः +राशिभेदः +राशिभेदे +राशिभ्यः +राशिमान +राशिमानं +राशिमूलं +राशिमें +राशिम् +राशियानप्रदेशेषु +राशियुत +राशियों +राशिरस्ति +राशिरासीन्महसां +राशिरिति +राशिरिव +राशिरुच्यते +राशिरेव +राशिर् +राशिर्गोणी +राशिर्भवति +राशिर्मणीनामिव +राशिवत्स्थितत्वं +राशिव्यवहारः +राशिशिलाध्यायः +राशिशेष +राशिशेषं +राशिशेषम् +राशिश्च +राशिषट्कं +राशिषट्कम् +राशिषु +राशिसे +राशिस् +राशिस्तत्र +राशिस्थाने +राशिस्वरूपाध्यायः +राशी +राशीकरणम् +राशीकरणे +राशीकरोति +राशीकृतं +राशीकृता +राशीकृताः +राशीकृतानि +राशीकृत्य +राशीनां +राशीनामुदयो +राशीनाम् +राशीन् +राशीभूतं +राशीभूतः +राशे +राशेः +राशेर्भाग +राशेर्यस्य +राशेस् +राशो +राशौ +राश्च +राश्य +राश्यंश +राश्यंशकला +राश्यंशा +राश्यङ्कं +राश्यन्तरं +राश्यन्तरे +राश्या +राश्यादयः +राश्यादि +राश्यादिः +राश्यादिक +राश्यादिकं +राश्यादिकः +राश्यादिको +राश्यादिना +राश्यादीन् +राश्यादेविकला +राश्यादौ +राश्याद्यः +राश्याद्यवयवे +राश्याद्यो +राश्युदय +राश्युदया +राश्युदयाः +राश्यूनम् +राश्योः +राश्योस् +राष +राषया +राष्ट +राष्टस्य +राष्टि +राष्टियमानसिकारोग्य +राष्ट्र +राष्ट्रँ +राष्ट्रं +राष्ट्रः +राष्ट्रकं +राष्ट्रकम् +राष्ट्रकविः +राष्ट्रकूट +राष्ट्रकूटवंशः +राष्ट्रकूटवंशस्य +राष्ट्रकूटाः +राष्ट्रकूटानां +राष्ट्रके +राष्ट्रक्षोभं +राष्ट्रक्षोभो +राष्ट्रगानम् +राष्ट्रगीत +राष्ट्रगीतं +राष्ट्रगीतम् +राष्ट्रगोपः +राष्ट्रञ्च +राष्ट्रतथ्यानि +राष्ट्रदा +राष्ट्रदाः +राष्ट्रध्वजः +राष्ट्रध्वजस्य +राष्ट्रपतयः +राष्ट्रपतये +राष्ट्रपति +राष्ट्रपतिः +राष्ट्रपतिक्रमः +राष्ट्रपतित्वेन +राष्ट्रपतिना +राष्ट्रपतिनिर्वाचनम् +राष्ट्रपतिनिर्वाचने +राष्ट्रपतिपदं +राष्ट्रपतिपदस्य +राष्ट्रपतिभवन +राष्ट्रपतिभवनं +राष्ट्रपतिभवनम् +राष्ट्रपतिभवने +राष्ट्रपतिर्ददर्श +राष्ट्रपतिशासन +राष्ट्रपतिशासनम् +राष्ट्रपतेः +राष्ट्रपाल +राष्ट्रपालं +राष्ट्रपालश्च +राष्ट्रपालस्य +राष्ट्रपाला +राष्ट्रपालो +राष्ट्रपिता +राष्ट्रभङ्गे +राष्ट्रभयं +राष्ट्रभाषा +राष्ट्रभृच्च +राष्ट्रभृच्चैव +राष्ट्रभृत +राष्ट्रभृतः +राष्ट्रभृतस्तदक्रन् +राष्ट्रभृतां +राष्ट्रभृतो +राष्ट्रभृत्त्वम् +राष्ट्रभृदस्याचार्यासन्दी +राष्ट्रभृद्भी +राष्ट्रमनुत्तमं +राष्ट्रममुष्मै +राष्ट्रमराजकम् +राष्ट्रमवैष्णवम् +राष्ट्रमश्वमेधः +राष्ट्रमस्यै +राष्ट्रमिति +राष्ट्रमु +राष्ट्रमेव +राष्ट्रम् +राष्ट्रवर्धन +राष्ट्रवर्धनः +राष्ट्रवादी +राष्ट्रविप्लवे +राष्ट्रस्तरे +राष्ट्रस्य +राष्ट्रस्याभीवर्गे +राष्ट्रस्यास्य +राष्ट्रा +राष्ट्राणां +राष्ट्राणि +राष्ट्राण्यस्मा +राष्ट्रात् +राष्ट्रादेनं +राष्ट्राद् +राष्ट्राद्विप्रवासयेत् +राष्ट्राद्विवासयेत् +राष्ट्राध्यक्षः +राष्ट्रानुगुणं +राष्ट्रान्ते +राष्ट्राभिवृद्धये +राष्ट्राय +राष्ट्रावारपाराद्धखौ +राष्ट्रिका +राष्ट्रिय +राष्ट्रियं +राष्ट्रियः +राष्ट्रियक्रीडा +राष्ट्रियगणतान्त्रिकसन्धिः +राष्ट्रियग्रन्थालयः +राष्ट्रियचलच्चित्रप्रशस्तिः +राष्ट्रियचिह्नम् +राष्ट्रियचिह्नानि +राष्ट्रियजनतादलम् +राष्ट्रियजनतादलस्य +राष्ट्रियता +राष्ट्रियदूरदर्शनम् +राष्ट्रियद्योतकानि +राष्ट्रियध्वजः +राष्ट्रियपञ्चाङ्गम् +राष्ट्रियपरिषद् +राष्ट्रियपर्वाणि +राष्ट्रियपुस्तकालयः +राष्ट्रियप्रशस्तिः +राष्ट्रियबालदिनम् +राष्ट्रियमार्गः +राष्ट्रियम् +राष्ट्रियराजधानीक्षेत्रम् +राष्ट्रियराजमार्गः +राष्ट्रियराजमार्गाः +राष्ट्रियराजमार्गे +राष्ट्रियराजमार्गेण +राष्ट्रियराजमार्गौ +राष्ट्रियरासायनिकप्रयोगशालायाः +राष्ट्रियविज्ञानदिनम् +राष्ट्रियसंस्कृतविद्यापीठम् +राष्ट्रियसंस्कृतसंस्थानम् +राष्ट्रियसंस्कृतसंस्थानस्य +राष्ट्रियस्तरे +राष्ट्रियस्वयंसेवकसङ्घः +राष्ट्रियस्वयंसेवकसङ्घस्य +राष्ट्रिया +राष्ट्रियाः +राष्ट्रियापत्कालस्य +राष्ट्रियोत्सवाः +राष्ट्रियोद्यानं +राष्ट्रियोद्यानम् +राष्ट्रियोद्यानस्य +राष्ट्रियोद्यानानि +राष्ट्रियोद्याने +राष्ट्रियोपभोक्तृदिनोत्सवः +राष्ट्री +राष्ट्रीय +राष्ट्रीयः +राष्ट्रीयता +राष्ट्रीयोद्यानम् +राष्ट्री॑ +राष्ट्रे +राष्ट्रेण +राष्ट्रेणैव +राष्ट्रेणैवास्मै +राष्ट्रेभ्यः +राष्ट्रेषु +राष्ट्रो +राष्ट्रों +राष्ट्र्य् +राष्ट्र॒दा +राष्ट्रꣳ +राष्‍ट्रं +राष्‍ट्रीय +रास +रासं +रासः +रासक +रासकं +रासकः +रासकम् +रासको +रासक्रीडा +रासक्रीडां +रासक्रीडायां +रासक्रीडालुलितललितं +रासक्रीडावर्णनम् +रासखेलने +रासगोष्ठी +रासतां +रासताम् +रासते +रासत् +रासनं +रासने +रासन् +रासन्तां +रासन्तामुरुगायमद्य +रासन्तामुरुगा॒यम॒द्य +रासन्ताम् +रासभ +रासभं +रासभः +रासभम् +रासभस्थां +रासभस्य +रासभा +रासभी +रासभे +रासभेन +रासभो +रासमंडलम् +रासमंडले +रासमण्डलं +रासमण्डलमध्यस्थं +रासमण्डलम् +रासमण्डले +रासरंगे +रासरसे +रासलीला +रासलीलां +रासलीलायां +रासवासिनी +रासस्य +रासा +रासादितोऽसि +रासाय +रासायनं +रासायनिक +रासायनिकं +रासायनिकपदार्थाः +रासायनिकम् +रासायनिकवस्तूनि +रासायनिकानां +रासायनिकी +रासायनिकोद्यमः +रासायनो +रासार्थं +रासि +रासिसु +रासी +रासीत् +रासीय +रासु +रासृ +रासे +रासेश्वरं +रासेश्वरः +रासेश्वरस्य +रासेश्वरि +रासेश्वरी +रासेश्वरीं +रासेश्वर्या +रासो +रासोत्सवे +रासोल्लाससमुत्सुकम् +रास् +रास्ता +रास्तु +रास्ते +रास्ना +रास्नां +रास्नायां +रास्नायाः +रास्नायुतम् +रास्नासि +रास्नासीति +रास्नासीन्द्राण्या +रास्नेति +रास्या +रास्व +रास्वा +रास्वा॑ +रास्वेयत् +रास्वेयत्सोमा +रास्व॑ +रास्व॒ +रास॑भस्य +राह +राहडी +राहत +राहवे +राहा +राहि +राहित्यं +राहित्यम् +राहित्ये +राहित्येन +राही +राहु +राहुं +राहुः +राहुका +राहुकृत +राहुकृतं +राहुकेतुयुते +राहुकेतू +राहुकेत्वोः +राहुग्रस्तं +राहुग्रस्तः +राहुग्रस्ते +राहुग्रस्तो +राहुग्रहः +राहुग्रहे +राहुचारः +राहुणा +राहुदर्शनं +राहुदर्शने +राहुदशान्तरे +राहुमुक्त +राहुमुखे +राहुम् +राहुयुते +राहुरिति +राहुरिन्दुमधुनापि +राहुरिव +राहुरुवाच +राहुरेव +राहुर्ग्रसते +राहुर्न +राहुर्नाम +राहुर्यथा +राहुल +राहुलः +राहुलभद्रः +राहुलस्य +राहुल् +राहुवधूकुचौ +राहुवधूजनस्य +राहुश्च +राहुश्छादयति +राहुसंयुक्ते +राहुसूतके +राहुस्तस्य +राहुस्तु +राहू +राहूगणः +राहूगणो +राहे +राहो +राहोः +राहोरद्भुतावर्त्तः +राहोरन्तर्गते +राहोरन्यत्र +राहोरपि +राहोरिव +राहोश्च +राहोश्शिर +राहोस्तु +राहौ +राी +रा॑जति +रा॑जति॒ +रा॑जन् +रा॑जन्नु॒त +रा॑जन्सु॒यमा॒दव॑ +रा॑जसि +रा॑जाना +रा॑ज॒न्यः॑ 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+रिक्ते +रिक्तेतरे +रिक्तेषु +रिक्तो +रिक्तोदरे +रिक्थ +रिक्थं +रिक्थग्राह +रिक्थग्राही +रिक्थभाक् +रिक्थभागिनः +रिक्थभाजः +रिक्थम् +रिक्थस्य +रिक्थहराः +रिक्थहारी +रिक्थिन +रिक्थिनः +रिक्थी +रिक्थे +रिक्षं +रिक्षा +रिक्षे +रिख +रिखि +रिग +रिगम +रिगमग +रिगमप +रिगा +रिगि +रिगोणी +रिगौ +रिग्रहः +रिघ्त् +रिङादेशः +रिङ् +रिङ्क्ते +रिङ्गति +रिङ्शयग्लिङ्क्षु +रिच +रिचर्ड +रिचर्ड् +रिचार्ड +रिचार्डसन +रिचिर् +रिचेर्धने +रिच् +रिच्मन्ड् +रिच्यत +रिच्यते +रिच्येते +रिछ्तिग् +रिज +रिजर्व +रिञ्चति +रिट +रिटं +रिट् +रिडैमन् +रिड् +रिण +रिणः +रिणक्ति +रिणन् +रिणन्ति +रिणन्नपः +रिणम् +रिणा +रिणां +रिणाति +रिणामि +रिणाम् +रिणि +रिणी +रिणीते +रिणीथः +रिणो +रिणोति +रिण्या +रित +रितं +रितः +रितम् +रिता +रिताः +रितारा +रिति +रितु +रिते +रितेि +रितो +रित् +रित्थं +रित्य +रित्यज्य +रित्यत +रित्यत्र +रित्यनेन +रित्यपि +रित्यभिधीयते +रित्यमरः +रित्यर्थ +रित्यर्थः +रित्यस्य +रित्यादि +रित्यादिना +रित्यादौ +रित्यारभ्य +रित्याह +रित्याहुः +रित्युक्तम् +रित्युक्तेः +रित्युक्त्वा +रित्युच्यते +रित्येव +रित्येवं +रित्वं +रित्वञ्च +रित्वम् +रित्वात् +रिदं +रिद्धिप्रातिहार्यं +रिद्धिप्रातिहार्यम् +रिद्धिभिः +रिद्ध्या +रिध +रिधवर्जितः +रिधौ +रिनि +रिन्द्रस्य +रिप +रिपः +रिपब्लिक +रिपब्लिकन् +रिपब्लिक् +रिपव +रिपवः +रिपवर्जिता +रिपवश्च +रिपवस्तथा +रिपवस्तस्य +रिपवस्ते +रिपवे +रिपवो +रिपवोऽपि +रिपहीना +रिपी +रिपु +रिपुं +रिपुंजयः +रिपुः +रिपुकुलं +रिपुकृतं +रिपुक्षयः +रिपुक्षये +रिपुगते +रिपुगृहे +रिपुघातिनः +रिपुघातिनम् +रिपुघातिना +रिपुजं +रिपुञ्जयं +रिपुञ्जयः +रिपुणा +रिपुत्वं +रिपुनाशकारि +रिपुनाशनं +रिपुनाशनम् +रिपुनिषूदनः +रिपुप्रमाथी +रिपुबलं +रिपुभयं +रिपुभावस्थे +रिपुभिः +रिपुभिरयं +रिपुमन्दिरेषु +रिपुमर्दनः +रिपुम् +रिपुरघशंसः +रिपुरपि +रिपुरात्मन +रिपुरात्मनः +रिपुरास +रिपुरिति +रिपुरिव +रिपुर् +रिपुर्भवेत् +रिपुवधे +रिपुवाहिनीम् +रिपुविनाशाय +रिपुश्च +रिपुश्रियम् +रिपुषु +रिपुष्वपि +रिपुसूदन +रिपुसूदनः +रिपुसैन्यं +रिपुस्तत्र +रिपुस्तव +रिपुस्त्रीजनः +रिपुस्त्रीणाम् +रिपुस्थाने +रिपुस्थे +रिपुहा +रिपू +रिपूञ्जित्वा +रिपूणा +रिपूणां +रिपूणामपि +रिपूणाम् +रिपून +रिपूनपि +रिपूनिति +रिपून् +रिपून्रणे +रिपून्हन्ति +रिपो +रिपोः +रिपोज्झितः +रिपोज्झिता +रिपोरपि +रिपोराधत्त +रिपोर् +रिपोर्ट +रिपोर्बलम् +रिपोर्भयम् +रिपौ +रिप्तं +रिप्तम् +रिप्रं +रिप्रमिति +रिप्रम् +रिप्रवाहः +रिप्रवा॒हः +रिप्राणि +रिप्सनस्य +रिफ +रिफति +रिभिः +रिम +रिमा +रिय +रियं +रियति +रियते +रिया +रियासी +रियासीमण्डलम् +रियो +रिरंसया +रिरंसवो +रिरंसा +रिरंसुः +रिरंसू +रिरंसोर्मनसि +रिरक्षिषुः +रिरसयिषति +रिरि +रिरिक्वांसः +रिरिचाथे +रिरिचान +रिरिचानो +रिरिचानोऽमन्यत +रिरिचे +रिरिच्यां +रिरिच्रे +रिरिरि +रिरिषः +रिरिषेः +रिरिह्वांसम् +रिरी +रिरीहि +रिरेच +रिरेभ +रिले +रिल् +रिल्हणं +रिल्हणः +रिल्हणेन +रिव +रिवर् +रिवि +रिश +रिशतां +रिशति +रिशन्ताम् +रिशन्ति +रिशा +रिशाः +रिशादः +रिशादसं +रिशादसः +रिशादसम् +रिशादसा +रिशादसे +रिशादसो +रिशादा +रिशादाः +रिशानां +रिशान् +रिश् +रिश्च +रिष +रिषं +रिषः +रिषण्यः +रिषण्यत +रिषण्यति +रिषतः +रिषतिर्हिंसाकर्मा +रिषतिर्हिंसार्थः +रिषते +रिषत् +रिषदिति +रिषन् +रिषभः +रिषभे +रिषम् +रिषयध्यै +रिषस् +रिषस्पाहि +रिषाथ +रिषाथन +रिषाम +रिषामा +रिषामायं +रिषामेति +रिषु +रिषे +रिषो +रिष् +रिष्ट +रिष्टं +रिष्टः +रिष्टम् +रिष्टस्य +रिष्टा +रिष्टिः +रिष्टिर् +रिष्टे +रिष्टो +रिष्फे +रिष्यत +रिष्यतः +रिष्यति +रिष्यतीत्येनं +रिष्यते +रिष्यथ +रिष्यन्त +रिष्यन्तं +रिष्यन्ति +रिष्यसि +रिष्याः +रिष्याति +रिष्यात् +रिष्याद्यद्वा +रिष्यामीति +रिष्ये +रिष्येत् +रिष्येद्धर्यश्व +रिष्येद्भुवः +रिष्येम +रिष्य॑तः +रिष॑तः +रिस +रिसर्च +रिसर्च् +रिस् +रिह +रिहती +रिहन्ति +रिहाणा +रिहाणाः +रिहाणे +रिहीना +रि॑णाति॒ +रि॑रिचे +रि॑रीहि +रि॑षाम +रि॑षामा +रि॑ष्यति॒ +रि॑ष्यसि +रि॑ष्याति॒ +रि॑हन्ति +रि॒णन् +रि॒णन्न॒पः +रि॒णा॒ति॒ +रि॒पवः॑ +रि॒पवे॑ +रि॒पवे॒ +रि॒पुं +रि॒पुः +रि॒पुम् +रि॒प्तमस्ति॑ +रि॒प्रं +रि॒रि॒चे॒ +रि॒रि॒षः॒ +रि॒री॒हि॒ +रि॒शादाः॑ +रि॒शाद॑सः +रि॒शाद॑सम् +रि॒शाद॑सो॒ +रि॒शा॒द॒सः॒ +रि॒षः +रि॒षस्पा॑हि +रि॒षा॒म॒ +रि॒षे +रि॒षो +रि॒ष्टं +रि॒ष्य॒ति॒ +रि॒ष॒त् +रि॒ह॒न्ति॒ +री +रीं +रीः +रीका +रीकि +रीक् +रीगागमो +रीगृत्वत +रीगृदुपधस्य +रीङादेशः +रीङृतः +रीङ् +रीटा +रीटाख्याने +रीठा +रीठाकरञ्जः +रीडायरेक्ट +रीडिफ +रीढा +रीढ्वम् +रीणः +रीणां +रीत +रीतं +रीतः +रीतयः +रीतयश्च +रीतयो +रीता +रीति +रीतिं +रीतिः +रीतिका +रीतिपुष्पं +रीतिमतस्य +रीतिम् +रीतिरात्मा +रीतिरायाति +रीतिरिति +रीतिरिष्यते +रीतिरुच्यते +रीतिर्नाम +रीतिश्च +रीतिसम्प्रदायः +रीतिसे +रीती +रीतीनां +रीतेः +रीतेश्च +रीतौ +रीत् +रीत्या +रीत्यापः +रीत्यापा +रीत्येन +रीत्यैव +रीम् +रीयते +रीयते॒ +रीयन्ते +रीया +रीय॑ते +रीर +रीरं +रीरधः +रीरधतं +रीरमत् +रीरमन् +रीरमाम +रीरम् +रीरस्य +रीरिष +रीरिषः +रीरिषत +रीरिषतायुर्गन्तोः +रीरिषत् +रीरिषीष्ट +रीरिषो +रीरी +रीरीरीरी +रीरे +रीलोड +रील्या +रीव +रीवा +रीवामण्डलम् +रीवाविभागे +रीषतः +रीस +रीसर्च् +रीसा +री॑ +री॑रिषो॒ +री॒य॒ते॒ +री॒र॒धः॒ +रु +रुं +रुः +रुअइ +रुई +रुक +रुका +रुकावट +रुके +रुक् +रुक्कामः +रुक्खे +रुक्च +रुक्त +रुक्तं +रुक्तः +रुक्तम् +रुक्ता +रुक्तिः +रुक्पात्रे +रुक्प्रतिक्रिया +रुक्म +रुक्मं +रुक्मः +रुक्मकवचः +रुक्मकवचो +रुक्मपरिच्छदाः +रुक्मपुङ्खा +रुक्मपुङ्खाः +रुक्मपुङ्खैः +रुक्मपृष्ठं +रुक्मपृष्ठानि +रुक्मभूषणा +रुक्ममयं +रुक्ममुपदधाति +रुक्मम् +रुक्मरथं +रुक्मरथः +रुक्मरथो +रुक्मवक्षसः +रुक्मवती +रुक्मवतीम् +रुक्मवर्णं +रुक्मवर्णम् +रुक्मवर्णो +रुक्मश्च +रुक्मस्तेयसमं +रुक्मस्य +रुक्मऽवक्षसः +रुक्मा +रुक्मांगद +रुक्मांगदं +रुक्मांगदः +रुक्मांगदस्य +रुक्मांगदेन +रुक्मांगदो +रुक्माः +रुक्माङ्गदो +रुक्माद्युपधानम् +रुक्माभं +रुक्माभ्यां +रुक्मिकन्यां +रुक्मिणं +रुक्मिणः +रुक्मिणा +रुक्मिणि +रुक्मिणिनन्दनः +रुक्मिणी +रुक्मिणीं +रुक्मिणीकान्त +रुक्मिणीनाथ +रुक्मिणीपरिणयवर्णनम् +रुक्मिणीपुत्रो +रुक्मिणीम् +रुक्मिणीवल्लभ +रुक्मिणीसत्यभामयोः +रुक्मिणीसुतः +रुक्मिणीस्वयंवरे +रुक्मिणीहरण +रुक्मिणीहरणं +रुक्मिणो +रुक्मिण्या +रुक्मिण्यां +रुक्मिण्याः +रुक्मिण्याद्या +रुक्मिण्याद्याः +रुक्मिण्युद्वाहे +रुक्मिण्यै +रुक्मी +रुक्मे +रुक्मेषुः +रुक्मो +रुक्मौ +रुक्मꣳ +रुक्ष +रुक्षं +रुक्षः +रुक्षा +रुक्षाः +रुक्षो +रुख +रुगागमः +रुगिति +रुगिव +रुग् +रुग्ण +रुग्णं +रुग्णः +रुग्णता +रुग्णमद्रेर्महि +रुग्णम् +रुग्णवत्यर्चा +रुग्णस्य +रुग्णा +रुग्णाः +रुग्णानां +रुग्णाय +रुग्णालये +रुग्णे +रुग्णेन +रुग्णो +रुग्दाहः +रुग्दैन्यनिपीडितेन +रुग्नः +रुग्भिः +रुग्मिणी +रुग्यस्य +रुग्रिकौ +रुग्रुजा +रुङ् +रुच +रुचं +रुचं॑ +रुचः +रुचः॑ +रुचक +रुचकं +रुचकः +रुचकफलम् +रुचकम् +रुचकस्तथा +रुचकस्य +रुचका +रुचकानि +रुचके +रुचकेन +रुचकैः +रुचको +रुचम् +रुचय +रुचयः +रुचये +रुचयो +रुचा +रुचां +रुचानः +रुचानाः +रुचाय +रुचारुचा +रुचि +रुचिं +रुचिः +रुचिकर +रुचिकरं +रुचिकरः +रुचिकरम् +रुचिकराः +रुचिकरी +रुचिकरो +रुचिकारकः +रुचिकारकम् +रुचिकारिणी +रुचिकारित्वं +रुचिकारित्वञ्च +रुचिकारित्वम् +रुचिकृच्च +रुचिकृत् +रुचिकृद्दीपनी +रुचितं +रुचितः +रुचितमित्यपि +रुचितम् +रुचिता +रुचितुलिततमालं +रुचिते +रुचितो +रुचिदं +रुचिधाम्नि +रुचिना +रुचिप्रदं +रुचिप्रदः +रुचिप्रदत्वम् +रुचिप्रदम् +रुचिप्रदा +रुचिफलं +रुचिभिः +रुचिमती +रुचिमान् +रुचिमेति +रुचिम् +रुचिर +रुचिरं +रुचिरः +रुचिरकम्पितकुण्डलमण्डलः +रुचिरकलापं +रुचिरकाञ्चनचित्रमहीतलम् +रुचिरकुण्डलः +रुचिरग्निश्च +रुचिरप्रभम् +रुचिरम् +रुचिरया +रुचिरस्तथा +रुचिरस्य +रुचिरा +रुचिरां +रुचिराः +रुचिराङ्गदः +रुचिराणि +रुचिरानना +रुचिराननाम् +रुचिरानने +रुचिरान् +रुचिरापाङ्गीं +रुचिराभिधानान् +रुचिरामलांशुकाः +रुचिरिति +रुचिरिव +रुचिरुवाच +रुचिरे +रुचिरेण +रुचिरेति +रुचिरेव +रुचिरैः +रुचिरो +रुचिरौ +रुचिर् +रुचिर्न +रुचिर्भवति +रुचिर्भवत्यरुचिश्च +रुचिर्यस्य +रुचिश्च +रुचिश्चैव +रुचिषीय +रुचिष्यो +रुचिस्तत्र +रुचिस्तथा +रुचिस्ते +रुची +रुचीनां +रुचे +रुचेः +रुचेति +रुचै +रुचो +रुचो॒ +रुचौ +रुच् +रुच्य +रुच्यं +रुच्यः +रुच्यते +रुच्यत्वञ्च +रुच्यत्वम् +रुच्यनुसारं +रुच्यम् +रुच्यर्थानां +रुच्या +रुच्याः +रुच्यै +रुच्यो +रुच्य् +रुच॑ +रुज +रुजं +रुजः +रुजता +रुजति +रुजतीति +रुजत् +रुजन् +रुजन्तः +रुजन्ति +रुजम् +रुजया +रुजवेल्ट +रुजश्च +रुजा +रुजां +रुजाः +रुजाकराणि +रुजाकराणीति +रुजाकरी +रुजाकरीं +रुजाञ्च +रुजातुरम् +रुजानाः +रुजान्वितः +रुजान्वितम् +रुजान्विता +रुजापहः +रुजापहम् +रुजापहा +रुजामि +रुजाम् +रुजायां +रुजायाम् +रुजार्थानां +रुजार्दितः +रुजावगाढा +रुजावन्तं +रुजावान् +रुजासि +रुजासु +रुजि +रुजिवहोः +रुजे +रुजेम +रुजेव +रुजो +रुज् +रुज्येति +रुझ +रुट +रुटि +रुट् +रुट्क्रुधौ +रुठ +रुठि +रुडागमः +रुडागमश्च +रुडागमो +रुडि +रुढं +रुढः +रुण +रुणं +रुणः +रुणत्सि +रुणद्धि +रुणद्धीति +रुणधानि +रुणधामहै +रुणधै +रुणध्मि +रुणम् +रुणस्य +रुणा +रुणाद्धि +रुणी +रुणो +रुण्टति +रुण्ड +रुण्डः +रुण्णं +रुत +रुतं +रुतः +रुतम् +रुतस्य +रुता +रुतानि +रुते +रुतेन +रुतैः +रुत् +रुत्तंसयिष्यति +रुत्थाय +रुत्पद्यते +रुत्व +रुत्वं +रुत्वपक्षे +रुत्वम् +रुत्वविसर्गाविति +रुत्वविसर्गौ +रुत्वाद्यभावः +रुत्वानुनासिकावुक्तौ +रुत्वाभावः +रुत्वे +रुद +रुदं +रुदंतं +रुदंति +रुदंती +रुदंतीं +रुदः +रुदतः +रुदता +रुदतां +रुदति +रुदती +रुदतीं +रुदतीनां +रुदतीम् +रुदते +रुदतो +रुदतोऽथ +रुदत्य +रुदत्यः +रुदत्या +रुदत्यां +रुदत्सु +रुदद्भिः +रुदन +रुदनं +रुदन् +रुदन्तं +रुदन्तः +रुदन्तश्च +रुदन्ति +रुदन्तिका +रुदन्ती +रुदन्तीं +रुदन्तीति +रुदन्तीनां +रुदन्तीव +रुदन्तु +रुदन्तो +रुदन्तौ +रुदन्त्यः +रुदन्त्यश्च +रुदन्त्या +रुदन्त्यां +रुदन्त्याः +रुदन्त्यो +रुदन्निव +रुदन्मुहुः +रुदमिति +रुदम् +रुदविदमुषग्रहिस्वपिप्रच्छः +रुदश्च +रुदा +रुदात्तः +रुदादिः +रुदादिभ्य +रुदादिभ्यः +रुदारधीः +रुदि +रुदित +रुदितं +रुदितः +रुदितध्वनिम् +रुदितम् +रुदितशब्देन +रुदिता +रुदिते +रुदितेन +रुदित्वा +रुदिर +रुदिर् +रुदिहि +रुदैः +रुदो +रुद् +रुद्ध +रुद्धं +रुद्धः +रुद्धगतिः +रुद्धगतिस्तैर्हि +रुद्धनिर्गमनमा +रुद्धमार्गः +रुद्धम् +रुद्धस्य +रुद्धा +रुद्धां +रुद्धाः +रुद्धानि +रुद्धायामपि +रुद्धालोके +रुद्धे +रुद्धेति +रुद्धेन +रुद्धेषु +रुद्धो +रुद्धोऽपि +रुद्ध्यते +रुद्ध्वा +रुद्ध्वाथ +रुद्यत +रुद्यते +रुद्यमाने +रुद्र +रुद्रं +रुद्रः +रुद्रकृतं +रुद्रको +रुद्रकोटिं +रुद्रकोटिः +रुद्रकोट्यां +रुद्रगण +रुद्रगणः +रुद्रगणा +रुद्रगणाः +रुद्रगणैः +रुद्रग्रन्थिं +रुद्रचण्डा +रुद्रजटा +रुद्रजटायां +रुद्रजापी +रुद्रजाप्यं +रुद्रजो +रुद्रञ्च +रुद्रट +रुद्रटः +रुद्रटविरचितः +रुद्रटविरचितम् +रुद्रटस्य +रुद्रटेन +रुद्रटो +रुद्रतुल्यो +रुद्रत्वं +रुद्रत्वम् +रुद्रदत्त +रुद्रदत्तः +रुद्रदयिते +रुद्रदेवताः +रुद्रदेवस्य +रुद्रदेवो +रुद्रदैवतः +रुद्रदैवतम् +रुद्रदैवत्यं +रुद्रदैवत्या +रुद्रधरः +रुद्रनामा +रुद्रनृपतेः +रुद्रपत्नी +रुद्रपदं +रुद्रपदे +रुद्रपार्षदाः +रुद्रपार्षदे +रुद्रपालो +रुद्रपुत्रा +रुद्रपुत्राः +रुद्रपुत्रो +रुद्रपुत्रौ +रुद्रपुरं +रुद्रपुरम् +रुद्रप्रयाग +रुद्रप्रयागः +रुद्रप्रयागमण्डलं +रुद्रप्रयागमण्डलम् +रुद्रभक्तः +रुद्रभक्तश्च +रुद्रभक्ता +रुद्रभक्तो +रुद्रभक्त्या +रुद्रभट्टः +रुद्रभवने +रुद्रभूमिविधिपटलः +रुद्रभेदे +रुद्रमदेवकुमारस्य +रुद्रमनिशं +रुद्रमन्य +रुद्रमन्यं +रुद्रमभ्यर्च्य +रुद्रमव्ययम् +रुद्रमहालयम् +रुद्रमाराधयामास +रुद्रमाराध्य +रुद्रमिति +रुद्रमीशानं +रुद्रमीश्वरम् +रुद्रमुद्दिश्य +रुद्रमूर्तये +रुद्रमेव +रुद्रम् +रुद्रयामलम् +रुद्रयामले +रुद्रयामलेऽपि +रुद्रयामलोक्ते +रुद्ररूप +रुद्ररूपं +रुद्ररूपः +रुद्ररूपा +रुद्ररूपाय +रुद्ररूपिणम् +रुद्ररूपिणी +रुद्ररूपी +रुद्ररूपे +रुद्ररूपेण +रुद्ररूपेभ्यः +रुद्ररूपो +रुद्रलोक +रुद्रलोकं +रुद्रलोकः +रुद्रलोकमवाप्नुयात् +रुद्रलोकमवाप्नोति +रुद्रलोकादसंशयम् +रुद्रलोकाय +रुद्रलोके +रुद्रलोको +रुद्रवत +रुद्रवते +रुद्रवत् +रुद्रवद्गणस्य +रुद्रवर्तनी +रुद्रवर्मन् +रुद्रवल्लभा +रुद्रवान् +रुद्रविशेषः +रुद्रविष्णू +रुद्रवीणा +रुद्रवृन्दे +रुद्रशक्तिः +रुद्रशक्त्या +रुद्रशब्दस्य +रुद्रशब्दो +रुद्रश् +रुद्रश्च +रुद्रश्चैव +रुद्रसंख्यया +रुद्रसंरम्भभीत्या +रुद्रसंहिता +रुद्रसंहितायां +रुद्रसरः +रुद्रसर्गं +रुद्रसर्गः +रुद्रसालोक्यं +रुद्रसावर्णिके +रुद्रसुन्दरी +रुद्रसूक्तं +रुद्रसूक्तेन +रुद्रस् +रुद्रस्तत्र +रुद्रस्तथा +रुद्रस्तथैव +रुद्रस्तदा +रुद्रस्तन्तिचरो +रुद्रस्तस्मै +रुद्रस्तस्य +रुद्रस्तस्याधिदेवता +रुद्रस्तारकं +रुद्रस्तु +रुद्रस्त्वं +रुद्रस्य +रुद्रस्यानुचरा +रुद्रस्यानुचरो +रुद्रस्यापि +रुद्रस्यास्तां +रुद्रस्येव +रुद्रस्यैव +रुद्रहृदयोपनिषत् +रुद्रहोत्रे +रुद्रऽवर्तनी +रुद्रा +रुद्रां +रुद्रांशं +रुद्रांशकोनाब्धिरसैः +रुद्रांश्च +रुद्राः +रुद्राक्ष +रुद्राक्षं +रुद्राक्षः +रुद्राक्षजाबालोपनिषत् +रुद्राक्षधारणं +रुद्राक्षधारणात् +रुद्राक्षधारणादेव +रुद्राक्षधारिणः +रुद्राक्षमालया +रुद्राक्षमाला +रुद्राक्षमालिका +रुद्राक्षम् +रुद्राक्षस्य +रुद्राक्षा +रुद्राक्षाणां +रुद्राक्षे +रुद्राक्षैः +रुद्राक्षो +रुद्राख्यः +रुद्राग्निं +रुद्राच्च +रुद्राणा +रुद्राणाँ +रुद्राणां +रुद्राणामपि +रुद्राणामादित्यानां +रुद्राणामिति +रुद्राणामेकादशानां +रुद्राणाम् +रुद्राणि +रुद्राणी +रुद्राणीं +रुद्राणीना +रुद्राणीनां +रुद्राण्या +रुद्राण्याः +रुद्राण्यै +रुद्राण्यो +रुद्रात् +रुद्रात्मने +रुद्रात्मा +रुद्रादयः +रुद्रादयो +रुद्रादि +रुद्रादित्या +रुद्रादित्याः +रुद्रादीनां +रुद्रादीन् +रुद्राद् +रुद्राद्या +रुद्राधिदैवतः +रुद्राध्यायं +रुद्राध्यायी +रुद्राध्याये +रुद्राध्यायेन +रुद्रानेकादश +रुद्रान् +रुद्राय +रुद्रायणः +रुद्रायणस्य +रुद्रायणेन +रुद्रायणो +रुद्रायापि +रुद्रायास्य +रुद्रायेति +रुद्रावर्तं +रुद्रावास +रुद्राव॒सं +रुद्राश्च +रुद्राश्चैकादश +रुद्राश्चैकादशैव +रुद्राश्चैव +रुद्राष्टकम् +रुद्राष्टाध्यायी +रुद्रास +रुद्रासः +रुद्रासि +रुद्रासो +रुद्रास् +रुद्रास्तत्र +रुद्रास्तथा +रुद्रास्तथाऽऽदित्या +रुद्रास्तु +रुद्रास्ते +रुद्रास्त्रिभुवनेश्वराः +रुद्रास्त्वा +रुद्रास्त्वेति +रुद्राहते +रुद्रा॒ +रुद्रि +रुद्रियं +रुद्रियम् +रुद्रिया +रुद्रियाः +रुद्रियाणां +रुद्रियाभिस्तनूभिः +रुद्रियासः +रुद्रियासो +रुद्री +रुद्रे +रुद्रेण +रुद्रेणामिततेजसा +रुद्रेति +रुद्रेभिः +रुद्रेभिःऽ +रुद्रेभिर् +रुद्रेभिर्वसुभिश्चराम्यहमादित्यैरुत +रुद्रेभ्य +रुद्रेभ्यः +रुद्रेभ्यस्त्वा +रुद्रेभ्यो +रुद्रेश्वरं +रुद्रेषु +रुद्रै +रुद्रैः +रुद्रैकादशकं +रुद्रैर् +रुद्रैर्विश्वसहायैश्च +रुद्रैश्च +रुद्रैश्छिन्ना +रुद्रो +रुद्रोत +रुद्रोपरि +रुद्रोपि +रुद्रोऽग्नीत् +रुद्रोऽथ +रुद्रोऽथवा +रुद्रोऽधिदैवतम् +रुद्रोऽपि +रुद्रोऽयं +रुद्रोऽसि +रुद्रोऽसौ +रुद्रोऽस्य +रुद्रौ +रुद्र॒ +रुद्रꣳ +रुद्वा +रुध +रुधः +रुधतः +रुधां +रुधादयः +रुधादि +रुधादिः +रुधादिगणः +रुधादित्वात् +रुधादिप्रकरणम् +रुधादिभ्यः +रुधादिश्च +रुधादौ +रुधि +रुधिः +रुधिर +रुधिरं +रुधिरकर्दमम् +रुधिरञ्च +रुधिरधाराभिः +रुधिरनिभा +रुधिरप्रदिग्धान् +रुधिरप्रभे +रुधिरप्रवाहे +रुधिरप्रिय +रुधिरमिव +रुधिरमेव +रुधिरम् +रुधिरसरितां +रुधिरसिक्ताङ्गं +रुधिरस्य +रुधिरस्रावं +रुधिरस्रावे +रुधिरा +रुधिराक्तं +रुधिराणि +रुधिरात्मिका +रुधिरान्धे +रुधिरान्वितेन +रुधिराप्लुताः +रुधिराशनः +रुधिराशनाः +रुधिराश्रुसमुद्राः +रुधिरे +रुधिरेण +रुधिरेणेति +रुधिरेणैव +रुधिरैः +रुधिरो +रुधिरोक्षितः +रुधिरोक्षितम् +रुधिरोक्षिताः +रुधिरोक्षितौ +रुधिरोद्गारी +रुधिरौघेण +रुधिर् +रुधेः +रुध् +रुध्यते +रुध्यन्ते +रुध्यसे +रुध्वा +रुन +रुन्द्ध +रुन्द्धि +रुन्द्धे +रुन्द्धेऽथो +रुन्द्धे॒ +रुन्द्ध॒ +रुन्ध +रुन्धः +रुन्धतः +रुन्धति +रुन्धती +रुन्धते +रुन्धते॒ +रुन्धतो +रुन्धन् +रुन्धन्ति +रुन्धन्तीति +रुन्धन्तु +रुन्धां +रुन्धात् +रुन्धान +रुन्धानः +रुन्धाने +रुन्धि +रुन्धीत +रुन्धीमहि +रुन्धीमहीति +रुन्धीय +रुन्धीयेति +रुन्धे +रुन्ध्यात् +रुन्नात्वा +रुप +रुपं +रुपः +रुपए +रुपकं +रुपकन्यायेन +रुपकमेव +रुपकम् +रुपकसमास +रुपकस्य +रुपकाणां +रुपकाणि +रुपके +रुपकेषु +रुपम +रुपम् +रुपया +रुपये +रुपरि +रुपस्य +रुपा +रुपाणि +रुपान्तरं +रुपिणी +रुपी +रुपे +रुपेण +रुपो +रुप्य +रुप्यकाणां +रुप्यकाणि +रुप्यति +रुप्यमया +रुप्रकरणे +रुप्लुवोः +रुबूकस्य +रुभयोरपि +रुम +रुमण्वता +रुमण्वन्तं +रुमण्वांश्च +रुमण्वान् +रुमण्वान्नाम +रुमा +रुमां +रुमायां +रुमे +रुम् +रुयात् +रुय्यक +रुय्यकः +रुय्यकस्य +रुय्यकेन +रुर +रुरवः +रुरवस्तं +रुरवो +रुरालियं +रुराव +रुरु +रुरुं +रुरुः +रुरुच +रुरुचन्त +रुरुचिरे +रुरुचिषे +रुरुचुः +रुरुचे +रुरुणा +रुरुदिषति +रुरुदुः +रुरुदुर्भृशदुःखिताः +रुरुदुर्भृशम् +रुरुदुश्च +रुरुदे +रुरुधिरे +रुरुधुः +रुरुधे +रुरुध्रे +रुरुपृषतम् +रुरुरु +रुरुरुरुरु +रुरुरुवाच +रुरुर्नाम +रुरुश्चण्डः +रुरुश्चैव +रुरुहुः +रुरू +रुरून् +रुरो +रुरोः +रुरोज +रुरोजिथ +रुरोद +रुरोदातीव +रुरोदेव +रुरोदोच्चैः +रुरोदोच्चैर्मुहुर्मुहुः +रुरोध +रुरोधिथ +रुरोष +रुरोह +रुरोहिथ +रुर्भवति +रुर्वा +रुलाने +रुलानेहारे +रुल् +रुव +रुवः +रुवति +रुवत् +रुवन् +रुवन्तं +रुवन्ति +रुवन्तो +रुवा +रुवाच +रुविधौ +रुवुतैलेन +रुश +रुशतः +रुशता +रुशति +रुशती +रुशतीं +रुशतीम् +रुशत् +रुशत्ऽभिः +रुशदिति +रुशद् +रुशद्गुः +रुशद्भिः +रुशद्वत्सा +रुशन्तं +रुशन्तः +रुशन्तम् +रुशमं +रुशमा +रुशमे +रुशमेषु +रुशि +रुश्च +रुश॑ता +रुश॑ता॒ +रुश॑ती +रुश॑त् +रुश॑त्ऽभिः +रुश॑न्तं +रुश॑न्तः +रुश॑न्तम् +रुष +रुषं +रुषः +रुषम् +रुषस्य +रुषा +रुषां +रुषान्धे +रुषान्वितः +रुषान्विता +रुषान्विताः +रुषाभिपतितं +रुषाविष्टः +रुषाविष्टो +रुषाऽन्वितः +रुषि +रुषित +रुषितं +रुषितः +रुषिता +रुषितेन +रुषितो +रुषे +रुषेति +रुषेव +रुषो +रुष् +रुष्ट +रुष्टं +रुष्टः +रुष्टम् +रुष्टया +रुष्टश्च +रुष्टस्य +रुष्टा +रुष्टाः +रुष्टाश्च +रुष्टासि +रुष्टे +रुष्टेन +रुष्टो +रुष्टोऽपि +रुष्टोऽस्म्यहं +रुष्यति +रुष्येत् +रुस +रुसी +रुह +रुहं +रुहः +रुहः॑ +रुहत् +रुहन् +रुहा +रुहाः +रुहाणा +रुहाणाः +रुहाणास्तरता +रुहाणि +रुहा॑णा॒ +रुहि +रुहे +रुहेः +रुहेम +रुहेमा +रुहेमेत्यात्मानं +रुहेयमिति +रुहेयम् +रुहो +रुह् +रुह्य +रुह्यते +रु॑चा॒नः +रु॑ज +रु॑द्रा +रु॑द्र॒ +रु॑रोज +रु॑हेम +रु॑हेमा +रु॒क्म +रु॒क्मः +रु॒क्मा +रु॒क्मो +रु॒चा +रु॒चे +रु॒ज +रु॒जन् +रु॒ज॒ +रु॒णधा॑महै +रु॒तस्य॑ +रु॒द्र +रु॒द्रं +रु॒द्रः +रु॒द्रन्नि॒रव॑दयते +रु॒द्रम् +रु॒द्रस्य॑ +रु॒द्रस्य॒ +रु॒द्रा +रु॒द्राः +रु॒द्राणां॑ +रु॒द्रादे॒व +रु॒द्राय॑ +रु॒द्राय॒ +रु॒द्रासः॑ +रु॒द्रिया॑ +रु॒द्रिया॑सः +रु॒द्रिय॑म् +रु॒द्रेण॑ +रु॒द्रेभिः॑ +रु॒द्रेभ्यो॒ +रु॒द्रैः +रु॒द्रो +रु॒द्र॒ +रु॒द्र॒व॒र्त॒नी॒ +रु॒न्द्धि +रु॒पो +रु॒हे॒म॒ +रु꣡रस्ति꣢ +रू +रूँ +रूं +रूः +रूक्ष +रूक्षं +रूक्षः +रूक्षकम् +रूक्षच्छविः +रूक्षञ्च +रूक्षणं +रूक्षणः +रूक्षणम् +रूक्षणो +रूक्षतया +रूक्षता +रूक्षत्वं +रूक्षत्वञ्च +रूक्षत्वम् +रूक्षदुर्बलदेहस्य +रूक्षमुष्णं +रूक्षमेव +रूक्षम् +रूक्षयेत् +रूक्षश्च +रूक्षस्य +रूक्षा +रूक्षां +रूक्षाः +रूक्षाक्षरं +रूक्षाङ्गं +रूक्षाणां +रूक्षाणि +रूक्षान्नं +रूक्षाय +रूक्षारुणं +रूक्षाश्च +रूक्षे +रूक्षेण +रूक्षैः +रूक्षो +रूक्षोष्णं +रूक्षोष्णा +रूक्षोष्णो +रूक्षौ +रूख +रूखा +रूखे +रूख् +रूचिः +रूचे +रूज +रूजवेल्ट् +रूढ +रूढं +रूढः +रूढत्वं +रूढत्वात् +रूढत्वे +रूढमपि +रूढमेव +रूढम् +रूढया +रूढश्च +रूढसत्त्वचमत्कारा +रूढस्य +रूढ़िः +रूढा +रूढां +रूढाः +रूढानामपि +रूढानि +रूढावुपादानलक्षणा +रूढि +रूढिं +रूढिः +रूढिज्ञानस्य +रूढितः +रूढितो +रूढितोऽथ +रूढिपूर्विका +रूढिरस्ति +रूढिरिति +रूढिरेव +रूढिरेवादृता +रूढिरेषा +रूढिर्योगमपहरतीति +रूढिशब्दा +रूढिश्च +रूढिषु +रूढे +रूढेः +रूढेन +रूढो +रूढोऽपि +रूढोऽभिनिवेशः +रूढौ +रूढ्यर्थस्य +रूढ्या +रूढ्वा +रूति +रूत्री +रूद्र +रूनं +रूना +रूनी +रून् +रूप +रूपँ +रूपं +रूपंरूपं +रूपंऽऽहरेश्चन्द्रा +रूपः +रूपक +रूपकं +रूपकः +रूपकताल +रूपकतालः +रूपकतालेन +रूपकत्वं +रूपकत्वेन +रूपकभेद +रूपकभेदः +रूपकभेदे +रूपकमपि +रूपकमलंकारः +रूपकमलङ्कारः +रूपकमिति +रूपकमिदं +रूपकमिष्यते +रूपकमुच्यते +रूपकमेव +रूपकम् +रूपकर्मणि +रूपकलक्षणम् +रूपकल्पना +रूपकविशेषम् +रूपकशतं +रूपकसंकीर्णा +रूपकसरः +रूपकसर‌ः‍‌‌‍ +रूपकसाहित्यम् +रूपकस्थले +रूपकस्य +रूपकस्यापि +रूपकस्यास्य +रूपका +रूपकाः +रूपकाणां +रूपकाणि +रूपकातिशयोक्तिः +रूपकादिरलंकारः +रूपकादीनां +रूपकादौ +रूपकानि +रूपकायः +रूपकायितम् +रूपकायिता +रूपकायेन +रूपकारणं +रूपकालंकारः +रूपकालङ्कार +रूपकालङ्कारः +रूपकृतेः +रूपकृत् +रूपके +रूपकेण +रूपकेति +रूपकेषु +रूपकेऽपि +रूपकेऽस्मिन् +रूपकैः +रूपको +रूपकों +रूपकोपमयोः +रूपक्रियायाम् +रूपक्षेप +रूपक्षेपे +रूपगन्धौ +रूपगुणं +रूपगुणः +रूपगुणा +रूपगुणान्विता +रूपगुणान्विताः +रूपगोस्वामिनः +रूपगोस्वामिना +रूपगोस्वामी +रूपग्रहणं +रूपग्रहणम् +रूपचतुष्टयम् +रूपज्ञानं +रूपज्ञानम् +रूपञ्च +रूपण +रूपणं +रूपणम् +रूपणा +रूपणात् +रूपणिका +रूपणिकां +रूपणे +रूपणेन +रूपणो +रूपत +रूपतः +रूपतन्मात्रं +रूपतन्मात्रम् +रूपतन्मात्रे +रूपतया +रूपतश् +रूपतश्च +रूपतश्चैव +रूपता +रूपतां +रूपताम् +रूपतीर्थे +रूपतो +रूपत्रयं +रूपत्रयम् +रूपत्व +रूपत्वं +रूपत्वमेव +रूपत्वम् +रूपत्वस्य +रूपत्वात् +रूपत्वादिकं +रूपत्वादीनां +रूपत्वे +रूपत्वेन +रूपदं +रूपदर्शकः +रूपदर्शनम् +रूपदर्शने +रूपदर्शिनी +रूपद्रविणहीनांश्च +रूपद्वयं +रूपद्वयमपि +रूपद्वयम् +रूपद्वये +रूपधरो +रूपधातुः +रूपधातौ +रूपधारिणी +रूपधारी +रूपधृक् +रूपधेयम् +रूपधेयानि +रूपनगर +रूपनगरं +रूपनगरमण्डलम् +रूपनगरम् +रूपनाम +रूपनामसु +रूपनामैतत् +रूपनाशे +रूपनिर्माणं +रूपनिष्पत्तिः +रूपन्तु +रूपप् +रूपप्पाशपौ +रूपप्प्रत्ययः +रूपप्रसादः +रूपभेद +रूपभेदं +रूपभेदः +रूपभेदतः +रूपभेदात् +रूपभेदादयं +रूपभेदे +रूपभेदेन +रूपभेदो +रूपम +रूपमञ्जरी +रूपमतुलं +रूपमतो +रूपमत्यद्भुतं +रूपमत्यसृजत +रूपमत्रापि +रूपमथ +रूपमद्भुतम् +रूपमधिकं +रूपमनुत्तमम् +रूपमनुसंदधानाः +रूपमन्नं +रूपमन्नञ्च +रूपमन्नस्य +रूपमन्यद्धरेर्महत् +रूपमपरेण +रूपमपि +रूपमप्रतिमं +रूपमभवन् +रूपमभिव्यनक्ति +रूपमभिसंविशत्येतस्माद्रूपादुदेति +रूपमभिसंविशन्ति +रूपमभिसंविशन्त्येतस्माद्रूपादुद्यन्ति +रूपमश्विनौ +रूपमस्ति +रूपमस्तु +रूपमस्मादतो +रूपमस्य +रूपमस्या +रूपमस्याः +रूपमस्यास्तीति +रूपमस्येति +रूपमस्येह +रूपमहं +रूपमहो +रूपमा +रूपमाकृतिः +रूपमात्मनः +रूपमात्मीयं +रूपमात्रं +रूपमात्रस्य +रूपमात्रेण +रूपमादाय +रूपमाप्नोति +रूपमारोग्यं +रूपमाला +रूपमालोक्य +रूपमाश्रितः +रूपमाश्रित्य +रूपमासाद्य +रूपमासीत् +रूपमास्थाय +रूपमास्थितः +रूपमास्थितम् +रूपमाह +रूपमाहुः +रूपमिच्छन्ति +रूपमितं +रूपमिति +रूपमिते +रूपमितो +रूपमित्यभिधीयते +रूपमित्यर्थ +रूपमित्यर्थः +रूपमित्यव्यभिचारि +रूपमित्यादि +रूपमिदं +रूपमिदम् +रूपमिन्द्र +रूपमिल्यर्थ +रूपमिव +रूपमिष्यते +रूपमीक्षते +रूपमीदृशं +रूपमीदृशम् +रूपमुक्तं +रूपमुक्तम् +रूपमुग्रं +रूपमुच्यते +रूपमुत्तमं +रूपमुत्तमम् +रूपमुपदिश्यते +रूपमुपलभ्यते +रूपमुपैत्युभौ +रूपमृचोऽग्नेर्मृत्योः +रूपमृषभो +रूपमें +रूपमेकं +रूपमेतत् +रूपमेव +रूपमेवं +रूपमेवास्यैतन्महिमानं +रूपमैक्षत +रूपमैन्द्रमेतदहरेतस्याह्नो +रूपमैश्वरं +रूपमैश्वरम् +रूपम् +रूपम्‌ +रूपयति +रूपयतीति +रूपयन् +रूपयन्ति +रूपया +रूपयित्वा +रूपयुक्त +रूपयुतं +रूपयुते +रूपयोः +रूपयौवन +रूपयौवनगर्विताः +रूपयौवनशालिनः +रूपयौवनशालिनाम् +रूपयौवनशालिनी +रूपयौवनशालिनीम् +रूपयौवनसंपन्ना +रूपयौवनसंपन्नां +रूपयौवनसम्पन्ना +रूपयौवनसम्पन्नां +रूपरसगन्धस्पर्शा +रूपरसगन्धस्पर्शाः +रूपरसादयो +रूपरसादीनां +रूपरसायने +रूपरसौ +रूपरेखा +रूपलक्षणम् +रूपलावण्य +रूपलावण्यबलवज्रसंहननत्वानि +रूपव +रूपवतः +रूपवतां +रूपवति +रूपवती +रूपवतीं +रूपवतो +रूपवत् +रूपवत्तया +रूपवत्त्वं +रूपवत्त्वात् +रूपवत्त्वेन +रूपवत्यः +रूपवत्यपि +रूपवत्यश्च +रूपवत्या +रूपवत्यो +रूपवत्वं +रूपवदिति +रूपवद् +रूपवन्तं +रूपवन्तः +रूपवन्तश्च +रूपवन्तो +रूपवन्तौ +रूपवर्जितम् +रूपवांश्च +रूपवांश्चैव +रूपवान +रूपवानपि +रूपवानभिजायते +रूपवानिति +रूपवान् +रूपवान्सुभगो +रूपवाला +रूपवाली +रूपवाले +रूपविद्या +रूपविधानयत्नः +रूपविपर्ययः +रूपविपर्ययम् +रूपविशेष +रूपविशेषः +रूपविशेषस्य +रूपविषये +रूपशः +रूपशतं +रूपशब्दः +रूपशब्दरसस्पर्शा +रूपशब्दस्य +रूपशब्देन +रूपशालिनी +रूपशालिनीम् +रूपशिखा +रूपशुद्धौ +रूपशोभया +रूपश्च +रूपश्रिया +रूपसंज्ञानां +रूपसंज्ञी +रूपसंपदा +रूपसंपन्नं +रूपसंपन्नः +रूपसंपन्ना +रूपसंपन्नां +रूपसंपन्नो +रूपसंपन्नौ +रूपसंबन्धात् +रूपसंयुतम् +रूपसंयुता +रूपसंहननं +रूपसमं +रूपसमन्विताः +रूपसमवायसत्त्वेऽपि +रूपसमृद्धं +रूपसमृद्धम् +रूपसमृद्धया +रूपसमृद्धा +रूपसमृद्धे +रूपसम्पत् +रूपसम्पदा +रूपसम्पन्नं +रूपसम्पन्ना +रूपसम्पन्नां +रूपसम्पन्नो +रूपसम्पन्नौ +रूपसादृश्यं +रूपसिद्धिः +रूपसिद्धेः +रूपसिद्धौ +रूपसुन्दरी +रूपसे +रूपसौभाग्यदायकम् +रूपस् +रूपस्कन्धः +रूपस्कन्धो +रूपस्पर्शयोः +रूपस्य +रूपस्यापि +रूपस्यास्य +रूपस्येति +रूपस्येव +रूपस्यैव +रूपहानिरसम्बन्धो +रूपहीनं +रूपहेतवे +रूपा +रूपां +रूपांतरण +रूपाः +रूपाकले +रूपाङ्गं +रूपाच्च +रूपाजीवा +रूपाजीवाः +रूपाजीवाश्च +रूपाढ्यं +रूपाढ्या +रूपाढ्यां +रूपाणा +रूपाणां +रूपाणाम् +रूपाणि +रूपाणिं +रूपाणी +रूपाणीति +रूपाणीत्यर्थ +रूपाणीत्येव +रूपाण्यनेकानि +रूपाण्यपि +रूपाण्यभिभूय +रूपाण्यस्य +रूपाण्याप्नोति +रूपाण्याविशन् +रूपाण्युप +रूपाण्युपशयस्तथा +रूपाण्येतानि +रूपाण्येव +रूपाण्य् +रूपातिदेश +रूपातिशयः +रूपातिशया +रूपातिशयेन +रूपातीतं +रूपात् +रूपात्मकं +रूपादपि +रूपादय +रूपादयः +रूपादयो +रूपादाविति +रूपादाहतप्रशंसयोर्यप् +रूपादि +रूपादिः +रूपादिकं +रूपादिगुणान्तरसद्भावेऽपिरसोऽहमप्सु +रूपादिना +रूपादिनाशं +रूपादिभिः +रूपादिभ्यो +रूपादिमत् +रूपादिमत्त्वं +रूपादिमत्त्वाच्च +रूपादिमद्भवतीति +रूपादिमन्तः +रूपादिवत् +रूपादिवद् +रूपादिषु +रूपादिसंज्ञके +रूपादिहीनं +रूपादिहीनतया +रूपादिहीनस्य +रूपादीति +रूपादीनां +रूपादीनामपि +रूपादीनामिति +रूपादीनाम् +रूपादीनि +रूपादीन् +रूपादे +रूपादेः +रूपादेरपि +रूपादेव +रूपादौ +रूपाद् +रूपाद्धि +रूपाधिकं +रूपाधिकारः +रूपानि +रूपानुरूपं +रूपानुरूपावयवं +रूपान् +रूपान्तर +रूपान्तरं +रूपान्तरणं +रूपान्तरणम् +रूपान्तरमस्ति +रूपान्तरम् +रूपान्तरस्य +रूपान्तराणि +रूपान्तरापत्तिः +रूपान्तरितधान्यानि +रूपान्तरे +रूपान्तरेण +रूपान्तरेणेति +रूपान्वयः +रूपान्विता +रूपाप्तं +रूपाभाव +रूपाभावः +रूपाभावात् +रूपाभावादिति +रूपाभेदात् +रूपाभेदे +रूपाभ्यां +रूपाम् +रूपाय +रूपाया +रूपायां +रूपार्थं +रूपार्थी +रूपालोकमनस्कारा +रूपालोकमनस्काराः +रूपावचनात् +रूपावचरा +रूपावतारः +रूपावती +रूपाश् +रूपाश्विनो +रूपि +रूपिकं +रूपिका +रूपिणं +रूपिणः +रूपिणम् +रूपिणा +रूपिणां +रूपिणि +रूपिणी +रूपिणीं +रूपिणीः +रूपिणीम् +रूपिणे +रूपिणो +रूपिणौ +रूपिण्यो +रूपित +रूपितं +रूपितः +रूपितम् +रूपितवान् +रूपितस्य +रूपिता +रूपिताः +रूपितानि +रूपी +रूपीणि +रूपे +रूपेण +रूपेणा +रूपेणानुवदति +रूपेणानेन +रूपेणान्येन +रूपेणापि +रूपेणाप्रतिमं +रूपेणाप्रतिमा +रूपेणाप्रतिमां +रूपेणाप्रतिमेन +रूपेणाप्रतिमो +रूपेणाप्सरसां +रूपेणाभिनिष्पद्यत +रूपेणाभिनिष्पद्यते +रूपेणासदृशी +रूपेणास्या +रूपेणेति +रूपेणेत्यर्थः +रूपेणेव +रूपेणैव +रूपेणैवास्मै +रूपेणैवैनद् +रूपेति +रूपेन +रूपेभ्य +रूपेभ्यः +रूपेभ्यो +रूपेम +रूपेव +रूपेषु +रूपेऽपि +रूपै +रूपैः +रूपैर् +रूपैर्भाव्यमानं +रूपैव +रूपैस् +रूपो +रूपों +रूपोच्चयेन +रूपोदाहरणे +रूपोपन्यासाच्च +रूपोपभोगतारुण्यैः +रूपोपमा +रूपोपलब्धिः +रूपोपलम्भनम् +रूपौ +रूपौदार्यगुणैः +रूप्य +रूप्यं +रूप्यः +रूप्यकं +रूप्यकः +रूप्यकम् +रूप्यकाः +रूप्यकाणां +रूप्यकाणि +रूप्यखुरां +रूप्यञ्च +रूप्यत +रूप्यताम् +रूप्यते +रूप्यदो +रूप्यन्त +रूप्यन्ते +रूप्यमयं +रूप्यमयानि +रूप्यमिति +रूप्यमिव +रूप्यमूषा +रूप्यमेव +रूप्यम् +रूप्यरत्नपरीक्षा +रूप्यस्य +रूप्याणि +रूप्यादौ +रूप्यावती +रूप्ये +रूप्येण +रूप्यो +रूप᳘ं +रूपꣳ +रूम +रूयते +रूयात् +रूराय +रूरुप +रूरुपः +रूरुपाम +रूर्की +रूल +रूल् +रूवं +रूष +रूषित +रूषितं +रूषितः +रूषिता +रूषिते +रूषितो +रूस +रूसदेशस्य +रूसी +रूसीभाषा +रूस् +रू॑रुपः +रू॒प +रू॒पं +रू॒पमु॑त्त॒मम॑पश्यं॒ +रू॒पमे॒वास्यै॒तन्म॑हि॒मानं॒ +रू॒पम् +रू॒पा +रू॒पाणि॑ +रू॒पाणि॒ +रू॒पे +रू॒पेणै॒व +रू॒पेण॑ +रू॒पेण॒ +रू॒पैः +रू॒पᳪ +रू॒पᳪं᳭ +रे +रें +रेः +रेआदेशः +रेक +रेकं +रेकः +रेकस्य +रेका +रेकाभ्यां +रेकारं +रेकार्ड् +रेकि +रेकिचिकित्सा +रेकु +रेकु॑ +रेकृ +रेके +रेकेण +रेको +रेक्ण +रेक्णः +रेक्णः॑ +रेक्णसा +रेक्णो +रेक्ण॑सा॒ +रेक्ण॒ +रेक्ता +रेक्यम् +रेख +रेखः +रेखचित्रम् +रेखया +रेखयोः +रेखयोरन्तरं +रेखयोर्मध्ये +रेखा +रेखां +रेखाः +रेखाओं +रेखागणित +रेखागणितं +रेखागणितम् +रेखागणितस्य +रेखागणिते +रेखागवयो +रेखाग्रं +रेखाचित्र +रेखाचित्रं +रेखाचित्रम् +रेखाचित्राणि +रेखाचित्रे +रेखाणां +रेखात +रेखातः +रेखातो +रेखात्मकं +रेखात्रयं +रेखात्रयाङ्किता +रेखात्रये +रेखात्रयेण +रेखाद्वय +रेखाद्वयं +रेखान्यासः +रेखापि +रेखापुरे +रेखाबिन्दुविवर्जिताः +रेखाबिन्दुसमायुक्ताः +रेखाभिः +रेखाभ्यां +रेखामात्रमपि +रेखाम् +रेखाया +रेखायां +रेखायाः +रेखायुते +रेखायें +रेखावर्गो +रेखाविभक्तः +रेखाश्च +रेखासु +रेखास्तु +रेखास्वरूपं +रेखिका +रेखे +रेखेति +रेखेयं +रेखोदयात् +रेखोपरि +रेच +रेचक +रेचकं +रेचकः +रेचकम् +रेचकाख्यं +रेचकाख्यः +रेचकादित्रयं +रेचकादौ +रेचके +रेचकेण +रेचकेन +रेचकैः +रेचको +रेचति +रेचन +रेचनं +रेचनः +रेचनत्वम् +रेचनम् +रेचना +रेचनी +रेचने +रेचपूरककुम्भकैः +रेचयति +रेचयन्ति +रेचयित्वा +रेचयेच्च +रेचयेत् +रेचयेत्पवनं +रेचयेदिडया +रेचयेद् +रेचयेद्वायुं +रेचिका +रेचित +रेचितं +रेचितः +रेचितम् +रेचिता +रेचितो +रेचितौ +रेची +रेज +रेजत +रेजति +रेजतुः +रेजते +रेजन्ते +रेजमानः +रेजमाने +रेजयत् +रेजस् +रेज़् +रेजाते +रेजिओ +रेजिरे +रेजु +रेजुः +रेजृ +रेजे +रेज॑ति +रेज॑ते +रेज॑मानः +रेज॑माने +रेटति +रेटिना +रेटिनायां +रेट् +रेड +रेडक्रास् +रेडसि +रेडसीति +रेडियम् +रेडियो +रेडी +रेड् +रेड्डि +रेड्डिः +रेड्डिमहोदयः +रेड्डिमहोदयस्य +रेड्डी +रेण +रेणतुः +रेणवः +रेणवो +रेणापि +रेणु +रेणुं +रेणुः +रेणुक +रेणुकं +रेणुकः +रेणुककाटः +रेणुककाटम् +रेणुककाटो +रेणुकम् +रेणुकस्य +रेणुका +रेणुकां +रेणुकाचार्येण +रेणुकादेवी +रेणुकाम् +रेणुकाया +रेणुकायां +रेणुकायाः +रेणुके +रेणुकेऽम्ब +रेणुको +रेणुकोवाच +रेणुना +रेणुभिः +रेणुम् +रेणुर्द्वयोः +रेणूनां +रेणून् +रेणेति +रेणैव +रेणोः +रेणौ +रेत +रेतः +रेतःपाते +रेतःसिग्योगोऽथ +रेतःसिग्वेलायां +रेतःसिचाव् +रेतःसिचौ +रेतःस्खलने +रेतःऽधाः +रेतः॑ +रेतश् +रेतश्च +रेतश्चस्कन्द +रेतस +रेतसः +रेतसश्च +रेतसा +रेतसां +रेतसाम् +रेतसावति +रेतसि +रेतसीति +रेतसे +रेतसैवमजीविष्मेति +रेतसो +रेतस् +रेतस्या +रेतस्यां +रेतस्य् +रेता +रेतांसि +रेतां॑सि +रेताः +रेताꣳसि +रेति +रेते +रेतैः +रेतो +रेतोधरा +रेतोधा +रेतोधां +रेतोधाः +रेतोभूतं +रेतोमूत्रपुरीषाणां +रेतोरूपेण +रेतोविण्मूत्रमेव +रेतोसि +रेतोऽधत्त +रेतोऽस्य +रेतो॑ +रेतो॒ +रेत् +रेत्यर्थः +रेत्यादि +रेत॑ +रेत॑ः +रेत॑सः +रेत॑सा +रेत॑सि +रेत॑सो॒ +रेत॒ +रेन +रेने +रेप +रेपः +रेपयति +रेपृ +रेफ +रेफं +रेफः +रेफदकाराभ्यां +रेफमित्येवं +रेफमेव +रेफम् +रेफयुक्तः +रेफलकारौ +रेफलोप +रेफलोपः +रेफलोपश्छान्दसः +रेफलोपे +रेफवकारान्तस्य +रेफवकाराभ्यां +रेफवकारौ +रेफवान्तस्य +रेफश्च +रेफश्छान्दसः +रेफस्तस्य +रेफस्तु +रेफस्य +रेफस्यैव +रेफा +रेफात् +रेफादकारस्य +रेफादिः +रेफादिकारस्य +रेफादेश +रेफादेशः +रेफादेशो +रेफादौ +रेफान्तः +रेफान्तप्रकरणम् +रेफान्तस्य +रेफान्ता +रेफित्वा +रेफी +रेफे +रेफेण +रेफो +रेफोपजनः +रेफोपधः +रेफौ +रेभ +रेभं +रेभः +रेभति +रेभते +रेभत् +रेभन् +रेभन्त +रेभन्ति +रेभन्ते +रेभन्तो +रेभम् +रेभसूनू +रेभस्य +रेभाः +रेभाणां +रेभावः +रेभासो +रेभिः +रेभिरे +रेभृ +रेभे +रेभो +रेभ्य +रेभ॑न् +रेम +रेमाते +रेमिरे +रेमे +रेमोवल् +रेरिवा +रेरिहत् +रेरिहद् +रेरिहद्वीरुधः +रेरिहाणा +रेरि॑हद्वी॒रुध॑ +रेरि॑हाणा +रेरे +रेल +रेलमार्गः +रेलमार्गस्य +रेलमार्गाः +रेलमार्गाणां +रेलमार्गे +रेलमार्गेण +रेलयानं +रेलयानम् +रेलयानस्य +रेलयानानि +रेलयाने +रेलयानेन +रेलवे +रेलस्थानकं +रेलस्थानकम् +रेलस्थानकात् +रेलस्थानकानि +रेलस्थानके +रेलस्थानकेन +रेलस्थानकेषु +रेलस्थानकैः +रेला +रेल् +रेल्वे +रेळिह +रेळ्हि +रेव +रेवं +रेवगुप्तः +रेवतं +रेवतः +रेवतयः +रेवतयो +रेवतस्य +रेवति +रेवतिपुत्रः +रेवती +रेवतीं +रेवतीः +रेवतीकुण्डे +रेवतीतारां +रेवतीतारायां +रेवतीति +रेवतीनक्षत्रे +रेवतीनां +रेवतीनाम् +रेवतीभिः +रेवतीम् +रेवतीरमणः +रेवतीरमणो +रेवतीरिति +रेवतीर् +रेवतीर्ण +रेवतीर्णेति +रेवतीर्न +रेवतीर्नः +रेवतीर्यज्ञपतिं +रेवतीषु +रेवतीस्त्वा +रेवते +रेवतेन +रेवतो +रेवत् +रेवत्य +रेवत्यं +रेवत्यः +रेवत्यन्ता +रेवत्यन्ते +रेवत्यश्च +रेवत्या +रेवत्यां +रेवत्याः +रेवत्याञ्च +रेवत्यादि +रेवत्यादिभ्यष्ठक् +रेवत्याम् +रेवत्याश्च +रेवत्यृक्षं +रेवत्यै +रेवत्यो +रेवद् +रेवन्तं +रेवन्तः +रेवन्तश्च +रेवन्तो +रेवया +रेवर्टी +रेवस्य +रेवा +रेवाँ +रेवां +रेवाखण्डम् +रेवाखण्डे +रेवाजलं +रेवाजले +रेवाडी +रेवाडीमण्डलम् +रेवातटे +रेवातीरे +रेवाधिकारः +रेवान् +रेवान्यो +रेवाम् +रेवाया +रेवायां +रेवायाः +रेवायाश्चोत्तरे +रेवारोधसि +रेवासागरसङ्गमे +रेवृ +रेवे +रेवेति +रेव॑ति॒ +रेव॑ती॒ +रेशन +रेशब्दाच्च +रेशम +रेशमी +रेशा +रेशेः +रेशेदार +रेश्मा +रेष +रेषणं +रेषणे +रेषति +रेषते +रेषयन्ति +रेषा +रेषां +रेषिता +रेषु +रेषे +रेष्टा +रेष्मा +रेस +रेसार्ट +रेसिङ्ग् +रेस् +रेह +रेहइ +रेहमान् +रेह्ळि +रेऽपि +रेि +रे॑जन्ते॒ +रे॑तो॒धा +रे॑तो॒धाः +रे॒ज॒ते॒ +रे॒णुं +रे॒णुम् +रे॒तः॒ऽधाः +रे॒तो॒धा +रे॒भ +रे॒भं +रे॒भः +रे॒भम् +रे॒भाः +रे॒भे +रे॒भो +रे॒वतः॑ +रे॒वतीः॑ +रे॒वती॑ +रे॒वती॑नाम् +रे॒वती॒ +रे॒वत् +रे॒वत्पा॑वक॒ +रे॒वत॑ः +रे॒वाँ +रे॒वान् +रे॒वान्यो +रे॒व॒तीः॒ +रै +रैं +रैः +रैक +रैकं +रैकः +रैको +रैक्यं +रैक्व +रैक्वं +रैक्वः +रैक्वमात्थ +रैक्वमात्थेति +रैक्वस्य +रैक्वाय +रैक्वो +रैङ्किङ्ग् +रैङ्क् +रैट् +रैडर्स् +रैत्यं +रैना +रैपोषं +रैबोसोम् +रैभी +रैभीः +रैभ्य +रैभ्यं +रैभ्यः +रैभ्यश्च +रैभ्यस्य +रैभ्या +रैभ्यासीदनुदेयी +रैभ्येण +रैभ्यो +रैयति +रैल् +रैव +रैवत +रैवतं +रैवतः +रैवतक +रैवतकं +रैवतकः +रैवतकवर्णनम् +रैवतकस्य +रैवतके +रैवतको +रैवतम् +रैवतश्च +रैवतश्चाक्षुषस्तथा +रैवतश्चैव +रैवतस्तथा +रैवतस्य +रैवताख्यो +रैवताचलः +रैवताचलम् +रैवताचले +रैवताद्रिं +रैवताद्रिः +रैवताद्रेः +रैवताद्रौ +रैवताय +रैवतिक +रैवतिकः +रैवतिकादिभ्यश्छः +रैवतिकीयः +रैवते +रैवतेन +रैवतो +रैशब्दस्य +रैश्चतुर्भिर्युता +रैि +रॉ +रॉबर्ट +रॉबर्ट् +रॉबिनसन +रॉय +रॉयल +रॉयल् +रो +रों +रोः +रोअदि +रोइङ्ग +रोक +रोकं +रोकः +रोककर +रोकता +रोकना +रोकने +रोका +रोके +रोको +रोक् +रोक्त +रोक्ता +रोक्ते +रोक्ष्यति +रोग +रोगं +रोगं॑ +रोगः +रोगकरके +रोगकृत् +रोगकृशानां +रोगको +रोगग्रस्त +रोगग्रस्तः +रोगग्रस्ता +रोगग्रस्तो +रोगघ्न +रोगघ्नं +रोगजं +रोगजातं +रोगञ्च +रोगतः +रोगतो +रोगदं +रोगदः +रोगदम् +रोगदा +रोगनाश +रोगनाशं +रोगनाशकः +रोगनाशके +रोगनाशनम् +रोगनाशने +रोगनाशाय +रोगनाशिनी +रोगनाशो +रोगनिदानं +रोगनिरोधकशक्तिः +रोगनिर्णयः +रोगनिवृत्तिः +रोगनुत् +रोगपटलीं +रोगपीडितः +रोगप्रदा +रोगभयं +रोगभाक् +रोगभेदः +रोगभेदे +रोगमनीनशत् +रोगमपनुद्य +रोगमविज्ञाय +रोगमादौ +रोगमाहुः +रोगमुक्तं +रोगमुक्तः +रोगमुक्तो +रोगमेदे +रोगम् +रोगयुक्ते +रोगरहित +रोगरहितः +रोगरहिताः +रोगराजः +रोगराडिति +रोगरूपं +रोगलक्षणानि +रोगवर्जितः +रोगवर्जिताः +रोगवान् +रोगविनाशाय +रोगविशेषं +रोगविशेषः +रोगविशेषे +रोगवेगान् +रोगव्रजं +रोगशान्तये +रोगशास्त्रम् +रोगशुभम् +रोगशून्ये +रोगश्च +रोगसंग्रहे +रोगसङ्करम् +रोगसम्भवः +रोगसहित +रोगसे +रोगस्तां +रोगस्तु +रोगस्य +रोगस्यास्य +रोगहरं +रोगहर्ता +रोगहा +रोगहीनं +रोगहीनो +रोगहृत् +रोगहेतुरारोग्यं +रोगा +रोगांश् +रोगांश्च +रोगाः +रोगाख्यायां +रोगाच्च +रोगाच्चापनयने +रोगाणा +रोगाणां +रोगाणाम् +रोगातपयोः +रोगात् +रोगात्प्रमुच्यते +रोगात्प्रमुच्येत +रोगादि +रोगादिकं +रोगादिना +रोगादिभिः +रोगादिवर्गः +रोगादीनां +रोगादौ +रोगाद् +रोगाद्बद्धो +रोगाद्विमुच्यते +रोगाधिकारः +रोगाधिकारे +रोगानन्यांश्च +रोगानां +रोगानाह +रोगानिति +रोगानीकस्य +रोगानीके +रोगान् +रोगान्करोति +रोगापनयने +रोगाभावः +रोगाभावे +रोगाय +रोगायतनमातुरम् +रोगार्तं +रोगार्तः +रोगार्तस्य +रोगार्ता +रोगार्तानां +रोगार्तो +रोगार्त्तो +रोगाश्च +रोगास्त +रोगास्तस्य +रोगास्ते +रोगि +रोगिण +रोगिणं +रोगिणः +रोगिणम् +रोगिणा +रोगिणां +रोगिणाञ्च +रोगिणाम् +रोगिणि +रोगिणी +रोगिणीं +रोगिणीम् +रोगिणे +रोगिणो +रोगिभिः +रोगिभ्यः +रोगियों +रोगिषु +रोगी +रोगे +रोगेण +रोगेन +रोगेभ्यः +रोगेभ्यो +रोगेषु +रोगैः +रोगैश्च +रोगो +रोगों +रोगोपशमकारणम् +रोगोऽग्निर्ज्ञातिमरणं +रोगोऽपि +रोगोऽयं +रोगौ +रोग्यं +रोच +रोचः +रोचक +रोचकं +रोचकः +रोचकम् +रोचका +रोचकाः +रोचकानि +रोचके +रोचको +रोचत +रोचतां +रोचताम् +रोचति +रोचतु +रोचते +रोचतेः +रोचतेऽनघ +रोचतेऽसौ +रोचन +रोचनं +रोचनः +रोचनत्वम् +रोचनदीपनः +रोचनदीपनम् +रोचनम् +रोचनया +रोचनश्च +रोचनस्य +रोचना +रोचनां +रोचनाः +रोचनात् +रोचनादधि +रोचनानां +रोचनानि +रोचनान्यग्निश्च +रोचनाभिश्च +रोचनाम् +रोचनाय +रोचनायां +रोचनार्था +रोचनार्थाः +रोचनाशङ्खचूर्णवर्णं +रोचनास्य +रोचनी +रोचने +रोचनेन +रोचनो +रोचन्त +रोचन्ते +रोचमान +रोचमानं +रोचमानः +रोचमानम् +रोचमानश्च +रोचमानस्य +रोचमाना +रोचमानां +रोचमानाः +रोचमानानि +रोचमानाम् +रोचमानाय +रोचमानायां +रोचमाने +रोचमानैः +रोचमानो +रोचमानौ +रोचय +रोचयत +रोचयति +रोचयतीति +रोचयतु +रोचयते +रोचयत् +रोचयन् +रोचयन्ति +रोचयन्ते +रोचयसे +रोचयस्व +रोचयामहे +रोचयामास +रोचयितुं +रोचयिष्यति +रोचये +रोचयेत +रोचयेत् +रोचसे +रोचि +रोचिः +रोचिका +रोचितं +रोचितुं +रोचिषा +रोचिषां +रोचिषेति +रोचिष्णु +रोचिष्णुः +रोचिष्णू +रोचिष्यते +रोची +रोचे +रोचेत +रोचो +रोच्यम् +रोच॑ते +रोच॑न्ते +रोच॑मानः +रोच॑मानाः +रोच॑माना॒ +रोच॑से +रोच॒नं +रोच॒नम् +रोच॒ना +रोच॒नास्य +रोच॒ने +रोज +रोजर् +रोजा +रोज् +रोटकं +रोटकान् +रोटते +रोटि +रोटिका +रोटिकां +रोटिकाः +रोटिकाम् +रोटी +रोट् +रोड +रोडृ +रोड् +रोढुं +रोण +रोणविधानसभाक्षेत्रम् +रोणी +रोण्ट्जेन् +रोण्या +रोता +रोति +रोती +रोतीति +रोते +रोत् +रोत्या +रोत्स्यति +रोत्स्यतीतीश्वरो +रोद +रोदं +रोदः +रोदति +रोदते +रोदन +रोदनं +रोदनमिति +रोदनम् +रोदनस्य +रोदनात् +रोदनानि +रोदनी +रोदने +रोदनेन +रोदनैः +रोदन्ति +रोदमानं +रोदमाना +रोदय +रोदयति +रोदयतीति +रोदयन्ति +रोदयन्तीति +रोदसी +रोदसीमे +रोदसी॒ +रोदसोः +रोदस्योः +रोदस्योर् +रोदस्यौ +रोदात् +रोदामि +रोदितव्यं +रोदिता +रोदिति +रोदितीति +रोदितीव +रोदितु +रोदितुं +रोदितुम् +रोदित्यपि +रोदिनी +रोदिमि +रोदिषि +रोदिषीति +रोदिष्यसि +रोदीः +रोदीरिति +रोदीस्तव +रोदेति +रोदेन +रोदेर्णिलुक् +रोदेर्णिलुक्च +रोद्धं +रोद्धव्या +रोद्धा +रोद्धुं +रोद्धुम् +रोद्ध्री +रोद॑सी +रोद॑सी॒ +रोद॑सी॒मे +रोद॑स्योः +रोद॒सी +रोध +रोधं +रोधः +रोधकः +रोधके +रोधको +रोधचक्राः +रोधन +रोधनं +रोधनम् +रोधना +रोधने +रोधयति +रोधयन्ति +रोधयामास +रोधयित्वा +रोधयेत् +रोधश्च +रोधसि +रोधसी +रोधांसि +रोधात् +रोधाद् +रोधाय +रोधि +रोधिनी +रोधी +रोधे +रोधेन +रोधो +रोध्यते +रोध्रं +रोन +रोना +रोनाल्ड् +रोने +रोप +रोपं +रोपः +रोपण +रोपणं +रोपणः +रोपणमिष्यते +रोपणमुत्तमम् +रोपणम् +रोपणश्चैव +रोपणाकासु +रोपणार्थं +रोपणी +रोपणीया +रोपणे +रोपणो +रोपधयो +रोपधेतोः +रोपय +रोपयति +रोपयन्ति +रोपयामास +रोपयित्वा +रोपयेत् +रोपयेद् +रोपा +रोपात् +रोपितं +रोपितः +रोपितम् +रोपिता +रोपिताः +रोपितानि +रोपिते +रोपितो +रोपुषीणाम् +रोपे +रोपेण +रोप्य +रोप्यते +रोबर्ट +रोबर्टसन् +रोबस्टवंशस्य +रोम +रोमं +रोमक +रोमकं +रोमकः +रोमकपत्तनं +रोमकपत्तनञ्च +रोमकम् +रोमकसिद्धान्तः +रोमकस्तस्मात् +रोमकूपांस्तु +रोमकूपाः +रोमकूपाणि +रोमकूपानुगं +रोमकूपान् +रोमकूपाश्च +रोमकूपे +रोमकूपेभ्य +रोमकूपेभ्यः +रोमकूपेभ्यो +रोमकूपेषु +रोमकूपैश्च +रोमके +रोमजं +रोमणि +रोमण्वन्तौ +रोमद्वीपा +रोमन +रोमनखैः +रोमन् +रोमन्थ +रोमन्थं +रोमन्थः +रोमन्थतपोभ्यां +रोमन्थमभ्यस्यतु +रोमन्थायते +रोमपाद +रोमपादं +रोमपादः +रोमपादस्य +रोमपादाय +रोमपादेन +रोमपादो +रोमपिञ्जरम् +रोमबद्धे +रोमभिः +रोमभ्यस्तस्य +रोममात्रं +रोमराजयः +रोमराजिः +रोमराजी +रोमराजीं +रोमराज्या +रोमरेखया +रोमलता +रोमलतिका +रोमवान् +रोमविध्वंसि +रोमविवरः +रोमविवराणि +रोमविवरादवतीर्य +रोमविवरे +रोमश +रोमशं +रोमशः +रोमशम् +रोमशा +रोमशाः +रोमशाङ्गी +रोमशार्शसम् +रोमशे +रोमशो +रोमशौ +रोमसु +रोमस्य +रोमहर्षं +रोमहर्षः +रोमहर्षण +रोमहर्षणं +रोमहर्षणः +रोमहर्षणम् +रोमहर्षणस्य +रोमहर्षणाः +रोमहर्षणान् +रोमहर्षणे +रोमहर्षश्च +रोमहर्षादिविशेषाः +रोमहर्षाश्रुपातौ +रोमहर्षे +रोमहर्षो +रोमहर्षोऽरुचिस्तमः +रोमहर्षोऽसृजः +रोमहीने +रोमा +रोमाञ्च +रोमाञ्चं +रोमाञ्चः +रोमाञ्चकरम् +रोमाञ्चकारि +रोमाञ्चति +रोमाञ्चम् +रोमाञ्चानां +रोमाञ्चित +रोमाञ्चितं +रोमाञ्चितः +रोमाञ्चितशरीराश्च +रोमाञ्चिता +रोमाञ्चिताः +रोमाञ्चितो +रोमाञ्चे +रोमाञ्चैः +रोमाञ्चो +रोमाञ्चोऽयं +रोमाणि +रोमाण्युद्धूपनं +रोमानी +रोमानीभाषा +रोमान्सभाषाः +रोमापि +रोमाली +रोमावलिः +रोमावली +रोमि +रोमिणः +रोमेति +रोमेनिया +रोमोद्गमं +रोमोद्गमः +रोमोद्गमो +रोम् +रोम्णा +रोम्णां +रोम्णि +रोम॑ +रोम॒शं +रोय +रोयल् +रोये +रोरप्लुतादप्लुते +रोरवीति +रोरि +रोरिति +रोरीति +रोरु +रोरुः +रोरुत्वे +रोरुवत् +रोरु॑वत् +रोरूयते +रोरूयमाणा +रोरूयमाणां +रोरूयमाणो +रोरेव +रोरेवेति +रोर्यत्वे +रोर्हितः +रोल +रोलः +रोलम्बः +रोष +रोषं +रोषः +रोषकलुषो +रोषकृते +रोषणं +रोषणः +रोषणतया +रोषणम् +रोषणे +रोषतः +रोषताम्राक्षः +रोषताम्राक्षो +रोषति +रोषपरीतात्मा +रोषमयं +रोषम् +रोषश्च +रोषसमन्वितः +रोषस्य +रोषा +रोषाच्च +रोषात् +रोषात्प्रस्फुरिताधरः +रोषादपास्य +रोषादिव +रोषाद् +रोषान्मया +रोषाभिभूतेन +रोषि +रोषित +रोषितः +रोषिता +रोषितेन +रोषितो +रोषे +रोषेण +रोषो +रोषोऽपि +रोष्टा +रोसलिन्द् +रोसो +रोस् +रोस्को +रोह +रोहं +रोहः +रोहकः +रोहण +रोहणं +रोहणः +रोहणम् +रोहणी +रोहणे +रोहणेऽन्यत् +रोहत +रोहतं +रोहतः +रोहतक +रोहतकमण्डलम् +रोहतास +रोहतासमण्डलम् +रोहति +रोहतीति +रोहतीव +रोहतु +रोहते +रोहन्ति +रोहन्तीति +रोहन्तु +रोहन्तो +रोहम् +रोहय +रोहयः +रोहयति +रोहयत् +रोहयद्दिवि +रोहयद्दि॒वि +रोहयन्तः +रोहयामि +रोहयेमम् +रोहये॒मम् +रोहयैनम् +रोहयो +रोहसि +रोहसेनः +रोहा +रोहाः +रोहाथा +रोहान् +रोहाव +रोहावेति +रोहावेहि +रोहि +रोहिङ्ग्या +रोहिङ्ग्याभाषा +रोहिण +रोहिणं +रोहिणः +रोहिणि +रोहिणित्वम् +रोहिणी +रोहिणीं +रोहिणीः +रोहिणीति +रोहिणीनक्षत्रं +रोहिणीनक्षत्रम् +रोहिणीनक्षत्रे +रोहिणीनां +रोहिणीपतिः +रोहिणीमिति +रोहिणीमिव +रोहिणीम् +रोहिणीयुक्ता +रोहिणीयुता +रोहिणीयुते +रोहिणीव +रोहिणीशः +रोहिणीशकटं +रोहिणीषु +रोहिणीषेणः +रोहिणीसहिता +रोहिणीसुतः +रोहिणीसुतम् +रोहिणीसेनः +रोहिणो +रोहिणौ +रोहिण्यः +रोहिण्यश्च +रोहिण्या +रोहिण्यां +रोहिण्याः +रोहिण्यादीनि +रोहिण्यामष्टकायामथापि +रोहिण्यामेव +रोहिण्याम् +रोहिण्यार्द्रा +रोहिण्याश्च +रोहिण्यै +रोहिण्यो +रोहित +रोहितं +रोहितः +रोहितक +रोहितकं +रोहितकः +रोहितकवृक्षः +रोहितकवृक्षे +रोहितकूलीयं +रोहितकूलीयम् +रोहितकूलीये +रोहितको +रोहितमत्स्यः +रोहितमत्स्यस्य +रोहितमत्स्यो +रोहितम् +रोहितश्च +रोहितस्तथा +रोहितस्य +रोहितस्याथ +रोहिता +रोहिताः +रोहितानां +रोहितान् +रोहिताभ्यां +रोहिताय +रोहिताश्व +रोहिताश्वं +रोहिताश्वो +रोहिते +रोहितेति +रोहितेन +रोहितेन्द्रधनूंषि +रोहितैः +रोहितैरुपतिष्ठते +रोहितो +रोहितोऽग्नेः +रोहितौ +रोहित् +रोहित॒ +रोहिदश्व +रोहिदश्वः +रोहिद् +रोहिष +रोहिषं +रोहिषतृणम् +रोहिषतृणे +रोहिष्यै +रोहि॑तः +रोहि॑तस्य +रोहि॑ता +रोहि॑तो +रोहि॑तो॒ +रोहि॒णी +रोही +रोहीतक +रोहीतकं +रोहीतकः +रोहीतको +रोहे +रोहेति +रोहेत् +रोहेत्य् +रोहो +रोह॒ +रोऽपि +रोऽसुपि +रोऽसुपीति +रो॑चय +रो॑च॒ना +रो॑च॒ने +रो॑च॒नेन॑ +रो॑दसी +रो॑द॒सी +रो॑रवीति +रो॑ह +रो॑ह॒ +रो॒चिषा॑ +रो॒च॒ते॒ +रो॒च॒नम् +रो॒च॒ना +रो॒च॒नात् +रो॒च॒ने +रो॒च॒नेन॑ +रो॒द॒सी +रो॒द॒सी॒ +रो॒हितः॑ +रो॒ह॒ +रो꣡द꣢सी +रो꣡द꣢꣯सी꣣इ꣡ति꣢ +रौ +रौं +रौक्मं +रौक्मिणेयं +रौक्मिणेयः +रौक्मिणेयश्च +रौक्मिणेयस्य +रौक्मिणेयेन +रौक्मिणेयो +रौक्मे +रौक्ष्य +रौक्ष्यं +रौक्ष्यमेव +रौक्ष्यलाघवशैत्यानि +रौक्ष्यात् +रौक्ष्यादुपेक्ष्यः +रौक्ष्याद् +रौच्य +रौच्यं +रौच्यः +रौच्यस्य +रौच्यस्यैते +रौच्यो +रौणः +रौति +रौतीति +रौद्र +रौद्रं +रौद्रः +रौद्रकर्मणः +रौद्रकर्मणा +रौद्रकर्मा +रौद्रकर्माणं +रौद्रकर्माणो +रौद्रञ्च +रौद्रता +रौद्रदर्शने +रौद्रमस्त्रं +रौद्रमिति +रौद्रमेव +रौद्रम् +रौद्ररसः +रौद्ररसस्य +रौद्ररसे +रौद्ररूपेण +रौद्रलिङ्गं +रौद्रलिङ्गलक्षणम् +रौद्रवीरभयानकाः +रौद्रश्च +रौद्रस्थाननिवासिनः +रौद्रस्य +रौद्रा +रौद्रां +रौद्राः +रौद्राक्षं +रौद्राक्षो +रौद्राच्च +रौद्राणां +रौद्राणि +रौद्रादयो +रौद्रादीनि +रौद्रादौ +रौद्रान् +रौद्राभिः +रौद्राभिर्विकरालैश्च +रौद्राय +रौद्रायै +रौद्राश्च +रौद्राश्वस्य +रौद्रास्त्रं +रौद्रि +रौद्रिका +रौद्री +रौद्रीं +रौद्रीम् +रौद्रे +रौद्रेण +रौद्रेणानीकेन +रौद्रेषु +रौद्रेऽद्भुते +रौद्रैः +रौद्रैश्च +रौद्रो +रौद्रौ +रौद्र्या +रौद्र्यै +रौधादिकः +रौधादिकस्य +रौप्य +रौप्यं +रौप्यः +रौप्यकमानेन +रौप्यकरणविधिः +रौप्यखुरा +रौप्यखुरां +रौप्यखुरीं +रौप्यपात्रे +रौप्यमेव +रौप्यम् +रौप्या +रौप्यां +रौप्याणि +रौप्ये +रौप्येण +रौप्येषु +रौप्यैः +रौमं +रौमहर्षणिः +रौरव +रौरवं +रौरवः +रौरवमेकस्यां +रौरवमेकस्याम् +रौरवम् +रौरवयौधाजये +रौरवस्य +रौरवात् +रौरवादयः +रौरवादि +रौरवादिषु +रौरवादीन् +रौरवाद्याश्च +रौरवीं +रौरवे +रौरवेण +रौरवो +रौरुकं +रौहिण +रौहिणं +रौहिणः +रौहिणकपाले +रौहिणन्तु +रौहिणमस्फुरद्वज्रबाहुर्द्यामारोहन्तं +रौहिणम् +रौहिणयोः +रौहिणहवन्यौ +रौहिणे +रौहिणेय +रौहिणेयं +रौहिणेयः +रौहिणेयस्य +रौहिणेये +रौहिणेयेन +रौहिणेयो +रौहिणो +रौहिणौ +रौहिषं +र् +र्क +र्कार +र्कारः +र्कारे +र्कि +र्क्षा +र्ग +र्गः +र्गता +र्गते +र्गत्वा +र्गस्य +र्गा +र्गुणम् +र्गुणितं +र्गुणितः +र्गुणिता +र्गुणैः +र्गृहं +र्गृहे +र्गृह्णाति +र्गे +र्गेण +र्गो +र्घ +र्घण्टः +र्च +र्चा +र्ज +र्जगाम +र्जयति +र्जयन्ति +र्जयेत् +र्जरासन्धे +र्जले +र्जा +र्जायते +र्जितं +र्जितः +र्जितम् +र्जिता +र्जिताः +र्जिते +र्जीवति +र्जौ +र्ण +र्णं +र्णः +र्णनम् +र्णमा॒स्या +र्णम् +र्णयः +र्णस्य +र्णा +र्णाः +र्णानि +र्णिका +र्णे +र्णेन +र्त +र्तं +र्तः +र्तकः +र्तते +र्तन्ते +र्तरि +र्तव्यं +र्ता +र्ति +र्तिं +र्तितः +र्तितम् +र्तिता +र्तुं +र्तुर्यदजः +र्तुर्यद॒जः +र्ते +र्त्तते +र्त्तनम् +र्त्तयति +र्त्तितः +र्त्तितम् +र्त्तिता +र्त्तिताः +र्त्या +र्त्यै +र्त्विजः +र्थ +र्थं +र्थः +र्थकं +र्थकः +र्थकम् +र्थत +र्थता +र्थत्वं +र्थत्वात् +र्थमाह +र्थमिति +र्थमेव +र्थम् +र्थयोः +र्थश्च +र्थस्तु +र्थस्य +र्था +र्थाः +र्थात् +र्थानां +र्थानि +र्थान् +र्थाय +र्थिनः +र्थिना +र्थी +र्थे +र्थेन +र्थेषु +र्थो +र्थौ +र्थ्यात् +र्द +र्दश +र्दिव्यं +र्दिशि +र्दिशेत् +र्दीख्षि॒तः +र्दूतं +र्दूरे +र्दृश्यते +र्दृष्टा +र्दृष्टोत्साहश्चकितचकितं +र्देयं +र्देवता +र्देवा +र्देश +र्देशः +र्दैवेन +र्द्द +र्द्दशी +र्द्ध +र्द्धे +र्द्धेन +र्द्ध्व +र्द्रष्टुं +र्ध +र्धं +र्धाता +र्धेन +र्न +र्नः +र्नवा +र्ना +र्नाम +र्नाम्ना +र्नास्ति +र्नि +र्नित्यं +र्निद्राव्याजमुपागतस्य +र्नीलं +र्नैव +र्नैशो +र्नो +र्प +र्पणं +र्पणम् +र्पयति +र्ब +र्बभूव +र्बा +र्बा॒हुभ्या +र्बा॒हुभ्या॒मित्या॑ह +र्ब्रह्म +र्भ +र्भक्तं +र्भक्ता +र्भक्ते +र्भक्तो +र्भवः +र्भवति +र्भवतीति +र्भवन्ति +र्भवितव्यं +र्भविष्यति +र्भविष्यतीति +र्भवेत् +र्भा +र्भावः +र्भावे +र्भूत्वा +र्भृशं +र्म +र्मणः +र्मणा +र्मणि +र्मध्यं +र्मध्ये +र्मनो +र्मन्त्रैः +र्मम +र्मया +र्मा +र्मां +र्माणि +र्माता +र्माम् +र्मि +र्मिते +र्मुक्तः +र्मुखं +र्मुद्रा +र्य +र्यं +र्यः +र्यकार +र्यतस्त्रितयसन्निधो +र्यते +र्यतो +र्यत् +र्यत्र +र्यथा +र्यदा +र्यदाह +र्यदि +र्यद् +र्यन्तं +र्यमा +र्यम् +र्यस्मिन् +र्यस्य +र्यस्याः +र्या +र्यां +र्याः +र्याणि +र्यात् +र्याय +र्यावत् +र्यीशुः +र्यीशुख्रीष्टश्च +र्यीशुख्रीष्टस्य +र्यीशो +र्यीशोः +र्यु +र्युक्तं +र्युक्तः +र्युक्ता +र्युक्तो +र्युतं +र्युतः +र्युतम् +र्युष्माकं +र्युष्मान् +र्यूयं +र्ये +र्येण +र्येन +र्येषां +र्यो +र्योगः +र्योगे +र्यौ +र्य्यते +र्य्ययः +र्य्याम् +र्य्यायः +र्य्येण +र्र् +र्लभ्यते +र्लाभः +र्व +र्वं +र्वः +र्वकं +र्वज्यमानता +र्वत्र +र्वन्ति +र्वम् +र्वयं +र्वस्य +र्वा +र्वाक्यं +र्वाणि +र्वापि +र्वि +र्विचित्रितम् +र्विधम् +र्विना +र्विभज्य +र्विशेषेण +र्वी +र्वीत +र्वृतः +र्वे +र्वेषु +र्वै +र्वो +र्वोरुपधाया +र्वोरुपधायाः +र्व्व +र्श +र्शनं +र्शनम् +र्शनात् +र्शनार्थम् +र्शने +र्शयति +र्शितः +र्शिता +र्श्यते +र्ष +र्षणम् +र्षभ +र्षयः +र्षा +र्षि +र्षिभिः +र्षे +र्षेण +र्ष्टि +र्स +र्ह +र्हतस्य +र्हता +र्हति +र्हन्ति +र्हा +र्हि +र्हिः +र्हिलन्यतरस्याम् +र्हिल् +र्होतर्यज +र्‌ +र्‍हां +र्‍हीं +र्‍हैं +र॑क्ष +र॑क्षति +र॑क्षति॒ +र॑क्षतु +र॑क्षन्ते +र॑क्षस्व॒ +र॑क्षि॒ता +र॑क्षो॒हणो॑ +र॑क्षो॒हणौ॑ +र॑क्षो॒हा +र॑ण +र॑त्न॒धा +र॑थे॒ष्ठाः +र॑दि॒ते +र॑धाम +र॑प्शते +र॑भध्वम् +र॑भस्व +र॑भामहे +र॑भे +र॑भेमहि +र॑मन्ते +र॑यिवः +र॑यी॒णां +र॑यी॒णाम् +र॑श॒ना +र॒क्षः॒ऽहा +र॒क्षसः॑ +र॒क्षसो॑ +र॒क्षसो॒ +र॒क्षस॑ +र॒क्षस॑ः +र॒क्षो॒हणं॑ +र॒क्षो॒हा +र॒क्ष॒ +र॒क्ष॒ति॒ +र॒क्ष॒न्ते॒ +र॒क्ष॒स्विनः॑ +र॒घु॒ऽस्यदः॑ +र॒णय॑न्त +र॒ण्वं +र॒ण्वः +र॒ण्वम् +र॒ण्वा +र॒ण्वो +र॒त्न॒ऽधाः +र॒त्न॒ऽधेय॑म् +र॒थिनः॑ +र॒थिनो॑ +र॒थिऽत॑मः +र॒थि॒रः +र॒थी +र॒थीः +र॒थीःऽइ॑व +र॒थीत॑मं +र॒थीत॑मो॒भा +र॒थीनां॒ +र॒थीरि॑व +र॒थीरृ॒तस्य॑ +र॒थ्यं॑ +र॒थ्यः॑ +र॒थ्या॑ +र॒थ्या॑ऽइव +र॒थ्ये॑व +र॒थ्यो॑ +र॒थ्य॑ः +र॒थ्य॑म् +र॒ध्रस्य॑ +र॒न्ध॒य॒ +र॒प्सुदा॑ +र॒भे॒म॒हि॒ +र॒भ॒स्व॒ +र॒यि +र॒यिं +र॒यिः +र॒यिमा +र॒यिम् +र॒यिम॑श्नव॒त्पोष॑मे॒व +र॒यिम॒स्मभ्यं॑ +र॒यिम॒स्मासु॑ +र॒यिम॒स्मे +र॒यिर्न +र॒यि॒ऽपतिः॑ +र॒यी॒णाम् +र॒य्या +र॒य्यै +र॒रक्ष॒ +र॒रि॒म +र॒रे +र॒र॒न्धि +र॒श्मयः॑ +र॒श्मयो॑ +र॒श्मयो॒ +र॒श्मय॑ः +र॒श्मिं +र॒श्मिः +र॒श्मिभिः॑ +र॒श्मिभिः॒ +र॒श्मिभि॑ +र॒श्मिभि॑ः +र॒श्मिभि॒ः +र॒श्मिम् +र॒श्मिषु॑ +र॒श्मिऽभिः॑ +र॒श्मीननु॒ +र॒श्मीन् +र॒श॒नाभिः॑ +र॒सया॑ +र॒सा +र॒साया॑ +र꣡जः꣢꣯ +र꣡थ꣢꣯म् +र꣢थं꣣ +र꣢थिय꣡माइ +र꣣यिं꣡ +र꣣यिं꣢ +र꣣यि꣢म् +ऱ +ऱाज्यम् +ल +लँ +लं +लंका +लंकां +लंकापुरी +लंकाया +लंकायां +लंकारः +लंकृत्य +लंकोज्या +लंघनं +लंघयित्वा +लंघयेत् +लंघ्या +लंज्या +लंदन +लंपट +लंपटः +लंबकर्णो +लंबते +लंबनं +लंबयेत् +लंबा +लंबाई +लंबाक्षज्ये +लंबी +लंबे +लंबोदर +लंबोदरं +लंबोदरः +लः +लआ +लइ +लए +लक +लकं +लकः +लकड़ी +लकम् +लकर +लका +लकां +लकाः +लकात् +लकायां +लकार +लकारं +लकारः +लकारवाच्य +लकारव्यत्ययः +लकारश्च +लकारस्य +लकारा +लकाराः +लकाराणां +लकारादेश +लकारादेशो +लकारार्थ +लकारार्थप्रकरणम् +लकारार्थप्रकिया +लकारे +लकारेण +लकारेषु +लकारो +लकारों +लकारौ +लकि +लकी +लकीर +लकुच +लकुचं +लकुचः +लकुचद्रावसम्पिष्टैः +लकुचम् +लकुचस्य +लकुचाकृतिसन्निभम् +लकुचैः +लकुचो +लकुटं +लकुली +लके +लकैः +लको +लक् +लक्कुण्डी +लक्ख +लक्खिसराय +लक्खिसरायमण्डलम् +लक्खीअदि +लक्नौ +लक्यते +लक्ष +लक्षं +लक्षः +लक्षक +लक्षकं +लक्षकः +लक्षकत्वेन +लक्षकम् +लक्षकोटयः +लक्षकोटिः +लक्षकोटिगुणं +लक्षकोटिशतानि +लक्षकोटिसहस्राणि +लक्षगुणं +लक्षगुणा +लक्षग्रन्थम् +लक्षजनाः +लक्षजपः +लक्षजपेनैव +लक्षजापेन +लक्षञ्च +लक्षण +लक्षणं +लक्षणः +लक्षणकथनं +लक्षणकथनम् +लक्षणकरणं +लक्षणकरणम् +लक्षणकरणे +लक्षणकर्मणि +लक्षणगणाः +लक्षणग्रन्थे +लक्षणघटकं +लक्षणघटकता +लक्षणघटकत्वे +लक्षणज्ञानं +लक्षणज्ञैः +लक्षणञ्च +लक्षणत +लक्षणतः +लक्षणतया +लक्षणतश्च +लक्षणतो +लक्षणतोऽपि +लक्षणत्व +लक्षणत्वं +लक्षणत्वम् +लक्षणत्वात् +लक्षणत्वे +लक्षणत्वेन +लक्षणदोषः +लक्षणद्वयं +लक्षणद्वयम् +लक्षणन्तु +लक्षणपरिणाम +लक्षणपरिणामः +लक्षणपरिणामो +लक्षणप्रतिपदोक्तपरिभाषया +लक्षणप्रतिपदोक्तपरिभाषा +लक्षणप्रतिपदोक्तयोः +लक्षणप्रमाणाभ्यां +लक्षणभेदः +लक्षणभेदात् +लक्षणभेदे +लक्षणभेदेन +लक्षणम +लक्षणमनुवर्त्यम् +लक्षणमनेन +लक्षणमपि +लक्षणमप्युक्तं +लक्षणमप्येतत् +लक्षणमभिधाय +लक्षणमस्ति +लक्षणमस्तीति +लक्षणमस्य +लक्षणमाचारं +लक्षणमाह +लक्षणमिति +लक्षणमित्यर्थः +लक्षणमित्यादि +लक्षणमित्याह +लक्षणमिदं +लक्षणमुक्तं +लक्षणमुक्तम् +लक्षणमुक्त्वा +लक्षणमुच्यते +लक्षणमेतयोः +लक्षणमेव +लक्षणम् +लक्षणम्‌ +लक्षणय +लक्षणया +लक्षणयापि +लक्षणयाऽपि +लक्षणयुक्त +लक्षणयेति +लक्षणयेत्यर्थः +लक्षणयैव +लक्षणयोः +लक्षणयोच्यते +लक्षणरत्नावली +लक्षणरूपया +लक्षणलक्षणा +लक्षणलक्षितम् +लक्षणलक्षिता +लक्षणवती +लक्षणवतीं +लक्षणवाक्यं +लक्षणवाक्ये +लक्षणवाले +लक्षणविशेषः +लक्षणशब्दः +लक्षणशब्दस्य +लक्षणशब्देन +लक्षणशब्दो +लक्षणश्लोकाः +लक्षणसंगतिः +लक्षणसंयुक्तं +लक्षणसंयुक्ता +लक्षणसंयुक्तो +लक्षणसंयुतम् +लक्षणसंयुताम् +लक्षणसङ्गतिः +लक्षणसमन्वय +लक्षणसमन्वयः +लक्षणसमन्वयात् +लक्षणसमुच्चये +लक्षणस्य +लक्षणस्येति +लक्षणहीने +लक्षणहेत्वोः +लक्षणहेत्वोरिति +लक्षणा +लक्षणां +लक्षणाः +लक्षणाज्ञानस्य +लक्षणाणि +लक्षणातो +लक्षणात् +लक्षणात्वात् +लक्षणादि +लक्षणादिकं +लक्षणादिना +लक्षणादौ +लक्षणाद् +लक्षणानां +लक्षणानाम् +लक्षणानि +लक्षणानीति +लक्षणानुगतिः +लक्षणान् +लक्षणान्तरं +लक्षणान्तरमाह +लक्षणान्तरम् +लक्षणान्तरे +लक्षणान्तरेण +लक्षणान्यथ +लक्षणान्याह +लक्षणान्युक्तानि +लक्षणान्येव +लक्षणान्वितः +लक्षणान्वितम् +लक्षणान्विता +लक्षणान्विताः +लक्षणान्विताम् +लक्षणान्विते +लक्षणापक्षेऽपि +लक्षणापत्तेः +लक्षणापि +लक्षणाप्रसङ्गात् +लक्षणाबीजं +लक्षणाबीजमिति +लक्षणाबीजम् +लक्षणाभावात् +लक्षणाभिधित्सयेदं +लक्षणाभ्यां +लक्षणाभ्यामवियुक्तः +लक्षणाभ्याम् +लक्षणामङ्गीकृत्य +लक्षणामिति +लक्षणाम् +लक्षणाय +लक्षणाया +लक्षणायां +लक्षणायाः +लक्षणायाञ्च +लक्षणायामपि +लक्षणायामिति +लक्षणायाम् +लक्षणायाश्च +लक्षणारोपिता +लक्षणार्थ +लक्षणार्थं +लक्षणार्थः +लक्षणार्थम् +लक्षणार्था +लक्षणार्थे +लक्षणार्थो +लक्षणावस्था +लक्षणावृत्तिः +लक्षणावृत्त्या +लक्षणाव्यवहारः +लक्षणाशब्दः +लक्षणाश्रयणं +लक्षणाश्रयणे +लक्षणास्थले +लक्षणास्वीकारे +लक्षणाऽपि +लक्षणीय +लक्षणीयं +लक्षणीयः +लक्षणीयत्वात् +लक्षणीयम् +लक्षणीयस्य +लक्षणीया +लक्षणीयाः +लक्षणे +लक्षणेति +लक्षणेत्थम् +लक्षणेत्थम्भूताख्यानभागवीप्सासु +लक्षणेत्यर्थः +लक्षणेत्यादि +लक्षणेन +लक्षणेनाभिप्रती +लक्षणेनेति +लक्षणेनैव +लक्षणेषु +लक्षणेऽनोः +लक्षणेऽपि +लक्षणै +लक्षणैः +लक्षणैर्युक्तं +लक्षणैर्युक्ता +लक्षणैव +लक्षणैवेति +लक्षणैश्च +लक्षणैश्चापि +लक्षणैस्तान् +लक्षणो +लक्षणों +लक्षणोंसे +लक्षणोदाहरणानि +लक्षणोदाहरणे +लक्षणोद्देश +लक्षणोद्देशः +लक्षणोपेतं +लक्षणोपेता +लक्षणोपेतां +लक्षणोरूः +लक्षण्यं +लक्षण्या +लक्षण्यां +लक्षतः +लक्षते +लक्षत्रयं +लक्षत्रयेण +लक्षद्वयं +लक्षद्वयेन +लक्षद्वीप +लक्षद्वीपः +लक्षद्वीपाः +लक्षधा +लक्षप्रमाणौ +लक्षभारमयीं +लक्षभारविनिर्मिताम् +लक्षमं +लक्षमण +लक्षमात्रं +लक्षमात्रेण +लक्षमेकं +लक्षमेव +लक्षम् +लक्षय +लक्षयतः +लक्षयता +लक्षयतां +लक्षयति +लक्षयतीति +लक्षयतीत्यर्थः +लक्षयते +लक्षयन् +लक्षयन्ति +लक्षयामः +लक्षयामहे +लक्षयामास +लक्षयामि +लक्षयितव्यम् +लक्षयितुं +लक्षयितुमाह +लक्षयितुम् +लक्षयित्वा +लक्षयिष्यति +लक्षयिष्यते +लक्षये +लक्षयेत् +लक्षयेद् +लक्षयोजन +लक्षयोजनम् +लक्षयोजनविस्तारं +लक्षयोजनविस्तीर्णा +लक्षयोजनविस्तृतः +लक्षयोजनान्तरे +लक्षरूप्यकाणि +लक्षवर्ष +लक्षवर्षं +लक्षवर्षाणि +लक्षवर्षे +लक्षवेधी +लक्षशः +लक्षशस्तत्र +लक्षशो +लक्षश्लोकमयीमृजुम् +लक्षसंख्यं +लक्षसंख्या +लक्षसैन्यपः +लक्षसैन्यसमन्वितः +लक्षस्य +लक्षहोमं +लक्षहोमः +लक्षहोमस्य +लक्षहोमे +लक्षहोमेन +लक्षा +लक्षाः +लक्षाणां +लक्षाणि +लक्षात् +लक्षाधिकजनाः +लक्षाधिकाः +लक्षाब्दं +लक्षाय +लक्षायुः +लक्षार्धं +लक्षाश्च +लक्षाहता +लक्षि +लक्षित +लक्षितं +लक्षितः +लक्षितत्वात् +लक्षितमिति +लक्षितम् +लक्षितलक्षणया +लक्षितलक्षणा +लक्षितलक्षणेति +लक्षितवान् +लक्षितस्य +लक्षिता +लक्षितां +लक्षिताः +लक्षितानि +लक्षिताम् +लक्षिते +लक्षितेन +लक्षितेयं +लक्षितेषु +लक्षितैवं +लक्षितो +लक्षितौ +लक्षी +लक्षीकृता +लक्षीकृताः +लक्षीकृत्य +लक्षे +लक्षेण +लक्षेर्मुट् +लक्षेषु +लक्षैः +लक्षैश्च +लक्षो +लक्ष् +लक्ष्णं +लक्ष्णम् +लक्ष्णया +लक्ष्णा +लक्ष्म +लक्ष्मकः +लक्ष्मकेण +लक्ष्मण +लक्ष्मणं +लक्ष्मणः +लक्ष्मणतीर्थे +लक्ष्मणदासः +लक्ष्मणदासस्य +लक्ष्मणपूर्वजं +लक्ष्मणपूर्वजः +लक्ष्मणप्रतिबोधनम् +लक्ष्मणप्राणदाता +लक्ष्मणमब्रवीत् +लक्ष्मणमागतम् +लक्ष्मणमासाद्य +लक्ष्मणम् +लक्ष्मणम्य +लक्ष्मणयोगीन्द्रं +लक्ष्मणवनानुगमनाभ्यनुज्ञा +लक्ष्मणशत्रुघ्नौ +लक्ष्मणशास्त्री +लक्ष्मणश्च +लक्ष्मणश्चात्र +लक्ष्मणश्चापि +लक्ष्मणश्चैव +लक्ष्मणसंयुतः +लक्ष्मणसिंहः +लक्ष्मणसेनः +लक्ष्मणसेनस्य +लक्ष्मणस्तथा +लक्ष्मणस्तदा +लक्ष्मणस्तस्याः +लक्ष्मणस्तु +लक्ष्मणस्य +लक्ष्मणस्याग्रतो +लक्ष्मणस्यापि +लक्ष्मणा +लक्ष्मणां +लक्ष्मणाः +लक्ष्मणाक्रोशः +लक्ष्मणाग्रज +लक्ष्मणाग्रजः +लक्ष्मणानुगतो +लक्ष्मणानुचरो +लक्ष्मणानुजः +लक्ष्मणामूलं +लक्ष्मणाम् +लक्ष्मणाय +लक्ष्मणाया +लक्ष्मणि +लक्ष्मणे +लक्ष्मणेति +लक्ष्मणेत्येवं +लक्ष्मणेन +लक्ष्मणेनाथ +लक्ष्मणेनेत्यभिहिते +लक्ष्मणेनैव +लक्ष्मणेनैवमुक्तस्तु +लक्ष्मणेनैवमुक्ता +लक्ष्मणेन्द्रजितौ +लक्ष्मणेमां +लक्ष्मणो +लक्ष्मणोऽथ +लक्ष्मणोऽपि +लक्ष्मणोऽब्रवीत् +लक्ष्मणोऽभूत् +लक्ष्मणौ +लक्ष्मण् +लक्ष्मन् +लक्ष्मा +लक्ष्माणि +लक्ष्माश्रयेत +लक्ष्मि +लक्ष्मिघ्नी +लक्ष्मिवर्धनः +लक्ष्मिवर्धनम् +लक्ष्मी +लक्ष्मीं +लक्ष्मीः +लक्ष्मीकन्त +लक्ष्मीका +लक्ष्मीकांत +लक्ष्मीकान्त +लक्ष्मीकान्तं +लक्ष्मीकान्तः +लक्ष्मीकामो +लक्ष्मीके +लक्ष्मीको +लक्ष्मीजी +लक्ष्मीञ्च +लक्ष्मीणां +लक्ष्मीतन्त्रम् +लक्ष्मीतन्त्रस्य +लक्ष्मीतन्त्रे +लक्ष्मीतन्त्रेऽपि +लक्ष्मीतन्त्रोक्तेः +लक्ष्मीतरा +लक्ष्मीति +लक्ष्मीतीर्थं +लक्ष्मीतुल्या +लक्ष्मीदानं +लक्ष्मीदृशोस्तन्वती +लक्ष्मीदेवी +लक्ष्मीधर +लक्ष्मीधरः +लक्ष्मीधरभट्टः +लक्ष्मीधरस्य +लक्ष्मीधरो +लक्ष्मीनरसिंहानघपदसरसिजमकरन्दम् +लक्ष्मीनां +लक्ष्मीनाथ +लक्ष्मीनाथस्य +लक्ष्मीनारा +लक्ष्मीनारायण +लक्ष्मीनारायणं +लक्ष्मीनारायणः +लक्ष्मीनारायणसंहिता +लक्ष्मीनारायणसंहितां +लक्ष्मीनारायणसंहिताया +लक्ष्मीनारायणसंहितायां +लक्ष्मीनारायणसंहितायाः +लक्ष्मीनारायणस्य +लक्ष्मीनारायणात्मकम् +लक्ष्मीनारायणाभिधम् +लक्ष्मीनारायणो +लक्ष्मीनारायणौ +लक्ष्मीनिवास +लक्ष्मीनृसिंह +लक्ष्मीनृसिंहं +लक्ष्मीनृसिंहकरुणारसस्तोत्रम् +लक्ष्मीनृसिंहपञ्चरत्नम् +लक्ष्मीनृसिंहस्तोत्रम् +लक्ष्मीन्द्रस्य +लक्ष्मीपतये +लक्ष्मीपति +लक्ष्मीपतिं +लक्ष्मीपतिः +लक्ष्मीपते +लक्ष्मीपतेः +लक्ष्मीपदं +लक्ष्मीपुष्टिसमन्वितम् +लक्ष्मीपूजा +लक्ष्मीपूजां +लक्ष्मीप्रदं +लक्ष्मीप्रसाद +लक्ष्मीबाई +लक्ष्मीबायी +लक्ष्मीमनपगामिनीम् +लक्ष्मीमन्त्रं +लक्ष्मीमिति +लक्ष्मीमिव +लक्ष्मीम् +लक्ष्मीयुक्तं +लक्ष्मीयुक्तः +लक्ष्मीयुक्तो +लक्ष्मीरन्नमेव +लक्ष्मीरपि +लक्ष्मीरिति +लक्ष्मीरियं +लक्ष्मीरिव +लक्ष्मीरुपकुरुते +लक्ष्मीरुवाच +लक्ष्मीरूपं +लक्ष्मीरूपा +लक्ष्मीरूपां +लक्ष्मीरूपे +लक्ष्मीरूपेण +लक्ष्मीर् +लक्ष्मीर्जले +लक्ष्मीर्देवी +लक्ष्मीर्धृतिस्तुष्टिः +लक्ष्मीर्न +लक्ष्मीर्नित्यं +लक्ष्मीर्नैव +लक्ष्मीर्मम +लक्ष्मीर्मेधा +लक्ष्मीर्यथा +लक्ष्मीर्यस्य +लक्ष्मीर्या +लक्ष्मीर्लोकपालानां +लक्ष्मीर्वसति +लक्ष्मीर्वा +लक्ष्मीलहरिः +लक्ष्मीलहरी +लक्ष्मीलिङ्गाः +लक्ष्मीव +लक्ष्मीवत् +लक्ष्मीवान् +लक्ष्मीविलासा +लक्ष्मीवेंकटेश्वर +लक्ष्मीवेङ्कटेश्वर +लक्ष्मीव्रतं +लक्ष्मीश +लक्ष्मीशं +लक्ष्मीशः +लक्ष्मीशब्दस्य +लक्ष्मीशान्तिव्रतं +लक्ष्मीशाय +लक्ष्मीशे +लक्ष्मीशो +लक्ष्मीशोत्सवसेवार्थमागच्छ +लक्ष्मीशोत्सवसेवार्थमायाहि +लक्ष्मीश् +लक्ष्मीश्च +लक्ष्मीश्चैव +लक्ष्मीसमा +लक्ष्मीसुतः +लक्ष्मीस्तं +लक्ष्मीस्तत्र +लक्ष्मीस्तथा +लक्ष्मीस्तदा +लक्ष्मीस्तस्य +लक्ष्मीस्तस्या +लक्ष्मीस्तां +लक्ष्मीस्तु +लक्ष्मीस्ते +लक्ष्मीस्त्वं +लक्ष्मीस्वयंवरे +लक्ष्मीस्वरूपा +लक्ष्मीस्वरूपिणी +लक्ष्मेश्वरम् +लक्ष्म्णमन्दिरस्य +लक्ष्म्य +लक्ष्म्यं +लक्ष्म्यः +लक्ष्म्यर्थं +लक्ष्म्या +लक्ष्म्यां +लक्ष्म्याः +लक्ष्म्याञ्च +लक्ष्म्यादिभिः +लक्ष्म्यादीनां +लक्ष्म्याद्या +लक्ष्म्याद्याः +लक्ष्म्याम् +लक्ष्म्याश्च +लक्ष्म्यास्तु +लक्ष्म्यास्ते +लक्ष्म्येव +लक्ष्म्यै +लक्ष्म्यो +लक्ष्य +लक्ष्यं +लक्ष्यंते +लक्ष्यः +लक्ष्यत +लक्ष्यतया +लक्ष्यता +लक्ष्यतां +लक्ष्यताम् +लक्ष्यतावच्छेदकं +लक्ष्यतावच्छेदके +लक्ष्यति +लक्ष्यते +लक्ष्यतेऽनेनेति +लक्ष्यत्वं +लक्ष्यत्वम् +लक्ष्यत्वात् +लक्ष्यत्वे +लक्ष्यत्वेन +लक्ष्यदृष्ट्या +लक्ष्यनिर्देशः +लक्ष्यन्त +लक्ष्यन्ते +लक्ष्यपदं +लक्ष्यपदम् +लक्ष्यप्रभवो +लक्ष्यभूतं +लक्ष्यभूतः +लक्ष्यमपि +लक्ष्यमस्ति +लक्ष्यमाण +लक्ष्यमाणं +लक्ष्यमाणः +लक्ष्यमाणत्वात् +लक्ष्यमाणस्य +लक्ष्यमाणा +लक्ष्यमाणे +लक्ष्यमाणो +लक्ष्यमासीत् +लक्ष्यमिति +लक्ष्यमेव +लक्ष्यम् +लक्ष्यरूपेण +लक्ष्यलक्षणभावः +लक्ष्यलक्षणश्लोकाः +लक्ष्यलक्षणे +लक्ष्यश्च +लक्ष्यसाधनक्रीडा +लक्ष्यसे +लक्ष्यस्थाने +लक्ष्यस्य +लक्ष्या +लक्ष्याः +लक्ष्याणां +लक्ष्याणि +लक्ष्यात् +लक्ष्यानि +लक्ष्यानुरोधेन +लक्ष्यानुसारतः +लक्ष्यानुसारेण +लक्ष्यार्थ +लक्ष्यार्थस्य +लक्ष्यालक्ष्य +लक्ष्यालक्ष्येण +लक्ष्यीकरोति +लक्ष्यीकृत्य +लक्ष्ये +लक्ष्येण +लक्ष्येत +लक्ष्येति +लक्ष्येते +लक्ष्येषु +लक्ष्यैः +लक्ष्यो +लक्ष्योऽर्थः +लक्ष्यौ +लक्सम्बर्ग +लख +लखन +लखनऊ +लखनौ +लखनौमण्डलम् +लखि +लखिमपुरमण्डलम् +लखिम्पुर् +लखीमपुरखीरीमण्डलम् +लखीसराय +लखीसरायमण्डलम् +लखु +लग +लगं +लगणः +लगता +लगति +लगती +लगतीति +लगते +लगध +लगधः +लगधस्य +लगन +लगने +लगन् +लगन्ति +लगभग +लगर +लगा +लगाएं +लगाकर +लगाता +लगातार +लगाते +लगान +लगाना +लगाने +लगान् +लगाम +लगाया +लगाये +लगावे +लगि +लगित्वा +लगिष्यति +लगी +लगीं +लगुड +लगुडं +लगुडः +लगुडे +लगुडेन +लगुडैः +लगुडो +लगे +लगें +लगेत् +लगौ +लग् +लग्न +लग्नं +लग्नः +लग्नकं +लग्नकः +लग्नका +लग्नके +लग्नको +लग्नगः +लग्नगतः +लग्नगते +लग्नगा +लग्नगे +लग्नगो +लग्नचक्रे +लग्नचिन्ता +लग्नञ्च +लग्नतः +लग्नतो +लग्नदशा +लग्नदिवसे +लग्नद्विरेफं +लग्ननाथे +लग्नपः +लग्नपङ्के +लग्नपतौ +लग्नपे +लग्नपो +लग्नप्रकरणं +लग्नफलम् +लग्नबलाश्रितः +लग्नभावस्थे +लग्नभावादिसंस्थे +लग्नमिति +लग्नमित्यर्थः +लग्नमिव +लग्नमें +लग्नमेव +लग्नम् +लग्नरवी +लग्नवान् +लग्नश्च +लग्नसंस्थिते +लग्नसंस्थे +लग्नसमं +लग्नसाधनम् +लग्नसे +लग्नस्तरलयति +लग्नस्थः +लग्नस्थाने +लग्नस्थिते +लग्नस्थे +लग्नस्थो +लग्नस्य +लग्ना +लग्नां +लग्नाः +लग्नाग्रया +लग्नाग्रा +लग्नाच्चतुर्थे +लग्नात् +लग्नात्केन्द्रत्रिकोणगे +लग्नात्तृतीये +लग्नात्पंचमे +लग्नात्षष्ठे +लग्नात्सप्तमे +लग्नात्‌ +लग्नादष्टमे +लग्नादिकं +लग्नादेकादशे +लग्नाद् +लग्नाद्दशमे +लग्नाद्द्वादशे +लग्नाद्वा +लग्नाधिपः +लग्नाधिपे +लग्नाधिपेन +लग्नानयनं +लग्नानां +लग्नानि +लग्नान्नवमे +लग्नापेक्षया +लग्नार्थं +लग्नार्थमिष्टघटिका +लग्नावधिके +लग्ने +लग्नेट् +लग्नेति +लग्नेन +लग्नेन्दू +लग्नेश +लग्नेशः +लग्नेशे +लग्नेशो +लग्नेश्वरे +लग्नेषु +लग्नेऽपि +लग्नेऽल्पके +लग्नेऽष्टमे +लग्नैः +लग्नो +लग्नों +लग्नोदये +लग्नौ +लग्रहणं +लघ +लघः +लघयता +लघयति +लघव +लघवः +लघवश्च +लघवो +लघवोल्पो +लघावन्ते +लघि +लघिमा +लघिमानं +लघिम्ना +लघिष्ठः +लघी +लघीयः +लघीयसा +लघीयसां +लघीयसी +लघीयस्त्वात् +लघीयांसः +लघीयानिति +लघीयान् +लघु +लघुं +लघुः +लघुकं +लघुकथा +लघुकथाः +लघुकौमुदी +लघुक्षेत्रे +लघुगतिर्भूय +लघुगुरू +लघुग्रामः +लघुग्रामे +लघुघटः +लघुचाप +लघुचित्रम् +लघुचेतसः +लघुचेतसाम् +लघुच्छिद्रा +लघुजातके +लघुज्या +लघुटिप्पण्यासहितम् +लघुतमं 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+लघुशब्दरत्न +लघुशब्देन्दुशेखर +लघुशब्देन्दुशेखरः +लघुशब्देन्दुशेखरे +लघुशेखरः +लघुश्च +लघुश्चलः +लघुश्चैको +लघुश्चैव +लघुषु +लघुसंज्ञा +लघुसङ्ग्रहः +लघुसार्वसङ्केतः +लघुसिद्धान्तकौमुदी +लघुस्तथा +लघुस्था +लघुहस्तः +लघुहस्तवान् +लघुहस्ता +लघुहस्तो +लघुहारीतः +लघू +लघूकृतः +लघूकृत्य +लघूत्थानतां +लघूनां +लघूनाम् +लघूनि +लघून् +लघून्यथ +लघून्यन्नानि +लघूपधगुण +लघूपधगुणः +लघूपधगुणाभावः +लघूपधगुणे +लघूपधगुणो +लघूपधस्य +लघूपधा +लघूष्णं +लघो +लघोः +लघोरभ्यासस्य +लघोरिति +लघौ +लघ्वक्षरं +लघ्वग्निदीपनम् +लघ्वच्छं +लघ्वन्नं +लघ्वपि +लघ्वर्थं +लघ्वा +लघ्वाकारकाणि +लघ्वाविकं +लघ्वाशी +लघ्वाश्वलायनस्मृतिः +लघ्वाहारो +लघ्विति +लघ्वी +लघ्वीं +लघ्वेव +लघ्व् +लघ्व्यः +लघ्व्या +लङ +लङः +लङडभावश्च +लङर्थे +लङि +लङो +लङ् +लङ्क +लङ्का +लङ्कां +लङ्काकाण्डे +लङ्काचरैः +लङ्कात +लङ्कातः +लङ्कातो +लङ्कादहनवानरध्वजः +लङ्काधिपतिः +लङ्कानगर्यामुदयाच्च +लङ्कानिवासिनः +लङ्कानिवासिनाम् +लङ्कापतिः +लङ्कापते +लङ्कापतेः +लङ्कापुरी +लङ्कापुरेऽर्कस्य +लङ्कामपि +लङ्कामभिमुखः +लङ्कामभिमुखो +लङ्कामेव +लङ्काम् +लङ्काया +लङ्कायां +लङ्कायाः +लङ्कायाम् +लङ्कार +लङ्कारः +लङ्कारेषु +लङ्कासमपश्चिमगो +लङ्कासिज +लङ्केति +लङ्केयं +लङ्केश +लङ्केशं +लङ्केशः +लङ्केशस्य +लङ्केशो +लङ्केश्वर +लङ्केश्वरं +लङ्केश्वरः +लङ्केश्वरस्य +लङ्केश्वरो +लङ्कोदय +लङ्कोदयकालिकास्ते +लङ्कोदयप्राणाः +लङ्कोदयसाधनम् +लङ्कोदयाः +लङ्कोदये +लङ्ग +लङ्गः +लङ्गति +लङ्गदत्तस्य +लङ्गा +लङ्घ +लङ्घति +लङ्घते +लङ्घन +लङ्घनं +लङ्घनञ्च +लङ्घनपाचनम् +लङ्घनपाचनैः +लङ्घनमाचरेत् +लङ्घनमेकं +लङ्घनमेव +लङ्घनम् +लङ्घनस्य +लङ्घनात् +लङ्घनानि +लङ्घनीयः +लङ्घनीया +लङ्घने +लङ्घनेन +लङ्घनेनोपपादयेत् +लङ्घनेऽतिकृते +लङ्घनेऽपि +लङ्घनैः +लङ्घयति +लङ्घयते +लङ्घयन् +लङ्घयन्ति +लङ्घयामास +लङ्घयितुं +लङ्घयित्वा +लङ्घयिष्यति +लङ्घयेच्च +लङ्घयेत् +लङ्घयेद् +लङ्घयेद्या +लङ्घयेन्न +लङ्घित +लङ्घितं +लङ्घितः +लङ्घितमध्वानं +लङ्घितम् +लङ्घिता +लङ्घितुं +लङ्घिते +लङ्घितो +लङ्घेत +लङ्घ्य +लङ्घ्यते +लङ्घ्या +लङ्याह +लङ्वत् +लङ्वद्भावात् +लङ्‌ +लच +लचतुष्कं +लचीलता +लचुन +लच् +लच्छन +लच्छि +लच्छी +लच्छीए +लच्प्रत्ययः +लच्यते +लछ +लज +लजति +लजते +लजन्यतरस्याम् +लजपतरायः +लजया +लजसे +लजा +लजां +लजि +लजितः +लजिता +लजी +लजे +लज्ज +लज्जत +लज्जति +लज्जते +लज्जन्ति +लज्जन्ते +लज्जमान +लज्जमानः +लज्जमाना +लज्जमानां +लज्जमानो +लज्जयति +लज्जया +लज्जयाविष्टः +लज्जयाऽधोमुखः +लज्जयेति +लज्जयेव +लज्जयैव +लज्जसि +लज्जसे +लज्जस्व +लज्जा +लज्जां +लज्जाकरं +लज्जानतमुखी +लज्जानतानना +लज्जानम्रमुखी +लज्जापि +लज्जामन्मथमध्यस्था +लज्जामहे +लज्जामि +लज्जाम् +लज्जाया +लज्जायां +लज्जायाः +लज्जायाम् +लज्जायुक्ता +लज्जायै +लज्जालु +लज्जालुः +लज्जालुलता +लज्जालुलतायाम् +लज्जालोलं +लज्जावती +लज्जास्पदं +लज्जास्पदः +लज्जित +लज्जितं +लज्जितः +लज्जितमिव +लज्जितम् +लज्जिता +लज्जितां +लज्जिताः +लज्जिते +लज्जितो +लज्जितौ +लज्जे +लज्जेति +लज्जेव +लज्जैव +लज्या +लज्वा +लझ +लझं +लझा +लझे +लञ्च +लञ्ज +लञ्जति +लञ्जते +लञ्जयति +लञ्जिका +लट +लटः +लटक +लटकमेलकं +लटकमेलकम् +लटति +लटश्शतृशानचौ +लटस्तिपि +लटा +लटि +लटो +लट् +लट्प्रत्ययो +लट्वा +लट्‌ +लठ्धि +लड +लडः +लडकी +लडड्डत्ध् +लडति +लडपिजात्वोः +लडयति +लडर्थे +लडस्तिपि +लड़ +लड़का +लड़कियों +लड़की +लड़के +लड़कों +लड़ते +लड़ने +लड़ाई +लडाई +लडाख् 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+लध्वाशी +लध्वाहारो +लध्विति +लध्वी +लध्वेव +लध्व्या +लन +लनं +लनम् +लना +लनात् +लनि +लने +लनेन +लन् +लन्डन् +लन्दन +लन्दनं +लन्दनस्य +लन्दन् +लप +लपट +लपति +लपन +लपनं +लपन्तु +लपा +लपि +लपितं +लपिता +लपितुं +लपिदभिभ्यां +लपेटकर +लपौ +लप् +लप्यते +लप्लुतौ +लप्सिका +लप्स्य +लप्स्यंते +लप्स्यति +लप्स्यते +लप्स्यथ +लप्स्यध्वे +लप्स्यन्ते +लप्स्यसि +लप्स्यसे +लप्स्यामह +लप्स्यामहे +लप्स्ये +लब +लबं +लबः +लबणं +लबि +लब्घ +लब्दं +लब्ध +लब्धं +लब्धः +लब्धकला +लब्धकामा +लब्धकीर्तयः +लब्धचिदात्मसाक्षात्काराचार्याभिनवगुप्तपादानाम् +लब्धजन्मनः +लब्धजन्मा +लब्धजीवः +लब्धज्ञानः +लब्धज्या +लब्धतीरतरुकण्टकैः +लब्धतेजा +लब्धत्वात् +लब्धधृतिः +लब्धपदं +लब्धपदा +लब्धप्रणाशम् +लब्धप्रतिष्ठा +लब्धप्रतिष्ठाः +लब्धप्रतिष्ठे +लब्धप्रशमनं +लब्धप्रसरा +लब्धप्रसादा +लब्धप्रसिद्धेरभिनवगुप्तस्य +लब्धफलस्य +लब्धफलेन +लब्धम +लब्धमधोऽधः +लब्धमपि +लब्धमात्रे +लब्धमासीद् +लब्धमिति +लब्धमित्यर्थः +लब्धमिदं +लब्धमेव +लब्धम् +लब्धयः +लब्धयस् +लब्धया +लब्धये +लब्धरसा +लब्धरसाः +लब्धरि +लब्धरूपे +लब्धलक्षश्च +लब्धलक्षा 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+लब्धेऽपि +लब्धैः +लब्धैव +लब्धो +लब्धोदया +लब्धोऽपि +लब्धोऽर्थः +लब्धोऽसि +लब्धौ +लब्ध् +लब्ध्यर्थं +लब्ध्या +लब्ध्वा +लब्ध्वानन्दी +लब्ध्वानुज्ञां +लब्ध्वापि +लब्ध्वाऽपि +लब्ध्वाऽऽनन्दी +लब्ध्वेति +लब्ध्वेत्यर्थः +लब्ध्वेव +लब्भइ +लभ +लभं +लभंति +लभंते +लभः +लभऄ +लभत +लभतां +लभतामिति +लभतामिदं +लभताम् +लभति +लभते +लभतेऽचिरात् +लभतेऽञ्जसा +लभतेऽत्र +लभतेऽथ +लभतेऽपि +लभतेऽसौ +लभतैति +लभत् +लभथे +लभध्वं +लभध्वमित्यर्थः +लभध्वम् +लभन्त +लभन्तां +लभन्ताम् +लभन्ति +लभन्ते +लभन्तेऽशनलोलुपाः +लभमानः +लभमानस्य +लभमाना +लभमानो +लभम् +लभष् +लभसे +लभस्व +लभस्वेति +लभस्वेत्यर्थः +लभा +लभामहे +लभामि +लभाम्यहम् +लभावहे +लभि +लभिः +लभिष्यति +लभिष्यसि +लभिष्यामि +लभे +लभेः +लभेच्च +लभेच्चापि +लभेज्जनः +लभेत +लभेतांशं +लभेतात्मनि +लभेतान्नकामः +लभेतान्यविक्रीतं +लभेतापि +लभेताभिचरन् +लभेताम् +लभेताश्रुतोऽपि +लभेते +लभेतेति +लभेतेत्यर्थः +लभेतैन्द्रम् +लभेतैव +लभेत् +लभेत्कृष्णं +लभेत्ततः +लभेत्तथा +लभेत्तु +लभेत्पुण्यं +लभेत्पुत्रं +लभेत्प्रियाम् +लभेत्फलमुत्तमम् +लभेत्सोऽपि +लभेत्स्वर्गं +लभेथ् +लभेदिति +लभेद् +लभेद्धवम् +लभेद्ध्रुवम् +लभेद्बहुसुवर्णकम् +लभेद्राज्यं +लभेद्वै +लभेद्वैष्णवं +लभेद्‌ +लभेन्न +लभेन्नरः +लभेन्नात्र +लभेन्मर्त्यो +लभेम +लभेमहि +लभेमहीति +लभेय +लभेयं +लभेयमिति +लभेयम् +लभेयाहं +लभेयुः +लभेयेति +लभेरंस्ते +लभेरन् +लभेर्नुम् +लभेश्च +लभ् +लभ्य +लभ्यं +लभ्यंते +लभ्यः +लभ्यत +लभ्यति +लभ्यते +लभ्यतेऽपि +लभ्यतेऽसौ +लभ्यत्वात् +लभ्यन्त +लभ्यन्ते +लभ्यममंस्त +लभ्यमानं +लभ्यमानः +लभ्यमाना +लभ्यमाने +लभ्यमिति +लभ्यमित्याह +लभ्यम् +लभ्यस्तपसा +लभ्यस्तस्यैष +लभ्यस्त्वनन्यया +लभ्यस्य +लभ्या +लभ्याः +लभ्यानि +लभ्ये +लभ्येत +लभ्येति +लभ्येते +लभ्येतेति +लभ्यो +लम +लमं +लमः +लमक +लमकः +लमकाः +लमत +लमते +लमपि +लमर +लमा +लमिति +लमे +लमेत +लमेव +लम् +लम्पट +लम्पटं +लम्पटः +लम्पटत्वं +लम्पटा +लम्पटाः +लम्पटाय +लम्पटे +लम्पटेन +लम्पटो +लम्ब +लम्बं +लम्बः +लम्बक +लम्बकः +लम्बकम् +लम्बकर्ण +लम्बकर्णः +लम्बकर्णो +लम्बके +लम्बकेन +लम्बकेशस्तु +लम्बको +लम्बगुणं +लम्बज्य +लम्बज्यका +लम्बज्यया +लम्बज्या +लम्बज्याकोटौ +लम्बज्यागुणितो +लम्बता +लम्बते +लम्बन +लम्बनं +लम्बनः +लम्बनकं +लम्बनघटिकाः +लम्बननाडिकाः +लम्बनमाह +लम्बनम् +लम्बनम्‌ +लम्बनलिप्ता +लम्बनलिप्तिकाः +लम्बनविधिः +लम्बनसंस्कारे +लम्बनसाधनम् +लम्बनस्य +लम्बना +लम्बनान्तर +लम्बनान्तरं +लम्बनान्तरघ +लम्बनाभावः +लम्बनावनती +लम्बने +लम्बनेन +लम्बनैकता +लम्बनो +लम्बन्ते +लम्बमान +लम्बमानं +लम्बमानः +लम्बमानम् +लम्बमानस्य +लम्बमाना +लम्बमानां +लम्बमानाः +लम्बमानानि +लम्बमाने +लम्बमानेन +लम्बमानो +लम्बमानौ +लम्बम् +लम्बया +लम्बयेत् +लम्बरूप +लम्बरूपा +लम्बरूपे +लम्बरेखा +लम्बवत् +लम्बवर्गः +लम्बशिखरे +लम्बश्च +लम्बसूत्रं +लम्बस् +लम्बस्तनी +लम्बस्य +लम्बा +लम्बां +लम्बांश +लम्बांशाः +लम्बाः +लम्बाई +लम्बाक्षज्ये +लम्बाक्षौ +लम्बाणिजनाङ्गः +लम्बात् +लम्बाधिका +लम्बानि +लम्बि +लम्बिका +लम्बिकोर्ध्वतः +लम्बित +लम्बितं +लम्बितः +लम्बितम् +लम्बिता +लम्बितो +लम्बिनी +लम्बी +लम्बे +लम्बेते +लम्बेन +लम्बो +लम्बोदर +लम्बोदरं +लम्बोदरः +लम्बोदरश्च +लम्बोदराय +लम्बोदरी +लम्बोदरीं +लम्बोदरो +लम्बोष्ठी +लम्बोष्ठो +लम्बौ +लम्ब्य +लम्भ +लम्भं +लम्भंलम्भम् +लम्भः +लम्भकं +लम्भकः +लम्भकाः +लम्भनम् +लम्भनीयः +लम्भने +लम्भय +लम्भयति +लम्भयन् +लम्भयन्ति +लम्भयसे +लम्भयामास +लम्भयिता +लम्भयित्वा +लम्भयेत् +लम्भात् +लम्भित +लम्भितः +लम्भिता +लम्भिताः +लम्भुको +लम्भो +लम्यते +लम्यन्ते +लम्वन +लम्वनं +लय +लयं +लयः +लयकाले +लयक्रमः +लयति +लयते +लयत्रयम् +लयनं +लयनम् +लयनानां +लयनानि +लयने +लयनेषु +लयन्ताम् +लयन्ति +लयमनुगतस्तन्मयत्वं +लयमाह +लयमेति +लयमेव +लयमेष्यति +लयम् +लययोगः +लयविक्षेपाभावेऽपि +लयश्च +लयश्चैव +लयश्रवणात् +लयस्तथा +लयस्तु +लयस्थानं +लयस्थानत्वं +लयस्थानम् +लयस्य +लया +लयाः +लयात् +लयानां +लयानाम् +लयान्ते +लयावधि +लयि +लयी +लये +लयेत् +लयेन +लयेऽपि +लयो +लयोः +लयोदयौ +लयोद्भवौ +लयोऽपि +लयौ +लर +लराम +लर्ड +लल +ललं +ललज्जिह्वं +ललज्जिह्वः +ललज्जिह्वा +ललज्जिह्वां +ललज्जिह्वो +ललज्जे +ललति +ललनः +ललना +ललनां +ललनाः +ललनाओ +ललनाओं +ललनानां +ललनाया +ललनास्तनः +ललने +ललन्तिका +ललन्ती +ललन्तु +ललम्बिरे +ललम्बे +लला +ललाट +ललाटं +ललाटः +ललाटकम् +ललाटकुक्कुट्यौ +ललाटके +ललाटगः +ललाटजं +ललाटजम् +ललाटञ्च +ललाटतिलकं +ललाटदक्षिणे +ललाटदेशे +ललाटन्तपः +ललाटपट्टे +ललाटपर +ललाटफलकं +ललाटफलके +ललाटमध्ये +ललाटमलिकं +ललाटमुदरं +ललाटम् +ललाटलोचने +ललाटस्थं +ललाटस्थां +ललाटस्थे +ललाटस्थो +ललाटस्य +ललाटाग्रे +ललाटाच्च +ललाटात् +ललाटादि +ललाटादिषु +ललाटादौ +ललाटान्तं +ललाटान्ते +ललाटाय +ललाटिका +ललाटिकां +ललाटिकाचन्दनधूसरालका +ललाटे +ललाटेन +ललाटो +ललाटोपरि +ललाप +ललाभ +ललाम +ललामं +ललामः +ललामगुं +ललामगुः +ललामभूतः +ललामम् +ललामा +ललामान् +ललामीः +ललामेति +ललामो +ललाम्यं +ललाम्यम् +ललास +ललि +ललित +ललितं +ललितः +ललितकला +ललितकान्ताख्या +ललिततनु +ललितपुर +ललितपुरमण्डलम् +ललितपुरम् +ललितमाधवे +ललितम् +ललितया +ललितललितं +ललितलवङ्गलतापरिशीलनकोमलमलयसमीरे +ललितलोचना +ललितलोचने +ललितवनिताः +ललितविभ्रमबन्धविचक्षणं +ललितविस्तर +ललितविस्तरं +ललितविस्तरः +ललितविस्तरे +ललितस्य +ललिता +ललितां +ललितांबिका +ललिताः +ललिताकृतिः +ललिताख्यं +ललिताख्या +ललिताङ्गहारम् +ललितात्मिका +ललितात्रिशती +ललितात्रिशतीभाष्यम् +ललितादित्य +ललितादेवी +ललितादेव्या +ललिताद्याः +ललितानि +ललितापञ्चरत्नम् +ललिताभिनयं +ललिताम्बिका +ललिताया +ललितायां +ललितायाः +ललितायै +ललितालंकारः +ललितालङ्कारः +ललिताश्रीकृष्ण +ललितासहस्रनाम +ललितासहस्रनामस्तोत्रम् +ललिते +ललितेति +ललितेन +ललितेश्वरी +ललितेश्वरीम् +ललितेषु +ललितै +ललितैः +ललितो +ललितोपाख्याने +ललितोवाच +ललितौ +ललितौदार्य्यमित्यष्टौ +ललौ +लल् +लल्ल +लल्लः +लल्लस्य +लल्ला +लल्लाचार्य +लल्लाचार्यसिद्धान्तः +लल्लाचार्येण +लल्लाचार्योक्त +लल्लुभाई +लल्लेन +लल्लेश्वरी +लल्लो +लल्लोक्त +लल्लोक्तम् +लल्लोक्तस्य +लल्लोपि +लल्लोऽपि +लव +लवं +लवंगं +लवः +लवकः +लवकुशयोः +लवकुशौ +लवको +लवङ्ग +लवङ्गं +लवङ्गः +लवङ्गञ्च +लवङ्गपत्रं +लवङ्गमञ्जरी +लवङ्गम् +लवङ्गस्य +लवङ्गि +लवङ्गे +लवण +लवणं +लवणः +लवणक्रिया +लवणजलधिरादौ +लवणञ्च +लवणत्रयं +लवणत्रयम् +लवणत्वम् +लवणपञ्चकम् +लवणभेदे +लवणमस्थि +लवणमिति +लवणमेव +लवणम् +लवणयति +लवणयुक्तं +लवणरसः +लवणविशेषः +लवणशब्दस्य +लवणसत्याग्रहः +लवणसत्याग्रहे +लवणसमुद्रः +लवणस्तथा +लवणस्तिक्तः +लवणस्तु +लवणस्य +लवणस्यति +लवणस्यांशः +लवणहारकः +लवणा +लवणां +लवणांभसि +लवणाः +लवणाकरः +लवणाचलः +लवणाट्ठञ् +लवणात् +लवणादयः +लवणादि +लवणानां +लवणानि +लवणानुरसं +लवणान्वितम् +लवणान्विता +लवणाम्बुना +लवणाम्भसः +लवणाम्भसा +लवणाम्भसि +लवणाम्लगुरूणि +लवणाम्लौ +लवणार्णवः +लवणार्णवम् +लवणार्णवे +लवणार्द्र +लवणार्द्रकहिङ्गुभिः +लवणार्धमृदम्बुभिः +लवणाल्लुक् +लवणाष्टकम् +लवणासुरः +लवणी +लवणीकृतम् +लवणीकृत्य +लवणे +लवणेति +लवणेत्यादि +लवणेन +लवणेषु +लवणैः +लवणैर् +लवणो +लवणोत्तम +लवणोत्तमं +लवणोदकः +लवणोदधिना +लवणोदधिम् +लवणोदधेः +लवणोदधौ +लवणोदस्य +लवणोदो +लवणोपेतं +लवणोऽसौ +लवत् +लवन +लवनं +लवनम् +लवनीयम् +लवने +लवनेन +लवन्या +लवमपि +लवमात्रं +लवम् +लवर्ण +लवली +लवलीफलम् +लवलेशकणाणवः +लवशषसह +लवश्च +लवस्य +लवा +लवां +लवाः +लवादिकम् +लवाद्यम् +लवान् +लवि +लविता +लवितुम् +लवित्रं +लवित्रम् +लविवृतिप्रकाशोद्भासिता +लविष्यति +लवे +लवेटिका +लवेन +लवेनापि +लवैः +लवो +लवौ +लव् +लव्दं +लव्ध +लव्यम् +लश +लशकतद्धिते +लशक्कतद्धिते +लशक्वतद्धिते +लशु +लशुन +लशुनं +लशुनः +लशुनम् +लशुनस्य +लशुनानां +लशुनानि +लशुने +लशुनेन +लशुनो +लश्कर +लश्च +लष +लषः +लषति +लषपत +लष् +लष्यति +लस +लसः +लसता +लसति +लसतीति +लसतु +लसतो +लसत् +लसन् +लसन्तं +लसन्तः +लसन्ति +लसन्ती +लसा +लसार्वधातुक +लसार्वधातुकस्य +लसार्वधातुकस्वरं +लसार्वधातुकस्वरे +लसार्वधातुकस्वरेण +लसार्वधातुकस्वरेणानुदात्तत्वे +लसार्वधातुकानुदात्तत्वं +लसार्वधातुकानुदात्तत्वम् +लसार्वधातुकानुदात्तत्वे +लसार्वधातुकानुदात्तत्वेन +लसार्वधातुके +लसिका +लसिकावाहिकाः +लसितं +लसिता +लसीकया +लसीका +लसुनं +लसेत् +लस् +लस्ज +लस्जी +लस्तु +लस्बनं +लस्य +लस्यति +लस्येति +लस्यैव +लह +लहं +लहइ +लहन्दा +लहर +लहरं +लहरि +लहरिका +लहरी +लहरीणां +लहरे +लहरें +लहरो +लहरों +लहर्यः +लहसुन +लहां +लहु +लहुं +लहू +ला +लां +लांग +लांगलं +लांगली +लांगले +लांगूलं +लांगूले +लांगूलेन +लांछनं +लांछितं +लाः +लाइ +लाइन +लाइनस +लाइब्रेरी +लाइव +लाइसेंस +लाई +लाईन्स् +लाउ +लाए +लाओ +लाओस +लाक +लाकर +लाका +लाकिनी +लाकुलं +लाकृतिः +लाके +लाक् +लाक्ष +लाक्षणिः +लाक्षणिक +लाक्षणिकं +लाक्षणिकः +लाक्षणिकतया +लाक्षणिकत्वं +लाक्षणिकत्वात् +लाक्षणिकत्वान्न +लाक्षणिकत्वे +लाक्षणिकत्वेन +लाक्षणिकत्वेऽपि +लाक्षणिकमिति +लाक्षणिकम् +लाक्षणिकस्य +लाक्षणिकस्यापि +लाक्षणिका +लाक्षणिकाः +लाक्षणिकी +लाक्षणिको +लाक्षणिकोऽयं +लाक्षण्यः +लाक्षया +लाक्षा +लाक्षां +लाक्षागृहतः +लाक्षागृहानलविषान्नसभाप्रवेशैः +लाक्षादि +लाक्षादिकं +लाक्षादिना +लाक्षामयलक्ष्म्या +लाक्षाया +लाक्षायां +लाक्षायाः +लाक्षारक्तेन +लाक्षारसं +लाक्षारसः +लाक्षारसनिभं +लाक्षारससमं +लाक्षारसेन +लाक्षारसोपमम् +लाक्षारागं +लाक्षालोहादिव्यापारी +लाक्षासारं +लाक्षाहिरण्येन +लाक्षिकः +लाक्षी +लाख +लाखृ +लाखों +लाख् +लाग +लागत +लागय +लागहय +लागा +लागाम +लागि +लागी +लागुडिकः +लागू +लागे +लाघ +लाघते +लाघव +लाघवं +लाघवञ्च +लाघवमास्थितः +लाघवमिति +लाघवमेव +लाघवम् +लाघवम्‌ +लाघवस्य +लाघवा +लाघवाच्च +लाघवात +लाघवात् +लाघवादावश्यकत्वाच्च +लाघवादाह +लाघवादिति +लाघवादित्यर्थः +लाघवाद् +लाघवान्न +लाघवाय +लाघवार्थं +लाघवार्थम् +लाघवे +लाघवेन +लाघवेनेति +लाघुबिन्दुः +लाघृ +लाङ्ग +लाङ्गल +लाङ्गलं +लाङ्गलः +लाङ्गलकी +लाङ्गलग्रहः +लाङ्गलदण्डः +लाङ्गलपद्धतिः +लाङ्गलभित्तिकम् +लाङ्गलम् +लाङ्गलस्य +लाङ्गलाः +लाङ्गलानि +लाङ्गलिका +लाङ्गलिकी +लाङ्गलिन् +लाङ्गली +लाङ्गलीषा +लाङ्गले +लाङ्गलेन +लाङ्गलेषा +लाङ्गलैः +लाङ्गुली +लाङ्गूल +लाङ्गूलं +लाङ्गूलम् +लाङ्गूलानि +लाङ्गूली +लाङ्गूले +लाङ्गूलेन +लाङ्ग् +लाङ्ग॑लम् +लाच +लाछि +लाज +लाजं +लाजचूर्णं +लाजचूर्णानि +लाजति +लाजपत +लाजमण्डः +लाजमण्डो +लाजहोमं +लाजा +लाजांश्च +लाजाः +लाजानां +लाजानावपति +लाजानावपन्तिका +लाजानावपन्ती +लाजान् +लाजाभिः +लाजाश्च +लाजि +लाजी +लाजैः +लाजैर् +लाजैश्च +लाञ्छ +लाञ्छन +लाञ्छनं +लाञ्छनः +लाञ्छनम् +लाञ्छनस्य +लाञ्छनानि +लाञ्छने +लाञ्छनेन +लाञ्छयित्वा +लाञ्छयेत् +लाञ्छितं +लाञ्छितः +लाञ्छितम् +लाञ्छिताः +लाञ्छिते +लाञ्छितो +लाट +लाटः +लाटदेवेन +लाटा +लाटाः +लाटाचार्यः +लाटानां +लाटानुप्रास +लाटानुप्रासः +लाटानुप्रासे +लाटानुप्रासो +लाटिका +लाटी +लाटीया +लाट्या +लाट्विया +लाठी +लाडनूं +लाडयति +लाडेनस्य +लाडेन् +लाड्या +लाण्डौ +लाण्ड्स्टैनर् +लात +लातव्य +लातव्यो +लाता +लाति +लातिनी +लातिनीभाषा +लातिनीलिपिः +लातीति +लातुं +लातूर +लातूरमण्डलम् +लाते +लातेः +लात् +लात्वा +लादयः +लादयो +लादि +लादिषु +लादिष्वपि +लादीनां +लादीनाहुर्द्विकर्मणाम् +लादेशः +लादेशाः +लादेशे +लादेशो +लादेशौ +लादौ +लाद् +लाधवमिति +लाधवात् +लान +लानं +लानम् +लाना +लानां +लानि +लानी +लानीति +लाने +लान् +लान्तं +लान्तः +लान्तस्य +लान्ता +लान्ति +लान्तो +लान्सिङ् +लाप +लापः +लापय +लापयति +लापिते +लापेन +लापो +लाप्लास +लाप्लास् +लाभ +लाभं +लाभः +लाभकरं +लाभकरः +लाभकारी +लाभकृत् +लाभगते +लाभगे +लाभगेऽपि +लाभगो +लाभतः +लाभदं +लाभदः +लाभदा +लाभदायक +लाभप्रदं +लाभभावफलाध्यायः +लाभभावस्थे +लाभमनुप्रयच्छन्ति +लाभमाप्नुयात् +लाभमाह +लाभमिव +लाभम् +लाभवानसौ +लाभवान् +लाभशंकर +लाभश्च +लाभस्तस्य +लाभस्तु +लाभस्ते +लाभस्तेषां +लाभस्थे +लाभस्य +लाभहानी +लाभा +लाभाः +लाभाच्च +लाभात् +लाभादि +लाभादिति +लाभाद् +लाभानां +लाभान् +लाभान्तरं +लाभान्तरप्रतिसन्धानमेव +लाभान्न +लाभान्वितः +लाभान्विताः +लाभाय +लाभार्थ +लाभार्थं +लाभार्थम् +लाभार्थस्य +लाभार्थे +लाभालाभं +लाभालाभयोः +लाभालाभे +लाभालाभौ +लाभाऽलाभौ +लाभिः +लाभिनः +लाभी +लाभे +लाभेन +लाभेशे +लाभेषु +लाभेऽपि +लाभेऽलाभे +लाभो +लाभोपायो +लाभोऽपि +लाभोऽयं +लाभोऽस्ति +लाभ्यां +लाम +लामः +लामकायनः +लामज्जकं +लामज्जकम् +लामा +लामार्क् +लामे +लामो +लाम् +लाम्ब +लाय +लायक +लायते +लायन +लायबीरिया +लाया +लायां +लायाः +लायाम् +लाये +लार +लारेन्स +लार्ड +लार्ड् +लाल +लालकृष्ण +लालकृष्णाडवाणी +लालगुळिजलपातः +लालन +लालनं +लालनम् +लालना +लालने +लालपीति +लालप्यते +लालप्यमानं +लालप्यमानस्य +लालबहादुर +लालबहादुरशास्त्री +लालबाग +लालबाग् +लालभाई +लालयति +लालयन् +लालयन्ती +लालया +लालयामास +लालयित्वा +लालयेत् +लालवर्ण +लालस +लालसः +लालसम् +लालसया +लालसा +लालसाः +लालसायां +लालसो +लाला +लालां +लालाकुण्डे +लालाक्लिन्नं +लालाटिकः +लालातन्तुयुतं +लालादि +लालाप्रसेको +लालाभक्षे +लालामिकः +लालामेहेन +लालायते +लालायनो +लालायां +लालायित +लालास्रावः +लालास्रावश्च +लालास्रावी +लालास्रावो +लालाहरदयालः +लालितं +लालितः +लालितम् +लालिता +लालिताः +लालितो +लालित्य +लालित्यं +लालित्यलीलावती +लालिमा +लाली +लालुप्रसाद +लाल् +लाल्गुडि +लाल्बाग् +लाव +लावः +लावक +लावकः +लावकानां +लावको +लावणं +लावणजलाशयः +लावणजलाशयस्य +लावणम् +लावणि +लावणिकः +लावणिकी +लावणी +लावण्य +लावण्यं +लावण्यद्रविणव्ययो +लावण्यमयी +लावण्यमिव +लावण्यमिवाङ्गनासु +लावण्यम् +लावण्यवती +लावण्यवतीं +लावण्यवत्या +लावण्यसिन्धुरपरैव +लावण्यस्य +लावण्या +लावण्याद्याः +लावण्ये +लावण्येति +लावण्येन +लावण्यौकसि +लावती +लावतीकण्ठाभरणम् +लावयते +लावस्थायां +लावा +लावाः +लावाणकं +लावाणकलम्बकः +लावाणकलम्बके +लावानके +लावान् +लावे +लावें +लावो +लाव्यम् +लाश +लाश्च +लाषः +लास +लासं +लासः +लासकः +लासयति +लासिका +लासु +लासे +लासो +लास् +लास्य +लास्यं +लास्यप्रयोगावसाने +लास्यम् +लास्यस्य +लास्याख्याने +लास्याङ्गानि +लास्ये +लास्येन +लाहिरि +लाहोर +लाहोरं +लाहोरस्य +लाहोरे +लाहोर् +लाहौर +लाहौल् +लि +लिं +लिंक +लिंकन +लिंग +लिंगं +लिंगदर्शनात् +लिंगपीठं +लिंगपुराणम् +लिंगपूजनेन +लिंगमध्ये +लिंगमनुत्तमम् +लिंगमभ्यर्च्य +लिंगमस्ति +लिंगमिदं +लिंगमुच्यते +लिंगमुत्तमम् +लिंगमूर्ति +लिंगमेकं +लिंगमेव +लिंगमोंकारं +लिंगम् +लिंगरूपं +लिंगरूपिणम् +लिंगरूपी +लिंगरूपेण +लिंगरूपो +लिंगस्थापनं +लिंगस्थापनम् +लिंगस्थापनाकरणम् +लिंगस्य +लिंगस्यास्य +लिंगा +लिंगाकारं +लिंगानां +लिंगानि +लिंगान्यनेकशः +लिंगान्यनेकानि +लिंगार्चनं +लिंगे +लिंगेन +लिंगेनोक्तं +लिंगेषु +लिंगोद्भवं +लिः +लिइ +लिई +लिए +लिक +लिकं +लिकः +लिकम् +लिका +लिकां +लिकाः +लिकायां +लिकुचं +लिकुचः +लिकुचो +लिके +लिको +लिक् +लिक्टनस्टैन +लिक्षा +लिक्षाश्च +लिक्षैका +लिख +लिखंति +लिखकर +लिखत +लिखतः +लिखता +लिखति +लिखतीति +लिखतु +लिखते +लिखत् +लिखनं +लिखनम् +लिखना +लिखने +लिखन् +लिखन्ति +लिखन्ती +लिखन्तीं +लिखन्तु +लिखन्नास्ते +लिखा +लिखापयिष्यति +लिखापयिष्यन्ति +लिखामः +लिखामि +लिखि +लिखित +लिखितं +लिखितः +लिखितपाठकः +लिखितपुस्तकपाठ +लिखितपुस्तके +लिखितम +लिखितमपि +लिखितमस्ति +लिखितमासीत् +लिखितमास्ते +लिखितमिति +लिखितमिदं +लिखितम् +लिखितरूपेण +लिखितवती +लिखितवन्तः +लिखितवपुषौ +लिखितवान् +लिखितव्यम् +लिखितस्य +लिखिता +लिखितां +लिखिताः +लिखितानां +लिखितानि +लिखितान् +लिखितु +लिखितुं +लिखितुम् +लिखिते +लिखितेति +लिखितेन +लिखितेव +लिखितेषु +लिखितो +लिखितोऽस्ति +लिखितौ +लिखित्वा +लिखित्वेदं +लिखित्वैतत् +लिखित्वैतत्तु +लिखिष्यति +लिखिष्यन्ति +लिखिष्यामः +लिखी +लिखे +लिखें +लिखेंगे +लिखेच्च +लिखेच्चक्रं +लिखेत +लिखेत् +लिखेत्क्रमात् +लिखेत्ततः +लिखेत्तत्र +लिखेत्पद्मं +लिखेत्‌ +लिखेद् +लिखेद्बीजं +लिखेद्बुधः +लिखेद्यन्त्रं +लिखेद्यस्तु +लिखेद्यो +लिखेन्मन्त्रं +लिखेयुः +लिख् +लिख्य +लिख्यत +लिख्यतां +लिख्यताम् +लिख्यते +लिख्यन्ते +लिख्यन्तेऽत्र +लिख्यमानं +लिख्यमाने +लिख्या +लिग +लिगं +लिग़्ग +लिग़्गम्‌ +लिग़्गि +लिगि +लिगु +लिङ +लिङः +लिङयाशिष्यङ् +लिङर्थ +लिङर्थः +लिङर्थे +लिङा +लिङादय +लिङादयः +लिङादयो +लिङादि +लिङादिना +लिङादीनां +लिङादेः +लिङादेशस्य +लिङाशिषि +लिङि +लिङिति +लिङेव +लिङो +लिङोऽपवादः +लिङ् +लिङ्क +लिङ्कन् +लिङ्ग +लिङ्गं +लिङ्गः +लिङ्गकः +लिङ्गके +लिङ्गग्राह्यमतीन्द्रियम् +लिङ्गजा +लिङ्गज्ञानं +लिङ्गज्ञानमपि +लिङ्गज्ञानम् +लिङ्गज्ञानस्य +लिङ्गज्ञाने +लिङ्गञ्च +लिङ्गतः +लिङ्गतया +लिङ्गता +लिङ्गति +लिङ्गतीति +लिङ्गतुङ्गकम् +लिङ्गतो +लिङ्गत्रये +लिङ्गत्रयेऽपि +लिङ्गत्व +लिङ्गत्वं +लिङ्गत्वमिति +लिङ्गत्वम् +लिङ्गत्वात् +लिङ्गत्वे +लिङ्गत्वेन +लिङ्गदर्शनं +लिङ्गदर्शनम् +लिङ्गदर्शनाच् +लिङ्गदर्शनाच्च +लिङ्गदर्शनात् +लिङ्गदर्शनादिति +लिङ्गदर्शनेन +लिङ्गदहळ्ळी +लिङ्गदेशे +लिङ्गदेहमपि +लिङ्गदेहस्य +लिङ्गदेहादिनिरूपणप्रकरणम् +लिङ्गदेहे +लिङ्गदेहेन +लिङ्गद्वयं +लिङ्गधारणम् +लिङ्गधारिणी +लिङ्गधारी +लिङ्गन +लिङ्गनाश +लिङ्गनाशं +लिङ्गनाशः +लिङ्गनाशस्तु +लिङ्गनाशे +लिङ्गनाशो +लिङ्गनि +लिङ्गन्तु +लिङ्गपदं +लिङ्गपरामर्श +लिङ्गपरामर्शः +लिङ्गपरामर्शो +लिङ्गपुराण +लिङ्गपुराणब्रह्माण्डपुराणयोरप्येवम् +लिङ्गपुराणम् +लिङ्गपुराणे +लिङ्गपूजा +लिङ्गपूजां +लिङ्गबाधनं +लिङ्गभूयस्त्वात्तद्धि +लिङ्गभेद +लिङ्गभेदः +लिङ्गभेदे +लिङ्गभेदेन +लिङ्गम +लिङ्गमध्ये +लिङ्गमपि +लिङ्गमबोधस्य +लिङ्गमभ्यर्च्य +लिङ्गमलङ्कारः +लिङ्गमशिष्यं +लिङ्गमस्ति +लिङ्गमस्य +लिङ्गमस्यास्तीति +लिङ्गमाख्यातं +लिङ्गमात्मनः +लिङ्गमात्रं +लिङ्गमात्रः +लिङ्गमात्राद्याधिक्ये +लिङ्गमात्रे +लिङ्गमात्रेण +लिङ्गमाह +लिङ्गमिति +लिङ्गमित्यभिधीयते +लिङ्गमित्यर्थः +लिङ्गमित्याह +लिङ्गमित्याहुः +लिङ्गमित्युच्यते +लिङ्गमिदं +लिङ्गमीरितम् +लिङ्गमुक्तम् +लिङ्गमुच्यते +लिङ्गमुत्तमम् +लिङ्गमुद्रा +लिङ्गमूर्त्तये +लिङ्गमूलं +लिङ्गमूले +लिङ्गमेकं +लिङ्गमेव +लिङ्गम् +लिङ्गम्‌ +लिङ्गयति +लिङ्गयते +लिङ्गरूपं +लिङ्गरूपी +लिङ्गरूपेण +लिङ्गलक्षणम् +लिङ्गलिङ्गिनोः +लिङ्गलिङ्गिभावेन +लिङ्गवचनव्यत्ययः +लिङ्गवचनव्यत्ययो +लिङ्गवचनस्यापि +लिङ्गवचनानि +लिङ्गवचनान्यतिवर्तन्ते +लिङ्गवचनान्यनुवर्तन्ते +लिङ्गवचने +लिङ्गवती +लिङ्गवत् +लिङ्गविधया +लिङ्गविशिष्टपरिभाषया +लिङ्गविशिष्टपरिभाषा +लिङ्गविशिष्टपरिभाषाया +लिङ्गविशिष्टस्य +लिङ्गविशिष्टस्यापि +लिङ्गविशेषः +लिङ्गविशेषणं +लिङ्गविशेषनिर्देशात् +लिङ्गव्यत्यय +लिङ्गव्यत्ययः +लिङ्गव्यत्ययश्छान्दसः +लिङ्गव्यत्ययेन +लिङ्गशरीरं +लिङ्गशरीरम् +लिङ्गशरीरवर्जित +लिङ्गशरीरस्य +लिङ्गशरीरे +लिङ्गशरीरेण +लिङ्गशुद्धिं +लिङ्गशुद्धिः +लिङ्गषु +लिङ्गसंख्ययोः +लिङ्गसंख्याभ्यां +लिङ्गसंख्ये +लिङ्गसङ्ख्ये +लिङ्गसमवायात् +लिङ्गसर्वनाम +लिङ्गसूगूरुविधानसभाक्षेत्रम् +लिङ्गसूरु +लिङ्गस् +लिङ्गस्थं +लिङ्गस्थां +लिङ्गस्थे +लिङ्गस्थो +लिङ्गस्य +लिङ्गस्यापि +लिङ्गस्येति +लिङ्गा +लिङ्गाः +लिङ्गाख्यं +लिङ्गाख्यो +लिङ्गाग्रं +लिङ्गाग्रे +लिङ्गाच् +लिङ्गाच्च +लिङ्गात् +लिङ्गात्मा +लिङ्गादपि +लिङ्गादयः +लिङ्गादवगन्तव्यः +लिङ्गादि +लिङ्गादिति +लिङ्गादिसंग्रहटीकायां +लिङ्गादिसंग्रहे +लिङ्गादीनां +लिङ्गादेव +लिङ्गादौ +लिङ्गाद् +लिङ्गाध्याहारौ +लिङ्गानां +लिङ्गानाञ्च +लिङ्गानामपि +लिङ्गानाम् +लिङ्गानि +लिङ्गानीति +लिङ्गानुगुणं +लिङ्गानुपातः +लिङ्गानुशासन +लिङ्गानुशासनं +लिङ्गानुशासनप्रकरणम् +लिङ्गानुशासनम् +लिङ्गानुशासनस्य +लिङ्गानुशासने +लिङ्गानुशासनेन +लिङ्गान्तरं +लिङ्गान्तरमाह +लिङ्गान्तरे +लिङ्गान्यनुपूर्वशस्तु +लिङ्गान्याह +लिङ्गान्येतानि +लिङ्गान्येतान्येव +लिङ्गाभावात् +लिङ्गाभावादिति +लिङ्गाभावे +लिङ्गाभावेन +लिङ्गाभावेऽपि +लिङ्गार्च्चनतन्त्रे +लिङ्गार्श +लिङ्गार्शोऽधिकारः +लिङ्गाष्टकम् +लिङ्गि +लिङ्गिको +लिङ्गितया +लिङ्गित्वेन +लिङ्गिनं +लिङ्गिनः +लिङ्गिनश्चैव +लिङ्गिनस्तथा +लिङ्गिनस्तु +लिङ्गिना +लिङ्गिनां +लिङ्गिनि +लिङ्गिनी +लिङ्गिनीं +लिङ्गिनो +लिङ्गिलिङ्गभाव +लिङ्गी +लिङ्गे +लिङ्गेति +लिङ्गेन +लिङ्गेनेति +लिङ्गेनैव +लिङ्गेभ्यो +लिङ्गेषु +लिङ्गेऽपि +लिङ्गैः +लिङ्गैक्यस्य +लिङ्गैर् +लिङ्गैर्व्याधिमुपाचरेत् +लिङ्गैश्च +लिङ्गो +लिङ्गोक्त +लिङ्गोक्तं +लिङ्गोक्तदेवतं +लिङ्गोक्तदेवतः +लिङ्गोक्तदेवतम् +लिङ्गोक्तदेवता +लिङ्गोक्तदेवताः +लिङ्गोक्तदेवतानि +लिङ्गोक्तदेवतानुष्टुप् +लिङ्गोक्तदेवत्या +लिङ्गोक्तदेवत्यानि +लिङ्गोक्तदैवतम् +लिङ्गोक्तबहुदेवत्या +लिङ्गोक्ता +लिङ्गोक्तानि +लिङ्गोक्ते +लिङ्गोपरि +लिङ्ग् +लिङ्ग्यते +लिङ्च +लिङ्त्वं +लिङ्निमित्ते +लिङ्प्रत्ययो +लिङ्प्रयोगः +लिङ्याशिष्यङ् +लिङ्लृटौ +लिङ्लोटौ +लिङ्वद्भावात् +लिङ्सिचावात्मनेपदेषु +लिङ्सिचोरात्मनेपदेषु +लिङ्सिचौ +लिङ्‌ +लिङ्‌गं +लिच्छवयो +लिजा +लिझं +लिट +लिटः +लिटरेचर +लिटल् +लिटस्तझयोरेशिरेच् +लिटा +लिटि +लिटीति +लिटेि +लिटो +लिट् +लिट्टे +लिट्यन्यतरस्याम् +लिट्यभ्यासस्य +लिट्यभ्यासस्योभयेषाम् +लिट्याम् +लिट्युसि +लिट्सु +लिट्‌ +लिड +लिडः +लिडर्थे +लिडि +लिडिति +लिडो +लिड् +लिड्यङोश्च +लिड्याशिष्यङ् +लिड्वद्भावात् +लित +लितं +लितः +लितम् +लिता +लिताः +लिति +लितीति +लिते +लितो +लित् +लित्वा +लित्स्वरः +लित्स्वरेण +लित्स्वरेणाद्युदात्तत्वम् +लिद +लिन +लिनं +लिनः +लिना +लिनाति +लिनि +लिनी +लिने +लिनेन +लिनो +लिन् +लिन्दु +लिप +लिपति +लिपयः +लिपि +लिपिं +लिपिः +लिपिकरः +लिपिकरप्रमादात् +लिपिकरी +लिपिकर्मार्पितोपमः +लिपिकार +लिपिकारः +लिपिभिः +लिपियों +लिपिरास्ते +लिपिरियम् +लिपिशास्त्रम् +लिपिषु +लिपिसम्बद्धाः +लिपिसिचिह्वश्च +लिपी +लिपीनां +लिपेः +लिपेत् +लिपौ +लिप् +लिप्त +लिप्तं +लिप्तः +लिप्ततिक्तास्यता +लिप्तमूषायां +लिप्तम् +लिप्तवान् +लिप्तवासितम् +लिप्तस्थापितस्य +लिप्तस्य +लिप्ता +लिप्तां +लिप्ताः +लिप्तादि +लिप्तादिकं +लिप्तानां +लिप्तानि +लिप्ताभिः +लिप्तायां +लिप्ताश्च +लिप्तिका +लिप्तिकाः +लिप्तीकृत्य +लिप्ते +लिप्तेन +लिप्तेषु +लिप्तो +लिप्त्वा +लिप्पर्शे +लिप्य +लिप्यक्षराणां +लिप्यक्षराणि +लिप्यत +लिप्यति +लिप्यते +लिप्यन्तरणम् +लिप्यन्ते +लिप्यसे +लिप्या +लिप्यां +लिप्याः +लिप्यामि +लिप्यामुपन्यस्तः +लिप्याम् +लिप्येत +लिप्येहं +लिप्येऽहं +लिप्सते +लिप्सन्त +लिप्सन्ति +लिप्सन्ते +लिप्समानो +लिप्सया +लिप्सा +लिप्सां +लिप्सायां +लिप्सायामिति +लिप्सायाम् +लिप्सासूत्रे +लिप्सुः +लिप्सेत +लिप्सेत् +लिप्स्यमानसिद्धौ +लिबि +लिबिया +लिबुजा +लिबुजेव +लिबु॑जेव +लिभिः +लिमिटेड +लिमिटेड् +लिम् +लिम्प +लिम्पः +लिम्पति +लिम्पतीति +लिम्पतीव +लिम्पते +लिम्पन्ति +लिम्पन्तीति +लिम्पन्निव +लिम्पामि +लिम्पेत् +लिम्पेद् +लिम्बु +लिम्बू +लिय +लियं +लियः +लियते +लिया +लियां +लियाण्डर् +लियान् +लिये +लियो +लियोनार्ड +लियोनार्दो +लिलक्षयिषितः +लिलावयिषति +लिलिखिषति +लिलिखुः +लिलिहे +लिलेख +लिलेखिषति +लिलेह +लिल्ये +लिव +लिवरपुल् +लिव्रे +लिश +लिशं +लिशति +लिशते +लिश् +लिश्च +लिश्यते +लिषा +लिष्ट +लिष्टा +लिस +लिसा +लिस्टर् +लिह +लिहः +लिहति +लिहते +लिहन् +लिहन्ति +लिहा +लिहानं +लिहि +लिहिः +लिहू +लिहून +लिहेः +लिहेत् +लिहेत्कर्षं +लिहेत्प्रातर्मध्वाज्याभ्यां +लिहेत्सदा +लिहेदनु +लिहेद् +लिहेन्नित्यं +लिहौ +लिह् +लिह्यात् +लिह्यात्क्षौद्रे +लिह्यात्तत्र +लिह्याद् +लिह्याद्वा +लिह्यान् +लिी +ली +लीं +लीः +लीक +लीकं +लीका +लीके +लीग +लीग् +लीङ् +लीटर +लीटरं +लीटररी +लीडरमन +लीड् +लीढ +लीढं +लीढः +लीढम् +लीढा +लीढाः +लीढाम् +लीढे +लीढो +लीढ्वा +लीति +लीथियम् +लीन +लीनं +लीनः +लीनतया +लीनता +लीनतां +लीनताम् +लीनत्वात् +लीनम् +लीनवान् +लीनस्य +लीना +लीनां +लीनाः +लीनानां +लीनानि +लीनान् +लीनान्यतः +लीनायां +लीनियस् +लीने +लीनेति +लीनेव +लीनो +लीनौ +लीन् +लीन्ह +लीमसैर्व्याख्यातम् +लीम् +लीय +लीयं +लीयंते +लीयत +लीयति +लीयते +लीयतेः +लीयतेरिति +लीयतेऽस्मिन्निति +लीयन्त +लीयन्ते +लीयमानं +लीयमाना +लीयमाने +लीयसे +लीये +लीयेत +लीयेते +लीयेतेति +लीयो +लीयों +लीयोन +लील +लीलं +लीलया +लीलयापि +लीलयेति +लीलयैव +लीलवती +लीला +लीलां +लीलाः +लीलाकमलं +लीलाकमलपत्राणि +लीलाकमलमलके +लीलाकरः +लीलाकैवल्यम् +लीलाख्या +लीलाचतुरामनङ्गः +लीलातनुभिः +लीलातामरसोदरे +लीलात्मकत्वं +लीलादेवी +लीलादेव्या +लीलाधाममनोहरम् +लीलानां +लीलापद्मं +लीलापरं +लीलामन्दं +लीलामय +लीलामात्रेण +लीलामानुषविग्रहः +लीलाम् +लीलाम्बुजेन +लीलायते +लीलाया +लीलायां +लीलायाः +लीलायितं +लीलायितम् +लीलायै +लीलारविन्दं +लीलारविन्देन +लीलार्थं +लीलावति +लीलावती +लीलावतीं +लीलावतीकण्ठाभरणम् +लीलावतीनां +लीलावतीप्रकाशविवृतिः +लीलावत्या +लीलावत्यां +लीलावत्याः +लीलावत्याम् +लीलावत्युक्ते +लीलावनं +लीलावने +लीलाविग्रहं +लीलाविग्रहपरिग्रह +लीलाविशारदः +लीलाशुकः +लीलासरः +लीलासु +लीलास्मितं +लीले +लीलेति +लीलेयं +लीलेव +लीलैव +लीलो +लीलोपाख्याने +लीलोर्नुग्लुकावन्यतरस्यां +लीलोवाच +लीवर +लु +लुं +लुंठयित्वा +लुः +लुइ +लुइस +लुई +लुईजियाना +लुए +लुक +लुकं +लुकः +लुका +लुकारस्य +लुकि +लुकीति +लुकू +लुको +लुकौ +लुक् +लुक्का +लुक्खौ +लुक्च +लुक्तद्धितलुकि +लुक्तद्धितलुकीति +लुक्पक्षे +लुक्प्रकरणे +लुक्श्लुलुपः +लुक्स्यात् +लुक्‌ +लुग +लुगकारेकाररेफाश्च +लुगणिञोः +लुगभावः +लुगभावश्छान्दसः +लुगभावे +लुगिति +लुगित्यनुवर्तते +लुगित्यर्थः +लुगुच्यते +लुगू +लुग् +लुग्ग्रहणं +लुग्न +लुग्भवति +लुग्भवतीति +लुग्भवत्येव +लुग्भविष्यति +लुग्यथा +लुग्वक्तव्यः +लुग्वचनं +लुग्वचनम् +लुग्वा +लुग्विकरण +लुग्विकरणस्य +लुग्विधीयते +लुग्विषये +लुङ +लुङः +लुङडभावश्च +लुङलङ्लिटः +लुङि +लुङिति +लुङीति +लुङो +लुङ् +लुङ्ग +लुङ्गलेई +लुङ्गलै +लुङ्गलैमण्डलं +लुङ्गलैमण्डलम् +लुङ्गस्य +लुङ्गा +लुङ्गाध्यायः +लुङ्चास्मे +लुङ्न +लुङ्याह +लुङ्लङलिटः +लुङ्लङ्लिटः +लुङ्लङ्लृङ्क्ष्वडुदात्तः +लुङ्लृङोः +लुङ्सनोर्घस्लृ +लुङ्‌ +लुचित्वा +लुछ +लुजि +लुञ्च +लुञ्चति +लुञ्चनं +लुञ्चित्वा +लुट +लुटः +लुटि +लुटो +लुटोऽपि +लुट् +लुठ +लुठति +लुठनं +लुठन् +लुठन्तः +लुठन्ति +लुठन्ती +लुठल्लोलालकैरश्रुभिः +लुठसि +लुठि +लुठितं +लुठितः +लुठित्वा +लुड +लुडि +लुडो +लुड् +लुण्ट +लुण्टका +लुण्टकेभ्यः +लुण्टति +लुण्टाक +लुण्टाकः +लुण्ठ +लुण्ठति +लुण्ठनं +लुण्ठनम् +लुण्ठनाय +लुण्ठनी +लुण्ठने +लुण्ठनेन +लुण्ठयित्वा +लुण्ठितं +लुण्ठिता +लुतो +लुत्वा +लुथि +लुधियाना +लुधियानामण्डलम् +लुनते +लुनन्ति +लुनाति +लुनातीति +लुनातु +लुनामि +लुनीतः +लुनीते +लुनीथ +लुनीहि +लुनीहीत्येवायं +लुनोति +लुन्च +लुन्थति +लुप +लुपं +लुपः +लुपसदचरजपजभदहदशगॄभ्यो +लुपा +लुपि +लुपो +लुप् +लुप्च +लुप्त +लुप्तं +लुप्तः +लुप्तत्वात् +लुप्तत्वेन +लुप्तनिर्दिष्टः +लुप्तनिर्दिष्टो +लुप्तपिण्डाः +लुप्तपिण्डोदकक्रियाः +लुप्तप्रथमाकं +लुप्तप्रथमाकम् +लुप्तमत्वर्थीयः +लुप्तमिति +लुप्तम् +लुप्तषष्ठी +लुप्तषष्ठीक +लुप्तषष्ठीकं +लुप्तषष्ठीकम् +लुप्तस्य +लुप्ता +लुप्ताः +लुप्तानि +लुप्तायां +लुप्ते +लुप्तेति +लुप्तेषु +लुप्तेऽपि +लुप्तो +लुप्तोत्प्रेक्षा +लुप्तोपमं +लुप्तोपममेतत् +लुप्तोपमम् +लुप्तोपमा +लुप्तोपमादिरलंकारः +लुप्तोपमानमेतत् +लुप्तोपमानम् +लुप्तोपमालंकारः +लुप्तोपमालङ्कार +लुप्तोपमालङ्कारः +लुप्तोपमाष्टधा +लुप्तौ +लुप्त्वा +लुप्यत +लुप्यति +लुप्यते +लुप्यन्ते +लुप्येत +लुप्येते +लुप्येतेति +लुप्लृ +लुप्स्यात् +लुब +लुबन्तस्य +लुबर्थस्य +लुबर्थे +लुबविशेषे +लुबि +लुबिति +लुबिलचौ +लुब् +लुब्ध +लुब्धं +लुब्धः +लुब्धक +लुब्धकं +लुब्धकः +लुब्धकधीवरपिशुना +लुब्धकम् +लुब्धकस्तत्र +लुब्धकस्य +लुब्धका +लुब्धकाः +लुब्धकानां +लुब्धके +लुब्धकेन +लुब्धकैः +लुब्धकैर् +लुब्धको +लुब्धकोऽपि +लुब्धजनस्तथा +लुब्धता +लुब्धत्वं +लुब्धमर्थेन +लुब्धम् +लुब्धया +लुब्धयोगे +लुब्धवदर्कलब्धं +लुब्धश्च +लुब्धश्छाद्मिको +लुब्धस्य +लुब्धा +लुब्धाः +लुब्धानां +लुब्धाय +लुब्धाश्च +लुब्धे +लुब्धेन +लुब्धेनाकृतबुद्धिना +लुब्धेषु +लुब्धैः +लुब्धो +लुब्ध्वा +लुब्भवति +लुब्योगाप्रख्यानात् +लुभ +लुभति +लुभित्वा +लुभो +लुभ् +लुभ्यति +लुभ्यन्ति +लुमता +लुमताङ्गस्य +लुमा +लुम् +लुम्पति +लुम्पतु +लुम्पते +लुम्पन्ति +लुम्पसि +लुम्पेत् +लुम्पेदवश्यमः +लुम्बति +लुम्बिनी +लुम्मनुष्ये +लुल +लुलविथ +लुलायो +लुलाव +लुलित +लुलितं +लुलितः +लुलितपक्ष्मणी +लुलितम् +लुलिता +लुलुभे +लुलुवतुः +लुलुविध्वे +लुलुवुः +लुलुवुषः +लुलूषति +लुलोके +लुलोठ +लुलोप +लुलोभ +लुवः +लुवौ +लुशः +लुशो +लुष +लुह +लुहिलप्पिआ +लू +लूं +लूकलिखितः +लूकीयम् +लूज्जि +लूञ् +लूट +लूता +लूतां +लूताः +लूतानां +लूताम् +लूतिका +लूत्वा +लूथर् +लून +लूनं +लूनः +लूनपक्ष +लूनम् +लूनवान् +लूना +लूनाः +लूनानि +लूनिः +लूनी +लूने +लून्युः +लूयते +लूयि +लूयिस् +लूयी +लूयीस् +लूष +लूसिया +लूहानि +लृ +लृं +लृकार +लृकारः +लृकारस्य +लृकारे +लृकारो +लृङि +लृङ् +लृङ्भवति +लृङ्‌ +लृजुः +लृट +लृटः +लृटि +लृटोऽपवादः +लृटौ +लृट् +लृट्प्रत्ययो +लृट्‌ +लृड् +लृति +लृतुलसानां +लृदित्त्वात् +लृदित्त्वादङ् +लृदित्वात् +लृलुटोः +लृवर्णस्य +लॄ +ले +लें +लेंगे +लेः +लेअद् +लेक +लेकं +लेकः +लेकर +लेकिन +लेकुञ्चिकस्य +लेके +लेकेि +लेक् +लेक्ष्यति +लेक्ष्यते +लेख +लेखं +लेखः +लेखक +लेखकं +लेखकः +लेखकप्रमादात् +लेखकश्च +लेखकस्खलनकृतः +लेखकस्य +लेखका +लेखकाः +लेखकानां +लेखकानाम् +लेखकान् +लेखके +लेखकेन +लेखकेभ्यः +लेखकेषु +लेखकैः +लेखको +लेखकों +लेखकोऽन्ते +लेखन +लेखनं +लेखनः +लेखनत्वम् +लेखनदोषः +लेखनपद्धतेः +लेखनप्रकारः +लेखनप्रकारो +लेखनमपि +लेखनम् +लेखनसाधने +लेखनस्य +लेखना +लेखनात् +लेखनानां +लेखनानि +लेखनाय +लेखनार्थं +लेखनार्थम् +लेखनार्थे +लेखनी +लेखनीं +लेखनीम् +लेखनीयं +लेखनीयः +लेखनीयमिति +लेखनीयम् +लेखनीया +लेखनीयाः +लेखनीयानि +लेखनीये +लेखने +लेखनेन +लेखनेषु +लेखनो +लेखन्या +लेखन्यां +लेखन्याम् +लेखप्रतियोगिता +लेखम् +लेखयति +लेखया +लेखयित्वा +लेखयेत् +लेखयेत्सद्यः +लेखरहितम् +लेखशीर्षकः +लेखश्च +लेखस्य +लेखहारं +लेखहारकः +लेखा +लेखां +लेखाः +लेखातः +लेखात् +लेखानां +लेखानाम् +लेखान् +लेखापरीक्षा +लेखापरीक्षायाः +लेखाभियानम् +लेखाम् +लेखायां +लेखायाः +लेखारूढं +लेखावली +लेखाशास्त्रं +लेखाशास्त्रस्य +लेखाश्च +लेखासु +लेखिका +लेखितं +लेखितः +लेखितम् +लेखितव्यम् +लेखितुं +लेखितुम् +लेखित्वा +लेखिनी +लेखिनीं +लेखीः +लेखीरन्तरिक्षं +लेखे +लेखेन +लेखेव +लेखेषु +लेखैः +लेखो +लेखों +लेखोऽयं +लेख्य +लेख्यं +लेख्यः +लेख्यकम् +लेख्यकृतं +लेख्यन्तु +लेख्यप्रकरणम् +लेख्यमिति +लेख्यम् +लेख्यस्य +लेख्या +लेख्याः +लेख्यादौ +लेख्यानि +लेख्ये +लेख्येन +लेख्यो +लेख्यौ +लेगेट +लेङ् +लेङ्गपुई +लेट +लेटः +लेटस्तिप् +लेटा +लेटात् +लेटि +लेटे +लेटो +लेटोडाटौ +लेटोऽडाटौ +लेट् +लेट्प्रयोगः +लेट्यडागमः +लेट्यडागमे +लेट्याडागमः +लेडि +लेडी +लेड् +लेढव्यम् +लेढा +लेढि +लेढीति +लेण्ड +लेण्डं +लेत +लेता +लेति +लेती +लेतुवा +लेतुवाया +लेतुवायाम् +लेते +लेन +लेना +लेनाके +लेनिन +लेनिन् +लेनी +लेने +लेनेक् +लेनेवाले +लेनैव +लेन्थेनम +लेन्सः +लेन्सस्य +लेप +लेपं +लेपः +लेपकः +लेपतः +लेपतो +लेपन +लेपनं +लेपनतो +लेपनम् +लेपनात् +लेपनीयम् +लेपने +लेपनेन +लेपनैः +लेपभाक् +लेपभाजश्चतुर्थाद्याः +लेपमात्रेण +लेपम् +लेपयति +लेपयन्ति +लेपयित्वा +लेपयिष्यामि +लेपयेच् +लेपयेत् +लेपयेत्ततः +लेपयेत्तेन +लेपयेद् +लेपवेध +लेपश्च +लेपस्तु +लेपस्य +लेपस्याङ्गारवर्णता +लेपा +लेपाः +लेपाक्षी +लेपात् +लेपादयो +लेपाद् +लेपान् +लेपान्निमार्ष्टि +लेपाय +लेपितं +लेपितम् +लेपिता +लेपिते +लेपृ +लेपे +लेपेन +लेपेषु +लेपो +लेपोऽय +लेपोऽयं +लेप्चा +लेप्ता +लेप्यं +लेप्यते +लेप्या +लेबनान +लेभ +लेभाते +लेभिरे +लेभे +लेभेऽसौ +लेमे +लेय +लेयं +लेयः +लेया +लेये +लेरिति +लेला +लेलायति +लेलायतीव +लेलायतीवेति +लेलायते +लेलायमाना +लेलिहा +लेलिहान +लेलिहानं +लेलिहानः +लेलिहाना +लेलिहानां +लेलिहानाः +लेलिहाने +लेलिहानो +लेलिह्यमानं +लेलिह्यस +लेलिह्यसे +लेव +लेवि +लेवी +लेवु +लेवे +लेवें +लेश +लेशं +लेशः +लेशत +लेशतः +लेशतया +लेशतो +लेशतोऽपि +लेशमपि +लेशमात्र +लेशमात्रमपि +लेशमात्रेण +लेशम् +लेशा +लेशालङ्कारः +लेशे +लेशेन +लेशेनापि +लेशो +लेशोपि +लेशोऽपि +लेषु +लेषे +लेष्टा +लेस +लेसर् +लेसोथो +लेस्लि +लेह +लेहं +लेहः +लेहत्वमानीय +लेहनं +लेहनम् +लेहने +लेहमण्डलम् +लेहयेत् +लेहयेन्मधुना +लेहवत् +लेहस्य +लेहा +लेहाः +लेहान् +लेहे +लेहेन +लेहो +लेहोऽय +लेहोऽयं +लेह् +लेह्य +लेह्यं +लेह्यचोष्याणि +लेह्यम् +लेह्यानि +लेऽपि +लेि +लेोके +लेोचने +लेोप +लेोपे +लै +लैं +लैंगं +लैंगिकी +लैः +लैकिक +लैकिकं +लैकिकः +लैकिके +लैकिको +लैखाभ्रेयः +लैग +लैग् +लैङ्ग +लैङ्गं +लैङ्गमेकादशं +लैङ्गाः +लैङ्गिक +लैङ्गिकं +लैङ्गिकः +लैङ्गिकम् +लैङ्गिकी +लैङ्गिको +लैङ्गे +लैटिन +लैटिन् +लैटेराइट् +लैट् +लैफु +लैफ् +लैबनिट्ज् +लैला +लैव +लैौ +लैौकिके +लॉ +लॉग +लॉङ्गलेङ्ग +लॉर्ड् +लॉस +लॉस् +लो +लों +लोअस्स +लोई +लोए +लोओ +लोक +लोकँ +लोकं +लोकंपृणया +लोकंपृणा +लोकंपृणाः +लोकंपृणामुपदधाति +लोकंल् +लोकः +लोककण्टकः +लोककण्टकम् +लोककथा +लोककर्ता +लोककर्तारं +लोककर्तृणा +लोककल्याणहेतवे +लोककान्तस्य +लोककान्ता +लोककान्तामिव +लोककाम्यया +लोककारणम् +लोककारिणा +लोककृज्जातवेदः +लोककृत +लोककृतः +लोककृतौ +लोककृत् +लोककृत्नुमद्रिवो +लोकक्षयकरं +लोकक्षयकराणि +लोकक्षयकृत् +लोकक्षयकृत्प्रवृद्धो +लोकक्षिते +लोकगतिं +लोकगर्हितम् +लोकगुरुं +लोकगुरुः +लोकगुरुणा +लोकगुरो +लोकगुरोः +लोकचरितं +लोकचारी +लोकजननी +लोकजित् +लोकजित्तमः +लोकजीवनम् +लोकज्ञता +लोकज्ञो +लोकञ्च +लोकत +लोकतः +लोकतन्त्र +लोकतन्त्रं +लोकतन्त्रमसारवत् +लोकतन्त्रम् +लोकतन्त्रस्य +लोकतन्त्राय +लोकतन्त्रे +लोकताम् +लोकते +लोकतो +लोकत्रय +लोकत्रयं +लोकत्रयमपि +लोकत्रयमाविश्य +लोकत्रयम् +लोकत्रयस्य +लोकत्रयी +लोकत्रयीं +लोकत्रये +लोकत्रयेऽपि +लोकत्रयेऽप्यप्रतिमप्रभाव +लोकत्रितये +लोकत्रितयैकवीरः +लोकदम्भकः +लोकदुःखेन +लोकदृष्टया +लोकदृष्ट्या +लोकद्वय +लोकद्वयं +लोकद्वयस्य +लोकद्वयहितं +लोकद्वयाधारकत्वं +लोकद्वये +लोकद्वयेन +लोकद्वयेऽपि +लोकद्वारं +लोकधर्मी +लोकधातवः +लोकधाता +लोकधातारं +लोकधातुं +लोकधातुः +लोकधातुमन्वाहिण्ड्य +लोकधातुर्भविष्यति +लोकधातुषु +लोकधातुस्तत्र +लोकधातून् +लोकधातोः +लोकधातौ +लोकधारिणा +लोकधारिणी +लोकधारिणीम् +लोकन +लोकनं +लोकनमस्कृतः +लोकनमस्कृतम् +लोकनमस्कृता +लोकनाथ +लोकनाथं +लोकनाथः +लोकनाथम् +लोकनाथरसः +लोकनाथरसो +लोकनाथस्तं +लोकनाथस्तु +लोकनाथस्य +लोकनाथाय +लोकनाथे +लोकनाथेन +लोकनाथो +लोकनायक +लोकनायकः +लोकनाशाय +लोकनृत्यानि +लोकनेन +लोकप +लोकपः +लोकपतिं +लोकपते +लोकपद्धतिः +लोकपद्मस्य +लोकपरायणः +लोकपा +लोकपाः +लोकपान् +लोकपाल +लोकपालं +लोकपालः +लोकपालकः +लोकपालकाः +लोकपालत्वं +लोकपालत्वमेव +लोकपालपुरेषु +लोकपालम् +लोकपालस्य +लोकपाला +लोकपालांश्च +लोकपालांस्तु +लोकपालाः +लोकपालाना +लोकपालानां +लोकपालानामिन्द्रादीनां +लोकपालान् +लोकपालान्नु +लोकपालाश्च +लोकपालाष्टकं +लोकपालाष्टकोपेतं +लोकपालास्तथा +लोकपालास्तथैव +लोकपालास्तु +लोकपालास्ते +लोकपाले +लोकपालेभ्य +लोकपालेभ्यः +लोकपालेभ्यो +लोकपालेषु +लोकपालैः +लोकपालैरपि +लोकपालैश्च +लोकपालैस्तु +लोकपालो +लोकपालोपमं +लोकपावन +लोकपावनः +लोकपावनम् +लोकपावनाः +लोकपावनी +लोकपावनीम् +लोकपितामह +लोकपितामहः +लोकपुण्ये +लोकपुरुषयोः +लोकपूजित +लोकपूजितः +लोकपूजितम् +लोकपूजिता +लोकपूजिताः +लोकपूजिते +लोकपूजितौ +लोकप्र +लोकप्रकालनः +लोकप्रतीत्यै +लोकप्रत्यक्षं +लोकप्रत्यक्षेण +लोकप्रधानस्य +लोकप्रवादः +लोकप्रसिद्ध +लोकप्रसिद्धं +लोकप्रसिद्धः +लोकप्रसिद्धत्वात् +लोकप्रसिद्धमेव +लोकप्रसिद्धम् +लोकप्रसिद्धया +लोकप्रसिद्धा +लोकप्रसिद्धाः +लोकप्रसिद्धिः +लोकप्रसिद्धितः +लोकप्रसिद्धे +लोकप्रसिद्धेः +लोकप्रसिद्धो +लोकप्रसिद्ध्या +लोकप्रसिद्य्धा +लोकप्रिय +लोकप्रियं +लोकप्रियः +लोकप्रियता +लोकप्रियतां +लोकप्रियतायाः +लोकप्रियत्वं +लोकप्रियम् +लोकप्रिया +लोकप्रियाणि +लोकबान्धवः +लोकबाह्यः +लोकबुद्ध्या +लोकभयंकरम् +लोकभयावहा +लोकभावन +लोकभावनः +लोकभावनम् +लोकभाविनी +लोकभाषा +लोकभाषायां +लोकभृत् +लोकम +लोकमखिलं +लोकमच्छिद्रं +लोकमजयत् +लोकमजयन् +लोकमञ्जसा +लोकमणिदाहालस्य +लोकमतिक्रामति +लोकमथो +लोकमध्ये +लोकमनु +लोकमनुनेषि +लोकमपश्यत् +लोकमपि +लोकमभि +लोकमभिजयति +लोकमभिजयन्ते +लोकमभिवहति +लोकमभिसम्पद्यत +लोकममुं +लोकमरोहन् +लोकमर्यादा +लोकमवाप्नुयात् +लोकमवाप्नोति +लोकमवाप्स्यसि +लोकमविन्दत् +लोकमवेक्ष्य +लोकमवैक्षत +लोकमश्नुते +लोकमस्मै +लोकमहेश्वरं +लोकमहेश्वरम् +लोकमाक्रमत +लोकमागच्छति +लोकमातरः +लोकमातरम् +लोकमातरि +लोकमाता +लोकमानः +लोकमान्य +लोकमान्यः +लोकमाप्नुयात् +लोकमाप्नोति +लोकमायन् +लोकमायाति +लोकमाश्रिता +लोकमासाद्य +लोकमिच्छन्तः +लोकमिच्छन्ती +लोकमिच्छन्ते +लोकमिच्छन्तो +लोकमित +लोकमिति +लोकमिमं +लोकमियामिति +लोकमियामेति +लोकमिहि +लोकमीप्सन्तः +लोकमुत्तमम् +लोकमुपासीत +लोकमुपास्ते +लोकमें +लोकमेकम् +लोकमेति +लोकमेतीति +लोकमेव +लोकम् +लोकम्̇ +लोकम्पृणया +लोकम्पृणा +लोकम्पृणामेनं +लोकम्पृणे +लोकम्य +लोकय +लोकयति +लोकयन् +लोकयन्ति +लोकयात्रा +लोकयात्रां +लोकयात्रायां +लोकयात्रायाः +लोकयानम् +लोकयानव्यवस्था +लोकयानानि +लोकयानेन +लोकयामास +लोकयुगं +लोकयेत् +लोकयोः +लोकयोरुभयोः +लोकयोरुभयोरपि +लोकयोर् +लोकयोर्द्वयोः +लोकरक्षणार्थं +लोकरक्षा +लोकरक्षायै +लोकरक्षार्थं +लोकरामस्य +लोकरावणः +लोकरावणम् +लोकरीत्या +लोकलज्जा +लोकलोकान्तरों +लोकवचनादपि +लोकवतु +लोकवत् +लोकवत्तु +लोकवदिति +लोकवदेव +लोकवद् +लोकवद्वेदेऽपि +लोकवादः +लोकवादा +लोकवादांश्च +लोकवादे +लोकवादो +लोकवार्ता +लोकवासनया +लोकवासना +लोकवासिनः +लोकविख्याता +लोकविगर्हितम् +लोकविज्ञाते +लोकवित् +लोकवित्रासनं +लोकविदः +लोकविदनुत्तरः +लोकविदसि +लोकविदितः +लोकविद्विष्टं +लोकविनाशाय +लोकविरुद्धं +लोकविरोध +लोकविरोधः +लोकविरोधात् +लोकविश्रुतः +लोकविश्रुतम् +लोकविश्रुता +लोकविश्रुताः +लोकविश्रुताम् +लोकविश्रुते +लोकविश्रुतौ +लोकवृत्तं +लोकवृत्तिषु +लोकवेदभेदः +लोकवेदयोः +लोकवेदविरोधप्रतिसंधानेनानिच्छन्तमपि +लोकव्यव +लोकव्यवहार +लोकव्यवहारं +लोकव्यवहारः +लोकव्यवहारसिद्ध +लोकव्यवहारस्य +लोकव्यवहारे +लोकव्यवहारेण +लोकव्यवहारो +लोकशंकरः +लोकशंकरम् +लोकशङ्करः +लोकशङ्करम् +लोकशब्दः +लोकशब्दस्य +लोकशब्देन +लोकशब्दो +लोकशास्त्रकाव्याद्यवेक्षणात् +लोकशाही +लोकशिक्षार्थं +लोकशोषणः +लोकश्च +लोकश्चायं +लोकश्चेति +लोकश्चेत्यधिकृतो +लोकसंख्या +लोकसंग्रहं +लोकसंग्रहः +लोकसंग्रहमित्यन्तम् +लोकसंग्रहमेवापि +लोकसंग्रहम् +लोकसंग्रहाय +लोकसंग्रहार्थं +लोकसंग्रहार्थम् +लोकसंग्रहार्थानि +लोकसंग्रहो +लोकसंमताः +लोकसंरक्षणाय +लोकसंवृतिसत्यं +लोकसंस्कृतिः +लोकसंस्थितिः +लोकसङ्ख्या +लोकसङ्ग्रहं +लोकसङ्ग्रहः +लोकसङ्ग्रहमपि +लोकसङ्ग्रहम् +लोकसङ्ग्रहस्य +लोकसङ्ग्रहाय +लोकसङ्ग्रहार्थं +लोकसत्कृतः +लोकसत्कृतम् +लोकसनि +लोकसभा +लोकसभाकेन्द्रम् +लोकसभाकेन्द्राणि +लोकसभाक्षेत्रम् +लोकसभाक्षेत्राणि +लोकसभाक्षेत्रेषु +लोकसभाध्यक्ष +लोकसभाध्यक्षः +लोकसभाध्यक्षस्य +लोकसभानिर्वाचने +लोकसभाप्रक्रिया +लोकसभायां +लोकसभायाः +लोकसभायाम् +लोकसभायै +लोकसभासदस्यः +लोकसभासदस्याः +लोकसमान +लोकसमूह +लोकसम्मताः +लोकसाक्षिकम् +लोकसाक्षिणम् +लोकसाक्षिणे +लोकसाक्षी +लोकसिद्ध +लोकसिद्धं +लोकसिद्धः +लोकसिद्धञ्च +लोकसिद्धत्वं +लोकसिद्धत्वात् +लोकसिद्धत्वेन +लोकसिद्धमेव +लोकसिद्धम् +लोकसिद्धस्य +लोकसिद्धा +लोकसिद्धाः +लोकसिद्धानि +लोकसिद्धो +लोकसिसृक्षया +लोकसुखं +लोकसुन्दरी +लोकसृष्टिं +लोकसृष्टौ +लोकसे +लोकसेतूनां +लोकस् +लोकस्तं +लोकस्तत्र +लोकस्तत्रेमं +लोकस्तथाप्यहितमाचरतीति +लोकस्तदनुवर्तते +लोकस्तदेष +लोकस्तस्मिन्नेवैनं +लोकस्तस्य +लोकस्तु +लोकस्तुतां +लोकस्तेन +लोकस्थ +लोकस्थितये +लोकस्थितिं +लोकस्थितिः +लोकस्पृते +लोकस्मृते +लोकस्य +लोकस्या +लोकस्याक्रान्त्यै +लोकस्यानुख्यात्यै +लोकस्यापि +लोकस्याभिजित्यै +लोकस्याभिनीत्यै +लोकस्याभिवृत्त्यै +लोकस्यावरुद्धये +लोकस्यास्य +लोकस्येति +लोकस्येत्यादि +लोकस्येत्य् +लोकस्यैव +लोकस्यैष +लोकस्योदात्तये +लोकस्य् +लोकस्वामी +लोकहितं +लोकहिताय +लोकहितार्थं +लोकहितार्थाय +लोकहितावहाः +लोकहिते +लोकहितैषिणा +लोकहेतवे +लोकहेतोः +लोकऽकृतः +लोका +लोकाँ +लोकां +लोकांश्च +लोकांस् +लोकांस्तु +लोकांस्ते +लोकांस्त्रीन् +लोकाः +लोकाक्षिः +लोकाचारं +लोकाचारमात्रेण +लोकाचारे +लोकाच् +लोकाच्च +लोकाञ् +लोकाञ्जयति +लोकाञ्जयन्ति +लोकातीतं +लोकात् +लोकात्मने +लोकात्मा +लोकादपि +लोकादिं +लोकादिकाः +लोकादिति +लोकादेव +लोकादौ +लोकाद् +लोकाधिपतिः +लोकाधिपतिरेष +लोकाधिपतीन् +लोकाधिपत्यं +लोकाधीनावधारणो +लोकाध्यक्षं +लोकाध्यक्षः +लोकान +लोकानखिलान् +लोकानतीत्य +लोकाननु +लोकाननुत्तमान् +लोकानमलान्प्रतिपद्यते +लोकानलं +लोकानवाप्नोति +लोकानसृजत +लोकाना +लोकानाँ +लोकानां +लोकानाञ्च +लोकानाप्नोति +लोकानाप्नोत्यनुत्तमान् +लोकानामपि +लोकानामभिजित्यै +लोकानामसंभेदाय +लोकानामाप्त्यै +लोकानामासां +लोकानामिति +लोकानामिह +लोकानामुपकाराय +लोकानामुपकारार्थं +लोकानाम् +लोकानि +लोकानिति +लोकानिमान् +लोकानिव +लोकानीशत +लोकानुकम्पक +लोकानुकम्पया +लोकानुकम्पायै +लोकानुक्रमणिका +लोकानुग्रह +लोकानुग्रहं +लोकानुग्रहकांक्षया +लोकानुग्रहकाम्यया +लोकानुग्रहकारक +लोकानुग्रहकारणात् +लोकानुग्रहप्रवृत्तकानामेकारक्षाणां +लोकानुग्रहाय +लोकानुग्रहार्थं +लोकानुभवः +लोकानुवर्तनं +लोकानुषित्वा +लोकानुसारतः +लोकानुसारेण +लोकानेष्वेव +लोकान् +लोकान्कर्मचितान्ब्राह्मणो +लोकान्गमिष्यामि +लोकान्तर +लोकान्तरं +लोकान्तरम् +लोकान्तरस्थानां +लोकान्तराणि +लोकान्तरिका +लोकान्तरे +लोकान्तरेषु +लोकान्तरेऽपि +लोकान्तरों +लोकान्तात् +लोकान्तिकदेवाः +लोकान्तिकाः +लोकान्ते +लोकान्त् +लोकान्न +लोकान्निष्क्रान्तः +लोकान्नु +लोकान्नोद्विजते +लोकान्पुरुषोऽधिशेते +लोकान्प्राप्य +लोकान्वै +लोकान्स +लोकान्समाहर्तुमिह +लोकापत्तिः +लोकापवादः +लोकापवादो +लोकाभावाय +लोकाभिरामं +लोकाभ्यां +लोकाभ्याम् +लोकाभ्युदयाय +लोकाय +लोकायत +लोकायतं +लोकायतः +लोकायताः +लोकायतिकपक्षप्रकरणम् +लोकायतिका +लोकायतिकाः +लोकायतिकानां +लोकायते +लोकायान्नाद्याय +लोकार्थ +लोकार्थं +लोकार्थे +लोकार्पणम् +लोकार्पितः +लोकार्पितम् +लोकार्पितस्य +लोकार्पिताः +लोकार्पितानि +लोकालोक +लोकालोकं +लोकालोकः +लोकालोकस्ततः +लोकालोकस्य +लोकालोकाचलो +लोकालोके +लोकालोकेन +लोकालोको +लोकालोकौ +लोकावगतसामर्थ्यः +लोकावनुसंचरति +लोकावन्तरेण +लोकावभिजयति +लोकाव् +लोकाव्यय +लोकाव्ययनिष्ठा +लोकाव्ययनिष्ठाखलर्थतृनाम् +लोकाव्ययेति +लोकाश्च +लोकाश्चतुर्दश +लोकाश्चत्वारश्चाश्रमाः +लोकाश्चराचराः +लोकाश्चिदिति +लोकाश्चैव +लोकाश्रयत्वात् +लोकाश्रयत्वाल्लिङ्गस्य +लोकाश्रयत्वाल्लिङ्गस्येति +लोकाश्रयो +लोकास् +लोकास्त +लोकास्तं +लोकास्तत्र +लोकास्तथा +लोकास्तदा +लोकास्तपसा +लोकास्तव +लोकास्तस्य +लोकास्ताञ्जयति +लोकास्तानेव +लोकास्तान् +लोकास्तु +लोकास्तुलां +लोकास्ते +लोकास्तेजोमयास्तस्य +लोकास्तेन +लोकास्तेषां +लोकास्त्रयः +लोकास्त्रयो +लोकास्त्रैलोक्यम् +लोकास्त्वया +लोकास्त्वां +लोका᳘ः +लोकि +लोकिक +लोकिकं +लोकितं +लोकिनश्च +लोकी +लोकृ +लोके +लोकेति +लोकेत्यादि +लोकेन +लोकेनेति +लोकेपि +लोकेपु +लोकेभ्य +लोकेभ्यः +लोकेभ्यस् +लोकेभ्यो +लोकेभ्योऽधो +लोकेभ्योऽसुरान्प्राणुदन्त +लोकेश +लोकेशं +लोकेशः +लोकेशस्य +लोकेशा +लोकेशाः +लोकेशानां +लोकेशान् +लोकेशावाहनं +लोकेशेन +लोकेशो +लोकेश्वर +लोकेश्वरं +लोकेश्वरः +लोकेश्वरव्रज्या +लोकेश्वरस्य +लोकेश्वरस्यास्य +लोकेश्वरात्मजा +लोकेश्वरो +लोकेषणा +लोकेषु +लोकेष्वकामचारो +लोकेष्वधि +लोकेष्वन्नं +लोकेष्वपि +लोकेष्वस्पर्धन्त +लोकेष्विति +लोकेष्विदं +लोकेष्वृध्नोति +लोकेष्व् +लोकेस्मिन् +लोकेऽत्र +लोकेऽन्यं +लोकेऽपि +लोकेऽपीति +लोकेऽमुष्मिंश्च +लोकेऽसौ +लोकेऽस्ति +लोकेऽस्पर्धन्त +लोकेऽस्मिन् +लोकेऽस्मिन्दैव +लोकेऽस्मिन्द्विविधा +लोकेऽस्मिन्न +लोकेऽस्मिन्नास्ति +लोकेऽस्मिन्निति +लोकेऽहं +लोकै +लोकैः +लोकैकसुन्दरी +लोकैरिति +लोकैरुच्यते +लोकैर् +लोकैश्च +लोकैषणा +लोकैषणायाश्च +लोकैस्तु +लोको +लोकों +लोकोंके +लोकोक्तिः +लोकोक्तौ +लोकोक्त्यलङ्कारः +लोकोक्त्या +लोकोत्तर +लोकोत्तरं +लोकोत्तरः +लोकोत्तरत्वं +लोकोत्तरत्वेन +लोकोत्तरपदस्य +लोकोत्तरमिति +लोकोत्तरम् +लोकोत्तरस्य +लोकोत्तरा +लोकोत्तरां +लोकोत्तराणां +लोकोत्तराणि +लोकोत्तरे +लोकोत्तरेण +लोकोत्तरेषु +लोकोत्तरो +लोकोद्धाराय +लोकोपकारः +लोकोपकारकं +लोकोपकाराय +लोकोपकृतिहेतवे +लोकोयं +लोकोऽक्षयो +लोकोऽग्निर्गौतम +लोकोऽथ +लोकोऽपि +लोकोऽभ्युदितो +लोकोऽयं +लोकोऽयम् +लोकोऽवबुध्यते +लोकोऽसौ +लोकोऽस्ति +लोकोऽस्तीति +लोकोऽस्त्ययज्ञस्य +लोको᳘ +लोकौ +लोक् +लोक्य +लोक्यं +लोक्यत +लोक्यते +लोक्यन्ते +लोक᳘ं +लोक᳘ः +लोकꣳ +लोग +लोगं +लोगेन +लोगेष्टकाः +लोगो +लोगों +लोगोंके +लोगोंको +लोच +लोचं +लोचः +लोचते +लोचदार +लोचन +लोचनं +लोचनः +लोचनकारः +लोचनगोचरं +लोचनञ्च +लोचनतो +लोचनत्रयम् +लोचनपथं +लोचनप्रियाः +लोचनबालप्रियोपेतः +लोचनमस्य +लोचनमार्गमाजौ +लोचनमिव +लोचनम् +लोचनयुगं +लोचनयुगलेन +लोचनयोः +लोचनस्य +लोचनहिता +लोचना +लोचनाः +लोचनात् +लोचनानां +लोचनानि +लोचनाभ्यां +लोचनाभ्याम् +लोचनाम् +लोचनाय +लोचने +लोचनेति +लोचनेन +लोचनेषु +लोचनै +लोचनैः +लोचनैर्वञ्चितोऽसि +लोचमस्तकः +लोचयति +लोचृ +लोच्य +लोजबानम् +लोज़बानम् +लोज़बानस्य +लोट +लोटः +लोटककृतचोदनावशतः +लोटति +लोटते +लोटनम् +लोटने +लोटयति +लोटा +लोटि +लोटो +लोटौ +लोट् +लोट्‌ +लोठककृत +लोठते +लोठनं +लोठनः +लोठनम् +लोठने +लोड +लोडति +लोडनं +लोडने +लोडन्तं +लोडन्तर्गतो +लोडन्तस्य +लोडयन्ति +लोडयामास +लोडर्थः +लोडर्थलक्षणे +लोडर्थे +लोडितं +लोडिति +लोडुत्तमस्य +लोडृ +लोड् +लोणं +लोणस्य +लोणा +लोणार +लोणावळा +लोण्मध्यमपुरुषैकवचनस्य +लोण्मध्यमबहुवचनस्य +लोण्मध्यमैकवचने +लोतः +लोथल +लोद +लोध +लोधं +लोध्र +लोध्रं +लोध्रः +लोध्रकल्केन +लोध्रकषायरूक्षे +लोध्रञ्च +लोध्रद्रुमं +लोध्रपाण्डुना +लोध्रप्रसवरजसा +लोध्रम् +लोध्रवृक्षे +लोध्रस्य +लोध्रस्यैव +लोध्रे +लोध्रो +लोन +लोन्ग +लोप +लोपं +लोपः +लोपपक्षे +लोपमेके +लोपम् +लोपयति +लोपयतीति +लोपयित्वा +लोपयेत् +लोपश्च +लोपश्चास्यान्यतरस्यां +लोपश्चास्यान्यतरस्याम् +लोपश्चेति +लोपश्छान्दसः +लोपश्शाकल्यस्येति +लोपसंज्ञं +लोपस्त +लोपस्तु +लोपस्य +लोपस्यापि +लोपस्स्यात् +लोपा +लोपाजादेशो +लोपात् +लोपादि +लोपाभाव +लोपाभावः +लोपाभावपक्षे +लोपाभावश्छान्दसः +लोपाभावे +लोपामुद्रया +लोपामुद्रा +लोपामुद्रां +लोपामुद्रे +लोपामुद्रोवाच +लोपार्थं +लोपार्थम् +लोपाशः +लोपाशो +लोपि +लोपिनो +लोपी +लोपे +लोपेन +लोपेऽपि +लोपो +लोपोऽकद्र्वाः +लोपोऽत्र +लोपोऽपि +लोपोऽभ्यासस्य +लोपोऽहस्त्यादिभ्यः +लोप् +लोप्तुं +लोप्त्र +लोप्त्रं +लोप्त्रेणाथ +लोप्य +लोप्यं +लोप्यः +लोप्या +लोप्याय +लोप्यो +लोप्स्यते +लोब्धा +लोभ +लोभं +लोभः +लोभक्रोधमोहपूर्वका +लोभक्रोधमोहाः +लोभञ्च +लोभतः +लोभतो +लोभनं +लोभनीयं +लोभमेव +लोभमोहपरायणाः +लोभमोहविवर्जितः +लोभमोहविवर्जिताः +लोभमोहसमन्विताः +लोभमोहादयो +लोभमोहितः +लोभमोहिताः +लोभमोहौ +लोभम् +लोभयति +लोभयन् +लोभयन्ति +लोभयामास +लोभयितुं +लोभयित्वा +लोभवशगा +लोभवशात् +लोभशून्यत्वं +लोभश्च +लोभश्चेदगुणेन +लोभस्तथा +लोभस्तस्मादेतत्त्रयं +लोभस्तु +लोभस्त्वसन्तोषो +लोभस्य +लोभा +लोभाकृष्टेन +लोभाच् +लोभाच्च +लोभात् +लोभात्क्रोधः +लोभात्तं +लोभादन्यत्र +लोभादयः +लोभादि +लोभादिति +लोभादिना +लोभादिवशात् +लोभादेव +लोभाद् +लोभाद्वा +लोभान्न +लोभान्मोहश्च +लोभान्मोहाच्च +लोभाय +लोभाविष्टो +लोभितः +लोभिता +लोभित्वा +लोभिनः +लोभिनो +लोभी +लोभे +लोभेन +लोभो +लोभोपहतचेतसः +लोभ्रं +लोम +लोमं +लोमः +लोमकूपे +लोमकूपेभ्यः +लोमकूपेषु +लोमतः +लोमतो +लोमनि +लोमनी +लोमन् +लोमपाद +लोमपादः +लोमभिः +लोमभ्य +लोमभ्यः +लोमवान् +लोमश +लोमशं +लोमशः +लोमशकृतोत्तराणि +लोमशगीतायां +लोमशगीतायाम् +लोमशम् +लोमशश्च +लोमशसक्थौ +लोमशस्तं +लोमशस्तत्र +लोमशस्तथा +लोमशस्तु +लोमशस्य +लोमशस्याश्रमं +लोमशस्याश्रमे +लोमशस्याऽऽश्रमं +लोमशस्याऽऽश्रमे +लोमशा +लोमशां +लोमशाः +लोमशातनमुत्तमम् +लोमशात् +लोमशाद्या +लोमशाद्याः +लोमशाय +लोमशाश्रमम् +लोमशाश्रमे +लोमशे +लोमशेन +लोमशो +लोमशोऽपि +लोमशोऽब्रवीत् +लोमशौ +लोमसु +लोमहर्षण +लोमहर्षणः +लोमहर्षणम् +लोमहर्षणे +लोमहर्षश्च +लोमा +लोमादि +लोमादिः +लोमादिपामादिपिच्छादिभ्यः +लोमादिभ्यः +लोमानि +लोमान्यस्य +लोमान्य् +लोमापि +लोमा॑नि॒ +लोमेति +लोमेन +लोमेव +लोमेषु +लोम्नः +लोम्ना +लोम्नां +लोम्नि +लोम्निलोम्नि +लोम्नो +लोम्नोऽपत्येषु +लोम्येन +लोम॒ +लोये +लोर्ड +लोल +लोलं +लोलः +लोलजिह्वा +लोलता +लोलतां +लोलताम् +लोलत्वं +लोलम् +लोलया +लोलयेत् +लोललोचना +लोलश्चलसतृष्णयोः +लोला +लोलां +लोलाः +लोलाक्षि +लोलाक्षी +लोलानि +लोलापाङ्गैर्यदि +लोलार्क +लोलार्के +लोलालः +लोलाश्चञ्चला +लोलासु +लोलितं +लोलितम् +लोलिता +लोली +लोलीभूतस्य +लोलुप +लोलुपं +लोलुपः +लोलुपत्वं +लोलुपा +लोलुपाः +लोलुपे +लोलुपो +लोलुप्यते +लोलुभो +लोलुवः +लोलूयं +लोलूयते +लोले +लोलेक्षणा +लोलेति +लोलैः +लोलो +लोष्ट +लोष्टं +लोष्टः +लोष्टग्राहम् +लोष्टमादाय +लोष्टमानीय +लोष्टम् +लोष्टवत् +लोष्टस् +लोष्टस्य +लोष्टादि +लोष्टादिषु +लोष्टादीनि +लोष्टादौ +लोष्टानि +लोष्टानुपसंहृत्य +लोष्टान् +लोष्टाश्मकाञ्चनानि +लोष्टे +लोष्टेन +लोष्टो +लोष्ट्र +लोष्ट्रं +लोष्ठ +लोष्ठं +लोष्ठमर्दी +लोष्ठवत् +लोष्ठे +लोह +लोहं +लोहः +लोहकारः +लोहकारस्य +लोहकाराणां +लोहकिट्टं +लोहकुम्भे +लोहगन्धो +लोहचक्रकप्रक्षेपणक्रीडा +लोहचूर्णं +लोहज +लोहजं +लोहजम् +लोहजा +लोहजां +लोहजानि +लोहजान् +लोहजालसमाः +लोहजालेन +लोहजे +लोहडी +लोहता +लोहतोयं +लोहदण्डं +लोहदण्डः +लोहदण्डेन +लोहदर्व्या +लोहध्वजाः +लोहनिर्मितम् +लोहपत्रं +लोहपात्रं +लोहपात्राणि +लोहपात्रे +लोहपिण्डं +लोहपिण्डप्रक्षेपणक्रीडा +लोहपुरुष +लोहपुरुषः +लोहपुरुषस्य +लोहपुरुषेण +लोहपृष्ठ +लोहभस्त्र +लोहभस्म +लोहभाजने +लोहभेदे +लोहमणिना +लोहमयं +लोहमयः +लोहमयम् +लोहमयानि +लोहमयी +लोहमयीं +लोहमये +लोहमयेन +लोहमारणे +लोहमिति +लोहमित्येव +लोहमिव +लोहमुखाः +लोहमुत्थितम् +लोहमुद्गरे +लोहमेव +लोहम् +लोहयुगम् +लोहरं +लोहरजो +लोहराचलात् +लोहरे +लोहवत् +लोहवनं +लोहशङ्कुं +लोहशृङ्खलापिण्डप्रक्षेपणक्रीडा +लोहसम्भवः +लोहसहस्रस्य +लोहस्तम्भः +लोहस्य +लोहा +लोहाः +लोहाण्डी +लोहात् +लोहादि +लोहानां +लोहानि +लोहान् +लोहाभिहारिकं +लोहामिषं +लोहार +लोहारडागामण्डलम् +लोहार्गलं +लोहार्गले +लोहि +लोहित +लोहितं +लोहितः +लोहितक +लोहितकं +लोहितकः +लोहितकेन +लोहितक्षरा +लोहितगङ्गम् +लोहितग्रीव +लोहितचन्दनम् +लोहितञ्च +लोहितडाज्भ्यः +लोहितनिदर्शनानि +लोहितनेत्रता +लोहितपचनीयैः +लोहितपित्तं +लोहितमण्डलम् +लोहितमन्ततश्च +लोहितमानडुहं +लोहितमिव +लोहितमिश्रः +लोहितम् +लोहितवर्णं +लोहितवर्णः +लोहितवर्णाः +लोहितवर्णानि +लोहितवर्णाय +लोहितवर्णे +लोहितवर्णेन +लोहितवसना +लोहितवाससः +लोहितवाससो +लोहितशब्दात् +लोहितशालयश्च +लोहितशुक्लकृष्णां +लोहितशुक्लकृष्णाम् +लोहितश्च +लोहितश्चैव +लोहितस्तथा +लोहितस्य +लोहितस्येति +लोहिता +लोहितां +लोहिताः +लोहिताक्ष +लोहिताक्षं +लोहिताक्षः +लोहिताक्षश्च +लोहिताक्षाणि +लोहिताक्षो +लोहिताङ्ग +लोहिताङ्गं +लोहिताङ्गः +लोहिताङ्गो +लोहिताजाया +लोहितात् +लोहितादि +लोहितादिः +लोहितादिकतन्तेभ्यः +लोहितादिडाज्भ्यः +लोहितादिषु +लोहितानां +लोहितानि +लोहितान् +लोहितान्मणौ +लोहिताभासः +लोहिताय +लोहितायति +लोहितायते +लोहितायसं +लोहितायसस्य +लोहितार्कमणिभाजनार्पितं +लोहितालंकृतं +लोहिताल्लिङ्गबाधनं +लोहिताहिः +लोहितिका +लोहितिमा +लोहिते +लोहितेक्षणः +लोहितेति +लोहितेन +लोहितैः +लोहितो +लोहितोद्गारदर्शी +लोहितोर्णी +लोहितोष्णीषा +लोहितौ +लोहिनिका +लोहिनी +लोहिनीं +लोहिया +लोहि॑ताय॒ +लोहि॑तेन +लोहे +लोहेन +लोहेषु +लोहैः +लोहैर्वा +लोहो +लोहोऽस्त्री +लोऽथ +लोऽपि +लो॑क॒कृतः॑ +लो॒क +लो॒कं +लो॒कः +लो॒कमे॑ति +लो॒कमे॑ति॒ +लो॒कम् +लो॒कम॒भि +लो॒कम॒भ्यारो॑हन्ति॒ +लो॒कस्यानु॑ख्यात्यै +लो॒कस्या॒भिजि॑त्यै +लो॒कस्य॑ +लो॒कस्य॒ +लो॒का +लो॒काः +लो॒कानां॒ +लो॒कान् +लो॒काय॑ +लो॒काय॒ +लो॒के +लो॒केभ्यो॒ +लो॒केषु॑ +लो॒केषु॒ +लो॒को +लो॒कौ +लौ +लौकाक्षाः +लौकायतिकः +लौकायतिकाः +लौकि +लौकिक +लौकिकं +लौकिकः +लौकिकच्छन्दसां +लौकिकज्ञा +लौकिकत्वं +लौकिकत्वात् +लौकिकत्वे +लौकिकत्वेन +लौकिकदेहेन +लौकिकपरीक्षकाणां +लौकिकमग्निं +लौकिकमग्निमाहृत्य +लौकिकमपि +लौकिकमर्थं +लौकिकमलौकिकं +लौकिकमिति +लौकिकमिष्यते +लौकिकमेव +लौकिकम् +लौकिकवस्तुविक्रिया +लौकिकवस्तुव्यवहारसमारोपः +लौकिकवाक्ये +लौकिकविग्रहवाक्ये +लौकिकविषयतया +लौकिकवैदिकेषु +लौकिकवैदिकौ +लौकिकव्यवहारे +लौकिकव्यवहारेषु +लौकिकश्च +लौकिकसुखं +लौकिकस्तु +लौकिकस्य +लौकिकस्यापि +लौकिकस्येव +लौकिकस्यैव +लौकिका +लौकिकाः +लौकिकाग्निं +लौकिकाग्निना +लौकिकाग्निस्तु +लौकिकाग्नौ +लौकिकाचारमाश्रित्य +लौकिकादीनां +लौकिकानां +लौकिकानाञ्च +लौकिकानामपि +लौकिकानाम् +लौकिकानि +लौकिकान् +लौकिकार्थे +लौकिकालौकिकं +लौकिकालौकिकभेदेन +लौकिकाश्च +लौकिकास्तु +लौकिकी +लौकिकीं +लौकिकीति +लौकिकीम् +लौकिकीषु +लौकिके +लौकिकेति +लौकिकेन +लौकिकेनेति +लौकिकेषु +लौकिकेष्वपि +लौकिकेष्व् +लौकिकेऽग्नौ +लौकिकेऽपि +लौकिकेऽर्थे +लौकिकैः +लौकिको +लौकिकोऽपि +लौकिकोऽर्थो +लौकिकौ +लौकिक्यः +लौकिक्या +लौकिक्यां +लौकिक्याः +लौक्यञ्च +लौक्यम् +लौक्यानां +लौगाक्षि +लौगाक्षिः +लौङ्गत्लायमण्डलम् +लौट +लौटकर +लौटते +लौल्यं +लौल्यम् +लौल्याच्च +लौल्यात् +लौल्यादनुपशान्तिस्तद्दुःखम् +लौल्याद् +लौल्ये +लौल्येन +लौश +लौशमन्त्यं +लौशम् +लौशाद्यम् +लौशे +लौह +लौहं +लौहः +लौहकारः +लौहचूर्णं +लौहजं +लौहञ्च +लौहदर्व्या +लौहपात्रे +लौहपुरुष +लौहभेदे +लौहमन्त्रालयः +लौहमये +लौहमले +लौहम् +लौहशकटमार्गः +लौहस्य +लौहानां +लौहानि +लौहिः +लौहितीकः +लौहित्य +लौहित्यं +लौहित्यः +लौहित्यतोये +लौहित्यम् +लौहित्यश्च +लौहित्यस्य +लौहित्याय +लौहित्यायनी +लौहित्ये +लौहित्यो +लौही +लौहीं +लौहे +लौहेन +लौहो +ल् +ल्इत्य् +ल्क +ल्गौ +ल्प +ल्पं +ल्पः +ल्पते +ल्पनं +ल्पना +ल्पयेत् +ल्पस्य +ल्पा +ल्पितं +ल्पितः +ल्पितम् +ल्पितौ +ल्पे +ल्पेन +ल्प्य +ल्य +ल्यं +ल्यः +ल्यक्त्वा +ल्यज +ल्यट् +ल्यते +ल्यप +ल्यपः +ल्यपा +ल्यपि +ल्यप् +ल्यबन्तम् +ल्यबादेशः +ल्यब् +ल्यब्बाधते +ल्यब्लोपे +ल्यम् +ल्या +ल्याः +ल्याटिन् +ल्यात् +ल्यानि +ल्याप् +ल्याम् +ल्यु +ल्युः +ल्युट +ल्युटः +ल्युटा +ल्युटि +ल्युटो +ल्युट् +ल्युट्प्रत्ययः +ल्युट्‌ +ल्युठ् +ल्युडन्त +ल्युडन्तः +ल्युडपि +ल्युडिति +ल्युणिन्यचः +ल्युप्रत्ययः +ल्युर्वा +ल्यूवेन् +ल्ये +ल्येन +ल्यो +ल्रान्तस्य +ल्ल +ल्ला +ल्ली +ल्लोक +ल्लोके +ल्वा +ल्वादिभ्यः +ल्वादिश्च +ल्वुल् +ल्हासा +ल्हौ +ल्हौं +लॐ +ल॑भते +ल॑भेत +ळ +ळं +ळः +ळकारः +ळकारस्य +ळकारो +ळा +ळे +ळ् +ऴ +व +वँ +वँइचि +वँशः +वं +वंक्रयः +वंगं +वंच +वंचकः +वंचनं +वंचयित्वा +वंचित +वंचितः +वंचिता +वंचिताः +वंचितास्ते +वंचितो +वंजुली +वंत +वंति +वंद +वंदनं +वंदना +वंदने +वंदयामि +वंदामहे +वंदामि +वंदितं +वंदितः +वंदिता +वंदे +वंदेहं +वंद्य +वंद्यः +वंद्या +वंद्यो +वंधो +वंध्या +वंश +वंशं +वंशः +वंशकः +वंशकठिने +वंशकरं +वंशकरः +वंशकरा +वंशकराः +वंशकरीरनीलैः +वंशकरो +वंशकृत् +वंशक्षीरी +वंशच्छेदो +वंशज +वंशजं +वंशजः +वंशजम् +वंशजस्य +वंशजा +वंशजाः +वंशजाताः +वंशजानां +वंशजानि +वंशजान् +वंशजास्ते +वंशजैः +वंशजो +वंशदं +वंशदण्डं +वंशधरं +वंशधरः +वंशधरा +वंशनाशनम् +वंशपत्रपतितं +वंशपत्रपतितम् +वंशपत्री +वंशपरम्परया +वंशपरम्परा +वंशपरम्परां +वंशपात्रं +वंशपात्राणि +वंशपात्रे +वंशपृष्ठात्स +वंशप्रसारः +वंशब्राह्मणम् +वंशभवा +वंशभारं +वंशभेदे +वंशमध्ये +वंशमये +वंशमहं +वंशमिव +वंशमुत्तमपौरुषम् +वंशमूलं +वंशमूले +वंशमें +वंशम् +वंशरोचना +वंशरोचनायाम् +वंशलोचना +वंशवर्णनम् +वंशवर्धन +वंशवर्धनः +वंशविवर्धनम् +वंशविस्तरः +वंशविस्तरम् +वंशविस्तारो +वंशवृक्ष +वंशवृक्षः +वंशवृक्षाः +वंशवृक्षे +वंशवृद्धिकरं +वंशशलाकया +वंशश्च +वंशश्रेणीं +वंशश्रेणीतः +वंशश्रेण्याः +वंशस् +वंशस्तस्य +वंशस्तु +वंशस्ते +वंशस्थ +वंशस्थं +वंशस्थः +वंशस्थच्छन्दः +वंशस्थमुदीरितं +वंशस्थम् +वंशस्थविलं +वंशस्थविलम् +वंशस्थवृत्तम् +वंशस्था +वंशस्य +वंशस्याग्रे +वंशस्यास्य +वंशहीनश्च +वंशा +वंशाः +वंशाग्रं +वंशाग्रे +वंशाङ्कुरः +वंशाङ्कुरे +वंशात् +वंशादि +वंशादिः +वंशादिकं +वंशादिभ्यः +वंशानां +वंशानुक्रमः +वंशानुगाः +वंशानुचरितं +वंशान् +वंशाभिवृद्धिः +वंशाय +वंशावती +वंशावली +वंशाश्च +वंशास्तु +वंशिक +वंशिकं +वंशी +वंशीं +वंशीधरं +वंशीधरः +वंशीधरो +वंशीय +वंशीयः +वंशीयाः +वंशीयानां +वंशीवटे +वंशे +वंशेति +वंशेन +वंशेषु +वंशेऽपि +वंशेऽस्मिन् +वंशैश्च +वंशो +वंशोग्रो +वंशोद्भवस्य +वंशोद्भवाभिः +वंशोद्भवो +वंशोऽपि +वंशोऽयं +वंशौ +वंशौच्च्यं +वंश्यः +वंश्या +वंश्याः +वंश्यान् +वंश्ये +वंश्येन +वंश्यो +वंश्यौ +वंसगः +वंसगो +वंसते +वंसत् +वंसाम +वंसि +वंसु +वंसु॑ +वंस्व +वंस्व॑ +वंस॑गः +वः +वः॑ +वः॒ +वः꣢ +वः꣣ +वअं +वअणं +वअणम् +वअणे +वअणेण +वअस्स +वअस्सेण +वअस्सो +वइ +वइति +वई +वऌअ +वक +वकं +वकः +वकपक्षी +वकभेदे +वकम +वकम् +वकवृक्षः +वकवृक्षे +वकवृत्तींश्च +वकस्तथा +वकस्य +वक़ +वका +वकाः +वकार +वकारं +वकारः +वकारम् +वकारयकारयोः +वकारयुक्तः +वकारयुक्तादिः +वकारलोपः +वकारश्च +वकारस्य +वकारात् +वकारादेशः +वकारादेशो +वकारान्त +वकारान्तप्रकरणम् +वकारे +वकारेण +वकारो +वकारोपधयोः +वकाशः +वकि +वकील +वकुल +वकुलं +वकुलः +वकुलमालिका +वकुलम् +वकुलवृक्षः +वकुला +वकुले +वकुलो +वके +वकेन +वकैः +वको +वक् +वक्का +वक्त +वक्तं +वक्तः +वक्तमिति +वक्तम् +वक्तरि +वक्तर्यधीनं +वक्तव्य +वक्तव्यं +वक्तव्यः +वक्तव्यतया +वक्तव्यता +वक्तव्यतां +वक्तव्यत्वात् +वक्तव्यत्वादिति +वक्तव्यत्वाद् +वक्तव्यत्वे +वक्तव्यत्वेन +वक्तव्यम +वक्तव्यमधिभूतं +वक्तव्यमनृतं +वक्तव्यमप्रियं +वक्तव्यमस्ति +वक्तव्यमाह +वक्तव्यमिति +वक्तव्यमित्यत +वक्तव्यमित्यभिप्रायः +वक्तव्यमित्यर्थ +वक्तव्यमित्यर्थः +वक्तव्यमित्याशङ्क्याह +वक्तव्यमित्याह +वक्तव्यमिदं +वक्तव्यमेतत् +वक्तव्यमेव +वक्तव्यम् +वक्तव्यम्‌ +वक्तव्यश्च +वक्तव्यस्य +वक्तव्यह् +वक्तव्या +वक्तव्याः +वक्तव्यात् +वक्तव्याद् +वक्तव्यानि +वक्तव्यान्तरं +वक्तव्यान्तरसमुच्चये +वक्तव्ये +वक्तव्येति +वक्तव्येत्यर्थः +वक्तव्येन +वक्तव्येषु +वक्तव्येऽपि +वक्तव्येऽर्थे +वक्तव्यो +वक्तव्योऽत्र +वक्तव्यौ +वक्ता +वक्तापि +वक्तार +वक्तारं +वक्तारः +वक्तारमवतु +वक्तारमिति +वक्तारम् +वक्ताराः +वक्तारो +वक्ति +वक्ती +वक्तीति +वक्तीत्यर्थः +वक्तु +वक्तुं +वक्तुः +वक्तुकाम +वक्तुकामः +वक्तुकामा +वक्तुकामासि +वक्तुकामास्मि +वक्तुम +वक्तुमक्षमः +वक्तुमनुचितं +वक्तुमनुज्झितक्रमः +वक्तुमपि +वक्तुमर्हति +वक्तुमर्हथ +वक्तुमर्हसि +वक्तुमर्हसीति +वक्तुमर्हस्यशेषतः +वक्तुमर्हस्यशेषेण +वक्तुमलं +वक्तुमशक्यं +वक्तुमशक्यः +वक्तुमशक्यतया +वक्तुमशक्यत्वाच्च +वक्तुमशक्यत्वात् +वक्तुमशक्यत्वेन +वक्तुमशक्यमिति +वक्तुमशक्यम् +वक्तुमशक्या +वक्तुमादौ +वक्तुमारभते +वक्तुमारेभिरे +वक्तुमारेभे +वक्तुमाह +वक्तुमिच्छति +वक्तुमिच्छन्ति +वक्तुमिच्छसि +वक्तुमिच्छामि +वक्तुमिति +वक्तुमित्यर्थः +वक्तुमित्याह +वक्तुमिदं +वक्तुमिष्टस्य +वक्तुमिष्यते +वक्तुमिहार्हसि +वक्तुमीदृशम् +वक्तुमीश्वरः +वक्तुमुक्ते +वक्तुमुचित +वक्तुमुचितं +वक्तुमुचितः +वक्तुमुचितत्वात् +वक्तुमुचितमिति +वक्तुमुचितम् +वक्तुमुचिता +वक्तुमुत्तरम् +वक्तुमुत्सहे +वक्तुमुद्यतः +वक्तुमुपक्रमते +वक्तुमुपचक्रमे +वक्तुमेव +वक्तुमेवं +वक्तुमेवोपचक्रमे +वक्तुम् +वक्तुम्‌ +वक्तुरभावात् +वक्तुरात्मोपदेशादिति +वक्तुरिच्छा +वक्तुरिति +वक्तुरेव +वक्तुर् +वक्तुर्गुणनिकैव +वक्तुश्च +वक्तृ +वक्तृज्ञानं +वक्तृज्ञानानुमानं +वक्तृणां +वक्तृता +वक्तृतां +वक्तृत्व +वक्तृत्वं +वक्तृत्वम् +वक्तृत्वस्य +वक्तृत्वादिति +वक्तृत्वेन +वक्तृभिः +वक्तॄणां +वक्ते +वक्तेति +वक्तैव +वक्त्र +वक्त्रं +वक्त्रः +वक्त्रकटुता +वक्त्रञ्च +वक्त्रतः +वक्त्रदेशे +वक्त्रमस्य +वक्त्रमापद्य +वक्त्रमेव +वक्त्रम् +वक्त्रलाघवम् +वक्त्रसंयोगे +वक्त्रस्था +वक्त्रस्य +वक्त्रा +वक्त्राणां +वक्त्राणि +वक्त्रात् +वक्त्राद् +वक्त्रान्तरान्निष्कसितः +वक्त्राम्बुजं +वक्त्राय +वक्त्रार्द्धं +वक्त्री +वक्त्रे +वक्त्रेण +वक्त्रेन्दुं +वक्त्रेन्दौ +वक्त्रेभ्यः +वक्त्रेभ्यो +वक्त्रेषु +वक्त्रैः +वक्त्रो +वक्त्वं +वक्त्वा +वक्त्वानि +वक्य +वक्यं +वक्यम् +वक्ये +वक्येन +वक्र +वक्रं +वक्रः +वक्रगति +वक्रगतिः +वक्रगतौ +वक्रगत्या +वक्रगा +वक्रगाः +वक्रगे +वक्रगो +वक्रग्रहे +वक्रचक्षुषा +वक्रतया +वक्रता +वक्रतां +वक्रतामेति +वक्रताम् +वक्रतायाः +वक्रतुण्ड +वक्रतुण्डं +वक्रतुण्डः +वक्रतुण्डकम् +वक्रतुण्डस्य +वक्रतुण्डाय +वक्रतुण्डो +वक्रत्वं +वक्रत्वेन +वक्रदृष्ट्या +वक्रनयना +वक्रनासा +वक्रपक्षो +वक्रपरिज्ञानम् +वक्रभावं +वक्रभावः +वक्रभावेन +वक्रभावो +वक्रमङ्गारकश्चक्रे +वक्रमानुसारि +वक्रमार्गेण +वक्रम् +वक्रया +वक्रलोचना +वक्रलोचनाम् +वक्रशल्या +वक्रशिखा +वक्रश्च +वक्रस्तु +वक्रस्य +वक्रा +वक्रां +वक्रांगो +वक्राः +वक्राणां +वक्राणि +वक्रातिवक्रा +वक्रान् +वक्राम् +वक्रारम्भ +वक्रारम्भे +वक्रास्तीक्ष्णा +वक्रास्यो +वक्रि +वक्रिणः +वक्रिणि +वक्रिणौ +वक्रिता +वक्रिते +वक्रिमा +वक्री +वक्रीकृत्य +वक्रीभवति +वक्रे +वक्रेण +वक्रेति +वक्रेषु +वक्रो +वक्रोक्तयः +वक्रोक्ति +वक्रोक्तिं +वक्रोक्तिः +वक्रोक्तिजीवितं +वक्रोक्तिजीवितकारः +वक्रोक्तिजीवितम् +वक्रोक्तिजीविते +वक्रोक्तिपञ्चाशिका +वक्रोक्तिपञ्चाशिकायाम् +वक्रोक्तिरिति +वक्रोक्तिरेव +वक्रोक्तिसम्प्रदायः +वक्रोक्तिसरः +वक्रोक्तेः +वक्रोक्तौ +वक्रोक्त्यलङ्कारः +वक्रोक्त्या +वक्रोक्त्येति +वक्रोऽपि +वक्रौ +वक्वरी +वक्वा +वक्वाः +वक्वा॑ +वक्ष +वक्षं +वक्षः +वक्षःसु +वक्षःस्थल +वक्षःस्थलं +वक्षःस्थलम् +वक्षःस्थलस्थिता +वक्षःस्थलस्य +वक्षःस्थली +वक्षःस्थले +वक्षःस्थलेन +वक्षः॑ +वक्षः॑ऽसु +वक्षणा +वक्षणाः +वक्षणाभ्यः +वक्षणासु +वक्षणीः +वक्षणे +वक्षतः +वक्षति +वक्षत् +वक्षथ +वक्षथः +वक्षथाय +वक्षदिति +वक्षद् +वक्षद्ब्राह्मणा +वक्षन् +वक्षयम् +वक्षया +वक्षशे +वक्षश्च +वक्षस +वक्षसः +वक्षसा +वक्षसि +वक्षसिद्धिव्याख्या +वक्षसो +वक्षस् +वक्षस्तु +वक्षस्ते +वक्षस्थः +वक्षस्थलं +वक्षस्थलस्य +वक्षस्थले +वक्षस्य +वक्षस्यताडयत् +वक्षस्याहत्य +वक्षस्येव +वक्षस्सु +वक्षस्स्थलं +वक्षस्स्थले +वक्षा +वक्षांसि +वक्षाः +वक्षामि +वक्षायां +वक्षास +वक्षि +वक्षितत्वात् +वक्षि॒ +वक्षीति +वक्षीष्ट +वक्षुः +वक्षे +वक्षो +वक्षोजठरपायुषु +वक्षोजौ +वक्षोदेशे +वक्षोभुवि +वक्षोऽथ +वक्ष् +वक्ष्य +वक्ष्यं +वक्ष्यंति +वक्ष्यत +वक्ष्यति +वक्ष्यतीति +वक्ष्यते +वक्ष्यतेऽधुना +वक्ष्यत्यध्वश्रमपरिगतं +वक्ष्यत्याचार्यः +वक्ष्यत्येतत् +वक्ष्यत्येतद् +वक्ष्यत्येव +वक्ष्यथ +वक्ष्यन् +वक्ष्यन्त +वक्ष्यन्ति +वक्ष्यन्ती +वक्ष्यन्तीति +वक्ष्यन्तीव +वक्ष्यन्तीवेदा +वक्ष्यन्ते +वक्ष्यन्तेऽष्टौ +वक्ष्यन्त्यपकल्मषाः +वक्ष्यमा +वक्ष्यमाण +वक्ष्यमाणं +वक्ष्यमाणः +वक्ष्यमाणक्रमेण +वक्ष्यमाणतया +वक्ष्यमाणत्वा +वक्ष्यमाणत्वाच्च +वक्ष्यमाणत्वात् +वक्ष्यमाणत्वादत्र +वक्ष्यमाणत्वादत्रापि +वक्ष्यमाणत्वादिति +वक्ष्यमाणत्वाद् +वक्ष्यमाणत्वान्न +वक्ष्यमाणत्वेन +वक्ष्यमाणनयेन +वक्ष्यमाणनीत्या +वक्ष्यमाणन्यायेन +वक्ष्यमाणप्रकारं +वक्ष्यमाणप्रकारविशिष्टस्य +वक्ष्यमाणप्रकारा +वक्ष्यमाणप्रकारेण +वक्ष्यमाणम +वक्ष्यमाणमत्रापि +वक्ष्यमाणमन्त्रेण +वक्ष्यमाणमासुरं +वक्ष्यमाणमाह +वक्ष्यमाणमित्यर्थः +वक्ष्यमाणमिदं +वक्ष्यमाणमुवाच +वक्ष्यमाणम् +वक्ष्यमाणया +वक्ष्यमाणयुक्त्या +वक्ष्यमाणराजसतामसेभ्यो +वक्ष्यमाणरीत्या +वक्ष्यमाणरूपं +वक्ष्यमाणलक्षणं +वक्ष्यमाणलक्षणः +वक्ष्यमाणलक्षणम् +वक्ष्यमाणलक्षणस्य +वक्ष्यमाणलक्षणा +वक्ष्यमाणलक्षणाः +वक्ष्यमाणलक्षणे +वक्ष्यमाणवचनात् +वक्ष्यमाणवत् +वक्ष्यमाणविधया +वक्ष्यमाणविधानतः +वक्ष्यमाणविधानेन +वक्ष्यमाणविधिना +वक्ष्यमाणविषये +वक्ष्यमाणश्च +वक्ष्यमाणसात्विकादिकर्मविभागंसर्वशः +वक्ष्यमाणसूत्रे +वक्ष्यमाणस्य +वक्ष्यमाणहेतुनेत्यर्थः +वक्ष्यमाणा +वक्ष्यमाणां +वक्ष्यमाणाः +वक्ष्यमाणात् +वक्ष्यमाणानां +वक्ष्यमाणानि +वक्ष्यमाणानुसारेण +वक्ष्यमाणान् +वक्ष्यमाणान्वयेनयत्र +वक्ष्यमाणापेक्षया +वक्ष्यमाणाभिप्रायद्योतकं +वक्ष्यमाणाश्च +वक्ष्यमाणे +वक्ष्यमाणेति +वक्ष्यमाणेत्यत्र +वक्ष्यमाणेन +वक्ष्यमाणेनान्वयः +वक्ष्यमाणेनैव +वक्ष्यमाणेभ्यः +वक्ष्यमाणेषु +वक्ष्यमाणेऽर्थे +वक्ष्यमाणैः +वक्ष्यमाणो +वक्ष्यमाणौ +वक्ष्यम् +वक्ष्यसि +वक्ष्यसे +वक्ष्या +वक्ष्याभि +वक्ष्याम +वक्ष्यामः +वक्ष्यामहे +वक्ष्यामि +वक्ष्यामीति +वक्ष्यामीत्यर्थः +वक्ष्यामीत्याह +वक्ष्यामो +वक्ष्याम्यतः +वक्ष्याम्यथ +वक्ष्याम्यनुक्रमात् +वक्ष्याम्यशेषतः +वक्ष्याम्यहं +वक्ष्याम्यहमतः +वक्ष्याम्य् +वक्ष्ये +वक्ष्येते +वक्ष्येहं +वक्ष्येऽथ +वक्ष्येऽहं +वक्ष्व +वक्ष॑स्सु +वक्सा +वख +वखि +वख्त्रम् +वग +वगं +वगः +वगतं +वगमात् +वगम्यते +वगल +वगला +वगलामुखि +वगलामुखी +वगलेति +वगाह +वगाहः +वगाह्य +वगि +वगे +वगै +वगैः +वगों +वग्गो +वग्नुः +वग्नुना +वग्नुम् +वग्नुरा +वघ +वघि +वघे +वङ् +वङ्क +वङ्कं +वङ्कः +वङ्कते +वङ्कनालतः +वङ्कनालेन +वङ्कुतरा +वङ्कू +वङ्क्रय +वङ्क्रयः +वङ्क्षण +वङ्क्षणतः +वङ्क्षणयोः +वङ्क्षणानाहः +वङ्क्षणानाहिनः +वङ्क्षणे +वङ्क्षणौ +वङ्ग +वङ्गं +वङ्गः +वङ्गदेश +वङ्गदेशं +वङ्गदेशस्य +वङ्गदेशीयः +वङ्गदेशे +वङ्गनागौ +वङ्गप्रदेश +वङ्गप्रदेशः +वङ्गप्रदेशस्य +वङ्गप्रदेशे +वङ्गभस्म +वङ्गभाषया +वङ्गभाषा +वङ्गभाषायां +वङ्गभाषायाः +वङ्गमुच्यते +वङ्गम् +वङ्गसेनस्य +वङ्गस्य +वङ्गस्येव +वङ्गा +वङ्गांश्च +वङ्गाः +वङ्गानां +वङ्गान् +वङ्गाभ्रं +वङ्गाली +वङ्गीय +वङ्गीयभाषायां +वङ्गीयवर्णमालायाम् +वङ्गृदस्य +वङ्गे +वङ्गेन +वङ्गेषु +वङ्गो +वच +वचं +वचः +वचःश्रुत्वा +वचःऽभिः +वचःऽयुजा +वचः॑ +वचः॑ऽभिः +वचक +वचतुष्टयम् +वचन +वचनं +वचनः +वचनकरः +वचनको +वचनकोविदः +वचनक्रिया +वचनक्रियाम् +वचनग्रहणं +वचनजातं +वचनञ्च +वचनञ्चेदमब्रवीत् +वचनतः +वचनतो +वचनद्वयं +वचनद्वयम् +वचनद्वयेन +वचनपथो +वचनप्रामाण्यात् +वचनप्रामाण्यादिति +वचनबलात् +वचनबलेन +वचनभङ्ग्या +वचनभेदः +वचनभेदो +वचनम +वचनमत्र +वचनमनर्थकं +वचनमनुकूलम् +वचनमनुसंहितम् +वचनमन्यथा +वचनमपि +वचनमब्रवीत +वचनमब्रवीत् +वचनमब्रुवन् +वचनमर्थवत् +वचनमस्ति +वचनमस्य +वचनमा +वचनमाकर्ण्य +वचनमाक्षिप्य +वचनमात्रे +वचनमात्रेण +वचनमारेभे +वचनमाह +वचनमिति +वचनमित्यर्थः +वचनमित्याह +वचनमिद +वचनमिदं +वचनमिदम् +वचनमुक्तं +वचनमुच्यते +वचनमुत्तमम् +वचनमुदाहरति +वचनमुपश्रुत्य +वचनमुवाच +वचनमृषीणां +वचनमेतत् +वचनमेव +वचनम् +वचनम्‌ +वचनविघातोऽर्थविकल्पोपपत्त्या +वचनविन्यासः +वचनविपरिणामेन +वचनविपरिणामेनान्वयः +वचनविरोधे +वचनव्य +वचनव्यक्तिः +वचनव्यक्तिभेदात् +वचनव्यक्तिरुचिता +वचनव्यक्त्या +वचनव्यत्ययः +वचनव्यत्ययेन +वचनशतेनापि +वचनश्लेषः +वचनसामर्थ्यात् +वचनसाहित्यम् +वचनस्य +वचनस्यातिभारः +वचना +वचनाः +वचनाच +वचनाच् +वचनाच्च +वचनाच्छृणु +वचनाज्जगृहुस्ते +वचनाज्जसि +वचनाज्ज्ञायते +वचनात +वचनातू +वचनात् +वचनात्तत्र +वचनात्तदा +वचनात्तव +वचनात्तस्य +वचनात्तु +वचनात्ते +वचनात्प्राप्नोति +वचनात्सिद्धम् +वचनात्‌ +वचनादत्र +वचनाददोषः +वचनादन्यत् +वचनादपि +वचनादवगम्यते +वचनादानविहरणोत्सर्गानन्दाश्च +वचनादि +वचनादिः +वचनादितरेषां +वचनादिति +वचनादिह +वचनादेव +वचनादेवं +वचनादेश्च +वचनादौ +वचनाद् +वचनाद्गारुडे +वचनाद्भविष्यति +वचनाद्भविष्यन्ति +वचनाद्यत्र +वचनानन्तरमेव +वचनानां +वचनानाम् +वचनानि +वचनानीति +वचनानुसारं +वचनानुसारेण +वचनान् +वचनान्त +वचनान्तरम् +वचनान्तरे +वचनान्तरेण +वचनान्न +वचनान्नारदीये +वचनान्नास्ति +वचनान्निबोध +वचनान्मम +वचनान्मुनेः +वचनान्मे +वचनाभावात् +वचनाभावे +वचनाभ्यां +वचनामृतम् +वचनार्थ +वचनार्थः +वचनीय +वचनीयं +वचनीयः +वचनीयता +वचनीयमिति +वचनीयमिदं +वचनीयम् +वचनीया +वचने +वचनेन +वचनेनापि +वचनेनेति +वचनेनैव +वचनेभ्यः +वचनेषु +वचनेस्थित +वचनेऽपि +वचनै +वचनैः +वचनैरेव +वचनैश्च +वचनो +वचनों +वचनोपन्यासः +वचन् +वचमा +वचया +वचश्च +वचश्च्युतं +वचश्श्रुत्वा +वचस +वचसः +वचसस्पते +वचसा +वचसां +वचसापि +वचसामन्ते +वचसामपि +वचसामसत्यता +वचसाम् +वचसाऽपि +वचसि +वचसी +वचसे +वचसैव +वचसो +वचस् +वचस्ततः +वचस्तत्र +वचस्तथा +वचस्तथ्यं +वचस्तदा +वचस्तव +वचस्तस्य +वचस्तस्या +वचस्तस्याः +वचस्तासां +वचस्तु +वचस्ते +वचस्तेन +वचस्तेषां +वचस्पते +वचस्य +वचस्यते +वचस्यया +वचस्यवसिते +वचस्यवे +वचस्या +वचस्येकं +वचा +वचां +वचांसि +वचां॑सि +वचाः +वचागुरु +वचाञ्च +वचादिं +वचामतिविषां +वचाम् +वचाया +वचायां +वचायाः +वचायाम् +वचालवणतोयेन +वचाश्वगन्धा +वचासि +वचि +वचिः +वचित् +वचित्वा +वचिम +वचिस्वपि +वचिस्वपियजादीनां +वचिस्वपियजादीनाम् +वचिस्वपीति +वचिहं +वची +वचे +वचेः +वचेर्लुङि +वचो +वचों +वचोग्रगन्धा +वचोब्रवीत् +वचोभङ्ग्या +वचोभि +वचोभिः +वचोभिरिति +वचोभिर्गावो +वचोमृतं +वचोयुजा +वचोविदः +वचोऽथ +वचोऽन्या +वचोऽपावधीत् +वचोऽपि +वचोऽब्रवीत् +वचोऽब्रुवन् +वचोऽमृतम् +वचोऽर्थवत् +वचोऽवदत् +वचोऽशब्दसंज्ञायाम् +वचोऽस्माकं +वचोऽस्य +वचो॑ +वचो॒ +वचो॒युजा॑ +वच् +वच्च +वच्छ +वच्छराअस्स +वच्छराओ +वच्छिन्न +वच्छिन्नं +वच्छे +वच्छेदक +वच्छेदकतया +वच्छेदकत्वं +वच्छेदेन +वच्छो +वच्मि +वच्मीति +वच्म्यत्र +वच्म्यहं +वच्म्यहम् +वच्यति +वच्यते +वच्यन्ते +वच्यमाना +वच्यमानाः +वच्यम् +वच्यस्व +वच्या +वच्यादीनां +वच्यादेशः +वच्यादेशे +वच॑ +वच॑ः +वच॑सः +वच॑सा +वच॑सा॒ +वच॑से +वच॑सो +वच॒सा +वच॒स्यवे॑ +वच॒स्या +वज +वजं +वजति +वजतीति +वजन +वजन् +वजन्ति +वजम् +वजयित्वा +वजयेत् +वजह +वज़ +वज़ेण +वजा +वजित +वजिता +वजी +वजीर +वजे +वज् +वज्ज +वज्जिअ +वज्जी +वज्ज्रं +वज्ज्रो +वज्झे +वज्ञ +वज्य +वज्यं +वज्र +वज्रँ +वज्रं +वज्रं॑ +वज्रं॒ +वज्रः +वज्रः॑ +वज्रकं +वज्रकः +वज्रकन्दं +वज्रकन्दः +वज्रकम् +वज्रकल्पं +वज्रकल्पया +वज्रकल्पेन +वज्रकाय +वज्रकायो +वज्रकुण्डं +वज्रके +वज्रको +वज्रक्षारम् +वज्रगर्भ +वज्रगर्भं +वज्रगर्भस्य +वज्रगर्भो +वज्रघातेन +वज्रञ्च +वज्रटीकः +वज्रतुण्डा +वज्रतुल्यं +वज्रदंष्ट्र +वज्रदंष्ट्रं +वज्रदंष्ट्रश्च +वज्रदंष्ट्रस्य +वज्रदंष्ट्रा +वज्रदंष्ट्राय +वज्रदंष्ट्रो +वज्रदक्षिणं +वज्रदेहः +वज्रधर +वज्रधरं +वज्रधरः +वज्रधरस्य +वज्रधराय +वज्रधरो +वज्रनखदंष्ट्रायुधाय +वज्रनखाय +वज्रनाभ +वज्रनाभं +वज्रनाभः +वज्रनाभस्तथैव +वज्रनाभस्य +वज्रनाभेन +वज्रनाभो +वज्रनाम +वज्रनामसु +वज्रनामैतत् +वज्रनिभा +वज्रनिर्घोषः +वज्रनिर्घोषे +वज्रन्तु +वज्रपञ्जरमिति +वज्रपाणये +वज्रपाणिं +वज्रपाणिः +वज्रपाणिनः +वज्रपाणिना +वज्रपाणिरिवासुरान् +वज्रपाणिश्च +वज्रपाणे +वज्रपातः +वज्रपाते +वज्रपातोपमं +वज्रपुरं +वज्रपुरे +वज्रपुष्पं +वज्रपुष्पा +वज्रप्रहारेण +वज्रबाहुं +वज्रबाहुः +वज्रबाहुम् +वज्रबाहुर् +वज्रबाहू +वज्रबाहो +वज्रभस्म +वज्रभिन्न +वज्रभृतः +वज्रभृता +वज्रभृत् +वज्रमणिं +वज्रमभिगोप्तारं +वज्रमयं +वज्रमयः +वज्रमवासृजत् +वज्रमस्त्रं +वज्रमस्त्री +वज्रमादाय +वज्रमायुधं +वज्रमारणम् +वज्रमाशु +वज्रमिन्द्र +वज्रमिव +वज्रमीशानः +वज्रमुदयच्छत् +वज्रमुद्धृतम् +वज्रमुद्यतं +वज्रमुद्यतम् +वज्रमुद्यम्य +वज्रमुपन्यासो +वज्रमूषा +वज्रमूषां +वज्रमूषागतं +वज्रमूषान्धितं +वज्रमूषायां +वज्रमेव +वज्रम् +वज्रम्̇ +वज्रयुक्तः +वज्रयुक्तेन्द्र +वज्ररत्नं +वज्रलेपः +वज्रलेपायमानत्वात् +वज्रलेपेन +वज्रलेपो +वज्रवते +वज्रवत् +वज्रवद्भवेत् +वज्रवन् +वज्रवन्निन्द्र +वज्रवल्ली +वज्रवल्ल्या +वज्रवान् +वज्रवैरोचनीये +वज्रश्च +वज्रसंवादे +वज्रसंहननो +वज्रसमं +वज्रसमुत्कीर्णे +वज्रसारं +वज्रसारमयं +वज्रसारा +वज्रसारीकरोषि +वज्रसूचिकम् +वज्रसूच्युपनिषत् +वज्रस् +वज्रस्तु +वज्रस्तेन +वज्रस्थाने +वज्रस्य +वज्रस्यापि +वज्रस्येव +वज्रस्यैव +वज्रहतं +वज्रहता +वज्रहतो +वज्रहस्त +वज्रहस्तं +वज्रहस्तः +वज्रहस्तम् +वज्रहस्ता +वज्रहस्ताय +वज्रहस्तो +वज्रहस्त॒ +वज्रऽबाहुः +वज्रऽबाहुम् +वज्रऽहस्त +वज्रऽहस्तः +वज्रा +वज्रांग +वज्रांगः +वज्रांगस्य +वज्रांगो +वज्राः +वज्राकारं +वज्राकृति +वज्राख्यं +वज्राग्निः +वज्राङ्ग +वज्राङ्गी +वज्राङ्गो +वज्राणां +वज्राणि +वज्रात् +वज्रादपि +वज्रादींश्च +वज्रादीनि +वज्राद् +वज्राद्याः +वज्रान् +वज्राभ्रं +वज्राय +वज्रायते +वज्रायुधं +वज्राशनिसमस्पर्शैः +वज्रासनं +वज्रासने +वज्रास्त्रं +वज्रास्त्रेण +वज्राहत +वज्राहतं +वज्रा॑त् +वज्रिं +वज्रिका +वज्रिञ्चित्राभिरूतिभिः +वज्रिण +वज्रिणं +वज्रिणः +वज्रिणम् +वज्रिणा +वज्रिणि +वज्रिणी +वज्रिणीर् +वज्रिणे +वज्रिणो +वज्रिन् +वज्रिन्त्सहस्रं +वज्रिन्नत्र +वज्रिन्निन्द्र +वज्रिन्नृञ्जसे +वज्रिन्न् +वज्रिवः +वज्रिवो +वज्रिऽवः +वज्री +वज्रीकरणं +वज्रीक्षीरेण +वज्रीदुग्धेन +वज्रीव +वज्रे +वज्रेण +वज्रेणाज्येन +वज्रेणाधि +वज्रेणाध्यस्य +वज्रेणापि +वज्रेणेव +वज्रेणैव +वज्रेणैवास्मै +वज्रेणैवैनं +वज्रेति +वज्रेशी +वज्रेश्वरी +वज्रेषु +वज्रे॑ण +वज्रे॑णै॒व +वज्रे॑ण॒ +वज्रैः +वज्रैश्च +वज्रो +वज्रोपमः +वज्रोपमा +वज्रोली +वज्रोलीं +वज्रोऽसि +वज्रोऽसीति +वज्रोऽस्त्री +वज्रो॑ +वज्रो॑ऽसि॒ +वज्रो॒ +वज्र्य +वज्र्यः +वज्र्याः +वज्र्यानि +वज्र॑ +वज्र॑बाहुं॒ +वज्र॑बाहुः +वज्र॑मिन्द्र +वज्र॑मे॒व +वज्र॑म् +वज्र॑स्य +वज्र॑स्य॒ +वज्र॑हस्तः +वज्र॑ऽबाहुः +वज्र॑ऽबाहुम् +वज्र॑ऽहस्तः +वज्रꣳ +वञ् +वञ्च +वञ्चक +वञ्चकं +वञ्चकः +वञ्चका +वञ्चकाः +वञ्चकानां +वञ्चके +वञ्चको +वञ्चति +वञ्चतीति +वञ्चते +वञ्चन +वञ्चनं +वञ्चनम् +वञ्चनया +वञ्चना +वञ्चनां +वञ्चनात् +वञ्चनामिव +वञ्चनाम् +वञ्चनाय +वञ्चनायां +वञ्चनार्थं +वञ्चनीया +वञ्चने +वञ्चनेन +वञ्चय +वञ्चयति +वञ्चयतीत्यर्थः +वञ्चयते +वञ्चयन् +वञ्चयन्ति +वञ्चयन्ते +वञ्चयामास +वञ्चयामि +वञ्चयितुं +वञ्चयितुम् +वञ्चयित्वा +वञ्चयित्वैव +वञ्चयेत् +वञ्चसि +वञ्चि +वञ्चित +वञ्चितं +वञ्चितः +वञ्चितस्तेन +वञ्चिता +वञ्चिताः +वञ्चितासि +वञ्चितास्ते +वञ्चिते +वञ्चितो +वञ्चितोऽसि +वञ्चितोऽस्मि +वञ्चितोऽहं +वञ्चित्वा +वञ्चु +वञ्चेर्गतौ +वञ्च्यते +वञ्च्यन्ते +वञ्जुल +वञ्जुलः +वञ्जुला +वञ्जुलो +वट +वटं +वटः +वटक +वटकं +वटकः +वटकणिकायां +वटकणिकायाम् +वटकम् +वटकश्चैव +वटकस्य +वटका +वटकाः +वटकान् +वटकिनी +वटकीकृतम् +वटके +वटकेभ्य +वटकैः +वटको +वटक्षीरं +वटक्षीरेण +वटच्छाया +वटजटाक्वाथैस्तद्वद्देयं +वटतरोरधः +वटतले +वटति +वटधाना +वटपत्री +वटपत्रे +वटपादपे +वटप्ररोहसदृशा +वटबीजवत् +वटमूलं +वटमूलके +वटमूले +वटम् +वटयक्षिणी +वटयति +वटवः +वटवृक्ष +वटवृक्षं +वटवृक्षः +वटवृक्षस्य +वटवृक्षे +वटवोऽशौचा +वटश्च +वटसावित्री +वटसावित्रीव्रतम् +वटस्तथा +वटस्तद्वत् +वटस्तमध्वगजनः +वटस्तस्य +वटस्य +वटा +वटाङ्कुरा +वटाङ्कुराः +वटादीनां +वटादौ +वटाधः +वटाधो +वटानां +वटि +वटिः +वटिका +वटिकां +वटिकाः +वटिकौषधविशेषः +वटिभः +वटी +वटीं +वटीः +वटीकृतम् +वटीम् +वटीषु +वटु +वटुं +वटुः +वटुक +वटुकं +वटुकः +वटुकभैरवः +वटुकभैरवसहस्रनामस्तोत्रम् +वटुकभैरवे +वटुकस्तवः +वटुकस्य +वटुकाय +वटुको +वटुना +वटूनां +वटूरिणा +वटे +वटेर +वटेश्वर +वटेश्वरं +वटेश्वरः +वटेश्वरगोले +वटेश्वरसिद्धान्तः +वटेश्वरसिद्धान्ते +वटैः +वटो +वटोः +वट् +वट्ट +वट्टइ +वट्टकं +वट्टदि +वट्ठी +वट्थ्स्व॒यम॑भिगूर्ताय॒ +वट्यः +वठ +वठि +वड +वडनगर +वडनगरम् +वडबा +वडबां +वडबे +वडभी +वडवम् +वडवा +वडवां +वडवाः +वडवाग्निं +वडवाग्निः +वडवादहने +वडवानल +वडवानलं +वडवानलः +वडवानलम् +वडवानलरूपेण +वडवानलश्च +वडवानलो +वडवानां +वडवाभिः +वडवामुखः +वडवामुखम् +वडवामुखी +वडवामुखे +वडवाया +वडवायां +वडवायाः +वडवारूपधारिणी +वडवारूपधारिणीम् +वडवे +वडवेति +वडवेव +वड़वा +वड़ा +वड़ी +वड़े +वडा +वडि +वडिति +वडियर् +वडी +वडेयर् +वडोदरा +वडोदरामण्डलम् +वड् +वड्ढइ +वढे +वण +वणं +वणः +वणतः +वणता +वणताः +वणताऽस्ति +वणति +वणम् +वणस्य +वणा +वणानां +वणि +वणिक +वणिक् +वणिक्पतिम् +वणिक्पतेः +वणिक्पथं +वणिक्पथः +वणिक्पथे +वणिक्पथो +वणिक्पुत्र +वणिक्पुत्रं +वणिक्पुत्रः +वणिक्पुत्रस्य +वणिक्पुत्राय +वणिक्पुत्रेण +वणिक्पुत्रो +वणिक्शतानि +वणिक्सुतः +वणिक्सुतम् +वणिक्सुता +वणिक्सुताम् +वणिक्स्त्री +वणिगिव +वणिगेव +वणिग् +वणिग्जनः +वणिग्जनाः +वणिग्जनानां +वणिग्भिः +वणिग्भ्यो +वणिग्युवा +वणिग्लाभं +वणिग्वधूः +वणिङ् +वणिज +वणिजं +वणिजः +वणिजश्च +वणिजस्तस्य +वणिजस्ते +वणिजा +वणिजां +वणिजाम् +वणिजि +वणिजे +वणिजो +वणिजौ +वणिज् +वणिज्यं +वणिज्यया +वणिज्या +वणित +वणितं +वणितमस्ति +वणितम् +वणिता +वणिताः +वणी +वणे +वणें +वणेन +वणो +वणों +वण् +वण्ट +वण्टयति +वण्ठते +वण्डते +वण्डा +वण्ण +वण्णो +वण्यते +वण्यैते +वण्र्य +वण्र्यते +वण्र्यन्ते +वत +वतं +वतंस +वतंसः +वतः +वतण्ड +वतण्डाच्च +वतण्डात् +वतण्डी +वतत +वतते +वतन +वतमान +वतमाने +वतम् +वतया +वतस्य +वता +वतां +वताः +वताम् +वतायं +वति +वतिं +वतिः +वतिना +वतिनिर्देशः +वतिनिर्देशे +वतिप्रत्ययः +वतिप्रत्ययो +वतिमतिदेशो +वतिरिति +वतिर्भवेत् +वतिष्ठते +वती +वतीं +वतीति +वतीत्यर्थः +वतीम् +वतीया +वतु +वतुं +वतुः +वतुपो +वतुप् +वतुप्प्रकरणे +वतुप्रत्ययेन +वतुमर्हसि +वतुम् +वते +वतेः +वतेति +वतेन +वतेम +वतेमे +वतेरुपादाने +वतेर्विधिः +वतैते +वतो +वतोः +वतोरिथुक् +वतौ +वत् +वत्करणं +वत्कुम् +वत्त +वत्तं +वत्तः +वत्तणच्छाआ +वत्तते +वत्तम् +वत्ता +वत्ति +वत्तिः +वत्ती +वत्ते +वत्तो +वत्त्वं +वत्त्वम् +वत्त्वात् +वत्त्वेन +वत्थ +वत्थु +वत्पूज्यपादशिष्यस्य +वत्म +वत्य +वत्यः +वत्यर्थं +वत्यर्थः +वत्यर्थे +वत्या +वत्यां +वत्याः +वत्युपसंख्यानम् +वत्येव +वत्यौ +वत्र +वत्रं +वत्रा +वत्राणि +वत्रे +वत्रेण +वत्र्तते +वत्र्म +वत्र्मना +वत्र्मनि +वत्व +वत्वं +वत्वन्तात्स्वार्थे +वत्वम् +वत्वस्य +वत्वा +वत्वात् +वत्वे +वत्वेन +वत्स +वत्सं +वत्सः +वत्सक +वत्सकं +वत्सकः +वत्सकत्वक्फलं +वत्सकम् +वत्सकस्य +वत्सकाः +वत्सकादि +वत्सकेन +वत्सको +वत्सज्ञुं +वत्सञ्च +वत्सतर +वत्सतरं +वत्सतरः +वत्सतरा +वत्सतरार्णम् +वत्सतरी +वत्सतरीं +वत्सतरेण +वत्सतरौ +वत्सतर्यः +वत्सतर्यश्च +वत्सतर्या +वत्सतर्याः +वत्सतर्यो +वत्सदन्तैः +वत्सदन्तैश्च +वत्सदृष्टा +वत्सदेशः +वत्सदेशस्य +वत्सनपातो +वत्सनपाद्बाभ्रवः +वत्सनरेश्वरः +वत्सनाभ +वत्सनाभं +वत्सनाभः +वत्सनाभश्च +वत्सनाभस्य +वत्सनाभे +वत्सनाभो +वत्सनाभ्याकृतिस्तथा +वत्सनिकान्ता +वत्सन्तु +वत्सपः +वत्सपदं +वत्सपालौ +वत्सपुत्रो +वत्सप्रिर्भालन्दनः +वत्सप्री +वत्सप्रीर् +वत्सभूमिं +वत्समभि +वत्समालभेत +वत्समिच्छन्ती +वत्समिव +वत्समुपधापयेते +वत्समुपसृजति +वत्सम् +वत्सर +वत्सरं +वत्सरः +वत्सरत्रयम् +वत्सरभेदे +वत्सरमेतदिष्टं +वत्सरम् +वत्सरशतं +वत्सरशते +वत्सरस्तेषां +वत्सरस्य +वत्सरा +वत्सरांते +वत्सराः +वत्सराज +वत्सराजं +वत्सराजः +वत्सराजप्रणीतरूपकसङ्गहे +वत्सराजप्रणीतरूपकसङ्ग्रहे +वत्सराजश्च +वत्सराजसुतः +वत्सराजस्य +वत्सराजाय +वत्सराजे +वत्सराजेन +वत्सराजो +वत्सराजोऽत्र +वत्सराजोऽपि +वत्सराणां +वत्सराणाम् +वत्सराणि +वत्सरात् +वत्सरादौ +वत्सराद् +वत्सरान् +वत्सरान्तं +वत्सरान्ते +वत्सराय +वत्सरावधि +वत्सरे +वत्सरेण +वत्सरेषु +वत्सरैः +वत्सरो +वत्सरोऽसि +वत्सल +वत्सलं +वत्सलः +वत्सलतया +वत्सलतरतया +वत्सलता +वत्सलस्य +वत्सला +वत्सलां +वत्सलाः +वत्सले +वत्सलेन +वत्सलो +वत्सवत्स +वत्सवत्सेति +वत्सविवृद्धिनिमित्तं +वत्सशालः +वत्सश्च +वत्सस्तु +वत्सस्य +वत्सा +वत्सां +वत्सांश्च +वत्सांसाभ्यां +वत्साः +वत्सादनी +वत्सादनीति +वत्सानपाकरोति +वत्सानपाकृत्य +वत्सानपाकृत्योपवसेत् +वत्सानां +वत्सानाम् +वत्सानिति +वत्सानुसारिणी +वत्सानुसारी +वत्सान् +वत्सापाकरणं +वत्सापाकरणम् +वत्साभिषेकोत्सवमङ्गलं +वत्साम् +वत्साय +वत्साया +वत्सायाः +वत्सारः +वत्साश् +वत्साश्च +वत्सासो +वत्सिका +वत्सी +वत्सीयः +वत्सीयो +वत्सु +वत्से +वत्सेति +वत्सेत्यादि +वत्सेन +वत्सेनेव +वत्सेनेषमूर्जं +वत्सेभ्यः +वत्सेभ्यो +वत्सेश +वत्सेशं +वत्सेशः +वत्सेशो +वत्सेश्वर +वत्सेश्वरं +वत्सेश्वरः +वत्सेश्वरश्च +वत्सेश्वरसुतः +वत्सेश्वरस्य +वत्सेश्वरात्मजः +वत्सेश्वरो +वत्सेश्वरोऽपि +वत्सेश्वरोऽब्रवीत् +वत्सेषु +वत्सैः +वत्सैर् +वत्सो +वत्सोक्षाश्वर्षभेभ्यश्च +वत्सोपमन्यो +वत्सोपरि +वत्सौ +वत्स्य +वत्स्यति +वत्स्यते +वत्स्यथ +वत्स्यन्ति +वत्स्यसि +वत्स्याम +वत्स्यामः +वत्स्यामहे +वत्स्यामि +वत्स्यामो +वत्स्याम्यहं +वत्स्याव +वत्स्यावः +वत्स्यावो +वत्स्ये +वत्‌ +वथ +वथा +वद +वदं +वदंतं +वदंतः +वदंति +वदंती +वदंतीति +वदंतु +वदंतो +वदंत्येवं +वदः +वदऄ +वदच्चक्षुषा +वदत +वदतं +वदतः +वदतम् +वदतश्च +वदतस्तव +वदतस्तस्य +वदता +वदतां +वदतांवर +वदतांवरः +वदताम् +वदताशु +वदति +वदति॒ +वदती +वदतीति +वदतीत्यर्थः +वदतीत्यादौ +वदतीत्याह +वदतु +वदते +वदतेः +वदतेति +वदतेन्द्रं +वदतो +वदतौ +वदत् +वदत्त +वदत्यथ +वदत्यपि +वदत्यसौ +वदत्यस्य +वदत्येव +वदत्येवं +वदत्येष +वदत्य् +वदत्रापि +वदत्सु +वदथ +वदद्भिः +वदद्भ्यः +वदधातोः +वदध्वं +वदध्वम् +वदन +वदनं +वदनः +वदनकमलं +वदनकमले +वदनक्षत्रमाल +वदनक्षत्रमाला +वदनञ्च +वदनमदिरां +वदनमपहरन्तीं +वदनमिति +वदनमिदं +वदनमेव +वदनम् +वदनशीलाः +वदनशीलो +वदनस्य +वदना +वदनां +वदनाच्च +वदनाच्च्युतम् +वदनात् +वदनादीनां +वदनाद् +वदनानां +वदनानि +वदनान्निष्पतन्ति +वदनाब्जं +वदनाम्बुजम् +वदनाम्बुजे +वदनाम्भोजं +वदनाम्भोजे +वदनाय +वदनारविन्दं +वदनारविन्दम् +वदनु +वदने +वदनेति +वदनेन +वदनेनेन्दुना +वदनेषु +वदनैः +वदनैकदेशे +वदनो +वदनोदरदर्शनं +वदन् +वदन्त +वदन्तं +वदन्तः +वदन्तमिव +वदन्तम् +वदन्तश्च +वदन्तस् +वदन्तस्तदु +वदन्तस्ते +वदन्ति +वदन्ति॒ +वदन्ती +वदन्तीं +वदन्तीति +वदन्तीत्यन्वयः +वदन्तीत्यर्थः +वदन्तीनां +वदन्तीम् +वदन्तीषु +वदन्तीह +वदन्तु +वदन्ते +वदन्तो +वदन्तोऽपि +वदन्तौ +वदन्त्यः +वदन्त्यग्निं +वदन्त्यज्ञानमोहिताः +वदन्त्यत्र +वदन्त्यन्नं +वदन्त्यन्ये +वदन्त्यपरवक्त्राख्यं +वदन्त्यपर्णेति +वदन्त्यपि +वदन्त्या +वदन्त्यां +वदन्त्याः +वदन्त्युत +वदन्त्येकं +वदन्त्येके +वदन्त्येते +वदन्त्येतेन +वदन्त्येनं +वदन्त्येव +वदन्त्येवं +वदन्त्यो +वदन्त्य् +वदन्न +वदन्नपि +वदन्निति +वदन्निव +वदन्नुपसंहरति +वदन्नेव +वदन्नेवं +वदन्न् +वदन्मुहुः +वदन्यः +वदमाना +वदर +वदरं +वदरः +वदरम् +वदरिकाश्रमे +वदरी +वदरीं +वदरीफलम् +वदव्रज +वदव्रजहलन्तस्याचः +वदव्रजेति +वदशं +वदसि +वदसीति +वदसे +वदस्य +वदस्यस्यान्तरं +वदस्येवं +वदस्व +वदस्वाद्य +वदस्वायतलोहिताक्ष +वदा +वदाचरेत् +वदाति +वदात्र +वदाथः +वदाधुना +वदानि +वदान् +वदान्त +वदान्य +वदान्यं +वदान्यः +वदान्यतया +वदान्यता +वदान्यत्वं +वदान्यश्च +वदान्यस्य +वदान्या +वदान्याः +वदान्यानां +वदान्याश्च +वदान्येन +वदान्यो +वदाम +वदामः +वदामसि +वदामस्तर्हि +वदामहा +वदामहे +वदामि +वदामिते +वदामीति +वदामो +वदाम्यतः +वदाम्यत्र +वदाम्यहं +वदाम्यहम् +वदाम्य् +वदाय +वदावदः +वदाशु +वदासि +वदास्माकं +वदाऽत्र +वदाऽधुना +वदा॑न् +वदि +वदितव्यं +वदितव्यम् +वदिता +वदितारो +वदिति +वदितुं +वदितुम् +वदितोः +वदित्यर्थः +वदित्वा +वदिष्य +वदिष्यंति +वदिष्यतः +वदिष्यति +वदिष्यतीति +वदिष्यते +वदिष्यथ +वदिष्यन् +वदिष्यन्ति +वदिष्यन्तीति +वदिष्यसि +वदिष्यामि +वदिष्यामीति +वदिष्याम्येवाहमिति +वदिष्ये +वदी +वदीः +वदुः +वदे +वदेः +वदेच्च +वदेज्जठरे +वदेत +वदेति +वदेते +वदेत् +वदेत्ततः +वदेत्तस्य +वदेत्तु +वदेत्पुण्यकथां +वदेत्यर्थः +वदेत्य् +वदेत्‌ +वदेथ् +वदेदानीं +वदेदिति +वदेदित्यर्थः +वदेदिदम् +वदेदृतम् +वदेदेवं +वदेद् +वदेद्बुधः +वदेद्यदि +वदेद्यस्य +वदेद्वा +वदेद्वाक्यं +वदेद्वाचं +वदेद्वाणीं +वदेद्व्याहृतं +वदेन +वदेन् +वदेन्न +वदेन्नाम्ना +वदेन्नित्यं +वदेम +वदेय +वदेयं +वदेयम् +वदेयुः +वदेयुर् +वदेव +वदेह +वदे॒ह +वदैव +वदैवं +वदो +वद् +वद्ध +वद्धं +वद्धः +वद्धते +वद्धा +वद्धि +वद्ध्वा +वद्भिः +वद्मा +वद्य +वद्यं +वद्यते +वद्या +वद्यानि +वद्र +वद्वा +वद्वि +वद्‌ +वद॑ति +वद॑ति॒ +वद॑ते +वद॑न् +वद॑न्तः +वद॑न्ति +वद॒ +वध +वधं +वधः +वधः॑ +वधक +वधकः +वधकरणम् +वधकर्मणो +वधकर्मतया +वधकर्मसु +वधका +वधकाः +वधकाङ्क्षया +वधको +वधत +वधति +वधत्रे +वधदण्डः +वधन +वधबन्धने +वधबन्धौ +वधमप्रतिरूपं +वधमर्हति +वधमादिशेत् +वधमिच्छामि +वधमेव +वधम् +वधश्च +वधश्चैव +वधस् +वधस्तत्र +वधस्तथा +वधस्तस्य +वधस्तु +वधस्थानं +वधस्थानम् +वधस्नैः +वधस्य +वधा +वधाः +वधाकाङ्क्षी +वधाच्च +वधात् +वधात्तस्य +वधादि +वधादेशः +वधादेशश्च +वधादेशस्य +वधादेशे +वधाद् +वधान +वधानन्तरं +वधानाम् +वधानेन +वधान् +वधाय +वधायास्य +वधायेति +वधायैव +वधारणं +वधारणे +वधार्थ +वधार्थं +वधार्थमिति +वधार्थम् +वधार्थाय +वधार्थे +वधार्यते +वधार्ह +वधार्हः +वधार्हमपि +वधार्हो +वधि +वधिः +वधिरः +वधिरो +वधिषीष्ट +वधिष्ट +वधिष्यति +वधिष्यन्ति +वधिष्यसि +वधिष्यामः +वधिष्यामि +वधिष्ये +वधी +वधीं +वधीं॑ +वधीः +वधीत् +वधीर् +वधीर्हविष्मन्तो +वधु +वधुः +वधू +वधूं +वधूः +वधूगीतायां +वधूगृहं +वधूजनः +वधूजनस्य +वधूजनैः +वधूजनो +वधूटी +वधूदुकूलं +वधूना +वधूनां +वधूनाम् +वधूप्रवेशः +वधूप्रवेशप्रकरणम् +वधूप्रवेशो +वधूभिः +वधूभिर्वलभीर्युवानः +वधूभ्यः +वधूभ्यां +वधूमन्तो +वधूमिव +वधूमुखं +वधूम् +वधूयुः +वधूयुरिव +वधूरतम् +वधूरिति +वधूरिमां +वधूरिव +वधूर् +वधूर्जाया +वधूर्भवान्दाता +वधूर्भूत्वा +वधूवरं +वधूवरयोः +वधूवरौ +वधूवस्त्रं +वधूश्च +वधूषु +वधूसखः +वधूसमीपं +वधे +वधेः +वधेत् +वधेथ् +वधेन +वधेनापि +वधेनास्य +वधेयं +वधेयम् +वधेऽपि +वधै +वधैः +वधैते +वधैषिणः +वधो +वधोपाय +वधोपायं +वधोपायः +वधोपायो +वधोऽयं +वधोऽवधः +वधौ +वध् +वध्नाति +वध्नीयात् +वध्य +वध्यं +वध्यंते +वध्यः +वध्यकरणीयं +वध्यघातकभावो +वध्यघातकाः +वध्यत +वध्यतां +वध्यतामिति +वध्यतामेष +वध्यताम् +वध्यति +वध्यते +वध्यत् +वध्यत्वं +वध्यन्ति +वध्यन्ते +वध्यभुवं +वध्यमानं +वध्यमानः +वध्यमाना +वध्यमानां +वध्यमानाः +वध्यमानानां +वध्यमानान् +वध्यमानास्तु +वध्यमाने +वध्यमानेषु +वध्यमानेऽपि +वध्यमानो +वध्यम् +वध्यशिलातलम् +वध्यश्च +वध्यसे +वध्यस्य +वध्यहननादि +वध्या +वध्यां +वध्यांश्च +वध्याः +वध्यात् +वध्यादिति +वध्यानां +वध्यान् +वध्याश्च +वध्यासम् +वध्यासुः +वध्यास्ताम् +वध्यास्ते +वध्ये +वध्येत +वध्यो +वध्योग +वध्योऽयं +वध्योऽसौ +वध्यौ +वध्रयः +वध्रयस्ते +वध्रिं +वध्रिः +वध्रिमत्या +वध्रिमत्याः +वध्रिम॒त्या +वध्रिऽअश्वस्य +वध्रिऽमत्याः +वध्रे +वध्र्यश्व +वध्र्यश्वः +वध्र्यश्वकुले +वध्र्यश्वस्य +वध्र॑यः +वध्व +वध्वं +वध्वः +वध्वञ्जलिं +वध्वश्च +वध्वश्चन्द्रं +वध्वा +वध्वां +वध्वाः +वध्वाम् +वध्वे +वध्वेव +वध्वै +वध्वो +वध्वौ +वन +वनं +वनंप्रति +वनं॒ +वनः +वनकदली +वनका +वनकार्पासी +वनकुक्कुटः +वनके +वनकेलौ +वनको +वनकोद्रवः +वनक्षेत्रं +वनक्षेत्रे +वनगजा +वनगतं +वनगता +वनगमनं +वनगमनम् +वनगमनाय +वनगमने +वनगहनमनुप्रविश्य +वनगहने +वनगिर्योः +वनगुल्मः +वनगोचरः +वनगोचरम् +वनगोचरा +वनगोचराः +वनगोचरान् +वनगोचरौ +वनचर +वनचरं +वनचरः +वनचरा +वनचराः +वनचरैः +वनचरो +वनचर्या +वनचारिणः +वनचारिणम् +वनचारिणा +वनचारिणाम् +वनचारिणी +वनचारी +वनच्छागः +वनजं +वनजः +वनजा +वनजो +वनञ्च +वनडियम +वनतं +वनतम् +वनतां +वनति +वनतिः +वनतिक्तिका +वनतीति +वनते +वनतेः +वनते॒ +वनथः +वनदुर्गा +वनदुर्गाणि +वनदुर्गेषु +वनदेवतया +वनदेवता +वनदेवताः +वनदेवतानां +वनदेवताभिः +वनदेवताश्चत्वरदेवताः +वनदेवीनां +वनदेव्यो +वनद्रुमाणां +वनद्विपानां +वननकारस्य +वननम् +वननिर्झरे +वननीयं +वननीयम् +वननीयस्य +वननीयानि +वननीये +वननीयेषु +वनन्ति +वनपर्ब्बणि +वनपर्व +वनपर्वणि +वनपर्वतसानुषु +वनपर्व्वणि +वनपालं +वनपुष्पाणि +वनप्रदेशं +वनप्रदेशे +वनप्रवेशः +वनप्रस्थानम् +वनप्रिय +वनप्रियः +वनबीजपूरकः +वनभुव +वनभुवः +वनभुवि +वनभुवो +वनभूमयः +वनभूमिषु +वनभेदे +वनम +वनमक्षिका +वनमक्षिकाः +वनमद्य +वनमद्यैव +वनमध्यं +वनमध्यतः +वनमध्यम् +वनमध्ये +वनमपि +वनमभ्यागतो +वनमल्लिका +वनमहिषः +वनमहिषाः +वनमा +वनमागतः +वनमागता +वनमार्गेण +वनमाल +वनमालया +वनमाला +वनमालां +वनमालाधरं +वनमालायै +वनमालाविभूषणः +वनमालाविभूषितः +वनमालाविभूषितम् +वनमालाविराजितम् +वनमालासमन्वितम् +वनमालिका +वनमालिकाम् +वनमालिनः +वनमालिनमीश्वरम् +वनमालिनम् +वनमालिना +वनमालिनि +वनमालिनी +वनमालिने +वनमालिन् +वनमाली +वनमाले +वनमालेति +वनमाविशत् +वनमाश्रितः +वनमाश्रितम् +वनमाश्रिता +वनमाश्रिताः +वनमाश्रित्य +वनमासाद्य +वनमास्थिते +वनमिति +वनमित्यभिधीयते +वनमित्युदकनाम +वनमिदं +वनमिव +वनमिवाग्निना +वनमिवानलः +वनमुत्तमम् +वनमुद्गः +वनमुद्गे +वनमुपगम्य +वनमें +वनमेत्य +वनमेयुषि +वनमेव +वनमेवान्वपद्यत +वनम् +वनय +वनयति +वनयन्ति +वनया +वनयात्रा +वनराज +वनराजः +वनराजयः +वनराजिं +वनराजिभिः +वनराजिषु +वनराजी +वनराज्या +वनर्गुः +वनर्गू +वनर्षदो +वनलता +वनलताभिः +वनवत् +वनवराहयूथपा +वनवर्त्मनि +वनवसे +वनवा +वनवास +वनवासं +वनवासः +वनवासकाले +वनवासकृतं +वनवासकृता +वनवासनिदेशः +वनवासमण्डले +वनवासमिमं +वनवासम् +वनवासस्य +वनवासाय +वनवासिनः +वनवासिनम् +वनवासिना +वनवासिनां +वनवासिनाम् +वनवासिनि +वनवासिषु +वनवासी +वनवासे +वनवासेन +वनवासो +वनविशेषः +वनविहारवर्णनम् +वनवृद्धानां +वनशब्दस्य +वनशूरणः +वनशृङ्गाट +वनश्च +वनश्रियं +वनश्रियः +वनषण्डे +वनसदः +वनसदे +वनसनरक्षिमथाम् +वनसमूहः +वनसमूहे +वनसा +वनसात्म्यानुलोमिकं +वनसूकराः +वनसे +वनस्थ +वनस्थं +वनस्थः +वनस्थमपि +वनस्थली +वनस्थलीं +वनस्थलीः +वनस्थलीनां +वनस्थलीनाम् +वनस्थलीम् +वनस्थलीषु +वनस्थश्च +वनस्थस्य +वनस्था +वनस्थाः +वनस्थानां +वनस्थाश्च +वनस्थे +वनस्थो +वनस्पत +वनस्पतय +वनस्पतयः +वनस्पतयश् +वनस्पतयश्च +वनस्पतयस् +वनस्पतये +वनस्पतयो +वनस्पति +वनस्पतिं +वनस्पतिः +वनस्पतिकषायम् +वनस्पतिकषायस्य +वनस्पतिगतः +वनस्पतिगते +वनस्पतिना +वनस्पतिभिः +वनस्पतिभिर् +वनस्पतिभ्य +वनस्पतिभ्यः +वनस्पतिभ्यस्त्वा +वनस्पतिभ्यो +वनस्पतिम् +वनस्पतिरजायत +वनस्पतिरसो +वनस्पतिरिति +वनस्पतिरूपग्रहणम् +वनस्पतिर् +वनस्पतिर्मधुमाँ +वनस्पतिर्यूपः +वनस्पतिविकार +वनस्पतिविज्ञानम् +वनस्पतिषु +वनस्पती +वनस्पतीन +वनस्पतीनां +वनस्पतीनामुत +वनस्पतीनामुपतापो +वनस्पतीनाम् +वनस्पतीनिति +वनस्पतीन् +वनस्पते +वनस्पतेः +वनस्पतेरिवाभि +वनस्पतेऽव +वनस्पते॒ +वनस्पतौ +वनस्पत्यादिषु +वनस्य +वनस्याग्रे +वनस्यास्य +वनस्येति +वनहरिद्रा +वना +वनां +वनांतरं +वनांतरम् +वनांतरे +वनाः +वनाति +वनात् +वनादिषु +वनादीनां +वनादौ +वनाद् +वनाद्वनं +वनाद्वनम् +वनाद्वनांतरं +वनाद्वनान्तरं +वनाद्वा +वनानां +वनानाम् +वनानि +वनानिलः +वनानिलैः +वनानीति +वनानीव +वनानुचरिताध्यायः +वनान् +वनान्त +वनान्तं +वनान्तः +वनान्तम् +वनान्तरं +वनान्तरम् +वनान्तराणि +वनान्तरे +वनान्तरेषु +वनान्ता +वनान्ताः +वनान्ते +वनान्तेषु +वनान्तेऽस्मिन् +वनान्यपि +वनान्यरण्यमहिषा +वनान्यरण्यानि +वनान्यायतनानि +वनान्युपवनानि +वनामहे +वनामहै +वनाय +वनायुश्च +वनाये +वनायैव +वनाली +वनाव +वनावनौ +वनाश्रमं +वनाश्रमी +वनाश्रमे +वनाश्रयः +वनाऽइव +वना॑ +वना॑नि +वना॑नि॒ +वना॑ऽइव +वना॒ +वनि +वनिं +वनिः +वनित +वनितया +वनिता +वनितां +वनिताः +वनिताकुलसङ्कुले +वनिताजनस्य +वनितादिषु +वनितानां +वनितानाम् +वनिताभिः +वनिताया +वनितायाः +वनिताश्च +वनितासखः +वनितासखानां +वनितासु +वनिते +वनितेति +वनितेव +वनिनं +वनिनः +वनिनम् +वनिनश्च +वनिनां +वनिनो +वनिन् +वनिपः +वनिपि +वनिप् +वनिप्प्रत्ययः +वनिषन्त +वनिषीष्ट +वनिष्ठः +वनिष्ठुं +वनिष्ठुः +वनिष्ठुमग्नीधे +वनिष्ठोः +वनि॑ष्ठः +वनी +वनीं +वनीपकः +वनीपकानां +वनीयान् +वनीये +वनीवच्यते +वनी॑यान् +वनु +वनुत +वनुतां +वनुते +वनुथः +वनुथो +वनुयाम +वनुषः +वनुषन्त +वनुषा +वनुषां +वनुषे +वनुषो +वनुष्यतः +वनुष्यता +वनुष्यति +वनुष्यतिर्हन्तिकर्मा +वनुष्यते +वनुष्यतो +वनुष्य॒तो +वनुष्व +वने +वनेः +वनेकिंशुकाः +वनेचर +वनेचरं +वनेचरः +वनेचरम् +वनेचरस्य +वनेचरा +वनेचराः +वनेचराणां +वनेचराणाम् +वनेचरान् +वनेचरैः +वनेचरो +वनेचरौ +वनेति +वनेन +वनेपि +वनेभ्यः +वनेभ्यो +वनेम +वनेमहि +वनेमा +वनेव +वनेवने +वनेषु +वनेषूपवनेषु +वनेष्वपि +वनेष्वा +वनेऽत्र +वनेऽपि +वनेऽरण्ये +वनेऽस्मिन् +वने॑ +वने॑वने +वने॑षु +वने॑षु॒ +वने॒ +वनैः +वनो +वनों +वनोति +वनोत्तमे +वनोद्देशं +वनोद्देशे +वनोद्देशेषु +वनोद्देशो +वनोद्भवः +वनोद्भवा +वनोपलसहस्रेण +वनोपलैः +वनोरश्च +वनोषि +वनौ +वनौकसः +वनौकसम् +वनौकसा +वनौकसां +वनौकसाम् +वनौकसोऽपि +वनौका +वनौषधीनां +वन् +वन्च +वन्त +वन्तं +वन्तः +वन्तम् +वन्ति +वन्तिः +वन्ती +वन्तीति +वन्तु +वन्ते +वन्तो +वन्तौ +वन्त्यनुसवनभक्ष +वन्द +वन्दति +वन्दते +वन्दध्या +वन्दध्यै +वन्दध्वं +वन्दन +वन्दनं +वन्दनमाला +वन्दनमालिका +वन्दनम् +वन्दनवार +वन्दनशीलः +वन्दना +वन्दनां +वन्दनानि +वन्दनाय +वन्दनी +वन्दनीय +वन्दनीयं +वन्दनीयः +वन्दनीयश्च +वन्दनीया +वन्दनीयाः +वन्दनीयो +वन्दने +वन्दन्ति +वन्दन्ते +वन्दमान +वन्दमानं +वन्दमानः +वन्दमानस्तदा +वन्दमानस्तदाशास्ते +वन्दमाना +वन्दमानायाः +वन्दमानो +वन्दयित्वा +वन्दयेत् +वन्दस्व +वन्दा +वन्दाकं +वन्दाकः +वन्दाका +वन्दाके +वन्दामहे +वन्दामि +वन्दायां +वन्दारु +वन्दारुः +वन्दा॑महे +वन्दि +वन्दिं +वन्दित +वन्दितं +वन्दितः +वन्दितम् +वन्दितव्या +वन्दितव्यो +वन्दिता +वन्दितां +वन्दिताः +वन्दिताज्ञं +वन्दिताय +वन्दितुं +वन्दितुम् +वन्दिते +वन्दितो +वन्दितौ +वन्दित्वा +वन्दित्वैकान्ते +वन्दित्वैकान्तेऽस्थात् +वन्दित्वोत्थायासनात्प्रक्रान्तः +वन्दिनं +वन्दिनः +वन्दिना +वन्दिनां +वन्दिनि +वन्दिनो +वन्दिन् +वन्दिभिः +वन्दिषीमहि +वन्दी +वन्दीकृता +वन्दे +वन्देत +वन्देभारतद्रुतयानम् +वन्देमहि +वन्देमातरम् +वन्देय +वन्देहं +वन्देऽनिलात्मजम् +वन्देऽहं +वन्द् +वन्द्य +वन्द्यं +वन्द्यः +वन्द्यः॑ +वन्द्यते +वन्द्यमानः +वन्द्यमानश्च +वन्द्यमानो +वन्द्यमानौ +वन्द्यम् +वन्द्यश् +वन्द्यश्च +वन्द्यश्चा +वन्द्यसे +वन्द्यस्य +वन्द्या +वन्द्यां +वन्द्याः +वन्द्यानां +वन्द्यानि +वन्द्याम् +वन्द्याय +वन्द्याश्च +वन्द्यासः +वन्द्यास्ते +वन्द्या॑सः +वन्द्युवाच +वन्द्ये +वन्द्यैः +वन्द्यो +वन्द्यौ +वन्द्य॑श्च +वन्द॑ते +वन्द॑ते॒ +वन्द॑नम् +वन्द॑नाय +वन्द॑मानः +वन्द॑मान॒स्तदा +वन्द॑स्व +वन्ध +वन्धं +वन्धः +वन्धकी +वन्धन +वन्धनं +वन्धने +वन्धु +वन्धुरं +वन्धुरेष्ठाः +वन्धे +वन्धो +वन्ध्य +वन्ध्यं +वन्ध्यः +वन्ध्यतां +वन्ध्यताम् +वन्ध्यत्वं +वन्ध्या +वन्ध्यां +वन्ध्याः +वन्ध्याकर्कटकीमूलं +वन्ध्याकर्कोटकी +वन्ध्यात्वं +वन्ध्यानां +वन्ध्यापतिं +वन्ध्यापि +वन्ध्यापुत्र +वन्ध्यापुत्रः +वन्ध्यापुत्रस्य +वन्ध्यापुत्रो +वन्ध्याया +वन्ध्यायाः +वन्ध्यासुतस्य +वन्ध्यासुतो +वन्ध्ये +वन्ध्येति +वन्ध्यो +वन्न +वन्निति +वन्प्रत्ययः +वन्प्रत्ययेन +वन्मते +वन्य +वन्यं +वन्यः +वन्यजीवाः +वन्यजीवाभयारण्यं +वन्यजीविधाम +वन्यते +वन्यपशुसंरक्षणकेन्द्रम् +वन्यप्राणिनः +वन्यम् +वन्यस्य +वन्या +वन्यां +वन्याः +वन्यानां +वन्यानि +वन्यान् +वन्याय +वन्या॑य +वन्ये +वन्येन +वन्येषु +वन्यैः +वन्यैरेव +वन्यो +वन्वन् +वन्वन्तः +वन्वन्तु +वन्वन्नवातः +वन्वानः +वन्वानाः +वन्वानो +वन्वे +वन्हि +वन्हिः +वन्हेः +वन्हौ +वन॑तं॒ +वन॑ते +वन॑ते॒ +वन॑म् +वन॑स्पते +वन॑स्प॒तेऽव॑ +वन॑स्य +वन॒ +वन॒स्पतिं॑ +वन॒स्पतिः॑ +वन॒स्पति॑ +वन॒स्पति॑भ्यः॒ +वन॒स्पति॑भ्य॒ +वन॒स्पती॑नाम् +वन॒स्पती॑न् +वन॒स्पत॑यो +वप +वपं +वपः +वपत +वपति +वपतीति +वपतु +वपते +वपतेह +वपते॒ह +वपन +वपनं +वपनकाले +वपनमिति +वपनम् +वपनस्य +वपने +वपन् +वपन्ति +वपन्तु +वपन्ते +वपम् +वपया +वपसि +वपा +वपाँ +वपां +वपाः +वपादीनां +वपानां +वपान्ते +वपाभिः +वपाभिश्चरित्वा +वपाभ्यां +वपामभिघारयति +वपामार्जनान्ते +वपामि +वपामिति +वपामुत्खिद्य +वपामुदखिदत् +वपामुद्धृत्य +वपाम् +वपाम्य् +वपाया +वपायां +वपायाः +वपायाम् +वपायास्त्रिर्जुहोति +वपायै +वपावन्तं +वपावहनं +वपावान् +वपाश्रपणी +वपाश्रपणीभ्यां +वपाश्रपण्यौ +वपासु +वपाꣳ +वपि +वपु +वपुः +वपुःप्रकर्षेण +वपुः॑ +वपुपा +वपुरतितरां +वपुरपि +वपुरस्य +वपुरात्मजम् +वपुरात्मनश्च +वपुराप +वपुराश्रमवासिनो +वपुरास्थाय +वपुरास्थितः +वपुरिति +वपुरिदं +वपुरिदम् +वपुरिव +वपुरुज्ज्वलं +वपुरुपाशयैर्वर्जितं +वपुरुवाह +वपुरेव +वपुर् +वपुर्गुणेन +वपुर्दिव्यं +वपुर्धारयते +वपुर्न +वपुर्भवेत् +वपुर्भिः +वपुर्भूतं +वपुर्यस्य +वपुर्वः +वपुर्विभक्तं +वपुर्विरूपाक्षमलक्ष्यजन्मता +वपुर्विशेषेष्वतिगौरवाः +वपुश्च +वपुष +वपुषं +वपुषः +वपुषश्च +वपुषस्तथा +वपुषा +वपुषां +वपुषाधुना +वपुषि +वपुषी +वपुषे +वपुषेति +वपुषैव +वपुषो +वपुष्टमा +वपुष्मतः +वपुष्मता +वपुष्मताम् +वपुष्मती +वपुष्मन्तं +वपुष्मन्तो +वपुष्मांश्च +वपुष्मान् +वपुष्यः +वपुष्यपि +वपुस् +वपुस्तथा +वपुस्तव +वपुस्तस्य +वपुस्तस्याः +वपुस्तु +वपुस्ते +वपुस्त्यक्त्वा +वपु॑षः +वपु॑षे +वपु॑षो॒ +वपु॒ष्यो॑ +वपूंषि +वपूं॑षि +वपे +वपेच् +वपेज् +वपेत +वपेत् +वपेद् +वपेन् +वपेरन् +वपोदरः +वप् +वप्तर्वपसि +वप्तव्यं +वप्तव्या +वप्ता +वप्त्रे +वप्र +वप्रं +वप्रः +वप्रका +वप्रक्रीडापरिणतगजप्रेक्षणीयं +वप्रत्ययः +वप्रत्ययान्ते +वप्रत्यये +वप्रफलं +वप्रमस्त्रियाम् +वप्रम् +वप्रस्य +वप्रा +वप्राः +वप्राश्च +वप्रे +वप॑न्ति +वब +वबन्ध +वब्रे +वभयुस्तितुतयसः +वभार +वभाषिरे +वभाषे +वभासते +वभासे +वभि +वभुः +वभूव +वभूवुः +वभौ +वभ्र +वभ्राम +वभ्रु +वभ्रुः +वम +वमं +वमंतो +वमः +वमतः +वमतां +वमति +वमतीति +वमतीव +वमते 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+वरित +वरिता +वरिति +वरितुं +वरिमता +वरिमन् +वरिमन्ना +वरिमा +वरिमाणं +वरिमाणमस्मै +वरिमाणम् +वरिमित्रोदयस्य +वरिम्णा +वरिव +वरिवः +वरिवःऽवित् +वरिवर्ति +वरिवश् +वरिवश्चकर्थ +वरिवश्छन्द +वरिवश्छन्दः +वरिवसः +वरिवस् +वरिवस्कृद् +वरिवस्य +वरिवस्यति +वरिवस्यन्तु +वरिवस्या +वरिवांसि +वरिवो +वरिवोदा +वरिवोदाः +वरिवोधा +वरिवोधात +वरिवोवित् +वरिवोवित्तरा +वरिवोवित्तरासत् +वरिवोवित्परि +वरिवोविदं +वरिवोविदः +वरिषीष्ट +वरिष्ठ +वरिष्ठं +वरिष्ठः +वरिष्ठपदवीं +वरिष्ठम् +वरिष्ठश्च +वरिष्ठस्य +वरिष्ठा +वरिष्ठां +वरिष्ठाः +वरिष्ठाम् +वरिष्ठाय +वरिष्ठे +वरिष्ठैः +वरिष्ठो +वरिष्ठोऽयं +वरिष्ठौ +वरिष्यति +वरिष्यतीति +वरिष्यते +वरि॑मन् +वरि॑म॒न्ना +वरि॑वः +वरि॑वो +वरि॑वो॒ +वरि॒मा +वरि॒म्णा +वरी +वरीं +वरीतव्याः +वरीता +वरीतुं +वरीतुम् +वरीमभिः +वरीमऽभिः +वरीय +वरीयः +वरीयताएँ +वरीयताओं +वरीयसी +वरीयसीम् +वरीयांसं +वरीयान् +वरीयो +वरीवति +वरीवर्तते +वरीवर्ति +वरीवर्त्ति +वरीवृतीति +वरीवृत्यते +वरीवृश्च्यते +वरी॑मभिः +वरी॑मऽभिः +वरी॑यः +वरी॑यो +वरी॑यो॒ +वरी॑य॒ +वरु +वरुः +वरुड +वरुण +वरुणँ +वरुणं +वरुणः +वरुणकं +वरुणकस्य +वरुणगृहीत +वरुणगृहीतः +वरुणगृहीता +वरुणगृहीताः +वरुणगृहीतो +वरुणज्येष्ठेभ्य +वरुणञ्च +वरुणदेवत्यः +वरुणदेवत्या +वरुणदेवत्यो +वरुणदैवतं +वरुणपालिताम् +वरुणपाशम् +वरुणपाशाद् +वरुणपाशान् +वरुणपाशान्मुञ्चति +वरुणपाशेन +वरुणपाशेभ्यः +वरुणपाशैः +वरुणप्रघास +वरुणप्रघासः +वरुणप्रघासपर्व +वरुणप्रघासहवीँ +वरुणप्रघासाः +वरुणप्रघासानां +वरुणप्रघासान् +वरुणप्रघासे +वरुणप्रघासेषु +वरुणप्रघासैः +वरुणप्रघासैर् +वरुणप्रघासैर्यजते +वरुणप्रसूता +वरुणप्रीतये +वरुणभास्करौ +वरुणमग्निमाहुः +वरुणमग्निमाहुरथो +वरुणमवयजते +वरुणमावाह्य +वरुणमित्यादि +वरुणमुद्रा +वरुणमेनिं +वरुणमेनिर्वा +वरुणमेव +वरुणम् +वरुणयोः +वरुणराजभ्यो +वरुणराजानो +वरुणलोकं +वरुणलोके +वरुणवृक्षः +वरुणवृक्षे +वरुणश् +वरुणश्च +वरुणश्चकार +वरुणश्चार्यमा +वरुणश्चेति +वरुणश्चैव +वरुणसवो +वरुणसाम +वरुणस् +वरुणस्तं +वरुणस्तथा +वरुणस्तु +वरुणस्ते +वरुणस्त्रिष्टुप् +वरुणस्त्वं +वरुणस्त्वंश +वरुणस्त्वा +वरुणस्य +वरुणस्याग्नेः +वरुणस्याथ +वरुणस्याधिपत्यं +वरुणस्यान्तर्हित्यै +वरुणस्यापि +वरुणस्याभिचक्षे +वरुणस्यालयं +वरुणस्यासि +वरुणस्याहं +वरुणस्येति +वरुणस्यैव +वरुणस्योत +वरुणस्योत्तम्भनमसि +वरुणा +वरुणात् +वरुणात्त्वा +वरुणात्मजा +वरुणात्मना +वरुणादयः +वरुणादयो +वरुणादहम् +वरुणादेनं +वरुणादेवैनं +वरुणाद् +वरुणानी +वरुणानीं +वरुणानीम् +वरुणान् +वरुणान्मुञ्चति +वरुणान्याः +वरुणाभ्यां +वरुणाय +वरुणायादित्यवते +वरुणायाश्वं +वरुणायाश्वम् +वरुणायेति +वरुणायेदम् +वरुणायोपपादयेत् +वरुणालयः +वरुणालयम् +वरुणालयात् +वरुणालये +वरुणावासं +वरुणाविधानसभाक्षेत्रम् +वरुणा॒नीं +वरुणिकः +वरुणे +वरुणेति +वरुणेत्यभिशाप्य +वरुणेत्यादि +वरुणेन +वरुणेनाग्राहयत् +वरुणेनैव +वरुणेनैवैनं +वरुणेशं +वरुणेशे +वरुणेह +वरुणे॒ह +वरुणैः +वरुणो +वरुणोंऽशो +वरुणोदानयोर्मध्ये +वरुणोपरि +वरुणोऽगृह्णात् +वरुणोऽग्निः +वरुणोऽज +वरुणोऽदितिः +वरुणोऽनुमन्यतां +वरुणोऽन्तर्दधातु +वरुणोऽपां +वरुणोऽपि +वरुणोऽर्यमा +वरुणोऽसि +वरुणोऽसीति +वरुणौ +वरुण्यं +वरुण्या +वरुण्यात् +वरुण्यादुत +वरुण्यो +वरुण॒ +वरुणꣳ +वरु॑ण +वरु॑णं +वरु॑णं॒ +वरु॑णः +वरु॑णः॒ +वरु॑णम् +वरु॑णश्च +वरु॑णश्च॒ +वरु॑णश्च॒कार॒ +वरु॑णस्ते +वरु॑णस्य +वरु॑णस्याभि॒चक्षे॒ +वरु॑णस्या॒ग्नेः +वरु॑णस्य॒ +वरु॑णा +वरु॑णाय +वरु॑णाय॒ +वरु॑णे +वरु॑णेन +वरु॑णेन॒ +वरु॑णे॒ +वरु॑णो +वरु॑णोऽसि +वरु॑णो॒ +वरु॑ण॒ +वरु॑ण॒ः +वरु॑ण॒मव॑ +वरु॒णेति॒ +वरू +वरूण +वरूता +वरूत्रयः +वरूत्रिं +वरूत्री +वरूत्रीं +वरूत्रीः +वरूत्रीम् +वरूथ +वरूथं +वरूथः +वरूथमसि +वरूथम् +वरूथशः +वरूथानि +वरूथिनः +वरूथिना +वरूथिनाम् +वरूथिनी +वरूथिनीं +वरूथिनीनां +वरूथिनीम् +वरूथिने +वरूथिन्या +वरूथिन्युवाच +वरूथी +वरूथे +वरूथैः +वरूथो +वरूथ्य +वरूथ्यः +वरूथ्यम् +वरूप +वरू॑थं +वरू॑थम् +वरू॑थैः +वरू॒ता +वरू॒थ्य॒ +वरे +वरेजः +वरेण +वरेणाथ +वरेणापि +वरेणैव +वरेण्य +वरेण्यं +वरेण्यः +वरेण्यम् +वरेण्यश्च +वरेण्यस्तेना +वरेण्यस्य +वरेण्या +वरेण्यां +वरेण्याय +वरेण्ये +वरेण्यो +वरेति +वरेन्द्री +वरेभिः +वरेयं +वरेयम् +वरेषु +वरे॑ण्यं +वरे॑ण्यं॒ +वरे॑ण्यः +वरे॑ण्यम् +वरे॑ण्यो +वरे॑ण्यो॒ +वरे॒यम् +वरै +वरैः +वरो +वरोत्तमः +वरोत्तमम् +वरोरु +वरोऽपि +वरोऽयं +वरोऽस्तु +वरोऽस्माकं +वरो॒ +वरौ +वरौषधम् +वर् +वर्कते +वर्क् +वर्क्स् +वर्ग +वर्गं +वर्गः +वर्गःगर्ग +वर्गःदेवीभागवतपुराणम् +वर्गकामो +वर्गचितिघनः +वर्गच्छिन्ने +वर्गतः +वर्गद्वयं +वर्गद्वये +वर्गप्रकृति +वर्गप्रकृतिः +वर्गप्रकृत्या +वर्गभाषानुबन्धयोजनीयः +वर्गमूल +वर्गमूलं +वर्गमूलम् +वर्गमूले +वर्गमूलेन +वर्गम् +वर्गयमगा +वर्गयोः +वर्गयोग +वर्गयोगः +वर्गविंशोपकं +वर्गविवेकाध्यायः +वर्गशः +वर्गशो +वर्गश्च +वर्गसंख्या +वर्गसम्बद्धभाषानुबन्धः +वर्गसम्भाषणम् +वर्गसर्वस्वम् +वर्गस् +वर्गस्तु +वर्गस्थाने +वर्गस्य +वर्गा +वर्गाः +वर्गाक्षराणां +वर्गाक्षराणि +वर्गाङ्क +वर्गाणा +वर्गाणां +वर्गात +वर्गात् +वर्गात्मक +वर्गाद् +वर्गाद्यं +वर्गानुप्रेषणम् +वर्गान् +वर्गान्तर +वर्गान्तरं +वर्गान्ताच्च +वर्गान्तात् +वर्गाभ्यां +वर्गाय +वर्गावुभौ +वर्गाश्च +वर्गास्तु +वर्गिणः +वर्गितं +वर्गितम् +वर्गिस् +वर्गी +वर्गीकरणं +वर्गीकरणम् +वर्गीकरणस्य +वर्गीकरणे +वर्गीकृत +वर्गीकृतं +वर्गीकृतम् +वर्गीकृतवान् +वर्गीकृता +वर्गीकृताः +वर्गीकृत्य +वर्गे +वर्गेण +वर्गेषु +वर्गेष्वाद्यानां +वर्गेऽस्मिन् +वर्गैः +वर्गो +वर्गों +वर्गोत्तम +वर्गोत्तमगते +वर्गोत्तमे +वर्गोऽपि +वर्गोऽयं +वर्गोऽयमेवं +वर्गोऽयम् +वर्गौ +वर्ग् +वर्ग्गः +वर्ग्य +वर्ग्यम् +वर्च +वर्चः +वर्चःऽ +वर्चः॑ +वर्चश्च +वर्चस +वर्चसं +वर्चसः +वर्चसम् +वर्चसा +वर्चसां +वर्चसागथा +वर्चसागथाः +वर्चसि +वर्चसे +वर्चसेति +वर्चसेन्द्रस्येन्द्रियेण +वर्चसेमं +वर्चसो +वर्चस् +वर्चस्कं +वर्चस्कामः +वर्चस्के +वर्चस्केऽवस्करः +वर्चस्तेजः +वर्चस्तेजो +वर्चस्यं +वर्चस्या +वर्चस्याः +वर्चस्यानि +वर्चस्वं +वर्चस्वन्तं +वर्चस्वन्तम् +वर्चस्वान् +वर्चस्वितमः +वर्चस्विनं +वर्चस्विन् +वर्चस्वी +वर्चा +वर्चांसि +वर्चाः +वर्चिनः +वर्चो +वर्चोदसौ +वर्चोदा +वर्चोदाः +वर्चोदौ +वर्चोधा +वर्चोधां +वर्चोमूत्राशयोत्थिता +वर्चोऽसि +वर्चो॑ +वर्चो॒ +वर्चो॒दा +वर्च्च +वर्च्चः +वर्च्चकुटी +वर्च्चस्वी +वर्च्चा +वर्च्चो +वर्च्छति +वर्च॑ +वर्च॑सा +वर्च॑सा॒ +वर्च॑से +वर्च॑से॒ +वर्च॑स॒ +वर्च॒ +वर्च॒स्तेजः॑ +वर्छ +वर्ज +वर्जं +वर्जति +वर्जन +वर्जनं +वर्जनम् +वर्जनात् +वर्जनीय +वर्जनीयं +वर्जनीयः +वर्जनीयम् +वर्जनीया +वर्जनीयाः +वर्जनीयानि +वर्जनीयो +वर्जनीयौ +वर्जने +वर्जनेन +वर्जम् +वर्जय +वर्जयंति +वर्जयता +वर्जयति +वर्जयतीत्यर्थः +वर्जयते +वर्जयत्यपः +वर्जयन् +वर्जयन्ति +वर्जयन्ती +वर्जयन्तीह +वर्जयन्तो +वर्जयित्वा +वर्जयित्वेत्यर्थः +वर्जयित्वैकं +वर्जयीत +वर्जये +वर्जयेच्च +वर्जयेत +वर्जयेत् +वर्जयेत्कटुकं +वर्जयेत्कार्तिकव्रती +वर्जयेत्तत्र +वर्जयेत्तां +वर्जयेत्तादृशं +वर्जयेत्तु +वर्जयेत्तैलं +वर्जयेत्सदा +वर्जयेत्सर्वयत्नेन +वर्जयेत्सुधीः +वर्जयेदासनं +वर्जयेदिति +वर्जयेदित्यर्थः +वर्जयेद् +वर्जयेद्द्विदलं +वर्जयेद्बुधः +वर्जयेद्यस्तु +वर्जयेन्न +वर्जयेन्नरः +वर्जयेन्नित्यं +वर्जयेन्मधु +वर्जयेयुः +वर्जाः +वर्जि +वर्जित +वर्जितं +वर्जितः +वर्जितम् +वर्जितस्य +वर्जिता +वर्जितां +वर्जिताः +वर्जितानां +वर्जितानि +वर्जितान् +वर्जितान्योन्यघोषः +वर्जिते +वर्जितो +वर्जितौ +वर्जिनिया +वर्ज्ज +वर्ज्जनं +वर्ज्जनम् +वर्ज्जनात् +वर्ज्जनीयं +वर्ज्जनीयम् +वर्ज्जनीया +वर्ज्जनीयाः +वर्ज्जनीयानि +वर्ज्जने +वर्ज्जयन्ति +वर्ज्जयित्वा +वर्ज्जयेत् +वर्ज्जयेन्नित्यं +वर्ज्जितं +वर्ज्जितः +वर्ज्जिता +वर्ज्जिताः +वर्ज्य +वर्ज्यं +वर्ज्यः +वर्ज्यता +वर्ज्यते +वर्ज्यन्ते +वर्ज्यब्राह्मणनिरूपणम् +वर्ज्यमतोऽन्यथा +वर्ज्यमिति +वर्ज्यम् +वर्ज्या +वर्ज्याः +वर्ज्यानि +वर्ज्यान् +वर्ज्यावर्ज्य +वर्ज्याश्च +वर्ज्यास्तावत्य +वर्ज्ये +वर्ज्यो +वर्ज्यौ +वर्ड +वर्ण +वर्णं +वर्णं॑ +वर्णं॒ +वर्णः +वर्णः॑ +वर्णक +वर्णकं +वर्णकः +वर्णकमारचयति +वर्णकम् +वर्णकरं +वर्णका +वर्णकाः +वर्णकान् +वर्णकान्तरम् +वर्णके +वर्णकैः +वर्णको +वर्णक्रमः +वर्णक्रमाच्छतं +वर्णक्रमानुसारि +वर्णक्रमानुसारेि +वर्णक्रमेण +वर्णक्रमेणैव +वर्णगत्योः +वर्णग्रहण +वर्णग्रहणं +वर्णग्रहणम् +वर्णग्रहणे +वर्णग्रहणेन +वर्णचक्रं +वर्णचतुष्टयम् +वर्णचित्राणि +वर्णचौरे +वर्णजातिविवेकप्रकरणम् +वर्णजात्युत्तराधरैः +वर्णज्यायसां +वर्णज्येष्ठः +वर्णञ्च +वर्णत +वर्णतः +वर्णतन्तवः +वर्णतन्तुषु +वर्णतश्च +वर्णतश्चैव +वर्णता +वर्णतो +वर्णतोऽपि +वर्णत्रयं +वर्णत्रयस्य +वर्णत्वं +वर्णत्वमेकमाश्रित्य +वर्णत्वात् +वर्णदृढादिभ्यः +वर्णद्वयं +वर्णद्वयस्य +वर्णधर्म +वर्णधर्मः +वर्णधर्मा +वर्णधर्माः +वर्णन +वर्णनं +वर्णनंनाम +वर्णनञ्च +वर्णनम +वर्णनमपि +वर्णनमस्ति +वर्णनमिति +वर्णनमिदं +वर्णनमुपलभ्यते +वर्णनमेव +वर्णनम् +वर्णनया +वर्णनस्य +वर्णना +वर्णनां +वर्णनाचातुरी +वर्णनातीत +वर्णनातीतम् +वर्णनात् +वर्णनानन्तरं +वर्णनानि +वर्णनाम +वर्णनायां +वर्णनाशः +वर्णनीय +वर्णनीयं +वर्णनीयः +वर्णनीयतया +वर्णनीयत्वात् +वर्णनीयत्वेन +वर्णनीयमिति +वर्णनीयम् +वर्णनीयस्य +वर्णनीया +वर्णनीयाः +वर्णनीयानि +वर्णनीये +वर्णनीयेति +वर्णनीयो +वर्णने +वर्णनेन +वर्णनेषु +वर्णनेऽपि +वर्णनैः +वर्णनो +वर्णनों +वर्णन्यासं +वर्णपरिचयं +वर्णपर्याय +वर्णपुष्कलतया +वर्णप्रकर्षे +वर्णप्रकाशिनी +वर्णप्रसादं +वर्णप्रसादनः +वर्णफलं +वर्णफलम् +वर्णभेद +वर्णभेदं +वर्णभेदः +वर्णभेदस्य +वर्णभेदे +वर्णभेदेन +वर्णभेदो +वर्णमयं +वर्णमयः +वर्णमसंप्राप्तश्च +वर्णमसृजत +वर्णमात्मादितत्त्वसंयुतम् +वर्णमात्रं +वर्णमात्रेण +वर्णमापद्यते +वर्णमाभरत् +वर्णमालया +वर्णमाला +वर्णमालां +वर्णमालायां +वर्णमालास्तोत्रम् +वर्णमिति +वर्णमुच्चार्य्य +वर्णमूषेति +वर्णमेव +वर्णम् +वर्णय +वर्णयंति +वर्णयतः +वर्णयति +वर्णयती +वर्णयतीति +वर्णयतो +वर्णयन् +वर्णयन्तं +वर्णयन्तः +वर्णयन्ति +वर्णयन्ती +वर्णयन्तीति +वर्णयन्तीत्यर्थः +वर्णयन्तो +वर्णयन्नाह +वर्णयामः +वर्णयामहे +वर्णयामास +वर्णयामि +वर्णयामो +वर्णयाम्यहम् +वर्णयिता +वर्णयितुं +वर्णयितुमारभते +वर्णयितुमाह +वर्णयितुमुपक्रमते +वर्णयितुम् +वर्णयित्वा +वर्णयिष्यते +वर्णयिष्यन् +वर्णयिष्यामः +वर्णयिष्यामि +वर्णयुक्तं +वर्णयुते +वर्णये +वर्णयेत् +वर्णयेयुः +वर्णयो +वर्णयोः +वर्णरचना +वर्णरत्नाकर +वर्णरूपं +वर्णरूपविनाशिनीम् +वर्णरूपेण +वर्णलक्षं +वर्णलक्षणात् +वर्णलोपः +वर्णलोपश्छान्दसः +वर्णलोपात् +वर्णलोपो +वर्णवत् +वर्णवन्ति +वर्णवाची +वर्णवादिता +वर्णवादी +वर्णवान् +वर्णवाली +वर्णवाले +वर्णविकारः +वर्णविकारनाशौ +वर्णविकारो +वर्णविन्यासवक्रता +वर्णविपर्ययः +वर्णविपर्ययश्च +वर्णविशेष +वर्णविशेषः +वर्णविशेषेण +वर्णविशेषौ +वर्णविषये +वर्णवृत्तभेदे +वर्णव्यत्ययः +वर्णव्यत्यये +वर्णव्यत्ययेन +वर्णव्यवस्था +वर्णव्यवस्थितिरिहैव +वर्णव्यापत्त्या +वर्णशः +वर्णशब्देन +वर्णश्च +वर्णसंकर +वर्णसंकरः +वर्णसंकरकारकैः +वर्णसंकरस्य +वर्णसंकराः +वर्णसंकरो +वर्णसंख्यया +वर्णसंख्या +वर्णसंश्रयः +वर्णसंहार +वर्णसंहारः +वर्णसङ्कर +वर्णसङ्करः +वर्णसङ्करकारकैः +वर्णसङ्करजातिभेदे +वर्णसङ्करजातिविशेषः +वर्णसङ्करभेदे +वर्णसङ्करविशेषः +वर्णसङ्कराः +वर्णसङ्करे +वर्णसङ्घातः +वर्णसमाम्नाय +वर्णसमाम्नाये +वर्णसमूहः +वर्णसरेण +वर्णस् +वर्णस्तथा +वर्णस्तु +वर्णस्थितिः +वर्णस्फोटः +वर्णस्य +वर्णस्यापि +वर्णस्वर +वर्णहीने +वर्णा +वर्णां +वर्णांश्च +वर्णाः +वर्णाख्या +वर्णागमो +वर्णाञ्जनयते +वर्णाढ्यं +वर्णात् +वर्णात्कारः +वर्णात्मक +वर्णात्मकं +वर्णात्मकः +वर्णात्मकाः +वर्णात्मना +वर्णात्मा +वर्णादनुदात्तात् +वर्णादनुदात्तात्तोपधात्तो +वर्णादि +वर्णादीनां +वर्णाद् +वर्णाद्ब्रह्मचारिणि +वर्णाधिकारः +वर्णाध्वने +वर्णाध्वा +वर्णाध्वानं +वर्णाना +वर्णानां +वर्णानाञ्च +वर्णानामनुपूर्वशः +वर्णानामपि +वर्णानामानुपूर्व्येण +वर्णानामानुलोम्येन +वर्णानामाश्रमाणां +वर्णानामाश्रमाणाञ्च +वर्णानामिति +वर्णानामुपदेशः +वर्णानामुरः +वर्णानामेव +वर्णानाम् +वर्णानाह +वर्णानि +वर्णानिति +वर्णानुक्रमणिका +वर्णानुक्रमसूची +वर्णानुक्रमेण +वर्णानुपूर्वी +वर्णानुपूर्व्येण +वर्णानुप्रासः +वर्णान् +वर्णान्तर +वर्णान्तरं +वर्णान्तरम् +वर्णान्तरे +वर्णान्तरेणाव्यवहितस्य +वर्णान्ते +वर्णान्यता +वर्णान्वितं +वर्णाभिधानम् +वर्णाभिधाने +वर्णाभ्यां +वर्णाय +वर्णारोग्ययशांसि +वर्णालङ्कार +वर्णालङ्कारः +वर्णावेतदहः +वर्णावेशः +वर्णाश् +वर्णाश्च +वर्णाश्चत्वार +वर्णाश्रम +वर्णाश्रमधर्म +वर्णाश्रमधर्मः +वर्णाश्रमधर्मस्तु +वर्णाश्रमधर्मा +वर्णाश्रमधर्माः +वर्णाश्रमपरिभ्रष्टाः +वर्णाश्रमवतां +वर्णाश्रमविभागशः +वर्णाश्रमविषयः +वर्णाश्रमव्यवस्था +वर्णाश्रमव्यवस्थानं +वर्णाश्रमस्तृतीयस्तु +वर्णाश्रमा +वर्णाश्रमाः +वर्णाश्रमाचारयुतं +वर्णाश्रमाचाररताः +वर्णाश्रमाचारवता +वर्णाश्रमाचारो +वर्णाश्रमाणां +वर्णाश्रमात्मकः +वर्णाश्रमादीनां +वर्णाश्रमाभिमानी +वर्णाश्रमास्तथा +वर्णाश्रमेतराणां +वर्णाश्रमेतरे +वर्णाश्रमेभ्यो +वर्णाश्रमेषु +वर्णाश्रमोचितं +वर्णाश्रयः +वर्णाश्रयविधौ +वर्णाश्रये +वर्णास् +वर्णास्तथापि +वर्णास्तथैव +वर्णास्तु +वर्णास्ते +वर्णास्तेषां +वर्णास्त्रयो +वर्णास्त्रिभागाधिकास्ते +वर्णास्त्वाद्यास्त्रयो +वर्णा॑य +वर्णि +वर्णिका +वर्णित +वर्णितं +वर्णितः +वर्णितत्वात् +वर्णितमस्ति +वर्णितमिति +वर्णितमित्यर्थः +वर्णितमेव +वर्णितम् +वर्णितम्‌ +वर्णितया +वर्णितवती +वर्णितवन्तः +वर्णितवान् +वर्णितस्य +वर्णिता +वर्णिताः +वर्णितानां +वर्णितानि +वर्णिताऽस्ति +वर्णितुं +वर्णिते +वर्णितेन +वर्णितो +वर्णितोऽस्ति +वर्णितौ +वर्णिनं +वर्णिनः +वर्णिनां +वर्णिनाम् +वर्णिनी +वर्णिनो +वर्णिन् +वर्णिलिङ्गी +वर्णी +वर्णु +वर्णे +वर्णेकर +वर्णेति +वर्णेन +वर्णेनेति +वर्णेनैवेदृगुभयं +वर्णेभ्य +वर्णेभ्यः +वर्णेभ्यो +वर्णेषु +वर्णेष्वनेते +वर्णै +वर्णैः +वर्णैकदेशा +वर्णैर् +वर्णैला +वर्णैश्च +वर्णैस्तु +वर्णो +वर्णों +वर्णोत्कर्षे +वर्णोत्तमा +वर्णोत्पत्तेः +वर्णोद्धारतन्त्रम् +वर्णोद्धारतन्त्रे +वर्णोऽस्त्यस्य +वर्णोऽस्त्यस्या +वर्णोऽस्य +वर्णोऽस्यास्तीति +वर्णो॒ +वर्णौ +वर्ण्ण +वर्ण्णं +वर्ण्णः +वर्ण्णनम् +वर्ण्णने +वर्ण्णवृत्तभेदे +वर्ण्णा +वर्ण्णाः +वर्ण्णानां +वर्ण्णान् +वर्ण्णितं +वर्ण्णितः +वर्ण्णितम् +वर्ण्णे +वर्ण्णो +वर्ण्य +वर्ण्यं +वर्ण्यः +वर्ण्यत +वर्ण्यतां +वर्ण्यताम् +वर्ण्यते +वर्ण्यत्वेन +वर्ण्यन्ते +वर्ण्यपदार्थाः +वर्ण्यमानं +वर्ण्यमानः +वर्ण्यमानस्य +वर्ण्यमाना +वर्ण्यमाने +वर्ण्यविषयाः +वर्ण्यव्यवस्था +वर्ण्यस्य +वर्ण्यस्यानादरश्च +वर्ण्या +वर्ण्याः +वर्ण्यानामितरेषां +वर्ण्यावर्ण्यानां +वर्ण्ये +वर्ण्येत +वर्ण्येते +वर्ण्येनान्यस्योपमाया +वर्ण्यो +वर्ण॑म् +वर्ण॑म॒भि +वर्त +वर्तं +वर्तंते +वर्तः +वर्तक +वर्तकं +वर्तकः +वर्तका +वर्तकाः +वर्तको +वर्तत +वर्ततः +वर्ततइति +वर्तता +वर्ततां +वर्ततामिति +वर्ततामित्यर्थः +वर्ततामिन्द्र +वर्तताम् +वर्तति +वर्ततॆ +वर्तते +वर्ततेः +वर्ततेदं +वर्ततेऽतो +वर्ततेऽत्र +वर्ततेऽथवा +वर्ततेऽद्य +वर्ततेऽधुना +वर्ततेऽपि +वर्ततेऽयं +वर्ततेऽसौ +वर्ततेऽस्मासु +वर्ततेऽस्य +वर्तते॒ +वर्तत् +वर्तध्वं +वर्तध्वम् +वर्तध्वे +वर्तन +वर्तनं +वर्तनः +वर्तनमिति +वर्तनम् +वर्तनयः +वर्तना +वर्तनात् +वर्तनादेकदेशविवर्ति +वर्तनि +वर्तनिं +वर्तनिः +वर्तनिम् +वर्तनिर्मार्गो +वर्तनी +वर्तनीं +वर्तनीयं +वर्तनीयम् +वर्तने +वर्तनेन +वर्तन्त +वर्तन्तं +वर्तन्ताम् +वर्तन्ति +वर्तन्तीं +वर्तन्ते +वर्तन्तेऽत्र +वर्तन्तेऽन्यत्र +वर्तन्या +वर्तन्यां +वर्तन्येकपदीति +वर्तमने +वर्तमा +वर्तमान +वर्तमानं +वर्तमानः +वर्तमानकाल +वर्तमानकालं +वर्तमानकालः +वर्तमानकालता +वर्तमानकालस्य +वर्तमानकाले +वर्तमानकालेऽपि +वर्तमानकालो +वर्तमानञ्च +वर्तमानतया +वर्तमानता +वर्तमानत्वं +वर्तमानत्वमिति +वर्तमानत्वम् +वर्तमानत्वात् +वर्तमानत्वादिति +वर्तमानत्वेन +वर्तमाननिर्देशः +वर्तमाननिर्देशेन +वर्तमानप्रत्ययः +वर्तमानप्रत्ययेन +वर्तमानप्रयोगः +वर्तमानमपि +वर्तमानमपीति +वर्तमानमव्ययं +वर्तमानमिति +वर्तमानमित्यर्थः +वर्तमानमिदं +वर्तमानमुख्यमन्त्रिणः +वर्तमानमेव +वर्तमानम् +वर्तमानया +वर्तमानयुगे +वर्तमानयोः +वर्तमानयोरनादिः +वर्तमानलक्षणं +वर्तमानवत् +वर्तमानवद्वा +वर्तमानव्यपदेशेन +वर्तमानश्च +वर्तमानसमये +वर्तमानसामीप्ये +वर्तमानस् +वर्तमानस्तु +वर्तमानस्त्वं +वर्तमानस्थितिः +वर्तमानस्य +वर्तमानस्यानन्तरा +वर्तमानस्यापि +वर्तमानस्यास्ति +वर्तमानस्येति +वर्तमानस्यैव +वर्तमाना +वर्तमानां +वर्तमानाः +वर्तमानातीताभ्यां +वर्तमानात् +वर्तमानात्प्रातिपदिकात्स्वार्थे +वर्तमानात्स्वार्थे +वर्तमानादात्मनेपदं +वर्तमानादिति +वर्तमानाद् +वर्तमानाद्धातोः +वर्तमानाना +वर्तमानानां +वर्तमानानाम् +वर्तमानानि +वर्तमानान् +वर्तमानापदेश +वर्तमानापदेशात् +वर्तमानापदेशो +वर्तमानापि +वर्तमानाभावे +वर्तमानाभ्यां +वर्तमानाम् +वर्तमानाय +वर्तमानाया +वर्तमानायां +वर्तमानायाः +वर्तमानार्थे +वर्तमानाश्च +वर्तमानासु +वर्तमानास्ते +वर्तमानीकरणे +वर्तमाने +वर्तमानेति +वर्तमानेन +वर्तमानेनेति +वर्तमानेभ्यः +वर्तमानेषु +वर्तमानेऽध्वनि +वर्तमानेऽपि +वर्तमानेऽर्थे +वर्तमानैः +वर्तमानैश्च +वर्तमानो +वर्तमानोऽपि +वर्तमानोऽहं +वर्तमानौ +वर्तय +वर्तयंति +वर्तयः +वर्तयतं +वर्तयति +वर्तयतीति +वर्तयतु +वर्तयते +वर्तयत् +वर्तयन् +वर्तयन्तः +वर्तयन्ति +वर्तयन्तु +वर्तयन्ते +वर्तयन्यावदायुषम् +वर्तया +वर्तयामसि +वर्तयामसीह +वर्तयामास +वर्तयितव्यः +वर्तयितुं +वर्तयित्वा +वर्तयिष्यति +वर्तयिष्यामः +वर्तयिष्यामि +वर्तयिष्ये +वर्तयिष्येऽहमितिहासं +वर्तये +वर्तयेत् +वर्तयेन्द्र +वर्तयेन्नित्यं +वर्तयो +वर्तलोह +वर्तवे +वर्तस +वर्तसे +वर्तस्व +वर्तस्वाग्ने +वर्ता +वर्तामहे +वर्तामि +वर्ताव +वर्ति +वर्तिं +वर्तिः +वर्तिका +वर्तिकां +वर्तिकाः +वर्तिकाभिरिव +वर्तिकामुल्लापयते +वर्तिकाम् +वर्तिग्रहोः +वर्तिचरोः +वर्तित +वर्तितं +वर्तितः +वर्तितम् +वर्तितव्यं +वर्तितव्यमिति +वर्तितव्यम् +वर्तिता +वर्तिताः +वर्तिताहे +वर्तितुं +वर्तितुमर्हति +वर्तितुम् +वर्तिते +वर्तितो +वर्तितौ +वर्तित्वा +वर्तिनः +वर्तिना +वर्तिनाम् +वर्तिनि +वर्तिनी +वर्तिनो +वर्तिन्या +वर्तिन्यां +वर्तिभिः +वर्तिम् +वर्तिर् +वर्तिषीष्ट +वर्तिष्णुः +वर्तिष्यते +वर्तिष्यन्त +वर्तिष्यन्ते +वर्तिष्यसे +वर्तिष्ये +वर्ति॑का +वर्ति॑काम् +वर्ती +वर्तु +वर्तुल +वर्तुलं +वर्तुलः +वर्तुलकम् +वर्तुलत्वं +वर्तुलम् +वर्तुलस्य +वर्तुला +वर्तुलां +वर्तुलाः +वर्तुलाकारं +वर्तुलाकारस्य +वर्तुलाकारा +वर्तुलाकारे +वर्तुलाकारेण +वर्तुलाकारो +वर्तुलाकृति +वर्तुलाकृतिः +वर्तुलाकृतिम् +वर्तुलानि +वर्तुलाश्च +वर्तुले +वर्तुलो +वर्तुलौ +वर्ते +वर्तें +वर्तेः +वर्तेत +वर्तेतात्मैव +वर्तेते +वर्तेतेति +वर्तेथा +वर्तेथां +वर्तेथाः +वर्तेथे +वर्तेन +वर्तेय +वर्तेयं +वर्तेयम् +वर्तेयातां +वर्तेरन् +वर्तेरन्न् +वर्तेऽहं +वर्त्त +वर्त्तं +वर्त्तंते +वर्त्तः +वर्त्तक +वर्त्तकः +वर्त्तकर +वर्त्तका +वर्त्तत +वर्त्तता +वर्त्ततां +वर्त्तताम् +वर्त्तती +वर्त्तते +वर्त्ततेऽसौ +वर्त्तध्वम् +वर्त्तन +वर्त्तनं +वर्त्तनम् +वर्त्तना +वर्त्तनिः +वर्त्तनी +वर्त्तने +वर्त्तनेवाले +वर्त्तन्त +वर्त्तन्ते +वर्त्तमान +वर्त्तमानं +वर्त्तमानः +वर्त्तमानकाले +वर्त्तमानञ्च +वर्त्तमानत्वात् +वर्त्तमानम् +वर्त्तमानस्य +वर्त्तमाना +वर्त्तमानां +वर्त्तमानाः +वर्त्तमानात् +वर्त्तमानादात्मनेपदं +वर्त्तमानानां +वर्त्तमानानि +वर्त्तमानान् +वर्त्तमानाश्च +वर्त्तमाने +वर्त्तमानेन +वर्त्तमानो +वर्त्तमानोऽपि +वर्त्तमानौ +वर्त्तय +वर्त्तयति +वर्त्तयन्ति +वर्त्तयामि +वर्त्तयेच्छिरः +वर्त्तयेत् +वर्त्तयेन्नित्यं +वर्त्तसे +वर्त्तस्व +वर्त्ता +वर्त्ताने +वर्त्ताव +वर्त्ति +वर्त्तिं +वर्त्तिः +वर्त्तिका +वर्त्तितव्यं +वर्त्तितव्यमित्याह +वर्त्तितव्यम् +वर्त्तित्वा +वर्त्तिनि +वर्त्तिरियं +वर्त्तिष्यते +वर्त्तिस्तथोच्यते +वर्त्ती +वर्त्तुल +वर्त्तुलं +वर्त्तुलः +वर्त्तुलम् +वर्त्तुला +वर्त्तुलाकारं +वर्त्तुलाकारे +वर्त्तुलो +वर्त्ते +वर्त्तें +वर्त्तेत +वर्त्तेते +वर्त्तेयातामित्युपदिश्यते +वर्त्तेयाताम् +वर्त्तेरन् +वर्त्तेरन्नित्युपदिश्यते +वर्त्तो +वर्त्त्यते +वर्त्त्या +वर्त्म +वर्त्मन +वर्त्मनः +वर्त्मना +वर्त्मनां +वर्त्मनि +वर्त्मनी +वर्त्मनो +वर्त्मन् +वर्त्मभिः +वर्त्ममध्ये +वर्त्मशर्करा +वर्त्मसंश्रयाः +वर्त्मसु +वर्त्मानि +वर्त्मानुवर्तन्ते +वर्त्मान्तरस्थं +वर्त्मेव +वर्त्य +वर्त्या +वर्त्रं +वर्त्स्य +वर्त्स्यति +वर्त॑ते +वर्त॑मानम् +वर्त॑मानो +वर्त॒निं +वर्थ +वर्थः +वर्द्ध +वर्द्धंते +वर्द्धकः +वर्द्धकिः +वर्द्धकी +वर्द्धके +वर्द्धत +वर्द्धतां +वर्द्धतामिति +वर्द्धताम् +वर्द्धते +वर्द्धनं +वर्द्धनः +वर्द्धनत्वम् +वर्द्धनम् +वर्द्धनाः +वर्द्धनाय +वर्द्धनी +वर्द्धनीं +वर्द्धनीयः +वर्द्धनीया +वर्द्धने +वर्द्धनो +वर्द्धन्ति +वर्द्धन्ते +वर्द्धन्या +वर्द्धन्यां +वर्द्धमान +वर्द्धमानं +वर्द्धमानः +वर्द्धमानश्च +वर्द्धमानस्य +वर्द्धमाना +वर्द्धमानाः +वर्द्धमाने +वर्द्धमानेन +वर्द्धमानो +वर्द्धय +वर्द्धयति +वर्द्धयतीति +वर्द्धयते +वर्द्धयन् +वर्द्धयन्ति +वर्द्धयन्तु +वर्द्धयामास +वर्द्धयितुं +वर्द्धयित्वा +वर्द्धयेत् +वर्द्धयेयुः +वर्द्धसे +वर्द्धस्व +वर्द्धितं +वर्द्धितः +वर्द्धितम् +वर्द्धिता +वर्द्धिताः +वर्द्धिते +वर्द्धितो +वर्द्धेत +वर्द्धेते +वर्ध +वर्धंते +वर्धक +वर्धकं +वर्धकः +वर्धकम् +वर्धकाः +वर्धकिः +वर्धकिना +वर्धकी +वर्धको +वर्धकौ +वर्धत +वर्धतः +वर्धता +वर्धतां +वर्धतामिति +वर्धताम् +वर्धति +वर्धतु +वर्धते +वर्धतेऽपक्षीयते +वर्धते॒ +वर्धत् +वर्धन +वर्धनं +वर्धनः +वर्धनमग्निं +वर्धनम् +वर्धनस्य +वर्धना +वर्धनाः +वर्धनात् +वर्धनाद् +वर्धनानि +वर्धनाय +वर्धनार्थं +वर्धनी +वर्धनीं +वर्धनीम् +वर्धनीयं +वर्धनीयः +वर्धनीयम् +वर्धनीया +वर्धने +वर्धनेन +वर्धनो +वर्धन्त +वर्धन्तः +वर्धन्तां +वर्धन्ताम् +वर्धन्ति +वर्धन्ति॒ +वर्धन्तु +वर्धन्ते +वर्धन्तो +वर्धन्या +वर्धन्यां +वर्धमान +वर्धमानं +वर्धमानः +वर्धमानक +वर्धमानकं +वर्धमानकः +वर्धमानकम् +वर्धमानको +वर्धमानगृहैश्चापि +वर्धमानपुरं +वर्धमानपुरे +वर्धमानमनुजायन्तां +वर्धमानम् +वर्धमानश्च +वर्धमानस्य +वर्धमाना +वर्धमानां +वर्धमानाः +वर्धमानानि +वर्धमानान् +वर्धमानाश्च +वर्धमाने +वर्धमानेन +वर्धमानेषु +वर्धमानो +वर्धमानौ +वर्धम् +वर्धय +वर्धयत +वर्धयतं +वर्धयतः +वर्धयतम् +वर्धयता +वर्धयतां +वर्धयति +वर्धयतीति +वर्धयतीत्यर्थः +वर्धयतु +वर्धयते +वर्धयतो +वर्धयत् +वर्धयत्येव +वर्धयत्य् +वर्धयन् +वर्धयन्त +वर्धयन्तः +वर्धयन्ति +वर्धयन्ती +वर्धयन्तीः +वर्धयन्तीति +वर्धयन्तु +वर्धयन्ते +वर्धयन्तो +वर्धयन्तौ +वर्धयन्त्या +वर्धयन्त्विति +वर्धयन्नित्युक्तम् +वर्धयमानः +वर्धयमानो +वर्धयसि +वर्धयस्व +वर्धया +वर्धयाति +वर्धयामः +वर्धयामसि +वर्धयामहे +वर्धयामास +वर्धयामासुरत्यर्थं +वर्धयामासुरुत्सुकाः +वर्धयामि +वर्धयामो +वर्धया॒ +वर्धयिता +वर्धयितारः +वर्धयितारम् +वर्धयितारो +वर्धयितारौ +वर्धयितुं +वर्धयितुमिच्छति +वर्धयितुम् +वर्धयित्र्यौ +वर्धयित्वा +वर्धयेत +वर्धयेति +वर्धयेत् +वर्धयेत्यर्थः +वर्धयेद् +वर्धयेमं +वर्धयेमꣳ +वर्धयेयुः +वर्धसि +वर्धसे +वर्धस्व +वर्धस्वेति +वर्धा +वर्धान् +वर्धामण्डलम् +वर्धामण्डले +वर्धामहे +वर्धाय +वर्धासे +वर्धा॑ +वर्धिका +वर्धित +वर्धितं +वर्धितः +वर्धितमिति +वर्धितम् +वर्धितवती +वर्धितवन्तः +वर्धितवान् +वर्धितस्य +वर्धिता +वर्धिताः +वर्धितानि +वर्धिते +वर्धितैः +वर्धितो +वर्धितौ +वर्धिनी +वर्धिषीमहि +वर्धिष्णुः +वर्धिष्यते +वर्धेत +वर्धेते +वर्धो +वर्ध्म +वर्ध्यते +वर्ध्रिका +वर्ध॑ +वर्ध॑ते +वर्ध॑नं +वर्ध॑नः +वर्ध॑नम् +वर्ध॑ना +वर्ध॑नेन +वर्ध॑न्तः +वर्ध॑न्ति +वर्ध॑न्तु +वर्ध॑मानं॒ +वर्ध॑मानः +वर्ध॑मानम् +वर्ध॑से +वर्ध॑स्व +वर्ध॑स्व॒ +वर्न +वर्नर +वर्नियरस्य +वर्प +वर्पः +वर्पः॑ +वर्पणीतिः +वर्पति +वर्पन्तु +वर्पसः +वर्पसा +वर्पांसि +वर्पां॑सि +वर्पो +वर्प॑सः +वर्प॑सा +वर्प॑सा॒ +वर्फ +वर्भ +वर्म +वर्मं +वर्मणः +वर्मणा +वर्मणां +वर्मणाम् +वर्मणाहं +वर्मणि +वर्मणी +वर्मणो +वर्मती +वर्मन +वर्मनः +वर्मना +वर्मनि +वर्मन् +वर्मभिः +वर्मराज +वर्मसु +वर्मा +वर्मांट +वर्माणि +वर्माण्ट् +वर्मान्ट् +वर्मान्तं +वर्मासि +वर्मास्त्रे +वर्माहर्वर्म +वर्मा॑णि +वर्मिणः +वर्मिणां +वर्मिणे +वर्मिणो +वर्मित +वर्मितः +वर्मी +वर्मीव +वर्मे +वर्मेति +वर्मेव +वर्म्म +वर्म्मणा +वर्म्मा +वर्म॑ +वर्म॑णा +वर्म॑णो +वर्म॒ +वर्य +वर्यं +वर्यः +वर्यते +वर्यम् +वर्यया +वर्यस्य +वर्या +वर्याः +वर्याय +वर्यायाः +वर्ये +वर्येण +वर्यो +वर्ल्ड +वर्ल्ड् +वर्वर +वर्वरः +वर्वरान् +वर्वरी +वर्वरे +वर्वरोर्द्ध्वशिरोरुहा +वर्वर्ति +वर्वाणां +वर्वृतानाः +वर्व्वणा +वर्व्वरः +वर्व्वरा +वर्व्वरी +वर्व॑र्ति +वर्शे +वर्ष +वर्षं +वर्षंति +वर्षः +वर्षक +वर्षकं +वर्षकः +वर्षकम् +वर्षकर्मणा +वर्षकस्य +वर्षका +वर्षकाः +वर्षकामाय +वर्षकामेष्टिः +वर्षकाय +वर्षकारीं +वर्षकाले +वर्षकी +वर्षकृतं +वर्षके +वर्षकेण +वर्षको +वर्षकोटिं +वर्षकोटिभिः +वर्षकोटिशतं +वर्षकोटिशतानि +वर्षकोटिशतैरपि +वर्षकोटिसहस्राणि +वर्षकौ +वर्षक्षरशरवरात् +वर्षगणं +वर्षगणानुबन्धि +वर्षगणान् +वर्षगणान्बहून् +वर्षचतुष्टयं +वर्षजः +वर्षञ्च +वर्षण +वर्षणं +वर्षणम् +वर्षणस्य +वर्षणाय +वर्षणार्थं +वर्षणि +वर्षणे +वर्षणेन +वर्षत +वर्षतः +वर्षतक +वर्षता +वर्षतां +वर्षति +वर्षती +वर्षतीति +वर्षतीत्यर्थः +वर्षतीन्द्रो +वर्षतीवाञ्जनं +वर्षतु +वर्षते +वर्षतो +वर्षत्यपि +वर्षत्यम्बुदमालेयं +वर्षत्येव +वर्षत्येष +वर्षत्येषा +वर्षत्य् +वर्षत्रयं +वर्षत्रयम् +वर्षत्रयस्य +वर्षत्रये +वर्षत्सु +वर्षद्वयं +वर्षद्वयम् +वर्षद्वयस्य +वर्षद्वयात् +वर्षद्वयानन्तरं +वर्षद्वये +वर्षद्वयेन +वर्षधारा +वर्षधाराः +वर्षधाराभिः +वर्षनिम्नगाः +वर्षनिर्णिजः +वर्षन् +वर्षन्तं +वर्षन्तः +वर्षन्ति +वर्षन्ती +वर्षन्तु +वर्षन्ते +वर्षन्तो +वर्षन्न् +वर्षन्मेघ +वर्षपति +वर्षपर्यन्त +वर्षपर्यन्तं +वर्षपर्यन्तम् +वर्षपर्य्यन्तं +वर्षपर्वतः +वर्षपर्वताः +वर्षपर्वतौ +वर्षपर्व्वताः +वर्षपूगान् +वर्षपूजाफलप्रदं +वर्षपूजाफलप्रदम् +वर्षपूर्णम् +वर्षपूर्वं +वर्षप्रतिबन्ध +वर्षप्रतिबन्धः +वर्षप्रतिबन्धे +वर्षप्रमाण +वर्षप्रमाणे +वर्षप्राचीनः +वर्षभेदे +वर्षभोग्येण +वर्षभोग्येन +वर्षम +वर्षमध्ये 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+वर्षसहस्रान्ते +वर्षसहस्रे +वर्षसहस्रेण +वर्षसहस्रेषु +वर्षसाध्यम् +वर्षसाहस्रं +वर्षसि +वर्षस्य +वर्षस्याभविष्यति +वर्षस्यावरुद्ध्यै +वर्षस्येशते +वर्षस्येष्टे +वर्षा +वर्षां +वर्षांतरे +वर्षांते +वर्षाः +वर्षाऋतुः +वर्षाकार +वर्षाकारस्य +वर्षाकारो +वर्षाकाल +वर्षाकालं +वर्षाकालः +वर्षाकालस्य +वर्षाकाले +वर्षागमे +वर्षाग्रं +वर्षाचला +वर्षाचलास्तु +वर्षाचलेषु +वर्षाजलं +वर्षाणां +वर्षाणाञ्च +वर्षाणान्तु +वर्षाणामधिकं +वर्षाणामयुतं +वर्षाणामर्बुदं +वर्षाणामिति +वर्षाणाम् +वर्षाणि +वर्षाणी +वर्षाणीति +वर्षाणीव +वर्षाणीह +वर्षाण्यथ +वर्षाण्यष्टौ +वर्षाण्युदीक्षेत +वर्षाण्युवास +वर्षाण्येतानि +वर्षाण्येषां +वर्षात +वर्षातपादिके +वर्षातपाभ्यां +वर्षाता +वर्षाते +वर्षात् +वर्षात्रयोदश्यां +वर्षादपि +वर्षादयो +वर्षादारभ्य +वर्षादि +वर्षादिकं +वर्षादिषु +वर्षादिष्वभया +वर्षादेशः +वर्षादौ +वर्षाद् +वर्षाधिपे +वर्षानन्तरं +वर्षानन्तरम् +वर्षानुगुणम् +वर्षाने +वर्षानेवाले +वर्षान् +वर्षान्त +वर्षान्तं +वर्षान्तः +वर्षान्तरे +वर्षान्ताय +वर्षान्ते +वर्षान्मृत्युं +वर्षाभिः +वर्षाभिर् +वर्षाभू +वर्षाभूः +वर्षाभ्य +वर्षाभ्यः +वर्षाभ्यन्तरे +वर्षाभ्यष्ठक् +वर्षाभ्यो +वर्षाभ्योऽन्यत्र +वर्षाभ्वः +वर्षाभ्वश्च +वर्षाभ्वी +वर्षाभ्वौ +वर्षामि +वर्षामु +वर्षाय +वर्षायां +वर्षायाः +वर्षायाम् +वर्षायुतं +वर्षायुतशतं +वर्षारम्भ +वर्षारम्भे +वर्षारात्रः +वर्षारात्रो +वर्षाल्लुक् +वर्षावधौ +वर्षावरणयोः +वर्षावर्णनम् +वर्षावसन्तयोः +वर्षावासः +वर्षाशरद्वसन्तेषु +वर्षाश्च +वर्षाश्चैव +वर्षाषु +वर्षासमयः +वर्षासमये +वर्षासु +वर्षास् +वर्षास्वपि +वर्षास्विति +वर्षास्विव +वर्षास्वेकत्र +वर्षास्वेव +वर्षास्व् +वर्षि +वर्षितं +वर्षितः +वर्षितरिन्द्र +वर्षितर्हे +वर्षिता +वर्षितारं +वर्षितारः +वर्षितारम् +वर्षितारो +वर्षितारौ +वर्षितुं +वर्षितुः +वर्षितुम् +वर्षिते +वर्षित्रे +वर्षित्वा +वर्षिमा +वर्षिष्ठ +वर्षिष्ठं +वर्षिष्ठः +वर्षिष्ठमूतये +वर्षिष्ठम् +वर्षिष्ठया +वर्षिष्ठा +वर्षिष्ठाय +वर्षिष्ठे +वर्षिष्ठेऽधि +वर्षिष्ठेऽम्बेऽम्बालेऽम्बिके +वर्षिष्यति +वर्षिष्यतीति +वर्षि॑ष्ठम् +वर्षि॑ष्ठाय +वर्षि॑ष्ठे +वर्षी +वर्षीय +वर्षीयः +वर्षीयसा +वर्षीयसि +वर्षीयसी +वर्षीयसीं +वर्षीयसे +वर्षीयसो +वर्षीया +वर्षीयांस +वर्षीयांसं +वर्षीयान् +वर्षीयो +वर्षुकः +वर्षुको +वर्षॆ +वर्षे +वर्षेः +वर्षेजः +वर्षेण +वर्षेणैकेन +वर्षेणौषधिवनस्पतीन् +वर्षेत +वर्षेति +वर्षेत् +वर्षेत्पिण्डीरेव +वर्षेदिति +वर्षेभ्य +वर्षेभ्यः +वर्षेमें +वर्षेवर्षे +वर्षेषु +वर्षेष्वेतेषु +वर्षेऽपि +वर्षेऽश्वमेधेन +वर्षेऽस्मिन् +वर्षेऽस्य +वर्षेे +वर्षै +वर्षैः +वर्षैकं +वर्षैकेन +वर्षो +वर्षों +वर्षोपनायिकायां +वर्षोपलस्तु +वर्षोपले +वर्षोषितं +वर्षौ +वर्ष्म +वर्ष्मणः +वर्ष्मणा +वर्ष्मणि +वर्ष्मणैवैनं +वर्ष्मन् +वर्ष्मन्पृथिव्या +वर्ष्मसु +वर्ष्मा +वर्ष्माणं +वर्ष्माणमस्मै +वर्ष्माणम् +वर्ष्माणि +वर्ष्मैवैनम्̇ +वर्ष्मैवैनꣳ +वर्ष्म॑न् +वर्ष्म॒ +वर्ष्यस्येव +वर्ष्या +वर्ष्याः +वर्ष्याय +वर्ष॑तु +वर्ष॑ते॒ +वर्स +वर्ह +वर्हति +वर्हि +वर्हिः +वर्हिणः +वर्हिणाम् +वर्हिषः +वर्हिषदः +वर्हिषदो +वर्हिषि +वर्ही +वर॑म् +वर॒ +वर॒णो +वर॒मा +वल +वलं +वलः +वलक्ष +वलक्षः +वलक्षो +वलग +वलगं +वलगः +वलगघ्नः +वलगमुत्किरामि +वलगम् +वलगस्य +वलगहनं +वलगहनः +वलगहनम् +वलगहनावुपदधामि +वलगहनो +वलगहनोऽवस्तृणामि +वलगहनौ +वलगहा +वलगाः +वलगान् +वलगान्निखनति +वलच् +वलज +वलजा +वलजे +वलति +वलते +वलदेवः +वलन +वलनं +वलनज्या +वलनमस्फुटेषुणा +वलनमिति +वलनम् +वलनम्‌ +वलनसंज्ञा +वलनस्य +वलना +वलनानि +वलने +वलन्तिकयोपसृत्य +वलन्तिका +वलन्ती +वलपुरं +वलभः +वलभद्रः +वलभि +वलभी +वलभीं +वलभीपुरम् +वलभीषु +वलभ्यां +वलमिति +वलम् +वलय +वलयं +वलयः +वलयति +वलयदण्डकस्य +वलयदण्डस्य +वलयद्वयं +वलयम् +वलयविक्रेता +वलयश्च +वलयश्चैव +वलयस्य +वलया +वलयाः +वलयाकारं +वलयाकारः +वलयाकारेण +वलयाकारो +वलयाकृतयो +वलयाकृतिः +वलयाकृतिना +वलयाङ्गदानि +वलयानां +वलयानि +वलयान् +वलयित +वलयितं +वलयिता +वलये +वलयेन +वलयैः +वलयो +वलयोऽस्त्रियाम् +वलयौ +वलवता +वलवति +वलवती +वलवान् +वलसाड +वलसाडमण्डलम् +वलसे +वलस्य +वला +वलां +वलाः +वलाका +वलात् +वलात्कारेण +वलादावार्धधातुके +वलादि +वलादिलक्षण +वलादिलक्षणे +वलादेः +वलादेरार्धधातुकस्य +वलादौ +वलानि +वलाम् +वलास +वलासं +वलाहक +वलाहकः +वलाहकाः +वलाहके +वलाहको +वलि +वलिं +वलिः +वलितं +वलितः +वलितग्रीवं +वलितम् +वलितवदनपद्मं +वलितविस्तरः +वलिता +वलितां +वलिताक्षराणि +वलिते +वलितो +वलितोरु +वलितौ +वलित्रयं +वलित्रयम् +वलिदानं +वलिदानेन +वलिन +वलिनः +वलिना +वलिनी +वलिनो +वलिभिः +वलिम् +वलिर्भवेत् +वलिर्भौतो +वली +वलीं +वलीति +वलीनां +वलीपलितनाशनः +वलीपलितनाशनम् +वलीपलितनिर्मुक्तः +वलीपलितनिर्मुक्तो +वलीपलितवर्जितः +वलीमुखाः +वलीम् +वलीयसा +वलीयसि +वलीर्विमार्ष्टि +वलीषु +वले +वलेः +वलेन +वलो +वलोकनम् +वलोक्य +वलोप +वलोपः +वलोपे +वलौ +वल् +वल्क +वल्कं +वल्कल +वल्कलं +वल्कलः +वल्कलधरैः +वल्कलधारिणी +वल्कलमसक्तमपि +वल्कलम् +वल्कलस्य +वल्कला +वल्कलाः +वल्कलानां +वल्कलानि +वल्कलान्यजिनानि +वल्कलाम्बरः +वल्कलिनी +वल्कले +वल्कलेन +वल्कलेनापि +वल्कलेषु +वल्कलैः +वल्कलैर्वने +वल्कलैस्त्वं +वल्को +वल्क्यः +वल्क्ये +वल्ग +वल्गतः +वल्गता +वल्गति +वल्गते +वल्गनं +वल्गन्तं +वल्गन्ति +वल्गसि +वल्गसे +वल्गा +वल्गाः +वल्गासु +वल्गितं +वल्गितम् +वल्गितैः +वल्गु +वल्गुः +वल्गुना +वल्गुभाषिणी +वल्गुरसि +वल्गुला +वल्गुली +वल्गुवादिनि +वल्गुहासी +वल्गू +वल्गूयति +वल्निमित्तो +वल्भ +वल्मी +वल्मीक +वल्मीकं +वल्मीकः +वल्मीकभवः +वल्मीकमिव +वल्मीकमृत्तिका +वल्मीकमृत्तिकां +वल्मीकम् +वल्मीकवत् +वल्मीकवदक्रियाणां +वल्मीकवपा +वल्मीकवपां +वल्मीकवपामादाय +वल्मीकवपाम् +वल्मीकवपायां +वल्मीकवपायामवनयेत् +वल्मीकशिखराकारं +वल्मीकशिरसि +वल्मीकशेषं +वल्मीकश्च +वल्मीकस्य +वल्मीका +वल्मीकाग्रात् +वल्मीकात् +वल्मीकादिव +वल्मीकान् +वल्मीके +वल्मीकेन +वल्मीको +वल्मीकोपरि +वल्य +वल्यं +वल्यः +वल्यते +वल्या +वल्यां +वल्याः +वल्याम् +वल्यो +वल्यौ +वल्ल +वल्लं +वल्लः +वल्लकी +वल्लकीं +वल्लकीनां +वल्लकीम् +वल्लणस्य +वल्लते +वल्लभ +वल्लभं +वल्लभः +वल्लभतां +वल्लभतामेति +वल्लभदेवः +वल्लभदेवव्याख्यासमेतम् +वल्लभदेवेन +वल्लभभाई +वल्लभभायी +वल्लभमते +वल्लभम् +वल्लभया +वल्लभश्च +वल्लभस्य +वल्लभा +वल्लभां +वल्लभाः +वल्लभाचार्य +वल्लभाचार्यः +वल्लभाचार्यकृतं +वल्लभाचार्यव्याख्या +वल्लभाचार्यस्य +वल्लभाचार्येण +वल्लभानां +वल्लभानि +वल्लभान् +वल्लभाम् +वल्लभाय +वल्लभायाः +वल्लभालोकनेन +वल्लभासखः +वल्लभीपुर +वल्लभे +वल्लभेति +वल्लभेन +वल्लभैः +वल्लभैश्च +वल्लभो +वल्लभौ +वल्लमात्रं +वल्लयः +वल्लयो +वल्लरिः +वल्लरी +वल्लव +वल्लवः +वल्लवा +वल्लवाः +वल्लवी +वल्लवीनां +वल्लहा +वल्लहो +वल्लालसेनः +वल्लि +वल्लिः +वल्लिका +वल्लिकाः +वल्ली +वल्लीं +वल्लीजं +वल्लीजम् +वल्लीनां +वल्लीफलानां +वल्लीभाष्ये +वल्लीरूपं +वल्लीरूपो +वल्लीव +वल्लीषु +वल्लीसनाथ +वल्लूर +वल्लूरं +वल्लो +वल्लोन्मितं +वल्ल्य +वल्ल्यः +वल्ल्यश्च +वल्ल्या +वल्ल्यां +वल्ल्याः +वल्ल्याम् +वल्ल्यो +वल्वजा +वल्ह +वळा +वळे +वळ्ळत्तोळ् +वव +ववंदिरे +ववंदे +ववक्ष +ववक्षतुः +ववक्षिथ +ववक्षुः +ववक्षे +ववतुः +ववत् +ववने +ववन्द +ववन्दाते +ववन्दिरे +ववन्दे +ववन्वांसा +ववमतुः +ववरिथ +ववर्त +ववर्तति +ववर्तत् +ववर्थ +ववर्थेति +ववर्ध +ववर्ष +ववर्षतुः +ववर्षुः +ववर्षे +ववले +ववल्ग +ववल्गिरे +ववल्गे +ववसिदं +ववसे +ववहारो +ववहाले +ववा +ववाच +ववान +ववाम +ववार +ववाशिरे +ववासिरे +ववाह +ववि +वविथ +ववुः +ववुर्वाता +ववुर्वाताः +ववुश्च +ववृतिरे +ववृतीय +ववृतुः +ववृते +ववृत्तन +ववृत्यां +ववृत्याः +ववृत्यात् +ववृत्याद् +ववृत्याम् +ववृत्युः +ववृत्स्व +ववृधध्यै +ववृधन्त +ववृधस्व +ववृधाते +ववृधानं +ववृधानः +ववृधानम् +ववृधाना +ववृधिरे +ववृधुः +ववृधे +ववृमहे +ववृवहे +ववृष +ववृषुः +ववृषुर्देवाः +ववृषुश्च +ववृषे +ववे +ववौ +वव्ने +वव्र +वव्रः +वव्रश्च +वव्राज +वव्राते +वव्रिं +वव्रिः +वव्रिणा +वव्रिमौहत +वव्रिम् +वव्रिरिति +वव्रिरे +वव्रिवांसं +वव्रुः +वव्रे +वव्रेः +वश +वशं +वशंगतः +वशंगतम् +वशंगता +वशंतशेणा +वशंतशेणिअं +वशंवदं +वशंवदः +वशंवदा +वशं॑ +वशः +वशः॑ +वशकरः +वशक्रिया +वशगं +वशगः +वशगस्तव +वशगा +वशगां +वशगाः +वशगास्तस्य +वशगो +वशङ्करी +वशञ्चशेणिआ +वशता +वशतां +वशनीर्भवाति +वशन्ति +वशब्दो +वशमनयम् +वशमागच्छेत् +वशमागच्छेत्तौ +वशमागतः +वशमागतम् +वशमागता +वशमागताः +वशमानय +वशमानयति +वशमानयत् +वशमानयेत् +वशमानिन्ये +वशमानीय +वशमापन्नः +वशमापन्ना +वशमायाति +वशमायान्ति +वशमुपनयते +वशमें +वशमेति +वशमेयिवान् +वशमेष्यति +वशम् +वशयति +वशया +वशयिता +वशयितुं +वशयेत् +वशयेद् +वशवर्ति +वशवर्तिनं +वशवर्तिनः +वशवर्तिनम् +वशवर्तिनी +वशवर्ती +वशवर्त्तिनः +वशवर्त्तिनी +वशस्तथास्त्विति +वशस्तस्य +वशस्थम् +वशस्थवृत्तम् +वशस्य +वशा +वशाँ +वशाँ॒ +वशां +वशाः +वशागन्धे +वशात् +वशादेव +वशाद् +वशानि +वशानुगः +वशानुगम् +वशानुगा +वशानुगाः +वशानूबन्ध्या +वशानूबन्ध्याया +वशान् +वशान्नाय +वशाभवत् +वशाम +वशामुपाकरोति +वशाम् +वशाया +वशायां +वशायाः +वशायै +वशाविधानेन +वशासि +वशा॑न् +वशाꣳ +वशि +वशिं +वशिकं +वशिता +वशित्व +वशित्वं +वशित्वञ्च +वशित्वम् +वशित्वे +वशित्वेन +वशिन +वशिनं +वशिनः +वशिना +वशिनां +वशिनी +वशिनो +वशिन् +वशिरः +वशिरण्योरुपसंख्यानम् +वशिरो +वशिष्ट +वशिष्टं +वशिष्टः +वशिष्ठ +वशिष्ठं +वशिष्ठः +वशिष्ठञ्च +वशिष्ठश्च +वशिष्ठसंहितायाम् +वशिष्ठस्तु +वशिष्ठस्मरणात् +वशिष्ठस्य +वशिष्ठस्याश्रमं +वशिष्ठाद्या +वशिष्ठाय +वशिष्ठे +वशिष्ठेन +वशिष्ठो +वशिष्ठोऽपि +वशी +वशीकरं +वशीकरः +वशीकरण +वशीकरणं +वशीकरणमुत्तमम् +वशीकरणम् +वशीकरणाय +वशीकरणे +वशीकरम् +वशीकरोति +वशीकरोतीति +वशीकर्ता +वशीकर्तुं +वशीकर्तुम् +वशीकर्त्तुं +वशीकार +वशीकारः +वशीकारसंज्ञा +वशीकारसंज्ञायां +वशीकारसंज्ञावैराग्यम् +वशीकाराय +वशीकार्यत्वाय +वशीकुरु +वशीकुरुते +वशीकुर्यामित्यर्थः +वशीकुर्वन् +वशीकुर्वन्ति +वशीकृत +वशीकृतं +वशीकृतः +वशीकृतम् +वशीकृतवन्तः +वशीकृतवान् +वशीकृता +वशीकृताः +वशीकृतानि +वशीकृतान्तःकरणः +वशीकृते +वशीकृतेन +वशीकृतो +वशीकृतौ +वशीकृत्य +वशीक्रियते +वशीचकार +वशीचक्रे +वशीति +वशीभवति +वशीभवन्ति +वशीभवेत् +वशीभूत +वशीभूतं +वशीभूतः +वशीभूता +वशीभूतानि +वशीभूते +वशीभूतो +वशीय +वशे +वशेः +वशेन +वशेनैव +वशेषः +वशेषु +वशे॑ +वशे॒ +वशो +वश् +वश्च +वश्चास्यान्यतरस्यां +वश्मि +वश्य +वश्यं +वश्यः +वश्यक +वश्यकत्वात् +वश्यकरं +वश्यकरी +वश्यकर्मणि +वश्यकारकम् +वश्यकृत् +वश्यता +वश्यतां +वश्यताम् +वश्यते +वश्यतेन्द्रियाणाम् +वश्यत्वं +वश्यम् +वश्यश्च +वश्या +वश्यां +वश्याः +वश्यात्मना +वश्यात्मनेति +वश्यात्मा +वश्यादौ +वश्यानि +वश्याय +वश्याश्च +वश्ये +वश्येन +वश्येन्द्रियत्वं +वश्यो +वश्व +वश्शशतं +वश॑म् +वष +वषट +वषट् +वषट्करोति +वषट्करोतीति +वषट्कर्ता +वषट्कर्तारः +वषट्कर्तारो +वषट्कर्तुः +वषट्कार +वषट्कारं +वषट्कारः +वषट्कारणिधनं +वषट्कारणिधनम् +वषट्कारश् +वषट्कारश्च +वषट्कारस् +वषट्कारस्त्वं +वषट्कारस्य +वषट्कारा +वषट्काराः +वषट्कारात् +वषट्कारानुवषट्कारौ +वषट्काराय +वषट्कारे +वषट्कारेण +वषट्कारैः +वषट्कारैर्वषट्कारानाप्नोति +वषट्कारो +वषट्का॒रो +वषट्कुर्यात् +वषट्कुर्याद् +वषट्कुर्वन्ति +वषट्कृत +वषट्कृतं +वषट्कृतमत्यनूक्तं +वषट्कृतम् +वषट्कृता +वषट्कृतानुवषट्कृताञ्जुहुत +वषट्कृतानुवषट्कृते +वषट्कृति +वषट्कृते +वषट्कृत्य +वषट्कृत्यः +वषट्कृत्यम् +वषट्कृत्यानुवषट्करोति +वषट्ते +वषडनिष्टेभ्यः +वषडस्तु +वषडिति +वषडिन्द्राय +वषड् +वषय +वषयः +वषीकारः +वषुः +वषे +वष्क +वष्ट +वष्टभ्य +वष्टि +वष्टि॑ +वष्टि॒ +वष्टीति +वष्टु +वष्र्म +वष॑ट् +वष॑ट्करोति॒ +वष॑ट्कृतं॒ +वस +वसं +वसंत +वसंतं +वसंतः +वसंततिलका +वसंतवर्णनम् +वसंतसमये +वसंतसेणा +वसंति +वसंतीह +वसंते +वसंतो +वसंत्यत्र +वसंधरा +वसंस्तत्र +वसंस्तृणमणिर्धत्ते +वसः +वसइ +वसई +वसत +वसतः +वसतयः +वसतये +वसतयो +वसतश्च +वसतस्तत्र +वसतस्तस्य +वसता +वसतां +वसताम् +वसति +वसतिं +वसतिः +वसतिक्षुधोरिट् +वसतिगृहं +वसतिगृहाणि +वसतिम् +वसतिरपि +वसतिरलका +वसतिर् +वसतिर्ध्रुवा +वसतिर्भवेत् +वसतिर्यत्र +वसतिव्यवस्था +वसतिश् +वसतिश्च +वसतिष्कृता +वसतिस्तत्र +वसतिस्तव +वसतिस्थानं +वसति॒ +वसती +वसतीः +वसतीति +वसतीत्यर्थः +वसतीनां +वसतीवरी +वसतीवरीः +वसतीवरीणां +वसतीवरीभिः +वसतीवरीभिरुपसृज्य +वसतीवरीभिश्च +वसतीवरीभ्यः +वसतीवरीभ्यो +वसतीवरीभ्योऽध्यपो +वसतीवरीर् +वसतीवरीर्गृह्णाति +वसतीवरीषु +वसतीवरीष्वाहूतायाँ +वसतीवर्य +वसतीवर्यः +वसतीवर्याख्य +वसतीवर्याख्या +वसतीवर्याख्याः +वसतीवर्याख्येनोदकेन +वसतु +वसते +वसतेः +वसतो +वसतोऽरण्ये +वसतौ +वसत् +वसत्यत्र +वसत्यत्रेति +वसत्यपि +वसत्यर्थम् +वसत्यसौ +वसत्या +वसत्याः +वसत्येको +वसत्येव +वसत्यै +वसत्सु +वसथः +वसद्भिः +वसध्वं +वसन +वसनं +वसनः +वसनमिव +वसनम् +वसनस्य +वसना +वसनाञ्चले +वसनात् +वसनानि +वसनाभरणानि +वसने +वसनेन +वसनैः +वसन् +वसन्त +वसन्तं +वसन्तः +वसन्तअ +वसन्तऋतु +वसन्तऋतौ +वसन्तक +वसन्तकं +वसन्तकः +वसन्तकम् +वसन्तकस्य +वसन्तकालः +वसन्तकालसमये +वसन्तकाले +वसन्तके +वसन्तकेन +वसन्तको +वसन्तताले +वसन्ततिलक +वसन्ततिलकं +वसन्ततिलकम् +वसन्ततिलका +वसन्ततिलकाच्छन्दः +वसन्ततिलकावृत्तम् +वसन्ततिलकेन +वसन्ततिलकेनाह +वसन्तदूती +वसन्तदेवस्य +वसन्तपञ्चमी +वसन्तपुष्पाभरणं +वसन्तमालिका +वसन्तमासस्य +वसन्तमासाद्य +वसन्तमुक्तस्य +वसन्तमृतूनां +वसन्तमेव +वसन्तम् +वसन्तरागः +वसन्तराज +वसन्तराजः +वसन्तराजशाकुने +वसन्तराजश्च +वसन्तराजस्तु +वसन्तराजे +वसन्तर्तुः +वसन्तर्तौ +वसन्तर्त्तौ +वसन्तलक्ष्मीः +वसन्तलक्ष्म्या +वसन्तवर्णनम् +वसन्तव्रज्या +वसन्तश् +वसन्तश्च +वसन्तसमयः +वसन्तसमये +वसन्तसमयोत्सवे +वसन्तसेणा +वसन्तसेनया +वसन्तसेना +वसन्तसेनां +वसन्तसेनाम् +वसन्तसेनाया +वसन्तसेनायाः +वसन्तसेने +वसन्तस्य +वसन्ता +वसन्ताच्च +वसन्तात् +वसन्तादयः +वसन्तादि +वसन्तादिः +वसन्तादिकाले +वसन्तादिभिः +वसन्तादिभ्यष्ठक् +वसन्तादिषु +वसन्तादीनां +वसन्तादीन् +वसन्तादौ +वसन्ताद्याः +वसन्तान् +वसन्तान्ते +वसन्ताय +वसन्ति +वसन्ती +वसन्तीं +वसन्तीति +वसन्तीह +वसन्तु +वसन्ते +वसन्तेति +वसन्तेन +वसन्तेनेव +वसन्तेवसन्ते +वसन्तेषु +वसन्तो +वसन्तोत्सव +वसन्तोत्सवः +वसन्तोत्सवे +वसन्तोऽपि +वसन्तोऽयं +वसन्तौ +वसन्त्यत्र +वसन्त्यपि +वसन्त्यस्मिन् +वसन्त्या +वसन्त्युत्तरे +वसन्त्येताꣳरात्रिम् +वसन्त्येते +वसन्त्येव +वसन्त्येषु +वसन्त्य् +वसन्नपि +वसन्निति +वसन्नित्यं +वसमाना +वसम् +वसया +वसर +वसरः +वसरे +वसर्हा +वसव +वसवः +वसवश्च +वसवश्चापि +वसवश्चाश्विनौ +वसवश्चाष्टौ +वसवश्चैव +वसवस् +वसवस्तथा +वसवस्तस्य +वसवस्ते +वसवस्त्वा +वसवस्त्वाञ्जन्तु +वसवस्त्वेति +वसवान +वसवानः +वसवे +वसवो +वसवोष्टौ +वसवोऽथ +वसवोऽश्विनौ +वसवोऽष्टौ +वसवो॒ +वसव्यं +वसव्यम् +वसव्यस्य +वसव्या +वसव्ये +वसव्यैः +वससि +वससीति +वसा +वसां +वसाः +वसाकेतुः +वसागन्धे +वसाग्रहं +वसातयः +वसाते +वसात् +वसाथे +वसादेशः +वसान +वसानं +वसानः +वसानम् +वसानश्चरति +वसाना +वसानां +वसानाः +वसानाव् +वसाने +वसानो +वसानोऽवभृथादुदेति +वसानौ +वसापराणि +वसापावानः +वसाम +वसामः +वसामहे +वसामि +वसामिश्रं +वसामीति +वसामीह +वसामेही +वसामो +वसामोऽत्र +वसाम् +वसाम्यत्र +वसाम्यहं +वसाम्यहम् +वसाम्येव +वसाय +वसाया +वसायां +वसायाः +वसाहोमं +वसाहोमः +वसाहोमम् +वसाहोमहवनीं +वसाहोमहवन्या +वसाहोमहवन्यां +वसाऽत्र +वसा॑नः +वसा॑नः॒ +वसा॑नम् +वसा॑ना +वसा॑नाः +वसा॑ना॒ +वसा॑नो +वसा॑नो॒ +वसा॑न॒ +वसा॑न॒ः +वसि +वसिः +वसित +वसिता +वसितुं +वसितुम् +वसित्वा +वसिष्ट +वसिष्टं +वसिष्टः +वसिष्टेन +वसिष्टो +वसिष्ठ +वसिष्ठं +वसिष्ठः +वसिष्ठउवाच +वसिष्ठऋषिः +वसिष्ठजी +वसिष्ठञ्च +वसिष्ठदिलीपसंवादे +वसिष्ठदृष्टा +वसिष्ठधर्मसूत्रे +वसिष्ठन +वसिष्ठपुत्राः +वसिष्ठपुरोहिताः +वसिष्ठप्रभृतयः +वसिष्ठप्रमुखा +वसिष्ठप्रमुखाः +वसिष्ठप्रियम् +वसिष्ठमिदमब्रवीत् +वसिष्ठमिदमब्रुवन् +वसिष्ठमुनिना +वसिष्ठमृषिसत्तमम् +वसिष्ठम् +वसिष्ठयज्ञः +वसिष्ठयोः +वसिष्ठर्षिः +वसिष्ठवचनं +वसिष्ठवचनम् +वसिष्ठवत् +वसिष्ठवदित्यध्वर्युः +वसिष्ठवामदेवौ +वसिष्ठविश्वामित्रौ +वसिष्ठव्रते +वसिष्ठश्च +वसिष्ठश्चापि +वसिष्ठश्चाष्टमे +वसिष्ठसंहिता +वसिष्ठस् +वसिष्ठस्तं +वसिष्ठस्तु +वसिष्ठस्मरणात् +वसिष्ठस्य +वसिष्ठस्यप्रियम् +वसिष्ठस्याप्यरुन्धती +वसिष्ठस्यार्षं +वसिष्ठस्यार्षम् +वसिष्ठस्याश्रमं +वसिष्ठस्याश्रमपदं +वसिष्ठस्याश्रमे +वसिष्ठस्येन्द्रियं +वसिष्ठस्यैव +वसिष्ठा +वसिष्ठां +वसिष्ठाः +वसिष्ठाज्ञया +वसिष्ठादयः +वसिष्ठादयो +वसिष्ठादिभिः +वसिष्ठादीनां +वसिष्ठादीन् +वसिष्ठादौ +वसिष्ठाद्या +वसिष्ठाद्याः +वसिष्ठाद्याश्च +वसिष्ठानां +वसिष्ठान् +वसिष्ठाय +वसिष्ठाश्रमाभिगमनः +वसिष्ठासः +वसिष्ठासो +वसिष्ठास्मि +वसिष्ठे +वसिष्ठेन +वसिष्ठेनापि +वसिष्ठेषु +वसिष्ठैः +वसिष्ठो +वसिष्ठोक्तेः +वसिष्ठोपि +वसिष्ठोऽत्रिः +वसिष्ठोऽथ +वसिष्ठोऽपि +वसिष्ठोऽयं +वसिष्ठोऽस्मि +वसिष्यति +वसिष्यन्ति +वसिष्यसि +वसिष्यामि +वसिष्यामीति +वसिष्व +वसिष्वा +वसि॑ष्ठः +वसि॑ष्ठम् +वसि॑ष्ठा +वसि॑ष्ठाः +वसि॑ष्ठासः +वसि॑ष्ठो +वसि॑ष्ठो॒ +वसि॑ष्ठ॒ +वसी +वसीत +वसीमहि +वसीय +वसीयः +वसीयते +वसीयस +वसीयसः +वसीयस्येहि +वसीयांसो +वसीयान् +वसीयान्त् +वसीयान्भवति +वसीयाम्̇सम् +वसीयाꣳसम् +वसीयाꣳसो +वसीयो +वसीरन्नानुपूर्व्येण +वसी॑या +वसी॑यान्भवति +वसु +वसुं +वसुंधरा +वसुंधरां +वसुंधराम् +वसुंधरायां +वसुंधरायाः +वसुंधरे +वसुं॑ +वसुः +वसुः॑ +वसुओं +वसुकं +वसुकः +वसुकल्पस्य +वसुकामा +वसुकामाः +वसुकृद्वा +वसुको +वसुकोणं +वसुकोणकम् +वसुकोऽसि +वसुक्र +वसुक्रं +वसुक्रः +वसुक्रो +वसुगुप्तः +वसुगुप्तस्य +वसुग्रहयतिश्च +वसुच्छिद्रा +वसुत्तये +वसुदत्त +वसुदत्तपुरं +वसुदा +वसुदान +वसुदानं +वसुदानः +वसुदानश्च +वसुदानो +वसुदामा +वसुदामुप +वसुदावन् +वसुदावा +वसुदेयाय +वसुदेव +वसुदेवं +वसुदेवः +वसुदेवकुले +वसुदेवगृहे +वसुदेवतः +वसुदेवम् +वसुदेववचः +वसुदेवश्च +वसुदेवसद्मनि +वसुदेवसुतं +वसुदेवसुतः +वसुदेवसुतावुभौ +वसुदेवसुतो +वसुदेवसुतौ +वसुदेवसूनुः +वसुदेवसूनोः +वसुदेवस्तं +वसुदेवस्तु +वसुदेवस्य +वसुदेवाज्ञया +वसुदेवात्तु +वसुदेवात्मजो +वसुदेवात्मजौ +वसुदेवादजीजनत् +वसुदेवाय +वसुदेवाश्रमं +वसुदेवे +वसुदेवेन +वसुदेवो +वसुदेवोऽथ +वसुदेवोऽपि +वसुदेवोऽस्य +वसुदो +वसुधया +वसुधरा +वसुधा +वसुधां +वसुधाजन्म +वसुधातमश्च +वसुधातलम् +वसुधातलात् +वसुधातले +वसुधाधिप +वसुधाधिपः +वसुधाधिपम् +वसुधाधिपाः +वसुधाधिपान् +वसुधाधिपेन +वसुधाधिपैः +वसुधानाय +वसुधानी +वसुधाभवत् +वसुधामिमाम् +वसुधाम् +वसुधाया +वसुधायां +वसुधायाः +वसुधायै +वसुधारया +वसुधारस्य +वसुधारा +वसुधारां +वसुधारे +वसुधालिङ्गनधूसरस्तनी +वसुधित +वसुधितिं +वसुधिती +वसुधे +वसुधेति +वसुधेयं +वसुधेयस्य +वसुधेव +वसुधैव +वसुन +वसुनः +वसुनश्च +वसुना +वसुनामा +वसुनि +वसुनिधानाय +वसुनीथ +वसुनो +वसुन्धरा +वसुन्धरां +वसुन्धराम् +वसुन्धरायां +वसुन्धरायाः +वसुन्धरायाम् +वसुन्धरे +वसुपतिं +वसुपतिः +वसुपतिम् +वसुपते +वसुपते॒ +वसुपत्नी +वसुपत्रं +वसुपत्रे +वसुपत्रेषु +वसुप्रदः +वसुप्रदा +वसुबन्धु +वसुबन्धुः +वसुबन्धुना +वसुभागं +वसुभागविभाजिते +वसुभिः +वसुभिर् +वसुभिर्न +वसुभिर्नो +वसुभिश्च +वसुभी +वसुभे +वसुभेदः +वसुभेदे +वसुभ्य +वसुभ्यः +वसुभ्यश्च +वसुभ्यस् +वसुभ्यस्त्वा +वसुभ्यस्त्वेति +वसुभ्याम् +वसुभ्यो +वसुमत +वसुमतः +वसुमता +वसुमतां +वसुमति +वसुमती +वसुमतीं +वसुमतीमपि +वसुमतीम् +वसुमते +वसुमतो +वसुमत् +वसुमत्ता +वसुमत्या +वसुमद् +वसुमद्गणस्य +वसुमना +वसुमनाः +वसुमन्तं +वसुमन्तम् +वसुमन्तो +वसुमस्तकम् +वसुमानुवाच +वसुमान् +वसुमित्रः +वसुमित्रस्य +वसुमित्रा +वसुमित्रो +वसुमोहिनीसंवादे +वसुम् +वसुरग्निः +वसुरग्निर्वसुश्रवा +वसुराटोः +वसुरिति +वसुरुद्रादितिसुताः +वसुरुद्रादित्यस्वरूपाः +वसुरुद्रादित्यस्वरूपाणां +वसुरुवाच +वसुरूप +वसुरूपस्य +वसुरेता +वसुरेव +वसुरोचिषः +वसुर् +वसुर्नाम +वसुर्भारद्वाजः +वसुर्यज्ञो +वसुर्यामी +वसुर्वसुमनाः +वसुर्वासयिता +वसुवन +वसुवननाय +वसुवने +वसुवर्षाणि +वसुवित् +वसुवित्तमं +वसुवित्तमः +वसुवित्तमम् +वसुवित्पुष्टिवर्धनः +वसुविदं +वसुविदः +वसुविदम् +वसुविदा +वसुविद् +वसुविद्यः +वसुवेदा +वसुशब्दात् +वसुश्च +वसुश्चेतिष्ठो +वसुश्रवा +वसुश्रवाः +वसुषु +वसुषेणेति +वसुसंपूर्णा +वसुसत्यौ +वसुस् +वसुस्रंसुध्वंस्वनडुहां +वसुऽ +वसुऽपते +वसुऽभिः +वसुऽमन्तम् +वसुऽयवः +वसुऽयुः +वसुऽवित् +वसुऽविदम् +वसु॑ +वसु॑त्तये +वसु॑धितिं +वसु॑धिती +वसु॑धिती॒ +वसु॑नः +वसु॑ना +वसु॑ना॒ +वसु॑पतिं +वसु॑पतिं॒ +वसु॑भिः +वसु॑भी +वसु॑भ्यस्त्वा +वसु॑भ्य॒ +वसु॑मता॒ +वसु॑मती +वसु॑मते +वसु॑मन्तं +वसु॑म् +वसु॑र॒ग्निर्वसु॑श्रवा॒ +वसु॑ऽपतिम् +वसु॑ऽभिः +वसु॑ऽमता +वसु॑ऽमन्तम् +वसु॒ +वसु॒देया॑य +वसु॒धेय॑स्य +वसु॒वने॑ +वसु॒वित्त॑मम् +वसू +वसूञ् +वसूत्तमः +वसूनष्टौ +वसूना +वसूनाँ +वसूनां +वसूनाञ्च +वसूनामथ +वसूनामष्टमस्य +वसूनामष्टानां +वसूनामिति +वसूनामिव +वसूनामेवैको +वसूनाम् +वसूनाꣳ +वसूनि +वसूनीति +वसून् +वसून्या +वसून्य् +वसूयव +वसूयवः +वसूयवो +वसूया +वसूयुः +वसू॑ +वसू॑नां +वसू॑नां॒ +वसू॑नाम् +वसू॑नि +वसू॑नि॒ +वसू॒ +वसू॒न्या +वसू॒यवो॑ +वसे +वसेः +वसेकः +वसेच्च +वसेच्चिरम् +वसेत +वसेति +वसेत् +वसेत्कल्पं +वसेत्तत्र +वसेत्तस्य +वसेत्तावद्यावदाभूतसम्प्लवम् +वसेत्तु +वसेत्पुरम् +वसेत्स +वसेत्सदा +वसेत्सोऽपि +वसेत्स्वर्गे +वसेदिति +वसेद् +वसेद्गोष्ठे +वसेद्ग्रामे +वसेद्दिवि +वसेद्ध्रुवम् +वसेद्यस्तु +वसेद्विष्णुपुरे +वसेद्‌ +वसेन +वसेन्न +वसेन्नरः +वसेन्नित्यं +वसेन्नैव +वसेम +वसेयं +वसेयम् +वसेयुः +वसेयुश्च +वसेरश्यर्थस्य +वसेर्णित् +वसेस्तव्यत्कर्तरि +वसेस्तिः +वसेह +वसो +वसोः +वसोः॑ +वसोर् +वसोर्दीदिहि +वसोर्धारया +वसोर्धारा +वसोर्धारां +वसोर्धारायाः +वसोर्मन्दानमन्धसः +वसोर्या +वसोर्वसुमतो +वसोर्वसो +वसोर्वसोर्वसुदान +वसोश्च +वसोश्चित्रस्य +वसोष्पते +वसोस्तु +वसोस्सूर्यस्य +वसो॑ +वसो॑श्चि॒त्रस्य॒ +वसो॒ +वसौ +वसौ॑ +वस् +वस्क +वस्त +वस्तं +वस्तः +वस्ततः +वस्ततो +वस्तत्र +वस्तथा +वस्तद्वेद +वस्तमूत्रेण +वस्तम् +वस्तयः +वस्तयो +वस्तवे +वस्तव्यं +वस्तव्यमिति +वस्तव्यम् +वस्तस्य +वस्ता +वस्तां +वस्ताता +वस्तान्त्री +वस्ताभिरष्टाभिरीशः +वस्ताम् +वस्ति +वस्तिं +वस्तिः +वस्तिकर्म +वस्तिकर्मणि +वस्तिकर्म्मणि +वस्तिगतं +वस्तिना +वस्तिपार्श्वशिरोरुजि +वस्तिबिलं +वस्तिभिः +वस्तिमुखमधिष्ठाय +वस्तिम् +वस्तिरिति +वस्तिरिव +वस्तिरेव +वस्तिर् +वस्तिर्न +वस्तिविशोधनम् +वस्तिशोधनः +वस्तिशोधनम् +वस्तिश्च +वस्तिषु +वस्तिस्तु +वस्ती +वस्तीनां +वस्तीन् +वस्तु +वस्तुं +वस्तुः +वस्तुएँ +वस्तुओं +वस्तुकं +वस्तुकम् +वस्तुका +वस्तुकी +वस्तुकृतः +वस्तुके +वस्तुको +वस्तुगतिः +वस्तुगत्या +वस्तुजातं +वस्तुजातम् +वस्तुजातस्य +वस्तुजातानां +वस्तुजातानि +वस्तुत +वस्तुतः +वस्तुतत्त्वं +वस्तुतत्त्वम् +वस्तुतन्त्रत्वात् +वस्तुतन्त्रमेव +वस्तुतया +वस्तुतश्च +वस्तुतस् +वस्तुतस्तत्र +वस्तुतस्तथा +वस्तुतस्तस्य +वस्तुतस्तु +वस्तुतस्त्वत्र +वस्तुतस्त्वयं +वस्तुतस्त्विति +वस्तुतस्त्वित्यादि +वस्तुता +वस्तुतां +वस्तुताम् +वस्तुते +वस्तुतो +वस्तुतोऽत्र +वस्तुतोऽपि +वस्तुतोऽयं +वस्तुतोऽस्ति +वस्तुत्वं +वस्तुत्वमिति +वस्तुत्वम् +वस्तुत्वस्य +वस्तुत्वात् +वस्तुत्वे +वस्तुत्वेन +वस्तुदानं +वस्तुदृष्टयः +वस्तुदृष्टिः +वस्तुद्वयं +वस्तुद्वयस्य +वस्तुद्वये +वस्तुधर्मः +वस्तुधर्मा +वस्तुधर्मो +वस्तुध्वनि +वस्तुध्वनिः +वस्तुध्वनिरपि +वस्तुध्वनिर्यथा +वस्तुन +वस्तुनः +वस्तुनश्च +वस्तुनस्तु +वस्तुना +वस्तुनां +वस्तुनालंकारध्वनिः +वस्तुनि +वस्तुनिर्देश +वस्तुनिर्देशो +वस्तुनी +वस्तुनीति +वस्तुने +वस्तुनो +वस्तुनोः +वस्तुनोऽन्यस्य +वस्तुनोऽपि +वस्तुनोऽभावात् +वस्तुन्यपि +वस्तुन्युपचितरसाः +वस्तुपरिच्छेदः +वस्तुपर्यालोचनया +वस्तुपाल +वस्तुपालस्य +वस्तुपालेन +वस्तुपु +वस्तुपूगं +वस्तुप्रतिवस्तुभावः +वस्तुप्रतिवस्तुभावेन +वस्तुभिः +वस्तुभूत +वस्तुभूतं +वस्तुभूतः +वस्तुभूताः +वस्तुभूते +वस्तुभेद +वस्तुभेदं +वस्तुभेदः +वस्तुभेदे +वस्तुभेदो +वस्तुभ्यः +वस्तुमध्ये +वस्तुमात्र +वस्तुमात्रं +वस्तुमात्रकथनेऽपि +वस्तुमात्रमिति +वस्तुमात्रम् +वस्तुमात्रस्य +वस्तुमात्रे +वस्तुमात्रेण +वस्तुमिच्छसि +वस्तुमिच्छामि +वस्तुम् +वस्तुरचना +वस्तुरूपं +वस्तुरूपम् +वस्तुरूपस्य +वस्तुरूपे +वस्तुवत् +वस्तुविशेषः +वस्तुविषये +वस्तुविस्तरम् +वस्तुवृत्तं +वस्तुवृत्तेन +वस्तुवृत्तोपनतमेव +वस्तुवृत्त्या +वस्तुशक्तयः +वस्तुशब्द +वस्तुशब्दं +वस्तुशब्देन +वस्तुशब्दो +वस्तुशास्त्रे +वस्तुशून्यः +वस्तुशून्यत्वेऽपि +वस्तुशून्यो +वस्तुषु +वस्तुसंग्रहालयः +वस्तुसंबन्धेन +वस्तुसङ्ग्रहालयः +वस्तुसङ्ग्रहालये +वस्तुसतः +वस्तुसती +वस्तुसत् +वस्तुसत्ताया +वस्तुसाधनौ +वस्तुसाम्ये +वस्तुसाम्येऽपि +वस्तुसिद्धिः +वस्तुसेवयोः +वस्तुस्थितिः +वस्तुस्थितिस्तु +वस्तुस्थितौ +वस्तुस्थित्या +वस्तुस्य +वस्तुस्वभाव +वस्तुस्वभावस्य +वस्तुस्वभावोऽयमित्यर्थः +वस्तुस्वरूप +वस्तुस्वरूपं +वस्तुस्वरूपत्वे +वस्तुस्वरूपे +वस्तुहेतुफलात्मना +वस्तु॒ +वस्तू +वस्तूत्थापनम् +वस्तूत्प्रेक्षा +वस्तूना +वस्तूनां +वस्तूनाम् +वस्तूनि +वस्तूनीति +वस्तूपलक्षणं +वस्तूपलब्धये +वस्तूपलभ्यते +वस्तूपहिता +वस्तृ +वस्ते +वस्तेः +वस्तेन +वस्तेरुत्तरसंज्ञस्य +वस्तेर् +वस्तेर्ढञ् +वस्तेषां +वस्ते॑ +वस्तो +वस्तोः +वस्तोः॑ +वस्तोरश्विना +वस्तोरस्या +वस्तोरह +वस्तोर् +वस्तोर्नमः +वस्तो॑र॒स्या +वस्तो॒रव॑सा +वस्तो॒रह॒ +वस्तौ +वस्त्य् +वस्त्र +वस्त्रं +वस्त्रकम् +वस्त्रक्रीती +वस्त्रखण्डे +वस्त्रखण्डेन +वस्त्रगालितम् +वस्त्रगृहं +वस्त्रगृहम् +वस्त्रगृहाणि +वस्त्रगोपनानि +वस्त्रग्रन्थिम् +वस्त्रच्छन्नं +वस्त्रञ्च +वस्त्रदा +वस्त्रदानं +वस्त्रदानेन +वस्त्रद्वयं +वस्त्रधान्यहिरण्यानां +वस्त्रपट्टेन +वस्त्रपर्णानां +वस्त्रपूतं +वस्त्रपूते +वस्त्रपूतेन +वस्त्रपूतो +वस्त्रबद्धं +वस्त्रभूषादि +वस्त्रभूषादिकं +वस्त्रभेदः +वस्त्रभेदे +वस्त्रमजिनं +वस्त्रमाच्छादनं +वस्त्रमात्रे +वस्त्रमादाय +वस्त्रमाभरणं +वस्त्रमाल्यं +वस्त्रमाल्यविभूषणैः +वस्त्रमाल्यानुलेपनात् +वस्त्रमाल्यानुलेपनैः +वस्त्रमिति +वस्त्रमिव +वस्त्रमुच्यते +वस्त्रमेव +वस्त्रम् +वस्त्रयुगं +वस्त्रयुगलं +वस्त्रयुगानि +वस्त्रयुग्मं +वस्त्रयुग्मञ्च +वस्त्रयुग्मानि +वस्त्रयुग्मेन +वस्त्ररञ्जिनी +वस्त्रलाभो +वस्त्रवान् +वस्त्रविशेषः +वस्त्रवेष्टितम् +वस्त्रसंयुक्तं +वस्त्रसंयुतम् +वस्त्रसंयुता +वस्त्रसंवीतां +वस्त्रस्य +वस्त्रस्यान्ते +वस्त्रहरणं +वस्त्रहीनः +वस्त्रहीना +वस्त्रहेमाङ्गुलियकैः +वस्त्रहेमाङ्गुलीयकैः +वस्त्रा +वस्त्रां +वस्त्राञ्चलेन +वस्त्राणां +वस्त्राणाम् +वस्त्राणि +वस्त्राणीति +वस्त्राण्यपि +वस्त्राण्याच्छाद्य +वस्त्राण्याभरणानि +वस्त्राण्य् +वस्त्राता +वस्त्रादि +वस्त्रादिकं +वस्त्रादिना +वस्त्रादिभिरलंकृत्य +वस्त्रादिषु +वस्त्रादीनां +वस्त्रादीनि +वस्त्रादेः +वस्त्रादौ +वस्त्राद्यं +वस्त्राद्यैः +वस्त्राद्यैश्च +वस्त्रान्तं +वस्त्रान्तरं +वस्त्रान्तरः +वस्त्रान्ते +वस्त्रान्तेन +वस्त्रापथ +वस्त्रापथं +वस्त्रापथक्षेत्र +वस्त्रापथक्षेत्रमाहात्म्यम् +वस्त्रापथक्षेत्रमाहात्म्ये +वस्त्रापथस्य +वस्त्रापथे +वस्त्रापहारकः +वस्त्राप्तिः +वस्त्राभरण +वस्त्राभरणानि +वस्त्राभावे +वस्त्राभ्यां +वस्त्रार्धं +वस्त्रार्धेनाभिसंवृता +वस्त्रालंकरणादिभिः +वस्त्रालंकरणानि +वस्त्रालंकरणैः +वस्त्रालंकारचन्दनैः +वस्त्रालंकारभूषणैः +वस्त्रालंकारभोजनैः +वस्त्रालङ्कारचन्दनैः +वस्त्रालङ्कारभूषणैः +वस्त्रालङ्कारभूषितः +वस्त्रावच्छन्नं +वस्त्रासने +वस्त्रा॑ +वस्त्रा॑णि +वस्त्रे +वस्त्रेण +वस्त्रेणाच्छादितं +वस्त्रेणाच्छाद्य +वस्त्रेणैव +वस्त्रेषु +वस्त्रै +वस्त्रैः +वस्त्रैराच्छाद्य +वस्त्रैराभरणैः +वस्त्रैराभरणैश्चैव +वस्त्रैरावेष्ट्य +वस्त्रैश्च +वस्त्रो +वस्त्रों +वस्त्रोत्पादनं +वस्त्रोद्यमः +वस्त्रोद्यमाः +वस्त्रोपरि +वस्त्व +वस्त्वत्र +वस्त्वन्तर +वस्त्वन्तरं +वस्त्वन्तरमिति +वस्त्वन्तरमेव +वस्त्वन्तरम् +वस्त्वन्तरस्य +वस्त्वन्तरे +वस्त्वन्तरेण +वस्त्वन्तरैकता +वस्त्वन्यत्वं +वस्त्वपि +वस्त्वस्ति +वस्त्वस्तु +वस्त्वाकार्यते +वस्त्वात्मा +वस्त्विति +वस्त्वित्यर्थः +वस्त्वित्यादि +वस्त्वेकं +वस्त्वेकमेव +वस्त्वेव +वस्त्व् +वस्त॑ +वस्थ +वस्था +वस्थानं +वस्थानम् +वस्थानात् +वस्थायां +वस्थितं +वस्थितः +वस्थिता +वस्थिते +वस्थेति +वस्न +वस्नं +वस्नद्रव्याभ्यां +वस्नसा +वस्नसौ +वस्निकः +वस्ने +वस्नेन +वस्नेव +वस्नो +वस्न्यस्य +वस्म +वस्य +वस्यः +वस्यः॑ +वस्यः॑ऽइष्टये +वस्यइष्टये +वस्यति +वस्यते +वस्यष्टिरसि +वस्यष्टिर् +वस्यस +वस्यसः +वस्यसस्करत् +वस्यसस्कृधि +वस्यसी +वस्यसो +वस्या +वस्यां +वस्याः +वस्यापि +वस्येति +वस्येत् +वस्यो +वस्योभूयाय +वस्यो॑ +वस्यो॒ +वस्य॑ +वस्य॑सः +वस्य॑सस्कृधि +वस्य॑सो +वस्य॒ +वस्र +वस्रं +वस्रम् +वस्रस्य +वस्राणि +वस्व +वस्वंगुलं +वस्वंगुलमुदाहृतम् +वस्वंशं +वस्वः +वस्वः॑ +वस्वन्तस्य +वस्वश्रं +वस्वा +वस्वादयः +वस्वादित्यमरुद्गणैः +वस्वादिरूपेण +वस्वादिषु +वस्वादीनां +वस्वादेशः +वस्विति +वस्वी +वस्वीः +वस्वीः॑ +वस्वीरनु +वस्वी॑ +वस्वी॒ +वस्वी॒रनु॑ +वस्वेकाजाद्घसाम् +वस्वेकाजाद्धसाम् +वस्वो +वस्वोकसारा +वस्वो॑ +वस्वो॒ +वस्वौकसारा +वस्व् +वस्व्यसि +वस्व्या +वस्व्यै +वस्व्य् +वस्व॑ +वस्व॑ः +वस्व॒ +वस्व॒ः +वस्सविता +वस्सवितुः +वस्ससतं +वस्से +वस॑ति +वस॑वः +वस॑वस्त्वा +वस॑वे +वस॑वे॒ +वस॑वो +वस॑वो॒ +वस॑व॒ +वस॒तिष्कृ॒ता +वह +वहं +वहंतं +वहंति +वहंती +वहंलिहो +वहः +वहऄ +वहइ +वहत +वहतं +वहतः +वहतमश्विना +वहतम् +वहतस्ता +वहतस्तौ +वहता +वहतां +वहतादिति +वहतामिन्द्र +वहताम् +वहति +वहतिः +वहती +वहतीति +वहतीत्यनड्वान् +वहतीत्यर्थः +वहतीत्यर्थे +वहतीव +वहतु +वहतुं +वहतुः +वहतुना +वहतुम् +वहते +वहतेः +वहतेति +वहतो +वहतो॒ +वहत् +वहत्यथ +वहत्यनेनेति +वहत्यपि +वहत्यलम् +वहत्यसौ +वहत्यावहति +वहत्येव +वहत्य् +वहत्विति +वहत्सु +वहथः +वहद्गु +वहद्भिः +वहद्भ्यः +वहध्यै +वहध्वे +वहन +वहनं +वहनम् +वहनशीलो +वहनस्य +वहनात् +वहनाय +वहनि +वहनी +वहनीयः +वहने +वहनेन +वहन् +वहन्त +वहन्तं +वहन्तः +वहन्तम् +वहन्ता +वहन्तां +वहन्ति +वहन्ती +वहन्तीं +वहन्तीः +वहन्तीति +वहन्तीनां +वहन्तीभ्यः +वहन्तीम् +वहन्तीयमस्माकं +वहन्तीरमृतं +वहन्तीर् +वहन्तु +वहन्तु॒ +वहन्ते +वहन्तो +वहन्तौ +वहन्त्य +वहन्त्यः +वहन्त्यश्वाः +वहन्त्या +वहन्त्याः +वहन्त्याशवः +वहन्त्येता +वहन्त्यो +वहन्त्य् +वहन्त्विति +वहन्त्वेना +वहन्नपि +वहन्निव +वहन्नेव +वहन्बहु +वहन्मूर्ध्ना +वहभी +वहमानं +वहमानः +वहमाना +वहमानाः +वहमानो +वहम् +वहरावणीम् +वहलं +वहला +वहव +वहवः +वहवो +वहश्च +वहसि +वहसीति +वहसे +वहस्व +वहा +वहाँ +वहाँपर +वहां +वहाः +वहात +वहातः +वहाति +वहाते +वहात् +वहाथ +वहानि +वहान् +वहाभ्रे +वहामः +वहामि +वहामीति +वहाम्यहम् +वहाय +वहार +वहारः +वहासि +वहास्य +वहाऽऽज्यं +वहा॒ +वहि +वहिं +वहिः +वहित्रम् +वहिना +वहिनी +वहिमान् +वहिरिति +वहिवस्यर्तिभ्यश्चित् +वहिश्रि +वहिश्रिश्रुयुद्रुग्लाहात्वरिभ्यो +वहिष्ठा +वहिष्ठाः +वहिष्ठान् +वहिष्यति +वहिहाधाञ्भ्यश्छन्दसि +वहि॑ष्ठा +वहि॑ष्ठाः +वही +वहीं +वहु +वहुआ +वहुत +वहुत्वे +वहुधा +वहुना +वहुलं +वहुलम् +वहुवचनं +वहुवचनम् +वहुव्रीहौ +वहुशः +वहुशो +वहुषु +वहू +वहूए +वहूनां +वहूनि +वहून् +वहे +वहेः +वहेच् +वहेत +वहेति +वहेत् +वहेत्य् +वहेथे +वहेद्यस्तु +वहेन +वहेन्न +वहेन्नाडी +वहेयं +वहेयुः +वहेरन्स +वहेर्धातोः +वहेर्लेटि +वहेऽपीलोः +वहै +वहो +वहोः +वहौ +वह् +वह्णिं +वह्णौ +वह्न +वह्नः +वह्नय +वह्नयः +वह्नयश्च +वह्नये +वह्नयो +वह्नाविति +वह्नि +वह्निं +वह्निं॑ +वह्निं॒ +वह्निः +वह्निः॑ +वह्निकरं +वह्निकार्यं +वह्निकुण्डं +वह्निकुण्डे +वह्निकृत् +वह्निकोणे +वह्निजन्यो +वह्निजाः +वह्निजाया +वह्निजायां +वह्निजायान्तमेव +वह्निजायावधिर्मनुः +वह्निज्ञानं +वह्निज्वाला +वह्निज्वाले +वह्निज्वालेव +वह्निञ्च +वह्नितः +वह्नितमं +वह्नितमः +वह्नितमम् +वह्नितमश्शोशुचानो +वह्नितापं +वह्नितीर्थं +वह्नितो +वह्नित्वं +वह्नित्वस्य +वह्नित्वेन +वह्निदा +वह्निदीपनः +वह्निदीपनम् +वह्निदैवतम् +वह्निधूमयोः +वह्निना +वह्निनेव +वह्निनैव +वह्निपत्नी +वह्निपुटितं +वह्निपुराणम् +वह्निपुराणे +वह्निप्रिया +वह्निबीजं +वह्निबीजेन +वह्निभयं +वह्निभिः +वह्निभेदे +वह्निमण्डलम् +वह्निमण्डलाय +वह्निमण्डले +वह्निमति +वह्निमध्ये +वह्निमन्दता +वह्निमपि +वह्निमा +वह्निमादाय +वह्निमानिति +वह्निमान् +वह्निमान्द्यं +वह्निमान्द्यकरो +वह्निमान्न +वह्निमार्दवम् +वह्निमित्रा +वह्निमिव +वह्निमुत्पाद्य +वह्निमूर्तये +वह्निम् +वह्नियोगेन +वह्निरनिलो +वह्निरनुष्णः +वह्निरपि +वह्निरसि +वह्निरस्ति +वह्निरिति +वह्निरित्येकतः +वह्निरिव +वह्निरुच्यते +वह्निरुवाच +वह्निरुष्णता +वह्निरूपं +वह्निरृतस्य +वह्निरेव +वह्निर् +वह्निर्दहति +वह्निर्न +वह्निर्यथा +वह्निर्यथादर्शो +वह्निर्वा +वह्निर्वायुराकाशमेव +वह्निर्वोढा +वह्निलोकं +वह्निलोके +वह्निवत् +वह्निवद् +वह्निवर्द्धिनी +वह्निवल्लभः +वह्निवल्लभा +वह्निवासिनी +वह्निवृद्धिकरं +वह्निव्यभिचारी +वह्निव्याप्य +वह्निव्याप्यधूमवान् +वह्निव्याप्यो +वह्निशिखं +वह्निशिखा +वह्निशुद्धं +वह्निशुद्धांशुकं +वह्निशुद्धांशुकाधानं +वह्निशुद्धांशुकाधाना +वह्निशुद्धांशुकाधानां +वह्निशुद्धांशुकानि +वह्निशुद्धांशुकान्वितम् +वह्निशुद्धेन +वह्निश् +वह्निश्च +वह्निषु +वह्निष्टोमफलं +वह्निसंस्थं +वह्निसन्निधौ +वह्निसाक्ष्ये +वह्निस्तत्र +वह्निस्तत्राधिदैवतम् +वह्निस्तथा +वह्निस्तस्य +वह्निस्तु +वह्निस्त्वं +वह्निस्थं +वह्निस्थानं +वह्निस्थिते +वह्निस्थो +वह्निऽभिः +वह्नि॑ः +वह्नि॑भिः +वह्नि॑म् +वह्नि॑रा॒सा +वह्नि॑ऽभिः +वह्नी +वह्नीति +वह्नीनां +वह्नीन् +वह्नीर् +वह्नी॒ +वह्ने +वह्नेः +वह्नेरपि +वह्नेरिति +वह्नेरिव +वह्नेर् +वह्नेर्भयं +वह्नेर्यथा +वह्नेश्च +वह्नेस्तु +वह्नौ +वह्न्यादि +वह्न्यादीनां +वह्न्यादेः +वह्न्यादौ +वह्न॑य +वह्न॑यः +वह्य +वह्यं +वह्रिपुराणे +वह्रौ +वह्वचः +वह्वी +वह्वीः +वह॑ +वह॑तामिन्द्र +वह॑ति +वह॑न्तः +वह॑न्ता +वह॑न्ति +वह॑न्ति॒ +वह॑न्तीः +वह॑न्तीभ्यः॒ +वह॑न्तु +वह॑न्तु॒ +वह॑माना +वह॑माना॒ +वह॑मानो॒ +वह॑सि +वह॑सि॒ +वह॒ +वह॒तुं +वा +वाँ +वाँक +वाँश +वां +वांच्छा +वांच्छितं +वांछंति +वांछति +वांछते +वांछद्भिः +वांछन्ति +वांछया +वांछसि +वांछा +वांछां +वांछास्ति +वांछित +वांछितं +वांछितम् +वांछितां +वांछितानि +वांछितान् +वांछितार्थं +वांत +वांति +वांलादेशस्य +वांलादेशे +वांशं +वांशभारिकः +वांशिकः +वांशिकस्य +वांशिकैः +वांशिको +वांशी +वांशो +वांश्च +वां॑ +वां॒ +वां꣣ +वाः +वाअपि +वाअमदेवगीता +वाअस्मै +वाअस्य +वाइ +वाइति +वाइस +वाई +वाए +वाक +वाकं +वाकः +वाकम् +वाकयं +वाकये +वाकस्य +वाका +वाकाः +वाकाटक +वाकारः +वाकारो +वाकाले +वाकिन +वाकिनकायनिः +वाकिनादीनां +वाकिनिः +वाकुची +वाकुच्या +वाकुच्यां +वाकू +वाके +वाकेन +वाको +वाकोवाक्य +वाकोवाक्यं +वाकोवाक्यमेकायनं +वाक् +वाक्करौ +वाक्कर्म +वाक्कलहः +वाक्कील +वाक्कीलः +वाक्कीलस्य +वाक्कूटस्य +वाक्केलिः +वाक्केल्यधिबले +वाक्क्षतम् +वाक्च +वाक्चक्षुः +वाक्चतुर्थी +वाक्चेष्टामुखवैकृतैः +वाक्चेष्टितं +वाक्चैव +वाक्छलं +वाक्छलम् +वाक्छले +वाक्त +वाक्तां +वाक्त्वं +वाक्त्वचम् +वाक्त्वा +वाक्पटुः +वाक्पटुता +वाक्पटुत्वं +वाक्पतङ्गाय +वाक्पतये +वाक्पति +वाक्पतिं +वाक्पतिः +वाक्पतिराजः +वाक्पतिराजस्य +वाक्पतिर्मा +वाक्पतिर्होता +वाक्पतिश्चक्षुष्पतिः +वाक्पतिस् +वाक्पतिस्त्वा +वाक्पते +वाक्पतेः +वाक्पतौ +वाक्पदं +वाक्परिमिता +वाक्पा +वाक्पाणिपादं +वाक्पाणिपादपायूपस्थाः +वाक्पाणिपादपायूपस्थाख्यानि +वाक्पाणिपादपायूपस्थानि +वाक्पाण्यादीनि +वाक्पाभ्यां +वाक्पारुष्य +वाक्पारुष्यं +वाक्पारुष्यप्रकरणम् +वाक्पारुष्यम् +वाक्पारुष्यार्थदूषणे +वाक्पारुष्ये +वाक्प्रदा +वाक्प्रवर्तते +वाक्प्रस्तावः +वाक्प्राणश्चक्षुः +वाक्य +वाक्यं +वाक्यकारं +वाक्यकारः +वाक्यकारेण +वाक्यकारो +वाक्यकुशलं +वाक्यकोविदः +वाक्यकोविदम् +वाक्यगः +वाक्यगता +वाक्यगर्भितम् +वाक्यगा +वाक्यजं +वाक्यजन्यं +वाक्यजन्यबोधे +वाक्यजातं +वाक्यज्ञं +वाक्यज्ञः +वाक्यज्ञा +वाक्यज्ञो +वाक्यञ्च +वाक्यञ्चेदमुवाच +वाक्यत +वाक्यतः +वाक्यतया +वाक्यता +वाक्यतो +वाक्यत्रये +वाक्यत्रयेण +वाक्यत्वं +वाक्यत्वम् +वाक्यत्वात् +वाक्यत्वादिति +वाक्यत्वादिना +वाक्यत्वे +वाक्यत्वेन +वाक्यदोषः +वाक्यदोषाः +वाक्यद्वय +वाक्यद्वयं +वाक्यद्वयम् +वाक्यद्वयस्य +वाक्यद्वये +वाक्यद्वयेन +वाक्यनियमात् +वाक्यन्तु +वाक्यपदीय +वाक्यपदीयं +वाक्यपदीयम् +वाक्यपदीयस्य +वाक्यपदीये +वाक्यपरिपूर्तिः +वाक्यपरिसमाप्तिः +वाक्यपरिसमाप्तिरिति +वाक्यपरिसमाप्तिर्दृष्टेति +वाक्यप्रकाशता +वाक्यप्रबन्धे +वाक्यप्रवृत्तिः +वाक्यभे +वाक्यभेद +वाक्यभेदं +वाक्यभेदः +वाक्यभेदद्योतनार्थः +वाक्यभेदप्रसङ्गः +वाक्यभेदप्रसङ्गात् +वाक्यभेदश्च +वाक्यभेदस्य +वाक्यभेदात् +वाक्यभेदादनिघातः +वाक्यभेदापत्तिः +वाक्यभेदापत्तेः +वाक्यभेदे +वाक्यभेदेन +वाक्यभेदेऽप्येवं +वाक्यभेदो +वाक्यम +वाक्यमथाब्रवीत् +वाक्यमध्ये +वाक्यमन्यथा +वाक्यमपि +वाक्यमब्रवीत +वाक्यमब्रवीत् +वाक्यमब्रुवन् +वाक्यमभाषत +वाक्यमर्थं +वाक्यमव्रवीत् +वाक्यमसत्यं +वाक्यमस्ति +वाक्यमहं +वाक्यमाकर्ण्य +वाक्यमात्रं +वाक्यमात्रस्य +वाक्यमात्रे +वाक्यमात्रेण +वाक्यमादाय +वाक्यमाह +वाक्यमिति +वाक्यमित्यभिधीयते +वाक्यमित्यर्थः +वाक्यमित्याह +वाक्यमित्युच्यते +वाक्यमित्युवाच +वाक्यमिदं +वाक्यमिदमाह +वाक्यमिदम् +वाक्यमिष्यते +वाक्यमीदृशं +वाक्यमुक्तं +वाक्यमुक्तवान् +वाक्यमुक्त्वा +वाक्यमुच्चारयति +वाक्यमुच्यते +वाक्यमुत्तमम् +वाक्यमुत्तरमब्रवीत् +वाक्यमुदाहरति +वाक्यमुदाहृत्य +वाक्यमुवाच +वाक्यमुवाचेदं +वाक्यमूचतुः +वाक्यमूचुः +वाक्यमूचे +वाक्यमेतत् +वाक्यमेतदुवाच +वाक्यमेतद् +वाक्यमेव +वाक्यमेवं +वाक्यम् +वाक्यम्‌ +वाक्ययोः +वाक्ययोजना +वाक्ययोरेकसामान्ये +वाक्यरचना +वाक्यरूपा +वाक्यर्थः +वाक्यर्थे +वाक्यलक्षणं +वाक्यलक्षणे +वाक्यवत् +वाक्यवशात् +वाक्यविदां +वाक्यविशारद +वाक्यविशारदः +वाक्यविशारदा +वाक्यविशेषः +वाक्यवृत्तिः +वाक्यशः +वाक्यशक्तिः +वाक्यशे +वाक्यशेष +वाक्यशेषं +वाक्यशेषः +वाक्यशेषत्वम् +वाक्यशेषस्य +वाक्यशेषा +वाक्यशेषाच्च +वाक्यशेषात् +वाक्यशेषादिति +वाक्यशेषाद् +वाक्यशेषे +वाक्यशेषेण +वाक्यशेषेऽपि +वाक्यशेषो +वाक्यशेषोऽपि +वाक्यश्रवणानन्तरं +वाक्यसंज्ञा +वाक्यसंबन्धात् +वाक्यसमाप्तिः +वाक्यसमासयोः +वाक्यसामर्थ्यात् +वाक्यस्थ +वाक्यस्थं +वाक्यस्फोटः +वाक्यस्य +वाक्यस्यान्ते +वाक्यस्यापि +वाक्यस्यायमर्थः +वाक्यस्यार्थः +वाक्यस्यार्थे +वाक्यस्यास्य +वाक्यस्येति +वाक्यस्यैव +वाक्या +वाक्यांशे +वाक्याच्च +वाक्यात +वाक्यात् +वाक्याथ +वाक्याथै +वाक्यादपि +वाक्यादवगम्यते +वाक्यादसंदिग्धं +वाक्यादसंशयम् +वाक्यादिति +वाक्यादीनां +वाक्यादेः +वाक्यादेरामन्त्रितस्य +वाक्यादेव +वाक्यादौ +वाक्याद् +वाक्याधिकरणे +वाक्याध्याहार +वाक्याध्याहारः +वाक्याना +वाक्यानां +वाक्यानामिति +वाक्यानाम् +वाक्यानि +वाक्यानीति +वाक्यानुरोधेन +वाक्यानुसारेण +वाक्यान्त +वाक्यान्तर +वाक्यान्तरं +वाक्यान्तरगतत्वात् +वाक्यान्तरमपि +वाक्यान्तरमाह +वाक्यान्तरम् +वाक्यान्तरस्य +वाक्यान्तराणां +वाक्यान्तराणि +वाक्यान्तरे +वाक्यान्तरेण +वाक्यान्तरैः +वाक्यान्ते +वाक्यान्न +वाक्यान्यपि +वाक्यान्य् +वाक्यान्वयात् +वाक्यान्वयाधिकरणम् +वाक्याभ्यां +वाक्यामृतं +वाक्यामृतेन +वाक्यारम्भः +वाक्यारम्भविषादयोः +वाक्यारम्भे +वाक्यार्थ +वाक्यार्थं +वाक्यार्थः +वाक्यार्थगतत्वेन +वाक्यार्थज्ञानं +वाक्यार्थज्ञानमिति +वाक्यार्थज्ञानम् +वाक्यार्थज्ञानस्य +वाक्यार्थज्ञाने +वाक्यार्थतया +वाक्यार्थता +वाक्यार्थत्वं +वाक्यार्थत्वम् +वाक्यार्थत्वात् +वाक्यार्थत्वे +वाक्यार्थत्वेन +वाक्यार्थनिदर्शनायां +वाक्यार्थपरामर्शकः +वाक्यार्थप्रतिपत्तौ +वाक्यार्थप्रतीतिः +वाक्यार्थप्रतीतेः +वाक्यार्थप्रत्ययात् +वाक्यार्थबुद्धावित्यर्थः +वाक्यार्थबोध +वाक्यार्थबोधः +वाक्यार्थबोधे +वाक्यार्थबोधो +वाक्यार्थमवगमयन्ति +वाक्यार्थमाह +वाक्यार्थमितये +वाक्यार्थमेव +वाक्यार्थम् +वाक्यार्थयोः +वाक्यार्थश्च +वाक्यार्थस्तु +वाक्यार्थस्य +वाक्यार्थस्यापि +वाक्यार्थस्यापूर्वत्वात् +वाक्यार्थस्येति +वाक्यार्थहेतुकं +वाक्यार्था +वाक्यार्थाः +वाक्यार्थात् +वाक्यार्थानां +वाक्यार्थाभिनयो +वाक्यार्थावगमशक्तिः +वाक्यार्थावगमस्तथा +वाक्यार्थावगमात् +वाक्यार्थावगमे +वाक्यार्थी +वाक्यार्थीभावात् +वाक्यार्थीभूत +वाक्यार्थीभूतस्य +वाक्यार्थे +वाक्यार्थेति +वाक्यार्थेन +वाक्यार्थेनैव +वाक्यार्थेऽन्वयसिद्धये +वाक्यार्थेऽपि +वाक्यार्थो +वाक्यार्थोपमा +वाक्यार्थोऽपि +वाक्यालंकारे +वाक्यालकारे +वाक्यालङ्कारे +वाक्यावली +वाक्यीय +वाक्ये +वाक्येति +वाक्येन +वाक्येनप्रियचिकीर्षवः +वाक्येनानेन +वाक्येनापि +वाक्येनाभिप्रदर्शनात् +वाक्येनेति +वाक्येनैव +वाक्येभ्य +वाक्येभ्यः +वाक्येभ्यो +वाक्येषु +वाक्येष्वपि +वाक्येऽपि +वाक्येऽस्मिन् +वाक्यै +वाक्यैः +वाक्यैकवाक्यतया +वाक्यैकवाक्यता +वाक्यैर् +वाक्यैश्च +वाक्यैस्तु +वाक्यो +वाक्यों +वाक्योत्था +वाक्योदकेनैव +वाक्योपक्रमे +वाक्योपन्यासे +वाक्योपमा +वाक्शंसः +वाक्शतं +वाक्ष +वाक्षरं +वाक्षरस्य +वाक्षरे +वाक्षि +वाक्षु +वाक्षौ +वाक्संयमः +वाक्संयमो +वाक्संवरः +वाक्संस्कारा +वाक्सङ्गः +वाक्सङ्गो +वाक्सर्वैर्नामभिः +वाक्सह +वाक्सायका +वाक्सिद्धिं +वाक्सिद्धिः +वाक्सुधया +वाक्सैषा +वाक्‌ +वाग +वागगोचरः +वागग्रेगा +वागङ्गचपल +वागथ +वागधिकरणम् +वागधिपस्य +वागधिष्ठातृदेवी +वागधिष्ठात्री +वागध्यात्मं +वागनपायिनी +वागनुवदति +वागनुष्टुप् +वागनृतं +वागनृता +वागपहारकः +वागपि +वागप्येति +वागभवत् +वागभ्यभाषत +वागभ्यवदत् +वागभ्युद्यते +वागमानुषी +वागमृतं +वागमृतेन +वागर्थप्रतिपत्तये +वागर्थाविव +वागर्थौ +वागशरीरिणी +वागष्टमी +वागसि +वागसीति +वागस्ति +वागस्य +वागस्यैन्द्री +वागा +वागात्मनि +वागात्मा +वागादय +वागादयः +वागादयो +वागादि +वागादिभिः +वागादिभ्यः +वागादिषु +वागादीनां +वागादीनाम् +वागादीनि +वागाद्या +वागाम्भृणी +वागारम्भेण +वागार्त्विज्यं +वागाविशति +वागासीत् +वागाहेति +वागि +वागिति +वागित्यादि +वागित्येव +वागिन्द्रियं +वागिन्द्रियम् +वागिन्द्रियस्य +वागिन्द्रियाणि +वागिन्द्रियेण +वागियं +वागिव +वागी +वागीश +वागीशं +वागीशः +वागीशत्वं +वागीशा +वागीशाद्याः +वागीशाय +वागीशी +वागीशीं +वागीशेन +वागीशो +वागीश्वरं +वागीश्वरः +वागीश्वरस्तथा +वागीश्वराय +वागीश्वरि +वागीश्वरी +वागीश्वरीं +वागीश्वरेण +वागीश्वरो +वागीश्वर्या +वागीश्वर्यै +वागु +वागुक्ता +वागुच्यते +वागुजी +वागुत्तररूपं +वागुत्सृष्टा +वागुद्यते +वागुपैतु +वागुरया +वागुरा +वागुरां +वागुराः +वागुरामिव +वागुरावृत्तिं +वागुरिक +वागुरिका +वागुवाच +वागुवाचाशरीरिणी +वागुवाचाऽशरीरिणी +वागृषभत्वमीयात् +वागेका +वागेकायनम् +वागेव +वागेवर्क् +वागेवर्क्प्राणः +वागेवाग्निः +वागेवायं +वागेवास्य +वागेवास्या +वागेवेति +वागेवेदं +वागेश्वरीरागः +वागेषा +वागैतु +वागोजः +वाग् +वाग्गच्छति +वाग्गेयकारः +वाग्गेयकारेण +वाग्ग्मी +वाग्घ +वाग्घसति +वाग्घि +वाग्घोता +वाग्जं +वाग्जाया +वाग्जालं +वाग्जालपरिहारेण +वाग्जुषाणा +वाग्दण्डं +वाग्दण्डः +वाग्दण्डजञ्च +वाग्दण्डपारुष्ये +वाग्दण्डयोश्च +वाग्दण्डो +वाग्दण्डोऽथ +वाग्दत्ता +वाग्दध्रे +वाग्दानं +वाग्दानानन्तरं +वाग्दाने +वाग्दिक्पश्यद्भ्यो +वाग्दुष्टं +वाग्दुष्टः +वाग्दुष्टा +वाग्दे +वाग्देवता +वाग्देवतां +वाग्देवतापि +वाग्देवताया +वाग्देवतायाः +वाग्देवतायै +वाग्देवताश्री +वाग्देवतेति +वाग्देवत्ये +वाग्देवि +वाग्देवी +वाग्देवीं +वाग्देव्या +वाग्देव्याः +वाग्देहमनसां +वाग्दे॒वी +वाग्दोहं +वाग्नये +वाग्नि +वाग्निं +वाग्निः +वाग्निना +वाग्निश्चारिता +वाग्ने +वाग्नेः +वाग्नेयी +वाग्नौ +वाग्बन्धनी +वाग्बभूवाशरीरिणी +वाग्बलम् +वाग्बीजं +वाग्भट +वाग्भटः +वाग्भटश्च +वाग्भटसंहिता +वाग्भटस्य +वाग्भटालङ्कारः +वाग्भटालङ्कारस्य +वाग्भटे +वाग्भटेन +वाग्भवं +वाग्भवति +वाग्भवम् +वाग्भवाद्यं +वाग्भवाद्या +वाग्भवे +वाग्भवेन +वाग्भि +वाग्भिः +वाग्भिरर्थ्याभिः +वाग्भिरिष्टाभिः +वाग्भिरुत्तमाभिरुत्पन्नं +वाग्भिरुत्तमाभिर् +वाग्भूषणं +वाग्भ्यः +वाग्भ्याम् +वाग्मती +वाग्मिता +वाग्मित्वं +वाग्मिनः +वाग्मिनां +वाग्मिनि +वाग्मिनो +वाग्मिन् +वाग्मी +वाग्मीति +वाग्य +वाग्यत +वाग्यतः +वाग्यता +वाग्यताः +वाग्यतावासाते +वाग्यतो +वाग्यतोऽन्नमकुत्सयन् +वाग्यमनं +वाग्यमनम् +वाग्यमलोपः +वाग्यमो +वाग्यस्य +वाग्या +वाग्यामः +वाग्युद्धं +वाग्योगविदः +वाग्य॒ज्ञेन॑ +वाग्रसः +वाग्रसो +वाग्रहणं +वाग्रहणात् +वाग्रहणेन +वाग्रा +वाग्रूपता +वाग्रूपया +वाग्रूपा +वाग्रूपेण +वाग्रे +वाग्वज्रा +वाग्वज्रो +वाग्वदति +वाग्वर्गः +वाग्वा +वाग्वागिति +वाग्वाणी +वाग्वादिनि +वाग्वादिनी +वाग्वाव +वाग्विदां +वाग्विद्युतौ +वाग्विभवः +वाग्विराजति +वाग्विलासं +वाग्विलासः +वाग्विशुद्धाय +वाग्विशेषः +वाग्विषये +वाग्विसर्गः +वाग्विसर्जनं +वाग्विस्तरः +वाग्वृत्तिः +वाग्वेदिः +वाग्वै +वाग्व्यवहारः +वाग्व्यवहारदर्शः +वाग्व्यवहारादर्शः +वाग्व्यवहारादर्शे +वाग्व्यवहारे +वाग्व्यवहारेण +वाग्व्यापारः +वाग्व्यापारो +वाघ +वाघत +वाघतः +वाघतश्च +वाघताम् +वाघते +वाघतो +वाघत् +वाघद्भिः +वाघम् +वाघा +वाघाणी +वाङ +वाङ् +वाङ्ग +वाङ्गः +वाङ्गकं +वाङ्गकः +वाङ्गानां +वाङ्गी +वाङ्न +वाङ्नाम +वाङ्नामसु +वाङ्नामैतत् +वाङ्निधनं +वाङ्निधनसौहविषम् +वाङ्नियमः +वाङ्भनः +वाङ्म +वाङ्मती +वाङ्मधु +वाङ्मन +वाङ्मनः +वाङ्मनःकर्मभिः +वाङ्मनःकायकर्मभिः +वाङ्मनःकायारभ्याणि +वाङ्मनःकायैः +वाङ्मनश्च +वाङ्मनश्चक्षुः +वाङ्मनसयोः +वाङ्मनसाभ्यां +वाङ्मनसि +वाङ्मनसी +वाङ्मनसे +वाङ्मनसोः +वाङ्मय +वाङ्मयं +वाङ्मयः +वाङ्मयतपस्त्वम् +वाङ्मयममृतं +वाङ्मयमात्मानं +वाङ्मयम् +वाङ्मयस्य +वाङ्मयी +वाङ्मये +वाङ्मयेन +वाङ्मयेभ्यः +वाङ्मयो +वाङ्मात्रेण +वाङ्मात्रेणापि +वाङ्मात्रेणैव +वाङ्मात्रेयं +वाङ्माया +वाङ्मुखम् +वाङ्मूला +वाङ्मे +वाच +वाचँ +वाचं +वाचंयम +वाचंयमः +वाचंयमपुरंदरौ +वाचंयमपुरन्दरौ +वाचंयमा +वाचंयमाः +वाचंयमानां +वाचंयमो +वाचं॑ +वाचं॒ +वाचः +वाचःव्रतपर्व +वाचःसाम +वाचः॑ +वाचक +वाचकं +वाचकः +वाचकतया +वाचकता +वाचकत्व +वाचकत्वं +वाचकत्वमिति +वाचकत्वमेव +वाचकत्वम् +वाचकत्वशक्तिः +वाचकत्वस्य +वाचकत्वात् +वाचकत्वान्न +वाचकत्वाविशेषे +वाचकत्वाश्रयेणैव +वाचकत्वे +वाचकत्वेन +वाचकत्वेऽपि +वाचकधर्मलुप्ता +वाचकमिति +वाचकमेव +वाचकम् +वाचकरूपेण +वाचकलुप्ता +वाचकलुप्तोपमा +वाचकलुप्तोपमालङ्कार +वाचकलुप्तोपमालङ्कारः +वाचकशब्दा +वाचकशब्दाः +वाचकशब्दे +वाचकश्च +वाचकस्य +वाचका +वाचकाः +वाचकात् +वाचकानां +वाचकानि +वाचकान् +वाचकान्नरकं +वाचकाय +वाचकायेह +वाचके +वाचकेन +वाचकैः +वाचको +वाचकोपमानलुप्ता +वाचकोपमेयलुप्ता +वाचकोऽपि +वाचकौ +वाचक्नवि +वाचक्नवी +वाचक्नव्युपरराम +वाचञ्च +वाचन +वाचनं +वाचनम् +वाचनविधानं +वाचनिक +वाचनिकं +वाचनिकः +वाचनिकमिति +वाचनिकमेव +वाचनिकम् +वाचनिका +वाचनिकी +वाचनिके +वाचनिको +वाचने +वाचनेन +वाचमक्रत +वाचमक्रतोप +वाचमजनयन्त +वाचमनृतां +वाचमन्तरो +वाचमन्नाद्यं +वाचमपि +वाचमरितेव +वाचमविच्छिन्नामुपयन्ति +वाचमवोचदच्युतः +वाचमष्टापदीमहं +वाचमस्मे +वाचमाकर्ण्य +वाचमाददे +वाचमावदानि +वाचमिति +वाचमिन्वसि +वाचमिमां +वाचमिव +वाचमिष्य +वाचमिष्यसि +वाचमीङ्खयः +वाचमीरय +वाचमीरयति +वाचमुचितामन्तःपुरेभ्यो +वाचमुच्चारयन् +वाचमुत +वाचमुदीरयन् +वाचमुदीरयन्ति +वाचमुदेयं +वाचमुपासते +वाचमुवाच +वाचमूचुः +वाचमूचुस्त्वं +वाचमूचे +वाचमेकमना +वाचमेतां +वाचमेताम् +वाचमेमां +वाचमेव +वाचमेवं +वाचम् +वाचम्̇ +वाचम्ऽ +वाचय +वाचयति +वाचयतीति +वाचयतीत्येके +वाचयन् +वाचयन्ति +वाचया +वाचयामास +वाचयामि +वाचयितव्या +वाचयिता +वाचयितुं +वाचयितुम् +वाचयित्वा +वाचयित्वातु +वाचयित्वाथ +वाचयित्वाऽथ +वाचयित्वैव +वाचयिष्यति +वाचयिष्यन्ति +वाचयिष्ये +वाचयीत +वाचये +वाचयेत +वाचयेत् +वाचयेत्तत +वाचयेत्ततः +वाचयेत्तत्र +वाचयेथ् +वाचयेदिति +वाचयेदेव +वाचयेद् +वाचरेत् +वाचश् +वाचश्च +वाचस् +वाचस्ततो +वाचस्ताः +वाचस्तु +वाचस्तोमे +वाचस्पत +वाचस्पतय +वाचस्पतये +वाचस्पति +वाचस्पतिं +वाचस्पतिः +वाचस्पतिकृतटीकासंबलितव्यासभाष्यसमेतानि +वाचस्पतिकृतटीकासंवलितव्यासभाष्यसमेतानि +वाचस्पतिना +वाचस्पतिमिश्र +वाचस्पतिमिश्रः +वाचस्पतिमिश्रस्य +वाचस्पतिमिश्राः +वाचस्पतिमिश्रेण +वाचस्पतिमिश्रैः +वाचस्पतिरपि +वाचस्पतिरुदारधीः +वाचस्पतिरुपास्मान् +वाचस्पतिरुवाचेदं +वाचस्पतिर् +वाचस्पतिर्नि +वाचस्पतिर्बला +वाचस्पतिर्मखस्यते +वाचस्पतिर्यथा +वाचस्पते +वाचस्पतेः +वाचस्पतेरपि +वाचस्पतेऽच्छिद्रया +वाचस्पतौ +वाचस्पत्यम् +वाचस्पत्ये +वाचस्साम +वाचस्सामनी +वाचा +वाचां +वाचाट +वाचाटः +वाचाटा +वाचाटां +वाचाटो +वाचात्मानं +वाचाथ +वाचानुभाष्य +वाचापहृतचेतसामविपश्चितां +वाचापहृतमाच्छादितं +वाचापि +वाचामगोचरं +वाचामगोचरः +वाचामगोचरम् +वाचामात्रेण +वाचाम् +वाचाय +वाचायां +वाचायामध्योरोपितायां +वाचारम्भणं +वाचाल +वाचालं +वाचालः +वाचालतया +वाचालता +वाचालतां +वाचालत्वं +वाचाला +वाचालानि +वाचालो +वाचासृज्यत +वाचाऽपि +वाचाऽरम्भणं +वाचाऽऽरम्भणं +वाचाऽऽरम्भणम् +वाचा᳘ +वाचि +वाचिक +वाचिकं +वाचिकः +वाचिकम् +वाचिकश्च +वाचिका +वाचिकाः +वाचिकी +वाचिके +वाचिकेन +वाचिकैः +वाचिको +वाचितः +वाचिता +वाचिते +वाचित्वे +वाचित्वेन +वाचिनः +वाचिना +वाचिनां +वाचिनि +वाचिनो +वाचिभ्यः +वाची +वाचीति +वाचीत्याह +वाचीत्य् +वाचीन्द्रा +वाचीन्द्राय +वाचीन्द्रायेत्य् +वाचे +वाचेति +वाचेदं +वाचैव +वाचैवायं +वाचैवैनम् +वाचो +वाचोयुक्ति +वाचोयुक्तिः +वाचोव्रतपर्व +वाचोऽपि +वाचोऽवसरे +वाचोऽश्रूयन्त +वाचो॑ +वाचौ +वाच् +वाच्च +वाच्छति +वाच्छन्ति +वाच्छन्दसि +वाच्छन्दसीति +वाच्छितम् +वाच्य +वाच्यं +वाच्यः +वाच्यचारुत्वं +वाच्यतया +वाच्यता +वाच्यतां +वाच्यतामिति +वाच्यताम् +वाच्यतायां +वाच्यति +वाच्यते +वाच्यत्व +वाच्यत्वं +वाच्यत्वमेव +वाच्यत्वम् +वाच्यत्वस्य +वाच्यत्वात् +वाच्यत्वादिति +वाच्यत्वे +वाच्यत्वेन +वाच्यत्वेऽपि +वाच्यन्ते +वाच्यपि +वाच्यप्रतीतेः +वाच्यप्रतीयमानयोः +वाच्यप्रतीयमानाख्यौ +वाच्यम +वाच्यमर्थं +वाच्यमानं +वाच्यमानः +वाच्यमानां +वाच्यमाने +वाच्यमिति +वाच्यमित्यर्थः +वाच्यमित्याह +वाच्यमिदं +वाच्यमेव +वाच्यमेवं +वाच्यम् +वाच्यम्‌ +वाच्ययम् +वाच्यलिङ्ग +वाच्यलिङ्गं +वाच्यलिङ्गः +वाच्यलिङ्गकः +वाच्यलिङ्गाः +वाच्यलिङ्गाध्यायः +वाच्यलिङ्गे +वाच्यलिङ्गेऽपि +वाच्यलिङ्गो +वाच्यवत् +वाच्यवाचक +वाच्यवाचकभाव +वाच्यवाचकभावः +वाच्यवाचकभावेन +वाच्यवाचकयोः +वाच्यवाचकसंबन्धः +वाच्यविषयो +वाच्यवृत्त्या +वाच्यव्यङ्गययोः +वाच्यव्यङ्ग्ययोः +वाच्यव्यतिरेकिणो +वाच्यश्च +वाच्यश्चेति +वाच्यस्त्वया +वाच्यस्य +वाच्यस्यापि +वाच्यस्यार्थस्य +वाच्यस्येति +वाच्यस्यैव +वाच्या +वाच्याः +वाच्याङ्गत्वं +वाच्यात् +वाच्याथ +वाच्यादिति +वाच्याद् +वाच्यानां +वाच्यानि +वाच्यापेक्षया +वाच्यामिति +वाच्याय +वाच्यायां +वाच्यार्थ +वाच्यार्थं +वाच्यार्थः +वाच्यार्थपूर्विका +वाच्यार्थस्य +वाच्यार्थस्येत्यर्थः +वाच्यार्थापेक्षया +वाच्यार्थे +वाच्यार्थेन +वाच्यार्थो +वाच्यालङ्कार +वाच्यालङ्कारवर्गोऽयं +वाच्यालङ्कारस्य +वाच्यावाच्यं +वाच्यावाच्ये +वाच्यास्ते +वाच्ये +वाच्येति +वाच्येत्यर्थः +वाच्येत्यादि +वाच्येन +वाच्येव +वाच्येवास्य +वाच्येषु +वाच्येऽर्थे +वाच्यो +वाच्योत्प्रेक्षा +वाच्योत्प्रेक्षाया +वाच्योपस्कारकत्वं +वाच्योपस्कारकत्वेन +वाच्योऽपि +वाच्योऽर्थ +वाच्योऽर्थः +वाच्योऽर्थो +वाच्योऽसौ +वाच्यौ +वाच्य् +वाच्य्म् +वाच्‌ +वाच॑ +वाच॑म् +वाच॑म॒स्मे +वाच॒ +वाचꣳ +वाछि +वाज +वाजँ +वाजं +वाजं॑ +वाजं॒ +वाजः +वाजः॑ +वाजकर्मभिः +वाजजिच्च +वाजजितं +वाजजितः +वाजजितम् +वाजजिता +वाजजिती +वाजजितो +वाजजितो॒ +वाजजितौ +वाजजित् +वाजजित्यायै +वाजजिदिति +वाजजिद् +वाजजिद्वाजं +वाजदा +वाजदावर्यः +वाजदावर्यश्च +वाजदावर्यो +वाजदाव्नाम् +वाजनं +वाजनम् +वाजनादीनि +वाजने +वाजनोदयम् +वाजनोपरि +वाजपतिः +वाजपतिर् +वाजपेय +वाजपेयं +वाजपेयः +वाजपेयप्रकरणम् +वाजपेयप्रकरणे +वाजपेयफलं +वाजपेयफलप्रदा +वाजपेयफलप्राप्तिः +वाजपेयमवाप्नुयात् +वाजपेयमवाप्नोति +वाजपेयम् +वाजपेययाजी +वाजपेयशतं +वाजपेयशतस्य +वाजपेयशतानि +वाजपेयशतेन +वाजपेयशब्दो +वाजपेयसहस्रस्य +वाजपेयस्य +वाजपेयाख्येन +वाजपेयातिरात्राभ्यां +वाजपेयिकः +वाजपेयिकानि +वाजपेयी +वाजपेयीये +वाजपेये +वाजपेयेन +वाजपेयेनेष्ट्वा +वाजपेयो +वाजपेयोऽतिरात्रोऽप्तोर्याम +वाजप्रसवीयं +वाजप्रसवीयानि +वाजप्रसूता +वाजबन्धवः +वाजमजीजपत +वाजमन्नं +वाजमन्नम् +वाजमर्वत्सु +वाजमर्ष +वाजमर्षसि +वाजमा +वाजमिति +वाजमिन्द्रा +वाजमिव +वाजमुत +वाजम् +वाजम्̇ +वाजय +वाजयति +वाजयन् +वाजयन्तः +वाजयन्तमुप +वाजयन्तम् +वाजयन्ता +वाजयन्ति +वाजयन्तो +वाजयामः +वाजयामसि +वाजयुः +वाजयुर्वचस्यां +वाजयेत् +वाजरत्नाः +वाजरत्नाम् +वाजवतः +वाजवतीभ्यां +वाजवते +वाजवतो +वाजवत् +वाजवत्या +वाजवत्यो +वाजवन्तं +वाजवान् +वाजशब्दो +वाजश् +वाजश्च +वाजश्रवस +वाजश्रवसः +वाजश्रवा +वाजश्रवाः +वाजसनः +वाजसनि +वाजसनिं +वाजसनिः +वाजसनी +वाजसने +वाजसनेय +वाजसनेयक +वाजसनेयकं +वाजसनेयकम् +वाजसनेयके +वाजसनेयसंहि +वाजसनेयसंहिता +वाजसनेयसंहितायां +वाजसनेयसंहितायाम् +वाजसनेयि +वाजसनेयिन +वाजसनेयिनः +वाजसनेयिनस्तु +वाजसनेयिनां +वाजसनेयिनाम् +वाजसनेयिसंहितायां +वाजसनेयिसंहितायाम् +वाजसनेयी +वाजसनेयेन +वाजसनेयो +वाजसा +वाजसाः +वाजसातम +वाजसातमं +वाजसातमः +वाजसातममिति +वाजसातमम् +वाजसातमा +वाजसातय +वाजसातये +वाजसातयेऽन्नलाभाय +वाजसातिः +वाजसातौ +वाजसृत +वाजसृद्भ्यः +वाजस्ता +वाजस्य +वाजस्यान्नस्य +वाजस्येति +वाजस्येमं +वाजस्येममिति +वाजस्यैनं +वाजस्योज्जित्यै +वाजऽयन्तः +वाजऽयुः +वाजऽवत् +वाजऽसातये +वाजऽसातौ +वाजा +वाजाँ +वाजाँ॑ +वाजाँ॒ +वाजां +वाजाः +वाजाः॑ +वाजानां +वाजानामन्नानां +वाजानाम् +वाजानाꣳ +वाजान् +वाजाय +वाजासः +वाजा॑ +वाजा॑ः +वाजा॑नां॒ +वाजा॑नाम् +वाजा॑न् +वाजा॑य +वाजा॑य॒ +वाजा॒ +वाजि +वाजिगन्धा +वाजिन +वाजिनं +वाजिनः +वाजिनपात्र +वाजिनपात्रं +वाजिनमश्वं +वाजिनमा +वाजिनमिति +वाजिनम् +वाजिनश्च +वाजिनस्तथा +वाजिनस्ते +वाजिनस्य +वाजिनस्याग्ने +वाजिना +वाजिनां +वाजिनाः +वाजिनानि +वाजिनाम् +वाजिनाय +वाजिनाꣳ +वाजिनि +वाजिनी +वाजिनीं +वाजिनीः +वाजिनीव +वाजिनीवतः +वाजिनीवति +वाजिनीवती +वाजिनीवसू +वाजिनीवसू॒ +वाजिनीवसो +वाजिनीवस्वमृतमस्मि +वाजिनीवान् +वाजिनीऽवति +वाजिनीऽवती +वाजिनीऽवसू +वाजिने +वाजिनेन +वाजिनेषु +वाजिनो +वाजिनोऽश्वा +वाजिनोऽश्वाः +वाजिनौ +वाजिन् +वाजिन्तमाय +वाजिन्नग्नेः +वाजिन्नव॒मार्ज॑नानी॒मा +वाजिन्निति +वाजिन्न् +वाजिन्यः +वाजिन्युङ्ङनु +वाजिन्वाजिभिर्भक्षं +वाजिन्ऽ +वाजिनꣳ +वाजिपीतस्य +वाजिभिः +वाजिभिश्च +वाजिभ्य +वाजिभ्यो +वाजिमान् +वाजिमुख्याः +वाजिमेधं +वाजिमेधफलं +वाजिमेधफलप्राप्तिः +वाजिमेधमवाप्नुयात् +वाजिमेधसहस्रकम् +वाजिमेधस्य +वाजिमेधाय +वाजिमेधे +वाजिमेधेन +वाजियुक्तेन +वाजिरूपेण +वाजिवक्त्रं +वाजिवत् +वाजिशाला +वाजिशालां +वाजिषु +वाजिसहस्रेण +वाजिऽभिः +वाजि॑ना॒न्युद्रथा॑नां॒ +वाजि॑नेषु +वाजि॑नो +वाजी +वाजीकरं +वाजीकरण +वाजीकरणं +वाजीकरणम् +वाजीकरणाधिकारः +वाजीकरणे +वाजीकरा +वाजीति +वाजीव +वाजे +वाजेध्यायै +वाजेन +वाजेभिः +वाजेभिर् +वाजेभिर्वाजिनीवती +वाजेवाज +वाजेवाजे +वाजेवाजेऽवत +वाजेषु +वाजेष्वन्नेषु +वाजेऽवत +वाजे॑ +वाजे॑भिः +वाजे॑भिर्वा॒जिनी॑वती +वाजे॑वाजे +वाजे॑वाजेऽवत +वाजे॑षु +वाजे॑षु॒ +वाजे॑ऽवाजे +वाजे॒ +वाजे॒ध्यायै॒ +वाजैः +वाजैः॑ +वाजै॑ः +वाजो +वाजोऽन्नं +वाजोऽन्नम् +वाजोऽन्नाद्यस्यावरुध्यै +वाजोऽस्यास्तीति +वाजो॑ +वाजो॒ +वाज् +वाज्जीये +वाज्यं +वाज्यक्षाः +वाज्यजिनं +वाज्यर्वा +वाज्यर्षति +वाज्यर्षसि +वाज्यसि +वाज्यस्य +वाज्येन +वाज्य् +वाज॑पतिः +वाज॑प्रसूता +वाज॑मर्ष +वाज॑मिवासरत् +वाज॑मु॒त +वाज॑म् +वाज॑श्च +वाज॑सातये +वाज॑सातये॒ +वाज॑सातौ +वाज॑सातौ॒ +वाज॑स्य +वाज॑स्यैनं +वाज॑स्य॒ +वाज॑ऽवत् +वाज॑ऽसातये +वाज॑ऽसातौ +वाज॒ +वाज॒मर्व॑त्सु॒ +वाज॒मा +वाज॒यन्तो॑ +वाज॒यन्तो॒ +वाज॒सात॑मं॒ +वाजꣳ +वाञ्च +वाञ्च्छति +वाञ्च्छन्ति +वाञ्च्छया +वाञ्च्छा +वाञ्च्छितं +वाञ्च्छितम् +वाञ्छ +वाञ्छंति +वाञ्छतः +वाञ्छता +वाञ्छति +वाञ्छतीति +वाञ्छतीत्यर्थः +वाञ्छतु +वाञ्छते +वाञ्छत्यपहरति +वाञ्छद्भिः +वाञ्छनीयं +वाञ्छन् +वाञ्छन्ति +वाञ्छन्ती +वाञ्छन्तु +वाञ्छन्तु॒ +वाञ्छन्तौ +वाञ्छन्त्व् +वाञ्छया +वाञ्छसि +वाञ्छा +वाञ्छां +वाञ्छामि +वाञ्छायां +वाञ्छायाम् +वाञ्छास्ति +वाञ्छि +वाञ्छित +वाञ्छितं +वाञ्छितः +वाञ्छितप्रदः +वाञ्छितम् +वाञ्छिता +वाञ्छितां +वाञ्छितादधिकार्थस्य +वाञ्छितानि +वाञ्छितान् +वाञ्छितार्थ +वाञ्छितार्थं +वाञ्छितार्थस्य +वाञ्छिते +वाञ्छितो +वाञ्छे +वाञ्छेत् +वाञ्छेव +वाञ्छैव +वाञ्छ्यते +वाञ्जनं +वाट +वाटं +वाटः +वाटधानाश्च +वाटर् +वाटा +वाटिका +वाटिकां +वाटिकाः +वाटिकाम् +वाटिकायां +वाटिकासु +वाटी +वाटीं +वाटीषु +वाटे +वाटो +वाट् +वाट्या +वाट्यां +वाट्यालकः +वाट्यालके +वाट्सन् +वाड +वाडते +वाडव +वाडवं +वाडवः +वाडवम् +वाडवा +वाडवाः +वाडवाग्निः +वाडवान् +वाडवे +वाडवेन +वाडवेयो +वाडवो +वाडा +वाडिति +वाडिया +वाडी +वाड्व्यवायेऽपि +वाढं +वाढमित्येव +वाढम् +वाढ़ं +वाण +वाणं +वाणः +वाणभेदे +वाणम् +वाणलिङ्गसमाकृति +वाणस्य +वाणा +वाणां +वाणाः +वाणानां +वाणान् +वाणि +वाणिअअ +वाणिज +वाणिजं +वाणिजः +वाणिजक +वाणिजके +वाणिजको +वाणिजम् +वाणिजाः +वाणिजाय +वाणिजे +वाणिजो +वाणिज्य +वाणिज्यं +वाणिज्यकेन्द्रं +वाणिज्यकेन्द्रम् +वाणिज्यम् +वाणिज्यसंस्थाः +वाणिज्यस्य +वाणिज्या +वाणिज्यादिना +वाणिज्यार्थं +वाणिज्यिक +वाणिज्यिकं +वाणिज्ये +वाणिज्येन +वाणिज्योद्यमक्षेत्रम् +वाणिनी +वाणिनीनां +वाणिमानं +वाणियों +वाणी +वाणीं +वाणीः +वाणीः॑ +वाणीची +वाणीति +वाणीनां +वाणीमाकर्ण्य +वाणीम् +वाणीयं +वाणीरनूषत +वाणीषु +वाणी॑ +वाणी॑ः +वाणी॑रनूषत +वाणुमात्रमपि +वाणे +वाणेन +वाणेश्वर +वाणो +वाणों +वाण्यः +वाण्या +वाण्यां +वाण्याः +वाण्याम् +वाण्युवाच +वाण्यै +वात +वातं +वातं॑ +वातः +वातः॑ +वातः॑ऽइव +वातइव +वातक +वातकण्टक +वातकण्टके +वातकफ +वातकफयोः +वातकफस्तम्भं +वातकफहृद्योगवाहि +वातकफात्मके +वातकफापहः +वातकफापहम् +वातकफापहा +वातकफावुभौ +वातकफे +वातकफोत्तरे +वातकफोल्वणे +वातकफौ +वातकरं +वातकरः +वातकरो +वातकर्म्म +वातकारित्वम् +वातकी +वातकुण्डलिकां +वातकृता +वातकृताश्च +वातकृत् +वातको +वातकोपतः +वातकोपनः +वातकोपनम् +वातकोपनाः +वातकोपिभिराहारैः +वातगुल्मं +वातगुल्मविरेचनम् +वातगुल्मस्य +वातगुल्मी +वातगुल्मे +वातगुल्मेषु +वातघ्नं +वातघ्नः +वातघ्नत्वम् +वातघ्नद्र +वातघ्नसिद्धैः +वातघ्ना +वातघ्नाः +वातघ्नानि +वातघ्नी +वातघ्नैः +वातघ्नो +वातचक्रेरितानि +वातचोदितः +वातज +वातजं +वातजः +वातजस्य +वातजा +वातजां +वातजाः +वातजादिभेदेन +वातजान् +वातजायां +वातजित् +वातजूतः +वातजूता +वातजूताः +वातजूतो +वातजे +वातजो +वातज्वरं +वातज्वरसमव्यथः +वातज्वरापहः +वातज्वरे +वातञ्च +वातण्डः +वातण्डी +वातण्ड्यः +वातत्राणे +वातदुष्टं +वातनाथ +वातनामम् +वातनामानि +वातनाशनः +वातनाशनम् +वातनाशित्वञ्च +वातनाशित्वम् +वातनाशिनी +वातनिकेतननाथ +वातनुत् +वातनुन्ना +वातपत्नीरभि +वातपाण्ड्वामये +वातपि +वातपित्त +वातपित्तं +वातपित्तकफ +वातपित्तकफा +वातपित्तकफाः +वातपित्तकफात्मकः +वातपित्तकफात्मकम् +वातपित्तकफात्मकाः +वातपित्तकफानां +वातपित्तकफान् +वातपित्तकफापहः +वातपित्तकफापहम् +वातपित्तकफापहा +वातपित्तकफापहाः +वातपित्तकफास्त्रयः +वातपित्तकफैः +वातपित्तकफैश्च +वातपित्तकफैस्त्रयः +वातपित्तकफैस्त्रिभिः +वातपित्तकरा +वातपित्तकृतो +वातपित्तकृत् +वातपित्तघ्नं +वातपित्तघ्नः +वातपित्तघ्नी +वातपित्तजित् +वातपित्तज्वरं +वातपित्तज्वराकृतिः +वातपित्तज्वराधिकारः +वातपित्तज्वरे +वातपित्ततः +वातपित्तनाशित्वम् +वातपित्तनुत् +वातपित्तप्रणाशनम् +वातपित्तप्रशमनी +वातपित्तविकारिणाम् +वातपित्तविनाशनः +वातपित्तश्लेष्मक्षतक्षयैः +वातपित्तश्लेष्मणां +वातपित्तश्लेष्मभ्यः +वातपित्तश्लेष्महरं +वातपित्तश्लेष्माण +वातपित्तश्लेष्माणः +वातपित्तश्लेष्माणो +वातपित्तहरं +वातपित्तहरत्वम् +वातपित्तहरा +वातपित्तहरो +वातपित्तहा +वातपित्तहृत् +वातपित्ताच्छिरोग्राही +वातपित्ताधिके +वातपित्ताधिको +वातपित्तापहं +वातपित्ताभ्यां +वातपित्तास्रनाशनम् +वातपित्ते +वातपित्तोत्तरे +वातपित्तोद्भवं +वातपित्तोपशमनं +वातपुरीषयोः +वातपूर्णदृतिस्पर्शो +वातपैत्तिकः +वातपैत्तिके +वातपोथः +वातप्रकृतिः +वातप्रकृतिको +वातप्रकोपणः +वातप्रकोपणम् +वातप्रकोपेण +वातप्रभवा +वातप्रमियः +वातप्रमी +वातप्रमीः +वातप्रमीन् +वातप्रमीम् +वातप्रम्य +वातप्रम्यः +वातप्रम्ये +वातप्रम्यौ +वातप्रायं +वातबलासकी +वातमजा +वातमध्ये +वातमनुलोमयति +वातमात्मा +वातमिव +वातमूत्रपुरीषाणां +वातमूत्रपुरीषाणि +वातम् +वातय +वातयति +वातय॒ +वातरंहसः +वातरंहसा +वातरंहसाम् +वातरंहा +वातरंहाः +वातरक्त +वातरक्तं +वातरक्तनिदानम् +वातरक्तनुत् +वातरक्तम् +वातरक्तरुजं +वातरक्तस्य +वातरक्ताधिकारः +वातरक्तानां +वातरक्ते +वातरक्तेन +वातरशना +वातरशनाः +वातरश्मिभिः +वातरुग्ण +वातरोगं +वातरोगः +वातरोगभेदे +वातरोगांश्च +वातरोगाणां +वातरोगिणाम् +वातरोगी +वातरोगे +वातरोगेषु +वातल +वातलं +वातलः +वातलत्वम् +वातलम् +वातला +वातलाः +वातलानि +वातलैः +वातलो +वातवती +वातवत् +वातवर्षं +वातवर्षेण +वातवहाः +वातवहानां +वातविकारिणाम् +वातविण्मूत्ररोधिनीम् +वातविनाशिनी +वातवृद्धिसमाकृतिः +वातवृद्धौ +वातवृष्टिं +वातवेगसुवर्चसौ +वातवेगेन +वातवेदना +वातवेदनाः +वातव्यः +वातव्याधि +वातव्याधिः +वातव्याधिचिकित्सितं +वातव्याधिनिदानं +वातव्याधिनिदानम् +वातव्याधिर्विनाशयेत् +वातव्याधिषु +वातव्याधिहरं +वातव्याधीनां +वातव्याधौ +वातव्याध्यधिकारः +वातव्यो +वातव्रज्या +वातशमनं +वातशमनी +वातशान्तये +वातशूलादिरोगः +वातशूले +वातशोणितं +वातशोणितजः +वातशोणितजो +वातशोणितम् +वातशोणितात् +वातशोणिते +वातशोथविनाशनः +वातश्च +वातश्ले +वातश्लेष्मकरं +वातश्लेष्मकरो +वातश्लेष्मज्वराकृतिः +वातश्लेष्मज्वरापहः +वातश्लेष्मज्वरे +वातश्लेष्मणि +वातश्लेष्मप्रदाश्चापि +वातश्लेष्मभवं +वातश्लेष्मसमुद्भूतः +वातश्लेष्महरं +वातश्लेष्महरा +वातश्लेष्महरो +वातश्लेष्मात्मके +वातश्लेष्माधिकञ्च +वातश्लेष्माधिके +वातश्लेष्मोत्तरे +वातश्लेष्मोद्भवाः +वातश्लेष्मोद्भवे +वातसमूहे +वातसम्भवे +वातसाधारणः +वातसारं +वातस्तु +वातस्त्रिदोषशमनो +वातस्थाने +वातस्य +वातस्येव +वातस्वनं +वातहतं +वातहता +वातहरं +वातहरः +वातहरत्वम् +वातहरा +वातहराः +वातहरी +वातहरैः +वातहरो +वातहा +वातहारि +वातहृत् +वाता +वाताः +वाताःऽइव +वाताः॑ +वाताः॑ऽइव +वाताइव +वाताग्रम् +वाताच्चञ्चलं +वाताटः +वातातप +वातातपरजोहीने +वातातपेन +वातातीसाराभ्यां +वातात् +वातात्पित्तात्कफाच्चैव +वातात्पित्तात्कफाद्र +वातात्मकं +वातात्मकः +वातात्मके +वातात्मजं +वातात्मजः +वातात्मजस्य +वातात्स +वातात्समूहे +वातादः +वातादय +वातादयः +वातादयस्त्रयो +वातादयो +वातादहेतुरुक् +वातादारभ +वातादारभे +वातादि +वातादिना +वातादिभिः +वातादिभेदेन +वातादिषु +वातादीनां +वातादीन् +वातादृते +वातादौ +वाताद् +वाताद्यज्ञः +वाताद्या +वाताद्यैः +वाताद्रूक्षारुणं +वाताद्वा +वाताधिके +वातानां +वातानुलोमनं +वातानुलोमनम् +वातानुलोमनी +वातानुलोम्यं +वातान् +वातापर्जन्या +वातापहं +वातापि +वातापिं +वातापिः +वातापिभ्यः +वातापिरपि +वातापिर्नमुचिश्चैव +वातापिर्मेषवन्नदन् +वातापिश्च +वातापी +वातापे +वाताप्यं +वाताप्यम् +वाताप्याय +वाताभिपन्ने +वाताभिभूते +वाताभिष्यन्दनाशनः +वाताभिष्यन्दनाशनम् +वाताभ्यां +वातामं +वातामक्षीरं +वातामतैलम् +वातामम् +वातामयं +वातामयापहः +वातामयेषु +वाताय +वातायन +वातायनं +वातायनः +वातायनम् +वातायनसंनिकर्षं +वातायनानि +वातायने +वातायुः +वातायेति +वातारिः +वातारिस्तरुणश्चापि +वातार्दितो +वातालयनाथ +वातालयाधिप +वातालयेश +वातावधूता +वातावरण +वातावरणं +वातावरणम् +वातावरणस्य +वातावरणे +वातावरणेन +वाताशनी +वाताशयः +वाताश्च +वाताष्ठीला +वाताष्ठीलां +वातास +वातासो +वातास्ते +वातास्रं +वातास्रे +वाताहत +वाताहतं +वाताहता +वाताहारतया +वाता॑ +वाता॑न् +वाता॑पे +वाता॑पे॒ +वाता॑य +वाता॑य॒ +वाता॑सो॒ +वाता॒ +वाति +वातिं +वातिक +वातिकं +वातिकः +वातिकमाह +वातिकम् +वातिकस्तु +वातिकस्य +वातिका +वातिकाः +वातिकात् +वातिकानां +वातिकान् +वातिकी +वातिके +वातिकेन +वातिको +वातिजागतं +वातिपादयति +वातिविषा +वाति॑ +वाति॒ +वाती +वातीकृतस्य +वातीति +वातु +वातुं +वातुल +वातुलं +वातुलः +वातुला +वातुले +वातूल +वातूलः +वातूस्रा +वाते +वातेः +वातेति +वातेन +वातेनास्य +वातेनेव +वातेरितं +वातेरिता +वातेषवे +वातेषु +वातेऽधिके +वातेऽधिकेऽधिकं +वाते॑ +वाते॑न +वातै +वातैः +वातो +वातोत्तरं +वातोत्तरे +वातोत्तरेषु +वातोदरं +वातोदरे +वातोद्धता +वातोद्धूता +वातोद्धूताश्च +वातोद्भवां +वातोद्भवे +वातोपसृष्टे +वातोर्मी +वातोल्बणा +वातोल्बणे +वातोल्वणस्य +वातोऽपि +वातोऽयं +वातो॑ +वातो॒ +वातौ +वातौ॑ +वात् +वात्तं +वात्तिक +वात्तिकं +वात्तिककारस्य +वात्तिके +वात्मन +वात्मनः +वात्मनि +वात्मनो +वात्मा +वात्मानं +वात्य +वात्यया +वात्ययेव +वात्या +वात्याय +वात्यायां +वात्येव +वात्येवं +वात्य् +वात्र +वात्र्ता +वात्स +वात्सकं +वात्सकम् +वात्सप्रं +वात्सप्रम् +वात्सप्रस्य +वात्सप्राणि +वात्सप्रेण +वात्सप्रेणोपतिष्ठते +वात्सम् +वात्सल्य +वात्सल्यं +वात्सल्यम् +वात्सल्यात् +वात्सल्येन +वात्सशालः +वात्सी +वात्सीपुत्रः +वात्सीयः +वात्सीयाः +वात्से +वात्स्य +वात्स्यः +वात्स्यश्च +वात्स्यस् +वात्स्या +वात्स्याः +वात्स्यात् +वात्स्यायन +वात्स्यायनः +वात्स्यायनभाष्ये +वात्स्यायनमुनिः +वात्स्यायनश्च +वात्स्यायनस्य +वात्स्यायनी +वात्स्यायनीये +वात्स्यायनेन +वात्स्यायनो +वात्स्यो +वात्स्यौ +वात॑ +वात॑ः +वात॑चोदितो +वात॑जूता॒ +वात॑जूतो॒ +वात॑म् +वात॑स्य +वात॑स्य॒ +वात॑ऽजूतः +वात॒ +वाथ +वाथं +वाथवा +वाथे +वाद +वादं +वादः +वादक +वादकं +वादकः +वादकथया +वादकथा +वादकस्य +वादका +वादकाः +वादकाले +वादके +वादकैः +वादको +वादतः +वादध्यात् +वादन +वादनं +वादनक्रमः +वादनक्षत्रमाल +वादनक्षत्रमाला +वादनतः +वादनपर्यन्तं +वादनपर्यन्तम् +वादनम् +वादनसमये +वादनस्य +वादनात् +वादनार्थं +वादनिरासः +वादनीये +वादने +वादनेन +वादन्यायः +वादमात्रं +वादमात्रम् +वादम् +वादय +वादयंति +वादयः +वादयत +वादयति +वादयतीति +वादयते +वादयन् +वादयन्तं +वादयन्तः +वादयन्ति +वादयन्ती +वादयन्तो +वादयामास +वादयामि +वादयितुं +वादयित्वा +वादयेत् +वादयेदिति +वादयेद् +वादयेयुः +वादयो +वादरं +वादरायण +वादरायणः +वादश्च +वादसंक्रमणाज्ज्ञेयो +वादस्तु +वादस्य +वादहानिः +वादा +वादांश्च +वादाः +वादात् +वादानां +वादान् +वादाम +वादाय +वादावली +वादि +वादिः +वादित +वादितं +वादितम् +वादितवन्तं +वादितवान् +वादिता +वादिताः +वादितायां +वादिति +वादिते +वादित्यर्थः +वादित्यो +वादित्र +वादित्रं +वादित्रघोषेण +वादित्रम् +वादित्रवादनादिसंस्कारवत् +वादित्रस्य +वादित्राणां +वादित्राणि +वादित्रैः +वादित्वं +वादिन +वादिनं +वादिनः +वादिनम् +वादिना +वादिनां +वादिनाम् +वादिनि +वादिनी +वादिनीं +वादिनीम् +वादिने +वादिनो +वादिनोः +वादिनोऽपि +वादिनौ +वादिन् +वादिन्यो +वादिप्रति +वादिप्रतिवादिनोः +वादिप्रतिवादिनौ +वादिप्रतिवादिभ्यां +वादिभिः +वादिभ्यां +वादियों +वादिराजः +वादिराजतीर्थः +वादिवत् +वादिविप्रतिपत्तेः +वादिषु +वादिस्वरः +वादी +वादीः +वादीति +वादीनां +वादृष्टस्य +वादे +वादेः +वादेदार +वादेन +वादेव +वादेषु +वादेष्ववचनीयेषु +वादेऽपि +वादो +वादोऽपि +वादोऽहम् +वादौ +वाद् +वाद्य +वाद्यं +वाद्यः +वाद्यघोषपुरःसरम् +वाद्यघोषेण +वाद्यघोषैः +वाद्यघोषैश्च +वाद्यञ्च +वाद्यते +वाद्यत्सु +वाद्यन्तां +वाद्यन्ते +वाद्यप्रबन्धः +वाद्यप्रबन्धानां +वाद्यभाण्डानि +वाद्यभेदः +वाद्यभेदे +वाद्यमानद्धं +वाद्यमाना +वाद्यमानायै +वाद्यमाने +वाद्यमानेषु +वाद्यमिति +वाद्यम् +वाद्ययन्त्राणि +वाद्यविशेषः +वाद्यविशेषा +वाद्यविशेषाः +वाद्यविशेषो +वाद्यशब्दे +वाद्यस्य +वाद्या +वाद्याः +वाद्याध्यायः +वाद्यानां +वाद्यानि +वाद्यान्यवाद्यन्त +वाद्युक्ते +वाद्ये +वाद्येन +वाद्येषु +वाद्यैः +वाद्यैश्च +वाद्यो +वाध +वाधः +वाधक +वाधकं +वाधकस्य +वाधकाभाव +वाधकाभावात् +वाधते +वाधन्ते +वाधमो +वाधा +वाधां +वाधात् +वाधि +वाधिकं +वाधिकम् +वाधिका +वाधिगच्छति +वाधित्वा +वाधिर्य्यं +वाधिष्ठानम् +वाधु +वाधुना +वाधूयं +वाधूल +वाधे +वाधो +वाध्य +वाध्यत +वाध्यते +वाध्यर्धदण्डं +वाध्यापयति +वाध्येत +वाध्रिऽअश्व +वाध्र्यश्व +वाध्र्यश्वं +वाध्र्यश्वः +वाध्र्यश्वम् +वाध्र्यश्वस्य +वाध्वनो +वान +वानं +वानः +वानगः +वानगन् +वानघ +वानडुहं +वानन्तरं +वानपि +वानप्रस्थ +वानप्रस्थं +वानप्रस्थः +वानप्रस्थगृहस्थयोः +वानप्रस्थधर्मप्रकरणम् +वानप्रस्थधर्माः +वानप्रस्थभेदे +वानप्रस्थश्च +वानप्रस्थश्चरेन्मुनिः +वानप्रस्थस्य +वानप्रस्था +वानप्रस्थाः +वानप्रस्थादिषु +वानप्रस्थानां +वानप्रस्थाश्च +वानप्रस्थाश्रम +वानप्रस्थाश्रमं +वानप्रस्थाश्रमः +वानप्रस्थाश्रमे +वानप्रस्थाश्रमो +वानप्रस्थे +वानप्रस्थेन +वानप्रस्थेभ्य +वानप्रस्थेभ्यः +वानप्रस्थेषु +वानप्रस्थैश्च +वानप्रस्थो +वानप्रस्थोऽथ +वानप्रस्थोऽथवा +वानम् +वानयति +वानया +वानयोः +वानर +वानरं +वानरः +वानरकोटीभिः +वानरतां +वानरत्वं +वानरध्वजः +वानरध्वजम् +वानरपुंगवः +वानरपुंगवाः +वानरपुङ्गव +वानरपुङ्गवः +वानरपुङ्गवाः +वानरपुङ्गवान् +वानरबलं +वानरभटैः +वानरभेदे +वानरमुख्यानां +वानरमुख्येषु +वानरम् +वानरयूथपः +वानरयूथपाः +वानरयूथपान् +वानरयूथमुख्यं +वानरयोषितः +वानररक्षसाम् +वानरराक्षसाः +वानरराजः +वानरराजस्य +वानरराजेन +वानरर्षभ +वानरर्षभः +वानरर्षभम् +वानरर्षभाः +वानरर्षभान् +वानरवाहिनी +वानरवाहिन्या +वानरविशेषः +वानरशार्दूल +वानरशार्दूलाः +वानरश्च +वानरश्रेष्ठ +वानरश्रेष्ठं +वानरश्रेष्ठः +वानरश्रेष्ठाः +वानरश्रेष्ठो +वानरश्वा +वानरसिंहस्य +वानरसेनया +वानरसेना +वानरसैन्यं +वानरसैन्यानि +वानरसैन्येन +वानरस्य +वानरा +वानरांश्च +वानरांश्चैव +वानरांस्तानुवाच +वानराः +वानराणा +वानराणां +वानराणामनीकानि +वानराणामपि +वानराधिपः +वानराधिपतिः +वानरानीकं +वानरान् +वानराश्च +वानराश्चापि +वानराश्चैव +वानरास्तथा +वानरास्ते +वानरी +वानरीं +वानरीणां +वानरीबीजं +वानरीम् +वानरे +वानरेण +वानरेन्द्र +वानरेन्द्रं +वानरेन्द्रः +वानरेन्द्रश्च +वानरेन्द्रस्य +वानरेन्द्रा +वानरेन्द्राणां +वानरेन्द्रेण +वानरेन्द्रो +वानरेश्वर +वानरेश्वरः +वानरेश्वरम् +वानरेषु +वानरै +वानरैः +वानरैश्च +वानरो +वानरों +वानरोत्तम +वानरोत्तमः +वानरोत्तमाः +वानरोऽपि +वानरोऽब्रवीत् +वानरौ +वानलः +वानले +वानवासिका +वानसि +वानस्पत्य +वानस्पत्यं +वानस्पत्यः +वानस्पत्यम् +वानस्पत्ययर्चा +वानस्पत्या +वानस्पत्याः +वानस्पत्यानां +वानस्पत्यान् +वानस्पत्यासि +वानस्पत्यो +वानस्पत्योऽसि +वानस्मि +वानस्य +वाना +वानां +वानाह +वानि +वानिति +वानित्यर्थः +वानिले +वानी +वानीर +वानीरगृहेषु +वानु +वानुदात्तम् +वानुदात्ते +वानुभविष्यतीति +वानुभूयते +वानुमते +वानुमीयते +वानुयाजा +वाने +वानेन +वानेयं +वानेव +वानो +वान् +वान्त +वान्तं +वान्तः +वान्तम् +वान्तरं +वान्तराग्नी +वान्तर्धाय +वान्तवृष्टि +वान्तश्च +वान्तस्य +वान्ता +वान्ताः +वान्तादेश +वान्तादेशः +वान्तादेशे +वान्तादेशो +वान्तावलेही +वान्ताशी +वान्ति +वान्तिं +वान्तिः +वान्तिर्भवति +वान्तीभावः +वान्तु +वान्ते +वान्तेन +वान्तेवासी +वान्तो +वान्तौ +वान्त्या +वान्त्युग्रा +वान्त्विति +वान्धवः +वान्धवाः +वान्न +वान्नं +वान्नावादयो +वान्मयम् +वान्य +वान्यं +वान्यः +वान्यतः +वान्यतरः +वान्यत् +वान्यत्र +वान्यथा +वान्यथापि +वान्यद् +वान्यनाभिर्मेमं +वान्यम् +वान्यरूपाम् +वान्यस्य +वान्या +वान्यानि +वान्ये +वान्येन +वान्येभ्यो +वान्येषां +वान्यो +वान्वयः +वाप +वापं +वापः +वापदण्डः +वापद्यते +वापनं +वापनकाले +वापनम् +वापयत +वापयति +वापयते +वापयतेऽथोपपक्षावथ +वापयन्ति +वापयन्ते +वापयित्वा +वापयीत +वापयेत् +वापयेद् +वापर +वापरं +वापरः +वापरम् +वापरा +वापरो +वापस +वापा +वापां +वापि +वापिः +वापिका +वापिकां +वापितं +वापितम् +वापिस +वापी +वापीं +वापीः +वापीकूप +वापीकूपतटाकानां +वापीकूपतडागादि +वापीकूपतडागानां +वापीकूपतडागानि +वापीकूपतडागेषु +वापीकूपतडागैश्च +वापीजलानां +वापीजले +वापीति +वापीम् +वापीश्च +वापीषु +वापे +वापेन +वापो +वाप् +वाप्तिः +वाप्नुयात् +वाप्नोति +वाप्य +वाप्यं +वाप्यः +वाप्यजानता +वाप्यते +वाप्यथ +वाप्यथवा +वाप्यदुष्टो +वाप्यधिकं +वाप्यम् +वाप्यर्द्धं +वाप्यर्धं +वाप्यशुभं +वाप्यश्च +वाप्यश्वः +वाप्यष्टमे +वाप्यस्ति +वाप्यस्य +वाप्यहम् +वाप्यहेतुकः +वाप्या +वाप्यां +वाप्यादि +वाप्यादौ +वाप्यानि +वाप्याम् +वाप्याशु +वाप्युत्पाद्य +वाप्युदङ्मुख +वाप्युदङ्मुखः +वाप्युदङ्मुखम् +वाप्युदाहरेत् +वाप्युपधिं +वाप्यूनषोडशः +वाप्येकं +वाप्यो +वाप्य् +वाप्रकरणे +वाप्सु +वाब्दशतान्ते +वाब्दे +वाभटः +वाभटे +वाभटेनोक्तम् +वाभावात् +वाभावे +वाभि +वाभिधीयते +वाभिमन्त्र्य +वाभिर्व꣢सते꣯वी꣯ते꣯आध्व꣡रा꣢इध्व꣡रा꣢इ +वाभूत् +वाभ्यां +वाम +वामं +वामंवामं +वामः +वामक +वामकं +वामकः +वामकटको +वामकम् +वामकरं +वामकरतले +वामकरस्य +वामकरे +वामकरेण +वामकर्णस्य +वामकर्णे +वामकुक्षौ +वामके +वामकेन +वामकेश्वरतन्त्रे +वामकेश्वरे +वामगण्डे +वामगता +वामगा +वामगुल्फे +वामचक्षुषि +वामचरणः +वामजं +वामजङ्घा +वामजाताः +वामजानु +वामजानुं +वामजानुनि +वामत +वामतः +वामतर्जन्या +वामतले +वामतश्च +वामतस्तस्य +वामतस्तु +वामता +वामतां +वामतो +वामत्वं +वामथ +वामदक्षिण +वामदक्षिणगौ +वामदक्षिणतः +वामदक्षिणतो +वामदक्षिणपार्श्वयोः +वामदक्षिणमार्गेण +वामदक्षिणमेव +वामदक्षिणयोः +वामदक्षिणयोगतः +वामदक्षिणयोगेन +वामदक्षिणहस्ताभ्यां +वामदक्षिणे +वामदक्षिणौ +वामदिशि +वामदृशां +वामदेव +वामदेवं +वामदेवः +वामदेवऋषिः +वामदेवगीता +वामदेवगुह्याय +वामदेवदृष्टा +वामदेववत् +वामदेवशिवस्य +वामदेवश्च +वामदेवस्तथा +वामदेवस्तु +वामदेवस्य +वामदेवस्यार्षं +वामदेवस्यार्षम् +वामदेवा +वामदेवाय +वामदेवी +वामदेवे +वामदेवेति +वामदेवेन +वामदेवो +वामदेवोऽथ +वामदेवोऽपि +वामदेव्य +वामदेव्यँ +वामदेव्यं +वामदेव्यः +वामदेव्यगानं +वामदेव्यमसि +वामदेव्यम् +वामदेव्यस्य +वामदेव्याय +वामदेव्ये +वामदेव्येन +वामदेव्यो +वामदेव्यꣳ +वामदोष्णा +वामद्य +वामन +वामनं +वामनः +वामनकं +वामनको +वामनचरितवर्णनम् +वामनचरिते +वामनञ्च +वामनत्वं +वामनपुराणम् +वामनपुराणे +वामनप्रादुर्भावे +वामनभट्टबाणः +वामनमते +वामनमतेन +वामनमासीनं +वामनम् +वामनयनं +वामनयना +वामनरावस्य +वामनरूपं +वामनरूपधृक् +वामनरूपाय +वामनरूपेण +वामनवृत्तिः +वामनश्च +वामनश्चैव +वामनसूत्रम् +वामनस्तथा +वामनस्तु +वामनस्य +वामनस्यापि +वामनहाटि +वामनहाटी +वामना +वामनां +वामनाः +वामनाकृतिः +वामनाकृतिम् +वामनाख्यं +वामनादयः +वामनाद्याश्च +वामनान् +वामनाय +वामनायेति +वामनालकारसूत्रवृत्ति +वामनावतारः +वामनावतारे +वामनावतारो +वामनासा +वामनासापुटे +वामनासापुटेन +वामनासापुटेनैव +वामनिका +वामनिलयः +वामनिलयस्य +वामनी +वामनीं +वामने +वामनेत्रं +वामनेत्रस्फुरणादीनि +वामनेत्राय +वामनेत्रे +वामनेन +वामनेनापि +वामनेनेति +वामनो +वामनोऽपि +वामनोऽभूदवामनः +वामनोऽयं +वामनौ +वामन् +वामन्धांसि +वामन्याः +वामपदे +वामपाणिं +वामपाणिना +वामपाणिभिः +वामपाणौ +वामपाद +वामपादं +वामपादः +वामपादस्य +वामपादाभिलाषी +वामपादे +वामपादेन +वामपादो +वामपार्श्व +वामपार्श्वं +वामपार्श्वके +वामपार्श्वतः +वामपार्श्वस्थितं +वामपार्श्वस्य +वामपार्श्वे +वामपार्श्वेन +वामपाश्र्वे +वामपि +वामबाहवे +वामबाहुं +वामबाहुः +वामबाहुके +वामबाहुमूले +वामबाहो +वामबाहौ +वामभाग +वामभागं +वामभागस्य +वामभागे +वामभागेन +वामभाजः +वामभाषिणी +वामभुजे +वामभृतम् +वामभ्रुवः +वामभ्रुवा +वामभ्रुवां +वामभ्रुवाम् +वामभ्रुवो +वाममक्षि +वाममद्य +वाममस्मभ्यं +वाममाकुञ्च्य +वाममार्गेण +वाममिव +वाममुष्टिं +वाममेव +वाममोजोऽजायथा +वामम् +वामयं +वामयति +वामया +वामयेत् +वामयेदाशु +वामयेद् +वामयेद्भिषक् +वामयोः +वामरथस्य +वामरथाः +वामरथ्यस्य +वामलोचनम् +वामलोचना +वामलोचनाः +वामलोचने +वामवः +वामवाहौ +वामवेधं +वामशीला +वामश्च +वामश्चायं +वामश्वस्य +वामश्विना +वामसक्थ्नि +वामसव्ये +वामस्कन्धे +वामस्तने +वामस्तु +वामस्य +वामस्योपरि +वामहं +वामहस्त +वामहस्तं +वामहस्तः +वामहस्तकम् +वामहस्तके +वामहस्ततले +वामहस्तस्य +वामहस्ताभ्यां +वामहस्ते +वामहस्तेन +वामहस्तेषु +वामहस्तो +वामा +वामां +वामांके +वामांगं +वामांगे +वामांसे +वामाः +वामाक्षि +वामाक्षिस्पन्दनं +वामाक्षी +वामाक्षीणां +वामाङ्के +वामाङ्गं +वामाङ्गुष्ठं +वामाङ्गुष्ठे +वामाङ्गुष्ठेन +वामाङ्गे +वामाङ्गेन +वामाङ्घ्रिणा +वामात् +वामादि +वामादिमे +वामादेवी +वामाद्या +वामाद्याः +वामाद्ये +वामाधः +वामानां +वामानि +वामान्यभिसंयन्ति +वामाम् +वामाय +वामायां +वामायै +वामार्द्धे +वामार्धे +वामावर्तं +वामावर्ते +वामावर्तेन +वामावर्त्तेन +वामावास्यायां +वामास्ये +वामि +वामिका +वामितं +वामिति +वामित्यादि +वामिनी +वामिन्द्रा +वामिन्द्राग्नी +वामिन्द्रावरुणा +वामी +वामीर् +वामुत्र +वामुशन्ति +वामु॒शन्ति॒ +वामे +वामें +वामेतरं +वामेतरः +वामेतरे +वामेति +वामेतौ +वामेन +वामेनात्र +वामेनापि +वामेनेति +वामेनैव +वामेव +वामेषु +वामेषे +वामेऽपि +वामैः +वामैव +वामो +वामोत्सङ्गगता +वामोत्सङ्गे +वामोपरि +वामोरु +वामोरुः +वामोरूः +वामोरूपरि +वामोरौ +वामोर्द्धगे +वामोर्द्धे +वामोर्ध्वे +वामौ +वाम् +वाम्̇ +वाम्बु +वाम्भसि +वाम्यं +वाम्यभावेन +वाम्या +वाम्यौ +वाम्रं +वाम्रम् +वाम्राणि +वाम्रे +वाम्शसो +वाम्शसोः +वाम्ऽ +वाम॒भि +वाय +वायं +वायः +वायकः +वायड +वायतं +वायतः +वायतनं +वायतने +वायता +वायति +वायते +वायनं +वायना +वायनाडमण्डलम् +वायनानि +वायन्ति +वायमर्थः +वायमिति +वायम् +वाययति +वायरस +वायली +वायव +वायवं +वायवः +वायवम् +वायवश्च +वायवश्चैव +वायवस्य +वायवस्स्थोपायवस्स्थ +वायवा +वायवायाहि +वायविति +वायविन्द्रश्च +वायवी +वायवीं +वायवीय +वायवीयं +वायवीयसंहिता +वायवीयसंहितायां +वायवीयसंहितायामुत्तरखण्डे +वायवीयस्य +वायवीया +वायवीयाः +वायवीये +वायवृतस्पते +वायवे +वायवेषां +वायवेऽन्तरिक्षक्षिते +वायवेऽन्तरिक्षाय +वायवेऽर्थाय +वायवो +वायव् +वायव्य +वायव्यं +वायव्यः +वायव्यकोणे +वायव्यतृचस्य +वायव्यदिशि +वायव्यभागे +वायव्यमथ +वायव्यमस्त्रं +वायव्यमादाय +वायव्यमेव +वायव्यम् +वायव्यया +वायव्यस्तु +वायव्यस्य +वायव्या +वायव्यां +वायव्याः +वायव्यानारण्यान् +वायव्यानि +वायव्यानीति +वायव्यान् +वायव्यान्य् +वायव्याम् +वायव्यासु +वायव्यास्त्रं +वायव्यास्त्रेण +वायव्ये +वायव्येन +वायव्यैः +वायव्यैर् +वायव्यो +वायस +वायसं +वायसः +वायसम् +वायसराय +वायसविद्यिकः +वायसस्य +वायसा +वायसाः +वायसाद्भुतावर्त्तः +वायसानां +वायसान् +वायसाश्च +वायसी +वायसीं +वायसीशाकं +वायसे +वायसेन +वायसेभ्यः +वायसैः +वायसो +वायसोली +वायसोऽब्रवीत् +वायसौ +वायस्य +वाया +वायां +वायाः +वायात् +वायावत्पुरानिपातयोर्लट् +वायावन्तरिक्षे +वायावपि +वायाविति +वायाव् +वायि +वायी +वायु +वायुं +वायुः +वायुओं +वायुकः +वायुकृतः +वायुके +वायुकोणे +वायुक्रियाधिकरणम् +वायुक्रिये +वायुगतेर्निहन्ता +वायुगुणः +वायुगोचरे +वायुगोपा +वायुजः +वायुजाः +वायुज्योतिरापः +वायुञ्च +वायुतः +वायुतत्त्वं +वायुतत्वं +वायुतीर्थं +वायुतीर्थे +वायुत्वं +वायुदत्त +वायुदिग्भागे +वायुदूषणं +वायुदूषणम् +वायुदूषणस्य +वायुदृष्टान्तेन +वायुदेव +वायुदेवं +वायुदेवः +वायुदेवतः +वायुदेवता +वायुदेवत्यं +वायुदेवत्यः +वायुदेवत्यम् +वायुदेवत्या +वायुदेवत्याः +वायुदेवस्य +वायुदेशे +वायुदैवतं +वायुदैवतम् +वायुदैवत्यं +वायुधातुः +वायुधातौ +वायुनन्दनः +वायुना +वायुनाशित्वम् +वायुनेति +वायुनेव +वायुनैव +वायुनोदीरितः +वायुपत्नी +वायुपथे +वायुपथो +वायुपीडितः +वायुपुत्र +वायुपुत्रं +वायुपुत्रः +वायुपुत्रस्य +वायुपुत्राय +वायुपुत्रेण +वायुपुत्रो +वायुपुराण +वायुपुराणं +वायुपुराणम् +वायुपुराणे +वायुपुराणेऽपि +वायुपूतो +वायुपूर्णं +वायुप्रच्युता +वायुप्रदूषणं +वायुप्रोक्ता +वायुप्रोक्ते +वायुबीजं +वायुबीजेन +वायुभक्ष +वायुभक्षः +वायुभक्षश्च +वायुभक्षा +वायुभक्षाः +वायुभक्षाश्च +वायुभक्षी +वायुभक्षो +वायुभागे +वायुभि +वायुभिः +वायुभूतं +वायुभूतः +वायुभूतस्तु +वायुभूता +वायुभूताः +वायुभेदान् +वायुभेदे +वायुभोजनः +वायुभोजनाः +वायुभ्यः +वायुभ्यां +वायुमंडलम् +वायुमग्निं +वायुमच्छा +वायुमण्डल +वायुमण्डलं +वायुमण्डलम् +वायुमण्डलस्य +वायुमण्डलात् +वायुमण्डले +वायुमती +वायुमतीर् +वायुमन्तरिक्षेण +वायुमब्दादविशेषविशेषाभ्याम् +वायुमय +वायुमयं +वायुमहापुराण +वायुमा +वायुमाकाशमेव +वायुमाकृष्य +वायुमागच्छति +वायुमाचामति +वायुमात्रा +वायुमान् +वायुमापूर्य +वायुमारोप्य +वायुमार्ग +वायुमार्गः +वायुमार्गे +वायुमार्गेण +वायुमालिन्यं +वायुमालिन्यम् +वायुमाह +वायुमिति +वायुमिव +वायुमिष्टये +वायुमुद्दिश्य +वायुमुद्रा +वायुमूर्तये +वायुमेव +वायुमेवापियन्ति +वायुमेवाप्येति +वायुम् +वायुयात्रा +वायुयानस्य +वायुयानानि +वायुर +वायुरं +वायुरक्षितोऽनुपदस्त +वायुरग्निः +वायुरग्निरापः +वायुरग्रेगा +वायुरग्रेगाः +वायुरजायत +वायुरत्र +वायुरनिलममृतमथेदं +वायुरनिलो +वायुरन्तरिक्षं +वायुरन्तरिक्षे +वायुरन्यथा +वायुरपि +वायुरप्यत्र +वायुरब्रवीत् +वायुरभवत् +वायुरशोषयत् +वायुरसि +वायुरस्मि +वायुरहं +वायुराकाश +वायुराकाशं +वायुराकाशः +वायुराकाशमापो +वायुराकाशमिति +वायुराकाशमेव +वायुराकाशे +वायुराकाशो +वायुरादाय +वायुरादित्यः +वायुरावृत्य +वायुरिति +वायुरित्यादि +वायुरिदं +वायुरिन्द्रो +वायुरिव +वायुरीरितः +वायुरुच्यते +वायुरुत्पद्यते +वायुरुपरि +वायुरुवाच +वायुरूप +वायुरूपं +वायुरूपः +वायुरूपे +वायुरूपेण +वायुरूरू +वायुरूर्ध्वं +वायुरेनाः +वायुरेव +वायुरेष +वायुरोतश्च +वायुर् +वायुर्गन्धानिवाशयात् +वायुर्गृहीत्वा +वायुर्जीमूत +वायुर्ज्योतिरापः +वायुर्दीक्षया +वायुर्दुष्टो +वायुर्देवता +वायुर्न +वायुर्नावमिवाम्भसि +वायुर्भजते +वायुर्भवति +वायुर्भूत्वा +वायुर्मा +वायुर्मातरिश्वा +वायुर्मे +वायुर्यत्र +वायुर्यथा +वायुर्यथैको +वायुर्यदा +वायुर्यमो +वायुर्यमोऽग्निः +वायुर्यमोऽग्निर्वरुणः +वायुर्यस्माद्वह्निः +वायुर्योऽयं +वायुर्व +वायुर्वः +वायुर्वर्त्तते +वायुर्ववौ +वायुर्वहति +वायुर्वह्निः +वायुर्वा +वायुर्वां +वायुर्वाति +वायुर्वातेन +वायुर्वायुरेव +वायुर्वाव +वायुर्विदग्धे +वायुर्विश्वकर्मा +वायुर्वे +वायुर्वेन्द्रो +वायुर्वै +वायुर्वो +वायुर्व्यानः +वायुर्हि +वायुर्हुताशनः +वायुलोकं +वायुलोके +वायुवत् +वायुवद् +वायुवशेन +वायुवाहनः +वायुविकारे +वायुविद्या +वायुविद्युतौ +वायुविशेषः +वायुविसृतः +वायुवेगः +वायुवेगतः +वायुवेगप्रचलिताः +वायुवेगयशा +वायुवेगसमाधूतं +वायुवेगसमो +वायुवेगा +वायुवेगी +वायुवेगेन +वायुवेगो +वायुशब्देन +वायुश् +वायुश्च +वायुश्चरति +वायुश्चात्र +वायुश्चान्तरिक्षं +वायुश्चापि +वायुश्चेति +वायुषु +वायुष्टे +वायुष्ट्वा +वायुसखः +वायुसमीरितः +वायुसारथिम् +वायुसुतः +वायुसुतस्य +वायुसुतो +वायुसूनुना +वायुसेना +वायुसेनायाः +वायुस् +वायुस्तं +वायुस्ततो +वायुस्तत्पार्श्वे +वायुस्तत्र +वायुस्तथा +वायुस्तथैव +वायुस्तस्मै +वायुस्तस्य +वायुस्तां +वायुस्तु +वायुस्तृप्यति +वायुस्ते +वायुस्तेजो +वायुस्तेन +वायुस्त्वं +वायुस्थानं +वायू +वायूनां +वायूनाम् +वायून् +वाये +वायें +वायेन +वायै +वायो +वायोः +वायोमिङ् +वायोरग्निः +वायोरनलस्य +वायोरनीके +वायोरपि +वायोराकाशस्य +वायोराचमनं +वायोरावरणं +वायोरिति +वायोरिव +वायोरेव +वायोर् +वायोर्गन्धवती +वायोर्ग्रीष्मादिषु +वायोर्निःसारणं +वायोर्मार्गनिरोधाच्च +वायोर्वा +वायोश् +वायोश्च +वायोस्तथा +वायोस्तु +वायो॑ +वायो॒ +वायौ +वाय् +वाय्यस्य +वाय्ये +वाय्वग्निसलिलेन्द्राणां +वाय्वग्नी +वाय्वधिकरणम् +वाय्वर्कसंयोगविपाकेन +वाय्वा +वाय्वात्मकं +वाय्वात्मना +वाय्वात्मने +वाय्वादयो +वाय्वादि +वाय्वादिक्रमेण +वाय्वादित्यौ +वाय्वादिषु +वाय्वादीनां +वाय्वादेः +वाय्वादौ +वाय्वाधारं +वाय्वाहारा +वाय्वृतुपित्रुषसो +वाय्वोः +वाय्व् +वाय॒वा +वाय॒विन्द्र॑श्च +वार +वारं +वारंवार +वारंवारं +वारंवारम् +वारं॑ +वारं॒ +वारः +वारः॑ +वारक +वारकं +वारकः +वारकम् +वारकस्य +वारके +वारको +वारक्याय +वारक्यो +वारङ्गल +वारङ्गल् +वारण +वारणं +वारणः +वारणपतिः +वारणमिति +वारणम् +वारणराजहार्यया +वारणलाभोऽयं +वारणशाखां +वारणसाह्वयम् +वारणसी +वारणस्य +वारणस्येव +वारणा +वारणाः +वारणागगभीरा +वारणात् +वारणानां +वारणानाम् +वारणान् +वारणाय +वारणार्थं +वारणार्थम् +वारणार्थानामीप्सितः +वारणार्थानाम् +वारणार्थिनः +वारणावत +वारणावतं +वारणावतम् +वारणावते +वारणाविव +वारणी +वारणीय +वारणीयं +वारणीयः +वारणीयम् +वारणीया +वारणे +वारणेति +वारणेन +वारणेन्द्र +वारणेन्द्रं +वारणेन्द्रः +वारणेन्द्राणां +वारणेन्द्रो +वारणेषु +वारणेऽपि +वारणैः +वारणैश्च +वारणो +वारणौ +वारण्यं +वारण्ये +वारतन्तवीयाः +वारत्रं +वारत्रयं +वारत्रये +वारदोषः +वारदोषाः +वारद्वयं +वारद्वयम् +वारन +वारप्रवृत्ति +वारप्रवृत्तिः +वारफलम् +वारबाणोऽस्त्री +वारभ्य +वारमर्षति +वारमव्ययम् +वारमुख्या +वारमुख्याः +वारमुख्याश्च +वारमें +वारमेकं +वारमेकां +वारमेकांशं +वारम् +वारय +वारयत +वारयति +वारयतीति +वारयतु +वारयते +वारयत्यपि +वारयत्याशु +वारयध्वं +वारयध्वात् +वारयन् +वारयन्तं +वारयन्ति +वारयन्ती +वारयन्तीव +वारयन्ते +वारयन्नाह +वारयसि +वारयाता +वारयातै +वारयात्रिकाः +वारयामः +वारयामहे +वारयामास +वारयामि +वारयितव्यः +वारयिता +वारयितु +वारयितुं +वारयितुमर्हति +वारयितुमाह +वारयितुम् +वारयित्वा +वारयिष्यति +वारयिष्यामि +वारये +वारयेति +वारयेत् +वारयेद् +वारयेयुः +वारयोषितः +वारयोषिताम् +वारला +वारली +वारवनिता +वारवन्तं +वारवन्तम् +वारवन्तीय +वारवन्तीयं +वारवन्तीयत्वम् +वारवन्तीयमग्निष्टोमसाम +वारवन्तीयमग्निष्टोमसामम् +वारवन्तीयम् +वारवन्तीयस्य +वारवन्तीये +वारवन्तीयेन +वारवन्तीयेनावारयत +वारवाणः +वारवार +वारविलासिनी +वारवेला +वारव्रतानि +वारस्त्री +वारस्य +वारह +वारा +वारां +वारांश्चतुर्दश +वाराः +वाराङ्गना +वाराङ्गनानां +वाराङ्गनाभिः +वाराङ्गनेव +वाराण +वाराणसी +वाराणसीं +वाराणसीतः +वाराणसीति +वाराणसीद्वारा +वाराणसीपुरपते +वाराणसीमण्डलम् +वाराणसीमनुप्राप्तः +वाराणसीस्थ +वाराणसीह +वाराणसेयं +वाराणसेयः +वाराणस्या +वाराणस्यां +वाराणस्याः +वाराणस्यामन्यतमो +वाराणस्याममरतटिनीरोधसि +वाराणस्याम् +वाराणस्याश्च +वाराणस्यास्तु +वाराणां +वाराणि +वाराण्यव्यया +वारादि +वारानाह +वारान् +वारामेको +वाराह +वाराहं +वाराहः +वाराहकम् +वाराहकल्पे +वाराहगृह्ये +वाराहपुराणम् +वाराहपुराणे +वाराहममितं +वाराहमुच्यते +वाराहम् +वाराहरूपिणम् +वाराहरूपेण +वाराहश्च +वाराहस्तु +वाराहस्य +वाराहाणि +वाराहाय +वाराहि +वाराही +वाराहीं +वाराहीकन्द +वाराहीकन्दः +वाराहीकन्दे +वाराहीतन्त्रम् +वाराहीतन्त्रे +वाराहीये +वाराहे +वाराहेण +वाराहो +वाराह्या +वाराह्यां +वाराह्यै +वारा॑णि +वारा॑ण्य॒व्यया॑ +वारा॑न् +वारि +वारिचर +वारिचरः +वारिचारिणः +वारिजं +वारिजः +वारिजम् +वारिजा +वारिजानि +वारिणः +वारिणा +वारिणि +वारिणी +वारिणीव +वारिणे 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+वासनाक्षयविज्ञानमनोनाशा +वासनाक्षये +वासनाजालं +वासनाजाले +वासनातानवं +वासनातो +वासनात् +वासनात्मा +वासनात्यागः +वासनात्यागो +वासनात्र +वासनानां +वासनानाम् +वासनाबलं +वासनाबलात् +वासनाभाष्य +वासनाभाष्यं +वासनाभाष्ये +वासनाभिः +वासनाभिर् +वासनामयः +वासनाम् +वासनाया +वासनायां +वासनायाः +वासनायाश्च +वासनारूपं +वासनारूपा +वासनारूपाः +वासनारूपेण +वासनावलितं +वासनावशतः +वासनावशात् +वासनावात्तिक +वासनावात्तिके +वासनाविलये +वासनाविलयोदये +वासनावृद्धौ +वासनाव्यूहः +वासनाश्च +वासनासंपरित्यागः +वासनासरित् +वासनासहिता +वासनाऽपि +वासने +वासनेति +वासनैव +वासनोदयम् +वासनौघो +वासन्तं +वासन्तः +वासन्तकम् +वासन्तम् +वासन्ताः +वासन्ति +वासन्तिक +वासन्तिकं +वासन्तिकः +वासन्तिकस्वप्ने +वासन्तिका +वासन्तिकावृतुः +वासन्तिकावृतू +वासन्तिकाव् +वासन्तिकास्वप्नम् +वासन्तिकौ +वासन्ती +वासन्तीं +वासन्ते +वासन्तौ +वासन्त्यः +वासन्त्यश्च +वासपर्ययः +वासभवनं +वासभवने +वासमकरोत् +वासमकल्पयत् +वासमकारयत् +वासमथाकरोत् +वासमनुभूय +वासमरोचयत् +वासमा +वासमाचरत् +वासमिमं +वासमियं +वासमुपगतः +वासम् +वासय +वासयति +वासयतीति 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+वासश्चानुपिण्डं +वासस +वाससं +वाससः +वाससज्जा +वाससम् +वाससा +वाससां +वाससाच्छाद्य +वाससाम् +वाससाऽऽच्छाद्य +वाससि +वाससी +वाससीव +वाससे +वाससो +वाससोऽन्ते +वासस् +वासस्तत्र +वासस्तनुते +वासस्तस्य +वासस्तु +वासस्ते +वासस्त्रिविष्टपे +वासस्थलं +वासस्थान +वासस्थानं +वासस्थानमिति +वासस्थानम् +वासस्थानस्य +वासस्थानानि +वासस्थाने +वासस्य +वासस्वी +वासहेतोः +वासा +वासाँ +वासां +वासांसि +वासांसीति +वासांसीव +वासांस्यतो +वासांस्याभरणानि +वासाः +वासाघृतं +वासात् +वासाधु +वासानां +वासान् +वासान्तिकस्वप्ने +वासाय +वासायां +वासायाश्च +वासारसेन +वासार्थ +वासार्थं +वासार्थम् +वासासि +वासाꣳसि +वासि +वासिः +वासिका +वासित +वासितं +वासितः +वासितमपि +वासितम् +वासिता +वासितां +वासिताः +वासितान् +वासितान्तरे +वासिते +वासितेन +वासितैः +वासिन +वासिनं +वासिनः +वासिना +वासिनां +वासिनाम् +वासिनि +वासिनी +वासिनीम् +वासिने +वासिनो +वासिन् +वासिन्यै +वासिभिः +वासिष्ठ +वासिष्ठं +वासिष्ठः +वासिष्ठचन्द्रिकायां +वासिष्ठमन्त्यम् +वासिष्ठमासितम् +वासिष्ठमैत्रावरुणकौण्डिन्येति +वासिष्ठम् +वासिष्ठविवरणे +वासिष्ठसिद्धान्तः +वासिष्ठस्य +वासिष्ठा +वासिष्ठाः +वासिष्ठानां +वासिष्ठानि +वासिष्ठाय +वासिष्ठिकोऽध्यायः +वासिष्ठी +वासिष्ठे +वासिष्ठेति +वासिष्ठेन +वासिष्ठो +वासि॑ +वासी +वासीचन्दनकल्पा +वासीचन्दनकल्पो +वासीति +वासीत् +वासीनो +वासु +वासुः +वासुकये +वासुकि +वासुकिं +वासुकिः +वासुकिना +वासुकिप्रमुखा +वासुकिप्रमुखाः +वासुकिम् +वासुकिरुवाच +वासुकिश्च +वासुकिश्चैव +वासुकिस्तक्षकः +वासुकिस्तक्षकश्चैव +वासुकिस्तथा +वासुकिस्तु +वासुकी +वासुकीं +वासुके +वासुकेः +वासुकेस्तथा +वासुकौ +वासुक्रं +वासुक्रम् +वासुक्रो +वासुदेव +वासुदेवं +वासुदेवः +वासुदेवकः +वासुदेवकम् +वासुदेवञ्च +वासुदेवतः +वासुदेवतत्त्वम् +वासुदेवत्वं +वासुदेवधनंजयौ +वासुदेवधनञ्जयौ +वासुदेवन् +वासुदेवन्तु +वासुदेवपदं +वासुदेवपरं +वासुदेवपरा +वासुदेवपरायणः +वासुदेवपरायणाः +वासुदेवपरो +वासुदेवप्रसादतः +वासुदेवप्रसादेन +वासुदेवभक्तानामशुभं +वासुदेवमजं +वासुदेवमभाषत +वासुदेवमयं +वासुदेवमाहात्म्यम् +वासुदेवमिति +वासुदेवम् +वासुदेवयोगीश्वरस्यान्तेवास्यन्यतमस्य +वासुदेववचः +वासुदेववत् +वासुदेवविजयम् +वासुदेवशर्मणा +वासुदेवशर्मा +वासुदेवश्च +वासुदेवसमं +वासुदेवस्ततः +वासुदेवस्ततो +वासुदेवस्तथा +वासुदेवस्तथोक्त्वा +वासुदेवस्तदा +वासुदेवस्तु +वासुदेवस्य +वासुदेवा +वासुदेवाख्य +वासुदेवाख्यं +वासुदेवाख्यः +वासुदेवाख्यमव्ययम् +वासुदेवाख्या +वासुदेवाच्च +वासुदेवात् +वासुदेवात्परमस्ति +वासुदेवात्मकं +वासुदेवात्मकान्याहुः +वासुदेवादयः +वासुदेवादयस्तथा +वासुदेवादयो +वासुदेवादि +वासुदेवादिकं +वासुदेवादिकान् +वासुदेवादीनां +वासुदेवादीन् +वासुदेवाद्या +वासुदेवाभिधानं +वासुदेवाय +वासुदेवायेति +वासुदेवायेत्यहश्चाष्टशतं +वासुदेवार्जुनाभ्यां +वासुदेवार्जुनौ +वासुदेवी +वासुदेवे +वासुदेवेति +वासुदेवेन +वासुदेवो +वासुदेवोऽत्र +वासुदेवोऽथ +वासुदेवोऽपि +वासुदेवोऽयं +वासुदेवोऽसौ +वासुदेवोऽस्मि +वासुदेव्यै +वासुपूज्य +वासुपूज्यः +वासुपूज्यस्य +वासुपूज्येन +वासुरा +वासूः +वासे +वासेन +वासेषु +वासो +वासोदश्चन्द्रसालोक्यमश्विसालोक्यमश्वदः +वासोभिः +वासोभिरभिवेष्टयेत् +वासोभिर् +वासोभिर्भूषणैश्चैव +वासोभिर्भूषणैस्तथा +वासोभिश्च +वासोयुगं +वासोहरणं +वासोहरणदिने +वासोहरुष्णीषं +वासोऽत्र +वासोऽपि +वासोऽयं +वासोऽस्ति +वासोऽस्य +वासोऽहरुष्णीषं +वासो॑ +वासो॒ +वासौ +वास् +वास्को +वास्त +वास्तं +वास्तव +वास्तवं +वास्तवः +वास्तवत्वं +वास्तवत्वम् +वास्तवत्वात् +वास्तवत्वे +वास्तवत्वेन +वास्तवमत्र +वास्तवमिति +वास्तवमित्यर्थः +वास्तवमें +वास्तवमेव +वास्तवम् +वास्तवस्य +वास्तवा +वास्तवाः +वास्तवार्थः +वास्तवार्थस्तु +वास्तविक +वास्तविकं +वास्तविकः +वास्तविकतया +वास्तविकता +वास्तविकतायाः +वास्तविकरूपेण +वास्तविकवयसः +वास्तविकी +वास्तविके +वास्तविको +वास्तवी +वास्तवे +वास्तवेन +वास्तवेऽपि +वास्तवो +वास्तवोऽस्ति +वास्तवौ +वास्तव्य +वास्तव्यं +वास्तव्यः +वास्तव्यम् +वास्तव्या +वास्तव्यानां +वास्तव्याय +वास्तव्येन +वास्तव्यो +वास्ति +वास्तीति +वास्तु +वास्तुं +वास्तुः +वास्तुक +वास्तुकं +वास्तुकप्रशस्ते +वास्तुकम् +वास्तुकर्म +वास्तुकर्मणि +वास्तुकला +वास्तुकलायाः +वास्तुकस्य +वास्तुके +वास्तुजं +वास्तुदेवं +वास्तुदेवताः +वास्तुदेवान् +वास्तुदेहे +वास्तुनः +वास्तुनाथं +वास्तुनाथस्य +वास्तुनि +वास्तुपतये +वास्तुपाय +वास्तुपुरुष +वास्तुपुरुषं +वास्तुपुरुषः +वास्तुपुरुषस्य +वास्तुपुरुषाय +वास्तुपूजा +वास्तुपूजां +वास्तुप्रकरणम् +वास्तुबलिं +वास्तुभूमौ +वास्तुमध्ये +वास्तुयागं +वास्तुयागः +वास्तुविद्या +वास्तुविद्यायां +वास्तुशमनम् +वास्तुशास्त्रं +वास्तुशास्त्रम् +वास्तुशास्त्रे +वास्तुशिल्पम् +वास्तुशिल्पस्य +वास्तुशिल्पानि +वास्तुशुद्धिं +वास्तुषु +वास्तुसूत्रोपनिषत् +वास्तुसूत्रोपनिषद +वास्तुहोमं +वास्तू +वास्तूकं +वास्तूकः +वास्तूकम् +वास्तूकशाके +वास्तूनां +वास्तूनि +वास्तूपशमनं +वास्ते +वास्तेयी +वास्तो +वास्तोः +वास्तोः॑ +वास्तोष् +वास्तोष्पत +वास्तोष्पतय +वास्तोष्पतये +वास्तोष्पति +वास्तोष्पतिं +वास्तोष्पतिः +वास्तोष्पतीयं +वास्तोष्पतीयम् +वास्तोष्पते +वास्तोष्पत्यं +वास्तोष्पत्यम् +वास्तोष्यते +वास्तो॑ष्पते +वास्तौ +वास्त्यस्य +वास्त्र +वास्त्रं +वास्त्रः +वास्त्रो +वास्त्व +वास्त्वीशं +वास्थाय +वास्माकं +वास्मि +वास्मिन् +वास्मीकीये +वास्मै +वास्य +वास्यं +वास्यति +वास्यते +वास्यमिदं +वास्यम् +वास्या +वास्यां +वास्याः +वास्यादीनां +वास्यादीनि +वास्यायां +वास्ये +वास॑ +वास॑न्तिकावृ॒तू +वास॑सा +वास॑सा॒ +वास॑स्तनुते +वाह +वाहं +वाहः +वाहः॑ +वाहक +वाहकः +वाहकत्वम् +वाहका +वाहकाः +वाहके +वाहको +वाहते +वाहदण्डे +वाहदोहादिभिः +वाहन +वाहनं +वाहनः +वाहनतां +वाहनत्वं +वाहनत्वे +वाहनत्वेन +वाहनपक्षयोः +वाहनमस्य +वाहनमारुह्य +वाहनमार्गः +वाहनमाहितात् +वाहनमिति +वाहनम् +वाहनयोगः +वाहनवरेषु +वाहनवान् +वाहनसम्पर्कः +वाहनस्पर्धा +वाहनस्य +वाहना +वाहनाः +वाहनादि +वाहनादिकम् +वाहनानां +वाहनानाम् +वाहनानि +वाहनापचयं +वाहनाम्बरभूषणम् +वाहनाय +वाहनायुधम् +वाहनायुधैः +वाहनार्थं +वाहनि +वाहने +वाहनेन +वाहनेषु +वाहनैः +वाहनो +वाहनों +वाहमेव +वाहम् +वाहय +वाहयंति +वाहयति +वाहयतीति +वाहयन् +वाहयन्ति +वाहयामास +वाहयामि +वाहयित्वा +वाहये +वाहयेच्च +वाहयेत् +वाहयेत्तारे +वाहयेद् +वाहयेद्भूमिं +वाहर +वाहरेत् +वाहवनीये +वाहसः +वाहसा +वाहसो +वाहस्य +वाहस्स +वाहा +वाहांश्च +वाहाः +वाहाइ +वाहानां +वाहान् +वाहाय +वाहावुत्तराभ्यां +वाहि +वाहिका +वाहितं +वाहितः +वाहितम् +वाहिता +वाहिताः +वाहिताग्न्यादिषु +वाहिनः +वाहिना +वाहिनि +वाहिनी +वाहिनीं +वाहिनीः +वाहिनीजलभरः +वाहिनीनां +वाहिनीपतिः +वाहिनीपतिम् +वाहिनीपतौ +वाहिनीमुखे +वाहिनीम् +वाहिनीषु +वाहिन्यः +वाहिन्या +वाहिन्यां +वाहिन्याः +वाहिन्यो +वाहिर +वाहिषु +वाहिष्ठं +वाहिष्ठः +वाहिष्ठम् +वाहिष्ठो +वाहि॑ष्ठो +वाहि॒ +वाही +वाहीक +वाहीकः +वाहीकग्रामस्तस्मादुभयं +वाहीकग्रामेभ्यश्च +वाहीकस्य +वाहीकादौ +वाहीके +वाहीकेषु +वाहीको +वाहु +वाहुः +वाहुभ्यां +वाहुलकात् +वाहुल्येन +वाहू +वाहून +वाहृत्य +वाहृदयदौर्बल्यकृतम् +वाहे +वाहेति +वाहेन +वाहेषु +वाहैः +वाहो +वाहौ +वाह् +वाह्नं +वाह्नि +वाह्नेयं +वाह्य +वाह्यं +वाह्यः +वाह्यतः +वाह्यते +वाह्यतो +वाह्यन्ते +वाह्यमानं +वाह्यमानो +वाह्यम् +वाह्यसूत्राणि +वाह्यस्य +वाह्या +वाह्यानां +वाह्ये +वाह्येषु +वाह्यो +वाह्लीकं +वाह्लीका +वाह॑सा +वाऽ +वाऽकाले +वाऽक्षरं +वाऽग्निं +वाऽग्नौ +वाऽग्रा +वाऽग्रे +वाऽचलः +वाऽण् +वाऽतीयात्तेनैव +वाऽत्र +वाऽथ +वाऽथवा +वाऽद्य +वाऽधिकं +वाऽधिकम् +वाऽनया +वाऽनाशके +वाऽनुगृह्णाति +वाऽनुदात्ते +वाऽनेन +वाऽन्तराऽग्नी +वाऽन्नं +वाऽन्यं +वाऽन्यः +वाऽन्यतः +वाऽन्यत् +वाऽन्यत्र +वाऽन्यथा +वाऽन्यस्य +वाऽन्ये +वाऽन्येन +वाऽन्येभ्यो +वाऽन्येषां +वाऽन्यो +वाऽन्वयः +वाऽन्वाधानोत्कीर्तितपक्षानुसारेण +वाऽप +वाऽपदिश्य +वाऽपि +वाऽप्यथ +वाऽप्यथवा +वाऽप्यशुभं +वाऽप्युदङ्मुखः +वाऽप्रकाशं +वाऽप्राप्ते +वाऽभिधीयते +वाऽभिमतम् +वाऽमावास्यायां +वाऽमुत्र +वाऽयं +वाऽयमिति +वाऽरण्ये +वाऽरे +वाऽर्चयेत् +वाऽर्थ +वाऽर्थः +वाऽर्थस्य +वाऽर्थे +वाऽर्थो +वाऽवश्यं +वाऽवसाने +वाऽशुभम् +वाऽश्वमेधेन +वाऽष्टमे +वाऽसति +वाऽसरूप +वाऽसरूपन्यायेन +वाऽसरूपेण +वाऽसरूपोऽस्त्रियाम् +वाऽसाधु +वाऽसि +वाऽसौ +वाऽस्ति +वाऽस्तीति +वाऽस्तु +वाऽस्त्यस्य +वाऽस्त्वस्य +वाऽस्नातको +वाऽस्मि +वाऽस्मिन् +वाऽस्मै +वाऽस्य +वाऽस्या +वाऽस्याः +वाऽह +वाऽहं +वाऽहनि +वाऽहमेव +वाऽह्नि +वाऽऽ +वाऽऽचरेत् +वाऽऽचार्याय +वाऽऽत्मा +वाऽऽत्मानं +वाऽऽदाय +वाऽऽपो +वाऽऽसीत् +वाऽऽह +वाऽऽहृत्य +वा॑ +वा॑ज॒युः +वा॑त +वा॑तु +वा॑तु॒ +वा॑मश्विना +वा॑मिन्द्राग्नी +वा॑म् +वा॑म॒द्य +वा॑यो +वा॑रु॒णः +वा॑वशा॒ना +वा॑वृते +वा॑वृधा॒नमक॑वारिं +वा॑वृधे +वा॑वृधे॒ +वा॑वृ॒धध्यै॑ +वा॑सयामसि +वा॒ +वा॒कम् +वा॒का +वा॒केन॑ +वा॒घतः॑ +वा॒घता॑म् +वा॒घते॑ +वा॒घतो॑ +वा॒घतो॒ +वा॒घत्ऽभिः॑ +वा॒घत॑ +वा॒घत॑ः +वा॒च +वा॒चः +वा॒चस्पतिं॑ +वा॒चस्पत॑ये +वा॒चा +वा॒चि +वा॒चे +वा॒चो +वा॒जया॑मः +वा॒जय॑न् +वा॒जय॑न्तः +वा॒जय॑न्तो॒ +वा॒जाः॒ +वा॒जिनं॑ +वा॒जिनं॒ +वा॒जिनः॑ +वा॒जिना॑ +वा॒जिनी॑ऽवती +वा॒जिनो॑ +वा॒जिनो॒ +वा॒जिन॑ +वा॒जिन॑ः +वा॒जिन॑म् +वा॒जिन॒ +वा॒जि॒नी॒व॒सू॒ +वा॒जि॒नी॒ऽव॒ति॒ +वा॒जि॒न् +वा॒जी +वा॒ज्यर्वा॑ +वा॒ज्यवृ॑तः +वा॒ज्य॑क्षाः +वा॒ज्य॑र्षति॒ +वा॒ज्य॑सि॒ +वा॒ज॒ऽयन्तः॑ +वा॒ज॒ऽयुः +वा॒ज॒ऽसात॑मम् +वा॒णम् +वा॒णस्य॑ +वा॒ताप्य॑म् +वा॒ति॒ +वा॒तु॒ +वा॒त॒ +वा॒ध्रि॒ऽअ॒श्व॒ +वा॒मं +वा॒मजा॑ताः +वा॒मम् +वा॒मम॒द्य +वा॒मवः॑ +वा॒मव॑ः +वा॒मस्य॑ +वा॒मस्य॒ +वा॒मा +वा॒मानि॑ +वा॒मी +वा॒म् +वा॒यवे॑ +वा॒यवे॒ +वा॒यवो॒ +वा॒यव॑ +वा॒यु +वा॒युं +वा॒युः +वा॒युना॑ +वा॒युना॒ +वा॒युमा +वा॒युमे॒व +वा॒युम् +वा॒युर्न +वा॒युर्वा +वा॒युर्वै +वा॒युर॑सि +वा॒योः +वा॒यो॒ +वा॒य्ये +वा॒रु॒णो +वा॒व॒शा॒नः +वा॒व॒शा॒नाः +वा॒श्रा +वा॒श्राः +वा॒श्राऽइ॑व +वा॒श्रेव॑ +वा॒स॒या॒म॒सि॒ +वा॒स॒य॒ +वा᳘अह᳘ं +वा᳘अह᳘मेत᳘मु᳘पास +वा꣡इधस्या꣢꣯परिये꣯षिमा꣯ +वा꣡इसो꣯मो꣢꣯अरुषो꣯वृषा꣯ +वा꣡जे꣢षु +वा꣡ज꣢꣯ +वा꣡ज꣢꣯म् +वा꣡दस्मो꣢꣯आभिगा꣯अचि +वा꣡सा꣯नः꣢परिया꣯सिनिः +वा꣢ +वा꣢꣯वृ꣡धा꣯नाः +वा꣣ +वा꣣जि꣡नः꣢ +वा꣣जि꣡नो꣢ +वा꣣जी꣡ +वा꣣जी꣢ +वा꣣म् +वाꣳ +वि +विँ +विं +विंग +विंडो +विंद +विंदंति +विंदति +विंदते +विंदामि +विंदुः +विंध +विंध्य +विंध्यं +विंध्यः +विंध्यवासिनी +विंध्यवासिनीम +विंध्यश्च +विंध्या +विंध्याचलं +विंध्याचले +विंध्ये +विंध्येन +विंध्यो +विंश +विंशं +विंशः +विंशकं +विंशकः +विंशकम् +विंशके +विंशको +विंशच्च +विंशति +विंशतिं +विंशतिः +विंशतिक +विंशतिकं +विंशतिकः +विंशतिकलो +विंशतिका +विंशतिकाण्डे +विंशतिकात्खः +विंशतितम +विंशतितमं +विंशतितमः +विंशतितमक्षेत्रम् +विंशतितमप्रश्ने +विंशतितमी +विंशतितमे +विंशतितमो +विंशतितमोऽध्यायः +विंशतित्रिंशद्भ्यां +विंशतिद्विजे +विंशतिधा +विंशतिपलं +विंशतिभागः +विंशतिभागा +विंशतिभुजं +विंशतिमे +विंशतिमो +विंशतिम् +विंशतिरधिका +विंशतिरात्रं +विंशतिरात्रम् +विंशतिरात्रेण +विंशतिरिति +विंशतिरेकश्च +विंशतिरेव +विंशतिर् +विंशतिर्नखाः +विंशतिर्भवेत् +विंशतिर्योजनानां +विंशतिवर्षसहस्रायुषि +विंशतिवर्षा +विंशतिवर्षाणि +विंशतिवासरान् +विंशतिविधा +विंशतिशतं +विंशतिशतकस्य +विंशतिशतके +विंशतिशतम् +विंशतिशताब्दी +विंशतिशताब्द्याः +विंशतिशते +विंशतिशिखरसमुद्गतं +विंशतिश् +विंशतिश्च +विंशतिश्चेति +विंशतिश्चैव +विंशतिसंख्या +विंशतिसंख्याकान् +विंशतिसहस्रायुषि +विंशतिसाहस्रा +विंशतिस् +विंशतिस्तथा +विंशतिस्तु +विंशतिहस्तेभ्यः +विंशती +विंशते +विंशतेः +विंशतेर्डिति +विंशतेश्च +विंशतौ +विंशत् +विंशत्य +विंशत्यंशं +विंशत्यंशेन +विंशत्यक्षरा +विंशत्यङ्गुलं +विंशत्यधिकं +विंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +विंशत्यधिकशततमः +विंशत्यधिकशततमोऽध्यायः +विंशत्यधिकानि +विंशत्या +विंशत्याढकानि +विंशत्यादयः +विंशत्यादयो +विंशत्यादिभ्यस्तमडन्यतरस्याम् +विंशत्यादीनां +विंशत्याद्याः +विंशत्युत्तरशततमः +विंशत्युत्तरशततमोऽध्यायः +विंशत्य् +विंशद्धनुर्ग्राममार्गः +विंशद्वर्षं +विंशद्वारं +विंशम् +विंशशतकस्य +विंशस्य +विंशा +विंशांशं +विंशाधिकरणमारचयति +विंशाध्याये +विंशान् +विंशिकावृत्तिः +विंशिनो +विंशी +विंशे +विंशेऽध्याये +विंशो +विंशोत्तरी +विंशोत्तरीमतेन +विंशोध्यायः +विंशोपकाः +विंशोऽध्याय +विंशोऽध्यायः +विंश॒तिं +विंश॒तिम् +विंश॒तिश्च॑ +विं॒श॒तिम् +विः +विअ +विआ +विइ +विइइ +विक +विकं +विकः +विककरान् +विकङ्कत +विकङ्कतं +विकङ्कतः +विकङ्कतम् +विकङ्कतवृक्षः +विकङ्कतवृक्षे +विकङ्कतस्य +विकङ्कते +विकङ्कतो +विकच +विकचं +विकचः +विकचतामरसा +विकचा +विकचाः +विकचानि +विकचेति +विकचो +विकट +विकटं +विकटः +विकटत्वं +विकटनितम्बा +विकटनितम्बायाः +विकटम् +विकटा +विकटां +विकटाः +विकटाकृतिः +विकटाक्षं +विकटाननः +विकटानना +विकटानां +विकटान् +विकटाय +विकटे +विकटेन +विकटैः +विकटो +विकटौ +विकण्टकवृक्षः +विकत +विकत्थते +विकत्थन +विकत्थनं +विकत्थनः +विकत्थनम् +विकत्थना +विकत्थन्ते +विकत्थसे +विकत्थी +विकथा +विकमलं +विकमाङ्कदेवचरितम् +विकम् +विकम्पते +विकम्पितुं +विकम्पितुमर्हसि +विकम्पितुम् +विकयः +विकर +विकरं +विकरः +विकरण +विकरणं +विकरणः +विकरणत्वान्नेति +विकरणप्रत्ययः +विकरणप्रत्ययस्य +विकरणभावः +विकरणम् +विकरणलुक् +विकरणव्यत्ययः +विकरणव्यत्ययेन +विकरणस्य +विकरणस्वरः +विकरणा +विकरणाः +विकरणानि +विकरणान्तं +विकरणाभावः +विकरणाय +विकरणी +विकरणे +विकरणेभ्यः +विकरणेषु +विकरणो +विकराः +विकराल +विकरालं +विकरालः +विकराला +विकराली +विकराले +विकरालो +विकरे +विकरो +विकरोति +विकरोत्येव +विकर्ण +विकर्णं +विकर्णः +विकर्णकरनासौष्ठीं +विकर्णम् +विकर्णश्च +विकर्णस्य +विकर्णानि +विकर्णिभिः +विकर्णी +विकर्णीं +विकर्णीमुपदधाति +विकर्णीम् +विकर्णेन +विकर्णो +विकर्तन +विकर्तनः +विकर्तनम् +विकर्तने +विकर्तनो +विकर्ता +विकर्तितं +विकर्तुं +विकर्त्ता +विकर्त्रे +विकर्म +विकर्मकृत् +विकर्मणः +विकर्मणश्च +विकर्मणा +विकर्मणि +विकर्मणोऽपि +विकर्मसु +विकर्मस्थः +विकर्मस्था +विकर्मस्थाः +विकर्मस्थान् +विकर्मस्थो +विकर्मा +विकर्माणि +विकर्म्मस्थान् +विकर्ष +विकर्षः +विकर्षणं +विकर्षणम् +विकर्षणे +विकर्षति +विकर्षतो +विकर्षन् +विकर्षन्तं +विकर्षन्ति +विकर्षन्ती +विकर्षन्तो +विकर्षन्तौ +विकर्षसि +विकर्षो +विकल +विकलं +विकलः +विकलता +विकलतां +विकलम् +विकलयति +विकलश्च +विकलस्य +विकला +विकलां +विकलांग +विकलाः +विकलाङ्ग +विकलाङ्गानां +विकलाङ्गे +विकलाङ्गोऽरुणस्तत्र +विकलात्मक +विकलात्मको +विकलादि +विकलानां +विकलानि +विकलावशेषं +विकलाशेष +विकलाशेषं +विकलाशेषम् +विकलाशेषात् +विकलाश्च +विकलास्थाने +विकली +विकलीकृते +विकले +विकलेन +विकलेन्द्रियः +विकलेन्द्रिया +विकलेन्द्रियाः +विकलेवरकैवल्यं +विकलेषु +विकलेऽपि +विकलो +विकल्प +विकल्पं +विकल्पः +विकल्पकं +विकल्पकः +विकल्पकम् +विकल्पकाः +विकल्पज्ञानबलेन +विकल्पत +विकल्पतः +विकल्पते +विकल्पदर्शनात् +विकल्पद्वयं +विकल्पनं +विकल्पनम् +विकल्पना +विकल्पनाः +विकल्पनात् +विकल्पनीयम् +विकल्पनीयाः +विकल्पन्त +विकल्पन्ते +विकल्पपक्षे +विकल्पपराङ्मुखः +विकल्पप्रसक्तावपि +विकल्पप्रसक्तिश्च +विकल्पमभिप्रेत्य +विकल्पमात्रम् +विकल्पमाह +विकल्पम् +विकल्पयति +विकल्पयन् +विकल्पयन्ति +विकल्पयितुं +विकल्पयेत् +विकल्परहितं +विकल्परूपता +विकल्परूपेण +विकल्पवर्जिता +विकल्पविज्ञानं +विकल्पविधानात् +विकल्पश्च +विकल्पस्तु +विकल्पस्य +विकल्पस्यापि +विकल्पा +विकल्पाः +विकल्पाख्यं +विकल्पातिगम् +विकल्पात् +विकल्पात्‌ +विकल्पादसमासः +विकल्पादाम्प्रत्ययः +विकल्पाधिकरणम् +विकल्पानां +विकल्पानुपपत्तेः +विकल्पान् +विकल्पान्न +विकल्पान्नुमभावः +विकल्पापत्तिः +विकल्पाभिधानं +विकल्पार्थ +विकल्पार्थं +विकल्पार्थः +विकल्पार्थम् +विकल्पार्था +विकल्पार्थाः +विकल्पार्थे +विकल्पार्थो +विकल्पालङ्कारः +विकल्पावस्था +विकल्पासहत्वात् +विकल्पित +विकल्पितं +विकल्पितः +विकल्पितत्वात् +विकल्पितत्वादत्र +विकल्पितत्वादभावे +विकल्पितत्वाद् +विकल्पितम् +विकल्पितस्य +विकल्पिता +विकल्पिताः +विकल्पिते +विकल्पितैः +विकल्पितो +विकल्पितौ +विकल्पी +विकल्पे +विकल्पेत +विकल्पेति +विकल्पेते +विकल्पेन +विकल्पेनैव +विकल्पेभ्यो +विकल्पेरन् +विकल्पेषु +विकल्पेऽपि +विकल्पैः +विकल्पो +विकल्पों +विकल्पोक्तिः +विकल्पोऽत्र +विकल्पोऽपि +विकल्पोऽयं +विकल्पोऽयम् +विकल्पोऽविशिष्टफलत्वात् +विकल्पोऽस्ति +विकल्पौ +विकल्प्य +विकल्प्यं +विकल्प्यत +विकल्प्यते +विकल्प्यन्ते +विकल्प्या +विकल्प्याद्य +विकल्प्याद्यं +विकल्प्याद्ये +विकल्प्यानि +विकल्प्येत +विकल्प्येते +विकल्मषः +विकल्मषा +विकवचा +विकशिते +विकस +विकसता +विकसति +विकसतीति +विकसत् +विकसत्पद्मनिभं +विकसदिति +विकसनं +विकसनम् +विकसने +विकसन् +विकसन्तः +विकसन्ति +विकसन्त्या +विकसन्त्येव +विकसयति +विकसा +विकसि +विकसित +विकसितं +विकसितः +विकसितकुसुमा +विकसिततमं +विकसितमस्ति +विकसितमिति +विकसितमिव +विकसितम् +विकसितस्मितं +विकसितस्य +विकसिता +विकसितां +विकसिताः +विकसितानां +विकसितानि +विकसितुं +विकसिते +विकसितेन +विकसितेषु +विकसितैः +विकसितो +विकसेत् +विकस्त +विकस्तं +विकस्तम् +विकस्तिः +विकस्वर +विकस्वरं +विकस्वरः +विकस्वरम् +विकस्वरा +विकस्वराङ्कारः +विकस्वरालङ्कारः +विकस्वरे +विकस्वरैः +विका +विकाकुत् +विकाण्डशेष +विकाया +विकार +विकारं +विकारः +विकारकारणं +विकारजननीमज्ञामष्टरूपामजां +विकारजातं +विकारजातस्य +विकारतः +विकारत्वं +विकारत्वात् +विकारत्वेन +विकारपक्षे +विकारमानाहमुदाहरन्ति +विकारम् +विकारयति +विकाररहितः +विकाररहितो +विकारराहित्यं +विकारलक्षणं +विकारवत् +विकारवर्ति +विकारवान् +विकारविरहो +विकारशब्दान्नेति +विकारशून्यः +विकारश्च +विकारसंघेति +विकारस्तु +विकारस्य +विकारहेतौ +विकारा +विकारांश्च +विकाराः +विकाराणां +विकाराणाम् +विकाराणि +विकारात् +विकारात्मना +विकारात्मा +विकारादि +विकारादिभ्यः +विकारानिति +विकारानेव +विकारान् +विकारान्कुरुते +विकारापगमे +विकारापेक्षया +विकाराय +विकारार्थ +विकारार्थप्रकरणम् +विकारार्थे +विकारावयवप्रत्ययस्य +विकारावयवयोः +विकारावयवयोरर्थयोः +विकारावयवौ +विकारावर्ति +विकाराश्च +विकाराश्चापि +विकाराश्चैव +विकारास्ते +विकारि +विकारिणः +विकारिणा +विकारिणां +विकारिणाम् +विकारिणि +विकारिणी +विकारिता +विकारित्वं +विकारित्वात् +विकारिषु +विकारी +विकारे +विकारेण +विकारेति +विकारेभ्यः +विकारेषु +विकारेऽपि +विकारेऽवयवे +विकारैः +विकारो +विकारों +विकारोऽपि +विकारोऽप्यभिमतः +विकारोऽयं +विकारोऽवयवो +विकारोऽस्ति +विकारौ +विकार्य +विकार्यं +विकार्यम् +विकार्ये +विकार्यो +विकाल +विकालः +विकाले +विकालेन +विकाश +विकाशं +विकाशः +विकाशते +विकाशय +विकाशयति +विकाशि +विकाशे +विकाशो +विकाषि +विकाषी +विकास +विकासं +विकासः +विकासकार्यं +विकासक्रमः +विकासक्रमे +विकासक्षेत्रम् +विकासक्षेत्राणि +विकासनम् +विकासपथे +विकासमायाति +विकासमेति +विकासम् +विकासयति +विकासयन्ती +विकासयेत् +विकासवादं +विकासवादस्य +विकासवान् +विकासशीलं +विकासशीलनगरेषु +विकासशीलम् +विकासश्च +विकासस्य +विकासाय +विकासार्थं +विकासि +विकासितकुमुदो +विकासितम् +विकासिता +विकासितानि +विकासिना +विकासिनि +विकासिनी +विकासी +विकासे +विकासेन +विकासो +विकासोऽपि +विकास्य +विकि +विकिः +विकिकोशः +विकिचिन्तनगोष्ठी +विकिडेटा +विकिपरियोजना +विकिपिडिया +विकिपीडिय +विकिपीडियन +विकिपीडियन् +विकिपीडियस्य +विकिपीडिया +विकिपीडियाः +विकिपीडियाफलकानां +विकिपीडियाम् +विकिपीडियायां +विकिपीडियायाः +विकिपीडियायाम् +विकिपीडियालेखः +विकिपीडियालेखेषु +विकिपीडियाशिक्षणयोजना +विकिपीडियासम्बद्धम् +विकिपीडियासम्बद्धाः +विकिपीडियासम्भाषणम् +विकिपीडिये +विकिपुस्तकानि +विकिप्रकल्पः +विकिप्रकल्पस्य +विकिप्रशिक्षणवर्गः +विकिमध्ये +विकिमीडिया +विकिर +विकिरं +विकिरः +विकिरण +विकिरणं +विकिरणम् +विकिरति +विकिरतीह +विकिरन् +विकिरन्तः +विकिरन्ति +विकिरन्निव +विकिरश्च +विकिरस्तु +विकिराणाम् +विकिरान् +विकिरिद्र +विकिरूपीकरणम् +विकिरे +विकिरेत् +विकिरेद् +विकिरेन्महीम् +विकिरो +विकिवार्ताः +विकिविषये +विकिशब्दकोशः +विकिसमुच्चयः +विकिसूक्तयः +विकिसूक्तिः +विकिसूक्तौ +विकिसोर्स् +विकिस्रोतः +विकिस्रोतःकार्यक्रमः +विकिस्रोतःप्रवेशिका +विकिस्रोतःफलकम् +विकिस्रोतःसम्भाषणम् +विकिस्रोतम् +विकिस्रोतसः +विकिस्रोतसि +विकी +विकीरणः +विकीर्ण +विकीर्णं +विकीर्णः +विकीर्णमिव +विकीर्णमूर्धजा +विकीर्णम् +विकीर्णा +विकीर्णाः +विकीर्णानि +विकीर्णे +विकीर्य +विकीर्यते +विकीर्यन्ते +विकीर्यमाणं +विकीर्यमाणः +विकीर्याथ +विकीर्य्य +विकीर्य्यते +विकुंडल +विकुक्षि +विकुक्षिं +विकुक्षेस्तु +विकुण्ठके +विकुण्ठा +विकुण्ठाया +विकुरुते +विकुर्वत +विकुर्वतः +विकुर्वते +विकुर्वन् +विकुर्वन्ति +विकुर्वाण +विकुर्वाणं +विकुर्वाणः +विकुर्वाणमपस्मारो +विकुर्वाणा +विकुर्वाणाः +विकुर्वाणात् +विकुर्वाणाद् +विकुर्वाणो +विकुर्वीत +विकुशमिपरिभ्यः +विकूणिता +विकृ +विकृत +विकृतं +विकृतः +विकृतग्रहणं +विकृतत्वं +विकृतत्वेन +विकृतप्रसवाश्चैव +विकृतमिति +विकृतमेव +विकृतम् +विकृतय +विकृतयः +विकृतयश्च +विकृतयो +विकृतरूपं +विकृतरूपा +विकृतश्च +विकृतस्य +विकृतस्वरः +विकृता +विकृतां +विकृताः +विकृताकारं +विकृताकारा +विकृताकारां +विकृताकाराः +विकृताकृतिः +विकृताकृतिम् +विकृताक्षमनक्षं +विकृताननः +विकृताननदर्शना +विकृताननम् +विकृतानना +विकृताननाः +विकृताननाम् +विकृतानां +विकृतानि +विकृतान् +विकृताय +विकृतावपि +विकृताव् +विकृताश्च +विकृतास्तथा +विकृति +विकृतिं +विकृतिः +विकृतिमच्चित्तं +विकृतिम् +विकृतिरपि +विकृतिरिति +विकृतिरुपजायते +विकृतिरेव +विकृतिर् +विकृतिर्भवेत् +विकृतिश्च +विकृतिश्चतुर्थ्यन्ता +विकृतिषु +विकृतिष्वपि +विकृतिस्तथा +विकृतिस्तस्य +विकृतिस्तु +विकृती +विकृतीनां +विकृते +विकृतेः +विकृतेति +विकृतेन +विकृतेनाङ्गिनो +विकृतै +विकृतैः +विकृतो +विकृतौ +विकृत्य +विकृत्यर्थत्वं +विकृत्या +विकृन्तति +विकृन्तन्तं +विकृषति +विकृषन्तु +विकृष्ट +विकृष्टं +विकृष्टकालैर्या +विकृष्टा +विकृष्टे +विकृष्य +विकृष्यते +विकृष्यमाणं +विकृष्यमाणा +विकृष्यमाणे +विके +विकेट् +विकेन्द्रता +विकेशश्च +विकेशी +विकेश्यः +विकेश्युर +विको +विकोशं +विकोशा +विक् +विक्कः +विक्टर +विक्टोरिया +विक्त +विक्था +विक्थाः +विक्यां +विक्र +विक्रं +विक्रम +विक्रमं +विक्रमः +विक्रमकेसरी +विक्रमगुणैः +विक्रमच +विक्रमणं +विक्रमणे +विक्रमणेषु +विक्रमणेष्वधिक्षियन्ति +विक्रमतः +विक्रमते +विक्रमतो +विक्रमधनक्रीता +विक्रमन्तं +विक्रमन्ते +विक्रमपरं +विक्रमपूर्व +विक्रमपूर्वं +विक्रममाणस्य +विक्रममासाद्य +विक्रमम् +विक्रमयति +विक्रमयेत् +विक्रमवर्धन +विक्रमशक्तिं +विक्रमशक्तिना +विक्रमशक्तिश्च +विक्रमशर्मा +विक्रमशिला +विक्रमश्च +विक्रमसंवत् +विक्रमसंवत्सरः +विक्रमसंवत्सरस्य +विक्रमसंवत्सरे +विक्रमसिंहोऽसौ +विक्रमसेनस्य +विक्रमस्य +विक्रमस्येव +विक्रमस्व +विक्रमस्वेति +विक्रमस्वोरु +विक्रमा +विक्रमाः +विक्रमाङ्क +विक्रमाङ्कः +विक्रमाङ्कदेव +विक्रमाङ्कदेवं +विक्रमाङ्कदेवः +विक्रमाङ्कदेवचरितम् +विक्रमाङ्कदेवचरिते +विक्रमाङ्कदेवस्य +विक्रमाङ्कदेवे +विक्रमाङ्कदेवेन +विक्रमाङ्कदेवो +विक्रमाङ्कन्देवचरितम् +विक्रमाङ्गदेव +विक्रमाडूदेव +विक्रमाडूदेवस्य +विक्रमात् +विक्रमादित्य +विक्रमादित्यं +विक्रमादित्यः +विक्रमादित्यदेवः +विक्रमादित्यभूपतिः +विक्रमादित्यस्य +विक्रमादित्ये +विक्रमादित्येन +विक्रमादित्यो +विक्रमादेवचरितम् +विक्रमानन्तरं +विक्रमान् +विक्रमाब्दे +विक्रमाय +विक्रमार्क +विक्रमार्कः +विक्रमार्कचरिते +विक्रमार्कस्य +विक्रमार्के +विक्रमार्को +विक्रमी +विक्रमे +विक्रमेण +विक्रमेत +विक्रमैः +विक्रमो +विक्रमोर्व +विक्रमोर्वशी +विक्रमोर्वशीय +विक्रमोर्वशीयं +विक्रमोर्वशीयम् +विक्रमोर्वशीये +विक्रमोर्वश्यां +विक्रमोर्वश्याम् +विक्रमोऽपि +विक्रमौ +विक्रम् +विक्रम्य +विक्रय +विक्रयं +विक्रयः +विक्रयञ्चैव +विक्रयणं +विक्रयणम् +विक्रयणस्य +विक्रयणार्थं +विक्रयणे +विक्रयम् +विक्रयश्च +विक्रयस्य +विक्रया +विक्रयात् +विक्रयादिह +विक्रयाधानं +विक्रयाय +विक्रयार्थं +विक्रयिकः +विक्रयिणः +विक्रयी +विक्रये +विक्रयेण +विक्रयेऽपि +विक्रयो +विक्रा +विक्रांतः +विक्रांताः +विक्रान्त +विक्रान्तं +विक्रान्तः +विक्रान्तमनुरूपं +विक्रान्तम् +विक्रान्तयोधिनः +विक्रान्तवर्मन् +विक्रान्तवान् +विक्रान्तस्य +विक्रान्ता +विक्रान्ताः +विक्रान्तान् +विक्रान्ताश्च +विक्रान्तिं +विक्रान्तिः +विक्रान्तिम् +विक्रान्तिर् +विक्रान्ते +विक्रान्तेन +विक्रान्तेन्द्र +विक्रान्तैः +विक्रान्तो +विक्रान्तौ +विक्रापयेत् +विक्रामतः +विक्रामति +विक्रि +विक्रियः +विक्रियत +विक्रियते +विक्रियन्ते +विक्रिया +विक्रियां +विक्रियाः +विक्रियामनुभवति +विक्रियामपि +विक्रियाम् +विक्रियाया +विक्रियायै +विक्रियावतो +विक्रियावत्त्वं +विक्रियावत्त्वे +विक्रियेत +विक्रियेताथ +विक्रियैव +विक्री +विक्रीड +विक्रीडित +विक्रीडितं +विक्रीडितम् +विक्रीड्य +विक्रीणतां +विक्रीणते +विक्रीणन् +विक्रीणन्ति +विक्रीणाति +विक्रीणानस्य +विक्रीणावहा +विक्रीणावहै +विक्रीणीत +विक्रीणीते +विक्रीणीयात् +विक्रीणीरन् +विक्रीणीषे +विक्रीत +विक्रीतं +विक्रीतः +विक्रीतमपि +विक्रीतम् +विक्रीतवन्तः +विक्रीतवान् +विक्रीतस्य +विक्रीता +विक्रीताः +विक्रीतात्मनां +विक्रीतानि +विक्रीते +विक्रीतो +विक्रीय +विक्रीयते +विक्रीयन्ते +विक्रीयासंप्रदानं +विक्रीयासंप्रदानप्रकरणम् +विक्रीयासंप्रदानम् +विक्रीयासंप्रयच्छतः +विक्रुश्य +विक्रुष्टं +विक्रे +विक्रेतरि +विक्रेता +विक्रेतारं +विक्रेतारो +विक्रेतु +विक्रेतुं +विक्रेतुः +विक्रेतुम् +विक्रेतुरेव +विक्रेतुर्न +विक्रेत्रा +विक्रेयं +विक्रेया +विक्रेयास्तिला +विक्रोशतां +विक्रोशति +विक्रोशन्ति +विक्रोशन्तीं +विक्रोशन्तीव +विक्रोशन्त्यो +विक्लबं +विक्लव +विक्लवं +विक्लवः +विक्लवतां +विक्लवम् +विक्लवया +विक्लवा +विक्लवां +विक्लवाः +विक्लवीभूतः +विक्लवे +विक्लवो +विक्लित्तिः +विक्लित्यादि +विक्लिद्यन्ति +विक्ली +विक्शनरी +विक्ष +विक्षत +विक्षतं +विक्षतः +विक्षतम् +विक्षता +विक्षताः +विक्षते +विक्षतो +विक्षरो +विक्षावः +विक्षि +विक्षितः +विक्षिप +विक्षिपः +विक्षिपति +विक्षिपतीति +विक्षिपते +विक्षिपन् +विक्षिपन्ति +विक्षिपन्ती +विक्षिपन्तीं +विक्षिपन्धनुः +विक्षिपामि +विक्षिपेत् +विक्षिप्त +विक्षिप्तं +विक्षिप्तः +विक्षिप्तचित्तः +विक्षिप्तचित्तस्यैते +विक्षिप्तचित्ताः +विक्षिप्तचित्तानुपपत्तिः +विक्षिप्तता +विक्षिप्तमेकाग्रं +विक्षिप्तम् +विक्षिप्तस्य +विक्षिप्ता +विक्षिप्तां +विक्षिप्ताः +विक्षिप्ताङ्गं +विक्षिप्तानि +विक्षिप्ते 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+विजयीन्द्वतीथः +विजयीभव +विजये +विजयेत +विजयेति +विजयेन +विजयेनोक्तम् +विजयेश्वरम् +विजयेश्वरे +विजयैषिणः +विजयो +विजयोद्यमेषु +विजयोवाच +विजयोऽथ +विजयोऽपि +विजयोऽभवत् +विजयोऽस्तु +विजयोऽस्माकमेवायं +विजय् +विजरं +विजरः +विजरो +विजर्भृतः +विजला +विजली +विजहति +विजहतो +विजहत् +विजहाति +विजहात्यसून् +विजहार +विजहास +विजहासि +विजहि +विजहीहि +विजहुः +विजहौ +विजह्यात् +विजह्याम् +विजह्रतुः +विजह्रिरे +विजह्रुः +विजह्रे +विजा +विजातः +विजातयः +विजाता +विजातायां +विजातिलिङ्गं +विजाती +विजातीय +विजातीयं +विजातीयः +विजातीयतिरस्कृतिः +विजातीयत्वं +विजातीयत्वात् +विजातीयन्यक्कारविरहिततद्भावनामयस्वभ्यस्ताकारविज्ञानलाभे +विजातीयप्रत्ययानन्तरितः +विजातीयप्रत्ययानन्तरितेन +विजातीयभेदः +विजातीयस्य +विजातीया +विजातीयानां +विजातीयेति +विजातीयेन +विजातीयो +विजान +विजानंति +विजानत +विजानतः +विजानता +विजानतां +विजानताम् +विजानती +विजानते +विजानतो +विजानतोऽपि +विजानन् +विजानन्ति +विजानन्तु +विजानन्तो +विजानन्नपि +विजानन्नेव +विजानन्वै +विजाना +विजानाति +विजानातीति +विजानातीत्याहुः +विजानातु +विजानात् 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+विजेतुमस्या +विजेतुम् +विजेत्री +विजेयः +विजेयो +विजेषकृदिन्द्र +विजेष्यति +विजेष्यते +विजेष्यत्युपायेन +विजेष्यथ +विजेष्यसि +विजेष्यामि +विजेष्यामो +विजेष्ये +विज् +विज्जका +विज्जडविड +विज्जति +विज्जा +विज्जिका +विज्ज्ञानकोश +विज्ञ +विज्ञः +विज्ञता +विज्ञत्वं +विज्ञपयामि +विज्ञपयितुम् +विज्ञप्तः +विज्ञप्ता +विज्ञप्ति +विज्ञप्तिं +विज्ञप्तिः +विज्ञप्तिम् +विज्ञप्तो +विज्ञप्तोऽहं +विज्ञप्तौ +विज्ञप्त्या +विज्ञप्य +विज्ञप्यसे +विज्ञया +विज्ञष्य +विज्ञस्य +विज्ञा +विज्ञाः +विज्ञात +विज्ञातं +विज्ञातः +विज्ञातपूर्वापरान्तस्य +विज्ञातमग्निः +विज्ञातमविजानताम् +विज्ञातमात्रेण +विज्ञातमिति +विज्ञातम् +विज्ञातवस्तुना +विज्ञातवाच्यवाचकत्वस्य +विज्ञातवान् +विज्ञातविज्ञेया +विज्ञातव्यं +विज्ञातव्यः +विज्ञातव्यम् +विज्ञातव्या +विज्ञातव्याः +विज्ञातव्यो +विज्ञातश्च +विज्ञातस्य +विज्ञाता +विज्ञाताः +विज्ञाताखिलशास्त्रार्थो +विज्ञाताय +विज्ञातारं +विज्ञातारमरे +विज्ञातुं +विज्ञातुमर्हति +विज्ञातुमिच्छामि +विज्ञातुमिति +विज्ञातुम् +विज्ञातुर्विज्ञातेर्विपरिलोपो +विज्ञातृ +विज्ञाते +विज्ञातेति +विज्ञातेन +विज्ञातेनैव +विज्ञातेर्विज्ञातारं +विज्ञातो +विज्ञातोऽसि +विज्ञातौ +विज्ञान +विज्ञानं +विज्ञानः +विज्ञानकेवलाः +विज्ञानकेवलानष्टौ +विज्ञानक्षेत्रे +विज्ञानखंडे +विज्ञानखण्ड +विज्ञानखण्डः +विज्ञानघन +विज्ञानघनरूपेण +विज्ञानञ्च +विज्ञानता +विज्ञानधन +विज्ञाननौकाष्टकम् +विज्ञानपदं +विज्ञानपदेन +विज्ञानपूततया +विज्ञानप्रकरणत्वं +विज्ञानप्रत्ययं +विज्ञानबीजं +विज्ञानबीजस्य +विज्ञानभाष्य +विज्ञानभिक्षुः +विज्ञानभेदो +विज्ञानभैरव +विज्ञानम +विज्ञानमनसी +विज्ञानमनुभवः +विज्ञानमन्तरो +विज्ञानमपि +विज्ञानमय +विज्ञानमयं +विज्ञानमयः +विज्ञानमयकोश +विज्ञानमयकोशः +विज्ञानमयश्च +विज्ञानमयस्य +विज्ञानमयस्यात्मनः +विज्ञानमयस्यैष +विज्ञानमयादिकोशत्रयं +विज्ञानमये +विज्ञानमयो +विज्ञानमस्ति +विज्ञानमा +विज्ञानमात्रं +विज्ञानमात्रेण +विज्ञानमादाय +विज्ञानमानन्दं +विज्ञानमानन्दम् +विज्ञानमास्तिक्यं +विज्ञानमिति +विज्ञानमिदं +विज्ञानमुत्पद्यते +विज्ञानमुपैति +विज्ञानमेकं +विज्ञानमेव +विज्ञानमेवाप्येति +विज्ञानमेवास्तमेति +विज्ञानम् +विज्ञानम्‌ +विज्ञानयुक्त +विज्ञानयोः +विज्ञानयोगिना +विज्ञानयोगी +विज्ञानरूप +विज्ञानवतो +विज्ञानवशतः +विज्ञानवाद +विज्ञानवादस्य +विज्ञानवादिनः +विज्ञानवादिना +विज्ञानवादिनो +विज्ञानवादी +विज्ञानवादे +विज्ञानवान् +विज्ञानवान्भवति +विज्ञानविदां +विज्ञानविषये +विज्ञानविसहचरः +विज्ञानवैभवम् +विज्ञानव्यतिरेकेण +विज्ञानशब्दस्य +विज्ञानशब्देन +विज्ञानशब्दो +विज्ञानसम्बद्धाः +विज्ञानसहित +विज्ञानसहितं +विज्ञानसहितम् +विज्ञानसारथिर्यस्तु +विज्ञानस्कन्ध +विज्ञानस्कन्धः +विज्ञानस्य +विज्ञानस्यापि +विज्ञानस्येति +विज्ञानस्यैव +विज्ञानस्वरूप +विज्ञाना +विज्ञानां +विज्ञानाकल +विज्ञानात् +विज्ञानात्मन +विज्ञानात्मनः +विज्ञानात्मनि +विज्ञानात्मनो +विज्ञानात्मभावेन +विज्ञानात्मा +विज्ञानादि +विज्ञानादिभावे +विज्ञानाद् +विज्ञानानन्त्यायतनं +विज्ञानानन्त्यायतनमुपसंपद्य +विज्ञानानन्त्यायतनम् +विज्ञानानां +विज्ञानानाम् +विज्ञानानि +विज्ञानाय +विज्ञानार्थं +विज्ञानि +विज्ञानिन +विज्ञानिनः +विज्ञानिना +विज्ञानिनां +विज्ञानिनाम् +विज्ञानिनी +विज्ञानिने +विज्ञानिनो +विज्ञानिभिः +विज्ञानिषु +विज्ञानी +विज्ञाने +विज्ञानेति +विज्ञानेतिहासः +विज्ञानेन +विज्ञानेनेति +विज्ञानेनेदं +विज्ञानेशः +विज्ञानेश्वर +विज्ञानेश्वरः +विज्ञानेश्वरस्य +विज्ञानेश्वरेण +विज्ञानेषु +विज्ञानैः +विज्ञानो +विज्ञानों +विज्ञानोत्पत्तौ +विज्ञाप +विज्ञापन +विज्ञापनं +विज्ञापनम् +विज्ञापनव्यग्रे +विज्ञापनस्य +विज्ञापना +विज्ञापनां +विज्ञापनानि +विज्ञापने +विज्ञापय +विज्ञापयत +विज्ञापयति +विज्ञापयतु +विज्ञापयत्विति +विज्ञापयन् +विज्ञापयन्ति +विज्ञापयन्ती +विज्ञापयन्तु +विज्ञापयाम +विज्ञापयामः +विज्ञापयामास +विज्ञापयामासुः +विज्ञापयामि +विज्ञापयितु +विज्ञापयितुं +विज्ञापयितुमागतः +विज्ञापयितुम् +विज्ञापयिष्यामि +विज्ञापयेत् +विज्ञापयेदिदम् +विज्ञापिका +विज्ञापित +विज्ञापितं +विज्ञापितः +विज्ञापितवती +विज्ञापितवान् +विज्ञापितस्तेन +विज्ञापिता +विज्ञापिताः +विज्ञापिते +विज्ञापितो +विज्ञाप्य +विज्ञाप्यं +विज्ञाप्यः +विज्ञाप्यतां +विज्ञाप्यते +विज्ञाप्यैवं +विज्ञाप्यो +विज्ञाय +विज्ञायत +विज्ञायताम् +विज्ञायते +विज्ञायतेऽनेनेति +विज्ञायन्ते +विज्ञायमाने +विज्ञाया +विज्ञायाथ +विज्ञायामृतमश्नुत +विज्ञायामृतमश्नुते +विज्ञायि +विज्ञायीति +विज्ञायेत +विज्ञायेति +विज्ञायेते +विज्ञायेतेति +विज्ञायैतानि +विज्ञायैव +विज्ञास्यति +विज्ञास्यते +विज्ञास्यन्ति +विज्ञास्यामः +विज्ञे +विज्ञेन +विज्ञेय +विज्ञेयं +विज्ञेयः +विज्ञेयत्वं +विज्ञेयमिति +विज्ञेयमित्युच्यते +विज्ञेयम् +विज्ञेयश्च +विज्ञेयस्तत्र +विज्ञेयस्तथा +विज्ञेयस्तथैव +विज्ञेयस्तर्जनीमध्यमे +विज्ञेयस्ताम्रिकः +विज्ञेयस्तु +विज्ञेयस्तेषां +विज्ञेयस्स +विज्ञेया +विज्ञेयाः +विज्ञेयानि +विज्ञेयाश्चत्वारो +विज्ञेयास्तथा +विज्ञेयास्ता +विज्ञेयास्तु +विज्ञेयास्तुल्यलक्षणाः +विज्ञेयास्ते +विज्ञेये +विज्ञेयो +विज्ञेयोऽसौ +विज्ञेयौ +विज्ञैः +विज्ञो +विज्यं +विज्या +विज्वरं +विज्वरः +विज्वरत्वं +विज्वरम् +विज्वरा +विज्वराः +विज्वरो +विज्वल +विझ +विञ्चन्ति +विञ्ञादं +विट +विटं +विटः +विटगोष्ठीपरायणः +विटङ्क +विटङ्कं +विटचेटविदूषकाद्याः +विटप +विटपं +विटपः +विटपान् +विटपिनं +विटपिनः +विटपिनां +विटपिनि +विटपिनो +विटपी +विटपीव +विटपे +विटपेषु +विटपो +विटपोऽस्त्रियाम् +विटमिन् +विटश्च +विटा +विटाः +विटानां +विटामिन +विटामिन् +विटि +विटे +विटेन +विटैः +विटो +विटोरिया +विट् +विट्कुण्डं +विट्कृमिश्च +विट्खदिरः +विट्खदिरे +विट्पतिं +विट्पतिः +विट्पित्तकफवायवः +विट्प्रत्ययः +विट्शूद्रयोस्तु +विट्संसृष्टं +विठ्ठल +विठ्ठलः +विठ्ठलभाई +विठ्ठलस्य +विड +विडं +विडंबनम् +विडंबना +विडंबितः +विडः +विडङ्ग +विडङ्गं +विडङ्गः +विडङ्गकम् +विडङ्गकृष्णाभ्यां +विडङ्गञ्च +विडङ्गम् +विडङ्गश्च +विडङ्गस्य +विडङ्गा +विडङ्गानां +विडङ्गानि +विडङ्गान्यजमोदा +विडङ्गे +विडच् +विडड्डत्ध् +विडम् +विडम्ब +विडम्बः +विडम्बकाः +विडम्बनं +विडम्बनम् +विडम्बना +विडम्बनां +विडम्बनाः +विडम्बनाम् +विडम्बनैव +विडम्बयति +विडम्बयन् +विडम्बयन्तं +विडम्बयन्ति +विडम्बयन्ती +विडम्बयसि +विडम्बितः +विडम्बिताः +विडम्बितो +विडम्ब्यते +विडम्ब्यन्ते +विडयोगेन +विडवटी +विड़ +विड़ङ्गं +विड़ङ्गे +विड़ाले +विडा +विडादिभ्यः +विडाल +विडालः +विडालको +विडालपदकं +विडाला +विडाली +विडालो +विडिति +विडीनं +विडे +विडेन +विडैः +विडॉ +विडोऽयं +विड् +विड्गन्धं +विड्गन्धानुविधायिनः +विड्ढि +विड्बन्धो +विड्भेदः +विड्भेदी +विड्भेदो +विड्भोजी +विड्भ्यो +विड्लवणम् +विड्लवणे +विड्वनोः +विड्वनोरनुनासिकस्यात् +विड्वराहं +विड्वराहः +विड्वराहञ्च +विड्वा +विड्वै +विढोः +विढौ +विण +विणं +विणएण +विणा +विण् +विण्णवेदि +विण्णाणं +विण्णादं +विण्मरुतो +विण्मूत्र +विण्मूत्रं +विण्मूत्रभोजनं +विण्मूत्ररेतसां +विण्मूत्रस्य +विण्मूत्रे +वित +वितं +वितः +वितकें +वितक्र्य +वितण्डा +वितण्डां +वितण्डायां +वितण्डेति +वितत +विततं +विततः +विततधाम्नि +विततपक्ष +विततमन्तरा +विततमात्मानं +विततमिति +विततमूर्जितं +विततम् +विततव्याप्त्या +विततस्य +वितता +विततां +वितताः +वितताकृतेः +विततात्मनि +वितताधि +विततान +विततानि +विततार +विततिं +विततिः +वितते +विततेन +विततेषु +विततेष्वध्वरेषु +विततेऽत्र +विततो +विततौ +वितत्निरे +वितत्य +वितत्येह +वितत्रास +वितथ +वितथं +वितथः +वितथभाषणम् +वितथमुच्यते +वितथम् +वितथश्चैव +वितथस्य +वितथा +वितथां +वितथानि +वितथाभिनिवेशश्च +वितथाभिनिवेशी +वितथे +वितथेन +वितथैः +वितथो +वितनु +वितनुत +वितनुतां +वितनुते +वितनुषे +वितनोः +वितनोति +वितनोतु +वितनोषि +वितन्तसाय्यः +वितन्यते +वितन्व +वितन्वत +वितन्वतः +वितन्वता +वितन्वतां +वितन्वति +वितन्वती +वितन्वतीम् +वितन्वते +वितन्वन् +वितन्वन्ति +वितन्वन्तु +वितन्वानः +वितन्वाना +वितन्व॒ते +वितपते +वितमसि +वितम् +वितर +वितरं +वितरः +वितरण +वितरणं +वितरणम् +वितरणस्य +वितरणाय +वितरणे +वितरणेन +वितरत +वितरता +वितरति +वितरतु +वितरन् +वितरन्ति +वितरन्तु +वितरम् +वितरसि +वितरां +वितरामि +वितराम्यहम् +वितरितुं +वितरित्रता +वितरिष्यति +वितरिष्यन्ति +वितरिष्यामि +वितरीतुं +वितरे +वितरेति +वितरेत् +वितरेद् +वितर्क +वितर्कं +वितर्कः +वितर्कबाधने +वितर्कमेव +वितर्कयति +वितर्कयन्ती +वितर्कयामि +वितर्कविकलः +वितर्कविचाराणां +वितर्कविचारानन्दास्मितारूपानुगमात् +वितर्कविहगा +वितर्कश्च +वितर्कस्य +वितर्का +वितर्काः +वितर्काणां +वितर्कादि +वितर्कानिति +वितर्कानुगतः +वितर्कान् +वितर्के +वितर्केण +वितर्केषु +वितर्को +वितर्क्य +वितर्दिः +वितर्दिका +वितल +वितलं +वितलञ्च +वितलञ्चैव +वितली +वितले +वितव्यम् +वितष्टा +वितस्तया +वितस्तयार्जीकीये +वितस्ता +वितस्तां +वितस्तापुलिने +वितस्तायां +वितस्तायाः +वितस्तार +वितस्ति +वितस्तिः +वितस्तिगम्भीरे +वितस्तिप्रमितं +वितस्तिमात्रं +वितस्तिमात्रा +वितस्तिमानं +वितस्तियो +वितस्ती +वितस्तौ +वितस्त्या +वितस्त्यां +वितस्थिरे +वितस्थुः +वितस्थे +वितस्य +विता +वितान +वितानं 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+वित्रि +वित्रिभ +वित्रिभं +वित्रिभतः +वित्रिभनतांश +वित्रिभम् +वित्रिभलग्न +वित्रिभलग्नं +वित्रिभलग्नकस्य +वित्रिभलग्नशङ्कुः +वित्रिभलग्नस्य +वित्रिभलग्नात् +वित्रिभलग्ने +वित्रिभशर +वित्रिभस्य +वित्रिभे +वित्रेसुः +वित्वा +वित्से +वित॑तं +वित॑तं॒ +वित॑ता॒ +वित॑तो +वित॒ताधि॒ +वित॒रं +विथ +विथिः +विथुरं +विथुरा +विथुरेव +विथुरौ +विथुर्यति +विथृ +विद +विदं +विदंति +विदः +विदग्ध +विदग्धं +विदग्धः +विदग्धता +विदग्धमाधवनाटकम् +विदग्धमाधवे +विदग्धमुखमण्डने +विदग्धम् +विदग्धया +विदग्धश्च +विदग्धस्य +विदग्धा +विदग्धाः +विदग्धानां +विदग्धाया +विदग्धाश्च +विदग्धे +विदग्धेन +विदग्धेऽन्नरसे +विदग्धेऽन्ने +विदग्धैः +विदग्धो +विदत +विदति +विदतुः +विदत् +विदत्तं +विदथ +विदथं +विदथः +विदथमा +विदथमावदासि +विदथम् +विदथस्य +विदथा +विदथानि +विदथाय +विदथुः +विदथे +विदथेषु +विदथेष्व् +विदथो +विदथ्यं +विदथ्यः +विदथ्यम् +विदथ्याय +विददभिभा +विददार +विदद् +विदद्गाः +विदद्यात् +विदद्रे +विदद्वस +विदद्वसुं +विदद्वसुः +विदद्वसुमिन्द्रं +विदद्वसुम् +विदद्वृजिना +विदध +विदधज्जायते +विदधत +विदधतं +विदधतः +विदधता 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+विदारयितुं +विदारयेत् +विदारि +विदारिका +विदारिकां +विदारिगन्धा +विदारिगन्धादिसिद्धेन +विदारिणी +विदारित +विदारितं +विदारितः +विदारितम् +विदारितवानसि +विदारितवान् +विदारिता +विदारिताः +विदारिते +विदारी +विदारीं +विदारीकन्दः +विदारीकन्दवद् +विदारीकन्दवद्वृत्ता +विदारीञ्च +विदारे +विदारो +विदार्य +विदार्यते +विदार्यमाणा +विदार्या +विदार्याः +विदार्याश्च +विदार्यास्यं +विदार्यै +विदार्यैतया +विदार्यैव +विदार्य् +विदार्य्य +विदार्य्यते +विदार्य्यां +विदार्य्याम् +विदाह +विदाहं +विदाहः +विदाहकाले +विदाहकृत् +विदाहमुपगच्छति +विदाहश्च +विदाहि +विदाहिनः +विदाहिनो +विदाहिभिः +विदाही +विदाहीनि +विदाहीन्यन्नपानानि +विदाहो +विदाह्यन्नं +विदाह्यभिष्यन्दिरतस्य +विदा॑नः +विदा॑नस्त्वे॒षो +विदा॑ने +विदि +विदिः +विदिक् +विदिक्षु +विदिक्ष्वपि +विदिङ्नरः +विदिङ्मुखः +विदित +विदितं +विदितः +विदितचरमेव +विदितत्वात् +विदितत्वेऽपि +विदितधर्मा +विदितमस्तु +विदितमिति +विदितमेव +विदितम् +विदितवन्तः +विदितवान् +विदितवृत्तान्ता +विदितवृत्तान्तो +विदितवेद्यः +विदितवेद्या +विदितवेद्ये +विदितव्यः +विदितस्तव 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+विदुरवाक्ये +विदुरश्च +विदुरस्तथा +विदुरस्तु +विदुरस्य +विदुरागमनराज्यलाभपर्वणि +विदुरात्मानं +विदुराय +विदुरासुराः +विदुरिति +विदुरित्यर्थः +विदुरित्युक्तम् +विदुरुत्तमाः +विदुरे +विदुरेण +विदुरेनं +विदुरेव +विदुरो +विदुरोद्धवसंवादे +विदुरोऽपि +विदुरोऽब्रवीत् +विदुर् +विदुर्जनाः +विदुर्जानन्ति +विदुर्ज्ञानं +विदुर्देवा +विदुर्देवाः +विदुर्न +विदुर्बधाः +विदुर्बुधः +विदुर्बुधा +विदुर्बुधाः +विदुर्ब्बुधाः +विदुर्ब्राह्मणा +विदुर्य +विदुर्यं +विदुर्यथा +विदुर्यस्य +विदुर्यानि +विदुर्यान्ति +विदुर्युक्तचेतसः +विदुर्युधाः +विदुर्ये +विदुर्योगं +विदुर्विदन्ति +विदुल +विदुला +विदुलो +विदुष +विदुषः +विदुषकः +विदुषश्च +विदुषश्चतस्रो +विदुषस्तु +विदुषा +विदुषां +विदुषापि +विदुषामपि +विदुषामविदुषां +विदुषामसूयनीयं +विदुषामिति +विदुषामेव +विदुषाम् +विदुषाऽपि +विदुषि +विदुषितरा +विदुषी +विदुषीं +विदुषीतरा +विदुषे +विदुषेजं +विदुषेऽपि +विदुषो +विदुषोपि +विदुषोऽपि +विदुषोऽमन्वानस्य +विदुषोऽविदुषश्चेति +विदुष्कृतो +विदुष्टरः +विदुष्टे +विदुष्यः +विदुष्यति +विदुष्या +विदुस् +विदुस्त +विदुस्तं +विदुस्तां +विदुस्ते +विदुस्तेन +विदुस्तेषां +विदुस्तेऽहोरात्रविदो +विदुस्त्वां +विदू +विदूनः +विदूयता +विदूयते +विदूर +विदूरं +विदूरगे +विदूरतः +विदूरथ +विदूरथं +विदूरथः +विदूरथस्तु +विदूरथस्य +विदूरथो +विदूरभावादर्कस्य +विदूरम् +विदूरस्य +विदूराञ्ञ्यः +विदूरात् +विदूरात्प्रभवति +विदूराय +विदूरे +विदूषक +विदूषकं +विदूषकः +विदूषकपरिक्रमे +विदूषकम् +विदूषकश्च +विदूषकस्य +विदूषकाख्यायिका +विदूषकादीनां +विदूषकाय +विदूषके +विदूषकेण +विदूषकेन +विदूषको +विदूषकोऽपि +विदूष्य +विदृतिर्नाम +विदे +विदेः +विदेत् +विदेय +विदेयं +विदेयमेनद्धृदये +विदेयमेनां +विदेयम् +विदेरग्निर्नभो +विदेर् +विदेवं +विदेश +विदेशं +विदेशः +विदेशगः +विदेशगमनं +विदेशगमनम् +विदेशगमने +विदेशम् +विदेशयात्रा +विदेशयानं +विदेशवासी +विदेशसेवायाः +विदेशस्थं +विदेशस्थस्य +विदेशस्य +विदेशात् +विदेशी +विदेशीय +विदेशीयभाषाः +विदेशीयमन्त्री +विदेशीयव्यक्तिसम्बद्धाः +विदेशीया +विदेशीयाः +विदेशीयानां +विदेशीयानाम् +विदेशे +विदेशेभ्यः +विदेशेषु +विदेशेष्वपि +विदेष्ट +विदेह +विदेहं +विदेहः +विदेहकैवल्यं +विदेहकैवल्यम् +विदेहकैवल्यरूपं +विदेहजा +विदेहत्वं +विदेहदुहितुः +विदेहप्रकृतिलयानाम् +विदेहमुक्त +विदेहमुक्तः +विदेहमुक्तता +विदेहमुक्ता +विदेहमुक्तिं +विदेहमुक्तिः +विदेहमुक्तो +विदेहराजस्य +विदेहराजो +विदेहराट् +विदेहस्य +विदेहा +विदेहाः +विदेहाधिपतेः +विदेहानां +विदेहानाम् +विदेहान् +विदेहाय +विदेहाश्च +विदेहास्ताम्रलिप्तकाः +विदेहे +विदेहेन +विदेहेषु +विदेहो +विदैः +विदैवतः +विदो +विदोदितः +विद् +विद्दि +विद्ध +विद्धं +विद्धः +विद्धकर्णी +विद्धद्धिः +विद्धम् +विद्धवान् +विद्धशालभञ्जिका +विद्धश्च +विद्धस्तु +विद्धस्तेन +विद्धस्य +विद्धा +विद्धां +विद्धांसः +विद्धाः +विद्धाति +विद्धातोः +विद्धाधिका +विद्धानां +विद्धानि +विद्धाया +विद्धायां +विद्धाश्च +विद्धासु +विद्धास्तत्र +विद्धि +विद्धिः +विद्धी +विद्धीति +विद्धीत्यर्थः +विद्धे +विद्धेन +विद्धेषु +विद्धो +विद्धोऽपि +विद्धौ +विद्ध्यकर्तारमव्ययम् +विद्ध्यनादी +विद्ध्या +विद्ध्यात् +विद्ध्येनमिह +विद्ध्वा +विद्बान् +विद्भिः +विद्म +विद्मः +विद्मना +विद्मनापसः +विद्मने +विद्मसि +विद्मह +विद्महे +विद्महेति +विद्महेऽनादिकृष्णाय +विद्मा +विद्मेति +विद्मो +विद्म॒ +विद्य +विद्यंते +विद्यः +विद्यत +विद्यतं +विद्यतः +विद्यति +विद्यतॆ +विद्यते +विद्यतेऽ +विद्यतेऽत्र +विद्यतेऽद्य +विद्यतेऽधुना +विद्यतेऽन्यो +विद्यतेऽपि +विद्यतेऽयनाय +विद्यतेऽयनाये +विद्यतेऽविनाशित्वात् +विद्यतेऽविनाशित्वान्न +विद्यतेऽस्मिन् +विद्यतेऽस्य +विद्यतेऽस्या +विद्यतेऽस्याः +विद्यतेऽस्यामिति +विद्यतेऽस्येति +विद्यत् +विद्यन्त +विद्यन्ते +विद्यन्तेऽत्र +विद्यन्तेऽस्य +विद्यम +विद्यमा +विद्यमान +विद्यमानं +विद्यमानः +विद्यमानकेशा +विद्यमानतया +विद्यमानता +विद्यमानतां +विद्यमानत्वं +विद्यमानत्वमिति +विद्यमानत्वात् +विद्यमानत्वादिति +विद्यमानत्वाद् +विद्यमानत्वान्न +विद्यमानत्वे +विद्यमानत्वेन +विद्यमानत्वेऽपि +विद्यमाननासिका +विद्यमानमपि +विद्यमानमस्ति +विद्यमानमेव +विद्यमानम् +विद्यमानया +विद्यमानयोः +विद्यमानसंयोगात् +विद्यमानस्य +विद्यमानस्यापि +विद्यमानस्येति +विद्यमानस्यैव +विद्यमाना +विद्यमानां +विद्यमानाः +विद्यमानात् +विद्यमानानां +विद्यमानानामपि +विद्यमानानाम् +विद्यमानानि +विद्यमानान् +विद्यमानापि +विद्यमानाया +विद्यमानायां +विद्यमानायाः +विद्यमानायामपि 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+विद्यातीर्थमहेश्वरः +विद्यातीर्थमहेश्वरम् +विद्यातो +विद्यात् +विद्यात्तं +विद्यात्तत्र +विद्यात्तथा +विद्यात्तस्य +विद्यात्तां +विद्यात्तिलकालकान् +विद्यात्तु +विद्यात्मने +विद्यात्मा +विद्यात्मानं +विद्यात्वं +विद्यात्वम् +विद्यात्स +विद्यात्सर्वस्यात्मनः +विद्यात्सह +विद्यात्स॒ह +विद्याथ +विद्याद +विद्यादक्लिन्नवर्त्म +विद्यादत्रातिसारवत् +विद्यादथ +विद्यादधिमन्थं +विद्यादनध्यायमनृतौ +विद्यादनध्यायानृतावपि +विद्यादनिलपित्ततः +विद्यादन्नजां +विद्यादयो +विद्यादरुंषिकाम् +विद्यादवपाटिकाम् +विद्यादसाध्यां +विद्यादहिपूतनम् +विद्यादाता +विद्यादान +विद्यादानं +विद्यादानफलं +विद्यादानम् +विद्यादाने +विद्यादानेन +विद्यादि +विद्यादिति +विद्यादित्यर्थः +विद्यादिना +विद्यादिमं +विद्यादीति +विद्यादीनां +विद्यादुपशयं +विद्यादेवी +विद्यादेहं +विद्यादेहस्य +विद्यादेहाय +विद्यादौ +विद्याद् +विद्याद्यथोत्तरम् +विद्याद्यदि +विद्याद्र +विद्याद्रात्स्यत्यसावमुत्रैवमयमस्मिन्निति +विद्याद्राहुं +विद्याद्वदने +विद्याद्वाक्यस्मरणयोरङित् +विद्याद्वातपित्तोत्थितां +विद्याद्विचक्षणः +विद्याद्विवृद्धं +विद्याधन +विद्याधनं +विद्याधनन्तु +विद्याधर +विद्याधरं +विद्याधरः +विद्याधरकन्यका +विद्याधरकुमारकः +विद्याधरकुमारकम् +विद्याधरगणाश्चैव +विद्याधरगणैः +विद्याधरचक्रवर्ती +विद्याधरत्वं +विद्याधरपतिः +विद्याधरपतिर्भवेत् +विद्याधरपतेः +विद्याधरपदं +विद्याधरपुरं +विद्याधरपुरे +विद्याधरप्रभोः +विद्याधरबलं +विद्याधरमहर्षयः +विद्याधरमहोरगाः +विद्याधरसुन्दरीणामनङ्गलेखक्रिययोपयोगम् +विद्याधरस्य +विद्याधरा +विद्याधराः +विद्याधराङ्गना +विद्याधराणां +विद्याधरादयः +विद्याधराधिपः +विद्याधराधिपतितां +विद्याधराधिपाः +विद्याधराधिराज्यं +विद्याधरान् +विद्याधराश्च +विद्याधराश्चैव +विद्याधरास्तथा +विद्याधरी +विद्याधरीं +विद्याधरीणां +विद्याधरे +विद्याधरेण +विद्याधरेन्द्रस्य +विद्याधरेन्द्राणां +विद्याधरेन्द्रेण +विद्याधरेन्द्रो +विद्याधरेश्वरः +विद्याधरेश्वरम् +विद्याधरेश्वराः +विद्याधरेश्वरैः +विद्याधरेषु +विद्याधरैः +विद्याधरैश्वर्यं +विद्याधरो +विद्याधरोरगाः +विद्याधरोऽपि +विद्याधर्यः +विद्याधर्यश्च +विद्याधर्या +विद्याधर्युवाच +विद्याधर्यो +विद्याधिकारी +विद्याधिको +विद्याधिदेवः +विद्याधिपतये +विद्याधिष्ठातृदेव्यै +विद्याध्ययन +विद्याध्ययनं +विद्याध्राः +विद्याध्राणां +विद्यानंद +विद्यानगर +विद्यानगरे +विद्यानन्दः +विद्यानन्दस्य +विद्याना +विद्यानां +विद्यानाथ +विद्यानाथः +विद्यानाथस्य +विद्यानाथेन +विद्यानानात्वमिति +विद्यानाम् +विद्यानिधिं +विद्यानिधिः +विद्यान् +विद्यान्तरे +विद्यान्ते +विद्यान्न +विद्यान्महद्भयम् +विद्यान्महाभयम् +विद्यान्मायिनं +विद्यान्मुक्तसन्धिप्रबन्धनम् +विद्यान्मृत्युमुपस्थितम् +विद्यान्या +विद्यापति +विद्यापतिः +विद्यापतेः +विद्यापदं +विद्यापदे +विद्यापि +विद्यापीठ +विद्यापीठं +विद्यापीठम् +विद्यापीठस्य +विद्यापीठे +विद्यापुरुषार्थाभ्यां +विद्याप्रकरणे +विद्याप्रकाश +विद्याप्रकाशं +विद्याप्रकाशयुक्त +विद्याप्रचार +विद्याप्रदं +विद्याप्रभावतः +विद्याप्रभावेण +विद्याप्रशंसा +विद्याप्राप्तये +विद्याप्राप्ति +विद्याफलं +विद्याफलम् +विद्याबलं +विद्याबलेन +विद्याभवन +विद्याभारती +विद्याभिः +विद्याभिजात्यैः +विद्याभिज्ञाप्रतिसंवित्प्राप्ता +विद्याभिज्ञाप्रतिसंवित्प्राप्तो +विद्याभीप्सिनं +विद्याभूषण +विद्याभूषणः +विद्याभृतां +विद्याभेद +विद्याभेदः 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+विद्यैकत्वमिति +विद्यैकत्वम् +विद्यैकत्वे +विद्यैव +विद्यैषा +विद्यो +विद्योतत +विद्योतति +विद्योतते +विद्योतनं +विद्योतन्ते +विद्योतमानं +विद्योतमानः +विद्योतमाना +विद्योतमानाः +विद्योतमानाय +विद्योतमाने +विद्योतयति +विद्योतयितव्यं +विद्योता +विद्योति +विद्योतिनी +विद्योतिनीव्याख्योपेतः +विद्योत्तमा +विद्योत्पत्तिं +विद्योत्पत्तौ +विद्योत्पादे +विद्योदये +विद्योद्देशे +विद्योपदिश्यते +विद्योपनिषदस्तथा +विद्योपयोगः +विद्योपादाने +विद्र +विद्रधस्य +विद्रधि +विद्रधिं +विद्रधिः +विद्रधिका +विद्रधिनिदानम् +विद्रधिम् +विद्रधिश्च +विद्रधी +विद्रधीन् +विद्रधे +विद्रधेः +विद्रधौ +विद्रध्यधिकारः +विद्रव +विद्रवः +विद्रवणे +विद्रवतो +विद्रवत्सु +विद्रवद्रवशक्तयः +विद्रवन्ति +विद्रविष्यन्ति +विद्रवो +विद्रष्टः +विद्रष्टा +विद्राणे +विद्राति +विद्राप्य +विद्रावय +विद्रावयति +विद्रावयन् +विद्रावयामास +विद्रावितं +विद्राविता +विद्राविते +विद्राव्य +विद्रुतं +विद्रुतः +विद्रुतम् +विद्रुतवती +विद्रुता +विद्रुतां +विद्रुताः +विद्रुतानां +विद्रुतान् +विद्रुते +विद्रुतेषु +विद्रुतो +विद्रुम +विद्रुमं +विद्रुमः +विद्रुमच्छायो +विद्रुमम् +विद्रुमलता +विद्रुमवल्लकी +विद्रुमस्य +विद्रुमा +विद्रुमाणां +विद्रुमे +विद्रुमेषु +विद्रुमो +विद्रे +विद्रो +विद्रोह +विद्रोहं +विद्रोहः +विद्रोहस्य +विद्रोही +विद्ल +विद्लृ +विद्व +विद्वँस्त्वं +विद्वंस्त्वं +विद्वः +विद्वच्छरीरे +विद्वज्जना +विद्वज्जनाः +विद्वज्जनानां +विद्वज्जने +विद्वज्जनैः +विद्वता +विद्वत् +विद्वत्कल्पः +विद्वत्तमो +विद्वत्तया +विद्वत्ता +विद्वत्तां +विद्वत्तायाः +विद्वत्त्वं +विद्वत्पद्धतिः +विद्वत्वं +विद्वत्संन्यास +विद्वत्सदसि +विद्वत्सभायां +विद्वत्सु +विद्वदविदुषोः +विद्वदिति +विद्वद्गुणा +विद्वद्गुणानाह +विद्वद्गोष्ठीषु +विद्वद्धिः +विद्वद्भि +विद्वद्भिः +विद्वद्भिरपि +विद्वद्भिरिति +विद्वद्भिरुच्यते +विद्वद्भिश्च +विद्वद्भेदे +विद्वद्भ्य +विद्वद्भ्यः +विद्वद्भ्याम् +विद्वद्भ्यो +विद्वद्विषयमाह +विद्वद्‌भिः +विद्वन् +विद्वन्निति +विद्वन्मण्डले +विद्वन्मनोरजनी +विद्वन्मनोरञ्जनी +विद्वन्मानस +विद्वन्मानसहंस +विद्वला +विद्वषकः +विद्वस् +विद्वा +विद्वाँ +विद्वाँठ +विद्वाँसो +विद्वां +विद्वांश् +विद्वांश्च +विद्वांश्चकार +विद्वांश्चतुष्कलं +विद्वांश्चिनुते +विद्वांस +विद्वांसं +विद्वांसः +विद्वांसमपि +विद्वांसमुपवदति +विद्वांसमेतद्गायन्तमुपवदादिति +विद्वांसम् +विद्वांसश्च +विद्वांसस्तं +विद्वांसस्तत्र +विद्वांसस्तु +विद्वांसस्ते +विद्वांसा +विद्वांसो +विद्वांसोऽग्निहोत्रं +विद्वांसोऽन्नमत्थ +विद्वांसोऽपि +विद्वांसौ +विद्वांस् +विद्वांस्तत्र +विद्वांस्तस्मै +विद्वांस्तु +विद्वांस्त्वं +विद्वाञ् +विद्वान +विद्वानक्षरं +विद्वानक्षरमुद्गीथमुपास्ते +विद्वानग्निं +विद्वानग्निमाधत्ते +विद्वानग्निहोत्रं +विद्वानग्नेरग्ने +विद्वानधोपहासं +विद्वानपि +विद्वानमावास्यां +विद्वानमृत +विद्वानयं +विद्वानविदुषो +विद्वानस्ति +विद्वानागत्य +विद्वानादित्यं +विद्वानासीत् +विद्वानिति +विद्वानित्यर्थः +विद्वानिव +विद्वानिवाविद्वानपि +विद्वानुदगयने +विद्वानुदिते +विद्वानुद्गायति +विद्वानुपसन्नाय +विद्वानुपास्ते +विद्वानुपास्तेऽपहते +विद्वानुभयत्र +विद्वानेकोद्दिष्टस्य +विद्वानेतदुपास्ते +विद्वानेतद्धोता +विद्वानेतया +विद्वानेता +विद्वानेते +विद्वानेतेन +विद्वानेव +विद्वानेवं +विद्वानो +विद्वानों +विद्वान् +विद्वान्त् +विद्वान्द्वारि +विद्वान्न +विद्वान्नामरूपाद्विमुक्तः +विद्वान्निधनमुपैति +विद्वान्नैवागृहतायै +विद्वान्पुण्यपापे +विद्वान्प्रतिहरति +विद्वान्प्रस्तौति +विद्वान्ब्रह्म +विद्वान्ब्राह्मणो +विद्वान्युक्तः +विद्वान्यो +विद्वान्वा +विद्वान्वै +विद्वान्स +विद्वान्सर्वेषां +विद्वान्सां +विद्वान्साम +विद्वान्साम्नार्त्विज्यं +विद्वान्होता +विद्वान्‌ +विद्वाम्̇श् +विद्वाम्̇स +विद्वाम्̇सः +विद्वाम्̇सश् +विद्वाम्̇सस् +विद्वाश्चतुष्कलं +विद्वास +विद्वासः +विद्वासो +विद्वा᳘नेत᳘दुपा᳘स्ते +विद्वाꣳ +विद्वाꣳश् +विद्वाꣳश्चतुष्कलं +विद्वाꣳस +विद्वाꣳसः +विद्वाꣳसश् +विद्वाꣳसस् +विद्वि +विद्विष +विद्विषं +विद्विषः +विद्विषतः +विद्विषतां +विद्विषन्ति +विद्विषम् +विद्विषा +विद्विषां +विद्विषाणयोर् +विद्विषादरः +विद्विषाम् +विद्विषावहै +विद्विषि +विद्विषे +विद्विषो +विद्विष्टं +विद्विष्टः +विद्विष्टा +विद्विष्टो +विद्वे +विद्वेष +विद्वेषं +विद्वेषः +विद्वेषणं +विद्वेषय +विद्वेषश्च +विद्वेषादपि +विद्वेषिणः +विद्वेषे +विद्वेषो +विद्वेषोच्चाटनं +विद्वेष्टा +विद्वेष्टि +विद्वो +विद्व्वा +विद॒त्त्सरु॑ः +विद॒थ्यं॑ +विद॒न् +विध +विधं +विधः +विधत +विधतः +विधति +विधतिः +विधतिर्दानकर्मा +विधते +विधतो +विधत् +विधत्त +विधत्तं +विधत्तः +विधत्ता +विधत्तां +विधत्ताम् +विधत्ते +विधत्वं +विधत्से +विधत्स्व +विधन +विधना +विधन्तः +विधम +विधमति +विधमन् +विधमन्तं +विधमन्ति +विधमपि +विधमामुत +विधमिष्यति +विधमिष्यन्ति +विधमिष्यामि +विधम् +विधम्य +विधम्यन्ते +विधय +विधयः +विधयते +विधयश्च +विधयश्छन्दसि +विधया +विधये +विधयेऽस्तमिनो +विधयो +विधरणः +विधरणी +विधर्तरि +विधर्ता +विधर्म +विधर्मः +विधर्मणः +विधर्मणा +विधर्मणि +विधर्मणे +विधर्मन् +विधर्मा +विधर्माणः +विधर्माणो +विधर्मिणः +विधर्मिता +विधर्मो +विधल् +विधवति +विधवया +विधवा +विधवां +विधवाः +विधवात्वं +विधवानां +विधवापि +विधवाब्रह्मचारिणाम् +विधवाम् +विधवाया +विधवायां +विधवायाः +विधवाविवाहस्य +विधवावेदनं +विधवाश्च +विधवासु +विधवास्त्रीणां +विधवे +विधवेव +विधस्य +विधा +विधां +विधाः +विधाञो +विधात +विधातं +विधातः +विधातरि +विधातव्य +विधातव्यं +विधातव्यः +विधातव्यमिति +विधातव्यम् +विधातव्या +विधातव्याः +विधातव्ये +विधातव्यो +विधातव्यौ +विधाता +विधातापि +विधातार 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+विधानार्थ +विधानार्थं +विधानार्थम् +विधानार्था +विधानार्थे +विधानि +विधाने +विधानेन +विधानेनैव +विधानेषु +विधानेऽपि +विधानैः +विधानोक्तं +विधानोक्ताः +विधान् +विधान्तरं +विधान्तरेण +विधान्याम् +विधापय +विधापयेत् +विधाप्य +विधाभिः +विधाम् +विधाय +विधायक +विधायकं +विधायकः +विधायकत्वे +विधायकत्वेन +विधायकम् +विधायकस्य +विधायका +विधायकाः +विधायकानां +विधायकानि +विधायके +विधायकेन +विधायको +विधायते +विधाया +विधायाः +विधायाग्निं +विधायाथ +विधायादौ +विधायापि +विधायाशु +विधायासकृत् +विधायास्य +विधायाह +विधायाऽथ +विधायाऽपि +विधायिका +विधायिनी +विधायिष्यते +विधायेति +विधायेत्थं +विधायैकं +विधायैव +विधायैवं +विधार +विधारक +विधारकः +विधारकत्वं +विधारके +विधारणं +विधारणम् +विधारणात् +विधारणाभ्यां +विधारणे +विधारय +विधारयः +विधारयन् +विधारयन्ते +विधारयामः +विधारयामि +विधारयामीति +विधारयिता +विधारयेत् +विधारयेद्यस्तु +विधारे +विधार्थे +विधार्य +विधार्यते +विधावति +विधावन्ति +विधावपि +विधाविति +विधासु +विधास्य +विधास्यत +विधास्यति +विधास्यतीति +विधास्यते +विधास्यथ +विधास्यन् +विधास्यन्ति +विधास्यन्ते 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+विधिनैवं +विधिनोत्तमादुच्छ्वासाच्चरेत् +विधिनोदितः +विधिनोदितेन +विधिनोपयेमे +विधिपक्षे +विधिपरत्वे +विधिपरिप्रापितत्त्वाभावात् +विधिपरिप्रापितेन्द्रादिदेवतोद्देशेषु +विधिपूर्ब्बकम् +विधिपूर्वं +विधिपूर्वक +विधिपूर्वकं +विधिपूर्वकः +विधिपूर्वकम् +विधिपूर्वेण +विधिपूर्व्वकम् +विधिप्रकारेण +विधिप्रतिषेधयोः +विधिप्रतिषेधलक्षणं +विधिप्रतिषेधौ +विधिप्रत्ययस्य +विधिप्रत्ययेन +विधिप्रदेशः +विधिप्रयुक्तसत्कारैः +विधिप्रयुक्तां +विधिबलात् +विधिबोधितम् +विधिभिः +विधिभेदप्रकृत्यन्तरेण +विधिभेदे +विधिमन्तरेण +विधिमन्त्रपुरस्कृतम् +विधिमस्य +विधिमा +विधिमाचक्षते +विधिमाचरेत् +विधिमास्थाय +विधिमास्थितः +विधिमाह +विधिमिति +विधिमिमं +विधिमुक्त्वा +विधिमुखेन +विधिमुत्तमम् +विधिमुत्सृज्य +विधिमेनं +विधिम् +विधियज्ञाज्जपयज्ञो +विधियते +विधियुक्तं +विधियुक्तेन +विधियों +विधियोगतः +विधियोगेन +विधिर +विधिरत्ने +विधिरत्यन्तमप्राप्तौ +विधिरत्र +विधिरधिकारविधिः +विधिरनित्य +विधिरनित्यः +विधिरनित्यो +विधिरनिमित्तं +विधिरने +विधिरन्ते +विधिरन्यथा +विधिरपि +विधिरभिमतमभिमुखीभूतः +विधिरयं +विधिरयम् +विधिरस्ति 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+विधिशतेनापि +विधिशब्द +विधिशब्दः +विधिशब्दस्य +विधिशब्दे +विधिशब्देन +विधिशब्दो +विधिशासनतो +विधिशास्त्रं +विधिशेषत्वेन +विधिशेषभूतदेवता +विधिश् +विधिश्च +विधिश्चक्रे +विधिश्चतुर्विधः +विधिश्चेति +विधिश्चैकार्थवाचिनः +विधिश्चैव +विधिषु +विधिसरूपा +विधिसूत्रम् +विधिसे +विधिस् +विधिस्ततः +विधिस्तत्र +विधिस्तथा +विधिस्तदन्तस्य +विधिस्तदा +विधिस्तदादावल्ग्रहणे +विधिस्तव +विधिस्तस्य +विधिस्तस्याः +विधिस्तु +विधिस्ते +विधिस्तेन +विधिस्त्वयम् +विधिस्त्वेष +विधिस्नानं +विधिस्पृष्टे +विधिहीनं +विधिहीनञ्च +विधिहीनमसृष्टान्नं +विधिहीनमिति +विधिहुतं +विधी +विधीः +विधीति +विधीनां +विधीनाम् +विधीन् +विधीय +विधीयत +विधीयतइति +विधीयता +विधीयतां +विधीयतामिति +विधीयताम् +विधीयते +विधीयन्त +विधीयन्ते +विधीयमान +विधीयमानं +विधीयमानः +विधीयमानत्वात् +विधीयमानम् +विधीयमानस्य +विधीयमाना +विधीयमानाः +विधीयमानानां +विधीयमाने +विधीयमानेषु +विधीयमानो +विधीयमानौ +विधीये +विधीयेत +विधीयेते +विधीयेतेति +विधीयेरन् +विधु +विधुं +विधुंतुद +विधुंतुदः +विधुंतुदो +विधुः +विधुक्षये +विधुत +विधुतं +विधुतः +विधुतम् +विधुता 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+विधेम +विधेमहि +विधेमान्यत्रास्मदघविषा +विधेमेति +विधेम॒ +विधेय +विधेयं +विधेयः +विधेयकः +विधेयकम् +विधेयकस्य +विधेयकाः +विधेयके +विधेयकोटौ +विधेयतया +विधेयता +विधेयतां +विधेयताम् +विधेयत्व +विधेयत्वं +विधेयत्वम् +विधेयत्वात् +विधेयत्वे +विधेयत्वेन +विधेयमधुना +विधेयमिति +विधेयमित्यभिप्रायेणतच्चतुर्युगसहस्रावसानं +विधेयमित्यर्थः +विधेयमिष्टं +विधेयमेवं +विधेयम् +विधेयश्च +विधेयस्तव +विधेयस्य +विधेयस्येति +विधेया +विधेयांशो +विधेयाः +विधेयात् +विधेयात्मा +विधेयानां +विधेयानि +विधेयापेक्षं +विधेयाविमर्श +विधेयी +विधेये +विधेयेति +विधेयेन +विधेयेषु +विधेयो +विधेयौ +विधेरनित्यत्वात् +विधेरनित्यत्वाद्गुणाभावः +विधेरपि +विधेरहो +विधेरिति +विधेरिव +विधेरेव +विधेर् +विधेर्न +विधेर्यत्र +विधेर्वशात् +विधेव +विधेश्च +विधेषु +विधेस् +विधेस्तु +विधेस्त्वमस्माकं +विधेहि +विधेहीति +विधै +विधैः +विधैव +विधैौ +विधो +विधोः +विधोयते +विधोरधःस्थं +विधोरपि +विधोरिति +विधोरिव +विधोश्च +विधोश्चन्द्रस्य +विधोस्तु +विधौ +विध् +विध्न +विध्नं +विध्य +विध्यं +विध्यत +विध्यतं +विध्यतम् +विध्यता +विध्यताम् +विध्यति +विध्यतीति +विध्यतु +विध्यते +विध्यत् +विध्यत्यधनुषा +विध्यनुवादौ +विध्यन् +विध्यन्त +विध्यन्तः +विध्यन्तरं +विध्यन्तरमाह +विध्यन्तरम् +विध्यन्तरोपसंग्रहणार्थत्वात् +विध्यन्ति +विध्यन्ते +विध्यन्तो +विध्यपराधे +विध्यपेक्षं +विध्यभावात् +विध्यभावे +विध्यमुपलक्षितम् +विध्यम् +विध्यर्थ +विध्यर्थं +विध्यर्थः +विध्यर्थत्वात् +विध्यर्थम् +विध्यर्थस्य +विध्यर्थे +विध्यर्थो +विध्यलङ्कारः +विध्यसि +विध्यऽ +विध्या +विध्यां +विध्यात् +विध्यादिः +विध्यादिवत् +विध्यादिषु +विध्यादौ +विध्याभासः +विध्याभासेन +विध्यामः +विध्यामि +विध्यामो +विध्यु +विध्युक्तं +विध्युक्तरीत्या +विध्युद्देशः +विध्युद्देशे +विध्ये +विध्येकवाक्यतया +विध्येत +विध्येति +विध्येत् +विध्येद् +विध्योः +विध्य् +विध्य॑ +विध्य॒ +विध्व +विध्वं +विध्वंस +विध्वंसं +विध्वंसः +विध्वंसत +विध्वंसते +विध्वंसनं +विध्वंसनाय +विध्वंसमाना +विध्वंसय +विध्वंसयति +विध्वंसयामास +विध्वंसयाम्यहम् +विध्वंसि +विध्वंसिता +विध्वंसिताः +विध्वंसितो +विध्वंसी +विध्वंसे +विध्वंसेत +विध्वरुषोस्तुदः +विध्वस्तं +विध्वस्तः +विध्वस्तम् +विध्वस्ता 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+विनयातिक्रममासादयन्ति +विनयात् +विनयादवाप्यते +विनयादि +विनयादिभ्यष्ठक् +विनयाद् +विनयाधिकारिकम् +विनयाधिकारिके +विनयानतः +विनयान्वितः +विनयान्वितम् +विनयान्विता +विनयान्विताः +विनयान्वितैः +विनयाय +विनयावनतं +विनयावनतः +विनयावनता +विनयावनताः +विनयावनतो +विनयिता +विनयी +विनये +विनयेद् +विनयेन +विनयेनैव +विनयेनोपसंगम्य +विनयेऽहं +विनयो +विनयोपेतं +विनयोपेतः +विनयोपेता +विनयोपेतो +विनय्सेत् +विनर्दन्तो +विनर्दि +विनव +विनशनं +विनशने +विनशिष्यतः +विनशिष्यताम् +विनशिष्यति +विनशिष्यन्ति +विनशिष्यसि +विनशिष्यामि +विनशिष्याम्यसंशयम् +विनश्य +विनश्यंति +विनश्यतः +विनश्यति +विनश्यतीति +विनश्यतीत्यर्थः +विनश्यतु +विनश्यते +विनश्यत् +विनश्यत्याशु +विनश्यत्सु +विनश्यत्स्वविनश्यन्तं +विनश्यद्विकारजातं +विनश्यन्तं +विनश्यन्ति +विनश्यन्तीति +विनश्यन्तु +विनश्यसि +विनश्येच्च +विनश्येत +विनश्येत् +विनश्येत्तु +विनश्येदिति +विनश्येद्वै +विनश्येम +विनश्येयुः +विनश्वरं +विनश्वरः +विनश्वरम् +विनश्वरे +विनश्वरो +विनष्ट +विनष्टं +विनष्टः +विनष्टतामसाः +विनष्टत्वात् +विनष्टधीः +विनष्टमिति +विनष्टम् 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+विनिगमकत्वात् +विनिगमकमिति +विनिगमकम् +विनिगमका +विनिगमकाभावात् +विनिगमकाभावेन +विनिगमनमित्यत +विनिगमनम् +विनिगमना +विनिगमनायां +विनिगमनावि +विनिगमनाविरह +विनिगमनाविरहः +विनिगमनाविरहात् +विनिगमनाविरहादाह +विनिगमनाविरहादिति +विनिगमनाविरहेण +विनिगमने +विनिगूहितुम् +विनिगृह्य +विनिग्रहं +विनिग्रहः +विनिग्रहम् +विनिग्रहार्थीयः +विनिग्रहार्थे +विनिग्रहे +विनिग्रहो +विनिघ्नंति +विनिघ्नति +विनिघ्नन् +विनिघ्नन्तं +विनिघ्नन्तः +विनिघ्नन्ति +विनिघ्नी +विनिता +विनितानि +विनिद्र +विनिद्रं +विनिद्रः +विनिद्रता +विनिद्रमन्दाररजोरुणाङ्गुली +विनिद्ररोमाजनि +विनिद्रस्य +विनिद्रा +विनिद्राणां +विनिद्रे +विनिद्रो +विनिधाय +विनिनी +विनिन्दति +विनिन्दन्ति +विनिन्दितम् +विनिन्दिता +विनिन्द्य +विनिन्युः +विनिन्ये +विनिपत्य +विनिपात +विनिपातं +विनिपातः +विनिपातप्रतीकारः +विनिपातय +विनिपातयेत् +विनिपाताय +विनिपातितः +विनिपातितम् +विनिपातिताः +विनिपातिते +विनिपातितैः +विनिपाते +विनिपातो +विनिपात्य +विनिपात्यते +विनिप्रत्ययः +विनिबोध +विनिमय +विनिमयं +विनिमयः +विनिमयस्तु +विनिमयस्य +विनिमये +विनिमयेन +विनिमयो 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+विनिवृत्य +विनिवेदने +विनिवेदयामि +विनिवेदयेत् +विनिवेदितं +विनिवेदितः +विनिवेदितम् +विनिवेद्य +विनिवेद्याथ +विनिवेश +विनिवेशः +विनिवेशनं +विनिवेशनम् +विनिवेशय +विनिवेशयामि +विनिवेशयितुं +विनिवेशयेत् +विनिवेशित +विनिवेशितं +विनिवेशितः +विनिवेशितम् +विनिवेशिता +विनिवेशिताः +विनिवेशितेन +विनिवेश्य +विनिशम्य +विनिश्चय +विनिश्चयं +विनिश्चयः +विनिश्चयटीकायां +विनिश्चयम् +विनिश्चयात् +विनिश्चये +विनिश्चयो +विनिश्चितं +विनिश्चितः +विनिश्चितम् +विनिश्चिता +विनिश्चिताः +विनिश्चिते +विनिश्चितैः +विनिश्चित्य +विनिश्चिनु +विनिश्चेतुं +विनिश्वसन् +विनिश्वस्य +विनिष्कास्य +विनिष्कृष्य +विनिष्क्रम्य +विनिष्क्रांतः +विनिष्क्रांता +विनिष्क्रांतो +विनिष्क्रान्तं +विनिष्क्रान्ता +विनिष्क्रान्तासिपाशिनी +विनिष्क्रान्ते +विनिष्क्रियः +विनिष्ठीवति +विनिष्पतत् +विनिष्पतन् +विनिष्पतेत् +विनिष्पत्य +विनिष्पन्नसमाधिस्तु +विनिष्पिष्य +विनिष्पीड्य +विनिष्पेतुः +विनिस्सृतः +विनिस्सृता +विनिहतं +विनिहतः +विनिहता +विनिहतां +विनिहताः +विनिहतात्मानं +विनिहते +विनिहतो +विनिहत्य +विनिहन्ति +विनिहन्त्यसद्ग्रहात् +विनिहित +विनिहितं +विनिहितः +विनिहितम् +विनिहितवान् +विनिहितस्तन्व्यास्तनुं +विनिहिता +विनिहितां +विनिहितात्मा +विनिहितो +विनी +विनीत +विनीतं +विनीतः +विनीतखेदः +विनीतता +विनीतत्वं +विनीतदेव +विनीतमतये +विनीतमतिना +विनीतमार्गाः +विनीतमित्यर्थः +विनीतम् +विनीतवत् +विनीतवदुपागम्य +विनीतवान् +विनीतविद्यानां +विनीतवेषः +विनीतवेषाभरणः +विनीतवेषेण +विनीतश्च +विनीतस्य +विनीता +विनीतां +विनीतांश्च +विनीताः +विनीतात्मा +विनीतानां +विनीतान् +विनीताय +विनीताश्च +विनीति +विनीते +विनीतेन +विनीतैः +विनीतो +विनीतौ +विनीनी +विनीय +विनीयः +विनु +विनुदते +विने +विनेंद्र +विनेता +विनेति +विनेतुं +विनेतुम् +विनेतुरुदारमतेः +विनेत्यनेन +विनेत्यर्थः +विनेत्यादि +विनेत्रा +विनेदं +विनेदतुः +विनेदुः +विनेदुर्विकृतैः +विनेदुश्च +विनेयं +विनेयः +विनेया +विनेयाः +विनेयानां +विनेयानुन्मुखीकर्तुं +विनेयेषु +विनेयो +विनेशुः +विनेष्यति +विनेष्यामि +विनेह +विनै +विनैनं +विनैव +विनैवेति +विनो +विनोक्ति +विनोक्तिः +विनोक्तिसरः +विनोक्त्यलङ्कारः +विनोद +विनोदं +विनोदः +विनोदनं +विनोदनम् +विनोदनिपुणः +विनोदने +विनोदम् +विनोदय +विनोदयति +विनोदयन् +विनोदयन्ती +विनोदयामास +विनोदयामि +विनोदयितुं +विनोदयितुम् +विनोदयिष्यति +विनोदयिष्यन्ति +विनोदयिष्यावः +विनोदश्च +विनोदाः +विनोदाय +विनोदार्थं +विनोदितः +विनोदिता +विनोदिनि +विनोदिनी +विनोदिनीं +विनोदिनीम् +विनोदिन्या +विनोदिन्याः +विनोदी +विनोदे +विनोदेति +विनोदेन +विनोदो +विनोद्य +विनोपदेशं +विनोपदेशेन +विनोपपद्यते +विनोबा +विनौषधम् +विन् +विन्त +विन्ति +विन्तु +विन्ते +विन्द +विन्दं +विन्दः +विन्दजीवोः +विन्दत +विन्दतः +विन्दति +विन्दती +विन्दतीति +विन्दतु +विन्दते +विन्दतेः +विन्दतेऽथ +विन्दतेऽमृतम् +विन्दते॒ +विन्दतो +विन्दत्यात्मनि +विन्दध्वम् +विन्दन् +विन्दन्ति +विन्दन्ते +विन्दन्त्यनृतेन +विन्दमाना +विन्दराजविरचिते +विन्दव +विन्दवः +विन्दवो +विन्दसि +विन्दसे +विन्दस्व +विन्दा +विन्दानुविन्दावावन्त्यौ +विन्दानुविन्दौ +विन्दाम +विन्दामहा +विन्दामहे +विन्दामि +विन्दामो +विन्दावहै +विन्दु +विन्दुं +विन्दुः +विन्दुद्वयं +विन्दुना +विन्दुनाद +विन्दुभिः +विन्दुरिच्छुः +विन्दू +विन्दे +विन्देः +विन्देत +विन्देति +विन्देत् +विन्देदपि +विन्देदप्सु +विन्देद् +विन्देमहीति +विन्देय +विन्देयं +विन्देयुः +विन्देयुर् +विन्देयेति +विन्देरन् +विन्दो +विन्दोः +विन्दौ +विन्द्यात् +विन्द्याद् +विन्द्यान् +विन्द्यान्महद्भयम् +विन्द्र +विन्धते +विन्धे +विन्ध्य +विन्ध्यं +विन्ध्यः +विन्ध्यकेतुः +विन्ध्यगिरिः +विन्ध्यनिलया +विन्ध्यपर्वतः +विन्ध्यपर्वतम् +विन्ध्यपर्वतश्रेणी +विन्ध्यपर्वतस्य +विन्ध्यपर्वते +विन्ध्यपादाः +विन्ध्यपादे +विन्ध्यम् +विन्ध्यवने +विन्ध्यवासिनः +विन्ध्यवासिनी +विन्ध्यवासिनीं +विन्ध्यवासिनीम् +विन्ध्यवासिन्या +विन्ध्यवासिन्याः +विन्ध्यवासी +विन्ध्यश्च +विन्ध्यस्य +विन्ध्या +विन्ध्याचल +विन्ध्याचलं +विन्ध्याचलः +विन्ध्याचलनिवासिनी +विन्ध्याचलस्य +विन्ध्याचले +विन्ध्याटवी +विन्ध्याटवीं +विन्ध्याटव्यां +विन्ध्यात् +विन्ध्याद्रौ +विन्ध्यावली +विन्ध्ये +विन्ध्येन +विन्ध्येश्वरी +विन्ध्यो +विन्न +विन्नः +विन्ना +विन्नां +विन्नाः +विन्नास्वेष +विन्मतोः +विन्मतोर्लुक् +विन्य +विन्यसे +विन्यसेच्च +विन्यसेत् +विन्यसेत्क्रमात् +विन्यसेत्ततः +विन्यसेत्तत्र +विन्यसेत्तु +विन्यसेथ् +विन्यसेदिति +विन्यसेद् +विन्यसेद्बुधः +विन्यसेन्मध्ये +विन्यसेन्मूर्ध्नि +विन्यस्त +विन्यस्तं +विन्यस्तः +विन्यस्तम् +विन्यस्तवान् +विन्यस्तस्य +विन्यस्ता +विन्यस्तां +विन्यस्ताः +विन्यस्तानि +विन्यस्ते +विन्यस्तेति +विन्यस्तेषु +विन्यस्तैः +विन्यस्तौ +विन्यस्य +विन्यस्यति +विन्यस्यते +विन्यस्यन्ती +विन्यस्यम् +विन्यस्येत् +विन्या +विन्यास +विन्यासं +विन्यासः +विन्यासस्य +विन्यासाः +विन्यासे +विन्यासेन +विन्यासो +विन्सी +विन्सेन्ड +विप +विपं +विपः +विपःऽचितः +विपःऽचितम् +विपःऽचित् +विपः॑ +विपक्तव्यं +विपक्वं +विपक्वः +विपक्वम् +विपक्वा +विपक्वानि +विपक्वे +विपक्वेन +विपक्ष +विपक्षं +विपक्षः +विपक्षगोत्रं +विपक्षतां +विपक्षत्वात् +विपक्षत्वेन +विपक्षनेता +विपक्षबाधकं +विपक्षभूपाः +विपक्षमखिलीकृत्य +विपक्षम् +विपक्षवृत्तित्वं +विपक्षसा +विपक्षसेना +विपक्षसौ +विपक्षस्य +विपक्षा +विपक्षाः +विपक्षाच्च +विपक्षाणां +विपक्षात्‌ +विपक्षाद् +विपक्षान् +विपक्षी +विपक्षे +विपक्षेति +विपक्षेषु +विपक्षेऽपि +विपक्षैः +विपक्षैकदेशे +विपक्षो +विपक्षौ +विपचेच्च +विपचेत् +विपचेद् +विपचेद्भिषक् +विपचेद्योजयेदौषधञ्च +विपच्य +विपच्यते +विपच्यन्ते +विपच्यमानं +विपच्येत +विपञ्चिका +विपञ्ची +विपञ्चीं +विपञ्चीस्वरसौभाग्या +विपञ्च्या +विपण +विपणः +विपणनं +विपणनम् +विपणनस्य +विपणि +विपणिं +विपणिः +विपणिषु +विपणे +विपणेन +विपणो +विपणौ +विपण्यां +विपति +विपतिष्यतीति +विपतेदिति +विपत् +विपत्करं +विपत्करम् +विपत्काले +विपत्तय +विपत्तयः +विपत्तये +विपत्तारे +विपत्तावपि +विपत्ति +विपत्तिं +विपत्तिः +विपत्तिकाले +विपत्तिम् +विपत्तिरपि +विपत्तिवाचको +विपत्तिश्च +विपत्तिषु +विपत्तिस्तस्य +विपत्तेः +विपत्तेर्महिमा +विपत्तेश्च +विपत्तौ +विपत्त्या +विपत्प्रतीकारपरेण +विपत्रयोजक +विपत्सु +विपत्स्यते +विपत्स्यसे +विपत्स्वपि +विपथ +विपथं +विपथः +विपथम् +विपथवाहौ +विपथे +विपथेन +विपद +विपदं +विपदः +विपदपि +विपदम् +विपदा +विपदां +विपदामास्पदं +विपदाम् +विपदि +विपदिति +विपदी +विपदे +विपदेति +विपदो +विपदोऽपि +विपद् +विपद्य +विपद्यत +विपद्यते +विपद्यन्ते +विपद्यपि +विपद्येत +विपन्न +विपन्नं +विपन्नः +विपन्नम् +विपन्नश्च +विपन्नस्य +विपन्ना +विपन्नां +विपन्नानां +विपन्नायां +विपन्ने +विपन्नो +विपन्नोऽस्मि +विपन्नौ +विपन्यया +विपन्यवः +विपन्यवो +विपन्या +विपन्यामहे +विपन्युभिः +विपन्युवः +विपप्रथे +विपम +विपमं +विपमा +विपमे +विपम् +विपय +विपयं +विपयः +विपया +विपये +विपयेषु +विपय्र्ययः +विपराभ्यां +विपरायन्ति +विपरि +विपरिक्रामन्त्यृत्विजः +विपरिणत +विपरिणतं +विपरिणतम् +विपरिणमत +विपरिणमते +विपरिणमतेऽपक्षीयते +विपरिणमनीयम् +विपरिणमय्य +विपरिणम्य +विपरिणम्यत +विपरिणम्यते +विपरिणाम +विपरिणामः +विपरिणामदुःखता +विपरिणामधर्माणः +विपरिणामेन +विपरिणामेनानुषङ्गः +विपरिणामो +विपरितं +विपरिधाय +विपरिधावति +विपरिपत्य +विपरिवर्तते +विपरिवर्तन्ते +विपरिवर्तमानानां +विपरिवर्तेत +विपरिवर्त्तते +विपरिहरन्ति +विपरी +विपरीत +विपरीतं +विपरीतः +विपरीतकम् +विपरीतकर्मणा +विपरीतकारिणि +विपरीतक्रमेण +विपरीतगा +विपरीतगुणं +विपरीतगुणा +विपरीतगोलविधिना +विपरीतज्ञानं +विपरीतज्ञानम् +विपरीतज्ञानाः +विपरीतञ्च +विपरीततया +विपरीतता +विपरीततां +विपरीतत्वं +विपरीतदर्शनं +विपरीतदृष्टिके +विपरीतन्तु +विपरीतपूर्वा +विपरीतफलं +विपरीतबुद्धिः +विपरीतबुद्ध्या +विपरीतभावना +विपरीतमतः +विपरीतमतिः +विपरीतमतो +विपरीतमतोऽन्यथा +विपरीतमपि +विपरीतमर्थम् +विपरीतमव्यक्तम् +विपरीतमव्यक्तम्‌ +विपरीतमिति +विपरीतमिदं +विपरीतमेके +विपरीतमेव +विपरीतम् +विपरीतरते +विपरीतरूपेण +विपरीतलक्षणया +विपरीतवत् +विपरीतशोधने +विपरीतशोधनेन +विपरीतश्च +विपरीतस्तु +विपरीतस्य +विपरीता +विपरीतां +विपरीतांश्च +विपरीतांस्तु +विपरीताः +विपरीताख्या +विपरीताच्च +विपरीताच्चेति +विपरीतादि +विपरीतादिकं +विपरीतानां +विपरीतानि +विपरीतान् +विपरीताय +विपरीतायां +विपरीतार्थ +विपरीतार्था +विपरीताश्च +विपरीतास् +विपरीतास्तु +विपरीते +विपरीतेति +विपरीतेन +विपरीतेषु +विपरीतैर्विपर्ययः +विपरीतो +विपरीतोपशायिता +विपरीतौ +विपरेतन +विपरेत्य +विपर्य +विपर्यय +विपर्ययं +विपर्ययः +विपर्ययगतः +विपर्ययज्ञानं +विपर्ययज्ञानम् +विपर्ययज्ञानवासनावासिता +विपर्ययज्ञानस्य +विपर्ययभेदा +विपर्ययम् +विपर्ययविशेषो +विपर्ययश्च +विपर्ययस् +विपर्ययस्तु +विपर्ययस्त्विति +विपर्ययस्य +विपर्ययस्यापि +विपर्यया +विपर्ययाः +विपर्ययाच्च +विपर्ययात् +विपर्ययात्तद्विपर्यासः +विपर्ययात्‌ +विपर्ययादिष्यते +विपर्ययाद् +विपर्यये +विपर्ययेण +विपर्ययेऽपि +विपर्ययैः +विपर्ययो +विपर्ययोपारोही +विपर्ययोऽपि +विपर्यस्त +विपर्यस्तं +विपर्यस्तः +विपर्यस्तधिया +विपर्यस्तम् +विपर्यस्ता +विपर्यस्ताः +विपर्यस्ते +विपर्यस्तो +विपर्यस्तौ +विपर्यस्य +विपर्यस्यति +विपर्यस्यते +विपर्यास +विपर्यासं +विपर्यासः +विपर्यासपरीक्षा +विपर्यासम् +विपर्यासयति +विपर्यासरूपो +विपर्यासस्य +विपर्यासा +विपर्यासाः +विपर्यासात् +विपर्यासितदर्शनैः +विपर्यासे +विपर्यासेन +विपर्यासो +विपर्येति +विपर्येतुं +विपर्य्यय +विपर्य्ययं +विपर्य्ययः +विपर्य्ययम् +विपर्य्ययात् +विपर्य्यये +विपर्य्ययेण +विपर्य्ययो +विपर्य्यस्तं +विपर्य्यासः +विपर्य्यासो +विपर्वं +विपर्वमर्दयत् +विपलानि +विपलायिनाम् +विपल्येतीति +विपश्चि +विपश्चित +विपश्चितं +विपश्चितः +विपश्चितम् +विपश्चितस्तस्य +विपश्चिता +विपश्चितां +विपश्चिताम् +विपश्चिताऽपि +विपश्चिते +विपश्चितेति +विपश्चितो +विपश्चितोऽभि +विपश्चितौ +विपश्चित् +विपश्चिदविपश्चितोः +विपश्चिदिति +विपश्चिद्भिः +विपश्चिद्वरा +विपश्चिन्नायं +विपश्य +विपश्यतः +विपश्यति +विपश्यते +विपश्यना +विपश्यनां +विपश्यन् +विपश्यन्ति +विपश्यामि +विपश्यिनं +विपश्यिनः +विपश्यिना +विपश्यी +विपस्य +विपा +विपां +विपाक +विपाकं +विपाकः +विपाककालाभावः +विपाकतः +विपाकतो +विपाकदशामापन्नं +विपाकप्ररोही +विपाकफलं +विपाकमुपयाति +विपाकम् +विपाकविस्फूर्जथुरप्रसह्यः +विपाकश्च +विपाकस् +विपाकस्तु +विपाकस्तौ +विपाकस्त्रिविधो +विपाकस्य +विपाकहेतुः +विपाका +विपाकाः +विपाकात् +विपाकानां +विपाकानुगुणं +विपाकानुगुणा +विपाकारम्भी +विपाके +विपाकेन +विपाकेनाढ्ये +विपाकेऽनुभूयमाने +विपाको +विपाकोऽपि +विपाचनं +विपाचयेत् +विपाचितं +विपाचितम् +विपाच्य +विपाटितं +विपाटितमहामोहवितानाः +विपाटितानि +विपाट् +विपाट्छुतुद्री +विपाट्य +विपाण्डु +विपाण्डुररुचं +विपाद +विपादं +विपादयेत् +विपादिका +विपादिकां +विपादिकाम् +विपादितः +विपानँ +विपानं +विपानया +विपानꣳ +विपापं +विपापः +विपापा +विपापो +विपाप्मना +विपाप्मा +विपाप्मानो +विपालान् +विपाश +विपाशः +विपाशयति +विपाशयामि +विपाशा +विपाशां +विपाशायां +विपाशायाममोघाक्षी +विपाशि +विपाशो +विपाश् +विपा॒प्मा +विपि +विपिन +विपिनं +विपिनचन्द्र +विपिनम् +विपिनानि +विपिनायते +विपिने +विपिनेषु +विपिपाना +विपी +विपु +विपुच्छयते +विपुल +विपुलं +विपुलः +विपुलग्रीवः +विपुलतया +विपुलतरं +विपुलता +विपुलतां +विपुलदक्षिणः +विपुलदक्षिणैः +विपुलद्रुमम् +विपुलफलाभिनिर्वृत्तितः +विपुलमपि +विपुलम् +विपुलविक्रमः +विपुलशैलमथोत्तरेण +विपुलश्च +विपुलश्रोणि +विपुलस्य +विपुला +विपुलां +विपुलांश्च +विपुलांसो +विपुलाः +विपुलाकारा +विपुलात् +विपुलानि +विपुलान् +विपुलान्भोगांस्तत्तीर्थं +विपुलामिति +विपुलाम् +विपुलाय +विपुलाशयः +विपुलाश्च +विपुलाश्चित्रसानवः +विपुले +विपुलेति +विपुलेन +विपुलेऽपि +विपुलैः +विपुलो +विपुलोदाहरणम् +विपुलौ +विपुषो +विपूय +विपूयो +विपूर्ब्ब +विपूर्वः +विपूर्वक +विपूर्वस्य +विपूर्वात् +विपूर्वो +विपृक्तः +विपृच +विपृचः +विपृचौ +विपृच्छति +विपृच्छते +विपे +विपेततुः +विपेदिरे +विपेदे +विपो +विपोधां +विपो॒ +विप् +विप्नं +विप्ने +विप्र +विप्रं +विप्रं॑ +विप्रं॒ +विप्रः +विप्रः॑ +विप्रक +विप्रकथिते +विप्रकन्या +विप्रकर्माणि +विप्रकर्ष +विप्रकर्षः +विप्रकर्षात् +विप्रकर्षे +विप्रकर्षेण +विप्रकारं +विप्रकारः +विप्रकाशिका +विप्रकीर्ण +विप्रकीर्णं +विप्रकीर्णः +विप्रकीर्णतया +विप्रकीर्णा +विप्रकीर्णाः +विप्रकीर्णानि +विप्रकीर्णौ +विप्रकुमारकः +विप्रकुर्युर्विभुमपि +विप्रकुले +विप्रकृत +विप्रकृतं +विप्रकृतः +विप्रकृता +विप्रकृतां +विप्रकृताः +विप्रकृतिं +विप्रकृतो +विप्रकृष्ट +विप्रकृष्टं +विप्रकृष्टः +विप्रकृष्टदेशे +विप्रकृष्टनिर्देशस्वारस्यम् +विप्रकृष्टम् +विप्रकृष्टविवरं +विप्रकृष्टस्य +विप्रकृष्टा +विप्रकृष्टादागतः +विप्रकृष्टानां +विप्रकृष्टे +विप्रकृष्टेन +विप्रकृष्टेष्वपि +विप्रकृष्टो +विप्रकृष्यते +विप्रक्रान्ते +विप्रक्षत्रियवैश्यानां +विप्रगृहे +विप्रग्रहणं +विप्रचित्तिं +विप्रचित्तिः +विप्रचित्तिप्रधानास्ते +विप्रचित्तिश्च +विप्रचित्तिस्तु +विप्रचित्ते +विप्रचित्तेः +विप्रजने +विप्रजूतः +विप्रणश्यति +विप्रणश्यन्ति +विप्रता +विप्रतां +विप्रताम् +विप्रति +विप्रतिकान्तकम् +विप्रतिप +विप्रतिपत्तय +विप्रतिपत्तयः +विप्रतिपत्तव्यम् +विप्रतिपत्ति +विप्रतिपत्तिं +विप्रतिपत्तिः +विप्रतिपत्तिनिराकरणेन +विप्रतिपत्तिमाह +विप्रतिपत्तिरिति +विप्रतिपत्तिर् +विप्रतिपत्तिर्न +विप्रतिपत्तिस्तु +विप्रतिपत्तेः +विप्रतिपत्तेश्च +विप्रतिपत्तौ +विप्रतिपत्त्या +विप्रतिपद्यते +विप्रतिपद्यन्ते +विप्रतिपन्न +विप्रतिपन्नं +विप्रतिपन्नः +विप्रतिपन्नस्य +विप्रतिपन्ना +विप्रतिपन्नाः 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+विप्रमिथुनं +विप्रमिश्र +विप्रमिश्रः +विप्रमुक्तः +विप्रमुक्तो +विप्रमुखे +विप्रमुख्याः +विप्रमुख्यानां +विप्रमुख्ये +विप्रमुख्येभ्यो +विप्रमुख्येषु +विप्रमुच्यते +विप्रमुच्यन्ते +विप्रमुच्येत +विप्रमुद्दिश्य +विप्रमुवाच +विप्रमोक्षः +विप्रमोक्षो +विप्रम् +विप्रयज्ञे +विप्रयुक्तः +विप्रयुक्तश्च +विप्रयुक्तस्य +विप्रयुक्ता +विप्रयुक्ताः +विप्रयुक्तो +विप्रयोग +विप्रयोगं +विप्रयोगः +विप्रयोगश्च +विप्रयोगस्य +विप्रयोगान्ता +विप्रयोगान्ताः +विप्रयोगावस्थायां +विप्रयोगे +विप्रयोगेण +विप्रयोगो +विप्रराज्ये +विप्ररूपं +विप्ररूपः +विप्ररूपधृक् +विप्ररूपी +विप्ररूपेण +विप्ररूपो +विप्रर्षभस्तदा +विप्रर्षिं +विप्रर्षिः +विप्रर्षे +विप्रर्षेः +विप्रल +विप्रलप्तं +विप्रलब्ध +विप्रलब्धः +विप्रलब्धा +विप्रलब्धाः +विप्रलब्धास्मि +विप्रलब्धो +विप्रलब्धोऽस्मि +विप्रलभते +विप्रलभसे +विप्रलभ्य +विप्रलम्भ +विप्रलम्भं +विप्रलम्भः +विप्रलम्भकाः +विप्रलम्भशृङ्गारः +विप्रलम्भशृङ्गारस्य +विप्रलम्भशृङ्गारे +विप्रलम्भश्च +विप्रलम्भस्य +विप्रलम्भा +विप्रलम्भाख्यः +विप्रलम्भाख्ये +विप्रलम्भाख्यो +विप्रलम्भे +विप्रलम्भेन +विप्रलम्भो +विप्रलम्भोऽपि +विप्रलयं +विप्रलापः +विप्रलापाः +विप्रलापे +विप्रलापो +विप्रलिप्सा +विप्रलुम्पन्ति +विप्रवचः +विप्रवदन्ति +विप्रवदन्ते +विप्रवनिता +विप्रवर +विप्रवरा +विप्रवराः +विप्रवरो +विप्रवर्गः +विप्रवर्णः +विप्रवर्य +विप्रवर्यः +विप्रवर्यस्य +विप्रवर्याय +विप्रवर्यो +विप्रवाक्यं +विप्रवासनम् +विप्रवासयेत् +विप्रवासे +विप्रवीरं +विप्रवीरस्य +विप्रशतं +विप्रशापं +विप्रशापेन +विप्रशार्दूल +विप्रश् +विप्रश्च +विप्रश्चन्द्रक्षयेऽग्निमान् +विप्रश्नः +विप्रश्नाध्यायः +विप्रश्निका +विप्रसंभ्यो +विप्रसंसदि +विप्रसत्तम +विप्रसत्तमाः +विप्रसम्भ्यो +विप्रससार +विप्रसृतं +विप्रसेवैव +विप्रस् +विप्रस्तस्य +विप्रस्तां +विप्रस्तु +विप्रस्त्वं +विप्रस्य +विप्रस्यापि +विप्रस्यैव +विप्रस्योत्पाद्य +विप्रस्योर्द्धवृतं +विप्रस्वं +विप्रहः +विप्रहस्ते +विप्रा +विप्राँश्च +विप्रां +विप्रांश्च +विप्रांस्तु +विप्राः +विप्राः॑ +विप्राग्रे +विप्राग्र्य +विप्राज्ञया +विप्राणा +विप्राणां +विप्राणाञ्च +विप्राणामकृत्वा +विप्राणामथ +विप्राणामपि +विप्राणामर्चनं +विप्राणामस्य +विप्राणाम् +विप्राणी +विप्रात् +विप्रादयः +विप्रादयो +विप्रादीनां +विप्रादीन् +विप्रादेः +विप्राद्या +विप्राद्याः +विप्राद्यैः +विप्रानाहूय +विप्रानुमदितः +विप्रान् +विप्रान्तिके +विप्रान्न +विप्रान्प्रार्थयेत् +विप्रान्विसर्जयेत् +विप्रान्संपूज्य +विप्रान्संभोज्य +विप्रान्समाहूय +विप्राय +विप्रायां +विप्रायाथ +विप्रार्थं +विप्राशिषो +विप्राश्च +विप्रास +विप्रासः +विप्रासो +विप्रास्तत्र +विप्रास्तथा +विप्रास्तदा +विप्रास्तस्य +विप्रास्तु +विप्रास्ते +विप्रास्तेषां +विप्रा॑ +विप्रा॑ः +विप्रा॑णां +विप्रा॑णाम् +विप्रा॑य +विप्रा॑स +विप्रा॑सः +विप्रा॑सो +विप्रा॑सो॒ +विप्रा॒ +विप्रिय +विप्रियं +विप्रियः +विप्रियकारिणः +विप्रियमीदृशम् +विप्रियम् +विप्रिया +विप्रियाः +विप्रियाणि +विप्रिये +विप्रियो +विप्रुट् +विप्रुतं +विप्रुष +विप्रुषः +विप्रुषां +विप्रुषो +विप्रुषोऽनुमन्त्रयते +विप्रे +विप्रेंद्र +विप्रेंद्रं +विप्रेंद्रः +विप्रेंद्रा +विप्रेंद्राः +विप्रेंद्रो +विप्रेक्ष्य +विप्रेण +विप्रेति +विप्रेन्द +विप्रेन्द्र +विप्रेन्द्रं +विप्रेन्द्रः +विप्रेन्द्रा +विप्रेन्द्राः +विप्रेन्द्रान् +विप्रेन्द्रे +विप्रेन्द्रैः +विप्रेन्द्रो +विप्रेभिः +विप्रेभ्य +विप्रेभ्यः +विप्रेभ्यश्च +विप्रेभ्यस्ते +विप्रेभ्यो +विप्रेश +विप्रेषु +विप्रेो +विप्रे॑भिः +विप्रै +विप्रैः +विप्रैः॑ +विप्रैर्न +विप्रैश्च +विप्रैस्तु +विप्रो +विप्रोपि +विप्रोषितश्च +विप्रोषिते +विप्रोष्य +विप्रोसंस्थया +विप्रोसंस्था +विप्रोसंस्थायाः +विप्रोऽत्र +विप्रोऽथ +विप्रोऽनृचोऽफलः +विप्रोऽपि +विप्रोऽभिवादने +विप्रोऽयं +विप्रोऽसि +विप्रोऽसौ +विप्रोऽहं +विप्रो॑ +विप्रो॒ +विप्रौ +विप्र॑ +विप्र॑ः +विप्र॑जूतः +विप्र॑म् +विप्र॑स्य +विप्र॑स्य॒ +विप्र॒ +विप्र॒ः +विप्लव +विप्लवं +विप्लवः +विप्लवते +विप्लवम् +विप्लवस्य +विप्लवे +विप्लवेत +विप्लवेतेह +विप्लवो +विप्लाव्य +विप्लुत +विप्लुतं +विप्लुतः +विप्लुतम् +विप्लुता +विप्लुताक्षः +विप्लुते +विप्लुतौ +विप॑क्षसा॒ +विप॒न्यवो॑ +विप॒श्चितं॑ +विफल +विफलं +विफलः +विफलता +विफलतां +विफलत्वमेति +विफलप्रेरणा +विफलमेव +विफलम् +विफला +विफलां +विफलाः +विफलानि +विफलारम्भः +विफली +विफलीकृतः +विफलीकृतम् +विफले +विफलो +विबद्ध +विबद्धं +विबद्धः +विबद्धे +विबध्नते +विबध्य +विबन्ध +विबन्धं +विबन्धः +विबन्धकृत् +विबन्धे +विबन्धेषु +विबन्धो +विबबाधे +विबभाज +विबभौ +विबभ्राज +विबभ्राम +विबले +विबाध +विबाधते +विबाधने +विबाधवते +विबाधसे +विबाधस्व +विबाधायाम् +विबाधिथाः +विबु +विबुद्धं +विबुद्धः +विबुद्धम् +विबुद्धवान् +विबुद्धस्त्वथ +विबुद्धा +विबुद्धाः +विबुद्धे +विबुद्धो +विबुध +विबुधः +विबुधद्विषः +विबुधद्विषोऽपि +विबुधप्रिया +विबुधर्षभाः +विबुधर्षभान् +विबुधश्रेष्ठ +विबुधश्रेष्ठं +विबुधश्रेष्ठाः +विबुधश्रेष्ठौ +विबुधसत्तमाः +विबुधस्त्रीसंनिधौ +विबुधस्य +विबुधा +विबुधांश्च +विबुधाः +विबुधादयः +विबुधाधिप +विबुधाधिपः +विबुधानां +विबुधानुचराश्च +विबुधान् +विबुधाश्च +विबुधास्तदनन्तरम् +विबुधे +विबुधेन +विबुधेश्वर +विबुधेश्वरः +विबुधेश्वरम् +विबुधेश्वराः +विबुधेश्वरे +विबुधेषु +विबुधै +विबुधैः +विबुधैरपि +विबुधैरसि +विबुधैश्च +विबुधो +विबुधोत्तमाः +विबुधोत्तमैः +विबुध्य +विबुध्यते +विबुध्येत +विबृहति +विबोध +विबोधः +विबोधय +विबोधश्च +विबोधितः +विबोधिता +विबोधो +विबोध्य +विब्रुवन् +विब्रुवन्तु +विब्रूत +विब्रूयात् +विभ +विभः +विभक +विभकिं्त +विभक्त +विभक्तं +विभक्तः +विभक्तजः +विभक्तजस्य +विभक्ततया +विभक्तता +विभक्ततेषु +विभक्तत्वं +विभक्तत्वात् +विभक्तत्वेन +विभक्तदिनस्य +विभक्तप्रत्ययो +विभक्तमस्ति +विभक्तमिति +विभक्तमिदं +विभक्तमिव +विभक्तमेव +विभक्तम् +विभक्तय +विभक्तयः +विभक्तयन्तं +विभक्तयर्थे +विभक्तयो +विभक्तवन्तः +विभक्तवान् +विभक्तव्यं +विभक्तव्यः +विभक्तश्च +विभक्तस् +विभक्तस्य +विभक्ता +विभक्तां +विभक्ताः +विभक्तात्मा +विभक्तानां +विभक्तानामपि +विभक्तानि +विभक्तानुग्रहं +विभक्तान् +विभक्तारं +विभक्तारम् +विभक्तावप्रथमायाम् +विभक्ताविति +विभक्ति +विभक्तिं +विभक्तिः +विभक्तिकार्य +विभक्तितद्धिता +विभक्तितद्धिताः +विभक्तित्वात् +विभक्तिपरिणामेन +विभक्तिप्रकरणम् +विभक्तिप्रतिरूपकमव्ययं +विभक्तिप्रतिरूपकमव्ययम् +विभक्तिभिः +विभक्तिभेदो +विभक्तिमत् +विभक्तिमाश्रित्य +विभक्तियाँ +विभक्तियों +विभक्तिरनुदात्तैव +विभक्तिरिति +विभक्तिरुदात्ता +विभक्तिर् +विभक्तिर्न +विभक्तिर्भवति +विभक्तिलोपः +विभक्तिविपरिणामः +विभक्तिविपरिणामेन +विभक्तिव्यत्ययः +विभक्तिव्यत्ययेन +विभक्तिव्यत्ययो +विभक्तिश्च +विभक्तिषु +विभक्तिसंज्ञायां +विभक्तिसमीप +विभक्तिस्वरस्य +विभक्ती +विभक्तीः +विभक्तीनां +विभक्तुं +विभक्तुमाह +विभक्ते +विभक्तेः +विभक्तेन +विभक्तेरलुक् +विभक्तेराकारः +विभक्तेरुदात्तत्वं +विभक्तेरुदात्तत्वम् +विभक्तेरुदात्तत्वे +विभक्तेर्डादेशः +विभक्तेर्यादेशः +विभक्तेर्लुक् +विभक्तेव +विभक्तेषु +विभक्तैः +विभक्तो +विभक्तोऽस्ति +विभक्तौ +विभक्त् +विभक्त्य +विभक्त्यन्तं +विभक्त्यन्ताः +विभक्त्यर्थ +विभक्त्यर्थं +विभक्त्यर्थः +विभक्त्यर्थप्र +विभक्त्यर्थस्य +विभक्त्यर्थाः +विभक्त्यर्थे +विभक्त्यर्थेन +विभक्त्यर्थेऽव्ययीभावः +विभक्त्यर्थो +विभक्त्यलुक् +विभक्त्यलोपः +विभक्त्यलोपश्च +विभक्त्या +विभक्त्युदात्तत्वम् +विभक्त्युदात्तत्वस्य +विभक्त्युदात्तस्य +विभग्नं +विभज +विभजतां +विभजति +विभजतीति +विभजतु +विभजते +विभजतेन +विभजत्विति +विभजनं +विभजनम् +विभजनस्य +विभजनात् +विभजनीयं +विभजनीयम् +विभजने +विभजनेन +विभजन् +विभजन्त +विभजन्ति +विभजन्ते +विभजन्नात्मनः +विभजन्नादौ +विभजस्व +विभजस्वेति +विभजा +विभजात्मानमित्युक्त्वा +विभजाम +विभजामहे +विभजामि +विभजासि +विभजिष्यति +विभजिष्यन्ते +विभजे +विभजेत +विभजेत् +विभजेत्ततः +विभजेत्त्रिधा +विभजेत्पुनः +विभजेत्समम् +विभजेत्‌ +विभजेदिति +विभजेद् +विभजेयुः +विभजेरन् +विभज्य +विभज्यत +विभज्यताम् +विभज्यते +विभज्यन्त +विभज्यन्ते +विभज्यमानं +विभज्यमाना +विभज्यमानाश् +विभज्यमाने +विभज्यात्मानमात्मना +विभज्याथ +विभज्याप्ते +विभज्ये +विभज्येत +विभज्येति +विभज्येरन् +विभज्यैव +विभज्यैवं +विभज्योपपदे +विभति +विभद्रं +विभया +विभर्ति +विभर्त्ति +विभर्षि +विभव +विभवं +विभवः +विभवक्षये +विभवगुरुभिः +विभवतः +विभवतश्च +विभवति +विभवतीति +विभवतो +विभवत्येष +विभवदेवानां +विभवन्ति +विभवभरेण +विभवभूमयः +विभवभेदश्च +विभवम् +विभवश्च +विभवश्चैव +विभवसारतः +विभवस्य +विभवा +विभवाः +विभवात् +विभवानां +विभवानुगुणं +विभवानुसारेण +विभवान् +विभवान्तस्थाय +विभवाय +विभवे +विभवेच्छानुसारतः +विभवेन +विभवेनैव +विभवेषु +विभवेऽपि +विभवैः +विभवैस्ततः +विभवो +विभवोऽपि +विभषा +विभा +विभां +विभांडकः +विभाः +विभाकर +विभाकरः +विभाकराकार +विभाग +विभागं +विभागः +विभागकम् +विभागकरणं +विभागकरणे +विभागकल्पना +विभागकाले +विभागक्रमः +विभागज +विभागजः +विभागजत्वं +विभागजनने +विभागजविभाग +विभागज्ञापनाभिप्रायेणयोगाद्विरत +विभागतः +विभागतुल्याः +विभागतो +विभागद्वयं +विभागद्वये +विभागनिह्नवे +विभागपदस्य +विभागपूर्वकं +विभागप्रकारः +विभागभाक् +विभागभावना +विभागमन्त्रेण +विभागमाह +विभागम् +विभागयोः +विभागवचनम् +विभागवत् +विभागवित् +विभागव्याघात +विभागशः +विभागशब्दो +विभागशो +विभागश्च +विभागश्चेति +विभागस्तु +विभागस्य +विभागस्यापि +विभागा +विभागाः +विभागाच्च +विभागात् +विभागादि +विभागाद् +विभागानन्तरं +विभागानां +विभागानि +विभागान् +विभागान्ता +विभागाय +विभागार्थं +विभागाश्रयः +विभागी +विभागीय +विभागे +विभागेति +विभागेन +विभागेनेति +विभागेनैव +विभागेषु +विभागेऽपि +विभागैः +विभागो +विभागों +विभागोऽत्र +विभागोऽपि +विभागोऽयं +विभागोऽस्ति +विभागौ +विभाजं +विभाजके +विभाजन +विभाजनं +विभाजनमपि +विभाजनम् +विभाजनस्य +विभाजनानन्तरं +विभाजनाय +विभाजने +विभाजनेन +विभाजयति +विभाजयेत् +विभाजित +विभाजितं +विभाजितः +विभाजितम् +विभाजिता +विभाजिताः +विभाजिते +विभाजितो +विभाज्य +विभाज्यं +विभाज्यम् +विभाज्ये +विभाज्येन +विभाण्डक +विभाण्डकः +विभाण्डकस्य +विभाण्डको +विभात +विभातं +विभातसमये +विभाता +विभाति +विभाती +विभातीः +विभातीति +विभातु +विभाते +विभानं +विभान् +विभान्तं +विभान्ति +विभापा +विभाय +विभायां +विभाव +विभावं +विभावः +विभावतः +विभावत्वम् +विभावत्वेन +विभावनं +विभावनः +विभावनम् +विभावना +विभावनां +विभावनायां +विभावनालंकारः +विभावनालङ्कारः +विभावनालङ्कारसरः +विभावनाविशेषोक्त्योः +विभावनीयः +विभावनीयम् +विभावनेति +विभावम् +विभावय +विभावयति +विभावयन् +विभावयन्ति +विभावयन्तु +विभावयसि +विभावयामः +विभावयामि +विभावयितुं +विभावयेच्च +विभावयेत् +विभावरि +विभावरी +विभावरीं +विभावरीम् +विभावरीव +विभावरीषु +विभावर्या +विभावर्यां +विभावर्य्यां +विभावसावग्नौ +विभावसु +विभावसुं +विभावसुः +विभावसुम् +विभावसुरत्राग्निः +विभावसो +विभावसोः +विभावसौ +विभावस्तु +विभावस्य +विभावा +विभावाः +विभावादयः +विभावादयो +विभावादि +विभावादिः +विभावादिकं +विभावादिभिः +विभावादिरूपतया +विभावादिषु +विभावादीति +विभावादीनां +विभावादेः +विभावाद्यागूरितत्वे +विभावाद्यैः +विभावानां +विभावानु +विभावानुभावव्यभिचारिण +विभावानुभावव्यभिचारिणां +विभावानुभावव्यभिचारिभिः +विभावानुभावव्यभिचारिसंयोगाद्रसनिष्पत्तिः +विभावानुभावाभ्यां +विभावानुभावौ +विभावित +विभावितं +विभावितः +विभाविततया +विभावितम् +विभाविता +विभावितैकदेशेन +विभावितो +विभाविनी +विभावी +विभावेति +विभावेत्यादि +विभावेनानुभावेन +विभावैरनुभावैश्च +विभावो +विभाव्य +विभाव्यं +विभाव्यः +विभाव्यत +विभाव्यताम् +विभाव्यते +विभाव्यन्ते +विभाव्यम् +विभाव्यैव +विभाव्यो +विभाश +विभाष +विभाषया +विभाषर्जोश्छन्दसि +विभाषा +विभाषां +विभाषाः +विभाषाकर्मकात् +विभाषाग्रहणं +विभाषाञ्चेरदिक् +विभाषाञ्चेरदिक्स्त्रियाम् +विभाषापः +विभाषाप्रकरणे +विभाषाप्रभायां +विभाषाया +विभाषायां +विभाषार्थम् +विभाषाऽकखादावषान्त +विभाषाऽकर्मकात् +विभाषाऽप्राणिषु +विभाषाऽलुग्भवति +विभाषाऽवरस्य +विभाषाऽऽङि +विभाषाऽऽपः +विभाषाऽऽरभ्यते +विभाषित +विभाषितं +विभाषितः +विभाषितमुत्तरम् +विभाषितम् +विभाषितो +विभाषे +विभाषेट +विभाषेटः +विभाषेति +विभाषेयं +विभाषेयम् +विभाषोदरे +विभाषोपपदेन +विभाषोपयमने +विभाषोपसर्गे +विभाषोर्णोः +विभाषोशीनरेषु +विभाषौषधिवनस्पतिभ्यः +विभाष्यते +विभाष्यन्ते +विभासते +विभासहं +विभासि +विभाहि +विभाऽवरि +विभाऽवसो +विभाऽवा +विभा॒गे +विभा॒ती +विभा॒तीः +विभि +विभिः +विभिदे +विभिद्य +विभिद्यते +विभिद्यन्ते +विभिद्यमाना +विभिद्या +विभिद्याशु +विभिनत्ति +विभिनत्त्योजसा +विभिन्दता +विभिन्दन् +विभिन्दुना +विभिन्दो +विभिन्न +विभिन्नं +विभिन्नः +विभिन्नक्षेत्राणां +विभिन्नक्षेत्रेषु +विभिन्नतया +विभिन्नता +विभिन्नदेशसम्बद्धाः +विभिन्नदेशानां +विभिन्नदेशेभ्यः +विभिन्नदेशेषु +विभिन्नधर्माणां +विभिन्ननगरेभ्यः +विभिन्ननगरैः +विभिन्नप्रकारकाः +विभिन्नप्रकारस्य +विभिन्नमतानि +विभिन्नम् +विभिन्नरूपेण +विभिन्नलेखेभ्यः +विभिन्नवर्णा +विभिन्नस्थानेषु +विभिन्नस्य +विभिन्नहृदयाः +विभिन्ना +विभिन्नाः +विभिन्नानां +विभिन्नानाम् +विभिन्नानि +विभिन्नान् +विभिन्नाश्च +विभिन्नासु +विभिन्ने +विभिन्नेन +विभिन्नेनैव +विभिन्नेभ्यः +विभिन्नेषु +विभिन्नैः +विभिन्नो +विभिन्नौ +विभी +विभीत +विभीतक +विभीतकं +विभीतकः +विभीतकम् +विभीतकवृक्षः +विभीतकवृक्षे +विभीतकस्य +विभीतकाः +विभीतकानां +विभीतके +विभीतको +विभीता +विभीतो +विभीष +विभीषण +विभीषणं +विभीषणः +विभीषणकृतं +विभीषणगृहं +विभीषणमुपस्थितम् +विभीषणमुवाच +विभीषणम् +विभीषणवचः +विभीषणश्च +विभीषणस्तु +विभीषणस्य +विभीषणा +विभीषणाः +विभीषणाय +विभीषणे +विभीषणेन +विभीषणेनाशु +विभीषणैः +विभीषणो +विभीषणोऽथ +विभीषणोऽपि +विभीषिका +विभीषिकां +विभीषिकाम् +विभु +विभुं +विभुः +विभुजति +विभुज्य +विभुता +विभुतां +विभुत्वं +विभुत्वमपि +विभुत्वम् +विभुत्वस्य +विभुत्वाच्च +विभुत्वात् +विभुत्वे +विभुत्वेन +विभुत्वेऽपि +विभुना +विभुप्रमितं +विभुमतः +विभुमते +विभुमतो +विभुमात्मानं +विभुम् +विभुरपि +विभुरव्ययः +विभुरसि +विभुरिति +विभुर् +विभुर्नाम +विभुर्नित्यश्च +विभुर्नित्यो +विभुर्भाति +विभुर्विभावा +विभुर्व्यापकः +विभुवं +विभुवे +विभुश्च +विभुश्चापि +विभू +विभूः +विभूतं +विभूतधन +विभूतमना +विभूतम् +विभूतय +विभूतयः +विभूतयश्च +विभूतयस्ताः +विभूतये +विभूतयो +विभूता +विभूति +विभूतिं +विभूतिः +विभूतिजलपातः +विभूतित्वं +विभूतिदा +विभूतिद्वादशीव्रतम् +विभूतिधारणं +विभूतिधारी +विभूतिपादः +विभूतिपादे +विभूतिभिः +विभूतिभेदेन +विभूतिमतां +विभूतिमतुलां +विभूतिमत् +विभूतिमध्ये +विभूतिमनुभूय +विभूतिमिति +विभूतिम् +विभूतियोगः +विभूतियोगज्ञानविपाकरूपभक्तिविवृद्धिं +विभूतियोगस्य +विभूतियोगो +विभूतिरिति +विभूतिरूपं +विभूतिरेतावती +विभूतिर्विमला +विभूतिश्च +विभूतिषु +विभूतिसंक्षेपमाह +विभूती +विभूतीः +विभूतीनां +विभूतीनाम् +विभूतीश्च +विभूते +विभूतेः +विभूतेर्विस्तरो +विभूतौ +विभूत्या +विभूत्यै +विभूदाव्ने +विभूनां +विभूमन् +विभूरसि +विभूरसीति +विभूर् +विभूर्नाम +विभूर्मात्रा +विभूवसुः +विभूश्च +विभूषण +विभूषणं +विभूषणः +विभूषणम् +विभूषणानां +विभूषणानि +विभूषणे +विभूषणेति +विभूषणेषु +विभूषणैः +विभूषणोद्भासि +विभूषयति +विभूषयन्ति +विभूषयामास +विभूषयेत् +विभूषा +विभूषां +विभूषाश्च +विभूषित +विभूषितं +विभूषितः +विभूषितम् +विभूषितश्च +विभूषिता +विभूषितां +विभूषिताः +विभूषितान् +विभूषिताम् +विभूषिते +विभूषितैः +विभूषितो +विभूषितौ +विभूष्य +विभू॑तय +विभृत +विभृतं +विभृतः +विभृता +विभृतानि +विभृते +विभृतो +विभृत्रम् +विभृत्राः +विभृत्वा +विभृयात् +विभृयादिति +विभृ॑ता +विभे +विभेजिरे +विभेजे +विभेति +विभेद +विभेदं +विभेदः +विभेदजनके +विभेदजनकेऽज्ञाने +विभेदतः +विभेदनम् +विभेदयेत् +विभेदश्च +विभेदितम् +विभेदिनी +विभेदे +विभेदेन +विभेदो +विभेद्य +विभेरेवा +विभेव +विभो +विभोः +विभोरात्मनः +विभोष्ट +विभौ +विभ्यः +विभ्यति +विभ्यो +विभ्र +विभ्रंशं +विभ्रंशः +विभ्रंशते +विभ्रत +विभ्रतं +विभ्रतम् +विभ्रति +विभ्रती +विभ्रतीं +विभ्रते +विभ्रत् +विभ्रद् +विभ्रम +विभ्रमं +विभ्रमः +विभ्रमकारणम् +विभ्रमति +विभ्रमन्ति +विभ्रमम् +विभ्रमयति +विभ्रमस्त्वरया +विभ्रमस्य +विभ्रमा +विभ्रमाः +विभ्रमाणां +विभ्रमात् +विभ्रमानभ्रमुप्रियतमस्य +विभ्रमान् +विभ्रमे +विभ्रमेण +विभ्रमेषु +विभ्रमैः +विभ्रमो +विभ्रम्य +विभ्रष्ट +विभ्रष्टं +विभ्रष्टः +विभ्रष्टम् +विभ्रष्टा +विभ्रष्टो +विभ्राजं +विभ्राजः +विभ्राजते +विभ्राजन् +विभ्राजन्ते +विभ्राजमानं +विभ्राजमानः +विभ्राजमाना +विभ्राजमानां +विभ्राजमानो +विभ्राजसे +विभ्राजितं +विभ्राट् +विभ्राड् +विभ्राड्बृहत् +विभ्राड्बृहत्पिबतु +विभ्राणं +विभ्राणः +विभ्राणा +विभ्राणां +विभ्राणो +विभ्रान्त +विभ्रान्तं +विभ्रान्तः +विभ्रान्तलोचनः +विभ्रान्तलोचनम् +विभ्रान्ता +विभ्रान्ताः +विभ्रान्ताक्ष +विभ्रान्तो +विभ्राष्टिमनु +विभ्राष्टिम् +विभ्रा॑ष्टि॒मनु॑ +विभ्वं +विभ्वः +विभ्वा +विभ्वाँ॑ +विभ्वा॑ +विभ्वी +विभ्वीः +विभ्वो +विभ॒क्ता +विम +विमः +विमज्य +विमण्डल +विमण्डलं +विमण्डलस्य +विमण्डलानि +विमण्डलार्ध +विमण्डलीय +विमण्डले +विमण्डलेन +विमत +विमतं +विमतः +विमता +विमताः +विमतानां +विमतानि +विमति +विमतिं +विमतिः +विमतिता +विमतिर् +विमतिर्वा +विमते +विमतेषु +विमतो +विमतौ +विमत्र +विमत्सरः +विमत्सरा +विमत्सराः +विमत्सरो +विमथितुं +विमथ्नते +विमथ्नीरन् +विमथ्य +विमद +विमदं +विमदः +विमदस्य +विमदा +विमदाः +विमदाय +विमदे +विमदेन +विमदो +विमनसं +विमनसः +विमनसो +विमनसोऽभवन् +विमनस्कं +विमनस्कः +विमनस्कता +विमनस्कताम् +विमनस्का +विमना +विमनाः +विमनायते +विमन्यवः +विममर्श +विममृशे +विममे +विमर्थ +विमर्द +विमर्दं +विमर्दः +विमर्दन +विमर्दनम् +विमर्दनात् +विमर्दयेत् +विमर्दश्च +विमर्दाघं +विमर्दार्ध +विमर्दार्धे +विमर्दितः +विमर्दितम् +विमर्दिताः +विमर्दे +विमर्देन +विमर्दो +विमर्दोत्थे +विमर्द्दयेत् +विमर्द्दितो +विमर्द्य +विमर्द्याथ +विमर्श +विमर्शं +विमर्शः +विमर्शकः +विमर्शकाः +विमर्शकानां +विमर्शकानाम् +विमर्शक्षमता +विमर्शन +विमर्शनं +विमर्शनम् +विमर्शनविचक्षणाः +विमर्शनीयम् +विमर्शपूर्वकं +विमर्शरूपा +विमर्शशक्तिः +विमर्शश्च +विमर्शसन्धिः +विमर्शसन्धौ +विमर्शस्य +विमर्शस्वाभिमतपक्षौ +विमर्शा +विमर्शाः +विमर्शाय +विमर्शिनाम् +विमर्शिनी +विमर्शिनीकारः +विमर्शे +विमर्शेन +विमर्शो +विमर्ष +विमर्षः +विमल +विमलं +विमलः +विमलकलाश्रयाभिनवसृष्टिमहा +विमलतरं +विमलता +विमलतां +विमलत्वं +विमलनाथ +विमलनाथः +विमलनाथस्य +विमलनाथेन +विमलप्रभाः +विमलप्रभो +विमलबुद्धिना +विमलमचलं +विमलमतिः +विमलम् +विमलया +विमलविजयलालसाः +विमलश्च +विमलस्मितश्रीः +विमलस्य +विमला +विमलां +विमलाः +विमलाकृति +विमलाकृतिः +विमलात्मनः +विमलात्मनि +विमलात्मने +विमलात्मा +विमलात्मानः +विमलात्मानो +विमलादेवी +विमलाद्या +विमलानां +विमलानि +विमलान्यपि +विमलाम् +विमलाम्बरे +विमलाय +विमलायां +विमलायै +विमलाशयः +विमलाशया +विमलाशयाः +विमलास्तत्र +विमलितमनसां +विमलीकरणाप्यायने +विमलीकरोति +विमले +विमलेति +विमलेन +विमलेन्द्रि +विमलेश्वरम् +विमलेषु +विमलेऽम्बरे +विमलैः +विमलो +विमलोत्कर्षिणी +विमलोदकम् +विमलोदका +विमलोदकाः +विमलोदके +विमलौ +विमस्य +विमहसः +विमा +विमांसस्य +विमागे +विमाता +विमातुः +विमातृ +विमान +विमानं +विमानः +विमानकं +विमानकम् +विमानकानि +विमानके +विमानकैः +विमानगः +विमानगम् +विमानगा +विमानगाः +विमानगान् +विमानगो +विमानचालकः +विमानञ्च +विमानतः +विमानतो +विमानना +विमाननाम् +विमाननिस्थानं +विमाननिस्थानकं +विमाननिस्थानम् +विमानपत्तन +विमानपत्तनं +विमानपत्तनम् +विमानपत्तनस्य +विमानमधिरुह्य +विमानमधिरोहति +विमानमागतं +विमानमारुरोह +विमानमारुह्य +विमानमारूढा +विमानमारूढो +विमानमारोप्य +विमानमार्गः +विमानमास्थाय +विमानमास्थितः +विमानमिव +विमानमुत्तमं +विमानम् +विमानयानप्रासादैर्यश्च +विमानयानानि +विमानयेत् +विमानवत् +विमानवरमारुह्य +विमानवरमारूढः +विमानवरमारूढो +विमानवरमास्थाय +विमानवरमास्थितः +विमानवरमास्थिताः +विमानवाहकनौयानस्य +विमानवाहाः +विमानश्च +विमानसंस्थिताः +विमानसम्पर्कः +विमानसृष्टिः +विमानस्थ +विमानस्थं +विमानस्थः +विमानस्था +विमानस्थाः +विमानस्थानं +विमानस्थानकं +विमानस्थानकम् +विमानस्थानकात् +विमानस्थानकानि +विमानस्थानके +विमानस्थानम् +विमानस्थाने +विमानस्थानेऽष्टमेऽध्याये +विमानस्थाश्च +विमानस्थो +विमानस्य +विमाना +विमानाः +विमानाग्रे +विमानाग्र्यं +विमानाच्च +विमानात् +विमानादवतीर्य +विमानादवरुह्य +विमानादि +विमानादियानम् +विमानादियानसमूहम् +विमानादियानानि +विमानादियानेन +विमानादियानेषु +विमानादीनि +विमानादौ +विमानाद् +विमानाद्वै +विमानानां +विमानानि +विमानार्चनाकल्पः +विमानार्चनाकल्पे +विमानार्चनाकल्ये +विमानार्थं +विमानितं +विमानितः +विमानिता +विमानितान् +विमानितो +विमानिनः +विमानिनाम् +विमाने +विमानेन +विमानेनापि +विमानेनार्कवर्चसा +विमानेनार्कवर्णेन +विमानेनाऽऽययौ +विमानेभ्यः +विमानेषु +विमानैः +विमानैश्च +विमानैस्ते +विमानो +विमानों +विमानोपरि +विमानोऽस्त्री +विमाय +विमाया +विमार्ग +विमार्गगः +विमार्गगाः +विमार्गति +विमार्गदृष्टिः +विमार्गे +विमार्ष्टि +विमितं +विमितमग्निमाक्रमन्ते +विमिता +विमिति +विमिते +विमिथुनाः +विमिन्वन्ति +विमिमानः +विमिमीत +विमिमीते +विमिमे +विमिश्र +विमिश्रं +विमिश्रः +विमिश्रम् +विमिश्रयेच्च +विमिश्रयेत् +विमिश्रयेत्तत्र +विमिश्रा +विमिश्रितं +विमिश्रितः +विमिश्रितम् +विमिश्रिते +विमिश्रितैः +विमिश्रोपभोगाय +विमु +विमुंच +विमुंचंति +विमुंचति +विमुक्त +विमुक्तं +विमुक्तः +विमुक्तता +विमुक्तदुःखाः +विमुक्तपापः +विमुक्तपापो +विमुक्तपार्श्वहृदयं +विमुक्तमिति +विमुक्तम् +विमुक्तये +विमुक्तरोगः +विमुक्तवान् +विमुक्तश्च +विमुक्तसङ्गः +विमुक्तसन्धि +विमुक्तस्तु +विमुक्तस्य +विमुक्ता +विमुक्ताः +विमुक्तात्मा +विमुक्तादिभ्योऽण् +विमुक्तानां +विमुक्तानि +विमुक्ताय +विमुक्ताश्च +विमुक्तास्ते +विमुक्ताहारं +विमुक्ति +विमुक्तिं +विमुक्तिः +विमुक्तिचन्द्रो +विमुक्तिदं +विमुक्तिदः +विमुक्तिदम् +विमुक्तिदा +विमुक्तिदाः +विमुक्तिदे +विमुक्तिमार्गः +विमुक्तिमार्गलक्षणः +विमुक्तिमार्गे +विमुक्तिम् +विमुक्तियोग्याश्च +विमुक्तिरिति +विमुक्तिश् +विमुक्तिश्च +विमुक्तिस् +विमुक्ते +विमुक्तेः +विमुक्तेति +विमुक्तेन +विमुक्तो +विमुक्तोऽसि +विमुक्तोऽसौ +विमुक्तोऽस्मि +विमुक्तोऽहं +विमुक्तौ +विमुक्त्यै +विमुक्त्वा +विमुख +विमुखं +विमुखः +विमुखता +विमुखतां +विमुखम् +विमुखस्तथा +विमुखस्य +विमुखा +विमुखाः +विमुखानां +विमुखानि +विमुखान् +विमुखाऽभवन् +विमुखी +विमुखीकृतः +विमुखीकृतम् +विमुखीकृत्य +विमुखीबभूव +विमुखीभवन्ति +विमुखीभूय +विमुखे +विमुखेन +विमुखेषु +विमुखेऽपि +विमुखो +विमुखोऽभवत् +विमुखौ +विमुग्ध +विमुग्धः +विमुग्धा +विमुच +विमुचं +विमुचो +विमुच्य +विमुच्यंते +विमुच्यत +विमुच्यतां +विमुच्यताम् +विमुच्यते +विमुच्यत् +विमुच्यध्वं +विमुच्यध्वमघ्निया +विमुच्यध्वमिति +विमुच्यध्वम् +विमुच्यन्तां +विमुच्यन्ते +विमुच्यमानः +विमुच्यमाने +विमुच्यसे +विमुच्याथ +विमुच्येत +विमुच्यैव +विमुञ्च +विमुञ्चत +विमुञ्चतः +विमुञ्चता +विमुञ्चताम् +विमुञ्चति +विमुञ्चतीति +विमुञ्चतु +विमुञ्चते +विमुञ्चतो +विमुञ्चत्य् +विमुञ्चत्विति +विमुञ्चथ +विमुञ्चथामृतस्यैष +विमुञ्चन् +विमुञ्चन्तं +विमुञ्चन्ति +विमुञ्चन्ती +विमुञ्चन्तो +विमुञ्चसि +विमुञ्चामि +विमुञ्चेति +विमुञ्चेत् +विमुमोह +विमुह्यति +विमुह्यते +विमुह्यन्ति +विमुह्यसि +विमुह्येयुः +विमु॑ञ्चति॒ +विमूढ +विमूढं +विमूढः +विमूढत्वं +विमूढधीः +विमूढभावः +विमूढभावो +विमूढशब्देन +विमूढस्य +विमूढा +विमूढाः +विमूढात्मा +विमूढात्मादिशो +विमूढानां +विमूढे +विमूढेन +विमूढो +विमूर्च्छति +विमूर्च्छितं +विमूर्च्छितः +विमूर्च्छितम् +विमूर्च्छिताः +विमूर्छितः +विमूर्छिताः +विमृ +विमृग्वरि +विमृग्वरीं +विमृजेत् +विमृज्य +विमृज्याथ +विमृट् +विमृत्युं +विमृत्युः +विमृत्युर्विशोको +विमृदितं +विमृद्नीयात् +विमृद्य +विमृध +विमृधे +विमृधो +विमृश +विमृशत +विमृशतः +विमृशता +विमृशतां +विमृशताम् +विमृशति +विमृशतु +विमृशतो +विमृशन् +विमृशन्तः +विमृशन्ति +विमृशन्ती +विमृशन्तु +विमृशामि +विमृशेत् +विमृश्य +विमृश्यं +विमृश्यकारिणं +विमृश्यताम् +विमृश्यते +विमृश्यमाने +विमृश्यम् +विमृश्याथ +विमृश्याह +विमृश्येति +विमृश्यैतत् +विमृश्यैतदशेषेण +विमृश्यैव +विमृष्ट +विमृष्टं +विमृष्टः +विमृष्टा +विमृष्टाः +विमृष्टे +विमृष्य +विमृष्यकारिणं +विमेथिरे +विमो +विमोक +विमोकं +विमोकः +विमोक्तुं +विमोक्त्रीर्मयि +विमोक्ष +विमोक्षं +विमोक्षः +विमोक्षणं +विमोक्षणम् +विमोक्षणे +विमोक्षम् +विमोक्षयन् +विमोक्षयेत् +विमोक्षश्च +विमोक्षस्तस्य +विमोक्षस्य +विमोक्षाः +विमोक्षाद्वा +विमोक्षान्ते +विमोक्षाय +विमोक्षायैव +विमोक्षार्थं +विमोक्षितः +विमोक्षे +विमोक्षो +विमोक्ष्य +विमोक्ष्यति +विमोक्ष्यते +विमोक्ष्यन्ति +विमोक्ष्यसि +विमोक्ष्यसे +विमोक्ष्यामि +विमोक्ष्ये +विमोक्ष्येऽथ +विमोचन +विमोचनं +विमोचनप्रतिहर्षयोः +विमोचनम् +विमोचनात् +विमोचनानन्तरं +विमोचनाय +विमोचनार्थं +विमोचनार्थे +विमोचनी +विमोचनीः +विमोचनीरापो +विमोचने +विमोचय +विमोचयति +विमोचयत्येकरूपेण +विमोचयन्ती +विमोचयामास +विमोचयित्वा +विमोचये +विमोचयेत् +विमोचयेयम् +विमोचितः +विमोचिता +विमोचिताः +विमोचिते +विमोच्य +विमोह +विमोहं +विमोहः +विमोहकार्ययोगनिवृत्तिरत्र +विमोहन +विमोहनं +विमोहनः +विमोहनम् +विमोहने +विमोहयति +विमोहयन् +विमोहयसि +विमोहयेत् +विमोहाय +विमोहित +विमोहितं +विमोहितः +विमोहितम् +विमोहिता +विमोहिताः +विमोहितो +विमोहितौ +विमोहिनी +विमोहिनीं +विमोहिनीम् +विमोहे +विमोहो +विमोह्य +विमौ +विम् +विम्̇शत्यै +विम्ब +विम्बं +विम्बः +विम्बफलाधरोष्ठे +विम्बम् +विम्बल्डन् +विम्बस्य +विम्बानां +विम्बिका +विम्बी +विम्बीं +विम्बे +विम्लापनं +विम्वं +विम॑ना॒ +विम॒दाय॑ +विम॒मे +विय +वियं +वियः +वियच् +वियच्च +वियच्चापि +वियच्छन्दः +वियत +वियतः +वियतनाम +वियतनामी +वियतनामीभाषा +वियता +वियतावस्य +वियति +वियती +वियते +वियतेत +वियतो +वियत् +वियत्तो +वियत्येव +वियत्स्था +वियदधिकरणम् +वियदधिकरणे +वियदश्रुतेः +वियदादयः +वियदादि +वियदादिकं +वियदादिप्रपञ्चस्य +वियदादीनां +वियदादीनि +वियदादेः +वियदादौ +वियदिति +वियदिव +वियद् +वियद्गङ्गा +वियद्गतं +वियद्गतः +वियद्राजपुरं +वियद्राजस्य +वियद्व्याप्य +वियना +वियन् +वियन्त +वियन्तः +वियन्ता +वियन्ति +वियन्तु +वियन्तु॒ +वियन्त्वाज्यस्य +वियन्त्व् +वियन्नृपः +वियन्नृपस्य +वियमः +विया +वियात +वियातः +वियाति +वियामः +वियासाय +वियु +वियुक्त +वियुक्तं +वियुक्तः +वियुक्तत्वात् +वियुक्तम् +वियुक्तयोः +वियुक्तश्च +वियुक्तस्य +वियुक्ता +वियुक्तां +वियुक्ताः +वियुक्तानां +वियुक्तानि +वियुक्ते +वियुक्तो +वियुक्तौ +वियुङ्क्ते +वियुजा +वियुज्य +वियुज्यताम् +वियुज्यते +वियुज्यतेऽनेनेति +वियुज्यन्ते +वियुज्यसे +वियुज्येत +वियुञ्जीत +वियुतं +वियुता +वियुते +वियुतो +वियुत्य +वियुनक्ति +वियूय +वियूह +वियो +वियोग +वियोगं +वियोगः +वियोगकारणं +वियोगकारणम् +वियोगकाले +वियोगजं +वियोगजे +वियोगतः +वियोगदुःखं +वियोगभाजां +वियोगम् +वियोगवान् +वियोगशब्दोऽत्र +वियोगश्च +वियोगस्तस्यासम्बन्धः +वियोगस्तु +वियोगस्ते +वियोगस्य +वियोगहेतुपर +वियोगा +वियोगाः +वियोगाच्च +वियोगात् +वियोगाद् +वियोगान्यत्वधृतयः +वियोगार्ता +वियोगि +वियोगिता +वियोगिनः +वियोगिना +वियोगिनां +वियोगिनाम् +वियोगिनि +वियोगिनी +वियोगिनीनां +वियोगिनीनाम् +वियोगिनो +वियोगिन्या +वियोगी +वियोगे +वियोगेन +वियोगेषु +वियोगो +वियोगोऽपि +वियोजन +वियोजनं +वियोजनम् +वियोजने +वियोजय +वियोजयति +वियोजयन्ति +वियोजयितुं +वियोजयेत् +वियोजितः +वियोजिता +वियोजिताः +वियोजिते +वियोज्य +वियोज्यं +वियोनिं +वियोनिजन्माद्यध्यायः +वियोनिमधिगच्छति +वियोनिषु +वियोनौ +विर +विरं +विरंस्यति +विरः +विरक्त +विरक्तं +विरक्तः +विरक्तता +विरक्ततां +विरक्तत्वमुमुक्षयोः +विरक्तप्रकृतिं +विरक्तप्रकृतिश्चैव +विरक्तश्च +विरक्तस्तु +विरक्तस्य +विरक्तस्यैव +विरक्ता +विरक्ताः +विरक्तानां +विरक्तायां +विरक्ताश्च +विरक्तासु +विरक्ति +विरक्तिं +विरक्तिः +विरक्तिपूर्वकं +विरक्तिश्च +विरक्ते +विरक्तेः +विरक्तेन +विरक्तो +विरक्तोऽपि +विरक्तौ +विरक्त्या +विरक्त्युपयुक्तो +विरङ्गं +विरचनं +विरचना +विरचने +विरचय +विरचयति +विरचयतु +विरचयन् +विरचयन्ति +विरचयामास +विरचयामि +विरचयितुं +विरचयेत् +विरचय्य +विरचित +विरचितं +विरचितः +विरचितपदं +विरचितमिति +विरचितमिदं +विरचितम् +विरचितया +विरचितवपुः +विरचितवानिति +विरचितवान् +विरचितस्य +विरचिता +विरचितां +विरचिताः +विरचिताञ्जलिः +विरचितानि +विरचिताया +विरचितायां +विरचितायामायुर्वेददीपिकायां +विरचितावासे +विरचिते +विरचितेति +विरचितेयं +विरचितैः +विरचितो +विरच्य +विरच्यते +विरच्यन्ते +विरज +विरजं +विरजः +विरजया +विरजसं +विरजसः +विरजसो +विरजस्कं +विरजस्का +विरजस्के +विरजस्को +विरजा +विरजां +विरजाः +विरजातटे +विरजातीरे +विरजादेवी +विरजानन्दसरस्वतीस्वामिनां +विरजानलजं +विरजायां +विरजायाः +विरजायै +विरजाश्च +विरजाश्चैव +विरजास्तथा +विरजाहोमं +विरजे +विरजेत् +विरजेत्तदहरेव +विरजो +विरज्य +विरज्यति +विरज्यते +विरज्यन्ते +विरज्यमानस्य +विरज्यसि +विरज्येत +विरज्येते +विरञ्चिः +विरञ्जयेत् +विरत +विरतं +विरतः +विरतप्रसङ्गैः +विरतम् +विरतस्य +विरता +विरतां +विरताः +विरतायां +विरति +विरतिं +विरतिः +विरतिर्नास्ति +विरते +विरतेषु +विरतो +विरतौ +विरथं +विरथः +विरथान् +विरथावसियुद्धाय +विरथीकृत्य +विरथे +विरथो +विरथौ +विरद +विरप्शिन +विरप्शिनः +विरप्शिन् +विरप्शिन्निति +विरप्शी +विरप्शीति +विरम +विरमणं +विरमत +विरमति +विरमतीति +विरमतु +विरमते +विरमत्यध्वर्युः +विरमदि +विरमन्ति +विरमसि +विरमामि +विरमास्मात्पापकादसद्धर्मात् +विरमे +विरमेत +विरमेत् +विरमेद् +विरमेन्न +विरम् +विरम्य +विरम्यतां +विरम्यताम् +विरम्यते +विरराज +विरराम +विररामाथ +विररामाशु +विररामासौ +विररामाऽथ +विररामाऽसौ +विररामेति +विररामैव +विरल +विरलं +विरलः +विरलतया +विरलतां +विरलत्वं +विरलद्रवा +विरलम् +विरला +विरलाः +विरलाङ्गुलिः +विरलाङ्गुली +विरलानि +विरली +विरलीकृताः +विरले +विरलेषु +विरलैः +विरलो +विरलौ +विरळा +विरश्मयो +विरस +विरसं +विरसः +विरसञ्च +विरसता +विरसतां +विरसा +विरसाः +विरसानि +विरसायां +विरसास्यता +विरसास्यताम् +विरसीचकार +विरसे +विरसो +विरस्यता +विरह +विरहं +विरहः +विरहकातर +विरहकातरः +विरहकृशया +विरहजैव +विरहज्वरम् +विरहतनु +विरहदिवसे +विरहदुःखं +विरहदुःखमाशाबन्धः +विरहदुःखेन +विरहय्य +विरहविधुरां +विरहविषण्णा +विरहवेदनया +विरहवेदना +विरहव्यथया +विरहव्यथा +विरहव्यथाम् +विरहव्याधिः +विरहव्रतं +विरहशयने +विरहस्य +विरहा +विरहाकुलः +विरहाग्निना +विरहातुरः +विरहातुरम् +विरहातुरा +विरहातुराः +विरहात् +विरहादिति +विरहाद् +विरहानलः +विरहान्न +विरहावस्थया +विरहावस्था +विरहासहा +विरहि +विरहिजनस्य +विरहिण +विरहिणं +विरहिणः +विरहिणा +विरहिणां +विरहिणि +विरहिणियों +विरहिणी +विरहिणीं +विरहिणीनां +विरहिणीव्रज्या +विरहिणो +विरहिण्या +विरहित +विरहितं +विरहितः +विरहितम् +विरहितस्य +विरहिता +विरहितां +विरहिताः +विरहिते +विरहितो +विरहिव्रज्या +विरही +विरहे +विरहेण +विरहेषु +विरहेऽपि +विरहो +विरहोत्कण्ठिता +विरहोत्कण्ठितोन्मनाः +विरहोऽटनम् +विरा +विराग +विरागं +विरागः +विरागता +विरागतां +विरागताम् +विरागनिश्रितं +विरागम् +विरागयेयमिति +विरागवान् +विरागश्च +विरागस्तु +विरागस्य +विरागा +विरागाः +विरागाणामग्र्यम् +विरागाद्विरागधातुरित्युच्यते +विरागाय +विरागायानुत्पादाय +विरागिणः +विरागिणी +विरागितः +विरागिताम् +विरागी +विरागे +विरागेण +विरागो +विरागोऽत्र +विराज +विराजं +विराजंतं +विराजंते +विराजः +विराजःऽ +विराजक्रमैरुपतिष्ठते +विराजत +विराजतः +विराजता +विराजति +विराजतीति +विराजतु +विराजते +विराजन् +विराजन्तं +विराजन्ति +विराजन्ती +विराजन्ते +विराजन्नपसेध +विराजपेटे +विराजपेटेविधानसभाक्षेत्रम् +विराजमसृजत्प्रभुः +विराजमान +विराजमानं +विराजमानः +विराजमानम् +विराजमानस्य +विराजमाना +विराजमानां +विराजमानाः +विराजमानानि +विराजमाने +विराजमानो +विराजमेव +विराजम् +विराजयति +विराजयन् +विराजश् +विराजश्च +विराजसि +विराजसे +विराजस् +विराजस्य +विराजा +विराजानि +विराजाम् +विराजि +विराजित +विराजितं +विराजितः +विराजितम् +विराजिता +विराजिताः +विराजितान् +विराजिताम् +विराजिते +विराजितैः +विराजितो +विराजितौ +विराजीति +विराजे +विराजेते +विराजैवान्नाद्यमवरुन्धे +विराजैवान्नाद्यम् +विराजो +विराजौ +विराज् +विराज्येव +विराज्य् +विराट +विराटं +विराटः +विराटद्रुपदौ +विराटनगर +विराटनगरं +विराटनगरम् +विराटनगरे +विराटपर्व +विराटपर्वणि +विराटपर्व्व +विराटपर्व्वणि +विराटराजस्य +विराटश्च +विराटस्य +विराटस्यावासे +विराटे +विराटेन +विराटो +विराट् +विराट्च +विराट्छन्द +विराट्छन्दः +विराट्छन्दो +विराट्पुरुषस्य +विराट्पूर्वा +विराट्प्रणवः +विराट्सु +विराट्सुताः +विराट्स्थाना +विराट्स्वराजौ +विराड +विराडग्ने +विराडजायत +विराडत्यष्टिश्छन्दः +विराडनुष्टुप् +विराडन्नं +विराडन्नादी +विराडयं +विराडसि +विराडसीति +विराडात्मना +विराडात्मा +विराडिति +विराडित्युच्यते +विराडेव +विराड् +विराड्गायत्री +विराड्जगती +विराड्देहस्य +विराड्भूत्वा +विराड्रूपं +विराड्रूपा +विराड्वा +विराड्विराजमेवाप्नोति +विराड्विराज्येवान्नाद्ये +विराड्विराडु +विरात्र +विरात्रे +विराद्ध +विराध +विराधं +विराधः +विराधगुप्तः +विराधगुसः +विराधमाक्रम्य +विराधश्च +विराधस्तु +विराधस्य +विराधाङ्के +विराधिषि +विराधे +विराधेन +विराधो +विराध्य +विराध्यन्तं +विराम +विरामं +विरामः +विरामप्रत्ययाभ्यासपूर्वः +विरामप्रत्ययो +विरामम् +विरामश्च +विरामस्य +विरामान्तं +विरामान्तौ +विरामे +विरामेण +विरामेषु +विरामो +विरामोऽवसानम् +विराय +विरार +विराळ् +विराव +विरावं +विरावः +विरावणं +विरावी +विरावे +विरावैः +विरावो +विराषाट् +विरासत +विरि +विरिंचिं +विरिक्त +विरिक्तं +विरिक्तः +विरिक्तवत् +विरिक्तश्च +विरिक्तस्य +विरिक्ते +विरिक्तो +विरिच्यते +विरिञ्च +विरिञ्चं +विरिञ्चः +विरिञ्चम् +विरिञ्चये +विरिञ्चस्य +विरिञ्चाहोरात्रयोः +विरिञ्चि +विरिञ्चिं +विरिञ्चिः +विरिञ्चिना +विरिञ्चे +विरिञ्चेः +विरिञ्चेन +विरिञ्चो +विरिञ्चौ +विरिति +विरिब्ध +विरिये +विरिष्टं +विरिष्टम् +विरिष्यते +विरिष्यन्ते +विरु +विरुक्मतः +विरुक्मता +विरुजं +विरुजः +विरुजति +विरुजन् +विरुजन्ति +विरुज्य +विरुज्यते +विरुणद्धि +विरुतं +विरुते +विरुतेन +विरुतैः +विरुद +विरुदं 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+विरूपाक्षश्च +विरूपाक्षस्तु +विरूपाक्षस्त्रिलोचनः +विरूपाक्षस्य +विरूपाक्षा +विरूपाक्षाः +विरूपाक्षाय +विरूपाक्षि +विरूपाक्षी +विरूपाक्षे +विरूपाक्षेण +विरूपाक्षो +विरूपाक्षोऽथ +विरूपाणां +विरूपाणि +विरूपान् +विरूपामसतीं +विरूपाय +विरूपाश्च +विरूपास +विरूपिता +विरूपे +विरूपेभ्यो +विरूपैकशेषे +विरूपो +विरूपौ +विरू॑पा॒ +विरू॑पे +विरू॑पे॒ +विरे +विरेक +विरेकं +विरेकः +विरेकञ्च +विरेकश्च +विरेकस्तु +विरेकस्य +विरेकाय +विरेकार्थ +विरेकार्थं +विरेकार्थे +विरेके +विरेकेण +विरेको +विरेच +विरेचन +विरेचनं +विरेचनः +विरेचनद्र +विरेचनम् +विरेचनस्य +विरेचनानि +विरेचनी +विरेचने +विरेचनेन +विरेचनैः +विरेचयति +विरेचयेच्च +विरेचयेत् +विरेचितः +विरेचिते +विरेचे +विरेच्य +विरेच्यः +विरेच्या +विरेजतुः +विरेजिरे +विरेजु +विरेजुः +विरेजुस्ते +विरेजे +विरेन्द्र +विरेमुस्ते +विरो +विरोक +विरोकिणः +विरोके +विरोगः +विरोगस्त्वभिजायते +विरोगो +विरोघ +विरोचति +विरोचते +विरोचन +विरोचनं +विरोचनः +विरोचनम् +विरोचनश्च +विरोचनसुत +विरोचनसुतो +विरोचनस्तु +विरोचनस्य +विरोचना +विरोचनात् +विरोचनादयः +विरोचने +विरोचनेन +विरोचनो +विरोचमानं +विरोचसे +विरोचेत +विरोजितौ +विरोत्स्यते +विरोद्धव्यं +विरोध +विरोधं +विरोधः +विरोधकः +विरोधकृत् +विरोधगतिः +विरोधतः +विरोधनं +विरोधनम् +विरोधपक्षस्य +विरोधपरिहार +विरोधपरिहारः +विरोधपरिहाराय +विरोधमकरोत् +विरोधमकुर्वन् +विरोधमाशङ्क्य +विरोधमाह +विरोधमेव +विरोधम् +विरोधयन्तः +विरोधयेत् +विरोधश् +विरोधश्च +विरोधस्तत्र +विरोधस्तु +विरोधस्य +विरोधहेतुः +विरोधा +विरोधाः +विरोधाच +विरोधाच् +विरोधाच्च +विरोधात +विरोधात् +विरोधात्‌ +विरोधादिति +विरोधादित्यर्थः +विरोधादेव +विरोधाद् +विरोधानां +विरोधान् +विरोधान्न +विरोधापत्तेः +विरोधाभाव +विरोधाभावः +विरोधाभावाच्च +विरोधाभावात् +विरोधाभावादिति +विरोधाभावादित्यर्थः +विरोधाभावान्न +विरोधाभावे +विरोधाभावेन +विरोधाभास +विरोधाभासः +विरोधाभासस्य +विरोधाभासालङ्कारः +विरोधाभासो +विरोधाभासोलंकारः +विरोधाभासोऽलंकारः +विरोधाय +विरोधार्थं +विरोधार्थे +विरोधालंकारः +विरोधालङ्कारः +विरोधालङ्कारसरः +विरोधालङ्कारो +विरोधाविरोधौ +विरोधासिद्धेः +विरोधि +विरोधिकारणैर्मुक्तो +विरोधितः +विरोधितया +विरोधिता +विरोधितां +विरोधिताम् +विरोधित्व +विरोधित्वं +विरोधित्वात् +विरोधित्वे +विरोधित्वेन +विरोधिन +विरोधिनं +विरोधिनः +विरोधिनम् +विरोधिनश्च +विरोधिना +विरोधिनां +विरोधिनामिति +विरोधिनाम् +विरोधिनि +विरोधिनी +विरोधिनो +विरोधिनोः +विरोधिनौ +विरोधिन्यः +विरोधिपरतया +विरोधिप्रादुर्भावादिक्रमेण +विरोधिभिः +विरोधियों +विरोधिलक्षणया +विरोधिषु +विरोधी +विरोधीति +विरोधीनि +विरोधीन्यन्नपानानि +विरोधे +विरोधेति +विरोधेत्यादि +विरोधेन +विरोधेऽपि +विरोधो +विरोधोक्तिः +विरोधोपि +विरोधोऽपि +विरोधोऽयं +विरोधोऽस्ति +विरोधोऽस्त्येव +विरोधौ +विरोह +विरोहं +विरोहणशीला +विरोहति +विरोहन्ति +विरोहयतु +विरोहसि +विरौति +विरौमि +विरौषि +विर् +विर्न +विर्ष +विर्षे +विर॒प्शी +विल +विलं +विलंघयेत् +विलंघ्य +विलंबं +विलंबितम् +विलंबो +विलक्ष +विलक्षं +विलक्षः +विलक्षण +विलक्षणं +विलक्षणः +विलक्षणतया +विलक्षणता +विलक्षणत्वं +विलक्षणत्वात् +विलक्षणत्वादस्य +विलक्षणत्वाधिकरणम् +विलक्षणत्वान्नेदं +विलक्षणत्वे +विलक्षणत्वेन +विलक्षणभोग +विलक्षणमिति +विलक्षणमेव +विलक्षणम् +विलक्षणस्य +विलक्षणा +विलक्षणां +विलक्षणाः +विलक्षणाधिकरणम् +विलक्षणानां +विलक्षणानि +विलक्षणान् +विलक्षणाहार +विलक्षणे +विलक्षणेति +विलक्षणेन +विलक्षणेषु +विलक्षणैः +विलक्षणैव +विलक्षणो +विलक्षणौ +विलक्षता +विलक्षयेत् +विलक्षा +विलक्षां +विलक्षो +विलक्ष्य +विलक्ष्यते +विलक्ष्यलक्ष्मीपतिः +विलग्न +विलग्नं +विलग्नः +विलग्नगे +विलग्नतः +विलग्नम् +विलग्नस्थे +विलग्ना +विलग्नाः +विलग्नात् +विलग्ने +विलग्नेशे +विलग्नो +विलङ्घनं +विलङ्घय +विलङ्घयन्ति +विलङ्घयेत् +विलङ्घिता +विलङ्घ्य +विलङ्घ्यते +विलज्ज +विलज्जः +विलज्जते +विलज्जमाना +विलज्जितः +विलज्जो +विलति +विलप +विलपंतं +विलपंती +विलपतस्तस्य +विलपतां +विलपति +विलपती +विलपतीं +विलपते +विलपन +विलपन् +विलपन्तं +विलपन्तमनाथवत् +विलपन्ति +विलपन्ती +विलपन्तीं +विलपन्तीमनाथवत् +विलपन्तीम् +विलपन्त्या +विलपन्त्यै +विलपन्निति +विलपन्नेव +विलपमानं +विलपमानस्य +विलपसि +विलपामि +विलपितं +विलपिते +विलप्य +विलप्यते +विलप्यैवं +विलम् +विलम्ब +विलम्बं +विलम्बः +विलम्बत +विलम्बते +विलम्बन +विलम्बनं +विलम्बनम् +विलम्बने +विलम्बमानं +विलम्बमानाः +विलम्बम् +विलम्बय +विलम्बयेत् +विलम्बश्च +विलम्बसे +विलम्बसौपर्णं +विलम्बसौपर्णम् +विलम्बस्य +विलम्बस्व +विलम्बाभावात् +विलम्बि +विलम्बिका +विलम्बित +विलम्बितं +विलम्बितः +विलम्बितत्वात् +विलम्बितम् +विलम्बिता +विलम्बितां +विलम्बिताम् +विलम्बितुं +विलम्बितुम् +विलम्बिते +विलम्बितो +विलम्बिनि +विलम्बी +विलम्बे +विलम्बेत +विलम्बेन +विलम्बेनेति +विलम्बो +विलम्बोच्चारणे +विलम्ब्य +विलम्ब्यते +विलम्ब्याथ +विलम्वेन +विलय +विलयं +विलयः +विलयनं +विलयमायाति +विलयमेति +विलयम् +विलयस्य +विलयात् +विलयापत्तेः +विलये +विलयो +विललङ्घे +विललाप +विललापाकुलेन्द्रियः +विललापातिदुःखितः +विललापाथ +विललापायतेक्षणा +विललापार्तया +विललास +विलव +विलस +विलसति +विलसतीति +विलसतु +विलसत् +विलसत्करेणुगहनं +विलसत्येव +विलसन +विलसने +विलसन् +विलसन्तं +विलसन्ति +विलसन्ती +विलसन्तु +विलसन्तो +विलसित +विलसितं +विलसितः +विलसितम् +विलसिता +विलसितानि +विलसितेन +विला +विलाता +विलाप +विलापं +विलापः +विलापनं +विलापनम् +विलापनेन +विलापयति +विलापयतीति +विलापयन्ति +विलापयेत् +विलापश्च +विलापिनी +विलापे +विलापेन +विलापो +विलाप्य +विलाप्योत्पूय +विलाय +विलायकः +विलाययति +विलायितो +विलालयति +विलाषी +विलास +विलासं +विलासः +विलासकलासु +विलासचेष्टितं +विलासतः +विलासपुरमण्डलम् +विलासम् +विलासवति +विलासवती +विलासवत्यः +विलासवत्या +विलासवत्याः +विलासश्च +विलाससम्पदा +विलासस्य +विलासहंसीमपि +विलासहसितं +विलासा +विलासाः +विलासादिव +विलासानां +विलासान् +विलासाय +विलासार्थं +विलासास्त +विलासि +विलासिका +विलासिता +विलासिनः +विलासिना +विलासिनां +विलासिनाम् +विलासिनि +विलासिनी +विलासिनीं +विलासिनीजनः +विलासिनीना +विलासिनीनां +विलासिनीनाम् +विलासिनीभिः +विलासिनीम् +विलासिनीव +विलासिनो +विलासिनौ +विलासिन्यः +विलासिन्या +विलासिन्यै +विलासिन्यो +विलासिभिः +विलासी +विलासे +विलासेन +विलासेषु +विलासैः +विलासो +विलि +विलिख +विलिखः +विलिखति +विलिखतीति +विलिखतु +विलिखन् +विलिखन्ति +विलिखन्तु +विलिखन्निव +विलिखामि +विलिखितं +विलिखितः +विलिखितम् +विलिखिता +विलिखिते +विलिखेच्च +विलिखेत् +विलिखेत्ततः +विलिखेद् +विलिखेद्बुधः +विलिख्य +विलिख्यते +विलिख्यन्ते +विलिङ्गवचनस्यापि +विलिप्त +विलिप्तं +विलिप्ता +विलिप्ताः +विलिप्तिका +विलिप्ती +विलिप्य +विलिप्यते +विलिप्यमानां +विलिप्याथ +विलिम्पति +विलियं +विलियम +विलियम् +विलियम्स् +विलिलेख +विलिष्टं +विलिष्टम् +विलिस +विली +विलीन +विलीनं +विलीनः +विलीनतां +विलीनपद्मः +विलीनमाज्यं +विलीनम् +विलीनयति +विलीनश्च +विलीनस्य +विलीना +विलीनाः +विलीनानि +विलीनायां +विलीनाश्च +विलीने +विलीनेन +विलीनेषु +विलीनो +विलीनौ +विलीय +विलीयंते +विलीयत +विलीयताम् +विलीयते +विलीयन्त +विलीयन्ते +विलीयसे +विलीयेत +विलीयेते +विलुठति +विलुठन् +विलुप्त +विलुप्तं +विलुप्तः +विलुप्तविभवः +विलुप्ता +विलुप्ताः +विलुप्ते +विलुप्य +विलुप्यते +विलुप्येत +विलुम्पति +विलुम्पन्ति +विलुम्पसि +विलुलित +विलुलितं +विलुलिता +विलुलिते +विलुलोकिरे +विलुलोके +विलूनासि +विलूय +विलूयते +विले +विलेखन +विलेखनं +विलेखनम् +विलेखने +विलेखयेत् +विलेन +विलेपतुः +विलेपन +विलेपनं +विलेपनम् +विलेपनानि +विलेपने +विलेपनेन +विलेपनैः +विलेपयेत् +विलेपितम् +विलेपिते +विलेपी +विलेपीं +विलेपीमकृतं +विलेपुः +विलेपुश्च +विलेप्य +विलेय +विलेशयः +विलेशया +विलेशयाः +विलेषुः +विलेसिथ +विलो +विलोक +विलोकते +विलोकनं +विलोकनम् +विलोकनात् +विलोकनानन्तरं +विलोकनाय +विलोकनीयं +विलोकनीयम् +विलोकने +विलोकनेन +विलोकनेनैव +विलोकमानः +विलोकय +विलोकयतः +विलोकयति +विलोकयतु +विलोकयत्सु +विलोकयन् +विलोकयन्तः +विलोकयन्ति +विलोकयन्ती +विलोकयन्त्या +विलोकयन्स्थितः +विलोकयामास +विलोकयामि +विलोकयितुं +विलोकयिष्ये +विलोकये +विलोकयेति +विलोकयेत् +विलोकित +विलोकितं +विलोकितः +विलोकितम् +विलोकितवती +विलोकितवान् +विलोकिता +विलोकिताः +विलोकितानि +विलोकितास्या +विलोकितुं +विलोकितुम् +विलोकिते +विलोकितेषु +विलोकितो +विलोके +विलोक्य +विलोक्यं +विलोक्यतां +विलोक्यताम् +विलोक्यते +विलोक्यन्ते +विलोक्यमान +विलोक्यम् +विलोक्यसे +विलोक्या +विलोक्याः +विलोक्याथ +विलोक्यापि +विलोक्याशु +विलोक्याह +विलोक्याऽथ +विलोक्येति +विलोक्यैनं +विलोक्यैव +विलोक्यैवं +विलोचन +विलोचनं +विलोचनः +विलोचनचन्द्रिका +विलोचनम् +विलोचना +विलोचनानां +विलोचनानि +विलोचनाभ्यां +विलोचने +विलोचनेन +विलोचनैः +विलोटने +विलोडन +विलोडनम् +विलोडने +विलोडयति +विलोडयेत् +विलोडितं +विलोडितम् +विलोड्य +विलोप +विलोपः +विलोपनम् +विलोपने +विलोपयति +विलोपयेत् +विलोपे +विलोपो +विलोप्य +विलोप्याः +विलोप्सीयेत्युद्धैव +विलोभनं +विलोभनम् +विलोभनात् +विलोभनान्तरैर्मम +विलोभ्य +विलोभ्यसे +विलोम +विलोमं +विलोमः +विलोमकर्म +विलोमगं +विलोमगणितेन +विलोमगत्या +विलोमगत्वात् +विलोमगस्य +विलोमतः +विलोमतया +विलोमतो +विलोममिति +विलोमम् +विलोमयन्ति +विलोमविधिना +विलोमविवरे +विलोमा +विलोमाकार्षमात्मनः +विलोमात् +विलोमी +विलोमे +विलोमेन +विलोमो +विलोल +विलोलं +विलोलः +विलोलतारकं +विलोलदृष्टं +विलोलनेत्रभ्रमरैर्गवाक्षाः +विलोलपल्लवाः +विलोलयष्टिप्रविलुप्तचन्दनम् +विलोलया +विलोला +विलोलाः +विलोलाक्षी +विलोलानि +विलोलेति +विलोहित +विलोहितः +विलोहितम् +विलोहिताः +विलोहिताय +विल् +विल्किन्स् +विल्ञुः +विल्व +विल्वं +विल्वः +विल्वके +विल्वञ्च +विल्वतैलं +विल्वपत्रं +विल्वमूले +विल्वम् +विल्ववृक्षः +विल्ववृक्षे +विल्वस्य +विल्वानि +विल्वे +विल्वेन +विल्वोऽशोको +विल्सन +विल्सन् +विल्हण +विल्हेम +विल्हेल्म् +विळव +विळुप्पुरमण्डलम् +विळुप्पुरम् +विऴुप्पुरमण्डलम् +विऴुप्पुरम् +विव +विवः +विवकानन्दः +विवक्तन +विवक्ति +विवक्तीति +विवक्तुमर्हति +विवक्मि +विवक्ष +विवक्षणस्य +विवक्षणात् +विवक्षणीयतया +विवक्षणीयम् +विवक्षणे +विवक्षत +विवक्षतः +विवक्षता +विवक्षताम् +विवक्षति +विवक्षते +विवक्षन् +विवक्षन्ति +विवक्षन्नाह +विवक्षया +विवक्षवः +विवक्षसे +विवक्षा +विवक्षां +विवक्षातः +विवक्षानुसारम् +विवक्षाभेदेन +विवक्षामः +विवक्षामपेक्षते +विवक्षामि +विवक्षाया +विवक्षायां +विवक्षायाः +विवक्षायामस्य +विवक्षायाम् +विवक्षार्थः +विवक्षावशात् +विवक्षाविवक्षे +विवक्षाविषय +विवक्षास्ति +विवक्षि +विवक्षित +विवक्षितं +विवक्षितः +विवक्षिततया +विवक्षितत्वं +विवक्षितत्वम् +विवक्षितत्वाच्च +विवक्षितत्वात +विवक्षितत्वात् +विवक्षितत्वादिति +विवक्षितत्वाद् +विवक्षितत्वान्न +विवक्षितत्वे +विवक्षितत्वेन +विवक्षितमतो +विवक्षितमपि +विवक्षितमर्थं +विवक्षितमर्थमाह +विवक्षितमाह +विवक्षितमिति +विवक्षितमित्यभिप्रायेणाह +विवक्षितमित्यर्थः +विवक्षितमित्याह +विवक्षितम् +विवक्षितवाच्यस्य +विवक्षितविवेकेन +विवक्षितसिद्धौ +विवक्षितस्तदा +विवक्षितस्य +विवक्षितस्यार्थस्य +विवक्षिता +विवक्षिताः +विवक्षितानि +विवक्षितान्यपरवाच्य +विवक्षितान्यपरवाच्यस्य +विवक्षितान्यपरवाच्ये +विवक्षितान्यपरवाच्यो +विवक्षिताभिधेयस्य +विवक्षितायां +विवक्षितार्थः +विवक्षितार्थत्वम् +विवक्षितार्थस्य +विवक्षितार्थे +विवक्षिताविति +विवक्षितुं +विवक्षितुम् +विवक्षिते +विवक्षितेति +विवक्षितेत्यर्थः +विवक्षितेषु +विवक्षितेऽर्थे +विवक्षितो +विवक्षितोऽर्थः +विवक्षितोऽर्थो +विवक्षितौ +विवक्षित्वा +विवक्षित्वात् +विवक्षित्वाह +विवक्षु +विवक्षुः +विवक्षुरसि +विवक्षुरादौ +विवक्षुराह +विवक्षुर्मोहमेति +विवक्षेति +विवक्षेत्यत्र +विवक्ष्यत +विवक्ष्यतामिति +विवक्ष्यति +विवक्ष्यते +विवक्ष्यन्ते +विवक्ष्यसि +विवक्ष्येत +विवखता +विवच्यते +विवत् +विवत्सा +विवत्सायाश्च +विवत्स्यामि +विवद +विवदंति +विवदतां +विवदति +विवदते +विवदन्तः +विवदन्ति +विवदन्ते +विवदन्तो +विवदन्तौ +विवदमानं +विवदमानः +विवदमानयोः +विवदमानयोरुभयोरप्युपेक्षकः +विवदमानश्च +विवदमाना +विवदमानाः +विवदमानानां +विवदमानेषु +विवदमानौ +विवदामः +विवदामहे +विवदितव्यम् +विवदेत +विवदेत् +विवदेयातां +विवध +विवधं +विवधः +विवधवीवधात् +विवधश्छन्दः +विवधात् +विवधिकः +विवधिकी +विवधेन +विवब्रुः +विवर +विवरं +विवरजित +विवरण +विवरणं +विवरणन्तु +विवरणमपि +विवरणमस्ति +विवरणमस्य +विवरणमस्या +विवरणमस्याः +विवरणमिति +विवरणम् +विवरणवाक्ये +विवरणस्य +विवरणात् +विवरणानि +विवरणार्थं +विवरणिका +विवरणिकाः +विवरणे +विवरणेन +विवरम् +विवरस्य +विवरा +विवराणां +विवराणि +विवरात् +विवरिषते +विवरिष्यत +विवरिष्यति +विवरीतुं +विवरीतुमारभते +विवरीतुमाह +विवरीषति +विवरे +विवरेण +विवरेषु +विवरैषिणः +विवर्जनम् +विवर्जनात् +विवर्जनीयं +विवर्जनीयः +विवर्जनीयम् +विवर्जयन् +विवर्जयित्वा +विवर्जये +विवर्जयेत +विवर्जयेत् +विवर्जयेदिति +विवर्जयेद् +विवर्जित +विवर्जितं +विवर्जितः +विवर्जितम् +विवर्जिता +विवर्जिताः +विवर्जितान् +विवर्जिताम् +विवर्जिते +विवर्जितैः +विवर्जितो +विवर्ज्जयेत् +विवर्ज्जितः +विवर्ज्जितम् +विवर्ज्य +विवर्ज्यं +विवर्ज्यः +विवर्ज्यते +विवर्ज्यानि +विवर्ण +विवर्णं +विवर्णः +विवर्णता +विवर्णतां +विवर्णताम् +विवर्णत्वं +विवर्णभावं +विवर्णम् +विवर्णवक्त्रो +विवर्णवदनं +विवर्णवदना +विवर्णवदनो +विवर्णवदनोऽभवत् +विवर्णवासा +विवर्णश्च +विवर्णस्य +विवर्णा +विवर्णां +विवर्णाः +विवर्णानि +विवर्णाश्च +विवर्णे +विवर्णेन +विवर्णो +विवर्त +विवर्तं +विवर्तः +विवर्तत +विवर्तते +विवर्ततेऽर्थभावेन +विवर्तत्वं +विवर्तनं +विवर्तनम् +विवर्तनात् +विवर्तने +विवर्तन्ते +विवर्तमखिलं +विवर्तमानं +विवर्तमानः +विवर्तमाना +विवर्तमानाय +विवर्तमाने +विवर्तयति +विवर्तयेत् +विवर्तवाद +विवर्ता +विवर्ति +विवर्तितं +विवर्तितः +विवर्तितम् +विवर्तिता +विवर्तितानञ्जननेत्रमैक्षत +विवर्तिते +विवर्तितौ +विवर्तिषते +विवर्ते +विवर्तेते +विवर्तो +विवर्त्त +विवर्त्तः +विवर्त्तते +विवर्त्तनम् +विवर्त्तिषते +विवर्त्यन्ते +विवर्द्धते +विवर्द्धनः +विवर्द्धनम् +विवर्द्धन्ते +विवर्द्धयति +विवर्द्धयन् +विवर्द्धयेत् +विवर्द्धितः +विवर्द्धिताः +विवर्द्धेत +विवर्धते +विवर्धनं +विवर्धनः +विवर्धनम् +विवर्धना +विवर्धनाः +विवर्धनात् +विवर्धन्ते +विवर्धमानं +विवर्धमानः +विवर्धमानम् +विवर्धमाना +विवर्धमाने +विवर्धयति +विवर्धयन् +विवर्धयन्ति +विवर्धयेत् +विवर्धसे +विवर्धस्व +विवर्धितः +विवर्धितम् +विवर्धिता +विवर्धिताः +विवर्धिनी +विवर्धेत +विवर्धेते +विवलं +विवलितं +विवल्गति +विवल्गन्ति +विववार +विवव्री +विवव्रुः +विवव्रे +विवश +विवशं +विवशः +विवशतां +विवशतामेति +विवशपाशसंक्षोभकम् +विवशस्य +विवशा +विवशां +विवशाः +विवशीकृतः +विवशे +विवशो +विवष्टि +विवसनं +विवसना +विवसनां +विवसनाः +विवसानौ +विवस्ते +विवस्त्रं +विवस्त्रः +विवस्त्रा +विवस्त्रां +विवस्त्राश्च +विवस्त्रो +विवस्व +विवस्वंतं +विवस्वत +विवस्वतः +विवस्वतश्च +विवस्वता +विवस्वति +विवस्वते +विवस्वतो +विवस्वत् +विवस्वदुषस +विवस्वद्वाते +विवस्वन् +विवस्वन्तं +विवस्वन्तः +विवस्वन्तम् +विवस्वांश्च +विवस्वांस्तु +विवस्वान +विवस्वानथ +विवस्वानदितेः +विवस्वानपो +विवस्वानादित्यो +विवस्वानिव +विवस्वान् +विवस्वान्न +विवस्वान्पूषा +विवस्वान्मनवे +विवस्वान्सविता +विवहः +विवहति +विवहन्ति +विवहश्च +विवहावहा +विवहावहै +विवहो +विवा +विवाः +विवाकः +विवाचनी +विवाचयन्ति +विवाचि +विवाचो +विवाति +विवाद +विवादं +विवादः +विवादचिन्तामणौ +विवादपदं +विवादपदम् +विवादपदानां +विवादपदानि +विवादपदे +विवादपदेषु +विवादभेदे +विवादम् +विवादयेत् +विवादयेत्सद्य +विवादरत्नाकरे +विवादविषये +विवादश्च +विवादस्तु +विवादस्य +विवादा +विवादाः +विवादात् +विवादाद्द्विगुणं +विवादाध्यासितं +विवादाध्यासितः +विवादाध्यासिता +विवादाध्यासिताः +विवादाध्यासितानि +विवादाध्यासितो +विवादानां +विवादान् +विवादाभावात् +विवादाय +विवादास्पदं +विवादास्पदानि +विवादित +विवादिना +विवादिनाम् +विवादिनोः +विवादिनौ +विवादिषु +विवादी +विवादे +विवादेन +विवादेषु +विवादो +विवादोऽत्र +विवादोऽपि +विवान् +विवाय +विवार +विवारः +विवारादयः +विवावृधे +विवास +विवासं +विवासत +विवासति +विवासतिः +विवासते +विवासनं +विवासनः +विवासनम् +विवासन्ति +विवासय +विवासयति +विवासयन्ती +विवासयन्तु +विवासयामास +विवासयेत् +विवाससः +विवाससम् +विवाससि +विवासा +विवासान् +विवासितः +विवासितम् +विवासिता +विवासिताः +विवासिते +विवासितौ +विवासे +विवासेत् +विवासेम +विवासो +विवास्य +विवास्यते +विवास्यो +विवाह +विवाहं +विवाहः +विवाहकरणं +विवाहकरणे +विवाहकर्म +विवाहकार्यं +विवाहकालः +विवाहकाले +विवाहकृत्ये +विवाहके +विवाहञ्च +विवाहतः +विवाहदीक्षाविधिमन्वतिष्ठत् +विवाहनं +विवाहनम् +विवाहपटले +विवाहप्रकरण +विवाहप्रकरणम् +विवाहप्रकरणे +विवाहप्रस्तावः +विवाहभेदाः +विवाहभेदे +विवाहमकरोत् +विवाहमङ्गलं +विवाहमण्डपे +विवाहमारभ्य +विवाहमिति +विवाहमें +विवाहम् +विवाहय +विवाहयज्ञे +विवाहयामास +विवाहयित्वा +विवाहयेत् +विवाहयोग्या +विवाहयोग्यां +विवाहवर्णनम् +विवाहविचारः +विवाहविधिः +विवाहविधिना +विवाहविषयः +विवाहविषये +विवाहश्च +विवाहश्शिवयोरिति +विवाहसंस्कारं +विवाहसंस्कारः +विवाहसंस्कारस्य +विवाहसंस्कारेण +विवाहसमये +विवाहस्तु +विवाहस्य +विवाहहोमः +विवाहा +विवाहाः +विवाहाग्निं +विवाहाग्निपरिग्रहसंस्कारः +विवाहाग्नौ +विवाहात् +विवाहात्परतो +विवाहात्पूर्वं +विवाहादि +विवाहादिः +विवाहादिकं +विवाहादिषु +विवाहादीनि +विवाहादौ +विवाहानन्तरं +विवाहानन्तरम् +विवाहानां +विवाहान् +विवाहान्तं +विवाहान्तरं +विवाहान्ते +विवाहाय +विवाहार्थ +विवाहार्थं +विवाहार्थम् +विवाहार्थी +विवाहार्थे +विवाहावसरे +विवाहाश्च +विवाहित +विवाहितं +विवाहितः +विवाहिता +विवाहिताः +विवाहिताया +विवाहितायाः +विवाहिते +विवाहितौ +विवाही +विवाहे +विवाहेन +विवाहेषु +विवाहेऽपि +विवाहो +विवाहोत्तरं +विवाहोत्सवयज्ञेषु +विवाहोत्सवे +विवाहोऽपि +विवाहौ +विवाह्य +विवाह्या +विवाह्याः +विवाह्यो +विवा॑चि +विवि +विविंशतिः +विविंशतिर्विकर्णश्च +विविंशतेः +विविक्त +विविक्तं +विविक्तः +विविक्ततया +विविक्तता +विविक्ततां +विविक्तत्वं +विविक्तदेशसेवित्वं +विविक्तदेशसेवित्वमरतिर्जनसंसदि +विविक्तदेशसेवित्वम् +विविक्तदेशसेवी +विविक्तदेशे +विविक्तम् +विविक्तये +विविक्तयोः +विविक्तश्च +विविक्तसेवी +विविक्तस्य +विविक्ता +विविक्तां +विविक्ताः +विविक्तानि +विविक्ताश्च +विविक्तासनो +विविक्ते +विविक्तेति +विविक्तेन +विविक्तेषु +विविक्तो +विविक्तोऽयं +विविक्तौ +विविक्त्यै +विविक्षति +विविक्षवः +विविक्षा +विविक्षितम् +विविक्षु +विविक्षुः +विविघ +विविचतुः +विविचये +विविचिं +विविच्य +विविच्यतां +विविच्यताम् +विविच्यते +विविच्यन्ते +विविच्याह +विविच्येत +विविच्येति +विविज्रे +विविञ्चता +विविञ्चन् +विविड्ढि +विवित्ते +विवित्सा +विवित्सुर्विकटः +विवित्से +विविद +विविदिषति +विविदिषन्ति +विविदिषन्तीति +विविदिषा +विविदिषां +विविदिषायां +विविदिषार्थं +विविदिषार्थत्वं +विविदिषाविविदिषयोश्च +विविदिषासंन्यासी +विविदुः +विविदे +विविदो +विविद्रे +विविद्वान् +विविध +विविधं +विविधः +विविधक्षेत्रेषु +विविधजातीयाः +विविधतया +विविधता +विविधतुः +विविधत्वं +विविधदानानि +विविधपदानां +विविधप्रकारम् +विविधप्रकारस्य +विविधप्रकारेण +विविधप्रकारैः +विविधभवने +विविधभावं +विविधभूषणाः +विविधमनेकरूपत्वेनाभवत् +विविधमासीदिति +विविधमाह्वयन्ति +विविधमिति +विविधम् +विविधया +विविधयोगाध्यायः +विविधरीत्या +विविधरूपाः +विविधरूपेण +विविधलक्षणाः +विविधवर्णाः +विविधविषयाः +विविधविषयाणां +विविधसंस्थानां +विविधसृष्टिः +विविधस्थानेषु +विविधस्य +विविधा +विविधां +विविधांश्च +विविधांस्तथा +विविधाः +विविधाकारं +विविधाकारा +विविधाकाराः +विविधाकारान् +विविधाकारैः +विविधाकृतीन् +विविधागमम् +विविधात्मकम् +विविधात्मनाम् +विविधान +विविधानपि +विविधाना +विविधानां +विविधानाम् +विविधानि +विविधानिच +विविधानीह +विविधान् +विविधान्नं +विविधान्नानि +विविधान्बहून् +विविधान्यत्र +विविधान्यपि +विविधान्युपवर्तन्ते +विविधान्येव +विविधापचारैः +विविधाभिः +विविधायुधपाणयः +विविधायुधाः +विविधायुधैः +विविधार्थे +विविधाशितपीतीये +विविधाश्च +विविधाश्चर्यं +विविधाश्चापि +विविधाश्चैव +विविधाश्रयम् +विविधासु +विविधास्तत्र +विविधास्तथा +विविधास्तरुशैला +विविधाहितसेवनम् +विविधुः +विविधुस्तस्मात्तेनोभयं +विविधे +विविधेति +विविधेन +विविधेभ्यः +विविधेषु +विविधेष्वपि +विविधेष्वासनेषु +विविधै +विविधैः +विविधैरपि +विविधैरुपायैः +विविधैर् +विविधैर्द्रव्यैः +विविधैर्द्रुमैः +विविधैर्भावैः +विविधैर्भोगैः +विविधैर्मखैः +विविधैर्यज्ञैः +विविधैर्वधैः +विविधैर्वाक्यैः +विविधैर्वृक्षैः +विविधैश्च +विविधैश्चैव +विविधैस्तथा +विविधैस्तीक्ष्णैः +विविधैस्तु +विविधो +विविधोपचारैराराध्य +विविधोपायैः +विविधोऽभवदिति +विविध्य +विविध्यन्ति +विविनक्ति +विविनक्तु +विविना +विविशतुः +विविशाते +विविशिवान् +विविशु +विविशुः +विविशुश्च +विविशुस्तदा +विविशुस्ते +विविशू +विविशे +विविश्याः +विविश्रे +विविष्टः +विवीत +विवीतं +विवीताध्यक्षो +विवीतेऽपि +विवुधा +विवृ +विवृक्णा +विवृढं +विवृणाति +विवृणुते +विवृणेति +विवृणो +विवृणोति +विवृणोतीति +विवृणोतीत्यर्थः +विवृणोतु +विवृणोत् +विवृणोत्येव +विवृणोमि +विवृणोषि +विवृण्वता +विवृण्वती +विवृण्वते +विवृण्वन् +विवृण्वन्ति +विवृण्वन्नाह +विवृत +विवृतं +विवृतः +विवृतजघनां +विवृतञ्च +विवृतञ्चैतत् +विवृतता +विवृततां +विवृतत्वम् +विवृतत्वात् +विवृतद्वारं +विवृतद्वारमिवोपजायते +विवृतद्वारा +विवृतमिति +विवृतमुखं +विवृतमेतत् +विवृतमेव +विवृतम् +विवृतवती +विवृतवान् +विवृतस्य +विवृता +विवृतां +विवृताः +विवृताक्ष्याननो +विवृतानना +विवृतानां +विवृतानि +विवृतामिति +विवृतायां +विवृतावेङौ +विवृताश्च +विवृतास्यं +विवृतास्यत्वमथवा +विवृतास्यां +विवृति +विवृतिं +विवृतिः +विवृतिरस्य +विवृतिरस्या +विवृतिर्ज्ञातव्या +विवृतिर्ज्ञेया +विवृतिर्यथा +विवृते +विवृतेन +विवृतेषु +विवृतो +विवृतोक्तिः +विवृतोक्त्यलङ्कारः +विवृतौ +विवृत्त +विवृत्तं +विवृत्तः +विवृत्तचक्रा +विवृत्तयः +विवृत्ता +विवृत्ताक्षं +विवृत्ताक्षः +विवृत्ताय +विवृत्ति +विवृत्तिः +विवृत्तिश्च +विवृत्ते +विवृत्तो +विवृत्तौ +विवृत्य +विवृत्सति +विवृद्ध +विवृद्धं +विवृद्धः +विवृद्धमन्युः +विवृद्धम् +विवृद्धये +विवृद्धस्य +विवृद्धा +विवृद्धाः +विवृद्धानां +विवृद्धि +विवृद्धिं +विवृद्धिः +विवृद्धिकाष्ठामनुभवन्ति +विवृद्धिमेति +विवृद्धिर् +विवृद्धे +विवृद्धो +विवृद्धौ +विवृद्ध्यर्थं +विवृद्ध्या +विवृश्चत् +विवृहा +विवृहामि +विवृ॑हामि +विवे +विवेः +विवेक +विवेकं +विवेकः +विवेकख्याति +विवेकख्यातिः +विवेकख्यातिरविप्लवा +विवेकख्यातिरिति +विवेकख्यातिरूपो +विवेकख्यातिरेव +विवेकख्यातिर् +विवेकख्याते +विवेकख्यातेः +विवेकख्यातेर् +विवेकख्यातेर्धर्ममेघः +विवेकचूड़ामणौ +विवेकचूडामणिः +विवेकज +विवेकजं +विवेकजज्ञानभागिन +विवेकजम् +विवेकजा +विवेकजेन +विवेकज्ञानं +विवेकज्ञानम् +विवेकज्ञानस्य +विवेकज्ञानावरणीयं +विवेकज्ञानेन +विवेकतः +विवेकतो +विवेकदर्शनाभ्यासेन +विवेकनन्दस्य +विवेकनिम्नं +विवेकनिश्रितं +विवेकप्रज्ञां +विवेकप्रत्ययो +विवेकबुद्धिः +विवेकबुद्ध्या +विवेकभ्रंशः +विवेकभ्रष्टानां +विवेकम् +विवेकयुक्तेन +विवेकरहिता +विवेकवती +विवेकवतो +विवेकवान् +विवेकवारिणा +विवेकवाहिनि +विवेकविज्ञानं +विवेकविज्ञानेन +विवेकवैराग्याभावान्मोक्षकथामपि +विवेकशून्यः +विवेकशून्या +विवेकशून्याः +विवेकश्च +विवेकस्तु +विवेकस्ते +विवेकस्य +विवेकस्यैव +विवेका +विवेकाख्यं +विवेकाग्रहणं +विवेकाग्रहे +विवेकाच्च +विवेकात् +विवेकादीनि +विवेकानन्द +विवेकानन्दं +विवेकानन्दः +विवेकानन्दजयन्ती +विवेकानन्दविश्वविद्यालयः +विवेकानन्दस्तोत्रम् +विवेकानन्दस्य +विवेकानन्देन +विवेकानन्दो +विवेकानन्दोपदेश +विवेकानन्दोऽयं +विवेकानन्दोऽसौ +विवेकाय +विवेकार्थं +विवेकार्थिनो +विवेकिता +विवेकित्वात् +विवेकिन +विवेकिनं +विवेकिनः +विवेकिना +विवेकिनां +विवेकिनाम् +विवेकिनि +विवेकिनी +विवेकिनो +विवेकिनोऽपि +विवेकिनोऽविवेकिनो +विवेकिभिः +विवेकिषु +विवेकिष्वपि +विवेकी +विवेके +विवेकेति +विवेकेन +विवेकेनेक्षते +विवेको +विवेकोऽपि +विवेकोऽयं +विवेक्तव्यम् +विवेक्ता +विवेक्तुं +विवेच +विवेचक +विवेचकः +विवेचन +विवेचनं +विवेचनमस्ति +विवेचनम् +विवेचना +विवेचनात् +विवेचनीयं +विवेचनीयः +विवेचनीयम् +विवेचने +विवेचनेन +विवेचय +विवेचयति +विवेचयन् +विवेचयन्ति +विवेचयितुं +विवेचयिष्यते +विवेचयिष्यामः +विवेचयेत् +विवेचित +विवेचितं +विवेचितः +विवेचितम् +विवेचिता +विवेचिताः +विवेचितानि +विवेचिते +विवेचितौ +विवेच्य +विवेच्यते +विवेच्यम् +विवेच्यानि +विवेति +विवेथ +विवेद +विवेदात्मनो +विवेदिथ +विवेदेति +विवेश +विवेशा +विवेशाग्निं +विवेशात्र +विवेशाथ +विवेशान्तःपुरं +विवेशाभ्यन्तरं +विवेशाशु +विवेशासौ +विवेशिथ +विवेशेति +विवेशोज्जयिनीं +विवेष +विवेष्टयति +विवेष्टसे +विवेष्टि +विवेष्ट्य +विवो +विवोढुं +विवोढुः +विव्य +विव्यचुः +विव्यतुः +विव्यथिरे +विव्यथुः +विव्यथे +विव्यथो +विव्यधुः +विव्यधे +विव्या +विव्याच +विव्याचेति +विव्याध +विव्याधेति +विव्याधोरसि +विव्याय +विव्युः +विव्ये +विव्रता +विव्रतेन +विव्रियते +विव्रियन्ते +विव्र॑ता॒ +विव॑क्षसे +विव॑स्वतो +विश +विशँ +विशं +विशंकितः +विशंति +विशंविशं +विशं॑ +विशं॑विशं +विशः +विशः॑ +विशः॒ +विशकलितं +विशङ्क +विशङ्कं +विशङ्कः +विशङ्कट +विशङ्कटं +विशङ्कटः +विशङ्कटम् +विशङ्कटे +विशङ्कते +विशङ्कमानः +विशङ्कय +विशङ्कया +विशङ्कसे +विशङ्का +विशङ्कां +विशङ्कितः +विशङ्किताः +विशङ्किथाः +विशङ्के +विशङ्केत +विशङ्क्य +विशत +विशतं +विशतः +विशततमोऽध्यायः +विशतस्तस्य +विशता +विशतां +विशताद् +विशताद्रयिरिति +विशताम् +विशति +विशतिः +विशतिश्च +विशतीं +विशतीति +विशतीव +विशतु +विशते +विशतेः +विशतेति +विशतेत्य् +विशतो +विशत् +विशत्यदेहमुक्तत्वं +विशत्यपः +विशत्यपि +विशत्यपैति +विशत्यर्कं +विशत्यसौ +विशत्यस्य +विशत्या +विशत्येनं +विशत्येव +विशत्य् +विशत्व् +विशद +विशदं +विशदः +विशदतया +विशदप्रभां +विशदम् +विशदयति +विशदयन् +विशदयन्ति +विशदयितुं +विशदस्य +विशदा +विशदां +विशदाः +विशदाम् +विशदाशय +विशदाशयः +विशदाशया +विशदाशयाः +विशदी +विशदीकरणं +विशदीकरोति +विशदीकृतं +विशदीकृतः +विशदीकृतम् +विशदीकृत्य +विशदीक्रियते +विशदे +विशदेति +विशदेन +विशदेव +विशदैः +विशदो +विशदौ +विशध्वं +विशनं +विशन् +विशन्तं +विशन्तः +विशन्ति +विशन्ती +विशन्तीं +विशन्तीति +विशन्तीत्यपि +विशन्तु +विशन्ते +विशन्तो +विशन्त्येते +विशन्त्यो +विशन्त्विति +विशन्त्विन्दव +विशन्त्विन्दवः +विशन्त्व् +विशब्द +विशब्दः +विशब्दनं +विशब्दनम् +विशब्दने +विशब्दसूचितविशेषव्यक्तयेयुयुत्सूनित्युक्तम्योद्धुकामानवस्थितान् +विशब्दस्य +विशब्दे +विशब्देन +विशब्दो +विशमसृजत +विशमेव +विशमेवास्मै +विशम् +विशम्ऽविशम् +विशय +विशयं +विशयः +विशयते +विशयश्चैव +विशयी +विशये +विशयेन +विशयो +विशर +विशरं +विशरण +विशरणं +विशरणगत्यवसादनेषु +विशरणम् +विशरणादौ +विशरणे +विशरारवः +विशरारुताम् +विशलिस्ट +विशल्य +विशल्यं +विशल्यः +विशल्यकरणी +विशल्यकरणीं +विशल्यघ्नं +विशल्यघ्नानि +विशल्यप्राणहराणि +विशल्या +विशल्यां +विशल्यो +विशल्यौ +विशव +विशशरतुः +विशशरुः +विशश् +विशश्च +विशश्रमुः +विशश्रमुश्च +विशश्राम +विशश्वसुः +विशश्वास +विशष +विशषः +विशषमाह +विशषा +विशसतेति +विशसनं +विशसनम् +विशसने +विशसनेन +विशसन्ति +विशसि +विशसितः +विशसिता +विशसे +विशस् +विशस्त +विशस्तः +विशस्तथा +विशस्ता +विशस्तानीमान्यासत +विशस्तृ +विशस्ते +विशस्तौ +विशस्त्रं +विशस्त्रिष्वा +विशस्त्वा +विशस्पतिः +विशस्पतिर्वृत्रहा +विशस्पते +विशस्य +विशस्यते +विशस्व +विशा +विशां +विशांपति +विशांपतिः +विशांपतिम् +विशांपते +विशांपतेः +विशांवर +विशाख +विशाखं +विशाखः +विशाखदत्त +विशाखदत्तः +विशाखदत्तस्य +विशाखदत्तो +विशाखदामानि +विशाखपट्टणमण्डलम् +विशाखपट्टणम् +विशाखया +विशाखयूप +विशाखयूपं +विशाखयूपो +विशाखयोः +विशाखयोर्मध्यगतः +विशाखयोश्च +विशाखश्च +विशाखस्य +विशाखा +विशाखां +विशाखाः +विशाखानक्षत्रे +विशाखानुराधा +विशाखान्तं +विशाखापत्तनम् +विशाखाभ्यां +विशाखाय +विशाखाया +विशाखायां +विशाखायाः +विशाखायाम् +विशाखासु +विशाखिलः +विशाखे +विशाखेन +विशाखो +विशान्तकः +विशान्तमपि +विशापो +विशाप्रदाहाय +विशामयम् +विशामसि +विशामि +विशामेके +विशाम् +विशाम्पतिः +विशाम्पते +विशाम्पतेः +विशाम्यहं +विशाम्यहम् +विशाय +विशायः +विशारद +विशारदं +विशारदः +विशारदम् +विशारदा +विशारदाः +विशारदानां +विशारदान् +विशारदाभिः +विशारदी +विशारदीकरोति +विशारदे +विशारदैः +विशारदो +विशारदौ +विशाल +विशालं +विशालः +विशालकं +विशालकः +विशालकम् +विशालकुलसम्भवाः +विशालके +विशालतमं +विशालता +विशालतां +विशालत्वं +विशालत्वक् +विशालदृक् +विशालनेत्रः +विशालनेत्रा +विशालनेत्राम् +विशालनेत्रे +विशालप्रतिमा +विशालप्राचीरः +विशालबुद्धे +विशालम् +विशालया +विशालयूप +विशालयूपे +विशालवक्षसं +विशालवक्षा +विशालश्च +विशालस्य +विशाला +विशालां +विशालाः +विशालाक्ष +विशालाक्षं +विशालाक्षः +विशालाक्षश्च +विशालाक्षि +विशालाक्षी +विशालाक्षीं +विशालाक्षीमधिकं +विशालाक्षो +विशालाक्षौ +विशालाक्ष्या +विशालाक्ष्याः +विशालाक्ष्यै +विशालानां +विशालानि +विशालान् +विशालाम् +विशालाय +विशालाया +विशालायां +विशालायाः +विशालायाम् +विशालार्धं +विशालासु +विशालिकः +विशाली +विशाले +विशालेति +विशालेन +विशालेषु +विशालैः +विशालो +विशालोवाच +विशालोऽपि +विशालौ +विशासतु +विशास्ति +विशा॒लं +विशि +विशिंषत् +विशिंषन् +विशिंषन्ति +विशिंष्यात् +विशिख +विशिखं +विशिखः +विशिखयन् +विशिखा +विशिखां +विशिखाः +विशिखानां +विशिखान् +विशिखायां +विशिखासः +विशिखे +विशिखेन +विशिखै +विशिखैः +विशिखैस्तीक्ष्णैः +विशिखैस्त्रिभिः +विशिखो +विशिखौ +विशिनष्टि +विशिनष्टीति +विशिपतिपदिस्कन्दां +विशिरा +विशिरे +विशिषन्ति +विशिष्ट +विशिष्टं +विशिष्टंष्वेव +विशिष्टः +विशिष्टकरणासनस्थितिसमाधिसंभावना +विशिष्टगुण +विशिष्टग्रहणं +विशिष्टचेतन +विशिष्टजन्मप्रसूतेन +विशिष्टज्ञान +विशिष्टज्ञानं +विशिष्टज्ञानत्वं +विशिष्टज्ञानत्वमेव +विशिष्टज्ञानत्वात् +विशिष्टज्ञानत्वेन +विशिष्टज्ञानम् +विशिष्टज्ञानस्य +विशिष्टज्ञानस्यैव +विशिष्टज्ञाने +विशिष्टञ्च +विशिष्टतमा +विशिष्टतया +विशिष्टतरं +विशिष्टता +विशिष्टतां +विशिष्टताम् +विशिष्टत्वं +विशिष्टत्वम् +विशिष्टत्वात् +विशिष्टत्वे +विशिष्टत्वेन +विशिष्टदेशजातिकुलरूपायुःश्रुतवृत्तवित्तसुखमेधसो +विशिष्टदेशे +विशिष्टधीः +विशिष्टफल +विशिष्टफलं +विशिष्टफलत्वात् +विशिष्टफलदाः +विशिष्टफलाभिसंधानेन +विशिष्टफलायोगात् +विशिष्टबुद्धि +विशिष्टबुद्धौ +विशिष्टमर्थं +विशिष्टमस्ति +विशिष्टमिति +विशिष्टमेव +विशिष्टम् +विशिष्टया +विशिष्टयुद्धौ +विशिष्टरीत्या +विशिष्टरूपेण +विशिष्टरोगाधिकारे +विशिष्टलिङ्गो +विशिष्टवाचकानां +विशिष्टविधानं +विशिष्टविधाने +विशिष्टविधिस्वीकारसिद्धान्तः +विशिष्टविधौ +विशिष्टविषयत्वात् +विशिष्टविषये +विशिष्टशैल्या +विशिष्टश्च +विशिष्टसाधनसाध्यः +विशिष्टस्तु +विशिष्टस्थानं +विशिष्टस्य +विशिष्टस्यापि +विशिष्टस्येति +विशिष्टस्यैव +विशिष्टा +विशिष्टां +विशिष्टाः +विशिष्टाद् +विशिष्टाद्वै +विशिष्टाद्वैत +विशिष्टाद्वैतम् +विशिष्टाद्वैतवेदान्तः +विशिष्टाद्वैतसिद्धिः +विशिष्टाद्वैतस्य +विशिष्टानां +विशिष्टानि +विशिष्टान् +विशिष्टाभाव +विशिष्टाभावः +विशिष्टाभावस्य +विशिष्टाभावात् +विशिष्टाभावो +विशिष्टाम् +विशिष्टाय +विशिष्टाया +विशिष्टायां +विशिष्टार्थ +विशिष्टार्थः +विशिष्टार्थे +विशिष्टि +विशिष्टे +विशिष्टेति +विशिष्टेन +विशिष्टेभ्यो +विशिष्टेषु +विशिष्टेऽर्थे +विशिष्टैः +विशिष्टैव +विशिष्टो +विशिष्टोपमायां +विशिष्टोऽयं +विशिष्टोऽर्थः +विशिष्टौ +विशिष्ठं +विशिष्य +विशिष्यत +विशिष्यताम् +विशिष्यते +विशिष्यन्त +विशिष्यन्ते +विशिष्यात् +विशिष्येत +विशिष्येति +विशिष्यैव +विशिष्योपवसन्त्यथ +विशिष्योपादानं +विशी +विशीर्ण +विशीर्णं +विशीर्णः +विशीर्णकर्णाङ्गुलिनासिकोऽपि +विशीर्णता +विशीर्णद्रुमपर्णवृत्तिता +विशीर्णधारं +विशीर्णमांसं +विशीर्णम् +विशीर्णवाक् +विशीर्णा +विशीर्णां +विशीर्णाः +विशीर्णानि +विशीर्णे +विशीर्णो +विशीर्य +विशीर्यत +विशीर्यति +विशीर्यते +विशीर्यन्ते +विशीर्यमाणं +विशीर्यमाणा +विशीर्येत +विशीर्य्यते +विशीलः +विशु +विशुद्ध +विशुद्धं +विशुद्धः +विशुद्धचित्तस्यैव +विशुद्धञ्च +विशुद्धता +विशुद्धत्वं +विशुद्धधीः +विशुद्धधीभिर्जघनचपला +विशुद्धभावः +विशुद्धमनसो +विशुद्धमपि +विशुद्धम् +विशुद्धय +विशुद्धयः +विशुद्धयति +विशुद्धयन्ति +विशुद्धया +विशुद्धये +विशुद्धविज्ञानं +विशुद्धश्च +विशुद्धसत्त्व +विशुद्धसत्त्वं +विशुद्धसत्त्वः +विशुद्धसत्त्वस्ततस्तु +विशुद्धसत्त्वस्य +विशुद्धस्य +विशुद्धा +विशुद्धां +विशुद्धाः +विशुद्धाख्यं +विशुद्धाख्ये +विशुद्धाच्च +विशुद्धात्मा +विशुद्धानपि +विशुद्धानां +विशुद्धानि +विशुद्धामपि +विशुद्धाय +विशुद्धायां +विशुद्धाश्च +विशुद्धि +विशुद्धिं +विशुद्धिः +विशुद्धिकृत् +विशुद्धितः +विशुद्धिरुदिता +विशुद्धिर्नैशिकी +विशुद्धिर्मलानां +विशुद्धे +विशुद्धेन +विशुद्धेनांतरात्मना +विशुद्धेनान्तरात्मना +विशुद्धेषु +विशुद्धेऽपि +विशुद्धो +विशुद्धोपागम +विशुद्धोपागमे +विशुद्धौ +विशुद्ध्यति +विशुद्ध्यर्थं +विशुद्ध्या +विशुद्ध्येत +विशुद्ध्यै +विशुद्ध्य्ति +विशुध्यति +विशुध्यते +विशुध्यन्ति +विशुध्यन्ते +विशुध्येत +विशुमहारणा +विशुष्कं +विशुष्कभावः +विशुष्कमन्नमभ्यस्तं +विशुष्का +विशुष्कास्यो +विशुष्के +विशुष्यति +विशुष्यन्ति +विशृङ्खल +विशृङ्खलं +विशृङ्खलः +विशृङ्खलतया +विशृङ्खलम् +विशृण्विरे +विशृष +विशृषयक् +विशृषयेक् +विशे +विशेः +विशेक्ष्यति +विशेच्च +विशेत +विशेति +विशेत् +विशेत्तु +विशेत्पुनः +विशेद् +विशेद्धृदि +विशेप +विशेपं +विशेपः +विशेपण +विशेपणं +विशेपणम् +विशेपतः +विशेपमाह +विशेपा +विशेपाः +विशेपे +विशेपेण +विशेपो +विशेयं +विशेयः +विशेया +विशेयुः +विशेयो +विशेविशे +विशेष +विशेषं +विशेषंस +विशेषः +विशेषक +विशेषकं +विशेषकः +विशेषकथनं +विशेषकथनम् +विशेषकम् +विशेषकर +विशेषकरके +विशेषका +विशेषकाः +विशेषकालङ्कारः +विशेषकृत् +विशेषके +विशेषको +विशेषगुण +विशेषगुणः +विशेषगुणत्वं +विशेषगुणत्वम् +विशेषगुणत्वात् +विशेषगुणा +विशेषगुणाः +विशेषग्रहण +विशेषग्रहणम् +विशेषग्रहणे +विशेषजिज्ञासा +विशेषजिज्ञासाभाष्यम् +विशेषजिज्ञासायां +विशेषज्ञ +विशेषज्ञं +विशेषज्ञः +विशेषज्ञस्य +विशेषज्ञा +विशेषज्ञाः +विशेषज्ञानं +विशेषज्ञानम् +विशेषज्ञानां +विशेषज्ञाने +विशेषज्ञैः +विशेषज्ञो +विशेषञ्च +विशेषण +विशेषणं +विशेषणगत्या +विशेषणज्ञानं +विशेषणज्ञानत्वेन +विशेषणज्ञानस्य +विशेषणतया +विशेषणतयैव +विशेषणता +विशेषणताया +विशेषणतायां +विशेषणतायाः +विशेषणत्रयं +विशेषणत्रयेण +विशेषणत्रयेऽपि +विशेषणत्व +विशेषणत्वं +विशेषणत्वमिति +विशेषणत्वम् +विशेषणत्वस्य +विशेषणत्वात् +विशेषणत्वादिति +विशेषणत्वे +विशेषणत्वेन +विशेषणत्वेऽपि +विशेषणद्वयं +विशेषणद्वयम् +विशेषणद्वयस्य +विशेषणद्वयेन +विशेषणद्वारा +विशेषणद्वारेण +विशेषणपक्षे +विशेषणपदं +विशेषणपदमुपादत्ते +विशेषणपदस्य +विशेषणभावेन +विशेषणभूतं +विशेषणभेदव्यपदेशाभ्यां +विशेषणम +विशेषणमतो +विशेषणमनर्थकं +विशेषणमनर्थकम् +विशेषणमपि +विशेषणमर्थवत् +विशेषणमस्तु +विशेषणमहिम्ना +विशेषणमाह +विशेषणमिति +विशेषणमित्यर्थः +विशेषणमित्याह +विशेषणमिदं +विशेषणमिदम् +विशेषणमुक्तम् +विशेषणमुपलक्षणं +विशेषणमुपसंक्रामतः +विशेषणमुपसङ्कामतः +विशेषणमुपात्तम् +विशेषणमेतत् +विशेषणमेव +विशेषणम् +विशेषणम्‌ +विशेषणयोः +विशेषणयोगो +विशेषणविभक्तेः +विशेषणविशे +विशेषणविशेष्य +विशेषणविशेष्यता +विशेषणविशेष्यत्वं +विशेषणविशेष्यत्वे +विशेषणविशेष्यभाव +विशेषणविशेष्यभावः +विशेषणविशेष्यभावस्य +विशेषणविशेष्यभावे +विशेषणविशेष्यभावेन +विशेषणविशेष्यभावो +विशेषणविशेष्ययोः +विशेषणवैयर्थ्यात् +विशेषणषष्ठी +विशेषणसमास +विशेषणसमासः +विशेषणसमासे +विशेषणसमासो +विशेषणसामर्थ्यात् +विशेषणसाम्य +विशेषणसाम्यं +विशेषणसाम्यम् +विशेषणसाम्यात् +विशेषणसाम्यादप्रस्तुतस्य +विशेषणस्य +विशेषणस्यापि +विशेषणस्यैव +विशेषणा +विशेषणां +विशेषणांशे +विशेषणाच्च +विशेषणात् +विशेषणात्‌ +विशेषणादिति +विशेषणादिह +विशेषणादेव +विशेषणाद् +विशेषणानर्थक्यात् +विशेषणानां +विशेषणानाम् +विशेषणानि +विशेषणान्तरं +विशेषणान्तरमाह +विशेषणान्तराणि +विशेषणान्न +विशेषणान्नेह +विशेषणान्याह +विशेषणापाकरणम् +विशेषणाभावात् +विशेषणाभावाद्विशेष्याभावादुभयाभावाच्च +विशेषणाभावे +विशेषणाभ्यां +विशेषणायोगात् +विशेषणार्थं +विशेषणार्थः +विशेषणार्थम् +विशेषणार्थेनार्थः +विशेषणासिद्धिः +विशेषणीभूते +विशेषणीय +विशेषणीयं +विशेषणीयः +विशेषणीयत्वात् +विशेषणीयमिति +विशेषणीयम् +विशेषणीया +विशेषणे +विशेषणेति +विशेषणेन +विशेषणेनाचार्यं +विशेषणेनात्र +विशेषणेनैव +विशेषणेषु +विशेषणेऽपि +विशेषणैः +विशेषणो +विशेषणों +विशेषणोपादानं +विशेषणोपादानमित्यर्थः +विशेषणोपादानात् +विशेषणोपादाने +विशेषणोभयपदकर्मधारयः +विशेषत +विशेषतः +विशेषतया +विशेषतश् +विशेषतश्च +विशेषतस्तत्र +विशेषतस्तु +विशेषता +विशेषतां +विशेषताः +विशेषति +विशेषतो +विशेषतोऽपि +विशेषतोऽपीत्यस्य +विशेषतोऽभ्यर्च्य +विशेषत्वं +विशेषत्वम् +विशेषत्वात् +विशेषत्वेन +विशेषदर्शनं +विशेषदर्शनबीजमपवर्गभागीयं +विशेषदर्शनस्य +विशेषदर्शनात् +विशेषदर्शनायैव +विशेषदर्शने +विशेषदर्शनेन +विशेषदर्शिन +विशेषदर्शिनः +विशेषदर्शिनो +विशेषदिनानि +विशेषदिनेषु +विशेषद्योतकः +विशेषद्योतनार्थः +विशेषधनयोगाऽध्यायः +विशेषधर्म +विशेषधर्मः +विशेषधर्माः +विशेषधियेति +विशेषधूमशकटयानानि +विशेषनं +विशेषनक्षत्रदशाफलाध्यायः +विशेषनाम +विशेषनियमः +विशेषनिर्णयाय +विशेषनिर्देशः +विशेषनिर्देशे +विशेषनिषेध +विशेषनिषेधः +विशेषनिषेधस्य +विशेषपदं +विशेषपदम् +विशेषपदस्य +विशेषपदेन +विशेषपरत्वे +विशेषपरामर्शमात्रासमर्थेन +विशेषपरिग्रहमन्तरेण +विशेषपरिणामः +विशेषपूजनं +विशेषपूजा +विशेषपूजां +विशेषपूजाः +विशेषप्रज्ञप्तिपर्येषणा +विशेषप्रतिपत्तये +विशेषप्रतिपत्तिः +विशेषप्रतिपत्तिर्न +विशेषप्रतिपत्तिर्नहि +विशेषप्रतिपत्तौ +विशेषप्रतीतिः +विशेषफलं +विशेषबलेन +विशेषबुद्ध्या +विशेषभाक् +विशेषमत्र +विशेषमपि +विशेषमवधारय +विशेषमाक्षिपति +विशेषमात्रं +विशेषमाश्रित्य +विशेषमाह +विशेषमाहाऽऽपस्तम्बः +विशेषमिति +विशेषम् +विशेषम्‌ +विशेषय +विशेषयजनं +विशेषयति +विशेषयन् +विशेषयन्ति +विशेषयन्नाह +विशेषयितुं +विशेषयितुम् +विशेषयिष्यामः +विशेषयुक्तं +विशेषयेत् +विशेषयो +विशेषयोः +विशेषरुपेण +विशेषरूप +विशेषरूपं +विशेषरूपः +विशेषरूपसे +विशेषरूपस्य +विशेषरूपा +विशेषरूपे +विशेषरूपेण +विशेषरूपो +विशेषलक्षणं +विशेषलक्षणमिति +विशेषलक्षणम् +विशेषलक्षणानि +विशेषलक्षणे +विशेषलग्नाध्यायः +विशेषलाभः +विशेषलेशः +विशेषवचन +विशेषवचनं +विशेषवचनः +विशेषवचनत्वात् +विशेषवचनम् +विशेषवचनात् +विशेषवचने +विशेषवचनेन +विशेषवती +विशेषवतीति +विशेषवत् +विशेषवत्तामभिप्रेत्य +विशेषवत्‌ +विशेषवर्जं +विशेषवर्णनं +विशेषवाचक +विशेषवाची +विशेषवान् +विशेषवि +विशेषविचारः +विशेषविज्ञानं +विशेषवित् +विशेषविधानं +विशेषविधानम् +विशेषविधानात् +विशेषविधानेन +विशेषविधिः +विशेषविधिना +विशेषविधेः +विशेषविनियोगः +विशेषविनियोगस्तु +विशेषविनियोगो +विशेषविरोधः +विशेषविवक्षया +विशेषविवरणं +विशेषविवरणन्तु +विशेषविषयं +विशेषविषयः +विशेषविषयत्वात् +विशेषविषया +विशेषविहितः +विशेषविहितत्वात् +विशेषविहितेन +विशेषविहितौ +विशेषव्यवस्था +विशेषव्याख्या +विशेषशक्त्या +विशेषशब्द +विशेषशब्दः +विशेषशब्दग्रहणेनेति +विशेषशब्दस्य +विशेषशब्दा +विशेषशब्दाः +विशेषशब्देन +विशेषशब्दैरिति +विशेषशब्दोपादाने +विशेषशरण +विशेषशरणः +विशेषशास्त्रं +विशेषशास्त्रेण +विशेषश् +विशेषश्च +विशेषश्चात्र +विशेषश्चाभिधीयते +विशेषश्चेति +विशेषश्चेत् +विशेषश्चेदुपमानोपमेययोः +विशेषश्चेन्न +विशेषसंज्ञा +विशेषसमर्थनरूपोऽर्थान्तरन्यासः +विशेषसामञ्जस्यं +विशेषस् +विशेषस्तत्र +विशेषस्तत्रैव +विशेषस्तद् +विशेषस्तमाह +विशेषस्तस्य +विशेषस्तु +विशेषस्तेन +विशेषस्मरणात् +विशेषस्मृतिहेतवः +विशेषस्य +विशेषस्यापि +विशेषस्याप्रमाणकस्याभावोऽस्तीति +विशेषस्येति +विशेषस्यैव +विशेषहेतुः +विशेषहेतुश्च +विशेषहेत्वभावात् +विशेषा +विशेषां +विशेषांशस्य +विशेषांशे +विशेषांश्च +विशेषांस्तु +विशेषाः +विशेषाकाङ्क्षायां +विशेषाकारेण +विशेषाख्यं +विशेषाख्या +विशेषाच्च +विशेषाञ्च +विशेषाणा +विशेषाणां +विशेषाणाम् +विशेषाणि +विशेषात +विशेषात् +विशेषात्तत्र +विशेषात्तु +विशेषात्मना +विशेषात्मनि +विशेषात्मा +विशेषादाभिमुख्येन +विशेषादिति +विशेषादिह +विशेषाद् +विशेषाद्वा +विशेषाधिकारः +विशेषानङ्गीकारे +विशेषानतिदेशः +विशेषानभिधानात् +विशेषानाह +विशेषानुक्तेः +विशेषानुगतिभ्याम् +विशेषानुग्रहश्च +विशेषानुपदेशात् +विशेषान् +विशेषान्तं +विशेषान्तरं +विशेषान्तरमाह +विशेषान्तरस्य +विशेषान्तस्य +विशेषान्ता +विशेषान्मेहनाशनम् +विशेषान्वये +विशेषापेक्षया +विशेषापेक्षा +विशेषापेक्षायां +विशेषापेक्षो +विशेषाभाव +विशेषाभावाच्च +विशेषाभावात् +विशेषाभावादिति +विशेषाभावाद् +विशेषाभावे +विशेषाभिधानं +विशेषाभिधानात् +विशेषाभिधित्सया +विशेषाय +विशेषार्घ्यं +विशेषार्थ +विशेषार्थं +विशेषार्थः +विशेषार्थत्वात् +विशेषार्थम् +विशेषार्थिना +विशेषार्थे +विशेषार्थोऽधुनोच्यते +विशेषालंकारः +विशेषालङ्कारः +विशेषावगतिः +विशेषावधारणं +विशेषावधारणप्रधाना +विशेषावलोकनम् +विशेषाविशेषलिङ्गमात्रालिङ्गानि +विशेषाश्च +विशेषाश्रवणात् +विशेषासक्तिः +विशेषास् +विशेषास्तु +विशेषास्तेन +विशेषिणः +विशेषित +विशेषितं +विशेषितः +विशेषितगुणो +विशेषितत्वाच्च +विशेषितत्वात् +विशेषितम् +विशेषितवान् +विशेषितस्य +विशेषिता +विशेषिताः +विशेषिते +विशेषितेन +विशेषितो +विशेषितौ +विशेषित्य् +विशेषी +विशेषु +विशेषे +विशेषेण +विशेषेणं +विशेषेणापि +विशेषेणाह +विशेषेणेति +विशेषेणैव +विशेषेति +विशेषेन +विशेषेभ्यः +विशेषेभ्यो +विशेषेषु +विशेषेऽपि +विशेषेऽवतिष्ठते +विशेषेो +विशेषैः +विशेषैति +विशेषैर् +विशेषो +विशेषों +विशेषोक्तचिकित्सितैः +विशेषोक्ति +विशेषोक्तिः +विशेषोक्तिरखण्डेषु +विशेषोक्तिरलंकारः +विशेषोक्तिरिति +विशेषोक्तौ +विशेषोक्त्यलंकारः +विशेषोक्त्या +विशेषोत्सवाः +विशेषोपपत्तेः +विशेषोपादानं +विशेषोपादानात् +विशेषोस्ति +विशेषोऽत्र +विशेषोऽधिगतः +विशेषोऽपि +विशेषोऽभिधातुम् +विशेषोऽभिधीयते +विशेषोऽभिहितः +विशेषोऽभिहितो +विशेषोऽयं +विशेषोऽयमुदाहृतः +विशेषोऽर्थक्रियां +विशेषोऽवगम्यते +विशेषोऽस्ति +विशेषोऽस्तीति +विशेषोऽस्य +विशेषोऽस्याः +विशेषौ +विशेष्टुं +विशेष्टुम् +विशेष्य +विशेष्यं +विशेष्यः +विशेष्यत +विशेष्यतया +विशेष्यता +विशेष्यताया +विशेष्यतायां +विशेष्यतासंबन्धेन +विशेष्यतासम्बन्धेन +विशेष्यते +विशेष्यत्वं +विशेष्यत्वम् +विशेष्यत्वात् +विशेष्यत्वे +विशेष्यत्वेन +विशेष्यदलं +विशेष्यदलम् +विशेष्यन्ते +विशेष्यपदं +विशेष्यपदम् +विशेष्यप्रतिपत्तौ +विशेष्यभावे +विशेष्यभूता +विशेष्यभूताया +विशेष्यमाणं +विशेष्यमाणे +विशेष्यमाह +विशेष्यमिति +विशेष्यम् +विशेष्ययोः +विशेष्यलिङ्गता +विशेष्यवति +विशेष्यवाचिना +विशेष्यविधया +विशेष्यविशेषणभावः +विशेष्यसाम्ये +विशेष्यस्य +विशेष्यस्यापि +विशेष्या +विशेष्यांशे +विशेष्यांशेऽपि +विशेष्याः +विशेष्याणां +विशेष्याभाव +विशेष्याभावात् +विशेष्याभावे +विशेष्ये +विशेष्येण +विशेष्येत +विशेष्येति +विशेष्येते +विशेष्यो +विशेष्योऽपि +विशेऽविशे +विशो +विशोक +विशोकं +विशोकः +विशोकता +विशोकद्वादशीव्रतम् +विशोकम् +विशोकश्च +विशोकसप्तमीं +विशोका +विशोकां +विशोकाः +विशोकाय +विशोकाश्च +विशोको +विशोकौ +विशोघ्य +विशोधकम् +विशोधनं +विशोधनः +विशोधनम् +विशोधनात् +विशोधनी +विशोधने +विशोधनेन +विशोधय +विशोधयति +विशोधयेत् +विशोधितं +विशोधितः +विशोधितम् +विशोधिता +विशोधिताः +विशोधिते +विशोधिनी +विशोध्य +विशोध्यं +विशोध्यः +विशोध्यत +विशोध्यते +विशोध्यन्ते +विशोध्यम् +विशोध्या +विशोध्याः +विशोध्याथ +विशोध्यौ +विशोविश +विशोविशः +विशोविशीय +विशोविशीयं +विशोविशीयमग्निष्टोमसाम +विशोविशीयम् +विशोविशीये +विशोविशो +विशोषणं +विशोषणम् +विशोषयति +विशोषयन् +विशोषयेत् +विशोषयेद्वस्तिगतं +विशोषितम् +विशोषितां +विशोषिते +विशोषी +विशोष्य +विशोष्याथ +विशो॑ +विशो॒ +विशौ +विशौजा +विशौजाः +विश् +विश्ख +विश्च +विश्धं +विश्धरूपो +विश्धे +विश्न +विश्नः +विश्पतिं +विश्पतिः +विश्पतिम् +विश्पतीव +विश्पते +विश्पत्नी +विश्पत्न्यै +विश्पलया +विश्पला +विश्पलाम् +विश्पलायाः +विश्पलायै +विश्पलावसू +विश्य +विश्यते +विश्येषु +विश्य् +विश्र +विश्रब्ध +विश्रब्धं +विश्रब्धः +विश्रब्धनवोढा +विश्रब्धम् +विश्रब्धा +विश्रब्धे +विश्रब्धो +विश्रभ्य +विश्रम +विश्रमं +विश्रमः +विश्रमणं +विश्रमणम् +विश्रमते +विश्रमम् +विश्रमयति +विश्रमयन् +विश्रमस्व +विश्रमाय +विश्रमार्थं +विश्रमित्वा +विश्रमे +विश्रमेत् +विश्रमो +विश्रम्भ +विश्रम्भं +विश्रम्भः +विश्रम्भहेतू +विश्रम्भात् +विश्रम्भे +विश्रम्भो +विश्रम्य +विश्रम्यतां +विश्रम्यताम् +विश्रम्यते +विश्रयन्तां +विश्रयन्ताम् +विश्रयी +विश्रवसं +विश्रवसः +विश्रवसा +विश्रवसे +विश्रवसो +विश्रवसोऽपत्यं +विश्रवा +विश्रवाः +विश्रवाश्च +विश्रा +विश्रांतं +विश्रांता +विश्रांति +विश्रांतो +विश्राणनं +विश्राणने +विश्राणय +विश्राणयति +विश्राणितं +विश्राणिता +विश्राण्य +विश्रान्त +विश्रान्तं +विश्रान्तः +विश्रान्तमिति +विश्रान्तम् +विश्रान्तये +विश्रान्तवानसि +विश्रान्तवानहम् +विश्रान्तश्च +विश्रान्तस्य +विश्रान्ता +विश्रान्तां +विश्रान्ताः +विश्रान्तास्ते +विश्रान्ति +विश्रान्तिं +विश्रान्तिः +विश्रान्तिधाम +विश्रान्तिमभिरोचये +विश्रान्तिमागतः +विश्रान्तिमाप +विश्रान्तिमासाद्य +विश्रान्तिमेति +विश्रान्तिमेष्यति +विश्रान्तिम् +विश्रान्तिरिति +विश्रान्तिर्विमर्शः +विश्रान्तिसंज्ञकं +विश्रान्तिसंज्ञके +विश्रान्तिस्थानं +विश्रान्तिस्थाने +विश्रान्ते +विश्रान्तेः +विश्रान्तेन +विश्रान्तो +विश्रान्तोऽस्मि +विश्रान्तौ +विश्रान्त्यर्थं +विश्रान्त्या +विश्रान्त्यै +विश्राम +विश्रामं +विश्रामः +विश्रामभूः +विश्रामम् +विश्रामवारे +विश्रामस्थलं +विश्रामस्थानं +विश्रामस्थाने +विश्रामस्य +विश्रामहेतो +विश्रामहेतोः +विश्रामात् +विश्रामाय +विश्रामार्थं +विश्रामे +विश्रामो +विश्राम्य +विश्राम्यतः +विश्राम्यतां +विश्राम्यति +विश्राम्यतीति +विश्राम्यतु +विश्राम्यते +विश्राम्यन्ति +विश्राम्यन्तु +विश्राम्यसि +विश्रावः +विश्रावितं +विश्राव्य +विश्रि +विश्रिता +विश्रुत +विश्रुतं +विश्रुतः +विश्रुतकर्मणः +विश्रुतम् +विश्रुतश्च +विश्रुतसत्त्वसार +विश्रुतस्त्रिषु +विश्रुतस्य +विश्रुता +विश्रुतां +विश्रुताः +विश्रुतात्मा +विश्रुतानि +विश्रुताम् +विश्रुताय +विश्रुति +विश्रुतिः +विश्रुते +विश्रुतैः +विश्रुतो +विश्रुतौ +विश्रुवम् +विश्रूयते +विश्रेभ्यो +विश्र्वं +विश्र्श्वे +विश्लिष्ट +विश्लिष्टं +विश्लिष्टः +विश्लिष्टा +विश्लिष्टावयवं +विश्लिष्टौ +विश्लिष्य +विश्ले +विश्लेष +विश्लेषं +विश्लेषः +विश्लेषण +विश्लेषणं +विश्लेषणम् +विश्लेषणस्य +विश्लेषणे +विश्लेषणेन +विश्लेषदुःखादिव +विश्लेषय +विश्लेषयति +विश्लेषयेत् +विश्लेषितं +विश्लेषिता +विश्लेषिताः +विश्लेषितानि +विश्लेषे +विश्लेषेण +विश्लेषो +विश्लेषोऽश्लीलत्वं +विश्लेष्य +विश्लोकः +विश्व +विश्वँ +विश्वं +विश्वंभर +विश्वंभरं +विश्वंभरः +विश्वंभरा +विश्वंभरां +विश्वंभरे 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+विश्वतश्चक्षुरिति +विश्वतश्चक्षुरुत +विश्वतस् +विश्वतस्परि +विश्वतस्पात् +विश्वतस्पृथुः +विश्वता +विश्वतिः +विश्वतूः +विश्वतूर्तिः +विश्वतैजसौ +विश्वतो +विश्वतोधारं +विश्वतोबाहुः +विश्वतोबाहुरुत +विश्वतोमुख +विश्वतोमुखं +विश्वतोमुखः +विश्वतोमुखम् +विश्वतोमुखी +विश्वतोमुखो +विश्वतोहस्त +विश्वत्र +विश्वत्राता +विश्वथा +विश्वथेमथा +विश्वदर्शतं +विश्वदर्शतः +विश्वदर्शतम् +विश्वदर्शतो +विश्वदानिः +विश्वदानीं +विश्वदानीम् +विश्वदावस्य +विश्वदृष्टः +विश्वदृष्टाः +विश्वदृष्टो +विश्वदेव +विश्वदेवं +विश्वदेवः +विश्वदेवताः +विश्वदेवदेवत्या +विश्वदेवभेदे +विश्वदेवम् +विश्वदेवा +विश्वदेवाः +विश्वदेवानां +विश्वदेवाय +विश्वदेवाश्च +विश्वदेवेषु +विश्वदेवैः +विश्वदेवो +विश्वदेव्य +विश्वदेव्यं +विश्वदेव्यः +विश्वदेव्यम् +विश्वदेव्यवती +विश्वदेव्यावत +विश्वदेव्यावता +विश्वदेव्यावती +विश्वदेव्यावतीः +विश्वदेव्यावते +विश्वदोहसः +विश्वध +विश्वधा +विश्वधात्र्या +विश्वधाम +विश्वधाम्ने +विश्वधायः +विश्वधायसं +विश्वधायसः +विश्वधायसम् +विश्वधायसो +विश्वधाया +विश्वधायाः +विश्वधारिणी +विश्वधारिणे +विश्वधृक् 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+विश्वभुजो +विश्वभुवं +विश्वभुवा +विश्वभुवो +विश्वभूः +विश्वभूतात्मने +विश्वभूतिः +विश्वभृत +विश्वभृतः +विश्वभृतस्तथा +विश्वभृतो +विश्वभेदोपरक्तं +विश्वभेषजं +विश्वभेषजः +विश्वभेषजम् +विश्वभेषजा +विश्वभेषजी +विश्वभेषजीः +विश्वभेषजो +विश्वभोजसा +विश्वभोजाः +विश्वभ्यो +विश्वम +विश्वमखिलं +विश्वमचष्ट +विश्वमनः +विश्वमनन्तरूप +विश्वमनसं +विश्वमना +विश्वमनाः +विश्वमनु +विश्वमपि +विश्वमभितः +विश्वमयं +विश्वमशेषं +विश्वमसि +विश्वमस्तु +विश्वमस्य +विश्वमहं +विश्वमा +विश्वमातरम् +विश्वमातर्नमोऽस्तु +विश्वमाता +विश्वमातृका +विश्वमात्रे +विश्वमानुषक् +विश्वमाभासि +विश्वमायानिवृत्तिः +विश्वमायुः +विश्वमायुर्व्यश्नवत् +विश्वमावृत्य +विश्वमिति +विश्वमित्र +विश्वमित्रः +विश्वमित्रा +विश्वमित्रो +विश्वमिथ्यात्वे +विश्वमिदं +विश्वमिद्धीतमानशुः +विश्वमिन्व +विश्वमिन्वाः +विश्वमिन्वे +विश्वमियता +विश्वमि॒न्वे +विश्वमीशः +विश्वमीश्वरः +विश्वमीश्वरम् +विश्वमुखी +विश्वमूर्तये +विश्वमूर्तिं +विश्वमूर्तिः +विश्वमूर्तिश्च +विश्वमूर्ते +विश्वमूर्तेः +विश्वमूर्तेरवधार्यते +विश्वमूर्त्तये +विश्वमूर्त्ते +विश्वमूलं +विश्वमूलमिति +विश्वमेजत् +विश्वमेजत्समेति +विश्वमेजय +विश्वमेतच्चराचरम् +विश्वमेतत् +विश्वमेतत्तस्मिंश्चान्यो +विश्वमेदिन्यौ +विश्वमेव +विश्वमेवेदं +विश्वमोहनः +विश्वमोहनम् +विश्वमोहिनी +विश्वम् +विश्वम्भर +विश्वम्भरः +विश्वम्भरा +विश्वम्भराय +विश्वम्भरो +विश्वम्ऽइन्वे +विश्वयशाः +विश्वया +विश्वयुद्ध +विश्वयुद्धम् +विश्वयुद्धे +विश्वयोनये +विश्वयोनिं +विश्वयोनिः +विश्वयोनिना +विश्वयोने +विश्वरक्षकः +विश्वरथः +विश्वराजः +विश्वराजौ +विश्वराट् +विश्वरुची +विश्वरुपं +विश्वरुपः +विश्वरुपधरं +विश्वरुपे +विश्वरूप +विश्वरूपं +विश्वरूपः +विश्वरूपकम् +विश्वरूपतां +विश्वरूपत्वं +विश्वरूपदर्शनं +विश्वरूपदर्शनम् +विश्वरूपदर्शनयोगः +विश्वरूपदर्शनयोगस्य +विश्वरूपदर्शनस्य +विश्वरूपधरं +विश्वरूपधरो +विश्वरूपधृक् +विश्वरूपमदर्शयत् +विश्वरूपमिति +विश्वरूपम् +विश्वरूपश्च +विश्वरूपस्तु +विश्वरूपस्य +विश्वरूपस्यैव +विश्वरूपा +विश्वरूपां +विश्वरूपाः +विश्वरूपाख्यं +विश्वरूपाचार्य +विश्वरूपाणां +विश्वरूपात्मकं +विश्वरूपाभासं +विश्वरूपाम् +विश्वरूपाय +विश्वरूपाश्च +विश्वरूपास्तेषां +विश्वरूपिणः +विश्वरूपिणम् +विश्वरूपिणी +विश्वरूपिणीम् +विश्वरूपिणे +विश्वरूपी +विश्वरूपे +विश्वरूपेण +विश्वरूपेति +विश्वरूपैः +विश्वरूपो +विश्वरूपोपसंहारेण +विश्वरेताः +विश्वलोचनः +विश्वलोप +विश्ववचनो +विश्ववतीर् +विश्ववन्द्यं +विश्ववाट् +विश्ववार +विश्ववारं +विश्ववारः +विश्ववारम् +विश्ववारस्य +विश्ववारा +विश्ववाराः +विश्ववाराम् +विश्ववारे +विश्ववाहौ +विश्वविख्यात +विश्वविख्यातः +विश्वविजयी +विश्वविज्ञानकोशः +विश्ववित् +विश्वविदं +विश्वविदो +विश्वविद् +विश्वविद्यलयः +विश्वविद्यालय +विश्वविद्यालयं +विश्वविद्यालयः +विश्वविद्यालयतः +विश्वविद्यालयम् +विश्वविद्यालयस्य +विश्वविद्यालयाः +विश्वविद्यालयात् +विश्वविद्यालयानां +विश्वविद्यालयाय +विश्वविद्यालये +विश्वविद्यालयेन +विश्वविद्यालयेषु +विश्वविद्यालयैः +विश्वविद्यालस्य +विश्वविमोहिनी +विश्वविषयं +विश्ववीचयः +विश्ववेदः +विश्ववेदस +विश्ववेदसं +विश्ववेदसः +विश्ववेदसम् +विश्ववेदसा +विश्ववेदसे +विश्ववेदसो +विश्ववेदा +विश्ववेदाः +विश्वव्यचसꣳ +विश्वव्यचा +विश्वव्यचाः +विश्वव्यापारसंस्थायाः +विश्वव्यापिनी +विश्वव्यापिन् +विश्वव्यापी +विश्वशंभुवः +विश्वशंभुवम् +विश्वशंभुवा +विश्वशंभूः +विश्वशब्दः +विश्वशब्दस्य +विश्वशब्दो +विश्वशम्भुव +विश्वशम्भुवः +विश्वशम्भुवम् +विश्वशम्भुवा +विश्वशरीरः +विश्वश्च +विश्वश्चन्द्राः +विश्वश्रेण्यां +विश्वस +विश्वसंभवः +विश्वसंभवम् +विश्वसंमोहनदीक्षितस्य +विश्वसंस्कृतदिनम् +विश्वसंस्कृतसम्मेलनम् +विश्वसंस्थायाः +विश्वसंहारकारकः +विश्वसति +विश्वसत्यत्वे +विश्वसनं +विश्वसनीय +विश्वसनीयं +विश्वसनीयः +विश्वसनीयता +विश्वसनीयम् +विश्वसनीया +विश्वसन् +विश्वसन्ति +विश्वसन्तु +विश्वसम्भव +विश्वसहः +विश्वसहो +विश्वसाक्षी +विश्वसामः +विश्वसामा +विश्वसारतन्त्रे +विश्वसारे +विश्वसारोद्धारतन्त्रे +विश्वसित +विश्वसिति +विश्वसितु +विश्वसितुं +विश्वसिथ +विश्वसिमः +विश्वसिमि +विश्वसिषि +विश्वसिष्यति +विश्वसिहि +विश्वसीः +विश्वसृक् +विश्वसृज +विश्वसृजं +विश्वसृजः +विश्वसृजा +विश्वसृजां +विश्वसृजामयनम् +विश्वसृजे +विश्वसृजो +विश्वसृट् +विश्वसृड् +विश्वसे +विश्वसेत् +विश्वसेदविश्वस्ते +विश्वसेनः +विश्वसेन्न +विश्वसौभग +विश्वसौभगः +विश्वस्त +विश्वस्तं +विश्वस्तः +विश्वस्तघातिनः +विश्वस्तया +विश्वस्तरीयः +विश्वस्तरे +विश्वस्तस्य +विश्वस्ता +विश्वस्ताः +विश्वस्तानां +विश्वस्ते +विश्वस्तेषु +विश्वस्तो +विश्वस्तौ +विश्वस्था +विश्वस्मा +विश्वस्मात् +विश्वस्मादिन्द्र +विश्वस्माद् +विश्वस्मान्नो +विश्वस्मिन् +विश्वस्मै +विश्वस्य +विश्वस्यते +विश्वस्या +विश्वस्यां +विश्वस्याः +विश्वस्यापि +विश्वस्याभिजित्यै +विश्वस्यारिष्ट्यै +विश्वस्यास्य +विश्वस्येति +विश्वस्येत्यादि +विश्वस्येशान +विश्वस्यै +विश्वस्यैकं +विश्वस्यैव +विश्वस्योपरि +विश्वस्रष्टा +विश्वह +विश्वहा +विश्वहितम् +विश्वहेतवे +विश्वहेतुं +विश्वहेमचन्द्रौ +विश्वऽआयुः +विश्वऽकर्मन् +विश्वऽकर्मा +विश्वऽचर्षणिः +विश्वऽचर्षणे +विश्वऽजित् +विश्वऽदर्शतः +विश्वऽदेवः +विश्वऽधायसम् +विश्वऽभेषजः +विश्वऽरूपः +विश्वऽरूपम् +विश्वऽरूपाः +विश्वऽवार +विश्वऽवारः +विश्वऽवारम् +विश्वऽवित् +विश्वऽवेदसः +विश्वऽवेदसम् +विश्वऽवेदाः +विश्वा +विश्वाँ +विश्वाँ॑ +विश्वाँ॒ +विश्वां +विश्वांश्च +विश्वाः +विश्वाः॑ +विश्वाः॒ +विश्वाक्षं +विश्वाख्यं +विश्वाची +विश्वाचीं +विश्वाचीः +विश्वाचीरभिचष्टे +विश्वाच्या +विश्वातीतं +विश्वात् +विश्वात्मक +विश्वात्मकं +विश्वात्मकः +विश्वात्मनः +विश्वात्मना +विश्वात्मनि +विश्वात्मने +विश्वात्मनो +विश्वात्मन् +विश्वात्मा +विश्वात्मानं +विश्वादि +विश्वाद्यं +विश्वाद्यन्तं +विश्वाधारं +विश्वाधिक +विश्वाधिकः +विश्वाधिको +विश्वान +विश्वानर +विश्वानरः +विश्वानरस्य +विश्वानराय +विश्वानरो +विश्वानां +विश्वानि +विश्वानीति +विश्वानेव +विश्वान् +विश्वान्देवाँ +विश्वान्देवानयाडिहेति +विश्वान्देवान् +विश्वान्मुञ्चत्वँहसः +विश्वान्यन्यो +विश्वान्यभि +विश्वान्यर्य +विश्वान्येव +विश्वान्यो +विश्वान्य् +विश्वाभि +विश्वाभिः +विश्वाभिरूतिभिः +विश्वाभिर् +विश्वाभुवे +विश्वाभूतानि +विश्वाभ्यः +विश्वाभ्यो +विश्वामि +विश्वामित्र +विश्वामित्रं +विश्वामित्रः +विश्वामित्रऋषिः +विश्वामित्रकृतेन +विश्वामित्रजमदग्नी +विश्वामित्रदृष्टा +विश्वामित्रधनुर्वेदाधिगमः +विश्वामित्रपराशरप्रभृतयो +विश्वामित्रपुत्रभेदे +विश्वामित्रप्रियः +विश्वामित्रप्रियो +विश्वामित्रमथाब्रवीत् +विश्वामित्रमथाब्रुवन् +विश्वामित्रमिदं +विश्वामित्रमृषिं +विश्वामित्रम् +विश्वामित्रवंशवर्णनम् +विश्वामित्रवचः +विश्वामित्रवसिष्ठयोः +विश्वामित्रवाक्यम् +विश्वामित्रश्च +विश्वामित्रसंहिता +विश्वामित्रसंहितायां +विश्वामित्रसंहितायाः +विश्वामित्रसुता +विश्वामित्रस् +विश्वामित्रस्ततः +विश्वामित्रस्ततो +विश्वामित्रस्तथा +विश्वामित्रस्तथैव +विश्वामित्रस्तदा +विश्वामित्रस्तपोधनः +विश्वामित्रस्तपोनिधिः +विश्वामित्रस्तु +विश्वामित्रस्य +विश्वामित्रा +विश्वामित्राः +विश्वामित्रात् +विश्वामित्रादयः +विश्वामित्राभ्यनुज्ञातः +विश्वामित्राय +विश्वामित्राश्रमं +विश्वामित्रे +विश्वामित्रेण +विश्वामित्रो +विश्वामित्रोऽथ +विश्वामित्रोऽन्वकर्षत +विश्वामित्रोऽपि +विश्वामित्रोऽब्रवीदिदम् +विश्वामित्रोऽभवत् +विश्वामित्रोऽभ्यभाषत +विश्वामित्रोऽयं +विश्वाम् +विश्वाय +विश्वाया +विश्वायां +विश्वायाः +विश्वायु +विश्वायुं +विश्वायुः +विश्वायुपोषसम् +विश्वायुरसि +विश्वायुरसीति +विश्वायुरिति +विश्वायुर् +विश्वायुर्धेह्यक्षितम् +विश्वायै +विश्वाराट् +विश्वारूपाणि +विश्वार्तिशान्त्यै +विश्वावतो +विश्वावभासनस्वभावः +विश्वावसु +विश्वावसुं +विश्वावसुः +विश्वावसुपरावसू +विश्वावसुपुरोगमाः +विश्वावसुप्रभृतयः +विश्वावसुप्राग्रहरैः +विश्वावसुम् +विश्वावसुरभि +विश्वावसुरिति +विश्वावसुरुवाच +विश्वावसुर् +विश्वावसुर्नाम +विश्वावसुश्च +विश्वावसो +विश्वावसोः +विश्वावसौ +विश्वावासं +विश्वाश्च +विश्वास +विश्वासं +विश्वासः +विश्वासघातं +विश्वासघातक +विश्वासघातकः +विश्वासघातकम् +विश्वासघातका +विश्वासघातकाः +विश्वासघातके +विश्वासघातको +विश्वासघातिनः +विश्वासघातिनम् +विश्वासघातिनां +विश्वासघातिनाम् +विश्वासघातिनो +विश्वासघाती +विश्वासजननार्थमिति +विश्वासजुषां +विश्वासतः +विश्वासपदं +विश्वासपात्रं +विश्वासमुत्पाद्य +विश्वासम् +विश्वासश्च +विश्वासस्तस्य +विश्वासस्तु +विश्वासस्य +विश्वासा +विश्वासां +विश्वासाः +विश्वासात् +विश्वासाद् +विश्वासाद्भयमुत्पन्नं +विश्वासानां +विश्वासाम् +विश्वासाय +विश्वासार्थ +विश्वासार्थं +विश्वासार्थम् +विश्वासाहं +विश्वासाहमवसे +विश्वासाहम् +विश्वासिता +विश्वासिनः +विश्वासिनो +विश्वासी +विश्वासु +विश्वासे +विश्वासेन +विश्वासो +विश्वासोपगतेषु +विश्वासोपगमादभिन्नगतयः +विश्वासोऽपि +विश्वास्त्वमपो +विश्वास्त्वां +विश्वास्य +विश्वास्यं +विश्वास्यः +विश्वास्यम् +विश्वास्या +विश्वास्यो +विश्वाहा +विश्वाहास्मै +विश्वा॑ +विश्वा॑ः +विश्वा॑नि +विश्वा॑नि॒ +विश्वा॑ने॒व +विश्वा॑न् +विश्वा॑न्दे॒वाँ +विश्वा॑न्यमृता॒ +विश्वा॑न्य॒भि +विश्वा॑न्य॒र्य +विश्वा॑भिः +विश्वा॑भिरू॒तिभिः॑ +विश्वा॑भिरू॒तिभि॑ः +विश्वा॑म् +विश्वा॑य॒ +विश्वा॑सां +विश्वा॑साम् +विश्वा॑सु +विश्वा॑सु॒ +विश्वा॒ +विश्वा॒ः +विश्वा॒भि +विश्वा꣢꣯ +विश्वा꣢꣯नि꣣ +विश्वा꣣ +विश्वे +विश्वेति +विश्वेत् +विश्वेत्ता +विश्वेत्तानि +विश्वेत्स +विश्वेदिन्द्रस्य +विश्वेदिन्द्र॑स्य +विश्वेदेव +विश्वेदेवा +विश्वेदेवाः +विश्वेदेवानां +विश्वेदेवान् +विश्वेदेवार्थ +विश्वेदेवाश्च +विश्वेदेवास +विश्वेदेवासः +विश्वेदेवासो +विश्वेदेवास्तथा +विश्वेदेवास्तथाऽश्विनौ +विश्वेदेवास्तथैव +विश्वेदेवास्तु +विश्वेदेवेभ्य +विश्वेदेवैः +विश्वेदेवौ +विश्वेद् +विश्वेन +विश्वेभिः +विश्वेभिरंशुभिः +विश्वेभिरग्ने +विश्वेभिर् +विश्वेभिर्देवैरनु +विश्वेभ्य +विश्वेभ्यः +विश्वेभ्यश्च +विश्वेभ्यश्चैव +विश्वेभ्यस् +विश्वेभ्यस्त्वा +विश्वेभ्यो +विश्वेभ्योदेवेभ्यः +विश्वेव +विश्वेश +विश्वेशं +विश्वेशः +विश्वेशा +विश्वेशाय +विश्वेशितुः +विश्वेशी +विश्वेशे +विश्वेशेन +विश्वेशो +विश्वेश्वर +विश्वेश्वरं +विश्वेश्वरः +विश्वेश्वरकविचन्द्रविरचिता +विश्वेश्वरपाण्डेयः +विश्वेश्वरभट्टः +विश्वेश्वरमजं +विश्वेश्वरय्य +विश्वेश्वरय्यः +विश्वेश्वरय्यस्य +विश्वेश्वरवल्लभाम् +विश्वेश्वरसंहिता +विश्वेश्वरस्य +विश्वेश्वरानन्द +विश्वेश्वराय +विश्वेश्वराष्टकम् +विश्वेश्वरि +विश्वेश्वरी +विश्वेश्वरीं +विश्वेश्वरे +विश्वेश्वरो +विश्वेषां +विश्वेषाम् +विश्वेषु +विश्वेऽथ +विश्वेऽपि +विश्वेऽश्विनौ +विश्वेऽस्मिन् +विश्वे॑ +विश्वे॑दे॒वा +विश्वे॑भिः +विश्वे॑भिरग्ने +विश्वे॑भ्यस्त्वा +विश्वे॑भ्यो +विश्वे॑षां +विश्वे॑षां॒ +विश्वे॑षाम् +विश्वे॑षु +विश्वे॑षु॒ +विश्वे॒ +विश्वे॒ह +विश्वै +विश्वैः +विश्वैः॑ +विश्वैर् +विश्वैर्देवैः +विश्वैर्वा +विश्वैश्च +विश्वैश्वर्यं +विश्वो +विश्वोक्तेः +विश्वोत्कर्षी +विश्वोत्पादकत्वप्रवर्त्तकत्वरूपस्वयोगविभूतिस्वरूपाविष्करणं +विश्वोदरा +विश्वोदरी +विश्वोऽसि +विश्वो॑ +विश्वो॒ +विश्वौ +विश्वौघं +विश्वौषधं +विश्वौहः +विश्वौहा +विश्व॑ +विश्व॑कर्मन् +विश्व॑काय +विश्व॑को +विश्व॑मस्तु॒ +विश्व॑मानु॒षक् +विश्व॑मि॒दं +विश्व॑म् +विश्व॑म॒त्रिण॑म् +विश्व॑स्मा +विश्व॑स्मात् +विश्व॑स्मान्नो॒ +विश्व॑स्मा॒ +विश्व॑स्मा॒दिन्द्र॒ +विश्व॑स्मै +विश्व॑स्मै॒ +विश्व॑स्य +विश्व॑स्य॒ +विश्व॒ +विश्व॒मनु॑ +विश्व॒मा +विश्व॒मायु॒र्व्य॑श्नुतम् +विश्व॒वित् +विश्व॒स्येशा॑न॒ +विश्वꣳ +विश॑ +विश॑ः +विश॑म्ऽविशम् +विश॑स्त्रि॒ष्वा +विश॑स्त्वा॒ +विश॒ +विश॒न्त्विन्द॑वः +विश॒स्ता +विष +विषं +विषः +विषकण्टकिनी +विषकन्यका +विषकन्यया +विषकन्या +विषकुम्भं +विषकृतं +विषकृते +विषक्तं +विषक्तमिव +विषक्ता +विषघटी +विषघ्न +विषघ्नं +विषघ्नः +विषघ्नानि +विषघ्नी +विषघ्नीं +विषघ्नो +विषघ्नौषधिभिर्हतं +विषजं +विषजः +विषजन्ति +विषजुष्टानां +विषज्जते +विषज्य +विषञ्च +विषञ्चापि +विषञ्चैव +विषणोः +विषण्ण +विषण्णं +विषण्णः +विषण्णता +विषण्णताम् +विषण्णमनसो +विषण्णवदनः +विषण्णवदना +विषण्णवदनाः +विषण्णवदनो +विषण्णवदनोऽभवत् +विषण्णश्च +विषण्णस्य +विषण्णहृदये +विषण्णा +विषण्णां +विषण्णाः +विषण्णात्मा +विषण्णाश्च +विषण्णास्ते +विषण्णे +विषण्णो +विषण्णोऽसि +विषण्णोऽस्मि +विषण्णौ +विषतन्त्रं +विषतां +विषतुल्यं +विषते +विषदं +विषदः +विषदग्धस्य +विषदा +विषदाता +विषदानं +विषदिग्धेन +विषदूषणं +विषदूषणम् +विषदूषणी +विषदूषिणी +विषदृष्ट्या +विषदो +विषद्वयक्षयोन्मादत्रिदोषज्वरशोषजित् +विषद्व्याख्या +विषधर +विषधरः +विषधरा +विषधरान्सहामहे +विषधानः +विषधारियों +विषधारी +विषनाडिकाः +विषनाशके +विषनाशनः +विषनाशनम् +विषनाशाय +विषनाशित्वम् +विषनाशिनी +विषनिदानम् +विषन्ति +विषन्तु +विषपानं +विषपानेन +विषपुष्पकः +विषप्रयोगेण +विषबाधां +विषभक्षणं +विषभक्षणम् +विषभक्षणे +विषभक्षणेन +विषभेदः +विषभेदा +विषभेदे +विषभैषज्यम् +विषम +विषमं +विषमः +विषमकर्तरी +विषमकर्म +विषमगते +विषमग्निं +विषमचतुर्भुजे +विषमच्छदः +विषमज्वर +विषमज्वरं +विषमज्वरः +विषमज्वरनाशनः +विषमज्वरनाशिनी +विषमज्वरम् +विषमज्वरस्य +विषमज्वराः +विषमज्वरात् +विषमज्वरान् +विषमज्वरे +विषमञ्च +विषमतमे +विषमतया +विषमता +विषमतां +विषमत्रिभुजस्य +विषमत्वं +विषमत्वात् +विषमत्वे +विषमत्वेन +विषमदृष्टिः +विषमद्यैव +विषमन्तःप्रलीनं +विषमन्त्रिणो +विषमपथेषु +विषमपदवाक्यार्थविवृतौ +विषमपदा +विषमपदे +विषमपादयमकम् +विषमपि +विषमप्यमृतं +विषमप्यमृतायते +विषमप्रभेद +विषमबाणलीला +विषममसिधाराव्रतमिदम् +विषममिति +विषममेव +विषमम् +विषमयः +विषमरसं +विषमविलोचनस्य +विषमवृत्तानि +विषमव्याप्ते +विषमशब्दोपचरितार्थः +विषमशीललम्बकः +विषमशीललम्बके +विषमशीले +विषमशीलेन +विषमश्च +विषमसमे +विषमस्थ +विषमस्थं +विषमस्थः +विषमस्थमित्यादिना +विषमस्थस्य +विषमस्थाने +विषमस्थाश्च +विषमस्थे +विषमस्थो +विषमस्य +विषमा +विषमां +विषमांश्च +विषमाः +विषमाको +विषमाक्षरपादं +विषमाक्षरम् +विषमाङ्क +विषमाङ्को +विषमाणां +विषमाणाम् +विषमाणि +विषमात् +विषमानि +विषमान् +विषमान्ते +विषमाय +विषमायां +विषमारम्भः +विषमारुतशोषितपर्णचयम् +विषमालंकार +विषमालंकारः +विषमालंकारसरः +विषमालङ्कारः +विषमालङ्कारसरः +विषमाशनम् +विषमाशु +विषमाश्च +विषमाश्चैव +विषमासु +विषमाहतम् +विषमाहेयमरसं +विषमिति +विषमित्याहुर्ब्रह्मस्वं +विषमित्युच्यते +विषमिन्द्रस्य +विषमिव +विषमीश्वरेच्छया +विषमुच्यते +विषमुत्तमम् +विषमुद्बन्धनं +विषमुष्टिका +विषमे +विषमेकाकिनं +विषमेण +विषमेति +विषमेभ्यो +विषमेव +विषमेषु +विषमेषुः +विषमेष्वपि +विषमेष्वृणं +विषमेऽपि +विषमै +विषमैः +विषमो +विषमोक्तयः +विषमोऽपि +विषमोऽयं +विषमोऽयमुपन्यासः +विषमौ +विषम् +विषय +विषयं +विषयः +विषयक +विषयकं +विषयकः +विषयकत्व +विषयकस्य +विषयकृतकालुष्याभावात् +विषयके +विषयको +विषयगतं +विषयग्रहणं +विषयग्रहणम् +विषयग्रहणस्य +विषयग्रहणात्मिकायां +विषयजं +विषयजातं +विषयज्ञानं +विषयत +विषयतः +विषयतया +विषयतश्च +विषयता +विषयतां +विषयताम् +विषयताया +विषयतायां +विषयतायाः +विषयतासंबन्धेन +विषयतासम्बन्धेन +विषयतृष्णा +विषयतो +विषयत्यागो +विषयत्व +विषयत्वं +विषयत्वमिति +विषयत्वम् +विषयत्वस्य +विषयत्वात् +विषयत्वादिति +विषयत्वाद् +विषयत्वानुपपत्तेः +विषयत्वे +विषयत्वेन +विषयत्वेऽपि +विषयदर्शनपूर्वकं +विषयदेशं +विषयदोषदर्शिनः +विषयद्वये +विषयद्वेष्टा +विषयधर्मः +विषयधर्मो +विषयनिग्रहप्रकरणम् +विषयनिन्दाप्रकरणम् +विषयनियमः +विषयनियमार्थः +विषयनिरूप्यं +विषयपति +विषयपरिगणनं +विषयपरिच्छेदः +विषयप्रयोजने +विषयप्रवणं +विषयप्रवालाः +विषयप्रेम +विषयभावं +विषयभूत +विषयभूतं +विषयभूतस्य +विषयभूता +विषयभूताः +विषयभूतान् +विषयभूते +विषयभूतेषु +विषयभेद +विषयभेदं +विषयभेदः +विषयभेदतः +विषयभेदात् +विषयभेदे +विषयभेदेन +विषयभेदो +विषयभेदोऽपि +विषयभोग +विषयभोगं +विषयभोगे +विषयभोगेन +विषयभोगो +विषयमधिकृत्य +विषयमवगाहते +विषयमात्रेण +विषयमालम्ब्य +विषयमाह +विषयमिति +विषयमुखेन +विषयमें +विषयमेव +विषयम् +विषयम्‌ +विषययोः +विषयरसफलं +विषयरसे +विषयरागे +विषयरूपेण +विषयलोलुपः +विषयवती +विषयवस्तु +विषयवाक्यार्थः +विषयवासनया +विषयवासना +विषयवासनाः +विषयवासनानिमित्तकत्वनिरासः +विषयवासिनः +विषयविक्षिप्तचेतसां +विषयविधया +विषयविभागं +विषयविभागः +विषयविभागमाह +विषयविभागार्थम् +विषयविभागेन +विषयविभागो +विषयविमुखीकरणेन +विषयवियोगाद्दग्धेन्धनानलवत्स्वयं +विषयविरक्तिः +विषयविशेष +विषयविशेषं +विषयविशेषणं +विषयविशेषे +विषयविषयिणोः +विषयविषयिनिर्भासं +विषयविषयिभाव +विषयविषयिभावं +विषयविषयिभावः +विषयविषयिभावेन +विषयविषयिभावो +विषयवैमुख्यं +विषयव्यवस्था +विषयव्यवस्थानात् +विषयव्यावृत्तकौतूहलो +विषयव्युपरममात्रमेव +विषयशब्दः +विषयशब्दस्य +विषयशब्देन +विषयश् +विषयश्च +विषयश्चेति +विषयसंगाभाव +विषयसंनिधावपि +विषयसङ्गिनाम् +विषयसन्निधिर्हि +विषयसप्तमी +विषयसप्तमीति +विषयसप्तमीत्वमुचितमिति +विषयसप्तमीयम् +विषयसर्वस्वम् +विषयसारूप्यं +विषयसुख +विषयसुखं +विषयसुखस्य +विषयसूचनी +विषयसूचिः +विषयसूचिका +विषयसूची +विषयस् +विषयस्तं +विषयस्तत्र +विषयस्तथा +विषयस्तस्मिन् +विषयस्तस्य +विषयस्तु +विषयस्पृहा +विषयस्य +विषयस्यापि +विषयस्याभोगोक्तेः +विषयस्यास्य +विषयस्येति +विषयस्यैव +विषयस्योत्पाद्ये +विषयस्रोतः +विषयऽ +विषया +विषयाँस्तथा +विषयां +विषयांश्च +विषयांश्चैव +विषयाः +विषयाकार +विषयाकारं +विषयाकारा +विषयाकारेण +विषयाणां +विषयाणामपि +विषयाणामिन्द्रियाणां +विषयाणामेव +विषयाणाम् +विषयाणि +विषयात् +विषयात्मकः +विषयात्मकम् +विषयात्मकाः +विषयात्मना +विषयादि +विषयादिषु +विषयाद् +विषयाद्रागबन्धः +विषयानन्द +विषयानन्दः +विषयानन्दस्य +विषयानन्दो +विषयानपि +विषयानस्य +विषयानहम् +विषयानां +विषयानागमात् +विषयानालोचितो +विषयानिन्द्रियैश्चरन् +विषयानिह +विषयानुक्रम +विषयानुक्रमः +विषयानुक्रमणिका +विषयानुक्रमणिकाका +विषयानुक्रमणी +विषयानुपसेवते +विषयानुभवः +विषयानुभवो +विषयानुवासितो +विषयानुसारेण +विषयानेव +विषयानेवावलम्बते +विषयान् +विषयान्तं +विषयान्तर +विषयान्तरं +विषयान्तरपरिहारेण +विषयान्तरम् +विषयान्तरवर्तिना +विषयान्तराणि +विषयान्तरे +विषयान्तरेषु +विषयान्तरेऽपि +विषयान्ते +विषयान्न +विषयान्पुंसः +विषयान्प्रियान् +विषयान्मनसा +विषयान्वा +विषयापहार +विषयापेक्षं +विषयापेक्षया +विषयाबाधात् +विषयाभाव +विषयाभावात् +विषयाभावाद् +विषयाभावे +विषयाभावेन +विषयाभासं +विषयाभिमुखं +विषयाभिलाषः +विषयाय +विषयायां +विषयार्थ +विषयार्थं +विषयार्थम् +विषयार्थे +विषयार्पणम् +विषयावभासः +विषयाशा +विषयाश् +विषयाश्च +विषयाश्चैव +विषयासक्तं +विषयासक्तचेतसः +विषयासक्तचेतसाम् +विषयासक्तमानसः +विषयासक्तिं +विषयासक्तिः +विषयासक्तो +विषयासङ्गि +विषयासङ्गेऽपि +विषयासन्निधानफलप्रदर्शनम् +विषयास्तु +विषयि +विषयिण +विषयिणं +विषयिणः +विषयिणा +विषयिणां +विषयिणाम् +विषयिणि +विषयिणी +विषयिणो +विषयिणोऽसत्यतया +विषयिण्या +विषयितया +विषयिता +विषयित्वं +विषयित्वेन +विषयी +विषयीकरणं +विषयीकरणात् +विषयीकरणे +विषयीकरणेन +विषयीकरोति +विषयीकरोतीति +विषयीकरोतीत्यर्थः +विषयीकर्तुं +विषयीकुर्यात् +विषयीकुर्वन्ति +विषयीकृतं +विषयीकृतः +विषयीकृतम् +विषयीकृता +विषयीकृते +विषयीकृत्य +विषयीक्रियत +विषयीक्रियते +विषयीक्रियन्ते +विषयीति +विषयीन्द्रियम् +विषयीभवति +विषयीभवन्ति +विषयीभूतः +विषयीभूते +विषयुक्तं +विषयुक्तः +विषयुक्तस्य +विषयॆ +विषये +विषयेच्छा +विषयेण +विषयेणोपरक्तं +विषयेति +विषयेन +विषयेन्द्रिय +विषयेन्द्रियसंयोगजं +विषयेन्द्रियसंयोगात् +विषयेन्द्रियसंयोगाद् +विषयेन्द्रियसम्बन्धो +विषयेन्द्रियाणां +विषयेभ्य +विषयेभ्यः +विषयेभ्यश्च +विषयेभ्यो +विषयेषु +विषयेष्वनपायिनी +विषयेष्वपहारिषु +विषयेष्वपि +विषयेष्विति +विषयेष्वेव +विषयेष्व् +विषयेस्मिन् +विषयेऽन्यत्र +विषयेऽपि +विषयेऽस्मिन् +विषयेऽस्य +विषयै +विषयैः +विषयैति +विषयैर् +विषयैर्न +विषयैव +विषयैश्च +विषयैषिणाम् +विषयो +विषयों +विषयोंका +विषयोंके +विषयोंको +विषयोंमें +विषयोंसे +विषयोः +विषयोत्थं +विषयोदेशः +विषयोन्मुखाः +विषयोपभोगः +विषयोपभोगे +विषयोपरमात् +विषयोपरमे +विषयोपराग +विषयोपरि +विषयोस्ति +विषयोऽतो +विषयोऽत्र +विषयोऽपि +विषयोऽयं +विषयोऽयम् +विषयोऽस्ति +विषयोऽस्य +विषयोऽस्या +विषयोऽस्याः +विषयौ +विषरागयोः +विषरूपिणी +विषरोगातुरं +विषलक्षणम् +विषलता +विषलाङ्गला +विषलाणी +विषवज्रकल्पं +विषवत् +विषवद्धन्ति +विषवन्निहन्ति +विषवर्गः +विषवर्धनम् +विषवल्ली +विषवातेन +विषवान् +विषविद्या +विषविनाशनः +विषविसर्पः +विषवृक्ष +विषवृक्षोऽपि +विषवेगं +विषवेगः +विषवेगाः +विषवेगे +विषवैद्य +विषवैद्यः +विषवैद्यसारसमुच्चयम् +विषवैद्ये +विषशक्तयः +विषशब्दे +विषशान्तये +विषसंयुतम् +विषसमं +विषसाद +विषस्य +विषस्यार्द्धपलं +विषस्येव +विषहते +विषहन्ते +विषहन्त्री +विषहरं +विषहरः +विषहरण +विषहरश्च +विषहरी +विषहस्व +विषहा +विषहामि +विषहारि +विषहारिणी +विषहितुं +विषहिष्यते +विषहीनो +विषहृत् +विषहे +विषहेत +विषह्य +विषह्यं +विषह्यतां +विषह्यते +विषा +विषां +विषाः +विषाक्तं +विषाक्ते +विषाख्या +विषाग्निदां +विषाग्निना +विषाङ्गानां +विषाण +विषाणं +विषाणम् +विषाणया +विषाणयोः +विषाणवः +विषाणवत् +विषाणवान् +विषाणस्य +विषाणा +विषाणां +विषाणाग्रेण +विषाणाग्रैः +विषाणानि +विषाणाभ्यां +विषाणि +विषाणिका +विषाणिनः +विषाणिनाम् +विषाणी +विषाणुः +विषाणूनां +विषाणे +विषाणेन +विषाण्येतानि +विषात् +विषाद +विषादं +विषादः +विषादजडतोन्मादचिन्ताद्या +विषादनम् +विषादनालङ्कारः +विषादने +विषादपि +विषादप्यमृतं +विषादमगमत् +विषादमगमत्परम् +विषादम् +विषादयः +विषादयन्ति +विषादयन्ती +विषादवान् +विषादश्च +विषादस्ते +विषादस्त्वया +विषादस्य +विषादात् +विषादान् +विषादाय +विषादि +विषादिता +विषादिताम् +विषादिनः +विषादिना +विषादिनी +विषादिव +विषादिषु +विषादी +विषादे +विषादेन +विषादो +विषाद् +विषाद्भवति +विषाधिकारः +विषान् +विषापहः +विषापहम् +विषापहा +विषापहारस्तोत्रम् +विषापहैः +विषाभिभूतं +विषामृते +विषाम्बुधौ +विषाय +विषायते +विषायुधः +विषायेध्मं +विषार्तः +विषार्तानां +विषाश्मकुष्ठकण्डूघ्नं +विषासहिं +विषासहिः +विषासहिमित्यभिमन्त्रयते +विषासहिम् +विषासहिरिति +विषास॒हिः +विषि +विषिण्वन्ति +विषितं +विषितः +विषितस्तुका +विषिते +विषितो +विषी +विषीद +विषीदत +विषीदति +विषीदन् +विषीदन्तं +विषीदन्तमर्जुनं +विषीदन्तमिदं +विषीदन्तम् +विषीदन्ति +विषीदन्निदमब्रवीत् +विषीदसि +विषीदामि +विषु +विषुणः +विषुणक् +विषुणस्य +विषुप्तं +विषुरूपं +विषुरूपः +विषुरूपम् +विषुरूपा +विषुरूपाणि +विषुरूपे +विषुव +विषुवं +विषुवच्चैव +विषुवच्छ +विषुवच्छायया +विषुवच्छाया +विषुवच्छायासाधनविधिः +विषुवछाया +विषुवछायां +विषुवज्ज्यया +विषुवत +विषुवतः +विषुवता +विषुवति +विषुवती +विषुवते +विषुवतो +विषुवतौ +विषुवत् +विषुवत्कर्णः +विषुवत्कर्णेन +विषुवत्कालः +विषुवत्क्रान्तिवलययोः +विषुवत्प्रभा +विषुवत्या +विषुवत्समवृत्तयोः +विषुवत्सु +विषुवदादिपुण्यकालः +विषुवदिने +विषुवद् +विषुवद्दिन +विषुवद्दिने +विषुवद्दिवसे +विषुवद्द्वितयं +विषुवद्भा +विषुवद्वये +विषुवद्वृत्तं +विषुवद्वृत्तम् +विषुवद्वृत्तात् +विषुवद्वृत्ते +विषुवन्तं +विषुवन्तम् +विषुवन्मण्डलं +विषुवन्मण्डलप्राच्या +विषुवन्मण्डलमेव +विषुवन्मण्डले +विषुवन्मण्डलेन +विषुववृत्तं +विषुववृत्ते +विषुवस्थो +विषुवा +विषुवांश +विषुवांशानां +विषुवान् +विषुवायने +विषुवारम्भणं +विषुवे +विषुवेषु +विषुऽरूपा +विषु॑णः +विषु॑रूपे॒ +विषू +विषूच +विषूचः +विषूचिका +विषूचिकानां +विषूचिकाम् +विषूची +विषूचीं +विषूचीः +विषूचीनमनीनशत् +विषूचीना +विषूचीनानि +विषूचीनान् +विषूचीममीवा +विषूचीर् +विषूचीर्वसान +विषूचीश्च +विषूचो +विषूच्या +विषूच्यां +विषूच्याः +विषूच्येतु +विषूवत +विषूवतः +विषूवता +विषूवतो +विषूवान् +विषू॑चः +विषू॑चीः +विषू॑ची॒र्वसा॑न॒ +विषे +विषेः +विषेण +विषेणेव +विषेति +विषेदतुः +विषेदुः +विषेभी +विषेवते +विषेश +विषेषु +विषेहिरे +विषेहे +विषैः +विषो +विषोपमं +विषोपमः +विषोपमम् +विषोपमाः +विषोल्बणा +विषोल्बणाः +विषोल्बणान् +विष् +विष्क +विष्कंभं +विष्कंभः +विष्कंभो +विष्कन्ता +विष्कन्धं +विष्कन्धदूषणम् +विष्कन्धम् +विष्कभिते +विष्कभ्नाति +विष्कम्भ +विष्कम्भं +विष्कम्भः +विष्कम्भक +विष्कम्भकं +विष्कम्भकः +विष्कम्भकप्रवेशकौ +विष्कम्भके +विष्कम्भखण्डं +विष्कम्भदलं +विष्कम्भम् +विष्कम्भशैलाः +विष्कम्भस्य +विष्कम्भा +विष्कम्भादिषु +विष्कम्भान् +विष्कम्भार्धम् +विष्कम्भार्धे +विष्कम्भार्धेन +विष्कम्भितं +विष्कम्भितम् +विष्कम्भिनं +विष्कम्भिना +विष्कम्भी +विष्कम्भे +विष्कम्भेण +विष्कम्भो +विष्कम्भ्य +विष्किर +विष्किरः +विष्किरा +विष्किराः +विष्किरो +विष्कुम्भः +विष्कुम्भादिषु +विष्के +विष्ञोः +विष्ट +विष्टं +विष्टः +विष्टकर्णः +विष्टप +विष्टपं +विष्टपम् +विष्टपा +विष्टपानां +विष्टपानाम् +विष्टपानि +विष्टपाय +विष्टपि +विष्टपे +विष्टपो +विष्टपꣳ +विष्टब्ध +विष्टब्धं +विष्टब्धः +विष्टब्धा +विष्टब्धे +विष्टब्धो +विष्टभ्नाति +विष्टभ्नोति +विष्टभ्य +विष्टभ्याहमिदं +विष्टम् +विष्टम्भ +विष्टम्भं +विष्टम्भः +विष्टम्भनीं +विष्टम्भयति +विष्टम्भा +विष्टम्भि +विष्टम्भितं +विष्टम्भित्वम् +विष्टम्भिनी +विष्टम्भिनो +विष्टम्भी +विष्टम्भीनि +विष्टम्भो +विष्टम्भोऽन्नस्य +विष्टम्भोऽसि +विष्टयः +विष्टया +विष्टयो +विष्टर +विष्टरं +विष्टरः +विष्टरम् +विष्टरश्रवाः +विष्टरस्य +विष्टराणि +विष्टरान् +विष्टरार्थं +विष्टरे +विष्टरेण +विष्टरेणैव +विष्टरेषु +विष्टरो +विष्टरोपरि +विष्टस्य +विष्टा +विष्टाः +विष्टानि +विष्टाय +विष्टारपङ्क्तिः +विष्टारपङ्क्तिश्छन्दः +विष्टारपङ्क्तौ +विष्टारबृहती +विष्टारिणमोदनं +विष्टारिणम् +विष्टारी +विष्टावाः +विष्टि +विष्टिं +विष्टिः +विष्टिना +विष्टिभिः +विष्टी +विष्टीमेन +विष्टुतयः +विष्टुतिं +विष्टुतिः +विष्टुतिरभिक्रान्त्या +विष्टुतिरभिक्रामन्त्या +विष्टुतिरिति +विष्टुत्या +विष्टुतꣳ +विष्टे +विष्टेः +विष्टो +विष्टौ +विष्ट्यां +विष्ट्वी +विष्ट॒म्भो +विष्ठ +विष्ठया +विष्ठरे +विष्ठा +विष्ठां +विष्ठाः +विष्ठामनु +विष्ठायां +विष्ठायाम् +विष्ठाशी +विष्ठासमं +विष्ठास् +विष्ठास्थानाधिष्ठानम् +विष्ठितं +विष्ठितः +विष्ठितमित्यन्तम् +विष्ठितम् +विष्ठिता +विष्ठिताः +विष्ठितो +विष्ठि॑तं॒ +विष्ठि॑ता +विष्ठोत्सर्गे +विष्ण +विष्णं +विष्णः +विष्णव +विष्णवः +विष्णवास +विष्णवि +विष्णविति +विष्णविह +विष्णवुत +विष्णवे +विष्णवेति +विष्णवो +विष्णव् +विष्णाति +विष्णाप्वं +विष्णाप्वम् +विष्णावपि +विष्णाविति +विष्णावेव +विष्णा॒प्वं॑ +विष्णु +विष्णुं +विष्णुं॑ +विष्णुं॒ +विष्णुः +विष्णुः॑ +विष्णुकथा +विष्णुकथां +विष्णुकन्दः +विष्णुकन्दे +विष्णुकान्तकम् +विष्णुकान्ता +विष्णुकिंकराः +विष्णुकृतं +विष्णुक्रमवात्सप्रे +विष्णुक्रमा +विष्णुक्रमाः +विष्णुक्रमान् +विष्णुक्रमान्क्रमते +विष्णुक्रमान्क्रामति +विष्णुक्रमैर्वै +विष्णुक्रांते +विष्णुक्रान्तं +विष्णुक्रान्ता +विष्णुक्रान्तां +विष्णुक्रान्ते +विष्णुक्षेत्रं +विष्णुक्षेत्रे +विष्णुगाय +विष्णुगायत्रिया +विष्णुगायत्री +विष्णुगायत्रीं +विष्णुगायत्र्या +विष्णुगीता +विष्णुगुप्त +विष्णुगुप्तं +विष्णुगुप्तः +विष्णुगुप्तस्य +विष्णुगृहं +विष्णुगृहे +विष्णुग्रन्थिं +विष्णुचक्र +विष्णुचक्रं +विष्णुचक्रम् +विष्णुचक्रस्य +विष्णुचक्रेण +विष्णुचन्द्र +विष्णुचन्द्रेण +विष्णुचापपूर्वो +विष्णुचित्तः +विष्णुचिन्तनम् +विष्णुजन +विष्णुजनसन्धिः +विष्णुजनान्ता +विष्णुजनान्ताः +विष्णुजने +विष्णुजनो +विष्णुञ्च +विष्णुतः +विष्णुतत्त्वं +विष्णुतत्त्वनिर्णयः +विष्णुतत्त्वविनिर्णयः +विष्णुतत्परः +विष्णुतत्पराः +विष्णुतीर्थं +विष्णुतीर्थः +विष्णुतुल्यं +विष्णुतुल्यपराक्रमः +विष्णुतुल्यो +विष्णुतुष्टिदः +विष्णुतेजः +विष्णुतेजसा +विष्णुतैलं +विष्णुत्वं +विष्णुत्वे +विष्णुदत्तं +विष्णुदत्तः +विष्णुदत्तेन +विष्णुदत्तो +विष्णुदर्शनात् +विष्णुदास +विष्णुदासः +विष्णुदासस्य +विष्णुदासो +विष्णुदूता +विष्णुदूताः +विष्णुदूतास्ते +विष्णुदूतैः +विष्णुदेवः +विष्णुदेवता +विष्णुदेवत्या +विष्णुदेवेन +विष्णुदैवतं +विष्णुदैवतः +विष्णुदैवतम् +विष्णुदैवत्यं +विष्णुदैवत्या +विष्णुद्वीपीयका +विष्णुध +विष्णुधर +विष्णुधर्मसूत्रस्य +विष्णुधर्मे +विष्णुधर्मेत्तरे +विष्णुधर्मोक्तम् +विष्णुधर्मोत्तर +विष्णुधर्मोत्तरं +विष्णुधर्मोत्तरपुराणम् +विष्णुधर्मोत्तरपुराणे +विष्णुधर्मोत्तरम् +विष्णुधर्मोत्तरात् +विष्णुधर्मोत्तरे +विष्णुधर्मोत्तरेऽपि +विष्णुधर्मोत्तरोक्तम् +विष्णुधर्म्मे +विष्णुधर्म्मोत्तरम् +विष्णुधर्म्मोत्तरे +विष्णुध्यानं +विष्णुध्यानपरायणः +विष्णुध्यानपरायणाः +विष्णुना +विष्णुनापि +विष्णुनाभिकमलं +विष्णुनाम +विष्णुनामा +विष्णुनामानि +विष्णुनाम्ना +विष्णुनास्य +विष्णुनिष्ठा +विष्णुनिष्ठातस्य +विष्णुनिष्ठायां +विष्णुनेति +विष्णुनेव +विष्णुनैव +विष्णुनैवेद्यं +विष्णुनोक्तं +विष्णुनोक्तम् +विष्णुपक्षे +विष्णुपञ्चदिने +विष्णुपञ्जरम् +विष्णुपत्नि +विष्णुपत्नी +विष्णुपत्नीं +विष्णुपत्न्यै +विष्णुपद +विष्णुपदं +विष्णुपदत्रयम् +विष्णुपदप्रकरणम् +विष्णुपदभट्टाचार्यः +विष्णुपदम् +विष्णुपदस्य +विष्णुपदात् +विष्णुपदानि +विष्णुपदान्तस्य +विष्णुपदान्ते +विष्णुपदान्तो +विष्णुपदी +विष्णुपदीं +विष्णुपदीद्वयम् +विष्णुपदीषु +विष्णुपदे +विष्णुपद्यां +विष्णुपद्याः +विष्णुपरायणः +विष्णुपरायणाः +विष्णुपरो +विष्णुपर्णी +विष्णुपर्व +विष्णुपर्वणि +विष्णुपादं +विष्णुपादादिकेशान्तवर्णनस्तोत्रम् +विष्णुपादादिकेशान्तस्तोत्रम् +विष्णुपादे +विष्णुपादोदकं +विष्णुपादोदकोद्भूता +विष्णुपादोद्भवा +विष्णुपार्षदाः +विष्णुपार्षदैः +विष्णुपु +विष्णुपुरं +विष्णुपुरा +विष्णुपुराण +विष्णुपुराणं +विष्णुपुराणम् +विष्णुपुराणस्य +विष्णुपुराणात् +विष्णुपुराणादौ +विष्णुपुराणानुसारं +विष्णुपुराणे +विष्णुपुराणेऽपि +विष्णुपुराणोक्तेः +विष्णुपुरे +विष्णुपुरोगमाः +विष्णुपूजनम् +विष्णुपूजा +विष्णुपूजां +विष्णुपूजाफलं +विष्णुपूजायां +विष्णुपूतो 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+विष्णुमाये +विष्णुमायेति +विष्णुमाराध्य +विष्णुमावाहयामि +विष्णुमाह +विष्णुमिति +विष्णुमित्र +विष्णुमित्रः +विष्णुमित्रस्य +विष्णुमित्रेण +विष्णुमित्रो +विष्णुमुखा +विष्णुमुद्दिश्य +विष्णुमूर्ति +विष्णुमूर्तिं +विष्णुमूर्तिः +विष्णुमेनं +विष्णुमेव +विष्णुम् +विष्णुयशसः +विष्णुयशसो +विष्णुयशा +विष्णुयागं +विष्णुयागे +विष्णुयामले +विष्णुरग्निः +विष्णुरच्युतः +विष्णुरजघन्यो +विष्णुरजायत +विष्णुरतो +विष्णुरथ +विष्णुरथः +विष्णुरपि +विष्णुरब्रवीत् +विष्णुरमृतस्य +विष्णुरयं +विष्णुरव्ययः +विष्णुरशेषस्य +विष्णुरष्टाविंशे +विष्णुरसि +विष्णुरहं +विष्णुरहस्ये +विष्णुरातः +विष्णुरातस्तु +विष्णुरातेन +विष्णुरात्मवान् +विष्णुरात्मा +विष्णुराराध्यते +विष्णुरास्ते +विष्णुराह +विष्णुरि +विष्णुरिति +विष्णुरित्यभिधीयते +विष्णुरित्यर्थः +विष्णुरित्यस्य +विष्णुरित्येव +विष्णुरिदं +विष्णुरिमांल्लोकान् +विष्णुरिव +विष्णुरिवापरः +विष्णुरीश्वरः +विष्णुरुच्यते +विष्णुरुद्दिष्ट +विष्णुरुद्रौ +विष्णुरुपांशु +विष्णुरुरुक्रमः +विष्णुरुरुगायो +विष्णुरुवाच +विष्णुरुवाचेदं +विष्णुरूप +विष्णुरूपं +विष्णुरूपः +विष्णुरूपत्वं +विष्णुरूपधृक् +विष्णुरूपा +विष्णुरूपांशु +विष्णुरूपाः +विष्णुरूपाय +विष्णुरूपिणः +विष्णुरूपिणम् +विष्णुरूपिणे +विष्णुरूपी +विष्णुरूपेण +विष्णुरूपो +विष्णुरेक +विष्णुरेकादशी +विष्णुरेको +विष्णुरेते +विष्णुरेव +विष्णुरेवं +विष्णुरेवेति +विष्णुरेष +विष्णुर् +विष्णुर्गायत्री +विष्णुर्गोपा +विष्णुर्ज्योतिषां +विष्णुर्ददौ +विष्णुर्देवः +विष्णुर्देवता +विष्णुर्द्वादश +विष्णुर्न +विष्णुर्नात्र +विष्णुर्नाम +विष्णुर्नारायणः +विष्णुर्नारायणो +विष्णुर्नारायणोऽर्कः +विष्णुर्बलवतां +विष्णुर्ब्रह्मा +विष्णुर्भगवान् +विष्णुर्भवति +विष्णुर्मध्ये +विष्णुर्मया +विष्णुर्महद्भूतं +विष्णुर्महातेजा +विष्णुर्महेशश्च +विष्णुर्महेश्वरः +विष्णुर्महेश्वरो +विष्णुर्मे +विष्णुर्यज्ञः +विष्णुर्यज्ञो +विष्णुर्यत्र +विष्णुर्यथा +विष्णुर्यस्य +विष्णुर्येन +विष्णुर्यो +विष्णुर्योगिनां +विष्णुर्योनि +विष्णुर्योनिं +विष्णुर्लक्ष्म्या +विष्णुर्लोकभावनः +विष्णुर्वक्ता +विष्णुर्वषट्कारो +विष्णुर्वसवो +विष्णुर्वा +विष्णुर्वापि +विष्णुर्वामनरूपधृक् +विष्णुर्वि +विष्णुर्विचक्रम +विष्णुर्विचक्रमे +विष्णुर्विरिञ्चश्च +विष्णुर्विश्वे +विष्णुर्विष्णुः +विष्णुर्विष्णोश्च +विष्णुर्वृष्णिकुले +विष्णुर्वै +विष्णुर्व्यक्रंस्त +विष्णुर्हि +विष्णुलिङ्गं +विष्णुलोक +विष्णुलोकं +विष्णुलोकः +विष्णुलोकप्रदायकम् +विष्णुलोकभाक् +विष्णुलोकमनुत्तमम् +विष्णुलोकमवाप्नुयात् +विष्णुलोकमवाप्नोति +विष्णुलोकम् +विष्णुलोकस्य +विष्णुलोकाय +विष्णुलोके +विष्णुलोको +विष्णुवचः +विष्णुवचनं +विष्णुवचनम् +विष्णुवचने +विष्णुवत् +विष्णुवरुणौ +विष्णुवर्धनः +विष्णुवर्धनस्य +विष्णुवर्धनेन +विष्णुवल्लभः +विष्णुवल्लभम् +विष्णुवल्लभा +विष्णुवल्लभे +विष्णुवाक्यम् +विष्णुवाक्येन +विष्णुव्रतं +विष्णुव्रतपरायणः +विष्णुव्रतमिदं +विष्णुशक्तिः +विष्णुशतनामस्तोत्रम् +विष्णुशब्दस्य +विष्णुशर्मणे +विष्णुशर्मणो +विष्णुशर्मा +विष्णुशर्मोवाच +विष्णुशिष्य +विष्णुशैलेन्द्रः +विष्णुश् +विष्णुश्च +विष्णुश्चक्रं +विष्णुश्चतुर्भुजः +विष्णुश्चापि +विष्णुसंज्ञं +विष्णुसंज्ञस्य +विष्णुसंनिधौ +विष्णुसंहिता +विष्णुसंहितायां +विष्णुसंहितायाः +विष्णुसंहितायाम् +विष्णुसणं +विष्णुसदनं +विष्णुसदृशा +विष्णुसदृशो +विष्णुसद्मनि +विष्णुसन्निधौ +विष्णुसमं +विष्णुसमा +विष्णुसमीपे +विष्णुसमो +विष्णुसर्गः +विष्णुसर्गस्य +विष्णुसर्गो +विष्णुसहस्रनाम +विष्णुसहस्रनामस्तोत्रम् +विष्णुसहस्रनामस्तोत्रम्‌ +विष्णुसहस्रनामावलि +विष्णुसायुज्यं +विष्णुसायुज्यतां +विष्णुसायुज्यमाप्नुयात् +विष्णुसालोक्यं +विष्णुसाहस्रकं +विष्णुसूक्त +विष्णुसूक्तं +विष्णुसूक्तकं +विष्णुसूक्तञ्च +विष्णुसूक्तमत +विष्णुसूक्तम् +विष्णुसूक्तेन +विष्णुसूक्तेषु +विष्णुसूतं +विष्णुसूतेन +विष्णुस् +विष्णुस्तं +विष्णुस्ततः +विष्णुस्तत्र +विष्णुस्तत्राधिदैवतम् +विष्णुस्तथा +विष्णुस्तथैव +विष्णुस्तदा +विष्णुस्तपति +विष्णुस्तव +विष्णुस्तवराजः +विष्णुस्तस्मै +विष्णुस्तस्य +विष्णुस्तस्याधिदेवता +विष्णुस्तिष्ठति +विष्णुस्तु +विष्णुस्ते +विष्णुस्तेन +विष्णुस्तोत्राणि +विष्णुस्त्रिधा +विष्णुस्त्रिविक्रमः +विष्णुस्त्वं +विष्णुस्त्वा +विष्णुस्त्वां +विष्णुस्त्वानयतु +विष्णुस्त्वान्वेतु +विष्णुस्त्वाऽन्वेतु +विष्णुस्थानं +विष्णुस्थाने +विष्णुस्मरणं +विष्णुस्मरणात् +विष्णुस्मृति +विष्णुस्मृतिः +विष्णुस्मृतौ +विष्णुस्वरूपाय +विष्णुस्वामी +विष्णुहरच्छागाः +विष्णु॑ +विष्णु॑ना 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+विसंवदेन्नरो +विसंवाद +विसंवादः +विसंवादयन्ति +विसंवादयेत् +विसंवादात् +विसंवादि +विसंवादितः +विसंवादिता +विसंवादी +विसंवादे +विसंवादो +विसंवाद्य +विसंष्ठुलं +विसंस्थिते +विसज्जेहि +विसतन्तु +विसदृश +विसदृशं +विसदृशप्रत्ययप्रवाही +विसदृशा +विसदृशो +विसन्धि +विसन्धिः +विसन्नाहं +विसमं +विसमा +विसम् +विसम्वादेय्या +विसये +विसर +विसरः +विसरणे +विसरत +विसरति +विसरो +विसर्ग +विसर्गं +विसर्गः +विसर्गकाले +विसर्गतः +विसर्गम् +विसर्गलोपः +विसर्गलोपश्छान्दसः +विसर्गलोपे +विसर्गलोपो +विसर्गश्च +विसर्गसन्धिः +विसर्गसन्धिप्रकरणम् +विसर्गसहितं +विसर्गसहितः +विसर्गस्तु +विसर्गस्थाने +विसर्गस्य +विसर्गस्येति +विसर्गस्यैव +विसर्गा +विसर्गाच्च +विसर्गाणां +विसर्गादर्शनम् +विसर्गान्तं +विसर्गान्तः +विसर्गान्तो +विसर्गाय +विसर्गी +विसर्गे +विसर्गेण +विसर्गो +विसर्ज +विसर्जन +विसर्जनं +विसर्जनमिति +विसर्जनम् +विसर्जनस्य +विसर्जनात् +विसर्जनाय +विसर्जनी +विसर्जनीय +विसर्जनीयं +विसर्जनीयः +विसर्जनीयश्च +विसर्जनीयस्य +विसर्जनीयस्येति +विसर्जनीयादेशो +विसर्जनीये +विसर्जनीयो +विसर्जने +विसर्जनेन +विसर्जनेनाथा 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+विसृजत्यतः +विसृजन् +विसृजन्तः +विसृजन्ति +विसृजन्ते +विसृजन्तो +विसृजन्तौ +विसृजसि +विसृजस्व +विसृजा +विसृजामि +विसृजाम्यहम् +विसृजे +विसृजेत +विसृजेति +विसृजेत् +विसृजेदिति +विसृजेदृतौ +विसृजेद् +विसृजेन्न +विसृजेन्मधु +विसृजेयुः +विसृज्य +विसृज्यतां +विसृज्यताम् +विसृज्यते +विसृज्यन्ते +विसृज्यमानः +विसृज्याग्निं +विसृज्याथ +विसृज्याशु +विसृज्येति +विसृज्यैव +विसृज्योपतिष्ठते +विसृतं +विसृतः +विसृतह् +विसृता +विसृते +विसृत्वरः +विसृपः +विसृपो +विसृप्य +विसृष्ट +विसृष्टं +विसृष्टः +विसृष्टचक्षुषि +विसृष्टभूमिः +विसृष्टमथ +विसृष्टम् +विसृष्टरागादधरान्निवर्तितः +विसृष्टवान् +विसृष्टस्तु +विसृष्टस्तेन +विसृष्टस्य +विसृष्टा +विसृष्टां +विसृष्टाः +विसृष्टानि +विसृष्टायां +विसृष्टास्ते +विसृष्टिं +विसृष्टिः +विसृष्टिर्यत +विसृष्टिश्च +विसृष्टे +विसृष्टेन +विसृष्टो +विसृष्टौ +विसे +विसेसो +विसोढुं +विस् +विस्कन्ता +विस्कान्सिन् +विस्त +विस्तः +विस्तर +विस्तरं +विस्तरः +विस्तरणं +विस्तरणम् +विस्तरत +विस्तरतः +विस्तरतस्तु +विस्तरतो +विस्तरप्रकारैः +विस्तरभया +विस्तरभयात् +विस्तरभयान्न +विस्तरभयान्नेह +विस्तरभयान्नोक्तम् +विस्तरभयान्नोच्यते +विस्तरभिया +विस्तरम् +विस्तरश +विस्तरशः +विस्तरशो +विस्तरस्तस्य +विस्तरस्तु +विस्तरस्त्वाकरे +विस्तरस्य +विस्तरा +विस्तराः +विस्तराणि +विस्तरात् +विस्तरात्तु +विस्तरात्सर्वं +विस्तराद् +विस्तराद्ब्रूहि +विस्तराद्वक्तुं +विस्तराद्वक्तुमर्हसि +विस्तराद्वद +विस्तरे +विस्तरेण +विस्तरेणात्मनो +विस्तरेणाथ +विस्तरेणाद्य +विस्तरेणानुपूर्व्या +विस्तरेणानुपूर्व्याच्च +विस्तरेणापि +विस्तरेणारोचयति +विस्तरेणारोचितम् +विस्तरेणास्य +विस्तरेणाह +विस्तरेणाऽऽह +विस्तरेणेति +विस्तरेणेदं +विस्तरेणेह +विस्तरेणैव +विस्तरेणोक्तं +विस्तरेणोक्तः +विस्तरेणोक्तम् +विस्तरेम +विस्तरैः +विस्तरैस्तोयधे +विस्तरो +विस्तरोऽभिहितो +विस्ता +विस्तार +विस्तारं +विस्तारः +विस्तारके +विस्तारदृष्ट्या +विस्तारद्विगुणं +विस्तारद्विगुणायतम् +विस्तारद्विगुणोत्सेधं +विस्तारपादप्रतिमं +विस्तारपूर्वक +विस्तारपूर्वकं +विस्तारमानं +विस्तारमायामं +विस्तारमुच्यते +विस्तारमेव +विस्तारम् +विस्तारय +विस्तारयतः +विस्तारयति +विस्तारयतीति +विस्तारयतीत्यर्थः +विस्तारयतु +विस्तारयन् +विस्तारयन्तः +विस्तारयन्ति +विस्तारयन्ती +विस्तारयसि +विस्तारयामास +विस्तारयामासुः +विस्तारयितुं +विस्तारयुक्त +विस्तारयुक्ते +विस्तारयेत् +विस्तारयेद्बहून् +विस्तारवचने +विस्तारवान् +विस्तारश्च +विस्तारस्तस्य +विस्तारस्तु +विस्तारस्य +विस्तारा +विस्तारां +विस्तारात् +विस्ताराद् +विस्ताराद्द्विगुणं +विस्ताराद्द्विगुणेन +विस्ताराद्द्विगुणो +विस्ताराध्यर्धमायतम् +विस्ताराय +विस्तारायाम +विस्तारायामतः +विस्तारायामतादृशम् +विस्तारायामसदृशं +विस्तारार्धं +विस्तारार्धेन +विस्तारि +विस्तारिणा +विस्तारिणी +विस्तारित +विस्तारितं +विस्तारितः +विस्तारितम् +विस्तारितवन्तः +विस्तारितवान् +विस्तारिता +विस्तारिताः +विस्तारी +विस्तारे +विस्तारेण +विस्तारै +विस्तारैः +विस्तारो +विस्तारोऽस्य +विस्तारौ +विस्तार्य +विस्तार्यत +विस्तार्यते +विस्तार्य्य +विस्तार्य्यते +विस्ती +विस्तीर्ण +विस्तीर्णं +विस्तीर्णः +विस्तीर्णजघना +विस्तीर्णञ्च +विस्तीर्णतया +विस्तीर्णता +विस्तीर्णत्वेन +विस्तीर्णमन्तरिक्षं +विस्तीर्णमन्तरिक्षम् +विस्तीर्णम् +विस्तीर्णविशालपरिग्रहो +विस्तीर्णस्य +विस्तीर्णा +विस्तीर्णां +विस्तीर्णाः +विस्तीर्णागाधमनसः +विस्तीर्णानि +विस्तीर्णायां +विस्तीर्णे +विस्तीर्णेन +विस्तीर्णेषु +विस्तीर्णो +विस्तीर्णौ +विस्तीर्य +विस्तीर्यते +विस्तीर्य्यते +विस्तृ +विस्तृणाति +विस्तृत +विस्तृतं +विस्तृतः +विस्तृतकरे +विस्तृतञ्च +विस्तृततया +विस्तृतमस्ति +विस्तृतमासीत् +विस्तृतमिति +विस्तृतम् +विस्तृतरूपेण +विस्तृतवर्णनं +विस्तृतव्याख्या +विस्तृतश्च +विस्तृतस्य +विस्तृता +विस्तृतां +विस्तृताः +विस्तृतानि +विस्तृतान् +विस्तृताम् +विस्तृतायां +विस्तृति +विस्तृतिं +विस्तृतिः +विस्तृतिम् +विस्तृतिस् +विस्तृतिस्तु +विस्तृते +विस्तृतेन +विस्तृतो +विस्तृतौ +विस्तृत्या +विस्त्रस्य +विस्थापनम् +विस्पष्ट +विस्पष्टं +विस्पष्टः +विस्पष्टमद्रुतं +विस्पष्टमिवावभाति +विस्पष्टमेव +विस्पष्टम् +विस्पष्टा +विस्पष्टादीनि +विस्पष्टार्थं +विस्पष्टार्थम् +विस्पष्टीकर्तुं +विस्पष्टे +विस्पष्टो +विस्फारः +विस्फारयतां +विस्फारयन् +विस्फारयामास +विस्फारश्चेतसो +विस्फारितं +विस्फारिता +विस्फार्य +विस्फु +विस्फुटं +विस्फुटिताननाः +विस्फुरति +विस्फुरत् +विस्फुरन्तं +विस्फुरन्ति +विस्फुरन्ती +विस्फुरन्तीं +विस्फुरन्त्या +विस्फुलिंगा +विस्फुलिंगान् +विस्फुलिङ्ग +विस्फुलिङ्गः +विस्फुलिङ्गा +विस्फुलिङ्गाः +विस्फुलिङ्गान् +विस्फुलिङ्गिनी +विस्फूर्जति +विस्फूर्जितं +विस्फूर्जितमिवाशनेः +विस्फोट +विस्फोटं +विस्फोटः +विस्फोटकं +विस्फोटकः +विस्फोटकभयं +विस्फोटका +विस्फोटकाधिकारः +विस्फोटकानि +विस्फोटस्य +विस्फोटा +विस्फोटाः +विस्फोटान् +विस्फोटे +विस्फोटेन +विस्म +विस्मय +विस्मयं +विस्मयः +विस्मयकरं +विस्मयकारकम् +विस्मयकारिणी +विस्मयते +विस्मयन्ते +विस्मयप्रदम् +विस्मयमागतः +विस्मयमागता +विस्मयमागताः +विस्मयमागमत् +विस्मयमाजगाम +विस्मयमाप +विस्मयमापन्नः +विस्मयमापन्ना +विस्मयमापन्नाः +विस्मयमापन्नो +विस्मयमाययुः +विस्मयमाययौ +विस्मयमुपगतः +विस्मयम् +विस्मयवशं +विस्मयश्च +विस्मयश्चेत्थमष्टौ +विस्मयसे +विस्मयस्य +विस्मया +विस्मयां +विस्मयाकुलः +विस्मयात् +विस्मयादित्यचिन्तयत् +विस्मयान्वितः +विस्मयान्वितम् +विस्मयान्विता +विस्मयान्विताः +विस्मयापन्ना +विस्मयाय +विस्मयावहः +विस्मयावहम् +विस्मयाविष्टः +विस्मयाविष्टचेतसः +विस्मयाविष्टमानसः +विस्मयाविष्टहृदयः +विस्मयाविष्टा +विस्मयाविष्टाः +विस्मयाविष्टो +विस्मयास्पदम् +विस्मये +विस्मयेत +विस्मयेति +विस्मयेन +विस्मयो +विस्मयोत्फुल्लनयना +विस्मयोत्फुल्ललोचनः +विस्मयोत्फुल्ललोचना +विस्मयोत्फुल्ललोचनाः +विस्मयोऽत्र +विस्मयोऽयं +विस्मर +विस्मरण +विस्मरणं +विस्मरणम् +विस्मरणीयः +विस्मरणीयम् +विस्मरणे +विस्मरति +विस्मरतु +विस्मरत्येव +विस्मरन्ति +विस्मरन्ती +विस्मरन्तु +विस्मरसि +विस्मरामः +विस्मरामि +विस्मरिष्यति +विस्मरिष्यसि +विस्मरिष्यामि +विस्मरेत् +विस्मरेयम् +विस्मर्तव्यः +विस्मर्तव्यम् +विस्मर्तव्या +विस्मर्तुं +विस्मर्यते +विस्मापकानि +विस्मापनं +विस्मापने +विस्मापयति +विस्मापयते +विस्मापयन् +विस्माययति +विस्मारयामास +विस्मारितः +विस्मारिता +विस्मित +विस्मितं +विस्मितः +विस्मितचेतसः +विस्मितमना +विस्मितमानसः +विस्मितमानसा +विस्मितमानसाः +विस्मितम् +विस्मितश्च +विस्मितस्तदा +विस्मिता +विस्मिताः +विस्मितान् +विस्मिताभवत् +विस्मिताय +विस्मिताश्च +विस्मिताश्चैव +विस्मितास्ते +विस्मिते +विस्मितेति +विस्मितेन +विस्मितो +विस्मितोऽब्रवीत् +विस्मितोऽभवत् +विस्मितौ +विस्मित्य +विस्मृत +विस्मृतं +विस्मृतः +विस्मृतनिमेषेण +विस्मृतमिति +विस्मृतम् +विस्मृतवती +विस्मृतवन्तः +विस्मृतवानसि +विस्मृतवान् +विस्मृता +विस्मृतां +विस्मृताः +विस्मृतानि +विस्मृति +विस्मृतिं +विस्मृतिः +विस्मृतिपथं +विस्मृतिम् +विस्मृते +विस्मृतो +विस्मृतोऽसि +विस्मृतौ +विस्मृत्य +विस्मृत्या +विस्मृत्यैव +विस्मेरतां +विस्मेरा +विस्य +विस्यति +विस्र +विस्रँ +विस्रं +विस्रंसयति +विस्रंसयन्ति +विस्रंसिकायाः +विस्रंसिनी +विस्रंस्य +विस्रगन्धा +विस्रता +विस्रब्ध +विस्रब्धं +विस्रब्धः +विस्रब्धम् +विस्रब्धा +विस्रब्धाः +विस्रब्धो +विस्रमुष्णं +विस्रम्भ +विस्रम्भं +विस्रम्भः +विस्रम्भविश्वासौ +विस्रम्भी +विस्रम्भे +विस्रम्भेण +विस्रम्भो +विस्रयातै +विस्रस +विस्रसः +विस्रसा +विस्रस्तं +विस्रस्य +विस्रस्यः +विस्रस्येध्मं +विस्रा +विस्रावणं +विस्रावणानि +विस्रावयेत् +विस्रावयेद्भिषक् +विस्राव्य +विस्रो +विस्रꣳसयति +विस्वनति +विस्वर +विस्वरं +विस्वरः +विस्वरपाठः +विस्वरम् +विह +विहं +विहंग +विहंगः +विहंगम +विहंगमः +विहंगमम् +विहंगमाः +विहंगमान् +विहंगा +विहंगानां +विहंसि +विहग +विहगं +विहगः +विहगा +विहगाः +विहगाधिपम् +विहगानां +विहगान् 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+विहरसे +विहरस्व +विहरानघ +विहराम +विहरामि +विहराम्बुराशेस्तीरेषु +विहराम्यहम् +विहरिष्यति +विहरिष्यन्ति +विहरिष्यसि +विहरिष्यामः +विहरिष्यामि +विहरिष्यामो +विहरिष्याम्यहं +विहरेति +विहरेत् +विहरेदिति +विहरेयम् +विहर्तव्यं +विहर्तव्यम् +विहर्तारं +विहर्तुं +विहर्तुम् +विहवः +विहवा +विहवे +विहवेष्वस्तु +विहवेष्व् +विहवो +विहव्य +विहव्यं +विहव्यः +विहव्यस्य +विहव्या +विहव्यो +विहव्यꣳ +विहसति +विहसने +विहसन् +विहसन्ति +विहसन्ती +विहसन्निव +विहसितं +विहसितः +विहस्त +विहस्तः +विहस्तताम् +विहस्तव्याकुलौ +विहस्तो +विहस्य +विहस्याब्रवीत् +विहस्याह +विहस्येव +विहस्यैवं +विहस्योवाच +विहा +विहातुं +विहान +विहाय +विहायः +विहायसः +विहायसमभ्युद्गम्य +विहायसम् +विहायसा +विहायसां +विहायसि +विहायसो +विहाया +विहायाः +विहायाथ +विहायान्यत्र +विहायान्यथा +विहायान्ये +विहायापि +विहायाशु +विहायासि +विहायाऽत्र +विहायेति +विहायेत्यर्थः +विहायैव +विहायो +विहार +विहारं +विहारः +विहारकं +विहारका +विहारके +विहारको +विहारगृह +विहारचरणकं +विहारचरणकानि +विहारचारिकामनुचंक्रमन्तो +विहारदेशं +विहारमनुवीक्षते +विहारमपि +विहारम् +विहारवर्णनं +विहारवान् +विहारशतानि +विहारशय्यासनभोजनेषु +विहारश्च +विहारसमृद्धौ +विहारस्तु +विहारस्थानानि +विहारस्य +विहारा +विहाराः +विहाराणां +विहाराणि +विहारात् +विहारान् +विहाराय +विहारार्थं +विहाराश्च +विहारिणः +विहारिणी +विहारिणे +विहारी +विहारे +विहारेण +विहारेषु +विहारेहि +विहारैः +विहारैश्च +विहारो +विहारोपदेशात् +विहारोऽपि +विहारꣳ +विहास्यति +विहास्यसि +विहा॑या +विहि +विहिंसति +विहिंसनम् +विहिंसन्ति +विहिंसा +विहिंसितः +विहिंस्युः +विहिणा +विहिणो +विहित +विहितं +विहितः +विहितकरणे +विहितकर्मणा +विहितकर्मणां +विहितकर्मानुष्ठानं +विहितक्रीडानुबन्धच्छलः +विहितत्वं +विहितत्वाच्चाश्रमकर्मापि +विहितत्वात् +विहितत्वादिति +विहितत्वादित्यर्थः +विहितत्वाद् +विहितत्वेन +विहितनिषेधः +विहितप्रणयं +विहितप्रतिषिद्धत्वाद्विकल्पः +विहितप्रतिषिद्धावैयर्थ्यादिभ्यः +विहितमतिः +विहितमनुतिष्ठन्ति +विहितमपि +विहितमस्ति +विहितमिति +विहितमित्याह +विहितमेव +विहितम् +विहितया +विहितरतयो +विहितवन्तः +विहितवान् +विहितविशेषणं +विहितविशेषणम् +विहितस् +विहितस्तत्र +विहितस्तथा +विहितस्तदादेरेव +विहितस्तदादेस्तदन्तस्य +विहितस्तस्य +विहितस्तु +विहितस्तेन +विहितस्य +विहितस्याननुष्ठानान्निन्दितस्य +विहितस्यापि +विहितस्याम +विहितस्येति +विहितस्येत्यर्थः +विहितस्यैव +विहिता +विहितां +विहितांजलिः +विहिताः +विहिताकरणे +विहिताञ्जलि +विहिताञ्जलिः +विहिताञ्जलिना +विहितानां +विहितानि +विहितान् +विहितान्हितान् +विहिताया +विहितायां +विहितायाः +विहितायाम् +विहिताश्च +विहितास्ते +विहितास्तेषां +विहिती +विहिते +विहितेति +विहितेन +विहितेषु +विहितेऽपि +विहितैः +विहितो +विहितोत्सवः +विहितोऽत्र +विहितोऽपि +विहितोऽयं +विहितोऽस्ति +विहितौ +विहितꣳ +विहिना +विही +विहीन +विहीनं +विहीनः +विहीनकम् +विहीनके +विहीनम् +विहीनयुक्ताः +विहीनश्च +विहीनस्तु +विहीनस्य +विहीना +विहीनां +विहीनाः +विहीनानां +विहीनाश्च +विहीनास्तु +विहीने +विहीनेन +विहीनेषु +विहीनो +विहीनौ +विहीयते +विहीयेत +विहुंडस्य +विहूर्छति +विहृत +विहृतं +विहृतः +विहृतम् +विहृता +विहृताः +विहृतिं +विहृते +विहृतेषु +विहृतेऽथ +विहृतो +विहृतौ +विहृत्य +विहृत्यै +विहृत्यैवं +विहे +विहेठनं +विहेठना +विह्रियन्ते +विह्रुतं +विह्रु॑तं॒ +विह्वयते +विह्वयन्ते +विह्वयामहे +विह्वयेते +विह्वल +विह्वलं +विह्वलः +विह्वलता +विह्वलतां +विह्वलति +विह्वलत्वं +विह्वलन्तं +विह्वलन्निव +विह्वलम् +विह्वला +विह्वलां +विह्वलाः +विह्वलाङ्गी +विह्वलाम् +विह्वलाश्च +विह्वले +विह्वलो +विह्वलोऽभवत् +विह्वलौ +विह॒वेष्व॑स्तु +विऽअं॑सम् +विऽआनः +विऽउच्छन्ती +विऽउष्टिषु +विऽउष्टौ +विऽउ॑ष्टिषु +विऽउ॑ष्टौ +विऽओमनि +विऽओमन् +विऽओ॑म +विऽओ॑मनि +विऽओ॑मन् +विऽघ्नन् +विऽचक्षण +विऽचक्षणः +विऽचक्षे +विऽचर्षणिः +विऽचर्षणे +विऽचाकशत् +विऽचेतसः +विऽचेताः +विऽचे॑तसः +विऽचे॑ताः +विऽच॑र्षणिः +विऽजानन् +विऽततः +विऽततम् +विऽतरम् +विऽत॑तम् +विऽदधत् +विऽद्युतः +विऽद्युता +विऽद्युत् +विऽधर्मणि +विऽधाता +विऽध॑र्मणि +विऽध॑र्मन् +विऽपश्यति +विऽभक्ता +विऽभाति +विऽभातीः +विऽभिः +विऽभिः॑ +विऽभुः +विऽभृतः +विऽभृ॑तः +विऽभ्वः +विऽभ्वम् +विऽभ्वा +विऽभ्वा॑ +विऽमदाय +विऽममे +विऽमानः +विऽरप्शिनः +विऽरूपाः +विऽरूपे +विऽरू॑पाः +विऽरू॑पे +विऽव्रता +विऽव्र॑ता +विऽससहिः +विऽस्थितम् +विऽस्थि॑तम् +विऽहायाः +विऽहा॑याः +विा +विी +विीय +विो +विौ +वि॑क्त॒ +वि॑चक्ष॒णः +वि॑दं॒ +वि॑दन्परिप॒न्थिनो॒ +वि॑दाथ॒ +वि॑दुः +वि॑द्म॒ +वि॑द्यते +वि॑धा॒ता +वि॑धेम॒ +वि॑ध॒र्ता +वि॑न्दते +वि॑प्र॒ +वि॑प॒श्चितः॑ +वि॑प॒श्चित॑ +वि॑भावरि +वि॑महसः +वि॑वासति +वि॑वासन्ति +वि॑वासे +वि॑वेद +वि॑वेद॒ +वि॑वेश +वि॑वेश॒ +वि॑श +वि॑शति॒ +वि॑शते॒ +वि॑शत॒ +वि॑शन्तु +वि॑शस्व +वि॑शि॒खा +वि॑श्वकर्मन्नु॒तेमा +वि॑श॒ +वि॑ष्णो +वि॑ष्णो॒ +वि॑ह॒वे +वि॒ +वि॒क्रम॑णं +वि॒क्रम॑णेष्वधिक्षि॒यन्ति॒ +वि॒क्षु +वि॒घ्नन्रक्षां॑सि +वि॒जावाग्ने॒ +वि॒जाऽवा॑ +वि॒ज्ञानं॒ +वि॒त्तं +वि॒त्तम् +वि॒त्ते +वि॒त्त्वा +वि॒द +वि॒दः॒ +वि॒दत् +वि॒दथा॑ +वि॒दथा॑नि +वि॒दथे॑ +वि॒दथे॑षु +वि॒दथे॑षु॒ +वि॒दथे॒ +वि॒दथ॑म् +वि॒दथ॑स्य +वि॒दथ॑स्य॒ +वि॒दथ॒मा +वि॒दद्गाः +वि॒दा +वि॒दाः +वि॒दा॒ना +वि॒दुः +वि॒दुःऽत॑रः +वि॒दुः॒ +वि॒दुषः॑ +वि॒दुषा॑ +वि॒दुषे॑ +वि॒दुषो॒ +वि॒दुष्टे॒ +वि॒दुष्ट॑रः +वि॒दुष॑ +वि॒दे +वि॒दो +वि॒द्धि +वि॒द्म +वि॒द्मना॑ +वि॒द्मने॒ +वि॒द्महे॑ +वि॒द्मा +वि॒द्म॒ +वि॒द्या +वि॒द्यात् +वि॒द्यात्स +वि॒द्यामे॒षं +वि॒द्याम॑ +वि॒द्याम॒ +वि॒द्युतं॑ +वि॒द्युता॑ +वि॒द्युता॒ +वि॒द्युतो॑ +वि॒द्युतो॒ +वि॒द्युत॑ः +वि॒द्युन्न +वि॒द्युर्मे॑ +वि॒द्रे +वि॒द्वा +वि॒द्वाँ +वि॒द्वांसं॑ +वि॒द्वांसा॑ +वि॒द्वान् +वि॒द्वान्द॑र््शपूर्णमा॒सौ +वि॒द्वान॒ग्निं +वि॒द॒त् +वि॒द॒थ्य॑म् +वि॒धन्त॑म् +वि॒धेम॑ +वि॒धे॒म॒ +वि॒ध्य॒ +वि॒ध॒तः +वि॒ध॒ते +वि॒न्दते +वि॒न्दते॒ +वि॒न्द॒ते॒ +वि॒पः॒ऽचितः॑ +वि॒पः॒ऽचित॑म् +वि॒पश्य॑ति॒ +वि॒पा +वि॒पान॑ᳪ +वि॒पान॑ᳪं᳭ +वि॒पि॒पा॒ना +वि॒प्र॒ +वि॒प॒न्यया॑ +वि॒प॒न्यवः॑ +वि॒भाति॒ +वि॒भावा॑ +वि॒भाव॑सुः +वि॒भाऽवा॑ +वि॒भा॒व॒सो॒ +वि॒भा॒ऽव॒रि॒ +वि॒भु +वि॒भुर्वि॒भावा॑ +वि॒भ्वं॑ +वि॒भ्वं॒ +वि॒मानः॑ +वि॒मानो॒ +वि॒यन्तु॒ +वि॒यन्त्वाज्य॑स्य॒ +वि॒यूय॑ +वि॒राजं॒ +वि॒राजा॑नि॒ +वि॒राजा॒ +वि॒राजो॒ +वि॒राट् +वि॒राडन्नं॑ +वि॒राड्वि॒राजै॒वान्नाद्य॒मव॑ +वि॒राड्वि॒राज॑माप्नोति॒ +वि॒रुक्म॑ता +वि॒वक्ष॑णस्य +वि॒वस्व॑तः +वि॒वस्व॑ति॒ +वि॒वस्व॑ते +वि॒वस्व॑तो॒ +वि॒वाय॑ +वि॒वा॒से॒ +वि॒वा॒स॒ति॒ +वि॒वा॒स॒सि॒ +वि॒वि॒दे॒ +वि॒वेः +वि॒वेष॑ +वि॒वेष॒ +वि॒वे॒द॒ +वि॒वे॒श॒ +वि॒व॒क्ति॒ +वि॒व॒क्मि॒ +वि॒श +वि॒शः +वि॒शा +वि॒शां +वि॒शाम् +वि॒शि +वि॒शे +वि॒शेवि॑शे +वि॒शेऽवि॑शे +वि॒शो +वि॒श्पतिं॑ +वि॒श्पतिं॒ +वि॒श्पतिः॑ +वि॒श्पति॑ः +वि॒श्पति॑म् +वि॒श्पला॑म् +वि॒श्वक॑र्मणा +वि॒श्वक॑र्मणे +वि॒श्वक॑र्मा +वि॒श्वक॑र्माणमू॒तये॑ +वि॒श्वक॑र्मा॒ +वि॒श्वच॑क्षाः +वि॒श्वच॑र्षणिर॒भि +वि॒श्वतः॑ +वि॒श्वतः॒ +वि॒श्वतो॑ +वि॒श्वतो॑बाहुरु॒त +वि॒श्वतो॑मुखो +वि॒श्वतो॒ +वि॒श्वत॑ +वि॒श्वत॑ः +वि॒श्वत॑श्चक्षुरु॒त +वि॒श्वत॑स्पात् +वि॒श्वत॑स्पृ॒थुः +वि॒श्वत॒ः +वि॒श्वत॒स्परि॑ +वि॒श्वत॒स्परि॒ +वि॒श्वदृ॑ष्टो +वि॒श्वद॑र्शतः +वि॒श्वधा॑ +वि॒श्वधा॑यसं +वि॒श्वध॑ +वि॒श्वपे॑शसा +वि॒श्वभे॑षजः +वि॒श्वरू॑पं॒ +वि॒श्वरू॑पः +वि॒श्वरू॑पम् +वि॒श्वरू॑पा +वि॒श्वरू॑पाः +वि॒श्वरू॑पा॒ +वि॒श्वरू॑पो +वि॒श्वरू॑प॒ +वि॒श्ववा॑रं +वि॒श्ववा॑रः +वि॒श्ववा॑रा॒ +वि॒श्ववे॑दसं॒ +वि॒श्ववे॑दसम् +वि॒श्ववे॑दा +वि॒श्ववे॑दाः +वि॒श्ववे॑दा॒ +वि॒श्वव्य॑चा +वि॒श्वश्च॑न्द्राः +वि॒श्वहा॑ +वि॒श्वह॑ +वि॒श्वऽआ॑यु +वि॒श्वऽआ॑युः +वि॒श्वऽआ॑युम् +वि॒श्वऽक॑र्मा +वि॒श्वऽच॑न्द्राः +वि॒श्वऽच॑र्षणिः +वि॒श्वऽच॑र्षणिम् +वि॒श्वऽदे॑वः +वि॒श्वऽदे॑व्यः +वि॒श्वऽद॑र्शतः +वि॒श्वऽद॑र्शतम् +वि॒श्वऽधा॑यसम् +वि॒श्वऽरू॑पः +वि॒श्वऽरू॑पम् +वि॒श्वऽरू॑पाः +वि॒श्वऽवा॑रः +वि॒श्वऽवा॑रम् +वि॒श्वऽवे॑दसः +वि॒श्वऽवे॑दसम् +वि॒श्वऽवे॑दाः +वि॒श्वाची॑ +वि॒श्वाची॑र॒भि +वि॒श्वान॑रः +वि॒श्वान॑राय +वि॒श्वायुं॑ +वि॒श्वायु॑ +वि॒श्वायु॒ +वि॒श्वाहा॑ +वि॒श्वाहा॒ +वि॒श्वा॒साह॒मव॑से॒ +वि॒श्व॒मि॒न्वे +वि॒श्व॒म्ऽइ॒न्वे +वि॒श्व॒ऽच॒र्ष॒णे॒ +वि॒श्व॒ऽवा॒र॒ +वि॒श्व॒ऽवित् +वि॒श्व॒ऽवे॒द॒सः॒ +वि॒श॒ +वि॒श॒ते॒ +वि॒श॒न्ति॒ +वि॒श॒न्तु॒ +वि॒षं +वि॒षम् +वि॒षस्य॑ +वि॒षस्य॒ +वि॒षेण॑ +वि॒ष्टपं॑ +वि॒ष्टपि॑ +वि॒ष्टप॑म् +वि॒ष्ट्वी +वि॒ष्ट॒म्भः +वि॒ष्ठा +वि॒ष्ठाः +वि॒ष्णा॒प्व॑म् +वि॒ष्णो॒ +वि॒ष्णो॒ऽइति॑ +वि॒सृपो॑ +वि॒ऽउ॒च्छन्ती॑ +वि॒ऽघ्नन् +वि॒ऽचक्षे॑ +वि॒ऽचाक॑शत् +वि॒ऽच॒क्ष॒णः +वि॒ऽच॒क्ष॒ण॒ +वि॒ऽच॒र्ष॒णे॒ +वि॒ऽजा॒नन् +वि॒ऽत॒रम् +वि॒ऽद्युतः॑ +वि॒ऽद्युता॑ +वि॒ऽद्युत् +वि॒ऽधा॒ता +वि॒ऽभाति॑ +वि॒ऽभा॒गे +वि॒ऽभा॒ती +वि॒ऽभा॒तीः +वि॒ऽभु +वि॒ऽभुः +वि॒ऽभ्व॑म् +वि॒ऽभ॒क्ता +वि॒ऽमानः॑ +वि॒ऽम॒दाय॑ +वि॒ऽम॒मे +वि॒ऽर॒प्शिनः॑ +वि॒ऽर॒प्शी +वि꣡ +वि꣡शः꣢꣯ +वि꣡श्वाः꣢꣯ +वि꣡श्वा꣢ +वि꣡श्वा꣢꣯ +वि꣡श्वा꣢꣯नि +वि꣡श्वा꣯श꣢विष्ठश꣡वसा꣢꣯ +वि꣡श्वे꣢ +वि꣡श्व꣢꣯म् +वि꣡श्व꣢꣯स्य +वि꣢ +वि꣢श्वा꣣ +वि꣢꣫ +वि꣣ +वि꣣दा꣢ +वि꣣दे꣢ +वि꣣श्व꣡तः꣢ +वि꣣श्व꣢ +विꣳशत्यै +वी +वीं +वीः +वीक +वीकाशः +वीक्ष +वीक्षंते +वीक्षण +वीक्षणं +वीक्षणम् +वीक्षणस्थानानि +वीक्षणात् +वीक्षणाय +वीक्षणार्थं +वीक्षणीयं +वीक्षणीयस्थलं +वीक्षणीयस्थलम् +वीक्षणीयस्थलानि +वीक्षणीयस्थलेषु +वीक्षणीयस्थानानि +वीक्षणीयानि +वीक्षणे +वीक्षणेन +वीक्षत +वीक्षते +वीक्षध्वं +वीक्षन्त +वीक्षन्तं +वीक्षन्तः +वीक्षन्ती +वीक्षन्ते +वीक्षन्तौ +वीक्षमाणं +वीक्षमाणः +वीक्षमाणश्च +वीक्षमाणस्तु +वीक्षमाणस्य +वीक्षमाणा +वीक्षमाणां +वीक्षमाणाः +वीक्षमाणाय +वीक्षमाणे +वीक्षमाणो +वीक्षमाणोऽपि +वीक्षमाणौ +वीक्षयामास +वीक्षयिष्यति +वीक्षसे +वीक्षस्व +वीक्षा +वीक्षां +वीक्षांचक्रे +वीक्षामहे +वीक्षायां +वीक्षित +वीक्षितं +वीक्षितः +वीक्षितम् +वीक्षिता +वीक्षिताः +वीक्षितानि +वीक्षिताय +वीक्षितासि +वीक्षितु +वीक्षितुं +वीक्षितुम् +वीक्षिते +वीक्षितेन +वीक्षितैः +वीक्षितो +वीक्षितौ +वीक्षे +वीक्षेत +वीक्षेऽद्य +वीक्ष्य +वीक्ष्यं +वीक्ष्यताम् +वीक्ष्यते +वीक्ष्यन्ते +वीक्ष्यमाणं +वीक्ष्यमाणः +वीक्ष्यमाणा +वीक्ष्यमाणे +वीक्ष्यमाणो +वीक्ष्यसे +वीक्ष्याथ +वीक्ष्यान्धो +वीक्ष्यावचारयेत् +वीक्ष्याऽऽश्चर्यं +वीक्ष्येति +वीक्ष्यैव +वीङ्कं +वीङ्कम् +वीङ्कानि +वीच +वीचय +वीचयः +वीचयो +वीचि +वीचिः +वीचिक्षोभस्तनितविहगश्रेणिकाञ्चीगुणायाः +वीचिभिः +वीचिषु +वीची +वीचीकूचीति +वीचीतरङ्गन्यायेन +वीचीति +वीच्या +वीज +वीजं +वीजकः +वीजगणितोक्ते +वीजनं +वीजन्तु +वीजपूरं +वीजपूरकम् +वीजपूरे +वीजभागः +वीजभेदे +वीजमवासृजत् +वीजमस्य +वीजमाह +वीजमिति +वीजमिव +वीजम् +वीजय +वीजयति +वीजयन् +वीजयन्ति +वीजयन्ती +वीजयामास +वीजयेत् +वीजर्या +वीजस्य +वीजादौ +वीजानां +वीजानि +वीजितं +वीजितः +वीजिता +वीजी +वीजे +वीजेन +वीजेषु +वीज्यते +वीज्यमानं +वीज्यमानः +वीज्यमाना +वीज्यमानो +वीज्याज्वरिभ्यो +वीटां +वीटिका +वीटिकां +वीट् +वीडयस्व +वीडयस्वास्थाता +वीडयेथामूर्जं +वीडितः +वीडियो +वीडु +वीडुं +वीडुजम्भम् +वीडुशब्दो +वीडू +वीड्वङ्ग +वीड्वङ्गः +वीड्वङ्गो +वीड्वी +वीण +वीणः +वीणया +वीणा +वीणां +वीणाः +वीणागाथिनौ +वीणागाथी +वीणादण्ड +वीणादण्डः +वीणादण्डस्य +वीणादण्डे +वीणादि +वीणादिकं +वीणादिवादनम् +वीणाधारी +वीणानां +वीणापाणिः +वीणापाणी +वीणापुस्तकधारिणी +वीणाप्रकरणम् +वीणाभेदे +वीणामादाय +वीणामिव +वीणाम् +वीणाया +वीणायां +वीणायाः +वीणायाम् +वीणायै +वीणायोगे +वीणावती +वीणावादं +वीणावादनं +वीणावादनस्य +वीणावादने +वीणावादम् +वीणावादस्य +वीणावाद्यं +वीणावाद्यम् +वीणावाद्येषु +वीणावा॒दं +वीणाविशेषः +वीणावेणुमृदंगानां +वीणासु +वीणि +वीणी +वीणे +वीणेति +वीणेव +वीत +वीतं +वीतः +वीतकल्मषः +वीतकल्मषम् +वीतकल्मषाः +वीतचिन्तः +वीततमानि +वीततृष्णः +वीतपृष्ठः +वीतपृष्ठाः +वीतभयं +वीतभयः +वीतभया +वीतभयो +वीतमत्सरः +वीतमत्सराः +वीतम् +वीतय +वीतये +वीतराग +वीतरागं +वीतरागः +वीतरागजन्मादर्शनात् +वीतरागत्वं +वीतरागभयक्रोध +वीतरागभयक्रोधः +वीतरागभयक्रोधा +वीतरागभयक्रोधाः +वीतरागविषयं +वीतरागश्च +वीतरागस्य +वीतरागा +वीतरागाः +वीतरागाणां +वीतरागाय +वीतरागाश्च +वीतरागेण +वीतरागेति +वीतरागो +वीतरागोऽपि +वीतशङ्कान् +वीतशोक +वीतशोकं +वीतशोकः +वीतशोकतां +वीतशोकभया +वीतशोकभयायासो +वीतशोकभयो +वीतशोकस्य +वीतशोका +वीतशोकाः +वीतशोकेन +वीतशोको +वीतस्य +वीतहव्य +वीतहव्यं +वीतहव्यः +वीतहव्यस्य +वीतहव्या +वीतहव्यो +वीता +वीतां +वीतां॒ +वीतात् +वीतामाज्यस्य +वीताम् +वीता॒य्यँज॑ +वीति +वीतिं +वीतिः +वीतिर्भक्षणं +वीतिहोत्र +वीतिहोत्रं +वीतिहोत्रः +वीतिहोत्रम् +वीतिहोत्रस्य +वीतिहोत्रा +वीतिहोत्राः +वीतिहोत्रो +वीती +वीते +वीतेति +वीतो +वीतोत्तरं +वीत् +वीत्यर्ष +वीत्यै +वीत॒ +वीथः +वीथयः +वीथयस्तिस्रो +वीथयो +वीथि +वीथिं +वीथिः +वीथिका +वीथिकां +वीथिकाः +वीथिकायां +वीथिकासु +वीथिषु +वीथी +वीथीं +वीथीः +वीथीति +वीथीनां +वीथीश्च +वीथीषु +वीथो +वीथ्यः +वीथ्यग्रे +वीथ्यङ्केहामृगा +वीथ्यङ्गम् +वीथ्यङ्गानि +वीथ्यर्थं +वीथ्या +वीथ्यां +वीथ्याः +वीथ्याश्रयाणि +वीथ्यो +वीदं +वीना +वीनां +वीनाम् +वीन् +वीन्द्र +वीप्सया +वीप्सा +वीप्साया +वीप्सायां +वीप्सायाः +वीप्सायामव्ययीभावः +वीप्सायामिति +वीप्सायाम् +वीप्सार्थः +वीप्सार्थे +वीप्सासु +वीभत्सं +वीभत्सः +वीभत्से +वीभावः +वीभावाभावः +वीभावे +वीभावो +वीमं +वीमार्गः +वीमे +वीम् +वीयं +वीयते +वीयतेः +वीयन्ते +वीयात् +वीयाय +वीयायेति +वीर +वीरँ +वीरं +वीरः +वीरक +वीरकं +वीरकः +वीरकम् +वीरकर्म +वीरकर्मणा +वीरकर्माणि +वीरकस्य +वीरके +वीरकेण +वीरको +वीरगतिं +वीरघातिन्या +वीरघ्नो +वीरचरिते +वीरजन +वीरजननं +वीरण +वीरणं +वीरणमूलम् +वीरणमूले +वीरणम् +वीरणस्य +वीरणावती +वीरणे +वीरण्ण +वीरतन्त्रे +वीरतमः +वीरतमो +वीरतरः +वीरतरादिकः +वीरतरुः +वीरतरेण +वीरता +वीरतां +वीरताम् +वीरतायाः +वीरति +वीरत्वं +वीरत्वम् +वीरदेवः +वीरधन्वा +वीरधवलः +वीरनायिके +वीरनिषेवितः +वीरन् +वीरपत्नी +वीरपाणिषु +वीरपुरुष +वीरपुरुषः +वीरपुरुषको +वीरपुरुषा +वीरपुरुषाणि +वीरपेशा +वीरपोषं +वीरप्प +वीरप्रसवा +वीरप्रसविनी +वीरबाहुं +वीरबाहुः +वीरबाहुरलोलुपः +वीरबाहुर्विदारणः +वीरबाहोः +वीरभद्र +वीरभद्रं +वीरभद्रः +वीरभद्रकम् +वीरभद्रश्च +वीरभद्रस्तु +वीरभद्रस्य +वीरभद्रा +वीरभद्रादयो +वीरभद्राय +वीरभद्रे +वीरभद्रेण +वीरभद्रेश्वरं +वीरभद्रो +वीरभद्रोपि +वीरभद्रोऽपि +वीरभयानकौ +वीरमणिं +वीरमणिर्महान् +वीरमनु +वीरमातरः +वीरमाता +वीरमानिना +वीरमानी +वीरमाहेश्वरः +वीरमिति +वीरमित्रोदयः +वीरमित्रोदयमिताक्षरासहित +वीरमित्रोदयमिताक्षरासहिता +वीरमित्रोदयस्य +वीरमित्रोदये +वीरमिन्द्रं +वीरम् +वीरयति +वीरयतेर्वेत्यंतं +वीरयत्यमित्रान् +वीरयध्वं +वीरयध्वम् +वीरयस्व +वीरया +वीरयाशवः +वीरयुः +वीरयुरिति +वीरयुरेवा +वीररस +वीररसं +वीररसः +वीररसस्य +वीररसे +वीररसो +वीरराघवकृतटीकासहितम् +वीरराघवाचार्यः +वीरराघवाचार्यस्य +वीरराजेन्द्र +वीररुद्रः +वीररुद्रस्य +वीररुद्रेण +वीररुद्रो +वीररौद्रयोः +वीररौद्राद्भुतेषु +वीरलक्ष्मीं +वीरलक्ष्मीः +वीरलक्ष्म्या +वीरलक्ष्म्याः +वीरलोकं +वीरवतः +वीरवती +वीरवतीं +वीरवतीः +वीरवतीमिषम् +वीरवतीम् +वीरवत् +वीरवत्तमम् +वीरवत्यः +वीरवद् +वीरवद्धातु +वीरवद्यशः +वीरवन्तं +वीरवन्तम् +वीरवन्तो +वीरवन्दिते +वीरवर +वीरवरं +वीरवरः +वीरवरस्य +वीरवराय +वीरवरेण +वीरवरो +वीरवाणी +वीरविक्रम +वीरविक्रमः +वीरविवेकानन्दम् +वीरवीर्यौ +वीरवैरागिचरितम् +वीरव्रज्या +वीरव्रतं +वीरशब्देन +वीरशयने +वीरशय्यां +वीरशर्मा +वीरशुष्मया +वीरशैवधर्मनिर्णये +वीरशैवा +वीरशैवानां +वीरश्च +वीरश्रिया +वीरश्रियो +वीरसाधनम् +वीरसावरकरः +वीरसिंह +वीरसिंहासने +वीरसू +वीरसूं +वीरसूः +वीरसूर्देवकामा +वीरसेन +वीरसेनं +वीरसेनः +वीरसेनश्च +वीरसेनसुतो +वीरसेनस्तु +वीरसेनस्य +वीरसेना +वीरसेनेन +वीरसेनो +वीरस्तं +वीरस्तदा +वीरस्तु +वीरस्य +वीरहणं +वीरहत्या +वीरहत्यां +वीरहा +वीरहीनां +वीरऽवतीम् +वीरऽवत् +वीरऽवन्तम् +वीरा +वीरां +वीरांके +वीरांश् +वीराः +वीराङ्गना +वीराण +वीराणा +वीराणां +वीराणामपि +वीराणामिति +वीराणाम् +वीरात् +वीरादिको +वीराध्वानं +वीराध्वाने +वीरान +वीराना +वीरान् +वीरान्मा +वीरान्मे +वीराभ्यां +वीराय +वीराया +वीरावुभौ +वीराश्च +वीरास +वीरासः +वीरासन +वीरासनं +वीरासनमिति +वीरासनमुदाहृतम् +वीरासनमुदीरितम् +वीरासनम् +वीरासने +वीरासनेन +वीरास्ते +वीरिणतूलमिश्रमिङ्गिडं +वीरिणतूलमिश्रितमिङ्गिडं +वीरिणी +वीरिणीन्द्रपत्नी +वीरिण्यां +वीरुत् +वीरुत्क्षेत्रियनाशन्यप +वीरुत्सु +वीरुद् +वीरुद्भ्यः +वीरुध +वीरुधं +वीरुधः +वीरुधम् +वीरुधश्च +वीरुधा +वीरुधां +वीरुधाम् +वीरुधि +वीरुधो +वीरुध् +वीरुन् +वीरे +वीरेण +वीरेणेति +वीरेण्यः +वीरेति +वीरेत्यादि +वीरेन्द्र +वीरेभिः +वीरेशं +वीरेशः +वीरेशो +वीरेश्वर +वीरेश्वरं +वीरेश्वरः +वीरेषु +वीरै +वीरैः +वीरैर् +वीरैर्दशभिर्वियूयाः +वीरैश्च +वीरैस् +वीरो +वीरों +वीरोचितं +वीरोऽत्र +वीरोऽपि +वीरोऽसि +वीरोऽसौ +वीरौ +वीर् +वीर्य +वीर्यं +वीर्यः +वीर्यकरं +वीर्यकामः +वीर्यकामस्य +वीर्यकामो +वीर्यकृता +वीर्यकृतो +वीर्यञ्च +वीर्यण +वीर्यतः +वीर्यतो +वीर्यधृक् +वीर्यपराक्रमौ +वीर्यपारमिता +वीर्यप्रदं +वीर्यप्रभवं +वीर्यबलं +वीर्यबलेन +वीर्यमनेनेन्द्राय +वीर्यमन्त्रेण +वीर्यमन्नाद्यं +वीर्यमपाक्रामत् +वीर्यमपासृजत् +वीर्यमवरुन्द्धे +वीर्यमवासृजत् +वीर्यमसि +वीर्यमस्ति +वीर्यमहो +वीर्यमात्मन् +वीर्यमात्मन्धत्ते +वीर्यमात्मन्नधत्त +वीर्यमाधत्त +वीर्यमाप्त्वावरुन्धे +वीर्यमाप्नोति +वीर्यमारभते +वीर्यमास्थाय +वीर्यमिति +वीर्यमित्युच्यते +वीर्यमित्रस्य +वीर्यमिन्द्र +वीर्यमिन्द्राग्नी +वीर्यमिव +वीर्यमेव +वीर्यम् +वीर्यरूपया +वीर्यलाभः +वीर्यवतः +वीर्यवता +वीर्यवतां +वीर्यवती +वीर्यवतो +वीर्यवत् +वीर्यवत्तम +वीर्यवत्तमं +वीर्यवत्तमः +वीर्यवत्तमा +वीर्यवत्तमे +वीर्यवत्तमो +वीर्यवत्तर +वीर्यवत्तरं +वीर्यवत्तरः +वीर्यवत्तरम् +वीर्यवत्तरो +वीर्यवत्तरौ +वीर्यवत्त्वं +वीर्यवन्तं +वीर्यवन्तः +वीर्यवन्ति +वीर्यवन्तो +वीर्यवन्तौ +वीर्यवर्धकः +वीर्यवांश्चोत्तमौजा +वीर्यवान +वीर्यवानपि +वीर्यवानिति +वीर्यवान् +वीर्यवृद्धिं +वीर्यशालिनाम् +वीर्यशाली +वीर्यशुल्का +वीर्यशुल्कां +वीर्यशुल्केति +वीर्यस्तम्भकरं +वीर्यस्य +वीर्यस्यानुप्रदाता +वीर्यस्यावरुद्ध्यै +वीर्यस्यावरुध्यै +वीर्यहीनो +वीर्या +वीर्याणां +वीर्याणि +वीर्याणीति +वीर्याण्य् +वीर्यात् +वीर्यादिकं +वीर्याद् +वीर्याधानं +वीर्याधिकं +वीर्याय +वीर्यायेति +वीर्यारम्भेण +वीर्यावता +वीर्यावत्तरः +वीर्यावत्तरो +वीर्यावान् +वीर्ये +वीर्येण +वीर्येणर्ध्यते +वीर्येणेति +वीर्येणेन्द्रो +वीर्येणैव +वीर्येणैवास्मै +वीर्येणैवैनं +वीर्येन्द्रियं +वीर्यैः +वीर्यो +वीर्योत्सिक्ता +वीर्योष्णं +वीर्योष्णा +वीर्य्य +वीर्य्यं +वीर्य्यञ्च +वीर्य्यतः +वीर्य्यतो +वीर्य्यम् +वीर्य्यवन्तं +वीर्य्यवन्ति +वीर्य्यवन्तौ +वीर्य्यवान् +वीर्य्यस्य +वीर्य्या +वीर्य्याणि +वीर्य्याधानं +वीर्य्ये +वीर्य्येण +वीर्य्योष्णं +वीर्य्योष्णः +वीर्य्योष्णा +वीर्यꣳ +वीर॒ +वीरꣳ +वीळयस्व +वीळवे +वीळित +वीळिता +वीळु +वीळू +वीव +वीवध +वीवधः +वीवधिकः +वीशं +वीशामितौ +वीषु +वीष्टेन +वीस +वीसत्थो +वीसद्धो +वीसर्प +वीसर्पं +वीसर्पः +वीस्मान् +वीहि +वीहि॒ +वीहीति +वीहीत्यनुवषट्करोति +वीहीत्यनुवषट्कारः +वीहीत्य् +वी॒डय॑स्व +वी॒तं +वी॒तपृ॑ष्ठः +वी॒तपृ॑ष्ठाः +वी॒तम् +वी॒तये॑ +वी॒तये॒ +वी॒तय॒ +वी॒ता +वी॒तामाज्य॑स्य॒ +वी॒ती +वी॒थो +वी॒र +वी॒रं +वी॒रः +वी॒रपे॑शा +वी॒रप॑त्नी॒ +वी॒रम् +वी॒रव॑ती॒मिषं॑ +वी॒रव॑ती॒मिष॑म् +वी॒रव॑त् +वी॒रव॑द्धातु॒ +वी॒रव॑न्तं॒ +वी॒रव॒द्यशः॑ +वी॒रस्य॑ +वी॒रऽव॑तीम् +वी॒रऽव॑त् +वी॒रऽव॑न्तम् +वी॒रा +वी॒राँ +वी॒राः +वी॒राना +वी॒रान् +वी॒राय॑ +वी॒राय॒ +वी॒रिणीन्द्र॑पत्नी +वी॒रुधः॑ +वी॒रुधां॑ +वी॒रुधां॒ +वी॒रुध॑श्च +वी॒रेषु॑ +वी॒रैः +वी॒रो +वी॒र्य +वी॒र्यं +वी॒र्यं॑ +वी॒र्या॑ +वी॒र्या॑णि +वी॒र्या॑णि॒ +वी॒र्या॑य +वी॒र्ये॑ +वी॒र्ये॑ण +वी॒र्ये॑ण॒ +वी॒र्य॑म् +वी॒र्य॑स्य +वी॒र्य॒म् +वी॒र॒ +वी॒ळु +वी॒हि +वी꣣त꣡ये꣢ +वु +वुः +वुको +वुक् +वुगागमः +वुगादि +वुग्युटावुवङ्यणोः +वुग्लुङ्लिटोः +वुच् +वुच्चति +वुच्यमाना +वुझ्या +वुञि +वुञोऽपवादः +वुञ् +वुञ्छण् +वुञ्ञ् +वुञ्ञ्विधौ +वुञ्प्रत्ययः +वुञ्प्रत्ययो +वुञ्‌ +वुडफॉर्ड् +वुडार्ड् +वुड् +वुण् +वुत्तं +वुत्तन्तं +वुत्तन्तो +वुत्ता +वुत्तो +वुद्ध +वुद्धा +वुद्धि +वुद्धिं +वुद्धिः +वुद्धो +वुद्धौ +वुद्ध्या +वुधः +वुधाः +वुधे +वुधैः +वुन् +वुन्प्रत्ययो +वुन्‌ +वुभुजे +वुभौ +वुरीत +वुल्फगांग +वुल्फगाङ्ग +वुल्फ् +वुवूर्षति +वुस +वू +वूं +वृ +वृं +वृंक्ते +वृंताकं +वृंदा +वृंदां +वृंदारण्ये +वृंदावनं +वृंदावनमाहात्म्ये +वृंदावने +वृंदोवाच +वृंहणं +वृंहणः +वृंहणम् +वृंहणा +वृंहणाः +वृंहणी +वृंहणे +वृंहणो +वृंहति +वृंहितं +वृंहितम् +वृक +वृकं +वृकं॑ +वृकः +वृकः॑ +वृकज्येष्ठाभ्यां +वृकतिः +वृकतेजसम् +वृकदेव्युपदेवी +वृकभयं +वृकभयम् +वृकम् +वृकलं +वृकलोमानि +वृकश्चिदस्य +वृकस्थलं +वृकस्य +वृका +वृकाः +वृकाट्टेण्यण् +वृकाणां +वृकात् +वृकादयः +वृकादिचतुर्णां +वृकान् +वृकाय +वृकायनो +वृकाविव +वृकासुरः +वृकासुरवधवर्णनम् +वृका॑ +वृका॑य +वृकी +वृकीः +वृके +वृकेण +वृकेणापरिपरेण +वृकेति +वृकेन +वृकेभ्यो +वृकैः +वृको +वृकोदर +वृकोदरं +वृकोदरः +वृकोदरत्वेन +वृकोदरम् +वृकोदरस्य +वृकोदरात् +वृकोदरादिभी +वृकोदराय +वृकोदरी +वृकोदरे +वृकोदरेण +वृकोदरो +वृकोपरि +वृको॑ +वृको॒ +वृकौ +वृक् +वृक्क +वृक्कं +वृक्कः +वृक्कयोः +वृक्कस्य +वृक्का +वृक्के +वृक्केषु +वृक्कौ +वृक्ण +वृक्णं +वृक्णः +वृक्णदेवस्य +वृक्णम् +वृक्णवान् +वृक्णाः +वृक्णे +वृक्णो +वृक्तं +वृक्तः +वृक्तबर्हिष +वृक्तबर्हिषः +वृक्तबर्हिषे +वृक्तबर्हिषो +वृक्तऽबर्हिषः +वृक्ते +वृक्यते +वृक्यमेदो +वृक्ये +वृक्ष +वृक्षं +वृक्षः +वृक्षक +वृक्षकः +वृक्षकान् +वृक्षके +वृक्षकैः +वृक्षगुल्मावृते +वृक्षच्छाया +वृक्षच्छायां +वृक्षच्छायायां +वृक्षजं +वृक्षजातीनां +वृक्षतले +वृक्षता +वृक्षतां +वृक्षति +वृक्षते +वृक्षत्वं +वृक्षत्वमापन्ना +वृक्षत्वम् +वृक्षत्वेन +वृक्षनिर्यासान् +वृक्षफलं +वृक्षभेदः +वृक्षभेदे +वृक्षमनु +वृक्षमभि +वृक्षमर्कटिका +वृक्षमवचिनोति +वृक्षमात्रे +वृक्षमादाय +वृक्षमारुह्य +वृक्षमारूढः +वृक्षमाश्रित्य +वृक्षमिन्द्रा +वृक्षमिन्द्राशनिर्यथा +वृक्षमिव +वृक्षमुत्पाट्य +वृक्षमूलं +वृक्षमूलगतेन +वृक्षमूलनिकेतनः +वृक्षमूलनिकेतो +वृक्षमूलमुपाश्रितः +वृक्षमूलमुपाश्रिताः +वृक्षमूलम् +वृक्षमूलानि +वृक्षमूलिकः +वृक्षमूले +वृक्षमूलेषु +वृक्षमूलेऽथ +वृक्षम् +वृक्षयोनिस्थास्तेभ्यः +वृक्षराजस्य +वृक्षरुहा +वृक्षरूपा +वृक्षरूपिणी +वृक्षरूपी +वृक्षरूपेण +वृक्षवत् +वृक्षवाटिका +वृक्षवाटिकाम् +वृक्षवाटिकायां +वृक्षवान् +वृक्षविशेष +वृक्षविशेषः +वृक्षविशेषस्य +वृक्षविशेषा +वृक्षविशेषाः +वृक्षविशेषाणां +वृक्षविशेषे +वृक्षविशेषो +वृक्षवीरुधाम् +वृक्षव् +वृक्षशब्दो +वृक्षशाखा +वृक्षशाखासु +वृक्षशिखरे +वृक्षशून्या +वृक्षश्च +वृक्षश्छादयति +वृक्षश्शेते +वृक्षषण्डे +वृक्षष्षण्डे +वृक्षसमूहे +वृक्षसेचनं +वृक्षसेचने +वृक्षस्तत्र +वृक्षस्तस्य +वृक्षस्तिष्ठति +वृक्षस्तु +वृक्षस्य +वृक्षस्याधः +वृक्षस्येति +वृक्षस्येव +वृक्षा +वृक्षां +वृक्षांश्च +वृक्षाः +वृक्षाग्रं +वृक्षाग्राज्ज्वलतो +वृक्षाग्रे +वृक्षाग्रेषु +वृक्षाणा +वृक्षाणां +वृक्षाणामन्यतमस्य +वृक्षाणामुदयुष्महि +वृक्षाणाम् +वृक्षाणि +वृक्षात् +वृक्षादनी +वृक्षादयः +वृक्षादयो +वृक्षादि +वृक्षादिकं +वृक्षादिव +वृक्षादिषु +वृक्षादीनां +वृक्षादीनामपि +वृक्षादीनि +वृक्षादीन् +वृक्षादेः +वृक्षादौ +वृक्षाद् +वृक्षाद्यद्भुतावर्त्तः +वृक्षान् +वृक्षान्तरं +वृक्षान्तरविनिःसृतः +वृक्षान्तरात्सजातीयो +वृक्षान्तरे +वृक्षाभ्यां +वृक्षाभ्याम् +वृक्षामलाफलम् +वृक्षाम्बु +वृक्षाम्ल +वृक्षाम्लं +वृक्षाम्लफलम् +वृक्षाम्लम् +वृक्षाम्ले +वृक्षाय +वृक्षायुर्वेदः +वृक्षारोपक +वृक्षारोपणं +वृक्षाश्च +वृक्षासनयोर्विष्टरः +वृक्षास्तत्र +वृक्षास्तथा +वृक्षास्तु +वृक्षास्तूभयतः +वृक्षास्ते +वृक्षास्तेषां +वृक्षि +वृक्षे +वृक्षेण +वृक्षेभ्य +वृक्षेभ्यः +वृक्षेभ्यश्च +वृक्षेभ्यो +वृक्षेवृक्षे +वृक्षेषु +वृक्षै +वृक्षैः +वृक्षैश्च +वृक्षो +वृक्षों +वृक्षोपरि +वृक्षोऽत्र +वृक्षोऽपि +वृक्षोऽयं +वृक्षौ +वृक॑ः +वृक॑म् +वृक॑स्य +वृक॑स्य॒ +वृघ +वृङ +वृङः +वृङ् +वृङ्क्त +वृङ्क्तां +वृङ्क्ते +वृङ्क्ते॒ +वृङ्ग्धि +वृङ्धि +वृच् +वृज +वृजन +वृजनं +वृजनमिति +वृजनम् +वृजनस्य +वृजना +वृजनानि +वृजने +वृजनेन +वृजनेना +वृजनेषु +वृजयो +वृजि +वृजिकः +वृजिन +वृजिनं +वृजिनम् +वृजिनस्य +वृजिना +वृजिनाध्वनि +वृजिनानां +वृजिनानि +वृजिनार्णवे +वृजिनार्दन +वृजिनिवान् +वृजिने +वृजिषु +वृजि॒ना +वृजी +वृजीनां +वृजेः +वृज् +वृज्यते +वृज्या +वृज्याः +वृञ +वृञः +वृञो +वृञ् +वृञ्ज +वृञ्जते +वृञ्जन्ति +वृञ्जन्तीत्येव +वृञ्जन्तु +वृञ्जीत +वृञ्जीमह्य् +वृञ्जीरन् +वृञ्जे +वृट् +वृड् +वृढ +वृढो +वृण +वृणक् +वृणक्ति +वृणक्तु +वृणक्षि +वृणत +वृणतां +वृणते +वृणते॒ +वृणसे +वृणा +वृणाति +वृणानः +वृणाना +वृणानाः +वृणानो +वृणानौ +वृणामहा +वृणामहै +वृणावहा +वृणावहै +वृणा॒ना +वृणी +वृणीत +वृणीते +वृणीतेति +वृणीथाः +वृणीध्वं +वृणीध्वमिति +वृणीमह +वृणीमहे +वृणीय +वृणीयात् +वृणीषे +वृणीष्व +वृणीष्वे +वृणीष्वेति +वृणीष्वेत्य् +वृणु +वृणुत +वृणुतं +वृणुते +वृणुध्वं +वृणुयात् +वृणुषे +वृणुष्व +वृणे +वृणेऽहं +वृणै +वृणै॒ +वृणोति +वृणोतीति +वृणोतु +वृणोते +वृणोतेः +वृणोतेराच्छादने +वृणोमि +वृणोम्यहम् +वृणोषि +वृण्वते +वृण्वन्ति +वृण्विति +वृण्वित्युवाच +वृत +वृतं +वृतः +वृतमिति +वृतम् +वृतया +वृतवती +वृतवन्तः +वृतवानसि +वृतवान् +वृतश्च +वृतश्चैव +वृतस्तया +वृतस्तु +वृतस्तेन +वृतस्त्वं +वृतस्य +वृता +वृतां +वृताः +वृतादिभ्यः +वृतानां +वृतानि +वृतान् +वृतान्त +वृतान्तः +वृताम् +वृतावृता +वृतास्ताभिर्वृताभिर्वर्त्रीभिर्यस्माद्भयाद्बिभेमि +वृतास्ते +वृति +वृतिं +वृतिं्त +वृतिः +वृतिषु +वृती +वृतु +वृते +वृतेः +वृतेन +वृतेव +वृतेश्च +वृतैः +वृतो +वृतोऽसि +वृतोऽस्मि +वृतोऽस्मीति +वृतोऽहं +वृतौ +वृतौ॑ +वृत् +वृत्करणं +वृत्त +वृत्तं +वृत्तः +वृत्तकं +वृत्तकम् +वृत्तकलाः +वृत्तकुण्डं +वृत्तकेन्द्र +वृत्तकेन्द्रम् +वृत्तक्षेत्रफलं +वृत्तक्षेत्रस्य +वृत्तक्षेत्रे +वृत्तगन्धि +वृत्तज्ञो +वृत्तञ्च +वृत्ततः +वृत्ततस्तु +वृत्तता +वृत्तताम्राश्च +वृत्ततो +वृत्तत्रयं +वृत्तत्रयम् +वृत्तत्रितयं +वृत्तत्वं +वृत्तत्वात् +वृत्तद्वयं +वृत्तद्वयम् +वृत्तद्वयेन +वृत्तन्तं +वृत्तन्तु +वृत्तपरिणाहः +वृत्तपरिधि +वृत्तपरिधेः +वृत्तपरिधौ +वृत्तपर्णी +वृत्तपादे +वृत्तपुष्पः +वृत्तफलं +वृत्तफलम् +वृत्तफला +वृत्तफलो +वृत्तबाहुः +वृत्तबिन्दुः +वृत्तभङ्गः +वृत्तभेदे +वृत्तम +वृत्तमक्षरसंख्यातं +वृत्तमत्र +वृत्तमध्यं +वृत्तमध्ये +वृत्तमनन्तरोक्तम् +वृत्तमनूद्यानन्तरश्लोकतात्पर्यमाह +वृत्तमन्यद्वा +वृत्तमपि +वृत्तममन्ददाहं +वृत्तमल्लिका +वृत्तमस्य +वृत्तमाचारः +वृत्तमालिखेत् +वृत्तमालिख्य +वृत्तमाह +वृत्तमिति +वृत्तमित्यपेक्षायां +वृत्तमित्यपेक्षायामाह +वृत्तमिदं +वृत्तमिदम् +वृत्तमिमे +वृत्तमिव +वृत्तमिष्यते +वृत्तमीदृशम् +वृत्तमुक्तम् +वृत्तमुच्यते +वृत्तमुत्तमम् +वृत्तमुत्सन्नं +वृत्तमुपजातिः +वृत्तमेकं +वृत्तमेतत् +वृत्तमेव +वृत्तमेवं +वृत्तम् +वृत्तय +वृत्तयः +वृत्तयश्च +वृत्तयस् +वृत्तया +वृत्तये +वृत्तयो +वृत्तयोः +वृत्तयोऽपि +वृत्तरत्नाकर +वृत्तरत्नाकरं +वृत्तरत्नाकरः +वृत्तरत्नाकरच्छंदोवृत्तौ +वृत्तरत्नाकरटीकायाम् +वृत्तरत्नाकरम् +वृत्तरत्नाकरे +वृत्तरिति +वृत्तरूपाणि +वृत्तवर्तिष्यमाणानां +वृत्तवान् +वृत्तश्च +वृत्तसम्पन्ने +वृत्तसादृश्यं +वृत्तस्तु +वृत्तस्थं +वृत्तस्था +वृत्तस्थे +वृत्तस्थो +वृत्तस्य +वृत्तस्योत्प्रेक्षितस्य +वृत्तहीने +वृत्ता +वृत्तां +वृत्तांत +वृत्तांतं +वृत्तांतः +वृत्तांतवर्णनम् +वृत्तांते +वृत्ताः +वृत्ताकार +वृत्ताकारं +वृत्ताकारस्य +वृत्ताकारा +वृत्ताकाराः +वृत्ताकारे +वृत्ताकारेण +वृत्ताकारो +वृत्ताग्रा +वृत्तात् +वृत्तानां +वृत्तानाम् +वृत्तानि +वृत्तानुपूर्वे +वृत्तान् +वृत्तान्त +वृत्तान्तं +वृत्तान्तः +वृत्तान्तकथनम् +वृत्तान्तमखिलं +वृत्तान्तमब्रवीत् +वृत्तान्तमादितः +वृत्तान्तमाह +वृत्तान्तमिमं +वृत्तान्तम् +वृत्तान्तवर्णनम् +वृत्तान्तस्य +वृत्तान्ता +वृत्तान्ताः +वृत्तान्तान्वाख्यानं +वृत्तान्ते +वृत्तान्तेन +वृत्तान्तैः +वृत्तान्तो +वृत्ताभं +वृत्तामुग्ररुजाज्वराम् +वृत्ताय +वृत्तायतं +वृत्तायते +वृत्तायां +वृत्तार्द्धम् +वृत्तावपि +वृत्ताविति +वृत्तावुक्तं +वृत्तावुक्तम् +वृत्तावेव +वृत्ताश्च +वृत्तास्तु +वृत्ति +वृत्तिं +वृत्तिः +वृत्तिकर्शितः +वृत्तिका +वृत्तिकार +वृत्तिकारः +वृत्तिकारमते +वृत्तिकारस्तु +वृत्तिकारस्य +वृत्तिकारा +वृत्तिकाराः +वृत्तिकाराय +वृत्तिकारेण +वृत्तिकारो +वृत्तिकृता +वृत्तिकृतां +वृत्तिकृतो +वृत्तिकृत् +वृत्तिक्षयाच्चित्तं +वृत्तिक्षीणः +वृत्तिग्रन्थ +वृत्तिग्रन्थं +वृत्तिग्रन्थः +वृत्तिग्रन्थस्य +वृत्तिग्रन्थे +वृत्तिग्रन्थोऽपि +वृत्तिच्छेदं +वृत्तिजीवनं +वृत्तिजीवनम् +वृत्तिजीवने +वृत्तिज्ञानं +वृत्तिज्ञानस्य +वृत्तिज्ञानानां +वृत्तिञ्च +वृत्तितः +वृत्तितया +वृत्तिता +वृत्तितौल्यमपरा +वृत्तित्रयं +वृत्तित्व +वृत्तित्वं +वृत्तित्वम् +वृत्तित्वस्य +वृत्तित्वात् +वृत्तित्वे +वृत्तित्वेन +वृत्तिदः +वृत्तिदर्शनात् +वृत्तिदाता +वृत्तिदीपिका +वृत्तिदो +वृत्तिद्वयं +वृत्तिना +वृत्तिनामानि +वृत्तिनिरूपणम् +वृत्तिनिरोधः +वृत्तिनिरोधो +वृत्तिपदं +वृत्तिभिः +वृत्तिभिरेव +वृत्तिभिर् +वृत्तिभेदं +वृत्तिभेदः +वृत्तिभेदा +वृत्तिभेदाः +वृत्तिभेदात् +वृत्तिभेदे +वृत्तिभेदेन +वृत्तिभ्यः +वृत्तिमतो +वृत्तिमत् +वृत्तिमन्त्रालयः +वृत्तिमपि +वृत्तिमाचरेत् +वृत्तिमात्मनः +वृत्तिमात्र +वृत्तिमात्रं +वृत्तिमात्रे +वृत्तिमात्रेण +वृत्तिमान् +वृत्तिमाश्रयेत् +वृत्तिमाश्रितः +वृत्तिमाश्रिताः +वृत्तिमाश्रित्य +वृत्तिमास्थाय +वृत्तिमास्थितः +वृत्तिमाह +वृत्तिमिति +वृत्तिम् +वृत्तियां +वृत्तियों +वृत्तिरपि +वृत्तिरप्रतिबन्धः +वृत्तिरस्ति +वृत्तिरस्तीति +वृत्तिरस्य +वृत्तिरारभटी +वृत्तिरि +वृत्तिरिति +वृत्तिरित्यत +वृत्तिरित्यर्थः +वृत्तिरित्याख्यायते +वृत्तिरित्युच्यते +वृत्तिरियं +वृत्तिरिष्यते +वृत्तिरुक्ता +वृत्तिरुचिता +वृत्तिरुच्यते +वृत्तिरुदाहृता +वृत्तिरुपवाससमा +वृत्तिरूपं +वृत्तिरूपः +वृत्तिरूपस्य +वृत्तिरूपा +वृत्तिरूपेण +वृत्तिरेका +वृत्तिरेव +वृत्तिरेवास्य +वृत्तिरेषा +वृत्तिर् +वृत्तिर्जीवनं +वृत्तिर्जीविका +वृत्तिर्न +वृत्तिर्निद्रा +वृत्तिर्भवति +वृत्तिर्भविष्यति +वृत्तिर्महाविदेहा +वृत्तिर्यदा +वृत्तिर्यस्य +वृत्तिर्या +वृत्तिर्येषां +वृत्तिर्वर्तनं +वृत्तिर्वा +वृत्तिर्वै +वृत्तिर्व्यापारो +वृत्तिलक्षणम् +वृत्तिलाभः +वृत्तिलाभो +वृत्तिवाक्ययोः +वृत्तिवार्तिकम् +वृत्तिवार्तिके +वृत्तिविरोधः +वृत्तिविरोधात् +वृत्तिविशेष +वृत्तिविशेषः +वृत्तिविशेषो +वृत्तिविषय +वृत्तिविषये +वृत्तिविस्मरणं +वृत्तिव्याप्तिरपेक्षिता +वृत्तिशून्यं +वृत्तिश् +वृत्तिश्च +वृत्तिषु +वृत्तिसर्गतायनेषु +वृत्तिसारूप्यमितरत्र +वृत्तिसारूप्यम् +वृत्तिस् +वृत्तिस्तथा +वृत्तिस्तदा +वृत्तिस्तयोः +वृत्तिस्तस्य +वृत्तिस्तां +वृत्तिस्तु +वृत्तिस्तेषां +वृत्तिस्त्रयस्य +वृत्तिहीनं +वृत्तिहीनस्य +वृत्तिहीनाः +वृत्तिहीनाय +वृत्तिहेतुः +वृत्तिहेतोः +वृत्ती +वृत्तीः +वृत्तीति +वृत्तीनां +वृत्तीनाम् +वृत्तीय +वृत्ते +वृत्तेः +वृत्तेति +वृत्तेत्यर्थः +वृत्तेन +वृत्तेनाभिजनेन +वृत्तेनाह +वृत्तेरपि +वृत्तेरिति +वृत्तेरिष्टा +वृत्तेर् +वृत्तेर्धात्वर्थेनोपसंग्रहात् +वृत्तेश्च +वृत्तेषु +वृत्तैः +वृत्तो +वृत्तों +वृत्तोन्नतं +वृत्तौ +वृत्तौजाः +वृत्तौऽन +वृत्त्य +वृत्त्यं +वृत्त्यतिशयाश्च +वृत्त्यनियामकतया +वृत्त्यनुप्रास +वृत्त्यनुप्रासः +वृत्त्यनुप्रासेन +वृत्त्यनुप्रासोऽलंकारः +वृत्त्यनौचित्यमेव +वृत्त्यन्तरं +वृत्त्यन्तरायोगादिति +वृत्त्यन्तरे +वृत्त्यन्तरेण +वृत्त्यन्तरेणापि +वृत्त्यभावात् +वृत्त्यर्थ +वृत्त्यर्थं +वृत्त्यर्थः +वृत्त्यर्थमिति +वृत्त्यर्थम् +वृत्त्यर्थे +वृत्त्यवृत्तिभ्यां +वृत्त्या +वृत्त्यां +वृत्त्याः +वृत्त्यादौ +वृत्त्येति +वृत्त्यै +वृत्त्यैव +वृत्त्योः +वृत्त्य् +वृत्त्वा +वृत्य +वृत्यः +वृत्यते +वृत्यनुप्रासः +वृत्यम् +वृत्यर्थ +वृत्यर्थं +वृत्यर्थो +वृत्या +वृत्यां +वृत्याम् +वृत्र +वृत्रँ +वृत्रं +वृत्रः +वृत्रखादः +वृत्रगीता +वृत्रघ्न +वृत्रघ्नः +वृत्रघ्ना +वृत्रघ्नी +वृत्रघ्ने +वृत्रघ्नो +वृत्रतरं +वृत्रतुर +वृत्रतुरं +वृत्रतुरः +वृत्रतुरे +वृत्रतुरो +वृत्रतूः +वृत्रतूर्य +वृत्रतूर्ये +वृत्रतूर्येषु +वृत्रतूर्य्ये +वृत्रत्वमिति +वृत्रत्वम् +वृत्रनिषूदन +वृत्रपुत्रा +वृत्रमसुरं +वृत्रमहंस्तस्य +वृत्रमहन् +वृत्रमिन्द्रः +वृत्रमिव +वृत्रम् +वृत्रम्̇ +वृत्रवधं +वृत्रवधादिकं +वृत्रवधादिरूपाणि +वृत्रवधादीनि +वृत्रवधे +वृत्रवासवयोरिव +वृत्रशत्रौ +वृत्रश्च +वृत्रसूदन +वृत्रस्तु +वृत्रस्य +वृत्रस्यासि +वृत्रस्यासुरस्य +वृत्रस्येव +वृत्रह +वृत्रहं +वृत्रहञ्जहि +वृत्रहणं +वृत्रहणः +वृत्रहणम् +वृत्रहणा +वृत्रहणौ +वृत्रहत्या +वृत्रहत्याय +वृत्रहत्ये +वृत्रहत्येन +वृत्रहत्येषु +वृत्रहन् +वृत्रहन्तम +वृत्रहन्तमं +वृत्रहन्तमः +वृत्रहन्तमम् +वृत्रहन्तमा +वृत्रहन्तमाय +वृत्रहन्ता +वृत्रहन्ननेद्य +वृत्रहन्ननेद्य॒ +वृत्रहन्निति +वृत्रहन्नु॒दगा॑ +वृत्रहन्न् +वृत्रहन्परि +वृत्रहन्रथं +वृत्रहन्ऽतम +वृत्रहभिः +वृत्रहा +वृत्रहेन्द्रः +वृत्रहेन्द्रो +वृत्रऽतुरम् +वृत्रऽतूर्ये +वृत्रऽहत्ये +वृत्रऽहत्येषु +वृत्रऽहनम् +वृत्रऽहन् +वृत्रऽहा +वृत्रा +वृत्राणां +वृत्राणामावरकाणां +वृत्राणाम् +वृत्राणि +वृत्राण्यप्रति +वृत्राण्यप्रती +वृत्राण्यार्या +वृत्राण्य् +वृत्रात् +वृत्रादीन् +वृत्रानुचराः +वृत्रान् +वृत्राय +वृत्रासुर +वृत्रासुरं +वृत्रासुरवधोपेतं +वृत्रासुरस्य +वृत्रासुरेण +वृत्रे +वृत्रेण +वृत्रेषु +वृत्रेष्विन्द्र +वृत्रो +वृत्र॒तूर्ये॑ +वृत्र॒तूर्ये॒ +वृत्र॒हणं॒ +वृत्र॒हत्ये॑ +वृत्र॒हत्ये॑षु +वृत्र॒हन्त॑मं॒ +वृत्र॒हन्त॑मः +वृत्र॒हन्त॑मम् +वृत्र॒हा +वृत्रꣳ +वृत्वा +वृत्वातिष्ठंस् +वृत्वात्यतिष्ठद्दशाङ्गुलम् +वृत्वाय +वृत्वी +वृथ +वृथक् +वृथा +वृथाकर्माणि +वृथाट्या +वृथात्मानं +वृथादानं +वृथादानानि +वृथापशुघ्नः +वृथापाकस्य +वृथामतिः +वृथामांसं +वृथा॑ +वृथा॒ +वृथेति +वृथेत्यर्थः +वृथेव +वृथैव +वृथैवेति +वृथोद्यमः +वृद +वृदं +वृदावनं +वृदिति +वृदौ +वृद् +वृद्ध +वृद्धं +वृद्धः +वृद्धकाले +वृद्धकुमारी +वृद्धक्षत्रस्य +वृद्धगर्ग +वृद्धगर्गः +वृद्धगर्गसंहिताबार्हस्पत्ययोः +वृद्धगर्गस्तु +वृद्धगार्ग्यः +वृद्धगोपालकः +वृद्धगौतमः +वृद्धजनानां +वृद्धजनानाम् +वृद्धजीवक +वृद्धञ्च +वृद्धतमं +वृद्धतमः +वृद्धतर +वृद्धतरः +वृद्धतरको +वृद्धतराणां +वृद्धतरे +वृद्धता +वृद्धतां +वृद्धताम् +वृद्धत्वं +वृद्धत्वम् +वृद्धत्वात् +वृद्धत्वे +वृद्धत्वेन +वृद्धदारकः +वृद्धदारकम् +वृद्धदारकवृक्षे +वृद्धदारके +वृद्धदारु +वृद्धदारुकम् +वृद्धपराशरः +वृद्धपाठे +वृद्धप्रमातामहेभ्यश्च +वृद्धब्राह्मण +वृद्धब्राह्मणरूपेण +वृद्धभावे +वृद्धभावेन +वृद्धमजापतिम् +वृद्धमतीसारो +वृद्धमनुः +वृद्धमिति +वृद्धमेव +वृद्धम् +वृद्धयः +वृद्धयर्थ +वृद्धया +वृद्धयाज्ञवल्क्यः +वृद्धये +वृद्धयै +वृद्धयो +वृद्धयोः +वृद्धयोषितः +वृद्धरक्तस्य +वृद्धरूपा +वृद्धरूपी +वृद्धवत् +वृद्धवयाः +वृद्धवशिष्ठः +वृद्धवसिष्ठ +वृद्धवसिष्ठः +वृद्धवैद्याः +वृद्धवैद्योपदेशेन +वृद्धव्यवहार +वृद्धव्यवहारदर्शनादेव +वृद्धव्यवहारमात्रेण +वृद्धव्यवहारादेव +वृद्धव्यवहारे +वृद्धव्यवहारेण +वृद्धशब्दस्य +वृद्धशरादिभ्य +वृद्धशरादिभ्यः +वृद्धशर्मणः +वृद्धशर्मा +वृद्धशातातपः +वृद्धशातातपेन +वृद्धश्च +वृद्धश्रवा +वृद्धश्रवाः +वृद्धसंज्ञक +वृद्धसंज्ञा +वृद्धसंज्ञानि +वृद्धसंमतिमाह +वृद्धसञ्ज्ञा +वृद्धसम्मतिमाह +वृद्धसेवकः +वृद्धसेवया +वृद्धसेवा +वृद्धसेवी +वृद्धस्तु +वृद्धस्त्वं +वृद्धस्त्वमसि +वृद्धस्य +वृद्धस्यातिव्यवायिनः +वृद्धा +वृद्धां +वृद्धांश्च +वृद्धाः +वृद्धाच्च +वृद्धाच्चेति +वृद्धाच्छ +वृद्धाच्छं +वृद्धाच्छः +वृद्धाट्ठक्सौवीरेषु +वृद्धात् +वृद्धात्प्राचाम् +वृद्धात्‌ +वृद्धादगोत्रात् +वृद्धादिति +वृद्धाननुपसेव्य +वृद्धानां +वृद्धानामपि +वृद्धानामिति +वृद्धानाम् +वृद्धानि +वृद्धानुशासनम् +वृद्धान् +वृद्धान्ते +वृद्धापि +वृद्धाप्ये +वृद्धाभिः +वृद्धाम् +वृद्धाय +वृद्धाया +वृद्धायां +वृद्धायाः +वृद्धायुं +वृद्धायुमनु +वृद्धायुम् +वृद्धावपि +वृद्धावस्था +वृद्धावस्थां +वृद्धावस्थायां +वृद्धावस्थायाः +वृद्धाविति +वृद्धावित्यस्य +वृद्धाश्च +वृद्धासु +वृद्धास्तथा +वृद्धास्तु +वृद्धास्ते +वृद्धि +वृद्धिं +वृद्धिः +वृद्धिकरं +वृद्धिकरः +वृद्धिकरम् +वृद्धिकराः +वृद्धिकरी +वृद्धिका +वृद्धिकारके +वृद्धिकारणमिति +वृद्धिकारणम् +वृद्धिकृत् +वृद्धिको +वृद्धिक्षयादिरहितमित्यप्यत्र +वृद्धिक्षयौ +वृद्धिगुणौ +वृद्धिग्रहणं +वृद्धिजीविका +वृद्धिञ्च +वृद्धितः +वृद्धिदं +वृद्धिदः +वृद्धिदम् +वृद्धिदा +वृद्धिनामौषधम् +वृद्धिनिदानम् +वृद्धिनिमित्तं +वृद्धिनिमित्तः +वृद्धिनिमित्तस्य +वृद्धिनिमित्तस्येति +वृद्धिनिमित्तादिति +वृद्धिनिषेधः +वृद्धिनिषेधे +वृद्धिपत्रं +वृद्धिपत्रेण +वृद्धिप्रतिषेधः +वृद्धिप्रसङ्गे +वृद्धिब्रध्नाधिकारः +वृद्धिमती +वृद्धिमान् +वृद्धिमाप्नुयात् +वृद्धिमाप्नोति +वृद्धिमायाति +वृद्धिमायान्ति +वृद्धिमाह +वृद्धिमिष्टवतो +वृद्धिमीयुः +वृद्धिमुपैति +वृद्धिमेति +वृद्धिम् +वृद्धियुक्त +वृद्धियुक्तं +वृद्धियुक्ता +वृद्धियुक्ते +वृद्धिरधिका +वृद्धिरपि +वृद्धिरष्टगुणा +वृद्धिरस्य +वृद्धिरहितः +वृद्धिरा +वृद्धिरादैच् +वृद्धिरादौ +वृद्धिरिति +वृद्धिरित्यर्थः +वृद्धिरिष्यते +वृद्धिरेकादेश +वृद्धिरेकादेशः +वृद्धिरेकादेशो +वृद्धिरेचि +वृद्धिरेचीति +वृद्धिरेव +वृद्धिर् +वृद्धिर्ज्ञेया +वृद्धिर्न +वृद्धिर्नास्ति +वृद्धिर्भवति +वृद्धिर्भवतीति +वृद्धिर्भविष्यति +वृद्धिर्मृदुस्तालफलोपमः +वृद्धिर्यथा +वृद्धिर्यस्मात् +वृद्धिर्यस्य +वृद्धिर्यस्याचामादिस्तद् +वृद्धिर्यस्याचामादिस्तद्वृद्धम् +वृद्धिर्लुकि +वृद्धिर्वक्तव्या +वृद्धिर्वा +वृद्धिर्विपर्यये +वृद्धिर्व्याख्याता +वृद्धिर्हि +वृद्धिविकल्प +वृद्धिविषये +वृद्धिशब्दः +वृद्धिशब्दमादितः +वृद्धिशब्दस्य +वृद्धिशब्देन +वृद्धिश् +वृद्धिश्च +वृद्धिश्चतुर्विधा +वृद्धिश्राद्ध +वृद्धिश्राद्धं +वृद्धिश्राद्धञ्च +वृद्धिश्राद्धप्रयोगः +वृद्धिश्राद्धम् +वृद्धिश्राद्धे +वृद्धिसंज्ञा +वृद्धिसन्धिः +वृद्धिस् +वृद्धिस्तत्र +वृद्धिस्तथा +वृद्धिस्तु +वृद्धिस्स्यात् +वृद्धिहानी +वृद्धिहार्मोनस्य +वृद्धिहासौ +वृद्धिहेतुः +वृद्धिहेतौ +वृद्धिह्रासौ +वृद्धी +वृद्धे +वृद्धेः +वृद्धेति +वृद्धेन +वृद्धेभ्य +वृद्धेभ्यः +वृद्धेभ्यो +वृद्धेरपि +वृद्धेर्निमित्तं +वृद्धेर्लोपो +वृद्धेर्वृद्धिश्चक्रवृद्धिः +वृद्धेर्वृधुषिभावो +वृद्धेषु +वृद्धैः +वृद्धो +वृद्धों +वृद्धोक्षः +वृद्धोक्षमधिष्ठितं +वृद्धोपदेशे +वृद्धोपसेविनः +वृद्धोपसेवी +वृद्धोपि +वृद्धोवाच +वृद्धोऽन्धः +वृद्धोऽपि +वृद्धोऽस्मि +वृद्धोऽहं +वृद्धौ +वृद्ध्य +वृद्ध्यभाव +वृद्ध्यभावः +वृद्ध्यभावश्च +वृद्ध्यभावश्छान्दसः +वृद्ध्यभावे +वृद्ध्यर्थं +वृद्ध्यर्थः +वृद्ध्यर्थम् +वृद्ध्या +वृद्ध्यात्वे +वृद्ध्यादि +वृद्ध्यादिरस्मिन्दीयते +वृद्ध्यादीनां +वृद्ध्यायादेशौ +वृद्ध्यै +वृद्ध्य् +वृद्ध॑यो॒ +वृद्भ्यः +वृद्भ्यश्चतुर्भ्यः +वृद्वा +वृद्वौ +वृध +वृधं +वृधः +वृधत् +वृधन्तः +वृधन्तम् +वृधन्ता +वृधन्वती +वृधन्वन्तौ +वृधम् +वृधसानः +वृधसानो +वृधस्य +वृधा +वृधातः +वृधातु +वृधान +वृधानः +वृधानो +वृधास +वृधासः +वृधा॒नो +वृधि +वृधु +वृधे +वृधेः +वृधो +वृध् +वृध्दिः +वृध्या +वृन्त +वृन्तं +वृन्तमस्य +वृन्ता +वृन्ताकं +वृन्ताकः +वृन्ताकी +वृन्ताके +वृन्ताग्रे +वृन्तात् +वृन्तादिव +वृन्तानि +वृन्ते +वृन्तेन +वृन्तैः +वृन्द +वृन्दं +वृन्दः +वृन्दञ्च +वृन्दमण्डिता +वृन्दमुदाहरन्ति +वृन्दम् +वृन्दया +वृन्दशः +वृन्दशो +वृन्दस्य +वृन्दा +वृन्दां +वृन्दानि +वृन्दापतिः +वृन्दाया +वृन्दायां +वृन्दायाः +वृन्दारक +वृन्दारकं +वृन्दारकः +वृन्दारकनागकुञ्जरैः +वृन्दारका +वृन्दारकाः +वृन्दारको +वृन्दारण्यं +वृन्दारण्ये +वृन्दारिका +वृन्दावन +वृन्दावनं +वृन्दावनखण्डः +वृन्दावनखण्डे +वृन्दावनमिति +वृन्दावनम् +वृन्दावनविनोदिनी +वृन्दावनविपिने +वृन्दावनस्य +वृन्दावनानि +वृन्दावनान्तरे +वृन्दावनी +वृन्दावने +वृन्दावनेश्वरी +वृन्दावनेश्वर्याः +वृन्दिष्ठः +वृन्दीयान् +वृन्दे +वृन्देन +वृन्दै +वृन्दैः +वृन्दो +वृन्दोवाच +वृप +वृपः +वृपणौ +वृपली +वृपा +वृप्या +वृभ्द्यः +वृश +वृशः +वृशम् +वृशस्य +वृशा +वृशो +वृश्च +वृश्चत +वृश्चति +वृश्चतु +वृश्चते +वृश्चन् +वृश्चन्ति +वृश्चन्ते +वृश्चसि +वृश्चामि +वृश्चि +वृश्चिक +वृश्चिकं +वृश्चिकः +वृश्चिकजं +वृश्चिकभिया +वृश्चिकमूलन्तु +वृश्चिकम् +वृश्चिकराशिः +वृश्चिकराशिगते +वृश्चिकराशिमें +वृश्चिकरेचितम् +वृश्चिकविषभीत +वृश्चिकश्च +वृश्चिकस्तथा +वृश्चिकस्तृष्टदंश्मा +वृश्चिकस्थे +वृश्चिकस्य +वृश्चिका +वृश्चिकाः +वृश्चिकात् +वृश्चिकानां +वृश्चिकाली +वृश्चिकालीवृक्षः +वृश्चिकाल्यां +वृश्चिके +वृश्चिकेन +वृश्चिकैः +वृश्चिको +वृश्चेत् +वृश्चेद् +वृश्च्यते +वृश्च्येत +वृश्यम् +वृष +वृषं +वृषः +वृषकं +वृषकम् +वृषकर्णी +वृषकर्मन् +वृषकर्मा +वृषकाचलौ +वृषकुम्भयोः +वृषकेतन +वृषकेतनः +वृषकेतनम् +वृषकेतवे +वृषकेतुं +वृषगणा +वृषचेतसि +वृषण +वृषणं +वृषणः +वृषणम् +वृषणयोः +वृषणश्वस्य +वृषणस्य +वृषणस्याधः +वृषणा +वृषणाः +वृषणाभ्यां +वृषणावा +वृषणा॒ +वृषणा॒वा +वृषणे +वृषणेषु +वृषणो +वृषणो॒ +वृषणौ +वृषण्यत +वृषण्यति +वृषण्वतीम् +वृषण्वतीर् +वृषण्वत् +वृषण्वत्यस्त्रिष्टुभो +वृषण्वद् +वृषण्वद्द्वितीयेऽहनि +वृषण्वद्वा +वृषण्वसू +वृषण्वसू॒ +वृषण्वान् +वृषण्ऽवसू +वृषणꣳ +वृषता +वृषतां +वृषत्वं +वृषत्वा +वृषदंशस्य +वृषदंशिका +वृषदंशो +वृषदतीं +वृषदर्भः +वृषधूतस्य +वृषध्वज +वृषध्वजं +वृषध्वजः +वृषध्वजम् +वृषध्वजाय +वृषध्वजे +वृषध्वजो +वृषनाम +वृषन् +वृषन्तमं +वृषन्तमः +वृषन्तमस्य +वृषन्नग्ने +वृषन्निन्द्र +वृषन्न् +वृषन्वृषेदसि +वृषपत्नीरपो +वृषपर्वणः +वृषपर्वणा +वृषपर्वा +वृषपर्वोवाच +वृषपाणयो +वृषपाणेषु +वृषप्रवेशे +वृषप्रियः +वृषभ +वृषभं +वृषभः +वृषभञ्च +वृषभदेवः +वृषभध्वज +वृषभध्वजः +वृषभध्वजम् +वृषभध्वजाय +वृषभध्वजे +वृषभध्वजेन +वृषभमेव +वृषभम् +वृषभराशिः +वृषभरूपेण +वृषभवत् +वृषभवाहन +वृषभवाहनः +वृषभवाहनम् +वृषभवाहिनी +वृषभश्च +वृषभस् +वृषभस्तत्र +वृषभस्तथा +वृषभस्थं +वृषभस्थे +वृषभस्य +वृषभस्येव +वृषभा +वृषभाः +वृषभाक्षो +वृषभाचल +वृषभाणां +वृषभानसुता +वृषभानस्य +वृषभानुः +वृषभानुगृहं +वृषभानुगृहे +वृषभानुजा +वृषभानुनन्दिनी +वृषभानुपुरं +वृषभानुप्रिया +वृषभानुवरं +वृषभानुसुता +वृषभान् +वृषभान्ते +वृषभाय +वृषभारूढं +वृषभारोहणं +वृषभावती +वृषभाविव +वृषभाश्च +वृषभासः +वृषभासुर +वृषभिः +वृषभी +वृषभे +वृषभेण +वृषभेऽपि +वृषभैः +वृषभैकादशा +वृषभो +वृषभोदयम् +वृषभोपरि +वृषभौ +वृषभ॒ +वृषमणः +वृषमण्यवः +वृषमारुरुक्षोः +वृषमारुह्य +वृषमुत्सृजेत् +वृषम् +वृषराजकेतनः +वृषराशिगते +वृषराशौ +वृषरूपं +वृषरूपधृक् +वृषरूपी +वृषरूपेण +वृषरूपो +वृषल +वृषलं +वृषलः +वृषलक्ष्मणोऽथ +वृषलत्वं +वृषलम् +वृषलवृत्तिश्च +वृषलस्य +वृषला +वृषलाः +वृषलात्मजः +वृषलान् +वृषलाय +वृषलाश्च +वृषली +वृषलीं +वृषलीति +वृषलीपतिः +वृषलीपतिम् +वृषलीपतिरेव +वृषलीपतेः +वृषलीपतौ +वृषलीफेनपीतस्य +वृषले +वृषलेन +वृषलैः +वृषलो +वृषल्या +वृषल्याः +वृषल्यो +वृषवदाचरति +वृषवान् +वृषवाहकः +वृषवाहन +वृषवाहनः +वृषवाहनम् +वृषवाहनस्य +वृषवाहो +वृषव्रतः +वृषव्रातासः +वृषशैलपते +वृषश्च +वृषसेन +वृषसेनं +वृषसेनः +वृषसेनश्च +वृषसेनस्तु +वृषसेनस्य +वृषसेनेन +वृषसेनो +वृषसेनोऽसि +वृषस्कन्धः +वृषस्कन्धे +वृषस्तथा +वृषस्तदा +वृषस्था +वृषस्थाने +वृषस्थे +वृषस्य +वृषस्यति +वृषस्यन्ती +वृषस्यन्त्यौ +वृषस्व +वृषऽभिः +वृषऽयते +वृषा +वृषांकाय +वृषाः +वृषाकपायि +वृषाकपायी +वृषाकपि +वृषाकपिं +वृषाकपिः +वृषाकपिम् +वृषाकपिर् +वृषाकपिश्च +वृषाकपिसूक्तम् +वृषाकपिस् +वृषाकपी +वृषाकपे +वृषाकपेः +वृषाकपेर् +वृषाकरः +वृषाकारं +वृषाकृतिः +वृषाग्निं +वृषाङ्क +वृषाङ्कः +वृषाङ्कस्य +वृषाङ्के +वृषाङ्को +वृषाचलपतेरिह +वृषाचलम् +वृषाणं +वृषाणः +वृषाणम् +वृषाणां +वृषाणो +वृषाणौ +वृषात् +वृषादर्भिः +वृषादि +वृषादिः +वृषादित्वात् +वृषादित्वादाद्युदात्तः +वृषादित्वादाद्युदात्तत्वम् +वृषादिभ्यश्चित् +वृषादिषु +वृषादीनां +वृषादौ +वृषाद्रि +वृषाद्रिमणे +वृषाद्रौ +वृषान् +वृषान्त +वृषान्तयष्टि +वृषान्ते +वृषापव +वृषापवस्व +वृषापेहि +वृषामती +वृषामतीनां +वृषाय +वृषायते +वृषायतेऽस्य +वृषायमाणः +वृषायमाणो +वृषायसे +वृषायस्व +वृषारवाय +वृषारूढं +वृषारूढः +वृषारूढा +वृषारूढो +वृषाविव +वृषाव॑ +वृषासना +वृषासि +वृषाऽइव +वृषाऽसि +वृषा॑ +वृषा॑सि +वृषा॑ऽइव +वृषा॒ +वृषि +वृषी +वृषीयति +वृषीष्ट +वृषु +वृषे +वृषेण +वृषेति +वृषेथाम् +वृषेदसि +वृषेन्द्र +वृषेन्द्रः +वृषेन्द्रस्य +वृषेव +वृषेषपचमनविदभूवीरा +वृषे॑व +वृषैः +वृषो +वृषोत् +वृषोत्सर्ग +वृषोत्सर्गं +वृषोत्सर्गः +वृषोत्सर्गश्च +वृषोत्सर्गस्य +वृषोत्सर्गादिकं +वृषोत्सर्गे +वृषोत्सर्गेण +वृषोत्सर्गो +वृषोदयज्या +वृषोदरः +वृषो॑ +वृषौ +वृष् +वृष्ट +वृष्टं +वृष्टः +वृष्टम् +वृष्टयः +वृष्टया +वृष्टये +वृष्टयो +वृष्टा +वृष्टादूर्ग्रसो +वृष्टि +वृष्टिँ +वृष्टिं +वृष्टिं॑ +वृष्टिः +वृष्टिकामः +वृष्टिकामस्य +वृष्टिकामाय +वृष्टिकामो +वृष्टिकालस्य +वृष्टिकाले +वृष्टिजल +वृष्टिजलं +वृष्टिजलेन +वृष्टिदाः +वृष्टिद्यावा +वृष्टिद्वारा +वृष्टिद्वारेण +वृष्टिनिर्णयः +वृष्टिपातः +वृष्टिप्रदानेन +वृष्टिभिः +वृष्टिभिराश्रयन्ते +वृष्टिमत्‌ +वृष्टिमन्तं +वृष्टिमन्तः +वृष्टिमन्ताविवाम्बुदौ +वृष्टिमा +वृष्टिमानिव +वृष्टिमान् +वृष्टिमावह +वृष्टिमेरय +वृष्टिमेव +वृष्टिमेवावरुन्धे +वृष्टिम् +वृष्टिरसि +वृष्टिरिति +वृष्टिरिव +वृष्टिरुत्तमा +वृष्टिरूपेण +वृष्टिरेव +वृष्टिर् +वृष्टिर्जायते +वृष्टिर्न +वृष्टिर्भवति +वृष्टिर्वर्षं +वृष्टिर्वा +वृष्टिर्वृष्टेरन्नं +वृष्टिर्वै +वृष्टिलक्षणं +वृष्टिलक्षणमुदकं +वृष्टिलक्षणान्युदकानि +वृष्टिवनये +वृष्टिवनिं +वृष्टिश् +वृष्टिश्च +वृष्टिसनि +वृष्टिसनीर् +वृष्टिसर्जने +वृष्टिस् +वृष्टिस्तया +वृष्टिस्तासां +वृष्टिस्तु +वृष्टि॑मे॒वाव॑ +वृष्टि॑श्च +वृष्टि॒माँ +वृष्टी +वृष्टीः +वृष्टीच्छावत् +वृष्टे +वृष्टेः +वृष्टेन +वृष्टेरन्नं +वृष्टेर् +वृष्टेश्च +वृष्टो +वृष्टौ +वृष्ट्यद्भुतावर्त्ते +वृष्ट्यभावे +वृष्ट्यर्थं +वृष्ट्यर्थम् +वृष्ट्या +वृष्ट्यां +वृष्ट्याः +वृष्ट्यादिकं +वृष्ट्यादिद्वारा +वृष्ट्यादिना +वृष्ट्यादिप्रदानेन +वृष्ट्यादौ +वृष्ट्यापि +वृष्ट्यावत +वृष्ट्या॑ +वृष्ट्युदकं +वृष्ट्युदकस्य +वृष्ट्युदकानां +वृष्ट्युदकानि +वृष्ट्युदकेन +वृष्ट्येव +वृष्ट्यै +वृष्ट्यै॑ +वृष्ट्वा +वृष्ण +वृष्णः +वृष्णः॑ +वृष्णयः +वृष्णयश्च +वृष्णयो +वृष्णा +वृष्णा॑ +वृष्णि +वृष्णिं +वृष्णिः +वृष्णिकुले +वृष्णिकुलोद्वहः +वृष्णिक्षयनिमित्तम् +वृष्णिनन्दन +वृष्णिना +वृष्णिभिः +वृष्णियम् +वृष्णिरेजति +वृष्णिर् +वृष्णिर्वय +वृष्णिवीराणां +वृष्णिवीरेण +वृष्णिवीरेषु +वृष्णिषु +वृष्णिसिंहस्य +वृष्णि॑ +वृष्णीनां +वृष्णीनामिति +वृष्णीन्द्र +वृष्णीन्द्रः +वृष्णीन्द्रनिषेधः +वृष्णीन्द्रो +वृष्णे +वृष्णेः +वृष्णे॑ +वृष्णे॒ +वृष्णो +वृष्णोऽश्वस्य +वृष्णो॑ +वृष्णो॒ +वृष्ण्यं +वृष्ण्यं॑ +वृष्ण्यं॒ +वृष्ण्यन्धककुलं +वृष्ण्यन्धकमहारथाः +वृष्ण्यन्धकविनाशाय +वृष्ण्यन्धकाः +वृष्ण्यम् +वृष्ण्या +वृष्ण्यानि +वृष्ण्यान्यभिमातिषाहः +वृष्ण्या॑ +वृष्ण्या॑नि +वृष्ण्या॑नि॒ +वृष्ण्या॒ +वृष्ण्येन +वृष्ण्येभिः +वृष्ण्ये॑न +वृष्ण्य॑म् +वृष्ण॑ +वृष्ण॑ः +वृष्ण॒ +वृष्ण॒ः +वृष्य +वृष्यं +वृष्यः +वृष्यञ्च +वृष्यतमं +वृष्यते +वृष्यत्वम् +वृष्यमायुष्यं +वृष्यमुच्यते +वृष्यम् +वृष्यश्च +वृष्या +वृष्यां +वृष्याः +वृष्याणि +वृष्याश्च +वृष्यो +वृष्यौ +वृष॑ण +वृष॑णं +वृष॑णं॒ +वृष॑णः +वृष॑णम् +वृष॑णा +वृष॑णा॒ +वृष॑णो +वृष॑णो॒ +वृष॑णौ +वृष॑ण्ऽवान् +वृष॑न् +वृष॑न्निन्द्र॒ +वृष॑पाण॒योऽश्वा॒ +वृष॑भिर्वृत्रहन्तम +वृष॑ऽभिः +वृष॒णा +वृष॒न्नग्ने॒ +वृष॒भं +वृष॒भः +वृष॒भश्च॑ +वृष॒भस्य॑ +वृष॒भा +वृष॒भाय॑ +वृष॒भाय॒ +वृष॒भो +वृष꣢꣯णं +वृष꣣भं꣡ +वृसी +वृह +वृहं +वृहज्जातके +वृहत +वृहतं +वृहतः +वृहति +वृहतिका +वृहती +वृहते +वृहतो +वृहत् +वृहत्कथामञ्जरी +वृहत्यां +वृहत्याम् +वृहत्यौ +वृहत्संहितायां +वृहत्संहितायाम् +वृहत्साम +वृहद +वृहदरण्यकोपनिषत् +वृहदारण्यक +वृहदारण्यके +वृहदारण्यकोपनिषत् +वृहद् +वृहद्धातुरूपावल्याम् +वृहद्रथ +वृहद्रथः +वृहन् +वृहन्ति +वृहन्तु +वृहन्नारदीये +वृहन्मनुः +वृहस्प +वृहस्पतये +वृहस्पति +वृहस्पतिं +वृहस्पतिः +वृहस्पतिना +वृहस्पतिम् +वृहस्पतिरपि +वृहस्पतिश्चैव +वृहस्पते +वृहस्पतेः +वृहस्पतौ +वृहामसि +वृहामि +वृहि +वृहू +वृहेव +वृह्द्धातुरूपावल्याम् +वृ॑जि॒नं +वृ॑ज्यते॒ +वृ॑णीत +वृ॑णीमहे +वृ॑णीमहे॒ +वृ॑णे +वृ॑त्रहणा +वृ॑त्र॒तूर्ये॑ +वृ॑त्र॒हत्ये॒ +वृ॑त्र॒हा +वृ॑श्चति +वृ॑श्चसि +वृ॑श्च्यते॒ +वृ॑षणा +वृ॑षणा॒ +वृ॑षभ +वृ॑षस्व +वृ॑षेथाम् +वृ॑ष॒न्वृषेद॑सि +वृ॑ष॒भं +वृ॑ष॒भः +वृ॑ष॒भस्य॑ +वृ॑ष॒भो +वृ॑हामि +वृ॒क्तब॑र्हिषः +वृ॒क्तब॑र्हिषे +वृ॒क्तब॑र्हिषो +वृ॒क्तऽब॑र्हिषः +वृ॒क्तऽब॑र्हिषे +वृ॒क्ये॑ +वृ॒क्ष +वृ॒क्षं +वृ॒क्षः +वृ॒क्षम् +वृ॒क्षस्य॑ +वृ॒क्षस्य॒ +वृ॒क्षा +वृ॒क्षे +वृ॒क्षेभ्यो॒ +वृ॒जनं॑ +वृ॒जनं॒ +वृ॒जना॑ +वृ॒जने॑ +वृ॒जने॑न +वृ॒जने॑ना +वृ॒जने॑षु +वृ॒जने॒ +वृ॒जन॑म् +वृ॒जन॑स्य +वृ॒जि॒नम् +वृ॒जि॒ना +वृ॒ञ्जे +वृ॒णक्ति॑ +वृ॒णते॑ +वृ॒णा॒नः +वृ॒णा॒नाः +वृ॒णी॒महे॑ +वृ॒णी॒म॒हे॒ +वृ॒णे॒ +वृ॒ण॒ते॒ +वृ॒तः +वृ॒ता +वृ॒त्र +वृ॒त्रं +वृ॒त्रः +वृ॒त्रम् +वृ॒त्रस्य॑ +वृ॒त्रस्य॒ +वृ॒त्रा +वृ॒त्राणां॑ +वृ॒त्राणा॑म् +वृ॒त्राणि॑ +वृ॒त्राण्यार्या॑ +वृ॒त्राण्य॑प्र॒ति +वृ॒त्राय॑ +वृ॒त्राय॒ +वृ॒त्रे +वृ॒त्रेषु॑ +वृ॒त्रेष्वि॑न्द्र॒ +वृ॒त्रो +वृ॒त्र॒हा +वृ॒त्र॒ह॒न्ऽत॒म॒ +वृ॒त्र॒ऽतुर॑म् +वृ॒त्र॒ऽतूर्ये॑ +वृ॒त्र॒ऽहत्ये॑ +वृ॒त्र॒ऽहत्ये॑षु +वृ॒त्र॒ऽहन॑म् +वृ॒त्र॒ऽहा +वृ॒त्र॒ऽह॒न् +वृ॒द्धं +वृ॒द्धः +वृ॒द्धश्र॑वाः +वृ॒द्धस्य॑ +वृ॒द्धायु॒मनु॒ +वृ॒द्धो +वृ॒ध +वृ॒धः +वृ॒धासः॑ +वृ॒धा॒नः +वृ॒धि॒ +वृ॒धे +वृ॒धो +वृ॒श्च +वृ॒श्चा +वृ॒श्च॒ +वृ॒षाक॑पिः +वृ॒षा॒क॒पे॒ +वृ॒ष्टयः॑ +वृ॒ष्टय॑ः +वृ॒ष्टिं +वृ॒ष्टिः +वृ॒ष्टिमा +वृ॒ष्टिम् +वृ॒ष्ट्या +वृ॒ष॒णः॒ +वृ॒ष॒णा॒ +वृ॒ष॒णौ॒ +वृ॒ष॒ण्व॒सू॒ +वृ॒ष॒न् +वृ॒ष॒भः +वृ॒ष॒भम् +वृ॒ष॒भस्य॑ +वृ॒ष॒भाय॑ +वृ॒ष॒भेण॑ +वृ॒ष॒भ॒ +वृ॒ष॒स्व॒ +वृ॒ष॒ऽयते॑ +वृ॒हा॒मि॒ +वृ꣡षा꣢ +वृ꣡षा꣢꣯ +वृ꣡ष꣢णं +वृ꣡ष꣢꣯णम् +वृ꣢त्रा꣡इषुवाइ +वृ꣢षा꣣ +वृ꣣णीमहे +वृ꣣त्र +वृ꣣त्रा꣡णि꣢ +वृ꣣त्रे꣡षु꣢ +वृ꣣धे꣢ +वॄ +वॄत +वॄतो +वे +वें +वेंकट +वेंकटं +वेंकटाख्ये +वेंकटाचल +वेंकटाचलः +वेंकटाद्रि +वेंकटाद्रिं +वेंकटाद्रेः +वेंकटाद्रौ +वेंकटेश +वेंकटेशं +वेंकटेशस्य +वेंगल +वेः +वेअ +वेइ +वेक +वेकः +वेको +वेक्ति +वेक्षणं +वेक्षितः +वेक्ष्य +वेक्ष्यति +वेग +वेगं +वेगः +वेगगतौ +वेगघाते +वेगजः +वेगजो +वेगतः +वेगतश्चापि +वेगतो +वेगदर्शी +वेगधारणम् +वेगपदं +वेगभङ्गोऽनुमीयते +वेगमास्थाय +वेगम् +वेगयुक्त +वेगयुक्ता +वेगयुक्ते +वेगरोधं +वेगरोधः +वेगवतः +वेगवता +वेगवतां +वेगवति +वेगवती +वेगवतीं +वेगवतो +वेगवत् +वेगवत्तरं +वेगवत्तरः +वेगवत्तरम् +वेगवत्त्वं +वेगवत्या +वेगवत्यो +वेगवद्भिः +वेगवन्त +वेगवन्तं +वेगवन्तः +वेगवन्तम् +वेगवन्ति +वेगवन्तो +वेगवानविचारयन् +वेगवान् +वेगवाला +वेगवाली +वेगवाले +वेगवाहिनी +वेगवाहिनीं +वेगवाही +वेगविनिग्रहश्च +वेगश्च +वेगश्चैते +वेगसरः +वेगसे +वेगस् +वेगस्तीक्ष्णोऽतिसारश्च +वेगस्य +वेगहर्षयोः +वेगा +वेगांश्च +वेगाः +वेगाख्यः +वेगाज्जगाम +वेगात् +वेगादयो +वेगादागत्य +वेगादि +वेगाद् +वेगानां +वेगान् +वेगान्न +वेगापायेऽन्यथा +वेगाय +वेगावरोधात् +वेगावरोधाभिहतेन +वेगाश्च +वेगितः +वेगितम् +वेगिता +वेगिताः +वेगितायां +वेगितैः +वेगिनं +वेगिनः +वेगिना +वेगिनी +वेगिनीम् +वेगी +वेगुन +वेगे +वेगेन +वेगेनेति +वेगेनैव +वेगेषु +वेगेऽपि +वेगेऽभिहते +वेगैः +वेगैर्विना +वेगो +वेगों +वेगोत्सर्गं +वेगोत्सर्गो +वेगोऽथ +वेगोऽस्यास्तीति +वेघेन +वेङकटनाथः +वेङकटरावः +वेङकण्णय्यः +वेङ्कट +वेङ्कटं +वेङ्कटः +वेङ्कटगिरिः +वेङ्कटनाथव्याख्या +वेङ्कटनाथस्य +वेङ्कटभट्टाः +वेङ्कटमख +वेङ्कटमखी +वेङ्कटमाधव +वेङ्कटमाधवः +वेङ्कटरमणः +वेङ्कटरामन् +वेङ्कटरामय्य +वेङ्कटाख्ये +वेङ्कटाचल +वेङ्कटाचलः +वेङ्कटाचलमाहात्म्यम् +वेङ्कटाचलम् +वेङ्कटाचले +वेङ्कटाद्रि +वेङ्कटाद्रिं +वेङ्कटाद्रेः +वेङ्कटाद्रौ +वेङ्कटाधीश +वेङ्कटाध्वरिः +वेङ्कटाध्वरिणः +वेङ्कटेश +वेङ्कटेशं +वेङ्कटेशः +वेङ्कटेशस्य +वेङ्कटेशाय +वेङ्कटेशितुः +वेङ्कटेशे +वेङ्कटेशेन +वेङ्कटेशो +वेङ्कटेश्वर +वेङ्कटेश्वरः +वेङ्कटेश्वरदीक्षितस्य +वेङ्कटेश्वरस्य +वेङ्कटो +वेङ्कण्णय्य +वेङ्कय्य +वेङ्कैया +वेचा +वेच्छति +वेच्छया +वेजनवतः +वेजनवान् +वेझि +वेञः +वेञो +वेञ् +वेट +वेटति +वेटा +वेट् +वेट्कत्वात् +वेड +वेडा +वेडिति +वेड् +वेण +वेणः +वेणति +वेणवः +वेणवो +वेणस्य +वेणा +वेणां +वेणानां +वेणारमूल +वेणि +वेणिः +वेणिका +वेणी +वेणीं +वेणीति +वेणीभाई +वेणीभूतप्रतनुसलिला +वेणीम् +वेणीसंहार +वेणीसंहारं +वेणीसंहारः +वेणीसंहारनाटके +वेणीसंहारम् +वेणीसंहारे +वेणु +वेणुं +वेणुः +वेणुकं +वेणुकः +वेणुका +वेणुकोशं +वेणुगानवर्णनम् +वेणुदण्डं +वेणुदलेन +वेणुदारिणा +वेणुदारिश्च +वेणुना +वेणुनादं +वेणुनादेन +वेणुपरिव्राजकयोः +वेणुपर्वणा +वेणुप्रणादमुपकर्ण्य +वेणुबन +वेणुभारं +वेणुभिः +वेणुमण्डलम् +वेणुमती +वेणुमांश्चैव +वेणुम् +वेणुयवः +वेणुयवा +वेणुयवाः +वेणुयवाश्च +वेणुयष्ट्यां +वेणुरिव +वेणुर् +वेणुवन +वेणुवनं +वेणुवने +वेणुवाद्यम् +वेणुश्च +वेणूनां +वेणून् +वेणृ +वेणो +वेणोः +वेणोरिव +वेणौ +वेण्णा +वेण्या +वेण्यां +वेण्याः +वेण्याम् +वेण्वा +वेण्वादयः +वेण्विति +वेण्विन्धानयोः +वेत +वेतं +वेतः +वेतकेतु +वेतचामरैः +वेतन +वेतनं +वेतनदानेन +वेतनम् +वेतनस्य +वेतनस्यानपाकर्म +वेतनस्यैव +वेतना +वेतनादानप्रकरणम् +वेतनादिना +वेतनादिभ्यो +वेतने +वेतनेन +वेतनो +वेतन्म्रियसे +वेतरः +वेतरत् +वेतरथा +वेतस +वेतसं +वेतसः +वेतसम् +वेतसवृक्षः +वेतसवृक्षे +वेतसशाखया +वेतसशाखां +वेतसस्य +वेतसाः +वेतसान् +वेतसाम्लेन +वेतसी +वेतसीतरुतले +वेतसे +वेतसैः +वेतसो +वेतस्वान् +वेता +वेताल +वेतालं +वेतालः +वेतालतः +वेतालतां +वेतालत्वं +वेतालपंचविंशति +वेतालपञ्चविंशति +वेतालपञ्चविंशतिः +वेतालपञ्चविंशतिका +वेतालभट्टघटकर्परकालिदासाः +वेतालभैरव +वेतालभैरवावूचतुः +वेतालभैरवौ +वेतालम् +वेतालवरः +वेतालवरो +वेतालस्य +वेताला +वेतालाः +वेतालानां +वेतालान् +वेतालाश्च +वेताली +वेताले +वेतालेन +वेतालैः +वेतालो +वेति +वेतिना +वेति॑ +वेति॒ +वेतीति +वेतु +वेतु॒ +वेते +वेतेः +वेतेर्वा +वेतेि +वेतौ +वेत् +वेत्तरि +वेत्तवे +वेत्तवै +वेत्ता +वेत्तारं +वेत्तारः +वेत्तारो +वेत्तासि +वेत्ति +वेत्तीति +वेत्तीत्यन्वयः +वेत्तीत्यर्थः +वेत्तीत्यस्यापवर्गदशानुभाव्यसुखप्रतिसन्धानपरत्वव्युदासाय +वेत्तीत्याह +वेत्तु +वेत्तुं +वेत्तुमिच्छामि +वेत्तेः +वेत्तेति +वेत्तेर्विभाषा +वेत्तेस्तु +वेत्त्यधीते +वेत्त्यभिवादस्य +वेत्त्ययम् +वेत्त्यलम् +वेत्त्यसौ +वेत्त्येव +वेत्त्विति +वेत्त्व् +वेत्थ +वेत्थं +वेत्था +वेत्थेति +वेत्थो +वेत्थ॑ +वेत्य +वेत्यत +वेत्यत्र +वेत्यत्राह +वेत्यथ +वेत्यधीते +वेत्यनुवर्तते +वेत्यनेन +वेत्यन्यदेतत् +वेत्यन्वयः +वेत्यपि +वेत्यभिप्रायः +वेत्ययं +वेत्यर्थ +वेत्यर्थं +वेत्यर्थः +वेत्यर्थे +वेत्यसौ +वेत्यस्य +वेत्या +वेत्यादि +वेत्यादिना +वेत्यादीनि +वेत्यादौ +वेत्यापस्तम्बः +वेत्याह +वेत्युक्तं +वेत्युक्तम् +वेत्युक्ते +वेत्युक्त्वा +वेत्युच्यते +वेत्येके +वेत्येव +वेत्येवं +वेत्य् +वेत्र +वेत्रं +वेत्रः +वेत्रकीयगृहे +वेत्रकीयाः +वेत्रजस्तथा +वेत्रजे +वेत्रनद्यां +वेत्रम् +वेत्रवति +वेत्रवती +वेत्रवतीं +वेत्रवत्यपि +वेत्रवत्यां +वेत्रस्य +वेत्रा +वेत्राग्रं +वेत्राग्रम् +वेत्रे +वेत्रेण +वेत्वाज्यस्य +वेत्वाज्य॑स्य॒ +वेत्विति +वेत्व् +वेत्सि +वेत्सीति +वेत्स्यति +वेत्स्यते +वेत्स्यन्ति +वेत्स्यसि +वेत्स्यसीति +वेत्स्यसे +वेत्स्यामि +वेत्स्येव +वेत॒सो +वेथते +वेथृ +वेद +वेदँ +वेदं +वेदः +वेदः॑ +वेदक +वेदकः +वेदकरणम् +वेदकर्ता +वेदकारणत्वं +वेदकालः +वेदकालात् +वेदकालीन +वेदकाले +वेदके +वेदको +वेदगर्भ +वेदगर्भः +वेदगर्भा +वेदघोष +वेदघोषं +वेदघोषा +वेदघोषैः +वेदघोषैश्च +वेदचक्षुः +वेदचतुष्टयम् +वेदचतुष्टयस्य +वेदजननी +वेदज्ञ +वेदज्ञं +वेदज्ञः +वेदज्ञा +वेदज्ञाः +वेदज्ञानं +वेदज्ञानस्य +वेदज्ञानां +वेदज्ञान् +वेदज्ञाय +वेदज्ञे +वेदज्ञो +वेदञ्च +वेदतः +वेदतत्त्वार्थविदुषे +वेदतरोः +वेदता +वेदति +वेदत् +वेदत्रयी +वेदत्रयेण +वेदत्वं +वेदत्वम् +वेदत्वात् +वेदत्वेन +वेददीपः +वेददीपे +वेददीपो +वेददृष्टेन +वेदद् +वेदद्वारा +वेदधर्मं +वेदधर्मः +वेदधर्मज्ञाः +वेदध्वनिं +वेदन +वेदनं +वेदनः +वेदनमेव +वेदनम् +वेदनया +वेदनस्य +वेदनस्यैव +वेदना +वेदनां +वेदनाः +वेदनाकृतः +वेदनाकृतो +वेदनातुरः +वेदनात् +वेदनादीनां +वेदनादीनि +वेदनानां +वेदनानि +वेदनाप्रत्यया +वेदनाभिः +वेदनाम् +वेदनाया +वेदनायां +वेदनायाः +वेदनायाम् +वेदनायाश्च +वेदनारोमहर्षकृत् +वेदनार्तो +वेदनार्त्तो +वेदनाविधुतहस्तपल्लवा +वेदनाविशेषः +वेदनाविशेषाः +वेदनाश्च +वेदनासु +वेदनास्कन्धः +वेदनिघण्टौ +वेदनित्यत्व +वेदनिधिं +वेदनिधिः +वेदनिन्दकः +वेदनिन्दकाः +वेदनिन्दा +वेदनिन्दां +वेदनिन्दाञ्च +वेदनिरपेक्षेण +वेदनिर्घण्टौ +वेदनीय +वेदनीयं +वेदनीयः +वेदनीयम् +वेदनीयस्य +वेदने +वेदनेति +वेदनेन +वेदनोपशमार्थाय +वेदपठनस्य +वेदपरः +वेदपरिवासनानि +वेदपाठं +वेदपाठः +वेदपाठी +वेदपाठे +वेदपाठेन +वेदपाठो +वेदपादस्तवः +वेदपादो +वेदपारग +वेदपारगं +वेदपारगः +वेदपारगम् +वेदपारगाः +वेदपारगान् +वेदपारगे +वेदपारगैः +वेदपारायणं +वेदपारायणविधिः +वेदपारायणे +वेदपुङ्गवैः +वेदपुण्येन +वेदपुरुष +वेदपुरुषः +वेदपुरुषस्य +वेदपुरुषो +वेदप्रणिहितो +वेदप्रामाण्यं +वेदप्रामाण्ये +वेदफलमश्नुते +वेदबाहुः +वेदबाह्य +वेदबाह्यं +वेदबाह्या +वेदबाह्याः +वेदबाह्यो +वेदभागं +वेदभागः +वेदभागस्य +वेदभागाः +वेदभागे +वेदभागेन +वेदभागो +वेदभाषा +वेदभाष्य +वेदभाष्यकाराः +वेदभाष्यम् +वेदभाष्ये +वेदभेदे +वेदभेदेन +वेदम +वेदमंत्रेण +वेदमधीते +वेदमधीत्य +वेदमधीयते +वेदमध्यापयेत् +वेदमध्यापयेद् +वेदमध्याप्य +वेदमन्त्र +वेदमन्त्रा +वेदमन्त्राः +वेदमन्त्राणां +वेदमन्त्राणाम् +वेदमन्त्रान् +वेदमन्त्रेण +वेदमन्त्रेषु +वेदमन्त्रैः +वेदमन्त्रैश्च +वेदमन्त्रों +वेदमन्यत्र +वेदमपि +वेदमयं +वेदमयः +वेदमयी +वेदमयीं +वेदमयो +वेदमस्मै +वेदमातः +वेदमातरं +वेदमातरम् +वेदमाता +वेदमातृका +वेदमात्रं +वेदमात्रकम् +वेदमाप्नोति +वेदमार्ग +वेदमार्गबहिष्कृताः +वेदमार्गाः +वेदमाश्रयेत् +वेदमिति +वेदमिमं +वेदमुखेन +वेदमुत्तमम् +वेदमूलः +वेदमूलकत्वेन +वेदमूलता +वेदमूलत्वं +वेदमूलत्वेन +वेदमूलत्वेनैव +वेदमूला +वेदमेकं +वेदमेव +वेदमेवाभ्यसेन्नित्यं +वेदम् +वेदय +वेदयः +वेदयज्ञपूर्वकं +वेदयज्ञाध्ययनैः +वेदयज्ञाध्ययनैर्न +वेदयज्ञैरहीनानां +वेदयत +वेदयति +वेदयतीति +वेदयते +वेदयत् +वेदयन् +वेदयन्ति +वेदयन्ते +वेदयमानाम् +वेदयसे +वेदयामसि +वेदयामास +वेदयामि +वेदयितं +वेदयिता +वेदयित्वा +वेदयीत +वेदये +वेदयेत +वेदयेत् +वेदरहसिकी +वेदराशिं +वेदराशिः +वेदराशेः +वेदरूप +वेदरूपं +वेदरूपा +वेदर्तुर्ऋतुर् +वेदवक्ता +वेदवचः +वेदवचनं +वेदवचने +वेदवचसा +वेदवती +वेदवतीं +वेदवत् +वेदवत्या +वेदवदनं +वेदवदने +वेदवर्जितः +वेदवर्जिताः +वेदवाक् +वेदवाक्य +वेदवाक्यं +वेदवाक्यम् +वेदवाक्यानां +वेदवाक्यानि +वेदवाक्ये +वेदवाक्येन +वेदवाक्येषु +वेदवाचः +वेदवाचा +वेदवाचां +वेदवाणियों +वेदवाणी +वेदवाण्या +वेदवादरता +वेदवादरताः +वेदवादा +वेदवादाः +वेदवादिनः +वेदवादिनां +वेदवादिनाम् +वेदवादिनो +वेदवादिभिः +वेदवादेषु +वेदवि +वेदविक्रयिणश्चैव +वेदविचारः +वेदवित् +वेदवित्तमः +वेदवित्तमाः +वेदवित्सु +वेदविद +वेदविदं +वेदविदः +वेदविदव्यङ्गो +वेदविदस्त्रयः +वेदविदा +वेदविदां +वेदविदांवर +वेदविदांवरः +वेदविदि +वेदविदिति +वेदविदुषः +वेदविदुषा +वेदविदुषां +वेदविदुषि +वेदविदुषे +वेदविदुषो +वेदविदे +वेदविदेव +वेदविदो +वेदविद् +वेदविद्भिः +वेदविद्भ्यो +वेदविद्यया +वेदविद्या +वेदविद्यां +वेदविद्याविशारदः +वेदविद्याव्रतस्नातः +वेदविद्याव्रतस्नातो +वेदविद्वांसः +वेदविधानतः +वेदविधिना +वेदविधिर्न +वेदविरुद्धं +वेदविरोधि +वेदविरोधे +वेदविरोधेन +वेदविवर्जिते +वेदविशेषः +वेदविषयविचारः +वेदविषये +वेदविहितं +वेदविहितस्य +वेदविहिता +वेदविहितानां +वेदविहिते +वेदवृक्षस्य +वेदवेत्ता +वेदवेदांग +वेदवेदांगतत्त्वज्ञो +वेदवेदांगपारग +वेदवेदांगपारगः +वेदवेदांगपारगम् +वेदवेदांगपारगाः +वेदवेदांगपारगैः +वेदवेदाङ्ग +वेदवेदाङ्गतत्त्वज्ञः +वेदवेदाङ्गतत्त्वज्ञो +वेदवेदाङ्गपारग +वेदवेदाङ्गपारगः +वेदवेदाङ्गपारगम् +वेदवेदाङ्गपारगाः +वेदवेदाङ्गपारगान् +वेदवेदाङ्गपारगे +वेदवेदाङ्गविदुषे +वेदवेदाङ्गवेदिनः +वेदवेदान्त +वेदवेदान्तपारगः +वेदवेदिनः +वेदवेदिभिः +वेदवेद्य +वेदवेद्यं +वेदवेद्यः +वेदवेद्यस्य +वेदवेद्याय +वेदवेद्यो +वेदव्या +वेदव्यास +वेदव्यासं +वेदव्यासः +वेदव्यासस्य +वेदव्यासाय +वेदव्यासे +वेदव्यासेन +वेदव्यासो +वेदव्रतं +वेदव्रतानि +वेदशब्दः +वेदशब्दस्य +वेदशब्दे +वेदशब्देन +वेदशब्देभ्य +वेदशब्दो +वेदशर्मा +वेदशाखा +वेदशाखाः +वेदशाखाप्रणयनं +वेदशास्त्र +वेदशास्त्रं +वेदशास्त्रपुराणानां +वेदशास्त्रपुराणानि +वेदशास्त्रपुराणेषु +वेदशास्त्रविदर्हति +वेदशास्त्रविशारदः +वेदशास्त्राणां +वेदशास्त्राणि +वेदशास्त्रार्थतत्त्वज्ञो +वेदशास्त्राविरोधिना +वेदशास्त्रे +वेदशास्त्रेषु +वेदशिरसः +वेदशिरा +वेदशिराः +वेदशिरो +वेदश्च +वेदश्चक्षुः +वेदश्रुतिं +वेदश्रुतीमिव +वेदस +वेदसंज्ञा +वेदसंज्ञाविचारः +वेदसंमतम् +वेदसंमितम् +वेदसंयोगः +वेदसंयोगात् +वेदसंहिताम् +वेदसः +वेदसदृशं +वेदसमं +वेदसमाप्तौ +वेदसम् +वेदसम्मतम् +वेदसम्मितम् +वेदसा +वेदसां +वेदसाम +वेदसामसद्वृधे +वेदसारं +वेदसारः +वेदसारशिवस्तवः +वेदसारशिवस्तोत्रम् +वेदसिद्धान्तमार्गेषु +वेदसीयम् +वेदसे +वेदसो +वेदस् +वेदस्तत्त्वं +वेदस्तु +वेदस्थ +वेदस्थले +वेदस्मृतिर्वेदवती +वेदस्मृती +वेदस्य +वेदस्या +वेदस्याङ्गान्याहुरेतानि +वेदस्याध्ययनं +वेदस्यापि +वेदस्यापौरुषेयतया +वेदस्यास्य +वेदस्येति +वेदस्यैव +वेदस्वीकरणं +वेदहीनो +वेदऽइति +वेदा +वेदां +वेदांग +वेदांगं +वेदांगानि +वेदांगुलं +वेदांत +वेदांतवेद्याय +वेदांतवेद्यो +वेदांते +वेदांतेषु +वेदांशं +वेदांशे +वेदांश् +वेदांश्च +वेदांश्चैव +वेदांसि +वेदांस्त्रिदशानयष्ट +वेदाः +वेदाक्षरविचारेण +वेदाक्षराणि +वेदाख्यं +वेदागमपुराणेषु +वेदाग्राणि +वेदाङ्ग +वेदाङ्गं +वेदाङ्गज्योतिषस्य +वेदाङ्गज्योतिषे +वेदाङ्गत्वं +वेदाङ्गत्वम् +वेदाङ्गत्वेन +वेदाङ्गम् +वेदाङ्गवेदज्ञाः +वेदाङ्गशास्त्राणां +वेदाङ्गश्रुतिभूषणः +वेदाङ्गस्य +वेदाङ्गानां +वेदाङ्गानाम् +वेदाङ्गानि +वेदाङ्गान्यपि +वेदाङ्गुलं +वेदाङ्गे +वेदाङ्गेषु +वेदाङ्गो +वेदाङ्गों +वेदाचार्यः +वेदात् +वेदात्मकं +वेदात्मना +वेदात्मने +वेदात्मा +वेदात्मिकां +वेदाथ +वेदाथो +वेदादि +वेदादिः +वेदादिना +वेदादिषु +वेदादीनां +वेदादीन् +वेदादेः +वेदादेरपि +वेदादेव +वेदादौ +वेदाद् +वेदाद्यं +वेदाद्या +वेदाधिकरणे +वेदाध्य +वेदाध्ययन +वेदाध्ययनं +वेदाध्ययनतत्परः +वेदाध्ययनतत्पराः +वेदाध्ययनमेव +वेदाध्ययनम् +वेदाध्ययनसंपन्नः +वेदाध्ययनसम्पन्नः +वेदाध्ययनस्य +वेदाध्ययनानन्तरं +वेदाध्ययनाय +वेदाध्ययने +वेदाध्ययनेन +वेदाध्याय +वेदाध्यायः +वेदाध्यायी +वेदान +वेदानखिलान् +वेदानधीते +वेदानधीत्य +वेदानध्यापयन्तु +वेदानध्यापयामास +वेदाननुत्पाद्य +वेदानपि +वेदाना +वेदानां +वेदानादाय +वेदानामपि +वेदानामाधिपत्याय +वेदानामिति +वेदानाम् +वेदानि +वेदानिति +वेदानिमं +वेदानिर्वचनीयं +वेदानीति +वेदानु +वेदानुकारेण +वेदानुद्धरते +वेदानुमाने +वेदानुवचनं +वेदानुवचनादीनां +वेदानुवचनेन +वेदानुशासनमिति +वेदानुशासनम् +वेदान् +वेदान्त +वेदान्तं +वेदान्तः +वेदान्तकल्पतरुः +वेदान्तकल्पतरौ +वेदान्तकारिकावल्यां +वेदान्तकृत् +वेदान्तकृद्वेदविदेव +वेदान्तगं +वेदान्तगो +वेदान्तडिण्डिमः +वेदान्तदर्शन +वेदान्तदर्शनं +वेदान्तदर्शनम् +वेदान्तदर्शनस्य +वेदान्तदर्शने +वेदान्तदेशिकः +वेदान्तदेशिकस्य +वेदान्तनिश्चयः +वेदान्तपंचदशी +वेदान्तपरिभाषा +वेदान्तपरिभाषायां +वेदान्तपारगम् +वेदान्तप्रचारं +वेदान्तप्रमाणेन +वेदान्तमते +वेदान्तवाक्यजन्यया +वेदान्तवाक्यविचारः +वेदान्तवाक्यविचारेण +वेदान्तवाक्यानां +वेदान्तवाक्यानि +वेदान्तवाक्ये +वेदान्तवाक्येषु +वेदान्तविचारः +वेदान्तविज्ञानसुनिश्चितार्थाः +वेदान्तविज्ञानसुनिश्चितार्थानां +वेदान्तवेदिभिः +वेदान्तवेद्य +वेदान्तवेद्यं +वेदान्तवेद्यः +वेदान्तवेद्याय +वेदान्तवेद्यो +वेदान्तशास्त्र +वेदान्तशास्त्रं +वेदान्तशास्त्रम् +वेदान्तशास्त्रस्य +वेदान्तशास्त्राणि +वेदान्तशास्त्रे +वेदान्तश्रवणं +वेदान्तश्रवणादि +वेदान्तश्रवणे +वेदान्तसार +वेदान्तसारं +वेदान्तसारः +वेदान्तसारटीका +वेदान्तसारस्य +वेदान्तसारे +वेदान्तसिद्धान्तः +वेदान्तसूत्रपाठः +वेदान्तस्य +वेदान्ता +वेदान्ताः +वेदान्ताचार्यक्र्येण +वेदान्ताचार्यवर्येण +वेदान्ताचार्यस्य +वेदान्तानां +वेदान्तानामपि +वेदान्तानाम् +वेदान्तानि +वेदान्तार्थ +वेदान्तास्तु +वेदान्ति +वेदान्तिन +वेदान्तिनः +वेदान्तिनश्च +वेदान्तिनस्तु +वेदान्तिनां +वेदान्तिनामिव +वेदान्तिनाम् +वेदान्तिनो +वेदान्तिभिः +वेदान्तिमतसिद्धे +वेदान्तिमते +वेदान्ती +वेदान्ते +वेदान्तेति +वेदान्तेन +वेदान्तेभ्य +वेदान्तेषु +वेदान्तेष्वपि +वेदान्तेष्विति +वेदान्तैः +वेदान्तो +वेदान्तोक्ते +वेदान्तोपगतं +वेदान्त् +वेदान्न +वेदान्नादो +वेदान्पठित्वा +वेदान्स +वेदाप +वेदापयति +वेदापहत्य +वेदापौरुषेयत्वकथनम् +वेदाप्त्वैव +वेदाभि +वेदाभ्यास +वेदाभ्यासं +वेदाभ्यासः +वेदाभ्यासजडः +वेदाभ्यासे +वेदाभ्यासेन +वेदाभ्यासो +वेदाभ्यासोऽन्वहं +वेदाम +वेदाय +वेदायतनवान् +वेदायन +वेदारण्यकमेव +वेदारत्नाव् +वेदारम्भः +वेदारम्भसंस्कारः +वेदार्थ +वेदार्थं +वेदार्थः +वेदार्थज्ञानं +वेदार्थप्रकाश +वेदार्थप्रकाशे +वेदार्थविचारे +वेदार्थवित् +वेदार्थसंग्रह +वेदार्थसंग्रहः +वेदार्थसंग्रहे +वेदार्थसङ्ग्रहः +वेदार्थसङ्ग्रहे +वेदार्थसत्यत्वेनैवमेवैतदिति +वेदार्थस्य +वेदार्थाः +वेदार्थानां +वेदार्थे +वेदार्थेति +वेदार्थेषु +वेदार्थो +वेदालङ्कार +वेदाव +वेदाविनाशिनं +वेदाविनाशिनमिति +वेदाविनाशिनम् +वेदाश् +वेदाश्च +वेदाश्चत्वार +वेदाश्चत्वारः +वेदाश्चत्वारो +वेदाश्चेति +वेदाश्नुते +वेदाश्रं +वेदास् +वेदास्त +वेदास्तं +वेदास्तथा +वेदास्तव +वेदास्तस्य +वेदास्तावद्यज्ञकर्मप्रवृत्ता +वेदास्तु +वेदास्ते +वेदास्त्रयस्त्रयी +वेदास्त्रयो +वेदास्त्रयोऽग्नयः +वेदास्त्रिदण्डं +वेदास्य +वेदाह +वेदाहं +वेदाहमिति +वेदाहमेतं +वेदाहम् +वेदा॒ +वेदा॒हं +वेदा॒हमे॒तं +वेदि +वेदिँ +वेदिं +वेदिं॑ +वेदिं॒ +वेदिः +वेदिः॑ +वेदिकं +वेदिकम् +वेदिकया +वेदिकरणं +वेदिकरणम् +वेदिका +वेदिकां +वेदिकाः +वेदिकानां +वेदिकाबन्धो +वेदिकाभिः +वेदिकामध्ये +वेदिकामानं +वेदिकाम् +वेदिकाया +वेदिकायां +वेदिकायाः +वेदिकायाश्च +वेदिकायास्तु +वेदिकालक्षणं +वेदिकाले +वेदिकुम्भेषु +वेदिकोच्चं +वेदिकोत्तुङ्गं +वेदिकोत्सेधं +वेदिकोदयमीरितम् +वेदिकोदयम् +वेदिकोदरे +वेदिकोपरि +वेदिकोर्ध्वे +वेदित +वेदितं +वेदितः +वेदितम् +वेदितरग्ने +वेदितरि +वेदितव्य +वेदितव्यं +वेदितव्यः +वेदितव्यतया +वेदितव्यतयोपदिश्यते +वेदितव्यमिति +वेदितव्यमित्यर्थः +वेदितव्यम् +वेदितव्यम्‌ +वेदितव्या +वेदितव्याः +वेदितव्यानि +वेदितव्याश्च +वेदितव्ये +वेदितव्येति +वेदितव्यो +वेदितव्यौ +वेदिता +वेदितारं +वेदितारः +वेदिति +वेदितु +वेदितुं +वेदितुः +वेदितुङ्गं +वेदितुमर्हति +वेदितुमिच्छन्ति +वेदितुमिच्छामि +वेदितुमिच्छामीति +वेदितुम् +वेदितृतीये +वेदितृषु +वेदित्वं +वेदित्वम् +वेदिनः +वेदिनी +वेदिने +वेदिबन्धं +वेदिभद्रं +वेदिभिः +वेदिमध्ये +वेदिमानम् +वेदिमिति +वेदिमुद्धन्ति +वेदिमेत्य +वेदिमेव +वेदिम् +वेदिरसि +वेदिरिति +वेदिरूपे +वेदिरेव +वेदिरेषा +वेदिर् +वेदिर्बर्हिः +वेदिर्भवति +वेदिर्भवतीति +वेदिर्लोमानि +वेदिलक्षणं +वेदिविलग्नमध्या +वेदिश्च +वेदिश्रोणौ +वेदिश्रोण्यां +वेदिषत् +वेदिषद +वेदिषदः +वेदिषदतिथिर्दुरोणसत् +वेदिषदे +वेदिषद् +वेदिषन्मानुषेभ्यः +वेदिषु +वेदिष्यन्ते +वेदिसंमार्गदक्षा +वेदिसंमितां +वेदिसमीपे +वेदिस् +वेदिस्कन्धो +वेदि॑म् +वेदि॒षदति॑थिर्दुरोण॒सत् +वेदिꣳ +वेदी +वेदीं +वेदीः +वेदीकन्धरं +वेदीनां +वेदीबन्धो +वेदीमध्ये +वेदीम् +वेदीश्च +वेदुको +वेदे +वेदेः +वेदेति +वेदेत्यर्थः +वेदेत्यादि +वेदेत्युपनिषत् +वेदेत्य् +वेदेदं +वेदेन +वेदेनाग्निं +वेदेनेति +वेदेनैव +वेदेनोपयम्य +वेदेनोपवाजयत्यनूक्तासु +वेदेपि +वेदेभ्य +वेदेभ्यः +वेदेभ्यो +वेदेभ्योऽखिलं +वेदेर्दक्षिणभागे +वेदेर्विज्ञायते +वेदेर्वितृतीयदेशे +वेदेषु +वेदेषूच्चारणभेदार्थः +वेदेष्वपि +वेदेष्विति +वेदेष्वेव +वेदेह +वेदेऽपि +वेदेऽस्ति +वेदे॑न +वेदै +वेदैः +वेदैनं +वेदैरशून्यस्त्रिभिरेति +वेदैरिति +वेदैरुपरि +वेदैरेव +वेदैर् +वेदैर्न +वेदैश्च +वेदैश्चतुर्भिः +वेदैष +वेदो +वेदों +वेदोक्त +वेदोक्तं +वेदोक्तः +वेदोक्तधर्मविषयः +वेदोक्तप्रकारेण +वेदोक्तमेव +वेदोक्तविधिना +वेदोक्ता +वेदोक्तां +वेदोक्ताः +वेदोक्तानि +वेदोक्तान् +वेदोक्ते +वेदोक्तेन +वेदोक्तेषु +वेदोक्तैः +वेदोक्तो +वेदोत्पत्ति +वेदोत्पत्तिविषयः +वेदोदितं +वेदोदिता +वेदोदितानां +वेदोदितानि +वेदोपकरणे +वेदोपनिषत् +वेदोपनिषदां +वेदोपवेदैः +वेदोपाकरणं +वेदोपाकरणे +वेदोसि +वेदोऽखिलो +वेदोऽध्येयो +वेदोऽपि +वेदोऽप्रमाणं +वेदोऽभवस्तेन +वेदोऽयं +वेदोऽसि +वेदोऽसीति +वेदोऽस्ति +वेदो॑ +वेदो॒ +वेदौ +वेद् +वेद्धव्यं +वेद्धुं +वेद्मि +वेद्मीति +वेद्म्यहं +वेद्म्यहम् +वेद्म्य् +वेद्य +वेद्यँ +वेद्यं +वेद्यं॑ +वेद्यः +वेद्यत +वेद्यतया +वेद्यता +वेद्यते +वेद्यत्वं +वेद्यत्वम् +वेद्यत्वात् +वेद्यन्तमनु +वेद्यन्ते +वेद्यमेव +वेद्यम् +वेद्यर्द्धं +वेद्यविदां +वेद्यश्च +वेद्यस्य +वेद्या +वेद्यां +वेद्याः +वेद्याख्ये +वेद्यानां +वेद्यानि +वेद्याभिः +वेद्यामास्तीर्णे +वेद्यामिव +वेद्यामुपरि +वेद्यामेव +वेद्याम् +वेद्याय +वेद्याश्च +वेद्याश्चोपरि +वेद्युत्करौ +वेद्ये +वेद्यै +वेद्यो +वेद्यौ +वेद्‌ +वेद॑ +वेद॑ः +वेद॑त् +वेद॑नं +वेद॒ +वेदꣳ +वेध +वेधं +वेधः +वेधक +वेधकं +वेधकः +वेधकम् +वेधका +वेधके +वेधगुणं +वेधगोल +वेधगोलीय +वेधगोले +वेधजं +वेधति +वेधते +वेधनं +वेधनम् +वेधनी +वेधने +वेधमुख्या +वेधम् +वेधयेत् +वेधवलये +वेधविधिः +वेधवृत्ते +वेधशाला +वेधश्च +वेधस +वेधसं +वेधसः +वेधसम् +वेधसश्च +वेधसस्त्रिलोकसौन्दर्यमिवोदितं +वेधसा +वेधसां +वेधसामपि +वेधसाम् +वेधसि +वेधसे +वेधसैव +वेधसो +वेधसोऽपि +वेधसौ +वेधस् +वेधस्तम +वेधस्तु +वेधस्थाने +वेधस्य +वेधा +वेधां +वेधाः +वेधात् +वेधादिना +वेधाद्यधिकरणम् +वेधाद्यर्थभेदात् +वेधाधिक्यकरं +वेधास् +वेधितः +वेधिता +वेधी +वेधे +वेधेन +वेधो +वेध्य +वेध्यं +वेध्यः +वेध्या +वेध्याः +वेध्ये +वेध्यौ +वेन +वेनं +वेनः +वेनतः +वेनति +वेनतिः +वेनतेः +वेनन् +वेनन्तः +वेनन्ता +वेनन्ति +वेनन्तो +वेनश् +वेनश्च +वेनश्चोदयत् +वेनश्चोदयत्पृश्निगर्भा +वेनश्चोदयत्पृश्निगर्भाः +वेनस्तत् +वेनस्य +वेना +वेनाः +वेनादेकं +वेनापि +वेनाम् +वेनि +वेनिस +वेनिस् +वेनूर +वेने +वेनेजुएला +वेनेजुयेला +वेनेति +वेनेन +वेनैव +वेनो +वेनोपाख्याने +वेन्दौ +वेन्द्र +वेन्द्रो +वेन्ना +वेन्यस्य +वेन॑तः +वेन॑न्तो +वेप +वेपः +वेपत +वेपते +वेपथु +वेपथुं +वेपथुः +वेपथुना +वेपथुमती +वेपथुमतीं +वेपथुमत्या +वेपथुम् +वेपथुरन्तरायः +वेपथुर् +वेपथुर्भवेत् +वेपथुर्विषमो +वेपथुश्च +वेपथुश्चास्य +वेपथुश्चेति +वेपथुस्वप्नतृष्णाः +वेपथौ +वेपध्वम् +वेपनं +वेपनः +वेपनस्य +वेपने +वेपनो +वेपन्ती +वेपन्तीं +वेपन्ते +वेपमान +वेपमानं +वेपमानः +वेपमाना +वेपमानां +वेपमानाः +वेपमानाङ्गी +वेपमानो +वेपमानौ +वेपय +वेपयन्ति +वेपसा +वेपसे +वेपि +वेपिताः +वेपितायां +वेपी +वेपेते +वेपो +वेप॑ते +वेब +वेबः +वेबदुनिया +वेबर +वेबसाइट +वेब् +वेभः +वेभ्यः +वेम +वेमः +वेमन् +वेमभूपाल +वेमभूपालः +वेमभूभुजा +वेमा +वेमि +वेयं +वेयः +वेयगाने +वेयम् +वेयि +वेयुः +वेर +वेरं +वेरपृक्तस्य +वेरमणं +वेरा +वेरां +वेरिति +वेरिति॒ +वेरिव +वेरु +वेरूळ +वेरोना +वेर् +वेर्ग्रो +वेर्न +वेर्से +वेर्होत्रं +वेल +वेलं +वेलयति +वेलया +वेला +वेलां +वेलाः +वेलाओं +वेलाचल +वेलातटे +वेलामतिक्रमेत् +वेलामतिक्रम्य +वेलामासाद्य +वेलामिव +वेलामो +वेलाम् +वेलाया +वेलायां +वेलायामिमा +वेलायामिमां +वेलायाम् +वेलावदर +वेलावनान्तेषु +वेलावने +वेलावली +वेलासु +वेलाहीने +वेलु +वेलृ +वेले +वेलेति +वेलेव +वेल् +वेल्ल +वेल्लं +वेल्लति +वेल्लद्बलाका +वेल्लन्तरो +वेल्लाप्पाटुदेवीमन्दिरम् +वेल्लि +वेल्लितं +वेल्लिता +वेल्लूरु +वेल्लूरुमण्डलम् +वेल्स +वेल्स् +वेळ +वेळं +वेव +वेवं +वेवदि +वेवर +वेवा +वेवि +वेविक्ते +वेविजे +वेविज्यते +वेविदानाः +वेविषत् +वेविषद्वितिष्ठसे +वेविषद्विषः +वेविष्टे +वेविष्यात् +वेवि॑षत् +वेवी +वेवीङ् +वेवीयते +वेवे +वेवेक्ति +वेवेति +वेवेष्टि +वेश +वेशं +वेशः +वेशधारी +वेशनं +वेशनम् +वेशन्त +वेशन्तः +वेशन्ता +वेशन्त्या +वेशभगीना +वेशभूषणानि +वेशभूषा +वेशभूषाः +वेशभूषायां +वेशम् +वेशय +वेशयति +वेशयामास +वेशयामि +वेशयेत् +वेशयेह +वेशवारः +वेशसो +वेशस्य +वेशा +वेशान्ताः +वेशान्यत्वं +वेशाय +वेशी +वेशे +वेशेन +वेशेनैव +वेशेषु +वेशो +वेशोभग्यः +वेश्च +वेश्म +वेश्मनः +वेश्मना +वेश्मनां +वेश्मनाम् +वेश्मनि +वेश्मनो +वेश्मन् +वेश्मन्युत्तानशायिनः +वेश्मसु +वेश्मानि +वेश्मेति +वेश्मेव +वेश्य +वेश्यं +वेश्यया +वेश्या +वेश्यां +वेश्याः +वेश्यागामी +वेश्यागृहं +वेश्यागृहे +वेश्याजनः +वेश्यानां +वेश्यापतिः +वेश्यापतौ +वेश्यापि +वेश्याभिः +वेश्याम् +वेश्याया +वेश्यायां +वेश्यायाः +वेश्यायाञ्च +वेश्यायाम् +वेश्याश्च +वेश्यासु +वेश्यासौ +वेश्येव +वेश्योवाच +वेष +वेषं +वेषः +वेषणे +वेषति +वेषधारिणः +वेषधारी +वेषभूषणम् +वेषभूषणानि +वेषभूषा +वेषमास्थाय +वेषम् +वेषश्रिर् +वेषश्रीरसि +वेषस्थितिः +वेषस्य +वेषा +वेषां +वेषाः +वेषान् +वेषाय +वेषि +वेषि॑ +वेषि॒ +वेषु +वेषे +वेषेण +वेषो +वेष् +वेष्ट +वेष्टं +वेष्टः +वेष्टक +वेष्टकः +वेष्टते +वेष्टदिने +वेष्टन +वेष्टनं +वेष्टनम् +वेष्टना +वेष्टनात् +वेष्टने +वेष्टनेन +वेष्टमानं +वेष्टय +वेष्टयति +वेष्टयतीति +वेष्टयते +वेष्टयन्ति +वेष्टयामास +वेष्टयामि +वेष्टयामीदमेनमधमं +वेष्टयितव्या +वेष्टयित्वा +वेष्टयिष्यन्ति +वेष्टये +वेष्टयेत् +वेष्टयेद् +वेष्टव्यम् +वेष्टा +वेष्टि +वेष्टिचेष्ट्योः +वेष्टित +वेष्टितं +वेष्टितः +वेष्टितम् +वेष्टितशिरा +वेष्टिता +वेष्टितां +वेष्टिताः +वेष्टितान् +वेष्टिताम् +वेष्टिते +वेष्टितैः +वेष्टितो +वेष्टे +वेष्टेभ्यस्तालु +वेष्टेषु +वेष्टो +वेष्टौ +वेष्ट् +वेष्ट्य +वेष्ट्यं +वेष्ट्यते +वेष्यते +वेष्यो +वेस +वेसर +वेसरं +वेसरषाडवः +वेसरा +वेसरे +वेसवार +वेसवारं +वेसवारः +वेसवारेण +वेसे +वेसेलियस् +वेस्ट +वेस्टइण्डिज +वेस्टर्न् +वेस्टिबुलर +वेस्टिबुले +वेस्ट् +वेस्संतर +वेस्‍ट +वेह +वेहच्च +वेहतं +वेहतम् +वेहत् +वेहद् +वेही +वेहृ +वेऽति +वेऽपि +वेि +वेिअ +वेिद्या +वेिन +वेिना +वेिष +वेिषं +वेो +वे॑त्थ॒ +वे॑द +वे॑दयामसि +वे॑द॒ +वे॑पयन्ति॒ +वे॑ष्टयामी॒दमे॑नमध॒राञ्चं॑ +वे॒ति॒ +वे॒तु॒ +वे॒त्तु॒ +वे॒दः +वे॒दो +वे॒द्याभिः॑ +वे॒द॒ +वे॒धः॒ +वे॒धसः॑ +वे॒धसा॑म् +वे॒धसे॑ +वे॒धसे॒ +वे॒धसो॒ +वे॒धस॑ः +वे॒धा +वे॒धाः +वे॒न +वे॒नः +वे॒ना +वे॒नाः +वे॒नो +वे॒ह +वे᳘त्थ +वे᳘द +वे꣣दसम् +वै +वैं +वैः +वैक +वैकं +वैकः +वैककर्म्यात् +वैकङ्कत +वैकङ्कतं +वैकङ्कतः +वैकङ्कतानि +वैकङ्कती +वैकङ्कतीं +वैकङ्कतीमुत्तराम् +वैकङ्कतीम् +वैकटिकेन +वैकत्र +वैकथिकः +वैकर्णिः +वैकर्णेयः +वैकर्णो +वैकर्तनं +वैकर्तनः +वैकर्तने +वैकर्तनो +वैकल्पिक +वैकल्पिकं +वैकल्पिकः +वैकल्पिकतया +वैकल्पिकत्वात् +वैकल्पिकत्वेन +वैकल्पिकमिति +वैकल्पिकम् +वैकल्पिकस्य +वैकल्पिका +वैकल्पिकाः +वैकल्पिकानि +वैकल्पिकी +वैकल्पिके +वैकल्पिको +वैकल्पिकोऽनुरूपः +वैकल्पिकौ +वैकल्य +वैकल्यं +वैकल्यकराणि +वैकल्यकरे +वैकल्यदर्शनम् +वैकल्यम् +वैकल्ये +वैकल्येन +वैकस्य +वैका +वैकां +वैकारिक +वैकारिकं +वैकारिकः +वैकारिकस्तु +वैकारिकस्तृतीयस्तु +वैकारिकस्तैजसश्च +वैकारिका +वैकारिकाः +वैकारिकात् +वैकारिकाश्च +वैकारिके +वैकारिको +वैकाशी +वैकुंठ +वैकुंठं +वैकुंठः +वैकुंठभवनं +वैकुंठमंदिरम् +वैकुंठस्य +वैकुंठे +वैकुंठो +वैकुण्ठ +वैकुण्ठं +वैकुण्ठः +वैकुण्ठधाम +वैकुण्ठनामग्रहणमशेषाघहरं +वैकुण्ठप्राप्तिः +वैकुण्ठभवनं +वैकुण्ठभाजापि +वैकुण्ठभुवनं +वैकुण्ठमासाद्य +वैकुण्ठमित्यपि +वैकुण्ठमुत्तमम् +वैकुण्ठमेकदा +वैकुण्ठमेव +वैकुण्ठम् +वैकुण्ठरूपं +वैकुण्ठलोकं +वैकुण्ठलोकः +वैकुण्ठलोके +वैकुण्ठवासिनः +वैकुण्ठवासिनी +वैकुण्ठवासिनो +वैकुण्ठवासी +वैकुण्ठश्च +वैकुण्ठस्य +वैकुण्ठा +वैकुण्ठाख्यं +वैकुण्ठाच्च +वैकुण्ठात् +वैकुण्ठादपि +वैकुण्ठादिषु +वैकुण्ठाय +वैकुण्ठे +वैकुण्ठेति +वैकुण्ठेन +वैकुण्ठेऽपि +वैकुण्ठो +वैकुण्ठोऽपराजिता +वैकृत +वैकृतं +वैकृतः +वैकृतम् +वैकृतश्चैव +वैकृतस्तु +वैकृतस्य +वैकृता +वैकृताः +वैकृतात् +वैकृतादहङ्कारात् +वैकृतानां +वैकृतानि +वैकृताश्च +वैकृताश्चैव +वैकृतिको +वैकृते +वैकृतेन +वैकृतैः +वैकृतो +वैकृतोऽन्यः +वैकृत्यं +वैकृत्ये +वैकेन +वैक्रमाब्दतः +वैक्रमाब्दानभितः +वैक्रमाब्दे +वैक्रमे +वैक्रांतं +वैक्रान्त +वैक्रान्तं +वैक्रान्तः +वैक्रान्तकं +वैक्रान्तकः +वैक्रान्तभस्म +वैक्लब्यं +वैक्लब्ये +वैक्लवं +वैक्लव्यं +वैक्लव्ये +वैख +वैखरी +वैखरीं +वैखरीति +वैखरीत्युच्यते +वैखर्या +वैखा +वैखान +वैखानस +वैखानसं +वैखानसः +वैखानसगृह्यसूत्र +वैखानसत्वं +वैखानसभगवच्छास्त्रे +वैखानसमृह्यसूत्र +वैखानसम् +वैखानससूत्रस्य +वैखानससूत्रेण +वैखानसस्तु +वैखानसस्य +वैखानसहरद्विजौ +वैखानसा +वैखानसाः +वैखानसागमः +वैखानसानां +वैखानसीं +वैखानसे +वैखानसेन +वैखानसैः +वैखानसो +वैखुधीं +वैगिकी +वैगुण्य +वैगुण्यं +वैगुण्यम् +वैगुण्यात् +वैगुण्यान् +वैगुण्ये +वैचक्षण्यं +वैचारिक +वैचि +वैचित्त्यं +वैचित्त्ये +वैचित्यं +वैचित्ये +वैचित्र +वैचित्रवीर्य +वैचित्रवीर्यं +वैचित्रवीर्यस्य +वैचित्र्य +वैचित्र्यं +वैचित्र्यमिति +वैचित्र्यमेव +वैचित्र्यम् +वैचित्र्यस्य +वैचित्र्यात् +वैचित्र्यान्तरायाह +वैचित्र्याय +वैचित्र्यार्थं +वैचित्र्यार्थम् +वैचित्र्ये +वैचित्र्येण +वैज +वैजनने +वैजनाथ +वैजयंती +वैजयन्त +वैजयन्तं +वैजयन्तः +वैजयन्तमिति +वैजयन्ता +वैजयन्तिका +वैजयन्ती +वैजयन्तीं +वैजयन्तीकृत् +वैजयन्तीति +वैजयन्ते +वैजयन्तो +वैजयन्त्यः +वैजयन्त्या +वैजयन्त्यां +वैजयन्त्याः +वैजयन्त्याम् +वैजयिकं +वैजयिकीनां +वैजा +वैजात्य +वैजात्यं +वैजात्यस्य +वैजात्ये +वैजिकं +वैज्ञानिक +वैज्ञानिकं +वैज्ञानिकः +वैज्ञानिकता +वैज्ञानिकदृष्ट्या +वैज्ञानिकप्रबन्धनस्य +वैज्ञानिकरीत्या +वैज्ञानिकसंस्थाः +वैज्ञानिकस्य +वैज्ञानिका +वैज्ञानिकाः +वैज्ञानिकानां +वैज्ञानिकानाम् +वैज्ञानिकी +वैज्ञानिके +वैज्ञानिकैः +वैज्ञानिकों +वैट +वैटिकन +वैट् +वैठा +वैठे +वैडालं +वैडालव्रतिकान् +वैडू +वैडूर्य +वैडूर्यं +वैडूर्यः +वैडूर्यमयं +वैडूर्यमयः +वैडूर्यमयस्य +वैडूर्यमया +वैडूर्यमयाः +वैडूर्यमये +वैडूर्यम् +वैणः +वैणव +वैणवं +वैणवः +वैणवञ्च +वैणवम् +वैणवा +वैणवान् +वैणवी +वैणवीं +वैणवे +वैणवेन +वैणिकः +वैणिका +वैणिकाः +वैणिकैः +वैणिको +वैणो +वैण्यं +वैण्यः +वैत +वैतं +वैतंसिकः +वैतंसिको +वैतण्डिकः +वैतण्डिकस्य +वैतण्ड्यः +वैतत् +वैतत्कर्म +वैतत्येन +वैतथ्य +वैतथ्यं +वैतथ्यमेतयोः +वैतथ्यम् +वैतदेवं +वैतद् +वैतनिक +वैतनिकः +वैतरणी +वैतरणीं +वैतरणीञ्च +वैतरण्या +वैतरण्यां +वैतरण्याः +वैतरण्यादौ +वैतस +वैतसं +वैतसः +वैतसीं +वैतसे +वैतसेन +वैतसो +वैतहव्य +वैतहव्यः +वैतहव्यमोकोनिधनम् +वैतहव्यम् +वैता +वैतानं +वैतानश्रौतसूत्रम् +वैतानसूत्रात् +वैतानसूत्रे +वैतानि +वैतानिक +वैतानिकं +वैतानिकानि +वैतानिके +वैताने +वैतालिक +वैतालिकः +वैतालिका +वैतालिकाः +वैतालिकानां +वैतालिकास्तथा +वैतालिकैः +वैतालिकौ +वैताली +वैतालीय +वैतालीयं +वैतालीयमेव +वैतालीयम् +वैतालीयेऽन्ते +वैतालो +वैताश्रौ +वैति +वैतृष्ण्य +वैतृष्ण्यं +वैतृष्ण्यम् +वैते +वैतेन +वैतेषां +वैतेषु +वैतोऽन्यत्र +वैत्ति +वैत्रकाः +वैद +वैदः +वैदग्धी +वैदग्ध्य +वैदग्ध्यं +वैदग्ध्यम् +वैदग्ध्यस्य +वैदथिनाय +वैददश्विः +वैदन्वतं +वैदन्वतम् +वैदन्वतानि +वैदभृत्यः +वैदर्भ +वैदर्भं +वैदर्भः +वैदर्भको +वैदर्भमार्गस्य +वैदर्भमिति +वैदर्भयोः +वैदर्भरीतिः +वैदर्भरीतौ +वैदर्भा +वैदर्भि +वैदर्भिः +वैदर्भी +वैदर्भीं +वैदर्भीकेलिशैले +वैदर्भीति +वैदर्भीरीति +वैदर्भीरीतिः +वैदर्भीरीतेः +वैदर्भे +वैदर्भो +वैदर्भोऽभिघातजः +वैदर्भ्या +वैदर्भ्यां +वैदर्भ्याः +वैदर्वाय +वैदलं +वैदलम् +वैदला +वैदलाः +वैदलानां +वैदान्तसारः +वैदि +वैदिक +वैदिकं +वैदिकः +वैदिकऋषिः +वैदिककर्मणः +वैदिककर्मणां +वैदिककर्मणि +वैदिककाण्डः +वैदिककालस्य +वैदिककाले +वैदिकक्रियानधिकृताः +वैदिकग्रन्थानां +वैदिकग्रन्थेषु +वैदिकच्छन्दसां +वैदिकत्वेन +वैदिकदर्शने +वैदिकदर्शनेषु +वैदिकदेवताः +वैदिकधर्मः +वैदिकधर्मस्य +वैदिकनिघण्टौ +वैदिकप्रकरणम् +वैदिकप्रक्रियायामेव +वैदिकप्रयोगविषयः +वैदिकभाषा +वैदिकभाष्यकाराः +वैदिकमन्त्राणां +वैदिकमन्त्रेषु +वैदिकमपि +वैदिकमिति +वैदिकमेव +वैदिकम् +वैदिकयुगस्य +वैदिकयुगे +वैदिकवत् +वैदिकवाङ्मयं +वैदिकवाङ्मयम् +वैदिकवाङ्मयस्य +वैदिकवाङ्मये +वैदिकविज्ञानम् +वैदिकविवेचनम् +वैदिकशब्दानां +वैदिकशब्दानाम् +वैदिकश्च +वैदिकसंदर्भाः +वैदिकसंस्कृतम् +वैदिकसंस्कृतस्य +वैदिकसंस्कृतिः +वैदिकसंस्कृतेः +वैदिकसंहितासु +वैदिकसम्प्रदायस्य +वैदिकसाहित्यम् +वैदिकसाहित्यस्य +वैदिकसाहित्ये +वैदिकस्य +वैदिका +वैदिकाः +वैदिकाध्ययने +वैदिकानां +वैदिकानामपि +वैदिकानि +वैदिकान् +वैदिकाश्च +वैदिकास्त +वैदिकी +वैदिकीं +वैदिकीषु +वैदिके +वैदिकेति +वैदिकेन +वैदिकेनैव +वैदिकेषु +वैदिकेऽपि +वैदिकै +वैदिकैः +वैदिकैर्मन्त्रैः +वैदिको +वैदिक्या +वैदिक्यो +वैदिशं +वैदिशम् +वैदिशे +वैदी +वैदुष्य +वैदुष्यं +वैदुष्यम् +वैदूर्य +वैदूर्यं +वैदूर्यवर्णा +वैदूर्यो +वैदूर्य्य +वैदूर्य्यं +वैदूर्य्यमणौ +वैदूर्य्यम् +वैदे +वैदेया +वैदेशिक +वैदेशिकः +वैदेशिका +वैदेशिकाः +वैदेशिकानां +वैदेशिकान् +वैदेशिकैः +वैदेशिको +वैदेह +वैदेहं +वैदेहः +वैदेहक +वैदेहकं +वैदेहकः +वैदेहकव्यञ्जना +वैदेहकव्यञ्जनाः +वैदेहकव्यञ्जनो +वैदेहकस्य +वैदेहकाः +वैदेहकानां +वैदेहकेन +वैदेहसुता +वैदेहसुतां +वैदेहस्य +वैदेहि +वैदेही +वैदेहीं +वैदेहीति +वैदेहीमनुचिन्तयन् +वैदेहीमागतं +वैदेहीसहितं +वैदेहे +वैदेहो +वैदेह्या +वैदेह्यां +वैदेह्याः +वैदेह्यामेव +वैदेह्याश्च +वैदेह्याश्चैव +वैद्य +वैद्यं +वैद्यः +वैद्यक +वैद्यकं +वैद्यकचक्रपाणि +वैद्यकचक्रपाणिसंग्रहः +वैद्यकचक्रपाणिसंग्रहे +वैद्यकद्रव्यगुणः +वैद्यकपथ्यापथ्यविधौ +वैद्यकपरिभाषा +वैद्यकपरिभाषायाम् +वैद्यकभैषज्यधन्वन्तरिग्रन्थे +वैद्यकमते +वैद्यकम् +वैद्यकरत्नमाला +वैद्यकरत्नमालायाम् +वैद्यकरसेन्द्रसार +वैद्यकरसेन्द्रसारसंग्रहे +वैद्यकशास्त्र +वैद्यकशास्त्रमूलोद्देशः +वैद्यकशास्त्रे +वैद्यकीय +वैद्यकीयं +वैद्यकीयचिकित्सायां +वैद्यकीये +वैद्यके +वैद्यकेन +वैद्यकोक्ते +वैद्यगदाधरस्य +वैद्यत्वं +वैद्यनाथ +वैद्यनाथं +वैद्यनाथः +वैद्यनाथविरचिते +वैद्यनाथस्य +वैद्यनाथे +वैद्यनाथो +वैद्यपदवीं +वैद्यभिक्षू +वैद्यम् +वैद्यराज +वैद्यविज्ञानम् +वैद्यविज्ञानसम्बद्धाः +वैद्यविज्ञाने +वैद्यशास्त्रम् +वैद्यशास्त्रे +वैद्यश्च +वैद्यश्चिकित्सकः +वैद्यस्तु +वैद्यस्य +वैद्या +वैद्यांश्च +वैद्याः +वैद्याधरं +वैद्याधरीं +वैद्याधरे +वैद्यानां +वैद्यान् +वैद्याय +वैद्यालयः +वैद्यालये +वैद्याश् +वैद्याश्च +वैद्याह्वानाय +वैद्युत +वैद्युतं +वैद्युतः +वैद्युतध्रुवीकरणम् +वैद्युतम् +वैद्युतरूपेण +वैद्युतश् +वैद्युतश्च +वैद्युतस्य +वैद्युता +वैद्युताः +वैद्युताग्निरूपेण +वैद्युतात्मना +वैद्युताम्बरम् +वैद्युतावेशः +वैद्युते +वैद्युतेन +वैद्युतेनैव +वैद्युतो +वैद्युतोऽग्निः +वैद्ये +वैद्येन +वैद्येषु +वैद्यै +वैद्यैः +वैद्यो +वैद्यों +वैद्योऽवगच्छेदविषं +वैद्यौ +वैध +वैधं +वैधः +वैधता +वैधत्वं +वैधत्वात् +वैधम् +वैधम्र्य +वैधम्र्यं +वैधम्र्याच्च +वैधम्र्येण +वैधरं +वैधरणं +वैधरो +वैधर्म्य +वैधर्म्यं +वैधर्म्यदृष्टान्त +वैधर्म्यदृष्टान्तः +वैधर्म्यदृष्टान्तमाह +वैधर्म्यमाह +वैधर्म्यम् +वैधर्म्यम्‌ +वैधर्म्यवतः +वैधर्म्यसमः +वैधर्म्यसमा +वैधर्म्यस्य +वैधर्म्याच्च +वैधर्म्यात् +वैधर्म्यात्‌ +वैधर्म्याद् +वैधर्म्ये +वैधर्म्येण +वैधर्म्येणापि +वैधर्म्योदाहरणम् +वैधवी +वैधवेयः +वैधव्य +वैधव्यं +वैधव्यकारिणी +वैधव्यमाप्नुयात् +वैधव्यमाप्नोति +वैधव्यम् +वैधव्ये +वैधव्येन +वैधसं +वैधसी +वैधसीं +वैधहिंसा +वैधात्रः +वैधात्रम् +वैधि +वैधी +वैधुर्यं +वैधृत +वैधृतं +वैधृतः +वैधृति +वैधृतिं +वैधृतिः +वैधृतिम् +वैधृतिव्यतिपातौ +वैधृतिश्च +वैधृते +वैधृतौ +वैधे +वैधेय +वैधेयः +वैन +वैनं +वैनः +वैनगङ्गा +वैनतेय +वैनतेयं +वैनतेयः +वैनतेयमिवोरगाः +वैनतेयश्च +वैनतेयस्य +वैनतेया +वैनतेयाः +वैनतेयादिवोरगाः +वैनतेयाय +वैनतेयी +वैनतेये +वैनतेयेन +वैनतेयो +वैनतेयोऽपि +वैनबर्ग +वैनमो +वैनम् +वैनयिकं +वैनयिकः +वैनयिकी +वैनयोः +वैनस्य +वैनां +वैनायकं +वैनायकाश्च +वैनायकी +वैनायकीं +वैनाशिक +वैनाशिकं +वैनाशिकः +वैनाशिकम् +वैनाशिकसमय +वैनाशिकस्य +वैनाशिका +वैनाशिकाः +वैनाशिकानां +वैनाशिके +वैनाशिकैः +वैनाशिको +वैने +वैनेयवत्सानां +वैनेया +वैनेयाः +वैनेयानां +वैनेयान् +वैन्य +वैन्यं +वैन्यः +वैन्यस्तु +वैन्यस्य +वैन्याः +वैन्येन +वैन्यो +वैप +वैपम्यं +वैपरी +वैपरीत्य +वैपरीत्यं +वैपरीत्यमिति +वैपरीत्यमेव +वैपरीत्यम् +वैपरीत्यस्यापि +वैपरीत्या +वैपरीत्यात् +वैपरीत्यात्क्रियायोगाल्लक्षणा +वैपरीत्ये +वैपरीत्येन +वैपरीत्येऽपि +वैपश्चिती +वैपादिकं +वैपुल्यं +वैपुल्यम् +वैपुल्ये +वैपुल्येन +वैप्रुषान् +वैफल्यं +वैफल्यम् +वैफल्यात् +वैफल्ये +वैबसंस्करण +वैबुधं +वैबुधीं +वैभक्तः +वैभव +वैभवं +वैभवः +वैभवको +वैभवमेव +वैभवम् +वैभवस्य +वैभवा +वैभवाः +वैभवात् +वैभवान् +वैभवी +वैभवे +वैभवेण +वैभवेन +वैभवेऽपि +वैभवोपेतं +वैभाजित्रम् +वैभाषिक +वैभाषिकः +वैभाषिका +वैभाषिकाः +वैभाषिकाणां +वैभाषिको +वैभीतक +वैभीदक +वैभ्राजं +वैभ्राजः +वैभ्राजकं +वैभ्राजमिति +वैभ्राजश्चैव +वैभ्राजाख्यं +वैभ्राजेन +वैमत्यं +वैमत्येन +वैमन +वैमनस्य +वैमनस्यं +वैमनस्यम् +वैमनस्ये +वैमल्यं +वैमात्रः +वैमात्रेय +वैमात्रेयः +वैमानिक +वैमानिकं +वैमानिकक्षिप्राक्रमणम् +वैमानिकप्रकरणम् +वैमानिकप्रकरणे +वैमानिका +वैमानिकाः +वैमानिकानां +वैमानिकैः +वैमानिको +वैमुक्तः +वैमुख्यं +वैमुख्ये +वैमुख्येन +वैमृध +वैमृधः +वैमृधम् +वैमृधस्य +वैमृधस्याहं +वैमृधाय +वैमृधायेन्द्रायेन्द्रियावते +वैमृधो +वैय +वैयक्तिक +वैयक्तिकं +वैयक्तिकजीवनम् +वैयक्तिकवाहनैः +वैयथ्यै +वैयथ्र्यात् +वैयधिकरण्यं +वैयधिकरण्यम् +वैयधिकरण्ये +वैयधिकरण्येन +वैयधिकरण्येऽपि +वैयपित्तेः +वैयमिति +वैयर्थं +वैयर्थ्य +वैयर्थ्यं +वैयर्थ्यप्रसङ्गात् +वैयर्थ्यमिति +वैयर्थ्यमेव +वैयर्थ्यम् +वैयर्थ्या +वैयर्थ्यात् +वैयर्थ्यापत्तिः +वैयर्थ्यापत्तेः +वैयर्थ्यापत्तेश्च +वैयर्थ्यापातात् +वैयर्थ्याभावात् +वैयर्यम् +वैयश्व +वैयश्वं +वैयश्वः +वैयश्वम् +वैयश्वस्य +वैयश्वानि +वैया +वैयाकरण +वैयाकरणः +वैयाकरणखसूचिः +वैयाकरणत्वं +वैयाकरणत्वेन +वैयाकरणपाशः +वैयाकरणभूषणसारः +वैयाकरणभूषणसारे +वैयाकरणभूषणे +वैयाकरणमते +वैयाकरणरूपः +वैयाकरणसिद्धान्तकौमुदी +वैयाकरणसिद्धान्तकौमुदीयं +वैयाकरणसिद्धान्तमञ्जूषा +वैयाकरणस्य +वैयाकरणहस्ती +वैयाकरणा +वैयाकरणाः +वैयाकरणाख्या +वैयाकरणाख्यायां +वैयाकरणाख्यायामिति +वैयाकरणानां +वैयाकरणानाम् +वैयाकरणान् +वैयाकरणास्तु +वैयाकरणी +वैयाकरणेन +वैयाकरणेषु +वैयाकरणैः +वैयाकरणैरेव +वैयाकरणो +वैयाघ्र +वैयाघ्रं +वैयाघ्रः +वैयाघ्रपद्य +वैयाघ्रपद्यः +वैयाघ्रपद्यगोत्राय +वैयाघ्रपद्याय +वैयाघ्री +वैयाघ्रे +वैयात्य +वैयात्यं +वैयात्यम् +वैयात्यात् +वैयात्याद् +वैयात्ये +वैयावृत्य +वैयासकिः +वैयासिकं +वैयासिकी +वैयासिक्यां +वैयासे +वैयुष्टम् +वैय्यक्तिकजीवनम् +वैय्याकरणः +वैय्याकरणाः +वैर +वैरं +वैरंभ्ये +वैरङ्गिकः +वैरट्टसिंहो +वैरत्यागः +वैरनिर्यातनं +वैरपिशुने +वैरभाव +वैरभावं +वैरभावः +वैरभावेन +वैरमिति +वैरमुडि +वैरमैथुनिकयोः +वैरम् +वैरयातनार्थं +वैरशुद्धिः +वैरस् +वैरस्य +वैरस्यं +वैरस्यमास्यस्य +वैरस्यात् +वैरस्यान्तं +वैरहत्याय +वैरा +वैरागि +वैरागिवीर +वैरागिवीरं +वैरागिवीरः +वैरागिवीरो +वैरागी +वैराग्य +वैराग्यं +वैराग्यः +वैराग्यकारणं +वैराग्यद्वारा +वैराग्यधनदशतकम् +वैराग्यपञ्चकम् +वैराग्यपूर्वकं +वैराग्यप्रकरणम् +वैराग्यप्रकरणे +वैराग्यभावनया +वैराग्यमनहंकार +वैराग्यमनहङ्कार +वैराग्यमपि +वैराग्यमापन्नः +वैराग्यमापन्नो +वैराग्यमाश्रितः +वैराग्यमाश्रिताः +वैराग्यमास्थिताः +वैराग्यमिति +वैराग्यमुपजायते +वैराग्यमुपेतोऽरण्यं +वैराग्यमेव +वैराग्यमैश्वर्यं +वैराग्यम् +वैराग्ययोर् +वैराग्यवान् +वैराग्यशतक +वैराग्यशतकं +वैराग्यशतकम् +वैराग्यशतके +वैराग्यसंन्यासी +वैराग्यसारं +वैराग्यस्य +वैराग्यस्याथ +वैराग्यात् +वैराग्यात्प्रकृतिलयः +वैराग्यादि +वैराग्यादिना +वैराग्यादिव +वैराग्याद् +वैराग्याद्दोषदर्शनम् +वैराग्याभ्यां +वैराग्याभ्यासयोगेन +वैराग्याय +वैराग्यार्थं +वैराग्ये +वैराग्येण +वैराग्येऽपि +वैराज +वैराजं +वैराजः +वैराजम् +वैराजश्च +वैराजस्य +वैराजस्याह्नो +वैराजा +वैराजाः +वैराजात् +वैराजानां +वैराजान् +वैराजाभ्यां +वैराजाय +वैराजी +वैराजे +वैराजेन +वैराजो +वैराजौ +वैराज्यं +वैराज्याय +वैराजꣳ +वैराटं +वैराटिः +वैराटिमब्रवीत् +वैराटी +वैराटे +वैराणां +वैराणि +वैरानुकथनं +वैरानुबन्धं +वैरानुबन्धेन +वैरायते +वैराशिकम् +वैराशिकेन +वैरि +वैरिञ्चं +वैरिण +वैरिणं +वैरिणः +वैरिणम् +वैरिणा +वैरिणां +वैरिणाम् +वैरिणि +वैरिणी +वैरिणो +वैरिणौ +वैरिण्यां +वैरिता +वैरितां +वैरिताम् +वैरिति +वैरित्वं +वैरिप्रमदाजनस्य +वैरिभिः +वैरियों +वैरिवर्गस्य +वैरिषु +वैरिष्वपि +वैरी +वैरूप +वैरूपं +वैरूपः +वैरूपम् +वैरूपवैराजे +वैरूपसामा +वैरूपस्य +वैरूपा +वैरूपाणि +वैरूपाय +वैरूपे +वैरूपेण +वैरूपेभ्यो +वैरूपैः +वैरूपैरिह +वैरूपो +वैरूप्य +वैरूप्यं +वैरूप्यमिति +वैरूप्यमेव +वैरूप्यम् +वैरूप्यस्य +वैरूप्यात् +वैरूप्यापत्तेः +वैरूप्ये +वैरूपꣳ +वैरे +वैरेचनं +वैरेचनः +वैरेण +वैरो +वैरोचनं +वैरोचनः +वैरोचनस्य +वैरोचनिं +वैरोचनी +वैरोचनीं +वैरोचने +वैरोचनेन +वैरोचनो +वैरोद्धारम् +वैर् +वैर्य +वैल +वैलकम +वैलक्ष +वैलक्षण्य +वैलक्षण्यं +वैलक्षण्यद्योतनाय +वैलक्षण्यद्योतनार्थः +वैलक्षण्यमपि +वैलक्षण्यमाह +वैलक्षण्यमिति +वैलक्षण्यमेव +वैलक्षण्यम् +वैलक्षण्यस्य +वैलक्षण्याच्च +वैलक्षण्यात् +वैलक्षण्यार्थमुक्तंविलक्षणा +वैलक्षण्ये +वैलक्षण्येन +वैलक्ष्यं +वैलक्ष्यम् +वैलक्ष्ये +वैलक्ष्येण +वैलस्थानके +वैली +वैल्ड् +वैव +वैवं +वैवक्षिकः +वैवक्षिकम् +वैवधिकः +वैवधिकी +वैवम् +वैवयं +वैवर्ण्य +वैवर्ण्यं +वैवर्ण्यकम्पौ +वैवर्ण्यमश्रु +वैवर्ण्यम् +वैवर्ण्यवेपथू +वैवर्ण्ये +वैवर्त्तपुराणम् +वैवर्त्ते +वैवश्यं +वैवस्वत +वैवस्वतं +वैवस्वतः +वैवस्वतकुलोद्भवौ +वैवस्वतक्षयम् +वैवस्वतपुरं +वैवस्वतमनुः +वैवस्वतमनोः +वैवस्वतमन्वन्तरे +वैवस्वतम् +वैवस्वतश्च +वैवस्वतस्तथा +वैवस्वतस्य +वैवस्वताख्यमनुपुत्रनभागजात +वैवस्वताख्ये +वैवस्वताय +वैवस्वती +वैवस्वतीं +वैवस्वते +वैवस्वतेंतरे +वैवस्वतेंऽतरे +वैवस्वतेन +वैवस्वतेन्तरे +वैवस्वतेऽन्तरे +वैवस्वतो +वैवस्वतोऽन्तकः +वैवस्वतोऽपि +वैवाग्रे +वैवावेति +वैवास्य +वैवाहिक +वैवाहिकं +वैवाहिकः +वैवाहिकजीवनं +वैवाहिकजीवनम् +वैवाहिकपर्वणि +वैवाहिकस्य +वैवाहिकानि +वैवाहिकी +वैवाहिकीं +वैवाहिके +वैवाहिकेन +वैवाहिकेऽग्नौ +वैवाहिकैः +वैवाहिको +वैविध्यं +वैविध्यम् +वैविध्येन +वैश +वैशंपायन +वैशंपायनेन +वैशद्य +वैशद्यं +वैशद्याय +वैशद्येन +वैशन्तः +वैशन्ताय +वैशन्तीभ्यः +वैशब्दः +वैशब्दोऽवधारणे +वैशम्पा +वैशम्पाय +वैशम्पायन +वैशम्पायनं +वैशम्पायनः +वैशम्पायनमेव +वैशम्पायनसंहितायाम् +वैशम्पायनस्य +वैशम्पायनान्तेवासी +वैशम्पायनाय +वैशम्पायने +वैशम्पायनेन +वैशम्पायनो +वैशसं +वैशसम् +वैशसे +वैशा +वैशाख +वैशाखं +वैशाखः +वैशाखमास +वैशाखमासः +वैशाखमासमाहात्म्यम् +वैशाखमासमाहात्म्ये +वैशाखमासस्य +वैशाखमासि +वैशाखमासे +वैशाखमाहात्म्ये +वैशाखरेचितम् +वैशाखशुक्लतृतीया +वैशाखशुक्लद्वादश्यां +वैशाखशुक्लपक्षस्य +वैशाखशुक्लपक्षे +वैशाखश्च +वैशाखस्य +वैशाखादिषु +वैशाखी +वैशाखे +वैशाखो +वैशाख्या +वैशाख्यां +वैशाख्याः +वैशारदी +वैशारद्य +वैशारद्यं +वैशारद्यम् +वैशारद्यानि +वैशारद्ये +वैशालका +वैशालकानां +वैशालको +वैशालिका +वैशाली +वैशालीं +वैशालीमण्डलम् +वैशालीमनुप्राप्तो +वैशालीयं +वैशालेयाय +वैशालेयो +वैशाल्यं +वैशाल्यम् +वैशाल्यां +वैशि +वैशिकः +वैशिके +वैशिष्ट +वैशिष्टय +वैशिष्टयं +वैशिष्टयञ्च +वैशिष्टयमिति +वैशिष्टयम् +वैशिष्टयस्य +वैशिष्टये +वैशिष्ट्य +वैशिष्ट्यं +वैशिष्ट्यमस्ति +वैशिष्ट्यमिति +वैशिष्ट्यम् +वैशिष्ट्यस्य +वैशिष्ट्यानि +वैशिष्ट्यावगाहि +वैशिष्ट्ये +वैशिष्ट्येन +वैशे +वैशेपिक +वैशेषि +वैशेषिक +वैशेषिकं +वैशेषिकः +वैशेषिकदर्शन +वैशेषिकदर्शनं +वैशेषिकदर्शनम् +वैशेषिकदर्शनस्य +वैशेषिकदर्शने +वैशेषिकनये +वैशेषिकप्रधानहोमे +वैशेषिकमतस्य +वैशेषिकमते +वैशेषिकम् +वैशेषिकरसायनसहितम् +वैशेषिकशास्त्रम् +वैशेषिकसूत्रम् +वैशेषिकस्य +वैशेषिका +वैशेषिकाः +वैशेषिकाणां +वैशेषिकाणि +वैशेषिकादयः +वैशेषिकादयो +वैशेषिकादीनां +वैशेषिकास्तु +वैशेषिकी +वैशेषिकीं +वैशेषिके +वैशेषिकेण +वैशेषिकेषु +वैशेषिकैः +वैशेषिको +वैशेष्यं +वैशेष्यात् +वैशेष्यात्तु +वैशेष्यादिति +वैश्च +वैश्य +वैश्यं +वैश्यः +वैश्यः॑ +वैश्यकन्यया +वैश्यकर्म +वैश्यकानां +वैश्यकुले +वैश्यजातयः +वैश्यजातिः +वैश्यजातीनां +वैश्यजातीयस्य +वैश्यजातेः +वैश्यजात्यां +वैश्यतां +वैश्यत्वं +वैश्यपार्थिवौ +वैश्यभावं +वैश्यमनुजौ +वैश्यमिति +वैश्यम् +वैश्यया +वैश्ययोः +वैश्ययोनिं +वैश्यराजन्यविप्रासु +वैश्यवर्य +वैश्यवृत्तिं +वैश्यवृत्तिः +वैश्यवृत्त्या +वैश्यवृत्त्यापि +वैश्यशूद्र +वैश्यशूद्रकुलानि +वैश्यशूद्रयोः +वैश्यशूद्रयोरिति +वैश्यशूद्राणां +वैश्यशूद्रावपि +वैश्यशूद्रौ +वैश्यश् +वैश्यश्च +वैश्यस्तथा +वैश्यस्तु +वैश्यस्तोमे +वैश्यस्त्रयो +वैश्यस्य +वैश्यस्यापि +वैश्यस्यायसीꣳ +वैश्यस्याविकसौत्रिकम् +वैश्यस्येति +वैश्यस्यौदुम्बरीं +वैश्यस्वभावस्य +वैश्या +वैश्यां +वैश्याः +वैश्यागमे +वैश्यात् +वैश्यात्तु +वैश्यादीनां +वैश्यानां +वैश्यानान्तु +वैश्यानामपि +वैश्यानाम् +वैश्यान् +वैश्यान्मागधवैदेहौ +वैश्यापुत्रः +वैश्यापुत्रो +वैश्याय +वैश्याया +वैश्यायां +वैश्याश्च +वैश्यास्तथा +वैश्यास्तु +वैश्यास्ते +वैश्यास्तेषां +वैश्ये +वैश्येन +वैश्येषु +वैश्येऽष्टमांशो +वैश्यैः +वैश्यो +वैश्यों +वैश्योंको +वैश्योऽद्भिः +वैश्योऽपि +वैश्योऽयं +वैश्योऽश्वं +वैश्योऽसौ +वैश्योऽहं +वैश्यौ +वैश्रवण +वैश्रवणं +वैश्रवणः +वैश्रवणधनप्रतिस्पर्धी +वैश्रवणधनसमुदितो +वैश्रवणस्तथा +वैश्रवणस्य +वैश्रवणात्मजः +वैश्रवणानुज +वैश्रवणानुजः +वैश्रवणाय +वैश्रवणायाञ्जलिं +वैश्रवणे +वैश्रवणेन +वैश्रवणो +वैश्रवणोपमः +वैश्रवणोपमो +वैश्रौसू +वैश्व +वैश्वकर्मण +वैश्वकर्मणं +वैश्वकर्मणः +वैश्वकर्मणमृषभं +वैश्वकर्मणम् +वैश्वकर्मणहोमः +वैश्वकर्मणाः +वैश्वकर्मणानि +वैश्वकर्मणाभ्यां +वैश्वकर्मणी +वैश्वकर्मणीं +वैश्वकर्मणीः +वैश्वकर्मणीर् +वैश्वकर्मणेन +वैश्वकर्मणो +वैश्वज्योतिषम् +वैश्वदे +वैश्वदेव +वैश्वदेवँ +वैश्वदेवं +वैश्वदेवः +वैश्वदेवकालनिर्णयः +वैश्वदेवकाले +वैश्वदेवग्रहः +वैश्वदेवञ्च +वैश्वदेवत्वम् +वैश्वदेवत्वाय +वैश्वदेवनिविद्धानम् +वैश्वदेवपर्व +वैश्वदेवपर्वणि +वैश्वदेवप्रकरणम् +वैश्वदेवप्रयोगः +वैश्वदेवमसि +वैश्वदेवमिति +वैश्वदेवम् +वैश्वदेवम्̇ +वैश्वदेववत् +वैश्वदेवविहितहविर्द्रव्यविचारः +वैश्वदेवविहीनं +वैश्वदेवशब्दस्य +वैश्वदेवशब्देन +वैश्वदेवशब्दो +वैश्वदेवशस्त्र +वैश्वदेवशस्त्रम् +वैश्वदेवशस्त्रस्य +वैश्वदेवशस्त्रे +वैश्वदेवश् +वैश्वदेवश्च +वैश्वदेवश्चरुः +वैश्वदेवस्तृचः +वैश्वदेवस्य +वैश्वदेवहवीँ +वैश्वदेवा +वैश्वदेवाः +वैश्वदेवाख्यं +वैश्वदेवाग्निमारुते +वैश्वदेवादि +वैश्वदेवादिकं +वैश्वदेवानां +वैश्वदेवानि +वैश्वदेवान्ते +वैश्वदेवान्य् +वैश्वदेवाय +वैश्वदेवार्थं +वैश्वदेविक +वैश्वदेविकं +वैश्वदेविकम् +वैश्वदेविका +वैश्वदेविके +वैश्वदेवी +वैश्वदेवीं +वैश्वदेवीः +वैश्वदेवीति +वैश्वदेवीमामिक्षां +वैश्वदेवीम् +वैश्वदेवीरिमाः +वैश्वदेवीरुपदधाति +वैश्वदेवीषु +वैश्वदेवे +वैश्वदेवेन +वैश्वदेवेषु +वैश्वदेवो +वैश्वदेवौ +वैश्वदेव्यः +वैश्वदेव्यस् +वैश्वदेव्या +वैश्वदेव्यामिक्षा +वैश्वदेव्यो +वैश्वदेव्य् +वैश्वदेवꣳ +वैश्वदे॒वं +वैश्वदे॒वम॑सि +वैश्वदैवते +वैश्वदैविकम् +वैश्वमनसं +वैश्वमनसम् +वैश्वरूपं +वैश्वरूप्यं +वैश्वरूप्यम् +वैश्वरूप्यस्य +वैश्वसृजाग्निचयनम् +वैश्वस्य +वैश्वा +वैश्वानर +वैश्वानरं +वैश्वानरः +वैश्वानरदेवत्या +वैश्वानरपथाद्बहिः +वैश्वानरपदं +वैश्वानरपार्जन्यौ +वैश्वानरप्रायणा +वैश्वानरमध्येति +वैश्वानरमुपास्ते +वैश्वानरमृत +वैश्वानरमृतस्य +वैश्वानरम् +वैश्वानरम्̇ +वैश्वानररूपेण +वैश्वानरविद्या +वैश्वानरविद्यायां +वैश्वानरव्रतं +वैश्वानरशब्दः +वैश्वानरशब्दो +वैश्वानरश् +वैश्वानरश्च +वैश्वानरसुते +वैश्वानरस्य +वैश्वानरस्याग्नेः +वैश्वानरस्यैनं +वैश्वानरा +वैश्वानराः +वैश्वानराख्यं +वैश्वानराग्निं +वैश्वानराग्निदेवताकम् +वैश्वानरात् +वैश्वानरात्मना +वैश्वानराधिकरणम् +वैश्वानराय +वैश्वानरायाग्नये +वैश्वानरायाश्विनाध्वर्यू +वैश्वानरायेति +वैश्वानरायेदम् +वैश्वानरी +वैश्वानरीं +वैश्वानरीयं +वैश्वानरीयम् +वैश्वानरीयाः +वैश्वानरीयाभ्यां +वैश्वानरे +वैश्वानरेण +वैश्वानरेऽपि +वैश्वानरेऽमृतं +वैश्वानरो +वैश्वानरोदयना +वैश्वानरोपरि +वैश्वानरोऽग्निः +वैश्वानरोऽसि +वैश्वानर्यर्चा +वैश्वानर्या +वैश्वानरꣳ +वैश्वान॒र +वैश्वान॒रं +वैश्वान॒राया॒श्विना॑ऽध्व॒र्यू +वैश्वान॒राय॑ +वैश्वान॒राय॒ +वैश्वान॒रो +वैश्वामित्र +वैश्वामित्रं +वैश्वामित्रः +वैश्वामित्रम् +वैश्वामित्रस्य +वैश्वामित्रा +वैश्वामित्राघमर्षणकौशिकेति +वैश्वामित्री +वैश्वामित्रीम् +वैश्वामित्रे +वैश्वामित्रो +वैश्वा॑नर +वैश्वा॑नर॒ +वैश्विक +वैश्विकरूपेण +वैश्विकस्थितिसूचकव्यवस्था +वैश्विकस्पर्धायां +वैश्विका +वैश्विकोऽवरोधः +वैश्वीकरण +वैश्वीकरणं +वैश्वीकरणस्य +वैश्वे +वैश्वेश्वरी +वैष +वैषमिकत्वं +वैषम्य +वैषम्यं +वैषम्यकरी +वैषम्यगमनं +वैषम्यनैर्घृण्यप्रसङ्गात् +वैषम्यनैर्घृण्यापादकम् +वैषम्यनैर्घृण्ये +वैषम्यमपि +वैषम्यमस्ति +वैषम्यमाह +वैषम्यमिति +वैषम्यमित्यर्थः +वैषम्यमित्याह +वैषम्यमेव +वैषम्यम् +वैषम्यस्य +वैषम्यात् +वैषम्यात्संख्यातानुदेशो +वैषम्ये +वैषम्येण +वैषम्येऽपि +वैषम्योपगमयोग्या +वैषयिक +वैषयिकं +वैषयिकः +वैषयिकमिति +वैषयिकरागद्वेषयोर्व्युदासस्यापि +वैषयिकरागद्वेषयोर्व्युदासोक्तेःवैराग्यं +वैषयिकी +वैषयिके +वैषा +वैषां +वैषु +वैषुवतं +वैषुवतम् +वैषुवती +वैषुवतीं +वैषुवते +वैष्किरं +वैष्किरो +वैष्टपुरेयः +वैष्टम्भम् +वैष्ण +वैष्णपं +वैष्णव +वैष्णवं +वैष्णवः +वैष्णवखंडे +वैष्णवखण्डः +वैष्णवखण्डे +वैष्णवखण्डेऽयोध्यामाहात्म्ये +वैष्णवगायत्र्या +वैष्णवञ्च +वैष्णवतेजसा +वैष्णवत्वं +वैष्णवत्वस्य +वैष्णवधनुः +वैष्णवधनुःप्रशंसा +वैष्णवधर्मपर्वणि +वैष्णवधर्मस्य +वैष्णवपदं +वैष्णवपौरुषे +वैष्णवमसि +वैष्णवमसीति +वैष्णवमिति +वैष्णवमुच्यते +वैष्णवमेव +वैष्णवम् +वैष्णवश्च +वैष्णवसम्प्रदायः +वैष्णवस् +वैष्णवस्तु +वैष्णवस्य +वैष्णवा +वैष्णवांश्च +वैष्णवाः +वैष्णवागमे +वैष्णवाग्निं +वैष्णवाग्रणीः +वैष्णवादि +वैष्णवानां +वैष्णवानाञ्च +वैष्णवानाम् +वैष्णवानि +वैष्णवानिति +वैष्णवान् +वैष्णवान्तं +वैष्णवामृते +वैष्णवाय +वैष्णवाश्च +वैष्णवास्तथा +वैष्णवास्तु +वैष्णवास्ते +वैष्णवास्त्रं +वैष्णवास्त्रेण +वैष्णवि +वैष्णवी +वैष्णवीं +वैष्णवीः +वैष्णवीकरणं +वैष्णवीतन्त्रमन्त्रेण +वैष्णवीति +वैष्णवीनां +वैष्णवीमपि +वैष्णवीमिति +वैष्णवीम् +वैष्णवीर् +वैष्णवीषु +वैष्णवे +वैष्णवेन +वैष्णवेनैव +वैष्णवेभ्य +वैष्णवेभ्यः +वैष्णवेभ्यश्च +वैष्णवेभ्यो +वैष्णवेषु +वैष्णवेष्वपि +वैष्णवेऽपि +वैष्णवै +वैष्णवैः +वैष्णवैरपि +वैष्णवैश्च +वैष्णवैस्तु +वैष्णवो +वैष्णवोत्तमः +वैष्णवोत्तमम् +वैष्णवोत्तमाः +वैष्णवोपनिषद् +वैष्णवोऽभवत् +वैष्णवौ +वैष्णव्यः +वैष्णव्यर्चा +वैष्णव्यश्च +वैष्णव्या +वैष्णव्यां +वैष्णव्याः +वैष्णव्याविति +वैष्णव्यै +वैष्णव्यो +वैष्णव्यौ +वैष्ण॒वान् +वैष्ण॒वी +वैष्मवं +वैष्वक्सेनं +वैस +वैसर्जनहोमः +वैसर्जनानि +वैसर्पः +वैसा +वैसादृश्यं +वैसारिणः +वैसारिणो +वैसी +वैसे +वैसेही +वैस्तारिकं +वैस्तारिकान् +वैस्वर्य +वैस्वर्यं +वैस्वर्य्यं +वैहायस +वैहायसं +वैहायसगतेन +वैहायसम् +वैहायसा +वैहायसी +वैहायसीं +वैहायसेन +वैहारिकाणां +वैहासिकः +वैि +वैौ +वै॑ +वै॑श्वान॒रं +वै॑श्वान॒रमृ॒त +वै॑श्वान॒रो +वै॒श्वा॒न॒रं +वै॒श्वा॒न॒रः +वै॒श्वा॒न॒रम् +वै॒श्वा॒न॒रस्य॑ +वै॒श्वा॒न॒रस्य॒ +वै॒श्वा॒न॒राय॑ +वै॒श्वा॒न॒रो +वै᳘ +वै᳘न +वै᳘ब्र᳘ह्मे᳘ति +वॉ +वॉन +वॉशिंगटन +वो +वों +वोः +वोकस्य +वोक् +वोक्त +वोक्तं +वोक्तः +वोक्तम् +वोक्त्वा +वोक्ष्य +वोखा +वोखामण्डलम् +वोच +वोचं +वोचं॒ +वोचः +वोचत +वोचता +वोचति +वोचतु +वोचत् +वोचद् +वोचन् +वोचन्त +वोचम् +वोचस्तमिहेह +वोचा +वोचाम +वोचावहै +वोचितं +वोचे +वोचेः +वोचेम +वोचेमहि +वोचेमाग्नये +वोचेमा॒ग्नये॑ +वोचेय +वोचेयं +वोचेयम् +वोचेयुः +वोचो +वोच्यते +वोटा +वोढं +वोढः +वोढरि +वोढवे +वोढव्यं +वोढव्यः +वोढव्यम् +वोढव्या +वोढव्यो +वोढा +वोढारं +वोढारः +वोढारम् +वोढारो +वोढारौ +वोढु +वोढुं +वोढुः +वोढुमक्षमः +वोढुमक्षमा +वोढुमर्हति +वोढुमिच्छसि +वोढुम् +वोढुरेव +वोढुश्च +वोढृभिः +वोढेति +वोढेव +वोढ॑वे +वोत +वोताप्योः +वोतो +वोत्तर +वोत्तरनाभिं +वोत्तरम् +वोत्तरया +वोत्तरे +वोत्तरेण +वोत्सन्नाग्निरनग्निको +वोत्सर्गः +वोदके +वोदगग्राः +वोदवसाय +वोदीची +वोदीचीं +वोदीचो +वोदेति +वोद्धव्यं +वोद्धव्यः +वोद्धव्यम् +वोद्धृत्य +वोद्वास्य +वोध +वोधयति +वोधयामास +वोध्यः +वोध्यते +वोध्यम् +वोन +वोना +वोन् +वोन्नीय +वोप +वोपगतं +वोपजायेत +वोपतपता +वोपदधाति +वोपदिशति +वोपदेव +वोपदेवः +वोपदेवेन +वोपदेवेनास्य +वोपपद्यते +वोपमार्थे +वोपयोजयेत् +वोपरि +वोपविश्य +वोपसमाधाय +वोपसर्जनस्य +वोपाधिः +वोपालितः +वोपैति +वोभयं +वोभयत्र +वोभयत्रापि +वोभयोः +वोभाभ्यां +वोभौ +वोरं +वोरा +वोरु +वोरो +वोर्ध्वं +वोर्ध्वां +वोलः +वोलम् +वोला +वोले +वोल् +वोल्टा +वोळ्हमश्विना +वोळ्हम् +वोळ्हवे +वोळ्हा +वोळ्हा॑ +वोळ्ह॑वे +वोवा +वोस्तु +वोहरा +वोऽक्षित्या +वोऽत्र +वोऽद्य +वोऽधुना +वोऽनुवृत्तये +वोऽपि +वोऽभिहितो +वोऽर्घ्यं +वोऽर्वाची +वोऽवतात् +वोऽव्यात् +वोऽश्वाः +वोऽस्ति +वोऽस्तु +वोऽस्त्विष्टकामधुक् +वोऽहं +वो॑ +वो॑चं +वो॑चं॒ +वो॑चः +वो॑चति +वो॑चत् +वो॑चाम +वो॑चो॒ +वो॒ +वो॒चः॒ +वो॒चा॒म॒ +वो॒चेमेदिन्द्रं॑ +वो॒चेम॑ +वो॒चेम॒ +वो॒चे॒ +वो॒चे॒म॒ +वो॒च॒ति॒ +वो॒च॒त् +वो॒च॒त॒ +वो॒च॒म् +वो॒ळ्हा +वो॒ऽर्वाची॑ +वो꣢ +वो꣣ +वौ +वौं +वौधायनः +वौषट् +वौषट्‌ +वौषडंतेन +वौषडन्तं +वौषडन्तमूलेन +वौषडन्तेन +वौषडिति +वौषड् +व् +व्क +व्कचित् +व्कापि +व्ग्ल् +व्त्ऱ्श्चिके +व्दस्य +व्द्यंशकं +व्द्यचः +व्न +व्न् +व्य +व्यं +व्यंकटेशं +व्यंगा +व्यंगो +व्यंग्य +व्यंग्यं +व्यंग्यमाह +व्यंग्यस्य +व्यंजन +व्यंजनं +व्यंजनानि +व्यंतु +व्यंशः +व्यंसं +व्यंसकः +व्यंसको +व्यंसम् +व्यंसितं +व्यंसिता +व्यः +व्यक +व्यकं +व्यकम्पत +व्यकम्पयत् +व्यकरोत् +व्यकल्पयत् +व्यकल्पयन् +व्यका +व्यकिं्त +व्यकीर्यत +व्यकुरुत +व्यकुर्वत +व्यको +व्यक्त +व्यक्तं +व्यक्तः +व्यक्तजन्मनः +व्यक्ततया +व्यक्तता +व्यक्ततां +व्यक्तत्वं +व्यक्तत्वात् +व्यक्तमध्यानि +व्यक्तमयं +व्यक्तमव्यक्तं +व्यक्तमव्यक्तमिति +व्यक्तमाह +व्यक्तमिति +व्यक्तमिदं +व्यक्तमीशः +व्यक्तमुक्तं +व्यक्तमुक्तम् +व्यक्तमुक्तवान् +व्यक्तमेव +व्यक्तमेष +व्यक्तम् +व्यक्तम्‌ +व्यक्तय +व्यक्तयः +व्यक्तयन्तरे +व्यक्तया +व्यक्तये +व्यक्तयो +व्यक्तरूपं +व्यक्तरूपश्च +व्यक्तरूपा +व्यक्तरूपेण +व्यक्तवाच +व्यक्तवाचां +व्यक्तवाचामिति +व्यक्तवाचाम् +व्यक्तविश्वमपि +व्यक्तश्च +व्यक्तसूक्ष्मा +व्यक्तस्य +व्यक्ता +व्यक्तां +व्यक्ताः +व्यक्ताद् +व्यक्तानां +व्यक्तानि +व्यक्ताय +व्यक्ताया +व्यक्तायां +व्यक्तायाम्अवाचि +व्यक्तार्थमेतत् +व्यक्तार्थम् +व्यक्तावेव +व्यक्ताव्यक्त +व्यक्ताव्यक्तं +व्यक्ताव्यक्तः +व्यक्ताव्यक्तधर्मकेभ्यो +व्यक्ताव्यक्तमिदं +व्यक्ताव्यक्तयोः +व्यक्ताव्यक्तविभक्तिके +व्यक्ताव्यक्तस्वरूपिणी +व्यक्ताव्यक्ता +व्यक्ताव्यक्ताय +व्यक्ताव्यक्ते +व्यक्ताव्यक्तो +व्यक्ति +व्यक्तिं +व्यक्तिः +व्यक्तिको +व्यक्तिगत +व्यक्तिगतं +व्यक्तिगतजीवनम् +व्यक्तिगतपरीक्षाः +व्यक्तिगतरूपेण +व्यक्तिगता +व्यक्तिजनकानां +व्यक्तितः +व्यक्तितो +व्यक्तित्व +व्यक्तित्वं +व्यक्तित्वम् +व्यक्तित्वलक्षणानाम् +व्यक्तित्वविकारस्य +व्यक्तित्वविकासः +व्यक्तित्वविकासस्य +व्यक्तित्वविकासे +व्यक्तित्वसंरचना +व्यक्तित्वसिद्धान्तः +व्यक्तित्वसिद्धान्तस्य +व्यक्तित्वस्य +व्यक्तित्वात् +व्यक्तित्वे +व्यक्तित्वेन +व्यक्तिना +व्यक्तिनां +व्यक्तिनामनी +व्यक्तिपक्षे +व्यक्तिबोधे +व्यक्तिभिः +व्यक्तिभेदः +व्यक्तिभेदे +व्यक्तिभेदेन +व्यक्तिभ्यः +व्यक्तिमात्रं +व्यक्तिमापन्नं +व्यक्तिमापन्नम् +व्यक्तिमेति +व्यक्तिम् +व्यक्तिम्रक्षणकान्तिगतिषु +व्यक्तिम्रक्षणगतिषु +व्यक्तियों +व्यक्तियोंको +व्यक्तिरपि +व्यक्तिरर्थस्य +व्यक्तिरिति +व्यक्तिरूपं +व्यक्तिरूपेण +व्यक्तिरेव +व्यक्तिर् +व्यक्तिर्न +व्यक्तिर्व्यक्ता +व्यक्तिवचन +व्यक्तिवचनत्वात् +व्यक्तिवचनानां +व्यक्तिवचने +व्यक्तिवादिनः +व्यक्तिवादिना +व्यक्तिविवरणम् +व्यक्तिविवेक +व्यक्तिविवेकः +व्यक्तिविवेकविचारः +व्यक्तिविवेकव्याख्याने +व्यक्तिविवेकस्य +व्यक्तिविवेके +व्यक्तिविशेष +व्यक्तिविशेषस्य +व्यक्तिविशेषाः +व्यक्तिविशेषाणां +व्यक्तिविशेषापन्नं +व्यक्तिविशेषे +व्यक्तिविशेषो +व्यक्तिशः +व्यक्तिशब्दस्तावन्न +व्यक्तिश्च +व्यक्तिषु +व्यक्तिसम्बद्धानि +व्यक्तिस्तु +व्यक्तिस्य +व्यक्ती +व्यक्तीकरणे +व्यक्तीकरोति +व्यक्तीकुर्वन् +व्यक्तीकृतं +व्यक्तीकृतः +व्यक्तीकृतम् +व्यक्तीकृत्य +व्यक्तीक्रियते +व्यक्तीति +व्यक्तीनां +व्यक्तीनामपि +व्यक्तीनामानन्त्येन +व्यक्तीनाम् +व्यक्तीभवति +व्यक्तीभविष्यति +व्यक्तीभूतः +व्यक्तीभूता +व्यक्तुं +व्यक्ते +व्यक्तेः +व्यक्तेतरश्चासि +व्यक्तेति +व्यक्तेन +व्यक्तेरपि +व्यक्तेरपैति +व्यक्तेरभेदस्तुल्यत्वं +व्यक्तेरिति +व्यक्तेरेव +व्यक्तेर् +व्यक्तेश्च +व्यक्तेषु +व्यक्तो +व्यक्तौ +व्यक्त् +व्यक्त्यंशे +व्यक्त्यन्तरं +व्यक्त्यन्तरे +व्यक्त्यन्तरेषु +व्यक्त्यपेक्षया +व्यक्त्यर्थं +व्यक्त्या +व्यक्त्यापन्नं +व्यक्त्वा +व्यक्रंस्त +व्यक्रमत +व्यक्रामत् +व्यक्रामन्न् +व्यक्रीणीत +व्यक्षरत्स +व्यक्षिणोस्त्वम् +व्यक्षे +व्यक्ष्णन् +व्यख्य +व्यख्यः +व्यख्यत् +व्यख्यदायती +व्यख्यद्रोदसी +व्यख्यन् +व्यख्यन्महिषो +व्यख्या +व्यख्यातम् +व्यख्याद्वयोपेतम् +व्यख्यायते +व्यगमद्बहु +व्यगर्हयन् +व्यगलन्नलस्य +व्यगाहत +व्यगाह्यत +व्यगृह्णत +व्यग्र +व्यग्रं +व्यग्रः +व्यग्रतया +व्यग्रता +व्यग्रस्य +व्यग्रा +व्यग्राः +व्यग्राणां +व्यग्राणि +व्यग्रान् +व्यग्रायां +व्यग्रे +व्यग्रो +व्यङ् +व्यङ्क्त +व्यङ्क्तः +व्यङ्ग +व्यङ्गं +व्यङ्गः +व्यङ्गय +व्यङ्गयं +व्यङ्गयः +व्यङ्गयत्वं +व्यङ्गयत्वम् +व्यङ्गयत्वे +व्यङ्गयत्वेन +व्यङ्गयमिति +व्यङ्गयम् +व्यङ्गयस्य +व्यङ्गयस्यार्थस्य +व्यङ्गयस्येति +व्यङ्गयस्यैव +व्यङ्गया +व्यङ्गयापेक्षया +व्यङ्गयार्थस्य +व्यङ्गये +व्यङ्गयेति +व्यङ्गयेन +व्यङ्गयो +व्यङ्गयोऽर्थः +व्यङ्गस्य +व्यङ्गा +व्यङ्गां +व्यङ्गारे +व्यङ्गुलं +व्यङ्गे +व्यङ्गेषु +व्यङ्गो +व्यङ्ग्य +व्यङ्ग्यं +व्यङ्ग्यः +व्यङ्ग्यचित्रकारः +व्यङ्ग्यतया +व्यङ्ग्यता +व्यङ्ग्यतायां +व्यङ्ग्यत्वं +व्यङ्ग्यत्वमिति +व्यङ्ग्यत्वम् +व्यङ्ग्यत्वे +व्यङ्ग्यत्वेन +व्यङ्ग्यत्वेऽपि +व्यङ्ग्यबिन्दुः +व्यङ्ग्यमाह +व्यङ्ग्यमिति +व्यङ्ग्यमित्यर्थः +व्यङ्ग्यमेव +व्यङ्ग्यम् +व्यङ्ग्यव्यञ्जकभावः +व्यङ्ग्यव्यञ्जकभावो +व्यङ्ग्यव्यञ्जकयोः +व्यङ्ग्यश्चेति +व्यङ्ग्यस्य +व्यङ्ग्यस्यार्थस्य +व्यङ्ग्यस्यैव +व्यङ्ग्या +व्यङ्ग्याः +व्यङ्ग्यापेक्षया +व्यङ्ग्यार्थ +व्यङ्ग्यार्थः +व्यङ्ग्यार्थस्य +व्यङ्ग्यार्थे +व्यङ्ग्ये +व्यङ्ग्येति +व्यङ्ग्येन +व्यङ्ग्यो +व्यङ्ग्योऽपि +व्यङ्ग्योऽर्थ +व्यङ्ग्योऽर्थः +व्यच +व्यचः +व्यचः॑ +व्यचनं +व्यचरं +व्यचरत् +व्यचरद् +व्यचरन् +व्यचरन्त +व्यचलत् +व्यचलद् +व्यचलन् +व्यचश्छन्दः +व्यचष्ट +व्यचष्टे +व्यचसा +व्यचस्कामः +व्यचस्वती +व्यचस्वतीं +व्यचस्वतीः +व्यचस्वतीमिति +व्यचस्वतीम् +व्यचस्वतीरुर्विया +व्यचस्वन्ता +व्यचारयत् +व्यचिंतयत् +व्यचिकित्सत् +व्यचिन्तयत् +व्यचिन्तयन् +व्यचिन्तयम् +व्यचिन्तीत् +व्यचिष्ठम् +व्यचूर्णयत् +व्यचेः +व्यचेष्टत +व्यचो +व्यचो॑ +व्यचो॒ +व्यच् +व्यच्छिनत् +व्यच्यमानं +व्यच॑स्वतीं॒ +व्यच॑स्वतीः +व्यच॑स्वतीरुर्वि॒या +व्यज +व्यजति +व्यजन +व्यजनं +व्यजनम् +व्यजनयत् +व्यजनस्य +व्यजनादिना +व्यजनानां +व्यजनानि +व्यजनानिलः +व्यजनानिलेन +व्यजनि +व्यजने +व्यजनेन +व्यजनैः +व्यजयत +व्यजयत् +व्यजयन्त +व्यजा +व्यजानत +व्यजानन् +व्यजानात् +व्यजायत +व्यजायथाः +व्यजायन्त +व्यजिज्ञपच्च +व्यजिज्ञपत् +व्यजिज्ञपन् +व्यजिज्ञपम् +व्यजीजनत् +व्यजृंभत +व्यजृम्भत +व्यजृम्भन्त +व्यजेष्ट +व्यज्ञापयत् +व्यज्ञासम् +व्यज्ञासिष्टेति +व्यज्ञासिष्मेति +व्यज्य +व्यज्यत +व्यज्यते +व्यज्यन्त +व्यज्यन्ते +व्यज्यमानं +व्यज्यमानः +व्यज्यमानस्य +व्यज्यमाना +व्यज्यमानाः +व्यज्यमाने +व्यज्यमानो +व्यज्येत +व्यज्येते +व्यज्येरन् +व्यञ् +व्यञ्च +व्यञ्ज +व्यञ्जक +व्यञ्जकं +व्यञ्जकः +व्यञ्जकतया +व्यञ्जकता +व्यञ्जकतां +व्यञ्जकत्व +व्यञ्जकत्वं +व्यञ्जकत्वमिति +व्यञ्जकत्वमित्यर्थः +व्यञ्जकत्वमित्यादि +व्यञ्जकत्वम् +व्यञ्जकत्वलक्षणो +व्यञ्जकत्वशून्यापि +व्यञ्जकत्वस्य +व्यञ्जकत्वात् +व्यञ्जकत्वे +व्यञ्जकत्वेन +व्यञ्जकमिति +व्यञ्जकमित्यर्थः +व्यञ्जकम् +व्यञ्जकस्तथा +व्यञ्जकस्य +व्यञ्जका +व्यञ्जकानां +व्यञ्जकानि +व्यञ्जकाप्रयोगाद्गम्या +व्यञ्जकाभिनयौ +व्यञ्जके +व्यञ्जकेन +व्यञ्जकैः +व्यञ्जको +व्यञ्जत +व्यञ्जतः +व्यञ्जते +व्यञ्जन +व्यञ्जनं +व्यञ्जनः +व्यञ्जनपरः +व्यञ्जनभेदे +व्यञ्जनमविद्यमानवत् +व्यञ्जनमिति +व्यञ्जनम् +व्यञ्जनया +व्यञ्जनयैव +व्यञ्जनयोः +व्यञ्जनवर्णः +व्यञ्जनवर्णभेदः +व्यञ्जनवर्णाः +व्यञ्जनविशेषः +व्यञ्जनव्यापार +व्यञ्जनव्यापारः +व्यञ्जनव्यापारस्य +व्यञ्जनस्य +व्यञ्जनस्यापि +व्यञ्जना +व्यञ्जनां +व्यञ्जनाः +व्यञ्जनात् +व्यञ्जनात्मकः +व्यञ्जनादि +व्यञ्जनादौ +व्यञ्जनानां +व्यञ्जनानाम् +व्यञ्जनानि +व्यञ्जनाय +व्यञ्जनाया +व्यञ्जनायाः +व्यञ्जनार्थं +व्यञ्जनावृत्तिः +व्यञ्जनाव्यापारं +व्यञ्जनाव्यापारेण +व्यञ्जनीये +व्यञ्जने +व्यञ्जनेति +व्यञ्जनेन +व्यञ्जनेषु +व्यञ्जनैः +व्यञ्जनैरुपसिक्ते +व्यञ्जनैव +व्यञ्जनो +व्यञ्जनों +व्यञ्जन् +व्यञ्जयति +व्यञ्जयतीति +व्यञ्जयन् +व्यञ्जयन्ति +व्यञ्जयन्ती +व्यञ्जयन्तीति +व्यञ्जयन्तीह +व्यञ्जयन्निदम् +व्यञ्जयामास +व्यञ्जयितुं +व्यञ्जिका +व्यञ्जित +व्यञ्जितं +व्यञ्जितः +व्यञ्जितम् +व्यञ्जितवृत्तिभेदं +व्यञ्जितो +व्यञ्जितौ +व्यञ्ञ्जनस्य +व्यडम्बयत् +व्यण् +व्यत +व्यतः +व्यतनुत +व्यतनुतां +व्यतनोत् +व्यतया +व्यतरत् +व्यतर्कि +व्यता +व्यताडयत् +व्यतानीत् +व्यतायत +व्यतारीत् +व्यति +व्यतिकर +व्यतिकरं +व्यतिकरः +व्यतिकरे +व्यतिकरेण +व्यतिकरो +व्यतिकीर्णं +व्यतिकीर्यते +व्यतिक्रम +व्यतिक्रमं +व्यतिक्रमः +व्यतिक्रमम् +व्यतिक्रमात् +व्यतिक्रमिष्यति +व्यतिक्रमे +व्यतिक्रमेण +व्यतिक्रमेत् +व्यतिक्रमो +व्यतिक्रम्य +व्यतिक्रांते +व्यतिक्रान्तं +व्यतिक्रान्ता +व्यतिक्रान्ते +व्यतिक्रान्तो +व्यतिक्रान्तौ +व्यतिगच्छन्ति +व्यतिघ्नन्ति +व्यतिचक्राम +व्यतिजल्पन्ति +व्यतितरिष्यति +व्यतिद्राते +व्यतिपात +व्यतिपाताख्ये +व्यतिपाते +व्यतिभाते +व्यतिमर्शम् +व्यतिमिश्रः +व्यतिमिश्राणां +व्यतिमिश्राणि +व्यतिराते +व्यतिरिक्त +व्यतिरिक्तं +व्यतिरिक्तः +व्यतिरिक्तकम् +व्यतिरिक्तत्वं +व्यतिरिक्तत्वे +व्यतिरिक्तम् +व्यतिरिक्तम्‌ +व्यतिरिक्तया +व्यतिरिक्तश्च +व्यतिरिक्तस्य +व्यतिरिक्ता +व्यतिरिक्ताः +व्यतिरिक्तानि +व्यतिरिक्ते +व्यतिरिक्तेन +व्यतिरिक्तेषु +व्यतिरिक्तो +व्यतिरिक्तोऽपि +व्यतिरिच्य +व्यतिरिच्यत +व्यतिरिच्यते +व्यतिरिच्यन्ते +व्यतिरे +व्यतिरेक +व्यतिरेकं +व्यतिरेकः +व्यतिरेककेण +व्यतिरेकतः +व्यतिरेकदृष्टान्तः +व्यतिरेकदृष्टान्तमाह +व्यतिरेकद्वारा +व्यतिरेकमाह +व्यतिरेकमुखेण +व्यतिरेकमुखेन +व्यतिरेकमुखेनापि +व्यतिरेकमुखेनाह +व्यतिरेकमुखेनोपपादयति +व्यतिरेकयोः +व्यतिरेकव्या +व्यतिरेकव्याप्ति +व्यतिरेकव्याप्तिः +व्यतिरेकव्याप्तौ +व्यतिरेकश्च +व्यतिरेकसंज्ञा +व्यतिरेकसरः +व्यतिरेकसहचारेण +व्यतिरेकस्तु +व्यतिरेकस्य +व्यतिरेकस्यापि +व्यतिरेका +व्यतिरेकात् +व्यतिरेकात्मिका +व्यतिरेकानवस्थितेश्चानपेक्षत्वात् +व्यतिरेकाभ्यां +व्यतिरेकालंकारः +व्यतिरेकालंकारसरः +व्यतिरेकालङ्कारः +व्यतिरेकालङ्कारो +व्यतिरेकासिद्धेः +व्यतिरेकि +व्यतिरेकिण +व्यतिरेकिणः +व्यतिरेकिणा +व्यतिरेकिणि +व्यतिरेकिणो +व्यतिरेकिन्‌ +व्यतिरेकी +व्यतिरेके +व्यतिरेकेण +व्यतिरेकेणाभावः +व्यतिरेकेति +व्यतिरेकेऽपि +व्यतिरेको +व्यतिरेकोऽत्र +व्यतिरेकोऽपि +व्यतिरेकौ +व्यतिलुनन्ति +व्यतिलुनीते +व्यतिवर्तते +व्यतिव्रजेत् +व्यतिषक्तरथद्विपम् +व्यतिषक्ता +व्यतिषक्ताः +व्यतिषक्तानि +व्यतिषक्ताभिः +व्यतिषक्तो +व्यतिषक्तौ +व्यतिषङ्ग +व्यतिषङ्गं +व्यतिषङ्गः +व्यतिषङ्गे +व्यतिषजति +व्यतिषजेत् +व्यतिषजेद् +व्यतिषज्य +व्यतिष्ठत +व्यतिष्ठन्त +व्यतिसार्य +व्यतिसे +व्यतिस्ते +व्यतिहरन्त्येके +व्यतिहसन्ति +व्यतिहारः +व्यतिहारे +व्यतिहारेण +व्यतिहारो +व्यतिहे +व्यती +व्यतीत +व्यतीतं +व्यतीतः +व्यतीतम् +व्यतीतवान् +व्यतीता +व्यतीताः +व्यतीतानि +व्यतीतायां +व्यतीतायामुदिते +व्यतीतायाम् +व्यतीति +व्यतीते +व्यतीतेषु +व्यतीतेऽपि +व्यतीतो +व्यतीत्य +व्यतीन् +व्यतीपात +व्यतीपातं +व्यतीपातः +व्यतीपातश्च +व्यतीपातस्य +व्यतीपाताः +व्यतीपातातिगण्डयोः +व्यतीपाते +व्यतीपातेऽथ +व्यतीपातो +व्यतीयाय +व्यतीयुः +व्यतीयुस्त्रिगुणानि +व्यतीहारे +व्यतृणत् +व्यते +व्यत् +व्यत्त +व्यत्तं +व्यत्य +व्यत्यय +व्यत्ययं +व्यत्ययः +व्यत्ययमिच्छति +व्यत्ययरचितं +व्यत्ययश्च +व्यत्ययात् +व्यत्ययाद् +व्यत्यये +व्यत्ययेन +व्यत्ययेनात्मनेपदं +व्यत्ययेनात्मनेपदम् +व्यत्ययेनाद्युदात्तः +व्यत्ययेनाद्युदात्तत्वम् +व्यत्ययेनान्तोदात्तः +व्यत्ययेनान्तोदात्तत्वम् +व्यत्ययेनेति +व्यत्ययेनैकवचनम् +व्यत्ययो +व्यत्यवर्तत +व्यत्यस्तं +व्यत्यस्तः +व्यत्यस्तपाणिना +व्यत्यस्य +व्यत्या +व्यत्यास +व्यत्यासं +व्यत्यासः +व्यत्यासम् +व्यत्यासाच्च +व्यत्यासात् +व्यत्यासाद्वा +व्यत्यासे +व्यत्यासेन +व्यत्यासो +व्यत्येति +व्यत्वात् +व्यत्वे +व्यत्वेन +व्यत॒ +व्यथ +व्यथं +व्यथः +व्यथकः +व्यथत +व्यथते +व्यथतेऽथो +व्यथनं +व्यथने +व्यथन्तां +व्यथन्ति +व्यथन्ते +व्यथम् +व्यथय +व्यथयति +व्यथयतु +व्यथयन् +व्यथयन्ति +व्यथयन्त्येते +व्यथयन्निव +व्यथयसि +व्यथया +व्यथा +व्यथां +व्यथाः +व्यथाम् +व्यथायां +व्यथारहितः +व्यथिः +व्यथिः॑ +व्यथित +व्यथितं +व्यथितः +व्यथितम् +व्यथितस्तदा +व्यथिता +व्यथितां +व्यथिताः +व्यथितात् +व्यथिते +व्यथितेन्द्रियः +व्यथितो +व्यथितोऽभवत् +व्यथितौ +व्यथिर् +व्यथिष्ठा +व्यथिष्ठाः +व्यथिष्महि +व्यथि॒रा +व्यथे +व्यथेः +व्यथेत +व्यथेताङ्गं +व्यथेति +व्यथै +व्यथैव +व्यथो +व्यदधाः +व्यदधाच्छाश्वतीभ्यः +व्यदधात् +व्यदधाद् +व्यदधुः +व्यदन्ति +व्यदर्शयत् +व्यदहत् +व्यदारथत् +व्यदारयः +व्यदारयत् +व्यदारयन् +व्यदीपयत +व्यदीर्यत +व्यदीर्यन्त +व्यदूदुषत् +व्यदृश्यत +व्यदृश्यन्त +व्यद्धा +व्यद्योतिष्ट +व्यद्यौत् +व्यद्यौद् +व्यद्रवन्त +व्यद्रिभिश्चिताना +व्यद॑धुः +व्यध +व्यधः +व्यधजपोरनुपसर्गे +व्यधत्त +व्यधत्तां +व्यधनं +व्यधने +व्यधमं +व्यधमच्छरैः +व्यधयेत् +व्यधयेत्सिराम् +व्यधा +व्यधाः +व्यधात् +व्यधात्तदा +व्यधात्‌ +व्यधाथ् +व्यधाद् +व्यधाद्धरिः +व्यधाद्विधिः +व्यधान् +व्यधान्मुदा +व्यधापयत् +व्यधायि +व्यधि +व्यधिकरण +व्यधिकरणं +व्यधिकरणः +व्यधिकरणतया +व्यधिकरणत्वात् +व्यधिकरणत्वादिति +व्यधिकरणबहुव्रीहिः +व्यधिकरणबहुव्रीहौ +व्यधिकरणम् +व्यधिकरणस्य +व्यधिकरणानां +व्यधिकरणे +व्यधिकरणो +व्यधित +व्यधीयत +व्यधु +व्यधुः +व्यधुर्मुदा +व्यधुश्च +व्यधुस्ततः +व्यधुस्तथा +व्यधुस्तदा +व्यधे +व्यधो +व्यध् +व्यध्व +व्यध्वरः +व्यध्वे +व्यनकि +व्यनक्ति +व्यनक्तीति +व्यनक्तु +व्यनच्च +व्यनदत् +व्यनदद् +व्यनशत्तेन +व्यनश्यत +व्यनादयत् +व्यनाशयः +व्यनाशयत् +व्यनाशयन् +व्यनाशयम् +व्यनिति +व्यनीनशः +व्यनीनशत् +व्यनीयत +व्यनुनादयन् +व्यनैषीः +व्यनैषीत् +व्यनैषुः +व्यनोदयत् +व्यनोदयन् +व्यन् +व्यन्तः +व्यन्तः॑ +व्यन्तर +व्यन्तरः +व्यन्तरा +व्यन्तराः +व्यन्तरिक्षं +व्यन्तरिक्षमिति +व्यन्तरिक्षम् +व्यन्तरे +व्यन्ता +व्यन्ति +व्यन्तु +व्यन्तु॑ +व्यन्तु॒ +व्यन्तो +व्यन्त्वाज्य॑स्य॒ +व्यन्त्विति +व्यन्त्व् +व्यन्त्सपत्ने +व्यन्ये +व्यन्वारभमाण +व्यन्सपत्ने +व्यप +व्यपकृष्टोऽप्रमत्त +व्यपगच्छन्तु +व्यपगत +व्यपगतं +व्यपगतः +व्यपगतशुचस्त्वामपि +व्यपगता +व्यपगते +व्यपतिष्यत् +व्यपतिष्यत्तथोक्तस्य +व्यपतिष्यद्यन्मां +व्यपत्रपमाणेव +व्यपत्रपसे +व्यपदि +व्यपदिशति +व्यपदिशन् +व्यपदिशन्ति +व्यपदिशन्त्या +व्यपदिशेति +व्यपदिश्य +व्यपदिश्यत +व्यपदिश्यते +व्यपदिश्यन्त +व्यपदिश्यन्ते +व्यपदिश्यमानं +व्यपदिश्यमानः +व्यपदिश्येत +व्यपदिश्येते +व्यपदिष्ट +व्यपदिष्टं +व्यपदिष्टः +व्यपदिष्टम् +व्यपदिष्टस्य +व्यपदिष्टा +व्यपदिष्टाः +व्यपदे +व्यपदेश +व्यपदेशं +व्यपदेशः +व्यपदेशकः +व्यपदेशतः +व्यपदेशभेद +व्यपदेशभेदः +व्यपदेशमात्रं +व्यपदेशमाविलयितुं +व्यपदेशम् +व्यपदेशश्च +व्यपदेशस्तु +व्यपदेशस्य +व्यपदेशा +व्यपदेशाः +व्यपदेशाच् +व्यपदेशाच्च +व्यपदेशात् +व्यपदेशात्‌ +व्यपदेशाद् +व्यपदेशाय +व्यपदेशिवत्वेन +व्यपदेशिवदेकस्मिन् +व्यपदेशिवद्भाव +व्यपदेशिवद्भावात् +व्यपदेशिवद्भावेन +व्यपदेशिवद्भावोऽप्रातिपदिकेन +व्यपदेशे +व्यपदेशेन +व्यपदेशो +व्यपदेशोऽधिकत्वतः +व्यपदेशोऽपि +व्यपदेश्यं +व्यपदेश्यः +व्यपदेश्यस्य +व्यपदेश्या +व्यपदेश्यो +व्यपदेष्टुं +व्यपदेष्टुम् +व्यपद्यत +व्यपनय +व्यपनयतु +व्यपनीय +व्यपनेष्यति +व्यपनेष्यामि +व्यपलं +व्यपले +व्यपवृक्तं +व्यपश्यत् +व्यपश्यन् +व्यपसरति +व्यपाटयन् +व्यपाटयन्द्रष्टुमिवाक्षराणि +व्यपातयत् +व्यपादि +व्यपाश्रय +व्यपाश्रयः +व्यपाश्रयाः +व्यपाश्रितः +व्यपाश्रित्य +व्यपाहरत् +व्यपिबः +व्यपिबत् +व्यपेक्षणम् +व्यपेक्षते +व्यपेक्षया +व्यपेक्षा +व्यपेक्षायां +व्यपेक्षैव +व्यपेक्ष्य +व्यपेक्ष्यते +व्यपेत +व्यपेतं +व्यपेतः +व्यपेतभीः +व्यपेता +व्यपेते +व्यपेयातां +व्यपेयात् +व्यपैति +व्यपैतु +व्यपो +व्यपोथयत् +व्यपोहंतु +व्यपोहत +व्यपोहति +व्यपोहतु +व्यपोहनं +व्यपोहन्ति +व्यपोहन्त्वघमापदः +व्यपोहितुं +व्यपोहितुम् +व्यपोह्म +व्यपोह्य +व्यपोह्यैव +व्यप्रियते +व्यबुध्यत +व्यभजत +व्यभजत् +व्यभजन् +व्यभजन्त +व्यभवत् +व्यभावः +व्यभावयत् +व्यभाव्यत +व्यभाव्यन्त +व्यभासत +व्यभि +व्यभिच +व्यभिचरः +व्यभिचरतः +व्यभिचरति +व्यभिचरतीति +व्यभिचरतीत्यर्थः +व्यभिचरन्ति +व्यभिचरिष्यति +व्यभिचरेत् +व्यभिचा +व्यभिचार +व्यभिचारं +व्यभिचारः +व्यभिचारत +व्यभिचारतः +व्यभिचारतादवस्थ्यात् +व्यभिचारदर्शनात् +व्यभिचारदर्शनेन +व्यभिचारमाह +व्यभिचारयति +व्यभिचारवा +व्यभिचारवार +व्यभिचारवारकत्वात् +व्यभिचारवारणाय +व्यभिचारवारणार्थः +व्यभिचारशङ्का +व्यभिचारशङ्काया +व्यभिचारश्च +व्यभिचारस्तदवस्थ +व्यभिचारस्य +व्यभिचारस्याग्रहोऽपि +व्यभिचारस्येति +व्यभिचारहेतुत्वाभिमतानां +व्यभिचारा +व्यभिचाराच्च +व्यभिचारात +व्यभिचारात् +व्यभिचारात्तु +व्यभिचारात्‌ +व्यभिचारादि +व्यभिचारादिति +व्यभिचारादित्यर्थः +व्यभिचारादित्याह +व्यभिचारादृतौ +व्यभिचाराद् +व्यभिचारान्न +व्यभिचारापत्तेः +व्यभिचारापत्त्या +व्यभिचाराभावात् +व्यभिचाराभावेन +व्यभिचारि +व्यभिचारिण +व्यभिचारिणः +व्यभिचारिणम् +व्यभिचारिणश्च +व्यभिचारिणा +व्यभिचारिणां +व्यभिचारिणाम् +व्यभिचारिणि +व्यभिचारिणी +व्यभिचारिणीम् +व्यभिचारिणो +व्यभिचारिणोऽपि +व्यभिचारिणौ +व्यभिचारिण्यः +व्यभिचारिण्या +व्यभिचारितया +व्यभिचारिता +व्यभिचारित्वं +व्यभिचारित्वात् +व्यभिचारित्वे +व्यभिचारित्वेन +व्यभिचारिन्‌ +व्यभिचारिभाव +व्यभिचारिभावः +व्यभिचारिभावाः +व्यभिचारिभिः +व्यभिचारिषु +व्यभिचारी +व्यभिचारीति +व्यभिचारे +व्यभिचारेण +व्यभिचारेऽपि +व्यभिचारो +व्यभिचारोऽपि +व्यभिचार्येव +व्यभूषयत् +व्यभेदयत् +व्यभ्रंशत +व्यभ्राजत +व्यभ्राजेतां +व्यभ्रे +व्यम +व्यमर्दयत् +व्यमिति +व्यमित्यर्थः +व्यमिमीत +व्यमुचः +व्यमुच्यत +व्यमुञ्चत +व्यमुञ्चत् +व्यमुञ्चन् +व्यमुञ्चन्त +व्यमेव +व्यमोक्षि +व्यमोचयत् +व्यम् +व्यय +व्ययं +व्ययः +व्ययगे +व्ययति +व्ययते +व्ययन्तां +व्ययन्ताम् +व्ययपराङ्मुखी +व्ययभावफलाध्यायः +व्ययभावस्थे +व्ययमानः +व्ययम् +व्यययति +व्ययश्च +व्ययस्थाने +व्ययस्थिते +व्ययस्थे +व्ययस्य +व्ययस्व +व्यया +व्ययात् +व्ययाधिक्यं +व्ययाभ्यां +व्ययामसि +व्ययाय +व्ययार्थं +व्ययाव्ययौ +व्ययि +व्ययितं +व्ययितम् +व्ययिता +व्ययी +व्ययीकरोति +व्ययीकृतम् +व्ययीकृत्य +व्ययीभावः +व्ययुज्यत +व्यये +व्ययेन +व्ययेयम् +व्ययेशे +व्ययेषु +व्ययेऽपि +व्ययो +व्ययोऽपि +व्ययौ +व्यरंसिषुः +व्यरंसीत् +व्यरचयत् +व्यरचयदिति +व्यरचयन् +व्यरचि +व्यरज्यत +व्यरमत् +व्यराजत +व्यराजत् +व्यराजन्त +व्यराजेतां +व्यरुचत् +व्यरुचन् +व्यरुध्यत +व्यरुन्ध +व्यरोचत +व्यरोचन्त +व्यरोहत +व्यर्क +व्यर्णः +व्यर्णे +व्यर्थ +व्यर्थं +व्यर्थः +व्यर्थतया +व्यर्थता +व्यर्थतां +व्यर्थत्वाच्च +व्यर्थत्वात् +व्यर्थत्वादिति +व्यर्थत्वापत्तेः +व्यर्थमत +व्यर्थमिति +व्यर्थमित्यत +व्यर्थमित्यतः +व्यर्थमित्यर्थः +व्यर्थमिदं +व्यर्थमेव +व्यर्थमेवेति +व्यर्थमेवेत्यत +व्यर्थम् +व्यर्थम्‌ +व्यर्थया +व्यर्थविशेषणता +व्यर्थविशेषणत्वं +व्यर्थविशेषणत्वम् +व्यर्थविशेषणत्वात् +व्यर्था +व्यर्थां +व्यर्थाः +व्यर्थानि +व्यर्थी +व्यर्थीकृतं +व्यर्थे +व्यर्थेति +व्यर्थैव +व्यर्थो +व्यर्धयति +व्यर्धयेत् +व्यर्धयेयम् +व्यर्धुको +व्यलक्षणम् +व्यलम्बत +व्यलम्बन्त +व्यलिखत् +व्यलीकं +व्यलीकः +व्यलीकम् +व्यलीकानि +व्यलीकेन +व्यलीयत +व्यलीयन्त +व्यलेखि +व्यलोकत +व्यलोकयत +व्यलोकयत् +व्यलोकयद् +व्यलोकयन् +व्यलोकयम् +व्यलोकि +व्यलोक्यत +व्यल्कश +व्यल्कशा +व्यव +व्यवकलितः +व्यवकलिते +व्यवकीर्यते +व्यवच्छिद्य +व्यवच्छिद्यत +व्यवच्छिद्यते +व्यवच्छिद्यन्ते +व्यवच्छिनत्ति +व्यवच्छिन्द्यात् +व्यवच्छिन्नं +व्यवच्छिन्नः +व्यवच्छिन्नसकलोपाधिकम् +व्यवच्छिन्ना +व्यवच्छिन्ने +व्यवच्छेत्तुं +व्यवच्छेत्सीः +व्यवच्छेद +व्यवच्छेदं +व्यवच्छेदः +व्यवच्छेदकं +व्यवच्छेदकः +व्यवच्छेदस्य +व्यवच्छेदात् +व्यवच्छेदे +व्यवच्छेदेन +व्यवच्छेदो +व्यवच्छेद्य +व्यवच्छेद्यं +व्यवच्छेद्यमाह +व्यवजहार +व्यवतिष्ठत +व्यवतिष्ठते +व्यवतिष्ठन्त +व्यवतिष्ठन्ते +व्यवतिष्ठेत +व्यवतिष्ठेते +व्यवतिष्ठेरन् +व्यवदधाति +व्यवदानं +व्यवदानाय +व्यवदायते +व्यवदायाश्नन्ति +व्यवदिश्यते +व्यवधा +व्यवधान +व्यवधानं +व्यवधानतः +व्यवधानमात्रं +व्यवधानमिति +व्यवधानम् +व्यवधानात् +व्यवधानादिति +व्यवधानान्न +व्यवधाने +व्यवधानेन +व्यवधानेऽपि +व्यवधाय +व्यवधायक +व्यवधायकं +व्यवधायकः +व्यवधायकम् +व्यवधायका +व्यवधारणकल्पनया +व्यवधारणकल्पना +व्यवधि +व्यवधीयते +व्यवधूय +व्यवनं +व्यवनीय +व्यवने +व्यवर्तत +व्यवर्तन्त +व्यवर्तयत् +व्यवर्त्तत +व्यवर्द्धत +व्यवर्द्धन्त +व्यवर्धत +व्यवर्धन्त +व्यवर्धयत् +व्यवलोकय +व्यवलोकयति +व्यवलोकयन् +व्यवलोक्य +व्यववदति +व्यवस +व्यवसर्गपरिणतं +व्यवसर्गपरिणतम् +व्यवसर्पति +व्यवसाय +व्यवसायं +व्यवसायः +व्यवसायकः +व्यवसायबुद्धियुक्ता +व्यवसायम् +व्यवसाययात् +व्यवसायश्च +व्यवसायस्तु +व्यवसायस्ते +व्यवसायस्य +व्यवसाया +व्यवसायाः +व्यवसायात्फलाधिक्यं +व्यवसायात्मकं +व्यवसायात्मकत्वं +व्यवसायात्मकाः +व्यवसायात्मिकया +व्यवसायात्मिका +व्यवसायात्मिकां +व्यवसायात्मिकेति +व्यवसायादचलनं +व्यवसायानां +व्यवसायिकः +व्यवसायिनः +व्यवसायिनम् +व्यवसायिना +व्यवसायिनां +व्यवसायिनाम् +व्यवसायी +व्यवसाये +व्यवसायेति +व्यवसायेन +व्यवसायेषु +व्यवसायो +व्यवसायोऽस्मि +व्यवसित +व्यवसितं +व्यवसितः +व्यवसितत्राणस्थानलक्ष्माङ्घ्रिवस्तुषु +व्यवसितम् +व्यवसिता +व्यवसिताः +व्यवसितादिषु +व्यवसिते +व्यवसितो +व्यवसीदन्ति +व्यवसीयतां +व्यवसीयते +व्यवसृजति +व्यवसृप्य +व्यवस्थ +व्यवस्थया +व्यवस्था +व्यवस्थां +व्यवस्थाः +व्यवस्थाकरणम् +व्यवस्थातः +व्यवस्थातो +व्यवस्थान +व्यवस्थानं +व्यवस्थानः +व्यवस्थानम् +व्यवस्थानां +व्यवस्थानात् +व्यवस्थानुपपत्तेः +व्यवस्थानुसारेण +व्यवस्थाने +व्यवस्थाप +व्यवस्थापक +व्यवस्थापकं +व्यवस्थापकः +व्यवस्थापकम् +व्यवस्थापन +व्यवस्थापनं +व्यवस्थापनम् +व्यवस्थापनहेतुः +व्यवस्थापनात् +व्यवस्थापनाय +व्यवस्थापनीयः +व्यवस्थापनीयम् +व्यवस्थापनीयानि +व्यवस्थापने +व्यवस्थापयता +व्यवस्थापयति +व्यवस्थापयतीति +व्यवस्थापयन् +व्यवस्थापयन्ति +व्यवस्थापयितु +व्यवस्थापयितुं +व्यवस्थापयितुम् +व्यवस्थापयेत् +व्यवस्थापालनेन +व्यवस्थापि +व्यवस्थापिका +व्यवस्थापित +व्यवस्थापितं +व्यवस्थापितः +व्यवस्थापितत्वात् +व्यवस्थापितत्वादिति +व्यवस्थापितत्वेन +व्यवस्थापितम् +व्यवस्थापितवान् +व्यवस्थापिता +व्यवस्थापिताः +व्यवस्थापितानि +व्यवस्थापिते +व्यवस्थाप्य +व्यवस्थाप्यः +व्यवस्थाप्यत +व्यवस्थाप्यते +व्यवस्थाप्यन्ते +व्यवस्थाप्यम् +व्यवस्थाप्या +व्यवस्थाप्येत +व्यवस्थाप्येते +व्यवस्थामाह +व्यवस्थाम् +व्यवस्थाय +व्यवस्थाया +व्यवस्थायां +व्यवस्थायाः +व्यवस्थायामसंज्ञायाम् +व्यवस्थायामिति +व्यवस्थायाम् +व्यवस्थायै +व्यवस्थार्थं +व्यवस्थासिद्धिः +व्यवस्थासु +व्यवस्थास्ति +व्यवस्थाहेतुर्यस्य +व्यवस्थि +व्यवस्थित +व्यवस्थितं +व्यवस्थितः +व्यवस्थिततया +व्यवस्थितत्वात् +व्यवस्थितमिति +व्यवस्थितमेव +व्यवस्थितम् +व्यवस्थितम्‌ +व्यवस्थितरूपेण +व्यवस्थितविकल्पः +व्यवस्थितविभाषया +व्यवस्थितविभाषा +व्यवस्थितविभाषेयम् +व्यवस्थितस्य +व्यवस्थितह् +व्यवस्थिता +व्यवस्थितां +व्यवस्थिताः +व्यवस्थितानां +व्यवस्थितानि +व्यवस्थितान् +व्यवस्थिताम् +व्यवस्थिति +व्यवस्थितिः +व्यवस्थितिम् +व्यवस्थितिरिति +व्यवस्थिते +व्यवस्थितेः +व्यवस्थितेति +व्यवस्थितेन +व्यवस्थितैः +व्यवस्थितो +व्यवस्थितौ +व्यवस्थेति +व्यवस्थेयं +व्यवस्थोक्ता +व्यवस्थोपपत्तेः +व्यवस्य +व्यवस्यत +व्यवस्यति +व्यवस्यतीति +व्यवस्यते +व्यवस्यन्ति +व्यवस्यसि +व्यवस्ये +व्यवस्येत् +व्यवह +व्यवहर +व्यवहरणं +व्यवहरणम् +व्यवहरणीयम् +व्यवहरति +व्यवहरतीति +व्यवहरतीत्यर्थः +व्यवहरन् +व्यवहरन्ति +व्यवहरन्तीति +व्यवहरन्नपि +व्यवहरामः +व्यवहरे +व्यवहरेत +व्यवहरेत् +व्यवहर्तव्य +व्यवहर्तव्यं +व्यवहर्तव्यः +व्यवहर्तव्यमिति +व्यवहर्तव्यम् +व्यवहर्ता +व्यवहर्तारः +व्यवहर्तारो +व्यवहर्तुं +व्यवहर्तुम् +व्यवहर्त्ता +व्यवहा +व्यवहार +व्यवहारं +व्यवहारः +व्यवहारकाण्डः +व्यवहारकाण्डम् +व्यवहारकाण्डे +व्यवहारकारणं +व्यवहारकाले +व्यवहारके +व्यवहारज्ञः +व्यवहारज्ञानं +व्यवहारत +व्यवहारतः +व्यवहारतत्त्वम् +व्यवहारतत्त्वे +व्यवहारतो +व्यवहारतोऽपि +व्यवहारत्वात् +व्यवहारदर्शनं +व्यवहारदर्शनम् +व्यवहारदर्शनात् +व्यवहारदर्शने +व्यवहारदशायां +व्यवहारदशायामपि +व्यवहारदृष्ट्या +व्यवहारनियमः +व्यवहारपदं +व्यवहारपदम् +व्यवहारपदानि +व्यवहारपरा +व्यवहारप्रभृतीनि +व्यवहारप्रसिद्धये +व्यवहारभाषा +व्यवहारभूमिः +व्यवहारभूमौ +व्यवहारभेदे +व्यवहारमातृका +व्यवहारमात्रं +व्यवहारमात्रम् +व्यवहारमात्रसंवृत्तिवशेन +व्यवहारमार्गः +व्यवहारमार्गेण +व्यवहारमें +व्यवहारम् +व्यवहारयति +व्यवहारयेत् +व्यवहारयोग्यं +व्यवहारयोग्यः +व्यवहारवतोऽपि +व्यवहारविदे +व्यवहारविधौ +व्यवहारविषय +व्यवहारविषयः +व्यवहारविषये +व्यवहारव्यतिक्रमास्तत्परीहारश्च +व्यवहारश्च +व्यवहारसमये +व्यवहारसमारोप +व्यवहारसमारोपः +व्यवहारसमुच्चये +व्यवहारसिद्धि +व्यवहारसिद्धिः +व्यवहारस् +व्यवहारस्तु +व्यवहारस्थः +व्यवहारस्थापना +व्यवहारस्य +व्यवहारस्यापि +व्यवहारहानिः +व्यवहारहेतुः +व्यवहारहेतुरिति +व्यवहारा +व्यवहाराः +व्यवहाराङ्गभूता +व्यवहाराङ्गम् +व्यवहाराच्च +व्यवहाराणां +व्यवहारात +व्यवहारात् +व्यवहारादर्शनात् +व्यवहारादिति +व्यवहाराध्याय +व्यवहाराध्यायः +व्यवहाराध्याये +व्यवहारानु +व्यवहारानुगं +व्यवहारानुपपत्तेः +व्यवहारानुपातिनी +व्यवहारान् +व्यवहारान्न +व्यवहारान्नयेन्नृपः +व्यवहारान्नृपः +व्यवहारापत्तेः +व्यवहारापेक्षया +व्यवहाराभाव +व्यवहाराभावात् +व्यवहाराभावेन +व्यवहाराभिप्रायेण +व्यवहाराभिशस्तोऽयं +व्यवहाराय +व्यवहारार्थ +व्यवहारार्थं +व्यवहारार्थम् +व्यवहारावस्था +व्यवहाराश्च +व्यवहारिक +व्यवहारिणः +व्यवहारिणाम् +व्यवहारिभिः +व्यवहारिषु +व्यवहारी +व्यवहारे +व्यवहारेण +व्यवहारेणास्ते +व्यवहारेति +व्यवहारेषु +व्यवहारेऽपि +व्यवहारैः +व्यवहारैति +व्यवहारो +व्यवहारों +व्यवहारोपपत्तिः +व्यवहारोपपत्तेः +व्यवहारोपपत्तौ +व्यवहारोपि +व्यवहारोऽत्र +व्यवहारोऽन्यथा +व्यवहारोऽपि +व्यवहारोऽयं +व्यवहारोऽस्ति +व्यवहारोऽस्य +व्यवहार्यं +व्यवहार्यपि +व्यवहार्यम् +व्यवहार्या +व्यवहि +व्यवहित +व्यवहितं +व्यवहितः +व्यवहितञ्च +व्यवहिततया +व्यवहितत्वाच्च +व्यवहितत्वात् +व्यवहितत्वादन्वयं +व्यवहितत्वादन्वयमाह +व्यवहितत्वान्न +व्यवहितत्वेन +व्यवहितपदप्रायः +व्यवहितपदप्रायो +व्यवहितप्रयोगः +व्यवहितमपि +व्यवहितमादिभागयमकम् +व्यवहितमिति +व्यवहितम् +व्यवहितस्य +व्यवहितस्यापि +व्यवहिता +व्यवहिताः +व्यवहितानां +व्यवहितानामपि +व्यवहितानाम् +व्यवहितान्वयेन +व्यवहितान्वयेऽप्ययमेवार्थः +व्यवहितान्वयोऽत्र +व्यवहिताश्च +व्यवहिताश्चेति +व्यवहिते +व्यवहितेन +व्यवहितेनान्वयः +व्यवहितेऽपि +व्यवहितो +व्यवहियत +व्यवहियते +व्यवहृत +व्यवहृतं +व्यवहृतः +व्यवहृतमिति +व्यवहृतम् +व्यवहृतवान् +व्यवहृता +व्यवहृताः +व्यवहृतिं +व्यवहृतिः +व्यवहृतो +व्यवहृतौ +व्यवहृत्य +व्यवहृपणोः +व्यवहेताम् +व्यवह्नियते +व्यवह्रियत +व्यवह्रियते +व्यवह्रियन्ते +व्यवह्रियमाणं +व्यवह्रियमाणत्वात् +व्यवह्रियेते +व्यवा +व्यवात् +व्यवाय +व्यवायं +व्यवायः +व्यवायकाले +व्यवायञ्च +व्यवायमन्येषां +व्यवायशोषी +व्यवायस्य +व्यवायातिप्रसङ्गेन +व्यवायात् +व्यवायि +व्यवायित्वाच्च +व्यवायिनः +व्यवायिनोऽन्तरम् +व्यवायी +व्यवाये +व्यवायेन +व्यवायेऽपि +व्यवायो +व्यवास्यति +व्यवाहरत् +व्यवाहियते +व्यवृणुत +व्यवृणोत् +व्यवेयात् +व्यवेष्टन्त +व्यवैति +व्यवैर्यत +व्यवोक्षति +व्यवोचः +व्यवोचम् +व्यव्ययं +व्यशातयत् +व्यशीर्यत +व्यशीर्यन्त +व्यशेम +व्यश्च +व्यश्नवत् +व्यश्नवै +व्यश्नियश् +व्यश्नुते +व्यश्नुवते +व्यश्नुहि +व्यश्नुही +व्यश्वं +व्यश्वः +व्यश्ववत् +व्यश्वसन् +व्यश्वसीत् +व्यश्वसूतरथं +व्यश्वैत् +व्यश्वो +व्यषह्यत +व्यषीदत् +व्यष्टका +व्यष्टि +व्यष्टिं +व्यष्टिः +व्यष्टिरूपं +व्यष्टिरूपत्वे +व्यष्टिरूपेण +व्यष्टिर्वायुः +व्यष्टिसंज्ञया +व्यष्टीनां +व्यष्टेः +व्यस +व्यसन +व्यसनं +व्यसनकृशा +व्यसनगतं +व्यसनप्रतीकारः +व्यसनमर्च्छन्ति +व्यसनमादिशेत् +व्यसनमापन्नः +व्यसनमाप्नुयात् +व्यसनमिति +व्यसनमिव +व्यसनमेव +व्यसनम् +व्यसनयौगपद्ये +व्यसनवृक्षस्य +व्यसनसन्ततिः +व्यसनस्य +व्यसना +व्यसनाकरः +व्यसनागमे +व्यसनात् +व्यसनाद्वा +व्यसनाधिकारिकम् +व्यसनानां +व्यसनानाम् +व्यसनानि +व्यसनान्यत्र +व्यसनाभिभूतो +व्यसनाय +व्यसनार्णवे +व्यसनितया +व्यसनिता +व्यसनिनं +व्यसनिनः +व्यसनिनां +व्यसनिनि +व्यसनिनो +व्यसनी +व्यसने +व्यसनेन +व्यसनेभ्यः +व्यसनेभ्यश्च +व्यसनेषु +व्यसनेऽभ्युदये +व्यसनैः +व्यसनो +व्यसर्जयत् +व्यसर्जयन् +व्यसर्जयम् +व्यसर्ज्जयत् +व्यसर्पो +व्यसवः +व्यसवो +व्यसहत +व्यसहन्त +व्यसुं +व्यसुः +व्यसृजच्छरान् +व्यसृजत +व्यसृजत् +व्यसृजत्तं +व्यसृजद् +व्यसृजन् +व्यसृज्यत +व्यसृष्ट +व्यसौ +व्यस्कभ्नाः +व्यस्त +व्यस्तं +व्यस्तः +व्यस्तगोला +व्यस्तजीवा +व्यस्तज्या +व्यस्ततया +व्यस्तत्रैराशिकम् +व्यस्तत्रैराशिकेन +व्यस्तत्वेन +व्यस्तदिशः +व्यस्तन्यासं +व्यस्तमपि +व्यस्तम् +व्यस्तरात्रिंदिवस्य +व्यस्तरूपकं +व्यस्तरूपकम् +व्यस्तविधिः +व्यस्तसमस्त +व्यस्तसमस्तानां +व्यस्तसमस्ते +व्यस्तसमस्तेषु +व्यस्तस्य +व्यस्ता +व्यस्ताः +व्यस्तानां +व्यस्तानि +व्यस्तान् +व्यस्ते +व्यस्तेन +व्यस्तेषु +व्यस्तै +व्यस्तैः +व्यस्तैरपि +व्यस्तैर्जायते +व्यस्तैश्चैव +व्यस्तो +व्यस्तौ +व्यस्तौत् +व्यस्था +व्यस्थात् +व्यस्थिरन् +व्यस्मयत +व्यस्मयन्त +व्यस्मरत् +व्यस्मारि +व्यस्य +व्यस्यताम् +व्यस्यति +व्यस्यतु +व्यस्यते +व्यस्यत्येनं +व्यस्यन् +व्यस्रंसत +व्यस्रंसन्त +व्यहं +व्यहनि +व्यहन् +व्यहन्यत +व्यहम् +व्यहरत् +व्यहार्षीत् +व्यहिंसीदपि +व्यहीयत +व्यहे +व्यह्नि +व्यह्ने +व्यह्वयन्त +व्या +व्यां +व्याः +व्याक +व्याकर +व्याकरण +व्याकरणं +व्याकरणग्रन्थः +व्याकरणग्रन्थाः +व्याकरणग्रन्थेषु +व्याकरणञ्च +व्याकरणदृष्ट्या +व्याकरणदोषः +व्याकरणनियमविषयः +व्याकरणपरिभाषिते +व्याकरणप्रक्रिया +व्याकरणभाष्यकाराः +व्याकरणमते +व्याकरणमधीते +व्याकरणमधीष्व +व्याकरणमनुत्तरायां +व्याकरणमपि +व्याकरणमहाभाष्ये +व्याकरणमिति +व्याकरणमिदं +व्याकरणमेव +व्याकरणम् +व्याकरणशास्त्र +व्याकरणशास्त्रं +व्याकरणशास्त्रम् +व्याकरणशास्त्रस्य +व्याकरणशास्त्रे +व्याकरणस्मृतिः +व्याकरणस्य +व्याकरणा +व्याकरणागमः +व्याकरणात् +व्याकरणादि +व्याकरणादीनि +व्याकरणादृते +व्याकरणानि +व्याकरणानुसारं +व्याकरणानुसारेण +व्याकरणान्तरे +व्याकरणाय +व्याकरणीयं +व्याकरणे +व्याकरणेन +व्याकरणेषु +व्याकरणेऽपि +व्याकरणोक्ते +व्याकरनं +व्याकरवाणि +व्याकरवाणीति +व्याकरि +व्याकरिष्यति +व्याकरिष्यते +व्याकरिष्यामि +व्याकरोति +व्याकरोतु +व्याकरोत् +व्याकरोत्यथ +व्याकरोमि +व्याकर्ता +व्याकर्तुं +व्याकर्तुकामो +व्याकार्षीत् +व्याकीर्णं +व्याकु +व्याकुरु +व्याकुरुते +व्याकुरुष्व +व्याकुर्मः +व्याकुर्वता +व्याकुर्वते +व्याकुर्वन् +व्याकुर्वन्ति +व्याकुल +व्याकुलं +व्याकुलः +व्याकुलचेतनः +व्याकुलतया +व्याकुलता +व्याकुलतां +व्याकुलत्वं +व्याकुलत्वम् +व्याकुलत्वे +व्याकुलमनसस्तव +व्याकुलम् +व्याकुलयति +व्याकुललोचनः +व्याकुला +व्याकुलाः +व्याकुलाश्च +व्याकुलित +व्याकुलितं +व्याकुली +व्याकुलीकृतम् +व्याकुलीकृतानि +व्याकुलीकृत्य +व्याकुलीभूतं +व्याकुलीभूतः +व्याकुले +व्याकुलेन्द्रियः +व्याकुलेन्द्रियम् +व्याकुलेन्द्रियाः +व्याकुलो +व्याकृत +व्याकृतं +व्याकृतः +व्याकृतचरः +व्याकृतमायुष्मं +व्याकृतमेव +व्याकृतम् +व्याकृतस्य +व्याकृता +व्याकृताः +व्याकृतानि +व्याकृताव्याकृतोपासनयोः +व्याकृति +व्याकृते +व्याकृतो +व्याकृत्य +व्याकोश +व्याक्तिविवेके +व्याक्रियत +व्याक्रियते +व्याक्रियन्ते +व्याक्रिया +व्याक्रियेत +व्याक्रियेते +व्याक्षिप्तं +व्याक्षेपं +व्याक्षेपः +व्याखामि +व्याखास्यामि +व्याख् +व्याख्य +व्याख्यत् +व्याख्यया +व्याख्या +व्याख्यां +व्याख्याः +व्याख्याकाराः +व्याख्यागम्यानि +व्याख्याग्रन्थः +व्याख्याग्रन्थाः +व्याख्यात +व्याख्यातँ +व्याख्यातं +व्याख्यातः +व्याख्यातञ्च +व्याख्यातञ्चैतत् +व्याख्यातत्वाच्च +व्याख्यातत्वात् +व्याख्यातत्वादिति +व्याख्यातत्वान्न +व्याख्यातत्वेन +व्याख्यातप्रायमिति +व्याख्यातम +व्याख्यातमन्यत् +व्याख्यातमपि +व्याख्यातमस्ति +व्याख्यातमिति +व्याख्यातमितिचेत् +व्याख्यातमिदं +व्याख्यातमिदम् +व्याख्यातमु +व्याख्यातमुक्तमित्यर्थः +व्याख्यातमुज्ज्वलाकृता +व्याख्यातमेतत् +व्याख्यातमेव +व्याख्यातम् +व्याख्यातम्‌ +व्याख्यातरूपः +व्याख्यातवन्त +व्याख्यातवन्तः +व्याख्यातवान् +व्याख्यातव्य +व्याख्यातव्यं +व्याख्यातव्यः +व्याख्यातव्यनाम्नः +व्याख्यातव्यम् +व्याख्यातव्या +व्याख्यातव्याः +व्याख्यातव्यानि +व्याख्यातश्च +व्याख्याता +व्याख्यातां +व्याख्याताः +व्याख्यातानि +व्याख्यातानीति +व्याख्यातापि +व्याख्यातार +व्याख्यातारः +व्याख्यातारो +व्याख्याताश्च +व्याख्याति +व्याख्यातु +व्याख्यातुं +व्याख्यातुः +व्याख्यातुमर्हसि +व्याख्यातुमारभते +व्याख्यातुमाह +व्याख्यातुमुचितम् +व्याख्यातुमुपक्रमते +व्याख्यातुमुपचक्रमे +व्याख्यातुमेव +व्याख्यातुम् +व्याख्यातृत्वेन +व्याख्यातृभिः +व्याख्यातॄणां +व्याख्याते +व्याख्यातेति +व्याख्यातेन +व्याख्यातेयम् +व्याख्यातो +व्याख्यातोऽयं +व्याख्यातौ +व्याख्यात् +व्याख्यात्रा +व्याख्याद्वयोपेता +व्याख्यान +व्याख्यानं +व्याख्यानः +व्याख्यानकारः +व्याख्यानग्रन्थः +व्याख्यानतः +व्याख्यानतो +व्याख्यानदर्शनात् +व्याख्यानभाष्यम् +व्याख्यानम +व्याख्यानमपि +व्याख्यानमसत् +व्याख्यानमसदिति +व्याख्यानमिति +व्याख्यानमित्यत +व्याख्यानमित्यर्थः +व्याख्यानमुचितम् +व्याख्यानमेव +व्याख्यानमेवात्र +व्याख्यानम् +व्याख्यानयंति +व्याख्यानयन्ति +व्याख्यानरूपं +व्याख्यानशैली +व्याख्यानस्तत्र +व्याख्यानस्य +व्याख्याना +व्याख्यानाच्च +व्याख्यानात् +व्याख्यानादि +व्याख्यानादिति +व्याख्यानानि +व्याख्यानान्तरं +व्याख्यानान्तरमनुवदति +व्याख्यानान्तरमाह +व्याख्यानान्तरे +व्याख्यानान्यस्यैवैतानि +व्याख्यानाय +व्याख्यानावसरे +व्याख्यानुसारी +व्याख्याने +व्याख्यानेन +व्याख्यानेषु +व्याख्यानेऽपि +व्याख्यानो +व्याख्यानों +व्याख्यान्तरं +व्याख्यान्तरमाह +व्याख्यान्तरम् +व्याख्यान्ति +व्याख्यापि +व्याख्याभाष्यम् +व्याख्यामि +व्याख्यामिमां +व्याख्यामुपयुञ्जीत +व्याख्याम् +व्याख्याय +व्याख्यायत +व्याख्यायताम् +व्याख्यायते +व्याख्यायन्ते +व्याख्यायमाने +व्याख्याया +व्याख्यायां +व्याख्यायाः +व्याख्यायाम् +व्याख्यायि +व्याख्यायिष्यन्ते +व्याख्यायेत +व्याख्यायेते +व्याख्यायेदानीं +व्याख्यारूप +व्याख्यावसरे +व्याख्यासम्मतः +व्याख्यासहितम् +व्याख्यासु +व्याख्यास्यत +व्याख्यास्यति +व्याख्यास्यते +व्याख्यास्यन् +व्याख्यास्यन्ते +व्याख्यास्याम +व्याख्यास्यामः +व्याख्यास्यामि +व्याख्यास्यामीत्यत +व्याख्यास्यामो +व्याख्यास्याम्यनुपूर्वशः +व्याख्यास्ये +व्याख्याहि +व्याख्याऽपि +व्याख्याऽस्ति +व्याख्ये +व्याख्येति +व्याख्येय +व्याख्येयं +व्याख्येयः +व्याख्येयत्वात् +व्याख्येयत्वेन +व्याख्येयमिति +व्याख्येयम् +व्याख्येया +व्याख्येयाः +व्याख्येयानि +व्याख्येये +व्याख्येयेति +व्याख्येयो +व्याख्येयौ +व्याग्र +व्याघरणं +व्याघा +व्याघात +व्याघातं +व्याघातः +व्याघातश्च +व्याघाता +व्याघातात् +व्याघातात्‌ +व्याघातादिति +व्याघाताद् +व्याघातालंकारः +व्याघातावधिराशङ्का +व्याघाते +व्याघातेन +व्याघातो +व्याघारणं +व्याघारणविधिः +व्याघारयति +व्याघारयन्ति +व्याघार्य +व्याघुट्य +व्याघ्र +व्याघ्रं +व्याघ्रः +व्याघ्रकः +व्याघ्रचर्म +व्याघ्रचर्मणा +व्याघ्रचर्मणि +व्याघ्रचर्मदेशे +व्याघ्रचर्माम्बरं +व्याघ्रचर्माम्बरधरं +व्याघ्रचर्म्म +व्याघ्रजं +व्याघ्रतां +व्याघ्रनख +व्याघ्रनखं +व्याघ्रनखः +व्याघ्रनखो +व्याघ्रपदां +व्याघ्रपात् +व्याघ्रपाद +व्याघ्रपादः +व्याघ्रपादपि +व्याघ्रपाद् +व्याघ्रपुङ्गवर्षभकुञ्जराः +व्याघ्रपुच्छश्च +व्याघ्रप्रकल्पः +व्याघ्रप्रकल्पस्य +व्याघ्रबुद्ध्या +व्याघ्रभयं +व्याघ्रभेदे +व्याघ्रमुखः +व्याघ्रमुखे +व्याघ्रम् +व्याघ्ररूपं +व्याघ्ररूपेण +व्याघ्रवान् +व्याघ्रशब्दो +व्याघ्रश्च +व्याघ्रसमीपे +व्याघ्रस्य +व्याघ्रस्येव +व्याघ्रा +व्याघ्राः +व्याघ्राट +व्याघ्राणां +व्याघ्रात् +व्याघ्रादय +व्याघ्रादयः +व्याघ्रादयो +व्याघ्रादि +व्याघ्रादिः +व्याघ्रादिचर्म +व्याघ्रादिभिः +व्याघ्रादीनां +व्याघ्रादेः +व्याघ्राद् +व्याघ्रान् +व्याघ्रारण्यं +व्याघ्रारण्ये +व्याघ्राविव +व्याघ्राश्च +व्याघ्रास्यं +व्याघ्री +व्याघ्रीं +व्याघ्रीकन्दगतं +व्याघ्रीव +व्याघ्रे +व्याघ्रेण +व्याघ्रेऽऽयशो +व्याघ्रैः +व्याघ्रो +व्याघ्रौ +व्याङ्परिभ्यो +व्याङ्पूर्वः +व्याच +व्याचकः +व्याचकार +व्याचक्रुः +व्याचक्षत +व्याचक्षतां +व्याचक्षते +व्याचक्षाण +व्याचक्षाणः +व्याचक्षाणस्य +व्याचक्षाणा +व्याचक्षाणाः +व्याचक्षाणानां +व्याचक्षाणेन +व्याचक्षाणैः +व्याचक्षाणो +व्याचक्षाते +व्याचक्षीत +व्याचक्षीतेति +व्याचक्ष्महे +व्याचक्ष्व +व्याचक्ष्वेति +व्याचख्युः +व्याचख्यौ +व्याचचक्षिरे +व्याचचक्षे +व्याचचष्टे +व्याचप्टे +व्याचष्ट +व्याचष्टां +व्याचष्टाम् +व्याचष्टे +व्याचष्टेतत्र +व्याचष्टेसम्यङ्नियम्येति +व्याचष्ठे +व्याचिकीर्षति +व्याचिख्यासुः +व्याचेष्टन् +व्याच॑ष्टे +व्याज +व्याजं +व्याजः +व्याजनिन्दा +व्याजनिन्दालंकारः +व्याजस्तुति +व्याजस्तुतिं +व्याजस्तुतिः +व्याजस्तुतिनिदर्शने +व्याजस्तुतिरसौ +व्याजस्तुतिर्मुखे +व्याजस्तुतेः +व्याजस्तुतौ +व्याजस्तुत्यलंकारः +व्याजस्तुत्या +व्याजस्य +व्याजहार +व्याजहाराथ +व्याजहारेति +व्याजात् +व्याजावतीर्णेन +व्याजी +व्याजीं +व्याजीकरणे +व्याजीकृत्य +व्याजे +व्याजेन +व्याजेनापि +व्याजेनैव +व्याजेनोपार्जितं +व्याजो +व्याजोक्तिः +व्याजोक्त्यलङ्कारः +व्याट्सनस्य +व्याट्सन् +व्याड +व्याडः +व्याडा +व्याडि +व्याडिः +व्याडिना +व्याडेः +व्याणां +व्याणि +व्याता +व्यातेनिरे +व्यातेने +व्यात् +व्यात्तं +व्यात्तम् +व्यात्तानन +व्यात्ताननं +व्यात्ताननमिवान्तकम् +व्यात्तानि +व्यात्तास्यं +व्यात्तास्यो +व्यात्ते +व्यात्पिः +व्यात्युक्षी +व्याददाति +व्यादाय +व्यादि +व्यादिः +व्यादितं +व्यादितास्य +व्यादितास्यं +व्यादितास्यमिवान्तकम् +व्यादितास्या +व्यादितास्यो +व्यादिदेश +व्यादिश +व्यादिशति +व्यादिशत् +व्यादिशो +व्यादिश्य +व्यादिश्यते +व्यादिष्टं +व्यादिष्टः +व्यादिष्टाः +व्यादीनां +व्यादीनि +व्याध +व्याधं +व्याधः +व्याधता +व्याधय +व्याधयः +व्याधयश्च +व्याधयश्चैव +व्याधयस्तथा +व्याधयस्तस्य +व्याधयस्तु +व्याधयस्ते +व्याधयस्त्रिविधाः +व्याधये +व्याधयो +व्याधयोऽपि +व्याधश्च +व्याधस्य +व्याधा +व्याधाः +व्याधात् +व्याधानां +व्याधान् +व्याधाय +व्याधि +व्याधिं +व्याधिः +व्याधिकारणम् +व्याधिकृतं +व्याधिग्रस्तं +व्याधिग्रस्ते +व्याधिग्रस्तो +व्याधिघातः +व्याधिघातकः +व्याधिघातो +व्याधिजं +व्याधिजराविमुक्तः +व्याधित +व्याधितं +व्याधितः +व्याधितमवसिञ्चति +व्याधितम् +व्याधितरक्षणे +व्याधितश्च +व्याधितस्य +व्याधितस्यातुरस्य +व्याधितस्यौषधं +व्याधिता +व्याधितां +व्याधितानां +व्याधिताय +व्याधितास्तथा +व्याधिते +व्याधितेन +व्याधितो +व्याधितोऽपि +व्याधिदुर्बला +व्याधिदुर्ब्बलो +व्याधिन +व्याधिना +व्याधिनाशं +व्याधिनाशनः +व्याधिनाशनम् +व्याधिनिग्रहः +व्याधिपीडनम् +व्याधिपीडा 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+व्याधींश्च +व्याधीनवाप्नोति +व्याधीनां +व्याधीनामाश्रयो +व्याधीन् +व्याधुनु +व्याधुन्वत्याः +व्याधूय +व्याधूयन्ते +व्याधे +व्याधेः +व्याधेन +व्याधेरात्मा +व्याधेर् +व्याधेर्हन्ता +व्याधेस्तत्त्वपरिज्ञानं +व्याधैः +व्याधो +व्याधौ +व्याध्यपगमं +व्याध्या +व्याध्यादिना +व्याध्यार्ता +व्याध्युपद्रवाः +व्याध्य् +व्यान +व्यानं +व्यानः +व्यानट् +व्यानदा +व्यानम् +व्यानयति +व्यानवायु +व्यानवायुना +व्यानशिः +व्यानशिरे +व्यानशी +व्यानशुः +व्यानशे +व्यानश् +व्यानश्च +व्यानश्चरति +व्यानस् +व्यानस्त +व्यानस्तु +व्यानस्तृप्यति +व्यानस्य +व्याना +व्यानां +व्यानाः +व्यानाय +व्यानायापानाय +व्यानायेति +व्यानायोदानाय +व्यानि +व्याने +व्यानेन +व्यानेनैवास्य +व्यानो +व्यानोदानौ +व्यानोऽपान +व्यान् +व्यानꣳ +व्याप +व्यापक +व्यापकं +व्यापकः +व्यापकतया +व्यापकता +व्यापकत्व +व्यापकत्वं +व्यापकत्वमिति +व्यापकत्वमेव +व्यापकत्वम् +व्यापकत्वस्य +व्यापकत्वात् +व्यापकत्वादिति +व्यापकत्वे +व्यापकत्वेन +व्यापकनिवृत्त्या +व्यापकन्यासं +व्यापकमिति +व्यापकमित्यर्थः +व्यापकमेव +व्यापकम् +व्यापकरूपेण +व्यापकविरुद्धोपलब्धिः +व्यापकश्च +व्यापकस्य +व्यापका +व्यापकाः +व्यापकानां +व्यापकानुपलब्ध्या +व्यापकानुपलम्भः +व्यापकान् +व्यापकाभावाद्व्याप्याभावो +व्यापकाभावे +व्यापकाय +व्यापके +व्यापकेति +व्यापकेन +व्यापकेश्वर +व्यापको +व्यापकोऽपि +व्यापकौ +व्यापत् +व्यापत्तिं +व्यापत्तिः +व्यापत्तौ +व्यापत्सु +व्यापद +व्यापदं +व्यापदः +व्यापदां +व्यापदि +व्यापदो +व्यापद् +व्यापद्यते +व्यापद्येत +व्यापन +व्यापनं +व्यापनम् +व्यापनशील +व्यापनशीलं +व्यापनशीलः +व्यापनशीलस्य +व्यापनशीला +व्यापनशीलाः +व्यापनशीलो +व्यापनात् +व्यापनादि +व्यापनादौ +व्यापने +व्यापनेन +व्यापन्न +व्यापन्नं +व्यापन्नानां +व्यापन्ने +व्यापन्नेऽग्नौ +व्यापयति +व्यापयामि +व्यापयेत् +व्यापय्य +व्यापरिष्यते +व्यापा +व्यापाद +व्यापादं +व्यापादः +व्यापादनं +व्यापादने +व्यापादय +व्यापादयति +व्यापादयन्ति +व्यापादयसि +व्यापादयामास +व्यापादयामि +व्यापादयितुं +व्यापादयिष्यति +व्यापादयिष्यामि +व्यापादयेत् +व्यापादित +व्यापादितं +व्यापादितः +व्यापादितवान् +व्यापादिता +व्यापादिताः +व्यापादिते +व्यापादितो +व्यापादो +व्यापाद्य +व्यापाद्यते +व्यापार +व्यापारं +व्यापारः +व्यापारक्षेत्रे +व्यापारण +व्यापारत्वं +व्यापारत्वात् +व्यापारत्वे +व्यापारत्वेन +व्यापारद्वारा +व्यापारनिष्पत्तौ +व्यापारप्राधान्ये +व्यापारभूतानि +व्यापारभेदः +व्यापारभेदापेक्षायां +व्यापारभेदे +व्यापारभेदेन +व्यापारमकुर्वाणं +व्यापारमात्रं +व्यापारमात्रेण +व्यापारमाह +व्यापारम् +व्यापारयति +व्यापारयन् +व्यापारयन्ति +व्यापारयन्त्यान्तिके +व्यापारयन्त्यो +व्यापारयामास +व्यापारयोः +व्यापाररूपा +व्यापाररूपेण +व्यापारलक्षणा +व्यापारवति +व्यापारवती +व्यापारवत् +व्यापारवाननुभूयते +व्यापारवान् +व्यापारविशेषः +व्यापारश्च +व्यापारस्तस्य +व्यापारस्तिङर्थस्तु +व्यापारस्तु +व्यापारस्य +व्यापारस्येति +व्यापारस्यैव +व्यापारा +व्यापाराः +व्यापाराणां +व्यापारात् +व्यापारान् +व्यापारान्तरं +व्यापारान्तरम् +व्यापारान्तरेण +व्यापाराभावः +व्यापाराभावात् +व्यापाराभावादिति +व्यापाराय +व्यापारार्थं +व्यापारिक +व्यापारिकं +व्यापारिणः +व्यापारिणां +व्यापारिणो +व्यापारितं +व्यापारितः +व्यापारिता +व्यापारी +व्यापारे +व्यापारेण +व्यापारेणैव +व्यापारेषु +व्यापारैः +व्यापारो +व्यापारोपरमेण +व्यापारोऽतित्वरान्वितः +व्यापारोऽत्र +व्यापारोऽपि +व्यापारोऽस्ति +व्यापारोऽस्तु +व्यापारौ +व्यापि +व्यापिका +व्यापिकां +व्यापितं +व्यापितया +व्यापिता +व्यापितो +व्यापित्व +व्यापित्वं +व्यापित्वात् +व्यापित्वे +व्यापिथ +व्यापिनं +व्यापिनः +व्यापिना +व्यापिनां +व्यापिनि +व्यापिनी +व्यापिनीं +व्यापिने +व्यापिनो +व्यापिनोऽपि +व्यापिन् +व्यापिन्यां +व्यापी +व्यापीति +व्यापुः +व्यापृत +व्यापृतं +व्यापृतः +व्यापृतत्वात् +व्यापृतम् +व्यापृतस्य +व्यापृता +व्यापृताः +व्यापृतानि +व्यापृते +व्यापृतेषु +व्यापृतो +व्यापृतौ +व्यापृत्य +व्याप्त +व्याप्तं +व्याप्तः +व्याप्ततम +व्याप्तत्वं +व्याप्तत्वम् +व्याप्तत्वात् +व्याप्तदिगन्तानि +व्याप्तमस्ति +व्याप्तमिति +व्याप्तमित्यर्थः +व्याप्तमिदं +व्याप्तम् +व्याप्तया +व्याप्तये +व्याप्तवती +व्याप्तवन्तः +व्याप्तवन्तो +व्याप्तवान् +व्याप्तश्च +व्याप्तस्तृषा +व्याप्तस्य +व्याप्ता +व्याप्तां +व्याप्ताः +व्याप्तानां +व्याप्तानि +व्याप्तान् +व्याप्ताम् +व्याप्तायां +व्याप्ताविति +व्याप्ति +व्याप्तिं +व्याप्तिः +व्याप्तिकथनम् +व्याप्तिकर्मसु +व्याप्तिकर्मा +व्याप्तिग्रह +व्याप्तिग्रहं +व्याप्तिग्रहः +व्याप्तिग्रहणं +व्याप्तिग्रहणसमये +व्याप्तिग्रहणे +व्याप्तिग्रहात् +व्याप्तिग्रहे +व्याप्तिग्रहो +व्याप्तिग्राहक +व्याप्तिग्राहकं +व्याप्तिग्राहकप्रमाणेन +व्याप्तिज्ञान +व्याप्तिज्ञानं +व्याप्तिज्ञानस्य +व्याप्तिज्ञाने +व्याप्तिधीर्भवेत् +व्याप्तिप्रकारकं +व्याप्तिबलेन +व्याप्तिभङ्गः +व्याप्तिमान् +व्याप्तिमाह +व्याप्तिमुपपादयति +व्याप्तिरपि +व्याप्तिरस्ति +व्याप्तिरिति +व्याप्तिरीरिता +व्याप्तिरुक्ता +व्याप्तिरुच्यते +व्याप्तिरेव +व्याप्तिरेषा +व्याप्तिर् +व्याप्तिर्न +व्याप्तिर्यस्य +व्याप्तिवारणाय +व्याप्तिविशिष्टस्य +व्याप्तिश्च +व्याप्तिसिद्धिः +व्याप्तिसिद्धेः +व्याप्तिस्तथा +व्याप्तिस्मरणं +व्याप्तिस्मृतिः +व्याप्ती +व्याप्तीति +व्याप्तुं +व्याप्ते +व्याप्तेः +व्याप्तेन +व्याप्तेरिति +व्याप्तेरेव +व्याप्तेश्च +व्याप्तेषु +व्याप्तैः +व्याप्तो +व्याप्तोति +व्याप्तोऽस्ति +व्याप्तौ +व्याप्त्य +व्याप्त्यग्रहात् +व्याप्त्यभावः +व्याप्त्यभावात् +व्याप्त्यर्थः +व्याप्त्यसिद्धेः +व्याप्त्या +व्याप्त्येति +व्याप्त्यै +व्याप्नुत +व्याप्नुतः +व्याप्नुतो +व्याप्नुमः +व्याप्नुयां +व्याप्नुयात् +व्याप्नुयाम +व्याप्नुयाम् +व्याप्नुवतः +व्याप्नुवत् +व्याप्नुवन् +व्याप्नुवन्तं +व्याप्नुवन्तः +व्याप्नुवन्तम् +व्याप्नुवन्ति +व्याप्नुवन्तीत्यर्थः +व्याप्नुवन्तु +व्याप्नुवन्तो +व्याप्नुवन्तौ +व्याप्नुहि +व्याप्नोति +व्याप्नोतीति +व्याप्नोतीत्यर्थः +व्याप्नोतु +व्याप्नोत् +व्याप्नोषि +व्याप्य +व्याप्यं +व्याप्यः +व्याप्यत +व्याप्यतया +व्याप्यता +व्याप्यते +व्याप्यत्वं +व्याप्यत्वम् +व्याप्यत्वा +व्याप्यत्वात् +व्याप्यत्वासिद्धः +व्याप्यत्वासिद्धिरपरा +व्याप्यत्वासिद्धेः +व्याप्यत्वे +व्याप्यत्वेन +व्याप्यन्ते +व्याप्यमानं +व्याप्यमानासेव्यमानयोः +व्याप्यमेव +व्याप्यम् +व्याप्यवानिति +व्याप्यवृत्ति +व्याप्यव्यापकता +व्याप्यव्यापकभावः +व्याप्यव्यापकभावेन +व्याप्यव्यापकभावो +व्याप्यसंशयस्य +व्याप्यस्य +व्याप्या +व्याप्याः +व्याप्याखिलं +व्याप्यात् +व्याप्याद् +व्याप्यारोपेण +व्याप्यावतिष्ठते +व्याप्यावतिष्ठन्ते +व्याप्ये +व्याप्येति +व्याप्यैव +व्याप्यो +व्याप्रियत +व्याप्रियते +व्याप्रियन्त +व्याप्रियन्ते +व्याप्रियमाणं +व्याप्रियमाणः +व्याप्रियमाणत्वात् +व्याप्रियमाणे +व्याप्रियेत +व्याप्रियेते +व्याभि +व्याभिचार +व्याम +व्यामः +व्यामग्राह्यस्तनीभिः +व्यामप्रभालंकृतं +व्याममात्री +व्यामाः +व्यामिश्र +व्यामिश्रं +व्यामिश्रः +व्यामिश्रकेषु +व्यामिश्रम् +व्यामिश्रलक्षणः +व्यामिश्रा +व्यामिश्रे +व्यामिश्रेण +व्यामिश्रेणेति +व्यामिश्रेणेव +व्यामिश्रो +व्यामील्य +व्यामुह्यति +व्यामो +व्यामोति +व्यामोह +व्यामोहं +व्यामोहः +व्यामोहतः +व्यामोहयति +व्यामोहात् +व्यामोहिका +व्यामोहितः +व्यामोहितो +व्यामोहे +व्यामोहेन +व्यामोहो +व्याम् +व्याय +व्यायः +व्यायच्छतश्चापि +व्यायच्छते +व्यायच्छन्त +व्यायच्छन्ते +व्यायच्छमानं +व्यायच्छमानया +व्यायच्छमानस्य +व्यायच्छमानेन +व्यायच्छेताम् +व्यायच्छेते +व्यायतं +व्यायतः +व्यायते +व्यायन् +व्यायन्तव्यम् +व्यायलीलावती +व्यायलीलावतीकण्ठाभरण +व्याया +व्यायाः +व्यायातयति +व्यायाम +व्यायामं +व्यायामः +व्यायामक्षुण्णगात्रस्य +व्यायामजातैरबलस्य +व्यायामञ्च +व्यायामभाराध्वपरिक्षतेन +व्यायाममातपं +व्यायामशाला +व्यायामशोषी +व्यायामश्चेति +व्यायामस्य +व्यायामा +व्यायामाः +व्यायामात् +व्यायामादि +व्यायामादुपजायते +व्यायामाद् +व्यायामाध्वातपैः +व्यायामानां +व्यायामे +व्यायामेन +व्यायामो +व्यायाम् +व्यायुधं +व्यायोग +व्यायोगं +व्यायोगः +व्यायोगसमवाकारौ +व्यायोगस्य +व्यायोगे +व्यायोगेहामृगौ +व्यायोगो +व्यार +व्यारा +व्यार्ध्यत +व्याल +व्यालं +व्यालः +व्यालग्राहानुञ्छवृत्तीनन्यांश्च +व्यालग्राही +व्यालग्राहे +व्यालजातीनां +व्यालनखः +व्यालनिलयमिलनेन +व्यालमृगाः +व्यालम्बेथाः +व्यालयज्ञोपवीतिनम् +व्यालयज्ञोपवीतिने +व्यालस्य +व्याला +व्यालाः +व्यालानां +व्यालान् +व्यालाश्च +व्यालि +व्याली +व्यालीं +व्यालीव +व्यालुप्यते +व्यालुम्पन्ति +व्याले +व्यालेन +व्यालैः +व्यालैश्च +व्यालो +व्याव +व्यावः +व्यावक्रोशी +व्यावचोरी +व्यावत्र्य +व्यावयते +व्यावय॑ते +व्यावर्णय +व्यावर्णयन्ति +व्यावर्णितं +व्यावर्त +व्यावर्तक +व्यावर्तकं +व्यावर्तकः +व्यावर्तकतया +व्यावर्तकत्वं +व्यावर्तका +व्यावर्तको +व्यावर्तत +व्यावर्तते +व्यावर्तध्वं +व्यावर्तध्वम् +व्यावर्तनं +व्यावर्तनाय +व्यावर्तने +व्यावर्तन्त +व्यावर्तन्ते +व्यावर्तमानं +व्यावर्तमानः +व्यावर्तमाना +व्यावर्तमानेषु +व्यावर्तयति +व्यावर्तयतीति +व्यावर्तयन् +व्यावर्तयन्ति +व्यावर्तयितुं +व्यावर्तयितुमाह +व्यावर्तयितुम् +व्यावर्तिका +व्यावर्तितं +व्यावर्तितम् +व्यावर्तिता +व्यावर्तितो +व्यावर्तेत +व्यावर्तेते +व्यावर्तेतौष्ण्यवद्रवेः +व्यावर्तेथां +व्यावर्तेथाम् +व्यावर्त्तते +व्यावर्त्तन्ते +व्यावर्त्तयति +व्यावर्त्त्य +व्यावर्त्त्यते +व्यावर्त्य +व्यावर्त्यं +व्यावर्त्यते +व्यावर्त्यमाह +व्यावर्त्याभावात् +व्यावलेखी +व्यावष्टे +व्यावसायिक +व्यावसायिकं +व्यावहति +व्यावहन्ति +व्यावहारि +व्यावहारिक +व्यावहारिकं +व्यावहारिकः +व्यावहारिकता +व्यावहारिकत्वं +व्यावहारिकदृष्ट्या +व्यावहारिकभाषा +व्यावहारिकमनोविज्ञानस्य +व्यावहारिकमिति +व्यावहारिकम् +व्यावहारिकरूपेण +व्यावहारिकस्य +व्यावहारिकाः +व्यावहारिकी +व्यावहारिकीष्वपि +व्यावहारिके +व्यावहारिको +व्यावहारिकौ +व्यावहासी +व्यावहेय्या +व्याविद्ध +व्याविद्धं +व्याविध्य +व्यावृ +व्यावृण्वतेव +व्यावृण्वन् +व्यावृत +व्यावृतं +व्यावृतम् +व्यावृत्कामो +व्यावृत्त +व्यावृत्तं +व्यावृत्तः +व्यावृत्ततया +व्यावृत्तत्वं +व्यावृत्तत्वात् +व्यावृत्तत्वे +व्यावृत्तत्वेन +व्यावृत्तपरिवर्तितौ +व्यावृत्तमिति +व्यावृत्तम् +व्यावृत्तये +व्यावृत्तस्य +व्यावृत्ता +व्यावृत्ताः +व्यावृत्तानां +व्यावृत्तानि +व्यावृत्ति +व्यावृत्तिं +व्यावृत्तिः +व्यावृत्तिरपि +व्यावृत्तिरिति +व्यावृत्तिर् +व्यावृत्तिश्च +व्यावृत्ते +व्यावृत्तेः +व्यावृत्तेति +व्यावृत्तेरपि +व्यावृत्तेषु +व्यावृत्तो +व्यावृत्तौ +व्यावृत्त्य +व्यावृत्त्यर्थः +व्यावृत्त्यर्थम् +व्यावृत्त्या +व्यावृत्त्यै +व्यावृत्त्य् +व्यावृत्य +व्यावृत्या +व्यावृ॑त्त्यै +व्यावृ॑त्त्यै॒ +व्याश्रयं +व्याश्रये +व्यास +व्यासं +व्यासः +व्यासउवाच +व्यासकृतं +व्यासक्त +व्यासक्तं +व्यासक्ता +व्यासक्तापि +व्यासङ्ग +व्यासङ्गः +व्यासङ्गि +व्यासङ्गे +व्यासङ्गो +व्यासजी +व्यासज्य +व्यासज्यवृत्ति +व्यासतः +व्यासतीर्थं +व्यासतीर्थः +व्यासतुल्यः +व्यासतो +व्यासदर्शनादिचरितवर्णनम् +व्यासदल +व्यासदले +व्यासदलेन +व्यासनिघ्नं +व्यासपुत्र +व्यासपुत्रः +व्यासपुत्रस्य +व्यासपूर्णिमा +व्यासप्रणीते +व्यासप्रमाणं +व्यासप्रसादात् +व्यासप्रसादादिति +व्यासभाष्य +व्यासभाष्यम् +व्यासभाष्यसमेतम् +व्यासभाष्ये +व्यासमहर्षिः +व्यासमहर्षिणा +व्यासमातरि +व्यासमाता +व्यासमानं +व्यासमुदाहृतम् +व्यासमेवं +व्यासम् +व्यासयोगे +व्यासरायः +व्यासरूपी +व्यासरूपेण +व्यासर्षिसंवादे +व्यासवचनं +व्यासवचनात् +व्यासवाक्यं +व्यासवाक्यम् +व्यासशिष्य +व्यासशिष्यं +व्यासशिष्यः +व्यासशिष्यो +व्यासश्च +व्यासश्चतुर्थे +व्याससमा +व्याससमासतः +व्याससमासाभ्यां +व्याससिद्धान्तमार्तांडविमर्शनम् +व्याससुतो +व्याससू +व्यासस् +व्यासस्तस्य +व्यासस्तु +व्यासस्मृतौ +व्यासस्य +व्यासस्यामिततेजसः +व्यासस्यैव +व्यासा +व्यासाः +व्यासाच +व्यासाचलः +व्यासाचलीये +व्यासाचार्येण +व्यासाज्ञया +व्यासात् +व्यासात्सत्यवतीसुतात् +व्यासादयः +व्यासादयो +व्यासादरण्यां +व्यासादिभिः +व्यासादीनां +व्यासाद् +व्यासाद्ध +व्यासाद्धं +व्यासाद्या +व्यासाधं +व्यासाधे +व्यासानां +व्यासान्तरं +व्यासाय +व्यासायामिततेजसे +व्यासायै +व्यासार्थं +व्यासार्द्ध +व्यासार्द्धं +व्यासार्द्धेन +व्यासार्ध +व्यासार्धं +व्यासार्धः +व्यासार्धकृतेः +व्यासार्धके +व्यासार्धतुल्यया +व्यासार्धतुल्या +व्यासार्धमण्डले +व्यासार्धम् +व्यासार्धस्य +व्यासार्धहृतः +व्यासार्धात् +व्यासार्धे +व्यासार्धेन +व्यासार्यै +व्यासाश्रमे +व्यासासनं +व्यासिद्धं +व्यासे +व्यासेधामः +व्यासेन +व्यासेनापि +व्यासेनामिततेजसा +व्यासेनामितबुद्धिना +व्यासेनैव +व्यासेनोक्तं +व्यासेश्वरं +व्यासो +व्यासोक्तं +व्यासोक्तिः +व्यासोक्तेः +व्यासोपरि +व्यासोऽपि +व्यासोऽष्टादश +व्यासौ +व्यास्थापयति +व्यास्थापयन्ति +व्यास्यत् +व्यास्या +व्याह +व्याहत +व्याहतं +व्याहतः +व्याहतत्वात् +व्याहतमिति +व्याहतम् +व्याहतम्‌ +व्याहता +व्याहतिः +व्याहतुं +व्याहते +व्याहतेः +व्याहतो +व्याहत्य +व्याहत्यालीयथास्त्वं +व्याहन्ति +व्याहन्तीति +व्याहन्तुं +व्याहन्यत +व्याहन्यते +व्याहन्येत +व्याहन्येतेति +व्याहर +व्याहरतः +व्याहरतां +व्याहरति +व्याहरते +व्याहरतो +व्याहरत् +व्याहरन् +व्याहरन्तं +व्याहरन्ति +व्याहरन्ती +व्याहरन्मामनुस्मरन् +व्याहरसे +व्याहरामहे +व्याहरामि +व्याहरिष्यन्ति +व्याहरेत् +व्याहरेद्वैष्णवं +व्याहरेद्वैष्णवीमृचं +व्याहर्तुं +व्याहर्तुमुपचक्रमे +व्याहार +व्याहारः +व्याहारा +व्याहारे +व्याहारैः +व्याहारो +व्याहार्षीत् +व्याहावात् +व्याहृ +व्याहृतं +व्याहृतः +व्याहृतम् +व्याहृतय +व्याहृतयः +व्याहृतयश्च +व्याहृतयो +व्याहृतवान् +व्याहृतसंदेशा +व्याहृता +व्याहृताः +व्याहृतार्थायाम् +व्याहृति +व्याहृतिं +व्याहृतिः +व्याहृतित्रयम् +व्याहृतिपर्यन्तं +व्याहृतिप्रणवैर्युक्ता +व्याहृतिभिः +व्याहृतिभिरेव +व्याहृतिभिर् +व्याहृतिभिर्जुहोत्येकैकशः +व्याहृतिभिर्हुत्वा +व्याहृतिभिर्हुत्वाथ +व्याहृतिभिश्च +व्याहृतिषु +व्याहृतिहोमः +व्याहृतिहोमान्तं +व्याहृती +व्याहृतीः +व्याहृतीनां +व्याहृतीभिः +व्याहृतीभिर् +व्याहृतीभिश्च +व्याहृतीर् +व्याहृतीर्विहृताः +व्याहृतीर्हुत्वा +व्याहृतीश्च +व्याहृतीश्व +व्याहृते +व्याहृतो +व्याहृत्य +व्याहृत्यन्तं +व्याहृत्यन्तमुक्त्वा +व्याहृत्या +व्याहृत्येति +व्याह्रियते +व्याह्वयन्ते +व्याह्वयीत +व्या॑नट् +व्या॑नशुः +व्या॒घ्रं +व्या॒घ्रो +व्या॒न +व्या॒नायो॑दा॒नाय॑ +व्या॒नाय॑ +व्या॒नाय॒ +व्या॒नो +व्या॒न॒शिः +व्या॒वृत॑मे॒व +व्यु +व्युचरन्ति +व्युच्चरन्ति +व्युच्चरन्त्येवमेवास्मादात्मनः +व्युच्छ +व्युच्छति +व्युच्छतु +व्युच्छने +व्युच्छनेषु +व्युच्छन्ति +व्युच्छन्ती +व्युच्छान् +व्युच्यम् +व्युत् +व्युत्कलितं +व्युत्क्रम +व्युत्क्रमः +व्युत्क्रमाच्च +व्युत्क्रमात् +व्युत्क्रमे +व्युत्क्रमेण +व्युत्क्रमेणापि +व्युत्क्रमेणैव +व्युत्क्रमेणोक्तम् +व्युत्क्रमो +व्युत्क्रम्य +व्युत्क्रान्ता +व्युत्क्रान्ताः +व्युत्क्रामन्ति +व्युत्तिष्ठति +व्युत्तिष्ठते +व्युत्था +व्युत्थान +व्युत्थानं +व्युत्थानकाले +व्युत्थानकालेऽपि +व्युत्थानचित्ते +व्युत्थानदशायां +व्युत्थानधर्मिणा +व्युत्थाननिरोधसंस्कारयोरभिभवप्रादुर्भावौ +व्युत्थाननिरोधसमाधिप्रभवैः +व्युत्थानमिति +व्युत्थानम् +व्युत्थानसंस्कारा +व्युत्थानसंस्काराशयं +व्युत्थानसंस्कारेण +व्युत्थानसमये +व्युत्थानस्य +व्युत्थानात् +व्युत्थानानुभवजेभ्यः +व्युत्थानावस्थामाह +व्युत्थानावस्थायां +व्युत्थाने +व्युत्थानेति +व्युत्थानेऽपि +व्युत्थाप्य +व्युत्थाय +व्युत्थायाथ +व्युत्थित +व्युत्थितं +व्युत्थितः +व्युत्थितचित्तस्योत्पद्यमानाः +व्युत्थितचित्तोऽपि +व्युत्थितदर्शनानां +व्युत्थितस्य +व्युत्थिता +व्युत्थितो +व्युत्प +व्युत्पति +व्युत्पतिः +व्युत्पत्तयः +व्युत्पत्तये +व्युत्पत्ति +व्युत्पत्तिं +व्युत्पत्तिः +व्युत्पत्तिकाले +व्युत्पत्तिपक्षे +व्युत्पत्तिमभिप्रेत्य +व्युत्पत्तिमात्रं +व्युत्पत्तिमाश्रित्य +व्युत्पत्तिमाश्रित्याह +व्युत्पत्तिमाह +व्युत्पत्तिम् +व्युत्पत्तिरपि +व्युत्पत्तिरिति +व्युत्पत्तिरुक्ता +व्युत्पत्तिरेव +व्युत्पत्तिर्दर्शिता +व्युत्पत्तिर्भवति +व्युत्पत्तिर्यथा +व्युत्पत्तिलब्धोऽर्थः +व्युत्पत्तिलभ्यः +व्युत्पत्तिवादः +व्युत्पत्तिवादे +व्युत्पत्तिविरोध +व्युत्पत्तिविरोधः +व्युत्पत्तिवैचित्र्येण +व्युत्पत्तिश्च +व्युत्पत्तिसंभवात् +व्युत्पत्तिसिद्धत्वात् +व्युत्पत्तिस्तु +व्युत्पत्ती +व्युत्पत्तेः +व्युत्पत्तेरिति +व्युत्पत्तेश्च +व्युत्पत्तौ +व्युत्पत्त्या +व्युत्पत्या +व्युत्पद्यते +व्युत्पद्यन्ते +व्युत्पन्न +व्युत्पन्नं +व्युत्पन्नः +व्युत्पन्नतया +व्युत्पन्नत्वात् +व्युत्पन्नम् +व्युत्पन्नस्य +व्युत्पन्ना +व्युत्पन्नाः +व्युत्पन्नानां +व्युत्पन्नानामपि +व्युत्पन्नानि +व्युत्पन्नो +व्युत्पा +व्युत्पादकं +व्युत्पादनं +व्युत्पादनम् +व्युत्पादनात् +व्युत्पादनाय +व्युत्पादनीयम् +व्युत्पादयता +व्युत्पादयति +व्युत्पादयन्ति +व्युत्पादयितुं +व्युत्पादयितुमाह +व्युत्पादयितुम् +व्युत्पादित +व्युत्पादितं +व्युत्पादितः +व्युत्पादितत्वात् +व्युत्पादितम् +व्युत्पादितस्य +व्युत्पादिता +व्युत्पाद्य +व्युत्पाद्यः +व्युत्पाद्यत +व्युत्पाद्यते +व्युत्पाद्यन्ते +व्युत्पाद्यमानतया +व्युत्पाद्यमिति +व्युत्पाद्येत +व्युत्पित्सूनां +व्युदक्रामन् +व्युदसितुं +व्युदस्तः +व्युदस्तम् +व्युदस्ता +व्युदस्य +व्युदस्यता +व्युदस्यति +व्युदस्यते +व्युदस्यन् +व्युदास +व्युदासः +व्युदूहति +व्युद्धारं +व्युद्धृत्य +व्युद्य +व्युद्यते +व्युन्दती +व्युन्दनम् +व्युन्दन्ति +व्युपधात् +व्युपधाद् +व्युपधाद्धलादेः +व्युपधाने +व्युपयोः +व्युपशमयति +व्युप्तकेशाय +व्युप्तत्तिर्दर्शिता +व्युवास +व्युष +व्युषा +व्युषि +व्युषितं +व्युषिते +व्युषि॒ +व्युष्ट +व्युष्टं +व्युष्टः +व्युष्टा +व्युष्टां +व्युष्टादिभ्योऽण् +व्युष्टायाँ +व्युष्टायां +व्युष्टायाम् +व्युष्टि +व्युष्टिं +व्युष्टिः +व्युष्टिद्विरात्रः +व्युष्टिम् +व्युष्टिषु +व्युष्टीः +व्युष्टीरनु +व्युष्टीर् +व्युष्टे +व्युष्टौ +व्युष्ट्या +व्युष्ट्यै +व्युष्य +व्युह्य +व्युह्यते +व्यु॑ +व्यु॑च्छ +व्यु॑ष्टिषु +व्यु॑ष्टिषु॒ +व्यु॑ष्टौ +व्यु॑ष्टौ॒ +व्यु॒च्छन्ती॑ +व्यु॒च्छन्ती॒ +व्यू +व्यूढ +व्यूढं +व्यूढः +व्यूढच्छन्दसा +व्यूढद्वादशाहवत् +व्यूढम् +व्यूढस्य +व्यूढा +व्यूढां +व्यूढानि +व्यूढानीकाः +व्यूढे +व्यूढेष्वनीकेषु +व्यूढो +व्यूढोरस्कं +व्यूढोरस्कः +व्यूढोरस्को +व्यूढोरस्कौ +व्यूदिरे +व्यूदुः +व्यूर्णुते +व्यूर्णुषे +व्यूर्णोतु +व्यूर्ण्वती +व्यूळ्ह +व्यूळ्हस्य +व्यूळ्हे +व्यूषुः +व्यूह +व्यूहं +व्यूहः +व्यूहति +व्यूहध्वं +व्यूहनं +व्यूहनम् +व्यूहने +व्यूहप्रवेशमार्गेषु +व्यूहभेदे +व्यूहम् +व्यूहरचनया +व्यूहरचना +व्यूहरूपेण +व्यूहविभागः +व्यूहविशेषः +व्यूहस्य +व्यूहा +व्यूहाः +व्यूहानां +व्यूहान् +व्यूहावुभौ +व्यूहाश्च +व्यूहे +व्यूहेत +व्यूहेत् +व्यूहेन +व्यूहेषु +व्यूहैः +व्यूहो +व्यूहौ +व्यूह्य +व्यृण्वति +व्यृद्धं +व्यृद्धम् +व्यृद्धा +व्यृद्धिः +व्यृद्धिर् +व्यृद्धेन +व्यृद्धेनासुरान् +व्यृद्धो +व्यृद्ध्या +व्यृध्यत +व्यृध्यते +व्यृध्यन्ते +व्यृध्येत +व्यृषतु +व्यृ॑द्धं॒ +व्ये +व्येक +व्येकं +व्येकम् +व्येका +व्येकावमं +व्येके +व्येकेन +व्येको +व्येञ् +व्येण +व्येति +व्येतीति +व्येतु +व्येन +व्येव +व्येवास्मै +व्येषु +व्यै +व्यैः +व्यैतां +व्यैताम् +व्यैरयत् +व्यो +व्यों +व्योः +व्योकसौ +व्योकारं +व्योकारः +व्योग्नि +व्योजसा +व्योज॑सा +व्योनि +व्योन्नि +व्योपं +व्योम +व्योमं +व्योमः +व्योमकेश +व्योमकेशः +व्योमकेशो +व्योमगं +व्योमगङ्गासरोरुहम् +व्योमगा +व्योमगाः +व्योमगामिनः +व्योमगामिना +व्योमगो +व्योमचक्रं +व्योमचरः +व्योमचरा +व्योमचरोपरोधी +व्योमचारिणः +व्योमचारिणाम् +व्योमचारी +व्योमतलं +व्योमतां +व्योमत्वं +व्योमन +व्योमनः +व्योमनाथस्तमोभेदी +व्योमनि +व्योमन् +व्योमन्निति +व्योमन्न् +व्योमन्यस्मिन्देवा +व्योमन्याकाशे +व्योमपञ्चकम् +व्योमभस्म +व्योमभागेन +व्योममंडलम् +व्योममण्डलम् +व्योममध्ये +व्योममार्गं +व्योममार्गतः +व्योममार्गे +व्योममार्गेण +व्योमयानं +व्योमयानम् +व्योमयानानि +व्योमयाने +व्योमयानेन +व्योमरूपं +व्योमरूपा +व्योमरूपाय +व्योमरूपिणः +व्योमवच्च +व्योमवत् +व्योमवदिति +व्योमवद् +व्योमवर्गः +व्योमवर्त्मना +व्योमवाणी +व्योमवाण्या +व्योमवाण्युवाच +व्योमवाहिनी +व्योमविद्यया +व्योमविहारिणः +व्योमवृत्तं +व्योमव्यापि +व्योमव्यापिने +व्योमव्यापी +व्योमसत् +व्योमसत्त्वं +व्योमसत्त्वस्य +व्योमसत्वं +व्योमसदम् +व्योमसद् +व्योमस्थं +व्योमा +व्योमांशं +व्योमाकारं +व्योमाख्यं +व्योमाङ्गणे +व्योमातीतं +व्योमात्मिका +व्योमात्मैव +व्योमादि +व्योमादिषु +व्योमादीनां +व्योमादीनि +व्योमादौ +व्योमानं +व्योमापि +व्योमासुरवधवर्णनं +व्योमि +व्योमेति +व्योमेव +व्योमेशे +व्योमैव +व्योमो +व्योमोत्थया +व्योम्न +व्योम्नः +व्योम्नश्चर्मण्यस्ति +व्योम्ना +व्योम्नि +व्योम्नीति +व्योम्नीव +व्योम्नैव +व्योम्नो +व्योम्न्यात्मा +व्योम्न्येव +व्योरिति +व्योर्लघुप्रयत्नतरः +व्योर्वलि +व्योर्वलीति +व्योष +व्योषं +व्योषः +व्योषैः +व्यो॑म +व्यो॑मनि +व्यो॑मन् +व्यो॑मन्न् +व्यो॑मा +व्यौ +व्यौच्छत् +व्यौच्छदिति +व्यौहत् +व्यौहन् +व्य् +व्य्ॐअ +व्य्ॐनि +व्य॑कल्पयन् +व्य॑चलत् +व्य॑जानात् +व्य॑दधुः +व्य॑दन्ति +व्य॑पिबत् +व्य॑मिमीत +व्य॑रोचत॒ +व्य॑श्वैत् +व्य॒त॒ +व्य꣡यां꣢व्य꣡या꣢म् +व्य꣡या꣢म् +व्र +व्रं +व्रज +व्रजं +व्रजंतं +व्रजंति +व्रजंती +व्रजंतु +व्रजंत्येते +व्रजंत्येव +व्रजः +व्रजक्षित +व्रजक्षितः +व्रजत +व्रजतं +व्रजतः +व्रजतश्च +व्रजतस्तस्य +व्रजता +व्रजतां +व्रजति +व्रजती +व्रजतीति +व्रजतीत्यादौ +व्रजतु +व्रजते +व्रजतो +व्रजतोऽपि +व्रजतोऽस्य +व्रजत् +व्रजत्यधः +व्रजत्यपि +व्रजत्यसौ +व्रजत्यस्तं +व्रजत्याशु +व्रजत्यूर्ध्वं +व्रजत्येव +व्रजत्येष +व्रजत्य् +व्रजत्सु +व्रजथ +व्रजदपि +व्रजद्भिः +व्रजध्वं +व्रजनं +व्रजनम् +व्रजनाथ +व्रजन् +व्रजन्तं +व्रजन्तः +व्रजन्तम् +व्रजन्ति +व्रजन्ती +व्रजन्तीं +व्रजन्तीः +व्रजन्तीति +व्रजन्तु +व्रजन्ते +व्रजन्तो +व्रजन्तौ +व्रजन्त्या +व्रजन्त्याः +व्रजन्त्याशु +व्रजन्त्येतांश्च +व्रजन्नपि +व्रजन्नेव +व्रजन्नेवं +व्रजन्स +व्रजपदे +व्रजभुवि +व्रजभूमिः +व्रजभूमौ +व्रजमंडले +व्रजमण्डले +व्रजमानस्य +व्रजमेव +व्रजम् +व्रजयजोर्भावे +व्रजयोषितः +व्रजवासिनः +व्रजवासिनां +व्रजवासिनाम् +व्रजवासी +व्रजसि +व्रजसीत्यलक्ष्यवागसत्यकण्ठार्पितबाहुबन्धना +व्रजस्त्रियः +व्रजस्त्रियो +व्रजस्त्रीणां +व्रजस्य +व्रजस्व +व्रजा +व्रजांगनाः +व्रजाः +व्रजाङ्गना +व्रजाङ्गनाः +व्रजाङ्गनानां +व्रजाजिनौ +व्रजात् +व्रजाधिपः +व्रजाधुना +व्रजानि +व्रजान् +व्रजाम +व्रजामः +व्रजामहे +व्रजामि +व्रजामीति +व्रजामो +व्रजामोऽद्य +व्रजाम्यहं +व्रजाम्यहम् +व्रजाम्येष +व्रजार्भकाः +व्रजाव +व्रजि +व्रजितुं +व्रजित्वा +व्रजिष्यति +व्रजे +व्रजेः +व्रजेच्च +व्रजेत +व्रजेताम् +व्रजेति +व्रजेत् +व्रजेत्ततः +व्रजेत्तत्र +व्रजेत्तु +व्रजेत्पुनः +व्रजेत्स्वर्गं +व्रजेत्‌ +व्रजेथाः +व्रजेथ् +व्रजेदधः +व्रजेदिति +व्रजेद् +व्रजेद्दिवम् +व्रजेद्ध्रुवम् +व्रजेद्बुधः +व्रजेद्यदि +व्रजेद्विप्रो +व्रजेन +व्रजेन्न +व्रजेन्नरः +व्रजेभ +व्रजेम +व्रजेयं +व्रजेयुः +व्रजेव +व्रजेश +व्रजेशः +व्रजेश्वर +व्रजेश्वरः +व्रजेश्वरम् +व्रजेश्वरि +व्रजेश्वरी +व्रजेश्वरीं +व्रजेषु +व्रजैः +व्रजो +व्रजोपरोधं +व्रजौकसः +व्रजौकसां +व्रजौकसाम् +व्रज् +व्रज्या +व्रण +व्रणं +व्रणः +व्रणक्रिया +व्रणघ्नी +व्रणति +व्रणत्वं +व्रणपाकपरम्परया +व्रणभेदे +व्रणमपोहति +व्रणमादरात् +व्रणमुखं +व्रणम् +व्रणयति +व्रणरोपणः +व्रणरोपणम् +व्रणवत् +व्रणवदाचरेत् +व्रणशोथनिदानम् +व्रणशोथाधिकारः +व्रणशोधनः +व्रणशोधनम् +व्रणशोधनरोपणः +व्रणशोधनरोपणम् +व्रणश्च +व्रणस्य +व्रणा +व्रणांश्च +व्रणाः +व्रणात् +व्रणानां +व्रणानामधिकं +व्रणानाम् +व्रणानि +व्रणान् +व्रणितं +व्रणितः +व्रणितस्य +व्रणिता +व्रणितानां +व्रणिनः +व्रणिनां +व्रणिनो +व्रणी +व्रणे +व्रणेन +व्रणेषु +व्रणैः +व्रणो +व्रणोऽस्त्रियामीर्ममरुः +व्रणौ +व्रण्यः +व्रण्यो +व्रत +व्रतँ +व्रतं +व्रतः +व्रतकं +व्रतकर्ता +व्रतकर्त्री +व्रतकर्मणि +व्रतकर्शिताः +व्रतकाले +व्रतके +व्रतखण्डे +व्रतग्रहणं +व्रतचर्यया +व्रतचर्या +व्रतचर्यां +व्रतचर्याया +व्रतचर्य्या +व्रतचारिणः +व्रतचारिणी +व्रतचारी +व्रतच्छिद्रं +व्रतञ्च +व्रतञ्चरेत् +व्रततप +व्रततिः +व्रततिर्लता +व्रतदिने +व्रतदीक्षे +व्रतद्वयं +व्रतधरः +व्रतनिरूपणम् +व्रतपत +व्रतपतय +व्रतपतये +व्रतपतयेऽष्टाकपालं +व्रतपतयो +व्रतपतिः +व्रतपतिम् +व्रतपतिरसि +व्रतपतिर् +व्रतपते +व्रतपरा +व्रतपरायणः +व्रतपरायणा +व्रतपरायणाः +व्रतपरो +व्रतपा +व्रतपां +व्रतपाः +व्रतपास्त्वे +व्रतपा॒स्त्वे +व्रतपुण्यं +व्रतपुण्येन +व्रतपूर्तये +व्रतप्रदः +व्रतप्रदो +व्रतप्रभावेण +व्रतप्रभावेन +व्रतप्रवेशः +व्रतफलं +व्रतबन्धं +व्रतबन्धनम् +व्रतबन्धने +व्रतभंगो +व्रतभङ्गो +व्रतभृते +व्रतभृतेऽष्टाकपालं +व्रतभृत् +व्रतभृदहं +व्रतभेदः +व्रतभेदे +व्रतमग्रहीत् +व्रतमचारिषं +व्रतमचारिषम् +व्रतमत्याहृत्य +व्रतमनुत्तमम् +व्रतमपि +व्रतमस्ति +व्रतमस्य +व्रतमा +व्रतमाचरेत् +व्रतमात्मनः +व्रतमादरात् +व्रतमादिशेत् +व्रतमास्थाय +व्रतमास्थितः +व्रतमास्थिताः +व्रतमाहितम् +व्रतमिति +व्रतमिदं +व्रतमिदमाजगरं +व्रतमिव +व्रतमीदृशम् +व्रतमीमांसा +व्रतमुक्तं +व्रतमुच्यते +व्रतमुत्तमम् +व्रतमुपेत्य +व्रतमुपैति +व्रतमेतत् +व्रतमेतत्तु +व्रतमेतत्समाचरेत् +व्रतमेतद्धि +व्रतमेतन्नरः +व्रतमेव +व्रतमेवं +व्रतमेसुवरेशकुनः +व्रतम् +व्रतय +व्रतयज्ञविवाहेषु +व्रतयति +व्रतयतीति +व्रतयन्तं +व्रतयन्ति +व्रतयित्वा +व्रतयेत् +व्रतर्दी +व्रतलोपः +व्रतलोपनम् +व्रतलोपश्च +व्रतलोपे +व्रतवती +व्रतवन्तौ +व्रतवरं +व्रतवासरे +व्रतविधानं +व्रतविशेषः +व्रतविसर्जनं +व्रतविसर्जनमाज्यं +व्रतशब्दः +व्रतशब्दस्य +व्रतशब्दे +व्रतशब्देन +व्रतशेषं +व्रतसंपूर्तिहेतवे +व्रतसत्रयोः +व्रतसमाप्तौ +व्रतस्थं +व्रतस्थः +व्रतस्थमपि +व्रतस्थस्य +व्रतस्था +व्रतस्थानां +व्रतस्थाया +व्रतस्थितः +व्रतस्थेन +व्रतस्थो +व्रतस्नातकः +व्रतस्नातको +व्रतस्य +व्रतस्यान्ते +व्रतस्यास्य +व्रतस्यैव +व्रतऽपाः +व्रता +व्रतांते +व्रताः +व्रताख्यानं +व्रताचरणं +व्रताचरणेन +व्रतात् +व्रतादानीयाः +व्रतादि +व्रतादिकं +व्रतादिकम् +व्रतादिना +व्रतादिभिः +व्रतादिषु +व्रतादीनां +व्रतादीनि +व्रतादेशं +व्रतादेशे +व्रतादौ +व्रताद् +व्रतानां +व्रतानामुत्तमं +व्रतानाम् +व्रतानि +व्रतानीति +व्रतानुष्ठानं +व्रतान् +व्रतान्तरं +व्रतान्तरम् +व्रतान्तरे +व्रतान्ते +व्रतान्यनशनानि +व्रतान्यन्यानि +व्रतान्यपि +व्रतान्यस्य +व्रतान्येतानि +व्रतान्वितः +व्रताय +व्रतार्थं +व्रतार्थिना +व्रतार्थिनी +व्रतावसाने +व्रतिनं +व्रतिनः +व्रतिनश्च +व्रतिना +व्रतिनां +व्रतिनी +व्रतिने +व्रतिनो +व्रतिनोर् +व्रतिभिः +व्रती +व्रते +व्रतेन +व्रतेनात्र +व्रतेनादध +व्रतेनादधामि +व्रतेनादधामीति +व्रतेनादधे +व्रतेनानेन +व्रतेनापि +व्रतेनैव +व्रतेभिः +व्रतेभ्यो +व्रतेषु +व्रतेष्वपि +व्रतेष्वेतेषु +व्रतेऽपि +व्रतैः +व्रतैरपि +व्रतैरेभिरपानुदेत् +व्रतैर्होमैस्त्रैविद्येनेज्यया +व्रतैश्च +व्रतो +व्रतों +व्रतोत्तमं +व्रतोत्तमम् +व्रतोद्वाहौ +व्रतोपनयनं +व्रतोपवासनियमे +व्रतोपवासनियमैः +व्रतोपवासनिरता +व्रतोपवासयात्राणां +व्रतोपवासौ +व्रतोपायनं +व्रतोपायनम् +व्रतोपायनीयं +व्रत्य +व्रत्यधः +व्रत्या +व्रत्ये +व्रत्येऽहनि +व्रत॒पा +व्रतꣳ +व्रध्नस्य +व्रन् +व्रन्दिनः +व्रवीति +व्रवीमि +व्रवीषि +व्रश्च +व्रश्चनः +व्रश्चभ्रस्जसृजमृजयजराजभ्राजच्छशां +व्रश्चादिना +व्रश्चादिषु +व्रश्चू +व्रश्चेति +व्रष्टा +व्रह्म +व्रह्मचारी +व्रह्मणः +व्रह्मणा +व्रह्मणि +व्रह्मणो +व्रह्मन् +व्रह्मा +व्रा +व्रां +व्राः +व्रात +व्रातं +व्रातः +व्रातपतये +व्रातभृतीं +व्रातम् +व्रातसाहाः +व्रातसा॒हाः +व्रातस्य +व्राता +व्राताः +व्रातासः +व्राता॑स॒स्तव॑ +व्रातीनः +व्राते +व्रातेन +व्रातेभ्यो +व्रात्य +व्रात्यं +व्रात्यः +व्रात्यता +व्रात्यमुपवदति +व्रात्यम् +व्रात्यस्तोमः +व्रात्यस्तोमाः +व्रात्यस्तोमे +व्रात्यस्तोमेन +व्रात्यस्त्वं +व्रात्यस्य +व्रात्या +व्रात्यां +व्रात्याः +व्रात्यात् +व्रात्यानां +व्रात्यान् +व्रात्येन +व्रात्येनातिसृष्टो +व्रात्येनानतिसृष्टो +व्रात्यो +व्रात्य॑स्य +व्रात्य॒ +व्रातꣳ +व्राधतः +व्राधन्त +व्राधन्तः +व्राध॑तः +व्राध॑न्त +व्राम् +व्राह्मण +व्राह्मणं +व्राह्मणः +व्राह्मणस्य +व्राह्मणा +व्राह्मणाः +व्राह्मणाय +व्राह्मणेन +व्राह्मणो +व्राह्मी +व्रि +व्रिटिश +व्रियत +व्रियतां +व्रियतामिति +व्रियते +व्रियन्ते +व्रिरिति +व्रिशः +व्री +व्रीं +व्रीङ् +व्रीड +व्रीडं +व्रीडड्डत्ध् +व्रीडयति +व्रीडया +व्रीडा +व्रीडां +व्रीडितं +व्रीडितः +व्रीडिता +व्रीडिताः +व्रीडितेव +व्रीडितो +व्रीडे +व्रीड्यति +व्रीणः +व्रीयते +व्रीस् +व्रीहय +व्रीहयः +व्रीहयश् +व्रीहयश्च +व्रीहयश्चैव +व्रीहयो +व्रीहि +व्रीहिं +व्रीहिः +व्रीहिकः +व्रीहिकालयोः +व्रीहित्वं +व्रीहिन् +व्रीहिभिः +व्रीहिभिरेव +व्रीहिभिर्यजेत +व्रीहिभिर्यवैर्वा +व्रीहिभिर्वा +व्रीहिभेदे +व्रीहिभ्यः +व्रीहिभ्यो +व्रीहिमती +व्रीहिमयं +व्रीहिमयः +व्रीहिमात्रं +व्रीहिमुखं +व्रीहिमुखेन +व्रीहियवं +व्रीहियवम् +व्रीहियववद्विकल्पः +व्रीहियवा +व्रीहियवाः +व्रीहियवादि +व्रीहियवादीनां +व्रीहियवाद्याः +व्रीहियवानां +व्रीहियवाववधाय +व्रीहियवौ +व्रीहिरुच्यते +व्रीहिर्वा +व्रीहिवत्सयोरिति +व्रीहिवापाणि +व्रीहिशब्दः +व्रीहिशाल्योर्ढक् +व्रीहिषु +व्रीहिष्वेव +व्रीही +व्रीहींश्च +व्रीहीणां +व्रीहीणामिव +व्रीहीणाम् +व्रीहीनवहन्ति +व्रीहीनवहन्तीति +व्रीहीनावपति +व्रीहीनुलूखल +व्रीहीन् +व्रीहीन्यवान्वा +व्रीहेः +व्रीहेर्वा +व्रीहौ +व्रीह्यभावे +व्रीह्या +व्रीह्याग्रयणेन +व्रीह्यादयः +व्रीह्यादि +व्रीह्यादिकं +व्रीह्यादित्वात् +व्रीह्यादित्वादिनिः +व्रीह्यादिभ्यश्च +व्रीह्यादिषु +व्रीह्यादीनां +व्रीह्यादेः +व्रीह्यादौ +व्रूमः +व्रूयात् +व्रूहि +व्रेशीनां +व्रैहेयम् +व्र्जेत् +व्र॑त॒पा +व्र॒जं +व्र॒जम् +व्र॒जम॑क्रमुः +व्र॒जस्य॑ +व्र॒जे +व्र॒जो +व्र॒त +व्र॒तं +व्र॒तम् +व्र॒ता +व्र॒तानि॑ +व्र॒तानि॒ +व्र॒तान्यनु॑ +व्र॒ते +व्र॒तेन॑ +व्र॒तेषु॑ +व्र॒तैः +व्र॒त॒ऽपाः +व्लाडिमिर +व्ली +व्लीनाति +व्लू +व्लेपयति +व्व +व्वं +व्वा +व्विअ +व्व् +व्हील्स् +व्‍याकरण +व्‍याकरणम् +वॎ +वॐ +व॑ +व॑ः +व॑क्षति +व॑क्षि +व॑क्षि॒ +व॑चो॒युजा॑ +व॑च्यस्व +व॑ज्रिवः +व॑द +व॑दति +व॑दन्ति +व॑दामि +व॑दामि॒ +व॑दासि +व॑देम +व॑धेयं॒ +व॑पन्तु॒ +व॑यो॒धाः +व॑रा॒हो +व॑रिवो॒वित्त॒रास॑त् +व॑रीवर्ति॒ +व॑रुण +व॑रुण॒ +व॑र्चो॒दा +व॑र्तते॒ +व॑र्तय +व॑र्तयति +व॑र्तयामसी॒ह +व॑र्तये +व॑र्तय॒ +व॑र्तस्व॒ +व॑र्त॒स्वाग्ने॒ +व॑र्धतां +व॑र्धन्तु +व॑र॒त्रा +व॑ल॒गमुत्कि॑रामि॒ +व॑वृत्यां +व॑वृत्याः +व॑वृत्स्व +व॑वृत्स्व॒ +व॑व्रुः +व॑ष्टि +व॑ष्टि॒ +व॑ष्टु +व॑सु॒वने॑ +व॑सु॒वित्पु॑ष्टि॒वर्ध॑नः +व॑सो +व॑सो॒ +व॑स्ते +व॑स्सवि॒ता +व॑स॒तिं +व॑ह +व॑हतं +व॑हतां॒ +व॑हतु +व॑हत॒ +व॑हत॒मोत +व॑हन्ति +व॑हन्तु +व॑हन्तु॒ +व॑हा +व॑ह॒ +व॑ह॒तुं +व॒ +व॒ः +व॒क्ता +व॒क्षणाः॑ +व॒क्षणा॑ +व॒क्षणा॑भ्यः +व॒क्षणा॑सु +व॒क्षि॒ +व॒क्ष॒तः॒ +व॒क्ष॒ति॒ +व॒क्ष॒त् +व॒ग्नुना॑ +व॒ङ्कू +व॒चः॒ऽयुजा॑ +व॒च्यन्ते॑ +व॒च्यमा॑ना +व॒च्य॒स्व॒ +व॒च॒स्यवे॑ +व॒ज्रिणः॑ +व॒ज्रिणे॑ +व॒ज्रिणे॒ +व॒ज्रिण॑म् +व॒ज्रि॒न् +व॒ज्रि॒ऽवः॒ +व॒ज्री +व॒ज्र॒ऽह॒स्त॒ +व॒त्स +व॒त्सं +व॒त्सः +व॒त्सम् +व॒त्सस्य॑ +व॒त्से +व॒त्सो +व॒थ्सो +व॒दा॒मि॒ +व॒दे॒म॒ +व॒द्मा +व॒द॒ +व॒द॒ति॒ +व॒द॒त॒ +व॒द॒न्ति॒ +व॒धं +व॒धः +व॒धम् +व॒धाय॑ +व॒धीः॒ +व॒धी॒त् +व॒धूः +व॒धू॒युरि॑व॒ +व॒धेन॑ +व॒धेन॒ +व॒धैः +व॒धो +व॒ध्रि॒ऽअ॒श्वस्य॑ +व॒ध्रि॒ऽम॒त्याः +व॒ध्वः॑ +व॒ध॒ऽस्नैः +व॒ना॒म॒हे॒ +व॒निनः॑ +व॒निनो॑ +व॒निनो॒ +व॒नुषः॑ +व॒नुषो॑ +व॒नु॒ष्य॒तः +व॒नेमा॑ +व॒नेम॑ +व॒नोति॒ +व॒नोषि॒ +व॒न्दध्यै॑ +व॒न्दारु॑ +व॒न्वन् +व॒न्वन्नवा॑तः +व॒न॒ते॒ +व॒न॒व॒त् +व॒न॒स्प॒ते॒ +व॒पां +व॒पाया॒ +व॒य +व॒यं +व॒यः॒ऽधाः +व॒यन्द्वि॒ष्मः +व॒यमा॑दित्य +व॒यमि॑न्द्र +व॒यमु॑ +व॒यम् +व॒यम॒द्या +व॒या +व॒यां +व॒याः +व॒याम् +व॒युना॑ +व॒युना॑नि +व॒युना॑नि॒ +व॒युना॒ +व॒युने॑षु +व॒य्यं॑ +व॒य्य॑म् +व॒यᳪ +व॒यᳪं᳭ +व॒यꣳ +व॒रा +व॒रा॒हम् +व॒रि॒वः॒ऽवित् +व॒रु॒णा॒ +व॒रु॒ण॒ +व॒रू॒ता +व॒र्चिनः॑ +व॒र्तय॑तं +व॒र्तय॑ते॒ +व॒र्ता +व॒र्तिः +व॒र्तिर॑श्विना॒विरा॑वत् +व॒र्त॒ता॒म् +व॒र्त॒ते॒ +व॒र्त॒निम् +व॒र्त॒या॒म॒सि॒ +व॒र्त॒य॒ +व॒र्धय॑न् +व॒र्धय॑न्तः +व॒र्धय॑न्ति +व॒र्धय॑न्ती +व॒र्धय॑न्तीः +व॒र्धि॒षी॒महि॑ +व॒र्ध॒ते॒ +व॒र्ध॒न्ति॒ +व॒र्ध॒न्तु॒ +व॒र्ध॒य॒ +व॒र्ध॒स्व॒ +व॒र्षं +व॒र्ष्माणं॑ +व॒र॒न्ते॒ +व॒र॒न्त॒ +व॒लं +व॒लम् +व॒लस्य॑ +व॒लस्य॒ +व॒ल्गु +व॒ल्गू +व॒वक्षि॑थ +व॒वक्ष॑ +व॒वृ॒ते॒ +व॒वृ॒त्याः॒ +व॒वृ॒त्या॒त् +व॒वृ॒त्या॒म् +व॒वृ॒त्स्व॒ +व॒वृ॒धध्यै॑ +व॒वृ॒धा॒नः +व॒वृ॒धा॒नम् +व॒वृ॒धुः +व॒वृ॒धुः॒ +व॒वृ॒धे +व॒वृ॒धे॒ +व॒व्रिं +व॒व्रिम् +व॒व्रि॒ऽवांस॑म् +व॒व्रे +व॒व्रेः +व॒व॒क्षि॒थ॒ +व॒व॒क्षे॒ +व॒शा +व॒शां +व॒शिनी॒ +व॒शी +व॒श्मि॒ +व॒ष्टि॒ +व॒सन्ता +व॒सु॒वने॑ +व॒सु॒ऽप॒ते॒ +व॒सु॒ऽयवः॑ +व॒सु॒ऽयुः +व॒सु॒ऽवित् +व॒सु॒ऽविद॑म् +व॒सू॒यवो॒ +व॒सो॒ +व॒स्ते॒ +व॒स॒न्तो +व॒स॒वः॒ +व॒ही +व॒हे॒थे॒ +व॒ह॒ +व॒ह॒तः॒ +व॒ह॒ति॒ +व॒ह॒तुम् +व॒ह॒त॒ +व॒ह॒त॒म् +व॒ह॒न्ति॒ +व॒ह॒न्तु॒ +व᳘दैव᳘ +व꣡चः꣢ +व꣡चः꣢꣯ +व꣡यः꣢꣯ +व꣡रु꣢णाय +व꣡रु꣢꣯णः +व꣡र्चः꣢꣯ +व꣡सु꣢ +व꣡सु꣢꣯ +व꣡सू꣢꣯नि +व꣡स्य꣢सस्कृधि +व꣢न्ति꣣यू꣤꣯माः꣥ +व꣢सु꣣ +व꣣ +व꣣ज्री꣢ +व꣣त्सं꣢꣫ +व꣣यं꣡ +व꣣य꣢म् +श +शँ +शँसन्ति +शं +शंक +शंकते +शंकमाना +शंकया +शंकर +शंकरं +शंकरः +शंकरपार्वतीभ्याम् +शंकरप्रियः +शंकरप्रिया +शंकरप्रिये +शंकरभगवतः +शंकरभगवतकृतम् +शंकरभाषितम् +शंकरमव्ययम् +शंकरम् +शंकरवर्धनः +शंकरवर्मणः +शंकरश्च +शंकरश्चास्मि +शंकरश्चैव +शंकरसन्निधिम् +शंकरसन्निधौ +शंकरस्तत्र +शंकरस्तथा +शंकरस्तदा +शंकरस्तस्मै +शंकरस्तां +शंकरस्तु +शंकरस्य +शंकरस्यापि +शंकरस्यैव +शंकरा +शंकराचार्य +शंकराचार्यः +शंकराज्ञया +शंकरात् +शंकरात्परः +शंकरात्मजः +शंकरात्मनः +शंकरात्मा +शंकरादपि +शंकरादयः +शंकरादीनां +शंकरानन्दकृता +शंकराभरणो +शंकराय +शंकरायेति +शंकरायै +शंकरार्थं +शंकरार्द्धशरीरिणी +शंकरालयम् +शंकरि +शंकरी +शंकरे +शंकरेण +शंकरेणैव +शंकरेति +शंकरो +शंकरोदितम् +शंकरोऽपि +शंकरोऽब्रवीत् +शंकवः +शंका +शंकां +शंकाका +शंकायां +शंकित +शंकितः +शंकिता +शंकिताः +शंकितो +शंकु +शंकुं +शंकुः +शंकुकर्ण +शंकुकर्णं +शंकुकर्णः +शंकुकर्णश्च +शंकुकर्णेन +शंकुकर्णेश्वरं +शंकुकर्णो +शंकुच्छायादिज्ञानाध्यायः +शंकुतल +शंकुतलं +शंकुना +शंकुप्राच्यपरांतर +शंकुभिः +शंकुमती +शंके +शंको +शंकोः +शंक्य +शंक्यते +शंक्यम् +शंक्या +शंख +शंखं +शंखः +शंखकुन्देन्दुसन्निभम् +शंखचक्र +शंखचक्रगदाधर +शंखचक्रगदाधरः +शंखचक्रगदाधरम् +शंखचक्रगदाधराः +शंखचक्रगदापद्म +शंखचक्रगदापद्मधरं +शंखचक्रगदापद्मधरः +शंखचक्रगदापद्मधरो +शंखचक्रगदापद्मधारिणं +शंखचक्रगदापद्मवनमालाविभूषितम् +शंखचक्रगदापाणिं +शंखचक्रगदापाणिः +शंखचक्रधरं +शंखचक्रधरः +शंखचक्रधरो +शंखचक्रे +शंखचिह्नं +शंखचूड +शंखचूडं +शंखचूडः +शंखचूडवधे +शंखचूडश्च +शंखचूडस्य +शंखचूडे +शंखचूडेन +शंखचूडो +शंखण +शंखतीर्थं +शंखतीर्थे +शंखतोयं +शंखध्वनिं +शंखपद्मनिधी +शंखमेव +शंखलिखितौ +शंखशब्दं +शंखश्च +शंखस्य +शंखा +शंखाः +शंखानां +शंखाभं +शंखाश्च +शंखिनम् +शंखिनी +शंखिने +शंखी +शंखे +शंखेन +शंखो +शंखोदकं +शंखोद्धारं +शंखोद्धारे +शंखौ +शंगवे +शंत +शंतनवे +शंतनुः +शंतनो +शंतम +शंतमं +शंतमः +शंतमया +शंतमा +शंतमानि +शंतमेन +शंतल +शंते +शंत्वाय +शंत॑नवे +शंत॑मः +शंत॑मा +शंत॑मा॒ +शंनो +शंनोदेवीयाभिश्चतसृभिरुरोऽभिमृश्य +शंपदं +शंबरं +शंबरः +शंबरस्य +शंबरारिः +शंबरेण +शंबरो +शंभवः +शंभवे +शंभु +शंभुं +शंभुः +शंभुतापसशिशो +शंभुना +शंभुमयोभुभ्यां +शंभुमयोभू +शंभुमीशानमीडे +शंभुम् +शंभुरस्मत्संक्रामितैः +शंभुरिति +शंभुरुवाच +शंभुवं +शंभुवः +शंभुवा +शंभुश्च +शंभुश्चापि +शंभुस्तत्र +शंभुस्तथा +शंभुस्तदा +शंभुस्तु +शंभू +शंभूः +शंभो +शंभोः +शंभोरम्भोमयी +शंभोरिति +शंभोर्महात्मनः +शंभोर्यतध्वमाक्रष्टुमयस्कान्तेन +शंभोर्वै +शंभोश्च +शंभोस्तु +शंभौ +शंयः +शंयुः +शंयुना +शंयुमाथर्वणं +शंयुरुवाच +शंयुर्बार्हस्पत्यः +शंयुवाकः +शंयुवाके +शंयोः +शंयोरभिस्रवन्तु +शंयोरिति +शंय्वन्तं +शंय्वन्ता +शंवतीः +शंवदः +शंवरो +शंशंसावोम् +शंस +शंसं +शंसंति +शंसं॑ +शंसं॒ +शंसः +शंसः॑ +शंसत +शंसतः +शंसता +शंसतां +शंसति +शंसतीति +शंसतीव +शंसतु +शंसते +शंसतेति +शंसतो +शंसत् +शंसत्ययं +शंसत्यसौ +शंसत्य् +शंसध्वं +शंसनं +शंसनप्रकारः +शंसनम् +शंसनविधानम् +शंसनविधिः +शंसनीय +शंसनीयं +शंसनीयः +शंसनीयगतिः +शंसनीयम् +शंसनीया +शंसनीयाः +शंसनीये +शंसनीयो +शंसने +शंसनेन +शंसन् +शंसन्त +शंसन्तं +शंसन्तः +शंसन्तस् +शंसन्ति +शंसन्ती +शंसन्तीं +शंसन्तीति +शंसन्तीव +शंसन्तो +शंसन्त्येतावती +शंसन्निव +शंसन्स +शंसमानः +शंसम् +शंसय +शंसयः +शंसयां +शंसयानीति +शंसय॒ +शंससि +शंसस्व +शंसा +शंसाः +शंसात् +शंसामि +शंसावो +शंसावोम् +शंसा॑ +शंसा॑मि +शंसि +शंसित +शंसितं +शंसितम् +शंसितव्रतः +शंसितव्रतम् +शंसितव्रताः +शंसिता +शंसितारं +शंसितारः +शंसितुं +शंसितुमर्हसि +शंसितुम् +शंसित्वा +शंसिषं +शंसिषमिति +शंसिषम् +शंसिषो +शंसिष्यन् +शंसु +शंसे +शंसेति +शंसेत् +शंसेदिति +शंसेदृचं +शंसेद् +शंसेन +शंसेयुः +शंसैः +शंसैः॑ +शंसो +शंसो॑ +शंसो॒ +शंस् +शंस्तव्यः +शंस्ता +शंस्तृ +शंस्थः +शंस्थाः +शंस्य +शंस्यं +शंस्यं॑ +शंस्यं॒ +शंस्यते +शंस्यम् +शंस्या +शंस्यानाम् +शंस्या॑ +शंस्या॑नाम् +शंस्य॑म् +शंस॑ते +शंस॑न् +शंस॑न्त +शंस॑म् +शं॒स॒त॒ +शं॒स॒य॒ +शं꣢यो꣡꣯ः +शः +शअं +शक +शकं +शकः +शककालस्तस्य +शककाले +शकट +शकटं +शकटः +शकटदास +शकटदासः +शकटदासेन +शकटमिति +शकटमिव +शकटम् +शकटस्य +शकटा +शकटाकारं +शकटाकारमाश्रितः +शकटाकारे +शकटाकृति +शकटाकृतिर्भवति +शकटाङ्गजः +शकटाङ्गजमतेन +शकटात् +शकटादण् +शकटादि +शकटादिना +शकटादौ +शकटानां +शकटानि +शकटान् +शकटापणवेशाश्च +शकटारोहणम् +शकटालं +शकटालेन +शकटालो +शकटासुरवधवर्णनम् +शकटास्यश्च +शकटि +शकटिः +शकटी +शकटे +शकटेन +शकटैः +शकटो +शकट्या +शकट्यां +शकति +शकते +शकत् +शकधूम +शकधूमं +शकधूमः +शकधृष +शकन् +शकन्धु +शकन्धुः +शकन्ध्वादिः +शकन्ध्वादित्वात् +शकन्ध्वादित्वात्पररूपम् +शकन्ध्वादिवत् +शकन्ध्वादिषु +शकम् +शकर +शकरः +शकराणि +शकल +शकलं +शकलः +शकलखण्डे +शकलतां +शकलम् +शकलस्य +शकला +शकलानामेकमशस्त्रेण +शकलानि +शकलान् +शकलाभ्यां +शकलिता +शकली +शकलीकृतः +शकलीकृतम् +शकलीकृताः +शकलीकृतैः +शकलीकृत्य +शकलीभवेत् +शकले +शकलेन +शकलेनावसिच्य +शकलैः +शकलो +शकलौ +शकल्येषि +शकस्य +शका +शकां +शकाः +शकात् +शकादिभ्योऽटन् +शकादीनां +शकानां +शकानि +शकान् +शकाब्द +शकाब्दं +शकाब्दा +शकाब्दाः +शकाब्दे +शकार +शकारं +शकारः +शकारचवर्गाभ्यां +शकारश्च +शकारस्य +शकारान्तः +शकारान्तप्रकरणम् +शकारी +शकारे +शकारेण +शकारो +शकाश्च +शकि +शकिं +शकिं्त +शकिः +शकितं +शकिता +शकिताः +शकितो +शकिसहोश्च +शकु +शकुं +शकुंत +शकुंतल +शकुंतला +शकुः +शकुतल +शकुत्तला +शकुन +शकुनं +शकुनः +शकुनम् +शकुनय +शकुनयः +शकुनयो +शकुनसूक्तं +शकुनस्य +शकुना +शकुनाः +शकुनानां +शकुनानि +शकुनाहृतः +शकुनि +शकुनिं +शकुनिः +शकुनिकर्णादिसहायानां +शकुनिका +शकुनिना +शकुनिनाम +शकुनिभ्यः +शकुनिरुवाच +शकुनिर्नाम +शकुनिर्यथा +शकुनिर्युधिष्ठिरमभाषत +शकुनिर्वा +शकुनिश्च +शकुनिश्चापि +शकुनिश्चैव +शकुनिसादेन +शकुनिस्तथा +शकुनिस्तस्य +शकुनी +शकुनीं +शकुनीनां +शकुनीन् +शकुने +शकुनेः +शकुनेन +शकुनेरन्यत्र +शकुनेरिव +शकुनेश्च +शकुने॒ +शकुनै +शकुनैः +शकुनैरपि +शकुनैर्हृतवाससः +शकुनो +शकुनौ +शकुन्त +शकुन्तः +शकुन्तक +शकुन्तपङ्क्तिः +शकुन्तयः +शकुन्तल +शकुन्तलया +शकुन्तला +शकुन्तलां +शकुन्तलादुष्यन्तयोः +शकुन्तलापि +शकुन्तलामधिकृत्य +शकुन्तलाम् +शकुन्तलाया +शकुन्तलायां +शकुन्तलायाः +शकुन्तलायाम् +शकुन्तलायै +शकुन्तलावण्यं +शकुन्तलाविरहितं +शकुन्तले +शकुन्तलेति +शकुन्तलोपाख्यानम् +शकुन्तलोवाच +शकुन्ता +शकुन्ताः +शकुन्तानां +शकुन्तानिव +शकुन्तान् +शकुन्तिः +शकुन्तिका +शकुन्ते +शकुन्तेषु +शकुन्तैः +शकुन्तो +शकुन्या +शकुन्‍तला +शकुल +शकुलः +शकुलादनी +शकुलाविव +शकुली +शकु॒नं +शकु॒नो +शकू +शकृतः +शकृतस्तु +शकृता +शकृति +शकृतो +शकृत् +शकृत्पिण्डं +शकृत्पिण्डान् +शकृत्पिण्डे +शकृत्पिण्डेन +शकृत्पिण्डेनाग्न्यायतनानि +शकृत्पिण्डेऽश्मानं +शकृद् +शकृद्यदा +शकृद्र +शकृद्रसः +शकृद्रसम् +शकृद्वा +शकृन् +शकृन्मूत्रं +शकृन्मूत्रसमायुक्तेऽधौतेऽपाने +शकृन्मूत्रे +शके +शकेः +शकेम +शकेमहि +शकेयं +शकेयमिति +शकेयम् +शकेषु +शकैः +शको +शकोति +शकौ +शक् +शक्कर +शक्करी +शक्का +शक्त +शक्तं +शक्तः +शक्तता +शक्तत्वं +शक्तत्वात् +शक्तत्वे +शक्तत्वेन +शक्तमिति +शक्तम् +शक्तय +शक्तयः +शक्तयश्च +शक्तयश्चापि +शक्तयश्चैताः +शक्तयस्तत्र +शक्तयस्तथा +शक्तयस्तस्य +शक्तयस्तिस्रः +शक्तयस्तु +शक्तया +शक्तये +शक्तयो +शक्तयोऽपि +शक्तयोऽष्टौ +शक्तयोऽस्य +शक्तवः +शक्तवती +शक्तवन्तः +शक्तवान् +शक्तवो +शक्तश्च +शक्तश्चेत् +शक्तस्तव +शक्तस्तु +शक्तस्त्वं +शक्तस्त्वया +शक्तस्य +शक्तस्यापि +शक्ता +शक्ताः +शक्तानां +शक्तानि +शक्ताय +शक्तावपि +शक्तावप्यानुरूप्येण +शक्ताशक्तपरत्वेन +शक्ताश्च +शक्तासि +शक्तास्तस्य +शक्तास्ते +शक्ताहं +शक्ताऽहं +शक्ति +शक्तिं +शक्तिः +शक्तिकम् +शक्तिकल्पनं +शक्तिकल्पनमिति +शक्तिकल्पनम् +शक्तिकल्पनया +शक्तिकल्पना +शक्तिकल्पनात् +शक्तिकल्पने +शक्तिका +शक्तिकां +शक्तिकूटं +शक्तिके +शक्तिको +शक्तिगूहनकारी +शक्तिग्रह +शक्तिग्रहं +शक्तिग्रहः +शक्तिग्रहकाले +शक्तिग्रहस्य +शक्तिग्रहात् +शक्तिग्रहाभावे +शक्तिग्रहे +शक्तिग्रहो +शक्तिघटितेन +शक्तिचक्रं +शक्तिचक्रस्य +शक्तिचालनम् +शक्तिजः +शक्तिज्ञानं +शक्तिज्ञानस्य +शक्तिज्ञाने +शक्तिञ्च +शक्तित +शक्तितः +शक्तितत्त्वं +शक्तितत्त्वे +शक्तिता +शक्तितो +शक्तितोमरैः +शक्तित्रयं +शक्तित्रयात्मकः +शक्तित्वं +शक्तित्वेन +शक्तिदेव +शक्तिदेवं +शक्तिदेवः +शक्तिदेवता +शक्तिदेवस्य +शक्तिदेवी +शक्तिदेवो +शक्तिदेवोऽपि +शक्तिद्वयं +शक्तिद्वयम् +शक्तिधरं +शक्तिधरः +शक्तिधरस्य +शक्तिधरो +शक्तिधीः +शक्तिधीरुपमाफलम् +शक्तिनन्दन +शक्तिना +शक्तिनां +शक्तिनिर्णयः +शक्तिनी +शक्तिन्यासं +शक्तिपात +शक्तिपातं +शक्तिपातः +शक्तिपातस्य +शक्तिपातेन +शक्तिपातो +शक्तिपीठं +शक्तिपीठम् +शक्तिपीठानि +शक्तिपीठेषु +शक्तिपुत्रः +शक्तिपूजा +शक्तिप्रहारेण +शक्तिबीजं +शक्तिबीजेन +शक्तिभद्रः +शक्तिभद्रस्य +शक्तिभि +शक्तिभिः +शक्तिभिश्च +शक्तिभेद +शक्तिभेदः +शक्तिभेदात् +शक्तिभेदे +शक्तिभेदेन +शक्तिभेदो +शक्तिभ्यः +शक्तिभ्यां +शक्तिभ्यो +शक्तिभ्रमात् +शक्तिभ्रमेण +शक्तिम +शक्तिमतः +शक्तिमता +शक्तिमतां +शक्तिमति +शक्तिमती +शक्तिमतो +शक्तिमत् +शक्तिमत्तया +शक्तिमत्त्वं +शक्तिमत्सु +शक्तिमद् +शक्तिमध्ये +शक्तिमनतिक्रम्य +शक्तिमनुसृत्य +शक्तिमन् +शक्तिमन्तं +शक्तिमन्तः +शक्तिमन्ति +शक्तिमन्तो +शक्तिमयं +शक्तिमवधारयति +शक्तिमहं +शक्तिमांश्च +शक्तिमांस्तु +शक्तिमात्रत्वेनावस्थानम् +शक्तिमात्रप्रतिष्ठानां +शक्तिमात्रेण +शक्तिमादाय +शक्तिमानपि +शक्तिमानिति +शक्तिमान् +शक्तिमान्यो +शक्तिमावाह्य +शक्तिमिति +शक्तिमुत्तमाम् +शक्तिमुद्यम्य +शक्तिमेव +शक्तिम् +शक्तियशसं +शक्तियशसि +शक्तियशोलम्बके +शक्तियष्ट्योरीकक् +शक्तियुक्त +शक्तियुक्तं +शक्तियुक्तस्य +शक्तियुक्ताय +शक्तियुक्तो +शक्तियुतं +शक्तियों +शक्तिर +शक्तिरनन्ता +शक्तिरपि +शक्तिरष्टधा +शक्तिरसि +शक्तिरस्ति +शक्तिरस्तीति +शक्तिरस्तु +शक्तिरस्त्येव +शक्तिरस्य +शक्तिरहं +शक्तिराद्या +शक्तिरासीत् +शक्तिरिति +शक्तिरित्यभिधीयते +शक्तिरित्यर्थः +शक्तिरित्याह +शक्तिरित्युच्यते +शक्तिरियं +शक्तिरिव +शक्तिरिष्यते +शक्तिरीरिता +शक्तिरुक्ता +शक्तिरुच्यते +शक्तिरुत्तमा +शक्तिरुदाहृता +शक्तिरूप +शक्तिरूपं +शक्तिरूपः +शक्तिरूपस्य +शक्तिरूपा +शक्तिरूपां +शक्तिरूपिणी +शक्तिरूपी +शक्तिरूपे +शक्तिरूपेण +शक्तिरूपो +शक्तिरेकस्य +शक्तिरेकैव +शक्तिरेव +शक्तिरेवेति +शक्तिरेषा +शक्तिर् +शक्तिर्गुणाश्रया +शक्तिर्गृहीता +शक्तिर्जगद्धातुः +शक्तिर्न +शक्तिर्नाम +शक्तिर्नारायणी +शक्तिर्नास्ति +शक्तिर्नित्या +शक्तिर्निपुणता +शक्तिर्बलं +शक्तिर्बले +शक्तिर्भवति +शक्तिर्मम +शक्तिर्मया +शक्तिर्माया +शक्तिर्मे +शक्तिर्यथा +शक्तिर्यदि +शक्तिर्यया +शक्तिर्यस्य +शक्तिर्या +शक्तिर्वा +शक्तिर्विविधैव +शक्तिर्वैष्णवी +शक्तिर्हि +शक्तिवत् +शक्तिवर्गस्य +शक्तिवर्जितः +शक्तिवादः +शक्तिवादे +शक्तिविपर्ययात् +शक्तिविशिष्टः +शक्तिविशेषः +शक्तिविशेषो +शक्तिविषये +शक्तिवीजं +शक्तिशंभू +शक्तिशक्तिमतोः +शक्तिशब्देन +शक्तिशालि +शक्तिशालिनः +शक्तिशालिनी +शक्तिशाली +शक्तिशिवौ +शक्तिशूलपरश्वधैः +शक्तिश् +शक्तिश्च +शक्तिश्चेति +शक्तिश्री +शक्तिश्रीबीजतारकैः +शक्तिषु +शक्तिसंभवः +शक्तिसङ्गमतन्त्रे +शक्तिसम्पन्नः +शक्तिसिद्धिः +शक्तिस् +शक्तिस्तत्र +शक्तिस्तथा +शक्तिस्तदा +शक्तिस्तया +शक्तिस्तव +शक्तिस्तस्य +शक्तिस्तस्याः +शक्तिस्तां +शक्तिस्तु 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+शङ्कमानस्तु +शङ्कमानस्य +शङ्कमाना +शङ्कमानेन +शङ्कमानो +शङ्कय +शङ्कयं +शङ्कयः +शङ्कयतां +शङ्कयति +शङ्कयते +शङ्कयम् +शङ्कया +शङ्कयाह +शङ्कयाऽऽह +शङ्कयेत +शङ्कयेति +शङ्कर +शङ्करं +शङ्करः +शङ्करगीतासु +शङ्करदिग्विजयः +शङ्करदेवस्य +शङ्करपाण्डुरङ्ग +शङ्करपादभूषणम् +शङ्करपार्वतीभ्याम् +शङ्करप्रियः +शङ्करप्रिया +शङ्करप्रिये +शङ्करबालकृष्णः +शङ्करबालकृष्णदीक्षित +शङ्करबालकृष्णो +शङ्करभगवत्पादाः +शङ्करभट्टः +शङ्करभट्टस्य +शङ्करभाष्ये +शङ्करम् +शङ्करलाल +शङ्करविजयः +शङ्करविजये +शङ्करश्च +शङ्करश्चास्मि +शङ्करस्तत्र +शङ्करस्तु +शङ्करस्य +शङ्करा +शङ्कराः +शङ्कराचा +शङ्कराचार्य +शङ्कराचार्यः +शङ्कराचार्यकृतम् +शङ्कराचार्यविरचिताः +शङ्कराचार्यविरचितानि +शङ्कराचार्यस्य +शङ्कराचार्याः +शङ्कराचार्याणां +शङ्कराचार्याणाम् +शङ्कराचार्याष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् +शङ्कराचार्येण +शङ्कराचार्यैः +शङ्कराचार्य्यः +शङ्कराचार्य्येण +शङ्कराज्ञया +शङ्करात् +शङ्करात्मजौ +शङ्करादयः +शङ्करानन्दः +शङ्करान्तिकम् +शङ्कराभरणं +शङ्कराभरणः +शङ्कराभरणम् +शङ्कराय +शङ्करार्यकृतायां +शङ्करालयम् +शङ्करि +शङ्करी +शङ्करे +शङ्करेण +शङ्करेणैव +शङ्करो +शङ्करोदितम् +शङ्करोऽपि +शङ्करोऽब्रवीत् +शङ्कर् +शङ्कव +शङ्कवः +शङ्कवे +शङ्कवो +शङ्कव्यं +शङ्कश्च +शङ्कसे +शङ्का +शङ्कां +शङ्काः +शङ्काकुला +शङ्काग्रन्थः +शङ्कात्रासौ +शङ्काद्वयं +शङ्कानां +शङ्कानिरासः +शङ्कानिरासाय +शङ्कानिरासार्थम् +शङ्कानिवृत्त्यर्थः +शङ्कापि +शङ्कापूर्वकं +शङ्काभिप्रायः +शङ्कामहे +शङ्कामाह +शङ्काम् +शङ्काय +शङ्काया +शङ्कायां +शङ्कायाः +शङ्कायामाह +शङ्कायामिति +शङ्कायाम् +शङ्कारूपकर्माभिग्रहः +शङ्कार्थः +शङ्कावकाश +शङ्कावकाशः +शङ्कावधिः +शङ्कावधिर्मतः +शङ्काव्युदासाय +शङ्कासूया +शङ्कास्ति +शङ्कास्थाने +शङ्कास्पदं +शङ्कास्पृष्टा +शङ्कास्य +शङ्काऽपि +शङ्कि +शङ्कित +शङ्कितं +शङ्कितः +शङ्कितत्वात् +शङ्कितम् +शङ्कितव्यं +शङ्कितव्यमित्याह +शङ्कितव्यम् +शङ्कितव्याः +शङ्कितस्य +शङ्किता +शङ्किताः +शङ्कितानां +शङ्कितुं +शङ्कितुमपि +शङ्कितुमर्हसि +शङ्कितुरभिप्रायः +शङ्किते +शङ्कितैः +शङ्कितो +शङ्कितोऽभवत् +शङ्कितौ +शङ्कित्वा +शङ्कित्वोक्तं +शङ्किनी +शङ्की +शङ्कु +शङ्कुं +शङ्कुः +शङ्कुकर्ण +शङ्कुकर्णं +शङ्कुकर्णः +शङ्कुकर्णी +शङ्कुकर्णे +शङ्कुकर्णो 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+शतगुणा +शतगुणान् +शतगुणितं +शतगुणिता +शतगुणे +शतगुणेन +शतगुणैः +शतगुणो +शतग्विनं +शतग्विनम् +शतघ्नं +शतघ्नी +शतघ्नीं +शतघ्नीचक्रहस्ताश्च +शतघ्नीभिः +शतघ्नीभिश्च +शतघ्नीश्च +शतघ्नीसदृशी +शतघ्न्यः +शतघ्न्यश्च +शतचक्रं +शतचतुष्टयम् +शतचन्द्र +शतचन्द्रं +शतचन्द्रसमप्रभा +शतच्छिद्रं +शतजन्मकृतं +शतजन्मकृतात्पापान्मुच्यते +शतजन्मभिः +शतजन्मसु +शतजन्मानि +शतजप्तेन +शतजित् +शतञ्च +शतञ्चैव +शततन्त्री +शततमं +शततमः +शततमस्य +शततमी +शततमीमपि +शततमे +शततमोऽध्यायः +शततारका +शततारकाः +शततारा +शतताराया +शतति +शततेजा +शततेजाः +शतत्रयं +शतत्रयम् +शतत्रये +शतत्रयेण +शतदायमुक्थ्यम् +शतद्युम्नस्तपस्वी +शतद्युम्नो +शतद्रु +शतद्रुं +शतद्रुः +शतद्रुनदी +शतद्रुश्च +शतद्रोर्विपाशायुजः +शतद्वयं +शतद्वयम् +शतद्वये +शतद्वयेन +शतद्वारे +शतधनुः +शतधनुर्मणिमाजहार +शतधन्वनः +शतधन्वना +शतधन्वने +शतधन्वा +शतधन्वानं +शतधा +शतधाच्छिनत् +शतधार +शतधारं +शतधारः +शतधारमपक्षुधम् +शतधारमुत्सम् +शतधारमृषिभिः +शतधारमेतम् +शतधारम् +शतधारा +शतधारेण +शतधारो +शतधृतिः +शतधृतिरगेन्द्रो +शतधौतं +शतधौतेन +शतनपतनविकिरणविध्वंसनधर्मतया 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+शनकैरात्मेक्षणाशङ्किनः +शनकैरिव +शनकैर् +शनकैस्तु +शनम् +शनयः +शनये +शनस्य +शना +शनाः +शनात् +शनि +शनिं +शनिः +शनिके +शनिको +शनिक्षेत्रगते +शनिगुरुकुजेषु +शनिग्रहः +शनिग्रहे +शनिजीवभूभुवां +शनिदृष्टिफलम् +शनिदेवः +शनिदेवस्य +शनिना +शनिपातस्य +शनिफलमाह +शनिफलम् +शनिभौमदिने +शनिभ्यश्च +शनिम् +शनियुते +शनिरशनिश्च +शनिराहू +शनिरुवाच +शनिर्भौमश्च +शनिर्यथा +शनिवार +शनिवारे +शनिवासरः +शनिवासरे +शनिश्च +शनिश्चर +शनिस्तथा +शनी +शने +शनेः +शनेन +शनेरपि +शनेर्जातो +शनेर्दशायां +शनेर्दिने +शनेलचः +शनै +शनैं +शनैः +शनैःशनैः +शनैरथ +शनैरभूत् +शनैरशीतिपर्यन्तं +शनैरसून् +शनैरिति +शनैरिदं +शनैरिव +शनैरिह +शनैरुत्थाय +शनैरुन्मील्य +शनैरुपरमेद् +शनैरेव +शनैर् +शनैर्गच्छति +शनैर्गत्वा +शनैर्घर्षणमङ्गुल्या +शनैर्घोरं +शनैर्जगाम +शनैर्मन्दं +शनैर्मृद्वग्निना +शनैर्मेही +शनैर्ययौ +शनैर्याति +शनैर्वचनमब्रवीत् +शनैर्वदति +शनैश्च +शनैश्चर +शनैश्चरं +शनैश्चरः +शनैश्चरकी +शनैश्चरको +शनैश्चरदिने +शनैश्चरम् +शनैश्चरश्च +शनैश्चरस्तथा +शनैश्चरस्य +शनैश्चराद्भुतावर्त्तः +शनैश्चराय +शनैश्चरे +शनैश्चरेण +शनैश्चरो 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+शमयन्तीति +शमयन्तु +शमयन्त्याशु +शमयन्निव +शमयाति +शमयाम +शमयामसि +शमयामास +शमयामि +शमयाम् +शमयाम्यसौ +शमयितव्यः +शमयिता +शमयितारः +शमयितुं +शमयितुमाह +शमयितुम् +शमयित्री +शमयित्वा +शमयिष्यति +शमयिष्यते +शमयिष्यन् +शमयिष्यामि +शमयेत् +शमयेत्पुनः +शमयेद् +शमर्वते +शमल +शमलं +शमलम् +शमलेन +शमवता +शमवतां +शमशालिनि +शमशेर +शमश्च +शमश्चित्तप्रशान्तता +शमसुखं +शमस्तथा +शमस्तु +शमस्त्ववराय +शमस्य +शमस॑द्द्वि॒पदे॒ +शमहेतुविशेषपर +शमा +शमात्मकं +शमात्मकमृजुं +शमात्मकम् +शमादय +शमादयः +शमादयो +शमादि +शमादिकम् +शमादिना +शमादिभ्यो +शमादिश्च +शमादिषु +शमादीनां +शमादीनि +शमादौ +शमान्विताय +शमामष्टानां +शमामष्टानाम् +शमाय +शमायते +शमायान्नं +शमाये +शमार्थं +शमालां +शमि +शमित +शमितं +शमितः +शमिततापो +शमितम् +शमितरेषा +शमिता +शमितार +शमितारं +शमितारः +शमितारो +शमितारꣳ +शमिति +शमितुं +शमितुः +शमिते +शमितेति +शमितो +शमित्यष्टाभ्यो +शमित्रा +शमित्रे +शमित्वा +शमिनः +शमिनां +शमिनो +शमिन्द्रासोमा +शमिष्ठ +शमिष्ठलम् +शमिष्यते +शमिष्व +शमि॑ +शमि॒ता +शमि॒तुर्यन्न॒खेषु॒ +शमी +शमीं +शमीकः +शमीकस्य +शमीको +शमीगर्भ +शमीगर्भः +शमीगर्भमग्नये +शमीगर्भाज्जनयन्यो +शमीगर्भे +शमीति +शमीधान्यं +शमीधान्यम् +शमीध्वं +शमीध्वम् +शमीपत्रं +शमीपत्रा +शमीपत्राणि +शमीपत्रैः +शमीपत्रैश्च +शमीपर्णकरीराणि +शमीपर्णानि +शमीपुष्पं +शमीभिः +शमीमयीं +शमीमयीम् +शमीमय्यो +शमीमश्वत्थ +शमीमिव +शमीम् +शमीरः +शमीलतां +शमीवान् +शमीवृक्षः +शमीवृक्षस्य +शमीवृक्षे +शमीशाखया +शमीशाखां +शमीशाखे +शमीष्व +शमी॑ +शमी॑भिः +शमु +शमुल्का +शमु॑ +शमु॒ +शमे +शमें +शमेः +शमेति +शमेन +शमेयम् +शमो +शमोपायं +शमोऽन्तःकरणस्य +शमोऽपि +शम् +शम्̇ +शम्̇सति +शम्नातेर्वा +शम्पया +शम्पा +शम्ब +शम्बः +शम्बर +शम्बरं +शम्बरः +शम्बरदैत्येन +शम्बरम् +शम्बरश्च +शम्बरस्य +शम्बरहत्ये +शम्बरामरराजयोः +शम्बरासुरस्य +शम्बरी +शम्बरे +शम्बरेण +शम्बरो +शम्बा +शम्बाकृतं +शम्बुकस्तथा +शम्बुका +शम्बुकाः +शम्बुके +शम्बुको +शम्बूक +शम्बूकः +शम्बूकस्य +शम्बूका +शम्बूके +शम्बूको +शम्बो +शम्ब॑रं +शम्ब॑रं॒ +शम्ब॑रम् +शम्ब॑रस्य +शम्ब॑रस्य॒ +शम्भः +शम्भली +शम्भले +शम्भविष्ठः +शम्भवे +शम्भु +शम्भुं +शम्भुः +शम्भुकर +शम्भुना +शम्भुनाथस्य +शम्भुभक्तिम् +शम्भुमते 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+शयनादुत्थिता +शयनादुत्थितो +शयनाद् +शयनाद्वा +शयनाधिवास +शयनानां +शयनानि +शयनान्यासनानि +शयनाभ्याशे +शयनाय +शयनार्थं +शयनासन +शयनासनं +शयनासनप्रज्ञप्तिं +शयनासनभोजनैः +शयनासनम् +शयनासनयानानि +शयनासनानि +शयनासने +शयनी +शयनीं +शयनीय +शयनीयं +शयनीयके +शयनीयमद्य +शयनीयम् +शयनीयानि +शयनीये +शयनीयैश्च +शयने +शयनेन +शयनेषु +शयनेऽपि +शयनोत्तमम् +शयनोत्तमे +शयनोत्थापने +शयनोपरि +शयन् +शयन्ते +शयम +शयम् +शयवासवासिष्वकालात् +शयवे +शयस्य +शया +शयां +शयाः +शयाण्डकस्ते +शयाते +शयान +शयानं +शयानः +शयानम् +शयानश्च +शयानस्तु +शयानस्य +शयाना +शयानां +शयानाः +शयानानां +शयानान् +शयानाम् +शयानाय +शयाने +शयानेन +शयानेभ्यः +शयानो +शयानौ +शयान् +शयान्तै +शयाम् +शयालु +शयालुः +शया॑नं॒ +शया॑नम् +शयि +शयित +शयितं +शयितः +शयितम् +शयितरि +शयितवान् +शयितव्यं +शयितव्यम् +शयितव्येन +शयितस्य +शयिता +शयितां +शयिताः +शयितुं +शयितुम् +शयिते +शयितो +शयितौ +शयित्वा +शयिष्यते +शयिष्यसे +शयिष्ये +शयी +शयीत +शयीतैवमेवेदं +शयीथा +शयीथाः +शयीमहि +शयीयातां +शयीयाताम् +शयीरन् +शयु +शयुं +शयुः +शयुत्रा +शयु॒त्रा +शये +शयेत +शयेत् +शयेन +शयेनाह +शये॑ +शये॒ +शयै +शयो +शयोः +शय् +शय्य +शय्यते +शय्यन्ते +शय्या +शय्यां +शय्याः +शय्याकाले +शय्यागतं +शय्यागृहं +शय्यागृहे +शय्याञ्च +शय्याट्टदारेषु +शय्यादानं +शय्यादि +शय्यादीनां +शय्यादेशे +शय्यानां +शय्यान्तं +शय्याभागं +शय्याम् +शय्याया +शय्यायां +शय्यायाः +शय्यायाम् +शय्यार्थिनामहम् +शय्यावेदिं +शय्यावेद्यां +शय्यावेश्म +शय्याश्च +शय्यासन +शय्यासनं +शय्यासनस्यार्थाय +शय्यासनानां +शय्यासनानि +शय्यासने +शय्यासु +शय्यास्थानं +शय्येति +शय्येव +शय्योत्थायं +शय्योत्सङ्गे +शर +शरं +शरः +शरकानने +शरकोज्या +शरग्राही +शरचापासिधारिणौ +शरच् +शरच्च +शरच्चन्द्र +शरच्चन्द्रः +शरच्चन्द्रप्रतीकाशं +शरच्चन्द्रो +शरच्छतम् +शरजः +शरजन्मना +शरजन्मा +शरजालं +शरजालानि +शरजालेन +शरजालैः +शरजालैर्महाबलौ +शरजालैश्च +शरज्या +शरटः +शरटस्य +शरण +शरणं +शरणः +शरणकृतः +शरणगमनं +शरणगमनम् +शरणगमनशिक्षापदानि +शरणगमनशिक्षापदेषु +शरणङ्गतः +शरणत्वेन +शरणत्वेनानादृत्य +शरणद +शरणदं +शरणदेवः +शरणदेवस्य +शरणप्रदः +शरणमन्विच्छ +शरणमसि +शरणमस्तु +शरणमहं +शरणमागतः +शरणमागतम् +शरणमागताः +शरणमात्मानं +शरणमाययुः 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+शरीरकस्यापि +शरीरका +शरीरके +शरीरकेण +शरीरकैः +शरीरको +शरीरक्रिया +शरीरगः +शरीरगतं +शरीरगता +शरीरगम् +शरीरगा +शरीरगाः +शरीरगुणः +शरीरगुणश् +शरीरगुणाः +शरीरग्रहणं +शरीरग्रहणेन +शरीरचिन्तां +शरीरचेष्टा +शरीरज +शरीरजं +शरीरजः +शरीरजन्यत्वं +शरीरजन्यत्वस्य +शरीरजन्यत्वे +शरीरजम् +शरीरजसमाविष्टा +शरीरजा +शरीरजाः +शरीरजानि +शरीरजेन +शरीरजैः +शरीरज्ञानं +शरीरञ्च +शरीरण +शरीरतः +शरीरतया +शरीरतो +शरीरत्रयं +शरीरत्रयम् +शरीरत्व +शरीरत्वं +शरीरत्वमिति +शरीरत्वम् +शरीरत्वात् +शरीरत्वाय +शरीरत्वे +शरीरत्वेन +शरीरदार्ढ्यबन्धप्रतनूभावात् +शरीरदाहे +शरीरदेशे +शरीरदेशेभ्य +शरीरदेशेभ्यः +शरीरद्वयं +शरीरद्वयस्य +शरीरद्वारा +शरीरधातूनां +शरीरधातून् +शरीरधारणं +शरीरधारिणः +शरीरधारी +शरीरनगरे +शरीरनाशदर्शित्वाद्वासना +शरीरनाशे +शरीरनिरपेक्षतां +शरीरनिरपेक्षा +शरीरनिर्वर्त्यं +शरीरनिर्वापयित्रीं +शरीरन्तु +शरीरन्ते +शरीरपदं +शरीरपद्मकुहरे +शरीरपरिमाणं +शरीरपरिमाणत्वे +शरीरपातः +शरीरपातात् +शरीरपातादूर्ध्वं +शरीरपाते +शरीरपीडा +शरीरपूजा +शरीरपूजां +शरीरप्रधानैः +शरीरबद्धः +शरीरबन्धः +शरीरबन्धेन +शरीरबलं 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+शस्त्रसम्पाते +शस्त्रसूक्तविधिः +शस्त्रस् +शस्त्रस्य +शस्त्रहतस्य +शस्त्रहता +शस्त्रहताः +शस्त्रा +शस्त्राणां +शस्त्राणाम् +शस्त्राणि +शस्त्राण्यस्त्राणि +शस्त्राण्यादाय +शस्त्राण्याभरणानि +शस्त्राण्युत्सृज्य +शस्त्राण्येतानि +शस्त्रात् +शस्त्रादि +शस्त्रादिच्छेदभेदक्षतादिभिः +शस्त्रादिना +शस्त्रादिवत् +शस्त्रादिषु +शस्त्रादीनां +शस्त्रादीनि +शस्त्रादौ +शस्त्रान्तं +शस्त्रान्ते +शस्त्राभ्यासः +शस्त्राय +शस्त्राशस्त्रि +शस्त्रास्त्र +शस्त्रास्त्रपाणयः +शस्त्रास्त्रपारगाः +शस्त्रास्त्राणां +शस्त्रास्त्राणि +शस्त्रास्त्रैः +शस्त्रास्त्रैर्बहुधा +शस्त्रास्त्रों +शस्त्रिणं +शस्त्रिणः +शस्त्रिणां +शस्त्रिणाम् +शस्त्रिभिः +शस्त्री +शस्त्रीं +शस्त्रीव +शस्त्रीश्यामा +शस्त्रीश्यामेति +शस्त्रे +शस्त्रेण +शस्त्रेणापि +शस्त्रेणैव +शस्त्रेणोत्कृत्य +शस्त्रेति +शस्त्रेषु +शस्त्रै +शस्त्रैः +शस्त्रैरस्त्रैः +शस्त्रैरस्त्रैश्च +शस्त्रैश्च +शस्त्रो +शस्त्रों +शस्त्रोद्योगो +शस्त्र्या +शस्त्र्यां +शस्त्वा +शस्त्वाथ +शस्त्वाहूय +शस्त्वैकाहिके +शस्प्रत्ययः +शस्प्रभृतयः +शस्मन् +शस्य +शस्यं +शस्यः +शस्यञ्च +शस्यत +शस्यते +शस्यन्त +शस्यन्ते +शस्यमगस्त्यस्य +शस्यमान +शस्यमानं +शस्यमानः +शस्यमानम् +शस्यमाना +शस्यमानानि +शस्यमानायां +शस्यमाने +शस्यमानेषु +शस्यम् +शस्यया +शस्यवती +शस्यसम्पत्तिर्भवति +शस्यसम्पदः +शस्यस्थाने +शस्यस्य +शस्या +शस्यानां +शस्यानि +शस्यापि +शस्ये +शस्येते +शस्येन +शस्येषु +शस्यैव +शस्यो +शस्र +शस्रं +शस्रकर्म +शस्रकर्मणि +शस्राणां +शस्राणि +शह +शहः +शहडोल +शहडोलमण्डलम् +शहडोलविभागे +शहद +शहनायी +शहर +शहरी +शहरे +शहरों +शहा +शहां +शहीद +शहीदभगतसिङ्गनगरमण्डलम् +शहै +शा +शाÏन्त +शां +शांक +शांकर +शांकरं +शांकरः +शांकरभाष्यम् +शांकरभाष्यसमेता +शांकरभाष्ये +शांकरभाष्योपेता +शांकरम् +शांकरा +शांकराः +शांकरि +शांकरिः +शांकरी +शांकरीं +शांकरीम् +शांकरे +शांकरो +शांडिल्यः +शांडिल्या +शांडिल्यो +शांत +शांतं +शांतः +शांतये +शांतस्य +शांता +शांताः +शांतात्मा +शांताय +शांति +शांतिं +शांतिः +शांतिकं +शांतिकम् +शांतिकर्म +शांतिके +शांतिको +शांतिपर्व +शांतिम् +शांतिरस्तु +शांतिहोमं +शांते +शांतेन +शांतैः +शांतो +शांतौ +शांत्यर्थं +शांत्या +शांत्यै +शांभवं +शांभवः +शांभवम् 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+शाकलिकः +शाकलिका +शाकलिकी +शाकले +शाकलेन +शाकल्य +शाकल्यं +शाकल्यः +शाकल्यमते +शाकल्यस्य +शाकल्यस्याचार्यस्य +शाकल्यस्येतावनार्षे +शाकल्याय +शाकल्ये +शाकल्येति +शाकल्येन +शाकल्यो +शाकवर्गः +शाकवर्गे +शाकवर्षे +शाकविशेषः +शाकवृक्षः +शाकवृक्षस्य +शाकवृक्षे +शाकश्च +शाकश्रेष्ठा +शाकस्य +शाका +शाकाः +शाकादि +शाकादिषु +शाकानां +शाकानाम् +शाकानि +शाकाम्भरीजयन्ती +शाकायन्यस्य +शाकारं +शाकाष्टका +शाकाहारः +शाकाहारी +शाकाहारेण +शाकिन +शाकिनं +शाकिनः +शाकिनी +शाकिनीं +शाकिनीनां +शाकिने +शाकिन्यो +शाकियकन्यायो +शाकियानां +शाकियायिनीयो +शाकी +शाकु +शाकुंतले +शाकुन +शाकुनं +शाकुनम् +शाकुनिक +शाकुनिकं +शाकुनिकः +शाकुनिका +शाकुनिकाः +शाकुनिको +शाकुनी +शाकुनेन +शाकुनेनाथ +शाकुनेय +शाकुनेयः +शाकुन्तल +शाकुन्तलं +शाकुन्तलम् +शाकुन्तलस्य +शाकुन्तला +शाकुन्तले +शाकुन्तलेयः +शाकुन्तलेऽपि +शाकुला +शाकुलिकः +शाके +शाकेन +शाकेनापि +शाकेषु +शाकैः +शाकैरपि +शाकैश्च +शाको +शाक्करं +शाक्त +शाक्तं +शाक्तः +शाक्तमतम् +शाक्तश्च +शाक्ता +शाक्ताः +शाक्तागमः +शाक्तानां +शाक्ताश्च +शाक्ति +शाक्तिः +शाक्ती +शाक्तीक +शाक्तीकः +शाक्तीकी +शाक्ते +शाक्तेय +शाक्तैः +शाक्तो +शाक्तोपनिषद् +शाक्त्य +शाक्त्यः +शाक्त्यम् +शाक्त्या +शाक्त्यानां +शाक्त्यो +शाक्मना +शाक्य +शाक्यं +शाक्यः +शाक्यकन्या +शाक्यकुमारशतानि +शाक्यते +शाक्यपुत्रीय +शाक्यपुत्रीयाः +शाक्यभिक्षुः +शाक्यमुनि +शाक्यमुनिं +शाक्यमुनिः +शाक्यमुनिना +शाक्यमुनिर्नाम +शाक्यमुनिस्तथागतः +शाक्यमुनिस्तथागतो +शाक्यमुनेः +शाक्यमुनेस्तथागतस्य +शाक्यमुनौ +शाक्यराजः +शाक्यसिंहः +शाक्यसिंहस्य +शाक्यसिंहेन +शाक्यस्य +शाक्या +शाक्याः +शाक्यानां +शाक्येषु +शाक्यैः +शाक्यो +शाक्रं +शाक्राणि +शाक्री +शाक्रीं +शाक्रे +शाक्ली +शाक्वर +शाक्वरं +शाक्वरः +शाक्वरऋषभम् +शाक्वरम् +शाक्वररैवते +शाक्वररैव॒ते +शाक्वरवर्णं +शाक्वरवर्णम् +शाक्वरस्य +शाक्वराः +शाक्वराय +शाक्वरायेत्य् +शाक्वरे +शाक्वरेण +शाक्वरो +शाख +शाखं +शाखः +शाखण +शाखति +शाखया +शाखयोः +शाखयोदकधारया +शाखयोपस्पृशति +शाखस्य +शाखा +शाखां +शाखाः +शाखाएँ +शाखाओं +शाखागताः +शाखाग्रं +शाखाग्रे +शाखाङ्गच्छेदने +शाखाच्छेदे +शाखादिः +शाखादिभ्यो +शाखादीनां +शाखादेः +शाखाद्वयं +शाखाद्वये +शाखाधिपे +शाखाध्यायी +शाखानदी +शाखानां +शाखान्त +शाखान्तर +शाखान्तरं +शाखान्तरीय +शाखान्तरीयं +शाखान्तरीयः +शाखान्तरीया +शाखान्तरीयो +शाखान्तरीयौ +शाखान्तरे +शाखान्तरेषु +शाखापवित्रं +शाखाभिः +शाखाभिरावर्जितपल्लवाभिः +शाखाभेदः +शाखाभेदाः +शाखाभेदे +शाखाभेदेन +शाखाभ्यः +शाखामधीत्य +शाखामाच्छिनत्ति +शाखामाहृत्य +शाखामुपगूहति +शाखामृग +शाखामृगः +शाखामृगा +शाखामृगाः +शाखामृगे +शाखामृगैः +शाखामृगो +शाखाम् +शाखाय +शाखाया +शाखायां +शाखायाः +शाखायाम् +शाखायै +शाखारथ्यास्तु +शाखालम्बितवल्कलस्य +शाखावातहरं +शाखाशिखाकर्षण +शाखाश्च +शाखाश्रया +शाखासन्धिषु +शाखासु +शाखास्थानीयाः +शाखाहरणं +शाखाहरणम् +शाखा॒ +शाखिद्वितयं +शाखिन +शाखिनं +शाखिनः +शाखिना +शाखिनां +शाखिनाम् +शाखिनि +शाखिनी +शाखिनो +शाखिनोऽपि +शाखिभिः +शाखिषु +शाखी +शाखीव +शाखृ +शाखे +शाखेण +शाखेति +शाखेव +शाखेश +शाखेशे +शाखेषु +शाखो +शाखोच्छेदः +शाखोट +शाखोटः +शाखोटकं +शाखोटकवृक्षे +शाखोटवृक्षः +शाख्य +शाख्यः +शाख्यस्थाने +शाङ्क +शाङ्कर +शाङ्करं +शाङ्करः +शाङ्करदर्शनम् +शाङ्करभाष्य +शाङ्करभाष्यं +शाङ्करभाष्यम् +शाङ्करभाष्यसमेता +शाङ्करभाष्ये +शाङ्करम् +शाङ्कराः +शाङ्करि +शाङ्करी +शाङ्करीं +शाङ्करीम् +शाङ्करे +शाङ्खायन +शाङ्खायनश्रौतसूत्रम् +शाङ्खायनश्रौतसूत्रे +शाङ्खिकः +शाङ्ख्यायनब्राह्मणम् +शाङ्ख्यायनारण्यकम् +शाङ्ग +शाङ्गं +शाङ्गरव +शाङ्गरवः +शाङ्गिणः +शाङ्घै +शाच +शाचिगो +शाचिपूजनायं +शाची +शाच्छासाह्वाव्यावेपां +शाच्छोरन्यतरस्याम् +शाजापुर +शाजापुरमण्डलम् +शाजापुरम् +शाट +शाटक +शाटकं +शाटकः +शाटकम् +शाटकशतम् +शाटकाः +शाटको +शाटिकया +शाटिका +शाटिकां +शाटिकाः +शाटिकायाः +शाटी +शाटीं +शाट्या +शाट्यायन +शाट्यायनकं +शाट्यायनकम् +शाट्यायनिः +शाट्यायनिनः +शाट्यायनिर् +शाट्यायनी +शाट्यायनीयोपनिषत् +शाठ्य +शाठ्यं +शाठ्यम् +शाठ्ये +शाठ्येन +शाठ्येनापि +शाडते +शाडृ +शाण +शाणं +शाणः +शाणकवासिना +शाणकवासी +शाणक्षौमाविकानि +शाणमानं +शाणस्तु +शाणाः +शाणाद्वा +शाणि +शाणिकाः +शाणी +शाणे +शाणेन +शाणैः +शाणैकं +शाणो +शाणोन्मितं +शाणोपरि +शाणोल्लीढः +शाणौ +शाण्डदूर्वा +शाण्डाकी +शाण्डि +शाण्डिक्यः +शाण्डिली +शाण्डिलीं +शाण्डिल्य +शाण्डिल्यं +शाण्डिल्यः +शाण्डिल्यगोत्रस्य +शाण्डिल्यगोत्रेषु +शाण्डिल्यगोत्रो +शाण्डिल्यविद्या +शाण्डिल्यविद्यायां +शाण्डिल्यशाखायाम् +शाण्डिल्यश्च +शाण्डिल्यस्य +शाण्डिल्या +शाण्डिल्याः +शाण्डिल्यात् +शाण्डिल्याय +शाण्डिल्यायन +शाण्डिल्यायनः +शाण्डिल्यो +शाण्डिल्योपनिषत् +शात +शातं +शातः +शातकुम्भ +शातकुम्भं +शातकुम्भकमलाकरैः +शातकुम्भमयं +शातकुम्भमयानि +शातकुम्भमयैः +शातकुम्भम् +शातकौम्भीं +शातन +शातनं +शातनम् +शातने +शातपन्ता +शातभिषः +शातभिषजः +शातम् +शातय +शातयति +शातयन्ति +शातयामास +शातयिता +शातयित्वा +शातयेत् +शातला +शातवाहनः +शातवाहनसाम्राज्यम् +शातवाहनाः +शातवाहनानां +शातवाहनैः +शाता +शातातप +शातातपं +शातातपः +शातातपवचने +शातातपश्च +शातातपस्मरणात् +शातातपेन +शातातपो +शातातपोक्तेः +शातातपोऽब्रवीत् +शाति +शातिः +शातितं +शातिताः +शातुं +शाते +शातो +शातोदरी +शात् +शात्रं +शात्रव +शात्रवं +शात्रवः +शात्रवम् +शात्रवाः +शात्रवाणां +शात्रवाणाम् +शात्रवान् +शात्रवान्रणे +शात्रवी +शात्रवे +शात्रे +शात्वा +शाद +शादं +शादः +शादकर्दमौ +शादयः +शादयति +शादि +शादिः +शादिति +शादी +शादीनां +शादेव +शादेशः +शादेषु +शादो +शादौ +शाद् +शाद्वल +शाद्वलं +शाद्वलः +शाद्वलम् +शाद्वला +शाद्वलाः +शाद्वलानि +शाद्वले 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+शान्तिरुदयः +शान्तिरुपशमः +शान्तिरेव +शान्तिरेवं +शान्तिर् +शान्तिर्जायते +शान्तिर्न +शान्तिर्भवति +शान्तिर्भवतु +शान्तिर्भविष्यति +शान्तिर्भवेत् +शान्तिर्मे +शान्तिर्यत्र +शान्तिर्वा +शान्तिर्विद्या +शान्तिर्वै +शान्तिर्हि +शान्तिर्हृदयस्य +शान्तिवारि +शान्तिविधानवर्णनम् +शान्तिविलासः +शान्तिव्रज्या +शान्तिश +शान्तिशतकम् +शान्तिशतके +शान्तिशब्देन +शान्तिश् +शान्तिश्च +शान्तिसमृद्धम् +शान्तिसुखं +शान्तिसूक्तं +शान्तिस्तथा +शान्तिस्तथेष्यते +शान्तिस्तथैव +शान्तिस्तव +शान्तिस्तु +शान्तिस्तुष्टिः +शान्तिस्त्वं +शान्तिस्मारकम् +शान्तिस्वरूप +शान्तिस्वस्त्ययनं +शान्तिहोम +शान्तिहोमं +शान्तिहोमः +शान्तिहोमकम् +शान्तिहोमश्च +शान्तिहोमांश्च +शान्तिहोमादिकं +शान्तिहोमान्ते +शान्तिहोमो +शान्ति॒ +शान्ति॒श्शान्ति॒श्शान्तिः॑ +शान्ती +शान्तीनां +शान्ते +शान्तेः +शान्तेति +शान्तेन +शान्तेन्द्रियं +शान्तेषु +शान्तेऽग्नौ +शान्तैः +शान्तो +शान्तोदिताव्यपदेश्य +शान्तोदिताव्यपदेश्यधर्मानुपाती +शान्तोदितौ +शान्तोद्वेगस्तिमितनयनं +शान्तोऽपि +शान्तोऽप्राणो +शान्तोऽसि +शान्तोऽस्मि +शान्तौ +शान्त्य +शान्त्यतीतं +शान्त्यतीतकला +शान्त्यतीता +शान्त्यतीतां +शान्त्यध्यायः +शान्त्यर्थ +शान्त्यर्थं +शान्त्यर्थः +शान्त्यर्थमिति +शान्त्यर्थे +शान्त्या +शान्त्यादि +शान्त्यादिः +शान्त्यादियुक्तः +शान्त्यामेव +शान्त्या॒ +शान्त्युदक +शान्त्युदकं +शान्त्युदकमुष्णोदकं +शान्त्युदकस्य +शान्त्युदकादि +शान्त्युदकाद्याज्यभागान्तं +शान्त्युदके +शान्त्युदकेन +शान्त्युदकेनोपसिच्याभिमन्त्र्य +शान्त्यै +शान्त्यै॑ +शान्त्यै॒ +शान्त्वा +शान्य +शान्यां +शाप +शापं +शापः +शापकारणम् +शापकारणात् +शापकाले +शापग्रस्तः +शापच्युता +शापजं +शापतः +शापतो +शापत् +शापदानं +शापदानम् +शापदानेन +शापदोषेण +शापनिवृत्त्यर्थं +शापप्रदानम् +शापभयात् +शापभीता +शापभीत्या +शापभ्रष्टा +शापमुक्ता +शापमोक्षं +शापमोक्षणम् +शापमोक्षणे +शापमोक्षवर्णनं +शापमोक्षवर्णनम् +शापमोक्षार्थं +शापमोक्षो +शापमोहितः +शापम् +शापयित्वा +शापयेत् +शापयेद्विप्रं +शापयोगेन +शापवशात् +शापश्च +शापस्तु +शापस्य +शापस्यानुग्रहं +शापस्यान्ते +शापस्यान्तो +शापा +शापांतं +शापांतो +शापाः +शापाग्निना +शापाच्च +शापात् +शापात्तस्य +शापात्तु +शापादि +शापादिना +शापाद् 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+शारङ्गी +शारद +शारदं +शारदः +शारदका +शारदमिव +शारदम् +शारदया +शारदस्य +शारदा +शारदां +शारदाः +शारदाख्या +शारदातनय +शारदातनयः +शारदातनयस्य +शारदातिलकम् +शारदातिलके +शारदादेवी +शारदानन्दं +शारदानन्दः +शारदानन्देन +शारदानि +शारदापीठम् +शारदाभुजङ्गप्रयाताष्टकम् +शारदाभ्रमिव +शारदामठमारभ्य +शारदाम् +शारदाम्बा +शारदाम्बामजस्त्र +शारदाम्बामजस्रं +शारदाया +शारदायां +शारदायाः +शारदायाम् +शारदायै +शारदालिपिः +शारदालिपेः +शारदाव् +शारदाश्च +शारदास्तवनम् +शारदिकं +शारदिकः +शारदी +शारदीं +शारदीः +शारदीव +शारदे +शारदेन +शारदो +शारदौ +शारद्वत +शारद्वतं +शारद्वतः +शारद्वतस्तथा +शारद्वतायनो +शारद्वती +शारद्वतीपुत्र +शारद्वतो +शारभं +शारा +शाराव +शारि +शारिः +शारिका +शारिकां +शारिकाः +शारिकाम् +शारिकायां +शारिकावणम् +शारिके +शारिपुत्र +शारिपुत्रः +शारिपुत्रमौद्गल्यायनौ +शारिपुत्रस्य +शारिपुत्रेण +शारिपुत्रो +शारिफलके +शारिवा +शारिवां +शारिवे +शारिवोषधौ +शारिशृङ्खला +शारी +शारीः +शारीणां +शारीर +शारीरं +शारीरः +शारीरक +शारीरकं +शारीरकभाष्यादिषु +शारीरकभाष्ये +शारीरकमीमांसा +शारीरकमीमांसायां +शारीरकमीमांसासूत्रभाष्यम् +शारीरकमीमांसासूत्रभाष्ये +शारीरकम् +शारीरकसूत्रम् +शारीरके +शारीरको +शारीरत्वं +शारीरत्वमीश्वरस्यापि +शारीरत्वादिविभागः +शारीरपदस्य +शारीरबलं +शारीरमानसैः +शारीरमिति +शारीरमेव +शारीरम् +शारीरवचनं +शारीरवाचिकमानसभेदेन +शारीरशब्देन +शारीरश्चोभयेऽपि +शारीरस्थानं +शारीरस्थानम् +शारीरस्थाने +शारीरस्य +शारीरा +शारीराः +शारीराज्जागरावस्थाज्जीवात्स्वप्नसुषुप्त्यवस्थः +शारीराणां +शारीराणि +शारीरात् +शारीरादात्मन +शारीरादि +शारीरादिति +शारीरादित्येवोक्तावीश्वरस्यापि +शारीराविति +शारीरिक +शारीरिकं +शारीरिकः +शारीरिकरूपेण +शारीरिकी +शारीरे +शारीरेण +शारीरेणैव +शारीरेषु +शारीरैः +शारीरो +शारीरौ +शारो +शार्कर +शार्करं +शार्करः +शार्करकम् +शार्करप्लवौ +शार्करम् +शार्कराक्ष्या +शार्करिकम् +शार्करे +शार्करो +शार्क् +शार्गः +शार्ङ्ग +शार्ङ्गं +शार्ङ्गः +शार्ङ्गजग्धी +शार्ङ्गञ्च +शार्ङ्गदेवः +शार्ङ्गदेवेन +शार्ङ्गधन्वनः +शार्ङ्गधन्वना +शार्ङ्गधन्वनि +शार्ङ्गधन्वा +शार्ङ्गधर +शार्ङ्गधरं +शार्ङ्गधरः +शार्ङ्गधरपद्धति +शार्ङ्गधरपद्धतौ +शार्ङ्गधरसंहिता +शार्ङ्गधरस्य +शार्ङ्गधरे 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+शास्त्राद्वा +शास्त्राध्ययनं +शास्त्रानर्थक्यं +शास्त्रानर्थक्यम् +शास्त्रानुगा +शास्त्रानुशासनम् +शास्त्रानुसार +शास्त्रानुसारं +शास्त्रानुसारतः +शास्त्रानुसारेण +शास्त्रान्तं +शास्त्रान्तर +शास्त्रान्तरं +शास्त्रान्तरम् +शास्त्रान्तरस्य +शास्त्रान्तराणि +शास्त्रान्तरे +शास्त्रान्तरेण +शास्त्रान्तरेषु +शास्त्रान्तरोक्तं +शास्त्रान्ते +शास्त्रान्वितः +शास्त्राभ्यनुज्ञातं +शास्त्राभ्यां +शास्त्रारम्भ +शास्त्रारम्भः +शास्त्रारम्भे +शास्त्रार्थ +शास्त्रार्थं +शास्त्रार्थः +शास्त्रार्थननुष्ठानात् +शास्त्रार्थपालनात्मकं +शास्त्रार्थम् +शास्त्रार्थवत्त्वात् +शास्त्रार्थवत्त्वादिभिर्हेतुभिः +शास्त्रार्थवत्वात् +शास्त्रार्थस्य +शास्त्रार्थाः +शास्त्रार्थान् +शास्त्रार्थे +शास्त्रार्थेति +शास्त्रार्थो +शास्त्रार्थों +शास्त्रार्थोऽयमादेहसंबन्धमूरीकार्य +शास्त्रावतरणं +शास्त्रि +शास्त्रिण +शास्त्रिणः +शास्त्रिणा +शास्त्रितं +शास्त्रितम् +शास्त्रिवर्यः +शास्त्री +शास्त्रीय +शास्त्रीयं +शास्त्रीयः +शास्त्रीयत्वात् +शास्त्रीयभाषा +शास्त्रीयमेव +शास्त्रीयम् +शास्त्रीयवस्तुव्यवहारसमारोपः +शास्त्रीयव्यापारम् +शास्त्रीयसङ्गीतकाराः +शास्त्रीयसङ्गीतस्य +शास्त्रीयसङ्गीते +शास्त्रीयसाधनेऽधिक्रियन्ते +शास्त्रीयस्य +शास्त्रीया +शास्त्रीयाः +शास्त्रीयाणां +शास्त्रीयाणि +शास्त्रीये +शास्त्रीयेण +शास्त्रीयेणैव +शास्त्रीयेति +शास्त्रीयेषु +शास्त्रीयो +शास्त्रीवर्यः +शास्त्रीसङ्गीतकाराः +शास्त्रे +शास्त्रेण +शास्त्रेणापर्युदस्तः +शास्त्रेणापि +शास्त्रेणेति +शास्त्रेणैव +शास्त्रेति +शास्त्रेभ्यः +शास्त्रेभ्यो +शास्त्रेषु +शास्त्रेष्वन्येषु +शास्त्रेऽधिकरणं +शास्त्रेऽपि +शास्त्रेऽभिधीयते +शास्त्रेऽस्मिन् +शास्त्रै +शास्त्रैः +शास्त्रैक +शास्त्रैकशरणकार्याकार्यविभागाः +शास्त्रैकसमधिगम्यं +शास्त्रैश्च +शास्त्रो +शास्त्रों +शास्त्रोक्त +शास्त्रोक्तं +शास्त्रोक्तः +शास्त्रोक्तक्रियाविहीनम् +शास्त्रोक्तप्रकारेण +शास्त्रोक्तप्रक्रियया +शास्त्रोक्तमार्गेण +शास्त्रोक्तरीत्या +शास्त्रोक्तवर्त्मना +शास्त्रोक्तविधानेन +शास्त्रोक्तविधिना +शास्त्रोक्ता +शास्त्रोक्तानां +शास्त्रोक्तानि +शास्त्रोक्ते +शास्त्रोक्तेन +शास्त्रोक्तेनैव +शास्त्रोदितं +शास्त्रोपदिष्टेऽर्थे +शास्त्रोपदेशेन 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+शितश्च +शिता +शितां +शिताः +शिताग्रैः +शिताञ्छरान् +शितानि +शितान् +शितामत +शिताम् +शिति +शितिः +शितिककुद +शितिकक्षी +शितिकण्ठ +शितिकण्ठं +शितिकण्ठः +शितिकण्ठस्य +शितिकण्ठा +शितिकण्ठाः +शितिकण्ठाय +शितिपदी +शितिपदीं +शितिपात् +शितिपादः +शितिपादमविं +शितिपृष्ठं +शितिपृष्ठः +शितिपृष्ठा +शितिपृष्ठो +शितिपृष्ठौ +शितिबाहुः +शितिबाहुर् +शितिभसत् +शितिरन्ध्रः +शितिरन्ध्रो +शिती +शितीति +शितुः +शिते +शितेः +शितेन +शितैः +शितैर्बाणैः +शितो +शितौ +शित् +शित्करणं +शित्त्वात् +शित्त्वेन +शित्वञ्च +शित्वम् +शित्वात् +शित्वेन +शित्सर्वस्य +शित्सर्वस्येति +शिथि +शिथिर +शिथिरा +शिथिरे +शिथिरेव +शिथिल +शिथिलं +शिथिलः +शिथिलता +शिथिलतां +शिथिलत्वात् +शिथिलबन्धो +शिथिलम् +शिथिलय +शिथिलयति +शिथिलया +शिथिलस्यापि +शिथिला +शिथिलां +शिथिलाः +शिथिलाख्यो +शिथिलानि +शिथिलायन्ते +शिथिलाश्च +शिथिलितः +शिथिलिता +शिथिलितोपगूहनौ +शिथिली +शिथिलीकरणं +शिथिलीकरोति +शिथिलीकुरु +शिथिलीकृत +शिथिलीकृतः +शिथिलीकृतो +शिथिलीकृत्य +शिथिलीचकार +शिथिलीभवति +शिथिलीभवन्ति +शिथिले +शिथिलेन +शिथिलो +शिथिलौ +शिदिति +शिद्विषये +शिनं 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+शिरोरोगाधिकारः +शिरोरोगे +शिरोरोगेषु +शिरोवस्तिः +शिरोविरेकश्च +शिरोविरेके +शिरोविरेचनं +शिरोविरेचने +शिरोवृत्तं +शिरोवेदनया +शिरोवेदना +शिरोवेदनां +शिरोवेदनायां +शिरोवेदनायाः +शिरोवेष्टनं +शिरोवेष्टनम् +शिरोवेष्टनेन +शिरोव्यथा +शिरोव्रतं +शिरोव्रतम् +शिरोहीनं +शिरोऽच्छिद्यत +शिरोऽच्छिनत् +शिरोऽतिमात्रं +शिरोऽथ +शिरोऽन्त +शिरोऽन्तं +शिरोऽपि +शिरोऽभितापः +शिरोऽभ्यङ्गं +शिरोऽर्त्तिः +शिरोऽर्त्तौ +शिरोऽव +शिरोऽवधाय +शिरोऽसि +शिरोऽसीति +शिरोऽस्थि +शिरोऽस्य +शिरोऽहरत् +शिरो॑ +शिरो॑ऽसि +शिरो॒ +शिरौ +शिर॑ +शिर॒ +शिर॒स्संभ॑रति +शिल +शिलं +शिलः +शिलकः +शिलचर +शिलति +शिलम् +शिलया +शिला +शिलां +शिलाः +शिलागन्धकतालकैः +शिलागन्धार्कदुग्धाक्ताः +शिलाघने +शिलाङ्ग +शिलाचूर्णं +शिलाजं +शिलाजः +शिलाजतु +शिलाजतुः +शिलाजतुनि +शिलाजालैः +शिलातल +शिलातलं +शिलातलम् +शिलातलानि +शिलातले +शिलातलेषु +शिलात्वं +शिलात्वाय +शिलाद +शिलादं +शिलादः +शिलादस्य +शिलादि +शिलादितः +शिलादिभिः +शिलादिषु +शिलादेवालयः +शिलादो +शिलादौ +शिलाधातुः +शिलानां +शिलानाम् +शिलान्तं +शिलान्तः +शिलान्यासं +शिलान्यासः +शिलापट्टके 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+शिशुपालो +शिशुप्रियः +शिशुभिः +शिशुभ्यः +शिशुमती +शिशुमादाय +शिशुमार +शिशुमारं +शिशुमारः +शिशुमारश्च +शिशुमारस्य +शिशुमारान् +शिशुमारी +शिशुमारे +शिशुमारेण +शिशुमारैश्च +शिशुमारो +शिशुमिव +शिशुमुदीक्ष्य +शिशुमेकं +शिशुम् +शिशुरधिकवया +शिशुरपि +शिशुरसौ +शिशुराङ्गिरसः +शिशुरिति +शिशुरिव +शिशुरुक्तवान् +शिशुरुवाच +शिशुरूपं +शिशुरूपी +शिशुरूपेण +शिशुरेव +शिशुरेष +शिशुर् +शिशुर्न +शिशुर्बालः +शिशुर्भवति +शिशुर्भूत्वा +शिशुर्महीनां +शिशुर्महीनामिति +शिशुर्महीनाम् +शिशुर्योऽयं +शिशुर्वा +शिशुवत् +शिशुश्च +शिशुस्तदा +शिशुस्ते +शिशु॑म् +शिशु॒र्न +शिशू +शिशूनां +शिशूनाम् +शिशून् +शिशू॒ +शिशेष +शिशेषिथ +शिशो +शिशोः +शिशोरपि +शिशोरस्य +शिशोरिति +शिशोरिव +शिशोरेव +शिशोर्द्विजस्य +शिशोर्निष्क्रमणं +शिशोर्भवेत् +शिशोर्भावः +शिशोर्मातरं +शिशोश्च +शिशोस् +शिशोस्तस्य +शिशौ +शिश् +शिश्च +शिश्न +शिश्नं +शिश्नः +शिश्नगुदे +शिश्नथः +शिश्नथत् +शिश्नदेवा +शिश्नम् +शिश्नस्य +शिश्ना +शिश्नाद्रेतो +शिश्नानि +शिश्ने +शिश्नेन +शिश्नो +शिश्नोदरं +शिश्नोदरपरा +शिश्नोदरपरायणाः +शिश्य +शिश्यिरे +शिश्ये +शिश्रथः +शिश्रथत् +शिश्रथो +शिश्रय +शिश्राय +शिश्रियाणं +शिश्रियाणम् +शिश्रियाणां +शिश्रियिरे +शिश्रियुः +शिश्रिये +शिश्रीत +शिश्लेष +शिश्वा +शिश्वाय +शिश्विदानः +शिश्वियतुः +शिश॑वे +शिष +शिषः +शिषम् +शिषामहि +शिषामहे +शिषो +शिष् +शिष्ट +शिष्टं +शिष्टः +शिष्टतया +शिष्टत्वं +शिष्टत्वात् +शिष्टत्वेन +शिष्टप्रयोग +शिष्टप्रयोगः +शिष्टप्रयोगाः +शिष्टप्रयोगेषु +शिष्टमपि +शिष्टमुक्तम् +शिष्टम् +शिष्टया +शिष्टवान् +शिष्टव्यवहारः +शिष्टसंमताः +शिष्टसम्मताः +शिष्टस्य +शिष्टस्वरबलीयस्त्वमन्यत्र +शिष्टस्वरेण +शिष्टस्वरो +शिष्टा +शिष्टां +शिष्टांश्च +शिष्टांस्तु +शिष्टाः +शिष्टाचार +शिष्टाचारं +शिष्टाचारः +शिष्टाचारस्ततः +शिष्टाचारस्य +शिष्टाचारा +शिष्टाचाराच्च +शिष्टाचारात् +शिष्टाचारो +शिष्टाचारोऽपि +शिष्टात् +शिष्टाधिकरणम् +शिष्टानां +शिष्टानामपि +शिष्टानाम् +शिष्टानि +शिष्टान् +शिष्टापरिग्रहा +शिष्टापरिग्रहाः +शिष्टापरिग्रहाधिकरणम् +शिष्टाभिः +शिष्टाय +शिष्टाश्च +शिष्टाश्चतस्रस्त्रिष्टुभः +शिष्टाश्चतस्रो +शिष्टाश्चतुर्दश +शिष्टास्तु +शिष्टास्त्रयो +शिष्टास्त्रिष्टुबन्तपरिभाषया +शिष्टास्त्रिष्टुभः +शिष्टिः +शिष्टे +शिष्टेति +शिष्टेन +शिष्टेभ्य +शिष्टेभ्यः +शिष्टेश्च +शिष्टेषु +शिष्टेष्टः +शिष्टै +शिष्टैः +शिष्टैश्च +शिष्टैस्तु +शिष्टो +शिष्टौ +शिष्ट्यर्थं +शिष्ट्वा +शिष्ठ +शिष्मः +शिष्य +शिष्यं +शिष्यंति +शिष्यः +शिष्यकी +शिष्यके +शिष्यको +शिष्यगणं +शिष्यगणपरिवृतः +शिष्यगणा +शिष्यगणैः +शिष्यगुणसंपत् +शिष्यगुणसम्पत्तिं +शिष्यजनस्य +शिष्यञ्च +शिष्यत +शिष्यतनौ +शिष्यता +शिष्यतां +शिष्यताम् +शिष्यते +शिष्यत्वं +शिष्यत्वप्रपन्नत्वाद्युक्तिफलमेव +शिष्यत्वादिकमभिप्रेतम् +शिष्यत्वे +शिष्यत्वेन +शिष्यदेहं +शिष्यदेहे +शिष्यधीवृद्धिद +शिष्यधीवृद्धिदम् +शिष्यधीवृद्धिदे +शिष्यन्ते +शिष्यपरम्परया +शिष्यभावं +शिष्यभूतः +शिष्यमध्ये +शिष्यमपि +शिष्यमाणः +शिष्यमाणा +शिष्यमाणे +शिष्यमासीनं +शिष्यमाह +शिष्यमाहूय +शिष्यमुपनीय +शिष्यम् +शिष्ययोः +शिष्यरूपेण +शिष्यवत् +शिष्यशिक्षायै +शिष्यश्च +शिष्यस्तं +शिष्यस्तथा +शिष्यस्तस्य +शिष्यस्तु +शिष्यस्ते +शिष्यस्तेऽहं +शिष्यस्त्वं +शिष्यस्य +शिष्यस्यापि +शिष्यहस्ते +शिष्या +शिष्यां +शिष्यांश्च +शिष्याः +शिष्याचार्ययोः +शिष्याणां +शिष्याणाम् +शिष्यात् +शिष्यात्मना +शिष्यात्मानं +शिष्यादुपश्रुत्य +शिष्यादौ +शिष्यानध्यापयामास +शिष्यानाह +शिष्यानुपनीय +शिष्यान् +शिष्याभ्यां +शिष्याय +शिष्यायां +शिष्यावधानाय +शिष्याश्च +शिष्यास्तं +शिष्यास्तस्य +शिष्यास्तु +शिष्यास्ते +शिष्ये +शिष्येण +शिष्येणापि +शिष्येणेति +शिष्येति +शिष्येते +शिष्येभ्य +शिष्येभ्यः +शिष्येभ्यश्च +शिष्येभ्यो +शिष्येषु +शिष्यै +शिष्यैः +शिष्यैरेव +शिष्यैश्च +शिष्यैस्तु +शिष्यैस्त्रिकोटिभिः +शिष्यो +शिष्यों +शिष्योऽगस्त्यस्य +शिष्योऽध्ययनं +शिष्योऽपि +शिष्योऽयं +शिष्योऽसि +शिष्योऽस्मि +शिष्योऽहं +शिष्यौ +शिष्लृ +शिा +शि॑ताम॒त +शि॑तिपृ॒ष्ठो +शि॑शाधि +शि॑शामि +शि॑शीहि +शि॒क्ष॒ +शि॒क्ष॒त॒म् +शि॒प्री +शि॒प्र्यन्ध॑सः +शि॒वं +शि॒वः +शि॒वत॑मो॒ +शि॒वम् +शि॒वसं॑कल्पमस्तु +शि॒वस॑ङ्कल्पमस्तु +शि॒वा +शि॒वां +शि॒वाः +शि॒वानि॑ +शि॒वाभिः॑ +शि॒वाभि॑ +शि॒वे +शि॒वेन॑ +शि॒वेन॒ +शि॒वेभिः॑ +शि॒वेभि॑र॒द्य +शि॒वो +शि॒वौ +शि॒शा॒मि॒ +शि॒शी॒हि +शि॒शी॒हि॒ +शि॒श्ना +शि॒श्राय॑ +शि॒श्र॒थः॒ +शी +शीं +शीः +शीउ +शीउग +शीक +शीकते +शीकर +शीकरं +शीकरः +शीकरा +शीकराः +शीकरिणः +शीकरे +शीकरैः +शीकरोऽम्बुकणाः +शीकायते +शीकृ +शीकेग +शीक्षा +शीक्षां +शीक्षाध्यायः +शीक्षावडी +शीक्षावल्ली +शीक्षावल्ल्यां +शीघं +शीघी +शीघ्नं +शीघ्र +शीघ्रं +शीघ्रः +शीघ्रक +शीघ्रकणं +शीघ्रकर्ण +शीघ्रकर्णः +शीघ्रकर्णेन +शीघ्रकर्म +शीघ्रकर्मणि +शीघ्रकारिणः +शीघ्रकारिणम् +शीघ्रकारी +शीघ्रकारीति +शीघ्रकेन्द्र +शीघ्रकेन्द्रं +शीघ्रकेन्द्रम् +शीघ्रकेन्द्रांशाः +शीघ्रकेन्द्रे +शीघ्रग +शीघ्रगं +शीघ्रगः +शीघ्रगति +शीघ्रगतिं +शीघ्रगतिः +शीघ्रगतेः +शीघ्रगतौ +शीघ्रगत्या +शीघ्रगत्वाद् +शीघ्रगमनं +शीघ्रगमनाः +शीघ्रगमनाय +शीघ्रगमने +शीघ्रगमनेन +शीघ्रगम् +शीघ्रगस्य +शीघ्रगा +शीघ्रगाः +शीघ्रगान् +शीघ्रगामिनं +शीघ्रगामिनः +शीघ्रगामिनम् +शीघ्रगामिनाम् +शीघ्रगामिनि +शीघ्रगामिनी +शीघ्रगामिभिः +शीघ्रगामी +शीघ्रगे +शीघ्रगो +शीघ्रगौ +शीघ्रचेतनः +शीघ्रजवैर्हयैः +शीघ्रञ्च +शीघ्रण +शीघ्रतः +शीघ्रतमाः +शीघ्रतया +शीघ्रतरं +शीघ्रतरा +शीघ्रतरे +शीघ्रता +शीघ्रतां +शीघ्रत्वं +शीघ्रत्वात् +शीघ्रत्वे +शीघ्रत्वेन +शीघ्रदोः +शीघ्रनीचोच्चवृत्तस्य +शीघ्रपरिधिः +शीघ्रपाका +शीघ्रप्रतिमण्डले +शीघ्रप्रतिवृत्ते +शीघ्रफल +शीघ्रफलं +शीघ्रफलज्या +शीघ्रफलम् +शीघ्रफला +शीघ्रफलेन +शीघ्रमत्र +शीघ्रमद्य +शीघ्रमन्दोच्चपाताख्या +शीघ्रमाख्यात +शीघ्रमागच्छ +शीघ्रमागच्छति +शीघ्रमागतः +शीघ्रमागत्य +शीघ्रमागम्य +शीघ्रमागम्यतामिति +शीघ्रमाचक्ष्व +शीघ्रमादाय +शीघ्रमानय +शीघ्रमानीयतां +शीघ्रमानीयतामिति +शीघ्रमाप्नोति +शीघ्रमाययौ +शीघ्रमायान्तु +शीघ्रमायाहि +शीघ्रमितः +शीघ्रमिति +शीघ्रमितो +शीघ्रमुत्थाय +शीघ्रमेव +शीघ्रमेवं +शीघ्रमेवाधिगच्छति +शीघ्रमेष्यति +शीघ्रमेष्यसि +शीघ्रमेष्यामि +शीघ्रम् +शीघ्रयाने +शीघ्रयायिनः +शीघ्रवहा +शीघ्रविक्रमः +शीघ्रस्य +शीघ्रही +शीघ्रा +शीघ्रां +शीघ्राः +शीघ्रातिशीघ्रं +शीघ्रात् +शीघ्राद्यसत्त्वे +शीघ्राद्विशोध्य +शीघ्रान्त्य +शीघ्रान्त्यफलज्या +शीघ्रायते +शीघ्रार्थे +शीघ्रास्त्रं +शीघ्री +शीघ्रे +शीघ्रेण +शीघ्रेऽग्रगे +शीघ्रैः +शीघ्रो +शीघ्रोच्च +शीघ्रोच्चं +शीघ्रोच्चम् +शीघ्रोच्चात् +शीघ्रोच्चे +शीघ्रोच्चेन +शीघ्रोच्चोपपत्तिः +शीघ्रोत्पत्तिश्चिरस्थितिः +शीङ +शीङः +शीङो +शीङ् +शीट +शीडः +शीडो +शीड् +शीत +शीतं +शीतः +शीतक +शीतकं +शीतकः +शीतकम् +शीतकर +शीतकरं +शीतकरः +शीतकरस्य +शीतकरांशुभिः +शीतकरे +शीतकरेऽथवा +शीतकरो +शीतकषायं +शीतकामित्वं +शीतकारणानि +शीतकालः +शीतकाले +शीतकालेऽग्निमान्द्ये +शीतकिरणं +शीतकिरणः +शीतके +शीतको +शीतगात्रः +शीतगुः +शीतगुणयुक्तः +शीतगो +शीतगोः +शीतगौ +शीतजलं +शीतजला +शीतजलां +शीतजलाः +शीतजलानुपानम् +शीतजले +शीतजलेन +शीतजलैः +शीतज्वर +शीतज्वरं +शीतज्वरः +शीतज्वरे +शीतज्वरो +शीतञ्च +शीतता +शीततां +शीतताम् +शीततोयं +शीततोया +शीततोयावगाहनैः +शीततोयेन +शीतत्वं +शीतत्वम् +शीतत्वे +शीतदीधितिः +शीतद्युतौ +शीतद्वेषानुपशयौ +शीतद्वेषी +शीतनरकास्तेषूष्णीभूता +शीतपयसा +शीतपाकी +शीतपित्तं +शीतपित्तोदर्दकोठोत्कोठाधिकारः +शीतपूतनया +शीतपूतना +शीतभञ्जी +शीतमधिकं +शीतमधुरं +शीतमधुराः +शीतमन्ततः +शीतमम्भः +शीतमयूख +शीतमयूखः +शीतमस्थिसन्धिशिरोरुजा +शीतमादौ +शीतमिति +शीतमिव +शीतमुत्क्लेदो +शीतमुदकं +शीतमुष्णं +शीतमेव +शीतमेही +शीतम् +शीतरश्मि +शीतरश्मिः +शीतरश्मिना +शीतरश्मेः +शीतरश्मौ +शीतरसः +शीतरूपाः +शीतरूरे +शीतर्तुः +शीतर्तौ +शीतल +शीतलं +शीतलः +शीतलञ्च +शीतलता +शीतलतां +शीतलतामेति +शीतलतोयेन +शीतलत्वं +शीतलत्वञ्च +शीतलत्वम् +शीतलनाथ +शीतलनाथः +शीतलनाथस्य +शीतलनाथेन +शीतलमाशु +शीतलम् +शीतलया +शीतलश्च +शीतलस्तथा +शीतलस्तिक्तो +शीतलस्य +शीतला +शीतलां +शीतलाः +शीतलानि +शीतलान् +शीतलाम् +शीतलाम्भोदपङ्कौ +शीतलाया +शीतलायाः +शीतलारोगः +शीतलारोगस्य +शीतलारोगेण +शीतलाश्च +शीतलासु +शीतलिमा +शीतली +शीतले +शीतलेन +शीतलेनैव +शीतलेषु +शीतलैः +शीतलैर्जलैः +शीतलैश्च +शीतलो +शीतलौ +शीतवत् +शीतवनं +शीतवाताः +शीतवातातपादिषु +शीतवारिणा +शीतवीर्यं +शीतवीर्या +शीतवीर्य्या +शीतशमप्रायं +शीतशिवं +शीतश्च +शीतसमये +शीतस्तु +शीतस्पर्श +शीतस्पर्शं +शीतस्पर्शः +शीतस्पर्शस्य +शीतस्पर्शे +शीतस्पर्शो +शीतस्य +शीतहरस्य +शीता +शीतां +शीतांशु +शीतांशुं +शीतांशुः +शीतांशुना +शीतांशुमण्डलम् +शीतांशुरुज्जृम्भते +शीतांशुरुज्ज्वलः +शीतांशुर्मानच्छेदाय +शीतांशुशेखरः +शीतांशुस्तपनो +शीतांशो +शीतांशोः +शीतांशौ +शीताः +शीताङ्गी +शीतातपौ +शीतात् +शीतात्मा +शीतात्सुखं +शीतादिषु +शीतादे +शीतादेः +शीतादो +शीतादौ +शीतानां +शीतानि +शीतानिलतुषारत्वं +शीतानिलदुर्दिनेषु +शीतानुगृहीतदृष्टिः +शीतान् +शीतापदेशेन +शीताभिनन्दा +शीताभिरद्भिः +शीताभिरद्भिश्च +शीताभिलाषी +शीताम्बु +शीताम्बुधारा +शीताम्बुना +शीताम्भसा +शीताम्भो +शीताय +शीतार्तं +शीतार्तः +शीतार्तश्च +शीतार्ता +शीतार्दिता +शीतार्दितोऽन्तरुष्णश्च +शीतालुः +शीतावचेतनौ +शीताश्च +शीतासूष्णा +शीति +शीतिकावति +शीतिके +शीतिसाहस्र्यां +शीतीभवति +शीतीभावे +शीतीभूतं +शीतीभूता +शीतीभूते +शीतीभूतो +शीतीभूतोऽस्मि +शीतीभूत्वा +शीतुं +शीते +शीतेच्छा +शीतेति +शीतेन +शीतेषु +शीतैः +शीतैर् +शीतैश्च +शीतो +शीतोदकं +शीतोदका +शीतोदकेन +शीतोदकेनेव +शीतोपकरणैरुष्णे +शीतोपचार +शीतोपचारं +शीतोपचारः +शीतोपचारि +शीतोष्ण +शीतोष्णं +शीतोष्णञ्च +शीतोष्णम् +शीतोष्णयोः +शीतोष्णसुखदुःखदा +शीतोष्णसुखदुःखदाः +शीतोष्णसुखदुःखेषु +शीतोष्णा +शीतोष्णादयः +शीतोष्णादयो +शीतोष्णादि +शीतोष्णादिषु +शीतोष्णादिसहनं +शीतोष्णादीनि +शीतोष्णादीन् +शीतोष्णादेः +शीतोष्णाभ्यां +शीतोष्णे +शीतोष्णेत्यादि +शीतोष्णौ +शीतोऽग्निरप्रकाशो +शीतोऽयं +शीतौ +शीत्कारः +शीत्र +शीधु +शीधुः +शीध्रं +शीन +शीनं +शीनद्योः +शीना +शीनें +शीप +शीपालमिव +शीफ +शीफज्या +शीभं +शीभः +शीभते +शीभम् +शीभाव +शीभावः +शीभावे +शीभावो +शीभृ +शीभ्याय +शीभ॑म् +शीम् +शीय +शीयतां +शीयताम् +शीयताꣳ +शीयते +शीयन्ते +शीये +शीर 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+शीर्षिका +शीर्षिकादेशः +शीर्षे +शीर्षेण +शीर्षो +शीर्षोदयः +शीर्षोदया +शीर्षोदयी +शीर्षोदये +शीर्षोपरि +शीर्षोपेतान् +शीर्ष्ण +शीर्ष्णः +शीर्ष्णस्ते +शीर्ष्णा +शीर्ष्णि +शीर्ष्णे +शीर्ष्णो +शीर्ष॒ण्यं॑ +शील +शीलं +शीलः +शीलकथा +शीलगुणैः +शीलञ्च +शीलतः +शीलतया +शीलतश् +शीलता +शीलति +शीलतो +शीलदोषेण +शीलनं +शीलनात् +शीलपारमिता +शीलमयं +शीलमस्य +शीलमस्या +शीलमस्याः +शीलमस्यास्तीति +शीलमस्येति +शीलमिति +शीलमित्युच्यते +शीलमुदारदर्शने +शीलमेव +शीलमेवात्र +शीलमेषामिति +शीलम् +शीलय +शीलयति +शीलयन्ति +शीलया +शीलयुक्ता +शीलयेतानुवेलं +शीलयेत् +शीलयेद् +शीलवतः +शीलवता +शीलवतां +शीलवती +शीलवतीं +शीलवतो +शीलवत्या +शीलवत्याः +शीलवन्तं +शीलवन्तः +शीलवन्तो +शीलवल्का +शीलवान् +शीलवृत्तफलं +शीलवृत्ताभ्यां +शीलवृत्तेन +शीलव्रतं +शीलव्रता +शीलव्रताः +शीलश् +शीलसंपन्नः +शीलसंपन्ना +शीलसमादानं +शीलसम्पन्नः +शीलसम्पन्ना +शीलसम्पन्नो +शीलस्य +शीलहीनाश्च +शीला +शीलां +शीलाः +शीलादिसदर्थेभ्य +शीलानां +शीलानि +शीलाय +शीलार्थे +शीलिकामिभक्ष्याचरिभ्यो +शीलितं +शीलितः +शीलितम् +शीलितो +शीलिनः +शीलिने +शीली +शीलु +शीले +शीलेन +शीलेषु +शीलैः +शीलो +शीवा +शीश +शीशं +शीशकस्य +शीशांसति +शीशांसते +शीह +शी॒ते +शी॒रं +शी॒र्षणि॒ +शी॒र्षा +शी॒र्षाणि॑ +शी॒र्षे +शी॒र्ष्णः +शी॒र्ष्णा +शी॒र्ष्णे +शी॒र्ष्णो +शु +शुं +शुंभ +शुंभं +शुंभः +शुंभमानाः +शुंभस्य +शुंभेन +शुंभो +शुः +शुक +शुकं +शुकः +शुकका +शुकको +शुकखगे +शुकजिह्वा +शुकतुण्ड +शुकतुण्डकः +शुकतुण्डाख्यो +शुकदेव +शुकदेवं +शुकदेवः +शुकदेवजी +शुकदेवे +शुकदेवेन +शुकनामा +शुकनास +शुकनासं +शुकनासः +शुकनासस्य +शुकनासा +शुकनासां +शुकनासाय +शुकनासेन +शुकनासो +शुकपक्षी +शुकपुष्पं +शुकपुष्पः +शुकप्रियः +शुकप्रिया +शुकप्रोक्तं +शुकमिति +शुकमुनिः +शुकम् +शुकरहस्योपनिषत् +शुकवत् +शुकवर्णः +शुकशावकः +शुकशावकौ +शुकश्च +शुकसप्ततिः +शुकसारणौ +शुकसारिका +शुकसारिके +शुकस्तथा +शुकस्तु +शुकस्य +शुकस्येव +शुका +शुकाः +शुकादयः +शुकादयो +शुकादिभिः +शुकादीनां +शुकाद्याः +शुकानना +शुकानां +शुकानामपि +शुकानि +शुकान् +शुकाय +शुकाश्च +शुकाष्टकम् +शुकाहिकपिभेकेषु +शुकी +शुकीं +शुकीम् +शुकृपक्षे +शुके +शुकेति +शुकेन +शुकेषु +शुके॑षु +शुकैः +शुकैव +शुको +शुकोऽपि +शुकोऽयं +शुकौ +शुक् +शुक्त +शुक्तं +शुक्तः +शुक्तम् +शुक्तयः +शुक्तयो +शुक्ता +शुक्तानि +शुक्ताविव +शुक्ति +शुक्तिं +शुक्तिः +शुक्तिकर्णाविक्षुपादौ +शुक्तिका +शुक्तिकां +शुक्तिकाज्ञानं +शुक्तिकादिषु +शुक्तिकादौ +शुक्तिकाया +शुक्तिकायां +शुक्तिकायाः +शुक्तिकायामिव +शुक्तिकारजतवत् +शुक्तिकाशकले +शुक्तिजं +शुक्तिज्ञानं +शुक्तिज्ञानस्य +शुक्तिज्ञानेन +शुक्तिमती +शुक्तिमतीं +शुक्तिमत्पादसम्भवाः +शुक्तिमत्प्रभवाः +शुक्तिमात्रं +शुक्तिमानृक्षपर्वतः +शुक्तिमानृक्षवानपि +शुक्तिमान् +शुक्तिरजत +शुक्तिरजतवत् +शुक्तिरजतादिकं +शुक्तिरजतादेः +शुक्तिरजतादौ +शुक्तिरष्टमिका +शुक्तिरिति +शुक्तिरिव +शुक्तिरूप्यं +शुक्तिरूप्यस्य +शुक्तिरूप्यादौ +शुक्तिरूप्ये +शुक्तिरेव +शुक्तिर् +शुक्तिर्वा +शुक्तिवत् +शुक्तिविषयकं +शुक्तिशकलं +शुक्तिशकलस्य +शुक्तिशकले +शुक्तिषु +शुक्तिसंज्ञः +शुक्ती +शुक्तीनां +शुक्ते +शुक्तेः +शुक्तेन +शुक्तेषु +शुक्तौ +शुक्त्या +शुक्त्यां +शुक्त्युद्भवमेव +शुक्र +शुक्रं +शुक्रः +शुक्रक +शुक्रकम् +शुक्रकरं +शुक्रकरी +शुक्रका +शुक्रकारिणी +शुक्रकारित्वञ्च +शुक्रकारित्वम् +शुक्रकी +शुक्रकृत् +शुक्रके +शुक्रको +शुक्रक्षयहेतुकम् +शुक्रक्षये +शुक्रक्षयो +शुक्रगे +शुक्रग्रह +शुक्रग्रहः +शुक्रग्रहे +शुक्रचन्द्रे +शुक्रज्ञौ +शुक्रज्योतिः +शुक्रज्योतिरिति +शुक्रज्योतिर् +शुक्रज्योतिश्च +शुक्रञ्च +शुक्रतः +शुक्रतीर्थं +शुक्रतो +शुक्रत्वं +शुक्रदशान्तरे +शुक्रदा +शुक्रदोषं +शुक्रदोषे +शुक्रधारणात् +शुक्रनिशाकरौ +शुक्रन्ते +शुक्रपाः +शुक्रपात्रं +शुक्रपात्रेण +शुक्रपिशं +शुक्रपेभ्यो +शुक्रबुधौ +शुक्रबृहस्पती +शुक्रम +शुक्रमकामतः +शुक्रमन्धस +शुक्रमन्धसः +शुक्रमन्योन्यमनस्थिस्तत्र +शुक्रममृतं +शुक्रमसि +शुक्रमसीति +शुक्रमस्यमृतमसि +शुक्रमा +शुक्रमादाय +शुक्रमापो +शुक्रमार्त्तवं +शुक्रमिच्छन्ति +शुक्रमिति +शुक्रमिश्रं +शुक्रमेतं +शुक्रमेतदतिवर्तन्ति +शुक्रमेति +शुक्रमेव +शुक्रमेही +शुक्रम् +शुक्रयुते +शुक्रयोः +शुक्ररूपेण +शुक्रलं +शुक्रलः +शुक्रला +शुक्रलाः +शुक्रलो +शुक्रवती +शुक्रवतो +शुक्रवत् +शुक्रवत्यो +शुक्रवर्चा +शुक्रवर्चाः +शुक्रवहे +शुक्रवार +शुक्रवारे +शुक्रवारो +शुक्रवासरः +शुक्रवासरे +शुक्रवासाः +शुक्रविक्रमौ +शुक्रविषा +शुक्रवृद्धिं +शुक्रवृद्धिकरं +शुक्रशनी +शुक्रशीघ्रस्य +शुक्रशो +शुक्रशोचिरमर्त्यः +शुक्रशोचिष +शुक्रशोचिषा +शुक्रशोचिषे +शुक्रशोणित +शुक्रशोणितं +शुक्रशोणितयोः +शुक्रशोणितसंयोगे +शुक्रशोणिते +शुक्रश् +शुक्रश्च +शुक्रश्चैव +शुक्रसाम +शुक्रसुता +शुक्रसौरौ +शुक्रस् +शुक्रस्तं +शुक्रस्तु +शुक्रस्ते +शुक्रस्थः +शुक्रस्थानगते +शुक्रस्थे +शुक्रस्य +शुक्रस्यान्तर्गते +शुक्रस्यापि +शुक्रस्येव +शुक्रा +शुक्रां +शुक्राः +शुक्राग्रा +शुक्राग्रान् +शुक्राचार्य +शुक्राचार्यं +शुक्राचार्यः +शुक्राचार्यस्य +शुक्राचार्येण +शुक्राचार्यो +शुक्राचार्य्यः +शुक्राचार्य्ये +शुक्राढ्यः +शुक्राणां +शुक्राणि +शुक्राणुः +शुक्रात् +शुक्रात्मने +शुक्रादयः +शुक्रादि +शुक्रादीनां +शुक्रादौ +शुक्राद् +शुक्राद्यो +शुक्राधिक्ये +शुक्रान्तर्दशाफलाध्यायः +शुक्रान्तानां +शुक्राभं +शुक्रामन्थिनोः +शुक्रामन्थिनौ +शुक्रामन्थीग्रहप्रचारः +शुक्रामाहुतिं +शुक्राय +शुक्रायां +शुक्रार्तवे +शुक्राश्च +शुक्राश्मरी +शुक्रास +शुक्रासः +शुक्रासो +शुक्रियं +शुक्रियपर्व +शुक्रियम् +शुक्रुः +शुक्रे +शुक्रेण +शुक्रेति +शुक्रेभिः +शुक्रेश्वरं +शुक्रैः +शुक्रैतु +शुक्रो +शुक्रोऽपि +शुक्रोऽसि +शुक्रौ +शुक्रौजसी +शुक्रौजसोः +शुक्र॒ +शुक्र॒पिशं॒ +शुक्रꣳ +शुक्ल +शुक्लं +शुक्लः +शुक्लकण्ठ +शुक्लकन्दा +शुक्लकर्णः +शुक्लकर्मोदयादिहैव +शुक्लकृष्ण +शुक्लकृष्णं +शुक्लकृष्णयोः +शुक्लकृष्णवर्णाः +शुक्लकृष्णा +शुक्लकृष्णे +शुक्लकृष्णौ +शुक्लके +शुक्लगन्धानुलेपनः +शुक्लचतुर्थ्यां +शुक्लचतुर्दश्यां +शुक्लचतुर्द्दश्यां +शुक्लतण्डुलैरावाह्य +शुक्लतरं +शुक्लतरः +शुक्लता +शुक्लतां +शुक्लतिलैः +शुक्लतीर्थं +शुक्लतीर्थस्य +शुक्लतीर्थे +शुक्लतृतीयायां +शुक्लत्रयोदश्यां +शुक्लत्वं +शुक्लत्वम् +शुक्लत्वाच्चैव +शुक्लत्वात् +शुक्लत्वादयः +शुक्लत्वे +शुक्लदले +शुक्लदशमी +शुक्लद्वादश्यां +शुक्लद्वितीयायां +शुक्लधान्यं +शुक्लधान्यानि +शुक्लनवमी +शुक्लन्तु +शुक्लपंचम्यां +शुक्लपक्ष +शुक्लपक्षं +शुक्लपक्षः +शुक्लपक्षकर्त्तव्यता +शुक्लपक्षके +शुक्लपक्षगा +शुक्लपक्षतः +शुक्लपक्षमें +शुक्लपक्षश्च +शुक्लपक्षस्तु +शुक्लपक्षस्य +शुक्लपक्षादौ +शुक्लपक्षाभिमानिनी +शुक्लपक्षावसाने +शुक्लपक्षे +शुक्लपक्षेषु +शुक्लपक्षो +शुक्लपञ्चम्यां +शुक्लपटे +शुक्लपुष्पं +शुक्लपुष्पहरितपुष्पे +शुक्लपुष्पाणां +शुक्लपुष्पाणि +शुक्लपुष्पैः +शुक्लप्रतिपदारभ्य +शुक्लप्रतिपदि +शुक्लभागे +शुक्लभास्वरम् +शुक्लमतीते +शुक्लमनार्द्रमाच्छाद्य +शुक्लमहः +शुक्लमान +शुक्लमाल्यानुलेपनः +शुक्लमाल्यानुलेपनैः +शुक्लमाल्याम्बरधरः +शुक्लमाल्याम्बरधरो +शुक्लमाल्याम्बरो +शुक्लमिति +शुक्लमिव +शुक्लमेव +शुक्लम् +शुक्लम्‌ +शुक्लयजुर्वेद +शुक्लयजुर्वेदः +शुक्लयजुर्वेदसंहिता +शुक्लयजुर्वेदस्य +शुक्लयजुर्वेदीयकाण्वशाखीयसंहितायाम् +शुक्लयजुर्वेदीया +शुक्लयजुर्वेदे +शुक्लयज्ञोपवीतिनम् +शुक्लयज्ञोपवीती +शुक्लया +शुक्लराजीततं +शुक्लरास्या +शुक्लरूपं +शुक्लवर्ण +शुक्लवर्णं +शुक्लवर्णः +शुक्लवर्णम् +शुक्लवर्णा +शुक्लवर्णां +शुक्लवर्णाः +शुक्लवर्णानि +शुक्लवर्णे +शुक्लवर्णेन +शुक्लवर्णो +शुक्लवस्त्रं +शुक्लवस्त्रा +शुक्लवस्त्रां +शुक्लवस्त्राणि +शुक्लवस्त्रेण +शुक्लवायसः +शुक्लवाससम् +शुक्लवाससा +शुक्लवासा +शुक्लवासाः +शुक्लश्च +शुक्लषष्ठ्यां +शुक्लसप्तम्यां +शुक्लस्थाः +शुक्लस्थो +शुक्लस्य +शुक्ला +शुक्लां +शुक्लांबरः +शुक्लांबरधरं +शुक्लांबरधरः +शुक्लांबरधरो +शुक्लाः +शुक्लाक्षं +शुक्लात् +शुक्लादयः +शुक्लादयो +शुक्लादि +शुक्लादिः +शुक्लादिषु +शुक्लादीनां +शुक्लादौ +शुक्लानां +शुक्लानि +शुक्लान् +शुक्लापाङ्गैः +शुक्लाफाँट +शुक्लाभं +शुक्लाभिजनसम्पन्नाः +शुक्लामारभ्य +शुक्लामिति +शुक्लामूर्णास्तुकां +शुक्लाम् +शुक्लाम्बरः +शुक्लाम्बरधरं +शुक्लाम्बरधरः +शुक्लाम्बरधरा +शुक्लाम्बरधरां +शुक्लाम्बरधराः +शुक्लाम्बरधरो +शुक्लाम्बरा +शुक्लाम्बरां +शुक्लाम्बरो +शुक्लाय +शुक्लाया +शुक्लायां +शुक्लायाः +शुक्लार्म +शुक्लावभासः +शुक्लाश्च +शुक्लाष्टमी +शुक्लाष्टम्यां +शुक्लास्ता +शुक्लास्ते +शुक्लिमा +शुक्ली +शुक्लीकरोति +शुक्लीकृता +शुक्लीकृत्य +शुक्लीभवति +शुक्ले +शुक्लेक्षणो +शुक्लेति +शुक्लेन +शुक्लेषु +शुक्लेऽस्तमेत्यर्थत +शुक्लै +शुक्लैः +शुक्लैकादशी +शुक्लैकादश्यां +शुक्लैश्च +शुक्लो +शुक्लोऽयं +शुक्लोऽश्वः +शुक्लौ +शुक्‍लयजुर्वेदः +शुग +शुगसि +शुगस्य +शुगार्च्छत् +शुगिति +शुगृच्छतु +शुगृच्छत्विति +शुगृ॑च्छतु +शुगृ॑च्छतु॒ +शुग् +शुग्या +शुङ +शुङ्ग +शुङ्गं +शुङ्गः +शुङ्गवंशः +शुङ्गा +शुङ्गां +शुङ्गाः +शुङ्गेन +शुङ्गेनापो +शुङ्गेनापोमूलमन्विच्छ +शुङ्गोकस्य +शुच +शुचँ +शुचं +शुचः +शुचन्तः +शुचमनूत्सृजति +शुचमपि +शुचमस्य +शुचमेति +शुचम् +शुचम्̇ +शुचय +शुचयः +शुचयश् +शुचयश्च +शुचयस् +शुचयस्तव +शुचये +शुचयेऽग्नये +शुचयो +शुचयोऽनुमता +शुचयोऽलुब्धा +शुचस्त्वं +शुचस्य +शुचा +शुचां +शुचान्वितः +शुचान्विता +शुचान्विताः +शुचाम् +शुचार्पयति +शुचार्पयेत् +शुचाविति +शुचाऽन्वितः +शुचि +शुचिं +शुचिं॑ +शुचिं॒ +शुचिः +शुचिः॑ +शुचिका +शुचिकामा +शुचिजिह्वः +शुचिजिह्वो +शुचितया +शुचिता +शुचितां +शुचितामियात् +शुचित्वं +शुचित्वम् +शुचिदेशे +शुचिनः +शुचिना +शुचिनि +शुचिनी +शुचिने +शुचिपदं +शुचिपा +शुचिपाः +शुचिपा॒ +शुचिबन्धुः +शुचिभिः +शुचिभिश्च +शुचिभ्यः +शुचिमानसः +शुचिम् +शुचिर +शुचिरकिञ्चनः +शुचिरग्निश्च +शुचिरद्रोही +शुचिरपि +शुचिरप्रमत्तः +शुचिरलंकृतः +शुचिरसि +शुचिरा +शुचिराङ्गिरसस्तथा +शुचिरापूत +शुचिरिति +शुचिरिन्द्रो +शुचिरुज्ज्वलः +शुचिरेव +शुचिरोमा +शुचिर् +शुचिर्जातो +शुचिर्दक्ष +शुचिर्दक्षः +शुचिर्दक्षो +शुचिर्दान्तः +शुचिर्देवेषु +शुचिर्न +शुचिर्नरः +शुचिर्नित्यं +शुचिर्बाह्याभ्यन्तरशौचसंपन्नः +शुचिर्भव +शुचिर्भवति +शुचिर्भवेत् +शुचिर्भूत्वा +शुचिर्यदि +शुचिर्वा +शुचिर्वाप्यशुचिर्वापि +शुचिर्हि +शुचिवस्त्रधरः +शुचिवस्त्वेव +शुचिवासाः +शुचिव्रत +शुचिव्रतः +शुचिव्रततम +शुचिव्रततमः +शुचिव्रतम् +शुचिव्रता +शुचिव्रताः +शुचिव्रताम् +शुचिव्रते +शुचिशब्दः +शुचिशुक्रौ +शुचिश् +शुचिश्च +शुचिश्चरामि +शुचिश्चेति +शुचिश्चैव +शुचिश्रवाः +शुचिषत् +शुचिषदिति +शुचिषद् +शुचिषद्वसुरन्तरिक्षसद्धोता +शुचिषु +शुचिष्मती +शुचिष्मत्यां +शुचिस्तथा +शुचिस्तद्गतमानसः +शुचिस्तु +शुचिस्त्वयम् +शुचिस्थाने +शुचिस्मितं +शुचिस्मितः +शुचिस्मितम् +शुचिस्मिता +शुचिस्मितां +शुचिस्मिताः +शुचिस्मिताम् +शुचिस्मिते +शुचि॑ +शुचि॑ः +शुचि॑जिह्वो +शुचि॑म् +शुचि॑र्धि॒या +शुचि॒ +शुचि॒रा +शुचि॒ष्ट्वम॑सि +शुचिꣳ +शुची +शुचीति +शुचीनां +शुचीनाम् +शुचीनि +शुचीन् +शुचीन्द्रम् +शुचीभूय +शुचीश्वरक्षेत्रज्ञकुशलनिपुणानाम् +शुची॑ +शुची॑नाम् +शुचे +शुचेः +शुचेर् +शुचेर्भावः +शुचेव +शुचो +शुचौ +शुच् +शुच्य +शुच्यगारं +शुच्यति +शुच्यते +शुच्योऽपि +शुच॑यः +शुच॑ये +शुच॑ये॒ +शुच॑यो +शुच॑यो॒ +शुचꣳ +शुछ +शुझ +शुझे +शुट् +शुठ +शुठि +शुढे +शुण +शुणः +शुणीअदि +शुणु +शुणे +शुण्ठं +शुण्ठति +शुण्ठयति +शुण्ठी +शुण्ठीं +शुण्ठीकषायम् +शुण्ठीचूर्णेन +शुण्ठीपिप्पलीमरिचानि +शुण्ठीरसः +शुण्ठीविडङ्गमरिचैः +शुण्ठो +शुण्ठ्या +शुण्ठ्यां +शुण्ठ्याः +शुण्ठ्याम् +शुण्ठ्य् +शुण्ड +शुण्डः +शुण्डया +शुण्डा +शुण्डां +शुण्डादण्डेन +शुण्डादण्डैः +शुण्डायां +शुण्डारः +शुण्डिक +शुण्डिका +शुण्डिकादिभ्योऽण् +शुण्डी +शुण्डेन +शुत +शुतम् +शुता +शुतुद्रि +शुतुद्री +शुत्र +शुत्वा +शुद +शुदं +शुदम् +शुदा +शुदि +शुद् +शुद्ध +शुद्धं +शुद्धः +शुद्धकर्मभिः +शुद्धकायस्य +शुद्धकार्यसमारोपे +शुद्धकार्यसमारोपेण +शुद्धकाले +शुद्धकिल्बिषाः +शुद्धकोष्ठस्य +शुद्धगन्धं +शुद्धगन्धकम् +शुद्धगन्धस्य +शुद्धचित्तः +शुद्धचित्तस्य +शुद्धचित्ता +शुद्धचित्तो +शुद्धचेतसः +शुद्धचेतसा +शुद्धचेताः +शुद्धचैतन्यं +शुद्धचैतन्यम् +शुद्धचैतन्यस्य +शुद्धजलं +शुद्धजलाशये +शुद्धजलेन +शुद्धजाम्बूनदप्रभः +शुद्धञ्च +शुद्धतया +शुद्धता +शुद्धतां +शुद्धताम् +शुद्धताम्रं +शुद्धतायाः +शुद्धति +शुद्धतोयेन +शुद्धत्वं +शुद्धत्वम् +शुद्धत्वात् +शुद्धत्वेन +शुद्धदन् +शुद्धदेशे +शुद्धदेहः +शुद्धदेहश्च +शुद्धदेहस्य +शुद्धदेहा +शुद्धदेहो +शुद्धद्वारस्य +शुद्धधीः +शुद्धनिवासाः +शुद्धपक्षे +शुद्धपत्रिका +शुद्धपात्रे +शुद्धपारदम् +शुद्धप्राकरणिकत्वे +शुद्धबिन्दुः +शुद्धबुद्धयः +शुद्धबुद्धिः +शुद्धबुद्धेः +शुद्धभावं +शुद्धभावः +शुद्धभावा +शुद्धभावाः +शुद्धभावेन +शुद्धभूमौ +शुद्धम +शुद्धमक्षरं +शुद्धमतिः +शुद्धमध्यमम् +शुद्धमध्या +शुद्धमनसा +शुद्धमना +शुद्धमनाः +शुद्धमनुपहतं +शुद्धमन्नं +शुद्धमपापविद्धम् +शुद्धमपि +शुद्धममृतं +शुद्धमशुद्धं +शुद्धमांसं +शुद्धमांसविधानेन +शुद्धमांसस्य +शुद्धमाज्यं +शुद्धमात्मानं +शुद्धमादिशेत् +शुद्धमानसः +शुद्धमानसा +शुद्धमानसाः +शुद्धमासिक्तं +शुद्धमिति +शुद्धमित्यर्थः +शुद्धमुदकमाचरन्ती +शुद्धमेलाख्यवीणायां +शुद्धमेव +शुद्धम् +शुद्धय +शुद्धयः +शुद्धयति +शुद्धयतीति +शुद्धयते +शुद्धयन्ति +शुद्धयर्थ +शुद्धया +शुद्धयूना +शुद्धये +शुद्धयेत +शुद्धयेत् +शुद्धयेदिति +शुद्धयेऽस्तु +शुद्धरसं +शुद्धरूपं +शुद्धरूपम् +शुद्धवंश्या +शुद्धवधः +शुद्धवधेन +शुद्धवर्णा +शुद्धवस्त्रादिपरिग्रहः +शुद्धवस्त्रेण +शुद्धवातहतं +शुद्धवारिणा +शुद्धवारिभिः +शुद्धवालः +शुद्धवासना +शुद्धवासा +शुद्धविद्या +शुद्धविराट् +शुद्धविराडिदं +शुद्धवेषयोः +शुद्धशीला +शुद्धशोणितशुक्रजः +शुद्धश्च +शुद्धश्चित्रश्च +शुद्धषड्जा +शुद्धसत्त्व +शुद्धसत्त्वं +शुद्धसत्त्वः +शुद्धसत्त्वमयं +शुद्धसत्त्वमयीं +शुद्धसत्त्वस्य +शुद्धसत्त्वस्वरूपा +शुद्धसत्त्वस्वरूपायै +शुद्धसत्त्वस्वरूपिणी +शुद्धसत्त्वा +शुद्धसत्त्वाः +शुद्धसत्त्वात्मकत्वात् +शुद्धसत्त्वानां +शुद्धसत्त्वे +शुद्धसत्त्वैकगुणनिर्गुणम् +शुद्धसत्त्वैकरूपी +शुद्धसत्वस्य +शुद्धसत्वाः +शुद्धसमाचारा +शुद्धसामान्यरूपत्वं +शुद्धसामान्यरूपत्वम् +शुद्धसूतं +शुद्धसूतसमं +शुद्धसूतस्य +शुद्धस् +शुद्धस्तु +शुद्धस्नातां +शुद्धस्नानं +शुद्धस्फटिक +शुद्धस्फटिकनिर्मलम् +शुद्धस्फटिकवर्चसम् +शुद्धस्फटिकसंकाशं +शुद्धस्फटिकसंकाशः +शुद्धस्फटिकसंकाशा +शुद्धस्फटिकसंकाशो +शुद्धस्फटिकसंनिभः +शुद्धस्फटिकसंनिभम् +शुद्धस्फटिकसङ्काशं +शुद्धस्फटिकसङ्काशः +शुद्धस्फटिकसन्निभः +शुद्धस्फटिकसन्निभम् +शुद्धस्फटिकसन्निभा +शुद्धस्य +शुद्धस्यात्मनो +शुद्धस्यापि +शुद्धस्येति +शुद्धस्यैव +शुद्धस्वरूप +शुद्धस्वरूपे +शुद्धहास्यजं +शुद्धहृदयः +शुद्धहेम +शुद्धा +शुद्धां +शुद्धाः +शुद्धाङ्गो +शुद्धात्म +शुद्धात्मनः +शुद्धात्मनि +शुद्धात्मन् +शुद्धात्मविषयतामाहसर्वबन्धेति +शुद्धात्मा +शुद्धात्मानं +शुद्धात्मानः +शुद्धात्मानो +शुद्धात्मानौ +शुद्धाधिका +शुद्धानां +शुद्धानि +शुद्धान् +शुद्धान्त +शुद्धान्तं +शुद्धान्तः +शुद्धान्तःकरणः +शुद्धान्तःकरणस्य +शुद्धान्तःकरणाः +शुद्धान्तःकरणानां +शुद्धान्तःकरणे +शुद्धान्तःकरणेन +शुद्धान्तःकरणो +शुद्धान्तदुर्लभमिदं +शुद्धान्ते +शुद्धान्तो +शुद्धान्नं +शुद्धापह्नुतिः +शुद्धापह्नुतिरन्यस्यारोपार्थो +शुद्धापि +शुद्धाभिः +शुद्धाम् +शुद्धाय +शुद्धाया +शुद्धायां +शुद्धायाः +शुद्धायुवः +शुद्धावासकायिका +शुद्धाशयः +शुद्धाशया +शुद्धाशयो +शुद्धाशुद्धीयं +शुद्धाशुद्धीयम् +शुद्धाशुद्धीये +शुद्धाशुद्धे +शुद्धाश्च +शुद्धाश्चरित्रा +शुद्धासु +शुद्धास्ते +शुद्धि +शुद्धिं +शुद्धिः +शुद्धिकरं +शुद्धिकरः +शुद्धिकरम् +शुद्धिकारणं +शुद्धिकारणम् +शुद्धिकृत् +शुद्धिकौमुदी +शुद्धितः +शुद्धितत्त्वं +शुद्धितत्त्वम् +शुद्धितत्त्वे +शुद्धिदं +शुद्धिपत्रम् +शुद्धिपत्रिका +शुद्धिप्रकारः +शुद्धिमतः +शुद्धिमति +शुद्धिमत्तरः +शुद्धिमभीप्सता +शुद्धिमवाप्नुयात् +शुद्धिमवाप्नोति +शुद्धिमादधति +शुद्धिमादधतीति +शुद्धिमान् +शुद्धिमाप्नुयात् 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+शुद्धोदकस्नानं +शुद्धोदकेन +शुद्धोदकै +शुद्धोदकैः +शुद्धोदन +शुद्धोदनं +शुद्धोदनः +शुद्धोदनमेवमाह +शुद्धोदनस्य +शुद्धोदनेन +शुद्धोदनो +शुद्धोदैरभिषेचयेत् +शुद्धोऽन्यः +शुद्धोऽपि +शुद्धोऽप्यसौ +शुद्धोऽसि +शुद्धोऽस्मि +शुद्धौ +शुद्ध्यंति +शुद्ध्यति +शुद्ध्यते +शुद्ध्यत्येव +शुद्ध्यन्तां +शुद्ध्यन्ति +शुद्ध्यर्थ +शुद्ध्यर्थं +शुद्ध्यर्थेभ्यो +शुद्ध्यशुद्धी +शुद्ध्या +शुद्ध्येत +शुद्ध्येत् +शुद्ध्यै +शुद्ध्य् +शुद्ध्य्ति +शुद्ध्य॒न्ता॒ञ्ज्योति॑र॒हव्विँ॒रजा॑ +शुद्यति +शुद्र +शुद्रः +शुद्रक +शुद्रकः +शुद्रकस्य +शुद्रस्य +शुद्रा +शुद्राणां +शुद्रो +शुद्वं +शुध +शुधा +शुधि +शुध् +शुध्दं +शुध्य +शुध्यंति +शुध्यतः +शुध्यति +शुध्यतीति +शुध्यतु +शुध्यते +शुध्यत्यम्लेन +शुध्यन्तां +शुध्यन्ति +शुध्यन्ते +शुध्येत +शुध्येत् +शुध्येत्तु +शुध्येत्स +शुध्येरन् +शुध्येरन्स्त्री +शुन +शुनं +शुनः +शुनःपुच्छः +शुनःशेप +शुनःशेपं +शुनःशेपः +शुनःशेपदृष्टा +शुनःशेपम् +शुनःशेपस्य +शुनःशेपो +शुनःशेफः +शुनःशेफो +शुनःसख +शुनक +शुनकं +शुनकः +शुनकस्य +शुनका +शुनकाः +शुनकाद्भुतावर्त्तः +शुनकानां +शुनकैः +शुनकैरिव 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+शुभकरः +शुभकरणीयेषु +शुभकरा +शुभकराः +शुभकरी +शुभकरे +शुभकरो +शुभकर्म +शुभकर्मकृत् +शुभकर्मणः +शुभकर्मणा +शुभकर्मणां +शुभकर्मणाम् +शुभकर्मणि +शुभकर्मभिः +शुभकर्मसु +शुभकर्मा +शुभकर्माणः +शुभकर्माणि +शुभकर्म्म +शुभकर्म्मसु +शुभकामना +शुभकामनाः +शुभकारकम् +शुभकारणम् +शुभकारिणः +शुभकारी +शुभकार्यं +शुभकार्याणि +शुभकार्ये +शुभकार्येषु +शुभकार्य्येषु +शुभकाले +शुभकुण्डलौ +शुभकृत् +शुभकृत्स्नाः +शुभक्षणं +शुभक्षणे +शुभक्षेत्रे +शुभगा +शुभगुणयुक्त +शुभगुणैः +शुभगुणों +शुभगे +शुभग्रह +शुभग्रहः +शुभग्रहनिरीक्षिते +शुभग्रहयुते +शुभग्रहयुतेक्षिताः +शुभग्रहयुतेक्षिते +शुभग्रहस्य +शुभग्रहाः +शुभग्रहाणां +शुभग्रहे +शुभग्रहेण +शुभग्रहैः +शुभग्रहो +शुभग्रहोंकी +शुभग्रहोंसे +शुभङ्कर +शुभङ्करः +शुभङ्करी +शुभचतुर्मुखः +शुभचारिणीम् +शुभचारी +शुभचेतसां +शुभजन्मनां +शुभजलां +शुभञ्च +शुभतरं +शुभतरे +शुभता +शुभतां +शुभति +शुभतिथौ +शुभत्वं +शुभद +शुभदं +शुभदः +शुभदम् +शुभदर्शन +शुभदर्शनः +शुभदर्शनम् +शुभदर्शना +शुभदर्शनाः +शुभदर्शने +शुभदस्तथा +शुभदा +शुभदां +शुभदाः +शुभदानि +शुभदायक +शुभदायकः +शुभदायकम् 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+शुल्काष्टगुणो +शुल्के +शुल्केन +शुल्को +शुल्ब +शुल्बं +शुल्बपत्रं +शुल्बसूत्राणि +शुल्बसूत्रे +शुल्बस्य +शुल्बे +शुल्बेन +शुल्व +शुल्वं +शुल्वसूत्रं +शुल्वसूत्रम् +शुल्वसूत्रस्य +शुल्वसूत्राणि +शुल्वस्य +शुल्वे +शुवे +शुश +शुशाव +शुशावयिषति +शुशु +शुशुक्वान् +शुशुग्धि +शुशुचानः +शुशुचाना +शुशुचानो +शुशुचा॒नो +शुशुचीत +शुशुचुः +शुशुभ +शुशुभाते +शुशुभिर +शुशुभिरे +शुशुभे +शुशुभेऽचलसंकाशः +शुशुभेऽतीव +शुशुभेऽधिकम् +शुशुभेऽभ्यधिकं +शुशुमारगिरीयका +शुशुवतुः +शुशुवुः +शुशोच +शुशोष +शुश्च +शुश्रव +शुश्रवद्गिर +शुश्रवानानुदं +शुश्राव +शुश्रावाथ +शुश्रुते +शुश्रुम +शुश्रुमः +शुश्रुमा +शुश्रुम् +शुश्रुव +शुश्रुवतुः +शुश्रुवांसो +शुश्रुवांसोऽनूचानास्ते +शुश्रुवान् +शुश्रुविरे +शुश्रुवुः +शुश्रुवुश्च +शुश्रुवुस्तत्र +शुश्रुवुस्ते +शुश्रुवे +शुश्रू +शुश्रूष +शुश्रूषकः +शुश्रूषका +शुश्रूषणं +शुश्रूषणपरा +शुश्रूषणे +शुश्रूषता +शुश्रूषतां +शुश्रूषति +शुश्रूषते +शुश्रूषध्वं +शुश्रूषन्ती +शुश्रूषन्ते +शुश्रूषमाणं +शुश्रूषमाणः +शुश्रूषमाणस्य +शुश्रूषमाणा +शुश्रूषमाणां +शुश्रूषमाणाः +शुश्रूषमाणाय 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+शुष्मिन्न् +शुष्मी +शुष्मे +शुष्मेण +शुष्मे॑ण +शुष्मैः +शुष्मैः॑ +शुष्मो +शुष्मो॑ +शुष्मो॒ +शुष्म॑ +शुष्म॑मिन्द्र +शुष्म॑म् +शुष्म॒मा +शुष्य +शुष्यतः +शुष्यता +शुष्यताम् +शुष्यति +शुष्यतीति +शुष्यतीत्यर्थः +शुष्यतु +शुष्यते +शुष्यतो +शुष्यत्यङ्गं +शुष्यत्यनेनेति +शुष्यन् +शुष्यन्तं +शुष्यन्ति +शुष्यन्तु +शुष्यन्ते +शुष्यमाणमुपेक्षेत +शुष्यामि +शुष्येत +शुष्येत् +शुष्येत्तोयनिधिः +शुसवनं +शुसिचिमीनां +शु॑चि॒षद्वसु॑रन्तरिक्ष॒सद्धोता॑ +शु॑भस्पती +शु॑भस्पती॒ +शु॒क्र +शु॒क्रं +शु॒क्रः +शु॒क्रमन्ध॑स॒ +शु॒क्रमा॑पो +शु॒क्रम् +शु॒क्रव॑र्चा॒ +शु॒क्रशो॑चिषे +शु॒क्रश्च॑ +शु॒क्रस्य॑ +शु॒क्रा +शु॒क्राः +शु॒क्रासः॑ +शु॒क्रासो॑ +शु॒क्रेण॑ +शु॒क्रेभिः॑ +शु॒क्रैः +शु॒क्रो +शु॒क्र॒ +शु॒चा +शु॒चे॒ +शु॒द्धः +शु॒द्धा +शु॒द्धाः +शु॒द्धो +शु॒नं +शु॒नम् +शु॒भः +शु॒भः॒ +शु॒भस्पती॑ +शु॒भा +शु॒भे +शु॒भ्रं +शु॒भ्रः +शु॒भ्रम् +शु॒भ्रा +शु॒भ्राः +शु॒भ्रिषु॑ +शु॒भ्रेभिः॑ +शु॒म्भन्ति॑ +शु॒रुधः॑ +शु॒शु॒क्वान् +शु॒ष्मिणः॑ +शु॒ष्मिणे॑ +शु॒ष्मिणो॒ +शु॒ष्मिण॑ +शु॒ष्मिण॑म् +शु॒ष्मिन्त॑मो॒ +शु॒ष्मिन्ऽत॑मः +शु॒ष्मि॒न् +शु॒ष्मी +शु᳘ष्के +शू +शूं +शूक +शूकं +शूकः +शूकजाः +शूकदूषितम् +शूकदोषनिदानम् +शूकदोषाधिकारः +शूकदोषे +शूकधान्यं +शूकधान्यानि +शूकधान्येषु +शूकपूर्णगलास्यता +शूकर +शूकरं +शूकरः +शूकरश्च +शूकरस्य +शूकरा +शूकराः +शूकराणां +शूकरी +शूकरीं +शूकरे +शूकरो +शूकर्या +शूकर्युवाच +शूकशिखा +शूकशिम्बिः +शूकशिम्बी +शूकशिम्ब्यां +शूकशिम्ब्याम् +शूका +शूकाराय +शूकृतस्य +शूकृताय +शूके +शूकैः +शूकैरिवावृतः +शूकैश्च +शूको +शूघनासः +शूघनासो +शूठ् +शूडनुनासिके +शूड् +शूद +शूदस्य +शूद् +शूद्यां +शूद्र +शूद्रं +शूद्रः +शूद्रक +शूद्रकं +शूद्रकः +शूद्रकन्या +शूद्रकन्यायां +शूद्रकम् +शूद्रकर्म +शूद्रकर्माणि +शूद्रकस्य +शूद्रके +शूद्रको +शूद्रगृहे +शूद्रज +शूद्रजनस्य +शूद्रजन्मनः +शूद्रजन्मनाम् +शूद्रजा +शूद्रजातयः +शूद्रजातिः +शूद्रजातिषु +शूद्रजातीनां +शूद्रजे +शूद्रञ्च +शूद्रतः +शूद्रता +शूद्रतां +शूद्रताम् +शूद्रतुल्या +शूद्रत्वं +शूद्रत्वमाशु +शूद्रत्वम् +शूद्रत्वेन +शूद्रदासोत्तराः +शूद्रधर्मा +शूद्रपाकोपजीवी +शूद्रपाशं +शूद्रप्राया +शूद्रप्रायेषु +शूद्रमारोग्यमेव +शूद्रमिति +शूद्रमुनौ +शूद्रमेव +शूद्रम् +शूद्रया +शूद्रयाजकः +शूद्रयाजी +शूद्रयोत्कृष्टवेदने +शूद्रयोनयः +शूद्रयोनिं +शूद्रयोनिजः +शूद्रयोनिना +शूद्रयोनौ +शूद्रयोन्यां +शूद्रराज्ये +शूद्रवत् +शूद्रवदाचरेत् +शूद्रवद्बहिष्कार्यः +शूद्रवर्णः +शूद्रविट्क्षत्रविप्राणां +शूद्रवृत्या +शूद्रशब्दः +शूद्रशब्देन +शूद्रशिष्यो +शूद्रश् +शूद्रश्च +शूद्रश्चतुर्थो +शूद्रश्चाण्डालतां +शूद्रश्चेति +शूद्रश्चैव +शूद्रसमो +शूद्रसेवनं +शूद्रसेवनम् +शूद्रस्ततः +शूद्रस्तथैव +शूद्रस्तु +शूद्रस्य +शूद्रस्याधिकार +शूद्रस्याधिकारः +शूद्रस्यान्नं +शूद्रस्यापि +शूद्रस्याप्यधिकारः +शूद्रस्यायसीं +शूद्रस्येति +शूद्रस्यैव +शूद्रस्योद्वयन्तमसस्परीति +शूद्रस्यौदुम्बरीं +शूद्रस्वभावस्य +शूद्रहत्याव्रतं +शूद्रा +शूद्रां +शूद्रांश्च +शूद्राः +शूद्रागर्भे +शूद्राणां +शूद्राणाञ्च +शूद्राणान्तु +शूद्राणामनिरवसितानाम् +शूद्राणामपि +शूद्राणामिति +शूद्राणाम् +शूद्रात् +शूद्रादायोगवं +शूद्रादायोगवः +शूद्रादिभिः +शूद्रादिषु +शूद्रादीनां +शूद्रादीन् +शूद्रादौ +शूद्राद् +शूद्रानीतैः +शूद्रान् +शूद्रान्न +शूद्रान्नं +शूद्रान्नभोजी +शूद्रान्नेन +शूद्रापत्यैश्च +शूद्रापुत्रः +शूद्राभीराश्च +शूद्राय +शूद्राया +शूद्रायां +शूद्रायाः +शूद्रायाम् +शूद्रार्यौ +शूद्राविशोस्तु +शूद्रावेदी +शूद्राश्च +शूद्राश्चानुक्रमोदिताः +शूद्राश्चैव +शूद्रासुतो +शूद्रास्तथा +शूद्रास्तथैव +शूद्रास्तु +शूद्रास्ते +शूद्रास्तेषां +शूद्रास्तेऽपि +शूद्री +शूद्रे +शूद्रेण +शूद्रेणापि +शूद्रेणैव +शूद्रेति +शूद्रेषु +शूद्रै +शूद्रैः +शूद्रैरपि +शूद्रैर्वा +शूद्रैव +शूद्रैश्च +शूद्रैश्चान्यैश्च +शूद्रैस्तु +शूद्रो +शूद्रों +शूद्रोच्छिष्टं +शूद्रोच्छिष्टाशने +शूद्रोपजीविनः +शूद्रोपि +शूद्रोऽजायत +शूद्रोऽथ +शूद्रोऽपि +शूद्रोऽहं +शूद्रौ +शूद्र्यां +शून +शूनं +शूनः +शूनम् +शूनवान् +शूनस्य +शूना +शूनां +शूनाक्षं +शूनाक्षः +शूने +शूने॑ +शूनो +शून् +शून्य +शून्यं +शून्यः +शून्यकम् +शून्यकुम्भ +शून्यके +शून्यगृहं +शून्यगृहे +शून्यचेतसः +शून्यञ्च +शून्यतः +शून्यतया +शून्यता +शून्यतां +शून्यताम् +शून्यताया +शून्यतायां +शून्यतायाः +शून्यतार्थं +शून्यताशून्यता +शून्यताश्वासतापकृत् +शून्यतेति +शून्यतैव +शून्यत्व +शून्यत्वं +शून्यत्वमिति +शून्यत्वमेव +शून्यत्वम् +शून्यत्वात् +शून्यत्वे +शून्यत्वेन 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+शूरमपि +शूरमानिनः +शूरमानी +शूरमिन्द्रम् +शूरम् +शूरयोः +शूरवर्मा +शूरवीर +शूरवीरः +शूरवीरा +शूरवीराः +शूरवीरो +शूरवीरों +शूरश् +शूरश्च +शूरश्चापेन +शूरसाता +शूरसातौ +शूरसुतो +शूरसेन +शूरसेनं +शूरसेनः +शूरसेनकः +शूरसेनकाः +शूरसेनश्च +शूरसेनस्य +शूरसेना +शूरसेनाः +शूरसेनानां +शूरसेनान् +शूरसेनाश्च +शूरसेनी +शूरसेनेषु +शूरसेनो +शूरस् +शूरस्तथा +शूरस्तु +शूरस्त्वं +शूरस्य +शूरस्यापि +शूरस्येव +शूरऽसातौ +शूरा +शूरांश्च +शूराः +शूराः॑ +शूराणा +शूराणां +शूराणामनिवर्तिनाम् +शूराणामपि +शूराणामिति +शूराणाम् +शूरात् +शूराधराच +शूरानेव +शूरान् +शूराय +शूराश्च +शूरासः +शूरासो +शूरास्तु +शूरास्ते +शूरा॑ +शूरा॑य +शूरा॑सो॒ +शूरा॒ +शूरी +शूरे +शूरेण +शूरेभिः +शूरेषु +शूरै +शूरैः +शूरैः॑ +शूरैश्च +शूरो +शूरों +शूरोनृषा +शूरोसि +शूरोऽपि +शूरोऽसि +शूरोऽहमिति +शूरो॑ +शूरो॒ +शूरौ +शूर्प +शूर्पं +शूर्पः +शूर्पकः +शूर्पकर्णं +शूर्पकर्णकं +शूर्पकर्णाय +शूर्पकर्णो +शूर्पग्राही +शूर्पण +शूर्पणखया +शूर्पणखा +शूर्पणखां +शूर्पणखाया +शूर्पणखायाः +शूर्पणखाविरूपणम् +शूर्पणखाहेतोर्जनस्थानगतः +शूर्पणख्या +शूर्पणख्याश्च +शूर्पणाय +शूर्पनखा +शूर्पनखीं +शूर्पनिष्पावौ +शूर्पपर्णी +शूर्पमादत्ते +शूर्पम् +शूर्पस्य +शूर्पाकारं +शूर्पाणि +शूर्पादञन्यतरस्याम् +शूर्पाभ्यां +शूर्पारकं +शूर्पारके +शूर्पे +शूर्पेण +शूर्यते +शूर॑ +शूर॑ः +शूर॑णासो +शूर॑म् +शूर॑साता +शूर॑सातौ +शूर॑सातौ॒ +शूर॑ऽसाता +शूर॑ऽसातौ +शूर॒ +शूर॒ः +शूर॒मिन्द्र॑म् +शूर꣣ +शूल +शूलं +शूलं॒ +शूलः +शूलकम् +शूलकारी +शूलगवं +शूलगवः +शूलगवस्य +शूलगवो +शूलघ्नं +शूलघ्नी +शूलघ्नो +शूलञ्च +शूलति +शूलधरं +शूलधरः +शूलधरा +शूलधरो +शूलधारिणी +शूलधृक् +शूलनिवारणम् +शूलनिस्तोदपीडिता +शूलपट्टिशपाणयः +शूलपट्टिशैः +शूलपाणयः +शूलपाणये +शूलपाणि +शूलपाणिं +शूलपाणिः +शूलपाणिनः +शूलपाणिनम् +शूलपाणिना +शूलपाणिने +शूलपाणिर्महेश्वरः +शूलपाणिर्वृषध्वजः +शूलपाणिश्च +शूलपाणिस्त्रिलोचनः +शूलपाणे +शूलपाणेः +शूलपाणौ +शूलप्रोतं +शूलप्रोतस्य +शूलप्रोतो +शूलभृतः +शूलभृता +शूलभृते +शूलभृतो +शूलभृत् +शूलभेदं +शूलभेदमाहात्म्ये +शूलभेदस्य +शूलभेदे +शूलमतीव +शूलमादाय +शूलमाध्मानं +शूलमाध्मानमेव +शूलमानाहं +शूलमामोद्भवं +शूलमारोप्य +शूलमाशु +शूलमिव +शूलमीनध्वजधनुश्चक्रस्वस्तिकवानव +शूलमुदाहरन्ति +शूलमुद्गरहस्ताश्च +शूलमुद्यम्य +शूलमूले +शूलमेव +शूलम् +शूलयोगो +शूलरोगभेदे +शूलवान् +शूलशान्तये +शूलश्च +शूलस्तथैव +शूलस्थापनविधिपटलः +शूलस्य +शूलहरं +शूलहस्तं +शूलहस्तः +शूलहस्ता +शूलहस्ताः +शूलहस्ताय +शूलहस्तो +शूलहृत् +शूला +शूलाः +शूलाकरोति +शूलाकृतं +शूलाग्रं +शूलाग्रः +शूलाग्रे +शूलाग्रेण +शूलाटोपौ +शूलात् +शूलात्पाके +शूलादि +शूलाधिकारः +शूलाधिकारे +शूलाध्माने +शूलानां +शूलानाह +शूलानि +शूलान् +शूलाय +शूलायां +शूलार्तं +शूलिन +शूलिनं +शूलिनः +शूलिनम् +शूलिना +शूलिनां +शूलिनि +शूलिनी +शूलिने +शूलिनो +शूलिनोऽपि +शूलिन् +शूली +शूले +शूलेन +शूलेनाभिजघान +शूलेनैव +शूलेषु +शूलैः +शूलैरिव +शूलैश्च +शूलो +शूलोखाद्यत् +शूलोपेतं +शूलोऽथ +शूलोऽयं +शूलोऽष्टधा +शूल्य +शूल्यं +शूल्यते +शूल्यम् +शूल्यानि +शूशवाम +शूशुचो +शूशुजानान् +शूशुवत् +शूशुवांसं +शूशुवानः +शूशुवानस्य +शूशुऽवांसम् +शूशु॑वानः +शूशु॒वांसं॑ +शूष +शूषं +शूषणि +शूषमग्रियः +शूषमर्चत +शूषमिति +शूषम् +शूषस्य +शूषाय +शूषे +शूषैः +शूष्यम् +शूहि +शू॑र +शू॑र॒ +शू॒द्रो +शू॒र॒ +शू॒शु॒ऽवांस॑म् +शू॒षं +शू॒षम् +शू॒षम॑र्चत +शू॒षैः +शृ +शृं +शृंखला +शृंखलां +शृंखलाः +शृंखलाम् +शृंखले +शृंगं +शृंगस्य +शृंगाणि +शृंगाभ्यां +शृंगार +शृंगारं +शृंगारः +शृंगारयन्ति +शृंगारयित्वा +शृंगारयेत् +शृंगाराणि +शृंगारितं +शृंगारितः +शृंगारिता +शृंगारितां +शृंगारे +शृंगारो +शृंगी +शृंगे +शृंगैः +शृगा +शृगाल +शृगालं +शृगालः +शृगालकोलिः +शृगालभार्य्या +शृगालम् +शृगालयोनिं +शृगालविन्ना +शृगालस्य +शृगाला +शृगालाः +शृगालाद्भुतावर्त्तः +शृगालानां +शृगालान् +शृगालिका +शृगाली +शृगाले +शृगालेन +शृगालो +शृगालोऽपि +शृगालौ +शृङ +शृङ् +शृङ्खल +शृङ्खलं +शृङ्खलः +शृङ्खलकः +शृङ्खलमस्य +शृङ्खलया +शृङ्खला +शृङ्खलां +शृङ्खलाः +शृङ्खलादाम +शृङ्खलायां +शृङ्खलायाः +शृङ्खलेति +शृङ्खलेन +शृङ्खलेव +शृङ्ग +शृङ्गं +शृङ्गः +शृङ्गग्राहिकया +शृङ्गत्रयं +शृङ्गबेरं +शृङ्गबेरञ्च +शृङ्गभङ्गेऽस्थिभङ्गे +शृङ्गभुजं +शृङ्गभुजः +शृङ्गभुजो +शृङ्गमस्य +शृङ्गमिव +शृङ्गमेकं +शृङ्गम् +शृङ्गयोः +शृङ्गवतः +शृङ्गवत् +शृङ्गवन्तं +शृङ्गवानिति +शृङ्गवान् +शृङ्गवृषो +शृङ्गवेरं +शृङ्गवेरञ्च +शृङ्गवेरपुरं +शृङ्गवेरस्य +शृङ्गस्य +शृङ्गहीनः +शृङ्गा +शृङ्गाः +शृङ्गाग्रे +शृङ्गाच्छरो +शृङ्गाट +शृङ्गाटं +शृङ्गाटः +शृङ्गाटक +शृङ्गाटकं +शृङ्गाटकः +शृङ्गाटकदेवता +शृङ्गाटकस्य +शृङ्गाटकानि +शृङ्गाटकान्यधिपतिः +शृङ्गाटके +शृङ्गाटो +शृङ्गाणां +शृङ्गाणि +शृङ्गाणीति +शृङ्गाण्य् +शृङ्गात् +शृङ्गादीनां +शृङ्गानि +शृङ्गान्तरं +शृङ्गाभ्यां +शृङ्गार +शृङ्गारं +शृङ्गारः +शृङ्गारकः +शृङ्गारकलिकात्रिशती +शृङ्गारचेष्टा +शृङ्गारचेष्टाः +शृङ्गारतिलक +शृङ्गारतिलकं +शृङ्गारतिलकः +शृङ्गारतिलकम् +शृङ्गारतिलकाख्याने +शृङ्गारतिलके +शृङ्गारधनदशतकम् +शृङ्गारप्रकाश +शृङ्गारप्रकाशः +शृङ्गारप्रकाशे +शृङ्गारभङ्गया +शृङ्गारभङ्ग्या +शृङ्गारभावजाः +शृङ्गारम् +शृङ्गाररस +शृङ्गाररसः +शृङ्गाररसस्य +शृङ्गाररसो +शृङ्गारवीरकरुणाद्भुतहास्यभयानकाः +शृङ्गारवीरयोः +शृङ्गारवैराग्यतरङ्गिणी +शृङ्गारशतकम् +शृङ्गारशतके +शृङ्गारश्च +शृङ्गारस्य +शृङ्गारस्येव +शृङ्गारहास्यकरुणरौद्रवीरभयानकाः +शृङ्गारहास्यकरुणा +शृङ्गारहास्यजं +शृङ्गारहास्ययोः +शृङ्गारा +शृङ्गाराङ्गम् +शृङ्गारादयो +शृङ्गारादि +शृङ्गारादिः +शृङ्गारादिरसे +शृङ्गारादिषु +शृङ्गारादीनां +शृङ्गारादीन् 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+शृणुताधुना +शृणुते +शृणुतेति +शृणुतेमं +शृणुत्वं +शृणुथ +शृणुधि +शृणुधी +शृणुध्व +शृणुध्वं +शृणुध्वमृषयः +शृणुमः +शृणुमो +शृणुया +शृणुयां +शृणुयाः +शृणुयाच्च +शृणुयाच्चापि +शृणुयाच्छ्रावयेद्वापि +शृणुयात् +शृणुयात्तत्केन +शृणुयादपि +शृणुयाद् +शृणुयाद्भक्त्या +शृणुयाद्यः +शृणुयाद्यदि +शृणुयाद्यश्च +शृणुयाद्यस्तु +शृणुयाद्यो +शृणुयाद्वा +शृणुयाद्वापि +शृणुयान् +शृणुयान्न +शृणुयान्नरः +शृणुयान्नित्यं +शृणुयान्मर्त्यः +शृणुयाम +शृणुयुः +शृणुवः +शृणुष्व +शृणुष्वात्र +शृणुष्वाद्य +शृणुष्वावहितः +शृणुष्वावहिता +शृणुष्वावहितो +शृणुष्वेदं +शृणुष्वैकमना +शृणुष्वैकमनाः +शृणुष्वैकाग्रमानसः +शृणुष्वैकाग्रमानसा +शृणुहि +शृणुही +शृणुह्या +शृणु॒तं +शृणु॒ता +शृणु॒धी +शृणो +शृणोत +शृणोतन +शृणोति +शृणोतीति +शृणोतीत्यर्थः +शृणोतीदं +शृणोतीह +शृणोतु +शृणोतेः +शृणोत्यकर्णः +शृणोत्यनिज्यमानैरिन्द्रियैः +शृणोत्यपि +शृणोत्येनाम् +शृणोत्येव +शृणोत्वग्निः +शृणोत्वज +शृणोत्वार्यः +शृणोत्व् +शृणोथ +शृणोमि +शृणोमीति +शृणोम्यहम् +शृणोम्या +शृणोषि +शृण्मः +शृण्व +शृण्वंति +शृण्वंतु +शृण्वंश्च +शृण्वः +शृण्वगस्त्य +शृण्वत +शृण्वतः +शृण्वता +शृण्वतां +शृण्वताम् +शृण्वति +शृण्वती +शृण्वते +शृण्वतो +शृण्वतोऽपि +शृण्वत्या +शृण्वत्र +शृण्वत्सु +शृण्वन् +शृण्वन्कथाः +शृण्वन्त +शृण्वन्तं +शृण्वन्तः +शृण्वन्तमुग्रमूतये +शृण्वन्तम् +शृण्वन्ता +शृण्वन्ति +शृण्वन्ती +शृण्वन्तीति +शृण्वन्तु +शृण्वन्तो +शृण्वन्तोऽपि +शृण्वन्तौ +शृण्वन्त्या +शृण्वन्न +शृण्वन्नपि +शृण्वन्यदस्मादपि +शृण्वन्वा +शृण्वन्वै +शृण्वन्स +शृण्वानः +शृण्विति +शृण्वित्यभिप्रायः +शृण्वित्यर्थः +शृण्वित्याह +शृण्विदानीं +शृण्विमां +शृण्विरे +शृण्विषे +शृण्वे +शृण्वेषां +शृण्वे॒ +शृण्व् +शृण्व॒ते +शृत +शृतं +शृतः +शृतकामा +शृतत्वाय +शृतपाकं +शृतमन्नं +शृतमश्नाति +शृतमिति +शृतम् +शृतशीतं +शृतशीतेन +शृतस्य +शृतस्यावद्यति +शृता +शृतां +शृताः +शृतातङ्क्यं +शृतातङ्क्येन +शृतात् +शृतानि +शृताम् +शृताय +शृतास +शृतासु +शृति +शृते +शृतेन +शृतैः +शृतो +शृतोऽसि +शृतौ +शृत्वा +शृत॒पाकं॑ +शृतꣳ +शृध +शृधु +शृभावः +शृभावश्च +शृभावो +शृ॑णुतं॒ +शृ॑णोतु +शृ॑ण्वे +शृ॒णव॑त् +शृ॒णाति॑ +शृ॒णी॒हि॒ +शृ॒णु॒त +शृ॒णु॒तम् +शृ॒णु॒त॒म् +शृ॒णु॒हि +शृ॒णु॒हि॒ +शृ॒णोति॑ +शृ॒णोतु॑ +शृ॒णोमि॑ +शृ॒णो॒ति॒ +शृ॒णो॒तु॒ +शृ॒ण्व +शृ॒ण्वंत॑मु॒ग्रमू॒तये॑ +शृ॒ण्वन् +शृ॒ण्वन्तु॑ +शृ॒ण्वन्तु॒ +शृ॒ण्वन्त॑मु॒ग्रमू॒तये॑ +शृ॒ण्वन्त॑म् +शृ॒ण्वि॒रे॒ +शृ॒ण्वे +शृ॒ण्वे॒ +शृ॒ण्व॒न्तु॒ +शृ॒ण॒व॒त् +शृ॒तं +शृ॒तम् +शॄ +शॄदॄप्रां +शॄवन्द्योरारुः +शॄस्वृस्निहि +शॄस्वृस्निहित्रप्यसिवसिहनिक्लिदिबन्धिमनिभ्यश्च +शे +शें +शेः +शेआदेशः +शेआदेशे +शेइ +शेक +शेकतुः +शेकिथ +शेकिम +शेकिरे +शेकु +शेकुः +शेकुरतिवर्तितुम् +शेकुर्न +शेकुश्चलितुं +शेकुश्चेष्टितुं +शेकुस्ते +शेके +शेक्सपीयर +शेख +शेखपुरा +शेखपुरामण्डलम् +शेखर +शेखरं +शेखरः +शेखरम् +शेखरा +शेखरान् +शेखरिणे +शेखरी +शेखरे +शेखरो +शेखावत +शेख् +शेगाव +शेटति +शेट्टर् +शेट्टि +शेट्टी +शेठ +शेत +शेता +शेतां +शेताम् +शेति +शेते +शेतेः +शेतेऽत्र +शेतेऽसौ +शेत् +शेन +शेप +शेपं +शेपः +शेपपुच्छलाङ्गूलेषु +शेपम् +शेपस्य +शेपा +शेपाः +शेपुः +शेपे +शेपेण +शेपेऽर्थे +शेपैः +शेपो +शेपो॒ +शेफ +शेफः +शेफसः +शेफसि +शेफालिः +शेफालिका +शेफालिकां +शेफालिकायां +शेफाली +शेफे +शेभ्यो +शेमुः +शेमुषी +शेमुषीं +शेय +शेयं +शेयः +शेयमिति +शेयम् +शेयर +शेया +शेयाः +शेये +शेयेन् +शेयो +शेय्यां +शेय्यासनं +शेय्यासने +शेर +शेरत +शेरताम् +शेरते +शेरतेऽत्र +शेरभ +शेरभक +शेरशाह +शेरे +शेर्पा +शेर्लुक् +शेर्लोपः +शेर्ष +शेर्षे +शेल +शेली +शेलु +शेलुं +शेलुः +शेलृ +शेल्डन +शेल्डनस्य +शेल्डन् +शेव +शेवं +शेवं॑ +शेवः +शेवधि +शेवधिं +शेवधिः +शेवधिष्टेऽहमस्मि +शेवमिति +शेवम् +शेवल +शेवलं +शेवलदत्तः +शेवलिकः +शेवलियः +शेवलिलः +शेवस्य +शेवहे +शेवा +शेवालं +शेवाली +शेवृ +शेवृधं +शेवृधक +शेवृधम् +शेव्यो +शेव॑ +शेव॑म् +शेशे +शेश्छन्दसि +शेश्वीयते +शेष +शेषँ +शेषं +शेषः +शेषः॑ +शेषकं +शेषकर्म +शेषकर्माणि +शेषकला +शेषकार्यं +शेषकार्याणि +शेषकार्येषु +शेषकाले +शेषकृष्णस्य +शेषके +शेषगिरिं +शेषग्रहणं +शेषग्रहणम् +शेषजिघृक्षवे +शेषजी +शेषञ्च +शेषण +शेषणं +शेषणम् +शेषणस्य +शेषणेन +शेषण्णः +शेषण्णस्य +शेषत +शेषतः +शेषतया +शेषता +शेषतां +शेषताम् +शेषति +शेषतो +शेषत्यागः +शेषत्यागे +शेषत्व +शेषत्वं +शेषत्वम् +शेषत्वविवक्षया +शेषत्वविवक्षायां +शेषत्वस्य +शेषत्वात् +शेषत्वादिति +शेषत्वे +शेषत्वेन +शेषद्वय +शेषनाग +शेषनागः +शेषनागे +शेषनाशे +शेषनिघातः +शेषनिघातेन +शेषन् +शेषन्तु +शेषपत्नी +शेषपरस्परभक्तं +शेषपूरकवार्तिकम् +शेषपूरणमिदम् +शेषपूरणम् +शेषपूरणेन +शेषबिन्दुः +शेषबुद्ध्या +शेषभागं +शेषभागे +शेषभावं +शेषभावः +शेषभुग्भवेत् +शेषभूत +शेषभूतं +शेषभूतः +शेषभूतत्वात् +शेषभूतम् +शेषभूतस्य +शेषभूता +शेषभूताः +शेषभूतानि +शेषभोजनम् +शेषभोजी +शेषम +शेषमग्निं +शेषमतिरोचितार्थम् +शेषमतिरोहितार्थम् +शेषमत्र +शेषमनुवाकस्य +शेषमन्नं +शेषमपि +शेषमस्य +शेषमाचरेत् +शेषमाज्यस्य +शेषमादाय +शेषमासिञ्चति +शेषमिति +शेषमिव +शेषमुक्तं +शेषमुपनिधिना +शेषमूलं +शेषमूह्यं +शेषमेवं +शेषम् +शेषम्पूरयति +शेषम्‌ +शेषयति +शेषयेत् +शेषयोः +शेषयोश्च +शेषराज +शेषरूपेण +शेषलक्षणम् +शेषलक्षणा +शेषलक्षणे +शेषवचनं +शेषवत् +शेषवत्सरः +शेषवत्‌ +शेषवात्स्यायनसंवादे +शेषवार्तिकम् +शेषवासना +शेषवासुकितक्षकाः +शेषविवक्षया +शेषविषये +शेषविस्तारपाण्डुः +शेषवृत्तिः +शेषशब्देन +शेषशयने +शेषशायिनः +शेषशायिनम् +शेषशायिने +शेषशायी +शेषशाय्युपाख्याने +शेषशेषिभावः +शेषशैल +शेषशैलस्वामिन् +शेषश्च +शेषश्छान्दसः +शेषषष्ठी +शेषषष्ठ्या +शेषसा +शेषस् +शेषस्तदाश्रयः +शेषस्तस्य +शेषस्तु +शेषस्थः +शेषस्थाने +शेषस्य +शेषस्यान्यतरस्याम् +शेषस्यापि +शेषस्यैव +शेषा +शेषां +शेषांश +शेषांशं +शेषांशा +शेषांशाः +शेषांशानां +शेषांशे +शेषांशो +शेषांश्च +शेषांस्तु +शेषाः +शेषाख्यं +शेषाख्या +शेषाङ्गनिर्माणविधौ +शेषाचल +शेषाचलं +शेषाचले +शेषाणां +शेषाणामपि +शेषाणाम् +शेषाणि +शेषाण्यपि +शेषात् +शेषात्कर्तरि +शेषात्कर्त्तरि +शेषादयो +शेषादि +शेषादिति +शेषादीनां +शेषाद् +शेषाद्रि +शेषाद्रिं +शेषाद्रिः +शेषाद्रिशेखर +शेषाद्रिशेखरविभो +शेषाद्रेरेव +शेषाद्रौ +शेषाद्वा +शेषाद्विभाषा +शेषाद्विवृतेर्वदन्ति +शेषाधिकारः +शेषानपि +शेषान् +शेषान्तर +शेषान्न +शेषाभावात् +शेषाभावे +शेषाभिः +शेषाभ्यां +शेषामिव +शेषाय +शेषार्थ +शेषार्थं +शेषार्थक +शेषार्ध +शेषाश्च +शेषाश्चान्ये +शेषासु +शेषास् +शेषास्तस्करवृत्तयः +शेषास्तु +शेषास्ते +शेषास्त्वन्ये +शेषाहर्गणमेकत्र +शेषाहिः +शेषि +शेषिणं +शेषिणि +शेषिणो +शेषितं +शेषितः +शेषितम् +शेषितया +शेषिता +शेषिते +शेषित्वं +शेषित्वे +शेषित्वेन +शेषी +शेषु +शेषे +शेषेः +शेषेण +शेषेणाचमनं +शेषेणापि +शेषेणेति +शेषेणैव +शेषेति +शेषेधूपवसेदहः +शेषेन्द्रियवृत्तिरासां +शेषेभ्यो +शेषेषु +शेषेष्वन्येषु +शेषेष्वपि +शेषेष्व् +शेषेऽपि +शेषेऽप्येकादशगुणं +शेषेऽर्थे +शेषै +शेषैः +शेषैकत्र +शेषैश्च +शेषैस्तु +शेषो +शेषों +शेषोक्तिः +शेषोनहरो +शेषोपपत्तिः +शेषोऽत्र +शेषोऽनन्तो +शेषोऽन्यो +शेषोऽपि +शेषोऽयं +शेषोऽवशिष्टांशो +शेषोऽस्य +शेषौ +शेष्टा +शेष्य +शेष्ये +शेष्व +शेषꣳ +शेऽपि +शे॒प +शे॒पे +शै +शैः +शैक +शैकयत +शैक्यं +शैक्यां +शैक्ष +शैक्षः +शैक्षणिक +शैक्षणिककार्याणि +शैक्षणिकक्षेत्रे +शैक्षणिकदृष्ट्या +शैक्षणिकसंस्था +शैक्षणिकसंस्थाः +शैक्षणिकसंस्थानां +शैक्षणिकसंस्थानानि +शैक्षस्य +शैक्षा +शैक्षाः +शैक्षाणां +शैक्षिक +शैक्षिकप्रविधेः +शैक्षेण +शैक्ष्यं +शैख +शैखण्डिनम् +शैखण्डिनानि +शैखण्डिने +शैखावत्यः +शैग्रवाः +शैघ्रये +शैघ्र्यं +शैघ्र्यम् +शैघ्र्ये +शैतान् +शैते +शैतोष्माणि +शैत्य +शैत्यं +शैत्यकालः +शैत्यकालस्य +शैत्यकाले +शैत्यतः +शैत्यम् +शैत्यस्य +शैत्या +शैत्यात् +शैत्यादिना +शैत्यार्थं +शैत्ये +शैत्येन +शैत्योक्तिः +शैथिलिको +शैथिल्य +शैथिल्यं +शैथिल्यम् +शैथिल्ये +शैथिल्येन +शैध्यं +शैनेय +शैनेयं +शैनेयः +शैनेयस्य +शैनेये +शैनेयेन +शैनेयो +शैबः +शैब्य +शैब्यं +शैब्यः +शैब्यश्च +शैब्यसुग्रीवयुक्तेन +शैब्यस्य +शैब्या +शैब्यां +शैब्यायां +शैब्यो +शैया +शैरीषं +शैरीषम् +शैल +शैलं +शैलः +शैलकन्यका +शैलकन्यके +शैलकन्या +शैलकृपया +शैलगुरुणा +शैलगुरूपनीतं +शैलज +शैलजं +शैलजम् +शैलजा +शैलजां +शैलजे +शैलतः +शैलतनया +शैलतनये +शैलतां +शैलपुत्री +शैलपुत्र्या +शैलपुत्र्यां +शैलप्रस्थः +शैलप्रस्थस्य +शैलप्रस्थे +शैलप्रस्थेषु +शैलभुवो +शैलभेदे +शैलमयं +शैलमयीं +शैलमिव +शैलमेव +शैलम् +शैलराज +शैलराजं +शैलराजः +शैलराजतनया +शैलराजदुहितुर्हरं +शैलराजभवने +शैलराजसुता +शैलराजस्तु +शैलराजस्य +शैलराजानं +शैलराजे +शैलराजो +शैलराट् +शैलरूपो +शैलवत् +शैलवधूं +शैलवरः +शैलवरयोः +शैलवराः +शैलवरे +शैलवृक्षौ +शैलशिखरं +शैलशिखरे +शैलशृङ्गमिवोन्नतम् +शैलशृङ्गाणि +शैलशृङ्गे +शैलशृङ्गेषु +शैलश्च +शैलसम्भवे +शैलसहस्राणि +शैलसुता +शैलसुतां +शैलसुतापि +शैलसुतामुपेताम् +शैलसुते +शैलस्तु +शैलस्थः +शैलस्य +शैला +शैलांश्च +शैलाः +शैलाग्रं +शैलाग्रे +शैलाच्छैलं +शैलात् +शैलात्मजापि +शैलात्मा +शैलादि +शैलादिं +शैलादिः +शैलादिरुवाच +शैलादो +शैलाधिपत्यं +शैलाधिराजतनया +शैलाधिराजस्य +शैलाना +शैलानां +शैलानामवरोहतीव +शैलानि +शैलान् +शैलाभं +शैलाभः +शैलाभा +शैलाय +शैलालिनो +शैलाश्च +शैलास्तथा +शैलास्तीर्थानि +शैली +शैलीं +शैलीपथप्रदर्शकम् +शैलीम् +शैलूष +शैलूषं +शैलूषः +शैलूषस्य +शैलूषा +शैलूषे +शैलूषेण +शैलूषो +शैले +शैलेंद्र +शैलेंद्रः +शैलेंद्रो +शैलेति +शैलेन +शैलेन्द्र +शैलेन्द्रं +शैलेन्द्रः +शैलेन्द्रमिव +शैलेन्द्रराजवंश +शैलेन्द्रस्य +शैलेन्द्रा +शैलेन्द्रे +शैलेन्द्रो +शैलेभ्यः +शैलेय +शैलेयं +शैलेयकं +शैलेयनद्धेषु +शैलेयम् +शैलेये +शैलेशं +शैलेशीपदं +शैलेशीपदस्य +शैलेश्वरं +शैलेश्वरः +शैलेषु +शैलैः +शैलैश्च +शैलो +शैलोदं +शैलोदकं +शैलोद्धरणादिरूपं +शैलोऽपि +शैलोऽयं +शैलोऽसौ +शैलौ +शैल्या +शैल्यां +शैल्याः +शैव +शैवं +शैवः +शैवतन्त्रं +शैवदर्शनम् +शैवदर्शनस्य +शैवधर्मः +शैवपुरम् +शैवपुराणेषु +शैवमतम् +शैवमन्दिराणि +शैवमिति +शैवमेव +शैवम् +शैवल +शैवलं +शैवलः +शैवलम् +शैवलानि +शैवलिनी +शैवले +शैवलेनापि +शैवश्च +शैवसम्प्रदायः +शैवस्य +शैवा +शैवाः +शैवागमः +शैवागमे +शैवागमेषु +शैवानां +शैवानामीश्वरशब्दवाच्यं +शैवानि +शैवान् +शैवाल +शैवालं +शैवालः +शैवालम् +शैवालिनी +शैवाले +शैवाश्च +शैवी +शैवीं +शैवे +शैवेन +शैवेषु +शैवैः +शैवो +शैवोक्तपीठपूजां +शैवोपनिषद् +शैव्य +शैव्यः +शैव्या +शैश +शैशव +शैशवं +शैशवम् +शैशवस्य +शैशवात् +शैशवानि +शैशवे +शैशवेन +शैशवेऽभ्यस्तविद्यानां +शैशवो +शैशिर +शैशिरं +शैशिरः +शैशिरम् +शैशिरा +शैशिराः +शैशिराय +शैशिराव् +शैशिरीषु +शैशिरे +शैशिरेण +शैशिरौ +शैष +शैषिक +शैषिकं +शैषिकः +शैषिकप्रकरणम् +शैषिकाधिकारः +शैषिकान्मतुबर्थीयाच्छैषिको +शैषिकी +शैषिके +शैषिको +शैषिकोऽण् +शैषिकौ +शैष्योपाध्यायिका +शैसिकः +शैौचं +शैौर्य +शो +शों +शोंसामो +शोंसावो +शोंसावोम् +शोः +शोक +शोकं +शोकः +शोकःशोकसंविग्नमानसः +शोककरणम् +शोककरी +शोककर्शितः +शोककर्शितम् +शोककर्शिता +शोककर्शिताः +शोककर्शिताम् +शोककातरा +शोककारणम् +शोककाले +शोकक्रोधविमोहसाध्वसमुखा +शोकक्षोभे +शोकजं +शोकञ्च +शोकतः +शोकदः +शोकदीनां +शोकन +शोकनाशनः +शोकनाशनम् +शोकनिमित्तं +शोकनिमित्तम् +शोकनिवृत्तिः +शोकपरायणः +शोकपरायणम् +शोकपरायणा +शोकपरायणाः +शोकपरायणाम् +शोकपरिप्लुतः +शोकपरिप्लुताः +शोकपरीताङ्गी +शोकपीडितः +शोकभाक् +शोकभारेण +शोकमात्मवित् +शोकमात्मविदिति +शोकमिमं +शोकमुत्सृज्य +शोकमूलरजस्तमोनिबर्हणत्वं +शोकमोहग्रस्ततया +शोकमोहयोः +शोकमोहादयः +शोकमोहादिदोषहरं +शोकमोहाभ्यां +शोकमोहावुपस्थिताविति +शोकमोहौ +शोकम् +शोकयोः +शोकरहित +शोकलालसा +शोकवर्धनः +शोकवर्धनम् +शोकवह्निं +शोकवान् +शोकविनाशनम् +शोकविह्वलः +शोकविह्वला +शोकविह्वलाः +शोकवेगं +शोकशङ्कवः +शोकशोष्यपि +शोकश्च +शोकसंतप्तं +शोकसंतप्ता +शोकसंतप्तां +शोकसंतप्तो +शोकसंतप्तौ +शोकसंविग्नमानसः +शोकसन्तप्ता +शोकसन्तप्तो +शोकसन्तापौ +शोकसमन्वितः +शोकसमाविष्टो +शोकसागरः +शोकसागरे +शोकस्तु +शोकस्ते +शोकस्त्वया +शोकस्थानं +शोकस्थानम् +शोकस्थानसहस्राणि +शोकस्य +शोकहर्षौ +शोका +शोकाः +शोकाकुलं +शोकाकुलः +शोकाकुला +शोकाकुलितचेतसः +शोकाकुलो +शोकागारं +शोकाग्निः +शोकाग्निना +शोकाच्च +शोकातिगो +शोकात् +शोकादजायत +शोकादपि +शोकादि +शोकादिति +शोकादिना +शोकादिव +शोकाद् +शोकानलो +शोकानां +शोकान्तरम् +शोकान्धमनसा +शोकापनुद +शोकापनुदं +शोकापनुदः +शोकापनोदनम् +शोकापनोदनविषयो +शोकापनोदनोपायराहित्यादिना +शोकाभितप्तेन +शोकाभिभूतं +शोकाभिभूतस्य +शोकाय +शोकार्णवं +शोकार्णवे +शोकार्त +शोकार्तं +शोकार्तः +शोकार्तस्य +शोकार्ता +शोकार्तां +शोकार्ताः +शोकार्तानां +शोकार्तो +शोकार्त्ता +शोकावकाश +शोकिता +शोकी +शोके +शोकेति +शोकेन +शोकेनावसीदति +शोकेऽपि +शोकैः +शोकै॑र॒न्धेना॒मित्रा॒स्तम॑सा +शोको +शोकोत्पत्त्यर्थमुक्तंपरमपुरुषेति +शोकोत्पन्नो +शोकोपहतचेतनः +शोकोपहतचेतसः +शोकोऽपि +शोकोऽयं +शोकोऽस्ति +शोक॑म् +शोच +शोचं +शोचंतः +शोचंति +शोचः +शोचत +शोचतः +शोचता +शोचतां +शोचति +शोचती +शोचतीति +शोचतीत्यर्थः +शोचतु +शोचते +शोचतो +शोचतोऽल्पाशनस्य +शोचत्वोषधे +शोचत्सु +शोचन +शोचनं +शोचनम् +शोचना +शोचनीय +शोचनीयं +शोचनीयः +शोचनीयतां +शोचनीयम् +शोचनीया +शोचन् +शोचन्त +शोचन्तं +शोचन्तः +शोचन्ति +शोचन्ती +शोचन्तीं +शोचन्ते +शोचन्तो +शोचन्तौ +शोचन्त्यः +शोचन्त्या +शोचमानं +शोचमाना +शोचय +शोचयः +शोचयति +शोचयामसि +शोचयित्वा +शोचयेत् +शोचसि +शोचसे +शोचस्व +शोचा +शोचामि +शोचामीति +शोचि +शोचिः +शोचितं +शोचितव्यं +शोचितव्यो +शोचितुं +शोचितुमर्हति +शोचितुमर्हसि +शोचितुम् +शोचित्वा +शोचिरध +शोचिरसि +शोचिरिति +शोचिर् +शोचिर्न +शोचिष +शोचिषः +शोचिषा +शोचिषे +शोचिषेति +शोचिष्केशं +शोचिष्केशः +शोचिष्केशम् +शोचिष्केशो +शोचिष्ठ +शोचिष्मान् +शोचिस्तपतु +शोचिस्तेन +शोचींषि +शोचे +शोचेत +शोचेत् +शोचेन्मरणं +शोच्य +शोच्यं +शोच्यः +शोच्यता +शोच्यतां +शोच्यताम् +शोच्यते +शोच्यत्वं +शोच्यन्ते +शोच्यभ्रमः +शोच्यम् +शोच्यसे +शोच्यस्य +शोच्या +शोच्यां +शोच्याः +शोच्यान् +शोच्यास्ते +शोच्ये +शोच्येषु +शोच्यो +शोच॑स्व +शोठति +शोण +शोणं +शोणः +शोणकः +शोणके +शोणति +शोणदेशः +शोणपर्वतम् +शोणपुष्पकः +शोणम् +शोणरत्नं +शोणश्च +शोणसङ्गमे +शोणस्य +शोणा +शोणां +शोणाः +शोणाकूले +शोणात् +शोणात्प्राचाम् +शोणाद्रिं +शोणाश्वः +शोणा॑ +शोणि +शोणित +शोणितं +शोणितः +शोणितकर्दमाम् +शोणितक्षयसम्भवैः +शोणितक्षयात् +शोणितगन्धेन +शोणितजं +शोणितञ्च +शोणितदर्शनम् +शोणितपङ्कपिच्छिले +शोणितपारणा +शोणितपुरं +शोणितपुरे +शोणितपूययुक्ता +शोणितप्रभौ +शोणितबिन्दुभिः +शोणितबिन्दुवर्षि +शोणितमद्यकुल्या +शोणितमाहवे +शोणितमिति +शोणितमेव +शोणितमोक्षणं +शोणितमोक्षणम् +शोणितमोक्षणे +शोणितम् +शोणितविस्रवैः +शोणितशोणदेहैः +शोणितस्थापनं +शोणितस्य +शोणिताक्षः +शोणिताक्षस्य +शोणिताक्षो +शोणिताख्यं +शोणिताज्जायते +शोणितातिस्रवाच्च +शोणितात् +शोणितात्मकम् +शोणितादिग्धा +शोणितादिषु +शोणितानि +शोणितापगाः +शोणिते +शोणितेन +शोणितैः +शोणितोक्षितः +शोणितोक्षितम् +शोणितोक्षिता +शोणितोक्षिताः +शोणितोक्षिताम् +शोणितोक्षितैः +शोणितोत्था +शोणितोत्पादे +शोणितोदकः +शोणितोदां +शोणितोद्भवः +शोणिमा +शोणिमानम् +शोणी +शोणृ +शोणे +शोणैः +शोणो +शोणौ +शोति +शोथ +शोथं +शोथः +शोथघ्नी +शोथनाशनः +शोथम् +शोथलक्षणैः +शोथवत् +शोथश्च +शोथस्तनुरपाकवान् +शोथस्य +शोथहरं +शोथहृत् +शोथा +शोथाः +शोथाधिकारः +शोथानां +शोथे +शोथेषु +शोथो +शोद्धा +शोध +शोधं +शोधः +शोधक +शोधकं +शोधकः +शोधकम् +शोधकाः +शोधकानि +शोधकार्यं +शोधकार्यार्थं +शोधकार्ये +शोधके +शोधकेन +शोधको +शोधच्छात्रः +शोधन +शोधनं +शोधनः +शोधनक +शोधनकः +शोधनञ्च +शोधनत्वम् +शोधनद्र +शोधनद्वारा +शोधनपत्रम् +शोधनमाचरेत् +शोधनमात्मनः +शोधनमाह +शोधनमेव +शोधनमैन्दवम् +शोधनम् +शोधनरोपणम् +शोधनविधिः +शोधना +शोधनात् +शोधनानि +शोधनाय +शोधनार्थ +शोधनार्थं +शोधनिका +शोधनी +शोधनीयं +शोधनीयः +शोधनीयम् +शोधनीया +शोधनीयाः +शोधनीयाश्च +शोधने +शोधनेन +शोधनैः +शोधनो +शोधपत्राणां +शोधपत्राणि +शोधप्रबन्धः +शोधय +शोधयत +शोधयतम् +शोधयता +शोधयति +शोधयतीति +शोधयतु +शोधयत्य् +शोधयन् +शोधयन्तः +शोधयन्ति +शोधयन्तु +शोधयामास +शोधयामि +शोधयिता +शोधयितुं +शोधयित्र्यः +शोधयित्वा +शोधये +शोधयेच्च +शोधयेच्छोषणादिभिः +शोधयेत् +शोधयेदिति +शोधयेद् +शोधयेन्मार्गं +शोधलेखः +शोधस्य +शोधि +शोधित +शोधितं +शोधितः +शोधितपाठः +शोधितमिति +शोधितम् +शोधितस्य +शोधिता +शोधितां +शोधिताः +शोधितानि +शोधितान् +शोधितायां +शोधिते +शोधितेन +शोधितेषु +शोधितो +शोधितौ +शोधे +शोध्य +शोध्यं +शोध्यः +शोध्यते +शोध्यन्ते +शोध्यमानः +शोध्यमिति +शोध्यम् +शोध्यशिरसि +शोध्यस्तु +शोध्यस्य +शोध्या +शोध्याः +शोध्याध्वानं +शोध्यानि +शोध्ये +शोध्यो +शोनं +शोना +शोप +शोपं +शोपः +शोपयेत् +शोपे +शोफ +शोफं +शोफः +शोफघ्नी +शोफम् +शोफवत् +शोफवान् +शोफश्च +शोफस् +शोफस्य +शोफा +शोफाः +शोफानां +शोफान् +शोफार्शः +शोफाश्च +शोफी +शोफे +शोफेषु +शोफो +शोफौ +शोभ +शोभं +शोभंते +शोभः +शोभत +शोभति +शोभते +शोभतेतराम् +शोभतेऽस्य +शोभन +शोभनं +शोभनः +शोभनकर्णः +शोभनकर्मन् +शोभनकर्मा +शोभनकर्माणः +शोभनकर्माणौ +शोभनकर्मेच्छया +शोभनतरः +शोभनत्वं +शोभनत्वम् +शोभनत्वात् +शोभनदाना +शोभनदानाः +शोभनदानाय +शोभनदानौ +शोभनधन +शोभनधना +शोभनधने +शोभनपतनः +शोभनपुत्रपौत्राः +शोभनपुत्राः +शोभनपुत्राद्युपेतं +शोभनप्रज्ञ +शोभनप्रज्ञं +शोभनप्रज्ञः +शोभनप्रज्ञो +शोभनबुद्धौ +शोभनमनस्कः +शोभनमनस्को +शोभनमपः +शोभनमापतितम् +शोभनमार्गेण +शोभनमाह +शोभनमिति +शोभनमिदं +शोभनमिष्टं +शोभनमुक्तम् +शोभनमेव +शोभनम् +शोभनया +शोभनरूपे +शोभनवस्त्रधृक् +शोभनवीर्यं +शोभनवीर्योपेतं +शोभनशीलं +शोभनश्च +शोभनश्चासौ +शोभनसामर्थ्यं +शोभनसामर्थ्योपेतं +शोभनस्तथा +शोभनस्तुतिं +शोभनस्ते +शोभनस्य +शोभनहनो +शोभना +शोभनां +शोभनाः +शोभनाग्नियुक्ताः +शोभनाध्यासः +शोभनानां +शोभनानि +शोभनान् +शोभनापि +शोभनाभिः +शोभनाम् +शोभनाय +शोभनायां +शोभनायुधः +शोभनार्थं +शोभनार्थः +शोभनार्थे +शोभनाश्च +शोभने +शोभनेति +शोभनेन +शोभनेषु +शोभनै +शोभनैः +शोभनैर्वीरैः +शोभनो +शोभनौ +शोभन्त +शोभन्ते +शोभमान +शोभमानं +शोभमानः +शोभमानम् +शोभमाना +शोभमानां +शोभमानाः +शोभमानानि +शोभमानाम् +शोभमाने +शोभमानेन +शोभमानो +शोभमानौ +शोभय +शोभयति +शोभयन् +शोभयन्ति +शोभयन्ती +शोभयन्तु +शोभयन्तो +शोभयन्तौ +शोभया +शोभयामास +शोभयितुं +शोभयित्वा +शोभयेत् +शोभसे +शोभा +शोभां +शोभाः +शोभाञ्जनं +शोभाञ्जनः +शोभाञ्जनकमूलस्य +शोभाञ्जनम् +शोभाञ्जनवृक्षः +शोभाञ्जनवृक्षे +शोभाञ्जने +शोभाढ्यं +शोभाढ्या +शोभातिशयं +शोभातिशयः +शोभातिशयो +शोभादि +शोभादीनां +शोभामावहति +शोभामिति +शोभाम् +शोभाय +शोभायमान +शोभायमाना +शोभाया +शोभायां +शोभायाः +शोभायात्रा +शोभायात्रां +शोभायात्राः +शोभायात्रायां +शोभायाम् +शोभायुक्त +शोभायुक्ते +शोभायै +शोभारूपा +शोभार्थ +शोभार्थं +शोभार्थे +शोभावती +शोभावतीं +शोभि +शोभित +शोभितं +शोभितः +शोभितम् +शोभिता +शोभितां +शोभिताः +शोभितानि +शोभितान् +शोभिताम् +शोभिते +शोभितेन +शोभितैः +शोभितो +शोभितौ +शोभित्वं +शोभिना +शोभिनीम् +शोभी +शोभे +शोभेत +शोभेति +शोभेते +शोभेव +शोभैव +शोमा +शोर +शोले +शोशुचतः +शोशुचता +शोशुचत् +शोशुचदघं +शोशुचदघमग्ने +शोशुचदघमिति +शोशुचदघम् +शोशुचान +शोशुचानं +शोशुचानः +शोशुचाना +शोशुचानो +शोशु॑चत् +शोशु॑चद॒घं +शोशु॑चद॒घम् +शोशु॑चानः +शोशु॑चानो॒ +शोशूयते +शोष +शोषं +शोषः +शोषकं +शोषकः +शोषकम् +शोषकाः +शोषको +शोषञ्च +शोषण +शोषणं +शोषणः +शोषणम् +शोषणश्च +शोषणश्चैव +शोषणात् +शोषणादि +शोषणादिभिः +शोषणादीनि +शोषणालमर्थयोः +शोषणी +शोषणे +शोषणेन +शोषणो +शोषमाशु +शोषमुपैति +शोषमेति +शोषम् +शोषय +शोषयति +शोषयतीति +शोषयते +शोषयत्यपि +शोषयन् +शोषयन्ति +शोषयामास +शोषयामि +शोषयितुं +शोषयित्वा +शोषयित्वाथ +शोषयिष्यामि +शोषयिष्ये +शोषयेच्च +शोषयेत् +शोषयेत्ततः +शोषयेत्पुनः +शोषयेदातपे +शोषयेद् +शोषयेद्वा +शोषश्च +शोषस्य +शोषाः +शोषाय +शोषिणां +शोषिणी +शोषिणे +शोषितं +शोषितः +शोषितम् +शोषिता +शोषितां +शोषिताः +शोषिते +शोषितो +शोषी +शोषे +शोषेण +शोषो +शोष्य +शोष्यं +शोष्यते +शोऽध्यायः +शोऽपि +शोऽस्ति +शो॒चिः +शो॒चिःऽके॑शम् +शो॒चिषा॑ +शो॒चिषा॒ +शो॒चिषे॑ +शो॒चिषे॒ +शो॒चिष्के॑शं +शो॒चिस्त॑पतु॒ +शो॒भसे॑ +शोꣳसामोद +शौ +शौअ +शौक +शौकरं +शौकरवे +शौकरीम् +शौक्तं +शौक्तम् +शौक्तानि +शौक्रं +शौक्रे +शौक्रेय +शौक्ल्यं +शौक्ल्यम् +शौक्ल्ये +शौङ्ग +शौच +शौचं +शौचः +शौचकर्मणि +शौचञ्च +शौचन्तु +शौचपराः +शौचपरैः +शौचपोषणयोः +शौचमद्रोहो +शौचमनायासो +शौचमपि +शौचमहिंसा +शौचमाचमनं +शौचमाचरेत् +शौचमाचान्तोऽप्यशुचिर्भवेत् +शौचमार्जवम् +शौचमाहारलाघवम् +शौचमिति +शौचमिन्द्रियनिग्रहः +शौचमिन्द्रियसंयमः +शौचमिष्यते +शौचमुच्यते +शौचमेव +शौचम् +शौचवर्जिताः +शौचविधिं +शौचविधिः +शौचसंतोषतपःस्वाध्यायेश्वरप्रणिधानानि +शौचस्य +शौचा +शौचाचार +शौचाचारविवर्जिताः +शौचाचारसमायुक्ता +शौचाचारांश्च +शौचात् +शौचात्स्वाङ्गजुगुप्सा +शौचादि +शौचादिकं +शौचानां +शौचानामर्थशौचं +शौचानि +शौचार्थं +शौचालंकारयोः +शौचालयस्य +शौचावशिष्टां +शौचाशौचं +शौचिवृक्षिः +शौचे +शौचेन +शौचेयो +शौट +शौटति +शौटीरः +शौण्ड +शौण्डः +शौण्डड्डत्ध् +शौण्डादिभिः +शौण्डाश्च +शौण्डिक +शौण्डिकः +शौण्डिकानां +शौण्डिके +शौण्डी +शौण्डीरः +शौण्डैः +शौण्डोत्कटक्षीबाः +शौद्धोदनि +शौद्धोदनिः +शौद्रं +शौद्रश्च +शौन +शौनःशेपम् +शौनःशेपाख्यानस्य +शौनक +शौनकं +शौनकः +शौनकउवाच +शौनकम् +शौनकश्च +शौनकसंहिता +शौनकस्तु +शौनकस्य +शौनकादयः +शौनकादिः +शौनकादिभिः +शौनकादिभ्यश्छन्दसि +शौनकादीन्प्रति +शौनकाद्य +शौनकाद्या +शौनकाद्यास्तपोधनाः +शौनकाय +शौनकायनो +शौनकिनः +शौनकी +शौनकीय +शौनकीयं +शौनकीया +शौनकीये +शौनकेन +शौनको +शौनकोऽपि +शौनकोऽब्रवीत् +शौनहोत्रः +शौनहोत्रो +शौभ्रेय +शौभ्रेयः +शौर +शौरये +शौरसेनी +शौरसेनीप्राकृतम् +शौरसेनीमातः +शौरि +शौरिं +शौरिः +शौरिजान् +शौरिणा +शौरिरिति +शौरिश्च +शौरिषु +शौरिस्तु +शौरी +शौरे +शौरेः +शौरौ +शौर्पम् +शौर्य +शौर्यं +शौर्यतेजःप्रभृतीनि +शौर्यमदो +शौर्यमहो +शौर्यमिति +शौर्यमेव +शौर्यम् +शौर्ययुक्तेन्द्र +शौर्यरसोर्जितानि +शौर्यवन्निन्द्र +शौर्यवान् +शौर्यस्य +शौर्यादय +शौर्यादयो +शौर्यादि +शौर्यादिना +शौर्ये +शौर्येण +शौर्योपेतः +शौर्योष्मणा +शौर्य्य +शौर्य्यं +शौर्य्यम् +शौर्य्ये +शौर्य्येण +शौल +शौल्कशालिकः +शौल्कानि +शौल्किक +शौल्किकः +शौल्बायनः +शौव +शौवं +शौवः +शौवनम् +शौवस्तिकम् +शौषिक +शौषिरो +शौष्कलः +श् +श्ः +श्क्नोति +श्क्यते +श्क्ष्म्ल्व्र्यी +श्क्ष्म्ल्व्र्यू +श्ख +श्च +श्चकार +श्चक्रे +श्चचार +श्चत +श्चतस्रः +श्चति +श्चतुरः +श्चतुरो +श्चतुर्थः +श्चतुर्दश +श्चतुर्भिः +श्चतुष्कलं +श्चत्वारः +श्चत्वारि +श्चत्वारो +श्चन +श्चन्द्र +श्चन्द्रः +श्चन्द्रमा +श्चन्द्रे +श्चन्द्रो +श्चमसाञ्जुह्वत्यथ +श्चय +श्चरति +श्चरन् +श्चरन्ति +श्चा +श्चाग्निं +श्चात्र +श्चाथ +श्चान्ये +श्चापि +श्चायं +श्चाष्टौ +श्चासौ +श्चास्य +श्चाहं +श्चि +श्चिच्छेद +श्चितम् +श्चित् +श्चित्तं +श्चित्तम् +श्चित्तस्य +श्चित्ते +श्चित्र +श्चित्रं +श्चिरं +श्चु +श्चुः +श्चुत्व +श्चुत्वं +श्चुत्वम् +श्चुत्वष्टुत्वे +श्चुत्वे +श्चुत्वेन +श्चुना +श्चे +श्चेति +श्चेत् +श्चै +श्चैते +श्चैव +श्चै॒व +श्चोतति +श्चोतन्ति +श्चोतन्त्यध्रिगो +श्चोत॑न्ति +श्चोत॑न्ति॒ +श्चोपसर्गे +श्चौ +श्च् +श्च्युतिर् +श्च्योतति +श्च॑ +श्च॒ +श्छ +श्छन्दसि +श्छन्दांसि +श्छान्दसः +श्छाया +श्टब्स् +श्तिपा +श्तिप् +श्ते +श्ध +श्धा +श्न +श्नं +श्नः +श्नथ +श्नथद् +श्नथद्वृत्रमुत +श्नथयन् +श्नथयन्त +श्नथयो +श्नथिता +श्नथिष्टन +श्नथिष्टम् +श्नथिहि +श्नथि॑ता +श्नप्त्रे +श्नमः +श्नमि +श्नमो +श्नम् +श्नसोः +श्नसोरल्लोप +श्नसोरल्लोपः +श्नस्य +श्ना +श्नाति +श्नान्न +श्नान्नलोप +श्नान्नलोपः +श्नाप्रत्ययः +श्नाप्रत्ययस्य +श्नाभ्यस्तयोः +श्नाभ्यस्तयोरात +श्नाभ्यस्तयोरातः +श्नाविकरणस्य +श्नि +श्नु +श्नुः +श्नुते +श्नुधातु +श्नुधातुभ्रुवां +श्नुप्रत्ययः +श्नुश्च +श्नुष्टिं +श्नुष्टिः +श्नो +श्नोर्लुक् +श्नौ +श्नौष्ठम् +श्न्यप्त्रे +श्म +श्मनि +श्मशा +श्मशान +श्मशानं +श्मशानकम् +श्मशानकरणं +श्मशानकर्म +श्मशानके +श्मशानगोचरं +श्मशानचारिकां +श्मशानचितं +श्मशानञ्च +श्मशानतः +श्मशानभस्मसंयुक्तं +श्मशानभूमौ +श्मशानमध्ये +श्मशानमपि +श्मशानमिव +श्मशानम् +श्मशानवासिनि +श्मशानवासिनी +श्मशानवासिने +श्मशानवासिनो +श्मशानवासी +श्मशानव्रज्या +श्मशानशूलस्य +श्मशानसदृशं +श्मशानसुमना +श्मशानस्थो +श्मशानस्य +श्मशानात् +श्मशानाद् +श्मशानानि +श्मशानान्ताः +श्मशानान्तास्तेषां +श्मशानान्ते +श्मशानार्थं +श्मशानालयवासिनीम् +श्मशाने +श्मशानेषु +श्मशानेऽस्मिन् +श्मशूणि +श्मश्रु +श्मश्रुः +श्मश्रुकर्म +श्मश्रुकर्मणि +श्मश्रुकर्माणि +श्मश्रुणि +श्मश्रुधारिणः +श्मश्रुभिः +श्मश्रुलं +श्मश्रुलः +श्मश्रुला +श्मश्रुलाः +श्मश्रुलो +श्मश्रुवन्तो +श्मश्रुषु +श्मश्रु॑ +श्मश्रूणां +श्मश्रूणि +श्मश्रूण्यग्रे +श्मश्रूण्य् +श्मश्रू॑णि +श्मश्रू॑णि॒ +श्माशानिकः +श्मील +श्य +श्यं +श्यंस्तु +श्यः +श्यत +श्यतः +श्यतां +श्यति +श्यतीति +श्यते +श्यत् +श्यन +श्यनः +श्यना +श्यनि +श्यनो +श्यन् +श्यन्ति +श्यन्ते +श्यन्नादयः +श्यन्परस्मैपदं +श्यन्प्रत्ययः +श्यन्प्रत्ययो +श्यन्वा +श्यन्विकरण +श्यन्विकरणः +श्यन्विकरणस्य +श्यप +श्यपः +श्यस्य +श्या +श्यां +श्याः +श्यात् +श्यादि +श्यानां +श्याम +श्यामं +श्यामः +श्यामकं +श्यामकः +श्यामकर्णं +श्यामकर्णानां +श्यामघटे +श्यामजी +श्यामतया +श्यामता +श्यामतां +श्यामतादशायां +श्यामत्वं +श्यामत्वमापन्नाः +श्यामत्वे +श्यामनिभं +श्याममुखस्य +श्याममेव +श्यामम् +श्यामया +श्यामरूपं +श्यामरूपस्य +श्यामरूपो +श्यामल +श्यामलं +श्यामलः +श्यामलचूचुकच्छलात् +श्यामलता +श्यामलतां +श्यामलम् +श्यामलया +श्यामलस्य +श्यामला +श्यामलां +श्यामलाः +श्यामलाङ्गं +श्यामलादण्डकम् +श्यामलाम् +श्यामले +श्यामलेन +श्यामलैः +श्यामलो +श्यामवर्ण +श्यामवर्णं +श्यामवर्णः +श्यामवर्णा +श्यामवर्णां +श्यामवर्णाः +श्यामवर्णे +श्यामवर्णो +श्यामविग्रहम् +श्यामशबलौ +श्यामशास्त्रिण +श्यामशास्त्रिवर्य +श्यामशास्त्री +श्यामश्च +श्यामसुन्दर +श्यामसुन्दरः +श्यामसुन्दरम् +श्यामस्य +श्यामा +श्यामां +श्यामांगं +श्यामाः +श्यामाक +श्यामाकं +श्यामाकः +श्यामाककोद्र +श्यामाका +श्यामाकाः +श्यामाकाद्वा +श्यामाकानां +श्यामाकाश्च +श्यामाकास्त्वथ +श्यामाके +श्यामाको +श्यामाक्षये +श्यामाङ्गः +श्यामाङ्गी +श्यामाङ्गीं +श्यामाच्छबलं +श्यामादि +श्यामादिनाशक्षणे +श्यामादीनां +श्यामादौ +श्यामाध्यानम् +श्यामान +श्यामानां +श्यामानि +श्यामापक्षी +श्यामाप्रसाद +श्यामाभ +श्यामाभं +श्यामाभा +श्यामाभां +श्यामाभो +श्यामाम् +श्यामाय +श्यामायते +श्यामायन +श्यामायमान +श्यामायमानानि +श्यामाया +श्यामायां +श्यामायाः +श्यामारुणा +श्यामालता +श्यामालतायां +श्यामावती +श्यामावतीप्रमुखानि +श्यामावत्या +श्यामावदातं +श्यामावदाताः +श्यामाविटपसदृशं +श्यामाशब्दस्य +श्यामाशब्दो +श्यामाशास्त्री +श्यामाश्च +श्यामासु +श्यामास्तवः +श्यामास्तूपरा +श्यामास्वङ्गं +श्यामि +श्यामिकया +श्यामिका +श्यामिकापि +श्यामे +श्यामेति +श्यामेन +श्यामेव +श्यामेषु +श्यामैः +श्यामो +श्यामौ +श्याम् +श्यायते +श्याल +श्यालं +श्यालः +श्यालकः +श्यालके +श्यालाः +श्यालिका +श्याले +श्यालो +श्याव +श्यावं +श्यावः +श्यावकं +श्यावके +श्यावता +श्यावतां +श्यावदन् +श्यावदन्तः +श्यावदन्तकः +श्यावदन्तश्च +श्यावनाय +श्यावनेत्रत्वं +श्यावपाण्डुता +श्यावपीतसितासिताः +श्यावपुत्र +श्यावम् +श्यावरक्तानां +श्यावलोहितम् +श्यावशोणितम् +श्यावस्तीव्रदाहरुजाज्वरः +श्यावऽअश्वस्य +श्यावा +श्यावाः +श्यावाननो +श्यावाय +श्यावारुणं +श्यावारुणत्वं +श्यावारुणा +श्यावारुणाः +श्यावारुणाभासा +श्यावारोकाभ्याम् +श्यावाश्यम् +श्यावाश्व +श्यावाश्वं +श्यावाश्वः +श्यावाश्वमेकस्याम् +श्यावाश्वम् +श्यावाश्वस्य +श्यावाश्वस्यार्षं +श्यावाश्वा +श्यावाश्वान्धीगवे +श्यावाश्वाय +श्यावाश्विः +श्यावाश्वे +श्यावाश्वो +श्यावास्यता +श्यावी +श्यावे +श्यावो +श्यावौ +श्या॒मो +श्या॒वऽअ॑श्वस्य +श्या॒वा +श्या॒वाः +श्या॒वाश्व॑स्य +श्या꣡इनो꣢ +श्ये +श्येत +श्येतं +श्येतः +श्येतललामास् +श्येता +श्येताक्षः +श्येतायते +श्येती +श्येतो +श्येत् +श्येन +श्येनं +श्येनः +श्येनकपोतीये +श्येनगामी +श्येनघण्टा +श्येनचितं +श्येनचित् +श्येनजीवी +श्येनतिलस्य +श्येनत्वम् +श्येनपक्षी +श्येनपत्वा +श्येनपातोऽस्यां +श्येनप्रतिरवच्छलात् +श्येनभासौ +श्येनम् +श्येनयागादौ +श्येनरूपेण +श्येनवत् +श्येनशब्दस्य +श्येनशैलादिसंयोगः +श्येनश्च +श्येनसद् +श्येनस्तथा +श्येनस्य +श्येनस्येव +श्येना +श्येनांश्च +श्येनांस्तथा +श्येनाः +श्येनाङ्गानां +श्येनादयः +श्येनादयो +श्येनादि +श्येनादिना +श्येनादौ +श्येनाद्भीतो +श्येनाद्येव +श्येनानां +श्येनाय +श्येनायते +श्येनाविव +श्येनासः +श्येनासो +श्येनास्तथा +श्येनिका +श्येनी +श्येनीं +श्येनीः +श्येने +श्येनेन +श्येनेनाभिचरन् +श्येनेनाभिचरन्यजेत +श्येनेनेति +श्येनो +श्येनोऽपि +श्येनोऽसि +श्येनोऽसीति +श्येनौ +श्ये॒न +श्ये॒नं +श्ये॒नः +श्ये॒नस्य॑ +श्ये॒नस्य॒ +श्ये॒नाय॑ +श्ये॒नासः॑ +श्ये॒नासो॒ +श्ये॒नो +श्यै +श्यैङः +श्यैङ् +श्यैत +श्यैतँ +श्यैतं +श्यैतत्वम् +श्यैतनौधसब्रह्मसामानः +श्यैतनौधसे +श्यैतम् +श्यैतस्य +श्यैते +श्यैतेन +श्यैनंपाता +श्यैनम्पाता +श्यैनिक +श्यो +श्योणाकवृक्षः +श्योनाक +श्योनाकः +श्योनाकप्रभेदः +श्योनाकभेदे +श्योनाकवृक्षः +श्योनाकवृक्षे +श्योनाको +श्योपुरमण्डलम् +श्योपुरम् +श्योऽस्पर्शे +श्य॑ति +श्र +श्रं +श्रः +श्रऔर +श्रक +श्रकि +श्रगि +श्रच +श्रज्ञान +श्रण +श्रणति +श्रणु +श्रत +श्रतं +श्रतः +श्रतएव +श्रता +श्रति +श्रतिः +श्रते +श्रतो +श्रत् +श्रत्ते +श्रत्ते॑ +श्रत्य +श्रत्या +श्रत्र +श्रत्रोपपत्तिः +श्रत्वा +श्रथ +श्रथय +श्रथयति +श्रथयन्त +श्रथया +श्रथर्यति +श्रथवा +श्रथाय +श्रथि +श्रथित्वा +श्रथ्नाति +श्रथ्नीते +श्रद +श्रदं +श्रदस्मै +श्रदिति +श्रद् +श्रद्द +श्रद्दधतां +श्रद्दधति +श्रद्दधते +श्रद्दधाति +श्रद्दधातु +श्रद्दधान +श्रद्दधानं +श्रद्दधानः +श्रद्दधानतया +श्रद्दधानतयैव +श्रद्दधानता +श्रद्दधानश्च +श्रद्दधानस्तु +श्रद्दधानस्य +श्रद्दधाना +श्रद्दधानाः +श्रद्दधानानां +श्रद्दधानाय +श्रद्दधानाश्च +श्रद्दधानेन +श्रद्दधानेषु +श्रद्दधानो +श्रद्दधानोऽनसूयकः +श्रद्दधानोऽनसूयश्च +श्रद्दधामि +श्रद्दधासि +श्रद्दधास्यति +श्रद्दधीत +श्रद्दधीमहि +श्रद्दधीरन् +श्रद्दधुः +श्रद्दधे +श्रद्दध्यां +श्रद्दध्यात् +श्रद्दध्याम +श्रद्ध +श्रद्धं +श्रद्धत्ते +श्रद्धत्थ +श्रद्धत्स्व +श्रद्धधानः +श्रद्धधाना +श्रद्धधानेन +श्रद्धधानो +श्रद्धनकाशे +श्रद्धम् +श्रद्धयन्तः +श्रद्धया +श्रद्धयाग्निः +श्रद्धयादरात् +श्रद्धयान्वितः +श्रद्धयान्वितम् +श्रद्धयान्विता +श्रद्धयान्विताः +श्रद्धयान्वितैः +श्रद्धयार्चितुमिच्छति +श्रद्धयाऽन्वितः +श्रद्धयाऽन्विताः +श्रद्धयेति +श्रद्धयेत्यादि +श्रद्धयेहते +श्रद्धयैव +श्रद्धयोपनिषदा +श्रद्धयोपेत +श्रद्धयोपेतः +श्रद्धयोपेतमिति +श्रद्धयोपेता +श्रद्धयोपेतो +श्रद्धस्य +श्रद्धा +श्रद्धां +श्रद्धाः +श्रद्धाकृतयोगाधिगमपर +श्रद्धाञ्जलिः +श्रद्धातः +श्रद्धातपसी +श्रद्धातव्यं +श्रद्धात्रयविभागयोगः +श्रद्धात्रयविभागयोगस्य +श्रद्धात्रैविध्यं +श्रद्धादयः +श्रद्धादयो +श्रद्धादिपूर्वकः +श्रद्धादिभिः +श्रद्धादीनां +श्रद्धादीनि +श्रद्धादेयं +श्रद्धादेयो +श्रद्धादेवं +श्रद्धानं +श्रद्धानिवृत्तेर्ज्ञानस्य +श्रद्धान्वितः +श्रद्धान्वितो +श्रद्धापि +श्रद्धापूतं +श्रद्धापूतेन +श्रद्धापूर्वकं +श्रद्धाप्रतीघाते +श्रद्धाभक्ति +श्रद्धाभक्तिसमन्वितः +श्रद्धाभक्ती +श्रद्धाभिः +श्रद्धाभिमर्शनेनाभिमृशति +श्रद्धामना +श्रद्धामयः +श्रद्धामयोऽयं +श्रद्धामात्रेण +श्रद्धामाप्नोति +श्रद्धामिति +श्रद्धामुत्पाद्य +श्रद्धामूलं +श्रद्धामेधे +श्रद्धाम् +श्रद्धाय +श्रद्धाया +श्रद्धायां +श्रद्धायाः +श्रद्धायामपाने +श्रद्धायामिति +श्रद्धायाम् +श्रद्धायुक्तः +श्रद्धायुक्तया +श्रद्धायुक्तेन +श्रद्धायुक्तो +श्रद्धायै +श्रद्धारहितं +श्रद्धालवः +श्रद्धालवे +श्रद्धालवो +श्रद्धालु +श्रद्धालुः +श्रद्धालूनां +श्रद्धावता +श्रद्धावतां +श्रद्धावते +श्रद्धावत् +श्रद्धावन्तः +श्रद्धावन्तो +श्रद्धावन्तोऽनसूयन्तो +श्रद्धावाननसूयश्च +श्रद्धावानिति +श्रद्धावान् +श्रद्धावान्भजते +श्रद्धावित्तो +श्रद्धाविरहितं +श्रद्धावीर्यस्मृतिसमाधिप्रज्ञापूर्वक +श्रद्धावॉंल्लभते +श्रद्धाश्रद्धा +श्रद्धाश्रद्धे +श्रद्धासंपन्नो +श्रद्धासमन्वितः +श्रद्धासमन्वितम् +श्रद्धासमन्विताः +श्रद्धासमन्वितैः +श्रद्धास्यति +श्रद्धास्यते +श्रद्धाहीनं +श्रद्धाऽपि +श्रद्धाऽश्रद्धा +श्रद्धाꣳ +श्रद्धिवं +श्रद्धीयते +श्रद्धे +श्रद्धेति +श्रद्धेत्यप +श्रद्धेत्युदाहृता +श्रद्धेन्द्रियं +श्रद्धेय +श्रद्धेयं +श्रद्धेयः +श्रद्धेयम् +श्रद्धेयवचनाः +श्रद्धेया +श्रद्धेयानां +श्रद्धेयो +श्रद्धेव +श्रद्धेषु +श्रद्धैव +श्रद्धो +श्रद्धोपपन्ने +श्रद्धोपवासः +श्रद्धोपेतमात्रस्येति +श्रद्य +श्रद्वय +श्रद्वा +श्रध +श्रध्दया +श्रध्दा +श्रध्यास +श्रन +श्रनुसूया +श्रनेन +श्रन् +श्रन्तर +श्रन्थ +श्रन्थः +श्रन्थति +श्रन्थते +श्रन्थना +श्रन्थयति +श्रन्थित्वा +श्रन्य +श्रन्वयः +श्रप +श्रपण +श्रपणं +श्रपणम् +श्रपणस्य +श्रपणे +श्रपति +श्रपने +श्रपय +श्रपयति +श्रपयतीति +श्रपयतु +श्रपयतेति +श्रपयन्ति +श्रपयन्तु +श्रपयान् +श्रपयामास +श्रपयित्वा +श्रपयित्वाभिघार्योदञ्चमुद्वास्य +श्रपयित्वाभिघार्योद्वास्य +श्रपयित्वासादयति +श्रपयित्वाऽभिघार्योद्वास्य +श्रपयित्वेति +श्रपयित्वोपस्तीर्णाभिघारितां +श्रपयेच्चरुम् +श्रपयेत् +श्रपयेत्तं +श्रपयेदिति +श्रपि +श्रपितं +श्रपिता +श्रपेक्षा +श्रप्यते +श्रप्यन्ते +श्रप्रत्र +श्रप्रस्य +श्रब +श्रभाव +श्रम +श्रमं +श्रमः +श्रमकर्शितः +श्रमघ्नं +श्रमजलं +श्रमजातेन +श्रमण +श्रमणं +श्रमणः +श्रमणक +श्रमणकः +श्रमणका +श्रमणकेन +श्रमणको +श्रमणब्राह्मणकृपणवनीपकान् +श्रमणब्राह्मणा +श्रमणब्राह्मणाः +श्रमणब्राह्मणैर्यद्भगवतास्माकं +श्रमणम् +श्रमणस्य +श्रमणा +श्रमणाः +श्रमणादिभिः +श्रमणान् +श्रमणिका +श्रमणी +श्रमणीं +श्रमणीसारूप्यञ्च +श्रमणे +श्रमणेन +श्रमणो +श्रमतो +श्रमदानं +श्रमनाशनः +श्रमनाशनम् +श्रमपीडितः +श्रमम् +श्रमयुवः +श्रमवारि +श्रमवारिलेशैः +श्रमविवृतमुखभ्रंशिभिः +श्रमशान्त्यर्थं +श्रमशीलयुतं +श्रमश्च +श्रमश्चैव +श्रमस्य +श्रमहरं +श्रमहारिणि +श्रमा +श्रमाः +श्रमात् +श्रमाद् +श्रमाद्वा +श्रमानिलहरं +श्रमान् +श्रमापनोदाय +श्रमापहम् +श्रमाम्भः +श्रमाय +श्रमिकाः +श्रमिकाणां +श्रमिकानां +श्रमिकानाम् +श्रमिकान् +श्रमिणः +श्रमिष्म +श्रमी +श्रमु +श्रमे +श्रमेण +श्रमेऽपि +श्रमे॑ण +श्रमैः +श्रमो +श्रमोपवासानिलजे +श्रमोऽपि +श्रमोऽयं +श्रमोऽरतिर्विवर्णत्वं +श्रमोऽस्ति +श्रम् +श्रम्भु +श्रय +श्रयं +श्रयः +श्रयङ्के +श्रयण +श्रयणं +श्रयणम् +श्रयणाय +श्रयणीयम् +श्रयणे +श्रयणेन +श्रयत +श्रयतां +श्रयतामिति +श्रयताम् +श्रयति +श्रयतियौतिपूद्रुवः +श्रयतीति +श्रयतु +श्रयते +श्रयतेः +श्रयत्वं +श्रयत्वेन +श्रयध्वं +श्रयध्वम् +श्रयन +श्रयन् +श्रयन्त +श्रयन्तः +श्रयन्तां +श्रयन्ताम् +श्रयन्ति +श्रयन्ती +श्रयन्तु +श्रयन्ते +श्रयमाणः +श्रयमाणा +श्रयमाणाः +श्रयम् +श्रयसि +श्रयस्य +श्रयस्व +श्रयस्वान्तरिक्षे +श्रयस्वेति +श्रया +श्रयाः +श्रयात् +श्रयामहे +श्रयामि +श्रयिता +श्रयितुं +श्रयितुम् +श्रयिष्यति +श्रयिष्ये +श्रयुक +श्रयुकः +श्रये +श्रयेण +श्रयेत +श्रयेति +श्रयेत् +श्रयेथाम् +श्रयेथे +श्रयो +श्रर्थ +श्रर्थात् +श्रव +श्रवं +श्रवः +श्रवः॑ +श्रवः॑ऽभिः +श्रवण +श्रवणं +श्रवणः +श्रवणकटु +श्रवणकाले +श्रवणकुमारः +श्रवणगोचरमिति +श्रवणजं +श्रवणञ्च +श्रवणञ्चैव +श्रवणतः +श्रवणत्रयं +श्रवणत्रये +श्रवणद्वये +श्रवणद्वादशी +श्रवणद्वादशीं +श्रवणद्वादशीयोगे +श्रवणद्वादश्यां +श्रवणद्वारा +श्रवणनक्षत्रे +श्रवणनियमितेन +श्रवणपथगता +श्रवणपदमूले +श्रवणपुटः +श्रवणफलञ्च +श्रवणबेळगोळ +श्रवणबेळगोळविधानसभाक्षेत्रम् +श्रवणभूषणम् +श्रवणमनननिदिध्यासनानि +श्रवणमननयोः +श्रवणमननादिना +श्रवणमननाभ्यां +श्रवणमनने +श्रवणमननोत्तरभाविना +श्रवणमपि +श्रवणमस्ति +श्रवणमात्रेण +श्रवणमिति +श्रवणमेव +श्रवणम् +श्रवणयो +श्रवणयोः +श्रवणरहितः +श्रवणर्क्षं +श्रवणर्क्षे +श्रवणविषयं +श्रवणवेलायां +श्रवणशीर्षिका +श्रवणसमकालमेव +श्रवणसुभगं +श्रवणसुभगैः +श्रवणस्य +श्रवणा +श्रवणाकर्म +श्रवणाच्च +श्रवणाच्चैव +श्रवणात् +श्रवणात्तस्य +श्रवणात्पठनाच्चापि +श्रवणात्पठनाच्चास्य +श्रवणादपि +श्रवणादयः +श्रवणादस्य +श्रवणादि +श्रवणादिकं +श्रवणादिकमेव +श्रवणादिकम् +श्रवणादिति +श्रवणादित्रयं +श्रवणादिना +श्रवणादिभिः +श्रवणादिषु +श्रवणादिसाध्यां +श्रवणादिह +श्रवणादीनां +श्रवणादीनि +श्रवणादेः +श्रवणादेव +श्रवणादौ +श्रवणाद् +श्रवणाद्दर्शनाद्वापि +श्रवणाद्भवेत् +श्रवणाद्यदोऽध्याहारः +श्रवणाद्यपि +श्रवणानक्षत्रम् +श्रवणानन्तरं +श्रवणानां +श्रवणानि +श्रवणान् +श्रवणान्ते +श्रवणान्मननाच्चैव +श्रवणान्विता +श्रवणापक्ष +श्रवणाभ्यां +श्रवणामृतम् +श्रवणामृतस्य +श्रवणाय +श्रवणायां +श्रवणायापि +श्रवणार्थं +श्रवणावधि +श्रवणावुभौ +श्रवणाश्वत्थाभ्याम् +श्रवणीयं +श्रवणीयः +श्रवणीयम् +श्रवणीयस्य +श्रवणीया +श्रवणीयानि +श्रवणीयेन +श्रवणे +श्रवणेच्छा +श्रवणेति +श्रवणेन +श्रवणेनापि +श्रवणेनैव +श्रवणेन्द्रियं +श्रवणेन्द्रियम् +श्रवणेन्द्रियस्य +श्रवणेषु +श्रवणेऽथवा +श्रवणेऽपि +श्रवणैः +श्रवणो +श्रवणोपेता +श्रवणौ +श्रवति +श्रवत् +श्रवदिह +श्रवद् +श्रवन +श्रवनं +श्रवय +श्रवयतं +श्रवयन्तः +श्रवश्च +श्रवस +श्रवसः +श्रवसश्च +श्रवसा +श्रवसि +श्रवसी +श्रवसे +श्रवसो +श्रवसोः +श्रवसोश्च +श्रवस्था +श्रवस्य +श्रवस्यता +श्रवस्यते +श्रवस्यन्तः +श्रवस्यया +श्रवस्यवः +श्रवस्यवो +श्रवस्या +श्रवस्यानि +श्रवस्युं +श्रवस्युः +श्रवस्येन्द्रं +श्रवा +श्रवांसि +श्रवांस्युत्तमानि +श्रवां॑सि +श्रवाः +श्रवात् +श्रवादेव +श्रवाय +श्रवाय्यं +श्रवाय्यः +श्रवाय्यम् +श्रवाय्यस्य +श्रवाय्ये +श्रविष्ठः +श्रविष्ठा +श्रविष्ठाः +श्रविष्ठादौ +श्रविष्ठायां +श्रविष्ठाश्रवणे +श्रविष्ठाषाढाभ्यां +श्रविष्ठासु +श्रवे +श्रवो +श्रवोभिः +श्रवोऽन्नं +श्रवो॑ +श्रवो॒ +श्रव्य +श्रव्यं +श्रव्यः +श्रव्यकाव्यम् +श्रव्यम् +श्रव्यवृत्तैः +श्रव्या +श्रव्ये +श्रव॑ +श्रव॑ः +श्रव॑त् +श्रव॑सः +श्रव॑सा +श्रव॑सा॒ +श्रव॑से +श्रव॑से॒ +श्रव॑सो॒ +श्रव॒ +श्रव॒स्यव॑ः +श्रव॒स्या +श्रव॒स्या॑ +श्रश +श्रष्ठो +श्रस्तु +श्रस्य +श्रहं +श्रहरिनामामृतव्याकरणम् +श्रहो +श्रा +श्रां +श्रांगारिकं +श्रांतं +श्रांतः +श्रांतस्य +श्रांता +श्रांतो +श्राः +श्राइन +श्राई +श्राकाश +श्रागारुडे +श्रागे +श्राच +श्राचार्य +श्राच् +श्राणा +श्राणां +श्राणिकः +श्राणिकी +श्रात +श्रातं +श्रातः +श्रातम् +श्राता +श्राताः +श्रातास्त +श्राति +श्रातो +श्रात्म +श्रात्मगतं +श्रात्मनः +श्रात्मा +श्रात्मानं +श्राथयति +श्रादयः +श्रादि +श्रादिक +श्रादिकों +श्रादितः +श्रादेशः +श्रादौ +श्राद् +श्राद्द +श्राद्ध +श्राद्धं +श्राद्धः +श्राद्धकरः +श्राद्धकरणम् +श्राद्धकरणस्य +श्राद्धकरणे +श्राद्धकर्ता +श्राद्धकर्तुश्च +श्राद्धकर्तॄणां +श्राद्धकर्त्ता +श्राद्धकर्म +श्राद्धकर्मणि +श्राद्धकर्मण्युपस्थिते +श्राद्धकर्मसु +श्राद्धकर्माणि +श्राद्धकर्म्मणि +श्राद्धकल्पं +श्राद्धकल्पः +श्राद्धकल्पलता +श्राद्धकल्पे +श्राद्धकल्पो +श्राद्धकाण्डः +श्राद्धकाण्डे +श्राद्धकाल +श्राद्धकालं +श्राद्धकालः +श्राद्धकालाः +श्राद्धकालान् +श्राद्धकाले +श्राद्धकृत् +श्राद्धकृत्सत्यवादी +श्राद्धचिन्तामणौ +श्राद्धञ्च +श्राद्धतः +श्राद्धतत्त्वं +श्राद्धतत्त्वम् +श्राद्धतत्त्वे +श्राद्धतर्पणम् +श्राद्धतर्पिताः +श्राद्धत्रयं +श्राद्धदः +श्राद्धदा +श्राद्धदातारः +श्राद्धदानं +श्राद्धदाने +श्राद्धदानेन +श्राद्धदिने +श्राद्धदृष्टेन +श्राद्धदेव +श्राद्धदेवं +श्राद्धदेवः +श्राद्धदेवताः +श्राद्धदेवस्य +श्राद्धदेवाय +श्राद्धदेवो +श्राद्धदेशः +श्राद्धदेशाः +श्राद्धदो +श्राद्धद्वयं +श्राद्धनकाशे +श्राद्धनिर्णयः +श्राद्धनिषेधः +श्राद्धन्तु +श्राद्धपक्षे +श्राद्धप्रकरणम् +श्राद्धप्रकरणे +श्राद्धप्रकाशः +श्राद्धप्रकाशे +श्राद्धप्रदो +श्राद्धफलं +श्राद्धभुक् +श्राद्धभेदे +श्राद्धभोजनम् +श्राद्धभोजने +श्राद्धमक्षयं +श्राद्धमत्र +श्राद्धमनन्तं +श्राद्धमनन्तफलदं +श्राद्धमनेन +श्राद्धमन्नाद्येनोदकेन +श्राद्धमहं +श्राद्धमाचरेत् +श्राद्धमानन्त्यमश्नुते +श्राद्धमारक्षवर्जितम् +श्राद्धमावश्यकम् +श्राद्धमिति +श्राद्धमिष्यते +श्राद्धमुच्यते +श्राद्धमुद्दिश्य +श्राद्धमेतेषु +श्राद्धमेव +श्राद्धम् +श्राद्धलक्षणम् +श्राद्धवासरे +श्राद्धविघ्ने +श्राद्धविदो +श्राद्धविधानात् +श्राद्धविधिं +श्राद्धविधिः +श्राद्धविवेकः +श्राद्धविवेके +श्राद्धशतैरपि +श्राद्धशब्दं +श्राद्धशब्दस्य +श्राद्धशेषं +श्राद्धशेषस्य +श्राद्धषोडशम् +श्राद्धसंपाते +श्राद्धसारः +श्राद्धसारे +श्राद्धस्य +श्राद्धा +श्राद्धाः +श्राद्धात् +श्राद्धादि +श्राद्धादिकं +श्राद्धादिना +श्राद्धादिषु +श्राद्धादीनां +श्राद्धादौ +श्राद्धानां +श्राद्धानि +श्राद्धान्तरं +श्राद्धान्ते +श्राद्धान्नं +श्राद्धान्यपि +श्राद्धाय +श्राद्धार्थं +श्राद्धार्हा +श्राद्धार्हाः +श्राद्धिकं +श्राद्धिकः +श्राद्धी +श्राद्धे +श्राद्धेन +श्राद्धेनानेन +श्राद्धेषु +श्राद्धेऽपि +श्राद्धैः +श्राद्धैश्च +श्राद्धो +श्राद्धोपकरणनिरूपणम् +श्राद्य +श्रानंद +श्रानन्द +श्रान्त +श्रान्तं +श्रान्तः +श्रान्तकायो +श्रान्तता +श्रान्तम् +श्रान्तवाहनः +श्रान्तश्च +श्रान्तसंवाहनं +श्रान्तस्य +श्रान्ता +श्रान्तां +श्रान्ताः +श्रान्तानां +श्रान्तान् +श्रान्ताभ्यस् +श्रान्ताय +श्रान्ताश्च +श्रान्तासि +श्रान्तिं +श्रान्तिः +श्रान्तिदोऽसि +श्रान्ते +श्रान्तेन +श्रान्तेभ्यस् +श्रान्तेभ्यस्तप्तेभ्यः +श्रान्तेषु +श्रान्तो +श्रान्तोऽसि +श्रान्तोऽसीति +श्रान्तोऽस्मि +श्रान्तोऽहं +श्रान्तौ +श्रान्त्या +श्रान्वयः +श्राप +श्रापः +श्रापयति +श्रापि +श्राप्य +श्राभावः +श्राम +श्रामणकं +श्रामणेरं +श्रामणेरक +श्रामणेरो +श्रामणेरौ +श्रामण्यं +श्रामण्यम् +श्राम्यतः +श्राम्यतां +श्राम्यति +श्राम्यतेति +श्राम्यन्ति +श्राम्यसि +श्राय +श्रायः +श्रायति +श्रायन्त +श्रायन्तइव +श्रायन्तीयं +श्रायन्तीयम् +श्रायन्तीयस्यर्क्षु +श्राययति +श्रायसम् +श्रायसो +श्राय॑न्त +श्रार +श्रार्यपुत्र +श्राव +श्रावं +श्रावः +श्रावक +श्रावकं +श्रावकः +श्रावकत्वं +श्रावकप्रत्येकबुद्धानां +श्रावकबोधिं +श्रावकबोधिः +श्रावकयानिका +श्रावकयाने +श्रावकसङ्घो +श्रावकस्य +श्रावका +श्रावकाः +श्रावकाणां +श्रावकादीनां +श्रावकानां +श्रावकान् +श्रावकाश्च +श्रावके +श्रावकेण +श्रावकेषु +श्रावकैः +श्रावको +श्रावखानसगृह्यसूत्रम् +श्रावण +श्रावणं +श्रावणः +श्रावणता +श्रावणत्वं +श्रावणत्वस्य +श्रावणत्वात् +श्रावणत्वेन +श्रावणपूर्णिमा +श्रावणमास +श्रावणमासः +श्रावणमासस्य +श्रावणमासे +श्रावणम् +श्रावणस्य +श्रावणस्याष्टमी +श्रावणा +श्रावणादि +श्रावणादिषु +श्रावणादौ +श्रावणिकः +श्रावणिकश्च +श्रावणी +श्रावणीं +श्रावणीयं +श्रावणे +श्रावणेन +श्रावणो +श्रावण्या +श्रावण्यां +श्रावण्यै +श्रावय +श्रावयंति +श्रावयति +श्रावयतीति +श्रावयते +श्रावयत्येव +श्रावयन् +श्रावयन्ति +श्रावयन्ती +श्रावयसे +श्रावयामास +श्रावयामि +श्रावयास्तु +श्रावयितव्यः +श्रावयिता +श्रावयितुं +श्रावयितुम् +श्रावयित्वा +श्रावयिष्यति +श्रावयिष्यामि +श्रावयेच्च +श्रावयेच्चतुरो +श्रावयेच्चापि +श्रावयेच्छ्राद्धे +श्रावयेति +श्रावयेत् +श्रावयेदपि +श्रावयेदिति +श्रावयेद् +श्रावयेद्द्विजः +श्रावयेद्यः +श्रावयेद्यस्तु +श्रावयेद्वा +श्रावयेद्वापि +श्रावयेन्नापि +श्रावयेयुः +श्रावरण +श्रावस्तको +श्रावस्तस्य +श्रावस्ती +श्रावस्तीं +श्रावस्तीमण्डलम् +श्रावस्तीमनुप्राप्तः +श्रावस्तीयं +श्रावस्तेयका +श्रावस्त्या +श्रावस्त्यां +श्रावस्त्यामन्यतमः +श्रावस्त्यामन्यतमो +श्राविका +श्राविकाः +श्राविकाणां +श्राविकाश्च +श्रावित +श्रावितं +श्रावितः +श्रावितम् +श्रावितवती +श्रावितवान् +श्राविता +श्राविताः +श्रावितो +श्रावितोऽन्येभ्यो +श्राविष्ठीयः +श्राव्य +श्राव्यं +श्राव्यः +श्राव्यते +श्राव्यन्ते +श्राव्या +श्राव्ये +श्राव्यो +श्रासीत् +श्राह +श्रा॒तं +श्रा॒तम् +श्रि +श्रिङ्गोन्नति +श्रिञ् +श्रिणीभुवोऽनुपसर्गे +श्रित +श्रितं +श्रितः +श्रितचेतनमन्दारं +श्रितम् +श्रितया +श्रितरम +श्रितवति +श्रितवती +श्रितवान् +श्रितस् +श्रितस्य +श्रिता +श्रिताः +श्रितातीतपतितगतात्यस्तप्राप्तापन्नैः +श्रितादिभिः +श्रितादिषु +श्रितानां +श्रितानाम् +श्रितानि +श्रितान् +श्रिताम् +श्रितासः +श्रितास्ते +श्रिती +श्रिते +श्रितेति +श्रितैर्वर्जितं +श्रितो +श्रितोऽस्माभिस्तृष्णातरलितमनोभिर्जलनिधिः +श्रितोऽस्मि +श्रितौ +श्रित्य +श्रित्वा +श्रिभिः +श्रिय +श्रियं +श्रियं॑ +श्रियं॒ +श्रियः +श्रियःकान्ताय +श्रियःपतिः +श्रियःपतिम् +श्रियःपते +श्रियःपतेः +श्रियः॑ +श्रियञ्च +श्रियमनुचिन्त्य +श्रियमपि +श्रियमवाप्नुयात् +श्रियमश्नुते +श्रियमा +श्रियमातनोति +श्रियमातनोतु +श्रियमानयन्ति +श्रियमाप्नुयात् +श्रियमाप्नोति +श्रियमाप्नोत्यनुत्तमाम् +श्रियमायुश्च +श्रियमावाहयामि +श्रियमावाह्य +श्रियमिच्छता +श्रियमिच्छताम् +श्रियमिति +श्रियमित्यर्थः +श्रियमिव +श्रियमुत्तमाम् +श्रियमुदीरिताग्नयः +श्रियमूहे +श्रियमेति +श्रियमेव +श्रियम् +श्रियश्च +श्रियसे +श्रिया +श्रियां +श्रियाः +श्रियादयः +श्रियादि +श्रियादीनां +श्रियान्वितः +श्रियान्वितम् +श्रियान्विताः +श्रियाम् +श्रियाऽध्यासितवक्षसम् +श्रियि +श्रिये +श्रियेति +श्रियेव +श्रियेऽस्तु +श्रियै +श्रियैव +श्रियो +श्रियोः +श्रियोऽपि +श्रियोऽवाप्तिर्भुजयोर्विभवो +श्रियो॑ +श्रियौ +श्रिय॑ः +श्रिय॑म् +श्रियꣳ +श्रिषु +श्रिहनिभ्यां +श्रि॒तः +श्रि॒तम् +श्रि॒ता +श्रि॒ताः +श्रि॒तो +श्रि॒य +श्रि॒यसे॑ +श्रि॒यसे॒ +श्रि॒या +श्रि॒ये +श्रि॒यै +श्री +श्रीँ +श्रीं +श्रीः +श्रीअमुकदेवशर्म्मा +श्रीआदिनाथचरिते +श्रीउद्धव +श्रीऋषिरुवाच +श्रीऔर्व्व +श्रीक +श्रीकं +श्रीकंठ +श्रीकंठं +श्रीकंठः +श्रीकंठाय +श्रीकः +श्रीकण्ठ +श्रीकण्ठं +श्रीकण्ठः +श्रीकण्ठचरिते +श्रीकण्ठय्य +श्रीकण्ठय्यः +श्रीकण्ठश्च +श्रीकण्ठसेवया +श्रीकण्ठस्तवः +श्रीकण्ठस्य +श्रीकण्ठादि +श्रीकण्ठाय +श्रीकण्ठी +श्रीकण्ठे +श्रीकण्ठेन +श्रीकण्ठो +श्रीकपिलदेवहूतिसंवादे +श्रीकप्फिणाभ्युदये +श्रीकम्भरालक्ष्मीं +श्रीकर +श्रीकरं +श्रीकरः +श्रीकरणाग्रणीः +श्रीकरम् +श्रीकरस्य +श्रीकराय +श्रीकरी +श्रीकरो +श्रीकर्ण +श्रीकर्ता +श्रीकल्याणानन्दभारतीमान्ताचार्यात्यन्तप्रियान्तेवासिनात्रि +श्रीकवितार्किकसिंहस्य +श्रीकश्यप +श्रीका +श्रीकाकुलम् +श्रीकाकुळम् +श्रीकाकुळम्मण्डलम् +श्रीकान्त +श्रीकान्तं +श्रीकान्तः +श्रीकान्तस्य +श्रीकाम +श्रीकामं +श्रीकामः +श्रीकामस्य +श्रीकामा +श्रीकामाक्षि +श्रीकामाक्षीसुप्रभातम् +श्रीकामो +श्रीकारी +श्रीकालहस्ती +श्रीकालिकापुराणे +श्रीकालिदास +श्रीकालिदासकृतौ +श्रीकालोत्तरे +श्रीकाशीविश्वनाथसुप्रभातम् +श्रीकुब्जिका +श्रीकुब्जिकामते +श्रीकुमारदासस्य +श्रीकूर्म +श्रीकूर्मपुराणे +श्रीकृ +श्रीकृष्ण +श्रीकृष्णं +श्रीकृष्णंप्रति +श्रीकृष्णः +श्रीकृष्णउवाच +श्रीकृष्णकविप्रणीतम् +श्रीकृष्णगरुडसंवादे +श्रीकृष्णचन्द्रस्य +श्रीकृष्णचन्द्रो +श्रीकृष्णचरणाम्भोजे +श्रीकृष्णचरितं +श्रीकृष्णचरिते +श्रीकृष्णजन्म +श्रीकृष्णजन्मखंड +श्रीकृष्णजन्मखंडे +श्रीकृष्णजन्मखण्ड +श्रीकृष्णजन्मखण्डः +श्रीकृष्णजन्मखण्डम् +श्रीकृष्णजन्मखण्डे +श्रीकृष्णजन्माष्टमी +श्रीकृष्णतर्कालङ्कारः +श्रीकृष्णदर्शनं +श्रीकृष्णदास +श्रीकृष्णदेवरायः +श्रीकृष्णदेवरायस्य +श्रीकृष्णदेवस्य +श्रीकृष्णनाम +श्रीकृष्णनारायण +श्रीकृष्णनारायणं +श्रीकृष्णनारायणः +श्रीकृष्णनारायणभक्तोऽस्मि +श्रीकृष्णनारायणस्य +श्रीकृष्णनारायणाय +श्रीकृष्णनारायणे +श्रीकृष्णनारायणेन +श्रीकृष्णनारायणो +श्रीकृष्णनारायणोऽस्तु +श्रीकृष्णपरमात्मनः +श्रीकृष्णपुरुषोत्तमः +श्रीकृष्णपुरुषोत्तमम् +श्रीकृष्णप्रीतये +श्रीकृष्णप्रीत्यर्थे +श्रीकृष्णबलदेवयोः +श्रीकृष्णब्रह्मतन्त्रपरकालसंयमीन्द्रः +श्रीकृष्णभक्तानां +श्रीकृष्णमन्त्रं +श्रीकृष्णमन्दिरे +श्रीकृष्णमिश्रः +श्रीकृष्णमेव +श्रीकृष्णम् +श्रीकृष्णयुधिष्ठिरसंवाद +श्रीकृष्णयुधिष्ठिरसंवादे +श्रीकृष्णरामभट्टः +श्रीकृष्णरूपं +श्रीकृष्णवचनं +श्रीकृष्णवल्लभः +श्रीकृष्णवल्लभम् +श्रीकृष्णवल्लभस्वामी +श्रीकृष्णविलासकाव्यम् +श्रीकृष्णविलासम् +श्रीकृष्णश्च +श्रीकृष्णसत्यभामासंवादे +श्रीकृष्णसन्दर्भे +श्रीकृष्णसन्निधौ +श्रीकृष्णसमागमवर्णनम् +श्रीकृष्णस्तं +श्रीकृष्णस्तोत्रम् +श्रीकृष्णस्मरणं +श्रीकृष्णस्य +श्रीकृष्णस्याज्ञया +श्रीकृष्णस्यापि +श्रीकृष्णस्यैव +श्रीकृष्णाख्यं +श्रीकृष्णागमनं +श्रीकृष्णाज्ञया +श्रीकृष्णात् +श्रीकृष्णात्मनावतीर्णम् +श्रीकृष्णादीनां +श्रीकृष्णाय +श्रीकृष्णार्घदानवर्णनम् +श्रीकृष्णार्जुन +श्रीकृष्णार्जुनसं +श्रीकृष्णार्जुनसंवादे +श्रीकृष्णार्पणमस्तु +श्रीकृष्णाष्टकं +श्रीकृष्णाष्टकम् +श्रीकृष्णे +श्रीकृष्णेति +श्रीकृष्णेन +श्रीकृष्णेनापि +श्रीकृष्णेष्टो +श्रीकृष्णो +श्रीकृष्णोद्धवसंवादे +श्रीकृष्णोऽपि +श्रीकोविन्दः +श्रीकोविन्दस्य +श्रीक्रमसंहितायां +श्रीक्रमे +श्रीक्षेत्रं +श्रीक्षेमेन्द्रविरचितायां +श्रीखण्ड +श्रीखण्डं +श्रीखण्डचर्चा +श्रीखण्डलेपेन +श्रीखण्डवृक्षाणां +श्रीखण्डशैलस्य +श्रीखण्डे +श्रीखण्डेन +श्रीगंगा +श्रीगङ्गादेव्या +श्रीगङ्गानगरमण्डलम् +श्रीगङ्गानगरम् +श्रीगजानन +श्रीगजाननवरेण्यसंवादे +श्रीगणपति +श्रीगणाधिपतये +श्रीगणेश +श्रीगणेशं +श्रीगणेशपुराण +श्रीगणेशपुराणे +श्रीगणेशस्य +श्रीगणेशाय +श्रीगणेशायनमः +श्रीगदाधरः +श्रीगदित +श्रीगदितं +श्रीगदितम् +श्रीगदी +श्रीगन्धः +श्रीगन्धवृक्षः +श्रीगन्धस्य +श्रीगरुडमहापुराणम् +श्रीगर्ग +श्रीगर्गसंहितायां +श्रीगर्भः +श्रीगर्भो +श्रीगान्धिचरिते +श्रीगान्धिनो +श्रीगान्धी +श्रीगायत्री +श्रीगारुडे +श्रीगिरीशस्य +श्रीगिरौ +श्रीगीतगोविन्दे +श्रीगीताभाष्योत्कर्षदीपिकायां +श्रीगीतासु +श्रीगीर्वाणी +श्रीगुप्तः +श्रीगुरवः +श्रीगुरवस्त्त्वाहुः +श्रीगुरवे +श्रीगुरवेऽर्पयेत् +श्रीगुरु +श्रीगुरुं +श्रीगुरुः +श्रीगुरुभ्यो +श्रीगुरुमूर्तये +श्रीगुरुरुवाच +श्रीगुरुवे +श्रीगुरूमूर्तिं +श्रीगुरो +श्रीगुरोः +श्रीगृहं +श्रीगो +श्रीगोन्दवलेकरमहाराजप्रवचनानि +श्रीगोपाल +श्रीगोपालः +श्रीगोपालभट्टविलिखिते +श्रीगोपालानन्दमुनिः +श्रीगोपालो +श्रीगोपालोपनिषदि +श्रीगोपेन्द्रतिप्पभूपालविरचितायां +श्रीगोप्य +श्रीगोवि +श्रीगोविंदभगवत्पूज्यपादशिष्यस्य +श्रीगोविन्द +श्रीगोविन्दभगवत्पूज्यपाद +श्रीगोविन्दभगवत्पूज्यपादशिष्यस्य +श्रीगोविन्दभगवत्पूज्यपादशिष्यस्यश्रीमच्छंकरभगवतः +श्रीगोविन्दरा +श्रीगोविन्दराज +श्रीगोविन्दराजवि +श्रीगोविन्दराजविर +श्रीगोविन्दराजविरचिते +श्रीगोविन्दलीलामृते +श्रीगोविन्दाय +श्रीगोविन्दो +श्रीग्रामण्योश्छन्दसि +श्रीघनं +श्रीघनः +श्रीघेरण्डसंहितायां +श्रीचक्र +श्रीचक्रं +श्रीचक्रपाणिदत्तविरचितायां +श्रीचक्रम् +श्रीचक्रस्य +श्रीचक्रे +श्रीचण्डिकोवाच +श्रीचन्द्रप्रकाशः +श्रीचन्द्रप्रकाशस्य +श्रीचन्द्रप्रकाशेन +श्रीचन्द्रभगवान् +श्रीचिदम्बरदीक्षितः +श्रीचिदम्बरदीक्षितस्य +श्रीचैतन्य +श्रीचैतन्यचरितामृते +श्रीजगन्नाथ +श्रीजगन्नाथस्य +श्रीजगन्नाथो +श्रीजयतीर्थमुनिविरचितायां +श्रीजयदेवः +श्रीजयदेवेति +श्रीजयदेवेन +श्रीजयसिंहसूरिशिष्यमहाकविश्रीनयचंद्रसूरिविरचिते +श्रीजयादित्यविरचितायां +श्रीजवाहरलालनेहरुः +श्रीजानकीजानये +श्रीजानकीवल्लभो +श्रीजिनप्रभसूरिविरचितः +श्रीजिनेन्द्र +श्रीज्ञानिनः +श्रीज्ञानी +श्रीज्योतिर्विद्गयादत्तात्मजरामदीनकृते +श्रीञ् +श्रीठाकुर +श्रीठाकुरं +श्रीठाकुरः +श्रीठाकुरस्य +श्रीठाकुरेण +श्रीठाकुरो +श्रीणन् +श्रीणन्तः +श्रीणन्ति +श्रीणन्ति॒ +श्रीणन्तो +श्रीणन्तोगो +श्रीणां +श्रीणाति +श्रीणातीति +श्रीणातु +श्रीणातेः +श्रीणात्येनं +श्रीणानः +श्रीणाना +श्रीणानाः +श्रीणामि +श्रीणामीति +श्रीणामुदारो +श्रीणाम् +श्रीणाहि +श्रीणि +श्रीणीत +श्रीणीतन +श्रीणीतां +श्रीणीताम् +श्रीणीते +श्रीणीयात् +श्रीणीष +श्रीणीषे +श्रीणीहि +श्रीत +श्रीतं +श्रीतः +श्रीतत्त्वनिध +श्रीतत्त्वनिधौ +श्रीतत्वनिध +श्रीतत्वनिधि +श्रीतत्वनिधिग्रन्थस्थविषयानुक्रमणी +श्रीतत्वनिधी +श्रीतत्वनिधौ +श्रीतन्त्रालोके +श्रीतसूत्र +श्रीतस्य +श्रीतस्वनिधिग्रन्थस्थविषयानुक्रमणी +श्रीति +श्रीतीर्थं +श्रीत्रह्मवैवर्ते +श्रीत्रिपुरसुन्दरीसपरिवाराय +श्रीत्रिविक्रमस्य +श्रीत्वा +श्रीद +श्रीदं +श्रीदः +श्रीदक्षिणामूर्तये +श्रीदक्षिणामूर्ति +श्रीदक्षिणामूर्तिसंहितायां +श्रीदक्षिणामूर्तिस्तोत्रार्थप्रतिपादके +श्रीदण्डिनः +श्रीदत्तं +श्रीदत्तः +श्रीदत्तस्य +श्रीदत्तो +श्रीदत्तोऽपि +श्रीदर्शन +श्रीदर्शनं +श्रीदर्शनः +श्रीदर्शनस्ततः +श्रीदर्शनस्य +श्रीदर्शनो +श्रीदर्शनोऽभ्यधात् +श्रीदशमे +श्रीदा +श्रीदामशापेन +श्रीदामा +श्रीदामानं +श्रीदामोवाच +श्रीदाम्नः +श्रीदाम्ना +श्रीदाम्नि +श्रीदाम्नो +श्रीदासबोधे +श्रीदिव्यावदाने +श्रीदीक्षितं +श्रीदीक्षितः +श्रीदीक्षितस्य +श्रीदीक्षितेन +श्रीदीक्षितो +श्रीदे +श्रीदेवत्यं +श्रीदेवदेव +श्रीदेवा +श्रीदेवि +श्रीदेवी +श्रीदेवीं +श्रीदेवीभागवते +श्रीदेवीविराड्‌रूपदर्शनसहितं +श्रीदेव्या +श्रीदेव्याः +श्रीदेव्युवाच +श्रीदेव्यै +श्रीदैवत्यं +श्रीदो +श्रीद्वारकाखण्डे +श्रीधनंजयविरचितं +श्रीधनंजयविरचिते +श्रीधर +श्रीधरं +श्रीधरः +श्रीधरञ्च +श्रीधरटीकामूले +श्रीधरदासेन +श्रीधरश्च +श्रीधरस्य +श्रीधरस्वामिनः +श्रीधरस्वामिविरचितायां +श्रीधरस्वामिव्याख्या +श्रीधरस्वामी +श्रीधरा +श्रीधराख्यं +श्रीधराचार्यः +श्रीधराय +श्रीधरायेति +श्रीधरी +श्रीधरीये +श्रीधरे +श्रीधरेण +श्रीधरो +श्रीधर्म +श्रीधाम +श्रीधाम्नि +श्रीन +श्रीनकुलकृतेऽश्वचिकित्सिते +श्रीनगर +श्रीनगरं +श्रीनगरतः +श्रीनगरमण्डलम् +श्रीनगरम् +श्रीनगरे +श्रीनगर्यां +श्रीनन्द +श्रीनरनारायण +श्रीनरायण +श्रीनरायणः +श्रीनरायणम् +श्रीनरेन्द्रः +श्रीनरेन्द्रमोदी +श्रीनवग्रहकृपया +श्रीना +श्रीनागार्जुनः +श्रीनाथ +श्रीनाथं +श्रीनाथः +श्रीनारद +श्रीनारदः +श्रीनारदपञ्चरात्रे +श्रीनारदबहुलाश्वसंवादे +श्रीनारदवचनं +श्रीनारदसंहिताभाषाटीकायां +श्रीनारदस्य +श्रीनारदीयपुराणे +श्रीनारदीयसंहिताभाषाटीकायां +श्रीनारदीयसंहितायां +श्रीनारदेन +श्रीनारदो +श्रीनारदोक्तौ +श्रीनारायण +श्रीनारायणं +श्रीनारायणः +श्रीनारायणस्य +श्रीनारायणीश्रीरुवाच +श्रीनारायणे +श्रीनारायणेन +श्रीनारायाण +श्रीनिकेतं +श्रीनिकेतनः +श्रीनिकेतनम् +श्रीनिकेतने +श्रीनिधिः +श्रीनिधे +श्रीनिवातमखिकृत +श्रीनिवास +श्रीनिवासं +श्रीनिवासः +श्रीनिवासका +श्रीनिवासकी +श्रीनिवासकृपया +श्रीनिवासके +श्रीनिवासको +श्रीनिवासतीर्थः +श्रीनिवासनखिकृत +श्रीनिवासनखित +श्रीनिवासने +श्रीनिवासन् +श्रीनिवासपरब्रह्मणे +श्रीनिवासपरायणः +श्रीनिवासभखिकृत +श्रीनिवासभखित +श्रीनिवासमक्षिकृत +श्रीनिवासमखिकृत +श्रीनिवासमखित +श्रीनिवासमतिकृत +श्रीनिवासमधिकृत +श्रीनिवासमन्निकृत +श्रीनिवासमभाषत +श्रीनिवासमलिकृत +श्रीनिवासमलित +श्रीनिवासमविकृत +श्रीनिवासमहं +श्रीनिवासरामानुजन् +श्रीनिवासश्च +श्रीनिवाससे +श्रीनिवासस्य +श्रीनिवासा +श्रीनिवासाख्ययज्वना +श्रीनिवासागमनम् +श्रीनिवासाचार्यः +श्रीनिवासाज्ञया +श्रीनिवासाय +श्रीनिवासाल्यज्वना +श्रीनिवासास्ययज्वना +श्रीनिवासे +श्रीनिवासेन +श्रीनिवासो +श्रीनिवासोऽपि +श्रीनीलकण्ठ +श्रीनीलकण्ठदीक्षितेन +श्रीनीलरत्नः +श्रीनृसिंह +श्रीनृसिंहं +श्रीनृसिंहभारत्याचार्याः +श्रीनृसिह +श्रीन् +श्रीन्यायलीलावत्यां +श्रीप +श्रीपक्षे +श्रीपञ्चमी +श्रीपञ्चरात्र +श्रीपञ्चरात्रे +श्रीपणानन्दमहाकाव्यम् +श्रीपतञ्जलिविरचितयोगसूत्रेषु +श्रीपतये +श्रीपति +श्रीपतिं +श्रीपतिः +श्रीपतिना +श्रीपतिनेति +श्रीपतिनैवं +श्रीपतिमीश्वरम् +श्रीपतिरपि +श्रीपतिरीश्वरः +श्रीपतिरेव +श्रीपते +श्रीपतेः +श्रीपतौ +श्रीपत्युक्त +श्रीपत्युक्तं +श्रीपत्युक्तमिदं +श्रीपदं +श्रीपदानन्दमहाकाव्यम् +श्रीपद्मनाभ +श्रीपद्मपुराणे +श्रीपद्मानन्दमहाकाव्यम् +श्रीपद्मावतीप्रज्ञे +श्रीपद्मिनीपरिणये +श्रीपद्यानन्दमहाकाव्यम् +श्रीपनानन्दमहाकाव्यम् +श्रीपमानन्दमहाकाव्यम् +श्रीपयुक्त +श्रीपरदेवतायाः +श्रीपरमपुरुष +श्रीपरमहंसपरिव्राजकाचार्यश्रीबालस्वामिश्रीपादशिष्यदत्तवंशावतंसरामकुमारसूनुधनपतिविदुषा +श्रीपरमात्मनः +श्रीपरमात्मनि +श्रीपरमात्मने +श्रीपरमात्मा +श्रीपरमात्मानं +श्रीपरमानन्दमहाकाव्यम् +श्रीपरमेश्वर +श्रीपरमेश्वरः +श्रीपरमेश्वरप्रीत्यर्थं +श्रीपरमेश्वरम् +श्रीपरमेश्वरस्य +श्रीपरमेश्वरे +श्रीपरात्रिंशिका +श्रीपराम्बा +श्रीपराम्बादेव्यै +श्रीपराशर +श्रीपरीक्षिदुवाच +श्रीपरीहासकेशवः +श्रीपर्णिका +श्रीपर्णी +श्रीपर्वणीकरोपनामकश्रीलक्ष्मणभट्टात्मजसतीगर्भसंभवश्रीसीताराम +श्रीपर्वतं +श्रीपर्वतः +श्रीपर्वते +श्रीपशानन्दमहाकाव्यम् +श्रीपा +श्रीपांचरात्रे +श्रीपाञ्च +श्रीपाञ्चरात्ररक्षा +श्रीपाञ्चरात्रसारे +श्रीपाञ्चरात्रे +श्रीपाञ्चारात्रे +श्रीपातञ्जले +श्रीपाद +श्रीपादः +श्रीपादरायः +श्रीपादस्य +श्रीपादा +श्रीपादुका +श्रीपादुकां +श्रीपाद्मपुराणे +श्रीपाद्मे +श्रीपाद्मेमहापुराणे +श्रीपानन्दगहाकाव्यम् +श्रीपानन्दमहाकाव्यम् +श्रीपार्वती +श्रीपार्वत्युवाच +श्रीपार्व्वत्युवाच +श्रीपालकाप्पे +श्रीपालकाप्ये +श्रीपाश्चरात्ररक्षा +श्रीपुरं +श्रीपुरुषोत्तम +श्रीपुरुषोत्तमः +श्रीपुरुषोत्तमम् +श्रीपुरुषोत्तमसंहितायां +श्रीपुरुषोत्तमस्य +श्रीपुरुषोत्तमे +श्रीपुरे +श्रीपूर्वं +श्रीपूर्वशासने +श्रीपूर्वशास्त्रे +श्रीपूर्वे +श्रीपृथुनेह +श्रीपौष्करे +श्रीप्र +श्रीप्रकाश +श्रीप्रकाशात्मयतिः +श्रीप्रतापरुद्रमहादेवमहाराज +श्रीप्रतिष्ठितम् +श्रीप्रदं +श्रीप्रदा +श्रीप्रदाय +श्रीप्रद्युम्न +श्रीप्रभृति +श्रीप्रह्राद +श्रीप्रह्लाद +श्रीप्रह्लादोक्तौ +श्रीप्रेममकरन्दव्याख्यासमेतं +श्रीप्रेममकरन्दसमेतं +श्रीफल +श्रीफलं +श्रीफलः +श्रीफलस्य +श्रीफला +श्रीफलानां +श्रीफलानि +श्रीफली +श्रीफले +श्रीफलैः +श्रीफलैरंशुपट्टानां +श्रीबद्रिके +श्रीबद्रीप्रियोवाच +श्रीबलिरुवाच +श्रीबहुलाश्व +श्रीबादरायणिरुवाच +श्रीबालकृष्णं +श्रीबालकृष्णः +श्रीबालकृष्णकम् +श्रीबालकृष्णस्य +श्रीबालकृष्णाय +श्रीबालकृष्णो +श्रीबीजं +श्रीबीजम् +श्रीबीजेन +श्रीबुद्धचरिते +श्रीबृहज्जाबालोपनिषत्सु +श्रीबृहन्नारदीयपुराणे +श्रीबृहन्नारदीयपुराणोत्तरभागे +श्रीबृहन्नीलतत्रे +श्रीबृहन्नीलतन्त्रे +श्रीबेदरकरोपनामकश्रीमन्नरसिंहपण्डितात्मजनारायणकृते +श्रीब्रह्म +श्रीब्रह्मनारदसंवादे +श्रीब्रह्मपुराणे +श्रीब्रह्मवैवर्ते +श्रीब्रह्मवैवर्त्ते +श्रीब्रह्मांडे +श्रीब्रह्माण्डपुराणे +श्रीब्रह्माण्डमहापुराणे +श्रीब्रह्माण्डे +श्रीब्रह्मोत्तरखण्डे +श्रीब्रह्मोवाच +श्रीब्राह्मण +श्रीब्राह्मे +श्रीभ +श्रीभक्तिचन्द्रिका +श्रीभगवतः +श्रीभगवता +श्रीभगवतानुशिष्यते +श्रीभगवतो +श्रीभगवद्उक्तौ +श्रीभगवद्उद्धवसंवादे +श्रीभगवद्गीता +श्रीभगवद्गीतायां +श्रीभगवद्गीतायाम् +श्रीभगवद्गीतासु +श्रीभगवद्भक्तिविलासे +श्रीभगवद्रामानुजविरचिते +श्रीभगवन्तं +श्रीभगवान +श्रीभगवानाह +श्रीभगवानिति +श्रीभगवानुवाच +श्रीभगवानुवाच॒ +श्रीभगवान् +श्रीभगीरथठक्कुरकृतविवृतिसनाथेन +श्रीभर्तुः +श्रीभविष्यपुराणम् +श्रीभविष्ये +श्रीभविष्येमहापुराणे 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+श्रीमच्छकरदिग्विजपः +श्रीमच्छकरदिग्विजयः +श्रीमच्छङ्करदिग्विजयः +श्रीमच्छङ्करदिग्विजये +श्रीमच्छङ्करदेशिकेन्द्रविजये +श्रीमच्छङ्करभगवतः +श्रीमच्छङ्कराचार्यविरचितं +श्रीमज्जगद्धरभट्टविरचिते +श्रीमज्जयस्कन्धावारात् +श्रीमज्ज्ञानरत्नावल्यां +श्रीमणिकर्णिका +श्रीमत +श्रीमतं +श्रीमतः +श्रीमता +श्रीमतां +श्रीमताम् +श्रीमति +श्रीमती +श्रीमतीं +श्रीमतीभ्यः +श्रीमते +श्रीमतो +श्रीमत् +श्रीमत्कात्यायनो +श्रीमत्कामिके +श्रीमत्कालोत्तरे +श्रीमत्किरणे +श्रीमत्कृष्णनरायणः +श्रीमत्कृष्णनरायणम् +श्रीमत्कृष्णनारायणं +श्रीमत्कृष्णनारायणः +श्रीमत्कौङ्कणवासिकेशवसुतप्राप्तावबोधाद् +श्रीमत्कौङ्कणवासिकेशवसुतप्राप्तावबोधाद्बुधाद् +श्रीमत्कौशिकवंश्येन +श्रीमत्त्वं +श्रीमत्पदवाक्यप्रमाणपारावारधुरीणश्रीमरितोण्टदार्येण +श्रीमत्परं +श्रीमत्परमहंस +श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्य +श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्यगोविन्दभगवत्पूज्यपादशिष्यश्रीमच्छंकरभगवतः +श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्यश्रीमच्छंकरानन्दविरचितायां +श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्यश्रीमच्छुद्धानन्दपूज्यपादशिष्यानन्दगिरिकृतौ +श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्यश्रीमच्छुद्धानन्दपूज्यपादशिष्यानन्दज्ञानविरचिते +श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्यश्रीविश्वेश्वरसरस्वतीपादशिष्यश्रीमधुसूदन +श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्यश्रृंगेरीश्रीविरूपाक्षश्रीविद्याशङ्करपदमावेशप्रकाशित +श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्यस्य +श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्याणां +श्रीमत्पराख्ये +श्रीमत्परिव्राजकाचार्य्येण +श्रीमत्पांचरात्र +श्रीमत्पांचरात्रदिव्यागमे +श्रीमत्पाञ्चजन्यदेवदत्तौ +श्रीमत्पूर्णप्रमतिभगवत्पादसुकृते +श्रीमत्पौष्करे +श्रीमत्या +श्रीमत्याः +श्रीमत्वं +श्रीमत्षट्स्थलब्रह्मिणा +श्रीमत्सकलविद्याधरचक्रवर्तिचरणारविन्दशेखरस्य +श्रीमत्सर्वज्ञानोत्तरे +श्रीमत्सायणमाधवीये +श्रीमत्सायणाचार्यविरचिते +श्रीमत्सु +श्रीमत्सुप्रभेदे +श्रीमत्सूक्ष्मे +श्रीमत्सोमशंभुचरणैः +श्रीमत्स्वायम्भुवे +श्रीमथुरां +श्रीमद +श्रीमदंशुमति +श्रीमदः +श्रीमदखंड +श्रीमदखण्ड +श्रीमददोष +श्रीमदद्वैतविद्याचार्यसाग्निचित्यसर्वतोमुखातिरात्रसाग्निचित्याप्तवाजपेययाजिगोविन्ददीक्षितनागमाम्बिकावरद्वितीयनन्दनस्य +श्रीमदध्यात्मरामयणे +श्रीमदध्यात्मरामायणे +श्रीमदन्तकविः +श्रीमदप्पयदीक्षितः +श्रीमदप्पयदीक्षितस्य +श्रीमदभिनवगुप्तगुरूणां +श्रीमदभिनवगुप्ताचार्यकृतव्याख्योपेतः +श्रीमदभिनवगुप्ताचार्यकृतव्याख्योपेता +श्रीमदमलबोधाय +श्रीमदयोध्याकाण्डे +श्रीमदवेंकटगिरिस्वमिन् +श्रीमदष्टावक्रमुनिविरचितायां +श्रीमदाचार्यखण्डदेवविरचिते +श्रीमदाचार्यमण्डनमिश्रसंवादः +श्रीमदाचार्यसरस्वतीसंवादः +श्रीमदाचार्याणां +श्रीमदादि +श्रीमदादित्यपुराणे +श्रीमदानन्दतीर्थभगवत्पादाचार्यविरचिते +श्रीमदानन्दपुरीयभट्टमहदत्तसुतवटेश्वरविरचिते +श्रीमदानन्दरामायणे +श्रीमदापस्तम्बधर्मसूत्रगताना +श्रीमदापस्तम्बधर्मसूत्रगतानां +श्रीमदापस्तम्बधर्मसूत्रमतानां +श्रीमदामायणे +श्रीमदास्मीकिरामायणे +श्रीमदिति +श्रीमदीशान +श्रीमदीशानशिवगुरुदेव +श्रीमदीशानशिवगुरुदेवपद्धतौ +श्रीमदुत्तरकाण्डे +श्रीमदूर्जितमेव +श्रीमदोविन्दराजीयव्याख्यासमलंकृतम् +श्रीमद् +श्रीमद्ईश्वर्याश्च +श्रीमद्गङ्गेशोपाध्यायविरचिते +श्रीमद्गणेशगीतासूपनिषदर्थगर्भासु +श्रीमद्गर्गसंहितायां +श्रीमद्गीताभाष्यटीकायां +श्रीमद्गोपालकृष्णकः +श्रीमद्गोपालकृष्णकम् +श्रीमद्गोपालकृष्णश्च +श्रीमद्गोपालकृष्णस्य +श्रीमद्गोपालनन्दनः +श्रीमद्गोविन्दराजीयव्याख्यासमलंकृतम् +श्रीमद्दयानन्दसरस्वतीस्वामिना +श्रीमद्देवीभागवते +श्रीमद्बालकृष्णं +श्रीमद्बालकृष्णः +श्रीमद्बालकृष्णस्य +श्रीमद्बालकृष्णो +श्रीमद्बाल्मीकिरामायणे +श्रीमद्बृहत्पाराशरहोराशास्त्रम् +श्रीमद्बृहदारण्यकोपनिषद्भाष्ये +श्रीमद्ब्रह्मसूत्रानुव्याख्यानटीकायां +श्रीमद्ब्रह्मसूत्रानुव्याख्याने +श्रीमद्भ +श्रीमद्भगवत्पतञ्जलिविरचिते +श्रीमद्भगवत्पतञ्ञ्जलिविरचिते +श्रीमद्भगवत्सत्यापाढहिरण्यकेशिसू +श्रीमद्भगवद्गीता +श्रीमद्भगवद्गीतागूढार्थदीपिकायां +श्रीमद्भगवद्गीताभाष्ये +श्रीमद्भगवद्गीताभाष्येपञ्चमोऽध्यायः +श्रीमद्भगवद्गीतायां +श्रीमद्भगवद्गीतायाः +श्रीमद्भगवद्गीतायाम् +श्रीमद्भगवद्गीतार्थसंग्रहः +श्रीमद्भगवद्गीतार्थसंग्रहे +श्रीमद्भगवद्गीताविवेचनात्मकशब्दकोशः +श्रीमद्भगवद्गीताशाङ्करभाष्येण +श्रीमद्भगवद्गीतासु +श्रीमद्भगवद्गीतासूपनिषत्सु +श्रीमद्भगवद्भीता +श्रीमद्भगवद्वीता +श्रीमद्भट्टोजिदीक्षितविरचितायां +श्रीमद्भयो +श्रीमद्भा +श्रीमद्भाग +श्रीमद्भागवत +श्रीमद्भागवतं +श्रीमद्भागवतप +श्रीमद्भागवतपुराणम् +श्रीमद्भागवतमहापुराण +श्रीमद्भागवतमहापुराणम् +श्रीमद्भागवतम् +श्रीमद्भागवतसुबोधिनीटिप्पणीदशमस्कन्धे +श्रीमद्भागवतस्य +श्रीमद्भागवते +श्रीमद्भिः +श्रीमद्भोविन्दराजीयव्याख्यासमलं +श्रीमद्भोविन्दराजीयव्याख्यासमलंक +श्रीमद्भोविन्दराजीयव्याख्यासमलंकृ +श्रीमद्भोविन्दराजीयव्याख्यासमलंकृत +श्रीमद्भोविन्दराजीयव्याख्यासमलंकृतम् +श्रीमद्युद्धकाण्डे +श्रीमद्रा +श्रीमद्राजाधिराजपरमेश्वरवैदिकमार्गप्रवर्तकश्रीवीरबुक्कभूपालसाम्राज्यधुरंधरेण +श्रीमद्राजाधिराजप्रभुवरजयसिंहस्य +श्रीमद्राम +श्रीमद्रामाय +श्रीमद्रामायण +श्रीमद्रामायणपारायणोपक्रमक्रमः +श्रीमद्रामायणभूषणे +श्रीमद्रामायणामृतकतकटीकायां +श्रीमद्रामायणामृतकतकटीकायामयोध्याकाण्डे +श्रीमद्रामायणे +श्रीमद्रोविन्दराजीयव्याख्यासमलं +श्रीमद्रोविन्दराजीयव्याख्यासमलंक +श्रीमद्रोविन्दराजीयव्याख्यासमलंकृ +श्रीमद्रोविन्दराजीयव्याख्यासमलंकृत +श्रीमद्रोविन्दराजीयव्याख्यासमलंकृतम् +श्रीमद्रौरवे +श्रीमद्वाग्मीकिरामायणम् +श्रीमद्वारमीकिरामायणम् +श्रीमद्वाल्मीकि +श्रीमद्वाल्मीकिः +श्रीमद्वाल्मीकियरामायणे +श्रीमद्वाल्मीकिरामायण +श्रीमद्वाल्मीकिरामायणम् +श्रीमद्वाल्मीकिरामायणे +श्रीमद्वासुदेवदीक्षितविदुषा 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+श्रीमहागरुडाय +श्रीमहात्रिपुरसुन्दरि +श्रीमहात्रिपुरसुन्दरी +श्रीमहात्रिपुरसुन्दर्यै +श्रीमहादेव +श्रीमहादेवं +श्रीमहानारायणोपनिषदि +श्रीमहापुराणे +श्रीमहाभारततात्पर्यनिर्णये +श्रीमहाभारते +श्रीमहामण्डल +श्रीमहामण्डलके +श्रीमहामहोपाध्याय +श्रीमहामहोपाध्यायकोलाचलमल्लिनाथसूरिविरचितायां +श्रीमहामायणे +श्रीमहामाहेश्वराचार्यवर्यराजानकाभिनवगुप्तपादविरचिते +श्रीमहामीकिरामायणे +श्रीमहाराजाधिराजनिःशङ्कशङ्करश्रीमद्वल्लालसेनदेवविरचितेऽद्भुतसागरे +श्रीमहाराणाप्रतापसिंहचरितम् +श्रीमहालक्ष्मी +श्रीमहालक्ष्म्या +श्रीमहालक्ष्म्यै +श्रीमहाल्मीकिरामायणे +श्रीमहावीर +श्रीमहावीरखामिस्तोत्रम् +श्रीमहावीरस्वामिस्तोत्रम् +श्रीमहेश +श्रीमहेश्वर +श्रीमहोपाध्यायकोलाचलमल्लिनाथसूरिविरचिते +श्रीमा +श्रीमांश्च +श्रीमांस्तथैव +श्रीमाघकृतौ +श्रीमाणिकीपतिम् +श्रीमातर +श्रीमातरं +श्रीमाता +श्रीमातां +श्रीमातुः +श्रीमात्रा +श्रीमात्स्ये +श्रीमाधवं +श्रीमाधवकरविरचिते +श्रीमाधवयोगीयामृतकतकव्याख्यायुतम् +श्रीमाधवाचार्यविरचितायां +श्रीमाधवाचार्यविरचिते +श्रीमाधवीये +श्रीमान +श्रीमानतुलविक्रमः +श्रीमानपि 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+श्रीरङ्गः +श्रीरङ्गपट्टणम् +श्रीरङ्गपट्टणविधानसभाक्षेत्रम् +श्रीरङ्गम् +श्रीरङ्गराजाध्वरी +श्रीरङ्गराभानुजमुनिविरचिता +श्रीरङ्गरामानुज +श्रीरङ्गरामानुजः +श्रीरङ्गरामानुजभाष्ययुक्ता +श्रीरङ्गरामानुजभुनि +श्रीरङ्गरामानुजभुनिविरचिता +श्रीरङ्गरामानुजभुनिविरचेिता +श्रीरङ्गरामानुजमुनि +श्रीरङ्गरामानुजमुनिबेिरचेिता +श्रीरङ्गरामानुजमुनिविरचित +श्रीरङ्गरामानुजमुनिविरचितः +श्रीरङ्गरामानुजमुनिविरचितभ +श्रीरङ्गरामानुजमुनिविरचितभाष्ययुक्त +श्रीरङ्गरामानुजमुनिविरचितभाष्ययुक्तम् +श्रीरङ्गरामानुजमुनिविरचितभाष्ययुक्ता +श्रीरङ्गरामानुजमुनिविरचितम् +श्रीरङ्गरामानुजमुनिविरचिता +श्रीरङ्गरामानुजमुनिविरचेितः +श्रीरङ्गरामानुजमुनिविरचेिता +श्रीरङ्गरामानुजमुनिविरविता +श्रीरङ्गरामानुजमुनेः +श्रीरङ्गरामानुजमुनेविरचिता +श्रीरङ्गरामानुजमुनेिविरचिता +श्रीरङ्गरामानुजमुनेिविरचेिता +श्रीरङ्गस्य +श्रीरङ्गे +श्रीरनपायिनी +श्रीरपि +श्रीरमणं +श्रीरमा +श्रीरमृता +श्रीरविनंदनाय +श्रीरसि +श्रीरस्तु +श्रीरस्य +श्रीरा +श्रीराग +श्रीरागं +श्रीरागः +श्रीरागस्य +श्रीरागे +श्रीरागो +श्रीराघवकृपाभाष्यम् +श्रीराजराजसूनोः +श्रीराजानकानन्दवर्धनाचार्यविरचिते +श्रीराजीवगान्धिः +श्रीराजोवाच +श्रीराधया +श्रीराधा +श्रीराधां +श्रीराधाया +श्रीराधायाः +श्रीराधिकया +श्रीराधिका +श्रीराधिकां +श्रीराधिकाया +श्रीराधिकायाः +श्रीराधिकायै +श्रीराधिकोवाच +श्रीराधोवाच +श्रीरान +श्रीराम +श्रीरामं +श्रीरामः +श्रीरामकृष्ण +श्रीरामकृष्णं +श्रीरामकृष्णः +श्रीरामकृष्णदेवः +श्रीरामकृष्णदेवस्य +श्रीरामकृष्णदेवेन +श्रीरामकृष्णपरमहंसः +श्रीरामकृष्णस्य +श्रीरामकृष्णो +श्रीरामचन्द्र +श्रीरामचन्द्रं +श्रीरामचन्द्रः +श्रीरामचन्द्रचरणौ +श्रीरामचन्द्रजी +श्रीरामचन्द्रस्य +श्रीरामचन्द्रापुरमठः +श्रीरामचन्द्राय +श्रीरामचन्द्रायनमः +श्रीरामचन्द्रेण +श्रीरामचन्द्रो +श्रीरामचरितं +श्रीरामचरितम् +श्रीरामचरितवर्णनम् +श्रीरामचरिते +श्रीरामतीर्थः +श्रीरामदीक्षितानां +श्रीरामदूतं +श्रीरामधनुषः +श्रीरामनवमी +श्रीरामनवमीदिने +श्रीरामनाथपद्धत्यां +श्रीरामपुर +श्रीरामपूर्वतापिन्युपनिषत्सु +श्रीरामभद्रदीक्षितविरचितो +श्रीरामभुजङ्गप्रयातस्तोत्रम् +श्रीरामम् +श्रीरामरक्षास्तोत्रम् +श्रीरामविजये +श्रीरामस्य +श्रीरामस्वर्गारोहणः +श्रीरामा 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+श्रौतम् +श्रौतयज्ञप्रक्रिया +श्रौतयज्ञप्रक्रियापदार्थानुक्रमकोषः +श्रौतसूत्र +श्रौतसूत्रं +श्रौतसूत्रम् +श्रौतसूत्रस्य +श्रौतसूत्राणि +श्रौतसूत्रे +श्रौतसूत्रेषु +श्रौतसूर्व +श्रौतस्मार्त +श्रौतस्मार्तादिकं +श्रौतस्मार्तानि +श्रौतस्मार्तेषु +श्रौतस्य +श्रौता +श्रौताः +श्रौताग्निमान्स्मार्ताग्निमान्वा +श्रौतादीनि +श्रौतानां +श्रौतानि +श्रौति +श्रौती +श्रौतीं +श्रौते +श्रौतेन +श्रौतेषु +श्रौतैः +श्रौतो +श्रौतोऽग्निष्टोमादिः +श्रौत्या +श्रौत्यार्थी +श्रौत्रं +श्रौत्रः +श्रौत्रम् +श्रौर +श्रौषट् +श्रौषडिति +श्रौषडित्याग्नीध्रः +श्रौषडुक्थशा +श्रौषडृतुना +श्रौषड् +श्र् +श्र्त्र +श्र्यङ्ककाव्यम् +श्र्यङ्के +श्र्युकः +श्र॑थाय +श्र॑द्धे॒ +श्र॑यतु॒ +श्र॑यन्तां॒ +श्र॑यन्तामृता॒वृधो॒ +श्र॒द्धया॑ +श्र॒द्धा +श्र॒द्धां +श्र॒द्धाम् +श्र॒य॒न्ता॒म् +श्र॒वाय्यं॑ +श्र॒वाय्यः॑ +श्र॒वाय्य॑म् +श्र॒व॒स्यवः॑ +श्र॒व॒स्या +श्र꣡वः꣢ +श्र꣡वः꣢꣯ +श्ऱी +श्ल +श्लक +श्लकि +श्लक्ष्ण +श्लक्ष्णं +श्लक्ष्णः +श्लक्ष्णचूर्णानि +श्लक्ष्णचूर्णितम् +श्लक्ष्णचूर्णीकृतं +श्लक्ष्णता +श्लक्ष्णतां +श्लक्ष्णपिष्टं +श्लक्ष्णपिष्टेन 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+श्लिष्टत्वम् +श्लिष्टत्वे +श्लिष्टपरम्परितं +श्लिष्टपरम्परितरूपकम् +श्लिष्टपर्वा +श्लिष्टबिन्दुः +श्लिष्टम् +श्लिष्टरूपकम् +श्लिष्टविशेषणेयमुपमा +श्लिष्टशब्दं +श्लिष्टशब्दनिबन्धनं +श्लिष्टा +श्लिष्टाः +श्लिष्टाङ्गुली +श्लिष्टानि +श्लिष्टे +श्लिष्टेन +श्लिष्टैः +श्लिष्टो +श्लिष्टौ +श्लिष्यत +श्लिष्यतां +श्लिष्यति +श्लिष्यतीति +श्लिष्यते +श्लिष्यन्त +श्लिष्यन्तं +श्लिष्यन्ति +श्लिष्यन्तीं +श्लिष्यन्ते +श्लीं +श्लीपद +श्लीपदं +श्लीपदनिदानम् +श्लीपदाधिकारः +श्लीपदानां +श्लीपदानि +श्लीपदी +श्लीपदे +श्लु +श्लुः +श्लुवच्च +श्ले +श्लेपा +श्लेप्मा +श्लेष +श्लेषं +श्लेषः +श्लेषगर्भत्वे +श्लेषण +श्लेषणं +श्लेषणक्रीडनयोः +श्लेषणे +श्लेषति +श्लेषतो +श्लेषमहिम्ना +श्लेषम् +श्लेषयति +श्लेषवक्रोक्तिः +श्लेषवाचकलुप्तोपमालङ्कारौ +श्लेषविषये +श्लेषश्च +श्लेषसंकीर्णत्वं +श्लेषसरः +श्लेषस्तु +श्लेषस्य +श्लेषस्यैव +श्लेषा +श्लेषात् +श्लेषादयः +श्लेषादिना +श्लेषाभावेऽपि +श्लेषालंकारः +श्लेषालङ्कार +श्लेषालङ्कारः +श्लेषालङ्कारस्य +श्लेषे +श्लेषेण +श्लेषेति +श्लेषो +श्लेषोपमा +श्लेषोपमालङ्कारौ +श्लेषोऽत्र +श्लेषोऽलङ्कारः +श्लेष्म +श्लेष्मं +श्लेष्मकरी +श्लेष्मकरो +श्लेष्मकारि +श्लेष्मकारित्वम् +श्लेष्मकुण्डं +श्लेष्मको +श्लेष्मकोपतः +श्लेष्मक्षये +श्लेष्मगुल्मविनाशाय +श्लेष्मघ्नं +श्लेष्मघ्नः +श्लेष्मघ्ना +श्लेष्मघ्नी +श्लेष्मजं +श्लेष्मजा +श्लेष्मजाः +श्लेष्मज्वरे +श्लेष्मण +श्लेष्मणः +श्लेष्मणश्च +श्लेष्मणा +श्लेष्मणि +श्लेष्मणो +श्लेष्मतमोभवा +श्लेष्मदुष्टे +श्लेष्मन् +श्लेष्मपित्त +श्लेष्मपित्तजित् +श्लेष्मपित्तनुत् +श्लेष्मपित्ते +श्लेष्मप्रकृतिको +श्लेष्मभवे +श्लेष्मभूयिष्ठो +श्लेष्ममूत्रपुरीषाणि +श्लेष्मरक्तप्रकोपजाम् +श्लेष्मरोगः +श्लेष्मरोगवान् +श्लेष्मलं +श्लेष्मलः +श्लेष्मला +श्लेष्मलाः +श्लेष्मलैश्च +श्लेष्मलो +श्लेष्मवर्द्धनाः +श्लेष्मवाताभ्यां +श्लेष्मव्याध्यधिकारः +श्लेष्मशमना +श्लेष्मशोथहा +श्लेष्मस्थानं +श्लेष्मस्थाने +श्लेष्महरं +श्लेष्मा +श्लेष्मागारं +श्लेष्माणं +श्लेष्माणमुग्रं +श्लेष्माणम् +श्लेष्मातक +श्लेष्मातकं +श्लेष्मातकः +श्लेष्मातकफलं +श्लेष्मातकफलानि +श्लेष्मातकवनं +श्लेष्मातकस्य +श्लेष्मातिसारे +श्लेष्मात्मके +श्लेष्मादि +श्लेष्मादीनां +श्लेष्मानिलौ 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+श्लोकमवतारयति +श्लोकमिमं +श्लोकमुत्थापयति +श्लोकमेकं +श्लोकम् +श्लोकय +श्लोकयोः +श्लोकयोर्मध्ये +श्लोकरूपेण +श्लोकवार्तिकम् +श्लोकवार्तिके +श्लोकविशेषः +श्लोकवैशिष्ट्यम् +श्लोकव्याख्या +श्लोकव्याख्यां +श्लोकशतात्मकं +श्लोकशतानि +श्लोकश् +श्लोकश्च +श्लोकसंख्या +श्लोकसङ्ख्या +श्लोकसङ्ग्रहः +श्लोकसहस्राणि +श्लोकसूची +श्लोकस्तु +श्लोकस्थाने +श्लोकस्य +श्लोकस्यायमर्थः +श्लोकस्यार्थः +श्लोकस्यास्य +श्लोकस्योत्थानम्धार्तराष्ट्रस्य +श्लोका +श्लोकांकाः +श्लोकांशाः +श्लोकाः +श्लोकात् +श्लोकात्मकं +श्लोकात्मिका +श्लोकानां +श्लोकानान्तु +श्लोकानाम् +श्लोकानि +श्लोकानुक्रमणिका +श्लोकानुश्लोके +श्लोकान् +श्लोकान्तरं +श्लोकान्तरमवतारयति +श्लोकान्तरेण +श्लोकान्तरों +श्लोकाभ्यां +श्लोकाय +श्लोकार्थ +श्लोकार्थं +श्लोकार्थः +श्लोकार्थे +श्लोकार्द्धं +श्लोकार्द्धमेव +श्लोकार्ध +श्लोकार्धं +श्लोकार्धमेव +श्लोकार्धे +श्लोकार्धेन +श्लोकावुदाहरन्ति +श्लोकाश्च +श्लोकाश्चात्र +श्लोकाष्टकेन +श्लोकास्तत्र +श्लोकास्तु +श्लोकी +श्लोकृ +श्लोके +श्लोकेन +श्लोकेनानेन +श्लोकेनान्वयः +श्लोकेनाभिहिते +श्लोकेनाह 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+श्वशुरस्य +श्वशुरस्यापि +श्वशुरा +श्वशुराः +श्वशुराणां +श्वशुरादिषु +श्वशुरानृत्विजो +श्वशुरान् +श्वशुराभ्यां +श्वशुराय +श्वशुरालये +श्वशुरे +श्वशुरेण +श्वशुरेषु +श्वशुरो +श्वशुरौ +श्वशुर्यं +श्वशुर्यः +श्वशु॑रे +श्वशूद्रादिस्पर्शने +श्वश्च +श्वश्रु +श्वश्रू +श्वश्रूं +श्वश्रूः +श्वश्रूणां +श्वश्रूश्च +श्वश्रूश्चिरं +श्वश्रूश्वशुरयोः +श्वश्रूश्वशुरौ +श्वश्रे +श्वश्रोः +श्वश्र्वा +श्वश्र्वां +श्वश्र्वाः +श्वश्र्वाश्च +श्वश्वा +श्वस +श्वसः +श्वसतां +श्वसति +श्वसते +श्वसतो +श्वसथात् +श्वसथादीषमाणा +श्वसन +श्वसनं +श्वसनः +श्वसनञ्च +श्वसनतन्त्रं +श्वसनतन्त्रम् +श्वसनमपि +श्वसनम् +श्वसनस्य +श्वसनात् +श्वसने +श्वसनेन +श्वसनो +श्वसनोद्गमैरविरलैरातन्वतीमात्मनः +श्वसनोपसृष्टा +श्वसन् +श्वसन्त +श्वसन्तं +श्वसन्तः +श्वसन्तमिव +श्वसन्तम् +श्वसन्ति +श्वसन्ती +श्वसन्तो +श्वसन्नपि +श्वसन्निति +श्वसन्निव +श्वसन्मुहुः +श्वसन्यदि +श्वसस्तुट् +श्वसित +श्वसितं +श्वसितः +श्वसितम् +श्वसितस्य +श्वसिता +श्वसितानि +श्वसिति +श्वसितीति +श्वसितुं +श्वसिते +श्वसितेन +श्वसितैः +श्वसित्यपि +श्वसुर +श्वसो +श्वसोऽन्यतरस्याम् +श्वस् +श्वस्तन +श्वस्तनं +श्वस्तनः +श्वस्तनम् +श्वस्तनी +श्वस्तु +श्वस्ते +श्वस्तेन +श्वस्तोत्रियम् +श्वस्त्यम् +श्वस्पृष्टं +श्वस्य +श्वहतं +श्वा +श्वागणिकः +श्वागणिकी +श्वात्रः +श्वात्रमिति +श्वात्रम् +श्वात्रा +श्वात्राः +श्वात्रासः +श्वात्रेण +श्वात्रो +श्वात्रोऽसि +श्वात्र्या +श्वात्र्या॒ +श्वादः +श्वादयः +श्वादि +श्वादिभ्यो +श्वादिषु +श्वादीनां +श्वादेरिञि +श्वान +श्वानं +श्वानं॑ +श्वानः +श्वानमराधसं +श्वानम् +श्वानयोनिशतं +श्वानश्च +श्वानस्ते +श्वानां +श्वानो +श्वानौ +श्वानौ॑ +श्वान् +श्वान्तस्य +श्वान॑म् +श्वान॒रं +श्वान॒रः +श्वान॒रमव॑ +श्वान॒रो +श्वापद +श्वापदं +श्वापदः +श्वापदचेष्टितम् +श्वापदम् +श्वापदा +श्वापदाः +श्वापदानां +श्वापदानि +श्वापदाश्च +श्वापदे +श्वापदैः +श्वापदैर्भुवि +श्वापदो +श्वापि +श्वाप॑दः +श्वाफल्कः +श्वायं +श्वावित् +श्वाविद् +श्वाविधं +श्वाविधः +श्वाशुरं +श्वास +श्वासं +श्वासः +श्वासकास +श्वासकासघ्नं +श्वासकासजित् +श्वासकासयोः +श्वासकासवमिजन्तुनाशनः +श्वासकासहरं +श्वासकासारुचिहरं +श्वासकासेषु +श्वासकासौ +श्वासञ्च +श्वासनली +श्वासनलीयां +श्वासपीडितः +श्वासपूर्वको +श्वासप्रश्वासयोः +श्वासप्रश्वासयोर् +श्वासप्रश्वासयोर्गतिविच्छेदः +श्वासप्रश्वासैः +श्वासमरोचकम् +श्वासमीरयेत् +श्वासम् +श्वासय +श्वासरुजोपपन्नम् +श्वासरोगः +श्वासरोगाधिकारः +श्वासरोगे +श्वासश्च +श्वासस्य +श्वासा +श्वासाः +श्वासादिषु +श्वासानष्टौ +श्वासानां +श्वासानिलाः +श्वासानिलैः +श्वासानुप्रदान +श्वासानुप्रदाना +श्वासान् +श्वासान्मुञ्चति +श्वासायासहिक्कागद्गदादिचेष्टाचरमभाविनि +श्वासी +श्वासे +श्वासेति +श्वासेन +श्वासैः +श्वासो +श्वासोच्छ्वासं +श्वासोच्छ्वासः +श्वासोच्छ्वासस्य +श्वासोऽरुचिस्तृष्णा +श्वासौ +श्वास्य +श्वास्यलङ्कारेषु +श्वा॒त्राः +श्वि +श्वित +श्विता +श्वितीचयः +श्वित् +श्वित्न्येभिः +श्वित्यञ्चः +श्वित्र +श्वित्रं +श्वित्रः +श्वित्रम् +श्वित्रस्य +श्वित्राणां +श्वित्राणि +श्वित्री +श्वित्रे +श्वित्रेणैकेन +श्वित्रो +श्वित्र्यथो +श्विदि +श्विनी +श्वीदितः +श्वीदितो +श्वृणु +श्वे +श्वेः +श्वेत +श्वेतं +श्वेतः +श्वेतकं +श्वेतकण्ट +श्वेतकण्टकारी +श्वेतकमलम् +श्वेतकल्पे +श्वेतकाचं +श्वेतकिणिही +श्वेतकुशः +श्वेतकुशे +श्वेतकुष्ठं +श्वेतकुष्ठी +श्वेतकृष्णा +श्वेतकेतु +श्वेतकेतुं +श्वेतकेतुः +श्वेतकेतुना +श्वेतकेतुरिति +श्वेतकेतुरुवाच +श्वेतकेतुर् +श्वेतकेतुश्च +श्वेतकेतो +श्वेतकेतोः +श्वेतखदिरः +श्वेतखदिरे +श्वेतगिरिं +श्वेतगिरिः +श्वेतगुञ्जा +श्वेतघोषा +श्वेतचन्दनं +श्वेतचन्दनम् +श्वेतचम्पकवर्णाभा +श्वेतचम्पकवर्णाभां +श्वेतचामरदर्पणैः +श्वेतचामरम् +श्वेतचामरैः +श्वेतचिल्ली +श्वेतच्छत्र +श्वेतच्छत्रं +श्वेतच्छायं +श्वेतजलं +श्वेतजीरके +श्वेतञ्च +श्वेतटङ्कणम् +श्वेतत +श्वेततरः +श्वेततां +श्वेततुलसी +श्वेतते +श्वेतत्वं +श्वेतदूर्वा +श्वेतदूर्वायां +श्वेतदूर्वायाम् +श्वेतदूर्व्वा +श्वेतद्वीप +श्वेतद्वीपं +श्वेतद्वीपः +श्वेतद्वीपनिवासकृत् +श्वेतद्वीपनिवासिनः +श्वेतद्वीपपतिं +श्वेतद्वीपमुपागताः +श्वेतद्वीपे +श्वेतनायै +श्वेतपट्टिकायाः +श्वेतपत्रं +श्वेतपत्रम् +श्वेतपत्रस्य +श्वेतपद्मं +श्वेतपद्मस्थं +श्वेतपद्मे +श्वेतपद्मोपरि +श्वेतपर्वतः +श्वेतपर्वतम् +श्वेतपर्वते +श्वेतपाकी +श्वेतपादः +श्वेतपिङ्गलः +श्वेतपिङ्गला +श्वेतपिङ्गाक्षी +श्वेतपुनर्नवा +श्वेतपुष्पः +श्वेतपुष्पा +श्वेतपुष्पिका +श्वेतपुष्पैः +श्वेतपूर्वपादः +श्वेतमजं +श्वेतमनीनशम् +श्वेतमरिचं +श्वेतमश्वं +श्वेतमश्वमभिमृश्याधिद्र +श्वेतमालभेत +श्वेतमाल्यानुलेपनः +श्वेतमेव +श्वेतम् +श्वेतया +श्वेतरक्त +श्वेतरक्तं +श्वेतरक्तस्तु +श्वेतरूपं +श्वेतलोध्रः +श्वेतलोहितः +श्वेतवचा +श्वेतवती +श्वेतवत्सा +श्वेतवत्सां +श्वेतवत्सायै +श्वेतवनवासिन् +श्वेतवराह +श्वेतवर्ग +श्वेतवर्ण +श्वेतवर्णं +श्वेतवर्णः +श्वेतवर्णकम् +श्वेतवर्णम् +श्वेतवर्णश्च +श्वेतवर्णस्तु +श्वेतवर्णस्य +श्वेतवर्णा +श्वेतवर्णां +श्वेतवर्णाः +श्वेतवर्णानि +श्वेतवर्णीयं +श्वेतवर्णीयः +श्वेतवर्णीया +श्वेतवर्णीयानि +श्वेतवर्णे +श्वेतवर्णेन +श्वेतवर्णो +श्वेतवस्त्रं +श्वेतवस्त्रां +श्वेतवस्त्राणि +श्वेतवस्त्रेण +श्वेतवहादीनां +श्वेतवहोक्थशस्पुरोडाशो +श्वेतवा +श्वेतवाः +श्वेतवाससः +श्वेतवाह +श्वेतवाहः +श्वेतवाहन +श्वेतवाहनः +श्वेतवाहनम् +श्वेतवाहने +श्वेतविनीताश्वोपाख्याने +श्वेतशिखश्चैव +श्वेतशिग्रुः +श्वेतशैलैः +श्वेतश्च +श्वेतश्चैव +श्वेतसर्षपः +श्वेतसर्षपे +श्वेतसुरसा +श्वेतस्तथा +श्वेतस्तु +श्वेतस्य +श्वेतहयः +श्वेतहस्ती +श्वेतहूणाः +श्वेता +श्वेतां +श्वेतांबरधरं +श्वेताः +श्वेताख्यं +श्वेतादिभिः +श्वेतादिवर्णभेदेन +श्वेतानां +श्वेतानि +श्वेतानुलेपनः +श्वेतान् +श्वेतापराजिता +श्वेतापराजितामूलं +श्वेताब्जं +श्वेताभं +श्वेताभः +श्वेताभा +श्वेताभाः +श्वेताभो +श्वेताभ्रघनराजीव +श्वेताम् +श्वेताम्बर +श्वेताम्बरं +श्वेताम्बरः +श्वेताम्बरधरः +श्वेताम्बरधरो +श्वेताम्बरसम्प्रदायस्य +श्वेताम्बरा +श्वेताय +श्वेताया +श्वेतायां +श्वेतायाः +श्वेतायै +श्वेतार्क +श्वेतार्कं +श्वेतार्कमूलं +श्वेतार्को +श्वेताश्च +श्वेताश्व +श्वेताश्वं +श्वेताश्वः +श्वेताश्वतर +श्वेताश्वतरः +श्वेताश्वतरश्रुत्यनुसारेण +श्वेताश्वतराणां +श्वेताश्वतराद्युपनिषत्पुरुषसूक्तभाष्यम् +श्वेताश्वतरे +श्वेताश्वतरोपनिषत् +श्वेताश्वतरोपनिषदि +श्वेताश्वतरोपनिषद् +श्वेताश्वानां +श्वेताश्वे +श्वेताश्वो +श्वेतास्ताम्रावभासाश्च +श्वेतास्तिलाः +श्वेतास्थि +श्वेतास्यः +श्वेति +श्वेती +श्वेतीकरणम् +श्वेतू +श्वेते +श्वेतेक्षुः +श्वेतेन +श्वेतैः +श्वेतैरश्वैः +श्वेतैर्हयैर्युक्त +श्वेतैर्हयैर्युक्ते +श्वेतैश्च +श्वेतो +श्वेतोदरः +श्वेतोदरो +श्वेतोपाख्याने +श्वेतोऽत्र +श्वेतोऽथ +श्वेतोऽर्थः +श्वेतोऽश्वो +श्वेतौ +श्वेत् +श्वेत्यर्थः +श्वेत्या +श्वेतꣳ +श्वेन +श्वेव +श्वे॒तं +श्वे॒तः +श्वे॒तम् +श्वे॒ता +श्वे॒तो +श्वे॒त्या +श्वे꣢꣯म꣡ +श्वैतच्छत्रिकः +श्वैत्य +श्वैत्यं +श्वैत्यम् +श्वैत्ये +श्वैत्येत्युदाहरत् +श्वैत्रेयः +श्वैव +श्वो +श्वोभते +श्वोभाविन्यभिषेचने +श्वोभूत +श्वोभूते +श्वोभूने +श्वोवसीयसं +श्वोवसीयसम् +श्वोऽन्तर्गृहे +श्वोऽपि +श्वोऽस्मि +श्वोऽस्य +श्वोऽहं +श्व॒घ्नी +श्व॒घ्नीव॑ +श्व॒र +श्व॒सन्त॑म् +श्ष् +श्‍यामलन्‌ +शॐ +श॑तक्रतो +श॑तक्रतो॒ +श॑त॒सा +श॑मि॒ता +श॑ये +श॑वसस्पते +श॑विष्ठ॒ +श॑श्वत्त॒मं +श॑स्त +श॒कु॒नः +श॒केम॑ +श॒क्तिः +श॒क्ना +श॒क्र +श॒क्रं +श॒क्रः +श॒क्राय॑ +श॒क्रो +श॒क्र॒ +श॒क॒त् +श॒ग्धि +श॒ग्मा +श॒ग्मां +श॒ग्मैः +श॒ची॒ऽप॒ते॒ +श॒ची॒ऽवः॒ +श॒त +श॒तं +श॒तक्र॑तुं +श॒तक्र॑तुं॒ +श॒तक्र॑तुः +श॒तक्र॑तुम् +श॒तनी॑थ॒ +श॒तप॑र्वणा +श॒तमिन्नु +श॒तम् +श॒तवा॑ज॒ +श॒तवि॑चक्षणाः +श॒तव॑त्स॒हस्रं॒ +श॒तशा॑रदाय +श॒तस्य॑ +श॒तहि॑माः +श॒तऽक्र॑तुः +श॒तऽक्र॑तुम् +श॒तऽधा॑रः +श॒तऽव॑त् +श॒तऽहि॑माः +श॒ता +श॒तानि॑ +श॒तायुः॒ +श॒तायु॑षा +श॒तायु॒ +श॒ताय॒ +श॒तिः +श॒तिनं॑ +श॒तिनी॑भिः +श॒तिन॑म् +श॒तिश्च॑ +श॒ते +श॒तेन्द्रि॑य॒ +श॒तेन॑ +श॒तेन॒ +श॒तेभ्यः॒ +श॒तैः +श॒त॒क्र॒तो॒ +श॒त॒ऽग्विन॑म् +श॒त॒ऽसाः +श॒द्वै +श॒बलौ॑ +श॒मि॒ता +श॒म्भूर्म॑यो॒भूर॒भि +श॒यवे॑ +श॒युः +श॒ये॒ +श॒रत्सु॑ +श॒रदः॑ +श॒रदो॑ +श॒रदो॒ +श॒रद्ध॒विः +श॒रद॑ +श॒रद॑ः +श॒रद॑श्च +श॒रद॑श्श॒तं +श॒रद॑श्श॒तम् +श॒रस्य॑ +श॒र्य॒णाऽव॑ति +श॒र्वाय॑ +श॒र्वो +श॒र॒णम् +श॒वि॒ष्ठ॒ +श॒व॒सः॒ +श॒श्व॒त्ऽत॒मम् +श॒श॒मा॒नः +श॒श॒मा॒नस्य॑ +श॒श॒मा॒नाय॑ +श॒स्तम् +श॒स्यमा॑ना +श॒स्यमा॑ने +श॒स्य॒ते॒ +श᳘ब्दो +श᳘रीरं +श꣢तक्रतो +श꣢त्रु꣡र्दा꣯सा +श꣢व꣡सा꣯ +श꣣क्रः꣢ +श꣣त꣢ +शꣳ +शꣳसत +शꣳसति +शꣳस्य +ष +षं +षः +षकं +षकः +षकम् +षकार +षकारं +षकारः +षकारश्च +षकारस्य +षकारादेश +षकारादेशो +षकारान्त +षकारान्तप्रकरणम् +षकारान्ता +षकारे +षकारेण +षकारो +षके +षगे +षघ +षङ्गः +षङ्गुणं +षङ्ज +षङ्भिः +षच +षचि +षच् +षज +षज्यते +षञ् +षञ्च +षञ्ज +षट +षटः +षटत्रिंशः +षटसु +षटू +षट् +षट्क +षट्कं +षट्कतिकतिपयचतुरां +षट्कत्वात्तथा +षट्कपालं +षट्कपालः +षट्कम् +षट्कर्णो +षट्कर्म +षट्कर्मनिरतः +षट्कर्मनिरता +षट्कर्मनिरतो +षट्कर्मसु +षट्कर्मा +षट्कर्माणि +षट्कर्म्माणि +षट्कलं +षट्कला +षट्कश्चैकश्चतुर्थश्चतुष्को +षट्कस्य +षट्कारकाणि +षट्काष्टके +षट्कूटा +षट्कृतिः +षट्कृत्व +षट्कृत्वः +षट्कृत्वा +षट्कृत्वो +षट्के +षट्केन +षट्केषु +षट्को +षट्कोण +षट्कोणं +षट्कोणकं +षट्कोणस्य +षट्कोणे +षट्कोणेषु +षट्कोणो +षट्क्रमात् +षट्च +षट्चक्रं +षट्चक्राणि +षट्चक्राश्च्युताः +षट्चतुर्भ्यश्च +षट्चत्वारिंश +षट्चत्वारिंशः +षट्चत्वारिंशत् +षट्चत्वारिंशत्तमोऽध्यायः +षट्चत्वारिंशदधिकशततमोऽध्यायः +षट्चत्वारिंशदुत्तरशततमोऽध्यायः +षट्चत्वारिंशी +षट्चत्वारिंशोऽध्यायः +षट्चरणा +षट्चरणाः +षट्च॑ +षट्च॑त्वारि +षट्छतं +षट्ट +षट्टीकोपेता +षट्तथा +षट्तलं +षट्तिली +षट्त्रंशत् +षट्त्रि +षट्त्रिँ +षट्त्रिं +षट्त्रिंश +षट्त्रिंशं +षट्त्रिंशः +षट्त्रिंशच्च +षट्त्रिंशतं +षट्त्रिंशता +षट्त्रिंशति +षट्त्रिंशत् +षट्त्रिंशत्तमोऽध्यायः +षट्त्रिंशत्तु +षट्त्रिंशत्सहस्राण्यग्नयोऽर्कास्तेषामेकैक +षट्त्रिंशदक्षरा +षट्त्रिंशदङ्गुलं +षट्त्रिंशदङ्गुले +षट्त्रिंशदधिकं +षट्त्रिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +षट्त्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः +षट्त्रिंशदवदाना +षट्त्रिंशदाब्दिकं +षट्त्रिंशद् +षट्त्रिंशन्मतम् +षट्त्रिंशन्मते +षट्त्रिंशम् +षट्त्रिंशी +षट्त्रिंशे +षट्त्रिंशो +षट्त्रिंशोऽध्यायः +षट्त्रिचतुर्भ्यो +षट्त्रिम्̇शद्रात्रम् +षट्त्रिꣳ +षट्त्रिꣳशदक्षरा +षट्त्रिꣳशद्रात्रम् +षट्त्वं +षट्त्वात् +षट्त्वात्तथा +षट्त्वे +षट्थ्संप॑द्यन्ते +षट्द्वाराणि +षट्प +षट्पंचाशत्तमोऽध्यायः +षट्पञ्च +षट्पञ्चाशं +षट्पञ्चाशः +षट्पञ्चाशच्च +षट्पञ्चाशत् +षट्पञ्चाशत्तमोऽध्यायः +षट्पञ्चाशदक्षरा +षट्पञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः +षट्पञ्चाशद् +षट्पञ्चाशिका +षट्पञ्चाशी +षट्पञ्चाशोऽध्यायः +षट्पञ्चाषत्तमोऽध्यायः +षट्पणः +षट्पणो +षट्पद +षट्पदं +षट्पदः +षट्पदभ्रमरालयः +षट्पदम् +षट्पदयुवा +षट्पदश्रेणिभिरेव +षट्पदा +षट्पदाः +षट्पदानां +षट्पदानाम् +षट्पदानि +षट्पदाय +षट्पदार्था +षट्पदाली +षट्पदाश्च +षट्पदी +षट्पदीस्तोत्रम् +षट्पदे +षट्पदेन +षट्पदैः +षट्पदैरनुकूजद्भिर्वनेषु +षट्पदो +षट्पदोऽसौ +षट्पलं +षट्पलम् +षट्पारमिता +षट्पारमिताः +षट्पारमितापरिपूर्णानां +षट्पार्थानि +षट्पुरं +षट्पौरुषायां +षट्प्रकारं +षट्प्रकारा +षट्प्रकाराः +षट्प्रकाराणि +षट्प्रकारेण +षट्प्रकारेऽपि +षट्प्रकारो +षट्प्रभृति +षट्प्राणा +षट्भागं +षट्र +षट्शतं +षट्शतम् +षट्शतानि +षट्शती +षट्शतैश्च +षट्षडङ्गुलवर्धनात् +षट्षष्टि +षट्षष्टिः +षट्षष्टितमं +षट्षष्टितमः +षट्षष्टितमोऽध्यायः +षट्षष्टिभागा +षट्षष्टी +षट्षष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः +षट्षष्ट्युत्तरशततमोऽध्यायः +षट्षष्ठितमः +षट्षु +षट्षोडशी +षट्स +षट्संख्या +षट्संज्ञकेभ्यः +षट्संज्ञा +षट्संपद्यन्ते +षट्सप्त +षट्सप्ततिः +षट्सप्ततितमं +षट्सप्ततितमः +षट्सप्ततितमी +षट्सप्ततितमोऽध्यायः +षट्सप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः +षट्सप्तत्युत्तरशततमोऽध्यायः +षट्सप्ताष्टौ +षट्सहस्रं +षट्सहस्राणि +षट्सु +षट्स्वङ्गेषु +षट्स्वपि +षट्स्वप्येतासु +षट्स्वरा +षट्स्वर्थेषु +षट्स्वस्रादिभ्यः +षट्‌ +षट्‌कं +षट्‌कोणं +षट्‌चत्वारिंशोऽध्यायः +षट्‌त्रिंशच्च +षट्‌त्रिंशत् +षट्‌त्रिंशोऽध्यायः +षट्‌पत्रं +षट्‌सहस्राणि +षट्‌साहस्त्र्यां +षट्‌सु +षठी +षड +षडं +षडंगं +षडंगकम् +षडंगानि +षडंगुलं +षडंगुलम् +षडंशं +षडंशकम् +षडंशता +षडंशमपि +षडंशे +षडंशेन +षडक्षर +षडक्षरं +षडक्षरः +षडक्षरम् +षडक्षरस्य +षडक्षरा +षडक्षराणि +षडक्षरिमहाविद्याया +षडक्षरिमहाविद्यायाः +षडक्षरी +षडक्षरीं +षडक्षरीम् +षडक्षरेण +षडक्षरो +षडक्षरोऽयं +षडगुणपूण +षडङ्कं +षडङ्काः +षडङ्ग +षडङ्गं +षडङ्गः +षडङ्गकम् +षडङ्गन्यासं +षडङ्गन्यासः +षडङ्गन्यासमाचरेत् +षडङ्गम् +षडङ्गलप्रमाणम् +षडङ्गवित् +षडङ्गविद्भवति +षडङ्गसमन्वागतानां +षडङ्गादि +षडङ्गानां +षडङ्गानि +षडङ्गान्यधीत्य +षडङ्गुलं +षडङ्गुलः +षडङ्गुलप्रमाणम् +षडङ्गुलप्रमाणेन +षडङ्गुलम् +षडङ्गुला +षडङ्गुलानि +षडङ्गुलायां +षडङ्गुलिः +षडङ्गुले +षडङ्गुलेन +षडङ्गुल्यं +षडङ्गेन +षडङ्गेषु +षडङ्गैश्च +षडङ्गो +षडङ्गों +षडड्डत्ध् +षडत्र +षडथ +षडदायादबान्धवाः +षडधिकद्विशततमोऽध्यायः +षडधिकशततमः +षडधिकशततमोऽध्यायः +षडधिका +षडधिके +षडध्यायाः +षडध्वनः +षडनश्नता +षडनुवाकाः +षडनुष्टुभः +षडन्ये +षडपि +षडपूपा +षडब्दं +षडभिः +षडभिज्ञः +षडभिज्ञा +षडभिज्ञो +षडमी +षडर +षडरं +षडरे +षडर्णं +षडर्णः +षडर्णवत् +षडर्णेन +षडर्था +षडवत्त +षडवत्तं +षडवत्तम्प्राश्नन्ति +षडवत्तꣳ +षडवा +षडविशेषा +षडविशेषाः +षडशीतयः +षडशीति +षडशीतिः +षडशीतितमं +षडशीतितमः +षडशीतितमी +षडशीतितमोऽध्यायः +षडशीतिमुखं +षडशीतिमुखे +षडशीतिमुखेषु +षडशीतिमुखेऽतीते +षडशीतिश्च +षडशीतिसहस्राणि +षडशीत्यधिकशततमोऽध्यायः +षडशीत्यां +षडश्रं +षडश्रकम् +षडश्रे +षडश्वं +षडश्वैः +षडष्टकं +षडष्टका +षडष्टके +षडष्टौ +षडस्माकमनादयः +षडस्य +षडस्रं +षडस्रके +षडस्रे +षडह +षडहं +षडहः +षडहमुपयन्ति +षडहम् +षडहस् +षडहस्त्रयस्त्रिंशारम्भण +षडहस्य +षडहा +षडहाः +षडहात् +षडहानि +षडहान् +षडहावुपयन्ति +षडहे +षडहेन +षडहेऽतीते +षडहैर् +षडहो +षडहोऽतिरात्रः +षडहोऽतिरात्रो +षडहोऽतिरात्रोऽभिप्लवः +षडहोऽथ +षडहौ +षड़ +षड़ङ्गं +षड़ङ्गुलं +षड़हे +षड़ा +षड़ानन +षड़िधं +षड़ृचं +षड़ेते +षड़्विधा +षडाग्निकानि +षडाग्नेयी +षडाचरेत् +षडाधारापवरकं +षडानन +षडाननं +षडाननः +षडाननम् +षडाननो +षडायतनं +षडायतनप्रत्ययः +षडायतनम् +षडाहुरङ्गानि +षडाह्वयः +षडाह्वयम् +षडाह्वया +षडि +षडिक +षडिकः +षडिडपदस्तोभः +षडिति +षडिन्द्रियाणि +षडिन्द्रोपमतेजसः +षडिमानि +षडिमे +षडि् +षडु +षडुक्तानि +षडुत्तरद्विशततमोऽध्यायः +षडुत्तरम् +षडुत्तरशततमः +षडुत्तरशततमोऽध्यायः +षडुत्तरा +षडुत्तरे +षडुदङ्ङेति +षडुद्यामं +षडुन्नतः +षडुन्नतम् +षडुन्नतानि +षडुपरिष्टात् +षडुपसदः +षडुर्वीः +षडू +षडूनं +षडूर्मयः +षडृक्षः +षडृचं +षडृचः +षडृचमष्टमं +षडृचमेकादशं +षडृचम् +षडृचस्य +षडृचा +षडृचे +षडृचेन +षडृचो +षडृचोनामतृतीयकाण्डे +षडृतव +षडृतवः +षडृतवो +षडेता +षडेताः +षडेतानि +षडेतान् +षडेते +षडेव +षडेवं +षडेवेति +षडेवैते +षडैते +षड् +षड्गया +षड्गवं +षड्गवेन +षड्गुण +षड्गुणं +षड्गुणः +षड्गुणम् +षड्गुणा +षड्गुणाः +षड्गुणितं +षड्गुणिता +षड्गुणे +षड्गुणेन +षड्गुणो +षड्गुरुशिष्यः +षड्गोलविदो +षड्ग्रन्था +षड्ग्रन्थिका +षड्चत्वारिंशत्तमोऽध्यायः +षड्चत्वारिंशोऽध्यायः +षड्ज +षड्जं +षड्जः +षड्जकैशिकी +षड्जगाः +षड्जग्रहसमन्वितः +षड्जग्रहा +षड्जग्राम +षड्जग्रामसंबन्धः +षड्जग्रामसम्बन्धः +षड्जग्रामस्य +षड्जग्रामे +षड्जग्रामेण +षड्जग्रामो +षड्जधैवतयोस्तथा +षड्जना +षड्जपञ्चमौ +षड्जमध्यमपञ्चमाः +षड्जमध्यमया +षड्जमध्यमा +षड्जमध्यमौ +षड्जमध्या +षड्जमन्द्रा +षड्जर्षभौ +षड्जश्च +षड्जसंवादिनीः +षड्जस्य +षड्जस्वरः +षड्जा +षड्जांशन्याससंयुक्ता +षड्जांशा +षड्जांशो +षड्जादयः +षड्जादि +षड्जादिः +षड्जादिमूर्छनः +षड्जादिमूर्छना +षड्जादिषु +षड्जादीनां +षड्जाद्यन्तसमायुक्ता +षड्जाद्याः +षड्जान्ता +षड्जे +षड्जो +षड्जोदीच्यवती +षड्जोदीच्यवा +षड्जोऽस्य +षड्ड् +षड्ड्डत्ध् +षड्ड्डित्ध् +षड्ड्होता +षड्ड्होतारम् +षड्ढस्तं +षड्ढा +षड्ढि +षड्ढोता +षड्ढोतारं +षड्ढोतारम् +षड्ढोतुः +षड्ढोत्रा +षड्त्रिंशत् +षड्त्रिंशत्तमः +षड्त्रिंशत्तमोऽध्यायः +षड्दन्तो +षड्दर्शनाचार्यः +षड्दलं +षड्दलम् +षड्दले +षड्दारुकं +षड्दिनानि +षड्दीर्घभाजा +षड्दीर्घस्वरभेदेन +षड्दीर्घाढ्येन +षड्देवताः +षड्देवनिकायाः +षड्दोषाः +षड्धा +षड्धातवः +षड्बन्धुदायादाः +षड्भः +षड्भक्तः +षड्भद्रा +षड्भयुतं +षड्भवन्ति +षड्भाग +षड्भागं +षड्भागः +षड्भागस्य +षड्भागा +षड्भागे +षड्भागेन +षड्भागो +षड्भान्तरे +षड्भावविकारशून्यः +षड्भावविकारा +षड्भि +षड्भिः +षड्भिरङ्गैः +षड्भिरनुच्छन्दसम् +षड्भिरपि +षड्भिराद्यैः +षड्भिरेव +षड्भिर् +षड्भिर्मासैः +षड्भिर्मासैर्न +षड्भिर्योगो +षड्भिर्वा +षड्भिश्च +षड्भिश्चैव +षड्भिस् +षड्भिस्तु +षड्भी +षड्भुजं +षड्भुजः +षड्भुजा +षड्भुजां +षड्भुजो +षड्भेदा +षड्भेदाः +षड्भ्य +षड्भ्यः +षड्भ्यस्तु +षड्भ्यो +षड्यवं +षड्यवाः +षड्रथाः +षड्रसं +षड्रसः +षड्रसम् +षड्रसस्य +षड्रसा +षड्रसाः +षड्रसानां +षड्रसान् +षड्रसाश्रयः +षड्रसेषु +षड्रसैः +षड्रसो +षड्रसोपेतं +षड्रात्रं +षड्रात्रः +षड्रात्रम् +षड्रात्रे +षड्रात्रेण +षड्रात्रो +षड्रायस्पोषाय +षड्राशयः +षड्राश्यधिके +षड्रूपाणि +षड्रूपे +षड्वंश्या +षड्वक्त्र +षड्वक्त्रं +षड्वक्त्रः +षड्वक्त्रो +षड्वर्ग +षड्वर्गं +षड्वर्गः +षड्वर्गिणीयो +षड्वर्गे +षड्वर्ग्गिका +षड्वर्ग्गिकाः +षड्वर्ण +षड्वर्णं +षड्वर्षं +षड्वर्षा +षड्वर्षाणि +षड्वा +षड्वारं +षड्वारान् +षड्वि +षड्विँ +षड्विंश +षड्विंशं +षड्विंशः +षड्विंशकं +षड्विंशति +षड्विंशतिं +षड्विंशतिः +षड्विंशतिगुणाः +षड्विंशतितमं +षड्विंशतितमः +षड्विंशतितमक्षेत्रम् +षड्विंशतितमे +षड्विंशतितमोऽध्यायः +षड्विंशतिरस्य +षड्विंशतिर् +षड्विंशतिसंख्याकेषु +षड्विंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +षड्विंशत्यधिकशततमः +षड्विंशत्यधिकशततमोऽध्यायः +षड्विंशत्या +षड्विंशत्युत्तरशततमोऽध्यायः +षड्विंशप्रश्ने +षड्विंशब्राह्मणम् +षड्विंशी +षड्विंशे +षड्विंशो +षड्विंशोध्यायः +षड्विंशोऽध्याय +षड्विंशोऽध्यायः +षड्विकारं +षड्विध +षड्विधं +षड्विधः +षड्विधमुद्दिष्टं +षड्विधम् +षड्विधश्च +षड्विधस्तु +षड्विधा +षड्विधां +षड्विधाः +षड्विधानि +षड्विधे +षड्विधेन +षड्विधो +षड्विभागाः +षड्विषमेऽष्टौ +षड्वै +षड्षष्टितमोऽध्यायः +षड्‌ +षड्‌भिः +षड्‌विंशोऽध्यायः +षढो +षढोः +षण +षणं +षणः +षणम् +षणस्य +षणा +षणां +षणि +षणीति +षणु +षणे +षण् +षण्ँअवतिर्दण्डः +षण्ड +षण्डं +षण्डः +षण्डकं +षण्डकः +षण्डश्च +षण्डस्य +षण्डाः +षण्डी +षण्डे +षण्डो +षण्ढ +षण्ढं +षण्ढः +षण्ढता +षण्ढत्वं +षण्ढश्च +षण्ढसंज्ञकः +षण्ढस्य +षण्ढा +षण्ढाः +षण्ढानां +षण्ढे +षण्ढो +षण्ढोऽपि +षण्ढोऽफलः +षण्ण +षण्णगरी +षण्णव +षण्णवति +षण्णवतिं +षण्णवतिः +षण्णवतितमं +षण्णवतितमः +षण्णवतितमोऽध्यायः +षण्णवत्यधिकशततमोऽध्यायः +षण्णवत्यधिका +षण्णवत्या +षण्णा +षण्णां +षण्णामपि +षण्णामिति +षण्णामृचां +षण्णामृतूनां +षण्णामेव +षण्णाम् +षण्मनवो +षण्मन्त्राः +षण्महर्षयः +षण्मा +षण्मात्रं +षण्मार्जालीये +षण्मास +षण्मासं +षण्मासतः +षण्मासनिचयो +षण्मासपर्यन्तं +षण्माससंसर्गे +षण्मासा +षण्मासाः +षण्मासाज्जायते +षण्मासाण्ण्यच्च +षण्मासात् +षण्मासात्मकः +षण्मासाद् +षण्मासानन्तरं +षण्मासान् +षण्मासान्ते +षण्मासान्न +षण्मासान्नात्र +षण्मासान्नित्ययुक्तस्य +षण्मासाभ्यंतरे +षण्मासाभ्यन्तरे +षण्मासाभ्यासयोगेन +षण्मासे +षण्मासेन +षण्मास्यः +षण्मिता +षण्मुख +षण्मुखं +षण्मुखः +षण्मुखम् +षण्मुखस्य +षण्मुखाय +षण्मुखे +षण्मुखेन +षण्मुखो +षण्मोर्वीरंहसस्पान्तु +षण्यभ्यासात् +षत +षतः +षता +षति +षते +षतो +षत् +षत्व +षत्वं +षत्वञ्च +षत्वटुत्वे +षत्वणत्वे +षत्वतुकोरसिद्धः +षत्वनिषेधः +षत्वन्तु +षत्वन्न +षत्वपक्षे +षत्वमपि +षत्वमिति +षत्वम् +षत्वविधौ +षत्वष्टुत्वे +षत्वस्य +षत्वाभावः +षत्वे +षत्वेन +षद +षदं +षदः +षदत् +षदप +षदा +षदाम +षदि +षद् +षद्भिः +षद्भूतु +षद्भू॑तु +षद्ल +षद्लृ +षधम् +षधस्था +षधस्थेति +षधि +षधिः +षधौ +षन +षन्ख् +षन्ज +षन्ति +षन्ती +षप +षपूर्व +षपूर्वस्य +षपूर्वहन्धृतराज्ञामणि +षभि +षभिः +षभिश्च +षभूते +षम +षम् +षम्ब +षय +षयं +षयः +षयति +षयत्वं +षयत्वेन +षयम् +षयस्य +षया +षयाः +षये +षयेत् +षयो +षयोः +षरं +षरामः +षरीफः +षर् +षर्ज +षर्ब +षर्व +षल +षळूना +षळ् +षश्च +षष +षषः +षष् +षष्ट +षष्टं +षष्टः +षष्टच्या +षष्टम् +षष्टय +षष्टया +षष्टश्च +षष्टस्तरङ्गः +षष्टस्सर्गः +षष्टा +षष्टांशः +षष्टाधिकरणमारचयति +षष्टि +षष्टिं +षष्टिः +षष्टिक +षष्टिकं +षष्टिकः +षष्टिकम् +षष्टिकला +षष्टिकल्पान् +षष्टिका +षष्टिकाः +षष्टिकानां +षष्टिकान्नं +षष्टिकैः +षष्टिको +षष्टिकोटिशतानि +षष्टिकोटिसहस्राणि +षष्टिकोट्यस्तथापराः +षष्टिकोट्यस्तथैव +षष्टिकौदनं +षष्टिकौदनम् +षष्टिक्यं +षष्टिगुणं +षष्टिगुणा +षष्टिगुणे +षष्टिघटिका +षष्टिघटिकाः +षष्टिघटिकास्तदा +षष्टिघटीभिः +षष्टिघटीमितं +षष्टिघटीमिता +षष्टिघ्नं +षष्टितः +षष्टितन्त्रस्य +षष्टितम +षष्टितमं +षष्टितमः +षष्टितमे +षष्टितमोऽध्यायः +षष्टितीर्थसहस्राणि +षष्टिपथिकः +षष्टिपथिकी +षष्टिपलैः +षष्टिपुत्रसहस्राणि +षष्टिपौरुषायां +षष्टिभक्ता +षष्टिभागः +षष्टिभिः +षष्टिम् +षष्टिरात्रेण +षष्टिरिति +षष्टिरेव +षष्टिर् +षष्टिर्न +षष्टिर्नाड्यो +षष्टिर्भाज्यः +षष्टिर्वर्षसहस्राणि +षष्टिवर्षं +षष्टिवर्षमध्ये +षष्टिवर्षशतानि +षष्टिवर्षसहस्रकम् +षष्टिवर्षसहस्राणां +षष्टिवर्षसहस्राणि +षष्टिवर्षाणि +षष्टिवर्षीयं +षष्टिशतत्रयेण +षष्टिशतानि +षष्टिश् +षष्टिश्च +षष्टिश्चैव +षष्टिसहस्राणि +षष्टिसाहस्रा +षष्टिस् +षष्टिस्तानि +षष्टिस्तु +षष्टिहायनः +षष्टिहायनाः +षष्टिहृतं +षष्टिहृता +षष्टी +षष्टे +षष्टेः +षष्टो +षष्टोध्यायः +षष्टोऽध्यायः +षष्ट्य +षष्ट्यङ्गुलं +षष्ट्यधिकं +षष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +षष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः +षष्ट्यधिकशतत्रयं +षष्ट्यधिकानि +षष्ट्यन्ते +षष्ट्यब्दं +षष्ट्यब्दानां +षष्ट्यर्थे +षष्ट्या +षष्ट्यां +षष्ट्याढकानि +षष्ट्युत्तर +षष्ट्युत्तरं +षष्ट्युत्तरशततमोऽध्यायः +षष्ट्युत्तरशतत्रयम् +षष्ट्यै +षष्ठ +षष्ठं +षष्ठः +षष्ठकः +षष्ठकक्षा +षष्ठकम् +षष्ठकाण्डे +षष्ठकालोषितो +षष्ठके +षष्ठको +षष्ठक्षेत्रम् +षष्ठञ्च +षष्ठदिने +षष्ठपटले +षष्ठपरिच्छेदे +षष्ठपर्व +षष्ठप्रकाशः +षष्ठप्रपाठकः +षष्ठप्रपाठके +षष्ठप्रश्नः +षष्ठप्रश्ने +षष्ठभावफलाध्यायः +षष्ठभे +षष्ठम +षष्ठमं +षष्ठमंशं +षष्ठमशतकम् +षष्ठमशताब्द्याः +षष्ठमहः +षष्ठमहरारभन्ते +षष्ठमावरणं +षष्ठमासे +षष्ठमाह्निकम् +षष्ठमुच्यते +षष्ठमेनं +षष्ठमेव +षष्ठम् +षष्ठय +षष्ठयतसर्थ +षष्ठयन्त +षष्ठयन्तं +षष्ठयन्ततया +षष्ठयन्तमनुवर्तते +षष्ठयन्तम् +षष्ठयन्तस्य +षष्ठयन्तात् +षष्ठयन्तेन +षष्ठयर्थ +षष्ठयर्थे +षष्ठया +षष्ठयां +षष्ठयाः +षष्ठयेकवचने +षष्ठयेव +षष्ठशतकम् +षष्ठशतकस्य +षष्ठशताब्द्याः +षष्ठश्च +षष्ठसप्तमयोः +षष्ठसप्तमे +षष्ठसप्तमौ +षष्ठसर्गे +षष्ठस्कन्धे +षष्ठस्तरङ्गः +षष्ठस्तु +षष्ठस्तृचः +षष्ठस्थानम् +षष्ठस्थाने +षष्ठस्य +षष्ठस्याथ +षष्ठस्याध्यायस्य +षष्ठस्याह्न +षष्ठस्याह्नः +षष्ठस्याह्नो +षष्ठस्वरी +षष्ठा +षष्ठां +षष्ठांशं +षष्ठांशः +षष्ठांशमुद्धरेत् +षष्ठांशवृत्तेरपि +षष्ठांशे +षष्ठाः +षष्ठाखण्डः +षष्ठाङ्के +षष्ठात् +षष्ठाद् +षष्ठाद्यं +षष्ठाद्ये +षष्ठाधिकरणमारचयति +षष्ठाध्याय +षष्ठाध्यायस्य +षष्ठाध्याये +षष्ठानि +षष्ठान्तं +षष्ठाष्टके +षष्ठाष्टमव्यये +षष्ठाष्टमाभ्यां +षष्ठाष्टमे +षष्ठाहवत् +षष्ठि +षष्ठिं +षष्ठिः +षष्ठिका +षष्ठितमः +षष्ठितमोऽध्यायः +षष्ठी +षष्ठीं +षष्ठीकल्पे +षष्ठीतत् +षष्ठीतत्पुरुष +षष्ठीतत्पुरुषः +षष्ठीतत्पुरुषसमासः +षष्ठीतत्पुरुषे +षष्ठीति +षष्ठीतृतीये +षष्ठीत्याह +षष्ठीदेवीप्रसादतः +षष्ठीदेव्यै +षष्ठीद्विवचनम् +षष्ठीद्विवचनस्य +षष्ठीनिर्दिष्टस्य +षष्ठीनिर्दिष्टेन +षष्ठीनिर्देशः +षष्ठीनिषेधः +षष्ठीनिषेधात् +षष्ठीपक्षे +षष्ठीपूजा +षष्ठीप्रतिषेधः +षष्ठीप्राप्तिः +षष्ठीबहुवचनम् +षष्ठीबहुवचनस्य +षष्ठीबहुवचने +षष्ठीम् +षष्ठीयम् +षष्ठीयुक्तश्छन्दसि +षष्ठीविधानात् +षष्ठीविभक्तिर्भवति +षष्ठीव्रतानि +षष्ठीसप्तम्यौ +षष्ठीसमर्थ +षष्ठीसमर्थात् +षष्ठीसमर्थाद् +षष्ठीसमर्थेभ्यः +षष्ठीसमास +षष्ठीसमासं +षष्ठीसमासः +षष्ठीसमासनिषेधः +षष्ठीसमासनिषेधात् +षष्ठीसमासपक्षे +षष्ठीसमासप्रतिषेधः +षष्ठीसमासश्च +षष्ठीसमासस्य +षष्ठीसमासा +षष्ठीसमासे +षष्ठीसमासेन +षष्ठीसमासो +षष्ठीस्थाने +षष्ठे +षष्ठेन +षष्ठेनेति +षष्ठेशे +षष्ठेऽङ्के +षष्ठेऽधिकरणे +षष्ठेऽध्याये +षष्ठेऽनुवाके +षष्ठेऽन्नप्राशनं +षष्ठेऽपि +षष्ठेऽष्टमे +षष्ठेऽहनि +षष्ठेऽह्नि +षष्ठो +षष्ठोच्छ्वासः +षष्ठोध्यायः +षष्ठोध्यायस्य +षष्ठोपदेशः +षष्ठोऽङ्क +षष्ठोऽङ्कः +षष्ठोऽध्याय +षष्ठोऽध्यायः +षष्ठोऽध्यायो +षष्ठोऽनुवाक +षष्ठोऽनुवाकः +षष्ठोऽनुवाकस्समाप्तः +षष्ठोऽपि +षष्ठोऽब्राह्मणः +षष्ठोऽयं +षष्ठौ +षष्ठ्य +षष्ठ्यः +षष्ठ्यतसर्थप्रत्ययेन +षष्ठ्यन्त +षष्ठ्यन्तं +षष्ठ्यन्ततया +षष्ठ्यन्तमनुवर्तते +षष्ठ्यन्तम् +षष्ठ्यन्तस्य +षष्ठ्यन्तात् +षष्ठ्यन्तेन +षष्ठ्यन्तेभ्यः +षष्ठ्यन्तेभ्यो +षष्ठ्यन्यतरस्याम् +षष्ठ्यपि +षष्ठ्यभावः +षष्ठ्यर्थ +षष्ठ्यर्थं +षष्ठ्यर्थः +षष्ठ्यर्थस्य +षष्ठ्यर्था +षष्ठ्यर्थाः +षष्ठ्यर्थे +षष्ठ्यर्थो +षष्ठ्यष्टमी +षष्ठ्या +षष्ठ्यां +षष्ठ्याः +षष्ठ्याञ्च +षष्ठ्यान्तु +षष्ठ्यामन्त्रितसमुदायस्य +षष्ठ्याम् +षष्ठ्याश्च +षष्ठ्येकवचनं +षष्ठ्येकवचनम् +षष्ठ्येकवचनस्य +षष्ठ्येकवचने +षष्ठ्येव +षष्ठ्यै +षष्ठ्यैव +षष्ठ्यौ +षष्ठ्य् +षष्णां +षष्थी +षष्थे +षस +षसाद +षसादा +षसि +षस्ज +षस्तु +षस्य +षस्वजाते +षस्वजे +षस्वम् +षह +षा +षां +षाः +षाइ +षाकन् +षाच्च +षाट् +षाट्कौशिकं +षाडबा +षाडव +षाडवं +षाडवः +षाडवम् +षाडवा +षाडवाः +षाडवे +षाडवो +षाडवौडुविते +षाडहिकानां +षाड्गुण्य +षाड्गुण्यं +षाड्गुण्यम् +षाड्गुण्यसमुद्देशः +षाड्गुण्यस्य +षाड्गुण्ये +षाड्जी +षाड्वार्षिकव्रतम् +षाड्‌गुण्यं +षाढा +षाणा +षाणां +षाणि +षाण्मातुरः +षाण्मासिकं +षाण्मासिकः +षाण्मासिकम् +षाण्मासिकी +षाण्मासिके +षाण्मासिको +षाण्मास्यः +षात् +षाद् +षान् +षान्तस्य +षान्ता +षान्त्व +षामपि +षामिति +षाम् +षाश्च +षाष्टिकं +षाष्ठः +षाष्ठिकमाद्युदात्तत्वम् +षाष्ठिकमामन्त्रिताद्युदात्तत्वम् +षाष्ठिकम् +षाहु +षि +षिं +षिंचता +षिः +षिकं +षिकः +षिकन् +षिङ्गः +षिच +षिचिर् +षिच्च +षिच्य +षिच्यते +षिच्यते॒ +षिच्यसे +षिञ् +षिञ्च +षिञ्चत +षिञ्चता +षिञ्चताश्वं +षिञ्चति +षिञ्चतेति +षिञ्चत् +षिञ्चन्ति +षिञ्चामि +षिञ्चामीत्य् +षिट +षिड्गः +षिड्गे +षिणः +षित +षितं +षितः +षितम् +षिता +षितां +षिते +षितो +षित् +षित्त्वात् +षित्त्वान् +षित्वात् +षित्वान्ङीष् +षिदाशिषि +षिद्गौरादिभ्यश्च +षिद्भिदादिभ्योऽङ् +षिद्भिदादिभ्योऽड् +षिद्भ्यो +षिध +षिधु +षिधू +षिध्यते +षिभिः +षिभु +षिल +षिवन् +षिवन्प्रत्ययः +षिवु +षि॑ +षि॒ +षि॒ताममु॑ञ्चता +षी +षीं +षीः +षीणां +षीति +षीत् +षीद +षीदत +षीदति +षीदतु +षीदतेन्द्रमभि +षीदसि +षीध्वं +षीध्वंलुङ्लिटां +षीध्वम्यननन्तरत्वादिटो +षीष्ट +षी॑द +षी॑दत +षी॑दति +षी॑दसि +षु +षुः +षुक् +षुक्च +षुगागमश्च +षुगागमो +षुग् +षुग्दुकौ +षुग्वा +षुञ् +षुट्ट +षुणादु +षुणोति +षुण्वन्ति +षुर +षुह +षुऽ +षु꣢ +षू +षूङ् +षूद +षू꣢꣯इ꣡न्द्रसात् +षे +षेए +षेण +षेण्यण् +षेति +षेदिरे +षेदुः +षेध +षेधः +षेधस्य +षेधात् +षेधे +षेधो +षेवृ +षेषु +षे॑दिरे +षै +षो +षों +षोउर्चे +षोक्ते +षोड +षोडड्डत्ध् +षोडन् +षोडश +षोडशं +षोडशः +षोडशक +षोडशकं +षोडशकः +षोडशकल +षोडशकलं +षोडशकलः +षोडशकलम् +षोडशकला +षोडशकलाः +षोडशकलात्मने +षोडशकले +षोडशकलो +षोडशकश्च +षोडशकस्तु +षोडशकाण्डे +षोडशकात्पञ्चभ्यः +षोडशके +षोडशको +षोडशक्षेत्रम् +षोडशगुणं +षोडशगुणः +षोडशगुणे +षोडशगृहीतं +षोडशच्छदम् +षोडशतमशताब्द्याः +षोडशदलं +षोडशदले +षोडशदिवसयुद्धे +षोडशधा +षोडशधात्मानं +षोडशपत्रकम् +षोडशपर्व +षोडशप्रश्नः +षोडशप्रश्ने +षोडशभम् +षोडशभागिकम् +षोडशभागेन +षोडशभिः +षोडशभिर् +षोडशभिर्युक्तं +षोडशभिर्युतम् +षोडशभिश्च +षोडशभिस्ततः +षोडशभिस्तथा +षोडशभूमिविधिपटलः +षोडशभ्यः +षोडशभ्यो +षोडशमं +षोडशमात्रया +षोडशमे +षोडशम् +षोडशराजकीये +षोडशर्च +षोडशर्चं +षोडशर्तुनिशाः +षोडशर्त्विजः +षोडशर्त्विजो +षोडशवर्गाध्यायः +षोडशवर्णकम् +षोडशवर्षं +षोडशवर्षस्य +षोडशवर्षा +षोडशवर्षाणि +षोडशवर्षीया +षोडशवर्षीयां +षोडशवस्तुभिः +षोडशवस्तुसंभूतां +षोडशवारजपेन +षोडशवार्षिकः +षोडशवार्षिकम् +षोडशवार्षिकी +षोडशविकाराः +षोडशविधं +षोडशशताब्द्यां +षोडशषोडश +षोडशसंख्या +षोडशसंस्काराः +षोडशसंस्काराणां +षोडशसहस्राणि +षोडशसाहस्रं +षोडशसु +षोडशस्तंभसंयुक्तं +षोडशस्तम्भसंयुक्तं +षोडशस्तम्भसंयुतम् +षोडशस्त्रीसहस्राणां +षोडशस्त्रीसहस्राणि +षोडशस्य +षोडशहस्तेभ्यो +षोडशा +षोडशां +षोडशांगुलम् +षोडशांश +षोडशांशं +षोडशांशः +षोडशांशकम् +षोडशांशके +षोडशांशतः +षोडशांशश्च +षोडशांशे +षोडशांशेन +षोडशांशैः +षोडशाः +षोडशाक्षः +षोडशाक्षरं +षोडशाक्षरः +षोडशाक्षरम् +षोडशाक्षराणि +षोडशाक्षरी +षोडशाक्षरेण +षोडशाक्षरो +षोडशाङ्गं +षोडशाङ्गुल +षोडशाङ्गुलं +षोडशाङ्गुलकं +षोडशाङ्गुलम् +षोडशाङ्गुला +षोडशाङ्गुलौ +षोडशाढकानि +षोडशात् +षोडशात्मकः +षोडशात्मकम् +षोडशात्मिका +षोडशात्यन्तमुद्धताः +षोडशात्र +षोडशादिभिः +षोडशाद् +षोडशाद्वर्षात् +षोडशाधिकद्विशततमोऽध्यायः +षोडशाधिकरणमारचयति +षोडशाधिकशततमः +षोडशाधिकशततमोऽध्यायः +षोडशाध्याये +षोडशानां +षोडशानि +षोडशान्तं +षोडशान्वितम् +षोडशापि +षोडशाब्दा +षोडशाब्दिकम् +षोडशाब्दे +षोडशाब्दो +षोडशारं +षोडशारण्यवासिनः +षोडशारे +षोडशार्णं +षोडशार्णो +षोडशाश्रं +षोडशाष्टौ +षोडशास्रकम् +षोडशाहुती +षोडशाहुतीः +षोडशाहुतीश्च +षोडशाह्वया +षोडशि +षोडशिं +षोडशिकं +षोडशिका +षोडशिग्रहः +षोडशिग्रहणं +षोडशित्वम् +षोडशिन +षोडशिनं +षोडशिनः +षोडशिनम् +षोडशिना +षोडशिनि +षोडशिने +षोडशिनो +षोडशिपात्रं +षोडशिमन्तः +षोडशिमन्तावतिरात्रौ +षोडशिमान् +षोडशिशस्त्रे +षोडशिसाम +षोडशी +षोडशीं +षोडशीति +षोडशीमपि +षोडशीम् +षोडशे +षोडशेति +षोडशेन +षोडशेनोपचारेण +षोडशेऽध्याये +षोडशेऽनुवाके +षोडशै +षोडशैः +षोडशैतानि +षोडशैते +षोडशैरुपचारकैः +षोडशैरुपचारैश्च +षोडशैव +षोडशो +षोडशोत्तरद्विशततमोऽध्यायः +षोडशोत्तरशततमः +षोडशोत्तरशततमोऽध्यायः +षोडशोध्यायः +षोडशोध्यायस्य +षोडशोपचारं +षोडशोपचारपूजां +षोडशोपचाराः +षोडशोपचारान् +षोडशोपचारैः +षोडशोपसुवस्तुभिः +षोडशोऽध्याय +षोडशोऽध्यायः +षोडशोऽनुवाकः +षोडशो‍ऽध्यायः +षोडश् +षोडश्या +षोडश्यां +षोडश्युत्तरे +षोडश्य् +षोडष +षोडषोपचारैः +षोड़ +षोड़श +षोड़शं +षोड़शः +षोड़शधा +षोड़शभागेन +षोड़शभिः +षोड़शसु +षोड़शिनं +षोड़शी +षोड़शीम् +षोड़शे +षोड़शैव +षोड़शो +षोड॑श +षोड॒शिने +षोड॒शिने॑ +षोड॒शिन॑ +षोड॒शी +षोढ +षोढ़ा +षोढा +षोढान्यासं +षोढाविहितो +षोढेति +षोढैव +षोपदेश +षोपदेशः +षोपदेशाः +षोपदेशोऽयम् +षोपदेशौ +षोमौ +षोळश +षोळशि +षोळशिना +षोळशिशस्त्रस्य +षोळशी +षोऽन्तकर्मणि +षोऽपि +षो॑ड॒शी +षौ +षौं +ष् +ष्क +ष्कन् +ष्कभायति +ष्च +ष्छ्र् +ष्ट +ष्टं +ष्टः +ष्टक +ष्टकं +ष्टकम् +ष्टगे +ष्टतया +ष्टन +ष्टन् +ष्टभि +ष्टम +ष्टमिति +ष्टमी +ष्टमे +ष्टम् +ष्टम्यां +ष्टयं +ष्टयम् +ष्टरच् +ष्टवाम +ष्टवे +ष्टव्यः +ष्टव्यम् +ष्टस्थे +ष्टस्य +ष्टा +ष्टाः +ष्टादश +ष्टानां +ष्टानि +ष्टाप् +ष्टि +ष्टिं +ष्टिः +ष्टिघ +ष्टिपृ +ष्टिम +ष्टीकायुग्ममिदं +ष्टीम +ष्टु +ष्टुं +ष्टुः +ष्टुच +ष्टुञ् +ष्टुत +ष्टुतः +ष्टुत्व +ष्टुत्वं +ष्टुत्वञ्च +ष्टुत्वमिति +ष्टुत्वम् +ष्टुत्वस्य +ष्टुत्वे +ष्टुत्वेन +ष्टुना +ष्टुप् +ष्टुभु +ष्टुरिति +ष्टुवन्ति +ष्टुहि +ष्टुहीति +ष्टु॒त +ष्टूप +ष्टे +ष्टेति +ष्टेन +ष्टेपृ +ष्टेषु +ष्टै +ष्टो +ष्टोभत +ष्टोभन्तु +ष्टोमे +ष्टोऽ +ष्टौ +ष्ट्य +ष्ट्या +ष्ट्यै +ष्ट्रं +ष्ट्रन् +ष्ट्रन्प्रत्ययान्तः +ष्ट्रा +ष्ट्रे +ष्ट्वा +ष्ठ +ष्ठं +ष्ठंश्च +ष्ठः +ष्ठक् +ष्ठच् +ष्ठञि +ष्ठञ् +ष्ठतः +ष्ठता +ष्ठति +ष्ठते +ष्ठन +ष्ठन् +ष्ठन्प्रत्ययो +ष्ठन्‌ +ष्ठम् +ष्ठया +ष्ठल +ष्ठल् +ष्ठस्य +ष्ठा +ष्ठाः +ष्ठात् +ष्ठानं +ष्ठानम् +ष्ठाने +ष्ठापयति +ष्ठापयति॒ +ष्ठापयन्ति +ष्ठाभ्यां +ष्ठाय +ष्ठायां +ष्ठाऽ +ष्ठित +ष्ठितं +ष्ठितः +ष्ठितम् +ष्ठिता +ष्ठिताः +ष्ठिते +ष्ठिर +ष्ठिरः +ष्ठिव +ष्ठिवु +ष्ठिवुक्लमुचमां +ष्ठिव् +ष्ठी +ष्ठीव +ष्ठीवति +ष्ठीवनं +ष्ठीवनम् +ष्ठीवेत् +ष्ठुः +ष्ठे +ष्ठेति +ष्ठेत् +ष्ठेन +ष्ठो +ष्ठ्यै +ष्ण +ष्णं +ष्णः +ष्णप्रत्ययेन +ष्णसु +ष्णा +ष्णां +ष्णान्ता +ष्णिक +ष्णिकः +ष्णिकप्रत्ययेन +ष्णिह +ष्णु +ष्णुता +ष्णुना +ष्णुना॑ +ष्णुभिरवीनां +ष्णुसु +ष्णुह +ष्णे +ष्णेन +ष्णै +ष्णो +ष्णोः +ष्ण्य +ष्ण्यः +ष्ण्यप्रत्ययः +ष्ण्यप्रत्ययेन +ष्प +ष्पेइजेर्ंुसेउम् +ष्फ +ष्फः +ष्फक् +ष्फो +ष्म +ष्मती +ष्मसि +ष्मा +ष्मान् +ष्मा॑ +ष्मा॒ +ष्म॒ +ष्य +ष्यं +ष्यः +ष्यङः +ष्यङादेशः +ष्यङि +ष्यङ् +ष्यञ +ष्यञः +ष्यञि +ष्यञ् +ष्यञ्च +ष्यञ्ञ् +ष्यञ्प्रत्ययः +ष्यत +ष्यतः +ष्यति +ष्यतीति +ष्यतु +ष्यते +ष्यत् +ष्यन् +ष्यन्ति +ष्यन्ते +ष्यसि +ष्या +ष्याः +ष्याणां +ष्यात् +ष्यादिमात्रे +ष्याम +ष्यामः +ष्यामि +ष्याम् +ष्या॑म +ष्युः +ष्ये +ष्यो +ष्य॑ +ष्य॑तु॒ +ष्लञ् +ष्लेडन् +ष्लेडेन् +ष्लोक् +ष्व +ष्वग्ने +ष्वजन्ते +ष्वजस्व +ष्वजाते +ष्वजाते॒ +ष्वजामहे +ष्वञ्ज +ष्वद +ष्वपि +ष्वप् +ष्वयम् +ष्वरच् +ष्वष्क +ष्वष्कते +ष्वसुः +ष्वस्मै +ष्वाणः +ष्वापया +ष्विति +ष्वित्यर्थः +ष्विदा +ष्विव +ष्वुन् +ष्वेति +ष्वेव +ष्व् +ष्‌ +ष॒धस्था॑ +ष॒ष्टिं +ष॒ष्टिः +ष॒ष्टिम् +ष॒ष्ठी +ष꣡सा꣢इ +ष꣡सा꣢इष꣡साइ꣢ +स +सँ +सँग +सँल्लग्नः +सँवत्सरं +सँसृजति +सँस्कर्ता +सँस्कृत्य +सँस्रवमवनयति +सँस्रव᳘म᳘वनयति +सँहितम् +सँहिते +सँहितैतां +सं +संः +संआसे +संक +संकक्षिका +संकट +संकटं +संकटः +संकटग्रस्त +संकटप्राप्तः +संकटम् +संकटा +संकटात् +संकटान्मां +संकटे +संकटेन +संकटेषु +संकटेऽपि +संकथनं +संकथा +संकथां +संकथाम् +संकथितं +संकथिता +संकम्पिता +संकर +संकरं +संकरः +संकरम् +संकरश्च +संकरसरः +संकरस्तथा +संकरस्य +संकराः +संकरात् +संकरीकरणं +संकरे +संकरेण +संकरो +संकर्षण +संकर्षणं +संकर्षणः +संकर्षणश्च +संकर्षणसहायवान् +संकर्षणस्तथा +संकर्षणस्तदा +संकर्षणस्तु +संकर्षणस्य +संकर्षणाच्च +संकर्षणादयः +संकर्षणादयो +संकर्षणाय +संकर्षणे +संकर्षणेन +संकर्षणो +संकर्षणोऽपि +संकर्षति +संकल +संकलन +संकलनं +संकलनम् +संकलनया +संकलना +संकलने +संकलयति +संकलयितुं +संकलय्य +संकलित +संकलितं +संकलितम् +संकलिता +संकलिताः +संकलितानि +संकल्प +संकल्पं +संकल्पः +संकल्पकृताः +संकल्पजं +संकल्पजा +संकल्पते +संकल्पत्याग +संकल्पनं +संकल्पनगरं +संकल्पनगरे +संकल्पना +संकल्पनाशने +संकल्पन्ते +संकल्पपूर्वं +संकल्पपूर्वकं +संकल्पपूर्वकम् +संकल्पप्रभवान् +संकल्पमाचरेत् +संकल्पमात्रं +संकल्पमात्रेण +संकल्पमूलः +संकल्पमेव +संकल्पम् +संकल्पय +संकल्पयति +संकल्पयते +संकल्पयन्ति +संकल्पयामास +संकल्पयित्वा +संकल्पयिष्यामि +संकल्पयेत् +संकल्पवर्जनात् +संकल्पवाक्य +संकल्पवाक्यम् +संकल्पवाक्ये +संकल्पविकल्परहित +संकल्पविकल्पात्मकं +संकल्पविकल्पात्मकमाधत्स्व +संकल्पविकल्पात्मकम् +संकल्पश्च +संकल्पसंभवाः +संकल्पसिद्धा +संकल्पसिद्धिः +संकल्पस्य +संकल्पा +संकल्पाः +संकल्पात् +संकल्पात्मकं +संकल्पात्मनः +संकल्पात्मा +संकल्पादि +संकल्पादेव +संकल्पादेवास्य +संकल्पाद् +संकल्पानां +संकल्पान् +संकल्पायास्तु +संकल्पित +संकल्पितं +संकल्पितः +संकल्पितम् +संकल्पितवन्त +संकल्पितस्य +संकल्पिता +संकल्पिताः +संकल्पितार्थे +संकल्पिते +संकल्पितेन +संकल्पितो +संकल्पे +संकल्पेति +संकल्पेथां +संकल्पेन +संकल्पेनैव +संकल्पैः +संकल्पो +संकल्पोन्मुखतां +संकल्पोऽध्यवसायश्च +संकल्पोऽपि +संकल्प्य +संकल्प्यते +संकल्प्यमानं +संकल्य +संकष्टं +संकसुके +संकसुको +संका +संकाः +संकाय +संकार +संकारं +संकाश +संकाशं +संकाशः +संकाशा +संकाशो +संकिर +संकीत्र्यते +संकीर्ण +संकीर्णं +संकीर्णः +संकीर्णता +संकीर्णतां +संकीर्णप्रकरणम् +संकीर्णमिति +संकीर्णम् +संकीर्णव्रज्या +संकीर्णश्लोकाः +संकीर्णा +संकीर्णाः +संकीर्णानां +संकीर्णे +संकीर्णेषु +संकीर्णो +संकीर्तन +संकीर्तनं +संकीर्तनम् +संकीर्तनात् +संकीर्तनादेव +संकीर्तने +संकीर्तनेन +संकीर्तयति +संकीर्तयन् +संकीर्तयेत् +संकीर्तिता +संकीर्तिते +संकीर्त्तनं +संकीर्त्त्य +संकीर्त्त्यते +संकीर्त्य +संकीर्त्यते +संकीर्त्यन्ते +संकीर्यते +संकीर्यन्ते +संकीर्येत +संकीर्येरन् +संकु +संकुचति +संकुचनं +संकुचन्ति +संकुचित +संकुचितं +संकुचितः +संकुचितम् +संकुचिता +संकुचिताः +संकुचिते +संकुच्य +संकुट्य +संकुद्धो +संकुरु +संकुल +संकुलं +संकुलः +संकुलम् +संकुलयुद्धवर्णनम् +संकुला +संकुलां +संकुलाः +संकुले +संकुलेषु +संकुलैः +संकुसुको +संकृति +संकृतिः +संकृतिना +संकृतिर् +संकृतिर्विश्वकर्मा +संकृतेः +संकृत्य् +संकृष्य +संके +संकेत +संकेतं +संकेतः +संकेतकं +संकेतकालमनसं +संकेतकृतं +संकेतमस्ति +संकेतम् +संकेतस्तु +संकेतस्थानं +संकेतस्य +संकेता +संकेताः +संकेतितं +संकेतिता +संकेते +संकेतेन +संकेतो +संकेतों +संको +संकोच +संकोचं +संकोचः +संकोचनं +संकोचने +संकोचमापद्यते +संकोचमायाति +संकोचम् +संकोचयति +संकोचविकासौ +संकोचश्च +संकोचात् +संकोचितं +संकोचे +संकोचेन +संकोचो +संकोच्य +संक्र +संक्रन्दन +संक्रन्दनः +संक्रन्दनस्तथा +संक्रन्दनेनानिमिषेण +संक्रन्दनो +संक्रन्दनोऽनिमिष +संक्रम +संक्रमं +संक्रमः +संक्रमण +संक्रमणं +संक्रमणम् +संक्रमणे +संक्रमणेन +संक्रमति +संक्रमते +संक्रमम् +संक्रमय्य +संक्रमरग +संक्रमा +संक्रमाः +संक्रमात् +संक्रमाय +संक्रमिता +संक्रमितुं +संक्रमिते +संक्रमे +संक्रमेण +संक्रमेत् +संक्रमो +संक्रमोऽसि +संक्रम्य +संक्रा +संक्रांति +संक्रांतिः +संक्रांतिके +संक्रांतिषु +संक्रांतौ +संक्रांत्यां +संक्राति +संक्रान्त +संक्रान्तं +संक्रान्तः +संक्रान्तम् +संक्रान्तयः +संक्रान्ता +संक्रान्तां +संक्रान्ताः +संक्रान्ति +संक्रान्तिः +संक्रान्तिकाले +संक्रान्तिजन्मशान्त्यध्यायः +संक्रान्तितः +संक्रान्तिद्वितयं +संक्रान्तिनिर्णयः +संक्रान्तिमिषेण +संक्रान्तिश्च +संक्रान्तिषु +संक्रान्तिसमयः +संक्रान्ते +संक्रान्तेः +संक्रान्तेव +संक्रान्तो +संक्रान्तौ +संक्रान्त्या +संक्रान्त्यां +संक्रान्त्यादिषु +संक्रान्त्यादौ +संक्रामति +संक्रामतीति +संक्रामन्ति +संक्रामयितुं +संक्रामयेत् +संक्रामितो +संक्रामेत् +संक्रामेद् +संक्रीडति +संक्रीडते +संक्रीडन्ते +संक्रीडमानः +संक्रीडमानस्य +संक्रीडितं +संक्रुद्ध +संक्रुद्धं +संक्रुद्धः +संक्रुद्धा +संक्रुद्धाः +संक्रुद्धे +संक्रुद्धो +संक्रुद्धौ +संक्रोश +संक्रोशः +संक्रोशमाना +संक्रोशो +संक्रोशोऽ +संक्रोशोऽन्त्यः +संक्रोशोऽन्त्यो +संक्लिश्यते +संक्लिश्यन्ते +संक्लिष्टं +संक्लृप्त्यै +संक्लेदं +संक्लेश +संक्लेशः +संक्लेशाय +संक्लेशे +संक्लेशो +संक्ष +संक्षयं +संक्षयः +संक्षयम् +संक्षयात् +संक्षये +संक्षयो +संक्षार +संक्षारः +संक्षाल्य +संक्षि +संक्षिपति +संक्षिपन्निव +संक्षिपेत् +संक्षिप्त +संक्षिप्तं +संक्षिप्तः +संक्षिप्तचिकित्सासूची +संक्षिप्तटिप्पणिसमेतः +संक्षिप्तटिप्पणी +संक्षिप्ततया +संक्षिप्तनाम +संक्षिप्तम् +संक्षिप्तरूपेण +संक्षिप्तसार +संक्षिप्तसारः +संक्षिप्तसारव्याकरणम् +संक्षिप्तसारे +संक्षिप्तसारो +संक्षिप्तसारोणादि +संक्षिप्तसारोणादिवृत्तिः +संक्षिप्ता +संक्षिप्ताः +संक्षिप्तानि +संक्षिप्ते +संक्षिप्तेन +संक्षिप्तैः +संक्षिप्तो +संक्षिप्य +संक्षिप्यते +संक्षिप्यतेऽधुना +संक्षिप्याह +संक्षिप्याऽऽह +संक्षीणे +संक्षीयते +संक्षुद्य +संक्षुब्धं +संक्षुब्धा +संक्षे +संक्षेप +संक्षेपं +संक्षेपः +संक्षेपत +संक्षेपतः +संक्षेपतस्तु +संक्षेपतो +संक्षेपमिमं +संक्षेपविस्तराभ्यां +संक्षेपशंकरजये +संक्षेपशङ्करजये +संक्षेपशारीरकम् +संक्षेपशारीरके +संक्षेपसे +संक्षेपाच्छृणु +संक्षेपात् +संक्षेपात्कथितं +संक्षेपात्ते +संक्षेपाद् +संक्षेपान्न +संक्षेपार्थः +संक्षेपार्थस्तु +संक्षेपे +संक्षेपेण +संक्षेपेणाह +संक्षेपेणैव +संक्षेपेणोक्तं +संक्षेपेणोक्तम् +संक्षेपेणोक्ता +संक्षेपो +संक्षेपोपमा +संक्षेप्स्यते +संक्षोभ +संक्षोभं +संक्षोभः +संक्षोभात् +संक्षोभितं +संक्षोभे +संक्षोभो +संक्षोभ्य +संक्ष्णुते +संकॢप्त्यै +संख +संख्य +संख्यं +संख्यः +संख्यक +संख्यका +संख्यकाः +संख्यकानि +संख्यम् +संख्यम्‌ +संख्यया +संख्ययाव्ययासन्नादूराधिकसंख्याः +संख्ययाऽव्ययासन्नादूराधिकसंख्याः +संख्या +संख्यां +संख्याः +संख्याएँ +संख्याएं +संख्याओं +संख्याक +संख्याकं +संख्याकराजनियमस्य +संख्याका +संख्याकाः +संख्याकानि +संख्याकान् +संख्याके +संख्याक्रम +संख्याग्रहणं +संख्याङ्क +संख्याङ्कितस्याध्यायस्याननन्तरम् +संख्याञ्चाह +संख्यात +संख्यातं +संख्यातः +संख्यातस्तस्य +संख्याता +संख्याताः +संख्यातानि +संख्यातानुदेशः +संख्यातानुदेशो +संख्यातास्तत्त्वदर्शिना +संख्याति +संख्यातीता +संख्यातीताः +संख्यातुं +संख्याते +संख्यातो +संख्यात्वं +संख्यादि +संख्यादिपञ्चकं +संख्यादेः +संख्यादौ +संख्यानं +संख्यानम् +संख्यानां +संख्यानि +संख्यानियमः +संख्याने +संख्यान्तरं +संख्यान्विते +संख्यापयति +संख्यापयन्ति +संख्यापरिमाणे +संख्यापरीक्षा +संख्यापि +संख्यापूरण +संख्यापूरणं +संख्यापूरणे +संख्यापूर्वक +संख्यापूर्वपदानां +संख्यापूर्वो +संख्याभिः +संख्याभिधीयते +संख्याभेदः +संख्याभेदे +संख्याभेदो +संख्यामतीत्य +संख्यामपि +संख्यामाह +संख्याम् +संख्याय +संख्यायते +संख्यायन्ते +संख्याया +संख्यायां +संख्यायाः +संख्यायाञ्च +संख्यायामबहुव्रीह्यशीत्योः +संख्यायामिति +संख्यायाम् +संख्यायाश्च +संख्यायास्तत्पुरुषस्योपसंख्यानं +संख्यायोद्वासयति +संख्यावचनाः +संख्यावत् +संख्यावाचक +संख्यावाची +संख्यावान् +संख्याविकल्पप्राधान्यबलकालविशेषतः +संख्याविदो +संख्याविवक्षायां +संख्याविशेष +संख्याविशेषं +संख्याविशेषः +संख्याविशेषाणां +संख्याविशेषो +संख्याविषये +संख्याव्ययादेः +संख्याशब्दस्य +संख्याशब्दा +संख्याशब्दाः +संख्याशास्त्रम् +संख्याश्च +संख्यासु +संख्यासुपूर्वस्य +संख्यास्ति +संख्याहीनं +संख्याऽस्ति +संख्ये +संख्येति +संख्येन +संख्येय +संख्येयं +संख्येयम् +संख्येया +संख्येयाः +संख्येये +संख्येयेषु +संख्येषु +संख्यै +संख्यैकवचनाच्च +संख्यैव +संख्यैषा +संख्योपसंग्रहादपि +संख्योपसंग्रहाधिकरणम् +संग +संगं +संगंसीष्ट +संगः +संगच्छ +संगच्छत +संगच्छतां +संगच्छताम् +संगच्छति +संगच्छते +संगच्छध्वं +संगच्छन्त +संगच्छन्ताम् +संगच्छन्ति +संगच्छन्ते +संगच्छमानः +संगच्छमानश्च +संगच्छमानाः +संगच्छमाने +संगच्छस्व +संगच्छेत +संगच्छेते +संगच्छेथे +संगच्छेमहि +संगठन +संगठनं +संगठनम् +संगठनस्य +संगठनात्मकव्यवहारस्य +संगठने +संगठित +संगणक +संगणकस्य +संगत +संगतं +संगतः +संगतब्रूस्तुङ्गनासः +संगतमिति +संगतमित्यर्थः +संगतमेव +संगतम् +संगतस्य +संगता +संगतां +संगताः +संगतानां +संगतानि +संगतान् +संगताम् +संगतार्थ +संगतासु +संगति +संगतिं +संगतिः +संगतिग्रहः +संगतिमाह +संगतिम् +संगतिरस्तीति +संगतिरिति +संगतिरेव +संगतिर्जातु +संगतिर्नास्ति +संगते +संगतेः +संगतेभ्य +संगतेषु +संगतैः +संगतो +संगतोऽभूत् +संगतौ +संगत्य +संगत्या +संगत्यां +संगथे +संगन्तुं +संगम +संगमं +संगमः +संगमन +संगमनं +संगमनः +संगमनम् +संगमनी +संगमने +संगमनो +संगमम् +संगमय +संगमयति +संगमयसि +संगमयामि +संगमयिता +संगमय्य +संगमर्मर +संगमवाञ्छया +संगमस्य +संगमा +संगमाः +संगमात् +संगमाद् +संगमाय +संगमे +संगमेन +संगमेशं +संगमेश्वरः +संगमेश्वरम् +संगमेषु +संगमो +संगम्य +संगर +संगरं +संगरः +संगरम् +संगरे +संगरेषु +संगरो +संगलितैः +संगवः +संगवर्जितः +संगवान्तः +संगवे +संगसे +संगा +संगात् +संगायतेति +संगायन्ति +संगिनी +संगिरः +संगिरते +संगिरन्ते +संगी +संगीत +संगीतं +संगीतकं +संगीतकम् +संगीतदर्पणे +संगीतम् +संगीतरत्नाकरः +संगीतरत्नाकरे +संगीतशास्त्रम् +संगीतसरणिः +संगीतसारः +संगीतस्य +संगीतानि +संगीताय +संगीति +संगीते +संगुण +संगुणं +संगुणय्य +संगुणा +संगुणितम् +संगुणिता +संगुणितात् +संगुणिते +संगुणे +संगुण्य +संगुष्य +संगृ +संगृभाय +संगृभीता +संगृभ्य +संगृहाण +संगृहाति +संगृही +संगृहीत +संगृहीतं +संगृहीतः +संगृहीतत्वात् +संगृहीतत्वादेषामभावे +संगृहीतत्वाद् +संगृहीतमिति +संगृहीतम् +संगृहीतवान् +संगृहीतस्य +संगृहीता +संगृहीताः +संगृहीतानां +संगृहीतानि +संगृहीते +संगृहीतो +संगृहीतौ +संगृहीत्वा +संगृहेत् +संगृह्णन् +संगृह्णन्प्रकरणार्थमुपसंहरति +संगृह्णाति +संगृह्णातीति +संगृह्णीयात् +संगृह्म +संगृह्य +संगृह्यत +संगृह्यते +संगृह्यतेऽस्मिन्निति +संगृह्यन्त +संगृह्यन्ते +संगे +संगेन +संगो +संगोप्य +संगोल्लि +संग्मिषीय +संग्र +संग्रति +संग्रथनं +संग्रथिता +संग्रथ्य +संग्रह +संग्रहं +संग्रहः +संग्रहकारः +संग्रहकारिकाः +संग्रहण +संग्रहणं +संग्रहणम् +संग्रहणी +संग्रहणे +संग्रहम् +संग्रहवस्तुभिः +संग्रहवस्तुषु +संग्रहवस्तूनि +संग्रहवाक्यं +संग्रहवार्तिकम् +संग्रहश्च +संग्रहश्लोकः +संग्रहश्लोकाः +संग्रहश्लोके +संग्रहस्य +संग्रहा +संग्रहात् +संग्रहाय +संग्रहार्थं +संग्रहार्थः +संग्रहालय +संग्रही +संग्रहीता +संग्रहीतारं +संग्रहीतारः +संग्रहीतुं +संग्रहीत्रा +संग्रहीष्यति +संग्रहे +संग्रहेण +संग्रहेणाह +संग्रहेत् +संग्रहेऽपि +संग्रहो +संग्रहोक्तेः +संग्रा +संग्राम +संग्रामं +संग्रामः +संग्रामकामान् +संग्रामकाले +संग्रामनाम +संग्रामनामसु +संग्रामनामैतत् +संग्रामभूमौ +संग्राममध्ये +संग्राममादिशेत् +संग्राममिच्छतः +संग्राममिव +संग्राममूर्द्धनि +संग्राममूर्धनि +संग्राममें +संग्रामम् +संग्रामयते +संग्रामयतेः +संग्रामयन् +संग्रामवाची +संग्रामशिरसि +संग्रामश्च +संग्रामस्तु +संग्रामस्तुमुलो +संग्रामस्य +संग्रामा +संग्रामाः +संग्रामात् +संग्रामान् +संग्रामाय +संग्रामार्थं +संग्रामे +संग्रामेण +संग्रामेति +संग्रामेषु +संग्रामेष्वपराजितः +संग्रामेष्वपराजिताः +संग्रामेष्वपलायिनाम् +संग्रामो +संग्रामों +संग्राहः +संग्राहक +संग्राहकं +संग्राहकः +संग्राहकावेतौ +संग्राहको +संग्राहि +संग्राहिणी +संग्राहित्वम् +संग्राही +संग्राह्य +संग्राह्यं +संग्राह्यः +संग्राह्यम् +संग्राह्या +संग्राह्याः +संग्राह्यो +संग॒थे +संग॒मे +संघ +संघं +संघः +संघटते +संघटन +संघटनं +संघटनम् +संघटनस्य +संघटना +संघटने +संघटितं +संघटितम् +संघटिता +संघटिताः +संघटिष्यन्ते +संघट्ट +संघट्टः +संघट्टनं +संघट्टय +संघट्टे +संघप्राग्भारा +संघभेदः +संघमगतिगमनेन +संघमध्ये +संघमुपसंपदं +संघमुपस्थापनासंमुतिं +संघम् +संघरक्षित +संघरक्षितः +संघरक्षितो +संघर्ष +संघर्षं +संघर्षः +संघर्षणं +संघर्षे +संघर्षेण +संघर्षो +संघश +संघशः +संघशो +संघश्च +संघस्थविरः +संघस्थविरस्य +संघस्थविरेण +संघस्थविरो +संघस्य +संघा +संघाः +संघाटं +संघाटसूत्रं +संघाटिं +संघाटी +संघाटीं +संघाटीपात्रचीवरधारणे +संघाटो +संघात +संघातं +संघातंसंघातं +संघातः +संघातकठिनः +संघातम् +संघातश्चेतना +संघातस्य +संघाता +संघाताः +संघातिशेषधर्म +संघातिशेषो +संघाते +संघातेन +संघातो +संघानां +संघान् +संघाय +संघायेति +संघारामो +संघीभूय +संघीयते +संघुष्टं +संघृष्टं +संघृष्य +संघे +संघेन +संघेषु +संघैः +संघो +संङ्ग +संच +संचकार +संचक्राम +संचक्रे +संचक्षीत +संचक्षे +संचचक्षे +संचचार +संचचाल +संचचालेव +संचय +संचयं +संचयः +संचयनं +संचयम् +संचयाः +संचयान् +संचये +संचयेन +संचयैः +संचयो +संचर +संचरं +संचरंति +संचरंश्चासंचरंश्च +संचरः +संचरण +संचरणं +संचरणार्थं +संचरणे +संचरतः +संचरता +संचरतां +संचरति +संचरतीति +संचरतु +संचरते +संचरतो +संचरत्सु +संचरध्वं +संचरन् +संचरन्त +संचरन्तं +संचरन्तः +संचरन्ति +संचरन्ती +संचरन्तु +संचरन्ते +संचरन्तो +संचरन्तौ +संचरन्यं +संचरमाण +संचरसि +संचरस्व +संचरा +संचराः +संचराणि +संचरिष्णुः +संचरे +संचरेत +संचरेत् +संचरेमहि +संचरेरन् +संचरो +संचर्व्य +संचलति +संचलन +संचलनं +संचलने +संचष्टे +संचस्करतुः +संचस्करुः +संचा +संचार +संचारं +संचारः +संचारणं +संचारयति +संचारयामास +संचारयेत् +संचारात् +संचाराय +संचारि +संचारिणः +संचारिणा +संचारिणां +संचारिणि +संचारिणी +संचारिणो +संचारिता +संचारिताः +संचारिते +संचारिष्टेति +संचारी +संचारे +संचारेण +संचारो +संचार्य +संचार्यते +संचालकः +संचालन +संचालनं +संचालित +संचालितः +संचालिताः +संचाल्य +संचाल्यते +संचि +संचिंतयामास +संचिंत्य +संचिका +संचिक्षेप +संचित +संचितं +संचितः +संचितम् +संचिता +संचिताः +संचितानि +संचिताहुती +संचिते +संचितैः +संचितो +संचितोक्थ्येन +संचित्य +संचित्रसारमञ्जूषे +संचिनोति +संचिन्तय +संचिन्तयन्ती +संचिन्तयन्नेव +संचिन्तयामास +संचिन्तयामि +संचिन्त्य +संचिन्त्यं +संचिन्वन्ति +संचीयते +संचुकोच +संचुक्षुभे +संचूर्णने +संचूर्णयामि +संचूर्णितं +संचूर्ण्य +संचेलुः +संचोदने +संचोदयति +संचोदयामास +संचोदितः +संचोदिता +संचोदिताः +संचोदितो +संचोद्यमानानि +संच्छन्नं +संच्छादयति +संच्छाद्य +संच्छिद्य +संच्छिद्यते +संछन्नं +संछन्नः +संछन्ना +संछन्नो +संछादयति +संछादयामास +संछादितं +संछाद्य +संछाद्यते +संछिद्य +संज +संजगदिरे +संजगाम +संजगृहुः +संजगौ +संजग्माते +संजग्मानः +संजग्माना +संजग्मानासु +संजग्मानो +संजग्मानौ +संजग्मा॒नो +संजग्मुः +संजग्मे +संजग्राह +संजघटे +संजघान +संजज्ञिरे +संजज्ञे +संजनयति +संजनयत्सु +संजनयन् +संजनयन्ति +संजनयामास +संजनयेत् +संजनय्य +संजपतस्तस्य +संजपन् +संजपेत् +संजप्य +संजभार +संजय +संजयं +संजयः +संजयति +संजयत्युत +संजयन् +संजयम् +संजयवचनं +संजयवचनेन +संजयश्च +संजयस्तं +संजयस्य +संजया +संजये +संजयेति +संजयेन +संजयो +संजल्पं +संजल्पः +संजहार +संजा +संजाघटीति +संजात +संजातं +संजातः +संजातप्रत्ययो +संजातमिति +संजातम् +संजाता +संजाताः +संजातानि +संजातालंप्रत्ययः +संजातिर्विस्तरेण +संजाते +संजातेति +संजातो +संजातोऽयं +संजातोऽस्य +संजातौ +संजानते +संजानन्ति +संजानन्ते +संजानाति +संजानाथां +संजानाथाम् +संजानाना +संजानानाः +संजानाने +संजानानौ +संजानीत +संजानीते +संजायत +संजायते +संजायन्ते +संजायेत +संजितं +संजितये +संजित्य +संजिहान +संजिहीते +संजीव +संजीवं +संजीवक +संजीवकं +संजीवकः +संजीवको +संजीवति +संजीवनं +संजीवनम् +संजीवनी +संजीवनीं +संजीवन्तीः +संजीवन्याः +संजीवय +संजीवयति +संजीवयामास +संजीवयाम्यहम् +संजीवा +संजीवितः +संजीविता +संजीविनी +संजीविनीसमाख्यया +संजीविन्या +संजीव्य +संज्ञ +संज्ञं +संज्ञः +संज्ञक +संज्ञकं +संज्ञकः +संज्ञकम् +संज्ञकस्य +संज्ञका +संज्ञकाः +संज्ञकानां +संज्ञकानि +संज्ञके +संज्ञको +संज्ञकौ +संज्ञपनं +संज्ञपनम् +संज्ञपयत +संज्ञपयन्ति +संज्ञपितः +संज्ञप्तं +संज्ञप्तहोमो +संज्ञप्ताया +संज्ञप्ते +संज्ञप्य +संज्ञप्यमानस्य +संज्ञप्यमाने +संज्ञम् +संज्ञया +संज्ञयैव +संज्ञयोर्भावः +संज्ञश्च +संज्ञस्य +संज्ञा +संज्ञां +संज्ञाः +संज्ञाओं +संज्ञाकरणं +संज्ञाकरणम् +संज्ञाकर्म +संज्ञाग्रहणं +संज्ञाच्छन्दसोर्बहुलम् +संज्ञाछन्दसोः +संज्ञाछन्दसोर्बहुलम् +संज्ञात +संज्ञाता +संज्ञात्रयं +संज्ञात्वा +संज्ञात्वात् +संज्ञात्वान्न +संज्ञात्वेन +संज्ञात्वेऽपि +संज्ञादि +संज्ञाद्वयं +संज्ञाधिकारः +संज्ञाध्याय +संज्ञाध्यायः +संज्ञाध्याये +संज्ञान +संज्ञानं +संज्ञानमसि +संज्ञानमिति +संज्ञानमित्यूषान् +संज्ञानम् +संज्ञानां +संज्ञानात्मक +संज्ञानाय +संज्ञानाशं +संज्ञानाशो +संज्ञानि +संज्ञानी +संज्ञाने +संज्ञान्तरं +संज्ञान्तरमाह +संज्ञान्तरम् +संज्ञान्तरयोः +संज्ञान्या +संज्ञानꣳ +संज्ञापदं +संज्ञापरिभाषम् +संज्ञापि +संज्ञापूरण्योश्च +संज्ञापूर्ब्बकत्वात् +संज्ञापूर्वकस्य +संज्ञापूर्वको +संज्ञाप्य +संज्ञाप्रकरणम् +संज्ञाप्रमाणत्वात् +संज्ञाभिः +संज्ञाभेद +संज्ञाभेदेन +संज्ञामपि +संज्ञामवाप +संज्ञामवाप्य +संज्ञामात्रं +संज्ञामात्रकम् +संज्ञामात्रे +संज्ञामात्रेण +संज्ञामात्रेणैव +संज्ञामाप +संज्ञामासाद्य +संज्ञामाह +संज्ञाम् +संज्ञाय +संज्ञायते +संज्ञायन्ते +संज्ञाया +संज्ञायां +संज्ञायाः +संज्ञायाञ्च +संज्ञायामगः +संज्ञायामगात् +संज्ञायामनाचितादीनाम् +संज्ञायामिति +संज्ञायामित्यर्थः +संज्ञायामित्येव +संज्ञायामुपमानम् +संज्ञायामेव +संज्ञायामेवेति +संज्ञायाम् +संज्ञार्थ +संज्ञार्थं +संज्ञार्थमिति +संज्ञावहासु +संज्ञावाचक +संज्ञाविधौ +संज्ञाविपर्ययः +संज्ञाविशेषः +संज्ञाविषय +संज्ञाविषये +संज्ञाशब्द +संज्ञाशब्दः +संज्ञाशब्दा +संज्ञाशब्दानां +संज्ञाश्च +संज्ञासंज्ञिलक्षणः +संज्ञासंज्ञिसम्बन्धः +संज्ञासङ्घसूत्राध्ययनेषु +संज्ञासन्धिप्रकरणम् +संज्ञासु +संज्ञासुतास्त्रयः +संज्ञासुतो +संज्ञास्कन्धः +संज्ञास्ति +संज्ञास्तीति +संज्ञास्तु +संज्ञास्य +संज्ञाऽस्ति +संज्ञि +संज्ञिका +संज्ञित +संज्ञितं +संज्ञितः +संज्ञितम् +संज्ञिता +संज्ञिताः +संज्ञिते +संज्ञितो +संज्ञिन +संज्ञिनं +संज्ञिनः +संज्ञिनि +संज्ञिनो +संज्ञिभिः +संज्ञी +संज्ञीति +संज्ञुः +संज्ञे +संज्ञेति +संज्ञेयं +संज्ञेयमिति +संज्ञेयम् +संज्ञैव +संज्ञैषा +संज्ञो +संज्ञोपबन्धात् +संज्ञोपसर्जनीभूतास्तु +संज्ञोवाच +संज्ञोऽन्यतरस्यां +संज्ञौ +संज्ञौपम्ययोश्च +संज्योतिषा +संज्वरः +संज्वरेत् +संज्वारी +संज्वाल्य +संडीनं +संत +संतं +संतः +संतक्ष्णुवन्ति +संतत +संततं +संततः +संततमहं +संततमामनंति +संततम् +संततया +संतता +संततां +संतताः +संतताड +संततानि +संतताभ्यासयोगतः +संतताम् +संतति +संततिं +संततिः +संततिम् +संततिरसि +संततिरेव +संततिर् +संततिर्वा +संतते +संततेः +संततैः +संततो +संततौ +संतत्य +संतत्या +संतत्यै +संतत्यैव +संतनयः +संतनि +संतनिः +संतनी +संतनीं +संतनु +संतनुते +संतनोति +संतनोतीति +संतन्यते +संतन्वते +संतन्वन्ति +संतपति +संतपन्ति +संतप्त +संतप्तं +संतप्तः +संतप्तस्य +संतप्ता +संतप्ताः +संतप्ताद् +संतप्तानां +संतप्ताभ्यः +संतप्ते +संतप्तेभ्यस् +संतप्तेभ्यो +संतप्तो +संतप्य +संतप्यते +संतप्यसे +संतमसं +संतर +संतरति +संतरते +संतरन्तो +संतरां +संतरिष्यसि +संतरेत् +संतर्जयामास +संतर्ज्य +संतर्पणं +संतर्पणम् +संतर्पणी +संतर्पय +संतर्पयति +संतर्पयामास +संतर्पयित्वा +संतर्पयिष्यामि +संतर्पयेत् +संतर्पितः +संतर्पिता +संतर्पिताः +संतर्पितो +संतर्प्य +संतस्थे +संतस्थौ +संता +संताड्य +संतान +संतानं +संतानः +संतानकः +संतानस्य +संतानाः +संतानाच्च +संतानाय +संतानार्थं +संतानार्थे +संताने +संतानेन +संतानेषु +संतानो +संताप +संतापं +संतापः +संतापकः +संतापको +संतापनविलापने +संतापम् +संतापय +संतापयति +संतापयतु +संतापयन् +संतापयन्तं +संतापयन्ति +संतापयसि +संतापस्त्वया +संतापस्य +संतापाय +संतापिताः +संतापे +संतापेन +संतापो +संताप्तं +संताप्तम् +संताप्य +संताय्यमाने +संतारयति +संतारयिष्यति +संति +संतिष्ठ +संतिष्ठत +संतिष्ठति +संतिष्ठते +संतिष्ठतेऽथ +संतिष्ठन्त +संतिष्ठन्ते +संतिष्ठमानानि +संतिष्ठमाने +संतिष्ठस्व +संतिष्ठस्वेति +संतिष्ठेत +संति॒ +संती +संतीति +संतीर्य +संतीह +संतु +संतुतोष +संतुलनं +संतुषितो +संतुष्ट +संतुष्टं +संतुष्टः +संतुष्टमानसः +संतुष्टये +संतुष्टश्च +संतुष्टस्तस्य +संतुष्टस्य +संतुष्टा +संतुष्टाः +संतुष्टास्ते +संतुष्टे +संतुष्टेन +संतुष्टो +संतुष्य +संतुष्यति +संतुष्यते +संतु॒ +संतृण्णा +संतृण्णाः +संतृण्णानि +संतृण्णान्येवमोंकारेण +संतृण्णे +संतृप्ता +संतृप्तो +संते +संतेपे +संतो +संतोष +संतोषं +संतोषः +संतोषतः +संतोषयामास +संतोषयेत् +संतोषश्च +संतोषस्य +संतोषादनुत्तमः +संतोषाय +संतोषितः +संतोषितो +संतोषी +संतोषे +संतोषेण +संतोषो +संतोष्टव्यमायुष्मता +संतोष्टव्यम् +संतोष्य +संत् +संत्यक्तं +संत्यक्तः +संत्यक्ता +संत्यक्ताः +संत्यक्तुं +संत्यक्तो +संत्यक्त्वा +संत्यज +संत्यजति +संत्यजन् +संत्यजन्ति +संत्यजामि +संत्यजेत् +संत्यज्य +संत्यज्यते +संत्यत्र +संत्यागः +संत्यागो +संत्याज्या +संत्याज्यो +संत्येव +संत्र +संत्रस्त +संत्रस्तं +संत्रस्तः +संत्रस्ता +संत्रस्ताः +संत्रस्तो +संत्रासं +संत्रासः +संत्रासकायव्ययबन्धनानि +संत्रासमापद्यते +संत्रासयन् +संत्रासो +संत्रास्य +संत॑त्यै +संथ +संद +संदंश +संदंशः +संदंशतो +संदंशे +संदंशेन +संदंशो +संदग्धा +संदत्त +संददर्श +संददृशे +संददौ +संदधति +संदधते +संदधत् +संदधाति +संदधातीति +संदधातु +संदधानं +संदधानस्य +संदधामि +संदधिरे +संदधीत +संदधीतेति +संदधुः +संदधे +संदध्यात् +संदर्भ +संदर्भः +संदर्भस्य +संदर्भाः +संदर्भे +संदर्भेण +संदर्भो +संदर्य +संदर्शनं +संदर्शनम् +संदर्शनात् +संदर्शनादेव +संदर्शनाय +संदर्शने +संदर्शनेन +संदर्शय +संदर्शयति +संदर्शयन्निव +संदर्शयामास +संदर्शयित्वा +संदर्शयिष्यति +संदर्शितं +संदर्शितः +संदर्शिता +संदर्श्य +संदश्य +संदष्टो +संदष्टौष्ठपुटाः +संदह +संदहति +संदह्य +संदह्यते +संदा +संदानं +संदानम् +संदि +संदिग्ध +संदिग्धं +संदिग्धः +संदिग्धमिति +संदिग्धम् +संदिग्धस्य +संदिग्धा +संदिग्धायामपि +संदिग्धे +संदिग्धेषु +संदिग्धेऽर्थे +संदिग्धो +संदितं +संदितम् +संदिता +संदिताय +संदिदिशे +संदिदिहे +संदिदेश +संदिदेशाथ +संदिशति +संदिशन्ति +संदिश्य +संदिश्यते +संदिश्येति +संदिष्ट +संदिष्टं +संदिष्टः +संदिष्टम् +संदिष्टा +संदिष्टो +संदिष्टोऽयमिहागतः +संदिष्टौ +संदिहानः +संदिहानस्य +संदिहानो +संदिह्य +संदिह्यत +संदिह्यते +संदीपन +संदीपनं +संदीपनक्लेशनजीवनेषु +संदीपने +संदीपयामः +संदीप्तं +संदीप्तः +संदीप्य +संदीप्यते +संदीप्यसे +संदुग्धं +संदूष्य +संदृक् +संदृब्धानि +संदृश +संदृशं +संदृशः +संदृशस् +संदृशि +संदृशे +संदृशो +संदृश्य +संदृश्यते +संदृश्यन्ते +संदृश्यसे +संदृष्टं +संदृष्टः +संदृष्टवान् +संदृष्टव्ययकर्मवित् +संदृष्टा +संदृष्टाः +संदृष्टे +संदृष्टो +संदृष्टौ +संदृष्ट्वा +संदृ॑ष्टौ +संदे +संदेग्धव्यमिति +संदेचे +संदेश +संदेशं +संदेशः +संदेशप्रेषणम् +संदेशार्थाः +संदेशे +संदेशेन +संदेशो +संदेह +संदेहं +संदेहः +संदेहपदेषु +संदेहसंकरः +संदेहसंकरो +संदेहस्तव +संदेहस्य +संदेहा +संदेहात् +संदेहादलक्षणम् +संदेहालंकारः +संदेहे +संदेहेन +संदेहो +संदेहोऽत्र +संदोह +संदोहेन +संदोहो +संद्रष्टा +संद्रष्टुं +संध +संधः +संधत्त +संधत्तं +संधत्तः +संधत्ते +संधनाजितम् +संधमति +संधयः +संधये +संधयो +संधा +संधां +संधाता +संधातुं +संधाते +संधान +संधानं +संधानमात्रमपि +संधानम् +संधानयोग्यं +संधानानि +संधाने +संधानेन +संधानैः +संधाय +संधायावस्यति +संधारणं +संधारयति +संधार्य +संधार्यते +संधाव् +संधाव्य +संधि +संधिं +संधिः +संधितं +संधितः +संधितिं +संधितिम् +संधितो +संधिना +संधिनी +संधिम् +संधिरस्यन्तरिक्षाय +संधिरार्षः +संधिरिति +संधिरेव +संधिरोधं +संधिर् +संधिर्न +संधिर्भवति +संधिलेपं +संधिलेपादि +संधिविग्रहौ +संधिश्च +संधिषाम +संधिषु +संधिस् +संधी +संधीनां +संधीयते +संधीयन्ते +संधीयेते +संधुक्षयति +संधुक्षयन्तीव +संधुक्षितः +संधूप्य +संधृतं +संधृता +संधे +संधेः +संधेय +संधेयः +संधेयम् +संधेर् +संधेहि +संधै +संधैः +संधौ +संध्य +संध्यं +संध्यङ्गमुक्तं +संध्यम् +संध्यया +संध्ययापि +संध्ययाप्यनुगतं +संध्ययोः +संध्ययोरुभयोरपि +संध्ययोश्च +संध्या +संध्यां +संध्यांश +संध्यांशः +संध्यांशके +संध्यांशश्च +संध्याः +संध्याकाल +संध्याकाले +संध्यादिकं +संध्यादीनां +संध्यादीपान् +संध्याधिकरणम् +संध्यापि +संध्यामुपासीत +संध्यामुपास्य +संध्याम् +संध्याय +संध्याया +संध्यायां +संध्यारागः +संध्यावली +संध्यासमये +संध्यासु +संध्याहीनोऽशुचिर्नित्यमनर्हः +संध्ये +संध्येति +संध्येव +संध्योपासनं +संध्योपासनमेव +संध्योपास्तिं +संध्योवाच +संध्य् +संन +संनतं +संनतः +संनतगात्रि +संनतपर्वभिः +संनतम् +संनतयः +संनता +संनताः +संनताङ्गी +संनति +संनतिं +संनतिः +संनते +संनत्यै +संनद्ध +संनद्धं +संनद्धः +संनद्धम् +संनद्धवक्षःस्थलाः +संनद्धा +संनद्धाः +संनद्धे +संनद्धो +संनद्धोऽयं +संनमः +संनमति +संनमनं +संनमन्ते +संनममानः +संनमयति +संनमयेत् +संनयत +संनयतः +संनयति +संनयतो +संनयनं +संनयन्ति +संनयेत् +संनवामहे +संनशे +संनहनं +संनहनमिति +संनहनम् +संनहने +संनहनोपायध्यानसंगतियुक्तिषु +संनह्य +संनह्यति +संनह्यते +संनह्याज्येन +संनह्ये +संनह्येत् +संना +संनादः +संनादो +संनामयितुम् +संनाहं +संनाहः +संनाहयेत् +संनाह्य +संनि +संनिकर्ष +संनिकर्षं +संनिकर्षः +संनिकर्षविप्रकर्षौ +संनिकर्षस्य +संनिकर्षाभावात् +संनिकर्षे +संनिकर्षेण +संनिकर्षो +संनिकृष्ट +संनिकृष्टं +संनिकृष्टः +संनिकृष्टा +संनिकृष्टे +संनिकृष्टो +संनिगच्छति +संनिगृह्य +संनिदधे +संनिधत्ताम् +संनिधत्ते +संनिधत्स्व +संनिधानं +संनिधानमात्रेण +संनिधानम् +संनिधानात् +संनिधाने +संनिधानेन +संनिधानेऽपि +संनिधापयेत् +संनिधाप्य +संनिधाय +संनिधावपि +संनिधावेव +संनिधाव् +संनिधास्ये +संनिधि +संनिधिं +संनिधिः +संनिधिमात्रेण +संनिधिम् +संनिधिरेव +संनिधीयते +संनिधेः +संनिधेहि +संनिधौ +संनिनीय +संनिपतति +संनिपततो +संनिपतन्ति 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+संनिहितस्य +संनिहिता +संनिहिताः +संनिहितानि +संनिहितापायः +संनिहिते +संनिहितेति +संनिहितेन +संनिहितेषु +संनिहितेऽपि +संनिहितो +संनीतं +संनीय +संनेषि +संन् +संन्ति +संन्य +संन्यदधत +संन्यधित +संन्यवर्तत +संन्यवर्तन्त +संन्यवेदयत् +संन्यवेशयत् +संन्यवेशयन् +संन्यसनं +संन्यसनादेव +संन्यसितुं +संन्यसे +संन्यसेत् +संन्यस्त +संन्यस्तं +संन्यस्तः +संन्यस्तदेहः +संन्यस्ता +संन्यस्तानि +संन्यस्तुमर्हति +संन्यस्ते +संन्यस्तो +संन्यस्य +संन्यस्यति +संन्यस्यन्ति +संन्यस्ययत्करोषि +संन्यस्याध्यात्मचेतसा +संन्यस्यास्ते +संन्या +संन्यास +संन्यासं +संन्यासः +संन्यासकर्मयोगयोः +संन्यासकर्मयोगौ +संन्यासग्रहणम् +संन्यासग्रहणानन्तरं +संन्यासत्यागशब्दौ +संन्यासत्वेन +संन्यासदीक्षां +संन्यासपूर्विका +संन्यासमाचरेत् +संन्यासमिति +संन्यासम् +संन्यासयोगयुक्तात्मा +संन्यासयोगाद्यतयः +संन्यासयोगेन +संन्यासयोगो +संन्यासलक्षणम् +संन्यासविधिं +संन्यासश्च +संन्यासस्तु +संन्यासस्त्यागो +संन्यासस्त्विति +संन्यासस्य +संन्यासस्येति +संन्यासा +संन्यासाधिकारी +संन्यासाश्रमं +संन्यासाश्रमः +संन्यासाश्रमे +संन्यासि +संन्यासित्वं +संन्यासिन +संन्यासिनं +संन्यासिनः +संन्यासिनश्च +संन्यासिना +संन्यासिनां +संन्यासिनाम् +संन्यासिनि +संन्यासिनी +संन्यासिनो +संन्यासिनोऽपि +संन्यासिभिः +संन्यासियों +संन्यासी +संन्यासीति +संन्यासीत्यर्थः +संन्यासे +संन्यासेन +संन्यासेनैव +संन्यासेऽधिकारो +संन्यासो +संन्यासोपनिषत् +संन्यासोपनिषद् +संन्युप्य +संप +संपइ +संपक्वं +संपक्वो +संपच्च +संपठन् +संपठेत् +संपत +संपतंति +संपतद्भिः +संपतद्भिश्च +संपतन् +संपतन्ति +संपतन्तीं +संपति +संपतिता +संपतेत् +संपत् +संपत्करी +संपत्कामः +संपत्तये +संपत्ति +संपत्तिं +संपत्तिः +संपत्तेरिति +संपत्तौ +संपत्त्या +संपत्त्यै +संपत्या +संपत्सु +संपत्स्य +संपत्स्यत +संपत्स्यते +संपत्स्यन्ते +संपत्स्ये +संपद +संपदं +संपदः +संपदमभिजातस्य +संपदमभिलक्ष्य +संपदमासुरीम् +संपदमाह +संपदमुक्त्वा +संपदम् +संपदर्थं +संपदश्च +संपदस्तस्य +संपदस्मि +संपदा +संपदां +संपदादित्वात् +संपदादित्वाद्भावे +संपदादिभ्यः +संपदादिभ्यो +संपदादिलक्षणः +संपदादिलक्षणो +संपदाम् +संपदि +संपदिति +संपदियं +संपदी +संपदे +संपदेषा +संपदो +संपदोः +संपद् +संपद्य +संपद्यकर्तरि +संपद्यत +संपद्यतां +संपद्यताम् +संपद्यते +संपद्यन्त +संपद्यन्ताम् +संपद्यन्ते +संपद्यमान +संपद्यमानं +संपद्यमाना +संपद्यमानाः +संपद्यमाने +संपद्यामह +संपद्येत +संपद्येते +संपद्येरन् +संपद्विमोक्षाय +संपन् +संपन्न +संपन्नं +संपन्नः +संपन्नतमो +संपन्नमिति +संपन्नम् +संपन्नस्य +संपन्ना +संपन्नां +संपन्नाः +संपन्नानां +संपन्नानि +संपन्नाय +संपन्ने +संपन्नेति +संपन्नेन +संपन्नो +संपन्नौ +संपराय +संपरायः +संपरायवसुधा +संपराये +संपरि +संपरिकीर्तितः +संपरिकीर्तितम् +संपरिकीर्तिताः +संपरिक्रम्य +संपरिगृह्य +संपरित्यज्य +संपरिवर्तते +संपरिवार्य +संपरिष्वक्त +संपरिष्वक्तः +संपरिष्वक्तो +संपरिष्वज्य +संपरिस्तीर्य +संपरिस्तीर्याज्यं +संपरिस्तीर्यापरेणाग्निं +संपरीत्य +संपरेतं +संपरेतस्य +संपर्क +संपर्कं +संपर्कः +संपर्कमुपेत्य +संपर्कात् +संपर्के +संपर्केण +संपर्को +संपर्चय +संपर्युपेभ्यः +संपश्य +संपश्यतः +संपश्यता +संपश्यतां +संपश्यति +संपश्यते +संपश्यतो +संपश्यन् +संपश्यन्कर्तुमर्हसि +संपश्यन्नेवमब्रवीत् +संपश्यन्नेवमादिशत् +संपश्यमानः +संपश्यसि +संपश्यामि +संपश्येत् +संपा +संपात +संपातं 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+संप्रयुक्तः +संप्रयुक्ता +संप्रयुक्ताः +संप्रयुक्तो +संप्रयुक्तौ +संप्रयुज्य +संप्रयुज्यते +संप्रयुज्यन्ते +संप्रयोग +संप्रयोगं +संप्रयोगः +संप्रयोगजम् +संप्रयोगतः +संप्रयोगश्च +संप्रयोगस्य +संप्रयोगे +संप्रयोगेण +संप्रयोगो +संप्रयोजयेत् +संप्रयोज्य +संप्रयौति +संप्रलीयते +संप्रलीयन्ते +संप्रलेपयेत् +संप्रवक्ष्यते +संप्रवक्ष्यामि +संप्रवदन्ति +संप्रवदन्ते +संप्रवर्तते +संप्रवर्तन्ते +संप्रवर्तितम् +संप्रवर्तिताः +संप्रवर्त्तते +संप्रवर्धन्ते +संप्रवादितानि +संप्रवारयति +संप्रवार्य +संप्रविवेश +संप्रविश्य +संप्रविश्याथ +संप्रविश्यैव +संप्रविष्टं +संप्रविष्टः +संप्रविष्टा +संप्रविष्टो +संप्रवृत्तं +संप्रवृत्तः +संप्रवृत्ता +संप्रवृत्तानि +संप्रवृत्ते +संप्रवृत्तो +संप्रवेशं +संप्रवेशयेत् +संप्रवेशितः +संप्रवेश्य +संप्रशस्यते +संप्रश्न +संप्रश्नं +संप्रश्नः +संप्रश्ने +संप्रसन्नः +संप्रसर्पन्ति +संप्रसाद +संप्रसादः +संप्रसादादध्युपदेशात् +संप्रसादितः +संप्रसादे +संप्रसादोऽस्माच्छरीरात्समुत्थाय +संप्रसाद्य +संप्रसारण +संप्रसारणं +संप्रसारणञ्च +संप्रसारणपरपूर्वत्वे +संप्रसारणमिति +संप्रसारणम् +संप्रसारणस्य +संप्रसारणाच्च +संप्रसारणाभावः +संप्रसारणाश्रयं +संप्रसारणे +संप्रसार्य +संप्रसीदति +संप्रसूता +संप्रसूताः +संप्रसूयते +संप्रसूयन्ते +संप्रस्थितं +संप्रस्थितः +संप्रस्थितस्य +संप्रस्थिता +संप्रस्थिताः +संप्रस्थितानि +संप्रस्थितेन +संप्रस्थितो +संप्रस्थितौ +संप्रहरन्ते +संप्रहर्षणम् +संप्रहर्षयति +संप्रहर्षयन् +संप्रहर्षयामि +संप्रहर्षयित्वा +संप्रहर्षितः +संप्रहर्ष्य +संप्रहर्ष्योत्थायासनात्प्रक्रान्तः +संप्रहस्य +संप्रहारं +संप्रहारः +संप्रहारे +संप्रहारो +संप्रहृष्टः +संप्रहृष्टतनूरुहः +संप्रहृष्टमना +संप्रहृष्टा +संप्रहृष्टाः +संप्रहृष्टानि +संप्रहृष्टेन +संप्रहृष्टो +संप्रहृष्टौ +संप्रा +संप्रादात् +संप्राप +संप्रापद् +संप्राप्त +संप्राप्तं +संप्राप्तः +संप्राप्तम् +संप्राप्तया +संप्राप्तवान् +संप्राप्तश्च +संप्राप्तस्तत्र +संप्राप्ता +संप्राप्तां +संप्राप्ताः +संप्राप्तान् +संप्राप्तायां +संप्राप्तास्ते +संप्राप्ति +संप्राप्तिं +संप्राप्तिः +संप्राप्तिपूर्ब्बकं +संप्राप्तिमाह +संप्राप्तिरुक्ता +संप्राप्तिर्यथा +संप्राप्तुं +संप्राप्ते +संप्राप्तेः +संप्राप्तो +संप्राप्तोऽसि +संप्राप्तौ +संप्राप्नुवन्ति +संप्राप्नोति +संप्राप्य +संप्राप्यं +संप्राप्यते +संप्राप्याथ +संप्राप्यैनमृषयो +संप्राप्स्यति +संप्राप्स्यसि +संप्राप्स्यसे +संप्रार्थयेत् +संप्रार्थयेद् +संप्रार्थयेद्धरिम् +संप्रार्थितं +संप्रार्थितः +संप्रार्थितस्तेन +संप्रार्थिता +संप्रार्थिते +संप्रार्थितो +संप्रार्थ्य +संप्राश्य +संप्राह +संप्रियः +संप्रिया +संप्रियौ +संप्रीतः +संप्रीतये +संप्रीता +संप्रीत्या +संप्रे +संप्रेक्ष्य +संप्रेरयन्ति +संप्रेषः +संप्रेषणम् +संप्रेषयामास +संप्रेषित +संप्रेषितः +संप्रेषिता +संप्रेषिताः +संप्रेषितो +संप्रेषितौ +संप्रेष्य +संप्रेष्यति +संप्रेष्यतीति +संप्रैषः +संप्रैषमाह +संप्रैषवत्कुर्वन्ति +संप्रैषात् +संप्रैषेण +संप्रैषौ +संप्रोक्त +संप्रोक्तं +संप्रोक्तः +संप्रोक्ता +संप्रोक्ताः +संप्रोक्तानि +संप्रोक्तो +संप्रोक्तोऽतिरथस्तु +संप्रोक्तोऽतिरथस्थु +संप्रोक्षण +संप्रोक्षणं +संप्रोक्षणमथाचरेत् +संप्रोक्षणीभ्यां +संप्रोक्षति +संप्रोक्षन्ते +संप्रोक्षितं +संप्रोक्ष्य +संप्रोक्ष्याभिमन्त्र्याभिनिगद्य +संप्रोच्य +संप्रोच्यते +संप्रोदश्च +संप्लव +संप्लवः +संप्लवनं +संप्लवन्ते +संप्लवम् +संप्लवात् +संप्लवे +संप्लाव्य +संप्लुता +संप्लुतोदके +संप्लोम्नाय +संफेटः +संफेटो +संब +संबं +संबंध +संबंधं +संबंधः +संबंधि +संबंधित +संबंधिनः +संबंधिनो +संबंधियों +संबंधी +संबंधे +संबंधो +संबई +संबत +संबद्घ +संबद्घविषया +संबद्घाः +संबद्ध +संबद्धं +संबद्धः +संबद्धम् +संबद्धयते +संबद्धा +संबद्धाः +संबद्धानि +संबद्धुं +संबद्धे +संबद्धो +संबध +संबध्नन्ति +संबध्नाति +संबध्य +संबध्यत +संबध्यते +संबध्यन्त +संबध्यन्ते +संबध्यमानं +संबध्येत +संबन्थ +संबन्ध +संबन्धं +संबन्धः +संबन्धकं +संबन्धग्रन्थे +संबन्धग्रहणं +संबन्धज्ञानम् +संबन्धतः +संबन्धत्वं +संबन्धत्वेन +संबन्धन +संबन्धनम् +संबन्धनीयः +संबन्धनीयम् +संबन्धने +संबन्धभाक् +संबन्धमनुवर्तिष्यते +संबन्धमभिधानाभिधेययोः +संबन्धमात्रं +संबन्धमात्रे +संबन्धमाह +संबन्धम् +संबन्धविशेषः +संबन्धश्च +संबन्धश्चेति +संबन्धसंयमाद्दिव्यं +संबन्धसामान्ये +संबन्धसामान्येन +संबन्धस् +संबन्धस्तथा +संबन्धस्तस्य +संबन्धस्तेन +संबन्धस्य +संबन्धस्यापि +संबन्धस्यैव +संबन्धा +संबन्धाः +संबन्धाग्रहणात् +संबन्धातिशयोक्तिः +संबन्धात् +संबन्धादिति +संबन्धाद् +संबन्धाधिकरणम् +संबन्धानां +संबन्धान्तरं +संबन्धान्तरेण +संबन्धान्मनसः +संबन्धाभावात् +संबन्धाभावे +संबन्धायोगात् +संबन्धार्थं +संबन्धार्थः +संबन्धार्थम् +संबन्धावच्छिन्न +संबन्धि +संबन्धितया +संबन्धित्वं +संबन्धित्वेन +संबन्धिन +संबन्धिनं +संबन्धिनः +संबन्धिनम् +संबन्धिनस्तथा +संबन्धिना +संबन्धिनां +संबन्धिनाम् +संबन्धिनि +संबन्धिनी +संबन्धिनीं +संबन्धिनीः +संबन्धिनीनां +संबन्धिनीम् +संबन्धिनीषु +संबन्धिने +संबन्धिनो +संबन्धिनोः +संबन्धिनौ +संबन्धिन्य +संबन्धिन्यः +संबन्धिन्या +संबन्धिन्यां +संबन्धिन्याः +संबन्धिन्यै +संबन्धिन्यो +संबन्धिबान्धवाः +संबन्धिभिः +संबन्धिभ्यः +संबन्धिभ्यां +संबन्धिशब्दः +संबन्धिषु +संबन्धी +संबन्धीति +संबन्धीनि +संबन्धे +संबन्धेति +संबन्धेन +संबन्धेऽण् +संबन्धेऽपि +संबन्धेऽसंबन्धो +संबन्धो +संबन्धोक्तेरतिशयोक्तिः +संबन्धोऽपि +संबन्धोऽस्ति +संबन्धोऽस्तीति +संबन्धोऽस्तु +संबन्ध्य +संबभाषे +संबभूव +संबभूवतुः +संबभूवाद्भुतोपमः +संबभूवुः +संबभूवेति +संबभू॒वुः +संबभौ +संबहुला +संबहुलाः +संबहुलानां +संबहुलाश्च +संबहुलैश्च +संबाध +संबाधं +संबाधः +संबाधप्राप्तः +संबाधसंकटप्राप्तिः +संबाधे +संबिभ्रति +संबुद्ध +संबुद्धं +संबुद्धः +संबुद्धपदमाप्नुयुः +संबुद्धया +संबुद्धस्तं +संबुद्धस्य +संबुद्धा +संबुद्धाः +संबुद्धान् +संबुद्धि +संबुद्धिः +संबुद्धिलोपः +संबुद्धे +संबुद्धेन +संबुद्धो +संबुद्धोऽयमनुत्तरः +संबुद्धौ +संबुद्ध्यन्तं +संबुद्ध्या +संबुध्य +संबुभुजे +संबो +संबोधः +संबोधन +संबोधनं +संबोधनद्वयं +संबोधनद्वयम् +संबोधनद्वयेन +संबोधनम् +संबोधनस्य +संबोधनानि +संबोधनाभिप्रायः +संबोधनार्थः +संबोधनाशय +संबोधनाशयः +संबोधने +संबोधनेन +संबोधयति +संबोधयन् +संबोधयामास +संबोधये +संबोधयेच्चित्तं +संबोधिं +संबोधिचित्तं +संबोधित +संबोधितः +संबोधिता +संबोधितो +संबोधिप्रणिधिं +संबोधिसाधनम् +संबोधौ +संबोध्य +संबोध्यः +संबोध्यते +संबोध्यन्ते +संबोध्याह +संभ +संभक्त +संभक्ता +संभक्ताः +संभक्तारं +संभक्तारः +संभक्तारम् +संभक्तिः +संभक्तुमिच्छति +संभक्तुमिच्छन् +संभक्तुमिच्छन्तः +संभक्ते +संभक्तो +संभक्तौ +संभक्षयतो +संभक्ष्य +संभजत +संभजति +संभजते +संभजन +संभजनं +संभजनाय +संभजनार्थं +संभजनार्थः +संभजनीय +संभजनीयं +संभजनीयः +संभजनीयम् +संभजनीयानि +संभजनीये +संभजने +संभजन्ताम् +संभजन्ति +संभजन्ते +संभजमानः +संभजमाना +संभजमानाः +संभजस्व +संभजामः +संभजामहे +संभजे +संभजेत +संभजेत् +संभजेम +संभजेमहि +संभजेयम् +संभज्य +संभज्यते +संभन्त्स्यत +संभन्त्स्यते +संभर +संभरणं +संभरणः +संभरणम् +संभरणस्य +संभरणे +संभरति +संभरन्तः +संभरन्ति +संभरस्व +संभरामि +संभरेत् +संभलो +संभव +संभवं +संभवंति +संभवः +संभवत +संभवतः +संभवति +संभवती +संभवतीति +संभवतीतेि +संभवतीत्यत +संभवतीत्यतः +संभवतीत्यत्र +संभवतीत्यभिप्रायेण +संभवतीत्यर्थः +संभवतीत्या +संभवतीत्याशङ्क्याह +संभवतीत्याशयेन +संभवतीत्याह +संभवतीत्युक्तं +संभवतीत्युक्तम् +संभवतीत्युच्यते +संभवतीत्येव +संभवतीत्य् +संभवतीह +संभवतु +संभवते +संभवतेि +संभवतो +संभवतोऽपि +संभवत् +संभवत्यतः +संभवत्यदितिर्देवतामयी +संभवत्यदृष्टकल्पना +संभवत्यपि +संभवत्यस्या +संभवत्यादिष्वर्थेषु +संभवत्येकवाक्यत्वे +संभवत्येव +संभवत्येवेति +संभवत्य् +संभवद्भिः +संभवन +संभवनं +संभवन् +संभवन्ति +संभवन्तीति +संभवन्तीत्याह +संभवन्तीह +संभवन्तु +संभवन्त्यपि +संभवन्त्यां +संभवन्त्याप +संभवन्त्येव +संभवन्त्विति +संभवन्नपि +संभवपर्वणि +संभवमस्ति +संभवमात्रेण +संभवम् +संभवविभवपरीक्षा +संभवविभवौ +संभवश्च +संभवश्चैव +संभवसि +संभवस्तु +संभवस्य +संभवा +संभवाः +संभवाच +संभवाच्च +संभवात +संभवात् +संभवादिति +संभवादित्यर्थः +संभवाद् +संभवान् +संभवान्न +संभवामि +संभवाम्यहम् +संभवाम्यात्ममायया +संभवाव +संभवाश्रयस्य +संभवि +संभविता +संभविनः +संभविनी +संभविनो +संभविष्यंति +संभविष्यति +संभविष्यतीति +संभविष्यन्ति +संभविष्यसि +संभविष्यामि +संभवी +संभवे +संभवेति +संभवेत् +संभवेदिति +संभवेदित्याशङ्क्याह +संभवेद् +संभवेद्यदि +संभवेन +संभवेनैव +संभवेन्न +संभवेपि +संभवेयुः +संभवेऽपि +संभवैः +संभवो +संभवोऽस्ति +संभवोऽस्य +संभा +संभाति +संभाप्य +संभार +संभारं +संभारः +संभारमात्रकम् +संभारमाहरति +संभारयजूंषि +संभारयजूꣳषि +संभारा +संभाराः +संभाराणां +संभारानुपकल्पयते +संभारान् +संभारे +संभारेण +संभारेषु +संभारैः +संभारैरवस्तीर्य +संभारो +संभार्या +संभार्याः +संभावनं +संभावनमथोत्प्रेक्षा +संभावनमुत्प्रेक्षा +संभावनया +संभावना +संभावनां +संभावनाया +संभावनायां +संभावनायाम् +संभावनीयं +संभावने +संभावनेति +संभावय +संभावयतः +संभावयति +संभावयन्ति +संभावयसि +संभावयामः +संभावयामास +संभावयामि +संभावयामीत्यर्थः +संभावयितुं +संभावयितुम् +संभावये +संभावयेत् +संभावित +संभावितं +संभावितः +संभावितत्वात् +संभावितमिति +संभावितम् +संभावितस्य +संभाविता +संभाविताः +संभावितानां +संभावितानि +संभाविते +संभावितैः +संभावितो +संभाविनी +संभावेमि +संभाव्य +संभाव्यं +संभाव्यः +संभाव्यत +संभाव्यते +संभाव्यनिषेधनिवर्तने +संभाव्यन्ते +संभाव्यमानः +संभाव्यमानस्य +संभाव्यमानेन +संभाव्यम् +संभाव्यस्य +संभाव्या +संभाव्येत +संभाव्यो +संभाषणं +संभाषणम् +संभाषणे +संभाषणेन +संभाषणैः +संभाषणैरेव +संभाषते +संभाषमाणे +संभाषसे +संभाषा +संभाषां +संभाषायां +संभाषितं +संभाषितः +संभाषिता +संभाषितुं +संभाषेत +संभाषो +संभाष्य +संभाष्या +संभाष्यो +संभासयन् +संभिद्यते +संभिनत्ति +संभिन्नं +संभिन्नमर्यादा +संभिन्ना +संभु +संभुक्तं +संभुज्य +संभुज्यते +संभुञ्जते +संभू +संभूत +संभूतं +संभूतः +संभूतम् +संभूता +संभूतां +संभूताः +संभूतानि +संभूताश्च +संभूति +संभूतिं +संभूतिः +संभूते +संभूतो +संभूतौ +संभूत्या +संभूत्यां +संभूत्यामेव +संभूत्वा +संभूय +संभूयसमुत्थानप्रकरणम् +संभूयसमुत्थानम् +संभूयार्थस्य +संभूष्य +संभृज्य +संभृत +संभृतं +संभृतः +संभृतम् +संभृतसंभारः +संभृतसंभारो +संभृतहविष्काः +संभृता +संभृताः +संभृतानि +संभृताम् +संभृताश्च +संभृते +संभृतैः +संभृतो +संभृत्य +संभृत्या +संभृत्याः +संभेदं +संभेदः +संभेदे +संभेदो +संभेपूस्वसाट्यूप +संभो +संभोक्तुं +संभोग +संभोगं +संभोगः +संभोगकाले +संभोगप्राप्तिरिति +संभोगवर्णनम् +संभोगसमये +संभोगस्य +संभोगा +संभोगान्ते +संभोगाय +संभोगार्थं +संभोगे +संभोगेच्छा +संभोगेन +संभोगो +संभोजनं +संभोजनी +संभोजयामास +संभोजयेत् +संभोज्य +संभोज्यातिथिभृत्यांश्च +संभ्रम +संभ्रमं +संभ्रमः +संभ्रमतः +संभ्रमम् +संभ्रमश्च +संभ्रमा +संभ्रमात् +संभ्रमे +संभ्रमेण +संभ्रमो +संभ्रांतः +संभ्रांता +संभ्रान्त +संभ्रान्तं +संभ्रान्तः +संभ्रान्तमनसः +संभ्रान्ता +संभ्रान्ताः +संभ्रान्ते +संभ्रान्तो +संभ्राम्य +संभ्रियते +संभ्रियन्तां +संभ्रियमाणः +संभ्रियमाणो +संम +संमंत्र्य +संमत +संमतं +संमतः +संमतत्वात् +संमतमिति +संमतम् +संमतवत् +संमता +संमताः +संमतानि +संमतान् +संमति +संमतिः +संमतिमाह +संमतिम् +संमते +संमतेन +संमतो +संमतौ +संमत्या +संमत्र्य +संमद +संमदं +संमदम् +संमध्य +संमनसः +संमनसो +संमन्त्र्य +संमन्यते +संमर्द +संमर्दः +संमर्दनं +संमर्दे +संमर्दो +संमर्द्द्य +संमर्द्य +संमर्द्यं +संमर्शिनः +संमवति +संमा +संमातृभिः +संमान +संमानं +संमाननं +संमाननम् +संमाननां +संमानमर्हति +संमानयति +संमानयामास +संमानित +संमानितः +संमानितवान् +संमानिता +संमानितो +संमान्य +संमाय +संमार्ग +संमार्गं +संमार्गः +संमार्गदर्भानवज्वलनदर्भानाज्यं +संमार्गदर्भानिध्मं +संमार्गस्य +संमार्गानभ्युक्ष्याग्नावादधाति +संमार्गे +संमार्गो +संमार्जन +संमार्जनं +संमार्जनादि +संमार्जनी +संमार्जने +संमार्जनेन +संमार्जितं +संमार्ज्मि +संमार्ज्मीति +संमार्ज्य +संमार्ष्टि +संमार्ष्टीति +संमित +संमितं +संमितः +संमितम् +संमितश्च +संमिता +संमितां +संमिताः +संमिताम् +संमितिः +संमिते +संमितैः +संमितो +संमितौ +संमिनोति +संमिमिक्षुः +संमिलिता +संमिलितौ +संमिश्य +संमिश्रं +संमिश्रः +संमिश्रय +संमिश्रा +संमिश्रितं +संमिश्र्य +संमिश्ल +संमिश्लः +संमिश्लाः +संमिश्लोअ +संमि॑तम् +संमीलन +संमीलनं +संमीलयति +संमील्य +संमील्यन्ते +संमुख +संमुखं +संमुखः +संमुखमागच्छन्तं +संमुखम् +संमुखस्य +संमुखा +संमुखाः +संमुखागतम् +संमुखानि +संमुखान्कृत्वा +संमुखायाते +संमुखी +संमुखीकरणं +संमुखीकरणम् +संमुखीकरोति +संमुखीकृत्य +संमुखीनं +संमुखीभवति +संमुखीभावः +संमुखीभावात्पुत्रा +संमुखीभूतः +संमुखीभूय +संमुखे +संमुखेन +संमुखो +संमुखौ +संमुग्धं +संमुग्धा +संमुदम् +संमू +संमूढ +संमूढं +संमूढः +संमूढस्य +संमूढा +संमूढाः +संमूढो +संमूर्च्छितः +संमूर्च्छिता +संमूर्च्छिते +संमूर्च्छितो +संमूर्छित +संमूर्छितं +संमूर्छितः +संमूर्छितो +संमृज्य +संमृज्यात् +संमृड्ढि +संमृड्ढीति +संमृश +संमृशति +संमृशते +संमृशीत +संमृश्य +संमृष्ट +संमृष्टं +संमृष्टानि +संमृष्टे +संमृष्टेति +संमेलनं +संमेल्य +संमो +संमोदनीं +संमोदन्ते +संमोह +संमोहं +संमोहः +संमोहन +संमोहनं +संमोहमिव +संमोहम् +संमोहयति +संमोहयन्ति +संमोहवर्जितः +संमोहात् +संमोहात्स्मृतिविभ्रमः +संमोहाय +संमोहितं +संमोहितः +संमोहिता +संमोहिताः +संमोहितानि +संमोहितो +संमोहेन +संमोहो +संमोह्य +संमोह्यते +संम्प्रति +संम्रक्षयन् +संय +संयक् +संयच् +संयच्च +संयच्छ +संयच्छति +संयच्छते +संयच्छन्दः +संयच्छामि +संयजति +संयजन्ते +संयजामि +संयजेत् +संयत +संयतं +संयतः +संयतकं +संयतचित्त +संयतचित्तः +संयतचित्तानां +संयतते +संयतमानसः +संयतम् +संयतवाक् +संयतस्वभावः +संयता +संयतां +संयताः +संयताञ्जलिः +संयतात्मना +संयतात्मनाम् +संयतात्मा +संयतात्मानं +संयतात्मानः +संयतानां +संयतानि +संयतान् +संयतायाः +संयताश्च +संयति +संयती +संयते +संयतेन्द्रिय +संयतेन्द्रियः +संयतेन्द्रियता +संयतेन्द्रियम् +संयतेन्द्रियश्च +संयतेन्द्रियाः +संयतैः +संयतो +संयतोपस्करा +संयतौ +संयत् +संयत्त +संयत्ता +संयत्ताः +संयत्ते +संयद्वसुः +संयद्वाम +संयन् +संयन्ता +संयन्ति +संयन्तु +संयन्तुं +संयन्त्येवमेनं +संयम +संयमं +संयमः +संयमतां +संयमतामहम् +संयमन +संयमनं +संयमनकर्मा +संयमनम् +संयमनी +संयमनीं +संयमने +संयमनो +संयमन्यां +संयमम् +संयमस् +संयमस्तथा +संयमस्तिमितं +संयमस्य +संयमा +संयमाः +संयमाग्निषु +संयमाच् +संयमात् +संयमात्तयोः +संयमात्तस्य +संयमाद् +संयमाद्विवेकजं +संयमानां +संयमान् +संयमित +संयमितः +संयमितो +संयमिनं +संयमिनः +संयमिनां +संयमिनी +संयमिनीं +संयमिनो +संयमिन्यां +संयमी +संयमे +संयमेन +संयमैः +संयमो +संयम् +संयम्य +संयम्यते +संयम्येति +संययुः +संययौ +संयवनं +संयसति +संयसश्च +संयस्यति +संयांति +संयाजयति +संयाजयन्ति +संयाज्य +संयाज्ये +संयात +संयातं +संयातः +संयाता +संयाति +संयातिः +संयातु +संयाते +संयातो +संयात्रा +संयानं +संयान्ति +संयान्यौ +संयामः +संयाव +संयावं +संयावः +संयावो +संयासाय +संयु +संयुक् +संयुक्त +संयुक्तं +संयुक्तः +संयुक्ततया +संयुक्तत्वं +संयुक्तमहाराष्ट्रान्दोलनम् +संयुक्तमिति +संयुक्तमुद्राः +संयुक्तमेतत्क्षरमक्षरं +संयुक्तम् +संयुक्तयोः +संयुक्तराज्य +संयुक्तराज्यानि +संयुक्तराज्ये +संयुक्तराष्ट्र +संयुक्तराष्ट्रशैक्षिकवैज्ञानिकसांस्कृतिकसङ्घटनम् +संयुक्तराष्ट्रसङ्घः +संयुक्तराष्ट्रसङ्घस्य +संयुक्तराष्ट्रस्य +संयुक्तविशेषणतया +संयुक्तश्च +संयुक्तसमवाय +संयुक्तसमवायः +संयुक्तसमवायतः +संयुक्तसमवायेन +संयुक्तसमवेतसमवायः +संयुक्तस्य +संयुक्ता +संयुक्तां +संयुक्तांश्च +संयुक्ताः +संयुक्ताधिराज्यम् +संयुक्ताधिवेशनस्य +संयुक्तानां +संयुक्तानि +संयुक्तान् +संयुक्ताभ्यां +संयुक्ताम् +संयुक्ते +संयुक्तेन +संयुक्तेषु +संयुक्तैः +संयुक्तो +संयुक्तौ +संयुग +संयुगं +संयुगः +संयुगम् +संयुगाय +संयुगे +संयुगेषु +संयुगेष्वपराजितः +संयुगेष्वपराजितम् +संयुगेष्वपलायिनः +संयुज्य +संयुज्यत +संयुज्यतां +संयुज्यते +संयुज्यन्ते +संयुज्यमाने +संयुज्यमानो +संयुज्यात् +संयुज्याद् +संयुज्येत +संयुञ्जन्ति +संयुञ्ज्यात् +संयुत +संयुतं +संयुतः +संयुतम् +संयुतश्च +संयुता +संयुतां +संयुताः +संयुतानां +संयुतानि +संयुतान् +संयुताम् +संयुति +संयुतिः +संयुते +संयुतेन +संयुतैः +संयुतो +संयुतोऽपीतरैः +संयुतौ +संयुत्य +संयुध्य +संयुनक्ति +संयुनक्तु +संयूय +संयेग +संयेतिरे +संयो +संयोक्ष्यमाणा +संयोग +संयोगं +संयोगः +संयोगज +संयोगजं +संयोगजः +संयोगजनक +संयोगजप्रभावेण +संयोगजस्य +संयोगतः +संयोगतो +संयोगतोऽविशेषात् +संयोगत्वं +संयोगत्वेन +संयोगध्वंस +संयोगनाश +संयोगनाशः +संयोगनाशस्य +संयोगन्यायेन +संयोगपदं +संयोगपरं +संयोगपृथक्त्वन्यायेन +संयोगपृथक्त्वम् +संयोगपृथक्त्वेन +संयोगभेद +संयोगभेदे +संयोगमात्रं +संयोगमात्रस्य +संयोगमात्रेण +संयोगमेत्य +संयोगम् +संयोगवत् +संयोगवदिति +संयोगवशात् +संयोगवि +संयोगविभागयोः +संयोगविभागवेगानां +संयोगविभागा +संयोगविभागाः +संयोगविभागौ +संयोगवियोगाभ्यां +संयोगवियोगौ +संयोगविशेष +संयोगविशेषः +संयोगविशेषात् +संयोगविशेषेण +संयोगविशेषो +संयोगशब्देन +संयोगश्च +संयोगश्चैव +संयोगसं +संयोगसंज्ञा +संयोगसंबन्धेन +संयोगसंवन्धेन +संयोगसञ्ज्ञा +संयोगसम्बन्धेन +संयोगस् +संयोगस्तु +संयोगस्तेन +संयोगस्य +संयोगस्यात्यन्तिकी +संयोगस्यापि +संयोगस्येति +संयोगस्यैव +संयोगा +संयोगाः +संयोगाख्यं +संयोगाच्च +संयोगात् +संयोगादयः +संयोगादयो +संयोगादि +संयोगादिः +संयोगादिति +संयोगादिद्वये +संयोगादिना +संयोगादिलोपः +संयोगादिलोपलत्वणत्वेषु +संयोगादिलोपे +संयोगादिश्च +संयोगादीनां +संयोगादुभयार्थकृत् +संयोगादे +संयोगादेः +संयोगादेरातो +संयोगादेरिति +संयोगादेर्गुणः +संयोगादेर्गुणविधाने +संयोगादेश्च +संयोगादौ +संयोगाद् +संयोगाद्योः +संयोगाद्योरन्ते +संयोगाद्वमन्तात् +संयोगानां +संयोगान् +संयोगान्तं +संयोगान्तरं +संयोगान्तलोप +संयोगान्तलोपः +संयोगान्तलोपे +संयोगान्तलोपो +संयोगान्तस्य +संयोगाभाव +संयोगाभावः +संयोगाभावात् +संयोगाभावे +संयोगाभावो +संयोगाय +संयोगावस्थायां +संयोगाश्च +संयोगि +संयोगिता +संयोगितायाः +संयोगितास्वयंवरम् +संयोगिताहरणस्य +संयोगिनः +संयोगिनो +संयोगिनोः +संयोगी +संयोगे +संयोगेति +संयोगेन +संयोगेऽपि +संयोगैति +संयोगो +संयोगोत्पातौ +संयोगोपधग्रहणं +संयोगोपधत्वात् +संयोगोपधत्वेऽपि +संयोगोपि +संयोगोऽपि +संयोगोऽस्ति +संयोगौ +संयोज +संयोजक +संयोजकः +संयोजकेन +संयोजन +संयोजनं +संयोजनम् +संयोजनस्य +संयोजनात् +संयोजनानां +संयोजनानि +संयोजनाय +संयोजनीयाः +संयोजने +संयोजनेन +संयोजय +संयोजयतम् +संयोजयति +संयोजयतीति +संयोजयतीत्यर्थः +संयोजयतु +संयोजयन् +संयोजयन्ति +संयोजयन्तीति +संयोजयसि +संयोजयामास +संयोजयामि +संयोजयामीत्यर्थः +संयोजयितुं +संयोजयित्वा +संयोजयेति +संयोजयेत् +संयोजयेत्यर्थः +संयोजित +संयोजितं +संयोजितः +संयोजितम् +संयोजितवन्तः +संयोजितवान् +संयोजिता +संयोजिताः +संयोजिते +संयोजितौ +संयोज्य +संयोज्यं +संयोज्यः +संयोज्यते +संयोज्यन्ते +संयोज्यम् +संयोज्या +संयोज्याः +संयोज्यात्मानमात्मना +संयोज्याथ +संयोज्याऽर्चयेत् +संयोज्ये +संयोज्येत्यर्थः +संयोज्यैव +संयोज्यो +संयोति +संयोतीति +संयोद्धुं +संयौति +संयौमि +संय॑त्ता +संय॒ती +संर +संरक्त +संरक्तं +संरक्तः +संरक्तनयनः +संरक्तनयनो +संरक्तलोचनः +संरक्तलोचना +संरक्तलोचनाः +संरक्ता +संरक्तो +संरक्ष +संरक्षकः +संरक्षकाः +संरक्षण +संरक्षणं +संरक्षणम् +संरक्षणस्य +संरक्षणाय +संरक्षणार्थं +संरक्षणार्थम् +संरक्षणार्थाय +संरक्षणीया +संरक्षणे +संरक्षणोपायाः +संरक्षति +संरक्षते +संरक्षतोर्गौरवम् +संरक्षन् +संरक्षित +संरक्षितं +संरक्षितः +संरक्षितम् +संरक्षितवान् +संरक्षिता +संरक्षिताः +संरक्षितुं +संरक्षितो +संरक्षेत् +संरक्ष्य +संरक्ष्यं +संरक्ष्यः +संरक्ष्यतां +संरक्ष्यते +संरक्ष्यमाणो +संरक्ष्या +संरक्ष्याः +संरक्ष्यो +संरचना +संरचनां +संरचनाः +संरचनायाः +संरचिता +संरज्यते +संरज्यन्ते +संरज्येरन् +संरञ्जनीं +संरब्ध +संरब्धं +संरब्धः +संरब्धमिदमब्रवीत् +संरब्धा +संरब्धाः +संरब्धानां +संरब्धे +संरब्धो +संरब्धौ +संरभते +संरभन्ते +संरभस्व +संरभ्य +संरम्भ +संरम्भं +संरम्भः +संरम्भणानि +संरम्भयोगेन +संरम्भा +संरम्भात् +संरम्भाद् +संरम्भान्न +संरम्भिणो +संरम्भी +संरम्भे +संरम्भेण +संरम्भो +संरराणः +संरराणा +संरराणाः +संरराणो +संरागः +संरागाय +संराजते +संराजन्ते +संराजमाना +संराज्ञी +संराद्धौ +संराधनीमहं +संराधने +संराधन्यै +संराध्य +संराव +संरावः +संरुणद्धि +संरुद्धं +संरुद्धः +संरुद्धस्तदा +संरुद्धस्य +संरुद्धा +संरुद्धां +संरुद्धिकां +संरुद्धे +संरुद्धो +संरुध्य +संरुरोध +संरूढं +संरूढस्तदा +संरेजे +संरोचते +संरोधं +संरोधः +संरोधो +संरोध्य +संरोहणं +संरोहति +संरोहाय +संरोहोऽसि +संर्गः +संर्व +संर्वे +संल +संलक्षयति +संलक्षयन्ति +संलक्षितं +संलक्ष्य +संलक्ष्यं +संलक्ष्यत +संलक्ष्यते +संलक्ष्यन्ते +संलग्न +संलग्नं +संलग्नः +संलग्नम् +संलग्ना +संलग्नाः +संलग्नानि +संलग्ने +संलग्नो +संलग्नौ +संलपति +संलपन्ति +संलभते +संलभ्यते +संलाप +संलापं +संलापः +संलापकं +संलापे +संलापेन +संलापो +संलिखेत् +संलिख्य +संलिप्तं +संलिप्ता +संलिप्य +संलीढं +संलीनं +संलीनः +संलीना +संलीने +संलीनो +संलीयते +संलेखनः +संव +संवत +संवतं +संवतः +संवतम् +संवता +संवतो +संवत् +संवत्स +संवत्सर +संवत्सरँ +संवत्सरं +संवत्सरः +संवत्सरकृतं +संवत्सरगणान् +संवत्सरग्रहणं +संवत्सरजातः +संवत्सरत्रयम् +संवत्सरद्वयम् +संवत्सरन्तु +संवत्सरपर्यन्तं +संवत्सरपर्व +संवत्सरप्रतिमा +संवत्सरप्रदीपे +संवत्सरप्रयोगेण +संवत्सरफलं +संवत्सरभृता +संवत्सरमग्निं +संवत्सरमग्निहोत्रं +संवत्सरमतन्द्रितः +संवत्सरमध्ये +संवत्सरमभिप्राप्नुवन्ति +संवत्सरमरण्ये +संवत्सरमात्रं +संवत्सरमाप्नोति +संवत्सरमासते +संवत्सरमिति +संवत्सरमिदं +संवत्सरमुख्यं +संवत्सरमेतद्व्रतं +संवत्सरमेव +संवत्सरम् +संवत्सरम्̇ +संवत्सररूपाण्युपदधाति +संवत्सरशतं +संवत्सरशते +संवत्सरशब्दः +संवत्सरशब्दस्य +संवत्सरश् +संवत्सरश्च +संवत्सरसंख्यस्य +संवत्सरसत्रस्य +संवत्सरसदः +संवत्सरसदो +संवत्सरसम्मिता +संवत्सरसहस्रं +संवत्सरस् +संवत्सरस्तस्य +संवत्सरस्तु +संवत्सरस्य +संवत्सरस्यांते +संवत्सरस्यान्ते +संवत्सरस्याभि +संवत्सरस्यार्धमासाः +संवत्सरस्यावयवैः +संवत्सरस्याहानि +संवत्सरस्याहोरात्राः +संवत्सरस्याहोरात्राणि +संवत्सरस्यैत +संवत्सरस्यैव +संवत्सरस्योदृचं +संवत्सरस्वदितम् +संवत्सरा +संवत्सरांते +संवत्सराः +संवत्सराख्यं +संवत्सराग्रहायणीभ्यां +संवत्सराच्च +संवत्सराणां +संवत्सराणामयुतं +संवत्सराणाम् +संवत्सराणि +संवत्सरात् +संवत्सरात्तस्य +संवत्सरात्परम् +संवत्सरात्फलपर्वणोः +संवत्सरात्मकं +संवत्सरात्मकः +संवत्सरात्मके +संवत्सरात्मना +संवत्सरादयः +संवत्सरादादित्यमादित्याच्चन्द्रमसं +संवत्सरादादित्यम् +संवत्सरादूर्ध्वं +संवत्सरादेवैनं +संवत्सराद् +संवत्सराद्भवेत् +संवत्सरान् +संवत्सरान्तं +संवत्सरान्ते +संवत्सराभ्यन्तरे +संवत्सराय +संवत्सरायैव +संवत्सरावधि +संवत्सरावसाने +संवत्सराश्च +संवत्सराश्चैव +संवत्सरास्तथा +संवत्सरास्त्रयः +संवत्सरीणं +संवत्सरीणम् +संवत्सरीणाꣳ +संवत्सरे +संवत्सरेण +संवत्सरेणाग्निना +संवत्सरेणैव +संवत्सरेणैवास्मा +संवत्सरेणैवास्मै +संवत्सरेभ्यः +संवत्सरेषु +संवत्सरेसंवत्सरे +संवत्सरेऽतीते +संवत्सरेऽन्नं +संवत्सरेऽपि +संवत्सरेऽभिधेये +संवत्सरेऽस्थीनि +संवत्सरै +संवत्सरैः +संवत्सरो +संवत्सरोत्थितम् +संवत्सरोऽग्निर्यावानग्निर्यावत्यस्य +संवत्सरोऽभवत् +संवत्सरोऽसि +संवत्सरꣳ +संवत्स्यथ +संवत्स॒रं +संवत्स॒रे +संवत्स॒रो +संवथ्स॒र +संवथ्स॒रः +संवथ्स॒रे +संवथ्स॒रो +संवदतां +संवदति +संवदतीति +संवदते +संवदतोरेवं +संवदन +संवदनं +संवदनम् +संवदन् +संवदन्ति +संवदन्ते +संवदस्व +संवदस्वेति +संवदिष्ठाः +संवदेत +संवदेते +संवदेत् +संवद् +संवध्यत +संवध्यते +संवनन +संवननं +संवननम् +संवनिनौ +संवन्ध +संवन्धं +संवन्धः +संवन्धि +संवन्धे +संवन्धेन +संवन्धो +संवपति +संवपामि +संवयन्ती +संवर +संवरं +संवरः +संवरण +संवरणं +संवरणः +संवरणमिति +संवरणम् +संवरणस्य +संवरणा +संवरणात् +संवरणाद् +संवरणान्यग्मन्मन्दी +संवरणाय +संवरणी +संवरणे +संवरणो +संवरम् +संवरशीलं +संवरस्य +संवरीतुं +संवरे +संवरेण +संवरो +संवर्ग +संवर्गं +संवर्गः +संवर्गविद्यायां +संवर्गस् +संवर्गाय +संवर्गे +संवर्गो +संवर्चसा +संवर्चसेति +संवर्णयति +संवर्णितः +संवर्त +संवर्तं +संवर्तः +संवर्तक +संवर्तकं +संवर्तकः +संवर्तको +संवर्तत +संवर्तते +संवर्तनं +संवर्तन्ते +संवर्तयति +संवर्तयामास +संवर्तवात +संवर्तश्च +संवर्तस्य +संवर्ताय +संवर्तिका +संवर्ते +संवर्तेत +संवर्तेन +संवर्तो +संवर्त्त +संवर्त्तं +संवर्त्तः +संवर्त्तकः +संवर्त्तका +संवर्त्तको +संवर्त्तते +संवर्त्तश्च +संवर्त्तिका +संवर्त्तो +संवर्त्य +संवर्द्धते +संवर्द्धयति +संवर्द्धितः +संवर्धते +संवर्धनं +संवर्धनम् +संवर्धनाय +संवर्धनार्थं +संवर्धने +संवर्धय +संवर्धयत +संवर्धयति +संवर्धयन् +संवर्धयन्ति +संवर्धयन्तो +संवर्धयन्तौ +संवर्धयामास +संवर्धयिष्यति +संवर्धयेत् +संवर्धितं +संवर्धितः +संवर्धितमाज्ञया +संवर्धितम् +संवर्धिता +संवर्धिताः +संवर्धितो +संवर्ध्य +संवर्मयति +संवलनं +संवलित +संवलितं +संवलितः +संवलितम् +संवलिता +संवलितो +संववृते +संवस +संवसतस्तस्य +संवसति +संवसथे +संवसन् +संवसन्ति +संवसन्तो +संवसाथां +संवसाथाम् +संवसानाः +संवसामि +संवसेच्च +संवसेत् +संवसेन्न +संवसेय +संवस्त्रयति +संवहः +संवहनं +संवहश्च +संवहो +संवा +संवाञ्छन्ति +संवाद +संवादं +संवादः +संवादकमाह +संवाददाता +संवादभाषा +संवादमावयोः +संवादमाह +संवादमिन्द्रस्य +संवादमिममद्भुतम् +संवादमुपसंहरन +संवादम् +संवादयति +संवादयिष्ठाः +संवादरूपं +संवादरूपेण +संवादवर्णनम् +संवादशाला +संवादश्च +संवादस्तत्र +संवादस्य +संवादा +संवादाः +संवादात् +संवादानां +संवादाय +संवादायाह +संवादि +संवादिनि +संवादिनी +संवादिनौ +संवादिप्रवृत्तौ +संवादिभ्रमो +संवादिस्वरः +संवादी +संवादीति +संवादीनि +संवादे +संवादेन +संवादेषु +संवादो +संवाद्य +संवार +संवारः +संवारनादघोषा +संवारनादघोषाः +संवारादयः +संवारो +संवार्य +संवास +संवासं +संवासः +संवासे +संवासो +संवाह +संवाहक +संवाहकः +संवाहन +संवाहनं +संवाहनानि +संवाहने +संवाहयति +संवाहयामि +संवाह्य +संवि +संविक्था +संविक्थाः +संविग्नं +संविग्नः +संविग्नमानसः +संविग्ना +संविग्नाः +संविघ्नितः +संविचार्य +संविचिन्त्य +संविच्च +संविजते +संविते +संवित् +संवित्त +संवित्तत्त्वं +संवित्तत्त्वे +संवित्ति +संवित्तिं +संवित्तिः +संवित्ते +संवित्तौ +संवित्त्या +संवित्स +संवित्स्रवन्त्योऽखिलाः +संविद +संविदं +संविदः +संविदताम् +संविदते +संविदन् +संविदम् +संविदश्च +संविदस्तथा +संविदा +संविदां +संविदाते +संविदात्मकं +संविदात्मनि +संविदात्मा +संविदान +संविदानं +संविदानः +संविदानस्त्रीणि +संविदानस्स्वाहा +संविदाना +संविदानाः +संविदाने +संविदानेति +संविदानो +संविदानोत्तमं +संविदानौ +संविदार्य +संविदा॒नः +संविदा॒ना +संविदा॒ने +संविदि +संविदितं +संविदितः +संविदिति +संविदे +संविदेका +संविदेव +संविदो +संविद् +संविद्दृशि +संविद्धि +संविद्य +संविद्यते +संविद्यन्ते +संविद्यमाने +संविद्यमानेषु +संविद्रते +संविद्रूपं +संविद्रूपतया +संविद्वान् +संविद्व्यतिक्रमप्रकरणम् +संविधत्ते +संविधत्स्व +संविधा +संविधाता +संविधातुं +संविधान +संविधानं +संविधानकं +संविधानम् +संविधानरीत्या +संविधानसभायाः +संविधानस्य +संविधाने +संविधानेन +संविधाय +संविधायैव +संविधास्यति +संविधास्यामि +संविधास्ये +संविधिः +संविधीयताम् +संविधीयते +संविधेयं +संविध्य +संविन्दते +संविन्दन्ति +संविन्न +संविन्मयं +संविन्मयी +संविन्मये +संविन्मात्रं +संविन्मात्रसतत्त्वपरमेश्वरस्वभावतैव +संविभक्तं +संविभक्तः +संविभक्तमिव +संविभक्ता +संविभक्ताश्च +संविभक्तुं +संविभज्य +संविभाग +संविभागं +संविभागः +संविभागश्च +संविभागाय +संविभागी +संविभागे +संविभागेन +संविभागो +संविभाति +संविभाव्य +संविभिद्य +संविभेजे +संविराजते +संविलोक्यैव +संविविदे +संविवेश +संविशति +संविशन् +संविशन्तां +संविशन्ति +संविशन्तीति +संविशन्तु +संविशन्ते +संविशन्त्विति +संविशस्व +संविशामि +संविशेत् +संविशेत्तु +संविशेद् +संविश्य +संविष्टं +संविष्टः +संविष्टा +संविष्टो +संविहाय +संवीक्षणं +संवीक्ष्य +संवीज्य +संवीत +संवीतं +संवीतः +संवीतम् +संवीता +संवीतां +संवीताङ्गः +संवीतो +संवुत्तं +संवुत्ता +संवुत्तो +संवृ +संवृक् +संवृङ्क्ते +संवृणु +संवृणुते +संवृणोति +संवृणोतीति +संवृण्वन्ति +संवृत +संवृतं +संवृतः +संवृतता +संवृतत्वं +संवृतत्वेन +संवृतमन्त्रस्य +संवृतम् +संवृतस्तत्र +संवृतस्य +संवृता +संवृतां +संवृताः +संवृताकारो +संवृतात्मा +संवृतानि +संवृताम् +संवृतास्यः +संवृतास्यताम् +संवृति +संवृतिः +संवृतिज्ञानं +संवृतितः +संवृतिम् +संवृतिरेव +संवृतिश्च +संवृते +संवृतेति +संवृतेन +संवृतेषु +संवृतो +संवृतौ +संवृत्त +संवृत्तं +संवृत्तः +संवृत्तमिति +संवृत्तमित्यभिप्रायः +संवृत्तम् +संवृत्तस्तदा +संवृत्ता +संवृत्ताः +संवृत्तानि +संवृत्तिः +संवृत्ते +संवृत्तेति +संवृत्तो +संवृत्तोऽस्मि +संवृत्तोऽस्मीति +संवृत्तौ +संवृत्त्या +संवृत्य +संवृत्या +संवृत्यापि +संवृत्येति +संवृद्धं +संवृद्धः +संवृद्धा +संवृद्धाः +संवृद्धे +संवृद्धो +संवृश्च्योदके +संवे +संवें +संवेग +संवेगं +संवेगः +संवेगसंभ्रमौ +संवेगेन +संवेगो +संवेत्ति +संवेद +संवेदः +संवेदन +संवेदनं +संवेदनमयं +संवेदनमिति +संवेदनमेव +संवेदनम् +संवेदनस्य +संवेदना +संवेदनाः +संवेदनात् +संवेदनानां +संवेदनानि +संवेदने +संवेदयते +संवेदितस्तूर्णमेव +संवेदिता +संवेदी +संवेद्य +संवेद्यं +संवेद्यः +संवेद्यत +संवेद्यते +संवेद्यत्वं +संवेद्या +संवेद्ये +संवेद्येन +संवेद्यो +संवेश +संवेशः +संवेशन +संवेशनं +संवेशनम् +संवेशनस्तनुवै +संवेशनीयाः +संवेशने +संवेशनोद्गमनं +संवेशपतये +संवेशयति +संवेशयेत् +संवेशाय +संवेशायोपवेशाय +संवेशितां +संवेशीयम् +संवेश्य +संवेषिषो +संवेष्टने +संवेष्टय +संवेष्टयति +संवेष्टयित्वा +संवेष्टयेत् +संवेष्टितं +संवेष्टितः +संवेष्टितो +संवेष्ट्य +संवैधानिक +संव्यजायत +संव्यधात् +संव्ययन्त्वायुष्मानिदं +संव्ययस्व +संव्यव +संव्यवस्थितः +संव्यवस्थितम् +संव्यवस्थिता +संव्यवस्थिताः +संव्यवस्थितौ +संव्यवहारः +संव्यवहारश्च +संव्यवहाराय +संव्यवहारार्थं +संव्यवहारार्था +संव्यवहारे +संव्यवहारेण +संव्यवहारो +संव्यस्य +संव्यानं +संव्यानमुत्तरीयं +संव्यानम् +संव्याप्तं +संव्याप्तः +संव्याप्य +संव्रजेत् +संव्रियते +संव्वत्सर +संव्वत्सरं +संव्वत्सरः +संव्वत्सरस्य +संश +संशं +संशंसति +संशंसेत् +संशः +संशति +संशप्तकवधपर्वणि +संशप्तका +संशप्तकाः +संशप्तकानां +संशप्तकैः +संशब्दः +संशब्दने +संशब्दे +संशब्द्य +संशमनं +संशमनम् +संशमनी +संशमनो +संशय +संशयं +संशयः +संशयःकिं +संशयकारणं +संशयकारणमस्ति +संशयकारणम् +संशयचित्तस्य +संशयच्छेत्ता +संशयच्छेदनं +संशयच्छेदनाय +संशयच्छेदि +संशयजाताः +संशयज्ञानं +संशयत्वं +संशयपदं +संशयबीजं +संशयभ्रान्तिदर्शने +संशयमनारुह्य +संशयमापन्नं +संशयमापन्नः +संशयमापन्ना +संशयमाह +संशयमिति +संशयमेव +संशयम् +संशयरहितं +संशयवान् +संशयविपर्ययौ +संशयश्च +संशयसमः +संशयसाधारणं +संशयस्तत्र +संशयस्तु +संशयस्य +संशयस्यापि +संशयस्यार्थसिद्धं +संशयस्यास्य +संशयहेतुः +संशयहेतुत्वं +संशयहेतुत्वम् +संशयहेतुत्वे +संशयहेतुरिति +संशयहेतू +संशया +संशयाः +संशयाच्च +संशयात् +संशयात्मनः +संशयात्मनो +संशयात्मा +संशयाद् +संशयानः +संशयानस्य +संशयानां +संशयानो +संशयान् +संशयान्मां +संशयापन्नः +संशयापन्ना +संशयाभावात् +संशयाय +संशयालुः +संशयाविष्टोऽर्जुनो +संशयित +संशयितं +संशयितः +संशयिता +संशयितुं +संशयिते +संशयितेव +संशयी +संशये +संशयेति +संशयेन +संशयेषु +संशयेऽपि +संशयो +संशयोत्पत्तेः +संशयोऽत्र +संशयोऽथ +संशयोऽपि +संशयोऽयं +संशयोऽस्ति +संशय्य +संशय्यते +संशर +संशराय +संशस्ता +संशस्यंस्त +संशा +संशां +संशानानि +संशान्तं +संशान्तचित्तता +संशान्ते +संशान्तो +संशाम्य +संशाम्यति +संशाय +संशाययति +संशासनं +संशासनम् +संशास्ति +संशि +संशिक्ष्य +संशित +संशितं +संशितः +संशितम् +संशितव्रत +संशितव्रतः +संशितव्रतम् +संशितव्रता +संशितव्रताः +संशितव्रतान् +संशितव्रताम् +संशितव्रतौ +संशितात्मा +संशितो +संशिशाधि +संशिशाना +संशिश्वरीरिव +संशीतिः +संशुद्ध +संशुद्धं +संशुद्धः +संशुद्धकिल्बिषः +संशुद्धकिल्बिषो +संशुद्धा +संशुद्धिं +संशुद्धिः +संशुद्धे +संशुद्धो +संशुद्धौ +संशुष्कं +संशुष्का +संशुष्को +संशुष्कौ +संशृणु +संशृणुते +संशृणुमहे +संशृणुष्व +संशृणोति +संशृण्वतां +संशेते +संशेरते +संशो +संशोकजस्य +संशोद्य +संशोधक +संशोधकः +संशोधकरूपेण +संशोधकस्य +संशोधकाः +संशोधकानां +संशोधन +संशोधनं +संशोधनः +संशोधनकार्यं +संशोधनकार्यम् +संशोधनकार्यस्य +संशोधनकार्ये +संशोधनकेन्द्रे +संशोधनम् +संशोधनस्य +संशोधनानां +संशोधनानि +संशोधनाय +संशोधनार्थं +संशोधनार्थम् +संशोधने +संशोधनेन +संशोधनैः +संशोधयेत् +संशोधित +संशोधितं +संशोधितः +संशोधितम् +संशोधितवती +संशोधितवन्तः +संशोधितवान् +संशोधिता +संशोधिताः +संशोधितानि +संशोधिताशयानां +संशोधिते +संशोध्य +संशोध्यं +संशोध्यते +संशोध्यमानं +संशोध्यमानमृणं +संशोध्यो +संशोध्योभयतः +संशोभते +संशोभितं +संशोषयति +संशोष्य +संश् +संश्च +संश्चङोः +संश्चासौ +संश्यति +संश्रय +संश्रयं +संश्रयंति +संश्रयः +संश्रयणं +संश्रयति +संश्रयते +संश्रयद्रुमे +संश्रयन्ति +संश्रयन्ते +संश्रयम् +संश्रयश्चैव +संश्रया +संश्रयाः +संश्रयात् +संश्रयामि +संश्रयाय +संश्रयिष्यति +संश्रयिष्यन्ति +संश्रयिष्ये +संश्रये +संश्रयेत +संश्रयेत् +संश्रयो +संश्रवणे +संश्रवसे +संश्रवात् +संश्रवे +संश्रावयन् +संश्रावयामास +संश्राव्य +संश्रित +संश्रितं +संश्रितः +संश्रितम् +संश्रितवती +संश्रितस्य +संश्रिता +संश्रिताः +संश्रितानां +संश्रितानाम् +संश्रितानि +संश्रितान् +संश्रिते +संश्रितैः +संश्रितो +संश्रितौ +संश्रित्य +संश्रीणाति +संश्रुतं +संश्रुतः +संश्रुतम् +संश्रुता +संश्रुतो +संश्रुत्य +संश्रुत्वा +संश्रूयते +संश्लाघ्य +संश्लिष्ट +संश्लिष्टं +संश्लिष्टः +संश्लिष्टा +संश्लिष्टाः +संश्लिष्टे +संश्लिष्टो +संश्लिष्टौ +संश्लिष्य +संश्लिष्यति +संश्लिष्यते +संश्लिष्यमाणः +संश्लेष +संश्लेषं +संश्लेषः +संश्लेषणं +संश्लेषणे +संश्लेषमात्रं +संश्लेषयतः +संश्लेषयति +संश्लेषयेत् +संश्लेषे +संश्लेषेण +संश्लेषो +संस +संसं +संसः +संसओ +संसक्त +संसक्तं +संसक्तः +संसक्तनमेरुशाखं +संसक्ता +संसक्तां +संसक्ताः +संसक्तानां +संसक्तानि +संसक्तिनामिका +संसक्ते +संसक्तो +संसक्तौ +संसते +संसत् +संसत्सु +संसद +संसदं +संसदः +संसदम् +संसदा +संसदि +संसदीय +संसदीयमन्त्रालयः +संसदे +संसद् +संसद्भवनम् +संसद्भवनस्य +संसद्यग्ने +संसद्सदस्यः +संसद्सदस्यानां +संसद्‍ +संसमिद्युवसे +संसय +संसयः +संसर +संसरणं +संसरणम् +संसरणस्य +संसरणे +संसरतः +संसरतां +संसरति +संसरतीति +संसरतीत्यर्थः +संसरते +संसरतो +संसरन् +संसरन्ति +संसरन्तीति +संसरन्तीह +संसरन्तु +संसरामि +संसरिष्यति +संसरेत् +संसर्ग +संसर्गं +संसर्गः +संसर्गग्रह +संसर्गघटकतया +संसर्गजा +संसर्गजौ +संसर्गज्ञानं +संसर्गज्ञानस्य +संसर्गतया +संसर्गतो +संसर्गत्वे +संसर्गपरीक्षा +संसर्गप्रत्ययः +संसर्गप्रमा +संसर्गमर्यादया +संसर्गमाचरेत् +संसर्गमुपैति +संसर्गम् +संसर्गविधया +संसर्गश्च +संसर्गश्चापि +संसर्गसन्निपातेषु +संसर्गसिद्धिः +संसर्गस्य +संसर्गस्यैव +संसर्गा +संसर्गात् +संसर्गाद् +संसर्गानुपपत्तेः +संसर्गान् +संसर्गाभाव +संसर्गाभावः +संसर्गाभावत्वं +संसर्गाभावत्वेन +संसर्गाभावस्य +संसर्गाभावे +संसर्गाभावो +संसर्गि +संसर्गिणः +संसर्गिणा +संसर्गिणां +संसर्गिषु +संसर्गी +संसर्गे +संसर्गेण +संसर्गेति +संसर्गेऽपि +संसर्गेऽस्तिविवक्षायां +संसर्गो +संसर्गों +संसर्जनं +संसर्जने +संसर्जयति +संसर्प +संसर्पः +संसर्पन्त्या +संसर्पन्त्याः +संसर्पस्य +संसर्पो +संसर्पोऽसि +संसवे +संसवो +संसा +संसादयति +संसाद्य +संसाधन +संसाधनं +संसाधनात् +संसाधनानां +संसाधनानाम् +संसाधनानि +संसाधयति +संसाधयेत् +संसाधितं +संसाधितः +संसाधितम् +संसाधिता +संसाधिताशं +संसाधिताशेषजगद्धितोऽसौ +संसाधितो +संसाध्य +संसाध्यं +संसाध्यते +संसाध्यम् +संसाध्या +संसार +संसारं +संसारः +संसारकर्दमात् +संसारकर्मणि +संसारका +संसारकारणं +संसारकारणत्वं +संसारकारणम् +संसारकारणे +संसारकी +संसारकूपे +संसारके +संसारको +संसारगतिः +संसारगमनं +संसारगर्ते +संसारचक्र +संसारचक्रं +संसारचक्रम् +संसारचक्रस्य +संसारचक्रे +संसारचक्रेऽस्मिन् +संसारजं +संसारजलधिं +संसारतरणिनाम्नि +संसारतारकं +संसारतारकः +संसारतारकम् +संसारतारिणी +संसारदशायां +संसारदुःख +संसारदुःखं +संसारदुःखगहनाज्जगदीश +संसारदुःखनिर्मोक्षमनुमोदे +संसारदुःखानि +संसारदृष्टयः +संसारध्वान्तविनाशं +संसारनाशनम् +संसारनिबन्धनं +संसारनिवृत्तये +संसारनिवृत्तिः +संसारनिवृत्तिरिति +संसारनिवृत्तिरित्युक्तम् +संसारपादपः +संसारपारं +संसारपाशबद्धानां +संसारबन्धः +संसारबन्धनम् +संसारबन्धनात् +संसारबन्धात् +संसारबीजं +संसारबीजभूतौ +संसारभयं +संसारभयनाशनः +संसारभयनाशनम् +संसारभयभीरुणा +संसारभयात् +संसारभ्रमणं +संसारमञ्जूषा +संसारमण्डलं +संसारमण्डलम् +संसारमण्डलस्य +संसारमण्डले +संसारमध्ये +संसारमहीरुहस्य +संसारमार्गे +संसारमिति +संसारमिव +संसारमुक्तये +संसारमें +संसारमेव +संसारमोक्षणम् +संसारमोक्षयोः +संसारमोचनं +संसारमोचनम् +संसारम् +संसारयति +संसाररचना +संसाररूपी +संसारवर्त्मनि +संसारवारिधौ +संसारवासनाजाले +संसारविच्छित्तये +संसारविजयं +संसारविषवृक्षस्य +संसारवृक्षं +संसारवृक्षः +संसारवृक्षस्य +संसारवृक्षे +संसारवृक्षो +संसारवृत्तिषु +संसारव्यपदेशात् +संसारव्याधिभेषजम् +संसारश् +संसारश्च +संसारसंकटे +संसारसंज्ञकम् +संसारसंसृतिः +संसारसंस्थितिः +संसारसंस्थितिम् +संसारसमुद्रे +संसारसागरं +संसारसागरः +संसारसागरम् +संसारसागरात् +संसारसागरे +संसारसारं +संसारसिन्धोः +संसारसे +संसारस्तत्प्रयत्नेन +संसारस्तस्य +संसारस्य +संसारस्यानादित्वं +संसारस्यानादित्वात् +संसारस्यापि +संसारस्यास्य +संसारस्येति +संसारस्वरूपं +संसारहरो +संसारहेतवः +संसारहेतुः +संसारहेतुत्वं +संसारहेतुत्वकथनेन +संसारहेतुर्मोक्षो +संसारा +संसाराख्य +संसाराख्यं +संसाराख्ये +संसाराङ्कुरकारणम् +संसाराङ्गारेषु +संसाराच्च +संसाराडम्बरं +संसाराडम्बरमिदं +संसारात् +संसारात्मकं +संसारादिति +संसाराद् +संसाराध्वनि +संसारान् +संसारान्मुच्यत +संसारान्मुच्यते +संसारान्मुच्यन्त +संसाराब्धिं +संसाराब्धौ +संसाराय +संसारार्णव +संसारार्णवतारक +संसारार्णवतारकः +संसारार्णवतारकम् +संसारार्णवतारणम् +संसारार्णवतारिणी +संसारार्णवमग्नानां +संसारार्णवे +संसारावस्थायां +संसारासारतां +संसारि +संसारिण +संसारिणं +संसारिणः +संसारिणां +संसारिणामिव +संसारिणि +संसारिणी +संसारिणो +संसारिणोऽपि +संसारित्वं +संसारित्वमिति +संसारित्वम् +संसारित्वस्य +संसारित्वे +संसारित्वेन +संसारिभिः +संसारिषु +संसारिस्वरूपं +संसारी +संसारीति +संसारीव +संसारे +संसारेण +संसारेणेति +संसारेति +संसारेषु +संसारेऽत्र +संसारेऽनन्तं +संसारेऽपि +संसारेऽस्मिन् +संसारेऽस्मिन्महाघोरे +संसारो +संसारोत्तरणे +संसारोऽपि +संसारोऽयं +संसार्य +संसार्यात्मत्वे +संसार्येव +संसिक्तं +संसिक्ता +संसिक्ते +संसिच्य +संसितिर्नाम +संसिद्ध +संसिद्धं +संसिद्धः +संसिद्धम् +संसिद्धये +संसिद्धस्य +संसिद्धा +संसिद्धाः +संसिद्धानि +संसिद्धान् +संसिद्धि +संसिद्धिं +संसिद्धिः +संसिद्धिमास्थिता +संसिद्धिमास्थिताः +संसिद्धिम् +संसिद्धिरिति +संसिद्धिशब्दस्य +संसिद्धिश्च +संसिद्धे +संसिद्धेन +संसिद्धो +संसिद्धौ +संसिद्ध्यै +संसिध्यते +संसिध्येद्ब्राह्मणो +संसीदत्यनिमित्ततः +संसीदस्व +संसीदस्वेति +संसुप्तं +संसुप्तः +संसुप्ते +संसुप्तो +संसूचनम् +संसूचयति +संसूचयन्ति +संसूचितं +संसूच्य +संसूच्यते +संसृ +संसृज +संसृजत +संसृजतः +संसृजतात् +संसृजति +संसृजन्ति +संसृजामसि +संसृजामि +संसृजि +संसृजेत +संसृजेत् +संसृज्य +संसृज्यत +संसृज्यते +संसृज्यन्ते +संसृज्यमानं +संसृज्यमानः +संसृज्येत +संसृज्येरन् +संसृज्योपयुञ्जीत +संसृतं +संसृतः +संसृताः +संसृति +संसृतिं +संसृतिः +संसृतिप्रलयाव्युपरमात् +संसृतिम् +संसृतिर्न +संसृतेः +संसृतौ +संसृत्य +संसृत्यैवं +संसृपां +संसृष्ट +संसृष्टं +संसृष्टः +संसृष्टजित् +संसृष्टजित्सोमपा +संसृष्टतया +संसृष्टत्वं +संसृष्टमिति +संसृष्टम् +संसृष्टया +संसृष्टयोः +संसृष्टलक्षणं +संसृष्टस्य +संसृष्टा +संसृष्टां +संसृष्टाः +संसृष्टानां +संसृष्टानि +संसृष्टान् +संसृष्टि +संसृष्टिः +संसृष्टिनस्तु +संसृष्टिनो +संसृष्टिमुदाहरति +संसृष्टिरिति +संसृष्टिरेव +संसृष्टिश्च +संसृष्टिसंकरौ +संसृष्टिसङ्करौ +संसृष्टिस्त्रिधा +संसृष्टी +संसृष्टे +संसृष्टेति +संसृष्टेषु +संसृष्टैः +संसृष्टो +संसृष्टौ +संसृष्ट्यलङ्कारः +संसृष्ट्या +संसेवते +संसेवनं +संसेवन्ते +संसेवया +संसेवितं +संसेवितः +संसेविता +संसेवितुं +संसेविते +संसेवितो +संसेवेत +संसेव्य +संसेव्यं +संसेव्यः +संसेव्यते +संसेव्यमाना +संसेव्यमानो +संसेव्या +संसेव्यो +संसोढुं +संस् +संस्क +संस्कतं +संस्कर +संस्करः +संस्करण +संस्करणं +संस्करणम् +संस्करणस्य +संस्करणानाम् +संस्करणानि +संस्करणे +संस्करणेषु +संस्करणों +संस्करिष्यामि +संस्करोति +संस्करोतीत्यर्थः +संस्करोतु +संस्करोमि +संस्कर्तव्यं +संस्कर्तव्यम् +संस्कर्ता +संस्कर्तारं +संस्कर्तारम् +संस्कर्तुं +संस्कर्तुः +संस्कर्तुम् 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+संस्कारस् +संस्कारस्कन्धः +संस्कारस्तु +संस्कारस्तेन +संस्कारस्य +संस्कारस्यापि +संस्कारहीनः +संस्कारहीने +संस्कारा +संस्काराः +संस्काराइति +संस्काराच्च +संस्काराणां +संस्काराणाञ्च +संस्काराणामपि +संस्काराणाम् +संस्काराणि +संस्कारात् +संस्कारात्मना +संस्कारादि +संस्कारादिति +संस्कारादेव +संस्काराद् +संस्काराद्वा +संस्कारानन्तरं +संस्कारानभिसंस्करोति +संस्कारान् +संस्कारान्तरं +संस्कारान्तरप्रतिबन्धक +संस्कारान्तरापहस्तनेन +संस्कारान्यथात्वं +संस्काराभावात् +संस्काराभावे +संस्काराय +संस्कारार्थ +संस्कारार्थं +संस्कारार्थम् +संस्कारार्पकत्वं +संस्काराशयो +संस्काराश् +संस्काराश्च +संस्कारास् +संस्कारास्तज्जं +संस्कारे +संस्कारेण +संस्कारेणापि +संस्कारेणैव +संस्कारेति +संस्कारेभ्यः +संस्कारेषु +संस्कारैः +संस्कारैर् +संस्कारैर्द्विज +संस्कारैश् +संस्कारैश्च +संस्कारैश्चित्तं +संस्कारो +संस्कारों +संस्कारोत्तरकालं +संस्कारोपगं +संस्कारोऽन्यसंस्कारप्रतिबन्धी +संस्कारोऽपि +संस्कारोऽयं +संस्कारौ +संस्कार्य +संस्कार्यं +संस्कार्यः +संस्कार्यत्वं +संस्कार्यत्वात् +संस्कार्यमिति +संस्कार्यम् +संस्कार्यस्य +संस्कार्या +संस्कार्याः +संस्कार्यो +संस्कार्य्या +संस्कुरु +संस्कुरुत +संस्कुरुते +संस्कुरुतेऽथो +संस्कुर्यात् +संस्कुर्यादिति +संस्कुर्य्यात् +संस्कुर्वन्ति +संस्कुर्वन्तु +संस्कृ +संस्कृत +संस्कृतं +संस्कृतः +संस्कृतकथासंग्रहः +संस्कृतकथासङ्ग्रहः +संस्कृतकथासाहित्यम् +संस्कृतकवयः +संस्कृतकविः +संस्कृतकाव्यानि +संस्कृतकोशः +संस्कृतक्षेत्रे +संस्कृतगद्यकाव्यानि +संस्कृतगीतिकाव्यम् +संस्कृतग्रन्थप्रकाशनकार्याध्यक्षेण +संस्कृतग्रन्थमाला +संस्कृतग्रन्थमालायां +संस्कृतग्रन्थाः +संस्कृतग्रन्थानां +संस्कृतचलच्चित्राणि +संस्कृतच्छात्राणां +संस्कृतच्छात्रान् +संस्कृतजगति +संस्कृतजगत्सङ्गणकप्रशिक्षणसंस्थानम् +संस्कृतज्ञः +संस्कृतज्ञा +संस्कृतज्ञाः +संस्कृतज्ञानां +संस्कृतज्ञेषु +संस्कृतज्ञैः +संस्कृतत्वम् +संस्कृतत्वात् +संस्कृतनाटकानि +संस्कृतनाट्यकोशः +संस्कृतनाम +संस्कृतपद्यकाव्यानि +संस्कृतपरीक्षा +संस्कृतपरीक्षानाम +संस्कृतप्राध्यापकानां +संस्कृतप्रायो +संस्कृतभारती +संस्कृतभारत्या +संस्कृतभारत्यां +संस्कृतभारत्याः +संस्कृतभाषया +संस्कृतभाषा +संस्कृतभाषां +संस्कृतभाषाभ्याम् +संस्कृतभाषाया +संस्कृतभाषायां +संस्कृतभाषायाः +संस्कृतभाषायामेव +संस्कृतभाषायाम् +संस्कृतमपि +संस्कृतमसंस्कृतं +संस्कृतमहापाठशालापत्रिका +संस्कृतमहाविद्यालयस्य +संस्कृतमातृकाग्रन्थानां +संस्कृतमाध्यमेन +संस्कृतमाश्रित्य +संस्कृतमासपत्रिकायां +संस्कृतमिति +संस्कृतमित्यर्थः +संस्कृतमेव +संस्कृतम् +संस्कृतम्‌ +संस्कृतयः +संस्कृतया +संस्कृतयोः +संस्कृतयोजकाः +संस्कृतलक्षणत्व +संस्कृतलक्षणानि +संस्कृतलिप्यन्तरणवर्णमाला +संस्कृतलेखकसम्बद्धाः +संस्कृतलेखकाः +संस्कृतलेखाः +संस्कृतवन्तः +संस्कृतवर्णमाला +संस्कृतवाक्यार्थः +संस्कृतवाङ्मयम् +संस्कृतवाङ्मयस्य +संस्कृतवाङ्मये +संस्कृतवाणी +संस्कृतवार्ता +संस्कृतविकि +संस्कृतविकिपक्षतः +संस्कृतविकिपीडिया +संस्कृतविकिपीडियायां +संस्कृतविकिपीडियायाः +संस्कृतविकिलेखाभियानम् +संस्कृतविकिसम्पादकानां +संस्कृतविकिस्रोतसि +संस्कृतविद्यापीठानि +संस्कृतविद्वांसः +संस्कृतविद्वान् +संस्कृतविभागः +संस्कृतविश्वकोशेषु +संस्कृतविश्वविद्यालयः +संस्कृतविश्वविद्यालयाः +संस्कृतविषये +संस्कृतव्याकरणं +संस्कृतव्याकरणम् +संस्कृतव्याकरणस्य +संस्कृतव्याकरणानुसारं +संस्कृतव्याकरणे +संस्कृतशब्दाः +संस्कृतशब्दानां +संस्कृतशिक्षक +संस्कृतशिक्षका +संस्कृतशिक्षणम् +संस्कृतशिक्षणे +संस्कृतशिक्षा +संस्कृतश्च +संस्कृतसंवर्धनप्रतिष्ठानं +संस्कृतसंवर्धनप्रतिष्ठानम् +संस्कृतसंवर्धनप्रतिष्ठानस्य +संस्कृतसंस्थाः +संस्कृतसम्बद्धभाषानुबन्धः +संस्कृतसम्बद्धाः +संस्कृतसाहित्य +संस्कृतसाहित्यं +संस्कृतसाहित्यम् +संस्कृतसाहित्यम्‌ +संस्कृतसाहित्यशास्त्रम् +संस्कृतसाहित्यस्य +संस्कृतसाहित्ये +संस्कृतसेवा +संस्कृतस्य +संस्कृतस्याप्रसिद्धौ +संस्कृता +संस्कृतां +संस्कृताः +संस्कृताग्नौ +संस्कृताज्येन +संस्कृतात् +संस्कृतात्मा +संस्कृताद् +संस्कृताध्ययनं +संस्कृताध्ययनस्य +संस्कृताध्ययने +संस्कृतानां +संस्कृतानि +संस्कृतानुवादः +संस्कृतान् +संस्कृताम् +संस्कृताय +संस्कृतायां +संस्कृतार्यभाषाभ्यां +संस्कृतार्य्यभाषाभ्यां +संस्कृताश्च +संस्कृतास्ते +संस्कृति +संस्कृतिं +संस्कृतिः +संस्कृतिम् +संस्कृतिश्च +संस्कृतिषु +संस्कृतिसम्बद्धाः +संस्कृतिस्तथा +संस्कृती +संस्कृतीनां +संस्कृते +संस्कृतेः +संस्कृतेन +संस्कृतेनैव +संस्कृतेषु +संस्कृतेष्व् +संस्कृतेऽपि +संस्कृतैः +संस्कृतो +संस्कृतोत्सवः +संस्कृतोपपति +संस्कृतोपपत्ति +संस्कृतोपपत्तिस्थ +संस्कृतोऽपि +संस्कृतौ +संस्कृत्य +संस्कृत्या +संस्कृत्याः +संस्कृत्योः +संस्कृषीष्ट +संस्क्रतशब्दचन्द्रिका +संस्क्रियत +संस्क्रियते +संस्क्रियन्ते +संस्क्रियमाणः +संस्क्रियमाणे +संस्क्रिया +संस्क्रुत +संस्छृतं +संस्तंभं +संस्तः +संस्तथा +संस्तभ्य +संस्तभ्यात्मानमात्मना +संस्तम्भ +संस्तम्भयतेन्द्रियाणाम् +संस्तम्भयामास +संस्तम्भयामि +संस्तम्भ्य +संस्तर +संस्तरः +संस्तरे +संस्तरेषु +संस्तरो +संस्तव +संस्तवं +संस्तवः +संस्तवात् +संस्तवे +संस्तवैः +संस्तवो +संस्तावः +संस्तावो +संस्ति +संस्तीर्य +संस्तुत +संस्तुतं +संस्तुतः +संस्तुतम् +संस्तुतस्य +संस्तुता +संस्तुताः +संस्तुतानां +संस्तुतिं +संस्तुतिः +संस्तुते +संस्तुतो +संस्तुतौ +संस्तुत्य +संस्तुप् +संस्तुवन् +संस्तुवन्ति +संस्तुवन्तो +संस्तूय +संस्तूयते +संस्तूयमानं +संस्तूयमानः +संस्तूयमानश्च +संस्तूयमानस्तु +संस्तूयमानस्य +संस्तूयमाना +संस्तूयमानो +संस्तृणाति +संस्तोभः +संस्तौति +संस्तौषि +संस्त् +संस्त्यानं +संस्त्यानदोषे +संस्त्यानप्रसवौ +संस्त्यानस्य +संस्त्याने +संस्त्वं +संस्थ +संस्थं +संस्थः +संस्थम् +संस्थया +संस्थयोः +संस्थस्य +संस्था +संस्थां +संस्थाः +संस्थागारे +संस्थातः +संस्थातुं +संस्थात्वं +संस्थाद्वारा +संस्थान +संस्थानं +संस्थानः +संस्थानतो +संस्थानतोऽपि +संस्थानमानप्रतिपादनार्थम् +संस्थानमिति +संस्थानमेव +संस्थानम् +संस्थानविशेषः +संस्थानविशेषो +संस्थानस्य +संस्थाना +संस्थानां +संस्थानानि +संस्थानाम् +संस्थानि +संस्थाने +संस्थानेति +संस्थानेन +संस्थानेषु +संस्थान् +संस्थापक +संस्थापकः +संस्थापकस्य +संस्थापन +संस्थापनं +संस्थापनम् +संस्थापना +संस्थापनाय +संस्थापने +संस्थापय +संस्थापयति +संस्थापयन्ति +संस्थापयाम +संस्थापयामास +संस्थापयामि +संस्थापयितुं +संस्थापयिष्यति +संस्थापयिष्यामि +संस्थापये +संस्थापयेत् +संस्थापयेत्तथा +संस्थापयेद् +संस्थापयेद्बुधः +संस्थापयेयुः +संस्थापर्यन्तकाष्ठा +संस्थापित +संस्थापितं +संस्थापितः +संस्थापितम् +संस्थापितवान् +संस्थापिता +संस्थापिताः +संस्थापितानि +संस्थापिते +संस्थापितो +संस्थाप्य +संस्थाप्यं +संस्थाप्यः +संस्थाप्यते +संस्थाप्यम् +संस्थाप्या +संस्थाप्याः +संस्थाप्याभ्यर्च्य +संस्थाप्यो +संस्थाभिः +संस्थाभ्यः +संस्थाम् +संस्थाय +संस्थाया +संस्थायां +संस्थायाः +संस्थायाम् +संस्थायै +संस्थाश्च +संस्थासु +संस्थास्यते +संस्थास्ये +संस्थि +संस्थित +संस्थितं +संस्थितः +संस्थितम् +संस्थितस्तत्र +संस्थितस्य +संस्थितस्यापि +संस्थितहोमाः +संस्थितहोमान् +संस्थिता +संस्थितां +संस्थिताः +संस्थितानां +संस्थितानि +संस्थितान् +संस्थिताम् +संस्थिताय +संस्थितायां +संस्थितायाम् +संस्थितास्तत्र +संस्थितास्ते +संस्थितास्वेषैवावृदध्वर्यविति +संस्थिति +संस्थितिं +संस्थितिः +संस्थितिम् +संस्थितिर्यत्र +संस्थिते +संस्थितेः +संस्थितेति +संस्थितेषु +संस्थितेष्वाश्विनाय +संस्थितेऽहनि +संस्थितैः +संस्थितो +संस्थितोऽपि +संस्थितोऽभवत् +संस्थितोऽस्मि +संस्थितौ +संस्थुलपदां +संस्थे +संस्थेति +संस्थो +संस्थौ +संस्नात्वा +संस्नापयेत् +संस्नाप्य +संस्नाय +संस्नेह्य +संस्प +संस्पर्श +संस्पर्शं +संस्पर्शः +संस्पर्शजा +संस्पर्शजाः +संस्पर्शनं +संस्पर्शनादेव +संस्पर्शने +संस्पर्शनेन्द्रिये +संस्पर्शमात्रतः +संस्पर्शमात्रेण +संस्पर्शयति +संस्पर्शा +संस्पर्शाच्छ्वयथुः +संस्पर्शात् +संस्पर्शात्कर्तुः +संस्पर्शाद् +संस्पर्शे +संस्पर्शेन +संस्पर्शो +संस्पर्श्य +संस्पृश +संस्पृशतः +संस्पृशति +संस्पृशते +संस्पृशन् +संस्पृशन्ति +संस्पृशन्तौ +संस्पृशेत् +संस्पृशेदिति +संस्पृशेद् +संस्पृशेद्यदि +संस्पृशेद्वा +संस्पृश्य +संस्पृश्यत +संस्पृश्यते +संस्पृष्ट +संस्पृष्टं +संस्पृष्टः +संस्पृष्टमन्नं +संस्पृष्टमुत्कण्ठया +संस्पृष्टम् +संस्पृष्टवानसि +संस्पृष्टा +संस्पृष्टे +संस्पृष्टो +संस्पृष्टौ +संस्पृष्ट्वा +संस्प्रष्टुं +संस्फान +संस्फुटं +संस्फुटम् +संस्फुरतात् +संस्मयमाना +संस्मर +संस्मरणं +संस्मरणम् +संस्मरणादेव +संस्मरणानि +संस्मरणाय +संस्मरति +संस्मरन् +संस्मरन्ति +संस्मरन्ती +संस्मरन्मनसा +संस्मरसि +संस्मरामि +संस्मराम्यहम् +संस्मरिष्यति +संस्मरिष्यन्ति +संस्मरिष्यसि +संस्मरे +संस्मरेच्च +संस्मरेत् +संस्मरेत्तु +संस्मरेथ् +संस्मरेद् +संस्मरेद्यस्तु +संस्मरेयुः +संस्मर्यते +संस्मारितो +संस्मृतं +संस्मृतः +संस्मृतम् +संस्मृता +संस्मृताः +संस्मृतिः +संस्मृते +संस्मृतो +संस्मृत्य +संस्रवं +संस्रवः +संस्रवन्ति +संस्रवन्तु +संस्रवभागाः +संस्रवमवनयति +संस्रवाः +संस्रवान् +संस्रवे +संस्रवेत् +संस्रवेद्यः +संस्रष्टा +संस्रावं +संस्रावः +संस्रावणा +संस्रावम् +संस्रावहोमः +संस्रावेणाभिजुहोति +संस्रावैर्धनं +संस्राव्य +संस्राव्येण +संस्रुत्य +संस्वरते +संस्वेदजं +संस्वेदनं +संस्वेदयुः +संस्वेदयेद् +संस्वेदी +संस्वेद्य +संस्स्कर्ता +संस्‍कृतजगतः +संस्‍कृतजगत् +संस्‍कृतम् +संह +संहत +संहतं +संहतः +संहतत्वात् +संहतत्वानुपपत्तेः +संहतबलं +संहतम् +संहतयोः +संहतस्य +संहता +संहतां +संहताः +संहतानां +संहतानाञ्च +संहतानि +संहतान् +संहतापनः +संहताभ्यां +संहतावपि +संहताश्च +संहताश्वो +संहति +संहतिं +संहतिः +संहतिम् +संहती +संहते +संहतेन +संहतेश्च +संहतैः +संहतो +संहतौ +संहत्य +संहत्यकारित्वात् +संहत्यकारी +संहत्या +संहत्याः +संहत्यापि +संहत्यार्थमभिदधति +संहत्येति +संहननं +संहननम् +संहनने +संहन्ति +संहन्यते +संहन्यन्ते +संहर +संहरणं +संहरणस्य +संहरणात् +संहरणे +संहरत +संहरति +संहरतीति +संहरते +संहरत्यपि +संहरत्येव +संहरत्येष +संहरन् +संहरन्तं +संहरन्ति +संहरन्ती +संहरन्निव +संहरसि +संहरस्व +संहरामि +संहरिष्यति +संहरिष्यामि +संहरिष्ये +संहरे +संहरेच्च +संहरेत +संहरेति +संहरेत् +संहरेद् +संहर्तव्या +संहर्ता +संहर्तारं +संहर्तु +संहर्तुं +संहर्तुः +संहर्तुम् +संहर्त्ता +संहर्त्तुं +संहर्त्री +संहर्त्रे +संहर्षः +संहर्षयति +संहर्षे +संहा +संहाय +संहार +संहारं +संहारः +संहारकं +संहारकः +संहारकर्ता +संहारकारकः +संहारकारिणां +संहारकारिणी +संहारकाले +संहारको +संहारक्रमयोगेन +संहारक्रमेण +संहारभाजः +संहारमार्गेण +संहारमुद्रया +संहारमुद्रा +संहारम् +संहारय +संहारश्च +संहारस्य +संहारा +संहाराः +संहारात् +संहारान् +संहाराय +संहारार्थं +संहारास्त्रं +संहारिणी +संहारिण्या +संहारी +संहारे +संहारेण +संहारो +संहार्य +संहार्यः +संहि +संहित +संहितं +संहितः +संहितप्रयाणे +संहितम् +संहितया +संहितवान् +संहितशफलक्षणवामादेश्च +संहितस्य +संहिता +संहितां +संहिताः +संहिताओं +संहिताकथाश्रवणेन +संहिताजप +संहितादुत्तरं +संहिताध्ययने +संहितानां +संहितानि +संहितान् +संहितापाठ +संहिताप्रदीपे +संहितामनु +संहिताम् +संहिताया +संहितायां +संहितायाः +संहितायाम +संहितायामभ्यासस्य +संहितायामष्टमस्कन्धे +संहितायामिति +संहितायामुत्तरखंडे +संहितायामुपरिविभागे +संहितायामेकादशस्कन्धे +संहितायाम् +संहितायै +संहिताविधिः +संहिताविधौ +संहिताविषये +संहितावेदपुराणबाह्यम् +संहिताश्च +संहितासारे +संहितासि +संहितासु +संहितास्कन्धः +संहिता़ +संहिते +संहितेति +संहितेयं +संहितैः +संहितैकपदे +संहितो +संहितोपनिषद् +संहितोरूः +संहितौ +संहृत +संहृतं +संहृतः +संहृतक्रमा +संहृतम् +संहृतवान् +संहृता +संहृताः +संहृतानि +संहृति +संहृतिं +संहृतिः +संहृतिश्च +संहृते +संहृतौ +संहृत्य +संहृत्यात्मनि +संहृत्यैव +संहृष्ट +संहृष्टः +संहृष्टमानसः +संहृष्टमानसा +संहृष्टमानसाः +संहृष्टरोमा +संहृष्टा +संहृष्टाः +संहृष्टो +संहृष्टौ +संहोत्रं +संह्रादं +संह्रादः +संह्रादश्च +संह्रादस्य +संह्रादो +संह्रियते +संह्रियन्ते +संह्वयते +सं॑वत्स॒रस्य॒ +सं॑वथ्स॒र +सं॑वथ्स॒रः +सं॑वथ्स॒रस्य॒ +सं॑वथ्स॒रो +सं॒क्रन्द॑नेनानिमि॒षेण॑ +सं॒गत्य॑ +सं॒गम॑नो॒ +सं॒जितं॒ +सं॒दृशि॑ +सं॒दृशि॒ +सं॒मिता॑ +सं॒यतं॑ +सं॒यत॑ः +सं॒यन्ति॒ +सं॒वतोऽव॑राँ +सं॒वर्गं॒ +सं॒व॒त्स॒रे +सं॒शिश्व॑रीरिव +सं॒स्थे +सं꣡ +सं꣢ +सः +सः॑ +सः꣢ +सऄ +सअं +सअणं +सअलं +सअलाए +सआदत +सआसं +सआसादो +सइ +सइति +सई +सउ +सउत्तला +सउत्तले +सउन्तला +सउन्तलाए +सउन्तले +सउन्दला +सउन्दलाए +सउन्दले +सऊदी +सएव +सएष +सक +सकं +सकः +सकइ +सकक्षं +सकञ्च +सकटं +सकटाक्षं +सकटाक्षां +सकटुकं +सकटुत्रयं +सकणं +सकणाचूर्णः +सकण्टकं +सकण्टकः +सकण्टकान् +सकण्टके +सकण्टकैः +सकण्ठभङ्गः +सकण्डू +सकण्डूः +सकण्डूकं +सकण्डूको +सकण्डूनि +सकता +सकती +सकते +सकथं +सकदेव +सकने +सकन्धरं +सकपटं +सकफं +सकफा +सकफे +सकफो +सकमण्डलुः +सकमण्डलुम् +सकमला +सकम् +सकम्पं +सकम्पः +सकम्पया +सकम्पा +सकम्पो +सकम्बलं +सकर +सकरः +सकरकं +सकरुणं +सकरुणः +सकरुणम् +सकरुणा +सकर्ण +सकर्णकम् +सकर्णप्रावृता +सकर्णा +सकर्णिकं +सकर्णिकम् +सकर्तृकं +सकर्तृकत्वं +सकर्तृकमिति +सकर्तृकम् +सकर्त्तृकं +सकर्दमं +सकर्पूरं +सकर्फ +सकर्म +सकर्मक +सकर्मकः +सकर्मकतया +सकर्मकता +सकर्मकत्वं +सकर्मकत्वमिति +सकर्मकत्वम् +सकर्मकत्वात् +सकर्मकत्वे +सकर्मकत्वेऽपि +सकर्मकयोः +सकर्मकस्य +सकर्मका +सकर्मकाः +सकर्मकाणां +सकर्मकात् +सकर्मके +सकर्मकेभ्यः +सकर्मकेभ्यो +सकर्मकेषु +सकर्मको +सकर्मकोऽकर्मकश्च +सकर्मकोऽपि +सकर्म्मकः +सकल +सकलं +सकलः +सकलकर्तृभावभारमारोपयन्ति +सकलकर्मसंन्यासिनः +सकलकर्मसु +सकलकलं +सकलकामदुधास्ततः +सकलग्रहे +सकलङ्क +सकलङ्कमिन्दुं +सकलचिकित्सकलोकप्रतिपत्तिविवृद्धये +सकलजन +सकलजन्तुष्वपि +सकलञ्च +सकलतत्त्वातीते +सकलतनुसुवेशा +सकलत्रं +सकलत्राता +सकलत्रो +सकलनिष्कलं +सकलनिष्कलम् +सकलपदार्थानां +सकलपाठ +सकलफलप्रदायै +सकलफलप्रदो +सकलफलसंधाने +सकलभयनिवृत्तिं +सकलभुवने +सकलमपि +सकलमबलामण्डनं +सकलमयतया +सकलमस्य +सकलमानवनेत्रपात्रम् +सकलमिति +सकलमिदं +सकलमिदमहं +सकलमेव +सकलम् +सकलया +सकलरिपुजयाशा +सकललोक +सकललोकनमस्कृतं +सकललोकव्यापकतया +सकललोकस्य +सकलवचनानामविषयः +सकलवासो +सकलविघ्नादिक्लेशेभ्यः +सकलविबुधलोकः +सकलविशेषानुग्राहित्वेऽपि +सकलव्यापारिकवस्तूनां +सकलशं +सकलशब्देन +सकलशरीरगता +सकलश्चेति +सकलसंस्कारविध्वंसनलक्षणाम् +सकलस्य +सकलस्यापि +सकलस्यास्य +सकलस्यैव +सकलहं +सकलह्रीं +सकला +सकलां +सकलांस्ततः +सकलाः +सकलाङ्गपरिपूर्णत्वमायाति +सकलातपवारणानि +सकलात् +सकलानपि +सकलाना +सकलानां +सकलानामपि +सकलानि +सकलानुग्राही +सकलान् +सकलान्यपि +सकलान्येव +सकलापत्स्थानं +सकलापदाम् +सकलापि +सकलामपि +सकलामयं +सकलामयावलिम् +सकलाम् +सकलाया +सकलाश्च +सकलाश्चेष्टा +सकलासु +सकलास्तत्र +सकलिका +सकली +सकलीकरणं +सकलीकृतविग्रहः +सकलीकृत्य +सकले +सकलेतरविसजातीयं +सकलेति +सकलेत्यादि +सकलेन +सकलेप्सितानां +सकलेशपुरविधानसभाक्षेत्रम् +सकलेश्वर +सकलेश्वरं +सकलेश्वरः +सकलेषु +सकलेष्टदा +सकलेऽपि +सकलै +सकलैः +सकलैरपि +सकलैव +सकलैश्च +सकलो +सकलोऽपि +सकलौषधीः +सकल्प +सकल्पं +सकल्पां +सकल्पाः +सकल्मषाः +सकळ +सकळं +सकवचं +सकषायं +सकषाया +सका +सकांस्यपात्रा +सकाः +सकाकणम् +सकाकोलं +सकाञ्चनं +सकाञ्चनम् +सकाञ्चना +सकाञ्चनैः +सकाञ्जिकं +सकाञ्जिकः +सकादम्बा +सकानना +सकाननाम् +सकाम +सकामं +सकामः +सकामकर्म +सकामतया +सकामत्वे +सकामभावेन +सकामम् +सकामलं +सकामलम् +सकामश्च +सकामस्य +सकामा +सकामां +सकामाः +सकामानां +सकामान् +सकामायां +सकामायाः +सकामाश्च +सकामास्ते +सकामे +सकामेन +सकामेष्वनृतावपि +सकामो +सकायः +सकार +सकारं +सकारः +सकारकं +सकारग्रहणं +सकारण +सकारणं +सकारणत्वं +सकारणमभिधानं +सकारणमभिधानम् +सकारणमेव +सकारणम् +सकारणस्य +सकारणानि +सकारतवर्गयोः +सकारद्वयस्यापि +सकारम् +सकारलोपः +सकारलोपश्च +सकारलोपश्छान्दसः +सकारलोपे +सकारलोपो +सकारश्च +सकारस्तस्य +सकारस्य +सकारा +सकाराः +सकारात् +सकारात्मक +सकारात्मकं +सकारात्मकः +सकारादि +सकारादेरार्धधातुकस्य +सकारादेश +सकारादेशः +सकारादेशो +सकारादौ +सकारान्त +सकारान्तं +सकारान्तः +सकारान्तप्रकरणम् +सकारान्तस्य +सकारान्ता +सकारान्तो +सकारे +सकारेण +सकारो +सकारोपजनश्छान्दसः +सकार्मुकः +सकार्या +सकालः +सकाले +सकाश +सकाशं +सकाशमुपसंक्रम्य +सकाशमुपसंक्रान्तः +सकाशमुपसंक्रान्ताः +सकाशम् +सकाशसे +सकाशा +सकाशाच्च +सकाशात +सकाशात् +सकाशात्स +सकाशादग्रजन्मनः +सकाशादन्यो +सकाशादपि +सकाशादिति +सकाशादित्यर्थः +सकाशादिन्द्रियाणि +सकाशादुत्पन्ना +सकाशादेव +सकाशाद् +सकाशाद्गर्भोऽवक्रामति +सकाशाद्धर्मं +सकाशाद्वा +सकाशाद्वै +सकाशान् +सकाशान्न +सकाशान्मधुरमधुरं +सकाशान्मां +सकाशे +सकि +सकिंनरमहोरगाः +सकिन्नरमहोरगाः +सकिन्नराः +सकिरीटं +सकी +सकीर्णम् +सकु +सकुङ्कुमैः +सकुचित +सकुटुंबो +सकुटुम्बं +सकुटुम्बः +सकुटुम्बकः +सकुटुम्बश्च +सकुटुम्बस्य +सकुटुम्बा +सकुटुम्बाः +सकुटुम्बाय +सकुटुम्बेन +सकुटुम्बो +सकुण्डलं +सकुण्डलम् +सकुण्डलानि +सकुण्डलैः +सकुतुकं +सकुतूहलम् +सकुम्भं +सकुल +सकुलं +सकुलः +सकुलत्थं +सकुलत्थकाः +सकुला +सकुल्यः +सकुल्या +सकुल्याः +सकुल्यानां +सकुल्यास्तु +सकुल्यो +सकुशं +सकुशलं +सकुष्ठं +सकुष्ठान् +सकूर्चं +सकूर्चान् +सकूर्चे +सकृ +सकृकाटिके +सकृच् +सकृच्च +सकृच्चापि +सकृच्छूनं +सकृच्छ्रः +सकृच्छ्रुतं +सकृच्छ्रुतस्य +सकृच्छ्रुतौ +सकृच्छ्वेतौ +सकृज्जल्पंति +सकृज्जल्पन्ति +सकृज्जुहोति +सकृज्ज्ञानतः +सकृत +सकृत् +सकृत्कन्या +सकृत्कन्याः +सकृत्करणे +सकृत्कृते +सकृत्कृत्वा +सकृत्तु +सकृत्ते +सकृत्पन्नं +सकृत्पात्राणि +सकृत्पाने +सकृत्पूज्य +सकृत्प्रकारेण +सकृत्प्रत्ययः +सकृत्प्रदीयते +सकृत्प्रयोगे +सकृत्प्रवृत्तमेव +सकृत्प्रवृत्ते +सकृत्प्रसूता +सकृत्प्राश्य +सकृत्फलीकरोति +सकृत्सकृत् +सकृत्सकृदिति +सकृत्सकृदेव +सकृत्सकृद् +सकृत्सकृद्धुत्वा +सकृत्सकृद्भक्षयति +सकृत्सादयत्येकं +सकृत्स्नात्वा +सकृत्स्पृष्टाभिरन्ततः +सकृत्स्वम् +सकृद +सकृदंशो +सकृदग्निं +सकृदज्ञाने +सकृदनुष्ठितेन +सकृदपि +सकृदभिघारयति +सकृदभिषुतस्य +सकृदवदाय +सकृदस्य +सकृदह्न +सकृदा +सकृदाख्यातनिर्ग्राह्या +सकृदागामी +सकृदाच्छिन्नं +सकृदाच्छिन्ने +सकृदाच्छिन्नेन +सकृदारब्ध +सकृदाह +सकृदाहिता +सकृदाहृता +सकृदिति +सकृदिव +सकृदु +सकृदुक्तं +सकृदुक्तमेव +सकृदुच्चरित +सकृदुच्चरितं +सकृदुच्चरितस्य +सकृदुच्चरिते +सकृदुच्चारः +सकृदुच्चारितं +सकृदेकवारं +सकृदेकवारमेव +सकृदेव +सकृदेवेति +सकृद् +सकृद्गतौ +सकृद्गमने +सकृद्गृहीतमाज्यं +सकृद्गृहीतान् +सकृद्गृहीतेन +सकृद्गृहीत्वा +सकृद्दत्त्वा +सकृद्दिवा +सकृद्दृष्ट्वा +सकृद्ध +सकृद्धुत्वा +सकृद्धौतां +सकृद्भक्त्या +सकृद्भवानेककोट्यघौघं +सकृद्भुङ्क्ते +सकृद्यजुषा +सकृद्युक्ता +सकृद्वा +सकृद्वापि +सकृद्विधिना +सकृद्विभातं +सकृद्विभातः +सकृद्विभातो +सकृन् +सकृन्नरः +सकृन्नराः +सकृन्निर्देशे +सकृन्निशि +सकृन्मन्त्रः +सकृन्मन्त्रमुक्त्वा +सकृन्मन्त्रेण +सकृपं +सकृष्णः +सकृष्णा +सकृष्णाः +सकृष्णानि +सके +सकें +सकेंगे +सकेगा +सकेगी +सकेत +सकेतः +सकेरलाः +सकेशं +सकेशरम् +सकेशवः +सकेशा +सकेसरं +सकेसरम् +सकेसराणि +सको +सकोगे +सकोच +सकोप +सकोपं +सकोपः +सकोपम् +सकोपस्य +सकोपा +सकौतुकं +सकौतुकः +सकौतुकम् +सकौतुका +सकौतुकाः +सकौस्तुभं +सकौस्तुभः +सक् +सक्कं +सक्कुणोमि +सक्च +सक्त +सक्तं +सक्तः +सक्तभावा +सक्तमना +सक्तमहेतुकम् +सक्तमहैतुकम् +सक्तमिव +सक्तम् +सक्तया +सक्तव +सक्तवः +सक्तवश्च +सक्तवो +सक्तव्या +सक्तस्तु +सक्तस्य +सक्ता +सक्तां +सक्ताः +सक्तानां +सक्तान् +सक्ति +सक्तिं +सक्तिः +सक्तिम् +सक्तिरिति +सक्ती +सक्तु +सक्तुं +सक्तुः +सक्तुकं +सक्तुधानी +सक्तुधान्यां +सक्तुना +सक्तुपात्राणि +सक्तुप्रस्थेन +सक्तुभिः +सक्तुभिरोदनेनेति +सक्तुभिर् +सक्तुमिव +सक्तुषु +सक्तुहोमे +सक्तूंश्च +सक्तूञ्जुहोति +सक्तूदकं +सक्तूनद्यान्न +सक्तूनां +सक्तूनाम् +सक्तून् +सक्तून्पातास्मः +सक्तून्पिब +सक्तून्प्रदाव्ये +सक्ते +सक्तेन +सक्तो +सक्तौ +सक्त्या +सक्थं +सक्थनि +सक्थि +सक्थिदेशे +सक्थिनि +सक्थिनी +सक्थिभ्यां +सक्थिमूले +सक्थि॑ +सक्थीनि +सक्थ्नः +सक्थ्ना +सक्थ्नि +सक्थ्नोः +सक्थ्नोर्द्वयोर्वधात् +सक्थ्नोश्च +सक्थ्यक्ष्णोः +सक्थ्यस्थिनी +सक्थ्या +सक्थ्युद्यमीयसी +सक्थ्योः +सक्थ्योर् +सक्थ्यौ +सक्थ्य् +सक्ने +सक्पालः +सक्मन् +सक्र +सक्रतू +सक्रमं +सक्रमत्वं +सक्रमा +सक्रिय +सक्रियं +सक्रियः +सक्रियता +सक्रियतायाः +सक्रियत्वं +सक्रियमनेकमाश्रितं +सक्रियम् +सक्रियरूपेण +सक्रियवर्षाणि +सक्रियस्य +सक्रिया +सक्रियां +सक्रियाः +सक्रिये +सक्रियो +सक्रूरे +सक्रो +सक्रोध +सक्रोधं +सक्रोधः +सक्रोधम् +सक्रोधा +सक्रोधेन +सक्रोधो +सक्लेशं +सक्ष +सक्षणं +सक्षणः +सक्षणि +सक्षणिं +सक्षणिः +सक्षणिम् +सक्षतं +सक्षतः +सक्षता +सक्षताः +सक्षति +सक्षत् +सक्षम +सक्षमं +सक्षमः +सक्षमाः +सक्षम् +सक्षा +सक्षारं +सक्षारः +सक्षारलवणं +सक्षारा +सक्षारैः +सक्षारो +सक्षिप्त +सक्षीमहि +सक्षीरं +सक्षीरः +सक्षीरा +सक्षीरैः +सक्षीरौ +सक्षुधं +सक्षेदं +सक्षेपः +सक्षेपेण +सक्षौद्र +सक्षौद्रं +सक्षौद्रः +सक्षौद्रा +सक्षौद्रां +सक्षौद्रे +सक्षौद्रेण +सक्षौद्रै +सक्षौद्रैः +सक्षौद्रो +सख +सखं +सखः +सखजे +सखण्डं +सखण्डस्य +सखदिरं +सखम् +सखर +सखा +सखापि +सखाय +सखायं +सखायः +सखायआ +सखायआनि +सखायमिव +सखायम् +सखायस् +सखायस्ते +सखायस्त्वा +सखाया +सखाये +सखायो +सखायोऽनु +सखायोऽपि +सखायो॒ +सखायौ +सखाय॒ः +सखाराम +सखासि +सखाऽइव +सखा॑ +सखा॑य +सखा॑यं +सखा॑यं॒ +सखा॑यः +सखा॑यम् +सखा॑यस्ते +सखा॑या +सखा॑यो +सखा॑यो॒ +सखा॑य॒ +सखा॑य॒ः +सखा॑ऽइव +सखा॒ +सखा꣯यो꣯दाइ +सखि +सखिकर्म +सखिकर्मणि +सखिकर्मणे +सखिता +सखितां +सखित्वं +सखित्वमपीति +सखित्वमा +सखित्वमुश्मसि +सखित्वम् +सखित्वानि +सखित्वाय +सखित्वे +सखित्वेन +सखिपूर्वं +सखिभार्याकुमारीषु +सखिभावं +सखिभावाय +सखिभिः +सखिभिर्निकामैः +सखिभिर्वावदद्भिरश्मन्मयानि +सखिभिर्वृतः +सखिभूतः +सखिभूता +सखिभूताः +सखिभूतैः +सखिभ्य +सखिभ्यः +सखिभ्यष्टच् +सखिभ्यां +सखिभ्याम् +सखिभ्यो +सखियों +सखिवत् +सखिविदम् +सखिशब्दः +सखिशब्दस्य +सखिशब्दात् +सखिषु +सखिऽत्वम् +सखिऽभिः +सखिऽभ्यः +सखि॑भिः +सखि॑भि॒र्निका॑मैः +सखि॑भ्य +सखि॑भ्यः +सखि॑भ्यो +सखि॑भ्यो॒ +सखि॑भ्य॒ +सखि॑ऽभिः +सखि॑ऽभ्यः +सखि॒त्वमु॑श्मसि +सखी +सखीं +सखीः +सखीगणः +सखीगणैः +सखीगतं +सखीजन +सखीजनं +सखीजनः +सखीजनम् +सखीजनसमावृतं +सखीजनस्य +सखीजनानां +सखीजने +सखीजनेन +सखीजनैः +सखीजनो +सखीति +सखीत्यादि +सखीना +सखीनां +सखीनामपि +सखीनामविता +सखीनाम् +सखीन् +सखीन्त् +सखीभि +सखीभिः +सखीभिरुपदिष्टमाकुला +सखीभिश्च +सखीभिस्तु +सखीभ्यः +सखीभ्यां +सखीभ्यो +सखीमण्डले +सखीमध्ये +सखीमवलम्ब्य +सखीमाह +सखीमिव +सखीमुखात् +सखीमुखेन +सखीम् +सखीयं +सखीयते +सखीयतो +सखीयुक्ता +सखीयुता +सखीय॒ते +सखीरिति +सखीरूपं +सखीव +सखीवचः +सखीवचनम् +सखीवाक्यम् +सखीवृता +सखीवृताम् +सखीश्च +सखीषु +सखीसमाजे +सखीसमेतां +सखीस्नेहेन +सखी॑नामवि॒ता +सखी॑नाम् +सखी॑न् +सखुरं +सखे +सखेचरं +सखेचरे +सखेति +सखेद +सखेदं +सखेदः +सखेदम् +सखेदा +सखेदो +सखेन +सखेन्द्रस्य +सखेलं +सखेव +सखे॑ +सखे॑व॒ +सखे॒ +सखो +सख्य +सख्यं +सख्यः +सख्यञ्च +सख्यमस्ति +सख्यमस्तु +सख्यमात्मनिवेदनम् +सख्यम् +सख्यशिश्वीति +सख्यश्च +सख्यस् +सख्यस्ता +सख्यस्य +सख्या +सख्यां +सख्याः +सख्यात्ते +सख्यादिः +सख्यानि +सख्यान्मे +सख्याय +सख्याया +सख्यार्थं +सख्यास्तव +सख्यास्ते +सख्यास्ये +सख्या॑ +सख्या॒ +सख्यु +सख्युः +सख्युः॑ +सख्युरसंबुद्धौ +सख्युरसम्बुद्धौ +सख्युरिति +सख्युर्न +सख्युर्भावः +सख्युर्यः +सख्युवाच +सख्युस्ते +सख्यु॒र्न +सख्ये +सख्येन +सख्येभिः +सख्येव +सख्येषु +सख्ये॑ +सख्ये॒ +सख्यै +सख्यैः +सख्यैवं +सख्यो +सख्योः +सख्योऽपि +सख्यौ +सग +सगं +सगंधर्वा +सगंधर्वाः +सगः +सगच्छति +सगजं +सगजा +सगजारोहान् +सगण +सगणं +सगणः +सगणजगणसगणा +सगणश्च +सगणस्तथा +सगणस्य +सगणस्सजोषा +सगणा +सगणाः +सगणाधिपाः +सगणानां +सगणान् +सगणाय +सगणे +सगणैः +सगणो +सगणौ +सगत +सगता +सगति +सगतिः +सगतिकाः +सगतिरपि +सगदं +सगदः +सगदे +सगदो +सगद्गदं +सगद्गदः +सगद्गदम् +सगन्धं +सगन्धः +सगन्धकं +सगन्धकम् +सगन्धर्वा +सगन्धर्वाः +सगन्धर्वान् +सगन्धर्वैः +सगन्धर्व्वाः +सगन्धा +सगन्धे +सगन्धेषु +सगम +सगमपनि +सगमा +सगमे +सगर +सगरं +सगरः +सगरपुत्राणां +सगरपुत्रैः +सगरमाथा +सगरस्तस्य +सगरस्तां +सगरस्तु +सगरस्य +सगरस्यात्मजा +सगरस्याथ +सगरस्यास्तां +सगरा +सगराः +सगरात्मजाः +सगरादिभिः +सगराय +सगरुडं +सगरे +सगरेण +सगरो +सगर्भ +सगर्भं +सगर्भः +सगर्भश्च +सगर्भा +सगर्भां +सगर्भो +सगर्भ्यः +सगर्भ्यो +सगर्भ्योऽनु +सगर्व +सगर्वं +सगर्वः +सगर्वम् +सगर्वा +सगर्वितं +सगर्वेण +सगर्वो +सगवे +सगवेधुकाः +सगा +सगागमः +सगिटौ +सगु +सगुग्गुलम् +सगुग्गुलुं +सगुडं +सगुडः +सगुड़ं +सगुडा +सगुडां +सगुडाः +सगुडो +सगुण +सगुणं +सगुणः +सगुणत्वं +सगुणत्वे +सगुणनिर्गुणत्वेन +सगुणनिर्गुणयोरैक्यप्रकरणम् +सगुणब्रह्मविदां +सगुणब्रह्मशीलनात् +सगुणमेव +सगुणम् +सगुणवाक्यस्य +सगुणविद्यासु +सगुणश्च +सगुणस्य +सगुणस्यैव +सगुणा +सगुणां +सगुणाः +सगुणानां +सगुणाय +सगुणावनलंकृती +सगुणासु +सगुणे +सगुणेषु +सगुणेऽपि +सगुणो +सगुणोपासकानां +सगुणोपासनं +सगुणोपासनया +सगुणोपासनस्य +सगुणोपासना +सगुणोपासनां +सगुणौ +सगुन +सगुरवः +सगुरु +सगुरुयुक्तौ +सगुरुयुग्मैः +सगुहालयम् +सगुह्यकाः +सगृहं +सगृहः +सगृहीत +सगृह्णाति +सगृह्य +सगे +सगेः +सगै +सगैः +सगो +सगों +सगोत्र +सगोत्रं +सगोत्रः +सगोत्रत्वात्सप्रवरत्वाच्च +सगोत्रा +सगोत्रां +सगोत्राः +सगोत्रामथ +सगोत्राय +सगोत्रासु +सगोत्रे +सगोत्रेणेतरेण +सगोत्रेषु +सगोत्रो +सगोमुखः +सगोमूत्रं +सगोमूत्रैः +सगोमूत्रो +सगोलं +सगोले +सगौ +सगौतमः +सगौरवं +सगौरवः +सगौरवम् +सगौरवा +सगौरवाः +सगौरसर्षपैः +सग्गं +सग्धिं +सग्धिः +सग्धिश्च +सग्धि॑श्च +सग्मे +सग्रति +सग्रह +सग्रहं +सग्रहः +सग्रहणं +सग्रहस्य +सग्रहा +सग्रहाः +सग्रहाणि +सग्रहान्वितः +सग्रहे +सग्रहेण +सग्रहो +सग्रहोपेता +सग्रहौ +सग्रहꣳ +सग्राम +सग्रामे +सग्रासं +सग॑णो +सग॒र्भ्योऽनु॒ +सघ +सघण्टां +सघत् +सघन +सघनं +सघना +सघनाः +सघनानि +सघनैः +सघा +सघृणं +सघृणो +सघृतं +सघृतः +सघृतक्षौद्र +सघृतक्षौद्रशर्करम् +सघृता +सघृतां +सघृताः +सघृतान् +सघृतेन +सघृतैः +सघृतो +सघे +सघोषं +सघ्यासं +सघ्यासम् +सङ +सङख्या +सङीति +सङ् +सङ्क +सङ्कः +सङ्कट +सङ्कटं +सङ्कटः +सङ्कटनाशिनि +सङ्कटम् +सङ्कटा +सङ्कटात् +सङ्कटानि +सङ्कटे +सङ्कटेषु +सङ्कटै +सङ्कथा +सङ्कया +सङ्कर +सङ्करं +सङ्करः +सङ्करजातिविशेषः +सङ्करप्रसङ्गात् +सङ्करसंसृष्टिभ्यां +सङ्करस्तथा +सङ्करस्य +सङ्करस्यैवैष +सङ्कराः +सङ्करात् +सङ्करापात्रकृत्यासु +सङ्करालङ्कार +सङ्करालङ्कारः +सङ्करी +सङ्करे +सङ्करेण +सङ्करो +सङ्कर्ष +सङ्कर्षण +सङ्कर्षणं +सङ्कर्षणः +सङ्कर्षणवासुदेवौ +सङ्कर्षणश्च +सङ्कर्षणस्य +सङ्कर्षणाख्यं +सङ्कर्षणात् +सङ्कर्षणाय +सङ्कर्षणे +सङ्कर्षणेन +सङ्कर्षणो +सङ्कर्षणोऽथ +सङ्कल +सङ्कलः +सङ्कलन +सङ्कलनं +सङ्कलनमस्ति +सङ्कलनम् +सङ्कलनया +सङ्कलनाय +सङ्कलने +सङ्कलयति +सङ्कलयितुं +सङ्कलय्य +सङ्कलादिभ्यश्च +सङ्कलित +सङ्कलितं +सङ्कलितः +सङ्कलितम् +सङ्कलितवान् +सङ्कलिता +सङ्कलिताः +सङ्कलितानि +सङ्कलितार्थमाह +सङ्कलिते +सङ्कले +सङ्कल्प +सङ्कल्पं +सङ्कल्पः +सङ्कल्पकमिन्द्रियं +सङ्कल्पजाः +सङ्कल्पते +सङ्कल्पप्रभवान् +सङ्कल्पमात्रेण +सङ्कल्पम् +सङ्कल्पयति +सङ्कल्पयामास +सङ्कल्पयेत् +सङ्कल्पशक्त्या +सङ्कल्पश्च +सङ्कल्पसम्भवाः +सङ्कल्पसिद्धा +सङ्कल्पस्य +सङ्कल्पा +सङ्कल्पाः +सङ्कल्पात् +सङ्कल्पादेव +सङ्कल्पादेवास्य +सङ्कल्पाद् +सङ्कल्पानां +सङ्कल्पितं +सङ्कल्पितः +सङ्कल्पितवान् +सङ्कल्पिता +सङ्कल्पिते +सङ्कल्पे +सङ्कल्पेन +सङ्कल्पो +सङ्कल्पोऽत्र +सङ्कल्पोऽध्यवसायश्च +सङ्कल्प्य +सङ्का +सङ्काः +सङ्काए +सङ्कामविसरः +सङ्कामे +सङ्काशं +सङ्काशः +सङ्काशादिभ्यो +सङ्की +सङ्कीर्ण +सङ्कीर्णं +सङ्कीर्णः +सङ्कीर्णजातिभेदे +सङ्कीर्णतया +सङ्कीर्णतां +सङ्कीर्णत्वं +सङ्कीर्णम् +सङ्कीर्णवर्णे +सङ्कीर्णा +सङ्कीर्णाः +सङ्कीर्णे +सङ्कीर्णेषु +सङ्कीर्णो +सङ्कीर्तनं +सङ्कीर्तयन् +सङ्कीर्त्य +सङ्कीर्त्यते +सङ्कीर्यत +सङ्कीर्यते +सङ्कीर्यन्ते +सङ्कु +सङ्कुचति +सङ्कुचन्ति +सङ्कुचितं +सङ्कुचितः +सङ्कुचिता +सङ्कुचिते +सङ्कुच्य +सङ्कुट्य +सङ्कुल +सङ्कुलं +सङ्कुलः +सङ्कुलम् +सङ्कुलयुद्धम् +सङ्कुलयुद्धवर्णनम् +सङ्कुले +सङ्कृति +सङ्कृतिः +सङ्के +सङ्केत +सङ्केतं +सङ्केतः +सङ्केतकं +सङ्केतकालमनसं +सङ्केतकृतं +सङ्केतग्रहणस्य +सङ्केतम् +सङ्केतयति +सङ्केतस्थलम् +सङ्केतस्थानं +सङ्केतस्य +सङ्केता +सङ्केताः +सङ्केतान् +सङ्केतितं +सङ्केतितः +सङ्केतितत्वात् +सङ्केतिता +सङ्केते +सङ्केतेति +सङ्केतेन +सङ्केतेनावद्योत्यते +सङ्केतो +सङ्केत्यते +सङ्को +सङ्कोच +सङ्कोचं +सङ्कोचः +सङ्कोचकाभावेनापेक्षिकक्षुद्रविषयत्वायोगात् +सङ्कोचनं +सङ्कोचनम् +सङ्कोचने +सङ्कोचमापद्यते +सङ्कोचमायाति +सङ्कोचम् +सङ्कोचयति +सङ्कोचस्य +सङ्कोचात् +सङ्कोचे +सङ्कोचेन +सङ्कोचो +सङ्कोचोऽङ्गग्रहोऽतिरुक् +सङ्कोच्य +सङ्कोच्यते +सङ्क्रन्दनः +सङ्क्रमः +सङ्क्रमणं +सङ्क्रमणम् +सङ्क्रमय्य +सङ्क्रमे +सङ्क्रान्ति +सङ्क्रान्तिः +सङ्क्रान्तौ +सङ्क्रामति +सङ्क्रुद्धः +सङ्क्रुद्धा +सङ्क्रुद्धो +सङ्क्रुद्धौ +सङ्क्षयं +सङ्क्षयम् +सङ्क्षये +सङ्क्षिप्तं +सङ्क्षिप्तः +सङ्क्षिप्तविवृतिः +सङ्क्षिप्य +सङ्क्षुद्य +सङ्क्षेप +सङ्क्षेपः +सङ्क्षेपत +सङ्क्षेपतः +सङ्क्षेपतो +सङ्क्षेपात् +सङ्क्षेपे +सङ्क्षेपेण +सङ्क्षेपेणोक्तम् +सङ्क्षेपो +सङ्क्षोभ्य +सङ्कॢप्त्यै +सङ्ख +सङ्खया +सङ्खयाने +सङ्खयापूर्वो +सङ्खयाया +सङ्खयायाः +सङ्खये +सङ्खयेति +सङ्खयेय +सङ्खयेये +सङ्खे +सङ्ख्य +सङ्ख्यं +सङ्ख्यः +सङ्ख्यम् +सङ्ख्यया +सङ्ख्या +सङ्ख्यां +सङ्ख्याः +सङ्ख्याकाः +सङ्ख्यात +सङ्ख्यातं +सङ्ख्यातः +सङ्ख्याता +सङ्ख्याताः +सङ्ख्यातानि +सङ्ख्यातानुदेशो +सङ्ख्यातुं +सङ्ख्यातो +सङ्ख्यादिपञ्चकं +सङ्ख्यादिषु +सङ्ख्यादेः +सङ्ख्यानं +सङ्ख्यानां +सङ्ख्यानि +सङ्ख्यानिर्देशः +सङ्ख्यानुसारं +सङ्ख्याने +सङ्ख्यान्वयः +सङ्ख्यापि +सङ्ख्याभिः +सङ्ख्याभिर् +सङ्ख्याभेदे +सङ्ख्याय +सङ्ख्यायते +सङ्ख्याया +सङ्ख्यायां +सङ्ख्यायाः +सङ्ख्यायाश्च +सङ्ख्यारूपेण +सङ्ख्याविशेषः +सङ्ख्याऽपि +सङ्ख्ये +सङ्ख्येति +सङ्ख्येये +सङ्ख्यैव +सङ्ख्योक्ता +सङ्ग +सङ्गं +सङ्गः +सङ्गःच्छते +सङ्गच्च्हते +सङ्गच्छ +सङ्गच्छत +सङ्गच्छताम् +सङ्गच्छति +सङ्गच्छते +सङ्गच्छन्ते +सङ्गच्छस्व +सङ्गच्छामहे +सङ्गच्छेत +सङ्गच्छेते +सङ्गच्छेत् +सङ्गणक +सङ्गणकं +सङ्गणकम् +सङ्गणकविज्ञानम् +सङ्गणकस्य +सङ्गणकानां +सङ्गणके +सङ्गत +सङ्गतं +सङ्गतः +सङ्गतमिति +सङ्गतम् +सङ्गतस्तथा +सङ्गतस्य +सङ्गता +सङ्गतां +सङ्गताः +सङ्गतानि +सङ्गतान् +सङ्गति +सङ्गतिं +सङ्गतिः +सङ्गतिकथनं +सङ्गतिग्रह +सङ्गतिग्रहः +सङ्गतिग्रहसत्त्वस्थापनोत्थापनम् +सङ्गतिमाह +सङ्गतिम् +सङ्गतिरस्तीति +सङ्गतिरिति +सङ्गतिरिष्यते +सङ्गतिरुक्ता +सङ्गतिर्न +सङ्गतिर्बोध्या +सङ्गतिर्वेदितव्या +सङ्गतिर्वेद्या +सङ्गतिश्च +सङ्गतिस्तु +सङ्गते +सङ्गतेः +सङ्गतेन +सङ्गतेषु +सङ्गतो +सङ्गतौ +सङ्गत्य +सङ्गत्यन्तरायाह +सङ्गत्यप्रतीतेस्तामाह +सङ्गत्या +सङ्गत्याः +सङ्गत्यागं +सङ्गथे +सङ्गदोषः +सङ्गन्ता +सङ्गन्तुं +सङ्गफलत्यागस्य +सङ्गम +सङ्गमं +सङ्गमः +सङ्गमनं +सङ्गमनी +सङ्गमने +सङ्गमम् +सङ्गमय +सङ्गमयति +सङ्गमयन्नवतारयति +सङ्गमय्य +सङ्गमविरहविकल्पे +सङ्गमश्रीः +सङ्गमस्तस्याः +सङ्गमस्थानं +सङ्गमस्थानम् +सङ्गमस्थाने +सङ्गमस्य +सङ्गमा +सङ्गमाः +सङ्गमात् +सङ्गमाय +सङ्गमित्रा +सङ्गमे +सङ्गमेन +सङ्गमेश्वरः +सङ्गमेषु +सङ्गमेऽपि +सङ्गमो +सङ्गम् +सङ्गम्य +सङ्गर +सङ्गरं +सङ्गरः +सङ्गरतारक +सङ्गरम् +सङ्गरहितं +सङ्गरहितमरागद्वेषतः +सङ्गरहितम् +सङ्गरहितैः +सङ्गराहित्यं +सङ्गरूर +सङ्गरूरमण्डलम् +सङ्गरे +सङ्गरेषु +सङ्गव +सङ्गवः +सङ्गवर्जितः +सङ्गवस्तावदेव +सङ्गवात् +सङ्गवान् +सङ्गविवर्जितः +सङ्गवे +सङ्गश्च +सङ्गस्तेषूपजायते +सङ्गस्मयाकरणं +सङ्गस्य +सङ्गह +सङ्गहः +सङ्गा +सङ्गाः +सङ्गात् +सङ्गात्संजायते +सङ्गात्सञ्जायते +सङ्गापयन् +सङ्गाभावात् +सङ्गामे +सङ्गारेड्डि +सङ्गि +सङ्गिनं +सङ्गिनः +सङ्गिनस्तत्र +सङ्गिनां +सङ्गिनी +सङ्गिनो +सङ्गिरते +सङ्गिरन्ते +सङ्गी +सङ्गीत +सङ्गीतं +सङ्गीतकं +सङ्गीतकारः +सङ्गीतकाराः +सङ्गीतक्षेत्रे +सङ्गीतगुरुः +सङ्गीतगोष्ठीं +सङ्गीतगोष्ठीः +सङ्गीतज्ञः +सङ्गीतज्ञा +सङ्गीतज्ञाः +सङ्गीतज्ञानां +सङ्गीतदर्पण +सङ्गीतदर्पणे +सङ्गीतदामोदरः +सङ्गीतदामोदरे +सङ्गीतनाटक +सङ्गीतनारायणे +सङ्गीतनिदेशकः +सङ्गीतमुक्तावली +सङ्गीतम् +सङ्गीतरत्नाकरः +सङ्गीतरत्नाकरस्य +सङ्गीतरत्नाकरे +सङ्गीतराजे +सङ्गीतवाद्यवादकाः +सङ्गीतवाद्यानि +सङ्गीतशालां +सङ्गीतशास्त्रम् +सङ्गीतशास्त्रस्य +सङ्गीतशिक्षा +सङ्गीतसंयोजकः +सङ्गीतसंयोजनं +सङ्गीतसुधाकरः +सङ्गीतस्य +सङ्गीता +सङ्गीतानि +सङ्गीताभ्यासं +सङ्गीतार्थं +सङ्गीते +सङ्गीतेन +सङ्गुणय्य +सङ्गुणिता +सङ्गुण्य +सङ्गृहीत +सङ्गृहीतं +सङ्गृहीतः +सङ्गृहीतम् +सङ्गृहीतवान् +सङ्गृहीता +सङ्गृहीताः +सङ्गृहीतानि +सङ्गृह्णन्ति +सङ्गृह्णाति +सङ्गृह्य +सङ्गृह्यते +सङ्गृह्यन्ते +सङ्गृह्याह +सङ्गे +सङ्गेन +सङ्गेभ्यो +सङ्गो +सङ्गोप्य +सङ्गोऽस्त्वकर्मणि +सङ्ग्रमे +सङ्ग्रह +सङ्ग्रहं +सङ्ग्रहः +सङ्ग्रहकारः +सङ्ग्रहकारिका +सङ्ग्रहणं +सङ्ग्रहणमेकीकृत्य +सङ्ग्रहणम् +सङ्ग्रहणे +सङ्ग्रहणेन +सङ्ग्रहम् +सङ्ग्रहश्लोक +सङ्ग्रहश्लोकं +सङ्ग्रहश्लोकः +सङ्ग्रहश्लोकस्थयोगसिद्धिशब्दो +सङ्ग्रहश्लोकाः +सङ्ग्रहश्लोकोऽपि +सङ्ग्रहस्य +सङ्ग्रहाः +सङ्ग्रहात् +सङ्ग्रहाय +सङ्ग्रहार्थं +सङ्ग्रहालय +सङ्ग्रहालयः +सङ्ग्रहालयस्य +सङ्ग्रहालयाः +सङ्ग्रहालये +सङ्ग्रहीता +सङ्ग्रहीतुं +सङ्ग्रहे +सङ्ग्रहेण +सङ्ग्रहेणोद्गृह्णाति +सङ्ग्रहेत् +सङ्ग्रहो +सङ्ग्रहोऽस्ति +सङ्ग्रा +सङ्ग्राम +सङ्ग्रामं +सङ्ग्रामः +सङ्ग्राममूर्धनि +सङ्ग्रामस्य +सङ्ग्रामात् +सङ्ग्रामाय +सङ्ग्रामे +सङ्ग्रामेण +सङ्ग्रामेषु +सङ्ग्रामेष्वपलायिनः +सङ्ग्रामो +सङ्ग्राहः +सङ्ग्राहकः +सङ्ग्राहकाकारं +सङ्ग्राहि +सङ्ग्राही +सङ्ग्राह्य +सङ्घ +सङ्घं +सङ्घः +सङ्घटते +सङ्घटनं +सङ्घटनम् +सङ्घटनया +सङ्घटनस्य +सङ्घटना +सङ्घटनां +सङ्घटनाया +सङ्घटनायां +सङ्घटनाश्रया +सङ्घटने +सङ्घटनेन +सङ्घटिता +सङ्घटिताः +सङ्घट्टः +सङ्घपरिवारः +सङ्घपरिषद् +सङ्घर्ष +सङ्घर्षं +सङ्घर्षः +सङ्घर्षस्य +सङ्घर्षी +सङ्घर्षे +सङ्घशः +सङ्घशो +सङ्घस्य +सङ्घा +सङ्घाः +सङ्घात +सङ्घातं +सङ्घातः +सङ्घातग्रहणं +सङ्घातग्रहणम् +सङ्घातरूपेण +सङ्घातविगृहीतार्थम् +सङ्घाताः +सङ्घाते +सङ्घातेन +सङ्घातो +सङ्घात्यः +सङ्घानां +सङ्घाय +सङ्घिषु +सङ्घीभूय +सङ्घीय +सङ्घीयसर्वकारस्य +सङ्घृष्य +सङ्घे +सङ्घेन +सङ्घेषु +सङ्घो +सङ्‌कुलं +सङ्‌गं +सङ्‌गमः +सङ्‌ग्रामे +सच +सचं +सचंत +सचंते +सचकितं +सचक्र +सचक्रं +सचक्रकः +सचक्रकम् +सचक्रम् +सचक्रा +सचक्राः +सचक्षुरचक्षुरिव +सचक्षुषः +सचत +सचता +सचतां +सचताम् +सचति +सचते +सचतेः +सचते॒ +सचथाय +सचध्यै +सचध्वम् +सचध्वे +सचनं +सचनस्यमाना +सचन्त +सचन्तां +सचन्ताम् +सचन्ते +सचन्ते॒ +सचन्त॒ +सचन्दनं +सचन्दनम् +सचन्दना +सचन्दनैः +सचन्द्र +सचन्द्रं +सचन्द्रकं +सचन्द्रकम् +सचन्द्रतारका +सचन्द्रा +सचन्द्रां +सचन्द्रे +सचमत्कारं +सचमान +सचमानः +सचमानाय +सचमुच +सचयन्नाह +सचर +सचरति +सचरन्ति +सचराचर +सचराचरं +सचराचरः +सचराचरचेष्टिताः +सचराचरम् +सचराचरस्य +सचराचराः +सचराचरे +सचर्म +सचर्मं +सचसे +सचस्यमानः +सचस्व +सचस्वा +सचा +सचाँ +सचाँ॑ +सचाँ॒ +सचान +सचापं +सचापः +सचाभुवं +सचाभुवः +सचाभुवम् +सचाभुवा +सचाभुवे +सचामरम् +सचामरे +सचायं +सचारणाः +सचावहै +सचासाध्यो +सचासौ +सचाऽभुवा +सचा॑ +सचा॒ +सचा॒भुवा॑ +सचा॒भुव॑म् +सचि +सचिकित्सितम् +सचिकित्सिताः +सचितः +सचिता +सचितुं +सचित्तकत्वम् +सचित्ताः +सचित्र +सचित्रं +सचित्रकम् +सचित्रा +सचित्राः +सचिदानंद +सचिदानन्द +सचिन +सचिनतेण्डुलकरः +सचिन् +सचिन्तं +सचिन्तकत्वम् +सचिन्तो +सचिन्त्य +सचिरं +सचिव +सचिवं +सचिवः +सचिवस्य +सचिवा +सचिवांस्तत्र +सचिवाः +सचिवानां +सचिवानिदमब्रवीत् +सचिवान् +सचिवान्वितः +सचिवाश्च +सचिवास्तव +सचिवास्तस्य +सचिवे +सचिवेन +सचिवेषु +सचिवै +सचिवैः +सचिवैर्वृतः +सचिवैश्च +सचिवैस्तव +सचिवो +सचिवौ +सचिह्नं +सची +सचीनकाः +सचे +सचेत +सचेतन +सचेतनं +सचेतनः +सचेतनम् +सचेतना +सचेतनाः +सचेतनो +सचेतस +सचेतसः +सचेतसा +सचेतसां +सचेतसाम् +सचेतसो +सचेतसौ +सचेता +सचेताः +सचेताम् +सचेति +सचेते +सचेत् +सचेत्ते +सचेत्संघस्य +सचेथे +सचेदवकाशं +सचेदहं +सचेदेतां +सचेद्दारको +सचेद्दारिका +सचेद्भवाञ्छङ्खकुञ्जरोऽस्माकं +सचेद्भूतं +सचेन्न +सचेन्मे +सचेमहि +सचेय +सचेय॒ +सचेल +सचेलं +सचेलस्नानं +सचेलस्नानम् +सचेला +सचेलो +सचेवहि +सचेष्ट +सचे॑तसो +सचे॑ताः +सचैलं +सचैलः +सचैलो +सचैव +सचैषु +सचै॒षु +सच् +सच्च +सच्चं +सच्चरितं +सच्चरितादिकम् +सच्चरित्रं +सच्चरित्ररक्षायां +सच्चरित्ररक्षायाम् +सच्चविओ +सच्चा +सच्चासच्च +सच्चासच्चैकतः +सच्चि +सच्चित् +सच्चित्सान्द्रं +सच्चित्सुखात्मकं +सच्चित्सुखात्मकः +सच्चिदानंद +सच्चिदानंदविग्रहम् +सच्चिदानन्द +सच्चिदानन्दं +सच्चिदानन्दः +सच्चिदानन्दघनस्य +सच्चिदानन्दब्रह्मरूपतया +सच्चिदानन्दमद्वयम् +सच्चिदानन्दमयं +सच्चिदानन्दमात्रं +सच्चिदानन्दमूर्तये +सच्चिदानन्दमेव +सच्चिदानन्दरूपं +सच्चिदानन्दरूपः +सच्चिदानन्दरूपमिदं +सच्चिदानन्दरूपम् +सच्चिदानन्दरूपस्य +सच्चिदानन्दरूपाय +सच्चिदानन्दरूपिणी +सच्चिदानन्दरूपिणीम् +सच्चिदानन्दरूपे +सच्चिदानन्दरूपो +सच्चिदानन्दरूपोऽहं +सच्चिदानन्दलक्षणं +सच्चिदानन्दलक्षणः +सच्चिदानन्दलक्षणम् +सच्चिदानन्दवात्स्यायनः +सच्चिदानन्दविग्रहः +सच्चिदानन्दविग्रहम् +सच्चिदानन्दविभवात् +सच्चिदानन्दस्वरूप +सच्चिदानन्दस्वरूपं +सच्चिदानन्दस्वरूपः +सच्चिदानन्दस्वरूपे +सच्चिदानन्दा +सच्चिदानन्दाः +सच्चिदानन्दात्मकं +सच्चिदानन्दादि +सच्चिदानन्दाद्वयं +सच्चिदानन्दे +सच्चिदानन्दो +सच्चिद्ब्रह्माद्वयात्मा +सच्चिन्मयं +सच्चे +सच्चेन्न +सच्चैव +सच्छ +सच्छते +सच्छत्रं +सच्छब्द +सच्छब्दः +सच्छब्दवाच्यं +सच्छब्दवाच्यम् +सच्छब्दस्य +सच्छब्देन +सच्छब्देनोच्यते +सच्छब्दो +सच्छात्रः +सच्छायं +सच्छायो +सच्छास्त्रं +सच्छि +सच्छिद्र +सच्छिद्रं +सच्छिद्रा +सच्छिद्रे +सच्छिष्यः +सच्छूद्रं +सच्छूद्राणां +सच्छूद्रो +सच्छेदम् +सच्छोभनं +सच्छ्रद्धया +सच्यते +सच॑न्त +सच॑न्ते +सच॑मानः +सच॑से +सच॑स्व +सच॑स्वा +सज +सजं +सजति +सजते +सजन +सजनं +सजनः +सजनपदः +सजना +सजनाः +सजनानां +सजनीयं +सजने +सजनो +सजन्ति +सजपं +सजयिनो +सजये +सजरा +सजल +सजलं +सजलः +सजलञ्च +सजलनयनैः +सजला +सजलां +सजलाः +सजले +सजलेति +सजलेन +सजलैः +सजलो +सजससैरुदिता +सजसा +सजा +सजागरं +सजात +सजातं +सजातः +सजातयः +सजातवनि +सजाता +सजाताः +सजातानस्मै +सजातानां +सजातानामसद्वशी +सजातानाम् +सजातान् +सजाति +सजातिः +सजाती +सजातीय +सजातीयं +सजातीयः +सजातीयत्व +सजातीयत्वे +सजातीयप्रत्ययप्रवाहः +सजातीयप्रत्ययप्रवाहेण +सजातीयप्रवाहश्च +सजातीयभेदः +सजातीयभेदो +सजातीयमेव +सजातीयम् +सजातीययोः +सजातीयसंकरः +सजातीयस्य +सजातीया +सजातीयाः +सजातीयानां +सजातीयानि +सजातीये +सजातीयेति +सजातीयेन +सजातीयेष्वयं +सजातीयेऽपि +सजातीयैः +सजातीयो +सजातीयौ +सजाते +सजातेषु +सजातैः +सजातो +सजात्यं +सजात्यम् +सजात॒वन्युप॑दधामि॒ +सजामि +सजायते +सजाया +सजारां +सजा॒तोअत्य॑रिच्यतप॒श्चाद्भूमि॒मथो॑पुर +सजि +सजित्वरीः +सजित्वानं +सजिह्वे +सजी +सजीरकं +सजीरकम् +सजीव +सजीवं +सजीवः +सजीवक +सजीवकरणं +सजीवत्वं +सजीवमिव +सजीवम् +सजीवा +सजीवां +सजीवाः +सजीवानि +सजीवीकरणं +सजीवे +सजीवो +सजुष +सजुषः +सजुष् +सजू +सजूः +सजूरब्द +सजूरब्दो +सजूरिति +सजूरिन्द्राग्निभ्यां +सजूरिन्द्रेण +सजूरृतुभिः +सजूर् +सजूर्देवेन +सजूर्देवैः +सजूर्द्यावापृथिवीभ्यां +सजूर्विधाभिः +सजूर्विश्वेभ्यो +सजूस्ततक्षुरिन्द्रं +सजे +सजेत् +सजो +सजोषस +सजोषसः +सजोषसा +सजोषसेमा +सजोषसो +सजोषसौ +सजोषा +सजोषाः +सजोषाभ्यां +सजोषोभ्यां +सजौ +सज् +सज्ज +सज्जं +सज्जः +सज्जत +सज्जता +सज्जतां +सज्जति +सज्जते +सज्जन +सज्जनं +सज्जनः +सज्जनप्रशंसा +सज्जनम् +सज्जनस्तं +सज्जनस्तु +सज्जनस्य +सज्जनहृदयमनांसि +सज्जना +सज्जनाः +सज्जनाना +सज्जनानां +सज्जनानाम् +सज्जनान् +सज्जनाश्रयम् +सज्जनास्ते +सज्जने +सज्जनेन +सज्जनेषु +सज्जनैः +सज्जनो +सज्जनों +सज्जन्ति +सज्जन्ते +सज्जमानया +सज्जयति +सज्जयन्ति +सज्जयामास +सज्जलक +सज्जलकः +सज्जळअ +सज्जसे +सज्जा +सज्जां +सज्जाः +सज्जातं +सज्जानि +सज्जान् +सज्जायत +सज्जायते +सज्जायेत +सज्जायेतेति +सज्जाऽर्हाणि +सज्जित +सज्जितं +सज्जितः +सज्जिता +सज्जिताः +सज्जितानि +सज्जिते +सज्जितो +सज्जी +सज्जीकरणं +सज्जीकरणम् +सज्जीकरणे +सज्जीकरोति +सज्जीकर्तुं +सज्जीकुरु +सज्जीकुर्वन्ति +सज्जीकृत +सज्जीकृतं +सज्जीकृतः +सज्जीकृतम् +सज्जीकृतवान् +सज्जीकृता +सज्जीकृताः +सज्जीकृतानि +सज्जीकृते +सज्जीकृत्य +सज्जीक्रियते +सज्जीक्रियन्तां +सज्जीचकार +सज्जीभवत +सज्जीभवन्तु +सज्जीभूता +सज्जीभूय +सज्जीव +सज्जे +सज्जेत +सज्जेति +सज्जो +सज्जोपस्करभेषजः +सज्जोऽभवत् +सज्जोऽभवद् +सज्जोऽहं +सज्जौ +सज्ज्ञानं +सज्ञ +सज्ञः +सज्ञा +सज्ञाप्रकरणम् +सज्ञाया +सज्ञायां +सज्ञायाम् +सज्ञाविधौ +सज्ञाशब्दस्य +सज्ञेति +सज्यं +सज्यते +सज्यम् +सज्येत +सज्योतिः +सज्वरं +सज्वरः +सज्वरा +सज्वरो +सज्वालं +सञ् +सञ्च +सञ्चं +सञ्चकेन +सञ्चक्ष्महे +सञ्चचाल +सञ्चय +सञ्चयं +सञ्चयः +सञ्चयने +सञ्चयम् +सञ्चयश्चात्र +सञ्चयाः +सञ्चयान् +सञ्चयामास +सञ्चये +सञ्चयैः +सञ्चयो +सञ्चर +सञ्चरं +सञ्चरः +सञ्चरण +सञ्चरणं +सञ्चरणमञ्जूषाणां +सञ्चरणम् +सञ्चरणे +सञ्चरतः +सञ्चरतां +सञ्चरति +सञ्चरतीति +सञ्चरतीत्यर्थः +सञ्चरते +सञ्चरतो +सञ्चरन् +सञ्चरन्तं +सञ्चरन्तः +सञ्चरन्ति +सञ्चरन्ती +सञ्चरन्तो +सञ्चरन्यं +सञ्चरसि +सञ्चरामि +सञ्चरे +सञ्चरेत् +सञ्चरो +सञ्चलति +सञ्चलनम् +सञ्चलने +सञ्चलन् +सञ्चष्टे +सञ्चा +सञ्चान +सञ्चार +सञ्चारं +सञ्चारः +सञ्चारपूतानि +सञ्चारमाध्यमानि +सञ्चारयति +सञ्चारयन् +सञ्चारयन्ति +सञ्चारयेत् +सञ्चारस्य +सञ्चाराः +सञ्चाराय +सञ्चारि +सञ्चारिण +सञ्चारिणः +सञ्चारिणा +सञ्चारिणी +सञ्चारिणो +सञ्चारिता +सञ्चारी +सञ्चारे +सञ्चारेण +सञ्चारो +सञ्चार्य +सञ्चार्यते +सञ्चालक +सञ्चालकः +सञ्चालन +सञ्चालनं +सञ्चालनम् +सञ्चालने +सञ्चालनेन +सञ्चालयति +सञ्चालितः +सञ्चालितम् +सञ्चालितवान् +सञ्चालिताः +सञ्चालिते +सञ्चाली +सञ्चाल्य +सञ्चाल्यते +सञ्चि +सञ्चिंत्य +सञ्चिका +सञ्चिकां +सञ्चिकाः +सञ्चिकायां +सञ्चिकायाः +सञ्चित +सञ्चितं +सञ्चितः +सञ्चितम् +सञ्चितस्य +सञ्चिता +सञ्चिताः +सञ्चितानां +सञ्चितानि +सञ्चिते +सञ्चितो +सञ्चित्य +सञ्चिदिति +सञ्चिनुते +सञ्चिनुयात् +सञ्चिनुयाद्दुर्गे +सञ्चिनोति +सञ्चिन्तयन् +सञ्चिन्तयामास +सञ्चिन्तयित्वा +सञ्चिन्तयेत् +सञ्चिन्तयेद् +सञ्चिन्त्य +सञ्चिन्त्यमानो +सञ्चिन्वन्ति +सञ्चिहोन्नम्मा +सञ्चीयते +सञ्चीवरयते +सञ्चुकोच +सञ्चुचुम्ब +सञ्चूर्णने +सञ्चूर्ण्य +सञ्चोदितः +सञ्चोदिता +सञ्चोदितो +सञ्छन्नं +सञ्छन्ना +सञ्छाद्य +सञ्छिद्य +सञ्ज +सञ्जगुः +सञ्जगौ +सञ्जग्राह +सञ्जज्ञे +सञ्जति +सञ्जते +सञ्जनं +सञ्जनयति +सञ्जनयन् +सञ्जनयन्ति +सञ्जनयामास +सञ्जपालं +सञ्जप्य +सञ्जय +सञ्जयं +सञ्जयंप्रति +सञ्जयः +सञ्जयति +सञ्जयत्युत +सञ्जयन् +सञ्जयम् +सञ्जयम्प्रति +सञ्जययानपर्वणि +सञ्जयराजवंश +सञ्जयवाक्याविच्छेदेऽपिसञ्जय +सञ्जयस्य +सञ्जयाय +सञ्जयेन +सञ्जयो +सञ्जयोऽकथयदित्याह +सञ्जहार +सञ्जा +सञ्जात +सञ्जातं +सञ्जातः +सञ्जातमिति +सञ्जातम् +सञ्जातया +सञ्जातस्य +सञ्जाता +सञ्जाताः +सञ्जातानि +सञ्जातास्य +सञ्जाते +सञ्जातेति +सञ्जातो +सञ्जातोऽस्य +सञ्जातौ +सञ्जानाति +सञ्जानीते +सञ्जायत +सञ्जायते +सञ्जायतेऽपि +सञ्जायन्ते +सञ्जि +सञ्जितं +सञ्जिता +सञ्जिहान +सञ्जीव +सञ्जीवक +सञ्जीवकं +सञ्जीवकः +सञ्जीवकस्य +सञ्जीवको +सञ्जीवनं +सञ्जीवनी +सञ्जीवनीं +सञ्जीवय +सञ्जीवितः +सञ्जीविनी +सञ्जीविनीव्याख्यासमेतम् +सञ्जीविनीसमाख्यया +सञ्ज्ञ +सञ्ज्ञं +सञ्ज्ञकाः +सञ्ज्ञया +सञ्ज्ञा +सञ्ज्ञां +सञ्ज्ञाः +सञ्ज्ञाकरणम् +सञ्ज्ञानं +सञ्ज्ञानि +सञ्ज्ञाया +सञ्ज्ञायां +सञ्ज्ञायाः +सञ्ज्ञायामिति +सञ्ज्ञायाम् +सञ्ज्ञाविधौ +सञ्ज्ञाऽस्ति +सञ्ज्ञेति +सञ्ज्ञो +सञ्ज्ञौ +सञ्झलोः +सञ्ञ्ज्ञया +सञ्योजति +सञ्योजयति +सञ्योजयन्ति +सट +सटङ्कणम् +सटति +सटा +सटां +सटाः +सटाकेसर +सटी +सटीक +सटीकं +सटीकः +सटीकभाष्योपेता +सटीकम् +सटीकलोचनोपेतध्वन्यालोके +सटीकसाङ्ख्यतत्त्वकौमुद्याम् +सटीकसाङ्ख्यतत्वकौमुद्यम् +सटीकसाङ्ख्यतत्वकौमुद्याम् +सटीका +सटीकामरकोशस्य +सट् +सट्टकं +सट्टकम् +सट्टा +सट्वा +सठ +सठी +सड +सडक +सड़ +सड़क +सण +सणिअं +सणे +सण् +सण्डूरुविधानसभाक्षेत्रम् +सण्डे +सत +सतं +सतः +सतक्रं +सतण्डुलम् +सतण्डुलैः +सतत +सततं +सततः +सततको +सततगः +सततगतिना +सततगाः +सततगामी +सततञ्च +सततदुर्गतः +सततम +सततमध्यास्ते +सततमपि +सततमहं +सततमात्मानं +सततमिति +सततमिह +सततमुद्युक्तः +सततमेतदिति +सततमेव +सततम् +सततयायिनि +सततयुक्ता +सततयुक्ताः +सततयुक्तानां +सततयुक्तानाम् +सततसमितं +सतता +सतताध्ययनेन +सतताभ्यासयोगेन +सतताभ्यासोऽपि +सततावभासमानः +सतति +सतती +सतते +सततेति +सततो +सततोत्थितः +सततोत्थिताः +सततोदितं +सततोदितम् +सततोदिता +सततोद्दिष्टः +सततोद्यतः +सततोद्यताः +सततोऽन्येद्युस्तृतीयकचतुर्थकौ +सतत् +सतत्त्वं +सतत्वं +सतथा +सतन +सतना +सतनामण्डलम् +सतनामण्डलस्य +सतनुं +सतनुर् +सतपुडा +सतपुडापर्वतशृङ्खला +सतपोधनाः +सतमः +सतमसि +सतम् +सतया +सतर +सतरा +सतर्क +सतर्कः +सतश् +सतश्च +सतश्चेति +सतस्तव +सतस्तस्य +सतस्तु +सतह +सतही +सता +सतां +सतांबूलं +सताः +सताङ्गतिः +सताञ्च +सताप +सतापं +सतामपि +सतामयं +सतामर्थे +सतामसतां +सतामाराधनं +सतामिति +सतामित्यादि +सतामिव +सतामिह +सतामीप्सितार्थक्रियैव +सतामेतानि +सतामेव +सताम् +सताम्बूलं +सताम्‌ +सतार +सतारं +सतारकम् +सतारका +सतारकौ +सतारा +सतारे +सतालं +सतालगर्भैः +सति +सतिं +सतिः +सतिक्तं +सतिक्तः +सतिक्ता +सतिनिरुद्धं +सतिमिरा +सतिल +सतिलं +सतिलकं +सतिलके +सतिला +सतिलान् +सतिलैः +सतिलोदकचन्दनैः +सतिशिष्टत्वात् +सतिशिष्टस्वरबलीयस्त्वमन्यत्र +सतिशिष्टोऽपि +सतिष्ठते +सतिसप्तमी +सतिसप्तम्या +सती +सतीं +सतीः +सतीखंडे +सतीखण्डः +सतीखण्डे +सतीच्छसि +सतीति +सतीतीर्थं +सतीत्यपि +सतीत्यर्थ +सतीत्यर्थः +सतीत्यर्थे +सतीत्यस्य +सतीत्यादि +सतीत्याह +सतीत्युक्तम् +सतीत्वं +सतीत्वमुपजायते +सतीत्वम् +सतीत्वेन +सतीदं +सतीदानीं +सतीदेवी +सतीदेव्याः +सतीधर्मो +सतीधिया +सतीन +सतीनं +सतीनकङ्कतः +सतीनकाः +सतीनसत्वा +सतीनां +सतीनाम् +सतीपतिः +सतीपतिम् +सतीप्रथा +सतीप्रथायाः +सतीभिः +सतीभ्यश्च +सतीमपि +सतीम् +सतीयं +सतीयाध्यायस्य +सतीरूपं +सतीरूपा +सतीर् +सतीर्थ्य +सतीर्थ्यः +सतीर्थ्यतां +सतीर्थ्यान् +सतीलकः +सतीलोकं +सतीव +सतीव्रतम् +सतीश +सतीशिवौ +सतीश् +सतीश्च +सतीश्वरः +सतीश्वरी +सतीषु +सतीष्वपि +सतीस्तथा +सतीस्ता +सतीस्त्रियः +सतीह +सतु +सतुक्कस्य +सतुषं +सतुषा +सतुषैः +सतुष्ट +सतुष्टा +सतू +सतूर्यं +सतूलया +सतृट् +सतृण +सतृणं +सतृणा +सतृष +सतृष्ण +सतृष्णं +सतृष्णः +सतृष्णस्य +सतृष्णा +सतृष्णाः +सतृष्णे +सते +सतेजसमेवैनं +सतेजसम् +सतेजस्त्वाय +सतेति +सतेन +सतेि +सतेिलके +सतैलं +सतैलयन्त्रस्थे +सतैललवणं +सतैलेन +सतैव +सतो +सतोः +सतोगुण +सतोदं +सतोदभेदमुदरं +सतोपि +सतोबृहती +सतोबृहतीं +सतोबृहतीम् +सतोबृहतीषु +सतोबृहत्यः +सतोबृहत्या +सतोबृहत्युत्तरा +सतोबृहत्यो +सतोबृहत्यौ +सतोमरैः +सतोय +सतोयं +सतोयमिव +सतोरणं +सतोरणम् +सतोरणा +सतोरणाम् +सतोरपि +सतोरेव +सतोवीरा +सतोवीराः +सतोष +सतोषेण +सतोऽगारे +सतोऽनुपपत्तेः +सतोऽपि +सतोऽप्यविवक्षा +सतोऽभिव्यक्तियोगात् +सतोऽर्थस्य +सतोऽसज्जायते +सतोऽसतो +सतौ +सत् +सत्क +सत्कथं +सत्कथा +सत्कथां +सत्कथाः +सत्कथाम् +सत्करणं +सत्करिष्यति +सत्करिष्यन्ति +सत्करिष्यामीति +सत्करिष्यामो +सत्करोति +सत्कर्तव्यो +सत्कर्ता +सत्कर्तुं +सत्कर्त्तव्यः +सत्कर्त्तव्या +सत्कर्त्तव्याः +सत्कर्त्तव्योऽसि +सत्कर्म +सत्कर्मणा +सत्कर्मणां +सत्कर्मणि +सत्कर्मभिः +सत्कर्मसु +सत्कर्माणि +सत्कर्मों +सत्कर्म्म +सत्कल्पवृक्षे +सत्कविः +सत्कविगिरां +सत्कवित्वेन +सत्कविभणितिः +सत्कवीनां +सत्कवीनाम् +सत्कायदृष्टिः +सत्कायदृष्टिपरिज्ञा +सत्कायदृष्टिशैलं +सत्कार +सत्कारं +सत्कारः +सत्कारकरणम् +सत्कारणं +सत्कारणान्वितम् +सत्कारपूर्वं +सत्कारपूर्वक +सत्कारपूर्वकं +सत्कारपूर्वको +सत्कारमाचरत् +सत्कारमानपूजार्थं +सत्कारम् +सत्कारयुक्त +सत्कारवान् +सत्कारश्च +सत्कारस्य +सत्काराय +सत्कारार्थं +सत्कारासेवितः +सत्कारासेवितो +सत्कारे +सत्कारेण +सत्कारेति +सत्कारैः +सत्कारो +सत्कार्य +सत्कार्यं +सत्कार्यम् +सत्कार्यवाद +सत्कार्यवादस्य +सत्कार्यवादस्यैव +सत्कार्यवादे +सत्कार्या +सत्कार्याणि +सत्कार्ये +सत्कार्येषु +सत्काव्यं +सत्काव्यमिह +सत्किं +सत्किंचिदवशिष्यते +सत्कीर्तिं +सत्कीर्तिः +सत्कीर्तिसहितो +सत्कुरुत +सत्कुरुते +सत्कुर्याम +सत्कुर्वन्ति +सत्कुले +सत्कुलोत्पन्न +सत्कुलोद्भवः +सत्कृत +सत्कृतं +सत्कृतः +सत्कृतम् +सत्कृतवान् +सत्कृतश्च +सत्कृतस्तेन +सत्कृतस्य +सत्कृता +सत्कृताः +सत्कृतानां +सत्कृतान् +सत्कृताम् +सत्कृताश्च +सत्कृतास्ते +सत्कृति +सत्कृतिं +सत्कृतिः +सत्कृतिम् +सत्कृते +सत्कृतैः +सत्कृतो +सत्कृतौ +सत्कृत्य +सत्कृत्यमुक्तावली +सत्कृत्वा +सत्क्रियते +सत्क्रियया +सत्क्रिया +सत्क्रियां +सत्क्रियाः +सत्क्रियाम् +सत्खपि +सत्गुरु +सत्त +सत्तं +सत्तः +सत्तत्त्वं +सत्तथा +सत्तदेवाहमस्मि +सत्तन्नासदिति +सत्तन्नासदुच्यत +सत्तन्नासदुच्यते +सत्तपः +सत्तम +सत्तमं +सत्तमः +सत्तमम् +सत्तमा +सत्तमाः +सत्तमान् +सत्तमे +सत्तमैः +सत्तमो +सत्तमौ +सत्तम् +सत्तया +सत्तयेति +सत्तयैव +सत्तर +सत्तस्य +सत्ता +सत्तां +सत्ताः +सत्ताईस +सत्ताईसवां +सत्तादि +सत्तादिकारणत्वाद्भोक्तृत्वाच्च +सत्तादिप्रदत्वादेवोच्यते +सत्तादौ +सत्तापि +सत्तामपि +सत्तामात्रं +सत्तामात्रस्यात्मनो +सत्तामात्रे +सत्तामात्रेण +सत्तामादाय +सत्ताम् +सत्ताया +सत्तायां +सत्तायाः +सत्तायामपि +सत्तायामिति +सत्तायामेव +सत्तायाम् +सत्तायाश्च +सत्तारूढः +सत्तारूपः +सत्तारूपेण +सत्तालक्षणस्य +सत्तावन्तस्त्रयस्त्वाद्या +सत्तावान् +सत्तासत्ता +सत्तासत्ते +सत्तासमवायो +सत्तासामान्यं +सत्तासामान्यता +सत्तास्फूर्तिप्रदत्वेन +सत्ताऽपि +सत्ता॑ +सत्ति +सत्तिथौ +सत्ती +सत्तीर्थं +सत्तीर्थे +सत्तीर्थेऽर्कविधुग्रासे +सत्तु +सत्ते +सत्तेति +सत्तेत्यर्थः +सत्तैका +सत्तैव +सत्तो +सत्त्यं +सत्त्यस्य +सत्त्र +सत्त्रं +सत्त्रमासत +सत्त्रमासते +सत्त्रम् +सत्त्रस्य +सत्त्रस्यद्धिम् +सत्त्रस्यद्ध्यै +सत्त्राणि +सत्त्रिण +सत्त्रिणः +सत्त्रिणां +सत्त्रिणो +सत्त्रिभिः +सत्त्री +सत्त्रे +सत्त्रेण +सत्त्रेषु +सत्त्व +सत्त्वं +सत्त्वः +सत्त्वकार्यं +सत्त्वक्षेत्रज्ञौ +सत्त्वगामि +सत्त्वगुण +सत्त्वगुणं +सत्त्वगुणः +सत्त्वगुणस्य +सत्त्वगुणात्मिका +सत्त्वगुणे +सत्त्वगुणेन +सत्त्वगुणो +सत्त्वजाः +सत्त्वजास्तासामष्टाविंशतिसंख्यकाः +सत्त्वञ्च +सत्त्वतः +सत्त्वतनोर्नृणां +सत्त्वतमसी +सत्त्वधर्मेण +सत्त्वधातुं +सत्त्वधातोरनेकधा +सत्त्वधातोश्च +सत्त्वन +सत्त्वनिकाये +सत्त्वनिष्ठाः +सत्त्वपरिपाकः +सत्त्वपरिपाकाय +सत्त्वपातन +सत्त्वपातिनी +सत्त्वपाते +सत्त्वपुरुषयोः +सत्त्वपुरुषयोरत्यन्तासंकीर्णयोः +सत्त्वपुरुषान्यताख्यातिः +सत्त्वपुरुषान्यताख्यातिमात्रं +सत्त्वपुरुषान्यताख्यातिमात्रस्य +सत्त्वप्रधानं +सत्त्वप्रधानः +सत्त्वप्रधानस्य +सत्त्वप्रधाना +सत्त्वप्रधानानि +सत्त्वप्रधाने +सत्त्वभावेन +सत्त्वमध्ये +सत्त्वमपि +सत्त्वमयं +सत्त्वमया +सत्त्वमयी +सत्त्वमसत्त्वं +सत्त्वमस्ति +सत्त्वमस्त्री +सत्त्वमहम् +सत्त्वमात्रं +सत्त्वमात्रात्मिकामेव +सत्त्वमास्थाय +सत्त्वमाहरेत् +सत्त्वमाहो +सत्त्वमिति +सत्त्वमित्यादि +सत्त्वमित्युत +सत्त्वमुच्यते +सत्त्वमुत्तमम् +सत्त्वमूर्जितम् +सत्त्वमेव +सत्त्वम् +सत्त्वयुक्ता +सत्त्वयुक्तेन +सत्त्वरजसी +सत्त्वरजस्तमसां +सत्त्वरजस्तमांसि +सत्त्वरजस्तमोगुणात्मिका +सत्त्वरजस्तमोगुणानां +सत्त्वरजस्तमोभिः +सत्त्वरजस्तमोमयी +सत्त्वरजस्तमोमय्या +सत्त्वरम् +सत्त्वरूपं +सत्त्वरूपा +सत्त्वरूपो +सत्त्ववतः +सत्त्ववतां +सत्त्ववतामहम् +सत्त्ववताम् +सत्त्ववति +सत्त्ववन्तः +सत्त्ववन्तो +सत्त्ववरं +सत्त्ववरो +सत्त्ववर्जिताः +सत्त्ववान् +सत्त्वविशुद्धिः +सत्त्ववृद्धिः +सत्त्ववृद्धिरेव +सत्त्ववृद्धौ +सत्त्ववृद्ध्या +सत्त्वशब्दः +सत्त्वशब्देन +सत्त्वशालिनः +सत्त्वशीलः +सत्त्वशीलस्य +सत्त्वशीलेन +सत्त्वशीलो +सत्त्वशुद्धये +सत्त्वशुद्धिः +सत्त्वशुद्धिज्ञानप्राप्तिद्वारेण +सत्त्वशुद्धिज्ञानोत्पत्तिद्वारेण +सत्त्वशुद्धिद्वारा +सत्त्वशुद्धिद्वारेण +सत्त्वशुद्धिसौमनस्यैकाग्र्येन्द्रियजयात्मदर्शनयोग्यत्वानि +सत्त्वशुद्धौ +सत्त्वशुद्ध्यर्थं +सत्त्वशुद्ध्या +सत्त्वसंज्ञा +सत्त्वसंपन्नः +सत्त्वसंशुद्धिः +सत्त्वसंशुद्धिर्ज्ञानयोगव्यवस्थितिः +सत्त्वसमाविष्टः +सत्त्वसमाविष्टो +सत्त्वसम्पन्नो +सत्त्वस्थः +सत्त्वस्थस्य +सत्त्वस्था +सत्त्वस्थाः +सत्त्वस्थो +सत्त्वस्य +सत्त्वस्यान्तःकरणस्य +सत्त्वस्यापि +सत्त्वस्यायं +सत्त्वस्यैव +सत्त्वस्यैष +सत्त्वहितं +सत्त्वा +सत्त्वां +सत्त्वांश्च +सत्त्वाः +सत्त्वाच्च +सत्त्वाच्चावरस्य +सत्त्वात +सत्त्वात् +सत्त्वात्मनि +सत्त्वात्मा +सत्त्वात्मिका +सत्त्वात्संजायते +सत्त्वात्सञ्जायते +सत्त्वादयः +सत्त्वादयो +सत्त्वादाह +सत्त्वादि +सत्त्वादिः +सत्त्वादिगुणकृतं +सत्त्वादिगुणत्रययोगिना +सत्त्वादिगुणफलाध्यायः +सत्त्वादिगुणभेदेन +सत्त्वादिगुणविभागे +सत्त्वादिगुणानां +सत्त्वादिति +सत्त्वादित्यर्थः +सत्त्वादिना +सत्त्वादिनिष्ठा +सत्त्वादिभिः +सत्त्वादिभिन्नां +सत्त्वादिभिर्गुणैः +सत्त्वादिभेदात् +सत्त्वादिवर्गः +सत्त्वादिषु +सत्त्वादिस्वभावविशेषः +सत्त्वादीनां +सत्त्वादीनाम् +सत्त्वादीनि +सत्त्वादीन् +सत्त्वादेव +सत्त्वादौ +सत्त्वाद् +सत्त्वाद्यतो +सत्त्वाद्याः +सत्त्वाद्यैः +सत्त्वाधारो +सत्त्वाधिकः +सत्त्वाधिको +सत्त्वान +सत्त्वानां +सत्त्वानान् +सत्त्वानामन्तिके +सत्त्वानामपि +सत्त्वानामप्रमेयाणां +सत्त्वानामर्थाय +सत्त्वानामर्थे +सत्त्वानाम् +सत्त्वानि +सत्त्वानुरूपं +सत्त्वानुरूपा +सत्त्वानुरूपेति +सत्त्वान् +सत्त्वान्न +सत्त्वान्नास्माकं +सत्त्वापत्तिः +सत्त्वापत्तिश्चतुर्थी +सत्त्वापत्तेः +सत्त्वाभावात् +सत्त्वाभावे +सत्त्वाय +सत्त्वार्थं +सत्त्वार्थक्रियायै +सत्त्वार्थे +सत्त्वावजयञ्च +सत्त्वाश्च +सत्त्वासत्त्वयोः +सत्त्वासत्त्वे +सत्त्वास् +सत्त्वास्तं +सत्त्वास्ते +सत्त्वे +सत्त्वेति +सत्त्वेन +सत्त्वेनासत्तया +सत्त्वेनेति +सत्त्वेनैव +सत्त्वेभ्यः +सत्त्वेभ्यश्च +सत्त्वेभ्यो +सत्त्वेव +सत्त्वेषु +सत्त्वेष्वर्थचर्या +सत्त्वेऽपि +सत्त्वेऽप्य् +सत्त्वैः +सत्त्वो +सत्त्वोत्कर्षेण +सत्त्वोद्रिक्ता +सत्त्वोद्रिक्ताः +सत्त्वोद्रेकेण +सत्त्वोन्मेषस्य +सत्त्वोन्मेषात् +सत्त्वोपसर्जनं +सत्थं +सत्प +सत्पक्षा +सत्पतिं +सत्पतिः +सत्पतिम् +सत्पतिस्त्वं +सत्पती +सत्पते +सत्पतेः +सत्पते॒ +सत्पतौ +सत्पत्न्यो +सत्पथं +सत्पथः +सत्पथम् +सत्पथा +सत्पथाचारः +सत्पथि +सत्पथे +सत्पदं +सत्पदे +सत्पात्र +सत्पात्रं +सत्पात्रप्रतिपादितेव +सत्पात्राय +सत्पात्रे +सत्पाषाढविरचितं +सत्पुत्र +सत्पुत्रं +सत्पुत्रः +सत्पुत्रा +सत्पुत्राः +सत्पुत्रेण +सत्पुत्रो +सत्पुत्रौ +सत्पुरुष +सत्पुरुषं +सत्पुरुषः +सत्पुरुषव्रतम् +सत्पुरुषस्य +सत्पुरुषा +सत्पुरुषाः +सत्पुरुषाणां +सत्पुरुषाणाम् +सत्पुरुषान् +सत्पुरुषे +सत्पुरुषेण +सत्पुरुषेभ्यः +सत्पुरुषेषु +सत्पुरुषैः +सत्पुरुषो +सत्पुरुषों +सत्पुष्पा +सत्प्रति +सत्प्रतिग्रह +सत्प्रतिपक्ष +सत्प्रतिपक्षं +सत्प्रतिपक्षः +सत्प्रतिपक्षतया +सत्प्रतिपक्षता +सत्प्रतिपक्षतेति +सत्प्रतिपक्षत्वं +सत्प्रतिपक्षत्वम् +सत्प्रतिपक्षत्वात् +सत्प्रतिपक्षस्थले +सत्प्रतिपक्षस्य +सत्प्रतिपक्षे +सत्प्रतिपक्षो +सत्प्रतिपक्षोत्थापकतया +सत्प्रतिष्ठाः +सत्प्रत्ययस्य +सत्प॑तिं +सत्प॑तिं॒ +सत्प॑तिः +सत्प॑तिम् +सत्प॑ती +सत्फलं +सत्फलम् +सत्फलानि +सत्फलाय +सत्फलैः +सत्य +सत्यँ +सत्यं +सत्यंसत्यं +सत्यः +सत्यक +सत्यकं +सत्यकः +सत्यकर्मा +सत्यकर्माणं +सत्यकश्च +सत्यकस्य +सत्यकाम +सत्यकामं +सत्यकामः +सत्यकामत्वादीनां +सत्यकामस्य +सत्यकामा +सत्यकामाय +सत्यकामे +सत्यकामो +सत्यकारी +सत्यके +सत्यकेतु +सत्यकेतुः +सत्यकेतुर्महारथः +सत्यको +सत्यक्षेत्रे +सत्यग्रा +सत्यङ्कार +सत्यङ्कारः +सत्यङ्कारकृतं +सत्यचिद्घनम् +सत्यजिच्च +सत्यजित +सत्यजितं +सत्यजित् +सत्यज्ञा +सत्यज्ञान +सत्यज्ञानं +सत्यज्ञानादिपदानां +सत्यज्ञानादिलक्षणं +सत्यज्ञानादिलक्षणम् +सत्यज्ञानादिस्वरूपाद् +सत्यज्य +सत्यज्योतिश् +सत्यज्योतिश्च +सत्यञ्च +सत्यञ्चैव +सत्यत +सत्यतः +सत्यतपा +सत्यतपाः +सत्यतया +सत्यतर +सत्यता +सत्यतां +सत्यताम् +सत्यतायाः +सत्यते +सत्यतो +सत्यत्र +सत्यत्व +सत्यत्वं +सत्यत्वपक्षे +सत्यत्वमिति +सत्यत्वमेव +सत्यत्वम् +सत्यत्वस्य +सत्यत्वात् +सत्यत्वादिकं +सत्यत्वादिति +सत्यत्वावधारणात् +सत्यत्वे +सत्यत्वेन +सत्यत्वेऽपि +सत्यथ +सत्यदर्शनं +सत्यदेवं +सत्यदेवस्य +सत्यधनो +सत्यधर्म +सत्यधर्मं +सत्यधर्मः +सत्यधर्मणः +सत्यधर्मपरायणः +सत्यधर्मपरायणम् +सत्यधर्मपरायणा +सत्यधर्मपरायणाः +सत्यधर्ममयः +सत्यधर्मरतः +सत्यधर्मस्य +सत्यधर्मा +सत्यधर्माणो +सत्यधर्माय +सत्यधर्मे +सत्यधर्मेन्द्रो +सत्यधर्मो +सत्यधर्म्मपरो +सत्यधिकारे +सत्यधृतिः +सत्यधृतेः +सत्यन +सत्यनन्तरं +सत्यनाम +सत्यनामसु +सत्यनामा +सत्यनामां +सत्यनामानि +सत्यनारायण +सत्यनारायणं +सत्यनारायणः +सत्यनारायणो +सत्यनेक +सत्यनेकत्वं +सत्यनेन +सत्यन् +सत्यन्त +सत्यन्तं +सत्यन्तम् +सत्यन्तु +सत्यन्याय +सत्यप +सत्यपदं +सत्यपदे +सत्यपरं +सत्यपरः +सत्यपरा +सत्यपराक्रम +सत्यपराक्रमः +सत्यपराक्रमम् +सत्यपराक्रमान् +सत्यपराक्रमौ +सत्यपरायणः +सत्यपरायणा +सत्यपरो +सत्यपाशेन +सत्यपि +सत्यपीति +सत्यपीत्यर्थः +सत्यपुरं +सत्यपूतं +सत्यपूतां +सत्यपूतो +सत्यप्यत्र +सत्यप्येवं +सत्यप्रतिज्ञं +सत्यप्रतिज्ञः +सत्यप्रतिज्ञा +सत्यप्रतिज्ञेन +सत्यप्रतिज्ञो +सत्यप्रतिश्रवः +सत्यप्रतिष्ठायां +सत्यप्रशंसा +सत्यप्रसव +सत्यप्रसवाय +सत्यप्रिय +सत्यभामया +सत्यभामा +सत्यभामां +सत्यभामाया +सत्यभामायां +सत्यभामायाः +सत्यभामायै +सत्यभामासहायः +सत्यभामासहायवान् +सत्यभामे +सत्यभामोत्तमा +सत्यभामोवाच +सत्यभावेन +सत्यभाषण +सत्यभाषणादि +सत्यभाषिणः +सत्यभिधाने +सत्यभूतं +सत्यभूतः +सत्यभूतस्य +सत्यभूते +सत्यभूतेन +सत्यभूतौ +सत्यम +सत्यमक्रोध +सत्यमक्रोधः +सत्यमक्रोधस्त्यागः +सत्यमक्रोधो +सत्यमच्युतं +सत्यमतस्य +सत्यमथर्वाङ्गिरसामसि +सत्यमनिन्दिते +सत्यमनु +सत्यमनृतं +सत्यमन्त्राः +सत्यमन्मा +सत्यमन्मायजी +सत्यमपि +सत्यमप्रियम् +सत्यमभवत् +सत्यमभिहितं +सत्यमयं +सत्यमयो +सत्यमवितथं +सत्यमशीमहि +सत्यमसत्यं +सत्यमसत्यमन्यत् +सत्यमसि +सत्यमसृजन्त +सत्यमस्ति +सत्यमस्तु +सत्यमस्तेयं +सत्यमस्यान्तं +सत्यमहं +सत्यमहाभास्वरा +सत्यमहिंसा +सत्यमात्मानं +सत्यमानन्दमद्वयम् +सत्यमार्जवम् +सत्यमाश्रित्य +सत्यमाह +सत्यमाहारलाघवम् +सत्यमाहुः +सत्यमि +सत्यमिच्छामि +सत्यमिति +सत्यमित् +सत्यमित्तन्न +सत्यमित्त्वमया +सत्यमित्था +सत्यमित्यर्थः +सत्यमित्यादि +सत्यमित्यादिना +सत्यमित्याह +सत्यमित्युक्तं +सत्यमित्युच्यते +सत्यमित्युपनिषत् +सत्यमित्येव +सत्यमित्वमया +सत्यमिदं +सत्यमिदम् +सत्यमिन्द्रं +सत्यमिन्द्रम् +सत्यमिन्द्रियं +सत्यमिन्द्रियम् +सत्यमिव +सत्यमिष्टं +सत्यमीरितम् +सत्यमुक्तं +सत्यमुक्तम् +सत्यमुक्त्वा +सत्यमुच्यते +सत्यमुत +सत्यमुत्तरः +सत्यमुद्धृत्य +सत्यमुपगेषं +सत्यमुपासते +सत्यमुपैमि +सत्यमूलं +सत्यमृतं +सत्यमेकं +सत्यमेकपदं +सत्यमेतत् +सत्यमेतत्त्वया +सत्यमेतदसंशयम् +सत्यमेतदुदाहृतम् +सत्यमेतदुदीरितम् +सत्यमेतद् +सत्यमेतद्ब्रवीमि +सत्यमेतद्ब्रवीम्यहम् +सत्यमेतद्वचो +सत्यमेतन्न +सत्यमेतन्मया +सत्यमेतन्मयोदितम् +सत्यमेतन्महाभाग +सत्यमेधा +सत्यमेव +सत्यमेवं +सत्यमेवमिति +सत्यमेवमेतत् +सत्यमेवम् +सत्यमेवाहं +सत्यमेवेति +सत्यमेवेदं +सत्यमेवैतत् +सत्यमेवोक्तं +सत्यमेष +सत्यम् +सत्यम्भरेति +सत्यम्ऽइति +सत्यम्‌ +सत्ययं +सत्ययजं +सत्ययज्ञं +सत्ययज्ञः +सत्यया +सत्ययुग +सत्ययुगं +सत्ययुगम् +सत्ययुगस्य +सत्ययुगे +सत्यरजतस्थले +सत्यरजते +सत्यरतः +सत्यरता +सत्यराजन् +सत्यराधः +सत्यराधाः +सत्यराधो +सत्यरूप +सत्यरूपं +सत्यरूपः +सत्यरूपा +सत्यरूपेण +सत्यरूपो +सत्यर्थे +सत्यलोक +सत्यलोकं +सत्यलोकः +सत्यलोकनिलये +सत्यलोकनिवासिनः +सत्यलोकपर्यन्तं +सत्यलोकमतिक्रम्य +सत्यलोकविनाशसिद्धिःआब्रह्मभुवनाल्लोकाः +सत्यलोकश्च +सत्यलोकस्य +सत्यलोकात् +सत्यलोकादेः +सत्यलोके +सत्यलोकेऽपि +सत्यलोको +सत्यव +सत्यवक्ता +सत्यवचन +सत्यवचनं +सत्यवचनः +सत्यवचनमिति +सत्यवचनम् +सत्यवचनाद्राजा +सत्यवचने +सत्यवचनेन +सत्यवचा +सत्यवत +सत्यवतः +सत्यवता +सत्यवतां +सत्यवति +सत्यवती +सत्यवतीं +सत्यवतीसुत +सत्यवतीसुतः +सत्यवतीसुतम् +सत्यवतीसुतस्य +सत्यवते +सत्यवतो +सत्यवत् +सत्यवत्या +सत्यवत्यां +सत्यवत्याः +सत्यवत्याम् +सत्यवत्युवाच +सत्यवत्यै +सत्यवदनं +सत्यवद्भाति +सत्यवन् +सत्यवन्तं +सत्यवन्तो +सत्यवन्तौ +सत्यवर्जिताः +सत्यवश्यं +सत्यवा +सत्यवाक् +सत्यवाक्यं +सत्यवाक्यम् +सत्यवाक्यस्य +सत्यवाक्ये +सत्यवाक्येन +सत्यवाक्यो +सत्यवाक्शुचिः +सत्यवागनसूयकः +सत्यवागसि +सत्यवागिति +सत्यवागृजुः +सत्यवाग् +सत्यवाग्भव +सत्यवाचं +सत्यवाचः +सत्यवाचम् +सत्यवाचा +सत्यवाचे +सत्यवाणी +सत्यवादिता +सत्यवादित्वं +सत्यवादिनं +सत्यवादिनः +सत्यवादिनम् +सत्यवादिना +सत्यवादिनाम् +सत्यवादिनि +सत्यवादिनी +सत्यवादिनीम् +सत्यवादिने +सत्यवादिनो +सत्यवादिन् +सत्यवादिभिः +सत्यवादिषु +सत्यवादी +सत्यवानयं +सत्यवानुवाच +सत्यवान् +सत्यविक्रम +सत्यविक्रमः +सत्यविक्रमम् +सत्यविक्रमाः +सत्यविद्या +सत्यविद्याः +सत्यविद्याओं +सत्यवृधः +सत्यवृधो +सत्यव्रत +सत्यव्रतं +सत्यव्रतः +सत्यव्रतपरायणः +सत्यव्रतपरायणा +सत्यव्रतपरायणाः +सत्यव्रतपरायणैः +सत्यव्रतशास्त्री +सत्यव्रतश्च +सत्यव्रतस्तु +सत्यव्रतस्य +सत्यव्रता +सत्यव्रताः +सत्यव्रतानां +सत्यव्रताय +सत्यव्रते +सत्यव्रतेन +सत्यव्रतो +सत्यशब्दः +सत्यशब्दस्य +सत्यशब्देन +सत्यशवसः +सत्यशीला +सत्यशीलो +सत्यशुष्मः +सत्यशुष्माय +सत्यशौचाभ्यां +सत्यश् +सत्यश्च +सत्यश्रवसः +सत्यश्रवसि +सत्यश्रवसे +सत्यश्रवा +सत्यश्रुतः +सत्यसंकल्प +सत्यसंकल्पं +सत्यसंकल्पः +सत्यसंकल्पता +सत्यसंकल्पत्वात् +सत्यसंकल्पस्य +सत्यसंकल्पा +सत्यसंकल्पो +सत्यसंगरः +सत्यसंगरम् +सत्यसंध +सत्यसंधं +सत्यसंधः +सत्यसंधश्च +सत्यसंधस्य +सत्यसंधेन +सत्यसंधो +सत्यसंश्रयः +सत्यसङ्कल्प +सत्यसङ्कल्पं +सत्यसङ्कल्पः +सत्यसङ्कल्पता +सत्यसङ्कल्पो +सत्यसङ्गर +सत्यसङ्गरः +सत्यसति +सत्यसन्ध +सत्यसन्धं +सत्यसन्धः +सत्यसन्धश्च +सत्यसन्धस्य +सत्यसन्धा +सत्यसन्धाः +सत्यसन्धेन +सत्यसन्धो +सत्यसमं +सत्यसव +सत्यसवं +सत्यसवसः +सत्यसवस्य +सत्यसाक्षिणः +सत्यसारं +सत्यसारोऽनवद्यात्मा +सत्यस्ति +सत्यस्तु +सत्यस्त्रिष्टुभो +सत्यस्त्रिष्टुभोरूपेण +सत्यस्य +सत्यस्याक्षिभुवो +सत्यस्यापि +सत्यस्यापिहितं +सत्यस्यैव +सत्यस्वभावौ +सत्यस्वरूप +सत्यस्वरूपं +सत्यस्वरूपः +सत्यस्वरूपस्य +सत्यहं +सत्यहविरध्वर्युः +सत्यहीना +सत्यऽधर्मा +सत्यऽराधाः +सत्या +सत्यां +सत्याः +सत्याकृतिः +सत्याख्यं +सत्याख्या +सत्यागदस्य +सत्याग्रह +सत्याग्रहं +सत्याग्रहः +सत्याग्रहस्य +सत्याग्रहाः +सत्याग्रहे +सत्याचरण +सत्याचरणं +सत्याचार +सत्याचारी +सत्याच्च +सत्याञ्च +सत्यात् +सत्यात्परो +सत्यात्म +सत्यात्मकं +सत्यात्मनः +सत्यात्मनि +सत्यात्मने +सत्यात्मा +सत्यादय +सत्यादयः +सत्यादयो +सत्यादशपथे +सत्यादा +सत्यादि +सत्यादिति +सत्यादिपदानां +सत्यादिवाक्यं +सत्यादिवाक्ये +सत्यादिशब्दा +सत्यादिशब्दानां +सत्यादीनां +सत्यादीनि +सत्यादेव +सत्यादौ +सत्याद् +सत्याद्या +सत्याद्यात्मकस्तत्पदाभिधः +सत्याद्विद्यते +सत्याद्विशिष्यते +सत्याधारं +सत्याधिपतेयं +सत्यानन्द +सत्यानां +सत्यानाम् +सत्यानि +सत्यानृत +सत्यानृतं +सत्यानृता +सत्यानृते +सत्यानृ॒ते +सत्यान् +सत्यान्तं +सत्यान्न +सत्यान्वितं +सत्याप +सत्यापन +सत्यापनं +सत्यापनम् +सत्यापपाश +सत्यापयति +सत्यापाठविरचितं +सत्यापाढविरचितं +सत्यापाढहिरण्यकेशिसूत्रव्याख्यायां +सत्यापाढावरचितं +सत्यापादविरचितं +सत्यापाविरचितं +सत्यापि +सत्यापितैः +सत्याभं +सत्याभा +सत्याभिध्यायिनस्तदा +सत्याभिसंधस्य +सत्याभिसन्धः +सत्याभिसन्धस्य +सत्यामपि +सत्यामप्यपां +सत्यामिति +सत्यामित्यर्थः +सत्यामेव +सत्याम् +सत्याम्‌ +सत्याय +सत्याया +सत्यायां +सत्यायाः +सत्यायेति +सत्यायै +सत्यारम्भो +सत्यार्थ +सत्यार्थं +सत्यार्थी +सत्यावानमवथो +सत्यावेव +सत्याशिषः +सत्याशिषो +सत्याशीः +सत्याशीर् +सत्याश्च +सत्याश्रय +सत्याश्रयः +सत्याश्रयस्य +सत्याश्रये +सत्याषाढ +सत्याषाढः +सत्याषाढविरचितं +सत्याषाढहिरण्यकशिसूत्रव्याख्यायां +सत्याषाढहिरण्यकशिसूत्रे +सत्याषाढहिरण्यकेशिगृह्यसूत्र +सत्याषाढहिरण्यकेशिगृह्यसूत्रे +सत्याषाढहिरण्यकेशिश्रौतसूत्रे +सत्याषाढहिरण्यकेशिसूत्र +सत्याषाढहिरण्यकेशिसूत्रव्याख्यायां +सत्याषाढहिरण्यकेशिसूत्रे +सत्याषाढहिरण्यकेशिस्मार्तसंस्काररत्नमा +सत्याषाढहिरण्यकेशिस्मार्तसंस्काररत्नमालाया +सत्याषाढाय +सत्याषादविरचितं +सत्यासः +सत्यासत्य +सत्यासत्यं +सत्यासत्ययोः +सत्यासत्याः +सत्यासत्ये +सत्यासत्यौ +सत्यासनजये +सत्यासो +सत्यास्तु +सत्यास्तेयापरिग्रहान् +सत्यास्सन्तु +सत्याह +सत्यु +सत्युपपद्यते +सत्युवाच +सत्ये +सत्येक +सत्येकस्य +सत्येति +सत्येन +सत्येनातिवदति +सत्येनात्मानमालभे +सत्येनानेन +सत्येनापि +सत्येनायुधमालभे +सत्येनाहं +सत्येनेति +सत्येनैव +सत्येनैवैनं +सत्येनैवैना +सत्येनोत्तभिता +सत्येन्द्र +सत्येन्द्रनाथ +सत्येभिः +सत्येयं +सत्येव +सत्येवं +सत्येवेति +सत्येवेत्यर्थः +सत्येवोपपद्यते +सत्येष +सत्येषु +सत्येऽपि +सत्यै +सत्यैः +सत्यैव +सत्यो +सत्योः +सत्योक्तं +सत्योक्तिः +सत्योपदेश +सत्योपदेशेन +सत्योपयाचनेन +सत्योपादानत्वे +सत्योपि +सत्योवाच +सत्योऽपि +सत्योऽयं +सत्योऽर्थः +सत्योऽहं +सत्यौ +सत्यौजा +सत्यौजाः +सत्यौरसे +सत्य् +सत्य॑राधो॒ +सत्य᳘ं +सत्य꣡मो꣯जः +सत्यꣳ +सत्र +सत्रं +सत्रः +सत्रपं +सत्रपर्व +सत्रपा +सत्रप्रमुखमखविद्यैकचतुरः +सत्रभेदे +सत्रमध्ये +सत्रमाच्छादने +सत्रमासत +सत्रमासतेति +सत्रमासीनानां +सत्रम् +सत्रया +सत्रराट् +सत्रसदः +सत्रसदौ +सत्रस्थं +सत्रस्य +सत्रस्यर्द्धि +सत्रह +सत्रहवां +सत्रहवें +सत्रा +सत्राचा +सत्राच्या +सत्राजित +सत्राजितं +सत्राजितः +सत्राजितस्त्वमथ +सत्राजिताय +सत्राजिते +सत्राजितो +सत्राजित् +सत्राजिदस्तृतः +सत्राणां +सत्राणि +सत्राण्य् +सत्राति +सत्रादावन् +सत्रान्ते +सत्रापि +सत्राय +सत्रायणस्य +सत्रायते +सत्रायमाणा +सत्राशब्दः +सत्रासं +सत्रासा +सत्रासाहं +सत्रासाहम् +सत्रासाहीय +सत्रासाहीयं +सत्रासाहीयम् +सत्रासाहीयश्रुध्ये +सत्रासाहीये +सत्राहणं +सत्राहा +सत्रा꣡꣯दे꣯व꣢महाँ꣡꣯असि꣢ +सत्रि +सत्रिण +सत्रिणः +सत्रिणां +सत्रिणो +सत्रिदशाङ्गुलम् +सत्रिपादांशकं +सत्रिभग्रह +सत्रिभागं +सत्रिभार्कात् +सत्री +सत्रे +सत्रेण +सत्रेति +सत्रेषु +सत्रैव +सत्रो +सत्रोत्थानं +सत्र्यंशमाषत्रयनिर्मिता +सत्र्यंशाः +सत्व +सत्वं +सत्वः +सत्वगुण +सत्वगुणं +सत्वगुणः +सत्वगुणस्य +सत्वगुणेन +सत्वगुणो +सत्वचं +सत्वचः +सत्वजाः +सत्वञ्च +सत्वतः +सत्वतमसी +सत्वत् +सत्वदमनाय +सत्वन +सत्वनां +सत्वनाम् +सत्वने +सत्वन्तः +सत्वन्तु +सत्वपि +सत्वप्रधानानि +सत्वभिः +सत्वभिर्वृथा +सत्वमपि +सत्वमिति +सत्वमेव +सत्वम् +सत्वर +सत्वरं +सत्वरः +सत्वरजस्तमसां +सत्वरजस्तमांसि +सत्वरमाहूय +सत्वरमुत्थाय +सत्वरमुत्थितायाः +सत्वरमुपसृत्य +सत्वरमेव +सत्वरम् +सत्वरा +सत्वराः +सत्वरेण +सत्वरो +सत्ववतां +सत्ववन्तो +सत्ववान् +सत्वसंपन्नः +सत्वस्थं +सत्वस्थः +सत्वस्था +सत्वस्थाः +सत्वस्थो +सत्वस्य +सत्वऽभिः +सत्वा +सत्वाः +सत्वाख्यं +सत्वात् +सत्वादि +सत्वादिति +सत्वादित्यर्थः +सत्वादिना +सत्वादीनां +सत्वानः +सत्वानां +सत्वानि +सत्वानो +सत्वान् +सत्वान्न +सत्वाभाव +सत्वाय +सत्वा॑ +सत्वे +सत्वेन +सत्वेषु +सत्वेऽपि +सत्वैः +सत्वो +सत्व॑ने +सत्व॑भिः +सत्व॑ऽभिः +सत्स +सत्संग +सत्संगं +सत्संगः +सत्संगतिः +सत्संगमः +सत्संगमो +सत्संगस्य +सत्संगात् +सत्संगेन +सत्संगो +सत्संज्ञं +सत्संज्ञौ +सत्संप्रयोगे +सत्सङ्ग +सत्सङ्गं +सत्सङ्गः +सत्सङ्गतिः +सत्सङ्गत्या +सत्सङ्गत्याः +सत्सङ्गस्य +सत्सङ्गात् +सत्सङ्गान्तस्य +सत्सङ्गान्तहरः +सत्सङ्गिभिः +सत्सङ्गे +सत्सङ्गेन +सत्सङ्गो +सत्सदिति +सत्सप्तमी +सत्समागमः +सत्समागमात् +सत्सर्वं +सत्सि +सत्सिद्धान्तः +सत्सिद्धान्तशिरोमणेरयमगात् +सत्सु +सत्सुखं +सत्सुखम् +सत्सूद्विष +सत्सेवया +सत्सेवा +सत्स्त्रियः +सत्स्वपि +सत्स्वप्यन्येषु +सत्स्वभावः +सत्स्वभावस्य +सत्स्वरूपं +सत्स्वर्थगेषु +सत्स्विति +सत्स्वित्यर्थः +सत्स्विव +सत्स्वेव +सत्स्व् +सत्ऽपतिः +सत्ऽपतिम् +सत्ऽपते +सत्ऽप॑तिः +सत्ऽप॑तिम् +सत्‌ +सथ +सथं +सथः +सथा +सथापि +सथैव +सद +सदं +सदः +सदःसदः +सदःसु +सदः॑ +सदः॒ +सदक्षरं +सदक्षिणं +सदक्षिणः +सदक्षिणम् +सदक्षिणस्य +सदक्षिणा +सदक्षिणां +सदक्षिणाः +सदक्षिणान् +सदक्षिणाम् +सदक्षिणे +सदक्षिणैः +सदङ्गा +सदजायत +सदण्डं +सदण्डः +सदण्डकम् +सदत +सदतं +सदतां +सदतां॒ +सदताम् +सदति +सदत् +सदद्वैतं +सदधि +सदन +सदनं +सदनकरणे +सदनमङ्गानां +सदनमाविशस्व +सदनमिति +सदनम् +सदनयोः +सदनस्य +सदना +सदनात् +सदनानि +सदनान् +सदनान्यस्याः +सदनाय +सदनासदे +सदनित्यं +सदनी +सदनु +सदनुग्रहाय +सदनुजमनुजादित्यदैत्यं +सदनुष्ठिताः +सदने +सदनेषु +सदनो +सदनोदयम् +सदन्तः +सदन्तरे +सदन्तरेऽपि +सदन्तु +सदन्नं +सदपि +सदपीति +सदप्यसत् +सदमप्रमादम् +सदमित् +सदमिदप्रमृष्यः +सदमुच्छन्तु +सदम् +सदय +सदयं +सदयः +सदयमेव +सदयम् +सदया +सदयालूनपल्लवाः +सदये +सदयेन +सदयो +सदर +सदर्थ +सदर्थं +सदर्थनिदर्शना +सदर्थे +सदर्न +सदर्पं +सदर्पः +सदर्पम् +सदर्भं +सदर्भा +सदर्भे +सदलं +सदला +सदव +सदवसश्रुवः +सदशं +सदशो +सदश् +सदश्च +सदश्व +सदश्वः +सदश्वा +सदश्वान् +सदश्वैः +सदस +सदसः +सदसच्च +सदसच्चाहमर्जुन +सदसच्चैव +सदसच्छब्दौ +सदसज्ज्ञानसमुद्रात् +सदसतः +सदसतां +सदसती +सदसतोः +सदसतोरिति +सदसतोर् +सदसतोर्मध्यं +सदसतोर्मध्ये +सदसत् +सदसत्क्षरमक्षरम् +सदसत्तत्परं +सदसत्त्वं +सदसत्त्वयोः +सदसत्त्वाभ्यां +सदसत्त्वे +सदसत्त्वेन +सदसत्पक्षभेदेन +सदसत्वे +सदसदात्मकं +सदसदात्मकः +सदसदात्मकम् +सदसदात्मके +सदसदादिशब्दप्रत्ययागोचरं +सदसदिति +सदसदित्येतन्निर्वाणानुशासनमिति +सदसद् +सदसद्भावात्मकं +सदसद्भूतमेव +सदसद्भ्यां +सदसद्योगो +सदसद्योनिजन्मसु +सदसद्रूपं +सदसद्वा +सदसद्वाखिलात्मिके +सदसद्वापि +सदसद्विभागस्य +सदसद्विलक्षणं +सदसद्विलक्षणत्वं +सदसद्विलक्षणत्वम् +सदसद्विलक्षणम् +सदसद्विवेकम् +सदसद्व्यक्तमव्यक्तं +सदसन् +सदसन्तो +सदसन्न +सदसस् +सदसस्पतय +सदसस्पतये +सदसस्पति +सदसस्पतिं +सदसस्पतिः +सदसस्पतिमद्भुतं +सदसस्पतिमद्भुतम् +सदसस्पतिमाज्याहुत्या +सदसस्पतिमाज्याहुत्येति +सदसस्पतिमिति +सदसस्पतिम् +सदसस्पतिर्द्वितीयः +सदसा +सदसि +सदसीति +सदसे +सदसो +सदस् +सदस्कृतं +सदस्ति +सदस्पती +सदस्य +सदस्यं +सदस्यः +सदस्यता +सदस्यतां +सदस्यत्वं +सदस्यत्वम् +सदस्यत्वेन +सदस्यनाम +सदस्यपक्षे +सदस्यम् +सदस्यरस्यत्वं +सदस्यराष्ट्राणि +सदस्यसम्भाषणम् +सदस्यस्य +सदस्या +सदस्यां +सदस्याः +सदस्यानां +सदस्यानाम् +सदस्यानुमते +सदस्यान् +सदस्याम् +सदस्याय +सदस्याश्च +सदस्यास्तत्र +सदस्यास्तस्य +सदस्ये +सदस्येन +सदस्येभ्यः +सदस्येभ्यश्च +सदस्येभ्यो +सदस्येव +सदस्येषु +सदस्यैः +सदस्यैरनुज्ञातः +सदस्यैश्च +सदस्यो +सदस्यों +सदस्योऽसि +सदस्यौ +सदस्य् +सदा +सदां +सदांसि +सदां॑सि +सदाः +सदाकारं +सदाकालं +सदाख्यं +सदागति +सदागतिं +सदागतिः +सदागतिनिमित्तजः +सदागतिम् +सदागतेः +सदागतौ +सदागमः +सदाचरणं +सदाचरेत् +सदाचार +सदाचारं +सदाचारः +सदाचारनिरूपणम् +सदाचारनिर्णयो +सदाचारपरा +सदाचारपरो +सदाचारप्रवृत्तिर्या +सदाचाररतो +सदाचारवतां +सदाचारवान्नरः +सदाचारशुचेः +सदाचारश्च +सदाचारस्य +सदाचारस्योच्यमानत्वात् +सदाचारा +सदाचाराः +सदाचाराणां +सदाचाराध्यायः +सदाचारानुसंधानम् +सदाचारान् +सदाचारी +सदाचारे +सदाचारेण +सदाचारेषु +सदाचारैः +सदाचारो +सदाच्युतः +सदाज्ञात +सदाज्ञातत्वं +सदाज्ञातविषयत्वं +सदाडिमं +सदाडिमम् +सदाडिमरसं +सदाडिमा +सदाडिमैः +सदातद्भावभावितत्त्वं +सदातन +सदातनं +सदातनः +सदातनत्वात् +सदातनत्वे +सदातनत्वेन +सदातनम् +सदातनविश्वोत्तीर्णविश्वाव्यतिरिक्त +सदातनी +सदात्मकः +सदात्मकम् +सदात्मकस्य +सदात्मनः +सदात्मना +सदात्मनि +सदात्मनो +सदात्मा +सदात्मानं +सदात्र +सदादरात् +सदादाने +सदादि +सदादिभ्यो +सदाधारा +सदानं +सदानंद +सदानः +सदानघ +सदानघे +सदानन्द +सदानन्दं +सदानन्दः +सदानन्दा +सदानन्दाः +सदानन्दे +सदानन्दो +सदानव +सदानीरा +सदानुगाः +सदानुरक्तस्य +सदानेन +सदान्वा +सदान्वाः +सदान्वे +सदापि +सदापुष्पः +सदाफल +सदाफलः +सदाफला +सदाभद्रा +सदाभवत् +सदाभाव +सदाभासं +सदाभीष्टं +सदाभ्यसेत् +सदाभ्यासं +सदाभ्यासेन +सदाम +सदामदैः +सदामर्षी +सदाम् +सदाम्नी +सदाम्बिका +सदायतना +सदायतनाः +सदायोगी +सदार +सदारं +सदारः +सदारश्च +सदारस्तु +सदारस्य +सदारा +सदाराः +सदाराणां +सदारान् +सदाराश्च +सदारेण +सदारैः +सदारो +सदारोऽपि +सदार्चयेत् +सदालूता +सदावतु +सदावन् +सदाविष्णुं +सदावृधं +सदावृधः +सदावृधम् +सदावृधस्सखा +सदाशयः +सदाशिव +सदाशिवं +सदाशिवः +सदाशिवपदं +सदाशिवमयं +सदाशिवम् +सदाशिवराव +सदाशिवलिङ्गम् +सदाशिवस्य +सदाशिवा +सदाशिवाख्यं +सदाशिवात् +सदाशिवाय +सदाशिवे +सदाशिवेन +सदाशिवेन्द्राय +सदाशिवो +सदाशिवोम् +सदाशुचिः +सदाश्नन्ति +सदाश्रयः +सदाश्रयम् +सदास +सदासहम् +सदासा +सदासाः +सदासि +सदासी +सदासीत् +सदासीत्तदानीं +सदासीत्तदानीम् +सदासीदिति +सदासौ +सदास्ति +सदास्तु +सदास्ते +सदाह +सदाहं +सदाहः +सदाहञ्च +सदाहतोदं +सदाहम् +सदाहरुक् +सदाहश्च +सदाहा +सदाहाः +सदाहार्त्ति +सदाहे +सदाहैः +सदाहो +सदाहोषा +सदाऽत्र +सदाऽनघ +सदाऽपि +सदाऽभवत् +सदाऽभवन् +सदाऽव +सदाऽवतु +सदाऽशुचिः +सदाऽसाः +सदाऽस्ति +सदाऽस्तु +सदाऽस्माकं +सदाऽहं +सदाऽऽचरेत् +सदाऽऽत्मानं +सदाऽऽस्ते +सदा॑ +सदा॒ +सदा॒साः +सदि +सदिगीश्वराः +सदिति +सदित्यनेन +सदित्यपि +सदित्यर्थः +सदित्यादि +सदित्यादिना +सदित्युच्चार्य्य +सदित्युच्यते +सदित्येतत् +सदित्येतत्प्रयुज्यते +सदित्येव +सदित्येवाभिधीयते +सदिदं +सदिरप्रतेः +सदिव +सदी +सदीपं +सदीपकम् +सदीर्घो +सदीश्वरः +सदु +सदुःखं +सदुक्तं +सदुक्तिकर्णामृतम् +सदुक्तिकर्णामृते +सदुक्तिभिः +सदुग्धं +सदुग्धञ्च +सदुग्धा +सदुच्यते +सदुत्तरं +सदुत्पत्तिः +सदुपयोगं +सदुपयोगः +सदुरालभः +सदुरालभम् +सदुरालभा +सदू +सदृ +सदृक् +सदृक्ष +सदृक्षः +सदृक्षासः +सदृङ् +सदृङ्ङसि +सदृश +सदृशं +सदृशः +सदृशतम +सदृशतमः +सदृशतया +सदृशता +सदृशत्वं +सदृशत्वात् +सदृशत्वेन +सदृशद्वयस्य +सदृशप्रतिरूपयोः +सदृशमनुरूपमेव +सदृशमहान् +सदृशमात्मनः +सदृशमिति +सदृशमेव +सदृशम् +सदृशयोः +सदृशयोरैक्यारोपो +सदृशस्तव +सदृशस्तस्य +सदृशस्त्वं +सदृशस्य +सदृशा +सदृशां +सदृशाः +सदृशात् +सदृशात्कुलात्कलत्रमानीतम् +सदृशानां +सदृशानाम् +सदृशानि +सदृशानुभवात् +सदृशान् +सदृशान्तरे +सदृशाय +सदृशि +सदृशी +सदृशीं +सदृशीः +सदृशीति +सदृशीम् +सदृशे +सदृशेति +सदृशेन +सदृशेषु +सदृशैः +सदृशैर्गुणैः +सदृशो +सदृशोऽन्यो +सदृशोऽयमिति +सदृशोऽसदृशोऽपि +सदृशोऽस्ति +सदृशौ +सदृश् +सदृश्यः +सदृश्यते +सदृश्या +सदृष्टान्तं +सदृष्टान्तप्रदर्शनं +सदृष्टान्तमाह +सदृष्टान्तमुपपादयति +सदृष्टिक्षेपम् +सदे +सदेः +सदेकं +सदेज्यते +सदेति +सदेत्यनेन +सदेम +सदेयम् +सदेर्लुङि +सदेव +सदेवं +सदेवः +सदेवकं +सदेवकस्य +सदेवके +सदेवकेषु +सदेवताः +सदेवत्वाय +सदेवम् +सदेवर्षिगणं +सदेवा +सदेवाः +सदेवासुरगन्धर्वं +सदेवासुरगन्धर्वा +सदेवासुरमानवम् +सदेवासुरमानुषम् +सदेवासुरमानुषाः +सदेवासुरमानुषान् +सदेवासुरमानुषाम् +सदेवासुरमानुषैः +सदेवीकं +सदेवीकः +सदेवेति +सदेवेदं +सदेवेदमग्र +सदेवो +सदेवꣳ +सदेश +सदेशः +सदेह +सदेहं +सदेहः +सदेहस्य +सदेहा +सदेहो +सदै +सदैक +सदैकं +सदैकत्र +सदैकत्वे +सदैकरूपं +सदैकरूपरूपाय +सदैत्याः +सदैन्यं +सदैव +सदैवं +सदैवात्मा +सदैवात्र +सदैवास्ति +सदैवास्तु +सदैवास्ते +सदैवाहं +सदैवेति +सदैवेश्वर +सदैवेश्वरः +सदैवेह +सदैवैष +सदो +सदोच्यते +सदोत्तमः +सदोत्थाय +सदोदयः +सदोदित +सदोदितं +सदोदितः +सदोदितम् +सदोदिता +सदोदितां +सदोदिताय +सदोदितो +सदोदितोऽहं +सदोद्यतः +सदोद्युक्ता +सदोद्युक्तो +सदोपवासी +सदोपोष्या +सदोमध्ये +सदोविशीयं +सदोविशीयम् +सदोष +सदोषं +सदोषः +सदोषता +सदोषत्वं +सदोषत्वेन +सदोषमपि +सदोषम् +सदोषस्य +सदोषा +सदोषाः +सदोषे +सदोषेषु +सदोषो +सदोहविर्धानयोर्मध्ये +सदोहविर्धानाग्नीध्राणि +सदोहविर्धानानि +सदोहविर्धाने +सदोऽसि +सदोऽसीति +सदो॑ +सदो॒ +सदौषधं +सद् +सद्गणः +सद्गतिं +सद्गतिः +सद्गतिमाप्नोति +सद्गतिम् +सद्गतिसंजाता +सद्गतौ +सद्गमय +सद्गमयेति +सद्गुण +सद्गुणं +सद्गुणः +सद्गुणा +सद्गुणाः +सद्गुणानां +सद्गुणान् +सद्गुणैः +सद्गुणो +सद्गुणों +सद्गुरु +सद्गुरुं +सद्गुरुः +सद्गुरुणा +सद्गुरुतः +सद्गुरुम् +सद्गुरो +सद्गुरोः +सद्गुरौ +सद्ग्रहैः +सद्द +सद्दर्पम् +सद्दा +सद्दाम +सद्दावेदि +सद्दे +सद्दो +सद्द्रव्यं +सद्द्विज +सद्द्विजः +सद्द्विजाः +सद्ध +सद्धं +सद्धनम् +सद्धर्म +सद्धर्मं +सद्धर्मः +सद्धर्मक्षीरमथनान्नवनीतं +सद्धर्मदेशना +सद्धर्मश्रवणं +सद्धर्मसाधनं +सद्धर्मस्य +सद्धर्मान् +सद्धर्मे +सद्धर्मेऽन्तर्हिते +सद्धर्मो +सद्धर्मोऽपि +सद्धा +सद्धि +सद्धिं +सद्धिः +सद्धिया +सद्धेतौ +सद्ध्रुवं +सद्बरह्म +सद्बुद्धिं +सद्बुद्धिः +सद्बुद्धिरपि +सद्बुद्धे +सद्बुद्धेः +सद्बुद्ध्या +सद्ब्रह्म +सद्ब्रह्मणि +सद्भक्तिं +सद्भक्त्या +सद्भर्तृप्रतिपादिता +सद्भर्त्रे +सद्भवति +सद्भवेत् +सद्भा +सद्भाव +सद्भावं +सद्भावः +सद्भावनया +सद्भावना +सद्भावनादिनम् +सद्भावमात्रं +सद्भावमात्रेण +सद्भावम् +सद्भावस्य +सद्भावा +सद्भावाच्च +सद्भावात् +सद्भावादिति +सद्भावाद् +सद्भावे +सद्भावेन +सद्भावेनैव +सद्भावेऽपि +सद्भावो +सद्भि +सद्भिः +सद्भिरनुष्ठितः +सद्भिरनुष्ठितम् +सद्भिराचरितं +सद्भिराचरितः +सद्भिरिति +सद्भिरिष्यते +सद्भिरुच्यते +सद्भिरुदाहृतः +सद्भिरेव +सद्भिर् +सद्भिर्न +सद्भिर्निन्दित +सद्भिर्विजने +सद्भिश्च +सद्भिस्तु +सद्भूतं +सद्भूतः +सद्भूतदक्षिणीये +सद्भूतमर्थं +सद्भूतस्य +सद्भूतो +सद्भूम्या +सद्भ्य +सद्भ्यः +सद्भ्यामभावो +सद्भ्यो +सद्म +सद्मनः +सद्मनां +सद्मनि +सद्मनी +सद्मनो +सद्मन् +सद्ममखसम् +सद्मसु +सद्मा +सद्मानि +सद्मा॑नि +सद्मेव +सद्म॑ +सद्म॑न् +सद्म॒ +सद्य +सद्यं +सद्यः +सद्यःकाले +सद्यःक्रीः +सद्यःक्षतचिकित्सिताध्यायः +सद्यःक्षतविधानं +सद्यःप्राणहराणि +सद्यःशुद्धौ +सद्यःशौचं +सद्यःशौचम् +सद्यःसीरोत्कषणसुरभि +सद्यःस्नेहनमुच्यते +सद्यएव +सद्यते +सद्यथा +सद्यपि +सद्यमन्त्रेण +सद्यश् +सद्यश्च +सद्यश्चित् +सद्यश्चित्सन्ति +सद्यश्चुकोप +सद्यस् +सद्यस्कं +सद्यस्कालः +सद्यस्काला +सद्यस्काले +सद्यस्ततो +सद्यस्तत्र +सद्यस्तथा +सद्यस्तप्तं +सद्यस्तया +सद्यस्तरां +सद्यस्तस्य +सद्यस्तिलनालजेन +सद्यस्तु +सद्यस्तुष्टिकरं +सद्यस्ते +सद्यस्तेन +सद्यस्त्यजति +सद्यस्त्वं +सद्यस्य +सद्या +सद्यादि +सद्यान्तं +सद्युक्त्या +सद्ये +सद्येन +सद्यो +सद्योजात +सद्योजातं +सद्योजातः +सद्योजातमूर्तये +सद्योजातस्तु +सद्योजातस्य +सद्योजाता +सद्योजातादि +सद्योजातानां +सद्योजाताय +सद्योजाते +सद्योजातेन +सद्योजातैः +सद्योजातो +सद्योमरणं +सद्योमरणम् +सद्योमांसं +सद्योमुक्तिभाजां +सद्योहतं +सद्योऽथ +सद्योऽपि +सद्र +सद्रत्नमुकुटोज्ज्वलम् +सद्रत्नसाररचितं +सद्रवं +सद्रव्यं +सद्रव्यः +सद्रसान् +सद्रूप +सद्रूपं +सद्रूपः +सद्रूपस्य +सद्रूपा +सद्रूपे +सद्रूपेण +सद्रूपो +सद्रोणा +सद्वंशः +सद्वचः +सद्वती +सद्वन्तावाज्यभागौ +सद्वन्ताव् +सद्वन्तौ +सद्वरं +सद्वस्तु +सद्वस्तुनः +सद्वस्तुनि +सद्वस्तुनो +सद्वस्त्वपि +सद्वा +सद्वाक्यं +सद्वादशं +सद्वादी +सद्वारकम् +सद्वारा +सद्वासना +सद्वासनावातिके +सद्वासनावात्तिके +सद्वासनाऽकारि +सद्वाऽसद्वा +सद्वि +सद्विकम् +सद्विगर्हितम् +सद्विचारः +सद्वितीय +सद्वितीयं +सद्वितीयः +सद्वितीयत्वं +सद्वितीयत्वपूर्णता +सद्वितीयस्य +सद्वितीया +सद्वितीये +सद्वितीयो +सद्विद्या +सद्विद्यां +सद्विद्यानां +सद्विद्यायाः +सद्विप्रा +सद्वियोगः +सद्विषयेणैकचन्द्रदर्शनेन +सद्वीपा +सद्वीपां +सद्वृक्ष +सद्वृत्त +सद्वृत्तं +सद्वृत्तः +सद्वृत्तम् +सद्वृत्ताः +सद्वृत्तिः +सद्वृत्ते +सद्वृत्तेन +सद्वृत्तो +सद्वृत्त्या +सद्वेषेण +सद्वैद्यः +सद्वैष्णवानां +सद्व्यवहारः +सद्व्रज्या +सद्व्रतं +सद्व्रतम् +सद्‌भिः +सद॑ +सद॑ः +सद॑जायत +सद॑नं +सद॑नं॒ +सद॑नम् +सद॑नानि +सद॑नाय +सद॑ने +सद॑नेषु +सद॑ने॒ +सद॑मुच्छन्तु +सद॑म् +सद॑सः +सद॑सि +सद॑सि॒ +सद॑सो॒ +सद॑स्कृ॒तं +सद॑स॒स्पति॒मद्भु॑तं +सद॒ +सद॒स्पती॒ +सध +सधं +सधः +सधन +सधनं +सधनः +सधनम् +सधनस्य +सधना +सधनां +सधनाः +सधनि +सधनुः +सधनुष्काः +सधनो +सधन्यः +सधमाद +सधमादं +सधमादः +सधमादम् +सधमादस्थयोश्छन्दसि +सधमादे +सधमादेषु +सधमादो +सधमाद्यः +सधमाद्या +सधमाद्यासः +सधमाद्ये +सधयति +सधराधरा +सधर्मः +सधर्मकं +सधर्मकः +सधर्मचारिणी +सधर्मस्य +सधर्मा +सधर्माणः +सधर्माणो +सधर्मिणी +सधर्मित्वं +सधर्म्माणः +सधवा +सधस +सधस्तुतिम् +सधस्थ +सधस्थं +सधस्थमासदत् +सधस्थम् +सधस्था +सधस्थाः +सधस्थात् +सधस्थादग्निं +सधस्थाद् +सधस्थानि +सधस्थे +सधऽमादः +सधऽमादम् +सधऽमादे +सधऽस्थम् +सधऽस्थे +सधा +सधादेशः +सधान +सधान्यं +सधारं +सधि +सधिः +सधिषि +सधिष्टव +सधि॒ष्टव॒ +सधीः +सधु +सधुः +सधुरं +सधूम +सधूमं +सधूमः +सधूमकलुषोदयः +सधूममिव +सधूमा +सधूमाः +सधूमार्चिः +सधूमाश्च +सधूमे +सधूमो +सधै +सधैं +सधैः +सधैर्यं +सधैर्या +सध्य +सध्यं +सध्यः +सध्यते +सध्या +सध्याख्याद्वैतसिद्धिसिद्धान्तसारे +सध्यानं +सध्यायः +सध्याया +सध्यासम् +सध्ये +सध्रि +सध्रिः +सध्रियञ्चो +सध्रीचा +सध्रीची +सध्रीचीः +सध्रीचीनं +सध्रीचीनः +सध्रीचीना +सध्रीचीनाः +सध्रीचीनेन +सध्रीचीनो +सध्रीचीर्विश्वा +सध्रीचीश्च +सध्रुवं +सध्र्यक् +सध्र्यङ् +सध्र्यञ्चः +सध्र्यादेशः +सध्वजं +सध्वजः +सध्वजाः +सध्वजानां +सध॒मादे॑ +सध॒मादे॑षु +सध॒मादो॑ +सध॒माद॒ +सन +सनं +सनंदन +सनंदश्च +सनः +सनइन्द्रा +सनइन्द्राय +सनक +सनकं +सनकः +सनकमुखान् +सनकश्च +सनका +सनकाः +सनकात् +सनकादयः +सनकादयो +सनकादि +सनकादिकान् +सनकादिभिः +सनकादिभ्यः +सनकादीनां +सनकादीनामपि +सनकादीन् +सनकाद्या +सनकाद्याः +सनकाद्याश्च +सनकाद्यैः +सनकाद्यैश्च +सनकाय +सनकेन +सनको +सनक्षत्रं +सनक्षत्रा +सनक्षत्रां +सनक्षत्राणि +सनक्षत्रो +सनक्षत्रौ +सनखाः +सनगरं +सनजा +सनता +सनति +सनतेः +सनत् +सनत्कु +सनत्कुमार +सनत्कुमारं +सनत्कुमारः +सनत्कुमारकं +सनत्कुमारकः +सनत्कुमारप्रमुखास्तथैव +सनत्कुमारप्रमुखैराद्यैर्ब्रह्मर्षिभिर्वृतः +सनत्कुमारमुनिना +सनत्कुमारम् +सनत्कुमारश्च +सनत्कुमारसंहितायाम् +सनत्कुमारस्तु +सनत्कुमारस्य +सनत्कुमाराः +सनत्कुमाराद्या +सनत्कुमाराद्याः +सनत्कुमाराय +सनत्कुमारेण +सनत्कुमारेति +सनत्कुमारो +सनत्कुमारोक्तं +सनत्कुमारोऽपि +सनत्सुजात +सनत्सुजातेन +सनद्वाजः +सनन +सननं +सनन्तः +सनन्तस्य +सनन्ताः +सनन्तात् +सनन्ति +सनन्द +सनन्दं +सनन्दः +सनन्दन +सनन्दनं +सनन्दनः +सनन्दनादयः +सनन्दनादयो +सनन्दनाद्या +सनन्दनो +सनन्दश्च +सनन्दी +सनपर्णी +सनम +सनमस्कं +सनमस्कारकं +सनमिति +सनम् +सनयं +सनयः +सनया +सनयासु +सनये +सनरस्य +सनवथ +सनवानि +सनश्रुत +सनश्रुतं +सनस्य +सनहनं +सना +सनाः +सनागं +सनागरं +सनागरम् +सनागराः +सनातन +सनातनं +सनातनः +सनातनधर्म +सनातनधर्मः +सनातनधर्मगुरवः +सनातनधर्मस्य +सनातनमिति +सनातनम् +सनातनशब्देन +सनातनश्च +सनातनश्चिरंतनः +सनातनस्त्वं +सनातनस्य +सनातना +सनातनाः +सनातनात् +सनातनानि +सनातनान् +सनातनाय +सनातनि +सनातनी +सनातनीं +सनातनीम् +सनातने +सनातनेन +सनातनैः +सनातनो +सनातनोऽनादिः +सनातनौ +सनात् +सनात्सनातनतमः +सनाथ +सनाथं +सनाथः +सनाथता +सनाथतां +सनाथम् +सनाथा +सनाथां +सनाथाः +सनाथे +सनाथेन +सनाथो +सनादं +सनादग्ने +सनादयः +सनादसि +सनादेव +सनाद्यन्ता +सनाद्यन्ताः +सनानि +सनाभयः +सनाभयो +सनाभसाः +सनाभि +सनाभिः +सनाभितां +सनाभिम् +सनाम +सनामा +सनाम् +सनाम्नी +सनाय +सनायते +सनारदः +सनारुः +सनारोः +सनालं +सनालकः +सनाशंसभिक्ष +सना॑ +सना॑नि +सना॑भयो +सना॒ +सनि +सनिं +सनिंससनिवांसम् +सनिः +सनिःश्वासं +सनिःश्वासम् +सनिघण्ट +सनितः +सनिता +सनितारं +सनितासि +सनिति +सनितुं +सनितुः +सनितोत +सनितौ +सनिदर्शनं +सनिदर्शनम् +सनिदानं +सनिदानसम्प्राप्तिकं +सनिद्रं +सनिध +सनिधा +सनिधि +सनिधौ +सनिनि +सनिभ्य +सनिभ्यः +सनिमित्त +सनिमित्तं +सनिमित्तः +सनिमित्तत्वं +सनिमीमा +सनिम् +सनिम्बा +सनियमं +सनियमा +सनियमाः +सनिरसि +सनिर्घाता +सनिर्घाताः +सनिर्झरोद्गार +सनिर्वाणमकथ्यं +सनिर्वेदं +सनिर्वेदम् +सनिश्वासं +सनिषन्त +सनिषामहे +सनिष्णत +सनिष्यते +सनिष्यदत् +सनिष्यन् +सनिष्यन्तीनां +सनिष्यन्तीनाम् +सनिष्यवः +सनिष्यवो +सनिष्वणत् +सनिहिते +सनिऽभ्यः +सनि॑ता +सनि॑ता॒ +सनि॑तो॒त +सनि॑तौ +सनि॒तुर्नि॒धाना॑ +सनि॒ष्यन्ती॑नामा॒त्मानं॒ +सनी +सनीड +सनीडा +सनीडाः +सनीति +सनीनां +सनीळा +सनीळाः +सनीळेभिः +सनीव +सनीवन्त +सनीवन्तर्ध +सनीस्रस्यते +सनी॑ळाः +सनी॑ळेभिः +सनु +सनुः +सनुतः +सनुतरिति +सनुतर् +सनुतर्युयोतु +सनुते +सनुत्य +सनुत्यः +सनुत्यो +सनुत्री +सनुमः +सनुमो +सनुयाम +सनुयाम॒ +सनुहि +सनु॒तर्यु॑योत +सनु॒तर्यु॑योतु +सनू +सनूपुरं +सनृत्यं +सनृपस्य +सने +सनेत् +सनेन +सनेम +सनेमहम् +सनेमि +सनेमीति +सनेम॒ +सनेयं +सनेयम् +सनेयसंहितायाम् +सनेरू +सनेह +सनेि +सने॑मि +सने॑मि॒ +सने॑म्य॒स्मद्यु॑यव॒न्नमी॑वाः +सनैः +सनैगमैः +सनैवेद्यैः +सनो +सनोति +सनोतीति +सनोतु +सनोतेः +सनोतेरन +सनोतेरनः +सनोतेर्वा +सनौ +सन् +सन्कथं +सन्क्थि +सन्ज +सन्ज्ञितः +सन्झलोः +सन्त +सन्तं +सन्तं॑ +सन्तं॒ +सन्तः +सन्तः॑ +सन्तकबीरनगरमण्डलम् +सन्तत +सन्ततं +सन्ततः +सन्ततकालं +सन्ततत्वात् +सन्ततमेव +सन्ततम् +सन्ततयः +सन्ततसेवितः +सन्तता +सन्ततां +सन्ततादीनां +सन्ततानि +सन्तति +सन्ततिं +सन्ततिः +सन्ततिक्षयः +सन्ततिम् +सन्ततिरसि +सन्ततिरेव +सन्ततिश्च +सन्ततिस्तु +सन्तती +सन्तते +सन्ततेः +सन्ततो +सन्ततोच्छ्वासिनं +सन्ततौ +सन्तत्या +सन्तत्यै +सन्तत्र +सन्तनि +सन्तनु +सन्तनोति +सन्तन्यते +सन्तन्यमानानां +सन्तन्य् +सन्तप्त +सन्तप्तं +सन्तप्तः +सन्तप्तहृदया +सन्तप्ता +सन्तप्ताः +सन्तप्तानां +सन्तप्तायसि +सन्तप्ते +सन्तप्तो +सन्तप्य +सन्तप्यते +सन्तप्यसे +सन्तमन्यथा +सन्तमपि +सन्तमसं +सन्तमसम् +सन्तमसे +सन्तमात्मानं +सन्तमात्मानमन्यथा +सन्तमायुर्मा +सन्तमिति +सन्तमिन्द्र +सन्तमिव +सन्तमेनं +सन्तमेरीद्वीपस्य +सन्तमेव +सन्तम् +सन्तर +सन्तरणक्रीडा +सन्तरणम् +सन्तरणस्य +सन्तरति +सन्तरविदासनगरमण्डलम् +सन्तराम +सन्तरामः +सन्तराममहाराजः +सन्तरिष्यसि +सन्तर्जयामास +सन्तर्ज्य +सन्तर्पणं +सन्तर्पणम् +सन्तर्पणी +सन्तर्पणो +सन्तर्पयति +सन्तर्पयन्ति +सन्तर्पयामास +सन्तर्पयित्वा +सन्तर्पयेत् +सन्तर्पिता +सन्तर्पिताः +सन्तर्प्य +सन्तर्प्यन्ते +सन्तश्च +सन्तश्चामी +सन्तस् +सन्तस्तत्कृतं +सन्तस्तथा +सन्तस्तदु +सन्तस्तमुपदेशिनः +सन्तस्तु +सन्तस्ते +सन्तस्तेषां +सन्तस्त्रैलोक्यादपि +सन्तस्त्वां +सन्तस्थौ +सन्ता +सन्ताडय +सन्ताड्य +सन्तान +सन्तानं +सन्तानः +सन्तानत्वात् +सन्तानपरम्पराहेतुभूतं +सन्तानपालनयोः +सन्तानम् +सन्तानस्य +सन्ताना +सन्तानाः +सन्तानानां +सन्तानानि +सन्तानान् +सन्तानाय +सन्तानार्थं +सन्तानिका +सन्तानिनां +सन्ताने +सन्तानेन +सन्तानेषु +सन्तानो +सन्तानों +सन्तानोत्पत्ति +सन्तानोत्पत्तिः +सन्ताप +सन्तापं +सन्तापः +सन्तापनं +सन्तापम् +सन्तापयति +सन्तापयन्ति +सन्तापयेत् +सन्तापश्च +सन्तापस्त्वया +सन्तापस्य +सन्तापादिभ्यः +सन्तापाद्भ्रश्यते +सन्तापाय +सन्तापितः +सन्तापिता +सन्तापे +सन्तापेन +सन्तापो +सन्तारयति +सन्तारयिष्यति +सन्तारयेत् +सन्ता॑ +सन्ति +सन्तिः +सन्तिके +सन्तिष्ठ +सन्तिष्ठति +सन्तिष्ठते +सन्तिष्ठन्त +सन्तिष्ठन्ते +सन्तिष्ठमानः +सन्तिष्ठस्व +सन्तिष्ठेत् +सन्ति॑ +सन्ति॒ +सन्ती +सन्तीति +सन्तीत्यत +सन्तीत्यत्र +सन्तीत्यर्थः +सन्तीत्यवश्यमेव +सन्तीत्यादि +सन्तीत्याशङ्क्य +सन्तीत्याह +सन्तीत्युक्ते +सन्तीत्युपदिश्यते +सन्तीदृशानि +सन्तीर्य +सन्तीव +सन्तीह +सन्तु +सन्तुलनं +सन्तुलनम् +सन्तुलनस्य +सन्तुलितं +सन्तुष्ट +सन्तुष्टं +सन्तुष्टः +सन्तुष्टमानसः +सन्तुष्टश्च +सन्तुष्टस्तस्य +सन्तुष्टस्य +सन्तुष्टा +सन्तुष्टां +सन्तुष्टाः +सन्तुष्टान् +सन्तुष्टाश्च +सन्तुष्टिं +सन्तुष्टिः +सन्तुष्टे +सन्तुष्टो +सन्तुष्टोऽस्मि +सन्तुष्टौ +सन्तुष्ट्या +सन्तुष्य +सन्तुष्यति +सन्तु॒ +सन्तूर् +सन्तृप्तः +सन्ते +सन्तो +सन्तों +सन्तोपि +सन्तोष +सन्तोषं +सन्तोषः +सन्तोषजनकं +सन्तोषमास्तिक्यं +सन्तोषम् +सन्तोषयति +सन्तोषयन् +सन्तोषयितुं +सन्तोषयेत् +सन्तोषश्च +सन्तोषसुखं +सन्तोषस्य +सन्तोषा +सन्तोषां +सन्तोषातिशयेन +सन्तोषाय +सन्तोषिता +सन्तोषिताः +सन्तोषितो +सन्तोषी +सन्तोषे +सन्तोषेण +सन्तोषो +सन्तोष्टव्यम् +सन्तोष्य +सन्तोऽनन्येनैव +सन्तोऽनामयं +सन्तोऽपि +सन्तो॑ +सन्तो॒ +सन्तौ +सन्त् +सन्त्य +सन्त्यक्ता +सन्त्यक्ताः +सन्त्यग्ने +सन्त्यज +सन्त्यजन् +सन्त्यजन्ति +सन्त्यजाम्यहम् +सन्त्यजेत् +सन्त्यज्य +सन्त्यज्यताम् +सन्त्यतः +सन्त्यतो +सन्त्यत्र +सन्त्यत्रेति +सन्त्यथ +सन्त्यनेकशः +सन्त्यनेकानि +सन्त्यनेके +सन्त्यन्या +सन्त्यन्यान्यपि +सन्त्यन्ये +सन्त्यन्येऽपि +सन्त्यपि +सन्त्यमी +सन्त्यर्था +सन्त्यस्मिन् +सन्त्यस्मिन्देशे +सन्त्यस्मिन्निति +सन्त्यस्य +सन्त्यस्या +सन्त्यस्यां +सन्त्यस्याः +सन्त्यस्यामिति +सन्त्यस्याम् +सन्त्यस्येति +सन्त्याज्यं +सन्त्याज्यो +सन्त्येके +सन्त्येते +सन्त्येव +सन्त्येवं +सन्त्येवान्ये +सन्त्येवेति +सन्त्य् +सन्त्रवार्तिके +सन्त्रस्तः +सन्त्रस्ता +सन्त्रस्ताः +सन्त्रस्तो +सन्त्रासात् +सन्त्री +सन्त्वत्र +सन्त्वद्रयः +सन्त्वनूप्याः +सन्त्वमी +सन्त्वर्घ्या +सन्त्वा +सन्त्वापः +सन्त्वावृतः +सन्त्वाशिषः +सन्त्विति +सन्त्वित्यर्थः +सन्त्वित्येवैतदाह +सन्त्वेते +सन्त्वोषधीः +सन्त्वोषधीराप +सन्त्व् +सन्त्स +सन्त॑त्यै +सन्त॑नु +सन्त॑म् +सन्तꣳ +सन्द +सन्दंश +सन्दंशं +सन्दंशः +सन्दंशेन +सन्दंशो +सन्ददर्श +सन्ददे +सन्ददौ +सन्दधाति +सन्दधानो +सन्दधीत +सन्दधुः +सन्दधे +सन्दध्यात् +सन्दर्भ +सन्दर्भः +सन्दर्भस्य +सन्दर्भा +सन्दर्भाः +सन्दर्भीकृतान्तर्दृशः +सन्दर्भे +सन्दर्भेण +सन्दर्भेषु +सन्दर्भेऽस्मिन् +सन्दर्भो +सन्दर्शनं +सन्दर्शनम् +सन्दर्शनादेव +सन्दर्शने +सन्दर्शयति +सन्दर्शयन् +सन्दर्शयामास +सन्दर्शयित्वा +सन्दर्शितं +सन्दर्शितः +सन्दर्शितम् +सन्दर्शितवान् +सन्दर्शिता +सन्दर्श्य +सन्दश्य +सन्दह +सन्दह्य +सन्दह्यते +सन्दानं +सन्दि +सन्दिग्ध +सन्दिग्धं +सन्दिग्धः +सन्दिग्धतया +सन्दिग्धत्वात् +सन्दिग्धमिति +सन्दिग्धम् +सन्दिग्धसाध्यधर्मः +सन्दिग्धस्य +सन्दिग्धा +सन्दिग्धाः +सन्दिग्धानि +सन्दिग्धार्थं +सन्दिग्धे +सन्दिग्धेति +सन्दिग्धेषु +सन्दिग्धो +सन्दिग्धोपाधिः +सन्दिदेश +सन्दिशति +सन्दिशन्ति +सन्दिश्य +सन्दिष्टं +सन्दिष्टः +सन्दिष्टा +सन्दिहते +सन्दिहान +सन्दिहानः +सन्दिह्य +सन्दिह्यते +सन्दिह्यमानो +सन्दी +सन्दीपनं +सन्दीपनी +सन्दीपने +सन्दीपनो +सन्दीप्य +सन्दूषितो +सन्दूष्य +सन्दृक् +सन्दृब्धानि +सन्दृशे +सन्दृश्य +सन्दृश्यते +सन्दृश्यन्ते +सन्दृष्टम् +सन्दृष्टवान् +सन्दृष्टे +सन्दे +सन्देश +सन्देशं +सन्देशः +सन्देशमाह +सन्देशम् +सन्देशवाहकः +सन्देशस्य +सन्देशहारकः +सन्देशाः +सन्देशान् +सन्देशे +सन्देशेन +सन्देशो +सन्देह +सन्देहं +सन्देहः +सन्देहपदेषु +सन्देहम् +सन्देहरहितः +सन्देहसङ्करः +सन्देहसरः +सन्देहस्य +सन्देहहानाय +सन्देहा +सन्देहाः +सन्देहात् +सन्देहादपि +सन्देहादलक्षणम् +सन्देहान् +सन्देहाभावात् +सन्देहावसरः +सन्देहे +सन्देहेन +सन्देहेषु +सन्देहेऽपि +सन्देहो +सन्देहोऽत्र +सन्देहोऽयं +सन्दोह +सन्दोहः +सन्दोहे +सन्दोहो +सन्द्रष्टुं +सन्द्रावः +सन्ध +सन्धः +सन्धत्त +सन्धत्तं +सन्धत्ते +सन्धत्स्व +सन्धय +सन्धयः +सन्धयश्च +सन्धयीत +सन्धये +सन्धयेत् +सन्धयो +सन्धर्भानि +सन्धा +सन्धाः +सन्धातव्यं +सन्धाता +सन्धातुं +सन्धान +सन्धानं +सन्धानः +सन्धानकः +सन्धानकरो +सन्धानकृत् +सन्धानभेदः +सन्धानमाचरेत् +सन्धानमिति +सन्धानमेव +सन्धानम् +सन्धानस्य +सन्धानात् +सन्धानार्थं +सन्धाने +सन्धाय +सन्धारणं +सन्धारणात् +सन्धारयति +सन्धार्य +सन्धार्यं +सन्धार्यते +सन्धार्य्यते +सन्धावपि +सन्धावमानम् +सन्धि +सन्धिं +सन्धिः +सन्धिकरणे +सन्धिकर्म +सन्धिकार्यम् +सन्धिकालः +सन्धिगः +सन्धिगतं +सन्धिगतः +सन्धिचौरे +सन्धिजः +सन्धिजा +सन्धिजाताः +सन्धिञ्च +सन्धितं +सन्धितः +सन्धिता +सन्धितो +सन्धिदेशे +सन्धिना +सन्धिनी +सन्धिनीं +सन्धिपोषधो +सन्धिप्रकरणम् +सन्धिभिः +सन्धिभेदे +सन्धिभ्य +सन्धिभ्यः +सन्धिमर्मसु +सन्धिमर्म्मणी +सन्धिमर्म्माणि +सन्धिमुक्तं +सन्धिमुपेयात् +सन्धिम् +सन्धियां +सन्धिरहितं +सन्धिरार्षः +सन्धिरिति +सन्धिरेकान्वये +सन्धिरेव +सन्धिरोधं +सन्धिर् +सन्धिर्जत्रु +सन्धिर्न +सन्धिर्भवति +सन्धिर्भवतीति +सन्धिर्भवत्येव +सन्धिर्वा +सन्धिला +सन्धिविक्रमाः +सन्धिविग्रहयोः +सन्धिविश्वासेन +सन्धिवेला +सन्धिवेलायां +सन्धिशते +सन्धिशूलं +सन्धिशैथिल्यमालस्यं +सन्धिश्च +सन्धिश्चेत् +सन्धिश्छान्दसः +सन्धिषु +सन्धिसन्ध्यङ्गघटनं +सन्धिसमये +सन्धिसूत्रेण +सन्धिस्तिमितवलयं +सन्धिस्तु +सन्धिस्थाने +सन्धिस्य +सन्धी +सन्धींश्च +सन्धीनश्रुमार्गेण +सन्धीनां +सन्धीन् +सन्धीयते +सन्धीयमाने +सन्धीयेत +सन्धुक्षणाय +सन्धुक्षयति +सन्धुक्षितः +सन्धुक्षितेऽनले +सन्धे +सन्धेः +सन्धेयं +सन्धेयः +सन्धेयम् +सन्धेयाः +सन्धो +सन्धौ +सन्ध्य +सन्ध्यं +सन्ध्यंगमुक्तम् +सन्ध्यक्षरं +सन्ध्यक्षरस्य +सन्ध्यक्षराणां +सन्ध्यक्षराणि +सन्ध्यक्षरेषु +सन्ध्यङ्गमुक्तं +सन्ध्यङ्गम् +सन्ध्यन्तरम् +सन्ध्यन्तराणि +सन्ध्यभावः +सन्ध्यमिति +सन्ध्यया +सन्ध्ययो +सन्ध्ययोः +सन्ध्ययोरपि +सन्ध्ययोरुभयोः +सन्ध्ययोरुभयोरपि +सन्ध्ययोश्च +सन्ध्ययोश्चापि +सन्ध्यर्थं +सन्ध्यस्थिशूलमस्वेदो +सन्ध्या +सन्ध्यां +सन्ध्यांश +सन्ध्यांशः +सन्ध्यांशश्च +सन्ध्यांशे +सन्ध्यांशौ +सन्ध्याकरनन्दी +सन्ध्याकर्म +सन्ध्याकाल +सन्ध्याकालः +सन्ध्याकाले +सन्ध्याकालेषु +सन्ध्याञ्च +सन्ध्यातः +सन्ध्यात्रये +सन्ध्यादि +सन्ध्यादिकं +सन्ध्यादिकर्मसु +सन्ध्यादीनां +सन्ध्याद्वये +सन्ध्याधिकरणम् +सन्ध्यापूजाविहीनश्च +सन्ध्यामन्वास्य +सन्ध्यामुपासते +सन्ध्यामुपासीत +सन्ध्यामुपास्ते +सन्ध्यामुपास्य +सन्ध्यामुपास्याथ +सन्ध्याम् +सन्ध्याया +सन्ध्यायां +सन्ध्यायाः +सन्ध्यायाञ्च +सन्ध्यायामुदिते +सन्ध्यायाम् +सन्ध्यायै +सन्ध्यालोपे +सन्ध्यावन्दन +सन्ध्यावन्दनं +सन्ध्यावन्दनमाचरेत् +सन्ध्यावर्षाणि +सन्ध्यावली +सन्ध्यासमये +सन्ध्यासु +सन्ध्याहीनश्च +सन्ध्याहीनोऽशुचिर्नित्यमनर्हः +सन्ध्ये +सन्ध्येति +सन्ध्येव +सन्ध्यो +सन्ध्योः +सन्ध्योपासनं +सन्ध्योपासनमेव +सन्ध्योपासनम् +सन्ध्योपासनादौ +सन्ध॑त्तं॒ +सन्न +सन्नं +सन्नः +सन्नत +सन्नतं +सन्नतः +सन्नतपर्वभिः +सन्नतम् +सन्नतर +सन्नतरः +सन्नता +सन्नताः +सन्नति +सन्नतिं +सन्नतिः +सन्नती +सन्नतेः +सन्नद्ध +सन्नद्धं +सन्नद्धः +सन्नद्धम् +सन्नद्धा +सन्नद्धाः +सन्नद्धे +सन्नद्धैः +सन्नद्धो +सन्नद्धोऽयं +सन्नद्धौ +सन्नन्त +सन्नन्तः +सन्नन्तप्रक्रिया +सन्नन्तस्य +सन्नन्ताच्छतृप्रत्ययः +सन्नन्तात् +सन्नन्तात्कर्मणि +सन्नन्तादात्मनेपदं +सन्नन्तादुप्रत्ययः +सन्नन्तान्न +सन्नन्ताल्लटः +सन्नन्ताल्लट् +सन्नन्ते +सन्नन्द +सन्नन्वेषामवेदमहं +सन्नपि +सन्नमति +सन्नमावास्यां +सन्नमुसले +सन्नम् +सन्नयं +सन्नयः +सन्नयति +सन्नयन्तः +सन्नयि +सन्नये +सन्नयेत् +सन्नर्जुन +सन्नर्थं +सन्नर्थः +सन्नर्थो +सन्नव्ययात्मा +सन्नसन् +सन्नसन्वा +सन्नस्य +सन्नहं +सन्नहनं +सन्नहनम् +सन्नहनोपायध्यानसङ्गतियुक्तिषु +सन्नह्य +सन्नह्यति +सन्नह्यते +सन्ना +सन्नां +सन्नात्मनि +सन्नात्मा +सन्नात्मानं +सन्नादः +सन्नाम +सन्नामः +सन्नासन्न +सन्नासीताभिमुखं +सन्नाह +सन्नाहं +सन्नाहः +सन्नाहे +सन्नाहो +सन्नाह्य +सन्नि +सन्निक +सन्निकर्ष +सन्निकर्षं +सन्निकर्षः +सन्निकर्षण +सन्निकर्षद्वारा +सन्निकर्षश्च +सन्निकर्षस्तु +सन्निकर्षस्य +सन्निकर्षा +सन्निकर्षात् +सन्निकर्षात्‌ +सन्निकर्षाभावात् +सन्निकर्षाभावे +सन्निकर्षे +सन्निकर्षेण +सन्निकर्षेऽपि +सन्निकर्षो +सन्निकृष्ट +सन्निकृष्टं +सन्निकृष्टः +सन्निकृष्टदेशादि +सन्निकृष्टदेशादौ +सन्निकृष्टा +सन्निकृष्टाः +सन्निकृष्टे +सन्निकृष्टो +सन्निकृष्य +सन्निकृष्यते +सन्निगृह्य +सन्निचयो +सन्निति +सन्नित्यं +सन्नित्यर्थ +सन्नित्यर्थः +सन्निदौ +सन्निधत्तां +सन्निधत्ते +सन्निधत्स्व +सन्निधत्स्वेति +सन्निधा +सन्निधान +सन्निधानं +सन्निधानमात्रेण +सन्निधानम् +सन्निधानस्य +सन्निधानाच्च +सन्निधानात् +सन्निधानादिति +सन्निधानाय +सन्निधानासन्निधानाभ्यां +सन्निधाने +सन्निधानेन +सन्निधानेऽपि +सन्निधापनम् +सन्निधापयति +सन्निधापयेत् +सन्निधाप्य +सन्निधाप्यते +सन्निधाय +सन्निधावपि +सन्निधावेव +सन्निधि +सन्निधिं +सन्निधिः +सन्निधिना +सन्निधिमात्रमेव +सन्निधिमात्रेण +सन्निधिमात्रोपकारि +सन्निधिम् +सन्निधीकृत्य +सन्निधीयते +सन्निधे +सन्निधेः +सन्निधेहि +सन्निधो +सन्निधौ +सन्निपतन्ति +सन्निपतितं +सन्निपतिता +सन्निपतिताः +सन्निपतितानि +सन्निपत्य +सन्निपत्योपकारकाणां +सन्निपात +सन्निपातं +सन्निपातः +सन्निपातजः +सन्निपातजाः +सन्निपातज्वरं +सन्निपातज्वरस्य +सन्निपातज्वरस्यान्ते +सन्निपातज्वराकृतिः +सन्निपातज्वरापहः +सन्निपातज्वरापहम् +सन्निपातज्वरी +सन्निपातज्वरे +सन्निपाततः +सन्निपातनुत् +सन्निपातपरिभाषया +सन्निपातपरिभाषा +सन्निपातपरिभाषाया +सन्निपातय +सन्निपातलक्षणो +सन्निपातश्च +सन्निपातसमुत्थश्च +सन्निपातस्य +सन्निपातहितं +सन्निपाता +सन्निपाताच्च +सन्निपातात् +सन्निपातात्मकं +सन्निपातादपस्मार +सन्निपातादिति +सन्निपातार्णवे +सन्निपातास्त्रयोदश +सन्निपाते +सन्निपातेति +सन्निपातेन +सन्निपातेषु +सन्निपातो +सन्निपातोत्थं +सन्निपातोऽय +सन्निपातोऽयं +सन्निपात्य +सन्निबन्धना +सन्निबोध +सन्निबोधत +सन्निभं +सन्निभः +सन्निभम् +सन्निभा +सन्निभाः +सन्नियच्छति +सन्नियम्य +सन्नियम्येन्द्रियग्रामं +सन्नियोगशिष्टत्वात् +सन्नियोगेन +सन्नियोजयति +सन्नियोजयेत् +सन्नियोजितः +सन्निरीक्ष्य +सन्निरुद्धः +सन्निरुद्धगुदं +सन्निरुद्धो +सन्निरुध्य +सन्निरुध्यते +सन्निरूपयेत् +सन्निरोधं +सन्निरोधे +सन्निरोध्य +सन्निवर्त्य +सन्निवार्य +सन्निवासः +सन्निविष्ट +सन्निविष्टं +सन्निविष्टः +सन्निविष्टा +सन्निविष्टाः +सन्निविष्टानां +सन्निविष्टो +सन्निवृत्तः +सन्निवृत्ते +सन्निवृत्य +सन्निवेदयेत् +सन्निवेश +सन्निवेशं +सन्निवेशः +सन्निवेशनम् +सन्निवेशय +सन्निवेशयेत् +सन्निवेशविशेषेण +सन्निवेशश्च +सन्निवेशाः +सन्निवेशितः +सन्निवेशितम् +सन्निवेशिता +सन्निवेशिताः +सन्निवेशे +सन्निवेशेन +सन्निवेशो +सन्निवेशोऽस्ति +सन्निवेश्य +सन्निवेश्यते +सन्निवेश्याथ +सन्निषण्णा +सन्निषण्णाः +सन्निष्ठा +सन्निह +सन्निहत्यां +सन्निहि +सन्निहित +सन्निहितं +सन्निहितः +सन्निहिततया +सन्निहितत्वात् +सन्निहितत्वेन +सन्निहितमपि +सन्निहितम् +सन्निहितस्तत्र +सन्निहितस्य +सन्निहिता +सन्निहिताः +सन्निहितानां +सन्निहितानि +सन्निहिते +सन्निहितेन +सन्निहितेषु +सन्निहितेऽपि +सन्निहितो +सन्नीय +सन्नु +सन्नुभौ +सन्नुवाच +सन्ने +सन्नेति +सन्नेव +सन्नेवं +सन्नेषु +सन्नैव +सन्नो +सन्नोपलभ्यते +सन्नोऽस्माकं +सन्नौ +सन्न् +सन्न्यवर्तत +सन्न्यवर्तन्त +सन्न्यसनादेव +सन्न्यसेत् +सन्न्यस्य +सन्न्यस्यास्ते +सन्न्यस्यैव +सन्न्या +सन्न्यास +सन्न्यासं +सन्न्यासः +सन्न्यासग्रहणं +सन्न्यासमिति +सन्न्यासयोगयुक्तात्मा +सन्न्यासयोगौ +सन्न्यासशब्दार्थं +सन्न्यासशब्दार्थः +सन्न्यासस्तु +सन्न्यासस्त्विति +सन्न्यासस्य +सन्न्यासस्येति +सन्न्यासिनः +सन्न्यासिनां +सन्न्यासिनो +सन्न्यासी +सन्न्यासीति +सन्न्यासे +सन्न्यासेति +सन्न्यासेन +सन्न्यासेनाधिगच्छति +सन्न्यासो +सन्न॑ते॒ +सन्परे +सन्पुनः +सन्प्रत्ययः +सन्प्रत्ययो +सन्प्रभवः +सन्ब्रह्माप्येति +सन्ब्राहृाप्येति +सन्भवति +सन्म +सन्मणयो +सन्मणिः +सन्मतिः +सन्मते +सन्मतेः +सन्मनसा +सन्मनो +सन्मनोऽकुरुत +सन्मन्त्री +सन्मम +सन्मयः +सन्मयम् +सन्मयी +सन्महत् +सन्महत्परमोत्तमोत्कृष्टाः +सन्मात्र +सन्मात्रं +सन्मात्रतया +सन्मात्रत्वं +सन्मात्रमेव +सन्मात्रम् +सन्मात्रस्य +सन्मात्रे +सन्मात्रो +सन्मान +सन्मानं +सन्मानः +सन्मानो +सन्मामेवैष्यसि +सन्मार्ग +सन्मार्गं +सन्मार्गः +सन्मार्गम् +सन्मार्गस्थानां +सन्मार्गाः +सन्मार्गे +सन्मार्गेण +सन्मित्रं +सन्मित्रलक्षणमिदं +सन्मुख +सन्मुखं +सन्मुखः +सन्मुखाः +सन्मुखे +सन्मुख्यः +सन्मुनिः +सन्मुने +सन्मुनेः +सन्मूलमन्विच्छ +सन्मूला +सन्मूलाः +सन्मे +सन्य +सन्यं +सन्यः +सन्यङन्तस्य +सन्यङोः +सन्यजे +सन्यडो +सन्यडोः +सन्यत +सन्यतः +सन्यते +सन्यन्ते +सन्यम् +सन्यसे +सन्यसेत् +सन्यस्य +सन्या +सन्यात् +सन्यास +सन्यासं +सन्यासः +सन्यासदीक्षां +सन्यासिनः +सन्यासिनां +सन्यासिनी +सन्यासी +सन्यासो +सन्ये +सन्येव +सन्यो +सन्य॑से +सन्लिटोर्जेः +सन्वच्च +सन्वत् +सन्वत्त्वमिति +सन्वद्भाव +सन्वद्भावः +सन्वद्भावविषये +सन्वन्तु +सन्वल्लघुनि +सन्वल्लघुनीति +सन्वह +सन्वा +सन्स +सन्स् +सन्‌ +सन्‍ति +सन॑ +सन॑त् +सप +सपः +सपक्ष +सपक्षं +सपक्षः +सपक्षत्वं +सपक्षपुच्छमग्निं +सपक्षविपक्षयोः +सपक्षस्य +सपक्षा +सपक्षाः +सपक्षाद् +सपक्षे +सपक्षो +सपक्षोऽसपक्षः +सपञ्चलवणां +सपञ्जरम् +सपणं +सपताकं +सपताकः +सपताकश्च +सपताका +सपति +सपतिः +सपत्तना +सपत्तनाम् +सपत्तौ +सपत्त्र +सपत्न +सपत्नं +सपत्नः +सपत्नक्षयणी +सपत्नक्षयणो +सपत्नक्षित् +सपत्नघ्नी +सपत्नजित् +सपत्नतूरसि +सपत्नदम्भनं +सपत्नदम्भनमदब्धासो +सपत्नदम्भनम् +सपत्नम् +सपत्नशब्दः +सपत्नसाही +सपत्नसा॒ही +सपत्नस्य +सपत्नहा +सपत्नहाग्ने +सपत्नऽहा +सपत्ना +सपत्नां +सपत्नाः +सपत्नानन्तरेति +सपत्नानभि +सपत्नानां +सपत्नानिति +सपत्नानिन्द्राग्नी +सपत्नान् +सपत्नान्मे +सपत्नास्तान् +सपत्नास्तावतः +सपत्नाꣳ +सपत्नी +सपत्नीं +सपत्नीः +सपत्नीक +सपत्नीकं +सपत्नीकः +सपत्नीकस्य +सपत्नीका +सपत्नीकाः +सपत्नीकानां +सपत्नीकानाम् +सपत्नीकान् +सपत्नीकाय +सपत्नीकेन +सपत्नीकेभ्यः +सपत्नीको +सपत्नीजनः +सपत्नीजने +सपत्नीति +सपत्नीनां +सपत्नीनाम् +सपत्नीपुत्रस्य +सपत्नीबाधनं +सपत्नीबाधनम् +सपत्नीभिः +सपत्नीमाता +सपत्नीरिव +सपत्नीव +सपत्नीषु +सपत्ने +सपत्नेन +सपत्नेभ्यः +सपत्नेषु +सपत्नैः +सपत्नो +सपत्न्य +सपत्न्यः +सपत्न्या +सपत्न्यां +सपत्न्याः +सपत्न्यादिषु +सपत्न्यै +सपत्न्यो +सपत्न्यौ +सपत्न॒हा +सपत्र +सपत्रं +सपत्रनिष्पत्रादतिव्यथने +सपत्रा +सपत्रीं +सपत्सु +सपत्‍नीनां +सपत्‍नैः +सपत्‍न्या +सपत्‍न्याः +सपद +सपदं +सपदः +सपदा +सपदानुगः +सपदानुगाः +सपदि +सपदीति +सपदो +सपद्मं +सपद्मकैः +सपद्मया +सपद्मरागः +सपद्मा +सपद्मानि +सपद्यते +सपद्येव +सपन +सपनहा +सपना +सपने +सपनेहुँ +सपन्त +सपन्तः +सपन्ति +सपन्न +सपन्नगाः +सपन्या +सपयः +सपयस्कं +सपर +सपरचक्रम् +सपरशब्दः +सपराशरः +सपरि +सपरिकरं +सपरिकरः +सपरिकरस्य +सपरिग्रहः +सपरिग्रहम् +सपरिग्रहाः +सपरिच्छद +सपरिच्छदं +सपरिच्छदः +सपरिच्छदम् +सपरिच्छदा +सपरिच्छदाः +सपरिच्छदाम् +सपरिच्छदैः +सपरिजनः +सपरिजना +सपरिजनो +सपरितोषम् +सपरिबृंहणः +सपरिवार +सपरिवारं +सपरिवारः +सपरिवारकः +सपरिवारकम् +सपरिवारकस्य +सपरिवारस्य +सपरिवारा +सपरिवारां +सपरिवाराः +सपरिवाराय +सपरिवारेण +सपरिवारेभ्यः +सपरिवारो +सपरिवेषाः +सपरिव्ययम् +सपरिष्कारं +सपरिस्पन्दाः +सपरिहारः +सपरिहासम् +सपरीवारं +सपरीवारः +सपरीवाराः +सपरीवारो +सपरूषकम् +सपरूषकैः +सपर्य +सपर्यत +सपर्यतः +सपर्यति +सपर्यतिः +सपर्यन् +सपर्यन्तः +सपर्यन्ति +सपर्यया +सपर्यवः +सपर्या +सपर्यां +सपर्यात् +सपर्यान् +सपर्यामि +सपर्यामुद्यतामिमाम् +सपर्याम् +सपर्यासु +सपर्य्यति +सपर्य्या +सपर्य्यां +सपर्वत +सपर्वतम् +सपर्वतवनद्वीपां +सपर्वतवना +सपर्वतवनां +सपर्वता +सपर्वतां +सपर्वताम् +सपलाशया +सपलाशा +सपलाशाः +सपल्या +सपल्लवं +सपल्लवम् +सपल्लवा +सपल्लवाः +सपल्लवानि +सपल्लवैः +सपवित्र +सपवित्रं +सपवित्रके +सपवित्राणि +सपवित्रायां +सपवित्रेण +सपवित्रेषु +सपवित्रैः +सपा +सपाँ +सपाञ्चालाः +सपाटता +सपाठा +सपाण्डु +सपात +सपातः +सपातचन्द्रस्य +सपातचन्द्रो +सपातसूर्यो +सपातस्य +सपातालं +सपाते +सपाद +सपादं +सपादः +सपादचतुष्पणो +सपाददण्डं +सपादद्व्यंशमञ्चोच्चं +सपादधेन्वसम्भवात् +सपादन +सपादपीठं +सपादलक्ष +सपादलक्षसाम्राज्यस्य +सपादा +सपादांशं +सपादाः +सपादित +सपादिता +सपादे +सपादेन +सपादैः +सपादैकादशधेन्वसम्भवात् +सपादौ +सपानीयं +सपापे +सपायसैः +सपार्षदः +सपालः +सपालकाः +सपाला +सपालान् +सपाशं +सपाशा +सपि +सपिंडकं +सपिंडता +सपिंडनम् +सपिंडानां +सपिंडीकरणं +सपिंडीकरणे +सपिः +सपिच्छं +सपिण्ड +सपिण्डं +सपिण्डः +सपिण्डकं +सपिण्डकम् +सपिण्डकाः +सपिण्डता +सपिण्डतां +सपिण्डत्वं +सपिण्डत्वे +सपिण्डत्वेन +सपिण्डनं +सपिण्डनम् +सपिण्डने +सपिण्डस्य +सपिण्डा +सपिण्डाः +सपिण्डाद्यस्तस्य +सपिण्डाद्वा +सपिण्डानां +सपिण्डान् +सपिण्डाश्च +सपिण्डास्तु +सपिण्डी +सपिण्डीकर +सपिण्डीकरण +सपिण्डीकरणं +सपिण्डीकरणम् +सपिण्डीकरणश्राद्धं +सपिण्डीकरणस्य +सपिण्डीकरणात् +सपिण्डीकरणादनु +सपिण्डीकरणादूर्द्ध्वं +सपिण्डीकरणादूर्ध्वं +सपिण्डीकरणे +सपिण्डीकरणेऽपि +सपिण्डीकृताः +सपिण्डे +सपिण्डेषु +सपिण्डैः +सपिण्डो +सपितामहम् +सपितामहाः +सपित्तं +सपित्तः +सपित्ते +सपित्वं +सपिधानं +सपिप्पलीकं +सपी +सपीठं +सपीतकः +सपीतकम् +सपीतनीलासितरक्तमुष्णं +सपीतय +सपीतस्य +सपीतिः +सपीतिमन्या +सपीतिम् +सपीतिश्च +सपीतेन +सपीनसः +सपीपि +सपु +सपुत्र +सपुत्रं +सपुत्रः +सपुत्रकः +सपुत्रकलत्रं +सपुत्रकेभ्यः +सपुत्रदारः +सपुत्रदाराः +सपुत्रपशुबांधवः +सपुत्रपशुबान्धवम् +सपुत्रपौत्रः +सपुत्रया +सपुत्रश्च +सपुत्रस्य +सपुत्रा +सपुत्रां +सपुत्राः +सपुत्राणां +सपुत्राया +सपुत्रायाः +सपुत्राश्च +सपुत्रे +सपुत्रेण +सपुत्रो +सपुत्रोऽशनायंश्चरन्नरण्य +सपुनर्नवम् +सपुनर्नवा +सपुनर्नवाम् +सपुनानः +सपुरं +सपुरःसरम् +सपुराणाः +सपुराणेषु +सपुरीषश्च +सपुरीषां +सपुरीषामुपधाय +सपुरीषे +सपुरुषं +सपुरो +सपुरोधाः +सपुरोहितः +सपुरोहितम् +सपुरोहिताः +सपुरोहितान् +सपुरोहितैः +सपुलकं +सपुलकः +सपुष्पं +सपुष्पकम् +सपुष्पा +सपुष्पाः +सपुष्पेण +सपूज्य +सपूयं +सपूयम् +सपूर्णपात्रविष्णुक्रमा +सपूर्णम् +सपूर्णा +सपूर्व +सपूर्वं +सपूर्वः +सपूर्वपदात् +सपूर्वम् +सपूर्वस्य +सपूर्वस्येति +सपूर्वाच्च +सपूर्वायाः +सपे +सपेम +सपेय +सपो +सपों +सपौ +सपौरः +सपौष्करं +सप् +सप्टम्बरमासस्य +सप्टम्बर् +सप्टम्बर्मासस्य +सप्टेम्बर +सप्टेम्बर् +सप्त +सप्तं +सप्तः +सप्तऋषय +सप्तऋषयः +सप्तऋषयो +सप्तऋषीणां +सप्तऋषीन् +सप्तक +सप्तकं +सप्तकः +सप्तकपालं +सप्तकपालः +सप्तकपालो +सप्तकम् +सप्तकलशै +सप्तकल्पस्मरो +सप्तकल्पानि +सप्तकस्य +सप्तकस्यास्य +सप्तका +सप्तकाः +सप्तकी +सप्तकीर्तिताः +सप्तकृत्व +सप्तकृत्वः +सप्तकृत्वश्च +सप्तकृत्वस्तु +सप्तकृत्वो +सप्तके +सप्तकेन +सप्तको +सप्तगङ्गम् +सप्तगणा +सप्तगतेर्विशेषितत्वाच्च +सप्तगुणं +सप्तगुणा +सप्तगुणां +सप्तगोदावरं +सप्तगोदावरम् +सप्तगोदावरे +सप्तच +सप्तचक्रं +सप्तचक्राणि +सप्तचक्रे +सप्तचत्वारिंश +सप्तचत्वारिंशः +सप्तचत्वारिंशत् +सप्तचत्वारिंशत्तमः +सप्तचत्वारिंशत्तमोऽध्यायः +सप्तचत्वारिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +सप्तचत्वारिंशदधिकशततमोऽध्यायः +सप्तचत्वारिंशी +सप्तचत्वारिंशोऽध्यायः +सप्तचितिकोऽग्निः +सप्तच्छदं +सप्तच्छदः +सप्तच्छदवृक्षः +सप्तच्छदस्य +सप्तच्छदे +सप्तच्छन्दांसि +सप्तजनौ +सप्तजन्म +सप्तजन्मकृतं +सप्तजन्मकृतात् +सप्तजन्मकृतात्पापान्मुच्यते +सप्तजन्मकृतैरपि +सप्तजन्मनि +सप्तजन्मसु +सप्तजन्मस्वतः +सप्तजन्मानि +सप्तजन्मानुगं +सप्तजन्मान्तरं +सप्तजन्मार्जितं +सप्तजप्तं +सप्तजातिर्हरीतकी +सप्तजातिषु +सप्तजिह्वं +सप्तजिह्वः +सप्तजिह्वकम् +सप्तजिह्वा +सप्तजिह्वाः +सप्तजिह्वाय +सप्तजिह्वो +सप्तञ्चाषत्तमोऽध्यायः +सप्तत +सप्ततन्तुं +सप्ततन्तुम् +सप्ततन्तुर्मखः +सप्ततन्त्री +सप्ततलं +सप्तति +सप्ततिं +सप्ततिः +सप्ततितमं +सप्ततितमः +सप्ततितमी +सप्ततितमे +सप्ततितमो +सप्ततितमोऽध्यायः +सप्ततिम् +सप्ततिरिति +सप्ततिश्च +सप्ततिस्तु +सप्ततीः +सप्ततीर्थानि +सप्ततीर्थोदकं +सप्ततृचा +सप्तते +सप्ततेरूर्द्ध्वं +सप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +सप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः +सप्तत्या +सप्तत्यां +सप्तत्याः +सप्तत्युत्तरशततमोऽध्यायः +सप्तत्यै +सप्तत्रिंश +सप्तत्रिंशं +सप्तत्रिंशः +सप्तत्रिंशच्च +सप्तत्रिंशत् +सप्तत्रिंशत्तमं +सप्तत्रिंशत्तमः +सप्तत्रिंशत्तमोऽध्यायः +सप्तत्रिंशत्सिरावृतं +सप्तत्रिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +सप्तत्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः +सप्तत्रिंशद्बोधिपक्षान् +सप्तत्रिंशी +सप्तत्रिंशे +सप्तत्रिंशोऽध्यायः +सप्तत्रिंशो‌ऽध्यायः +सप्तत्वं +सप्तत्वात् +सप्तथः +सप्तथमाहुरेकजं +सप्तथस्य +सप्तद +सप्तदर्श +सप्तदश +सप्तदशं +सप्तदशः +सप्तदशकं +सप्तदशकाः +सप्तदशकाण्डे +सप्तदशको +सप्तदशक्षेत्रम् +सप्तदशछदि +सप्तदशत्वं +सप्तदशत्वात् +सप्तदशदिवसयुद्धे +सप्तदशधा +सप्तदशप्रश्ने +सप्तदशभिः +सप्तदशभिर् +सप्तदशभ्यः +सप्तदशमं +सप्तदशम् +सप्तदशरात्रम् +सप्तदशर्चं +सप्तदशशतकस्य +सप्तदशशतके +सप्तदशश्च +सप्तदशसंख्या +सप्तदशसु +सप्तदशस् +सप्तदशस्ते +सप्तदशस्तोमं +सप्तदशस्तोमः +सप्तदशस्तोमो +सप्तदशस्य +सप्तदशा +सप्तदशांगुलं +सप्तदशाः +सप्तदशाक्षरः +सप्तदशाक्षरपादके +सप्तदशाक्षरम् +सप्तदशाक्षरा +सप्तदशाक्षराणि +सप्तदशाक्षरी +सप्तदशाक्षरेण +सप्तदशात् +सप्तदशाद् +सप्तदशाधिकद्विशततमोऽध्यायः +सप्तदशाधिकरणमारचयति +सप्तदशाधिकशततमः +सप्तदशाधिकशततमोऽध्यायः +सप्तदशाध्याये +सप्तदशानां +सप्तदशानि +सप्तदशान् +सप्तदशान्येऽपि +सप्तदशाय +सप्तदशावराः +सप्तदशास्त्रय +सप्तदशास्थीनि +सप्तदशी +सप्तदशे +सप्तदशेन +सप्तदशेभ्यः +सप्तदशेभ्यो +सप्तदशेऽध्याये +सप्तदशेऽनुवाके +सप्तदशैव +सप्तदशो +सप्तदशोत्तरद्विशततमोऽध्यायः +सप्तदशोत्तरशततमः +सप्तदशोत्तरशततमोऽध्यायः +सप्तदशोध्यायः +सप्तदशोध्यायस्य +सप्तदशोऽग्निष्टोम +सप्तदशोऽग्निष्टोमः +सप्तदशोऽतिरात्रः +सप्तदशोऽध्याय +सप्तदशोऽध्यायः +सप्तदशोऽनुवाकः +सप्तदशौ +सप्तदश्यां +सप्तदशꣳ +सप्तदिनं +सप्तदिनानि +सप्तदिने +सप्तदिवसानि +सप्तद्वीप +सप्तद्वीपपतिः +सप्तद्वीपवती +सप्तद्वीपवतीं +सप्तद्वीपसमुद्रायां +सप्तद्वीपा +सप्तद्वीपां +सप्तद्वीपाः +सप्तद्वीपाधिपः +सप्तद्वीपाधिपो +सप्तद्वीपान् +सप्तद्वीपे +सप्तद्वीपेश्वरो +सप्तद्वीपेषु +सप्तद॒शः +सप्तद॒शो +सप्तधा +सप्तधातवः +सप्तधातु +सप्तधातुमयं +सप्तधातूनां +सप्तधान्यं +सप्तधान्यानि +सप्तधान्यैः +सप्तधान्यैश्च +सप्तधेति +सप्तधैकैकं +सप्तधैव +सप्तधैवं +सप्तनद्यः +सप्तनवतितमं +सप्तनवतितमः +सप्तनवतितमी +सप्तनवतितमोऽध्यायः +सप्तनवत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +सप्तनवत्यधिकशततमोऽध्यायः +सप्तनवाक्षरत्वेऽपि +सप्तनाडीचक्रम् +सप्तनामा +सप्तन् +सप्तपंचाशत्तमोऽध्यायः +सप्तपञ्चाशः +सप्तपञ्चाशत् +सप्तपञ्चाशत्तमोऽध्यायः +सप्तपञ्चाशत्सु +सप्तपञ्चाशदधिकद्विशततमोऽध्यायः +सप्तपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः +सप्तपञ्चाशी +सप्तपञ्चाशोऽध्यायः +सप्तपञ्चाषत्तमोऽध्यायः +सप्तपदं +सप्तपदः +सप्तपदा +सप्तपदां +सप्तपदानि +सप्तपदावभूव +सप्तपदी +सप्तपदीविधेः +सप्तपर्ण +सप्तपर्णं +सप्तपर्णः +सप्तपर्णकैः +सप्तपर्णवृक्षः +सप्तपर्णश्च +सप्तपर्णस्य +सप्तपर्णा +सप्तपर्णानां +सप्तपर्णाश्च +सप्तपर्णेन +सप्तपर्णैश्च +सप्तपर्णो +सप्तपलं +सप्तपलाशीं +सप्तपश्चाशः +सप्तपातालं +सप्तपुत्रम् +सप्तप्रकारं +सप्तप्रकारा +सप्तप्रकारैव +सप्तप्रकृतिकं +सप्तबीजानि +सप्तबोध्यङ्गकुसुमाढ्यानामष्टाङ्गमार्गदेशिकानां +सप्तभङ्गीनयं +सप्तभागं +सप्तभागे +सप्तभागेन +सप्तभि +सप्तभिः +सप्तभिरश्वशकृद्भिरुखां +सप्तभिरावृताः +सप्तभिराशुगैः +सप्तभिरितः +सप्तभिरेव +सप्तभिर् +सप्तभिर्दिनैः +सप्तभिर्मन्त्रैः +सप्तभिर्यतिः +सप्तभिर्यैः +सप्तभिर्वा +सप्तभिर्वृताः +सप्तभिश्च +सप्तभिश्चैव +सप्तभिस्तथा +सप्तभिस्तु +सप्तभी +सप्तभूमिः +सप्तभेदा +सप्तभौमं +सप्तभ्य +सप्तभ्यः +सप्तभ्यन्त +सप्तभ्यर्थ +सप्तभ्यो +सप्तम +सप्तमं +सप्तमः +सप्तमकं +सप्तमकक्षा +सप्तमकाण्डे +सप्तमक्षेत्रम् +सप्तमगः +सप्तमगे +सप्तमञ्च +सप्तमदिने +सप्तमनवमयोर्वीव +सप्तमन्तु +सप्तमन्वन्तरं +सप्तमन्वन्तरावधि +सप्तमपञ्चिकायाः +सप्तमपर्व +सप्तमपुरुषपर्य्यन्तं +सप्तमप्र +सप्तमप्रने +सप्तमप्रपाठकः +सप्तमप्रपाठके +सप्तमप्रभे +सप्तमप्रश्न +सप्तमप्रश्नः +सप्तमप्रश्ने +सप्तममहः +सप्तममाह्निकम् +सप्तमम् +सप्तमराशौ +सप्तमवर्णकम् +सप्तमशतकम् +सप्तमशतके +सप्तमशताब्द्यां +सप्तमशताब्द्याः +सप्तमश्च +सप्तमस्कन्धपरिच्छेदः +सप्तमस्कन्धे +सप्तमस्तथा +सप्तमस्तरङ्गः +सप्तमस्तु +सप्तमस्तृचः +सप्तमस्तेषां +सप्तमस्थाने +सप्तमस्थे +सप्तमस्थो +सप्तमस्य +सप्तमस्याध्यायस्य +सप्तमस्याह्नः +सप्तमस्याह्नो +सप्तमस्वरी +सप्तमस्सर्गः +सप्तमा +सप्तमाखण्डः +सप्तमाङ्के +सप्तमातरः +सप्तमातरम् +सप्तमातृकादींश्च +सप्तमात् +सप्तमात्रकम् +सप्तमात्रमुदाहृतम् +सप्तमादारभ्य +सप्तमादिषु +सप्तमाद्दशमाद्वापि +सप्तमाधिकरणमारचयति +सप्तमाध्याय +सप्तमाध्यायस्य +सप्तमाध्याये +सप्तमावकरोत् +सप्तमावरणे +सप्तमाष्टके +सप्तमाष्टमनवमभावफलध्यायः +सप्तमासान् +सप्तमास्तु +सप्तमाहवत् +सप्तमि +सप्तमिः +सप्तमिकेति +सप्तमी +सप्तमीं +सप्तमीकल्पे +सप्तमीतत्पुरुषः +सप्तमीति +सप्तमीत्यर्थः +सप्तमीत्वेन +सप्तमीनिर्दिष्टे +सप्तमीनिर्देशः +सप्तमीनिर्देशेन +सप्तमीपञ्चमीप्रथमाभ्यो +सप्तमीपञ्चम्योश्च +सप्तमीपञ्चम्यौ +सप्तमीबहुवचनस्य +सप्तमीबहुवचने +सप्तमीम् +सप्तमीविशेषणे +सप्तमीव्रतम् +सप्तमीव्रतानि +सप्तमीसमर्थ +सप्तमीसमर्थात् +सप्तमीसमर्थात्‌ +सप्तमीसमर्थेभ्यः +सप्तमीसमास +सप्तमीसमासः +सप्तमीस्थम् +सप्तमीस्थात् +सप्तमीस्थाने +सप्तमीस्नपनं +सप्तमीहारिणौ +सप्तमे +सप्तमेन +सप्तमेनाह्ना +सप्तमेऽङ्के +सप्तमेऽध्याये +सप्तमेऽनुवाके +सप्तमेऽपि +सप्तमेऽष्टमे +सप्तमेऽहनि +सप्तमेऽह्नि +सप्तमो +सप्तमोच्छ्वासः +सप्तमोध्यायः +सप्तमोध्यायस्य +सप्तमोऽङ्क +सप्तमोऽङ्कः +सप्तमोऽध्याय +सप्तमोऽध्यायः +सप्तमोऽनुवाकः +सप्तमोऽनुवाकस्समाप्तः +सप्तमोऽयं +सप्तमौ +सप्तम् +सप्तम्बर् +सप्तम्भ्रमम् +सप्तम्य +सप्तम्यः +सप्तम्यधिकरणे +सप्तम्यन्त +सप्तम्यन्तं +सप्तम्यन्तः +सप्तम्यन्तम् +सप्तम्यन्तस्य +सप्तम्यन्ताः +सप्तम्यन्तात् +सप्तम्यन्तात्काले +सप्तम्यन्ताद् +सप्तम्यन्ते +सप्तम्यन्तेभ्यः +सप्तम्यन्तेभ्यो +सप्तम्यन्तो +सप्तम्यपि +सप्तम्यप्रतेः +सप्तम्यर्थ +सप्तम्यर्थः +सप्तम्यर्थद्योतकः +सप्तम्यर्थस्य +सप्तम्यर्थानुवादः +सप्तम्यर्थानुवादी +सप्तम्यर्थे +सप्तम्यर्थेऽव्ययीभावः +सप्तम्यर्थो +सप्तम्या +सप्तम्यां +सप्तम्याः +सप्तम्याञ्च +सप्तम्यादिदिनत्रये +सप्तम्यादिषु +सप्तम्यामथ +सप्तम्यामष्टम्यां +सप्तम्यामुपवासं +सप्तम्यामेव +सप्तम्याम् +सप्तम्याश्च +सप्तम्यास्तु +सप्तम्यास्तुल्यत्वात् +सप्तम्यास्त्रल् +सप्तम्युपपत्तिः +सप्तम्युपमान +सप्तम्युपमानपूर्वपदस्य +सप्तम्येकवचनम् +सप्तम्येकवचनस्य +सप्तम्येकवचने +सप्तम्येव +सप्तम्योः +सप्तम्यौ +सप्तम्य् +सप्तयः +सप्तयो +सप्तयोजनसहस्रप्रमाणः +सप्तयोऽश्वा +सप्तरक्तं +सप्तरत्नमयं +सप्तरत्नमयाः +सप्तरत्नमयानि +सप्तरत्नसमन्वागतः +सप्तरत्नानि +सप्तरश्मिं +सप्तरश्मिः +सप्तरश्मिरथो +सप्तरश्मौ +सप्तरात्र +सप्तरात्रं +सप्तरात्रः +सप्तरात्रन्तु +सप्तरात्रप्रयोगेण +सप्तरात्रमतन्द्रितः +सप्तरात्रमथापि +सप्तरात्रमुषित्वा +सप्तरात्रम् +सप्तरात्रस्य +सप्तरात्राणि +सप्तरात्रात् +सप्तरात्रात्परं +सप्तरात्राद् +सप्तरात्राद्वा +सप्तरात्रान्ते +सप्तरात्रे +सप्तरात्रेण +सप्तरात्रो +सप्तरात्रोषितो +सप्तर्चं +सप्तर्चमष्टमं +सप्तर्चमेकादशं +सप्तर्चम् +सप्तर्चस्य +सप्तर्चान् +सप्तर्चोनामचतुर्थकाण्डे +सप्तर्तवः +सप्तर्तवो +सप्तर्षय +सप्तर्षयः +सप्तर्षयश्च +सप्तर्षयश्चैव +सप्तर्षयस्तथा +सप्तर्षयस्तदा +सप्तर्षयस्तु +सप्तर्षयो +सप्तर्षयोऽन्तरे +सप्तर्षयोऽपरे +सप्तर्षयोऽब्रुवन् +सप्तर्षयोऽभवन् +सप्तर्षयोऽमलाः +सप्तर्षि +सप्तर्षिपत्नीनां +सप्तर्षिपूर्वाः +सप्तर्षिभिः +सप्तर्षिभिस्तथा +सप्तर्षिभिस्तु +सप्तर्षिभेदे +सप्तर्षिभ्य +सप्तर्षिभ्यः +सप्तर्षिभ्यो +सप्तर्षिमण्डलं +सप्तर्षिमण्डलम् +सप्तर्षिमध्ये +सप्तर्षिषु +सप्तर्षी +सप्तर्षींश्च +सप्तर्षीणाँ +सप्तर्षीणां +सप्तर्षीणान्तु +सप्तर्षीणाम् +सप्तर्षीनपि +सप्तर्षीनुपधूपयति +सप्तर्षीन् +सप्तलक्षं +सप्तलक्षाणि +सप्तला +सप्तलां +सप्तलोकं +सप्तलोकमयो +सप्तलोका +सप्तलोकाः +सप्तलोकान् +सप्तलोकेषु +सप्तलोकैर्बिलैः +सप्तवत +सप्तवत्या +सप्तवध्रये +सप्तवध्रिं +सप्तवध्रिः +सप्तवर्षं +सप्तवर्षसहस्राणि +सप्तवर्षा +सप्तवर्षाणि +सप्तवर्षाष्टवर्षाणां +सप्तवर्षीयः +सप्तवारं +सप्तवारकम् +सप्तवाराणि +सप्तवारान् +सप्तवाराभिजप्तेन +सप्तवारेण +सप्तवासरं +सप्तवासरम् +सप्तवासराः +सप्तवासरात् +सप्तवाहनः +सप्तविं +सप्तविंश +सप्तविंशं +सप्तविंशः +सप्तविंशति +सप्तविंशतिं +सप्तविंशतिः +सप्तविंशतिका +सप्तविंशतितमं +सप्तविंशतितमः +सप्तविंशतितमक्षेत्रम् +सप्तविंशतितमे +सप्तविंशतितमोऽध्यायः +सप्तविंशतिधा +सप्तविंशतिनक्षत्राणि +सप्तविंशतिभागं +सप्तविंशतिभिः +सप्तविंशतिमं +सप्तविंशतिमिन्दवे +सप्तविंशतिमे +सप्तविंशतिम् +सप्तविंशतिर्नक्षत्राणि +सप्तविंशतिविग्रहै +सप्तविंशतिश्च +सप्तविंशतिसंख्यया +सप्तविंशतिसंख्याका +सप्तविंशत् +सप्तविंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +सप्तविंशत्यधिकशततमः +सप्तविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः +सप्तविंशत्या +सप्तविंशत्युत्तरशततमोऽध्यायः +सप्तविंशप्रश्ने +सप्तविंशात्मकं +सप्तविंशी +सप्तविंशे +सप्तविंशेऽध्याये +सप्तविंशो +सप्तविंशोऽध्याय +सप्तविंशोऽध्यायः +सप्तविध +सप्तविधं +सप्तविधः +सप्तविधम् +सप्तविधस्य +सप्तविधा +सप्तविधां +सप्तविधाः +सप्तविधानि +सप्तविधे +सप्तविधो +सप्तविध्ँ +सप्तवेलं +सप्तव्याहृतिभिः +सप्तशतं +सप्तशतानि +सप्तशतिका +सप्तशती +सप्तशतीं +सप्तशत्यां +सप्तशत्याम् +सप्तशिरा +सप्तशिवासु +सप्तशीर्ष्णीं +सप्तश्च +सप्तष +सप्तषष्टि +सप्तषष्टिः +सप्तषष्टितमं +सप्तषष्टितमः +सप्तषष्टितमोऽध्यायः +सप्तषष्टिश्च +सप्तषष्टिस्तथा +सप्तषष्टिस्तथान्यानि +सप्तषष्टी +सप्तषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः +सप्तषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः +सप्तषष्ट्युत्तरशततमोऽध्यायः +सप्तषष्ठितमः +सप्तषु +सप्तसंख्या +सप्तसंख्याका +सप्तसंख्याकाः +सप्तसंख्याकानि +सप्तसंख्याकान् +सप्तसंख्याकैः +सप्तसंख्यानि +सप्तसंसदः +सप्तसप्त +सप्तसप्तकाः +सप्तसप्तति +सप्तसप्ततिः +सप्तसप्ततितमं +सप्तसप्ततितमः +सप्तसप्ततितमी +सप्तसप्ततितमोऽध्यायः +सप्तसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः +सप्तसप्तत्या +सप्तसप्तिः +सप्तसप्तिके +सप्तसहस्राणि +सप्तसागरसंयुक्ता +सप्तसागराः +सप्तसागरान् +सप्तसामोपगीतं +सप्तसारस्वतं +सप्तसारस्वते +सप्तसिन्धवः +सप्तसु +सप्तस्थानेषु +सप्तस्य +सप्तस्वङ्गेषु +सप्तस्वपि +सप्तस्वरसमायुक्तं +सप्तस्वरा +सप्तस्वराः +सप्तस्वराणां +सप्तस्वरास्त्रयो +सप्तस्वरेषु +सप्तस्वसा +सप्तहं +सप्तहम् +सप्तहस्तं +सप्तहस्ता +सप्तहस्तासो +सप्तहस्तेन +सप्तहोता +सप्तहोतारं +सप्तहोतारम् +सप्तहोतुः +सप्तहोत्रा +सप्तहोत्राः +सप्तऽर्तवः +सप्ता +सप्तां +सप्तांगुलं +सप्तांगुलमुदाहृतम् +सप्तांगुला +सप्तांशं +सप्तांशा +सप्तांशे +सप्तांशेन +सप्ताक्षरं +सप्ताक्षरः +सप्ताक्षरम् +सप्ताक्षराणि +सप्ताक्षरेण +सप्ताक्षरो +सप्ताक्षितय +सप्ताक्षौहिणी +सप्तागारं +सप्तागाराणि +सप्ताङ्कं +सप्ताङ्ग +सप्ताङ्गं +सप्ताङ्गः +सप्ताङ्गनन्दाब्धय +सप्ताङ्गमुच्यते +सप्ताङ्गस्य +सप्ताङ्गानि +सप्ताङ्गुल +सप्ताङ्गुलं +सप्ताङ्गुले +सप्ताङ्गो +सप्ताजायन्त +सप्तात्र +सप्ताथ +सप्ताधिकं +सप्ताधिकद्विशततमोऽध्यायः +सप्ताधिकशततमः +सप्ताधिकशततमोऽध्यायः +सप्ताधिका +सप्ताध्यायाः +सप्ताना +सप्तानां +सप्तानामपि +सप्तानामारोहश्चावरोहणम् +सप्तानामिह +सप्तानामृचां +सप्तानामेव +सप्तानाम् +सप्तानि +सप्तानुवाकाः +सप्तापरिहाणीया +सप्तापरिहाणीयान् +सप्तापि +सप्ताभिमन्त्रितं +सप्ताभिमन्त्रितम् +सप्तामराः +सप्तारण्या +सप्तारण्याः +सप्तार्चिः +सप्तार्चिषं +सप्तार्चिषः +सप्तार्चिषो +सप्तार्च्चिः +सप्तार्णं +सप्तार्णः +सप्तार्धगर्भा +सप्तावरण +सप्तावरणानि +सप्तावरान् +सप्तावरान्सप्त +सप्तावस्था +सप्ताशीतिः +सप्ताशीतितमं +सप्ताशीतितमः +सप्ताशीतितमी +सप्ताशीतितमोऽध्यायः +सप्ताशीत्यधिकशततमोऽध्यायः +सप्ताश्व +सप्ताश्वं +सप्ताश्वः +सप्ताश्वतिलक +सप्ताश्वत्थस्य +सप्ताश्ववाहनः +सप्ताश्ववाहनम् +सप्ताश्वा +सप्ताश्वाः +सप्ताष्ट +सप्ताष्टौ +सप्तासन् +सप्तासन्निति +सप्तास्य +सप्तास्यस्तुविजातो +सप्तास्यासन् +सप्तास्रे +सप्ताह +सप्ताहं +सप्ताहः +सप्ताहकं +सप्ताहद्वयं +सप्ताहमाचरेत् +सप्ताहम् +सप्ताहयज्ञेन +सप्ताहश्रवणे +सप्ताहस्य +सप्ताहा +सप्ताहाज्जायते +सप्ताहात् +सप्ताहाद् +सप्ताहाद्वा +सप्ताहानन्तरं +सप्ताहानि +सप्ताहान् +सप्ताहान्तः +सप्ताहान्ते +सप्ताहान्नात्र +सप्ताहाभ्यन्तरे +सप्ताहे +सप्ताहेन +सप्ति +सप्तिं +सप्तिं॑ +सप्तिः +सप्तिः॑ +सप्तिमिव +सप्तिम् +सप्तिरसि +सप्तिर् +सप्तिर्न +सप्ति॑म् +सप्ति॑रसि +सप्ति॒र्न +सप्ती +सप्तीनां +सप्ती॑ +सप्ती॒ +सप्ते +सप्तेः +सप्तेति +सप्तेमे +सप्तै +सप्तैकमध्या +सप्तैता +सप्तैताः +सप्तैतानि +सप्तैतान्य् +सप्तैते +सप्तैव +सप्तैवात्र +सप्तैवाभिज्ञाताः +सप्तैवेति +सप्तैवैते +सप्तो +सप्तोत्तरं +सप्तोत्तरशततमः +सप्तोत्तरशततमोऽध्यायः +सप्तोना +सप्तोपधातवः +सप्तोपविषजातयः +सप्तोपायाः +सप्त॑यः +सप्त॑यो॒ +सप्पुरिसा +सप्पो +सप्फिरे +सप्र +सप्रकरणं +सप्रकारं +सप्रकारकं +सप्रकारकमभिधानम् +सप्रकाशं +सप्रकृतिकस्य +सप्रकृतेर्बह्वकजर्थम् +सप्रजः +सप्रजस्य +सप्रजा +सप्रजाः +सप्रजापतयः +सप्रणयं +सप्रणवं +सप्रणवा +सप्रणवां +सप्रणवो +सप्रणामं +सप्रणामम् +सप्रतापगरिमण्यग्रेसरे +सप्रति +सप्रतिघं +सप्रतिघा +सप्रतिबन्धं +सप्रतिबन्धो +सप्रतियोगिकत्वं +सप्रतियोगिकत्वात् +सप्रतिष्ठा +सप्रतिष्ठाः +सप्रत्ययं +सप्रत्ययः +सप्रत्यवमर्षः +सप्रथ +सप्रथः +सप्रथःऽतमम् +सप्रथश्च +सप्रथसं +सप्रथस्तमं +सप्रथस्तमः +सप्रथस्तमम् +सप्रथस्तमे +सप्रथा +सप्रथाः +सप्रथो +सप्रदक्षिणम् +सप्रदक्षिणैः +सप्रदानत्वम् +सप्रदोषमहरनध्यायः +सप्रपञ्च +सप्रपञ्चं +सप्रपञ्चत्वं +सप्रपञ्चमधिरूढसमाधियोगः +सप्रपञ्चे +सप्रपञ्चो +सप्रभं +सप्रभः +सप्रभा +सप्रभृति +सप्रभृत्य् +सप्रमदं +सप्रमाणं +सप्रमाणकं +सप्रमाणकमाह +सप्रमीलकाः +सप्रमोदं +सप्रयोजन +सप्रयोजनं +सप्रयोजनः +सप्रयोजनतया +सप्रयोजनता +सप्रयोजनत्वात् +सप्रयोजनमभिधानं +सप्रयोजनम् +सप्रयोजना +सप्रयोजनाः +सप्रयोजने +सप्रवर्ग्ये +सप्रवाहिकम् +सप्रवाहिकाः +सप्रविश्य +सप्रवेशापसरणं +सप्रशंसं +सप्रश्रयं +सप्रश्रयम् +सप्रसङ्ग +सप्रसवा +सप्रसादं +सप्रसादमिव +सप्रसादा +सप्रसारण +सप्रस्तरां +सप्राकारं +सप्राकारा +सप्राकारां +सप्राड्विवाकः +सप्राण +सप्राणं +सप्राणः +सप्राणम् +सप्राणा +सप्राणो +सप्राप्य +सप्रियः +सप्रेम +सप्रेमा +सप॑न्तः +सप॒र्यति॑ +सफ +सफं +सफपौष्कले +सफम् +सफर +सफरी +सफल +सफलं +सफलः +सफलतया +सफलता +सफलतां +सफलतापूर्वकं +सफलतायाः +सफलतायै +सफलत्वं +सफलत्वात् +सफलमद्य +सफलमुपसंहरति +सफलम् +सफलय +सफलयतु +सफलस्य +सफला +सफलां +सफलाः +सफलानां +सफलानि +सफलाया +सफलाश्च +सफली +सफलीकर्तुं +सफलीकुरु +सफले +सफलेति +सफलैः +सफलो +सफलोऽद्य +सफलोऽभवत् +सफलौ +सफश्रुध्ये +सफसुज्ञाने +सफस्य +सफ़ाई +सफा +सफाक्षारे +सफाणितं +सफे +सफेद +सफेदी +सफेन +सफेनं +सफेनपुञ्जा +सब +सबः +सबका +सबकी +सबकुछ +सबके +सबको +सबद +सबदी +सबध्यते +सबने +सबन्ध +सबन्धः +सबन्धके +सबन्धनम् +सबन्धवः +सबन्धि +सबन्धिन +सबन्धिना +सबन्धिनि +सबन्धिनी +सबन्धिनो +सबन्धिन्या +सबन्धिभि +सबन्धी +सबन्धु +सबन्धुं +सबन्धुः +सबन्धुश्चासबन्धुश्च +सबन्धू +सबन्धे +सबन्धो +सबमें +सबर्दुघा +सबर्दुघां +सबर्दुघाम् +सबर्दुघायाः +सबर्दुघे +सबल +सबलं +सबलः +सबलवाहनः +सबलवाहनम् +सबलश्च +सबलश्चैव +सबलस्य +सबला +सबलाः +सबलाक +सबलानि +सबलानुगः +सबलान् +सबले +सबलैः +सबलो +सबलौ +सबसे +सबहिं +सबही +सबहुमान +सबहुमानं +सबहुमानम् +सबा +सबांधवः +सबांधवाः +सबाणं +सबाणः +सबाध +सबाधं +सबाधः +सबाधधावनम् +सबाधो +सबान्धवं +सबान्धवः +सबान्धवम् +सबान्धवाः +सबान्धवान् +सबान्धवैः +सबालवृद्धा +सबाला +सबाष्पं +सबाष्पकण्ठस्खलितैः +सबाष्पम् +सबाष्पा +सबाष्पे +सबाष्पो +सबाह्याभ्यंतरं +सबाह्याभ्यन्तरं +सबाह्याभ्यन्तरे +सबाह्याभ्यन्तरो +सबाह्राभ्यन्तरो +सबिन्दुं +सबिन्दुः +सबिन्दुकः +सबिन्दुकम् +सबिन्दुकाः +सबिन्दुकैः +सबिन्दुभिः +सबिन्दूनि +सबिन्दून् +सबीज +सबीजं +सबीजः +सबीजकः +सबीजस्य +सबीजा +सबीजां +सबीजो +सबीभत्से +सबुद्धि +सबृहस्पतिः +सबै +सबों +सबोंको +सब् +सब्ब +सब्बत्थ +सब्बे +सब्रह्म +सब्रह्मका +सब्रह्मकाः +सब्रह्मचारि +सब्रह्मचारिण +सब्रह्मचारिणं +सब्रह्मचारिणः +सब्रह्मचारिणां +सब्रह्मचारिणाम् +सब्रह्मचारिणि +सब्रह्मचारिणो +सब्रह्मचारिन् +सब्रह्मचारिभिः +सब्रह्मचारी +सब्राह्मणपुरोहितः +सब्राह्मणाः +सब्राह्मणानि +सब्वं +सब॑न्धू +सभ +सभं +सभः +सभक्तं +सभक्तिकम् +सभगन्दरम् +सभङ्गः +सभङ्गाभङ्गभेदेन +सभद्र +सभद्रं +सभद्रकम् +सभम् +सभय +सभयं +सभयः +सभयचकितं +सभयम +सभयम् +सभया +सभयाः +सभयानके +सभये +सभयो +सभयोः +सभरसः +सभरसो +सभरा +सभराः +सभर्तृका +सभर्तृकाः +सभव +सभवति +सभवान् +सभविष्यं +सभवे +सभा +सभां +सभाः +सभाओं +सभाकारं +सभाके +सभाग +सभागं +सभागः +सभागतम् +सभागता +सभागतां +सभागताम् +सभागतायामुपपद्यते +सभागतायामुपपद्येयं +सभागतायामुपपद्येयमिति +सभागानां +सभागृहम् +सभागृहे +सभागेषु +सभाग्या +सभाग्याः +सभाग्योऽहं +सभाङ्गणे +सभाज +सभाजनं +सभाजनम् +सभाजनाः +सभाजनान् +सभाजनाय +सभाजने +सभाजयति +सभाजयन् +सभाजयन्ते +सभाजयामास +सभाजयित्वा +सभाजये +सभाजयेत् +सभाजितः +सभाजिता +सभाजितो +सभाज्य +सभातले +सभातल् +सभातो +सभादिषु +सभाद्यध्यक्ष +सभाद्यध्यक्षः +सभाद्यध्यक्षस्य +सभाद्यध्यक्षादयः +सभाद्यध्यक्षादयो +सभाद्यध्यक्षो +सभाध्यक्ष +सभाध्यक्षं +सभाध्यक्षः +सभाध्यक्षस्य +सभाध्यक्षादयः +सभाध्यक्षादयो +सभाध्यक्षादि +सभाध्यक्षादिकों +सभाध्यक्षाय +सभाध्यक्षेण +सभाध्यक्षो +सभानरस्य +सभानां +सभान्तरे +सभापण्डित +सभापण्डितः +सभापति +सभापतिं +सभापतिः +सभापतिना +सभापते +सभापतेः +सभापर्व +सभापर्वणि +सभापि +सभाप्रवेशः +सभाभवनं +सभाभवनम् +सभाभ्यः +सभामण्डपं +सभामण्डपः +सभामण्डपे +सभामध्य +सभामध्ये +सभामर्हति +सभाम् +सभाय +सभाया +सभायां +सभायाः +सभायाञ्च +सभायाम +सभायामपि +सभायामेव +सभायाम् +सभायाश्च +सभायै +सभार +सभारञ्जनशतकम् +सभारतायै +सभारम् +सभार्य +सभार्यं +सभार्यः +सभार्यकः +सभार्यकम् +सभार्यम् +सभार्यश्च +सभार्यस्तु +सभार्यस्त्वं +सभार्यस्य +सभार्या +सभार्याः +सभार्याय +सभार्ये +सभार्येण +सभार्यो +सभार्यौ +सभार्य्यः +सभार्य्यो +सभाव +सभावं +सभावः +सभावती +सभावनायाम् +सभावान् +सभाविसर्जनं +सभावे +सभावो +सभाव्य +सभाव्यते +सभाश्रिताः +सभाष्यशुक्लयजुर्वेदपरिशिष्टेषु +सभाष्ये +सभास +सभासत्सु +सभासद +सभासदः +सभासदश्च +सभासदां +सभासदाम् +सभासदो +सभासदों +सभासद् +सभासद्भिः +सभासलिः +सभासु +सभासेनाधीशो +सभासेनाध्यक्ष +सभासेनाध्यक्षौ +सभासेनापती +सभासेनेशौ +सभास्तथा +सभास्तारः +सभास्थले +सभास्थाणुम् +सभास्थानं +सभास्थानम् +सभास्थाने +सभि +सभिकं +सभिकः +सभिकेन +सभिको +सभी +सभीत +सभीमकिरीटिना +सभूत +सभूतः +सभूमिं॑वि॒श्वतो॑वृ॒त्वाऽत्य॑तिष्ठद्दशांगु॒लम् +सभूय +सभृङ्गं +सभृत्यः +सभृत्यबलवाहनः +सभृत्यबलवाहनम् +सभृत्याः +सभृत्येन +सभृत्यो +सभे +सभेति +सभेदः +सभेन +सभेयं +सभेयः +सभेयम् +सभेयो +सभेव +सभेश +सभेशं +सभेशः +सभो +सभों +सभोग +सभोजनम् +सभोज्यं +सभौ +सभौमे +सभ् +सभ्य +सभ्यं +सभ्यः +सभ्यक् +सभ्यग्दर्शनं +सभ्यञ्च +सभ्यता +सभ्यतां +सभ्यताया +सभ्यतायां +सभ्यतायाः +सभ्यते +सभ्यमग्निं +सभ्यम् +सभ्यस्य +सभ्या +सभ्याः +सभ्याग्निं +सभ्याग्नौ +सभ्यानां +सभ्यान् +सभ्यावसथ्ययोः 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+समगात्रो +समगाहत +समगुडं +समगृहे +समगृह्य +समगृह्यत +समग्नयः +समग्निरिध्यते +समग्ने +समग्मत +समग्र +समग्रं +समग्रः +समग्रगुणा +समग्रतया +समग्रता +समग्रतां +समग्रन्तु +समग्रभं +समग्रभम् +समग्रभारते +समग्रमपि +समग्रमिति +समग्रमेव +समग्रम् +समग्ररूपेण +समग्रविश्वस्य +समग्रस्य +समग्रहीत् +समग्रा +समग्रां +समग्राः +समग्राणां +समग्राणि +समग्रान् +समग्राम् +समग्राश्च +समग्रासु +समग्राहि +समग्री +समग्रीवशिरः +समग्रे +समग्रेण +समग्रेणैव +समग्रेति +समग्रेषु +समग्रेऽपि +समग्रैः +समग्रैरपि +समग्रो +समग्रोपचारयुक्ता +समग्रोऽपि +समङ्काः +समङ्क्तां +समङ्क्ताम् +समङ्क्ते +समङ्गः +समङ्गा +समङ्गां +समङ्गानि +समङ्गायास्तटे +समङ्ग्धि +समङ्धि +समच +समचतुरश्र +समचतुरश्रं +समचतुरश्रः +समचतुरश्रस्य +समचतुरश्रा +समचतुरस्रं +समचरत् +समचापज्यार्धानि +समचालयत् +समचिंतयत् +समचित्त +समचित्तः +समचित्तता +समचित्तत्वं +समचित्तत्वमिष्टानिष्टोपपत्तिषु +समचित्तत्वम् +समचित्तस्य +समचित्तानां +समचित्तो +समचिन्तयत् +समचिन्तयन् +समचिन्तयम् +समचूर्णं +समचोदयत् +समच्छेद +समच्छेदविधानेन +समच्छेदीकृत्य +समच्छेदेन +समज +समजः +समजठरा +समजनि +समजनिषद +समजनिष्ट +समजनीति +समजन्ति +समजयद्वसूनि +समजयन् +समजशतानां +समजा +समजाति +समजानत +समजायत +समजायते +समजायथाः +समजायन्त +समजीगमं +समजीजनत् +समजीर्णं +समजीर्णे +समजीवयत् +समज्ञा +समज्य +समज्यतां +समज्यते +समज्या +समज्यायां +समझ +समझकर +समझता +समझते +समझना +समझनी +समझने +समझा +समझाने +समझाया +समझिये +समझी +समझे +समझें +समझो +समझौता +समञ्च +समञ्चं +समञ्चैव +समञ्जतः +समञ्जते +समञ्जन +समञ्जनं +समञ्जनम् +समञ्जन् +समञ्जन्तु +समञ्जस +समञ्जसं +समञ्जसः +समञ्जसमिति +समञ्जसम् +समञ्जसा +समञ्जाते +समञ्जाथे +समञ्जे +समणो +समण्डकानि +समण्डा +समण्डितम् +समत +समतं +समतः +समतनुः +समतनोत् +समतन्वन् +समतपत् +समतपन् +समतम् +समतया +समतर्पयत् +समतल +समतलं +समतलः +समतलप्रदेशः +समतलमस्तक +समतला +समतलां +समतले +समतसि +समता +समतां +समताकरणं +समताडयत् +समतामियात् +समतामेति +समताम् +समताया +समतायां +समतायाः +समतायुक्तः +समतारा +समतालं +समतावस्था +समति +समतिक्रमात् +समतिक्रमितुं +समतिक्रमे +समतिक्रमेत् +समतिक्रम्य +समतिक्रान्तं +समतिक्रान्ता +समतिक्रान्ताः +समतिक्रान्ते +समतिक्रान्तो +समतिक्रामति +समतिष्ठत +समतिष्ठत् +समतिष्ठन्त +समतीतं +समतीतः +समतीतस्य +समतीता +समतीतानि +समतीतान्यनेकशः +समतीतायां +समतीते +समतीतेषु +समतीत्य +समतीयाय +समतुल्य +समते +समतेति +समतैव +समतैवावशिष्यते +समतो +समतोदेति +समतोलनं +समतोलयत् +समतोषयत् +समत्यजत् +समत्ययुः +समत्रिणं +समत्व +समत्वं +समत्वतः +समत्वदर्शनं +समत्वबुद्धिः +समत्वबुद्धियुक्तः +समत्वबुद्धियुक्ताः +समत्वबुद्ध्या +समत्वमिति +समत्वमित्याह +समत्वमेव +समत्वम् +समत्वस्य +समत्वाच्च +समत्वात् +समत्वादिति +समत्वाद् +समत्वे +समत्वेन +समत्वेनेति +समत्वेनैव +समत्वेऽपि +समत्सरः +समत्सरम् +समत्सु +समत्ऽसु +समथ +समथो +समथ्र्य +समथ्र्यते +समद +समदं +समदः +समदग्धाश्च +समदधात् +समदधुः +समदधुस् +समदनं +समदनस्य +समदना +समदनां +समदन्तः +समदन्ती +समदम् +समदर्शन +समदर्शनं +समदर्शनः +समदर्शनम् +समदर्शनरूपो +समदर्शनाः +समदर्शनात् +समदर्शयत् +समदर्शि +समदर्शित्वं +समदर्शिन +समदर्शिनः +समदर्शिनम् +समदर्शिनो +समदर्शिभिः +समदर्शी +समदलकोटी +समदलकोटीभुजार्धसंवर्गः +समदहस्तमु +समदा +समदां +समदाः +समदाम् +समदाविव +समदिवसनिशीथं +समदिशोः +समदुःखः +समदुःखसुख +समदुःखसुखं +समदुःखसुखः +समदुःखसुखस्वस्थः +समदुःखसुखेन +समदुःखसुखो +समदुःखामिव +समदृक् +समदृशः +समदृशो +समदृश्यत +समदृश्यन्त +समदृष्टयः +समदृष्टि +समदृष्टिः +समदृष्टिश्च +समदृष्ट्या +समदेशे +समदो +समदोषः +समद् +समद्भिः +समद्युतिः +समद्र +समधत्त +समधत्तेति +समधा +समधातां +समधातुमलक्रियः +समधातोः +समधारयत् +समधावत +समधि +समधिः +समधिक +समधिकं +समधिकः +समधिकतरोच्छ्वासिना +समधिका +समधिके +समधिको +समधिगच्छति +समधिगच्छन्ति +समधिगत +समधिगतं +समधिगतः +समधिगतम् +समधिगता +समधिगताः +समधिगतो +समधिगम्य +समधिगम्यते +समधित +समधितिष्ठ +समधितिष्ठति +समधिरुह्य +समधिरोप्य +समधिरोहणम् +समधिरोहति +समधिष्ठाय +समधिष्ठितम् +समधिष्ठिता +समधिष्ठिताः +समधीत्य +समधीयते +समधु +समधुः +समधुकं +समधुकैः +समधुरं +समधुरः +समधुशर्करः +समधुशर्करम् +समधृते +समध्यासितवेदिमध्याः +समध्यास्ते +समध्ये +समध्येतुं +समध्रुवकदम्बानामुपरि +समध्वरायोषसो +समध्वाज्यं +समन +समनं +समनंतरम् +समनःशिला +समनक्ति +समनक्तीति +समनक्तु +समनक्त्वर्यमा +समनखौ +समनन्तर +समनन्तरं +समनन्तरः +समनन्तरपरिनिर्वृते +समनन्तरप्रत्यय +समनन्तरप्रत्ययः +समनन्तरप्रत्ययेन +समनन्तरमेव +समनन्तरमेवोक्तं +समनन्तरम् +समनन्तरा +समनन्तरेण +समनन्तरो +समनमत् +समनमदेवं +समनमद् +समनमन् +समनमन्त +समनमन्त्स +समनमन्नेवा +समनमन्न् +समनम् +समनयन् +समनरो +समनस +समनसः +समनसस् +समनसा +समनसो +समनसोऽन्तरा +समनसौ +समनस्कं +समनस्कः +समनस्काः +समनस्कानीन्द्रियाणि +समनस्केन्द्रियेषु +समनह्यत +समनह्यत् +समनह्यन्त +समना +समनाः +समनावगत्य +समनि +समनु +समनुगच्छति +समनुगच्छन्ति +समनुगता +समनुगृह्य +समनुग्राहितव्या +समनुग्राहियमाणा +समनुचिन्तय +समनुजायन्ते +समनुज्ञातः +समनुज्ञाता +समनुज्ञाताः +समनुज्ञातुमर्हसि +समनुज्ञातो +समनुज्ञाप्य +समनुज्ञाय +समनुधावति +समनुपश्यति +समनुपश्यत्यपि +समनुपश्यन्ति +समनुपश्यन्ती +समनुपश्यामि +समनुपालय +समनुप्राप्तं +समनुप्राप्तः +समनुप्राप्ता +समनुप्राप्ताः +समनुप्राप्ते +समनुप्राप्तो +समनुप्राप्तौ +समनुप्राप्य +समनुबद्धः +समनुबद्धा +समनुभवन्ति +समनुभाषितव्या +समनुभाषियमाणा +समनुभूय +समनुभूयते +समनुयातु +समनुवर्तते +समनुवर्तन्ते +समनुव्रताम् +समनुशासतः +समनुशास्ति +समनुष्ठाय +समनुष्ठितम् +समनुस्मरति +समनुस्मरन् +समनुस्मरामि +समनुस्मरिष्यामः +समनुस्मरेत् +समनुस्मृत्य +समनूक्ता +समने +समनेत्र +समनेव +समनेषु +समनैष्ट +समन् +समन्त +समन्तं +समन्तः +समन्तत +समन्ततः +समन्ततश्च +समन्ततस्तदा +समन्ततस्तु +समन्ततो +समन्ततोऽपि +समन्तत्वे +समन्तदुग्धा +समन्तदैर्घश्रवसे +समन्तपञ्चकं +समन्तपञ्चके +समन्तभद्र +समन्तभद्रः +समन्तभद्रश्च +समन्तभद्रा +समन्तभद्राय +समन्तभद्रेण +समन्तभद्रो +समन्तमाद्यायाम् +समन्तमेव +समन्तम् +समन्तयोजनश्चतूरत्नमयः +समन्तस्य +समन्तस्समे +समन्ता +समन्ताः +समन्ताच्च +समन्तात +समन्तात् +समन्तात्तु +समन्तात्परिमण्डलम् +समन्तात्परिवारितः +समन्तात्परिवारितम् +समन्तात्पर्यवारयत् +समन्तात्पर्यवारयन् +समन्तात्स +समन्तादण्डस्य +समन्तादतिलोहिताश्च +समन्तादनुनादितम् +समन्तादवभासितम् +समन्तादवलोक्य +समन्तादितस्ततः +समन्तादिति +समन्तादुपशोभितम् +समन्ताद् +समन्ताद्भरतर्षभ +समन्ताद्योजनशतं +समन्ताद्वा +समन्ताद्विहिता +समन्ताद्वेष्टितः +समन्ताद्वै +समन्तान् +समन्तान्न +समन्तान्निशितैः +समन्ति +समन्तु +समन्ते +समन्तेन +समन्त्र +समन्त्रं +समन्त्रक +समन्त्रकं +समन्त्रकः +समन्त्रकत्वेन +समन्त्रकमेव +समन्त्रकम् +समन्त्रमेव +समन्त्राः +समन्त्रिकः +समन्त्रिणः +समन्त्री +समन्त्रे +समन्त्र्य +समन्दहासं +समन्द्रा +समन्मथः +समन्य +समन्यं +समन्यवः +समन्यवो +समन्या +समन्युः +समन्यूनाधिकत्वेन +समन्यूनाधिकानां +समन्येषु +समन्व +समन्वगात् +समन्वय +समन्वयं +समन्वयः +समन्वयनिरूपणम् +समन्वयम् +समन्वयलक्षणे +समन्वयसूत्रे +समन्वयस्य +समन्वयात् +समन्वयादिति +समन्वयाधिकरणम् +समन्वयाध्याये +समन्वयुः +समन्वये +समन्वयेति +समन्वयेन +समन्वयो +समन्वागत +समन्वागतं +समन्वागतः +समन्वागतम् +समन्वागतस्य +समन्वागता +समन्वागताः +समन्वागतो +समन्वागमः +समन्वारब्धाः +समन्वारब्धे +समन्वारब्धेषु +समन्वारब्धेष्वाहवनीये +समन्वारभन्ते +समन्वारभेते +समन्वारभ्य +समन्वारम्भणात् +समन्वाहर +समन्वाहरति +समन्वाहर्तुं +समन्वाहृत्य +समन्वि +समन्वित +समन्वितं +समन्वितः +समन्वितःतं +समन्वितमिति +समन्वितम् +समन्वितसार्वत्रिकसमयः +समन्वितस्य +समन्विता +समन्वितां +समन्विताः +समन्वितानाम् +समन्वितानि +समन्वितान् +समन्विताम् +समन्विते +समन्वितैः +समन्वितो +समन्वितौ +समन्विष्य +समन्वेति +समपतत् +समपतन् +समपदं +समपदाति +समपदान्त +समपदे +समपद्यत +समपद्यते +समपद्यन्त +समपश्चिमगं +समपश्चिमगानि +समपश्यत +समपश्यन्त +समपाः +समपाणिः +समपाणिश्च +समपादं +समपादः +समपादयत् +समपादयन् +समपादयमकम् +समपादा +समपादि +समपादे +समपादेन +समपालयत् +समपीडयत् +समपुटा +समपूजयत् +समपूजयन् +समपूरयत् +समपूरयन् +समपूरि +समपृक्त +समपृच्छत +समपृच्छत् +समपृच्यन्त +समपेक्षते +समपोथयत् +समप्त +समप्ता +समप्र +समप्रधानतया +समप्रधानानि +समप्रभं +समप्रभः +समप्रभम् +समप्रभा +समप्रमाणेन +समप्रविभागे +समप्रवृत्ते +समप्रा +समप्राधान्यं +समप्राधान्यम् +समप्राधान्यसंकरः +समप्राधान्येन +समप्राप्तं +समप्र्य +समप्सुजिन्मरुत्वाँ +समफलं +समफलः +समबलः +समबुद्धय +समबुद्धयः +समबुद्धिः +समबुद्धित्वादेव +समबुद्धिर्विशिष्यते +समबुद्धिश्च +समबुद्धेः +समबुद्ध्या +समबोधयत् +समबोधयन्माम् +समब्यर्च्य +समब्रवीत् +समभंगं +समभजत +समभरः +समभरत् +समभरन् +समभरन्तां +समभव +समभवं +समभवः +समभवतां +समभवति +समभवत् +समभवत्तत्र +समभवत्तदा +समभवत्तेन +समभवत्स +समभवत्समभवत् +समभवदथ +समभवदिति +समभवद् +समभवद्युद्धं +समभवन् +समभवन्महान् +समभाग +समभागं +समभागः +समभागतः +समभागा +समभागाः +समभागानां +समभागानि +समभागिकम् +समभागिनः +समभागे +समभागेन +समभारिका +समभावः +समभावतः +समभावयत् +समभावि +समभावे +समभावेन +समभावो +समभाव्यत +समभाषत +समभि +समभिक्रम्य +समभिगम्य +समभिचक्राम +समभिज्ञाय +समभिदुद्रुवुः +समभिद्रवत् +समभिद्रवन् +समभिद्रवन्ति +समभिद्रवन्त्येनमापः +समभिद्रुतः +समभिद्रुतम् +समभिद्रुताः +समभिद्रुत्य +समभिधारूढितेन +समभिनन्द्य +समभिपूजयेत् +समभिपूज्य +समभिप्लुतम् +समभिप्लुताः +समभिप्लुताम् +समभिमृश्य +समभिलषन्ति +समभिवर्तत +समभिवर्तते +समभिवर्तन्ते +समभिवर्त्तते +समभिवाञ्छति +समभिवाद्य +समभिवीक्ष्य +समभिव्या +समभिव्याहार +समभिव्याहारः +समभिव्याहारस्य +समभिव्याहारात् +समभिव्याहारे +समभिव्याहारो +समभिसृत्य +समभिहार +समभिहारे +समभिहितं +समभुवि +समभूः +समभूच्च +समभूत् +समभूदिति +समभूद् +समभूमि +समभूमिः +समभूमिभागे +समभूमौ +समभूवन् +समभे +समभ्यगात् +समभ्यच्र्य +समभ्यज्य +समभ्यधात् +समभ्ययात् +समभ्ययुः +समभ्यर्च +समभ्यर्च्च्य +समभ्यर्च्य +समभ्यर्च्याष्टविग्रहैः +समभ्यर्थयितार +समभ्यवागुः +समभ्यसेत् +समभ्यस्य +समभ्याददानो +समभ्यारोहति +समभ्युक्ष्य +समभ्यूह्य +समभ्येति +समभ्येत्य +समभ्येहि +समम +सममंडल +सममण्डल +सममण्डलं +सममण्डलगे +सममण्डलप्रवेशकाले +सममण्डलमध्यात् +सममण्डलम् +सममण्डलवत् +सममण्डलस्थे +सममण्डलस्य +सममण्डलाकारं +सममण्डलात् +सममण्डलीय +सममण्डले +सममण्डलेन +सममतिः +सममतिरात्मसुहृद्विपक्षपक्षे +सममथ +सममपि +सममब्राह्मणे +सममयम् +सममर्द्धसमं +सममर्धसमं +सममा +सममातुराणाम् +सममाते +सममानयत् +सममावयोः +सममि +सममिच्छन्ति +सममिति +सममितिः +सममितेः +सममित्यत्र +सममित्यर्थः +सममित्याः +सममिदं +सममिमां +सममिलथाः +सममिव +सममिह +सममुच्यते +सममूत्रविट्कम् +सममृतत्वमानट् +सममे +सममेकत्र +सममेतत् +सममेतत्त्रयं +सममेतन्न +सममेव +सममेवं +सममेवेति +सममेष +सममेषां +समम् +समम्‌ +समय +समयं +समयंस्त +समयः +समयक्रिया +समयक्रियाम् +समयजन्त +समयज्ञः +समयज्ञश्च +समयज्ञस्य +समयज्ञो +समयतः +समयतन्त +समयति +समयते +समयतो +समयधर्मेण +समयपदानि +समयपर्यन्तं +समयप्रदीपः +समयभेदेन +समयमन्विच्छेत् +समयमा +समयमातृका +समयमातृकायां +समयमानकानि +समयमितिरशेषा +समयमें +समयम् +समयवलयः +समयविशेषे +समयश्च +समयसारिणी +समयसीमा +समयस्तदस्य +समयस्तु +समयस्य +समयस्यानपाकर्म +समया +समयाः +समयाकरोति +समयाचत +समयाचार +समयाचारतन्त्रे +समयाचारे +समयाच्च +समयात् +समयाद् +समयाध्युषिते +समयानन्तरं +समयानां +समयानुसारं +समयान् +समयान्तरे +समयान्न +समयान्मिथः +समयाभावात् +समयामृतम् +समयाय +समयार्धे +समयावच्छिन्ना +समयाविषिते +समयि +समयिनः +समयिनां +समयी +समयुज्यत +समयुध्यत +समयुध्यन्त +समये +समयेति +समयेत्यादि +समयेन +समयेनान्यतमो +समयेनाहं +समयेनैव +समयेन् +समयेषु +समयेऽपि +समयेऽस्मिन् +समयैः +समयो +समयोः +समयोगः +समयोचितं +समयोचितम् +समयोचितेन +समयोजनेन +समयोजयत् +समयोजयन् +समयोधयत् +समयोऽपि +समयोऽयं +समयोऽस्य +समर +समरं +समरंहसः +समरः +समरकर्मणि +समरकेतुना +समरकोपेन +समरणं +समरणे +समरतुङ्गः +समरदुर्जयः +समरन्त +समरप्रियः +समरभटं +समरभटः +समरभटो +समरभुवि +समरभूमौ +समरमपास्य +समरमुखे +समरमूर्द्धनि +समरमूर्धनि +समरम् +समरविजयी +समरविमुखो +समरशिरसि +समरश्लाघी +समरस +समरसं +समरसः +समरसत्वं +समरसमग्नो +समरसा +समरसिंहस्य +समरसीमनि +समरसीम्नि +समरसे +समरसो +समरस्य +समरा +समरांगणे +समराङ्गणसूत्रधार +समराङ्गणसूत्रधारनाम्नि +समराङ्गणसूत्रधारापरनाम्नि +समराङ्गणे +समराङ्गणेषु +समराङ्गन +समराजिरे +समराणः +समरानीकरणाः +समरामहि +समराय +समराशौ +समरिचं +समरिणन् +समरुद्गणः +समरुद्गणाः +समरुद्गणैः +समरूपता +समरूपा +समरूपाणि +समरूप्यम् +समरे +समरेखं +समरेखा +समरेण +समरेषु +समरेष्वनिवर्तिनः +समरेष्वनिवर्तिनाम् +समरेऽन्योन्यं +समरो +समरोचत +समरोचयत् +समरोत्सवं +समरोत्सवः +समरोत्सवस्य +समरोपयः +समर्घं +समर्चति +समर्चनं +समर्चनम् +समर्चनात् +समर्चने +समर्चन्ति +समर्चय +समर्चयंति +समर्चयति +समर्चयत् +समर्चयन् +समर्चयन्ति +समर्चयामास +समर्चयेत +समर्चयेत् +समर्चयेथ् +समर्चा +समर्चितं +समर्चितः +समर्चितम् +समर्चिता +समर्चिताः +समर्चिते +समर्चितो +समर्चितौ +समर्च्चयेत् +समर्च्चितः +समर्च्य +समर्च्यते +समर्च्या +समर्जयेत् +समर्जितम् +समर्णः +समर्थ +समर्थं +समर्थः +समर्थक +समर्थकं +समर्थकः +समर्थकत्वं +समर्थकत्वेन +समर्थकम् +समर्थकस्य +समर्थकाः +समर्थको +समर्थग्रहणं +समर्थतया +समर्थता +समर्थत्वात् +समर्थत्वेन +समर्थन +समर्थनं +समर्थनमिति +समर्थनम् +समर्थनवादः +समर्थना +समर्थनात् +समर्थनाय +समर्थनार्थं +समर्थनीय +समर्थनीयं +समर्थनीयः +समर्थनीयम् +समर्थनीयस्यार्थस्य +समर्थनीया +समर्थने +समर्थनेन +समर्थममितौजसम् +समर्थमिति +समर्थमित्यर्थः +समर्थम् +समर्थम्‌ +समर्थय +समर्थयत +समर्थयति +समर्थयते +समर्थयन् +समर्थयन्ति +समर्थयन्ते +समर्थयमानः +समर्थयसे +समर्थयस्व +समर्थया +समर्थयामास +समर्थयामि +समर्थयितुं +समर्थयितुमाह +समर्थयितुम् +समर्थयिष्यते +समर्थये +समर्थयेत् +समर्थयोः +समर्थयोर्लिङ् +समर्थरामदासकृतय +समर्थरामदासकृतयः +समर्थविधिः +समर्थविभक्तिः +समर्थविभक्तिरनुवर्तते +समर्थश्च +समर्थसूत्रे +समर्थस्तु +समर्थस्त्वं +समर्थस्य +समर्थस्यापि +समर्था +समर्थां +समर्थाः +समर्थाना +समर्थानां +समर्थानामिति +समर्थानाम् +समर्थानाम्प्रथमाद्वा +समर्थानि +समर्थान् +समर्थापि +समर्थाभ्यां +समर्थाभ्याम् +समर्थाय +समर्थाश्च +समर्थास्ते +समर्थास्मि +समर्थित +समर्थितं +समर्थितः +समर्थितत्वात् +समर्थितत्वादिति +समर्थितमिति +समर्थितम् +समर्थितवान् +समर्थिता +समर्थिताः +समर्थिते +समर्थितो +समर्थे +समर्थेति +समर्थेन +समर्थैः +समर्थो +समर्थों +समर्थोपि +समर्थोसि +समर्थोस्मि +समर्थोऽपि +समर्थोऽभवत् +समर्थोऽभूत् +समर्थोऽयं +समर्थोऽसि +समर्थोऽसीति +समर्थोऽस्ति +समर्थोऽस्मि +समर्थोऽहं 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+समर्प्यैव +समर्य +समर्यः +समर्यते +समर्यमा +समर्यराज्ये +समर्याद +समर्यादं +समर्यादमिदं +समर्ये +समर्यो +समर्य्ये +समर्वतः +समर्षति +समर्हणं +समर्हणम् +समर्हणैः +समर्हति +समल +समलं +समलंकृत +समलंकृतं +समलंकृतः +समलंकृतमशीत्या +समलंकृतमशीत्यानुव्यञ्जनैर्विराजितगात्रं +समलंकृतम् +समलंकृता +समलंकृताः +समलंकृताम् +समलंकृते +समलंकृत्य +समलक्ष्यत +समलङ्करोत् +समलङ्कृतं +समलङ्कृतः +समलङ्कृतम् +समलङ्कृता +समलङ्कृताः +समलङ्कृताम् +समलङ्कृते +समलङ्कृतैः +समलङ्कृत्य +समलभत +समला +समलिप्त +समलिप्तिक +समलिप्तिको +समलिप्तिकौ +समलिप्तौ +समले +समलैः +समलो +समलोकयत् +समलोकयन् +समलोष्टकाञ्चन +समलोष्टकाञ्चनः +समलोष्टकाञ्चना +समलोष्टाश्मकांचनः +समलोष्टाश्मकाञ्चनः +समव +समवकार +समवकारः +समवकारश्च +समवकारे +समवतारयत् +समवतार्य +समवति +समवतीभिः +समवतीर्य +समवत्तं +समवदत +समवदत् +समवदधाति +समवदन्त +समवदाय +समवद्यति +समवद्यतीति +समवद्रवन्त +समवधानं +समवधानम् +समवधाने +समवधाय +समवनयति +समवनीय +समवनीयन्ते +समवप्रविभ्यः +समवमृशन्ति +समवयन्तः +समवयन्ति +समवयन्तीति +समवरूढवान् +समवर्णयत् +समवर्णा +समवर्णे +समवर्तत +समवर्तताग्र +समवर्तताग्रे +समवर्तताधि +समवर्ततेति +समवर्तन्त +समवर्तयत् +समवर्तिनः +समवर्तिनम् +समवर्ती +समवर्त्तत +समवर्त्तताग्रे +समवर्धयत् +समवर्धयन् +समवलम्ब्य +समवलीयन्ते +समवलोकयन् +समवलोक्य +समवल्गत +समवष्टभ्य +समवसरणं +समवसरणे +समवसाय +समवस्था +समवस्थानं +समवस्थाप्य +समवस्थितं +समवस्थितः +समवस्थितमीश्वरम् +समवस्थितम् +समवस्थिता +समवस्थिताः +समवस्थिते +समवस्थितौ +समवा +समवाकिरत् +समवाकिरन् +समवातरत् +समवाद्यन्त +समवाप +समवाप्तवान् +समवाप्नुयात् +समवाप्नुयुः +समवाप्नुवन्ति +समवाप्नुहि +समवाप्नोति +समवाप्य +समवाप्यते +समवाप्स्यति +समवाप्स्यथ +समवाप्स्यसि +समवाय +समवायं +समवायः +समवायञ्च +समवायतः +समवायत्वं +समवायन +समवायलक्षणः +समवायलक्षणेन +समवायवत् +समवायवृत्त्या +समवायश्च +समवायश्चेति +समवायसंबन्धन +समवायसंबन्धावच्छिन्न +समवायसंबन्धेन +समवायसम्बन्धेन +समवायसिद्धिः +समवायस्तु +समवायस्य +समवायस्यापि +समवायस्येति +समवायस्यैकत्वे +समवाया +समवायाः +समवायाख्यः +समवायाख्यां +समवायात् +समवायाद् +समवायान् +समवायान्समवैति +समवायाभावः +समवायाभ्युपगमाच्च +समवायि +समवायिका +समवायिकारण +समवायिकारणं +समवायिकारणतया +समवायिकारणता +समवायिकारणत्वं +समवायिकारणत्वात् +समवायिकारणमिति +समवायिकारणम् +समवायिकारणस्य +समवायिकारणे +समवायिजनकं +समवायितया +समवायित्वं +समवायिनः +समवायिनि +समवायिनी +समवायिनो +समवायिभिः +समवायिभ्यां +समवायिषु +समवायी +समवायीति +समवाये +समवायेति +समवायेन +समवायेनैव +समवायेषु +समवायेऽपि +समवायो +समवायोऽत्र +समवायोऽपि +समवारयत् +समवारयन् +समवासृजत् +समविद्रत +समविध्यत +समविन्दत +समविन्दन्त +समविभक्ताङ्गः +समविभागं +समविषमः +समविषमा +समवृत्त +समवृत्तं +समवृत्तपुटा +समवृत्तम् +समवृत्तयाते +समवृत्तशङ्कुः +समवृत्तस्य +समवृत्तानां +समवृत्तानि +समवृत्तिः +समवे +समवेक्षते +समवेक्षसे +समवेक्षस्व +समवेक्ष्य +समवेत +समवेतं +समवेतः +समवेतत्वं +समवेतत्वस्य +समवेतत्वात् +समवेतत्वे +समवेतद्रव्यत्वं +समवेतमिति +समवेतमित्यर्थः +समवेतम् +समवेतसमवायः +समवेतसमवायेन +समवेतस्य +समवेता +समवेताः +समवेतानां +समवेतानि +समवेतान् +समवेतान्कुरुन्युयुत्सून्पश्य +समवेते +समवेतेषु +समवेतैस्तु +समवेतो +समवेतौ +समवेत्य +समवेदसंहिता +समवेयात् +समवेशयत् +समवेशयन् +समवेष्टयदस्फुटचेष्टमहो +समवेहि +समवैक्षत +समवैति +समवैतीति +समवैषि +समव्ययत् +समव्ययफलानि +समश +समशंकु +समशः +समशक्नुवन् +समशङ +समशङ्कः +समशङ्कु +समशङ्कुः +समशनं +समशनम् +समशब्दः +समशब्दस्य +समशब्देन +समशब्दो +समशायि +समशिशिक्षत +समशीत +समशीमहि +समशीर्षिकया +समशेत +समशो +समशोधन +समशोधने +समशोधनेन +समश्च +समश्चेति +समश्चैव +समश्नतः +समश्नन्ति +समश्नवामहा +समश्नाति +समश्नीयात् +समश्नीयाद् +समश्नुत +समश्नुते +समश्नुवते +समश्रयताम् +समश्रुते +समश्वा +समश्व॑पर्णा॒श्चर॑न्ति +समष्टयः +समष्टया +समष्टयै +समष्टवा +समष्टि +समष्टिं +समष्टिः +समष्टिरूपं +समष्टिरूपत्वे +समष्टिरूपेण +समष्टिरेको +समष्टिव्यष्टिरूपेण +समष्टेः +समष्टौ +समष्ट्या +समष्ट्यै +समष्ठिला +समस +समसंख्या +समसंख्यायां +समसंज्ञकः +समसंस्थानं +समसज्जत +समसज्जन्त +समसण् +समसन +समसनं +समसन्धिः +समसप्तके +समसम्बन्धी +समसामयिक +समसि +समसुषिराराः +समसुस्रोद्धृदो +समसूचि +समसूत्रं +समसूत्रगम् +समसूत्रे +समसूत्रेण +समसूयत +समसृक्ष्महि +समसृजत् +समसो +समस् +समस्करोत् +समस्कुरुत +समस्कुर्वन् +समस्कृत +समस्कृत्य +समस्त +समस्तं +समस्तः +समस्तकम् +समस्तकाः +समस्तकान् +समस्तकैः +समस्तजगतां +समस्तजेतुः +समस्तञ्च +समस्ततः +समस्ततया +समस्ततीर्थानां +समस्तत्र +समस्तत्वे +समस्तथा +समस्तदा +समस्तदेवानां +समस्तधार्तराष्ट्रवधदीक्षितत्वात्तदुचितसाहसबलसहायादियुक्तत्वाच्च +समस्तपदम् +समस्तपदस्य +समस्तपरिवाराय +समस्तपाण्डुतनयसंरक्षणप्रवणत्वेन +समस्तपादेषु +समस्तभावैः +समस्तभूतानि +समस्तभूतेषु +समस्तमथवा +समस्तमपि +समस्तमिति +समस्तमिदं +समस्तमेकं +समस्तमेव +समस्तम् +समस्तम्‌ +समस्तयज्ञानां +समस्तया +समस्तयोः +समस्तरतकोविदा +समस्तलोकस्य +समस्तलोकानां +समस्तवर्णं +समस्तवस्तुवर्ति +समस्तवस्तुविषयं +समस्तवस्तुविषयमेकदेशविवर्ति +समस्तवस्तुषु +समस्तवेदानां +समस्तव्यस्ततया +समस्तव्याहृतिभिः +समस्तव्याहृतीनां +समस्तश +समस्तशः +समस्तशक्तिः +समस्तशो +समस्तसत्त्वेषु +समस्तसाक्षिं +समस्तस्य +समस्तस्यापि +समस्तस्येति +समस्तस्यैव +समस्ता +समस्ताँश्च +समस्तां +समस्तांश्च +समस्ताः +समस्तात् +समस्तात्मा +समस्तानपि +समस्तानां +समस्तानाम् +समस्तानि +समस्तानेव +समस्तान् +समस्तापः +समस्ताभिः +समस्ताभिश्च +समस्ताभ्यां +समस्तामपि +समस्ताम् +समस्तार्थः +समस्ताशरनिकरसपत्राकृतिं +समस्ताश्च +समस्तासु +समस्तास्ता +समस्तास्ताः +समस्तास्तु +समस्तास्ते +समस्ति +समस्तीति +समस्तीपुर +समस्तीपुरमण्डलम् +समस्तीपुरम् +समस्तु +समस्तुल्यः +समस्तुल्यो +समस्तृतीयायुक्तात् +समस्ते +समस्तेति +समस्तेत्यादि +समस्तेन +समस्तेनैव +समस्तेन्द्रियवृत्तिः +समस्तेभ्यः +समस्तेभ्यो +समस्तेषु +समस्तेष्वपि +समस्तेष्वेव +समस्तेऽपि +समस्तै +समस्तैः +समस्तैरपि +समस्तैर् +समस्तैर्वा +समस्तैर्व्यस्तैर्वा +समस्तैश् +समस्तैश्च +समस्तैस्तु +समस्तो +समस्तोऽपि +समस्तोऽयं +समस्तौ +समस्त्यागे +समस्थ +समस्थः +समस्थलीकृत्य +समस्थले +समस्थान +समस्थाने +समस्थापयत् +समस्थितः +समस्थो +समस्पृशत् +समस्मरत् +समस्मा +समस्मात् +समस्मान् +समस्मै +समस्य +समस्यत +समस्यति +समस्यते +समस्यन्त +समस्यन्ते +समस्यमाने +समस्यया +समस्या +समस्यां +समस्याः +समस्याएँ +समस्याओं +समस्याकारक +समस्यात्मकः +समस्यानां +समस्यान् +समस्यापरिपूरणाय +समस्याभिः +समस्यायाः +समस्यायै +समस्येत +समस्येति +समस्येते +समस्येत् +समस्य॒ +समस्वरन् +समस्वरन्दिवो +समस्वरन्वसुविदः +समस्वरा +समस्सस +समस्ससदु +समस्ससिहि +समह +समहं +समहन्यत +समहमायुषा +समहर्षयः +समहाव्रताः +समहिषा +समहीनज्यायसां +समहृष्यन्त +समहोरगाः +समा +समां +समांते +समांशं +समांशः +समांशकं +समांशकम् +समांशकाः +समांशकानि +समांशकैः +समांशतः +समांशा +समांशाः +समांशानि +समांशिकाः +समांशिनः +समांशे +समांशेन +समांशेभ्यः +समांशैः +समांसं +समांसः +समांसमां +समांसमीना +समांसा +समांसो +समाः +समाकरं +समाकर्णय +समाकर्ण्य +समाकर्यं +समाकर्षति +समाकर्षात् +समाकर्षी +समाकारं +समाकारा +समाकार्य +समाकिरन् +समाकीर्ण +समाकीर्णं +समाकीर्णः +समाकीर्णा +समाकीर्णां +समाकीर्णे +समाकीर्णो +समाकुञ्च्य +समाकुल +समाकुलं +समाकुलः +समाकुलम् +समाकुला +समाकुलाः +समाकुलानि +समाकुले +समाकुलैः +समाकृति +समाकृतिः +समाकृष्ट +समाकृष्टं +समाकृष्टम् +समाकृष्टा +समाकृष्टाः +समाकृष्टो +समाकृष्टौ +समाकृष्य +समाकृष्यत +समाकृष्यते +समाको +समाक्रम्य +समाक्रांता +समाक्रान्तं +समाक्रान्तः +समाक्रान्तम् +समाक्रान्ता +समाक्रान्ते +समाक्रान्तो +समाक्रामति +समाक्षरम् +समाक्षरैः +समाक्षिकं +समाक्षिकः +समाक्षिकम् +समाक्षिका +समाक्षिकाः +समाक्षिकान् +समाक्षिकेण +समाक्षिपत् +समाक्षिपन् +समाक्षिपेत् +समाक्षिप्य +समाख्य +समाख्यया +समाख्या +समाख्यां +समाख्याः +समाख्यात +समाख्यातं +समाख्यातः +समाख्यातम् +समाख्याता +समाख्यातां +समाख्याताः +समाख्यातास्तथा +समाख्यातास्तु +समाख्यातास्तेषां +समाख्याति +समाख्यातुं +समाख्याते +समाख्यातो +समाख्यातौ +समाख्यानं +समाख्यानम् +समाख्यानात् +समाख्यानाद् +समाख्याने +समाख्याम् +समाख्याय +समाख्यायते +समाख्यायन्ते +समाख्याया +समाख्यास्ये +समाख्याहि +समाख्याऽपि +समाख्येति +समाख्यैव +समाग +समागच्छ +समागच्छंति +समागच्छत +समागच्छतः +समागच्छति +समागच्छतीति +समागच्छतु +समागच्छत् +समागच्छन् +समागच्छन्ति +समागच्छन्तीनां +समागच्छन्तु +समागच्छामि +समागच्छेत् +समागत +समागतं +समागतः +समागतम् +समागतवन्तः +समागतश्च +समागतस्तत्र +समागतस्य +समागता +समागतां +समागताः +समागतानां +समागतानि +समागतान् +समागताम् +समागताया +समागतायां +समागताश्च +समागतास्तत्र +समागतास्ते +समागते +समागतेन +समागतेषु +समागतैः +समागतो +समागतोऽसि +समागतोऽस्ति +समागतोऽस्मि +समागतोऽहं +समागतौ +समागत्य +समागन्तुं +समागम +समागमं +समागमः +समागमत् +समागमनं +समागमनम् +समागमन् +समागमप्रार्थनया +समागममनोरथं +समागमम् +समागमवर्णनम् +समागमश्च +समागमा +समागमाः +समागमात् +समागमाय +समागमिष्यति +समागमे +समागमेन +समागमेषु +समागमो +समागमोपायः +समागम्य +समागृह्य +समाग्निः +समाग्निश्च +समाग्नेरशिता +समाघातः +समाघाते +समाघ्नन्ति +समाघ्राति +समाघ्राय +समाङ्क +समाङ्कः +समाङ्को +समाच +समाचक्षते +समाचक्ष्व +समाचख्युः +समाचख्यौ +समाचचार +समाचम्य +समाचर +समाचरत +समाचरति +समाचरत् +समाचरन् +समाचरन्ति +समाचरितं +समाचरितम् +समाचरे +समाचरेः +समाचरेत +समाचरेत् +समाचरेत्स्नानं +समाचरेत्‌ +समाचरेथ् +समाचरेदिति +समाचरेद् +समाचरेन्नित्यं +समाचर्य +समाचर्य्य +समाचष्ट +समाचष्टे +समाचान्तो +समाचार +समाचारं +समाचारः +समाचारपत्रं +समाचारपत्रम् +समाचारपत्रस्य +समाचारपत्राणां +समाचारपत्राणि +समाचारपत्रे +समाचारपत्रेषु +समाचारपत्रैः +समाचारम् +समाचारस्य +समाचारा +समाचाराः +समाचारात् +समाचारान् +समाचारे +समाचारेऽधिकाराच्च +समाचारो +समाचितं +समाचितः +समाचितम् +समाचिता +समाचिताः +समाचिनोति +समाचिनोत् +समाचीर्णं +समाच्छन्ना +समाच्छाद्य +समाच्छिद्य +समाच्छिनत् +समाज +समाजं +समाजः +समाजके +समाजगाम +समाजग्मुः +समाजग्मुर्महर्षयः +समाजग्मुश्च +समाजग्मुस्ततस्ततः +समाजग्मुस्तदा +समाजघ्ने +समाजधर्मः +समाजपरिवर्तकाः +समाजम् +समाजवाद +समाजवादः +समाजवादस्य +समाजवादि +समाजवादी +समाजवादीपक्षः +समाजविज्ञान +समाजविज्ञानम् +समाजशास्त्र +समाजशास्त्रम् +समाजशास्त्रस्य +समाजशास्त्रे +समाजश्च +समाजसम्बद्धाः +समाजसम्बद्धानि +समाजसुधारकः +समाजसेवकः +समाजसेवकाः +समाजसेवा +समाजसेवां +समाजसेवायाः +समाजसेवायै +समाजसेविका +समाजसेवी +समाजस्य +समाजहार +समाजहितकारी +समाजह्रे +समाजा +समाजाः +समाजात् +समाजाय +समाजुहाव +समाजे +समाजेन +समाजेषु +समाजो +समाजोत्सवदर्शनम् +समाज्ञप्तं +समाज्ञप्तः +समाज्ञप्ता +समाज्ञप्तो +समाज्ञया +समाज्ञा +समाज्ञाः +समाज्ञापय +समाज्ञापयति +समाज्ञाप्य +समाज्ञाय +समातम् +समाता +समाति +समातिष्ठ +समातिष्ठेद्दिवानिशम् +समातृकं +समातृकः +समातृकम् +समाते +समात् +समात्मा +समात्र +समाथुराः +समादत्त +समादत्ते +समाददे +समादद्यात् +समादधतः +समादधति +समादधते +समादधत् +समादधाति +समादधिरे +समादधीत +समादधुः +समादधे +समादध्यात् +समादर +समादरं +समादरः +समादरम् +समादरात् +समादरेण +समादागतं +समादातुं +समादानं +समादापनता +समादापना +समादापयति +समादापयन्ति +समादापयित्वा +समादापयेयं +समादापितः +समादापिता +समादापिताः +समादापितानि +समादापितो +समादाप्य +समादाय +समादायाथ +समादायैकहस्तेन +समादि +समादित्यैर्वसुभिः +समादित्सते +समादिदेश +समादिश +समादिशति +समादिशत् +समादिशन् +समादिशेत् +समादिश्य +समादिष्ट +समादिष्टं +समादिष्टः +समादिष्टम् +समादिष्टा +समादिष्टाः +समादिष्टो +समादिष्टौ +समादृतः +समादृता +समादृताः +समादेयानि +समादेशं +समादेशो +समाद् +समाद्येन +समाद्रवत +समाद्रवत् +समाद्रवन् +समाद्रियते +समाद्रियन्ते +समाद्रुता +समाध +समाधते +समाधत्त +समाधत्ते +समाधत्तेन +समाधत्स्व +समाधयः +समाधये +समाधा +समाधातव्यम् +समाधाता +समाधातु +समाधातुं +समाधातुम् +समाधान +समाधानं +समाधाननं +समाधानबाधकभाष्यम् +समाधानबाधकवार्तिकम् +समाधानभाष्यम् +समाधानमपि +समाधानमाह +समाधानमिति +समाधानमेव +समाधानम् +समाधानवान् +समाधानवार्तिकम् +समाधानश्लोकभाष्यम् +समाधानसाधकभाष्यम् +समाधानसाधकवार्तिकम् +समाधानस्य +समाधानाक्षेपभाष्यम् +समाधानात् +समाधानान्तरभाष्यम् +समाधानाय +समाधानार्थं +समाधानी +समाधाने +समाधानेन +समाधाय +समाधावचला +समाधावन्तःकरणे +समाधाविति +समाधाविव +समाधावुपसर्गा +समाधावेव +समाधाव् +समाधास्यति +समाधास्ये +समाधि +समाधिं +समाधिः +समाधिका +समाधिकाले +समाधिके +समाधिकैः +समाधिजं +समाधिजमेव +समाधिजा +समाधिजाः +समाधितः +समाधिता +समाधितो +समाधिदशायां +समाधिना +समाधिनिर्धूतमलस्य +समाधिनिष्ठो +समाधिपरिणामः +समाधिपरिपाकेन +समाधिपाद +समाधिपादः +समाधिपादे +समाधिप्रज्ञा +समाधिप्रज्ञानिर्ग्राह्य +समाधिप्रज्ञायां +समाधिप्रज्ञाविरोधी +समाधिप्रतिलम्भे +समाधिफलं +समाधिबलं +समाधिबलेन +समाधिभावना +समाधिभावनार्थः +समाधिभिः +समाधिभूमेरलाभः +समाधिभूमौ +समाधिभेदप्रभवो +समाधिभेदिनीं +समाधिभेदे +समाधिमत्यामुदपादि +समाधिमथ +समाधिमधिगच्छति +समाधिमान् +समाधिमास्थाय +समाधिमाह +समाधिमाहुः +समाधिमेव +समाधिम् +समाधियोगं +समाधियोगे +समाधियोगेन +समाधियोग्याः +समाधिरन्तःकरणं +समाधिरपि +समाधिरभिधीयते +समाधिरिति +समाधिरित्यर्थः +समाधिरित्युच्यते +समाधिरुच्यते +समाधिरुपतिष्ठते +समाधिरेतानि +समाधिरेव +समाधिर् +समाधिर्जायते +समाधिर्न +समाधिर्नाम +समाधिर्ब्रह्मणः +समाधिर्भवति +समाधिर्यः +समाधिर्वा +समाधिर्हि +समाधिलाभः +समाधिविरोधी +समाधिविषया +समाधिशब्देन +समाधिश् +समाधिश्च +समाधिषु +समाधिसमये +समाधिसिद्धिः +समाधिसिद्धिरीश्वरप्रणिधानात् +समाधिसुखं +समाधिस्ततो +समाधिस्तन्निमित्तं +समाधिस्तस्य +समाधिस्तु +समाधिस्तेन +समाधिस्थ +समाधिस्थं +समाधिस्थः +समाधिस्थलं +समाधिस्थलम् +समाधिस्थले +समाधिस्थस्य +समाधिस्थस्येति +समाधिस्था +समाधिस्थानम् +समाधिस्थो +समाधी +समाधीति +समाधीनां +समाधीन् +समाधीन्द्रियं +समाधीन्द्रियम् +समाधीयत +समाधीयतां +समाधीयतामिति +समाधीयताम् +समाधीयते +समाधीयतेऽस्मिन्सर्वमिति +समाधीयमानचित्तो +समाधूता +समाधृत्य +समाधे +समाधेः +समाधेयं +समाधेयः +समाधेयमिति +समाधेयम् +समाधेया +समाधेर् +समाधेर्व्युत्थाय +समाधेश्च +समाधेहि +समाधौ +समाध्यभावाच्च +समाध्यलङ्कारः +समाध्यवस्थायां +समाध्यादयः +समाध्य् +समान +समानँ +समानं +समानः +समानऄ +समानकः +समानकम् +समानकर्तृक +समानकर्तृकत्व +समानकर्तृकत्वं +समानकर्तृकत्वम् +समानकर्तृकयोः +समानकर्तृकयोरिति +समानकर्तृकादिच्छायां +समानकर्तृकेषु +समानकर्मकाणाम् +समानकाल +समानकालं +समानकालता +समानकालस्य +समानकाले +समानक्रियाविचारः +समानक्रोधा +समानख्यानः +समानख्याना +समानख्यानाः +समानख्यानो +समानख्यानौ +समानगुण +समानगुणाभ्यासो +समानगोत्राः +समानजन्मनां +समानजन्मा +समानजयाज्ज्वलनम् +समानजाती +समानजातीय +समानजातीयं +समानजातीये +समानजातीयेषु +समानजोषणः +समानञ्च +समानतः +समानतन्त्रसिद्धः +समानतन्त्रा +समानतन्त्राणि +समानतन्त्रे +समानतन्त्रेण +समानतया +समानतयादेवते +समानता +समानतां +समानताम् +समानतायाः +समानतावादस्य +समानतीर्थे +समानतो +समानत्र +समानत्वं +समानत्वम् +समानत्वात् +समानत्वादिति +समानत्वाद् +समानत्वान्न +समानत्वे +समानत्वेन +समानत्वेऽपि +समानदर्शनः +समानदर्शनाः +समानदेशता +समानदेशत्वं +समानदेशा +समानदेशे +समानधर्म +समानधर्मः +समानधर्मता +समानधर्मा +समानधर्मेण +समानधिष्ण्या +समानना +समाननामरूपत्वाच्चावृत्तावप्यविरोधो +समानन्यायतया +समानन्यायत्वात् +समानन्यायस्य +समानपद +समानपदःथ्द्य +समानपदश्रुत्या +समानपदस्थस्य +समानपदे +समानपादे +समानप्रकरणे +समानप्रकारकत्वेन +समानप्रभृतयो +समानप्रवरां +समानप्रवराः +समानप्राणस्य +समानप्रीतयः +समानप्रीतिः +समानबन्धू +समानबर्हिषी +समानभावित्वेन +समानमत +समानमनस्का +समानमनस्काः +समानमनस्कौ +समानमन्यत् +समानमन्यत्राभिनिवेशात् +समानमपि +समानमभिचरणीयꣳ +समानमर्थं +समानमस्ति +समानमस्तु +समानमा +समानमाज्यानां +समानमाभिषेकस्य +समानमितरँ +समानमितरं +समानमितरत् +समानमितरमुत्तमेनाह्ना +समानमितरमेतस्यैव +समानमितरम् +समानमिति +समानमित्यतो +समानमित्यर्थः +समानमित्याह +समानमिदं +समानमु +समानमुत्तरम् +समानमुद्रा +समानमूर्वं +समानमेकं +समानमेतत् +समानमेव +समानमेवेति +समानम् +समानम्̇ +समानम्‌ +समानय +समानयत +समानयति +समानयते +समानयत् +समानयनं +समानयनम् +समानयन् +समानयन्ति +समानयन्तु +समानयस्व +समानया +समानयामास +समानयेत् +समानयोः +समानयोगक्षेमत्वात् +समानरूप +समानरूपं +समानरूपः +समानरूपता +समानरूपा +समानरूपाः +समानरूपाणि +समानरूपे +समानरूपेण +समानर्च +समानर्चुः +समानलक्षणं +समानलज्जामदना +समानलम्बे +समानलिङ्गत्वात् +समानलोकतां +समानवत्सां +समानवया +समानवयाः +समानवर्चसा +समानवर्णं +समानवर्णः +समानवर्णाः +समानवस्तुन्यासः +समानवाक्य +समानवाक्ये +समानवायु +समानवायुना +समानवि +समानविद्याः +समानविधाना +समानविधानौ +समानविषयं +समानविषयत्वं +समानविषयत्वे +समानविषयत्वेन +समानविषयम् +समानव्यसने +समानव्यानाभ्यां +समानव्यानौ +समानशब्द +समानशब्दं +समानशब्दप्रतिषेधः +समानशब्दस्य +समानशब्दा +समानशब्दानां +समानशब्देन +समानशब्दो +समानशीलव्यसनत्वात् +समानश् +समानश्च +समानश्चर्चः +समानश्चोदानव्यानौ +समानसंज्ञा +समानसंवित्संवेद्यतया +समानसा +समानसुखदुःखिनीम् +समानस्तु +समानस्तृप्यति +समानस्थानाः +समानस्थाने +समानस्य +समानस्येति +समाना +समानां +समानांशत्रयस्य +समानाः +समानाकारं +समानाक्षर +समानाक्षरे +समानाङ्गग्रहणं +समानाधि +समानाधिकर +समानाधिकरण +समानाधिकरणं +समानाधिकरणः +समानाधिकरणजातीययोः +समानाधिकरणत्वात् +समानाधिकरणम् +समानाधिकरणलक्षणः +समानाधिकरणसमासः +समानाधिकरणस्य +समानाधिकरणा +समानाधिकरणाधिकारे +समानाधिकरणानां +समानाधिकरणानामिति +समानाधिकरणे +समानाधिकरणेन +समानाधिकरणेनेति +समानाधिकरणैः +समानाधिकरणो +समानाधिकरणौ +समानाधिकरण्यं +समानाधिकरण्येन +समानाधिकवर्जिता +समानानां +समानानाम् +समानानाꣳ +समानानि +समानान् +समानान्तर +समानान्तरं +समानान्तरः +समानान्तरभुजं +समानान्तरा +समानान्तरास्ति +समानान्तरे +समानान्तरेण +समानान्तरौ +समानान्ययोश्च +समानान्ययोश्चेति +समानान्येव +समानाभिधानश्रुत्या +समानाभिधेये +समानाभिप्रायतया +समानामा +समानामिति +समानाम् +समानाय +समानायां +समानायामाकृतौ +समानाय्य +समानार्थ +समानार्थं +समानार्थः +समानार्थक +समानार्थकं +समानार्थकः +समानार्थतया +समानार्थता +समानार्थत्वेऽपि +समानार्थम् +समानार्थयोरेकेन +समानार्था +समानार्थाः +समानार्थे +समानार्थो +समानार्थौ +समानाश्रये +समानास्ति +समानि +समानिका +समानिचय +समानिनाय +समानिन्ये +समानी +समानीः +समानीत +समानीतं +समानीतः +समानीतमात्रे +समानीतम् +समानीता +समानीताः +समानीतानि +समानीते +समानीतेषु +समानीतो +समानीभिः +समानीम् +समानीय +समानीयत +समानीयते +समाने +समानेति +समानेतुं +समानेन +समानेनैव +समानेपि +समानेषु +समानेष्यति +समानेष्ये +समानेऽपि +समानेऽप्यायासे +समानेऽहनि +समानैः +समानैर्यान्त्यकालेऽपि +समानैव +समानो +समानोअध्वा +समानोदकः +समानोदकभावस्तु +समानोदका +समानोदकाः +समानोदरे +समानोदर्कं +समानोदर्का +समानोदर्काः +समानोदर्यः +समानोऽन +समानोऽयं +समानोऽर्थः +समानोऽस्ति +समानौ +समान् +समान्तर +समान्तरं +समान्तरम् +समान्तरा +समान्तरे +समान्तरेण +समान्ते +समान्य +समान्यं +समान्यतः +समान्यदिशो +समान्यदिशोः +समान्यमूनि +समान्यस्य +समान्या +समान्येतानि +समान्येव +समान्यो +समानꣳ +समाप +समापं +समापतति +समापतत् +समापतन्तं +समापतन्ति +समापतेत् +समापत्तयः +समापत्तयो +समापत्ति +समापत्तिं +समापत्तिः +समापत्तिरिति +समापत्तिर् +समापत्तिषु +समापत्ती +समापत्तीनां +समापत्तेः +समापत्तेर् +समापत्तौ +समापत्त्या +समापद्य +समापद्यते +समापद्यन्ते +समापद्येत +समापन +समापनं +समापनम् +समापनस्य +समापनात् +समापनाय +समापनीयम् +समापने +समापन्न +समापन्नं +समापन्नः +समापन्नस्य +समापन्ना +समापन्नाः +समापन्ने +समापन्नो +समापन्नौ +समापय +समापयत +समापयति +समापयतु +समापयत् +समापयन्ति +समापयामास +समापयितव्यम् +समापयितव्यो +समापयितुं +समापयित्वा +समापयेत् +समापयेदिति +समापयेयुः +समापय्य +समापाद्य +समापि +समापित +समापितं +समापितः +समापितम् +समापितवती +समापितवान् +समापिता +समापिताः +समापिते +समापीड्य +समापूर्य +समापृच्छय +समापृच्छ्य +समापे +समापेतुः +समापेदे +समापो +समाप्त +समाप्तं +समाप्तः +समाप्तत्वात् +समाप्तनिधुवनचिह्नव्रज्या +समाप्तपुनरात्तं +समाप्तपुनरात्तम् +समाप्तप्रायं +समाप्तमिति +समाप्तमिदं +समाप्तम् +समाप्तये +समाप्तवरदक्षिणैः +समाप्तवान् +समाप्तश्च +समाप्तश्चायं +समाप्तस् +समाप्तहेममहिमा +समाप्ता +समाप्ताः +समाप्ताधिकारा +समाप्तानि +समाप्तायां +समाप्तार्थं +समाप्ति +समाप्तिं +समाप्तिः +समाप्तिकम् +समाप्तिकामो +समाप्तिदिवसे +समाप्तिपर्यन्तं +समाप्तिमगमत् +समाप्तिमगात् +समाप्तिमेति +समाप्तिम् +समाप्तिरिति +समाप्तिर् +समाप्तिर्न +समाप्तिर्भवति +समाप्तिर्यदि +समाप्तिर्यस्य +समाप्तिर्वा +समाप्तिश्च +समाप्तिसूचक +समाप्तिस्तु +समाप्ती +समाप्ते +समाप्तेः +समाप्तेयं +समाप्तेषु +समाप्तेऽर्थे +समाप्तो +समाप्तोयं +समाप्तोऽयं +समाप्तौ +समाप्त्यनन्तरं +समाप्त्यर्थं +समाप्त्यर्थः +समाप्त्या +समाप्त्यै +समाप्नुयात् +समाप्नुयादिति +समाप्नुयुः +समाप्नुवन् +समाप्नुवन्ति +समाप्नोति +समाप्नोषि +समाप्य +समाप्यं +समाप्यत +समाप्यतां +समाप्यतामिति +समाप्यताम् +समाप्यते +समाप्याथ +समाप्येत +समाप्येत्यर्थः +समाप्यैव +समाप्यैवं +समाप्लाव्य +समाप्लुतः +समाप्लुत्य +समाप्स्यति +समाबद्ध्य +समाबध्य +समाभाति +समाभाष्य +समाभाष्येदमब्रवीत् +समाभृतम् +समाभृता +समाभ्य +समाभ्यः +समाभ्यां +समाभ्यो +समाम +समामंत्र्य +समामंत्र्यैवमादिशत् +समामधीष्टो +समामनन्ति +समामनन्तीति +समामन्त्र्य +समामन्त्र्यैवमब्रवीत् +समामाद्य +समामि +समामुहन् +समामे +समामेकां +समाम् +समाम्̇ +समाम्नात +समाम्नातं +समाम्नातः +समाम्नातपूर्व +समाम्नातम् +समाम्नाता +समाम्नाताः +समाम्नातानि +समाम्नातेन +समाम्नानं +समाम्नानात् +समाम्नाय +समाम्नायः +समाम्नायते +समाम्नायन्ते +समाम्नायस्य +समाम्नाये +समाम्नायो +समाम्नासिषुः +समाय +समायं +समायः +समायच्छते +समायतम् +समायत्ता +समायन् +समायन्ति +समायम्य +समाययुः +समाययुश्च +समाययू +समाययौ +समाया +समायां +समायांतं +समायांति +समायाः +समायाच्च +समायात +समायातं +समायातः +समायातम् +समायाता +समायातां +समायाताः +समायातानि +समायातान् +समायाताशेष +समायाति +समायातीति +समायातु +समायाते +समायातो +समायातोऽसि +समायातोऽस्ति +समायातोऽस्मि +समायातौ +समायात् +समायान्तं +समायान्ति +समायान्तु +समायामं +समायामवनौ +समायाम् +समायास्यति +समायाहि +समायुक्त +समायुक्तं +समायुक्तः +समायुक्ता +समायुक्तां +समायुक्ताः +समायुक्तो +समायुतं +समायुतः +समायुतम् +समायुता +समायुताः +समायुषा +समायु॑षा +समाये +समायै +समायोगं +समायोगः +समायोगे +समायोगो +समायोजन +समायोजनं +समायोजनस्य +समायोजने +समायोजितः +समायोजिता +समायोज्य +समार +समारंभः +समारंभे +समारंभो +समारकं +समारत +समारब्ध +समारब्धं +समारब्धः +समारब्धम् +समारब्धा +समारब्धाः +समारब्धानि +समारब्धे +समारब्धो +समारभत +समारभते +समारभत् +समारभन् +समारभन्ते +समारभामहा +समारभे +समारभेत +समारभेत् +समारभ्य +समारभ्यन्त +समारभ्योर्ध्वो +समारमति +समारमन् +समारम्भ +समारम्भं +समारम्भः +समारम्भा +समारम्भाः +समारम्भि +समारम्भे +समारम्भो +समाराजा +समाराधन +समाराधनं +समाराधनतत्परोऽभूत् +समाराधनम् +समाराधय +समाराधयति +समाराधयितुं +समाराधितो +समाराध्य +समाराध्या +समाराध्यो +समारुते +समारुरोह +समारुह +समारुहत् +समारुहन् +समारुह्य +समारूढं +समारूढः +समारूढा +समारूढाः +समारूढे +समारूढेष्वग्निषु +समारूढो +समारूढौ +समारे +समारेभे +समारो +समारोप +समारोपः +समारोपण +समारोपणं +समारोपणम् +समारोपयति +समारोपयते +समारोपयन्ति +समारोपयेत् +समारोपित +समारोपितं +समारोपितः +समारोपितम् +समारोपितविक्रमाः +समारोपितस्य +समारोपिता +समारोपिताः +समारोपितानां +समारोपिते +समारोपितो +समारोपे +समारोपेण +समारोप्य +समारोप्यते +समारोष्य +समारोह +समारोहः +समारोहणं +समारोहणम् +समारोहणे +समारोहति +समारोहन् +समारोहन्ति +समारोहयति +समारोहयते +समारोहस्य +समारोहे +समारोह्य +समारोह्येति +समार्ग +समार्चयत् +समार्जयत् +समार्थयत् +समार्दवम् +समार्ध्यत +समार्पयत् +समार्पयन् +समार्बुदम् +समाल +समालंकारः +समालंकारो +समालंब्य +समालक्ष्य +समालङ्कारः +समालङ्कारसरः +समालब्धं +समालब्धे +समालभते +समालभेत +समालभेत् +समालभ्य +समालम्बते +समालम्ब्य +समालम्भनं +समालम्भो +समाललम्बे +समालिंग्य +समालिखेत् +समालिख्य +समालिङ्गति +समालिङ्गय +समालिङ्गितं +समालिङ्गितम् +समालिङ्गिता +समालिङ्ग्य +समालिप्य +समालिलिङ्ग +समालेख्यं +समालेभे +समालो +समालोकय +समालोक्य +समालोक्यते +समालोक्यैवमब्रवीत् +समालोक्यैवमादिशत् +समालोचका +समालोचकाः +समालोचकैः +समालोचना +समालोचयति +समालोच्य +समालोच्यते +समालोड्य +समाव +समावच्छ +समावती +समावत् +समावत्य् +समावदिन्द्रिया +समावदेव +समावद् +समावद्भाजः +समावद्भाजौ +समावद्वीर्या +समावद्वीर्यान् +समावद्वीर्यो +समावपति +समावपन्ति +समावपेत् +समावप्रच्छिन्नाग्रौ +समावर्जितकेतुना +समावर्तते +समावर्तन +समावर्तनं +समावर्तनप्रयोगः +समावर्तनम् +समावर्तनसंस्कारः +समावर्तनस्य +समावर्तने +समावर्तन्ते +समावर्तयति +समावर्तेत +समावर्त्य +समाववर्ति +समावसत् +समावस्था +समावह +समावहेत् +समावाप्य +समावासित +समावाह्य +समावि +समाविति +समाविद्धं +समाविध्य +समाविवेश +समाविश +समाविशति +समाविशतु +समाविशत् +समाविशन् +समाविशन्ति +समाविशेत् +समाविश्य +समाविष्ट +समाविष्टं +समाविष्टः +समाविष्टम् +समाविष्टा +समाविष्टाः +समाविष्टानि +समाविष्टे +समाविष्टो +समावृणोत् +समावृत +समावृतं +समावृतः +समावृतम् +समावृता +समावृताः +समावृताम् +समावृतिः +समावृते +समावृतो +समावृतौ +समावृत्त +समावृत्तं +समावृत्तः +समावृत्तस्य +समावृत्ता +समावृत्ते +समावृत्तेन +समावृत्तो +समावृत्य +समावेतौ +समावेश +समावेशं +समावेशः +समावेशनं +समावेशने +समावेशयति +समावेशयितुं +समावेशस्य +समावेशात् +समावेशात्कार्यमन्यत्प्रसाध्यते +समावेशार्थं +समावेशार्थम् +समावेशितम् +समावेशिता +समावेशिताः +समावेशे +समावेशेन +समावेशो +समावेश्य +समावेष्टुं +समावेष्ट्य +समाव्रजेत् +समाश +समाशतम् +समाशब्दो +समाश्च +समाश्चास्य +समाश्नुवत +समाश्र +समाश्रं +समाश्रय +समाश्रयं +समाश्रयः +समाश्रयणं +समाश्रयणीय +समाश्रयणीयः +समाश्रयति +समाश्रयत् +समाश्रयन् +समाश्रयन्ति +समाश्रयन्ते +समाश्रयम् +समाश्रया +समाश्रयाः +समाश्रयात् +समाश्रये +समाश्रयेत् +समाश्रयेद् +समाश्रित +समाश्रितं +समाश्रितः +समाश्रितम् +समाश्रितवात्सल्यविवशतया +समाश्रिता +समाश्रिताः +समाश्रितानां +समाश्रितान् +समाश्रिताम् +समाश्रिते +समाश्रितो +समाश्रितौ +समाश्रित्य +समाश्रित्यैव +समाश्रीयते +समाश्रीयमाणे +समाश्रुत्य +समाश्लिषत् +समाश्लिष्य +समाश्लिष्यति +समाश्वस +समाश्वसत् +समाश्वसन् +समाश्वसितु +समाश्वसिहि +समाश्वस्तं +समाश्वस्तः +समाश्वस्ता +समाश्वस्ताः +समाश्वस्य +समाश्वास +समाश्वासं +समाश्वासः +समाश्वासनं +समाश्वासनपूर्वकं +समाश्वासनम् +समाश्वासनाय +समाश्वासय +समाश्वासयत +समाश्वासयति +समाश्वासयामास +समाश्वासयामि +समाश्वासयितुं +समाश्वासिता +समाश्वासो +समाश्वास्य +समाष्टिं +समास +समासं +समासः +समासकृत्तद्धितेषु +समासक्तं +समासक्तः +समासक्ता +समासक्ताः +समासक्तो +समासगणाध्यायः +समासगता +समासगा +समासगी +समासग्रहणं +समासग्रहणस्य +समासचक्रम् +समासजत् +समासज्य +समासत +समासतः +समासतस्तु +समासते +समासतो +समासत्तौ +समासत्वात् +समासदत् +समासनम् +समासनिर्देशतः +समासनिर्देशतो +समासने +समासन् +समासन्नं +समासन्नफलं +समासन्ना +समासन्ने +समासन्नेषु +समासपक्षे +समासप्रकरणम् +समासप्रकरणे +समासप्रतिषेधः +समासप्रत्ययविधौ +समासबहुला +समासभावनया +समासभावना +समासभूयस्त्वं +समासभेदे +समासमात्रे +समासमाभ्यां +समासम् +समासवचनं +समासवचनम् +समासवच्च +समासवत्प्रथमैकवचनं +समासवादः +समासविधानात् +समासविधौ +समासविषये +समासवृत्तिः +समासव्यासतः +समासव्यासयोगतः +समासशास्त्रे +समासश्च +समाससंज्ञा +समाससमूहस्य +समाससाद +समासस्तत्पुरुषः +समासस्तत्र +समासस्तस्य +समासस्तु +समासस्थले +समासस्य +समासस्यान्त +समासस्यापि +समासस्येति +समासस्यैव +समासस्वरः +समासहस्रं +समासा +समासाः +समासाच +समासाच्च +समासाढ्यं +समासात् +समासात्कथितं +समासादपि +समासादय +समासादवधारय +समासादि +समासादितं +समासादितः +समासादितम् +समासादिता +समासादिति +समासादिदो +समासाद् +समासाद्य +समासाद्यते +समासाद्येतरेतरम् +समासाद्येति +समासानां +समासानुपपत्तेः +समासान्त +समासान्तः +समासान्तप्रकरणम् +समासान्तप्रतिषेधः +समासान्तरं +समासान्तराश्रयणेन +समासान्तविधेर +समासान्तविधेरनित्यत्वात् +समासान्तष्टच् +समासान्तष्टच्प्रत्ययः +समासान्तस्य +समासान्ता +समासान्ताः +समासान्ते +समासान्तेन +समासान्तेषु +समासान्तो +समासान्तोदात्तत्वं +समासान्तोदात्तत्वमेव +समासान्तोदात्तत्वम् +समासान्तोदात्तत्वे +समासान्तोदात्तत्वेन +समासान्तोऽच् +समासान्तोऽच्प्रत्ययः +समासान्तोऽप्रत्ययः +समासान्न +समासाभावे +समासाभावेऽपि +समासार्थ +समासार्थं +समासार्थः +समासार्थस्तु +समासार्थस्य +समासार्था +समासार्थे +समासार्थो +समासाश्च +समासाश्रयविधि +समासि +समासिच्य +समासिञ्चेते +समासी +समासीत +समासीत् +समासीन +समासीनं +समासीनः +समासीना +समासीनां +समासीनाः +समासीने +समासीनो +समासु +समासे +समासेति +समासेन +समासेनाभिधीयते +समासेनाह +समासेनेति +समासेनैव +समासेपि +समासेवते +समासेव्य +समासेषु +समासेऽङ्गुलेः +समासेऽनञ्पूर्वे +समासेऽनुत्तरपदस्थस्य +समासेऽन्तोदात्तं +समासेऽन्यतरस्यां +समासेऽपि +समासेो +समासैश्च +समासो +समासोक्तावपि +समासोक्ति +समासोक्तिं +समासोक्तिः +समासोक्तिरलंकारः +समासोक्तिरलङ्कारः +समासोक्तिरिति +समासोक्तिरेव +समासोक्तिसरः +समासोक्तेः +समासोक्तौ +समासोक्त्यलंकारः +समासोक्त्यलङ्कारः +समासोक्त्या +समासोक्त्यादौ +समासोऽपि +समासोऽयं +समासोऽव्ययीभावः +समासौ +समास् +समास्कन्दति +समास्तत्र +समास्तथा +समास्तस्य +समास्ता +समास्तीर्णम् +समास्तीर्य +समास्तीर्यत +समास्तु +समास्तुल्याः +समास्ते +समास्त्रयः +समास्त्वा +समास्त्वाग्न +समास्त्वाग्ने +समास्थाप्य +समास्थाय +समास्थितः +समास्थितम् +समास्थिता +समास्थिताः +समास्थिते +समास्थितो +समास्थितौ +समास्स्व +समाह +समाहत +समाहतं +समाहतः +समाहतम् +समाहता +समाहताः +समाहते +समाहतोऽयम् +समाहतौ +समाहत्य +समाहनत् +समाहन्ति +समाहर +समाहरणं +समाहरति +समाहरत् +समाहरन् +समाहरन्ति +समाहरेत् +समाहरेथ् +समाहर्ता +समाहर्तुं +समाहर्तुम् +समाहर्तृ +समाहार +समाहारं +समाहारः +समाहारग्रहणं +समाहारद्वन्द्व +समाहारद्वन्द्वः +समाहारद्वन्द्वस्य +समाहारद्वन्द्वात् +समाहारद्वन्द्वात्पञ्चमी +समाहारद्वन्द्वात्पञ्चम्येकवचनम् +समाहारद्वन्द्वे +समाहारद्वन्द्वो +समाहारद्विगुः +समाहारद्विगौ +समाहारस्त्रिभुवनं +समाहारस्त्रिलोकी +समाहारस्य +समाहारात् +समाहारी +समाहारे +समाहारैकत्वात् +समाहारो +समाहि +समाहित +समाहितं +समाहितः +समाहितचित्तः +समाहितचित्तस्य +समाहितचित्तस्येति +समाहितचित्तस्यैते +समाहितचित्ता +समाहितचित्तेन +समाहितचित्तो +समाहितत्वं +समाहितत्वात् +समाहितधियः +समाहितमतिः +समाहितमनसः +समाहितमना +समाहितमनाः +समाहितमिति +समाहितम् +समाहितस्य +समाहितस्यैव +समाहिता +समाहिताः +समाहितात्मा +समाहितानि +समाहितान् +समाहितान्तःकरणः +समाहिताम् +समाहितिका +समाहिते +समाहितेन +समाहितैः +समाहितो +समाहितौ +समाहूत +समाहूतः +समाहूता +समाहूताः +समाहूतो +समाहूतौ +समाहूय +समाहूयेदमब्रवीत् +समाहृत +समाहृतं +समाहृतः +समाहृतम् +समाहृता +समाहृताः +समाहृतानि +समाहृतिः +समाहृते +समाहृतैः +समाहृतौ +समाहृत्य +समाहेयाः +समाह्वय +समाह्वयं +समाह्वयः +समाह्वयञ्चैव +समाह्वयत +समाह्वयति +समाह्वयते +समाह्वयत् +समाह्वयम् +समाह्वयामास +समाह्वये +समाह्वयेत् +समाह्वानं +समाऽत्र +समा॑ +समा॑म् +समा॑रुचि॒तो +समा॒न +समा॒नं +समा॒नाना +समा॒नानां +समा॒ने +समा॒नो +समा॒न्या +समाꣳ +समि +समिङ्गयति +समिच्छति +समिच्छन्ति +समिच्छसि +समिच्छामि +समिच्छामो +समित +समितं +समितः +समितमिति +समितम् +समितयः +समितया +समिता +समितां +समिताः +समिताविव +समिति +समितिं +समितिंजय +समितिंजयः +समितिः +समितिञ्जयः +समितिर्भवाति +समितिविज्झति +समितिशोभनः +समितिश्च +समितिषु +समिती +समितीः +समितीनां +समिते +समितेः +समितौ +समित् +समित्कुशं +समित्कुशम् +समित्तं +समित्तया +समित्त्रयमादाय +समित्पाणय +समित्पाणयः +समित्पाणयो +समित्पाणिः +समित्पाणी +समित्पुष्पकुशादीनि +समित्यस्य +समित्या +समित्यां +समित्याः +समित्याम् +समित्येकीकारे +समित्येकीभावे +समित्येतस्य +समित्रः +समित्रयमादाय +समित्समित् +समित्समिद्धं +समित्सु +समिथा +समिथानि +समिथे +समिथेषु +समिदं +समिदर्थं +समिदसि +समिदसीति +समिदस्यभिशस्त्या +समिदस्यूपोलपा +समिदा +समिदाज्य +समिदाज्यचरुभिः +समिदाज्यचरूणां +समिदाज्यचरून् +समिदाज्येन +समिदादयः +समिदादि +समिदादिभिः +समिदादीनां +समिदाधानं +समिदाधानमेव +समिदाधानम् +समिदाधानात् +समिदाधाने +समिदाहरणाय +समिदिति +समिद् +समिद्दीदयति +समिद्ध +समिद्धं +समिद्धः +समिद्धमग्निं +समिद्धम् +समिद्धवतीं +समिद्धस्य +समिद्धा +समिद्धाः +समिद्धारं +समिद्धारा +समिद्धारात् +समिद्धारो +समिद्धार्थकः +समिद्धे +समिद्धेऽग्नौ +समिद्धेऽहौषीः +समिद्धो +समिद्धोमं +समिद्धोमे +समिद्धोऽग्निः +समिद्धोऽग्निर्भस्मसात् +समिद्धोऽग्निर्भस्मसात्कुरुतेऽर्जुन +समिद्धोऽग्निर्वा +समिद्ध्यै +समिद्भिः +समिद्भिरग्निं +समिद्भिरङ्गिरो +समिद्भिर् +समिद्भिर्वा +समिद्भिश्च +समिद्भिस्तु +समिद्भ्यः +समिद्वत्य् +समिद्वन्तः +समिद्वरः +समिध +समिधँ +समिधं +समिधः +समिधमभ्यादधाति +समिधमभ्याधाय +समिधमा +समिधमाज्येनाक्त्वा +समिधमादधाति +समिधमादध्यात् +समिधमादाय +समिधमाधाय +समिधमाहार्षं +समिधमिति +समिधम् +समिधश्च +समिधस्तथा +समिधस्तु +समिधस्सप्त +समिधा +समिधां +समिधाः +समिधाग्निं +समिधाग्निमिति +समिधाग्निम् +समिधाज्य +समिधान +समिधानं +समिधानः +समिधानमीमहे +समिधानस्य +समिधाने +समिधानो +समिधामाधाने +समिधावादधाति +समिधावादध्यात् +समिधाव् +समिधाऽग्निं +समिधा॒ने +समिधा॒नो +समिधि +समिधिता +समिधीमहि +समिधीमहीति +समिधे +समिधेति +समिधैवाग्निं +समिधो +समिधोऽथ +समिधोऽनक्ति +समिधोऽभ्यादधति +समिधोऽभ्यादधाति +समिधोऽभ्यादध्यात् +समिधोऽभ्याधाय +समिधोऽभ्याधायेध्माबर्हिः +समिधौ +समिध् +समिध्य +समिध्यत +समिध्यते +समिध्यमान +समिध्यमानः +समिध्यमानम् +समिध्यमानवतीं +समिध्यमानाय +समिध्यमानायानुब्रूहीति +समिध्यमानो +समिध्यस +समिध्यसे +समिध्यस्व +समिध्यिता +समिन्ताँ +समिन्दुभिः +समिन्दु॑भिः +समिन्द्धे +समिन्द्र +समिन्द्रः +समिन्द्रियेण +समिन्द्रेण +समिन्द्रेणोत +समिन्द्रो +समिन्धत +समिन्धतां +समिन्धतामित्युपसमिन्धे +समिन्धताम् +समिन्धते +समिन्धनं +समिन्धनम् +समिन्धनाः +समिन्धनेन +समिन्धिष्ट +समिन्धे +समिपे +समिमं +समियात् +समियाय +समियेष +समिव +समिषा +समिषो +समिषो॑ +समिष्ट +समिष्टयजुः +समिष्टयजुर् +समिष्टयजुर्जुहोति +समिष्टयजुर्लक्षणं +समिष्टयजुषः +समिष्टयजुषा +समिष्टयजूँ +समिष्टयजूंषि +समिष्टयजूꣳषि +समिष्ट्या +समिष्ट्यै +समिष्यते +समि॑ताविव +समि॑तिः +समि॑द्ध +समि॑द्धः +समि॑द्धस्य॒ +समि॑द्धा +समि॑द्धाः +समि॑द्धे +समि॑द्धो +समि॑द्ध॒ +समि॑द्ध॒ः +समि॑धीमहि +समि॑ध्यते +समि॑ध्यसे +समि॑ध्यसे॒ +समि॑न्द्र +समि॑न्धते +समि॑न्धे +समि॒थे +समि॒थेषु॑ +समि॒मं +समि॒षा +समी +समीक +समीकं +समीकः +समीकरण +समीकरणं +समीकरणम् +समीकरणस्य +समीकरणे +समीकरणेन +समीकरिष्यामि +समीकरोति +समीकर्तुं +समीकर्तुम् +समीकुरु +समीकुर्यात् +समीकृत +समीकृतं +समीकृतः +समीकृतम् +समीकृता +समीकृताः +समीकृतायां +समीकृते +समीकृत्य +समीके +समीक्षकाः +समीक्षकाणां +समीक्षकैः +समीक्षणं +समीक्षणम् +समीक्षणात् +समीक्षत +समीक्षते +समीक्षन्ते +समीक्षमाणः +समीक्षमाणो +समीक्षयति +समीक्षयन् +समीक्षया +समीक्षस्व +समीक्षा +समीक्षां +समीक्षामहे +समीक्षायां +समीक्षितः +समीक्षितम् +समीक्षिता +समीक्षितुम् +समीक्षे +समीक्षेत +समीक्ष्य +समीक्ष्यकारिणं +समीक्ष्यकारी +समीक्ष्यते +समीक्ष्यागतः +समीक्ष्याथ +समीक्ष्येति +समीक्ष्यैव +समीक्ष्यैवं +समीच +समीचः +समीची +समीचीः +समीचीन +समीचीनं +समीचीनः +समीचीनतया +समीचीनता +समीचीनमस्ति +समीचीनमिति +समीचीनमेव +समीचीनम् +समीचीनव्यवस्थायै +समीचीना +समीचीनां +समीचीनाः +समीचीनानि +समीचीनास +समीचीनासः +समीचीने +समीचीनेति +समीचीनेन +समीचीनो +समीचीनोऽयं +समीचीरुषसः +समीचीर् +समीचो +समीच्यः +समीच्या +समीडितः +समीणः +समीधिरे +समीधे +समीनः +समीप +समीपं +समीपः +समीपगः +समीपगते +समीपगमनं +समीपगमने +समीपगम् +समीपगा +समीपगाः +समीपगान् +समीपगे +समीपगैः +समीपचारी +समीपत +समीपतः +समीपतमं +समीपतरवर्ति +समीपता +समीपतां +समीपतो +समीपत्वं +समीपदेशे +समीपपरिवर्तिनम् +समीपमगमं +समीपमस्य +समीपमागतं +समीपमागतः +समीपमागत्य +समीपमागम्य +समीपमिति +समीपमुपनीतः +समीपमुपयान्ति +समीपमुपसर्पति +समीपमुपोत्तमम् +समीपमेत्य +समीपमेव +समीपम् +समीपवर्ति +समीपवर्तिनं +समीपवर्तिनः +समीपवर्तिनां +समीपवर्तिनि +समीपवर्तिनी +समीपवर्तिनो +समीपवर्तिषु +समीपवर्ती +समीपवासिनं +समीपस्तम् +समीपस्थ +समीपस्थं +समीपस्थः +समीपस्थमुवाचेदं +समीपस्थम् +समीपस्थस्य +समीपस्था +समीपस्थां +समीपस्थाः +समीपस्थात् +समीपस्थानां +समीपस्थानि +समीपस्थाने +समीपस्थान् +समीपस्थिते +समीपस्थे +समीपस्थेन +समीपस्थेभ्यः +समीपस्थेषु +समीपस्थैः +समीपस्थो +समीपस्थोऽपि +समीपस्थौ +समीपस्य +समीपात् +समीपाद् +समीपार्थेऽव्ययीभावः +समीपे +समीपेन +समीपेऽपि +समीपेऽस्ति +समीपेऽस्य +समीपौ +समीप्य +समीप्सितम् +समीभूता +समीभूते +समीयतुः +समीयते +समीयम् +समीयाय +समीयिवान् +समीयु +समीयुः +समीयुषः +समीयुषां +समीर +समीरं +समीरः +समीरण +समीरणं +समीरणः +समीरणमथो +समीरणम् +समीरणस्तु +समीरणस्य +समीरणा +समीरणाः +समीरणात् +समीरणे +समीरणेन +समीरणैः +समीरणो +समीरय +समीरयति +समीरयन् +समीरयेत् +समीरस्य +समीरा +समीराः +समीरित +समीरितं +समीरितः +समीरितम् +समीरिता +समीरिताः +समीरिते +समीरितौ +समीरे +समीरेण +समीरैः +समीरो +समीर्यते +समीवे +समीहत +समीहते +समीहनः +समीहन्ते +समीहमानेन +समीहसे +समीहा +समीहामहे +समीहित +समीहितं +समीहितः +समीहितफलं +समीहितमिति +समीहितम् +समीहिता +समीहितानि +समीहितार्थाः +समीहितुम् +समीहिते +समीहे +समीहेत +समी॑ +समी॑धिरे +समी॑धे +समी॒ +समी॒के +समी॒क्षय॑न्रदि॒ते +समी॒ची +समु +समुं +समुकुटं +समुक्तं +समुक्षत +समुक्षतु +समुक्षितं +समुक्षितः +समुक्षितम् +समुक्षिताः +समुक्षितौ +समुक्षिप्य +समुख +समुखं +समुखः +समुखम् +समुखा +समुखे +समुखो +समुचय +समुचयः +समुचये +समुचयो +समुचार्य +समुचि +समुचित +समुचितं +समुचितः +समुचितमस्ति +समुचितमेव +समुचितम् +समुचितरूपेण +समुचितवृत्त्यर्पणे +समुचिता +समुचितां +समुचिताः +समुचितानि +समुचिते +समुचितेति +समुचितेन +समुचितैः +समुचितैव +समुचितो +समुचित्य +समुचिनोति +समुचीयते +समुच्च +समुच्चचाल +समुच्चय +समुच्चयं +समुच्चयः +समुच्चयपक्षे +समुच्चयपरत्वं +समुच्चयमाह +समुच्चयम् +समुच्चयवतोऽर्थस्य +समुच्चयविधिः +समुच्चयश्च +समुच्चयस्तु +समुच्चयस्य +समुच्चया +समुच्चयात् +समुच्चयानुपपत्तिः +समुच्चयार्थ +समुच्चयार्थः +समुच्चयार्थकः +समुच्चयार्थम् +समुच्चयार्थश्चकारः +समुच्चयार्थश्चशब्दः +समुच्चयार्थाः +समुच्चयार्थीयः +समुच्चयार्थीयो +समुच्चयार्थीयौ +समुच्चयार्थे +समुच्चयार्थो +समुच्चयार्थौ +समुच्चयालंकारः +समुच्चयालङ्कारः +समुच्चयाललङ्कारः +समुच्चये +समुच्चयेन +समुच्चयेषु +समुच्चयेऽन्यतरस्याम् +समुच्चयो +समुच्चयोऽलंकारः +समुच्चरन् +समुच्चरेत् +समुच्चायकः +समुच्चारण +समुच्चारणं +समुच्चारणम् +समुच्चारणे +समुच्चार्य +समुच्चार्य्य +समुच्चिचीषया +समुच्चितं +समुच्चितः +समुच्चितस्य +समुच्चिता +समुच्चिताः +समुच्चितानां +समुच्चितानि +समुच्चिते +समुच्चितो +समुच्चित्य +समुच्चिनोति +समुच्चीयत +समुच्चीयते +समुच्चीयन्त +समुच्चीयन्ते +समुच्चीयेरन् +समुच्छिद्य +समुच्छिद्यन्ते +समुच्छिनेत् +समुच्छिन्नः +समुच्छिन्ना +समुच्छिन्नाः +समुच्छेत्तुं +समुच्छेत्तुम् +समुच्छेद +समुच्छेदं +समुच्छेदे +समुच्छेदो +समुच्छ्रयं +समुच्छ्रयः +समुच्छ्रयम् +समुच्छ्रया +समुच्छ्रयाः +समुच्छ्रयान् +समुच्छ्रये +समुच्छ्रयेत् +समुच्छ्रायं +समुच्छ्रायः +समुच्छ्रायान् +समुच्छ्राये +समुच्छ्रितं +समुच्छ्रितः +समुच्छ्रितम् +समुच्छ्रिता +समुच्छ्रिताः +समुच्छ्रितान् +समुच्छ्रितिः +समुच्छ्रिते +समुच्छ्रितेन +समुच्छ्रितैः +समुच्छ्वसितं +समुच्यते +समुजृम्भते +समुज्जृम्भते +समुज्ज्वलं +समुज्ज्वलः +समुज्ज्वलम् +समुज्ज्वला +समुज्ज्वलाः +समुज्ज्वलाम् +समुज्ज्वलैः +समुज्ज्वाल्य +समुज्झति +समुज्झितम् +समुज्झिता +समुज्झिते +समुज्वलम् +समुझत +समुझि +समुञ्चयः +समुञ्चये +समुड्डीय +समुत् +समुत्कण्ठते +समुत्कण्ठा +समुत्कर्ष +समुत्कर्षः +समुत्कर्षजुषस्तान्मयोच्यमानान्निबोध +समुत्कर्षे +समुत्कीर्य +समुत्कृत्य +समुत्कृष्य +समुत्क्रम्य +समुत्क्रोशन्तीति +समुत्क्वाथ्य +समुत्क्षिपन् +समुत्क्षिपेत् +समुत्क्षिप्य +समुत्खाय +समुत्तमम् +समुत्तरेत् +समुत्तस्थुः +समुत्तस्थौ +समुत्तानं +समुत्ताना +समुत्तारः +समुत्तार्य +समुत्तिष्ठ +समुत्तिष्ठति +समुत्तिष्ठतीति +समुत्तिष्ठतु +समुत्तिष्ठन् +समुत्तिष्ठन्ति +समुत्तिष्ठेत् +समुत्तिष्ठेदभिवाद्य +समुत्तीर्णं +समुत्तीर्णः +समुत्तीर्णा +समुत्तीर्णाः +समुत्तीर्णे +समुत्तीर्णो +समुत्तीर्य +समुत्तीर्य्य +समुत्तेजयति +समुत्तेजयित्वा +समुत्तेज्य +समुत्तोल्य +समुत्थं +समुत्था +समुत्थान +समुत्थानं +समुत्थानम् +समुत्थानव्ययं +समुत्थानव्ययश्च +समुत्थाने +समुत्थापयति +समुत्थापितं +समुत्थाप्य +समुत्थाय +समुत्थास्यन्ति +समुत्थित +समुत्थितं +समुत्थितः +समुत्थितम् +समुत्थिता +समुत्थिताः +समुत्थितान् +समुत्थिताम् +समुत्थिते +समुत्थितेन +समुत्थितेषु +समुत्थितैः +समुत्थितो +समुत्थितौ +समुत्थेन +समुत्पतति +समुत्पतन्ति +समुत्पतन्तु +समुत्पतितं +समुत्पतेत् +समुत्पत्ति +समुत्पत्तिं +समुत्पत्तिः +समुत्पत्तौ +समुत्पत्य +समुत्पत्स्यति +समुत्पद्य +समुत्पद्यते +समुत्पद्यन्त +समुत्पद्यन्ते +समुत्पन्न +समुत्पन्नं +समुत्पन्नः +समुत्पन्नमिदं +समुत्पन्नम् +समुत्पन्नस्तस्य +समुत्पन्नस्य +समुत्पन्ना +समुत्पन्नां +समुत्पन्नाः +समुत्पन्नानां +समुत्पन्नानि +समुत्पन्नान् +समुत्पन्ने +समुत्पन्नेन +समुत्पन्नेषु +समुत्पन्नैः +समुत्पन्नो +समुत्पन्नौ +समुत्पपात +समुत्पाट्य +समुत्पाद +समुत्पादः +समुत्पादने +समुत्पादयति +समुत्पादितः +समुत्पाद्य +समुत्पेतुः +समुत्प्लुत्य +समुत्सर्पति +समुत्सवं +समुत्सवे +समुत्सवो +समुत्सहन्ते +समुत्सहे +समुत्सारितं +समुत्सारितः +समुत्सारिता +समुत्सार्य +समुत्सुक +समुत्सुकं +समुत्सुकः +समुत्सुकत्वं +समुत्सुकम् +समुत्सुकश्चाटुषु +समुत्सुका +समुत्सुकाः +समुत्सुके +समुत्सुकेवाङ्कमुपैति +समुत्सुको +समुत्सृज +समुत्सृजति +समुत्सृजन् +समुत्सृजेत् +समुत्सृजेद्राजमार्गे +समुत्सृज्य +समुत्सृष्टं +समुत्सेधं +समुत्स्रष्टुं +समुद +समुदं +समुदः +समुदको +समुदञ्चति +समुदञ्चन्ति +समुदन्तं +समुदपद्यत +समुदपादि +समुदय +समुदयं +समुदयः +समुदयति +समुदयस्य +समुदये +समुदयो +समुदयोऽपि +समुदस्य +समुदा +समुदागच्छति +समुदागतः +समुदागमाय +समुदाङ्भ्यो +समुदाचर +समुदाचरता +समुदाचरति +समुदाचरन् +समुदाचरन्ति +समुदाचरन्तीति +समुदाचार +समुदाचारं +समुदाचारः +समुदाचारो +समुदानयति +समुदानीतम् +समुदानीय +समुदाय +समुदायं +समुदायः +समुदायत्वं +समुदायद्वारम् +समुदायप्रवेशद्वारम् +समुदायप्रवेशद्वारस्य +समुदायप्रवेशद्वारे +समुदायम् +समुदायविवक्षया +समुदायशक्त्या +समुदायश्च +समुदायसादृश्यं +समुदायस्तु +समुदायस्य +समुदायस्यापि +समुदायस्येति +समुदायस्यैव +समुदाया +समुदायाः +समुदायात् +समुदायादेकदेशस्य +समुदायादेशत्वात् +समुदायाधिकरणम् +समुदायानां +समुदायापेक्षया +समुदायार्थ +समुदायार्थं +समुदायार्थः +समुदायार्थशून्यं +समुदायार्थो +समुदायाष्टकवर्गाध्यायः +समुदायिनः +समुदायिनां +समुदायिनो +समुदायुत्य +समुदाये +समुदायेति +समुदायेन +समुदायेषु +समुदायो +समुदायों +समुदायोपाधिः +समुदायोऽत्र +समुदायोऽपि +समुदाहरन् +समुदाहरन्ति +समुदाहृत +समुदाहृतं +समुदाहृतः +समुदाहृतमित्यन्तम् +समुदाहृतम् +समुदाहृता +समुदाहृताः +समुदाहृते +समुदाहृतौ +समुदि +समुदित +समुदितं +समुदितः +समुदितस्य +समुदिता +समुदिताः +समुदितानां +समुदितानामेव +समुदितानि +समुदितार्थः +समुदिते +समुदितेन +समुदितेषु +समुदितैः +समुदितो +समुदियाय +समुदी +समुदीक्षते +समुदीक्षन्ते +समुदीक्षसे +समुदीक्ष्य +समुदीरयन् +समुदीरयन्ति +समुदीरयेत् +समुदीरितं +समुदीरितः +समुदीरितम् +समुदीरिता +समुदीरिताः +समुदीरिते +समुदीर्णं +समुदीर्णदोषनिचयं +समुदीर्य +समुदीर्यते +समुदीषति +समुदे +समुदेतः +समुदेतांश्च +समुदेति +समुदैक्षत +समुदैक्षन्त +समुदैरयः +समुदोरजः +समुद् +समुद्ग +समुद्गं +समुद्गः +समुद्गकः +समुद्गके +समुद्गत +समुद्गतं +समुद्गतः +समुद्गतम् +समुद्गता +समुद्गताः +समुद्गते +समुद्गतो +समुद्गमः +समुद्गमे +समुद्गिरन् +समुद्गृह्य +समुद्घाट्य +समुद्दधार +समुद्दितः +समुद्दिश्य +समुद्दिष्ट +समुद्दिष्टं +समुद्दिष्टः +समुद्दिष्टमाज्यं +समुद्दिष्टम् +समुद्दिष्टा +समुद्दिष्टाः +समुद्दिष्टो +समुद्दीप्य +समुद्देशः +समुद्द्रवन्ति +समुद्धतं +समुद्धतः +समुद्धतम् +समुद्धता +समुद्धताः +समुद्धते +समुद्धत्य +समुद्धर +समुद्धरति +समुद्धरते +समुद्धरन् +समुद्धरन्ति +समुद्धरे +समुद्धरेत् +समुद्धर्ता +समुद्धर्तुं +समुद्धर्तुम् +समुद्धर्त्ता +समुद्धाट्य +समुद्धारं +समुद्धारः +समुद्धारसमयः +समुद्धाराय +समुद्धारो +समुद्धूतं +समुद्धृत +समुद्धृतं +समुद्धृतः +समुद्धृतम् +समुद्धृता +समुद्धृताः +समुद्धृतात् +समुद्धृतानि +समुद्धृते +समुद्धृतो +समुद्धृतौ +समुद्धृत्य +समुद्धृत्याथ +समुद्भव +समुद्भवं +समुद्भवः +समुद्भवति +समुद्भवत्यस्मादिति +समुद्भवन्ति +समुद्भवम् +समुद्भवशब्दस्य +समुद्भवा +समुद्भवाः +समुद्भवात् +समुद्भवान् +समुद्भवाम् +समुद्भवे +समुद्भवेत् +समुद्भवो +समुद्भाव्य +समुद्भासते +समुद्भासिता +समुद्भूत +समुद्भूतं +समुद्भूतः +समुद्भूतम् +समुद्भूता +समुद्भूतां +समुद्भूताः +समुद्भूते +समुद्भूतो +समुद्भूतौ +समुद्भूत् +समुद्भूय +समुद्य +समुद्यत +समुद्यतं +समुद्यतः +समुद्यतम् +समुद्यतस्य +समुद्यता +समुद्यतां +समुद्यताः +समुद्यताम् +समुद्यते +समुद्यतो +समुद्यतौ +समुद्यन्तं +समुद्यन्ति +समुद्यमः +समुद्यम्य +समुद्ययुः +समुद्ययौ +समुद्याने +समुद्युक्ता +समुद्युक्ताः +समुद्योग +समुद्योगं +समुद्योगः +समुद्र +समुद्रं +समुद्रः +समुद्रइव +समुद्रकं +समुद्रकाक +समुद्रकुक्ष्याः +समुद्रके +समुद्रगा +समुद्रगां +समुद्रगाः +समुद्रगामिन्यां +समुद्रगाम् +समुद्रगारूपविपर्ययेऽपि +समुद्रगुप्त +समुद्रगुप्तः +समुद्रगुप्तस्य +समुद्रगृहके +समुद्रजः +समुद्रजलं +समुद्रजलस्य +समुद्रजले +समुद्रजाः +समुद्रजानि +समुद्रजे +समुद्रज्येष्ठा +समुद्रज्येष्ठाः +समुद्रतः +समुद्रतट +समुद्रतटं +समुद्रतटः +समुद्रतटम् +समुद्रतटस्य +समुद्रतटात् +समुद्रतटानि +समुद्रतटे +समुद्रतरणं +समुद्रतलात् +समुद्रतले +समुद्रता +समुद्रतीर +समुद्रतीरं +समुद्रतीरप्रदेशः +समुद्रतीरम् +समुद्रतीरे +समुद्रतीरेषु +समुद्रतो +समुद्रदत्तः +समुद्रदत्तस्य +समुद्रदत्ताय +समुद्रदर्शनम् +समुद्रदृष्टान्तेन +समुद्रपक्षे +समुद्रपरिधानीये +समुद्रपर्यन्तां +समुद्रपारं 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+समुद्रस्तरात् +समुद्रस्तस्य +समुद्रस्तु +समुद्रस्य +समुद्रस्याधि +समुद्रस्येव +समुद्रस्योत्तरे +समुद्रस्योदधेरिव +समुद्रा +समुद्रांता +समुद्रांते +समुद्रांश्च +समुद्राः +समुद्राच्च +समुद्राणां +समुद्रात् +समुद्रात्तु +समुद्रादधि +समुद्रादपि +समुद्रादर्णवादधि +समुद्रादि +समुद्रादिति +समुद्रादिपदान्ते +समुद्रादिव +समुद्रादुत +समुद्रादूर्मिः +समुद्रादूर्मिर्मधुमाँ +समुद्रादौ +समुद्राद् +समुद्रान् +समुद्रान्तं +समुद्रान्ता +समुद्रान्तां +समुद्रान्ते +समुद्रान्नावि +समुद्राभरणा +समुद्राभिमुखाः +समुद्राभिसारिणी +समुद्राभ्राद्धः +समुद्राय +समुद्रायणाः +समुद्रायेव +समुद्रालये +समुद्राविति +समुद्राश्च +समुद्राश्चापि +समुद्रि +समुद्रियं +समुद्रियः +समुद्रियम् +समुद्रिया +समुद्रियाः +समुद्रियꣳ +समुद्री +समुद्रे +समुद्रेकात् +समुद्रेण +समुद्रेणेव +समुद्रेभ्य +समुद्रेभ्यः +समुद्रेभ्यो +समुद्रेषु +समुद्रेऽपि +समुद्रेऽस्तं +समुद्रैः +समुद्रैश्च +समुद्रैस्तु +समुद्रो +समुद्रों +समुद्रोपरि +समुद्रोऽपि +समुद्रोऽयं +समुद्रोऽसि +समुद्रोऽसीति +समुद्रोऽस्मि +समुद्रौ +समुद्रꣳ +समुद्वहन् +समुद्वहन्ति +समुद्वहेत् +समुद्वान्तम् +समुद्वास्य +समुद्वाह्य +समुद्विग्ना +समुद्विग्नाः +समुद्विग्नो +समुद्वीक्षते +समुद्वीक्ष्य +समुद्‌धृत्य +समुद्‌भूता +समुधृत्य +समुनत्तीति +समुन्न +समुन्नत +समुन्नतं +समुन्नतः +समुन्नतम् +समुन्नता +समुन्नताः +समुन्नति +समुन्नतिं +समुन्नतिः +समुन्नतिम् +समुन्नते +समुन्नतेः +समुन्नतेन +समुन्नतैः +समुन्नतो +समुन्नतौ +समुन्नद्ध +समुन्नम्य +समुन्नयेत् +समुन्नीय +समुन्नीयोत्तरवेद्याँ +समुन्नीयोत्तरवेद्याꣳ +समुन्नेया +समुन्मार्ष्टि +समुन्मिषति +समुन्मीलति +समुन्मीलयति +समुन्मील्य +समुन्मूल्य +समुन्मृष्टे +समुन्मेषः +समुप +समुपकल्प्य +समुपक्रम्य +समुपगता +समुपगतान् +समुपगम्य +समुपचक्रमे +समुपचीयते +समुपजातवीर्यस्य +समुपजायते +समुपजायन्ते +समुपतस्थिरे +समुपतिष्ठति +समुपतिष्ठते +समुपदिदेश +समुपदिशति +समुपदिश्यते +समुपनह्य +समुपनिविषु +समुपपद्यते +समुपबृंहयेत् +समुपभुञ्जीत +समुपयाति +समुपयान्ति +समुपयुज्यते +समुपलक्षयेत् +समुपलब्धं +समुपलब्धमस्ति +समुपलब्धा +समुपलब्धाः +समुपलब्धानि +समुपलब्धे +समुपलब्धेषु +समुपलब्धो +समुपलब्धोऽस्ति +समुपलभ्य +समुपलभ्यते +समुपलभ्यन्ते +समुपलभ्येते +समुपविविशुः +समुपविवेश +समुपविश +समुपविश्य +समुपविष्टः +समुपविष्टा +समुपविष्टानां +समुपविष्टेषु +समुपविष्टो +समुपवेश्य +समुपशान्तसमस्तप्रपञ्चम् +समुपशाम्यति +समुपश्रुत्य +समुपसाद्य +समुपसृत्य +समुपसेवते +समुपस्थापयति +समुपस्थापयन्ति +समुपस्थापितम् +समुपस्थापिताः +समुपस्थाय +समुपस्थास्यति +समुपस्थित +समुपस्थितं +समुपस्थितः +समुपस्थितम् +समुपस्थितयौवनौ +समुपस्थिता +समुपस्थिताः +समुपस्थितान् +समुपस्थिताम् +समुपस्थिते +समुपस्थितेषु +समुपस्थितो +समुपस्थितौ +समुपस्पृशेत् +समुपस्पृश्य +समुपहूय +समुपहृतं +समुपागतं +समुपागतः +समुपागतम् +समुपागतवति +समुपागता +समुपागताः +समुपागतान् +समुपागते +समुपागतौ +समुपागमत् +समुपागमन् +समुपागम्य +समुपाचर +समुपाचरत् +समुपाचरन् +समुपाचरेत् +समुपाजगाम +समुपादाय +समुपादिशत् +समुपादिश्य +समुपादेष्टुमर्हति +समुपाद्रवत् +समुपाद्रवन् +समुपानयत् +समुपानीय +समुपामन्त्र्य +समुपाययुः +समुपाययौ +समुपायातं +समुपार्जयेत् +समुपार्जितम् +समुपार्ज्जितम् +समुपाविशत् +समुपाविशन् +समुपाविशम् +समुपाश्नुते +समुपाश्रयन् +समुपाश्रयेत् +समुपाश्रितः +समुपाश्रिता +समुपाश्रिताः +समुपाश्रित्य +समुपासत +समुपासते +समुपासितः +समुपासीत +समुपासीना +समुपासृत्य +समुपास्ते +समुपास्महे +समुपास्य +समुपास्यते +समुपास्यमानः +समुपाहरत् +समुपाहरन् +समुपाहरेत् +समुपेक्षितः +समुपेक्षेत +समुपेतं +समुपेतस्य +समुपेत्य +समुपेयिवान् +समुपेयुषि +समुपेष्यति +समुपैति +समुपैम्यहम् +समुपैष्यति +समुपैष्यसि +समुपोढे +समुपोषणम् +समुपोषणात् +समुपोषणे +समुपोषयेत् +समुपोषितः +समुपोषिता +समुपोष्य +समुपोष्यैव +समुपोहन्ते +समुप्य +समुप्रिया +समुब्जितः +समुब्धं +समुल्लंघ्य +समुल्लङ्घ्य +समुल्लसति +समुल्लसद्भिः +समुल्लसन्ति +समुल्लसन्ती +समुल्लासितः +समुल्लासे +समुल्लिखति +समुल्लिखन् +समुल्लिखेत् +समुल्लिख्य +समुल्लुप्य +समुल्लेखो +समुवाच +समुवास +समुवाह +समुषद्भिरजायथाः +समुष्य +समुस्ता +समुहः +समुहूर्तानि +समुह्य +समुह्यते +समु॑ +समु॑क्षतु॒ +समु॒ +समु॒द्र +समु॒द्रं +समु॒द्रमि॑व॒ +समु॒द्रम् +समु॒द्रस्य॑ +समु॒द्रा +समु॒द्रे +समु॒द्रो +समु॒षद्भि॑रजायथाः +समू +समूचतुः +समूचिरे +समूचुः +समूचुस्ते +समूढ +समूढं +समूढः +समूढमस्य +समूढम् +समूढस्त्वेव +समूढस्य +समूढा +समूढे +समूढो +समूढꣳ +समूतिभिः +समूत्रं +समूत्रैः +समूत्रो +समूदिरे +समूर्तं +समूर्तयः +समूर्ता +समूल +समूलं +समूलः +समूलकम् +समूलकाषं +समूलघातं +समूलतः +समूलत्वं +समूलत्वे +समूलत्वेऽपि +समूलमपि +समूलमविदग्धं +समूलमेव +समूलम् +समूलस्तु +समूलस्य +समूला +समूलां +समूलाः +समूलाकृतजीवेषु +समूले +समूलो +समूल्हे +समूळ्हमस्य +समूळ्हे +समूह +समूहं +समूहः +समूहताम् +समूहति +समूहते +समूहनादि +समूहनी +समूहन्निव +समूहन्या +समूहमात्रं +समूहमिव +समूहमें +समूहम् +समूहय +समूहयत्युपवत्स्यद्भक्तमशित्वा +समूहयेत् +समूहरूपं +समूहरूपेण +समूहवचनः +समूहवच्च +समूहश्च +समूहसि +समूहसे +समूहस्तस्य +समूहस्तु +समूहस्तेन +समूहस्य +समूहा +समूहाः +समूहात् +समूहानां +समूहान् +समूहाय +समूहार्थे +समूहालम्ब +समूहालम्बन +समूहालम्बने +समूहाश्च +समूहिनः +समूहिषु +समूहे +समूहेन +समूहेषु +समूहेऽपि +समूहेऽर्थे +समूहै +समूहैः +समूहैश्च +समूहो +समूहों +समूह्य +समूह्यं +समूह्यः +समू॑ढमस्य +समृ +समृक्वभिः +समृच्छति +समृच्छते +समृच्छिष्यते +समृज्य +समृण्वति +समृत +समृतः +समृतयज्ञो +समृता +समृताः +समृतिं +समृतेषु +समृतौ +समृत्तिकाः +समृद्ध +समृद्धं +समृद्धः +समृद्धबलवाहनः +समृद्धमपि +समृद्धमिति +समृद्धम् +समृद्धयः +समृद्धयति +समृद्धयन्ति +समृद्धया +समृद्धये +समृद्धयै +समृद्धवेगाः +समृद्धश्च +समृद्धस्य +समृद्धा +समृद्धां +समृद्धाः +समृद्धानां +समृद्धानि +समृद्धान् +समृद्धार्थं +समृद्धार्थः +समृद्धार्थस्य +समृद्धार्था +समृद्धार्थो +समृद्धाश्च +समृद्धि +समृद्धिं +समृद्धिः +समृद्धिकरं +समृद्धिकरणान्मम +समृद्धिकामस्य +समृद्धिदम् +समृद्धिभिः +समृद्धिमत् +समृद्धिमान् +समृद्धिम् +समृद्धिरिति +समृद्धिर्यदनुज्ञा +समृद्धिश्च +समृद्धीनां +समृद्धे +समृद्धेः +समृद्धेन +समृद्धेषु +समृद्धो +समृद्धौ +समृद्ध्यतां +समृद्ध्यर्थं +समृद्ध्या +समृद्ध्यै +समृधे +समृध्य +समृध्यतां +समृध्यतामथैतस्य +समृध्यतामिति +समृध्यताम् +समृध्यति +समृध्यतु +समृध्यते +समृध्यन्ति +समृध्यन्ते +समृध्यमाना +समृध्येत +समृध्यै +समृ॑ण्वति +समृ॑तेषु +समृ॑तौ +समृ॑द्ध्यै +समृ॑द्ध्यै॒ +समे +समें +समेंऽशके +समेखलं +समेखलम् +समेखला +समेघलेखं +समेजात् +समेत +समेतं +समेतः +समेतम +समेतमू +समेतम् +समेतयोः +समेतश्च +समेतस् +समेतस्य +समेता +समेतां +समेताः +समेतानां +समेतानि +समेतान् +समेताम् +समेताश्च +समेतास्तत्र +समेति +समेतु +समेते +समेतेन +समेतेभ्यो +समेतेषु +समेतैः +समेतो +समेतौ +समेत्य +समेत्यधोक्षजम् +समेत्याथ +समेत्यार्थान्मनो +समेत्याशु +समेत्येति +समेद्धा +समेधते +समेधन्ते +समेधमानः +समेधय +समेधितः +समेधितम् +समेधिताः +समेधिषीमहीति +समेधेन +समेन +समेनं +समेनापि +समेनैव +समेयातां +समेयात् +समेयिवान् +समेयुश्च +समेयुषा +समेयुषि +समेयुषी +समेव +समेवाभवत् +समेषां +समेषामपि +समेषामेव +समेषाम् +समेषु +समेष्यंति +समेष्यति +समेष्यते +समेष्यन्ति +समेष्यसि +समेष्यामः +समेष्यामि +समेष्वपि +समेहि +समेऽपि +समे॑ति +समे॑तु +समै +समैः +समैक्षत +समैति +समैतु +समैधन्त +समैन्य् +समैरत् +समैरयत् +समैरयन् +समैर् +समैव +समैश्च +समैहत +समै॑रत् +समो +समोकसः +समोकसा +समोकसावरेपसौ +समोकसौ +समोका +समोकाः +समोतरन्ति +समोत्तमाधमै +समोत्तरतः +समोदं +समोदकम् +समोदहे +समोपरि +समोपे +समोपेतं +समोपेतां +समोप्य +समोषधय +समोषधयो +समोस्ति +समोहं +समोहे +समोहेनापरिमुक्तेन +समोऽकूजने +समोऽनेन +समोऽपि +समोऽसि +समोऽस्ति +समोऽहं +समोऽहमिति +समो॑कसा +समौ +सम् +सम्̇ +सम्̇सदम् +सम्झौता +सम्झौताः 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+सम्प्रवर्त्तते +सम्प्रविश्य +सम्प्रवृत्तः +सम्प्रवृत्तानि +सम्प्रवृत्ते +सम्प्रवृद्ध +सम्प्रवेशयेत् +सम्प्रशस्यते +सम्प्रश्न +सम्प्रश्नः +सम्प्रश्ने +सम्प्रसादः +सम्प्रसार +सम्प्रसारण +सम्प्रसारणं +सम्प्रसारणञ्च +सम्प्रसारणन्न +सम्प्रसारणमिकार +सम्प्रसारणमिति +सम्प्रसारणम् +सम्प्रसारणस्य +सम्प्रसारणाच्च +सम्प्रसारणाञ्च +सम्प्रसारणात् +सम्प्रसारणे +सम्प्रसारणेन +सम्प्रसारयेत् +सम्प्रसार्य +सम्प्रसीदति +सम्प्रसूताः +सम्प्रसूयते +सम्प्रसूयन्ते +सम्प्रस्थिते +सम्प्रहर्षयन् +सम्प्रहारः +सम्प्रहारे +सम्प्रहृष्टः +सम्प्रहृष्टतनूरुहः +सम्प्रहृष्टा +सम्प्रहृष्टो +सम्प्राप +सम्प्राप्त +सम्प्राप्तं +सम्प्राप्तः +सम्प्राप्तम् +सम्प्राप्तवान् +सम्प्राप्ता +सम्प्राप्ताः +सम्प्राप्ति +सम्प्राप्तिः +सम्प्राप्तिमाह +सम्प्राप्तिर्यथा +सम्प्राप्तिश्च +सम्प्राप्तुं +सम्प्राप्ते +सम्प्राप्तो +सम्प्राप्तोऽस्मि +सम्प्राप्तौ +सम्प्राप्नोति +सम्प्राप्य +सम्प्राप्यते +सम्प्राप्यन्ते +सम्प्रार्थयामास +सम्प्रार्थितः +सम्प्रार्थितो +सम्प्रार्थ्य +सम्प्राश्य +सम्प्रियः +सम्प्रियौ +सम्प्रीत्या +सम्प्रेक्ष्य +सम्प्रेषणं +सम्प्रेषयामास +सम्प्रेषितः +सम्प्रेषिता +सम्प्रेषितो +सम्प्रेष्य +सम्प्रेष्यति +सम्प्रैषः +सम्प्रोक्तं +सम्प्रोक्तः +सम्प्रोक्ता +सम्प्रोक्तो +सम्प्रोक्षति +सम्प्रोक्ष्य +सम्प्रोच्य +सम्प्रोदश्च +सम्प्लवः +सम्प्लवन्ते +सम्प्लुतोदके +सम्प॑द्यन्ते॒ +सम्फेटः +सम्फेटस्तु +सम्फेटो +सम्ब +सम्बंधित +सम्बंधी +सम्बः +सम्बछद्यते +सम्बति +सम्बद्ध +सम्बद्धं +सम्बद्धः +सम्बद्धता +सम्बद्धतायाः +सम्बद्धद्यते +सम्बद्धमस्ति +सम्बद्धमिति +सम्बद्धमिदं +सम्बद्धम् +सम्बद्धयते +सम्बद्धलेखाः +सम्बद्धसम्पर्कतन्तुः +सम्बद्धसम्प्र्कतन्तुः +सम्बद्धस्य +सम्बद्धा +सम्बद्धाः +सम्बद्धानां +सम्बद्धानि +सम्बद्धानुबन्धाः +सम्बद्धान् +सम्बद्धे +सम्बद्धेषु +सम्बद्धो +सम्बद्धोऽस्ति +सम्बद्धौ +सम्बद्ध्यते +सम्बद्ध्येत +सम्बद्यते +सम्बधः +सम्बध्द्यते +सम्बध्नाति +सम्बध्य +सम्बध्यत +सम्बध्यते +सम्बध्यन्त +सम्बध्यन्ते +सम्बध्यमानं +सम्बध्यमानः +सम्बध्येत +सम्बन +सम्बन्ध +सम्बन्धं +सम्बन्धः +सम्बन्धकं +सम्बन्धग्रहणं +सम्बन्धग्रहणात् +सम्बन्धज्ञानं +सम्बन्धज्ञानस्य +सम्बन्धतः +सम्बन्धतया +सम्बन्धत्वं +सम्बन्धत्वात् +सम्बन्धत्वे +सम्बन्धत्वेन +सम्बन्धन +सम्बन्धनं +सम्बन्धनियमे +सम्बन्धनियमो +सम्बन्धनीयः +सम्बन्धनीयम् +सम्बन्धपूर्वकत्वं +सम्बन्धमनुवर्तिष्यते +सम्बन्धमस्ति +सम्बन्धमात्रं +सम्बन्धमात्रम् +सम्बन्धमात्रविवक्षायां +सम्बन्धमात्रे +सम्बन्धमाह +सम्बन्धम् +सम्बन्धम्‌ +सम्बन्धरूपा +सम्बन्धवाचिका +सम्बन्धविच्छेदः +सम्बन्धविवक्षया +सम्बन्धविशेषः +सम्बन्धविशेषे +सम्बन्धशून्ये +सम्बन्धश्च +सम्बन्धसामान्यं +सम्बन्धसामान्ये +सम्बन्धस् +सम्बन्धस्तस्य +सम्बन्धस्तु +सम्बन्धस्तेन +सम्बन्धस्य +सम्बन्धस्या +सम्बन्धस्यापि +सम्बन्धा +सम्बन्धाः +सम्बन्धातिशयोक्तिः +सम्बन्धात् +सम्बन्धाद् +सम्बन्धानवगाहि +सम्बन्धानां +सम्बन्धानुपपत्तिः +सम्बन्धानुपपत्तेः +सम्बन्धानुपपत्तेश्च +सम्बन्धान् +सम्बन्धान्तरं +सम्बन्धान्तरेण +सम्बन्धाभावः +सम्बन्धाभावात् +सम्बन्धाभावे +सम्बन्धाभावेन +सम्बन्धाभावो +सम्बन्धाभिधानं +सम्बन्धार्थं +सम्बन्धि +सम्बन्धित +सम्बन्धितं +सम्बन्धितया +सम्बन्धिता +सम्बन्धितानि +सम्बन्धित्वं +सम्बन्धित्वेन +सम्बन्धिन +सम्बन्धिनं +सम्बन्धिनः +सम्बन्धिनम् +सम्बन्धिनस्तथा +सम्बन्धिना +सम्बन्धिनां +सम्बन्धिनि +सम्बन्धिनी +सम्बन्धिनीं +सम्बन्धिनीः +सम्बन्धिनीनां +सम्बन्धिने +सम्बन्धिनो +सम्बन्धिनोः +सम्बन्धिनौ +सम्बन्धिन्यः +सम्बन्धिन्यथ +सम्बन्धिन्या +सम्बन्धिन्याः +सम्बन्धिन्यो +सम्बन्धिबान्धवाः +सम्बन्धिभिः +सम्बन्धिशब्दः +सम्बन्धिषु +सम्बन्धी +सम्बन्धीति +सम्बन्धीनि +सम्बन्धुम् +सम्बन्धे +सम्बन्धेति +सम्बन्धेन +सम्बन्धेनेति +सम्बन्धेनैव +सम्बन्धेषु +सम्बन्धेऽपि +सम्बन्धैः +सम्बन्धो +सम्बन्धों +सम्बन्धोऽत्र +सम्बन्धोऽपि +सम्बन्धोऽभिधीयते +सम्बन्धोऽवगम्यते +सम्बन्धोऽस्ति +सम्बन्धोऽस्तीति +सम्बन्धौ +सम्बन्ध्यते +सम्बभूव +सम्बभूवतुः +सम्बभूवुः +सम्बभूवुर्या +सम्बभौ +सम्बर +सम्बरणे +सम्बर्त्तः +सम्बलं +सम्बलपुर +सम्बलपुरमण्डलम् +सम्बाध +सम्बाधं +सम्बाधः +सम्बाधे +सम्बाधो +सम्बुद्धं +सम्बुद्धाविति +सम्बुद्धि +सम्बुद्धिः +सम्बुद्धिनिमित्तक +सम्बुद्धिलोप +सम्बुद्धे +सम्बुद्धौ +सम्बुध्य +सम्बुध्या +सम्बो +सम्बोद्ध्य +सम्बोध +सम्बोधः +सम्बोधन +सम्बोधनं +सम्बोधनपदं +सम्बोधनपदस्य +सम्बोधनम् +सम्बोधनान्तं +सम्बोधनार्थः +सम्बोधने +सम्बोधनेन +सम्बोधयति +सम्बोधयन् +सम्बोधयन्ति +सम्बोधयामि +सम्बोधितः +सम्बोधितवान् +सम्बोधिताः +सम्बोधितो +सम्बोध्य +सम्बोध्यते +सम्भ +सम्भक्तौ +सम्भजन्ते +सम्भन्त्स्यते +सम्भरणम् +सम्भरणस् +सम्भरति +सम्भरन्ति +सम्भरामि +सम्भरेत् +सम्भली +सम्भव +सम्भवं +सम्भवः +सम्भवकालः +सम्भवत +सम्भवतः +सम्भवति +सम्भवती +सम्भवतीति +सम्भवतीत्यत +सम्भवतीत्यतो +सम्भवतीत्यत्राह +सम्भवतीत्यपि +सम्भवतीत्यभिप्रायः +सम्भवतीत्यभिप्रायेण +सम्भवतीत्यर्थ +सम्भवतीत्यर्थः +सम्भवतीत्याशङ्क्यदेहात्माभिमानयुक्तैरित्युक्तम् +सम्भवतीत्याह +सम्भवतीत्युक्तं +सम्भवतीत्युक्तम् +सम्भवतीत्य् +सम्भवतीह +सम्भवते +सम्भवतो +सम्भवत् +सम्भवत्यपि +सम्भवत्यवहरति +सम्भवत्यस्मात् +सम्भवत्येकवाक्यत्वे +सम्भवत्येव +सम्भवत्येवेति +सम्भवत्य् +सम्भवदपि +सम्भवनाथः +सम्भवनाथस्य +सम्भवन् +सम्भवन्ति +सम्भवन्तीति +सम्भवन्तीह +सम्भवन्तु +सम्भवन्तौ +सम्भवन्त्यपि +सम्भवन्त्यां +सम्भवन्त्येव +सम्भवन्न् +सम्भवमस्ति +सम्भवम् +सम्भवश्च +सम्भवसि +सम्भवसीत्यपेक्षायां +सम्भवस्य +सम्भवा +सम्भवाः +सम्भवाच्च +सम्भवात +सम्भवात् +सम्भवात्‌ +सम्भवादन्यदाहुरसम्भवात् +सम्भवादिति +सम्भवादित्याह +सम्भवाद् +सम्भवान्न +सम्भवामि +सम्भवामेति +सम्भवार्तिके +सम्भवालङ्कारः +सम्भवि +सम्भवितुं +सम्भविना +सम्भविष्यति +सम्भविष्यन्ति +सम्भवी +सम्भवीति +सम्भवे +सम्भवेति +सम्भवेत् +सम्भवेदिति +सम्भवेद् +सम्भवेद्यदि +सम्भवेन +सम्भवेयुः +सम्भवेऽपि +सम्भवो +सम्भवोऽस्ति +सम्भवोऽस्य +सम्भस्त्राजिनशणपिण्डेभ्यः +सम्भा +सम्भाजी +सम्भाजीनगर +सम्भाजीनगरम् +सम्भाण्डयते +सम्भार +सम्भारं +सम्भारः +सम्भारा +सम्भाराः +सम्भाराणां +सम्भारान् +सम्भारे +सम्भारेषु +सम्भारैः +सम्भारो +सम्भार्याः +सम्भाव +सम्भावन +सम्भावनं +सम्भावनया +सम्भावना +सम्भावनां +सम्भावनापि +सम्भावनामात्रेण +सम्भावनाया +सम्भावनायां +सम्भावनायाः +सम्भावनायाम् +सम्भावनालङ्कारः +सम्भावनीयः +सम्भावनीयम् +सम्भावने +सम्भावनेति +सम्भावनेऽलमिति +सम्भावयति +सम्भावयतु +सम्भावयन् +सम्भावयन्ति +सम्भावयसि +सम्भावयामः +सम्भावयामास +सम्भावयामि +सम्भावयितुं +सम्भावयितुमपि +सम्भावित +सम्भावितं +सम्भावितः +सम्भावितत्वात् +सम्भावितम् +सम्भावितस्य +सम्भाविता +सम्भाविताः +सम्भावितानि +सम्भावितो +सम्भाव्य +सम्भाव्यं +सम्भाव्यः +सम्भाव्यत +सम्भाव्यते +सम्भाव्यन्त +सम्भाव्यन्ते +सम्भाव्यमाने +सम्भाव्या +सम्भाव्येत +सम्भाव्येति +सम्भाषण +सम्भाषणं +सम्भाषणपुटे +सम्भाषणपृष्ठं +सम्भाषणपृष्ठम् +सम्भाषणपृष्ठस्य +सम्भाषणपृष्ठे +सम्भाषणम् +सम्भाषणशिबिरम् +सम्भाषणशीर्षकम् +सम्भाषणसन्देशः +सम्भाषणस्य +सम्भाषणानि +सम्भाषणान्यग्नि +सम्भाषणे +सम्भाषते +सम्भाषन्ते +सम्भाषमाणे +सम्भाषा +सम्भाषां +सम्भाषायां +सम्भाषितं +सम्भाषिता +सम्भाषितो +सम्भाषे +सम्भाषेत +सम्भाष्य +सम्भिन्द्याद् +सम्भिन्नं +सम्भिन्नः +सम्भुः +सम्भू +सम्भूत +सम्भूतं +सम्भूतः +सम्भूतम् +सम्भूतस्य +सम्भूता +सम्भूतां +सम्भूताः +सम्भूतानि +सम्भूति +सम्भूतिं +सम्भूतिः +सम्भूतिश्च +सम्भूते +सम्भूतो +सम्भूतौ +सम्भूत्यां +सम्भूय +सम्भूयकारिणां +सम्भूयाम्भोधिमभ्येति +सम्भृत +सम्भृतं +सम्भृतः +सम्भृतम् +सम्भृतसम्भारो +सम्भृतसम्भ्रमः +सम्भृता +सम्भृतां +सम्भृते +सम्भृतेषु +सम्भृतो +सम्भृत्य +सम्भृत्याः +सम्भृ॑तं +सम्भृ॑तं॒ +सम्भेदः +सम्भेदे +सम्भो +सम्भोग +सम्भोगं +सम्भोगः +सम्भोगविप्रलम्भौ +सम्भोगव्रज्या +सम्भोगस्य +सम्भोगे +सम्भोगो +सम्भोज्य +सम्भ्रम +सम्भ्रमं +सम्भ्रमः +सम्भ्रमन् +सम्भ्रमम् +सम्भ्रमा +सम्भ्रमात् +सम्भ्रमादरमा +सम्भ्रमाद् +सम्भ्रमे +सम्भ्रमेण +सम्भ्रमो +सम्भ्रान्तं +सम्भ्रान्तः +सम्भ्रान्तमनसः +सम्भ्रान्ता +सम्भ्रान्ताः +सम्भ्रान्तो +सम्भ्रान्तोऽभूत् +सम्भ्रियन्तां +सम्भ॑रति +सम्भ॑रति॒ +सम्भ॑व +सम्म +सम्मत +सम्मतं +सम्मतः +सम्मतमिति +सम्मतमित्यर्थः +सम्मतमेव +सम्मतम् +सम्मतवत् +सम्मतवदिति +सम्मतस्य +सम्मता +सम्मतां +सम्मताः +सम्मतान् +सम्मताम् +सम्मति +सम्मतिं +सम्मतिः +सम्मतिमाह +सम्मतिम् +सम्मते +सम्मतेति +सम्मतो +सम्मतौ +सम्मत्या +सम्मद +सम्मदः +सम्मदेन +सम्मन्त्र्य +सम्मन्यते +सम्मर्द +सम्मर्दः +सम्मर्दितं +सम्मर्दे +सम्मर्दो +सम्मर्द्य +सम्मवति +सम्मा +सम्मान +सम्मानं +सम्मानः +सम्मानन +सम्माननं +सम्माननम् +सम्माननानि +सम्मानने +सम्मानम् +सम्मानय +सम्मानयन् +सम्मानयामास +सम्मानस्य +सम्मानाः +सम्मानार्थं +सम्मानित +सम्मानितं +सम्मानितः +सम्मानितम् +सम्मानितवन्तः +सम्मानितवान् +सम्मानिता +सम्मानिताः +सम्मानितो +सम्माने +सम्मानेन +सम्मानो +सम्मान्य +सम्माप्तो +सम्मार्गः +सम्मार्गे +सम्मार्जनं +सम्मार्जनम् +सम्मार्जनी +सम्मार्जने +सम्मार्ज्मि +सम्मार्ज्य +सम्मार्ष्टि +सम्मा॑र्ज्मि +सम्मित +सम्मितं +सम्मितः +सम्मितम् +सम्मितश् +सम्मितश्चैव +सम्मिता +सम्मितां +सम्मिताः +सम्मितानि +सम्मिताम् +सम्मितास् +सम्मितो +सम्मितौ +सम्मिलति +सम्मिलनं +सम्मिलन्ति +सम्मिलित +सम्मिलितं +सम्मिलितः +सम्मिलितम् +सम्मिलिता +सम्मिलिताः +सम्मिलितानि +सम्मिलितौ +सम्मिलित्वा +सम्मिल्य +सम्मिश्रं +सम्मिश्रणं +सम्मिश्रय +सम्मिश्रा +सम्मिश्लो +सम्मि॑श्लो +सम्मीलनं +सम्मील्य +सम्मु +सम्मुख +सम्मुखं +सम्मुखः +सम्मुखम् +सम्मुखा +सम्मुखाः +सम्मुखी +सम्मुखीकृत्य +सम्मुखीनः +सम्मुखे +सम्मुखो +सम्मुखौ +सम्मुमुहुः +सम्मूढा +सम्मूढाः +सम्मूढो +सम्मृज्य +सम्मृद्य +सम्मेत +सम्मेदशिखरं +सम्मेदशिखरम् +सम्मेदशिखरस्य +सम्मेदशिखरे +सम्मेलन +सम्मेलनं +सम्मेलनम् +सम्मेलनस्य +सम्मेलनानि +सम्मेलने +सम्मेलनेन +सम्मेल्य +सम्मोह +सम्मोहं +सम्मोहः +सम्मोहनं +सम्मोहनाय +सम्मोहात् +सम्मोहाय +सम्मोहितं +सम्मोहिता +सम्मोहिनी +सम्मोहो +सम्य +सम्यं +सम्यः +सम्यक +सम्यकसंबुद्धस्य +सम्यकू +सम्यक् +सम्यक्कथने +सम्यक्कथय +सम्यक्कर्मान्तः +सम्यक्कृतं +सम्यक्कृत्वा +सम्यक्ख्यायते +सम्यक्च +सम्यक्चर्यां +सम्यक्छ्रद्धासमन्वितः +सम्यक्तं +सम्यक्तथा +सम्यक्तदा +सम्यक्तया +सम्यक्ते +सम्यक्त्व +सम्यक्त्वं +सम्यक्त्वम् +सम्यक्त्वात् +सम्यक्त्वेन +सम्यक्पचति +सम्यक्परिज्ञाय +सम्यक्पश्यति +सम्यक्पूजयित्वा +सम्यक्पूजां +सम्यक्पृष्टं +सम्यक्प्रकल्पयेत् +सम्यक्प्रकारेण +सम्यक्प्रज्ञया +सम्यक्प्रणिधानं +सम्यक्प्रयुक्ता +सम्यक्प्रयुक्ताः +सम्यक्प्रयोगादपरिक्षतायां +सम्यक्प्रयोगो +सम्यक्प्रवक्ष्यामि +सम्यक्प्रवर्त्तते +सम्यक्प्रहाणानि +सम्यक्फलं +सम्यक्स +सम्यक्सं +सम्यक्संकल्पः +सम्यक्संकल्पजः +सम्यक्संपूज्य +सम्यक्संबुद्ध +सम्यक्संबुद्धं +सम्यक्संबुद्धः +सम्यक्संबुद्धस्य +सम्यक्संबुद्धा +सम्यक्संबुद्धाः +सम्यक्संबुद्धानां +सम्यक्संबुद्धान् +सम्यक्संबुद्धे +सम्यक्संबुद्धेन +सम्यक्संबुद्धो +सम्यक्संबोधये +सम्यक्संबोधिं +सम्यक्संबोधिः +सम्यक्संबोधिमभिसंबुद्धः +सम्यक्संबोधिमभिसंबुध्य +सम्यक्संबोधिमभिसंबुध्यते +सम्यक्संबोधिमभिसंबुध्यन्ते +सम्यक्संबोधिमभिसंबुध्येयं +सम्यक्संबोधिमभिसंबुध्येयम् +सम्यक्संबोधिमभिसंबोद्धुम् +सम्यक्संबोधिमभिसंभोत्स्यते +सम्यक्संबोधिमभिसंभोत्स्यन्ते +सम्यक्संबोधिमभिसंभोत्स्यसे +सम्यक्संबोधिरभिसंबुद्धा +सम्यक्संबोधेः +सम्यक्संबोधौ +सम्यक्समाचरेत् +सम्यक्समाधिः +सम्यक्सम्बुद्ध +सम्यक्सम्बुद्धं +सम्यक्सम्बुद्धः +सम्यक्सम्बुद्धमिदमवोचत् +सम्यक्सम्बुद्धस्य +सम्यक्सम्बुद्धाः +सम्यक्सम्बुद्धाय +सम्यक्सम्बुद्धेन +सम्यक्सम्बुद्धो +सम्यक्सम्बोधिं +सम्यक्सम्बोधिः +सम्यक्सम्बोधिम् +सम्यक्सम्बोधौ +सम्यक्सिंहनादं +सम्यक्सिद्धं +सम्यक्सुखेन +सम्यक्स्मृतिः +सम्यक्स्रवन्ति +सम्यक्‌ +सम्यग +सम्यगतिक्रम्य +सम्यगत्र +सम्यगधीतेषु +सम्यगनायासेन +सम्यगनुवासितः +सम्यगपसव्यमतन्द्रिणा +सम्यगभिहितं +सम्यगभिहिता +सम्यगभ्यर्च्य +सम्यगभ्यस्य +सम्यगर्चनात् +सम्यगर्चयेत् +सम्यगर्चयेथ् +सम्यगर्थः +सम्यगर्थे +सम्यगवधार्य +सम्यगवभाषणे +सम्यगवलोक्य +सम्यगवस्थापनमित्यभिप्रायेणविरागतां +सम्यगवेक्षणम् +सम्यगवेक्ष्य +सम्यगस्य +सम्यगा +सम्यगाख्यातं +सम्यगाख्यातुमर्हसि +सम्यगाचम्य +सम्यगाचर +सम्यगाचरन् +सम्यगाचरेत् +सम्यगाचरेथ् +सम्यगाजीवः +सम्यगात्मबुद्धिस्तां +सम्यगादित्यमुपतिष्ठति +सम्यगादित्यमुपतिष्ठते +सम्यगाधानं +सम्यगाप्लाव्य +सम्यगाम्नातं +सम्यगारब्धं 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+सम्यग्दर्शनवता +सम्यग्दर्शनस्य +सम्यग्दर्शनस्यान्तरङ्गसाधनं +सम्यग्दर्शनात् +सम्यग्दर्शनापेक्षं +सम्यग्दर्शनाभ्युपायत्वेनैव +सम्यग्दर्शने +सम्यग्दर्शनेन +सम्यग्दर्शिनः +सम्यग्दर्शी +सम्यग्दाने +सम्यग्दार्वीप्रलेपः +सम्यग्दीप्तः +सम्यग्दीप्यते +सम्यग्दृष्टिः +सम्यग्दृष्टौ +सम्यग्दृष्ट्वा +सम्यग्धीद्वारा +सम्यग्बोधः +सम्यग्भवति +सम्यग्यथा +सम्यग्यदि +सम्यग्यात्राफलं +सम्यग्यात्राफलेप्सुभिः +सम्यग्युक्ताः +सम्यग्यो +सम्यग्योगः +सम्यग्राजते +सम्यग्रीत्या +सम्यग्रूपेण +सम्यग्वक्तुं +सम्यग्वा +सम्यग्वाक् +सम्यग्वान्तस्य +सम्यग्वायुश्च +सम्यग्वारिधारामनुप्रयच्छति +सम्यग्विचारतः +सम्यग्विचार्य +सम्यग्विजानाति +सम्यग्विज्ञाय +सम्यग्विधानतः +सम्यग्विधानेन +सम्यग्विधाय +सम्यग्विधिना +सम्यग्विधीयते +सम्यग्विपच्यते +सम्यग्विरिक्तं +सम्यग्विशोष्य +सम्यग्वेत्ति +सम्यग्व्यवसितः +सम्यग्व्यवसिता +सम्यग्व्यवसितो +सम्यग्व्यायामः +सम्यग्‌ +सम्यङ् +सम्यङ्ग +सम्यङ्न +सम्यङ्नि +सम्यङ्निरुध्य +सम्यङ्निवेदयेत् +सम्यङ्मया +सम्यङ्‌ +सम्यच्‌ +सम्यजन्ति +सम्यञ्च +सम्यञ्चं +सम्यञ्चः +सम्यञ्चम् +सम्यञ्चा +सम्यञ्चि +सम्यञ्चो +सम्यञ्चौ +सम्यम् +सम्या +सम्याज्ये +सम्युक्तं +सम्ये +सम्योगः +सम्र +सम्राज +सम्राजं +सम्राजः +सम्राजति +सम्राजमतिथिं +सम्राजम् +सम्राजा +सम्राजे +सम्राजो +सम्राजोः +सम्राजौ +सम्राज्ञी +सम्राट +सम्राट् +सम्राट्चाभिभूश्च +सम्राट्परमं +सम्राट्सर्वेषां +सम्राडपि +सम्राडसि +सम्राडासन्दीं +सम्राडासन्द्यां +सम्राडिति +सम्राडिन्द्र +सम्राडिव +सम्राडिषे +सम्राडेको +सम्राडेव +सम्राड् +सम्राड्वरुणश्च +सम्रुद्धस्य +सम्व +सम्वत +सम्वत् +सम्वत्सर +सम्वत्सरं +सम्वत्सरः +सम्वत्सरस्य +सम्वत्सरे +सम्वत्सरो +सम्वध्यते +सम्वन्ध +सम्वन्धं +सम्वन्धः +सम्वन्धी +सम्वादः +सम्शयः +सम्स्कृते +सम्स्थाप्य +सम्हरामि +सम्ऽअञ्जन् +सम्ऽअस्वरन् +सम्ऽइत् +सम्ऽइथे +सम्ऽइथेषु +सम्ऽइद्धः +सम्ऽइधम् +सम्ऽइधा +सम्ऽइधानः +सम्ऽइधानम् +सम्ऽइ॑तिः +सम्ऽइ॑द्धः +सम्ऽईके +सम्ऽईची +सम्ऽईचीने +सम्ऽईधे +सम्ऽओकसा +सम्ऽओ॑कसा +सम्ऽगमे +सम्ऽगृभ्य +सम्ऽचरन्ति +सम्ऽजग्मानः +सम्ऽजितम् +सम्ऽदृशि +सम्ऽपश्यन् +सम्ऽभृतम् +सम्ऽभृ॑तम् +सम्ऽमिश्लः +सम्ऽमि॑श्लः +सम्ऽयतः +सम्ऽयतम् +सम्ऽयन्ति +सम्ऽराजः +सम्ऽराजा +सम्ऽराज्ञी +सम्ऽराट् +सम्ऽविदानः +सम्ऽस्थे +सम्‍बद्घ +सम्‍बद्ध +सम॑क्ता॒ +सम॑गस्महि +सम॑ग्मत +सम॑ज्यते +सम॑ञ्जाते॒ +सम॑ञ्जे +सम॑नं॒ +सम॑नक्तु +सम॑नम् +सम॑नम॒द्यथा॒ +सम॑नसः +सम॑नसा +सम॑नसा॒ +सम॑नसो +सम॑नसोऽन्त॒रा +सम॑नसो॒ +सम॑नसौ॒ +सम॑ना +सम॑नाव॒गत्य॑ +सम॑ने +सम॑नेव॒ +सम॑न्ताः +सम॑न्ते॒ +सम॑न्यवो॒ +सम॑प्सु॒जिन्म॒रुत्वाँ॑ +सम॑र्द्धयति +सम॑र्धयति +सम॑र्धयति॒ +सम॑र्धयन्ति +सम॑र्धय॒त्यथो॒ +सम॑वर्तत +सम॑वर्त॒ताग्रे॑ +सम॑ष्ट्यै +सम॑ष्ट्यै॒ +सम॑स्मा॒ +सम॑स्य +सम॑स्वरन् +सम॒ञ्जन् +सम॒त्रिणं॑ +सम॒ना +सम॒रे +सम॒र्य +सम॒र्ये +सम॒श्विनो॒रव॑सा॒ +सम॒स्मे +सम॒हं +सय +सयं +सयः +सयक्षोरगराक्षसम् +सयक्षोरगराक्षसाः +सयजुषं +सयज्ञो +सयति +सयतिपदनियमः +सयत्नं +सयत्यन्तं +सयत्वाय +सयन +सयन्त्रखनका +सयपि +सयम +सयमाः +सयम् +सयम्य +सयवं +सयवा +सयवां +सयवाः +सयवे +सयष्टिं +सयष्टिकम् +सयष्टी +सया +सयां +सयाजीराव +सयाति +सयात् +सयाने +सयावभिः +सयावरि +सयावरीर्वृष्णा +सयु +सयुक् +सयुक्त +सयुक्ति +सयुक्तिक +सयुक्तिकं +सयुगे +सयुग्भिः +सयुग्भूत्वा +सयुग्वभिः +सयुग्वा +सयुग्वानं +सयुग्वानमिव +सयुजं +सयुजः +सयुजा +सयुजो +सयुजौ +सयूथ +सयूथ्य +सयूथ्यः +सयूथ्यतापादनमित्यर्थः +सये +सयो +सयों +सयोः +सयोग +सयोगं +सयोगः +सयोगान्तलोप +सयोगान्तलोपे +सयोगान्तस्य +सयोगे +सयोगो +सयोजते +सयोज्य +सयोधाः +सयोनि +सयोनिं +सयोनिः +सयोनित्वाय +सयोनिम् +सयोनी +सयोन्य् +सयो॑निः +सयो॑नी +सयौ +सयौवनाः +सय्यद +सय्यद् +सर +सरं +सरः +सरःश्रियः +सरःश्रेष्ठे +सरःसु +सरए +सरक +सरकं +सरकः +सरकम् +सरकार +सरकारः +सरकारस्य +सरकारी +सरके +सरक्त +सरक्तं +सरक्तः +सरक्तञ्च +सरक्तपित्तं +सरक्तपित्ते +सरक्तमूत्रत्वं +सरक्ता +सरक्ताः +सरक्ताभिः +सरक्ते +सरक्तैरपि +सरखती +सरगम् +सरगुजा +सरगुजामण्डलम् +सरघा +सरघाः +सरघाभिः +सरजं +सरजः +सरजन्तम् +सरजसं +सरजसमिति +सरजसम् +सरजस्कं +सरज्जारो +सरट +सरटः +सरटस्य +सरटे +सरट् +सरण +सरणं +सरणः +सरणम् +सरणशीलं +सरणशीलाः +सरणस्य +सरणा +सरणात् +सरणाय +सरणि +सरणिं +सरणिः +सरणिरिव +सरणी +सरणे +सरणेन +सरणो +सरण्यन् +सरण्या +सरण्युः +सरण्युभिः +सरण्यू +सरण्यूः +सरत +सरतः +सरता +सरतां +सरति +सरतीति +सरतेः +सरतो +सरत् +सरत्नं +सरत्नकम् +सरत्यतीवातिसारं +सरत्वञ्च +सरत्वम् +सरथ +सरथं +सरथः +सरथमारुजन्तो +सरथम् +सरथसारथिम् +सरथा +सरथाः +सरथिना +सरथे +सरथो +सरद +सरदार +सरदारसरोवरजलबन्धः +सरदार् +सरन +सरन् +सरन्तः +सरन्ति +सरन्ती +सरन्त्यः +सरन्ध्रा +सरन्ध्रे +सरभः +सरभस +सरभसं +सरभसः +सरभसम् +सरम +सरमया +सरमा +सरमां +सरमाया +सरमायाः +सरमे +सरमे॒ +सरम् +सरम्भ +सरय +सरयं +सरयु +सरयुः +सरयू +सरयूं +सरयूः +सरयूजले +सरयूतटे +सरयूतीरं +सरयूतीरे +सरयूनदी +सरयूनद्याः +सरयूश्च +सरयूस्तथा +सरय्वा +सरय्वां +सरय्वाः +सरय्वाश्चोत्तरे +सरल +सरलं +सरलः +सरलजीवनं +सरलतया +सरलता +सरलद्रवः +सरलद्रुमाणाम् +सरलद्रुमे +सरलमेव +सरलम् +सरलया +सरलरीत्या +सरलवृक्षः +सरलवृक्षे +सरलसंस्कृतम् +सरलस्तथा +सरलस्य +सरला +सरलां +सरलाः +सरलादेवी +सरलादेव्याः +सरलान् +सरलान्वय +सरलाबेन +सरलायां +सरलायाः +सरलार्थस्तु +सरलाशयः +सरले +सरलेन +सरलैः +सरलो +सरलोऽपि +सरलौ +सरव +सरवा +सरवीन्दुकला +सरवे +सरशनेन +सरश्च +सरश्चापि +सरस +सरसं +सरसः +सरसकवयः +सरसङ्घचालकः +सरसङ्घचालकाः +सरसतया +सरसता +सरसतायै +सरसत्वं +सरसमभिलपन्ती +सरसमेव +सरसम् +सरसया +सरसश्च +सरससाहित्यचातुरीधुरीणविश्वेश्वरकविचन्द्रप्रणीतायां +सरसस्तटे +सरसस्तस्य +सरसस्तीरं +सरसस्तीरे +सरसा +सरसां +सरसाः +सरसाञ्जनम् +सरसानां +सरसानि +सरसामपि +सरसामस्मि +सरसाम् +सरसि +सरसिज +सरसिजं +सरसिजनिलये +सरसिजमनुविद्धं +सरसिजम् +सरसिजानि +सरसिजासनसन्निविष्टः +सरसिजे +सरसिजेन +सरसी +सरसीं +सरसीः +सरसीति +सरसीनां +सरसीमिव +सरसीम् +सरसीरुहं +सरसीरुहम् +सरसीरुहस्य +सरसीरुहाक्ष +सरसीरुहाम् +सरसीरुहे +सरसीव +सरसीषु +सरसु +सरसे +सरसेति +सरसेन +सरसैः +सरसैश् +सरसो +सरसों +सरसोल्लेखा +सरस् +सरस्तटे +सरस्तत्र +सरस्तथा +सरस्तदश्वत्थः +सरस्तीरं +सरस्तीरे +सरस्तु +सरस्य +सरस्यः +सरस्यपि +सरस्या +सरस्यां +सरस्याः +सरस्याञ्च +सरस्याय +सरस्येव +सरस्यो +सरस्व +सरस्वत +सरस्वतः +सरस्वति +सरस्वति॒ +सरस्वती +सरस्वतीं +सरस्वतीः +सरस्वतीकण्ठभरण +सरस्वतीकण्ठभरणं +सरस्वतीकण्ठाभरण +सरस्वतीकण्ठाभरणं +सरस्वतीकण्ठाभरणं‌ +सरस्वतीकण्ठाभरणम् +सरस्वतीकण्ठाभरणविद्यापीठम् +सरस्वतीकण्ठाभरणविद्यापीठस्य +सरस्वतीकण्ठाभरणस्य +सरस्वतीकण्ठाभरणे +सरस्वतीञ्चैव +सरस्वतीडा +सरस्वतीति +सरस्वतीतीरे +सरस्वतीतोये +सरस्वतीदृषद्वत्योर्देवनद्योर्यदन्तरम् +सरस्वतीदेवी +सरस्वतीदेव्याः +सरस्वतीनदी +सरस्वतीनदीतीरे +सरस्वतीनद्याः +सरस्वतीभवन +सरस्वतीमध्वरे +सरस्वतीमावाहयामि +सरस्वतीम् +सरस्वतीरहस्योपनिषत् +सरस्वतीळाभारत्यः +सरस्वतीव +सरस्वतीवान् +सरस्वतीविभ्रमजन्मभूमिः +सरस्वतीविरचितायां +सरस्वतीविलासः +सरस्वतीविलासे +सरस्वतीश +सरस्वते +सरस्वतेऽनुमन्यस्व +सरस्वतो +सरस्वत् +सरस्वत्य +सरस्वत्यः +सरस्वत्यथ +सरस्वत्यपि +सरस्वत्यब्धिसंगमे +सरस्वत्यभि +सरस्वत्या +सरस्वत्यां +सरस्वत्याः +सरस्वत्याम् +सरस्वत्याश्च +सरस्वत्यास्तटे +सरस्वत्यास्तु +सरस्वत्युत्तरे +सरस्वत्युवाच +सरस्वत्येव +सरस्वत्येहि +सरस्वत्यै +सरस्वत्यो +सरस्वत्योः +सरस्वत्य् +सरस्वन्तं +सरस्वन्तमवसे +सरस्वन्तम् +सरस्वपतिभ्य +सरस्वांश्च +सरस्वान् +सरस्सु +सरस्‍वतीलिपिः +सरह +सरहस्य +सरहस्यं +सरहस्यः +सरहस्यञ्च +सरहस्या +सरहस्याः +सरहस्यानां +सरहस्यानि +सरहस्यान् +सरहस्यो +सरहिन्द +सरा +सरां +सरांसि +सरांसीव +सरां॑सि +सराः +सराइकी +सराइकीभाषा +सराई +सराक्षसा +सराक्षसाः +सराक्षसाम् +सराग +सरागं +सरागः +सरागता +सरागम् +सरागया +सरागस्य +सरागा +सरागे +सरागेण +सरागैश्च +सरागो +सराघवः +सराघवम् +सराजकम् +सराजकाः +सराज्यं +सराणां +सराणि +सरातयः +सरात् +सरात्रिः +सराम +सरामं +सरामः +सरामस्य +सरामि +सरामे +सरामो +सराय +सरावणाम् +सराष्ट्रं +सराष्ट्रः +सराष्ट्रस्य +सराष्ट्रो +सरासि +सराहना +सराहौ +सरि +सरिग +सरिगम +सरिगमप +सरिगमपध +सरिगमपधनि +सरिगमपधनिस +सरिगमपधनिसा +सरिगरि +सरिगा +सरिच्छैलाः +सरिच्छ्रेष्ठा +सरिच्छ्रेष्ठां +सरिच्छ्रेष्ठे +सरिज्जले +सरित +सरितं +सरितः +सरितश्च +सरितश्चापि +सरितश्चैव +सरितस्तटे +सरितस्तथा +सरितस्तीर्थानि +सरिता +सरितां +सरितांपतिः +सरितामपि +सरितामिव +सरिताम् +सरिति +सरिते +सरितो +सरितोऽपि +सरितोऽप्यशुष्यन् +सरितौ +सरित् +सरित्तटम् +सरित्तटे +सरित्तीरे +सरित्तीरेषु +सरित्तोये +सरित्पतिं +सरित्पतिः +सरित्पतिम् +सरित्पतेः +सरित्प्रवरा +सरित्सा +सरित्सागरे +सरित्सु +सरित्स्नायी +सरिदन्तरे +सरिदादीनां +सरिदाश्यानपुलिना +सरिदियं +सरिदिव +सरिदुत्तमा +सरिदुत्तमाः +सरिद् +सरिद्भिः +सरिद्भिश्च +सरिद्रूपा +सरिद्वरा +सरिद्वरां +सरिद्वराः +सरिद्वराम् +सरिद्वरासु +सरिद्वरे +सरिन्मध्ये +सरिमपध +सरिरं +सरिरम् +सरिरस्य +सरिराय +सरिरिस +सरिरे +सरिष्यन्तं +सरिष्यन्तो +सरिस +सरिसं +सरिसा +सरिसो +सरि॒रस्य॒ +सरी +सरीखा +सरीर +सरीरं +सरीरा +सरीसृप +सरीसृपं +सरीसृपः +सरीसृपम् +सरीसृपा +सरीसृपाः +सरीसृपाणां +सरीसृपाणि +सरीसृपाद्यैश्च +सरीसृपान् +सरीसृपाश्च +सरीसृपे +सरीसृपेभ्यः +सरीसृपेभ्यो +सरीसृपेषु +सरीसृपो +सरी॑ +सरु +सरुक् +सरुग्दाहं +सरुज +सरुजं +सरुजः +सरुजञ्च +सरुजा +सरुजां +सरुजाभिः +सरुजे +सरुजेव +सरुजो +सरुजौ +सरुट् +सरुधिरं +सरुधिरे +सरुषं +सरुषः +सरुषा +सरुषि +सरू +सरूप +सरूपं +सरूपंकरणी +सरूपः +सरूपता +सरूपतां +सरूपताम् +सरूपत्वाय +सरूपमिदं +सरूपम् +सरूपवत्साया +सरूपवत्सायाः +सरूपा +सरूपाः +सरूपाणां +सरूपाणामेकशेष +सरूपाणाम् +सरूपाणि +सरूपाम् +सरूपाय +सरूपाश्च +सरूपे +सरूपेण +सरूपो +सरूपोऽरूप +सरूपोऽसौ +सरूपौ +सरू॑पा॒ +सरे +सरेण +सरेत् +सरैः +सरो +सरोगता +सरोगा +सरोगाणि +सरोगो +सरोज +सरोजं +सरोजनेत्र +सरोजभव +सरोजम् +सरोजराजौ +सरोजले +सरोजस्य +सरोजा +सरोजाक्षि +सरोजाक्षी +सरोजानां +सरोजानि +सरोजिनी +सरोजिनीं +सरोजिनीनां +सरोजिनीम् +सरोजिनीव +सरोजिन्यां +सरोजिन्याः +सरोजे +सरोज् +सरोद +सरोपम् +सरोभि +सरोभिः +सरोभ्यो +सरोमध्ये +सरोमाहात्म्ये +सरोम्भसां +सरोरुह +सरोरुहं +सरोरुहः +सरोरुहम् +सरोरुहस्य +सरोरुहा +सरोरुहां +सरोरुहाक्षि +सरोरुहाक्ष्याः +सरोरुहाणां +सरोरुहाणि +सरोरुहाम् +सरोरुहिण्याः +सरोरुहे +सरोरुहैः +सरोवर +सरोवरं +सरोवरः +सरोवरजलबन्धस्य +सरोवरजले +सरोवरतः +सरोवरभेदे +सरोवरम् +सरोवरस्य +सरोवराः +सरोवराणां +सरोवराणि +सरोवरात् +सरोवरे +सरोवरेषु +सरोवरैः +सरोष +सरोषं +सरोषः +सरोषपरुषं +सरोषमिदमब्रवीत् +सरोषमिव +सरोषम् +सरोषया +सरोषा +सरोषे +सरोषेण +सरोषैः +सरोषो +सरोष्णा +सरोऽपि +सरोऽस्ति +सरौ +सर् +सर्क +सर्ग +सर्गं +सर्गः +सर्गः॑ +सर्गकर्मणि +सर्गकाले +सर्गक्रमनिरूपणम् +सर्गक्रमो +सर्गता +सर्गनाम +सर्गपरम्पराः +सर्गप्रकरणे +सर्गप्रलयविक्रियाः +सर्गबन्धः +सर्गबन्धे +सर्गबन्धो +सर्गमारभते +सर्गमुत्तमम् +सर्गम् +सर्गयोः +सर्गलीलया +सर्गवत् +सर्गविधौ +सर्गशब्देन +सर्गश्च +सर्गसंख्या +सर्गसङ्ख्या +सर्गसूचि +सर्गस्तु +सर्गस्य +सर्गस्यादौ +सर्गा +सर्गाः +सर्गाः॑ +सर्गाणां +सर्गाणामादिरन्तश्च +सर्गाणाम् +सर्गात +सर्गात् +सर्गादावेव +सर्गादि +सर्गादिकाले +सर्गादिरिति +सर्गादिषु +सर्गादौ +सर्गाद्य +सर्गाद्यकाले +सर्गाद्या +सर्गान् +सर्गान्तरेष्वपि +सर्गान्तरेष्व् +सर्गान्तश्लोकेन +सर्गान्तश्लोकेनाप्येतदेव +सर्गान्तश्लोकेनैतत्समापयति +सर्गान्ते +सर्गाय +सर्गारम्भे +सर्गाश्च +सर्गास +सर्गासः +सर्गास्ते +सर्गा॑ +सर्गि +सर्गी +सर्गे +सर्गेण +सर्गेति +सर्गेषु +सर्गेऽपि +सर्गेऽस्मिन्वृत्तमुपजातिः +सर्गैः +सर्गो +सर्गोपादेयकथया +सर्गोऽयं +सर्गो॒ +सर्गौ +सर्च +सर्ज +सर्जः +सर्जकं +सर्जकः +सर्जति +सर्जन +सर्जनं +सर्जनम् +सर्जनस्य +सर्जनाय +सर्जने +सर्जरसं +सर्जरसः +सर्जरसश्चैव +सर्जरसे +सर्जरसो +सर्जस्य +सर्जि +सर्जिका +सर्जिकाक्षारः +सर्जिकाक्षारे +सर्जिक्षारं +सर्जो +सर्ज्ज +सर्ज्जः +सर्ज्जरसं +सर्ज्जरसः +सर्ज्जिका +सर्ज्जिकाक्षारः +सर्णीकाय +सर्तवे +सर्तवै +सर्ता +सर्ति +सर्तिशास्त्यर्तिभ्यश्च +सर्तेः +सर्त्तवे +सर्त्तेः +सर्त॑वे +सर्त॒वा +सर्थ +सर्थः +सर्दार +सर्दार् +सर्दी +सर्ने +सर्प +सर्पं +सर्पः +सर्पःऽ +सर्पकङ्काली +सर्पकी +सर्पकुण्डं +सर्पगन्धः +सर्पगन्धा +सर्पजातयः +सर्पण +सर्पणं +सर्पणम् +सर्पणशीला +सर्पणशीलाः +सर्पणस्वभावाः +सर्पणात् +सर्पणे +सर्पत +सर्पतः +सर्पतया +सर्पता +सर्पतां +सर्पतात +सर्पतातः +सर्पतातो +सर्पति +सर्पतीति +सर्पतु +सर्पते +सर्पतेति +सर्पतेत्याह +सर्पतो +सर्पत् +सर्पत्य् +सर्पत्वं +सर्पत्वम् +सर्पत्वेन +सर्पत्सु +सर्पदंशेन +सर्पदंष्ट्रिका +सर्पदष्टं +सर्पदष्टः +सर्पदष्टस्य +सर्पदष्टा +सर्पदष्टे +सर्पदष्टो +सर्पदेवजनविद्यां +सर्पदेवजनेभ्यः +सर्पदेवजनेभ्यस्स्वाहा +सर्पधारादि +सर्पन् +सर्पन्तं +सर्पन्ति +सर्पन्ती +सर्पन्तु +सर्पबलिः +सर्पभयं +सर्पभये +सर्पभेदे +सर्पभ्रमो +सर्पमाता +सर्पमुखे +सर्पम् +सर्पराज +सर्पराजं +सर्पराजः +सर्पराजस्य +सर्पराजे +सर्पराजेन +सर्पराजो +सर्पराज्ञिया +सर्पराज्ञी +सर्पराज्ञ्या +सर्पराट् +सर्परूपं +सर्परूपेण +सर्पवत् +सर्पविशेषः +सर्पविषं +सर्पविषोपमाः +सर्पवेदं +सर्पव्याघ्रादिभिश्च +सर्पशापात् +सर्पशिराः +सर्पश्च +सर्पसत्रं +सर्पसत्रे +सर्पसाम +सर्पसे +सर्पस् +सर्पस्तस्य +सर्पस्य +सर्पस्येव +सर्पा +सर्पांश्च +सर्पाः +सर्पाकारं +सर्पाकारः +सर्पाकारा +सर्पाक्षी +सर्पाक्षीं +सर्पाङ्गाभिहतं +सर्पाङ्गी +सर्पाणां +सर्पाणामधिपत +सर्पाणामधिपतये +सर्पाणामधिपते +सर्पाणाममितौजसाम् +सर्पाणामस्मि +सर्पाणाम् +सर्पात् +सर्पादयः +सर्पादयो +सर्पादि +सर्पादीनां +सर्पादीनामशक्नुवन् 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+सर्पिष्मन्तमश्नीयातामीश्वरौ +सर्पिष्मन्तमश्नीयाताम् +सर्पिस् +सर्पिस्तथा +सर्पिस्तु +सर्पिस्तैलं +सर्पी +सर्पींषि +सर्पे +सर्पेण +सर्पेति +सर्पेभ्य +सर्पेभ्यः +सर्पेभ्यो +सर्पेषु +सर्पै +सर्पैः +सर्पैश्च +सर्पो +सर्पोदरा +सर्पोऽपि +सर्पौ +सर्ब +सर्बं +सर्बत्र +सर्बदा +सर्बिया +सर्बे +सर्बेषां +सर्ब्बत्र +सर्ब्बे +सर्ब्बेषां +सर्भ +सर्म +सर्माय +सर्य +सर्या +सर्यो +सर्लाहीमण्डलम् +सर्व +सर्वँ +सर्वं +सर्वंकषाख्ये +सर्वंदद +सर्वंसहः +सर्वंसहा +सर्वं॑ +सर्वं॒ +सर्वः +सर्वः॑ +सर्वइत् +सर्वएव +सर्वक +सर्वकं +सर्वकः +सर्वकम् +सर्वकरणसमर्थ +सर्वकरणानां +सर्वकरणानि +सर्वकर्तरि +सर्वकर्ता +सर्वकर्तारं +सर्वकर्तृतायामपि +सर्वकर्तृत्त्वात् +सर्वकर्तृत्वं +सर्वकर्त्तृत्वं +सर्वकर्त्रे +सर्वकर्म +सर्वकर्मकरं +सर्वकर्मकरी +सर्वकर्मकृत् +सर्वकर्मणः +सर्वकर्मणां +सर्वकर्मणामिति +सर्वकर्मणाम् +सर्वकर्मणि +सर्वकर्मत्यागः +सर्वकर्मत्यागे +सर्वकर्मदाहः +सर्वकर्मफलं +सर्वकर्मफलत्यागं +सर्वकर्मफलत्यागः +सर्वकर्मफलप्रदः +सर्वकर्मफलप्रदम् +सर्वकर्मफलादीनां +सर्वकर्मफलाध्यक्षं +सर्वकर्मफलानां +सर्वकर्मबहिष्कृतः +सर्वकर्मभिः +सर्वकर्मभ्यो +सर्वकर्मसंन्यास +सर्वकर्मसंन्यासं +सर्वकर्मसंन्यासः +सर्वकर्मसंन्यासस्य +सर्वकर्मसंन्यासी +सर्वकर्मसंन्यासे +सर्वकर्मसंन्यासेन +सर्वकर्मसंन्यासेनैव +सर्वकर्मसंन्यासो +सर्वकर्मसु +सर्वकर्मा +सर्वकर्माणि +सर्वकर्माणीति +सर्वकर्माण्यपि +सर्वकर्मार्थं +सर्वकर्मार्पणम् +सर्वकर्मीणः +सर्वकर्मेति +सर्वकर्म्मसु +सर्वकर्म्माणि +सर्वकल्पेषु +सर्वकल्मषनाशनः +सर्वकल्मषनाशनम् +सर्वकल्मषनाशिनीम् +सर्वकल्याणं +सर्वकल्याणकारणम् +सर्वका +सर्वकाम +सर्वकामः +सर्वकामगुणैर्युतम् +सर्वकामदं +सर्वकामदः +सर्वकामदम् +सर्वकामदा +सर्वकामदाः +सर्वकामदाम् +सर्वकामदुघा +सर्वकामदुघां +सर्वकामदुधा +सर्वकामदे +सर्वकामदैः +सर्वकामधुक् +सर्वकामनापरित्यागेन +सर्वकामपरित्यागे +सर्वकामप्रद +सर्वकामप्रदं +सर्वकामप्रदः +सर्वकामप्रदा +सर्वकामप्रदां +सर्वकामप्रदानि +सर्वकामप्रदायकः +सर्वकामप्रदायकम् +सर्वकामप्रदायिनी +सर्वकामप्रदायिनीम् +सर्वकामप्रदे +सर्वकामप्रदो +सर्वकामप्रपूरकः +सर्वकामप्रपूरकम् +सर्वकामफलं +सर्वकामफलप्रद +सर्वकामफलप्रदं +सर्वकामफलप्रदः +सर्वकामफलप्रदम् +सर्वकामफलप्रदा +सर्वकामफलप्रदाः +सर्वकामफलप्रदाम् +सर्वकामफला +सर्वकामफलैः +सर्वकामफलैर्वृक्षैः +सर्वकाममवाप्नुयात् +सर्वकाममवाप्नोति +सर्वकामवरप्रदम् +सर्वकामसमन्वितः +सर्वकामसमन्वितम् +सर्वकामसमन्विताः +सर्वकामसमायुक्तः +सर्वकामसमृद्धं +सर्वकामसमृद्धये +सर्वकामसमृद्धस्तु +सर्वकामसमृद्धस्य +सर्वकामसमृद्धा +सर्वकामसमृद्धात्मा +सर्वकामसमृद्धिदम् +सर्वकामसमृद्धिमत् +सर्वकामसमृद्धिमान् +सर्वकामसमृद्धेन +सर्वकामसमृद्धेषु +सर्वकामसमृद्ध्यर्थं +सर्वकामस्य +सर्वकामा +सर्वकामांश्च +सर्वकामाः +सर्वकामानवाप्नुयात् +सर्वकामानवाप्नोति +सर्वकामानां +सर्वकामानाप्नोति +सर्वकामान् +सर्वकामाप्तये +सर्वकामाप्तिः +सर्वकामाय +सर्वकामार्थ +सर्वकामार्थसिद्धये +सर्वकामार्थसिद्धिदम् +सर्वकामाश्च +सर्वकामिकम् +सर्वकामिकैः +सर्वकामी +सर्वकामेति +सर्वकामेभ्यः +सर्वकामेभ्यो +सर्वकामेषु +सर्वकामैः +सर्वकामैश्च +सर्वकामैस्तु +सर्वकामैस्त्वं +सर्वकामो +सर्वकायप्रतिसंवेदी +सर्वकायान् +सर्वकायेन +सर्वकार +सर्वकारं +सर्वकारः +सर्वकारकः +सर्वकारकाणां +सर्वकारकात्मसाक्षात्कारेणावस्थाने +सर्वकारण +सर्वकारणं +सर्वकारणकारणं +सर्वकारणकारणः +सर्वकारणकारणम् +सर्वकारणकारणे +सर्वकारणत्वं +सर्वकारणत्वेन +सर्वकारणम् +सर्वकारणे +सर्वकारद्वारा +सर्वकारप्रचालितानि +सर्वकारम् +सर्वकारसङ्केतस्थलम् +सर्वकारस्य +सर्वकाराः +सर्वकारात् +सर्वकाराय +सर्वकारी +सर्वकारीय +सर्वकारीयः +सर्वकारीयानि +सर्वकारे +सर्वकारेण +सर्वकारेणापि +सर्वकार्य +सर्वकार्यं +सर्वकार्यकरं +सर्वकार्यकरणचेष्टासु +सर्वकार्यकरी +सर्वकार्यकृत् +सर्वकार्यस्य +सर्वकार्याणां +सर्वकार्याणि +सर्वकार्यार्थसाधकः +सर्वकार्यार्थसिद्धये +सर्वकार्ये +सर्वकार्येषु +सर्वकार्योत्पत्तिविनाशाविति +सर्वकार्य्याणि +सर्वकार्य्येषु +सर्वकाल +सर्वकालं +सर्वकालमिति +सर्वकालमेव +सर्वकालम् +सर्वकालसुखावहम् +सर्वकालस्य +सर्वकालिकमनावृतं +सर्वकाले +सर्वकालेषु +सर्वकालेऽपि +सर्वकिल्बिषनाशनम् +सर्वकिल्बिषम् +सर्वकिल्बिषात् +सर्वकिल्बिषैः +सर्वकिल्विषैः +सर्वकुण्डानां +सर्वकुण्डेषु +सर्वकूलाभ्रकरीषेषु +सर्वकृत् +सर्वकृत्यानां +सर्वकृत्यानि +सर्वकृत्येषु +सर्वकृष्णः +सर्वके +सर्वकेशी +सर्वक्रतुफलं +सर्वक्रतुफलप्रदम् +सर्वक्रतुषु +सर्वक्रतूनां +सर्वक्रियाणां +सर्वक्रियासु +सर्वक्लेशप्रहाणादर्हत्त्वं +सर्वक्लेशप्रहाणादर्हत्वं +सर्वक्लेशान् +सर्वक्षत्रस्य +सर्वक्षितिभृतां +सर्वक्षेत्राणि +सर्वक्षेत्रेषु +सर्वख +सर्वखं +सर्वग +सर्वगं +सर्वगः +सर्वगण +सर्वगणं +सर्वगणम् +सर्वगणस्य +सर्वगणाः +सर्वगत +सर्वगतं +सर्वगतः +सर्वगतत्वं +सर्वगतत्वमप्यात्मनः +सर्वगतत्वमायामशब्दादिभ्यः +सर्वगतत्वमिति +सर्वगतत्वम् +सर्वगतत्वाच्च +सर्वगतत्वात् +सर्वगतत्वाद् +सर्वगतत्वे +सर्वगतत्वेन +सर्वगतत्वेऽपि +सर्वगतमपि +सर्वगतमिति +सर्वगतमेव +सर्वगतम् +सर्वगतश्च +सर्वगतश्चैव +सर्वगतस्त्वमुच्यसे +सर्वगतस्य +सर्वगतस्यापि +सर्वगता +सर्वगतां +सर्वगताः +सर्वगतानां +सर्वगताय +सर्वगते +सर्वगतेन +सर्वगतो +सर्वगतोऽपि +सर्वगतोऽप्यात्मा +सर्वगतोऽव्ययः +सर्वगत्वं +सर्वगत्वात् +सर्वगत्वादनन्तस्य +सर्वगत्वेन +सर्वगन्ध +सर्वगन्धं +सर्वगन्धः +सर्वगन्धा +सर्वगन्धानां +सर्वगन्धैः +सर्वगन्धैश्च +सर्वगम् +सर्वगवीषु +सर्वगश्च +सर्वगश्चैव +सर्वगस्त्वं +सर्वगस्य +सर्वगा +सर्वगां +सर्वगाः +सर्वगात्राणां +सर्वगात्राणि +सर्वगात्रे +सर्वगात्रेषु +सर्वगापि +सर्वगामिनी +सर्वगामी +सर्वगाय +सर्वगीतार्थमुपसंहरन्नाह +सर्वगुः +सर्वगुणं +सर्वगुणसंपन्नं +सर्वगुणा +सर्वगुणानां +सर्वगुणान् +सर्वगुणान्वितः +सर्वगुणान्वितम् +सर्वगुणान्विता +सर्वगुणान्विताम् +सर्वगुणैः +सर्वगुणैर्युक्तं +सर्वगुणोपपन्नं +सर्वगुणोपपन्नम् +सर्वगुणोपेतं +सर्वगुणोपेतः +सर्वगुणोपेता +सर्वगुणोपेतां +सर्वगुणोपेताः +सर्वगुणोपेते +सर्वगुणोपेतो +सर्वगुरावाद्याल्लघुं +सर्वगुरु +सर्वगुरुः +सर्वगुर्मो +सर्वगुल्मेषु +सर्वगुहाशयः +सर्वगुहाशये +सर्वगुह्यतमं +सर्वगुह्यतममिति +सर्वगुह्यानां +सर्वगे +सर्वगेहेषु +सर्वगो +सर्वगोचरः +सर्वगोचरम् +सर्वगोऽपि +सर्वगोऽव्ययः +सर्वग्रन्थीनां +सर्वग्रह +सर्वग्रहः +सर्वग्रहणं +सर्वग्रहणे +सर्वग्रहणेन +सर्वग्रहनिवारणम् +सर्वग्रहाणां +सर्वग्रहेषु +सर्वग्रासे +सर्वङ्कषा +सर्वच +सर्वचरणानां +सर्वचर्मणः +सर्वचर्मीणः +सर्वचिन्तां +सर्वचिन्ताविवर्जितः +सर्वचेतसा +सर्वच्छन्दसां +सर्वज +सर्वजं +सर्वजंतवः +सर्वजंतुषु +सर्वजंतूनां +सर्वजः +सर्वजगत +सर्वजगतः +सर्वजगतां +सर्वजगतो +सर्वजगत् +सर्वजगत्पतिः +सर्वजन +सर्वजनं +सर्वजनता +सर्वजनप्रसिद्धम् +सर्वजनप्रियः +सर्वजनस्य +सर्वजनहिताय +सर्वजनानां +सर्वजनान् +सर्वजनीन +सर्वजनीनः +सर्वजनीनम् +सर्वजनीना +सर्वजनेभ्यो +सर्वजनेषु +सर्वजनैः +सर्वजन्तवः +सर्वजन्तुभिः +सर्वजन्तुविवर्जिते +सर्वजन्तुषु +सर्वजन्तूनां +सर्वजन्तूनाम् +सर्वजन्मसु +सर्वजम्बूद्वीपे +सर्वजवेन +सर्वजस्य +सर्वजा +सर्वजां +सर्वजाः +सर्वजातयः +सर्वजातिषु +सर्वजातीनां +सर्वजातीयशरीरपरिग्रहेऽपि +सर्वजितः +सर्वजित् +सर्वजिष्णवे +सर्वजीवाः +सर्वजीवानां +सर्वजीविनाम् +सर्वजीवेषु +सर्वजे +सर्वजो +सर्वज्ञ +सर्वज्ञं +सर्वज्ञः +सर्वज्ञज्ञानं +सर्वज्ञतया +सर्वज्ञता +सर्वज्ञतां +सर्वज्ञताकारधारणीमुखप्रवेशं +सर्वज्ञतादयः +सर्वज्ञताया +सर्वज्ञत्व +सर्वज्ञत्वं +सर्वज्ञत्वकारुणिकत्वप्रियसखत्वादियुक्तस्त्वं +सर्वज्ञत्वनिरूपणम् +सर्वज्ञत्वमिति +सर्वज्ञत्वम् +सर्वज्ञत्वस्य +सर्वज्ञत्वात् +सर्वज्ञत्वात्त्वं +सर्वज्ञत्वादयो +सर्वज्ञत्वादि +सर्वज्ञत्वादिकं +सर्वज्ञत्वादिभिर्गुणैः +सर्वज्ञत्वे +सर्वज्ञत्वेन +सर्वज्ञनगरविधानसभाक्षेत्रम् +सर्वज्ञपीठम् +सर्वज्ञबलशालिनः +सर्वज्ञबीजम् +सर्वज्ञबीजस्य +सर्वज्ञमपराजितम् +सर्वज्ञमिति +सर्वज्ञम् +सर्वज्ञश्च +सर्वज्ञस्त्वं +सर्वज्ञस्य +सर्वज्ञस्यापि +सर्वज्ञस्येश्वरस्य +सर्वज्ञा +सर्वज्ञाः +सर्वज्ञाज्ञापय +सर्वज्ञाता +सर्वज्ञातृत्वं +सर्वज्ञात्सर्वशक्तेः +सर्वज्ञान +सर्वज्ञानं +सर्वज्ञानमयं +सर्वज्ञानमयी +सर्वज्ञानमयो +सर्वज्ञानविमूढांस्तान्विद्धि +सर्वज्ञानविमूढान् +सर्वज्ञानस्य +सर्वज्ञानां +सर्वज्ञानानां +सर्वज्ञानानि +सर्वज्ञानेषु +सर्वज्ञानोत्तरे +सर्वज्ञाबीजम् +सर्वज्ञाय +सर्वज्ञे +सर्वज्ञेति +सर्वज्ञेन +सर्वज्ञेनापि +सर्वज्ञेनेश्वरेण +सर्वज्ञैः +सर्वज्ञो +सर्वज्ञोपि +सर्वज्ञोसि +सर्वज्ञोऽपि +सर्वज्ञोऽसि +सर्वज्ञोऽस्ति +सर्वज्ञोऽहं +सर्वज्ञौ +सर्वज्यानि +सर्वज्यानिं +सर्वज्यैक्यं +सर्वज्योतींषि +सर्वज्वरविनाशनः +सर्वज्वरहरं +सर्वज्वरहरः +सर्वज्वरान् +सर्वज्वरान्हन्ति +सर्वज्वरापहः +सर्वज्वरे +सर्वज्वरेषु +सर्वञ्च +सर्वणि +सर्वत +सर्वतंत्रेषु +सर्वतः +सर्वतःपाणिपादं +सर्वतःपाणिपादादिकार्यकर्तृत्वं +सर्वतःश्रुतिमत् +सर्वतःश्रुतिमल्लोके +सर्वतःसंप्लुतोदकस्थानीये +सर्वतःसंप्लुतोदके +सर्वतत्त्ववित् +सर्वतत्त्वानां +सर्वतत्त्वानि +सर्वतत्त्वेषु +सर्वतथागतानां +सर्वतनू +सर्वतनूः +सर्वतनौ +सर्वतन्त्र +सर्वतन्त्रः +सर्वतन्त्रसिद्धान्तः +सर्वतन्त्रस्वतन्त्रस्य +सर्वतन्त्रेषु +सर्वतन्मात्राणि +सर्वतश् +सर्वतश्च +सर्वतश्चरन् +सर्वतश्चापि +सर्वतश्चैव +सर्वतस् +सर्वतस्तं +सर्वतस्ततः +सर्वतस्तत्र +सर्वतस्तथा +सर्वतस्तस्य +सर्वतस्तु +सर्वतस्ते +सर्वतस्त्यक्त्वा +सर्वतस्समवदायोत्तरेण +सर्वता +सर्वतातये +सर्वताता +सर्वतातिं +सर्वतातिमदितिं +सर्वतातिम् +सर्वतातौ +सर्वतापः +सर्वतापनः +सर्वतापात् +सर्वतायिनामभिनन्दन्तु +सर्वति +सर्वती +सर्वतीर्थ +सर्वतीर्थं +सर्वतीर्थनिषेवितम् +सर्वतीर्थफलं +सर्वतीर्थफलप्रदम् +सर्वतीर्थमयं +सर्वतीर्थमयी +सर्वतीर्थमये +सर्वतीर्थमयो +सर्वतीर्थवरं +सर्वतीर्थाधिकं +सर्वतीर्थानां +सर्वतीर्थानि +सर्वतीर्थाभिषेकं +सर्वतीर्थावगाहनम् +सर्वतीर्थावगाहस्य +सर्वतीर्थे +सर्वतीर्थेभ्यः +सर्वतीर्थेषु +सर्वतीर्थेष्वनुत्तमम् +सर्वतीर्थेष्वयं +सर्वतीर्थैः +सर्वतीर्थोत्तमं +सर्वतीर्थोत्तमोत्तमम् +सर्वतीर्थोदकैः +सर्वतुल्यं +सर्वतुल्या +सर्वते +सर्वतेजसम् +सर्वतेजसां +सर्वतेजसाम् +सर्वतेजांसि +सर्वतेजोमयं +सर्वतेजोमयो +सर्वतो +सर्वतोक्षिशिरोमुखः +सर्वतोक्षिशिरोमुखम् +सर्वतोगामि +सर्वतोदिशः +सर्वतोदिशम् +सर्वतोदिशि +सर्वतोदीप्तिमन्तं +सर्वतोभद्र +सर्वतोभद्रं +सर्वतोभद्रः +सर्वतोभद्रकं +सर्वतोभद्रके +सर्वतोभद्रमंडले +सर्वतोभद्रमण्डलम् +सर्वतोभद्रमण्डले +सर्वतोभद्रम् +सर्वतोभद्रयन्त्रे +सर्वतोभद्रा +सर्वतोभद्रे +सर्वतोभद्रो +सर्वतोभयात् +सर्वतोभावे +सर्वतोभावेन +सर्वतोमुख +सर्वतोमुखं +सर्वतोमुखः +सर्वतोमुखम् +सर्वतोमुखाः +सर्वतोमुखी +सर्वतोमुखीम् +सर्वतोमुखेन +सर्वतोमुखो +सर्वतोऽक्तिन्नर्थादित्येके +सर्वतोऽक्षिशिरोमुखं +सर्वतोऽक्षिशिरोमुखः +सर्वतोऽक्षिशिरोमुखम् +सर्वतोऽक्षीणि +सर्वतोऽधिकः +सर्वतोऽधिकम् +सर्वतोऽधिका +सर्वतोऽनन्तरूपम् +सर्वतोऽनवच्छिन्नतया +सर्वतोऽपि +सर्वतोऽभवत् +सर्वतोऽभवन् +सर्वतोऽवतु +सर्वतोऽवलोक्य +सर्वतोऽस्य +सर्वत् +सर्वत्यागं +सर्वत्यागः +सर्वत्यागश्च +सर्वत्यागी +सर्वत्यागे +सर्वत्यागेन +सर्वत्यागो +सर्वत्र +सर्वत्रं +सर्वत्रः +सर्वत्रग +सर्वत्रगं +सर्वत्रगः +सर्वत्रगमचिन्त्यं +सर्वत्रगमिति +सर्वत्रगम् +सर्वत्रगा +सर्वत्रगाः +सर्वत्रगामिनी +सर्वत्रगो +सर्वत्रा +सर्वत्राग्निकलिभ्यां +सर्वत्राण् +सर्वत्राण्च +सर्वत्रातिविस्तृतत्वं +सर्वत्रात्र +सर्वत्रानभिस्नेहः +सर्वत्रानभिस्नेहस्तत्तत्प्राप्य +सर्वत्रानात्मत्वदृष्ट्या +सर्वत्रानुगतं +सर्वत्रानुगमात् +सर्वत्रानुवर्तते +सर्वत्रानुषङ्गः +सर्वत्रानुषजति +सर्वत्रानुषज्यते +सर्वत्रानुसन्धेयम् +सर्वत्रान्यत्र +सर्वत्रान्वयः +सर्वत्रान्वेति +सर्वत्रापि +सर्वत्राबादिषु +सर्वत्राभावात् +सर्वत्राभ्यागतो +सर्वत्रायं +सर्वत्रावस्थितो +सर्वत्राविशेषात् +सर्वत्रासौ +सर्वत्रास्ति +सर्वत्रास्तीति +सर्वत्रास्मिन् +सर्वत्राहं +सर्वत्राऽपि +सर्वत्रे +सर्वत्रेति +सर्वत्रेत्यर्थः +सर्वत्रेत्यादि +सर्वत्रै +सर्वत्रैक +सर्वत्रैव +सर्वत्रैवं +सर्वत्रैवम् +सर्वत्रैवात्र +सर्वत्रैवास्ति +सर्वत्रैवेति +सर्वत्रैवैष +सर्वत्रैषा +सर्वत्रोत्तमां +सर्वत्र्यध्वगतं +सर्वत्वं +सर्वत्वम् +सर्वत्वाय +सर्वत्वायैव +सर्वथ +सर्वथा +सर्वथात्र +सर्वथानुपपत्तेश्च +सर्वथापि +सर्वथायं +सर्वथाविषयमक्रमं +सर्वथाविषयम् +सर्वथाहं +सर्वथाऽत्र +सर्वथाऽपि +सर्वथेति +सर्वथेत्यादि +सर्वथैव +सर्वथैवात्मारामो +सर्वथैवायमजेय +सर्वथैवाविदितव्यभिचाराः +सर्वथ्र +सर्वद +सर्वदं +सर्वदः +सर्वदमन +सर्वदमनः +सर्वदम् +सर्वदर्विहोमाणामेष +सर्वदर्शनं +सर्वदर्शनः +सर्वदर्शनम् +सर्वदर्शनसंग्रहः +सर्वदर्शनसंग्रहे +सर्वदर्शनसङ्ग्रहः +सर्वदर्शिनः +सर्वदर्शिना +सर्वदर्शिनी +सर्वदर्शिने +सर्वदर्शिभिः +सर्वदर्शी +सर्वदा +सर्वदाः +सर्वदाता +सर्वदादरात् +सर्वदानं +सर्वदानफलं +सर्वदानम् +सर्वदानाधिकं +सर्वदानानां +सर्वदानानि +सर्वदानेन +सर्वदानेषु +सर्वदानोत्तमोत्तमम् +सर्वदापि +सर्वदावतु +सर्वदास्तीति +सर्वदास्माकं +सर्वदाहं +सर्वदाहे +सर्वदाऽपि +सर्वदाऽवतु +सर्वदाऽस्ति +सर्वदाऽस्तु +सर्वदिक् +सर्वदिक्कं +सर्वदिक्षु +सर्वदिक्ष्वपि +सर्वदिग्भ्यः +सर्वदिवौकसाम् +सर्वदिशां +सर्वदु +सर्वदुः +सर्वदुःख +सर्वदुःखं +सर्वदुःखक्षयकारणं +सर्वदुःखघ्नमुत्तमम् +सर्वदुःखनिवारणम् +सर्वदुःखप्रदं +सर्वदुःखप्रशमनं +सर्वदुःखप्रशान्तिकृत् +सर्वदुःखविनाशनम् +सर्वदुःखविमोचनी +सर्वदुःखविवर्जितः +सर्वदुःखविवर्जिताः +सर्वदुःखस्य +सर्वदुःखहरं +सर्वदुःखातिगो +सर्वदुःखानां +सर्वदुःखानाम् +सर्वदुःखानि +सर्वदुःखेभ्यः +सर्वदुःखेभ्यो +सर्वदुःखोपशमनं +सर्वदुर्गाणि +सर्वदुष्टनिवारणम् +सर्वदुष्टानां +सर्वदुष्टान् +सर्वदुष्टोपशमनं +सर्वदृक् +सर्वदृष्ट्या +सर्वदे 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+सर्वदेहिभिः +सर्वदेहिषु +सर्वदेहे +सर्वदेहेषु +सर्वदैत्यजनेश्वरः +सर्वदैत्यानां +सर्वदैव +सर्वदैवतैः +सर्वदैवत्यं +सर्वदैवेत्याह +सर्वदो +सर्वदोमाधवः +सर्वदोर्युतिदलं +सर्वदोष +सर्वदोषकृतं +सर्वदोषकृत् +सर्वदोषघ्नं +सर्वदोषघ्नो +सर्वदोषजाः +सर्वदोषप्रकोपजा +सर्वदोषप्रकोपजे +सर्वदोषप्रकोपणम् +सर्वदोषप्रशमनं +सर्वदोषविनाशनम् +सर्वदोषविनिर्मुक्तः +सर्वदोषविवर्जितः +सर्वदोषविवर्जितम् +सर्वदोषविवर्जिते +सर्वदोषहरं +सर्वदोषहा +सर्वदोषा +सर्वदोषाणां +सर्वदोषान् +सर्वदोषापनुत्तये +सर्वदोषापहं +सर्वदोषैः +सर्वदोषोपशमनं +सर्वद्र +सर्वद्रव्यं +सर्वद्रव्याणां +सर्वद्रव्याणि +सर्वद्रव्येषु +सर्वद्रष्टा +सर्वद्रष्टारं +सर्वद्वन्द्वविवर्जितः +सर्वद्वाराणि +सर्वद्वाराणीति +सर्वद्वाराणीत्यादि +सर्वद्वारेषु +सर्वद्वारेष्विति +सर्वधनं +सर्वधनः +सर्वधनम् +सर्वधना +सर्वधनाः +सर्वधनापहारे +सर्वधनी +सर्वधनुष्मताम् +सर्वधन्विनाम् +सर्वधर्म +सर्वधर्मः +सर्वधर्मज्ञ +सर्वधर्मज्ञं +सर्वधर्मज्ञः +सर्वधर्मज्ञा +सर्वधर्मज्ञो +सर्वधर्मता +सर्वधर्मपरायणः +सर्वधर्मपरायणाः +सर्वधर्मबहिष्कृतः +सर्वधर्मबहिष्कृताः +सर्वधर्मभृतां +सर्वधर्मवित् +सर्वधर्मविदां +सर्वधर्मविवर्जितः +सर्वधर्मविवर्जिते +सर्वधर्मशून्यता +सर्वधर्मस्य +सर्वधर्मस्वरूपिणे +सर्वधर्मा +सर्वधर्मांश्च +सर्वधर्माः +सर्वधर्माणां +सर्वधर्माणाम् +सर्वधर्मात्मकेषु +सर्वधर्माधिपः +सर्वधर्मानिति +सर्वधर्मानुपातिनो +सर्वधर्मान् +सर्वधर्मान्परित्यज्य +सर्वधर्मान्परित्यज्येति +सर्वधर्माश्रयः +सर्वधर्मेभ्यः +सर्वधर्मेभ्यो +सर्वधर्मेषु +सर्वधर्मोपपत्तेश्च +सर्वधा +सर्वधातमं +सर्वधातवः +सर्वधातु +सर्वधातुके +सर्वधातुभ्य +सर्वधातुभ्यः +सर्वधातुभ्यो +सर्वधातुभ्योऽसुन् +सर्वधातुषु +सर्वधातूनां +सर्वधातून् +सर्वधान्यानि +सर्वधामसु +सर्वधामानि +सर्वधाम्नां +सर्वधारी +सर्वधियां +सर्वधुरात् +सर्वधुरीणः +सर्वन +सर्वनयनः +सर्वना +सर्वनागानां +सर्वनाडीषु +सर्वनान्न +सर्वनाम +सर्वनामकार्यम् +सर्वनामतया +सर्वनामता +सर्वनामत्व +सर्वनामत्वं +सर्वनामत्वमार्षम् +सर्वनामत्वात् +सर्वनामत्वाभावात् +सर्वनामत्वे +सर्वनामत्वेन +सर्वनामन् +सर्वनामपदेन +सर्वनामसंज्ञा +सर्वनामसंज्ञानि +सर्वनामसज्ञा +सर्वनामसञ्ज्ञानि +सर्वनामसु +सर्वनामस्थान +सर्वनामस्थानं +सर्वनामस्थानत्वात् +सर्वनामस्थानम् +सर्वनामस्थानयो +सर्वनामस्थानस्य +सर्वनामस्थाने +सर्वनामस्थानेऽधातोः +सर्वनामा +सर्वनामानि +सर्वनामानीति +सर्वनाम्न +सर्वनाम्नः +सर्वनाम्नस्तृतीया +सर्वनाम्ना +सर्वनाम्नां +सर्वनाम्नो +सर्वनाम्रः +सर्वनाम्रो +सर्वनारीणां +सर्वनाश +सर्वनाशं +सर्वनाशः +सर्वनाशकत्वात् +सर्वनाशनम् +सर्वनाशाय +सर्वनाशे +सर्वनाशो +सर्वनियन्तरि +सर्वनियन्ता +सर्वनिरोधान्निर्बीजः +सर्वनिरोधान्निर्बीजसमाधिरिति +सर्वनीवरणविष्कम्भिन् +सर्वनीवरणविष्कम्भी +सर्वनेत्रं +सर्वनेत्रः +सर्वनेत्रामयापहः +सर्वन् +सर्वन्तु +सर्वप +सर्वपक्षिणाम् +सर्वपतिः +सर्वपते +सर्वपथीना +सर्वपदं +सर्वपदादेशा +सर्वपदानां +सर्वपदार्थानां +सर्वपदार्थान् +सर्वपदार्थेषु +सर्वपदेन +सर्वपदेषु +सर्वपरं +सर्वपरम् +सर्वपरित्यागी +सर्वपरित्यागेन +सर्वपरु +सर्वपरुः +सर्वपर्यायः +सर्वपर्वसु +सर्वपर्वाणि +सर्वपल्ली +सर्वपल्ले +सर्वपशुमादधे +सर्वपाञ्चालकः +सर्वपाण्डवान् +सर्वपातक +सर्वपातकनाशनम् +सर्वपातकनाशने +सर्वपातकनाशिनी +सर्वपातकनाशिनीम् +सर्वपातकयुक्तोऽपि +सर्वपातकात् +सर्वपातकैः +सर्वपाता +सर्वपात्राणां +सर्वपात्राणि +सर्वपादगतं +सर्वपादेषु +सर्वपाप +सर्वपापं +सर्वपापक्षयं +सर्वपापक्षयंकरम् +सर्वपापक्षयंकरी +सर्वपापक्षयकरं +सर्वपापक्षयकरी +सर्वपापक्षयस्तस्य +सर्वपापक्षयाय +सर्वपापक्षयावहम् +सर्वपापक्षये +सर्वपापक्षयो +सर्वपापघ्नं +सर्वपापघ्नः +सर्वपापनिबर्हणम् +सर्वपापनिर्मुक्तः +सर्वपापनिर्मुक्तो +सर्वपापनिषूदनम् +सर्वपापप्रणा +सर्वपापप्रणाशनः +सर्वपापप्रणाशनम् +सर्वपापप्रणाशनाः +सर्वपापप्रणाशनीम् +सर्वपापप्रणाशने +सर्वपापप्रणाशिनी +सर्वपापप्रणाशिनीम् +सर्वपापप्रमोचनम् +सर्वपापप्रमोचनीम् +सर्वपापप्रमोचने +सर्वपापप्रशमनं +सर्वपापप्रशमनाय +सर्वपापप्रशमनी +सर्वपापप्रसक्तोऽपि +सर्वपापभयापहम् +सर्वपापविनाशकम् +सर्वपापविनाशनम् +सर्वपापविनाशाय +सर्वपापविनाशार्थं +सर्वपापविनाशिनी +सर्वपापविनिर्मुक्तः +सर्वपापविनिर्मुक्ता +सर्वपापविनिर्मुक्ताः +सर्वपापविनिर्मुक्तास्ते +सर्वपापविनिर्मुक्तो +सर्वपापविमोचनम् +सर्वपापविवर्जितः +सर्वपापविवर्जिताः +सर्वपापविशुद्धये +सर्वपापविशुद्धात्मा +सर्वपापविशुद्ध्यर्थं +सर्वपापविशोधनम् +सर्वपापशमनाय +सर्वपापस्य +सर्वपापहरं +सर्वपापहरः +सर्वपापहरा +सर्वपापहरां 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+सर्वभाषाणां +सर्वभासकः +सर्वभुक् +सर्वभुजो +सर्वभुवनेभ्यः +सर्वभू +सर्वभूत +सर्वभूतं +सर्वभूतः +सर्वभूतक्षयाय +सर्वभूतगणे +सर्वभूतगतोऽभवत् +सर्वभूतगुणैर्युक्तं +सर्वभूतगुहाशयः +सर्वभूतदमनाय +सर्वभूतदया +सर्वभूतदयापरः +सर्वभूतधरे +सर्वभूतनमस्कृतः +सर्वभूतनमस्कृतम् +सर्वभूतपतिः +सर्वभूतपितामहः +सर्वभूतपिशाचानां +सर्वभूतप्रियंवदः +सर्वभूतभयंकरम् +सर्वभूतभयावहम् +सर्वभूतभयावहा +सर्वभूतभवोद्भवम् +सर्वभूतमनोहरः +सर्वभूतमनोहरम् +सर्वभूतमयं +सर्वभूतमयो +सर्वभूतमोहिनीं +सर्वभूतरुतं +सर्वभूतरुतज्ञानं +सर्वभूतरुतज्ञानम् +सर्वभूतशब्देन +सर्वभूतसुखावहः +सर्वभूतसुखावहम् +सर्वभूतस्थं +सर्वभूतस्थः +सर्वभूतस्थमात्मानं +सर्वभूतस्थमिति +सर्वभूतस्थम् +सर्वभूतस्थितं +सर्वभूतस्य +सर्वभूतस्वरूपेण +सर्वभूतहितं +सर्वभूतहितः +सर्वभूतहिताय +सर्वभूतहितार्थाय +सर्वभूतहिते +सर्वभूतहितैषिणः +सर्वभूतहितो +सर्वभूतहृदि +सर्वभूता +सर्वभूतात्मने +सर्वभूतात्मभावेन +सर्वभूतात्मभूतस्य +सर्वभूतात्मभूतात्मा +सर्वभूतात्मा +सर्वभूताधिवासं +सर्वभूताधिवासः +सर्वभूताधिवासश्च +सर्वभूताना +सर्वभूतानां +सर्वभूतानामन्तश्चरसि +सर्वभूतानामयं +सर्वभूतानामात्मभूतः +सर्वभूतानामात्मा +सर्वभूतानामिति +सर्वभूतानाम् +सर्वभूतानि +सर्वभूतानीति +सर्वभूतानुकम्पकः +सर्वभूतानुकम्पनः +सर्वभूतानुकम्पा +सर्वभूतानुकम्पिनम् +सर्वभूतानुकम्पी +सर्वभूतान्तरात्मा +सर्वभूतान्तरात्मानं +सर्वभूतान्तरात्मापहतपाप्मा +सर्वभूतान्तरात्माऽपहतपाप्मा +सर्वभूतान्यपीडयन् +सर्वभूतापहारिणः +सर्वभूताभयप्रदः +सर्वभूताभयप्रदानेन +सर्वभूताय +सर्वभूताशयस्थितः +सर्वभूते +सर्वभूतेप्सिते +सर्वभूतेभ्य +सर्वभूतेभ्यः +सर्वभूतेभ्यस्स्वाहा +सर्वभूतेभ्यो +सर्वभूतेश +सर्वभूतेशः +सर्वभूतेषु +सर्वभूतेष्ववस्थितः +सर्वभूतेष्ववस्थितम् +सर्वभूतेष्विति +सर्वभूतैः +सर्वभूतैश्च +सर्वभूतो +सर्वभूपानां +सर्वभूभुजाम् +सर्वभूमि +सर्वभूमिपृथिवीभ्यामणञौ +सर्वभूमिषु +सर्वभूमेरीश्वरः +सर्वभूमेर्निमित्तं +सर्वभूमौ +सर्वभूषणभूषितः +सर्वभूषणभूषितम् +सर्वभूषणभूषिता +सर्वभूषणभूषिताम् +सर्वभृच्चैव +सर्वभृत् +सर्वभेदेषु +सर्वभैषज्यम् +सर्वभोक्ता +सर्वभोग +सर्वभोगविवर्जितः +सर्वभोगसमन्वितम् +सर्वभोगसमन्विताः +सर्वभोगेषु +सर्वभोग्ये +सर्वभ्यः +सर्वम +सर्वमंगलकारणम् +सर्वमंगलदं +सर्वमंगलमांगल्यं +सर्वमंगलम् +सर्वमंगला +सर्वमंगलाम् +सर्वमंगले +सर्वमंत्राणां +सर्वमक्षयतां +सर्वमखिलं +सर्वमखिलेन +सर्वमग्निं +सर्वमग्निकार्योक्तमाचरेत् +सर्वमग्निष्टोमवत् +सर्वमङ्गं +सर्वमङ्गल +सर्वमङ्गलकारणम् +सर्वमङ्गलकारिणी +सर्वमङ्गलघोषणैः +सर्वमङ्गलघोषैश्च +सर्वमङ्गलमङ्गलम् +सर्वमङ्गलमाङ्गल्यं +सर्वमङ्गलमाङ्गल्ये +सर्वमङ्गलम् +सर्वमङ्गलसंयुक्तं +सर्वमङ्गलसंयुतम् +सर्वमङ्गला +सर्वमङ्गले +सर्वमजातशत्रोः +सर्वमत +सर्वमतं +सर्वमतः +सर्वमतसंग्रहः +सर्वमतिसारमुग्रं +सर्वमते +सर्वमतेन +सर्वमत्ति +सर्वमत्र +सर्वमत्रैव +सर्वमद्य +सर्वमधि +सर्वमनवद्यम् +सर्वमनाकुलम् +सर्वमनादेरादिमिच्छतः +सर्वमनित्यं +सर्वमनु +सर्वमनुक्रमेण +सर्वमनुवर्तते +सर्वमनुवर्त्तते +सर्वमनुष्ठितम् +सर्वमनुष्याणां +सर्वमनुस्मृत्य +सर्वमनोभिः +सर्वमनोहरम् +सर्वमन्तः +सर्वमन्तःपुरं +सर्वमन्त्र +सर्वमन्त्रमयी +सर्वमन्त्राणां +सर्वमन्त्रेषु +सर्वमन्त्रौघविग्रहम् +सर्वमन्नं +सर्वमन्नमुपादाय +सर्वमन्नाद्यं +सर्वमन्ने +सर्वमन्यच्च +सर्वमन्यत् +सर्वमन्यत्परित्यज्य +सर्वमन्यथा +सर्वमन्यद्धि +सर्वमपादादौ +सर्वमपि 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+सर्वयज्ञफलं +सर्वयज्ञफलप्रदम् +सर्वयज्ञमयं +सर्वयज्ञमयो +सर्वयज्ञाः +सर्वयज्ञानां +सर्वयज्ञानाञ्चाहमेव +सर्वयज्ञानाम् +सर्वयज्ञाभिमानिनी +सर्वयज्ञेभ्यः +सर्वयज्ञेषु +सर्वयज्ञैः +सर्वयज्ञैश्च +सर्वयत्नतः +सर्वयत्नेन +सर्वया +सर्वयादवाः +सर्वयादवैः +सर्वयोः +सर्वयोगिनाम् +सर्वयोगिभिः +सर्वयोगेषु +सर्वयोधानां +सर्वयोनिषु +सर्वयोनिष्विति +सर्वयोषितः +सर्वयोषिताम् +सर्वयोषिद्वरा +सर्वर +सर्वरक्षक +सर्वरक्षकः +सर्वरक्षणम् +सर्वरक्षसाम् +सर्वरक्षा +सर्वरक्षां +सर्वरक्षाकरं +सर्वरत्नमयं +सर्वरत्नमयः +सर्वरत्नमयानि +सर्वरत्नमयी +सर्वरत्नविभूषितः +सर्वरत्नविभूषितम् +सर्वरत्नविभूषिते +सर्वरत्नसमन्वितम् +सर्वरत्नानां +सर्वरत्नानि +सर्वरत्नैः +सर्वरत्नैरलंकृतम् +सर्वरत्नैर्न +सर्वरत्नैश्च +सर्वरत्नोपशोभितम् +सर्वरत्नोपस्थानम् +सर्वरथा +सर्वरस +सर्वरसं +सर्वरसः +सर्वरससाधारणो +सर्वरसाः +सर्वरसानां +सर्वरसान् +सर्वराक्षसाः +सर्वराक्षसान् +सर्वराजभिः +सर्वराजसु +सर्वराजानः +सर्वराजानो +सर्वराज्ञां +सर्वराट् +सर्वरात्र +सर्वरात्रं +सर्वरात्रः +सर्वरात्रम् +सर्वरीत्या +सर्वरूप +सर्वरूपं +सर्वरूपः +सर्वरूपधृक् +सर्वरूपश्च +सर्वरूपसमन्वितः +सर्वरूपस्य +सर्वरूपा +सर्वरूपाः +सर्वरूपाकारनिर्भासं +सर्वरूपाणां +सर्वरूपाणि +सर्वरूपाय +सर्वरूपिणम् +सर्वरूपिणी +सर्वरूपी +सर्वरूपे +सर्वरूपेण +सर्वरूपो +सर्वरोग +सर्वरोगघ्नं +सर्वरोगघ्नी +सर्वरोगनिवारणः +सर्वरोगनुत् +सर्वरोगपरिमुक्त +सर्वरोगप्रशमनं +सर्वरोगप्रशमनी +सर्वरोगविनाशनम् +सर्वरोगविनिर्मुक्तः +सर्वरोगविनिर्मुक्तो +सर्वरोगविवर्जितः +सर्वरोगहरं +सर्वरोगहरः +सर्वरोगहरो +सर्वरोगहृत् +सर्वरोगाणां +सर्वरोगाणाम् +सर्वरोगात् +सर्वरोगान् +सर्वरोगापहारकम् +सर्वरोगे +सर्वरोगेषु +सर्वरोगैः +सर्वरोगैर्विमुच्यते +सर्वरोगोपशमनं +सर्वरोधं +सर्वरोमाणि +सर्वर्तु +सर्वर्तुकं +सर्वर्तुकुसुमोपेतं +सर्वर्तुषु +सर्वर्तुसुखदं +सर्वर्त्तुषु +सर्वल +सर्वलकाराणां +सर्वलकाराणामपवादः +सर्वलकारापवाद +सर्वलकारापवादः +सर्वलकारापवादो +सर्वलक्षण +सर्वलक्षणः +सर्वलक्षणम् +सर्वलक्षणलक्षण्यो +सर्वलक्षणलक्षितः +सर्वलक्षणलक्षितम् +सर्वलक्षणलक्षिता +सर्वलक्षणलक्षिताम् +सर्वलक्षणशोभिता +सर्वलक्षणसं +सर्वलक्षणसंपन्नं +सर्वलक्षणसंपन्नः +सर्वलक्षणसंपन्ना +सर्वलक्षणसंपन्नां +सर्वलक्षणसंपन्नाः +सर्वलक्षणसंपूर्णं +सर्वलक्षणसंपूर्णः +सर्वलक्षणसंपूर्णा +सर्वलक्षणसंयुक्तं +सर्वलक्षणसंयुक्तां +सर्वलक्षणसंयुतं +सर्वलक्षणसंयुतः +सर्वलक्षणसंयुतम् +सर्वलक्षणसंयुता +सर्वलक्षणसंयुताः +सर्वलक्षणसंयुताम् +सर्वलक्षणसम्पन्नं +सर्वलक्षणसम्पन्नः +सर्वलक्षणसम्पन्ना +सर्वलक्षणसम्पन्नां +सर्वलक्षणसम्पूर्णो +सर्वलक्षणहीनोऽपि +सर्वलक्षणा +सर्वलक्षणोपेतं +सर्वलघु +सर्वलघुः +सर्वलघौ +सर्वलिङ्गं +सर्वलिङ्गः +सर्वलिङ्गता +सर्वलिङ्गसमवायः +सर्वलिङ्गसमुत्थाना +सर्वलिङ्गां +सर्वलिङ्गानां +सर्वलिङ्गानि +सर्वलिङ्गेषु +सर्वलो +सर्वलोक +सर्वलोकं +सर्वलोकः +सर्वलोकधातुषु +सर्वलोकनमस्कृत +सर्वलोकनमस्कृतः +सर्वलोकनमस्कृतम् +सर्वलोकनमस्कृता +सर्वलोकनमस्कृताः +सर्वलोकनमस्कृतान् +सर्वलोकनमस्कृते +सर्वलोकनिवासिनः +सर्वलोकनिवासिनाम् +सर्वलोकपरायण +सर्वलोकपितामह +सर्वलोकपितामहः +सर्वलोकपितामहम् +सर्वलोकप्रभुर्ब्रह्मा +सर्वलोकप्रसिद्धं +सर्वलोकप्रसिद्धत्वात् +सर्वलोकप्रसिद्धे +सर्वलोकप्रियं +सर्वलोकप्रियः +सर्वलोकभयंकरः +सर्वलोकभयंकरम् +सर्वलोकभयादपि +सर्वलोकभयावहम् +सर्वलोकमयं +सर्वलोकमयो +सर्वलोकमहेश्वर +सर्वलोकमहेश्वरं +सर्वलोकमहेश्वरः +सर्वलोकमहेश्वरम् +सर्वलोकमहेश्वरी +सर्वलोकमहेश्वरीम् +सर्वलोकम् +सर्वलोकविगर्हितम् +सर्वलोकविनाशाय +सर्वलोकशरण्याय +सर्वलोकसुखावहम् +सर्वलोकस्थं +सर्वलोकस्य +सर्वलोकहितं +सर्वलोकहिताय +सर्वलोकहितार्थाय +सर्वलोकहिते +सर्वलोकहितैषिणा +सर्वलोका +सर्वलोकांश्च +सर्वलोकाः +सर्वलोकात्मकः +सर्वलोकाधिपः +सर्वलोकाधिपतये +सर्वलोकाधिपत्यं +सर्वलोकाधिपत्यकामः +सर्वलोकाधिपा +सर्वलोकाधिपेश्वरः +सर्वलोकानतिक्रम्य +सर्वलोकानां +सर्वलोकान् +सर्वलोकाश्च +सर्वलोकास्तमसि +सर्वलोके +सर्वलोकेन +सर्वलोकेभ्यो +सर्वलोकेश +सर्वलोकेशं +सर्वलोकेशः +सर्वलोकेशो +सर्वलोकेश्वरं +सर्वलोकेश्वरः +सर्वलोकेश्वरेश्वरः +सर्वलोकेश्वरेश्वरम् +सर्वलोकेश्वरो +सर्वलोकेषु +सर्वलोकैः +सर्वलोकैकनाथम् +सर्वलोकैकनायकम् +सर्वलोकैश्च +सर्वलोको +सर्वलोकोपकारकम् +सर्वलोकोपकाराय +सर्वलोकोपकारार्थं +सर्वलोपी +सर्वलोहानां +सर्वलोहानि +सर्वव +सर्ववचनं +सर्ववचनम् +सर्ववचनो +सर्ववचसां +सर्ववत +सर्ववत् +सर्ववन्द्या +सर्ववर्ण +सर्ववर्णा +सर्ववर्णानां +सर्ववर्णानाम् +सर्ववर्णाश्च +सर्ववर्णे +सर्ववर्णेभ्यः +सर्ववर्णेषु +सर्ववर्णेष्वयं +सर्ववशङ्करी +सर्ववश्यकृत् +सर्ववस्तु +सर्ववस्तुभिः +सर्ववस्तुषु +सर्ववस्तूनां +सर्ववस्तूनि +सर्ववातविकारनुत् +सर्ववादित्रनिःस्वनैः +सर्ववादिनां +सर्ववाद्य +सर्ववाद्यमयी +सर्ववाद्यसमन्वितम् +सर्ववाद्यसमायुक्तं +सर्ववाद्यानि +सर्ववाद्येषु +सर्ववानराः +सर्ववानरान् +सर्ववानरैः +सर्ववास्तुषु +सर्ववि +सर्वविकारशून्य +सर्वविकाराणां +सर्वविक्रयी +सर्वविक्रियाप्रतिषेधैः +सर्वविघ्ननिवारणम् +सर्वविघ्नप्रशमनं +सर्वविघ्नविनाशनम् +सर्वविघ्नविनाशिनी +सर्वविघ्नहरं +सर्वविघ्नहरो +सर्वविघ्नानां +सर्वविघ्नानि +सर्वविघ्नोपशमनं +सर्वविघ्नोपशान्तये +सर्वविजिते +सर्वविज्ञान +सर्वविज्ञानं +सर्वविज्ञानकोशः +सर्ववित् +सर्ववित्तमः +सर्ववित्त्वं +सर्वविदं +सर्वविदः +सर्वविदा +सर्वविदां +सर्वविदितं +सर्वविदितम् +सर्वविदिति +सर्वविदुच्यसे +सर्वविदे +सर्वविदो +सर्वविद् +सर्वविद्भजति +सर्वविद्भवति +सर्वविद्य +सर्वविद्यः +सर्वविद्यस्य +सर्वविद्या +सर्वविद्यां +सर्वविद्याः +सर्वविद्याधिपो +सर्वविद्यानां +सर्वविद्यानामीश्वरः +सर्वविद्यानामुपायः +सर्वविद्यानाम् +सर्वविद्यान्तगं +सर्वविद्याप्रतिष्ठामथर्वाय +सर्वविद्याविशारदः +सर्वविद्याविशारदौ +सर्वविद्यासु +सर्वविद्राविणी +सर्वविध +सर्वविधं +सर्वविधा +सर्वविधां +सर्वविधाः +सर्वविधानां +सर्वविधानि +सर्वविधान् +सर्वविधीनां +सर्वविधे +सर्वविनाशनम् +सर्वविनाशाय +सर्वविप्राणां +सर्वविभक्त्यन्तः +सर्वविभ्वयातयामब्रह्म +सर्वविलक्षणं +सर्वविश्वं +सर्वविश्वेषु +सर्वविषं +सर्वविषय +सर्वविषयं +सर्वविषयः +सर्वविषयत्वं +सर्वविषयमिति +सर्वविषयमेव +सर्वविषयम् +सर्वविषया +सर्वविषये +सर्वविषयेभ्यः +सर्वविषयेषु +सर्वविस्मयकारिणी +सर्ववीजानि +सर्ववीर +सर्ववीरं +सर्ववीरः +सर्ववीरम् +सर्ववीरा +सर्ववीराः +सर्ववीराणां +सर्ववृक्षाणां +सर्ववृक्षाणाम् +सर्ववृत्तांतं +सर्ववृत्तानां +सर्ववृत्तान्तं +सर्ववृत्तान्तकथनम् +सर्ववृत्तिनिरोधे +सर्ववृत्तिप्रत्यस्तमये +सर्ववृत्तीनां +सर्ववेत्ता +सर्ववेद +सर्ववेदः +सर्ववेदमयं +सर्ववेदमयो +सर्ववेदविदां +सर्ववेदसं +सर्ववेदसदक्षिणाम् +सर्ववेदसदक्षिणेन +सर्ववेदसम् +सर्ववेदसे +सर्ववेदसेन +सर्ववेदा +सर्ववेदानां +सर्ववेदान्त +सर्ववेदान्तप्रत्ययं +सर्ववेदान्तप्रत्ययाधिकरणम् +सर्ववेदान्तसारं +सर्ववेदान्तसिद्धान्तसारसंग्रहः +सर्ववेदान्तानां +सर्ववेदान्तेषु +सर्ववेदार्थ +सर्ववेदार्थः +सर्ववेदाश्च +सर्ववेदिनः +सर्ववेदिनम् +सर्ववेदिना +सर्ववेदी +सर्ववेदेषु +सर्ववेद॒सम् +सर्वव्यक्तिपरिग्रहो +सर्वव्यवहारं +सर्वव्यवहारस्य +सर्वव्यवहाराणां +सर्वव्यवहारेषु +सर्वव्यसनानि +सर्वव्या +सर्वव्याख्यानाधिकरणम् +सर्वव्याख्यानाधिकरणे +सर्वव्याधि +सर्वव्याधिप्रशमनं +सर्वव्याधिभैषज्यं +सर्वव्याधिभैषज्यम् +सर्वव्याधिभ्यः +सर्वव्याधिविनाशनम् +सर्वव्याधिविनाशिनी +सर्वव्याधिविनिर्मुक्तो +सर्वव्याधिविवर्जितः +सर्वव्याधिषु +सर्वव्याधिहरं +सर्वव्यापक +सर्वव्यापकं +सर्वव्यापकः +सर्वव्यापकतया +सर्वव्यापकता +सर्वव्यापकत्वखण्डनात् +सर्वव्यापकम् +सर्वव्यापकस्य +सर्वव्यापारेषु +सर्वव्यापि +सर्वव्यापितया +सर्वव्यापिनं +सर्वव्यापिनः +सर्वव्यापिनमव्ययम् +सर्वव्यापिनमीश्वरम् +सर्वव्यापिनम् +सर्वव्यापिनी +सर्वव्यापिने +सर्वव्यापी +सर्वव्यापीति +सर्वव्याप्त्या +सर्वव्रत +सर्वव्रतानां +सर्वव्रतानि +सर्वव्रतेषु +सर्वश +सर्वशं +सर्वशः +सर्वशक्तः +सर्वशक्तयः +सर्वशक्ति +सर्वशक्तिं +सर्वशक्तिः +सर्वशक्तिकसर्वगतस्वात्मरूपताधिगमेन +सर्वशक्तित्वं +सर्वशक्तिना +सर्वशक्तिमतः +सर्वशक्तिमता +सर्वशक्तिमन् +सर्वशक्तिमन्तं +सर्वशक्तिमयं +सर्वशक्तिमान +सर्वशक्तिमान् +सर्वशक्तियुतं +सर्वशक्तिरिति +सर्वशक्तिश्च +सर्वशक्तिसमन्वितः +सर्वशक्तिसमन्वितम् +सर्वशक्तिस्वरूपा +सर्वशक्तिस्वरूपां +सर्वशक्तिस्वरूपिणी +सर्वशक्तीनां +सर्वशक्ते +सर्वशक्तेः +सर्वशक्तौ +सर्वशक्त्या +सर्वशक्त्यै +सर्वशत्रवः +सर्वशत्रुजयाय +सर्वशत्रुनिबर्हणः +सर्वशत्रुनिबर्हणम् +सर्वशत्रुविनाशनम् +सर्वशत्रूणां +सर्वशत्रून् +सर्वशब्द +सर्वशब्दं +सर्वशब्दः +सर्वशब्दपर्यायः +सर्वशब्दवाच्य +सर्वशब्दवाच्यत्वे +सर्वशब्दस्य +सर्वशब्दात् +सर्वशब्दानां +सर्वशब्दार्थ +सर्वशब्दे +सर्वशब्देन +सर्वशब्देनात्र +सर्वशब्देनोच्यन्ते +सर्वशब्दो +सर्वशब्दोऽत्र +सर्वशरीरं +सर्वशरीरगः +सर्वशरीरतया +सर्वशरीरस्थं +सर्वशरीराणां +सर्वशरीरिणां +सर्वशरीरिणाम् +सर्वशरीरे +सर्वशरीरेण +सर्वशरीरेषु +सर्वशश्च +सर्वशश्चापि +सर्वशस्तदा +सर्वशस्त्रभृतां +सर्वशस्त्रभृतांवरः +सर्वशस्त्रविशारदाः +सर्वशस्त्राणां +सर्वशस्त्राणि +सर्वशस्त्रेषु +सर्वशस्य +सर्वशस्या +सर्वशस्यानां +सर्वशस्यानि +सर्वशा +सर्वशांतिकरं +सर्वशाकुनाद्भुतावर्त्तः +सर्वशाखा +सर्वशाखाप्रत्ययमेकं +सर्वशाखिनाम् +सर्वशान्तये +सर्वशान्तिं +सर्वशान्तिकरं +सर्वशास्ता +सर्वशास्त्र +सर्वशास्त्रं +सर्वशास्त्रज्ञः +सर्वशास्त्रवित् +सर्वशास्त्रविदां +सर्वशास्त्रविशारद +सर्वशास्त्रविशारदः +सर्वशास्त्रविशारदम् +सर्वशास्त्रविशारदाः +सर्वशास्त्रवेत्ता +सर्वशास्त्रस्य +सर्वशास्त्राणां +सर्वशास्त्राणि +सर्वशास्त्राण्यनुक्रम्य +सर्वशास्त्रार्थ +सर्वशास्त्रार्थकोविदः +सर्वशास्त्रार्थतत्त्वज्ञः +सर्वशास्त्रार्थतत्त्वज्ञो +सर्वशास्त्रार्थतत्त्ववित् +सर्वशास्त्रार्थपारग +सर्वशास्त्रार्थपारगः +सर्वशास्त्रेषु +सर्वशास्त्रोपकारकम् +सर्वशिल्पानि +सर्वशुक्ला +सर्वशुद्धवालो +सर्वशून्यं +सर्वशून्यता +सर्वशून्या +सर्वशूर +सर्वशूरं +सर्वशूरशिरोमणिः +सर्वशूरो +सर्वशृङ्गारवेषाढ्या +सर्वशेषः +सर्वशेषत्वात् +सर्वशेषित्वं +सर्वशैलाः +सर्वशैलानां +सर्वशैलेषु +सर्वशो +सर्वशोभाढ्यं +सर्वशोभासमन्वितम् +सर्वशोभासमन्विता +सर्वशोऽपि +सर्वश् +सर्वश्च +सर्वश्चर्मणा +सर्वश्चायं +सर्वश्चासौ +सर्वश्चैव +सर्वश्रावकप्रत्येकबुद्धैः +सर्वश्राव्यं +सर्वश्रुतिमनोहरम् +सर्वश्रुतिषु +सर्वश्रुतीनां +सर्वश्रेष्ठ +सर्वश्रेष्ठं +सर्वश्रेष्ठः +सर्वश्रेष्ठा +सर्वश्रेष्ठो +सर्वश्वेतं +सर्वश्वेतः +सर्वषां +सर्वषु +सर्वस +सर्वसं +सर्वसंकल्पसंन्यासी +सर्वसंक्षोभणे +सर्वसंक्षोभिणी +सर्वसंख्यया +सर्वसंगं +सर्वसंगविवर्जितः +सर्वसंग्रहम् +सर्वसंघेन +सर्वसंदेहनाशनम् +सर्वसंधिषु +सर्वसंनिधौ +सर्वसंपत् +सर्वसंपत्करं +सर्वसंपत्सुखावहम् +सर्वसंपदः +सर्वसंपदम् +सर्वसंपदाम् +सर्वसंप्रतिन्नपराक्रमाभ्यां +सर्वसंभारान् +सर्वसंमतः +सर्वसंमतम् +सर्वसंमता +सर्वसंमताः +सर्वसंयोगात् +सर्वसंविदाम् +सर्वसंशयच्छेत्तारं +सर्वसंशयाः +सर्वसंश्रयः +सर्वसंसारमोक्षणम् +सर्वसंसारोपरतिम् +सर्वसंस्कारगतीः +सर्वसंस्कारसंस्कृता +सर्वसंस्कारा +सर्वसंस्काराः +सर्वसंस्काराणां +सर्वसंस्कारेषु +सर्वसंस्थे +सर्वसंहर्ता +सर्वसंहारकारणम् +सर्वसंहारे +सर्वसः +सर्वसङ्करवादी +सर्वसङ्कल्पसन्न्यासी +सर्वसङ्गं +सर्वसङ्गविवर्जितः +सर्वसङ्गेभ्यो +सर्वसत्त्व +सर्वसत्त्वभयंकरः +सर्वसत्त्वसुखावहान् +सर्वसत्त्वहितं +सर्वसत्त्वहिताधानं +सर्वसत्त्वहिताधानाननुमोदे +सर्वसत्त्वहितार्थभृत् +सर्वसत्त्वहिते +सर्वसत्त्वा +सर्वसत्त्वांश्च +सर्वसत्त्वाः +सर्वसत्त्वानां +सर्वसत्त्वानाञ्च +सर्वसत्त्वानामर्थाय +सर्वसत्त्वानाम् +सर्वसत्त्वानि +सर्वसत्त्वान् +सर्वसत्त्वार्थसिद्धये +सर्वसत्त्वाश्च +सर्वसत्त्वेभ्य +सर्वसत्त्वेभ्यः +सर्वसत्त्वेभ्यो +सर्वसत्त्वेषु +सर्वसत्त्वैः +सर्वसत्वानां +सर्वसत्वानि +सर्वसत्वेषु +सर्वसन्देहेषु +सर्वसन्दोहेन +सर्वसन्धिषु +सर्वसमं +सर्वसमम् +सर्वसमाधिषु +सर्वसमाधीनां +सर्वसमाश्रयणीयत्वाय +सर्वसमृद्धिदम् +सर्वसमो +सर्वसम्पत्करं +सर्वसम्पत्करी +सर्वसम्पत्प्रदं +सर्वसम्पत्प्रदा +सर्वसम्पत्प्रदायकम् +सर्वसम्पत्प्रदे +सर्वसम्पत्सुखावहम् +सर्वसम्पत्स्वरूपिणी +सर्वसम्पदः +सर्वसम्पदा +सर्वसम्पदां +सर्वसम्पदाम् +सर्वसम्पूर्णः +सर्वसम्पूर्णलक्षणः +सर्वसम्पूर्णेन +सर्वसम्भवः +सर्वसम्भवाभावात् +सर्वसम्मत +सर्वसम्मतं +सर्वसम्मतः +सर्वसम्मतत्वात् +सर्वसम्मतम् +सर्वसम्मता +सर्वसम्मताः +सर्वसम्मत्या +सर्वसरे +सर्वसस्य +सर्वसस्याढ्या +सर्वसस्यानां +सर्वसस्यानि +सर्वसस्येषु +सर्वसहः +सर्वसहा +सर्वसहो +सर्वसाक्षिणं +सर्वसाक्षिणम् +सर्वसाक्षिणे +सर्वसाक्षी +सर्वसात्वताम् +सर्वसादृश्यार्थः +सर्वसादेर्द्विगोश्च +सर्वसाधकः +सर्वसाधनं +सर्वसाधनम् +सर्वसाधारण +सर्वसाधारणं +सर्वसाधारणः +सर्वसाधारणत्वमसिद्धं +सर्वसाधारणत्वमित्यत +सर्वसाधारणत्वात् +सर्वसाधारणत्वेन +सर्वसाधारणम् +सर्वसाधारणा +सर्वसाधारणाः +सर्वसाधारणानि +सर्वसाधारणी +सर्वसाधारणे +सर्वसाधारणो +सर्वसामञ्जस्यात् +सर्वसामर्थ्यं +सर्वसामान्यं +सर्वसामान्यम् +सर्वसामान्या +सर्वसाम्ये +सर्वसारं +सर्वसारस्वतप्रदम् +सर्वसारोपनिषत् +सर्वसार्थसमन्वितः +सर्वसिद्धं +सर्वसिद्धत्वात् +सर्वसिद्धयः +सर्वसिद्धये +सर्वसिद्धानां +सर्वसिद्धान्तसङ्ग्रहः +सर्वसिद्धार्थाश्चतुर्वर्षशतायुषः +सर्वसिद्धाश्च +सर्वसिद्धि +सर्वसिद्धिं +सर्वसिद्धिः +सर्वसिद्धिकरं +सर्वसिद्धिकरः +सर्वसिद्धिकराणि +सर्वसिद्धिकरी +सर्वसिद्धिकरो +सर्वसिद्धिकृत् +सर्वसिद्धिदं +सर्वसिद्धिदः +सर्वसिद्धिदम् +सर्वसिद्धिदा +सर्वसिद्धिदाः +सर्वसिद्धिदाम् +सर्वसिद्धिप्रदं +सर्वसिद्धिप्रदः +सर्वसिद्धिप्रदा +सर्वसिद्धिप्रदायक +सर्वसिद्धिप्रदायकः +सर्वसिद्धिप्रदायकम् +सर्वसिद्धिप्रदायिकाः +सर्वसिद्धिप्रदायिनी +सर्वसिद्धिप्रदे +सर्वसिद्धिप्रदो +सर्वसिद्धिमवाप्नुयात् +सर्वसिद्धिमवाप्नोति +सर्वसिद्धियुतो +सर्वसिद्धिर्भवेत्तस्य +सर्वसिद्धिविधायकम् +सर्वसिद्धीनां +सर्वसिद्धीश्वरो +सर्वसिद्धेश्वरः +सर्वसिद्ध्यर्थं +सर्वसिद्ध्यै +सर्वसु +सर्वसुखं +सर्वसुखप्रदम् +सर्वसुखप्रदा +सर्वसुखप्रापक +सर्वसुखावहम् +सर्वसुखास्पदम् +सर्वसुरभिचूर्णैरवकीर्योत्थापनीभिरुत्थाप्य +सर्वसृक् +सर्वसृष्टिषु +सर्वसृष्टीनां +सर्वसृष्टौ +सर्वसेन +सर्वसेनः +सर्वसैनिकाः +सर्वसैन्यं +सर्वसैन्यमधिष्ठाय +सर्वसैन्यसमावृतः +सर्वसैन्यस्य +सर्वसैन्यानां +सर्वसैन्यानि +सर्वसैन्येन +सर्वसैन्येषु +सर्वसौख्यं +सर्वसौख्यकरं +सर्वसौख्यदम् +सर्वसौख्यप्रदं +सर्वसौख्यप्रदायकम् +सर्वसौख्यप्रदो +सर्वसौख्यमवाप्नुयात् +सर्वसौभाग्य +सर्वसौभाग्यदं +सर्वसौभाग्यदा +सर्वसौभाग्यदायिनि +सर्वसौभाग्यदायिनी +सर्वसौभाग्यदे +सर्वसौभाग्यसुन्दरी +सर्वसौभाग्यसुन्दरीम् +सर्वस् +सर्वस्तरतु +सर्वस्तु +सर्वस्तोमः +सर्वस्तोमस्य +सर्वस्तोमेन +सर्वस्तोमो +सर्वस्तोमोऽतिरात्र +सर्वस्तोमोऽतिरात्रः +सर्वस्तोमोऽतिरात्रो +सर्वस्त्री +सर्वस्त्रीणां +सर्वस्त्वं +सर्वस्थं +सर्वस्थाने +सर्वस्थानेषु +सर्वस्थे +सर्वस्मा +सर्वस्माच् +सर्वस्माच्च +सर्वस्मात् +सर्वस्मात्ततो +सर्वस्मात्पाप्मनो +सर्वस्मादतिशयेन +सर्वस्मादधिकं +सर्वस्मादपि +सर्वस्मादात्मनस्तमिदं +सर्वस्मादिति +सर्वस्मादेव +सर्वस्माद् +सर्वस्माद्द्विजकर्मणः +सर्वस्मान्मोद्धृतो +सर्वस्मिंश्च +सर्वस्मिञ्जगति +सर्वस्मिन् +सर्वस्मिन्कर्मणि +सर्वस्मिन्काले +सर्वस्मिन्नन्तरे +सर्वस्मिन्नपि +सर्वस्मिन्नयने +सर्वस्मिन्नेव +सर्वस्मिन्न् +सर्वस्मै +सर्वस्य +सर्वस्यं +सर्वस्यर्द्धिस् +सर्वस्या +सर्वस्यां +सर्वस्याः +सर्वस्यात्ता +सर्वस्यात्मनः +सर्वस्यात्मा +सर्वस्याद्या +सर्वस्याधिपतिः +सर्वस्यापि +सर्वस्यापीति +सर्वस्यापीत्यर्थः +सर्वस्यापीह +सर्वस्याप्तै +सर्वस्याप्त्यै +सर्वस्याभिजित्यै +सर्वस्याभ्यागतो +सर्वस्यामपि +सर्वस्याम् +सर्वस्यायं +सर्वस्यावरुद्ध्या +सर्वस्यावरुद्ध्यै +सर्वस्याश्ममयस्य +सर्वस्यास्य +सर्वस्याह +सर्वस्याऽपि +सर्वस्याऽऽप्त्यै +सर्वस्येति +सर्वस्येशानः +सर्वस्येश्वरः +सर्वस्येश्वरो +सर्वस्यै +सर्वस्यैतस्य +सर्वस्यैव +सर्वस्यैवास्य +सर्वस्यैवेति +सर्वस्यैवेत्यर्थः +सर्वस्योत्तमं +सर्वस्योपपत्तेः +सर्वस्योपरि +सर्वस्यौषधमस्ति +सर्वस्रष्टा +सर्वस्रोतांसि +सर्वस्व +सर्वस्वं +सर्वस्वकारः +सर्वस्वकृता +सर्वस्वदक्षिणः +सर्वस्वदाता +सर्वस्वदानं +सर्वस्वदानम् +सर्वस्वदानेन +सर्वस्वभावो +सर्वस्वमपि +सर्वस्वमादाय +सर्वस्वमिति +सर्वस्वमेव +सर्वस्वम् +सर्वस्वरूपं +सर्वस्वरूपे +सर्वस्वस्य +सर्वस्वहरणं +सर्वस्वामिन् +सर्वस्वामी +सर्वस्वारः +सर्वस्वे +सर्वस्वेन +सर्वस्वेनापि +सर्वहत्यां +सर्वहरं +सर्वहरः +सर्वहरश्चाहमुद्भवश्च +सर्वहरिर्वा +सर्वहरो +सर्वहर्म्येषु +सर्वहितं +सर्वहिताय +सर्वहिते +सर्वहुत +सर्वहुतं +सर्वहुतः +सर्वहुतम् +सर्वहुताः +सर्वहुते +सर्वहुतो +सर्वहुत् +सर्वहृदा +सर्वहृदि +सर्वहेतुषु +सर्वहोमे +सर्वऽताता +सर्वऽतातिम् +सर्वऽधाः +सर्वऽवीरम् +सर्वा +सर्वाँ +सर्वाँ॒ +सर्वां +सर्वांग +सर्वांगं +सर्वांगसुन्दरं +सर्वांगसुन्दरः +सर्वांगसुन्दरी +सर्वांगानि +सर्वांगे +सर्वांगेषु +सर्वांणि +सर्वांतरेषु +सर्वांन् +सर्वांल् +सर्वांल्लोकाञ्जयति +सर्वांल्लोकान् +सर्वांशे +सर्वांशेन +सर्वांश् +सर्वांश्च +सर्वांश्चैव +सर्वांस् +सर्वांस्तत्र +सर्वांस्तथा +सर्वांस्तानपि +सर्वांस्तान् +सर्वांस्तामर्बुदे +सर्वांस्तु +सर्वांस्त्यक्त्वा +सर्वांस्त्वं +सर्वाः +सर्वाः॑ +सर्वाः॒ +सर्वाकार +सर्वाकारं +सर्वाकारज्ञता +सर्वाकारज्ञतानये +सर्वाकारा +सर्वाकारां +सर्वाकारेण +सर्वाकारो +सर्वाकृतिः +सर्वाख्यातेषु +सर्वागमानां +सर्वागमेषु +सर्वाग्निषु +सर्वाग्नीनां +सर्वाग्रे +सर्वाघनाशन +सर्वाघनाशनम् +सर्वाघौघविनाशनम् +सर्वाङ् +सर्वाङ्ग +सर्वाङ्गं +सर्वाङ्गः +सर्वाङ्गगो +सर्वाङ्गग्रहणं +सर्वाङ्गपूर्ण +सर्वाङ्गपूर्णः +सर्वाङ्गप्रत्यङ्गोपेतः +सर्वाङ्गप्रत्यङ्गोपेता +सर्वाङ्गशोभना +सर्वाङ्गशोभनी +सर्वाङ्गसन्धिषु +सर्वाङ्गसुन्दरं +सर्वाङ्गसुन्दरः +सर्वाङ्गसुन्दरम् +सर्वाङ्गसुन्दरि +सर्वाङ्गसुन्दरी +सर्वाङ्गसुन्दरीं +सर्वाङ्गसुन्दरीम् +सर्वाङ्गस्थितिरम्यरूपरुचिरां +सर्वाङ्गाणि +सर्वाङ्गानां +सर्वाङ्गानि +सर्वाङ्गासनम् +सर्वाङ्गी +सर्वाङ्गीण +सर्वाङ्गीणं +सर्वाङ्गीणः +सर्वाङ्गे +सर्वाङ्गेण +सर्वाङ्गेभ्यः +सर्वाङ्गेभ्यो +सर्वाङ्गेषु +सर्वाङ्गैः +सर्वाङ्गो +सर्वाङ्गोपसंहारेण +सर्वाजीवे +सर्वाञ् +सर्वाण +सर्वाणि +सर्वाणितं +सर्वाणी +सर्वाणीति +सर्वाणीत्युपधारय +सर्वाणीध्मकाष्ठानि +सर्वाणीन्द्रियकर्माणि +सर्वाणीन्द्रियद्वाराणि +सर्वाणीन्द्रियाणि +सर्वाणेि +सर्वाण्य +सर्वाण्यङ्गानि +सर्वाण्यङ्गान्युपाङ्गानि +सर्वाण्यतः +सर्वाण्यधिजग्मुषस्ते +सर्वाण्यनीकानि +सर्वाण्यनु +सर्वाण्यन्नानि +सर्वाण्यन्यानि +सर्वाण्यपि +सर्वाण्यभिमन्त्र्याणि +सर्वाण्यस्त्राणि +सर्वाण्यस्यां +सर्वाण्यहं +सर्वाण्यहानि +सर्वाण्यादाय +सर्वाण्याभरणानि +सर्वाण्यायतनानि +सर्वाण्युपगमनानि +सर्वाण्येकत्र +सर्वाण्येतानि +सर्वाण्येनं +सर्वाण्येव +सर्वाण्येवान्तराणि +सर्वाण्येवैतानि +सर्वाण्य् +सर्वात +सर्वाति +सर्वातिथ्यं +सर्वातिशायि +सर्वातिशायित्वेन +सर्वातिशायिनी +सर्वातिशायी +सर्वातीतं +सर्वातीतः +सर्वातीसारनाशनः +सर्वातीसारनाशनम् +सर्वात् +सर्वात्म +सर्वात्मक +सर्वात्मकं +सर्वात्मकः +सर्वात्मकतया +सर्वात्मकत्वं +सर्वात्मकत्वात् +सर्वात्मकत्वे +सर्वात्मकत्वेन +सर्वात्मकमखण्डितम् +सर्वात्मकमिति +सर्वात्मकम् +सर्वात्मकस्य +सर्वात्मके +सर्वात्मको +सर्वात्मकोऽहं +सर्वात्मतया +सर्वात्मता +सर्वात्मतां +सर्वात्मत्वं +सर्वात्मत्वमिति +सर्वात्मत्वात् +सर्वात्मत्वादि +सर्वात्मत्वे +सर्वात्मत्वेन +सर्वात्मन +सर्वात्मनः +सर्वात्मना +सर्वात्मनां +सर्वात्मनापि +सर्वात्मनि +सर्वात्मने +सर्वात्मनेति +सर्वात्मनैव +सर्वात्मनो +सर्वात्मन् +सर्वात्मभाव +सर्वात्मभावं +सर्वात्मभावः +सर्वात्मभावेन +सर्वात्मभावो +सर्वात्मभूते +सर्वात्मवेदनं +सर्वात्मा +सर्वात्मानं +सर्वात्मानः +सर्वात्मानो +सर्वात्मिका +सर्वात्मिकां +सर्वात्मेति +सर्वादय +सर्वादयः +सर्वादा +सर्वादि +सर्वादिः +सर्वादिगणे +सर्वादिषु +सर्वादीनां +सर्वादीनि +सर्वादीनीति +सर्वादेः +सर्वादेश +सर्वादेशः +सर्वादेशार्थः +सर्वादेशार्थम् +सर्वादेशो +सर्वादेश्च +सर्वादौ +सर्वाद्य +सर्वाद्यं +सर्वाद्या +सर्वाधार +सर्वाधारं +सर्वाधारः +सर्वाधारत्वं +सर्वाधारत्वात् +सर्वाधारत्वेन +सर्वाधारस्य +सर्वाधारस्वरूपा +सर्वाधारा +सर्वाधारे +सर्वाधारो +सर्वाधिक +सर्वाधिकं +सर्वाधिकः +सर्वाधिकतया +सर्वाधिकम् +सर्वाधिकरणेषु +सर्वाधिका +सर्वाधिकाः +सर्वाधिकान् +सर्वाधिकार +सर्वाधिकारं +सर्वाधिकारः +सर्वाधिकारी +सर्वाधिकारे +सर्वाधिको +सर्वाधिक्यं +सर्वाधिष्ठानं +सर्वाध्यक्ष +सर्वाध्यक्षः +सर्वाध्यक्षतया +सर्वाध्यक्षाय +सर्वाध्यक्षो +सर्वान +सर्वाननशिरोग्रीवः +सर्वानन्द +सर्वानन्दः +सर्वानन्दकरः +सर्वानन्दकरी +सर्वानन्दमयी +सर्वानन्दमये +सर्वानन्दा +सर्वानन्यान् +सर्वानपि +सर्वानयं +सर्वानर्थ +सर्वानर्थकरं +सर्वानर्थनिवृत्त्या +सर्वानर्थप्राप्तिः +सर्वानर्थमूलं +सर्वानर्हति +सर्वानवद्याङ्गि +सर्वानवयजामहे +सर्वानवाप्नोति +सर्वानशेषतः +सर्वानस्मान् +सर्वानहं +सर्वानां +सर्वानादाय +सर्वानाभाष्य +सर्वानाहूय +सर्वानि +सर्वानिति +सर्वानिदं +सर्वानिमान् +सर्वानिर्वचनीयं +सर्वानु +सर्वानुकूलं +सर्वानुक्रमणिकायां +सर्वानुक्रमणी +सर्वानुक्रमण्यां +सर्वानुगतं +सर्वानुगतम् +सर्वानुग्रहकारकः +सर्वानुग्राहकं +सर्वानुग्राहकः +सर्वानुग्राहिकां +सर्वानुदात्त +सर्वानुदात्तः +सर्वानुदात्तत्वम् +सर्वानुपस्थानशालायां +सर्वानुभवसिद्धतया +सर्वानुभवसिद्धम् +सर्वानुभूः +सर्वानुमते +सर्वानुरगांश्च +सर्वानुवाच +सर्वानुस्यूतं +सर्वानुस्यूतस्य +सर्वानेतान् +सर्वानेव +सर्वान् +सर्वान्कामांश्च +सर्वान्कामानवाप्नुयात् +सर्वान्कामानवाप्नोति +सर्वान्कामानवाप्स्यसि +सर्वान्कामानाप्त्वाऽमृतः +सर्वान्कामानुपाश्नुते +सर्वान्कामान् +सर्वान्कामान्दुहे +सर्वान्कामान्प्रयच्छति +सर्वान्कामान्समश्नुते +सर्वान्कामान्सह +सर्वान्केशान्समुद्धृत्य +सर्वान्गन्धानाप्नोति +सर्वान्त +सर्वान्तः +सर्वान्तर +सर्वान्तरं +सर्वान्तरः +सर्वान्तरत्वं +सर्वान्तरस्तं +सर्वान्तरात्मनि +सर्वान्तरात्मा +सर्वान्तरे +सर्वान्तरो +सर्वान्तर्यामिणं +सर्वान्तर्यामिणः +सर्वान्तर्यामिणि +सर्वान्तर्यामिणे +सर्वान्तर्यामितया +सर्वान्तर्यामी +सर्वान्ते +सर्वान्त् +सर्वान्दृष्टादृष्टार्थानारम्भानुद्यमान्परित्यक्तुं +सर्वान्देवान् +सर्वान्न +सर्वान्नं +सर्वान्नः +सर्वान्नानि +सर्वान्नानुमतिश्च +सर्वान्नानुमत्यधिकरणम् +सर्वान्नीनो +सर्वान्नो +सर्वान्पथो +सर्वान्परित्यज्य +सर्वान्प्रति +सर्वान्प्राज्ञोऽनुपश्यति +सर्वान्बन्धूनवस्थितान् +सर्वान्बन्धून् +सर्वान्बन्धून्स्वजनं +सर्वान्य +सर्वान्यत् +सर्वान्राज्ञो +सर्वान्वा +सर्वान्वितः +सर्वान्वै +सर्वान्स +सर्वान्समाहूय +सर्वान्सहेति +सर्वान्‌ +सर्वापदः +सर्वापदां +सर्वापदो +सर्वापद्भ्यो +सर्वापद्विनिवारकम् +सर्वापरं +सर्वापवादः +सर्वापहारी +सर्वापि +सर्वापेक्षया +सर्वापेक्षा +सर्वापेक्षाधिकरणम् +सर्वाप्तिः +सर्वाबलानां +सर्वाभरण +सर्वाभरणं +सर्वाभरणभूषिणीम् +सर्वाभरणभूषित +सर्वाभरणभूषितं +सर्वाभरणभूषितः +सर्वाभरणभूषितम् +सर्वाभरणभूषिता +सर्वाभरणभूषितां +सर्वाभरणभूषिताः +सर्वाभरणभूषिताम् +सर्वाभरणभूषितैः +सर्वाभरणशोभाढ्या +सर्वाभरणसं +सर्वाभरणसंयुक्तं +सर्वाभरणसंयुक्तः +सर्वाभरणसंयुक्ता +सर्वाभरणसंयुक्तां +सर्वाभरणानि +सर्वाभरणान्युत्तार्य +सर्वाभावे +सर्वाभावेऽपि +सर्वाभि +सर्वाभिः +सर्वाभिधानशक्तिपरिवृता +सर्वाभिधानशक्तिप्रचितः +सर्वाभिमतस्य +सर्वाभिरपि +सर्वाभिरेव +सर्वाभिर् +सर्वाभिर्वा +सर्वाभिशङ्की +सर्वाभिश्च +सर्वाभिसारेण +सर्वाभिस्तु +सर्वाभी +सर्वाभीष्ट +सर्वाभीष्टं +सर्वाभीष्टप्रदं +सर्वाभीष्टप्रदा +सर्वाभीष्टप्रदायकम् +सर्वाभीष्टफलप्रदः +सर्वाभीष्टफलप्रदम् +सर्वाभूतानि +सर्वाभेदादन्यत्रेमे +सर्वाभेदाधिकरणम् +सर्वाभ्य +सर्वाभ्यः +सर्वाभ्यश्च +सर्वाभ्यस्त्वा +सर्वाभ्यां +सर्वाभ्यो +सर्वामपि +सर्वामयघ्नं +सर्वामयात् +सर्वामयान् +सर्वामरत्वं +सर्वामरैः +सर्वामरैश्वर्यं +सर्वामि +सर्वामिति +सर्वामिमां +सर्वामु +सर्वामृद्धिमार्ध्नुवन् +सर्वामृद्धिमार्ध्नोत् +सर्वामृद्धिमृध्नुवन्ति +सर्वामृद्धिमृध्नोति +सर्वाम् +सर्वाय +सर्वायसानि +सर्वायसीं +सर्वायुः +सर्वायुत्वाय +सर्वायुध +सर्वायुधधरं +सर्वायुधधरः +सर्वायुधसमन्वितम् +सर्वायुधानि +सर्वायुधान्यपि +सर्वायुधैः +सर्वायुरसि +सर्वायुर् +सर्वारम्भपरित्यागी +सर्वारम्भा +सर्वारम्भाः +सर्वारम्भेण +सर्वारम्भेषु +सर्वाराध्यं +सर्वाराध्यः +सर्वारिष्टं +सर्वार्चासु +सर्वार्थ +सर्वार्थं +सर्वार्थः +सर्वार्थकारिणि +सर्वार्थतत्त्वज्ञ +सर्वार्थता +सर्वार्थतायाः +सर्वार्थतैकाग्रतयोः +सर्वार्थत्वं +सर्वार्थत्वात् +सर्वार्थत्वे +सर्वार्थत्वेन +सर्वार्थदं +सर्वार्थदः +सर्वार्थदा +सर्वार्थमिति +सर्वार्थमित्युच्यते +सर्वार्थम् +सर्वार्थसाधकं +सर्वार्थसाधकः +सर्वार्थसाधकम् +सर्वार्थसाधके +सर्वार्थसाधनं +सर्वार्थसाधनम् +सर्वार्थसाधनी +सर्वार्थसाधिका +सर्वार्थसाधिके +सर्वार्थसाधिनी +सर्वार्थसिद्ध +सर्वार्थसिद्धः +सर्वार्थसिद्धय +सर्वार्थसिद्धये +सर्वार्थसिद्धस्य +सर्वार्थसिद्धि +सर्वार्थसिद्धिं +सर्वार्थसिद्धिः +सर्वार्थसिद्धिदम् +सर्वार्थसिद्धिदा +सर्वार्थसिद्धौ +सर्वार्थस्य +सर्वार्था +सर्वार्थाः +सर्वार्थानां +सर्वार्थानामुपक्रमे +सर्वार्थान् +सर्वार्थान्विपरीतांश्च +सर्वार्थे +सर्वार्थेषु +सर्वार्थो +सर्वार्पणं +सर्वार्पणेन +सर्वालंकार +सर्वालंकारभूषितः +सर्वालंकारभूषिता +सर्वालंकारभूषिताः +सर्वालंकारशोभितम् +सर्वालंकारसंयुक् +सर्वालंकारसंयुक्तं +सर्वालंकारसंयुतम् +सर्वालंकारसंयुताम् +सर्वालङ्कार +सर्वालङ्कारभूषितः +सर्वालङ्कारभूषिता +सर्वालङ्कारभूषिताः +सर्वालङ्कारभूषिताम् +सर्वालङ्कारशोभितम् +सर्वालङ्कारसं +सर्वालङ्कारसंयुक्तं +सर्वालङ्कारसंयुतं +सर्वालङ्कारसंयुतम् +सर्वालङ्कारसंयुताम् +सर्वालङ्कारेषु +सर्वालाभे +सर्वावतारकारणम् +सर्वावतारधर्ता +सर्वावताराणां +सर्वावती +सर्वावतीं +सर्वावतो +सर्वावन्तं +सर्वावयव +सर्वावयवशोभितम् +सर्वावयवसंपूर्णं +सर्वावयवसंपूर्णां +सर्वावयवसंयुक्तं +सर्वावयवसंयुतम् +सर्वावयवसुंदरम् +सर्वावयवसुन्दरम् +सर्वावयवसुन्दरीम् +सर्वावयवानां +सर्वावयवावच्छेदेन +सर्वावयवेषु +सर्वावरण +सर्वावरणमलापेतस्य +सर्वावसाने +सर्वावस्थं +सर्वावस्थस्य +सर्वावस्था +सर्वावस्थां +सर्वावस्थागता +सर्वावस्थाविशेषेषु +सर्वावस्थासु +सर्वावस्थास्वपि +सर्वावस्थोऽपि +सर्वावास +सर्वावासं +सर्वावासः +सर्वाविद्यानाशक +सर्वाशा +सर्वाशां +सर्वाशाः +सर्वाशापरिपूरके +सर्वाशी +सर्वाशुचिनिधानस्य +सर्वाशुभविनाशनम् +सर्वाशे +सर्वाश् +सर्वाश्च +सर्वाश्चर्यमयं +सर्वाश्चर्यमयम् +सर्वाश्चाप्सरसो +सर्वाश्चैता +सर्वाश्चैव +सर्वाश्रमाणां +सर्वाश्रमिणां +सर्वाश्रमेषु +सर्वाश्रय +सर्वाश्रयं +सर्वाश्रयः +सर्वाश्रयस्थास्तु +सर्वाश्रया +सर्वाश्रयां +सर्वाश्रयाय +सर्वाश्रयो +सर्वास +सर्वासा +सर्वासां +सर्वासामग्रभं +सर्वासामपां +सर्वासामपि +सर्वासामविरोधः +सर्वासामिति +सर्वासामीश्वरी +सर्वासामेव +सर्वासाम् +सर्वासाम्ऽ +सर्वासाꣳ +सर्वासु +सर्वास् +सर्वास्तं +सर्वास्तत्र +सर्वास्तत्राफलाः +सर्वास्तथा +सर्वास्तथैव +सर्वास्तदा +सर्वास्तव +सर्वास्तस्य +सर्वास्तस्याफलाः +सर्वास्ता +सर्वास्ताः +सर्वास्तान् +सर्वास्ताश्च +सर्वास्तास्तेन +सर्वास्तु +सर्वास्ते +सर्वास्त्रकुशलो +सर्वास्त्रकुशलौ +सर्वास्त्रकोविदाः +सर्वास्त्रविदुषां +सर्वास्त्राणां +सर्वास्त्राणि +सर्वास्त्रेषु +सर्वास्त्वं +सर्वास्त्वा +सर्वास्त्वां +सर्वास्थानं +सर्वास्वपि +सर्वास्वप्सु +सर्वास्वयं +सर्वास्ववस्थासु +सर्वास्ववस्थास्वपि +सर्वास्वापत्सु +सर्वास्वासु +सर्वास्विष्टकासु +सर्वास्वेव +सर्वास्व् +सर्वाहि +सर्वाऽपि +सर्वा॑ +सर्वा॑ः +सर्वा॑ङ्ग +सर्वा॑ङ्गः॒ +सर्वा॑णि +सर्वा॑णि॒ +सर्वा॑न् +सर्वा॑न्दु॒र्हार्दो॑ +सर्वा॑न्दु॒र्हार्दो॒ +सर्वा॑भिरे॒वैनं॑ +सर्वा॑भी +सर्वा॑भी॒ +सर्वा॑श्च +सर्वा॑सां +सर्वा॒ +सर्वाꣳ +सर्वाꣳश्च +सर्वि +सर्विका +सर्विवृतिप्रकाशोद्भासिता +सर्विस +सर्विस् +सर्वी +सर्वॆ +सर्वे +सर्वें +सर्वेः +सर्वेक्षण +सर्वेक्षणं +सर्वेक्षणम् +सर्वेच +सर्वेजनाः +सर्वेटस् +सर्वेण +सर्वेणात्मना +सर्वेणापि +सर्वेणेति +सर्वेणैव +सर्वेणैवैनं +सर्वेतनूः +सर्वेति +सर्वेते +सर्वेत्यादि +सर्वेत्र +सर्वेदा +सर्वेन +सर्वेन्द्रि +सर्वेन्द्रिय +सर्वेन्द्रियं +सर्वेन्द्रियगुणाभासं +सर्वेन्द्रियगुणाभासम् +सर्वेन्द्रियतापनं +सर्वेन्द्रियनियन्ता +सर्वेन्द्रियप्रेरकत्वेन +सर्वेन्द्रियविवर्जितं +सर्वेन्द्रियविवर्जितम् +सर्वेन्द्रियाणां +सर्वेन्द्रियाणामर्थे +सर्वेन्द्रियाणाम् +सर्वेन्द्रियाणि +सर्वेन्द्रियेति +सर्वेन्द्रियेषु +सर्वेन्द्रियैः +सर्वेन्द्रियोपरतिरूपा +सर्वेपरुः +सर्वेपरूः +सर्वेपसः +सर्वेपां +सर्वेपामेव +सर्वेपि +सर्वेपु +सर्वेभिर् +सर्वेभ्य +सर्वेभ्यः +सर्वेभ्यश्च +सर्वेभ्यश्चैव +सर्वेभ्यस्तृप्तिमायान्तु +सर्वेभ्यस्त्वा +सर्वेभ्यो +सर्वेभ्योपि +सर्वेभ्योऽपि +सर्वेयं +सर्वेरपि +सर्वेरेव +सर्वेव +सर्वेश +सर्वेशं +सर्वेशः +सर्वेशा +सर्वेशां +सर्वेशाय +सर्वेशि +सर्वेशी +सर्वेशे +सर्वेशो +सर्वेश्च +सर्वेश्वर +सर्वेश्वरं +सर्वेश्वरः +सर्वेश्वरतः +सर्वेश्वरत्वं +सर्वेश्वरत्वात् +सर्वेश्वरत्वेन +सर्वेश्वरश्च +सर्वेश्वरस्य +सर्वेश्वरस्येति +सर्वेश्वरा +सर्वेश्वराः +सर्वेश्वरात् +सर्वेश्वरादित्वे +सर्वेश्वरान्ता +सर्वेश्वरान्ताः +सर्वेश्वराय +सर्वेश्वरि +सर्वेश्वरी +सर्वेश्वरीं +सर्वेश्वरे +सर्वेश्वरेण +सर्वेश्वरेश्वरं +सर्वेश्वरेश्वरः +सर्वेश्वरेश्वरम् +सर्वेश्वरेश्वरी +सर्वेश्वरेश्वरे +सर्वेश्वरो +सर्वेष +सर्वेषं +सर्वेषः +सर्वेषा +सर्वेषाँ +सर्वेषां +सर्वेषाञ्च +सर्वेषाञ्चैव +सर्वेषान्तु +सर्वेषाम +सर्वेषामग्रतः +सर्वेषामङ्गानां +सर्वेषामथ +सर्वेषामधमं +सर्वेषामध्वनां +सर्वेषामनुपूर्वशः +सर्वेषामनुवाकानां +सर्वेषामन्ततो +सर्वेषामपि +सर्वेषामप्यतिलोभोपहतचेतस्त्वादिना +सर्वेषामयमसाविति +सर्वेषामलङ्काराणां +सर्वेषामलाभे +सर्वेषामवताराणां +सर्वेषामविशेषतः +सर्वेषामविशेषेण +सर्वेषामस्ति +सर्वेषामस्माकं +सर्वेषामाकाशादीनां +सर्वेषामाचार्याणां +सर्वेषामात्मनां +सर्वेषामात्मा +सर्वेषामाधारः +सर्वेषामाधिपत्यं +सर्वेषामानन्दानामुपस्थ +सर्वेषामारंभाणां +सर्वेषामाश्रमाणां +सर्वेषामाश्रयो +सर्वेषामिति +सर्वेषामित्यर्थः +सर्वेषामिन्द्रियाणां +सर्वेषामिव +सर्वेषामिह +सर्वेषामीप्सितं +सर्वेषामीश्वरं +सर्वेषामीश्वरः +सर्वेषामु +सर्वेषामुत्तमोत्तमः +सर्वेषामुत्तमोत्तमम् +सर्वेषामुपकाराय +सर्वेषामुपरि +सर्वेषामृत्विजां +सर्वेषामृषीणां +सर्वेषामेक +सर्वेषामेका +सर्वेषामेतदेव +सर्वेषामेतेषां +सर्वेषामेव +सर्वेषामेवं +सर्वेषामेवैषां +सर्वेषामेष +सर्वेषामेषां +सर्वेषामौदुम्बरी +सर्वेषाम् +सर्वेषाम्‌ +सर्वेषाꣳ +सर्वेषी +सर्वेषु +सर्वेष्टं +सर्वेष्वङ्गेषु +सर्वेष्वत्र +सर्वेष्वथ +सर्वेष्वपि +सर्वेष्वप्यहःसु +सर्वेष्वर्थविवादेषु +सर्वेष्वर्थेषु +सर्वेष्वहःसु +सर्वेष्वात्मसु +सर्वेष्वात्मस्वन्नमत्ति +सर्वेष्वायतनेषु +सर्वेष्वावरणेषु +सर्वेष्वावरणेष्वपि +सर्वेष्वाश्रमेषु +सर्वेष्विति +सर्वेष्वृतुषु +सर्वेष्वेकार्थकारिषु +सर्वेष्वेतेषु +सर्वेष्वेव +सर्वेष्वेषु +सर्वेष्व् +सर्वेस्तु +सर्वेऽ +सर्वेऽअङ्गः +सर्वेऽतनूः +सर्वेऽत्र +सर्वेऽथ +सर्वेऽद्य +सर्वेऽधिकारा +सर्वेऽधिकाराः +सर्वेऽनन्ताः +सर्वेऽन्ये +सर्वेऽपरुः +सर्वेऽपि +सर्वेऽपीति +सर्वेऽप्यमी +सर्वेऽप्येते +सर्वेऽभवन् +सर्वेऽमी +सर्वेऽर्थाः +सर्वेऽस्मै +सर्वेऽस्य +सर्वे॑ +सर्वे॑ण +सर्वे॑भ्यो +सर्वे॑षां +सर्वे॒ +सर्वै +सर्वैः +सर्वैकान्य +सर्वैकान्यकिंयत्तदः +सर्वैरङ्गैः +सर्वैरनुज्ञायताम् +सर्वैरपि +सर्वैरलंकृतः +सर्वैरहमेव +सर्वैरागन्तव्यं +सर्वैरिति +सर्वैरुत्क्रामति +सर्वैरेतैः +सर्वैरेभिः +सर्वैरेव +सर्वैर् +सर्वैर्गुणैः +सर्वैर्जनैः +सर्वैर्ज्ञायते +सर्वैर्दर्शनीयः +सर्वैर्दृश्यते +सर्वैर्देवगणैः +सर्वैर्देवैः +सर्वैर्देवैर्ज्ञातो +सर्वैर्देवैर्यज्ञं +सर्वैर्ध्यातैः +सर्वैर्ध्यानविरोधिभिर्विविक्ते +सर्वैर्न +सर्वैर्नामभिः +सर्वैर्नित्यम् +सर्वैर्भवद्भिः +सर्वैर्मनुष्यैः +सर्वैर्महर्षिभिः +सर्वैर्महामखैः +सर्वैर्महारथैः +सर्वैर्मिलित्वा +सर्वैर्यथा +सर्वैर्ययौ +सर्वैर्वरणीयं +सर्वैर्वरणीयः +सर्वैर्वा +सर्वैर्वीरैः +सर्वैर्हि +सर्वैव +सर्वैश् +सर्वैश्च +सर्वैश्चैव +सर्वैश्वर्य +सर्वैश्वर्यं +सर्वैश्वर्यप्रदं +सर्वैश्वर्ययुतो +सर्वैश्वर्यसमन्वितः +सर्वैश्वर्यसमन्वितम् +सर्वैश्वर्य्यप्रदं +सर्वैषां +सर्वैस् +सर्वैस्तं +सर्वैस्तत्र +सर्वैस्तथा +सर्वैस्तदा +सर्वैस्तव +सर्वैस्तु +सर्वैस्तैः +सर्वो +सर्वोच्च +सर्वोच्चः +सर्वोच्चनागरिकत्वेन +सर्वोच्चन्यायालय +सर्वोच्चन्यायालयः +सर्वोच्चन्यायालयस्य +सर्वोच्चन्यायालये +सर्वोत्कर्ष +सर्वोत्कर्षण +सर्वोत्कर्षे +सर्वोत्कर्षेण +सर्वोत्कृष्ट +सर्वोत्कृष्टं +सर्वोत्कृष्टः +सर्वोत्कृष्टतया +सर्वोत्कृष्टत्वं +सर्वोत्कृष्टत्वेन +सर्वोत्कृष्टम् +सर्वोत्कृष्टा +सर्वोत्कृष्टां +सर्वोत्कृष्टानि +सर्वोत्कृष्टे +सर्वोत्कृष्टो +सर्वोत्तम +सर्वोत्तमं +सर्वोत्तमः +सर्वोत्तमत्वं +सर्वोत्तमत्वम् +सर्वोत्तमम् +सर्वोत्तमस्य +सर्वोत्तमा +सर्वोत्तमां +सर्वोत्तमे +सर्वोत्तमो +सर्वोत्तमोत्तमः +सर्वोत्तमोत्तमम् +सर्वोत्तरं +सर्वोत्पत्तिमतां +सर्वोत्साहेन +सर्वोदके +सर्वोदयः +सर्वोदयदिनम् +सर्वोदरेषु +सर्वोद्योगेन +सर्वोप +सर्वोपकरणानि +सर्वोपकरणान्यपि +सर्वोपकरणान्वितम् +सर्वोपकरणैः +सर्वोपकरणैर्युतम् +सर्वोपकरणोपेतं +सर्वोपकार +सर्वोपकारं +सर्वोपकारकं +सर्वोपकारकः +सर्वोपकाराय +सर्वोपकारी +सर्वोपचारकैः +सर्वोपचारैः +सर्वोपद्रवनाशनम् +सर्वोपद्रवनाशिनी +सर्वोपद्रवेभ्यः +सर्वोपनिषत्प्रसिद्धं +सर्वोपनिषत्सु +सर्वोपनिषदां +सर्वोपनिषदामर्थं +सर्वोपनिषदो +सर्वोपमाद्रव्यसमुच्चयेन +सर्वोपरि +सर्वोपसंहारवती +सर्वोपसंहारेण +सर्वोपस्करसंयुक्तं +सर्वोपस्करसंयुतम् +सर्वोपस्करसंयुताम् +सर्वोपादानतया +सर्वोपाधिविनिर्मुक्तं +सर्वोपाधिविवर्जितम् +सर्वोपाधिशून्यतया +सर्वोपायेन +सर्वोपायैः +सर्वोपि +सर्वोपेता +सर्वोषां +सर्वोऽग्निः +सर्वोऽग्निश्चीयते +सर्वोऽथ +सर्वोऽपि +सर्वोऽप्ययं +सर्वोऽभिहितो +सर्वोऽयं +सर्वोऽर्थ +सर्वोऽर्थः +सर्वोऽर्थो +सर्वोऽल्पो +सर्वोऽसौ +सर्वोऽस्मीति +सर्वोऽहं +सर्वो॒ +सर्वौ +सर्वौषधं +सर्वौषधस्य +सर्वौषधि +सर्वौषधिं +सर्वौषधिगणः +सर्वौषधिसमन्वितः +सर्वौषधिसमन्वितम् +सर्वौषधी +सर्वौषधीः +सर्वौषधीनां +सर्वौषधीभिः +सर्वौषधैः +सर्वौषध्युदकं +सर्व् +सर्व्ँ +सर्व्व +सर्व्वं +सर्व्वंसहा +सर्व्वः +सर्व्वएव +सर्व्वकर्म्म +सर्व्वकर्म्मणि +सर्व्वकर्म्मसु +सर्व्वकर्म्माणि +सर्व्वकाम +सर्व्वकामदः +सर्व्वकामदम् +सर्व्वकामदा +सर्व्वकामप्रदं +सर्व्वकामफलप्रदः +सर्व्वकामफलप्रदम् +सर्व्वकामफलप्रदा +सर्व्वकामफलप्रदाम् +सर्व्वकार्य्याणि +सर्व्वकार्य्येषु +सर्व्वकालं +सर्व्वकाले +सर्व्वकालेषु +सर्व्वकुष्ठानि +सर्व्वगं +सर्व्वगः +सर्व्वगतं +सर्व्वगतो +सर्व्वगात्रेषु +सर्व्वगो +सर्व्वजगतां +सर्व्वजन्तुषु +सर्व्वजातिषु +सर्व्वजे +सर्व्वज्ञ +सर्व्वज्ञं +सर्व्वज्ञः +सर्व्वज्ञा +सर्व्वज्ञो +सर्व्वज्वरेषु +सर्व्वञ्च +सर्व्वत +सर्व्वतः +सर्व्वतन्त्रेषु +सर्व्वतश्च +सर्व्वतीर्थानां +सर्व्वतीर्थानि +सर्व्वतीर्थेषु +सर्व्वतीर्थेष्वयं +सर्व्वतो +सर्व्वतोभद्रं +सर्व्वतोभद्रः +सर्व्वतोभद्रा +सर्व्वतोभद्रो +सर्व्वतोभावेन +सर्व्वतोमुखः +सर्व्वतोमुखम् +सर्व्वत्र +सर्व्वत्रगः +सर्व्वत्रैव +सर्व्वथा +सर्व्वथैव +सर्व्वदं +सर्व्वदः +सर्व्वदर्शनसंग्रहे +सर्व्वदर्शी +सर्व्वदा +सर्व्वदानानां +सर्व्वदानानि +सर्व्वदिक्षु +सर्व्वदेवताः +सर्व्वदेवमयं +सर्व्वदेवमयी +सर्व्वदेवमयो +सर्व्वदेवानां +सर्व्वदेशे +सर्व्वदेहिनाम् +सर्व्वदैव +सर्व्वधनापहारे +सर्व्वधर्म्मबहिष्कृतः +सर्व्वधातुभ्य +सर्व्वधातुभ्यः +सर्व्वधातुभ्यो +सर्व्वधातुभ्योऽसुन् +सर्व्वनाम +सर्व्वन्तु +सर्व्वपातकनाशनम् +सर्व्वपातकैः +सर्व्वपाप +सर्व्वपापं +सर्व्वपापनाशः +सर्व्वपापप्रणाशनम् +सर्व्वपापप्रणाशिनी +सर्व्वपापप्रमोचनम् +सर्व्वपापप्रशमनं +सर्व्वपापविनाशनम् +सर्व्वपापविनिर्मुक्तः +सर्व्वपापविनिर्मुक्तो +सर्व्वपापविशुद्धात्मा +सर्व्वपापशमनाय +सर्व्वपापहरं +सर्व्वपापहरा +सर्व्वपापानि +सर्व्वपापेभ्यः +सर्व्वपापेभ्यो +सर्व्वपापैः +सर्व्वप्रयत्नेन +सर्व्वप्राणभृतां +सर्व्वप्राणिषु +सर्व्वबीजानि +सर्व्वभक्ष्यांश्च +सर्व्वभावेन +सर्व्वभूतहिते +सर्व्वभूतात्मा +सर्व्वभूतानां +सर्व्वभूतानि +सर्व्वभूतेभ्यो +सर्व्वभूतेषु +सर्व्वमङ्गला +सर्व्वमन्त्राणां +सर्व्वमाख्यातं +सर्व्वमिति +सर्व्वमिदं +सर्व्वमेकत्र +सर्व्वमेतत् +सर्व्वमेव +सर्व्वमोहनम् +सर्व्वम् +सर्व्वयज्ञेषु +सर्व्वयत्नेन +सर्व्वयोगेषु +सर्व्वरसः +सर्व्वरोगाणां +सर्व्वरोगेषु +सर्व्वर्त्तुषु +सर्व्वलोकस्य +सर्व्वलोकहिताय +सर्व्वलोका +सर्व्वलोकानां +सर्व्वलोकान् +सर्व्वलोकेषु +सर्व्ववर्णानां +सर्व्ववर्णेषु +सर्व्ववाद्यमयी +सर्व्ववास्तुषु +सर्व्ववित् +सर्व्वविषये +सर्व्वव्याधिविनाशनम् +सर्व्वव्याधिहरं +सर्व्वव्यापी +सर्व्वशः +सर्व्वशक्तिमान् +सर्व्वशरीरेषु +सर्व्वशस्यमहार्घता +सर्व्वशस्यानां +सर्व्वशस्यानि +सर्व्वशास्त्रविशारदः +सर्व्वशास्त्राणां +सर्व्वशास्त्रार्थपारगः +सर्व्वशो +सर्व्वसंशयाः +सर्व्वसत्त्वानां +सर्व्वसन्धिषु +सर्व्वसम्पदः +सर्व्वसम्मतम् +सर्व्वसिद्धिं +सर्व्वसिद्धिः +सर्व्वसिद्धिदम् +सर्व्वसिद्धिदा +सर्व्वसिद्धिप्रदायकः +सर्व्वसिद्धीश्वरो +सर्व्वस्मात् +सर्व्वस्माद् +सर्व्वस्मिन् +सर्व्वस्मै +सर्व्वस्य +सर्व्वस्यैव +सर्व्वस्वं +सर्व्वस्वम् +सर्व्वा +सर्व्वां +सर्व्वांश्च +सर्व्वांस्तान् +सर्व्वाः +सर्व्वाङ्गं +सर्व्वाङ्गे +सर्व्वाणि +सर्व्वाणी +सर्व्वाण्यपि +सर्व्वाण्येतानि +सर्व्वाण्येव +सर्व्वात्मकं +सर्व्वात्मके +सर्व्वात्मना +सर्व्वात्मने +सर्व्वात्मा +सर्व्वानन्दः +सर्व्वानुभूतिः +सर्व्वानेव +सर्व्वान् +सर्व्वाभरणभूषितम् +सर्व्वाभावे +सर्व्वाभिः +सर्व्वाय +सर्व्वार्थसाधकः +सर्व्वार्थसाधकम् +सर्व्वार्थसिद्धिः +सर्व्वार्थान् +सर्व्वावस्थासु +सर्व्वाश्च +सर्व्वासां +सर्व्वासामेकपत्नीनामेका +सर्व्वासु +सर्व्वास्ताः +सर्व्वास्तास्तेन +सर्व्वास्ववस्थासु +सर्व्वास्वेव +सर्व्वे +सर्व्वेण +सर्व्वेन्द्रियाणि +सर्व्वेभ्य +सर्व्वेभ्यः +सर्व्वेभ्यो +सर्व्वेशं +सर्व्वेश्वरः +सर्व्वेश्वराय +सर्व्वेषा +सर्व्वेषां +सर्व्वेषाञ्च +सर्व्वेषाञ्चैव +सर्व्वेषान्तु +सर्व्वेषामपि +सर्व्वेषामादित्यानां +सर्व्वेषामेव +सर्व्वेषाम् +सर्व्वेषु +सर्व्वेष्वपि +सर्व्वेष्वर्थविवादेषु +सर्व्वेष्वेतेषु +सर्व्वेष्वेव +सर्व्वेहि +सर्व्वेऽपि +सर्व्वै +सर्व्वैः +सर्व्वैरेव +सर्व्वैश्च +सर्व्वैस्तु +सर्व्वो +सर्व्वोऽपि +सर्व॑ +सर्व॑तनूः +सर्व॑तनूः॒ +सर्व॑परुः॒ +सर्व॑मि॒दं +सर्व॑मे॒व +सर्व॑म् +सर्व॑या +सर्व॑वीरं +सर्व॑वीरं॒ +सर्व॑स्मात् +सर्व॑स्मादा॒त्मन॒स्तमि॒दं +सर्व॑स्मै॒ +सर्व॑स्य +सर्व॑स्य॒ +सर्व॑ऽवीरम् +सर्व॑ऽवीराः +सर्व॒ +सर्व॒त्वाय॑ +सर्व॒दा +सर्व॒धा +सर्व॒मायु॑रेति +सर्व॒मायु॑रेति॒ +सर्वꣳ +सर्ष +सर्षप +सर्षपं +सर्षपः +सर्षपजं +सर्षपतैलं +सर्षपतैलम् +सर्षपतैलेन +सर्षपमात्रकम् +सर्षपमात्राणि +सर्षपम् +सर्षपशाकं +सर्षपसमिध +सर्षपस्तु +सर्षपस्य +सर्षपा +सर्षपांश्च +सर्षपाः +सर्षपाकारा +सर्षपाणां +सर्षपादिः +सर्षपादिभिः +सर्षपाद्वा +सर्षपान् +सर्षपाभा +सर्षपाश्च +सर्षपास्तथा +सर्षपास्तिलाः +सर्षपिका +सर्षपी +सर्षपे +सर्षपेण +सर्षपैः +सर्षपैश्च +सर्षपो +सर्षिः +सर्षिगणा +सर्षिगणाः +सर्षिगणास्तथा +सर्षिगणास्तदा +सर्षिपुरोगमाः +सर्षिसङ्घः +सर्षिसङ्घाः +सर्षे +सर॑ +सर॑त् +सर॑स्वति +सर॑स्वति॒ +सर॑स्वती +सर॑स्वतीं +सर॑स्वतीम् +सर॑स्वती॒ +सर॑स्वते +सर॑स्वत्या +सर॑स्वत्या॒ +सर॑स्वत्यै +सर॑स्वत्यै॒ +सर॑स्वन्त॒मव॑से +सल +सलं +सलः +सलक्षणं +सलक्षणः +सलक्षणम् +सलक्षणा +सलक्षणां +सलक्षणाः +सलक्षणानि +सलक्षणान् +सलक्षणाम् +सलक्षणे +सलक्षणोदाहरण +सलक्षणोदाहरणं +सलक्ष्म +सलक्ष्मण +सलक्ष्मणं +सलक्ष्मणः +सलक्ष्मणम् +सलक्ष्मणस्य +सलक्ष्मणाम् +सलक्ष्मणाय +सलक्ष्मणे +सलक्ष्मणेन +सलक्ष्मणो +सलक्ष्मा +सलक्ष्माणो +सलक्ष्मीकं +सलक्ष्मीको +सलक्ष्यते +सलगा +सलघुकौ +सलज्जं +सलज्जः +सलज्जम् +सलज्जा +सलज्जाः +सलज्जो +सलति +सलमान +सलयं +सलयैरिव +सललितं +सलवणं +सलवणः +सलवणा +सलवणैः +सलवणो +सलसीकं +सला +सलाउद्दीन +सलाजं +सलाञ्छनं +सलात् +सलाभिनः +सलाम +सलावृकी +सलाह +सलि +सलिङ्गं +सलिङ्गः +सलिङ्गस्य +सलिम +सलिल +सलिलं +सलिलः +सलिलक्रियाम् +सलिलगणः +सलिलप्लावितानीव +सलिलभयं +सलिलमये +सलिलमरुतां +सलिलमादाय +सलिलमिति +सलिलमिव +सलिलमेव +सलिलमेवास +सलिलम् +सलिलराजस्य +सलिलवत् +सलिलसम्भवः +सलिलस्य +सलिलस्येव +सलिलस्रावि +सलिला +सलिलाञ्जलिम् +सलिलाढके +सलिलात् +सलिलादिभिः +सलिलादिषु +सलिलादिसामग्रीसंमर्देऽपि +सलिलाद् +सलिलाधिपः +सलिलानां +सलिलानि +सलिलानीव +सलिलान् +सलिलान्तरम् +सलिलाय +सलिलार्णवे +सलिलार्थिनः +सलिलाशयं +सलिलाशयः +सलिलाशयम् +सलिलाशया +सलिलाशयाः +सलिलाशये +सलिलाशयेषु +सलिलाशी +सलिले +सलिलेन +सलिलेनापि +सलिलेनैव +सलिलेषु +सलिलेऽपि +सलिलै +सलिलैः +सलिलैस्तथा +सलिलो +सलि॒लानि॒ +सलि॒लो +सलीबान् +सलीम +सलीम् +सलील +सलीलं +सलीलः +सलीलदात्यूहसमूहनिस्वनाः +सलीलमावर्जितजिह्मपक्षाः +सलीलम् +सलीलयातानि +सलु +सले +सलेकः +सलेमपुर +सलेशं +सलेशमिति +सलो +सलोकं +सलोकता +सलोकतां +सलोकतामश्नुते +सलोकतामाप्नुवन्ति +सलोकतामाप्नोति +सलोकताम् +सलोकपालः +सलोकपालाः +सलोकस्य +सलोको +सलोक᳘तां +सलोध्रं +सलोप +सलोपः +सलोपश्च +सलोपश्छान्दसः +सलोपे +सलोपो +सलोपोऽनन्त्यस्य +सलोम +सलोमकः +सलोमतायै +सलोमत्वाय +सलोमशः +सलोहितः +सलोहितम् +सलोहितो +सलौ +सल्फर +सल्फाइड +सल्मान् +सल्य +सल्यं +सल्यपि +सल्या +सल्लक +सल्लकी +सल्लकीविटपभङ्गवासितम् +सल्लकीवृक्षे +सल्लग्ना +सल्लिङ्गं +सल॑क्ष्मा॒ +सव +सवँ +सवं +सवंत +सवः +सवचनः +सवज्रं +सवज्रकम् +सवणूरु +सवणे +सवत +सवतः +सवति +सवत् +सवत्तीणम् +सवत्र +सवत्सं +सवत्सकाः +सवत्सकाम् +सवत्सर +सवत्सरं +सवत्सा +सवत्सां +सवत्साः +सवत्सानां +सवत्साय +सवत्साया +सवत्साश्च +सवत्सिका +सवत्सिकाम् +सवदत्ती +सवदत्तीयल्लम्माविधानसभाक्षेत्रम् +सवदा +सवन +सवनँ +सवनं +सवनः +सवनकर्मणि +सवनत्रयम् +सवनत्रये +सवनभाजो +सवनमिति +सवनमुखे +सवनमुखेसवनमुखे +सवनमेकविंशं +सवनम् +सवनयोः +सवनयोर् +सवनस्य +सवनस्यर्भुमतो +सवनस्येति +सवनस्येन्द्रा +सवनस्येन्द्राय +सवना +सवनाः +सवनात् +सवनादिषु +सवनाद् +सवनानां +सवनानाम् +सवनानि +सवनान् +सवनान्येव +सवनान्य् +सवनाभ्यां +सवनाय +सवनार्णवा +सवनी +सवनीय +सवनीयं +सवनीयः +सवनीयकाले +सवनीयपुरोडाशस्य +सवनीयस्य +सवनीया +सवनीयाः +सवनीयानां +सवनीयान् +सवनीयान्निर्वपति +सवनीयाश्च +सवनीयासु +सवनीये +सवनीयेन +सवनीयेषु +सवनीयैः +सवनीयो +सवने +सवनेन +सवनेषु +सवनेष्ट्या +सवनेसवने +सवनेऽच्छावाकशस्त्रे +सवनैः +सवनैर् +सवनो +सवन् +सवन्ति +सवपरास +सवमनुमन्यते +सवमनुमन्यन्ते +सवम् +सवय +सवयसः +सवयसा +सवयसो +सवयस्यः +सवयस्यो +सवया +सवयाः +सवयाश्च +सवयोभिः +सवयोभिरन्वितः +सवरं +सवरः +सवरणे +सवर्ग +सवर्चसं +सवर्चसम् +सवर्ण +सवर्णं +सवर्णः +सवर्णकरणं +सवर्णग्रहणं +सवर्णता +सवर्णदीर्घ +सवर्णदीर्घः +सवर्णदीर्घत्वं +सवर्णदीर्घत्वम् +सवर्णदीर्घत्वे +सवर्णदीर्घत्वेन +सवर्णदीर्घसन्धिः +सवर्णदीर्घस्य +सवर्णदीर्घे +सवर्णदीर्घेण +सवर्णदीर्घो +सवर्णनम् +सवर्णम् +सवर्णया +सवर्णयित्वा +सवर्णश्च +सवर्णसञ्ज्ञा +सवर्णस्य +सवर्णा +सवर्णां +सवर्णाः +सवर्णाना +सवर्णानां +सवर्णान् +सवर्णाभिः +सवर्णाभिस्तु +सवर्णामुपरिस्थिताम् +सवर्णाय +सवर्णायां +सवर्णायाः +सवर्णासु +सवर्णासूपदिश्यते +सवर्णाहन्यहन्यपि +सवर्णिते +सवर्णे +सवर्णेन +सवर्णेभ्यः +सवर्णो +सवर्णौ +सवर्द्धिता +सवले +सवलो +सवल्कले +सववच्च +सवसे +सवस्तु +सवस्त्रं +सवस्त्रकम् +सवस्त्रकान् +सवस्त्रां +सवस्त्रान् +सवस्त्रे +सवस्य +सवा +सवाँ +सवां +सवाः +सवाई +सवाजिरथकुञ्जराम् +सवाणि +सवातं +सवातरौ +सवातिके +सवाते +सवातो +सवात् +सवात्यौ +सवात्सके +सवाद +सवाद्यं +सवानरः +सवानां +सवान् +सवाभ्यां +सवाय +सवायिगन्धर्वस्य +सवायी +सवार +सवारियों +सवारी +सवार्त्तिकः +सवाल +सवासन +सवासनं +सवासनम् +सवासनाः +सवासनानां +सवासवम् +सवासवाः +सवासवान् +सवासवैः +सवासवौ +सवासा +सवासाः +सवासिनौ +सवाहं +सवाहनं +सवाहनः +सवाहनपरिवाराय +सवाहनम् +सवाहना +सवाहनाः +सवाहनान् +सवाहम् +सवाꣳर् +सवि +सविं +सविंश +सविंशः +सविंशा +सविक +सविकलं +सविकल्प +सविकल्पं +सविकल्पः +सविकल्पक +सविकल्पकं +सविकल्पकः +सविकल्पकम् +सविकल्पकस्य +सविकल्पके +सविकल्पकेन +सविकल्पको +सविकल्पसमाधिना +सविकल्पस्य +सविकल्पो +सविकार +सविकारं +सविकारमुदाहृतम् +सविकारम् +सविकारा +सविकासमासत +सविकासा +सविक्रमं +सविग्रहं +सविग्रहम् +सविग्रहां +सविघ्नं +सविचार +सविचारं +सविचारः +सविचारसमाधिः +सविचारा +सविचारो +सविचित्रशैलावतंसा +सविज्ञान +सविज्ञानं +सविज्ञानमिति +सविज्ञानमिदं +सविज्ञानमेवान्ववक्रामति +सविज्ञानम् +सविज्ञानस्य +सविज्ञानो +सविज्ञेयो +सवित +सवितः +सवितः॒ +सवितरति +सवितरि +सवितरिति +सवितरेतं +सवितरेतत्ते +सवितरेष +सवितर् +सवितर्क +सवितर्कं +सवितर्कः +सवितर्कम् +सवितर्कया +सवितर्का +सवितर्को +सवितर्दुरितानि +सवितर्दुरि॒तानि॒ +सवितर्यथा +सवितर्य॒ज्ञं +सवितर्वाममु +सवितवे +सविता +सविताददात् +सवितानं +सविताभि +सविताभिरक्षतु +सवितारं +सवितारमुप +सवितारमूतये +सवितारमैक्षत +सवितारमोण्योः +सवितारम् +सवितासि +सवितु +सवितुः +सवितुरिति +सवितुरिव +सवितुरुदये +सवितुर् +सवितुर्देवस्य +सवितुर्दैव्यस्य +सवितुर्नावमेतां +सवितुर्बाहू +सवितुर्मण्डले +सवितुर्यथा +सवितुर्व +सवितुर्वः +सवितुर्वरेण्यं +सवितुर्वरेण्यम् +सवितुर्वरेण्यस्य +सवितुर्वा +सवितुश्च +सवितुस्तथा +सवितुस्सवे +सवितृ +सवितृदेवत्या +सवितृपात्रेण +सवितृप्रसूत +सवितृप्रसूतं +सवितृप्रसूतः +सवितृप्रसूता +सवितृप्रसूतो +सवितृमण्डलमध्यवर्त्ती +सवितृमण्डलस्य +सवितॄप्रसूत +सवितेति +सवितेदं +सवितेव +सवितैकां +सवितैतानि +सवितैव +सवितोत +सवितोत् +सवितोत्पुनातु +सवितोद् +सवितोद्वपतु +सवितोद्वपत्विति +सवितोवाच +सवित्र +सवित्रम् +सवित्रा +सवित्रि +सवित्री +सवित्रे +सवित्रेति +सवित्रेऽर्घ्यं +सवित्र्या +सवित॒ +सवित॒ः +सविदारिका +सविद्यानां +सविद्युतं +सविद्युतः +सविद्युत्स्तनयित्नुमान् +सविद्युदिव +सविद्यो +सविध +सविधं +सविधा +सविधानं +सविधि +सविधे +सविधेऽप्यनीश्वरा +सविन +सविनय +सविनयं +सविनयम् +सविन्ध्य +सविपादम् +सविबन्धं +सविभागा +सविभीषणः +सविभीषणम् +सविभीषणाः +सविभ्रम +सविभ्रमं +सविभ्रमम् +सविभ्रमा +सविभ्रमाः +सविमर्श +सविमर्शं +सविमर्शम् +सविरामं +सविरेचनम् +सविलासं +सविलासा +सविवधत्वाय +सविवरणं +सविवृति +सविवृतिप्रकाशांद्भासिता +सविवृतिप्रकाशाद्भासिता +सविवृतिप्रकाशोद्भालिता +सविवृतिप्रकाशोद्भासिता +सविवृतिप्रकाशोनालिता +सविवृतिप्रकाशोनासिता +सविवृतिप्रकाशोन्द्भासिता +सविशाखं +सविशे +सविशेष +सविशेषं +सविशेषः +सविशेषकम् +सविशेषणं +सविशेषणत्वे +सविशेषणस्य +सविशेषणानां +सविशेषणे +सविशेषणौ +सविशेषतः +सविशेषत्वं +सविशेषनिरूपणैः +सविशेषमद्य +सविशेषम् +सविशेषसङ्गा +सविशेषा +सविशेषाणि +सविशेषेण +सविशेषो +सविश्वा +सविश्वासं +सविष +सविषं +सविषप्राणिपरिसर्पणमूत्रणात् +सविषय +सविषयं +सविषयत्वं +सविषयस्य +सविषया +सविषयाणि +सविषा +सविषाः +सविषाणं +सविषाणां +सविषाणि +सविषादं +सविषादम् +सविषाश्च +सविषास्तु +सविषे +सविषेण +सविषो +सविसर्ग +सविसर्गं +सविसर्गकम् +सविसर्गो +सविसेसं +सविस्तर +सविस्तरं +सविस्तरः +सविस्तरम् +सविस्तरा +सविस्तराः +सविस्तरायां +सविस्तरेण +सविस्तारं +सविस्फुलिङ्गं +सविस्फुलिङ्गा +सविस्फोटं +सविस्मय +सविस्मयं +सविस्मयः +सविस्मयमाकर्णयन्ति +सविस्मयम् +सविस्मयरसा +सविस्मया +सविस्मयाः +सविस्मयैः +सविस्मयो +सवि॒ता +सवि॒तारं॑ +सवि॒तारं॒ +सवि॒तार॒मुप॑ +सवि॒तु +सवि॒तुः +सवि॒तृप्र॑सूत +सवि॒त्रा +सवि॒त्रे +सवी +सवीक्ष्य +सवीमनि +सवीमा +सवीराः +सवीरोदक्ष +सवीर्यं +सवीर्यः +सवीर्यत्वाय +सवीवधत्वाय +सवी॑मनि +सवी॑मनि॒ +सवृक्षवनगुल्माढ्यं +सवृता +सवृते +सवृत्तं +सवृत्ति +सवृत्तिः +सवृदसि +सवृद्धि +सवृद्धिकं +सवृधः +सवृषं +सवृषणं +सवे +सवें +सवेगं +सवेगम् +सवेतालो +सवेत्र +सवेद +सवेदनं +सवेदनः +सवेदनम् +सवेदना +सवेदनाः +सवेदनाम् +सवेदने +सवेदनो +सवेदसा +सवेदिकम् +सवेन +सवेपथुः +सवेपथूनि +सवेरे +सवेश +सवेषां +सवेषु +सवै +सवैः +सवैराजमुत्तरादसृजन्मुखात् +सवैरेव +सवैलक्ष्यम् +सवैश्वानरायै +सवैष्णवं +सवैष्णवम् +सवो +सवों +सव्य +सव्यं +सव्यः +सव्यके +सव्यक्रमेण +सव्यगं +सव्यञ्जनं +सव्यतः +सव्यतो +सव्यथं +सव्यथम् +सव्यदक्षिणम् +सव्यदक्षिणे +सव्यपाणिना +सव्यपादं +सव्यपार्श्वे +सव्यभागे +सव्यभिचार +सव्यभिचारं +सव्यभिचारः +सव्यभिचारो +सव्यमक्षि +सव्यमिति +सव्यम् +सव्यरज्जुं +सव्यश्च +सव्यसाचिनः +सव्यसाचिनम् +सव्यसाचिना +सव्यसाचिनि +सव्यसाचिन् +सव्यसाची +सव्यस्य +सव्यहस्तं +सव्यहस्तस्य +सव्यहस्ते +सव्यहस्तेन +सव्या +सव्यां +सव्याख्यः +सव्याख्यम् +सव्याख्याद्वैतसिद्धिसिद्धान्तसारे +सव्याख्याद्वैतासिद्धिसिद्धान्तसारे +सव्याख्यानकाग्निकाण्डे +सव्याख्यानम् +सव्याख्याने +सव्याख्यानैकाग्निकाण्डे +सव्याख्यानैकान्निकाण्डे +सव्याख्ये +सव्याज +सव्याजं +सव्यात् +सव्यात्पाणिहृदयाल्लोहितं +सव्यानि +सव्यानुद्ग्रथ्य +सव्यानूरूनाघ्नाना +सव्यापसव्यं +सव्यापसव्यतः +सव्यापसव्ययोगेन +सव्यापसव्येन +सव्यापारं +सव्यापारः +सव्यापारा +सव्यापारो +सव्याय +सव्यायां +सव्यालं +सव्यावृत +सव्यावृतो +सव्याहृति +सव्याहृतिं +सव्याहृतिकां +सव्ये +सव्येतरं +सव्येतरपाणिभिः +सव्येतरे +सव्येन +सव्येनाधिष्ठायार्धं +सव्येनेति +सव्येनैव +सव्येनोपभृतं +सव्येष्ठा +सव्यैः +सव्यो +सव्योत्तराभ्यां +सव्योषं +सव्योषैः +सव्यौ +सव्रणं +सव्रणः +सव्रणस्य +सव्रता +सव्रताः +सव्रते +सव्रीड +सव्रीडं +सव्रीडम् +सव्रीडा +सव्रीडां +सव्रीडो +सव्र॑ताः +सव्व +सव्वँथ्स॒रो +सव्वं +सव्वणं +सव्वधा +सव्वस्सं +सव्वहा +सव्वा +सव्विलअ +सव्वें +सव्वो +सव॑नं +सव॑नं॒ +सव॑नम् +सव॑नस्य +सव॑ना +सव॑नानि +सव॑नानि॒ +सव॑ना॒ +सव॑ने +सव॑नेषु +सव॑नेषु॒ +सव॑ने॒ +सव॒ना +सव॒नाव॑ +सश +सशं +सशंयः +सशक्तः +सशक्तयः +सशक्तिः +सशक्तिकं +सशक्तिकम् +सशक्तिकाः +सशक्तिकाय +सशक्तिकायामुं +सशक्रा +सशक्राः +सशङ्क +सशङ्कं +सशङ्कः +सशङ्का +सशतावरी +सशपथं +सशब्द +सशब्दं +सशब्दः +सशब्दम् +सशब्दस्य +सशब्दा +सशब्दाः +सशब्दे +सशब्दो +सशय +सशयः +सशर +सशरं +सशरः +सशरम् +सशराय +सशरासनः +सशरीर +सशरीरं +सशरीरः +सशरीरत्वं +सशरीरत्वे +सशरीरम् +सशरीरस्य +सशरीरा +सशरीरेण +सशरीरो +सशरो +सशर्करं +सशर्करः +सशर्करम् +सशर्करा +सशर्करां +सशर्कराः +सशर्करान् +सशर्करे +सशर्करेण +सशर्करैः +सशर्करो +सशल्कांश्चैव +सशल्कान् +सशल्य +सशल्यं +सशल्यः +सशल्या +सशल्यो +सशस्त्र +सशस्त्रं +सशस्त्रः +सशस्त्रस्य +सशस्त्रा +सशस्त्राः +सशाल्मलैः +सशिखं +सशिखरा +सशिखाः +सशिखानि +सशिरः +सशिरःकम्पं +सशिरस्कं +सशिरस्कां +सशिरस्त्राणं +सशिरा +सशिवं +सशिवः +सशिष्य +सशिष्यं +सशिष्यः +सशिष्यकः +सशिष्या +सशिष्याः +सशिष्येण +सशिष्यो +सशी +सशीतः +सशुक्रं +सशुक्रत्वाय +सशुक्राणाम् +सशूकायामित्यादि +सशूलं +सशूलः +सशूला +सशूले +सशृङ्गवेरं +सशेषं +सशेषः +सशेषा +सशेषो +सशैलं +सशैलवनकाननम् +सशैलवनकानना +सशैलवनकाननाम् +सशैला +सशैलां +सशैवलासङ्गमपि +सशोक +सशोकं +सशोकः +सशोकम् +सशोका +सशोकेन +सशोणितं +सशोणितः +सशोणितम् +सशोणिता +सशोणितानि +सशोणिते +सशोणितैः +सशोथं +सशोध्य +सशोफं +सशोफे +सश्च +सश्चकामाइ +सश्चत +सश्चतः +सश्चति +सश्चद्देवो +सश्चद्दे॒वो +सश्चसि +सश्चिम +सश्चिरे +सश्मश्रुः +सश्रद्धं +सश्रद्धा +सश्रावकसंघं +सश्रावकसंघः +सश्रावकसंघस्य +सश्रावकसंघो +सश्रीकं +सश्रीकः +सश्वासं +सश्वासकासस्वरभेदशोथाः +सश्वेतं +सषड्भ +सषड्भः +सषड्भे +सषोडशिकानि +सषोडशिके +सष्ट +सष्टम् +सस +ससं +ससंकल्पामुत्कण्ठां +ससंग्रहम् +ससंग्रहाः +ससंज्ञो +ससंभ्रम +ससंभ्रमं +ससंभ्रमः +ससंभ्रमम् +ससंभ्रमा +ससंभ्रमाः +ससंभ्रमो +ससंरम्भं +ससंरम्भम् +ससंरम्भो +ससंशयं +ससंशयः +ससंशयमपक्रमम् +ससंशयम् +ससंशयो +ससंहारं +ससः +ससखि +ससखी +ससखीजना +ससङ्गतिकं +ससङ्ग्रहः +ससचिवः +ससज +ससजा +ससजुषो +ससजुषोः +ससञ्ज +ससतः +ससतामिव +ससत्त्वं +ससत्त्वेषु +ससत्थ +ससत्वेषु +ससदि +ससधा +ससनि +ससनुषीꣳ +ससन्तं +ससन्तम् +ससन्तापा +ससन्तापो +ससन्तु +ससन्देहं +ससन्देहालङ्कारः +ससन्धयः +ससन्धयस्ते +ससन्ध्यांशेषु +ससन्ध्येषु +ससभिके +ससभ्यः +ससमी +ससमुद्रगुहा +ससमुद्रा +ससमे +ससम् +ससम्भ्रम +ससम्भ्रमं +ससम्भ्रमः +ससम्भ्रमम् +ससम्भ्रमा +ससम्भ्रमाः +ससरं +ससर्ग +ससर्ज +ससर्जाथ +ससर्जादौ +ससर्जिथ +ससर्जिरे +ससर्जेति +ससर्ज्ज +ससर्ज्जादौ +ससर्प +ससर्पिः +ससर्पिषा +ससर्पिष्कं +ससर्पिष्कः +ससर्पे +ससर्षपाः +ससर्षपैः +ससवांसः +ससवांसो +ससवान् +ससस +ससस्त्य् +ससस्य +ससहायः +ससहायो +ससहिः +ससहिम् +ससहे +ससह्याम +ससह्वान् +ससऽवांसः +ससऽवान् +ससा +ससाक्षिकं +ससाक्षिकम् +ससागरवना +ससागरवनां +ससागरा +ससागरां +ससागराः +ससागराम् +ससात्यकिः +ससाद +ससादिनः +ससाधनं +ससाधनः +ससाधनम् +ससाधनस्य +ससाधना +ससाध्यं +ससाध्याः +ससाध्वसं +ससाध्वसम् +ससाध्वसा +ससाध्वसाः +ससान +ससाम +ससार +ससारं +ससारः +ससारथिं +ससारथिः +ससारथिम् +ससारे +ससारेण +ससाहिषे +ससाहे +ससि +ससितं +ससितः +ससिता +ससितां +ससितामधु +ससितो +ससितोपलम् +ससीतं +ससीतः +ससीतौ +ससीमके +ससु +ससुखं +ससुग्रीवं +ससुग्रीवः +ससुतं +ससुतः +ससुतस्य +ससुता +ससुतां +ससुतान् +ससुताय +ससुते +ससुतो +ससुर +ससुरः +ससुरासुरं +ससुरासुरगन्धर्वं +ससुरासुरमानवाः +ससुरासुरमानुषम् +ससुरासुराः +ससुरासुरैः +ससुरेण +ससुरो +ससुवर्णं +ससुषिराः +ससुहृज्जनः +ससुहृज्जनम् +ससुहृज्जनाः +ससुहृदं +ससुहृद्गणः +ससूतं +ससूतः +ससूत्रं +ससूत्रान् +ससूनुः +ससूव +ससूवेति +ससृज +ससृजानाय +ससृजुः +ससृजुर्वनचारिणः +ससृजे +ससृज्महे +ससृज्यात् +ससृज्रिरेऽरुषीरधि +ससृव +ससृवांसं +ससृवांसो +ससृष्ट +ससृष्टि +ससे +ससेन +ससैनिकः +ससैनिकम् +ससैनिकाः +ससैन्धवं +ससैन्धवः +ससैन्धवम् +ससैन्धवा +ससैन्धवां +ससैन्धवाः +ससैन्धवाम् +ससैन्धवेन +ससैन्धवैः +ससैन्य +ससैन्यं +ससैन्यः +ससैन्यकः +ससैन्यश्च +ससैन्यस्य +ससैन्या +ससैन्याः +ससैन्ये +ससैन्यो +ससैन्योऽहं +ससैन्यौ +ससैव +ससोमाः +ससौ +ससौम्ये +सस् +सस्कार +सस्कारः +सस्कारा +सस्कारो +सस्कृत +सस्कृतं +सस्कृतस्य +सस्कृते +सस्त +सस्तनः +सस्तनूभिः +सस्तनूभिर्व्यशेम +सस्ता +सस्ताम् +सस्ति +सस्तु +सस्तु॑ +सस्ते +सस्तोमम् +सस्त्र +सस्त्रि +सस्त्रीकं +सस्त्रीकः +सस्त्रीकश्च +सस्त्रीका +सस्त्रीकाः +सस्त्रीको +सस्त्रीभिः +सस्थ +सस्थण्डिलके +सस्थान +सस्थानः +सस्थानत्वं +सस्थाननिर्देशमनुक्रमकोशः +सस्थाने +सस्थानेन +सस्थानेनेति +सस्थाप्य +सस्थिता +सस्थिते +सस्नि +सस्निं +सस्निः +सस्निः॑ +सस्नितमं +सस्नितमम् +सस्निमविन्दच्चरणे +सस्निम् +सस्निर्वाजं +सस्नुः +सस्नुश्च +सस्नुषा +सस्नुस्तत्र +सस्ने +सस्नेह +सस्नेहं +सस्नेहम् +सस्नेहलवणानि +सस्नेहा +सस्नेहाः +सस्नेहो +सस्नौ +सस्प +सस्पृशेत् +सस्पृश्य +सस्पृहं +सस्पृहः +सस्पृहम् +सस्पृहो +सस्फोटं +सस्म +सस्मर +सस्मरतुः +सस्मरुः +सस्मरुश्च +सस्मरे +सस्मर्थ +सस्मार +सस्माराथ +सस्मारेति +सस्मि +सस्मित +सस्मितं +सस्मितः +सस्मितम +सस्मितमब्रवीत् +सस्मितमाह +सस्मितम् +सस्मिता +सस्मितां +सस्मिताः +सस्मितानि +सस्मिताभिश्च +सस्मिताम् +सस्मिताश्च +सस्मिते +सस्मितेन +सस्मितो +सस्मिन् +सस्मिन्नूधन् +सस्मि॑न् +सस्मि॒न्नूध॑न् +सस्य +सस्यं +सस्यक +सस्यकं +सस्यकः +सस्यकम् +सस्यकुले +सस्यको +सस्यचौरा +सस्यजन्यः +सस्यजातानि +सस्यन्दे +सस्यपति +सस्यपि +सस्यमतुः +सस्यमालिनी +सस्यमिति +सस्यमिव +सस्यम् +सस्यवती +सस्यविज्ञानम् +सस्यविज्ञानसम्बद्धाः +सस्यविज्ञानस्य +सस्यविज्ञानी +सस्यविज्ञाने +सस्यविशेषः +सस्यविशेषम् +सस्यवृद्धिः +सस्यशालिनी +सस्यशास्त्रम् +सस्यशास्त्रीयं +सस्यशास्त्रे +सस्यसंपन्न +सस्यसम्पत्तिः +सस्यस्य +सस्यहा +सस्यहीना +सस्या +सस्यां +सस्याः +सस्याग्रे +सस्यात् +सस्यादि +सस्यानां +सस्यानामिव +सस्यानाम् +सस्यानि +सस्यापि +सस्याय +सस्याषाढविरचितं +सस्ये +सस्येति +सस्येन +सस्येव +सस्येशो +सस्येषु +सस्यैः +सस्यैव +सस्योत्पादनं +सस्योत्पादनपद्धतिः +सस्योत्पादनानि +सस्योत्पादने +सस्र +सस्रंसे +सस्रतुः +सस्रते +सस्रष्ठ +सस्राणः +सस्रिः +सस्रुः +सस्रुतः +सस्रुवाँ +सस्रुषीः +सस्रे +सस्रोतसः +सस्रौ +सस्व +सस्वः +सस्वज +सस्वजाते +सस्वजे +सस्वदे +सस्वनं +सस्वनः +सस्वनतुः +सस्वनम् +सस्वना +सस्वनुः +सस्वनो +सस्वनौ +सस्वभावा +सस्वर +सस्वरं +सस्वरः +सस्वरतुः +सस्वरपाठः +सस्वरम् +सस्वरा +सस्वराः +सस्वरान्तस्था +सस्वरिथ +सस्वरुः +सस्वार +सस्वेदं +सस्वेदो +सस्वेन +सह +सहं +सहंते +सहंसपाते +सहः +सहःऽकृत +सहःऽभिः +सहः॑ +सहः॑ऽभिः +सहऄ +सहइ +सहक +सहकरोति +सहका +सहकार +सहकारं +सहकारः +सहकारतरौ +सहकारतां +सहकारमेत्य +सहकारस्य +सहकारि +सहकारिकारणं +सहकारिकारणानामभावे +सहकारिचक्रम् +सहकारिण +सहकारिणं +सहकारिणः +सहकारिणमपेक्षते +सहकारिणा +सहकारिणां +सहकारिणाम् +सहकारिणि +सहकारिणी +सहकारिणीति +सहकारिणो +सहकारितया +सहकारिता +सहकारित्वं +सहकारित्वम् +सहकारित्वात् +सहकारित्वेन +सहकारिभिः +सहकारिसाकल्यं +सहकारी +सहकारीणि +सहकारीति +सहकारीत्यर्थः +सहकारे +सहकारेण +सहकारोऽतिसौरभः +सहकार्य +सहकार्यं +सहकार्यन्तरविधिः +सहकार्यन्तरविध्यधिकरणम् +सहकार्यपेक्षा +सहकार्येव +सहकुर्वन्ति +सहकृत +सहकृतं +सहकृत्वरी +सहकृत्वा +सहकेशवम् +सहकेशवाः +सहख +सहखेलनाय +सहगतं +सहगतः +सहगमनं +सहगमनम् +सहगल +सहग्रहणं +सहग्राहिणः +सहचर +सहचरं +सहचरः +सहचरमधुहस्तन्यस्तचूताङ्कुरास्त्रः +सहचरम् +सहचररहितेव +सहचरस्य +सहचरा +सहचराः +सहचरि +सहचरितस्य +सहचरी +सहचरीं +सहचरे +सहचरेण +सहचरैः +सहचरो +सहचरौ +सहचर्या +सहचर्य्यः +सहचार +सहचारग्रहस्तथा +सहचारदर्शनं +सहचारि +सहचारिणः +सहचारिणम् +सहचारिणा +सहचारिणाम् +सहचारिणि +सहचारिणी +सहचारिणीम् +सहचारिणौ +सहचारित्वात् +सहचारिभिः +सहचारी +सहचित्तोत्पादादेव +सहज +सहजं +सहजः +सहजतया +सहजत्वं +सहजत्वेन +सहजनिमीलनोन्मूलनकालः +सहजन्मिकः +सहजन्या +सहजप्राकृतावपि +सहजभावफलाध्यायः +सहजमलिनस्य +सहजमिति +सहजम् +सहजया +सहजशङ्खमुद्रा +सहजस्य +सहजा +सहजां +सहजाः +सहजातानि +सहजाधीशे +सहजानन्द +सहजानां +सहजानि +सहजान् +सहजामप्यपहाय +सहजारुणे +सहजावस्था +सहजे +सहजेति +सहजेन +सहजै +सहजैः +सहजैव +सहजो +सहजोली +सहजोऽर्थः +सहजौ +सहत +सहतः +सहता +सहतां +सहतामरातिं +सहति +सहतिरभिभवार्थः +सहते +सहतेः +सहत्रं +सहत्वं +सहत्वस्य +सहत्वे +सहदर्शनाच्च +सहदर्शनाच्चानेन +सहदर्शनाच्चास्य +सहदर्शनादेव +सहदानुं +सहदानुः +सहदानुम् +सहदूषणः +सहदेव +सहदेवं +सहदेवः +सहदेवताः +सहदेवश्च +सहदेवस्ततो +सहदेवस्तु +सहदेवस्य +सहदेवा +सहदेवां +सहदेवाच्च +सहदेवाय +सहदेवी +सहदेवीं +सहदेवीलता +सहदेवे +सहदेवेन +सहदेवो +सहदेवोऽपि +सहदेव्या +सहधर्मं +सहधर्मः +सहधर्मचरी +सहधर्मचारिणं +सहधर्मचारिणी +सहधर्मचारिणीं +सहधर्मचारिणीम् +सहधर्मिणी +सहधर्मेण +सहधर्म्मिणी +सहधार्मिका +सहध्यै +सहध्वं +सहध्वम् +सहन +सहनं +सहनः +सहनञ् +सहनम् +सहनशील +सहनशीलः +सहनशीलता +सहनशीले +सहना +सहनाववतु +सहनीयं +सहनीयम् +सहनीया +सहने +सहनेवाला +सहन् +सहन्त +सहन्तमः +सहन्तम् +सहन्ति +सहन्ते +सहन्त्य +सहपाठी +सहपुत्रं +सहपुत्रः +सहपुत्राय +सहपुत्रेण +सहपुत्रो +सहप्रकल्प +सहप्रकल्पनां +सहप्रमाः +सहप्रयोग +सहप्रयोगः +सहप्रयोगो +सहबान्धवः +सहबान्धवम् +सहभक्षाः +सहभाग +सहभागः +सहभागिनः +सहभागिनो +सहभागी +सहभाव +सहभावं +सहभावः +सहभावश्च +सहभावश्चेत्स्यात्सहायं +सहभावश्चेद्भासते +सहभावस्य +सहभावात् +सहभावे +सहभावेन +सहभावो +सहभावोऽपि +सहभावोऽस्ति +सहभुवा +सहभृत्यगणं +सहभोजनं +सहभोजनम् +सहभोजने +सहमतः +सहमति +सहमतिः +सहमभेदे +सहमा +सहमान +सहमानं +सहमानः +सहमानम् +सहमानश्च +सहमाना +सहमानां +सहमानाय +सहमाने +सहमानो +सहमित्रं +सहमूरान् +सहम् +सहयं +सहयः +सहयज्ञा +सहयज्ञाः +सहयशा +सहया +सहयाजनमेव +सहयायिनः +सहयुक्ते +सहयुक्तेऽप्रधाने +सहयुध्वा +सहयो +सहयोग +सहयोगं +सहयोगः +सहयोगिनः +सहयोगिनी +सहयोगिसङ्गटनेभ्यः +सहयोगी +सहयोगे +सहयोगेन +सहयोगो +सहर +सहरक्षा +सहरसा +सहरसामण्डलम् +सहराघवः +सहरि +सहरिः +सहरूपमुपैति +सहर्पम् +सहर्पे +सहर्ष +सहर्षं +सहर्षः +सहर्षभा +सहर्षम +सहर्षमाकर्ण्य +सहर्षमात्मगतम् +सहर्षमुत्थाय +सहर्षम् +सहर्षा +सहर्षिभिः +सहर्षे +सहलक्ष्मणः +सहलक्ष्मणम् +सहलाय +सहले +सहवचनं +सहवचने +सहवत्सा +सहवर्ती +सहवा +सहवास +सहवासं +सहवासः +सहवासतः +सहवासश्च +सहवासिनः +सहवासिषु +सहवासे +सहवासेन +सहवासो +सहविवक्षा +सहविवक्षायां +सहवीरं +सहवीरां +सहवीराꣳ +सहवृत्तिषु +सहशः +सहशब्द +सहशब्दः +सहशब्दस्य +सहशब्देन +सहशब्दो +सहशय्या +सहशेय्याय +सहश् +सहश्च +सहश्चैव +सहस +सहसं +सहसंस्थापकः +सहसः +सहसस् +सहसस्पुत्र +सहसा +सहसागत्य +सहसागमत् +सहसानः +सहसाने +सहसाभवत् +सहसाम्नी +सहसारथिम् +सहसावन् +सहसाऽभवत् +सहसाऽवन् +सहसि +सहसी +सहसु +सहसूक्तवाकः +सहसे +सहसेति +सहसेव +सहसैः +सहसैनिकः +सहसैनिकाः +सहसैव +सहसैवाथ +सहसैवानिलादयः +सहसैवाभ्यहन्यन्त +सहसैवाहं +सहसो +सहसोत्थाय +सहसोत्थितः +सहसोत्थिताः +सहसोत्पततो +सहसोत्पत्य +सहसोत्पपात +सहसोदतिष्ठत् +सहसोद्गतो +सहसोद्वेगमियं +सहसोपसृत्य +सहसोपेत्य +सहसोमा +सहसोमाः +सहसो॒ +सहसौबलः +सहसौमित्रिः +सहसौरसमातरः +सहस् +सहस्कृत +सहस्कृतं +सहस्कृतः +सहस्कृतम् +सहस्कृतेन +सहस्ततालं +सहस्तमा +सहस्तानां +सहस्तेन +सहस्तोमाः +सहस्त्र +सहस्त्रं +सहस्त्रकम् +सहस्त्रधा +सहस्त्रनेत्र +सहस्त्रम् +सहस्त्रशः +सहस्त्रस्य +सहस्त्राणां +सहस्त्राणि +सहस्त्रा॒क्ष +सहस्त्रे +सहस्त्रेण +सहस्त्रेषु +सहस्त्रै +सहस्थानं +सहस्थानम् +सहस्थानात् +सहस्थाने +सहस्थितिः +सहस्य +सहस्यः +सहस्यरात्रीरुदवासतत्परा +सहस्यश् +सहस्यश्च +सहस्यश्चेति +सहस्या +सहस्याय +सहस्ये +सहस्येन +सहस्र +सहस्रँ +सहस्रं +सहस्रंभरः +सहस्रः +सहस्रकं +सहस्रकः +सहस्रकम् +सहस्रकरलोचनः +सहस्रकलशं +सहस्रकाण्डेन +सहस्रकिरण +सहस्रकिरणं +सहस्रकिरणः +सहस्रकिरणा +सहस्रकिरणाय +सहस्रकिरणो +सहस्रकृत्व +सहस्रकृत्वः +सहस्रकृत्वो +सहस्रके +सहस्रकैः +सहस्रकोटि +सहस्रकोटीयुगधारिणे +सहस्रगुः +सहस्रगुण +सहस्रगुणं +सहस्रगुणमुच्यते +सहस्रगुणमुत्स्रष्टुमादत्ते +सहस्रगुणितं +सहस्रगुणिता +सहस्रगुणिताः +सहस्रगो +सहस्रचक्षुषा +सहस्रचक्षो +सहस्रचतुर्युगपर्यन्तत्वात् +सहस्रचरणं +सहस्रचरणः +सहस्रचरणाय +सहस्रचेताः +सहस्रजनैः +सहस्रजित् +सहस्रञ्च +सहस्रण +सहस्रणीथः +सहस्रणीथाः +सहस्रतः +सहस्रतमी +सहस्रतमीं +सहस्रतमीम् +सहस्रतमो +सहस्रतम्य् +सहस्रत्रयं +सहस्रत्रितयं +सहस्रदः +सहस्रदक्षिण +सहस्रदक्षिणः +सहस्रदक्षिणा +सहस्रदक्षिणाः +सहस्रदक्षिणे +सहस्रदक्षिणेन +सहस्रदक्षिणो +सहस्रदल +सहस्रदलपद्मानां +सहस्रदशकं +सहस्रदा +सहस्रदाः +सहस्रदृक् +सहस्रद्वितयं +सहस्रधा +सहस्रधार +सहस्रधारं +सहस्रधारः +सहस्रधारमक्षितम् +सहस्रधारम् +सहस्रधारया +सहस्रधारा +सहस्रधारां +सहस्रधारे +सहस्रधारेण +सहस्रधारेऽव +सहस्रधारो +सहस्रनयनं +सहस्रनयनः +सहस्रनयनाधिकम् +सहस्रनयनाय +सहस्रनयनो +सहस्रनाम +सहस्रनामपठनं +सहस्रनामभाष्ये +सहस्रनामभिः +सहस्रनाममध्ये +सहस्रनामस्तोत्रम् +सहस्रनामस्तोत्रे +सहस्रनामाख्यं +सहस्रनामानि +सहस्रनामावलिः +सहस्रनाम्नां +सहस्रनाम्ने +सहस्रनीथः +सहस्रनेत्र +सहस्रनेत्रं +सहस्रनेत्रः +सहस्रनेत्रे +सहस्रनेत्रो +सहस्रन्तु +सहस्रपत्र +सहस्रपत्रं +सहस्रपत्राभरणा +सहस्रपत्रे +सहस्रपरमां +सहस्रपरिवत्सरान् +सहस्रपरिवारा +सहस्रपर्ण +सहस्रपाजसः +सहस्रपात् +सहस्रपाद +सहस्रपादं +सहस्रपादः +सहस्रपादाक्षिशिरोरुबाहवे +सहस्रपादिति +सहस्रपृष्ठः +सहस्रपोषं +सहस्रपोषाय +सहस्रपो॒षं +सहस्रप्रधनेषु +सहस्रबाहवीयम् +सहस्रबाहवे +सहस्रबाहुं +सहस्रबाहुः +सहस्रबाहो +सहस्रभर्णसं +सहस्रभागो +सहस्रभृष्टिं +सहस्रभृष्टिः +सहस्रमक्षीणि +सहस्रमधिकं +सहस्रमन्यद्वक्षस्तो +सहस्रमपि +सहस्रमयुतं +सहस्रमस्य +सहस्रमा +सहस्रमानव +सहस्रमिति +सहस्रमिव +सहस्रमुत +सहस्रमूर्तये +सहस्रमूर्ते +सहस्रमूर्त्तये +सहस्रमूर्द्धा +सहस्रमूर्धा +सहस्रमृषिभिः +सहस्रमेकं +सहस्रमेतस्यां +सहस्रमेव +सहस्रमेष +सहस्रम् +सहस्रम्̇ +सहस्रम्भरः +सहस्रम्भ॒रः +सहस्रयुगपर्यन्तं +सहस्रयुगपर्यन्ततावेदनमेवात्र +सहस्रयुगपर्यन्तम् +सहस्रयुगप्रतिनियताहोरजनीविभागः +सहस्रयुगानि +सहस्रयुगेत्यादिना +सहस्रयोजनं +सहस्रयोजनायामं +सहस्रयोजने +सहस्रयोजनेऽव +सहस्रयोज॒ने +सहस्रयोज॒नेऽव॒ +सहस्रयोधी +सहस्ररश्मये +सहस्ररश्मि +सहस्ररश्मिः +सहस्ररश्मिना +सहस्ररश्मेः +सहस्ररश्मौ +सहस्ररूपं +सहस्ररूप्यकाणि +सहस्ररेता +सहस्रलिङ्गम् +सहस्रलोचनः +सहस्रवत् +सहस्रवत्सरं +सहस्रवदनं +सहस्रवदनः +सहस्रवदनो +सहस्रवर्त्मा +सहस्रवर्षपर्यन्तं +सहस्रवर्षपर्य्यन्तं +सहस्रवर्षाणि +सहस्रवर्षेभ्यः +सहस्रवल्शा +सहस्रवल्शाः +सहस्रवल्शेन +सहस्रवारं +सहस्रवीर्य +सहस्रवीर्यं +सहस्रवीर्यः +सहस्रवीर्या +सहस्रवीर्य्या +सहस्रवेधि +सहस्रवेधी +सहस्रश +सहस्रशः +सहस्रशतदक्षिणम् +सहस्रशतदक्षिणैः +सहस्रशब्दः +सहस्रशब्दस्य +सहस्रशब्दो +सहस्रशब्दोऽत्रानेकवाची +सहस्रशश्च +सहस्रशश्चान्ये +सहस्रशस्तत्र +सहस्रशस्तु +सहस्रशाखं +सहस्रशिरसं +सहस्रशिरसः +सहस्रशिरसे +सहस्रशीर्ष +सहस्रशीर्षं +सहस्रशीर्षः +सहस्रशीर्षा +सहस्रशीर्षाय +सहस्रशीर्षेति +सहस्रशृङ्गः +सहस्रशृङ्गो +सहस्रशो +सहस्रशोऽन्ये +सहस्रशोऽपि +सहस्रसंख्यं +सहस्रसंख्यया +सहस्रसंख्यस्य +सहस्रसंख्या +सहस्रसंख्याकं +सहस्रसंख्याकधनस्य +सहस्रसंख्याकस्य +सहस्रसंख्याका +सहस्रसंख्याकाः +सहस्रसंख्याकानि +सहस्रसंख्याकान् +सहस्रसंख्याकेषु +सहस्रसंख्याकैः +सहस्रसंख्यानि +सहस्रसंख्यैः +सहस्रसंमितः +सहस्रसंवत्सरं +सहस्रसंवत्सरम् +सहस्रसंवत्सरस्य +सहस्रसंवत्सराय +सहस्रसंवत्सरेण +सहस्रसमं +सहस्रसम्मितः +सहस्रसम्मितो +सहस्रसा +सहस्रसां +सहस्रसाः +सहस्रसातमः +सहस्रसातमम् +सहस्रसातमाम् +सहस्रसाधुभिः +सहस्रसामृषिमिति +सहस्रसाम् +सहस्रसाव्यम् +सहस्रस्थूणे +सहस्रस्य +सहस्रस्येति +सहस्रस्योन्मा +सहस्रहस्ताश्च +सहस्रहीनं +सहस्रहोमे +सहस्रऽजित् +सहस्रऽधारः +सहस्रऽधारम् +सहस्रऽधारे +सहस्रऽभर्णसम् +सहस्रऽसाः +सहस्रऽसाम् +सहस्रा +सहस्रां +सहस्रांते +सहस्रांशं +सहस्रांशु +सहस्रांशुं +सहस्रांशुः +सहस्रांशुसमप्रभम् +सहस्रांशेन +सहस्रांशो +सहस्रांशोः +सहस्रांशौ +सहस्राः +सहस्राक्ष +सहस्राक्षं +सहस्राक्षः +सहस्राक्षमिवामराः +सहस्राक्षरा +सहस्राक्षश्च +सहस्राक्षस्य +सहस्राक्षा +सहस्राक्षाय +सहस्राक्षी +सहस्राक्षे +सहस्राक्षेण +सहस्राक्षेति +सहस्राक्षो +सहस्राक्षोऽपि +सहस्राणां +सहस्राणामनृचां +सहस्राणाम् +सहस्राणि +सहस्राणीति +सहस्राण्यधिकानि +सहस्राण्यपि +सहस्राण्ययुतानि +सहस्राण्यष्टौ +सहस्राण्येकविंशतिः +सहस्राण्य् +सहस्रात् +सहस्रात्मा +सहस्रादधिकं +सहस्रादि +सहस्रादित्यतेजसे +सहस्रादित्यवर्चसम् +सहस्रादित्यसंकाशं +सहस्रादित्यसन्निभम् +सहस्रादिषु +सहस्राद् +सहस्राधिक +सहस्राधिकवर्षेभ्यः +सहस्राधिकाः +सहस्राधिकानां +सहस्राधिकानि +सहस्रानीकस्य +सहस्रान् +सहस्रान्ते +सहस्रापोषं +सहस्राब्दं +सहस्राभ्यां +सहस्रामि +सहस्राम्रोद्यानं +सहस्राय +सहस्रायुः +सहस्रायुषं +सहस्रार +सहस्रारं +सहस्रारः +सहस्रारे +सहस्रार्घः +सहस्रार्चिः +सहस्रार्चिषि +सहस्रार्चिषे +सहस्रास्यं +सहस्रास्यः +सहस्रा॒क्षः +सहस्रा॒क्षाय॑ +सहस्रिण +सहस्रिणं +सहस्रिणः +सहस्रिणम् +सहस्रिणी +सहस्रिणीः +सहस्रिणीभिः +सहस्रिणीरिषः +सहस्रिणो +सहस्रियं +सहस्रियः +सहस्रियो +सहस्री +सहस्रे +सहस्रेण +सहस्रेणापि +सहस्रेणाभिमन्त्रितं +सहस्रेणेव +सहस्रेणैव +सहस्रेति +सहस्रेत्यादि +सहस्रेभ्यः +सहस्रेषु +सहस्रै +सहस्रैः +सहस्रैकं +सहस्रैरपि +सहस्रैश्च +सहस्रैस्तु +सहस्रो +सहस्रों +सहस्र॒शो +सहस्र॒सा +सहस्रꣳ +सहस्व +सहस्वः +सहस्वतः +सहस्वता +सहस्वति +सहस्वती +सहस्वतीम् +सहस्वते +सहस्वतो +सहस्वत् +सहस्वदर्चति +सहस्वद् +सहस्वन् +सहस्वन्तं +सहस्वन्तः +सहस्वन्तौ +सहस्वान् +सहस्वारातीः +सहस्वारातीयतः +सहस्वेति +सहस्वेत्यर्थः +सहस्स +सहा +सहां +सहांपतिः +सहांपतिर्न +सहांबया +सहांसि +सहां॑सि +सहाः +सहाई +सहाकरोत् +सहागच्छ +सहागतं +सहागतः +सहागतम् +सहागता +सहागत्य +सहागमम् +सहागहि +सहाग्नयः +सहाग्निना +सहाग्ने +सहाग्नेऽग्निना +सहाग्रजः +सहाग्रेण +सहाङ्गुष्ठेन +सहाचरः +सहाचरन् +सहाच्युतः +सहाजगाम +सहाजस्रं +सहाञ्चनाः +सहातः +सहात्मजः +सहात्मनः +सहात्मना +सहात्मनो +सहात्र +सहाथ +सहादाय +सहादित्या +सहाद्भिरस्तु +सहाद्य +सहाद्येन +सहाधिकार +सहाधुना +सहाध्या +सहाध्यायस्तु +सहाध्यायी +सहाध्वर्युः +सहानघ +सहानघः +सहानया +सहानवस्थानं +सहानवस्थानलक्षणो +सहानाम् +सहानिशम् +सहानुगः +सहानुगम् +सहानुगा +सहानुगाः +सहानुगैः +सहानुजः +सहानुजम् +सहानुजेन +सहानुजैः +सहानुजो +सहानुभूति +सहानुभूतिं +सहानुभूतिः +सहानेन +सहान्तरं +सहान्तरिक्षेण +सहान्तरेण +सहान्नेन +सहान्यस्य +सहान्वयः +सहाप +सहापतिः +सहापतिना +सहापत्ये +सहापि +सहाप्येति +सहाप्सरोभिः +सहाभवत् +सहामरैः +सहामहे +सहामात्यं +सहामात्यः +सहामात्यैः +सहामात्यो +सहामि +सहामुना +सहामुनेति +सहाम्बया +सहाम्भसा +सहाय +सहायं +सहायः +सहायक +सहायकं +सहायकः +सहायकत्वेन +सहायकपृष्ठानि +सहायकम् +सहायकस्य +सहायका +सहायकाः +सहायकानि +सहायकारी +सहायकृत् +सहायको +सहायतः +सहायतया +सहायता +सहायतां +सहायताम् +सहायतायै +सहायतासे +सहायत्वं +सहायत्वेन +सहायभूतः +सहायभूता +सहायभूताः +सहायभूतेन +सहायमेकं +सहायम् +सहाययौ +सहायरहित +सहायवान् +सहायश्च +सहायस्ते +सहायस्य +सहाया +सहायांश्च +सहायाः +सहायातो +सहायानां +सहायान् +सहायाय +सहायार्थं +सहायार्थम् +सहायार्थे +सहायाश्च +सहायास्ते +सहायिका +सहायिनः +सहायिनी +सहायी +सहायीभावं +सहायुध्यत +सहायुषा +सहाये +सहायेन +सहायैः +सहायो +सहायोऽत्र +सहायोऽस्ति +सहायौ +सहाय्य +सहाय्यं +सहाय्यम् +सहाय्येन +सहार +सहारं +सहारनपुर +सहारनपुरमण्डलम् +सहारनपुरम् +सहारा +सहाराधकचित्तेन +सहारे +सहार्चनम् +सहार्थ +सहार्थं +सहार्थः +सहार्थस्य +सहार्थे +सहार्थेन +सहार्थो +सहालोच्य +सहावदानेन +सहावदाय +सहावस्थानं +सहावस्थानात् +सहावहै +सहावा +सहावानं +सहावान् +सहाविशताम् +सहाश्च +सहास +सहासं +सहासः +सहासति +सहासते +सहासनं +सहासनमभिप्रेप्सुरुत्कृष्टस्यापकृष्टजः +सहासनम् +सहासम् +सहासवक्त्रया +सहासा +सहासीत +सहासीनं +सहासीनः +सहासीनाः +सहासुरैः +सहासौ +सहास्तां +सहास्ताम् +सहास्ति +सहास्ते +सहास्मदीयैरपि +सहास्माकं +सहास्मानप्यागच्छतम् +सहास्माभिः +सहास्माभिरनुज्ञया +सहास्य +सहास्या +सहाहं +सहाहुः +सहाऽऽययौ +सहि +सहिं +सहिंगु +सहिओ +सहिङ्गु +सहित +सहितं +सहितः +सहितमिति +सहितमित्यर्थः +सहितमीमांसान्यायप्रकाशे +सहितम् +सहितया +सहितयोः +सहितश्च +सहितश्चापि +सहितसहाभ्यां +सहितस् +सहितस्तत्र +सहितस्तथा +सहितस्तदा +सहितस्तया +सहितस्ताभ्यां +सहितस्तु +सहितस्तेन +सहितस्त्वं +सहितस्य +सहितस्यैते +सहिता +सहितां +सहिताः +सहितात् +सहितानां +सहितानाम् +सहितानि +सहितान् +सहिताम् +सहिताय +सहिताया +सहितायां +सहितायाः +सहितायाम् +सहिताविति +सहितावुभौ +सहितावेव +सहिताश्च +सहितास्तत्र +सहितास्तथा +सहितास्तदा +सहितास्ते +सहितास्तेऽन्योन्यं +सहितास्सर्वे +सहितुं +सहिते +सहितेन +सहितेषु +सहितै +सहितैः +सहितो +सहितोरूः +सहितोऽनघ +सहितोऽनघः +सहितोऽपि +सहितोऽभवत् +सहितौ +सहित्रम् +सहित्वा +सहिरण्यं +सहिरण्या +सहिरण्यां +सहिरण्यानि +सहिरण्यान् +सहिरण्येन +सहिरण्यैः +सहिवहिचलिपतिभ्यो +सहिवहोरोदवर्णस्य +सहिषीमहि +सहिष्ठः +सहिष्णवः +सहिष्णवे +सहिष्णु +सहिष्णुं +सहिष्णुः +सहिष्णुतया +सहिष्णुता +सहिष्णुत्वं +सहिष्णुत्वम् +सहिष्णुना +सहिष्णुर्जगदादिजः +सहिष्णुर्नाम +सहिष्णुश्च +सहिष्णौ +सहिष्यत +सहिष्यति +सहिष्यते +सहिष्यन्ते +सहिष्यसे +सहिष्ये +सही +सहीए +सहीओ +सहीति +सहीयसः +सहीयसा +सहीयसि +सहीयसे +सहीयांसम् +सहीयान् +सहीहि +सही॑यसा +सही॑यसि +सहुरिः +सहुरी +सहुरे +सहु॑रिः +सहूतिभिः +सहूती +सहू॑तिभिः +सहू॑ती +सहृ +सहृद +सहृदय +सहृदयं +सहृदयः +सहृदयता +सहृदयमनःप्रीतये +सहृदयलीला +सहृदयश्लाघ्यः +सहृदयसंवेद्य +सहृदयस्य +सहृदयस्येति +सहृदयहृदयं +सहृदयहृदयहारितां +सहृदया +सहृदयाः +सहृदयानां +सहृदयानामिति +सहृदयानाम् +सहृदयान् +सहृदये +सहृदयेति +सहृदयेन +सहृदयैः +सहृदयैराकलनीयम् +सहृदयैर्न +सहृदयो +सहृदा +सहे +सहेः +सहेत +सहेता +सहेति +सहेतु +सहेतुः +सहेतुक +सहेतुकं +सहेतुकः +सहेतुकमाह +सहेतुकमाहदेहादन्यतयेति +सहेतुकमुपपादयति +सहेतुकम् +सहेतुकस्य +सहेतुका +सहेतुके +सहेतुको +सहेते +सहेतेति +सहेत् +सहेत्यत्र +सहेत्यर्थः +सहेत्यादि +सहेत्य् +सहेथाः +सहेन +सहेन्द्र +सहेन्द्रः +सहेन्द्राः +सहेन्द्रियेण +सहेन्द्रेण +सहेन्द्रैरपि +सहेन्द्रो +सहेमं +सहेमहि +सहेमां +सहेय +सहेयं +सहेरन् +सहेलं +सहेलः +सहेलम् +सहेली +सहेव +सहेश्वरः +सहेश्वराः +सहेऽहम् +सहेि +सहै +सहैक +सहैकं +सहैकतः +सहैकत्र +सहैकत्रावतिष्ठते +सहैकत्वं +सहैकवाक्यता +सहैकवाक्यतां +सहैकवाचकानुप्रवेशसकर +सहैकस्मिन् +सहैकादेश +सहैकादेशः +सहैकार्थीभावे +सहैकीकृत्य +सहैकेन +सहैक्यं +सहैतानि +सहैते +सहैतैः +सहैव +सहैवेति +सहैवैतैः +सहो +सहोक्तः +सहोक्ताविति +सहोक्ति +सहोक्तिः +सहोक्तिरलंकारः +सहोक्तिरलङ्कारः +सहोक्तिरिति +सहोक्तिश्च +सहोक्तिसरः +सहोक्तेः +सहोक्तो +सहोक्तौ +सहोक्त्यलंकारसरः +सहोच्चक्राम +सहोच्यते +सहोजा +सहोजाः +सहोजितं +सहोढ +सहोढं +सहोढः +सहोढजः +सहोढश्च +सहोत +सहोत्क्रामतः +सहोत्तमौ +सहोत्तरम् +सहोत्तराणि +सहोत्थितः +सहोत्पन्ना +सहोदकम् +सहोदर +सहोदरं +सहोदरः +सहोदरम् +सहोदरस्य +सहोदरा +सहोदराः +सहोदराणां +सहोदरान् +सहोदरी +सहोदरे +सहोदरेण +सहोदरैः +सहोदरो +सहोदरौ +सहोदर्यः +सहोदर्या +सहोदर्याः +सहोदां +सहोदाः +सहोदामिह +सहोदाम् +सहोदितः +सहोदैत् +सहोदैर्घतमसं +सहोदैर्घतमसे +सहोप +सहोपजातः +सहोपजीवासौ +सहोपपन्नाश्च +सहोपलम्भ +सहोपलम्भनियम +सहोपलम्भनियमः +सहोपलम्भनियमादभेदो +सहोपलम्भनियमोऽपि +सहोपविश्य +सहोपविष्टा +सहोभिः +सहोभौ +सहोमया +सहोमासे +सहोरूः +सहोर्जा +सहोर्जो +सहोर्वश्या +सहोवाच +सहोषिता +सहोषिताः +सहोषित्वा +सहोऽसि +सहो॑ +सहो॑भिः +सहो॑ऽसि॒ +सहो॒ +सहो॒जा +सहो॒दाः +सहौ +सहौषधिः +सहौषधीभिः +सह् +सह्य +सह्यं +सह्यः +सह्यकुलाचलाश्रितपुरे +सह्यत +सह्यतां +सह्यति +सह्यते +सह्यन्ते +सह्यपादोद्भवा +सह्यमिति +सह्यम् +सह्यवेदनं +सह्यसः +सह्यसे +सह्यस्य +सह्या +सह्याः +सह्याद्रावेकवीरा +सह्याद्रि +सह्याद्रिः +सह्याद्रेः +सह्याद्रौ +सह्ये +सह्यो +सह्वान् +सह्‌ +सह॑ +सह॑ः +सह॑ध्यै +सह॑न्ते +सह॑मान +सह॑मानं +सह॑मानः +सह॑मानाय +सह॑श्च +सह॑सः +सह॑सस्पु॒त्रो +सह॑सा +सह॑सा॒ +सह॑से +सह॑से॒ +सह॑सो +सह॑स्व +सह॑स्वता +सह॑स्वति +सह॑स्वती +सह॑स्वते +सह॑स्वान् +सह॑स्वान्वा॒जी +सह॑स्व॒ +सह॒ +सह॒स्रिणं॑ +सह॒स्रिणो॒ +सह॒स्रिण॑म् +सह॒स्री +सह᳘स्रं +सह꣣स्रि꣡ण꣢म् +स़ञ्जय +सऽगणः +सऽग॑णः +सऽचेतसः +सऽचे॑तसः +सऽजूः +सऽजोषसः +सऽजोषसा +सऽजोषसौ +सऽजोषाः +सऽदृशीः +सऽनीळाः +सऽनी॑ळाः +सऽपत्नाः +सऽपत्नानाम् +सऽपत्नान् +सऽपत्नीम् +सऽपि +सऽप्रथः +सऽप्रथाः +सऽबाधः +सऽमनसः +सऽमनसा +सऽमन्यवः +सऽमर्ये +सऽम॑नसः +सऽम॑नसा +सऽरथम् +सऽलक्ष्मा +सा +साँ +साँचा +साँची +साँचीस्तूपः +साँचे +साँचों +साँजोया +साँप +साँस +सां +सांकथ्यं +सांकर्य +सांकर्यं +सांकर्येण +सांकर्षणं +सांकल्पिकं +सांकल्पिकी +सांकाशिनं +सांकाशिनेन +सांकाश्यं +सांकाश्यसिद्धः +सांकाश्ये +सांकूटिनम् +सांकृतिः +सांकृते +सांकृत्यो +सांकेतिक +सांक्लेशिको +सांख्य +सांख्यं +सांख्यः +सांख्यकारिका +सांख्यकारिकाः +सांख्यगृह्या +सांख्यज्ञानं +सांख्यञ्च +सांख्यतत्त्वकौमुदी +सांख्यतत्त्वानां +सांख्यतत्त्वानि +सांख्यदर्शन +सांख्यदर्शनं +सांख्यदर्शनम् +सांख्यदर्शने +सांख्यप्रवचनम् +सांख्यप्रवचने +सांख्यबुद्धिं +सांख्यबुद्धिः +सांख्यबुद्धौ +सांख्यबुद्ध्याश्रयां +सांख्यमतसिद्धे +सांख्यमते +सांख्यमतेन +सांख्यमतेऽपि +सांख्यमिति +सांख्ययोगं +सांख्ययोगः +सांख्ययोगयोः +सांख्ययोगाभिपन्नं +सांख्ययोगाभ्यां +सांख्ययोगाविति +सांख्ययोगिन्य +सांख्ययोगिन्यो +सांख्ययोगो +सांख्ययोगौ +सांख्यशास्त्रं +सांख्यशास्त्रस्य +सांख्यशास्त्रे +सांख्यसूत्र +सांख्यसूत्रम् +सांख्यसूत्रे +सांख्यसूत्रेण +सांख्यस्य +सांख्या +सांख्याः +सांख्यादयः +सांख्यादयस्तु +सांख्यादीनां +सांख्यानां +सांख्यानामिव +सांख्यानाम् +सांख्याभिमतं +सांख्याय +सांख्यायनः +सांख्याश्च +सांख्यास्तु +सांख्यिकी +सांख्ये +सांख्येति +सांख्येन +सांख्यैः +सांख्यैर्ज्ञाननिष्ठैः +सांख्यो +सांख्योक्ते +सांग +सांगं +सांगली +सांगा +सांगां +सांग्रहणी +सांग्रहणीं +सांग्रामिक +सांग्रामिकं +सांग्रामिको +सांघातिकं +सांघातिके +सांघिकं +सांची +सांजलिः +सांजलिबन्धः +सांजलिरेवमब्रवीत् +सांजलिर्नत्वा +सांझा +सांत +सांतपनं +सांतपनः +सांतपना +सांतपनानि +सांतपनान् +सांतपने +सांतपनेभ्यः +सांतपनेभ्यो +सांतपनो +सांत्वनकरणम् +सांत्वनम् +सांत्वयन् +सांत्वयामास +सांत्वयित्वा +सांदीपनेः +सांद्रं +सांधिकं +सांधिविग्रहिको +सांध्य +सांध्यं +सांध्ये +सांनाय्य +सांनाय्यँ +सांनाय्यं +सांनाय्यकुम्भ्यौ +सांनाय्यपात्राणि +सांनाय्यम् +सांनाय्यस्य +सांनाय्ये +सांनाय्येन +सांनिध्यं +सांनिध्यम् +सांनिध्यात् +सांनिध्ये +सांनिपातिकाः +सांनिपातिके +सांप +सांपदं +सांपराय +सांपरायः +सांपरायाधिकरणम् +सांपरायिकं +सांपरायिकः +सांपरायिकम् +सांपराये +सांपादिका +सांप्रत +सांप्रतं +सांप्रतः +सांप्रतमपि +सांप्रतमिति +सांप्रतमेव +सांप्रतम् +सांप्रतस्तेषां +सांप्रतस्य +सांप्रतिकस्य +सांप्रतिकी +सांप्रतिके +सांप्रदायिक +सांप्रदायिकं +सांप्रदायिकम् +सांप्रदायिकाः +सांप्रयोगिके +सांब +सांबं +सांबः +सांबस्तु +सांबस्य +सांबादित्यं +सांबाय +सांबे +सांबेन +सांबो +सांबोऽपि +सांमनस्यम् +सांमुख्यं +सांमुख्ये +सांयकाले +सांयात्रिक +सांयात्रिकः +सांयात्रिकाः +सांयात्रिको +सांयुगीनं +सांयुगीनः +सांराविणं +सांराविणम् +सांवत्सर +सांवत्सरं +सांवत्सरः +सांवत्सरपुरोहितौ +सांवत्सरा +सांवत्सराः +सांवत्सराणां +सांवत्सरिक +सांवत्सरिकं +सांवत्सरिकः +सांवत्सरिकम् +सांवत्सरिकश्राद्धे +सांवत्सरिकस्य +सांवत्सरिकाणि +सांवत्सरिके +सांवत्सरिकेण +सांवत्सरिको +सांवत्सरी +सांवत्सरीं +सांवत्सरे +सांवत्सरो +सांवर्गम् +सांवर्तं +सांवर्तम् +सांवर्ते +सांवृतं +सांवैद्ये +सांव्यवहारिकं +सांश +सांशं +सांशंसिकम् +सांशः +सांशयिक +सांशयिकं +सांशयिकः +सांशयिकत्वात् +सांशा +सांस +सांसद +सांसदः +सांसां +सांसारिक +सांसारिकं +सांसारिकः +सांसारिकपदार्थानां +सांसारिकफलसाधनकर्मभ्रंशाभिप्रायमित्याहयथावस्थितमिति +सांसारिकस्य +सांसारिकाः +सांसारिकाणां +सांसारिकाणि +सांसारिकी +सांसारिके +सांसारिकेषु +सांसारिको +सांसि +सांसिद्धिक +सांसिद्धिकं +सांसिद्धिकमुदाहृतम् +सांसिद्धिकाश्च +सांसिद्धिकी +सांसिद्धिके +सांसिद्धिको +सांस्कृता +सांस्कृतिक +सांस्कृतिकं +सांस्कृतिकः +सांस्कृतिककार्यक्रमाः +सांस्कृतिकदृष्ट्या +सांस्कृतिकपर्वाणि +सांस्कृतिकभाषा +सांस्कृतिकम् +सांस्कृतिकराजधानी +सांस्कृतिकी +सांस्थानिकः +सांहितिकः +सांहितिका +सांहितिकैः +सांहितिको +सां꣡ग्रा꣢ +साः +साअदं +साइ +साइंस +साइड +साइन्स् +साइमन +साइहा +साइहामण्डलम् +साई +साईं +साउ +साउथ +साएव +साओ +साक +साकँ +साकं +साकंजानां +साकंप्रस्थायीयेन +साकंवृधा +साकच्कस्य +साकच्काद्वा +साकच्कार्थम् +साकमश्व +साकमश्वँ +साकमश्वं +साकमश्वम् +साकमश्वस्य +साकमहं +साकमिति +साकमिन्द्रः +साकमिन्द्रेण +साकमीरते +साकमु +साकमुक्ष +साकमुक्षः +साकमुक्षो +साकमुदधेरकृन्तत् +साकमेकेन +साकमेध +साकमेधः +साकमेधस्य +साकमेधा +साकमेधाः +साकमेधानां +साकमेधान् +साकमेधे +साकमेधेषु +साकमेधैः +साकमेधैर् +साकमेधैर्यजते +साकमेव +साकम् +साकर +साकरोत् +साकलिके +साकल्य +साकल्यं +साकल्यम् +साकल्यवाची +साकल्यस्य +साकल्यात् +साकल्ये +साकल्येन +साकल्येऽवधौ +साकस्य +साका +साकांक्षपुण्डरीकाक्षः +साकाङ्क्ष +साकाङ्क्षं +साकाङ्क्षः +साकाङ्क्षता +साकाङ्क्षत्वं +साकाङ्क्षत्वात् +साकाङ्क्षत्वादिति +साकाङ्क्षत्वाद् +साकाङ्क्षम् +साकाङ्क्षस्य +साकाङ्क्षा +साकाङ्क्षाः +साकाङ्क्षाणि +साकाङ्क्षावयवं +साकाङ्क्षे +साकाङ्क्षेण +साकाङ्क्षेति +साकाङ्क्षो +साकामयत +साकार +साकारं +साकारः +साकारतया +साकारतां +साकारत्वेन +साकारमिति +साकारमेव +साकारम् +साकारस्य +साकारा +साकाराः +साकारे +साकारो +साकिनी +साकूत +साकूतं +साकूतम् +साकृतिः +साके +साकेत +साकेतं +साकेततरङ्गिणी +साकेतनिवासिनस्तौ +साकेतम् +साकेता +साकेते +साकौसं +साक् +साक्तुसैन्धवः +साक्रन्दं +साक्रन्दगलकन्दलः +साक्रान्ता +साक्रामेन्टो +साक्रोशं +साक्ष +साक्षं +साक्षः +साक्षतं +साक्षतम् +साक्षते +साक्षतैः +साक्षत् +साक्षमालं +साक्षया +साक्षर +साक्षरता +साक्षरतादिनम् +साक्षरतानुपातः +साक्षरतापरिमाणम् +साक्षरताप्रमाणं +साक्षरतामानं +साक्षरतामानम् +साक्षरा +साक्षराः +साक्षसूत्रकमण्डलुः +साक्षसूत्रकम् +साक्षा +साक्षाच् +साक्षाच्च +साक्षाच्चोभयाम्नानात् +साक्षाच्छचीपतेः +साक्षाच्छब्देन +साक्षाच्छिव +साक्षाच्छिवः +साक्षाच्छ्रीकृष्णं +साक्षाच्छ्रीकृष्णो +साक्षाच्छ्रीपुरुषोत्तमः +साक्षात +साक्षात् +साक्षात्करणं +साक्षात्करणम् +साक्षात्करणात् +साक्षात्करणाय +साक्षात्करणीय +साक्षात्करणीयं +साक्षात्करिष्यति +साक्षात्करिष्यतीति +साक्षात्करोति +साक्षात्करोतीति +साक्षात्करोतीत्यर्थः +साक्षात्करोमि +साक्षात्करोमीति +साक्षात्कर्तव्यः +साक्षात्कर्ता +साक्षात्कर्तु +साक्षात्कर्तुं +साक्षात्कर्तुमनीश्वराः +साक्षात्कर्तुम् +साक्षात्कर्त्तरि +साक्षात्का +साक्षात्कार +साक्षात्कारं +साक्षात्कारः +साक्षात्कारणं +साक्षात्कारत्वात् +साक्षात्कारपर्यन्तं +साक्षात्काररूपं +साक्षात्काररूपा +साक्षात्कारवती +साक्षात्कारस्य +साक्षात्काराय +साक्षात्कारि +साक्षात्कारिणी +साक्षात्कारित्वं +साक्षात्कारित्वात् +साक्षात्कारे +साक्षात्कारेण +साक्षात्कारो +साक्षात्कारोऽपि +साक्षात्कार्य +साक्षात्किं +साक्षात्कुरुते +साक्षात्कुर्वतो +साक्षात्कुर्वन् +साक्षात्कुर्वन्ति +साक्षात्कुर्वन्तीत्यर्थः +साक्षात्कृत +साक्षात्कृतं +साक्षात्कृतः +साक्षात्कृतधर्मा +साक्षात्कृतधर्माण +साक्षात्कृतधर्माणः +साक्षात्कृतधर्माणो +साक्षात्कृतमिति +साक्षात्कृतम् +साक्षात्कृतवन्तः +साक्षात्कृतस्य +साक्षात्कृता +साक्षात्कृताः +साक्षात्कृते +साक्षात्कृतो +साक्षात्कृतोऽभूत् +साक्षात्कृत्य +साक्षात्कृत्वा +साक्षात्कृत्वोपसंपद्य +साक्षात्क्रियते +साक्षात्क्रिया +साक्षात्क्रियायै +साक्षात्तं +साक्षात्तत्र +साक्षात्तथा +साक्षात्तस्य +साक्षात्तु +साक्षात्ते +साक्षात्तेन +साक्षात्त्वं +साक्षात्पदं +साक्षात्परं +साक्षात्परंपरया +साक्षात्परब्रह्मनामत्वं +साक्षात्परमात्मा +साक्षात्परम्परया +साक्षात्पश्यति +साक्षात्पारम्पर्येण +साक्षात्पुरुषः +साक्षात्प्रतीतिः +साक्षात्प्रत्यक्षेण +साक्षात्प्रभृतीनि +साक्षात्स +साक्षात्संबन्धेन +साक्षात्संसारमोचकम् +साक्षात्सम्बन्धः +साक्षात्सम्बन्धेन +साक्षात्सरस्वती +साक्षात्सा +साक्षात्स्वयं +साक्षात्स्वयमेव +साक्षात्‌ +साक्षाद +साक्षादग्निरिव +साक्षादत्र +साक्षादन्नं +साक्षादपरोक्षाद्ब्रह्म +साक्षादपि +साक्षादप्यविरोधं +साक्षादमी +साक्षादयं +साक्षादव्यवधानेन +साक्षादहं +साक्षादागत्य +साक्षादात्मभावेन +साक्षादिति +साक्षादित्यर्थः +साक्षादित्युक्तम् +साक्षादिन्द्र +साक्षादियं +साक्षादिव +साक्षादुत्तरं +साक्षादुद्धवो +साक्षादुपदेशयष्टिरथवा +साक्षादेव +साक्षादेवं +साक्षाद् +साक्षाद्गुणेषु +साक्षाद्दर्शनं +साक्षाद्देवं +साक्षाद्देवः +साक्षाद्देवी +साक्षाद्देवो +साक्षाद्द्रष्टरि +साक्षाद्धरिः +साक्षाद्धर्म +साक्षाद्धर्मस्य +साक्षाद्धि +साक्षाद्धीः +साक्षाद्बभूव +साक्षाद्ब्रह्म +साक्षाद्ब्रह्ममयो +साक्षाद्ब्रह्मा +साक्षाद्भगवता +साक्षाद्भगवती +साक्षाद्भगवतो +साक्षाद्भवति +साक्षाद्यद्यपि +साक्षाद्या +साक्षाद्येन +साक्षाद्वा +साक्षाद्विधिमुखेन +साक्षाद्वै +साक्षान् +साक्षान्न +साक्षान्नन्दीशभाषितम् +साक्षान्नारायणं +साक्षान्नारायणः +साक्षान्नारायणो +साक्षान्नोक्तमिति +साक्षान्मद्भक्तानां +साक्षान्मन्मथमन्मथः +साक्षान्मम +साक्षान्महादेवः +साक्षान्महादेवो +साक्षान्महेश्वरः +साक्षान्मां +साक्षान्मे +साक्षि +साक्षिकम् +साक्षिचैतन्यं +साक्षिचैतन्यस्य +साक्षिण +साक्षिणं +साक्षिणः +साक्षिणमात्मानं +साक्षिणम् +साक्षिणश्च +साक्षिणश्चेति +साक्षिणस्तत्र +साक्षिणस्तु +साक्षिणा +साक्षिणां +साक्षिणामपि +साक्षिणाम् +साक्षिणि +साक्षिणी +साक्षिणे +साक्षिणैव +साक्षिणो +साक्षिणोऽपि +साक्षिणौ +साक्षितः +साक्षितया +साक्षिता +साक्षित्व +साक्षित्वं +साक्षित्वमस्य +साक्षित्वम् +साक्षित्वे +साक्षित्वेन +साक्षिद्वैधे +साक्षिन् +साक्षिप्रकरणम् +साक्षिप्रत्यक्षं +साक्षिप्रत्यक्षत्वं +साक्षिप्रत्यय +साक्षिभावं +साक्षिभावितम् +साक्षिभिः +साक्षिभूत +साक्षिभूतं +साक्षिभूतः +साक्षिभूतश्च +साक्षिभूता +साक्षिभूते +साक्षिभूतोऽसौ +साक्षिभेदे +साक्षिभ्यो +साक्षिमच्च +साक्षिमत् +साक्षिमात्र +साक्षिमात्रं +साक्षिरूपं +साक्षिरूपेण +साक्षिवत् +साक्षिषु +साक्षिषूभयतः +साक्षिसिद्धत्वात् +साक्षिसिद्धम् +साक्षिसिद्धे +साक्षिस्वरूपं +साक्षी +साक्षीकृत्य +साक्षीति +साक्षीत्युच्यते +साक्षीभूता +साक्षीय +साक्षे +साक्षेपं +साक्षेपम् +साक्ष्य +साक्ष्यं +साक्ष्यंशे +साक्ष्यतोऽहमविक्रियः +साक्ष्यनुभवः +साक्ष्यनृतं +साक्ष्यभावे +साक्ष्यमनृतं +साक्ष्यम् +साक्ष्यस्य +साक्ष्यहं +साक्ष्ये +साक्ष्येण +साक्ष्येव +साक्ष्येऽनृतं +साकꣳ +साख +साखा +साखेयम् +साख्यं +साख्यायिकं +साग +सागः +सागणां +सागता +सागमत् +सागमा +सागमो +सागर +सागरं +सागरंगमा +सागरंगमाः +सागरंगमाम् +सागरः +सागरगां +सागरगामिनी +सागरगामिनीव +सागरगासुतः +सागरजलं +सागरजले +सागरतः +सागरतट +सागरतटः +सागरतटाः +सागरतटे +सागरतीरं +सागरतीरमस्ति +सागरतीरम् +सागरतीराणि +सागरतीरे +सागरतेजसा +सागरत्वं +सागरदत्तस्य +सागरदत्तेन +सागरनंदनम् +सागरनगरात् +सागरनन्दी +सागरपर्यन्ता +सागरपर्यन्तां +सागरम +सागरमक्षोभ्यं +सागरमण्डलम् +सागरमध्ये +सागरमनाधृष्यमतिक्रम्य +सागरमासाद्य +सागरमुत्तीर्य +सागरमेखला +सागरमेखलाम् +सागरम् +सागरवर्चसा +सागरविधानसभाक्षेत्रम् +सागरविभागे +सागरवेलायां +सागरशयस्य +सागरश्च +सागरसंगमे +सागरसंवृतः +सागरस्तरतः +सागरस्य +सागरस्यान्तो +सागरस्यापि +सागरस्यास्य +सागरस्येव +सागरस्योत्तरे +सागरस्योर्मयो +सागरा +सागरांतां +सागरांश्च +सागराः +सागराणां +सागराणाम् +सागरात् +सागरात्मजः +सागरादिव +सागराद् +सागरानूपे +सागरान् +सागरान्तां +सागरान्तायां +सागरान्तिके +सागराम्बरा +सागराम्बराम् +सागराम्भः +सागराम्भसि +सागराम्भस्तृणोल्कया +सागराय +सागराश्च +सागराश्चैव +सागरास्तथा +सागरिका +सागरिकां +सागरिकाया +सागरिकायाः +सागरी +सागरे +सागरेण +सागरेभ्यश्च +सागरेषु +सागरेऽपि +सागरैः +सागरो +सागरोत्पन्नो +सागरोपमः +सागरोपमकोटीना +सागरोपमम् +सागरोपमाः +सागरोपरि +सागरोऽपि +सागरौ +सागरौघनिभं +सागसं +सागसि +सागा +साग्नयः +साग्नयो +साग्नि +साग्निं +साग्निः +साग्निकं +साग्निकः +साग्निकस्य +साग्निके +साग्निकैः +साग्निको +साग्निचित्यसर्वक्रतुयाजियज्ञनारायणदीक्षिताव्यवहितानुजस्याच्युतविजयराघवभूपालप्रेरितस्य +साग्निचित्ये +साग्निचित्यो +साग्नित्रेता +साग्निना +साग्निपुरोगमाः +साग्निहोत्राः +साग्नीनां +साग्नीनि +साग्नौ +साग्र +साग्रं +साग्रः +साग्रजः +साग्रजो +साग्रम् +साग्रहं +साग्रा +साग्राः +साग्राणि +साग्रे +साग्रो +साघन +साघु +साङ +साङ्क +साङ्कर्य +साङ्कर्यं +साङ्कर्यम् +साङ्कर्यात् +साङ्कर्ये +साङ्कर्येण +साङ्कर्य्यं +साङ्काश्यकः +साङ्काश्यम् +साङ्काश्यसिद्धः +साङ्काश्ये +साङ्कुरैः +साङ्कृते +साङ्केतिक +साङ्केतिकं +साङ्केतिकविद्या +साङ्केत्यं +साङ्ख्य +साङ्ख्यं +साङ्ख्यः +साङ्ख्यकारिका +साङ्ख्यज्ञानं +साङ्ख्यज्ञानेन +साङ्ख्यतत्त्वकौमुदी +साङ्ख्यदर्शनम् +साङ्ख्यमते +साङ्ख्यमार्गीयया +साङ्ख्यम् +साङ्ख्ययोगः +साङ्ख्ययोगयोः +साङ्ख्ययोगशब्दौ +साङ्ख्ययोगस्य +साङ्ख्ययोगिनः +साङ्ख्ययोगे +साङ्ख्ययोगौ +साङ्ख्यशास्त्रे +साङ्ख्यस्य +साङ्ख्या +साङ्ख्याः +साङ्ख्यादयः +साङ्ख्यानां +साङ्ख्यानाम् +साङ्ख्याय +साङ्ख्यिकी +साङ्ख्ये +साङ्ख्येन +साङ्ख्यैः +साङ्ग +साङ्गं +साङ्गः +साङ्गता +साङ्गतार्थं +साङ्गतिकं +साङ्गत्यं +साङ्गना +साङ्गमधीत्यैव +साङ्गमवाप्तवान् +साङ्गम् +साङ्गली +साङ्गलीमण्डलं 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+सात्यकिश्चेकितानश्च +सात्यकिश्चैव +सात्यकिस्तथा +सात्यकिस्तु +सात्यकी +सात्यके +सात्यकेः +सात्यकेन +सात्यकौ +सात्यदूतानां +सात्यन्तहिमोत्किरानिलाः +सात्यमुग्रि +सात्यम् +सात्यहव्यो +सात्र +सात्राजिती +सात्वत +सात्वतं +सात्वतः +सात्वततन्त्रभाष्ये +सात्वततन्त्रम् +सात्वततन्त्रे +सात्वतस्य +सात्वता +सात्वतां +सात्वताः +सात्वतानां +सात्वतान् +सात्वतामृते +सात्वती +सात्वतीं +सात्वतीवृत्तिः +सात्वते +सात्वतेन +सात्वतैः +सात्वतो +सात्वत्यारभटी +सात्वा +सात्वि +सात्विक +सात्विकं +सात्विकः +सात्विकभाव +सात्विकभावेन +सात्विकम् +सात्विका +सात्विकाः +सात्विकादिभेदेन +सात्विकानां +सात्विकानि +सात्विकी +सात्विके +सात्विकेन +सात्विकेषु +सात्विकैः +सात्विको +सात्विक्या +सात्विक्यो +साथ +साथं +साथी +साथै +साथ् +साद +सादं +सादः +सादन +सादनं +सादनमिति +सादनम् +सादनविधानं +सादनस्य +सादना +सादनात् +सादनादि +सादनाय +सादने +सादन्यं +सादय +सादयः +सादयतः +सादयतामिह +सादयताम् +सादयति +सादयतीति +सादयतु +सादयतु॒ +सादयत्यथ +सादयत्येष +सादयत्य् +सादयत्वन्तरिक्षस्य +सादयत्विति +सादयत्व् +सादयध्वम् +सादयन्ति +सादयन्ती +सादयन्तु +सादयन्त्यथाप +सादया +सादयामि +सादयामि॒ +सादयामीडायाः +सादयामीति +सादयामीत्य् +सादयाम्यग्ने +सादयाम्यदित्या +सादयाम्यपां +सादयाम्य् +सादयाम्य॒पां +सादयितव्यो +सादयितुं +सादयित्वा +सादये +सादयेत् +सादयेदिति +सादयेद् +सादयेद्ब्रह्माणं +सादर +सादरं +सादरः +सादरता +सादरपूर्वकम् +सादरमुत्थाय +सादरम् +सादरा +सादराः +सादरात् +सादरी +सादरे +सादरेण +सादरेणैव +सादरो +सादसादिसारथिषु +सादा +सादाख्यं +सादात् +सादाशिवं +सादि +सादिः +सादिक +सादितं +सादितः +सादिता +सादिताः +सादिति +सादिते +सादितेषु +सादितौ +सादित्यां +सादित्याञ्चैव +सादित्वं +सादित्वे +सादिनं +सादिनः +सादिनम् +सादिनश्च +सादिनश्चैव +सादिनस्तथा +सादिना +सादिनां +सादिनि +सादिनो +सादिभिः +सादिभिश्चैव +सादिवाम्योः +सादिषु +सादी +सादीनां +सादुत्वं +सादृ +सादृशं +सादृशम् +सादृश्य +सादृश्यं +सादृश्यकल्पना +सादृश्यग्रहणं +सादृश्यज्ञानम् +सादृश्यज्ञानस्य +सादृश्यज्ञानोद्बुद्धसंस्कारप्रयोज्यं +सादृश्यञ्च +सादृश्यधीर्गवादीनां +सादृश्यनिबन्धनाया +सादृश्यबुद्धिस्तु +सादृश्यमपि +सादृश्यमस्ति +सादृश्यमस्य +सादृश्यमात्रं +सादृश्यमाह +सादृश्यमिति +सादृश्यमित्यर्थः +सादृश्यमुच्यते +सादृश्यमुपमा +सादृश्यमूला +सादृश्यमूलेति +सादृश्यमेव +सादृश्यम् +सादृश्यलक्ष्मीरुल्लसति +सादृश्यविशिष्टे +सादृश्यविषयं +सादृश्यस्य +सादृश्यस्यापि +सादृश्यस्यैव +सादृश्या +सादृश्यात् +सादृश्यात्तु +सादृश्यादिति +सादृश्यादुपमा +सादृश्याद् +सादृश्याद्भेद +सादृश्याद्वा +सादृश्याभावात् +सादृश्यार्थे +सादृश्याल्लक्षणा +सादृश्ये +सादृश्येति +सादृश्येन +सादृश्येनास्त्यस्य +सादृश्येनैव +सादृश्येऽपि +सादे +सादेः +सादेश +सादेशः +सादेशे +सादेश्च +सादो +सादौ +साद्गुण्यं +साद्धुं +साद्य +साद्यते +साद्यन्ते +साद्यस्के +साद्यस्क्रः +साद्यस्क्राः +साद्या +साद॑ने +साद॑ने॒ +साध +साधं +साधः +साधक +साधकं +साधकः +साधकतम +साधकतमं +साधकतमत्वं +साधकतमत्वेन +साधकतमम् +साधकतमस्य +साधकतया +साधकता +साधकत्वं +साधकत्वमिति +साधकत्वम् +साधकत्वात् +साधकत्वे +साधकत्वेन +साधकबाधक +साधकबाधकप्रमाणाभावे +साधकमिति +साधकमित्यर्थः +साधकम् +साधकश्च +साधकश्रेष्ठो +साधकसत्तमः +साधकसत्तमैः +साधकस्तु +साधकस्त्रियः +साधकस्य +साधकस्यापि +साधकस्यासाध्यः +साधकस्यैव +साधका +साधकाः +साधकानां +साधकानामपि +साधकानाम् +साधकानि +साधकानुग्रहार्थं +साधकान् +साधकान्तरमाह +साधकाभावेन +साधकाय +साधकावस्थायां +साधकाश्च +साधके +साधकेन +साधकेन्द्रं +साधकेन्द्रः +साधकेन्द्रस्य +साधकेन्द्राणां +साधकेन्द्रेण +साधकेन्द्रो +साधकेभ्यः +साधकैः +साधकैश्च +साधको +साधकों +साधकोत्तम +साधकोत्तमः +साधकोत्तमैः +साधकोऽपि +साधकोऽसौ +साधकौ +साधत +साधति +साधते +साधत् +साधन +साधनं +साधनः +साधनकसञ्जीवनी +साधनचतुष्टयम् +साधनचतुष्टयसंपन्नः +साधनचतुष्टयसम्पन्नस्य +साधनचतुष्टयस्य +साधनञ्च +साधनतया +साधनता +साधनतां +साधनत्रयं +साधनत्व +साधनत्वं +साधनत्वमपि +साधनत्वम् +साधनत्वस्य +साधनत्वात् +साधनत्वाय +साधनत्वे +साधनत्वेन +साधनत्वेनास्त्यस्य +साधनदशायां +साधनदशायामपि +साधनदीपिका +साधनदोष +साधनधर्मस्य +साधनपञ्चकम् +साधनपादः +साधनपादे +साधनपादो +साधनप्रकारः +साधनभावं +साधनभावः +साधनभूत +साधनभूतं +साधनभूतया +साधनभूतस्य +साधनभूता +साधनभूताः +साधनभूतायाः +साधनभूतेन +साधनम +साधनमपि +साधनमस्ति +साधनमात्रं +साधनमाह +साधनमाहुः +साधनमिति +साधनमित्यर्थः +साधनमित्याह +साधनमिदं +साधनमुक्तम् +साधनमुच्यते 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+साधयिष्ये +साधये +साधयेच्च +साधयेत +साधयेति +साधयेत् +साधयेत्ततः +साधयेत्तैलं +साधयेत्‌ +साधयेदर्थं +साधयेदिति +साधयेदित्यर्थः +साधयेद् +साधयेद्भिषक् +साधयेद्यश्च +साधयेद्यस्तु +साधयेन्नरः +साधयेयं +साधयेयुः +साधयो +साधर्म्य +साधर्म्यं +साधर्म्यदृष्टान्तः +साधर्म्यदृष्टान्ते +साधर्म्यमागताः +साधर्म्यमिति +साधर्म्यमेव +साधर्म्यम् +साधर्म्यम्‌ +साधर्म्यवति +साधर्म्यवान् +साधर्म्यवैधर्म्याभ्यां +साधर्म्यवैधर्म्ये +साधर्म्यसमः +साधर्म्यस्य +साधर्म्यात् +साधर्म्यात्‌ +साधर्म्याद् +साधर्म्ये +साधर्म्येण +साधव +साधवः +साधवश्च +साधवश्चापि +साधवस्तत्र +साधवस्तथा +साधवस्तु +साधवस्ते +साधवा +साधवीं +साधवे +साधवो +साधवोऽपि +साधवोऽमलाः +साधा +साधादेशः +साधानं +साधार +साधारं +साधारण +साधारणं +साधारणः +साधारणकृता +साधारणजनानां +साधारणत +साधारणतः +साधारणतया +साधारणता +साधारणत्वं +साधारणत्वम् +साधारणत्वात् +साधारणत्वाद् +साधारणत्वे +साधारणत्वेन +साधारणधर्म +साधारणधर्मः +साधारणधर्मस्य +साधारणधर्मो +साधारणनामसु +साधारणनिर्वाचनम् +साधारणप्रत्ययप्रकरणम् +साधारणमिति +साधारणमित्यर्थः +साधारणमिदं +साधारणमेव +साधारणम् +साधारणम्‌ +साधारणरसाः +साधारणवर्षम् +साधारणव्यवहारमातृकाप्रकरणम् +साधारणशब्दविशेषात् +साधारणशब्दाः +साधारणश्च +साधारणस्तु +साधारणस्त्री +साधारणस्य +साधारणस्यैव +साधारणा +साधारणां +साधारणाः +साधारणादिधर्मस्य +साधारणानां +साधारणानि +साधारणान् +साधारणी +साधारणीं +साधारणीकरणं +साधारणीकरणम् +साधारणीति +साधारणे +साधारणेति +साधारणेन +साधारणेषु +साधारणेऽपि +साधारणो +साधारणोऽपि +साधारणोऽयं +साधारणोऽसाधारणो +साधारणौ +साधारण्य +साधारण्यं +साधारण्यमात्रं +साधारण्यम् +साधारण्या +साधारण्यात् +साधारण्याद् +साधारण्ये +साधारण्येन +साधारण्येऽपि +साधारा +साधाराः +साधारिता +साधि +साधिः +साधिक +साधिकं +साधिका +साधिकाः +साधिकारं +साधिकारतेति +साधिकारा +साधिकारे +साधिके +साधिक्षेपं +साधित +साधितं +साधितः +साधितत्वात् +साधितत्वादिति +साधितमिति +साधितम् +साधितवान् +साधितस्य +साधिता +साधितां +साधिताः +साधिताद्दशकं +साधितानां +साधितानि +साधितान् +साधिताम् +साधितास्ते +साधितुं +साधितुम् +साधिते +साधितेन +साधितैः +साधितो +साधितौ +साधिपतिकेभ्य +साधिभूतं +साधिभूताधिदैवं +साधिभूताधिदैवम् +साधिभूतेति +साधियज्ञं +साधिष्ठ +साधिष्ठं +साधिष्ठः +साधिष्ठानो +साधिष्ठेभिः +साधि॑ष्ठेभिः +साधी +साधीय +साधीयः +साधीयसी +साधीयानिति +साधीयान् +साधीयो +साधु +साधुं +साधुः +साधुओं +साधुकर्म +साधुकर्मा +साधुकारं +साधुकारः +साधुकारमदात् +साधुकारिणि +साधुकारी +साधुकाव्यनिषेवणम् +साधुकुले +साधुकृतं +साधुकृतस्य +साधुकृत्या +साधुकृत्यां +साधुगमनैः +साधुजन +साधुजनं +साधुजनः +साधुजनस्य +साधुजनान् +साधुजने +साधुजनेन +साधुजनेषु +साधुजनो +साधुतया +साधुतरः +साधुतस्तथा +साधुता +साधुतां +साधुताम् +साधुतीर्थं +साधुत्राणाय +साधुत्व +साधुत्वं +साधुत्वम् +साधुत्वस्य +साधुत्वात् +साधुत्वापत्तेः +साधुत्वार्थ +साधुत्वार्थं +साधुत्वे +साधुत्वेन +साधुत्वेऽपि +साधुदोहने +साधुधर्मः +साधुधर्मा +साधुना +साधुनिपुणाभ्यामर्चायां +साधुनी +साधुपदवीं +साधुपाठः +साधुपुरुषान् +साधुपृष्टं +साधुप्रसंगेन +साधुप्रियं +साधुबुद्धेः +साधुभावः +साधुभावे +साधुभि +साधुभिः +साधुभिरेव +साधुभिश्च +साधुभूषणाः +साधुभ्यः +साधुभ्यश्च +साधुभ्यो +साधुमण्डलम् +साधुमती +साधुमत्यां +साधुम् +साधुया +साधुयोगिनः +साधुयोगेन +साधुरक्षणेन +साधुरदीनः +साधुरदीनात्मा +साधुरपि +साधुरयं +साधुरयमिति +साधुरसाधुस्तेन +साधुरिति +साधुरित्यर्थः +साधुरित्यर्थे +साधुरीत्या +साधुरुच्यते +साधुरुवाच +साधुरूपं +साधुरूपः +साधुरूपेण +साधुरूपो +साधुरेव +साधुर् +साधुर्देवदत्तो +साधुर्न +साधुर्भवति +साधुर्भवतीति +साधुर्भूत्वा +साधुर्माध्यस्थ्यमिष्टेऽप्यवलम्बतेऽर्थे +साधुर्योऽयं +साधुर्वा +साधुर्वै +साधुलक्षणम् +साधुलोकस्य +साधुवत् +साधुवाचकः +साधुवादं +साधुवादः +साधुवादे +साधुवादेन +साधुवादैः +साधुवादो +साधुवाहिनः +साधुवृत्तं +साधुवृत्तः +साधुवृत्तम् +साधुवृत्तयः +साधुवृत्ताय +साधुव्रतं +साधुशब्दः +साधुशीला +साधुश्च +साधुषु +साधुष्वपि +साधुसंगतः +साधुसंगतिः +साधुसंगत्या +साधुसंगमः +साधुसंगमे +साधुसंमतः +साधुसंमताः +साधुसङ्गः +साधुसङ्गम +साधुसङ्गमः +साधुसमागमः +साधुसमागमम् +साधुसमागमे +साधुसमागमेन +साधुसम्मतः +साधुसम्मतम् +साधुसाधु +साधुसाध्विति +साधुसाध्वित्यपूजयन् +साधुसाध्वीनां +साधुसेवनम् +साधुसेवया +साधुसेवा +साधुसेवां +साधुसेवाफलं +साधुस्निग्धा +साधुऽया +साधु॒या +साधू +साधूँश्च +साधूंश्च +साधूक्तं +साधूक्तमिति +साधूक्तम् +साधून +साधूना +साधूनां +साधूनामपि +साधूनामात्मनस्तुष्टिरेव +साधूनामिति +साधूनामेव +साधूनाम् +साधूनि +साधूनेव +साधून् +साधूपचरति +साधे +साधेन +साधै +साधो +साधोः +साधोरपि +साधोर् +साधोस्तु +साधौ +साध् +साध्नुवन्ति +साध्नोति +साध्य +साध्यं +साध्यः +साध्यञ्च +साध्यत +साध्यतमं +साध्यतया +साध्यता +साध्यतां +साध्यतामिति +साध्यताम् +साध्यतायां +साध्यतावच्छेद +साध्यतावच्छेदकरूपेण +साध्यतावच्छेदकसम्बन्धेन +साध्यति +साध्यते +साध्यत्व +साध्यत्वं +साध्यत्वमिति +साध्यत्वम् +साध्यत्वस्य +साध्यत्वात् +साध्यत्वात्तत्र +साध्यत्वादिकमाह +साध्यत्वादिति +साध्यत्वे +साध्यत्वेन +साध्यत्वेनाभिधीयते +साध्यत्वेनैव +साध्यधर्म +साध्यधर्मः +साध्यधर्मसामान्येन +साध्यधर्मस्य +साध्यधर्मिणि +साध्यधर्मे +साध्यधर्मो +साध्यधर्म्मिणि +साध्यनाम +साध्यनियतं +साध्यनियतो +साध्यनिर्देश +साध्यनिर्देशः +साध्यनिवृत्तिः +साध्यन्ते +साध्यमतो +साध्यमधो +साध्यमन्येन +साध्यमपि +साध्यमस्ति +साध्यमात्मवतः +साध्यमानं +साध्यमानत्वात् +साध्यमानस्य +साध्यमानाः +साध्यमाने +साध्यमानो +साध्यमाह +साध्यमिति +साध्यमित्यर्थः +साध्यमित्याह +साध्यमित्युक्तं +साध्यमिदं +साध्यमुपैति +साध्यमेव +साध्यम् +साध्यम्‌ +साध्ययोः +साध्यरूपं +साध्यरोगः +साध्यवति +साध्यवत् +साध्यवत्तया +साध्यवदन्यावृत्तित्वं +साध्यवसाना +साध्यवान् +साध्यविकल +साध्यविकलः +साध्यविकलता +साध्यविकलत्वात् +साध्यविकलो +साध्यविशिष्टे +साध्यवैकल्यं +साध्यवैकल्यम् +साध्यव्या +साध्यव्याप +साध्यव्यापक +साध्यव्यापकं +साध्यव्यापकः +साध्यव्यापकत्वं +साध्यव्यापकत्वम् +साध्यव्यापकत्वे +साध्यव्यापकत्वेन +साध्यव्यापकस्य +साध्यव्यापकाव्याप्यत्वेन +साध्यश्च +साध्यसम +साध्यसमः +साध्यसमो +साध्यसाधन +साध्यसाधनं +साध्यसाधनखण्डे +साध्यसाधनभाव +साध्यसाधनभावः +साध्यसाधनभावस्य +साध्यसाधनभावे +साध्यसाधनभावेन +साध्यसाधनभावो +साध्यसाधनमुपमानम् +साध्यसाधनयोः +साध्यसाधनरूपता +साध्यसाधने +साध्यसाधर्म्यात् +साध्यसिद्धये +साध्यसिद्धिं +साध्यसिद्धिः +साध्यसिद्धिरिति +साध्यसिद्धेः +साध्यसिद्धो +साध्यसिद्धौ +साध्यस्तु +साध्यस्य +साध्यस्यान्यां +साध्यस्यापि +साध्यस्यार्थस्य +साध्यस्येति +साध्यस्वभावा +साध्या +साध्यां +साध्यांशे +साध्यांश् +साध्याः +साध्याकाङ्क्षायां +साध्याख्यां +साध्यानां +साध्यानामपि +साध्यानाम् +साध्यानि +साध्यान् +साध्याप्रसिद्धिः +साध्याप्रसिद्धेः +साध्याप्रसिद्धौ +साध्याभा +साध्याभाव +साध्याभावः +साध्याभाववति +साध्याभावसाधकः +साध्याभावस्य +साध्याभावे +साध्याभावेन +साध्याभावेऽपि +साध्याभावो +साध्याय +साध्याया +साध्यायां +साध्यार्थः +साध्याविशिष्ट +साध्याविशिष्टता +साध्याविशिष्टत्वात् +साध्याव्या +साध्याव्यापक +साध्याव्यापकत्वमिति +साध्याव्यापकत्वम् +साध्याव्यापकत्वात् +साध्याव्यापकत्वादिति +साध्याव्याप्तेः +साध्याश् +साध्याश्च +साध्यासा +साध्यासाध्यं +साध्यास्तत्र +साध्यास्तथा +साध्यास्तु +साध्याहारं +साध्ये +साध्येत +साध्येति +साध्येते +साध्येत्यर्थः +साध्येन +साध्येभ्यः +साध्येभ्यो +साध्येषु +साध्येष्वपि +साध्येष्वपीमानि +साध्येऽपि +साध्येऽर्थे +साध्यै +साध्यैः +साध्यैश्च +साध्यो +साध्योऽनुपद्रवः +साध्योऽपि +साध्योऽर्थः +साध्योऽसाध्यः +साध्योऽस्य +साध्यौ +साध्रं +साध्रम् +साध्व +साध्वत्र +साध्वयं +साध्वर्थं +साध्वर्थे +साध्वलंकृतौ +साध्वलङ्कृतौ +साध्वस +साध्वसं +साध्वसः +साध्वसम् +साध्वसात् +साध्वसादिति +साध्वसाधु +साध्वसाधुनी +साध्वसाधुप्रयोगे +साध्वसाधुषु +साध्वसे +साध्वसेन +साध्वाचारः +साध्वाचारा +साध्वाश्रमे +साध्वि +साध्विका +साध्विति +साध्वित्यपूजयन् +साध्विदं +साध्विदमुच्यते +साध्विमुच्यते +साध्वी +साध्वीं +साध्वीः +साध्वीति +साध्वीत्वं +साध्वीनां +साध्वीभिः +साध्वीभ्यश्च +साध्वीभ्यो +साध्वीमपि +साध्वीम् +साध्वीयं +साध्वीयमपरा +साध्वीव +साध्वीश्च +साध्वीषु +साध्वेनं +साध्वेव +साध्वो +साध्व् +साध्व्य +साध्व्यः +साध्व्यश्च +साध्व्यश्चापि +साध्व्यस्तथा +साध्व्या +साध्व्यां +साध्व्याः +साध्व्यै +साध्व्यो +साध्व्यौ +साध॑ते +साध॑नम् +साध॑न् +साध॑न्ता +सान +सानं +सानंदं +सानंदः +सानः +सानग +सानङ्गं +सानन्तो +सानन्द +सानन्दं +सानन्दः +सानन्ददामोदरः +सानन्दम +सानन्दम् +सानन्दया +सानन्दा +सानन्दाः +सानन्दे +सानन्दो +सानम् +सानलः +सानवः +सानवि +सानवो +सानशनः +सानसि +सानसिं +सानसिः +सानसिम् +सानसिरिन्द्राय +सानसिꣳ +साना +सानां +सानाम् +सानाय्यं +सानावधि +सानाहो +साना॒वधि॑ +सानि +सानिया +सानिलं +सानिलः +सानिले +सानी +सानु +सानुं +सानुः +सानुकम्पं +सानुकम्पः +सानुकम्पा +सानुकम्पो +सानुकूलं +सानुकूलः +सानुकूला +सानुकूले +सानुकूलेन +सानुक्रोशं +सानुक्रोशः 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+सानोः +सानो॒ +सानौ +सानौचिती +सानौ॑ +सानौ॒ +सान् +सान्टा +सान्त +सान्तं +सान्तः +सान्तःकरणा +सान्तःपुरः +सान्तःपुरो +सान्तत्वात् +सान्तपन +सान्तपनं +सान्तपनः +सान्तपनम् +सान्तपने +सान्तमहत +सान्तमहतः +सान्तम् +सान्तर +सान्तरं +सान्तरः +सान्तरप्रस्तरान्वितम् +सान्तरम् +सान्तरा +सान्तरालं +सान्तराला +सान्तरालानां +सान्तरे +सान्तर्हासं +सान्तसंयोगस्य +सान्तस्य +सान्ता +सान्ताः +सान्तानिकं +सान्तापिकः +सान्ताली +सान्तालीभाषा +सान्ति +सान्ते +सान्तेति +सान्तेषु +सान्तो +सान्त्या +सान्त्व +सान्त्वं +सान्त्वतः +सान्त्वनं +सान्त्वनम् +सान्त्वना +सान्त्वनां +सान्त्वनाय +सान्त्वनार्थं +सान्त्वनार्थी +सान्त्वने +सान्त्वनैः +सान्त्वपूर्वं +सान्त्वपूर्वमिदं +सान्त्वप्रयोगे +सान्त्वमपक्रिया +सान्त्वम् +सान्त्वय +सान्त्वयञ्श्लक्ष्णया +सान्त्वयति +सान्त्वयन् +सान्त्वयन्ती +सान्त्वयन्निदमब्रवीत् +सान्त्वयन्निव +सान्त्वयामास +सान्त्वयिता +सान्त्वयितुं +सान्त्वयित्वा +सान्त्वयेत् +सान्त्वस्य +सान्त्वितः +सान्त्विता +सान्त्वितो +सान्त्वे +सान्त्वेन +सान्त्वेनानुप्रदानेन +सान्त्वेनैव +सान्त्वैः +सान्त्वैश्च +सान्त्व्यमाना +सान्दीपनि +सान्दीपनिं +सान्दीपनिमथ +सान्दीपनिमन्दिरे +सान्दीपनी +सान्दीपनेः +सान्द्र +सान्द्रं +सान्द्रः +सान्द्रकुतूहलानां +सान्द्रकुतूहलानाम् +सान्द्रतमा +सान्द्रता +सान्द्रतां +सान्द्रताम् +सान्द्रपदं +सान्द्रप्रमोदेन +सान्द्रम् +सान्द्रया +सान्द्रश्च +सान्द्रस्पर्शः +सान्द्रस्य +सान्द्रा +सान्द्रां +सान्द्राः +सान्द्राणि +सान्द्रानन्दं +सान्द्रानन्देति +सान्द्राभिः +सान्द्री +सान्द्रे +सान्द्रेण +सान्द्रेति +सान्द्रैः +सान्द्रो +सान्ध +सान्ध्यं +सान्ध्यम् +सान्न +सान्नं +सान्नते +सान्ना +सान्नां +सान्नाय्य +सान्नाय्यं +सान्नाय्यकुम्भ्यौ +सान्नाय्यसम्पादनम् +सान्नाय्यस्य +सान्नाय्ये +सान्नाय्येन +सान्नि +सान्निध्य +सान्निध्यं +सान्निध्यतः +सान्निध्यमत्रैव +सान्निध्यमिह +सान्निध्यमृच्छति +सान्निध्यम् +सान्निध्यात् +सान्निध्ये +सान्निपातिक +सान्निपातिकं +सान्निपातिकः +सान्निपातिकमाह +सान्निपातिकम् +सान्निपातिकस्य +सान्निपातिकाः +सान्निपातिकी +सान्निपातिके +सान्य +सान्यतः +सान्यत्र +सान्यथा +सान्या +सान्वय +सान्वयं +सान्वयः +सान्वयम् +सान्वयस्य +सान्वयाः +सान्वयो +सान्वेषां +सान्वे॑षां +सान॑वि +सान॑वि॒ +सान॒सि +सान॒सिं +सान॒सिः +सान॒सिम् +साप +सापं +सापगमाः +सापत्तिको +सापत्नं +सापत्नः +सापत्न्यं +सापत्यं +सापत्यत्वे +सापत्या +सापत्याः +सापत्यो +सापत्रपान्यतः +सापदं +सापदेशं +सापरा +सापराधं +सापराधस्य +सापराधे +सापराधेऽपि +सापराधो +सापराधोऽपि +सापवर्गो +सापवादः +सापविद्धा +सापसारा +सापह्नवा +सापह्नवोत्प्रेक्षा +सापायं +सापाये +सापि +सापिण्ड्यं +सापिण्ड्यनिर्णयः +सापिण्ड्यमिति +सापिण्ड्यम् +सापिण्ड्यस्य +सापिण्ड्ये +सापिधानं +सापिधानान् +सापीति +सापुतारा +सापुतारापर्वतः +सापुनीत +सापे +सापेक्ष +सापेक्षं +सापेक्षः +सापेक्षतया +सापेक्षता +सापेक्षत्वं +सापेक्षत्वमिति +सापेक्षत्वम् +सापेक्षत्वात् +सापेक्षत्वात्तथा +सापेक्षत्वात्तथाहि +सापेक्षत्वान्न +सापेक्षत्वे +सापेक्षत्वेन +सापेक्षत्वेऽपि +सापेक्षनिरपेक्षाणि +सापेक्षमसमर्थं +सापेक्षमिति +सापेक्षमेव +सापेक्षम् +सापेक्षवृद्धिः +सापेक्षस्य +सापेक्षस्यापि +सापेक्षा +सापेक्षाः +सापेक्षाणां +सापेक्षाणि +सापेक्षे +सापेक्षो +साप्त +साप्ततिकः +साप्ततिकम् +साप्तदश्यं +साप्तदश्यस्य +साप्तपदं 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+सामन्तस्य +सामन्ता +सामन्ताः +सामन्ताटविकतत्कुलीनापरुद्धानां +सामन्तादीनां +सामन्तानां +सामन्तान् +सामन्ताश्च +सामन्ताश्चेन्मृषा +सामन्ते +सामन्तेन +सामन्तेषु +सामन्तैः +सामन्तो +सामन्त् +सामन्त्रितम् +सामन्न् +सामन्यं +सामन्यः +सामन्यतः +सामपि +सामपूर्वं +सामपूर्वमिदं +सामप्रगाथः +सामब्राह्मणे +सामभि +सामभिः +सामभिरुन्नीयते +सामभिर् +सामभेदः +सामभेदस्तथा +सामभेदे +सामभेदेषु +सामभेदौ +सामभ्य +सामभ्यः +सामभ्यो +साममयं +साममयो +सामम् +सामयं +सामयः +सामयति +सामयाचारिकेषु +सामयिक +सामयिकं +सामयिकः +सामयिकम् +सामयिकस्य +सामयिकी +सामयिको +सामरं +सामरः +सामरस्य +सामरस्यं +सामरस्येन +सामरहस्योपनिषत् +सामरा +सामराः +सामराजं +सामराजम् +सामर्थ +सामर्थं +सामर्थे +सामर्थेन +सामर्थ्य +सामर्थ्यं +सामर्थ्यकल्पना +सामर्थ्यञ्च +सामर्थ्यतः +सामर्थ्यमपि +सामर्थ्यमस्ति +सामर्थ्यमस्तीति +सामर्थ्यमिति +सामर्थ्यमिह +सामर्थ्यमेव +सामर्थ्यमौचिती +सामर्थ्यम् +सामर्थ्यम्‌ +सामर्थ्यलक्षणः +सामर्थ्यवान् +सामर्थ्यस्य +सामर्थ्यस्येत्यन्यादर्शे +सामर्थ्या +सामर्थ्याच्च +सामर्थ्यातिशयः +सामर्थ्यातिशयेन +सामर्थ्यातिशयो +सामर्थ्यात् +सामर्थ्यात्स +सामर्थ्यात्‌ +सामर्थ्यादत्र +सामर्थ्यादिति +सामर्थ्यादेव +सामर्थ्याद् +सामर्थ्यानि +सामर्थ्याभावात् +सामर्थ्याभावे +सामर्थ्याय +सामर्थ्याल्लभ्यते +सामर्थ्यावधारणात् +सामर्थ्यासामर्थ्यहेतुः +सामर्थ्यासामर्थ्यहेतूपन्यासाभावात् +सामर्थ्ये +सामर्थ्येन +सामर्थ्यैः +सामर्यम् +सामर्ष +सामर्षं +सामर्षः +सामर्षतया +सामर्षा +सामर्षे +सामर्षो +सामला +सामवादाः +सामवायिकः +सामवायिकाः +सामवायिकानां +सामवायिकान् +सामवायिकैः +सामवित्स +सामविदम् +सामविधान +सामविधानं +सामविधानब्रा +सामविधानब्राह्मणम् +सामविशेषः +सामवे +सामवेद +सामवेदं +सामवेदः +सामवेदञ्च +सामवेदप्रातिशारतय +सामवेदफलं +सामवेदमाथर्वणं +सामवेदम् +सामवेदश्च +सामवेदसंहित +सामवेदसंहिता +सामवेदस्तथा +सामवेदस्तु +सामवेदस्य +सामवेदात् +सामवेदाधिपो +सामवेदाय +सामवेदार्थप्रकाशे +सामवेदिनः +सामवेदिनां +सामवेदी +सामवेदीय +सामवेदीया +सामवेदे +सामवेदेन +सामवेदेनास्तमये +सामवेदो +सामवेदोक्तं +सामवेदोक्तस्तोत्रेण +सामवेदोऽथर्ववेदः +सामवेदोऽथर्वाङ्गिरस +सामवेदोऽस्मि +सामशब्दः +सामशब्दस्य +सामश्रमि +सामसंहिता +सामसंहिताभाष्यकारः +सामसंहितायां +सामसंहितायाः +सामसहस्राणि +सामसाध्या +सामसु +सामसूक्तानि +सामस्त्यं +सामस्त्ये +सामस्त्येन +सामस्य +सामऽभिः +सामा +सामां +सामाः +सामाख्या +सामाङ्गं +सामाजिक +सामाजिकं +सामाजिकः +सामाजिककार्याणि +सामाजिकक्षेत्रे +सामाजिकगुणाः +सामाजिकजीवनस्य +सामाजिकजीवने +सामाजिकन्यायोद्योग +सामाजिकमाध्यमानि +सामाजिकम् +सामाजिकवृत्तयः +सामाजिकव्यवस्थायाः +सामाजिकसंस्थाः +सामाजिकसमस्याः +सामाजिकस्य +सामाजिकस्वास्थ्यम् +सामाजिका +सामाजिकाः +सामाजिकानां +सामाजिकानि +सामाजिकान् +सामाजिकी +सामाजिके +सामाजिकेषु +सामाजिकैः +सामात्यं +सामात्यः +सामात्यस्य +सामात्या +सामात्याः +सामात्ये +सामात्यो +सामाथो +सामादयः +सामादि +सामादिकथनं +सामादिभिः +सामादिभिरुपक्रमैः +सामादीनां +सामादीनामुपायानां +सामादौ +सामाध्वर्युः +सामान +सामानः +सामाना +सामानां +सामानाधि +सामानाधिक +सामानाधिकर +सामानाधिकरण्य +सामानाधिकरण्यं +सामानाधिकरण्यदर्शनात् +सामानाधिकरण्यप्रतीतिभङ्गायोगात् +सामानाधिकरण्यमपि +सामानाधिकरण्यमिति +सामानाधिकरण्यमित्यर्थः +सामानाधिकरण्यम् +सामानाधिकरण्यम्‌ +सामानाधिकरण्यव्यपदेशं +सामानाधिकरण्यसंबन्धेन +सामानाधिकरण्यसम्बन्धेन +सामानाधिकरण्यस्य +सामानाधिकरण्यहेतुः +सामानाधिकरण्यहेतुरपृथक्सिद्धिरिति +सामानाधिकरण्या +सामानाधिकरण्यात् +सामानाधिकरण्यादिति +सामानाधिकरण्याभावात् +सामानाधिकरण्ये +सामानाधिकरण्येन +सामानाधिकरण्येनान्वयः +सामानाधिकरण्येनान्वये +सामानाधिकरण्येनैव +सामानाधिकरण्येऽपि +सामानि +सामानीति +सामानो +सामान् +सामान्तर +सामान्तरं +सामान्तरविधानं +सामान्तरस्तुतिः +सामान्तरे +सामान्य +सामान्यं +सामान्यः +सामान्यकरणवृत्तिः +सामान्यकारकाः +सामान्यकालमानम् +सामान्यकाले +सामान्यकृतत्वात् +सामान्यगमाऽऽगमौ +सामान्यगुणः +सामान्यगुणा +सामान्यगुणाः +सामान्यग्रहणम् +सामान्यग्रहणात् +सामान्यग्रहणार्थः +सामान्यग्रहणार्थम् +सामान्यग्रहणाविघातार्थः +सामान्यग्रहणाविघातार्थेनार्थः +सामान्यचिकित्सकः +सामान्यचिकित्सा +सामान्यच्छलम् +सामान्यजनः +सामान्यजनस्य +सामान्यजनाः +सामान्यजनानां +सामान्यजनानाम् +सामान्यजनेषु +सामान्यजनैः +सामान्यज्ञानं +सामान्यज्ञानमिष्यते +सामान्यञ्च +सामान्यत +सामान्यतः +सामान्यतया +सामान्यतस्तु +सामान्यता +सामान्यते +सामान्यतो +सामान्यतोदृष्टं +सामान्यतोदृष्टम्‌ +सामान्यतोदृष्टस्य +सामान्यतोदृष्टेन +सामान्यतोऽपि +सामान्यत्वं +सामान्यत्वम् +सामान्यत्वस्य +सामान्यत्वात् +सामान्यत्वे +सामान्यदर्शने +सामान्यदिवसे +सामान्यदृष्ट्या +सामान्यद्वारेण +सामान्यधर्मः +सामान्यधर्मस्य +सामान्यधीते +सामान्यनिर्दिष्टमेवकच्चित् +सामान्यनिर्देशः +सामान्यनिर्देशात् +सामान्यनिषेधस्य +सामान्यनीतिः +सामान्यपरिहीनास्तु +सामान्यपाद +सामान्यपादः +सामान्यप्रकरणम् +सामान्यप्रतिज्ञेयम् +सामान्यप्रश्नाः +सामान्यप्राप्तस्य +सामान्यभूता +सामान्यम +सामान्यमचेतनं +सामान्यमपि +सामान्यमस्ति +सामान्यमात्रं +सामान्यमात्रम् +सामान्यमात्रस्य +सामान्यमात्राभिधायिना +सामान्यमात्राश्रयेण +सामान्यमात्रे +सामान्यमात्रोपसंहारे +सामान्यमाह +सामान्यमिति +सामान्यमित्यर्थः +सामान्यमिदं +सामान्यमुक्तम् +सामान्यमुक्त्वा +सामान्यमुच्यते +सामान्यमुन्मादगदस्य +सामान्यमेव +सामान्यमेषां +सामान्यम् +सामान्यम्‌ +सामान्ययोः +सामान्यरीत्या +सामान्यरूप +सामान्यरूपं +सामान्यरूपः +सामान्यरूपतया +सामान्यरूपता +सामान्यरूपत्वात् +सामान्यरूपम् +सामान्यरूपस्य +सामान्यरूपा +सामान्यरूपाणां +सामान्यरूपे +सामान्यरूपेण +सामान्यरूपेणैव +सामान्यलक्ष +सामान्यलक्षण +सामान्यलक्षणं +सामान्यलक्षणमाह +सामान्यलक्षणमिति +सामान्यलक्षणम् +सामान्यलक्षणया +सामान्यलक्षणस्य +सामान्यलक्षणा +सामान्यलक्षणायाः +सामान्यलक्षणे +सामान्यलक्षणेन +सामान्यलक्षणो +सामान्यलिङ्गं +सामान्यवचन +सामान्यवचनं +सामान्यवचनः +सामान्यवचनमिति +सामान्यवचनम् +सामान्यवचनस्य +सामान्यवचनाः +सामान्यवचनात् +सामान्यवचने +सामान्यवचनेन +सामान्यवचनैः +सामान्यवचनैरिति +सामान्यवत्त्वे +सामान्यवनिता +सामान्यवाचिनः +सामान्यवाचिना +सामान्यवाची +सामान्यवान् +सामान्यवि +सामान्यविधिः +सामान्यविधिना +सामान्यविवक्षायां +सामान्यविशेष +सामान्यविशेषभाव +सामान्यविशेषभावः +सामान्यविशेषभावे +सामान्यविशेषभावेन +सामान्यविशेषभावो +सामान्यविशेषयोः +सामान्यविशेषरूपेण +सामान्यविशेषसमवायानां +सामान्यविशेषसमुदायोऽत्र +सामान्यविशेषा +सामान्यविशेषाः +सामान्यविशेषाणां +सामान्यविशेषात्मकं +सामान्यविशेषात्मना +सामान्यविशेषात्मा +सामान्यविशेषाभावेन +सामान्यविशेषाभिधानादित्याह +सामान्यविशेषाभ्यां +सामान्यविशेषो +सामान्यविशेषौ +सामान्यविषय +सामान्यविषयं +सामान्यविषयकं +सामान्यविषयत्वं +सामान्यविषयमेव +सामान्यविषयम् +सामान्यविषया +सामान्यविषये +सामान्यविहितं +सामान्यविहितस्य +सामान्यशब्दत्वात् +सामान्यशब्दस्य +सामान्यशब्दा +सामान्यशब्दानां +सामान्यशब्देन +सामान्यशब्दोऽपि +सामान्यशल्यचिकित्सा +सामान्यशान्तिरौत्पातिकफलगुरुलाघवमवगम्य +सामान्यशास्त्रं +सामान्यशास्त्रस्य +सामान्यशास्त्रेण +सामान्यसमर्थनरूपोऽर्थान्तरन्यासः +सामान्यसामग्री +सामान्यस्थितौ +सामान्यस्पन्दसंश्रयात् +सामान्यस्य +सामान्यस्यापि +सामान्यस्याभावात् +सामान्यस्येति +सामान्यस्येन्द्रियाणि +सामान्यस्यैव +सामान्या +सामान्यां +सामान्याः +सामान्याकारेण +सामान्यातिदेशे +सामान्यात् +सामान्यात्तु +सामान्यात्मकं +सामान्यात्मना +सामान्यात्मा +सामान्यात्‌ +सामान्यादप्युपलब्धेर्मृत्युवन्न +सामान्यादि +सामान्यादिकं +सामान्यादिति +सामान्यादिषु +सामान्यादीनां +सामान्यादौ +सामान्याद् +सामान्याद्विशेषस्य +सामान्यानां +सामान्यानि +सामान्यान् +सामान्यान्यपि +सामान्यापेक्षत्वात् +सामान्यापेक्षमेकवचनम् +सामान्याप्रयोग +सामान्याप्रयोगे +सामान्याभावस्य +सामान्याभावे +सामान्यायै +सामान्यार्घ्यं +सामान्यार्घ्योदकं +सामान्यार्थं +सामान्यार्थस्तिरोभूतो +सामान्यालंकारः +सामान्यालङ्कारः +सामान्यावधारणप्रधाना +सामान्यास्तु +सामान्युत्पन्नानि +सामान्ये +सामान्येति +सामान्येन +सामान्येनापि +सामान्येनेति +सामान्येनैव +सामान्येनोक्तं +सामान्येनोक्तम् +सामान्येनोक्त्वा +सामान्येनोपसंहारः +सामान्येव +सामान्येषु +सामान्येऽपि +सामान्यै +सामान्यैः +सामान्यो +सामान्योक्तेरप्रस्तुतप्रशंसा +सामान्योक्तौ +सामान्योपक्रमात् +सामान्योपनिषद् +सामान्योपाधौ +सामान्योऽपि +सामान्योऽयं +सामान्य् +सामापश्यत् +सामापश्यन् +सामाभिगायति +सामाभिसंस्थापयामः +सामार्थ्यं +सामावास्या +सामासिक +सामासिकं +सामासिकस्य +सामाहमस्मि +सामाहमृक्त्वं +सामाह्नो +सामा॑नि +सामा॑नि॒ +सामि +सामिअ +सामिकृतम् +सामिणा +सामिधेनी +सामिधेनीं +सामिधेनीः +सामिधेनीका +सामिधेनीनां +सामिधेनीनाम् +सामिधेनीभिः +सामिधेनीभ्यः +सामिधेनीरनुब्रूयात् +सामिधेनीरनूच्य +सामिधेनीरन्वाह +सामिधेनीर् +सामिधेनीषु +सामिधेनीष्व् +सामिधेन्य +सामिधेन्यः +सामिधेन्यो +सामिभुक्तम् +सामिवचने +सामिषं +सामिषम् +सामिषा +सामी +सामीची +सामीचीं +सामीचीन्यं +सामीच्यमस्तु +सामीति +सामीप्य +सामीप्यं +सामीप्यमिति +सामीप्यम् +सामीप्यस्य +सामीप्यात् +सामीप्यादि +सामीप्यादौ +सामीप्ये +सामीप्येन +सामीभाषाः +सामु +सामुत्र +सामुदायं +सामुदायिक +सामुदायिके +सामुद्गं +सामुद्र +सामुद्रं +सामुद्रः +सामुद्रकं +सामुद्रकम् +सामुद्रके +सामुद्रको +सामुद्रजं +सामुद्रमिति +सामुद्रम् +सामुद्रलवणं +सामुद्रलवणम् +सामुद्रलवणे +सामुद्रा +सामुद्राः +सामुद्रि +सामुद्रिक +सामुद्रिकं +सामुद्रिकशास्त्रम् +सामुद्रिका +सामुद्रिकाः +सामुद्रिके +सामुद्रिको +सामुद्री +सामुद्रे +सामुद्रेण +सामुद्रो +सामूरं +सामूली +सामूहिक +सामूहिकं +सामूहिकः +सामूहिकरूपेण +सामूहिकेषु +सामूहिको +सामृतं +सामृता +सामृतैः +सामे +सामेति +सामेत्यर्थः +सामेत्याहुः +सामेव +सामैकम् +सामैतद्धि +सामैतस्माद् +सामैव +सामो +सामोत्तरः +सामोत्पन्नम् +सामोदं +सामोददामोदरः +सामोदम् +सामोदाः +सामोपासीत +सामोपास्ते +सामोपास्मह +साम् +साम्न +साम्नः +साम्नश् +साम्नश्च +साम्नस्तु +साम्ना +साम्नां +साम्नान्त्यं +साम्नाम् +साम्नारोहन्तु +साम्नार्त्विज्यं +साम्ना॑ +साम्ना॒ +साम्नि +साम्नी +साम्ने +साम्नेति +साम्ने॑ +साम्नैव +साम्नो +साम्नोः +साम्नोपासीदत्ता +साम्नौद्गात्रम् +साम्पतं +साम्पदं +साम्परायः +साम्परायिकं +साम्परायिकः +साम्परायिकम् +साम्परायिकी +साम्पराये +साम्प्र +साम्प्रत +साम्प्रतं +साम्प्रतकालं +साम्प्रतञ्च +साम्प्रतमपि +साम्प्रतमहं +साम्प्रतमिति +साम्प्रतमेव +साम्प्रतम् +साम्प्रतस्य +साम्प्रतिक +साम्प्रतिकं +साम्प्रतिककाले +साम्प्रतिकस्य +साम्प्रतिका +साम्प्रतिकी +साम्प्रतिके +साम्प्रते +साम्प्रदायिक +साम्प्रदायिकं +साम्प्रदायिकः +साम्प्रदायिकम् +साम्प्रदायिकहिंसा +साम्प्रदायिका +साम्प्रदायिकाः +साम्ब +साम्बं +साम्बः +साम्बमूर्तिर्विधत्ताम् +साम्बश्च +साम्बस्य +साम्बा +साम्बामण्डलम् +साम्बाय +साम्बिका +साम्बु +साम्बुस्थालीमुखे +साम्बे +साम्बेन +साम्बो +साम्बोपाख्याने +साम्ब्रा +साम्भर +साम्भसा +साम्मनस्यं +साम्मुख्यं +साम्य +साम्यं +साम्यः +साम्यतः +साम्यता +साम्यतां +साम्यताम् +साम्यदार्ढ्यं +साम्यनिदर्शक +साम्यन्तु +साम्यमन्येन +साम्यमपि +साम्यमस्ति +साम्यमाह +साम्यमिति +साम्यमुक्तं +साम्यमुक्तम् +साम्यमुपैति +साम्यमुपैती +साम्यमुपैतीति +साम्यमेव 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+सायंसंध्या +सायंसन्ध्या +सायंसन्ध्यां +सायंसमये +सायंसायं +सायंहोमे +सायः +सायक +सायकं +सायकः +सायकम् +सायकस्य +सायका +सायकांश्च +सायकाः +सायकानां +सायकानाम् +सायकानि +सायकान् +सायकायनः +सायकाले +सायके +सायकेन +सायकै +सायकैः +सायकैर्मर्मभेदिभिः +सायकैस्तीक्ष्णैः +सायको +सायकोत्तमैः +सायक॒ +सायङ्कालः +सायङ्काले +सायञ्च +सायण +सायणः +सायणभा +सायणभाष्य +सायणभाष्यम् +सायणभाष्ये +सायणस्तु +सायणस्य +सायणा +सायणाचार्य +सायणाचार्यः +सायणाचार्यविरचिते +सायणाचार्यविरचितेन +सायणाचार्यस्य +सायणाचार्याः +सायणाचार्येण +सायणाचार्य्य +सायणाचार्य्येण +सायणात् +सायणामात्येन +सायणार्यविरचिते +सायणार्यस्ततोऽध्यायं +सायणार्येण +सायणेन +सायणो +सायतं +सायति +सायते +सायन +सायनं +सायनः +सायनम् +सायना +सायनांशस्य +सायनार्कस्य +सायने +सायनो +सायन् +सायन्तः +सायन्तनं +सायन्तनः +सायन्तनम् +सायन्तनी +सायन्तनीं +सायन्तने +सायन्स् +सायप्रस +सायमग्निहोत्रं +सायमग्निहोत्रे +सायमधीयानो +सायमपि +सायमर्धरात्रे +सायमस्ति +सायमहुतेऽग्निहोत्रे +सायमागत्य +सायमारभ्य +सायमाशप्रातराशौ +सायमाहुतिं +सायमाहुती +सायमिति +सायमुपक्रमं +सायमेव +सायम् +सायम्प्रातः +सायम्प्रातर् +सायम्प्रातिकः +साया +सायां +सायाः +सायात् +सायामा +सायाम् +सायाहनि +सायाहे +सायाह्न +सायाह्नं +सायाह्नः +सायाह्नकाले +सायाह्नव्यापिनी +सायाह्नसमये +सायाह्नस्त्रिमुहूर्तः +सायाह्नि +सायाह्ने +सायाह्रे +सायु +सायुज्य +सायुज्यँ +सायुज्यं +सायुज्यकामौ +सायुज्यतां +सायुज्यमगच्छत् +सायुज्यमस्त्विति +सायुज्यमाप +सायुज्यमाप्तवान् +सायुज्यमाप्नुयात् +सायुज्यमाप्नुयुः +सायुज्यमाप्नोति +सायुज्यमायाति +सायुज्यमिति +सायुज्यमुक्तिः +सायुज्यमुपैति +सायुज्यमेव +सायुज्यम् +सायुज्यꣳ +सायुधं +सायुधः +सायुधम् +सायुधा +सायुधाः +सायुधानां +सायुधान् +सायुधाय +सायुधैः +सायुधो +साये +सायेति +सायै +सायो +सायꣳ +सार +सारं +सारंग +सारंगं +सारंगाः +सारंगाय +सारंगी +सारंगो +सारः +सारकं +सारकः +सारकत्वञ्च +सारकत्वम् +सारकम् +सारकिट्टतया +सारकिट्टौ +सारको +सारकौमुदी +सारगर्भिता +सारगुरुभिः +सारघं +सारघम् +सारघस्य +सारघेण +सारङ्ग +सारङ्गं +सारङ्गः +सारङ्गश्चातके +सारङ्गस्य +सारङ्गा +सारङ्गाः +सारङ्गाक्ष्या +सारङ्गाय +सारङ्गास्ते +सारङ्गिकः +सारङ्गी +सारङ्गेण +सारङ्गेणातिरंहसा +सारङ्गैः +सारङ्गो +सारचूर्णम् +सारञ्च +सारण +सारणं +सारणः +सारणञ्च +सारणमण्डलम् +सारणम् +सारणया +सारणस्य +सारणा +सारणायां +सारणी +सारणे +सारणेन +सारणो +सारणोचिता +सारण्यके +सारतः +सारतया +सारतरं +सारतश् +सारता +सारतां +सारताम् +सारतो +सारत्निप्रादेशः +सारत्वं +सारत्वमबादिस्वभावत्वं +सारत्वे +सारत्वेन +सारत्वेऽबादिधर्मेष्विति +सारथयः +सारथये +सारथि +सारथिं +सारथिः +सारथिना +सारथिमवोचत +सारथिमिदमवोचत् +सारथिम् +सारथिराह +सारथिरिव +सारथिर्यस्य +सारथिश्च +सारथिस्तस्य +सारथिस्तु +सारथी +सारथीनां +सारथीन् +सारथे +सारथेः +सारथेश्च +सारथौ +सारथ्यं +सारथ्यम् +सारथ्ये +सारथ्येन +सारथ्येऽतिसावधानस्त्वं +सारद +सारदा +सारदानन्दः +सारदारुजम् +सारदारुमयं +सारदिदृक्षया +सारनमण्डलम् +सारनाथ +सारनाथम् +सारनाले +सारबलं +सारबिन्दुः +सारभागस्तस्य +सारभाण्डं +सारभूत +सारभूतं +सारभूतः +सारभूतम् +सारभूतस्य +सारभूता +सारभूतां +सारभूताः +सारभूतानि +सारभूते +सारभूतो +सारभोक्ता +सारमखिलं +सारमञ्जरी +सारमञ्जुषा +सारमञ्जूषा +सारमञ्जूषाणां +सारमञ्जूषानुवादः +सारमतः +सारमयं +सारमस्य +सारमाकृष्य +सारमादाय +सारमार्गणम् +सारमिति +सारमुत्तमम् +सारमुद्धृत्य +सारमेय +सारमेयः +सारमेयश्च +सारमेयस्य +सारमेया +सारमेयाः +सारमेयाय +सारमेयाश्च +सारमेयैः +सारमेयो +सारमेयौ +सारमेव +सारमे॒यौ +सारम् +सारय +सारयति +सारयतीति +सारयन्ति +सारयित्वा +सारयेत् +सारयेत्सारणात्रयम् +साररूपं +साररूपेण +सारल्य +सारल्यं +सारल्यम् +सारल्येन +सारव +सारवती +सारवत् +सारवद् +सारवद्विश्वतोमुखम् +सारवन्तः +सारवन्तश्च +सारवन्ति +सारवी +सारश्च +सारस +सारसं +सारसंग्रहः +सारसंग्रहे +सारसः +सारसकः +सारसखगे +सारसङ्ग्रहे +सारसनं +सारसपक्षिणि +सारसपक्षी +सारसमुच्चयः +सारसमेव +सारसम् +सारसस्य +सारसा +सारसाः +सारसाक्षि +सारसाक्ष्या +सारसानां +सारसाभिरुतानि +सारसाश्च +सारसी +सारसुन्दरी +सारसे +सारसेन +सारसैः +सारसैश्च +सारसो +सारस्तु +सारस्य +सारस्वत +सारस्वतं +सारस्वतः +सारस्वतमयनम् +सारस्वतमिदं +सारस्वतम् +सारस्वतश्च +सारस्वतश्चरुः +सारस्वतस्तथा +सारस्वतस्तु +सारस्वतस्य +सारस्वता +सारस्वताः +सारस्वतानि +सारस्वताभ्यां +सारस्वताय +सारस्वती +सारस्वतीं +सारस्वतीम् +सारस्वते +सारस्वतेन +सारस्वतेषु +सारस्वतो +सारस्वतौ +सारस्वत्यः +सारस्वत्या +सारस्वत्यां +सारस्व॒तं +सारहीनो +सारा +सारां +सारांश +सारांशं +सारांशः +सारांशे +सारांशेन +साराः +साराणां +साराणामबादिधर्मेषु +साराणि +सारात् +सारात्सारं +सारात्सारतरं +सारादानं +सारान् +साराभाई +साराभाय् +साराय +सारायै +सारार्थं +सारार्थः +सारार्थमाह +सारालङ्कारः +सारावली +सारावल्याम् +सारासारं +सारि +सारिक +सारिका +सारिकां +सारिकाः +सारिकापक्षी +सारिगोणी +सारिणी +सारित +सारितं +सारितः +सारितो +सारिवा +सारिवां +सारिवे +सारी +सारीं +सारीषु +सारुन्धतीकाः +सारुप्यं +सारुप्ये +सारूपवत्सं +सारूपवत्सस्य +सारूपवत्से +सारूप्य +सारूप्यं +सारूप्यमपि +सारूप्यमिति +सारूप्यमेव +सारूप्यम् +सारूप्यस्य +सारूप्यात् +सारूप्यादिति +सारूप्याद् +सारूप्ये +सारूप्येण +सारे +सारेण +सारेति +सारेषु +सारैः +सारैर् +सारैर्यथा +सारो +सारोणादिवृत्तिः +सारोद्धारे +सारोपा +सारोपान्या +सारोहाणां +सारोऽत्र +सारोऽस्य +सारौ +सार् +सार्क +सार्कः +सार्के +सार्क् +सार्गले +सार्गालीं +सार्घ +सार्घं +सार्घ्यं +सार्ञ्जयः +सार्णवम् +सार्णेन +सार्थ +सार्थं +सार्थः +सार्थक +सार्थकं +सार्थकः +सार्थकता +सार्थकतां +सार्थकत्वं +सार्थकत्वम् +सार्थकत्वसंभवे +सार्थकत्वात् +सार्थकत्वाय +सार्थकत्वे +सार्थकमिति +सार्थकमेव +सार्थकम् +सार्थका +सार्थकाः +सार्थकानि +सार्थके +सार्थको +सार्थक्यं +सार्थक्यम् +सार्थक्यात् +सार्थक्ये +सार्थक्योपपत्तेरित्यर्थः +सार्थमिति +सार्थम् +सार्थवती +सार्थवादं +सार्थवादमभिधानं +सार्थवादमभिधानम् +सार्थवाह +सार्थवाहं +सार्थवाहः +सार्थवाहपुत्रस्य +सार्थवाहश्च +सार्थवाहस्य +सार्थवाहा +सार्थवाहाश्च +सार्थवाहेन +सार्थवाहैर्देवैर्नागैर्यक्षैरसुरैर्गरुडैः +सार्थवाहो +सार्थस्य +सार्था +सार्थाः +सार्थानि +सार्थान् +सार्थापत्तिः +सार्थिका +सार्थे +सार्थेन +सार्थेषु +सार्थैः +सार्थो +सार्द +सार्दू +सार्दै +सार्द्ध +सार्द्धं +सार्द्धञ्च +सार्द्धद्वयं +सार्द्धद्वयेन +सार्द्धन्तु +सार्द्धप्रहरयामान्तः +सार्द्धमहं +सार्द्धमाजगाम +सार्द्धमेव +सार्द्धम् +सार्द्धवृत्तम् +सार्द्धसप्तधेन्वसम्भवात् +सार्द्धानि +सार्द्धास्त्रयो +सार्द्धे +सार्द्धेन +सार्द्ध्वं +सार्द्र +सार्द्रं +सार्द्रे +सार्ध +सार्धं +सार्धः +सार्धकोटि +सार्धचतुर्थी +सार्धचन्द्रं +सार्धतालं +सार्धत्रयं +सार्धदण्डं +सार्धद्वयेन +सार्धद्वादशमात्रकम् +सार्धद्वाभ्याम् +सार्धद्विहस्तमारभ्य +सार्धद्व्यंगुलकं +सार्धद्व्यंशं +सार्धपक्षांशं +सार्धपक्षांशमघ्रिकम् +सार्धपञ्चांशं +सार्धपादं +सार्धभागं +सार्धभागद्वयं +सार्धभागिकम् +सार्धभागेन +सार्धभान्वंगुलं +सार्धभूतांगुलं +सार्धमहं +सार्धमाजगाम +सार्धमात्रकम् +सार्धमासं +सार्धमिति +सार्धमुत्तरे +सार्धमेका +सार्धमेव +सार्धमेवं +सार्धम् +सार्धया +सार्धवृत्तम् +सार्धवेदांगुलं +सार्धवेदांश +सार्धवेदांशं +सार्धवेदांशमंघ्रिकम् +सार्धशतं +सार्धश्लोक +सार्धश्लोकः +सार्धश्लोकत्रयं +सार्धश्लोकद्वयं +सार्धश्लोकद्वयमेकान्वयं +सार्धश्लोकमेकं +सार्धश्लोकेन +सार्धषट्ककम् +सार्धसप्तकम् +सार्धसप्तांशं +सार्धस्तरं +सार्धहस्तं +सार्धा +सार्धां +सार्धांगुलं +सार्धांशं +सार्धाः +सार्धाग्न्यंशं +सार्धाङ्गुलं +सार्धानि +सार्धान् +सार्धाभ्याम् +सार्धाशं +सार्धे +सार्धेन +सार्धैः +सार्धैश्चतुर्भिः +सार्धैस्त्रिभिः +सार्धौ +सार्प +सार्पं +सार्पपं +सार्पराज्ञी +सार्पराज्ञीभ्यां +सार्पराज्ञीषु +सार्पराज्ञ्याः +सार्पस्य +सार्पार्धे +सार्पे +सार्मथ्यं +सार्मथ्यम् +सार्मथ्ये +सार्य +सार्यं +सार्यः +सार्यते +सार्या +सार्य्यते +सार्व +सार्वं +सार्वः +सार्वका +सार्वकामिक +सार्वकामिकं +सार्वकामिकः +सार्वकामिकम् +सार्वकामिकी +सार्वकामिकैः +सार्वकारस्य +सार्वकार्मिकः +सार्वकालं +सार्वकालिक +सार्वकालिकं +सार्वकालिकः +सार्वकालिकम् +सार्वकालिका +सार्वकालिकी +सार्वकालिको +सार्वगामी +सार्वगुण्यं +सार्वजनिक +सार्वजनिकः +सार्वजनिकरूपेण +सार्वजनिकव्यवहारविभागः +सार्वजनिकानां +सार्वजनीन +सार्वजनीनः +सार्वजनीना +सार्वज्ञं +सार्वज्ञाभावः +सार्वज्ञ्यं +सार्वज्ञ्यम् +सार्वज्ञ्यादिकं +सार्वत्रिक +सार्वत्रिकं +सार्वत्रिकः +सार्वत्रिकमिति +सार्वत्रिकम् +सार्वत्रिकरूपेण +सार्वत्रिका +सार्वत्रिकी +सार्वत्रिको +सार्वदिकत्वं +सार्वदेशिकम् +सार्वधातुक +सार्वधातुकं +सार्वधातुकग्रहणं +सार्वधातुकत्वाच्छप् +सार्वधातुकत्वात् +सार्वधातुकत्वे +सार्वधातुकत्वेन +सार्वधातुकमपि +सार्वधातुकमपित् +सार्वधातुकमपिदिति +सार्वधातुकम् +सार्वधातुकसंज्ञायां +सार्वधातुकस्य +सार्वधातुकाः +सार्वधातुकार्था +सार्वधातुकार्धधातुकयो +सार्वधातुकार्धधातुकयोः +सार्वधातुकार्धधातुकयोरिति +सार्वधातुके +सार्वधातुकेषु +सार्वभौम +सार्वभौमं +सार्वभौमः +सार्वभौमत्वं +सार्वभौमत्वस्य +सार्वभौमश् +सार्वभौमश्च +सार्वभौमश्चित्तस्य +सार्वभौमस्य +सार्वभौमा +सार्वभौमाः +सार्वभौमाय +सार्वभौमिकम् +सार्वभौमे +सार्वभौमेन +सार्वभौमो +सार्वभौमोऽपि +सार्वभौमोऽयम् +सार्वलौकिक +सार्वलौकिकः +सार्वलौकिकम् +सार्वलौकिकी +सार्ववर्णिकं +सार्ववर्णिकः +सार्ववर्णिकम् +सार्वविभक्तिकत्वात् +सार्वविभक्तिकस्तसिः +सार्वविभक्तिकस्तसिल् +सार्वसेनि +सार्वात्म्यं +सार्व्व +सार्व्वकालिकम् +सार्व्वभौमः +सार्व्वभौमो +सार्षपं +सार्षपम् +सार्ष्टि +सार्ष्टितां +सार्ष्टिताꣳ +सार्हति +सार॑थिः +सार॒घं +साल +सालं +सालंकारं +सालंकारा +सालंकारां +सालंकारौ +सालंकृतां +सालः +सालक +सालकः +सालकनन्दा +सालक्तकं +सालक्षण्यं +सालक्ष्यत +सालगुहा +सालग्राम +सालग्रामे +सालङ्कारं +सालङ्कारस्य +सालङ्कारां +सालङ्काराणि +सालङ्कारैः +सालङ्कारौ +सालज्यं +सालतालशिलायुधाः +सालपर्णी +सालभञ्जिका +सालमुत्पाट्य +सालम् +सालम्बनं +सालम्बना +सालम्बनाः +सालम्बनो +सालयः +सालवनं +सालवृक्षं +सालवृक्षः +सालवृक्षे +सालसं +सालसतां +सालसा +सालस्य +साला +सालाः +सालानां +सालान् +सालार् +सालावृकाणां +सालावृकी +सालावृकेभ्यः +सालि +सालिक +सालिगे +सालिङ्गे +सालिम् +साली +सालु +साले +सालेन +सालेषु +सालैः +सालैस्तालैस्तमालैश्च +सालो +सालोक्य +सालोक्यं +सालोक्यतां +सालोक्यमाप्नुयात् +सालोक्यादि +सालोक्यादिचतुष्टयम् +सालोहित +सालोहिते +साल्ट् +साल्व +साल्वं +साल्वः +साल्वको +साल्वराजस्य +साल्वराजो +साल्वस्य +साल्वा +साल्वात् +साल्वानां +साल्वावयवप्रत्यग्रथकलकूटाश्मकादिञ् +साल्विका +साल्वे +साल्वेन +साल्वेयः +साल्वेयगान्धारिभ्यां +साल्वो +साल्हणिः +साळु +साळ्हा +साव +सावं +सावंत +सावः +सावका +सावकाश +सावकाशं +सावकाशः +सावकाशत्वमाह +सावकाशत्वम् +सावकाशत्वात् +सावकाशत्वादिति +सावकाशत्वाद् +सावकाशत्वेन +सावकाशमिति +सावकाशम् +सावकाशयोः +सावकाशस्य +सावकाशा +सावकाशाः +सावकाशान्तरालं +सावकाशे +सावकाशो +सावगा +सावज्ञं +सावज्ञः +सावज्ञम् +सावज्ञेव +सावत् +सावदत् +सावदानं +सावद्यं +सावद्या +सावधान +सावधानं +सावधानः +सावधानतः +सावधानतया +सावधानता +सावधानत्वं +सावधानमना +सावधानमनाः +सावधानम् +सावधानस्य +सावधाना +सावधानाः +सावधानावधारय +सावधानाश्च +सावधानास्तिष्ठत +सावधाने +सावधानेन +सावधानेऽपि +सावधानो +सावधानौ +सावधारणं +सावधारणमिति +सावधारणम् +सावधिं +सावन +सावनं +सावनः +सावनघटिका +सावनघटीज्ञानं +सावनघटीनां +सावनडुह +सावनडुहः +सावनदिन +सावनदिनानि +सावनदिने +सावनदिनेषु +सावनदिवसा +सावनदिवसाः +सावनन्त्ययोः +सावनमान +सावनमानं +सावनमानेन +सावनमास +सावनम् +सावनस्य +सावना +सावनाः +सावनानां +सावनानि +सावनान्यवमानि +सावनासु +सावनाहर्गण +सावने +सावनेन +सावनेनैव +सावनो +सावपि +सावमानेन +सावय +सावयव +सावयवं +सावयवः +सावयवत्व +सावयवत्वं +सावयवत्वम् +सावयवत्वात् +सावयवत्वे +सावयवत्वेन +सावयवम् +सावयवरूपकम् +सावयवस्य +सावयवा +सावयवाः +सावयवानां +सावयवानि +सावयवे +सावयवेन +सावयवेषु +सावयवो +सावरकर +सावरकरं +सावरकरः +सावरकरस्य +सावरजो +सावरणं +सावरणेऽपि +सावरिका +सावरी +सावरोधः +सावरोधनः +सावर्ण +सावर्णस्य +सावर्णा +सावर्णि +सावर्णिं +सावर्णिः +सावर्णिका +सावर्णिके +सावर्णिकेऽन्तरे +सावर्णिना +सावर्णिरुवाच +सावर्णिर्भविता +सावर्णिश्च +सावर्णिस्तु +सावर्णेः +सावर्णो +सावर्ण्य +सावर्ण्यं +सावर्ण्यम् +सावर्ण्यस्य +सावलेपं +सावशेष +सावशेषं +सावशेषः +सावशेषविवरं +सावशेषा +सावशेषाणि +सावशेषेण +सावशेषो +सावष्टम्भं +सावष्टम्भम् +सावस्था +सावस्य +सावस्येन्द्राय +सावा +सावि +साविकेषु +सावित +साविति +सावित्र +सावित्रँ +सावित्रं +सावित्रः +सावित्रग्रहः +सावित्रचयनम् +सावित्रम् +सावित्रश्च +सावित्रस्य +सावित्रस्याष्टाक्षरं +सावित्रा +सावित्राः +सावित्राणि +सावित्राय +सावित्रि +सावित्रियर्चा +सावित्रिया +सावित्री +सावित्रीं +सावित्रीति +सावित्रीत्युच्यते +सावित्रीपतिता +सावित्रीमन्त्रकदशलक्षहोमादिका +सावित्रीमन्वाह +सावित्रीमित्यादि +सावित्रीमिव +सावित्रीमृग्वेदं +सावित्रीम् +सावित्रीवचनं +सावित्रीव्रतं +सावित्रे +सावित्रेण +सावित्रो +सावित्रोऽष्टाकपालः +सावित्रोऽसि +सावित्रौ +सावित्र् +सावित्र्य +सावित्र्यपि +सावित्र्या +सावित्र्यां +सावित्र्याः +सावित्र्याश्च +सावित्र्याश्चैव +सावित्र्यास् +सावित्र्यास्तु +सावित्र्युपनिषत् +सावित्र्युपरि +सावित्र्युपाख्यानं +सावित्र्युपाख्यानम् +सावित्र्युपाख्याने +सावित्र्युभयतः +सावित्र्युवाच +सावित्र्यै +सावित्र्यो +सावित्र्य् +साविद्या +साविपत् +साविषत् +सावि॒त्रो +सावीः +सावीर्हि +सावे +सावेकाच +सावेकाचः +सावेकाचस्तृतीयादिर्विभक्तिः +सावेगं +सावेगम् +सावेदसी +सावेरी +सावेव +सावो +साव्ययकारकविशेषणं +साशं +साशङ्कं +साशङ्कमनुप्रयातः +साशङ्कमाह +साशङ्कम् +साशङ्का +साशङ्काः +साशङ्को +साशनानशने +साशा +साशी +साशीति +साशीतिपणसाहस्रो +साशु +साश्च +साश्चर्य +साश्चर्यं +साश्चर्यः +साश्चर्यचर्या +साश्चर्यम् +साश्चर्या +साश्चर्ये +साश्चर्यो +साश्रयं +साश्रयः +साश्रयत्वं +साश्रया +साश्रयाः +साश्रु +साश्रुः +साश्रुकण्ठो +साश्रुणी +साश्रुनयनः +साश्रुनयना +साश्रुनेत्रं +साश्रुनेत्रः +साश्रुनेत्रश्च +साश्रुनेत्रा +साश्रुनेत्राः +साश्रुनेत्राश्च +साश्रुनेत्रो +साश्रुनेत्रोत्पलाभिः +साश्रुपातं +साश्रुलोचनः +साश्रुलोचनम् +साश्रुलोचना +साश्रुलोचनाः +साश्व +साश्वं +साश्वः +साश्वकर्णैः +साश्वसारथिम् +साश्वसूतध्वजं +साश्वा +साश्वां +साश्वाः +साष्टं +साष्टकं +साष्टपत्रं +साष्टमूर्तेश्च +साष्टशतं +साष्टांग +साष्टांगं +साष्टाक्षरा +साष्टाङ्ग +साष्टाङ्गं +साष्टाङ्गः +साष्टाङ्गेन +साष्टे +सास +सासः +सासद्यते +सासनं +सासह +सासहः +सासहत् +सासहान +सासहानं +सासहिं +सासहिः +सासहिम् +सासह्याम +सासा +सासानियन्स् +सासाराम +सासासासा +सासाह +सासि +सासिः +सासीत् +सासु +सासुः +सासुरा +सासुराः +सासुसूः +सासू +सासूत +सासूयं +सासूयम् +सासृक् +सासृग्वा +सासौ +सास् +सास्तारपङ्क्तिः +सास्ति +सास्तीति +सास्तु +सास्त्र +सास्त्रं +सास्त्रम् +सास्त्राः +सास्त्राणि +सास्त्रेण +सास्थि +सास्ना +सास्नादिमति +सास्नादिमत्त्वं +सास्नादिमान् +सास्मर्यते +सास्मा +सास्माकं +सास्मि +सास्मित +सास्मिता +सास्मिन् +सास्मिन्ना +सास्मिन्पौर्णमासीति +सास्मै +सास्य +सास्यां +सास्यास्तीति +सास्युक्थ्यः +सास्यु॒क्थ्यः॑ +सास्यु॒क्थ्य॑ः +सास्र +सास्रं +सास्रम् +सास्रया +सास्रवं +सास्रवः +सास्रवा +सास्रवाः +सास्रवाणां +सास्रवालम्बनाः +सास्रा +सास्राः +सास्राक्षं +सास्रावे +सास्रे +सास्रेण +सास्रैः +सास॒हिः +साह +साहं +साहंकारं +साहंकारा +साहंकारेण +साहंता +साहः +साहङ्कारेण +साहचर्य +साहचर्यं +साहचर्यनियमो +साहचर्यम् +साहचर्यस्य +साहचर्याच्च +साहचर्यात् +साहचर्यात्ताच्छब्द्यं +साहचर्यात्‌ +साहचर्ये +साहचर्येण +साहचर्य्यं +साहचर्य्यात् +साहजिक +साहजिकं +साहदेवः +साहदेव्यः +साहनी +साहब +साहमेतन्न +साहयः +साहयति +साहरित्वा +साहस +साहसं +साहसः +साहसदण्डं +साहसदण्डः +साहसप्रकरणम् +साहसप्रियाः +साहसमात्रम् +साहसमिति +साहसमेव +साहसम् +साहसलाच्छनः +साहसस्य +साहसा +साहसाङ्क +साहसाङ्कः +साहसात् +साहसाद्विषमाशनात् +साहसानां +साहसानि +साहसिक +साहसिकं +साहसिकः +साहसिकस्य +साहसिका +साहसिकाः +साहसिकी +साहसिके +साहसिकेन +साहसिको +साहसिक्यं +साहसिक्यम् +साहसी +साहसु +साहसे +साहसेन +साहसेषु +साहसैस्तैस्तैः +साहसो +साहस्त्रः +साहस्र +साहस्रं +साहस्रः +साहस्रकं +साहस्रम् +साहस्रस्य +साहस्रा +साहस्राः +साहस्रिकं +साहस्री +साहस्रीं +साहस्रे +साहस्रेण +साहस्रैः +साहस्रो +साहस्रोऽसि +साहस्र्यां +साहा +साहाय +साहायकं +साहायकम् +साहायकाय +साहाय्य +साहाय्यं +साहाय्यकं +साहाय्यकारिणः +साहाय्यमकरोत् +साहाय्यमपि +साहाय्यम् +साहाय्यसभा +साहाय्यसम्भाषणम् +साहाय्यात् +साहाय्याय +साहाय्यार्थं +साहाय्यार्थम् +साहाय्ये +साहाय्येन +साहाय्येनैव +साहारं +साहि +साहित +साहितिः +साहित्य +साहित्यं +साहित्यकार +साहित्यकारः +साहित्यकाराः +साहित्यकाराणां +साहित्यकृतयः +साहित्यकृषिः +साहित्यक्षेत्रे +साहित्यतत्त्वमखिलं +साहित्यदर्पण +साहित्यदर्पणं +साहित्यदर्पणः +साहित्यदर्पणकारः +साहित्यदर्पणममुं +साहित्यदर्पणम् +साहित्यदर्पणस्य +साहित्यदर्पणे +साहित्यपरिषद् +साहित्यपाथोनिधिमन्थनोत्थं +साहित्यपुरस्कारभाजः +साहित्यप्रशस्तिः +साहित्यमन्ज्जूषाव्याख्यासहितम् +साहित्यमस्योक्त्वा +साहित्यमिति +साहित्यमीमांसा +साहित्यमीमांसायां +साहित्यमेव +साहित्यम् +साहित्यवि +साहित्यविद्या +साहित्यविद्याधरी +साहित्यविद्याधरीसंमतः +साहित्यविद्याश्रमवर्जितेषु +साहित्यविवक्षा +साहित्यशब्दस्य +साहित्यशास्त्रम् +साहित्यशास्त्रस्य +साहित्यशास्त्रे +साहित्यसारः +साहित्यसारे +साहित्यस्य +साहित्यहेतोः +साहित्याचार्य +साहित्यानि +साहित्यिक +साहित्यिकं +साहित्यिकः +साहित्यिकदृष्ट्या +साहित्यिकभाषा +साहित्यिकाः +साहित्ये +साहित्येन +साहित्येषु +साहित्‍य +साहिब +साहिबगञ्ज +साहिबगञ्जमण्डलम् +साहिबजादा +साहिब् +साहु +साहू +साहेब +साहेब् +साहोरात्राणि +साह्नस्य +साह्नस्योपसदः +साह्नस्योपसदो +साह्नो +साह्य +साह्यं +साह्याम +साह्याय +साह्यार्थं +साह्ये +साह्लादं +साह्वान् +साह्वान्विश्वा +साऽ +साऽतिमुक्तिः +साऽत्र +साऽथ +साऽद्य +साऽधुना +साऽनसूया +साऽपार्था +साऽपि +साऽप्रथत +साऽप्राप्य +साऽबला +साऽब्रवीत् +साऽभवत् +साऽभवद् +साऽभिधीयते +साऽभूत् +साऽमन्यत +साऽवतु +साऽवस्था +साऽविद्या +साऽसि +साऽस्ति +साऽस्तु +साऽस्पृहा +साऽस्मिता +साऽस्मिन् +साऽस्य +साऽस्यास्तीति +साऽहं +साऽहन्ता +साऽहमेतन्न +साऽऽविर्भूता +साऽऽह +सा॑ +सा॑दय +सा॑दयतामि॒ह +सा॑दयति +सा॑दयामि +सा॒कं +सा॒कम् +सा॒ख्षादे॒व +सा॒तये॑ +सा॒तये॒ +सा॒ता +सा॒तानि॑ +सा॒तिं +सा॒तिमीम॑हे +सा॒तिम् +सा॒तौ +सा॒दय॑ +सा॒दे +सा॒द॒य॒ +सा॒धु +सा॒धुः +सा॒धुक॑र्मा +सा॒धुना॑ +सा॒धु॒ऽया +सा॒धोः +सा॒ध्या +सा॒ध्याः +सा॒ध॒ +सा॒न॒सिः +सा॒न॒सिम् +सा॒य +सा॒यं +सा॒यम् +सा॒वि॒ष॒त् +सा॒स॒ह्याम॑ +सा॒ह्वाँ +सा᳘युज्यँ +सा᳘होवाच +सा꣡इधन्दु꣢रिता꣯सो꣯मनः +सा꣢नो꣣ +सा꣢꣯तौ꣡꣯वा꣯जा +सा꣢꣯तौ꣯वा꣡꣯जा +सा꣣त꣡ये꣢ +सि +सिँ +सिं +सिंगर +सिंगापुर +सिंघाणकं +सिंच +सिंचत +सिंचति +सिंदूरं +सिंदूरवर्णः +सिंध +सिंधवः +सिंधवो +सिंधी +सिंधु +सिंधुं +सिंधुः +सिंधुजः +सिंधुदुर्ग +सिंधुश्च +सिंधूनां +सिंधोः +सिंधो॑रू॒र्मा +सिंधौ +सिंध॑वः +सिंह +सिंहं +सिंहः +सिंहकः +सिंहकन्ये +सिंहकर्णं +सिंहकर्णः +सिंहकर्णैश्च +सिंहके +सिंहकेसरसटासु +सिंहगते +सिंहगे +सिंहघाती +सिंहचर्मपरीधानं +सिंहतुण्डः +सिंहत्वं +सिंहदंष्ट्रः +सिंहदेवं +सिंहद्वारं +सिंहद्वारम् +सिंहद्वारे +सिंहनाद +सिंहनादं +सिंहनादः +सिंहनादमथानदन् +सिंहनादश्च +सिंहनादांश्च +सिंहनादान् +सिंहनादाश्च +सिंहनादी +सिंहनादे +सिंहनादेन +सिंहनादै +सिंहनादैः +सिंहनादैश्च +सिंहनादो +सिंहपराक्रमः +सिंहपुच्छी +सिंहपृष्ठे +सिंहबलेन +सिंहबलो +सिंहभयं +सिंहभूपालः +सिंहभूभुजा +सिंहमारुह्य +सिंहमिव +सिंहमुखः +सिंहमुखी +सिंहमेव +सिंहम् +सिंहयुक्तके +सिंहयुक्तेन +सिंहयोः +सिंहरथः +सिंहरवो +सिंहराजस्य +सिंहराशिः +सिंहराशिगत +सिंहराशिगते +सिंहराशिमें +सिंहराशिस्थिते +सिंहराशौ +सिंहरूपं +सिंहरूपेण +सिंहल +सिंहलं +सिंहलः +सिंहलग्ने +सिंहलद्वीपं +सिंहलद्वीपस्य +सिंहलद्वीपे +सिंहलभाषा +सिंहलम् +सिंहललिपिः +सिंहलस्य +सिंहला +सिंहलाः +सिंहली +सिंहलीलः +सिंहलीलिपिः +सिंहले +सिंहलेन +सिंहलो +सिंहवच्च +सिंहवत् +सिंहवद् +सिंहवद्विनदन्मुहुः +सिंहवर्मा +सिंहवाहिनी +सिंहविक्रम +सिंहविक्रमः +सिंहविक्रमम् +सिंहविक्रान्तगामिनम् +सिंहविक्रान्तो +सिंहविक्रीडितं +सिंहविष्टरे +सिंहव्याघ्र +सिंहव्याघ्रवराहाश्च +सिंहव्याघ्रसमाकुले +सिंहशब्दः +सिंहशब्दस्य +सिंहशब्दो +सिंहशार्दूलनागाद्याः +सिंहशिशुं +सिंहश्च +सिंहसंकाशौ +सिंहसंस्थे +सिंहसंहननः +सिंहसंहननो +सिंहस् +सिंहस्कन्धं +सिंहस्कन्धो +सिंहस्कन्धौ +सिंहस्तथा +सिंहस्तस्य +सिंहस्तु +सिंहस्त्वं +सिंहस्थं +सिंहस्था +सिंहस्थां +सिंहस्थाने +सिंहस्थिते +सिंहस्थे +सिंहस्थेऽपि +सिंहस्थो +सिंहस्य +सिंहस्येव +सिंहस्योपरि +सिंहहनुः +सिंहा +सिंहांशे +सिंहांश्च +सिंहाः +सिंहाक्रान्तं +सिंहाचल +सिंहात् +सिंहादयो +सिंहादि +सिंहादिभिः +सिंहादिवर्गः +सिंहादीनां +सिंहादेकं +सिंहानां +सिंहानामिव +सिंहानाम् +सिंहान् +सिंहाय +सिंहायते +सिंहारण्यं +सिंहारण्ये +सिंहारूढं +सिंहारूढा +सिंहारूढो +सिंहार्के +सिंहार्दिता +सिंहावलोकनन्यायेन +सिंहावलोकनेन +सिंहावलोकितं +सिंहावलोकितन्यायेन +सिंहाविव +सिंहाश्च +सिंहासन +सिंहासनं +सिंहासनगतं +सिंहासनगतः +सिंहासनद्वात्रिंशति +सिंहासनद्वात्रिंशिका +सिंहासनम् +सिंहासनस्थं +सिंहासनस्थः +सिंहासनस्था +सिंहासनस्थां +सिंहासनस्थो +सिंहासनस्य +सिंहासनस्यान्तिके +सिंहासना +सिंहासनात् +सिंहासनादि +सिंहासनानि +सिंहासनाय +सिंहासनारुढः +सिंहासनारूढः +सिंहासने +सिंहासनेश्वरी +सिंहासनेषु +सिंहासनो +सिंहासनोपाख्याने +सिंहास्यः +सिंहास्यो +सिंहिका +सिंहिकां +सिंहिकाया +सिंहिकायां +सिंहिकायाः +सिंहिकायामथोत्पन्ना +सिंहिकासुतः +सिंही +सिंहीं +सिंहीनां +सिंहीरसि +सिंहीव +सिंहीस्नेहविलासबद्धवसतिः +सिंहे +सिंहेति +सिंहेन +सिंहेनेव +सिंहै +सिंहैः +सिंहैरिव +सिंहैश्च +सिंहो +सिंहोद्धता +सिंहोन्नता +सिंहोपरि +सिंहोरस्कं +सिंहोऽथ +सिंहोऽपि +सिंहौ +सिंह्यसि +सिंह्या +सिंह्याः +सिं॒हं +सिं॒हः +सिं॒हम् +सिं॒हो +सिः +सिई +सिएवे +सिक +सिकं +सिकः +सिकता +सिकतां +सिकताः +सिकताख्ययन्त्रे +सिकतादिवापः +सिकतानां +सिकताभिः +सिकताभिरवकीर्य +सिकताभिर्वा +सिकताभ्यः +सिकतामयं +सिकतामयम् +सिकतामयी +सिकतामेही +सिकतायन्त्रे +सिकतारूपं +सिकतारूपिणो +सिकतावती +सिकतावान् +सिकताशर्कराभ्यां +सिकताश्च +सिकतासु +सिकतास्विव +सिकतिल +सिकतिलः +सिकतिले +सिकते +सिकतोपकीर्णे +सिकतोपोप्ते +सिकत्याय +सिकन् +सिकन्दर +सिकन्दराबाद् +सिका +सिकाः +सिके +सिक्किम +सिक्किमराज्यम् +सिक्किमराज्यस्य +सिक्किमराज्ये +सिक्किम् +सिक्ख +सिक्खजनाः +सिक्खजनानां +सिक्खधर्मस्य +सिक्खमतम् +सिक्खविरोधिहिंसा +सिक्खसम्प्रदाय +सिक्खा +सिक्खापदं +सिक्खिदा +सिक्त +सिक्तं +सिक्तः +सिक्तम् +सिक्तस्य +सिक्ता +सिक्तां +सिक्ताः +सिक्तानि +सिक्तान्यङ्गानि +सिक्तायाः +सिक्तिर् +सिक्ते +सिक्तेन +सिक्तैः +सिक्तो +सिक्त्वा +सिक्थं +सिक्थकं +सिक्थकम् +सिक्थके +सिक्थकेन +सिक्थानि +सिक्थे +सिक्थेसिक्थे +सिक्री +सिक्षा +सिक॑ता॒ +सिख +सिखगुरवः +सिखमतम् +सिखा +सिखाने +सिखाये +सिखावट +सिख् +सिगसि +सिग्घं +सिग्धं +सिग्भिरुपवातयन्तः +सिग्मण्ड +सिग्मण्ड् +सिङ +सिङ् +सिङ्ग +सिङ्गः +सिङ्गभूप +सिङ्गभूपाल +सिङ्गभूपालः +सिङ्गभूम +सिङ्गरौलीमण्डलम् +सिङ्गस्य +सिङ्गापुर +सिङ्गापुरम् +सिङ्ग् +सिङ्घाणकं +सिच +सिचं +सिचः +सिचत् +सिचयं +सिचयान्तं +सिचा +सिचान +सिचाभ्येनं +सिचि +सिचे +सिचेः +सिचो +सिचोऽन्यतरस्याम् +सिचौ +सिचौ॑ +सिच् +सिच्च +सिच्य +सिच्यत +सिच्यताम् +सिच्यते +सिच्यन्ते +सिच्यमान +सिच्यमानं +सिच्यमानः +सिच्यमाना +सिच्यमानायां +सिच्यमाने +सिच्यमानो +सिच्यसे +सिज +सिजभ्यस्त +सिजभ्यस्तविदिभ्यश्च +सिजभ्यस्तविदिभ्यश्चेति +सिजेव +सिजोफ्रेनिया +सिज् +सिज्ग्रहणं +सिज्लुकि +सिज्लोप +सिज्लोपः +सिज्लोपे +सिज्वा +सिञ्च +सिञ्चत +सिञ्चतं +सिञ्चतः +सिञ्चतम् +सिञ्चता +सिञ्चति +सिञ्चतीति +सिञ्चतीत्यत्र +सिञ्चतीत्यर्थः +सिञ्चतीत्यादौ +सिञ्चतीरिव +सिञ्चतु +सिञ्चते +सिञ्चतेः +सिञ्चत् +सिञ्चत्यथैनज्जनयति +सिञ्चत्वायुषा +सिञ्चनं +सिञ्चन् +सिञ्चन्तं +सिञ्चन्ति +सिञ्चन्ती +सिञ्चन्तीं +सिञ्चन्तीति +सिञ्चन्तु +सिञ्चन्त्यः +सिञ्चन्त्विति +सिञ्चसि +सिञ्चस्व +सिञ्चामहा +सिञ्चामि +सिञ्चामीति +सिञ्चितं +सिञ्चिता +सिञ्चे +सिञ्चेच्च +सिञ्चेत् +सिञ्चेत्ततो +सिञ्चेदिति +सिञ्चेदुष्णेन +सिञ्चेद् +सिट +सिटि +सिटी +सिटीज् +सिट्टान्त +सिट्टान्ते +सिड +सिडनी +सिडे +सिड् +सिणेहो +सित +सितं +सितंबर +सितः +सितकरः +सितकृष्णौ +सितचन्दनचर्चितम् +सितचन्दनम् +सितच्छत्रं +सितच्छत्रा +सितच्छदः +सितज्ञयोः +सितञ्च +सितत्वं +सितत्वात् +सितपक्षे +सितपक्षेषु +सितपुष्पस्तु +सितपुष्पी +सितप्रभः +सितप्रभम् +सितमणिमयान्येत्य +सितमनसं +सितमम्बु +सितमानम् +सितमिति +सितम् +सितम्बर +सितम्बरमासस्य +सितम्बर् +सितयज्ञोपवीतिनम् +सितया +सितयापि +सितयोः +सितरक्तपीतकृष्णं +सितरक्तपीतकृष्णा +सितरक्तासिताः +सितवर्णं +सितवर्णः +सितवर्णाय +सितवस्त्रयुगच्छन्नं +सितवस्त्रेण +सितवाससी +सितवृद्धि +सितशर्करया +सितशर्करा +सितशीघ्र +सितशीघ्रस्य +सितश्च +सितसप्तम्यां +सितसर्षपम् +सितसर्षपाः +सितसर्षपैः +सितसूत्रेण +सितस्ते +सितस्थाने +सितस्य +सितस्वर्ण +सिता +सितां +सितांशुः +सिताः +सिताक्षौद्र +सिताङ्गरागः +सिताढ्यं +सिताढ्यञ्च +सितातपत्रं +सितातपवारणम् +सितात् +सितादिकः +सितादिकैः +सितादिभिः +सिताननः +सितानां +सितानि +सितान् +सितान्वितम् +सितान्वितैः +सितापाके +सितापि +सिताब्जे +सिताभा +सिताभ्रो +सितामधुयुतः +सिताम् +सिताम्बरः +सिताम्बरकैतवेन +सिताम्बरम् +सिताम्भोजम् +सिताय +सिताया +सितायां +सितायाः +सितायाश्च +सितायुक्तं +सितायुतः +सितायुतम् +सितारुणैः +सितार् +सितावरशाकः +सिताश्च +सिताष्टमी +सिताष्टम्यां +सितासित +सितासितं +सितासितः +सितासितम् +सितासिता +सितासितां +सितासिताः +सितासिते +सितासितैः +सितासितौ +सितास्विन्नं +सिताह्वयः +सिताऽसिता +सिति +सितिः +सितिमा +सितिम्ना +सितीकृतः +सितुं +सिते +सितेज्यौ +सितेतरः +सितेतरम् +सितेतरस्य +सितेतरा +सितेतरे +सितेतरैः +सितेति +सितेन +सितेन्दू +सितेपक्षे +सितेषु +सितेहनि +सितेऽसिते +सितै +सितैः +सितैश्च +सितो +सितोत्पलं +सितोदं +सितोदरः +सितोपचयापचयौ +सितोपलम् +सितोपला +सितोपलां +सितोपलाम् +सितौ +सित् +सित्ता +सित्त्वात् +सित्वा +सिथ +सिथियन्स् +सिथ् +सिद +सिदं +सिदध्यति +सिदा +सिदानां +सिदान्ततत्वविवेके +सिदान्तशेखरे +सिदि +सिदिं्ध +सिद् +सिद्द +सिद्दन्ते +सिद्दम् +सिद्दान्तदर्पणम् +सिद्दिजनाङ्गस्य +सिद्दी +सिद्दीजोहरस्य +सिद्दे +सिद्ध +सिद्धं +सिद्धः +सिद्धकामेश्वरी +सिद्धकार्यं +सिद्धकार्यः +सिद्धक्षेत्रं +सिद्धक्षेत्रे +सिद्धक्षेत्रेषु +सिद्धगंधर्वसेवितम् +सिद्धगङ्गा +सिद्धगण +सिद्धगणा +सिद्धगणाः +सिद्धगन्धर्वपन्नगाः +सिद्धगन्धर्वसेवितः +सिद्धगन्धर्वसेवितम् +सिद्धगन्धर्वसेविते +सिद्धगन्धर्वा +सिद्धगन्धर्वाः +सिद्धगुणग्रामगरिमणि +सिद्धचारण +सिद्धचारणकिन्नराः +सिद्धचारणगन्धर्वा +सिद्धचारणगन्धर्वाः +सिद्धचारणगन्धर्वैः +सिद्धचारणपन्नगैः +सिद्धचारणसङ्घानां +सिद्धचारणसङ्घैश्च +सिद्धचारणसेवितः +सिद्धचारणसेवितम् +सिद्धचारणसेविता +सिद्धचारणसेविताः +सिद्धचारणसेविताम् +सिद्धचारणसेविते +सिद्धचारणाः +सिद्धचारणैः +सिद्धचूर्णलेपं +सिद्धचूर्णेन +सिद्धचेत् 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+सिद्धसाधन +सिद्धसाधनं +सिद्धसाधनः +सिद्धसाधनता +सिद्धसाधनत्वं +सिद्धसाधनत्वात् +सिद्धसाधनमिति +सिद्धसाधनमित्यर्थः +सिद्धसाधनम् +सिद्धसाधनम्‌ +सिद्धसाधनवारणाय +सिद्धसाधनस्य +सिद्धसाधनाच्च +सिद्धसाधनात् +सिद्धसाधनादिति +सिद्धसाधनापत्तेः +सिद्धसाधनामिति +सिद्धसाध्यः +सिद्धसाध्यता +सिद्धसिद्धान्तपद्धतिः +सिद्धसिद्धान्तपद्धतौ +सिद्धसेनस्य +सिद्धसेनासु +सिद्धसेवितः +सिद्धसेवितम् +सिद्धसेविता +सिद्धसेविते +सिद्धस् +सिद्धस्तदा +सिद्धस्तु +सिद्धस्तोत्रो +सिद्धस्य +सिद्धस्यापि +सिद्धस्यैव +सिद्धस्वभावः +सिद्धहस्तः +सिद्धहेम +सिद्धहेमचन्द्राभिधा +सिद्धा +सिद्धां +सिद्धांत +सिद्धांश्च +सिद्धाः +सिद्धाख्यं +सिद्धाङ्गना +सिद्धाङ्गनाः +सिद्धाङ्गनानां +सिद्धाञ्जनं +सिद्धाञ्जनपरिमलं +सिद्धातन्त्रे +सिद्धाति +सिद्धात् +सिद्धात्मानो +सिद्धादयः +सिद्धादीन्नैव +सिद्धादुदगपि +सिद्धादेश +सिद्धाधिकारांश्च +सिद्धाना +सिद्धानां +सिद्धानामपि +सिद्धानाम् +सिद्धानि +सिद्धानीति +सिद्धान् +सिद्धान्त +सिद्धान्तं +सिद्धान्तः +सिद्धान्तकार +सिद्धान्तकाले +सिद्धान्तकौ +सिद्धान्तकौमु +सिद्धान्तकौमुदी +सिद्धान्तकौमुदीव्याख्याया +सिद्धान्तकौमुदीव्याख्यायां +सिद्धान्तकौमुदीसहिता +सिद्धान्तकौमुद्या +सिद्धान्तकौमुद्यां +सिद्धान्तकौमुद्याः +सिद्धान्तकौमुद्यामुणादि +सिद्धान्तकौमुद्यामुणादिवृत्तिः +सिद्धान्तकौमुद्याम् +सिद्धान्तग्रन्थ +सिद्धान्तग्रन्थः +सिद्धान्तग्रन्थाः +सिद्धान्तचन्द्रिकायां +सिद्धान्तत +सिद्धान्ततत्त्वविवेकः +सिद्धान्ततत्त्वविवेके +सिद्धान्ततत्वविवेक +सिद्धान्ततत्वविवेके +सिद्धान्ततया +सिद्धान्ततवविवेकः +सिद्धान्ततवविवेकस्य +सिद्धान्ततवविवेके +सिद्धान्ततवाविवेके +सिद्धान्ततस्वविवेके +सिद्धान्तत्वेन +सिद्धान्तदर्पण +सिद्धान्तदर्पणः +सिद्धान्तदर्पणम् +सिद्धान्तदर्पणे +सिद्धान्तबिन्दौ +सिद्धान्तभाष्यम् +सिद्धान्तभेदप्रदर्शिनी +सिद्धान्तमाह +सिद्धान्तमुक्ता +सिद्धान्तमुक्तावली +सिद्धान्तमुक्तावल्यां +सिद्धान्तमुत्तमम् +सिद्धान्तमुपक्रमते +सिद्धान्तम् +सिद्धान्तम्‌ +सिद्धान्तयति +सिद्धान्तयोः +सिद्धान्तरिरोमणौ +सिद्धान्तरीत्या +सिद्धान्तलक्षणम् +सिद्धान्तलेशसङ्ग्रहः +सिद्धान्तवादी +सिद्धान्तवाद्याह +सिद्धान्तवार्तिकम् +सिद्धान्तविदां +सिद्धान्तविरोधः +सिद्धान्तशिखामणिव्याख्यायां +सिद्धान्तशिखामणौ +सिद्धान्तशिरो +सिद्धान्तशिरोमण +सिद्धान्तशिरोमणि +सिद्धान्तशिरोमणिः +सिद्धान्तशिरोमणिवासनाभाष्ये +सिद्धान्तशिरोमणी +सिद्धान्तशिरोमणे +सिद्धान्तशिरोमणेः +सिद्धान्तशिरोमणौ +सिद्धान्तशेखर +सिद्धान्तशेखरं +सिद्धान्तशेखरः +सिद्धान्तशेखरस्य +सिद्धान्तशेखरे +सिद्धान्तशेखरेऽपि +सिद्धान्तश्च +सिद्धान्तश्चेति +सिद्धान्तश्रवणं +सिद्धान्तसङ्करे +सिद्धान्तसाधकवार्तिकम् +सिद्धान्तसारे +सिद्धान्तसार्वभौमः +सिद्धान्तसार्वभौमे +सिद्धान्तसिद्धाञ्जनम् +सिद्धान्तसिरोमणौ +सिद्धान्तसुन्दरे +सिद्धान्तसूत्र +सिद्धान्तसूत्रं +सिद्धान्तस्कन्धः +सिद्धान्तस्तु +सिद्धान्तस्य +सिद्धान्तस्यैव +सिद्धान्तहानिः +सिद्धान्ता +सिद्धान्ताः +सिद्धान्तागमस्तवः +सिद्धान्तात् +सिद्धान्तानां +सिद्धान्तानाम् +सिद्धान्तानि +सिद्धान्तान् +सिद्धान्ताविरुद्धः +सिद्धान्ति +सिद्धान्तितं +सिद्धान्तितः +सिद्धान्तितत्वात् +सिद्धान्तितम् +सिद्धान्तिता +सिद्धान्तिनः +सिद्धान्तिना +सिद्धान्तिनो +सिद्धान्तिनोऽपि +सिद्धान्तिभाष्यम् +सिद्धान्तिमते +सिद्धान्तिसमाधानभाष्यम् +सिद्धान्ती +सिद्धान्ते +सिद्धान्तेन +सिद्धान्तेषु +सिद्धान्तेऽपि +सिद्धान्तैः +सिद्धान्तो +सिद्धान्तों +सिद्धान्तोक्त +सिद्धान्तोऽपि +सिद्धान्तोऽयं +सिद्धान्त्याह +सिद्धान्नं +सिद्धान्ने +सिद्धान्नेन +सिद्धाप्रयोग +सिद्धाप्रयोगश्चेत् +सिद्धाप्रयोगे +सिद्धाम् +सिद्धाय +सिद्धाया +सिद्धायां +सिद्धायाः +सिद्धायामपि +सिद्धार्थ +सिद्धार्थं +सिद्धार्थः +सिद्धार्थक +सिद्धार्थकं +सिद्धार्थकः +सिद्धार्थका +सिद्धार्थकाः +सिद्धार्थकानां +सिद्धार्थकान् +सिद्धार्थकैः +सिद्धार्थको +सिद्धार्थतया +सिद्धार्थता +सिद्धार्थनगरमण्डलम् +सिद्धार्थशक्तिमूलो +सिद्धार्थश्च +सिद्धार्थस्य +सिद्धार्था +सिद्धार्थाः +सिद्धार्थान् +सिद्धार्थी +सिद्धार्थे +सिद्धार्थेन +सिद्धार्थेऽपि +सिद्धार्थैः +सिद्धार्थो +सिद्धावपि +सिद्धावसिद्धौ +सिद्धावस्था +सिद्धावस्थायां +सिद्धाविति +सिद्धावेव +सिद्धाव् +सिद्धाश् +सिद्धाश्च +सिद्धाश्चैव +सिद्धाश्रम +सिद्धाश्रमं +सिद्धाश्रमनिवासिनः +सिद्धाश्रममनुत्तमम् +सिद्धाश्रमवृत्तान्तः +सिद्धाश्रमे +सिद्धासन +सिद्धासनं +सिद्धासनम् +सिद्धासने +सिद्धास्तत्र +सिद्धास्ते +सिद्धि +सिद्धिं +सिद्धिः +सिद्धिकरं +सिद्धिकरः +सिद्धिकराणि +सिद्धिकरी +सिद्धिकाण्डः +सिद्धिकामः +सिद्धिकामस्तु +सिद्धिकामस्य +सिद्धिकामो +सिद्धिकारकम् +सिद्धिकारणं +सिद्धिकारणम् +सिद्धिकाले +सिद्धिकृत् +सिद्धिको +सिद्धिक्षेत्रं +सिद्धिगणेश +सिद्धिजालं +सिद्धिजालानि +सिद्धिज्ञानं +सिद्धिञ्च +सिद्धितः +सिद्धित्रयम् +सिद्धिद +सिद्धिदं +सिद्धिदः +सिद्धिदम् +सिद्धिदा +सिद्धिदां +सिद्धिदाः +सिद्धिदात्री +सिद्धिदान् +सिद्धिदाय +सिद्धिदायकः +सिद्धिदायकम् +सिद्धिदायकाः +सिद्धिदायिका +सिद्धिदायिनी +सिद्धिदे +सिद्धिदो +सिद्धिप्रदं +सिद्धिप्रदः +सिद्धिप्रदा +सिद्धिप्रदानि +सिद्धिप्रदायकम् +सिद्धिप्रदो +सिद्धिप्रसङ्गात् +सिद्धिप्रियस्तोत्रम् +सिद्धिबुद्धी +सिद्धिभाक् +सिद्धिभाग्भवेत् +सिद्धिभाजनम् +सिद्धिभिः +सिद्धिभिर् +सिद्धिमनुत्तमाम् +सिद्धिमन्तः +सिद्धिमन्तःकरणशुद्धिं +सिद्धिमवाप्नुयात् +सिद्धिमवाप्नोति +सिद्धिमवाप्स्यथ +सिद्धिमवाप्स्यसि +सिद्धिमश्नुते +सिद्धिमागताः +सिद्धिमान् +सिद्धिमाप्नुयात् +सिद्धिमाप्नोति +सिद्धिमायांति +सिद्धिमायाति +सिद्धिमायातु +सिद्धिमायान्ति +सिद्धिमार्गेण +सिद्धिमासाद्य +सिद्धिमास्थिताः +सिद्धिमाह 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+सिध्यत् +सिध्यत्यर्दितं +सिध्यत्येव +सिध्यत्येवेति +सिध्यत्य् +सिध्यत्विति +सिध्यन् +सिध्यन्ति +सिध्यन्ती +सिध्यन्तीति +सिध्यन्तु +सिध्यन्ते +सिध्यन्त्युपक्रमाः +सिध्यन्त्येव +सिध्यन्त्य् +सिध्यर्थं +सिध्यर्थे +सिध्या +सिध्ये +सिध्येत +सिध्येत् +सिध्येत्तु +सिध्येदिति +सिध्येदित्यर्थः +सिध्येद् +सिध्येयुः +सिध्यै +सिध्य॑ति +सिध्रकावणम् +सिध्रमद्य +सिध्रम् +सिन +सिनं +सिनः +सिनन्ति +सिनम् +सिना +सिनां +सिनाति +सिनारे +सिनि +सिनी +सिनीतः +सिनीते +सिनीबाली +सिनीवली +सिनीवालि +सिनीवाली +सिनीवालीं +सिनीवालीति +सिनीवालीमनुमतिं +सिनीवाल्या +सिनीवाल्यां +सिनीवाल्याः +सिनीवाल्यै +सिनी॑वालि॒ +सिनुते +सिने +सिनेटिक् +सिनेमा +सिनो +सिनोति +सिनोतीति +सिनोवियल +सिन् +सिन्दगीविधानसभाक्षेत्रम् +सिन्दु +सिन्दुकः +सिन्दुवार +सिन्दुवारं +सिन्दुवारः +सिन्दुवारकः +सिन्दू +सिन्दूर +सिन्दूरं +सिन्दूरकं +सिन्दूरञ्च +सिन्दूरतिलकं +सिन्दूरबिन्दुं +सिन्दूरबिन्दुना +सिन्दूरमिव +सिन्दूरम् +सिन्दूररसः +सिन्दूरसदृशं +सिन्दूरस्य +सिन्दूराभं +सिन्दूरी +सिन्दूरे +सिन्दूरेण +सिन्दूरैः +सिन्दूरो +सिन्ध +सिन्धनूरु +सिन्धनूरुविधानसभाक्षेत्रम् +सिन्धप्रदेशः +सिन्धप्रदेशे +सिन्धप्रान्ते +सिन्धव +सिन्धवः +सिन्धवश्च +सिन्धवे +सिन्धवो +सिन्धिया +सिन्धी +सिन्धीभाषा +सिन्धीभाषाः +सिन्धु +सिन्धुं +सिन्धुं॑ +सिन्धुः +सिन्धुः॑ +सिन्धुक +सिन्धुकः +सिन्धुकन्यका +सिन्धुकन्या +सिन्धुक्षित् +सिन्धुक्षिद् +सिन्धुखातसंस्कृतिः +सिन्धुखातस्य +सिन्धुजं +सिन्धुजन्म +सिन्धुजन्ममरिचान्वितो +सिन्धुजा +सिन्धुजावाप्य +सिन्धुजे +सिन्धुडा +सिन्धुतक्षशिलादिभ्योऽणञौ +सिन्धुतटे +सिन्धुतीरे +सिन्धुदुर्ग +सिन्धुदुर्गमण्डलम् +सिन्धुदुर्गम् +सिन्धुदेशे +सिन्धुद्वीप +सिन्धुद्वीपः +सिन्धुद्वीपस्य +सिन्धुद्वीपो +सिन्धुनदः +सिन्धुनदी +सिन्धुनद्याः +सिन्धुना +सिन्धुभिः +सिन्धुभ्यः +सिन्धुभ्यो +सिन्धुमातरा +सिन्धुमिव +सिन्धुम् +सिन्धुर +सिन्धुरः +सिन्धुरक्षकः +सिन्धुरक्षकस्य +सिन्धुराः +सिन्धुराज +सिन्धुराजं +सिन्धुराजः +सिन्धुराजस्तथैव +सिन्धुराजस्य +सिन्धुराजो +सिन्धुरिति +सिन्धुरिव +सिन्धुरुवाच +सिन्धुरेव +सिन्धुर् +सिन्धुर्न +सिन्धुर्नदी +सिन्धुर्ना +सिन्धुर्नाम +सिन्धुलिपिः +सिन्धुलिपेः +सिन्धुवार +सिन्धुवारं +सिन्धुवारः +सिन्धुवारकः +सिन्धुवारे +सिन्धुवारैश्च +सिन्धुशब्दः +सिन्धुश्च +सिन्धुश्छन्दः +सिन्धुषाम +सिन्धुषु +सिन्धुसंस्कृतिः +सिन्धुसङ्गमे +सिन्धुसम्भवम् +सिन्धुसागरं +सिन्धुसागरसंगमे +सिन्धुसौवीरमद्रकाः +सिन्धुसौवीरा +सिन्धुसौवीराः +सिन्धुस्नानं +सिन्धुऽभिः +सिन्धुऽभ्यः +सिन्धु॑ः +सिन्धु॑भ्यो +सिन्धु॑म् +सिन्धु॑षु +सिन्धु॑ऽभिः +सिन्धु॑ऽभ्यः +सिन्धु॒र्न +सिन्धू +सिन्धूत्थ +सिन्धूत्थं +सिन्धूत्थवह्नित्रिकटुं +सिन्धूद्भवं +सिन्धूद्भूतं +सिन्धूनदी +सिन्धूनां +सिन्धूनाम् +सिन्धून् +सिन्धू॑नां +सिन्धू॑नां॒ +सिन्धू॑नाम् +सिन्धू॑न् +सिन्धो +सिन्धोः +सिन्धोःऽइव +सिन्धोः॑ +सिन्धोः॑ऽइव +सिन्धोरा +सिन्धोरिव +सिन्धोरूर्मा +सिन्धोर् +सिन्धोर्वपुः +सिन्धोश्च +सिन्धो॑रू॒र्मा +सिन्धो॒ +सिन्धौ +सिन्ध्वपकराभ्यां +सिन्ध॑वः +सिन्ध॑वः॒ +सिन्ध॑वो +सिन्ध॑वो॒ +सिन्ध॑व॒ः +सिन्नित्यसमासयोः +सिन्हा +सिप +सिपः +सिपा +सिपाही +सिपि +सिपेवे +सिपो +सिप् +सिप्प्रत्ययः +सिप्प्रत्यये +सिप्यडागमः +सिप्रा +सिप्रावातः +सिप्रे +सिब्बहुलं +सिब्बहुलम् +सिभ +सिम +सिमः +सिमशब्दः +सिमस्मात् +सिमस्मै +सिमा +सिमाः +सिमानां +सिमा॑ +सिमेण्ट् +सिमों +सिमोन +सिम् +सिम्̇हीर् +सिम्प्सन +सिम्प्सनस् +सिम्प्सन् +सिम्प्सन्स् +सिम्बा +सिम्सन् +सिय +सिया +सियाङ् +सियाचिन +सियार +सियालकोट +सियुं +सिर +सिरः +सिरगुप्पविधानसभाक्षेत्रम् +सिरसा +सिरसामण्डलम् +सिरसि +सिरा +सिरां +सिराः +सिराजालं +सिराजाले +सिराजुद्दौलस्य +सिराणां +सिराभिः +सिराभिरावृता +सिरामिक +सिरामुखं +सिरामोक्षो +सिराम् +सिरायां +सिरावृता +सिराव्यधः +सिराव्यधो +सिराशतानि +सिराश्च +सिरासु +सिरि +सिरिज +सिरिजद्वारा +सिरिजमध्ये +सिरिया +सिरी +सिरीस् +सिरु +सिरे +सिरेति +सिरेमिक्स् +सिरो +सिरोत्पात +सिरोही +सिरोहीमण्डलम् +सिर्फ +सिर्फ़ +सिर्मौरमण्डलम् +सिर्सि +सिल +सिलचर +सिलवासा +सिला +सिलिअटेड् +सिलिअरी +सिलिकमध्यमासः +सिलिकान् +सिली +सिलेटीभाषा +सिलोपः +सिल्लकी +सिल्वेर् +सिल्हट् +सिल्हणस्य +सिव +सिवँ +सिवः +सिवनी +सिवनीमण्डलम् +सिवा +सिवादीनां +सिवाय +सिविणे +सिविल +सिविल् +सिवु +सिव् +सिष +सिषं +सिषक्ति +सिषक्तु +सिषक्तु॒ +सिषम् +सिषा +सिषाधयिषति +सिषाधयिषया +सिषाधयिषा +सिषाधयिषां +सिषाधयिषितम् +सिषाय +सिषासतं +सिषासतः +सिषासति +सिषासन् +सिषासन्तः +सिषासन्तीषु +सिषासन्तो +सिषासवः +सिषासवो +सिषाससि +सिषा॑सतः +सिषा॑सन्तो +सिषिचतुः +सिषिचुः +सिषिचे +सिषिधिव +सिषेच +सिषेध +सिषेव +सिषेवाते +सिषेविरे +सिषेवे +सिष्मिये +सिष्ये +सिष्वदत् +सिष्वप् +सिष्वेद +सिष॑क्ति॒ +सिष॑क्तु +सिसक्ति +सिसक्तु +सिसक्षि +सिसनिषति +सिसर्ति +सिसर्षि +सिसा +सिसासति +सिसासन् +सिसाहयिषति +सिसा॑सन् +सिसा॑सन्तः +सिसिक्षति +सिसिचे +सिसृक्षतः +सिसृक्षया +सिसृक्षा +सिसृक्षानिरतस्य +सिसृक्षुः +सिसृक्षुर्विविधाः +सिसृक्षोः +सिसृतं +सिसृतम् +सिसेविषति +सिस्टम् +सिस्टोल +सिस्मयिषते +सिस्रते +सिस्रते॒ +सिस्रावयिषति +सिस्वरिषति +सिस्वादयिषति +सिस्वेदयिषति +सिस्सा +सिस॑क्ति +सिह +सिहं +सिहः +सिहस्य +सिहा +सिहानां +सिहासनं +सिहासने +सिही +सिहे +सिहो +सिहोर +सिहोरमण्डलम् +सिह्लकं +सिह्लकः +सिह्लके +सिी +सिौ +सि॑नीवा॒ली +सि॑नीवा॒ल्यै +सि॑षक्ति +सि॒ +सि॒चाभ्ये॑नं +सि॒च्य॒ते॒ +सि॒ञ्च॒त॒ +सि॒ध्रम् +सि॒ध्रम॒द्य +सि॒न्ध॒वः॒ +सि॒म +सि॒मः +सि॒मस्मै॑ +सि॒सा॒स॒ति॒ +सि॒स्र॒ते॒ +सि॒स॒क्ति॒ +सि॒ꣳही +सिᳪँ +सिᳪं᳭ह्यसि +सिᳪह्यसि +सिꣳ +सिꣳहीरसि +सिꣳहीर् +सिꣳहो +सिꣳह्य् +सी +सीं +सींग +सींगों +सींचने +सींचनेवाले +सीः +सीअन्ति +सीक +सीकर +सीकरमण्डलं +सीकरमण्डलम् +सीकरव्यतिकरं +सीकरा +सीका +सीकृ +सीख +सीखने +सीखे +सीजन +सीटी +सीट् +सीत +सीतं +सीतः +सीतया +सीतयानुगतो +सीतल +सीता +सीतां +सीतांप्रति +सीताः +सीताकुण्डम् +सीताख्या +सीताञ्च +सीताथ +सीतादर्शनलालसः +सीतादीनां +सीतादेवी +सीतादेव्या +सीताधिगमे +सीतानां +सीतानिमित्तं +सीतान्वेषणं +सीतापति +सीतापतिं +सीतापतिः +सीतापते +सीतापतेः +सीतापरित्यागः +सीतापहरणं +सीतापहरणम् +सीतापि +सीतापुरमण्डलम् +सीतापुरम् +सीताप्यनुगता +सीताप्रतिबोधनम् +सीताफलं +सीताफलम् +सीतामढ़ी +सीतामढी +सीतामढीमण्डलम् +सीतामदृष्ट्वा +सीतामनधिगम्य +सीतामनुज्ञाप्य +सीतामनुप्राप्य +सीतामपश्यतः +सीतामादाय +सीतामानयिष्यामि +सीतामानेतुं +सीतामाश्रित्य +सीतामिति +सीताम् +सीताया +सीतायां +सीतायाः +सीतायाम् +सीतायाश्च +सीतायाश्चरितं +सीतायाश्चापि +सीतायास्तु +सीतायै +सीतारक्षणे +सीताराम +सीतारामः +सीतारामभट्टः +सीतारामयोः +सीतारामय्य +सीतारामय्यः +सीतारामलक्ष्मणौ +सीतारामौ +सीतार्थं +सीतार्थे +सीतालक्ष्मणसंयुतः +सीतालोष्टं +सीतावचः +सीतावनानुगमनाभ्यनुज्ञा +सीतावियोगे +सीताविवाहवर्णनः +सीतासु +सीतास्वयंवरकाव्यम् +सीताहरणम् +सीताऽपि +सीति +सीते +सीतेति +सीतेयं +सीतेव +सीते॒ +सीतोपनिषत् +सीतोवाच +सीत् +सीत्करोति +सीत्कार +सीत्कारं +सीत्कारः +सीत्कारी +सीत्कारो +सीत्कृतानि +सीत्कृत्य +सीत्यं +सीत्यर्थः +सीत्येव +सीद +सीदं +सीदंति +सीदः +सीदत +सीदतं +सीदतः +सीदतम् +सीदता +सीदतां +सीदताम् +सीदति +सीदतीति +सीदतीव +सीदतु +सीदते +सीदतेति +सीदतो +सीदत् +सीदद्भिः +सीदन् +सीदन्तं +सीदन्तः +सीदन्तमिव +सीदन्ति +सीदन्ती +सीदन्तीं +सीदन्तीति +सीदन्तु +सीदन्तो +सीदन्त्यङ्गानि +सीदन्त्यस्मिन्निति +सीदन्नपि +सीदन्नृतस्य +सीदन्योनौ +सीदमानः +सीदसि +सीदस्युत्सो +सीदस्व +सीदस्वेति +सीदाङ्गिरोभिः +सीदाति +सीदादेशः +सीदादेशाभावः +सीदामि +सीदामीति +सीदामीष्टस्य +सीदिति +सीदे +सीदेति +सीदेत् +सीदेत्यथ +सीदेत्य् +सीदेद् +सीद् +सीद॑ +सीद॑त् +सीद॑न् +सीद॑न्तु +सीद॑न्नृ॒तस्य॒ +सीद॒ +सीद॒द्धोता॑ +सीधा +सीधी +सीधीमण्डलम् +सीधु +सीधुं +सीधुः +सीधुना +सीधुनि +सीधे +सीधोः +सीन +सीनया +सीना +सीनां +सीनि +सीनियर् +सीने +सीनो +सीप +सीपी +सीपों +सीम +सीमं +सीमंत +सीमंतकर्म +सीमंतिनी +सीमंते +सीमः +सीमतः +सीमदेव +सीमनि +सीमन् +सीमन्त +सीमन्तं +सीमन्तः +सीमन्तकर्म +सीमन्तकर्मणि +सीमन्तमणिमावृणोत् +सीमन्तमन्वीक्षते +सीमन्तमिव +सीमन्तमुन्नयति +सीमन्तवदग्नेरुपसमाधानादि +सीमन्तस्य +सीमन्ता +सीमन्ताः +सीमन्तिनी +सीमन्तिनीं +सीमन्तिनीनां +सीमन्तिन्या +सीमन्ते +सीमन्तेन +सीमन्तो +सीमन्तोन्नयन +सीमन्तोन्नयनं +सीमन्तोन्नयनम् +सीमन्तोन्नयनसंस्कारः +सीमन्तोन्नयने +सीमया +सीमलिङ्गानि +सीमसु +सीमस्य +सीमहि +सीमा +सीमां +सीमाः +सीमाओं +सीमाज्ञाने +सीमातः +सीमातिक्रमणस्य +सीमातिक्रमणे +सीमानं +सीमानः +सीमानम् +सीमानियन्त्रणरेखा +सीमानौ +सीमान्त +सीमान्तं +सीमान्तः +सीमान्तराणि +सीमान्ते +सीमान्तो +सीमापत्रं +सीमाप्रदेशे +सीमाबन्धः +सीमाभागः +सीमामार्गो +सीमाम् +सीमाया +सीमायां +सीमायाः +सीमायाम् +सीमारेखा +सीमालिङ्गानि +सीमावरोधेन +सीमाविनिर्णयं +सीमाविवाद +सीमाविवादः +सीमाविवादप्रकरणम् +सीमाविवादे +सीमासंधिषु +सीमासन्धिषु +सीमासु +सीमित +सीमितं +सीमितः +सीमितम् +सीमिता +सीमिति +सीमे +सीमेति +सीम् +सीम्नः +सीम्नां +सीम्नि +सीम्नो +सीम्नोऽन्तः +सीय +सीयते +सीयुटः +सीयुटि +सीयुट् +सीर +सीरं +सीरः +सीरदेव +सीरध्वजः +सीरध्वजस्य +सीरपतिः +सीरपाणि +सीरपाणिं +सीरपाणिः +सीरमेव +सीरम् +सीरस्य +सीरा +सीराः +सीराणि +सीरा॑ +सीरा॒ +सीरिज +सीरिज़ +सीरिणः +सीरिणा +सीरिति +सीरी +सीरीज +सीरीज् +सीरे +सीरेण +सीरो +सील +सीलं +सीलोन +सीवनं +सीवनम् +सीवनी +सीवने +सीवन्या +सीवन्याः +सीवयितव्यम् +सीवान +सीवानमण्डलम् +सीवितव्यम् +सीव्यति +सीव्यतु +सीव्यते +सीव्यत्वपः +सीव्यध्वं +सीव्यन् +सीव्येत् +सीव्येद् +सीषधाति +सीषधातु +सीषधाम +सीषधामेन्द्रश्च +सीषधा॒मेन्द्र॑श्च॒ +सीषधेमेन्द्रश्च +सीस +सीसं +सीसं॑ +सीसकं +सीसकञ्च +सीसकमेव +सीसकम् +सीसकस्य +सीसके +सीसकेन +सीसचूर्णानि +सीसम् +सीसर +सीसरम +सीसा +सीसानि +सीसाय +सीसायाग्निरुपावति +सीसे +सीसेण +सीसेन +सीसेनेति +सीसे॑न +सीहोर +सीहोरमण्डलम् +सी॑द +सी॑दतं +सी॑दतम् +सी॑दतु +सी॑दन्तु +सी॑दस्व +सी॑द॒ +सी॒द॒ +सी॒द॒ति॒ +सी॒द॒त् +सी॒द॒त॒ +सी॒द॒त॒म् +सी॒द॒न् +सी॒द॒न्तु॒ +सी॒द॒सि॒ +सी॒म् +सी॒रा +सी॒राः +सु +सुँट् +सुं +सुंग +सुंदर +सुंदरं +सुंदरः +सुंदरकाण्ड +सुंदरम् +सुंदरि +सुंदरी +सुंदरीं +सुंदरीम् +सुंदरे +सुः +सुआ +सुआदेशः +सुआह +सुइ +सुई +सुऊतयो +सुऊ॒तयो॑ +सुओ +सुक +सुकं +सुकक्षः +सुकक्षो +सुकठिनं +सुकठिना +सुकठिनां +सुकण्ठः +सुकण्ठी +सुकथा +सुकन्दः +सुकन्दकः +सुकन्यका +सुकन्यया +सुकन्या +सुकन्यां +सुकन्यायाः +सुकन्यासमृद्धिलेखायोजना +सुकन्ये +सुकपर्दा +सुकपोलं +सुकर +सुकरं +सुकरः +सुकरत्वं +सुकरत्वात् +सुकरत्वे +सुकरमिति +सुकरमेव +सुकरम् +सुकरस्य +सुकरा +सुकराः +सुकरे +सुकरेति +सुकरो +सुकर्म +सुकर्मणः +सुकर्मणा +सुकर्मणि +सुकर्मपापमन्त्रपुण्येषु +सुकर्मपालसिंहतोमरस्य +सुकर्मभिः +सुकर्मऽभिः +सुकर्मा +सुकर्माणं +सुकर्माणः +सुकर्माणो +सुकर्माणौ +सुकर्मोवाच +सुकर्म्मा +सुकल +सुकलया +सुकला +सुकलां +सुकलाचरित्रे +सुकलोवाच +सुकल्पं +सुकल्पमग्ने +सुकल्पितं +सुकवयो +सुकवि +सुकविः +सुकविजयदेवेन +सुकविता +सुकवितां +सुकविना +सुकविहृदयानन्दिनी +सुकविहृदयानन्दिन्यभिधानायां +सुकवीनां +सुकवे +सुकवेः +सुकष्टं +सुकष्टमेनं +सुकष्टो +सुका +सुकान्तं +सुकान्तः +सुकान्तस्य +सुकान्ता +सुकामा +सुकामुकः +सुकाला +सुकालिनः +सुकालिनो +सुकाले +सुकिंशुकं +सुकीर्तनम् +सुकीर्तिं +सुकीर्तिः +सुकीर्त्तिः +सुकु +सुकुचा +सुकुण्डलः +सुकुमा +सुकुमार +सुकुमारं +सुकुमारः +सुकुमारक +सुकुमारकः +सुकुमारकम् +सुकुमारतनुः +सुकुमारतया +सुकुमारतरं +सुकुमारतरा +सुकुमारता +सुकुमारत्वं +सुकुमारमिति +सुकुमारम् +सुकुमारश्च +सुकुमारसुभगेत्युत्पातपरम्परा +सुकुमारस्य +सुकुमारा +सुकुमारां +सुकुमारांगी +सुकुमाराः +सुकुमाराङ्गी +सुकुमाराञ्च +सुकुमाराणां +सुकुमाराणि +सुकुमाराश्च +सुकुमारी +सुकुमारीं +सुकुमारे +सुकुमारेण +सुकुमारैः +सुकुमारो +सुकुमारौ +सुकुमार्या +सुकुरीरा +सुकुलं +सुकुले +सुकुशलं +सुकुशलो +सुकृ +सुकृच्छ्रेण +सुकृत +सुकृतं +सुकृतः +सुकृतकर्मणः +सुकृतकर्मणां +सुकृतकर्मणाम् +सुकृतकर्माणः +सुकृतकारिणः +सुकृततारतम्येन +सुकृतदुष्कृतम् +सुकृतदुष्कृतयोः +सुकृतदुष्कृते +सुकृतफलं +सुकृतमप्रियेषु +सुकृतमादत्ते +सुकृतमिति +सुकृतमुपयन्त्यप्रिया +सुकृतमेव +सुकृतम् +सुकृतविपर्ययतः +सुकृतसंभारे +सुकृतस्य +सुकृतस्यापि +सुकृतस्याहुः +सुकृता +सुकृताँ +सुकृतां +सुकृताः +सुकृतात् +सुकृतात्मनाम् +सुकृतानां +सुकृतानि +सुकृतान्यपि +सुकृतामस्मि +सुकृतामु +सुकृतामेतु +सुकृताम् +सुकृताय +सुकृतायुषोः +सुकृति +सुकृतितमाः +सुकृतिन +सुकृतिनं +सुकृतिनः +सुकृतिनस्ते +सुकृतिना +सुकृतिनां +सुकृतिनाम् +सुकृतिनी +सुकृतिनो +सुकृतिनोऽर्जुन +सुकृतिभिः +सुकृतिषु +सुकृती +सुकृतीनां +सुकृते +सुकृतेन +सुकृतेनापि +सुकृतेनेह +सुकृतेनैव +सुकृतेषु +सुकृतैः +सुकृतो +सुकृतोत +सुकृतोऽपि +सुकृतौ +सुकृत् +सुकृत्तरः +सुकृत्य +सुकृत्यया +सुकृत्या +सुकृद्देवः +सुकृष्णो +सुकृ॑तं +सुकृ॑तं॒ +सुकृ॑तः +सुकृ॑ता +सुकृ॒तस्य॑ +सुकृ॒तस्य॒ +सुकृ॒त्यया॑ +सुकेतः +सुकेतुं +सुकेतुः +सुकेतुना +सुकेतुर्नाम +सुकेतुश्च +सुकेश +सुकेशं +सुकेशः +सुकेशश्च +सुकेशस्य +सुकेशा +सुकेशान्तं +सुकेशान्ता +सुकेशान्ते +सुकेशाय +सुकेशि +सुकेशिरुवाच +सुकेशी +सुकेशीं +सुकेशो +सुकेश्या +सुकेश्याः +सुकेषु +सुको +सुकोणावबोधप्रदात +सुकोमलं +सुकोमलम् +सुकोमला +सुकोमलाः +सुकोमलैः +सुकोमलौ +सुक् +सुक्कूर् +सुक्तं +सुक्तम् +सुक्ता +सुक्रतवः +सुक्रतुं +सुक्रतुः +सुक्रतुम् +सुक्रतुरिति +सुक्रतू +सुक्रतूया +सुक्रतो +सुक्रतो॒ +सुक्ष +सुक्षत्र +सुक्षत्रः +सुक्षत्रासः +सुक्षत्रासो +सुक्षत्रो +सुक्षमफलरवृक्षः +सुक्षयं +सुक्षितयः +सुक्षितिं +सुक्षितिम् +सुक्षितीनां +सुक्षित्यै +सुक्षि॒तिं +सुक्षेत्रं +सुक्षेत्रश्चोत्तमौजाश्च +सुक्षेत्रा +सुक्षेत्रिया +सुक्षेत्रे +सुक्ष्म +सुक्ष्मं +सुक्ष्मा +सुक्ष॒त्रो +सुख +सुखं +सुखः +सुखकर +सुखकरं +सुखकरः +सुखकरके +सुखकरम् +सुखकरा +सुखकराः +सुखकराणि +सुखकरी +सुखकरे +सुखकरैः +सुखकरो +सुखकला +सुखका +सुखकामः +सुखकामानि +सुखकारक +सुखकारकं +सुखकारकः +सुखकारकम् +सुखकारणं +सुखकारणम् +सुखकारि +सुखकारिणी +सुखकारिण्यो +सुखकारी +सुखकी +सुखके +सुखको +सुखक्षयः +सुखख्यातिं +सुखगते +सुखग्रहणाय +सुखग्राह्यनिबन्धनेन +सुखचित्तं +सुखचित्तः +सुखजातः +सुखजाता +सुखजातीयं +सुखज्ञानं +सुखञ्च +सुखडी +सुखतः +सुखतमः +सुखतमे +सुखतमेन +सुखतरं +सुखतरमाराध्यते +सुखता +सुखतां +सुखतो +सुखत्यागो +सुखत्वं +सुखत्वात् +सुखत्वे +सुखत्वेन +सुखद +सुखदं +सुखदः +सुखदम् +सुखदर्शनम् +सुखदश्च +सुखदश्चैव +सुखदा +सुखदां +सुखदाः +सुखदाता +सुखदानि +सुखदाय +सुखदायक +सुखदायकः +सुखदायकम् +सुखदायि +सुखदायिनः +सुखदायिनी +सुखदायी +सुखदायै +सुखदु +सुखदुः +सुखदुःख +सुखदुःखं +सुखदुःखकारणं +सुखदुःखदः +सुखदुःखदम् +सुखदुःखदा +सुखदुःखदाः +सुखदुःखपुण्यापुण्यविषयाणां +सुखदुःखप्राप्तिपरिहारार्थः +सुखदुःखफलोदयः +सुखदुःखभोक्तृत्वेन +सुखदुःखमोहाः +सुखदुःखमोहात्मकं +सुखदुःखमोहात्मकस्य +सुखदुःखमोहात्मकाः +सुखदुःखमोहात्मकेषु +सुखदुःखमोहात्मिकाः +सुखदुःखमोहादिभिः +सुखदुःखमोहानां +सुखदुःखम् +सुखदुःखयो +सुखदुःखयोः +सुखदुःखयोगे +सुखदुःखयोरनुगतं +सुखदुःखयोरिति +सुखदुःखयोश्च +सुखदुःखरूपा +सुखदुःखवशीकृते +सुखदुःखव्यपोहकृत् +सुखदुःखशून्यं +सुखदुःखसंज्ञै +सुखदुःखसंज्ञैः +सुखदुःखसमन्विताः +सुखदुःखसाधने +सुखदुःखस्य +सुखदुःखहेतोः +सुखदुःखा +सुखदुःखात्मकं +सुखदुःखादयः +सुखदुःखादि +सुखदुःखादिकं +सुखदुःखादिकमुपभुञ्ज्ञानः +सुखदुःखादिभिः +सुखदुःखादिव्यवस्था +सुखदुःखादीनां +सुखदुःखादीन् +सुखदुःखानां +सुखदुःखानाम् +सुखदुःखानि +सुखदुःखानुभवो +सुखदुःखाभ्यां +सुखदुःखाविकारिता +सुखदुःखे +सुखदुःखेति +सुखदुःखेन +सुखदुःखेषु +सुखदुःखैः +सुखदृश्यं +सुखदे +सुखदेव +सुखदेवः +सुखदो +सुखदौ +सुखधनं +सुखधीर्निवर्तते +सुखनाम +सुखनामसु +सुखनामानि +सुखनामैतत् +सुखनाशिनी +सुखनिद्रा +सुखनिषण्ण +सुखने +सुखन्तु +सुखपरस्य +सुखपूर्वक +सुखपूर्वकं +सुखप्रकाशमयस्य +सुखप्रतिपत्तये +सुखप्रतिपत्त्यर्थं +सुखप्रतिसंवेदी +सुखप्रतीक्षा +सुखप्रद +सुखप्रदं +सुखप्रदः +सुखप्रदम् +सुखप्रदा +सुखप्रदां +सुखप्रदाः +सुखप्रदाम् +सुखप्रदे +सुखप्रदो +सुखप्रसुप्तं +सुखप्राप्तः +सुखप्राप्तये +सुखप्राप्तिः +सुखप्राप्तौ +सुखप्राया +सुखप्रिययोर्हिते +सुखप्रियादानुलोम्ये +सुखप्रिये +सुखप्रीतिबहुला +सुखफलं +सुखफला +सुखफलाः +सुखबद्धासनः +सुखबुद्धये +सुखबुद्ध्या +सुखबोधः +सुखबोधाय +सुखबोधे +सुखभाक् +सुखभागिनः +सुखभागिनी +सुखभागी +सुखभाग् +सुखभाग्भवेत् +सुखभाजः +सुखभावफलाध्यायः +सुखभावस्थे +सुखभोगं +सुखभोगबुभुक्षितस्य +सुखभोगस्य +सुखम +सुखमक्षयमश्नुते +सुखमक्षय्यमन्नदः +सुखमत्यन्तमश्नुते +सुखमत्र +सुखमनायासेन +सुखमनुत्तमम् +सुखमनुभवति +सुखमनुभवन्ति +सुखमनुभूय +सुखमन्वभूत् +सुखमन्वेति +सुखमपि +सुखमय +सुखमयं +सुखमयः +सुखमयम् +सुखमया +सुखमयी +सुखमयीं +सुखमवाप +सुखमवाप्नुयात् +सुखमवाप्नोति +सुखमवाप्यते +सुखमवाप्स्यसि +सुखमव्ययमश्नुते +सुखमव्ययम् +सुखमश्नुते +सुखमश्रुते +सुखमस्ति +सुखमस्तु +सुखमस्म्युषितस्त्वयि +सुखमस्म्युषितो +सुखमस्य +सुखमहं +सुखमहमस्वाप्सं +सुखमहमस्वाप्समिति +सुखमहमस्वाप्सम् +सुखमहो +सुखमा +सुखमात्मन +सुखमात्मनः +सुखमात्मनि +सुखमात्मवान् +सुखमात्यंतिकं +सुखमात्यन्तिकं +सुखमात्यन्तिकम् +सुखमात्रं +सुखमानिनः +सुखमाप +सुखमाप्तवान् +सुखमाप्नुयात् +सुखमाप्नुयाम् +सुखमाप्नुवन्ति +सुखमाप्नोति +सुखमाप्नोत्यनुत्तमम् +सुखमाप्यते +सुखमायाति +सुखमायुर्बलं +सुखमायुश्च +सुखमाराध्यः +सुखमार्यस्य +सुखमावह +सुखमाशु +सुखमास +सुखमासते +सुखमासाद्य +सुखमासीत +सुखमासीनं +सुखमासे +सुखमास्त +सुखमास्ते +सुखमास्थाय +सुखमास्व +सुखमाह +सुखमिच्छता +सुखमिच्छति +सुखमिति +सुखमित्यर्थः +सुखमित्यादि +सुखमिदं +सुखमिव +सुखमिह +सुखमीप्सुभिः +सुखमुच्यते +सुखमुत्तमं +सुखमुत्तमम् +सुखमुत्पद्यते +सुखमुद्दिश्य +सुखमुपनतं +सुखमुवास +सुखमेति +सुखमेधते +सुखमेधन्ति +सुखमेधन्ते +सुखमेधेते +सुखमेव +सुखमेवं +सुखम् +सुखम्‌ +सुखय +सुखयत +सुखयतः +सुखयति +सुखयतीति +सुखयतु +सुखयते +सुखयन् +सुखयन्तः +सुखयन्ति +सुखयन्तीति +सुखयन्तु +सुखयसि +सुखयितव्यम् +सुखयिता +सुखयितारं +सुखयितुं +सुखयित्र्यो +सुखयित्वा +सुखयुक्त +सुखयुक्तं +सुखयुक्ता +सुखयुक्तान् +सुखयेत् +सुखयेयुः +सुखरसविहारी +सुखरात्रि +सुखरात्रिका +सुखरूप +सुखरूपं +सुखरूपः +सुखरूपतया +सुखरूपत्वं +सुखरूपत्वात् +सुखरूपम् +सुखरूपश्च +सुखरूपस्य +सुखरूपा +सुखरूपाः +सुखरूपासि +सुखरूपी +सुखरूपे +सुखरूपेण +सुखरूपो +सुखरूपौ +सुखलब्धये +सुखलव +सुखलाभः +सुखलिप्सया +सुखवत् +सुखवर्जिताः +सुखवर्द्धनम् +सुखवसतिः +सुखवाची +सुखवान् +सुखविपाकम् +सुखविवर्जितः +सुखविशिष्टं +सुखविशिष्टाभिधानादेव +सुखविशेष +सुखविशेषो +सुखवेदनीयं +सुखशब्दस्य +सुखशयनं +सुखशीतले +सुखशीतेन +सुखश्च +सुखसंज्ञा +सुखसंपदः +सुखसंयुक्त +सुखसंवित्तिः +सुखसंवृद्धा +सुखसंस्पर्शा +सुखसंस्पर्शो +सुखसङ्गेन +सुखसत्रमिदं +सुखसम्पत्ति +सुखसम्पत्त्यै +सुखसम्पदः +सुखसहित +सुखसागरे +सुखसाधनं +सुखसाधनम् +सुखसाधनानि +सुखसाधनेषु +सुखसाध्य +सुखसाध्यं +सुखसाध्यः +सुखसाध्यत्वमेव +सुखसाध्यस्तु +सुखसाध्या +सुखसाध्यानि +सुखसाध्यो +सुखसुखेन +सुखसुप्तं +सुखसुप्तः +सुखसुप्तस्य +सुखसुप्तिका +सुखसे +सुखसेव्यो +सुखस्थानं +सुखस्थितः +सुखस्थितिं +सुखस्थे +सुखस्पर्श +सुखस्पर्शं +सुखस्पर्शः +सुखस्पर्शा +सुखस्पर्शाः +सुखस्पर्शो +सुखस्य +सुखस्यानन्तरं +सुखस्यापि +सुखस्येति +सुखस्यैकान्तिकस्य +सुखस्यैव +सुखस्वरूप +सुखस्वरूपं +सुखस्वरूपम् +सुखहेतवः +सुखहेतवे +सुखहेतुं +सुखहेतुः +सुखहेतुत्वम् +सुखहेतुत्वात् +सुखहेतुरिति +सुखहेतुरित्युपपादितम् +सुखहेतुषु +सुखहेतोः +सुखहेतौ +सुखा +सुखां +सुखाः +सुखाकं +सुखाकरोति +सुखागमः +सुखाच्च +सुखातिरेकेण +सुखातिरेकेणेति +सुखात् +सुखात्तु +सुखात्म +सुखात्मकं +सुखात्मकः +सुखात्मकम् +सुखात्मता +सुखात्मा +सुखात्मिका +सुखात्सुखं +सुखात्सुखम् +सुखादपि +सुखादय +सुखादयः +सुखादयश्च +सुखादयस्तु +सुखादयो +सुखादि +सुखादिः +सुखादिकं +सुखादिकम् +सुखादितान् +सुखादिति +सुखादिना +सुखादिभिः +सुखादिभ्यः +सुखादिभ्यश्च +सुखादिभ्यो +सुखादिवत् +सुखादिवदिति +सुखादिवद् +सुखादिषु +सुखादिस्वभावा +सुखादीनां +सुखादीनि +सुखादेः +सुखादेरपि +सुखादेव +सुखादौ +सुखाद् +सुखाद्यवस्थानुस्यूते +सुखाद्य् +सुखाधिकः +सुखानां +सुखानाम् +सुखानि +सुखानीति +सुखानुबन्धी +सुखानुभव +सुखानुभवः +सुखानुभवकाले +सुखानुभवस्य +सुखानुभवे +सुखानुभवो +सुखानुशयी +सुखानुशायी +सुखानुस्मृतिपूर्वकः +सुखान् +सुखान्तं +सुखान्तरं +सुखान्यपि +सुखान्वितं +सुखान्वितः +सुखान्वितम् +सुखान्विता +सुखान्विताः +सुखान्विते +सुखापन्नः +सुखापि +सुखापेतः +सुखाप्तये +सुखाभावः +सुखाभिज्ञस्य +सुखाम् +सुखाम्बुना +सुखाय +सुखायते +सुखाया +सुखायां +सुखायामथ +सुखायास्तु +सुखायुषी +सुखायेति +सुखायैव +सुखारी +सुखार्तः +सुखार्थ +सुखार्थं +सुखार्थमेव +सुखार्थम् +सुखार्थाः +सुखार्थाय +सुखार्थिनः +सुखार्थिना +सुखार्थिनी +सुखार्थिभिः +सुखार्थी +सुखार्थे +सुखार्थेषु +सुखार्हा +सुखार्हां +सुखालयम् +सुखावगाहा +सुखावती +सुखावतीम् +सुखावत्यां +सुखावबोधा +सुखावबोधायां +सुखावबोधायाम् +सुखावबोधासंमतः +सुखावबोधासाहित्यविद्याधरी +सुखावह +सुखावहं +सुखावहः +सुखावहमिदं +सुखावहम् +सुखावहा +सुखावहाः +सुखावहानि +सुखावहाम् +सुखावहे +सुखावाप्तिः +सुखाशः +सुखाशनं +सुखाशया +सुखाश्चैव +सुखाश्रयम् +सुखाश्रयाः +सुखासनं +सुखासनः +सुखासनम् +सुखासने +सुखासिका +सुखासीन +सुखासीनं +सुखासीनः +सुखासीना +सुखासीनां +सुखासीनाः +सुखासीने +सुखासीनो +सुखासीनौ +सुखासुखम् +सुखासुखे +सुखास्पदम् +सुखि +सुखित +सुखितं +सुखितः +सुखितश्च +सुखितस्तत्र +सुखितस्य +सुखिता +सुखितां +सुखिताः +सुखितानि +सुखितास्ते +सुखितेषु +सुखितो +सुखितोऽभवत् +सुखित्वं +सुखिन +सुखिनं +सुखिनः +सुखिनश्च +सुखिनस्तथा +सुखिनस्ते +सुखिना +सुखिनां +सुखिनि +सुखिनी +सुखिनीं +सुखिने +सुखिनो +सुखिनोऽपि +सुखिनोऽप्यन्यथावृत्ति +सुखिनोऽभवन् +सुखिनौ +सुखिभिः +सुखिषु +सुखी +सुखीः +सुखीति +सुखीभव +सुखीभवेत् +सुखु +सुखुमं +सुखे +सुखें +सुखेच्छया +सुखेति +सुखेत्यादि +सुखेन +सुखेनानायासेन +सुखेनापि +सुखेनासनेन +सुखेनास्ते +सुखेनाऽऽनन्देन +सुखेनेति +सुखेनैव +सुखेप्सुः +सुखेप्सुभिः +सुखेभ्यः +सुखेभ्यश्च +सुखेशे +सुखेषु +सुखेऽपि +सुखैः +सुखैधितः +सुखो +सुखों +सुखोचितः +सुखोचितम् +सुखोचिता +सुखोचिताः +सुखोचितो +सुखोचितौ +सुखोत्पत्तौ +सुखोदकं +सुखोदकम् +सुखोदकेन +सुखोदकैः +सुखोदयं +सुखोदयः +सुखोदयम् +सुखोदयाः +सुखोदयाम् +सुखोदर्कं +सुखोद्यमक्रूरं +सुखोन्नतिः +सुखोप +सुखोपनिषण्णं +सुखोपविष्ट +सुखोपविष्टं +सुखोपविष्टः +सुखोपविष्टस्य +सुखोपविष्टाः +सुखोपविष्टास्ते +सुखोपविष्टो +सुखोपायं +सुखोपायेन +सुखोषितं +सुखोषितः +सुखोषितम् +सुखोषिता +सुखोषिताः +सुखोष्णं +सुखोष्णः +सुखोष्णा +सुखोष्णान् +सुखोष्णे +सुखोष्णेन +सुखोष्णैः +सुखोष्णैर्मूत्रसंयुतैः +सुखोष्णैश्च +सुखोष्णो +सुखोष्णोऽय +सुखोऽनिलः +सुखौ +सुख्य +सुख्यहं +सुग +सुगं +सुगंध +सुगंधं +सुगंधि +सुगंधिं +सुगंधिः +सुगंधित +सुगंधिना +सुगंधिभिः +सुगंधीनि +सुगंधेन +सुगंधैः +सुगंधैश्च +सुगः +सुगण् +सुगत +सुगतं +सुगतः +सुगतत्वेन +सुगतवितस्तिना +सुगतव्रज्या +सुगतस्य +सुगता +सुगताः +सुगतात्मजः +सुगतात्मजाः +सुगतान +सुगतानां +सुगतान् +सुगताय +सुगति +सुगतिं +सुगतिः +सुगते +सुगतेन +सुगतैः +सुगतैर्बोधिचित्तं +सुगतो +सुगतौ +सुगत् +सुगन्ध +सुगन्धं +सुगन्धः +सुगन्धकः +सुगन्धकम् +सुगन्धञ्च +सुगन्धद्रव्यं +सुगन्धद्रव्याणि +सुगन्धपुष्पाम्बरभूषितानाम् +सुगन्धमूला +सुगन्धम् +सुगन्धयः +सुगन्धयुक्त +सुगन्धयुक्तं +सुगन्धयुक्तः +सुगन्धशैलो +सुगन्धश्च +सुगन्धस्तु +सुगन्धस्य +सुगन्धा +सुगन्धां +सुगन्धाः +सुगन्धाढ्यं +सुगन्धादि +सुगन्धाद्यैः +सुगन्धानां +सुगन्धानि +सुगन्धाय +सुगन्धाश्च +सुगन्धास्ते +सुगन्धि +सुगन्धिं +सुगन्धिः +सुगन्धिकं +सुगन्धिकः +सुगन्धिकम् +सुगन्धिका +सुगन्धित +सुगन्धितं +सुगन्धिता +सुगन्धितेजनं +सुगन्धितेजने +सुगन्धित्वम् +सुगन्धिद्रव्यभेदे +सुगन्धिद्रव्यम् +सुगन्धिद्रव्यविशेषः +सुगन्धिनः +सुगन्धिना +सुगन्धिनाम् +सुगन्धिनि +सुगन्धिनी +सुगन्धिभिः +सुगन्धिम् +सुगन्धियुक्त +सुगन्धियुक्तं +सुगन्धिर्गन्धमादनः +सुगन्धिश्च +सुगन्धिषु +सुगन्धी +सुगन्धीति +सुगन्धीनि +सुगन्धे +सुगन्धेन +सुगन्धैः +सुगन्धैर्वा +सुगन्धैश्च +सुगन्धैस्तु +सुगन्धो +सुगन्धौ +सुगम +सुगमं +सुगमः +सुगमतया +सुगमतरा +सुगमता +सुगमत्वं +सुगमत्वात् +सुगमनैः +सुगममन्यत् +सुगममितरत् +सुगममिति +सुगममेव +सुगमम् +सुगमम्‌ +सुगमा +सुगमे +सुगमेन +सुगमैव +सुगमो +सुगमोपायः +सुगम् +सुगला +सुगव्यं +सुगव्यम् +सुगा +सुगाः +सुगागमः +सुगाढं +सुगातुया +सुगात्रि +सुगात्री +सुगानि +सुगान् +सुगार्हपत्य +सुगार्हपत्याः +सुगार्हपत्यो +सुगीतं +सुगीता +सुगुणं +सुगुणा +सुगुणां +सुगुणाः +सुगुणो +सुगुप्त +सुगुप्तं +सुगुप्तः +सुगुप्तमपि +सुगुप्तम् +सुगुप्ता +सुगुप्तां +सुगुप्तानि +सुगुप्ते +सुगुप्तो +सुगुल्फा +सुगुशिथृन +सुगृहपतिः +सुगृहपतिरहं +सुगृहपतिर् +सुगृहपतिर्मया +सुगृहपतिस् +सुगृहपतिस्त्वं +सुगृहीत +सुगृहीतं +सुगृहीतनामा +सुगेभिः +सुगेभी +सुगैः +सुगोदा +सुगोपा +सुगोपाः +सुगोपातमः +सुगोपातमो +सुगोपितम् +सुगोपिता +सुगोप्यं +सुगो॒पाः +सुग् +सुग्गे +सुग्म्यम् +सुग्म्य॑म् +सुग्रह +सुग्रहं +सुग्रहः +सुग्रहत्वात् +सुग्रहम् +सुग्रहा +सुग्रहाणि +सुग्री +सुग्रीव +सुग्रीवं +सुग्रीवः +सुग्रीवमङ्गदं +सुग्रीवमब्रवीत् +सुग्रीवमिदमब्रवीत् +सुग्रीवमेव +सुग्रीववचनं +सुग्रीवश्च +सुग्रीवश्चापि +सुग्रीवसचिवं +सुग्रीवसचिवाः +सुग्रीवसहितो +सुग्रीवस्तु +सुग्रीवस्तेन +सुग्रीवस्त्वं +सुग्रीवस्त्वथ +सुग्रीवस्य +सुग्रीवा +सुग्रीवादयः +सुग्रीवादि +सुग्रीवाय +सुग्रीवी +सुग्रीवे +सुग्रीवेण +सुग्रीवेणापि +सुग्रीवेणाभिषेचितः +सुग्रीवेणेति +सुग्रीवेशः +सुग्रीवो +सुग्रीवोऽपि +सुग्लः +सुग्वं +सुग्वक्तव्यः +सुग॒न्धिं +सुघटं +सुघटितं +सुघटितः +सुघनं +सुघनः +सुघना +सुघने +सुघोरं +सुघोरः +सुघोरमशिवं +सुघोरम् +सुघोरा +सुघोराणां +सुघोराणि +सुघोरे +सुघोरेण +सुघोरो +सुघोषं +सुघोषः +सुघोषमणिपुष्पकौ +सुघोषो +सुच +सुचः +सुचक्रं +सुचक्रम् +सुचक्राक्षं +सुचक्राय +सुचक्षा +सुचक्षुः +सुचतुरः +सुचन्दनम् +सुचन्द्र +सुचन्द्रं +सुचन्द्रः +सुचन्द्रतनयो +सुचन्द्रश्च +सुचन्द्रिका +सुचन्द्रो +सुचयति +सुचरण +सुचरित +सुचरितं +सुचरितः +सुचरितफले +सुचरितव्रताः +सुचरितस्य +सुचरिता +सुचरितानि +सुचरिते +सुचरितैः +सुचरितो +सुचरित्रा +सुचां +सुचारु +सुचारुं +सुचारुतया +सुचारुपङ्कजं +सुचारुरीत्या +सुचारुरूपेण +सुचारुश्च +सुचार्वङ्गी +सुचि +सुचितम् +सुचिता +सुचित्रं +सुचित्रा +सुचिर +सुचिरं +सुचिरमपि +सुचिरमीश +सुचिरमुषितं +सुचिरमूषरे +सुचिरम् +सुचिराय +सुचिरायुषः +सुचिरेण +सुचिरेणापि +सुचिरेणैव +सुचिरोत्थितम् +सुची +सुचूर्णितं +सुचूर्णितम् +सुचेतनं +सुचेतनम् +सुचेतना +सुचेतसः +सुचेतसा +सुचेता +सुचेतायाः +सुचेतुना +सुचेष्टाश्च +सुचे॒तुना॑ +सुचो +सुचौ +सुच् +सुच्छन्नं +सुच्छायं +सुच्छाया +सुच्यते +सुच॑रिते +सुछु +सुज +सुजं +सुजः +सुजघना +सुजन +सुजनं +सुजनः +सुजनगणकान् +सुजनता +सुजनपद्धतिः +सुजनमानसहंससुखाकरः +सुजनस्तथा +सुजनस्तु +सुजनस्य +सुजना +सुजनाः +सुजनानां +सुजनान् +सुजनिमा +सुजने +सुजनेन +सुजनेषु +सुजनैः +सुजनो +सुजन्म +सुजन्मनः +सुजन्मनी +सुजन्मा +सुजम्भा +सुजरं +सुजर्थे +सुजस +सुजस्डेडस्सु +सुजा +सुजागृहि +सुजात +सुजातं +सुजातः +सुजातजाते +सुजातता +सुजातमूला +सुजातम् +सुजातयोः +सुजाता +सुजाताः +सुजाताङ्गीं +सुजातानि +सुजातासः +सुजाते +सुजातो +सुजातौ +सुजान +सुजाना +सुजा॑ते॒ +सुजा॑तो॒ +सुजि +सुजिह्व +सुजिह्वौ +सुजीवं +सुजीवितं +सुजीवितम् +सुजूर्णिः +सुजौ +सुज्जिं +सुज्जिः +सुज्जेः +सुज्ञः +सुज्ञा +सुज्ञान +सुज्ञानं +सुज्ञानः +सुज्ञानत्वात् +सुज्ञानम् +सुज्ञानलोके +सुज्ञाना +सुज्ञानाय +सुज्ञाने +सुज्ञेन +सुज्ञो +सुज्योतिः +सुज्योतिर्ज्योतिषा +सुज्योतिर्ज्योतिषाꣳ +सुज्योतिषः +सुझाव +सुझे +सुञः +सुञि +सुञो +सुञ् +सुट +सुटः +सुटा +सुटि +सुटीति +सुटु +सुटो +सुट् +सुट्कात्पूर्वः +सुट्टु +सुट्ठु +सुट्तलोपौ +सुट्निपात्यते +सुट्यपि +सुठि +सुडधायाम् +सुडनपुंसकस्य +सुडनपुंसकस्येति +सुडागम +सुडागमः +सुडागमश्च +सुडागमो +सुडिति +सुडौल +सुड् +सुण +सुणओ +सुणन्तीए +सुणादि +सुणादु +सुणाहि +सुणिअ +सुणिस्सं +सुणीअदि +सुणु +सुण्णं +सुत +सुतं +सुतः +सुतक्षयः +सुतगते +सुतगृहे +सुतगे +सुतङ्गम +सुतङ्गमादिभ्य +सुतत्रयम् +सुतत्वेन +सुतदं +सुतद्वयं +सुतद्वयम् +सुतनु +सुतनुं +सुतनुः +सुतनो +सुतनोः +सुतपः +सुतपसं +सुतपसा +सुतपसो +सुतपस्तप्तं +सुतपा +सुतपाः +सुतपाविमं +सुतपाव् +सुतपाव्ने +सुतपाश्चैव +सुतपास्तथा +सुतपो +सुतप्तं +सुतप्तमपि +सुतप्तस्य +सुतप्ता +सुतप्ताश्च +सुतप्ते +सुतप्तेन +सुतप्तेनेह +सुतप्तेषु +सुतप्रदः +सुतप्रियः +सुतभावस्थे +सुतभे +सुतम +सुतमन्ध +सुतमन्धः +सुतमपि +सुतमभिषुतं +सुतमभिषुतम् +सुतमसूत +सुतमा +सुतमाजुहोत +सुतमाजुहोमि +सुतमात्मनः +सुतमादाय +सुतमाससाद +सुतमिति +सुतमिन्द्रो +सुतमिव +सुतमुत्तमम् +सुतम् +सुतया +सुतयोः +सुतरं +सुतरा +सुतरां +सुतराम +सुतरामपरित्याज्योऽस्मि +सुतरामिति +सुतरामुदराणि +सुतरामुपपद्यते +सुतरामेव +सुतराम् +सुतर्कः +सुतर्पितः +सुतर्पिताः +सुतल +सुतलं +सुतलाभः +सुतले +सुतल्पं +सुतल्पे +सुतवतः +सुतवती +सुतवतीभिः +सुतवत्सलः +सुतवत्सला +सुतवान् +सुतविक्रमे +सुतशतं +सुतश्च +सुतश्चापि +सुतश्चैव +सुतश्रेणी +सुतश्रेष्ठ +सुतसोम +सुतसोमं +सुतसोमः +सुतसोमस्य +सुतसोमा +सुतसोमाः +सुतसोमाय +सुतसोमास +सुतसोमासः +सुतसोमे +सुतसोमो +सुतस् +सुतस्ततः +सुतस्तत्र +सुतस्तथा +सुतस्तदा +सुतस्तव +सुतस्तस्मात् +सुतस्तस्य +सुतस्तस्या +सुतस्तस्याः +सुतस्तु +सुतस्ते +सुतस्तेऽयं +सुतस्त्वयम् +सुतस्थाने +सुतस्थे +सुतस्नेहं +सुतस्य +सुतस्यान्धसः +सुतस्यान्धसो +सुतस्यापि +सुतस्याभिषुतस्य +सुतस्यास्य +सुतस्येति +सुतस्येव +सुतहानिः +सुतहि +सुतऽपाः +सुतऽवतः +सुतऽवन्तः +सुतऽसोमः +सुता +सुताँ +सुतां +सुतांश्च +सुतांस्तव +सुताः +सुताइन्द्रा +सुताकृते +सुताञ्छृणु +सुतात् +सुतादयः +सुतादानं +सुतादिभिः +सुतादृते +सुताद्यैः +सुताननम् +सुतानपि +सुताना +सुतानां +सुतानामिति +सुतानाम् +सुतानिव +सुतान् +सुतान्बहून् +सुतापितम् +सुताप्तये +सुताभवत् +सुताभिधानं +सुताभ्यां +सुतामपि +सुतामहम् +सुतामिति +सुतामिव +सुताम् +सुताय +सुताया +सुतायां +सुतायाः +सुतायाम् +सुतायाश्च +सुतायै +सुतारा +सुतारां +सुतारो +सुतार्थं +सुतार्थिनी +सुतार्थी +सुतार्थे +सुतालं +सुतावतः +सुतावन्त +सुतावन्तः +सुतावन्तो +सुतावसूत +सुतावास्तां +सुताविति +सुतावुभौ +सुताश्च +सुताश्चैव +सुताश्चैषां +सुतास +सुतासंबन्धविधिना +सुतासः +सुतासु +सुतासुतौ +सुतासो +सुतासोम +सुतासोमधु +सुतास्तथा +सुतास्तदा +सुतास्तव +सुतास्तस्य +सुतास्तु +सुतास्ते +सुतास्तेषां +सुतास्त्रयः +सुताहं +सुताऽभवत् +सुति +सुतिः +सुतिक्तं +सुतिथौ +सुतिनी +सुतिसि +सुती +सुतीक्ष्ण +सुतीक्ष्णं +सुतीक्ष्णः +सुतीक्ष्णकम् +सुतीक्ष्णश्चरितेन +सुतीक्ष्णस्याश्रमपदं +सुतीक्ष्णस्याश्रमे +सुतीक्ष्णा +सुतीक्ष्णेन +सुतीक्ष्णैः +सुतीक्ष्णो +सुतीर्थं +सुतीर्थकम् +सुतीर्थके +सुतीर्था +सुतीर्थादागतं +सुतीर्थानि +सुतीर्थाय +सुतीर्थे +सुतीर्थेषु +सुतीव्रा +सुतीव्राम् +सुतुकः +सुतुच्छकम् +सुतुमुलं +सुतुमुलः +सुतुमुले +सुतुमुलो +सुतृप्तं +सुतृप्ताः +सुते +सुतेजः +सुतेजनाः +सुतेजनैः +सुतेजसं +सुतेजसः +सुतेजसम् +सुतेजसा +सुतेजस्कं +सुतेजा +सुतेजाः +सुतेजाश्चक्षुर्विश्वरूपः +सुतेति +सुतेन +सुतेभिः +सुतेभिरिन्दुभिः +सुतेभ्यः +सुतेभ्यो +सुतेयं +सुतेव +सुतेशे +सुतेषु +सुतेसुते +सुतेऽपि +सुतै +सुतैः +सुतैरपि +सुतैश्च +सुतैषा +सुतो +सुतोत्तम +सुतोत्तमः +सुतोत्तमम् +सुतोत्पत्तिं +सुतोत्पत्तिः +सुतोत्पत्त्या +सुतोषितः +सुतोषिताः +सुतोऽजनि +सुतोऽथ +सुतोऽनिलस्य +सुतोऽपि +सुतोऽभवत् +सुतोऽभिषुतः +सुतोऽयं +सुतोऽस्ति +सुतोऽस्य +सुतौ +सुत् +सुत्त +सुत्तं +सुत्यमहः +सुत्यम् +सुत्यया +सुत्या +सुत्यां +सुत्याः +सुत्यादिवसे +सुत्यानां +सुत्यानि +सुत्याभिः +सुत्याभिस् +सुत्यामशीय +सुत्यामागच्छ +सुत्यामिति +सुत्याम् +सुत्यायां +सुत्यायाः +सुत्यायै +सुत्यासु +सुत्ये +सुत्येति +सुत्येऽहनि +सुत्र +सुत्रं +सुत्रत +सुत्रते +सुत्रधारः +सुत्रम् +सुत्रात्रा +सुत्रामा +सुत्रामाणं +सुत्रामाणः +सुत्रामाणमिति +सुत्रामाणम् +सुत्राम्ण +सुत्राम्णः +सुत्राम्णा +सुत्राम्णे +सुत्रे +सुत्रेण +सुत्वा +सुत॒पा +सुत꣢म् +सुतꣳ +सुद +सुदं +सुदंष्ट्रं +सुदंष्ट्रश्च +सुदंष्ट्रो +सुदंससः +सुदंससा +सुदंसाः +सुदक्ष +सुदक्षं +सुदक्षः +सुदक्षम् +सुदक्षस्य +सुदक्षा +सुदक्षिणं +सुदक्षिणः +सुदक्षिणम् +सुदक्षिणया +सुदक्षिणा +सुदक्षिणां +सुदक्षिणाम् +सुदक्षिणायां +सुदक्षो +सुदति +सुदती +सुदतीं +सुदत्त +सुदत्तं +सुदत्तमनुदत्तं +सुदत्या +सुदत्याः +सुदत्यादयः +सुदत्र +सुदत्रः +सुदत्रो +सुदन् +सुदन्तः +सुदन्ता +सुदन्तुरः +सुदम् +सुदयितः +सुदर +सुदर्श +सुदर्शः +सुदर्शन +सुदर्शनं +सुदर्शनः +सुदर्शनचक्रफलाध्यायः +सुदर्शनचक्रेण +सुदर्शनचम्पूकाव्यम् +सुदर्शनजी +सुदर्शननृसिंहयोः +सुदर्शनभाष्ये +सुदर्शनमयं +सुदर्शनमिति +सुदर्शनम् +सुदर्शनसूरेः +सुदर्शनस्तु +सुदर्शनस्य +सुदर्शना +सुदर्शनाः +सुदर्शनाख्यं +सुदर्शनाख्यविद्याधरस्य +सुदर्शनाख्यस्य +सुदर्शनाख्ये +सुदर्शनाख्येन +सुदर्शनाचार्यः +सुदर्शनात् +सुदर्शनानकनिष्ठान् +सुदर्शनाम् +सुदर्शनाय +सुदर्शनी +सुदर्शने +सुदर्शनेन +सुदर्शनेनैव +सुदर्शनो +सुदर्शनोऽपि +सुदर्शन् +सुदा +सुदाः +सुदानव +सुदानवः +सुदानवे +सुदानवो +सुदानवो॒ +सुदानाः +सुदानुं +सुदानुः +सुदानू +सुदानू॒ +सुदान्तं +सुदान्तः +सुदान्तेन +सुदामन् +सुदामा +सुदामानं +सुदाम्नः +सुदाम्ना +सुदाम्नो +सुदाय +सुदारुणं +सुदारुणः +सुदारुणम् +सुदारुणा +सुदारुणाः +सुदारुणात् +सुदारुणानामिति +सुदारुणानि +सुदारुणान् +सुदारुणाम् +सुदारुणे +सुदारुणैः +सुदाव्ने +सुदास +सुदासं +सुदासः +सुदासम् +सुदासस्तस्य +सुदासस्य +सुदासे +सुदासो +सुदास्तराय +सुदि +सुदिन +सुदिनं +सुदिनत्वे +सुदिनम् +सुदिना +सुदिनानि +सुदिनायते +सुदिनाहम् +सुदिने +सुदिव +सुदिवः +सुदिवसः +सुदिव्यं +सुदिव्यानि +सुदिव्येन +सुदी +सुदीतयः +सुदीतये +सुदीतयो +सुदीतिं +सुदीतिभिः +सुदीनं +सुदीनः +सुदीपः +सुदीप्तं +सुदीप्तात् +सुदीप्तेन +सुदीर्घ +सुदीर्घं +सुदीर्घः +सुदीर्घकालं +सुदीर्घा +सुदीर्घे +सुदीर्घेणापि +सुदु +सुदुः +सुदुःखं +सुदुःखदम् +सुदुःखा +सुदुःखार्तः +सुदुःखार्ता +सुदुःखार्तां +सुदुःखार्तो +सुदुःखितः +सुदुःखितम् +सुदुःखिता +सुदुःखिताः +सुदुःखितान् +सुदुःखिताम् +सुदुःखितौ +सुदुःखेन +सुदुःसहं +सुदुःसहः +सुदुःसहम् +सुदुःसहा +सुदुःसहां +सुदुःसहाः +सुदुःसहाम् +सुदुःसहेन +सुदुःसहो +सुदुघा +सुदुघां +सुदुघाः +सुदुघामिव +सुदुघाम् +सुदुघे +सुदुघेव +सुदुराचारः +सुदुराचारोऽपि +सुदुरात्मना +सुदुरात्मवान् +सुदुरासदम् +सुदुरोरधिकरणे +सुदुर्गं +सुदुर्गमं +सुदुर्गमम् +सुदुर्जयं +सुदुर्जयः +सुदुर्जयम् +सुदुर्जया +सुदुर्जयाः +सुदुर्जयायां +सुदुर्जरम् +सुदुर्दर्शं +सुदुर्दर्शमिति +सुदुर्दर्शमिदं +सुदुर्दर्शम् +सुदुर्धरं +सुदुर्धर्षं +सुदुर्बलः +सुदुर्बुद्धिं +सुदुर्बुद्धे +सुदुर्भ्यां +सुदुर्मतिः +सुदुर्मतिम् +सुदुर्मते +सुदुर्मतेः +सुदुर्मनाः +सुदुर्मेधे +सुदुर्म्मतिः +सुदुर्लभ +सुदुर्लभं +सुदुर्लभः +सुदुर्लभतरं +सुदुर्लभम् +सुदुर्लभा +सुदुर्लभां +सुदुर्लभाः +सुदुर्लभान् +सुदुर्लभाम् +सुदुर्लभे +सुदुर्लभो +सुदुर्ल्लभं +सुदुर्ल्लभः +सुदुर्ल्लभम् +सुदुर्वचम् +सुदुर्वृत्ता +सुदुश्चरं +सुदुश्चरम् +सुदुष्करं +सुदुष्करः +सुदुष्करम् +सुदुष्कराणि +सुदुष्करे +सुदुष्करैः +सुदुष्टः +सुदुष्टा +सुदुष्टात्मा +सुदुष्टो +सुदुष्प्रापं +सुदुस्तरं +सुदुस्तरः +सुदुस्तरम् +सुदुस्तराः +सुदुस्तराम् +सुदुस्तरे +सुदुस्त्यजाम् +सुदुस्सहम् +सुदूर +सुदूरं +सुदूरतः +सुदूरमध्वानं +सुदूरमपि +सुदूरम् +सुदूरात् +सुदूरे +सुदूरेण +सुदृ +सुदृक् +सुदृढ +सुदृढं +सुदृढः +सुदृढनिश्चयः +सुदृढमत्र +सुदृढम् +सुदृढव्रतः +सुदृढ़ +सुदृढ़ं +सुदृढा +सुदृढां +सुदृढाः +सुदृढानि +सुदृढान् +सुदृढे +सुदृढेन +सुदृढो +सुदृढौ +सुदृश +सुदृशं +सुदृशः +सुदृशा +सुदृशां +सुदृशान् +सुदृशाम् +सुदृशि +सुदृशी +सुदृशीको +सुदृशो +सुदृश्यं +सुदृषत्प्रासाद +सुदृष्टं +सुदृष्टः +सुदृष्टा +सुदृष्टां +सुदृष्टे +सुदृष्ट्वा +सुदे +सुदेव +सुदेवं +सुदेवः +सुदेवम् +सुदेवस्य +सुदेवा +सुदेवां +सुदेवी +सुदेवो +सुदेव्यं +सुदेशे +सुदेष्णा +सुदेष्णां +सुदेष्णाया +सुदेष्णायाः +सुदेहा +सुदे॒वं +सुदैवतम् +सुदो +सुदोहने +सुद् +सुद्ध +सुद्धं +सुद्धयुपास्य +सुद्धा +सुद्धि +सुद्धे +सुद्धेदः +सुद्युम्न +सुद्युम्नं +सुद्युम्नः +सुद्युम्नतां +सुद्युम्नश्च +सुद्युम्नश्चेति +सुद्युम्नस्य +सुद्युम्नो +सुद्योत्मा +सुद्रविणः +सुद्रविणा +सुद्रविणो +सुद्विजानना +सुध +सुधन +सुधनं +सुधनः +सुधनस्य +सुधनो +सुधन्वन +सुधन्वनः +सुधन्वना +सुधन्वने +सुधन्वनो +सुधन्वा +सुधन्वानं +सुधन्वोवाच +सुधया +सुधयामृतेन +सुधयैव +सुधर्म +सुधर्मः +सुधर्मा +सुधर्मां +सुधर्माणः +सुधर्मात्मा +सुधर्मायां +सुधर्मायाः +सुधर्म्मा +सुधवा +सुधा +सुधां +सुधांशाविव +सुधांशु +सुधांशुं +सुधांशुः +सुधांशुना +सुधांशुरिति +सुधांशुरेष +सुधांशो +सुधांशोः +सुधांशौ +सुधाः +सुधाकर +सुधाकरं +सुधाकरः +सुधाकरजस्तिलकोऽगमत +सुधाकरद्विवेदिकृते +सुधाकरभाष्यसहितम् +सुधाकरम् +सुधाकरस्य +सुधाकरे +सुधाकरेण +सुधाकर्म +सुधाकाण्डं +सुधाकार +सुधाकुम्भं +सुधाक्षीरं +सुधाक्षीरेण +सुधाचूर्णैश्च +सुधाढ्यकलसं +सुधातुं +सुधातुदक्षिणम् +सुधातुरकङ् +सुधातुल्यं +सुधादीधितिः +सुधानिधिः +सुधापानं +सुधापि +सुधापूर्णं +सुधाभिः +सुधाभुजः +सुधाभुजो +सुधाम +सुधामधुरया +सुधामपि +सुधामय +सुधामयं +सुधामयः +सुधामयमिति +सुधामयम् +सुधामयी +सुधामयैः +सुधामा +सुधामिति +सुधामिमामि +सुधामिव +सुधामुखी +सुधामृतं +सुधामृतम् +सुधाम् +सुधाम्बुधौ +सुधाया +सुधायां +सुधायाः +सुधायाम् +सुधायाश्च +सुधायै +सुधार +सुधारं +सुधारः +सुधारने +सुधारस +सुधारसं +सुधारसम् +सुधारसेन +सुधारसैः +सुधारा +सुधाराः +सुधारो +सुधार्मिकः +सुधार्मिकम् +सुधार्मिकाः +सुधालहरी +सुधालहरीव्याखासहितम् +सुधालेपं +सुधावदधरः +सुधावधीरणी +सुधावर्षिणी +सुधाव्याख्योपेतः +सुधाशनाः +सुधाशिलया +सुधाशिलाः +सुधाशु +सुधाशोः +सुधासमं +सुधासमम् +सुधासमुद्रं +सुधासार +सुधासिक्त +सुधास्यन्दी +सुधास्रवा +सुधि +सुधिः +सुधित +सुधितं +सुधितः +सुधितम् +सुधितवसुधितनेमधितधिष्वधिषीय +सुधिता +सुधितानि +सुधिते +सुधिनी +सुधिय +सुधियः +सुधिया +सुधियां +सुधियात्र +सुधियामपि +सुधियामेव +सुधियाम् +सुधिये +सुधियेति +सुधियो +सुधियोः +सुधियौ +सुधि॑तं +सुधि॑तं॒ +सुधि॑ता +सुधि॑तानि॒ +सुधी +सुधीः +सुधीनि +सुधीभि +सुधीभिः +सुधीभिराकलनीयम् +सुधीभिर्विभावनीयम् +सुधीभिर्विभाव्यम् +सुधीभूय +सुधीमता +सुधीर +सुधीरं +सुधीरः +सुधीरिति +सुधीरो +सुधीवा +सुधीषु +सुधु +सुधुरः +सुधुरा +सुधूपितं +सुधूम्रवर्णा +सुधृष्टमम् +सुधे +सुधेति +सुधेव +सुधेवोत्तमनागानां +सुधैव +सुधोपमं +सुधोपमम् +सुधोपेते +सुधोषो +सुधौघं +सुधौतं +सुधौतः +सुध् +सुध्मातं +सुध्यः +सुध्यो +सुन +सुनंदा +सुनः +सुनइ +सुनकर +सुनकोशी +सुनक्षत्रे +सुनत +सुनता +सुनते +सुनना +सुनने +सुनन्द +सुनन्दं +सुनन्दः +सुनन्दनं +सुनन्दनः +सुनन्दनम् +सुनन्दा +सुनन्दां +सुनन्दादेवी +सुनन्दायां +सुनन्दायाः +सुनन्दो +सुनफा +सुनफायां +सुनयः +सुनयनं +सुनयना +सुनयनी +सुनयश्च +सुनयिका +सुनयो +सुनवानि +सुनवाम +सुनवाम॒ +सुनवै +सुनसं +सुनसरीमण्डलम् +सुनहिं +सुनहु +सुनहोत्रस्य +सुना +सुनाई +सुनाता +सुनाने +सुनाभं +सुनाभः +सुनाभश्च +सुनाभस्य +सुनामन् +सुनामा +सुनामानं +सुनामी +सुनाम्नी +सुनाया +सुनार +सुनालं +सुनासं +सुनासः +सुनासा +सुनासां +सुनासिकम् +सुनासिका +सुनासीर +सुनासीरं +सुनासीरः +सुनासीरो +सुनि +सुनिः +सुनिए +सुनिग्रहा +सुनिता +सुनिद्रः +सुनिधि +सुनिना +सुनिपुणं +सुनिभृतं +सुनिभृतमिदमार्य +सुनिमित्तेन +सुनियतं +सुनियमं +सुनियमेन +सुनिये +सुनिरूपितम् +सुनिर्घृणः +सुनिर्जने +सुनिर्भयः +सुनिर्मलं +सुनिर्मलः +सुनिर्मलम् +सुनिर्मला +सुनिर्मलाः +सुनिर्मलाम् +सुनिर्मले +सुनिर्मलैः +सुनिर्मितम् +सुनिर्मितो +सुनिर्म्मलम् +सुनिर्लज्जा +सुनिर्वृतः +सुनिर्वृताः +सुनिर्वृतिम् +सुनिविष्टं +सुनिशितं +सुनिशितैः +सुनिश्चयं +सुनिश्चयः +सुनिश्चयम् +सुनिश्चलं +सुनिश्चलः +सुनिश्चलम् +सुनिश्चला +सुनिश्चलाम् +सुनिश्चित +सुनिश्चितं +सुनिश्चितः +सुनिश्चितमेव +सुनिश्चितम् +सुनिश्चिता +सुनिश्चिताः +सुनिश्चितार्थं +सुनिश्चिते +सुनिश्चितैः +सुनिश्चित्य +सुनिषण्णकः +सुनिषण्णकम् +सुनिष्ठितः +सुनिष्ठिताः +सुनिष्ठुरम् +सुनिष्पन्नं +सुनिष्पन्ने +सुनिहहिं +सुनी +सुनीतं +सुनीतयः +सुनीता +सुनीतायाः +सुनीति +सुनीतिः +सुनीतिरिति +सुनीतिर्नाम +सुनीतिश्च +सुनीती +सुनीते +सुनीतेः +सुनीत्या +सुनीत्यां +सुनीथ +सुनीथं +सुनीथः +सुनीथया +सुनीथश्च +सुनीथस्य +सुनीथा +सुनीथां +सुनीथाय +सुनीथायां +सुनीथो +सुनील +सुनीलं +सुनीलः +सुनीलकः +सुनीलस्य +सुनीला +सुनी॒थः +सुनु +सुनुत +सुनुतः +सुनुतात् +सुनुताम् +सुनुते +सुनुथ +सुनुना +सुनुनी +सुनुमः +सुनुयात् +सुनुयुः +सुनुवः +सुनुवहे +सुनृत्यं +सुने +सुनें +सुनेत्र +सुनेत्रं +सुनेत्रः +सुनेत्रश्च +सुनेत्रा +सुनेत्रे +सुनेत्रो +सुनेपाली +सुनैवेद्यं +सुनो +सुनोत +सुनोतन +सुनोता +सुनोति +सुनोतीति +सुनोतु +सुनोतेः +सुनोमि +सुनोषि +सुनौ +सुन् +सुन्द +सुन्दः +सुन्दर +सुन्दरं +सुन्दरः +सुन्दरक +सुन्दरकः +सुन्दरकाण्ड +सुन्दरकाण्डः +सुन्दरकाण्डम् +सुन्दरकाण्डव्याख्याने +सुन्दरकाण्डे +सुन्दरको +सुन्दरगढमण्डलम् +सुन्दरतया +सुन्दरतरं +सुन्दरता +सुन्दरत्वेन +सुन्दरमपि +सुन्दरमिति +सुन्दरम् +सुन्दरराज +सुन्दरलाल +सुन्दरवनम् +सुन्दरवनराष्ट्रियोद्यानम् +सुन्दरवनस्य +सुन्दरवरं +सुन्दरशिल्पानि +सुन्दरश्च +सुन्दरसेनं +सुन्दरसेनः +सुन्दरसेनस्तां +सुन्दरसेनस्य +सुन्दरसेनाय +सुन्दरसेनेन +सुन्दरसेनोऽत्र +सुन्दरसेनोऽपि +सुन्दरस्य +सुन्दरा +सुन्दरां +सुन्दराः +सुन्दराकृतिम् +सुन्दराख्यस्य +सुन्दराङ्गः +सुन्दराणां +सुन्दराणि +सुन्दरि +सुन्दरी +सुन्दरीं +सुन्दरीः +सुन्दरीणां +सुन्दरीणाम् +सुन्दरीति +सुन्दरीभिः +सुन्दरीम् +सुन्दरीयं +सुन्दरीशतकम् +सुन्दरीषु +सुन्दरे +सुन्दरेण +सुन्दरैः +सुन्दरैश्च +सुन्दरो +सुन्दरौ +सुन्दर्य +सुन्दर्यः +सुन्दर्या +सुन्दर्यां +सुन्दर्याः +सुन्दर्यै +सुन्दर्यो +सुन्दर्य्या +सुन्दस्य +सुन्दे +सुन्दो +सुन्दोपसुन्दकथा +सुन्दोपसुन्दयोः +सुन्दोपसुन्दौ +सुन्न +सुन्नः +सुन्व +सुन्वः +सुन्वत +सुन्वतः +सुन्वतां +सुन्वताम् +सुन्वति +सुन्वती +सुन्वते +सुन्वतो +सुन्वत् +सुन्वन् +सुन्वन्त +सुन्वन्तं +सुन्वन्तः +सुन्वन्तमस्यामुपवेशयति +सुन्वन्तम् +सुन्वन्ति +सुन्वन्तो +सुन्वन्यजमानो +सुन्वाते +सुन्वान +सुन्वानः +सुन्वानस्य +सुन्वानाय +सुन्वानायान्धस +सुन्वानायान्धसः +सुन्विरे +सुन्वि॒रे +सुन्वे +सुन्व॒त +सुन्व॒तः +सुन्व॒ते +सुन्व॒तो +सुप +सुपं +सुपः +सुपक्वं +सुपक्वा +सुपक्वां +सुपक्वाः +सुपक्वानां +सुपक्वानि +सुपक्वे +सुपण्डितम् +सुपतनः +सुपतना +सुपत्नी +सुपत्नीः +सुपत्नीराञ्जनेन +सुपत्नीर् +सुपत्रं +सुपथं +सुपथः +सुपथा +सुपथानि +सुपथि +सुपथिन् +सुपथिन्तरः +सुपथी +सुपथीति +सुपथे +सुपथेति +सुपथ्या +सुपदं +सुपदः +सुपदी +सुपद्मा +सुपन्थाः +सुपन्थानि +सुपयस्विनी +सुपयाः +सुपर +सुपरि +सुपरिकः +सुपरिचितः +सुपरिणामितम् +सुपरिरक्षितः +सुपरिविष्टा +सुपरिविष्टाः +सुपरिवेष्टितम् +सुपरिष्कृतम् +सुपरिष्कृत्य +सुपरिस्फुटनिर्विकल्पानुभवरूपतामापाद्यमानं +सुपरिस्रुतम् +सुपरिहरः +सुपरीक्षितं +सुपरीक्षितः +सुपरीक्षितम् +सुपरीक्षिताः +सुपरीक्ष्य +सुपर् +सुपर्ण +सुपर्णं +सुपर्णः +सुपर्णभगिनी +सुपर्णमिति +सुपर्णमिव +सुपर्णमुप +सुपर्णम् +सुपर्णवचनं +सुपर्णश्च +सुपर्णस्तु +सुपर्णस्त्वा +सुपर्णस्थं +सुपर्णस्य +सुपर्णा +सुपर्णाः +सुपर्णानां +सुपर्णाय +सुपर्णाश्च +सुपर्णिका +सुपर्णी +सुपर्णे +सुपर्णेति +सुपर्णेन +सुपर्णो +सुपर्णोऽसि +सुपर्णोऽसीति +सुपर्णौ +सुपर्ण्यः +सुपर्याप्तं +सुपर्याप्तो +सुपर्वणः +सुपर्वणां +सुपर्वणाम् +सुपर्वन् +सुपर्वभिः +सुपर्वा +सुपर्वाणं +सुपर्वाणः +सुपर्वाणो +सुपर्वाणौ +सुपर्व्वा +सुपलायितम् +सुपलाशे +सुपवित्रं +सुपश्च +सुपा +सुपां +सुपांसुलुगिति +सुपाकं +सुपाचितं +सुपाञ्चालकः +सुपाणिः +सुपाणी +सुपात् +सुपात्रं +सुपात्राय +सुपात्रे +सुपादः +सुपाद् +सुपानः +सुपापकृत् +सुपापिनः +सुपाम् +सुपारः +सुपारा +सुपाराय +सुपार्श्व +सुपार्श्वं +सुपार्श्वः +सुपार्श्वकः +सुपार्श्वकगवेषणौ +सुपार्श्वनाथ +सुपार्श्वनाथः +सुपार्श्वनाथस्य +सुपार्श्वनाथेन +सुपार्श्वमपि +सुपार्श्वश्च +सुपार्श्वश्चोत्तरे +सुपार्श्वा +सुपार्श्वे +सुपार्श्वो +सुपार्ष्णी +सुपावनम् +सुपावनीम् +सुपि +सुपिः +सुपिति +सुपित्र्य +सुपिनं +सुपिने +सुपिप्पलः +सुपिप्पला +सुपिप्पलाः +सुपिप्पलाभ्यस् +सुपिप्पलाभ्यस्त्वौषधीभ्य +सुपिप्प॒लाः +सुपिष्टं +सुपिष्टम् +सुपिष्टैः +सुपिसूतिसमाः +सुपिसौ +सुपी +सुपीडितः +सुपीडितम् +सुपीतं +सुपीति +सुपीत्येव +सुपीरियर +सुपीवा +सुपु +सुपुङ्खान् +सुपुङ्खैः +सुपुटा +सुपुण्यं +सुपुण्यतः +सुपुण्यदम् +सुपुण्यदा +सुपुण्यदाः +सुपुण्यदे +सुपुण्यम् +सुपुण्यवान् +सुपुण्यस्य +सुपुण्या +सुपुण्यां +सुपुण्याः +सुपुण्यानि +सुपुण्याहपुर +सुपुण्ये +सुपुण्येन +सुपुण्येषु +सुपुत्त्रः +सुपुत्र +सुपुत्रं +सुपुत्रः +सुपुत्रक +सुपुत्रकः +सुपुत्रकम् +सुपुत्रकाः +सुपुत्रा +सुपुत्रां +सुपुत्राय +सुपुत्रायै +सुपुत्रिका +सुपुत्रिणी +सुपुत्री +सुपुत्रे +सुपुत्रेण +सुपुत्रो +सुपुरुषः +सुपुवे +सुपुष्कलम् +सुपुष्टं +सुपुष्टः +सुपुष्टा +सुपुष्टेन +सुपुष्पं +सुपुष्पः +सुपुष्पा +सुपुष्पाणि +सुपुष्पिका +सुपुष्पितः +सुपुष्पितम् +सुपुष्पिताः +सुपुष्पितान् +सुपुष्पिताम् +सुपुष्पिते +सुपुष्पितैः +सुपुष्पितो +सुपुष्पैः +सुपुष्पैश्च +सुपु॒त्रा +सुपू +सुपूः +सुपूजनम् +सुपूजयेत् +सुपूजित +सुपूजितं +सुपूजितः +सुपूजितम् +सुपूजिता +सुपूजितां +सुपूजिताः +सुपूजितानि +सुपूजिताम् +सुपूजिते +सुपूजितैः +सुपूजितो +सुपूजितौ +सुपूज्य +सुपूतं +सुपूतमृतस्य +सुपूतम् +सुपूरा +सुपूरितम् +सुपूरो +सुपूर्ण +सुपूर्णं +सुपूर्णम् +सुपूर्णा +सुपूर्णाः +सुपूर्णानि +सुपूर्वस्य +सुपूर्वात् +सुपूर्वाद् +सुपूर्वाह्णे +सुपूर्विका +सुपेति +सुपेशलाः +सुपेशसं +सुपेशसः +सुपेशसम् +सुपेशसस्करति +सुपेशसा +सुपेशसो +सुपेशसौ +सुपेशा +सुपेशाः +सुपेषयेत् +सुपेषितैः +सुपेो +सुपो +सुपोषः +सुपोषाः +सुपौल +सुपौलमण्डलम् +सुप् +सुप्त +सुप्तं +सुप्तः +सुप्तघ्नो +सुप्तजने +सुप्तता +सुप्तत्वचं +सुप्तपद्मानां +सुप्तमिति +सुप्तमेव +सुप्तम् +सुप्तवान् +सुप्तव्यं +सुप्तस्तिष्ठति +सुप्तस्य +सुप्तस्यापि +सुप्ता +सुप्तां +सुप्ताः +सुप्तानभिचाकशीति +सुप्तानां +सुप्तान् +सुप्तामनुरक्तां +सुप्तामुत्सृज्य +सुप्ताम् +सुप्ताय +सुप्ताया +सुप्तायां +सुप्तायाः +सुप्तावस्था +सुप्तावस्थायां +सुप्ताविति +सुप्ताविव +सुप्तासु +सुप्ति +सुप्तिं +सुप्तिः +सुप्तिकाले +सुप्तिङन्तं +सुप्तिङन्तम् +सुप्तिङुपग्रहलिङ्गनराणां +सुप्तिङौ +सुप्तिङ् +सुप्तिरेव +सुप्तिस्थानम् +सुप्ते +सुप्तेति +सुप्तेन +सुप्तेव +सुप्तेषु +सुप्तो +सुप्तोत्थित +सुप्तोत्थितं +सुप्तोत्थितः +सुप्तोत्थितस्य +सुप्तोत्थिते +सुप्तोऽपि +सुप्तोऽयं +सुप्तोऽसि +सुप्तोऽसौ +सुप्तोऽस्मि +सुप्तोऽहं +सुप्तौ +सुप्त्यादौ +सुप्त्वा +सुप्पितौ +सुप्प्रतिना +सुप्यगोत्रादौ +सुप्यजातौ +सुप्यताम् +सुप्यते +सुप्यात् +सुप्यापिशलेः +सुप्युपपदे +सुप्युपसंख्यानम् +सुप्र +सुप्रकाशं +सुप्रकाशो +सुप्रकेतं +सुप्रकेतो +सुप्रगमनाः +सुप्रजसं +सुप्रजसः +सुप्रजसस् +सुप्रजसस्त्वा +सुप्रजसो +सुप्रजा +सुप्रजाः +सुप्रजावनिः +सुप्रजावनिꣳ +सुप्रजास्त्वं +सुप्रजास्त्वमाशास्ते +सुप्रजास्त्वमिषं +सुप्रजास्त्वम् +सुप्रजास्त्वाय +सुप्रजास्त्वायेति +सुप्रजास्त्वायेहि +सुप्रजा॒स्त्वाय॑ +सुप्रज्ञः +सुप्रज्ञा +सुप्रज्ञो +सुप्रणम्य +सुप्रणीतयः +सुप्रणीतिं +सुप्रणीतिः +सुप्रणीतिम् +सुप्रणीती +सुप्रणीते +सुप्रतिकरं +सुप्रतिपन्नो +सुप्रतिष्ठं +सुप्रतिष्ठः +सुप्रतिष्ठश्च +सुप्रतिष्ठा +सुप्रतिष्ठां +सुप्रतिष्ठान +सुप्रतिष्ठानः +सुप्रतिष्ठानो +सुप्रतिष्ठित +सुप्रतिष्ठितं +सुप्रतिष्ठितः +सुप्रतिष्ठितम् +सुप्रतिष्ठिता +सुप्रतिष्ठिताः +सुप्रतिष्ठिताम् +सुप्रतिष्ठितो +सुप्रतिष्ठितौ +सुप्रतीक +सुप्रतीकं +सुप्रतीकः +सुप्रतीकम् +सुप्रतीकश्च +सुप्रतीकस्य +सुप्रतीका +सुप्रतीके +सुप्रतीकेन +सुप्रतीको +सुप्रतीची +सुप्रतूर्तिर् +सुप्रतूर्ती +सुप्रत्ययस्य +सुप्रत्यये +सुप्रपाणं +सुप्रपाणा +सुप्रपाणे +सुप्रबुद्धं +सुप्रबुद्धस्य +सुप्रभं +सुप्रभः +सुप्रभम् +सुप्रभया +सुप्रभश्च +सुप्रभस्य +सुप्रभा +सुप्रभां +सुप्रभाः +सुप्रभाणि +सुप्रभात +सुप्रभातं +सुप्रभातम् +सुप्रभाता +सुप्रभाते +सुप्रभाम् +सुप्रभायै +सुप्रभे +सुप्रभेदे +सुप्रभो +सुप्रमाणं +सुप्रमाणयुक्ते +सुप्रयत्नतः +सुप्रयत्नेन +सुप्रयसं +सुप्रयसः +सुप्रयसा +सुप्रयाः +सुप्रयुक्तः +सुप्रयुक्ता +सुप्रयुक्तेन +सुप्रयोगः +सुप्रयोगा +सुप्रयोगां +सुप्रलम्भः +सुप्रवाचनं +सुप्रवाचनम् +सुप्रशस्तं +सुप्रशस्ते +सुप्रशस्य +सुप्रशान्ता +सुप्रसन्न +सुप्रसन्नं +सुप्रसन्नः +सुप्रसन्नतरो +सुप्रसन्नपयसा +सुप्रसन्नमना +सुप्रसन्नश्च +सुप्रसन्ना +सुप्रसन्नां +सुप्रसन्नाः +सुप्रसन्नात्मा +सुप्रसन्ने +सुप्रसन्नेन +सुप्रसन्नो +सुप्रसरा +सुप्रसादं +सुप्रसादः +सुप्रसिद्ध +सुप्रसिद्धं +सुप्रसिद्धः +सुप्रसिद्धत्वात् +सुप्रसिद्धमपि +सुप्रसिद्धमिति +सुप्रसिद्धमेव +सुप्रसिद्धम् +सुप्रसिद्धस्य +सुप्रसिद्धा +सुप्रसिद्धाः +सुप्रसिद्धानि +सुप्रसिद्धे +सुप्रसिद्धेषु +सुप्रसिद्धो +सुप्रसीदति +सुप्रसूताय +सुप्रहारेण +सुप्राङ् +सुप्राची +सुप्रात +सुप्रातं +सुप्रातः +सुप्रापं +सुप्रायणा +सुप्रायणाः +सुप्राय॒णाः +सुप्रावीः +सुप्राव्ये +सुप्रा॑ङ॒जो +सुप्रियं +सुप्रियः +सुप्रियदर्शनाः +सुप्रियम् +सुप्रियस्य +सुप्रिया +सुप्रिये +सुप्रियेण +सुप्रियो +सुप्रीत +सुप्रीतं +सुप्रीतः +सुप्रीतपीताम्बरः +सुप्रीतमनसः +सुप्रीतये +सुप्रीता +सुप्रीताः +सुप्रीते +सुप्रीतेनान्तरात्मना +सुप्रीतो +सुप्रीतौ +सुप्रीत्या +सुप्रीव +सुप्रीवं +सुप्रीवः +सुप्रीवस्य +सुप्रीवेण +सुप्रीवो +सुप्रैतुः +सुप्र॒जा +सुप्र॒जाः +सुप्र॒या +सुप्वा +सुप्सु +सुप्सुपा +सुप्सुपेति +सुप्स्वरः +सुप्स्वरसंज्ञातुग्विधिषु +सुप॒र्णमुप॒ +सुप॒र्णा +सुप॒र्णो +सुफ +सुफल +सुफलं +सुफलः +सुफलकं +सुफला +सुफलीकृतान् +सुफाला +सुफेनाः +सुब +सुबद्धं +सुबद्धा +सुबन्त +सुबन्तं +सुबन्तम् +सुबन्तस्य +सुबन्ता +सुबन्ताः +सुबन्तात् +सुबन्तादाचारेऽर्थे +सुबन्तादुत्पत्तौ +सुबन्तानां +सुबन्तानि +सुबन्ते +सुबन्तेन +सुबन्तेनेति +सुबन्तैः +सुबन्तों +सुबन्धवे +सुबन्धु +सुबन्धुं +सुबन्धुः +सुबन्धुना +सुबन्धुम् +सुबन्धुर्दिव +सुबन्धो +सुबन्धोः +सुबन्धौ +सुबन्सिरि +सुबर्थनिर्णयः +सुबर्हिरग्निः +सुबर्हिषं +सुबल +सुबलं +सुबलः +सुबलश्चैव +सुबलस्य +सुबलात्मजा +सुबलो +सुबह +सुबहवः +सुबहवो +सुबहु +सुबहुधा +सुबहुभिः +सुबहुशः +सुबहुशो +सुबहुश्रुतान् +सुबहूनि +सुबहून् +सुबहून्यथ +सुबहून्यपि +सुबा +सुबामन्त्रिते +सुबाल +सुबालो +सुबालोप +सुबालोपनिषत् +सुबालोपनिषत्सु +सुबालोपनिषदि +सुबाहु +सुबाहुं +सुबाहुः +सुबाहुना +सुबाहुरपि +सुबाहुरिति +सुबाहुरुत +सुबाहुरुवाच +सुबाहुर्दुष्प्रधर्षणः +सुबाहुश्च +सुबाहो +सुबाहोः +सुबिति +सुबिम्बितस्य +सुबुत्पत्ति +सुबुत्पत्तिः +सुबुत्पत्तेः +सुबुत्पत्तौ +सुबुद्धयः +सुबुद्धि +सुबुद्धिः +सुबुद्धिना +सुबुद्धिभिः +सुबुद्धिमान् +सुबुद्धीनां +सुबुद्ध्या +सुबुधा +सुबोध +सुबोधं +सुबोधः +सुबोधमन्यत् +सुबोधम् +सुबोधा +सुबोधाय +सुबोधिनी +सुबोधिनीटीकासहितम् +सुबोधिनीसहितः +सुबोधिन्यां +सुबोधिन्याम् +सुब् +सुब्ग्रहणं +सुब्त्य्पेस् +सुब्धातु +सुब्धातुष्ठिवुष्वष्कतीनां +सुब्धातौ +सुब्बरावु +सुब्बुलक्ष्मी +सुब्बुलक्ष्मीः +सुब्रत +सुब्रमण्य +सुब्रह्म +सुब्रह्मण्य +सुब्रह्मण्यं +सुब्रह्मण्यः +सुब्रह्मण्यन् +सुब्रह्मण्यभुजंगम् +सुब्रह्मण्यभुजङ्गम् +सुब्रह्मण्यम् +सुब्रह्मण्यया +सुब्रह्मण्यशास्त्रिणा +सुब्रह्मण्यशास्त्री +सुब्रह्मण्यषष्ठी +सुब्रह्मण्यषोडशनामस्तोत्रम् +सुब्रह्मण्यसहस्रनामस्तोत्रम् +सुब्रह्मण्यस्तोत्राणि +सुब्रह्मण्यस्य +सुब्रह्मण्या +सुब्रह्मण्यां +सुब्रह्मण्यान्ते +सुब्रह्मण्यामाह्वय +सुब्रह्मण्यामाह्वयति +सुब्रह्मण्यामाह्वयेति +सुब्रह्मण्याम् +सुब्रह्मण्याय +सुब्रह्मण्याया +सुब्रह्मण्यायां +सुब्रह्मण्यायाः +सुब्रह्मण्यायै +सुब्रह्मण्याष्टकम् +सुब्रह्मण्याह्वानं +सुब्रह्मण्याह्वानम् +सुब्रह्मण्ये +सुब्रह्मण्येति +सुब्रह्मण्यो +सुब्रह्मण्यों +सुब्रह्मा +सुब्रह्माणं +सुब्राह्मणानां +सुब्लुकि +सुब्लुक् +सुब्लोपः +सुब्लोपपुंवद्भावौ +सुब्विधौ +सुब्व्यत्ययः +सुब्स्तन्चेस् +सुभ +सुभं +सुभः +सुभक्ताय +सुभक्तितः +सुभक्तिमान् +सुभक्त्या +सुभग +सुभगं +सुभगंकरणम् +सुभगंमन्यभावः +सुभगः +सुभगत्वं +सुभगमानिनि +सुभगम् +सुभगया +सुभगश् +सुभगश्च +सुभगश्चैव +सुभगसलिलावगाहाः +सुभगस्य +सुभगा +सुभगां +सुभगाः +सुभगाकारे +सुभगान् +सुभगान्मन्त्रे +सुभगाम् +सुभगाय +सुभगाया +सुभगायाः +सुभगायै +सुभगासति +सुभगे +सुभगेति +सुभगेन +सुभगे॒ +सुभगो +सुभगोऽप्यस्याः +सुभगौ +सुभग॒ +सुभट +सुभटः +सुभटस्य +सुभटा +सुभटाः +सुभटानां +सुभटे +सुभटेन +सुभटैः +सुभटो +सुभद्र +सुभद्रं +सुभद्रः +सुभद्रकः +सुभद्रकम् +सुभद्रम् +सुभद्रया +सुभद्रश्च +सुभद्रश्रवसे +सुभद्रस्य +सुभद्रा +सुभद्रां +सुभद्राञ्च +सुभद्राणि +सुभद्राधनञ्जयम् +सुभद्राम् +सुभद्राय +सुभद्राया +सुभद्रायां +सुभद्रायाः +सुभद्रायाश्च +सुभद्रायै +सुभद्राहरणं +सुभद्राहरणपर्वणि +सुभद्राहरणे +सुभद्रिका +सुभद्रिकाम् +सुभद्रे +सुभद्रेण +सुभद्रेति +सुभद्रो +सुभरं +सुभरि +सुभरो +सुभव +सुभवः +सुभसत्तरा +सुभा +सुभाउ +सुभागमस्तु +सुभागा +सुभागिनः +सुभाजने +सुभाजितम् +सुभानुः +सुभावतः +सुभावितं +सुभावितः +सुभावितम् +सुभाविता +सुभावे +सुभाष +सुभाषः +सुभाषकाकः +सुभाषचन्द्र +सुभाषचन्द्रबोसः +सुभाषचन्द्रबोसमहोदयः +सुभाषचन्‍द्रबोसः +सुभाषस्य +सुभाषिणी +सुभाषित +सुभाषितं +सुभाषितः +सुभाषितग्रन्थाः +सुभाषितमिदं +सुभाषितम् +सुभाषितरत्नकोश +सुभाषितरत्नकोशः +सुभाषितरत्नभाण्डागारम् +सुभाषितरत्नभाण्डागारस्थपद्यानाँ +सुभाषितरत्नभाण्डागारस्थपद्यानां +सुभाषिता +सुभाषितानां +सुभाषितानि +सुभाषिताम् +सुभाषितावलिः +सुभाषितावली +सुभाषितावलौ +सुभाषिते +सुभाषितेन +सुभाषितैः +सुभाषेितरत्नभाण्डागारम् +सुभास्वरम् +सुभास्वरा +सुभि +सुभिः +सुभिक्ष +सुभिक्षं +सुभिक्षः +सुभिक्षकृत् +सुभिक्षदं +सुभिक्षमतुलं +सुभिक्षमारोग्यं +सुभिक्षम् +सुभिक्षश्च +सुभिक्षा +सुभिक्षाः +सुभिक्षाणि +सुभिक्षाय +सुभिक्षु +सुभिक्षे +सुभीमं +सुभीमा +सुभीमो +सुभीषणम् +सुभीषणा +सुभुजं +सुभुजा +सुभुजो +सुभुजौ +सुभूः +सुभूत +सुभूतं +सुभूतमेह +सुभूतम् +सुभूतये +सुभूतले +सुभूता +सुभूताय +सुभूति +सुभूतिं +सुभूतिः +सुभूतिना +सुभूतिराह +सुभूते +सुभूतेन +सुभूमिः +सुभूमौ +सुभूरसि +सुभूर् +सुभूषित +सुभूषिता +सुभूषिताः +सुभृतं +सुभृतो +सुभृत्यः +सुभृशं +सुभे +सुभेषजं +सुभेषजम् +सुभैरवम् +सुभैरवैः +सुभो +सुभोजनं +सुभोजनम् +सुभोजनैः +सुभोजयेत् +सुभोजसं +सुभोजसौ +सुभोज्यानि +सुभ् +सुभ्र +सुभ्रः +सुभ्रवः +सुभ्राता +सुभ्रु +सुभ्रुः +सुभ्रुव +सुभ्रुवं +सुभ्रुवः +सुभ्रुवा +सुभ्रुवां +सुभ्रुवाम् +सुभ्रुवि +सुभ्रुवो +सुभ्रू +सुभ्रूं +सुभ्रूः +सुभ्रूरिति +सुभ्वः +सुभ॑गे॒ +सुम +सुमं +सुमंगल +सुमंगलं +सुमंगलः +सुमंगलम् +सुमंगला +सुमंगलैः +सुमंतु +सुमंतुरुवाच +सुमंत्रं +सुमंत्रेण +सुमः +सुमखं +सुमखस्य +सुमखाय +सुमङ्गल +सुमङ्गलं +सुमङ्गलः +सुमङ्गलम् +सुमङ्गला +सुमङ्गलाः +सुमङ्गलानि +सुमङ्गलाम् +सुमङ्गलि +सुमङ्गली +सुमङ्गलीः +सुमङ्गलीरियं +सुमङ्गलेति +सुमङ्गलैः +सुमज्जानये +सुमण्डपे +सुमण्डलम् +सुमत +सुमतय +सुमतयः +सुमतये +सुमतयो +सुमति +सुमतिं +सुमतिः +सुमतिना +सुमतिनाथ +सुमतिनाथः +सुमतिनाथस्य +सुमतिनाथेन +सुमतिभिः +सुमतिमिद्वयमस्या +सुमतिम् +सुमतिरिति +सुमतिरुवाच +सुमतिरेव +सुमतिर् +सुमतिर्नाम +सुमतिर्भूत्वस्मे +सुमतिश्च +सुमतिष्टे +सुमतिस्तु +सुमतिऽभिः +सुमती +सुमतीनां +सुमतीनाम् +सुमतीवृधः +सुमती॒नां +सुमती॒नाम् +सुमते +सुमतेः +सुमतौ +सुमत् +सुमत्या +सुमत्यां +सुमदं +सुमदः +सुमदस्य +सुमद्गणः +सुमद्रथः +सुमद्रम् +सुमधु +सुमधुर +सुमधुरं +सुमधुरः +सुमधुरत्वम् +सुमधुरम् +सुमधुरा +सुमधुराः +सुमधुरैः +सुमधुरो +सुमध्यमा +सुमध्यमाः +सुमध्यमाम् +सुमध्यमे +सुमध्यया +सुमध्या +सुमध्यां +सुमध्ये +सुमध्वविजयः +सुमध्वविजये +सुमन +सुमनः +सुमनःसु +सुमनया +सुमनस +सुमनसं +सुमनसः +सुमनसस्तथा +सुमनसा +सुमनसां +सुमनसाम् +सुमनसो +सुमनस् +सुमनस्कं +सुमनस्यन्ते +सुमनस्यमान +सुमनस्यमानः +सुमनस्यमाना +सुमनस्यमानां +सुमनस्यमानाः +सुमनस्यमानो +सुमनस्यमानौ +सुमना +सुमनां +सुमनांसि +सुमनाः +सुमनायते +सुमनायाश्च +सुमनाश्च +सुमनाश्चैव +सुमनास्तथा +सुमनो +सुमनोगोपितं +सुमनोज्ञो +सुमनोपाख्याने +सुमनोभरैः +सुमनोभिः +सुमनोभिरेव +सुमनोभिश्च +सुमनोमूल्यं +सुमनोरजः +सुमनोरमम् +सुमनोरमा +सुमनोरमाः +सुमनोरमाम् +सुमनोरमे +सुमनोलतासु +सुमनोवाच +सुमनोहरं +सुमनोहरः +सुमनोहरम् +सुमनोहरा +सुमनोहराः +सुमनोहरान् +सुमनोहराम् +सुमनोहरे +सुमनोहरैः +सुमनोहरौ +सुमनोऽपि +सुमन् +सुमन्त +सुमन्तु +सुमन्तुं +सुमन्तुः +सुमन्तुना +सुमन्तुरपि +सुमन्तुरुवाच +सुमन्तुर्दारुणो +सुमन्तुश्च +सुमन्तुस्मरणात् +सुमन्त्र +सुमन्त्रं +सुमन्त्रः +सुमन्त्रमिदमब्रवीत् +सुमन्त्रम् +सुमन्त्रश्च +सुमन्त्रस्तु +सुमन्त्रस्य +सुमन्त्रितं +सुमन्त्रितम् +सुमन्त्रेण +सुमन्त्रो +सुमन्त्रोऽपि +सुमन्दधीः +सुमन्दात्मा +सुमन्दिरम् +सुमन्दिषीमहि +सुमन्मभिः +सुमन्मा +सुमन॒स्यमा॑नः +सुमन॒स्यमा॑नो +सुमम् +सुमरदि +सुमरामि +सुमरेदि +सुमरेसि +सुमर्षणः +सुमह +सुमहः +सुमहच्च +सुमहच्चापं +सुमहतः +सुमहता +सुमहति +सुमहती +सुमहतीं +सुमहतो +सुमहत् +सुमहत्कदनं +सुमहत्कर्म +सुमहत्कार्यं +सुमहत्कृत्वा +सुमहत्तपः +सुमहत्तप्तं +सुमहत्तरम् +सुमहत्तेजो +सुमहत्पापं +सुमहत्पुण्यं +सुमहत्फलम् +सुमहत्यपि +सुमहत्येषा +सुमहत्सरः +सुमहदद्भुतम् +सुमहदप्रियम् +सुमहदाश्चर्यं +सुमहद् +सुमहद्दुःखं +सुमहद्धनुः +सुमहद्बलम् +सुमहद्भयं +सुमहद्भयम् +सुमहद्भवेत् +सुमहद्भिश्च +सुमहद्यशः +सुमहद्युद्धं +सुमहद्रजः +सुमहद्राज्यं +सुमहा +सुमहांति +सुमहांस्ततः +सुमहांस्तत्र +सुमहाकायं +सुमहाकायः +सुमहाकायो +सुमहातपाः +सुमहातेजा +सुमहातेजाः +सुमहात्मनः +सुमहात्मना +सुमहात्मनाम् +सुमहात्मने +सुमहात्मनोः +सुमहात्मभिः +सुमहात्मानो +सुमहाद्युतिः +सुमहान +सुमहानदी +सुमहानपि +सुमहानभूत् +सुमहानयम् +सुमहानादं +सुमहानादः +सुमहानिव +सुमहानेष +सुमहान् +सुमहान्कालः +सुमहान्कालो +सुमहान्तं +सुमहान्ति +सुमहान्त्यपि +सुमहान्भवेत् +सुमहाप्राज्ञो +सुमहाबल +सुमहाबलः +सुमहाबलम् +सुमहाबलाः +सुमहाबलान् +सुमहाबलैः +सुमहाबलौ +सुमहाबाहो +सुमहाभाग +सुमहाभागं +सुमहाभागा +सुमहाभागो +सुमहाभुजौ +सुमहामतिः +सुमहामनाः +सुमहायशाः +सुमहारथाः +सुमहावीर्यः +सुमहावीर्यो +सुमहास्वनः +सुमहो +सुमहोत्सवम् +सुमहोत्सवे +सुमहोदयम् +सुमहौजसः +सुमा +सुमात्रा +सुमानि +सुमानुषस्य +सुमायाः +सुमारुतं +सुमार्ग +सुमार्गेण +सुमालिनं +सुमालिनः +सुमाली +सुमि +सुमिता +सुमिती +सुमिते +सुमित्र +सुमित्रं +सुमित्रः +सुमित्रधः +सुमित्रधा +सुमित्रया +सुमित्रस्य +सुमित्रा +सुमित्रां +सुमित्रानन्दन +सुमित्रानन्दवर्धन +सुमित्रानन्दवर्धनः +सुमित्रानन्दवर्धनम् +सुमित्राम् +सुमित्राया +सुमित्रायां +सुमित्रायाः +सुमित्रायाश्च +सुमित्रायै +सुमित्राश्वासनम् +सुमित्रिया +सुमित्रियाः +सुमित्रे +सुमित्रेण +सुमित्रो +सुमिरत +सुमिरन +सुमिरि +सुमिष्टं +सुमिष्टकम् +सुमिष्टान्नं +सुमि॒त्रः +सुमु +सुमुक्तिदम् +सुमुख +सुमुखं +सुमुखः +सुमुखम् +सुमुखश्च +सुमुखस्तथा +सुमुखस्य +सुमुखा +सुमुखाः +सुमुखाय +सुमुखि +सुमुखी +सुमुखीं +सुमुखीति +सुमुखे +सुमुखेन +सुमुखो +सुमुखौ +सुमुख्या +सुमुख्याः +सुमुहूर्त +सुमुहूर्तं +सुमुहूर्तके +सुमुहूर्ते +सुमुहूर्त्ते +सुमूर्तयः +सुमूर्तिमान् +सुमृडीकः +सुमृडीका +सुमृडीकामभिष्टये +सुमृडीकाम् +सुमृडीकायै +सुमृडीको +सुमृदुः +सुमृळीकः +सुमृळीका +सुमृळीकाय +सुमृळीको +सुमृळी॒काय॑ +सुमृळी॒को +सुमृष्टं +सुमृष्टमणिकुण्डलाः +सुमृष्टानि +सुमे +सुमेक +सुमेकः +सुमेके +सुमेध +सुमेधः +सुमेधया +सुमेधस +सुमेधसः +सुमेधसम् +सुमेधसा +सुमेधसां +सुमेधसाम् +सुमेधसे +सुमेधा +सुमेधां +सुमेधाः +सुमेधाम् +सुमेर +सुमेरमल +सुमेरी +सुमेरु +सुमेरुं +सुमेरुः +सुमेरुणा +सुमेरुपर्वते +सुमेरुपर्व्वतः +सुमेरुमिव +सुमेरुरिव +सुमेरुशिखरं +सुमेरुशिखरे +सुमेरुश्च +सुमेरून्मूलनादपि +सुमेरो +सुमेरोः +सुमेरोरिव +सुमेरोर् +सुमेरोश्च +सुमेरौ +सुमे॒धा +सुमे॒धाः +सुमैः +सुमोच +सुम् +सुम्न +सुम्नं +सुम्नमिति +सुम्नमीमहे +सुम्नमेतु +सुम्नम् +सुम्नया +सुम्नयुः +सुम्नस्य +सुम्नहूर् +सुम्ना +सुम्नानि +सुम्नाय +सुम्नायन्तो +सुम्नायवः +सुम्नावरी +सुम्निनी +सुम्ने +सुम्नेभिः +सुम्नेषु +सुम्नैः +सुम्न॒या +सुम्लः +सुम॑खाय +सुम॒तिं +सुम॒तिर्भू॑त्व॒स्मे +सुम॒ती +सुम॒तौ +सुम॒त्या +सुय +सुयजं +सुयजा +सुयजोर्ङ्वनिप् +सुयज्ञ +सुयज्ञं +सुयज्ञः +सुयज्ञश्च +सुयज्ञस्य +सुयज्ञाः +सुयज्ञेन +सुयज्ञो +सुयतो +सुयत्नतः +सुयन्त्रितः +सुयन्त्रिताः +सुयमं +सुयममस्तु +सुयमम् +सुयमस्य +सुयमा +सुयमान् +सुयमे +सुयश +सुयशः +सुयशसः +सुयशा +सुयशां +सुयशाः +सुयशादेवी +सुया +सुयाम +सुयामो +सुयाशुतरा +सुयुक् +सुयुक्तं +सुयुक्तः +सुयुक्तेन +सुयुक्तो +सुयुज +सुयुजः +सुयुजा +सुयुजो +सुयुद्धं +सुयुद्धेन +सुयोगः +सुयोगिनः +सुयोगे +सुयोग्य +सुयोजयेत् +सुयोजितः +सुयोजिताः +सुयोधन +सुयोधनं +सुयोधनः +सुयोधनम् +सुयोधनविजयबुभुत्सया +सुयोधनस्तु +सुयोधनस्य +सुयोधने +सुयोधनेन +सुयोधनो +सुयोधनोरू +सुयोधानां +सुयोनिं +सुयोषितः +सुयोषिताम् +सुयौवनम् +सुयौवना +सुयौवनाः +सुयौवनाम् +सुर +सुरं +सुरः +सुरकरिणां +सुरकारो +सुरकार्यं +सुरकार्यमिदं +सुरकार्यार्थसिद्धये +सुरकार्ये +सुरकिन्नरैः +सुरकुसुममरन्दे +सुरकृता +सुरक्त +सुरक्तं +सुरक्ता +सुरक्षति +सुरक्षयेत् +सुरक्षा +सुरक्षां +सुरक्षापटुः +सुरक्षायाः +सुरक्षायै +सुरक्षित +सुरक्षितं +सुरक्षितः +सुरक्षिततया +सुरक्षितम् +सुरक्षिता +सुरक्षिताः +सुरक्षितानि +सुरक्षितान् +सुरक्षिताम् +सुरक्षितीकृतमस्ति +सुरक्षिते +सुरगज +सुरगणा +सुरगणाः +सुरगणादयः +सुरगणान् +सुरगणार्चिते +सुरगणे +सुरगणेश्वरः +सुरगणैः +सुरगुरु +सुरगुरुं +सुरगुरुः +सुरगुरुणा +सुरगुरुश्च +सुरगुरो +सुरगुरोः +सुरगुरौ +सुरगृहं +सुरगृहे +सुरङ्ग +सुरङ्गं +सुरङ्गः +सुरङ्गमार्गः +सुरङ्गया +सुरङ्गा +सुरङ्गां +सुरङ्गाः +सुरङ्गायां +सुरचापं +सुरचिता +सुरजापुरी +सुरजापुरीभाषा +सुरज्येष्ठ +सुरज्येष्ठं +सुरज्येष्ठः +सुरज्येष्ठो +सुरणं +सुरणः +सुरत +सुरतं +सुरतः +सुरतकर्मणि +सुरतग्लानिमङ्गानुकूलः +सुरतजनितां +सुरतनाथ +सुरतप्रदीपाः +सुरतप्रसङ्गे +सुरतप्रिया +सुरतमञ्जरी +सुरतमण्डलम् +सुरतमृदिता +सुरतमेव +सुरतम् +सुरतरङ्गिणी +सुरतरु +सुरतरुः +सुरतरोः +सुरतवर्णनः +सुरतवर्णनम् +सुरतविधौ +सुरतविरतौ +सुरतव्यापारलीलाविधौ +सुरतसमये +सुरतस्य +सुरता +सुरतानन्दा +सुरतानि +सुरतान्ते +सुरतापराधात् +सुरताय +सुरतार्थ +सुरतार्थं +सुरतावसाने +सुरति +सुरतिं +सुरते +सुरतेति +सुरतेन +सुरतेषु +सुरतेष्विव +सुरतो +सुरतोत्सवम् +सुरतोत्सवे +सुरतोत्सुकाम् +सुरतौ +सुरत्नः +सुरत्ना +सुरत्नानि +सुरत्नासो +सुरत्राण +सुरत्वं +सुरत्वात् +सुरथ +सुरथं +सुरथः +सुरथस्य +सुरथा +सुरथेन +सुरथो +सुरथौ +सुरदन्तिनः +सुरदानवैः +सुरदारु +सुरदाली +सुरदीर्घिका +सुरदीर्घिकां +सुरद्रुमः +सुरद्रुमम् +सुरद्रुमाः +सुरद्विपः +सुरद्विषः +सुरद्विषम् +सुरद्विषश्चान्द्रमसी +सुरद्विषा +सुरद्विषां +सुरद्विषाम् +सुरद्विषि +सुरद्विषो +सुरधनुरिदं +सुरधुनि +सुरनदी +सुरनदीं +सुरनाथ +सुरनायक +सुरनायकम् +सुरनायिका +सुरनायिके +सुरनिम्नगा +सुरनिम्नगां +सुरनुतम् +सुरन्ह +सुरपतये +सुरपति +सुरपतिं +सुरपतिः +सुरपतिधनुषा +सुरपतिस्तदा +सुरपते +सुरपतेः +सुरपतौ +सुरपरिवृढः +सुरपादपः +सुरपुंगवाः +सुरपुङ्गवाः +सुरपुरम् +सुरपुरविधानसभाक्षेत्रम् +सुरपुरे +सुरपूजनम् +सुरपूजने +सुरपूजित +सुरपूजितः +सुरपूजितम् +सुरपूजिता +सुरपूजिताः +सुरपूजिते +सुरप्रिय +सुरप्रियं +सुरप्रियः +सुरप्रियम् +सुरप्रिया +सुरप्रियाः +सुरप्रिये +सुरप्रियो +सुरबन्दीनां +सुरभय +सुरभयः +सुरभयति +सुरभयो +सुरभा +सुरभारती +सुरभावपि +सुरभाव् +सुरभि +सुरभिं +सुरभिः +सुरभिगन्धमात्रं +सुरभिगन्धि +सुरभिगन्धिः +सुरभिगन्धिभिः +सुरभिगन्धिषु +सुरभिणः +सुरभिणा +सुरभिणि +सुरभिणौ +सुरभितं +सुरभितनयालम्भजां +सुरभितशिलं +सुरभित्वम् +सुरभिदत्ताख्या +सुरभिन्तरः +सुरभिपत्रा +सुरभिभिः +सुरभिमती +सुरभिमतीमृचं +सुरभिमते +सुरभिमतेऽष्टाकपालं +सुरभिमत्या +सुरभिमासः +सुरभिमासो +सुरभिमुद्रया +सुरभिमुद्रा +सुरभिमुद्रां +सुरभिम् +सुरभिरिति +सुरभिरुवाच +सुरभिर् +सुरभिर्गन्धः +सुरभिर्गन्धो +सुरभिर्नाम +सुरभिर्विनता +सुरभिर्विश्वरूपा +सुरभिश्च +सुरभिसमयेऽसौ +सुरभिस्तथा +सुरभी +सुरभीं +सुरभीः +सुरभीकरणे +सुरभीकरोति +सुरभीकृतः +सुरभीकृतम् +सुरभीकृते +सुरभीणां +सुरभीणि +सुरभीरसा +सुरभे +सुरभेः +सुरभौ +सुरभ्यः +सुरभ्या +सुरभ्यां +सुरभ्याः +सुरभ्यै +सुरमण्डली +सुरमन्दिरम् +सुरमा +सुरमानवाः +सुरमानुषाः +सुरमुने +सुरम् +सुरम्यं +सुरम्यम् +सुरम्या +सुरम्यां +सुरम्याणि +सुरम्ये +सुरम्येषु +सुरया +सुरयुवतयो +सुरयुवतिसंभवं +सुरयोषितः +सुरयोषिताम् +सुरराज +सुरराजमन्त्री +सुरराजसैन्यं +सुरराजस्य +सुरराजेन +सुरराट् +सुरराडिव +सुररिपोः +सुरर्षभ +सुरर्षभः +सुरर्षभाः +सुरर्षयः +सुरर्षिगणमध्यगम् +सुरर्षिणा +सुरर्षिभिः +सुरर्षिभिश्च +सुरर्षीणां +सुरर्षे +सुरलोक +सुरलोकं +सुरलोकः +सुरलोकम् +सुरलोकाभिमुखो +सुरलोके +सुरलोकेषु +सुरलोको +सुरवं +सुरवः +सुरवधूभिः +सुरवन्दिते +सुरवन्दीनां +सुरवर +सुरवरं +सुरवरा +सुरवराः +सुरवरैः +सुरवर्त्म +सुरवर्य +सुरवल्लभम् +सुरवल्लभा +सुरविद्विषः +सुरविद्विषाम् +सुरविप्रयोः +सुरवेश्मनि +सुरव्रतः +सुरशत्रवः +सुरशत्रूणां +सुरशाखी +सुरशार्दूल +सुरश्रियः +सुरश्रेष्ठ +सुरश्रेष्ठं +सुरश्रेष्ठः +सुरश्रेष्ठा +सुरश्रेष्ठाः +सुरश्रेष्ठे +सुरश्रेष्ठो +सुरस +सुरसं +सुरसंघा +सुरसंघाः +सुरसंघानां +सुरसंसदि +सुरसः +सुरसङ्घा +सुरसङ्घानां +सुरसत्तम +सुरसत्तमः +सुरसत्तमाः +सुरसत्तमान् +सुरसत्तमैः +सुरसत्तमौ +सुरसद्मनि +सुरसद्ममूर्धगैः +सुरसने +सुरसन्निधौ +सुरसमञ्जरीम् +सुरसया +सुरसरि +सुरसरितं +सुरसरितो +सुरसरिदिव +सुरसस्य +सुरसस्यासितस्य +सुरसा +सुरसां +सुरसादिना +सुरसानि +सुरसाया +सुरसायाः +सुरसिका +सुरसिद्धसंघाः +सुरसिन्धुतीरे +सुरसुंदरि +सुरसुंदरी +सुरसुतोपमा +सुरसुतोपमाम् +सुरसुतोपमौ +सुरसुन्दरि +सुरसुन्दरी +सुरसुन्दरीणां +सुरसुन्दरीभिः +सुरसूदनः +सुरसेन +सुरसेनापतौ +सुरसेवितम् +सुरसैः +सुरसैन्यं +सुरसैन्यमहागजानां +सुरसैन्यसङ्घट्टः +सुरसैन्यसागरं +सुरसैन्यस्य +सुरसैन्यानां +सुरसैन्यानि +सुरसैन्येन +सुरसो +सुरस्त्रियः +सुरस्त्री +सुरस्त्रीणां +सुरस्त्रीभिः +सुरस्य +सुरस्रवन्त्या +सुरहिमासो +सुरा +सुरां +सुरांगनाः +सुरांश्च +सुरांश्चक्रे +सुरांश्चैव +सुरांस्तथा +सुराः +सुराकरम् +सुराकुलिजं +सुरागं +सुरागिणः +सुराग्रहं +सुराग्रहा +सुराग्रहाः +सुराग्रहाणां +सुराग्रहान् +सुराग्रहान्गृह्णाति +सुराग्रहाश्च +सुराग्रहैः +सुराङ्गना +सुराङ्गनाः +सुराङ्गनानां +सुराङ्गनाम् +सुराचार्य +सुराचार्ये +सुराचार्यो +सुराचार्य्यः +सुराजा +सुराज्ञा +सुराज्ञि +सुराज्ञी +सुराज्यं +सुराज्ये +सुराण +सुराणा +सुराणां +सुराणाञ्च +सुराणामपि +सुराणाममृतं +सुराणामयनं +सुराणामसुराणां +सुराणामसुराणाञ्च +सुराणामिति +सुराणामिव +सुराणाम् +सुराण्स्च +सुरातयः +सुरातुल्यं +सुरादयः +सुरादयो +सुरादि +सुरादिकान् +सुरादिभिः +सुरादिषु +सुरादीनां +सुरादेवत्यानि +सुराद्या +सुराद्याश्च +सुराध +सुराधम +सुराधसं +सुराधसः +सुराधसमिति +सुराधसमिन्द्रमर्च +सुराधसम् +सुराधसा +सुराधसे +सुराधसेऽमावास्यायै +सुराधा +सुराधाः +सुराधानी +सुराधिप +सुराधिपं +सुराधिपः +सुराधिपतये +सुराधिपम् +सुराधिपे +सुराधिराजः +सुराधीश +सुराधीशं +सुराधीशः +सुराध्यक्ष +सुराध्यक्षं +सुराध्यक्षः +सुराध्यक्षो +सुराध्वजः +सुरानन्दः +सुरानन्दो +सुरानपि +सुरानाह +सुरानिति +सुरानीकं +सुरान् +सुरान्तकः +सुरान्तिके +सुरान्दृष्ट्वा +सुरान्पितॄन् +सुरान्प्रति +सुरान्सर्वान् +सुराप +सुरापं +सुरापः +सुरापगा +सुरापगां +सुरापगापयः +सुरापगाम् +सुरापगाया +सुरापगायां +सुरापगायाः +सुरापश्च +सुरापस्य +सुरापा +सुरापाः +सुरापाणाः +सुरापान +सुरापानं +सुरापानप्रायश्चित्तम् +सुरापानम् +सुरापानसमं +सुरापानसमानि +सुरापानस्य +सुरापानात्पूतो +सुरापानायुतं +सुरापाने +सुरापानेन +सुरापाश्च +सुरापी +सुरापीता +सुरापीति +सुरापीती +सुरापीतो +सुरापे +सुरापेभ्यः +सुरापो +सुरापोऽपि +सुराभाजनस्था +सुराभिः +सुरामं +सुरामण्डः +सुरामण्डे +सुरामण्डेन +सुरामद्यं +सुराममश्विना +सुराममश्विनेति +सुरामम् +सुरामयं +सुरामा +सुरामांसी +सुरामाणः +सुरामिव +सुरामेही +सुराम् +सुराय +सुराया +सुरायां +सुरायाः +सुरायाम् +सुरायै +सुरारणिः +सुरारयः +सुरारयो +सुराराते +सुरारि +सुरारिः +सुरारिघ्नः +सुरारिणा +सुरारिधनुषः +सुरारिभिः +सुरारिराजस्य +सुरारिहन्ता +सुरारिहा +सुरारीणां +सुरारीन् +सुरारेः +सुरारेस्तारकस्य +सुरार्चनं +सुरार्चनम् +सुरार्चने +सुरार्चा +सुरार्चितं +सुरार्चितः +सुरार्चितम् +सुरार्चिता +सुरार्चिताय +सुरार्चिते +सुरार्च्चनम् +सुरार्थे +सुरालयं +सुरालयः +सुरालयम् +सुरालयस्य +सुरालयात् +सुरालये +सुरावती +सुरावन्तं +सुरावन्तमिति +सुरावासे +सुराशब्दस्य +सुराशीध्वोः +सुराशोणितपायिनी +सुराश्च +सुराश्चापि +सुराश्चैव +सुराश्रयः +सुराश्वः +सुराष्ट्र +सुराष्ट्रं +सुराष्ट्रः +सुराष्ट्रकम् +सुराष्ट्रके +सुराष्ट्रजा +सुराष्ट्रदेशे +सुराष्ट्रा +सुराष्ट्राः +सुराष्ट्राश्च +सुराष्ट्रे +सुराष्ट्रेषु +सुरासंस्पृष्टमेव +सुरासवं +सुरासवम् +सुरासवो +सुरासुर +सुरासुरगणाः +सुरासुरगणैः +सुरासुरगुरुः +सुरासुरनमस्कृत +सुरासुरनमस्कृतः +सुरासुरनमस्कृतम् +सुरासुरनमस्कृते +सुरासुरा +सुरासुराः +सुरासुराणां +सुरासुराणामन्योन्यमहोरात्रं +सुरासुराणामपि +सुरासुराणाम् +सुरासुरादयः +सुरासुरान् +सुरासुराश्च +सुरासुरेषु +सुरासुरैः +सुरासुरैरपि +सुरासुरैर्मथ्यमाने +सुरासोमदेवत्या +सुरासोमान् +सुरासौवीरकेण +सुरास् +सुरास्तं +सुरास्ततः +सुरास्तत्र +सुरास्तथा +सुरास्तदा +सुरास्तु +सुरास्ते +सुरास्तेन +सुरास्त्वामभिषिञ्चन्तु +सुरास्सर्वे +सुराहि +सुराह्वं +सुराह्वम् +सुराह्वा +सुराऽध्यक्षः +सुराऽसुराः +सुरा॑याः +सुरा॒तयो॑ +सुराꣳ +सुरि +सुरिति +सुरिन्दर +सुरिभिः +सुरी +सुरीणां +सुरु +सुरुक्मे +सुरुङ्गया +सुरुङ्गा +सुरुङ्गां +सुरुङ्गापणम् +सुरुङ्गायां +सुरुचं +सुरुचः +सुरुचम् +सुरुचि +सुरुचिं +सुरुचिः +सुरुचिरं +सुरुचिरप्रख्यं +सुरुचिरा +सुरुचिरां +सुरुचिर्नाम +सुरुचिश्च +सुरुचेः +सुरुचो +सुरुच्यं +सुरुच्या +सुरुच्यामुत्तमः +सुरुपं +सुरू +सुरूढं +सुरूप +सुरूपं +सुरूपः +सुरूपकृ +सुरूपकृत्नुं +सुरूपकृत्नुमूतय +सुरूपकृत्नुमूतये +सुरूपकृत्नुम् +सुरूपता +सुरूपत्वम् +सुरूपम् +सुरूपया +सुरूपवर्षवर्ण +सुरूपवान् +सुरूपश्च +सुरूपस्य +सुरूपा +सुरूपां +सुरूपांश्च +सुरूपाः +सुरूपाणां +सुरूपाणि +सुरूपाद्यम् +सुरूपान् +सुरूपाभिः +सुरूपाय +सुरूपायां +सुरूपाश्च +सुरूपिणः +सुरूपिणम् +सुरूपिणी +सुरूपिणीम् +सुरूपे +सुरूपो +सुरूपोत्तरम् +सुरूपौ +सुरे +सुरेंद्राणां +सुरेः +सुरेखा +सुरेज्यः +सुरेज्ये +सुरेज्यो +सुरेण +सुरेणुरिति +सुरेतरैः +सुरेतसं +सुरेतसा +सुरेता +सुरेताः +सुरेति +सुरेतोधा +सुरेन्द्र +सुरेन्द्रं +सुरेन्द्रः +सुरेन्द्रचापं +सुरेन्द्रदुन्दुभिः +सुरेन्द्रनगर +सुरेन्द्रनगरमण्डलम् +सुरेन्द्रनगरम् +सुरेन्द्रनाथ +सुरेन्द्रनाथः +सुरेन्द्रनाथस्य +सुरेन्द्रप्रमुखाः +सुरेन्द्रमुख्याः +सुरेन्द्रलोकं +सुरेन्द्रलोकम् +सुरेन्द्रशत्रु +सुरेन्द्रसैन्यं +सुरेन्द्रस्य +सुरेन्द्रा +सुरेन्द्राः +सुरेन्द्राणां +सुरेन्द्राय +सुरेन्द्रे +सुरेन्द्रेण +सुरेन्द्रैश्च +सुरेन्द्रो +सुरेभ्यः +सुरेभ्यश्च +सुरेभ्यो +सुरेव +सुरेश +सुरेशं +सुरेशः +सुरेशम् +सुरेशश्च +सुरेशस्य +सुरेशा +सुरेशाः +सुरेशान +सुरेशानं +सुरेशानां +सुरेशानि +सुरेशाय +सुरेशेन +सुरेशो +सुरेश्वर +सुरेश्वरं +सुरेश्वरः +सुरेश्वरम् +सुरेश्वरस्य +सुरेश्वरा +सुरेश्वराः +सुरेश्वराचार्यः +सुरेश्वरान् +सुरेश्वरि +सुरेश्वरी +सुरेश्वरीम् +सुरेश्वरे +सुरेश्वरैः +सुरेश्वरो +सुरेश्वरौ +सुरेषु +सुरेष् +सुरेष्वपि +सुरै +सुरैः +सुरैया +सुरैरपि +सुरैराचरितेषु +सुरैरिव +सुरैरेव +सुरैर्देवी +सुरैर्भुक्ताः +सुरैर्वा +सुरैर्हिमांशोः +सुरैश्च +सुरैश्चापि +सुरैस्तथा +सुरैस्सह +सुरो +सुरोचनं +सुरोत्तम +सुरोत्तमः +सुरोत्तमम् +सुरोत्तमाः +सुरोत्तमान् +सुरोत्तमे +सुरोत्तमैः +सुरोत्तमौ +सुरोदकः +सुरोदेन +सुरोपमाः +सुरौ +सुरौघाः +सुरौधे +सुर्य +सुर्व +सुर॑या +सुर॑या॒ +सुर॒भिं +सुर॒भीणि॑ +सुल +सुलक् +सुलक्षण +सुलक्षणं +सुलक्षणः +सुलक्षणम् +सुलक्षणा +सुलक्षणां +सुलक्षणाः +सुलक्षणाम् +सुलक्षणे +सुलक्षणैः +सुलक्षिता +सुलग्नके +सुलग्ने +सुलघूनि +सुलज्जिता +सुलज्जिताम् +सुलतान +सुलब्ध +सुलब्धा +सुलब्धाः +सुलब्धो +सुलभ +सुलभं +सुलभः +सुलभञ्च +सुलभतया +सुलभता +सुलभत्वं +सुलभत्वात् +सुलभत्वादिति +सुलभमपि +सुलभमिति +सुलभमेव +सुलभम् +सुलभविपदां +सुलभा +सुलभां +सुलभाः +सुलभानि +सुलभे +सुलभेति +सुलभेन +सुलभैः +सुलभो +सुलभ्यायां +सुलमा +सुललाटं +सुललाटः +सुललित +सुललितं +सुललितलतापल्लवमयी +सुललिता +सुललितां +सुला +सुलाभिके +सुलिप्ते +सुलु +सुलुक +सुलुक् +सुलुगिति +सुलुगित्याकारादेशः +सुलुग् +सुलेप +सुलो +सुलोकं +सुलोचन +सुलोचनं +सुलोचनः +सुलोचनम् +सुलोचनया +सुलोचना +सुलोचनां +सुलोचनाः +सुलोचनाम् +सुलोचनायाः +सुलोचने +सुलोप +सुलोपः +सुलोपश्च +सुलोपे +सुलोपो +सुलोमशा +सुलोमा +सुलोहितः +सुलोहितम् +सुलोहिता +सुल्तान +सुल्तानः +सुल्तानपुरमण्डलम् +सुल्तानपुरम् +सुल्तानस्य +सुल्ताना +सुल्तानाः +सुल्तानानां +सुल्तान् +सुल्हणविरचितायां +सुळ्य +सुळ्ळ्यविधानसभाक्षेत्रम् +सुव +सुवं +सुवः +सुवः॑ +सुवक्ता +सुवक्त्रश्च +सुवक्त्राय +सुवक्त्रेण +सुवच +सुवचं +सुवचः +सुवचत्वाच्च +सुवचत्वात् +सुवचत्वादिति +सुवचनानि +सुवचमिति +सुवचम् +सुवचा +सुवचाः +सुवज्रः +सुवज्रा +सुवण +सुवणे +सुवण्ण +सुवण्णभंडअं +सुवतां +सुवताम् +सुवति +सुवतु +सुवते +सुवतेः +सुवतेर्वा +सुवत्यथ +सुवत्सला +सुवदना +सुवदनां +सुवदने +सुवध्वं +सुवध्वम् +सुवनम् +सुवन्तं +सुवन्तां +सुवन्ति +सुवन्ते +सुवन्तेन +सुवरं +सुवरगन्म +सुवरभिविख्येषमिति +सुवरसि +सुवरादित्याय +सुवरिति +सुवरिदं +सुवरोम् +सुवर् +सुवर्ग +सुवर्गं +सुवर्गः +सुवर्गकाम +सुवर्गकामः +सुवर्गकामो +सुवर्गम् +सुवर्गस्य +सुवर्गाय +सुवर्गाल् +सुवर्गे +सुवर्गेयाय +सुवर्गो +सुवर्ग्यम् +सुवर्ग्याः +सुवर्ग्यो +सुवर्चलं +सुवर्चलम् +सुवर्चला +सुवर्चलां +सुवर्चलाम् +सुवर्चलोवाच +सुवर्चसं +सुवर्चसः +सुवर्चसम् +सुवर्चसा +सुवर्चसाम् +सुवर्चसे +सुवर्चा +सुवर्चाः +सुवर्चाश्च +सुवर्चिका +सुवर्च्चला +सुवर्च्चसम् +सुवर्च्चाश्च +सुवर्च्चिका +सुवर्जन +सुवर्जनः +सुवर्ण +सुवर्णं +सुवर्णः +सुवर्णक +सुवर्णकं +सुवर्णकः +सुवर्णकदली +सुवर्णकपिला +सुवर्णकमलं +सुवर्णकम् +सुवर्णकरणं +सुवर्णकलशं +सुवर्णकार +सुवर्णकारः +सुवर्णकारश्च +सुवर्णकाराः +सुवर्णकारान्नं +सुवर्णकारेण +सुवर्णकारो +सुवर्णकालः +सुवर्णकुम्भैः +सुवर्णके +सुवर्णकेतकी +सुवर्णकैः +सुवर्णक्षीरी +सुवर्णगिरिः +सुवर्णगैरिकं +सुवर्णजं +सुवर्णजम् +सुवर्णजाः +सुवर्णजाम् +सुवर्णञ्च +सुवर्णता +सुवर्णतां +सुवर्णत्वं +सुवर्णदः +सुवर्णदक्षिणां +सुवर्णदानं +सुवर्णदानेन +सुवर्णदुर्वर्णानि +सुवर्णन +सुवर्णनाभः +सुवर्णपत्रं +सुवर्णपदकं +सुवर्णपदकम् +सुवर्णपाणिः +सुवर्णपात्रं +सुवर्णपात्रे +सुवर्णपिटकं +सुवर्णपिण्डः +सुवर्णपुष्प +सुवर्णपुष्पा +सुवर्णपुष्पां +सुवर्णपुष्पैः +सुवर्णभाजनं +सुवर्णभाजनस्य +सुवर्णभाण्डं +सुवर्णमणिमुक्ताढ्यं +सुवर्णमणिमुक्ताढ्ये +सुवर्णमणिरत्नानि +सुवर्णमण्डपमुद्यानं +सुवर्णमथ +सुवर्णमन्दिर +सुवर्णमन्दिरम् +सुवर्णमपि +सुवर्णमय +सुवर्णमयं +सुवर्णमयः +सुवर्णमया +सुवर्णमयानि +सुवर्णमयी +सुवर्णमयीं +सुवर्णमये +सुवर्णमयो +सुवर्णमाक्षिकं +सुवर्णमानेन +सुवर्णमालास्तुतिः +सुवर्णमाषकं +सुवर्णमिति +सुवर्णमिव +सुवर्णमुखरी +सुवर्णमुखरीं +सुवर्णमुखरीतटे +सुवर्णमुखरीतीरे +सुवर्णमुखरीस्नानं +सुवर्णमुखर्या +सुवर्णमुखी +सुवर्णमुद्रिकाः +सुवर्णमेव +सुवर्णम् +सुवर्णरजत +सुवर्णरजतस्रजाम् +सुवर्णरजतादीनां +सुवर्णरजतान्वितम् +सुवर्णरजताभ्यां +सुवर्णरजताभ्याꣳ +सुवर्णरजतौ +सुवर्णरेखा +सुवर्णलक्षं +सुवर्णलक्षाः +सुवर्णवत् +सुवर्णवर्ण +सुवर्णवर्णं +सुवर्णवर्णः +सुवर्णवर्णममलं +सुवर्णवर्णा +सुवर्णवर्णां +सुवर्णवर्णाः +सुवर्णवर्णाश्च +सुवर्णवर्णो +सुवर्णविकृतं +सुवर्णविकृतध्वजाः +सुवर्णशतं +सुवर्णशतकं +सुवर्णशताभियोगे +सुवर्णशृङ्गीं +सुवर्णश्च +सुवर्णसदृशो +सुवर्णसिद्धि +सुवर्णसिद्धिराह +सुवर्णसिद्धिर् +सुवर्णसूच्या +सुवर्णस्तु +सुवर्णस्तेयजं +सुवर्णस्तेयी +सुवर्णस्य +सुवर्णहरणं +सुवर्णहारी +सुवर्णा +सुवर्णां +सुवर्णाः +सुवर्णाचलमुत्तमम् +सुवर्णादि +सुवर्णादिकं +सुवर्णादिरूपे +सुवर्णादिवर्गः +सुवर्णादीनां +सुवर्णादीनि +सुवर्णादेः +सुवर्णादौ +सुवर्णाध्यक्षः +सुवर्णानां +सुवर्णानि +सुवर्णान् +सुवर्णापहारी +सुवर्णाभं +सुवर्णाभः +सुवर्णाभा +सुवर्णाभे +सुवर्णाभो +सुवर्णाभ्यां +सुवर्णाय +सुवर्णाश्चत्वारः +सुवर्णास्ता +सुवर्णाऽङ्कितभव्याभशतपत्रपरिष्कृता +सुवर्णे +सुवर्णेति +सुवर्णेन +सुवर्णेनैव +सुवर्णै +सुवर्णैः +सुवर्णो +सुवर्णोपधानं +सुवर्ण्णं +सुवर्णꣳ +सुवर्तुलम् +सुवर्त्तुलम् +सुवर्धामा +सुवर्धियो +सुवर्न +सुवर्मा +सुवर्मे +सुवर्वती +सुवर्विदम् +सुवर्विदा +सुवर्विन्द +सुवर्षाः +सुवश् +सुवसनः +सुवसनां +सुवसने +सुवसनौ +सुवसन्तः +सुवसि +सुवस् +सुवस्तस्मै +सुवस्तुभिः +सुवस्त्रं +सुवस्त्राणि +सुवस्त्रैश्च +सुवस्य +सुवस्स्वाहा +सुवहः +सुवहा +सुवहां +सुवा +सुवाक् +सुवाग् +सुवाचं +सुवाचः +सुवाचा +सुवाचो +सुवाचौ +सुवाणि +सुवाति +सुवाते +सुवाद्यानि +सुवान +सुवानः +सुवानस्य +सुवाना +सुवानाः +सुवानास +सुवानासः +सुवानो +सुवामसि +सुवामि +सुवारिणा +सुवास +सुवासरे +सुवाससः +सुवाससम् +सुवाससा +सुवाससी +सुवासा +सुवासांसि +सुवासाः +सुवासित +सुवासितं +सुवासितम् +सुवासिनी +सुवासिनीं +सुवासिनीः +सुवासिन्यः +सुवासिन्यो +सुवास्तु +सुवास्त्वादिभ्योऽण् +सुवा॒नास॒ +सुवा॒नो +सुवि +सुविक्रमः +सुविख्यात +सुविख्यातं +सुविख्यातः +सुविख्यातम् +सुविख्याता +सुविख्यातो +सुविग्रहम् +सुविचक्षणः +सुविचारेण +सुविचार्य +सुविचार्यैव +सुविचितं +सुविचित्राणि +सुविज्ञाते +सुविज्ञानं +सुविज्ञेयं +सुविज्ञेयो +सुवितं +सुवितः +सुवितम् +सुवितस्य +सुविता +सुवितानि +सुविताय +सुविते +सुवितो +सुविदत्रं +सुविदत्रान् +सुविदत्रियेभ्यः +सुविदत्रो +सुविदानो +सुविदित +सुविदितं +सुविदितः +सुविदितमस्ति +सुविदितम् +सुविदिता +सुविदिते +सुविदेः +सुविद्वांसः +सुविद्वांसो +सुविद्वान् +सुविधा +सुविधां +सुविधाः +सुविधानतः +सुविधि +सुविधिना +सुविधिनाथ +सुविधिनाथः +सुविधिनाथस्य +सुविधिनाथेन +सुविनिर्दुर्भ्यः +सुविनिश्चितं +सुविनीता +सुविनीतां +सुविपुल +सुविपुलं +सुविपुला +सुविपुलां +सुविपुले +सुविप्रः +सुविभक्त +सुविभक्तः +सुविभक्तगात्र्याः +सुविभक्तमहापथाम् +सुविभक्तानि +सुविभूषितम् +सुविभूषिता +सुविभूषिताः +सुविभूषिताम् +सुविभूषितैः +सुविभ्रमश्रीः +सुविमलं +सुविमलमथ +सुविमले +सुविमुक्तचित्तः +सुविमुचा +सुविरक्तपद्धतिः +सुविराजमानम् +सुविरिक्तं +सुविरूढमूलं +सुविरूढमूलम् +सुविवृतं +सुविशदं +सुविशुद्ध +सुविशुद्धं +सुविशुद्धचक्षुः +सुविशुद्धेन +सुविशेषतः +सुविश्रुतम् +सुविषमे +सुविस्तरं +सुविस्तरः +सुविस्तरम् +सुविस्तराः +सुविस्तरात् +सुविस्तराम् +सुविस्तरे +सुविस्तीर्ण +सुविस्तीर्णं +सुविस्तीर्णा +सुविस्तीर्णां +सुविस्तीर्णे +सुविस्तृतं +सुविस्तृतम् +सुविस्तृता +सुविस्तृताः +सुविस्तृते +सुविस्मितः +सुविस्मिता +सुविस्मिताः +सुविस्मितो +सुविस्वरम् +सुविहित +सुविहितं +सुविहितः +सुविहिता +सुविहितो +सुविह्वला +सुविह्वलाः +सुवि॑प्रः +सुवि॒तं +सुवि॒ता +सुवि॒ताय॑ +सुवि॒ताय॒ +सुवी +सुवीर +सुवीरं +सुवीरः +सुवीरतायै +सुवीरम् +सुवीरश्च +सुवीरस्य +सुवीरा +सुवीरां +सुवीराः +सुवीरान् +सुवीराय +सुवीरासः +सुवीरासो +सुवीरिणः +सुवीरेण +सुवीरो +सुवीर्य +सुवीर्यं +सुवीर्यः +सुवीर्यमिति +सुवीर्यम् +सुवीर्यवान् +सुवीर्यस्य +सुवीर्या +सुवीर्याय +सुवीर्यायेति +सुवीर्ये +सुवीर्य्यम् +सुवीर्य्याय +सुवीर्यꣳ +सुवृक्ति +सुवृक्तिं +सुवृक्तिः +सुवृक्तिभिः +सुवृक्तिम् +सुवृक्तिऽभिः +सुवृक्षेण +सुवृजनासु +सुवृत +सुवृतं +सुवृतम् +सुवृता +सुवृत् +सुवृत्त +सुवृत्तं +सुवृत्तः +सुवृत्तकम् +सुवृत्तगीतानुगं +सुवृत्ततिलकम् +सुवृत्ततिलके +सुवृत्तम् +सुवृत्ता +सुवृत्तां +सुवृत्ताः +सुवृत्तानि +सुवृत्ताय +सुवृत्ताश्च +सुवृत्ते +सुवृत्तेन +सुवृत्तैः +सुवृत्तो +सुवृत्तौ +सुवृधं +सुवृधा +सुवृष्टिं +सुवृष्टिः +सुवृष्टिमभिनिर्दिशेत् +सुवृष्टिम् +सुवृष्टिश्च +सुवृष्ट्या +सुवृ॒क्ति +सुवृ॒क्तिं +सुवृ॒क्तिः +सुवृ॒क्तिम् +सुवे +सुवेगा +सुवेण +सुवेणुर्विमलोदका +सुवेति +सुवेदं +सुवेदम् +सुवेदाः +सुवेदेति +सुवेल +सुवेलं +सुवेलः +सुवेलस्य +सुवेलारोहणे +सुवेले +सुवेशं +सुवेशः +सुवेशा +सुवेषं +सुवेषः +सुवेषताम् +सुवेषश्च +सुवेषा +सुवेषां +सुवेषाः +सुवेषाश्च +सुवेषौ +सुवेष्टयेत् +सुवेष्टितम् +सुवै +सुवैष्णवम् +सुवो +सुवोर्जमिषं +सुवोर्जम् +सुवो॒ +सुव्य +सुव्यक्त +सुव्यक्तं +सुव्यक्तः +सुव्यक्तमेव +सुव्यक्तम् +सुव्यक्ता +सुव्यक्तो +सुव्यञ्जनं +सुव्यवस्था +सुव्यवस्थितं +सुव्यवस्थितः +सुव्यवस्थितम् +सुव्यवस्थिता +सुव्यवस्थितो +सुव्याहृतानि +सुव्रत +सुव्रतं +सुव्रतः +सुव्रतनाथः +सुव्रतम् +सुव्रतस्य +सुव्रता +सुव्रतां +सुव्रताः +सुव्रतानां +सुव्रतानामृतस्य +सुव्रतानाम् +सुव्रतान् +सुव्रताम् +सुव्रताय +सुव्रतायाः +सुव्रती +सुव्रते +सुव्रतेन +सुव्रतैः +सुव्रतो +सुव्र॒तो +सुव॑ते +सुव॑ते॒ +सुव॒र्गं +सुव॒र्गमे॒व +सुव॒र्गमे॒वैनं॑ +सुव॒र्गस्य॑ +सुव॒र्गाय॒ +सुव॒र्गो +सुव॒र्न +सुश +सुशंसः +सुशकं +सुशकः +सुशकत्वाद् +सुशकम् +सुशका +सुशब्द +सुशब्दं +सुशब्दः +सुशब्दता +सुशब्दस्य +सुशब्देन +सुशब्दो +सुशमि +सुशमी +सुशर्म +सुशर्मणः +सुशर्मणा +सुशर्मणो +सुशर्मन् +सुशर्मा +सुशर्माणं +सुशर्माणः +सुशर्माणमदितिं +सुशर्माणम् +सुशर्माणा +सुशर्मासि +सुशर्म्मा +सुशस्ति +सुशस्तिभिः +सुशस्तिभिर् +सुशस्तिऽभिः +सुशाकः +सुशान्तं +सुशासिता +सुशिक्षया +सुशिक्षा +सुशिक्षित +सुशिक्षितः +सुशिक्षितम् +सुशिक्षितया +सुशिक्षिता +सुशिक्षिताः +सुशिक्षितान् +सुशिक्षितैः +सुशिक्षितो +सुशिक्षितोऽपि +सुशिक्षितौ +सुशिक्ष्य +सुशिप्र +सुशिप्रः +सुशिप्रो +सुशिप्र॒ +सुशिल्पे +सुशिष्याय +सुशी +सुशीघ्रं +सुशीतं +सुशीतः +सुशीतम् +सुशीतल +सुशीतलं +सुशीतलः +सुशीतलत्वम् +सुशीतलम् +सुशीतला +सुशीतलाः +सुशीतलानि +सुशीतले +सुशीतलैः +सुशीता +सुशीते +सुशीतेन +सुशीतैः +सुशीतो +सुशीम +सुशील +सुशीलं +सुशीलः +सुशीलता +सुशीलतां +सुशीलताम् +सुशीलया +सुशीलश्च +सुशीलस्य +सुशीला +सुशीलां +सुशीलाः +सुशीलाञ्च +सुशीलान् +सुशीलाभगिनी +सुशीलाभगिन्याः +सुशीलाय +सुशीलाश्च +सुशीले +सुशीलो +सुशीलोऽपि +सुशु +सुशुक्वनिः +सुशुते +सुशुद्धं +सुशुभं +सुशुभां +सुशुभे +सुशुभेनापि +सुशुभ्रं +सुशुष्कं +सुशुष्काणां +सुशृतं +सुशृतां +सुशेव +सुशेवं +सुशेवः +सुशेवम् +सुशेवा +सुशेवाः +सुशेवाम् +सुशेवो +सुशेवौ +सुशो +सुशोधितम् +सुशोभं +सुशोभते +सुशोभनं +सुशोभनः +सुशोभनम् +सुशोभना +सुशोभनां +सुशोभनाः +सुशोभनान् +सुशोभनाम् +सुशोभने +सुशोभनैः +सुशोभनौ +सुशोभा +सुशोभां +सुशोभाढ्या +सुशोभित +सुशोभितं +सुशोभितः +सुशोभितम् +सुशोभिता +सुशोभितां +सुशोभिताः +सुशोभिताम् +सुशोभिते +सुश्च +सुश्चन्द्र +सुश्यामा +सुश्रद्धया +सुश्रव +सुश्रवः +सुश्रवसं +सुश्रवसः +सुश्रवसम् +सुश्रवसा +सुश्रवसे +सुश्रवस्तमः +सुश्रवस्या +सुश्रवा +सुश्रवाः +सुश्राव +सुश्राव्यं +सुश्रियं +सुश्रियः +सुश्रियौ +सुश्री +सुश्रीः +सुश्रीको +सुश्रु +सुश्रुत +सुश्रुतं +सुश्रुतः +सुश्रुतमुक्तवान् +सुश्रुतम् +सुश्रुतवचनात् +सुश्रुतवाक्यं +सुश्रुतवाक्ये +सुश्रुतश्च +सुश्रुतसंहिता +सुश्रुतसंहितायां +सुश्रुतसंहितायामुत्तरतन्त्रान्तर्गते +सुश्रुतसंहितायामुत्तरतन्त्रे +सुश्रुतस्तु +सुश्रुतस्तेषु +सुश्रुतस्य +सुश्रुतात् +सुश्रुताद्याः +सुश्रुताय +सुश्रुतीक्ते +सुश्रुते +सुश्रुतेन +सुश्रुतेनोक्तम् +सुश्रुतेऽपि +सुश्रुतेऽप्युक्तं +सुश्रुतेऽप्युक्तम् +सुश्रुतो +सुश्रुतोक्तं +सुश्रुतोक्तः +सुश्रुतोक्ता +सुश्रुतोक्ते +सुश्रुतौ +सुश्रुत्कर्णाभ्यां +सुश्रुव +सुश्रोणि +सुश्रोणी +सुश्रोणीं +सुश्रोण्यः +सुश्लक्ष्णं +सुश्लक्ष्णः +सुश्लक्ष्णा +सुश्लिष्ट +सुश्लिष्टं +सुश्लिष्टः +सुश्लिष्टौ +सुश्लोक +सुश्लोकेति +सुश्लोक्याय +सुश्वः +सुश्वेतं +सुश॒स्ति +सुश॒स्तिभि॑ः +सुष +सुषः +सुषखा +सुषणनानि +सुषणा +सुषदः +सुषदा +सुषदामासीद +सुषदाम् +सुषदासि +सुषन्धिः +सुषम +सुषमं +सुषमम् +सुषमया +सुषमा +सुषमां +सुषमाविषये +सुषमिद्धो +सुषमिधा +सुषम्ना +सुषवी +सुषहा +सुषा +सुषामा +सुषामादित्वात् +सुषामादिषु +सुषाम्णे +सुषारथिः +सुषार॒थिः +सुषाव +सुषा꣯वसो +सुषा꣯वसो꣯ममद्रा꣡इभा꣢इः +सुषि +सुषिः +सुषिक्तं +सुषिर +सुषिरं +सुषिरः +सुषिरमेव +सुषिरम् +सुषिरवाद्यम् +सुषिरस्य +सुषिरा +सुषिरां +सुषिराणि +सुषिरामिव +सुषिरे +सुषिरेण +सुषिरो +सुषिस्तत्स्थो +सुषीमः +सुषु +सुषुतं +सुषुतः +सुषुतस्य +सुषुते +सुषुपुः +सुषुप्त +सुषुप्तं +सुषुप्तः +सुषुप्तकम् +सुषुप्तकाले +सुषुप्तता +सुषुप्तमिति +सुषुप्तम् +सुषुप्तवत् +सुषुप्तश्च +सुषुप्तस्थः +सुषुप्तस्थान +सुषुप्तस्थानः +सुषुप्तस्थो +सुषुप्तस्य +सुषुप्ता +सुषुप्तादौ +सुषुप्तावपि +सुषुप्तावस्थया +सुषुप्तावस्था +सुषुप्तावस्थायां +सुषुप्ताविव +सुषुप्ति +सुषुप्तिं +सुषुप्तिः +सुषुप्तिका +सुषुप्तिकाले +सुषुप्तिदशायां +सुषुप्तिपदनामिकाम् +सुषुप्तिप्राकाले +सुषुप्तिरिति +सुषुप्तिश्च +सुषुप्तिसमये +सुषुप्तिस्थानत्वं +सुषुप्तिस्थानम् +सुषुप्ते +सुषुप्तेः +सुषुप्तेऽपि +सुषुप्तो +सुषुप्तोत्थितस्य +सुषुप्तौ +सुषुप्त्यवस्था +सुषुप्त्यवस्थायां +सुषुप्त्यादिषु +सुषुप्त्यादौ +सुषुप्त्युत्क्रान्त्योर्भेदेन +सुषुप्था +सुषुप्थाः +सुषुप्सति +सुषुप्सया +सुषुम +सुषुमा +सुषुम्ण +सुषुम्णः +सुषुम्णया +सुषुम्णा +सुषुम्णां +सुषुम्णाकाण्डस्य +सुषुम्णाया +सुषुम्णायां +सुषुम्नः +सुषुम्नया +सुषुम्ना +सुषुम्नां +सुषुम्नाख्या +सुषुम्नान्तर्गतं +सुषुम्नाया +सुषुम्नायां +सुषुम्नायाः +सुषुम्नायै +सुषुम्नावर्त्मना +सुषुम्नेति +सुषुम्नैव +सुषुम्यगा +सुषुवाणः +सुषुवाणस्य +सुषुवाते +सुषुविरे +सुषुविवहे +सुषुविषे +सुषुवुः +सुषुवे +सुषु॑तं॒ +सुषु॑तस्य +सुषु॑तस्य॒ +सुषूदः +सुषूदत +सुषूदति +सुषूदत् +सुषूदिम +सुषूमा +सुषे +सुषेचनम् +सुषेण +सुषेणं +सुषेणः +सुषेणश् +सुषेणश्च +सुषेणस्तु +सुषेणस्य +सुषेणा +सुषेणिका +सुषेणेन +सुषेणो +सुषोमया +सुषोमा +सुष्ट +सुष्टरीम +सुष्टरीमा +सुष्टु +सुष्टुत +सुष्टुतः +सुष्टुतयः +सुष्टुतयो +सुष्टुता +सुष्टुताः +सुष्टुतिं +सुष्टुतिः +सुष्टुतिम् +सुष्टुती +सुष्टुतीरुप +सुष्टुतैतु +सुष्टुत्या +सुष्टुभः +सुष्टुभा +सुष्टु॑तः +सुष्टु॑ताः +सुष्टु॒तिं +सुष्टु॒तिम् +सुष्टु॒ती +सुष्टु॒तीरुप॑ +सुष्ठ +सुष्ठं +सुष्ठामा +सुष्ठु +सुष्ठुतमां +सुष्ठुतया +सुष्ठूक्तं +सुष्ठूक्तम् +सुष्वप्न्यात् +सुष्वयन्ती +सुष्वये +सुष्वाणः +सुष्वाणास +सुष्वाणासः +सुष्वाणासो +सुष्वाणो +सुष्वाप +सुष्वापयिषति +सुस +सुसं +सुसंकाशा +सुसंक्रुद्धं +सुसंक्रुद्धः +सुसंक्रुद्धा +सुसंक्रुद्धो +सुसंगता +सुसंतुष्टः +सुसंत्रस्ता +सुसंदृक् +सुसंदृशं +सुसंदृशः +सुसंदृशम् +सुसंदृशा +सुसंनद्धा +सुसंपन्नं +सुसंपन्नमिति +सुसंपूज्य +सुसंपूर्णं +सुसंपूर्णः +सुसंपूर्णा +सुसंप्राप्य +सुसंबद्धौ +सुसंभृता +सुसंभृतेति +सुसंमतः +सुसंमतम् +सुसंयतं +सुसंयतः +सुसंयतम् +सुसंयता +सुसंयताः +सुसंयतैः +सुसंयुक्तं +सुसंयुतम् +सुसंयोज्य +सुसंरक्ष्य +सुसंरब्धं +सुसंरब्धः +सुसंरब्धा +सुसंरब्धाः +सुसंरब्धो +सुसंरब्धौ +सुसंवरम् +सुसंवरे +सुसंवादं +सुसंवादः +सुसंवादस्य +सुसंवादेन +सुसंवादो +सुसंवीतं +सुसंवृतं +सुसंवृतः +सुसंवृतम् +सुसंवृता +सुसंवृताः +सुसंवृतैः +सुसंशितः +सुसंस्कृत +सुसंस्कृतं +सुसंस्कृतः +सुसंस्कृतकृताभिधः +सुसंस्कृतम् +सुसंस्कृता +सुसंस्कृतां +सुसंस्कृताः +सुसंस्कृतानि +सुसंस्कृतान् +सुसंस्कृताम् +सुसंस्कृते +सुसंस्कृतेन +सुसंस्कृतैः +सुसंस्कृतो +सुसंस्कृत्य +सुसंस्थाप्य +सुसंस्थितं +सुसंस्थितः +सुसंस्थितम् +सुसंस्थिता +सुसंस्थिताः +सुसंस्थितैः +सुसंस्थितौ +सुसंहतः +सुसंहता +सुसंहताः +सुसंहतौ +सुसंहितपदं +सुसंहितम् +सुसंहृष्टः +सुसंहृष्टा +सुसंहृष्टो +सुसक्थः +सुसखा +सुसखायः +सुसङ्क्रुद्धः +सुसङ्क्रुद्धा +सुसङ्क्रुद्धो +सुसङ्गतं +सुसङ्गतम् +सुसङ्गता +सुसज्जित +सुसज्जितः +सुसञ्चरः +सुसत्कृतः +सुसत्कृतम् +सुसत्कृताः +सुसत्कृत्य +सुसत्वं +सुसदृशं +सुसदृशः +सुसदृशी +सुसद्भिः +सुसन्तुष्टा +सुसन्तुष्टो +सुसन्धि +सुसन्धिः +सुसन्धिभिः +सुसन्नद्धाः +सुसन्न्यसेत् +सुसन्न्यस्य +सुसभेयः +सुसमं +सुसमः +सुसमा +सुसमां +सुसमाहित +सुसमाहितं +सुसमाहितः +सुसमाहितम् +सुसमाहिता +सुसमाहिताः +सुसमाहिते +सुसमाहितैः +सुसमाहितो +सुसमाहितौ +सुसमिद्धं +सुसमिद्धः +सुसमिद्धा +सुसमिद्धाय +सुसमिद्धे +सुसमिद्धो +सुसमुद्गिकयानया +सुसमृद्धं +सुसमृद्धेनावरुन्द्धे +सुसमे +सुसमैः +सुसमो +सुसमौ +सुसम्पदः +सुसम्पन्नं +सुसम्पन्नः +सुसम्पन्ना +सुसम्पन्नो +सुसम्पूर्णं +सुसम्भृता +सुसम्मतः +सुसम्मतम् +सुसर्वार्धाज्जनपदस्य +सुसस्या +सुसस्याः +सुसस्याया +सुसहायेन +सुसहासति +सुसाधकः +सुसाधनम् +सुसाधयेत् +सुसाधवः +सुसाधितम् +सुसाधु +सुसाध्यं +सुसाध्यः +सुसाध्या +सुसाध्यो +सुसारथिः +सुसाव +सुसाहितीं +सुसिक्तं +सुसिक्तम् +सुसितं +सुसितेन +सुसिद्धं +सुसिद्धः +सुसिद्धा +सुसिद्धाः +सुसिद्धानां +सुसिद्धार्था +सुसिद्धिदः +सुसिद्धिदम् +सुसिद्धे +सुसिद्धो +सुसीम +सुसीमं +सुसीमः +सुसीमा +सुसीमे +सुसीमेऽहं +सुसुखं +सुसुखः +सुसुखम् +सुसुखा +सुसुखाः +सुसुखानि +सुसुखी +सुसुखे +सुसुखो +सुसुतः +सुसुन्दरम् +सुसुम +सुसूक्ष्म +सुसूक्ष्मं +सुसूक्ष्मः +सुसूक्ष्मजटकेशेन +सुसूक्ष्ममपि +सुसूक्ष्मम् +सुसूक्ष्मा +सुसूक्ष्माणि +सुसूक्ष्मे +सुसूक्ष्मेण +सुसूक्ष्मो +सुसूक्ष्मोऽपि +सुसूत्रीकरण +सुसूधागृधिभ्यः +सुसेवितं +सुसेवितः +सुसेवितम् +सुसेवितोऽपि +सुस् +सुस्तके +सुस्तना +सुस्तनी +सुस्तुतं +सुस्तुतम् +सुस्त्री +सुस्त्रीणां +सुस्थ +सुस्थं +सुस्थः +सुस्थमानसः +सुस्थमिति +सुस्थम् +सुस्थले +सुस्था +सुस्थाः +सुस्थाने +सुस्थित +सुस्थितं +सुस्थितः +सुस्थितम् +सुस्थिता +सुस्थितां +सुस्थिताः +सुस्थितिं +सुस्थिते +सुस्थितो +सुस्थितौ +सुस्थिर +सुस्थिरं +सुस्थिरः +सुस्थिरतां +सुस्थिरम् +सुस्थिरा +सुस्थिरां +सुस्थिराः +सुस्थिरे +सुस्थिरो +सुस्थे +सुस्थो +सुस्नातं +सुस्नातः +सुस्नाता +सुस्नातां +सुस्नाताः +सुस्नातादिभ्यः +सुस्नातानां +सुस्नातो +सुस्नात्वा +सुस्निग्ध +सुस्निग्धं +सुस्निग्धः +सुस्निग्धत्वम् +सुस्निग्धा +सुस्निग्धां +सुस्निग्धाः +सुस्निग्धे +सुस्निग्धैः +सुस्निग्धो +सुस्नुषे +सुस्नेहं +सुस्पष्ट +सुस्पष्टं +सुस्पष्टः +सुस्पष्टतया +सुस्पष्टमिदं +सुस्पष्टमेव +सुस्पष्टम् +सुस्पष्टा +सुस्पष्टो +सुस्फुटम् +सुस्मितं +सुस्मिता +सुस्मितां +सुस्मिते +सुस्मूर्षते +सुस्मूर्षया +सुस्यूषति +सुस्रजम् +सुस्रसःऽ +सुस्राव +सुस्रावयिषति +सुस्रुव +सुस्रुवुः +सुस्रोच्चमसो +सुस्रोत् +सुस्वं +सुस्वप्नं +सुस्वप्नः +सुस्वप्नो +सुस्वर +सुस्वरं +सुस्वरः +सुस्वरम् +सुस्वरा +सुस्वरेण +सुस्वरो +सुस्वा +सुस्वागतं +सुस्वागतम् +सुस्वादा +सुस्वादु +सुस्वादूनि +सुस्वानः +सुस्विन्नं +सुस्वूर्षति +सुस्सलः +सुस्सलदेवस्य +सुस्सलभूपतेः +सुस्सलो +सुह +सुहं +सुहअ +सुहअस्स +सुहत् +सुहन्तु +सुहयः +सुहरिततृणसोमेभ्यः +सुहर्षिता +सुहर्षिताः +सुहव +सुहवं +सुहवः +सुहवमग्ने +सुहवम् +सुहवस्य +सुहवा +सुहवां +सुहवाः +सुहवानि +सुहवा॒ +सुहविः +सुहवेह +सुहवो +सुहवौ +सुहवꣳ +सुहस्त +सुहस्तः +सुहस्तश्च +सुहस्ता +सुहस्ताः +सुहस्तो +सुहस्त्य +सुहस्त्यः +सुहस्त्या +सुहस्त्याः +सुहस्त्ये +सुहा +सुहाई +सुहाए +सुहार्दः +सुहावनि +सुहित +सुहितं +सुहितः +सुहितस्य +सुहिता +सुहितार्थयोगे +सुहिते +सुहितो +सुहितौ +सुहिन्सु +सुहिरण्यः +सुहिरण्ये +सुहिरण्यो +सुहुत +सुहुतं +सुहुतमस्तु +सुहुतमेतद्धविर्भवतु +सुहुतम् +सुहुतहुते +सुहुता +सुहुताः +सुहुते +सुहुतो +सुहूः +सुहूयताम् +सुहूयते +सुहृ +सुहृच्च +सुहृज्जनं +सुहृज्जनः +सुहृज्जनम् +सुहृज्जनस्य +सुहृज्जनाः +सुहृज्जनान् +सुहृज्जने +सुहृज्जनेन +सुहृज्जनैः +सुहृत +सुहृतं +सुहृत् +सुहृत्तथा +सुहृत्तमः +सुहृत्तमम् +सुहृत्तया +सुहृत्तस्य +सुहृत्त्यागं +सुहृत्त्यागो +सुहृत्त्वं +सुहृत्त्वेन +सुहृत्प्राप्तिः +सुहृत्प्रियः +सुहृत्सखा +सुहृत्सताम् +सुहृत्सु +सुहृद +सुहृदं +सुहृदः +सुहृदनुग्रहः +सुहृदपि +सुहृदम् +सुहृदय +सुहृदयं +सुहृदयः +सुहृदयस्य +सुहृदयेन +सुहृदश्च +सुहृदश्चापि +सुहृदश्चैव +सुहृदस्तथा +सुहृदस्तस्य +सुहृदस्ते +सुहृदा +सुहृदां +सुहृदादयः +सुहृदादिषु +सुहृदामपि +सुहृदामभ्युपेतार्थकृत्याः +सुहृदाम् +सुहृदास्थितायां +सुहृदि +सुहृदिति +सुहृदिव +सुहृदीव +सुहृदे +सुहृदेव +सुहृदो +सुहृदोः +सुहृदोऽपि +सुहृदौ +सुहृद् +सुहृद्गणैः +सुहृद्गतिः +सुहृद्दुर्हृदौ +सुहृद्धर्मो +सुहृद्बधः +सुहृद्बन्धुसकुल्यस्य +सुहृद्भावेन +सुहृद्भावो +सुहृद्भि +सुहृद्भिः +सुहृद्भिरीरितम् +सुहृद्भिश्च +सुहृद्भूत्वा +सुहृद्भे +सुहृद्भेदः +सुहृद्भेदो +सुहृद्यानि +सुहृद्युतः +सुहृद्वः +सुहृद्वधः +सुहृद्वृतः +सुहृद्‌वृतः +सुहृन् +सुहृन्न +सुहृन्मम +सुहृन्मित्रं +सुहृन्मित्रम् +सुहृन्मित्रार्युदासीनमध्यस्थद्वेष्यबन्धुषु +सुहृन्मे +सुहृष्टम् +सुहो +सुहोतव्यं +सुहोता +सुहोत्र +सुहोत्रं +सुहोत्रः +सुहोत्रश्च +सुहोत्रस्य +सुहोत्रस्यापि +सुहोत्रो +सुह्माः +सुह्यति +सुऽअग्नयः +सुऽअध्वरः +सुऽअध्वरम् +सुऽअपत्यस्य +सुऽअपसः +सुऽअपस्यया +सुऽअपाः +सुऽअश्वः +सुऽअश्व्यम् +सुऽआधीः +सुऽआध्यः +सुऽआयुधः +सुऽआहुतः +सुऽआ॑हुतः +सुऽउक्ताय +सुऽउक्तैः +सुऽऊतयः +सुऽकृतः +सुऽकृतम् +सुऽकृतस्य +सुऽकृता +सुऽकृताम् +सुऽकृते +सुऽकृत्यया +सुऽकृ॑तम् +सुऽकृ॑ता +सुऽक्रतुः +सुऽक्रतुम् +सुऽक्रतू +सुऽक्रतो +सुऽक्षत्र +सुऽक्षितिम् +सुऽखम् +सुऽगम् +सुऽगा +सुऽगेभिः +सुऽगोपाः +सुऽचेतुना +सुऽजात +सुऽजातः +सुऽजातम् +सुऽजाते +सुऽजा॑तः +सुऽजा॑ते +सुऽजिह्व +सुऽत्रामा +सुऽदक्षः +सुऽदक्षम् +सुऽदानवः +सुऽदानवे +सुऽदानुः +सुऽदानू +सुऽदासम् +सुऽदासे +सुऽदुघा +सुऽदुघाः +सुऽदुघाम् +सुऽधितः +सुऽधितम् +सुऽधि॑तः +सुऽधि॑तम् +सुऽधि॑ता +सुऽधि॑तानि +सुऽपथा +सुऽपर्णः +सुऽपर्णम् +सुऽपर्णाः +सुऽपेशसः +सुऽपेशसम् +सुऽपेशसा +सुऽभग +सुऽभगः +सुऽभगा +सुऽभगाम् +सुऽभगे +सुऽभ्वः +सुऽमङ्गलः +सुऽमतिः +सुऽमतिम् +सुऽमतीनाम् +सुऽमतौ +सुऽमत् +सुऽमनसः +सुऽमनाः +सुऽमित्रः +सुऽमृळीकः +सुऽमेके +सुऽमेधसः +सुऽमेधाः +सुऽम॑खाय +सुऽयुजः +सुऽयुजा +सुऽरातयः +सुऽवर्चाः +सुऽवासाः +सुऽविदत्रान् +सुऽवीरः +सुऽवीरम् +सुऽवीराः +सुऽवीरासः +सुऽवीर्यम् +सुऽवीर्यस्य +सुऽवृक्ति +सुऽवृक्तिम् +सुऽवृतम् +सुऽवृता +सुऽशिप्र +सुऽशिप्रः +सुऽशेवः +सुऽसुतस्य +सुऽसु॑तस्य +सुऽस्तुतः +सुऽस्तुतिः +सुऽस्तुतिम् +सुऽस्तुती +सुऽस्तु॑तः +सुऽहवः +सुऽहवम् +सुऽहवा +सुऽहस्ताः +सु॑कृ॒तस्य॑ +सु॑कृ॒तस्य॒ +सु॑क्षत्र +सु॑क्षि॒तिं +सु॑गो॒पा +सु॑गो॒पात॑मो॒ +सु॑दानवः +सु॑दानव॒ +सु॑न्व॒तः +सु॑न्व॒ते +सु॑प॒र्ण +सु॑प॒र्णं +सु॑प॒र्णः +सु॑प॒र्णा +सु॑प॒र्णो +सु॑प॒र्णोऽव॑ +सु॑भगे॒ +सु॑मन॒स्यमा॑नाः +सु॑मेधसः +सु॑मे॒धा +सु॑मे॒धाः +सु॑म॒तिं +सु॑म॒तौ +सु॑रु॒क्मे +सु॑व +सु॑वतु॒ +सु॑वा॒नः +सु॑वा॒नास॒ +सु॑वा॒नो +सु॑वि॒ताय॑ +सु॑वृ॒क्तिं +सु॑वृ॒जना॑सु +सु॑व॒ +सु॑व॒र्गं +सु॑व॒र्गे +सु॑व॒र्गो +सु॑शि॒प्रो +सु॑श्चन्द्र +सु॑षूदति +सु॑ष्टु॒तिं +सु॑ष्टु॒ती +सु॒कर्म॑ऽभिः +सु॒कृतं॑ +सु॒कृतः॑ +सु॒कृतां॑ +सु॒कृतां॒ +सु॒कृता॑मु +सु॒कृते॑ +सु॒कृते॒ +सु॒कृतो॑ +सु॒कृतो॒ +सु॒कृत्त॑रः +सु॒कृत॑ः +सु॒कृ॒ता +सु॒क्रतुं॑ +सु॒क्रतुः॑ +सु॒क्रतु॑ +सु॒क्रतु॑ः +सु॒क्रतु॑म् +सु॒क्रतू॑ +सु॒क्र॒तो॒ +सु॒खं +सु॒खत॑मे॒ +सु॒खऽत॑मे +सु॒खो +सु॒गं +सु॒गव्यं॑ +सु॒गा +सु॒गेभि॑ररे॒णुभि॒र्जेह॑मानं +सु॒गेभी॒ +सु॒जनि॑मा +सु॒ज्योति॒र्ज्योति॑षा॒ +सु॒त +सु॒तं +सु॒तः +सु॒तमा +सु॒तम् +सु॒तरा॑ +सु॒तसो॑मा +सु॒तसो॑मो +सु॒तस्य॑ +सु॒तस्य॒ +सु॒तऽव॑तः +सु॒तऽव॑न्तः +सु॒तऽसो॑मः +सु॒तऽसो॑माः +सु॒ता +सु॒ताँ +सु॒ताः +सु॒तानां॑ +सु॒ताना॑म् +सु॒तान् +सु॒ताव॑तः +सु॒ताव॑न्तो +सु॒तासः॑ +सु॒तासो॑ +सु॒तासो॒ +सु॒तास॑ +सु॒तास॑ः +सु॒तास॒ +सु॒ते +सु॒तेभिः॑ +सु॒तेषु॑ +सु॒तेषु॒ +सु॒तेसु॑ते॒ +सु॒तो +सु॒त्रामा॑ +सु॒त्रामा॑णं +सु॒त्रामा॒ +सु॒त्राम्णे॑ +सु॒त्राम्ण॑ +सु॒त॒ऽपाः +सु॒दक्षो॑ +सु॒दक्ष॑म् +सु॒दत्रो॒ +सु॒दान॑वः +सु॒दान॑वे +सु॒दान॑वो॒ +सु॒दान॑व॒ +सु॒दासे॑ +सु॒दास॑ +सु॒दा॒नू॒ +सु॒दिना॑ +सु॒दिने॒ +सु॒दुघा॑ +सु॒दुघा॑मिव +सु॒दुघा॒ +सु॒दुघे॒ +सु॒दृशी॑को +सु॒धायां॑ +सु॒धुरा॒ +सु॒नु +सु॒नोता॒ +सु॒नोति॑ +सु॒नोति॒ +सु॒न्वन्ति॑ +सु॒न्वन्ति॒ +सु॒न्व॒तः +सु॒न्व॒ते +सु॒पथा॑ +सु॒पेश॑सं॒ +सु॒पेश॑सः +सु॒पेश॑सा +सु॒पेश॑सा॒ +सु॒पोष॒ +सु॒प्रणी॑तिम् +सु॒प्रणी॑ती +सु॒प्रती॑कः +सु॒प्रती॑कम् +सु॒प्रती॑कस्य +सु॒प्रती॑का +सु॒प्रती॑के॒ +सु॒प्रती॑को +सु॒प॒र्णं +सु॒प॒र्णा +सु॒प॒र्णो +सु॒प॒र्णो॒ऽसि +सु॒भगां॑ +सु॒भगा॑ +सु॒भगा॒ +सु॒भगे॑ +सु॒भगो॒ +सु॒भग॑स्य +सु॒भग॒ः +सु॒मना॑ +सु॒मना॒ +सु॒मन्म॑भिः +सु॒मन॑सः +सु॒मारु॑तं॒ +सु॒मि॒त्रि॒या +सु॒मृ॒डी॒का +सु॒मेके॑ +सु॒मेके॒ +सु॒म्नं +सु॒म्नमादि॑त्यासो॒ +सु॒म्नमि॒ष्टये॑ +सु॒म्नमी॑महे +सु॒म्नम् +सु॒म्नम॒स्मे +सु॒म्ना +सु॒म्नाय॑ +सु॒म्नाय॒ +सु॒म्ने +सु॒म्नैः +सु॒म॒तिऽभिः॑ +सु॒यजा॑ +सु॒यमा॒ +सु॒यम॒मा +सु॒युजः॒ +सु॒युजा॒ +सु॒युजो॒ +सु॒रणा॒ +सु॒रत्ना॑सो +सु॒रथा॑ +सु॒राध॑सः +सु॒राम॑मश्विना॒ +सु॒रुचो॑ +सु॒रुचो॒ +सु॒रु॒क्मे +सु॒रेत॑सं +सु॒र॒भि +सु॒र॒भिम् +सु॒वर्चाः॑ +सु॒वर्चा॑ः +सु॒वर्णा॑ +सु॒वर्णा॒स्तास्त॒ +सु॒वाचा॒ +सु॒वाति॑ +सु॒वासा॑ +सु॒वासा॑ः +सु॒वा॒नः +सु॒वा॒ना +सु॒वा॒नाः +सु॒वा॒नासः॑ +सु॒वा॒नो +सु॒वि॒तः +सु॒वि॒तम् +सु॒वि॒तस्य॑ +सु॒वि॒ताय॑ +सु॒वीर +सु॒वीरं॑ +सु॒वीरं॒ +सु॒वीरः॑ +सु॒वीराः +सु॒वीराः॑ +सु॒वीरा॑ +सु॒वीरा॑ः +सु॒वीरा॑सो +सु॒वीरा॒ +सु॒वीरोऽवी॑रहा॒ +सु॒वीरो॑ +सु॒वीर्य +सु॒वीर्यं॑ +सु॒वीर्यं॒ +सु॒वीर्या॑य +सु॒वीर्य॑म् +सु॒वीर्य॑स्य +सु॒वीर्य॑स्य॒ +सु॒वीर॑ +सु॒वीर॑ः +सु॒वीर॑म् +सु॒वृतं॑ +सु॒वृता॒ +सु॒वृद्रथो॑ +सु॒वृ॒क्तिऽभिः॑ +सु॒वोर्ज॒मिषं॑ +सु॒व॒ +सु॒व॒तु॒ +सु॒व॒र्गं +सु॒व॒र्गमे॒व +सु॒व॒र्गस्य॑ +सु॒व॒र्गाय॒ +सु॒शमि॑ +सु॒शि॒ल्पे +सु॒शेवः॑ +सु॒शेवा॑ +सु॒शेवा॒ +सु॒शेवो॑ +सु॒शेवो॒ +सु॒शेव॑ +सु॒शेव॑ः +सु॒शेव॑म् +सु॒श्रवः॑ऽतमः +सु॒श्रव॑सं॒ +सु॒श्रव॑स्तमः +सु॒श॒स्तिऽभिः॑ +सु॒षदा॑ +सु॒षदा॒ +सु॒षाव॑ +सु॒षाव॒ +सु॒ष्टुभा॒ +सु॒ष्वय॑न्ती +सु॒सं॒दृशं॑ +सु॒स्वा॒नः +सु॒हन्तु॑ +सु॒हवं॑ +सु॒हवं॒ +सु॒हवा॑ +सु॒हवा॒ +सु॒हवे॒ह +सु॒हवो॑ +सु॒हस्ता॑ +सु॒ऽअपाः॑ +सु॒ऽअप॑सः +सु॒ऽअश्वः॑ +सु॒ऽअश्व्य॑म् +सु॒ऽअ॒ग्नयः॑ +सु॒ऽअ॒ध्व॒रः +सु॒ऽअ॒ध्व॒रम् +सु॒ऽअ॒प॒त्यस्य॑ +सु॒ऽअ॒प॒स्यया॑ +सु॒ऽआ॒धीः +सु॒ऽआ॒ध्यः॑ +सु॒ऽआ॒यु॒धः +सु॒ऽउ॒क्ताय॑ +सु॒ऽउ॒क्तैः +सु॒ऽऊ॒तयः॑ +सु॒ऽकृतः॑ +सु॒ऽकृते॑ +सु॒ऽकृत॑म् +सु॒ऽकृ॒तस्य॑ +सु॒ऽकृ॒त्यया॑ +सु॒ऽक्रतुः॑ +सु॒ऽक्रतु॑म् +सु॒ऽक्षि॒तिम् +सु॒ऽक्ष॒त्र॒ +सु॒ऽखम् +सु॒ऽगम् +सु॒ऽगा +सु॒ऽगेभिः॑ +सु॒ऽगो॒पाः +सु॒ऽचे॒तुना॑ +सु॒ऽजा॒त॒ +सु॒ऽत्रामा॑ +सु॒ऽदंसाः॑ +सु॒ऽदंस॑सा +सु॒ऽदक्षः॑ +सु॒ऽदक्ष॑म् +सु॒ऽदानुः॑ +सु॒ऽदान॑वः +सु॒ऽदान॑वे +सु॒ऽदासे॑ +सु॒ऽदास॑म् +सु॒ऽदा॒न॒वः॒ +सु॒ऽदुघाः॑ +सु॒ऽदुघा॑ +सु॒ऽदुघा॑म् +सु॒ऽदे॒वः +सु॒ऽद॒क्ष॒ +सु॒ऽध्यः॑ +सु॒ऽनी॒थः +सु॒ऽपथा॑ +सु॒ऽपा॒रः +सु॒ऽपेश॑सः +सु॒ऽपेश॑सम् +सु॒ऽपेश॑सा +सु॒ऽप्र॒वा॒च॒नम् +सु॒ऽप॒र्णः +सु॒ऽप॒र्णम् +सु॒ऽप॒र्णा +सु॒ऽप॒र्णाः +सु॒ऽभगः॑ +सु॒ऽभगा॑ +सु॒ऽभगा॑म् +सु॒ऽभ्वः॑ +सु॒ऽभ॒गे॒ +सु॒ऽभ॒ग॒ +सु॒ऽमत् +सु॒ऽमनाः॑ +सु॒ऽमन॑सः +सु॒ऽमि॒त्रः +सु॒ऽमृ॒ळी॒कः +सु॒ऽमेके॑ +सु॒ऽमे॒धाः +सु॒ऽमे॒ध॒सः॒ +सु॒ऽम॒तिः +सु॒ऽम॒तिम् +सु॒ऽम॒ती॒नाम् +सु॒ऽम॒तौ +सु॒ऽम॒त्या +सु॒ऽयुजः॑ +सु॒ऽयुजा॑ +सु॒ऽरथा॑ +सु॒ऽराधाः॑ +सु॒ऽराध॑सः +सु॒ऽरा॒तयः॑ +सु॒ऽरुचः॑ +सु॒ऽवर्चाः॑ +सु॒ऽवासाः॑ +सु॒ऽवीरः॑ +सु॒ऽवीराः॑ +सु॒ऽवीरा॑सः +सु॒ऽवीर्य॑म् +सु॒ऽवीर्य॑स्य +सु॒ऽवीर॑म् +सु॒ऽवृता॑ +सु॒ऽवृत् +सु॒ऽवृत॑म् +सु॒ऽवृ॒क्ति +सु॒ऽवृ॒क्तिम् +सु॒ऽशि॒प्र॒ +सु॒ऽशेवः॑ +सु॒ऽश्रव॑सम् +सु॒ऽसहा॑ +सु॒ऽस्तु॒तिः +सु॒ऽस्तु॒तिम् +सु॒ऽस्तु॒ती +सु॒ऽहवः॑ +सु॒ऽहवा॑ +सु॒ऽहव॑म् +सु॒ऽहस्ताः॑ +सु॒ऽह॒वा॒ +सु꣢ +सु꣢षा꣡꣯व꣢सो꣡꣯म꣢म꣡द्रिभिः꣢ +सु꣢षा꣯वसो꣯ +सु꣣ +सु꣣तं꣡ +सु꣣तः꣡ +सु꣣तः꣢ +सु꣣ता꣢ +सु꣣ते꣡ +सु꣣ते꣡षु꣢ +सु꣣ते꣢ +सु꣣त꣡स्य꣢ +सु꣣त꣡ꣳ +सु꣣त꣢म् +सु꣣वी꣡र्य꣢म् +सू +सूं +सूः +सूई +सूएदि +सूक +सूकर +सूकरं +सूकरः +सूकरम् +सूकरयोनिं +सूकरस्य +सूकरा +सूकराः +सूकराणां +सूकरिका +सूकरी +सूकरीं +सूकरे +सूकरेण +सूकरो +सूकरोऽपि +सूक् +सूक्त +सूक्तं +सूक्तः +सूक्तञ्च +सूक्तद्वयं +सूक्तद्वयेन +सूक्तन्तु +सूक्तप्रतिपद +सूक्तप्रतिपदः +सूक्तभेदे +सूक्तम +सूक्तमागस्त्यं +सूक्तमाङ्गिरसस्य +सूक्तमाज्यशस्त्रम् +सूक्तमात्रेयस्य +सूक्तमानुष्टुभं +सूक्तमानुष्टुभम् +सूक्तमाप्त्यस्य +सूक्तमावापार्थम् +सूक्तमिति +सूक्तमिदं +सूक्तमुखीया +सूक्तमुखीये +सूक्तमुच्चरन् +सूक्तमुच्चार्य +सूक्तमुच्यते +सूक्तमेकादशो +सूक्तमेव +सूक्तमैन्द्रम् +सूक्तम् +सूक्तय +सूक्तयः +सूक्तयोः +सूक्तवाक +सूक्तवाकं +सूक्तवाकः +सूक्तवाकप्रैषः +सूक्तवाकमुत +सूक्तवाकम् +सूक्तवाकश्च +सूक्तवाकस्य +सूक्तवाकस्याऽऽशीष्षु +सूक्तवाकाय +सूक्तवाके +सूक्तवाकेन +सूक्तवाको +सूक्तविनियोगः +सूक्तविनियोगो +सूक्तशेषं +सूक्तशेषम् +सूक्तशेषेण +सूक्तसाम्नोः +सूक्तस्य +सूक्तस्याङ्गिरसः +सूक्ता +सूक्ताः +सूक्तात् +सूक्तादौ +सूक्तानां +सूक्तानाम् +सूक्तानि +सूक्तान्ते +सूक्तान्याम्नातानि +सूक्तान्य् +सूक्ताभ्यां +सूक्ताभ्यामाज्यं +सूक्ताभ्याम् +सूक्ताय +सूक्तार्थ +सूक्तावृत्तिः +सूक्ति +सूक्तिं +सूक्तिः +सूक्तिभिः +सूक्तिमुक्तावली +सूक्तिरत्नानां +सूक्तिरसं +सूक्तिषु +सूक्तिसंग्रहः +सूक्तिसङ्ग्रहः +सूक्तिसुधा +सूक्तीः +सूक्तीनां +सूक्ते +सूक्तेन +सूक्तेनाज्यं +सूक्तेनाभिमन्त्र्य +सूक्तेनाभिमृशति +सूक्तेनैव +सूक्तेनोदकमभिमन्त्र्य +सूक्तेनोदकमभिमन्त्र्याचामयति +सूक्तेनोदपात्रं +सूक्तेभिः +सूक्तेषु +सूक्तेऽस्मिन् +सूक्तैः +सूक्तैरन्वारब्धे +सूक्तैरवसिञ्चति +सूक्तैराप्लुत्य +सूक्तैर् +सूक्तैर्मैश्रधान्यस्य +सूक्तैश्च +सूक्तों +सूक्तोक्तौ +सूक्तौ +सूक्त्या +सूक्ष्म +सूक्ष्मं +सूक्ष्मः +सूक्ष्मकारणशरीरयोः +सूक्ष्मकेशरमारक्तं +सूक्ष्मगणितं +सूक्ष्मगथे +सूक्ष्मचक्रस्तु +सूक्ष्मचिन्तनं +सूक्ष्मचूर्णं +सूक्ष्मचूर्णानि +सूक्ष्मचूर्णितम् +सूक्ष्मचूर्णीकृतं +सूक्ष्मजीवाः +सूक्ष्मजीविनः +सूक्ष्मजीविनां +सूक्ष्मजीवीन् +सूक्ष्मञ्च +सूक्ष्मतः +सूक्ष्मतन्त्रे +सूक्ष्मतम +सूक्ष्मतमं +सूक्ष्मतमो +सूक्ष्मतया +सूक्ष्मतर +सूक्ष्मतरं +सूक्ष्मतरः +सूक्ष्मतरम् +सूक्ष्मतरा +सूक्ष्मतरो +सूक्ष्मता +सूक्ष्मतां +सूक्ष्मत्वं +सूक्ष्मत्वम् +सूक्ष्मत्वात् +सूक्ष्मत्वात्तदविज्ञेयं +सूक्ष्मत्वादिति +सूक्ष्मत्वान्न +सूक्ष्मत्वान्नोपलभ्यन्ते +सूक्ष्मत्वे +सूक्ष्मत्वेन +सूक्ष्मदर्शकेन +सूक्ष्मदर्शने +सूक्ष्मदर्शिनः +सूक्ष्मदर्शिभिः +सूक्ष्मदर्शी +सूक्ष्मदृक् +सूक्ष्मदृष्टया +सूक्ष्मदृष्ट्या +सूक्ष्मदेहं +सूक्ष्मदेहः +सूक्ष्मदेहे +सूक्ष्मदेहेन +सूक्ष्मद्वारं +सूक्ष्मधाराभिः +सूक्ष्मपत्त्रा +सूक्ष्मपत्रा +सूक्ष्मपरिधिः +सूक्ष्मपिष्टानि +सूक्ष्मफलं +सूक्ष्मफला +सूक्ष्मफलानयनसूत्रम् +सूक्ष्मबुद्धिभिः +सूक्ष्मभूतानि +सूक्ष्मभोगस्य +सूक्ष्ममतिभिः +सूक्ष्ममपि +सूक्ष्ममिति +सूक्ष्ममीक्षणीयम् +सूक्ष्ममुष्णं +सूक्ष्ममेव +सूक्ष्मम् +सूक्ष्मया +सूक्ष्मयोः +सूक्ष्मरीत्या +सूक्ष्मरूप +सूक्ष्मरूपं +सूक्ष्मरूपः +सूक्ष्मरूपतया +सूक्ष्मरूपम् +सूक्ष्मरूपा +सूक्ष्मरूपिणी +सूक्ष्मरूपेण +सूक्ष्मरूपो +सूक्ष्मलक्ष्यं +सूक्ष्मवदना +सूक्ष्मवपुषा +सूक्ष्मवल्ली +सूक्ष्मवस्त्रं +सूक्ष्मवस्त्रतराद्यर्थः +सूक्ष्मवस्त्राणि +सूक्ष्मवस्त्रे +सूक्ष्मवस्त्रेण +सूक्ष्मवस्त्रैः +सूक्ष्मवाससा +सूक्ष्मविषयत्वं +सूक्ष्मविषयस्य +सूक्ष्मविषया +सूक्ष्मव्यवहितविप्रकृष्टज्ञानम् +सूक्ष्मव्यवहितविप्रकृष्टस्य +सूक्ष्मशरीर +सूक्ष्मशरीरं +सूक्ष्मशरीरम् +सूक्ष्मशरीरस्य +सूक्ष्मशरीराणि +सूक्ष्मशरीरास्ते +सूक्ष्मशरीरे +सूक्ष्मशरीरेण +सूक्ष्मशास्त्रे +सूक्ष्मशिक्षणं +सूक्ष्मशिक्षणम् +सूक्ष्मश् +सूक्ष्मश्च +सूक्ष्मश्चैव +सूक्ष्मसङ्गो +सूक्ष्मसूक्ष्मतः +सूक्ष्मस्तु +सूक्ष्मस्थूलेन +सूक्ष्मस्य +सूक्ष्मा +सूक्ष्मां +सूक्ष्मांशे +सूक्ष्माः +सूक्ष्माक्षर +सूक्ष्माख्यं +सूक्ष्माख्या +सूक्ष्माङ्गं +सूक्ष्माच्च +सूक्ष्माणां +सूक्ष्माणि +सूक्ष्माणुजीविनः +सूक्ष्मातिसूक्ष्म +सूक्ष्मातिसूक्ष्मं +सूक्ष्मात् +सूक्ष्मात्मतया +सूक्ष्मात्मा +सूक्ष्मात्मानः +सूक्ष्मात्सूक्ष्मतरं +सूक्ष्मात्सूक्ष्मतरो +सूक्ष्मानर्थान् +सूक्ष्मान् +सूक्ष्मान्तर्दशाध्यायः +सूक्ष्माभ्यो +सूक्ष्माय +सूक्ष्मायै +सूक्ष्मार्थं +सूक्ष्मालंकारः +सूक्ष्मालङ्कारः +सूक्ष्मावस्था +सूक्ष्माशङ्का +सूक्ष्माशनम् +सूक्ष्माशने +सूक्ष्माश्च +सूक्ष्मासु +सूक्ष्मास्तु +सूक्ष्मास्ते +सूक्ष्मास्तेषां +सूक्ष्मे +सूक्ष्मेक्षिकया +सूक्ष्मेक्षिका +सूक्ष्मेण +सूक्ष्मेति +सूक्ष्मेभ्योऽपि +सूक्ष्मेषु +सूक्ष्मेऽपि +सूक्ष्मेऽर्थे +सूक्ष्मैः +सूक्ष्मैला +सूक्ष्मैलां 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+सूचितस्य +सूचिता +सूचितां +सूचिताः +सूचितानां +सूचितानि +सूचिते +सूचितेति +सूचितेन +सूचितेषु +सूचितो +सूचितौ +सूचिपत्रकः +सूचिभिः +सूचिभेद्यैस्तमोभिः +सूचिरिव +सूची +सूचीं +सूचीः +सूचीकटाहन्यायेन +सूचीछिद्रोपममुखीं +सूचीति +सूचीनां +सूचीपत्रम् +सूचीपत्रे +सूचीपत्रो +सूचीबद्धाः +सूचीभिः +सूचीभिरिव +सूचीमुख +सूचीमुखं +सूचीमुखः +सूचीमुखमनीकं +सूचीमुखा +सूचीमुखाः +सूचीमुखी +सूचीमुखे +सूचीमुखेन +सूचीमुखो +सूचीलेखाः +सूचीव +सूचीवत् +सूचीविद्धं +सूचे +सूचेः +सूचेण +सूच् +सूच्चैः +सूच्य +सूच्यं +सूच्यः +सूच्यग्रस्तम्भः +सूच्यग्रा +सूच्यग्रे +सूच्यग्रेण +सूच्यग्रो +सूच्यत +सूच्यताम् +सूच्यते +सूच्यन्त +सूच्यन्ते +सूच्यमानस्य +सूच्या +सूच्यां +सूच्याः +सूच्याच्छिद्यमानया +सूच्याछिद्यमानया +सूच्यात्मकः +सूच्यादी +सूच्यादौ +सूच्यार्थसूचनं +सूच्यालंबनमधिष्ठानं +सूच्यास्यः +सूच्येव +सूच्यो +सूजन +सूझ +सूड +सूडप्रबन्ध +सूडान +सूत +सूतं +सूतः +सूतउवाच +सूतक +सूतकं +सूतकः +सूतकम् +सूतकस्य +सूतका +सूतकादिपरिच्छेदो +सूतकादौ +सूतकाद् +सूतकान्ते +सूतकान्नं +सूतकाशौचविभ्रमातुरभीतितः +सूतकिनां +सूतकी 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+सूर्यागस्त्ययोश्छे +सूर्याग्निना +सूर्याग्नी +सूर्याग्रया +सूर्याच +सूर्याचंद्रमसौ +सूर्याचन्द्र +सूर्याचन्द्रमसा +सूर्याचन्द्रमसाविव +सूर्याचन्द्रमसावुभौ +सूर्याचन्द्रमसावेव +सूर्याचन्द्रमसो +सूर्याचन्द्रमसोः +सूर्याचन्द्रमसोरनेन +सूर्याचन्द्रमसोस्तथा +सूर्याचन्द्रमसौ +सूर्याच्च +सूर्याणां +सूर्यातपे +सूर्यातपो +सूर्यात् +सूर्यात्मकं +सूर्यात्मना +सूर्यात्मने +सूर्यात्मनो +सूर्यात्मा +सूर्यात्‌ +सूर्यादधःस्थस्य +सूर्यादय +सूर्यादयः +सूर्यादयो +सूर्यादि +सूर्यादिः +सूर्यादिकं +सूर्यादिव +सूर्यादिषु +सूर्यादीनां +सूर्यादीनामपि +सूर्यादीनि +सूर्यादीन् +सूर्यादृते +सूर्यादेः +सूर्यादौ +सूर्याद् +सूर्याद्देवतायां +सूर्याद्भुतावर्त्तः +सूर्याद्या +सूर्याद्यो +सूर्यान् +सूर्यान्मयूखाश्च +सूर्यापवृत्तौ +सूर्यापाये +सूर्याब्दानां +सूर्याभं +सूर्याभा +सूर्याभां +सूर्याभिमुख +सूर्याभिमुखं +सूर्याभिमुखानि +सूर्याभिमुखो +सूर्याभ्युदितः +सूर्यामासा +सूर्यामुप +सूर्याम् +सूर्याय +सूर्यायः +सूर्याया +सूर्यायां +सूर्यायाः +सूर्यायार्घ्यं +सूर्यायुतसमप्रभम् +सूर्यायेति +सूर्यायेदम् +सूर्यायै +सूर्यारुणसंवादे +सूर्यारौ +सूर्यार्थं +सूर्यावतारे +सूर्यावर्तः +सूर्यावर्ते +सूर्याविदे +सूर्याश्च +सूर्याश्वैर्मसजस्तताः +सूर्याष्टकम् +सूर्यासः +सूर्यास्त +सूर्यास्तः +सूर्यास्तकाले +सूर्यास्तदर्शनम् +सूर्यास्तमः +सूर्यास्तमनवेलायां +सूर्यास्तमये +सूर्यास्तसमये +सूर्यास्तस्य +सूर्यास्ते +सूर्या॑ +सूर्या॑य +सूर्या॑य॒ +सूर्या॑सः +सूर्या॒ +सूर्या॒मासा॑ +सूर्ये +सूर्येण +सूर्येणेव +सूर्येणैव +सूर्येणोत्तभिता +सूर्येणोद्यता +सूर्येति +सूर्येनेति +सूर्येन्दु +सूर्येन्दुसंगमः +सूर्येन्दू +सूर्येन्द्वोः +सूर्येव +सूर्येषु +सूर्येऽपि +सूर्ये॑ +सूर्ये॑ण +सूर्ये॑ण॒ +सूर्ये॒ +सूर्यैः +सूर्यो +सूर्यों +सूर्योच्यम् +सूर्योढो +सूर्योदय +सूर्योदयं +सूर्योदयः +सूर्योदयकाले +सूर्योदयमारभ्य +सूर्योदयस्य +सूर्योदया +सूर्योदयात् +सूर्योदयात्पूर्वं +सूर्योदयादारभ्य +सूर्योदयानन्तरं +सूर्योदयावधि +सूर्योदये +सूर्योदयो +सूर्योदु +सूर्योद्गमनं +सूर्योपनिषत् +सूर्योपरागे +सूर्योपस्थाने +सूर्योऽपि +सूर्योऽप्सरा +सूर्योऽभिनिम्रोचति +सूर्योऽभ्युदेति +सूर्योऽयं +सूर्योऽसौ +सूर्योऽस्तं +सूर्योऽस्तमेति +सूर्यो॑ +सूर्यो॒ +सूर्यौ +सूर्य्य +सूर्य्यं +सूर्य्यः +सूर्य्यः॑ +सूर्य्यकान्तमणिः +सूर्य्यकान्तमणौ +सूर्य्यकिरणे +सूर्य्यकोटिसमप्रभम् +सूर्य्यग्रहणे +सूर्य्यग्रहशतैः +सूर्य्यग्रहे +सूर्य्यजः +सूर्य्यञ्च +सूर्य्यपत्नी +सूर्य्यपर्वणि +सूर्य्यपुत्त्रः +सूर्य्यपुत्रे +सूर्य्यभात् +सूर्य्यमणिः +सूर्य्यमण्डल +सूर्य्यमण्डलम् +सूर्य्यमण्डले +सूर्य्यमूर्त्तये +सूर्य्यम् +सूर्य्यरश्मिभिः +सूर्य्यरूप +सूर्य्यलता +सूर्य्यलोक +सूर्य्यलोकं +सूर्य्यलोकः +सूर्य्यलोकस्य +सूर्य्यलोके +सूर्य्यलोको +सूर्य्यवंशीयराजविशेषः +सूर्य्यवंश्ये +सूर्य्यवत् +सूर्य्यवारे +सूर्य्यश्च +सूर्य्यसिद्धान्तः +सूर्य्यसिद्धान्ते +सूर्य्यस्तथा +सूर्य्यस्तपति +सूर्य्यस्तवः +सूर्य्यस्तु +सूर्य्यस्य +सूर्य्यस्येव +सूर्य्या +सूर्य्याः +सूर्य्याचन्द्रमसाविव +सूर्य्याचन्द्रमसोः +सूर्य्याचन्द्रमसौ +सूर्य्यात् +सूर्य्यादयो +सूर्य्यादि +सूर्य्यादीनां +सूर्य्यादेः +सूर्य्यादौ +सूर्य्याय +सूर्य्यायुतसमप्रभम् +सूर्य्यावर्त्तः +सूर्य्यास्यं +सूर्य्ये +सूर्य्येण +सूर्य्यो +सूर्य्योदय +सूर्य्योदयं +सूर्य्योदयः +सूर्य्योदयात् +सूर्य्योदये 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+सू꣡वः꣢ +सू꣢꣯अ꣡र्वताः +सृ +सृÏष्ट +सृंजयस्य +सृक +सृकं +सृकः +सृका +सृकावन्तो +सृकाहस्ताः +सृकिणी +सृके +सृक् +सृक्कणी +सृक्कण्यौ +सृक्किणी +सृक्किण्यौ +सृक्वणी +सृक्वाणं +सृक्विणी +सृग +सृगः +सृगाल +सृगालं +सृगालः +सृगाली +सृगालो +सृघस्यदः +सृङ्कां +सृच्छ +सृज +सृजः +सृजत +सृजतं +सृजतः +सृजतम् +सृजतस्तस्य +सृजता +सृजतां +सृजति +सृजती +सृजतीति +सृजतीत्यर्थः +सृजतु +सृजते +सृजतेति +सृजते॒ +सृजतो +सृजत् +सृजत्यत्ति +सृजत्यपि +सृजत्यवति +सृजत्यवत्यत्ति +सृजत्यात्मानमात्मना +सृजत्येव +सृजत्येष +सृजत्य् +सृजथः +सृजध्वं +सृजध्वम् +सृजन +सृजनं +सृजन् +सृजन्त +सृजन्तं +सृजन्तः +सृजन्ति +सृजन्ती +सृजन्तीव +सृजन्तु +सृजन्ते +सृजन्त्या +सृजन्त्याः +सृजन्निव +सृजमानां +सृजयः +सृजसि +सृजसे +सृजस्यात्मानमात्मना +सृजस्व +सृजस्वेति +सृजस्वैवेति +सृजा +सृजाति +सृजान +सृजानः +सृजानो +सृजामसि +सृजामह +सृजामि +सृजामि॒ +सृजामीति +सृजाम्यहं +सृजाम्यहम् +सृजारसो +सृजारसोऽसि +सृजा॒ +सृजा॒न +सृजा॒नः +सृजि +सृजिदृशो +सृजिदृशोः +सृजिदृशोर्झल्यमकिति +सृजे +सृजेः +सृजेति +सृजेत् +सृजेथाः +सृजेथाम् +सृजेद्धारां 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+सृष्टमूत्रपुरीषाणि +सृष्टमूत्रपुरीषाश्च +सृष्टमेव +सृष्टम् +सृष्टयः +सृष्टया +सृष्टयादौ +सृष्टये +सृष्टयो +सृष्टवतस्तदीये +सृष्टवन्तः +सृष्टवानसि +सृष्टवानित्यर्थः +सृष्टवान् +सृष्टविण्मूत्रं +सृष्टस्य +सृष्टा +सृष्टां +सृष्टाः +सृष्टानां +सृष्टानि +सृष्टान् +सृष्टाश्च +सृष्टासु +सृष्टास्तु +सृष्टि +सृष्टिं +सृष्टिः +सृष्टिकरणे +सृष्टिकर्ता +सृष्टिकर्तारं +सृष्टिकर्तुः +सृष्टिकर्तृत्वं +सृष्टिकर्त्ता +सृष्टिकर्त्री +सृष्टिकर्मणि +सृष्टिका +सृष्टिकामेन +सृष्टिकारणम् +सृष्टिकार्ये +सृष्टिकाल +सृष्टिकालस्य +सृष्टिकाले +सृष्टिकालेऽपि +सृष्टिकृत् +सृष्टिको +सृष्टिक्रम +सृष्टिक्रमं +सृष्टिक्रमः +सृष्टिक्रमकथा +सृष्टिक्रमेण +सृष्टिक्रमेणैव +सृष्टिक्रमो +सृष्टिखंडे +सृष्टिखण्डः +सृष्टिखण्डम् +सृष्टिखण्डे +सृष्टिचक्रस्य +सृष्टिचिन्तकाः +सृष्टिज्ञानं +सृष्टितः +सृष्टित्रयं +सृष्टित्रयस्य +सृष्टित्रये +सृष्टित्रयेऽपि +सृष्टिदृष्टयः +सृष्टिन्यायेन +सृष्टिन्यासं +सृष्टिन्यासः +सृष्टिपूर्वदशायामपि +सृष्टिप्रकरणं +सृष्टिप्रकरणम् +सृष्टिप्रकरणे +सृष्टिप्रक्रिया +सृष्टिप्रलयप्रकरणेष्विदमेव 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+सेतुरिति +सेतुरिव +सेतुरीजानानामक्षरं +सेतुरूपेण +सेतुर्न +सेतुर्यथा +सेतुर्यो +सेतुर्विधरण +सेतुश्च +सेतुषाम +सेतुषु +सेतुस्नानं +सेतुस्नानेन +सेतू +सेतूनां +सेतून्मानसंबन्धभेदव्यपदेशेभ्यः +सेतो +सेतोः +सेतोश्च +सेतौ +सेतौ॑ +सेत् +सेत्यर्थः +सेत्यादि +सेत्रम् +सेत्स्यति +सेत्स्यतीति +सेत्स्यतीत्यत +सेत्स्यतीत्यर्थः +सेत्स्यतीत्याह +सेत्स्यतीत्य् +सेत्स्यते +सेत्स्यन्ति +सेथि +सेद +सेदं +सेदतुः +सेदानीं +सेदिं +सेदिः +सेदिम +सेदिमा +सेदिम् +सेदिरनिरा +सेदिरे +सेदिवान् +सेदिश्चामतिश्च +सेदीशे +सेदी॑शे॒ +सेदु +सेदुः +सेदुरिन्द्रं +सेदुष +सेदु॒ +सेद् +सेद्धा +सेद्धुं +सेद्यं +सेध +सेधः +सेधत +सेधतं +सेधतम् +सेधति +सेधतीति +सेधतु +सेधतेर्गतौ +सेधन् +सेधन्ति +सेधयति +सेधा +सेधिता +सेध॑ +सेध॑तं॒ +सेध॑तम् +सेध॑त॒ममी॑वाः +सेध॒ +सेन +सेनं +सेनः +सेनकः +सेनकस्य +सेनगुप्ता +सेनजिच् +सेनजिच्च +सेनजित् +सेनजित्तथा +सेनय +सेनया +सेनयो +सेनयोः +सेनयोरिति +सेनयोरुभयोः +सेनयोरुभयोरपि +सेनयोरुभयोर्मध्ये +सेनयोरुभयोस्तदा +सेनयोर्मध्ये +सेनस्य +सेना +सेनां +सेनाः +सेनाः॑ +सेनाओं +सेनाको +सेनाक्रमेषु +सेनाग्रे +सेनाङ्गं +सेनाङ्गानां +सेनाङ्गानि +सेनाङ्गेषु +सेनाङ्गैः +सेनाचरः +सेनाचरा +सेनाजुवा +सेनातुरङ्गमाः +सेनादि +सेनाधिपति +सेनाधिपतिः +सेनाधीश +सेनाधीशो +सेनाध्यक्ष +सेनाध्यक्षं +सेनाध्यक्षः +सेनाध्यक्षस्य +सेनाध्यक्षेण +सेनाध्यक्षो +सेनानयविशारदः +सेनाना +सेनानां +सेनानाथे +सेनानाम् +सेनानायकः +सेनानायकाः +सेनानिकुलम् +सेनानिग्रामण्यौ +सेनानिवेश +सेनानिवेशं +सेनानिवेशनम् +सेनानी +सेनानीः +सेनानीकानि +सेनानीग्रामण्यौ +सेनानीग्राम॒ण्यौ॒ +सेनानीनां +सेनानीनामहं +सेनानीरिति +सेनानीर्ग्रामणीश्च +सेनानीश्च +सेनान्त +सेनान्तलक्षणकारिभ्यश्च +सेनान्य +सेनान्यं +सेनान्यः +सेनान्यमुशन्ति +सेनान्या +सेनान्यां +सेनान्याम् +सेनान्ये +सेनान्यो +सेनान्यौ +सेनापतयः +सेनापतये +सेनापतयो +सेनापति +सेनापतिं +सेनापतिः +सेनापतित्वं +सेनापतित्वेन +सेनापतिना +सेनापतिप्रचारः +सेनापतिमण्डलम् +सेनापतिम् +सेनापतिरुवाच +सेनापतिर्जातः +सेनापतिर्मम +सेनापतिर्वा +सेनापतिवचः +सेनापतिश्च +सेनापतिश्चैव +सेनापतिस्तथा +सेनापतिस्तदा +सेनापतिस्तस्य +सेनापती +सेनापतीनां +सेनापतीन् +सेनापते +सेनापतेः +सेनापतेर्भावः +सेनापतौ +सेनापत्यं +सेनापत्ये +सेनापि +सेनाप्रयाणः +सेनाबलं +सेनाभिः +सेनाभ्यः +सेनाभ्यो +सेनामध्ये +सेनाममूं +सेनामुखं +सेनामुखे +सेनाम् +सेनाय +सेनाया +सेनायां +सेनायाः +सेनायामेते +सेनायाम् +सेनायाश्च +सेनायै +सेनाश्च +सेनासमूह +सेनासीमन्तिनीजनैः +सेनासु +सेनासुराच्छायाशालानिशानाम् +सेनास्ताभ्य +सेनाऽनीः +सेना॑ +सेना॑ः +सेनी +सेने +सेनेगल +सेनेट् +सेनेति +सेनेन +सेनेन्द्रस्य +सेनेयं +सेनेव +सेनेश +सेनेशं +सेनेशः +सेने॑व +सेनैव +सेनो +सेनोद्योगपर्वणि +सेन् +सेन्ट +सेन्टर् +सेन्ट् +सेन्ट्रल +सेन्ट्रल् +सेन्ट्रैरपि +सेन्दुः +सेन्दुखण्डा +सेन्दौ +सेन्द्र +सेन्द्रं +सेन्द्रः +सेन्द्रचाप +सेन्द्रचापं +सेन्द्रतायै +सेन्द्रत्वाय +सेन्द्रपुरोगमाः +सेन्द्रम् +सेन्द्रयवैः +सेन्द्रयोनिः +सेन्द्रस् +सेन्द्रा +सेन्द्राः +सेन्द्रानपि +सेन्द्रान् +सेन्द्रायुधो +सेन्द्राश्च +सेन्द्राश्चैव +सेन्द्रि +सेन्द्रिय +सेन्द्रियं +सेन्द्रियः +सेन्द्रियत्वाय +सेन्द्रियस्य +सेन्द्रे +सेन्द्रेण +सेन्द्रेषु +सेन्द्रैः +सेन्द्रैरपि +सेन्द्रैर्देवैः +सेन्द्रो +सेन्द्रोपेन्द्राणां +सेन्धवा +सेन्यः +सेन्यम् +सेन्या +सेन्यो +सेन्योऽसि +सेन॑या +सेन॒जिच्च॑ +सेप् +सेप्टम्बर् +सेप्टेम्बर् +सेप्टेम्बर्मासस्य +सेब +सेभ्यः +सेम +सेमं +सेमक्तात् +सेमर +सेमा +सेमां +सेमी +सेमे +सेमेटिक +सेमेस्टर +सेमेस्टर् +सेम् +सेय +सेयं +सेयः +सेयमद्य +सेयमस्तमुदयं +सेयमस्य +सेयमासादिता +सेयमिति +सेयम् +सेयम॒स्मे +सेय्यो +सेर +सेरं +सेरसिप +सेरसिपमण्डलं +सेरसिपमण्डलम् +सेरियम् +सेरुः +सेर्ष्यं +सेर्ष्या +सेर्हिः +सेर्हिरादेशः +सेर्ह्यपिच्च +सेल +सेलं +सेलंमण्डलम् +सेलम +सेलम् +सेला +सेलुः +सेलू +सेलेनियम +सेलेम् +सेल्फ् +सेल्सियस् +सेव +सेवं +सेवंति +सेवंते +सेवः +सेवक +सेवकं +सेवकः +सेवकजनस्य +सेवकमपि +सेवकम् +सेवकस्य +सेवका +सेवकाः +सेवकादीन् +सेवकानां +सेवकान् +सेवकाय +सेवकाश्च +सेवकास्ते +सेवके +सेवकेन +सेवकेषु +सेवकैः +सेवको +सेवकों +सेवकोऽहं +सेवकौ +सेवत +सेवतां +सेवताम् +सेवति +सेवती +सेवते +सेवध्वं +सेवध्वम् +सेवन +सेवनं +सेवनम् +सेवनस्य +सेवना +सेवनात् +सेवनादपि +सेवनादिकम् +सेवनाद् +सेवनाय +सेवनार्थं +सेवनार्थे +सेवनी +सेवनीं +सेवनीम् +सेवनीय +सेवनीयं +सेवनीयः +सेवनीयमिति +सेवनीयम् +सेवनीया +सेवनीयाः +सेवनीयानि +सेवनीये +सेवनीयो +सेवने +सेवनेन +सेवनेवाले +सेवनैः +सेवन्त +सेवन्तां +सेवन्ताम् +सेवन्ति +सेवन्तिका +सेवन्ती +सेवन्ते +सेवन्यः +सेवन्या +सेवफलम् +सेवफलरसः +सेवमान +सेवमानं +सेवमानः +सेवमानम् +सेवमानस्तं +सेवमानस्तु +सेवमानस्य +सेवमाना +सेवमानां +सेवमानाः +सेवमानानां +सेवमानानाम् +सेवमानाय +सेवमाने +सेवमानो +सेवमानोऽपि +सेवमानौ +सेवय +सेवयत +सेवयन्ति +सेवयन्तु +सेवया +सेवयामास +सेवयामि +सेवयित्वा +सेवयिष्ये +सेवयेत् +सेवयेद् +सेवसे +सेवस्व +सेवा +सेवां +सेवाः +सेवाकार्य +सेवाकार्यं +सेवाकार्यम् +सेवाकार्ये +सेवाग्रामः +सेवाञ्च +सेवातिशयेन +सेवादिकं +सेवादौ +सेवाधर्मः +सेवाधर्मो +सेवानभिज्ञः +सेवानां +सेवापरा +सेवापराः +सेवापरायणः +सेवापरायणा +सेवापरायणाः +सेवापरो +सेवापि +सेवाफलं +सेवाभिः +सेवाभिरताः +सेवामकरोत् +सेवामहे +सेवामार्गप्रकारेण +सेवामेव +सेवाम् +सेवाया +सेवायां +सेवायाः +सेवायामिति +सेवायाम् +सेवायै +सेवार +सेवारतः +सेवारसानुगतपौरमनोरथस्य +सेवार्थ +सेवार्थं +सेवार्थम् +सेवावसरं +सेवावसरः +सेवावृत्तिः +सेवासंस्था +सेवासु +सेवि +सेविका +सेविकां +सेविकाः +सेविकाम् +सेविकाश्च +सेवित +सेवितं +सेवितः +सेवितम् +सेवितवन्तः +सेवितवान् +सेवितव्यं +सेवितव्यः +सेवितव्या +सेवितव्याः +सेवितव्यानि +सेवितव्यो +सेवितश्च +सेविता +सेवितां +सेविताः +सेविताच्च +सेवितानि +सेविताम् +सेविताय +सेविताश्च +सेवितासेवितप्रमाणेषु +सेवितुं +सेवितुमिच्छति +सेवितुम् +सेविते +सेवितेन +सेवितैः +सेवितैरयथाबलम् +सेवितो +सेवितौ +सेवित्वा +सेविदुं +सेविनः +सेविनां +सेविनाम् +सेविने +सेविनो +सेवियर +सेविष्यते +सेविष्यन्ते +सेविष्ये +सेवी +सेवुणवंशः +सेवुणाः +सेवे +सेवें +सेवेत +सेवेताम् +सेवेति +सेवेते +सेवेतेति +सेवेतेमांस्तु +सेवेत् +सेवेथाम् +सेवेमहि +सेवेय +सेवेरन् +सेवेव +सेवैव +सेवो +सेव् +सेव्य +सेव्यं +सेव्यः +सेव्यत +सेव्यता +सेव्यतां +सेव्यतामिति +सेव्यताम् +सेव्यते +सेव्यत्वात् +सेव्यन्ते +सेव्यमान +सेव्यमानं +सेव्यमानः +सेव्यमानमन्नं +सेव्यमानस्तु +सेव्यमानस्य +सेव्यमाना +सेव्यमानां +सेव्यमानाः +सेव्यमानान् +सेव्यमानास्तु +सेव्यमाने +सेव्यमानेन +सेव्यमानो +सेव्यमानोऽपि +सेव्यमानोऽप्सरोगणैः +सेव्यमानौ +सेव्यम् +सेव्यश्च +सेव्यसे +सेव्यसेवकोपदेशः +सेव्यस्य +सेव्या +सेव्यां +सेव्याः +सेव्यानि +सेव्याश्च +सेव्ये +सेव्येत +सेव्यो +सेव्योऽपि +सेव्यौ +सेशे +सेशे॒ +सेश्वर +सेश्वरं +सेश्वरा +सेश्वराः +सेष +सेषां +सेषु +सेष्ट +सेष्टि +सेष्यते +सेस +सेसिच्यते +सेसिम्यते +सेसिल +सेसेट् +सेसेनसे +सेसेन् +सेह +सेहाते +सेहानः +सेहा॒नः +सेहि +सेहिरे +सेहुण्डः +सेहे +सेऽपि +सेऽयं +सेऽसिचि +सेि +सेो +सेोमेन +से॒दि॒रे॒ +से॒दुः॒ +से॒ध॒ +से॒ना॒ऽनीः +से॒हा॒नः +सै +सैं +सैंधवं +सैंहं +सैंहली +सैंहिकः +सैंहिकेयं +सैंहिकेयः +सैंहिकेया +सैंहिकेयो +सैंहीं +सैः +सैक +सैकं +सैकः +सैकड़ों +सैकडों +सैकत +सैकतं +सैकतः +सैकतम् +सैकतलीनहंसमिथुना +सैकता +सैकतानि +सैकती +सैकते +सैकतेषु +सैकतो +सैकदा +सैकम् +सैकया +सैका +सैकाः +सैकादशी +सैकान्‌ +सैकिण्ड् +सैकिण्ड्स् +सैके +सैकेति +सैकेन +सैको +सैगति +सैट् +सैण्ट् +सैतं +सैतद् +सैतवः +सैतवस्य +सैति +सैद्धं +सैद्धान्तिक +सैध्रकं +सैध्रकेण +सैन +सैनं +सैनं॑ +सैनम् +सैना +सैनां +सैनानीकेन +सैनापत्यं +सैनापत्यभिषेकः +सैनापत्यमुपेत्य +सैनापत्यम् +सैनापत्यवर्णनः +सैनापत्ये +सैनापत्येन +सैनि +सैनिक +सैनिकं +सैनिकः +सैनिकस्य +सैनिका +सैनिकाः +सैनिकानां +सैनिकानाम् +सैनिकान् +सैनिकाश्च +सैनिकास्ते +सैनिकेभ्यः +सैनिकेषु +सैनिकै +सैनिकैः +सैनिको +सैनिकौ +सैनेन्सिस् +सैन्ट् +सैन्द्री +सैन्धव +सैन्धवं +सैन्धवः +सैन्धवकं +सैन्धवको +सैन्धवघनः +सैन्धवघनोऽनन्तरोऽबाह्यः +सैन्धवञ्च +सैन्धवञ्चैव +सैन्धवम् +सैन्धवलवणं +सैन्धवलवणम् +सैन्धवलवणे +सैन्धवश्च +सैन्धवसंयुतम् +सैन्धवसर्पिषा +सैन्धवसामुद्रे +सैन्धवस्य +सैन्धवस्याक्षं +सैन्धवा +सैन्धवाः +सैन्धवाख्यं +सैन्धवात् +सैन्धवादौ +सैन्धवानां +सैन्धवान् +सैन्धवान्वितम् +सैन्धविका +सैन्धवी +सैन्धवे +सैन्धवेन +सैन्धवेनान्वितं +सैन्धवैः +सैन्धवो +सैन्धी +सैन्धुक्षितं +सैन्धुक्षितम् +सैन्धुक्षितानि +सैन्य +सैन्यं +सैन्यः +सैन्यनायकाः +सैन्यनिर्याणपर्वणि +सैन्यपृष्ठे +सैन्यबलं +सैन्यबलेन +सैन्यभेदे +सैन्यमध्ये +सैन्यमनायकम् +सैन्यमादाय +सैन्यम् +सैन्ययात्रा +सैन्ययोः +सैन्ययोरुभयोरपि +सैन्ययोर्द्वयोः +सैन्यरथाङ्गयोः +सैन्यव्यायामानां +सैन्यसङ्ग्रामः +सैन्यसमन्वितः +सैन्यसागरः +सैन्यसागरम् +सैन्यस्य +सैन्या +सैन्याः +सैन्याग्रे +सैन्यानां +सैन्यानाञ्च +सैन्यानि +सैन्यास्ते +सैन्ये +सैन्येन +सैन्येषु +सैन्यै +सैन्यैः +सैन्यैश्च +सैन्सस् +सैन्स् +सैपा +सैफ +सैब +सैबीरिया +सैमन् +सैयद +सैयोग +सैय्यद +सैय्यद् +सैर +सैरं +सैरंध्री +सैरन्ध्रया +सैरन्ध्रि +सैरन्ध्री +सैरन्ध्रीं +सैरन्ध्र्या +सैरावतीं +सैरिकः +सैरिकम् +सैरिन्ध्रं +सैरिन्ध्री +सैरिभः +सैरी +सैरेयः +सैरेयकः +सैल +सैलगम् +सैला +सैलाना +सैव +सैवं +सैवमुक्ता +सैवमुक्त्वा +सैवर्क् +सैवर्गथ +सैवर्तते +सैवर्द्धिः +सैवा +सैवात्र +सैवाद्य +सैवापचीति +सैवाभिधीयते +सैवावयवयोगिनी +सैवावस्था +सैवास्ति +सैवास्तु +सैवास्मिन् +सैवास्य +सैवास्यर्द्धिः +सैवाहं +सैवेति +सैवेयं +सैवेयमिति +सैवेह +सैवैका +सैवैषा +सैवोक्ता +सैवोत्पादना +सैवोपोष्या +सैष +सैषा +सैषां +सैषाद्य +सैषानन्दस्य +सैषानस्तमिता +सैषाऽऽनन्दस्य +सैषेति +सैषोऽन्नस्य +सैह +सैहिकेयो +सैौ +सॉन्डर्स् +सॉफ्टवेयर +सो +सों +सोंऽशः +सोंऽशेन +सोः +सोअतिसंधत्ते +सोइ +सोई +सोउ +सोऊ +सोऊण +सोए +सोक +सोका +सोको +सोक्खं +सोक्ता +सोक्तिः +सोक्थं +सोक्थः +सोक्थम् +सोक्षयं +सोगमत् +सोग्निः +सोग्रहीत् +सोग्रे +सोच +सोचकर +सोचता +सोचति +सोचते +सोचने +सोचा +सोचि +सोचे +सोच्छ्वासं +सोच्छ्वासः +सोच्छ्वासा +सोच्यते +सोड +सोडियं +सोडियम +सोडियम् +सोढ +सोढं +सोढः +सोढम् +सोढरि +सोढलसूनुना +सोढवान् +सोढव्य +सोढव्यं +सोढव्यः +सोढव्यमिति +सोढव्यम् +सोढव्या +सोढव्यानि +सोढव्ये +सोढ़ +सोढा +सोढाः +सोढानि +सोढारम् +सोढु +सोढुं +सोढुमक्षमा +सोढुमर्हसि +सोढुमशक्ता +सोढुमशक्नुवन् +सोढुमशक्येन +सोढुम् +सोढो +सोढ्वा +सोणा +सोत +सोतं +सोतः +सोतरि +सोतवे +सोता +सोतारं +सोतारः +सोतारो +सोता॑ +सोति +सोतिसंधत्ते +सोती +सोतुम् +सोतुर्बाहुभ्यां +सोतृभिः +सोतृभिरधि +सोतृभिर् +सोतृऽभिः +सोते +सोतोः +सोतोरसृक्षत +सोतोर् +सोत्कण्ठ +सोत्कण्ठं +सोत्कण्ठः +सोत्कण्ठम् +सोत्कण्ठया +सोत्कण्ठा +सोत्कण्ठाः +सोत्कण्ठो +सोत्कम्पं +सोत्कर्षं +सोत्का +सोत्कां +सोत्को +सोत्क्लेशे +सोत्तमा +सोत्तरं +सोत्तरगोले +सोत्तरच्छदे +सोत्तरम् +सोत्तरा +सोत्तराः +सोत्तरान् +सोत्तरीयं +सोत्तरीयः +सोत्थि +सोत्पलं +सोत्प्रासं +सोत्प्रासवक्रोक्त्या +सोत्यन्तं +सोत्र +सोत्सर्गं +सोत्सवं +सोत्सवः +सोत्सवा +सोत्सवाः +सोत्साहं +सोत्साहः +सोत्साहता +सोत्साहम् +सोत्साहा +सोत्साहाः +सोत्साहेन +सोत्सुकं +सोत्सुकः +सोत्सुकम् +सोत्सुका +सोत्सुकाः +सोत्सेधं +सोत॑वे +सोथ +सोद +सोदक +सोदकं +सोदकञ्च +सोदकबिन्दुभिः +सोदकम् +सोदका +सोदकानि +सोदकुंभं +सोदकुम्भं +सोदके +सोदकेन +सोदक्रामत् +सोदक्रामत्सा +सोदयं +सोदयम् +सोदये +सोदर +सोदरं +सोदरः +सोदरम् +सोदरस्य +सोदरा +सोदराः +सोदराणां +सोदराद्यः +सोदरान् +सोदरी +सोदरे +सोदरैः +सोदरो +सोदरोऽपि +सोदरौ +सोदर्कम् +सोदर्य +सोदर्यं +सोदर्यः +सोदर्या +सोदर्याः +सोदर्याणां +सोदर्ये +सोदर्यैः +सोदर्यो +सोदा +सोदाहरण +सोदाहरणं +सोदाहरणमाह +सोदाहरणम् +सोदाहरणे +सोदिता +सोदीची +सोदीर्णो +सोदुं +सोदेति +सोद्गारायां +सोद्गीतिः +सोद्देशं +सोद्य +सोद्यमः +सोद्यमाः +सोद्यमो +सोद्यानं +सोद्योगं +सोद्वेग +सोद्वेगं +सोद्वेगः +सोद्वेगम् +सोद्वेगा +सोद्वेगो +सोद॑क्राम॒त्सा +सोन +सोनं +सोननदी +सोनपुरमण्डलम् +सोनभद्रमण्डलम् +सोना +सोनितपुरमण्डलम् +सोनिया +सोनीपत +सोनीपतमण्डलम् +सोनीपत् +सोने +सोन्ते +सोन्दा +सोन्दाल +सोन्धको +सोन्नतं +सोन्नोकस्य +सोन्माद +सोन्मादं +सोन्मादो +सोप +सोपकरणं +सोपकारे +सोपकारेऽथ +सोपक्रमं +सोपक्रमम् +सोपचारं +सोपदंशं +सोपदंशकम् +सोपद्र +सोपद्रवं +सोपद्रवः +सोपद्रवा +सोपधं +सोपधानं +सोपधानकविश्रामां +सोपधानां +सोपधाने +सोपधि +सोपधिः +सोपनाहः +सोपनिषत्काः +सोपपत्तिकं +सोपपत्तिकः +सोपपत्तिकमभिधानं +सोपपत्तिकमभिधानम् +सोपपत्तिकमाह +सोपपीठं +सोपपीठमधिष्ठानं +सोपबृंहणश्रुतिमुदाहरतिपरमं +सोपमा +सोपलम्भं +सोपवासं +सोपवासः +सोपवासकः +सोपवासस्तु +सोपवासस्त्र्यहं +सोपवासस्य +सोपवासा +सोपवासेन +सोपवासो +सोपवीतं +सोपवीती +सोपसर्ग +सोपसर्गं +सोपसर्गमनुत्तमम् +सोपसर्गस्य +सोपसर्गा +सोपसर्गां +सोपसर्गाः +सोपसर्गात् +सोपस्करं +सोपस्करां +सोपस्कारं +सोपस्वेदेषु +सोपहारं +सोपहासं +सोपहासमर्जुनमुवाच +सोपहासमाह +सोपहासम् +सोपा +सोपाको +सोपाख्यानं +सोपादानं +सोपाधिक +सोपाधिकं +सोपाधिकः +सोपाधिकत्वं +सोपाधिकत्वम् +सोपाधिकत्वात् +सोपाधिकत्वे +सोपाधिकस्य +सोपाधिके +सोपाधिकेन +सोपाधिको +सोपाध्यायः +सोपाध्यायाः +सोपाध्यायो +सोपान +सोपानं +सोपानः +सोपानत्कः +सोपानत्कश्च +सोपानत्को +सोपानत्वं +सोपानपथेन +सोपानपरम्परा +सोपानभूतं +सोपानमध्ये +सोपानमार्ग +सोपानमार्गः +सोपानमिव +सोपानम् +सोपानसंयुक्तं +सोपानसंयुतम् +सोपानस्य +सोपानानां +सोपानानि +सोपानारोहक्रमेण +सोपाने +सोपानैः +सोपायं +सोपायः +सोपाये +सोपालम्भं +सोपालम्भम् +सोपाश्रयं +सोपासनो +सोपि +सोपे +सोपोष्या +सोफिया +सोब्रवीत् +सोभं +सोभणं +सोभरिः +सोभरे +सोभवत् +सोभा +सोभाग्यं +सोभिगम्य +सोभिवाद्य +सोभ्य +सोभ्याय +सोभ्येदमग्र +सोम +सोमँ +सोमं +सोमंः +सोमं॑ +सोमं॒ +सोमः +सोमः॑ +सोमः॒ +सोमउषु +सोमउष्वा +सोमक +सोमकं +सोमकः +सोमकम् +सोमकस्य +सोमकाः +सोमकानां +सोमकान् +सोमकान्त +सोमकान्तं +सोमकान्तो +सोमकामं +सोमकुम्भं +सोमके +सोमकेन +सोमकैः +सोमको +सोमक्रयः +सोमक्रयण +सोमक्रयणः +सोमक्रयणम् +सोमक्रयणाः +सोमक्रयणाननुदिशति +सोमक्रयणान् +सोमक्रयणास्तान् +सोमक्रयणि +सोमक्रयणी +सोमक्रयणीं +सोमक्रयणीमभिमन्त्रयते +सोमक्रयण्या +सोमक्रयण्याः +सोमक्रयण्यै +सोमक्रयस्य +सोमक्रयाभिधानम् +सोमक्रये +सोमगोपाः +सोमग्रहं +सोमग्रहस्तथा +सोमग्रहे +सोमग्रहैः +सोमचमसो +सोमच्छायां +सोमच्युतम् +सोमजं +सोमजः +सोमजम्भा +सोमजम्भाः +सोमजा +सोमञ्च +सोमतीर्थं +सोमतीर्थे +सोमत्वं +सोमदत्त +सोमदत्तं +सोमदत्तः +सोमदत्तश्च +सोमदत्तस्तु +सोमदत्तस्य +सोमदत्तेन +सोमदत्तो +सोमदा +सोमदिने +सोमदेव +सोमदेवं +सोमदेवः +सोमदेवत +सोमदेवते +सोमदेवत्यं +सोमदेवत्या +सोमदेवत्यो +सोमदेवभट्टः +सोमदेवस्य +सोमदेवा +सोमदेवाय +सोमदेवे +सोमदेवेन +सोमदेवो +सोमदैवते +सोमदैवत्यं +सोमद्रव्यं +सोमधर्माः +सोमधानं +सोमधानः +सोमधानाः +सोमधारणमुत्तमम् +सोमधारया +सोमधारा +सोमनन्दी +सोमनाथ +सोमनाथं +सोमनाथः +सोमनाथपुरम् +सोमनाथमन्दिरम् +सोमनाथस्य +सोमनाथे +सोमनाथेति +सोमनाथेन +सोमनाथो +सोमनेत्रेभ्यो +सोमप +सोमपं +सोमपः +सोमपते +सोमपदे +सोमपयोः +सोमपर्वणि +सोमपर्वभिः +सोमपा +सोमपां +सोमपाः +सोमपातम +सोमपातमः +सोमपातमा +सोमपातमो +सोमपात्रम् +सोमपात्राणि +सोमपान +सोमपानं +सोमपानफलं +सोमपानम् +सोमपानस्य +सोमपानां +सोमपानानन्तरं +सोमपानाय +सोमपानार्थं +सोमपानार्थम् +सोमपाने +सोमपानेन +सोमपानौ +सोमपान् +सोमपामिन्द्र +सोमपायिनः +सोमपायिनाम् +सोमपायिनौ +सोमपालः +सोमपालस्य +सोमपालोथ +सोमपावा +सोमपाव्ने +सोमपाश्च +सोमपास्तथा +सोमपास्तु +सोमपि +सोमपित्सरु +सोमपीतय +सोमपीतये +सोमपीथ +सोमपीथं +सोमपीथः +सोमपीथम् +सोमपीथस् +सोमपीथस्य +सोमपीथाय +सोमपीथिनः +सोमपीथिनाम् +सोमपीथी +सोमपीथेन +सोमपीथो +सोमपी॒थो +सोमपुत्रः +सोमपुत्रस्य +सोमपुत्रे +सोमपुत्रेण +सोमपुत्रो +सोमपुत्र्या +सोमपुरुषेभ्य +सोमपूतो +सोमपूर्वत्वं +सोमपूर्वत्वम् +सोमपृष्ठाय +सोमपे +सोमपेभ्यः +सोमपेभ्यो +सोमपेयं +सोमपेयम् +सोमपेयाय +सोमपो +सोमपोऽमृतपः +सोमपौ +सोमप्रतीकाः +सोमप्रभं +सोमप्रभः +सोमप्रभस्य +सोमप्रभा +सोमप्रभां +सोमप्रभाब्रवीत् +सोमप्रभाया +सोमप्रभायाः +सोमप्रवाकः +सोमप्रवाको +सोमभृते +सोममग्निं +सोममग्रे +सोममच्छ +सोममण्डलमध्यस्थं +सोममण्डलम् +सोममण्डलाय +सोममद्रिभिः +सोममध्ये +सोममन्त्रेण +सोममपि +सोममपिबत् +सोममभि +सोममभिषुणोति +सोममभिषुण्वन्ति +सोमममृता +सोममयं +सोममरातीयतो +सोममर्हति +सोममश्विना +सोममस्मै +सोममा +सोममापन्नं +सोममाप्याययति +सोममाप्याययन्ति +सोममालोक्य +सोममावाह्य +सोममाह +सोममाहरत् +सोममिति +सोममित्यर्थः +सोममित्यादि +सोममिन्द्र +सोममिन्द्रः +सोममिन्द्राय +सोममिमं +सोममिव +सोममृतावृधा +सोममृत्विजः +सोममेव +सोमम् +सोमम्̇ +सोमयज्ञस्य +सोमयज्ञेषु +सोमया +सोमयाग +सोमयागं +सोमयागः +सोमयागम् +सोमयागयोः +सोमयागविशेषः +सोमयागस्य +सोमयागाः +सोमयागानां +सोमयागे +सोमयागेन +सोमयागेषु +सोमयागो +सोमयाजि +सोमयाजिनं +सोमयाजिनः +सोमयाजिना +सोमयाजिनां +सोमयाजी +सोमयाजीति +सोमयुता +सोमरश्मयः +सोमरस +सोमरसं +सोमरसः +सोमरसम् +सोमरसस्य +सोमरसान् +सोमरसे +सोमरसेन +सोमरसो +सोमरागः +सोमराज +सोमराजः +सोमराजदेव +सोमराजदेवः +सोमराजन् +सोमराजस्य +सोमराजा +सोमराजान +सोमराजानो +सोमराजी +सोमराजीं +सोमराजेन +सोमराज्ञीः +सोमराज्ञीर्बह्वीः +सोमराज्ञ्यः +सोमराज्यां +सोमराज्याः +सोमराज्याम् +सोमरातः +सोमरूपं +सोमरूपमन्नं +सोमरूपमन्नम् +सोमरूपस्य +सोमरूपा +सोमरोगाधिकारः +सोमरोगे +सोमल +सोमलक्षणं +सोमलक्षणमन्नं +सोमलक्षणमन्नम् +सोमलक्षणम् +सोमलक्षणस्य +सोमलक्षणस्यान्नस्य +सोमलक्षणेन +सोमलता +सोमलतां +सोमलतादि +सोमलताया +सोमलतायां +सोमलतायाः +सोमलतायाम् +सोमलिप्तं +सोमलिप्तानि +सोमलोक +सोमलोकं +सोमलोकमवाप्नोति +सोमलोकम् +सोमलोके +सोमवंश +सोमवंशं +सोमवंशसमुद्भवः +सोमवंशस्य +सोमवंशे +सोमवंशोद्भवो +सोमवतः +सोमवता +सोमवतां +सोमवती +सोमवतेति +सोमवतो +सोमवत् +सोमवत्प्रियदर्शनः +सोमवत्यां +सोमवद्भ्यः +सोमवन्तः +सोमवरुणयोः +सोमवर्चसं +सोमवर्द्धनाः +सोमवल्कं +सोमवल्कः +सोमवल्कश्च +सोमवल्लरी +सोमवल्लिका +सोमवल्ली +सोमवल्ल्या +सोमवान् +सोमवामिनं +सोमवामिनः +सोमवामिनो +सोमवामी +सोमवार +सोमवारः +सोमवारपेटे +सोमवारव्रतं +सोमवारे +सोमवारेण +सोमवासरः +सोमवासरे +सोमविक्रयिणं +सोमविक्रयिणः +सोमविक्रयिणम् +सोमविक्रयिणि +सोमविक्रयिणे +सोमविक्रयिणो +सोमविक्रयिन् +सोमविक्रयी +सोमवृद्ध +सोमव्रतं +सोमव्रतम् +सोमशंभुपद्धतिव्याख्याकारेण +सोमशब्दः +सोमशब्दस्य +सोमशब्देन +सोमशर्मणः +सोमशर्मा +सोमशर्मेति +सोमशर्मोवाच +सोमशर्म्मा +सोमशुक्रौ +सोमशोणितः +सोमश् +सोमश्च +सोमश्चमूषु +सोमश्चेति +सोमसंपादिनः +सोमसंबन्धि +सोमसंस्था +सोमसंस्थायामग्निष्टोमे +सोमसखा +सोमसरणी +सोमसर्पौ +सोमसवनस्तदपराजिता +सोमसाम +सोमसामनी +सोमसामानि +सोमसामे +सोमसाम्ना +सोमसिद्धान्तः +सोमसुतः +सोमसुता +सोमसुते +सोमसुतेन +सोमसुतो +सोमसुत् +सोमसूत्रं +सोमसूनवे +सोमसूर्ययोः +सोमसूर्यस्तृचरितं +सोमसूर्याग्निदेवताः +सोमसूर्याग्निलोचनः +सोमसूर्योदयं +सोमसूर्यौ +सोमस् +सोमस्तं +सोमस्तथा +सोमस्तथैव +सोमस्तस्मै +सोमस्तस्य +सोमस्तु +सोमस्ते +सोमस्त्वं +सोमस्त्वा +सोमस्थानं +सोमस्य +सोमस्यांशेन +सोमस्याग्ने +सोमस्याज्यस्य +सोमस्यातिथ्यम् +सोमस्याथ +सोमस्यापि +सोमस्यासि +सोमस्याहं +सोमस्याहम् +सोमस्येति +सोमस्येव +सोमस्येवांशुं +सोमस्येह +सोमस्यैव +सोमस्वामी +सोमऽधानम् +सोमऽपाः +सोमऽपीतये +सोमऽपेयम् +सोमऽपेयाय +सोमा +सोमां +सोमांशं +सोमांशव +सोमाः +सोमाःपवन्त +सोमाःपवन्ते +सोमाः॑ +सोमाख्यं +सोमाख्ये +सोमाख्येन +सोमाच्च +सोमाट्ट्यण् +सोमातिपवितं +सोमातिपवितस्य +सोमातिपवितो +सोमातिपूतस्य +सोमातिरेके +सोमात् +सोमात्त्वा +सोमात्मकं +सोमात्मकः +सोमात्मकस्य +सोमात्मको +सोमात्मने +सोमात्मिका +सोमादयः +सोमादाभ्यं +सोमादि +सोमादिकं +सोमादिलक्षणं +सोमादीनां +सोमादीनि +सोमाद् +सोमान +सोमानं +सोमानन्द +सोमानन्दः +सोमानमिति +सोमानम् +सोमानां +सोमानामिति +सोमानाम् +सोमान् +सोमान्प्रस्थितान्प्रेष्य +सोमान्प्रस्थितान्प्रेष्येति +सोमानꣳ +सोमापूषणा +सोमापूषणाव् +सोमापूषणौ +सोमापूषभ्यां +सोमापौष्णं +सोमाप्यायताम् +सोमाभावे +सोमाभि +सोमाभिषवं +सोमाभिषवः +सोमाभिषवकाले +सोमाभिषवणम् +सोमाभिषवाय +सोमाभिषवार्थं +सोमाभिषवार्था +सोमाय +सोमायेति +सोमायेत्याज्यभागाभ्यां +सोमायेदम् +सोमारुद्रा +सोमारुद्राविह +सोमारुद्रौ +सोमारौद्रं +सोमार्कौ +सोमार्थं +सोमार्हा +सोमार्हौ +सोमालिया +सोमालिलैंड +सोमाश्च +सोमाश्व +सोमाश्वेन्द्रिय +सोमाश्वेन्द्रियविश्वदेव्यस्य +सोमास +सोमासः +सोमासि +सोमासो +सोमास् +सोमास्मिन् +सोमाहुतयो +सोमाहुतिं +सोमाहुतिः +सोमाऽऽभूयो +सोमा॑ +सोमा॑ः +सोमा॑न् +सोमा॑पूषणा॒ +सोमा॑य +सोमा॑य॒ +सोमा॑रुद्रा +सोमा॑स +सोमा॑सः +सोमा॑सो +सोमा॑सो॒ +सोमा॑स॒ +सोमा॒ +सोमा॒भि +सोमा꣢꣯सो +सोमिनः +सोमिनी +सोमिनो +सोमिलक +सोमिलको +सोमी +सोमे +सोमें +सोमेज्या +सोमेति +सोमेन +सोमेनादित्या +सोमेनापि +सोमेनेति +सोमेनेष्ट्वा +सोमेनैव +सोमेन्द्र +सोमेन्द्रं +सोमेन्द्रौ +सोमेभिः +सोमेश +सोमेशं +सोमेशः +सोमेशस्य +सोमेशानान्तरे +सोमेशो +सोमेश्वर +सोमेश्वरं +सोमेश्वरः +सोमेश्वरमते +सोमेश्वरस्ततः +सोमेश्वरस्य +सोमेश्वरे +सोमेश्वरेण +सोमेश्वरो +सोमेषु +सोमेऽध्वर्युः +सोमेऽभिषुते +सोमे॑ +सोमे॑न +सोमे॑न॒ +सोमे॑भिः +सोमे॑षु +सोमे॒ +सोमैः +सोमैः॑ +सोमै॑ः +सोमो +सोमोत्पत्तौ +सोमोद्भवा +सोमोद्भवायाः +सोमोपनहनं +सोमोराजा +सोमोष्णीषं +सोमोऽतिपवते +सोमोऽथ +सोमोऽपि +सोमोऽब्रवीत् +सोमोऽभिधीयते +सोमोऽभिषुतः +सोमोऽभिषूयते +सोमोऽयं +सोमोऽसि +सोमोऽस्ति +सोमोऽस्माकं +सोमोऽस्य +सोमोऽस्यश्विभ्यां +सोमोऽहं +सोमो॑ +सोमो॒ +सोमो॒ऽस्माकं॑ +सोमौ +सोम् +सोम्य +सोम्यं +सोम्यः +सोम्यम् +सोम्यस्य +सोम्या +सोम्याः +सोम्यात् +सोम्यानां +सोम्यानाम् +सोम्याय +सोम्यास +सोम्यासः +सोम्यासीति +सोम्यासो +सोम्या॑सः +सोम्ये +सोम्येति +सोम्येदं +सोम्येदमग्र +सोम्येदम् +सोम्येभ्यः +सोम्येमा +सोम्येमाः +सोम्येमास्तिस्रो +सोम्यैकेन +सोम्यैवं +सोम्यो +सोम॑ +सोम॑ः +सोम॑गोपाः +सोम॑पीतये +सोम॑पीतये॒ +सोम॑पृष्ठाय +सोम॑मस्मै +सोम॑मिन्द्र +सोम॑मिन्द्र॒ +सोम॑मृतावृधा +सोम॑म् +सोम॑राज्ञीर्ब॒ह्वीः +सोम॑श्च +सोम॑श्च॒ +सोम॑श्च॒मूषु॑ +सोम॑सखा॒ +सोम॑स्त्वा॒ +सोम॑स्य +सोम॑स्य॒ +सोम॑ऽपीतये +सोम॑ᳪ +सोम॑ᳪं᳭ +सोम॒ +सोम॒ः +सोम॒धान॒मा +सोम॒पर्व॑भिः +सोम॒पेया॑य +सोम॒मद्रि॑भिः +सोम॒मिन्द्रा॑य +सोम॒मिन्द्रा॑य॒ +सोम॒ᳪ +सोम॒ᳪं᳭ +सोम꣢꣯ +सोम꣣ +सोमꣳ +सोय +सोयं +सोयमिति +सोयमेवं +सोयम् +सोया +सोयाबीन +सोयामाषः +सोये +सोरठ +सोरब +सोरबविधानसभाक्षेत्रम् +सोरवक्षेपणे +सोरस्ताडं +सोरिति +सोर्थः +सोर्ध्वा +सोर्मनसी +सोर्लुकि +सोर्लुक् +सोर्लोप +सोर्लोपः +सोर्वशी +सोर्हरः +सोलङ्की +सोलन +सोलन् +सोलर् +सोलह +सोलहवां +सोलहवें +सोलापुर +सोलापुरमण्डलम् +सोलापुरम् +सोलिग +सोलिगजनाङ्गः +सोल्का +सोल्लासं +सोल्लासम् +सोल्लासलक्ष्मीप्रतिबिम्बगर्भः +सोल्लासा +सोल्लुण्ठं +सोल्लुण्ठनं +सोल्लुण्ठम् +सोवदत् +सोवदद् +सोवधीत् +सोवाच +सोवाचेदम् +सोवि +सोवियत +सोवियत् +सोशीरं +सोशुम्बां +सोश्नुते +सोश्वमेधफलं +सोषुप्यते +सोष्णं +सोष्णः +सोष्णा +सोष्णीषं +सोष्णीषः +सोष्णे +सोष्णो +सोष्म +सोष्मणः +सोष्मणा +सोष्मा +सोष्माणः +सोष्माणो +सोष्यति +सोष्यते +सोसाइटि +सोसाइटी +सोसायटी +सोसि +सोसुरः +सोसूच्यते +सोसूत्र्यते +सोसैटि +सोसैटी +सोसैट्याः +सोसौ +सोस्ति +सोस्तु +सोस्माकं +सोस्य +सोह +सोहं +सोहग्गं +सोहणं +सोहदि +सोहना +सोहमस्मीति +सोहमिति +सोहमेव +सोहम् +सोहर +सोहसि +सोहा +सोहागपुर +सोहागा +सोही +सोहोनी +सोऽ +सोऽकथयत् +सोऽकरोत् +सोऽकामयत +सोऽकामो +सोऽक्षयं +सोऽक्षरः +सोऽक्षिपत् +सोऽखिलं +सोऽगमत् +सोऽगस्त्यः +सोऽगात् +सोऽग्नये +सोऽग्नि +सोऽग्निं +सोऽग्निः +सोऽग्निना +सोऽग्निपूतो +सोऽग्निमानिति +सोऽग्निमान् +सोऽग्निरब्रवीत् +सोऽग्निरभवत् +सोऽग्निरिति +सोऽग्निर्भवति +सोऽग्निवर्णो +सोऽग्निवीसर्प +सोऽग्निष्टोमफलं +सोऽग्नीत्स +सोऽग्नौ +सोऽग्र +सोऽग्रहीत् +सोऽग्रे +सोऽग्रेण +सोऽघायुः +सोऽङ्ग +सोऽङ्गदं +सोऽङ्गिरा +सोऽचि +सोऽचिन्तयत् +सोऽचिन्तयदहो +सोऽचिरात् +सोऽचिरेण +सोऽचिरेणैव +सोऽच्छिनत् +सोऽच्युतः +सोऽजः +सोऽट्टहासो +सोऽत +सोऽतप्यत +सोऽताम्यत् +सोऽति +सोऽतिथिः +सोऽतिथिभिः +सोऽतिनिर्हारी +सोऽतियुक्तो +सोऽतिवर्णाश्रमी +सोऽतिविद्धो +सोऽतिशयितः +सोऽतिशयितस्तम् +सोऽतिसंधत्ते +सोऽतिसन्धत्ते +सोऽतीव +सोऽतो +सोऽत्यजत् +सोऽत्यन्तं +सोऽत्यर्थ +सोऽत्यर्थं +सोऽत्र +सोऽत्रापि +सोऽत्रैव +सोऽत्रैवास्त +सोऽत्र॑ +सोऽथ +सोऽद्भ्य +सोऽद्य +सोऽद्यापि +सोऽद्यैव +सोऽध +सोऽधम +सोऽधमः +सोऽधर्मः +सोऽधिकं +सोऽधिकरणसिद्धान्तः +सोऽधिकारी +सोऽधिको +सोऽधिगच्छति +सोऽधिगम्य +सोऽधिमांसकः +सोऽधीत्य +सोऽधीयीत +सोऽधुना +सोऽध्यक्ष +सोऽध्यक्षः +सोऽध्यक्षे +सोऽध्यैष्ट +सोऽध्वनः +सोऽध्वर्युः +सोऽनन्तं +सोऽनन्तः +सोऽनन्तो +सोऽनर्थः +सोऽनर्थो +सोऽनवेक्ष्य +सोऽनिमित्तं +सोऽनिरुद्धः +सोऽनु +सोऽनुज्ञातो +सोऽनुपपन्नः +सोऽनुपूर्वेण +सोऽनुभावः +सोऽनुमानस्य +सोऽनुमान्य +सोऽनुवर्तिष्यते +सोऽनुवीक्ष्य +सोऽनेन +सोऽन्त +सोऽन्तं +सोऽन्तः +सोऽन्तःपुरं +सोऽन्तकः +सोऽन्तकाले +सोऽन्तगुरुः +सोऽन्तरधीयत +सोऽन्तरादन्तरं +सोऽन्तरिक्षं +सोऽन्तर्यामी +सोऽन्ते +सोऽन्त्यः +सोऽन्ध +सोऽन्न +सोऽन्नं +सोऽन्नकाल +सोऽन्नमत्ति +सोऽन्य +सोऽन्यं +सोऽन्यः +सोऽन्यजन्मनि +सोऽन्यतरस्यां +सोऽन्यत्कामो +सोऽन्यत्कार्मुकमादाय +सोऽन्यत्र +सोऽन्यत्रापि +सोऽन्यथा +सोऽन्यदा +सोऽन्यस्य +सोऽन्येद्युः +सोऽन्येन +सोऽन्येषां +सोऽन्यैः +सोऽन्यो +सोऽन्वपद्यत +सोऽन्वयः +सोऽन्वयी +सोऽन्वहम् +सोऽन्वाह +सोऽन्वेष्टव्यः +सोऽप +सोऽपः +सोऽपतद्भुवि +सोऽपतन्त्रकः +सोऽपदादौ +सोऽपरः +सोऽपरेण +सोऽपरो +सोऽपवर्गः +सोऽपविद्धो +सोऽपश्यत् +सोऽपानः +सोऽपि +सोऽपीति +सोऽपुत्रः +सोऽपूर्वो +सोऽप्य +सोऽप्यंशः +सोऽप्यत्र +सोऽप्यत्रैव +सोऽप्यथ +सोऽप्यदोषो +सोऽप्यनेन +सोऽप्यनेनैव +सोऽप्ययं +सोऽप्यसत्कारी +सोऽप्यस्मै +सोऽप्यस्य +सोऽप्यात्तमनात्तमनाः +सोऽप्याह +सोऽप्युक्तो +सोऽप्युवाच +सोऽप्येनं +सोऽप्येवं +सोऽप्येवमेव +सोऽप्येष +सोऽप्य् +सोऽबुध्यत +सोऽब्रवीज्ज्यायान्वा +सोऽब्रवीत +सोऽब्रवीत् +सोऽब्रवीत्पतञ्चलं +सोऽब्रवीत्पतञ्चलः +सोऽब्रवीत्पुनः +सोऽब्रवीदहं +सोऽब्रवीदिन्द्रः +सोऽब्रवीदेष +सोऽब्रवीद् +सोऽब्रवीद्राजा +सोऽब्रवीन्मुनिः +सोऽब्रूत +सोऽभयं +सोऽभवत् +सोऽभवत्तदा +सोऽभवद् +सोऽभवन्नृपः +सोऽभाषत +सोऽभि +सोऽभिगम्य +सोऽभिगम्याभिवाद्य +सोऽभिजनोऽस्य +सोऽभिदुद्राव +सोऽभिधीयते +सोऽभिधेयो +सोऽभिध्याय +सोऽभिन्यास +सोऽभिमानी +सोऽभिवाद्य +सोऽभिषिक्तः +सोऽभिषिक्तो +सोऽभिषिच्य +सोऽभीष्टं +सोऽभूत् +सोऽभूदन्वर्थो +सोऽभूद्यो +सोऽभ्यधात् +सोऽभ्यपद्यत +सोऽभ्यभाषत +सोऽभ्यषेचयत् +सोऽभ्यासः +सोऽभ्युपेत्य +सोऽभ्येति +सोऽभ्येत्य +सोऽभ्रमत् +सोऽमन्यत +सोऽमात्यानामन्त्रयते +सोऽमावास्यां +सोऽमुनैव +सोऽमृतत्वं +सोऽमृतत्वमशीय +सोऽमृतत्वाय +सोऽमृतो +सोऽम्बरीषो +सोऽय +सोऽयं +सोऽयमग्निः +सोऽयमत्र +सोऽयमद्य +सोऽयमपि +सोऽयमर्थः +सोऽयमर्थो +सोऽयमात्मा +सोऽयमायाति +सोऽयमिति +सोऽयमिषोरिव +सोऽयमिह +सोऽयमीदृशः +सोऽयमुच्यते +सोऽयमेक +सोऽयमेव +सोऽयमेवं +सोऽयम् +सोऽयास्य +सोऽरण्यं +सोऽरण्याद्ग्राममेयाय +सोऽरुदत्पुनः +सोऽरोदीत् +सोऽर्कः +सोऽर्चितः +सोऽर्जुन +सोऽर्जुनः +सोऽर्जुनेन +सोऽर्जुनो +सोऽर्थ +सोऽर्थं +सोऽर्थः +सोऽर्थान्तरन्यासः +सोऽर्थान्तरन्यासो +सोऽर्थो +सोऽर्थोऽन्तर्भूतः +सोऽर्भकः +सोऽर्यमा +सोऽर्हति +सोऽलङ्कारः +सोऽलाससंज्ञः +सोऽलिखत् +सोऽल्पेन +सोऽवकाशः +सोऽवगाह्य +सोऽवताराय +सोऽवतीर्णो +सोऽवतीर्य +सोऽवतु +सोऽवदत् +सोऽवद्यन्नाहेन्द्रा +सोऽवधूतोऽभिधीयते +सोऽवमन्थः +सोऽवर्धत +सोऽवलेहश्च +सोऽवशः +सोऽवश्यं +सोऽविकम्पेन +सोऽविद्याग्रन्थिं +सोऽविमुक्त +सोऽविमुक्तं +सोऽविमुक्तः +सोऽविमुक्ते +सोऽवेत् +सोऽवोचत् +सोऽव्ययः +सोऽव्ययीभाव +सोऽव्ययीभावः +सोऽव्ययो +सोऽशुचिः +सोऽश्नाति +सोऽश्नुते +सोऽश्राम्यत्स +सोऽश्रुते +सोऽश्वं +सोऽश्वः +सोऽश्वत्थे +सोऽश्वमेधः +सोऽश्वमेधफलं +सोऽश्वमेधसहस्रस्य +सोऽश्वमेधस्य +सोऽश्वमेधेन +सोऽश्वरूपेण +सोऽश्विनौ +सोऽश्विभ्यां +सोऽश्वो +सोऽष्टाभिः +सोऽष्टाभिर्धात्रीभिरुन्नीयते +सोऽष्टौ +सोऽसंसक्त +सोऽसति +सोऽसत्त्वप्रकृतिर्गुणः +सोऽसन्मामु +सोऽसर्वः +सोऽसाध्यः +सोऽसाध्यो +सोऽसावादित्यः +सोऽसावेव +सोऽसि +सोऽसुरः +सोऽसुरस्तस्य +सोऽसुरो +सोऽसुरोत्तमः +सोऽसृजत् +सोऽसृजद् +सोऽसृजन्मनसा +सोऽसौ +सोऽस्ति +सोऽस्तीति +सोऽस्तु +सोऽस्त्येव +सोऽस्त्रं +सोऽस्त्विति +सोऽस्मा +सोऽस्माकं +सोऽस्मान् +सोऽस्माभिः +सोऽस्मासु +सोऽस्मि +सोऽस्मिन् +सोऽस्मै +सोऽस्म्यहम् +सोऽस्य +सोऽस्या +सोऽस्यां +सोऽस्याः +सोऽस्यादिरिति +सोऽस्याभिजन +सोऽस्याभिजनः +सोऽस्याभीष्टः +सोऽस्यायमात्मा +सोऽस्यास्ति +सोऽस्यास्तीति +सोऽस्यै +सोऽस्यैष +सोऽह +सोऽहं +सोऽहंकारः +सोऽहंभावेन +सोऽहङ्कार +सोऽहमद्य +सोऽहमनेन +सोऽहमयं +सोऽहमस्मि +सोऽहमस्मीति +सोऽहमिच्छामि +सोऽहमिति +सोऽहमित्ययम् +सोऽहमित्यवधारय +सोऽहमित्येव +सोऽहमिदं +सोऽहमेव +सोऽहमेवं +सोऽहम् +सो॑ +सो॑म +सो॑मपी॒थं +सो॑मासि +सो॑म॒ +सो॑म॒पा +सो॑म॒पात॑मः +सो॑ऽकामयत +सो॒ +सो॒तरि॑ +सो॒तृभिः॑ +सो॒तृभि॑ः +सो॒तृऽभिः॑ +सो॒मिनः॑ +सो॒मिनो॑ +सो॒मिन॑ः +सो॒मी +सो॒म्यं +सो॒म्यः +सो॒म्यम् +सो॒म्यस्य॑ +सो॒म्यस्य॒ +सो॒म्याना॑म् +सो॒म्यासः॑ +सो॒म्यासो॑ +सो॒म्यास॑ +सो॒म॒ +सो॒म॒पा +सो॒म॒ऽधान॑म् +सो॒म॒ऽपाः +सो॒म॒ऽपाः॒ +सो॒म॒ऽपात॑मः +सो॒म॒ऽपेया॑य +सो॒म॒ऽपेय॑म् +सो᳘ऽह᳘ं +सो꣡मं꣢ +सो꣡मः꣢ +सो꣡मः꣢꣯ +सो꣡माः꣢ +सो꣡माः꣢꣯ +सो꣡मा꣢ +सो꣡मो꣢ +सो꣡म꣢ +सो꣡म꣢पीतये +सो꣡म꣢स्य +सो꣡म꣢꣯म् +सो꣢म +सो꣢मो꣣ +सो꣢म꣣ +सो꣣म +सौ +सौं +सौंदर्य +सौंदर्यं +सौः +सौकरं +सौकरवं +सौकरवे +सौकरायणः +सौकरायणश्रुतिः +सौकरिकः +सौकरे +सौकर्य +सौकर्यं +सौकर्यतो +सौकर्यम् +सौकर्याणि +सौकर्यात् +सौकर्याय +सौकर्यार्थं +सौकर्येण +सौकुमार्य +सौकुमार्यं +सौकुमार्यम् +सौकुमार्यस्य +सौकुमार्ये +सौकुमार्येण +सौकृत्याय +सौक्ष्म्यं +सौक्ष्म्यपरिच्छेदौ +सौक्ष्म्यम् +सौक्ष्म्याच्च +सौक्ष्म्यात् +सौक्ष्म्यादाकाशं +सौक्ष्म्याद् +सौक्ष्म्यान्न +सौक्ष्म्ये +सौखरात्रिकः +सौखशायनिकः +सौख्य +सौख्यं +सौख्यकृत् +सौख्यञ्च +सौख्यतरं +सौख्यदं +सौख्यदः +सौख्यदम् +सौख्यदा +सौख्यदाः +सौख्यप्रदं +सौख्यमय्यः +सौख्यमवाप्नोति +सौख्यमिदं +सौख्यमेव +सौख्यम् +सौख्यवान् +सौख्यसहित +सौख्यस्य +सौख्यानि +सौख्याय +सौख्यार्थं +सौख्ये +सौख्येन +सौख्यैः +सौख्यैर्दुःखान्यपोहति +सौख्योपदेशं +सौग +सौगंधिकं +सौगत +सौगतं +सौगतः +सौगतम् +सौगता +सौगताः +सौगतानां +सौगतास्तु +सौगते +सौगतैः +सौगतो +सौगन्धं +सौगन्धिं +सौगन्धिक +सौगन्धिकं +सौगन्धिकः +सौगन्धिकम् +सौगन्धिकयात्रायां +सौगन्धिकश्च +सौगन्धिकानि +सौगन्धिकाहरणस्य +सौगन्धिके +सौगन्धिकेन +सौगन्धिकैः +सौगन्धिको +सौगन्ध्य +सौगन्ध्यं +सौगन्ध्ये +सौचिकः +सौचीकोऽग्निः +सौच्यते +सौजन्य +सौजन्यं +सौजन्यजन्यं +सौजन्यम् +सौजन्यस्य +सौजन्येन +सौतङ्गमिः 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+सौमनसः +सौमनसम् +सौमनसस्य +सौमनसाय +सौमनसे +सौमनसो +सौमनस्य +सौमनस्यं +सौमनस्यदौर्मनस्ययोरस्तंगमाददुःखासुखमुपेक्षास्मृतिपरिशुद्धं +सौमनस्यमस्तु +सौमनस्यमस्त्विति +सौमनस्यम् +सौमनस्येन +सौमन॒साय॑ +सौमापौष्णं +सौमापौष्णः +सौमारौद्रं +सौमि +सौमिक +सौमिकं +सौमिकम् +सौमिकवेदिकरणम् +सौमिकस्य +सौमिका +सौमिकानि +सौमिकी +सौमिके +सौमिकेषु +सौमिक्या +सौमित्र +सौमित्रं +सौमित्रम् +सौमित्रये +सौमित्रस्य +सौमित्राणि +सौमित्रि +सौमित्रिं +सौमित्रिः +सौमित्रिणा +सौमित्रिमब्रवीत् +सौमित्रिम् +सौमित्रिरपि +सौमित्रिरब्रवीत् +सौमित्रिरुत्पत्य +सौमित्रिरेव +सौमित्रिर्मित्रनन्दनः +सौमित्रिवत्सलः +सौमित्रिसहितो +सौमित्रिस्तु +सौमित्री +सौमित्रे +सौमित्रेः +सौमित्रौ +सौमिनी +सौमी +सौमीं +सौमीर् +सौमुख्यं +सौमे +सौमेधम् +सौमेन्द्रं +सौमेन्द्रः +सौम्पे +सौम्य +सौम्यँ +सौम्यं +सौम्यः +सौम्यगोले +सौम्यग्रहाः +सौम्यग्रहे +सौम्यञ्च +सौम्यता +सौम्यतां +सौम्यताम् +सौम्यत्वं +सौम्यदर्शनः +सौम्यदर्शनम् +सौम्यदर्शनाः +सौम्यदशान्तरे +सौम्यदिग्भागे +सौम्यदृष्टिर्भवेद्राजा +सौम्यदृष्टे +सौम्यदृष्ट्या +सौम्यदेशे +सौम्यनता +सौम्यनाम्नीं +सौम्यभागे +सौम्यमस्मात् +सौम्यमाग्नेयं +सौम्यमिति +सौम्यमिदं +सौम्यमिह +सौम्यमेव +सौम्यम् +सौम्यया +सौम्ययाम्ये +सौम्ययुक्ते +सौम्ययुते +सौम्यरूपं +सौम्यरूपः +सौम्यरूपा +सौम्यरूपेण +सौम्यर्चा +सौम्यर्चाऽपरेण +सौम्यवक्त्रं +सौम्यवदनं +सौम्यवपुः +सौम्यवपुर्महात्मा +सौम्यवारे +सौम्यश् +सौम्यश्च +सौम्यश्चरुः +सौम्यस् +सौम्यस्त्रिदशमन्त्री +सौम्यस्थो +सौम्यस्य +सौम्यस्याध्वरस्य +सौम्या +सौम्यां +सौम्याः +सौम्यात् +सौम्यादि +सौम्यानां +सौम्यानि +सौम्यान् +सौम्यान्यौषधानि +सौम्याम् +सौम्याय +सौम्यायनं +सौम्यायने +सौम्यायां +सौम्याश्च +सौम्याश्चैव +सौम्यासः +सौम्यास् +सौम्यास्तु +सौम्ये +सौम्येक्षिते +सौम्येतरयोः +सौम्येति +सौम्येदमग्र +सौम्येन +सौम्येषु +सौम्येऽथ +सौम्येऽध्वरे +सौम्येऽपमे +सौम्येऽपि +सौम्यै +सौम्यैः +सौम्यैकेन +सौम्यैर् +सौम्यो +सौम्योऽध्वर +सौम्योऽध्वरः +सौम्योऽपि +सौम्योऽयं +सौम्योऽयमुच्यते +सौम्यौ +सौम्यꣳ +सौयवसिः +सौर +सौरं +सौरः +सौरकाण्डे +सौरञ्च +सौरदिनानि +सौरदिवसे +सौरधर्मवर्णनम् +सौरधर्मे +सौरधर्मेषु +सौरपक्षे +सौरपुराणे +सौरभ +सौरभं +सौरभः +सौरभकं 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+सौवीरकरसं +सौवीरकरसेनापि +सौवीरके +सौवीरकेण +सौवीरन्तु +सौवीरमञ्जनं +सौवीरम् +सौवीरराजः +सौवीरराजस्य +सौवीरसदृशं +सौवीरसाल्वप्राक्षु +सौवीरस्याढकं +सौवीरा +सौवीराः +सौवीराञ्जनम् +सौवीराञ्जने +सौवीरी +सौवीरे +सौवीरेषु +सौवीरो +सौवीर्यः +सौवीर्या +सौशब्द्यं +सौशमिकन्थम् +सौशील्यं +सौशुकाख्योऽतिविद्वान् +सौश्रवसं +सौश्रवसः +सौश्रवसम् +सौश्रवसानि +सौश्रवसाय +सौश्रवसेषु +सौश्रव॒साय॑ +सौश्रव॒सेष्व॑ग्न +सौषधिग्रामा +सौषधीरनुरुध्यसे +सौषधीर् +सौषिर्यं +सौषुप्तं +सौषुप्तपदवन्मूढः +सौषुप्तिकपर्व +सौषुप्ती +सौषुप्तीं +सौषुप्ते +सौष्टिकं +सौष्टिकम् +सौष्ठव +सौष्ठवं +सौष्ठवम् +सौष्ठवात् +सौष्ठवे +सौष्ठवेन +सौष्ठिकं +सौष्ठिकविस्तृतम् +सौष॑धी॒रनु॑ +सौसुरादाः +सौस्नातिकः +सौस्सले +सौहविषं +सौहविषम् +सौहविषाणि +सौहार्द +सौहार्दं +सौहार्दम् +सौहार्दस्य +सौहार्दात् +सौहार्दे +सौहार्देन +सौहार्द्यम् +सौहित्य +सौहित्यं +सौहृद +सौहृदं +सौहृदमेव +सौहृदम् +सौहृदस्य +सौहृदात् +सौहृदे +सौहृदेन +सौहृद्यं +सौह्मः +सौह्मकः +सौह्मनागरः +सौ॑मन॒से +सौ॒म्यं +सौ॒म्यः +सौ॒म्या +सौ॒म॒न॒साय॑ +सौ॒म॒न॒से +सौ॒री +सौ॒र्यं +सौ॒श्र॒व॒साय॑ +स् +स्ँ +स्क +स्कं +स्कंद +स्कंदं +स्कंदः +स्कंदस्य +स्कंदाय +स्कंदेन +स्कंदो +स्कंध +स्कंधं +स्कंधः +स्कंधे +स्कंधों +स्कंधौ +स्कन +स्कन् +स्कन्त्वा +स्कन्द +स्कन्दं +स्कन्दः +स्कन्दगिरिः +स्कन्दगुप्तः +स्कन्दग्रहस्तु +स्कन्दग्रहे +स्कन्दति +स्कन्दतीर्थं +स्कन्दते +स्कन्दत्य् +स्कन्दनं +स्कन्दने +स्कन्दन्ति +स्कन्दपु +स्कन्दपुरा +स्कन्दपुराण +स्कन्दपुराणम +स्कन्दपुराणम् +स्कन्दपुराणस्य +स्कन्दपुराणे +स्कन्दपुराणेऽपि +स्कन्दपुराण् +स्कन्दमातरम् +स्कन्दमाता +स्कन्दयते +स्कन्दयामि +स्कन्दराज +स्कन्दलहरी +स्कन्दविशाखयोः +स्कन्दविशाखौ +स्कन्दवेदपादस्तवः +स्कन्दश्च +स्कन्दषष्ठी +स्कन्दस्य +स्कन्दस्वामि +स्कन्दस्वामिनः +स्कन्दस्वामिना +स्कन्दस्वामी +स्कन्दा +स्कन्दात् +स्कन्दादयः +स्कन्दादाज्यस्योत +स्कन्दापस्मार +स्कन्दापस्मारसंज्ञो +स्कन्दाय +स्कन्दि +स्कन्दितमार्षभम् +स्कन्दिर +स्कन्दिर् +स्कन्दिर्गतिशोषणयोः +स्कन्दिस्यन्दोः +स्कन्दे +स्कन्देः +स्कन्देत् +स्कन्देत्तदेव +स्कन्देदा +स्कन्देद् +स्कन्देद्यदि +स्कन्देन +स्कन्देरनिष्ठायाम् +स्कन्दो +स्कन्दोपनिषत् +स्कन्दोऽपि +स्कन्द॑ति +स्कन्द॑ति॒ +स्कन्ध +स्कन्धं +स्कन्धः +स्कन्धकोशान्तरं +स्कन्धकौशलं +स्कन्धकौशल्यं +स्कन्धगतं +स्कन्धगतः +स्कन्धगतौ +स्कन्धतश् +स्कन्धदेशे +स्कन्धद्वयं +स्कन्धधात्वायतनानां +स्कन्धधात्वायतनानि +स्कन्धधात्वायतनेषु +स्कन्धपट्टिका +स्कन्धपरीक्षा +स्कन्धमारुह्य +स्कन्धमारोप्य +स्कन्धम् +स्कन्धयोः +स्कन्धविस्तारो +स्कन्धशाखा +स्कन्धश्च +स्कन्धस्तृतीयोऽपरः +स्कन्धस्थितः +स्कन्धस्य +स्कन्धा +स्कन्धांस +स्कन्धांसीव +स्कन्धाः +स्कन्धात् +स्कन्धात्प्रभृत्येव +स्कन्धादीनां +स्कन्धानां +स्कन्धानुपादाय +स्कन्धान् +स्कन्धायतनधातवः +स्कन्धावार +स्कन्धावारं +स्कन्धावारः +स्कन्धावारनिवेशनम् +स्कन्धावारम् +स्कन्धावारस्य +स्कन्धावारे +स्कन्धाश्च +स्कन्धी +स्कन्धे +स्कन्धेन +स्कन्धेनादाय +स्कन्धेनापि +स्कन्धेभ्यः +स्कन्धेभ्यो +स्कन्धेषु +स्कन्धैः +स्कन्धो +स्कन्धोग्रीवी +स्कन्धोपनेयं +स्कन्धोपनेयः +स्कन्धोपरि +स्कन्धोऽस्य +स्कन्धौ +स्कन्ध्या +स्कन्ध्याः +स्कन्न +स्कन्नं +स्कन्नः +स्कन्नमनुमन्त्रयते +स्कन्नमभिमृशति +स्कन्नम् +स्कन्नस्य +स्कन्ना +स्कन्नाज्जायते +स्कन्नानि +स्कन्ने +स्कन्नेमा +स्कन्नो +स्कन्भु +स्कन्व +स्कभायत +स्कभि +स्कभित +स्कभिता +स्कभितासः +स्कभित्वी +स्कभीयान् +स्कभ्नाति +स्कभ्नातेर्नित्यम् +स्कभ्नोतिः +स्कम्भ +स्कम्भं +स्कम्भः +स्कम्भनमसि +स्कम्भनमसीति +स्कम्भनम् +स्कम्भनिर् +स्कम्भनीः +स्कम्भनेन +स्कम्भसर्जनम् +स्कम्भसर्जनी +स्कम्भस्य +स्कम्भासः +स्कम्भु +स्कम्भुः +स्कम्भे +स्कम्भो +स्करः +स्करोति +स्कवॉड्रन +स्का +स्कांदं +स्कांदे +स्काउट +स्काटलैंड +स्काट् +स्काट्लेण्ड् +स्कानिति +स्कान् +स्कान्द +स्कान्दं +स्कान्दम् +स्कान्दशारीरकः +स्कान्दशारीरके +स्कान्दात् +स्कान्दादिकेषु +स्कान्दे +स्कार +स्कारः +स्कारस्य +स्कारे +स्कारेण +स्कारो +स्किन्धः +स्कु +स्कुञ् +स्कुञ्भ्यः +स्कुट +स्कुटा +स्कुदि +स्कुनाति +स्कुनीते +स्कुनुते +स्कुनोति +स्कुन्दते +स्कुन्भ +स्कुन्भु +स्कुभ्नाति +स्कुभ्नोति +स्कुल +स्कूल +स्कूल् +स्कृ +स्कृतः +स्कृतम् +स्कृता +स्कृत्य +स्केटिङ्ग् +स्केल +स्केला +स्केले +स्कैपुला +स्कॉट् +स्को +स्कोः +स्कोर +स्कोरिति +स्कोर् +स्कोस्सयोगाद्यो +स्कौट् +स्क्म् +स्क्यान्डियम +स्क्रीन +स्क्रीन् +स्क्लेरा +स्क्वैमस +स्क॒म्भ +स्क॒म्भं +स्क॒म्भः +स्ख +स्खं +स्खः +स्खजनस्य +स्खत +स्खतः +स्खतो +स्खद +स्खदने +स्खदेशे +स्खन +स्खम् +स्खय +स्खयं +स्खयम् +स्खया +स्खर +स्खरूपेण +स्खरै +स्खल +स्खलतः +स्खलति +स्खलतीव +स्खलतु +स्खलतो +स्खलत् +स्खलत्कथं +स्खलद्गतिः +स्खलद्गतित्वं +स्खलद्गतेः +स्खलद्भिः +स्खलन +स्खलनं +स्खलनम् +स्खलनस्य +स्खलने +स्खलनेन +स्खलन् +स्खलन्तः +स्खलन्ति +स्खलन्ती +स्खलन्महेभं +स्खलयति +स्खलसि +स्खलि +स्खलित +स्खलितं +स्खलितः +स्खलितपादानां +स्खलितम् +स्खलितसुभगं +स्खलितस्तदा +स्खलितस्य +स्खलिता +स्खलिताः +स्खलितानि +स्खलितास्मि +स्खलिते +स्खलितेन +स्खलितो +स्खलितोत्तरे +स्खलित्वा +स्खलु +स्खस्य +स्खा +स्खे +स्खेन +स्च +स्चाङ्गुलः +स्च् +स्छ +स्छ्वान् +स्जौ +स्ट +स्टडी +स्टडीज +स्टडीज़ +स्टडीस् +स्टब्स् +स्टर्न +स्टाक् +स्टार +स्टार् +स्टार्क +स्टालिन +स्टीफन् +स्टीम +स्टीम् +स्टील् +स्टीवन +स्टीव् +स्टु +स्टुडियो +स्टूअर्ड +स्टूअर्डों +स्टेच्यू +स्टेट +स्टेट् +स्टेट्स् +स्टेडियम +स्टेडियम् +स्टेपलटन् +स्टेशन +स्टेशन् +स्टै +स्टॉक +स्ट् +स्ट्यान्ले +स्ट्रीट् +स्ट्रोक् +स्ठानं +स्त +स्तं +स्तंभ +स्तंभं +स्तंभः +स्तंभनं +स्तंभने +स्तंभमूले +स्तंभय +स्तंभयामास +स्तंभयित्वा +स्तंभस्य +स्तंभा +स्तंभानां +स्तंभिता +स्तंभिनी +स्तंभे +स्तंभेषु +स्तंभो +स्तं॒ +स्तः +स्तक +स्तकति +स्तके +स्तटे +स्तत +स्ततः +स्ततश्च +स्ततस्तु +स्तता +स्तति +स्ततिः +स्तते +स्ततो +स्तत् +स्तत्तादृशं +स्तत्तु +स्तत्त्वं +स्तत्त्वम् +स्तत्पुरुषः +स्तत्या +स्तत्र +स्तत्रापि +स्तत्रैकस्त्वमशिष्यथाः +स्तत्रैव +स्तत्वं +स्तथा +स्तथात्वम् +स्तथापि +स्तथाऽपि +स्तथैव +स्तथैवच +स्तदनन्तरम् +स्तदनु +स्तदपि +स्तदभावे +स्तदस्य +स्तदा +स्तदानीं +स्तदिह +स्तदेव +स्तदैव +स्तद् +स्तद्गुप्तो +स्तद्य +स्तद्वंशालंकृतो +स्तद्वत् +स्तद्व्यासः +स्तन +स्तनं +स्तनंधयः +स्तनं॒ +स्तनः +स्तनकेशवती +स्तनतट +स्तनतटं +स्तनतटे +स्तनतां +स्तनति +स्तनदात्री +स्तनद्वन्द्वं +स्तनद्वयं +स्तनद्वयम् +स्तनद्वयात् +स्तनद्वयी +स्तनद्वये +स्तनद्वयेऽस्मिन्हरिचन्दनास्पदे +स्तनद्वेषः +स्तनद्वेषी +स्तननं +स्तनन्धय +स्तनन्धयः +स्तनन्धयी +स्तनन्यस्तोशीरं +स्तनपा +स्तनपान +स्तनपानं +स्तनपानादौ +स्तनपृष्ठे +स्तनपो +स्तनबन्धुरस्य +स्तनभर +स्तनभरः +स्तनभरेण +स्तनभार +स्तनभारेण +स्तनभिन्नवल्कला +स्तनभुवि +स्तनमण्डलम् +स्तनमण्डलानि +स्तनमण्डले +स्तनमध्ये +स्तनमसौ +स्तनमिति +स्तनमूर्जस्वन्तं +स्तनमूले +स्तनम् +स्तनय +स्तनयति +स्तनयते +स्तनयन् +स्तनयन्तं +स्तनयन्तम् +स्तनयन्ति +स्तनयन्ती +स्तनयन्निव +स्तनयन्न् +स्तनयित्नवः +स्तनयित्नवे +स्तनयित्नु +स्तनयित्नुं +स्तनयित्नुः +स्तनयित्नुना +स्तनयित्नुमान् +स्तनयित्नुरिति +स्तनयित्नुरेवेन्द्रो +स्तनयित्नुर् +स्तनयित्नुर्द +स्तनयित्नो +स्तनयित्नोः +स्तनयित्नौ +स्तनयित्‍नुभिः +स्तनयुगं +स्तनयुगलं +स्तनयुगे +स्तनयुगेन +स्तनयुग्मं +स्तनयुग्मे +स्तनयो +स्तनयोः +स्तनयोरन्तरं +स्तनयोरन्तरे +स्तनयोरपि +स्तनयोश्च +स्तनयोश्चैव +स्तनरोगाय +स्तनवती +स्तनव्दयं +स्तनशैलदुर्गविषमे +स्तनसंबाधमुरो +स्तनस्य +स्तना +स्तनांशुकं +स्तनांशुकम् +स्तनाः +स्तनाग्रं +स्तनाङ्गरागारुणिताच्च +स्तनात् +स्तनादि +स्तनादीनां +स्तनादौ +स्तनानां +स्तनान् +स्तनान्तं +स्तनान्तरं +स्तनान्तरम् +स्तनान्तरे +स्तनाभोगः +स्तनाभोगे +स्तनाभ्या +स्तनाभ्यां +स्तनाभ्याम् +स्तनाविव +स्तनावेव +स्तनाव् +स्तनित +स्तनितं +स्तनितम् +स्तनितानि +स्तनिते +स्तनितेन +स्तनी +स्तने +स्तनेति +स्तनेन +स्तनेषु +स्तनै +स्तनैः +स्तनैरिव +स्तनैश्च +स्तनैौ +स्तनो +स्तनों +स्तनोदरम् +स्तनोपपीडं +स्तनोर्मध्यस्यान्तः +स्तनौ +स्तन् +स्तन्न +स्तन्भ +स्तन्भु +स्तन्भेः +स्तन्य +स्तन्यं +स्तन्यत्यागात्परेण +स्तन्यदा +स्तन्यपानं +स्तन्यपानादौ +स्तन्यपाने +स्तन्यपानेन +स्तन्यम् +स्तन्यरोगे +स्तन्यश्लेष्मकरस्तथा +स्तन्यस्य +स्तन्या +स्तन्ये +स्तन्येन +स्तन्यैः +स्तन्यो +स्तन॑ +स्तपः +स्तपसा +स्तपस्तेपे +स्तपस्वी +स्तपो +स्तबक +स्तबकं +स्तबकः +स्तबका +स्तबकाः +स्तबके +स्तबकैः +स्तबको +स्तब्ध +स्तब्धं +स्तब्धः +स्तब्धकर्णो +स्तब्धगात्रो +स्तब्धता +स्तब्धतां +स्तब्धत्वं +स्तब्धमेढ्रता +स्तब्धम् +स्तब्धरोमा +स्तब्धलिङ्गो +स्तब्धलोचनः +स्तब्धशिरःसु +स्तब्धस्य +स्तब्धा +स्तब्धाः +स्तब्धाक्षोऽथ +स्तब्धाङ्गः +स्तब्धाङ्गदृष्टिस्त्वसृजा +स्तब्धात्मा +स्तब्धानां +स्तब्धानि +स्तब्धाश्च +स्तब्धासि +स्तब्धे +स्तब्धेन +स्तब्धो +स्तब्धोऽसि +स्तब्धोऽस्युत +स्तब्धौ +स्तब्ध्वा +स्तभान +स्तभानान्तरिक्षं +स्तभानान्तरिक्षम् +स्तभायन् +स्तभित +स्तभितं +स्तभि॒तं +स्तभ्नाति +स्तभ्नातु +स्तभ्नामि +स्तभ्नामीति +स्तभ्नोति +स्तभ्यते +स्तम +स्तमः +स्तमसि +स्तमाह +स्तमित्यं +स्तमेव +स्तमो +स्तम् +स्तम्ब +स्तम्बं +स्तम्बः +स्तम्बकरिः +स्तम्बकर्णयो +स्तम्बघनः +स्तम्बघ्नः +स्तम्बपर्यन्तानि +स्तम्बमाहर +स्तम्बमित्रः +स्तम्बयजुर्हरति +स्तम्बयजुर्हरतीदमेव +स्तम्बयजुषो +स्तम्बशकृतोरिन् +स्तम्बा +स्तम्बाः +स्तम्बान् +स्तम्बे +स्तम्बेन +स्तम्बेरम +स्तम्बेरमः +स्तम्बेरमा +स्तम्बेरमाः +स्तम्बो +स्तम्भ +स्तम्भं +स्तम्भः +स्तम्भकं +स्तम्भकः +स्तम्भको +स्तम्भक्रीडनिका +स्तम्भतः +स्तम्भता +स्तम्भते +स्तम्भद्वयं +स्तम्भन +स्तम्भनं +स्तम्भनः +स्तम्भनम् +स्तम्भनाय +स्तम्भनार्थः +स्तम्भनी +स्तम्भने +स्तम्भनो +स्तम्भपञ्चकम् +स्तम्भप्रलयरोमाञ्चाः +स्तम्भमापुः +स्तम्भमूले +स्तम्भम् +स्तम्भय +स्तम्भयति +स्तम्भयते +स्तम्भयतेऽनिलः +स्तम्भयन् +स्तम्भयन्ति +स्तम्भयामास +स्तम्भयिता +स्तम्भयित्वा +स्तम्भयुक्तं +स्तम्भयेत् +स्तम्भयोः +स्तम्भरचनाः +स्तम्भवर्गः +स्तम्भवेपथुसुप्तयः +स्तम्भश्च +स्तम्भस्य +स्तम्भा +स्तम्भाः +स्तम्भाग्रे +स्तम्भात् +स्तम्भादयः +स्तम्भादिकं +स्तम्भादौ +स्तम्भानां +स्तम्भान् +स्तम्भान्तरिता +स्तम्भित +स्तम्भितं +स्तम्भितः +स्तम्भितम् +स्तम्भितवानसि +स्तम्भितवान् +स्तम्भिता +स्तम्भिताः +स्तम्भितानि +स्तम्भिते +स्तम्भितो +स्तम्भिनि +स्तम्भिनी +स्तम्भी +स्तम्भीभवति +स्तम्भु +स्तम्भुसिवुसहां +स्तम्भे +स्तम्भेः +स्तम्भेन +स्तम्भेषु +स्तम्भै +स्तम्भैः +स्तम्भैश्च +स्तम्भो +स्तम्भोपरि +स्तम्भोऽथ +स्तम्भौ +स्तम्भ्यते +स्तय +स्तया +स्तयोः +स्तर +स्तरं +स्तरः +स्तरङ्गः +स्तरण +स्तरणं +स्तरणम् +स्तरणे +स्तरते +स्तरद्वयम् +स्तरमेकं +स्तरम् +स्तरयोः +स्तरस्य +स्तरा +स्तराः +स्तराणां +स्तरात् +स्तरामहे +स्तरित +स्तरितुम् +स्तरिषीष्ट +स्तरीः +स्तरीतवे +स्तरीमणि +स्तरीरसि +स्तरीरसीति +स्तरीर् +स्तरे +स्तरेण +स्तरेन +स्तरेषु +स्तरैः +स्तरों +स्तरोर्ध्वे +स्तरौ +स्तर्पयति +स्तर्पयामि +स्तर्यं +स्तर्यः +स्तर्यम् +स्तर्या +स्तर्यो +स्तर्हि +स्तले +स्तव +स्तवं +स्तवः +स्तवक +स्तवकः +स्तवके +स्तवचिन्तामणिः +स्तवत +स्तवते +स्तवत् +स्तवन +स्तवनं +स्तवनम् +स्तवनानि +स्तवनीयः +स्तवने +स्तवनेन +स्तवनैः +स्तवन्त +स्तवन्ते +स्तवप्रियः +स्तवमान +स्तवमानः +स्तवमिमं +स्तवम् +स्तवराज +स्तवराजं +स्तवराजमिमं +स्तवराजस्य +स्तवराजेन +स्तवसे +स्तवस्य +स्तवस्यास्य +स्तवा +स्तवाः +स्तवान +स्तवानः +स्तवानां +स्तवानि +स्तवानो +स्तवान् +स्तवापि +स्तवाम +स्तवाय +स्तवा॑नः +स्तवा॑नो +स्तवा॑न॒ +स्तवा॑म +स्तवा॒ +स्तविष्यते +स्तविष्यामि +स्तवीति +स्तवीते +स्तवीमि +स्तवे +स्तवेति +स्तवेन +स्तवेनानेन +स्तवेषु +स्तवे॑ +स्तवै +स्तवैः +स्तवै॑ +स्तवो +स्तव्यं +स्तव्यः +स्तव्याः +स्तश्च +स्तस् +स्तस्तत्र +स्तस्तथा +स्तस्तदा +स्तस्ते +स्तस्तौ +स्तस्मात् +स्तस्माद् +स्तस्मिन् +स्तस्मिन्नेव +स्तस्मै +स्तस्य +स्तस्या +स्तस्यां +स्तस्याः +स्तस्यैव +स्तस्यैष +स्ता +स्तां +स्ताः +स्तात +स्तात् +स्तादिति +स्तानं +स्तानि +स्तान् +स्तान्येव +स्तापितं +स्ताबिया +स्ताभ्यां +स्तामिति +स्तामुः +स्ताम् +स्ताम्ऽ +स्तायद्दिप्सति +स्तायूनां +स्तारं +स्तारो +स्ताव +स्तावक +स्तावकः +स्तावकत्वं +स्तावकत्वेन +स्तावकम् +स्तावकाः +स्तावकानां +स्तावकार्थवादातिदेशसहितं +स्तावको +स्तावत् +स्तावे +स्तासां +स्तासु +स्ता॑म् +स्ता꣢꣯धृ꣡ष्णुया +स्ति +स्तितः +स्तिथयो +स्तिथौ +स्तिपा +स्तिपाः +स्तिमि +स्तिमित +स्तिमितं +स्तिमितः +स्तिमितगम्भीरं +स्तिमितता +स्तिमिततां +स्तिमितनयनां +स्तिमितप्रदीपे +स्तिमितम् +स्तिमिता +स्तिमितां +स्तिमिताः +स्तिमितायताक्षी +स्तिमिते +स्तिमितेन +स्तिमितो +स्तिम्यति +स्तिया +स्तियानाम् +स्तिया॑नाम् +स्तिरः +स्तिष्ठति +स्तिष्ठन्ति +स्तिस्र +स्तिस्रः +स्तिस्रो +स्ती +स्तीति +स्तीत्यर्थः +स्तीत्याह +स्तीन् +स्तीर +स्तीर्ण +स्तीर्णं +स्तीर्णबर्हिः +स्तीर्णबर्हिषे +स्तीर्णम् +स्तीर्णा +स्तीर्णे +स्तीर्त्वा +स्तीर्त्वापः +स्तीर्य +स्तीर्यते +स्तीर्यमाणा +स्ती॒र्णं +स्ती॒र्णब॑र्हिषे॒ +स्ती॒र्णम् +स्ती॒र्णे +स्तु +स्तुः +स्तुका +स्तुत +स्तुतं +स्तुतः +स्तुतत्वात् +स्तुतमसि +स्तुतमिति +स्तुतम् +स्तुतय +स्तुतयः +स्तुतयश्च +स्तुतये +स्तुतयेऽनुमतिर्वा +स्तुतयो +स्तुतवती +स्तुतवन्त +स्तुतवन्तः +स्तुतवान् +स्तुतशस्त्रयोः +स्तुतशस्त्राणि +स्तुतशस्त्रे +स्तुतश्च +स्तुतस् +स्तुतस्तदा +स्तुतस्तु +स्तुतस्तेन +स्तुतस्तोमयोश्छन्दसि +स्तुतस्तोमस्य +स्तुतस्त्वं +स्तुतस्य +स्तुता +स्तुतां +स्तुताः +स्तुतात् +स्तुतानि +स्तुताम् +स्तुताय +स्तुतावपि +स्तुताविति +स्तुतासः +स्तुतासो +स्तुति +स्तुतिं +स्तुतिः +स्तुतिकरणम् +स्तुतिकर्त्रे +स्तुतिकर्मणः +स्तुतिकर्मा +स्तुतिकुसुमाञ्जलौ +स्तुतिक्रिया +स्तुतिद्वारा +स्तुतिनिन्दयोः +स्तुतिनिन्दाभ्यां +स्तुतिनिन्दे +स्तुतिपदं +स्तुतिपदानि +स्तुतिपदे +स्तुतिपदैः +स्तुतिपरं +स्तुतिपरः +स्तुतिपरा +स्तुतिपर्यवसायिनी +स्तुतिपाठकः +स्तुतिपाठका +स्तुतिपाठकाः +स्तुतिपाठके +स्तुतिपूर्वं +स्तुतिभि +स्तुतिभिः +स्तुतिभिरेव +स्तुतिभिर्वा +स्तुतिभिर्हविर्भिर्वा +स्तुतिभिर्हविर्भिश्च +स्तुतिभिश्च +स्तुतिभ्यो +स्तुतिमन्तं +स्तुतिमपि +स्तुतिमाचरेत् +स्तुतिमात्रं +स्तुतिमात्रमुपादानादिति +स्तुतिमात्रम् +स्तुतिमात्राधिकरणम् +स्तुतिमारेभिरे +स्तुतिमिति +स्तुतिमिमां +स्तुतिमुखेन +स्तुतिमुपसंहरति +स्तुतिमेतां +स्तुतिमोदमदस्वप्नकान्तिगतिषु +स्तुतिम् +स्तुतियों +स्तुतिरपि +स्तुतिरिति +स्तुतिरित्यर्थः +स्तुतिरियम् +स्तुतिरुपपद्यते +स्तुतिरूपं +स्तुतिरूपया +स्तुतिरूपा +स्तुतिरूपां +स्तुतिरूपाणि +स्तुतिरूपाभिर्वाग्भिः +स्तुतिरूपेण +स्तुतिरेव +स्तुतिर् +स्तुतिर्जरतेः +स्तुतिर्न +स्तुतिर्निन्दा +स्तुतिर्नुतिः +स्तुतिर्भवति +स्तुतिर्यस्य +स्तुतिर्वा +स्तुतिर्हि +स्तुतिलक्षणं +स्तुतिलक्षणया +स्तुतिलक्षणा +स्तुतिलक्षणां +स्तुतिलक्षणाः +स्तुतिलक्षणाभिर्वाग्भिः +स्तुतिवचनं +स्तुतिवाग्भिः +स्तुतिवाचः +स्तुतिव्याजेन +स्तुतिशब्दो +स्तुतिश्च +स्तुतिषु +स्तुतिस्तु +स्तुती +स्तुतीः +स्तुतीनां +स्तुतीरुप +स्तुतीश्च +स्तुते +स्तुतेः +स्तुतेति +स्तुतेत्यर्थः +स्तुतेत्य् +स्तुतेन +स्तुतेन्द्र +स्तुतेर्वा +स्तुतेषे +स्तुतैः +स्तुतो +स्तुतोर्जे +स्तुतोऽपि +स्तुतोऽभूत् +स्तुतोऽसि +स्तुतोऽहं +स्तुतौ +स्तुत् +स्तुत्य +स्तुत्यं +स्तुत्यः +स्तुत्यतया +स्तुत्यत्वेन +स्तुत्यमित्यर्थः +स्तुत्यम् +स्तुत्यर्थ +स्तुत्यर्थं +स्तुत्यर्थः +स्तुत्यर्थता +स्तुत्यर्थत्वं +स्तुत्यर्थत्वात् +स्तुत्यर्थत्वेन +स्तुत्यर्थमेव +स्तुत्यर्थम् +स्तुत्यर्थस्य +स्तुत्यर्था +स्तुत्यर्थाः +स्तुत्यर्थास्तात्पर्यविषये +स्तुत्यर्थे +स्तुत्यर्थेन +स्तुत्यर्थो +स्तुत्यश्च +स्तुत्यस्य +स्तुत्या +स्तुत्यां +स्तुत्याः +स्तुत्यादिकं +स्तुत्यादिना +स्तुत्यादिभिः +स्तुत्यादिषु +स्तुत्यादौ +स्तुत्यानां +स्तुत्यानि +स्तुत्याय +स्तुत्ये +स्तुत्येति +स्तुत्यै +स्तुत्यैः +स्तुत्यो +स्तुत्यौ +स्तुत्वा +स्तुत्वाथ +स्तुत्वेति +स्तुत्वेत्थं +स्तुत्वैव +स्तुत्वैवं +स्तुत्वोत्तिष्ठन्ति +स्तुत्स्तोमसोमाः +स्तुथ +स्तुध्वमिति +स्तुध्वम् +स्तुनः +स्तुन्भ +स्तुन्भु +स्तुन्वन्ति +स्तुप +स्तुपः +स्तुप् +स्तुभ +स्तुभः +स्तुभः॑ +स्तुभा +स्तुभोऽभि +स्तुभ्नाति +स्तुभ्नोति +स्तुभ्वा +स्तुम +स्तुमः +स्तुमसि +स्तुमहे +स्तुमो +स्तुया +स्तुयात् +स्तुयुः +स्तुयुर् +स्तुला +स्तुल्य +स्तुल्यं +स्तुल्या +स्तुल्यो +स्तुव +स्तुवंतं +स्तुवंति +स्तुवंतो +स्तुवः +स्तुवत +स्तुवतः +स्तुवतस्तस्य +स्तुवता +स्तुवतां +स्तुवताम् +स्तुवति +स्तुवती +स्तुवते +स्तुवतो +स्तुवत्सु +स्तुवद्भिः +स्तुवन् +स्तुवन्त +स्तुवन्तं +स्तुवन्तः +स्तुवन्तम् +स्तुवन्ति +स्तुवन्ती +स्तुवन्तीति +स्तुवन्तीत्यर्थः +स्तुवन्तु +स्तुवन्तो +स्तुवन्त्य् +स्तुवन्नामसहस्रेण +स्तुवन्नाह +स्तुवन्नित्यं +स्तुवन्स्वकार्ये +स्तुवान +स्तुवानः +स्तुवानमग्न +स्तुवानम् +स्तुवानस्य +स्तुवानो +स्तुवीत +स्तुवीतेति +स्तुवीमहि +स्तुवीरन् +स्तुवे +स्तुव॒त +स्तुव॒ते +स्तुव॒तो +स्तुष +स्तुषे +स्तुषेय्यं +स्तुष्टाव +स्तुष्व +स्तुसुधूञ्भ्यः +स्तुहि +स्तुहि॒ +स्तुहीति +स्तुहीत्यर्थः +स्तुहीन्द्रं +स्तुह्यथ +स्तु॑व॒ते +स्तु॒त +स्तु॒तः +स्तु॒तस्य॑ +स्तु॒ता +स्तु॒ताः +स्तु॒तासः॑ +स्तु॒तासो॑ +स्तु॒तीरुप॑ +स्तु॒तो +स्तु॒मसि॑ +स्तु॒व॒तः +स्तु॒व॒ते +स्तु॒षे +स्तु॒षे॒ +स्तु॒हि +स्तु॒हि॒ +स्तु꣣षे꣢ +स्तू +स्तूप +स्तूपं +स्तूपः +स्तूपमुपदर्शयन्नुवाच +स्तूपम् +स्तूपस्य +स्तूपाः +स्तूपाङ्गणं +स्तूपानां +स्तूपान् +स्तूपि +स्तूपिकीलं +स्तूपिकोत्तुङ्गं +स्तूपितुङ्गं +स्तूपिमानं +स्तूपे +स्तूपेषु +स्तूपो +स्तूप्यन्तं +स्तूप्युच्चं +स्तूप्युदयं +स्तूय +स्तूयत +स्तूयतां +स्तूयतामिति +स्तूयतामेष +स्तूयते +स्तूयन्त +स्तूयन्ते +स्तूयमान +स्तूयमानं +स्तूयमानः +स्तूयमानत्वात् +स्तूयमानमन्वारभते +स्तूयमानश्च +स्तूयमानस्तु +स्तूयमानस्त्वं +स्तूयमानस्य +स्तूयमाना +स्तूयमानां +स्तूयमानाः +स्तूयमानाय +स्तूयमानाश्च +स्तूयमाने +स्तूयमानो +स्तूयमानौ +स्तूयस +स्तूयसे +स्तूयात् +स्तूयेते +स्तूर्णं +स्तूष्णीं +स्तृ +स्तृक्षति +स्तृञ् +स्तृणन् +स्तृणन्ति +स्तृणमिव +स्तृणाति +स्तृणातीति +स्तृणातीयं +स्तृणातेः +स्तृणामि +स्तृणाहि +स्तृणीत +स्तृणीते +स्तृणीयात् +स्तृणीयाद् +स्तृणीहि +स्तृणुत +स्तृणुते +स्तृणोति +स्तृणोषि +स्तृत +स्तृतं +स्तृतः +स्तृता +स्तृतीयः +स्तृतीया +स्तृतीये +स्तृतौ +स्तृत्या +स्तृत्यै +स्तृप्यति +स्तृभिः +स्तृषीयानेन +स्तृष्णा +स्तृहति +स्तृऽभिः +स्तृऽभिः॑ +स्तृ॑षीया॒नेन॒ +स्तृ॒णी॒त +स्तृ॒णोषि॒ +स्तॄ +स्तॄञ् +स्ते +स्तेगान् +स्तेगो +स्तेज +स्तेजसा +स्तेजस्वी +स्तेजो +स्तेज॒स्वी +स्तेति +स्तेतो +स्तेन +स्तेनं +स्तेनः +स्तेननामसु +स्तेनम् +स्तेनयेद्वाचं +स्तेनस्तथैव +स्तेनस्य +स्तेना +स्तेनाः +स्तेनात् +स्तेनाद्यन्नलोपश्च +स्तेनानां +स्तेनान् +स्तेनाय +स्तेने +स्तेनेन +स्तेनैव +स्तेनो +स्तेनोऽस्तेनो +स्तेपते +स्तेभ्यः +स्तेभ्यो +स्तेय +स्तेयं +स्तेयकरणे +स्तेयकृतं +स्तेयदण्डं +स्तेयदण्डः +स्तेयप्रकरणम् +स्तेयमिति +स्तेयमुपदिशन्ति +स्तेयमेव +स्तेयम् +स्तेयस्य +स्तेयाद्विमुच्यते +स्तेयी +स्तेये +स्तेयेन +स्तेयो +स्तेषा +स्तेषां +स्तेषु +स्तेऽवस्थिताः +स्ते॒ +स्ते॒न +स्ते॒नं +स्ते॒नः +स्ते॒नम् +स्ते॒नो +स्तै +स्तैः +स्तैति +स्तैन्यं +स्तैमित्य +स्तैमित्यं +स्तैलं +स्तो +स्तोः +स्तोक +स्तोकं +स्तोकः +स्तोकक +स्तोककः +स्तोककालं +स्तोकनम्रा +स्तोकमन्तरं +स्तोकमपि +स्तोकमेव +स्तोकम् +स्तोकसत्यां +स्तोकस्तोकं +स्तोकस्य +स्तोका +स्तोकाः +स्तोकादपि +स्तोकादिभ्यः +स्तोकानां +स्तोकानामिति +स्तोकानाम् +स्तोकान् +स्तोकान्तिकदूरार्थकृच्छ्राणि +स्तोकान्मुक्त +स्तोकान्मुक्तः +स्तोकापि +स्तोकाभ्यां +स्तोके +स्तोकेन +स्तोकेनायात्यधोगतिम् +स्तोकेनोन्नतिमायाति +स्तोकेभ्योऽनुब्रूहीति +स्तोको +स्तोत +स्तोतः +स्तोतरि +स्तोतर् +स्तोतव्य +स्तोतव्यं +स्तोतव्यः +स्तोतव्यत्वेन +स्तोतव्यमृद्ध्या +स्तोतव्यम् +स्तोतव्या +स्तोतव्यानि +स्तोतव्ये +स्तोतव्यो +स्तोतव्योऽभिध्यातव्यः +स्तोतव्यौ +स्तोता +स्तोतार +स्तोतारं +स्तोतारः +स्तोतारम् +स्तोतारश्च +स्तोतारस्त +स्तोतारो +स्तोति +स्तोतु +स्तोतुं +स्तोतुः +स्तोतुमक्षमः +स्तोतुमक्षमो +स्तोतुमर्हः +स्तोतुमिच्छामि +स्तोतुमिति +स्तोतुमिहेश्वरः +स्तोतुमीश्वरः +स्तोतुम् +स्तोतुर्मघवा +स्तोतुर्मम +स्तोतुर्वा +स्तोतृजनानां +स्तोतृत्वेन +स्तोतृनामसु +स्तोतृनामैतत् +स्तोतृभिः +स्तोतृभ्य +स्तोतृभ्यः +स्तोतृभ्यो +स्तोतृभ्योऽस्मभ्यं +स्तोतृषु +स्तोतृऽभ्यः +स्तोतॄणां +स्तोतॄणाम् +स्तोतॄन +स्तोतॄनस्मान् +स्तोतॄन् +स्तोत्र +स्तोत्रं +स्तोत्रकरणम् +स्तोत्रकारिषु +स्तोत्रकारी +स्तोत्रकाव्यम् +स्तोत्रकाव्यानि +स्तोत्रक्लृप्तिमाह +स्तोत्रञ्च +स्तोत्रनाम +स्तोत्रफलं +स्तोत्रम +स्तोत्रमग्रे +स्तोत्रमनुत्तमम् +स्तोत्रमपि +स्तोत्रमिति +स्तोत्रमिदं +स्तोत्रमिन्द्राय +स्तोत्रमुत्तमम् +स्तोत्रमुदीरयत् +स्तोत्रमुदीरयेत् +स्तोत्रमुपाकरोति +स्तोत्रमेतत् +स्तोत्रमेव +स्तोत्रमेवं +स्तोत्रम् +स्तोत्ररत्नं +स्तोत्ररत्नम् +स्तोत्रराजं +स्तोत्ररूपं +स्तोत्ररूपेण +स्तोत्रवरं +स्तोत्रविशेषं +स्तोत्रविशेषः +स्तोत्रशस्त्रयोः +स्तोत्रशस्त्रे +स्तोत्रसाहित्यम् +स्तोत्रसिद्धिर्भवेन्नृणाम् +स्तोत्रस्मरणमात्रेण +स्तोत्रस्य +स्तोत्रस्यास्य +स्तोत्रा +स्तोत्राणां +स्तोत्राणाम् +स्तोत्राणि +स्तोत्राण्युद्गाता +स्तोत्राण्य् +स्तोत्रात् +स्तोत्रादयः +स्तोत्रादि +स्तोत्रादिकं +स्तोत्रादिना +स्तोत्रादीनि +स्तोत्राय +स्तोत्रिय +स्तोत्रियं +स्तोत्रियः +स्तोत्रियम् +स्तोत्रियस्तृचः +स्तोत्रिया +स्तोत्रियाः +स्तोत्रियाणां +स्तोत्रियात् +स्तोत्रियानुरुपौ +स्तोत्रियानुरूपा +स्तोत्रियानुरूपाः +स्तोत्रियानुरूपाणां +स्तोत्रियानुरूपौ +स्तोत्रियान् +स्तोत्रियायानुरूपायोक्थमुखाय +स्तोत्रिये +स्तोत्रियेण +स्तोत्रियो +स्तोत्रीय +स्तोत्रीयं +स्तोत्रीयतृचः +स्तोत्रीयया +स्तोत्रीयस्तृचो +स्तोत्रीया +स्तोत्रीयाः +स्तोत्रीयानुरूपौ +स्तोत्रीयायां +स्तोत्रीयो +स्तोत्रे +स्तोत्रेण +स्तोत्रेणानेन +स्तोत्रेणापि +स्तोत्रेणेति +स्तोत्रेषु +स्तोत्रेस्तोत्रे +स्तोत्रै +स्तोत्रैः +स्तोत्रैरभिष्टुतगुणः +स्तोत्रैर्वा +स्तोत्रैश्च +स्तोत्रों +स्तोत्रोपसंहारः +स्तोत्रोपाकरणं +स्तोत्र्या +स्तोत्र्याः +स्तोत्र्यास् +स्तोभ +स्तोभं +स्तोभः +स्तोभगानम् +स्तोभति +स्तोभतिः +स्तोभते +स्तोभन्ति +स्तोभस्य +स्तोभा +स्तोभाः +स्तोभे +स्तोभेत् +स्तोभो +स्तोम +स्तोमँ +स्तोमं +स्तोमं॑ +स्तोमं॒ +स्तोमः +स्तोमः॑ +स्तोमक्लृप्तिः +स्तोमक्लृप्तिमाह +स्तोमतष्टासो +स्तोमपृष्ठा +स्तोमपृष्ठो +स्तोमभागा +स्तोमभागाः +स्तोमभागानां +स्तोमभागान् +स्तोमभागास् +स्तोमभागैर् +स्तोमभेदे +स्तोममतिशंसेत् +स्तोममप्तुरं +स्तोममर्हत +स्तोममर्हते +स्तोममस्मै +स्तोममिति +स्तोममुदजयन् +स्तोममुपयन्ति +स्तोमम् +स्तोमवाहस +स्तोमवाहसः +स्तोमविधिः +स्तोमविमोचनादि +स्तोमवृद्धौ +स्तोमश् +स्तोमश्च +स्तोमसंख्या +स्तोमस् +स्तोमस्तं +स्तोमस्तत्समेन +स्तोमस्य +स्तोमा +स्तोमाँ +स्तोमाँ॑ +स्तोमाः +स्तोमाः॑ +स्तोमात् +स्तोमानां +स्तोमानाम् +स्तोमानुपदधाति +स्तोमान् +स्तोमाय +स्तोमावुपयन्ति +स्तोमाश् +स्तोमाश्च +स्तोमाश्छन्दांस्याप्यन्ते +स्तोमास +स्तोमासः +स्तोमास् +स्तोमा॑ +स्तोमा॑न् +स्तोमा॑स +स्तोमा॑सः +स्तोमा॑सो +स्तोमा॒ +स्तोमे +स्तोमेन +स्तोमेनेति +स्तोमेभिः +स्तोमेभिर्महयन्त +स्तोमेभिर्विश्वचर्षणे +स्तोमेषु +स्तोमेऽन्त्यं +स्तोमे॑ +स्तोमे॑न +स्तोमे॑न॒ +स्तोमे॑भिः +स्तोमे॑षु +स्तोमै +स्तोमैः +स्तोमैः॑ +स्तोमैरनूषत +स्तोमैरपचितिं +स्तोमैरवरे +स्तोमैर् +स्तोमैर्वत्सस्य +स्तोमैर्विधेमाग्नये +स्तोमै॒ः +स्तोमो +स्तोमोऽसि +स्तोमो॑ +स्तोमो॒ +स्तोमौ +स्तोमौ॑ +स्तोम्यं +स्तोम्यं॒ +स्तोम्यः +स्तोम्या +स्तोम॑ +स्तोम॑म् +स्तोम॑वाहसः +स्तोम॑स्य +स्तोम॒ +स्तोमꣳ +स्तोयं +स्तोयाधारपथाश्च +स्तोरगे +स्तोषं +स्तोषम् +स्तोषाम +स्तोषि +स्तोष्यंति +स्तोष्यति +स्तोष्यतीति +स्तोष्यते +स्तोष्यन्ति +स्तोष्यमाणः +स्तोष्यमाणानुपोपविवेश +स्तोष्याम +स्तोष्यामः +स्तोष्यामि +स्तोष्ये +स्तो॑षाम॒ +स्तो॒का +स्तो॒काः +स्तो॒ता +स्तो॒तारं॑ +स्तो॒तारः॑ +स्तो॒तार॑ +स्तो॒तार॑म् +स्तो॒तार॑स्त +स्तो॒तृभ्यो॑ +स्तो॒तृभ्यो॒ +स्तो॒तृभ्य॒ +स्तो॒तृऽभ्यः॑ +स्तो॒तॄन् +स्तो॒तॄ॒णाम् +स्तो॒त्रं +स्तो॒त्रम् +स्तो॒त्रस्य॑ +स्तो॒त्रे +स्तो॒षा॒म॒ +स्तो꣣तृ꣢भ्य꣣ +स्तौ +स्तौति +स्तौतिण्योः +स्तौतिण्योरेव +स्तौतिशंसती +स्तौतीति +स्तौतीत्यर्थः +स्तौतु +स्तौतेः +स्तौत् +स्तौपिकं +स्तौमि +स्तौमि॑ +स्तौमीति +स्तौमीत्यर्थः +स्तौमीन्द्रं +स्तौषि +स्तौषीति +स्तौहि +स्त् +स्त्य +स्त्यः +स्त्यक्त्वा +स्त्यजति +स्त्यजन्ति +स्त्यजेत् +स्त्यस्य +स्त्यस्या +स्त्यस्याः +स्त्यस्येति +स्त्या +स्त्यागी +स्त्यान +स्त्यानं +स्त्यानः +स्त्यानतां +स्त्यानमकर्मण्यता +स्त्यानमिद्धं +स्त्यानमुदरं +स्त्यानम् +स्त्याने +स्त्यायति +स्त्यायते +स्त्यायतेः +स्त्यायतेर्ड्रट् +स्त्ये +स्त्येन +स्त्येव +स्त्यै +स्त्र +स्त्रं +स्त्रः +स्त्रग्धरा +स्त्रजं +स्त्रजम् +स्त्रजा +स्त्रजो +स्त्रपनं +स्त्रम् +स्त्रय +स्त्रयं +स्त्रयः +स्त्रयम् +स्त्रया +स्त्रयाख्यौ +स्त्रयो +स्त्रयोदश +स्त्रवति +स्त्रवन्ति +स्त्रष्टा +स्त्रष्टुं +स्त्रस्तं +स्त्रस्य +स्त्रा +स्त्राणां +स्त्राणि +स्त्रात +स्त्रातः +स्त्रात्वा +स्त्रानं +स्त्रापयित्वा +स्त्रि +स्त्रिंशत् +स्त्रिः +स्त्रिणां +स्त्रितमां +स्त्रितरा +स्त्रिधा +स्त्रिभिः +स्त्रिय +स्त्रियं +स्त्रियं॑ +स्त्रियः +स्त्रियः॑ +स्त्रियञ्च +स्त्रियमाजगाम +स्त्रियमिति +स्त्रियमीक्षेत +स्त्रियमुद्वहेत् +स्त्रियमुपेयात् +स्त्रियमुपेयात्स +स्त्रियमुपैति +स्त्रियमेकां +स्त्रियमेव +स्त्रियम् +स्त्रियश् +स्त्रियश्च +स्त्रियश्चापि +स्त्रियश्चाप्सरसोपमाः +स्त्रियश्चैव +स्त्रियस् +स्त्रियस्तत्र +स्त्रियस्तथा +स्त्रियस्ता +स्त्रियस्ताः +स्त्रियस्तासां +स्त्रियस्तिष्ठन्ति +स्त्रियस्तु +स्त्रियस्तेषां +स्त्रियस्त्रिभुवने +स्त्रिया +स्त्रियाँ +स्त्रियां +स्त्रियांङीप् +स्त्रियाः +स्त्रियाञ्च +स्त्रियान्तु +स्त्रियापि +स्त्रियामञ् +स्त्रियामथ +स्त्रियामदन्तत्वाट्टाप् +स्त्रियामपत्ये +स्त्रियामपि +स्त्रियामपूरणीप्रियादिषु +स्त्रियामप्रत्ययः +स्त्रियामवन्तिकुन्तिकुरुभ्यश्च +स्त्रियामाकरः +स्त्रियामाप् +स्त्रियामिति +स्त्रियामित्यधिकारे +स्त्रियामित्यधिकृतम् +स्त्रियामित्येव +स्त्रियामियम् +स्त्रियामुभयतो +स्त्रियामुभयत्र +स्त्रियामुभे +स्त्रियामूङ् +स्त्रियामेव +स्त्रियाम् +स्त्रियाय +स्त्रियाविव +स्त्रियाश्च +स्त्रियाश्चैव +स्त्रियास्तथा +स्त्रियास्तु +स्त्रिये +स्त्रियेति +स्त्रियै +स्त्रियो +स्त्रियों +स्त्रियोंका +स्त्रियोंके +स्त्रियोंको +स्त्रियोंसे +स्त्रियोः +स्त्रियोऽथ +स्त्रियोऽनृतमिति +स्त्रियोऽन्नं +स्त्रियोऽन्नपानं +स्त्रियोऽपि +स्त्रियोऽप्येतेन +स्त्रियोऽभवन् +स्त्रियोऽयुग्मासु +स्त्रियो॒ +स्त्रियौ +स्त्रिय॑म् +स्त्रिविधः +स्त्रिषु +स्त्रिष्टुप् +स्त्री +स्त्रीँ +स्त्रीं +स्त्रीः +स्त्रीकटीवस्त्रबन्धेऽपि +स्त्रीकट्यां +स्त्रीकट्याः +स्त्रीका +स्त्रीकामः +स्त्रीकामा +स्त्रीकामो +स्त्रीकी +स्त्रीकुमारम् +स्त्रीकृतं +स्त्रीकृते +स्त्रीकृतो +स्त्रीके +स्त्रीको +स्त्रीगणैः +स्त्रीगमनं +स्त्रीगवी +स्त्रीगव्यां +स्त्रीगव्याम् +स्त्रीग्रहणं +स्त्रीग्रहणे +स्त्रीचरितं +स्त्रीचिन्ता +स्त्रीचिह्नभेदे +स्त्रीचेष्टिताकारो +स्त्रीजन +स्त्रीजनं +स्त्रीजनः +स्त्रीजननी +स्त्रीजनस्य +स्त्रीजने +स्त्रीजनेन +स्त्रीजनैः +स्त्रीजनो +स्त्रीजन्म +स्त्रीजातकम् +स्त्रीजातकाध्यायः +स्त्रीजातिः +स्त्रीजित +स्त्रीजितं +स्त्रीजितः +स्त्रीजितो +स्त्रीणं +स्त्रीणा +स्त्रीणां +स्त्रीणाञ्च +स्त्रीणाञ्चैव +स्त्रीणान्तु +स्त्रीणामग्रे +स्त्रीणामतिप्रसङ्गेन +स्त्रीणामन्तःपुरे +स्त्रीणामपप्रजातानां +स्त्रीणामपि +स्त्रीणामशिक्षितपटुत्वममानुषीषु +स्त्रीणामाद्यं +स्त्रीणामाप्रसादार्थिनः +स्त्रीणामावृत्य +स्त्रीणामिति +स्त्रीणामिह +स्त्रीणामीर्ष्याकृतः +स्त्रीणामेव +स्त्रीणामेष +स्त्रीणाम् +स्त्रीणि +स्त्रीतरा +स्त्रीता +स्त्रीति +स्त्रीतीर्थे +स्त्रीत्यर्थः +स्त्रीत्येके +स्त्रीत्व +स्त्रीत्वं +स्त्रीत्वञ्च +स्त्रीत्वपक्षे +स्त्रीत्वमपि +स्त्रीत्वमिति +स्त्रीत्वमेव +स्त्रीत्वम् +स्त्रीत्वविवक्षा +स्त्रीत्वविवक्षायां +स्त्रीत्वविशिष्ट +स्त्रीत्वस्य +स्त्रीत्वात् +स्त्रीत्वे +स्त्रीत्वेन +स्त्रीत्वेऽपि +स्त्रीदर्शनं +स्त्रीदूषणे +स्त्रीद्वयं +स्त्रीद्वयम् +स्त्रीद्वेषी +स्त्रीधन +स्त्रीधनं +स्त्रीधनभेदे +स्त्रीधनम् +स्त्रीधनस्य +स्त्रीधनानि +स्त्रीधने +स्त्रीधर्म +स्त्रीधर्मं +स्त्रीधर्मः +स्त्रीधर्मवर्णनम् +स्त्रीधर्माः +स्त्रीधर्मिणी +स्त्रीनखपाटलं +स्त्रीनपुंसकम् +स्त्रीनपुंसकयोः +स्त्रीनपुंसकयोरुत्तरपदस्य +स्त्रीनपुंसकव्यावृत्तः +स्त्रीनाम +स्त्रीनाम्नी +स्त्रीनिमित्तं +स्त्रीनिर्जितः +स्त्रीनिषेवणम् +स्त्रीन् +स्त्रीपक्षे +स्त्रीपदं +स्त्रीपर्व +स्त्रीपर्वणि +स्त्रीपशवो +स्त्रीपात्राणि +स्त्रीपु +स्त्रीपुं +स्त्रीपुंजन्म +स्त्रीपुंनपुंसकं +स्त्रीपुंनपुंसकानि +स्त्रीपुंवच्च +स्त्रीपुंस +स्त्रीपुंसयो +स्त्रीपुंसयोः +स्त्रीपुंसयोगः +स्त्रीपुंसयोरपि +स्त्रीपुंसयोरुक्तो +स्त्रीपुंसयोर् +स्त्रीपुंसयोश्च +स्त्रीपुंसयोस्तु +स्त्रीपुंसलक्षणा +स्त्रीपुंसां +स्त्रीपुंसानां +स्त्रीपुंसाभ्यां +स्त्रीपुंसाभ्याम् +स्त्रीपुंसावात्मभागौ +स्त्रीपुंसाविति +स्त्रीपुंसो +स्त्रीपुंसोः +स्त्रीपुंसोश्च +स्त्रीपुंसौ +स्त्रीपुमांसौ +स्त्रीपुरुष +स्त्रीपुरुषयोः +स्त्रीपुरुषा +स्त्रीपुरुषाः +स्त्रीपुरुषाणां +स्त्रीपुरुषो +स्त्रीपुरुषौ +स्त्रीपुष्पे +स्त्रीपुष्पेण +स्त्रीप्रज्ञैव +स्त्रीप्रत्यय +स्त्रीप्रत्ययः +स्त्रीप्रत्ययग्रहणं +स्त्रीप्रत्ययनिवृत्तिः +स्त्रीप्रत्ययप्रकरणम् +स्त्रीप्रत्ययस्य +स्त्रीप्रत्ययाः +स्त्रीप्रत्यये +स्त्रीप्रत्ययेषु +स्त्रीप्रत्ययो +स्त्रीप्रशंसा +स्त्रीप्रियः +स्त्रीबालब्राह्मणघ्नांश्च +स्त्रीबालानां +स्त्रीभव +स्त्रीभावं +स्त्रीभावः +स्त्रीभावेन +स्त्रीभि +स्त्रीभिः +स्त्रीभिरन्तःपुरे +स्त्रीभिरेव +स्त्रीभिर् +स्त्रीभिर्न +स्त्रीभिर्भर्तृवचः +स्त्रीभिर्यस्य +स्त्रीभिर्वा +स्त्रीभिश्च +स्त्रीभिस्तु +स्त्रीभूतो +स्त्रीभेदे +स्त्रीभ्य +स्त्रीभ्यः +स्त्रीभ्यां +स्त्रीभ्यो +स्त्रीभ्योऽपि +स्त्रीमध्ये +स्त्रीमयं +स्त्रीमयो +स्त्रीमात्रं +स्त्रीमात्रम् +स्त्रीमात्रे +स्त्रीमुखं +स्त्रीम् +स्त्रीय +स्त्रीयं +स्त्रीयः +स्त्रीयन्त्रं +स्त्रीया +स्त्रीयां +स्त्रीरजः +स्त्रीरत्नं +स्त्रीरत्नम् +स्त्रीरत्नलाभं +स्त्रीरत्नसृष्टिरपरा +स्त्रीरत्ने +स्त्रीरत्नेन +स्त्रीराज्यं +स्त्रीराज्ये +स्त्रीरूपं +स्त्रीरूपः +स्त्रीरूपधारिणी +स्त्रीरूपमर्द्धमकरोदर्द्धं +स्त्रीरूपा +स्त्रीरूपाः +स्त्रीरूपिणी +स्त्रीरूपिण्यौ +स्त्रीरूपे +स्त्रीरूपेण +स्त्रीरूपो +स्त्रीरेव +स्त्रीरोगाणामधिकाराः +स्त्रीलक्षणं +स्त्रीलक्षणानि +स्त्रीलक्षणे +स्त्रीलाभं +स्त्रीलाभो +स्त्रीलि +स्त्रीलिंग +स्त्रीलिङ्ग +स्त्रीलिङ्गं +स्त्रीलिङ्गः +स्त्रीलिङ्गतया +स्त्रीलिङ्गता +स्त्रीलिङ्गत्वात् +स्त्रीलिङ्गनिर्देशः +स्त्रीलिङ्गनिर्देशात् +स्त्रीलिङ्गम् +स्त्रीलिङ्गस्य +स्त्रीलिङ्गा +स्त्रीलिङ्गाः +स्त्रीलिङ्गाध्यायः +स्त्रीलिङ्गाश्चापि +स्त्रीलिङ्गे +स्त्रीलिङ्गेन +स्त्रीलिङ्गो +स्त्रीलोलः +स्त्रीव +स्त्रीवचनं +स्त्रीवज्र +स्त्रीवज्रं +स्त्रीवत् +स्त्रीवधं +स्त्रीवधः +स्त्रीवधस्तथा +स्त्रीवधे +स्त्रीवधो +स्त्रीवाची +स्त्रीविग्रहा +स्त्रीविच्छेदो +स्त्रीविप्राभ्युपपत्तौ +स्त्रीविलापपर्वणि +स्त्रीविवाहान्निबोधत +स्त्रीविवाहैरनिन्द्या +स्त्रीविशेषः +स्त्रीविशेषे +स्त्रीविषये +स्त्रीवेषं +स्त्रीवेषधारी +स्त्रीवेषेण +स्त्रीव्यसनम् +स्त्रीव्यसने +स्त्रीशण्डयोः +स्त्रीशतं +स्त्रीशतानि +स्त्रीशतैश्च +स्त्रीशब्द +स्त्रीशब्दस्य +स्त्रीशरीरे +स्त्रीशिक्षा +स्त्रीशिलया +स्त्रीशिला +स्त्रीशूद्रद्विजबन्धूनां +स्त्रीशूद्रबालवृद्धानामर्द्धम् +स्त्रीशूद्राणां +स्त्रीशूद्रौ +स्त्रीश्च +स्त्रीषु +स्त्रीष्वपि +स्त्रीष्वहर्षणम् +स्त्रीष्विति +स्त्रीष्वेव +स्त्रीसंग्रहणप्रकरणम् +स्त्रीसंग्रहणमेव +स्त्रीसंग्रहणम् +स्त्रीसंज्ञा +स्त्रीसङ्गं +स्त्रीसङ्गे +स्त्रीसभम् +स्त्रीसहस्राणां +स्त्रीसहस्राणि +स्त्रीसहस्रैः +स्त्रीसुखं +स्त्रीसेवनं +स्त्रीसेवा +स्त्रीसौख्यं +स्त्रीस्तन्यं +स्त्रीस्तन्येन +स्त्रीस्वभावं +स्त्रीस्वभावः +स्त्रीस्वभावतः +स्त्रीस्वभावाच्च +स्त्रीस्वभावेन +स्त्रीस्वभावो +स्त्रीस्वभावौ +स्त्रीहत्या +स्त्रीहत्यां +स्त्रीहन्ता +स्त्रीहृदयं +स्त्रीहेतुकं +स्त्रु +स्त्रुध्न +स्त्रुध्ने +स्त्रुवेण +स्त्रे +स्त्रेण +स्त्रैण +स्त्रैणं +स्त्रैणः +स्त्रैणम् +स्त्रैणस्य +स्त्रैणाः +स्त्रैणानां +स्त्रैणानि +स्त्रैणी +स्त्रैणे +स्त्रैणो +स्त्रो +स्त्रोत +स्त्रोतः +स्त्रोतांसि +स्त्रोत्रं +स्त्रौ +स्त्रौध्नः +स्त्र् +स्त्र्यथ +स्त्र्यपत्यम् +स्त्र्यपत्ये +स्त्र्यपि +स्त्र्यर्थः +स्त्र्यर्थस्य +स्त्र्यर्थाभिधाने +स्त्र्यर्थे +स्त्र्या +स्त्र्याख्यौ +स्त्र्यादिषु +स्त्र्यादीनां +स्त्र्यादौ +स्त्र्युवाच +स्त्र्येव +स्त्र्य् +स्त्व +स्त्वं +स्त्वत्तो +स्त्वत्पादभक्तिरसिका +स्त्वत्सादृश्यविनोदमात्रमपि +स्त्वनिराकरणं +स्त्वमपि +स्त्वमसि +स्त्वमस्य +स्त्वमेव +स्त्वम् +स्त्वया +स्त्वयि +स्त्वय्यस्याः +स्त्वा +स्त्वां +स्त्वामा +स्त्वामेव +स्त्विति +स्त्विह +स्त्वी +स्त्वेति +स्त्वेव +स्त॒ +स्त॒नय॑न् +स्त॒नय॑न्तम् +स्त॒नय॑न्निव॒ +स्त॒रीः +स्त॒रीर॑सि॒ +स्त॒वान् +स्त॒वा॒म॒ +स्त॒वे॒ +स्थ +स्थं +स्थंडिलं +स्थंडिले +स्थः +स्थः॑ +स्थः॒ +स्थग +स्थगति +स्थगनं +स्थगनम् +स्थगनीयम् +स्थगय +स्थगयति +स्थगयन्ति +स्थगयसि +स्थगयितुं +स्थगयित्वा +स्थगित +स्थगितं +स्थगितः +स्थगितम् +स्थगितवान् +स्थगितस्य +स्थगिता +स्थगिते +स्थगु +स्थग्रहणं +स्थण्डि +स्थण्डिल +स्थण्डिलं +स्थण्डिलकरणादि +स्थण्डिलन्तत्र +स्थण्डिलमुपलिप्य +स्थण्डिलम् +स्थण्डिलशायिनः +स्थण्डिलशायी +स्थण्डिलसंस्कारं +स्थण्डिलस्य +स्थण्डिला +स्थण्डिलाच्छयितरि +स्थण्डिलादौ +स्थण्डिलानि +स्थण्डिले +स्थण्डिलेयुश्च +स्थण्डिलेशयः +स्थण्डिलेषु +स्थण्डिलेऽग्निं +स्थण्डिलेऽपि +स्थण्डिलोपरि +स्थत +स्थतं +स्थता +स्थति +स्थते +स्थत् +स्थन +स्थनं +स्थने +स्थन॑ +स्थन॒ +स्थपतयः +स्थपतये +स्थपति +स्थपतिं +स्थपतिः +स्थपतिना +स्थपतिभिः +स्थपतिरिति +स्थपतिर्वरवेषाढ्यः +स्थपतिर्वा +स्थपतिर्हतः +स्थपतिश्च +स्थपतिश्चेति +स्थपतिस्थापकावुभौ +स्थपतीनां +स्थपनी +स्थपुटगतमपि +स्थपेतव्या +स्थम् +स्थया +स्थयोः +स्थल +स्थलं +स्थलः +स्थलकमलं +स्थलकमलिनी +स्थलजं +स्थलजम् +स्थलजा +स्थलजाः +स्थलजानां +स्थलजानि +स्थलजैः +स्थलजो +स्थलतां +स्थलति +स्थलद्वये +स्थलपथेन +स्थलपद्मं +स्थलपद्मम् +स्थलपद्मिनी +स्थलपद्मे +स्थलपुराणम् +स्थलभेदाः +स्थलमण्डलात् +स्थलमध्ये +स्थलमस्ति +स्थलमिति +स्थलमिदं +स्थलमिदम् +स्थलमिव +स्थलमुपारुह्य +स्थलमेतत् +स्थलम् +स्थलयोदकं +स्थलविशेष +स्थलविशेषे +स्थलस्थं +स्थलस्था +स्थलस्थिता +स्थलस्य +स्थला +स्थलां +स्थलाः +स्थलात् +स्थलाद् +स्थलानां +स्थलानि +स्थलान्तरं +स्थलान्तरम् +स्थलान्तरे +स्थलाय +स्थलायताम् +स्थली +स्थलीं +स्थलीः +स्थलीकृताः +स्थलीदेवतानां +स्थलीनां +स्थलीम् +स्थलीयाः +स्थलीव +स्थलीषु +स्थले +स्थलेति +स्थलेन +स्थलेषु +स्थलेऽपि +स्थलेऽब्जमवरोपितं +स्थलो +स्थलों +स्थलोपरि +स्थल्या +स्थल्यां +स्थल्यो +स्थळे +स्थवयति +स्थवि +स्थविमत +स्थविमतो +स्थविमदुपयड्भ्यो +स्थविर +स्थविरं +स्थविरः +स्थविरतरे +स्थविरमहाकाश्यपस्य +स्थविरमहामौद्गल्यायनस्य +स्थविरम् +स्थविरशाणकवासी +स्थविरश्च +स्थविरस्थविरा +स्थविरस्य +स्थविरा +स्थविराः +स्थविराणां +स्थविरानन्दस्य +स्थविराय +स्थविरे +स्थविरेण +स्थविरेणाभिहितम् +स्थविरेभिः +स्थविरो +स्थविरोपगुप्तं +स्थविरोपगुप्तः +स्थविरोपगुप्तस्य +स्थविरोपगुप्तेन +स्थविरोपगुप्तो +स्थविरोऽब्रवीत् +स्थविरौ +स्थविष्ठ +स्थविष्ठं +स्थविष्ठः +स्थविष्ठा +स्थविष्ठास् +स्थविष्ठास्तानिन्द्राय +स्थविष्ठे +स्थविष्ठो +स्थवि॑रं॒ +स्थवि॑रः +स्थवि॑रम् +स्थवि॑रस्य +स्थवि॑रस्य॒ +स्थवीय +स्थवीयः +स्थवीयसाम् +स्थवीयसी +स्थवीयांसि +स्थवीयान् +स्थश्च +स्थश्चक्षुर्मे +स्थस् +स्थस्ते +स्थस्य +स्थऽ +स्था +स्थां +स्थाः +स्थागापापचो +स्थाघ्वोरिच्च +स्थाणं +स्थाणवे +स्थाणावपि +स्थाणु +स्थाणुं +स्थाणुः +स्थाणुजङ्गमम् +स्थाणुजङ्गमाः +स्थाणुतीर्थं +स्थाणुतीर्थे +स्थाणुत्वं +स्थाणुधीरिव +स्थाणुना +स्थाणुपुरुषयोः +स्थाणुभूतो +स्थाणुमन्येऽनुसंयन्ति +स्थाणुम् +स्थाणुरचलोऽयं +स्थाणुरयं +स्थाणुरयमिति +स्थाणुरिति +स्थाणुरिव +स्थाणुरिवाचलः +स्थाणुरिवाचलो +स्थाणुरेव +स्थाणुर् +स्थाणुर्भगश्च +स्थाणुर्भवति +स्थाणुर्भूतादिर्निधिरव्ययः +स्थाणुर्वा +स्थाणुवटं +स्थाणुश्च +स्थाणू +स्थाणो +स्थाणोः +स्थाणोरपराधो +स्थाणोरपि +स्थाणौ +स्थाणौ᳘निषिङ्चे᳘द् +स्थाण्डिलो +स्थाण्वादिभ्यो +स्थाण्वादौ +स्थाण्वाश्रमं +स्थात +स्थातं +स्थातः +स्थातरि +स्थातर्हरीणां +स्थातर्हरीणाम् +स्थातव्य +स्थातव्यं +स्थातव्यमिति +स्थातव्यमिह +स्थातव्यमेव +स्थातव्यम् +स्थाता +स्थातां +स्थाताम् +स्थातारः +स्थातारा +स्थातु +स्थातुं +स्थातुः +स्थातुमपि +स्थातुमर्हति +स्थातुमर्हसि +स्थातुमिच्छति +स्थातुमिच्छामि +स्थातुमेव +स्थातुम् +स्थातुश्च +स्थातॄन् +स्थातेति +स्थात् +स्थात्रे +स्थात्‌ +स्थादिति +स्थादित्यत +स्थादित्यर्थः +स्थादिभ्यः +स्थादिषु +स्थादिष्वभ्यासेन +स्थादीनां +स्थादेशः +स्थाधातोः +स्थाध्वोरिच +स्थाध्वोरिच्च +स्थान +स्थानं +स्थानः +स्थानक +स्थानकं +स्थानकः +स्थानकम् +स्थानकवासी +स्थानकस्य +स्थानकादि +स्थानकानि +स्थानके +स्थानकेषु +स्थानकैः +स्थानको +स्थानगत +स्थानगतं +स्थानगते +स्थानचतुष्टयम् +स्थानचतुष्टये +स्थानच्युतं +स्थानच्युता +स्थानच्युतिं +स्थानञ्च +स्थानत +स्थानतः +स्थानतया +स्थानतो +स्थानतोऽपि +स्थानत्यागो +स्थानत्रयं +स्थानत्रयव्यतीतस्य +स्थानत्रये +स्थानत्वात् +स्थानत्वेन +स्थानदः +स्थानदो +स्थानद्वये +स्थाननामानि +स्थाननाशं +स्थाननाशो +स्थाननि +स्थाननियम +स्थाननियमः +स्थाननियमे +स्थाननियमो +स्थाननिर्णयः +स्थाननिर्देशः +स्थानन्तु +स्थानपर +स्थानपरिवर्तनं +स्थानपरिवर्तनेन +स्थानप्राप्तिं +स्थानबलं +स्थानभूतं +स्थानभूतः +स्थानभूता +स्थानभूते +स्थानभेदं +स्थानभेदः +स्थानभेदतः +स्थानभेदे +स्थानभेदेन +स्थानभ्रंशं +स्थानभ्रंशो +स्थानभ्रष्टा +स्थानभ्रष्टो +स्थानम +स्थानमजरं +स्थानमनुत्तमम् +स्थानमपि +स्थानममृतत्वं +स्थानमवाप्नुयात् +स्थानमसि +स्थानमसीति +स्थानमस्ति +स्थानमस्तीति +स्थानमस्य +स्थानमस्येति +स्थानमा +स्थानमागत्य +स्थानमात्रे +स्थानमाद्यं +स्थानमाधारः +स्थानमानः +स्थानमाप्नुयात् +स्थानमाप्नोति +स्थानमाश्रित्य +स्थानमासाद्य +स्थानमासीत् +स्थानमाह +स्थानमाह्निकमपास्य +स्थानमिति +स्थानमित्यर्थः +स्थानमिदं +स्थानमिव +स्थानमिष्यते +स्थानमीरितम् +स्थानमुक्तं +स्थानमुच्यते +स्थानमुत्तमं +स्थानमुत्तमम् +स्थानमुत्सृज्य +स्थानमुपैति +स्थानमें +स्थानमेकं +स्थानमेतत् +स्थानमेतद्विद्यते +स्थानमेव +स्थानमैन्द्रं +स्थानम् +स्थानयोः +स्थानलाभे +स्थानवचनः +स्थानवतां +स्थानवाचक +स्थानवाची +स्थानविचारः +स्थानविदा +स्थानविवर्जितम् +स्थानविवेकार्थं +स्थानविशेष +स्थानविशेषः +स्थानविशेषविधानम् +स्थानविशेषात् +स्थानविशेषात्प्रकाशादिवत् +स्थानविशेषे +स्थानविशेषेण +स्थानविशेषो +स्थानशुद्धिं +स्थानषष्ठी +स्थानसंख्या +स्थानसाम्यम् +स्थानसाम्यात् +स्थानसे +स्थानस्थ +स्थानस्थः +स्थानस्था +स्थानस्थानेषु +स्थानस्य +स्थानस्यास्य +स्थाना +स्थानां +स्थानांतरं +स्थानांतरित +स्थानाङ्कानां +स्थानाच् +स्थानाच्च +स्थानाच्चलति +स्थानाच्च्युतं +स्थानाच्च्युतममुक्तं +स्थानात् +स्थानात्तु +स्थानात्स्थानं +स्थानात्स्थानान्तरं +स्थानादन्यत्र +स्थानादपसरणं +स्थानादि +स्थानादितः +स्थानादिति +स्थानादिव्यपदेशाच्च +स्थानादिषु +स्थानादीनां +स्थानाद् +स्थानान +स्थानानां +स्थानानामुत्तमं +स्थानानाम् +स्थानानि +स्थानानीति +स्थानानुपूर्व्या +स्थानानुप्रदानकरणं +स्थानान् +स्थानान्त +स्थानान्तर +स्थानान्तरं +स्थानान्तरगतः +स्थानान्तरण +स्थानान्तरणं +स्थानान्तरणम् +स्थानान्तरणाय +स्थानान्तरनयने +स्थानान्तरम् +स्थानान्तराणि +स्थानान्तरि +स्थानान्तरित +स्थानान्तरितं +स्थानान्तरितः +स्थानान्तरितम +स्थानान्तरितम् +स्थानान्तरिता +स्थानान्तरे +स्थानान्तरेषु +स्थानान्ताद्विभाषा +स्थानान्न +स्थानान्यत्र +स्थानान्यत्वे +स्थानान्यपि +स्थानान्यष्टौ +स्थानान्यामाग्निपक्वानां +स्थानान्याह +स्थानान्येतानि +स्थानापेक्षया +स्थानाभावात् +स्थानाभिमानिनः +स्थानाभिमानिनो +स्थानाम् +स्थानाय +स्थानार्चनं +स्थानार्थं +स्थानासनं +स्थानासनमननादिरूपायां +स्थानासनाभ्यां +स्थानासने +स्थानास्थानं +स्थानास्थानकौशलं +स्थानास्थानज्ञानबलं +स्थानि +स्थानिक +स्थानिकश्चिन्तयेत् +स्थानिकाः +स्थानित्वेन +स्थानिन +स्थानिनं +स्थानिनः +स्थानिना +स्थानिनां +स्थानिनि +स्थानिनिर्देशः +स्थानिनो +स्थानिनौ +स्थानिन्यपि +स्थानिभूतादच +स्थानिभूतो +स्थानिव +स्थानिवत् +स्थानिवत्त्व +स्थानिवत्त्वं +स्थानिवत्त्वम् +स्थानिवत्त्वात् +स्थानिवत्त्वाद् +स्थानिवत्त्वाभावात् +स्थानिवत्त्वेन +स्थानिवत्प्रतिषेधात् +स्थानिवत्वात् +स्थानिवत्वेन +स्थानिवत्सूत्रे +स्थानिवत्सूत्रेण +स्थानिवत्स्यात् +स्थानिवदादेश +स्थानिवदादेशः +स्थानिवदादेशोऽनल्विधौ +स्थानिवदिति +स्थानिवदित्युच्यते +स्थानिवद् +स्थानिवद्धावेन +स्थानिवद्भवति +स्थानिवद्भवतीति +स्थानिवद्भाव +स्थानिवद्भावः +स्थानिवद्भावस्य +स्थानिवद्भावात् +स्थानिवद्भावाद् +स्थानिवद्भावाद्व्यवधानमेव +स्थानिवद्भावान्न +स्थानिवद्भावे +स्थानिवद्भावेन +स्थानिवद्भावो +स्थानिसञ्ज्ञान्यभूतस्यानल्विधाविति +स्थानी +स्थानीति +स्थानीभूतादच +स्थानीय +स्थानीयं +स्थानीयः +स्थानीयजनाः +स्थानीयतयैव +स्थानीयभेदः +स्थानीयम् +स्थानीया +स्थानीयाः +स्थानीये +स्थाने +स्थानेति +स्थानेन +स्थानेन्तरतमः +स्थानेभ्यः +स्थानेभ्यो +स्थानेयोगत्वस्य +स्थानेयोगा +स्थानेयोगेति +स्थानेश्वरे +स्थानेषु +स्थानेष्वन्येषु +स्थानेष्वेतेषु +स्थानेष्वेव +स्थानेष्वेषु +स्थानेष्व् +स्थानेस्थाने +स्थानेऽग्ने +स्थानेऽण् +स्थानेऽत्र +स्थानेऽन्तरतम +स्थानेऽन्तरतमः +स्थानेऽन्तरिक्षे +स्थानेऽपि +स्थानेऽष्टमेऽध्याये +स्थानेऽस्मिन् +स्थानैः +स्थानो +स्थानों +स्थानोंपर +स्थानोंमें +स्थानौ +स्थान् +स्थान्युपनिमन्त्रणे +स्थान्य् +स्थाप +स्थापः +स्थापक +स्थापकं +स्थापकः +स्थापकस्य +स्थापका +स्थापकाः +स्थापकाय +स्थापके +स्थापकेन +स्थापकैः +स्थापको +स्थापत्य +स्थापत्यं +स्थापत्यः +स्थापत्यकला +स्थापत्यकलायाः +स्थापन +स्थापनं +स्थापनकर्मणि +स्थापनञ्च +स्थापनमाचरेत् +स्थापनम् +स्थापनया +स्थापनस्य +स्थापना +स्थापनां +स्थापनाकरणम् +स्थापनाञ्चकार +स्थापनात् +स्थापनादिकम् +स्थापनादिषु +स्थापनादीनि +स्थापनानन्तरं +स्थापनानि +स्थापनाम् +स्थापनाय +स्थापनाया +स्थापनायां +स्थापनायाः +स्थापनायै +स्थापनार्थं +स्थापनार्थः +स्थापनार्थम् +स्थापनी +स्थापनीय +स्थापनीयं +स्थापनीयः +स्थापनीयम् +स्थापनीया +स्थापनीयाः +स्थापनीयानि +स्थापनीये +स्थापनीयो +स्थापनीयौ +स्थापने +स्थापनेन +स्थापन्या +स्थापय +स्थापयत +स्थापयतः +स्थापयतम् +स्थापयता +स्थापयति +स्थापयतीति +स्थापयतीत्यर्थः +स्थापयतु +स्थापयते +स्थापयत् +स्थापयत्यपि +स्थापयन् +स्थापयन्तं +स्थापयन्तः +स्थापयन्ति +स्थापयन्ती +स्थापयन्तीत्यर्थः +स्थापयन्तु +स्थापयसि +स्थापयसे +स्थापयस्व +स्थापयाम +स्थापयामः +स्थापयामसि +स्थापयामास +स्थापयामासुः +स्थापयामासुरादरात् +स्थापयामि +स्थापयामीति +स्थापयाम्यहम् +स्थापयितव्यं +स्थापयितव्यः +स्थापयितव्यम् +स्थापयितव्या +स्थापयितव्याः +स्थापयितव्यानि +स्थापयितव्यो +स्थापयिता +स्थापयितुं +स्थापयितुम् +स्थापयित्वा +स्थापयिष्यति +स्थापयिष्यते +स्थापयिष्यन्ति +स्थापयिष्यसि +स्थापयिष्यामः +स्थापयिष्यामि +स्थापयिष्याम्यहं +स्थापयिष्ये +स्थापये +स्थापयेच् +स्थापयेच्च +स्थापयेत +स्थापयेति +स्थापयेत् +स्थापयेत्कलशं +स्थापयेत्क्रमात् +स्थापयेत्तं +स्थापयेत्ततः +स्थापयेत्तत्र +स्थापयेत्तथा +स्थापयेत्तस्य +स्थापयेत्तु +स्थापयेत्पार्श्वे +स्थापयेत्पुन +स्थापयेत्पुनः +स्थापयेत्यर्थः +स्थापयेत्सुधीः +स्थापयेदव्रणं +स्थापयेदसून् +स्थापयेदासने +स्थापयेदिति +स्थापयेदित्यर्थः +स्थापयेद् +स्थापयेद्देवं +स्थापयेद्देशिकोत्तमः +स्थापयेद्धरिम् +स्थापयेद्बुध +स्थापयेद्बुधः +स्थापयेद्भाजने +स्थापयेद्यदि +स्थापयेद्यस्तु +स्थापयेद्राजा +स्थापयेद्वयः +स्थापयेद्विधिना +स्थापयेद्विष्णुं +स्थापयेन्न +स्थापयेन्निशि +स्थापयेन्नीरे +स्थापयेन्मण्डपे +स्थापयेन्मध्ये +स्थापयेन्मनः +स्थापयेयं +स्थापयेयुः +स्थापयेल्लिंगं +स्थापयेल्लिङ्गं +स्थापाम् +स्थापि +स्थापित +स्थापितं +स्थापितः +स्थापितत्वाच्च +स्थापितत्वात् +स्थापितमभूत् +स्थापितमस्ति +स्थापितमासीत् +स्थापितमिति +स्थापितमित्यर्थः +स्थापितम् +स्थापितवती +स्थापितवन्त +स्थापितवन्तः +स्थापितवन्तौ 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+स्थायिभावः +स्थायिभावस्य +स्थायिभावा +स्थायिभावाः +स्थायिभावानां +स्थायिभावे +स्थायिभावेषु +स्थायिभावो +स्थायिरूपेण +स्थायी +स्थायीति +स्थायीत्यादि +स्थायीभावः +स्थायीभावस्य +स्थायीभावो +स्थायुकः +स्थायेिनं +स्थाय्येव +स्थालं +स्थालकानि +स्थालकैः +स्थालम् +स्थालरूपे +स्थालानि +स्थालिका +स्थालिकां +स्थालिकायां +स्थाली +स्थालीं +स्थालीः +स्थालीगतं +स्थालीति +स्थालीनां +स्थालीपाक +स्थालीपाकँ +स्थालीपाकं +स्थालीपाकः +स्थालीपाकमभक्षयन् +स्थालीपाकस्य +स्थालीपाकानां +स्थालीपाकावृतान्यत् +स्थालीपाके +स्थालीपाकेन +स्थालीपाकेनेति +स्थालीपाकेनेष्ट्वा +स्थालीपाकेषु +स्थालीपाको +स्थालीपाकꣳ +स्थालीपुलाकन्यायेन +स्थालीबिलात् +स्थालीबिलीयास्तण्डुलाः +स्थालीबिल्याः +स्थालीभिः +स्थालीमध्ये +स्थालीमपरां +स्थालीमभिमृशति +स्थालीम् +स्थालीर् +स्थालीव +स्थालीवृक्षः +स्थालीश्च +स्थालीषु +स्थाले +स्थालेषु +स्थालैः +स्थाल्यः +स्थाल्यमृतस्य +स्थाल्या +स्थाल्यां +स्थाल्याः +स्थाल्यादि +स्थाल्यामाधाय +स्थाल्यामासिञ्चति +स्थाल्यामोदनं +स्थाल्याम् +स्थाल्युपिधानं +स्थाल्यो +स्थाल्यौ +स्थाव +स्थावर +स्थावरं +स्थावरः +स्थावरक +स्थावरजंगमं +स्थावरजंगमम् +स्थावरजंगमाः +स्थावरजंगमे +स्थावरजङ्गमं +स्थावरजङ्गमम् +स्थावरजङ्गमलक्षणाः +स्थावरजङ्गमस्य +स्थावरजङ्गमाः +स्थावरजङ्गमात्मकं +स्थावरजङ्गमात्मकस्य +स्थावरजङ्गमात्मकानि +स्थावरजङ्गमात्मके +स्थावरजङ्गमात्मकेषु +स्थावरजङ्गमानां +स्थावरजङ्गमानि +स्थावरजङ्गमान् +स्थावरजङ्गमान्य् +स्थावरजङ्गमे +स्थावरजङ्गमेषु +स्थावरजङ्गमैः +स्थावरजङ्गमो +स्थावरतां +स्थावरत्वं +स्थावरत्वेन +स्थावरम् +स्थावरराजकन्या +स्थावरविषभेदः +स्थावरविषभेदे +स्थावरश्च +स्थावरस्य +स्थावरा +स्थावराः +स्थावराणां +स्थावराणाञ्च +स्थावराणामपि +स्थावराणाम् +स्थावराणि +स्थावरात्मानं +स्थावरादि +स्थावरादिषु +स्थावरादीनां +स्थावरादृते +स्थावरान् +स्थावरान्तं +स्थावरान्तरे +स्थावरान्तानि +स्थावरान्तेषु +स्थावराश्च +स्थावराश्चैव +स्थावरासु +स्थावरे +स्थावरेण +स्थावरेषु +स्थावरेष्वपि +स्थावरैः +स्थावरो +स्थाविर +स्थाविरम् +स्थाविरे +स्थासु +स्थास् +स्थास्तम्भोः +स्थास्नापाव्यधिहनियुध्यर्थम् +स्थास्नु +स्थास्नुं +स्थास्नुः +स्थास्नूनि +स्थास्नोः +स्थास्य +स्थास्यंति +स्थास्यति +स्थास्यतीति +स्थास्यते +स्थास्यत्येव +स्थास्यथ +स्थास्यन्ति +स्थास्यन्तीति +स्थास्यसि +स्थास्याम +स्थास्यामः +स्थास्यामि +स्थास्यामीति +स्थास्यामो +स्थास्याम्यत्र +स्थास्याम्यहं +स्थास्ये +स्था॒तः॒ +स्था॒तुः +स्था॒त् +स्था॒त्रे +स्थि +स्थिः +स्थित +स्थितं +स्थितः +स्थितएवासाधारण्येन +स्थितञ्च +स्थितत्वं +स्थितत्वात् +स्थितत्वादिति +स्थितत्वाद् +स्थितत्वे +स्थितत्वेन +स्थितधीः +स्थितधीर्मुनिरुच्यते +स्थितपाठ्यं +स्थितपुरातनटर्मिनल् +स्थितप्रज्ञ +स्थितप्रज्ञः +स्थितप्रज्ञता +स्थितप्रज्ञलक्षणं +स्थितप्रज्ञलक्षणानि +स्थितप्रज्ञशब्दः +स्थितप्रज्ञस्तदोच्यते +स्थितप्रज्ञस्य +स्थितप्रज्ञस्येति +स्थितप्रज्ञे +स्थितप्रज्ञो +स्थितम +स्थितमग्रतः +स्थितमतितरां +स्थितमत्र +स्थितमथ +स्थितमनुचितारम्भनिभृतं +स्थितमपि +स्थितमविषये +स्थितमस्ति +स्थितमाकरे +स्थितमात्मनि +स्थितमावृत्य +स्थितमासीनं +स्थितमिति +स्थितमित्यर्थः +स्थितमित्युत्प्रेक्षा +स्थितमिदं +स्थितमिव +स्थितमिह +स्थितमेकं +स्थितमेकमण्डलं +स्थितमेतत् +स्थितमेव +स्थितमेवेति +स्थितम् +स्थितयः +स्थितया +स्थितये +स्थितयो +स्थितयोः +स्थितवतः +स्थितवता +स्थितवति +स्थितवती +स्थितवतो +स्थितवत् +स्थितवन्त +स्थितवन्तः +स्थितवन्तौ +स्थितवानसि +स्थितवानिति +स्थितवानित्यर्थः +स्थितवान् +स्थितश्च +स्थितश्चन्द्रः +स्थितश्चलति +स्थितश्चात्र +स्थितश्चापि +स्थितश्चाहं +स्थितस् +स्थितस्तं +स्थितस्ततः +स्थितस्तत्र +स्थितस्तत्रैव +स्थितस्तथा +स्थितस्तदा +स्थितस्तपसि +स्थितस्तस्य +स्थितस्तस्यां +स्थितस्तस्योदरामयः +स्थितस्तापसः +स्थितस्तु +स्थितस्तूष्णीं +स्थितस्तेषां +स्थितस्त्वं +स्थितस्य +स्थितस्यापि +स्थितस्यास्य +स्थितस्येति +स्थितस्यैतस्य +स्थितस्यैव +स्थितस्सन् +स्थिता +स्थितां +स्थिताः +स्थितात् +स्थिताद् +स्थितानपश्यत् +स्थिताना +स्थितानां +स्थितानामपि +स्थितानाम् +स्थितानि +स्थितान् +स्थितान्येव +स्थितापि +स्थिताभिः +स्थिताभ्यां +स्थितामित्यर्थः +स्थिताम् +स्थिताय +स्थिताया +स्थितायां +स्थितायाः +स्थितायाम् +स्थितार्कस्य +स्थितावपि +स्थिताविति +स्थिताविमौ +स्थिताविह +स्थितावुभौ +स्थितावेव +स्थिताश्च +स्थिताश्चैव +स्थितासि +स्थितासु +स्थितास् +स्थितास्त +स्थितास्तत्र +स्थितास्तथा +स्थितास्तदा +स्थितास्तस्य +स्थितास्तास्तु +स्थितास्तु +स्थितास्ते +स्थितास्मि +स्थितास्सर्वे +स्थिताहं +स्थिताऽभवत् +स्थिताऽस्मि +स्थिति +स्थितिं +स्थितिः +स्थितिकारणं +स्थितिकारणम् +स्थितिकारित्वात् +स्थितिकाल +स्थितिकालं +स्थितिकालः +स्थितिकालविषये +स्थितिकालश्च +स्थितिकालस्तु +स्थितिकालस्य +स्थितिकाले +स्थितिकालो +स्थितिकालोऽपि +स्थितिको +स्थितिखण्डकेन +स्थितिखण्डे +स्थितिज्ञः +स्थितितः +स्थितिदलं +स्थितिदले +स्थितिदलेन +स्थितिनिबन्धनी +स्थितिनिबन्धिनी +स्थितिनियमने +स्थितिन्यासं +स्थितिन्यासः +स्थितिपदं +स्थितिपालनम् +स्थितिप्रकरणं +स्थितिप्रकरणम् +स्थितिप्रकरणे +स्थितिप्रवाहो +स्थितिभेदे +स्थितिमतः +स्थितिमता +स्थितिमतां +स्थितिमताम् +स्थितिमति +स्थितिमतो +स्थितिमन्तं +स्थितिमर्दखण्डे +स्थितिमानिति +स्थितिमानित्यनुमीयते +स्थितिमान् +स्थितिमाप्नोति +स्थितिमाह +स्थितिमेव +स्थितिम् +स्थितियोगः +स्थितिरत्र +स्थितिरपि +स्थितिरस्ति +स्थितिरिति +स्थितिरित्यर्थः +स्थितिरियं +स्थितिरुक्ता +स्थितिरुच्यते +स्थितिरूपा +स्थितिरेकत्र +स्थितिरेव +स्थितिरेषा +स्थितिर् +स्थितिर्दण्डनिधानमार्जवं +स्थितिर्न +स्थितिर्नास्ति +स्थितिर्भवति +स्थितिर्भवेत् +स्थितिर्मम +स्थितिर्मया +स्थितिर्मर्यादा +स्थितिर्मे +स्थितिर्यत्र +स्थितिर्यथा +स्थितिर्यस्य +स्थितिर्यस्याः +स्थितिर्या +स्थितिर्येषां +स्थितिर्वर्तते +स्थितिवर्णनम् +स्थितिविषये +स्थितिशीलं +स्थितिशीले +स्थितिश्च +स्थितिषु +स्थितिसंस्कारक्षये +स्थितिस्तत्र +स्थितिस्तथा +स्थितिस्तस्य +स्थितिस्तु +स्थितिस्ते +स्थितिस्तेषामुक्तासेवायां +स्थितिस्थानम् +स्थितिस्थापक +स्थितिस्थापकः +स्थितिस्थापकभावने +स्थितिहेतवः +स्थितिहेतवे +स्थितिहेतवो +स्थितिहेतुः +स्थिती +स्थितीति +स्थितीनां +स्थिते +स्थितेः +स्थितेति +स्थितेत्यर्थः +स्थितेत्युत्प्रेक्षा +स्थितेन +स्थितेनेति +स्थितेनेत्युत्प्रेक्षा +स्थितेनैव +स्थितेभ्यः +स्थितेयं +स्थितेश्च +स्थितेषु +स्थितेष्वथ +स्थितेष्वेव +स्थितेऽतो +स्थितेऽपि +स्थितेऽप्यनुनये +स्थितेऽरविन्दे +स्थितेऽस्मिन् +स्थितै +स्थितैः +स्थितैरित्युत्प्रेक्षा +स्थितैव +स्थितैवेति +स्थितैवैषा +स्थितैषा +स्थितैौ +स्थितो +स्थितोपि +स्थितोसि +स्थितोस्मि +स्थितोहं +स्थितोऽग्निः +स्थितोऽग्रतः +स्थितोऽच्युतः +स्थितोऽत्र +स्थितोऽत्रेति +स्थितोऽन्तः +स्थितोऽन्वयी +स्थितोऽपि +स्थितोऽप्यन्तिके +स्थितोऽभवत् +स्थितोऽभूत् +स्थितोऽयं +स्थितोऽयम् +स्थितोऽसि +स्थितोऽसौ +स्थितोऽस्ति +स्थितोऽस्मि +स्थितोऽस्मीति +स्थितोऽस्म्यहम् +स्थितोऽस्य +स्थितोऽहं +स्थितोऽहमित्यर्थः +स्थितौ +स्थित् +स्थित्य +स्थित्यदनाभ्यां +स्थित्यधं +स्थित्यन्ते +स्थित्यभावः +स्थित्यभावात् +स्थित्यर्थ +स्थित्यर्थं +स्थित्यर्थम् +स्थित्यर्द्ध +स्थित्यर्द्धम् +स्थित्यर्ध +स्थित्यर्धं +स्थित्यर्धकला +स्थित्यर्धनाडिकाः +स्थित्यर्धम् +स्थित्यर्धे +स्थित्यर्धेन +स्थित्या +स्थित्यां +स्थित्याः +स्थित्यादये +स्थित्याम् +स्थित्युत्पत्त्यन्तहेतवः +स्थित्यै +स्थित्यैव +स्थित्य् +स्थित्व +स्थित्वा +स्थित्वाग्निं +स्थित्वापि +स्थित्वासौ +स्थित्वास्यामन्तकालेऽपि +स्थित्वेति +स्थित्वेत्यर्थः +स्थित्वैव +स्थिना +स्थिर +स्थिरं +स्थिरः +स्थिरकरणानि +स्थिरखरं +स्थिरगणपदप्राप्तये +स्थिरचित्तः +स्थिरचित्तश्च +स्थिरचित्ता +स्थिरचित्तो +स्थिरचेतसः +स्थिरचेतसा +स्थिरचेता +स्थिरजीवी +स्थिरजीव्य् +स्थिरतया +स्थिरतरं +स्थिरतरः +स्थिरतरा +स्थिरता +स्थिरतां +स्थिरतामुपैति +स्थिरतायाः +स्थिरतोयं +स्थिरत्व +स्थिरत्वं +स्थिरत्वञ्च +स्थिरत्वम् +स्थिरत्वात् +स्थिरत्वे +स्थिरत्वेन +स्थिरधन्वन +स्थिरधन्वने +स्थिरधीः +स्थिरनयनो +स्थिरनिध्यंशः +स्थिरपदं +स्थिरपदो +स्थिरप्रज्ञो +स्थिरबुद्धिः +स्थिरबुद्धिरसंमूढो +स्थिरभक्तियोगसुलभो +स्थिरभे +स्थिरमतिः +स्थिरमतिरभवत् +स्थिरमतिर्भक्तिमान्मे +स्थिरमना +स्थिरमपि +स्थिरमानसः +स्थिरमासनमात्मनः +स्थिरमिति +स्थिरमिव +स्थिरमेव +स्थिरम् +स्थिरयति +स्थिरया +स्थिरयितुं +स्थिरयौवनः +स्थिरयौवना +स्थिरयौवनाः +स्थिरयौवने +स्थिरराशौ +स्थिररूपतः +स्थिरलग्ने +स्थिरलिङ्गे +स्थिरशरीरस्य +स्थिरश्च +स्थिरसुखं +स्थिरसुखमासनं +स्थिरसुखमासनम् +स्थिरस्य +स्थिरस्वभावः +स्थिरा +स्थिरां +स्थिरांशः +स्थिरांशे +स्थिरांशो +स्थिराः +स्थिराणां +स्थिराणि +स्थिराण्येव +स्थिरात्मा +स्थिरान् +स्थिरामिन्द्रियधारणाम् +स्थिराम् +स्थिराय +स्थिरायते +स्थिरायुः +स्थिरायुषः +स्थिराशयः +स्थिराश्च +स्थिरासनः +स्थिरासनादिपरिग्रहः +स्थिरासने +स्थिरासि +स्थिरी +स्थिरीकरणं +स्थिरीकरणमङ्गानां +स्थिरीकरणम् +स्थिरीकरणाय +स्थिरीकरणे +स्थिरीकरोति +स्थिरीकर्तुं +स्थिरीकुरु +स्थिरीकुर्वन्ति +स्थिरीकृतं +स्थिरीकृतः +स्थिरीकृतमिदं +स्थिरीकृतम् +स्थिरीकृता +स्थिरीकृताः +स्थिरीकृते +स्थिरीकृत्य +स्थिरीक्रियत +स्थिरीक्रियते +स्थिरीभव +स्थिरीभवति +स्थिरीभवेत् +स्थिरीभूतं +स्थिरीभूता +स्थिरीभूते +स्थिरीभूतेन +स्थिरीभूतो +स्थिरीभूय +स्थिरे +स्थिरेण +स्थिरेति +स्थिरेषु +स्थिरैः +स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवा +स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवाँसस्तनूभिः +स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवाँसस्तनूभिर्व्यशेम +स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवांसस्तनूभिः +स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवांसस्तनूभिर्व्यशेम +स्थिरैरङ्गैस्तुष्तुवाँसस्तनूभिर्व्यशेम +स्थिरैव +स्थिरो +स्थिरोदया +स्थिरोदये +स्थिरोपदेशामुपदेशकाले +स्थिरोऽभवत् +स्थिरौ +स्थिविभ्यः +स्थिहाएहिया +स्थि॒रं +स्थि॒रः +स्थि॒रम् +स्थि॒रा +स्थि॒राणि॑ +स्थि॒राय॑ +स्थि॒राय॒ +स्थि॒रो +स्थी +स्थीनि +स्थीयत +स्थीयता +स्थीयतां +स्थीयतामत्र +स्थीयतामिति +स्थीयतामित्यभाषत +स्थीयताम् +स्थीयते +स्थुः +स्थुः॒ +स्थुड +स्थुर्नो +स्थुल +स्थुलं +स्थू +स्थूण +स्थूणं +स्थूणजं +स्थूणा +स्थूणां +स्थूणाः +स्थूणाकर्णं +स्थूणानां +स्थूणानिखननन्यायेन +स्थूणान्नं +स्थूणापक्षो +स्थूणायां +स्थूणावधिरोह +स्थूणावशेषं +स्थूणे +स्थूणेव +स्थूणो +स्थूपि +स्थूपिं +स्थूपिका +स्थूप्यन्तं +स्थूप्यादयं +स्थूरं +स्थूरम् +स्थूरस्य +स्थूरा +स्थूरि +स्थूल +स्थूलं +स्थूलः +स्थूलक +स्थूलकः +स्थूलकणा +स्थूलकद्रव्याणां +स्थूलकाचारुणप्रभम् +स्थूलकृशौ +स्थूलकेशी +स्थूलग्रन्थियुते +स्थूलजीरकः +स्थूलञ्च +स्थूलतत्त्वानां +स्थूलतमं +स्थूलतमा +स्थूलतया +स्थूलतरं +स्थूलतरः +स्थूलता +स्थूलतां +स्थूलतायाः +स्थूलत्व +स्थूलत्वं +स्थूलत्वम् +स्थूलत्वस्य +स्थूलत्वात् +स्थूलत्वे +स्थूलत्वेन +स्थूलदर्भः +स्थूलदशावर्षाः +स्थूलदूर +स्थूलदूरयुव +स्थूलदूरेति +स्थूलदृशा +स्थूलदृष्ट्या +स्थूलदेहं +स्थूलदेहः +स्थूलदेहस्य +स्थूलदेहे +स्थूलदेहोत्पत्तौ +स्थूलद्रव्यस्य +स्थूलधारा +स्थूलनन्दा +स्थूलनासिकः +स्थूलपतिः +स्थूलपत्नी +स्थूलपृषती +स्थूलफलं +स्थूलबलयोः +स्थूलभुक् +स्थूलभुग्वैश्वानरः +स्थूलभूतानि +स्थूलमध्येन्द्रनीलम् +स्थूलमपि +स्थूलमिति +स्थूलमिदं +स्थूलमुखः +स्थूलमूलं +स्थूलमूलः +स्थूलमूला +स्थूलमेव +स्थूलम् +स्थूलया +स्थूलरूप +स्थूलरूपं +स्थूलरूपस्य +स्थूलरूपा +स्थूलरूपेण +स्थूललक्षः +स्थूललक्षो +स्थूललक्ष्यः +स्थूललिङ्गो +स्थूलवस्त्रे +स्थूलशब्देन +स्थूलशरीरं +स्थूलशरीरम् +स्थूलशरीरस्य +स्थूलशरीरे +स्थूलशरीरेण +स्थूलशिरा +स्थूलशिराः +स्थूलश्च +स्थूलसूक्ष्म +स्थूलसूक्ष्मपरत्वेन +स्थूलसूक्ष्मभेदेन +स्थूलसूक्ष्मविभागेन +स्थूलसूक्ष्मशरीरद्वयतत्कारणाविद्याख्योपाधित्रयाविवेकेन +स्थूलसूक्ष्माणां +स्थूलसूक्ष्माणि +स्थूलसूक्ष्मात्मकं +स्थूलसूक्ष्मे +स्थूलसूक्ष्मेषु +स्थूलस्तोददाहप्रपाकी +स्थूलस्थूलं +स्थूलस्य +स्थूलस्वरूपसूक्ष्मान्वयार्थवत्त्वसंयमाद्भूतजयः +स्थूलहस्तावलेपान् +स्थूला +स्थूलां +स्थूलाः +स्थूलाकारः +स्थूलाक्षः +स्थूलाक्षर +स्थूलाक्षरैः +स्थूलाक्षो +स्थूलाग्रा +स्थूलाङ्गं +स्थूलाङ्गः +स्थूलात् +स्थूलात्ययः +स्थूलादि +स्थूलादिभ्यः +स्थूलाधरा +स्थूलानशनोक्तेः +स्थूलानां +स्थूलानि +स्थूलान् +स्थूलान्त्रं +स्थूलाभोगात्स +स्थूलाय +स्थूलावस्था +स्थूलाश्च +स्थूलास्ताः +स्थूलास्थिषु +स्थूले +स्थूलेति +स्थूलेन +स्थूलेषु +स्थूलेऽर्थे +स्थूलै +स्थूलैः +स्थूलैला +स्थूलैलायां +स्थूलैलायाम् +स्थूलो +स्थूलोतुः +स्थूलोदरः +स्थूलोऽथ +स्थूलोऽहं +स्थूलोऽहम् +स्थूलौ +स्थूलौतुः +स्थू॒रं +स्थू॒रम् +स्थे +स्थेति +स्थेत्यन्तं +स्थेत्याह +स्थेत्य् +स्थेन +स्थेन्द्रस्य +स्थेन्द्र॑स्य +स्थेन्द्र॑स्य॒ +स्थेमा +स्थेमानं +स्थेम्ना +स्थेम्ने +स्थेय +स्थेयं +स्थेयः +स्थेयमत्र +स्थेयम् +स्थेयसम्पूर्णतायै +स्थेयसीं +स्थेया +स्थेयाः +स्थेयात् +स्थेयान् +स्थेयाम +स्थेयो +स्थेश +स्थेशभास +स्थेशभासपिसकसो +स्थेषा +स्थेषु +स्थेष्ठः +स्थै +स्थैः +स्थैर्य +स्थैर्यं +स्थैर्यमात्मविनिग्रहः +स्थैर्यमायाते +स्थैर्यम् +स्थैर्यस्य +स्थैर्याय +स्थैर्ये +स्थैर्येण +स्थैर्य्यं +स्थैर्य्यकरं +स्थैर्य्यम् +स्थैर्य्ये +स्थो +स्थोपायव +स्थोरां +स्थोर्जं +स्थो॒ +स्थौ +स्थौणेय +स्थौणेयं +स्थौणेयकं +स्थौणेयम् +स्थौरी +स्थौल्य +स्थौल्यं +स्थौल्यमिति +स्थौल्यम् +स्थौल्यसैन्ययोः +स्थौल्यस्य +स्थौल्याधिकारः +स्थौल्ये +स्थौल्येन +स्थ्य +स्थ॑ +स्थ॒ +स्थ॒न॒ +स्ध्वोः +स्न +स्नं +स्नः +स्नञ् +स्नपन +स्नपनं +स्नपनद्रव्याणि +स्नपनमण्डपम् +स्नपनमाचरेत् +स्नपनमिष्यते +स्नपनमुत्तमम् +स्नपनम् +स्नपनस्य +स्नपनादि +स्नपनादीनि +स्नपनादौ +स्नपनानां +स्नपनान्ते +स्नपनार्थं +स्नपने +स्नपनेन +स्नपनोत्सवादीनि +स्नपय +स्नपयति +स्नपयतु +स्नपयन्ति +स्नपयसि +स्नपयामास +स्नपयामि +स्नपयित्वा +स्नपयिष्यामि +स्नपयेच्च +स्नपयेत् +स्नपयेद् +स्नपितं +स्ना +स्नांति +स्नात +स्नातं +स्नातः +स्नातक +स्नातकं +स्नातकः +स्नातकधर्मप्रकरणम् +स्नातकधर्माः +स्नातकपदवी +स्नातकपदवीं +स्नातकपदवीम् +स्नातकपार्थिवौ +स्नातकव्रतलोपे +स्नातकव्रतानि +स्नातकस्य +स्नातका +स्नातकानां +स्नातकाय +स्नातकेनापि +स्नातको +स्नातकोत्तर +स्नातकोत्तरं +स्नातकोत्तरपदवी +स्नातकोत्तरपदवीं +स्नातमात्रस्य +स्नातमात्रो +स्नातम् +स्नातव्यं +स्नातव्यम् +स्नातव्या +स्नातश्च +स्नातस् +स्नातस्तत्र +स्नातस्तु +स्नातस्य +स्नाता +स्नातां +स्नाताः +स्नातानां +स्नातानि +स्नातानुलिप्तं +स्नातानुलिप्तः +स्नातानुलिप्तस्य +स्नातान् +स्नातायां +स्नातायाः +स्नातावहतवसनौ +स्नाताश्च +स्नातास्तत्र +स्नाति +स्नाती +स्नातीति +स्नातीत्येके +स्नातु +स्नातुं +स्नातुः +स्नातुकामा +स्नातुमर्हति +स्नातुमायांति +स्नातुमितो +स्नातुम् +स्नाते +स्नातेः +स्नातैः +स्नातो +स्नातोऽहं +स्नातोऽहतवसनः +स्नातौ +स्नात् +स्नात्वा +स्नात्वाकालकः +स्नात्वाचम्य +स्नात्वात्र +स्नात्वाथ +स्नात्वापि +स्नात्वाभ्यर्च्य +स्नात्वार्कमर्चयित्वा +स्नात्वार्चयित्वा +स्नात्वार्च्य +स्नात्वाऽत्र +स्नात्वाऽथ +स्नात्वाऽभ्यर्च्य +स्नात्वाऽर्चयित्वा +स्नात्वाऽर्च्य +स्नात्वाऽऽगत्य +स्नात्वाऽऽचम्य +स्नात्वी +स्नात्वेति +स्नात्वैव +स्नात्वैवं +स्नात्वोदकं +स्नात्व्यादयश्च +स्नान +स्नानं +स्नानकर +स्नानकरणम् +स्नानकरणेन +स्नानकर्म +स्नानकर्मणि +स्नानकारणात् +स्नानकाले +स्नानगृहं +स्नानजं +स्नानञ्च +स्नानतः +स्नानतो +स्नानदानयोः +स्नानदानादि +स्नानदानादिकं +स्नानदानादिकर्मसु +स्नानदानादिकाः +स्नानदानादिमाहात्म्यवर्णनम् +स्नानदानादौ +स्नानदानाभ्यां +स्नानदानेन +स्नानद्रव्याणि +स्नानद्वयं +स्नानन्तु +स्नानपरो +स्नानपानादिना +स्नानपानावगाहनैः +स्नानपीठं +स्नानपीठे +स्नानपूजादि +स्नानपूर्वं +स्नानपूर्वकम् +स्नानफलं +स्नानभेदाः +स्नानभोजनं +स्नानमंत्रः +स्नानमण्डपम् +स्नानमण्डपे +स्नानमत्र +स्नानमन्त्रः +स्नानमन्त्राः +स्नानमभ्यङ्गपूर्वकम् +स्नानमस्य +स्नानमाचमनं +स्नानमाचरत् +स्नानमाचरन् +स्नानमाचरेत् +स्नानमाचरेद्भुक्त्वा +स्नानमात्रं +स्नानमात्रतः +स्नानमात्रम् +स्नानमात्रस्य +स्नानमात्रात्ततः +स्नानमात्रे +स्नानमात्रेण +स्नानमादरात् +स्नानमादितः +स्नानमादौ +स्नानमाह +स्नानमिति +स्नानमिदं +स्नानमिष्यते +स्नानमुक्तं +स्नानमुच्यते +स्नानमुत्तमम् +स्नानमुष्णेन +स्नानमेव +स्नानम् +स्नानवस्त्रं +स्नानविधानेन +स्नानविधिं +स्नानविधिः +स्नानविधिक्षमाणि +स्नानविष्टरम् +स्नानवेदिं +स्नानवेद्यां +स्नानशाटीं +स्नानशालां +स्नानशीलः +स्नानशौचे +स्नानश्वभ्रे +स्नानसन्ध्यादिकं +स्नानसमये +स्नानस्य +स्नानहेतवे +स्नाना +स्नानां +स्नानागारं +स्नानाच्च +स्नानात् +स्नानात्तथा +स्नानादि +स्नानादिकं +स्नानादिकाः +स्नानादिना +स्नानादिषु +स्नानादीनां +स्नानादीनि +स्नानादेव +स्नानादौ +स्नानाद् +स्नानाद्यं +स्नानाद्यर्थं +स्नानाद्वै +स्नानानन्तरं +स्नानानां +स्नानानि +स्नानान्ते +स्नानाय +स्नानार्थ +स्नानार्थं +स्नानार्थम् +स्नानार्थे +स्नानावगाहनात् +स्नानावसाने +स्नानाशक्तौ +स्नानासनं +स्नानासने +स्नानीय +स्नानीयं +स्नानीये +स्नाने +स्नानेन +स्नानेनानेन +स्नानेनैव +स्नानेषु +स्नानैः +स्नानोत्तरं +स्नानोत्सादनहीनस्य +स्नानोदकं +स्नान्तं +स्नान्ति +स्नान्ती +स्नान्तीं +स्नान्तीनां +स्नाप +स्नापनं +स्नापनम् +स्नापने +स्नापनोच्छिष्टभोजने +स्नापनौत्सवयो +स्नापय +स्नापयंति +स्नापयति +स्नापयन् +स्नापयन्ति +स्नापयन्ती +स्नापयामास +स्नापयामि +स्नापयितुं +स्नापयित्वा +स्नापयित्वाथ +स्नापयिष्यामि +स्नापये +स्नापयेच्च +स्नापयेच्छिवम् +स्नापयेत +स्नापयेत् +स्नापयेत्क्रमात् +स्नापयेत्तं +स्नापयेत्ततः +स्नापयेत्तथा +स्नापयेत्तेन +स्नापयेत्पयसा +स्नापयेत्परमेश्वरम् +स्नापयेत्पुरुषोत्तमम् +स्नापयेदिति +स्नापयेद् +स्नापयेद्गन्धवारिणा +स्नापयेद्देवं +स्नापयेद्देवदेवेशं +स्नापयेद्धरिम् +स्नापयेद्यदि +स्नापयेद्यस्तु +स्नापयेद्रविम् +स्नापयेद्विष्णुं +स्नापयेन्नरम् +स्नापयेन्नवभिर्घटैः +स्नापयेन्मधुना +स्नापयेयुः +स्नापितं +स्नापितः +स्नापिता +स्नापिते +स्नापितो +स्नाप्य +स्नाप्यमानं +स्नायं +स्नायति +स्नायते +स्नायन् +स्नायन्ति +स्नायवः +स्नायवो +स्नाया +स्नायाच्च +स्नायात् +स्नायात्तु +स्नायादिति +स्नायादित्येकम् +स्नायादुष्णवारिणा +स्नायाद् +स्नायाद्यदि +स्नायाद्वै +स्नायान्न +स्नायिनां +स्नायी +स्नायीत +स्नायु +स्नायुं +स्नायुः +स्नायुना +स्नायुबद्धं +स्नायुबन्धः +स्नायुबन्धाः +स्नायुभिः +स्नायुभिश्च +स्नायुभिस्तथा +स्नायुमर्म्माणि +स्नायुयुतं +स्नायुशतानि +स्नायुशास्त्रम् +स्नायुषु +स्नायुस्य +स्नायूनां +स्नाय्व् +स्नाव +स्नावभ्यः +स्नावभ्यो +स्नावा +स्नावाः +स्नासि +स्नास्यंति +स्नास्यति +स्नास्यन् +स्नास्यन्ति +स्नाहि +स्नि +स्निक्च +स्निग्ध +स्निग्धं +स्निग्धः +स्निग्धगम्भीरघोषम् +स्निग्धगम्भीरया +स्निग्धघटे +स्निग्धच्छाया +स्निग्धच्छायातरुषु +स्निग्धञ्च +स्निग्धता +स्निग्धतां +स्निग्धत्वं +स्निग्धत्वम् +स्निग्धत्वात् +स्निग्धदृष्ट्या +स्निग्धदेशेषु +स्निग्धपत्रा +स्निग्धभाण्डे +स्निग्धभिन्नाञ्जनाभे +स्निग्धमधुसूदनः +स्निग्धमल्पशः +स्निग्धमसंहतम् +स्निग्धमांसस्य +स्निग्धमिति +स्निग्धमुष्णं +स्निग्धमेव +स्निग्धम् +स्निग्धया +स्निग्धरूक्षैः +स्निग्धवर्णः +स्निग्धश्च +स्निग्धश्यामलकान्तिलिप्तवियतो +स्निग्धस्तु +स्निग्धस्य +स्निग्धस्विन्नस्य +स्निग्धस्विन्नाय +स्निग्धस्विन्नो +स्निग्धा +स्निग्धां +स्निग्धाः +स्निग्धानां +स्निग्धानि +स्निग्धान् +स्निग्धाम्ल +स्निग्धाय +स्निग्धाश्च +स्निग्धास्यता +स्निग्धे +स्निग्धेति +स्निग्धेन +स्निग्धेषु +स्निग्धै +स्निग्धैः +स्निग्धैर् +स्निग्धैश्च +स्निग्धो +स्निग्धोष्ण +स्निग्धोष्णं +स्निग्धोष्णः +स्निग्धोष्णा +स्निग्धोष्णानि +स्निग्धोष्णो +स्निग्धोष्णोपशमप्रायं +स्निग्धोऽनुनादी +स्निग्धोऽल्पवेदनः +स्निग्धौ +स्नियां +स्निह +स्निहि +स्निहितिश्च +स्निह् +स्निह्यति +स्निह्यतीति +स्निह्यते +स्निह्यन्ति +स्नी +स्नीहितिश्च +स्नीहितीषु +स्नु +स्नुः +स्नुक् +स्नुक्रमोरनात्मनेपदनिमित्ते +स्नुक्रमोरिति +स्नुग् +स्नुना +स्नुना॑ +स्नुभिः +स्नुवन्ति +स्नुषया +स्नुषा +स्नुषां +स्नुषाः +स्नुषाणां +स्नुषाभिः +स्नुषाम् +स्नुषाया +स्नुषायां +स्नुषायाः +स्नुषायै +स्नुषावच्च +स्नुषाश्च +स्नुषु +स्नुषे +स्नुषेति +स्नुषेयं +स्नुह +स्नुहि +स्नुहिक्षीरेण +स्नुही +स्नुहीक्षीरं +स्नुहीक्षीरेण +स्नुहीपयः +स्नुहीवृक्षः +स्नुहीवृक्षे +स्नुह्यति +स्नुह्यर्कदुग्धेन +स्नुह्यर्कपयसा +स्नुऽभिः +स्नुऽभिः॑ +स्ने +स्नेह +स्नेहं +स्नेहः +स्नेहक्षयः +स्नेहक्षयो +स्नेहगौरवशैत्यानि +स्नेहतः +स्नेहतो +स्नेहदृशा +स्नेहद्रवे +स्नेहन +स्नेहनं +स्नेहनः +स्नेहनमुत्तमम् +स्नेहनमेव +स्नेहनमोचनयोः +स्नेहनम् +स्नेहनसेचनपूरणेषु +स्नेहनार्थं +स्नेहनी +स्नेहने +स्नेहनो +स्नेहपक्वं +स्नेहपाकस्त्रिधा +स्नेहपाके +स्नेहपाको +स्नेहपाण्डित्यं +स्नेहपात्रं +स्नेहपात्रे +स्नेहपानं +स्नेहपानानि +स्नेहपाने +स्नेहपाशं +स्नेहपाशेन +स्नेहपीतस्य +स्नेहपीतोऽप्यनुवासितो +स्नेहपूतहृदयस्य +स्नेहपूर्वं +स्नेहप्रवृत्तिं +स्नेहबस्तयः +स्नेहबस्तिं +स्नेहबिन्दवः +स्नेहभक्त्या +स्नेहभावेन +स्नेहमयी +स्नेहमयेन +स्नेहमलविहीनदेहता +स्नेहमात्रा +स्नेहमात्रां +स्नेहमादाय +स्नेहमाहारं +स्नेहमिति +स्नेहमुत्सृज्य +स्नेहमूलानि +स्नेहमेव +स्नेहम् +स्नेहयति +स्नेहयित्वा +स्नेहयुक्तं +स्नेहयुक्ताः +स्नेहयुक्ते +स्नेहयेत् +स्नेहयोगेन +स्नेहरूक्षप्रभवा +स्नेहवति +स्नेहवती +स्नेहवत् +स्नेहवन्तः +स्नेहवन्तो +स्नेहवशात् +स्नेहवस्तिः +स्नेहवस्तिना +स्नेहवान् +स्नेहविपातने +स्नेहविरेचनम् +स्नेहविरेचनैः +स्नेहवीर्येरितं +स्नेहव्यक्तिश्चिरविरहजं +स्नेहशून्यः +स्नेहश् +स्नेहश्च +स्नेहसंयुक्तं +स्नेहसंयुतः +स्नेहसंयुतम् +स्नेहसंयुतैः +स्नेहसमं +स्नेहसिक्तस्य +स्नेहस्तत्र +स्नेहस्तथा +स्नेहस्तदेकायतनं +स्नेहस्य +स्नेहस्वेदादि +स्नेहस्वेदावनभ्यस्य +स्नेहस्वेदोपपन्नं +स्नेहस्वेदोपपन्नस्य +स्नेहस्वेदौ +स्नेहहीना +स्नेहा +स्नेहाः 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+स्पन्दमात्रं +स्पन्दमाना +स्पन्दमाने +स्पन्दयत्यधरं +स्पन्दरूपा +स्पन्दशास्त्रे +स्पन्दश्च +स्पन्दसे +स्पन्दस्य +स्पन्दा +स्पन्दास्पन्दौ +स्पन्दितं +स्पन्दितुं +स्पन्दे +स्पन्देत +स्पन्देऽपि +स्पन्दो +स्पन्द्यया +स्पन्द्यां +स्पर +स्परं +स्परत् +स्परम् +स्पराणि +स्पर्छ +स्पर्द्ध +स्पर्द्धते +स्पर्द्धन्ते +स्पर्द्धमानाः +स्पर्द्धया +स्पर्द्धा +स्पर्द्धां +स्पर्द्धायां +स्पर्द्धे +स्पर्ध +स्पर्धत +स्पर्धते +स्पर्धन्ते +स्पर्धमान +स्पर्धमानं +स्पर्धमानः +स्पर्धमानस्य +स्पर्धमाना +स्पर्धमानाः +स्पर्धमानान् +स्पर्धमानेनैते +स्पर्धमानो +स्पर्धया +स्पर्धयाधिबलं +स्पर्धयेव +स्पर्धसे +स्पर्धा +स्पर्धां +स्पर्धाः +स्पर्धामहे +स्पर्धायां +स्पर्धायाः +स्पर्धायामाङः +स्पर्धायाम् +स्पर्धायै +स्पर्धालवः +स्पर्धासु +स्पर्धिता +स्पर्धितुं +स्पर्धितुमर्हति +स्पर्धितुम् +स्पर्धित्वा +स्पर्धिनौ +स्पर्धी +स्पर्धे +स्पर्धेत +स्पर्धेते +स्पर्ध॑न्ते॒ +स्पर्श +स्पर्शं +स्पर्शः +स्पर्शकं +स्पर्शकः +स्पर्शकाल +स्पर्शकालः +स्पर्शकाले +स्पर्शकालो +स्पर्शक्षमं +स्पर्शगुणो +स्पर्शजा +स्पर्शजाः +स्पर्शतः +स्पर्शतन्मात्रं +स्पर्शतन्मात्रम् +स्पर्शतन्मात्रात्मने +स्पर्शत्वं +स्पर्शन +स्पर्शनं +स्पर्शनः +स्पर्शनञ्च +स्पर्शनप्रियाः +स्पर्शनमात्रेण +स्पर्शनम् +स्पर्शनस्य +स्पर्शना +स्पर्शनाक्षमम् +स्पर्शनाच्च +स्पर्शनाच्चैव +स्पर्शनात् +स्पर्शनात्तस्य +स्पर्शनादपि +स्पर्शनादेव +स्पर्शनाद् +स्पर्शनाभ्याम्‌ +स्पर्शनालापं +स्पर्शनिमीलिताक्षीं +स्पर्शनीयं +स्पर्शने +स्पर्शनेन +स्पर्शनेन्द्रियं +स्पर्शनेन्द्रियेण +स्पर्शनो +स्पर्शप्रत्यया +स्पर्शभाजि +स्पर्शमन्त्रेण +स्पर्शमाकाशं +स्पर्शमात्र +स्पर्शमात्रं +स्पर्शमात्रतः +स्पर्शमात्रेण +स्पर्शमोक्षयोः +स्पर्शम् +स्पर्शयता +स्पर्शयति +स्पर्शयते +स्पर्शयस्व +स्पर्शयितव्यं +स्पर्शयिता +स्पर्शयित्वा +स्पर्शयेत् +स्पर्शरेखा +स्पर्शलम्बनं +स्पर्शवता +स्पर्शवतां +स्पर्शवत् +स्पर्शवत्वं +स्पर्शवदिति +स्पर्शवद् +स्पर्शवद्विशेषगुण +स्पर्शवन्ति +स्पर्शवान् +स्पर्शविहारतां +स्पर्शवेधकाः +स्पर्शवेधि +स्पर्शवेधी +स्पर्शश्च +स्पर्शसुखं +स्पर्शसुखमभिनीय +स्पर्शसुखानि +स्पर्शसुखेन +स्पर्शस् +स्पर्शस्तथा +स्पर्शस्तस्यास्तु +स्पर्शस्तु +स्पर्शस्य +स्पर्शहानिः +स्पर्शा +स्पर्शाः +स्पर्शाख्यं +स्पर्शाज्ञता +स्पर्शाज्ञत्वं +स्पर्शात् +स्पर्शात्मा +स्पर्शादयो +स्पर्शादयोऽष्टौ +स्पर्शादि +स्पर्शादिलिङ्गकः +स्पर्शाद् +स्पर्शानां +स्पर्शानाम् +स्पर्शानिति +स्पर्शानुकूला +स्पर्शान् +स्पर्शान्कृत्वा +स्पर्शान्तं +स्पर्शान्तशब्दकाः +स्पर्शान्ता +स्पर्शान्ताः +स्पर्शाभावात् +स्पर्शाश्च +स्पर्शासहः +स्पर्शासहत्वं +स्पर्शिता +स्पर्शी +स्पर्शे +स्पर्शेति +स्पर्शेन +स्पर्शेषु +स्पर्शेऽपि +स्पर्शो +स्पर्शोष्मभिर्व्यज्यमाना +स्पर्शोऽपि +स्पर्शौ +स्पर्श्य +स्पर्षः +स्पर्ष्टा +स्पलं +स्पश +स्पशं +स्पशः +स्पशः॑ +स्पशति +स्पशते +स्पशम् +स्पशे +स्पशेत् +स्पशो +स्पशों +स्पशो॒ +स्पष्ट +स्पष्टं +स्पष्टः +स्पष्टकथनमस्ति +स्पष्टगतावपि +स्पष्टगति +स्पष्टगत्या +स्पष्टग्रह +स्पष्टग्रहः +स्पष्टचन्द्र +स्पष्टत +स्पष्टतः +स्पष्टतया +स्पष्टतरं +स्पष्टतरः +स्पष्टतरम् +स्पष्टतरा +स्पष्टता +स्पष्टतां +स्पष्टतायै +स्पष्टतिथि +स्पष्टत्वं +स्पष्टत्वात् +स्पष्टत्वान्न +स्पष्टत्वेन +स्पष्टधिकारः +स्पष्टनति +स्पष्टबलाध्यायः +स्पष्टम +स्पष्टमन्यत् +स्पष्टमभिहितः +स्पष्टमवगम्यते +स्पष्टमस्ति +स्पष्टमाचष्ट +स्पष्टमाचष्टे +स्पष्टमाम्नातम् +स्पष्टमाह +स्पष्टमाहाऽऽपस्तम्बः +स्पष्टमितरत् +स्पष्टमिति +स्पष्टमिदं +स्पष्टमुक्तं +स्पष्टमुक्तम् +स्पष्टमुच्यते +स्पष्टमेतत् +स्पष्टमेव +स्पष्टमेवाभिहितम् +स्पष्टमेवेति +स्पष्टमेवोक्तम् +स्पष्टम् +स्पष्टम्‌ +स्पष्टयति +स्पष्टयन्नाह +स्पष्टया +स्पष्टयितुं +स्पष्टयितुमाह +स्पष्टयिष्यते +स्पष्टरवि +स्पष्टराद्धान्त +स्पष्टरूपेण +स्पष्टलम्बन +स्पष्टलम्बनम् +स्पष्टवलनं +स्पष्टवलनाभावः +स्पष्टशर +स्पष्टशरः +स्पष्टशरो +स्पष्टश्चायमर्थः +स्पष्टस्तु +स्पष्टस्य +स्पष्टा +स्पष्टां +स्पष्टाः +स्पष्टाक्रान्तिः +स्पष्टाक्षरपदं +स्पष्टाक्षरो +स्पष्टाट्टहासा +स्पष्टाथम् +स्पष्टाधिकार +स्पष्टाधिकारः +स्पष्टाधिकारे +स्पष्टानि +स्पष्टान् +स्पष्टार्थ +स्पष्टार्थं +स्पष्टार्थः +स्पष्टार्थमिति +स्पष्टार्थमिदं +स्पष्टार्थमिदम् +स्पष्टार्थमुक्तम् +स्पष्टार्थमुपपत्तिश्च +स्पष्टार्थमेव +स्पष्टार्थम् +स्पष्टार्था +स्पष्टार्थाः +स्पष्टार्थे +स्पष्टार्थो +स्पष्टावभासा +स्पष्टी +स्पष्टीकरण +स्पष्टीकरणं +स्पष्टीकरणपृष्ठानि +स्पष्टीकरणम् +स्पष्टीकरणार्थं +स्पष्टीकरणे +स्पष्टीकरिष्यते +स्पष्टीकरोति +स्पष्टीकर्तुं +स्पष्टीकृत +स्पष्टीकृतं +स्पष्टीकृतः +स्पष्टीकृतत्वात् +स्पष्टीकृतमिति +स्पष्टीकृतम् +स्पष्टीकृतवान् +स्पष्टीकृता +स्पष्टीकृतानि +स्पष्टीकृत्वा +स्पष्टीक्रियते +स्पष्टीभवति +स्पष्टीभविष्यति +स्पष्टुं +स्पष्टे +स्पष्टेति +स्पष्टेन +स्पष्टेऽपि +स्पष्टैव +स्पष्टो +स्पष्टोर्थः +स्पष्टोऽत्र +स्पष्टोऽधिमासः +स्पष्टोऽर्कः +स्पष्टोऽर्थ +स्पष्टोऽर्थः +स्पष्टौ +स्पष्ट्वा +स्पा +स्पात +स्पात् +स्पान् +स्पार्शन +स्पार्शनं +स्पार्शनप्रत्यक्षे +स्पार्शिकं +स्पार्हं +स्पार्हः +स्पार्हम् +स्पार्हा +स्पार्हाः +स्पार्हे +स्पार्हो +स्पाशयस्व +स्पाशिक +स्पाशितः +स्पा॒तिं +स्पा॒र्हं +स्पा॒र्हम् +स्पा॒र्हा +स्पा॒र्हाः +स्पा॒र्हे +स्पा॒र्हो +स्पितीमण्डलम् +स्पिन +स्पिरिटस्य +स्पिरिट् +स्पी +स्पुः +स्पृ +स्पृक् +स्पृक्का +स्पृक्कायां +स्पृणाति +स्पृणुते +स्पृणुहि +स्पृणोति +स्पृणोतीति +स्पृणोतु +स्पृणोमि +स्पृत +स्पृतं +स्पृतः +स्पृतम् +स्पृता +स्पृताः +स्पृताश् +स्पृत्वा +स्पृधः +स्पृधः॑ +स्पृधां +स्पृधाम् +स्पृधि +स्पृधो +स्पृधो॑ +स्पृधो॒ +स्पृध॑ +स्पृध॑ः +स्पृश +स्पृशंति +स्पृशः +स्पृशत +स्पृशतः +स्पृशति +स्पृशतिकर्मणः +स्पृशती +स्पृशतीति +स्पृशतीत्यर्थः +स्पृशतीव +स्पृशतु +स्पृशते +स्पृशतेऽङ्गुलिः +स्पृशतो +स्पृशत् +स्पृशत्यपि +स्पृशत्यसौ +स्पृशत्येव +स्पृशन् +स्पृशन्त +स्पृशन्तं +स्पृशन्तः +स्पृशन्ताम् +स्पृशन्ति +स्पृशन्ती +स्पृशन्तीति +स्पृशन्तु +स्पृशन्तो +स्पृशन्तौ +स्पृशन्त्यः +स्पृशन्त्या +स्पृशन्त्यास्तारुण्यं +स्पृशन्नपि +स्पृशन्निव +स्पृशमृशकृषतृपदृपां +स्पृशसि +स्पृशस्व +स्पृशा +स्पृशामः +स्पृशामसि +स्पृशामि +स्पृशामीति +स्पृशाम्यहम् +स्पृशि +स्पृशे +स्पृशेः +स्पृशेच्च +स्पृशेच्छीर्षं +स्पृशेत +स्पृशेति +स्पृशेत् +स्पृशेत्ततः +स्पृशेत्तु +स्पृशेत्तैलं +स्पृशेददेशे +स्पृशेदन्नं +स्पृशेदपि +स्पृशेदिति +स्पृशेदेवं +स्पृशेदेष +स्पृशेद् +स्पृशेद्यत्र +स्पृशेद्यदि +स्पृशेद्यस्तु +स्पृशेद्वा +स्पृशेन्न +स्पृशेन्नैव +स्पृशेयं +स्पृशेयुः +स्पृशो +स्पृशोऽनुदके +स्पृश् +स्पृश्य +स्पृश्यं +स्पृश्यत +स्पृश्यते +स्पृश्यन्त +स्पृश्यन्ते +स्पृश्यमानस्य +स्पृश्यमाना +स्पृश्या +स्पृश्यानां +स्पृश्ये +स्पृश्येत +स्पृश्यो +स्पृष्ट +स्पृष्टं +स्पृष्टः +स्पृष्टञ्च +स्पृष्टता +स्पृष्टदुःखा +स्पृष्टमात्रा +स्पृष्टमात्रे +स्पृष्टमात्रेण +स्पृष्टमिति +स्पृष्टमैथुना +स्पृष्टम् +स्पृष्टवती +स्पृष्टवा +स्पृष्टवान् +स्पृष्टश्च +स्पृष्टस्य +स्पृष्टा +स्पृष्टां +स्पृष्टाः +स्पृष्टानां +स्पृष्टानि +स्पृष्टाभिरन्ततः +स्पृष्टाश्च +स्पृष्टास्ता +स्पृष्टास्पृष्टि +स्पृष्टिः +स्पृष्टे +स्पृष्टेन +स्पृष्टेषु +स्पृष्टो +स्पृष्टोऽपि +स्पृष्टौ +स्पृष्ट्वा +स्पृष्ट्वाग्निं +स्पृष्ट्वास्थि +स्पृष्ट्वैव +स्पृष्ट्वोद्गायेत् +स्पृह +स्पृहः +स्पृहणीय +स्पृहणीयं +स्पृहणीयः +स्पृहणीयचन्द्रमाः +स्पृहणीयतमः +स्पृहणीयतां +स्पृहणीयताम् +स्पृहणीयत्वं +स्पृहणीयम् +स्पृहणीयवीर्यः +स्पृहणीयशोभं +स्पृहणीया +स्पृहणीयाः +स्पृहणीयानि +स्पृहणीयो +स्पृहयति +स्पृहयतीति +स्पृहयते +स्पृहयद्वर्णो +स्पृहयन् +स्पृहयन्ति +स्पृहयन्त्यन्नमष्टकासु +स्पृहया +स्पृहयामहे +स्पृहयामास +स्पृहयामि +स्पृहयाम्बभूव +स्पृहयाम्यहम् +स्पृहयाय्यः +स्पृहयालवो +स्पृहयालु +स्पृहयालुः +स्पृहयेत् +स्पृहा +स्पृहां +स्पृहाम् +स्पृहाया +स्पृहायां +स्पृहायाः +स्पृहावती +स्पृहाविरोधिनी +स्पृहि +स्पृहिगृहि +स्पृहेति +स्पृहेरीप्सितः +स्पृहेहा +स्पृह॒यद्व॑र्णो +स्पृ॒तं +स्पृ॒धां +स्पृ॒श॒ +स्पे +स्पेति +स्पेन +स्पेनी +स्पेन् +स्पेयेर् +स्पेस् +स्पैनिश +स्पैनिशभाषा +स्प्त +स्प्रक्ष्यति +स्प्रक्ष्यामि +स्प्रष्टव्यं +स्प्रष्टव्यः +स्प्रष्टव्यम् +स्प्रष्टव्या +स्प्रष्टव्यानि +स्प्रष्टव्यो +स्प्रष्टा +स्प्रष्टारं +स्प्रष्टुं +स्प्रष्टुः +स्प्रष्टुमपि +स्प्रष्टुमर्हति +स्प्रष्टुम् +स्प्राक्षीः +स्प्रिंग्फील्ड् +स्प्रेड्शीट् +स्फ +स्फट +स्फटः +स्फटा +स्फटाः +स्फटायां +स्फटि +स्फटिक +स्फटिकं +स्फटिकः +स्फटिकधवलेनाङ्कुर +स्फटिकप्रभः +स्फटिकप्रभम् +स्फटिकफलका +स्फटिकमणिकल्पं +स्फटिकमणौ +स्फटिकमयं +स्फटिकमयः +स्फटिकमयाः +स्फटिकमयानि +स्फटिकमयीभिः +स्फटिकम् +स्फटिकवत् +स्फटिकविमलं +स्फटिकसंकाशं +स्फटिकस्य +स्फटिकस्येव +स्फटिकहर्म्येषु +स्फटिका +स्फटिकादि +स्फटिकादिजडोपमः +स्फटिकादौ +स्फटिकानां +स्फटिकाभं +स्फटिकाभा +स्फटिकाभासाय +स्फटिकामलत्विषः +स्फटिकालयेषु +स्फटिकी +स्फटिके +स्फटिकेति +स्फटिकेन +स्फटिको +स्फटी +स्फटो +स्फर +स्फरणं +स्फरति +स्फरित्वा +स्फरित्वोपसंपद्य +स्फल +स्फ़ +स्फा +स्फाटि +स्फाटिक +स्फाटिकं +स्फाटिकः +स्फाटिकशैलश्रृङ्गे +स्फाटिकानां +स्फाटिकी +स्फाटिकीं +स्फाटिके +स्फाटिकेनाक्षसूत्रेण +स्फाटिकैः +स्फाटिकैरपि +स्फाटिको +स्फाति +स्फातिं +स्फातिः +स्फातिमा +स्फातिम् +स्फात्यै +स्फाय +स्फायः +स्फायते +स्फायि +स्फायितञ्चि +स्फायितञ्चिवञ्चि +स्फायितञ्चिवञ्चीति +स्फायितञ्चीति +स्फायी +स्फायो +स्फार +स्फारं +स्फारः +स्फारतां +स्फारयति +स्फारा +स्फारां +स्फारितं +स्फारीभवति +स्फारीभवन्त्यापदः +स्फारे +स्फारेण +स्फारो +स्फालः +स्फावयति +स्फिक् +स्फिग्या +स्फिचं +स्फिचि +स्फिचोः +स्फिचोश्च +स्फिचौ +स्फिजौ +स्फिट +स्फिर +स्फिरं +स्फिरम् +स्फी +स्फीत +स्फीतं +स्फीतः +स्फीतता +स्फीतम् +स्फीतशोभां +स्फीतश्च +स्फीता +स्फीतां +स्फीताः +स्फीतानि +स्फीताश्च +स्फीति +स्फीतिं +स्फीते +स्फीतैः +स्फीतो +स्फीतौ +स्फु +स्फुः +स्फुट +स्फुटं +स्फुटः +स्फुटगणितविदः +स्फुटगतयो +स्फुटगति +स्फुटगतिः +स्फुटगत्यधिकारे +स्फुटगत्या +स्फुटग्रह +स्फुटग्रहं +स्फुटग्रहः +स्फुटग्रहस्य +स्फुटग्रहे +स्फुटग्रहो +स्फुटचन्द्रतारका +स्फुटचन्द्राप्तिः +स्फुटजललवस्यन्दिनश्चन्द्रकान्ताः +स्फुटतया +स्फुटतर +स्फुटतरं +स्फुटतरः +स्फुटतरपरिबोधः +स्फुटतरम् +स्फुटतरा +स्फुटतरो +स्फुटता +स्फुटतां +स्फुटतामुपैति +स्फुटतामेति +स्फुटति +स्फुटतीति +स्फुटतीव +स्फुटतु +स्फुटते +स्फुटतो +स्फुटत्वं +स्फुटत्वम् +स्फुटत्वात् +स्फुटत्वादिति +स्फुटत्वान्न +स्फुटत्वे +स्फुटत्वेन +स्फुटदेहावस्थानात् +स्फुटन +स्फुटनं +स्फुटनम् +स्फुटनिर्णयतन्त्रम् +स्फुटनिर्णयतन्त्रे +स्फुटनिर्णयतन्त्रै +स्फुटन्ति +स्फुटन्निव +स्फुटपरागपरागतपङ्कजम् +स्फुटपरिधिः +स्फुटपरिधिना +स्फुटपरिधियोजनैः +स्फुटपाटलत्वम् +स्फुटप्रतिभासात् +स्फुटफेनराजिर्नवैरुदन्वानिव +स्फुटभुक्तिः +स्फुटम +स्फुटमथ +स्फुटमध्ययोरन्तरं +स्फुटमध्याः +स्फुटमध्यौ +स्फुटमन्यत् +स्फुटमपि +स्फुटमभूत् +स्फुटमवगम्यते +स्फुटमस्ति +स्फुटमाह +स्फुटमिति +स्फुटमिदं +स्फुटमिव +स्फुटमिह +स्फुटमिहापि +स्फुटमुक्तं +स्फुटमुच्यते +स्फुटमुपाददानश्चितः +स्फुटमेव +स्फुटमेवाभिलक्ष्यन्ते +स्फुटमेवेति +स्फुटमेवोपलक्ष्यन्ते +स्फुटम् +स्फुटम्‌ +स्फुटयः +स्फुटयति +स्फुटयन्नाह +स्फुटया +स्फुटयामि +स्फुटयितुमाह +स्फुटयिष्यते +स्फुटलम्बनलिप्ताः +स्फुटलम्बनलिप्तिकाः +स्फुटलम्बनस्य +स्फुटविक्षेप +स्फुटविक्षेपः +स्फुटविद्रुमस्थम् +स्फुटशर +स्फुटशरः +स्फुटसंवेद्य +स्फुटसावनस्य +स्फुटसिद्धान्तः +स्फुटसिद्धान्ते +स्फुटस्य +स्फुटा +स्फुटां +स्फुटाः +स्फुटाकारा +स्फुटाक्षर +स्फुटाक्षरः +स्फुटाक्षरम् +स्फुटात् +स्फुटाध्यायः +स्फुटानां +स्फुटानि +स्फुटार्कोदय +स्फुटार्थ +स्फुटार्थं +स्फुटार्थम् +स्फुटासन्ना +स्फुटि +स्फुटित +स्फुटितं +स्फुटितः +स्फुटितकमलामोदमैत्रीकषायः +स्फुटितम् +स्फुटिता +स्फुटितानि +स्फुटिते +स्फुटितेन +स्फुटितो +स्फुटितौ +स्फुटिर् +स्फुटिर्विशरणे +स्फुटिष्यति +स्फुटी +स्फुटीकरण +स्फुटीकरणं +स्फुटीकरणमाह +स्फुटीकरणम् +स्फुटीकरणविधिः +स्फुटीकरणाय +स्फुटीकरिष्यते +स्फुटीकरोति +स्फुटीकर्तुं +स्फुटीकर्तुमाह +स्फुटीकृतं +स्फुटीकृतः +स्फुटीकृतम् +स्फुटीकृता +स्फुटीकृत्य +स्फुटीक्रियते +स्फुटीभवति +स्फुटीभवतीति +स्फुटीभविष्यति +स्फुटीभवेत् +स्फुटे +स्फुटेति +स्फुटेन +स्फुटेऽपि +स्फुटै +स्फुटैः +स्फुटैव +स्फुटैवेति +स्फुटो +स्फुटोपमं +स्फुटोऽभवत् +स्फुटोऽभूत् +स्फुटोऽसौ +स्फुटौ +स्फुट् +स्फुड +स्फुडि +स्फुर +स्फुरः +स्फुरण +स्फुरणं +स्फुरणम् +स्फुरणरूपे +स्फुरणरूपेण +स्फुरणस्य +स्फुरणा +स्फुरणात् +स्फुरणानि +स्फुरणे +स्फुरणेन +स्फुरणेऽपि +स्फुरणो +स्फुरत +स्फुरतं +स्फुरतः +स्फुरता +स्फुरतां +स्फुरति +स्फुरतिस्फुलत्योर्निर्निविभ्यः +स्फुरतीति +स्फुरतीत्यर्थः +स्फुरतीव +स्फुरतु +स्फुरते +स्फुरतो +स्फुरत् +स्फुरत्ता +स्फुरत्प्रभामण्डलया +स्फुरत्प्रभैः +स्फुरत्यपि +स्फुरत्यलम् +स्फुरत्येव +स्फुरदरुणगण्डस्थलरुचा +स्फुरदिति +स्फुरदिव +स्फुरद् +स्फुरद्भिः +स्फुरन् +स्फुरन्त +स्फुरन्तं +स्फुरन्तः +स्फुरन्तमपि +स्फुरन्तम् +स्फुरन्ति +स्फुरन्ती +स्फुरन्तीं +स्फुरन्तीति +स्फुरन्तीव +स्फुरन्तु +स्फुरन्तो +स्फुरन्तौ +स्फुरन्त्यः +स्फुरन्त्या +स्फुरन्नपि +स्फुरन्मकरकुण्डलः +स्फुरन्मकरकुण्डलम् +स्फुरसि +स्फुरामि +स्फुरित +स्फुरितं +स्फुरितः +स्फुरितमिति +स्फुरितम् +स्फुरितरुचिना +स्फुरिता +स्फुरिताधरः +स्फुरिताधरोष्ठं +स्फुरिते +स्फुरितेन +स्फुरितो +स्फुरितोत्तराधरः +स्फुरितौ +स्फुरित्वा +स्फुरिष्यति +स्फुरेत् +स्फुर्ट +स्फुल +स्फुलति +स्फुलिङ्गः +स्फुलिङ्गा +स्फुलिङ्गाः +स्फुलिङ्गानां +स्फुलिङ्गान् +स्फुलिङ्गावस्थया +स्फुलिङ्गिनी 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+स्मतिः +स्मते +स्मतेः +स्मत् +स्मदा +स्मद्दिष्टी +स्मन +स्मनः +स्मना +स्मन् +स्मबो +स्मय +स्मयं +स्मयः +स्मयत +स्मयते +स्मयतेः +स्मयदूषिताः +स्मयन् +स्मयन्त +स्मयन्ती +स्मयन्ते +स्मयन्निव +स्मयमान +स्मयमानं +स्मयमानः +स्मयमाना +स्मयमानाः +स्मयमानाभिः +स्मयमानेव +स्मयमानो +स्मयमानोऽभ्यभाषत +स्मयम् +स्मयात् +स्मये +स्मयेत +स्मयेते +स्मयेतेति +स्मयेन +स्मयो +स्मयोगे +स्मर +स्मरं +स्मरंति +स्मरंती +स्मरंश्च +स्मरंस्त्यजति +स्मरः +स्मरकथां +स्मरण +स्मरणं +स्मरणग्रहणे +स्मरणञ्च +स्मरणमपि +स्मरणमात्रतः +स्मरणमात्रमेव +स्मरणमात्रेण +स्मरणमात्रेणैव +स्मरणमिति +स्मरणमेव +स्मरणम् +स्मरणरूपं +स्मरणशक्तिः +स्मरणस्य +स्मरणस्यापि +स्मरणा +स्मरणाच्च +स्मरणाच्चानुमोदनात् +स्मरणाच्चिन्तनादपि +स्मरणात् +स्मरणात्तस्य +स्मरणादनुमीयन्ते +स्मरणादपि +स्मरणादस्य +स्मरणादिति +स्मरणादेव +स्मरणाद् +स्मरणानि +स्मरणाभावात् +स्मरणाय +स्मरणायोगात् +स्मरणार्थं +स्मरणार्थम् +स्मरणालंकारः +स्मरणालङ्कारः +स्मरणिका +स्मरणीय +स्मरणीयं +स्मरणीयः +स्मरणीयमाहुः +स्मरणीयमिति +स्मरणीयम् +स्मरणीया +स्मरणीयाः +स्मरणीयानि +स्मरणीयो +स्मरणे +स्मरणेन +स्मरणेनैव +स्मरणेऽपि +स्मरणोत्तरं +स्मरत +स्मरतः +स्मरतल्पकल्पना +स्मरतश्च +स्मरतस्तस्य +स्मरता +स्मरतां +स्मरतापं +स्मरति +स्मरती +स्मरतीति +स्मरतीत्यर्थः +स्मरतीह +स्मरतु +स्मरते +स्मरतो +स्मरत्यपि +स्मरत्यसौ +स्मरत्येव +स्मरथ +स्मरदवः +स्मरदशा +स्मरदीपिका +स्मरदीपे +स्मरदूती +स्मरद्विषो +स्मरधनुर्मुक्ताः +स्मरध्वं +स्मरनाराचाः +स्मरन् +स्मरन्त +स्मरन्तं +स्मरन्तः +स्मरन्ति +स्मरन्ती +स्मरन्तीति +स्मरन्तु +स्मरन्तो +स्मरन्तौ +स्मरन्त्या +स्मरन्त्यो +स्मरन्देहं +स्मरन्नपि +स्मरन्नारायणं +स्मरन्नास्ते +स्मरन्निति +स्मरन्निव +स्मरन्नेव +स्मरन्भावं +स्मरन्मद्भावं +स्मरन्मुक्त्वा +स्मरपार्थिवस्य +स्मरपीडितः +स्मरप्रिया +स्मरमते +स्मरमन्दिरे +स्मरमसौ +स्मरमाणस्य +स्मरमुखं +स्मरमुद्दिश्य +स्मरमोहितः +स्मरम् +स्मरयति +स्मरयौवनयोः +स्मरवधूयन्ती +स्मरविह्वलः +स्मरशत्रुसूनुः +स्मरशासनः +स्मरश्च +स्मरसखं +स्मरसायकैः +स्मरसि +स्मरसीति +स्मरसूदनस्य +स्मरस्तु +स्मरस्मेरविलासिनीनाम् +स्मरस्य +स्मरस्येव +स्मरस्यैव +स्मरस्व +स्मरहर +स्मरहरं +स्मरहरः +स्मरा +स्मराग्रेसरा 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+स्मर्त्तव्यो +स्मर्थते +स्मर्य +स्मर्यंते +स्मर्यत +स्मर्यतां +स्मर्यताम् +स्मर्यते +स्मर्यतेऽपि +स्मर्यन्त +स्मर्यन्ते +स्मर्यमाण +स्मर्यमाणं +स्मर्यमाणः +स्मर्यमाणत्वं +स्मर्यमाणत्वात् +स्मर्यमाणमनुमानं +स्मर्यमाणस्य +स्मर्यमाणा +स्मर्यमाणे +स्मर्यमाणेषु +स्मर्यमाणो +स्मर्यात् +स्मर्येत +स्मर्येते +स्मर्य्यते +स्मशान +स्मशानं +स्मशाने +स्मश्च +स्मसि +स्मसि॑ +स्मस् +स्मा +स्माकं +स्माकमिष्टम् +स्मात +स्मात् +स्मात्र +स्मात्स्मिनौ +स्मादिति +स्मादेव +स्माद् +स्मानं +स्मान् +स्मान्न +स्माभिः +स्मायादयो +स्मार +स्मारं +स्मारंस्मारं +स्मारक +स्मारकं +स्मारकः +स्मारकत्वं +स्मारकत्वेन +स्मारकभवनम् +स्मारकम् +स्मारकस्य +स्मारकाः +स्मारकाणि +स्मारकान्न +स्मारके +स्मारको +स्मारणं +स्मारम् +स्मारय +स्मारयति +स्मारयतीति +स्मारयन् +स्मारयन्ति +स्मारयामास +स्मारयामि +स्मारयितुं +स्मारयित्वा +स्मारयिष्यति +स्मारये +स्मारिका +स्मारित +स्मारितं +स्मारितः +स्मारितत्वात् +स्मारितम् +स्मारितवान् +स्मारिता +स्मारिताः +स्मारिते +स्मारितेन +स्मारितो +स्मारितोऽस्मि +स्मार्त +स्मार्तं +स्मार्तः +स्मार्तकर्म +स्मार्तम् +स्मार्तश्च +स्मार्तस्य +स्मार्ता +स्मार्ताः +स्मार्तानां +स्मार्तानि +स्मार्ते +स्मार्तेन +स्मार्तेनैव +स्मार्तेषु +स्मार्तैरेव +स्मार्तो +स्मार्त्त +स्मार्त्तं +स्मार्त्तः +स्मार्त्ताः +स्मार्त्ते +स्मार्त्तो +स्मार्यत +स्मार्यते +स्मार्यन्ते +स्मार्य्यते +स्मास्य +स्माह +स्माहुः +स्माहुरात्रेयादयो +स्माहौपमन्यव +स्माहौपमन्यवः +स्माहौपमन्यवो +स्माहौपवेशिः +स्माऽऽह +स्मा॑ +स्मा॒ +स्मि +स्मिङ् +स्मिट +स्मित +स्मितं +स्मितः +स्मितपूर्वं +स्मितपूर्वंगमाश्च +स्मितपूर्वकं +स्मितपूर्वमिदं +स्मितपूर्वाभिभाषी +स्मितमकार्षीत् +स्मितमिति +स्मितमुखं +स्मितमुखसखीदत्तनयना +स्मितमुखी +स्मितमुखीं +स्मितमुखो +स्मितमुपदर्शयन्ति +स्मितमेव +स्मितम् +स्मितरुचा +स्मितवक्त्रं +स्मितश्रिया +स्मितस्य +स्मितहसिते +स्मिता +स्मिताननः +स्मिताननम् +स्मितानना +स्मिताननाः +स्मिताननाम् +स्मितानि +स्मिते +स्मितेति +स्मितेन +स्मितेनैव +स्मितैः +स्मित् +स्मित्वा +स्मिथ +स्मिनौ +स्मिन् +स्मिन्नपि +स्मिन्नर्थे +स्मिन्निति +स्मिन्नेव +स्मीति +स्मील +स्मृ +स्मृच +स्मृत +स्मृतं +स्मृतः +स्मृतत्वात् +स्मृतपाकस्य 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+स्मृत्यधिकरणे +स्मृत्यनवकाशदोषप्रसङ्ग +स्मृत्यनवकाशदोषप्रसङ्गो +स्मृत्यनुभवभेदेन +स्मृत्यनुसारेण +स्मृत्यन्त +स्मृत्यन्तर +स्मृत्यन्तरं +स्मृत्यन्तरमपि +स्मृत्यन्तरम् +स्मृत्यन्तरवचनात् +स्मृत्यन्तरात् +स्मृत्यन्तरे +स्मृत्यन्तरेः +स्मृत्यन्तरेषु +स्मृत्यन्तरेऽपि +स्मृत्यन्तरोक्तेः +स्मृत्यर्थं +स्मृत्यर्थसारे +स्मृत्यलंकारसरः +स्मृत्या +स्मृत्यां +स्मृत्याः +स्मृत्याचारव्यपेतेन +स्मृत्यादयः +स्मृत्यादि +स्मृत्यादीनां +स्मृत्यादेः +स्मृत्यादौ +स्मृत्यापि +स्मृत्याम् +स्मृत्यारूढं +स्मृत्युक्त +स्मृत्युक्तं +स्मृत्युक्ता +स्मृत्युक्ते +स्मृत्युक्तेः +स्मृत्युपस्थानानि +स्मृत्युपस्थानैर्महाकरुणया +स्मृत्यै +स्मृत्यैव +स्मृत्योः +स्मृत्योर् +स्मृत्योर्विरोधे +स्मृत्य् +स्मृत्वा +स्मृत्वाथ +स्मृत्वापि +स्मृत्वास्मृत्वा +स्मृत्वाऽहं +स्मृत्वेति +स्मृत्वैवं +स्मृद्धं +स्मृद्धः +स्मृद्धयः +स्मृद्धयो +स्मृद्धा +स्मृद्धिं +स्मृद्धिः +स्मृद्धिप्रदं +स्मृद्ध्या +स्मृषीष्ट +स्मे +स्मेति +स्मेत्यर्थ +स्मेत्यर्थः +स्मेत्युत्प्रेक्षा +स्मेर +स्मेरं +स्मेरः +स्मेरमुखः +स्मेरमुखी +स्मेरमुखीं +स्मेरमुखो +स्मेरवक्त्रं +स्मेरा +स्मेरां +स्मेराणि +स्मेराननसरोरुहः +स्मेराननसरोरुहम् +स्मेराननसरोरुहा +स्मेराननसरोरुहाः +स्मेरानना +स्मेरासु +स्मेरास्यं +स्मेरे +स्मेरो +स्मेव +स्मेह +स्मै +स्मैतं +स्मैतद् +स्मैतम् +स्मैतां +स्मैनं +स्मैभावः +स्मैव +स्मैवं +स्मो +स्मोत्तरे +स्मोपाध्यायः +स्मोऽत्र +स्मोऽद्य +स्मौ +स्म् +स्म्बद्धानि +स्म॑ +स्म॑सि +स्म॒ +स्म॒सि॒ +स्य +स्यं +स्यंदनं +स्यंदनमारुह्य +स्यंदनानां +स्यंदने +स्यंदनेन +स्यः +स्यक्त्वा +स्यत +स्यतं +स्यतः +स्यतम् +स्यतासी +स्यति +स्यतिरुपसृष्टो +स्यतीति +स्यतु +स्यते +स्यतेः +स्यतो +स्यत् +स्यथ +स्यद +स्यदः +स्यदिति +स्यदे +स्यदो +स्यन +स्यन् +स्यन्त +स्यन्तं +स्यन्ता +स्यन्तात् +स्यन्ति +स्यन्ते +स्यन्त्वा +स्यन्द +स्यन्दः +स्यन्दत +स्यन्दति +स्यन्दते +स्यन्दतेः +स्यन्दतेरप्राणिषु +स्यन्दन +स्यन्दनं +स्यन्दनः +स्यन्दनमारुह्य +स्यन्दनमास्थाय +स्यन्दनमास्थितः +स्यन्दनम् +स्यन्दनशीला +स्यन्दनस्य +स्यन्दना +स्यन्दनात् +स्यन्दनानां +स्यन्दनानि +स्यन्दनाबद्धदृष्टिषु +स्यन्दनाश्वैः +स्यन्दने +स्यन्दनेन +स्यन्दनेनाशुगामिना +स्यन्दनैः +स्यन्दनो +स्यन्दनोत्तमः +स्यन्दनोत्तमम् +स्यन्दनोद्धूतैर्गजैश्च +स्यन्दन्ति +स्यन्दन्ते +स्यन्दमानं +स्यन्दमाना +स्यन्दमानाः +स्यन्दमानानां +स्यन्दमापिनी +स्यन्दस्व +स्यन्दात्मकं +स्यन्दिता +स्यन्दितुं +स्यन्दित्वा +स्यन्दिनी +स्यन्दिष्यते +स्यन्दू +स्यन्दे +स्यन्देः +स्यन्देन +स्यन्दो +स्यन्द॑माना॒ +स्यपि +स्यम +स्यमंतकं +स्यमति +स्यमन्तक +स्यमन्तकं +स्यमन्तकः +स्यमन्तककृते +स्यमन्तकमणि +स्यमन्तकमणिं +स्यमन्तकम् +स्यमन्तको +स्यमु +स्यमेः +स्यम् +स्ययं +स्यर्थः +स्यश्छन्दसि +स्यसनो +स्यसनोः +स्यसनोरिति +स्यसनोश्च +स्यसि +स्यसिच्सीयुट्तासिषु +स्यस्य +स्यस्व +स्या +स्यां +स्यांत् +स्याः +स्याः॑ +स्याः॒ +स्याग्रे +स्याङ्जा +स्याङ्जामण्डलम् +स्याच +स्याचेत् +स्याच् +स्याच्च +स्याच्चङ्परे +स्याच्चतु +स्याच्चतुः +स्याच्चतुरङ्गुलम् +स्याच्चतुर्गुणम् +स्याच्चतुर्थके +स्याच्चतुर्थी +स्याच्चतुर्थे +स्याच्चतुर्विधम् +स्याच्चतुष्टयम् +स्याच्चयो +स्याच्चिणि +स्याच्चूर्णं +स्याच्चेतना +स्याच्चेत् +स्याच्चेद् +स्याच्चेन्न +स्याच्चैकस्य +स्याच्चैत्रे +स्याच्छ +स्याच्छतगुणः +स्याच्छन्दसि +स्याच्छब्दः +स्याच्छब्दो +स्याच्छाश्वती +स्याच्छिति +स्याच्छिवं +स्याच्छीतलो +स्याच्छुद्धिः +स्याच्छुभं +स्याच्छुभा +स्याच्छूद्रः +स्याच्छेषं +स्याच्छ्राद्धं +स्याच्छ्रौती +स्याज् +स्याज्जगदिदं +स्याज्जनार्दन +स्याज्जया +स्याज्जीवस्य +स्याज्झलादावकिति +स्याज्झलादौ +स्याज्झलि +स्याञ्च +स्याट् +स्याडागमः +स्याण्णौ +स्यात +स्यातं +स्यातः +स्यातन +स्यातम् +स्याता +स्यातां +स्यातामतिभृशव्यथौ +स्याताममित्रौ +स्यातामिति +स्यातामित्यत +स्यातामित्यर्थः +स्यातामेकवर्णकौ +स्याताम् +स्याताम्‌ +स्याति +स्यातिति +स्यातु +स्यातू +स्याते +स्यातेन +स्यात् +स्यात्क +स्यात्कथं +स्यात्कथंचन +स्यात्कथञ्चन +स्यात्कदाचन +स्यात्कन्यसादि +स्यात्कम्पमर्धेन +स्यात्करणे +स्यात्कर्म +स्यात्कर्मणः +स्यात्कलौ +स्यात्कस्य +स्यात्कारणं +स्यात्किं +स्यात्किति +स्यात्किमतः +स्यात्किल +स्यात्कृतं +स्यात्केतनं +स्यात्केन +स्यात्को +स्यात्क्रमेण +स्यात्क्षत्रियो +स्यात्खलु +स्यात्त +स्यात्तं +स्यात्तङि +स्यात्तच्च +स्यात्तच्चतुष्टयम् +स्यात्तत +स्यात्ततः +स्यात्ततश्च +स्यात्ततो +स्यात्ततोऽसंसक्तिनामिका +स्यात्तत् +स्यात्तत्को +स्यात्तत्तथा +स्यात्तत्तु +स्यात्तत्र +स्यात्तत्रान्योऽन्यत्पश्येत् +स्यात्तत्रापि +स्यात्तत्राह +स्यात्तत्रैव +स्यात्तत्समं +स्यात्तथा +स्यात्तथाच +स्यात्तथापि +स्यात्तथेति +स्यात्तथेत्यर्थः +स्यात्तथैव +स्यात्तदपि +स्यात्तदभावे +स्यात्तदर्थं +स्यात्तदर्धं +स्यात्तदा +स्यात्तदानीं +स्यात्तदाह +स्यात्तदूर्ध्वे +स्यात्तदेव +स्यात्तदैव +स्यात्तद्दद्यात् +स्यात्तद्द्वयं +स्यात्तद्धि +स्यात्तद्धिते +स्यात्तद्व्यपदेशो +स्यात्तन्न +स्यात्तन्मा +स्यात्तन्मे +स्यात्तया +स्यात्तयोः +स्यात्तर्हि +स्यात्तव +स्यात्तस्मा +स्यात्तस्मात् +स्यात्तस्मा॑ +स्यात्तस्मिन् +स्यात्तस्मै +स्यात्तस्य +स्यात्तस्या +स्यात्तस्यां +स्यात्तस्याः +स्यात्तस्यापि +स्यात्तस्यैको +स्यात्तहि +स्यात्ता +स्यात्तां +स्यात्तादृशी +स्यात्तादौ +स्यात्तावदेव +स्यात्तु +स्यात्तुरीयभाक् +स्यात्तृतीयं +स्यात्तृतीयकः +स्यात्तृतीया +स्यात्तृतीये +स्यात्ते +स्यात्तेन +स्यात्तेषां +स्यात्तेषु +स्यात्तौ +स्यात्त्रिधा +स्यात्त्रिविधं +स्यात्त्रिविधः +स्यात्त्वया +स्यात्न +स्यात्पक्षे +स्यात्पञ्चमी +स्यात्पञ्चमो +स्यात्पताका 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+स्यात्सुखी +स्यात्सुदुर्लभम् +स्यात्सुदुर्ल्लभम् +स्यात्सुदुष्करम् +स्यात्सूक्ष्मा +स्यात्सोऽपि +स्यात्सौ +स्यात्स्वयं +स्यात्स्वार्थे +स्यात्ऽ +स्यात्‌ +स्याथ +स्याथ् +स्याद +स्यादकर्मण्यो +स्यादकुर्वतः +स्यादक्षयं +स्यादग्रं +स्यादग्रे +स्यादङि +स्यादचि +स्यादजरामरः +स्यादजादौ +स्यादजाद्योः +स्यादज्ञानाद्द्विशतो +स्यादणुमात्रकः +स्यादणुलक्षणा +स्यादत +स्यादतः +स्यादति +स्यादतो +स्यादतोऽन्यथा +स्यादत्त +स्यादत्र +स्यादथ +स्यादथवा +स्यादथवेन्दुशेखरं +स्यादथो +स्यादद्धा +स्यादधमं +स्यादधिकं +स्यादधिका +स्यादधिष्ठानं +स्यादधो +स्यादधोमुखम् +स्यादनध्यायः +स्यादनन्तरम् +स्यादनपायिनी +स्यादनवस्थितत्वं +स्यादनाकारिता +स्यादनारब्धे +स्यादनावृतः +स्यादनु +स्यादनुमितिस्तदा +स्यादनुवादोऽवधारिते +स्यादनुवासननामकः +स्यादनुवासनम् +स्यादनेकधा +स्यादनेकार्थयोजनं +स्यादन्तरं +स्यादन्तर्दाहो +स्यादन्ते +स्यादन्य +स्यादन्यः +स्यादन्यत्र +स्यादन्यत्रैव +स्यादन्यत्सर्वं +स्यादन्यत्सर्वञ्च +स्यादन्यथा +स्यादन्यथाभावः +स्यादन्यस्य +स्यादन्ये +स्यादन्येन +स्यादन्यो +स्यादन्योऽप्यहमिव +स्यादपत्ये +स्यादपरं +स्यादपरो +स्यादपरोदयः +स्यादपि +स्यादप्येवं +स्यादप्रतिबलः +स्यादप्रमा +स्यादफलः +स्यादभिधेयवत् +स्यादभिषेके +स्यादभोजनम् +स्यादमीषां +स्यादमृतं +स्यादमृतत्वस्य +स्यादमृतामृतवल्लरी +स्यादमृतेन +स्यादमृतोपमम् +स्यादय +स्यादयं +स्यादयः +स्यादयनं +स्यादयाचितम् +स्यादयो +स्यादयोगे +स्यादरुणोदयः +स्यादर्थिना +स्यादर्धं +स्यादर्धांशं +स्यादव +स्यादवक्तव्यः +स्यादवरोहे +स्यादविशेषात् +स्यादशुभं +स्यादश्रुतत्वादिति +स्यादष्टमी +स्यादष्टमे +स्यादष्टौ +स्यादसंबुद्धौ +स्यादसंशयम् +स्यादसति +स्यादसौ +स्यादस्ति +स्यादस्तीति +स्यादस्तु +स्यादस्माकं +स्यादस्य +स्यादस्या +स्यादहं +स्यादहेतुका +स्यादहोरात्रं +स्यादहोरात्रः +स्यादा +स्यादातपाभावे +स्यादात्मतृप्तश्च +स्यादात्मनः +स्यादात्मनो +स्यादात्मन्व्यनेन +स्यादात्मा +स्यादाद्यो +स्यादापि +स्यादामगन्धि +स्यादामि +स्यादायामं +स्यादायुधागारे +स्यादारम्भे +स्यादारोपः +स्यादारोहे +स्यादार्थी +स्यादार्धधातुके +स्यादावर्तोऽम्भसां +स्यादाशङ्का +स्यादासनं +स्यादि +स्यादिः +स्यादिक्षुगन्धिका +स्यादिच्छन्त्या +स्यादित +स्यादिति +स्यादितिचेन्न +स्यादितिभवत +स्यादितीरितम् +स्यादितेि +स्यादितो +स्यादित्य +स्यादित्यचिन्तयत् +स्यादित्यत +स्यादित्यतः +स्यादित्यतआह +स्यादित्यतिप्रसङ्गः +स्यादित्यतो +स्यादित्यत्र +स्यादित्यत्रापि +स्यादित्यत्राह +स्यादित्यथ +स्यादित्यध्याहारः +स्यादित्यनुमीयते +स्यादित्यनेन +स्यादित्यन्वयः +स्यादित्यपि +स्यादित्यब्रवीत्तु +स्यादित्यभिप्रायः +स्यादित्यभिप्रायेण +स्यादित्यभिप्रायेणमनुष्यादीत्यादिकमुक्तम् +स्यादित्यभिप्रायेणाह +स्यादित्यभिप्रेत्य +स्यादित्यर्थ +स्यादित्यर्थं +स्यादित्यर्थः +स्यादित्यर्थे +स्यादित्यलम् +स्यादित्यस्य +स्यादित्यस्वरसादाह +स्यादित्या +स्यादित्याक्षेपः +स्यादित्यादि +स्यादित्यादिना +स्यादित्याशंक्य +स्यादित्याशंक्याह +स्यादित्याशङ्कय +स्यादित्याशङ्कयाह +स्यादित्याशङ्कयाऽऽह +स्यादित्याशङ्का +स्यादित्याशङ्काह +स्यादित्याशङ्क्य +स्यादित्याशङ्क्याह +स्यादित्याशङ्ख्याह +स्यादित्याशय +स्यादित्याशयः +स्यादित्याशयेन +स्यादित्याह +स्यादित्याहुः +स्यादित्युक्तं +स्यादित्युक्तम् +स्यादित्युक्त्वा +स्यादित्युच्यते +स्यादित्युपपन्नं +स्यादित्युपपन्नम् +स्यादित्यूहोऽन्यस्य +स्यादित्ये +स्यादित्येकम् +स्यादित्येके +स्यादित्येतदर्थम् +स्यादित्येव +स्यादित्येवं +स्यादित्येवमर्थं +स्यादित्येवमर्थम् +स्यादित्येष +स्यादित्येषा +स्यादित्य् +स्यादिदं +स्यादिना +स्यादिनि +स्यादिन्द्रवंशा +स्यादिन्द्रवज्रा +स्यादियं +स्यादिषु +स्यादिष्टवार्त्ताश्रुतिरित्यादि +स्यादिष्टवार्त्ताश्रुतिरिष्टसिद्धि +स्यादिष्टवार्त्ताश्रुतिरिष्टसिद्धिर्लाभः +स्यादिष्ठेयसोः +स्यादिह +स्यादीति +स्यादीदृशो +स्यादीनां +स्यादु +स्यादुग्रगन्धो +स्यादुत +स्यादुत्तमं +स्यादुत्तमा +स्यादुत्तरं +स्यादुत्तरपदे +स्यादुत्तरायणे +स्यादुत्तरे +स्यादुत्तरोत्तरम् +स्यादुत्प्रेक्षा +स्यादुत्सेधं +स्यादुदयाख्यलग्नमित्यारभ्य +स्यादुद्वहस्तदनु +स्यादुन्नतं +स्यादुपकारकः +स्यादुपक्रमः +स्यादुपनाहनम् +स्यादुपलक्षणम् +स्यादुपलभ्येतेत्येवं +स्यादुपस्पृश्य +स्यादुपांशुः +स्यादुपादानं +स्यादुभयं +स्यादुभयोः +स्यादुभयोरपि +स्यादुभाभ्यां +स्यादुमा +स्यादुशीरं +स्यादुष्णं +स्यादू +स्यादूर्ध्वं +स्यादूर्ध्वे +स्यादृणे +स्यादृते +स्यादे +स्यादेः +स्यादेक +स्यादेकं +स्यादेकः +स्यादेकस्य +स्यादेका +स्यादेकांशं +स्यादेकारैकारयोर्भवेत् +स्यादेकैकं +स्यादेको +स्यादेकोद्दिष्टं +स्यादेणः +स्यादेत +स्यादेतत +स्यादेतत् +स्यादेतदिति +स्यादेतदित्यादिना +स्यादेतदेवं +स्यादेतदेवम् +स्यादेतद् +स्यादेति +स्यादेव +स्यादेवं +स्यादेवमपि +स्यादेवमेव +स्यादेवम् +स्यादेवेति +स्यादेवेत्यत +स्यादेवेत्यर्थः +स्यादेश +स्यादेशे +स्यादेष +स्यादेषा +स्यादेषां +स्यादौ +स्याद् +स्याद्गणितेन +स्याद्गतिकर्मणः +स्याद्गतिकर्मणो +स्याद्गायत्री +स्याद्गृहे +स्याद्ग्रामेषु +स्याद्दक्षिणायनम् +स्याद्दक्षिणे +स्याद्दर्शनं +स्याद्दशमे +स्याद्दशावरा +स्याद्दिवाकरः +स्याद्दिशि +स्याद्देवता +स्याद्देहकः +स्याद्दैवे +स्याद्दोषः +स्याद्दोषतः +स्याद्द्वादशी +स्याद्द्विगुणं +स्याद्द्विजन्मनाम् +स्याद्द्वितीयं +स्याद्द्विधा +स्याद्ध +स्याद्धनं +स्याद्धनागमः +स्याद्धरणः +स्याद्धलादौ +स्याद्धलि +स्याद्धि +स्याद्धौ +स्याद्बली +स्याद्बहुव्रीहौ +स्याद्ब्रह्मचर्यान्तरायो +स्याद्ब्रह्मणो +स्याद्भद्र +स्याद्भयं +स्याद्भवति +स्याद्भवेत् +स्याद्भासस्तस्य +स्याद्भिन्नभाजने +स्याद्भुक्तिमुक्तिभाक् +स्याद्भुवि +स्याद्भोजनं +स्याद्य +स्याद्यं +स्याद्यः +स्याद्यङि +स्याद्यङ्यङ्लुकोः +स्याद्यतः +स्याद्यतो +स्याद्यत् +स्याद्यत्र +स्याद्यथा +स्याद्यदहं +स्याद्यदा +स्याद्यदि +स्याद्यया +स्याद्यस्य +स्याद्या +स्याद्याज्ञवल्क्य +स्याद्यादौ +स्याद्याप्यं +स्याद्याप्यस्त्वेवं +स्याद्युक्त्या +स्याद्युवतिविषये +स्याद्युष्माकं +स्याद्येन +स्याद्यो +स्याद्योजनं +स्याद्र +स्याद्रक्षणं +स्याद्रतिः +स्याद्रसो +स्याद्राजा +स्याद्राज्ञो +स्याद्रात्रौ +स्याद्रूपं +स्याद्रो +स्याद्रोमके +स्याद्व +स्याद्वंशरोचना +स्याद्वचनीयः +स्याद्वद +स्याद्वपुः +स्याद्वयसि +स्याद्वर्षास्वभ्रावकाशिकः +स्याद्वहुव्रणम् +स्याद्वा +स्याद्वाचारम्भणं +स्याद्वाजनं +स्याद्वाद +स्याद्वादः +स्याद्वि +स्याद्विकल्पोपमयोरेवार्थे +स्याद्विकारिणः +स्याद्विक्रियां +स्याद्विचक्षणः +स्याद्वित्रिभे +स्याद्विना +स्याद्विनेतुकामः +स्याद्विपर्ययः +स्याद्विपर्यये +स्याद्विफलोऽष्टमस्तु +स्याद्विभक्तौ +स्याद्विभावना +स्याद्विवाहे +स्याद्विशेषतः +स्याद्विशेषेण +स्याद्विषोपमम् +स्याद्विसर्पवान् +स्याद्विस्तारं +स्याद्वेति +स्याद्वेदपारगः +स्याद्वेदाभ्यासे +स्याद्वेश्या +स्याद्वै +स्याद्व्यतिक्रमः +स्याद्‌ +स्यान +स्यानं +स्यानम् +स्यानां +स्यानि +स्यानु +स्याने +स्यान् +स्यान्तः +स्यान्ते +स्यान्न +स्यान्नः +स्यान्नः॑ +स्यान्नग्नो +स्यान्नच +स्यान्नतु +स्यान्नदस्य +स्यान्नपुंसकम् +स्यान्नरः +स्यान्नरकं +स्यान्नव +स्यान्नवधा +स्यान्नवमी +स्यान्नवमे +स्यान्नवोत्थितः +स्यान्ना +स्यान्नात्र +स्यान्नान्यथा +स्यान्नान्येषां +स्यान्नाम +स्यान्नारकस्तु +स्यान्नावजातः +स्यान्नासौ +स्यान्नास्ति +स्यान्नास्तीति +स्यान्निकुम्भोऽथ +स्यान्निगीर्याध्यवसानतः +स्यान्नित्यं +स्यान्नित्ये +स्यान्निदर्शना +स्यान्नियतं +स्यान्निरर्थकम् +स्यान्निर्गमं +स्यान्निश्चितं +स्यान्निष्ठायाम् +स्यान्नृत्तं +स्यान्नेत्याह +स्यान्नैव +स्यान्नो +स्यान्न॑ः +स्यान्म +स्यान्मङ्गल्या +स्यान्मण्डले +स्यान्मतं +स्यान्मतम् +स्यान्मतिः +स्यान्मधुरं +स्यान्मध्यं +स्यान्मध्यमं +स्यान्मध्यमा +स्यान्मध्यमे +स्यान्मध्ये +स्यान्मनः +स्यान्मनःशिला +स्यान्मनसः +स्यान्मनसा +स्यान्मनुजः +स्यान्मन्त्रे +स्यान्मन्दवेदनः +स्यान्मन्दाग्नेरतिवेगवत् +स्यान्मम +स्यान्मया +स्यान्मयि +स्यान्मरणं +स्यान्महती +स्यान्महतैनसा +स्यान्महाफलम् +स्यान्महीपतिः +स्यान्महेश्वरः +स्यान्मांसगे +स्यान्मात्रासङ्गाद्विनिर्गतः +स्यान्मानवो +स्यान्माषको +स्यान्मासि +स्यान्मुक्ताफलं +स्यान्मुक्तिः +स्यान्मुखे +स्यान्मुनिर्मूलफलाशनः +स्यान्मूको +स्यान्मृगी +स्यान्मृते +स्यान्मे +स्यापि +स्याबिन् +स्याभावात् +स्याम +स्यामः +स्यामहं +स्यामहमक्षयः +स्यामहमेषा +स्यामा +स्यामि +स्यामिति +स्यामित्यर्थः +स्यामी +स्यामुपहन्यामिमाः +स्यामेति +स्यामेत्यर्थः +स्यामेदिन्द्रस्य +स्यामो +स्याम् +स्याम्सङ्ग् +स्याम॑ +स्याम॒ +स्याम॒हं +स्यायत् +स्यायमर्थः +स्यायलीलावती +स्यायलीलावतीकण्ठाभरण +स्यायां +स्यार +स्यार्थः +स्यार्थे +स्यार्धधातुके +स्याल +स्यालं +स्यालः +स्यालात् +स्याली +स्यालो +स्याल् +स्याल्लक्षणं +स्याल्लघु +स्याल्लाभे +स्याल्लिङ्गं +स्याल्लिटि +स्याल्लेपने +स्याल्लोकवत् +स्याल्ल्यपि +स्याव +स्याश्च +स्यास्तां +स्यास्ति +स्यास्तीति +स्यास्तु +स्यास्त्वं +स्यास्य +स्यास्यति +स्याह +स्याहं +स्याही +स्या्त् +स्या॑म +स्या॑म॒ +स्या॒त् +स्या॒दिति॑ +स्या॒मिति॑ +स्या॒मीति॒ +स्या॒म् +स्या॒म॒ +स्या॒लात् +स्या᳘दि᳘ति +स्या꣢꣯का꣡꣯रवाः +स्यितः +स्यिता +स्यिते +स्यित्वा 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+स्युर्व्यभिचारिणः +स्युर्हव्यकव्ययोः +स्युर्हि +स्युर्हीना +स्युश् +स्युश्च +स्युश्चतस्रः +स्युश्चतुर्दश +स्युश्चतुर्द्दश +स्युस् +स्युस्त +स्युस्तं +स्युस्ततः +स्युस्ततो +स्युस्तत्र +स्युस्तथा +स्युस्तथाष्टमी +स्युस्तदा +स्युस्तनुत्वचः +स्युस्तर्हि +स्युस्तस्य +स्युस्ता +स्युस्ताः +स्युस्तानग्नये +स्युस्तानि +स्युस्तान् +स्युस्तावन्त +स्युस्तासां +स्युस्तिथयः +स्युस्तिथयो +स्युस्तिलकालकाः +स्युस्तिस्रः +स्युस्तु +स्युस्ते +स्युस्तेन +स्युस्तेषां +स्युस्तेषु +स्युस्तेऽपि +स्युस्त्रयो +स्युस्त्रयोदश +स्युस्त्रीणि +स्यु॒रिति॑ +स्यू +स्यूः +स्यूत +स्यूतं +स्यूतः +स्यूतम् +स्यूता +स्यूते +स्यूतौ +स्यूत्वा +स्यूम +स्यूमना +स्यूमरश्मये +स्यूमरश्मिरुवाच +स्यूरसि +स्यूरसीति +स्यूर् +स्यूल +स्ये +स्येति +स्येत् +स्येत्यर्थः +स्येत्यादिना +स्येदम् +स्येन +स्येमतुः +स्येव +स्यै +स्यैव +स्यैवं +स्यैवेति +स्यैष +स्यो +स्यों +स्योत्तरे +स्योदये +स्योन +स्योनं +स्योनः +स्योनमिति +स्योनम् +स्योनशीः +स्योना +स्योनां +स्योनाः +स्योनानि +स्योनामासीद +स्योनाम् +स्योनासि +स्योनास्ते +स्योनास्मै +स्योने 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+स्रवते +स्रवतो +स्रवत् +स्रवत्यजस्रं +स्रवत्यनोंकृतं +स्रवत्यनोङ्कृतं +स्रवत्यपि +स्रवत्येव +स्रवत्य् +स्रवद्गर्भा +स्रवद्भिः +स्रवद्रसात्मकं +स्रवन् +स्रवन्तं +स्रवन्तः +स्रवन्तममृतं +स्रवन्ति +स्रवन्ती +स्रवन्तीं +स्रवन्तीः +स्रवन्तीति +स्रवन्तीनां +स्रवन्तीषु +स्रवन्तु +स्रवन्ते +स्रवन्तो +स्रवन्तौ +स्रवन्त्यः +स्रवन्त्या +स्रवन्त्यां +स्रवन्त्यो +स्रवन्मन्दाकिन्याः +स्रवा +स्रवादब्धः +स्रवे +स्रवेण +स्रवेत् +स्रवेदसृक् +स्रवेदुष्णमतीव +स्रवेद् +स्रवेद्यदि +स्रवेद्यस्य +स्रवेद्र +स्रवेद्वै +स्रव॑न्तीः +स्रव॒ +स्रशः +स्रष्ट +स्रष्टरि +स्रष्टव्यं +स्रष्टव्यम् +स्रष्टव्या +स्रष्टा +स्रष्टारं +स्रष्टारः +स्रष्टारम् +स्रष्टारो +स्रष्टाऽहं +स्रष्टु +स्रष्टुं +स्रष्टुः +स्रष्टुकामः +स्रष्टुमिच्छन् +स्रष्टुम् +स्रष्टुराद्या +स्रष्टृ +स्रष्टृत्वं +स्रष्टृत्वात् +स्रष्टेति +स्रष्ट्रा +स्रष्ट्रे +स्रस्त +स्रस्तं +स्रस्तः +स्रस्तगात्रता +स्रस्तमुक्तं +स्रस्तम् +स्रस्तरे +स्रस्तस्कन्धोऽधोमुखो +स्रस्ता +स्रस्तां +स्रस्ताः +स्रस्ताङ्गः +स्रस्ताङ्गता +स्रस्ताङ्गो +स्रस्तानि +स्रस्तायुधाः +स्रस्ते +स्रस्तो +स्रस्तौ +स्रस्य +स्रा +स्रां +स्राकारं +स्राकारग्रथितां +स्राक् +स्राक्त्यं +स्राणां +स्राणि +स्रातं +स्रातः +स्रातको +स्रातुं +स्रात्वा +स्रानं +स्रानमाचरेत् +स्रानम् +स्राने +स्रापयित्वा +स्रामं +स्रामः +स्रामम् +स्रामस् +स्रामे +स्रामो +स्रायात् +स्राव +स्रावं +स्रावः +स्रावणं +स्रावणे +स्रावम् +स्रावय +स्रावयति +स्रावयतीति +स्रावयन् +स्रावयन्ति +स्रावयामसि +स्रावयितुं +स्रावयित्वा +स्रावयुतैः +स्रावयेत् +स्रावयेदधः +स्रावयेद् +स्राववत्यः +स्रावश्च +स्रावस्य +स्रावा +स्रावाः +स्रावान् +स्रावि +स्राविणी +स्राविणो +स्रावितः +स्राविताः +स्रावी +स्रावे +स्रावेण +स्रावो +स्राव्य +स्राव्यं +स्राव्ये +स्रिं +स्रिग्धं +स्रिग्धः +स्रिग्धा +स्रिधः +स्रिधः॑ +स्रिधेः +स्रिधो +स्रिधो॒ +स्रिध॑ः +स्रियं +स्रियः +स्रिया +स्रियां +स्रियाः +स्रियो +स्रिवु +स्रि॒धः +स्री +स्रीं +स्रीणा +स्रीणां +स्रीत्वं +स्रीलिङ्गः +स्रु +स्रुक् +स्रुक्च +स्रुक्षु +स्रुक्स्रुवं +स्रुक्स्रुवादीनि +स्रुक्स्रुवौ +स्रुक्‌स्रुवौ +स्रुगादि +स्रुगिति +स्रुग् +स्रुग्दण्ड +स्रुग्दण्डम् +स्रुग्दण्डे +स्रुग्भ्यस्त्वा +स्रुग्भ्यामुत्तरम् +स्रुग्लक्षणं +स्रुघ्न +स्रुघ्नं +स्रुघ्ने +स्रुघ्नो +स्रुच +स्रुचं +स्रुचः +स्रुचः॑ +स्रुचमद्भिः +स्रुचमास्यस्व +स्रुचमुद्गृह्णाति +स्रुचमुद्गृह्य +स्रुचम् +स्रुचश् +स्रुचश्च +स्रुचा +स्रुचाँ +स्रुचां +स्रुचावादायात्याक्रम्याश्राव्याह +स्रुचाव् +स्रुचाꣳ +स्रुचि +स्रुचीव +स्रुचेव +स्रुचो +स्रुचोस्सादनम् +स्रुचो॑ +स्रुचौ +स्रुच् +स्रुच्यमाघारयति +स्रुच्यमाघार्य +स्रुत +स्रुतं +स्रुतः +स्रुतम् +स्रुतयः +स्रुतरक्तस्य +स्रुतस्य +स्रुता +स्रुति +स्रुतिं +स्रुतिः +स्रुतिम् +स्रुती +स्रुते +स्रुतेः +स्रुतेन +स्रुतो +स्रुतौ +स्रुत्याय +स्रुत्वा +स्रुव +स्रुवँ +स्रुवं +स्रुवः +स्रुवतुण्डः +स्रुवमाज्यस्थालीं +स्रुवम् +स्रुवश्च +स्रुवस्य +स्रुवस्वधिती +स्रुवा +स्रुवादि +स्रुवाहुतिँ +स्रुवाहुतिं +स्रुवाहुती +स्रुवाहुतीः +स्रुवाहुतीरुपजुहोति +स्रुवाहुतीर्जुहुयाद्भूर्भुवः +स्रुवाहुतीर्जुहोति +स्रुवे +स्रुवेण +स्रुवेणाघारमाघारयति +स्रुवेणाज्यं +स्रुवेणाज्येनाभिजुहुयाच्छाव +स्रुवेणाभिजुहोति +स्रुवेणाहवनीये +स्रुवेणैव +स्रुवेणोपघातं +स्रुवेणोपसदं +स्रुवैः +स्रुवो +स्रुवौ +स्रुवꣳ +स्रु॒चा +स्रु॒चेव॒ +स्रु॒ती +स्रु॒वेण॑ +स्रूं +स्रूः +स्रेकृ +स्रेण +स्रेधन्तं +स्रेह +स्रै +स्रो +स्रोत +स्रोतं +स्रोतः +स्रोतःसु +स्रोतआपत्तिफलं +स्रोतम् +स्रोतस +स्रोतसः +स्रोतसा +स्रोतसां +स्रोतसामस्मि +स्रोतसाम् +स्रोतसि +स्रोतसी +स्रोतसो +स्रोतस् +स्रोतस्तु +स्रोतस्य +स्रोतस्युद्दामदिग्गजे +स्रोतस्विनी +स्रोतस्सु +स्रोतहीन +स्रोतहीनम् +स्रोता +स्रोतांसि +स्रोतांस्य् +स्रोतापत्तिफलं +स्रोतो +स्रोतों +स्रोतोगता +स्रोतोजं +स्रोतोञ्जन +स्रोतोञ्जनं +स्रोतोनिरोधिन्यपि +स्रोतोनिरोधो +स्रोतोभिः +स्रोतोभिरिव +स्रोतोभ्यः +स्रोतोभ्यो +स्रोतोमूर्त्या +स्रोतोरोधो +स्रोतोवहा +स्रोतोवहां +स्रोतोविशुद्धये +स्रोतोविशोधनं +स्रोतोविशोधनम् +स्रोतोऽञ्जनं +स्रोतोऽञ्जने +स्रोत्या +स्रोत्याः +स्रौ +स्रौग्घ्नः +स्रौघ्नः +स्रौघ्रः +स्र॑वन्ति +स्र॑वन्तु +स्र॒वतः॑ +स्र॒वतो॑ +स्र॒व॒ +स्ल +स्लाविक +स्लाविकभाषाः +स्ले +स्लेड +स्लेड् +स्लो +स्लोवाकिया +स्लोवीनिया +स्लौ +स्व +स्वँ +स्वं +स्वंय +स्वंस्वं +स्वः +स्वःपती +स्वःपदास्पदम् +स्वःपृष्ठमाङ्गिरसम् +स्वःपृष्ठम् +स्वःशब्दः +स्वःशब्देन +स्वःऽगः +स्वःऽगम् +स्वःऽगे +स्वःऽजितम् +स्वःऽदृशः +स्वःऽनरम् +स्वःऽवतीः +स्वःऽवत् +स्वःऽवित् +स्वःऽविदः +स्वःऽविदम् +स्वःऽसाः +स्वःऽसाता +स्वःऽसाम् +स्वः॑ +स्वः॑ऽनरम् +स्वः॑ऽवतीः +स्वः॑ऽवत् +स्वः॑ऽसाता +स्वः॒ऽदृशः॑ +स्वः॒ऽवित् +स्वः॒ऽविदः॑ +स्वः॒ऽविद॑म् +स्वः॒ऽसाः +स्वः॒ऽसाम् +स्वः꣢꣯ +स्वः꣣ +स्वक +स्वकं +स्वकंसे +स्वकः +स्वकक्षा +स्वकक्षामण्डले +स्वकक्षायां +स्वकक्षासु +स्वकक्ष्यायां +स्वकक्ष्यासु +स्वकण्ठे +स्वकण्ठेन +स्वकथां +स्वकन्यके +स्वकन्यां +स्वकन्याया +स्वकन्यायाः +स्वकमालयम् +स्वकमिति +स्वकमेव +स्वकम् +स्वकरं +स्वकरण +स्वकरणं +स्वकरणे +स्वकरणेन +स्वकराभ्यां +स्वकरे +स्वकरेण +स्वकर्णसंवर्गः +स्वकर्णेन +स्वकर्तव्यं +स्वकर्तव्यपालनं +स्वकर्तव्यस्य +स्वकर्तव्ये +स्वकर्म +स्वकर्मकृत् +स्वकर्मजम् +स्वकर्मणः +स्वकर्मणा +स्वकर्मणां +स्वकर्मणि +स्वकर्मणेति +स्वकर्मणैव +स्वकर्मणो +स्वकर्मतः +स्वकर्मनिरतः +स्वकर्मनिरता +स्वकर्मनिरताः +स्वकर्मनिरतो +स्वकर्मनिष्ठाः +स्वकर्मभिः +स्वकर्मभिर्गतयो +स्वकर्मभ्यः +स्वकर्मसु +स्वकर्मस्था +स्वकर्माणि +स्वकर्मानुष्ठानं +स्वकर्मानुसारं +स्वकर्मेति +स्वकर्मोपहृतं +स्वकर्मोपार्जितदुःखवेदनाः +स्वकर्म्म +स्वकर्म्मणा +स्वकर्म्मणि +स्वकर्म्मभिः +स्वकर्म्मसु +स्वकलेवरम् +स्वकल्पनया +स्वकल्याणं +स्वकल्याणस्य +स्वकस्य +स्वकस्वकं +स्वकस्वकानि +स्वकस्वकेषु +स्वका +स्वकां +स्वकांतं +स्वकाः +स्वकात् +स्वकानपि +स्वकानां +स्वकानाम् +स्वकानि +स्वकान् +स्वकान्तं +स्वकान्तानयनोत्पलेषु +स्वकान्तिभिः +स्वकान्ते +स्वकान्तेन +स्वकान्त्या +स्वकामतः +स्वकामिनीम् +स्वकाम् +स्वकाय +स्वकायं +स्वकाये +स्वकायेन +स्वकारः +स्वकारण +स्वकारणं +स्वकारणम् +स्वकारणाद् +स्वकारणापेक्षया +स्वकारणे +स्वकारणेन +स्वकार्य +स्वकार्यं +स्वकार्यकरणे +स्वकार्यपरिणामसामर्थ्यमित्यर्थः +स्वकार्यम् +स्वकार्यसिद्धये +स्वकार्यसिद्धिं +स्वकार्यस्य +स्वकार्याणां +स्वकार्याणि +स्वकार्यात् +स्वकार्याय +स्वकार्यार्थं +स्वकार्ये +स्वकार्येण +स्वकार्येषु +स्वकार्यैः +स्वकार्य्यं +स्वकार्य्ये +स्वकाल +स्वकालं +स्वकालतः +स्वकालत्वात् +स्वकालपरिमाणेन +स्वकालविरहाद्विश्रान्तपुष्पोद्गमा +स्वकाले +स्वकाव्ये +स्वकाव्येषु +स्वकाष्ठाम् +स्वकि +स्वकिरणैः +स्वकी +स्वकीय +स्वकीयं +स्वकीयः +स्वकीयकम् +स्वकीयत्वात् +स्वकीयत्वेन +स्वकीयमपि +स्वकीयमायुधं +स्वकीयमेव +स्वकीयम् +स्वकीयया +स्वकीयस्य +स्वकीया +स्वकीयां +स्वकीयाः +स्वकीयात् +स्वकीयादिरेव +स्वकीयानां +स्वकीयानामपि +स्वकीयानि +स्वकीयान् +स्वकीयाम् +स्वकीयाय +स्वकीयायां +स्वकीयायाः +स्वकीयासु +स्वकीये +स्वकीयेति +स्वकीयेन +स्वकीयेनैव +स्वकीयेषु +स्वकीयै +स्वकीयैः +स्वकीयो +स्वकीयौ +स्वकीर्तिं +स्वकु +स्वकुटुम्बं +स्वकुटुम्बेन +स्वकुण्डे +स्वकुलं +स्वकुलक्षयम् +स्वकुलस्य +स्वकुलायं +स्वकुले +स्वकुलेन +स्वकुलैः +स्वकुशलमयीं +स्वकृ +स्वकृत +स्वकृतं +स्वकृतम् +स्वकृतया +स्वकृतस्य +स्वकृता +स्वकृतां +स्वकृति +स्वकृतिं +स्वकृतिषु +स्वकृते +स्वकृतेन +स्वकृतेनेह +स्वकृतैः +स्वकृतौ +स्वकृत्यं +स्वकृत्या +स्वकृत्येषु +स्वकृपया +स्वकृ॑त॒ +स्वके +स्वकेन +स्वकेन्द्रे +स्वकेशपुष्पैरपि +स्वकेषु +स्वकैः +स्वकैर्गुणैः +स्वकैर्भवानतनुत +स्वको +स्वकौ +स्वक्रान्तिज्या +स्वक्रियया +स्वक्रियां +स्वक्रियापेक्षं +स्वक्रियायां +स्वक्रियासाधनव्यग्रो +स्वक्रीडार्थं +स्वक्रोडे +स्वक्षं +स्वक्षः +स्वक्षत्रं +स्वक्षा +स्वक्षिति +स्वक्षितिज +स्वक्षितिजे +स्वक्षेत्र +स्वक्षेत्रं +स्वक्षेत्रकेन्द्रगे +स्वक्षेत्रगे +स्वक्षेत्रगेऽपि +स्वक्षेत्रस्थे +स्वक्षेत्रे +स्वक्षेपेण +स्वखड्गेन +स्वग +स्वगं +स्वगणं +स्वगणान् +स्वगणैः +स्वगणैर्वृतः +स्वगत +स्वगतं +स्वगतः +स्वगतत्वेन +स्वगतभेदः +स्वगतम +स्वगतमेव +स्वगतम् +स्वगता +स्वगतिं +स्वगतिः +स्वगते +स्वगतेः +स्वगतेन +स्वगतेनैव +स्वगतो +स्वगत्या +स्वगदया +स्वगदां +स्वगन्धेन +स्वगले +स्वगा +स्वगाः +स्वगाकरोति +स्वगाकारश् +स्वगाकृतो +स्वगाकृत्यै +स्वगात्ररुधिरं +स्वगात्राणां +स्वगिरिं +स्वगुण +स्वगुणं +स्वगुणः +स्वगुणकेन +स्वगुणपरीक्षा +स्वगुणस्य +स्वगुणा +स्वगुणाख्यापने +स्वगुणान् +स्वगुणे +स्वगुणेन +स्वगुणेनोभयात्मकम् +स्वगुणेषु +स्वगुणेषूत्तमादरः +स्वगुणैः +स्वगुणैरेव +स्वगुणैर्निगूढाम् +स्वगुप्ता +स्वगुप्तां +स्वगुरवे +स्वगुरु +स्वगुरुं +स्वगुरुः +स्वगुरुणा +स्वगुरोः +स्वगुरोर्व्रतम् +स्वगुरौ +स्वगूर्ताः +स्वगू॑र्ताः +स्वगृ +स्वगृह +स्वगृहं +स्वगृहमागतः +स्वगृहमागत्य +स्वगृहमानीय +स्वगृहमाययौ +स्वगृहम् +स्वगृहस्य +स्वगृहाणि +स्वगृहात् +स्वगृहानगात् +स्वगृहान् +स्वगृहान्प्रति +स्वगृहाभिमुखं +स्वगृहे +स्वगृहेषु +स्वगृहेऽपि +स्वगृह्योक्तविधानतः +स्वगृह्योक्तविधानेन +स्वगृह्योक्तविधिना +स्वगे +स्वगेहं +स्वगेहम् +स्वगेहाय +स्वगेहिनीम् +स्वगेहे +स्वगो +स्वगों +स्वगोचरं +स्वगोचरम् +स्वगोचरे +स्वगोत्रं +स्वगोत्रे +स्वगोत्रेण +स्वगोसहस्रेण +स्वग्नयः +स्वग्नयो +स्वग्निं +स्वग्रन्थविरोधाच्च +स्वग्रन्थस्य +स्वग्रन्थे +स्वग्रन्थेषु +स्वग्रहणे +स्वग्रहे +स्वग्रामं +स्वग्रामः +स्वग्रामे +स्वङ्ग +स्वङ्गः +स्वङ्गी +स्वङ्गुरिः +स्वङ्गुरे +स्वङ्ग॒ +स्वच +स्वचक्र +स्वचक्रं +स्वचक्रेण +स्वचक्षुषा +स्वचक्षुषी +स्वचरणौ +स्वचरितं +स्वचर्चायाः +स्वचापं +स्वचापसौन्दर्यमदं +स्वचारेण +स्वचालितरूपेण +स्वचित्तं +स्वचित्तबिलसंस्थेन +स्वचित्तमेव +स्वचित्तस्य +स्वचित्ते +स्वचित्तेन +स्वचेतसा +स्वचेतसि +स्वचेष्टितम् +स्वच् +स्वच्छ +स्वच्छं +स्वच्छंदं +स्वच्छः +स्वच्छजलं +स्वच्छतया +स्वच्छतरे +स्वच्छता +स्वच्छतां +स्वच्छतायाः +स्वच्छतायै +स्वच्छतोयं +स्वच्छत्वं +स्वच्छत्वात् +स्वच्छन्द +स्वच्छन्दं +स्वच्छन्दः +स्वच्छन्दगमनालयः +स्वच्छन्दचारिणः +स्वच्छन्दचारिणी +स्वच्छन्दचारी +स्वच्छन्दतः +स्वच्छन्दतन्त्रे 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+स्वजाति +स्वजातिं +स्वजातिभिः +स्वजातिविहितं +स्वजातिषु +स्वजातीयगृहादेव +स्वजाते +स्वजातौ +स्वजात्या +स्वजानुनः +स्वजानुमण्डलं +स्वजाय +स्वजीवनं +स्वजीवननिर्वाहं +स्वजीवनम् +स्वजीवनस्य +स्वजीवने +स्वजीवन्याम् +स्वजीवितं +स्वजीवितम् +स्वजीविते +स्वजो +स्वज्ञानं +स्वज्ञानस्य +स्वज्ञानादेव +स्वज्ञाने +स्वज्ञानेन +स्वज्ञानेनान्यधीहेतुः +स्वझे +स्वञ्च +स्वञ्चः +स्वञ्चम् +स्वञ्चो +स्वञ्ज +स्वटीकायाः +स्वण्ड +स्वण्डः +स्वत +स्वतं +स्वतंत्र +स्वतंत्रं +स्वतंत्रः +स्वतंत्रता +स्वतंत्रा +स्वतंत्रो +स्वतः +स्वतःप्रकाशो +स्वतःप्रमाणं +स्वतःप्रामाण्यं +स्वतःसम्भविना +स्वतःसिद्ध +स्वतःसिद्धं +स्वतःसिद्धत्वात् +स्वतःसिद्धम् +स्वतःसिद्धस्य +स्वतःसिद्धा +स्वतएव +स्वतनयं +स्वतनयां +स्वतनुं +स्वतनौ +स्वतन्त्र +स्वतन्त्रं +स्वतन्त्रः +स्वतन्त्रकर्तृत्वं +स्वतन्त्रतः +स्वतन्त्रतत्त्वस्य +स्वतन्त्रतत्वं +स्वतन्त्रतत्वस्य +स्वतन्त्रतया +स्वतन्त्रता +स्वतन्त्रतां +स्वतन्त्रताओं +स्वतन्त्रतानन्तरं +स्वतन्त्रतान्दोलन +स्वतन्त्रतान्दोलने +स्वतन्त्रताम् +स्वतन्त्रतायाः +स्वतन्त्रतायै +स्वतन्त्रतासङ्ग्रामः +स्वतन्त्रतासङ्ग्रामे +स्वतन्त्रत्वं +स्वतन्त्रत्वात् +स्वतन्त्रत्वे +स्वतन्त्रभारतस्य +स्वतन्त्रभारते +स्वतन्त्रमपि +स्वतन्त्रमस्वतन्त्रं +स्वतन्त्रमस्वतन्त्रञ्च +स्वतन्त्रमिति +स्वतन्त्रमेव +स्वतन्त्रम् +स्वतन्त्ररुपेण +स्वतन्त्ररूपेण +स्वतन्त्रविश्वकोशः +स्वतन्त्रश्च +स्वतन्त्रश्चेति +स्वतन्त्रसर्वविज्ञानकोशः +स्वतन्त्रस्तु +स्वतन्त्रस्य +स्वतन्त्रस्यैव +स्वतन्त्रा +स्वतन्त्रां +स्वतन्त्राः +स्वतन्त्राणां +स्वतन्त्राणि +स्वतन्त्रान्वयव्यतिरेकशून्यत्वं +स्वतन्त्रापि +स्वतन्त्राय +स्वतन्त्राश्च +स्वतन्त्रास्तु +स्वतन्त्रास्वतन्त्रभेदेन +स्वतन्त्रे +स्वतन्त्रेच्छस्य +स्वतन्त्रेण +स्वतन्त्रेति +स्वतन्त्रेश्वरेच्छादेर्निमित्तादन्त्ये +स्वतन्त्रेषु +स्वतन्त्रैः +स्वतन्त्रो +स्वतन्त्रोऽपि +स्वतन्त्रोऽयं +स्वतन्त्रोऽर्थः +स्वतन्त्रोऽसौ +स्वतन्त्रोऽस्ति +स्वतन्त्रोऽहं +स्वतन्त्रौ +स्वतपः +स्वतपसः +स्वतपसा +स्वतपोबलेन +स्वतमसा +स्वतया +स्वतल्पतः +स्वतवः +स्वतवद्भ्यः +स्वतवस +स्वतवसः +स्वतवसे +स्वतवसो +स्वतवाँ +स्वतवांश्च +स्वतवान् +स्वतवान्पायौ +स्वतश्च +स्वतश्च्युतं +स्वतस्तु +स्वतस्त्वं +स्वतस्त्वमिति +स्वतस्त्वम् +स्वतस्संभविना +स्वतस्सम्भवी +स्वतस्सिद्धं +स्वतस्सिद्धस्य +स्वता +स्वतां +स्वताः +स्वतारासु +स्वति +स्वती +स्वतुङ्गे +स्वतुल्यं +स्वते +स्वतेजः +स्वतेजसः +स्वतेजसा +स्वतेजसि +स्वतेजसेति +स्वतेजसैव +स्वतेजो +स्वतेजोभिः +स्वतेज॑सा +स्वतो +स्वतोग्राह्यं +स्वतोऽपि +स्वतोऽसिद्धः +स्वत् +स्वत्त +स्वत्यादीनां +स्वत्र +स्वत्व +स्वत्वं +स्वत्वनिवृत्तिः +स्वत्वमपि +स्वत्वमिति +स्वत्वमुत्पद्यते +स्वत्वमेव +स्वत्वम् +स्वत्वस्य +स्वत्वहानिः +स्वत्वहेतुत्वे +स्वत्वा +स्वत्वात् +स्वत्वापादकत्वं +स्वत्वे +स्वत्वेन +स्वत॑वसो +स्वथ +स्वद +स्वदः +स्वदक्षिणे +स्वदक्षे +स्वदतु +स्वदते +स्वदतैनम् +स्वदत्तं +स्वदत्तां +स्वदनं +स्वदनम् +स्वदन्त +स्वदन्तं +स्वदन्ताम् +स्वदन्ति +स्वदन्तु +स्वदन्ते +स्वदय +स्वदयः +स्वदयति +स्वदयत्य् +स्वदयन्त +स्वदर्शनं +स्वदर्शनम् +स्वदर्शनार्थं +स्वदर्शने +स्वदलस्य +स्वदलेन +स्वदशायां +स्वदस्व +स्वदा +स्वदाति +स्वदायित्वं +स्वदायित्वस्य +स्वदार +स्वदारनिरतः +स्वदारनिरतश्च +स्वदारनिरतश्चैव +स्वदारनिरता +स्वदारनिरताः +स्वदारनिरतो +स्वदारप्रीत्यादिः +स्वदारे +स्वदारेषु +स्वदास्यं +स्वदा॑ति +स्वदि +स्वदिक्षु +स्वदिङ्मुखम् +स्वदितं +स्वदितमिति +स्वदितमित्येव +स्वदितम् +स्वदितानि +स्वदिति +स्वदिनम् +स्वदिने +स्वदिशि +स्वदीप्तिं +स्वदीप्तिभिः +स्वदीप्त्या +स्वदुः +स्वदुःखं +स्वदुहितुः +स्वदूतं +स्वदृक् +स्वदृशा +स्वदृष्टमार्गोक्तिः +स्वदृष्टया +स्वदृष्टान्ते +स्वदृष्टिं +स्वदृष्ट्या +स्वदेश +स्वदेशं +स्वदेशक्षणानुभवभिन्ने +स्वदेशगमनं +स्वदेशजा +स्वदेशतः +स्वदेशपण्ये +स्वदेशम् +स्वदेशस्य +स्वदेशात् +स्वदेशान् +स्वदेशाभिष्यन्दवमनेन +स्वदेशाय +स्वदेशिकस्यैव +स्वदेशी +स्वदेशीय +स्वदेशीया +स्वदेशीयानां +स्वदेशे +स्वदेशेन +स्वदेशेऽथ +स्वदेशेऽपि +स्वदेशो +स्वदेशोदय +स्वदेह +स्वदेहं +स्वदेहजो +स्वदेहतः +स्वदेहमपि +स्वदेहमरणिं +स्वदेहम् +स्वदेहस्य +स्वदेहात् +स्वदेहादेव +स्वदेहे +स्वदेहेन +स्वदेहेषु +स्वदेहेऽपि +स्वदोष +स्वदोषं +स्वदोषः +स्वदोषान् +स्वदोषेण +स्वद् +स्वद्य +स्वद्रव्यं +स्वद॑न्ति +स्वद॑न्तु +स्वद॑स्व +स्वध +स्वधनं +स्वधनस्य +स्वधनुः +स्वधनेन +स्वधया +स्वधयान्नेन +स्वधयान्ये +स्वधयोरपीच्यं +स्वधर्म +स्वधर्मं +स्वधर्मः +स्वधर्मकरणं +स्वधर्मतः +स्वधर्मनिरतः +स्वधर्मनिरता +स्वधर्मनिरताः +स्वधर्मनिरतो +स्वधर्मपरधर्मशब्दौ +स्वधर्मपरित्यागः +स्वधर्मपालने +स्वधर्मप्रकटीकरणं +स्वधर्मप्रवृत्त्या +स्वधर्मबुद्ध्या +स्वधर्ममनुपालय +स्वधर्ममनुपालयन् +स्वधर्ममपि +स्वधर्ममात्रतयैव +स्वधर्ममिति +स्वधर्ममेव +स्वधर्मम् +स्वधर्मवर्तित्वं +स्वधर्मश्च +स्वधर्मस्था +स्वधर्मस्थाः +स्वधर्मस्थो +स्वधर्मस्य +स्वधर्मा +स्वधर्माख्यं +स्वधर्माचरणं +स्वधर्माच्च्यवते +स्वधर्माणः +स्वधर्माणां +स्वधर्मात् +स्वधर्मात्प्रच्युता +स्वधर्माद् +स्वधर्मानुष्ठाने +स्वधर्मान् +स्वधर्मान्न +स्वधर्मे +स्वधर्मेण +स्वधर्मेणाभिधीयते +स्वधर्मेणैव +स्वधर्मेषु +स्वधर्मो +स्वधर्मोऽपि +स्वधर्म्मं +स्वधर्म्मे +स्वधर्म्मेण +स्वधर्म्मो +स्वधा +स्वधां +स्वधाः +स्वधाकार +स्वधाकारं +स्वधाकारः +स्वधाकारमुदाहरेत् +स्वधाकारे +स्वधाकारेण +स्वधाकारो +स्वधानम +स्वधानमः +स्वधानिनयनादृते +स्वधान्नं +स्वधापते +स्वधापते॒ +स्वधाभिः +स्वधाभिर्देवि +स्वधाभुजः +स्वधाम +स्वधामक्षितं +स्वधामनि +स्वधामनु +स्वधामन्नं +स्वधामयम् +स्वधामह +स्वधामानि +स्वधामृतम् +स्वधाम् +स्वधाम्ना +स्वधाम्नि +स्वधाया +स्वधायां +स्वधायामा +स्वधायाम् +स्वधायिभ्यः +स्वधायै +स्वधाव +स्वधावः +स्वधावतीं +स्वधावतीः +स्वधावत् +स्वधावन् +स्वधावन्तः +स्वधावन्तो +स्वधावान् +स्वधाविभ्यः +स्वधावो +स्वधाशब्देन +स्वधाशब्दो +स्वधास्तु +स्वधास्थ +स्वधाहमहमौषधम् +स्वधाऽवः +स्वधाऽवान् +स्वधाऽस्तु +स्वधा॒यिभ्य॑ +स्वधिचरणा +स्वधित +स्वधिता +स्वधिति +स्वधितिं +स्वधितिः +स्वधितिना +स्वधितिर् +स्वधितिर्वनानां +स्वधितिस् +स्वधितिस्ते +स्वधिते +स्वधितौ +स्वधिया +स्वधिष्ठितं +स्वधिष्ण्यं +स्वधि॑तिस्ते +स्वधि॑ते॒ +स्वधि॑तौ +स्वधीतं +स्वधृतः +स्वधृति +स्वधृतिः +स्वधृती +स्वधे +स्वधेति +स्वधेत्युक्ते +स्वधेत्येवं +स्वधोच्यताम् +स्वधोपाख्यानमुत्तमम् +स्वध्वर +स्वध्वरं +स्वध्वरः +स्वध्वरम् +स्वध्वरा +स्वध्वरे +स्वध्वरो +स्वध्वरोर्ध्व +स्वध्वर्युः +स्वध्व॒रं +स्वध्व॒रः +स्वध्व॒रो +स्वन +स्वनं +स्वनः +स्वनक्षत्रं +स्वनगभागयुतेन +स्वनगरं +स्वनगरीं +स्वनगरे +स्वनतां +स्वनति +स्वनतेः +स्वनन् +स्वनन्ति +स्वनन्त्यनिलोद्धताः +स्वनम् +स्वनयन् +स्वनयस्य +स्वनयेन +स्वनयो +स्वनवता +स्वनवान् +स्वनसि +स्वनहसोर्वा +स्वना +स्वनाः +स्वनात् +स्वनाम +स्वनामख्यात +स्वनामख्यातः +स्वनामख्यातदेशः +स्वनामख्यातवृक्षः +स्वनामख्याता +स्वनामख्यातायां +स्वनामख्याते +स्वनामख्यातो +स्वनामतः +स्वनामप्रसिद्धः +स्वनामभिः +स्वनाममन्त्रेण +स्वनामसंज्ञिते +स्वनामा +स्वनामाङ्कं +स्वनामानि +स्वनाम्ना +स्वनाम्नि +स्वनाम्नैव +स्वनाशाय +स्वनाशेन +स्वनि +स्वनिकटं +स्वनिकटे +स्वनिकेतनम् +स्वनिगमं +स्वनितं +स्वनितम् +स्वनिते +स्वनिन्दा +स्वनिमित्तं +स्वनिर्मितम् +स्वनिर्मिते +स्वनिर्वाहकता +स्वनिर्वृतिः +स्वनिलयं +स्वनिवासं +स्वनिवासाय +स्वनिवासे +स्वनिवेशादधो +स्वनिश्वासैः +स्वनिष्ठः +स्वनिष्ठतया +स्वनीक +स्वनु +स्वनुगुप्तं +स्वनुजां +स्वनुलिप्ते +स्वनुष्ठितं +स्वनुष्ठितः +स्वनुष्ठितम् +स्वनुष्ठिताः +स्वनुष्ठितात् +स्वनुष्ठीयतां +स्वनूपुरम् +स्वने +स्वनेत्राभ्यां +स्वनेत्रे +स्वनेन +स्वनेभ्यः +स्वनै +स्वनैः +स्वनो +स्वन्तं +स्वन्ततरो +स्वन्न +स्वन्नं +स्वप +स्वपंतं +स्वपंति +स्वपंश्च +स्वपः +स्वपक्ष +स्वपक्षं +स्वपक्षः +स्वपक्षदोषाच्च +स्वपक्षपरपक्षयोः +स्वपक्षमुपसंहरति +स्वपक्षसाधनं +स्वपक्षस्तु +स्वपक्षस्य +स्वपक्षे +स्वपक्षेऽपि +स्वपणं +स्वपतः +स्वपतये +स्वपतश्च +स्वपतश्चैव +स्वपतस्तस्य +स्वपता +स्वपतां +स्वपति +स्वपतिं +स्वपतिः +स्वपतिना +स्वपती +स्वपते +स्वपतेः +स्वपतो +स्वपतोऽपि +स्वपतौ +स्वपत्नी +स्वपत्नीं +स्वपत्नीभिः +स्वपत्न्या +स्वपत्न्यां +स्वपत्न्याः +स्वपत्न्यै +स्वपत्यं +स्वपत्यस्य +स्वपत्या +स्वपत्यानि +स्वपत्याय +स्वपत्युः +स्वपत्सु +स्वपथे +स्वपदं +स्वपदम् +स्वपदस्य +स्वपदा +स्वपदात् +स्वपदानि +स्वपदाम्बुजदास्यम् +स्वपदार्थ +स्वपदार्थे +स्वपदे +स्वपदेन +स्वपदोन्मुखेन +स्वपद्भ्यो +स्वपन +स्वपनं +स्वपनम् +स्वपने +स्वपन् +स्वपन्तं +स्वपन्तः +स्वपन्तम् +स्वपन्ति +स्वपन्तीं +स्वपन्तु +स्वपन्त्याः +स्वपन्नपि +स्वपन्निति +स्वपन्न् +स्वपम् +स्वपर +स्वपरग्रन्थविरोधाच्च +स्वपरग्रन्थविरोधात् +स्वपरपक्षयोः +स्वपरयोः +स्वपररूपावधारणं +स्वपराक्रमम् +स्वपराक्रमेण +स्वपराजयस्य +स्वपरात्मनोः +स्वपरात्मानौ +स्वपरामर्शान् +स्वपरार्थः +स्वपरार्थो +स्वपराह्ण +स्वपरिचयं +स्वपरिवारस्य +स्वपरिश्रमेण +स्वपरेति +स्वपसः +स्वपसा +स्वपसो +स्वपस्यते +स्वपस्यया +स्वपस्याय +स्वपा +स्वपाः +स्वपाके +स्वपाणिना +स्वपाणिभ्यां +स्वपात्रे +स्वपादं +स्वपादीनां +स्वपादौ +स्वपानि +स्वपापं +स्वपापानां +स्वपापेन +स्वपामि +स्वपार्श्वयोः +स्वपार्श्वे +स्वपार्षदैः +स्वपा॑ +स्वपि +स्वपितः +स्वपितरं +स्वपितरम् +स्वपितरौ +स्वपिता +स्वपितामहम् +स्वपिति +स्वपितीति +स्वपितीत्याचक्षते +स्वपितु +स्वपितुः +स्वपितृभ्यः +स्वपितृषोर्नजिङ् +स्वपितॄणां +स्वपितॄन् +स्वपित्येव +स्वपित्रा +स्वपित्रे +स्वपित्रोः +स्वपिमि +स्वपिषि +स्वपिस्यमिव्येञां +स्वपिहि +स्वपी +स्वपुण्यं +स्वपुण्यराशौ +स्वपुत्र +स्वपुत्रं +स्वपुत्रः +स्वपुत्रम् +स्वपुत्रवत् +स्वपुत्रस्य +स्वपुत्राः +स्वपुत्राणां +स्वपुत्रान् +स्वपुत्राय +स्वपुत्री +स्वपुत्रीं +स्वपुत्रीम् +स्वपुत्रे +स्वपुत्रेण +स्वपुत्रेभ्यः +स्वपुत्रैः +स्वपुत्रौ +स्वपुत्र्याः +स्वपुरं +स्वपुरतः +स्वपुरतो +स्वपुरमाययौ +स्वपुरस्य +स्वपुरी +स्वपुरीं +स्वपुरुषं +स्वपुरुषमभिवीक्ष्य +स्वपुरुषार्थेन +स्वपुरे +स्वपुरोहितम् +स्वपुर्यां +स्वपुस्तके +स्वपृष्ठतः +स्वपृष्ठे +स्वपे +स्वपेः +स्वपेत् +स्वपेद् +स्वपेद्भूमौ +स्वपेन्निशि +स्वपेयुस्ते +स्वपो +स्वपोषं +स्वपोषणपरः +स्वपौरुषम् +स्वपौरुषेण +स्वप् +स्वप्त +स्वप्तव्यं +स्वप्तव्यम् +स्वप्ता +स्वप्तु +स्वप्तुं +स्वप्तुमर्हति +स्वप्तु॑ +स्वप्न +स्वप्नं +स्वप्नः +स्वप्नकाल +स्वप्नकाले +स्वप्नक् +स्वप्नगतं +स्वप्नजागरितयोः +स्वप्नजागरितस्थाने +स्वप्नजागरिते +स्वप्नज्ञानं +स्वप्नज्ञानस्य +स्वप्नदर्शनं +स्वप्नदर्शनम् +स्वप्नदर्शने +स्वप्नदर्शनेन +स्वप्नदृक् +स्वप्नदृगिव +स्वप्नदृशः +स्वप्नदृष्ट +स्वप्नदृष्टं +स्वप्नदृष्टा +स्वप्नद्वारा +स्वप्नधीगम्यं +स्वप्ननगरे +स्वप्ननिदर्शने +स्वप्ननिद्राज्ञानालंभनं +स्वप्ननिद्राज्ञानालम्बनं +स्वप्नपदं +स्वप्नपुरं +स्वप्नपुरे +स्वप्नप्रकाशिका +स्वप्नप्रत्ययो +स्वप्नमध्ये +स्वप्नमयः +स्वप्नमाये +स्वप्नमिति +स्वप्नमिव +स्वप्नम् +स्वप्नया +स्वप्नलब्धं +स्वप्नलब्धे +स्वप्नवच्च +स्वप्नवत् +स्वप्नवदिति +स्वप्नवद्भाति +स्वप्नवल्लोकं +स्वप्नवासवदत्तं +स्वप्नवासवदत्तम् +स्वप्नवासवदत्तस्य +स्वप्नवासवदत्ता +स्वप्नवासवदत्ते +स्वप्नविपर्ययाच्च +स्वप्नविभ्रमः +स्वप्नशब्दः +स्वप्नशास्त्रं +स्वप्नशास्त्रिणः +स्वप्नशास्त्रिणां +स्वप्नशास्त्रिभिः +स्वप्नशीलो +स्वप्नश्च +स्वप्नसः +स्वप्नसमये +स्वप्नसुखं +स्वप्नसुषुप्तयोरित्यर्थः +स्वप्नस्तु +स्वप्नस्थानं +स्वप्नस्थानम् +स्वप्नस्थानोऽन्तःप्रज्ञः +स्वप्नस्य +स्वप्ना +स्वप्नांते +स्वप्नाः +स्वप्नात् +स्वप्नात्स्वप्नान्तरं +स्वप्नादर्शने +स्वप्नादि +स्वप्नादिवत् +स्वप्नादिश्च +स्वप्नादिश्चेति +स्वप्नादिषु +स्वप्नादौ +स्वप्नाद्भुतावर्त्तः +स्वप्नाद्यवस्थस्य +स्वप्नाधिपतये +स्वप्नाध्यायं +स्वप्नाध्यायः +स्वप्नानां +स्वप्नानि +स्वप्नान् +स्वप्नान्तं +स्वप्नान्तरं +स्वप्नान्तरे +स्वप्नान्तरेऽपि +स्वप्नान्ते +स्वप्नान्तेष्विति +स्वप्नान्न +स्वप्नान्पश्यति +स्वप्नाभं +स्वप्नाय +स्वप्नायते +स्वप्नायितं +स्वप्नायैव +स्वप्नार्थं +स्वप्नार्थः +स्वप्नालुं +स्वप्नावबोधौ +स्वप्नावस्था +स्वप्नावस्थां +स्वप्नावस्थायां +स्वप्नावस्थायाम् +स्वप्ना॑य +स्वप्ने +स्वप्नेति +स्वप्नेन +स्वप्नेपि +स्वप्नेश्वरं +स्वप्नेषु +स्वप्नेष्वपि +स्वप्नेऽथ +स्वप्नेऽद्य +स्वप्नेऽनर्थागमो +स्वप्नेऽपि +स्वप्नेऽर्जुनो +स्वप्नेऽवगाहतेऽत्यर्थं +स्वप्नो +स्वप्नोपमः +स्वप्नोपममिति +स्वप्नोपमम् +स्वप्नोपमेभ्यः +स्वप्नोऽथ +स्वप्नोऽपि +स्वप्नोऽयं +स्वप्न॒ +स्वप्यात् +स्वप्याद् +स्वप्याद्भूमौ +स्वप्र +स्वप्रः +स्वप्रकाश +स्वप्रकाशं +स्वप्रकाशः +स्वप्रकाशचैतन्यं +स्वप्रकाशतया +स्वप्रकाशता +स्वप्रकाशताप्रकरणम् +स्वप्रकाशत्व +स्वप्रकाशत्वं +स्वप्रकाशत्वमिति +स्वप्रकाशत्वम् +स्वप्रकाशत्वात् +स्वप्रकाशत्वे +स्वप्रकाशत्वेन +स्वप्रकाशत्वेऽपि +स्वप्रकाशमिति +स्वप्रकाशम् +स्वप्रकाशस्य +स्वप्रकाशस्वरूप +स्वप्रकाशस्वरूपं +स्वप्रकाशा +स्वप्रकाशाय +स्वप्रकाशे +स्वप्रकाशेन +स्वप्रकाशेनैव +स्वप्रकाशो +स्वप्रकृतौ +स्वप्रजा +स्वप्रज्ञया +स्वप्रज्ञानेन +स्वप्रतिज्ञां +स्वप्रतिपत्तौ +स्वप्रतिभया +स्वप्रतिभां +स्वप्रतिभासेऽनर्थेऽर्थाध्यवसायेन +स्वप्रतिष्ठं +स्वप्रतिष्ठा +स्वप्रत्ययं +स्वप्रधानं +स्वप्रधानतया +स्वप्रधानत्वं +स्वप्रधाने +स्वप्रभं +स्वप्रभत्वं +स्वप्रभया +स्वप्रभावं +स्वप्रभावतः +स्वप्रभावेण +स्वप्रभुं +स्वप्रभो +स्वप्रभोश्च +स्वप्रमाणं +स्वप्रमाणतः +स्वप्रमाणेन +स्वप्रयत्नेन +स्वप्रयत्नोपनीतेन +स्वप्रयोजनं +स्वप्रयोजनाभावेऽपि +स्वप्रयोजनाय +स्वप्रयोजनार्थं +स्वप्रवृत्तिं +स्वप्रवृत्तेः +स्वप्रवृत्तौ +स्वप्रस्य +स्वप्राणस्य +स्वप्राणान् +स्वप्राणाहुतिम् +स्वप्रादुर्भावकालमाह +स्वप्राधान्येन +स्वप्रामाण्यं +स्वप्रियं +स्वप्रियां +स्वप्रे +स्वप्सु +स्वप्स्यति +स्वप्स्यते +स्वप्स्यन्ति +स्वप्स्यसे +स्वप्स्यामि +स्वप्स्ये +स्वप॑सः +स्वप॑सो +स्वप॒त्यं +स्वप॒त्यस्य॑ +स्वप॒त्यानि॑ +स्वप॒स्यया॑ +स्वफल +स्वफलं +स्वफलदानाय +स्वफलम् +स्वफले +स्वफलेन +स्वबंधुभिः +स्वबन्धुं +स्वबन्धुभिः +स्वबन्धुमिव +स्वबन्धुषु +स्वबन्धूनां +स्वबल +स्वबलं +स्वबलदौर्बल्यं +स्वबलमयमसमर्थं +स्वबलस्य +स्वबलस्यैकादशाक्षौहिणीयुक्तत्वात् +स्वबलस्यैव +स्वबलानुरूपैः +स्वबले +स्वबलेन +स्वबलेनैव +स्वबलैः +स्वबान्धवाः +स्वबान्धवान् +स्वबालकान् +स्वबाहुबलमाश्रितः +स्वबाहुबलमाश्रित्य +स्वबाहुवीर्येण +स्वबिम्बं +स्वबीजं +स्वबीजेन +स्वबुद्धया +स्वबुद्धिं +स्वबुद्धितः +स्वबुद्धिविचारिताम् +स्वबुद्धिविरचितां +स्वबुद्धिसंयोगः +स्वबुद्धिसंवेदनम् +स्वबुद्ध्या +स्वबुद्ध्यैव +स्वबुद्य्धा +स्वबुध्या +स्वबोधसंक्रान्तये +स्वबोधसङ्क्रान्तये +स्वब्दीव +स्वभ +स्वभक्तं +स्वभक्तम् +स्वभक्तस्य +स्वभक्तानां +स्वभक्ताय +स्वभक्तिं +स्वभक्तितः +स्वभक्तेषु +स्वभक्त्या +स्वभगिनीं +स्वभजनं +स्वभम्‌ +स्वभया +स्वभर्तरि +स्वभर्तारं +स्वभर्तुः +स्वभर्त्तरि +स्वभर्त्रा +स्वभर्त्रे +स्वभल्लेन +स्वभवन +स्वभवनं +स्वभवनानि +स्वभवने +स्वभा +स्वभाग +स्वभागं +स्वभाग्यं +स्वभानव +स्वभानवः +स्वभानवो +स्वभार्यया +स्वभार्या +स्वभार्यां +स्वभार्याया +स्वभार्यायां +स्वभार्यायाः +स्वभार्यायै +स्वभाव +स्वभावं +स्वभावः +स्वभावचपले +स्वभावजं +स्वभावजः +स्वभावजम् +स्वभावजा +स्वभावजाः +स्वभावजे +स्वभावजेति +स्वभावजेन +स्वभावजेनेति +स्वभावत +स्वभावतः +स्वभावतया +स्वभावतश्च +स्वभावतो +स्वभावतोऽपि +स्वभावत्वात् +स्वभावत्वादिषु +स्वभावत्वे +स्वभावत्वेन +स्वभावत्वेऽबादीनामिति +स्वभावनियतं +स्वभावनियतः +स्वभावनियमः +स्वभावनिर्मलः +स्वभावनिर्मोक्षनिश्चयाध्यायसृष्टिषु +स्वभावपरभावाभ्यामृते +स्वभावपरीक्षा +स्वभावप्रज्ञप्तिपर्येषणा +स्वभावप्रतिबन्ध +स्वभावप्रतिबन्धः +स्वभावप्रतिबन्धे +स्वभावप्रतिबन्धो +स्वभावप्रभवः +स्वभावप्रभवेन +स्वभावप्रभवैः +स्वभावप्रभवैर्गुणैः +स्वभावप्राप्तहन्त्यर्थानुरागेण +स्वभावभिन्नाः +स्वभावभूतः +स्वभावभूता +स्वभावभेदः +स्वभावभेदो +स्वभावमवभासस्य +स्वभावमिति +स्वभावमेव +स्वभावम् +स्वभावयुक्त +स्वभाववत् +स्वभाववाला +स्वभाववाली +स्वभाववाले +स्वभावविच्छेदः +स्वभावविशेष +स्वभावविशेषः +स्वभावविशेषो +स्वभावविहितं +स्वभावशब्दं +स्वभावशीतलं +स्वभावशून्यता +स्वभावश्च +स्वभावसंसिद्धिः +स्वभावसिद्ध +स्वभावसिद्धं +स्वभावसिद्धः +स्वभावसिद्धत्वात् +स्वभावसिद्धम् +स्वभावसिद्धे +स्वभावसिद्धेन +स्वभावसिद्धो +स्वभावसे +स्वभावसेही +स्वभावस्तस्य +स्वभावस्तु +स्वभावस्थं +स्वभावस्य +स्वभावस्यानपायात् +स्वभावस्यैव +स्वभावहेतुः +स्वभावहेतूनां +स्वभावहेतोः +स्वभावा +स्वभावाः +स्वभावाख्या +स्वभावाच्च +स्वभावाज्जातं +स्वभावात् +स्वभावादयः +स्वभावादिति +स्वभावादेव +स्वभावाद् +स्वभावाद्वा +स्वभावानां +स्वभावानुपलब्धौ +स्वभावान् +स्वभावान्तरापत्त्याश्रयविनाशावयवविभाग +स्वभावान्न +स्वभावाभिनये +स्वभाविक +स्वभावे +स्वभावेति +स्वभावेन +स्वभावेनामृतो +स्वभावेनेति +स्वभावेनैव +स्वभावेषु +स्वभावेऽपि +स्वभावैः +स्वभावो +स्वभावों +स्वभावोक्तं +स्वभावोक्ति +स्वभावोक्तिः +स्वभावोक्तिरलंकारः +स्वभावोक्तिरलङ्कारः +स्वभावोक्तिरसौ +स्वभावोक्तिश्च +स्वभावोक्तेः +स्वभावोक्तौ +स्वभावोक्त्यलङ्कारः +स्वभावोक्त्या +स्वभावोयं +स्वभावोऽत्र +स्वभावोऽध्यात्ममुच्यते +स्वभावोऽपि +स्वभावोऽयं +स्वभावोऽश्यं +स्वभावोऽस्ति +स्वभावोऽस्य +स्वभावौ +स्वभाषया +स्वभाषा +स्वभाषां +स्वभाष्यं +स्वभाष्यम् +स्वभाष्ये +स्वभासा +स्वभा॑नवो॒ +स्वभित्तौ +स्वभीष्टं +स्वभुक्ति +स्वभुक्तिः +स्वभुज +स्वभुजं +स्वभुजगुरुमदः +स्वभुवं +स्वभुवः +स्वभुवे +स्वभुवौ +स्वभू +स्वभूः +स्वभूत +स्वभूतं +स्वभूतः +स्वभूतम् +स्वभूतस्य +स्वभूता +स्वभूतां +स्वभूताः +स्वभूतानि +स्वभूते +स्वभूतेन +स्वभूतैः +स्वभूतो +स्वभूतौ +स्वभूत्यर्थं +स्वभूमिं +स्वभूमिः +स्वभूमिजानां +स्वभूमिषु +स्वभूमौ +स्वभृत्यान् +स्वभृत्येषु +स्वभे +स्वभेदः +स्वभ्यक्तं +स्वभ्रातरं +स्वभ्राता +स्वभ्रातुः +स्वभ्रात्रा +स्वभ्रात्रे +स्वम +स्वमं +स्वमंदिरम् +स्वमंदिरे +स्वमंशं +स्वमंशम् +स्वमः +स्वमग्निं +स्वमङ्कमारोप्य +स्वमङ्गं +स्वमज्ञातिधनाख्यायाम् +स्वमणिं +स्वमण्डलं +स्वमण्डलम् +स्वमण्डले +स्वमत +स्वमतं +स्वमतप्रतिष्ठापनं +स्वमतमाह +स्वमतमेव +स्वमतम् +स्वमतस्य +स्वमतानि +स्वमतानुसारेण +स्वमतिनावा +स्वमते +स्वमतेन +स्वमतेऽपि +स्वमत्रिणम् +स्वमदर्शयत् +स्वमधिकारं +स्वमधिकारम् +स्वमधिष्ठानं +स्वमध्ये +स्वमन +स्वमनः +स्वमनपक्रमिणं +स्वमनसः +स्वमनसा +स्वमनसि +स्वमनीषया +स्वमनीषितम् +स्वमनो +स्वमन्त्रं +स्वमन्त्रतः +स्वमन्त्रिणः +स्वमन्त्रिणम् +स्वमन्त्रिभिः +स्वमन्त्रेण +स्वमन्त्रैः +स्वमन्दिरं +स्वमन्दिरम् +स्वमन्दिरात् +स्वमन्दिरे +स्वमन्दोच्चे +स्वमपि +स्वमपीतो +स्वममन्यत +स्वमयं +स्वमरणं +स्वमर्थ +स्वमर्थं +स्वमवेक्ष्य +स्वमसाधारणं +स्वमसि +स्वमस्तके +स्वमस्य +स्वमस्यास्तीति +स्वमहत्त्वेन +स्वमहिमन्यपि +स्वमहिमानं +स्वमहिम्ना +स्वमहिम्नि +स्वमहिम्नैव +स्वमा +स्वमांसं +स्वमांसानि +स्वमातरं +स्वमातरम् +स्वमातरि +स्वमाता +स्वमातुः +स्वमातृभूमेः +स्वमात्मजम् +स्वमात्मनि +स्वमात्मानं +स्वमात्मानमयूयुजत् +स्वमात्मानम् +स्वमात्मीयं +स्वमात्रं +स्वमात्रमवशिष्यते +स्वमात्रमिति +स्वमात्रा +स्वमात्रे +स्वमादाय +स्वमानतः +स्वमानसम् +स्वमानसे +स्वमानेन +स्वमायया +स्वमाया +स्वमायां +स्वमायुधम् +स्वमार्ग +स्वमार्गं +स्वमार्गगाः +स्वमार्गस्था +स्वमार्गात् +स्वमार्गे +स्वमालयं +स्वमालयम् +स्वमाश्रमं +स्वमाश्रमपदं +स्वमाश्रमम् +स्वमाश्रयम् +स्वमासनं +स्वमासे +स्वमास्पदम् +स्वमाह +स्वमाहात्म्यं +स्वमाहात्म्येन +स्वमि +स्वमिति +स्वमित्रं +स्वमित्रस्य +स्वमित्राणि +स्वमित्रेण +स्वमित्रैः +स्वमिदं +स्वमिव +स्वमी +स्वमु +स्वमुक्तये +स्वमुख +स्वमुखं +स्वमुखे +स्वमुखेन +स्वमुखेनापि +स्वमुखेनैव +स्वमुद्रया +स्वमूर्ति +स्वमूर्तिं +स्वमूर्तिभिः +स्वमूर्तौ +स्वमूर्त्या +स्वमूर्धनि +स्वमूर्ध्नि +स्वमूले +स्वमृणं +स्वमृणत्वमेति +स्वमे +स्वमेव +स्वमेवेति +स्वमेऽपि +स्वमे॒व +स्वमैश्वर्यं +स्वमो +स्वमोः +स्वमोर्नपुंसकात् +स्वमोर्नपुसकात् +स्वमोर्लुकि +स्वमोर्लुक् +स्वमौलौ +स्वम् +स्वय +स्वयँ +स्वयं +स्वयंकृत +स्वयंकृतं +स्वयंकृतः +स्वयंकृतम् +स्वयंकृता +स्वयंकृतैः +स्वयंगुप्ता +स्वयंग्रहः +स्वयंग्राहनिषक्तबाहुम् +स्वयंग्राहा +स्वयंचितिं +स्वयंज्योतिः +स्वयंज्योतिरनन्त +स्वयंज्योतिर्भवति +स्वयंज्योतिष्ट्वं +स्वयंदत्त +स्वयंदत्तश्च +स्वयंदिनं +स्वयंदूती +स्वयंप्र +स्वयंप्रकाश +स्वयंप्रकाशं +स्वयंप्रकाशः +स्वयंप्रकाशतया +स्वयंप्रकाशता +स्वयंप्रकाशत्वेन +स्वयंप्रकाशम् +स्वयंप्रकाशस्य +स्वयंप्रकाशा +स्वयंप्रकाशाय +स्वयंप्रकाशे +स्वयंप्रकाशो +स्वयंप्रभः +स्वयंप्रभम् +स्वयंप्रभा +स्वयंप्रभुः +स्वयंप्रभे +स्वयंप्रभैः +स्वयंप्राप्तं +स्वयंभु +स्वयंभुऋषिसंवादे +स्वयंभुव +स्वयंभुवं +स्वयंभुवः +स्वयंभुवम् +स्वयंभुवा +स्वयंभुवि +स्वयंभुवे +स्वयंभुवो +स्वयंभू +स्वयंभूः +स्वयंभूतं +स्वयंभूते +स्वयंभूरसि +स्वयंभूरिति +स्वयंभूरिव +स्वयंभूर्भगवान् +स्वयंभूर्वा +स्वयंभूश्च +स्वयंभूश्चतुराननः +स्वयंभ्वृषिसंवादे +स्वयंवर +स्वयंवरं +स्वयंवरः +स्वयंवरकृते +स्वयंवरदिदृक्षया +स्वयंवरपर्वणि +स्वयंवरम् +स्वयंवरवधूः +स्वयंवरवर्णनः +स्वयंवरसभां +स्वयंवरस्य +स्वयंवरा +स्वयंवरार्थं +स्वयंवरे +स्वयंवरो +स्वयंवहं +स्वयंव्यक्तं +स्वयंव्यक्तादिके +स्वयंव्यक्ते +स्वयंव्यक्तेन +स्वयंसेवक +स्वयंसेवकः +स्वयः +स्वयञ्च +स्वयञ्ज्योतिः +स्वयञ्ज्योतिष्ट्वं +स्वयते +स्वयत्नेन +स्वयन्तु +स्वयम +स्वयमकुरुत +स्वयमकुरुतेति +स्वयमग्निहोत्रं +स्वयमङ्गेषु +स्वयमत्र +स्वयमथ +स्वयमधिगम्य +स्वयमनिच्छन्नपि +स्वयमनुभूयत +स्वयमन्धकक्षयकरस्त्वां +स्वयमन्नस्य +स्वयमन्यं +स्वयमपि +स्वयमप्यत्र +स्वयमप्रवृत्तोऽपि +स्वयमब्रवीत् +स्वयमभाषत +स्वयमभिगूर्ताय +स्वयमभिज्ञाय +स्वयमभ्येत्य +स्वयमयं +स्वयमर्जितम् +स्वयमव +स्वयमवधार्य +स्वयमव्यापृतो +स्वयमश्नाति +स्वयमसौ +स्वयमस्ति +स्वयमस्य +स्वयमह +स्वयमहं +स्वयमा +स्वयमागतः +स्वयमागतम् +स्वयमागता +स्वयमागत्य +स्वयमागम्य +स्वयमाचरते +स्वयमाचरेत् +स्वयमातृणां +स्वयमातृण्णा +स्वयमातृण्णां +स्वयमातृण्णाः +स्वयमातृण्णामभिमृश्याश्वेनावघ्राप्य +स्वयमातृण्णामुपदधाति +स्वयमातृण्णाम् +स्वयमातृण्णाया +स्वयमातृण्णायां +स्वयमातृण्णायाः +स्वयमातृण्णायाꣳ +स्वयमातृण्णायै +स्वयमातृण्णे +स्वयमातृ॒ण्णा +स्वयमात्मनः +स्वयमात्मना +स्वयमात्मनि +स्वयमात्मनैव +स्वयमात्मा +स्वयमात्मानं +स्वयमात्मानमात्मना +स्वयमादाय +स्वयमादित +स्वयमानीय +स्वयमाययौ +स्वयमायाति +स्वयमायान्ति +स्वयमारुह्य +स्वयमार्जितैः +स्वयमालोक्य +स्वयमाविर्भूतेन +स्वयमाविशत् +स्वयमास्थितः +स्वयमाह +स्वयमाहरेत् +स्वयमाहारं +स्वयमाहूय +स्वयमाहृतैः +स्वयमाहृत्य +स्वयमिति +स्वयमित्यर्थः +स्वयमित्यादि +स्वयमिदं +स्वयमिन्द्रो +स्वयमिव +स्वयमिह +स्वयमीश्वरः +स्वयमीश्वराः +स्वयमु +स्वयमुक्तं +स्वयमुक्तस्य +स्वयमुक्तानि +स्वयमुत्थाय +स्वयमुत्थितः +स्वयमुत्पद्यते +स्वयमुत्पन्नोऽसि +स्वयमुत्पाद्य +स्वयमुदेति +स्वयमुद्यम्य +स्वयमुपस्थितः +स्वयमुपस्थितम् +स्वयमुपेत्य +स्वयमूहनीयम् +स्वयमूह्यम् +स्वयमूह्या +स्वयमे +स्वयमेक +स्वयमेकाकी +स्वयमेकोऽपि +स्वयमेतां +स्वयमेत्य +स्वयमेनं +स्वयमेनमभ्युदेत्य +स्वयमेव +स्वयमेवं +स्वयमेवा +स्वयमेवागमिष्यति +स्वयमेवात्मना +स्वयमेवात्मनात्मानं +स्वयमेवात्मनि +स्वयमेवात्मनो +स्वयमेवात्मा +स्वयमेवात्मानं +स्वयमेवात्र +स्वयमेवानुभूयते +स्वयमेवावभोत्स्यते +स्वयमेवास्ति +स्वयमेवास्य +स्वयमेवाह +स्वयमेवाहं +स्वयमेवेति +स्वयमेवेत्यत्र +स्वयमेवेत्यर्थः +स्वयमेवेत्यादौ +स्वयमेवेह +स्वयमेवैष +स्वयमेवोक्तम् +स्वयमेवोक्त्वाकस्माच्च +स्वयमेवोपशाम्यति +स्वयमेष +स्वयम् +स्वयम्पाप +स्वयम्प्रकाशा +स्वयम्प्रभा +स्वयम्भु +स्वयम्भुः +स्वयम्भुव +स्वयम्भुवं +स्वयम्भुवः +स्वयम्भुवम् +स्वयम्भुवा +स्वयम्भुवि +स्वयम्भुवे +स्वयम्भुवो +स्वयम्भू +स्वयम्भूः +स्वयम्भूरिति +स्वयम्भूरिव +स्वयम्भूर् +स्वयम्भूर्भगवान् +स्वयम्भूश्च +स्वयम्भो +स्वयम्‌ +स्वयशः +स्वयशसं +स्वयशसः +स्वयशसे +स्वयशसो +स्वयशा +स्वयशाः +स्वयशो +स्वयशोभिः +स्वयश्च +स्वया +स्वयागया +स्वया॑ +स्वयि +स्वयुक्तितः +स्वयुक्तिभिः +स्वयुक्त्या +स्वयुग्भिः +स्वयुग्वभिः +स्वयु॑क्तिभिः +स्वये +स्वयेच्छया +स्वयेति +स्वयेदं +स्वयैव +स्वयैवास्मै +स्वयैवैनं +स्वयैवैनद् +स्वयै॒वैन॑न्दे॒वत॑या॒ +स्वयो +स्वयोः +स्वयोगदानं +स्वयोगदानम् +स्वयोगेन +स्वयोनावुपशान्तस्य +स्वयोनावुपशाम्यति +स्वयोनावुपशाम्यते +स्वयोनि +स्वयोनिं +स्वयोनिरिव +स्वयोनिषु +स्वयोनिसदृशा +स्वयोनौ +स्वयोषिताम् +स्वयोषिति +स्वय॑शसं॒ +स्वय॑शसो +स्वर +स्वरं +स्वरंकृतेन +स्वरः +स्वरक्तेन +स्वरक्षणाय +स्वरक्षयः +स्वरक्षयम् +स्वरक्षां +स्वरक्षायै +स्वरक्षार्थं +स्वरगता +स्वरगताध्यायः +स्वरघ्नः +स्वरघ्नो +स्वरचितं +स्वरज्ञानं +स्वरणं +स्वरणम् +स्वरतः +स्वरता +स्वरति +स्वरतिः +स्वरतिसूति +स्वरतिसूतिसूयतिधूञूदितो +स्वरतीति +स्वरतो +स्वरतोऽपराधात् +स्वरत्वम् +स्वरथं +स्वरथमारोप्य +स्वरथमास्थाय +स्वरथे +स्वरथेन +स्वरदीर्घयलोपेषु +स्वरन्ति +स्वरन्नेति +स्वरपदगीते +स्वरपरिभाषाः +स्वरप्रकरणं +स्वरप्रकरणम् +स्वरप्रकरणे +स्वरभक्ति +स्वरभक्तिं +स्वरभक्तिः +स्वरभङ्गः +स्वरभङ्गोऽथ +स्वरभिन्नस्य +स्वरभिन्नानां +स्वरभेद +स्वरभेदं +स्वरभेदः +स्वरभेदनिदानम् +स्वरभेदमरोचकम् +स्वरभेदश्च +स्वरभेदाधिकारः +स्वरभेदे +स्वरभेदो +स्वरभेदोऽथ +स्वरभ्रंशः +स्वरमध्ये +स्वरममृतमभयं +स्वरमाज्ञाय +स्वरमात्रया +स्वरमात्रयान्तरिक्षं +स्वरमेलकलानिधौ +स्वरमेव +स्वरम् +स्वरयंत्र +स्वरयंत्रं +स्वरयंत्रस्य +स्वरया +स्वरयोः +स्वरयोगेन +स्वरव +स्वरवः +स्वरवत्या +स्वरवर्णप्रसादनम् +स्वरवर्णयोः +स्वरवर्णविवर्जितम् +स्वरवर्णाः +स्वरवर्णेषु +स्वरवहेषु +स्वरविधिं +स्वरविधिः +स्वरविधौ +स्वरविशेषः +स्वरवेदिभिः +स्वरवो +स्वरव्यञ्जनसंहतेः +स्वरव्यञ्जनसमुदायपौनरुक्त्यं +स्वरव्ययं +स्वरव्यवस्थाविषयः +स्वरशक्तयः +स्वरशास्त्रे +स्वरश्च +स्वरश्चापि +स्वरश्मिभिः +स्वरस +स्वरसं +स्वरसंक्षये +स्वरसंयुतम् +स्वरसंयोगं +स्वरसंयोगः +स्वरसंयोजकः +स्वरसंयोजनं +स्वरसंस्कारौ +स्वरसः +स्वरसत +स्वरसतः +स्वरसतस्तदवस्थयैव +स्वरसतो +स्वरसनिरुद्धं +स्वरसन्धिः +स्वरसन्धिना +स्वरसन्धिषु +स्वरसम् +स्वरसवाहितया +स्वरसवाहिनी +स्वरसवाही +स्वरसश्च +स्वरसस्तु +स्वरसस्य +स्वरसा +स्वरसादः +स्वरसाधारणं +स्वरसामन् +स्वरसामभिः +स्वरसामभ्यः +स्वरसामभ्यो +स्वरसामसु +स्वरसामा +स्वरसामान +स्वरसामानः +स्वरसामानि +स्वरसामानो +स्वरसाम्न +स्वरसाम्नः +स्वरसाम्नां +स्वरसि +स्वरसिद्ध्यर्थम् +स्वरसे +स्वरसेन +स्वरसेनैव +स्वरसैः +स्वरसो +स्वरसोद्यदिन्द्रियनिजव्यापारमात्रस्थिते +स्वरस् +स्वरस्तथा +स्वरस्तु +स्वरस्माकं +स्वरस्य +स्वरा +स्वरां +स्वराः +स्वराख्या +स्वराज +स्वराजं +स्वराजः +स्वराजधानीं +स्वराजम् +स्वराजा +स्वराजे +स्वराजो +स्वराज् +स्वराज्ञी +स्वराज्ञे +स्वराज्य +स्वराज्यं +स्वराज्यमन्वर्चन् +स्वराज्यम् +स्वराज्यसिद्धिः +स्वराज्यस्य +स्वराज्यादवरोपितः +स्वराज्ये +स्वराट् +स्वराट्च +स्वराट्पङ्क्तिः +स्वराडनुष्टुप् +स्वराडन्यः +स्वराडसि +स्वराडस्यभिमातिहा +स्वराडार्षी +स्वराडिति +स्वराडिव +स्वराड् +स्वराड्भवति +स्वराणां +स्वराणामूष्मणाञ्चैव +स्वराणाम् +स्वराणि +स्वराति +स्वरात् +स्वरात्मिका +स्वरादयः +स्वरादयो +स्वरादि +स्वरादिः +स्वरादिगणे +स्वरादिचित्रालङ्काराः +स्वरादित्यं +स्वरादित्यः +स्वरादित्यो +स्वरादिनिपातमव्ययम् +स्वरादिपाठादव्ययत्वम् +स्वरादिषु +स्वरादीनां +स्वरादौ +स्वराद्यं +स्वराद्यन्तोपसृष्टादिति +स्वरानिव +स्वरान् +स्वरान्त +स्वरान्तं +स्वरान्तरम् +स्वरान्तरे +स्वरान्ता +स्वरान्ताः +स्वराभरत् +स्वरामयो +स्वरारोहन्तो +स्वरार्थ +स्वरार्थं +स्वरार्थः +स्वरार्थमिति +स्वरार्थम् +स्वरार्थेन +स्वरावलिः +स्वराशिगे +स्वराशौ +स्वराश्च +स्वराष्ट्र +स्वराष्ट्रं +स्वराष्ट्रम् +स्वराष्ट्रस्य +स्वराष्ट्रात् +स्वराष्ट्रे +स्वराष्ट्रेषु +स्वरास्तथा +स्वरास्तु +स्वरास्ते +स्वरास्त्रयः +स्वरि +स्वरिःफोभय +स्वरित +स्वरितं +स्वरितः +स्वरितउइतः +स्वरितग्रहणं +स्वरितञित +स्वरितञितः +स्वरितञ्ञितः +स्वरितत्वं +स्वरितत्वम् +स्वरितत्वे +स्वरितप्रचयौ +स्वरितप्रभवा +स्वरितम् +स्वरितयणः +स्वरितश्च +स्वरितस्य +स्वरिता +स्वरिताः +स्वरितात् +स्वरितात्संहितायामनुदात्तानाम् +स्वरिति +स्वरितीति +स्वरिते +स्वरितेत +स्वरितेतः +स्वरितेतो +स्वरितेत् +स्वरितेत्त्वात् +स्वरितेत्त्वादात्मनेपदम् +स्वरितेन +स्वरितेनाधिकारः +स्वरितो +स्वरितोदात्त +स्वरितोपरि +स्वरितोऽनुदात्तस्य +स्वरितौ +स्वरित्येव +स्वरित्रां +स्वरिव +स्वरिष्यति +स्वरि॒त्रामना॑गस॒मस्र॑वन्ती॒मा +स्वरी +स्वरीणां +स्वरीत्या +स्वरु +स्वरुं +स्वरुः +स्वरुचा +स्वरुचिं +स्वरुचिः +स्वरुच्या +स्वरुणा +स्वरुप +स्वरुपं +स्वरुपत +स्वरुपतः +स्वरुपतो +स्वरुपमास्थाय +स्वरुपमाह +स्वरुपमेव +स्वरुपम् +स्वरुपस्य +स्वरुपान्तरात् +स्वरुपिणी +स्वरुपे +स्वरुपेण +स्वरुपोत्प्रेक्षायां +स्वरुभिः +स्वरुमन्तर्धाय +स्वरुमादाय +स्वरुम् +स्वरुर् +स्वरुस्वधिती +स्वरुहोमः +स्वरू +स्वरूणां +स्वरूप +स्वरूपं +स्वरूपः +स्वरूपकथनं +स्वरूपकथनम् +स्वरूपकम् +स्वरूपका +स्वरूपके +स्वरूपको +स्वरूपग्रहणं +स्वरूपग्रहणम् +स्वरूपग्रहणे +स्वरूपज्ञानं +स्वरूपज्ञानमेव +स्वरूपज्ञानस्य +स्वरूपज्ञानार्थं +स्वरूपज्ञाने +स्वरूपज्ञानेन +स्वरूपज्योतिरेवान्तः +स्वरूपञ्च +स्वरूपण +स्वरूपत +स्वरूपतः +स्वरूपतया +स्वरूपतश्च +स्वरूपतस्तु +स्वरूपता +स्वरूपतां +स्वरूपतो +स्वरूपतोपि +स्वरूपतोऽपि +स्वरूपतोऽर्थतश्च +स्वरूपतोऽस्तीति +स्वरूपत्वं +स्वरूपत्वा +स्वरूपत्वात् +स्वरूपत्वे +स्वरूपत्वेन +स्वरूपदर्शनं +स्वरूपदर्शनम् +स्वरूपदर्शनेन +स्वरूपधारिणं +स्वरूपधृक् +स्वरूपनिरूपणं +स्वरूपनिरूपणम् +स्वरूपनिर्वाणमनामयोऽहम् +स्वरूपन्तु +स्वरूपपर +स्वरूपपरः +स्वरूपपरता +स्वरूपप्रतिलम्भे +स्वरूपप्रतिष्ठं +स्वरूपप्रतिष्ठः +स्वरूपप्रतिष्ठा +स्वरूपप्रदर्शनम् +स्वरूपप्रयुक्तम् +स्वरूपप्रश्नः +स्वरूपभूत +स्वरूपभूतं +स्वरूपभूता +स्वरूपभूताः +स्वरूपभेद +स्वरूपभेदं +स्वरूपभेदः +स्वरूपभेदप्रतिपादनार्थ +स्वरूपभेदस्य +स्वरूपभेदात् +स्वरूपभेदावधारणार्थमिदमारभ्यते +स्वरूपभेदे +स्वरूपभेदेन +स्वरूपमपि +स्वरूपमभिधाय +स्वरूपममलं +स्वरूपमस्ति +स्वरूपमस्य +स्वरूपमात्मनो +स्वरूपमात्र +स्वरूपमात्रं +स्वरूपमात्रज्योतिरमलः +स्वरूपमात्रप्रतिष्ठेषु +स्वरूपमात्रम् +स्वरूपमात्रस्य +स्वरूपमात्रे +स्वरूपमात्रेण +स्वरूपमात्रेऽस्ति +स्वरूपमास्थाय +स्वरूपमाह +स्वरूपमिति +स्वरूपमित्यर्थः +स्वरूपमुक्तं +स्वरूपमुक्तम् +स्वरूपमुक्त्वा +स्वरूपमुक्त्वाऽऽरुरुक्षोः +स्वरूपमुच्यते +स्वरूपमुदाहरणं +स्वरूपमुपादेयं +स्वरूपमेव +स्वरूपमेवं +स्वरूपमेवेति +स्वरूपम् +स्वरूपम्‌ +स्वरूपयोः +स्वरूपयोग्यता +स्वरूपयोग्यत्वे +स्वरूपयोग्यस्य +स्वरूपलक्षणं +स्वरूपलक्षणमाह +स्वरूपलक्षणमुक्तम् +स्वरूपलक्षणम् +स्वरूपलाभः +स्वरूपवचनः +स्वरूपवत् +स्वरूपवर्णनं +स्वरूपवर्णनम् +स्वरूपवाची +स्वरूपवान् +स्वरूपविधिनिरासार्थं +स्वरूपविधिनिरासार्थम् +स्वरूपविरोधात् +स्वरूपविवेकं +स्वरूपविषयम् +स्वरूपविषये +स्वरूपशब्दः +स्वरूपशब्देन +स्वरूपशून्यमिव +स्वरूपशून्येवार्थमात्रनिर्भासा +स्वरूपश्च +स्वरूपस +स्वरूपसंबन्ध +स्वरूपसंबन्धेन +स्वरूपसत +स्वरूपसतः +स्वरूपसती +स्वरूपसतो +स्वरूपसत्त्वं +स्वरूपसत्या +स्वरूपसन्दर्शनमात्रेण +स्वरूपसन्नेव +स्वरूपसम्बन्ध +स्वरूपसम्बन्धः +स्वरूपसम्बन्धविशेषः +स्वरूपसम्बन्धस्य +स्वरूपसम्बन्धे +स्वरूपसम्बन्धेन +स्वरूपसुखं +स्वरूपसुखस्य +स्वरूपसुखानुभवपरमित्यपौनरुक्त्यम् +स्वरूपस्थितिः +स्वरूपस्य +स्वरूपस्येति +स्वरूपस्यैव +स्वरूपहानिः +स्वरूपा +स्वरूपां +स्वरूपाः +स्वरूपाकारेण +स्वरूपाख्यानं +स्वरूपाज्ञानात् +स्वरूपाज्ञाने +स्वरूपाणां +स्वरूपाणि +स्वरूपात् +स्वरूपादि +स्वरूपादिकं +स्वरूपादेव +स्वरूपाद् +स्वरूपाध्याय +स्वरूपानुकार +स्वरूपानुपमर्देनैवानेकाकारा +स्वरूपानुवादः +स्वरूपानुसंधानेन +स्वरूपानुसन्धानेन +स्वरूपान्न +स्वरूपापादनं +स्वरूपापेक्षया +स्वरूपापेक्षानु +स्वरूपाप्ययः +स्वरूपाभावात् +स्वरूपाभिव्यक्तौ +स्वरूपाय +स्वरूपार्थे +स्वरूपावधारणमपवर्ग +स्वरूपावधारणार्थमिदमारभ्यते +स्वरूपावरणे +स्वरूपावस्थानं +स्वरूपावस्थित +स्वरूपासिद्ध +स्वरूपासिद्धः +स्वरूपासिद्धि +स्वरूपासिद्धिं +स्वरूपासिद्धिः +स्वरूपासिद्धिरप्यथ +स्वरूपासिद्धिरिति +स्वरूपासिद्धिरेव +स्वरूपासिद्धेः +स्वरूपासिद्धो +स्वरूपास्तिता +स्वरूपिणं +स्वरूपिणः +स्वरूपिणम् +स्वरूपिणि +स्वरूपिणी +स्वरूपिणे +स्वरूपित +स्वरूपी +स्वरूपे +स्वरूपेण +स्वरूपेणापि +स्वरूपेणाभिनिष्पत्तिः +स्वरूपेणाभिव्यक्तिः +स्वरूपेणावतिष्ठते +स्वरूपेणावस्थानं +स्वरूपेणावस्थानम् +स्वरूपेणेति +स्वरूपेणैव +स्वरूपेणोपावर्तते +स्वरूपेति +स्वरूपेषु +स्वरूपेऽग्रेऽन्तिकेऽन्तरे +स्वरूपेऽपि +स्वरूपेऽवस्थानं +स्वरूपेऽवस्थानम् +स्वरूपैः +स्वरूपैक्यं +स्वरूपो +स्वरूपों +स्वरूपोत्प्रेक्षा +स्वरूपोत्प्रेक्षायां +स्वरूपोपलब्धि +स्वरूपोपलब्धिः +स्वरूपोपलब्धिहेतुः +स्वरे +स्वरेण +स्वरेणेति +स्वरेणैव +स्वरेणोवाच +स्वरेति +स्वरेभ्यः +स्वरेव +स्वरेषु +स्वरेष्वन्त्यः +स्वरेष्वादेः +स्वरै +स्वरैः +स्वरैरपराजिता +स्वरैरिव +स्वरैर्यथा +स्वरैश्च +स्वरैस्तु +स्वरो +स्वरों +स्वरोचिः +स्वरोचिषः +स्वरोचिषा +स्वरोदयः +स्वरोदयम् +स्वरोदये +स्वरोपघातश्च +स्वरोम् +स्वरोऽपि +स्वरौ +स्वरौ॒ +स्वर् +स्वर्का +स्वर्काः +स्वर्कादृतुना +स्वर्कैः +स्वर्क्षगे +स्वर्क्षे +स्वर्ग +स्वर्गं +स्वर्गंल् +स्वर्गंल्लोकं +स्वर्गः +स्वर्गका +स्वर्गकाम +स्वर्गकामं +स्वर्गकामः +स्वर्गकामना +स्वर्गकामपदं +स्वर्गकामस् +स्वर्गकामस्य +स्वर्गकामा +स्वर्गकामाः +स्वर्गकामान्वय +स्वर्गकामाय +स्वर्गकामास् +स्वर्गकामे +स्वर्गकामेन +स्वर्गकामो +स्वर्गखंडं +स्वर्गखंडे +स्वर्गखण्ड +स्वर्गखण्डः +स्वर्गखण्डे +स्वर्गगङ्गा +स्वर्गगता +स्वर्गगतिं +स्वर्गगतिः +स्वर्गगतो +स्वर्गगमनं +स्वर्गगमनञ्च +स्वर्गगमनम् +स्वर्गगमनाय +स्वर्गगा +स्वर्गगामिनः +स्वर्गगामिनौ +स्वर्गगामी +स्वर्गग्रामटिकाविलुण्ठनवृथोच्छूनैः +स्वर्गङ्गा +स्वर्गङ्गामवगाहते +स्वर्गच्छ +स्वर्गच्युतानां +स्वर्गजितः +स्वर्गजितो +स्वर्गञ्च +स्वर्गत +स्वर्गतं +स्वर्गतः +स्वर्गतरंगिणी +स्वर्गतरङ्गिणी +स्वर्गतश्च +स्वर्गतस्य +स्वर्गता +स्वर्गताया +स्वर्गतिं +स्वर्गतिः +स्वर्गते +स्वर्गतो +स्वर्गतौ +स्वर्गत्वा +स्वर्गदं +स्वर्गदः +स्वर्गदा +स्वर्गदो +स्वर्गद्वारं +स्वर्गद्वारमपावृतम् +स्वर्गद्वारम् +स्वर्गद्वारस्य +स्वर्गद्वारे +स्वर्गद्वारेण +स्वर्गद्वारेश्वरं +स्वर्गधुनीं +स्वर्गनरकफलेषु +स्वर्गनरकादि +स्वर्गनरकौ +स्वर्गनाकत्रिदिवत्रिदशालयाः +स्वर्गनिवासिनः +स्वर्गनिवासिनाम् +स्वर्गपदस्य +स्वर्गपरा +स्वर्गपराः +स्वर्गपरायणाः +स्वर्गपरिच्युताः +स्वर्गपर्व +स्वर्गपुरं +स्वर्गप्रदं +स्वर्गप्रदा +स्वर्गप्रदे +स्वर्गप्राप्तिः +स्वर्गप्राप्तेः +स्वर्गप्राप्तौ +स्वर्गप्राप्त्या +स्वर्गप्राप्त्यै +स्वर्गफल +स्वर्गफलं +स्वर्गफलस्य +स्वर्गफलानि +स्वर्गफलामाहुरासंसारं +स्वर्गभाक् +स्वर्गभागिपितृकत्वं +स्वर्गभाग्भवेत् +स्वर्गभोगं +स्वर्गम +स्वर्गमनुत्तमम् +स्वर्गमपवर्गञ्च +स्वर्गमभि +स्वर्गमवाप्नुयात् +स्वर्गमवाप्नोति +स्वर्गमवाप्स्यसि +स्वर्गमश्नुते +स्वर्गमाप्तवान् +स्वर्गमाप्नुयात् +स्वर्गमाप्नोति +स्वर्गमायाति +स्वर्गमायान्ति +स्वर्गमार्गं +स्वर्गमार्गः +स्वर्गमार्गस्य +स्वर्गमार्गे +स्वर्गमासाद्य +स्वर्गमिति +स्वर्गमितो +स्वर्गमिव +स्वर्गमु +स्वर्गमुत्तमम् +स्वर्गमुद्दिश्य +स्वर्गमुपाययौ +स्वर्गमृच्छति +स्वर्गमेति +स्वर्गमेव +स्वर्गमेवैनं +स्वर्गमोक्षद्वाराणि +स्वर्गमोक्षप्रदं +स्वर्गमोक्षप्रदा +स्वर्गमोक्षप्रदायकम् +स्वर्गमोक्षफलप्रदम् +स्वर्गमोक्षौ +स्वर्गम् +स्वर्गराज्यं +स्वर्गरूपं +स्वर्गलक्ष्मीश्च +स्वर्गलिप्सया +स्वर्गलोक +स्वर्गलोकं +स्वर्गलोकः +स्वर्गलोकञ्च +स्वर्गलोकमवाप्नुयात् +स्वर्गलोकमवाप्नोति +स्वर्गलोकमितो +स्वर्गलोकम् +स्वर्गलोकस्य +स्वर्गलोका +स्वर्गलोकात् +स्वर्गलोके +स्वर्गलोकेशः +स्वर्गलोकेषु +स्वर्गलोको +स्वर्गवत् +स्वर्गवर्ग +स्वर्गवर्गः +स्वर्गवासं +स्वर्गवासिनः +स्वर्गवासिनाम् +स्वर्गवासिभिः +स्वर्गवासी +स्वर्गवासो +स्वर्गशब्द +स्वर्गशब्दः +स्वर्गशब्दस्य +स्वर्गशब्दो +स्वर्गश्च +स्वर्गश्चैव +स्वर्गसंक्रमः +स्वर्गसंस्तावं +स्वर्गसमं +स्वर्गसाधनं +स्वर्गसाधनत्वं +स्वर्गसाधनम् +स्वर्गसुखं +स्वर्गसुखानि +स्वर्गसौख्यानि +स्वर्गस्तपसा +स्वर्गस्तव +स्वर्गस्तस्य +स्वर्गस्तासां +स्वर्गस्थं +स्वर्गस्थः +स्वर्गस्थस्य +स्वर्गस्था +स्वर्गस्थाः +स्वर्गस्थानं +स्वर्गस्थानां +स्वर्गस्थो +स्वर्गस्य +स्वर्गस्यापि +स्वर्गस्यैव +स्वर्गस्योत्पादक +स्वर्गा +स्वर्गांल् +स्वर्गाः +स्वर्गाख्यं +स्वर्गाख्यम् +स्वर्गाख्यस्य +स्वर्गाख्ये +स्वर्गाच्च +स्वर्गाच्च्युतः +स्वर्गाणां +स्वर्गाणि +स्वर्गातिरिक्तः +स्वर्गात् +स्वर्गात्परिभ्रष्टः +स्वर्गात्परिभ्रष्टो +स्वर्गादपि +स्वर्गादयः +स्वर्गादयो +स्वर्गादागत्य +स्वर्गादि +स्वर्गादिः +स्वर्गादिकं +स्वर्गादिकमुद्दिश्य +स्वर्गादिकम् +स्वर्गादिना +स्वर्गादिफलं +स्वर्गादिफलानि +स्वर्गादिभ्यो +स्वर्गादिलक्षणं +स्वर्गादिलोकं +स्वर्गादिलोके +स्वर्गादिव +स्वर्गादिषु +स्वर्गादिसाधनम् +स्वर्गादिसुखं +स्वर्गादिहागत्य +स्वर्गादीनां +स्वर्गादेः +स्वर्गादौ +स्वर्गाद् +स्वर्गाद्भ्रष्टो +स्वर्गाद्यर्थं +स्वर्गाद्युद्देशेन +स्वर्गान् +स्वर्गान्न +स्वर्गापगा +स्वर्गापवर्ग +स्वर्गापवर्गं +स्वर्गापवर्गकम् +स्वर्गापवर्गदं +स्वर्गापवर्गफलदं +स्वर्गापवर्गयोः +स्वर्गापवर्गयोर्द्वारं +स्वर्गापवर्गाय +स्वर्गापवर्गार्थं +स्वर्गापवर्गौ +स्वर्गाभिष्यन्दवमनं +स्वर्गाय +स्वर्गायोत्पतिता +स्वर्गायोपपद्यते +स्वर्गारोहणं +स्वर्गारोहणपर्व +स्वर्गारोहणम् +स्वर्गारोहणसोपानं +स्वर्गार्थ +स्वर्गार्थं +स्वर्गार्थस्य +स्वर्गार्थी +स्वर्गार्थे +स्वर्गाल् +स्वर्गाल्लोकात् +स्वर्गाल्लोकान्न +स्वर्गिणः +स्वर्गिणां +स्वर्गिभिः +स्वर्गिभिर्नानुभूयते +स्वर्गी +स्वर्गीय +स्वर्गीयं +स्वर्गीयः +स्वर्गीया +स्वर्गे +स्वर्गेच्छया +स्वर्गेण +स्वर्गेति +स्वर्गेपि +स्वर्गेषु +स्वर्गेषूपपद्यते +स्वर्गेऽपि +स्वर्गो +स्वर्गों +स्वर्गोपपत्तये +स्वर्गोपमं +स्वर्गोऽपि +स्वर्गोऽयं +स्वर्गौ +स्वर्गौकसः +स्वर्गौकसां +स्वर्ग्यं +स्वर्ग्यः +स्वर्ग्यमग्निं +स्वर्ग्यमध्येषि +स्वर्ग्यमिदं +स्वर्ग्यम् +स्वर्ग्यशब्दनिर्दिष्टस्वर्गहेतुविरोधित्वेऽर्थतस्तत्फलविरोधात्परलोकविरोधिनमित्युक्तम् +स्वर्ग्या +स्वर्ग्यां +स्वर्ग्याणि +स्वर्ग्याय +स्वर्ग्ये +स्वर्ग्यो +स्वर्जनदोमिति +स्वर्जिका +स्वर्जितं +स्वर्जिता +स्वर्जित् +स्वर्जेषे +स्वर्ज्जिका +स्वर्ज्योतिः +स्वर्ण +स्वर्णं +स्वर्णः +स्वर्णकार +स्वर्णकारः +स्वर्णकारस्तथैव +स्वर्णकारे +स्वर्णकारो +स्वर्णकेतकी +स्वर्णकोटीः +स्वर्णक्षीरी +स्वर्णक्षीरीं +स्वर्णगैरिक +स्वर्णगैरिकम् +स्वर्णगौरीव्रतम् +स्वर्णचूड +स्वर्णजं +स्वर्णजीवन्ती +स्वर्णदण्डं +स्वर्णदलं +स्वर्णदानं +स्वर्णदानफलं +स्वर्णदानेन +स्वर्णदी +स्वर्णदीं +स्वर्णदीतटे +स्वर्णद्वीपं +स्वर्णनिर्मितम् +स्वर्णनिर्मिताः +स्वर्णनिर्मिताम् +स्वर्णनिर्मिते +स्वर्णपत्रं +स्वर्णपत्राणि +स्वर्णपत्रे +स्वर्णपत्रेण +स्वर्णपदकं +स्वर्णपदकानि +स्वर्णपद्मं +स्वर्णपात्रं +स्वर्णपात्राणि +स्वर्णपात्रे +स्वर्णपात्रेण +स्वर्णपात्रेषु +स्वर्णपीठं +स्वर्णपीठे +स्वर्णपुङ्खाः +स्वर्णपुङ्खैः +स्वर्णपुष्पी +स्वर्णबाहुः +स्वर्णभस्म +स्वर्णभूषणः +स्वर्णभूषणम् +स्वर्णभूषितैः +स्वर्णमन्दिरं +स्वर्णमय +स्वर्णमयं +स्वर्णमयः +स्वर्णमया +स्वर्णमयी +स्वर्णमयीं +स्वर्णमये +स्वर्णमयो +स्वर्णमाक्षिक +स्वर्णमाक्षिकं +स्वर्णमाक्षिकम् +स्वर्णमालां +स्वर्णमाषैः +स्वर्णमिति +स्वर्णमिव +स्वर्णमुखरी +स्वर्णमुद्राश्च +स्वर्णमूर्तिं +स्वर्णमेव +स्वर्णम् +स्वर्णयूथिका +स्वर्णयूथी +स्वर्णयोर्वधे +स्वर्णरं +स्वर्णरम् +स्वर्णरूप्याणि +स्वर्णरूप्यादि +स्वर्णरूप्यादिकं +स्वर्णरे +स्वर्णरेखा +स्वर्णरेखां +स्वर्णरेखाजले +स्वर्णरेखानदीतटे +स्वर्णरो +स्वर्णरोमा +स्वर्णवती +स्वर्णवत् +स्वर्णवत्या +स्वर्णवर्ण +स्वर्णवर्णं +स्वर्णवर्णः +स्वर्णवर्णा +स्वर्णवर्णां +स्वर्णवर्णानि +स्वर्णवर्णो +स्वर्णवल्ली +स्वर्णवल्लीमठः +स्वर्णवल्लीमहासंस्थानम् +स्वर्णशतं +स्वर्णशलाकया +स्वर्णशृंगीं +स्वर्णशृङ्गी +स्वर्णशृङ्गीं +स्वर्णशेषं +स्वर्णष्ठीवी +स्वर्णसमं +स्वर्णसिंहासनं +स्वर्णसिंहासने +स्वर्णसूत्रं +स्वर्णस्तेयं +स्वर्णस्तेयसमं +स्वर्णस्तेयात्पूतो +स्वर्णस्तेयी +स्वर्णस्य +स्वर्णहारान् +स्वर्णहारी +स्वर्णा +स्वर्णां +स्वर्णाङ्गः +स्वर्णादि +स्वर्णादिकं +स्वर्णादिक्षेपणं +स्वर्णादिपात्रे +स्वर्णादिरूपेण +स्वर्णादीनां +स्वर्णादीन्यपि +स्वर्णाद्याः +स्वर्णानां +स्वर्णानि +स्वर्णाभं +स्वर्णाभा +स्वर्णासने +स्वर्णिधनं +स्वर्णिम +स्वर्णुली +स्वर्णे +स्वर्णेन +स्वर्णैः +स्वर्ण्णे +स्वर्ता +स्वर्थ +स्वर्थं +स्वर्थः +स्वर्थे +स्वर्द +स्वर्दते +स्वर्दृक् +स्वर्दृशं +स्वर्दृशः +स्वर्दृशमीशानमिन्द्र +स्वर्दृशम् +स्वर्दृशे +स्वर्देवा +स्वर्देवेषु +स्वर्धुनि +स्वर्धुनी +स्वर्धुनीं +स्वर्धुन्या +स्वर्न +स्वर्नयेत्पितॄन् +स्वर्न्निधनसौहविषम् +स्वर्पतिं +स्वर्पती +स्वर्भानु +स्वर्भानुं +स्वर्भानुः +स्वर्भानुना +स्वर्भानुरिति +स्वर्भानुरिव +स्वर्भानुर् +स्वर्भानुर्वा +स्वर्भानुर्वृषपर्वा +स्वर्भानुश्च +स्वर्भानोः +स्वर्भानोस्तु +स्वर्भानौ +स्वर्य +स्वर्यं +स्वर्यः +स्वर्यते +स्वर्यत् +स्वर्यन्तः +स्वर्यन्ता +स्वर्यन्तो +स्वर्यमत् +स्वर्यम् +स्वर्ययुः +स्वर्ययौ +स्वर्या +स्वर्यातस्य +स्वर्याताः +स्वर्याति +स्वर्याते +स्वर्यो +स्वर्य्यं +स्वर्य्यः +स्वर्य्या +स्वर्लोक +स्वर्लोकं +स्वर्लोकः +स्वर्लोकञ्च +स्वर्लोकवासिनः +स्वर्लोकस्य +स्वर्लोके +स्वर्लोको +स्वर्लोकोऽथ +स्वर्वति +स्वर्वती +स्वर्वतीः +स्वर्वते +स्वर्वत् +स्वर्वन्तं +स्वर्वान् +स्वर्वासिनां +स्वर्वित् +स्वर्वित्त्वा +स्वर्विद +स्वर्विदं +स्वर्विदः +स्वर्विदम् +स्वर्विदसि +स्वर्विदा +स्वर्विदि +स्वर्विदे +स्वर्विदो +स्वर्वेश्या +स्वर्वैद्यौ +स्वर्षदति +स्वर्षा +स्वर्षां +स्वर्षाः +स्वर्षाता +स्वर्षाम् +स्वर॑णं +स्वर॑न्ति +स्वर॑वः +स्वल +स्वलंकृतं +स्वलंकृतः +स्वलंकृतम् +स्वलंकृता +स्वलंकृतां +स्वलंकृताः +स्वलंकृतान् +स्वलंकृताम् +स्वलंकृते +स्वलंकृतैः +स्वलंकृतौ +स्वलंकृत्य +स्वलक्षण +स्वलक्षणं +स्वलक्षणमिति +स्वलक्षणमेव +स्वलक्षणम् +स्वलक्षणस्य +स्वलक्षणा +स्वलक्षणानि +स्वलक्षणे +स्वलक्षणेन +स्वलक्षणैः +स्वलक्ष्ये +स्वलङ्कृतं +स्वलङ्कृतः +स्वलङ्कृतम् +स्वलङ्कृता +स्वलङ्कृताः +स्वलङ्कृताम् +स्वलङ्कृतैः +स्वलति +स्वला +स्वलिखितं +स्वलिङ्गैः +स्वलीलया +स्वलीलार्थं +स्वलु +स्वलोकं +स्वलोकगमनम् +स्वलोकमार्गेण +स्वलोकान् +स्वलोके +स्वलोममानवर्षं +स्वलोमाब्दं +स्वल्प +स्वल्पं +स्वल्पः +स्वल्पकं +स्वल्पकालं +स्वल्पकाले +स्वल्पकालेन +स्वल्पकेनापि +स्वल्पकेशरी +स्वल्पगुणं +स्वल्पतण्डुला +स्वल्पतरं +स्वल्पता +स्वल्पत्वात् +स्वल्पदोषाः +स्वल्पदोषे +स्वल्पनिद्रश्च +स्वल्पप्रतिपक्षाः +स्वल्पफला +स्वल्पमपि +स्वल्पमप्यस्य +स्वल्पमात्रं +स्वल्पमेव +स्वल्पम् +स्वल्पया +स्वल्पयापि +स्वल्पसङ्करः +स्वल्पसन्तुष्टः +स्वल्पसमासं +स्वल्पस्य +स्वल्पस्यापि +स्वल्पा +स्वल्पां +स्वल्पाः +स्वल्पानि +स्वल्पान्त +स्वल्पान्तर +स्वल्पान्तरत्वात् +स्वल्पान्तरत्वान्न +स्वल्पान्तरत्वान्मृदुकर्मणीह +स्वल्पान्तरा +स्वल्पान्तरात् +स्वल्पापि +स्वल्पामपि +स्वल्पायासेन +स्वल्पायुश्च +स्वल्पार्थे +स्वल्पाऽपि +स्वल्पीभूते +स्वल्पे +स्वल्पेन +स्वल्पेनापि +स्वल्पेनैव +स्वल्पेषु +स्वल्पेऽपमे +स्वल्पेऽपराधे +स्वल्पेऽपि +स्वल्पेऽप्यर्थे +स्वल्पैः +स्वल्पैरहोभिः +स्वल्पैरेव +स्वल्पो +स्वल्पोपि +स्वल्पोऽपि +स्वल्पौ +स्वल्वपि +स्वव +स्ववंशं +स्ववंशजानां +स्ववंशजैः +स्ववंशमधि +स्ववंशस्य +स्ववंशे +स्ववक्षसि +स्ववग्रहः +स्ववचः +स्ववचनं +स्ववचनविरोधः +स्ववचनविरोधादिदुष्टत्वाद्यथावस्थितस्वरूपे +स्ववचनेन +स्ववचो +स्ववत् +स्ववत्सस्य +स्ववधाय +स्ववने +स्ववपुः +स्ववपुषा +स्ववपुषि +स्ववर्गे +स्ववर्गेभ्यः +स्ववर्गेषु +स्ववर्णतः +स्ववर्णोचितं +स्ववर्त्मनि +स्ववश +स्ववशं +स्ववशः +स्ववशवर्त्तितां +स्ववशा +स्ववशे +स्ववशेन +स्ववशो +स्ववसं +स्ववसा +स्ववस्त्राणि +स्ववहाः +स्ववा +स्ववाँ +स्ववाँ॑ +स्ववाँ॒ +स्ववाक्य +स्ववाक्यं +स्ववाक्ये +स्ववाक्येन +स्ववाक्येनापि +स्ववाचकेन +स्ववाचा +स्ववाचि +स्ववाचैव +स्ववान् +स्ववामे +स्ववारे +स्ववासना +स्ववासांसि +स्ववासिनी +स्ववाहनम् +स्ववाहनानि +स्ववि +स्वविकारैः +स्वविक्रमे +स्वविक्षिप्तं +स्वविग्रहम् +स्वविग्रहात् +स्वविग्रहे +स्वविचारं +स्वविचारान् +स्वविद्यया +स्वविद्यां +स्वविद्यायाः +स्वविधौ +स्वविनाशाय +स्वविमानेन +स्वविवेके +स्वविशिष्टे +स्वविशेष +स्वविष +स्वविषय +स्वविषयं +स्वविषयः +स्वविषयकं +स्वविषयम् +स्वविषयस्य +स्वविषया +स्वविषयात् +स्वविषयासंप्रयोगे +स्वविषयिका +स्वविषये +स्वविषयेण +स्वविषयेभ्य +स्वविषयेभ्यो +स्वविषयेषु +स्वविषयेष्वनादिर्योग्यता +स्वविषयो +स्वविहितं +स्ववीर्यं +स्ववीर्यतः +स्ववीर्येण +स्ववृक्तिभिः +स्ववृक्तिभिरिति +स्ववृजं +स्ववृत्तं +स्ववृत्तविष्कम्भार्धम् +स्ववृत्तस्थो +स्ववृत्तांतं +स्ववृत्तान्तं +स्ववृत्तान्तमवर्णयत् +स्ववृत्तान्तमेवं +स्ववृत्तान्ते +स्ववृत्तिं +स्ववृत्तितयेष्यते +स्ववृत्ते +स्ववृत्तौ +स्ववृत्त्या +स्ववृष्टिं +स्ववृष्टिम् +स्ववृ॑ष्टिं॒ +स्ववेश्म +स्ववेश्मनि +स्वव्य +स्वव्यञ्जकाञ्जन +स्वव्यञ्जकाञ्जनः +स्वव्यञ्जकाञ्जनस्य +स्वव्यञ्जकाञ्जनेनाभिव्यक्त +स्वव्यतिरिक्तं +स्वव्यतिरिक्तस्य +स्वव्यतिरेकेण +स्वव्यवहारं +स्वव्यवहारे +स्वव्यवहारेण +स्वव्या +स्वव्याख्याने +स्वव्याघातः +स्वव्याघातकत्वेन +स्वव्यापार +स्वव्यापारं +स्वव्यापारः +स्वव्यापारपरोऽभवत् +स्वव्यापारमन्तरेण +स्वव्यापारस्य +स्वव्यापाराय +स्वव्यापारे +स्वव्यापारेण +स्वव्यापारेषु +स्वव्यापारो +स्वव्याप्त्या +स्वव्याप्यं +स्वव्याहतिः +स्वव॑से +स्वश +स्वशक्तया +स्वशक्ति +स्वशक्तिं +स्वशक्तिः +स्वशक्तितः +स्वशक्तितो +स्वशक्तिप्रचयो +स्वशक्तिभिः +स्वशक्तिम् +स्वशक्तीनां +स्वशक्तेः +स्वशक्तौ +स्वशक्त्यनुसारं +स्वशक्त्या +स्वशक्त्युपचये +स्वशक्त्येति +स्वशक्त्यैव +स्वशत्रुं +स्वशब्द +स्वशब्दं +स्वशब्दः +स्वशब्दग्रहणं +स्वशब्दस्तु +स्वशब्दस्य +स्वशब्दात् +स्वशब्दानभिधेयत्वेन +स्वशब्दाभिहिते +स्वशब्देन +स्वशब्देनैव +स्वशब्दैः +स्वशब्दैरेव +स्वशब्दो +स्वशब्दोन्मानाभ्यां +स्वशयने +स्वशये +स्वशरीर +स्वशरीरं +स्वशरीरतः +स्वशरीरमार्दवं +स्वशरीरमेव +स्वशरीरम् +स्वशरीरस्थं +स्वशरीरस्य +स्वशरीराणि +स्वशरीरात् +स्वशरीरान्निष्कृष्य +स्वशरीरे +स्वशरीरेण +स्वशरीरेऽपि +स्वशरीरोत्थैस्तत्र +स्वशरेण +स्वशरैः +स्वशा +स्वशाखा +स्वशाखां +स्वशाखायां +स्वशाखोक्तेन +स्वशास्त्राणि +स्वशास्त्रे +स्वशिक्षा +स्वशिबिरं +स्वशिर +स्वशिरः +स्वशिरसा +स्वशिरसि +स्वशिरो +स्वशिष्यं +स्वशिष्यस्य +स्वशिष्यान् +स्वशिष्याय +स्वशिष्येभ्यः +स्वशिष्यैः +स्वशीघ्र +स्वशीघ्रकेन्द्रेण +स्वशीर्षं +स्वश् +स्वश्च +स्वश्रेयसे +स्वश्व +स्वश्वः +स्वश्वा +स्वश्वाः +स्वश्वियम् +स्वश्वो +स्वश्वो॑ +स्वश्व्यं +स्वश्व्यं॑ +स्वश्व्यं॒ +स्वश्व्यम् +स्वषष्ट्यंशयुक्तानि +स्वस +स्वसं +स्वसंकल्पकृतजगदुदयविभवलयलीलं +स्वसंकल्पेन +स्वसंज्ञया +स्वसंज्ञा +स्वसंबन्धितया +स्वसंवित्तौ +स्वसंविदः +स्वसंविदम् +स्वसंविदा +स्वसंविदि +स्वसंवेदनं +स्वसंवेदनम् +स्वसंवेदनसिद्धत्वात् +स्वसंवेदनस्य +स्वसंवेदने +स्वसंवेदनेन +स्वसंवेद्य +स्वसंवेद्यं +स्वसंवेद्यः +स्वसंवेद्यम् +स्वसंसदि +स्वसंस्कारविपाकं +स्वसंस्कृतेन +स्वसंस्थया +स्वसंहिताम् +स्वसः +स्वसखीं +स्वसखीभिः +स्वसख्या +स्वसचिवैः +स्वसत्तया +स्वसत्ता +स्वसत्तां +स्वसत्तायां +स्वसदनं +स्वसदृशं +स्वसदृशीं +स्वसद्मनि +स्वसन्ताने +स्वसभायां +स्वसम +स्वसमयं +स्वसमयस्य +स्वसमये +स्वसमर्पणं +स्वसमर्पणम् +स्वसमवायि +स्वसमवायिसमवेतत्वसम्बन्धेन +स्वसमान +स्वसमाना +स्वसमानाधि +स्वसमानाधिकरणानधिकरणकरसनेन्द्रियग्राह्यत्वे +स्वसमीप +स्वसमीपं +स्वसमीपतः +स्वसमीपम् +स्वसमीपे +स्वसमुत्थानि +स्वसमुत्थेन +स्वसम्पदः +स्वसम्बन्धं +स्वसम्बन्धि +स्वसम्बन्धितया +स्वसम्मतं +स्वसरस्य +स्वसराणि +स्वसराण्यहानि +स्वसरि +स्वसरे +स्वसरेषु +स्वसा +स्वसादित्यानाममृतस्य +स्वसादृश्येन +स्वसाध्यं +स्वसाध्यव्यभिचारिता +स्वसाध्ये +स्वसाध्येन +स्वसामर्थ्य +स्वसामर्थ्यं +स्वसामर्थ्यवशेनैव +स्वसामर्थ्यस्य +स्वसामर्थ्यात् +स्वसामर्थ्येन +स्वसार +स्वसारं +स्वसारः +स्वसारथिं +स्वसारथ्ये +स्वसारथ्येऽवस्थितमिति +स्वसारमुत +स्वसारम् +स्वसारश्च +स्वसारा +स्वसारो +स्वसारौ +स्वसा॑ +स्वसा॑रं +स्वसा॑रः +स्वसा॑रम् +स्वसा॑रा +स्वसा॑रो +स्वसा॑रो॒ +स्वसा॑रौ +स्वसा॑र॒ः +स्वसा॒ +स्वसि +स्वसिच +स्वसिचः +स्वसिद्धये +स्वसिद्धान्त +स्वसिद्धान्तं +स्वसिद्धान्तः +स्वसिद्धान्तमाह +स्वसिद्धान्तव्यवस्थासु +स्वसिद्धान्तस्य +स्वसिद्धान्ते +स्वसिद्ध्यर्थं +स्वसु +स्वसुः +स्वसुः॑ +स्वसुखं +स्वसुखनिरपेक्षः +स्वसुखनिरभिलाषः +स्वसुखाय +स्वसुखार्थं +स्वसुखेच्छया +स्वसुत +स्वसुतं +स्वसुतस्य +स्वसुतस्यास्ये +स्वसुता +स्वसुतां +स्वसुतान् +स्वसुताय +स्वसुताया +स्वसुते +स्वसुतेन +स्वसुतौ +स्वसुरपत्यं +स्वसुश्च +स्वसुश्छः +स्वसुस्तमः +स्वसूत्रे +स्वसूत्रोक्तविधानतः +स्वसृ +स्वसृकुलस्त्रियोः +स्वसृत्वं +स्वसृदुहितृभ्याम् +स्वसृपत्योः +स्वसृभिः +स्वसृष्टानां +स्वसॄः +स्वसॄणां +स्वसॄ॑णाम् +स्वसेति +स्वसेनया +स्वसेना +स्वसेनां +स्वसेनापतिना +स्वसेनास्थितस्वसहायविषयः +स्वसेवकम् +स्वसेवकान् +स्वसेविकाः +स्वसेविनीमेव +स्वसैनिकान् +स्वसैनिकैः +स्वसैन्यं +स्वसैन्यपरिवारितः +स्वसैन्यबाहुल्यं +स्वसैन्यस्य +स्वसैन्यानां +स्वसैन्यानि +स्वसैन्ये +स्वसैन्येन +स्वसैन्यैः +स्वसौ +स्वस् +स्वस्कन्धे +स्वस्त +स्वस्तथैव +स्वस्तय +स्वस्तये +स्वस्तयेऽस्तु +स्वस्तव +स्वस्तस्मै +स्वस्ति +स्वस्तिं +स्वस्तिः +स्वस्तिक +स्वस्तिकं +स्वस्तिकः +स्वस्तिकपर्यङ्केन +स्वस्तिकमेव +स्वस्तिकम् +स्वस्तिकयन्त्राणि +स्वस्तिकरेचितम् +स्वस्तिकश्च +स्वस्तिकस्तथा +स्वस्तिकस्य +स्वस्तिका +स्वस्तिकाः +स्वस्तिकादि +स्वस्तिकादिनियमः +स्वस्तिकादीनि +स्वस्तिकानां +स्वस्तिकानि +स्वस्तिकासनम् +स्वस्तिकीकृतौ +स्वस्तिकीकृत्य +स्वस्तिकीभूय +स्वस्तिके +स्वस्तिकेन +स्वस्तिकैः +स्वस्तिको +स्वस्तिकोपरि +स्वस्तिकौ +स्वस्तिक्षेमाभ्यां +स्वस्तिगाम् +स्वस्तितायै +स्वस्तिदः +स्वस्तिदा +स्वस्तिदाः +स्वस्तिन +स्वस्तिना +स्वस्तिनो +स्वस्तिभिः +स्वस्तिभिरति +स्वस्तिभिस्सदा +स्वस्तिमती +स्वस्तिमत् +स्वस्तिमन्तो +स्वस्तिमान् +स्वस्तिमाशासे +स्वस्तिमाशास्त +स्वस्तिमाशास्ते +स्वस्तिम् +स्वस्तियोगे +स्वस्तिरस्तु +स्वस्तिरिद्धि +स्वस्तिर् +स्वस्तिर्मानुषेभ्यः +स्वस्तिवाचनं +स्वस्तिवाचनकं +स्वस्तिवाचनपूर्वकम् +स्वस्तिवाचनम् +स्वस्तिवाचनसंयुक्तं +स्वस्तिवाचनादि +स्वस्तिवाचो +स्वस्तिवाच्य +स्वस्तिवाच्यं +स्वस्तिसूक्तं +स्वस्तिसूक्तसमन्वितम् +स्वस्तिसूक्तेन +स्वस्तिऽदाः +स्वस्तिऽभिः +स्वस्ती +स्वस्तीति +स्वस्तीत्यविनाशनाम +स्वस्तीत्यविनाशिनाम +स्वस्तीत्युक्त्वा +स्वस्तीमान् +स्वस्ते +स्वस्त्यग्निं +स्वस्त्ययन +स्वस्त्ययनं +स्वस्त्ययनकामः +स्वस्त्ययनमृद्धिमिति +स्वस्त्ययनमेव +स्वस्त्ययनम् +स्वस्त्ययनानि +स्वस्त्ययनाय +स्वस्त्ययनीः +स्वस्त्ययने +स्वस्त्ययनेषु +स्वस्त्ययनो +स्वस्त्ययन्यां +स्वस्त्ययन्य् +स्वस्त्यस्तु +स्वस्त्या +स्वस्त्यात्रेयं +स्वस्त्यात्रेयः +स्वस्त्यृद्धिमिति +स्वस्त्येव +स्वस्त्य् +स्वस्त्रियं +स्वस्त्रिया +स्वस्त्री +स्वस्त्रीणां +स्वस्त्रीयं +स्वस्त्रीयः +स्वस्त्वा +स्वस्थ +स्वस्थं +स्वस्थः +स्वस्थचित्तः +स्वस्थचित्ता +स्वस्थचित्तेन +स्वस्थचित्तो +स्वस्थता +स्वस्थतां +स्वस्थमना +स्वस्थमानसः +स्वस्थम् +स्वस्थलं +स्वस्थवृत्तं +स्वस्थवृत्ते +स्वस्थवृत्तौ +स्वस्थस्य +स्वस्थहृदयस्य +स्वस्था +स्वस्थां +स्वस्थाः +स्वस्थात्मा +स्वस्थान +स्वस्थानं +स्वस्थानमानीय +स्वस्थानमासाद्य +स्वस्थानमुत्तमम् +स्वस्थानमुपविश्य +स्वस्थानमेव +स्वस्थानम् +स्वस्थानस्थं +स्वस्थानस्थस्य +स्वस्थानस्थेषु +स्वस्थानस्य +स्वस्थानां +स्वस्थानात् +स्वस्थानाद् +स्वस्थानि +स्वस्थाने +स्वस्थानेषु +स्वस्थान् +स्वस्थाय +स्वस्थावस्थायां +स्वस्थावस्थायामपि +स्वस्थितिं +स्वस्थितिखण्डकेन +स्वस्थितिस्थगनोद्यताः +स्वस्थी +स्वस्थीभूतः +स्वस्थे +स्वस्थेन +स्वस्थैः +स्वस्थो +स्वस्थोऽपि +स्वस्थोऽसि +स्वस्थोऽस्मि +स्वस्थौ +स्वस्मात् +स्वस्मादन्यन्न +स्वस्मादेव +स्वस्माद् +स्वस्मिन् +स्वस्मिन्ननुरागातिशयस्तेषां +स्वस्मिन्नपि +स्वस्मिन्नात्मनि +स्वस्मिन्निति +स्वस्मिन्निव +स्वस्मिन्नेव +स्वस्मिन्न् +स्वस्मिन्भक्तिः +स्वस्मै +स्वस्य +स्वस्या +स्वस्यां +स्वस्याः +स्वस्याज्ञानं +स्वस्यात्मनः +स्वस्यात्मनो +स्वस्यान्यस्य +स्वस्यापि +स्वस्याम् +स्वस्यारिणा +स्वस्याश्रयो +स्वस्येति +स्वस्येव +स्वस्यैव +स्वस्यैवान्तरपूरुषः +स्वस्योपरि +स्वस्य॑ +स्वस्य॒ +स्वस्रा +स्वस्राम्बिकया +स्वस्रीय +स्वस्रीयं +स्वस्रीयः +स्वस्रीयां +स्वस्रीयो +स्वस्रे +स्वस्रोः +स्वस्व +स्वस्वकर्णेन +स्वस्वकर्मणि +स्वस्वकर्मभिः +स्वस्वकर्मसु +स्वस्वकर्मानुसारतः +स्वस्वकर्मानुसारेण +स्वस्वकारणे +स्वस्वकार्ये +स्वस्वकार्येषु +स्वस्वकाले +स्वस्वकोट्या +स्वस्वगृहं +स्वस्वगृहे +स्वस्वगोलके +स्वस्वग्रन्थे +स्वस्वग्रन्थेषु +स्वस्वदिक्षु +स्वस्वदिनज्यया +स्वस्वद्युज्यया +स्वस्वधर्मे +स्वस्वधामानि +स्वस्वनामभिः +स्वस्वनाम्ना +स्वस्वभाव +स्वस्वभावं +स्वस्वभावः +स्वस्वभावतः +स्वस्वभावनियतः +स्वस्वभावस्य +स्वस्वभावे +स्वस्वभावेन +स्वस्वभुजेन +स्वस्वभेषजैः +स्वस्वमन्त्रतः +स्वस्वमन्त्रेण +स्वस्वमन्त्रैः +स्वस्वमार्गेषु +स्वस्वरुपं +स्वस्वरूप +स्वस्वरूपं +स्वस्वरूपतः +स्वस्वरूपतया +स्वस्वरूपत्वेन +स्वस्वरूपमेव +स्वस्वरूपम् +स्वस्वरूपस्य +स्वस्वरूपा +स्वस्वरूपानुसन्धानं +स्वस्वरूपावबोधेन +स्वस्वरूपे +स्वस्वरूपेण +स्वस्वविद्यया +स्वस्वविषयासंप्रयोगे +स्वस्वविषये +स्वस्वविषयेभ्यः +स्वस्वविषयेषु +स्वस्ववृत्ते +स्वस्वव्यापारे +स्वस्वव्यापारेषु +स्वस्वस्थानं +स्वस्वस्थानानि +स्वस्वस्थाने +स्वस्वस्थानेषु +स्वस्वा +स्वस्वातन्त्रयशक्त्या +स्वस्वामि +स्वस्वामिनं +स्वस्वामिनः +स्वस्वामिना +स्वस्वामिनि +स्वस्वामिभावः +स्वस्वामिशक्त्योः +स्वस्वामिसम्बन्धः +स्वस्वालयं +स्वस्वालयान् +स्वस्वालयेषु +स्वस्वोदया +स्वस॑राणि +स्वस॑रेषु +स्वह +स्वहननानुरूपत्वेनावस्थिता +स्वहस्त +स्वहस्तं +स्वहस्तदत्ते +स्वहस्तलिखितं +स्वहस्तलूनः +स्वहस्तसंयुक्तं +स्वहस्तात् +स्वहस्ताभ्यां +स्वहस्ते +स्वहस्तेन +स्वहस्तेनैव +स्वहस्तोल्लिखितश्च +स्वहा +स्वहारतष्टे +स्वहितं +स्वहिताय +स्वहिते +स्वहृदयं +स्वहृदयमेव +स्वहृदये +स्वहृदि +स्वहेतुभ्यो +स्वहेतोरेव +स्वऽतवसः +स्वऽत॑वसः +स्वऽधितिः +स्वऽधि॑तिः +स्वऽपतिः +स्वऽप॑तिः +स्वऽभानवः +स्वऽभा॑नवः +स्वऽयशसः +स्वऽयशसम् +स्वऽय॑शसः +स्वऽय॑शसम् +स्वऽराजः +स्वऽराज्यम् +स्वऽराट् +स्वऽवान् +स्वऽवा॑न् +स्वा +स्वाँ +स्वां +स्वांकमारोप्य +स्वांकृतो +स्वांकृतोऽसि +स्वांके +स्वांगं +स्वांगशीतं +स्वांतं +स्वांते +स्वांश +स्वांशं +स्वांशः +स्वांशकलाः +स्वांशके +स्वांशगथे +स्वांशगे +स्वांशगेऽपि +स्वांशस्य +स्वांशे +स्वांशेन +स्वांश्च +स्वांस्वां +स्वाः +स्वाकार +स्वाकारं +स्वाकारः +स्वाकारस्य +स्वाकारेण +स्वाकारो +स्वाकृतेः +स्वाक्तं +स्वाक्षांश +स्वाख्यया +स्वाख्या +स्वाख्याते +स्वाख्यातो +स्वाग +स्वागत +स्वागतं +स्वागतः +स्वागतमस्ति +स्वागतमस्तु +स्वागतमाचरत् +स्वागतमाचरन् +स्वागतमार्यस्य +स्वागतमिति +स्वागतमित्याह +स्वागतम् +स्वागतवादिनः +स्वागतस्य +स्वागता +स्वागतादि +स्वागतादिकम् +स्वागतादिभिः +स्वागतादीनां +स्वागताय +स्वागतार्थं +स्वागतावृत्तम् +स्वागतिकः +स्वागतीकृत्य +स्वागते +स्वागतेति +स्वागतेन +स्वागतेनाभ्यपूजयत् +स्वागतो +स्वागमनकारणकथनम् +स्वाग्नावेव +स्वाग्निना +स्वाग्रयणः +स्वाग्रयणो +स्वाङ्के +स्वाङ्ग +स्वाङ्गं +स्वाङ्गकर्मकाच्च +स्वाङ्गकर्मकाच्चेति +स्वाङ्गजुगुप्सा +स्वाङ्गत्वात् +स्वाङ्गत्वेऽपि +स्वाङ्गम् +स्वाङ्गरूपेषु +स्वाङ्गवाचक +स्वाङ्गवाची +स्वाङ्गशीतं +स्वाङ्गशीतलम् +स्वाङ्गाच्च +स्वाङ्गाच्चेतोऽमानिनि +स्वाङ्गाच्चोपसर्जनादसंयोगोपधात् +स्वाङ्गात् +स्वाङ्गात्षच् +स्वाङ्गादिति +स्वाङ्गानि +स्वाङ्गे +स्वाङ्गेभ्यः +स्वाङ्गेषु +स्वाङ्गेऽध्रुवे +स्वाङ्गैः +स्वाचान्तः +स्वाचान्तो +स्वाचारं +स्वाचारः +स्वाचारा +स्वाचारेण +स्वाच्छन्द्यं +स्वाच्छन्द्येन +स्वाच्छरीरात्प्रवृहेन्मुञ्जादिवेषीकां +स्वाच्छ्यं +स्वाजीवः +स्वाजीव्यं +स्वाज्ञया +स्वाज्ञाने +स्वाञ्च +स्वात +स्वातंत्र्य +स्वातंत्र्यं +स्वातंत्र्ये +स्वातन्त्र +स्वातन्त्रयं +स्वातन्त्रयेण +स्वातन्त्रेण +स्वातन्त्र् +स्वातन्त्र्य +स्वातन्त्र्यं +स्वातन्त्र्यण +स्वातन्त्र्यदिनम् +स्वातन्त्र्यदिनोत्सवः +स्वातन्त्र्यपारतन्त्र्याभ्यां +स्वातन्त्र्यप्राप्तये +स्वातन्त्र्यप्राप्तिः +स्वातन्त्र्यप्राप्तेः +स्वातन्त्र्यभङ्गः +स्वातन्त्र्यमपि +स्वातन्त्र्यमर्हति +स्वातन्त्र्यमस्ति +स्वातन्त्र्यमिति +स्वातन्त्र्यमित्याह +स्वातन्त्र्यमेव +स्वातन्त्र्यम् +स्वातन्त्र्ययोगेन +स्वातन्त्र्ययोद्धा +स्वातन्त्र्यवीराणां +स्वातन्त्र्यसङ्ग्राम +स्वातन्त्र्यसङ्ग्रामः +स्वातन्त्र्यसङ्ग्रामस्य +स्वातन्त्र्यसङ्ग्रामे +स्वातन्त्र्यस्य +स्वातन्त्र्यस्याप्यबोधता +स्वातन्त्र्यहानिर्बोधस्य +स्वातन्त्र्या +स्वातन्त्र्यात् +स्वातन्त्र्यादिति +स्वातन्त्र्यादेव +स्वातन्त्र्यानन्तरं +स्वातन्त्र्यानन्तरम् +स्वातन्त्र्यान्दोलनं +स्वातन्त्र्यान्दोलनस्य +स्वातन्त्र्यान्दोलनानि +स्वातन्त्र्यान्दोलने +स्वातन्त्र्याभावात् +स्वातन्त्र्याय +स्वातन्त्र्यार्थं +स्वातन्त्र्ये +स्वातन्त्र्येण +स्वातन्त्र्येणान्य +स्वातन्त्र्येणेति +स्वातन्त्र्येणैव +स्वातन्त्र्येऽपि +स्वातन्त्र्योत्तरं +स्वातन्त्र्योत्तरकाले +स्वातन्त्र्योत्तरम् +स्वाति +स्वातिं +स्वातिः +स्वातितिरुनाळ् +स्वातिनक्षत्रे +स्वातिना +स्वातियोगे +स्वातिरिक्त +स्वातिर्विशाखा +स्वातिश्च +स्वाती +स्वातीं +स्वाते +स्वातौ +स्वात् +स्वात्तं +स्वात्म +स्वात्मकं +स्वात्मजं +स्वात्मजस्य +स्वात्मजां +स्वात्मज्ञानं +स्वात्मतया +स्वात्मत्वेन +स्वात्मदर्पणे +स्वात्मन +स्वात्मनः +स्वात्मनश्च +स्वात्मना +स्वात्मनात्मनि +स्वात्मनि +स्वात्मनिरूपणम् +स्वात्मनीति +स्वात्मने +स्वात्मनैव +स्वात्मनो +स्वात्मन् +स्वात्मन्यपि +स्वात्मन्यवस्थानं +स्वात्मन्यवस्थितः +स्वात्मन्येव +स्वात्मन्येवावतिष्ठते +स्वात्मप्रकाशरूपं +स्वात्मप्रकाशिका +स्वात्मभूतं +स्वात्मरूपं +स्वात्मरूपतया +स्वात्मलाभे +स्वात्मवत् +स्वात्मविबोधसुन्दरतया +स्वात्मविभूत +स्वात्मविषयो +स्वात्मव्यतिरिक्ता +स्वात्मव्यतिरिक्तायां +स्वात्मसन्तोषकारिणाम् +स्वात्मस्वरूपं +स्वात्मा +स्वात्मान +स्वात्मानं +स्वात्मानंब्रह्माहमस्मि +स्वात्मानन्दं +स्वात्मानमपि +स्वात्मानमिति +स्वात्मानमेव +स्वात्मानम् +स्वात्मापि +स्वात्माभेदेन +स्वात्माराम +स्वात्मारामं +स्वात्मारामः +स्वात्मारामश्च +स्वात्मारामस्य +स्वात्मारामा +स्वात्मारामेण +स्वात्मारामो +स्वात्मार्थं +स्वात्मार्पणं +स्वात्मावेशेन +स्वात्मीयं +स्वात्मेति +स्वात्मेव +स्वात्मैव +स्वात्य +स्वात्या +स्वात्यां +स्वात्याद्यं +स्वात्याद्ये +स्वात्‌ +स्वाथ +स्वाथे +स्वाद +स्वादं +स्वादः +स्वादते +स्वादनं +स्वादय +स्वादयः +स्वादयति +स्वादयो +स्वादवः +स्वादवो +स्वादि +स्वादिः +स्वादिगणः +स्वादितं +स्वादितः +स्वादिता +स्वादिति +स्वादित्यर्थः +स्वादित्वात् +स्वादिना +स्वादिप्रकरणम् +स्वादिभ्यः +स्वादिरेव +स्वादिषु +स्वादिष्ट +स्वादिष्ठ +स्वादिष्ठं +स्वादिष्ठः +स्वादिष्ठम् +स्वादिष्ठया +स्वादिष्ठये +स्वादिष्ठयेति +स्वादिष्ठा +स्वादिष्वसर्वनामस्थान +स्वादिष्वसर्वनामस्थाने +स्वादिष्वसर्वनामस्थानेषु +स्वादिसन्धि +स्वादिसन्धिप्रकरणम् +स्वादि॑ष्ठं +स्वादि॑ष्ठया॒ +स्वादि॑ष्ठा +स्वादि॑ष्ठो॒ +स्वादीनां +स्वादीयः +स्वादीयसी +स्वादीयो +स्वादीरेरिणोः +स्वादी॑यः +स्वादु +स्वादुं +स्वादुंकारं +स्वादुः +स्वादुकण्टकः +स्वादुकन्दा +स्वादुकरं +स्वादुक्षद्मा +स्वादुङ्कारं +स्वादुजलस्य +स्वादुतमं +स्वादुतमः +स्वादुतमया +स्वादुतया +स्वादुतरं +स्वादुता +स्वादुतां +स्वादुत्वं +स्वादुत्वम् +स्वादुना +स्वादुनि +स्वादुपाकं +स्वादुपाकमभिष्यन्दि +स्वादुपाकरसं +स्वादुपाकरसा +स्वादुपाकरसाः +स्वादुपाका +स्वादुपाकि +स्वादुपाकित्वम् +स्वादुप्रियौ +स्वादुफलं +स्वादुफला +स्वादुभिः +स्वादुमस्तका +स्वादुमि +स्वादुरसं +स्वादुरसः +स्वादुरसवद्द्रव्यं +स्वादुरसा +स्वादुर् +स्वादुर्मित्राय +स्वादुशीतलः +स्वादुशीतैः +स्वादुश्च +स्वादुषंसदः +स्वादुष्किलायं +स्वादुषꣳसदः +स्वादुसंमुदः +स्वादुसंसदः +स्वादू +स्वादूदकस्य +स्वादूदके +स्वादूदकेन +स्वादूदकेनोदधिना +स्वादूनि +स्वादे +स्वादेः +स्वादेन +स्वादेव +स्वादेवैनं +स्वादो +स्वादोः +स्वादोरि +स्वादोरित्था +स्वादोरित्थेति +स्वादौ +स्वाद् +स्वाद्ध्यायप्रव॑चने॒ +स्वाद्बी +स्वाद्म +स्वाद्म॑ +स्वाद्यं +स्वाद्यते +स्वाद्युत्पत्तिः +स्वाद्योनेः +स्वाद्वति +स्वाद्वत्ति +स्वाद्वत्तीति +स्वाद्वत्त्यनश्नन्नन्यो +स्वाद्वत्त्यनश्नन्नन्योऽभिचाकशीति +स्वाद्वन्नं +स्वाद्वम्लं +स्वाद्वम्लकटुकात्मकः +स्वाद्वम्ललवणतिक्तोषणकषायकाः +स्वाद्वम्ललवणाः +स्वाद्विति +स्वाद्वी +स्वाद्वीं +स्वाद्व् +स्वाध +स्वाधः +स्वाधार +स्वाधारे +स्वाधि +स्वाधिकरणे +स्वाधिकारं +स्वाधिकारप्रमत्तः +स्वाधिकारम् +स्वाधिकारात् +स्वाधिकारात्प्रमत्तः +स्वाधिकारे +स्वाधिकारेषु +स्वाधिपत्यं +स्वाधिष्ठान +स्वाधिष्ठानं +स्वाधिष्ठाने +स्वाधीः +स्वाधीन +स्वाधीनं +स्वाधीनः +स्वाधीनतया +स्वाधीनता +स्वाधीनतां +स्वाधीनत्वं +स्वाधीनत्वे +स्वाधीनपतिका +स्वाधीनभर्तृका +स्वाधीनया +स्वाधीना +स्वाधीनां +स्वाधीनाः +स्वाधीनानि +स्वाधीने +स्वाधीनेन +स्वाधीनो +स्वाधो +स्वाध्यं +स्वाध्यः +स्वाध्ययनं +स्वाध्यस्तं +स्वाध्या +स्वाध्याय +स्वाध्यायं +स्वाध्यायः +स्वाध्यायकाले +स्वाध्यायज्ञानयज्ञाश्च +स्वाध्यायतत्परः +स्वाध्यायनिरतं +स्वाध्यायनिरतः +स्वाध्यायन्ति +स्वाध्यायप्रवचनाभ्यां +स्वाध्यायप्रवचने +स्वाध्यायमधीते +स्वाध्यायमधीत्य +स्वाध्यायमधीयीत +स्वाध्यायमाचरेत् +स्वाध्यायम् +स्वाध्याययज्ञा +स्वाध्याययज्ञाः +स्वाध्याययोगसम्पत्त्या +स्वाध्यायवान् +स्वाध्यायविधिः +स्वाध्यायशीलः +स्वाध्यायशीलस्य +स्वाध्यायश्च +स्वाध्यायस्तप +स्वाध्यायस्तु +स्वाध्यायस्य +स्वाध्याया +स्वाध्यायादि +स्वाध्यायादिष्टदेवतासंप्रयोगः +स्वाध्यायाद् +स्वाध्यायाद्योगमासीत +स्वाध्यायाध्ययनं +स्वाध्यायाध्ययने +स्वाध्यायान्मा +स्वाध्यायाभ्यसनं +स्वाध्यायार्थं +स्वाध्यायितं +स्वाध्यायी +स्वाध्याये +स्वाध्यायेन +स्वाध्यायेनैव +स्वाध्यायेश्वर +स्वाध्यायेश्वरप्रणिधानानि +स्वाध्यायो +स्वाध्यायोऽध्येतव्य +स्वाध्यायोऽध्येतव्यः +स्वाध्यासापनय +स्वाध्यासापनयं +स्वाध्यो +स्वान +स्वानं +स्वानः +स्वानन्दं +स्वानन्दः +स्वानन्दे +स्वानन्यजनकात्मत्वं +स्वानपि +स्वाना +स्वानां +स्वानामुत्तमोऽसानि +स्वानाम् +स्वानास +स्वानासः +स्वानासो +स्वानि +स्वानिव +स्वानिस्वानि +स्वानु +स्वानुकूल +स्वानुकूलं +स्वानुकूले +स्वानुकूल्येन +स्वानुगुणप्रवृत्तिषु +स्वानुगैः +स्वानुभव +स्वानुभवं +स्वानुभवः +स्वानुभवेन +स्वानुभूतं +स्वानुभूतिः +स्वानुभूतेः +स्वानुभूत्या +स्वानुभूत्येकमानाय +स्वानुरूपं +स्वानुरूपमिति +स्वानुरूपां +स्वानुष्ठाने +स्वानेव +स्वानैर्याति +स्वानो +स्वान् +स्वान्त +स्वान्तं +स्वान्तः +स्वान्तःकरणे +स्वान्तःपुरे +स्वान्तम् +स्वान्तरं +स्वान्तरे +स्वान्तर्यामिध्यानैकनिष्ठः +स्वान्तस्य +स्वान्तानि +स्वान्तिके +स्वान्तु +स्वान्ते +स्वान्तेषु +स्वान्त्या +स्वान्थर्गथे +स्वान्न +स्वान्यङ्गानि +स्वान्यनीकानि +स्वान्यस्थीनि +स्वान्यादाय +स्वान्यायुधानि +स्वान्युक्थानि +स्वान्युत्तराणि +स्वान्येव +स्वान॒ +स्वाप +स्वापं +स्वापः +स्वापकारमात्रानादरादेष +स्वापकाले +स्वापतेयं +स्वापतेयम् +स्वापत्यानि +स्वापनं +स्वापप्रबोधयोः +स्वापय +स्वापयति +स्वापयामसि +स्वापयामास +स्वापयित्वा +स्वापयेत् +स्वापराधं +स्वापराधेन +स्वापस्तोदः +स्वापस्य +स्वापि +स्वापिभिः +स्वापी +स्वापे +स्वापेः +स्वापेक्षया +स्वापेक्षितविलम्बाभावाय +स्वापेन +स्वापेश्चङि +स्वापो +स्वाप्तदक्षिणैः +स्वाप्न +स्वाप्नं +स्वाप्नपदार्थानां +स्वाप्नस्य +स्वाप्नानां +स्वाप्नार्थानां +स्वाप्निकं +स्वाप्ने +स्वाप्ययात् +स्वाप्सीः +स्वाभा +स्वाभाव +स्वाभावात् +स्वाभावि +स्वाभाविक +स्वाभाविकं +स्वाभाविकः +स्वाभाविकतया +स्वाभाविकता +स्वाभाविकत्वं +स्वाभाविकत्वम् +स्वाभाविकत्वात् +स्वाभाविकत्वादिति +स्वाभाविकत्वे +स्वाभाविकत्वेन +स्वाभाविकभेदरूपे +स्वाभाविकमपि +स्वाभाविकमिति +स्वाभाविकमेतत् +स्वाभाविकमेव +स्वाभाविकम् +स्वाभाविकस्य +स्वाभाविका +स्वाभाविकाः +स्वाभाविकात् +स्वाभाविकानपि +स्वाभाविकानां +स्वाभाविकानि +स्वाभाविकी +स्वाभाविकीं +स्वाभाविकीति +स्वाभाविके +स्वाभाविकेन +स्वाभाविकैः +स्वाभाविको +स्वाभाविकौ +स्वाभाविक्या +स्वाभावेन +स्वाभाव्यं +स्वाभाव्यात् +स्वाभाव्येन +स्वाभाव्यो +स्वाभासं +स्वाभासम् +स्वाभासानि +स्वाभासो +स्वाभि +स्वाभिः +स्वाभिधेयं +स्वाभिप्राय +स्वाभिप्रायं +स्वाभिप्रायम् +स्वाभिप्रायस्य +स्वाभिप्रायान् +स्वाभिप्रायेण +स्वाभिप्रेतं +स्वाभिप्रेतस्य +स्वाभिमत +स्वाभिमतं +स्वाभिमतार्थे +स्वाभिमते +स्वाभिमान +स्वाभिमानं +स्वाभिमानी +स्वाभिमानेन +स्वाभिमुखं +स्वाभिलषितं +स्वाभिलषिते +स्वाभी +स्वाभीष्ट +स्वाभीष्टं +स्वाभीष्टसिद्धये +स्वाभीष्टे +स्वाभुवं +स्वाभुवः +स्वाभेदेन +स्वाभ्यां +स्वाम +स्वामधिष्ठाय +स्वामनुवर्तमानः +स्वामभिख्याम् +स्वामवष्टभ्य +स्वामवस्थां +स्वामि +स्वामिंस्तव +स्वामिकर्म +स्वामिकार्यं +स्वामिकुमारस्य +स्वामिकृष्णनरायणः +स्वामिग्राह्यो +स्वामितया +स्वामिता +स्वामितां +स्वामिति +स्वामितीर्थ +स्वामितीर्थं +स्वामितीर्थनिमज्जनात् +स्वामितीर्थस्य +स्वामितीर्थे +स्वामित्व +स्वामित्वं +स्वामित्वम् +स्वामित्वस्य +स्वामित्वात् +स्वामित्वे +स्वामित्वेन +स्वामिदर्शनप्रकरणम् +स्वामिदासौ +स्वामिदोषेण +स्वामिद्रोही +स्वामिन +स्वामिनं +स्वामिनः +स्वामिनम् +स्वामिनश्च +स्वामिनश्चैव +स्वामिनस्तथा +स्वामिनस्ते +स्वामिना +स्वामिनां +स्वामिनाथ +स्वामिनाथन् +स्वामिनापि +स्वामिनारायण +स्वामिनारायणः +स्वामिनारायणदर्शनम् +स्वामिनारायणप्रभोः +स्वामिनारायणसम्प्रदायः +स्वामिनारायणसम्प्रदायस्य +स्वामिनारायणो +स्वामिनि +स्वामिनी +स्वामिनीं +स्वामिने +स्वामिनेति +स्वामिनो +स्वामिनोऽपि +स्वामिनोऽभूवन् +स्वामिनोऽर्थे +स्वामिनौ +स्वामिन् +स्वामिन्किं +स्वामिन्न +स्वामिन्नमस्ते +स्वामिन्नारायण +स्वामिन्निति +स्वामिन्नैश्वर्ये +स्वामिन्यन्तोदात्तत्वं +स्वामिन्या +स्वामिन्याः +स्वामिन्यै +स्वामिपादः +स्वामिपालयोः +स्वामिपालविवादप्रकरणम् +स्वामिपुष्करिणी +स्वामिपुष्करिणीं +स्वामिपुष्करिणीजले +स्वामिपुष्करिणीतटे +स्वामिपुष्करिणीतीरे +स्वामिपुष्करिणीतीर्थ +स्वामिपुष्करिणीतीर्थे +स्वामिपुष्करिणीस्नानं +स्वामिप्रसादात् +स्वामिभक्तः +स्वामिभक्ता +स्वामिभक्ताश्च +स्वामिभक्तिः +स्वामिभक्तो +स्वामिभक्त्या +स्वामिभिः +स्वामिभृत्ययोः +स्वामिभ्यः +स्वामिभ्योऽवसृजेत् +स्वामिमहोदय +स्वामिमहोदयः +स्वामिमहोदयस्य +स्वामिमहोदयो +स्वामिमित्रतपस्विनाम् +स्वामियों +स्वामिव +स्वामिवचनं +स्वामिवत् +स्वामिविवेकानन्द +स्वामिविवेकानन्दः +स्वामिविवेकानन्दचरितम् +स्वामिविवेकानन्दद्वारा +स्वामिविवेकानन्दस्तोत्राणि +स्वामिविवेकानन्दस्य +स्वामिविवेकानन्दोपदेश +स्वामिविवेकानन्दोपदेशद्विशती +स्वामिवैश्ययोः +स्वामिषु +स्वामिसंरक्षणं +स्वामिसेवायाः +स्वामिसौभाग्यं +स्वामिहितं +स्वामी +स्वामीति +स्वामीव +स्वामीश्वराधिपति +स्वामीश्वराधिपतिदायादसाक्षिप्रतिभूप्रसूतैश्च +स्वामे +स्वामेव +स्वामो +स्वाम् +स्वाम्पि +स्वाम्य +स्वाम्यं +स्वाम्यधिकरणम् +स्वाम्यपि +स्वाम्यभावे +स्वाम्यभूत् +स्वाम्यमात्यौ +स्वाम्यम् +स्वाम्यर्थं +स्वाम्यर्थे +स्वाम्यहं +स्वाम्याख्या +स्वाम्यादयः +स्वाम्ये +स्वाम्येव +स्वाम्य् +स्वाय +स्वायं +स्वायंभुव +स्वायंभुवं +स्वायंभुवः +स्वायंभुवकाण्डस्यानन्तर्भावपक्षे +स्वायंभुवमनोः +स्वायंभुवस्य +स्वायंभुवादयः +स्वायंभुवे +स्वायंभुवेंऽतरे +स्वायंभुवेन +स्वायंभुवेन्तरे +स्वायंभुवेऽन्तरे +स्वायंभुवो +स्वायंभुवोऽब्रवीत् +स्वायतं +स्वायतन +स्वायते +स्वायत्त +स्वायत्तं +स्वायत्ततंत्रिकातन्त्रस्य +स्वायत्ता +स्वायत्तानि +स्वायत्तीकृतः +स्वायत्तीकृतवान् +स्वायत्तीकृता +स्वायत्तीकृताः +स्वायत्तीकृत्य +स्वायत्ते +स्वायनसन्धाविन्दोः +स्वायम्भु +स्वायम्भुव +स्वायम्भुवं +स्वायम्भुवः +स्वायम्भुवमनुः +स्वायम्भुवमनोः +स्वायम्भुवमन्वन्तरे +स्वायम्भुवम् +स्वायम्भुवस्य +स्वायम्भुवस्यास्य +स्वायम्भुवादयः +स्वायम्भुवाद्या +स्वायम्भुवान्तरे +स्वायम्भुवे +स्वायम्भुवेन +स्वायम्भुवेऽन्तरे +स्वायम्भुवो +स्वायम्भुवोऽब्रवीत् +स्वायलीलावती +स्वाया +स्वायां +स्वायां॑ +स्वायाः +स्वायामेव +स्वायाम् +स्वायुः +स्वायुध +स्वायुधं +स्वायुधः +स्वायुधःप +स्वायुधस्य +स्वायुधानि +स्वायुधाय +स्वायुषः +स्वायुषा +स्वायुषो +स्वायै +स्वायै॑ +स्वाय॒ +स्वार +स्वारँ +स्वारं +स्वारः +स्वारमौक्ष्णोरन्ध्रं +स्वारम् +स्वारम्भकं +स्वारसिक +स्वारसिकं +स्वारसिकः +स्वारसिकमिति +स्वारसिकी +स्वारसिको +स्वारसौपर्णम् +स्वारस्य +स्वारस्यं +स्वारस्यम् +स्वारस्यात् +स्वारस्येन +स्वारा +स्वाराः +स्वाराज्य +स्वाराज्यं +स्वाराज्यकामस्य +स्वाराज्यकामो +स्वाराज्यमधिगच्छति +स्वाराज्यमाधिपत्यं +स्वाराज्यम् +स्वाराज्यसिद्धि +स्वाराज्याय +स्वाराज्ये +स्वाराज्यो +स्वाराट् +स्वारे +स्वारो +स्वारोचिष +स्वारोचिषं +स्वारोचिषः +स्वारोचिषस्तथा +स्वारोचिषस्य +स्वारोचिषे +स्वारोचिषेंऽतरे +स्वारोचिषेऽन्तरे +स्वारोचिषो +स्वार्जितं +स्वार्जितैः +स्वार्थ +स्वार्थं +स्वार्थः +स्वार्थतत्पराः +स्वार्थतो +स्वार्थत्यागः +स्वार्थत्यागेन +स्वार्थपरता +स्वार्थपरा +स्वार्थपराः +स्वार्थपरार्थभेदेन +स्वार्थपरित्यागेन +स्वार्थपरो +स्वार्थप्रतिपादने +स्वार्थमनपेक्ष्य +स्वार्थमात्रं +स्वार्थमात्रपरा +स्वार्थमात्रे +स्वार्थमिति +स्वार्थमुत्सृज्य +स्वार्थमुद्दिश्य +स्वार्थमेव +स्वार्थम् +स्वार्थविज्ञानात् +स्वार्थश्च +स्वार्थसंयमात् +स्वार्थसाधकः +स्वार्थसाधकता +स्वार्थसाधकाः +स्वार्थसाधनतत्परः +स्वार्थसिद्धये +स्वार्थसिद्धौ +स्वार्थसिद्ध्यर्थं +स्वार्थस्य +स्वार्थस्यैव +स्वार्थहानिं +स्वार्था +स्वार्थाः +स्वार्थात् +स्वार्थाद् +स्वार्थानुमानं +स्वार्थानुमाने +स्वार्थान् +स्वार्थान्वयानुभावकत्वं +स्वार्थाय +स्वार्थार्थं +स्वार्थाविरोधेन +स्वार्थिक +स्वार्थिकः +स्वार्थिकत्वेऽपि +स्वार्थिकप्रकरणम् +स्वार्थिकप्रत्ययाः +स्वार्थिकस्तातिल् +स्वार्थिका +स्वार्थिकाः +स्वार्थिकाश्च +स्वार्थिके +स्वार्थिकेषु +स्वार्थिको +स्वार्थिकोऽण् +स्वार्थिनः +स्वार्थी +स्वार्थे +स्वार्थेअण् +स्वार्थेक +स्वार्थेकः +स्वार्थेकन् +स्वार्थेणिच् +स्वार्थेति +स्वार्थेन +स्वार्थेषु +स्वार्थेऽण +स्वार्थेऽण् +स्वार्थेऽपि +स्वार्थो +स्वार्थोपपत्तिं +स्वालक्षण्यं +स्वालक्षण्येन +स्वालम्बने +स्वालयं +स्वालये +स्वाव +स्वावगम्यो +स्वावच्छिन्न +स्वावच्छिन्ने +स्वावमाननम् +स्वावयवं +स्वावयवसामान्यभूम्ना +स्वावयवेषु +स्वावयवैः +स्वावसरे +स्वावस्थां +स्वावासं +स्वावासगमनम् +स्वाविद्यया +स्वावृक् +स्वावृतौ +स्वावेश +स्वावेशः +स्वावेशा +स्वावेशेन +स्वावेशो +स्वावेशोऽस्यग्रेगा +स्वाशयं +स्वाशासु +स्वाशिरां +स्वाशिरामर्क +स्वाशिरामर्कः +स्वाशिरामर्कस्य +स्वाशिराम् +स्वाशिषं +स्वाश्च +स्वाश्चान्ये +स्वाश्र +स्वाश्रम +स्वाश्रमं +स्वाश्रमपदं +स्वाश्रमम् +स्वाश्रमाचारपरो +स्वाश्रमे +स्वाश्रय +स्वाश्रयं +स्वाश्रयः +स्वाश्रयमपि +स्वाश्रयमेव +स्वाश्रयम् +स्वाश्रयसमवेतत्वसंबन्धेन +स्वाश्रयस्य +स्वाश्रया +स्वाश्रयातिरिक्तप्रसारितेजोद्रव्यविशेषः +स्वाश्रये +स्वाश्रयेण +स्वाश्रयेति +स्वाश्रयेषु +स्वाश्रितं +स्वाश्रितजनपोषकं +स्वाश्रितानां +स्वाश्रितान् +स्वास +स्वासन +स्वासनं +स्वासनश्च +स्वासने +स्वासस्थं +स्वासस्थम् +स्वासस्थां +स्वासस्थे +स्वासां +स्वासाधारणं +स्वासाधारणो +स्वासीनं +स्वासु +स्वास्त +स्वास्ति +स्वास्तित्व +स्वास्तित्वं +स्वास्तित्वसम्पन्नः +स्वास्तीर्णं +स्वास्तीर्णे +स्वास्तृते +स्वास्थं +स्वास्थ्य +स्वास्थ्यं +स्वास्थ्यकरं +स्वास्थ्यमुपैति +स्वास्थ्यमुपैहि +स्वास्थ्यम् +स्वास्थ्यस्य +स्वास्थ्याय +स्वास्थ्ये +स्वास्थ्येन +स्वास्पदं +स्वाह +स्वाहया +स्वाहयेव +स्वाहा +स्वाहाँ +स्वाहां +स्वाहांतं +स्वाहांतो +स्वाहाकरोति +स्वाहाकार +स्वाहाकारँ +स्वाहाकारं +स्वाहाकारः +स्वाहाकारप्रदानः +स्वाहाकारप्रदाना +स्वाहाकारवषट्कारौ +स्वाहाकारस्य +स्वाहाकारा +स्वाहाकारान्तं +स्वाहाकारान्तैः +स्वाहाकाराय +स्वाहाकारे +स्वाहाकारेण +स्वाहाकारेणैव +स्वाहाकारैः +स्वाहाकारो +स्वाहाकृत +स्वाहाकृतं +स्वाहाकृतः +स्वाहाकृतम् +स्वाहाकृतय +स्वाहाकृतयः +स्वाहाकृतस्य +स्वाहाकृता +स्वाहाकृताः +स्वाहाकृताहुतिरेतु +स्वाहाकृतिं +स्वाहाकृतिभिः +स्वाहाकृतीः +स्वाहाकृतीभ्यः +स्वाहाकृते +स्वाहाकृतेन +स्वाहाकृत्य +स्वाहाकृतꣳ +स्वाहाग्नये +स्वाहाग्निं +स्वाहाज्यस्य +स्वाहादित्यै +स्वाहाद्भ्यः +स्वाहाधिपतये +स्वाहाधिमाधीताय +स्वाहानुमतये +स्वाहान्त +स्वाहान्तं +स्वाहान्तः +स्वाहान्तमूलेन +स्वाहान्तरिक्षाय +स्वाहान्ता +स्वाहान्ताभिः +स्वाहान्ते +स्वाहान्तेन +स्वाहान्तेनैव +स्वाहान्तैः +स्वाहान्तो +स्वाहान्तोऽयं +स्वाहापानाय +स्वाहाभिजित्यै +स्वाहामुष्मै +स्वाहाया +स्वाहायां +स्वाहायाः +स्वाहायै +स्वाहार्वाच्यै +स्वाहावसाने +स्वाहाशक्तये +स्वाहाशब्दस्य +स्वाहाशब्दो +स्वाहाशीत्यै +स्वाहासमन्वितैः +स्वाहासुधाकरः +स्वाहास्वधाभ्यां +स्वाहास्वाहेति +स्वाहाऽ +स्वाहाऽइति +स्वाहाऽग्नये +स्वाहा॑ +स्वाहा॑कृतं +स्वाहा॑कृतस्य +स्वाहा॒ +स्वाहा॒ऽग्नये॑ +स्वाहिः +स्वाहुत +स्वाहुतं +स्वाहुतः +स्वाहुतम् +स्वाहे +स्वाहेंकृताय +स्वाहेति +स्वाहेति॑ +स्वाहेति॒ +स्वाहेत्य +स्वाहेत्यग्नावाज्यस्य +स्वाहेत्यग्नौ +स्वाहेत्यत्र +स्वाहेत्यथ +स्वाहेत्यनुवषट्कृते +स्वाहेत्यनुवाकेन +स्वाहेत्यनेन +स्वाहेत्यन्तं +स्वाहेत्यन्तः +स्वाहेत्यन्ता +स्वाहेत्यपरं +स्वाहेत्यप्सु +स्वाहेत्यस्त्रे +स्वाहेत्यादि +स्वाहेत्यारभ्य +स्वाहेत्याह +स्वाहेत्याहवनीये +स्वाहेत्याहुतिं +स्वाहेत्याहुतिमेवादाय +स्वाहेत्या॑ह +स्वाहेत्युक्त्वा +स्वाहेत्युत्तराम् +स्वाहेत्युत्तरार्धपूर्वार्धे +स्वाहेत्येतैः +स्वाहेत्येवं +स्वाहेत्येवमेवैतदाह +स्वाहेत्य् +स्वाहेदं +स्वाहेन्द्रवदिति +स्वाहेन्द्रशत्रुर् +स्वाहेन्द्रस्य +स्वाहेन्द्रा +स्वाहेन्द्राय +स्वाहेन्द्रा॑य +स्वाहेन्द्रा॑य॒ +स्वाहेन्द्र॑व॒त् +स्वाहेमं +स्वाहेश्वराय +स्वाहेह +स्वाहे॒ह +स्वाहैका॒न्न +स्वाहो +स्वाहोदानरूपाभ्यां +स्वाहोदानाय +स्वाहोद्यासाय +स्वाहोरात्र +स्वाहोरात्रवृत्त +स्वाहोरात्रवृत्तं +स्वाहोरात्रवृत्ते +स्वाहोरात्रार्जुन +स्वाहोरात्रार्द्ध +स्वाहोरात्रार्ध +स्वाहोरात्रार्धेन +स्वाहोरात्रे +स्वाहोरात्रेष्टज्या +स्वाहोरात्र्यार्द्ध +स्वाहोरोरन्तरिक्षात् +स्वाहोरोरन्तरिक्षादिति +स्वाहोरोर् +स्वाहोर्जो +स्वाहोर्ध्वनभसं +स्वाहोवाच +स्वाहौषधीभ्यः +स्वाह्येभ्य +स्वाह्येभ्यः +स्वाह्वानौ +स्वाह॑ +स्वा॒दु +स्वा॒दुः +स्वा॒दुना॑ +स्वा॒दोः +स्वा॒धीः +स्वा॒ध्यो॑ +स्वा॒नो +स्वा॒यु॒धं +स्वा॒यु॒धः +स्वा॒हा +स्वा॒ह्ये॑भ्यः +स्वा᳘नां +स्वा᳘हा +स्वा᳘हे᳘ति +स्वा꣡सा꣢ +स्वा꣣नो꣡ +स्वि +स्विका +स्विकां +स्विकायाम् +स्विज् +स्विज्जायते +स्विटजरलैंड +स्विट्झर्ल्याण्ड् +स्विट्झर्ल्याण्ड्देशः +स्विट्झर्ल्याण्ड्देशस्य +स्विट्झर्ल्याण्ड्देशे +स्विति +स्विते +स्वित् +स्वित्यादि +स्वित्सा +स्वित्सूते +स्विद +स्विदर्धं +स्विदस्याः +स्विदा +स्विदासीत् +स्विदासीदिति +स्विदासीदुपरि +स्विदि +स्विदितमह्नां +स्विदिति +स्विदिदं +स्विदिस्वदिसहीनां +स्विदेकम् +स्विदेकाकी +स्विदेकाकीति +स्विदेको +स्विदेव +स्विद् +स्विद्धनम् +स्विद्धिमस्य +स्विद्यता +स्विद्यति +स्विद्यते +स्विद्यन् +स्विद्यन्ति +स्विद्वनं +स्विध्मा +स्विन +स्विनं +स्विन् +स्विन्न +स्विन्नं +स्विन्नः +स्विन्नकरस्य +स्विन्नमन्नमुदाहृतम् +स्विन्नम् +स्विन्नवान् +स्विन्नस्य +स्विन्ना +स्विन्नां +स्विन्नाः +स्विन्नाङ्गुलिः +स्विन्नानां +स्विन्नानि +स्विन्ने +स्विन्नेन +स्विन्नैः +स्विन्नो +स्विन्मृत्युना +स्वियां +स्विष्ट +स्विष्टं +स्विष्टः +स्विष्टकृच् +स्विष्टकृच्च +स्विष्टकृच्चतुर्थीभ्यो +स्विष्टकृच्चाग्ने +स्विष्टकृत +स्विष्टकृतं +स्विष्टकृतः +स्विष्टकृतम् +स्विष्टकृता +स्विष्टकृति +स्विष्टकृते +स्विष्टकृतेऽनुब्रूहीति +स्विष्टकृतेऽन्ततः +स्विष्टकृतो +स्विष्टकृतोऽनुवाक्या +स्विष्टकृतौ +स्विष्टकृत् +स्विष्टकृत्प्रभृति +स्विष्टकृत्प्रैषवान्समानीडा +स्विष्टकृत्वानुवषट्कारः +स्विष्टकृदन्तं +स्विष्टकृदर्थं +स्विष्टकृदादि +स्विष्टकृदाहुतिः +स्विष्टकृदिडम् +स्विष्टकृदिन्द्राय +स्विष्टकृद् +स्विष्टकृद्धर्मेण +स्विष्टकृद्धोमः +स्विष्टकृद्धोमे +स्विष्टकृद्भाग +स्विष्टकृद्यागे +स्विष्टकृद्विद्वान् +स्विष्टमग्न +स्विष्टमग्ने +स्विष्टम् +स्विष्टस्य +स्विष्टा +स्विष्टाः +स्विष्टाकारं +स्विष्टिं +स्विष्टिकृते +स्विष्टिम् +स्विष्टे +स्विष्टेन +स्विष्टो +स्विष्टꣳ +स्विस् +स्विह +स्वि॑दासीदधि॒ष्ठान॑मा॒रम्भ॑णं +स्वि॑दे॒व +स्वि॑द्धि॒मस्य॑ +स्वि॒त् +स्वि॒द्वनं॒ +स्वी +स्वीक +स्वीकरण +स्वीकरणं +स्वीकरणम् +स्वीकरणस्य +स्वीकरणात् +स्वीकरणाय +स्वीकरणीय +स्वीकरणीयं +स्वीकरणीयः +स्वीकरणीयतया +स्वीकरणीयम् +स्वीकरणीया +स्वीकरणीयाः +स्वीकरणे +स्वीकरणेन +स्वीकरिष्यति +स्वीकरिष्यन्ति +स्वीकरिष्यामि +स्वीकरिष्ये +स्वीकरे +स्वीकरोति +स्वीकरोतीति +स्वीकरोतीत्यर्थः +स्वीकरोतु +स्वीकरोमि +स्वीकरोमीति +स्वीकरोमीत्यर्थः +स्वीकरोषि +स्वीकर्तव्य +स्वीकर्तव्यं +स्वीकर्तव्यः +स्वीकर्तव्यमिति +स्वीकर्तव्यम् +स्वीकर्तव्या +स्वीकर्तव्याः +स्वीकर्ता +स्वीकर्तुं +स्वीकर्तुम् +स्वीकर्त्तव्यं +स्वीकर्त्तव्यः +स्वीकर्त्तव्या +स्वीकर्त्तुं +स्वीका +स्वीकार +स्वीकारं +स्वीकारः +स्वीकारम् +स्वीकारयितुं +स्वीकारस्य +स्वीकारा +स्वीकाराच्च +स्वीकारात +स्वीकारात् +स्वीकारादिति +स्वीकारापत्तेः +स्वीकारे +स्वीकारेण +स्वीकारेऽपि +स्वीकारो +स्वीकार्य +स्वीकार्यं +स्वीकार्यः +स्वीकार्यमिति +स्वीकार्यमित्यर्थः +स्वीकार्यम् +स्वीकार्या +स्वीकार्याः +स्वीकार्येति +स्वीकार्यो +स्वीकार्य्यः +स्वीकी +स्वीकुरु +स्वीकुरुत +स्वीकुरुतः +स्वीकुरुतम् +स्वीकुरुते +स्वीकुरुष्व +स्वीकुर्मः +स्वीकुर्महे +स्वीकुर्यात् +स्वीकुर्य्यात् +स्वीकुर्वता +स्वीकुर्वति +स्वीकुर्वते +स्वीकुर्वन् +स्वीकुर्वन्तः +स्वीकुर्वन्ति +स्वीकुर्वन्तु +स्वीकुर्वाणः +स्वीकुर्वितुं +स्वीकुर्वित्यर्थः +स्वीकुर्वे +स्वीकृ +स्वीकृत +स्वीकृतं +स्वीकृतः +स्वीकृतत्वात् +स्वीकृतमस्ति +स्वीकृतमिति +स्वीकृतमेव +स्वीकृतम् +स्वीकृतवती +स्वीकृतवन्तः +स्वीकृतवन्तौ +स्वीकृतवान् +स्वीकृतस्य +स्वीकृता +स्वीकृताः +स्वीकृतानां +स्वीकृतानि +स्वीकृति +स्वीकृतिं +स्वीकृतिः +स्वीकृते +स्वीकृतेति +स्वीकृतेन +स्वीकृतेऽपि +स्वीकृतैव +स्वीकृतो +स्वीकृतोऽसि +स्वीकृतौ +स्वीकृत्य +स्वीकृत्या +स्वीकृत्यापि +स्वीकृत्यैव +स्वीके +स्वीक्रि +स्वीक्रियत +स्वीक्रियतां +स्वीक्रियतामिति +स्वीक्रियताम् +स्वीक्रियते +स्वीक्रियन्ते +स्वीक्रियमाणे +स्वीक्रियेत +स्वीक्रियेते +स्वीक्रीयते +स्वीचकार +स्वीचकारेति +स्वीचक्रुः +स्वीचक्रे +स्वीट् +स्वीडन +स्वीडन् +स्वीडिश +स्वीय +स्वीयं +स्वीयः +स्वीयतया +स्वीयत्वेन +स्वीयनखांशयुताः +स्वीयमायया +स्वीयमेव +स्वीयम् +स्वीयया +स्वीयवीरविस्मृतिर्माभूदिति +स्वीयस्य +स्वीया +स्वीयां +स्वीयाः +स्वीयानां +स्वीयानि +स्वीयान् +स्वीयाम् +स्वीयाया +स्वीयायां +स्वीयासु +स्वीये +स्वीयेन +स्वीयेनैव +स्वीयेषु +स्वीयैः +स्वीयो +स्वीयौ +स्वृ +स्वृत्वा +स्वॄ +स्वे +स्वेच्छ +स्वेच्छं +स्वेच्छया +स्वेच्छयेति +स्वेच्छयैव +स्वेच्छा +स्वेच्छां +स्वेच्छाचारः +स्वेच्छाचारी +स्वेच्छातः +स्वेच्छातो +स्वेच्छादेयं +स्वेच्छानुसारं +स्वेच्छानुसारेण +स्वेच्छामय +स्वेच्छामयं +स्वेच्छामयः +स्वेच्छामयश्च +स्वेच्छामयस्य +स्वेच्छामयो +स्वेच्छामात्रेण +स्वेच्छारूपं +स्वेच्छालभ्यं +स्वेच्छेति +स्वेच्छैव +स्वेज् +स्वेत +स्वेतं +स्वेतरस्य +स्वेति +स्वेतिवृत्तसमं +स्वेत्ता +स्वेत्यादि +स्वेद +स्वेदं +स्वेदः +स्वेदज +स्वेदजं +स्वेदजः +स्वेदजा +स्वेदजाः +स्वेदजानां +स्वेदजानि +स्वेदजान् +स्वेदजाश्च +स्वेदजाश्चैव +स्वेदञ्च +स्वेदते +स्वेदन +स्वेदनं +स्वेदनः +स्वेदनञ्च +स्वेदनतो +स्वेदनम् +स्वेदनाख्यं +स्वेदनादिषु +स्वेदनाय +स्वेदनाशो +स्वेदनी +स्वेदने +स्वेदनेन +स्वेदनो +स्वेदबिन्दवः +स्वेदबिन्दुः +स्वेदबिन्दुभिः +स्वेदभरः +स्वेदमाचरेत् +स्वेदमूत्रपुरीषाणां +स्वेदम् +स्वेदयति +स्वेदयन्ति +स्वेदयित्वा +स्वेदयेच्च +स्वेदयेत् +स्वेदयेत्ततः +स्वेदयेद् +स्वेदयेन्नरम् +स्वेदयेन्मृदु +स्वेदयेयुः +स्वेदश्च +स्वेदस्तु +स्वेदस्तृषा +स्वेदस्य +स्वेदा +स्वेदांश्च +स्वेदाः +स्वेदात् +स्वेदादयः +स्वेदादिभिः +स्वेदान् +स्वेदाभ्यङ्गपरा +स्वेदाम्बु +स्वेदायनानि +स्वेदावरोधः +स्वेदि +स्वेदितं +स्वेदितः +स्वेदिता +स्वेदितो +स्वेदी +स्वेदुहव्यैः +स्वेदे +स्वेदेति +स्वेदेन +स्वेदैः +स्वेदैरुपाचरेत् +स्वेदो +स्वेदोद्गमः +स्वेदोऽथ +स्वेदौ +स्वेद्यं +स्वेद्यः +स्वेद्यमामज्वरं +स्वेद्यम् +स्वेद्या +स्वेद्याः +स्वेद्यो +स्वेन +स्वेनतुः +स्वेना +स्वेनांशेन +स्वेनात्मना +स्वेनानीकेन +स्वेनानुष्टितं +स्वेनापि +स्वेनाहते +स्वेनेति +स्वेनेव +स्वेनैव +स्वेनैवात्मना +स्वेनैवेति +स्वेनैवैनं +स्वेनैवैनमेतल्लोकेन +स्वेनैवैनां +स्वेनैवैनांस्तद्रूपेण +स्वेनैवैनास्तद्रूपेण +स्वेनोत्तमादिकामनास्वभावेन +स्वेन्द्रियाणि +स्वेन॑ +स्वेन॒ +स्वेप्सितं +स्वेभिः +स्वेभिः॑ +स्वेभिरेवैः +स्वेभ्य +स्वेभ्यः +स्वेभ्यो +स्वेव +स्वेवं +स्वेषां +स्वेषामपि +स्वेषामेव +स्वेषाम् +स्वेषु +स्वेष्ट +स्वेष्टं +स्वेष्टदेवं +स्वेष्टदेवतां +स्वेष्टदेवताम् +स्वेष्टदेवस्य +स्वेष्टलिङ्गे +स्वेष्टसिद्धये +स्वेष्टा +स्वेस्वे +स्वेऽधिकारे +स्वेऽपि +स्वै +स्वैः +स्वैक्यं +स्वैक्येन +स्वैच्छिक +स्वैच्छिकस्नायुषु +स्वैदायन +स्वैर +स्वैरं +स्वैरः +स्वैरचारिणः +स्वैरचारिणी +स्वैरचारिण्या +स्वैरचारी +स्वैरपि +स्वैरमब्रवीत् +स्वैरमुलूखले +स्वैरम् +स्वैरवासी +स्वैरि +स्वैरिकर्मसु +स्वैरिणि +स्वैरिणी +स्वैरिणीनां +स्वैरिणीव +स्वैरिणीवदनानि +स्वैरिणो +स्वैरिण्यः +स्वैरिण्या +स्वैरिण्याः +स्वैरिण्यो +स्वैरिता +स्वैरिति +स्वैरी +स्वैरे +स्वैरेव +स्वैरेष्वपि +स्वैर् +स्वैर्गुणैः +स्वैर्दक्षैः +स्वैर्दक्षैर्दक्षपितेह +स्वैर्निदानैः +स्वैर्भुङ्क्ते +स्वैर्मन्त्रैः +स्वैव +स्वैश्च +स्वो +स्वोक्त +स्वोक्तं +स्वोक्तस्य +स्वोक्तेऽर्थे +स्वोक्त्या +स्वोचितं +स्वोचितां +स्वोचितैर्व्यभिचारिभिः +स्वोच्च +स्वोच्चं +स्वोच्चभगणाः +स्वोच्चसंस्थे +स्वोच्चसंस्थेषु +स्वोच्चस्थः +स्वोच्चस्थे +स्वोच्चात् +स्वोच्चे +स्वोच्छेदाय +स्वोजा॒ +स्वोढां +स्वोत्तमेषु +स्वोत्तर +स्वोत्तरीयेण +स्वोत्पत्तये +स्वोत्पत्तौ +स्वोत्संगे +स्वोदन्तं +स्वोदय +स्वोदयभुक्तिघातात् +स्वोदयलग्ने +स्वोदयात् +स्वोदयासुभिः +स्वोदयास्त +स्वोदये +स्वोदयेन +स्वोदयैः +स्वोदरं +स्वोदरपूरणम् +स्वोदरे +स्वोप +स्वोपज्ञलघुवृत्तिः +स्वोपज्ञा +स्वोपभोगे +स्वोपयोगे +स्वोपाधौ +स्वोरसि +स्वोष्मणा +स्वोऽपि +स्वोऽस्त्रियां +स्वौ +स्वौजसमौट् +स्वौजसां +स्वौजसि +स्वौपशा +स्व् +स्व्यं +स्व्यकरोत् +स्व्यकुर्वन् +स्व॑ +स्व॑ः +स्व॑ङ्गु॒रिः +स्व॑ध्व॒रे +स्व॑प +स्व॑र्णरम् +स्व॑र्दृ॒शे +स्व॑र्मीळ्हे॒ +स्व॑र्वती +स्व॑र्षाता॒ +स्व॑र॒स्माकं॑ +स्व॒ +स्व॒गा +स्व॒ग्नयो॑ +स्व॒धया॑ +स्व॒धया॒ +स्व॒धा +स्व॒धां +स्व॒धाः +स्व॒धाभिः॑ +स्व॒धाभि॑ः +स्व॒धामनु॒ +स्व॒धाम् +स्व॒धाया॒मा +स्व॒धायै॒ +स्व॒धावा॑न् +स्व॒धाऽवा॑न् +स्व॒धा॒ऽवः॒ +स्व॒नः +स्व॒नात् +स्व॒यं +स्व॒यम् +स्व॒युग्भि॑ः +स्व॒राजो॒ +स्व॒राज्य॑म् +स्व॒राज॑मासते +स्व॒राड॑सि +स्व॒र्काः +स्व॒र्ग +स्व॒र्गं +स्व॒र्गम् +स्व॒र्गे +स्व॒र्गो +स्व॒र्दे॒वेषु॒ +स्व॒र्यं॑ +स्व॒र्य॑म् +स्व॒र्वित् +स्व॒र्विदं॑ +स्व॒र्विदः॑ +स्व॒र्विद॑ः +स्व॒र्विद॑म् +स्व॒र्षां +स्व॒र्षाः +स्व॒र॒ +स्व॒स्तये +स्व॒स्तये॑ +स्व॒स्तये॒ +स्व॒स्तय॑ +स्व॒स्ति +स्व॒स्तिं +स्व॒स्तिः +स्व॒स्तिभिः॒ +स्व॒स्तिभि॒ +स्व॒स्तिभि॒ः +स्व॒स्तिभि॒स्सदा॑ +स्व॒स्तिम् +स्व॒स्तिऽभिः॑ +स्व॒स्ति॒दा +स्व॒स्ति॒ऽदाः +स्व॒स्त्या +स्व॒ऽराजः॑ +स्व॒ऽराज्य॑म् +स्व॒ऽराज॑म् +स्व॒ऽराट् +स्वᳲपृष्ठम् +स्व꣡र्ज्यो꣯तिः +स्व꣣ +स्व꣣रा꣡ज्य꣢म् +स्व꣣र्वि꣡दः꣢ +स्व꣣स्त꣡ये꣢ +स्वꣳ +स्स +स्सं +स्सदा +स्सदि +स्सन् +स्सन्तः +स्सर्वे +स्सव्वँथ्स॒रः +स्सह +स्सा +स्सुटि +स्से +स्स्मृतः +स्स्यात् +स्स्वयम् +स्हौं +स्हौंः +स्ॐ +स्ॐय +स्ॐयं +स्ॐये +स्‍थापना +स्‍थापित +स्‍य +सॐ +स॑ +स॑खायः +स॑चते॒ +स॑चन्ते॒ +स॑जाता॒ +स॑जा॒तेषु॑ +स॑ञ्च॒रा +स॑त्य +स॑त्सि +स॑दः +स॑दन्तु +स॑देम +स॑दो॒ +स॑ध॒मादं॒ +स॑न्ति +स॑न्तु +स॑न्तु॒ +स॑पत्न॒हा +स॑पर्यत +स॑प्तद॒शः +स॑प॒र्यन् +स॑मा॒नं +स॑मा॒नव॑र्चसा +स॑मा॒नाः +स॑मा॒नाना +स॑मा॒नान्हि॑नस्ति॒ +स॑मिधा॒न +स॑मिधा॒नमी॑महे +स॑मिधा॒नस्य॒ +स॑मी॒ची +स॑मी॒धे +स॑मु॒द्र +स॑मु॒द्रं +स॑मु॒द्रः +स॑मु॒द्रमा +स॑मु॒द्रवा॑ससम् +स॑मु॒द्रस्य॑ +स॑मु॒द्रे +स॑मु॒द्रो +स॑मु॒द्रौ +स॑मे +स॑म्ब॒भूव॒ +स॑म॒ना +स॑रस्वति +स॑वितर्वा॒ममु॒ +स॑वि॒ता +स॑वि॒ताभि +स॑वि॒तारं॑ +स॑वि॒तुः +स॑वि॒तेदं +स॑व्वँथ्स॒र +स॑हस्र॒सात॑मम् +स॑हो॒दामि॒ह +स॑ह॒स्रिणी॑भि॒रुप॑ +स॑ह॒स्रिणो॒ +स॒ +स॒का +स॒कृत् +स॒कृत्सु +स॒क्षणिः॑ +स॒क्षणि॑ +स॒क्षणि॑म् +स॒खा॒यः॒ +स॒खि॒त्वमा +स॒खि॒ऽत्वम् +स॒ख्यं +स॒ख्यमी॑यु॒रनु॑ +स॒ख्यम् +स॒ख्यस्य॑ +स॒ख्या +स॒ख्यानि॑ +स॒ख्याय॑ +स॒ख्याय॒ +स॒ख्ये +स॒ख्येभिः॑ +स॒चा॒ऽभुवा॑ +स॒चा॒ऽभुव॑म् +स॒चे॒थे॒ +स॒चे॒म॒हि॒ +स॒च॒ते॒ +स॒च॒न्ता॒म् +स॒च॒न्ते॒ +स॒च॒न्त॒ +स॒जू +स॒जूः +स॒जूरिन्द्रे॑ण +स॒जूर्ऋ॒तुभि॑ +स॒जूर्दे॒वेन॑ +स॒जूर्दे॒वैर्व॑योना॒धैर॒ग्नये॑ +स॒जूर्वि॒धाभि॑ +स॒जोषाः +स॒जोषाः॑ +स॒जोषा॑ +स॒जोषा॑ः +स॒जोषा॒ +स॒जोष॑सः +स॒जोष॑सा +स॒जोष॑सा॒ +स॒जोष॑सो +स॒जोष॑सो॒ +स॒तः +स॒तश्च॒ +स॒ताम् +स॒ती +स॒तीः +स॒ते +स॒तो +स॒त्तः +स॒त्तो +स॒त्य +स॒त्यं +स॒त्यः +स॒त्यध॑र्मा +स॒त्यध॒र्मेन्द्रो॒ +स॒त्यमित्तन्न +स॒त्यमिन्द्रं॑ +स॒त्यमि॑न्द्रि॒यं +स॒त्यमि॑न्द्रि॒यम् +स॒त्यमु॒त +स॒त्यम् +स॒त्यरा॑धाः +स॒त्यशु॑ष्माय +स॒त्यश्र॑वसि +स॒त्यस्य॑ +स॒त्यस्य॒ +स॒त्यस॑वसः +स॒त्यऽध॑र्मा +स॒त्यऽरा॑धाः +स॒त्यऽशु॑ष्माय +स॒त्या +स॒त्यां +स॒त्याः +स॒त्यानि॑ +स॒त्याम् +स॒त्या॒नृ॒ते +स॒त्ये +स॒त्येनोत्त॑भिता॒ +स॒त्येन॑ +स॒त्येन॒ +स॒त्यैः +स॒त्यो +स॒त्य॒ +स॒त्रा +स॒त्राचा॒ +स॒त्सि॒ +स॒त्ऽप॒ते॒ +स॒दः॒ +स॒दान्वाः॑ +स॒दावृ॑धः +स॒दा॒ऽसाः +स॒द्भ्यो +स॒द्य +स॒द्यः +स॒द्यश्चि॒त्सन्ति॑ +स॒द्यो +स॒द॒ता॒म् +स॒द॒त् +स॒द॒न्तु॒ +स॒धस्थं॑ +स॒धस्था॑द॒ग्निं +स॒धस्था॒दाद्रात्री॒ +स॒धस्थे +स॒धस्थे॑ +स॒धस्थे॒ +स॒धस्थ॒ +स॒धस्थ॒मास॑दत् +स॒धऽस्थे॑ +स॒धऽस्थ॑म् +स॒ध्रीचीः॑ +स॒ध्रीचीः॒ +स॒ध्रीची॒ः +स॒ध्री॒चीने॑न॒ +स॒ध्री॒ची॒ना +स॒ध्र्य॑क् +स॒ध॒ऽमादः॑ +स॒ध॒ऽमादे॑ +स॒ध॒ऽमाद॑म् +स॒नये॑ +स॒नये॒ +स॒नात् +स॒नादे॒व +स॒नाद॑सि +स॒निं +स॒निम् +स॒निऽभ्यः॑ +स॒नि॒ष्यन् +स॒नि॒ष्यवः॑ +स॒नु॒तः +स॒नु॒या॒म॒ +स॒नेम॑ +स॒नेम॒ +स॒नेय॒मश्वं॒ +स॒ने॒म॒ +स॒नोति॑ +स॒न्ति॒ +स॒न्तु॒ +स॒न्त्य॒ +स॒न्त्वोष॑धीः +स॒न्दृशि॑ +स॒पत्ना॑ +स॒पत्ना॑न्मे +स॒पत्ना॑न्मे॒ +स॒पत्ना॒ +स॒पत्नीं॑ +स॒पत्नी॑रिव॒ +स॒पत्नी॒ +स॒प्त +स॒प्तग॑णा॒ +स॒प्तच॑त्वारि +स॒प्तत्रि +स॒प्तत॑न्तुम् +स॒प्तद॑श +स॒प्तप॑दा॒ +स॒प्तभिः॑ +स॒प्तर॑श्मिं +स॒प्तवि +स॒प्तस॑प्त +स॒प्तहो॑ता +स॒प्तहो॑ता॒ +स॒प्त॒द॒श +स॒प्रथः॑ +स॒प्रथः॑ऽतमम् +स॒प्रथाः॑ +स॒प्रथा॑ +स॒प्रथा॒ +स॒प्रथो॒ +स॒प्रथ॑ः +स॒प्रथ॑स्तमं॒ +स॒प॒त्न॒ऽहा +स॒प॒र्यतः॑ +स॒प॒र्यति॑ +स॒प॒र्यन् +स॒प॒र्य॒त॒ +स॒बाधो॒ +स॒बाध॑ +स॒बाध॑ः +स॒भेयो॒ +स॒मं +स॒मकृ॑ण्वन्नि॒मानि॑ +स॒मग्म॑त॒ +स॒मग॑च्छन्त॒ +स॒मत्सु॑ +स॒मत्सु॒ +स॒मत्ऽसु॑ +स॒मदं॑ +स॒मदो॑ +स॒मम् +स॒मया॑ +स॒मया॒ +स॒मा +स॒माहि॑तम् +स॒माहि॑ताः +स॒मा॒नं +स॒मा॒नः +स॒मा॒नम् +स॒मा॒नी +स॒मा॒ने +स॒मा॒नो +स॒मा॒न्या +स॒मित् +स॒मित्तया॒ +स॒मिद॑सि +स॒मिद॑सि॒ +स॒मिधं॑ +स॒मिधः॑ +स॒मिधा॑ +स॒मिधा॒ +स॒मिधा॒ऽग्निं +स॒मिधो॑ +स॒मिधो॒ +स॒मिध॒मा +स॒मीची॑ +स॒मीची॒ +स॒मी॒ची +स॒मी॒ची॒ने +स॒मु॒द्रं +स॒मु॒द्रः +स॒मु॒द्रम् +स॒मु॒द्रस्य॑ +स॒मु॒द्रस्य॒ +स॒मु॒द्रात् +स॒मु॒द्राय॑ +स॒मु॒द्रियः॑ +स॒मु॒द्रे +स॒मु॒द्रो +स॒मूह॑सि +स॒मे॒ +स॒म्पत॑न्ति +स॒म्भृत्य॒ +स॒म्यक् +स॒म्राजं॑ +स॒म्राजा॑ +स॒म्राजा॒ +स॒म्राजो॒ +स॒म्राज्ञी॑ +स॒म्राज्ञी॒ +स॒म्राज॒मति॑थिं॒ +स॒म्राट् +स॒म्राड॑सि +स॒म्ऽअस्व॑रन् +स॒म्ऽअ॒ञ्जन् +स॒म्ऽइत् +स॒म्ऽइधः॑ +स॒म्ऽइधा॑ +स॒म्ऽइध॑म् +स॒म्ऽइ॒थे +स॒म्ऽइ॒थेषु॑ +स॒म्ऽइ॒धा॒नः +स॒म्ऽइ॒धा॒नम् +स॒म्ऽइ॒धा॒नस्य॑ +स॒म्ऽइ॒धा॒ने +स॒म्ऽई॒के +स॒म्ऽई॒ची +स॒म्ऽई॒ची॒ने +स॒म्ऽई॒धे +स॒म्ऽग॒थे +स॒म्ऽग॒मे +स॒म्ऽजित॑म् +स॒म्ऽज॒ग्मा॒नः +स॒म्ऽदृक् +स॒म्ऽदृशि॑ +स॒म्ऽद॒धुः +स॒म्ऽपश्य॑न् +स॒म्ऽयतः॑ +स॒म्ऽयत॑म् +स॒म्ऽराजा॑ +स॒म्ऽराज्ञी॑ +स॒म्ऽराज॑म् +स॒म्ऽराट् +स॒म्ऽवि॒दा॒नः +स॒म्ऽस्थे +स॒म॒ना +स॒म॒स्य॒ +स॒याव॑भिः +स॒याव॑ऽभिः +स॒युजा॑ +स॒रथं॑ +स॒रथं॒ +स॒रमा॑ +स॒रितो॒ +स॒र्पा +स॒र्पिरथो॒ +स॒र्पिरा॑सुतिः +स॒र्पिषः॑ +स॒र्पिषा॒ +स॒र्पिषो॒ +स॒र्पेभ्यो॒ +स॒र्वं +स॒र्वतः॑ +स॒र्वता॑तये +स॒र्वता॑ता +स॒र्वता॑ति॒मदि॑तिं +स॒र्वतो॑ +स॒र्वत॑ +स॒र्वऽता॑तये +स॒र्वऽता॑ता +स॒र्वऽता॑तिम् +स॒र्व॒ऽधाः +स॒र॒मे॒ +स॒र॒स्व॒ति॒ +स॒वं +स॒वाय॑ +स॒वि॒तः॒ +स॒वि॒ता +स॒वि॒तारं॑ +स॒वि॒तार॑म् +स॒वि॒ताऽइ॑व +स॒वि॒तुः +स॒वि॒तृप्र॑सूत +स॒वि॒त्रा +स॒वि॒त्रे +स॒वि॒त॒रिति॑ +स॒वे +स॒वेन॑ +स॒व्यः +स॒व्येन॑ +स॒व्वँ॒थ्स॒र +स॒व्वँ॒थ्स॒रो +स॒श्चि॒रे॒ +स॒सन्तु॒ +स॒सस्य॒ +स॒साद॒ +स॒सा॒द॒ +स॒स्रुः॒ +स॒स॒हिः +स॒स॒हिम् +स॒स॒ऽवांसः॑ +स॒स॒ऽवान् +स॒ह +स॒हः॒ऽकृ॒त॒ +स॒हः॒ऽदाः +स॒हप्र॑मा॒ +स॒हवी॑रं +स॒हस्तो॑माः +स॒हस्त्र॑पात् +स॒हस्त्र॑शीर्षा॒पुरु॑ष +स॒हस्र +स॒हस्रं॑ +स॒हस्रं॒ +स॒हस्रा॑ +स॒हस्रा॑णि +स॒हस्रा॑ण्य॒ग्निं +स॒हस्रा॑य +स॒हस्रा॑य॒ +स॒हस्रा॒ +स॒हस्रे॑ण +स॒हस्रे॑षु +स॒हस्रैः॑ +स॒हस्र॑णीथः +स॒हस्र॑धारं +स॒हस्र॑धारः +स॒हस्र॑धारां +स॒हस्र॑धारा॒ +स॒हस्र॑धारो +स॒हस्र॑धारो॒ +स॒हस्र॑धा॒रेऽव॒ +स॒हस्र॑पाजसः +स॒हस्र॑पात् +स॒हस्र॑प्रधनेषु +स॒हस्र॑भर्णसं +स॒हस्र॑मु॒त +स॒हस्र॑म् +स॒हस्र॑रेता +स॒हस्र॑वल्शा॒ +स॒हस्र॑शृङ्गो +स॒हस्र॑स्य +स॒हस्र॑ऽधारः +स॒हस्र॑ऽधारम् +स॒हस्र॑ऽधारे +स॒हस्र॑ऽभर्णसम् +स॒हस्र॑ऽभृष्टिः +स॒हु॒रे॒ +स॒हो +स॒होर्जा +स॒ह्वान् +स॒ह॒सः॒ +स॒ह॒सा॒ऽव॒न् +स॒ह॒स्य॒ +स॒ह॒स्रिणः॑ +स॒ह॒स्रिणीः॑ +स॒ह॒स्रिणी॑भिः +स॒ह॒स्रिण॑म् +स॒ह॒स्रियं॒ +स॒ह॒स्र॒धा +स॒ह॒स्र॒साः +स॒ह॒स्र॒ऽजि॒त् +स॒ह॒स्र॒ऽसाः +स॒ह॒स्र॒ऽसाम् +स॒ह॒स्वः॒ +स॒ऽजूः +स॒ऽजोषाः॑ +स॒ऽजोष॑सः +स॒ऽजोष॑सा +स॒ऽजोष॑सौ +स॒ऽदृशीः॑ +स॒ऽपत्नी॑म् +स॒ऽप्रथः॑ +स॒ऽप्रथाः॑ +स॒ऽबाधः॑ +स॒ऽम॒न्य॒वः॒ +स॒ऽम॒र्ये +स॒ऽरथ॑म् +स᳘ +स᳘ंभवति +स᳘एष᳘ +स᳘त +स᳘य᳘ः +स᳘य᳘एत᳘मेव᳘मुपा᳘स्ते +स᳘य᳘था +स᳘र्वं +स᳘र्वम् +स᳘र्वस्यात्म᳘नः +स᳘र्वाणि +स᳘र्वाण्य् +स᳘र्वे +स᳘र्वेषाँ +स᳘र्वेषां +स᳘वै᳘नो +स᳘वै᳘वेदिता᳘स्याद् +स᳘ह +स᳘होवाच +स᳘होवाचः +स᳘होवाचा᳘जातशत्रुः +सᳪ +सᳪं᳭ +स꣡ +स꣡खा꣢ +स꣡खा꣢यः +स꣡खा꣢य꣣ +स꣡खा꣢꣯ +स꣡खा꣢꣯यः +स꣡चा꣢ +स꣡चा꣢꣯ +स꣡दः꣢꣯ +स꣡दा꣢ +स꣡दा꣢त् +स꣡दा꣢त्स꣡दा꣢त् +स꣡म् +स꣡रा꣢न् +स꣡रा꣢न्त्स꣡रा꣢न् +स꣡हः꣢꣯ +स꣡हो꣯नरः +स꣢ +स꣢खा꣯यो꣯दी꣯ +स꣢त्रा꣯वा꣡꣯जाम् +स꣢त्वन्न꣡श्चाइ +स꣢द्यो꣡꣯जज्ञा +स꣢न्ते꣡꣯नवा +स꣢न्द꣣धा꣤꣯ता꣥इ +स꣢म् +स꣢꣫ +स꣣ +स꣣ख्या꣡य꣢ +स꣣ख्ये꣡ +स꣣प्त꣢ +स꣣म् +स꣣म꣡त्सु꣢ +स꣣ह꣡स्र꣢ +स꣣ह꣢ +सꣳ +सꣳरोहो +सꣳशास्ति +सꣳशितं +सꣳशितम् +सꣳश्यति +सꣳसदम् +सꣳसम् +सꣳसर्पो +सꣳसवो +सꣳसादयन्त्यथ +सꣳसृज +सꣳसृजति +सꣳसृजामि +सꣳसृज्य +सꣳसृपाꣳ +सꣳसृष्टां +सꣳस्करोति +सꣳस्कृत्य +सꣳस्तुता +सꣳस्थां +सꣳस्थापयति +सꣳस्थापयन्ति +सꣳस्थापयेत् +सꣳस्थाप्य +सꣳस्थिते +सꣳस्पर्श्य +सꣳस्रावं +सꣳस्रावभागाः +सꣳस्रावमवनयति +सꣳस्रावेण +सꣳस्रावेणाभिहुत्य +सꣳहितम् +सꣳहिताः +सꣳहिताम् +सꣳहिते +ह +हँ +हँला +हँसः +हँसता +हँसती +हँसते +हँसी +हं +हंकारं +हंगरी +हंगामा +हंजे +हंत +हंतव्य +हंतव्यः +हंतव्या +हंतव्याः +हंतव्यो +हंता +हंतारं +हंति +हंतीति +हंतु +हंतुं +हंतुकामो +हंतुमारेभे +हंतुमुद्यतः +हंतुम् +हंशब्दानुशासनस्य +हंस +हंसं +हंसः +हंसक +हंसकः +हंसकारंडवाकीर्णं +हंसकारण्डवाकीर्णं +हंसकारण्डवाकीर्णा +हंसकारण्डवाकीर्णे +हंसकुलावतंस +हंसके +हंसको +हंसगतिः +हंसगमना +हंसगा +हंसगामिनी +हंसगीता +हंसगीतायां +हंसगीतासु +हंसडिम्भकाभ्यां +हंसडिम्भकोपाख्याने +हंसडिम्भकौ +हंसतां +हंसती +हंसतीर्थं +हंसतीर्थे +हंसते +हंसत्वं +हंसदूते +हंसद्वारं +हंसद्वीपं +हंसद्वीपे +हंसधवलोत्तरच्छदं +हंसध्वजवाहना +हंसनिष्क्रियौ +हंसपक्षं +हंसपक्षौ +हंसपथः +हंसपदं +हंसपदिका +हंसपदी +हंसपदीलतायां +हंसपदीवृक्षः +हंसपाक +हंसपादस्तृतीयः +हंसपादिका +हंसपादी +हंसपादो +हंसपाद्या +हंसप्रपतनं +हंसभट्टः +हंसभेदे +हंसमध्ये +हंसमन्त्रेण +हंसमारुह्य +हंसमार्गाश्च +हंसमाला +हंसमालाः +हंसमिथुनं +हंसम् +हंसया +हंसयानं +हंसयानेन +हंसयुक्तं +हंसयुक्तविमानेन +हंसयुक्ते +हंसयुक्तेन +हंसयुवा +हंसरवाः +हंसराज +हंसराजो +हंसरुतं +हंसरूपं +हंसरूपा +हंसरूपी +हंसरूपेण +हंसवती +हंसवत् +हंसवारणगामिनीम् +हंसवाहनः +हंसवाहनम् +हंसवाहिनी +हंसविशेषः +हंसवेग +हंसश्च +हंसश्चन्द्र +हंसश्चैव +हंससन्देशः +हंससारसचक्राह्व +हंससारसयुक्तेन +हंससारससेविताम् +हंसस्तस्य +हंसस्तु +हंसस्य +हंसस्येव +हंसहंसेति +हंसहंसेत्यमुं +हंसऽ +हंसा +हंसां +हंसांश्च +हंसाः +हंसाख्यं +हंसाख्या +हंसाख्यो +हंसात् +हंसादयः +हंसाधिरूढां +हंसानां +हंसानामिव +हंसानाम् +हंसान् +हंसाभ्यां +हंसाय +हंसायते +हंसारूढः +हंसारूढा +हंसारूढो +हंसावती +हंसावलयो +हंसावली +हंसावलीं +हंसावलीकथा +हंसावलीवलयिनो +हंसाविव +हंसाव् +हंसाश्च +हंसासः +हंसासो +हंसास्तु +हंसास्ते +हंसास्यो +हंसि +हंसिका +हंसिनी +हंसि॑ +हंसि॒ +हंसी +हंसीं +हंसीति +हंसीव +हंसे +हंसेति +हंसेन +हंसेषु +हंसैः +हंसैरिव +हंसो +हंसों +हंसोदकं +हंसोपनिषत् +हंसोपनिषद् +हंसोऽपि +हंसौ +हंस्या +हंस्यां +हंस्यायुर्वेदः +हंहो +हं॒सः +हं॒सा +हं॒सावि॑व +हं॒सासो॒ +हं॒सो +हः +हआ +हई +हए +हक +हकं +हकः +हकम् +हकरेखा +हकार +हकारं +हकारः +हकारश्च +हकारस्तु +हकारस्य +हकारान्तः +हकारान्तप्रकरणम् +हकारे +हकारेण +हकारो +हकीकत +हकीकतरायं +हकीकतरायः +हकीकतरायस्य +हके +हको +हक् +हक्क +हक्किपिक्किजनाङ्गः +हक्षेप +हक्षौ +हक्स्लि +हखः +हखो +हगे +हग्गे +हग्ज्या +हग्यो +हङ्कार +हङ्गरी +हङ्गे +हजं +हज़ार +हज़ारिका +हजार +हजारह +हजारिका +हजारी +हजारीबाग +हजारीबागमण्डलम् +हजारे +हजारो +हजारों +हजे +हज् +हझं +हझरेखा +हझस्य +हञ्जिका +हञ्जे +हट +हटती +हटा +हटाए +हटाएँ +हटाकर +हटाना +हटाने +हटाया +हटायें +हट्ट +हट्टं +हट्टः +हट्टविलासिनी +हट्टस्य +हट्टे +हठ +हठं +हठः +हठतः +हठति +हठप्रदीपिका +हठप्रदीपिकायां +हठप्रदीपिकायाः +हठप्रदीपिकायाम् +हठम् +हठयोग +हठयोगः +हठयोगदीपिकायाम् +हठयोगप्रदीपिका +हठयोगप्रदीपिकायाम् +हठयोगविद्या +हठयोगस्य +हठयोगिना +हठयोगे +हठयोगेन +हठयोगो +हठरत्नावली +हठविद्या +हठा +हठाग्निना +हठात् +हठादेव +हठाद् +हठाद्वा +हठी +हठे +हठेन +हठो +हडगलीविधानसभाक्षेत्रम् +हडप्पा +हड़ताल +हड़प्पा +हड्ड +हड्डः +हड्डचन्द्रः +हड्डियों +हड्डी +हण +हणं +हणः +हणम् +हणात् +हणे +हणेन +हण्टर् +हण्ट् +हण्डा +हण्डिका +हण्डिकामध्ये +हण्डिकायां +हण्डे +हत +हतं +हतः +हतक +हतकण्टकम् +हतकल्मषः +हतकल्मषजालम् +हतकेन +हतको +हतचेतनः +हतचेतनम् +हतचेतना +हतचेतसः +हतजीवितं +हतजीवितम् +हतजीविते +हतत्वनिश्चयेन +हतत्विषः +हतत्विषम् +हतत्विषो +हतद्विपानाम् +हतद्विषः +हतधियः +हतपार्थिवाः +हतपुत्रं +हतपुत्रस्य +हतपुत्रा +हतपुत्रो +हतप्रभ +हतप्रभः +हतप्रभा +हतप्रभाः +हतप्रवीरा +हतबान्धवा +हतबान्धवाः +हतभूयिष्ठं +हतभूयिष्ठा +हतमना +हतमनाः +हतमाता +हतमिति +हतमिन्द्रजितं +हतमिन्द्रस्य +हतमेकेन +हतमेव +हतम् +हतया +हतयोः +हतवता +हतवन्तः +हतवर्चसः +हतवानसि +हतवानिति +हतवानित्यर्थः +हतवान् +हतविधे +हतवीर्यस्य +हतवृत्तं +हतवृत्तम् +हतशायिकाः +हतशिष्टा +हतशिष्टाः +हतशेषं +हतशेषा +हतशेषाः +हतशेषाश्च +हतशेषास्तु +हतशोकः +हतश्च +हतश्चेन्मन्यते +हतसारथिः +हतसारथिम् +हतसैन्यो +हतस् +हतस्तत्र +हतस्तु +हतस्ते +हतस्तेन +हतस्त्वं +हतस्त्वया +हतस्थाने +हतस्य +हतस्यापि +हतस्वरम् +हतस्वसा +हतहृदयं +हता +हतां +हतांस्त्वं +हताः +हतात् +हताधिमन्थः +हतानलः +हतानां +हतानि +हतान् +हतान्तरम् +हतान्येकेन +हतामित्रं +हताम् +हतायां +हतारिः +हतारोहा +हतावशिष्टा +हतावशिष्टाः +हताश +हताशं +हताशः +हताशया +हताशा +हताशाः +हताशे +हताशो +हताश्च +हताश्वं +हताश्वः +हताश्वा +हताश्वात्तु +हताश्वादवप्लुत्य +हताश्वे +हताश्वो +हतासः +हतासो +हतास् +हतास्तत्र +हतास्तु +हतास्ते +हतास्तेन +हतास्त्वं +हतास्त्वया +हतास्मि +हतास्मीति +हताऽस्मि +हति +हतिः +हती +हतीति +हतु +हतुं +हतुः +हते +हतेति +हतेन +हतेन्द्रि +हतेन्द्रियः +हतेषु +हतेऽपि +हतै +हतैः +हतैश्च +हतो +हतोद्यमा +हतोसि +हतोऽथ +हतोऽद्य +हतोऽनेन +हतोऽपि +हतोऽयं +हतोऽयमिति +हतोऽवधीत् +हतोऽसि +हतोऽसीति +हतोऽसौ +हतोऽस्मि +हतोऽस्मीति +हतोऽहं +हतोऽहमिति +हतौ +हतौजसः +हतौजसम् +हतौजसि +हतौजा +हतौजाः +हत् +हत्त +हत्ता +हत्त्वा +हत्थ +हत्थं +हत्था +हत्थादो +हत्थि +हत्थे +हत्थेण +हत्थो +हत्नवे +हत्य +हत्यया +हत्या +हत्यां +हत्याः +हत्याकाण्डः +हत्याकाण्डस्य +हत्याकोटिविनाशनम् +हत्यादि +हत्याम् +हत्याया +हत्यायां +हत्यायाः +हत्यायुतं +हत्व +हत्वं +हत्वा +हत्वाग्निं +हत्वात् +हत्वाथ +हत्वापि +हत्वापीति +हत्वाय +हत्वार्थकामांस्तु +हत्वासुरं +हत्वाहं +हत्वाऽपि +हत्वाऽऽजौ +हत्वी +हत्वेति +हत्वेत्यर्थः +हत्वैकहायनम् +हत्वैनं +हत्वैव +हतꣳ +हथ +हथः +हथेली +हथेलीमें +हथैः +हथैः॑ +हथै॑ः +हथो +हद +हदं +हदते +हदम् +हदय +हदयं +हदयस्य +हदये +हदयेन +हदारण्यकोपनिषत् +हदास +हदासा +हदि +हदीस् +हदे +हदो +हद् +हद्द +हद्धि +हद्धी +हन +हनं +हनः +हनति +हनत् +हनधातोः +हनन +हननं +हननकर्त्ता +हननक्रिया +हननक्रियां +हननक्रियायां +हननक्रियायाः +हननमिति +हननम् +हननसाधनं +हननसाधनमायुधं +हननसाधनम् +हननसाधनैरायुधैः +हननस्य +हननहेतुः +हननात् +हननाय +हननार्थं +हननी +हनने +हननेन +हननैः +हनन् +हनमं +हनम् +हनश्च +हनस्त +हनस्तोऽचिण्णलोः +हनहन +हना +हनाः +हनानि +हनानीति +हनाम +हनामेति +हनाव +हना॑व +हनि +हनिकुषिनीरमिकाशिभ्यः +हनिष्य +हनिष्यति +हनिष्यतीति +हनिष्यतीत्येनमाह +हनिष्यते +हनिष्यन् +हनिष्यन्ति +हनिष्यन्त्येव +हनिष्यमाणानामपि +हनिष्यमाणान् +हनिष्यसि +हनिष्यसीति +हनिष्याम +हनिष्यामः +हनिष्यामश्च +हनिष्यामि +हनिष्यामीति +हनिष्यामो +हनिष्ये +हनिष्येऽहं +हनी +हनीमहीति +हनीय +हनीयसे +हनीयेति +हनु +हनुं +हनुः +हनुके +हनुग्रहं +हनुग्रहः +हनुग्रहम् +हनुग्रहे +हनुचलन +हनुद्वयम् +हनुधारणे +हनुभ्यां +हनुमंतं +हनुमज्जयन्ती +हनुमत +हनुमतः +हनुमता +हनुमति +हनुमते +हनुमतो +हनुमतोडीमेलजन्यः +हनुमत् +हनुमत्कवचम् +हनुमत्केश्वरं +हनुमत्प्रभुः +हनुमत्प्रमुखाः +हनुमत्प्रमुखान् +हनुमद्दत्तं +हनुमन् +हनुमन्तं +हनुमन्तमथाब्रवीत् +हनुमन्तय्य +हनुमन्तय्यः +हनुमन्नाटक +हनुमन्नाटकम् +हनुमन्नाटके +हनुमप्प +हनुमा +हनुमांश्च +हनुमांस्तत्र +हनुमान +हनुमानगढ +हनुमानगढमण्डलम् +हनुमानपि +हनुमानप्रसाद +हनुमानप्रसादः +हनुमानप्रसादस्य +हनुमानप्रसादेन +हनुमानिति +हनुमानुवाच +हनुमान् +हनुमान्कपिः +हनुमान्नाम +हनुमान्मारुतात्मजः +हनुमान्वीरः +हनुमूलस्थः +हनुम् +हनुरभज्यत +हनुरेका +हनुर्हट्टविलासिनी +हनुसन्धौ +हनुस्तम्भं +हनुस्तम्भे +हनुस्तम्भो +हनू +हनूभ्याꣳ +हनूमंतं +हनूमज्जयन्ती +हनूमत +हनूमतः +हनूमता +हनूमति +हनूमते +हनूमतो +हनूमदाद्यैर्यशसा +हनूमन् +हनूमन्त +हनूमन्तं +हनूमन्तमथाब्रवीत् +हनूमन्तमुवाच +हनूमन्तय्यः +हनूमन्मते +हनूमा +हनूमांश्च +हनूमांस्तु +हनूमान +हनूमानपि +हनूमानिति +हनूमानिदमब्रवीत् +हनूमानुवाच +हनूमान् +हनूमान्नाम +हनूमान्मारुतात्मजः +हनूमान्स्तोत्राणि +हनूमान्होवाच +हनूरुविधानसभाक्षेत्रम् +हनू॑ +हनू॒ +हने +हनेति +हनो +हनोः +हनोई +हनौ +हन् +हन्कृञ्ग्रहः +हन्त +हन्तं +हन्तः +हन्तकारं +हन्तकारः +हन्तना +हन्तना॒ +हन्तरि +हन्तरिन्द्र +हन्तर्हे +हन्तवा +हन्तवे +हन्तवै +हन्तव्य +हन्तव्यं +हन्तव्यः +हन्तव्यतया +हन्तव्यत्वसूचनायघ्नतोऽपि +हन्तव्यश्च +हन्तव्या +हन्तव्याः +हन्तव्यानि +हन्तव्यास्ते +हन्तव्ये +हन्तव्यो +हन्तव्योऽयं +हन्तव्यौ +हन्ता +हन्ताभ्यागच्छामेति +हन्तायं +हन्तार +हन्तारं +हन्तारः +हन्तारम् +हन्तारो +हन्तारौ +हन्तासि +हन्तासीति +हन्तास्मि +हन्तास्यैव +हन्ताहं +हन्ताहमिति +हन्ताहमिमास्तिस्रो +हन्ताहमेतद्भगवतो +हन्ताहम् +हन्ताऽस्मि +हन्ता॑ +हन्ति +हन्तिं +हन्तिः +हन्तिर्गत्यर्थः +हन्ति॑ +हन्ति॒ +हन्तीति +हन्तीत्यर्थः +हन्तीह +हन्तु +हन्तुं +हन्तुः +हन्तुकामं +हन्तुकामः +हन्तुकामस्य +हन्तुकामा +हन्तुकामो +हन्तुमर्हति +हन्तुमर्हसि +हन्तुमाहवे +हन्तुमिच्छतः +हन्तुमिच्छति +हन्तुमिच्छन्ति +हन्तुमिच्छसि +हन्तुमिच्छामि +हन्तुमिच्छाम्यहं +हन्तुमिति +हन्तुमियेष +हन्तुमुद्यतः +हन्तुमुद्यता +हन्तुमुद्यताः +हन्तुमुद्यतौ +हन्तुमुद्ययौ +हन्तुमेतौ +हन्तुमेव +हन्तुम् +हन्तुर्भवति +हन्तु॒ +हन्तृ +हन्तृत्वं +हन्तॄणां +हन्तॄन् +हन्ते +हन्तेः +हन्तेति +हन्तेत्यर्थः +हन्तेत्यादि +हन्तेदं +हन्तेदानीं +हन्तेन्द्रः +हन्तेमं +हन्तेरत्पूर्वस्य +हन्तेरप् +हन्तेरिति +हन्तेरेव +हन्तेर्गत्यर्थस्य +हन्तेर्घत्वं +हन्तेर्जः +हन्तेर्ञ्णिन्नेषु +हन्तेर्धातोः +हन्तेर्भावे +हन्तेर्भूते +हन्तेर्हकारस्य +हन्तेर्हस्य +हन्तेर्हि +हन्तेश्च +हन्तैकस्थं +हन्तैनं +हन्तैवं +हन्तो +हन्तोः +हन्तोद्गीथे +हन्तोर्ध्व +हन्त्यचिरेण +हन्त्यजः +हन्त्यतीसारं +हन्त्यतोऽन्यथा +हन्त्यपस्मारमुन्मादं +हन्त्यर्थाश्च +हन्त्यलक्षणम् +हन्त्यल्पदक्षिणो +हन्त्यविधिना +हन्त्यष्टादश +हन्त्यसंशयम् +हन्त्याशु +हन्त्यासत् +हन्त्येव +हन्त्येषा +हन्त्य् +हन्त्री +हन्त्रे +हन्त्वेनम् +हन्त्वेनान् +हन्त॑वे +हन्त॒वा +हन्त॒वै +हन्न +हन्नथा +हन्म +हन्मः +हन्मना +हन्मसि +हन्मि +हन्मीति +हन्मो +हन्म्यद्य +हन्म्यहं +हन्म॑ना +हन्य +हन्यंते +हन्यत +हन्यतां +हन्यतामिति +हन्यतामेष +हन्यताम् +हन्यते +हन्यतेऽनेनेति +हन्यन्त +हन्यन्तां +हन्यन्ते +हन्यमानं +हन्यमानः +हन्यमानस्य +हन्यमाना +हन्यमानां +हन्यमानाः +हन्यमानानां +हन्यमानाश्च +हन्यमाने +हन्यमानेषु +हन्यमानो +हन्यमानोऽपि +हन्यसे +हन्या +हन्यां +हन्याः +हन्याच्च +हन्याच्छारीरमौषधैः +हन्यात् +हन्यात्तथा +हन्यात्तदामयमसंशयमाशु +हन्यात्तु +हन्यात्पापं +हन्यात्पाले +हन्यात्स +हन्यादप्सु +हन्यादर्शांसि +हन्यादात्मनो +हन्यादाशु +हन्यादिति +हन्यादित्यर्थः +हन्यादित्याह +हन्यादेतन्न +हन्यादेव +हन्यादेवाविचारयन् +हन्याद् +हन्याद्गुरूनपि +हन्याद्धि +हन्याद्वा +हन्याद्वातं +हन्यान् +हन्यान्न +हन्यान्मां +हन्याम +हन्यामन्नपानप्रवर्षणैः +हन्यामहं +हन्यामिति +हन्याम् +हन्यास्त्वं +हन्युः +हन्युरिति +हन्युस्तन्मे +हन्युस्ते +हन्येत +हन्येतास्य +हन्यै +हन्यो +हन्वन्तं +हन्वा +हन्वोः +हन्वोरुलूखलमुसले +हन्स् +हप +हपुषा +हपुषां +हप्ता +हप्रत्ययः +हब +हबि +हबीब +हबेन् +हम +हमं +हमको +हमने +हमपि +हमला +हमले +हमलोग +हमशब्दानुशासनस्य +हमसे +हमस्मि +हमहि +हमा +हमार +हमारा +हमारी +हमारे +हमि +हमिति +हमी +हमीद +हमीद् +हमीर +हमीरपुरमण्डलम् +हमीरपुरम् +हमीररपुरमण्डलम् +हमे +हमें +हमेव +हमेश +हमेशा +हम् +हम्पी +हम्भारवं +हम्म +हम्मति +हम्मीर +हम्मीरं +हम्मीरः +हम्मीरमहाकाव्यं +हम्मीरमहाकाव्यम् +हम्मीरमहाकाव्ये +हम्मीरस्य +हम्र्ये +हम्स +हम्सः +हय +हयं +हयः +हयगन्धा +हयग्रीव +हयग्रीवं +हयग्रीवः +हयग्रीवश्च +हयग्रीवस्तु +हयग्रीवस्य +हयग्रीवागस्त्यसंवादे +हयग्रीवाय +हयग्रीवेण +हयग्रीवो +हयग्रीवोपनिषत् +हयज्ञताम् +हयज्ञानं +हयज्ञानस्य +हयति +हयत्वेन +हयन्ता +हयपृष्ठे +हयमारकः +हयमारुह्य +हयमूत्रेण +हयमेधं +हयमेधः +हयमेधखण्डे +हयमेधफलं +हयमेधमवाप्नुयात् +हयमेधस्य +हयमेधे +हयमेधेन +हयम् +हयरत्नमहारि +हयवरट् +हयवरु +हयवाहिनी +हयशिरः +हयशिरा +हयशिराः +हयशिरो +हयशिरोधरः +हयशिरोधरम् +हयशीर्ष +हयशीर्षं +हयशीर्षकम् +हयशीर्षपञ्चरात्रम् +हयशीर्षपञ्चरात्रे +हयशीर्षे +हयश्च +हयश्चैव +हयश्रेष्ठो +हयसंग्रहणं +हयसहस्रेण +हयसादिनः +हयसादिभिः +हयस्तथा +हयस्य +हयस्येव +हया +हयांश्च +हयांश्चास्य +हयांश्चैव +हयांस्तस्य +हयाः +हयाइ +हयादीनां +हयाननं +हयाननः +हयानना +हयाननाय +हयानन्ये +हयानपि +हयाना +हयानां +हयानाञ्च +हयानामिव +हयानाम् +हयानाहुः +हयानाहुर्विषयांस्तेषु +हयान् +हयान्हत्वा +हयारूढं +हयारूढः +हयारूढा +हयारूढो +हयारोहा +हयाश्च +हयाश्चैव +हयास्तस्य +हयास्ते +हयास्यः +हयाह्वया +हयी +हये +हयेन +हयेषु +हयेहये +हयै +हयैः +हयैश्च +हयो +हयोः +हयोत्तमः +हयोत्तमम् +हयोत्तमाः +हयोत्तमान् +हयोत्तमे +हयोत्तमैः +हयोऽश्वः +हयोऽसि +हयौ +हर +हरं +हरंति +हरंस्तां +हरः +हरः॑ +हरइ +हरएक +हरकार्मुकमाततज्यम् +हरकिरातः +हरकिशन +हरकोपानलभस्म +हरगोविंद +हरगोविन्द +हरगौरी +हरगौरीसंवादे +हरचूडामणीकृताम् +हरण +हरणं +हरणमिति +हरणम् +हरणशील +हरणशीलौ +हरणा +हरणात् +हरणानि +हरणाय +हरणार्थं +हरणीयं +हरणीयम् +हरणे +हरणेन +हरणेषु +हरत +हरतः +हरता +हरतां +हरतापि +हरतास्य +हरति +हरति॒ +हरती +हरतीति +हरतीत्यर्थः +हरतीत्यर्थे +हरतु +हरते +हरतेः +हरतेरनुद्यमनेऽच् +हरतेरप्रतिषेधः +हरतेर्गतताच्छील्ये +हरतो +हरतोऽभ्यधिकं +हरत् +हरत्यघं +हरत्यन्यमुदीरयेत् +हरत्यपि +हरत्यरम् +हरत्यसौ +हरत्याशु +हरत्युत्सङ्गादिभ्यः +हरत्येव +हरत्येवं +हरत्येष +हरत्य् +हरत्वं +हरत्वम् +हरदग्धस्य +हरदत्त +हरदत्तं +हरदत्तः +हरदत्तमिश्रविरचितायामु +हरदत्तस्तु +हरदत्तस्य +हरदत्तादयः +हरदत्तेन +हरदत्तेनोक्तम् +हरदनहळ्ळि +हरदयाल +हरदयालः +हरदा +हरदामण्डलम् +हरदेवः +हरदोयी +हरदोयीमण्डलम् +हरन +हरना +हरनि +हरने +हरनेवाली +हरनेवाले +हरन् +हरन्तं +हरन्तः +हरन्ति +हरन्ती +हरन्तीं +हरन्तीति +हरन्तीत्यर्थः +हरन्तु +हरन्ते +हरन्तो +हरन्तौ +हरन्त्यन्ये +हरन्त्येते +हरन्त्य् +हरन्निव +हरपत्नी +हरपनहळ्ळीविधानसभाक्षेत्रम् +हरपापह्रदे +हरप्पा +हरप्रियः +हरप्रिया +हरप्रिये +हरबद्धलक्ष्यः +हरबन्धुना +हरबीजं +हरभाज्यौ +हरमुखाम्बुधेरुद्गतम् +हरम् +हरय +हरयः +हरयन्त +हरयस्तत्र +हरयस्त्वा +हरये +हरयो +हरयोर्घातो +हरयोऽपत्यं +हरयोऽयं +हरयोऽश्वा +हररूपेण +हरवल्लभा +हरवल्लभे +हरवाहनस्य +हरशशिरुचा +हरशिरसि +हरश्च +हरश्चैव +हरश्चोपैति +हरष +हरषाना +हरषि +हरषित +हरषे +हरस +हरसः +हरसन्निधौ +हरसा +हरसापि +हरसि +हरसिद्धिं +हरसी +हरसे +हरसो +हरस् +हरस्ततः +हरस्तत्र +हरस्तथा +हरस्तदा +हरस्तस्या +हरस्तु +हरस्ते +हरस्तेन +हरस्थाने +हरस्य +हरस्यापि +हरस्यैव +हरस्व +हरस्वामी +हरस्वी +हरहर +हरा +हरांशौ +हराः +हराच्युतौ +हराज्ञया +हराणां +हराणि +हरात् +हरात्मजः +हरात्मजौ +हरादयः +हरानेन +हरान् +हरान्तिकम् +हरान्तिके +हराम +हरामः +हरामराङ्गनाः +हरामसि +हरामस्तं +हरामि +हरामि॒ +हरामीति +हरामीममिति +हराम्यहं +हराम्यहम् +हराय +हरावपि +हराविति +हरावेव +हराशया +हरासि +हरि +हरिं +हरिं॑ +हरिं॒ +हरिः +हरिःओम् +हरिः॑ +हरिः॒ +हरिऔध +हरिकथा +हरिकथां +हरिकथाः +हरिकथामृतम् +हरिकथासु +हरिकमलं +हरिका +हरिकाम्भोजीमेलजन्यः +हरिकीर्तनं +हरिकीर्तनम् +हरिकृष्ण +हरिकृष्णं +हरिकृष्णः +हरिकृष्णो +हरिकेलि +हरिकेश +हरिकेशं +हरिकेशः +हरिकेशश्च +हरिकेशाय +हरिकेशायोपवीतिने +हरिकेशेभ्यः +हरिकेशो +हरिक्रान्ता +हरिक्षेत्रं +हरिक्षेत्रे +हरिगदा +हरिघोषे +हरिचक्रेण +हरिचन्दन +हरिचन्दनं +हरिचन्दनम् +हरिचन्दने +हरिचन्दनेन +हरिचन्द्रः +हरिचमूपतिः +हरिचरण +हरिजं +हरिजन +हरिजस्य +हरिजागरम् +हरिजागरे +हरिजात +हरिजान्तरकं +हरिजे +हरिण +हरिणं +हरिणः +हरिणदृशो +हरिणप्लुता +हरिणलोचना +हरिणविशेषः +हरिणश्चापि +हरिणस्ताम्रवर्णः +हरिणस्य +हरिणा +हरिणाः +हरिणाक्षि +हरिणाक्षी +हरिणाक्षीं +हरिणाक्षीणां +हरिणाक्ष्या +हरिणाक्ष्याः +हरिणाङ्गनाभिः +हरिणाङ्गनासु +हरिणादयः +हरिणाधिपस्य +हरिणानां +हरिणान् +हरिणापि +हरिणायतेक्षणा +हरिणाश्च +हरिणि +हरिणिका +हरिणिम्मन्या +हरिणी +हरिणीं +हरिणीः +हरिणीछन्दः +हरिणीति +हरिणीदृशः +हरिणीदृशाम् +हरिणीनां +हरिणीभिर्हरेयुः +हरिणीमिव +हरिणीम् +हरिणीव +हरिणीवृत्तम् +हरिणीषु +हरिणे +हरिणेक्षणा +हरिणेक्षणानां +हरिणेति +हरिणेन +हरिणेषु +हरिणैः +हरिणैव +हरिणो +हरिणौ +हरिण्यः +हरिण्या +हरिण्याः +हरिण्यै +हरिण्यो +हरित +हरितं +हरितः +हरितकं +हरितकपिशं +हरितकानि +हरितकी +हरितक्याम् +हरितक्रान्तेः +हरितच्छदम् +हरितजम्भा +हरितत्वं +हरितभावे +हरितम् +हरितवर्ण +हरितवर्णं +हरितवर्णः +हरितवर्णम् +हरितवर्णस्य +हरितवर्णा +हरितवर्णाः +हरितवर्णावश्वौ +हरितवर्णीया +हरितवर्णीयानि +हरितवर्णे +हरितवर्णौ +हरितशाद्वले +हरितश्च +हरितश्चैव +हरितस्य +हरिता +हरितां +हरिताः +हरितादिभ्योऽञः +हरितानक +हरितानां +हरितानि +हरितान् +हरिताल +हरितालं +हरितालकः +हरितालकम् +हरितालञ्च +हरितालमयं +हरितालम् +हरितालस्य +हरिताली +हरिताले +हरितालेन +हरिताश्च +हरिति +हरितुष्टये +हरिते +हरितेति +हरितेन +हरितेभिरासभिः +हरितैः +हरितो +हरितोया +हरितोषणम् +हरितौ +हरित् +हरित्पतीनां +हरित्याय +हरित्वता +हरित्सु +हरिदत्तस्य +हरिदर्शनम् +हरिदश्वः +हरिदश्वदीधितेरनुप्रवेशादिव +हरिदास +हरिदासं +हरिदासः +हरिदासगुप्तः +हरिदासस्य +हरिदासाः +हरिदासेन +हरिदासो +हरिदास्यं +हरिदास्यप्रदं +हरिदिति +हरिदिनं +हरिदिने +हरिदेव +हरिद्र +हरिद्रकः +हरिद्रया +हरिद्रा +हरिद्रां +हरिद्राकषायम् +हरिद्राचूर्णं +हरिद्राञ्च +हरिद्राद्वितयं +हरिद्रान्नं +हरिद्राभं +हरिद्राभः +हरिद्राभो +हरिद्राया +हरिद्रायां +हरिद्रायाः +हरिद्रायाञ्च +हरिद्रायाम् +हरिद्रुः +हरिद्रे +हरिद्रेव +हरिद्वर्णं +हरिद्वर्णः +हरिद्वर्णा +हरिद्वर्णे +हरिद्वर्णेन +हरिद्वर्णो +हरिद्वार +हरिद्वारं +हरिद्वारतः +हरिद्वारमण्डलम् +हरिद्वारम् +हरिद्वारस्य +हरिद्वारे +हरिनन्दी +हरिनाथस्य +हरिनाम +हरिनामपरा +हरिनामपरायणाः +हरिनामा +हरिनामानि +हरिनामामृतव्याकरणम् +हरिनामोच्चारितवान् +हरिनारायण +हरिनारायणः +हरिन्मणिः +हरिन्मणीनां +हरिपदं +हरिपदे +हरिपर्यन्ते +हरिपाठ +हरिपाठे +हरिपादयोः +हरिपादोदकं +हरिपाल +हरिपालः +हरिपिङ्गलः +हरिपुंगव +हरिपुंगवः +हरिपुंगवाः +हरिपुङ्गव +हरिपुङ्गवः +हरिपुङ्गवाः +हरिपुरं +हरिपूजनम् +हरिपूजने +हरिपूजा +हरिप्रवीरः +हरिप्रवीराः +हरिप्रसाद +हरिप्रसादः +हरिप्रिय +हरिप्रियं +हरिप्रियः +हरिप्रियम् +हरिप्रिया +हरिप्रियाः +हरिप्रियाम् +हरिप्रियाश्च +हरिप्रिये +हरिबोधनी +हरिबोधिनी +हरिभक्तः +हरिभक्तस्य +हरिभक्तानां +हरिभक्तिं +हरिभक्तिः +हरिभक्तितः +हरिभक्तिदम् +हरिभक्तिदा +हरिभक्तिपराणां +हरिभक्तिपरायणः +हरिभक्तिप्रदं +हरिभक्तिविलास +हरिभक्तिविलासः +हरिभक्तिविलासे +हरिभक्तिश्च +हरिभक्तिसुधोदये +हरिभक्तो +हरिभक्त्या +हरिभगति +हरिभद्रा +हरिभिः +हरिभिरिति +हरिभिर् +हरिभिर्याहि +हरिभिश्च +हरिभिश्चारु +हरिभ्यः +हरिभ्यां +हरिभ्यामुप +हरिभ्याम् +हरिम +हरिमंदिरम् +हरिमंदिरे +हरिमः +हरिमच्युतम् +हरिमञ्जनशैलनाथम् +हरिमन्थः +हरिमन्दिरम् +हरिमन्दिरे +हरिमपि +हरिमर्चयेत् +हरिमर्च्चयेत् +हरिमव्ययम् +हरिमा +हरिमाणं +हरिमाणम् +हरिमाया +हरिमावाह्य +हरिमिति +हरिमित्र +हरिमित्रं +हरिमिव +हरिमीडे +हरिमीश्वरम् +हरिमुद्दिश्य +हरिमूर्तयः +हरिमेधसः +हरिमेधसे +हरिमेव +हरिम् +हरियाणमिदम् +हरियाणवी +हरियाणवीभाषा +हरियाणा +हरियाणाराज्य +हरियाणाराज्यं +हरियाणाराज्यम् +हरियाणाराज्यसम्बद्धाः +हरियाणाराज्यस्य +हरियाणाराज्ये +हरियुक्तं +हरियुक्तेन +हरियूथप +हरियूथपः +हरियूथपाः +हरियूथपान् +हरियोजन +हरियोजनाय +हरिरचिन्त्यात्मा +हरिरच्युतः +हरिरति +हरिरत्र +हरिरपि +हरिरयं +हरिरर्षति +हरिरव्ययः +हरिरसि +हरिरस्ति +हरिरस्तु +हरिरस्मै +हरिरा +हरिराक्षसौ +हरिराजः +हरिराजस्य +हरिराजाय +हरिराविर्बभूव +हरिराह +हरिरिति +हरिरित्यक्षरद्वयम् +हरिरित्युवाच +हरिरिन्द्रः +हरिरिव +हरिरिह +हरिरीश्वरः +हरिरुवाच +हरिरूपं +हरिरूपिणम् +हरिरूपेण +हरिरेव +हरिरेष +हरिर् +हरिर्जग्राह +हरिर्जयति +हरिर्जलचरो +हरिर्ज्ञात्वा +हरिर्ददौ +हरिर्दृष्ट्वा +हरिर्देवः +हरिर्देवो +हरिर्न +हरिर्ना +हरिर्नाम +हरिर्नारायणः +हरिर्नारायणो +हरिर्नित्यं +हरिर्नृप +हरिर्ब्रह्मा +हरिर्भक्त्या +हरिर्भवेत् +हरिर्मम +हरिर्महान्मित्रो +हरिर्मां +हरिर्मे +हरिर्यत्र +हरिर्यथा +हरिर्ययौ +हरिर्यस्य +हरिर्याति +हरिर्येन +हरिर्वा +हरिर्वाम् +हरिर्विमानमारुह्य +हरिर्विष्णुः +हरिर्हरति +हरिर्हि +हरिलोकं +हरिलोचन +हरिलोचनः +हरिव +हरिवं +हरिवंश +हरिवंशं +हरिवंशः +हरिवंशपर्व +हरिवंशपर्वणि +हरिवंशपुराणम् +हरिवंशपुराणे +हरिवंशमाहात्म्ये +हरिवंशश्रवणस्य +हरिवंशस्य +हरिवंशे +हरिवः +हरिवत +हरिवते +हरिवत् +हरिवत्यो +हरिवन् +हरिवन्तं +हरिवन्निन्द्र +हरिवरं +हरिवराः +हरिवर्ण +हरिवर्णो +हरिवर्पसं +हरिवर्ष +हरिवर्षं +हरिवर्षकिंपुरुषभारतानां +हरिवर्षमिति +हरिवर्षम् +हरिवर्षस्तृतीयस्तु +हरिवर्षाय +हरिवर्षे +हरिवल्लभ +हरिवल्लभः +हरिवल्लभम् +हरिवल्लभा +हरिवल्लभां +हरिवल्लभे +हरिवशे +हरिवाँ +हरिवान् +हरिवासर +हरिवासरः +हरिवासरभोजी +हरिवासरम् +हरिवासरात् +हरिवासरे +हरिवाहन +हरिवाहनः +हरिवाहनदिङ्मुखम् +हरिवाहनम् +हरिवाहने +हरिवाहिनी +हरिवाहिनीम् +हरिविजये +हरिविरिञ्चिहरेति +हरिवीराणां +हरिवेणु +हरिवेणुः +हरिवेणौ +हरिवो +हरिवो॒ +हरिव्रज्या +हरिव्रतं +हरिव्रता +हरिशंकरौ +हरिशङ्कर +हरिशङ्करौ +हरिशब्दं +हरिशब्दः +हरिशब्दस्य +हरिशब्दो +हरिशयने +हरिशया +हरिशर्मा +हरिशर्वमुखं +हरिशार्दूल +हरिशार्दूला +हरिशार्दूलो +हरिशासनतो +हरिशिखं +हरिशिप्रो +हरिश्च +हरिश्चंद्रं +हरिश्चंद्रस्य +हरिश्चंद्रो +हरिश्चक्रं +हरिश्चक्रे +हरिश्चन्द्र +हरिश्चन्द्रं +हरिश्चन्द्रः +हरिश्चन्द्रकथा +हरिश्चन्द्रपुरं +हरिश्चन्द्रमकल्मषम् +हरिश्चन्द्रश्च +हरिश्चन्द्रस्ततो +हरिश्चन्द्रस्य +हरिश्चन्द्रे +हरिश्चन्द्रेण +हरिश्चन्द्रो +हरिश्चन्द्रोऽपि +हरिश्चापि +हरिश्चास्ते +हरिश्चाऽहं +हरिश्चेति +हरिश्चैव +हरिश्मश्रुं +हरिश्मश्रुः +हरिश्रिताः +हरिश्रियं +हरिश्रियम् +हरिश्रीनिधनं +हरिश्रीनिधनम् +हरिश्रेष्ठ +हरिश्रेष्ठं +हरिश्रेष्ठः +हरिश्रेष्ठो +हरिश्शेते +हरिषु +हरिषेणः +हरिष्ठा +हरिष्ठाः +हरिष्यति +हरिष्यते +हरिष्यन्ति +हरिष्यसि +हरिष्यामि +हरिष्ये +हरिसंस्मरणं +हरिसत्तम +हरिसत्तमः +हरिसत्तमाः +हरिसन्निधिम् +हरिसन्निधौ +हरिसिंह +हरिसीताराममूर्तिः +हरिसेवनम् +हरिसेवया +हरिसैन्येन +हरिसैन्येषु +हरिस् +हरिस्तं +हरिस्ततः +हरिस्तत्र +हरिस्तथा +हरिस्तथाऽस्त्विति +हरिस्तदा +हरिस्तपसा +हरिस्तव +हरिस्तस्थौ +हरिस्तस्मै +हरिस्तस्य +हरिस्तां +हरिस्तिष्ठति +हरिस्तु +हरिस्तुतिः +हरिस्तुष्टो +हरिस्तूर्णं +हरिस्ते +हरिस्तेन +हरिस्तेभ्यो +हरिस्तेषां +हरिस्त्वं +हरिस्त्वयि +हरिस्त्वां +हरिस्थे +हरिस्मरणे +हरिस्मृतिः +हरिस्वामिनः +हरिस्वामिना +हरिस्वामी +हरिस्वामीति +हरिस्स्वयम् +हरिह +हरिहय +हरिहयः +हरिहयस्य +हरिहयो +हरिहर +हरिहरं +हरिहरः +हरिहरन् +हरिहरयोः +हरिहरविधानसभाक्षेत्रम् +हरिहरसुभषितम् +हरिहरसुभाषितम् +हरिहरस्य +हरिहरात्मकम् +हरिहरात्मजमीश्वरमाश्रये +हरिहरादयः +हरिहरादीनां +हरिहराभ्यां +हरिहरावुभौ +हरिहरि +हरिहरीति +हरिहरो +हरिहरौ +हरिहि +हरिऽअश्व +हरिऽभिः +हरिऽभ्याम् +हरिऽवः +हरि॑ः +हरि॑णी +हरि॑णी॒ +हरि॑तं॒ +हरि॑तः +हरि॑ता +हरि॑तो॒ +हरि॑भिः +हरि॑भिरिन्द्र +हरि॑भिर्या॒हि +हरि॑भि॒श्चारु॒ +हरि॑भ्यां +हरि॑भ्यां॒ +हरि॑भ्याम् +हरि॑म् +हरि॑रर्षति +हरि॑र॒न्यस्यां॒ +हरि॑ऽभिः +हरि॑ऽभ्याम् +हरि॑ऽवान् +हरि॒माणं॑ +हरि॒रा +हरि॒ष्ठा +हरी +हरीं +हरीः +हरीच्छया +हरीणां +हरीणामिति +हरीणाम् +हरीत +हरीतकी +हरीतकीं +हरीतकीः +हरीतकीकषायो +हरीतकीनां +हरीतकीभिः +हरीतकीम् +हरीतकीशतं +हरीतक्यः +हरीतक्या +हरीतक्यां +हरीतक्याः +हरीतक्यादि +हरीतक्यादिभ्यश्च +हरीतक्यादिषु +हरीतक्याम् +हरीतक्याश्च +हरीति +हरीन +हरीन् +हरीश +हरीश्वर +हरीश्वरः +हरीश्वरम् +हरीश्वरस्य +हरी॑ +हरी॑णां +हरी॑णाम् +हरी॒ 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+हलन्त +हलन्तः +हलन्तत्वात् +हलन्तनपुंसकलिङ्गप्रकरणम् +हलन्तनपुंसकलिङ्गे +हलन्तपुंलिङ्गप्रकरणम् +हलन्तपुलिङ्गे +हलन्तलक्षणवृद्धौ +हलन्तलक्षणा +हलन्तस्त्रीलिङ्गप्रकरणम् +हलन्तस्त्रीलिङ्गे +हलन्तस्य +हलन्ता +हलन्ताः +हलन्ताच्च +हलन्तात् +हलन्ताद् +हलन्तानां +हलन्तानाम् +हलन्तेषु +हलन्त्यमिति +हलन्त्यम् +हलप्रसारणं +हलभृते +हलभृतो +हलमर +हलमिति +हलमुखी +हलमेव +हलम् +हलयति +हलश्च +हलश्चेजुपधात् +हलश्चेति +हलसीराट्ठक् +हलसीरात् +हलसूकरयोः +हलस्तद्धितस्य +हलस्य +हलहलाशब्दः +हलहलाशब्दो +हला +हलां +हलाग्रेण +हलादयो +हलादि +हलादिः +हलादिग्रहणात् +हलादिना +हलादिशेष +हलादिशेषः +हलादिशेषे +हलादिशेषेण +हलादिश्शेष +हलादिषु +हलादे +हलादेः +हलादेरङ्गस्य +हलादेरिति +हलादेर्लघोः +हलादौ +हलानां +हलानि +हलान् +हलाय +हलायुघः +हलायुध +हलायुधः +हलायुधम् +हलायुधस्य +हलायुधे +हलायुधेन +हलायुधो +हलासन +हलासनम् +हलाहल +हलाहलं +हलाहलः +हलाहलम् +हलि +हलिः +हलिति +हलिनं +हलिनः +हलिना +हलिनि +हलिनी +हलिने +हलिनो +हलिप्रियः +हलिप्रिया +हली +हलीति +हलीत्येव +हलीमकं +हलीमकः +हलीमकम् +हलीमके +हलीषा +हले +हलेति +हलेत्यादि +हलेद्विपदिका +हलेन +हलेि +हलैः +हलो +हलोत्खातां +हलोनन्तराः +हलोपश्च +हलोऽनन्तराः +हलौ +हल् +हल्का +हल्के +हल्ग्रहणं +हल्ङयादिलोपः +हल्ङ्यादिना +हल्ङ्यादिलोपः +हल्ङ्यादिलोपे +हल्ङ्यादिसंयोगान्तलोपौ +हल्ङ्याप् +हल्ङ्याब्भ्यः +हल्ङ्याब्भ्यो +हल्च +हल्डयादिना +हल्डयादिलोप +हल्डयादिलोपे +हल्डयाब्भ्यो +हल्ड्यादिना +हल्ड्यादिलोपे +हल्दी +हल्दीघाटी +हल्परौ +हल्पूर्वात् +हल्बिक +हल्बिकभाषाः +हल्मिडि +हल्य +हल्यं +हल्यः +हल्यघो +हल्यघोः +हल्या +हल्ला +हल्लीशो +हल्लीसकं +हल्षु +हल्सन्धि +हल्सन्धिप्रकरणम् +हल्सन्ध्यधिकारः +हल्सूत्रे +हल्स्वरप्राप्तौ +हळदी +हळा +हळियाळ +हळियाळविधानसभाक्षेत्रम् +हळेबीडु +हळ्ळीषअं +हव +हवं +हवं॑ +हवं॒ +हवः +हवते +हवन +हवनं +हवनक्रिया +हवनमाह्वानं +हवनम् +हवनयोग्यं +हवनश्रुतः +हवनश्रुतम् +हवनश्रुता +हवनश्रुतो +हवनस्य +हवनस्यदं +हवनादि +हवनानि +हवनाय +हवनार्थं +हवनीय +हवनीयं +हवनीये +हवने +हवनेन +हवनेषु +हवन्त +हवन्ते +हवन्ते॒ +हवन॒श्रुतो॒ +हवमद्या +हवमा +हवमानम् +हवमानाय +हवमाह्वानं +हवमिन्द्र +हवम् +हवरेखा +हवसा +हवस्य +हवा +हवाः +हवाई +हवान् +हवामह +हवामहे +हवामहे॒ +हवामह॒ +हवा॑महे +हवा॑महे॒ +हवि +हविं +हविः +हविःशेषं +हविःशेषान् +हविःषु +हविःसामान्यं +हविःसामान्येन +हविःऽ +हविःऽभिः +हविनः +हविरग्ने +हविरजुषत +हविरजुषतावीवृधत +हविरजुषेतामवीवृधेतां +हविरजुषेताम् +हविरदन्तु +हविरद्यम् +हविरनामयं +हविरन्तं +हविरपि +हविरपूपादिभ्यः +हविरभिमन्त्र्य +हविरर्थं +हविरसि +हविरसीति +हविरस्तु +हविराज्यं +हविरादाय +हविरादि +हविरादिकं +हविरादिकम् +हविरादिना +हविरादीनां +हविरादीनि +हविरादौ +हविरावपति +हविरास्ये +हविरिति +हविरिदं +हविरिदमेषां +हविरिध्मः +हविरिन्द्रश्च +हविरिन्द्रियं +हविरिन्द्रियम् +हविरिन्द्रे +हविरिव +हविरुच्छिष्टं +हविरुच्छिष्टाशा +हविरुच्यते +हविरुत्तमम् +हविरुद्वपति +हविरेकत्र +हविरेव +हविर् +हविर्गन्धि +हविर्गन्धो +हविर्गुणाः +हविर्गृहीतं +हविर्गृहीत्वा +हविर्गृह्यते +हविर्ग्रहणं +हविर्जक्षिति +हविर्जुषन्तामिति +हविर्जुषन्ते +हविर्जुहोति +हविर्दत्तं +हविर्दत्तमस्तु +हविर्दत्तम् +हविर्दत्तवते +हविर्दत्तवतो +हविर्दत्तवन्तं +हविर्दत्त्वा +हविर्ददेत् +हविर्दद्म +हविर्दद्मः +हविर्दद्यात् +हविर्दात्रे +हविर्दानं +हविर्दानाय +हविर्दाने +हविर्दानेन +हविर्दीयते +हविर्दे +हविर्देव +हविर्द्धाने +हविर्द्रव्याणि +हविर्धान +हविर्धानँ +हविर्धानं +हविर्धानप्रवर्तने +हविर्धानमपः +हविर्धानमिति +हविर्धानम् +हविर्धानयोः +हविर्धानयोर् +हविर्धानशकटे +हविर्धानस्य +हविर्धानस्याग्रेणोपस्तम्भनमनुपोप्ते +हविर्धानस्याधस्तात् +हविर्धानस्यान्तरेणेषे +हविर्धानस्योत्तरस्यां +हविर्धानस्योपरिष्टान्नीडे +हविर्धानाख्ये +हविर्धानात् +हविर्धानाभ्यां +हविर्धानी +हविर्धाने +हविर्धानेषु +हविर्न +हविर्नः +हविर्नाम +हविर्नि +हविर्निरुप्तं +हविर्निर्वपति +हविर्निर्वापः +हविर्निवेदनं +हविर्निवेदने +हविर्निवेदयेत् +हविर्निवेद्य +हविर्ब्रह्माग्नौ +हविर्ब्राह्मणकाम्या +हविर्भक्षणाय +हविर्भवति +हविर्भागं +हविर्भागः +हविर्भागाः +हविर्भागान् +हविर्भागैः +हविर्भिः +हविर्भिर्यजते +हविर्भिर्यजतेऽथ +हविर्भिर्वा +हविर्भिश्च +हविर्भुक् +हविर्भुक्तं +हविर्भुज +हविर्भुजं +हविर्भुजः +हविर्भुजम् +हविर्भुजा +हविर्भुजां +हविर्भुजाम् +हविर्भुजि +हविर्भुजो +हविर्भूतं +हविर्भूता +हविर्भूतेन +हविर्भोक्तुर्यजमान +हविर्भ्यः +हविर्मधु +हविर्मरुतस्तज्जुजुष्टन +हविर्यच्चिररात्राय +हविर्यज्ञ +हविर्यज्ञं +हविर्यज्ञसोमप्रकरणम् +हविर्यज्ञा +हविर्यज्ञाः +हविर्यज्ञे +हविर्यज्ञेषु +हविर्यत् +हविर्यथा +हविर्या +हविर्युक्ताः +हविर्योग्यं +हविर्लक्षणं +हविर्लक्षणमन्नं +हविर्लक्षणमन्नम् +हविर्लक्षणम् +हविर्लक्षणस्य +हविर्लक्षणस्यान्नस्य +हविर्लक्षणानि +हविर्लक्षणान्नवन् +हविर्लक्षणान्नवन्तः +हविर्लक्षणान्नवान् +हविर्लक्षणान्यन्नानि +हविर्लक्षणेन +हविर्लक्षणेनान्नेन +हविर्लक्षणैरन्नैः +हविर्वपां +हविर्वयश्च +हविर्वहनं +हविर्वहनाय +हविर्वा +हविर्विशेषः +हविर्वै +हविर्हुत्वा +हविर्होतर्यज +हविश् +हविश्च +हविश्व +हविश्शेषं +हविष +हविषं +हविषः +हविषम् +हविषश्च +हविषस् +हविषस्तथा +हविषा +हविषां +हविषाग्नौ +हविषामाज्यस्य +हविषाम् +हविषाव +हविषाशास्ते +हविषाहार्षमेनम् +हविषाꣳ +हविषि +हविषी +हविषे +हविषेति +हविषेन्द्र +हविषेव +हविषेष्ट्वा +हविषो +हविषोत +हविषोऽनुवाक्या +हविष् +हविष्करण +हविष्करोति +हविष्कृच् +हविष्कृत +हविष्कृतं +हविष्कृतः +हविष्कृतम् +हविष्कृता +हविष्कृतानाम् +हविष्कृति +हविष्कृतिं +हविष्कृतिम् +हविष्कृतो +हविष्कृत् +हविष्कृदेहि +हविष्कृदेहीति +हविष्कृद् +हविष्ट्वेन +हविष्पतिः +हविष्पा +हविष्पान्तमजरं +हविष्प्रदानाय +हविष्प्रदानेन +हविष्प्रापणेन +हविष्मतः +हविष्मता +हविष्मतां +हविष्मती +हविष्मतीः +हविष्मतीरिमा +हविष्मतीर् +हविष्मतीर्घृताचीर्यन्तु +हविष्मते +हविष्मतो +हविष्मन्त +हविष्मन्तं +हविष्मन्तः +हविष्मन्तो +हविष्माँ +हविष्मांश्च +हविष्मानस्तु +हविष्मान् +हविष्माꣳ +हविष्य +हविष्यं +हविष्यः +हविष्यभुक् +हविष्यभोजनं +हविष्यमन्नं +हविष्यम् +हविष्यस्य +हविष्या +हविष्याणि +हविष्यान् +हविष्यान्नं +हविष्यान्नस्य +हविष्यान्नेन +हविष्याशी +हविष्ये +हविष्येण +हविष्येषु +हविष्षु +हविस् +हविस्तत्र +हविस्तथा +हविस्तस्य +हविस्त्यागेन +हविस्सदि +हविह्षु +हवि॒र्दे +हवि॒ष्कृत॑म् +हवी +हवीँ +हवीँषि +हवींषि +हवींषीति +हवींष्यपि +हवींष्यप्रयतेष्विव +हवींष्यासादयति +हवींष्युच्यन्ते +हवींष्य् +हवीमनि +हवीमन् +हवीमभिः +हवीमऽभिः +हवीम्̇षि +हवीरूपं +हवीरूपेण +हवीरूपेणान्नेन +हवीषि +हवी॑मनि +हवी॑मन् +हवी॑मभिः॒ +हवी॑मऽभिः +हवीꣳ +हवीꣳषि +हवीꣳष्य् +हवुषा +हवे +हवेते +हवेमा +हवेली +हवेषु +हवेहवे +हवेि +हवे॑ +हवे॑षु +हवे॒मा +हवै +हवो +हव्य +हव्यँ +हव्यं +हव्यः +हव्यः॑ +हव्यक +हव्यकब्राह्मणाः +हव्यकव्यभुक् +हव्यकव्ययोः +हव्यकव्यवहे +हव्यकव्यातिवेगवान् +हव्यकव्यानि +हव्यकव्ये +हव्यकव्येषु +हव्यकव्येष्वमन्त्रवित् +हव्यकाः +हव्यजुष्टिं +हव्यञ्च +हव्यदातये +हव्यदातिं +हव्यदातिम् +हव्यभुक् +हव्यमग्निरग्नये +हव्यमग्ने +हव्यमा +हव्यमाप्यायतां +हव्यमाहुतं +हव्यमिति +हव्यमूहिषे +हव्यमूहिषेऽया +हव्यम् +हव्यवाट् +हव्यवाडग्निरजरः +हव्यवाडसि +हव्यवाडिव +हव्यवाड् +हव्यवाड्जुह्वास्यः +हव्यवाळग्निरजरः +हव्यवाह +हव्यवाहं +हव्यवाहः +हव्यवाहन +हव्यवाहनं +हव्यवाहनः +हव्यवाहनम् +हव्यवाहनाय +हव्यवाहनीः +हव्यवाहने +हव्यवाहनो +हव्यवाहम् +हव्यवाहश्च +हव्यवाहा +हव्यवाहाय +हव्यवाहे +हव्यवाहेति +हव्यवाहेन +हव्यवाहो +हव्यवाहोऽग्निः +हव्यवाहꣳ +हव्यशोधने +हव्यशोधनौ +हव्यसूदः +हव्यसूदनः +हव्यस्य +हव्यऽदातये +हव्यऽदातिम् +हव्यऽवाट् +हव्यऽवाहन +हव्यऽवाहनः +हव्यऽवाहम् +हव्या +हव्यादांश्च +हव्यानां +हव्यानि +हव्यान्यग्ने +हव्यान्य् +हव्याय +हव्यायास्मै +हव्या॑ +हव्ये +हव्येन +हव्येभिः +हव्येषु +हव्येऽनन्तःपादम् +हव्यैः +हव्यो +हव्यो॑ +हव्यो॒ +हव्य॑ः +हव्य॒ +हव्य॒ः +हव्य॒वाट् +हव्य॒वाहं॑ +हव्य॒वाहं॒ +हव्य॒वाह॑नः +हव्य॒वाह॑म् +हव्यꣳ +हव॑ः +हव॑ते +हव॑नानि +हव॑नेषु +हव॑न्त +हव॑न्ते +हव॑मानाय +हव॑म् +हव॑म॒द्या +हव॑स्य +हव॒मा +हश +हशः +हशब्द +हशब्दः +हशश्वतोर्लङ् +हशि +हश् +हश्च +हष्ट +हष्टा +हस +हसं +हसंतं +हसंति +हसंती +हसः +हसइ +हसकहलह्रीं +हसतः +हसता +हसति +हसती +हसतीति +हसतीव +हसते +हसतो +हसत्येव +हसत्सु +हसद्भिः +हसन +हसनं +हसनम् +हसनी +हसने +हसन् +हसन्त +हसन्तं +हसन्तः +हसन्तमिव +हसन्तम् +हसन्तश्च +हसन्ति +हसन्ती +हसन्तीं +हसन्तीति +हसन्तीमिव +हसन्तीव +हसन्तु +हसन्ते +हसन्तो +हसन्तौ +हसन्त्यः +हसन्त्या +हसन्त्यां +हसन्त्येव +हसन्त्यौ +हसन्न +हसन्नपि +हसन्नाह +हसन्निति +हसन्निव +हसन्नेत्रार्पिताकूतं +हसन्नेव +हसमानं +हसमुख +हसलजनाङ्गः +हसलाः +हससि +हसस्य +हसा +हसाउ +हसाय +हसा॑य +हसा॑य॒ +हसि +हसिअ +हसिअं +हसित +हसितं +हसितः +हसितमिव +हसितम् +हसिता +हसिताननः +हसितुं +हसिते +हसितेन +हसितो +हसित्वा +हसियम +हसिष्यति +हसिष्यन्ति +हसीना +हसे +हसेत् +हसेन +हसैः +हसो +हसौ +हसौं +हसौः +हस् +हस्कारात् +हस्कृतिः +हस्झ +हस्त +हस्तं +हस्तं॑ +हस्तं॒ +हस्तः +हस्तः॑ +हस्तकं +हस्तकः +हस्तकन्दुकक्रीडा +हस्तकम् +हस्तकर्मणा +हस्तकला +हस्तकलाः +हस्तकाः +हस्तके +हस्तकेन +हस्तको +हस्तकौ +हस्तक्रियया +हस्तक्रिया +हस्तक्षेप +हस्तक्षेपं +हस्तक्षेपः +हस्तगत +हस्तगतं +हस्तगतः +हस्तगतम् +हस्तगता +हस्तगतां +हस्तगताः +हस्तगतानि +हस्तगतेन +हस्तगतो +हस्तगा +हस्तगृह्य +हस्तग्रहं +हस्तग्रहणं +हस्तग्राभस्य +हस्तग्राहं +हस्तग्राहम् +हस्तघ्नः +हस्तघ्नो +हस्तचतुष्टयं +हस्तचतुष्टयम् +हस्तचरणौ +हस्तच्छेदनमिष्यते +हस्तच्युती +हस्ततः +हस्ततलं +हस्ततलस्य +हस्ततले +हस्ततलेन +हस्तत्रयं +हस्तत्रये +हस्तदत्तं +हस्तदत्ताश्च +हस्तद्वयं +हस्तद्वये +हस्तद्वयेन +हस्तधारणा +हस्तनक्षत्रे +हस्तनिर्मितानि +हस्तन्यस्तं +हस्तन्यासं +हस्तपद्मेन +हस्तपाट +हस्तपाटः +हस्तपादं +हस्तपादचलनं +हस्तपादप्रक्षालनं +हस्तपादयोः +हस्तपादा +हस्तपादाः +हस्तपादादि +हस्तपादादीनां +हस्तपादादीनि +हस्तपादादौ +हस्तपादायुधादिभिः +हस्तपादे +हस्तपादेषु +हस्तपादैश्च +हस्तपादौ +हस्तपाशस्य +हस्तप्रक्षालनं +हस्तप्रमाणं +हस्तप्रमाणकम् +हस्तप्रमाणतः +हस्तप्राप्तं +हस्तबन्धः +हस्तमग्रभीत् +हस्तमग्रहीत् +हस्तमध्ये +हस्तमभिप्रसार्योवाच +हस्तमस्य +हस्तमात्रं +हस्तमात्रप्रमाणतः +हस्तमात्रसमुत्सेधां +हस्तमात्रा +हस्तमात्रे +हस्तमात्रेण +हस्तमादाय +हस्तमानं +हस्तमानकम् +हस्तमानेन +हस्तमारभ्य +हस्तमारोप्य +हस्तमितं +हस्तमिति +हस्तमिते +हस्तमुद्यम्य +हस्तमूले +हस्तमेकं +हस्तमेव +हस्तम् +हस्तयति +हस्तयते +हस्तयुग्मं +हस्तयुग्मे +हस्तयो +हस्तयोः +हस्तयोरादधानः +हस्तयोराबध्य +हस्तयोरुभयोरपि +हस्तयोर्दधे +हस्तयोर्द्वयोः +हस्तयोश्च +हस्तरोधि +हस्तर्क्षे +हस्तलक्षणं +हस्तलब्धे +हस्तलाघवम् +हस्तलिखित +हस्तलिखितं +हस्तलिखिता +हस्तलेखः +हस्तलेखे +हस्तवता +हस्तवधः +हस्तविंशतिरुन्नम्रं +हस्तशतं +हस्तशौचं +हस्तश्च +हस्तश्चित्रा +हस्तसंख्या +हस्तसंज्ञया +हस्तसंवाहनानां +हस्तसूत्रं +हस्तसूत्रे +हस्तस्तु +हस्तस्थं +हस्तस्था +हस्तस्पर्शेन +हस्तस्य +हस्तहीनं +हस्तहोमत्वात् +हस्तहोमत्वात्तन्त्रविकल्पः +हस्तहोमे +हस्ता +हस्तां +हस्ताः +हस्ताक्षर +हस्ताक्षरं +हस्ताक्षरम् +हस्ताक्षराणि +हस्ताक्षरितं +हस्ताग्रं +हस्ताग्राग्रहस्तादयो +हस्ताग्रे +हस्ताग्रेण +हस्ताङ्कनं +हस्ताज्जातौ +हस्तात् +हस्तादयस्तु +हस्तादयस्त्वपरे +हस्तादाददाना +हस्तादादाय +हस्तादान +हस्तादाने +हस्तादि +हस्तादिति +हस्तादिना +हस्तादिषु +हस्तादीनां +हस्तादीनि +हस्तादौ +हस्ताद् +हस्ताद्धस्तं +हस्तानां +हस्तानुराधा +हस्तान् +हस्तान्तं +हस्तान्तरे +हस्ताभरणमुत्तमम् +हस्ताभरणम् +हस्ताभ्या +हस्ताभ्याँ +हस्ताभ्यां +हस्ताभ्याञ्च +हस्ताभ्यामग्नये +हस्ताभ्यामञ्जलिं +हस्ताभ्यामपि +हस्ताभ्यामा +हस्ताभ्यामादद +हस्ताभ्यामाददे +हस्ताभ्यामिति +हस्ताभ्यामित्याह +हस्ताभ्याम् +हस्ताभ्याꣳ +हस्तामलक +हस्तामलकं +हस्ताम्बुजे +हस्ताय +हस्तार्के +हस्तालम्बं +हस्ताल्लिप्सेत +हस्तावथो +हस्तावध्येयं +हस्तावलग्नः +हस्तावलम्बनं +हस्तावलम्बनम् +हस्तावलम्बो +हस्ताववनिज्य +हस्ताववनेनिक्ते +हस्तावस्य +हस्तावाचम्य +हस्तावापं +हस्ताव् +हस्ताश्च +हस्तासः +हस्तासो +हस्तास् +हस्ता॑भ्यां॒ +हस्ता॑भ्याम् +हस्ता॒ +हस्ति +हस्तिः +हस्तिकन्दः +हस्तिकन्दे +हस्तिकपाटयोः +हस्तिकर्ण +हस्तिकर्णः +हस्तिकर्णपलाशस्य +हस्तिकर्णस्य +हस्तिकर्णो +हस्तिका +हस्तिकायमश्वकायं +हस्तिगोऽश्वोष्ट्रदमको +हस्तिग्रीवायामश्वपृष्ठे +हस्तिघोषा +हस्तिचारी +हस्तिजिह्वा +हस्तिदन्त +हस्तिदन्तः +हस्तिदानं +हस्तिन +हस्तिनं +हस्तिनः +हस्तिनखः +हस्तिनपुरं +हस्तिनम् +हस्तिनश्च +हस्तिनश्चैव +हस्तिना +हस्तिनां +हस्तिनागं +हस्तिनापुर +हस्तिनापुरं +हस्तिनापुरम् +हस्तिनापुरस्य +हस्तिनापुरे +हस्तिनाम् +हस्तिनि +हस्तिनी +हस्तिनीं +हस्तिनीनां +हस्तिनीव +हस्तिने +हस्तिनो +हस्तिनोऽश्वा +हस्तिनोऽश्वाश्च +हस्तिन् +हस्तिन्या +हस्तिन्यां +हस्तिन्याः +हस्तिन्याम् +हस्तिप +हस्तिपं +हस्तिपः +हस्तिपक +हस्तिपकः +हस्तिपकस्य +हस्तिपका +हस्तिपकाः +हस्तिपके +हस्तिपकेन +हस्तिपदे +हस्तिपम् +हस्तिपर्णश्च +हस्तिपर्णी +हस्तिपादः +हस्तिपान् +हस्तिपिप्पली +हस्तिपिप्पलीम् +हस्तिपृष्ठे +हस्तिबलादीनि +हस्तिभिः +हस्तिभूयं +हस्तिमदः +हस्तिमदे +हस्तिमल्लस्य +हस्तिमुखं +हस्तिमूत्रेण +हस्तिमेही +हस्तियशसमसि +हस्तियूथेन +हस्तिरत्नमश्वरत्नं +हस्तिरथं +हस्तिवनं +हस्तिवर्चसं +हस्तिवर्चसम् +हस्तिशरीरं +हस्तिशाला +हस्तिशालायां +हस्तिशुण्डः +हस्तिशुण्डी +हस्तिषु +हस्तिसूचकयोरिति +हस्तिस्कन्धादवतीर्य +हस्तिस्कन्धे +हस्ती +हस्तीति +हस्तीव +हस्तु +हस्ते +हस्तेकृत्य +हस्तेगृह्य +हस्तेति +हस्तेन +हस्तेनादाय +हस्तेनापि +हस्तेनेति +हस्तेनेव +हस्तेनैकेन +हस्तेनैते +हस्तेनैव +हस्तेनोपस्पृशति +हस्तेबन्धः +हस्तेषु +हस्तेहि +हस्तेऽथ +हस्तेऽन्यस्य +हस्तेऽस्य +हस्ते॑ +हस्ते॑न +हस्ते॑षु +हस्ते॑षु॒ +हस्ते॒ +हस्तै +हस्तैः +हस्तैकं +हस्तैर्बिभ्राणं +हस्तैर्भ्रमोऽयं +हस्तैश्चतुर्भिर्भवतीह +हस्तैौ +हस्तो +हस्तोदकं +हस्तोद्धारमनुप्रदद्याम् +हस्तोऽयं +हस्तौ +हस्तौ॑ +हस्त्पायुर्वेदमहाप्रवचने +हस्त्य +हस्त्यं +हस्त्यम् +हस्त्यश्व +हस्त्यश्वं +हस्त्यश्वरथ +हस्त्यश्वरथपत्तीनां +हस्त्यश्वरथपादातं +हस्त्यश्वरथयानानि +हस्त्यश्वरथसंकुलम् +हस्त्यश्वादि +हस्त्यश्वादीनि +हस्त्यश्वानां +हस्त्या +हस्त्यादि +हस्त्यादीनां +हस्त्यादौ +हस्त्यान्यग्रेऽथ +हस्त्यायुर्वेद +हस्त्यायुर्वेदः +हस्त्यायुर्वेदमहाप्रवचने +हस्त्यायुर्वेदे +हस्त्यारोहं +हस्त्यारोहा +हस्त्यृषभं +हस्त्य् +हस्त॑ +हस्त॑म् +हस्त॑योः +हस्त॑योर्द॒धे +हस्त॒ +हस्पतिः +हस्पत्याय +हस्माहुरात्रेयादयो +हस्य +हस्यते +हस्यायुर्वेदः +हस्येति +हस्यैष +हस्राणि +हस्रेव +हस्व +हस्वं +हस्वः +हस्वत्वं +हस्वत्वे +हस्वनद्यापो +हस्वश्च +हस्वस्य +हस्वा +हस्वादङ्गात् +हस्वे +हस्वो +हस्स्यायुर्वेदः +हह +हहवं +हहह +हहहा +हहा +हहेच +हहेत्यनुदिनं +हहो +हा +हाँ +हाँचि +हाँसी +हां +हांग् +हांडूरस +हाः +हाइ +हाइजेनबर्ग +हाइड्रोजन +हाइड्रोजन् +हाइतोला +हाई +हाउ +हाउकारः +हाउवा +हाउस +हाउस् +हाउहाउहाउ +हाउहाउहाउवा +हाऊस् +हाओवा +हाक +हाकल्य +हाकार +हाकिङ्ग् +हाकिनी +हाकी +हाकीक्रीडा +हाकीक्रीडालवः +हाकुच +हाको +हाक् +हाग्नयः +हाग्निम् +हाग्निरुवाच +हाङ् +हाङ्गर +हाङ्गिरसः +हाङ्गिरा +हाङ्ग् +हाच +हाजरा +हाजरिका +हाजीपुरम् +हाजो +हाज्किन् +हाट +हाटक +हाटकं +हाटकः +हाटकक्षितिगौरीणां +हाटकभाजनं +हाटकमयी +हाटकम् +हाटकस्य +हाटकी +हाटके +हाटकेन +हाटकेशं +हाटकेश्वर +हाटकेश्वरः +हाटकेश्वरक्षेत्र +हाटकेश्वरक्षेत्रमाहात्म्ये +हाटकेश्वरक्षेत्रे +हाटकेश्वरजं +हाटकेश्वरजे +हाटकेश्वरदेवस्य +हाटकेश्वरम् +हाटकेश्वरसंज्ञितम् +हाटकेश्वरे +हाटको +हाट् +हाड +हाड़ +हाडि +हाणां +हाणि +हात +हातव्य +हातव्यं +हातव्यः +हातव्यम् +हातव्या +हातव्याः +हातव्ये +हातव्येति +हातव्यो +हाता +हाति +हाती +हातु +हातुं +हातुः +हातुमर्हसि +हातुमिच्छसि +हातुमुत्सहे +हातुम् +हाते +हात् +हात्मा +हात्म्यवर्णनम् +हात्र +हात्वा +हाथ +हाथकी +हाथके +हाथपर +हाथमें +हाथरस +हाथसे +हाथि +हाथियो +हाथियों +हाथियोंके +हाथी +हाथीके +हाथों +हाद +हादश +हादसा +हादि +हादिः +हादिति +हादिनी +हादेशेषु +हादौ +हाधिक् +हान +हानं +हानगलविधानसभाक्षेत्रम् +हानगल् +हानमिति +हानमुपादानं +हानमेषां +हानम् +हानम्‌ +हानयः +हानये +हानलूलू +हानव्ये +हानस्य +हानस्योपाय +हानां +हानाय +हानायोपादानाय +हानि +हानिं +हानिः +हानिकरं +हानिकरः +हानिकराः +हानिकारक +हानिकारकं +हानिकारकः +हानिकारकम् +हानिकृत् +हानितः +हानिदं +हानिदा +हानिमन् +हानिमाप्नुयात् +हानिम् +हानिरस्योपजायते +हानिरिति +हानिरेव +हानिर् +हानिर्न +हानिर्भवति +हानिर्विक्रेतुरेवासौ +हानिवृद्धी +हानिश्च +हानिस्तन्महच्छिद्रं +हानिस्तु +हानी +हानुवित्तस्तेनैति +हाने +हानेः +हानोपादाने +हानोपाय +हानोपायः +हानोपायस्य +हानौ +हान् +हान्त +हान्तं +हान्तः +हान्ता +हान्ताः +हान्न +हान्यधिकरणम् +हान्या +हान्ये +हान्स +हान्स् +हापयति +हापयन्ति +हापयामसि +हापयेत् +हापरं +हापराणि +हापि +हापिते +हापुत्त्रिका +हापुर +हाप्किन्स् +हाप्राप्यैव +हाप्सराः +हाप्सु +हाफलाङ्ग +हाभ्यां +हाभ्याजग्मुः +हाभ्युवाद +हाम +हामा +हामि +हामिद +हामी +हाम् +हाय +हायं +हायः +हायन +हायनं +हायनः +हायनम् +हायनस्य +हायना +हायनाः +हायनानि +हायनान् +हायनान्तयुवादिभ्योऽण् +हायने +हायनेन +हायनैर्न +हायनो +हायनोऽस्त्री +हायम् +हायां +हायास्य +हायि +हार +हारं +हारः +हारक +हारकं +हारकः +हारकम् +हारका +हारके +हारकेयूरभूषितः +हारको +हारणा +हारन्ति +हारभाज्यौ +हारभेदः +हारभेदे +हारमणौ +हारमध्यमणावपि +हारमध्यमणौ +हारमन्तरम् +हारमहार्यनिश्चया +हारमादाय +हारमिति +हारमिव +हारम् +हारय +हारयति +हारयन्ति +हारयष्टिः +हारयिता +हारयित्वा +हारयिष्यति +हारयिष्यन्प्रवृत्तिम् +हारयेत् +हारयोन्तरम् +हाररुचिच्छटाभिः +हारलता +हारलतायां +हारविशेषः +हारव्यासं +हारश्च +हारस् +हारस्तु +हारस्य +हारहूरा +हारहृतः +हारा +हाराः +हाराणां +हाराणि +हारात् +हारादि +हारान् +हारान्तरं +हारान्तरमथांशेन +हारान्तरमथार्धांशं +हारान्तरे +हाराबली +हाराभागेन +हाराय +हारायणं +हारायणम् +हारायां +हारार्थं +हारार्धहारविराजितगात्रो +हारावलिः +हारावली +हाराश्च +हारि +हारिः +हारिका +हारिणं +हारिणः +हारिणम् +हारिणा +हारिणि +हारिणिकः +हारिणी +हारिणीं +हारिणीम् +हारिणे +हारिणेन +हारिणो +हारिणौ +हारित +हारितं +हारितः +हारितम् +हारिता +हारिताः +हारितायनः +हारिते +हारितो +हारिद्र +हारिद्रं +हारिद्रः +हारिद्रको +हारिद्रम् +हारिद्रव +हारिद्रविणः +हारिद्रवेषु +हारिद्रस्य +हारिद्रुमतं +हारिद्रे +हारिद्रो +हारिद्रौ +हारिभिः +हारियोजन +हारियोजनं +हारियोजनः +हारियोजनग्रहः +हारियोजनम् +हारियोजनस्य +हारियोजना +हारियोजनीः +हारियोजने +हारियोजनेन +हारियोजनो +हारिवर्ण +हारिवर्णं +हारिवर्णम् +हारिवर्णस्य +हारिवर्णानि +हारिषेणिः +हारिषेण्यः +हारिस्बर्ग् +हारिहरं +हारिहरम् +हारी +हारीत +हारीतं +हारीतः +हारीतमांसं +हारीतवचनम् +हारीतश्च +हारीतसंहिता +हारीतस्तु +हारीतस्मरणात् +हारीतस्य +हारीता +हारीताः +हारीति +हारीते +हारीतेन +हारीतेनापि +हारीतेनोक्तम् +हारीतो +हारीतोक्तं +हारीतोत्तरे +हारीतोऽपि +हारुणिः +हारूनी +हारे +हारेण +हारेणोरसि +हारेत्वा +हारै +हारैः +हारैश्च +हारो +हारोतः +हारोऽपि +हारोऽयं +हारौ +हार् +हार्ट +हार्ट् +हार्डी +हार्थं +हार्द +हार्दं +हार्दम् +हार्दस्य +हार्दाकाशे +हार्दानुगृहीतः +हार्दि +हार्दिं +हार्दिक +हार्दिकं +हार्दिक्य +हार्दिक्यं +हार्दिक्यः +हार्दिक्यस्य +हार्दिक्यो +हार्दिवानम् +हार्दि॑ +हार्दे +हार्देन +हार्द्दं +हार्द्याविशन्मनीषिभिः +हार्बर् +हार्मोन +हार्मोनं +हार्मोनः +हार्मोनस्य +हार्मोनाः +हार्मोनानाम् +हार्मोन् +हार्यं +हार्यः +हार्यते +हार्यम् +हार्यो +हार्य्यं +हार्य्यः +हार्य्यम् +हार्वर्ड +हार्वर्ड् +हार्वे +हाल +हालः +हालक्कि +हालक्किजनाङ्गस्य +हालहलं +हाला +हालां +हालामभिमतरसां +हालाहल +हालाहलं +हालाहलः +हालाहलम् +हालाहलस्य +हालाहलेन +हालाहलो +हालि +हालिक +हालिकः +हालिकम् +हालिको +हालिवुड् +हाली +हाले +हालेण्ड् +हालो +हाल् +हाल्डेन् +हाव +हावं +हावः +हावकृतौ +हावगर्भाभ्यां +हावडा +हावडामण्डलम् +हावडामण्डलस्य +हावडामण्डले +हावयेत् +हावयेन्न +हावश्च +हावहारि +हावा +हावाः +हाविष्कृतं +हाविष्कृतम् +हाविष्कृते +हाविष्मत +हाविष्मतं +हाविष्मतम् +हाविष्मतस्य +हाविष्मते +हावु +हावे +हावेरी +हावेरीमण्डलम् +हावेरीमण्डलस्य +हावेरीमण्डले +हावेरीलोकसभाक्षेत्रम् +हावेरीलोकसभाक्षेत्रे +हावेरीविधानसभाक्षेत्रम् +हावो +हाश +हास +हासं +हासः +हासकारणम् +हासजुषा +हासते +हासते॒ +हासन +हासनतः +हासनमण्डलम् +हासनमण्डलस्य +हासनमण्डले +हासनम् +हासनलोकसभाक्षेत्रम् +हासनलोकसभाक्षेत्रे +हासनविधानसभाक्षेत्रम् +हासन् +हासप्रभा +हासमाने +हासम् +हासयति +हासयन् +हासयन्ति +हासयामास +हासश्च +हासस्य +हासा +हासाः +हासात् +हासाय +हासि +हासिका +हासितो +हासिनी +हासिषं +हासिषम् +हासिष्ट +हासिष्टं +हासिष्टां +हासिष्टाम् +हासी +हासीः +हासीत् +हासीन् +हासुरा +हासुराः +हासे +हासेन +हासो +हास्त +हास्ति +हास्तिक +हास्तिकं +हास्तिकः +हास्तिकम् +हास्तिन +हास्तिनं +हास्तिनपुरं +हास्तिनपुरम् +हास्तिनपुरे +हास्तिनम् +हास्तिने +हास्तिपदः +हास्महि +हास्मा +हास्मै +हास्य +हास्यं +हास्यः +हास्यकरं +हास्यकरुणौ +हास्यकारी +हास्यकृन्मतः +हास्यचूडामणिः +हास्यता +हास्यतां +हास्यताम् +हास्यति +हास्यतीति +हास्यते +हास्यत्वं +हास्यन्ति +हास्यन्तीति +हास्यन्तीत्येनमाह +हास्यमेव +हास्यम् +हास्यरसः +हास्यरसविषयभावमात्मनि +हास्यरसस्य +हास्यरसे +हास्यरसो +हास्यसि +हास्यसे +हास्यस्य +हास्या +हास्यादौ +हास्यानि +हास्यामि +हास्याय +हास्यास्पदं +हास्ये +हास्येति +हास्येन +हास्येने +हास्यै +हास्यैतस्यां +हास्यैता +हास्यैते +हास्यैष +हास्यैषा +हास्यो +हास्वा +हाह +हाहं +हाहा +हाहाः +हाहाइ +हाहाकार +हाहाकारं +हाहाकारः +हाहाकारश्च +हाहाकारस्तदा +हाहाकारे +हाहाकारेण +हाहाकारो +हाहाकृतं +हाहाकृताः +हाहाकृते +हाहान् +हाहाभूतं +हाहाभूतमचेतनम् +हाहाभूता +हाहारवं +हाहाहूहूश्च +हाही +हाहे +हाहेति +हाहेत्युक्त्वा +हाहोइ +हाहौ +हाऽ +हा꣢ +हा꣢इ +हा꣢उ +हा꣢उहाउहाउ +हा꣢उहाउहाउवा +हा꣢꣯उ +हा꣢꣯उहा꣯उहा꣯उ +हा꣢꣯ओ꣣꣯वा꣯ +हा꣢꣯वा꣡꣯महाइ +हा꣥इ +हा꣥उ +हा꣥उवा +हि +हिँ +हिँसिषं +हिँसिष्टं +हिँसीः +हिं +हिंकरोति +हिंकार +हिंकारं +हिंकारः +हिंकारम् +हिंकाराय +हिंकारेण +हिंकारो +हिंकुर्वन्ति +हिंकृत्य +हिंक्रियते +हिंगु +हिंगुं +हिंगुयुतं +हिंगुलं +हिंडोले +हिंद +हिंदी +हिंदीटीकासहिता +हिंदुस्तान +हिंदू +हिंस +हिंसंति +हिंसक +हिंसकं +हिंसकः +हिंसकम् +हिंसकस्य +हिंसका +हिंसकाः +हिंसकात् +हिंसकानां +हिंसकान् +हिंसकाय +हिंसकाश्च +हिंसके +हिंसकेन +हिंसको +हिंसतः +हिंसतां +हिंसति +हिंसते +हिंसन +हिंसनं +हिंसनम् +हिंसनाय +हिंसनीया +हिंसने +हिंसन् +हिंसन्तं +हिंसन्तः +हिंसन्तम् +हिंसन्ति +हिंसन्ती +हिंसन्तीति +हिंसन्तु +हिंसय +हिंसयति +हिंसया +हिंसयेत् +हिंसा +हिंसां +हिंसाः +हिंसाकरणयोः +हिंसाकरणयोश्च +हिंसाकृतोऽप्यस्ति +हिंसागत्यो +हिंसागत्योः +हिंसाग्रन्थनयोः +हिंसाञ्छिवतातिरस्तु +हिंसात्मकं +हिंसात्मकः +हिंसात्मके +हिंसात्मकोऽशुचिः +हिंसात्वं +हिंसात्वे +हिंसात्वेन +हिंसादयः +हिंसादयो +हिंसादि +हिंसादित्त्वात +हिंसादिमत्त्वात् +हिंसादिमत्त्वेऽपि +हिंसादियोगिनोऽपि +हिंसादिसत्त्वात् +हिंसादेः +हिंसादौ +हिंसानां +हिंसानादरयोः +हिंसानिदानेभ्यो +हिंसानिमित्तं +हिंसाबलादाननिकेतनेषु +हिंसामनपेक्ष्य +हिंसामि +हिंसाम् +हिंसाया +हिंसायां +हिंसायाः +हिंसायाञ्च +हिंसायाम +हिंसायामिति +हिंसायामित्यस्य +हिंसायाम् +हिंसायै +हिंसारहित +हिंसारहितं +हिंसारहिते +हिंसार्थं +हिंसार्थः +हिंसार्थस्य +हिंसार्था +हिंसार्थाः +हिंसार्थानां +हिंसार्थे +हिंसालक्षणं +हिंसावयोहान्योः +हिंसाविहारा +हिंसाशीलं +हिंसाशीले +हिंसाशून्यत्वात् +हिंसासंक्लेशनयोः +हिंसासंराद्ध्योः +हिंसासमुद्भवम् +हिंसि +हिंसिका +हिंसित +हिंसितं +हिंसितः +हिंसितवन्तः +हिंसितवानसि +हिंसितवान् +हिंसिता +हिंसिताः +हिंसितारं +हिंसितारम् +हिंसितुं +हिंसितुम् +हिंसिते +हिंसितो +हिंसित्वा +हिंसिषं +हिंसिषम् +हिंसिषुः +हिंसिष्ट +हिंसिष्टं +हिंसिष्टम् +हिंसिष्टेति +हिंसिष्यतीति +हिंसी +हिंसीः +हिंसीज्जनिता +हिंसीत् +हिंसीत्परमे +हिंसीन्मा +हिंसीरिति +हिंसे +हिंसेः +हिंसेत +हिंसेति +हिंसैव +हिंसौषधीनां +हिंस्त +हिंस्तः +हिंस्तम् +हिंस्मः +हिंस्यते +हिंस्यन्ते +हिंस्या +हिंस्याः +हिंस्याच्च +हिंस्यात् +हिंस्यात्सर्वभूतानि +हिंस्यात्सर्वा +हिंस्यात्सर्वाभूतानि +हिंस्यादिति +हिंस्यान् +हिंस्युः +हिंस्ये +हिंस्र +हिंस्रं +हिंस्रः +हिंस्रपशुः +हिंस्रस्तेनानां +हिंस्रा +हिंस्रां +हिंस्राः +हिंस्राणां +हिंस्राहिंस्रे +हिंस्रे +हिंस्रेषु +हिंस्रो +हिं॒स्रः +हिः +हिअ +हिअअ +हिअअं +हिअअम् +हिअअम्मि +हिअअस्स +हिअए +हिअएण +हिइति +हिक +हिकं +हिकम् +हिका +हिकां +हिकारं +हिक्क +हिक्कति +हिक्कते +हिक्का +हिक्कां +हिक्काः +हिक्काघ्नं +हिक्काञ्च +हिक्कानां +हिक्कान्तं +हिक्कामध्ये +हिक्काम् +हिक्काया +हिक्कायां +हिक्काश्वासादिकान् +हिक्कासूत्रं +हिक्कासूत्रसमं +हिक्कासूत्रादधो +हिक्काऽधिकारः +हिक्की +हिक्वा +हिगिति +हिग्स् +हिङ +हिङ् +हिङ्करोति +हिङ्कार +हिङ्कारं +हिङ्कारः +हिङ्काराय +हिङ्कारेण +हिङ्कारो +हिङ्कुरु +हिङ्कुर्य्युः +हिङ्कुर्वन्ति +हिङ्कृणोति +हिङ्कृण्वती +हिङ्कृताय +हिङ्कृत्य +हिङ्ग +हिङ्गं +हिङ्गु +हिङ्गुं +हिङ्गुः +हिङ्गुजीरयुतं +हिङ्गुञ्च +हिङ्गुन +हिङ्गुनः +हिङ्गुना +हिङ्गुनि +हिङ्गुपत्री +हिङ्गुपत्र्यां +हिङ्गुभागः +हिङ्गुर्गन्धं +हिङ्गुल +हिङ्गुलं +हिङ्गुलः +हिङ्गुलनागरम् +हिङ्गुलम् +हिङ्गुलस्य +हिङ्गुला +हिङ्गुलाकृष्ट +हिङ्गुलायां +हिङ्गुली +हिङ्गुले +हिङ्गुसैन्धवसंयुक्तं +हिङ्गुसैन्धवसंयुतः +हिङ्गोलः +हिङ्गोलादेवी +हिङ्गोली +हिङ्गोलीमण्डलम् +हिङ्गौ +हिङ्ग्वजमोदा +हिङ्ग्व् +हिचकॉक +हिज +हिजः +हिजाः +हिजे +हिजो +हिज्जलवृक्षः +हिट +हिटलर +हिटलर् +हिडकल्जलबन्धः +हिडि +हिडिम्ब +हिडिम्बं +हिडिम्बः +हिडिम्बया +हिडिम्बवधपर्वणि +हिडिम्बवधादिरूपं +हिडिम्बस्य +हिडिम्बा +हिडिम्बायां +हिडिम्बायाः +हिडिम्बे +हिडिम्बेन +हिडिम्बो +हिणी +हिणुत +हिणुतात् +हिणोमि +हिण्डते +हिण्डी +हिण्डीरः +हिण्डोलरागः +हिण्म +हिण्मः +हिण्मसि +हित +हितं +हितः +हितकर +हितकरं +हितकरः +हितकरणे +हितकरम् +हितकरा +हितकराः +हितकरी +हितकरेण +हितकरो +हितका +हितकामः +हितकामतया +हितकामा +हितकामानां +हितकामार्थं +हितकामेन +हितकाम्यया +हितकारक +हितकारकः +हितकारकम् +हितकारणम् +हितकारणात् +हितकारि +हितकारिणः +हितकारिणम् +हितकारिणा +हितकारिणि +हितकारिणी +हितकारिणीम् +हितकारित्वात् +हितकारी +हितकृत् +हितकृद् +हितचित्तः +हितचित्ताः +हितञ्च +हिततत्तत्स्वभावः +हिततमं +हिततमम् +हिततया +हिततां +हितत् +हितत्वं +हितत्वञ्च +हितत्वम् +हितत्वात् +हितत्वेन +हितनाम्न +हितप्रयसः +हितप्राप्तये +हितबुद्ध्या +हितम +हितमनुत्तमम् +हितमन्तः +हितमपि +हितमश्नीयाद्यद्यप्यस्यारुचिर्भवेत् +हितमस्मै +हितमहितं +हितमाचर +हितमात्मनः +हितमात्मनश्च +हितमात्मनीनम् +हितमिच्छता +हितमिच्छताम् +हितमिच्छति +हितमिताशनः +हितमिति +हितमित्यर्थः +हितमित्यर्थे +हितमिदं +हितमुक्तं +हितमुच्यते +हितमुत्तमम् +हितमुद्धर्षणं +हितमुपदिशति +हितमेतत्प्रशस्यते +हितमेव +हितमोषधीषु +हितम् +हितया +हितयोगे +हितरमणीयं +हितवान् +हितश्च +हितश्चैव +हितसाधनम् +हितसाधने +हितसुखाय +हितस्तस्य +हितस्य +हिता +हितां +हिताः +हिताकरणादयो +हितात् +हितानां +हितानाप्तेः +हितानि +हितानिति +हितान् +हितान्न +हितान्येतानि +हितान्वेषी +हिताभङ्गे +हिताम् +हिताय 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+हीयेतांशप्रदानतः +हीर +हीरं +हीरः +हीरकं +हीरकः +हीरकम् +हीरकस्य +हीरकाः +हीरकाणां +हीरकाणि +हीरकान् +हीरके +हीरकेण +हीरसि +हीरा +हीरानन्द +हीरो +हीरोफिलस् +हीलादि +हीलियम् +हीळितः +हीश्च +हीश्वरं +हीश्वरः +हीश्वरव्याहृतयः +हीश्वरस्य +हीश्वरो +हीषिति +हीषो +हीष् +हीष्टं +हीष्यते +हीह +हीही +हीऽत्यादि +ही॑न्द्र॒ +ही॒ना +हु +हुँ +हुँकारिषु +हुँच +हुँदा +हुं +हुंकार +हुंकारं +हुंकारः +हुंकारमात्रेण +हुंकारशब्देन +हुंकारे +हुंकारेण +हुंकारेणैव +हुंकारैः +हुंकारो +हुंकृतः +हुंकृतैः +हुंकृत्य +हुंड +हुंडं +हुंडस्य +हुंडो +हुंफट् +हुंफट्कारं +हुंफडन्तं +हुंफडन्तास्त्रेण +हुंफडिति +हुंफण्णमः +हुः +हुआ +हुआंग +हुआभी +हुइ +हुई +हुईं +हुए +हुएँ +हुओं +हुक् +हुक्केरी +हुक्केरीविधानसभाक्षेत्रम् +हुगलि +हुगलिमण्डलम् +हुगली +हुगलीनदी +हुगागमश्च +हुगेन्स् +हुङ्कार +हुङ्कारं +हुङ्कारः +हुङ्कारे +हुङ्कारेण +हुङ्कारेणैव +हुङ्कृत्य +हुझल्भ्यः +हुझल्भ्यो +हुझा +हुड +हुडा +हुडि +हुडुकायां +हुडुयुद्धेन +हुडृ +हुड् +हुण +हुणसगी +हुणसूरु +हुणसूरुविधानसभाक्षेत्रम् +हुण्डः +हुण्डते +हुण्डा +हुत +हुतँ +हुतं +हुतः +हुतजातवेदसं +हुतञ्च +हुतभागा +हुतभागाः +हुतभुक् +हुतभुक्तदा +हुतभुक्प्रिया +हुतभुग् +हुतभुजः +हुतभुजा +हुतभुजि +हुतभुजो +हुतभुज् +हुतमग्निषु +हुतमनुमन्त्रयते +हुतमर्काय +हुतमसि +हुतमस्तु +हुतमस्त्वेतत् +हुतमाशितं +हुतमिति +हुतमिष्टं +हुतमेव +हुतमेवमस्यैतद्भवति +हुतमेवास्य +हुतम् +हुतया +हुतवह +हुतवहं +हुतवहः +हुतवहमुखे +हुतवहे +हुतवहो +हुतशेषं +हुतशेषमन्नं +हुतशेषाज्याहुत्या +हुतशेषाहुत्या +हुतशेषे +हुतशेषेण +हुतस्य +हुतहव्यवहस्तथा +हुतहुताशनः +हुतहुताशनदीप्ति +हुतऽभागाः +हुता +हुतां +हुताः +हुताग्निः +हुताग्निकल्पैः +हुताग्निहोत्रमासीनं +हुतात् +हुतात्मनः +हुतात्मनां +हुतात्मभ्यः +हुतात्मा +हुतादः +हुतादो +हुताद् +हुताद्य +हुताद्याय +हुतानां +हुतानि +हुतान् +हुतान्ते +हुताय +हुतायाँ +हुतायां +हुतायामापः +हुतायाम् +हुताश +हुताशं +हुताशः +हुताशन +हुताशनं +हुताशनः +हुताशनम् +हुताशनवतीं +हुताशनश्च +हुताशनस्य +हुताशना +हुताशनाः +हुताशनात् +हुताशनाय +हुताशनी +हुताशने +हुताशनेन +हुताशनो +हुताशनौ +हुताशश्च +हुताशसुताः +हुताशस्य +हुताशे +हुताशेन +हुताशो +हुतासु +हुताहुतस्य +हुताहुतौ +हुति +हुतिं +हुतिः +हुतिम् +हुतृवा +हुते +हुतेन +हुतेषु +हुतेऽग्निहोत्रे +हुतेऽग्नौ +हुतैः +हुतो +हुतोच्छिष्टं +हुतौ +हुत् +हुत्या +हुत्र +हुत्वा +हुत्वाः +हुत्वाग्निं +हुत्वाग्नौ +हुत्वाज्यं +हुत्वाज्यभागौ +हुत्वाज्येन +हुत्वातु +हुत्वाथ +हुत्वान्ते +हुत्वाहुतित्रयं +हुत्वाहुत्वा +हुत्वाऽग्निं +हुत्वाऽग्नौ +हुत्वाऽथ +हुत्वाऽन्ते +हुत्वाऽऽत्मानं +हुत्वेति +हुत्वैता +हुत्वैतेनैव +हुत्वैव +हुत्वैवं +हुत्वोत्तरं +हुत्वोद्गृह्णाति +हुत्वोद्धृत्य +हुत्वोधृत्य +हुत्वोपतिष्ठते +हुतꣳ +हुदा +हुधा +हुन +हुनगुन्द +हुनगुन्दविधानसभाक्षेत्रम् +हुना +हुनु +हुने +हुनेत् +हुनेत्क्रमात् +हुनेत्ततः +हुनेत्सुधीः +हुनेथ् +हुनेद् +हुनेद्बुधः +हुन् +हुन्ति +हुन्या +हुन्वा +हुबली +हुब्बळ्ळि +हुब्बळ्ळी +हुम +हुमा +हुमायून् +हुमिति +हुम् +हुम्नाबादविधानसभाक्षेत्रम् +हुम्नाबाद् +हुम्माइ +हुयते +हुया +हुयामाश्रुभसिभ्यस्त्रन् +हुयी +हुये +हुरः +हुरु +हुर्च्छा +हुर्छा +हुल +हुलं +हुलः +हुला +हुलु +हुव +हुवः +हुवध्यै +हुवन्यति +हुवा +हुवाइ +हुवानः +हुवाना +हुवानाः +हुवामह +हुवामहे +हुविः +हुविस्सदि +हुवे +हुवेत् +हुवेम +हुवेम॒ +हुवे॒ +हुश्नुवो +हुश्नुवोः +हुश्रा +हुषु +हुसेन +हुसेन् +हुसैन +हुसैनः +हुसैन् +हुहुवमुत्पलं +हुहूः +हु॑वामहे +हु॑वे +हु॑वेम +हु॑वेम॒ +हु॑वे॒ +हु॒तं +हु॒तभा॑गा +हु॒तम॑स्त्वे॒तत् +हु॒ते +हु॒त्वा +हु॒वध्यै॑ +हु॒वा॒नः +हु॒वे +हु॒वे॒ +हु॒वे॒म॒ +हु꣡म्माइ +हु꣣वा꣢इ᳐ +हु꣣वे꣢ +हू +हूँ +हूं +हूंकारं +हूः +हूजिये +हूडृ +हूण +हूणा +हूणाः +हूणान् +हूत +हूतं +हूतः +हूतम् +हूता +हूति +हूतिः +हूतिम् +हूतिराह्वानं +हूतिश् +हूतिश्च +हूते +हूतौ +हूत्वा +हून +हूनि +हूफ्ट् +हूमह +हूमहे +हूमिति +हूम् +हूय +हूयत +हूयतां +हूयताम् +हूयते +हूयतेऽनयेति +हूयन्त +हूयन्ते +हूयमान +हूयमानं +हूयमानः +हूयमानत्वात् +हूयमानम् +हूयमानस्य +हूयमाना +हूयमानाः +हूयमानायां +हूयमानासु +हूयमाने +हूयमानेन +हूयमानेषु +हूयमानो +हूयसे +हूयात् +हूयेते +हूयेरन् +हूर्च्छने +हूर्छने +हूवाइ +हूस्व +हूस्वनद्याप +हूस्वश्च +हूस्वस्य +हूस्वात् +हूस्वे +हूस्वो +हूहू +हूहूः +हूहूम् +हूहूश्च +हू॑यते +हू॑यसे +हू॒त +हू॒म॒हे॒ +हू॒यते॑ +हू॒यमा॑नः +हू॒यमा॑ना +हू॒यसे॑ +हू॒य॒ते॒ +हू॒य॒से॒ +हृ +हृं +हृक्रोरन्यतरस्याम् +हृग्रहोर्भः +हृग्रहोर्भश्छन्दसि +हृच् +हृच्च +हृच्चक्रे +हृच्छयं +हृच्छयः +हृच्छयम् +हृच्छयेन +हृच्छिरश्च +हृच्छिरस्तु +हृच्छूल +हृच्छूलं +हृच्छूलपीडनयुतं +हृच्छूले +हृञ् +हृञ्च +हृणानस्य +हृणिः +हृणीङ् +हृणीयते +हृणीया +हृणीषे +हृत +हृतं +हृतः +हृतचन्द्रा +हृतचित्तो +हृतचेतनः +हृतचेतना +हृतचेतसः +हृतज्ञानाः +हृततेजा +हृतदारो +हृतदोष +हृतभार्यो +हृतमानसः +हृतमिति +हृतम् +हृतया +हृतयोः +हृतरक्ते +हृतराज्यं +हृतराज्यस्य +हृतराज्या +हृतराज्याश्च +हृतराज्यो +हृतवता +हृतवानसि +हृतवान् +हृतविलोचनो +हृतसर्वस्वं +हृतसर्वस्वः +हृतसर्वस्वा +हृतसर्वस्वो +हृतसारमिवेन्दुमण्डलं +हृतस् +हृतस्त्वया +हृतस्य +हृतस्वं +हृतहृदया +हृता +हृतां +हृतांशुका +हृताः +हृतातपजलं +हृतात् +हृताधिकारा +हृताधिकारां +हृतानि +हृतान् +हृतापि +हृताम् +हृतायां +हृताश्च +हृतासु +हृति +हृतिं +हृतिः +हृतु +हृते +हृतेति +हृतेन +हृतेश्च +हृतेषु +हृतेऽपि +हृतैः +हृतो +हृतौ +हृतौजसम् +हृत् +हृत्कण्ठतालुगाभिस्तु +हृत्कमलं +हृत्कमले +हृत्कम्पः +हृत्पङ्कजं +हृत्पङ्कजे +हृत्पद्म +हृत्पद्मं +हृत्पद्ममध्ये +हृत्पद्मे +हृत्पार्श्वकुक्षौ +हृत्पार्श्वशूलं +हृत्पीडनं +हृत्पीडा +हृत्पुंडरीके +हृत्पुण्डरीकं +हृत्पुण्डरीकमध्यस्थं +हृत्पुण्डरीकमध्ये +हृत्पुण्डरीके +हृत्पुष्कर +हृत्प्रदेशे +हृत्य +हृत्या +हृत्वा +हृत्सरोजे +हृत्सु +हृत्स्थं +हृत्स्थम् +हृत्स्था +हृत्स्थेन +हृत्स्थो +हृत्स्फोटेन +हृत्स्वन्तरमर्त्यो +हृत्स्वसो +हृत्ऽसु +हृद +हृदं +हृदंबुजे +हृदंसनिः +हृदः +हृदन्तः +हृदन्तरे +हृदन्ते +हृदब्जे +हृदम् +हृदम्बरे +हृदम्बुजात् +हृदम्बुजे +हृदम्भोजे +हृदय +हृदयँ +हृदयं +हृदयंगमं +हृदयंगमः +हृदयंगमम् +हृदयंगमा +हृदयंगमाः +हृदयंगमो +हृदयः +हृदयकमलं +हृदयकमलमध्ये +हृदयकमले +हृदयकम्पः +हृदयगतं +हृदयगते +हृदयगुहायां +हृदयग्रन्थि +हृदयग्रन्थिं +हृदयग्रन्थिः +हृदयग्रन्थिश्छिद्यन्ते +हृदयग्राहि +हृदयग्राही +हृदयङ्गम +हृदयङ्गमं +हृदयङ्गमः +हृदयङ्गमम् +हृदयङ्गमा +हृदयङ्गमाः +हृदयङ्गमो +हृदयज्ञं +हृदयञ्च +हृदयतः +हृदयदर्पणे +हृदयदाही +हृदयदेश +हृदयदेशं +हृदयदेशमधिष्ठाय +हृदयदेशमधिष्ठाया +हृदयदेशमभिमृशति +हृदयदेशमारभ्य +हृदयदेशम् +हृदयदेशे +हृदयदौर्बल्यं +हृदयदौर्बल्यकृतं +हृदयनाथं +हृदयनिहितं +हृदयन्तु +हृदयपङ्कजे +हृदयपर्यन्तं +हृदयपुण्डरीक +हृदयपुण्डरीकं +हृदयपुण्डरीके +हृदयप्रियः +हृदयप्रिया +हृदयप्रियाः +हृदयप्रियायाः +हृदयबन्धने +हृदयबीजस्थं +हृदयभागे +हृदयभेद +हृदयमथ +हृदयमध्ये +हृदयमन्त्रेण +हृदयमपि +हृदयमभिघारयति +हृदयमस्फुटत् +हृदयमस्य +हृदयमा +हृदयमालभ्य +हृदयमावर्जयति +हृदयमिति +हृदयमिव +हृदयमिह +हृदयमुद्रा +हृदयमें +हृदयमेव +हृदयमेवान्ववक्रामति +हृदयम् +हृदयरोग +हृदयरोगः +हृदयवान् +हृदयविदारणत्वं +हृदयव्यथा +हृदयशब्दस्य +हृदयशब्दात् +हृदयशब्देन +हृदयशूल +हृदयशूलं +हृदयशूलम् +हृदयशूलान्तं +हृदयशूलेन +हृदयसंनिहिते +हृदयसंवादः +हृदयसंवादी +हृदयसंवादो +हृदयसरसिजे +हृदयस्थ +हृदयस्थं +हृदयस्थः +हृदयस्थस्य +हृदयस्था +हृदयस्थानि +हृदयस्थाने +हृदयस्थितं +हृदयस्थितः +हृदयस्थितम् +हृदयस्थिते +हृदयस्थे +हृदयस्थेन +हृदयस्थो +हृदयस्नायुः +हृदयस्पन्दनं +हृदयस्पन्दनस्य +हृदयस्य +हृदयस्याग्रं +हृदयस्याग्रे +हृदयस्याग्रेऽवद्यति +हृदयस्याग्रेऽवद्यत्यथ +हृदयस्यास्य +हृदयस्येति +हृदयस्येदं +हृदयस्येह +हृदयस्यैव +हृदयहाण्यािख्यया +हृदयहारि +हृदयहारिणी +हृदयहारिण्याख्यया +हृदयहारी +हृदया +हृदयांबुजे +हृदयाकाश +हृदयाकाशे +हृदयाग्रे +हृदयाघातः +हृदयाघातस्य +हृदयाघातेन +हृदयाच्च +हृदयाच्छादकमन्त्रं +हृदयाज्जातो +हृदयाणुना +हृदयात् +हृदयात्ते +हृदयादधः +हृदयादधि +हृदयादधिजायसे +हृदयादधिदेवतेव +हृदयादपयाति +हृदयादयः +हृदयादा +हृदयादि +हृदयादिति +हृदयादिन्यासः +हृदयादिभिः +हृदयादिव +हृदयादिषु +हृदयादीनां +हृदयादीनि +हृदयादौ +हृदयाद् +हृदयाद्यं +हृदयाद्वा +हृदयानि +हृदयानीव +हृदयान्तं +हृदयान्तकम् +हृदयान्तरे +हृदयान्ते +हृदयान्न +हृदयान्नापसर्पति +हृदयान्मनो +हृदयान्यपि +हृदयामयम् +हृदयामये +हृदयाम्बरे +हृदयाम्बुजम् +हृदयाम्बुजे +हृदयाम्भोजे +हृदयाय +हृदयालुः +हृदयावधि +हृदयावरणं +हृदयाविधः +हृदयाविधश्चित् +हृदयिकः +हृदयी +हृदये +हृदयेति +हृदयेन +हृदयेनापराजितः +हृदयेनेष्णता +हृदयेनैव +हृदयेभ्यः +हृदयेभ्यो +हृदयेश +हृदयेशः +हृदयेशयं +हृदयेशयम् +हृदयेषु +हृदयेष्वेव +हृदयेऽपि +हृदयेऽस्य +हृदयैः +हृदयो +हृदयों +हृदयोत्क्लेशः +हृदयोद्वेष्टनं +हृदयोपरि +हृदय्यं +हृदय्या +हृदस्य +हृदा +हृदां +हृदाः +हृदाकाशे +हृदाणुना +हृदादि +हृदादिदक्षपादे +हृदादिन्यास +हृदादिभिः +हृदादिमुखे +हृदादिवामपादे +हृदादीनां +हृदादीनि +हृदादेशः +हृदाद्यं +हृदाद्युदरे +हृदापि +हृदामयः +हृदामयम् +हृदामये +हृदार्च्चयेत् +हृदि +हृदिकः +हृदिकृत्य +हृदिति +हृदिस्थ +हृदिस्थं +हृदिस्थः +हृदिस्था +हृदिस्थां +हृदिस्थाने +हृदिस्थितः +हृदिस्थितम् +हृदिस्थे +हृदिस्थो +हृदिस्पृक् +हृदिस्पृशः +हृदिस्पृशम् +हृदी +हृदीति +हृदीन्द्रियाणि +हृदीव +हृदीश्वरम् +हृदुण्डुकः +हृदे +हृदेति +हृदेि +हृदैव +हृदो +हृद् +हृद्गतं +हृद्गतः +हृद्गतम् +हृद्गता +हृद्गतां +हृद्गतो +हृद्गाभिः +हृद्ग्रहं +हृद्ग्रहः +हृद्देशे +हृद्देशेऽर्जुन +हृद्द्युभ्यां +हृद्बीजं +हृद्भग +हृद्भगवते +हृद्भगसिन्ध्वन्ते +हृद्भावो +हृद्भिः +हृद्य +हृद्यं +हृद्यः +हृद्यगन्धा +हृद्यञ्च +हृद्यतया +हृद्यतरं +हृद्यता +हृद्यताम् +हृद्यतेति +हृद्यत्वं +हृद्यत्वम् +हृद्यत्वे +हृद्यथोरसि +हृद्यन्तः +हृद्यन्तर्ज्योतिः +हृद्यपि +हृद्यपेक्षया +हृद्यमिति +हृद्यम् +हृद्ययमिति +हृद्यया +हृद्यवरुध्यतेऽत्र +हृद्यवेदिनः +हृद्या +हृद्यां +हृद्याः +हृद्याकाशे +हृद्यागं +हृद्यात् +हृद्यानि +हृद्यापि +हृद्याम् +हृद्याय +हृद्याश्च +हृद्ये +हृद्येन +हृद्येव +हृद्येष +हृद्येषु +हृद्यैः +हृद्यैर्वा +हृद्यैश्च +हृद्यो +हृद्यौ +हृद्य् +हृद्रुजं +हृद्रो +हृद्रोग +हृद्रोगं +हृद्रोगः +हृद्रोगम् +हृद्रोगस्य +हृद्रोगाधिकारः +हृद्रोगी +हृद्रोगे +हृद्रोगेषु +हृद्रोगो +हृद्विधे +हृद्विशोधनम् +हृद्व्यथा +हृद्व्योम्नि +हृद॑यं +हृद॑यं॒ +हृद॑यम् +हृद॑या +हृद॑यानि +हृद॑ये +हृद॑येन +हृन् +हृन्त +हृन्ति +हृन्दि +हृन्नाभिमध्ये +हृन्मध्ये +हृन्मनुः +हृन्मन्त्रं +हृन्मन्त्रेण +हृन्मानसं +हृन्मेदस्तु +हृपिषि +हृम्मीरः +हृय +हृये +हृल् +हृल्लास +हृल्लासं +हृल्लासः +हृल्लासो +हृल्लेख +हृल्लेखः +हृल्लेखयदण्लासेषु +हृल्लेखा +हृल्लेखां +हृल्लेखे +हृश +हृष +हृषिकेशपदम् +हृषित +हृषितं +हृषितः +हृषिततनूरुहः +हृषिता +हृषिताः +हृषितानि +हृषितो +हृषितोऽस्मि +हृषी +हृषीकं +हृषीकाणां +हृषीकाणि +हृषीके +हृषीकेश +हृषीकेशं +हृषीकेशः +हृषीकेशतः +हृषीकेशतया +हृषीकेशतीर्थः +हृषीकेशत्वमात्मनो +हृषीकेशत्वमीशत्वं +हृषीकेशत्वमुच्यते +हृषीकेशपदव्याख्यापरावरेत्यादि +हृषीकेशम् +हृषीकेशशब्दार्थ +हृषीकेशस्य +हृषीकेशाय +हृषीकेशे +हृषीकेशेति +हृषीकेशो +हृषीको +हृषीष्ट +हृषु +हृषेर्लोमसु +हृष् +हृष्ट +हृष्टं +हृष्टः +हृष्टचित्तः +हृष्टचेतसः +हृष्टचेता +हृष्टचेताः +हृष्टतनूरुहः +हृष्टतनूरुहा +हृष्टतरा +हृष्टधीः +हृष्टपुष्टजनाकीर्णं +हृष्टपुष्टजनाकीर्णा +हृष्टपुष्टजनाकुलम् +हृष्टपुष्टा +हृष्टपुष्टो +हृष्टमनसः +हृष्टमनसा +हृष्टमनसो +हृष्टमनसौ +हृष्टमना +हृष्टमनाः +हृष्टमानसः +हृष्टमानसम् +हृष्टमानसा +हृष्टमानसाः +हृष्टमानसौ +हृष्टम् +हृष्टया +हृष्टरूपः +हृष्टरूपा +हृष्टरोमा +हृष्टवत् +हृष्टश्च +हृष्टस्तं +हृष्टस्तुष्टः +हृष्टस्य +हृष्टा +हृष्टां +हृष्टाः +हृष्टात्मा +हृष्टानां +हृष्टानि +हृष्टाश्च +हृष्टास्तुष्टा +हृष्टास्ते +हृष्टे +हृष्टेन +हृष्टेषु +हृष्टैः +हृष्टो +हृष्टोऽस्मि +हृष्टौ +हृष्ट्वा +हृष्य +हृष्यंति +हृष्यका +हृष्यति +हृष्यतीति +हृष्यते +हृष्यन् +हृष्यन्तः +हृष्यन्ति +हृष्यन्तु +हृष्यन्ते +हृष्यसि +हृष्यामि +हृष्येत +हृष्येते +हृष्येत् +हृष्येम +हृसृरुहियुषिभ्य +हृस्व +हृस्वं +हृस्वः +हृस्वत्वम् +हृस्वश्च +हृस्वस्य +हृस्वात् +हृस्वादेश +हृस्वे +हृस्वो +हृ॑दया॒विध॑श्चित् +हृ॑दि॒स्पृश॑म् +हृ॒त्सु +हृ॒त्ऽसु +हृ॒द +हृ॒दः +हृ॒दा +हृ॒दि +हृ॒दे +हृ॒दो +हॅ +हॅमशब्दानुशासनस्य +हे +हें +हेः +हेक्टर् +हेक्टेयर् +हेक्टेर् +हेक्षां +हेक्षांचक्रे +हेगडॆ +हेगडे +हेग्गडदेवनकोटे +हेग्गडदेवनकोटेविधानसभाक्षेत्रम् +हेग्गडे +हेच +हेच् +हेठ +हेड +हेडं +हेडः +हेडगेवार +हेडगेवारजी +हेडति +हेडते +हेडसि +हेडृ +हेडो +हेडोऽवयासिसीष्ठाः +हेड् +हेण +हेण्ड्रिक +हेत +हेतः +हेतय +हेतयः +हेतये +हेतयो +हेतर +हेतव +हेतवः +हेतवे +हेतवो +हेता +हेतारं +हेताववधारणे +हेतावसति +हेताविति +हेति +हेतिं +हेतिः +हेतिना +हेतिभिः +हेतिमस्यन्तः +हेतिमस्यन्तौ +हेतिम् +हेतिराजं +हेतिराजस्य +हेतिराट् +हेतिरायुधम् +हेतिरिति +हेतिर् +हेतिर्देवासो +हेतिर्वृणक्तु +हेती +हेतीः +हेतीनां +हेतीनाम् +हेतीन् +हेतीशं +हेती॒नां +हेतु +हेतुं +हेतुः +हेतुओं +हेतुक +हेतुकं +हेतुकः +हेतुकथनम् +हेतुकम् +हेतुकर्ता +हेतुकर्तृत्वं +हेतुका +हेतुकाः +हेतुकादयः +हेतुकार्ययोः +हेतुकृतं +हेतुकृते +हेतुगर्भ +हेतुगर्भं +हेतुगर्भम् +हेतुगर्भविशेषणमाह +हेतुगर्भविशेषणम् +हेतुचतुष्टयात् +हेतुजालस्य +हेतुज्ञानं +हेतुत +हेतुतः +हेतुतया +हेतुता +हेतुतां +हेतुताच्छील्यानुलोम्येषु +हेतुताम् +हेतुताया +हेतुतायां +हेतुतायाः +हेतुतावच्छेदकं +हेतुतावसरस्तथा +हेतुतेति +हेतुतो +हेतुत्रयं +हेतुत्रये +हेतुत्व +हेतुत्वं +हेतुत्वमपि +हेतुत्वमस्ति +हेतुत्वमावश्यकमिति +हेतुत्वमाह +हेतुत्वमिति +हेतुत्वमित्यत +हेतुत्वमेव +हेतुत्वम् +हेतुत्वस्य +हेतुत्वस्वीकारात् +हेतुत्वा +हेतुत्वाच्च +हेतुत्वात +हेतुत्वात् +हेतुत्वात्पदार्थहेतुक +हेतुत्वादिति +हेतुत्वादेव +हेतुत्वाद् +हेतुत्वान्न +हेतुत्वापेक्षया +हेतुत्वावधारणात् +हेतुत्वे +हेतुत्वेन +हेतुत्वेनेति +हेतुत्वेनैव +हेतुत्वेनोक्तं +हेतुत्वेनोक्तः +हेतुत्वेनोक्तम् +हेतुत्वेनोत्प्रेक्षणाद्धेतूत्प्रेक्षा +हेतुत्वेनोत्प्रेक्ष्यते +हेतुत्वेऽपि +हेतुत्वोक्त्या +हेतुदर्शनजं +हेतुदोषः +हेतुद्वयं +हेतुद्वयमाह +हेतुद्वयम् +हेतुद्वयेन +हेतुधर्मेण +हेतुन +हेतुना +हेतुनानेन +हेतुनार्थस्य +हेतुनाऽनेन +हेतुनिर्देशः +हेतुनिष्ठश्च +हेतुनेति +हेतुनेत्यर्थः +हेतुनैव +हेतुपदमेतत् +हेतुपरं +हेतुपरंपरां +हेतुपरः +हेतुपरो +हेतुप्रत्यय +हेतुप्रत्ययः +हेतुप्रत्ययसामग्रीं +हेतुप्रत्ययानामवैकल्यात् +हेतुप्रदर्शनम् +हेतुप्रभवा +हेतुप्रयोग +हेतुप्रयोगे +हेतुप्रसक्तिजे +हेतुफलं +हेतुफलभावः +हेतुफलभावेन +हेतुफलयोः +हेतुफलाजातिं +हेतुफलात्मना +हेतुफलावेशे +हेतुफलाश्रयालम्बनैः +हेतुफले +हेतुफलोत्प्रेक्षे +हेतुफलोद्भवः +हेतुभय +हेतुभये +हेतुभागं +हेतुभावं +हेतुभावः +हेतुभावात् +हेतुभावे +हेतुभावेन +हेतुभि +हेतुभिः +हेतुभिर्बहुभिर्जातो +हेतुभिश्च +हेतुभूत +हेतुभूतं +हेतुभूतः +हेतुभूतम् +हेतुभूतया +हेतुभूतस्य +हेतुभूता +हेतुभूतां +हेतुभूताः +हेतुभूतानि +हेतुभूते +हेतुभूतेन +हेतुभूतैः +हेतुभूतो +हेतुभ्य +हेतुभ्यः +हेतुभ्यां +हेतुभ्यो +हेतुमण्णिचि +हेतुमण्णिच् +हेतुमतः +हेतुमता +हेतुमति +हेतुमतीति +हेतुमत् +हेतुमत्त्वेन +हेतुमदनित्यमव्यापि +हेतुमद् +हेतुमद्भिः +हेतुमद्भिर्विनिश्चितैः +हेतुमध्ये +हेतुमनुष्येभ्यः +हेतुमनुष्येभ्योऽन्यतरस्यां +हेतुमन्तरेण +हेतुमपि +हेतुमपेक्षते +हेतुमा +हेतुमाइ +हेतुमात्रं +हेतुमान् +हेतुमाह +हेतुमाहुः +हेतुमाहेति +हेतुमिति +हेतुमुक्त्वा +हेतुम् +हेतुरत +हेतुरतो +हेतुरत्र +हेतुरनैकान्तिकः +हेतुरपि +हेतुरयं +हेतुरलंकारः +हेतुरविद्या +हेतुरसिद्ध +हेतुरसिद्धः +हेतुरस्ति +हेतुरस्तीति +हेतुरस्तु +हेतुरस्त्विति +हेतुरस्य +हेतुरि +हेतुरिति +हेतुरित्यत +हेतुरित्यभिप्रायेणाह +हेतुरित्यर्थः +हेतुरित्याशङ्कय +हेतुरित्याह +हेतुरित्युक्तं +हेतुरित्युक्तम् +हेतुरित्युच्यते +हेतुरिष्यते +हेतुरिह +हेतुरीश्वरः +हेतुरुक्तः +हेतुरुच्यते +हेतुरुत्प्रेक्ष्यते +हेतुरेव +हेतुरेवेति +हेतुरेष +हेतुर् +हेतुर्गमकः +हेतुर्जनयिष्यति +हेतुर्दर्शितः +हेतुर्दामोदरः +हेतुर्न +हेतुर्ना +हेतुर्नास्ति +हेतुर्निमित्तं +हेतुर्निरुध्यते +हेतुर्भवति +हेतुर्भवतीति +हेतुर्भूत्वा +हेतुर्यः +हेतुर्यत +हेतुर्यथा +हेतुर्यदि +हेतुर्यस्य +हेतुर्येन +हेतुर्येषां +हेतुर्वक्तव्यः +हेतुर्वा +हेतुर्वाच्यः +हेतुर्हि +हेतुलक्षणं +हेतुलक्षणम् +हेतुलक्षणसंसर्गाद्विद्याद् +हेतुलक्षणा +हेतुलक्षणे +हेतुवचनं +हेतुवचनम् +हेतुवादः +हेतुवादिनः +हेतुवार्तिकम् +हेतुविद्या +हेतुविपर्ययः +हेतुव्यपदेशात् +हेतुशब्दः +हेतुशब्दस्य +हेतुशब्देन +हेतुश् +हेतुश्च +हेतुश्चात्र +हेतुश्चेति +हेतुषु +हेतुसंज्ञा +हेतुसंहितम् +हेतुसत्त्वे +हेतुसमर्पणेनान्वितः +हेतुसु +हेतुस् +हेतुस्तत्र +हेतुस्तदपि +हेतुस्तदुद्भवे +हेतुस्तस्य +हेतुस्तु +हेतुस्ते +हेतुस्तेन +हेतुस्वरूपकार्याणि +हेतुहेतु +हेतुहेतुमतोः +हेतुहेतुमतोर्लिङ् +हेतुहेतुमद्भाव +हेतुहेतुमद्भावं +हेतुहेतुमद्भावः +हेतुहेतुमद्भावस्य +हेतुहेतुमद्भावे +हेतुहेतुमद्भावेन +हेतुहेतुमद्भावो +हेतू +हेतूकृतं +हेतूकृत्य +हेतूक्रियते +हेतूत्प्रेक्षा +हेतूत्प्रेक्षाया +हेतूत्प्रेक्षायां +हेतूनां +हेतूनामसमग्रत्वे +हेतूनाह +हेतून् +हेतूपनिबन्धो +हेते +हेतै +हेतो +हेतोः +हेतोरथ +हेतोरपि +हेतोरभावात् +हेतोरयं +हेतोरसिद्धत्वात् +हेतोरसिद्धिः +हेतोरसिद्धेः +हेतोरस्य +हेतोरहं +हेतोरादिः +हेतोरिति +हेतोरित्यर्थः +हेतोरेकाश्रये +हेतोरेव +हेतोरैकाधिकरण्यं +हेतोर् +हेतोर्न +हेतोर्बहु +हेतोर्वसति +हेतोर्वा +हेतोर्वाक्यपदार्थता +हेतोर्वाक्यपदार्थत्वे +हेतोर्विलासिनि +हेतोर्विशालाक्षि +हेतोर्विशालाक्ष्याः +हेतोर्व्यानमेवोद्गीथमुपासीत +हेतोर्हि +हेतोश्च +हेतोस्तत्र +हेतोस्तव +हेतोस्तस्य +हेतोस्ते +हेतोस्तेषां +हेतोस्त्वं +हेतोह् +हेतौ +हेत् +हेत्ता +हेत्या +हेत्याः +हेत्यादि +हेत्युक्त्वा +हेत्यै +हेत्व +हेत्वधिकरणे +हेत्वनुप्रासौ +हेत्वन्तर +हेत्वन्तरं +हेत्वन्तरमपि +हेत्वन्तरमप्याह +हेत्वन्तरमर्थान्तरं +हेत्वन्तरमाह +हेत्वन्तरमिति +हेत्वन्तरमुच्यते +हेत्वन्तरमेव +हेत्वन्तरम् +हेत्वन्तरस्य +हेत्वन्तरेण +हेत्वन्तरोक्तिः +हेत्वपदेशात् +हेत्वपदेशे +हेत्वपह्नुतिः +हेत्वभाव +हेत्वभावं +हेत्वभावः +हेत्वभावस्य +हेत्वभावात् +हेत्वभावादिति +हेत्वभावादेव +हेत्वभावाद् +हेत्वभावान्न +हेत्वभावे +हेत्वभावेन +हेत्वभावो +हेत्वर्थ +हेत्वर्थं +हेत्वर्थः +हेत्वर्थकः +हेत्वर्थस्य +हेत्वर्थे +हेत्वर्थो +हेत्वलंकारः +हेत्वलङ्कारः +हेत्ववधारणम् +हेत्वसिद्धिः +हेत्वसिद्धेः +हेत्वा +हेत्वाकाङ्क्षायामाह +हेत्वादयः +हेत्वादि +हेत्वादिषु +हेत्वादीनां +हेत्वादौ +हेत्वाभास +हेत्वाभासः +हेत्वाभासत्वं +हेत्वाभासत्वमिति +हेत्वाभासत्वम् +हेत्वाभासभेदे +हेत्वाभासस्य +हेत्वाभासा +हेत्वाभासाः +हेत्वाभासानां +हेत्वाभासान् +हेत्वाभासाश्च +हेत्वाभासेषु +हेत्वाभासो +हेत्वाभासौ +हेत्विति +हेत्वोः +हेत्व् +हेदं +हेद् +हेन +हेनरी +हेन्द्र +हेन्द्रो +हेन्रि +हेन्रिक् +हेन्री +हेब्बाळविधानसभाक्षेत्रम् +हेभ्यं +हेम +हेमं +हेमंत +हेमंते +हेमः +हेमकमलं +हेमकरणविधिः +हेमकर्मणि +हेमकार +हेमकारं +हेमकारकः +हेमकुम्भ +हेमकूट +हेमकूटं +हेमकूटः +हेमकूटशिखरे +हेमकूटश्च +हेमकूटस्तु +हेमकूटस्य +हेमकूटे +हेमकूटो +हेमकृष्टिरियम् +हेमकोशः +हेमक्षीरी +हेमगर्भ +हेमगर्भाणि +हेमगिरिणा +हेमगौरः +हेमच +हेमचन्द्र +हेमचन्द्रः +हेमचन्द्रश्च +हेमचन्द्रस्य +हेमचन्द्राचार्य +हेमचन्द्राचार्यः +हेमचन्द्राचार्यस्य +हेमचन्द्राचार्येण +हेमचन्द्रे +हेमचन्द्रेण +हेमचन्द्रो +हेमचन्द्रोक्ते +हेमचित्रं +हेमजं +हेमजम् +हेमजा +हेमजारणे +हेमजालपरिष्कृतः +हेमजालविततं +हेमजीर्णं +हेमता +हेमतां +हेमतामरसताडितप्रिया +हेमतारयोः +हेमत्वं +हेमदण्डं +हेमदानं +हेमदुग्धकः +हेमदुग्धी +हेमना +हेमनाभिं +हेमनि +हेमनिर्मिताम् +हेमन् +हेमन्त +हेमन्तं +हेमन्तः +हेमन्तकालः +हेमन्तकाले +हेमन्तकालो +हेमन्तग्रीष्मवर्षासु +हेमन्तप्रत्यवरोहणम् +हेमन्तम् +हेमन्तर्तुः +हेमन्तर्तौ +हेमन्तवर्णनम् +हेमन्तवर्यः +हेमन्तवर्यस्य +हेमन्तव्रज्या +हेमन्तशिशिरयोः +हेमन्तशिशिराभ्यां +हेमन्तशिशिरावहोरात्रे +हेमन्तशिशिरावृतू +हेमन्तशिशिरावृतूनां +हेमन्तशिशिराव् +हेमन्तशिशिरे +हेमन्तशिशिरौ +हेमन्तश्च +हेमन्तस्य +हेमन्ताच्च +हेमन्तानां +हेमन्तान् +हेमन्ताय +हेमन्ते +हेमन्तेन +हेमन्तो +हेमपत्राणि +हेमपद्मं +हेमपरिष्कृतम् +हेमपरिष्कृताम् +हेमपर्वतः +हेमपात्रं +हेमपात्रे +हेमपिङ्गलः +हेमपीठे +हेमपुष्पकः +हेमपुष्पश्च +हेमपुष्पिका +हेमपुष्पी +हेमपृष्ठं +हेमप्रभा +हेमप्रभो +हेमबीजं +हेमबीजम् +हेमभस्म +हेमभस्मकम् +हेमभूषणम् +हेमभूषितम् +हेमभूषिते +हेममयं +हेममयः +हेममयी +हेममयीं +हेममये +हेममयो +हेममाक्षिकम् +हेममाला +हेममालिनः +हेममालिनम् +हेममालिनाम् +हेममालिनीम् +हेममाली +हेममालीति +हेममासन्यं +हेममृतिर्भवेत् +हेमयुक्तं +हेमरजतमृद्भाजनपरिस्थितम् +हेमरत्न +हेमरत्नमयं +हेमरत्नमयो +हेमरत्नविभूषितम् +हेमरत्नादि +हेमरत्नानि +हेमरूप्ये +हेमलता +हेमवती +हेमवत् +हेमवरे +हेमवर्णं +हेमवर्णः +हेमवर्णा +हेमवर्णां +हेमवर्णाः +हेमवर्णाभं +हेमवर्णो +हेमवल्ली +हेमवान् +हेमविभूषिताः +हेमविष्टरे +हेमवृष्टिं +हेमशब्दानुशासनस्य +हेमशृङ्गं +हेमशृङ्गीं +हेमशैलश्च +हेमसंयुतम् +हेमसन्निभः +हेमसहस्रेण +हेमसूत्रं +हेमस्य +हेमहारी +हेमा +हेमां +हेमाङ्गस्य +हेमाङ्गो +हेमाचलस्य +हेमादि +हेमादिद्रव्यनिर्मितम् +हेमादिनिर्मितं +हेमादिपात्रे +हेमाद्रि +हेमाद्रिः +हेमाद्रिगुहागृहान्तरं +हेमाद्रिणा +हेमाद्रिधृतलक्षणकाण्डे +हेमाद्रिस्तु +हेमाद्रेः +हेमाद्रौ +हेमानि +हेमाभं +हेमाभः +हेमाभा +हेमाभां +हेमाभाः +हेमाभो +हेमाभ्रं +हेमाम्बुजं +हेमावती +हेमाह्वा +हेमे +हेमेति +हेमेन्द्र +हेमेव +हेमैव +हेमो +हेमोपमा +हेम्न +हेम्नः +हेम्नश्च +हेम्ना +हेम्नि +हेम्नीव +हेम्नो +हेम्‍पशायर +हेय +हेयं +हेयः +हेयतया +हेयता +हेयतामापद्यते +हेयताम् +हेयत्वं +हेयत्वम् +हेयत्वात् +हेयत्वावचनाच्च +हेयत्वेन +हेयपक्षे +हेयमिति +हेयमुपादेयं +हेयमेव +हेयम् +हेयर् +हेयस्य +हेयहेतवो +हेयहेतुः +हेया +हेयाः +हेयात् +हेयानां +हेयानि +हेयानुमितं +हेये +हेयेति +हेयेषु +हेयैर्गुणादिभिः +हेयो +हेयोपादेय +हेयोपादेयकल्पना +हेयोपादेयतया +हेयोपादेयता +हेयोपादेयवर्जितः +हेयोपादेयवर्जिता +हेयोपादेयशून्या +हेर +हेरंब +हेरंबं +हेरंबो +हेरचङि +हेरपित्त्वेन +हेरम्ब +हेरम्बं +हेरम्बः +हेरम्बस्य +हेरम्बो +हेरर्थः +हेरा +हेराम +हेरि +हेरिटेज् +हेरिति +हेरी +हेरुकः +हेरे +हेरोद् +हेर्ङित्त्वात् +हेर्धि +हेर्धिः +हेर्धित्वम् +हेर्धिभावः +हेर्धिरादेशः +हेर्लुकि +हेर्लुक् +हेर्लुगभावः +हेल +हेलनं +हेलनमेव +हेलनम् +हेलन्तरमाह +हेलय +हेलया +हेलयापि +हेलयैव +हेलयो +हेला +हेलां +हेलाजितबोधिसत्त्व +हेलातः +हेलाराजा +हेलि +हेलिः +हेलिकाप्टर् +हेली +हेले +हेलेति +हेलेन +हेलेन् +हेळ +हेळः +हेळः॑ +हेळवनकट्टे +हेळो +हेळो॑ +हेव +हेवन्तरमाह +हेवर्ड् +हेवाकः +हेशिषे +हेश्वरो +हेष +हेषते +हेषन्ति +हेषन्ते +हेषमाणानां +हेषसा +हेषा +हेषारवं +हेषाशब्दं +हेषितं +हेषितेन +हेषितैः +हेषु +हेषृ +हेहयमहीपालेन +हेऽग्ने +हेऽपि +हेऽम्ब +हेऽर्जुन +हेि +हेिं +हे॒तयः॑ +हे॒तयो॒ +हे॒तय॑ +हे॒तिं +हे॒तिः +हे॒तिम् +हे॒तिम॑स्य +हे॒ती +हे॒त्या +हे॒त्यै +है +हैं +हैः +हैक +हैकं +हैके +हैकेऽङ्गिरसः +हैडिम्बो +हैत +हैतं +हैतत् +हैतत्पुरुषः +हैतदुवाच +हैतदेव +हैतदेवं +हैतदेवाक्षरमुवाच +हैतद् +हैतनामः +हैतनामनः +हैतमतिधन्वा +हैतमेके +हैतमेवमुपास्ते +हैतम् +हैतस्य +हैतस्यै +हैता +हैतां +हैतानि +हैति +हैतुकः +हैतुकस्तर्की +हैतुकान् +हैते +हैतेन +हैतौ +हैदर +हैदराबाद +हैदराबादतः +हैदराबादनगरमण्डलम् +हैदराबादनगरम् +हैदराबादनगरस्य +हैदराबादस्य +हैदराबाद् +हैदरालिः +हैदरालेः +हैदर् +हैन +हैनँ +हैनं +हैनमत्रिः +हैनमुवाच +हैनमुषस्तश्चाक्रायणः +हैनमेष +हैनम् +हैनां +हैनान् +हैनेन +हैन्दवः +हैन्दवाः +हैन्दवानां +हैनꣳ +हैम +हैमं +हैमः +हैमनं +हैमनः +हैमनम् +हैमनी +हैमने +हैमनौ +हैमन्तम् +हैमन्तिकं +हैमन्तिकः +हैमन्तिकम् +हैमन्तिका +हैमन्तिकाय +हैमन्तिकावृतू +हैमन्तिको +हैमन्तिकौ +हैमन्ती +हैममिति +हैममिवोपरागम् +हैमम् +हैमवत +हैमवतं +हैमवता +हैमवताः +हैमवतानां +हैमवती +हैमवतीं +हैमवतीति +हैमवतीश्वरी +हैमवते +हैमवतो +हैमवत्या +हैमवत्यां +हैमवत्याः +हैमवल्कलाः +हैमशब्दनुशासनस्य +हैमशब्दानुशासन +हैमशब्दानुशासनस्य +हैमा +हैमानि +हैमान् +हैमी +हैमीं +हैमीति +हैमीभूतमिवायसम् +हैमे +हैमेन +हैमेषु +हैमैः +हैमो +हैम्पशायर +हैयंगवीनं +हैयङ्गवीनं +हैयङ्गवीनम् +हैया +हैरण्यं +हैरण्यगर्भी +हैरण्यस्तूपः +हैरण्वती +हैरम्बं +हैरी +हैल +हैलाकण्डी +हैलाकण्डीमण्डलम् +हैलाकन्डि +हैव +हैवं +हैवंविदं +हैवंविदा +हैवंविदुद्गाता +हैवंविदे +हैवंविदो +हैवात्र +हैवान्नमत्रप्स्यत् +हैवाभिषिच्यते +हैवायं +हैवालं +हैवास्मिन् +हैवास्मै +हैवास्य +हैवास्या +हैवास्याजायन्ते +हैवास्यैते +हैवैत +हैवैतदन्नाद्यं +हैवैते +हैवैनं +हैवैवं +हैवैष +हैवैषां +हैवैषाम् +हैवोवाच +हैष +हैषा +हैषां +हैषाम् +हैषैव +हैहय +हैहयः +हैहयश्च +हैहयस्य +हैहया +हैहयाः +हैहयाधिपः +हैहयानां +हैहयास्तालजङ्घाश्च +हैहयैस्तालजङ्घैश्च +हैहयो +हैहयोः +हैहयोरेव +हैहेप्रयोगे +हैि +हैिं +हैौ +है॒व +हॉकी +हॉप +हॉय +हॉल् +हो +हों +होंगी +होंगे +होंति +होंय +होः +होइ +होइया +होइये +होइहहिं +होइहा +होइहि +होई +होउ +होउँ +होऊ +होऊँ +होऊं +होओ +होकर +होकी +होके +होक्त्वा +होग +होगया +होगये +होगा +होगी +होगे +होगें +होगेनकल् +होचक्राम +होचतुः +होचतुर् +होचुः +होचुर् +होचुर्नैवेह +होचुर्यथा +होचुर्हन्त +होच्चक्राम +होच्यते +होजाता +होजाती +होजाते +होजाने +होजाय +होटल +होटेल् +होट्कैट् +होठ +होड +होडः +होडते +होडा +होडृ +होढा +होणे +होत +होतः +होतः॑ +होतरि +होतरिति +होतरित्यध्वर्युः +होतरिषितो +होतरुपह्वयस्व +होतरुपह्वयस्वेति +होतरेतद्यज +होतरेतद्यजेति +होतर् +होतर्मैत्रावरुणस्य +होतर्यज +होतर्वदस्व +होतर्हव्या +होतव्य +होतव्यं +होतव्यः +होतव्यमन्यया +होतव्यमिति +होतव्यमित्यपि +होतव्यमित्यर्थः +होतव्यम् +होतव्या +होतव्याः +होतव्यानि +होतव्ये +होतव्येति +होतव्यो +होतव्यौ +होतस्तथा +होतहै +होतहैि +होता +होताँहै +होताङ्गानि +होताजनिष्ट +होताध्वर्युं +होतानुशंसति +होतान्वाह +होतापोतारौ +होतार +होतारँ +होतारं +होतारः +होतारमपि +होतारमवृणीतायं +होतारमिति +होतारमिह +होतारमीक्षमाणो +होतारमृत्विजं +होतारमेव +होतारम् +होतारा +होताराव् +होतारो +होतारौ +होतासि +होतासीत् +होताहै +होताऽइव +होताऽध्वर्युम् +होताऽनुवर्तयति +होता॑ +होता॑र +होता॑रं +होता॑रं॒ +होता॑रः +होता॑रमवृणीता॒यं +होता॑रमीळते +होता॑रम् +होता॑रा +होता॑रा॒ +होता॑ऽइव +होता॒ +होता꣢꣯ +होति +होती +होतीं +होतीति +होतीहै +होतु +होतुं +होतुः +होतुःपुत्रः +होतुः॑ +होतुम् +होतुरङ्गुलिपर्वणी +होतुरभिजानाति +होतुरभिज्ञाय +होतुराज्यँ +होतुराज्यं +होतुराज्यम् +होतुरिति +होतुरिदं +होतुरेव +होतुर् +होतुर्धिष्ण्यं +होतुर्हस्ते +होतुश् +होतुश्च +होतुश्चमसः +होतुश्चमसमनून्नयध्वमुन्नेतः +होतुस्तस्य +होतृ +होतृकर्म +होतृकर्मणि +होतृकार +होतृकारः +होतृचमस +होतृचमसं +होतृचमसमध्वर्युरादत्ते +होतृचमसमेव +होतृचमसमेवैते +होतृचमसम् +होतृचमसे +होतृचमसेन +होतृचमसेऽवनयति +होतृत्वं +होतृत्वेन +होतृभिः +होतृभ्यः +होतृभ्यां +होतृवूर्ये +होतृशब्दस्य +होतृषदन +होतृषदनं +होतृषदना +होतृषदनाद्धैवापि +होतृषदने +होतृषाम +होतृषु +होतृ॒षद॑ने॒ +होतॄकारः +होतॄणां +होतॄणामस्यायजिष्ठः +होतॄन् +होतॄ॑णाम॒स्याय॑जिष्ठः +होतॄ॑न् +होते +होतेति +होतेत्य् +होतेव +होतेही +होतेहैं +होते॑व +होते॑व॒ +होतैकसूक्त +होतैव +होतो +होतोः +होतोवाच +होतौहै +होत्तस्थौ +होत्यादि +होत्र +होत्रं +होत्रक +होत्रकशस्त्रप्रकरणम् +होत्रकस्य +होत्रका +होत्रकाः +होत्रकाणां +होत्रकाणाम् +होत्रकान् +होत्रकास् +होत्रमस्मिन्निति +होत्रम् +होत्रया +होत्रवाहनः +होत्रस्य +होत्रा +होत्रां +होत्रां॑ +होत्राः +होत्राः॑ +होत्राणां +होत्राणाम् +होत्राणि +होत्रात् +होत्रादय +होत्रादयः +होत्रादयो +होत्रादिभिः +होत्रादिभ्यः +होत्रादीनां +होत्राद् +होत्राभिः +होत्राभिर् +होत्राभ्यः +होत्राभ्यश्छः +होत्राभ्यो +होत्राम् +होत्राय +होत्रायां +होत्रायाम् +होत्रायावह +होत्राविदं +होत्राविदः +होत्राशँ +होत्राशंसिनः +होत्राशंसिनो +होत्रासु +होत्रास् +होत्रास्व् +होत्रास्सप्तधा +होत्रा॑ +होत्रा॑भिः +होत्रा॑म् +होत्रा॒ +होत्रियम् +होत्री +होत्रीय +होत्रीयं +होत्रीयम् +होत्रीये +होत्रे +होत्रेज्यमानाः +होत्रेति +होत्रेऽनुगृणाति +होत्रे॑ +होत्रोच्यमाने +होत्लृकारः +होतॐ +होत॒ः +होत॒रिति॑ +होत॒र्यज॑ +होत॒व्या॑ +होथ +होदव्वं +होदि +होदी +होदीए +होदु +होद्गीथे +होद्दालक +होन +होनं +होनः +होनहै +होना +होनी +होने +होनेका +होनेकी +होनेके +होनेपर +होनेपरभी +होनेमरडु +होनेमें +होनेवाला +होनेवाली +होनेवाले +होनेसे +होनो +होन्ति +होन्तु +होन्नाळी +होन्नाळीविधानसभाक्षेत्रम् +होन्नावर +होप +होपेयाय +होप् +होब +होभयं +होम +होमं +होमः +होमकरणम् +होमकर्म +होमकर्मणा +होमकर्मणि +होमकर्म्मणि +होमकल्पः +होमकार्यं +होमकाल +होमकालः +होमकाले +होमकालेषु +होमकुण्डं +होमक्रिया +होमञ्च +होमतः +होमतो +होमद्रव्यं +होमद्रव्यम् +होमद्रव्यस्य +होमद्रव्याणां +होमद्रव्याणि +होमद्रव्ये +होमद्वारा +होमधेनुं +होमधेनुः +होमधेनुरियं +होमनिष्पादकं +होमनिष्पादकः +होमनिष्पादको +होमनिष्पादकौ +होमन्तु +होमपक्षे +होमप्रकारः +होमभेदे +होममनूद्य +होममन्त्रः +होममन्त्रा +होममन्त्राः +होममन्त्रे +होममन्त्रेषु +होममन्त्रो +होममाचरेत् +होममिच्छन्ति +होममेव +होमम् +होमयेच्च +होमयेत् +होमयोः +होमवान् +होमविधानं +होमविधानम् +होमविधिं +होमविधिः +होमवेलां +होमशेषं +होमश्च +होमश्चेति +होमश्चोत्तरया +होमसंयोगात् +होमसाधनं +होमस्तत्र +होमस्तथा +होमस्तपो +होमस्तर्पणं +होमस्तु +होमस्थानं +होमस्थाने +होमस्य +होमा +होमांते +होमांस्तत +होमाः +होमाग्नौ +होमाच्च +होमाञ् +होमात् +होमादाने +होमादि +होमादिकं +होमादिस्तूपिपर्यन्तं +होमादींश्च +होमादौ +होमाधिवासनान्ते +होमानन्तरं +होमानां +होमानुवादेन +होमान् +होमान्तं +होमान्ते +होमाभिषवाभ्यां +होमाय +होमार्थ +होमार्थं +होमार्था +होमार्थाः +होमार्थानि +होमार्थे +होमावसानं +होमावसाने +होमाशक्तौ +होमाश्च +होमि +होमियोपति +होमी +होमुचे +होमे +होमेति +होमेन +होमेनेति +होमेनेष्टं +होमेषु +होमेऽपि +होमेऽर्चने +होमेऽर्च्चने +होमैः +होमैश्च +होमो +होमोत्तरं +होमोपकरणं +होमोऽपि +होमोऽयं +होमौ +होम् +होम्यं +होम्यम् +होम्स् +होम॑ +होम॒ +होय +होयं +होयगा +होयते +होयतो +होयसाल +होयि +होये +होयें +होय्सल +होय्सलाः +होय्सळ +होय्सळराजाः +होय्सळवंशः +होय्सळाः +होय्सळानां +होय्सळेश्वरदेवालयः +होर +होरनाडु +होरा +होरां +होराः +होराणां +होरायां +होरायाम् +होराशास्त्रं +होराशास्त्रम् +होराशास्त्रस्य +होरि +होरे +होरेति +होरेशाः +होल +होलकः +होलकर +होला +होलाक +होलाका +होलि +होलिका +होलिकादहनम् +होलिकोत्सवः +होली +होलीपर्व +होल्कर +होळेनरसीपुरविधानसभाक्षेत्रम् +होवच +होवा +होवाइ +होवाच +होवाचा +होवाचाजातशत्रुः +होवाचाजातशत्रुर्मा +होवाचाजातशत्रुर्मामैतस्मिन्समवादयिष्ठा +होवाचाजातशत्रुर्मामैतस्मिन्समवादयिष्ठाः +होवाचाजीगर्तः +होवाचात्र +होवाचाथर्वा +होवाचान्नस्य +होवाचाभूद् +होवाचामुष्य +होवाचाशान्तो +होवाचेति +होवाचेन्द्रद्युम्नं +होवाचैतदमृतमभयमेतद्ब्रह्मेति +होवाचैन्द्रो +होवाचैष +होवाचोमिति +होवाच॒ +होवे +होवें +होवेगा +होवेगी +होश +होशङ्गाबाद +होशङ्गाबादमण्डलम् +होशङ्गाबाद् +होशियारपुर +होशियारपुरमण्डलम् +होशियारपुरम् +होश्छन्दसि +होष +होष्यति +होष्यतीति +होष्यन् +होष्यन्ति +होष्यन्तीति +होष्यन्ते +होष्यन्नप +होष्यसीति +होष्याम +होष्यामि +होष्यामीति +होस +होसकोटे +होसदुर्गविधानसभाक्षेत्रम् +होसनगर +होसपेटे +होसि +होस्ट +होस्पिटल् +होह +होहि +होहिं +होहु +होहो +होहोवा +होऽन्यतरस्याम् +होऽपि +हो॑तरिषि॒तो +हो॑त॒व्य +हो॑वाच +हो॒तः॒ +हो॒त्रं +हो॒त्रमु॒त +हो॒त्रम् +हो॒त्रात् +हो॒त्राय॑ +हो॒त्रे +हो॒त॒रिति॑ +हो꣡ +हो꣡इ +हो꣡ता꣢ +हो꣡ता꣢꣯ +हो꣡ता꣢꣯रम् +हो꣡꣯इहा꣯ +हो꣢꣯वा꣯इ +हौ +हौँ +हौं +हौतभुजं +हौतृकम् +हौत्र +हौत्रं +हौत्रक +हौत्रम् +हौत्रशंसनं +हौत्रशंसनमाचरेत् +हौत्रशंसनमाचरेथ् +हौत्रे +हौनं +हौम्यं +हौरा +हौस् +हौहोइ +ह् +ह्टदि +ह्णाति +ह्णे +ह्तं +ह्ता +ह्ते +ह्दा +ह्न +ह्नस्वः +ह्नस्वश्च +ह्नि +ह्नियते +ह्निया +ह्नीं +ह्नु +ह्नुङ् +ह्नुत +ह्नुते +ह्नुवते +ह्न् +ह्बवति +ह्म +ह्मण +ह्मणं +ह्मणः +ह्मणा +ह्मणाः +ह्मणि +ह्मणे +ह्मणो +ह्मदयं +ह्मदये +ह्मदि +ह्मल +ह्मलयति +ह्मस्फुटसिद्धान्ते +ह्मा +ह्माणं +ह्मि +ह्म्यन्त +ह्म्यन्तक्षणश्वसजागृणिश्व्येदिताम् +ह्म्यन्तेति +ह्म॒णः +ह्म॒णस्य॑ +ह्य +ह्यं +ह्यंते +ह्यः +ह्यकर्ता +ह्यकर्मणः +ह्यकर्मणाम् +ह्यकल्पयत् +ह्यकामास्ते +ह्यकारयत् +ह्यकाले +ह्यकुर्वन् +ह्यकुशला +ह्यकृतात्मभिः +ह्यक्तम् +ह्यक्षयं +ह्यक्षया +ह्यक्षय्यमुपतिष्ठताम् +ह्यक्षरं +ह्यक्षरकाण्डे +ह्यक्षरात्परतः +ह्यखिलं +ह्यगमं +ह्यगस्त्यः +ह्यगस्त्येन +ह्यगस्त्यो +ह्यगात् +ह्यगाधे +ह्यगारं +ह्यग्न +ह्यग्नयः +ह्यग्नि +ह्यग्निं +ह्यग्निः +ह्यग्निना +ह्यग्निर् +ह्यग्ने +ह्यग्नेः +ह्यग्नेरजनिष्ट +ह्यग्नौ +ह्यग्रे 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+ह्यनन्तोसि +ह्यनन्यया +ह्यनया +ह्यनलं +ह्यनलो +ह्यनवाप्य +ह्यनाथवत् +ह्यनाथस्य +ह्यनाथा +ह्यनापदि +ह्यनामयः +ह्यनामयम् +ह्यनाराशंसाः +ह्यनित्ये +ह्यनिरुद्धो +ह्यनिशं +ह्यनिष्टं +ह्यनिष्टप्रसङ्गः +ह्यनीशः +ह्यनु +ह्यनुकम्पया +ह्यनुक्रमात् +ह्यनुज्ञां +ह्यनुज्ञातो +ह्यनुत्तमः +ह्यनुत्तमम् +ह्यनुत्तमा +ह्यनुपानं +ह्यनुपूर्वशः +ह्यनुभूयते +ह्यनुमानं +ह्यनुमानम् +ह्यनुमानस्य +ह्यनुवर्तते +ह्यनुष्ठानं +ह्यनुष्णाशीतपाकजः +ह्यनृतं +ह्यनेकधा +ह्यनेकशः +ह्यनेकानि +ह्यनेन +ह्यनेनापि +ह्यनेनैव +ह्यन्तः +ह्यन्तकाले +ह्यन्तरं +ह्यन्तरात्मा +ह्यन्तरिक्षं +ह्यन्तरिक्षे +ह्यन्तरे +ह्यन्तरेण +ह्यन्तर्धानं +ह्यन्ते +ह्यन्धं +ह्यन्धको +ह्यन्धसंज्ञितः +ह्यन्न +ह्यन्नं +ह्यन्नदानं +ह्यन्नमत्ति +ह्यन्नमद्यते +ह्यन्नम् +ह्यन्य +ह्यन्यं +ह्यन्यः +ह्यन्यतरतो +ह्यन्यत् +ह्यन्यत्र +ह्यन्यथा +ह्यन्यदेतस्य +ह्यन्यस्मिन् +ह्यन्यस्य +ह्यन्या +ह्यन्यूनानतिरिक्तदिनरात्र्यादिविचित्रव्यवस्थायां +ह्यन्ये +ह्यन्येन +ह्यन्यो +ह्यन्योन्यं +ह्यन्वयो +ह्यन्वोजसा +ह्यप +ह्यपः +ह्यपत्यं +ह्यपमृत्युभयं +ह्यपमृत्युर्भविष्यति +ह्यपरं +ह्यपरः +ह्यपरा +ह्यपरे +ह्यपरो +ह्यपवादा +ह्यपश्यत +ह्यपां +ह्यपायमार्गो +ह्यपि +ह्यपीतो +ह्यपुत्रस्य +ह्यपूजयत् +ह्यपूर्वं +ह्यपूर्वः +ह्यपेक्ष्यते +ह्यप्रतीघातलक्षणः +ह्यप्रियं +ह्यप्सरोभिः +ह्यप्सु +ह्यबला +ह्यभयं +ह्यभवं +ह्यभवत् +ह्यभवत्तदा +ह्यभवत्पुरा +ह्यभवद् +ह्यभवन् +ह्यभावः +ह्यभावस्य +ह्यभावे +ह्यभि +ह्यभिधानम् +ह्यभिधीयते +ह्यभिनिर्मुक्तः +ह्यभिप्रायं +ह्यभिमतं +ह्यभीक्ष्णशः +ह्यभीतवत् +ह्यभुञ्जानः +ह्यभूः +ह्यभूतां +ह्यभूत् +ह्यभूत्तदा +ह्यभूद् +ह्यमनाः +ह्यमनीभावे +ह्यमन्यत +ह्यमरा +ह्यमर्षणः +ह्यमायां +ह्यमावास्या +ह्यमावास्यां +ह्यमित्रं +ह्यमी +ह्यमुं +ह्यमुकेनेति +ह्यमुत्रैनं +ह्यमूर्तः +ह्यमृतं +ह्यमृता +ह्यमृतो +ह्यमृतोपमम् +ह्यमृतोपमे +ह्यम् +ह्यम्मयानि +ह्यय +ह्ययं +ह्ययः +ह्ययत्नतः +ह्ययमर्थः +ह्ययमात्मा +ह्ययमिति +ह्ययमेव +ह्ययम् +ह्ययोध्या +ह्ययोध्यां +ह्ययोध्यायां +ह्यरुन्धती +ह्यरु॑षी॒ +ह्यरोगश्च +ह्यर्घ्यं +ह्यर्चयित्वा +ह्यर्जुनं +ह्यर्जुनः +ह्यर्जुनस्य +ह्यर्जुनेन +ह्यर्जुनो +ह्यर्थ +ह्यर्थं +ह्यर्थः +ह्यर्थकृच्छ्रेषु +ह्यर्थगतिः +ह्यर्थस्य +ह्यर्था +ह्यर्थाः +ह्यर्थे +ह्यर्थो +ह्यर्थोऽयं +ह्यर्धं +ह्यलं +ह्यलम् +ह्यल्पं +ह्यव +ह्यवतारा +ह्यवतार्य +ह्यवतिष्ठते +ह्यवतीर्य +ह्यवदत् +ह्यवधूतं +ह्यवध्यो +ह्यवन्ती +ह्यवमतः +ह्यवमन्यन्ते +ह्यवरं +ह्यवरोऽपि +ह्यवर्तत +ह्यवलोकयन् +ह्यवशः +ह्यवशोऽपि +ह्यवश्यं +ह्यवस्था +ह्यवस्थानं +ह्यवस्थासु +ह्यवातरत् +ह्यवाद्यन्त +ह्यवान्तरप्रलये +ह्यवान्तरसृष्टिप्रलययोः +ह्यवाप +ह्यवाप्य +ह्यवाप्यते +ह्यवाप्स्यसि +ह्यवि +ह्यविचारणीया +ह्यविचारतः +ह्यविद्यया +ह्यविद्या +ह्यविमुक्तं +ह्यविमुक्ते +ह्यविशुद्धः +ह्यविशुद्धिक्षयातिशययुक्तः +ह्यविशेषेण +ह्यव्ययात्मा +ह्यव॑ +ह्यशक्तः +ह्यशक्तानां +ह्यशक्तो +ह्यशनं +ह्यशुचि +ह्यशुचिं +ह्यशुद्धा +ह्यशुद्धो +ह्यशुभं +ह्यशेषतः +ह्यशोकाश्च +ह्यश्च +ह्यश्वा +ह्यश्वाः +ह्यश्विनौ +ह्यश्वो +ह्यष +ह्यषा +ह्यष्ट +ह्यष्टधा +ह्यष्टमी +ह्यष्टम्यां +ह्यष्टा +ह्यष्टादशैव +ह्यष्टौ +ह्यसंख्यकाः +ह्यसंख्याता +ह्यसंख्यानि +ह्यसंन्यस्तसंकल्पो +ह्यसंस्कृताः +ह्यसतः +ह्यसतां +ह्यसति +ह्यसद्रूपो +ह्यसाध्यो +ह्यसाविति +ह्यसि +ह्यसि॑ +ह्यसुरा +ह्यसुराः +ह्यसुराणां +ह्यसुरैः +ह्यसुरौ +ह्यसौ +ह्यस् +ह्यस्तं +ह्यस्तन +ह्यस्तनं +ह्यस्तनम् +ह्यस्तनी +ह्यस्तनेन +ह्यस्ति +ह्यस्तु +ह्यस्त्रं +ह्यस्त्राणि +ह्यस्मा +ह्यस्माकं +ह्यस्माच्छारीरात्पुरुषोत्तमः +ह्यस्मात् +ह्यस्मि +ह्यस्मिन् +ह्यस्मै +ह्यस्य +ह्यस्या +ह्यस्यां +ह्यस्याः +ह्यस्यै +ह्यस्यैतद्यज्ञस्याङ्गं +ह्यस्यैष +ह्यहं +ह्यहंकारो +ह्यहमिति +ह्यहमेव +ह्यहम् +ह्यहर्निशम् +ह्यहिंसा +ह्यहितं +ह्यहो +ह्यहोरात्रे +ह्या +ह्यां +ह्याः +ह्याकस्मिकोऽभवत् +ह्याकाङ्क्षा +ह्याकाशे +ह्यागतं +ह्यागतः +ह्यागता +ह्यागतो +ह्याच +ह्याचरन् +ह्याचरन्कर्म +ह्याचारविहीनस्य +ह्याचार्यः +ह्याचार्यस्य +ह्याचार्येण +ह्याचार्यो +ह्याजगाम +ह्याज्यं +ह्याततायिनः +ह्यात् +ह्यात्म +ह्यात्मन +ह्यात्मनः +ह्यात्मना +ह्यात्मनि +ह्यात्मनिक्षेप +ह्यात्मनो +ह्यात्मवानपि +ह्यात्मविभूतयः +ह्यात्मा +ह्यात्मानं +ह्यात्मैव +ह्याददायन् +ह्यादाय +ह्यादि +ह्यादित +ह्यादेशः +ह्यादौ +ह्याद्यं +ह्याध्यात्मिकः +ह्यानन्द +ह्यानन्दः +ह्यानन्दभुक् +ह्यापः +ह्यापो +ह्याप्तकामा +ह्याप्याययन्ति +ह्याभरणं +ह्यामदोषस्य +ह्यामाशयाश्रयाः +ह्यामिल्टन् +ह्याम् 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+ह्युपायेन +ह्युपायो +ह्युपासना +ह्युपासिता +ह्युपेक्षितः +ह्युपोषितः +ह्युपोषिता +ह्युपोष्या +ह्युभयं +ह्युभयतः +ह्युभयतो +ह्युभयत्र +ह्युभयोः +ह्युभे +ह्युभौ +ह्युमया +ह्युमरस +ह्युमरसस्य +ह्युमा +ह्युरगो +ह्युर्वशी +ह्युवाच +ह्युवास +ह्युषित्वा +ह्युष्णं +ह्यू +ह्यूगो +ह्यूमस् +ह्यूर्द्ध्वरेतसः +ह्यूर्ध्वं +ह्यूर्ध्वरेतसः +ह्यृतवः +ह्यृते +ह्यृषयो +ह्ये +ह्येक +ह्येकं +ह्येकः +ह्येकत्र +ह्येकदा +ह्येकमेव +ह्येकसप्ततिः +ह्येकस्मिन् +ह्येकस्य +ह्येका +ह्येकादशी +ह्येकादश्यां +ह्येके +ह्येकेन +ह्येकेषाम् +ह्येकैकं +ह्येको +ह्येत +ह्येतं +ह्येतत् +ह्येतत्सर्वं +ह्येतदहः +ह्येतदुत्तमम् +ह्येतदेव +ह्येतद् +ह्येतद्ब्रह्म +ह्येतद्ब्रह्मायमात्मा +ह्येतद्भवति +ह्येतद्यज्ञस्य +ह्येतद्विद्धम् +ह्येतन्न +ह्येतन्मया +ह्येतया +ह्येतर्हि +ह्येतर्ह्यहानि +ह्येतस्मादिति +ह्येतस्मिन् +ह्येतस्य +ह्येतस्या +ह्येतस्याह्नो +ह्येता +ह्येतां +ह्येताः +ह्येतानि +ह्येतान् +ह्येतावता +ह्येताश्चतुर्दश +ह्येतासु +ह्येति +ह्येते +ह्येतेन +ह्येतेषां +ह्येतेषु +ह्येतौ +ह्येधन्ते +ह्येन +ह्येनं +ह्येनत्प्रथमो +ह्येनन्नेदिष्ठं +ह्येनम् +ह्येना +ह्येनां +ह्येनेन +ह्येप +ह्येभ्यः +ह्येभ्यो +ह्येव +ह्येवं +ह्येवंवित्परो +ह्येवंविधा +ह्येवमाख्यातं +ह्येवमेव +ह्येवम् +ह्येवाग्रे +ह्येवानन्दयाति +ह्येवान्यात् +ह्येवान्यात्कः +ह्येवायं +ह्येवेति +ह्येवेदं +ह्येवेयं +ह्येवेह +ह्येवैतानि +ह्येवैनं +ह्येवैभ्यो +ह्येवैवा +ह्येवैष +ह्येवोत्कृष्ट +ह्येष +ह्येषः +ह्येषा +ह्येषां +ह्येषु +ह्येहि +ह्ये॑ते +ह्ये॑ष +ह्ये॑षः +ह्ये॑षा +ह्यैश्वरी +ह्यो +ह्योइड् +ह्योगोदोहस्य +ह्योजसा +ह्य् +ह्य॑ग्ने +ह्य॑ग्ने॒ +ह्य॑स्य +ह्य॑स्य॒ +ह्र +ह्रँ +ह्रं +ह्रः +ह्रखः +ह्रगे +ह्रजः +ह्रता +ह्रति +ह्रते +ह्रत्र +ह्रत्वा +ह्रद +ह्रदं +ह्रदः +ह्रदप्रवेशपर्वणि +ह्रदम् +ह्रदयं +ह्रदये +ह्रदय्या +ह्रदशोषविक्लवां +ह्रदश्चैव +ह्रदस्तथा +ह्रदस्थमिव +ह्रदस्य +ह्रदा +ह्रदाः +ह्रदात् +ह्रदाद् +ह्रदानां +ह्रदान् +ह्रदाश्च +ह्रदास्तथा +ह्रदि +ह्रदिनी +ह्रदिनीं +ह्रदे +ह्रदेषु +ह्रदो +ह्रमनाः +ह्रयं +ह्रस +ह्रसति +ह्रसते +ह्रसन्ति +ह्रसिमा +ह्रसिष्ठ +ह्रसिष्ठः +ह्रसिष्ठा +ह्रसीयसी +ह्रसीयाँ +ह्रसीयांसः +ह्रसीयान् +ह्रस्य +ह्रस्व +ह्रस्वं +ह्रस्वः +ह्रस्वकाः +ह्रस्वकाया +ह्रस्वगवेधुका +ह्रस्वग्रहणं +ह्रस्वग्रहणमतन्त्रम् +ह्रस्वजात्यो +ह्रस्वता +ह्रस्वतां +ह्रस्वत्व +ह्रस्वत्वं +ह्रस्वत्वञ्च +ह्रस्वत्वमिति +ह्रस्वत्वम् +ह्रस्वत्वस्य +ह्रस्वत्वात् +ह्रस्वत्वे +ह्रस्वत्वेन +ह्रस्वदीर्घप्लुतादिषु +ह्रस्वदीर्घयोः +ह्रस्वनद्याप +ह्रस्वनद्यापो +ह्रस्वनाम +ह्रस्वनुड्भ्यां +ह्रस्वनुड्भ्याम् +ह्रस्वबाहुकः +ह्रस्वम् +ह्रस्वरोमा +ह्रस्वश्च +ह्रस्वश्छान्दसः +ह्रस्वस्य +ह्रस्वस्यावर्णस्य +ह्रस्वस्येति +ह्रस्वस्वराः +ह्रस्वा +ह्रस्वां +ह्रस्वाः +ह्रस्वाच्चन्द्रोत्तरपदे +ह्रस्वात् +ह्रस्वात्तादौ +ह्रस्वादङ्गात् +ह्रस्वादङ्गादिति +ह्रस्वादचि +ह्रस्वादिः +ह्रस्वादिति +ह्रस्वादेश +ह्रस्वादेशे +ह्रस्वानां +ह्रस्वानि +ह्रस्वान्त +ह्रस्वान्तं +ह्रस्वान्तः +ह्रस्वान्तस्य +ह्रस्वान्तेऽन्त्यात्पूर्वम् +ह्रस्वाभावात् +ह्रस्वाय +ह्रस्वार्थे +ह्रस्वाश्च +ह्रस्वी +ह्रस्वे +ह्रस्वेन +ह्रस्वेषु +ह्रस्वैः +ह्रस्वो +ह्रस्वोदात्त +ह्रस्वोऽङ्यो +ह्रस्वौ +ह्रा +ह्राँ +ह्रां +ह्राद +ह्रादं +ह्रादः +ह्रादते +ह्रादश्च +ह्रादस्य +ह्रादिनी +ह्रादिनीं +ह्रादुनयो +ह्रादुनिम् +ह्रादेन +ह्रास +ह्रासं +ह्रासः +ह्रासयेत् +ह्रासवृद्धी +ह्रासे +ह्रासो +ह्रि +ह्रियं +ह्रियः +ह्रियत +ह्रियतां +ह्रियते +ह्रियन्ते +ह्रियमाणं +ह्रियमाणः +ह्रियमाणम् +ह्रियमाणया +ह्रियमाणस्य +ह्रियमाणा +ह्रियमाणां +ह्रियमाणानि +ह्रियमाणायाः +ह्रियमाणे +ह्रियमाणो +ह्रियमाणौ +ह्रिया +ह्रियि +ह्रिये +ह्रियेत +ह्रियेव +ह्रियै +ह्री +ह्रीँ +ह्रीं +ह्रींकार +ह्रींकारं +ह्रींकारस्य +ह्रींकारी +ह्रीः +ह्रीङ्कारं +ह्रीच्छति +ह्रीणः +ह्रीणा +ह्रीत +ह्रीतः +ह्रीतमुख्य् +ह्रीता +ह्रीति +ह्रीतो +ह्रीपरिगतः +ह्रीबेर +ह्रीबेरं +ह्रीमति +ह्रीमती +ह्रीमत्या +ह्रीमन्तं +ह्रीमन्तः +ह्रीमान् +ह्रीमिति +ह्रीमूढानां +ह्रीम् +ह्रीयते +ह्रीयन्त्रणां +ह्रीरचापलम् +ह्रीरार्जवं +ह्रीर्मतिश्च +ह्रीर्लज्जा +ह्रीवेर +ह्रीवेरं +ह्रीवेरम् +ह्रीवेरे +ह्रीश्च +ह्रीसन्नकण्ठी +ह्रीस्तितिक्षा +ह्रु +ह्रुं +ह्रुणाति +ह्रुतः +ह्रुदि +ह्रुह्वरेश्छन्दसि +ह्रू +ह्रूँ +ह्रूं +ह्रूडुर्नामासि +ह्रें +ह्रेपयति +ह्रेव +ह्रेवैष +ह्रेष +ह्रेषते +ह्रेषन्ति +ह्रेषन्ते +ह्रेषा +ह्रेषृ +ह्रैं +ह्रो +ह्रों +ह्रौ +ह्रौं +ह्र॒दम् +ह्ल +ह्लगे +ह्लद +ह्लप +ह्लस +ह्लां +ह्लाद +ह्लादं +ह्लादः +ह्लादते +ह्लादनं +ह्लादपरितापफलाः +ह्लादयति +ह्लादयते +ह्लादयन् +ह्लादि +ह्लादिकावति +ह्लादिके +ह्लादिनी +ह्लादी +ह्लादे +ह्लादो +ह्लीँ +ह्लीं +ह्लीका +ह्ल्य +ह्व +ह्वः +ह्वय +ह्वयत +ह्वयतामग्निराग्नीध्रादायुषे +ह्वयतामुपहूता +ह्वयताम् +ह्वयति +ह्वयतिः +ह्वयतु +ह्वयते +ह्वयतेः +ह्वयतेरप् +ह्वयते॒ +ह्वयत्या +ह्वयत॒ +ह्वयध्वम् +ह्वयन्ताम् +ह्वयन्ति +ह्वयन्तु +ह्वयन्ते +ह्वयम् +ह्वयस्व +ह्वयस्वेति +ह्वया +ह्वयामः +ह्वयामसि +ह्वयामहा +ह्वयामहे +ह्वयामि +ह्वया॑मि +ह्वये +ह्वयेत +ह्वयेति +ह्वयेत् +ह्वये॒ +ह्वर +ह्वरः +ह्वरति +ह्वरांसि +ह्वरां॑सि +ह्वरितः +ह्वरेश्छन्दसि +ह्वल +ह्वलति +ह्वलयति +ह्वस्वः +ह्वा +ह्वां +ह्वाः +ह्वातव्यः +ह्वादिः +ह्वादित्वे +ह्वानं +ह्वानम् +ह्वाययति +ह्वारः +ह्वारो +ह्वार् +ह्वार्मा +ह्वार्षीत् +ह्वा॒रो +ह्वा॒र्मा +ह्वृ +ह्वे +ह्वेञ +ह्वेञः +ह्वेञो +ह्वेञ् +ह्व॑यताम् +ह्व॑यति +ह्व॑यन्ते +ह्व॑यामहे +ह्व॑ये +ह्व॒ +ह्व॒या॒म॒हे॒ +ह्व॒ये॒ +ह्व॒य॒न्ते॒ +ह्सैं +ह्सौ +ह्सौं +ह्सौंः +ह्सौः +ह्स् +ह्स्क्लीं +ह्स्क्ष्म्ल्व्र्यू +ह्स्ख्फ्रे +ह्स्ख्फ्रें +ह्स्तः +ह्स्ते +ह्स्तौ +ह्स्फ्रे +ह्स्फ्रें +ह्स्रां +ह्स्रीं +ह्स्रैं +ह्स्रौं +ह्स्रौंः +ह्हैकस्थं +हॎ +हॐ +ह॑ +ह॑न्ति +ह॑न्यते॒ +ह॑रति +ह॑रति॒ +ह॑रन्ति +ह॑रन्ति॒ +ह॑रामि +ह॑रामि॒ +ह॑रिवो॒ +ह॑रि॒णस्य॑ +ह॑र्यश्व +ह॑र्य॒तो +ह॑वन्ते +ह॑वामहे +ह॑वामहे॒ +ह॑व्य॒वाहं॑ +ह॑स +ह॑सः +ह॒ +ह॒त +ह॒तं +ह॒तः +ह॒तम् +ह॒ता +ह॒ताः +ह॒ते +ह॒तो +ह॒त्नवे॑ +ह॒त्वा +ह॒त्वाय॑ +ह॒त्वी +ह॒त॒म् +ह॒थो +ह॒न् +ह॒न्ता +ह॒न्तारं॑ +ह॒न्ति॒ +ह॒न्नथा॑ +ह॒ये +ह॒रितः॑ +ह॒रिता॑ +ह॒रितो॑ +ह॒रितो॒ +ह॒रित॑ः +ह॒रि॒माण॑म् +ह॒रि॒ऽअ॒श्व॒ +ह॒रि॒ऽवः॒ +ह॒रि॒ऽस्थाः +ह॒र्म्यस्य॑ +ह॒र्म्ये +ह॒र्म्येषु॑ +ह॒र्य॒ +ह॒र्य॒तः +ह॒र्य॒तम् +ह॒र्य॒तस्य॑ +ह॒र्य॒ता +ह॒वसा॑ +ह॒वा॒म॒हे॒ +ह॒वि +ह॒विः +ह॒विःऽभिः॑ +ह॒विरिन्द्रे॒ +ह॒विरि॒दं +ह॒विर्भिः॑ +ह॒विर्भि॑ः +ह॒विर्होत॒र्यज॑ +ह॒विर॑जुषत +ह॒विर॑दन्तु +ह॒विर॑द॒न्त्याहु॑तम् +ह॒विर॑स्य॒ +ह॒विश्च॑ +ह॒विश्च॑कृमा +ह॒विषः॑ +ह॒विषाहा॑र्षमेनम् +ह॒विषा॑ +ह॒विषा॒ +ह॒विषि॑ +ह॒विषे॑ +ह॒विषो॑ +ह॒विषो॒ +ह॒विष्माँ॑ +ह॒विष्मा॑न् +ह॒विष्म॑तः +ह॒विष्म॑ता +ह॒विष्म॑ती +ह॒विष्म॑ते +ह॒विष्म॑तो +ह॒विष्म॑न्त +ह॒विष्म॑न्तः +ह॒विष्म॑न्तो +ह॒विष्म॑न्तो॒ +ह॒विष॑ +ह॒विष॒ +ह॒वी +ह॒वींषि॑ +ह॒वींषि॒ +ह॒व्य +ह॒व्यं +ह॒व्यदा॑तये +ह॒व्यदा॑तिं +ह॒व्यमा +ह॒व्यमाहु॑तं +ह॒व्यम् +ह॒व्यऽदा॑तये +ह॒व्यऽदा॑तिम् +ह॒व्या +ह॒व्यानि॑ +ह॒व्याय॒ +ह॒व्येन॑ +ह॒व्येभिः॑ +ह॒व्यैः +ह॒व्य॒ऽवाट् +ह॒व्य॒ऽवाह॑नः +ह॒व्य॒ऽवाह॑म् +ह॒व्य॒ऽवा॒ह॒न॒ +ह॒व॒ते॒ +ह॒व॒न्ते॒ +ह॒स्तिनः॑ +ह॒स्ती +ह॒स्त॒घ्नो +ह᳘रेते᳘ति +हᳪं᳭सः +ह꣡रा꣢इः +ह꣡रा꣢इर्ह꣡रा꣢इः +ह꣡रिः꣢ +ह꣡रिः꣢꣯ +ह꣡रि꣢भिः +ह꣡री꣢ +ह꣡व꣢म् +ह꣡स् +ह꣢री꣣ +ह꣢विः꣡ +ह꣣ +ह꣣वामहे +ह꣣विः꣢ +हꣳ +हꣳसः +हꣳसो +़ +़पि +़ुओतेदद् +ऽ +ऽंतरे +ऽअग्नये +ऽअग्निं +ऽअग्ने +ऽअग्नेर्मन्वेऽ +ऽअजैष्मऽ +ऽअत +ऽअति +ऽअत्र +ऽअथ +ऽअनडुद्भ्यःऽ +ऽअनु +ऽअप +ऽअपमित्यमप्रतीत्तम्ऽ +ऽअपि +ऽअभयं +ऽअम्बयो +ऽअयं +ऽअरायक्षयणम्ऽ +ऽअव +ऽअव्यसश्चऽ +ऽअस्य +ऽअहं +ऽआ +ऽआपो +ऽआरेऽसौऽ +ऽआशानाम्ऽ +ऽइति +ऽइत्यादि +ऽइदं +ऽइन्द्रस्य +ऽइन्द्राय +ऽइन्द्रो +ऽइमं +ऽइयं +ऽइव +ऽइह +ऽइहैव +ऽउत +ऽउदेनमुत्तरं +ऽउप +ऽए +ऽएवं +ऽएष +ऽओं +ऽओजोऽसिऽ +ऽओते +ऽकः +ऽकरं +ऽकरोत् +ऽकर्मणे +ऽकामयत +ऽकामयताप +ऽकामयताव +ऽकामयतोद् +ऽकामयन्त +ऽकामयन्ताप +ऽकिं +ऽकुर्वत +ऽकृत +ऽकृष्णं +ऽक्राताम् +ऽक्ष +ऽक्षराणि +ऽक्षि +ऽक्षुच् +ऽगच्छद् +ऽगच्छन् +ऽगृह्णात् +ऽग्न +ऽग्नय +ऽग्नयः +ऽग्नये +ऽग्नये॑ +ऽग्नये॒ +ऽग्नयो +ऽग्नाव् +ऽग्नि +ऽग्निं +ऽग्निः +ऽग्निना +ऽग्निनैव +ऽग्निमुखात्कृत्वा +ऽग्निमुपसमाधाय +ऽग्निमु॑द्वा॒सय॑ते॒ +ऽग्निम् +ऽग्निर् +ऽग्निवते +ऽग्निश् +ऽग्निष्टोम +ऽग्निष्टोमः +ऽग्निष्टोमसाम +ऽग्निष्टोमस् +ऽग्निष्टोमा +ऽग्निष्टोमान् +ऽग्निष्टोमेन +ऽग्निष्टोमो +ऽग्निस् +ऽग्निहोत्र +ऽग्निहोत्रं +ऽग्निहोत्रम् +ऽग्निहोत्रे +ऽग्निꣳ +ऽग्नीन् +ऽग्ने +ऽग्नेः +ऽग्नेर् +ऽग्ने॑ +ऽग्ने॒ +ऽग्नौ +ऽग्र +ऽग्रं +ऽग्रतः +ऽग्रम् +ऽग्रहीत् +ऽग्रे +ऽघं +ऽघायुरभिदासात् +ऽघा॒युर॑भि॒दासा॑त् +ऽघ्नन् +ऽङ् +ऽङ्क +ऽङ्कः +ऽङ्ग +ऽङ्गं +ऽङ्गः +ऽङ्गम् +ऽङ्गस्य +ऽङ्गानां +ऽङ्गानि +ऽङ्गान्य् +ऽङ्गारा +ऽङ्गारान् +ऽङ्गिरस +ऽङ्गिरसः +ऽङ्गिरस्वत् +ऽङ्गिरस्वद् +ऽङ्गे +ऽच +ऽचायत् +ऽचि +ऽचीकॢपताम् +ऽच् +ऽच्छिनत् +ऽच्युतः +ऽछिद्यत +ऽजं +ऽजः +ऽजरायुजःऽ +ऽजा +ऽजातः +ऽजायत +ऽजायन्त +ऽजुहवुः +ऽजुहोत् +ऽञ् +ऽञ्जनं +ऽणु +ऽण् +ऽत +ऽतं +ऽतः +ऽतथा +ऽतदिदासऽ +ऽतदिऽति +ऽतप्यत +ऽतप्यद् +ऽतप्यन्त +ऽतस्य +ऽतस्यऽ +ऽतस्येऽति +ऽतान्त्सत्यौजाःऽ +ऽति +ऽतिथिः +ऽतिदेशेन +ऽतिपद्यामहा +ऽतिरश्चिराजेःऽ +ऽतिरात्र +ऽतिरात्रः +ऽतिरात्रम् +ऽतिरात्रश् +ऽतिरात्रस् +ऽतिरात्रो +ऽतिरिच्यते +ऽतिरिच्यन्ते +ऽतिष्ठंस् +ऽतिष्ठत् +ऽतिष्ठन् +ऽतिस्थंस् +ऽति॑ +ऽति॑थेर॒श्नाति॑ +ऽतीते +ऽतीव +ऽते +ऽतेन +ऽतो +ऽत् +ऽत्त +ऽत्ति +ऽत्यग्निष्टोम +ऽत्यनेदत् +ऽत्यन्तं +ऽत्यप्रवत +ऽत्यर्थं +ऽत्य् +ऽत्र +ऽत्रेति +ऽत्वं +ऽत्वया +ऽथ +ऽथर्वाङ्गिरोभिर् +ऽथर्वाणो +ऽथवा +ऽथे +ऽथो +ऽथो॑ +ऽददिर्हिऽ +ऽदधात् +ऽदितिः +ऽदितिम् +ऽदिते +ऽदुग्धा +ऽदृष्टं +ऽदेवा +ऽदोषो +ऽद्भिः +ऽद्भिर् +ऽद्य +ऽद्यानुमतिर् +ऽद्यापि +ऽद्यावापृथिवीऽ +ऽद्यौश्च +ऽधः +ऽधत्त +ऽधमं +ऽधमः +ऽधरः +ऽधस् +ऽधाम् +ऽधायि +ऽधि +ऽधिक +ऽधिकं +ऽधिकः +ऽधिकम् +ऽधिकरणे +ऽधिका +ऽधिकाः +ऽधिकारः +ऽधिकारी +ऽधिके +ऽधिको +ऽधिपतये +ऽधिपति +ऽधिपतिः +ऽधिपतिभ्यो +ऽधिपतिर् +ऽधिपतिश् +ऽधिपतिस् +ऽधिषवणे +ऽधि॑ +ऽधि॑पतये॒ +ऽधि॒ +ऽधीयानो +ऽधीयीत +ऽधुना +ऽधो +ऽधो॒क्तां +ऽध्यात्मम् +ऽध्याय +ऽध्यायः +ऽध्याये +ऽध्यास +ऽध्येतव्य +ऽध्येति +ऽध्य् +ऽध्वरः +ऽध्वरो +ऽध्वर्युं +ऽध्वर्युः +ऽध्वर्युर् +ऽध्वानं +ऽध्व॒र्युः +ऽन +ऽनक्ति +ऽनघ +ऽनड्वान् +ऽनड्वाहः +ऽनन्तः +ऽनन्तरं +ऽनन्तरितो +ऽनभ्यक्ता +ऽनमस्ते +ऽनमो +ऽनया +ऽनर्थक +ऽनर्थकः +ऽनर्थको +ऽनलः +ऽनाधृष्टं +ऽनाप्तं +ऽनार्त्यै +ऽनाव्रस्काय +ऽनि +ऽनिःसालाम्ऽ +ऽनित्यः +ऽनिन्द्यस्य +ऽनिर्लक्ष्म्यम्ऽ +ऽनिल +ऽनिलः +ऽनिलात् +ऽनिले +ऽनीकवत +ऽनीकवते +ऽनु +ऽनुकृश्यति +ऽनुग्रहः +ऽनुनिर्वाप्यो +ऽनुपः +ऽनुपपत्तेः +ऽनुपपन्नः +ऽनुपसर्गे +ऽनुमन्यस्व +ऽनुमीयते +ऽनुमेद्यति +ऽनुरूपं +ऽनुरूपः +ऽनुलोमनम् +ऽनुवषट्कुर्वन्ति +ऽनुवाक +ऽनुवाकः +ऽनुवाको +ऽनुवाद +ऽनुवादः +ऽनुवादो +ऽनुव्याहरेद् +ऽनुशंसति +ऽनुष्टुप् +ऽनुष्टुभा +ऽनु॑ +ऽनु॒ +ऽनूचान +ऽनूद्यते +ऽनृतं +ऽने +ऽनेन +ऽनेनेति +ऽनेनैव +ऽन् +ऽन्त +ऽन्तः +ऽन्तःशरा +ऽन्तत +ऽन्ततः +ऽन्तनामानाव् +ऽन्तम् +ऽन्तर +ऽन्तरं +ऽन्तरा +ऽन्तरिक्षं +ऽन्तरिक्षम् +ऽन्तरिक्षे +ऽन्तरिक्षेण +ऽन्तरि॑क्षं +ऽन्तरि॑क्षाय॒ +ऽन्तरे +ऽन्तरेण +ऽन्तर् +ऽन्तादेशः +ऽन्ति +ऽन्तिकम् +ऽन्ते +ऽन्तो +ऽन्त्यः +ऽन्धांसीति +ऽन्धो +ऽन्न +ऽन्नं +ऽन्नम् +ऽन्नशेषान्सगणः +ऽन्नस्य +ऽन्नाद +ऽन्नादा +ऽन्नादो +ऽन्नाद्यं +ऽन्नाद्यम् +ऽन्नाद्यस्य +ऽन्नाद्यस्यैवावरुद्ध्यै +ऽन्नाद्यस्यैश्वर्यम् +ऽन्ने +ऽन्नेन +ऽन्य +ऽन्यं +ऽन्यः +ऽन्यकृतेभ्य +ऽन्यच +ऽन्यजन्मनि +ऽन्यत +ऽन्यतः +ऽन्यतरस्याम् +ऽन्यतो +ऽन्यत् +ऽन्यत्र +ऽन्यत्रापि +ऽन्यथा +ऽन्यद् +ऽन्यम् +ऽन्यस् +ऽन्यस्मिन् +ऽन्यस्य +ऽन्या +ऽन्यां +ऽन्यानि +ऽन्यान् +ऽन्याभिर् +ऽन्यासाम् +ऽन्ये +ऽन्येन +ऽन्येभ्यः +ऽन्येषां +ऽन्येषाम् +ऽन्यैः +ऽन्यैर् +ऽन्यो +ऽन्योन्यं +ऽन्योऽन्यं +ऽन्योऽन्यस्मै +ऽन्वय +ऽन्वयः +ऽन्वविन्दन् +ऽन्वसृज्यत +ऽन्वातिष्ठत् +ऽन्वाभजति +ऽन्वाभविष्यन्तीति +ऽन्वाहार्य +ऽन्विष्टो +ऽन्वेति +ऽन्वेतु +ऽन्व् +ऽप +ऽपः +ऽपक्रामन्ति +ऽपघ्नन्ति +ऽपतत् +ऽपत्यं +ऽपत्यम् +ऽपत्ये +ऽपर +ऽपरः +ऽपरम् +ऽपरा +ऽपरावापाय +ऽपराह्णे +ऽपरि +ऽपरुद्धः +ऽपरे +ऽपरो +ऽपवादः +ऽपव॒क्तार॑ +ऽपशुर् +ऽपश्यंस् +ऽपश्यत् +ऽपश्यद् +ऽपश्यन् +ऽपसमवत्सुर् +ऽपहतपाप्मा +ऽपां +ऽपाक्रामत् +ऽपाक्रामद् +ऽपाक्रामन् +ऽपातं +ऽपान +ऽपानं +ऽपानः +ऽपानाः +ऽपानो +ऽपामार्गो +ऽपाम् +ऽपा॒नः +ऽपि +ऽपियन्ति +ऽपी +ऽपीति +ऽपीत्यर्थः +ऽपीत्याह +ऽपुनर्मैत्विन्द्रियम्ऽ +ऽपुरस्ताद्युक्तःऽ +ऽपूर्व +ऽपूर्वं +ऽपूर्वस्य +ऽपो +ऽपोम्भनान् +ऽप्तोर्यामा +ऽप्य +ऽप्यत्र +ऽप्ययं +ऽप्ययम् +ऽप्यर्थे +ऽप्यस्ति +ऽप्यस्य +ऽप्याह +ऽप्युक्तम् +ऽप्येवं +ऽप्येवम् +ऽप्य् +ऽप्र +ऽप्रति +ऽप्रतिष्ठितः +ऽप्राची +ऽप्राणापानौऽ +ऽप्रेतो +ऽप्सरस +ऽप्सरसां +ऽप्सरसो +ऽप्सु +ऽप्स्व॒न्तर्य॑जु॒ष्यो॑ +ऽप॑ +ऽप॑रम् +ऽबिभेत् +ऽबिभेद् +ऽब्रवीत् +ऽब्रवीद् +ऽब्रवीन् +ऽब्रवी॒द्वरं॑ +ऽब्रवी॒न्मा +ऽब्रह्म +ऽब्राह्मणो +ऽब्रुवन् +ऽब्रुवन्न् +ऽभद्रः +ऽभयं +ऽभयेन +ऽभवत् +ऽभवद् +ऽभवन् +ऽभागानि +ऽभावात् +ऽभावे +ऽभि +ऽभिः +ऽभिजायते +ऽभिजिता +ऽभिजित् +ऽभिजिद् +ऽभिदासति +ऽभिदासान् +ऽभिधयते +ऽभिधीयते +ऽभिधीयन्ते +ऽभिपन्नो +ऽभिप्लवः +ऽभिरूपं +ऽभिवाद्य +ऽभिषिच्यते +ऽभिषिच्याता +ऽभिषिञ्चति +ऽभिहितं +ऽभिहितम् +ऽभि॒दासा॑न् +ऽभि॒दास॑न्त्य॒स्मान् +ऽभूः +ऽभूत +ऽभूत् +ऽभूदिति +ऽभूद् +ऽभूवन् +ऽभृग्वङ्गिरोविदो +ऽभ्यतपत् +ऽभ्यतप्यत +ऽभ्यधात् +ऽभ्यधिका +ऽभ्यभाषत +ऽभ्यर्च्य +ऽभ्यवर्तत +ऽभ्यारोहन्ति +ऽभ्यास +ऽभ्यासः +ऽभ्यासो +ऽभ्येत्य +ऽभ्य् +ऽभ्रातृव्यक्षयणम्ऽ +ऽभ्रेषं +ऽमन्यत +ऽमन्यन्त +ऽममाग्ने +ऽमा +ऽमावास्याम् +ऽमावास्यायां +ऽमावास्यायाम् +ऽमित्रेभ्यो +ऽमी +ऽमुं +ऽमुञ्चामि +ऽमुना +ऽमुमा॑मुष्याय॒णम॒मुष्याः॑ +ऽमुम् +ऽमुष्मा +ऽमुष्मिँल्लोके +ऽमुष्मिंल् +ऽमुष्मिन् +ऽमुष्मिम्̐ +ऽमुष्मै +ऽमृतं +ऽमृतत्वम् +ऽमृतम् +ऽमृतस्य +ऽमृतेन +ऽमेध्यम् +ऽम्बरे +ऽम्बु +ऽम्भसः +ऽम्भसि +ऽम्ल +ऽय +ऽयं +ऽयः +ऽयजत +ऽयजमानाद् +ऽयतो +ऽयत्ते +ऽयत्र +ऽयथा +ऽयददः +ऽयदर्वाचीनम्ऽ +ऽयदि +ऽयमिति +ऽयमेव +ऽयमो +ऽयम् +ऽयस्ते +ऽयस्य +ऽया +ऽयां +ऽयातयामा +ऽयानाम् +ऽये +ऽयेन +ऽयेऽस्यां +ऽयेऽस्याम्ऽऽप्राची +ऽयो +ऽयौ +ऽर +ऽरक्षोहणम्ऽ +ऽरण्ये +ऽररुः +ऽरातीयति +ऽरुणः +ऽरोदीद् +ऽर्क +ऽर्कः +ऽर्कश् +ऽर्के +ऽर्को +ऽर्जुनः +ऽर्ति +ऽर्थ +ऽर्थं +ऽर्थः +ऽर्थवान् +ऽर्थस्य +ऽर्थाः +ऽर्थात् +ऽर्थी +ऽर्थे +ऽर्थो +ऽर्ध +ऽर्धं +ऽर्धमासे +ऽर्धुकम् +ऽर्धो +ऽर्बुदम् +ऽर्यमा +ऽर्वाक् +ऽर्वाङ् +ऽर्वाची +ऽर्वाच्यै॑ +ऽर्वाञ्चो +ऽर्हति +ऽलङ्कारः +ऽलम् +ऽल्प +ऽल्पे +ऽल्पो +ऽव +ऽवकल्पते +ऽवकल्प्यते +ऽवगतः +ऽवगते +ऽवगन्तोर् +ऽवगम्यते +ऽवत +ऽवतिष्ठते +ऽवतीर्य +ऽवतु +ऽवत्सो +ऽवदन् +ऽवद्यति +ऽवधाय +ऽवधारणे +ऽवधार्यते +ऽवधिः +ऽवधीर् +ऽवधूता +ऽवनीय +ऽवन्तु +ऽवन्त्व् +ऽवभृथः +ऽवभृथम् +ऽवयजनम् +ऽवरुद्ध्या +ऽवरुद्ध्यै +ऽवरुन्धे +ऽवरे +ऽवर्तिम् +ऽवलोक्य +ऽवश्यं +ऽवषट्कार्षीन् +ऽवसं +ऽवसत् +ऽवसानम् +ऽवस्तात् +ऽवान्तरदिशाः +ऽवि +ऽविद्मा +ऽविद्या +ऽविद्वाञ् +ऽविद्वान् +ऽविमाꣳ +ऽविशेषात् +ऽविश्वजित्ऽ +ऽविषासहिम्ऽ +ऽवृणीत +ऽवेत् +ऽवेद् +ऽवेनस्तत्ऽ +ऽवैश्वानरो +ऽवोचं +ऽवोचत् +ऽव्ययः +ऽव्ययीभावः +ऽव॑ +ऽव॒ +ऽशं +ऽशन्नो +ऽशांसीन् +ऽशान्तः +ऽशान्ता +ऽशोचत् +ऽश्नाति +ऽश्नीयात् +ऽश्नुते +ऽश्मरी +ऽश्रद्दधानो +ऽश्राम्यद् +ऽश्व +ऽश्वं +ऽश्वः +ऽश्वमेधेन +ऽश्वमे॒धेन॒ +ऽश्वम् +ऽश्वस् +ऽश्वा +ऽश्वान् +ऽश्वाय +ऽश्विनो +ऽश्विनोर् +ऽश्विनोर्बाहुभ्यां +ऽश्विनौ +ऽश्विभ्यां +ऽश्वे +ऽश्वो +ऽष्ट +ऽष्टमः +ऽष्टमे +ऽष्टा +ऽष्टाकपाल +ऽष्टाकपालं +ऽष्टाकपालः +ऽष्टाकपालो +ऽष्टाक्षरा +ऽष्टादश +ऽष्टाव् +ऽष्टौ +ऽस +ऽसं +ऽसति +ऽसत्यं +ऽसद् +ऽसमिद्धो +ऽसा +ऽसानि +ऽसानीति +ऽसामेति +ऽसाव् +ऽसि +ऽसितः +ऽसिद्ध +ऽसि॑ +ऽसि॒ +ऽसीति +ऽसीत्य् +ऽसीन्द्राय +ऽसुपर्णो +ऽसुरा +ऽसुराः +ऽसुराणां +ऽसुराणाम् +ऽसुरान् +ऽसुरास् +ऽसृजत +ऽसृज्यत +ऽसृज्यन्त +ऽसे +ऽसै +ऽसौ +ऽस्कन्दाय +ऽस्तं +ऽस्ति +ऽस्ति॒ +ऽस्तीति +ऽस्तीत्य् +ऽस्तु +ऽस्तुवानम्ऽ +ऽस्त्यस्य +ऽस्त्य् +ऽस्त्विति +ऽस्त्व् +ऽस्थन्वतीर् +ऽस्थाद् +ऽस्थि +ऽस्पर्धन्त +ऽस्मत् +ऽस्मा +ऽस्माकं +ऽस्माकं॑ +ऽस्माकं॒ +ऽस्माकम् +ऽस्मात् +ऽस्माद् +ऽस्मान् +ऽस्मान्द्वेष्टि +ऽस्मान्द्वेष्टि॑ +ऽस्मान्द्वेष्टि॒ +ऽस्माभिः +ऽस्माल् +ऽस्मासु +ऽस्मि +ऽस्मिंल् +ऽस्मिन् +ऽस्मिन्न् +ऽस्मिन्यज्ञे +ऽस्मिम्̐ +ऽस्मीति +ऽस्मै +ऽस्म्य् +ऽस्य +ऽस्या +ऽस्यां +ऽस्याः +ऽस्यान्नम् +ऽस्याभीष्टः +ऽस्याम् +ऽस्यास्तीति +ऽस्येति +ऽस्यै +ऽस्यैव +ऽस्य् +ऽस्य॑ +ऽस्य॒ +ऽस्र +ऽस्रं +ऽह +ऽहं +ऽहः +ऽहञ् +ऽहनि +ऽहनी +ऽहनीति +ऽहन् +ऽहन्न् +ऽहमस्मि +ऽहमिति +ऽहम् +ऽहम्̇ +ऽहरहः +ऽहरहर् +ऽहर् +ऽहि +ऽहिम्̇सायै +ऽहीनस्य +ऽहीनैर् +ऽहोरात्रयोर् +ऽहोरात्रे +ऽह्न +ऽह्नां +ऽह्नि +ऽह्रयः +ऽह्वयत् +ऽहꣳ +ऽऽ +ऽऽच्छृणत्ति +ऽऽत्मा +ऽऽसन +ऽऽसीत् +ऽऽह +ऽऽऽ +ऽऽऽऽ +ऽा +ऽि +ऽꣳहोमुचे +ॠ +ॠं +ॠउअलित्य् +ॠउओतेदद् +ॠकारः +ॠकारस्य +ॠचः +ॠच्छत्यॄताम् +ॠणमुक्तये +ॠत +ॠतः +ॠतवः +ॠतश्च +ॠतां +ॠते +ॠतो +ॠत् +ॠदोरप् +ॠद्धनोः +ॠषयः +ॡ +ॡं